धर्म / जागरण
गुड फ्राइडे का दिन बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। यह दिन ईसा मसीह के सूली पर चढ़ने और उनकी मृत्यु की याद दिलाता है। ऐसा माना जाता है कि यीशु की मृत्यु
शुक्रवार के दिन शुक्र देव की पूजा का विधान है। ऐसा कहा जाता है कि जो भक्त इस खास दिन पर शुक्र ग्रह और देवी लक्ष्मी की पूजा भावपूर्ण करते हैं उन्हें जी
देश के कई राज्यों में रंग पंचमी धूमधाम से मनाई जाती है। इस अवसर पर सूखे रंग से होली खेली जाती है। साथ ही पूरी पकवान बनाया जाता है। धार्मिक मान्यता है
चैत्र नवरात्र का व्रत मां दुर्गा को समर्पित है। इस दौरान देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा का विधान है। इस साल चैत्र नवरात्र की शुरुआत 9 अप्रैल से हो
जीवन काल में किए गए कर्मों के अनुसार ही व्यक्ति को अगला जन्म मिलता है। गरुड़ पुराण में व्यक्ति के देह त्यागने से लेकर अगले जन्म की यात्रा के बारे में व
इस बार पापमोचनी एकादशी 05 अप्रैल को मनाई जाएगी। ऐसा माना जाता है कि जो जातक इस दिन का व्रत रखते हैं उन्हें जीवन के सभी पापों से मुक्ति मिलती है। एकादश
माता काली (Goddess Kalratri Puja) की पूजा बेहद शुभ और कल्याणकारी मानी गई है। शुंभ और निशुंभ राक्षसों का वध करने के लिए देवी पार्वती ने यह उग्र रूप धार
भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी का दिन बेहद शुभ होता है। इस दिन चंद्रमा की पूजा के बाद ही उपवास पूरा होता है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा का विधान है। इस बार भ
गुरुवार के दिन भगवान विष्णु (Lord Vishnu) की पूजा होती है। ऐसा माना जाता है कि जो साधक इस दिन उनकी पूजा करते हैं उनके लिए उपवास रखते हैं उन पर माता लक
पापमोचनी एकादशी (Papmochani Ekadashi 2024) का दिन बेहद शुभ माना जाता है। यह व्रत व्यक्ति को उसके पापों से छुटकारा दिलाता है। इस साल यह व्रत 05 अप्रैल
चंद्र ग्रहण के दिन नकारात्मक शक्तियां ज्यादा सक्रिय होती हैं। इसलिए ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चंद्र ग्रहण के दिन ज्यादा से ज्यादा पूजा-पाठ और पुण्य कर
छोटी होली का पर्व बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। इस साल छोटी होली 24 मार्च 2024 दिन रविवार यानी आज मनाई जा रही है। यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्
फाल्गुन पूर्णिमा (Falgun Purnima 2024) का दिन सभी धार्मिक गतिविधियों जैसे कि हवन गंगा नदी में पवित्र स्नान दान आदि के लिए शुभ है। इस पवित्र दिन पर विष
आज फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि सुबह 07 बजकर 30 मिनट तक रहेगी। इस शुभ तिथि पर कई शुभ योग का निर्माण हो रहा है। इस दौरान कार्य की शुरुआत
होली दिवाली के बाद हिंदू धर्म के सबसे शुभ त्योहारों में से एक है। यह दिन भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी के प्रेम का प्रतीक है। रंगोवाली होली से एक दिन प
सनातन धर्म में होली का पर्व बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। इस साल यह 25 मार्च को मनाया जाएगा। इस दिन लोग विभिन्न प्रकार की धार्मिक विधियां करते हैं। ऐस
प्रदोष व्रत बेहद शुभ माना जाता है। इस साल फाल्गुन माह का दूसरा प्रदोष व्रत 22 मार्च यानी आज रखा जा रहा है। इस दिन भोलेनाथ की पूजा का विधान है। ऐसा मान
भगवान शिव की आराधना के लिए प्रदोष व्रत से उत्तम कोई व्रत नहीं है। ऐसे में अगर आप शिव जी को प्रसन्न करने की कामना रखते हैं तो आपको इस दिन के उपवास के स
यूपी के संभल में कल्कि धाम मंदिर (Kalki Dham Temple) का निर्माण शुरू होने जा रहा है। यह धाम श्री हरि के 10वें अवतार भगवान कल्कि को समर्पित है। इसका नि
आज नरसिंह द्वादशी का व्रत रखा जा रहा है। यह दिन नृसिंह भगवान को समर्पित है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन श्री हरि के इस रौद्र रूप की पूजा करने से जीवन में
हर साल फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि पर श्री हरि विष्णु और चंद्रमा की पूजा-अर्चना करने का विधान है। साथ ही इस दिन स्नान और दान करने का भी
काशी में खेली जाने वाली मसान होली को चिता भस्म होली के नाम से भी जाना जाता है। चिता की राख से होली खेलने की परंपरा कई वर्षों पुरानी है। इस बार मसान हो
फाल्गुन पूर्णिमा (Falgun Purnima 2024) का बेहद महत्व है। इस महीने पूर्णिमा 25 मार्च को मनाई जाएगी। यह व्रत भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा के लिए
ऐसा माना जाता है कि मां लक्ष्मी उन्हीं घरों में वास करती हैं जहां साफ-सफाई हो और परिवार के सदस्य विशेष नियमों को पालन करते हों। धार्मिक मान्यता है कि
भगवान शंकर की पूजा बेहद कल्याणकारी मानी गई है। ऐसा माना जाता है कि जो भक्त शिव जी को प्रसन्न करना चाहते हैं उन्हें सोमवार के दिन का व्रत जरूर करना चाह
रविवार का दिन सूर्य देव की पूजा के लिए समर्पित है। ऐसा कहा जाता है कि जो जातक उनकी उपासना सच्ची श्रद्धा के साथ करते हैं उन्हें जीवन में कभी मुश्किलों
आज फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि रात्रि 10 बजकर 51 मिनट तक रहेगी। इस शुभ तिथि पर कई शुभ योग का निर्माण हो रहा है। इस दौरान कार्य की शुरुआत कर
हर साल होली से एक दिन पहले फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि की रात्रि को होलिका दहन किया जाता है। होलिका दहन के लिए एक जगह पर लकड़ियों को एकत
मासिक दुर्गाष्टमी का दिन मां दुर्गा की पूजा के लिए समर्पित है। ऐसा कहा जाता है कि जो साधक इस दिन मां के लिए उपवास रखते हैं उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण ह
त्रिशूर पूरम एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो हर साल बड़ी संख्या में पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर खींचता है। इस दौरान आसपास के सभी मंदिरों में भव्य पूजा कराई
इस साल होलिका दहन 24 मार्च को मनाया जाएगा। यह पर्व भगवान विष्णु के भक्त प्रहलाद को समर्पित है। इस दिन को लेकर लोगों की अपनी - अपनी मान्यताएं हैं। ऐसा
शनिवार के दिन भगवान शनि की पूजा होती है। इस दिन भगवान शनि की पूजा भाव के साथ करने से उनकी पूर्ण कृपा प्राप्त होती है। ऐसा कहा जाता है कि जो लोग लंबे स
मां कालिकन मंदिर अपने चमत्कार के लिए जाना जाता है। यह धाम अमेठी के संग्रामपुर ब्लॉक में स्थित है। ऐसी मान्यता है कि यहां मौजूद कुंड में स्नान करने से
शुक्रवार के दिन शुक्र देव और मां लक्ष्मी की पूजा का विधान है। इनकी पूजा से सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है। साथ ही जीवन में भौतिक सुखों की कमी नहीं
प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat 2024) बेहद शुभ माना जाता है। इस माह का दूसरा प्रदोष व्रत 22 मार्च दिन शुक्रवार को रखा जाएगा। यह व्रत भगवान शिव की पूजा के लि
होलिका दहन का दिन सनातन धर्म में बेहद शुभ माना जाता है। इस पर्व का इंतजार लोग बेसब्री के साथ करते हैं। इस साल होली 25 मार्च को मनाई जाएगी। वहीं इसके ए
मीन संक्रांति का दिन बेहद शुभ माना गया है। यह दिन फाल्गुन महीने के दौरान आता है। इस दिन लोग कई प्रकार धार्मिक गतिविधियां जैसे- हवन पूजा-पाठ मंत्र जाप
राजस्थान के सीकर जिले में स्थित बाबा खाटू श्याम मंदिर में अधिक संख्या में भक्त बाबा श्याम के दर्शन करने के लिए आते हैं और अपनी मनोकामनाओं को पूरी करने
फाल्गुन माह में सूर्य 14 मार्च को मीन राशि ( Meen Sankranti 2024) में प्रवेश कर रहे हैं। इसलिए इसे मीन संक्रांति कहा जाएगा। सनातन धर्म में मीन संक्रां
पूजा के दौरान शंख का प्रयोग किया जाता है। कोई पूजा के दौरान कोई शंख बजाता है तो कोई घंटी बजाकर भगवान से प्रार्थना करता है। पूजा और शुभ कार्यों के दौरा
फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीय तिथि को फुलेरा दूज का पर्व मनाया जाता है। इस दिन भगवान कृष्ण के मंदिर में होली के विशेष आयोजन किए जाते हैं क्योंक
इस साल फुलेरा दूज (Phulera Dooj 2024) 12 मार्च दिन मंगलवार को मनाया जाएगा। यह पवित्र दिन भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी की पूजा के लिए समर्पित है। ऐसे म
ज्योतिषियों की मानें तो सूर्य देव के धनु और मीन राशि में प्रवेश करने के दौरान खरमास लगता है। धनु और मीन राशि के स्वामी देवगुरु बृहस्पति हैं। खरमास वर्
होली के अलावा होलाष्टक का भी विशेष महत्व है। पंचांग के अनुसार होली के ठीक पहले 8 दिन के होलाष्टक शुरू होते हैं। हर साल होलाष्टक फाल्गुन माह के शुक्ल प
इस साल फुलेरा दूज 12 मार्च दिन मंगलवार को मनाया जाएगा। यह पर्व राधा माता और भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित है। इसके साथ ही इस दिन फूलों की होली खेली जाती
अमावस्या तिथि (Falgun Amavasya 2024) का ज्योतिष शास्त्र में बेहद महत्व है। अगर इस दिन पितरों का तर्पण और गंगा नदी में स्नान किया जाए तो दोगुना फल प्रा
रविवार के दिन भगवान सूर्य देव की विशेष पूजा-अर्चना करने का विधान है। धार्मिक मान्यता है कि भगवान सूर्य देव की पूजा करने से सुख समृद्धि की प्राप्ति होत
फाल्गुन माह में शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को फुलेरा दूज का पर्व मनाया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार ऐसा करने से साधक को जीवन में शुभ फलों की प्
थाईपुसम के पर्व (Thaipusam Festival) को शास्त्रों में बेहद शुभ माना गया है। यह कठिन विश्वास और आध्यात्मिक संतुष्टि का प्रतीक है। इसके साथ ही यह पर्व ह
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि देव कर्मों के अनुरूप फल देते हैं। उत्तम कर्म करने वाले साधक को शुभ फल देते हैं। शनिवार के दिन भगवान शनि देव की अर्चना कर