Aaj Ka Rashifal 29 March 2024: आज रुके काम पूरे होने से मन प्रसन्न रहेगा
Aaj Ka Rashifal 29 March 2024: कन्या राशि वालों के लिए आज का दिन उतार-चढ़ाव वाला रहेगा। स्वास्थ्य बिगड़ सकता है।
5 अगस्त 2019 को आर्टिकल 370 हटाया गया, लेकिन उसकी स्क्रिप्ट 2015 में ही लिख दी गई थी। आज फैसला सीरीज के तीसरे एपिसोड में जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले आर्टिकल 370 को हटाने की इनसाइड स्टोरी... तारीख 1 जनवरी 2015, गुलमर्ग के एक रिसॉर्ट में जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम मुफ्ती मोहम्मद सईद और पीडीपी विधायक हसीब द्राबू खामोश बैठे थे। दोनों ही राज्य में सरकार बनाने की संभावनाएं तलाश रहे थे। दरअसल, दिसंबर 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में किसी भी दल को बहुमत नहीं मिला था। 87 सीटों वाली विधानसभा में 28 सीटों के साथ पीडीपी सबसे बड़ी पार्टी और 25 सीटों के साथ बीजेपी दूसरे नंबर पर थी। इसी बीच मुफ्ती के फोन की घंटी बजी। फोन रखने के बाद मुफ्ती ने हसीब से कहा- ‘कल सुबह आपको दिल्ली जाना है। वहां कब और किससे मिलना है, इसकी जानकारी दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचते ही मिल जाएगी।’ अगले दिन हसीब जैसे ही दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे, उन्हें एक फोन आया। फोन पर उन्हें खास जगह पर एक शख्स से मिलने के लिए कहा गया। कुछ देर बाद हसीब उस शख्स से मिले। दोनों के बीच बातचीत हुई, फिर वहां से हसीब को मुंबई जाने के लिए बोला गया। कुछ देर बाद हसीब मुंबई के छत्रपति शिवाजी एयरपोर्ट पहुंच गए। वहां उनकी मुलाकात राम माधव से हुई। आरएसएस से आए राम माधव तब बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव थे। दोनों के बीच जम्मू-कश्मीर में गठबंधन को लेकर पहली बार बात हुई। हसीब ने उसी दिन कॉमन मिनिमम प्रोग्राम का पहला ड्राफ्ट बनाया, लेकिन आर्टिकल 370 और हुर्रियत कॉन्फ्रेंस (अलगाववादी नेताओं का एक समूह) से बातचीत जैसे कुछ मुद्दों पर सहमति नहीं बनी। 9 जनवरी 2015 को जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल शासन लग गया। करीब दो महीने बाद 26 फरवरी को हसीब फिर से दिल्ली पहुंचे। रात में उनकी मुलाकात पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली और राम माधव से हुई। काफी देर तक तीनों के बीच बातचीत हुई, पर हुर्रियत कॉन्फ्रेंस को लेकर पेंच फंस गया। पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह का साफ स्टैंड था कि केंद्र सरकार हुर्रियत नेताओं से बात नहीं करेगी। दूसरी तरफ मुफ्ती ने हसीब से साफ-साफ कह रखा था कि हुर्रियत नेताओं से बातचीत के बिना कोई गठबंधन नहीं होगा। उसी रात अरुण जेटली ने अमित शाह से मुलाकात की। दोनों के बीच रात के करीब एक बजे तक बात हुई। इसके बाद अरुण जेटली ने हसीब से कहा कि कॉमन मिनिमम प्रोग्राम में हुर्रियत कॉन्फ्रेंस को भी शामिल कर लीजिए। हसीब थोड़ा हैरान भी हुए और खुश भी, पर वे इस बात से बेखबर थे कि बीजेपी का यह स्टैंड सत्ता के लिए नहीं, बल्कि जम्मू कश्मीर में कुछ बड़ा करने के लिए है। अगले दिन शाम को दिल्ली में मोदी और मुफ्ती सईद की मुलाकात हुई। करीब 45 मिनट तक दोनों के बीच बातचीत हुई। इसके बाद मुफ्ती सईद की बेटी महबूबा मुफ्ती और अमित शाह की मुलाकात हुई। तब अमित शाह बीजेपी के अध्यक्ष थे। दोनों ने गठबंधन के फॉर्मूले पर फाइनल मुहर लगा दी। इस किस्से का जिक्र इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में हसीब द्राबू ने किया था। बेमेल सरकार बनाना, रूठना और मनाना 1 मार्च 2015, बीजेपी ने अपनी धुर-विरोधी पीडीपी के साथ सरकार बना ली। पीडीपी के मुफ्ती मोहम्मद सईद जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री बने। विपक्ष ने इस पर बीजेपी को खूब घेरा। बीजेपी के कुछ सीनियर नेताओं ने भी इस फैसले का विरोध किया। दरअसल बीजेपी, हमेशा से पीडीपी का विरोध करती आ रही थी। पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने तो पीडीपी पर पाकिस्तान और आतंकियों से साठगांठ के आरोप लगाए थे, जिसका जिक्र भारत की खुफिया एजेंसी रॉ के प्रमुख रहे एएस दुलत ने अपनी किताब ‘कश्मीर द वाजपेयी ईयर्स’ में किया था। इधर जम्मू-कश्मीर में पीडीपी-बीजेपी सरकार बनने के हफ्तेभर बाद ही मुफ्ती सईद ने अलगाववादी नेता मसर्रत आलम को रिहा कर दिया। इस पर दोनों पार्टियां आपने-सामने आ गईं। बीजेपी ने आरोप लगाया कि पीडीपी ने गठबंधन धर्म का पालन नहीं किया। पीएम मोदी ने संसद में कहा कि केंद्र को राज्य सरकार के इस फैसले के बारे में जानकारी नहीं थी। 7 जनवरी 2016 को मुफ्ती मोहम्मद सईद का निधन हो गया। उसके बाद पीडीपी ने सरकार से समर्थन वापस ले लिया। पीडीपी का कहना था कि दोनों पार्टियों की आइडियोलॉजी मैच नहीं कर रही। दूसरी तरफ बीजेपी अंदरखाने फिर से सरकार बनाने की कोशिश कर रही थी। आखिरकार अप्रैल 2016 में बीजेपी और पीडीपी ने फिर से सरकार बनाई। इस बार मुफ्ती सईद की बेटी महबूबा मुफ्ती जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री बनीं। 39 महीने बाद अचानक बीजेपी ने सरकार गिरा दी महबूबा मुफ्ती के मुख्यमंत्री बनने के बाद बीजेपी और पीडीपी के बीच कई मुद्दों पर टकराव हुआ। आतंकवाद और अलगाववाद जैसे मुद्दों पर बीजेपी को विपक्ष का कड़ा विरोध भी झेलना पड़ा, पर बीजेपी सत्ता में बनी रही। दूसरी तरफ तब के वित्त मंत्री और सॉलिसिटर जनरल रहे अरुण जेटली आर्टिकल 370 हटाने के लीगल पहलुओं पर काम कर रहे थे। तारीख 19 जून 2018, सुबह का वक्त। एनएसए अजित डोभाल ने दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। दोपहर में बीजेपी के महासचिव राम माधव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और पीडीपी सरकार से समर्थन वापस लेने की घोषणा कर दी। हालांकि उन्होंने समर्थन वापस लेने की कोई ठोस वजह नहीं बताई। तब मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को इस फैसले की भनक तक नहीं थी। थोड़ी देर बाद उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। मुफ्ती ने कहा कि दोनों दलों में मतभेद थे, लेकिन बीजेपी समर्थन वापस लेगी, यह फैसला हैरान करने वाला है। इधर सरकार बनाने की तैयारी चल रही थी, उधर राज्यपाल ने विधानसभा भंग कर दी बीजेपी-पीडीपी गठबंधन टूटने के अगले ही दिन राज्यसभा सांसद रहे सुब्रमण्यम स्वामी ने सोशल मीडिया पर लिखा- 'मैंने पीएमओ को संविधान सभा की बहस की कॉपी और अपने कानूनी तर्कों के साथ एक नोट भेजा है। संसद की सहमति के बिना, राष्ट्रपति की अधिसूचना के जरिए आर्टिकल 370 को हटाया जा सकता है।' 19-20 नवंबर 2018 की बात है। मीडिया में चर्चा चलने लगी कि पीडीपी, कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस मिलकर जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने जा रहे हैं। अगले ही दिन राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने विधानसभा भंग कर दी। इस पर महबूबा मुफ्ती नाराज हो गईं। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा- ‘पांच महीने से हम विधानसभा भंग करने की बात कह रहे थे, तब हमारी सुनने वाला कोई नहीं था। अब हम सरकार बनाने जा रहे थे, तो राज्यपाल ने विधानसभा भंग कर दी।’ सत्यपाल मलिक ने दैनिक भास्कर को बताया, ‘ये बीजेपी की सोची-समझी रणनीति थी। जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने से लेकर अलग होने और विधानसभा भंग करना सब कुछ सोच-समझकर किया गया था, ताकि विधानसभा की शक्तियां संसद के पास आ जाएं।’ दरअसल इस पूरी कवायद के दो पहलू थे... पहला- बीजेपी सरकार में शामिल होकर जम्मू-कश्मीर की सारी व्यवस्थाओं को समझना चाहती थी। इस्लामिक विश्वविद्यालय, कश्मीर के पूर्व कुलपति और पॉलिटिकल एनालिस्ट सिद्दीकी वाहिद ने 2018 में द वायर को दिए इंटरव्यू में बताया कि बीजेपी ने सत्ता में रहने के दौरान कश्मीर और जम्मू में कम्युनल डिवाइड पैदा किया, ताकि वहां उसका बेस मजबूत हो सके। पीडीपी के कुछ विधायकों का भी आरोप था कि बीजेपी घाटी में आरएसएस मॉडल लागू कर रही है। दूसरा- आर्टिकल 370 को हटाने के लिए जम्मू-कश्मीर विधानसभा की सहमति जरूरी थी। अगर वहां विधानसभा रहती तो 370 हटाने की सहमति राष्ट्रपति को नहीं देती। इसलिए विधानसभा भंग होने के बाद तब के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने एक आदेश के जरिए जम्मू-कश्मीर विधानसभा की शक्तियां संसद को दे दीं। रॉ चीफ और पीएम मोदी की मुलाकात, कश्मीर में बगावत की आशंका जम्मू-कश्मीर विधानसभा भंग होने के कुछ दिनों बाद प्रधानमंत्री मोदी ने अरुण जेटली से कहा कि आर्टिकल 370 हटाने को लेकर ऐसा ड्राफ्ट तैयार करिए, जिसे किसी अदालत में चैलेंज नहीं किया जा सके। इस बात का जिक्र अरुण जेटली की पत्नी संगीता जेटली ने 370 हटने के बाद 5 अगस्त 2019 को सोशल मीडिया पर किया था। बीजेपी 2019 लोकसभा चुनाव से पहले ही 370 हटाना चाहती थी, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों ने आगाह किया कि इससे कश्मीर में हालात बिगड़ जाएंगे। इसके बाद 370 हटाने का प्लान आगे बढ़ा दिया गया। मई में 2019 लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित हुए। 303 सीटें जीतकर नरेंद्र मोदी दोबारा प्रधानमंत्री बने। करीब एक महीने बाद 26 जून को केंद्र सरकार ने सामंत गोयल को रॉ चीफ बनाया। 9 दिन बाद यानी 5 जुलाई को सामंत गोयल ने दिल्ली में प्रधानमंत्री से मुलाकात की। हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक रॉ चीफ ने प्रधानमंत्री मोदी से कहा, 'अमेरिका, अफगानिस्तान को लेकर तालिबान से डील कर रहा है। दोनों के बीच डील हो गई और अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा हो गया, तो कश्मीर से 370 हटाना मुश्किल हो जाएगा। पाकिस्तान की मदद से तालिबानी लड़ाके कश्मीर में घुसपैठ कर सकते हैं।' जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रपति शासन लग चुका था। इधर संसद में बीजेपी प्रचंड बहुमत के साथ सरकार में थी। प्रधानमंत्री को लगा कि 370 हटाने का मुफीद वक्त है, पर सुरक्षा एजेंसियों को डर था कि 370 हटाया तो लोकल पुलिस बगावत कर सकती है। पाकिस्तान के साथ मिलकर अलगाववादी नेता षड्यंत्र कर सकते हैं। अब फैसला प्रधानमंत्री मोदी को लेना था। उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह से चर्चा के बाद तय किया कि हम 370 खत्म करने का प्लान ड्रॉप नहीं करेंगे। कश्मीर में हालात कैसे काबू किया जाए, इस पर सुरक्षा एजेंसियां काम करें। 11 जुलाई 2019, रॉ चीफ सामंत गोयल कश्मीर पहुंचे। 12 दिन बाद यानी 23 जुलाई को एनएसए अजीत डोभाल घाटी पहुंचे। अगले दिन डोभाल ने तीनों सेना प्रमुखों और इंटेलिजेंस चीफ के साथ मीटिंग की। उस वक्त सीडीएस रहे बिपिन रावत भी एक महीने के भीतर दो बार कश्मीर पहुंचे। पार्लियामेंट का सेशन बढ़ाया, रातों-रात तीन पूर्व सीएम नजरबंद सुरक्षा एजेंसियों के इनपुट के बाद जुलाई के आखिरी हफ्ते में बड़ी संख्या में इजराइली ड्रोन कश्मीर भेजे गए, ताकि कड़ी निगरानी की जा सके। 45 हजार से ज्यादा अतिरिक्त जवान घाटी में तैनात कर दिए गए। 250 से ज्यादा कश्मीरी पुलिस अधिकारियों के हथियार जब्त कर लिए गए। 26 जुलाई को पार्लियामेंट का मानसून सेशन खत्म हो रहा था। 25 जुलाई को सरकार ने इसे 7 अगस्त तक बढ़ा दिया। सरकार की तैयारी देख लोग ये कयास लगाने लगे कि कश्मीर में कुछ तो बड़ा होने वाला है। इसी बीच 3 अगस्त को केंद्र सरकार ने अमरनाथ यात्रा पर रोक लगा दी। स्टूडेंट्स, टूरिस्ट और तीर्थ यात्रियों को फौरन कश्मीर छोड़ने के लिए कहा गया। सेना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया कि कश्मीर में आतंकी हमला हो सकता है। इसलिए अमरनाथ यात्रा रोकी गई है। अगले दिन राज्य में धारा 144 लगा दी गई। जम्मू-कश्मीर में कर्फ्यू लग गया। रात होते-होते पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुला, महबूबा मुफ्ती, फारूक अब्दुल्ला सहित कई लोकल नेताओं को हाउस अरेस्ट कर लिया गया। इंटरनेट पर रोक लगा दी गई। सरकार नहीं चाहती थी कि उसके प्लान के बारे में किसी को खबर लगे, यहां तक कि उसके खुद के सांसदों को भी। रणनीति के तहत 3 और 4 अगस्त को बीजेपी ने अपने सांसदों के लिए सोशल मीडिया ट्रेनिंग वर्कशॉप करवाई। इसमें प्रधानमंत्री मोदी भी शामिल हुए। देर रात गवर्नर को पता चला- कल आर्टिकल 370 खत्म हो जाएगा लोकसभा में बहुमत जुटाना सरकार के लिए आसान था, लेकिन राज्यसभा में मैजिक नंबर तक पहुंचना मुश्किल टास्क था। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, पीयूष गोयल, प्रह्लाद जोशी और सांसद भूपेंद्र यादव को राज्यसभा में नंबर जुटाने की जिम्मेदारी दी गई। 4 अगस्त की शाम प्रधानमंत्री को गृहमंत्री अमित शाह ने बताया कि राज्यसभा में भी हमने नंबर जुटा लिए हैं। पीएम मोदी ने कहा कि हमें लोकसभा की बजाय राज्यसभा में ही पहले बिल लाना चाहिए, ताकि विपक्ष कोई रणनीति बनाए उससे पहले हम बिल पास करा लें। 4 अगस्त की शाम गृहमंत्री अमित शाह ने रॉ चीफ और आईबी चीफ के साथ मीटिंग की और उन्हें तैयार रहने के लिए कहा। उसी दिन राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े अधिकारियों को पता चला कि सरकार कल 370 खत्म करने जा रही है। भास्कर से बातचीत में पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक ने बताया, ‘4 अगस्त की रात गृहमंत्री अमित शाह ने फोन किया। उन्होंने कहा कि मैं एक चिट्ठी भेज रहा हूं, आप अपने दफ्तर से पास कराके कल 11 बजे से पहले मुझे भेज दीजिए। मुझे राज्यसभा में पेश करना है। तब मुझे पता चला कि कल सरकार 370 हटाने जा रही है।’ अमित शाह की स्पीच और सदन में जबरदस्त हंगामा 5 अगस्त 2019, वक्त 11 बजकर 8 मिनट। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा- ‘’कश्मीर कर्फ्यू के अंदर है, तीन-तीन पूर्व सीएम हाउस अरेस्ट हैं। कश्मीर में जो वॉर सिचुएशन है, उस पर पहले चर्चा होनी चाहिए।’’ थोड़ी देर के लिए सदन में हंगामा होता रहा। 11 बजकर 14 मिनट पर गृहमंत्री अमित शाह, गुलाम नबी आजाद को कोट करते हुए कहते हैं, ‘मैं उनसे एक ही निवेदन करना चाहता हूं कि जो संकल्प और बिल लेकर आया हूं, वो कश्मीर पर ही है।’ वक्त 11 बजकर 15 मिनट। अमित शाह ने कहा, ‘भारत के संविधान के अनुच्छेद 370 (3) की शक्तियों का प्रयोग करते हुए राष्ट्रपति संसद की सिफारिश पर यह घोषणा करते हैं कि जिस दिन भारत के राष्ट्रपति इस पर हस्ताक्षर करेंगे, उस दिन से 370 के सभी खंड लागू नहीं होंगे, सिवाय खंड 1 के।’ सदन में हंगामा शुरू हो गया। पीडीपी के दो सांसदों ने संविधान की प्रति फाड़ने की कोशिश की। एक सांसद ने कुर्ता फाड़ दिया। गुलाम नबी ने कहा- बीजेपी ने डेमोक्रेसी और संविधान का मर्डर किया है। राज्यसभा में आर्टिकल 370 खत्म करने के पक्ष में 125 वोट मिले और विरोध में 61 वोट। जबकि लोकसभा में पक्ष में 370 और विरोध में 70 वोट पड़े। बीएसपी, बीजेडी, एआईएडीएमके, आम आदमी पार्टी और शिव सेना जैसी पार्टियों ने 370 खत्म करने का समर्थन किया। जबकि कांग्रेस, जदयू, राजद, पीडीपी और डीएमके जैसी पार्टियों ने इसका विरोध किया। इस तरह जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाला आर्टिकल 370 खत्म हो गया। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को अलग करके केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया। ये बीजेपी का सबसे पुराना और बड़ा वादा था। बीजेपी हमेशा से कहती आ रही थी कि एक देश में दो निशान, दो विधान और दो प्रधान नहीं चलेंगे। मोदी के आर्टिकल 370 हटाने के पांच बड़े मकसद 1. मोदी का एजेंडा : पीएम मोदी ने आर्टिकल 370 हटाकर यह मैसेज दिया कि वे एक मजबूत प्रधानमंत्री हैं। उनकी सरकार साहसिक फैसले लेती है। 2. पार्टी का एजेंडा : आर्टिकल 370 खत्म करना, राम मंदिर बनाना और यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करना, ये तीन मुद्दे बीजेपी के कोर एजेंडा में शामिल थे। 2019 में सरकार में आते ही मोदी ने आर्टिकल 370 हटाकर बीजेपी का पहला बड़ा वादा पूरा किया। 3. चुनावी एजेंडा : आर्टिकल 370 हटने के बाद यानी 2019 से 2021 के बीच देशभर में 10 राज्यों में चुनाव हुए। इसमें झारखंड और महाराष्ट्र में बीजेपी को सत्ता गंवानी पड़ी। असम और बिहार में बीजेपी सरकार में बनी रही, लेकिन दिल्ली, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और केरल में तमाम कोशिशों के बाद भी बीजेपी कुछ खास नहीं कर पाई। 4. आतंकवाद खत्म करने का एजेंडा : आर्टिकल 370 हटाने को लेकर केंद्र सरकार का कहना था कि इससे कश्मीर में आतंकवाद घटेगा। आतंकवाद घटा या नहीं, इसे जानने के लिए हमने 370 हटाने के चार साल पहले और चार साल बाद यानी पिछले आठ सालों का डेटा लिया। इसके मुताबिक आतंकी घटनाओं में कमी आई है, लेकिन न के बराबर। सिविलियंस और सुरक्षाबलों की हत्या के मामलों में जरूर 52% की कमी आई है। 5. देश से कश्मीर को जोड़ना : सरकार का दावा था कि 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में दूसरे राज्यों के लोग जमीन खरीदेंगे। नई कंपनियां और कारखाने खुलेंगे। गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय के राज्यसभा में पेश किए गए लिखित जवाब के मुताबिक, 370 हटन के बाद 2022 तक जम्मू-कश्मीर में 185 लोगों ने जमीनें खरीदीं हैं। जबकि 1559 भारतीय कंपनियों ने जम्मू-कश्मीर में निवेश किया है। पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक कहते हैं, ‘आर्टिकल 370 खत्म करना बहुत जरूरी था। 370 की वजह से कश्मीर के लोग भारत से जुड़ाव महसूस नहीं करते थे। सुरक्षाबलों को भी दिक्कत होती थी। हालांकि अब कश्मीर को राज्य का दर्जा देना चाहिए। वहां के लोगों को इसकी जरूरत है।’ फैसला सीरीज की ये स्टोरीज भी पढ़िए... एपिसोड 1- आना दिल्ली था, पहुंच गए लाहौर:पाकिस्तानी सेना के हेलिकॉप्टर में बैठे, 90 मिनट अफसरों की सांसें थमी रहीं 25 दिसंबर 2015 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अचानक लाहौर पहुंच गए। एयरपोर्ट पर उतरते ही पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ ने उन्हें गले लगाया। थोड़ी देर बाद मोदी पाकिस्तानी सेना के हेलिकॉप्टर में बैठ गए। इससे पहले भारत का कोई प्रधानमंत्री, पाकिस्तानी सेना के हेलिकॉप्टर में नहीं बैठा था। हेलिकॉप्टर ने जैसे ही उड़ान भरी, भारत की इंटेलिजेंस एजेंसियां सकते में आ गईं कि पाकिस्तान कोई साजिश तो नहीं करेगा। पढ़िए पूरी खबर... एपिसोड 2- बांग्लादेश को 10 हजार एकड़ ज्यादा जमीन दी:इंदिरा-मनमोहन बिल लाए तो BJP ने विरोध किया; 68 साल पुराना विवाद कैसे खत्म हुआ प्रधानमंत्री मोदी ने 2015 में बांग्लादेश के साथ लैंड बाउंड्री एग्रीमेंट किया। इसके तहत भारत को सिर्फ 51 गांव मिले और बांग्लादेश को 111 गांव। करीब 10 हजार एकड़ ज्यादा जमीन बांग्लादेश को मिली। ये वो फैसला था जिसका विपक्ष में रहते बीजेपी विरोध करती आ रही थी, पर सत्ता में आते ही पीएम ने एक साल में ही इस समझौते पर मुहर लगा दी। पढ़िए पूरी खबर... शुक्रवार, 29 मार्च को फैसला सीरीज के चौथे एपिसोड में पढ़िए पीएम मोदी के एक और चौंकाने वाले फैसले की कहानी...
9 जून 2013 की घटना है। गोवा में बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक का आखिरी दिन था। तब के पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह सबसे आखिर में भाषण देने आए। 25 मिनट तक राजनाथ ने सामान्य चुनावी बातें कीं और पार्टी नेताओं के बड़े दिल की तारीफ की। भाषण के आखिर में राजनाथ ने कहा कि मैंने फैसला किया है कि केंद्रीय स्तर पर भी सेंट्रल कैंपेन कमेटी बनाई जाए और मैं नरेंद्र मोदी को उस सेंट्रल कैंपेन कमेटी का चेयरमैन घोषित करता हूं। राजनाथ के भाषण का वीडियो... दरअसल, इस फैसले की सुगबुगाहट तो थी, लेकिन इस मीटिंग में ऐसी किसी घोषणा की उम्मीद नहीं थी। पार्टी के कई नेता इस फैसले से सहमत नहीं थे। मंच पर मोदी को देने के लिए गुलदस्ता तक नहीं था। ऐसे में राजनाथ ने किसी और को दिया हुआ गुलदस्ता उठाया और मोदी के हाथों में थमा दिया। इस ऐलान के साथ ही 2014 लोकसभा चुनाव के पूरे कर्ताधर्ता मोदी बन गए। राजनाथ सिंह की ये घोषणा नरेंद्र मोदी के भारत का प्रधानमंत्री बनने की दिशा में बड़ा कदम थी। हालांकि नरेंद्र मोदी ने इसकी तैयारी काफी पहले शुरू कर दी थी। 'मैं भारत का पीएम' सीरीज के 14वें और फाइनल एपिसोड में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने की कहानी और उनसे जुड़े किस्से… गुजरात से नरेंद्र मोदी का राजनीतिक वनवास बीजेपी की सियासत में नरेंद्र मोदी का सीधा दखल तब शुरू हुआ जब 1987 में संघ ने उन्हें गुजरात का संगठन सचिव बनाया। उस समय गुजरात बीजेपी में शंकर सिंह वाघेला और केशुभाई पटेल का दबदबा था। 1995 के चुनाव में बीजेपी को बड़ी जीत मिली और केशुभाई सीएम बने। उन्होंने अपने मंत्रिमंडल में वाघेला खेमे के किसी भी विधायक को जगह नहीं दी। इधर वाघेला भी पलटवार के लिए सही मौके की तलाश में थे। सितंबर 1995 में सीएम केशुभाई अमेरिका के दौरे पर गए और इधर वाघेला ने 55 विधायकों के साथ सरकार गिराने की साजिश रच डाली। मसला हल करने के लिए अटल बिहारी वाजपेयी को अहमदाबाद जाना पड़ा। दो दिन तक मान-मनौवल चलता रहा। केंद्रीय नेतृत्व को शंकर सिंह वाघेला की 3 शर्तें माननी पड़ीं। सबसे बड़ी शर्त के मुताबिक केशुभाई को मुख्यमंत्री पद से हटाना पड़ा, वाघेला समर्थक विधायकों को मंत्री बना दिया गया और नरेंद्र मोदी को सूबे की सियासत से हटाकर दिल्ली में राष्ट्रीय सचिव बना दिया गया। 1995 से 1997 तक गुजरात में राजनीतिक उठा-पटक चलती रही। इस दौरान 3 मुख्यमंत्री बने, लेकिन कोई लंबे वक्त तक सरकार नहीं चला सका। आखिरकार 1998 के चुनाव में बीजेपी ने गुजरात विधानसभा में बड़ी जीत दर्ज की। 4 मार्च 1998 को केशुभाई पटेल दूसरी बार प्रदेश के सीएम बने। केशुभाई के कार्यकाल के दौरान गुजरात में भूकंप और सूखे ने भयंकर तबाही मचाई थी। उनका प्रशासन आपदा प्रबंधन में बुरी तरह नाकाम रहा था। संघ, केशुभाई के काम से खुश नहीं था। विश्व हिंदू परिषद के नेताओं से भी उनके रिश्ते अच्छे नहीं थे। वहीं नरेंद्र मोदी दिल्ली में रहकर गुजरात का रास्ता बना रहे थे। वो अक्सर संघ के हेडक्वॉर्टर 'केशव कुञ्ज' में देखे जाते। कहा जाता है कि नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में केशुभाई पटेल के खिलाफ माहौल बनाना शुरू किया। यहां तक कि उन्होंने दिल्ली में कुछ संपादकों से केशुभाऊ के खिलाफ नकारात्मक खबरें करने को कहा था। आउटलुक के संपादक विनोद मेहता ने अपने संस्मरण में ऐसी ही एक मुलाकात का जिक्र किया है। मेहता के मुताबिक, 'मैं पार्टी के दिल्ली ऑफिस में काम कर रहा था तभी नरेंद्र मोदी मेरे ऑफिस आए। वह कुछ कागज लाए थे जिनसे साबित होता था कि गुजरात के सीएम केशुभाई कुछ गलत कर रहे हैं।' मोदी की ये कोशिशें रंग लाईं और पार्टी नेतृत्व ने केशुभाई को सीएम पद से हटाने का फैसला किया। अब सवाल था कि नया सीएम किसे बनाया जाए। इसमें मोदी के आरएसएस, अटल और आडवाणी से रिश्ते काम आए। अटल बोले- पंजाबी खाना खाकर मोटे हो गए, दिल्ली छोड़कर गुजरात जाइए 1955 में गुजरात छोड़ने के 6 साल बाद 2001 में नरेंद्र मोदी की गुजरात वापसी हुई। केशुभाई पटेल को हटाकर उन्हें सीएम बनाया गया। इसका भी किस्सा इंट्रेस्टिंग है। एक इंटरव्यू में नरेंद्र मोदी ने बताया, 'मुझे पीएम वाजपेयी ने बुलाया। उन्होंने मुझसे कहा कि पंजाबी खाना खा-खाकर आप मोटे हो गए हैं। आपको वजन कम करना चाहिए। यहां से जाइए, दिल्ली छोड़ दीजिए। मैंने पूछा कि कहां जाऊं? उन्होंने कहा- गुजरात जाइए, वहां आपको काम करना है। मुझे ये अंदाजा नहीं था कि अटल जी मुझे मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं।' मोदी को मुख्यमंत्री बने सालभर भी नहीं हुआ था कि 2002 में गुजरात में दंगे हो गए। इसमें करीब एक हजार लोगों की जान गई। दंगों के करीब 1 साल बाद विधानसभा चुनाव होने थे, लेकिन 3 महीने पहले ही करा लिए गए। इसमें मोदी की अगुवाई में बीजेपी ने कुल 182 में से रिकॉर्ड 127 सीटें जीत ली। मोदी दूसरी बार सीएम बने। इसके बाद 2007 में तीसरी बार और 2012 में चौथी बार गुजरात के सीएम बने। नरेंद्र मोदी ने खुद को गुजरात से बाहर भी प्रोजेक्ट करना शुरू किया बतौर सीएम अपने आखिरी कार्यकाल में मोदी ने पूरे गुजरात में सद्भावना यात्रा निकाली थी। उनके महत्वाकांक्षी इरादे पहली बार इस रैली के जरिए ही सामने आए। मोदी ने गुजरात में व्यापार को बढ़ावा देकर ‘गुजरात मॉडल’ को चर्चा में ला दिया था। मार्च 2012 में टाइम मैगजीन के कवर पेज पर 'मोदी मीन्स बिजनेस' शीर्षक वाली कवर स्टोरी छपी। 2009 से 2012 तक प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के मीडिया सलाहकार रहे हरीश खरे अपनी किताब ‘हाउ मोदी वॉन इट’ में लिखते हैं, ‘मोदी ने बीजेपी के बाहर के अपने सभी सहयोगियों को आक्रामक रूप से सक्रिय करना शुरू कर दिया था। उन्होंने सबसे पहले कॉर्पोरेट जगत के लोगों को अपने पक्ष में किया। इसके बाद बाबा रामदेव और श्री श्री रविशंकर जैसी धार्मिक हस्तियों को अपने फेवर में कर लिया।' हरीश खरे लिखते हैं, 'ये वो वक्त था जब मोदी ने गुजरात का इस्तेमाल केंद्र की कांग्रेस सरकार पर हमले के लिए करना शुरू कर दिया था।’ नरेंद्र मोदी मनमोहन सरकार के भ्रष्टाचार, महंगाई, डॉलर के मुकाबले रुपए की गिरती कीमत पर बयान दे रहे थे। आडवाणी की नाराजगी के बावजूद 2014 में मोदी को बड़ी जिम्मेदारी 22 जनवरी 2013 को महाराष्ट्र में पूर्ति ग्रुप ऑफ कंपनीज पर इनकम टैक्स की रेड पड़ी। इसमें नितिन गडकरी का नाम भी आया। उन्हें बीजेपी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना पड़ा। नए अध्यक्ष बने राजनाथ सिंह। हरीश खरे के मुताबिक, ‘मोदी के लिए गडकरी की जगह राजनाथ का अध्यक्ष बनना फायदेमंद रहा, क्योंकि गडकरी की तुलना में उनके लिए राजनाथ को मैनेज करना आसान था।’ इतिहासकार और लेखक गौतम चिंतामणि अपनी किताब ‘राजनीति: ए बायोग्राफी ऑफ राजनाथ सिंह' में लिखते हैं, ‘अध्यक्ष बनने के कुछ हफ्ते बाद ही राजनाथ सिंह ये समझ चुके थे कि पार्टी कैडर के बीच मोदी को बीजेपी का नेतृत्व सौंपने का विचार मजबूत हो रहा है। हालांकि उन्हें पार्टी के अंदर मोदी के विरोध का भी अंदाजा था।' बीजेपी की एक बड़ी लॉबी नरेंद्र मोदी को चुनावी चेहरा बनाने के लिए लामबंद हो चुकी थी। उधर आडवाणी खेमे को इस बात का अंदाजा था कि जून 2013 में होने वाली गोवा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में मोदी को लेकर कोई बड़ा ऐलान हो सकता है। इसके चलते आडवाणी समेत कई नेताओं ने इस बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया। गौतम चिंतामणि के मुताबिक, ‘इसी बीच बीजेपी गठबंधन की बरसों पुरानी सहयोगी पार्टी जेडीयू के मुखिया नीतीश कुमार ने राजनाथ को फोन किया और मोदी के नाम पर अपनी असहमति जताई। राजनाथ सिंह का कहना था कि बीजेपी का संसदीय बोर्ड मोदी को कुछ अतिरिक्त जिम्मेदारियां सौंपेगा। नीतीश इस पर भी नहीं माने।’ गौतम चिंतामणि लिखते हैं कि अगर बैठक में मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने के निर्णय पर आम सहमति न बनती और बैठक बेनतीजा रहती तो गलत मैसेज जाता। इसलिए राजनाथ ने एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया। बैठक के लिए मोदी जब गोवा पहुंचे तो उनका जोरदार स्वागत हुआ। तब के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने मोदी का समर्थन किया। आखिरकार 9 जून को राजनाथ ने चुनाव समिति के अध्यक्ष के पद के लिए मोदी के नाम की घोषणा कर दी। आडवाणी का भावुक इस्तीफा, नीतीश ने गठबंधन तोड़ने की धमकी दी इस घोषणा के बाद नीतीश ने राजनाथ को फोन करके कहा कि उन्होंने गठबंधन से अलग होने का निर्णय ले लिया है। राजनाथ का कहना था कि चुनाव समिति की जिम्मेदारी देने के अलावा अभी कोई बड़ी घोषणा नहीं हुई है, लेकिन नीतीश कुमार के लिए उसी पल सब साफ हो गया था जब राजनाथ ने मोदी को ‘नेता’ कहा था। इधर आडवाणी अपने ब्लॉग में शरशैया पर लेटे भीष्म पितामह का जिक्र कर रहे थे। अगले ही दिन यानी 10 जून को आडवाणी ने पार्टी के सभी पदों से अपने इस्तीफे का ऐलान कर दिया। उन्होंने राजनाथ सिंह को पत्र में लिखा, 'पिछले कुछ समय से मैं अपने आप को पार्टी में सहज नहीं पा रहा हूं। मुझे नहीं लगता कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी, दीन दयाल उपाध्याय और अटल बिहार वाजपेयी ने जिस पार्टी को बनाया, खड़ा किया, ये वही पार्टी है। बीजेपी दिशा भटक चुकी है। इस पत्र को मेरा इस्तीफा समझा जाए।' इसके बाद बीजेपी के बड़े नेताओं की आडवाणी के घर तक दौड़ शुरू हो गई। राजनाथ ने कहा, ‘मैं ये इस्तीफा स्वीकार नहीं कर सकता। मोदी को चुनाव प्रचार समिति का चेयरमैन बनाने का फैसला सबकी सहमति से लिया गया था। ये बदला नहीं जाएगा।’ आडवाणी के घर पहुंची सुषमा स्वराज ने कहा, ‘मैं उनके इस्तीफे से हैरान हूं।’ हालांकि ये भी भरोसा जताया कि वे आडवाणी को मना लेंगी। आडवाणी के करीबी माने जाने वाले वेंकैया नायडू, पार्टी के तब के महासचिव अनंत कुमार और प्रवक्ता मुख्तार अब्बास नकवी भी आडवाणी के घर पहुंचे। आडवाणी को मनाने की कवायद सफल हुई। 11 जून को संघ प्रमुख मोहन भागवत से फोन पर बात करने के बाद आडवाणी ने इस्तीफा वापस ले लिया। बीजेपी की इस रस्साकशी पर कांग्रेस कटाक्ष कर रही थी। कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री हरीश रावत ने कहा, 'रक्तबीज से जब दूसरा रक्तबीज पैदा होता है तो वह ज्यादा ताकतवर होता है। सब बीजेपी नेता समझ रहे हैं कि अगर ये पहलवान (मोदी) दिल्ली आ गया तो हमारा क्या होगा।' आरएसएस की जरूरत ने मोदी के लिए दिल्ली का रास्ता खोला दिल्ली की सियासत में पैर जमाने में मोदी को संघ का सहयोग मिला। इसकी अपनी वजहें थीं। वरिष्ठ पत्रकार पीआर रमेश के मुताबिक, 15 मार्च 2013 को जयपुर में आरएसएस की बैठक में ही यह तय हो गया था कि 2014 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे और उत्तर प्रदेश के एक निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे। 31 मार्च 2014 को ओपेन मैगजीन में रमेश ने इसके बारे में विस्तार से लिखा है। रमेश के मुताबिक, 'बीजेपी में आंतरिक कलह थी, संघ को लगा कि उसका दखल जरूरी है। कांग्रेस की हार सुनिश्चित करने के लिए नरेंद्र मोदी जैसा ऊर्जावान व्यक्तित्व संघ परिवार की पहली पसंद था। बावजूद इसके कि मोदी के संघ से अच्छे संबंध नहीं थे।' हरीश खरे कहते हैं, 'मोदी के लिए संघ का ये प्रेम अचानक नहीं उपजा था। 2010 से ही इसकी पृष्ठभूमि तैयार हो चुकी थी। संघ को चिंता थी कि UPA सरकार संघ के खिलाफ कार्रवाई करना चाहती थी। जुलाई 2010 में ये खबरें छपने लगी थीं कि जांच एजेंसियां कई मुस्लिम पूजा स्थलों पर हुए आतंकी हमलों में हिंदुओं के शामिल होने के सबूत जुटा रही हैं। 25 अगस्त 2010 को केंद्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम ने पहली बार भगवा आतंकवाद शब्द का इस्तेमाल किया था।' हरीश खरे के मुताबिक, ‘जब संघ 'भगवा आतंक' को लेकर असहज स्थिति में था, उसी वक्त मोदी, कथित इशरत जहां एनकाउंटर के मामले में असहजता का सामना कर रहे थे। ऐसा लग रहा था कि जांच एजेंसियां पहले अमित शाह और फिर खुद मोदी पर शिकंजा कसने जा रही थीं। शाह, मोदी के सबसे करीबी और वफादार साथी थे। उन्हें राज्य में गृहमंत्री का पद छोड़ना पड़ा था। 25 जुलाई 2010 को शाह गिरफ्तार हुए और कुछ दिन जेल में भी रहना पड़ा।’ इस सबके बीच मोदी की अगुआई में बीजेपी ने 2012 का गुजरात विधानसभा का चुनाव लड़ा। बीजेपी 182 में से 115 सीटों पर जीती। इस चुनाव से साफ हो गया कि कांग्रेस का सामना मोदी ही कर सकते हैं। हरीश लिखते हैं, ‘2014 के चुनाव में संघ का सीधा दखल दिखा। संघ ने न सिर्फ मोदी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार बनने का रास्ता साफ किया, बल्कि कार्यकर्ताओं को भी निर्देश दिया गया कि वह बीजेपी के लिए पुरजोर मेहनत करें। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने अपने विजयदशमी के भाषण में सौ प्रतिशत वोटिंग की अपील की। इमरजेंसी के बाद ये पहली बार था जब संघ युद्ध स्तर पर चुनाव अभियान में जुटा।’ गडकरी ने आडवाणी को फोन पर बताया- मोदी पीएम उम्मीदवार होंगे करीब तीन महीने बाद 13 सितंबर 2013 को बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक हुई। वरिष्ठ पत्रकार पीआर रमेश के मुताबिक, दोपहर करीब 3 बजे बोर्ड की बैठक के लिए आडवाणी अपने आवास से निकलने ही वाले थे कि गडकरी का फोन आ गया। उन्होंने बताया कि बैठक में नरेंद्र मोदी को पीएम पद का उम्मीदवार बनाए जाने पर फैसला लेना है। आडवाणी ने राजनाथ सिंह को एक पत्र में लिखा, 'मैंने आपको पहले ही बताया था कि मैं परेशान हूं। अब बेहतर होगा कि मैं बैठक में शामिल न होऊं।' लालकृष्ण आडवाणी को छोड़कर, 12 सदस्यीय बोर्ड का हर सदस्य इस बैठक में शामिल हुआ। इसमें नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया गया। गौतम चिंतामणि के मुताबिक, ‘संघ और बीजेपी के नेता चाहते थे कि मोदी के नाम की घोषणा के वक्त आडवाणी बैठक में मौजूद रहें, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। आडवाणी का कहना था कि मोदी को उम्मीदवार बनाने से कांग्रेस के खिलाफ महंगाई और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दे ठंडे बस्ते में चले जाएंगे और गुजरात के विवादास्पद सीएम का मुद्दा उछाला जाएगा।’ आडवाणी की 'शिष्या' सुषमा स्वराज ने भी अपनी आपत्तियां बोर्ड के सामने रखी थीं, लेकिन अरुण जेटली और वेंकैया नायडू जैसे नेताओं ने उन्हें समझा लिया। बाद में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुषमा एकजुटता दिखाते हुए मोदी के बगल में बैठीं। मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान और छत्तीसगढ़ में उनके समकक्ष रमन सिंह ने ट्वीट करके मोदी की उम्मीदवारी का समर्थन किया। जेडीयू ने मोदी के नाम की घोषणा के बाद गठबंधन तोड़ दिया था। वहीं दूसरी सहयोगी पार्टी शिवसेना और अकाली दल ने इस फैसले का स्वागत किया। मोदी के लिए वाराणसी सीट नहीं छोड़ना चाहते थे मुरली मनोहर जोशी 27 फरवरी 2014 को बीजेपी ने लोकसभा सीट के उम्मीदवारों की घोषणा शुरू कर दी। बीजेपी नेताओं का कहना था कि मोदी दो सीटों से चुनाव लड़ेंगे- वाराणसी और वडोदरा। वाराणसी के मौजूदा सांसद मुरली मनोहर जोशी को इस बारे में आरएसएस के भैयाजी जोशी ने पहले ही बता दिया था, लेकिन जोशी अड़ गए कि उन्हें पार्टी ने व्यक्तिगत रूप से इस बारे में नहीं बताया है। गौतम चिंतामणि कहते हैं कि जोशी ड्रामा क्वीन की भूमिका में थे। बीजेपी के नेता उन्हें मनाते रहे, लेकिन वे अड़े रहे। आखिर में 13 मार्च 2014 को यूपी में बीजेपी के प्रभारी अमित शाह ने जोशी से साफ शब्दों में कहा कि उन्हें कानपुर से चुनाव लड़ना होगा। 15 मार्च को उम्मीदवारों की अगली सूची आई। इसमें वाराणसी के कॉलम के आगे लिखा था- नरेंद्र मोदी। 2014 लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी की अगुआई में बीजेपी ने 282 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत हासिल किया। आखिर में 3 किस्से, जो मोदी को मोदी बनाते हैं… 1. गुजरात दंगों के बाद सवाल उठे, मोदी को लोकप्रियता और क्लीन-चिट दोनों मिली 7 अक्टूबर 2001 को नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री बने। 24 फरवरी 2002 को राजकोट-2 विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और करीब 14 हजार वोट से जीते। 27 फरवरी 2002 को गोधरा में साबरमती एक्सप्रेस के S-6 कोच में आग लगी और 59 कारसेवकों की मौत हो गई। इसके बाद गुजरात के कई इलाकों में भीषण दंगा फैल गया। गुजरात दंगे की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट ने 5 सदस्यों की एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम बनाई थी। जिसे दंगों से जुड़े 9 मामलों की जांच करनी थी। सुप्रीम कोर्ट ने SIT को गुजरात दंगों में नरेंद्र मोदी की भूमिका की जांच की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी। ये आदेश पूर्व कांग्रेस सांसद एहसान जाफरी की पत्नी जकिया जाफरी की शिकायत पर दिया गया था। SIT ने मोदी को 11 मार्च 2010 को एक नोटिस जारी किया, जिसमें उनको आरोपों पर जवाब देने के लिए बुलाया गया था। जांच के बाद फरवरी 2011 में SIT ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी। इस रिपोर्ट में मोदी को क्लीन चिट दी गई। जकिया जाफरी ने मोदी को क्लीन चिट देने के खिलाफ पिटीशन दायर की। 27 दिसंबर 2013 को कोर्ट ने जकिया की याचिका खारिज कर दी और SIT ने मोदी को क्लीन चिट देते हुए अपनी क्लोजर रिपोर्ट लगा दी। दूसरी तरफ दंगों के बाद दिसंबर 2002 में गुजरात विधानसभा चुनाव हुए और इस बार मोदी राजकोट-2 के बदले मणिनगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़े। इस बार जीत का अंतर 75 हजार से ज्यादा था। बीजेपी भी प्रचंड बहुमत से जीती। इसके बाद लगातार मोदी मणिनगर सीट से करीब 1 लाख वोट से जीतते रहे। 2. जब पीएम अटल ने राजधर्म की याद दिलाई, लेकिन मोदी ने बीच में टोक दिया 2002 के गुजरात दंगों के बाद प्रधानमंत्री अटल बिहारी गुजरात दौरे पर गए। पत्रकारों ने अटल से सवाल किया तो उन्होंने अपनी चिरपरिचित शैली में कहा, ‘मुख्यमंत्री के लिए मेरा सिर्फ एक संदेश है कि वह राजधर्म का पालन करें… राजधर्म… ये शब्द काफी सार्थक है। मैं उसी का पालन कर रहा हूं। पालन करने का प्रयास कर रहा हूं। राजा के लिए, शासक के लिए प्रजा-प्रजा में भेद नहीं हो सकता। न जन्म के आधार पर, न जाति के आधार पर, न संप्रदाय के आधार पर।’ तब उनके बगल में तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी भी बैठे थे। बीच में ही नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘हम भी वही कर रहे हैं साहेब।’ इसके बाद वाजपेयी जी ने आगे कहा, ‘मुझे विश्वास है कि नरेंद्र भाई यही कर रहे हैं।’ एक और किस्सा 12 अप्रैल 2002 का है। गोवा में बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होनी थी। आडवाणी एक इंटरव्यू में बताते हैं कि गोवा के सफर में वे प्रधानमंत्री अटल के साथ थे। उनके अलावा विदेश मंत्री जसवंत सिंह और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अरुण शौरी भी जहाज में बैठे थे। गुजरात की चर्चा हुई तो जसवंत सिंह ने अटल से पूछा कि वह क्या चाहते हैं। अटल ने कहा, कम से कम इस्तीफे का ऑफर तो करते। (मोदी को कम से कम इस्तीफे की पेशकश करनी चाहिए थी) गोवा पहुंचने के बाद आडवाणी ने मोदी से कहा कि उन्हें इस्तीफे की पेशकश करनी चाहिए। बैठक में मोदी ने गोधरा और बाद के घटनाक्रम के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने अपने भाषण के आखिर में कहा, 'फिर भी सरकार के मुखिया के बतौर मैं अपने राज्य में जो कुछ हुआ है उसकी जिम्मेदारी लेता हूं। मैं अपना इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं।' मोदी के इतना कहते ही, बैठक का हॉल 'इस्तीफा मत दो- इस्तीफा मत दो’ के शोर से गूंज उठा। वाजपेयी हालात समझ गए और बोले इस पर बाद में फैसला लेंगे। 3. मोदी के आने के बाद बीजेपी का अभूतपूर्व विस्तार मोदी के युग में बीजेपी ने संख्याबल, राज्यों में सरकार और वोट शेयर के मामले में अभूतपूर्व बढ़ोतरी हासिल की है। मोदी युग से पहले बीजेपी ने 1999 के लोकसभा चुनाव में अधिकतम 182 सीटें जीती थीं। 2014 में नरेंद्र मोदी के कमान संभालने के बाद 282 सीटों के साथ पहली बार अकेले पूर्ण बहुमत हासिल किया। 2019 के लोकसभा चुनाव में सीटें बढ़कर 303 हो गईं। 2014 लोकसभा चुनाव के बाद तमाम राज्यों के विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी ने रिकॉर्ड जीत दर्ज की। 2018 तक 21 राज्यों की सत्ता में बीजेपी आ चुकी थी। बीजेपी ने 2014 के बाद अपना कैडर भी बढ़ाया। बीजेपी के मुताबिक 2015 में पार्टी के 11 करोड़ रजिस्टर्ड सदस्य थे। 2019 में जब बीजेपी का सदस्यता अभियान खत्म हुआ तो ये तादाद 7 करोड़ बढ़कर कुल 18 करोड़ हो गई थी। कार्यकर्ताओं के लिहाज से बीजेपी खुद को दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी होने का दावा करती है। **** 'मैं भारत का पीएम' सीरीज का ये आखिरी एपिसोड था। 16 मार्च से शुरू हुई सीरीज में हमने भारत के सभी 14 प्रधानमंत्रियों के किस्से पेश किए। इसे आपने बेहद पसंद किया। इस सीरीज को अपने दोस्तों और परिजनों के साथ भी शेयर कीजिए। **** 'मैं भारत का पीएम' सीरीज के अन्य सभी एपिसोड यहां पढ़िए... एपिसोड-1: एक कागज की पर्ची से PM बने नेहरू:पटेल को चुनना चाहती थीं 80% कांग्रेस कमेटियां, लेकिन गांधीजी अड़ गए एपिसोड-2: रुआंसी इंदिरा बोलीं- अब आप मुल्क संभालिए:शास्त्री के पीएम बनने की कहानी, जो टहलते हुए लाहौर चले गए थे एपिसोड-3: फिरोज गांधी ने पत्नी इंदिरा से कहा- आप फासीवादी हो:'गूंगी गुड़िया' से आयरन लेडी बनीं पीएम इंदिरा के किस्से एपिसोड-4: लंबी उम्र के लिए खुद का मूत्र पीते थेः मोरारजी देसाई ने पीएम बनते ही इंदिरा का टाइम कैप्सूल क्यों खुदवा दिया एपिसोड-5: जब थानेदार ने PM से ली 35 रुपए रिश्वत:चौधरी चरण सिंह कैसे बने 5 महीने के PM; इंदिरा को गिरफ्तार करवाया एपिसोड-6: सुबह इंदिरा की हत्या, शाम को राजीव की पीएम शपथ:सोनिया गांधी ने रोका तो बोले- मैं वैसे भी मारा जाऊंगा एपिसोड-7: एक मुड़ा कागज लहराकर राजीव गांधी की कुर्सी छीनी:लालू के जरिए आडवाणी की रथयात्रा रुकवाई; PM वीपी सिंह के किस्से एपिसोड-8: चंद्रशेखर ने पाक PM से कहा- जाओ कश्मीर तुम्हारा:कांग्रेस विरोध में जीते, फिर भी राजीव ने PM क्यों बनवाया एपिसोड-9: प्रधानमंत्री, जिन्हें दिल्ली में अंतिम संस्कार की जगह नहीं मिली:सोनिया गांधी नाराज थीं; पीवी नरसिम्हा राव के किस्से एपिसोड-10: अटल कहते थे- कुंआरा हूं, ब्रह्मचारी नहीं:शराब की लत और मीटिंग्स में सोने की खबरें छपीं; अपने-पराए दोनों मुरीद थे एपिसोड-11ः लालू बोले- तुमको PM बनाकर गलती कर दी:एचडी देवगौड़ा को किस्मत से मिली कुर्सी; चलती मीटिंग में सो जाते थे एपिसोड-12: नींद से जगाकर प्रधानमंत्री बनाए गए गुजराल:संजय गांधी से बोले- तमीज से बात करें, आपका नहीं आपकी मां का मंत्री हूं एपिसोड-13: राहुल गुस्से में बोले- मां आप PM नहीं बनेंगी:मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री कैसे बने, जिन्हें राजीव ने कभी ‘जोकर’ कहा
Mandsaur Lok Sabha Seat: किसी को उम्मीद नहीं थी कि पहली बार चुनावी मैदान में उतर रहीं नई और युवा प्रत्याशी मीनाक्षी नटराजन आठ चुनाव जीतने वाले डा. पांडे का मुकाबला कर पाएंगी।
Aaj Ka Love Rashifal 29 March 2024: आपका दिन जोश से भरा हो सकता है। कोई आपके लिए खास है, आपके और करीब आ सकता है। आपका रिश्ता गंभीर हो सकता है। यह खुशी के लम्हे देगा।
MP Lok Sabha Election 2024: मध्य प्रदेश कांग्रेस ने चुनाव अभियान का खींचा खाका, केंद्रीय नेतृत्व की सहमति के लिए भेजा जा रहा प्रस्ताव।
चुनाव की निष्पक्षता पर अमेरिका चिंतित
अमेरिका ने केजरीवाल के अलावा कांग्रेस के बैंक खातों को सीज किए जाने से निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया पर चिंता जताई। The post चुनाव की निष्पक्षता पर अमेरिका चिंतित appeared first on Naya India .
Gold and Silver Price in MP: इंदौर में गुरुवार को सोना कैडबरी 66950 रुपये प्रति दस ग्राम तथा चांदी 74400 रुपये प्रति किलो बोली गई।
Edible Oil Price in Indore: विदेशों में कमजोरी से सोया और पाम तेल में मंदी जारी
Edible Oil Price in Indore: इंदौर में सोया तेल घटकर 935-940, इंदौर सोयाबीन साल्वेंट 890-895, इंदौर पाम 985-990 रुपये प्रति दस किलो रह गया।
कोर्ट में केजरीवाल ने खुद दी दलील
कहा- चार स्टेटमेंट दिए गएनसिर्फ चार जगह उनकानाम। क्या चार बयान एक सीएम को गिरफ्तार करने के लिए काफी? The post कोर्ट में केजरीवाल ने खुद दी दलील appeared first on Naya India .
Indore Mandi Bhav: उड़द एवं मसूर के आयात में कमी, आपूर्ति फिर भी सामान्य
Indore Mandi Bhav: केंद्र सरकार के तमाम मे नीतिगत प्रयासों से घरेलू प्रभाग में दाल-दलहनों का भाव काफी हद तक स्थिर हो गया है।
पाकिस्तान की सैन्य अदालतों को नौ मई की हिंसा के मामले में सशर्त फैसला सुनाने की इजाजत मिली
– उच्चतम न्यायालय ने सुनाया फैसला इस्लामाबाद, 28 मार्च . पाकिस्तान के उच्चतम न्यायालय ने Thursday को सैन्य अदालतों को नौ मई के उन संदिग्धों के मामलों में फैसला सुनाने की सशर्त इजाजत दी जिन्हें आगामी ईद त्योहार से पहले रिहा किया जा सकता है. यह मामला पूर्व प्रधानमंत्री इमरान …
बेरहम बेटे ने पिता को पीट पीटकर मार डाला, गिरफ्तार
Ghaziabad , 28 मार्च . दिल्ली से सटे Ghaziabad में एक बेटे ने अपने पिता की पीटपीट करMurder कर दी. Police ने पुत्र को गिरफ्तार कर लिया है. युवक ने अपने पिता को न सिर्फ बेरहमी से पीटा बल्कि उन्हें अस्पताल ले जाने के बजाय घर में तड़पने के लिए …
योगी सरकार में मुख्तार को एक साल छह माह के अंदर आठ मुकदमों में सुनाई गई थी सजा
Lucknow, 29 मार्च . अन्तर-जनपदीय गैंग (आईएस-191) के गैंग लीडर माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की Thursday की रात बांदा के मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गई. doctor मौत की वजह हार्ट अटैक बता रहे हैं. इधर, रात में ही Police शव का पोस्टमार्टम कराकर शव उनके पैतृक …
पीएचडी में दाखिले के लिए 2024-25 से एनईटी में अर्जित अंक का इस्तेमाल किया जायेगा: यूजीसी
यूजीसी के अधिकारियों के अनुसार, आयोग ने परीक्षा के प्रावधानों की समीक्षा के लिए एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया था और समिति की सिफारिशों के आधार पर इसने निर्णय लिया है कि शैक्षणिक सत्र 2024-25 से एनईटी में अर्जित अंक का इस्तेमाल पीएचडी कार्यक्रमों में दाखिले के लिए किया जा सकता है.
दिल्ली से टिकट लेकर खूंटी पहुंचे कालीचरण मुंडा का भव्य स्वागत
दिल्ली से खूंटी लोकसभा सीट का टिकट लेकर खूंटी पहुंचे महागठबंधन प्रत्याशी कालीचरण मुंडा का भव्य स्वागत किया गया। उनके समर्थक गाजा-बाजा के साथ नेताजी...
धर्मविधि अनुष्ठान में पुरोहित ने विश्वासियों के धोये पैर
गुड फ्राइडे की पूर्व संध्या पर पवित्र हृदय चर्च तोरपा में पुण्य वृहस्पतिवार धर्म विधि अनुष्ठान हुआ। पुरोहित ने 12 विश्वासियों का पैर धोकर नम्र बनकर...
श्री रामनवमी महासमिति तोरपा का गठन
श्री रामनवमी महासमिति तोरपा की वार्षिक बैठक मेन रोड स्थित महावीर मंदिर में संरक्षक तुलसी भगत की अध्यक्षता में हुई। जिसमें रामनवमी महोत्सव धूमधाम के...
मुरहू रामनवमी महासमिति की बैठक आज
रामनवमी महासमिति, मुरहू की एक बैठक 29 मार्च को महादेव मंडा स्थित दुर्गा मंदिर में शाम के सात बजे होगी। यह जानकारी देते हुए मुरहू रामनवमी महासमिति...
मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी की ‘कांग्रेस संस्कृति को धमकाने’ वाली टिप्पणी को लेकर पलटवार किया
नई दिल्ली, 29 मार्च . कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुरुवार को अधिवक्ताओं द्वारा प्रधान न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ को लिखे एक खुले पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उस टिप्पणी की आलोचना की, जिसमें उन्होंने कहा था कि “दूसरों को डराना और धमकाना कांग्रेस की पुरानी संस्कृति है”. पत्र पर 600 से […]
मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी की ‘कांग्रेस संस्कृति को धमकाने’वाली टिप्पणी को लेकर पलटवार किया
नई दिल्ली, 29 मार्च . कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुरुवार को अधिवक्ताओं द्वारा प्रधान न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ को लिखे एक खुले पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उस टिप्पणी की आलोचना की, जिसमें उन्होंने कहा था कि “दूसरों को डराना और धमकाना कांग्रेस की पुरानी संस्कृति है”. पत्र पर 600 से …
आदिवासी बच्चों के छात्रावास संचालन में लापरवाही, अधीक्षक निलंबित
कलेक्टर अवनीश शरण ने की कार्रवाई
बीच सड़क पर कार खड़ी कर खेल रहे थे होली, साइड मांगने पर डाक्टर से मारपीट
जान बचाकर भाग रहे डाक्टर की कार पर आरोपितों ने मारी ईंटें
झारखंड सचिवालय शनिवार को खुला रहेगा
झारखंड सचिवालय शनिवार को खुला रहेगा । झारखंड सचिवालय शनिवार को खुला रहेगाझारखंड सचिवालय शनिवार को खुला रहेगाझारखंड सचिवालय शनिवार को खुला...
झामुमो ने कहा हम गठबंधन धर्म का पालन करेंगे
लोहरदगा सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार सुखदेव भगत के नाम का ऐलान होने के बाद महागठबंधन का मुख्य सहयोगी दल झामुमो का रुख अब सकारात्मक हो गया है। झारखंड...
वन क्षेत्र पदाधिकारी को निर्वाचन
सेवानिवृति के बाद सेवा अवधि का विस्तार प्राप्त सहायक वन संरक्षक और वन क्षेत्र पदाधिकारी को निर्वाचन से संबंधित किसी कार्य में लगाना...
ईसाई धर्मावलांबी आज गुड फ्रायडे के आराधना में यीशु के बलिदान को करेंगे स्मरण
ईसाई धर्मावलांबियों का चालीसा काल समाप्ति की ओर है। ख्रीस्तीय विश्वास के अनुसार चालीसा काल, इस्टर व पास्का पर्व के पहले के समय को कहा जाता है।...
चतरा राजद के खाते में तो पलामू से कांग्रेस दे सकेगी प्रत्याशी
झारखंड की चतरा और पलामू सीट पर कांग्रेस-राजद के बीच रार कम होता दिख रहा है। चतरा जहां राजद के खाते में तो पलामू से कांग्रेस अपना प्रत्याशी उतार सकती...
तीरंदाजी व रायफल शूटिंग का प्रशिक्षण शिविर संपन्न
स्थानीय डीएवी पब्लिक स्कूल में आयोजित दो दिवसीय तीरंदाजी व रायफल शूटिंग का प्रतिभा चयन सह प्रशिक्षण शिविर का गुरुवार को संपन्न हो गया। इस शिविर का...
लोकसभा आम चुनाव के मद्देनजर एफएसटी कर रही है वाहनों की सघन जांच
लोकसभा आम चुनाव के मद्देनजर जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त के निर्देश पर गुरूवार को जिले के विभिन्न क्षेत्रों में सघन वाहन जांच अभियान चलाया...
एसडीएम ने की आदर्श आचार संहिता कोषांग की बैठक
लोक सभा चुनाव को लेकर गठित आदर्श आचार संहिता कोषांग के वरीय पदाधिकारी सह अनुमंडल पदाधिकारी अनिकेत सचान की अध्यक्षता में आदर्श आचार संहिता कोषांग की...
लोस चुनाव के सफल संचालन के व्यवस्थाओं की उपायुक्त ने की समीक्षा
जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-उपायुक्त लोकेश मिश्रा की अध्यक्षता में समाहरणालय के सभागार में विभिन्न कोषांगों के वरीय पदाधिकारियों की बैठक हुई। इसमें...
प्राकृतिक आपदा व जंगली हाथियों ने गुटुहातू के किसानों को पहुंचाया भारी नुकसान
तोरपा प्रखंड के गुटुहातू गांव में प्राकृतिक आपदा और जंगली हाथियों ने किसानों के गेहूं, सरसो, तरबूज, टमाटर, बंधगोभी समेत सब्जी की फसलों को भारी...
माफिया मुख्तार का एक बेटा अब्बास इस वक्त कासगंज जेल में सजा काट रहा है तो दूसरा और छोटा बेटा उमर अब्बास दो दिन पहले ही मेडिकल कॉलेज पिता को देखने आया था।
तहसीलदार के चेंबर में पेट्रोल लेकर पहुंचा युवक, फैसला अपने पक्ष में कराने बनाने लगा दबाव
तहसीलदार की शिकायत पर जांच में जुटी पुलिस
बृहस्पति बाजार में उठाईगिरी की सूचना पर अलर्ट हुई पुलिस, आधे घंटे में ही पकड़े गए संदेही
एसपी के निर्देश पर की गई माकड्रिल
स्टेशन में देवेंद्र यादव का स्वागत, रोड शो में जमाया रंग
बिलासपुर लोकसभा सीट के कांग्रेस उम्मीदवार पहुंचे शहर
मुख्तार अंसारी की मौत के बाद यूपी के सीएम आदित्यनाथ ने अधिकारियों से सुरक्षा बढ़ाने को कहा
लखनऊ, 29 मार्च . उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जेल में बंद राजनेता मुख्तार अंसारी के निधन के बाद गुरुवार रात अपने आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई. पूर्व विधायक अंसारी का शाम को दिल का दौरा पड़ने से बांदा के अस्पताल में मृत्यु हो गई. बैठक में डीजीपी प्रशांत कुमार और वरिष्ठ …
हाई कोर्ट ने खारिज की याचिका, मध्यस्थता की दी छूट
वाम्बे व पीएम आवास क्षेत्र में कार्य करने वाले ठेकेदार ने बिलासपुर निगम के खिलाफ दायर की थी याचिका
बाजार की जमीन पर कब्जा, समझाने गए सरपंच के पति पर हमला
सीपत क्षेत्र के ग्राम गुड़ी का मामला, जांच में जुटी पुलिस
मां की बीमारी का बहाना कर मांगा मोबाइल, फिर युवती को धक्का देकर भागे
बुलेट सवार युवकों ने घटना को दिया अंजाम, जांच में जुटी पुलिस
मुख्तार अंसारी : प्रतिष्ठित परिवार से अपराध की दुनिया तक का सफर
लखनऊ, 29 मार्च . मुख्तार अंसारी एक प्रतिष्ठित परिवार की पृष्ठभूमि से थे, मगर बाद में उन्होंने इसके विपरीत अपनी छवि बना ली. जेल में बंद गैंगस्टर से नेता बने 60 वर्षीय मुख्तार अंसारी की गुरुवार की शाम दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई. वह मुख्तार अहमद अंसारी के पोते थे, जो स्वतंत्रता …
हार्ट अटैक से मुख्तार अंसारी की मौत, देखें सबसे बड़ी कवरेज
मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से मौत हो गई है. मुख्तार अंसारी ने रात 8 बजकर 25 मिनट पर बांदा अस्पताल में अंतिम सांस ली. इससे पहले सरकार और प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की पूरी तैयारी कर ली थी. अंसारी को रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज, बांदा में भर्ती किया गया था. देखें सबसे बड़ी कवरेज.
बिल्डर ने कर्मचारी को दी जान से मारने की धमकी, जातिगत गालियां भी दी
न्यायालय के आदेश पर हुआ जुर्म दर्ज, दो साल बाद जांच करेगी पुलिस
उज्जैन: महाकालेश्वर मंदिर अग्नि दुर्घटना में जांच समिति ने सौंपी अंतरिम रिपोर्ट
उज्जैन, 28 मार्च . महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन में हुई अग्नि दुर्घटना के लिए गठित जांच समिति द्वारा Thursday को अपनी अंतरिम रिपोर्ट दी है. जांच समिति से प्राप्त जानकारी के अनुसार महाकालेश्वर मंदिर में होली पर भस्म आरती के दौरान हुई अग्नि दुर्घटना के लिए गर्भगृह में अत्यधिक मात्रा में …
अखिलेश यादव या तो मुझे टिकट देते नहीं और जब दिया था तो लेते नहीं : डॉ एसटी हसन
– सपा से टिकट कटने के बाद बोले संसदीय दल के नेता डॉ एसटी हसन – बाहरी नेताओं ने Lucknow से आए सपा के नेताओं को हाईजैक कर लिया : डॉ हसन – सपा के संसदीय दल के नेता ने कहा आजम ने ही दिलवाया था, आजम ने ही कटवाया …
सीधीः सामान्य, पुलिस तथा व्यय प्रेक्षक ने की निर्वाचन तैयारियों की समीक्षा
सीधी, 28 मार्च . भारत निर्वाचन आयोग द्वारा Lok Sabha निर्वाचन 2024 के लिए संसदीय निर्वाचन क्षेत्र 11-सीधी के लिए नियुक्त सामान्य प्रेक्षक अभिषेक कृष्णा (आईएएस), Police प्रेक्षक केवी मोहन राव (आईपीएस) तथा व्यय प्रेक्षक नमिता पटेल (आईआरएस) द्वारा Thursday को निर्वाचन तैयारियों की समीक्षा की गई. Collector तथा रिटर्निंग …
छात्रवृत्ति के सभी प्रकरण 31 मार्च तक अनिवार्य रूप से निराकृत करें: कमिश्नर
– अंकसूची न मिलने से छात्रवृत्ति रूकी तो कुल सचिव पर होगी कार्यवाही रीवा, 28 मार्च . रीवा संभाग के कमिश्नर गोपालचन्द्र डाड ने Thursday को हुई बैठक में छात्रवृत्ति वितरण की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने कहा कि शासन द्वारा पात्र विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति का लाभ दिया जाता है. …
शराब पीने डिस्पोजल नहीं दिया तो महिला को पीटा, बचाने आई बेटी से भी की मारपीट
पति का गला दबाया और दुकान के गल्ले से लूट ले गए रकम
फिल्म 'पटना शुक्ला' 29 मार्च को रिलीज हो रही है। इस फिल्म की रिलीज से पहले आज मुंबई में सितारों के लिए विशेष स्क्रीनिंग रखी गई। इसमें बॉलीवुड जगत के तमाम सितारे जुटे। रवीना टंडन और अनुष्का कौशिक अभिनीत इस फिल्म को अरबाज खान प्रोड्यूस कर रहे हैं।
मिनोचा कालोनी में पेट्रोल पंप के डीजल व पेट्रोल टैंक पर चला बुलडोजर
सड़क चौड़ीकरण के तहत सरकारी जमीन को कराया गया कब्जामुक्त
अवैध तरीके से डंप रेत को एसडीएम ने वापस नदी में डलवाया
घुटकू का मामला, लगातार की जा रही कार्रवाई
आत्महत्या करने पटरी पर लेट गया युवक, ट्रेन से पहले पहुंच गई पुलिस
चकरभाठा की घटना, पुलिस ने समझाइश देकर भेजा घर
छह सौ वकीलों ने चीफ जस्टिस को चिट्ठी लिखी
देश के कुछ जाने माने वकीलों के साथ साथ छह सौ वकीलों ने चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ को चिट्ठी लिखी है The post छह सौ वकीलों ने चीफ जस्टिस को चिट्ठी लिखी appeared first on Naya India .
Bhopal News: चुनाव के कारण फिर अटका लीज नवीनीकरण का मामला, 500 से अधिक परिवार परेशान
वन ट्री हिल्स क्षेत्र के करीब 500 परिवारों को आवंटित भूखंडों की लीज अवधि समाप्त हो चुकी है। यह भूखंड गृह निर्माण सोसाइटियों के माध्यम से आवंटित किए गए थे। जिला प्रशासन ने सोसायटियों पर बकाया रकम जमा करने की शर्त पर लीज नवीनीकरण करने के आदेश दिए थे।
दिल्ली: बवाना के एक कारखाने में पांच साल की बच्ची से दुष्कर्म और हत्या, आरोपी बंगाल से गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि यह घटना पिछले दो साल से बंद पड़ी एक फैक्टरी में होली की पूर्व संध्या पर हुई. आरोपी ने फैक्टरी में लड़की के साथ दुष्कर्म किया और फिर उसकी हत्या कर दी तथा शव को पास में ही फेंक दिया.
मुख्तार अंसारी: पंजाब से वापसी के बाद कसता गया शिकंजा, डेढ़ साल में आठ बार हुई सजा, परिवार था आशंकित
Mukhtar Ansari Death :पंजाब जेल से यूपी आने के बाद मुख्तार पर शिकंजा कसता ही गया। बीते डेढ़ साल में उसे आठ बार सजा हुई। जिसमें दो बार आजीवन कारावास की सजा भी थी।
दिल्ली कैपिटल्स को आईपीएल 2024 में लगातार दूसरी शिकस्त मिली है। इससे पहले पंजाब किंग्स ने दिल्ली को चार विकेट हराया था। राजस्थान ने लगातार दूसरी जीत के साथ अपने नेट रनरेट में सुधार कर लिया है।
शहर के प्रमुख चौक चौराहों में उनसे यातायात नियमों का पालन करने की सेवाएं ली गई तथा सजा अवधि समाप्त होने पर न्यायालय को अवगत कराया गया है।
आईपीएल 2024 : राजस्थान रॉयल्स ने दिल्ली कैपिटल्स को 12 रन से हराया, चहल व बर्गर ने लिए 2-2 विकेट
जयपुर, 29 मार्च . यहां के सवाई मानसिंह स्टेडियम में गुरुवार को खेले गए ईपीएल 2024 के मैच में युजवेंद्र चहल और नंद्रे बर्गर ने दो-दो विकेट लिए, जबकि संदीप शर्मा और अवेश खान ने बेहतरीन डेथ बॉलिंग की, जिससे राजस्थान रॉयल्स ने दिल्ली कैपिटल्स को 12 रन से हराकर इंडियन प्रीमियर लीग में घरेलू …
फाग के माध्यम से मतदाताओं को जागरूक करने दिया गया संदेश
जिले में पशुधन विकास विभाग द्वारा हमारा गौरव, हमारी शान, शतप्रतिशत करें मतदान की थीम पर जिला पशु चिकित्सा कार्यालय में स्वीप कार्यक्रम आयोजित किया गया। फाग गीत के माध्यम से मतदाता जागरूकता का संदेश दिया गया।
प्रशिक्षण में अनुपस्थित 17 अधिकारियों-कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस
लोकसभा सामान्य निर्वाचन के लिए मतदान प्रक्रिया के संबंध में दिए जा रहे प्रशिक्षण का कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती लीना कमलेश मंडावी ने जायजा लिया। मतदान प्रक्रिया के संबंध में आज पहले दिन पहले चरण में सेजेस पेंड्रा, सेमरा एवं मरवाही में 686 अधिकारियों कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया।
एक वक्त था जब 786 नंबर वाली खुली जीप पर सवार मुख्तार जिस सड़क से गुजरता था, लोग रास्ता बदल लेते थे। एक वक्त था जब योगी आदित्यनाथ पर हमले में मुख्तार का नाम आया था। एक वक्त था जब AK-47 से BJP विधायक पर करीब 400 राउंड गोलियां चलवाने के आरोप लगे। ऐसे रुतबे और रसूख वाले माफिया और पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की गुरुवार, 28 मार्च की देर रात मौत हो गई। मुख्तार को उल्टी की शिकायत और बेहोशी की हालत में रात 8:25 बजे जेल से रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले लाया गया था। मुख्तार की मौत की वजह कार्डियक अरेस्ट बताई गई है। भास्कर एक्सप्लेनर में बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी की शुरुआत से अब तक की पूरी कहानी जानेंगे… 2003 में मुख्तार ने जेलर एसके अवस्थी को जान से मारने की धमकी दी, उस मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मुख्तार को 7 साल की सजा सुनाई। पिछले छह बरस में मुख्तार गैंग की 573 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति जब्त की गई है। वहीं, 200 करोड़ रुपए से अधिक का अवैध कारोबार ध्वस्त किया गया है। मुख्तार अंसारी ने हफ्ते भर पहले कहा था कि उनके खाने में जहर मिलाया जा रहा है। खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए ही वो पेशी में नहीं आए थे। इससे पहले, 12 मार्च को वाराणसी की एक विशेष MP/MLA अदालत ने उन्हें एक 34 साल पुराने केस में उम्रकैद की सजा सुनाई थी। पिछले दो सालों में मुख्तार को 8 केसों में दोषी ठहराया गया था। *** नोटः ये स्टोरी इससे पहले भास्कर ऐप पर 29 अप्रैल 2023 को पब्लिश को चुकी है। इसे अपडेट करके दोबारा पब्लिश किया गया है।
शुक्रवार को फिर इन दुकानों की नीलामी के लिए टेंडर जारी किए जाएंगे। इसमें 13 प्रतिशत रिजर्व प्राइस घटाई गई है। बता दें कि नई आबकारी नीति के तहत नवीनीकरण और लॉटरी के माध्यम से 75 फीसदी दुकानों का रिन्युअल होना अनिवार्य किया गया है।
गठबंधन की गांठ के इलाज में जुटी बीजेपी, चिराग को लेकर नीतीश के पास पहुंचे सम्राट चौधरी, मंगल पांडे
बिहार में 2020 के विधानसभा चुनाव से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कट्टर आलोचक बनकर उभरे लोजपा के नेता चिराग पासवान को लेकर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी और मंत्री मंगल पांडेय सीएम आवास गए थे।
लो-वोल्टेज बनी समस्या, पानी की संकट हुई खड़ी
नगर में इन दिनों लो-वोल्टेज की समस्या गंभीर रूप ले ली है। इसके चलते लोगों को सबसे ज्यादा पेयजल और निस्तारी पानी के लिए भटकना पड़ रहा है। नगर के वार्ड क्रमांक नौ 11 और 13 में समस्या ज्यादा गहराई हुई है, जहां लोग सुबह से लेकर रात तक वोल्टेज आने की इंतज़ार करते हैं। इसकी शिकायत की गई लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है।
Raigarh Accident News : नाबालिग बाइक चालक की केशला चौक में संकेत बोर्ड से टकराकर मौत
अस्पताल प्रबंधन की सूचना पर चक्रधर नगर पुलिस ने मर्ग कायम करते हुए मामले को जांच में लिया है।
लगातार दो हार के बाद फूट पंत का गुस्सा, मैच के बाद निकाली अपनी भड़ास, किसी को नहीं छोड़ा
IPL 2024: इंडियन प्रीमियर लीग 2024 में दिल्ली कैपिटल्स की शुरुआत बहुत ही निराशाजनक रही है। ऋषभ पंत की अगुवाई में दिल्ली की टीम को लगातार दो मैचों में करारी हार का सामना करना पड़ा है। दूसरे में दिल्ली को राजस्थान ने 12 रन से हराया।
रंजिश में युवक की हत्या, पुलिस ने आरोपित को किया गिरफ्तार
संगवाकांपा में रंजिश में युवक की हत्या के मामले में आरोपित को थाना सिटी कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसे न्यायालय में पेश किया गया जहां से जेल दाखिल किया गया।
मुख्तार अंसारी की अचानक मौत के बाद पूरे यूपी में धारा-144 लागू, जानें कितने मामलों में मिली थी सजा
Mukhtar Ansari Death: बांदा जेल में बंद पूर्वांचल के माफिया और पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई है। बांदा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ सुनील कौशल ने इस बात की जानकारी दी है। उधर पुलिस ने बताया कि जेल में बंद मुख्तार अंसारी की मौत के बाद सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है।
तेजस्वी ने उठाए सवाल, सपा ने दी श्रद्धांजलि, जानिए माफिया मुख्तार अंसारी की मौत पर किसने क्या कहा?
Mukhtar Ansari Death News: मुख्तार की मौत के बाद उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। उधर समाजवादी पार्टी ने मुख्तार के निधन पर दुःख प्रकट कर दिया है। वहीं बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने जेल में जहर देने के आरोपों को उठाया है।
उत्तर प्रदेश के माफिया सरगना मुख्तार अंसारी की हृदयाघात से मौत
बांदा। बांदा जेल में निरुद्ध माफिया सरगना मुख्तार अंसारी की गुरुवार रात दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज के सूत्रों ने बताया कि अंसारी को गुरुवार रात करीब साढे आठ बजे नाजुक हालत में अस्पताल लाया गया था। उपचार के दौरान उसकी सेहत बिगडती चली गई और हृदयाघात के […] The post उत्तर प्रदेश के माफिया सरगना मुख्तार अंसारी की हृदयाघात से मौत appeared first on Sabguru News .
Korba Crime News : नशे में आए दिन मारपीट करने वाले दादा की पोते ने कर दी थी हत्या
पुलिस ने अपचारी बालक को विधिवत निरूद्ध कर न्यायालय में पेश कर बाल संप्रेषण गृह भेज दिया है।
पहले कानून ने दी, अब ईश्वर से भी मिल गई सजा : मुख्तार अंसारी की मौत पर बोले पीड़ित
हरेंद्र सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बिना किसी कारण के मुख्तार अंसारी ने मेरे भाई की हत्या करवायी थी.
Korba Crime News: बहू के साथ ससुर ने की हाथापाई, तो नाराज बेटे ने कर दी पिता की हत्या
पिता व पुत्र के मध्य जब विवाद काफी बढ़ गया, तो नर्मदा कुमार अपने पिता गिरधारी की गला घोंटकर हत्या कर दिया।
IPL 2024 : राजस्थान रॉयल्स ने दिल्ली कैपिटल्स को 12 रन से हराया
जयपुर। रियान पराग की 45 गेंदों में नाबाद 84 रनों की विस्फोटक पारी के बाद गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के दम पर गुरुवार को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के नौंवें मैच में राजस्थान रॉयल्स ने दिल्ली कैपिटल को 12 रन से हरा दिया है। 186 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी दिल्ली कैपिटल्स के […] The post IPL 2024 : राजस्थान रॉयल्स ने दिल्ली कैपिटल्स को 12 रन से हराया appeared first on Sabguru News .
अभिनेता गोविंदा शिंदे गुट की शिव सेना में शामिल
हिंदी फिल्मों के जाने माने अभिनेता और कांग्रेस के सांसद रहे गोविंदा एक बार फिर राजनीति में उतर गए हैं। The post अभिनेता गोविंदा शिंदे गुट की शिव सेना में शामिल appeared first on Naya India .
Korba Accindent News: तेज रफ्तार बाइक पुल से गिरने पर युवक की मौत, एक घायल
घायल हुए एक युवक को इलाज के लिए मेडिकल कालेज अस्पताल कोरबा में भर्ती कराया गया है, जहां उसका उपचार चल रहा है।
विदिशाः किसान से 10 हजार की रिश्वत ले रहा था पटवारी, लोकायुक्त टीम ने दबोचा
विदिशा, 28 मार्च . Bhopal लोकायुक्त Police की टीम ने Thursday को विदिशा जिले के सिरोंज में पटवारी विकास जैन को एक किसान से दस हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है. पटवारी जमीन का रकबा सुधारने के बदले यह रिश्वत ले रहा था. दिलचस्प बात यह है कि …
मुख्तार अंसारी की मौत के बाद उत्तर प्रदेश में बढ़ाई गई सुरक्षा
Lucknow, 28 मार्च . माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की मौत से जुड़ी खबर आने के बाद जनपद बांदा, मऊ और गाजीपुर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. Uttar Pradesh में धारा 144 लागू कर दी गई है. Police मुख्यालय ने सभी Police अधिकारियों और Police कमिश्नर समेत Police कप्तानों को …
महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में केमिकल युक्त गुलाल से लगी थी आग, जांच में हुआ खुलासा
-मजिस्ट्रियल जांच की प्रारंभिक रिपोर्ट पेश, जिम्मेदारों के नाम नहीं उज्जैन, 28 मार्च . होली के पर्व पर बीते Monday को भस्म आरती के दौरान महाकाल मंदिर के गर्भगृह में लगी आग के मामले में मजिस्ट्रियल जांच की प्रारंभिक रिपोर्ट आ गई है. रिपोर्ट में केमिकल युक्त तथा अधिक मात्रा …
(अपडेट) माफिया मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से मौत, बांदा जेल में बिगड़ी थी तबीयत
बांदा, 28 मार्च . Uttar Pradesh की बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की Thursday देर रात इलाज के दौरान मौत हो गई. जेल की बैरक में मुख्तार अंसारी की तबीयत खराब होने पर जेल प्रशासन रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले आया जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही …
नेपाल : उप चुनाव में सत्तारूढ़ गठबन्धन के चार दलों ने उतारा अपना-अपना उम्मीदवार
काठमांडू, 28 मार्च . नेपाल में एक संसदीय सीट के लिए होने वाले उप चुनाव में सत्तारूढ़ गठबन्धन से जुडे़ दलों ने अपना अपना उम्मीदवार मैदान में उतारा है. 2 मई को इलाम में होने जा रहे प्रतिनिधि सभा के उप चुनाव के लिए सत्तारूढ़ गठबन्धन में आबद्ध नेकपा एमाले, …
पप्पू यादव का विवादित ट्वीट, मुख्तार की हत्या पर राजनीति, देखें वीडियो
कांग्रेस पार्टी के नेता पप्पू यादव ने मुख्तार अंसारी की हत्या को संविधान का अपमान बताया है. उन्होंने ट्वीट करके यह बयान दिया है. यादव ने हाल ही में कांग्रेस पार्टी में अपनी जगह बनाई है और उनकी पत्नी राज्यसभा की सांसद हैं.
एक क्लिक में पढ़ें 29 मार्च, शुक्रवार की अहम खबरें
देश, दुनिया, राज्य, महानगर, खेल, आर्थिक और बॉलीवुड में क्या कुछ हुआ. जानने के लिए यहां पढ़ें समय के साथ-साथ खबरों का लाइव अपडेशन...
मुख्तार अंसारी की मौत: कृष्णानंद राय के बेटे पीयूष राय की प्रतिक्रिया
मुख्तार अंसारी की मौत के बाद कृष्णानंद राय के बेटे पीयूष राय ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की. उन्होंने कहा कि उन्हें मीडिया के माध्यम से ही इस बात का पता चला. पीयूष राय ने गोरखनाथ भगवान का धन्यवाद किया और कहा कि उनका आशीर्वाद हम पर है. उन्होंने यह भी कहा कि जो जैसा करता है, उसे यहीं पर इसी भूखंड में मिलता है. यह बात उन्होंने मुख्तार अंसारी की मौत के संदर्भ में कही. बीजेपी के नेता कृष्णानंद राय की हत्या में अंसारी का नाम सामने आया था, जिसके बाद बीजेपी ने बड़ी लड़ाई लड़ी थी.
ईडी ने केजरीवाल की आगे की हिरासत की मांगी, कहा – जब 9 समनों पर पेश नहीं हुए, तब संदेह बढ़ गया
नई दिल्ली, 28 मार्च . प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उत्पाद शुल्क नीति मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आगे की हिरासत के लिए दायर अपने आवेदन में कहा है कि एजेंसी के बार-बार समन को नजरअंदाज करने से भी अपराध में उनकी संलिप्तता का अतिरिक्त अनुमान लगाया गया है. दिल्ली की एक अदालत […]
पप्पू यादव का विवादित ट्वीट, मुख्तार की हत्या पर राजनीति शुरू, देखें वीडियो - Aaj Tak
पप्पू यादव का विवादित ट्वीट, मुख्तार की हत्या पर राजनीति शुरू, देखें वीडियो Aaj Tak मुख्तार अंसारी की मौत, पूरे यूपी में बढ़ाई गई सुरक्षा, संवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च UPTak Mukhtar Ansari Death: मुख्तार अंसारी ने मरते दम तक नहीं छोड़ा रोजा, 3 दिन से माफिया की बिगड़ी थी तबियत NBT नवभारत टाइम्स (Navbharat Times)
Cancer Horoscope Today Kark rashi rashifal 29 March 2024 :कर्क राशि राशि चक्र की चौथीराशी है। जिन जातकों के जन्म समय में चन्द्रमा कर्क राशि में गोचर कर रहा होता है, उनकी राशि कर्क मानी जाती है।
पांच बार विधायक रहे मुख्तार अंसारी ने तीन चुनावों में जेल में रहते हुए जीत हासिल की थी
उत्तर प्रदेश के माफिया सरगना और नेता मुख्तार अंसारी की गुरुवार को हार्ट अटैक से मौत हो गई. मुख्तार अंसारी लंबे समय से जेल में बंद था. उसके खिलाफ दर्जनों मुकदमे चल रहे थे. मुख्तार अंसारी अंसारी गाजीपुर के मोहम्मदाबाद युसूफपुर के एक प्रतिष्ठित परिवार से था. उसने अपराध की दुनिया में अपना वर्चस्व बनाया और इसी को जरिया बनाकर राजनीति की सीढ़ियां चढ़ता गया. आखिरकार वह कानून से और अधिक समय तक नहीं बच सका और 2005 से जेल में सजा काट रहा था. वह पांच बार विधायक रहा था.