शॉर्ट फिल्म सुट्टाबाजी सेहत के लिए बिलकुल भी हानिकारक नहीं है
बीते हफ्ते सुष्मिता सेन की 21 साल की बेटी रिनी सेन की शॉर्ट फिल्म सुट्टाबाजी रिलीज़ हुई जो धीरे-धीरे नोटिस की जा रही है। हिंदी के वरिष्ठ कवि राजेश जोशी
त्रिभंग में रची गयी औरत की गरिमा को भँग करती है वेब सीरीज़ तांडव…
वेब सीरीज़ तांडव में हर महिला किरदार को अंतत: एक वेश्या केटेगिरी में लाकर खड़ा कर दिया, फिर चाहे वे प्रधानमंत्री हो या स्टुडेंट, डीन या डिफेंस मंत्री।
तीन महिला और उनकी अभंग-समभंग और त्रिभंग कहानी है ये फिल्म…
फिल्म त्रिभंग से, “कभी-कभी सोचती हूं काश ये मेरे किरदार होते, फिर मैं उन्हें अपनी मनचाही दिशा में ले जाती और फिर वो मुझे प्यार करते” ज़हन में बस गयी है
तीन पीढ़ी की महिला और उनके टेढ़े-मेढ़े रिश्तों से बुनी खूबसूरत फ़िल्म है त
रेणुका शहाणे की इस फ़िल्म त्रिभंगा की कहानी में तीनों स्त्रियों का दर्द टूटता नहीं बल्कि एक से दूसरे के पास खूबसूरती से पहुँच जाता है। अगर आपको नायिका
विधवा जीवन में रंग भरती फ़िल्म द लास्ट कलर एक खूबसूरत अहसास है…
पहली नज़र में फ़िल्म द लास्ट कलर केवल विधवाओं की कहानी लगती है लेकिन कई गंभीर मुद्दों पर समाज में घृणित मानसिकता की भी एक खूबसूरत कहानी है यह। अपने व्यं
पौरूषपुर केवल वासना, अय्याशी और अश्लील प्रदर्शन की कहानी नहीं है!
पौरूषपुर में कहानी को कहने के लिए जिस भव्यता, प्यार वासना और अय्याशी का सहारा लिया है, वह दर्शकों का ध्यान आने देगी इसमें संदेह है। साल के अंतिम दिनों
राधिका आप्टे की ए कॉल टू स्पाई में है तीन बहादुर महिलाओं की सच्ची कहान
11 दिसंबर को अमेजन प्राइम परए कॉल टू स्पाई, हिंदी और अंग्रेजी में रिलीज हुई। इस सच्ची कहानी में राधिका आप्टे का किरदार काफी सराहनीयहै। लिडिया डीन पिलच
इन 5 महिला प्रधान डॉक्युमेंट्रीज़ ने बदली औरतों के बारे में मेरी सोच…
ये 5 महिला प्रधान डॉक्युमेंट्रीज़ हैं जो चर्चा में कम रहीं लेकिन इनमें समाज में औरतें अपनी व्यथा पर बात होते हुए स्क्रीन पर दिखेंगी। हम हमेशा बराबरी की
अनुष्का शर्मा से लेकर गौहर खान तक, 5 खबरें एंटरटेनमेंट की दुनिया से!
आज इस दुनिया में कई और मुद्दे हैं और कई और सेलेब्रेटेड लोग, लेकिन एंटरटेनमेंट से जुड़ी ऐसी पॉजिटिव खबरें मूड को हल्का बनाये रखने के लिए ज़रूरी हैं! एंटर
मेरे जीवन की सबसे प्यारी सहेली हिंदी से जुड़ी महत्वपूर्ण सुनहरी यादें
भाषा तो अपने विचारो को प्रकट करने का एक माध्यम है और सभी भाषाएं सीखनी भी चाहिए पर अपनी मातृभाषा का तिरस्कार करके बिल्कुल नहीं। तुझे क्या याद करूं!
UMANG App का इंटरनेशनल वर्जन लॉन्च, जानियें कौन कर सकेगा इस्तेमाल
UMANG App international version: उमंग ऐप पर 643 सर्विस मौजूद थीं लेकिन अब यह संख्या बढ़कर 2000 से अधिक हो चुकी है.
छठ पूजा के समय महिलाएं नाक से लेकर मांग तक सिंदूर क्यों लगाती हैं?
एक ओर तो छठ पूजा के पर्व को प्रकृति का त्यौहार कहा जाता है, लेकिन उसमें परिवारवाद और मन्नत की पहुंच ने अपनी जगह बनाने का काम किया है। हर परंपरा को महि
बिहार के महापर्व छठ पूजा का प्रसाद है बहुमूल्य गुणों की खान!
छठ पूजा का प्रसाद ऐसी अनेक चीज़ों को शामिल करता है, जिससे शरीर को पोषक तत्व मिलते हैं, इसलिए इसका वैज्ञानिक महत्व भी बहुत ज़्यादा है। बिहार का महापर्व
बिग बॉस का विवादों से रिश्ता और भी गहरा होता जा रहा है…
बिग बॉस में पूरे एक घंटे में सितारे सिर्फ एक दूसरे को नीचा दिखाने और इमोशनल कार्ड खेलने में निकाल देते हैं। तब इसे मनोरंजन कैसे कहा जा सकता है? बिग बॉ
International Men’s Day 2020: पुरुषों को दें इस खास दिन की बधाई
International Men’s Day 2020: भारत में अंतरराष्ट्रीय पुरुष दिवस पहली बार साल 2007 में सेलिब्रेट किया गया था.
मोलक्की सीरियल अपनी कहानी की वजह से चर्चा का विषय बन चुका है!
एक नये अनूठे और बिलकुल अलग विषय पर आधारित है ये बालाजी टेलीफिल्मस का कलर्स चैनल पर 16 नवंबर 2020 से एयर होना वाला सीरियल मोलक्की। मोल से जुड़े रिश्ते क
मंदिर की लक्ष्मी और एक जीती-जागती घर की लक्ष्मी…
हम अपनी घर की लक्ष्मी को सम्मान देकर ही अपने मंदिर की लक्ष्मी को रूठने से रोक सकेंगे। सोच क्या रहे हैं आप, हर रोज़ ‘लक्ष्मी पूजन’ मनाएं! परिवारिक सरंचन
“लूडो” फिल्म गेम के तरह उतार-चढ़ाव का मजा देने में कामयाब हो जाती है
लुडों फिल्म में हालाँकि कुछ नया नहीं हैं परन्तु बस लूडो गेम कि तरह थोड़े कटाक्ष और उत्तर-चढाव के साथ मज़ा देने में कामयाब हो जाती है। हिंदी फिल्मों में
घर की सजावट के 7 तरीके, वो भी अपने पुराने कपड़ों के साथ!
अगर आपको भी समझ ना आए कि पुराने कपड़ों का क्या किया जाए तो यहां जानिए उनका इस्तेमाल आप त्यौहारों पर घर की सजावट के लिए कैसे कर सकती हैं। सितंबर से दिस
‘दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे’में माँ- बेटी का एक संवाद आज मुझे बहुत ख़
हाल ही में सुपरहिट फिल्म ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे’ ने 25 साल पूरे किये और कहते हैं ना कि फिल्में समाज का आईना होती हैं, तो इसमें भी इसी समाज का स
शार्ट फिल्म ‘लघुशंका’के विषय पर आज भी समाज में खुल कर बात नहीं होती है
मात्र 15 मिनट की शार्ट फिल्म ‘लघुशंका’ में नींद में बिस्तर गीला करने की परेशानी पर बात करी गई है जिस पर सामान्यत: बात नहीं की जाती है। लघुशंका इस भौति
पर्दा जो उठ गया तो भेद खुल जाएगा…
जो प्रतिबंध वेब सीरीज चुड़ैल्सपर लगा वह कोई नयी बात नहीं है। हमेशा से ही समाज नारी और नारीवादी मुद्दों पर ऐसे प्रतिबंध लगता आ रहा है। पाकिस्तान की वेब