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हीरो विडा-VX2 बैटरी रेंटल प्रोग्राम के साथ लॉन्च, कीमत ₹59,490:इलेक्ट्रिक स्कूटर 96 पैसे में 1 किलोमीटर चलेगा, फुल चार्ज पर 142km की रेंज मिलेगी

हीरो मोटोकॉर्प की इलेक्ट्रिक मोबिलिटी ब्रांड विडा ने अपने पॉपुलर इलेक्ट्रिक स्कूटर का सस्ता वैरिएंट भारत में लॉन्च कर दिया है। कंपनी ने इसका नाम विडा VX2 रखा है, लेकिन इसे ई-वूटर (evooter) कह रही है और ये फुल चार्ज पर 142 किलोमीटर चलेगी। कंपनी ने इलेक्ट्रिक स्कूटर को बैटरी रेंटल प्रोग्राम 'बैटरी एज ए स​र्विस' (BAAS) के साथ दो वैरिएंट में पेश किया है। विडा VX2 की शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत 99,490 रुपए है। वहीं, BAAS प्रोग्राम के साथ इसकी शुरुआती कीमत ₹59,490 है, लेकिन इसमें बैटरी की कीमत शामिल नहीं है। हीरो विडा VX2: वैरिएंट वाइस प्राइस बैटरी का परफॉर्मेंस 70% कम होने पर फ्री में बदलेगी कंपनीहीरो का कहना है कि VX2 को बैटरी रेंटल प्रोग्राम के साथ खरीदने पर आपको 96 पैसे/किलोमीटर चार्ज देना होगा। इसमें बैटरी का परफॉर्मेंस 70% कम हो जाता है तो, कंपनी इसे फ्री में बदलकर देगी। ये ई-स्कूटर TVS आईक्यूब, बजाज चेतक, ओला S1 और एथर रिज्टा को टक्कर देगा। इसकी डिलीवरी जल्द शुरू होने की उम्मीद है।

दैनिक भास्कर 1 Jul 2025 8:56 pm

टीवीएस आईक्यूब 3.1 भारत में लॉन्च, कीमत ₹1.05 लाख:इलेक्ट्रिक स्कूटर फुल चार्ज पर 121km चलेगा, बजाज चेतक से मुकाबला

टीवीएस मोटर ने आज (1 जुलाई) अपने पॉपुलर इलेक्ट्रिक स्कूटर का नया वैरिएंट आईक्यूब 3.1 भारतीय बाजार में लॉन्च कर दिया है। ये नया वैरिएंट 3.1kWh की बैटरी पैक के साथ पेश किया गया है और इसकी एक्स-शोरूम कीमत 1.05 लाख रुपए रखी गई है। कंपनी का दावा है कि इलेक्ट्रिक स्कूटर फुल चार्ज करने पर 121 किलोमीटर (IDC रेंज) चलेगा। इसके साथ यह स्कूटर अब 4 बैटरी पैक ऑप्शन- 2.2kWh, 3.1kWh, 3.5kWh और 5.3kWh के साथ 6 वैरिएंट में अवेलेबल है। भारत में इसका मुकाबला बजाज चेतक और ओला S1 से है।

दैनिक भास्कर 1 Jul 2025 6:16 pm

भारतीय रेलवे का नया एप 'रेलवन' लॉन्च:IRCTC रिजर्व्ड, अनरिजर्व्ड और प्लेटफॉर्म टिकट बुक कर सकेंगे; PNR और ट्रेन स्टेटस जैसी सुविधा भी मिलेगी

भारतीय रेलवे ने नया सुपर एप 'रेलवन' लॉन्च किया। यह एप सभी पैसेंजर सर्विसेज को एक ही प्लेटफॉर्म पर सारी सुविधा देने के उद्देश्य से लाया गया है। IRCTC रिजर्व्ड, अनरिजर्व्ड और प्लेटफॉर्म टिकट बुक करना, PNR और ट्रेन स्टेटस, कोच पोजीशन, रेल मदद और ट्रैवल फीडबैक को ट्रैक करना इस तरह की सारी सुविधा इस एप में मिलेंगी। क्या है 'रेलवन' एप? भारतीय रेल ट्रैवलर कई सर्विसेज के लिए कई एप और वेबसाइट का यूज करते हैं। इनमें टिकट बुकिंग के लिए IRCTC रेल कनेक्ट, फूड ऑर्डर करने के लिए IRCTC ई-कैटरिंग फूड ऑन ट्रैक, फीडबैक देने के लिए रेल मदद, अनरिजवर्ड टिकट खरीदने के लिए UTS और ट्रेनों की आवाजाही की निगरानी के लिए नेशनल ट्रेन इंक्वायरी सिस्टम शामिल हैं। IRCTC रेल कनेक्ट के पास रिजवर्ड टिकट बुकिंग के लिए विशेष अधिकार हैं। रेल कनेक्ट ने 100 मिलियन डाउनलोड को पार कर लिया है, जिससे यह रेलवे का सबसे पॉपुलर एप्लीकेशन बन गया है। बाहरी ट्रैवल बुकिंग प्लेटफॉर्म ट्रेन बुकिंग के लिए IRCTC पर निर्भर करते हैं, जो ऑनलाइन रेलवे रिजर्वेशन में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाता है। ये खबर भी पढ़ें... ट्रेन निकलने से 8 घंटे पहले कन्फर्म होगा टिकट: अभी 4 घंटे पहले चार्ट बनने पर पता चलता है; रेलवे देशभर में लागू करेगा नियम अब ट्रेनों का रिजर्वेशन चार्ट ट्रेन निकलने से 8 घंटे पहले तैयार किया जाएगा। अभी तक यह चार्ट सिर्फ 4 घंटे पहले बनता था। इससे यात्रियों को टिकट कन्फर्म नहीं होने पर वैकल्पिक यात्रा या दूसरा टिकट बुक करने के लिए ज्यादा वक्त मिलेगा। ये फैसला हाल ही में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक के बाद लिया गया है। रेलवे बोर्ड जल्द ही इन बदलावों को फेज वाइज लागू करेगा। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 1 Jul 2025 4:58 pm

भारत में जल्द मिलेगा हाई-स्पीड सैटेलाइट इंटरनेट:IN-SPACe चेयरमैन बोले- स्टारलिंक को कुछ दिनों में मिल जाएगा फाइनल अप्रूवल

इलॉन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स कुछ ही दिनों में स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस शुरू करने वाली है। स्पेस रेगुलेटर इंडियन नेशनल स्पेस प्रमोशन एंड ऑथराइजेशन सेंटर यानी, IN-SPACe के चेयरमैन डॉ. पवन गोयनका ने कहा है कि स्टारलिंक को लेकर ज्यादातर रेगुलेटरी और लाइसेंसिंग की औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं। डॉ. गोयनका के मुताबिक, अब सिर्फ कुछ अंतिम मंजूरियां बाकी हैं, जो अगले कुछ दिनों में मिल जाएंगी। हाल ही में स्पेसएक्स की प्रेसिडेंट ग्विन शॉटवेल भारत आई थीं। उन्होंने डॉ. गोयनका से मुलाकात की थी। इस मीटिंग में स्टारलिंक की लॉन्चिंग से जुड़े बचे हुए मुद्दों पर बात हुई थी। हालांकि, डॉ. गोयनका ने यह भी साफ किया कि मंजूरी मिलने के बाद भी Starlink सर्विस को शुरू होने में कुछ महीने और लग सकते हैं। उन्होंने कहा ऑथराइजेशन के बाद भी कई टेक्निकल और प्रोसीजरल स्टेप्स पूरे करने होंगे। गोयनका ने सभी बातें NDTV को दिए इंटरव्यू में कहीं हैं। टेलीकॉम डिपार्टमेंट से मिल चुका लाइसेंस इससे पहले स्पेसएक्स को स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस भारत में ऑपरेट करने के लिए टेलीकॉम डिपार्टमेंट का लाइसेंस मिल चुका है। अब उसे सिर्फ IN-SPACe के अप्रूवल का इंतजार है। स्टारलिंक तीसरी कंपनी है जिसे भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस ऑपरेट करने का लाइसेंस मिला है। इससे पहले वनवेब और रिलायंस जियो को मंजूरी मिली थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक स्टारलिंक भारत में 840 रुपए में महीनेभर अनलिमिटेड डेटा देगा। आधिकारिक तौर पर मस्क की कंपनी ने इसकी जानकारी नहीं दी है। 6 सवाल-जवाब में जानें स्टारलिंक से जुड़ी जरूरी बातें... सवाल 1: स्टारलिंक क्या है और ये खास क्यों है? जवाब: स्टारलिंक, स्पेसएक्स का प्रोजेक्ट है, जो सैटेलाइट्स के जरिए हाई-स्पीड इंटरनेट देता है। इसके सैटेलाइट्स पृथ्वी के करीब घूमते हैं, जिससे इंटरनेट तेज और स्मूथ चलता है। ये खासकर उन इलाकों के लिए फायदेमंद है, जैसे गांव या पहाड़, जहां आम इंटरनेट नहीं पहुंचता। सवाल 2: भारत में इसके इंटरनेट प्लान्स की कीमत कितना हो सकती है? द इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, स्पेसएक्स भारत में अपनी स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट सर्विसेज मंथली 10 डॉलर यानी लगभग 840 रुपए से कम कीमत वाले शुरुआती प्रमोशनल अनलिमिटेड डेटा प्लान से शुरू करेगा। सवाल 3: स्टारलिंक को लाइसेंस मिलने में इतना वक्त क्यों लगा? जवाब: स्टारलिंक 2022 से कोशिश कर रही थी, लेकिन सिक्योरिटी चिंताओं की वजह से देरी हुई। भारत सरकार ने डेटा सिक्योरिटी और कॉल इंटरसेप्शन जैसी शर्तें रखी थीं। स्टारलिंक ने इन शर्तों को माना, और मई 2025 में लेटर ऑफ इंटेंट मिलने के बाद अब लाइसेंस मिल गया। सवाल 4: आम लोगों को क्या फायदा होगा? जवाब: स्टारलिंक से गांवों और दूर-दराज के इलाकों में इंटरनेट पहुंचेगा, जिससे ऑनलाइन एजुकेशन, टेलीमेडिसिन, और बिजनेस को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही, टेलीकॉम मार्केट में प्रतिस्पर्धा बढ़ने से सस्ते और बेहतर प्लान्स मिल सकते हैं। सवाल 5: अब स्टारलिंक का अगला कदम क्या है? जवाब: स्टारलिंक को अब IN-SPACe से फाइनल अप्रूवल और स्पेक्ट्रम चाहिए। अगले 15-20 दिनों में ट्रायल स्पेक्ट्रम मिल सकता है, और फिर कॉमर्शियल सर्विस शुरू होगी। सवाल 6: भारत मस्क के लिए क्यों जरूरी है? जवाब: भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा इंटरनेट मार्केट है। मस्क के लिए ये लाइसेंस बड़ी कामयाबी है, खासकर जब अमेरिका में उनकी डोनाल्ड ट्रम्प के साथ तनातनी चल रही है। इससे स्पेसएक्स के कॉन्ट्रैक्ट्स खतरे में हैं। सैटेलाइट्स से आप तक कैसे पहुंचेगा इंटरनेट? जून 2020 में सरकार ने IN-SPACe स्थापित किया था डिपार्टमेंट ऑफ स्पेस ने जून 2020 में IN-SPACe को स्थापित किया था। यह स्पेस एक्टिविटीज में प्राइवेट सेक्टर की भागीदारी को रेगुलेट करने और उसे सुविधाजनक बनाने के लिए सिंगल-विंडो एजेंसी के रूप में काम करती है। IN-SPACe नॉन-गवर्नमेंटल एंटिटीज के लिए लाइसेंसिंग, इंफ्रास्ट्रक्चर शेयरिंग और स्पेस बेस्ड स‌र्विसेज को बढ़ावा देने का काम भी करती है। स्टारलिंक से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें बांग्लादेश में मस्क का सैटेलाइट वाला स्टारलिंक इंटरनेट शुरू:केबल और फाइबर की जरूरत नहीं; ₹3000 में 300mbps की स्पीड और अनलिमिटेड डेटा बांग्लादेश में इलॉन मस्क की सैटेलाइट इंटरनेट सेवा मुहैया कराने वाली कंपनी स्टारलिंक ने मंगलवार से अपनी सेवाएं शुरू कर दी हैं। बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस ने इसके लिए देश की जनता को बधाई दी। उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट में लिखा- देश में स्टारलिंक का हाई-स्पीड, लो-लेटेंसी इंटरनेट दो पैकेज के साथ उपलब्ध हो चुका है। एक प्लान में लोगों को 6000 टका (4,203 भारतीय रुपए) और दूसरे प्लान में 4200 टका (2,942 भारतीय रुपए) खर्च करने होंगे। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 1 Jul 2025 2:10 pm

बाइक-स्कूटर में 1 जनवरी से एंटी-लॉक ब्रैकिंग सिस्टम अनिवार्य:इससे अचानक ब्रेक लगाने पर गाड़ी नहीं फिसलती, ₹10,000 तक बढ़ सकते हैं दाम

केंद्र सरकार ने 1 जनवरी से भारत में बनने वाले एंट्री लेवल टू-व्हीलर में एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम (ABS) अनिवार्य कर दिया है। इसमें इलेक्ट्रिक बाइक और स्कूटर भी शामिल हैं। ये फीचर अचानक ब्रेक लगाने पर गाड़ी को फिसलने से रोकता है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) ने नोटिफिकेशन जारी कर कहा कि, ऑटोमैकर्स को L2 कैटेगरी के टू-व्हीलर्स में ABS देना होगा। पहले ये नियम 125cc इंजन और इससे ज्यादा कैपेसिटी वाले टू-व्हीलर्स के लिए जरूरी था। हालांकि, 50cc मोटर और 50kmph से कम की टॉप स्पीड वाले EV को छूट दी गई है। यही नहीं, हर टू-व्हीलर के साथ डीलर को दो BIS-सर्टिफाइड हेलमेट (एक राइडर और एक पीछे बैठने वाले के लिए) भी देने होंगे। क्या है ये ABS और क्यों है जरूरी?एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम (ABS) एक ऐसी टेक्नोलॉजी है, जो अचानक ब्रेक लगाने पर बाइक या स्कूटर के पहियों को लॉक होने से रोकती है। मान लो आप तेज रफ्तार में है और अचानक सामने कोई व्यक्ति या गाड़ी आ जाए। अगर आप एकदम तेज ब्रेक मारता है, तो बिना ABS वाली बाइक का पहिया लॉक हो सकता है, जिससे बाइक स्लिप हो सकती है और हादसा हो सकता है। ABS इस स्थिति में ब्रेक को बार-बार ऑन-ऑफ करता है, ताकि पहिया लॉक न हो और आप बाइक को कंट्रोल कर सके। स्टडीज के मुताबिक, ABS हादसों की संभावना को 35-45% तक कम कर सकता है। खासकर बारिश में या फिसलन वाली सड़कों पर ये टेक्नोलॉजी जान बचा सकती है। वर्तमान में छोटी बाइक्स (100cc-125cc) में ज्यादातर कॉम्बी-ब्रेकिंग सिस्टम (CBS) होता है, जो दोनों ब्रेक्स को एक साथ यूज करता है, लेकिन ये ABS जितना असरदार नहीं है। नया नियम के मुताबिक, बाइक चाहे 100cc की हो या 500cc की, हर नए टू-व्हीलर में ABS होगा चाहिए। ₹10 हजार तक महंगे होंगे, डिमांड भी 4% तक घटेगीएक्सपर्ट के मुताबिक, नए नियम से 125cc से छोटे इंजन वाले टू-व्हीलर्स की लागत 3 से 10 हजार रुपए तक बढ़ सकती है। क्योंकि, मैन्युफैक्चरर्स को ड्रम ब्रेक की जगह डिस्क ब्रेक लगाने होंगे। प्राइमस पार्टनर्स के उपाध्यक्ष निखिल ढाका के मुताबिक, ABS अनिवार्य करने से कंपनियों को प्रोडक्ट डिजाइन और मैन्युफैक्चरिंग, दोनों में बड़े बदलाव होंगे। इससे इन गाड़ियों की कीमत 10 हजार रुपए तक बढ़ सकती है। इसका मतलब ड्रम ब्रेक को डिस्क ब्रेक से बदलना, असेंबली लाइनों पर टूलिंग को अपडेट करना। साथ ही टेस्टिंग और सर्टिफिकेशन के नए दौर से गुजरना है। नोमुरा इंडिया का अनुमान है कि ABS के चलते कीमतें बढ़ने की वजह से एंट्री लेवल मॉडल की डिमांड 2 से 4% तक घट सकती है।

दैनिक भास्कर 1 Jul 2025 9:38 am

स्टारलिंक-अमेजन ने भारत में शुरू की नई पार्टनरशिप:VSAT कंपनियों के साथ डील्स साइन की, सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सर्विस जल्द शुरू करेंगी

अमेरिका की दो बड़ी सैटेलाइट कंपनियों स्टारलिंक और अमेजन कुइपर ने भारत में पहली बार VSAT (वेरी स्मॉल अपर्चर टर्मिनल) कंपनियों के साथ कॉमर्शियल डील्स साइन की हैं। सूत्रों के मुताबिक, ये पार्टनरशिप भारत में एंटरप्राइज (B2B) और सरकारी (B2G) सेक्टर में सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सर्विस शुरू करने की दिशा में बड़ा कदम हैं। ये डील्स तब हुई हैं, जब भारत में सैटेलाइट स्पेक्ट्रम का ऑफिशियल एलोकेशन अभी बाकी है। क्या है इन कंपनियों का प्लान? स्टारलिंक और अमेजन कुइपर दोनों ही भारत में लो-अर्थ ऑर्बिट (LEO) सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सर्विस के जरिए बिजनेस को बढ़ाने की तैयारी में हैं। ये कंपनियां न सिर्फ बिजनेस और सरकारी सेक्टर को टारगेट कर रही हैं, बल्कि रिटेल कंज्यूमर मार्केट में भी उतरने का प्लान बना रही हैं। हालांकि, रिटेल के लिए प्राइसिंग मॉडल अभी फाइनल नहीं हुआ है। मनीकंट्रोल के सूत्रों के मुताबिक, स्टारलिंक और अमेजन दोनों भारत में पार्टनरशिप्स पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कुछ VSAT कंपनियों के साथ डील्स पक्की कर ली हैं, जो खासतौर पर B2B और B2G सेगमेंट के लिए हैं। उनका मकसद भारत में अपनी सैटेलाइट कैपेसिटी का पूरा इस्तेमाल करना है।' कौन हैं भारत के VSAT प्लेयर्स? भारत में प्रमुख VSAT कंपनियों में ह्यूजेस कम्युनिकेशंस, नेल्को और इनमारसैट शामिल हैं। स्टारलिंक और अमेजन कुइपर दोनों ही बिजनेस और रिटेल सेगमेंट में काम करना चाहते हैं। ये कंपनियां यूरोप की यूटेलसैट वनवेब से सीधा मुकाबला करेंगी, जो भारतीय पार्टनर्स के जरिए सर्विसेज देगी। रिपोर्ट के मुताबिक, 'स्टारलिंक और कुइपर भारत में हाइब्रिड मॉडल अपनाएंगे। वे डायरेक्ट सर्विसेज भी देंगे और पार्टनर्स के जरिए भी अपनी सर्विसेज बेचेंगे। स्टारलिंक ने पहले ही रिलायंस जियो और एयरटेल के साथ पार्टनरशिप की ऐलान किया है। जल्द ही स्टारलिंक अपनी वेबसाइट के जरिए डायरेक्ट कंज्यूमर कनेक्शन भी शुरू करेगा।' अमेजन कुइपर भी ऐसा ही मॉडल अपनाएगा और भारत की विविधता को देखते हुए किसी एक डिस्ट्रीब्यूटर पर निर्भर नहीं रहेगा। VSAT सर्विसेज का फायदा? VSAT सर्विसेज का इस्तेमाल आमतौर पर बैंक ब्रांच, एटीएम, रिमोट गैस स्टेशन, वेयरहाउस, रिटेल चेन, सेल्यूलर बैकहॉल, सी और इन-फ्लाइट कनेक्टिविटी और डिफेंस इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए होता है। LEO सैटेलाइट्स के जरिए मिलने वाली हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड से इन सेक्टर्स को काफी फायदा होगा। रिपोर्ट के अनुसार, कंपनियां और सरकारी विभाग अभी कम कनेक्टिविटी के साथ काम कर रहे हैं, लेकिन वे रिटेल ऑटोमेशन, रिमोट मॉनिटरिंग और AI ऑपरेशंस चाहते हैं। डिफेंस सेक्टर भी हाई-बैंडविड्थ की जरूरत रखता है, जो LEO सैटेलाइट्स से ही मुमकिन है। ह्यूजेस कम्युनिकेशंस का रोल ह्यूजेस कम्युनिकेशंस इंडिया के CEO, प्रेसिडेंट और मैनेजिंग डायरेक्टर शिवाजी चटर्जी ने मनीकंट्रोल को बताया कि उनकी कंपनी भारत में सभी LEO सैटेलाइट प्लेयर्स के साथ बातचीत कर रही है। उन्होंने कहा कि हम एक प्रमुख कंपनी हैं और B2B व B2G सेगमेंट में इन कंपनियों के लिए मैन गो-टू-मार्केट पार्टनर होंगे। स्टारलिंक को पिछले महीने ग्लोबल मोबाइल पर्सनल कम्युनिकेशंस बाय सैटेलाइट (GMPCS) लाइसेंस मिला है। जिसके साथ वह भारत में कॉमर्शियल सैटकॉम सर्विस देने वाली तीसरी कंपनी बन गई है। हालांकि, उसे अभी IN-SPACe से मंजूरी मिलना बाकी है। अमेजन को GMPCS और IN-SPACe की मंजूरी का इंतजार एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि स्टारलिंक को जल्द ही मंजूरी मिल सकती है। इसके अलावा टेलीकम्युनिकेशंस डिपार्टमेंट (DoT) स्टारलिंक को ट्रायल स्पेक्ट्रम देने की तैयारी में है, ताकि वह सिक्योरिटी टेस्ट पूरे कर सके। दूसरी ओर अमेजन कुइपर को GMPCS और IN-SPACe दोनों की मंजूरी का इंतजार है। कंपनी ने सिक्योरिटी और ऑपरेशनल चेक पूरे कर लिए हैं और उसका आवेदन जल्द ही इंटर-मिनिस्टीरियल कमेटी की मीटिंग में रिव्यू होगा। टेलीकम्युनिकेशंस डिपार्टमेंट जल्द ही सैटेलाइट स्पेक्ट्रम एलोकेशन के नियम और कीमतें तय करेगा, जो टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) की हालिया सिफारिशों पर आधारित होंगे। भारत में सैटेलाइट ब्रॉडबैंड मार्केट में कॉम्पिटिशन बढ़ेगा हाल ही में केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने स्पेसएक्स (स्टारलिंक की पैरेंट कंपनी) के टॉप एग्जीक्यूटिव्स से मुलाकात की और भारत की डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर को सैटेलाइट टेक्नोलॉजी से मजबूत करने पर चर्चा की थी। स्टारलिंक और अमेजन कुइपर की भारत में एंट्री से सैटेलाइट ब्रॉडबैंड मार्केट में कॉम्पिटिशन बढ़ेगा। ये कंपनियां न सिर्फ बिजनेस और सरकारी सेक्टर को हाई-स्पीड इंटरनेट देंगी, बल्कि रिटेल कंज्यूमर्स के लिए भी नई संभावनाएं खोलेंगी।

दैनिक भास्कर 30 Jun 2025 8:12 pm

नथिंग फोन 3 कल लॉन्च होगा:कंटेंट क्रिएटर्स पर फोकस्ड कैमरा, स्नैपड्रैगन 8s Gen 4 प्रोसेसर और डेडिकेटेड AI बटन; एक्सपेक्टेड प्राइस ₹60,000

UK बेस्ड टेक कंपनी नथिंग कल (मंगलवार 1 जुलाई) 'नथिंग फोन 3' स्मार्टफोन लॉन्च करने जा रही है। कंपनी के CEO Carl Pei के मुताबिक, स्मार्टफोन के डिजाइन, परफॉर्मेंस और सॉफ्टवेयर में बड़े अपग्रेड मिलेंगे। नथिंग ने कंटेंट क्रिएटर्स को ध्यान में रखकर 50MP का कैमरा दिया है। वहीं, बेहतर परफॉर्मेंस के लिए एंड्रॉयड 16 ऑपरेटिंग सिस्टम पर रन करने वाला स्नैपड्रैगन 8s Gen 4 प्रोसेसर मिलेगा। स्मार्टफोन में डेडिकेटेड AI बटन भी मिल सकता है, जो डायरेक्ट AI फीचर्स को लॉन्च करने के लिए काम आएगा। कंपनी ने स्मार्टफोन का टीजर पहले ही जारी कर दिया है। लॉन्च इवेंट मंगलवार रात 10 बजे लंदन UK में होगा। ग्लोबल मार्केट में इसकी कीमत 800 यूरो (करीब ₹90,500) हो सकती है। हालांकि भारतीय बाजार के लिए नथिंग फोन 3 स्मार्टफोन 60 हजार रुपए के आसपास आ सकता है। नथिंग फोन 3: डिजाइन अपकमिंग डिवाइस में ग्लिफ इंटरफेस दिया गया है, जो डिवाइस के पिछले पैनल के टॉप-राइट में दी गई है। इसके अलावा, लीक रिपोर्ट्स के अनुसार, एक ट्रांसलूसेंट बैक और नया कैमरा लेआउट भी स्मार्टफोन में मिल सकता है, जिसमें दो कैमरे एक-दूसरे के बगल में और तीसरा अलग कोने में लगा है। यहां नथिंग फोन 3 के एक्सपेक्टेड फीचर्स और स्पेसिफिकेशन पर नजर डाल लेते हैं... नथिंग फोन 3 : एक्सपेक्टेड स्पेसिफिकेशन 1 जुलाई को नथिंग हेडफोन (1) भी पेश करेंगी कंपनी नथिंग फोन 3 के साथ कंपनी नथिंग हेडफोन (1) भी लॉन्च करने वाली है। हेडफोन का वजन 329 ग्राम और डाइमेंशन 173.85 x 78 x 189.25 mm है। कंपनी ने हेडफोन के बारे में कोई जानकारी शेयर नहीं की है। लेकिन कुछ लीक मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इसमें 1,040mAh की बैटरी दी गई है, जो 80 घंटे का प्लेबैक टाइम देती है। भारत में इसकी कीमत 24,990–25,000 रुपए हो सकती है।

दैनिक भास्कर 30 Jun 2025 11:54 am

जून में ₹10 हजार से कम में लॉन्च हुए 5G-स्मार्टफोन्स:सैमसंग M06 और लावा स्टोर्म प्ले में 50MP कैमरा; iQOO Z10 लाइट में 5000 mAh बैटरी

जून महीने में सैमसंग, लावा, iQOO और इनफिनिक्स जैसी कंपनीयों ने लो-बजट फोन लॉन्च किए हैं। अगर आप 10 हजार से कम कीमत में लेटेस्ट स्मार्टफोन खरीदना चाहते हैं, तो आप इनमें से कोई भी फोन खरीद सकते हैं। ये सभी फोन आपकी अलग-अलग जरूरतों को पूरा करने के लिए शानदार फीचर्स के साथ आते हैं। आइए इनके बारे में जानते हैं... 1. लावा स्टोर्म प्ले 5G लावा स्टोर्म प्ले 5G में 6.75 इंच का HD+ LCD डिस्प्ले है, जो 120Hz रिफ्रेश रेट के साथ स्मूथ विजुअल्स देता है। ये फोन दुनिया के पहले मीडियाटेक डाइमेंसिटी 7060 प्रोसेसर से लैस है, जो 6GB LPDDR5 रैम और 128GB UFS 3.1 स्टोरेज के साथ आता है। स्टोरेज को माइक्रोएसडी कार्ड से बढ़ाया भी जा सकता है। इस फोन में 50MP Sony IMX752 प्राइमरी कैमरा और 2MP का सेकेंडरी सेंसर है। सेल्फी और वीडियो कॉल के लिए 8MP का फ्रंट कैमरा मिलता है। फोन में 5,000mAh की बैटरी है, जो 18W फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करती है। अगर आपको हाई रिफ्रेश रेट और तेज परफॉर्मेंस चाहिए, तो ये फोन एक दमदार ऑप्शन है। 2. iQOO Z10 Lite 5G iQOO Z10 Lite 5G में 6.74 इंच का HD+ LCD डिस्प्ले है, जो 90Hz रिफ्रेश रेट और 1000 निट्स की पीक ब्राइटनेस के साथ आता है। ये मीडियाटेक डाइमेंसिटी 6300 प्रोसेसर और Mali-G57 MC2 GPU के साथ है। आपको इसमें 4GB रैम और 128GB स्टोरेज मिलता है, जिसे माइक्रोएसडी कार्ड से 1TB तक बढ़ाया जा सकता है। फोन में 50MP प्राइमरी कैमरा और 2MP डेप्थ सेंसर है। सेल्फी के लिए 5MP फ्रंट कैमरा दिया गया है। ये फोन एंड्रॉइड-15 पर बेस्ड फनटच-OS 15 पर चलता है। इसमें 6,000mAh की दमदार बैटरी है, जो 15W फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करती है। बड़ी बैटरी और लेटेस्ट सॉफ्टवेयर चाहने वालों के लिए ये फोन शानदार है। 3. सैमसंग गैलेक्सी M06 5G सैमसंग गैलेक्सी M06 5G में 6.7 इंच का HD+ LCD डिस्प्ले है, जिसकी पीक ब्राइटनेस 800 निट्स है। ये मीडियाटेक डाइमेंसिटी 6300 प्रोसेसर और Arm Mali G57 MC2 GPU के साथ आता है। इसमें 4GB या 6GB LPDDR4X रैम और 128GB स्टोरेज मिलता है, जिसे 1TB तक बढ़ाया जा सकता है। फोन में 50MP प्राइमरी कैमरा और 2MP डेप्थ सेंसर है। सेल्फी के लिए 8MP फ्रंट कैमरा दिया गया है। इसमें साइड-माउंटेड फिंगरप्रिंट स्कैनर, 3.5mm हेडफोन जैक और सिंगल बॉटम-फायरिंग स्पीकर है। फोन में 5,000mAh बैटरी है, जो 25W फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करता है। सैमसंग की भरोसेमंद ब्रांड वैल्यू और तेज चार्जिंग के साथ ये फोन बजट में बढ़िया ऑप्शन है। 4. इनफिनिक्स Hot 50 5G इनफिनिक्स Hot 50 5G में 6.7 इंच का HD+ LCD डिस्प्ले है, जो 120Hz रिफ्रेश रेट के साथ आता है। ये मीडियाटेक डाइमेंसिटी 6300 प्रोसेसर और Arm Mali-G57 MC2 GPU के साथ है। 4GB रैम और 128GB स्टोरेज है, जिसे 1TB तक बढ़ाया जा सकता है। फोन में 48MP Sony IMX582 प्राइमरी कैमरा और 8MP फ्रंट कैमरा है। ये XOS 14.5 पर चलता है, जो एंड्रॉइड-14 पर बेस्ड है। इसमें 5,000mAh बैटरी के साथ 18W फास्ट चार्जिंग मिलती है। स्मूथ डिस्प्ले और अच्छी परफॉर्मेंस के लिए ये फोन एक शानदार ऑप्शन है। चारों कंपनियों के ये फोन 10,000 रुपए के बजट में शानदार फीचर्स और परफॉर्मेंस ऑफर करते हैं। अगर आपको हाई रिफ्रेश रेट चाहिए, तो लावा स्टोर्म प्ले या इनफिनिक्स Hot 50 5G बेस्ट है। अगर बैटरी लाइफ प्रायोरिटी है, तो iQOO Z10 Lite 5G की 6,000mAh बैटरी शानदार है। अगर ब्रांड वैल्यू और फास्ट चार्जिंग चाहिए, तो सैमसंग M06 5G एक बढ़िया ऑप्शन है। अपनी जरूरतों के हिसाब से आप इनमें से कोई भी फोन चुन सकते हैं।

दैनिक भास्कर 29 Jun 2025 5:39 pm

सोनिक-व्यू ने लॉन्च किए M1X और M1 Max प्रोजेक्टर्स:इनसे घर में बना सकते हैं मिनी सिनेमाहॉल; शुरूआती कीमत ₹90,000

होम एंटरटेनमेंट डिवाइस बनाने वाली कंपनी व्यू सोनिक ने भारत में अपनी M1 सीरीज के दो नए पोर्टेबल प्रोजेक्टर M1 Max और M1X लॉन्च किए हैं। इन प्रोजेक्टर्स का का इस्तेमाल से आप कमरे को भी मिनी सिनेमाहॉल बना सकते हैं। इनकी खासियत है 360 स्मार्ट स्टैंड, जिससे आप किसी भी सतह पर प्रोजेक्शन कर सकते हैं। M1 Max में गूगल TV पहले से इंस्टॉल है, जिससे नेटफ्लिक्स, यूट्यूब जैसे एप्स चलाए जा सकते हैं। प्रोजेक्टर्स का वजन 1 किलो से कम है। जिससे इन्हे लेकर कहीं भी आसानी से ट्रैवल किया जा सकता है। प्रोजेक्टर्स की शुरूआती कीमत 90,000 रुपए रखी गई है। M1 Max: इस प्रोजेक्टर में Google TV इन-बिल्ट है। इसके साथ ही इसमें Full HD 1080p क्वालिटी और ToF ऑटोफोकस दिया गया है, जिससे पिक्चर हमेशा शार्प रहती है। हाई-एंड एंटरटेनमेंट के शौकीनों के लिए ये प्रोजेक्टर बनाया गया है। इसकी कीमत ₹1,35,000 रखी गई है। M1X: ये प्रोजेक्टर उन लोगों के लिए है जो अपनी पसंद के डिवाइस से कंटेंट देखना पसंद करते हैं। इसमें ज्यादा कनेक्टिविटी फीचर्स दिए गए हैं। USB-A पोर्ट के जरिए Chromecast, Fire Stick, Roku, Apple TV जैसे डिवाइस कनेक्ट किए जा सकते हैं। साथ ही, USB-C डिस्प्ले इनपुट है, जिससे स्मार्टफोन, टैबलेट या गेमिंग कंसोल भी जोड़ सकते हैं। M1X की कीमत ₹90,000 है। दोनों प्रोजेक्टर्स की खासियत प्रोजेक्टर्स में Harman Kardon के लाऊड स्पीकर्स दिए गए हैं। इसी के साथ ये Cinema SuperColor+ टेक्नोलॉजी के साथ ज्यादा कलर और ब्राइटनेस प्रोवाइड करते हैं। इनमें इनबिल्ट बैटरी और वायरलेस स्क्रीन मिररिंग फीचर भी दिए गए हैं। प्रोजेक्टर्स को ब्लूटूथ कनेक्टिविटी और पावर बैंक से भी चला सकते हैं। 1987 में बनाई गई थी सोनिक व्यू सोनिक व्यू की स्थापना 1987 में कैलिफोर्निया में हुई थी। यह विजुअल टेक्नोलॉजी में काम करने वाली प्रमुख ग्लोबल कंपनियों में से एक है जो100 से अधिक देशों में मौजूद है। सोनिक व्यू के पास 35 साल से ज्यादा का अनुभव है, जिससे यह अपने ग्राहकों को हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, कंटेंट और सेवाओं का पूरा सेट देता है। यह कंपनी छोटे 5 इंच से लेकर बहुत बड़े 760 इंच तक के स्क्रीन बनाती है। इनके प्रोडक्ट में इंटरैक्टिव डिस्प्ले, बड़े डिस्प्ले, LED डिस्प्ले, पेन डिस्प्ले, मॉनिटर, प्रोजेक्टर, SaaS, AI सेवाएं, और इंटरैक्टिव कंटेंट शामिल हैं।

दैनिक भास्कर 29 Jun 2025 2:06 pm

मर्सिडीज-AMG GT 63 और GT 63 प्रो भारत में लॉन्च:ट्विन-टर्बो V8 इंजन के साथ 317kmph की टॉप स्पीड, शुरुआती कीमत ₹3 करोड़

मर्सिडीज-बेंज इंडिया ने भारतीय बाजार में दो नई लग्जरी स्पोर्ट्स कार नई मर्सिडीज-AMG GT 63 और AMG GT प्रो लॉन्च की हैं। ये दोनों टू-डोर कूपे स्पोर्ट्स कारें हैं, जिन्हें 2020 में डिस्कंटीन्यू कर दिया गया था। कंपनी ने 5 साल बाद इन्हें फिर से भारत में उतारा है। GT 63 की शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत 3 करोड़ रुपए और GT 63 प्रो की एक्स-शोरूम कीमत 3.65 करोड़ रुपए रखी गई है। ये गाड़ियां कम्प्लीटली बिल्ट यूनिट (CBU- यानी पूरी तरह से बनी बनाई) के रूप जर्मनी से बिक्री के लिए भारत आएंगी। 3 करोड़ रुपए की प्राइस रेंज में इन गाड़ियों का मुकाबला लैम्बोर्गिनी टेमेरेरियो और पोर्श 911 टर्बो S जैसी कारों से होगा। इनका ओवरऑल डिजाइन तो पहले जैसा ही है, लेकिन इनमें फिर से रीट्यून इंजन और 4 सीटर लेआउट के साथ नया डिजाइन केबिन मिलता है। कंपनी का कहना है कि ये उनकी अब तक की सबसे परफॉर्मेंस-ओरिएंटेड AMG GT कारें हैं। इन्हें रेसिंग ट्रैक और रोड दोनों पर परफॉर्म करने के लिए बनाया गया है। कंपनी का दावा है कि कार 317kmph की टॉप स्पीड से दौड़ सकती है।

दैनिक भास्कर 28 Jun 2025 9:07 pm

टेस्ला कार फैक्ट्री से बिना ड्राइवर मालिक के घर पहुंची:ऐसा दुनिया में पहली बार हुआ, ऑटो ड्राइव कार की शुरुआती कीमत ₹34 लाख

दुनिया में पहली बार ऐसा हुआ जब कार खुद फैक्ट्री से बिना ड्राइवर के चलकर खरीदार के घर पहुंच गई। दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी इलॉन मस्क ने अपने जन्मदिन पर अपनी कंपनी टेस्ला की फुली ऑटोनॉमस (अपने-आप चलने वाली) कार की डिलीवरी की। कस्टमर के घर पहुंचने वाली इलेक्ट्रिक कार 'मॉडल Y' है। टेस्ला ने कार की डिलीवरी का वीडियो X पर शेयर किया है। इसमें कार को अपने आप चलते देखा सकता है। यह सिग्नल पर, किसी कार या व्यक्ति के सामने आने पर रुकती है और फिर आगे बढ़ जाती है। फुली ऑटोनॉमस कार की डिलीवरी का वीडियो देखें... डिलीवरी के दौरान 116kmph की स्पीड से चली कार कंपनी ने ऑफिशियल पोस्ट में बताया कि हमने फुली सेल्फ ड्राइव कार मॉडल Y की पहली पहली डिलीवरी टेक्सास शहर में की है। कार बिना किसी ड्राइवर या रिमोट ऑपरेटर के पार्किंग प्लेस, हाईवे और शहर की सड़कों से होते हुए अपने डेस्टिनेशन तक पहुंची। ब्लूमबर्ग के अनुसार, टेस्ला के AI और ऑटोपायलट के प्रमुख अशोक एलुस्वामी ने कहा कि डिलीवरी के दौरान कार ने 72 मील प्रति घंटे (यानी 116kmph) की टॉप स्पीड हासिल की। टेस्ला मॉडल Y की कीमत करीब 34 लाख रुपए टेस्ला ने मॉडल Y को अपडेट कर फुली ऑटोनॉमस कार बनाया है। इसे पहली बार मार्च 2019 में लॉन्च किया गया था। दुनियाभर में मॉडल Y की कीमत 40,000 डॉलर (करीब 34 लाख रुपए) से शुरू होती है। ये 3 वैरिएंट- रियर व्हील ड्राइव, लॉन्ग रेंज और परफॉर्मेंस में अवेलेबल है। परफॉर्मेंस वर्जन 60,000 डॉलर (करीब 51 लाख रुपए) में आता है। अमेरिका में टेस्ला की रोबोटैक्सी सर्विस शुरू इससे पहले कंपनी ने 22 जून को रोबोटैक्सी सर्विस शुरू की थी, जिसमें कार अपने आप तो चल रही थी, लेकिन इसमें सेफ्टी के नजरिए से कंपनी का एक एक्सपर्ट बैठकर नजर रख रहा था। कंपनी ने रोबोटैक्सी की एक राइड की कीमत 4.20 डॉलर यानी करीब 364 रुपए रखी है। ये गाड़ियां सुबह 6 बजे से रात 12 बजे तक ऑस्टिन के एक छोटे से इलाके में चल रही हैं। हालांकि टेस्ला ने यह नहीं बताया है कि रोबोटैक्सी सर्विस आम लोगों के लिए कब खुलेगी, लेकिन मस्क ने जल्द ही सर्विस का विस्तार करने और अन्य अमेरिकी शहरों में भी शुरू करने का वादा किया है। इलॉन मस्क बोले- ये 10 साल की मेहनत का परिणाम है मस्क ने रोबोटैक्सी के लॉन्च के मौके पर टेस्ला AI की सॉफ्टवेयर और चिप डिजाइन टीम को बधाई दी और कहा कि ये 10 साल की मेहनत का परिणाम है। टेस्ला की टीम ने बिना किसी बाहरी मदद के AI चिप और सॉफ्टवेयर को खुद बनाया है। ऑटोनॉमस कार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), सेंसर, कैमरे, रडार और लिडार जैसी हाई-टेक तकनीकों का इस्तेमाल करके सड़क पर नेविगेट करती है। वायमो पहले से ड्राइवरलेस गाड़ियां चला रही गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट के स्वामित्व वाली वायमो जैसी कंपनियों से टेस्ला की रोबोटैक्सी को कड़ी टक्कर मिलेगी। वायमो पहले से ही सैन फ्रांसिस्को, लॉस एंजिलिस, फीनिक्स और ऑस्टिन में 1500 से ज्यादा ड्राइवरलेस गाड़ियां चला रही है। जूक्स जैसी कंपनियां भी पूरी तरह ड्राइवरलेस गाड़ियां बना रही हैं, जिनमें स्टीयरिंग व्हील और पेडल्स तक नहीं हैं। दो और प्रोजेक्ट पर काम कर रही टेस्ला 1. बिना स्टीयरिंग और पैडल वाली 'साइबरकैब' टेस्ला CEO ने पिछले साल अक्टूबर में अमेरिका के कैलिफोर्निया में हुए 'वी-रोबोट' इवेंट में AI फीचर वाली अपनी पहली रोबोटैक्सी 'साइबरकैब' का कॉन्सेप्ट मॉडल रिवील किया था। दो सीट वाली इस टैक्सी में न तो स्टीयरिंग है, न ही पैडल। कंज्यूमर 30,000 डॉलर (करीब 25 लाख रुपए) से कम में टेस्ला साइबरकैब खरीद सकेंगे। साइबरकैब में न तो स्टीयरिंग, न ही पैडल 2. रोबोवैन भी लाएगी टेस्ला टेस्ला ने अपने वी-रोबोट इवेंट में रोबोटैक्सी के साथ एक और ऑटोनॉमस व्हीकल 'रोबोवैन' को भी पेश किया था जो 20 लोगों को ले जाने में सक्षम है। इसमें सामान भी कैरी किया जा सकेगा। इसका इस्तेमाल स्पोर्ट्स टीम के ट्रांसपोर्टेशन के लिए किया जा सकता है। टैक्सियों की एक फ्लीट डेवलप करना चाहते हैं इलॉन मस्क मस्क का प्लान सेल्फ-ड्राइविंग टेस्ला टैक्सियों की एक फ्लीट डेवलप करना है। टेस्ला के ओनर्स अपने व्हीकल्स को पार्ट टाइम टैक्सियों के रूप में भी लिस्ट कर सकेंगे। यानी, जब ओनर्स अपनी कार उपयोग नहीं कर रहे हों तो नेटवर्क के जरिए पैसा कमा सकते हैं। --------------------- टेस्ला से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... खाना बनाने के साथ सफाई भी करेगा टेस्ला रोबोट: घर में रोजमर्रा के काम करते दिखा ऑप्टिमस, मस्क ने कहा- अब तक का सबसे बड़ा प्रोडक्ट टेस्ला ने अपने ह्यूमनॉइड रोबोट 'ऑप्टिमस' का लेटेस्ट वर्जन अनवील किया है। अब ये रोबोट अपने घर में रोजमर्रा के लगभग सभी काम करने में सक्षम है। यहां तक की अब ये खाना बना सकता है और घर में साफ-सफाई के काम भी कर सकता है। टेस्ला और स्पेसएक्स के CEO इलॉन मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर रोबोट का एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वह आसानी से रोजमर्रा के घरेलू काम कर रहा है। मस्क के AI-ऑपरेटेड होम असिस्टेंट के विजन का ये वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 28 Jun 2025 2:17 pm

वनप्लस नॉर्ड 5 स्मार्टफोन 8 जुलाई को लॉन्च होगा:50MP सेल्फी कैमरा, 6700mAh बैटरी और 6.83 इंच डिस्प्ले; एक्सपेक्टेड प्राइस- ₹35,999

टेक कंपनी वनप्लस अगले महीने 8 जुलाई को वनप्लस नॉर्ड 5 समार्टफोन लॉन्च करने जा रही है। कंपनी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म और ऑफिशियल वेबसाइट पर पहले ही लॉन्च डेट अनाउंस कर दी है। जिसमें नॉर्ड 5 समार्टफोन को दिखाया गया है। 50 मेगापिक्सल के कैमरे की जानकारी के अलावा वनप्लस की ओर से स्मार्टफोन के फीचर्स और स्पेसिफिकेशन की अन्य कोई जानकारी अभी नहीं दी गई है। कुछ लीक रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि कंपनी वनप्लस नॉर्ड CE 5 स्मार्टफोन भी लॉन्च कर सकती है। वनप्लस नॉर्ड 5: एक्सपेक्टेड स्पेसिफिकेशन हल्की बारिश में भीगने पर भी नहीं होगा खराब वनप्लस नॉर्ड 5 स्मार्टफोन में IP65 रेटिंग दी गई है। इस रेटिंग का मतलब है कि आपका फोन स्प्लैश और हल्की बारिश के लिए फीट है। स्मार्टफोन की कीमत कितनी हो सकती है? स्मार्टफोन दो स्टोरेज ऑप्शन में आ सकता है। इसमें 8GB+128GB वाले वैरिएं​​​​​​ट की कीमत ₹35,999 और 12GB+256GB वाले वैरिएंट की कीमत ₹39,999 रुपए हो सकती है। वहीं, वनप्लस नॉर्ड 5 की बात करें तो यह स्मार्टफोन सिंगल स्टोरेज 8GB+256GB में आएगा, जिसकी 29,990 रुपए हो सकती है।

दैनिक भास्कर 27 Jun 2025 5:05 pm

महिंद्रा स्कॉर्पियो-एन का नया वैरिएंट Z8 T लॉन्च:कीमत ₹20.29 लाख से शुरू, टॉप वैरिएंट में अब लेवल-2 ADAS सेफ्टी फीचर्स मिलेंगे

महिंद्रा एंड महिंद्रा ने अपनी पॉपुलर SUV स्कॉर्पियो-एन को अपडेट कर दिया है। कंपनी ने इसमें नया वैरिएंट Z8 T ऑटोमेटिक वैरिएंट शामिल किया है, जिसकी एक्स-शोरूम कीमत 20.29 लाख रुपए से शुरू होती है और 24.36 लाख रुपए तक जाती है। वहीं, महिंद्रा ने SUV के टॉप वैरिएंट Z8 L को भी नया अपडेट किया है। इसमें अब लेवल-2 एडवांस ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) फीचर्स शामिल किए गए हैं। इससे स्कॉर्पियों अब सेगमेंट में सबसे एडवांस्ड SUV में से एक बन गई है। ADAS फीचर शामिल होने से स्कॉर्पियो-एन Z8 L वैरिएंट की कीमत 48,000 रुपए तक बढ़ गई है। इसकी एक्स-शोरूम कीमत अब 21.35 लाख रुपए से शुरू होती है, जो 25.42 लाख रुपए तक जाती है।

दैनिक भास्कर 27 Jun 2025 4:56 pm

DOT: मोबाइल नंबर के जरिए धोखाधड़ी पर लगेगी लगाम, नंबर चेक करने वाला नया सिस्टम लाएगा दूरसंचार विभाग

दूरसंचार विभाग ने मोबाइल फोन नंबरों के जरिए की जाने वाली धोखाधड़ी को रोकने के लिए साइबर सुरक्षा नियमों में बदलाव का प्रस्ताव रखा है। विभाग की तरफ से 24 जून को प्रकाशित मसौदा साइबर सुरक्षा नियमों में फोन नंबर सत्यापन के लिए एक नया मंच बनाने की बात ...

वेब दुनिया 26 Jun 2025 11:51 pm

JSW-MG की कारें 1 जुलाई से 1.5% महंगी होंगी:7 महीने में दूसरी बार बढ़ाई कीमतें, रॉ मटेरियल कॉस्ट बढ़ने के कारण फैसला लिया

अगर आप MG की कार खरीदने का मन बना रहे हैं तो 30 जून तक खरीद लें। क्योंकि, JSW-MG मोटर इंडिया ने 1 जुलाई 2025 से अपनी कारों की कीमतों में 1.5% तक की बढ़ोतरी का ऐलान किया है। यह बढ़ोतरी कंपनी के सभी मॉडल्स पर अलग-अलग होगी। कंपनी ने रॉ मटेरियल और ऑपरेशनल कॉस्ट के बढ़ने के कारण 7 महीने में दूसरी बार यह फैसला लिया है। इससे पहले 1 जनवरी 2025 से MG ने कार की कीमतों में 3% तक का इजाफा किया था। तब भी MG ने कीमत बढ़ाने की वजह रॉ मटेरियल महंगा होना बताया था।

दैनिक भास्कर 26 Jun 2025 2:16 pm

शुभांशु बोले- नमस्कार फ्रॉम स्पेस:एक बच्चे की तरह सीख रहा हूं... अंतरिक्ष में चलना और खाना कैसे है; शाम 4:30 बजे ISS पहुंचेगे

भारतीय एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला सहित चारों एस्ट्रोनॉट आज यानी, 26 जून को शाम 4:30 बजे स्पेस स्टेशन पहुंचेंगे। इससे पहले इस मिशन के क्रू ने स्पेसक्राफ्ट से लाइव बातचीत की। इस दौरान शुभांशु ने कहा- नमस्कार फ्रॉम स्पेस,! मैं अपने साथी अंतरिक्ष यात्रियों के साथ यहां होने के लिए बहुत एक्साइटेड हूं। यह शानदार यात्रा है। उन्होंने कहा- जब हमें वैक्यूम में लॉन्च किया गया, तब मैं बहुत अच्छा महसूस नहीं कर रहा था, मैं बहुत सोया हूं। एक बच्चे की तरह सीख रहा हूं... अंतरिक्ष में चलना और खाना कैसे होता है। इस दौरान एक सॉफ्ट टॉय स्वान यानी, हंस को हाथ में लेकर उन्होंने कहा- भारतीय संस्कृति में हंस बुद्धिमत्ता का प्रतीक है। एक्सियम मिशन 4 के तहत कल यानी, 25 जून को सभी एस्ट्रोनॉट इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए रवाना हुए थे। उनका ये मिशन पहले 6 बार तकनीकी दिक्कतों के कारण टल चुका था। शुभांशु शुक्ला का पूरा मैसेज यहां पढ़े... नमस्ते फ्रॉम स्पेस! मैं अपने साथी अंतरिक्ष यात्रियों के साथ यहां आकर बहुत उत्साहित हूं। सच कहूं तो, जब मैं कल लॉन्चपैड पर कैप्सूल में बैठा था। 30 दिन के क्वारंटाइन के बाद, मैं बस यही चाहता था कि अब चल पड़ें। लेकिन जब यात्रा शुरू हुई, तो ऐसा लगा जैसे आपको सीट में पीछे धकेला जा रहा हो। यह एक अद्भुत राइड थी.. और फिर अचानक सब कुछ शांत हो गया। आपने बेल्ट खोली और आप वैक्यूम की शांति में तैर रहे थे। मैं हर उस व्यक्ति को धन्यवाद देना चाहता हूं, जो इस यात्रा का हिस्सा रहा है। मैं समझता हूं कि यह कोई व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, यह आप सभी की सामूहिक उपलब्धि है, जो इस यात्रा का हिस्सा रहे हैं। मैं आप सभी को दिल से धन्यवाद देना चाहता हूं। परिवार और दोस्तों को भी.. आपका समर्थन बहुत मायने रखता है। यह सब आप सभी की वजह से संभव हुआ है। हमने आपको जोय और ग्रेस दिखाए। यह हंस है, एक बहुत ही महत्वपूर्ण प्रतीक। यह बहुत प्यारा लगता है, लेकिन हमारे भारतीय संस्कृति में हंस बुद्धिमत्ता का प्रतीक है। मुझे लगता है कि पोलैंड, हंगरी और भारत में भी इसका प्रतीकात्मक महत्व है। यह संयोग जैसा लग सकता है, लेकिन ऐसा नहीं है। इसका इससे कहीं ज़्यादा अर्थ है। जब हम वैक्यूम में लॉन्च हुए, तब मुझे बहुत अच्छा नहीं लग रहा था, लेकिन कल से मुझे बताया गया है कि मैं बहुत सोया हूं, जो एक अच्छा संकेत है। मुझे लगता है कि यह एक शानदार संकेत है। मैं इस माहौल में अच्छी तरह से ढल रहा हूं। दृश्यों का आनंद ले रहा हूं, पूरे अनुभव का आनंद ले रहा हूं। एक बच्चे की तरह सीख रहा हूं- नए कदम, चलना, खुद को नियंत्रित करना, खाना, सब कुछ। यह एक नया वातावरण है, नई चुनौती है, और मैं अपने साथी अंतरिक्ष यात्रियों के साथ इस अनुभव का बहुत आनंद ले रहा हूं। गलतियां करना ठीक है, लेकिन किसी और को गलती करते देखना और भी बेहतर है। यहां ऊपर बहुत मजेदार समय रहा है। बस इतना ही कहना चाहता हूं। आप सभी को इसे संभव बनाने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। मुझे यकीन है कि हम यहां बहुत अच्छा समय बिताएंगे। लॉन्चिंग के तुरंत बाद शुभांशु ने कहा था... मिशन से जुड़ी 4 तस्वीरें... 41 साल बाद कोई भारतीय एस्ट्रोनॉट अंतरिक्ष में गया अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा और भारतीय एजेंसी इसरो के बीच हुए एग्रीमेंट के तहत भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को इस मिशन के लिए चुना गया है। शुभांशु इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर जाने वाले पहले और स्पेस में जाने वाले दूसरे भारतीय हैं। इससे 41 साल पहले राकेश शर्मा ने 1984 में सोवियत यूनियन के स्पेसक्राफ्ट से अंतरिक्ष यात्रा की थी। शुभांशु का ये अनुभव भारत के गगनयान मिशन में काम आएगा। ये भारत का पहला मानव अंतरिक्ष मिशन है, जिसका उद्देश्य भारतीय गगनयात्रियों को पृथ्वी की निचली कक्षा में भेजना और सुरक्षित रूप से वापस लाना है। इसके 2027 में लॉन्च होने की संभावना है। भारत में एस्ट्रोनॉट को गगनयात्री कहा जाता है। इसी तरह रूस में कॉस्मोनॉट और चीन में ताइकोनॉट कहते हैं। 6 बार टाला गया एक्सियम-4 मिशन मिशन का उद्देश्य: स्पेस स्टेशन बनाने की प्लानिंग का हिस्सा Ax-4 मिशन का मुख्य उद्देश्य अंतरिक्ष में रिसर्च करना और नई टेक्नोलॉजी को टेस्ट करना है। ये मिशन प्राइवेट स्पेस ट्रैवल को बढ़ावा देने के लिए भी है और एक्सियम स्पेस प्लानिंग का हिस्सा है, जिसमें भविष्य में एक कॉमर्शियल स्पेस स्टेशन (एक्सियम स्टेशन) बनाने की योजना है। अब 6 जरूरी सवालों के जवाब: सवाल 1: कौन हैं शुभांशु शुक्ला? जवाब: शुभांशु का जन्म 1986 में उत्तर प्रदेश के लखनऊ में हुआ था। उन्होंने अपनी पढ़ाई राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) से की। वह 2006 में वायु सेना में शामिल हुए और फाइटर जेट उड़ाने का अनुभव रखते हैं। उन्हें ISRO के गगनयान मिशन के लिए भी चुना गया है, जो भारत का पहला मानव अंतरिक्ष मिशन है। अंतरिक्ष यात्री बनने के लिए उन्होंने रूस और अमेरिका में खास ट्रेनिंग ली। इसमें उन्होंने माइक्रोग्रैविटी में काम करना, इमरजेंसी हैंडलिंग और वैज्ञानिक प्रयोग सीखे। शुभांशु की पूरी प्रोफाइल पढ़े... सवाल 2: शुभांशु ISS पर क्या करेंगे? जवाब: शुभांशु वहां 14 दिनों तक रहेंगे और 7 प्रयोग करेंगे, जो भारतीय शिक्षण संस्थानों ने तैयार किए हैं। इनमें ज्यादातर बायोलॉजिकल स्टडीज होंगी, जैसे कि अंतरिक्ष में मानव स्वास्थ्य और जीवों पर असर देखना। इसके अलावा वो NASA के साथ 5 और प्रयोग करेंगे, जिसमें लंबे अंतरिक्ष मिशनों के लिए डेटा जुटाएंगे। इस मिशन में किए गए प्रयोग भारत के गगनयान मिशन को मजबूत करेंगे। स्पेस स्टेशन पहुंचने के बाद शुभांशु की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत करने की उम्मीद भी है। सवाल 3: शुभांशु अंतरिक्ष में अपने साथ क्या-क्या ले जा रहे हैं? जवाब: शुभांशु शुक्ला अपने साथ विशेष रूप से तैयार की गई भारतीय मिठाइयां ले जा रहे हैं। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने बताया था कि वह अंतरिक्ष में आम का रस, गाजर का हलवा और मूंग दाल का हलवा ले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह इन्हें आईएसएस पर अपने साथी अंतरिक्ष यात्रियों के साथ साझा करने की योजना बना रहे हैं। सवाल 4: इस मिशन में भारत को कितनी लागत आई है? जवाब: इस मिशन पर भारत ने अब तक करीब 548 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। इसमें शुभांशु और उनके बैकअप ग्रुप कैप्टन प्रशांत नायर की ट्रेनिंग का खर्च भी शामिल है। ये पैसे ट्रेनिंग, उपकरण और अंतरराष्ट्रीय साझेदारी में लगे हैं। शुभांशु की ट्रेनिंग की 3 तस्वीरें... सवाल 5: भारत के लिए यह मिशन कितना अहम है? जवाब: शुभांशु का ये अनुभव गगनयान मिशन (2027 में प्लान्ड) के लिए बहुत मददगार होगा। वापस आने के बाद वो जो डेटा और अनुभव लाएंगे, वो भारत के अंतरिक्ष प्रोग्राम को आगे बढ़ाने में हेल्प कर सकता है। सवाल 6: क्या ये प्राइवेट स्पेस मिशन है? जवाब: हां, एक्सियम मिशन 4 एक प्राइवेट स्पेस फ्लाइट मिशन है। अमेरिका की प्राइवेट स्पेस कंपनी एक्सियम स्पेस और नासा के कोलैबोरेशन में यह हो रहा है। एक्सियम स्पेस का यह चौथा मिशन है। इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन क्या है? इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पृथ्वी के चारों ओर घूमने वाला एक बड़ा अंतरिक्ष यान है। इसमें एस्ट्रोनॉट रहते हैं और माइक्रो ग्रेविटी में एक्सपेरिमेंट करते हैं। यह 28,000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रैवल करता है। यह हर 90 मिनट में पृथ्वी की परिक्रमा पूरी कर लेता है। 5 स्पेस एजेंसीज ने मिलकर इसे बनाया है। स्टेशन का पहला पीस नवंबर 1998 में लॉन्च किया गया था। ---------------------------------------- शुभांशु शुक्ला से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... 1. एस्ट्रोनॉट शुभांशु अंतरिक्ष में रवाना:मां बोलीं- खुशी का ठिकाना नहीं, लेकिन डर भी लग रहा लखनऊ के शुभांशु शुक्ला एक्सिअम मिशन-4 के तहत इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन यानी ISS पर रवाना हो गए। उनके साथ तीन अन्य एस्ट्रोनॉट भी स्पेस स्टेशन जा रहे हैं। लखनऊ में शुभांशु के माता-पिता बेटे की ऐतिहासिक अंतरिक्ष यात्रा को लेकर काफी खुश हैं। उनके रवाना होने पर मां की आंखों में आंसू छलक आए। पूरी खबर पढ़ें... 2. शुभांशु अंतरिक्ष के लिए रेडी, मां को खाने की टेंशन:लखनऊ में बहन बोलीं- बचपन में कहते थे मैं तारों के पास घूमने जाऊंगा लखनऊ के शुभांशु शुक्ला जल्द ही NASA और Axiom Space के कंबाइंड मिशन पर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की उड़ान भरेंगे। मिशन में उनके साथ 4 लोग जा रहे हैं। मिशन का नाम-Axiom 4 है। अंतरिक्ष में वे 14 दिन रहेंगे। इंडियन एयरफोर्स के ग्रुप कैप्टन और एस्ट्रोनॉट शुभांशु ऐसा करने वाले के दूसरे अंतरिक्ष यात्री होंगे, उनसे पहले राकेश शर्मा ये कारनामा कर चुके हैं। पूरी खबर पढ़ें... ​​​​​

दैनिक भास्कर 26 Jun 2025 12:04 pm

अमेरिका में सरकारी डिवाइस पर वॉट्सएप बैन:डेटा सिक्योरिटी में कमी के कारण एप डिलीट करने को कहा, साइबर अटैक का भी डर

अमेरिका में सरकारी डिवाइसेस पर वॉट्सएप यूज करने पर बैन लगा दिया गया है। अमेरिकी हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स (भारत में लोकसभा की तरह निचला सदन) के चीफ एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर (CAO) ने एक आदेश जारी किया, जिसमें लिखा था 'वॉट्सएप को अब किसी भी सरकारी डिवाइस पर यूज नहीं किया जा सकता। इसमें एप के तीनों वर्जन- मोबाइल, डेस्कटॉप और वेब शामिल हैं।' नोटिफिकेशन बताया गया कि, अगर किसी स्टाफ के फोन में वॉट्सएप इंस्टॉल है, तो उसे तुरंत डिलीट किया जाए। इतना ही नहीं, आदेश में अनजान नंबरों से आने वाले मैसेज या फिशिंग स्कैम से सावधान रहने की चेतावनी भी दी गई। आदेश में स्टाफ को वॉट्सएप की जगह दूसरी मैसेजिंग एप्स यूज करने की सलाह दी गई है। वॉट्सएप को हाई-रिस्क मानने की 3 वजहें इसी साल जनवरी में सिक्योरिटी पर सवाल उठाए थे इससे पहले इसी साल जनवरी में वॉट्सएप ने खुद कबूल किया था कि इजरायली स्पायवेयर कंपनी पैरागॉन सॉल्यूशंस ने इसके कई यूजर्स, खासकर जर्नलिस्ट्स और सिविल सोसाइटी मेंबर्स को टारगेट किया था। इस घटना ने वॉट्सएप की सिक्योरिटी पर सवाल उठाए थे। मेटा का दावा- हमारा डेटा सिक्योरिटी सिस्टम बेहतर मेटा ने इस बैन पर विरोध जताया है। कंपनी के स्पोक्सपर्सन एंडी स्टोन ने रॉयटर्स से कहा, 'हम इस फैसले से बिल्कुल सहमत नहीं हैं। वॉट्सएप में डिफॉल्ट एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन है, जो इसे दूसरी मैसेजिंग एप्स से ज्यादा सिक्योर बनाता है।' मेटा का दावा है कि वॉट्सएप की सिक्योरिटी लेवल उन एप्स से बेहतर है, जिन्हें हाउस ने अल्टरनेटिव के तौर पर सुझाया है। स्टोन ने ये भी कहा कि हाउस और सीनेट के कई मेंबर्स वॉट्सएप यूज करते हैं, और वो चाहते हैं कि हाउस के मेंबर्स भी इसे ऑफिशियली यूज करें। अमेरिका संसद में ये एप्स भी बैन मेटा और अमेरिकी सरकार में तनातनी वॉट्सएप का बैन सिर्फ सिक्योरिटी इश्यू तक सीमित नहीं है। मेटा और अमेरिकी सरकार के बीच पहले से तनाव चल रहा है। अमेरिकी फेडरल ट्रेड कमिशन (FTC) मेटा के खिलाफ एक मुकदमा चला रही है, जिसमें कंपनी पर मोनोपॉली (एक छत्र राज) का आरोप लगाया गया है। इस केस का फैसला अभी आना बाकी है। इसके अलावा, मेटा CEO मार्क जुकरबर्ग की हाल में प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप और उनके सहयोगियों से नजदीकी बढ़ रही है। इससे मेटा के कुछ कर्मचारी नाराज हैं। फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, 40 से ज्यादा मेटा कर्मचारियों ने जुकरबर्ग के इस 'पॉलिटिकल शिफ्ट' पर सवाल उठाए हैं। कुछ तो उन्हें 'मेगा मार्क' (मेक अमेरिका ग्रेट अगेन) कहकर तंज कस रहे हैं। मेटा ने ट्रंप के उद्घाटन फंड में $1 मिलियन (₹8.61 करोड़) का डोनेशन भी दिया है। दुनियाभर में 48 करोड़ से ज्यादा वॉट्सऐप यूजर्स दुनियाभर में इसके 2 अरब से भी ज्यादा यूजर्स हैं। वहीं, भारत में करीब वॉट्सएप के करीब 48.9 करोड़ यूजर हैं। वॉट्सएप को साल 2009 में लॉन्च किया गया था। 2014 में फेसबुक ने वॉट्सएप को 19 बिलियन डॉलर में खरीदा था।

दैनिक भास्कर 25 Jun 2025 7:27 pm

दोपहर 12 बजे स्पेस स्टेशन के लिए उड़ान भरेंगे शुभांशु:14 दिन तक रहेंगे, 41 साल बाद कोई भारतीय एस्ट्रोनॉट अंतरिक्ष में जाएगा

भारतीय गगनयात्री शुभांशु शुक्ला एक्सिअम मिशन 4 के तहत आज यानी, 25 जून को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन, यानी ISS जा रहे हैं। उनके साथ तीन अन्य एस्ट्रोनॉट भी स्पेस स्टेशन जाएंगे। मिशन भारतीय समयानुसार दोपहर 12:01 बजे फ्लोरिडा में नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च किया जाएगा। स्पेसएक्स के फाल्कन-9 रॉकेट से जुड़े ड्रैगन कैप्सूल में शुभांशु उड़ान भरेंगे। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा और भारतीय एजेंसी इसरो के बीच हुए एग्रीमेंट के तहत ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को इस मिशन के लिए चुना गया है। शुभांशु इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर जाने वाले पहले और स्पेस में जाने वाले दूसरे भारतीय होंगे। इससे 41 साल पहले राकेश शर्मा ने 1984 में सोवियत यूनियन के स्पेसक्राफ्ट से अंतरिक्ष यात्रा की थी। ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट करीब 28.5 घंटे के बाद 26 जून को शाम 04:30 बजे ISS से जुड़ेगा। 6 बार टाला गया एक्सियम-4 मिशन मिशन का उद्देश्य: स्पेस स्टेशन बनाने की प्लानिंग का हिस्सा Ax-4 मिशन का मुख्य उद्देश्य अंतरिक्ष में रिसर्च करना और नई टेक्नोलॉजी को टेस्ट करना है। ये मिशन प्राइवेट स्पेस ट्रैवल को बढ़ावा देने के लिए भी है और एक्सियम स्पेस प्लानिंग का हिस्सा है, जिसमें भविष्य में एक कॉमर्शियल स्पेस स्टेशन (एक्सियम स्टेशन) बनाने की योजना है। अब 5 जरूरी सवालों के जवाब: सवाल 1: कौन हैं शुभांशु शुक्ला? जवाब: शुभांशु का जन्म 1986 में उत्तर प्रदेश के लखनऊ में हुआ था। उन्होंने अपनी पढ़ाई राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) से की। वह 2006 में वायु सेना में शामिल हुए और फाइटर जेट्स उड़ाने का अनुभव रखते हैं। उन्हें ISRO के गगनयान मिशन के लिए भी चुना गया है, जो भारत का पहला मानव अंतरिक्ष मिशन है। अंतरिक्ष यात्री बनने के लिए उन्होंने रूस और अमेरिका में खास ट्रेनिंग ली। इसमें उन्होंने माइक्रोग्रैविटी में काम करना, इमरजेंसी हैंडलिंग, और वैज्ञानिक प्रयोग सीखे। सवाल 2: शुभांशु ISS पर क्या करेंगे? जवाब: शुभांशु वहां 14 दिनों तक रहेंगे और 7 प्रयोग करेंगे, जो भारतीय शिक्षण संस्थानों ने तैयार किए हैं। इनमें ज्यादातर बायोलॉजिकल स्टडीज होंगी, जैसे कि अंतरिक्ष में मानव स्वास्थ्य और जीवों पर असर देखना। इसके अलावा, वो NASA के साथ 5 और प्रयोग करेंगे, जो लंबे अंतरिक्ष मिशनों के लिए डेटा जुटाएंगे। इस मिशन में किए गए प्रयोग भारत के गगनयान मिशन को मजबूत करेंगे। सवाल 3: इस मिशन में भारत को कितनी लागत आई है? जवाब: इस मिशन पर भारत ने अब तक करीब 548 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। इसमें शुभांशु और उनके बैकअप ग्रुप कैप्टन प्रशांत नायर की ट्रेनिंग का खर्च भी शामिल है। ये पैसे ट्रेनिंग, उपकरण, और अंतरराष्ट्रीय साझेदारी में लगे हैं। शुभांशु की ट्रेनिंग की 3 तस्वीरें... सवाल 4: भारत के लिए यह मिशन कितना अहम है? जवाब: शुभांशु का ये अनुभव गगनयान मिशन (2027 में प्लान्ड) के लिए बहुत मददगार होगा। वापस आने के बाद वो जो डेटा और अनुभव लाएंगे, वो भारत के अंतरिक्ष प्रोग्राम को आगे बढ़ाने में हेल्प कर सकता है। सवाल 5: क्या ये प्राइवेट स्पेस मिशन है? जवाब: हां, एक्सियम मिशन 4 एक प्राइवेट स्पेस फ्लाइट मिशन है। अमेरिका की प्राइवेट स्पेस कंपनी एक्सियम स्पेस और नासा के कोलेबोरेशन में यह हो रहा है। एक्सियम स्पेस का यह चौथा मिशन है। इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन क्या है? इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पृथ्वी के चारों ओर घूमने वाला एक बड़ा अंतरिक्ष यान है। इसमें एस्ट्रोनॉट रहते हैं और माइक्रो ग्रेविटी में एक्सपेरिमेंट करते हैं। यह 28,000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रैवल करता है। यह हर 90 मिनट में पृथ्वी की परिक्रमा पूरी कर लेता है। 5 स्पेस एजेंसीज ने मिलकर इसे बनाया है। स्टेशन का पहला पीस नवंबर 1998 में लॉन्च किया गया था। ---------------------------------------- शुभांशु शुक्ला से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... शुभांशु अंतरिक्ष के लिए रेडी, मां को खाने की टेंशन:लखनऊ में बहन बोलीं- बचपन में कहते थे मैं तारों के पास घूमने जाऊंगा लखनऊ के शुभांशु शुक्ला जल्द ही NASA और Axiom Space के कंबाइंड मिशन पर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की उड़ान भरेंगे। मिशन में उनके साथ 4 लोग जा रहे हैं। मिशन का नाम-Axiom 4 है। अंतरिक्ष में वे 14 दिन रहेंगे। इंडियन एयरफोर्स के ग्रुप कैप्टन और एस्ट्रोनॉट शुभांशु ऐसा करने वाले के दूसरे अंतरिक्ष यात्री होंगे, उनसे पहले राकेश शर्मा ये कारनामा कर चुके हैं। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 25 Jun 2025 8:48 am

टेस्ला का पहला भारतीय शोरूम मुंबई में बनना शुरू:कंपनी शुरुआत में मेड-इन-चाइना मॉडल Y बेचेगी, एक्सपेक्टेड शुरुआती कीमत ₹48 लाख

इलॉन मस्क की ईवी कंपनी टेस्ला का पहला भारतीय शोरूम मुंबई में बनना शुरू हो गया है। कंपनी ने मुंबई के पॉश इलाके बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) में अपने पहले शोरूम के लिए 4000 स्क्वायर फीट की जगह फाइनल की थी। इसके साथ ही दिल्ली के एयरोसिटी में भी दूसरा शोरूम खोलने की तैयारी चल रही है। ये दोनों शोरूम जुलाई 2025 में खुल सकते हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक यूजर ने पोस्ट कर टेस्ला के शोरूम की तस्वीरें शेयर की हैं। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट्स के मुताबिक, टेस्ला अपनी मेड-इन-चाइना इलेक्ट्रिक एसयूवी मॉडल Y से भारत में शुरुआत करेगी। ये कारें टेस्ला की शंघाई फैक्ट्री से भारत लाई जाएंगी। भारत में कंपनी की कारों की कीमत 48 लाख रुपए से शुरू हो सकती है। मॉडल Y दुनिया की सबसे ज्यादा बिकने वाली इलेक्ट्रिक कार टेस्ला का भारत में आना इसलिए भी खास है, क्योंकि भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल मार्केट है। कंपनी को यूरोप और चीन में बिक्री में कमी का सामना करना पड़ रहा है, ऐसे में भारत उनके लिए एक बड़ा मौका साबित हो सकता है। कंपनी की मॉडल Y दुनिया की सबसे ज्यादा बिकने वाली इलेक्ट्रिक कार है, ये भारतीय ग्राहकों को भी पसंद आ सकती है। कंपनी ने अमेरिका, चीन और नीदरलैंड से सुपरचार्जर कंपोनेंट, कार एक्सेसरीज, मर्चेंडाइज और स्पेयर्स भी इंपोर्ट किए हैं। शोरूम का किराया करीब ₹35 लाख प्रति माह रिपोर्ट्स के मुताबिक, टेस्ला ने मुंबई के BKC में मेकर मैक्सिटी बिल्डिंग में 5 साल के लिए जगह किराए पर ली है। इसका किराया करीब 35 लाख रुपए प्रतिमाह है, जो भारत के सबसे महंगे कमर्शियल रेंट में से एक है। ये शोरूम टेस्ला के प्रीमियम इलेक्ट्रिक वाहनों को डिस्प्ले करेगा। यहां ग्राहकों को टेस्ट ड्राइव का मौका भी मिलेगा। टेस्ला कर्नाटक-गुरुग्राम में वेयरहाउस बनाएगी टेस्ला भारत के साउथ में कर्नाटक में वेयरहाउस के लिए जगह किराए पर ले रही है। इसके अलावा कंपनी नई दिल्ली के बाहर गुरुग्राम में भी जगह लीज पर लेने की प्लानिंग कर रही है। इसके अलावा दूसरे देशों से टेस्ला के अधिकारी मुंबई और नई दिल्ली के शोरूमों पर वीकली विजिट भी कर रहे हैं। टेस्ला सरकार की EV पॉलिसी का फायदा उठाएगी भारत सरकार ने हाल ही में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) के लिए नई पॉलिसी बनाई है, जिसमें विदेशी कंपनियों को कम इंपोर्ट ड्यूटी (15%) का फायदा मिल सकता है, बशर्ते वे भारत में 500 मिलियन डॉलर यानी 4,327 करोड़ रुपए का निवेश करें और तीन साल में लोकल प्रोडक्शन शुरू करें। टेस्ला इस पॉलिसी का फायदा उठाने की तैयारी में है। कंपनी भारत में अभी सिर्फ इंपोर्टेड कारें बेचेगी हालांकि, टेस्ला ने अभी तक भारत में अपनी फैक्ट्री लगाने का फैसला नहीं किया है। कुछ समय पहले खबर आई थी कि टेस्ला गुजरात, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और तेलंगाना जैसे राज्यों में फैक्ट्री लगाने पर विचार कर रही है, लेकिन फिलहाल कंपनी भारत में सिर्फ इंपोर्टेड कारें बेचने पर ध्यान दे रही है। टेस्ला का टाटा और महिंद्रा से कॉम्पिटिशन होगा भारत में इलेक्ट्रिक कारों का बाजार अभी छोटा है, यहां 2023 में सिर्फ 2% कारें ही इलेक्ट्रिक थीं। लेकिन सरकार का टारगेट है कि 2030 तक 30% नई कारें इलेक्ट्रिक हों। टाटा मोटर्स और महिंद्रा जैसी देसी कंपनियां इस मार्केट में पहले से मौजूद हैं और अब टेस्ला के आने से कॉम्पिटिशन और बढ़ेगा। टेस्ला की कारें अपनी शानदार डिजाइन, हाई-टेक फीचर्स और ओवर-द-एयर सॉफ्टवेयर अपडेट्स के लिए जानी जाती हैं। कंपनी ने भारत में पहले से ही सेल्स, सर्विस और डिलीवरी के लिए लोगों की भर्ती शुरू कर दी है। टेस्ला का भारत आना न सिर्फ इलेक्ट्रिक कारों को बढ़ावा देगा, बल्कि ये भारतीय ग्राहकों को भी नई टेक्नोलॉजी और बेहतर ऑप्शन्स देगा। टेस्ला से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... टेस्ला फिलहाल भारत में कारें नहीं बनाएगी: केंद्रीय मंत्री कुमारस्वामी ने कहा- कंपनी की मैन्युफैक्चरिंग में कोई दिलचस्पी नहीं; सिर्फ दो शो-रूम खोलेगी इलॉन मस्क की इलेक्ट्रिक कार मेकर कंपनी टेस्ला फिलहाल भारत में कारें बनाने की योजना नहीं बना रही है। भारी उद्योग मंत्री एच. डी. कुमारस्वामी ने सोमवार को कहा कि टेस्ला सिर्फ दो शो रूम खोलना चाहती है, मैन्युफैक्चरिंग में उसकी कोई दिलचस्पी नहीं है। पूरी खबर पढ़ें... टेस्ला ने मुंबई में ऑफिस लीज पर लिया: पहले शोरूम के लिए स्पेस ली थी, ये भारत में कंपनी की जल्द एंट्री का संकेत इलॉन मस्क की टेस्ला ने मुंबई में एक ऑफिस लीज पर लिया है। ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, टेस्ला ने फीनिक्स मार्केट सिटी में एक को-वर्किंग फैसिलिटी के भीतर 30 सीटों वाला वर्कस्पेस लिया है। इसके लिए उसे 3 लाख रुपए महीने का पेमेंट करना होगा। पूरी खबर पढ़ें... टेस्ला ने मुंबई और पुणे में शुरू की हायरिंग: टोटल 20 वैकेंसी निकालीं, कंपनी का पहला शोरूम मुंबई के BKC में खुलेगा बिलेनियर इलॉन मस्क की कंपनी टेस्ला इंक ने भारत में अपने हायरिंग के प्रयासों को तेज कर दिया है। टेस्ला ने महाराष्ट्र में 20 ओपन पोजीशन को लिस्ट किया है। जिसमें से 15 जॉब्स ओपनिंग मुंबई और 5 वैकेंसी पुणे के लिए निकाली गई हैं। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 24 Jun 2025 11:51 pm

पेटीएम का नया फीचर 'टोटल बैलेंस व्यू' लॉन्च:UPI से लिंक्ड सभी बैंक अकाउंट्स का टोटल बैलेंस एक ही स्क्रीन पर देख सकेंगे यूजर्स

पेटीएम यूजर्स अब सिर्फ एक बार UPI पिन डालकर अपने सभी बैंक अकाउंट्स का टोटल बैलेंस चेक कर सकेंगे। इसके लिए डिजिटल पेमेंट कंपनी पेटीएम ने अपने एप में नया फीचर 'टोटल बैलेंस व्यू' पेश किया है। इस नए टूल से UPI से लिंक्ड सभी अकाउंट्स का टोटल अमाउंट एक ही स्क्रीन पर दिख जाएगा। यह फीचर खासतौर पर उन लोगों के लिए उपयोगी है, जिनके एक से अधिक बैंक अकाउंट हैं और वे अलग-अलग एप्स पर जाकर बैलेंस चेक करते हैं। इस फीचर से अब यूजर्स को अलग-अलग बैंक अकाउंट की शेषराशि जोड़ने की जरूरत नहीं पड़ेगी। मनी मैनेजमेंट करना आसान होगा इस नए टूल का उद्देश्य अलग-अलग खातों के बैलेंस को अलग-अलग चेक करने की जरूरत को खत्म करके मनी मैनेजमेंट को आसान बनाना है। यानी आप फाइनेंशियल प्लानिंग, बजट बनाना, खर्च पर कंट्रोल और सेविंग करने जैसे काम आसानी से कर सकेंगे। 2009 में हुई थी पेटीएम की शुरुआत पेटीएम की पेरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस ने अगस्त 2009 में पेटीएम पेमेंट ऐप को लॉन्च किया था। इसके फाउंडर विजय शेखर शर्मा है। अभी देश में पेटीएम के 30 करोड़ से ज्यादा यूजर हैं। पेटीएम का मार्केट कैप करीब 28 हजार करोड़ रुपए है। UPI को NCPI ऑपरेट करता है भारत में RTGS और NEFT पेमेंट सिस्टम का ऑपरेशन RBI के पास है। IMPS, RuPay, UPI जैसे सिस्टम को नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ऑपरेट करती है। सरकार ने 1 जनवरी 2020 से UPI ट्रांजैक्शन के लिए एक जीरो-चार्ज फ्रेमवर्क मैंडेटरी किया था। UPI कैसे काम करता है? UPI सर्विस के लिए आपको एक वर्चुअल पेमेंट एड्रेस तैयार करना होता है। इसके बाद इसे बैंक अकाउंट से लिंक करना होगा। इसके बाद आपका बैंक अकाउंट नंबर, बैंक का नाम या IFSC कोड आदि याद रखने की जरूरत नहीं होती। पेमेंट करने वाला बस आपके मोबाइल नंबर के हिसाब से पेमेंट रिक्वेस्ट प्रोसेस करता है। अगर, आपके पास उसका UPI आईडी (ई-मेल आईडी, मोबाइल नंबर या आधार नंबर) है तो आप अपने स्‍मार्टफोन के जरिए आसानी से पैसा भेज सकते हैं। न सिर्फ पैसा बल्कि यूटिलिटी बिल पेमेंट, ऑनलाइन शॉपिंग, खरीदारी आदि के लिए नेट बैंकिंग, क्रेडिट या डेबिट कार्ड भी जरूरत नहीं होगी। ये सभी काम आप यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस सिस्टम से कर सकते हैं।

दैनिक भास्कर 24 Jun 2025 10:28 pm

देश में जल्द बनेंगी सस्ती इलेक्ट्रिक कारें:भारत में मैन्युफैक्चरिंग करने पर कंपनियों को 15% सब्सिडी मिलेगी, प्लांट लगाने के लिए पोर्टल लॉन्च

भारत में जल्द ही इलेक्ट्रिक गाड़ियां सस्ती होंगी। केंद्र सरकार ने मंगलवार (24 जून) को एक ऑनलाइन पोर्टल लॉन्च किया, जिस पर इलेक्ट्रिक पैसेंजर कार बनाने के लिए कंपनियां आवेदन कर सकेंगी। केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने X पोस्ट कर बताया कि, 'नई ईवी पॉलिसी से न सिर्फ देश में इलेक्ट्रिक गाड़ियों का प्रोडक्शन बढ़ेगा, बल्कि ग्लोबल EV कंपनियों को भारत में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने का मौका मिलेगा।' कुमारस्वामी ने बताया कि, योजना में हिस्सा लेने के लिए कंपनियां ऑनलाइन पोर्टल spmepci.heavyindustries.gov.in पर 24 जून से 21 अक्टूबर 2025 तक आवेदन भेज सकती हैं। भारी उद्योग मंत्रालय ने 2 जून को नई योजना 'स्कीम टू प्रमोट मैन्युफैक्चरिंग ऑफ इलेक्ट्रिक पैसेंजर कार्स इन इंडिया (SPMEPCI)' लागू करने के लिए नोटिफिकेशन जारी किया था। क्या है ये नई स्कीम? सरकार की इस नई स्कीम का मकसद भारत को इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का मैन्युफैक्चरिंग का हब बनाना है। सरकार चाहती है कि ज्यादा से ज्यादा इलेक्ट्रिक कारें भारत में ही बनें, ताकि नौकरियां बढ़ें, प्रदूषण कम हो और देश की अर्थव्यवस्था को फायदा हो। इस स्कीम के तहत विदेशी कंपनियों को कम इंपोर्ट ड्यूटी (15%) का फायदा मिल सकता है, बशर्ते वे भारत में 500 मिलियन डॉलर यानी 4,327 करोड़ रुपए का निवेश करें और तीन साल में लोकल प्रोडक्शन शुरू करें। इसके लिए सरकार ने एक खास पोर्टल बनाया है, जहां कंपनियां ऑनलाइन अप्लाई कर सकती हैं। इस पोर्टल के जरिए आवेदन प्रक्रिया को आसान और पारदर्शी बनाने की कोशिश की गई है। यानी कोई भी कंपनी जो भारत में इलेक्ट्रिक कारें बनाना चाहती है, वो इस पोर्टल पर जाकर अपनी डिटेल्स भर सकती है और स्कीम का फायदा उठा सकती है। क्यों जरूरी है ये स्कीम? भारत में अभी EV मार्केट अपनी शुरुआती स्टेज में है। 2024 में इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री कुल कार बिक्री का सिर्फ 2.5% थी। सरकार का टारगेट है कि 2030 तक 30% कारें इलेक्ट्रिक हो। लेकिन, इसके लिए बड़े पैमाने पर मैन्युफैक्चरिंग और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत है। अभी भारत में EV प्रोडक्शन की क्षमता 2 लाख यूनिट्स है, लेकिन 2030 तक इसे बढ़ाकर 25 लाख यूनिट्स करने का प्लान है। यानी, अगले 5 साल में भारत EV प्रोडक्शन में 10 गुना बढ़ोतरी करना चाहता है। इसके अलावा, भारत सरकार का मकसद सिर्फ अपने लिए गाड़ियां बनाना नहीं है, बल्कि ‘मेक इन इंडिया फॉर द वर्ल्ड’ के तहत दुनिया भर में इलेक्ट्रिक कारें एक्सपोर्ट करना भी है। लेकिन इसके लिए भारतीय कंपनियों को अपनी लागत कम करनी होगी, ताकि वो ग्लोबल मार्केट में चीन जैसे देशों से मुकाबला कर सकें। क्या फायदा मिलेगा? इस स्कीम से कई फायदे होने की उम्मीद है... चीन से चुनौती और उसका जवाब भारत का EV मार्केट अभी काफी हद तक चाइनीज टेक्नोलॉजी और पार्ट्स पर निर्भर है। खास तौर पर रेयर अर्थ मैग्नेट्स, जो EV मोटर्स में इस्तेमाल होते हैं। इनका 90% सप्लाई चीन से आता है। हाल ही में चीन ने इनके एक्सपोर्ट पर सख्ती की है, जिससे भारत सहित दुनियाभर की कंपनियों का EV प्रोडक्शन प्रभावित हो रहा है। इस चुनौती से निपटने के लिए सरकार कई कदम उठा रही है। मसलन, रेयर अर्थ मटेरियल्स की घरेलू माइनिंग और प्रोसेसिंग को बढ़ावा देना और दूसरे देशों के साथ पार्टनरशिप करना। साथ ही इस स्कीम के तहत कंपनियों को भारत में ही बैटरी और दूसरे पार्ट्स बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है, ताकि चीन पर निर्भरता कम हो। कौन-कौन सी कंपनियां आ सकती हैं? इस स्कीम का फायदा लेने के लिए कई बड़ी ग्लोबल कंपनियां भारत की ओर देख रही हैं। मसलन, टेस्ला जैसी कंपनियां, जो जुलाई 2025 में मुंबई और दिल्ली में अपने शोरूम खोलने जा रही हैं, वो इस स्कीम के तहत भारत में मैन्युफैक्चरिंग शुरू कर सकती हैं। इसके अलावा, टाटा मोटर्स, महिंद्रा और मारुति सुजुकी जैसी भारतीय कंपनियां भी अपने EV प्रोडक्शन को बढ़ाने की तैयारी में हैं। आम लोगों के लिए इसका मतलब? अगर आप एक आम आदमी हैं, जो गाड़ी खरीदने की सोच रहे हैं, तो ये स्कीम आपके लिए अच्छी खबर है। आने वाले सालों में इलेक्ट्रिक गाड़ियां सस्ती हो सकती हैं और चार्जिंग स्टेशन भी बढ़ेंगे। इससे EV चलाना और आसान हो जाएगा। साथ ही अगर आप प्रदूषण से परेशान हैं, तो ये स्कीम पर्यावरण को साफ रखने में भी मदद करेगी। आगे क्या? कुमारस्वामी का कहना है कि ये पोर्टल सिर्फ शुरुआत है। अगले कुछ महीनों में और भी नीतियां और स्कीम्स लॉन्च हो सकती हैं, जो EV सेक्टर को सपोर्ट करेंगी। इसके अलावा, चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने के लिए HPCL जैसी कंपनियों के साथ पार्टनरशिप भी की जा रही है, ताकि देशभर में चार्जिंग स्टेशन का जाल बिछाया जा सके। ये खबर भी पढ़ेंटेस्ला जुलाई से भारत में, मुंबई-दिल्ली में शोरूम खोलेगी:मेड-इन-चाइना मॉडल-Y SUV कारें बेचेगी, ₹48 लाख से शुरू हो सकती है कारों की कीमत इलॉन मस्क की इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने वाली कंपनी टेस्ला जुलाई 2025 में भारत में अपने पहले शोरूम ओपन करने वाली है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये शोरूम मुंबई और नई दिल्ली में खुलेंगे। कंपनी यहां अपनी मेड-इन-चाइना मॉडल वाई (Model Y) SUV कारें बेचेगी। ये कारें टेस्ला की शंघाई फैक्ट्री से भारत लाई जाएंगी। भारत में कंपनी की कारों की कीमत 48 लाख रुपए से शुरू हो सकती है। टेस्ला का भारत में आना इसलिए भी खास है, क्योंकि भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल मार्केट है। कंपनी को यूरोप और चीन में बिक्री में कमी का सामना करना पड़ रहा है, ऐसे में भारत उनके लिए एक बड़ा मौका साबित हो सकता है। कंपनी की मॉडल वाई दुनिया की सबसे ज्यादा बिकने वाली इलेक्ट्रिक कार है, ये भारतीय ग्राहकों को भी पसंद आ सकती है। पूर खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 24 Jun 2025 6:59 pm

टाटा हैरियर ईवी भारत की सबसे सेफ इलेक्ट्रिक कार:भारत-NCAP क्रैश टेस्ट में 5 स्टार सेफ्टी रेटिंग हासिल की, महिंद्रा XEV 9e के बराबर पॉइंट मिले

टाटा मोटर्स की हैरियर ईवी महिंद्रा की XEV 9e के साथ संयुक्त रूप से भारत में सबसे सेफ कर बन गई है। हैरियर ईवी ने भारत-NCAP में किए गए क्रैश टेस्ट में 5 स्टार सेफ्टी रेटिंग हासिल की है, जो कि सभी वैरिएंट्स पर लागू है। हैरियर ईवी को इसी महीने (2 जून) को लॉन्च किया गया था। भारत-NCAP ने आज (24 जून) क्रैश टेस्ट की रिपोर्ट जारी की। इसमें कार को एडल्ट सेफ्टी के लिए 32 में से 32 और चाइल्ड सेफ्टी के लिए 49 में से 45 पॉइंट मिले हैं। महिंद्रा XEV 9e को भी जनवरी में किए गए क्रैश टेस्ट में इतने ही पॉइंट मिले थे।

दैनिक भास्कर 24 Jun 2025 4:46 pm

रोल्स रॉयस की सबसे पावरफुल कार स्पेक्ट्रे ब्लैक बैज लॉन्च:44,000 कलर ऑप्शन के साथ 4.1 सेकेंड में 0-100kmph की स्पीड, शुरुआती कीमत ₹9.5 करोड़

लग्जरी कार मैकर रोल्स-रॉयस इंडिया ने आज (23 जून) भारतीय बाजार में स्पेक्ट्रे ब्लैक बैज को लॉन्च किया है। यह कंपनी का पहला ब्लैक बैज इलेक्ट्रिक मॉडल है, जिसे इस साल फरवरी में ग्लोबल मार्केट में पेश किया गया था। यही नहीं रोल्स-रॉयस स्पेक्ट्रे ब्लैक बैज कंपनी की अब तक की सबसे पावरफुल कार भी है। कंपनी का दावा है कि कार सिर्फ 4.1 सेकंड में 0-100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है। इसके अलावा कार को कस्टमाइज करने के लिए 44,000 कलर ऑप्शन मिलते हैं। इसकी शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत बिना किसी कस्टमाइजेशन के 9.5 करोड़ रुपए रखी गई है, जो स्टैण्डर्ड स्पेक्ट्रे ईवी से 1.88 करोड़ रुपए ज्यादा है। रोल्स-रॉयस इंडिया ने जनवरी में स्टैंडर्ड स्पेक्ट्रे ईवी को 7.62 करोड़ रुपए की एक्स-शोरूम कीमत में लॉन्च किया था। ब्रांड के चेन्नई और नई दिल्ली डीलरशिप पर इसकी बुकिंग शुरू कर दी गई है।

दैनिक भास्कर 23 Jun 2025 11:07 pm

हैरियर ईवी के RWD वैरिएंट्स के प्राइस रिवील:622km रेंज के साथ ADAS लेवल-2 सेफ्टी फीचर्स, शुरुआती कीमत ₹21.49 लाख

टाटा मोटर्स ने आज (23 जून) अपनी मिड साइज इलेक्ट्रिक SUV हैरियर ईवी के रियर व्हील ड्राइव वैरिएंट्स को रिवील कर दिया है। इसकी एक्स-शोरूम कीमत 21.49 से 27.49 लाख रुपए के बीच रखी गई है। इसके डुअल मोटर ऑल व्हील ड्राइव वैरिएंट्स की कीमत की घोषणा 27 जून को की जाएगी। ईवी 3 वैरिएंट्स- एडवेंचर, फियरलेस और एम्पावर्ड में में आती है। टाटा कार की बुकिंग 2 जुलाई से शुरू करेगी। कंपनी ने कार को भारतीय बाजार में 2 जून को 65kWh और 75kWh बैटरी पैक के साथ लॉन्च किया था। कंपनी का दावा है कि ये एक बार फुल चार्ज पर 622 किलोमीटर चलेगी। टाटा कार के बैटरी पैक के साथ लाइफ टाइम और अनलिमिटेड वारंटी दे रही है। इसके अलावा, 4 साल तक फ्री कनेक्टेड कार टेक्नीक भी मिलेगी। कार में ऑल व्हील ड्राइव ऑप्शन के साथ कई ऑफरोडिंग मोड्स मिलेंगे। इनमें 360 डिग्री कैमरा के साथ ट्रांसपेरेंट मोड, बूस्ट मोड और रॉक क्रॉल मोड जैसे ऑफ-रोडिंग फीचर्स शामिल हैं। वहीं, सेफ्टी के लिए 7 एयरबैग के साथ एडवांस ड्राइविंग असिस्ट सिस्टम के 22 लेवल-2 फीचर्स मिलेंगे। इसका मुकाबला महिंद्रा XEV 9e और BYD एटो 3 से रहेगा। टाटा हैरियर ईवी: वैरिएंट वाइस प्राइस डिजाइन: LED हेडलाइट और कनेक्टेड LED DRL's हैरियर ईवी का ओवर ऑल लुक इसके ICE वर्जन जैसा ही है, लेकिन इसमें कुछ कॉस्मेटिक अपडेट्स किए गए हैं। हैरियर ईवी के फ्रंट में कर्व ईवी की तरह क्लोस्ड-ऑफ ग्रिल दी गई है। इसके दोनों ओर वर्टिकल-स्टैक्ड​ LED हेडलाइट सेटअप कनेक्टेड LED DRL's​​​​ है। इसके अलावा, वेलकम और गुडबाय एनिमेशन फंक्शन भी मिलेगा। साइड प्रोफाइल की बात करें तो यहां 19 इंच के नए अलॉय व्हील के साथ एयरो स्पेसिफिक कवर मिलते हैं। इसके फ्रंट डोर पर ‘EV’ बैजिंग भी देखी जा सकती है, वहीं ICE वर्जन में ‘हैरियर’ ब्रांडिंग मिलती है। हैरियर ईवी में C-पिलर पर सिल्वर किंक भी दिया गया है जो रेगुलर मॉडल में ब्लैक है। ऊपर की ओर रूफ रेल्स और पैनोरमिक सनरूफ दिया गया है। इसके अलावा, दरवाजों और व्हील आर्च पर ब्लैक कलर की क्लैडिंग, काले रंग के आउटसाइड रियर व्यू मिरर (ORVM) और ब्लैक रूफ रेल्स सहित अन्य सभी चीजें पेट्रोल वर्जन की तरह ही हैं। हैरियर ईवी के रियर में ICE मॉडल की तरह वेलकम और गुडबाय एनिमेशन के साथ कनेक्टेड LED टेल लैंप्स दिए गए हैं। इसके रियर बंपर को भी अपडेट किया गया है। अब इसमें वर्टिकल स्लेट्स दी गई हैं, जो इसके फ्रंट डिजाइन से मैच करती है। ऊपर की ओर रूफ-माउंटेड स्पॉइलर और रियर वाइपर वॉशर भी मिलता है। शार्क फिन एंटीना में एक कैमरा दिया गया है, जो इंटरनल रियर व्यू मिरर (IRVM) पर पीछे के ट्रैफिक फीड को दिखाता है। यह फीचर रेगुलर हैरियर में नहीं है। कार 4 कलर ऑप्शन और एक स्पेशल कलर ऑप्शन मिलता है। इंटीरियर: इल्लुमिनेटेड टाटा लोगो के साथ 4-स्पोक स्टीयरिंग व्हील एक्सटीरियर की तरह टाटा हैरियर ईवी का इंटीरियर लेआउट भी ICE हैरियर जैसा है, केबिन में नई वाइट और ग्रे कलर थीम दी गई है जो कर्व ईवी और नेक्सन ईवी से मिलती-जुलती है। इसमें रेगुलर हैरियर की तरह इल्युमिनेटेड लोगो के साथ 4-स्पोक स्टीयरिंग व्हील और 10.25-इंच डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले दिया गया है। लेकिन, इसमें बड़ा 14.5-इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम और सैमसंग का QLED डिस्प्ले दिया गया है, जो डॉल्बी एटमॉस सराउंड साउंड सिस्टम को सपोर्ट करता है। हैरियर ईवी में सेंटर कंसोल पर ड्राइव सिलेक्टर स्टॉक, ट्विन कपहोल्डर, इलेक्ट्रॉनिक पार्किंग ब्रेक स्विच, 6 टेरेन मोड चुनने के लिए रोटरी सिलेक्टर और सेंटर आर्मरेस्ट दिया गया है। इसमें सीटों पर प्रीमियम फील देने के लिए ग्रे और वाइट लेदरेट अपहोल्स्ट्री दी गई है। फीचर्स: 10-स्पीकर JBL साउंड सिस्टम टाटा हैरियर ईवी में डुअल स्क्रीन के अलावा फ्रंट पैसेंजर सीट पर बॉस मोड, ड्राइवर सीट पर मेमोरी फंक्शन, पैनोरमिक सनरूफ, रियर वेंट्स के साथ डुअल-जोन ऑटो एसी, वायरलेस फोन चार्जर, 10-स्पीकर JBL साउंड सिस्टम, डिजिटल की, पावर्ड और वेंटिलेटेड फ्रंट सीटें, और मल्टी-कलर एम्बिएंट लाइटिंग जैसे फीचर दिए गए हैं। इस गाड़ी में कई ईवी स्पेसिफिक फीचर भी दिए गए हैं जिनमें V2L (व्हीकल-2-लोड चार्जिंग), V2V (व्हीकल-2-व्हीकल चार्जिंग सपोर्ट), ऑफ-रोड असिस्ट, 360-डिग्री कैमरा के साथ ट्रांसपेरेंट मोड, बूस्ट मोड, रॉक क्रॉल और मड रट्स मोड शामिल हैं। कंपनी ने हाल ही में ईवी का टीजर जारी किया था, जिसमें कार को ऑल-व्हील ड्राइवट्रेन का इस्तेमाल करके केरल में एलीफेंट रॉक पर चढ़ाते हुए दिखाया गया है। टाटा हैरियर ईवी में मिलने वाले ऑफ रोडिंग फीचर्स पर एक नजर डालते हैं... सेफ्टी फीचर्स: 7 एयरबैग के साथ 360 डिग्री कैमरा सेफ्टी के लिए इसमें 7 एयरबैग (6 स्टैंडर्ड+ 1 घुटने के लिए), ब्लाइंड स्पॉट मॉनिटर के साथ 360 डिग्री कैमरा, फ्रंट और रियर पार्किंग सेंसर, ऑटो पार्क असिस्ट, टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS) और ऑटो होल्ड के साथ इलेक्ट्रॉनिक पार्किंग ब्रेक जैसे फीचर दिए गए हैं। इसमें लेवल 2 एडवांस ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) भी दिया गया है, जिसमें एडोप्टिव क्रूज कंट्रोल और ड्राइवर अटेंशन वार्निंग जैसे फीचर शामिल हैं। इसमें रियर व्यू कैमरा का फीड इनसाइड रियर व्यू मिरर (IRVM) पर डिस्प्ले होता है जो तेज बारिश और धुंध वाले दिनों में काफी काम का साबित होगा।

दैनिक भास्कर 23 Jun 2025 9:51 pm

ऑडी Q7 का सिग्नेचर एडिशन 99.81 लाख रुपए में लॉन्च:गाड़ी में कॉफी बनाने का एस्प्रेसो मोबाइल सिस्टम, 20-इंच के अलॉय व्हील्स

जर्मन लग्जरी कार निर्माता ऑडी ने आज यानी, 23 जून को भारत में अपनी फ्लैगशिप SUV, ऑडी Q7 का सिग्नेचर एडिशन लॉन्च कर दिया। इसे 99.81 लाख रुपए की शुरुआती कीमत में लॉन्च किया गया है। इस SUV में कॉफी बनाने का एस्प्रेसो मोबाइल सिस्टम दिया गया है। ऑडी Q7 सिग्नेचर एडिशन में क्या नया है? इस गाड़ी को ऑडी ने पांच रंगों में उतारा है- साखिर गोल्ड, वेटोमो ब्लू, मिथोस ब्लैक, ग्लेशियर व्हाइट और समुराई ग्रे। इसकी डिजाइन में कई छोटी-छोटी डिटेल्स हैं। सिग्नेचर एडिशन में 'ऑडी फोर रिंग्स' वेलकम LED लैंप्स, डायनामिक व्हील हब कैप्स, ऑडी-ब्रांडेड डैशकैम और एक बिल्ट-इन कॉम्पैक्ट एस्प्रेसो मशीन दी गई है। इसमें मेटैलिक की कवर और स्टेनलेस स्टील पेडल कवर्स भी हैं। खास बात ये है कि इस Q7 वैरिएंट में 20-इंच के अलॉय व्हील्स हैं, जिनके साथ रेड कैलिपर्स दिए गए हैं। ऑडी रिंग्स LED लैंप्स: जब आप रात में गाड़ी के पास जाते हैं, तो ये लैंप्स जमीन पर ऑडी का लोगो प्रोजेक्ट करते हैं। ये स्टाइलिश होने के साथ-साथ गाड़ी को प्रीमियम टच देता है। डायनामिक व्हील हब कैप्स: गाड़ी चल रही हो या रुकी हो, व्हील्स पर ऑडी का लोगो हमेशा सीधा रहता है। ये छोटा सा फीचर गाड़ी को और क्लासी बनाता है। इंटीरियर: सिग्नेचर एडिशन का इंटीरियर स्टैंडर्ड मॉडल की ही तरह है। सात सीटों वाली इस SUV में तीसरी रो की सीटें इलेक्ट्रिकली फोल्ड हो जाती हैं, जिससे जरूरत पड़ने पर बूट स्पेस बढ़ जाता है। इसके अलावा पैनोरमिक सनरूफ, आयोनाइजर के साथ फोर-जोन क्लाइमेट कंट्रोल, एडजस्टेबल एम्बिएंट लाइटिंग, MMI नेविगेशन प्लस, वायरलेस चार्जिंग के साथ ऑडी फोन बॉक्स, 360-डिग्री कैमरा के साथ पार्क असिस्ट प्लस और सेंसर-कंट्रोल्ड बूट लिड जैसे फीचर्स हैं। एक्सटीरियर: यह SUV अब भी बोल्ड फ्रंट ग्रिल के साथ आती है, जिसमें मोटा क्रोम सराउंड और हेक्सागोनल पैटर्न के साथ 2D लोगो है। इसमें LED हेडलाइट्स हैं, जो ऑल-इलेक्ट्रिक ऑडी Q6 ई-ट्रॉन के साथ शेयर की गई हैं। ये हेडलाइट्स पहले मॉडल की तुलना में ऊंची पोजीशन पर हैं। OLED टेल लाइट्स अब चार अलग-अलग लाइट सिग्नेचर्स को सपोर्ट करती हैं। अब इसमें पियानो ब्लैक इन्सर्ट्स के साथ फंक्शनल एयर-इनटेक्स भी दिए गए हैं। परफॉर्मेंस: इसमें 3.0-लीटर V6 TFSI पेट्रोल इंजन है, जो 340 हॉर्सपावर और 500 Nm टॉर्क देता है। 48V माइल्ड हाइब्रिड टेक्नोलॉजी की वजह से ये इंजन पावर के साथ-साथ फ्यूल-एफिशिएंट भी है। इंजन को 8-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स के साथ जोड़ा गया है, जो ऑडी के क्वाट्रो ऑल-व्हील ड्राइव सिस्टम के जरिए चारों पहियों को पावर भेजता है। इसमें सात ड्राइव मोड्स हैं - ऑटो, कम्फर्ट, डायनामिक, एफिशिएंसी, ऑफ-रोड, ऑल-रोड और इंडिविजुअल। ये SUV सिर्फ 5.6 सेकंड में 0 से 100 किमी/घंटा की रफ्तार पकड़ लेती है। सेफ्टी ऑडी ने इसमें 8 एयरबैग्स, लेन डिपार्चर वॉर्निंग, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलाइजेशन प्रोग्राम और एडैप्टिव विंडस्क्रीन वाइपर्स जैसे फीचर्स हैं। 360-डिग्री कैमरा और पार्क असिस्ट प्लस पार्किंग को आसान बनाते हैं। ये सारी चीजें ड्राइवर और पैसेंजर्स को हर सिचुएशन में सेफ रखती हैं।

दैनिक भास्कर 23 Jun 2025 3:25 pm

पोको F7 स्मार्टफोन कल लॉन्च होगा:सबसे बड़ी बैटरी का दावा, 50MP कैमरा और क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 8s Gen 4 प्रोसेसर मिलेगा; एक्सपेक्टेड प्राइस- ₹30,000

स्मार्टफोन कंपनी शाओमी की सब-ब्रांड पोको कल यानी 24 जून को भारतीय बाजार में 'F सीरीज' से नया स्मार्टफोन 'पोको F7' लॉन्च करने जा रही है। कंपनी ने अपकमिंग स्मार्टफोन के बड़े फीचर्स के लॉन्चिंग की जानकारी अपने वेबसाइट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर पहले ही दे दी है। स्मार्टफोन में 7550mAh की पावरफुल बैटरी दी गई है। POCO का दावा है कि यह भारत में सबसे बड़ी बैटरी वाला फोन है। इसके अलावा कंपनी ने कंफॉर्म किया है कि स्मार्टफोन में 50 मेगापिक्सल का सोनी IMX882 कैमरा और क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 8s Gen 4 प्रोसेसर मिलेगा। कंपनी की ओर से दी गई जानकारी के पोको F7 के लगभग सभी फीचर्स लीक हो चुके हैं। यहां हम स्मार्टफोन के डिटेल्ड स्पेसिफिकेशन और फीचर्स बता रहे हैं...

दैनिक भास्कर 23 Jun 2025 3:00 pm

अमेरिका में टेस्ला की रोबोटैक्सी सर्विस शुरू:बिना ड्राइवर चलते दिखीं EV, एक राइड की कीमत ₹364; मस्क बोले- 10 साल की मेहनत का परिणाम

दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी इलॉन मस्क की कंपनी टेस्ला ने 22 जून को रोबोटैक्सी लॉन्च की है। ये ऐसी ऑटोनॉमस टैक्सी है, जो बिना किसी ड्राइवर के चलती है। कंपनी ने रोबोटैक्सी की एक राइड की कीमत 4.20 डॉलर यानी करीब 364 रुपए रखी है। रोबोटैक्सी सर्विस अभी केवल ऑस्टिन शहर में मिलेगी। ये फिलहाल कुछ निवेशक और कॉन्टेंट क्रिएटर्स के लिए अवेलेबल हैं। ​​​इसका इस्तेमाल करने वाले कुछ यूजर्स ने X पर अपनी राइड का एक्सपीरियंस शेयर किया है। इलॉन मस्क बोले- ये 10 साल की मेहनत का परिणाम है मस्क ने पोस्ट में कहा, 'टेस्ला AI के सॉफ्टवेयर और चिप डिजाइन टीम को रोबोटैक्सी लॉन्च की सफलता के लिए बधाई। ये 10 साल की मेहनत का परिणाम है। टेस्ला की टीम ने बिना किसी बाहरी मदद के AI चिप और सॉफ्टवेयर को खुद बनाया है। रोबोटैक्सी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), सेंसर, कैमरे, रडार और लिडार जैसी हाई-टेक तकनीकों का इस्तेमाल करके सड़क पर नेविगेट करती हैं। फिलहाल सिर्फ 20 गाड़ियां ही सर्विस देंगी इस सर्विस में टेस्ला मॉडल Y गाड़ियां इस्तेमाल हो रही हैं, जिन पर रोबोटैक्सी का बैज लगा है। शुरुआत में टेस्ला ने सिर्फ 20 गाड़ियां ही सड़कों पर उतारी हैं। टेस्ला ने मॉडल Y को अपडेट किया है और ये इलेक्ट्रिक गाड़ियां एक खास जियोफेंस्ड क्षेत्र में ही चलेंगी। सेफ्टी के नजरिए से कंपनी का एक एम्प्लॉई फिलहाल रोबोटैक्सी में बैठेगा, ताकि दुर्घटना की स्थिति में कार को कंट्रोल किया जा सके। ये गाड़ियां सुबह 6 बजे से रात 12 बजे तक ऑस्टिन के एक छोटे से इलाके में चल रही हैं। हालांकि टेस्ला ने यह नहीं बताया है कि रोबोटैक्सी सर्विस आम लोगों के लिए कब खुलेगी, लेकिन मस्क ने जल्द ही सर्विस का विस्तार करने और अन्य अमेरिकी शहरों में भी शुरू करने का वादा किया है। एप से बुक होती है रोबोटैक्सी वायमो पहले से ड्राइवरलेस गाड़ियां चला रही गूगल के पैरेंट कंपनी अल्फाबेट के स्वामित्व वाली वायमो जैसी कंपनियों से टेस्ला की रोबोटैक्सी को कड़ी टक्कर मिलेगी। वायमो पहले से ही सैन फ्रांसिस्को, लॉस एंजिल्स, फीनिक्स और ऑस्टिन में 1500 से ज्यादा ड्राइवरलेस गाड़ियां चला रही है। जूक्स जैसी कंपनियां भी पूरी तरह ड्राइवरलेस गाड़ियां बना रही हैं, जिनमें स्टीयरिंग व्हील और पेडल्स तक नहीं हैं। दो और प्रोजेक्ट पर काम कर रही टेस्ला 1. बिना स्टीयरिंग और पैडल वाली 'साइबरकैब' टेस्ला CEO ने पिछले साल अक्टूबर में अमेरिका के कैलिफोर्निया में हुए 'वी-रोबोट' इवेंट में AI फीचर वाली अपनी पहली रोबोटैक्सी 'साइबरकैब' का कॉन्सेप्ट मॉडल रिवील किया था। दो सीट वाली इस टैक्सी में न तो स्टीयरिंग है न ही पैडल। कंज्यूमर 30,000 डॉलर (करीब 25 लाख रुपए) से कम में टेस्ला साइबरकैब खरीद सकेंगे। साइबरकैब में न तो स्टीयरिंग न ही पैडल 2. रोबोवैन भी लाएगी टेस्ला टेस्ला ने अपने वी-रोबोट इवेंट में रोबोटैक्सी के साथ एक और ऑटोनॉमस व्हीकल 'रोबोवैन' को भी पेश किया था जो 20 लोगों को ले जाने में सक्षम है। इसमें सामान भी कैरी किया जा सकेगा। इसका इस्तेमाल स्पोर्ट्स टीम के ट्रांसपोर्टेशन के लिए किया जा सकता है। टैक्सियों की एक फ्लीट डेवलप करना चाहते हैं इलॉन मस्क मस्क का प्लान सेल्फ-ड्राइविंग टेस्ला टैक्सियों की एक फ्लीट डेवलप करना है। टेस्ला के ऑनर्स अपने व्हीकल्स को पार्ट टाइम टैक्सियों के रूप में भी लिस्ट कर सकेंगे। यानी, जब ऑनर्स अपनी कार उपयोग नहीं कर रहे हों तो नेटवर्क के जरिए पैसा कमा सकते हैं। टेस्ला से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... खाना बनाने के साथ सफाई भी करेगा टेस्ला रोबोट: घर में रोजमर्रा के काम करते दिखा ऑप्टिमस, मस्क ने कहा- अब तक का सबसे बड़ा प्रोडक्ट टेस्ला ने अपने ह्यूमनॉइड रोबोट 'ऑप्टिमस' का लेटेस्ट वर्जन अनवील किया है। अब ये रोबोट अपने घर में रोजमर्रा के लगभग सभी काम करने में सक्षम है। यहां तक की अब ये खाना बना सकता है और घर में साफ-सफाई के काम भी कर सकता है। टेस्ला और स्पेसएक्स के CEO इलॉन मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर रोबोट का एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वह आसानी से रोजमर्रा के घरेलू काम कर रहा है। मस्क के AI-ऑपरेटेड होम असिस्टेंट के विजन का ये वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 23 Jun 2025 2:49 pm

ओप्पो का सस्ता मिलिट्री-ग्रेड स्मार्टफोन A5 लॉन्च:AI फीचर्स के साथ 50MP कैमरा के साथ 6000mAh बैटरी, शुरुआती कीमत ₹15499

चाइनीज टेक कंपनी ओप्पो ने शनिवार (21 जून) को भारतीय बाजार में नया सस्ता 5G स्मार्टफोन ओप्पो A5 लॉन्च कर दिया है। फोन मीडियाटेक डायमेंसिटी 6300 ऑक्टा-कोर प्रोसेसर, 8GB रैम, 6000mAh बैटरी और 50MP कैमरा जैसे फीचर्स दिए गए हैं। स्मार्टफोन को 2 वैरिएंट्स के साथ पेश किया गया है। इसके बेस मॉडल 6GB रैम + 128GB स्टोरेज की कीमत 15,499 रुपए और 8GB रैम + 128GB मेमोरी वाले वैरिएंट की कीमत 16,999 रुपए रखी गई है। फोन मिस्ट वाइट और अरोरा ग्रीन कलर में अवेलेबल है। AI इरेजर 2.0 जैसे फीचर्स फोन में अनचाहे ऑब्जेक्ट को हटाने के लिए AI इरेजर 2.0, धुंधली फोटो में डिटेल्स लाने के लिए AI क्लारिटी एनहान्सर और फोटो से एलिमेंट्स एडिट करने के लिए AI स्मार्ट इमेज मैटिंग 2.0 जैसे कई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) फीचर्स मिलते हैं। इसके अलावा इसमें अल्ट्रा वॉल्यूम मोड है, जो ऑडियो को 300% तक बढ़ा सकता है। स्मार्टफोन में 360-डिग्री आर्मर बॉडी दी गई है। यह IP65 रेटेड वॉटर और डस्ट रेसिस्टेंट है। फोन में ABS प्लास्टिक का उपयोग किया गया है, जिससे यह 160% बेहतर इम्पैक्ट रेसिस्टेंस देता है और मिलिट्री-ग्रेड टेस्टिंग पास कर चुका है। फोन का साइज 7.60 x 0.79 x 16.57CM और वजन 194 ग्राम है। Oppo A5 5G स्पेसिफिकेशंसडिस्प्ले: ओप्पो A5 में 1604x720 पिक्सल रिजॉल्यूशन वाला 6.67-इंच का HD+ LCD डिस्प्ले दिया गया है, जो 120Hz रिफ्रेश रेट पर काम करता है। कैमरा: फोटोग्राफी के लिए फोन के बैक पैनल पर डुअल कैमरा सेटअप है। इसमें 50 मैगापिक्सल का प्राइमरी लेंस और 2 मैगापिक्सल का डेप्थ सेंसर शामिल है। वहीं, सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए 8MP फ्रंट कैमरा दिया गया है। परफॉर्मेंस: डिवाइस में मीडियाटेक डाइमेंसिटी 6300 ऑक्टा-कोर प्रोसेसर है, जो 6nm प्रोसेस पर बेस्ड है। फोन में 6GB और 8GB रैम के साथ 128GB इंटरनल स्टोरेज मिलता है। जिसे हाइब्रिड सिम स्लॉट के जरिए बढ़ाया जा सकता है। साथ ही इसमें रैम एक्सपेंशन फीचर भी मिलता है। यह एंड्रॉएड 15 पर बेस्ड कलर OS 15 पर चलता है। बैटरी: पावरबैकअप के लिए फोन में 6000mAh की बड़ी बैटरी है, जो 45W सुपरवूक फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करती है। ओप्पो का दावा है कि फोन में बैटरी 5 साल बाद भी 80% क्षमता बनाए रखेगी। इसके अलावा फोन 21 मिनट में 30% और 37 मिनट में 50% चार्ज को सकता है। अन्य: फोन में 5G, LTE, डुअल-बैंड वाई-फाई, ब्लूटूथ 5.4, USB टाइप-C पोर्ट और डुअल सिम सपोर्ट मिलता है।

दैनिक भास्कर 21 Jun 2025 11:59 pm

ASUS इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट का इंटरव्यू:अर्नोल्ड सु बोले- हमारे फोकस छोटे ऑफिस, बिजनेस और सोलोप्रेन्योर्स; AiO V400 और V500 डेस्कटॉप लॉन्च

इलेक्ट्रॉनिक गैजेट बनाने वाली कंपनी ने हाल ही में AiO V400 और V500 डेस्कटॉप लॉन्च किए हैं। दोनों PCs दो मॉडल और दो कलर ऑप्शन में आते हैं। इसकी शुरूआती कीमत 49,990 रुपए है। कंपनी ने इन प्रोडक्ट्स को ऑल-इन-वन पीसी, खासतौर पर SOHOs, सोलोप्रेन्योर्स, और छोटे बिजनेस के लिए बनाया हैं। कंपनी का कहना है कि लोग ऐसे सिस्टम चाहते हैं जो पावरफुल हो, कम जगह ले, सेटअप और मेंटेन करना आसान हो। लॉन्चिंग के बाद दैनिक भास्कर ने ASUS इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट अर्नोल्ड सु और डिप्टी मैनेजर संग्राम प्रुस्ती से प्रोडक्ट की डिटेल्स और कंपनी के फ्यूचर गोल्स के बारे में ऑनलाइन बातचीत की... सवाल 1: इन शहरों में फोकस की वजह क्या है, और यहां डिमांड डिमांड को आप कैसे देखते हैं? जवाब (अर्नोल्ड) : टियर-2 और टियर-3 शहरों में SOHOs यानी स्मॉल ऑफिस/होम ऑफिस के साथ-साथ सोलोप्रेन्योर्स, और छोटे बिजनेस में डिजिटल इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है। इन इलाकों में ज्यादातर पहली बार बिजनेस शुरू करने वाले लोग हैं, उन्हें ऐसे कंप्यूटिंग सॉल्यूशंस चाहिए जो आसानी से सेटअप हो जाएं, मेंटेन करना आसान हो, और पुराने PC की तरह काफी हेवी ना हो। इस बदलाव की दो बड़ी वजहें हैं- पहली, प्रोफेशनल लेवल के कंप्यूटिंग की बढ़ती डिमांड, जो बिजनेस को सपोर्ट करता हो। दूसरी, छोटे ऑफिस, दुकानों, या सर्विस कियोस्क जैसे जगहों के लिए स्पेस बचाने वाले सॉल्यूशंस की जरूरत को पूरा करना। सवाल 2 : AiO V440 और V470 प्रोडक्ट्स के खास फीचर्स क्या हैं, और ये SOHOs की जरूरतों को कैसे पूरा करते हैं? जवाब (संग्राम) : ASUS V440 और V470 ऑल-इन-वन पीसी, खासतौर पर SOHOs, सोलोप्रेन्योर्स, और छोटे बिजनेस के लिए बनाए गए हैं। ये लोग ऐसे सिस्टम चाहते हैं जो पावरफुल हों, कम जगह ले, सेटअप और मेंटेन करना आसान हो और परफॉर्मेंस या डिस्प्ले क्वालिटी में कोई कमी न हो। इसकी शुरूआती कीमत 49,990 रुपए है। V440 और V470 आज के फास्ट मूविंग बिजनेस के लिए हैं। इनमें 27 इंच तक का फुल HD IPS डिस्प्ले, 100% sRGB कलर एक्यूरेसी, और 93% स्क्रीन-टू-बॉडी रेश्यो है, जो प्रोफेशनल और कस्टमर-फेसिंग सेटअप के लिए बेहतर व्यूइंग एक्सपीरियंस देता है। PC में इंटेल कोर i7-13620H प्रोसेसर, 16GB DDR5 रैम, और 1TB PCIe 4.0 SSD दी गई है। ये फीचर्स PC को इनवेंट्री मैनेजमेंट, मीडिया एडिटिंग, बिलिंग, और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग जैसे जरूरी कामों में स्मूद मल्टीटास्किंग देते हैं। सवाल 3. आपकी नई AiO प्रोडक्ट्स मार्केट में मौजूद अन्य प्रोडक्ड्स से कैसे अलग है? जवाब (संग्राम) : जैसा कि हमने बताया कि इन प्रोडक्ट्स को SOHO और सोलोप्रेन्योर इकोसिस्टम की असल जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाया गया है। परफॉर्मेंस के आधार पर, दोनों मॉडल्स में इंटेल कोर i7-13620H प्रोसेसर, DDR5 रैम, और PCIe 4.0 SSD स्टोरेज है, जो इनवेंट्री सॉफ्टवेयर, क्रिएटिव एप्स या टैक्स फाइलिंग जैसे कामों को बिना रुकावट के हैंडल करता है। डिजाइन में, ASUS AiO में फुल HD IPS पैनल और हाइली थीन बेजल्स हैं। रिट्रैक्टेबल वेबकैम, कनेक्टिविटी ऑप्शंस और कम केबलिंग इसे पहली बार यूज करने वालों के लिए भी आसान बनाते हैं, जिनके पास IT सपोर्ट नहीं है। लेटेस्ट इंटेल कोर प्रोसेसर, तेज SSD स्टोरेज, और कई I/O पोर्ट्स के साथ ये उन प्रोफेशनल्स के लिए सही है, जो अपने बिजनेस के साथ डिवाइस को भी स्केल करना चाहते हैं। V500 उन सेटअप्स के लिए बेस्ट है, जहां स्पेस बचाने की जरूरत नहीं, लेकिन कॉम्पैक्ट और भरोसेमंद कंप्यूटिंग चाहिए। सवाल 4 : AiOs को प्रैक्टिकल और कॉस्ट-एफिशिएंट बनाने वाले कौन से यूज केस सामने आ रहे हैं? जवाब (अर्नोल्ड) : भारत की डिजिटल-फर्स्ट अर्थव्यवस्था मेट्रो शहरों से बाहर तेजी से बढ़ रही है। हमारा फोकस है कि एक मोहल्ले का CA जो GST फाइलिंग, क्लाइंट मीटिंग्स, और डॉक्यूमेंट मैनेजमेंट करता है, ASUS AiO की मदद से पोर्टल्स और स्प्रेडशीट्स पर आसानी से मल्टीटास्किंग कर ले। बिल्ट-इन वेबकैम, स्पीकर्स, और कम केबलिंग के साथ AiOs कम मेंटेनेंस और किफायती कंप्यूटिंग देते हैं, जो छोटे बिजनेस के लिए आइडियल है, जो सादगी चाहते हैं बिना परफॉर्मेंस में कमी के। सवाल 5 : आपके पर्सनल कम्प्यूटर की पहुंच कहां तक है, इस साल टारगेट एक्सपेंशन का कोई प्लान है? जवाब (अर्नोल्ड) :हम समझते हैं कि टियर-2 और टियर-3 शहरों में बजनेस के लिए भी टेक्नोलॉजी रोजमर्रा के काम का आधार बन गया है। इसलिए हमारा AiO रेंज एक पूरा, प्लग-एंड-ऑपरेट इकोसिस्टम देता है, जो स्पेस बचाता है, भरोसेमंद है, और सेटअप में आसान है। हम अभी भारत के 788 में से 605 जिलों को कवर करते हैं, और इस साल के अंत तक 700 जिलों तक पहुंचने का टारगेट है। कुछ इलाकों में पहुंच मुश्किल है, लेकिन हम लोकल लेवल पर भी देश के 6,000 से ज्यादा जगहों पर जाना चाहते हैं।

दैनिक भास्कर 21 Jun 2025 5:51 pm

एपल का AI स्टार्टअप परप्लेक्सिटी को खरीदने का प्लान:₹1.21 लाख करोड़ में हो सकती है डील; ऐसा हुआ तो ये कंपनी की सबसे बड़ी खरीद होगी

टेक दिग्गज एपल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) स्टार्टअप परप्लेक्सिटी को खरीदने का प्लान बना रही है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों कंपनियों के बीच यह डील 14 बिलियन डॉलर यानी लगभग 1.21 लाख करोड़ रुपए में हो सकती है। अगर ये डील हुई, तो ये एपल की अब तक की सबसे बड़ी खरीद होगी। इससे पहले एपल ने 2014 में 3 बिलियन डॉलर यानी करीब 25,974 करोड़ रुपए में कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी बीट्स को खरीदा था। क्या है परप्लेक्सिटी? परप्लेक्सिटी एक AI बेस्ड सर्च इंजन है, जो रियल-टाइम में सवालों के जवाब देता है और बातचीत की तरह काम करता है। ये स्टार्टअप AI की दुनिया में तेजी से नाम कमा रहा है। अभी ये डील शुरुआती दौर में है। एपल के मर्जर एंड एक्विजिशन (MA) हेड एड्रियन पेरिका, सर्विसेज चीफ एडी क्यू और AI टीम के बड़े लोग परप्लेक्सिटी के साथ कई बार मीटिंग कर चुके हैं। हालांकि, अभी इस डील को लेकर दोनों कंपनी की ओर से कोई जानकारी सामने नहीं आई है। एपल को क्यों चाहिए परप्लेक्सिटी? पार्टनरशिप भी कर सकती है एपल रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि एपल पूरी कंपनी खरीदने के बजाय परप्लेक्सिटी के साथ पार्टनरशिप भी कर सकती है। परप्लेक्सिटी की AI टेक्नोलॉजी को सफारी ब्राउजर में सर्च ऑप्शन के तौर पर भी जोड़ा जा सकता है, या सिरी को और स्मार्ट बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। गूगल के साथ एपल की डील खतरे में इसके अलावा गूगल के साथ एपल की 20 बिलियन डॉलर की सर्च डील खतरे में है, क्योंकि अमेरिकी कोर्ट में इसकी जांच चल रही है। ऐसे में AI बेस्ड सर्च की ओर बढ़ रही दुनिया में परप्लेक्सिटी एपल के लिए एक नया रास्ता खोल सकती है। सैमसंग भी कर रही परप्लेक्सिटी के साथ बातचीत इसके अलावा खबर है कि सैमसंग भी परप्लेक्सिटी के साथ पार्टनरशिप करने के करीब है। अगर ऐसा हुआ तो एपल के लिए रास्ता मुश्किल हो सकता है और उसे जल्दी कोई बड़ा फैसला लेना पड़ सकता है। फिलहाल, एपल और परप्लेक्सिटी के बीच डील सिर्फ चर्चा में है, लेकिन अगर ये सच हुई, तो AI की दुनिया में एपल का दबदबा बढ़ सकता है।

दैनिक भास्कर 21 Jun 2025 3:03 pm

टेस्ला जुलाई से भारत में, मुंबई-दिल्ली में शोरूम खोलेगी:मेड-इन-चाइना मॉडल-Y SUV कारें बेचेगी, ₹48 लाख से शुरू हो सकती है कारों की कीमत

इलॉन मस्क की इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने वाली कंपनी टेस्ला जुलाई 2025 में भारत में अपने पहले शोरूम ओपन करने वाली है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये शोरूम मुंबई और नई दिल्ली में खुलेंगे। कंपनी यहां अपनी मेड-इन-चाइना मॉडल वाई (Model Y) SUV कारें बेचेगी। ये कारें टेस्ला की शंघाई फैक्ट्री से भारत लाई जाएंगी। भारत में कंपनी की कारों की कीमत 48 लाख रुपए से शुरू हो सकती है। टेस्ला का भारत में आना इसलिए भी खास है, क्योंकि भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल मार्केट है। कंपनी को यूरोप और चीन में बिक्री में कमी का सामना करना पड़ रहा है, ऐसे में भारत उनके लिए एक बड़ा मौका साबित हो सकता है। कंपनी की मॉडल वाई दुनिया की सबसे ज्यादा बिकने वाली इलेक्ट्रिक कार है, ये भारतीय ग्राहकों को भी पसंद आ सकती है। रिपोर्ट्स के अनुसार, टेस्ला जुलाई के मिड तक मुंबई में अपना पहला शोरूम ओपन करेगी। इसके बाद कंपनी जुलाई में ही नई दिल्ली में भी अपना एक शोरूम खोलेगी। कंपनी ने अमेरिका, चीन और नीदरलैंड से सुपरचार्जर कंपोनेंट, कार एक्सेसरीज, मर्चेंडाइज और स्पेयर्स भी इंपोर्ट किए हैं। टेस्ला कर्नाटक-गुरुग्राम में वेयरहाउस बनाएगी टेस्ला भारत के साउथ में कर्नाटक में वेयरहाउस के लिए जगह किराए पर ले रही है। इसके अलावा कंपनी नई दिल्ली के बाहर गुरुग्राम में भी जगह लीज पर लेने की प्लानिंग कर रही है। इसके अलावा दूसरे देशों से टेस्ला के अधिकारी मुंबई और नई दिल्ली के शोरूमों पर वीकली विजिट भी कर रहे हैं। टेस्ला सरकार की EV पॉलिसी का फायदा उठाएगी भारत सरकार ने हाल ही में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) के लिए नई पॉलिसी बनाई है, जिसमें विदेशी कंपनियों को कम इंपोर्ट ड्यूटी (15%) का फायदा मिल सकता है, बशर्ते वे भारत में 500 मिलियन डॉलर यानी 4,327 करोड़ रुपए का निवेश करें और तीन साल में लोकल प्रोडक्शन शुरू करें। टेस्ला इस पॉलिसी का फायदा उठाने की तैयारी में है। कंपनी भारत में अभी सिर्फ इंपोर्टेड कारें बेचेगी हालांकि, टेस्ला ने अभी तक भारत में अपनी फैक्ट्री लगाने का फैसला नहीं किया है। कुछ समय पहले खबर आई थी कि टेस्ला गुजरात, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और तेलंगाना जैसे राज्यों में फैक्ट्री लगाने पर विचार कर रही है, लेकिन फिलहाल कंपनी भारत में सिर्फ इंपोर्टेड कारें बेचने पर ध्यान दे रही है। टेस्ला का टाटा और महिंद्रा से कॉम्पिटिशन होगा भारत में इलेक्ट्रिक कारों का बाजार अभी छोटा है, यहां 2023 में सिर्फ 2% कारें ही इलेक्ट्रिक थीं। लेकिन सरकार का टारगेट है कि 2030 तक 30% नई कारें इलेक्ट्रिक हों। टाटा मोटर्स और महिंद्रा जैसी देसी कंपनियां इस मार्केट में पहले से मौजूद हैं और अब टेस्ला के आने से कॉम्पिटिशन और बढ़ेगा। भारत में टेस्ला कारों की कीमत ₹21 लाख से शुरू होंगी टेस्ला की कारें अपनी शानदार डिजाइन, हाई-टेक फीचर्स और ओवर-द-एयर सॉफ्टवेयर अपडेट्स के लिए जानी जाती हैं। कंपनी ने भारत में पहले से ही सेल्स, सर्विस और डिलीवरी के लिए लोगों की भर्ती शुरू कर दी है। टेस्ला का भारत आना न सिर्फ इलेक्ट्रिक कारों को बढ़ावा देगा, बल्कि ये भारतीय ग्राहकों को भी नई टेक्नोलॉजी और बेहतर ऑप्शन्स देगा। टेस्ला से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... टेस्ला फिलहाल भारत में कारें नहीं बनाएगी: केंद्रीय मंत्री कुमारस्वामी ने कहा- कंपनी की मैन्युफैक्चरिंग में कोई दिलचस्पी नहीं; सिर्फ दो शो-रूम खोलेगी इलॉन मस्क की इलेक्ट्रिक कार मेकर कंपनी टेस्ला फिलहाल भारत में कारें बनाने की योजना नहीं बना रही है। भारी उद्योग मंत्री एच. डी. कुमारस्वामी ने सोमवार को कहा कि टेस्ला सिर्फ दो शो रूम खोलना चाहती है, मैन्युफैक्चरिंग में उसकी कोई दिलचस्पी नहीं है। पूरी खबर पढ़ें... टेस्ला ने मुंबई में ऑफिस लीज पर लिया: पहले शोरूम के लिए स्पेस ली थी, ये भारत में कंपनी की जल्द एंट्री का संकेत इलॉन मस्क की टेस्ला ने मुंबई में एक ऑफिस लीज पर लिया है। ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, टेस्ला ने फीनिक्स मार्केट सिटी में एक को-वर्किंग फैसिलिटी के भीतर 30 सीटों वाला वर्कस्पेस लिया है। इसके लिए उसे 3 लाख रुपए महीने का पेमेंट करना होगा। पूरी खबर पढ़ें... टेस्ला ने मुंबई और पुणे में शुरू की हायरिंग: टोटल 20 वैकेंसी निकालीं, कंपनी का पहला शोरूम मुंबई के BKC में खुलेगा बिलेनियर इलॉन मस्क की कंपनी टेस्ला इंक ने भारत में अपने हायरिंग के प्रयासों को तेज कर दिया है। टेस्ला ने महाराष्ट्र में 20 ओपन पोजीशन को लिस्ट किया है। जिसमें से 15 जॉब्स ओपनिंग मुंबई और 5 वैकेंसी पुणे के लिए निकाली गई हैं। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 20 Jun 2025 8:17 pm

वीवो Y400 प्रो भारत में लॉन्च, शुरुआती कीमत ₹24,999:स्मार्टफोन में  6.77 इंच की फुल HD+ 3D कर्व्ड डिस्प्ले; सेल्फी के लिए 32 MP कैमरा

टेक कंपनी वीवो ने 20 जून को भारतीय बाजार में अपना नया स्मार्टफोन वीवो Y400 प्रो लॉन्च कर दिया है। स्मार्टफोन में गेमिंग और मल्टीटास्किंग के लिए मीडियाटेक डायमेंसिटी 7300 प्रोसेसर दिया गया है। फोन में 6.77 इंच की फुल HD+ 3D कर्व्ड AMOLED डिस्प्ले दी गई है। इसके साथ फोन में 50 मेगापिक्सल का में कैमरा और 32 मेगापिक्सल का सेल्फी कैमरा दिया गया है। वीवो TY400 प्रो को इंडिया में 2 वैरिएंट में पेश किया गया है। इसमें 8GB और 12GB रैम के साथ 128GB और 256GB स्टोरेज के ऑप्शन मिलते हैं। इसकी कीमत 24,999 रुपए से शुरू होती है। इसकी सेल 27 जून से शुरू होगी, जिसे फ्री स्टाइल व्हाइट, पर्पल और गोल्ड कलर में खरीदा जा सकेगा। वीवो Y400 प्रो: स्पेसिफिकेशंस डिस्प्ले: फोन में 6.77 इंच 3D कर्व्ड AMOLED फुल HD+ डिस्प्ले दी गई है। ये 1080 x 2392 पिक्सल को सपोर्ट करती है। स्मूथ एक्सपीरियंस के लिए 120Hz रिफ्रेश रेट, HDR सपोर्ट दिया गया है। इसके अलावा ज्यादा ब्राइटनेस के लिए फोन में 4500 निट्स की पीक ब्राइटनेस दी गई है। डिजाइन और बिल्ड: Y400 प्रो की मोटाई 7.49mm है। कंपनी का दावा है कि सेगमेंट का सबसे स्लिम फोन है। इसका वजन 182 ग्राम है। साथ ही फोन में डस्ट और वॉटर रेसिस्टेंट के लिए IP65 रेटिंग की रेटिंग दी गई है। प्रोसेसर और सॉफ्टवेयर स्मार्टफोन में गेमिंग और मल्टीटास्किंग के लिए मीडियाटेक डायमेंसिटी 7300 प्रोसेसर दिया गया है। सपोर्ट के लिए इसमें Mali-G615 MC2 GPU है। फोन एंड्रॉइड 15, फनटच OS पर काम करता है। कैमरा: फोन में 50MP सोनी IMX882 प्राइमरी रियर कैमरा दिया गया है। इसके साथ ही 2MP डेप्थ सेंसर है। फोन में रिंग-LED फ्लैश दी गई है। सेल्फी के लिए 32MP का सेल्फी कैमरा दिया है जो 4k वीडियो रिकॉर्डिंग को सपोर्ट करता है। बैटरी और चार्जिंग: Y400 प्रो में 5500mAh की बड़ी Li-Ion बैटरी है। ये 90W फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करती है जो 50% चार्ज सिर्फ 19 मिनट में कर सकती है। AI फीचर्स: वीवो Y400 प्रो में AI ट्रांसक्रिप्ट असिस्ट, AI सुपरलिंक, AI नोट असिस्ट, AI स्क्रीन ट्रांसलेशन, वीवो लाइव कॉल ट्रांसलेशन, AI लाइव टैक्स्ट और सर्किल टू सर्च जैसे फीचर्स मिलेंगे। कनेक्टिविटी: ऑडियो के लिए ड्यूल स्टीरियो स्पीकर के साथ कनेक्टिविटी के लिए 5G सपोर्ट दिया गया है। फोन में ब्लूटूथ 5.4, USB Type-C 2.0 पोर्ट और ड्यूल बैंड Wi-Fi दिया गया है। इन्फोग्राफिक्स: विपुल शर्मा

दैनिक भास्कर 20 Jun 2025 6:25 pm

होंडा सिटी स्पोर्ट 14.89 लाख रुपए में लॉन्च:ये V CVT वेरिएंट से 49,000 रुपए महंगी, फॉक्सवैगन वर्टस स्पोर्ट और ह्युंडई वर्ना टर्बो से मुकाबला

होंडा कार्स इंडिया ने अपनी मिड-साइज सेडान होंडा सिटी का नया वेरिएंट, होंडा सिटी स्पोर्ट आज यानी, 20 जून 2025 को लॉन्च कर दिया है। इसकी दिल्ली में एक्स-शोरूम कीमत 14.89 लाख रुपए है। कार 18.4 किमी प्रति लीटर के माइलेज का दावा करती है। डिजाइन कार को स्पोर्टी और मॉडर्न टच देने के लिए कई कॉस्मेटिक बदलाव किए गए हैं। बाहर की तरफ इस कार में ग्लॉसी ब्लैक फ्रंट ग्रिल, ब्लैक ट्रंक लिप स्पॉइलर, ग्लॉसी ब्लैक शार्क फिन एंटीना और स्पोर्टी ग्रे मल्टी-स्पोक अलॉय व्हील्स दिए गए हैं। इसके अलावा, ब्लैक ORVMs और एक खास स्पोर्ट एम्ब्लम इसे और आकर्षक बनाते हैं। ये सारी चीजें मिलकर कार को एकदम बोल्ड और स्टाइलिश लुक देती हैं। कार तीन रंगों में उपलब्ध है: प्लैटिनम व्हाइट पर्ल, रेडिएंट रेड मेटैलिक और मेटीओरॉयड ग्रे मेटैलिक। इंटीरियर होंडा सिटी स्पोर्ट के केबिन में ऑल-ब्लैक लेदरेट सीट्स हैं, जिनमें रेड स्टिचिंग दी गई है। डैशबोर्ड और डोर ट्रिम्स पर भी रेड एक्सेंट्स हैं, जो इसे प्रीमियम और स्पोर्टी वाइब देते हैं। 7-कलर रिदमिक एम्बिएंट लाइटिंग भी दी गई है। इसके अलावा, ग्लॉसी ब्लैक AC वेंट्स और ब्लैक रूफ लाइनर इसकी मॉडर्न अपील को बढ़ाते हैं। ये सारे फीचर्स मिलकर ड्राइवर और पैसेंजर्स को एक लग्जरी और स्पोर्टी एक्सपीरियंस देते हैं। फीचर्स होंडा सिटी स्पोर्ट में V वेरिएंट जैसे ही फीचर्स हैं, लेकिन इसका स्पोर्टी टच इसे अलग बनाता है। इसमें 8-इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम है, जो वायरलेस एंड्रॉयड ऑटो और एपल कारप्ले को सपोर्ट करता है। इसके अलावा, एनालॉग स्पीडोमीटर के साथ कलर्ड मल्टी-इन्फो डिस्प्ले, 4-स्पीकर साउंड सिस्टम, पैडल शिफ्टर्स, ऑटो AC (रियर वेंट्स के साथ), पुश-बटन स्टार्ट/स्टॉप, और इलेक्ट्रिकली एडजस्टेबल ORVMs (ऑटो-फोल्ड फंक्शन के साथ) जैसे फीचर्स हैं। इंजन और परफॉर्मेंस होंडा सिटी स्पोर्ट में कोई मैकेनिकल बदलाव नहीं किए गए हैं। इसमें वही 1.5-लीटर, 4-सिलेंडर i-VTEC पेट्रोल इंजन है, जो 119 bhp की पावर और 145 Nm का टॉर्क देता है। ये इंजन E20 फ्यूल के साथ कम्पैटिबल है और CVT ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ आता है। ये सेटअप सिटी और हाईवे दोनों पर स्मूथ और भरोसेमंद ड्राइविंग एक्सपीरियंस देता है। हालांकि, इस वेरिएंट में मैनुअल गियरबॉक्स या डीजल/हाइब्रिड ऑप्शन नहीं है। मार्केट में मुकाबला होंडा सिटी स्पोर्ट का सीधा मुकाबला फॉक्सवैगन वर्टस स्पोर्ट और ह्युंडई वर्ना टर्बो से है। ये दोनों कारें भी अपने स्पोर्टी लुक और फीचर्स के साथ इस सेगमेंट में मजबूत हैं। हालांकि, सिटी स्पोर्ट की कीमत इनके मुकाबले थोड़ी कम है, जो इसे वैल्यू फॉर मनी ऑप्शन बनाती है। लॉन्च का मकसद होंडा सिटी लंबे समय से मिड-साइज सेडान सेगमेंट में एक भरोसेमंद नाम रही है, लेकिन बढ़ते कॉम्पिटिशन को देखते हुए होंडा नए-नए वेरिएंट्स लाकर अपनी सेल्स को बूस्ट करने की कोशिश कर रही है। हाल ही में सिटी एपेक्स एडिशन और एलिवेट डार्क एडिशन लॉन्च हुए थे।

दैनिक भास्कर 20 Jun 2025 3:11 pm

ट्रायम्फ स्पीड T4 नए ऑरेंज कलर के साथ लॉन्च:प्रीमियम बाइक में 398cc का पेट्रोल इंजन और इंटीग्रेटेड LCD स्क्रीन, कीमत ₹2.05 लाख

ट्रायम्फ मोटरसाइकिल इंडिया ने अपनी रेट्रो-स्टाइल वाली प्रीमियम मोटरसाइकिल ट्रायम्फ स्पीड T4 को नए कलर ऑप्शन के साथ लॉन्च किया है। इसे 'बाजा ऑरेंज' नाम दिया गया है। नई कलर स्कीम में टैंक पर डुअल-टोन ऑरेंज और ग्रे फिनिश है। इसमें ट्रायम्फ स्पीड T4 लाइनअप में मौजूद अन्य कलर स्कीम की तरह ही लिवरी लेआउट है। नई कलर स्कीम की कीमत 2.05 लाख रुपए (एक्स-शोरूम) है। बाइक 398cc के रिट्यून पेट्रोल इंजन के साथ आती है। इस नई कलर स्कीम के जुड़ने से बाइक अब 5 कलर ऑप्शन के साथ अवेलेबल है। इसके अलावा बाइक में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इसमें पहले की तरह ही इंटीग्रेटेड LCD स्क्रीन दिया गया है। यह नियो-रेट्रो रोडस्टर रॉयल एनफील्ड स्क्रैम 411, गुरिल्ला 450, हार्ले डेविडसन X440, जावा 42 FJ 350 को टक्कर देती है। ऑल-LED लाइटिंग और 17-इंच के अलॉय व्हील नई ट्रायम्फ स्पीड T4 कंपनी की स्पीड 400 मोटरसाइकिल पर बेस्ड है और भारत में ये कंपनी की 400CC की मॉडर्न-क्लासिक लुक वाली तीसरी बाइक है। इसे स्पीड 400 में कुछ कॉस्मेटिक बदलावों के साथ पिछले साल सितंबर में उतारा गया था। स्पीड T4 में नए ग्राफिक्स के साथ फ्यूल टैंक, नए बार-एंड मिरर के साथ ऑल-LED लाइटिंग, 17-इंच के अलॉय व्हील और एक इंटीग्रेटेड LCD स्क्रीन जैसे फीचर्स के साथ आती है। इसमें कंफर्ट के लिए मोटे फोम वाली सीट, हाई-प्रोफाइल रेडियल टायर, एडजस्टेबल ब्रेक और क्लच लीवर भी दिया गया है।

दैनिक भास्कर 19 Jun 2025 2:15 pm

इलॉन मस्क के स्टारशिप में टेस्ट के दौरान धमाका:लपटें और धुआं दूर-दूर तक दिखाई दिया, आस-पास के घरों की खिड़कियां हिल गईं

दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी इलॉन मस्क का स्टारशिप-36 रॉकेट टेक्सास के स्टारबेस टेस्टिंग साइट पर अचानक धमाके के साथ फट गया। इसकी लपटें और धुआं दूर-दूर तक दिखाई दिया। ये धमाका भारतीय समय के अनुसार आज यानी, 19 जून को सुबह करीब 09:30 बजे हुआ। धमाका उस वक्त हुआ जब 29 जून को होने वाले स्टारशिप के 10वें टेस्ट फ्लाइट से पहले रॉकेट का दूसरा स्टैटिक फायर टेस्ट चल रहा था। इस टेस्ट में रॉकेट को जमीन पर ही रखकर उसके इंजन को चालू किया जाता है, ताकि लॉन्च से पहले सब कुछ ठीक हो, ये चेक किया जा सके। ऊपरी हिस्से में विस्फोट हुआ, रॉकेट आग के गोले में बदल गया टेस्ट शुरू होने से ठीक पहले, रॉकेट के ऊपरी हिस्से में, जहां फ्यूल टैंक होते हैं, अचानक विस्फोट शुरू हुआ। देखते ही देखते पूरा रॉकेट आग के गोले में बदल गया। आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों ने बताया कि धमाका इतना जोरदार था कि उनके घरों की खिड़कियां हिल गईं। इस धमाके का जो वीडियो सामने आया है उसमें दिख रहा है कि रॉकेट के नोज यानी, ऊपरी हिस्से से अचानक आग की लपटें निकलती हैं और फिर पूरा रॉकेट धमाके के साथ फट जाता है। कोई हताहत नहीं, लेकिन नुकसान बड़ा स्पेसएक्स ने इस हादसे के बाद बयान जारी कर बताया कि टेस्ट साइट के आसपास पहले से ही सुरक्षा का पूरा इंतजाम था। सभी कर्मचारी सुरक्षित हैं और आसपास के इलाकों में रहने वालों को भी कोई नुकसान नहीं हुआ। कंपनी ने लोगों से अपील की है कि वो टेस्ट साइट के पास न जाएं, क्योंकि अभी भी वहां आग बुझाने और सफाई का काम चल रहा है। कैमरन काउंटी के शेरिफ ऑफिस और स्थानीय पुलिस ने भी पुष्टि की कि कोई घायल नहीं हुआ। फायर डिपार्टमेंट की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू की। लेकिन रॉकेट और टेस्ट साइट को हुआ नुकसान इतना ज्यादा है कि स्पेसएक्स को अब अपनी 10वीं टेस्ट फ्लाइट की योजना पर फिर से काम करना पड़ेगा। फ्यूल लोडिंग प्रक्रिया शुरू होने के बाद विस्फोट हुआ नासा स्पेसफ्साइट यूट्यूब चैनल पर ये टेस्ट लाइव दिखाया जा रहा था। इस दौरान कमेंट्री में बताया गया कि फ्यूल लोडिंग प्रक्रिया शुरू होने के लगभग 30 मिनट बाद विस्फोट हुआ। स्टैटिक फायर टेस्ट के दौरान रॉकेट के इंजन को लॉन्च माउंट से जुड़े रहते हुए चालू किया जाता है। टेस्ट में रॉकेट के छह रैप्टर इंजनों को एक साथ चालू करना था। इस साल स्टारशिप के लगातार तीन टेस्ट फेल हुए इस साल स्टारशिप के टेस्ट में लगातार असफलताएं मिल रही हैं। सातवें, आठवें और नौवें टेस्ट फ्लाइट में भी रॉकेट या तो उड़ान के दौरान फट गया या फिर कंट्रोल खोकर क्रैश हो गया। स्पेसएक्स का स्टारशिप दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे ताकतवर रॉकेट सिस्टम है, जिसे इंसानों को चांद और मंगल ग्रह पर ले जाने के लिए बनाया जा रहा है। इलॉन मस्क का सपना है कि स्टारशिप के जरिए इंसान एक दिन मंगल पर कॉलोनी बना सकेंगे। ये रॉकेट पूरी तरह से रीयूजेबल है, यानी इसे बार-बार इस्तेमाल किया जा सकता है। अब क्या होगा? इस हादसे ने स्पेसएक्स की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। कंपनी ने 29 जून को 10वीं टेस्ट फ्लाइट का लक्ष्य रखा था, लेकिन अब उसकी टाइमलाइन पूरी तरह से अनिश्चित हो गई है। स्पेसएक्स के इंजीनियर अब डेटा की जांच कर रहे हैं, ताकि ये समझा जा सके कि आखिर गलती कहां हुई। शुरुआती अनुमान में फ्यूल टैंक सिस्टम में खराबी की बात सामने आ रही है। इसके साथ ही, अमेरिका का फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) भी इस हादसे की जांच करेगा। पहले भी स्टारशिप के असफल टेस्टों की वजह से FAA ने स्पेसएक्स के टेस्ट प्रोग्राम को कुछ समय के लिए रोक दिया था। इस बार भी ऐसा हो सकता है। हालांकि, इलॉन मस्क और उनकी कंपनी स्पेसएक्स का रवैया हमेशा से ही हर असफलता से सीखने का रहा है। मस्क पहले भी कह चुके हैं कि स्टारशिप जैसे जटिल प्रोजेक्ट में असफलताएं स्वाभाविक हैं और हर टेस्ट कंपनी को अपने लक्ष्य के करीब ले जाता है। ऐसे में इस हादसे के बाद भी स्पेसएक्स की टीम जल्दी ही अगले टेस्ट की तैयारी शुरू कर देगी। स्टारशिप व्हीकल की ऊंचाई 403 फीट है स्टारशिप स्पेसक्राफ्ट (ऊपरी हिस्सा) और सुपर हैवी बूस्टर (निचला हिस्सा) को कलेक्टिवली 'स्टारशिप' कहा जाता है। दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी इलॉन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने इस रॉकेट को बनाया है। इस व्हीकल की ऊंचाई 403 फीट है। ये पूरी तरह से रीयूजेबल है। अभी जो विस्फोट हुआ है वो स्टारशिप स्पेसक्राफ्ट में हुआ है। इसी की टेस्टिंग चल रही थी। ----------------------------------------------- स्टारशिप से जुड़ी ये खबर भी पढ़े... स्टारशिप ने लॉन्चिंग के 30 मिनट बाद खोया कंट्रोल:दुनिया का सबसे शक्तिशाली रॉकेट नहीं कर पाया 9वें टेस्ट को पास दुनिया के सबसे ताकतवर रॉकेट स्टारशिप का 9वां टेस्ट कामयाब नहीं हो पाया। लॉन्चिंग के करीब 30 मिनट बाद स्टारशिप ने कंट्रोल खो दिया, जिस कारण पृथ्वी के वातावरण में एंटर करने पर ये नष्ट हो गया। ये लगातार तीसरी बार है जब स्टारशिप आसमान में ही नष्ट हुआ है। पूरी खबर पढ़े...

दैनिक भास्कर 19 Jun 2025 1:03 pm

फ्लिपकार्ट पर भारत का सबसे महंगा TV बिका:₹30 लाख में TCL की X955 Max TV सेल हुआ; ये घर की दीवार जितना बड़ा

फ्लिपकार्ट पर भारत का सबसे बड़ा और महंगा TV बिका है। 115-इंच की TCL X955 Max TV की ऑनलाइन बिक्री 30 लाख रुपए में हुई है। इस TV का साइज आपके कमरे की दीवार जितना है। X955 Max दुनिया की सबसे बड़ी QD-Mini LED TV है। ये 4K Ultra HD रेजोलूशन (38402160 पिक्सल) को सपोर्ट करती है। इसे साथ ही TV में 12 स्पीकर्स दिए गए हैं। X955 Max TV की खासियत साइज: TV की स्क्रीन बहुत बड़ी है। 115 इंच साइज की TV आपके कमरे की पूरी दीवार जितनी बड़ी ही सकती है। इसमें Dolby Vision का सपोर्ट दिया गया है। ब्राइटनेस: TV में 5000 निट्स की ब्राइटनेस दी गई है। इसके अलावा 20,000+ लोकल डिमिंग जोन, 98% DCI-P3 कलर कवरेज दिया गया है। प्रोसेसर: X955 Max TV में TCL AiPQ Pro प्रोसेसर दिया गया है। ये AI बेस्ड कलर, कॉन्ट्रास्ट और क्लैरिटी की फैसिलिटी देता है। इसमें 3GB RAM, 64GB स्टोरेज दिया गया है। ऑडियो: टेलीविजन में Onkyo 6.2.2 Hi-Fi सिस्टम, 12 स्पीकर्स, 120W आउटपुट और Dolby Atmos सपोर्ट के साथ दिए गए हैं। गेमिंग: गेमिंग के लिए 144Hz रिफ्रेश रेट, फ्री सिंक प्रेमिमियम प्रो और गेम मास्टर टेक्नोलॉजी दी गई है। कनेक्टिविटी सपोर्ट: ये Google TV, Apple AirPlay2, HomeKit को सपोर्ट करती है। इसके अलावा कनेक्टिविटी के लिए टीवी में WiFi 6, Bluetooth 5.2, HDMI 2.1 पोर्ट दिया गया है। ग्राहकों का ऑनलाइन खरीदी पर ट्रस्ट बढ़ा TV की बिक्री के बाद TCL के इंडिया हेड फिलिप जिया ने कहा ‘यह सिर्फ बिक्री नहीं, भारत में प्रीमियम इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए ई-कॉमर्स की अपार संभावनाओं का संकेत है।’ वही फ्लिपकार्ट के वाइस प्रेसिडेंट राकेश कृष्णन ने कहा हम भारत के छोटे शहरों तक प्रीमियम टेक पहुंचा रहे हैं। यह टीवी उन ग्राहकों के लिए है जो घर बैठे सिनेमा जैसा अनुभव चाहते हैं।

दैनिक भास्कर 18 Jun 2025 6:24 pm

Google का बड़ा एक्शन, अब आपके साथ नहीं होगी ऑनलाइन धोखाधड़ी

गूगल ने अपने ग्राहकों को ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाने के लिए यहां सेफ्टी चार्टर की शुरुआत की। गूगल इंडिया की कंट्री मैनेजर प्रीति लोबाना ने यहां सेफर विद गूगल इंडिया समिट में सेफ्टी चार्टर की शुरुआत की घोषणा करते हुए कहा कि भारत को विकसित बनाने के लिए, ...

वेब दुनिया 18 Jun 2025 5:45 pm

होंडा XL750 ट्रांसलप का अपडेटेड वर्जन भारत में लॉन्च:एडवेंचर बाइक की कीमत ₹10.99 लाख, BMW F-900 GS और KTM 890 एडवेंचर R से मुकाबला होगा

होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर्स इंडिया ने अपनी बाइक XL750 ट्रांसलप के अपडेटेड वर्जन को भारत में लॉन्च कर दिया है। इसकी एक्स शोरूम कीमत ₹10.99 लाख है। ये बाइक जुलाई 2025 से होंडा की प्रीमियम बिगविंग डीलरशिप्स पर मिलने लगेगी। ये बाइक लंबे हाईवे टूर और ऑफ-रोड एडवेंचर्स के लिए परफेक्ट है। बाइक पहले से भी ज्यादा स्टाइलिश और टेक-लोडेड हो गई है। इसका डिजाइन होंडा की फ्लैगशिप बाइक अफ्रीका ट्विन से इंस्पायर्ड है। नया ड्यूल LED प्रोजेक्टर हेडलैंप और एरोडायनैमिक वाइजर इसे कूल लुक देता है। साथ ही इसके 5-इंच TFT डिस्प्ले में सनलाइट में भी साफ दिखता है और यह होंडा रोडसिंक कनेक्टिविटी के साथ आता है। सस्पेंशन को भी अपग्रेड किया गया है, ताकि रफ रास्तों पर राइड और स्मूथ हो। डिजाइन और लुक XL750 ट्रांसलप का डिजाइन सिटी और ऑफ-रोड दोनों के लिए सही है। इसका टॉल स्टांस, 218क-इंच फ्रंट और 18-इंच रियर स्पोक व्हील्स इसे रग्ड लुक देते हैं। एरोडायनैमिक वाइजर और ड्यूल LED हेडलैंप्स अफ्रीका ट्विन की तरह प्रीमियम फील देते हैं। बाइक रॉस व्हाइट और ग्रेफाइट ब्लैक दो कलर ऑप्शन्स में मिलेगी। इसकी नई विंडस्क्रीन राइडर को हवा से बचाती है, जिससे लंबी राइड्स कम्फर्टेबल हो जाती हैं। राइडिंग मोड्स और इलेक्ट्रॉनिक फीचर्स इसमें 5 राइडिंग मोड्स हैं- स्पोर्ट, स्टैंडर्ड, रेन, ग्रैवल और यूजर। यानी, आप अपनी जरूरत के हिसाब से इंजन पावर, ब्रेकिंग और ट्रैक्शन कंट्रोल सेट कर सकते हैं। होंडा सिलेक्टेबल टॉर्क कंट्रोल (HSTC) और ड्यूल-चैनल ABS सेफ्टी बढ़ाते हैं। रोडसिंक एप से फोन कनेक्ट करके नेविगेशन, कॉल्स, मेसेज और म्यूजिक कंट्रोल कर सकते हैं। इसके लिए फोर-वे टॉगल स्विच दिया गया है। साथ ही इसमें इमरजेंसी स्टॉप सिग्नल और ऑटो टर्न सिग्नल कैंसिलेशन जैसे स्मार्ट फीचर्स भी हैं। परफॉर्मेंस और माइलेज 755cc का इंजन पावर और टॉर्क का बैलेंस देता है, जो हाईवे पर स्पीड और ऑफ-रोड में कंट्रोल के लिए बेस्ट है। कंपनी का दावा है कि इसका माइलेज 23 kmpl के आसपास है, जो इस साइज की ADV बाइक के लिए ठीक है। लंबी राइड्स के लिए इसका फ्यूल टैंक भी बड़ा है, तो बार-बार पेट्रोल भरने की टेंशन नहीं रहेगी। इंजन बाइक में 755cc पैरलल-ट्विन, लिक्विड-कूल्ड इंजन है, जो 90.5 bhp की पावर (9,500 rpm पर) और 75 Nm का टॉर्क (7,250 rpm पर) देता है। ये इंजन 6-स्पीड गियरबॉक्स के साथ आता है, जिसमें थ्रॉटल-बाय-वायर (TBW) टेक्नोलॉजी है। यानी पावर डिलीवरी स्मूथ और कंट्रोल्ड है। फ्यूल-इंजेक्शन सिस्टम को भी ट्यून किया गया है, ताकि लो और मिड-रेंज में बेहतर रिस्पॉन्स मिले। सस्पेंशन और ब्रेकिंग सिस्टम बाइक में शोवा 43mm USD फ्रंट फोर्क्स और प्रो-लिंक रियर मोनोशॉक हैं, जिन्हें रफ रास्तों के लिए ट्यून किया गया है। 2025 मॉडल में सस्पेंशन की डैंपिंग को बेहतर किया गया है, ताकि बंपी रास्तों पर भी कंट्रोल बना रहे। ब्रेकिंग के लिए ड्यूल 310mm फ्रंट डिस्क और 256mm रियर डिस्क है, जो ड्यूल-चैनल ABS के साथ आता है। यानी सिटी हो या ऑफ-रोड, इसका ब्रेकिंग पावर शानदार है। कॉम्पिटिटर्स भारत में ये बाइक सुजुकि V-स्टॉर्म 800DE, BMW F-900 GS, ट्रायम्फ 900, और KTM 890 एडवेंचर R को टक्कर देगी। XL750 का बैलेंस्ड डिजाइन, स्मूथ इंजन, और अफोर्डेबल प्राइस इसे कॉम्पिटिशन में थोड़ा आगे रखता है। अगर मिडलवेट ADV चाहिए, तो ये एक सॉलिड ऑप्शन है।

दैनिक भास्कर 18 Jun 2025 3:19 pm

मर्सिडीज EQS 580 सेलिब्रेशन एडिशन भारत में लॉन्च:लग्जरी सेडान की कीमत ₹1.30 करोड़, अडैप्टिव क्रूज कंट्रोल जैसे ADAS फीचर्स मिलेंगे

मर्सिडीज-बेंज इंडिया ने अपनी इलेक्ट्रिक सेडान EQS 580 का सेलिब्रेशन एडिशन भारत में लॉन्च कर दिया है। कंपनी ने इसकी कीमत 1.30 करोड़ रुपए (एक्स-शोरूम) रखी है। EQS 580 सेलिब्रेशन एडिशन की केवल 50 यूनिट्स ही बनाई जाएंगी। इस कार को आप ऑनलाइन या नजदीकी मर्सिडीज-बेंज डीलरशिप पर जाकर बुक कर सकते हैं। इस गाड़ी का बाहरी और अंदर का डिजाइन तो स्टैंडर्ड EQS 580 जैसा ही है, लेकिन इसमें पीछे की सीटों पर खास ध्यान दिया गया है। इंटीरियर और डिजाइन EQS सेलिब्रेशन एडिशन में रियर सीट कम्फर्ट पैकेज दिया गया है, जो पीछे बैठने वालों को और भी लग्जरी एक्सपीरियंस देता है। रियर सीट्स में मसाज फंक्शन, लंबर सपोर्ट और 38 डिग्री तक रिक्लाइन करने की सुविधा भी है। साथ ही इसके पूरे केबिन में नप्पा लेदर यूज किया गया है, जो इसे और भी खास बनाता है। मर्सिडीज-बेंज ने इसमें एक चौफर पैकेज भी शामिल किया है, जो आगे की सीटों को पीछे से इलेक्ट्रॉनिक रूप से झुकाने की अनुमति देता है। पावर और परफॉर्मेंस EQS 580 सेलिब्रेशन एडिशन में 107.8 kWh की लिथियम-आयन बैटरी है, जो दो इलेक्ट्रिक मोटर्स के साथ आती है। ये दोनों मोटर्स मिलकर 544hp की पावर और 858 Nm का टॉर्क जनरेट करती हैं। इस कार की टॉप स्पीड 210Km/hr है। ये 0 से 100Km/hr सिर्फ 4.3 सेकंड में पहुंच सकती है। EQS 580 सेलिब्रेशन एडिशन की रेंज 800 किलोमीटर से ज्यादा है, जो इसे लंबी दूरी के लिए शानदार बनाती है। कंपनी का दावा है कि 200 kW फास्ट चार्जर से ये कार 10 से 80% तक सिर्फ 31 मिनट में चार्ज हो सकती है। सेफ्टी और टेक्नोलॉजी सेफ्टी की बात करें तो इसमें मल्टीपल एयरबैग्स, 360-डिग्री कैमरा, ऑटोमैटिक पार्किंग असिस्ट, स्टीयरिंग असिस्ट, रियर पार्किंग सेंसर, टायर प्रेशर और मॉनिटरिंग सिस्टम जैसे फीचर्स हैं। इसके अलावा इसमें अडैप्टिव क्रूज कंट्रोल, लेन कीप असिस्ट और ड्राइवर अटेंशन मॉनिटरिंग जैसे ADAS फीचर्स भी हैं। इतना ही नहीं इसमें MBUX हाइपरस्क्रीन और पैसेंजर्स के लिए एंटरटेनमेंट स्क्रीन्स भी दी गई है, जो इसे हाई-टेक बनाते हैं। नया शोरूम भी ओपन किया मर्सिडीज-बेंज ने इस गाड़ी के लॉन्च के साथ ही चेन्नई में अपना नया लग्जरी शोरूम ‘एटेलियर एक्सपीरियंस’ भी ओपन किया है। कंपनी ने हाल ही में जम्मू, नई दिल्ली और मुंबई में भी नए शोरूम खोले हैं। मर्सिडीज का कहना है कि उनकी इलेक्ट्रिक गाड़ियों की डिमांड तेजी से बढ़ रही है। इस साल मई तक कंपनी की BEV (बैटरी इलेक्ट्रिक व्हीकल) की सेल्स 73% बढ़ी है। मर्सिडीज-बेंज का ये सेलिब्रेशन एडिशन भारत में अपनी इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बढ़ती लोकप्रियता और लग्जरी मार्केट में अपनी मजबूत पकड़ को दर्शाता है। सिर्फ 50 यूनिट्स होने की वजह से ये गाड़ी उन लोगों के लिए है, जो कुछ अनोखा और लग्जरी चाहते हैं।

दैनिक भास्कर 17 Jun 2025 3:52 pm

मारुति सुजुकी ग्रैंड विटारा CNG लॉन्च, 26.6km/kg का माइलेज:सेफ्टी के लिए 6 एयरबैग और इलेक्ट्रॉनिक पार्किंग ब्रेक जैसे फीचर्स, शुरुआती कीमत ₹13.48 लाख

मारुति सुजुकी ने आज (17 जून) अपनी पॉपुलर SUV ग्रैंड विटारा का सीएनजी वर्जन लॉन्च कर दिया है। CNG का ऑप्शन डेल्टा और जेटा वैरिएंट में मिलेगा, जिनकी कीमत 13.48 लाख रुपए और 15.62 लाख रुपए है। दो महीने पहले ही कंपनी ने स्मार्ट हाइब्रिड SUV का 2025 ईयर अपडेट मॉडल भारत में लॉन्च किया था। इसकी एक्स-शोरूम कीमत ₹11.19 लाख से ₹20.68 लाख के बीच है। कंपनी का दावा है कि ग्रैंड विटारा में CNG के साथ 26.6km/kg माइलेज मिलेगा, जबकि हाइब्रिड इंजन के साथ ये 27.97kmpl का माइलेज देती है। SUV अब ऑल व्हील ड्राइव (AWD) ऑप्शन के साथ 6-स्पीड ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ आती है। इसके साथ ही इसमें 17 इंच के नए डुअल टोन अलॉय व्हील्स, पावर्ड ड्राइवर सीट और 6 एयरबैग्स स्टैंडर्ड मिलेंगे। मारुति ग्रैंड विटारा का मुकाबला हुंडई क्रेटा, किआ सेल्टोस, टोयोटा हाइराइडर, स्कोडा कुशाक, फोक्सवैगन टाइगन और एमजी एस्टर से है। इंटीरियर और फीचर : 8 तरह से इलेक्ट्रिक एडजस्टेबल ड्राइवर सीट2025 ग्रैंड विटारा में 8 तरह से इलेक्ट्रिक एडजस्टेबल ड्राइवर सीट, डिजिटल डिस्प्ले के साथ एक एयर प्यूरीफायर, रियर विंडो सनशेड और LED केबिन लाइट दी गई है।इसमें पहले की तरह 9-इंच टचस्क्रीन, एक डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले, रियर वेंट्स के साथ ऑटो AC, वेंटिलेटेड फ्रंट सीट, हेड्स-अप डिस्प्ले, वायरलेस फोन चार्जर और पैनोरमिक सनरूफ जैसे फीचर मिलते हैं। सेफ्टी के लिए कार में 6 एयरबैग स्टैंडर्ड और इलेक्ट्रॉनिक पार्किंग ब्रेक (केवल ऑटोमैटिक वैरिएंट के साथ) दिए गए हैं। कॉम्पैक्ट SUV कार में पहले की तरह 360 डिग्री कैमरा, हिल होल्ड असिस्ट और सभी पहियों पर डिस्क ब्रेक जैसे सेफ्टी फीचर भी मिलना जारी हैं। परफॉर्मेंस: ऑल व्हील ड्राइव के साथ 6-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स 2025 मॉडल अपडेट के साथ ग्रैंड विटारा में ऑल व्हील ड्राइव (AWD) सेटअप के साथ 6-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स दिया गया है। इससे पहले इस ड्राइवट्रेन के साथ सिर्फ मैनुअल गियरबॉक्स दिया गया था, जिसे अब डिस्कंटीन्यू कर दिया गया है। इसके अलावा कार के परफॉर्मेंस में कोई बदलाव नहीं हुआ है।

दैनिक भास्कर 17 Jun 2025 1:56 pm

बजाज का सबसे सस्ता इलेक्ट्रिक स्कूटर लॉन्च:चेतक 3001 की शुरुआती कीमत ₹99,990, सिंगल चार्ज में 127 Km चलेगा

बजाज ऑटो ने अपनी आइकॉनिक चेतक रेंज में एक नया इलेक्ट्रिक स्कूटर बजाज चेतक 3001 लॉन्च कर दिया है। इस स्कूटर की शुरुआती एक्स शोरूम कीमत 99,990 रुपए है। ये चेतक लाइनअप का सबसे सस्ता मॉडल है। ये स्कूटर पुराने चेतक 2903 की जगह लेगा। ये स्कूटर तीन रंगों में उपलब्ध है - लाल, पीला और नीला। इसकी डिलीवरी जल्द शुरू होने की उम्मीद है। चेतक 3001 का मुकाबला टीवीएस आईक्यूब, ओला S1 Z, एथर रिज्टा और हीरो विडा VX2 जैसे इलेक्ट्रिक स्कूटर्स से होगा। बजाज चेतक की रेंज, चार्जिंग और फीचर्स बैटरी और रेंज: स्कूटर में 3.0 kWh की बैटरी लगी है, जो पुराने चेतक 2903 की 2.9 kWh बैटरी से थोड़ी बड़ी है। कंपनी का दावा है कि ये सिंगल चार्ज में 127 किलोमीटर तक चल सकता है, जो 2903 की 123 किमी रेंज से बेहतर है। यानी, शहर में रोजमर्रा के सफर के लिए ये एकदम फिट है। डिजाइन और स्टेबिलिटी: चेतक 3001 में बैटरी को फ्लोरबोर्ड के नीचे लगाया गया है, जिससे स्कूटर का बैलेंस बेहतर होता है। इससे स्कूटर चलाने में आसानी होती है, खासकर टर्न लेते वक्त। साथ ही इसमें 35 लीटर का बूट स्पेस मिलता है, जिसमें हेलमेट या सामान आसानी से रखा जा सकता है। मोटर और चार्जिंग: स्कूटर में 3.1 kW (लगभग 4.2 हॉर्सपावर) की इलेक्ट्रिक मोटर है, जो इसे 62 किमी/घंटा की टॉप स्पीड देती है। ये स्पीड शहर के ट्रैफिक के लिए काफी है। इसमें 750W का चार्जर आता है, जो बैटरी को 0 से 80% तक 3 घंटे 50 मिनट में चार्ज कर देता है। फीचर्स: इसमें सॉलिड मेटल बॉडी, स्मार्ट फीचर्स जैसे ब्लूटूथ कनेक्टिविटी, स्मार्टफोन अलर्ट्स, और हिल होल्ड फीचर मिलता है, जो ढलान पर स्कूटर को पीछे खिसकने से रोकता है। साथ ही, इसका क्लासिक लुक चेतक की पुरानी विरासत को जिंदा रखता है। साइज और वजन: स्कूटर की लंबाई 1914 मिमी, चौड़ाई 725 मिमी, ऊंचाई 1143 मिमी और ग्राउंड क्लीयरेंस 168 मिमी है। ये 12-इंच के पहियों पर चलता है। बजाज की चेतक रेंज में अभी चार मॉडल हैं: प्रेसिडेंट एरिक वास बोले- नई जनरेशन के प्लेटफॉर्म पर बना है स्कूटर बजाज ऑटो के अर्बनाइट बिजनेस यूनिट के प्रेसिडेंट एरिक वास ने लॉन्च के मौके पर कहा, “चेतक 3001 इलेक्ट्रिक स्कूटर्स को आम लोगों तक पहुंचाने का एक नया बेंचमार्क है। नई जनरेशन के प्लेटफॉर्म पर बना ये स्कूटर रेंज और परफॉर्मेंस में वो सब देता है, जो भारतीय राइडर्स चाहते हैं। ये राइडिंग को आसान और टेंशन-फ्री बनाता है, साथ ही बजाज की भरोसेमंद सर्विस का वादा भी देता है।” क्या ये स्कूटर आपके लिए है? अगर आप शहर में रोज के सफर के लिए एक किफायती, स्टाइलिश और भरोसेमंद इलेक्ट्रिक स्कूटर चाहते हैं, तो चेतक 3001 एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है। इसकी 127 किमी रेंज और 35 लीटर बूट स्पेस इसे प्रैक्टिकल बनाता है, और बजाज का नाम इसे भरोसेमंद। लेकिन अगर आप ज्यादा स्पीड या प्रीमियम फीचर्स चाहते हैं, तो चेतक 3501 या 3502 जैसे हाई-एंड मॉडल्स देख सकते हैं।

दैनिक भास्कर 17 Jun 2025 1:42 pm

ED ने हरभजन-युवराज, उर्वशी रौतेला समेत 5 से पूछताछ की:प्रतिबंधित बेटिंग प्लेटफॉर्म्स के विज्ञापन का मामला, सालाना ₹27,000 करोड़ टैक्स लॉस का अनुमान

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने ऑनलाइन बेटिंग एप्स के प्रचार और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े एक मामले में पूर्व भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह, युवराज सिंह, सुरेश रैना, एक्टर सोनू सूद और उर्वशी रौतेला से पूछताछ की है। ED के मुताबिक, ये हस्तियां 1xBet, फेयर प्ले, परीमैच और लोटस 365 जैसे प्रतिबंधित बेटिंग प्लेटफॉर्म्स के विज्ञापनों से जुड़ी थीं। NDTV प्रॉफिट ने इस बात की जानकारी दी है। सालाना ₹27,000 करोड़ का टैक्स लॉस इन लोगों से हुई पूछताछ QR कोड से यूजर्स को बेटिंग साइट्स पर रीडायरेक्ट करते हैं रिपोर्ट के मुताबिक, ये बेटिंग प्लेटफॉर्म विज्ञापन में 1xbat और 1xbat स्पोर्टिंग लाइन्स जैसे सेरोगेट नामों का उपयोग कर रहे हैं। विज्ञापनों में अक्सर क्यूआर कोड होते हैं जो यूजर्स को सीधा इन बेटिंग साइट्स पर रीडायरेक्ट कर देते हैं, जो भारतीय कानून का उल्लंघन है। ED के एक अधिकारी के मुताबिक, ये इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (IT) एक्ट, फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट, प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट, और बेनामी लेनदेन अधिनियम सहित कई भारतीय कानूनों का उल्लंघन है। स्किल बेस्ड गेम के रूप में प्रमोशन लेकिन रिजल्ट भाग्य भरोसे ED के अधिकारी ने बताया कि कुछ मशहूर हस्तियों को पहले ही नोटिस जारी किए जा चुके हैं, जबकि अन्य को जल्द ही नोटिस जारी किए जाने की संभावना है। ED अधिकारियों ने कहा कि ये प्लेटफॉर्म खुद को स्कील बेस्ड गेम के रूप में प्रमोट करते हैं, लेकिन भाग्य पर आधारित रिजल्ट देते हैं। इसके लिए ये प्लेटफॉर्म्स रिग्ड एल्गोरिदम का उपयोग करते हैं। -------------------- ये खबर भी पढ़ें... ऑनलाइन गेमिंग में 500 जीते, फिर 7 करोड़ हारे: गेम खिलाने वाले बोले- फंसाते नहीं, लोग खुद फंसते, फिर मर जाते हैं ‘एक दिन मेरे मोबाइल पर मैसेज आया। उसमें गेमिंग एप्लिकेशन का लिंक था। मैंने सोचा खेलकर देखता हूं। गेम का नाम रमी लोटस था। शुरुआत में मैं जीतने लगा। 500 रुपए लगाए, तो 700 रुपए मिले। 1000 लगाए तो 1500 मिल गए। ये करीब 7 से 8 दिन तक चला। फिर मैं हारने लगा। धीरे-धीरे ढाई लाख रुपए हार गया। हारा पैसा वापस पाने के लिए और रुपए लगाता गया, वो भी हार गया।’ पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...

दैनिक भास्कर 17 Jun 2025 1:12 pm

रिव्यू- निसान मैग्नाइट फर्स्ट टाइम बायर्स के लिए अच्छा ऑप्शन:CNG ऑप्शन के साथ वैल्यू फॉर मनी SUV, सेफ्टी के लिए 6 एयरबैग के साथ 360-डिग्री कैमरा

निसान मैग्नाइट एक किफायती सब-कॉम्पैक्ट SUV है, जो इंडियन मार्केट में अपने स्टाइलिश डिजाइन, फीचर्स और वैल्यू-फॉर-मनी के लिए जानी जाती है। अब कंपनी ने इसके साथ CNG (ऑर्थराइज्ड डीलरशिप से रेट्रोफिटमेंट) का ऑप्शन भी दे दिया है। दैनिक भास्कर की ऑटो डेस्क टीम ने इसे लगभग 1000 किलोमीटर चलाकर देखा। तो आइए जानते हैं इस कार में खास है। हम यहां इसके डिजाइन, परफॉर्मेंस, फीचर्स, माइलेज और प्रैक्टिकालिटी जैसे पॉइंट्स कवर करेंगे। डिजाइन और लुक्स: 16 इंच डुअल टोन अलॉय व्हील्स निसान मैग्नाइट का फेसलिफ्ट पिछले साल अक्टूबर में आया था, लेकिन अब भी इसका डिजाइन काफी अट्रेक्टिव और मॉडर्न है। 2024 फेसलिफ्ट के बाद यह पहले ज्यादा प्रीमियम फील देती है। एक्सटीरियर: मैग्नाइट में बोल्ड फ्रंट ग्रिल, बूमरैंग-स्टाइल LED डे-टाइम रनिंग लाइट्स के साथ स्लीक हेडलैंप्स और 16-इंच डुअल-टोन अलॉय व्हील्स दिए गए हैं। नया सनराइज कॉपर ऑरेंज कलर और ग्लॉस ब्लैक फिनिश ग्रिल इसे और अट्रेक्टिव बनाते हैं। 205mm का ग्राउंड क्लीयरेंस और चारों ओर बॉडी क्लेडिंग इसे SUV जैसा रग्ड लुक देता है। यह भारतीय सड़कों के लिए बढ़िया है। इंटीरियर: केबिन में डुअल-टोन (कॉपर/ब्लैक) लेदरेट अपहोल्स्ट्री और टेक्सचर्ड मटेरियल्स का इस्तेमाल किया गया है, जो प्रीमियम फील देता है। डैशबोर्ड का लेआउट साफ-सुथरा है, लेकिन कुछ जगहों पर (जैसे- ग्लवबॉक्स और B/C-पिलर्स) पैनल गैप्स नजर आते हैं, जो फिट-फिनिश में कमी दिखाते हैं। परफॉर्मेंस: टर्बो पेट्रोल इंजन के साथ अब CNG का भी ऑप्शनमैग्नाइट दो पेट्रोल इंजन ऑप्शन के साथ आती है। इसमें एक 1.0 लीटर का नेचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन मिलता है, जो 72PS की पावर और 96Nm का टॉर्क जनरेट करता है। इसके साथ 5 स्पीड मैनुअल (MT) और 5 स्पीड AMT गियरबॉक्स का ऑप्शन मिलता है। यह इंजन बेसिक ड्राइविंग के लिए ठीक है, लेकिन यह चढ़ाई या ओवरटेकिंग के समय यह अंडर पावर लगता है और रिफाइनमेंट में भी कमी महसूस होती है। इस इंजन के मैनुअल गियरबॉक्स के साथ अब 70 हजार रुपए एक्स्ट्रा देकर आप CNG किट भी लगवा सकते हैं। दूसरा 1.0 लीटर का टर्बो-पेट्रोल इंजन मिलता है, जो 100PS की पावर और मैनुअल गियरबॉक्स के साथ 160Nm और CVT इंजन के साथ 152Nm का टॉर्क जनरेट करता है। यह इंजन ज्यादा पेप्पी और रेस्पॉन्सिव है, खासकर हाईवे ड्राइविंग के लिए। CVT ऑटोमैटिक स्मूथ है, लेकिन थोड़ा स्लो रेस्पॉन्स देता है। ड्राइविंग एक्सपीरियंस: टर्बो-पेट्रोल के साथ मैग्नाइट शहर और हाईवे दोनों में मजेदार ड्राइविंग देती है। सस्पेंशन सिटी की छोटी-मोटी गड्ढों को अच्छे से हैंडल करता है, लेकिन हाई स्पीड पर राइड क्वालिटी थोड़ी हार्ड लगती है। स्टीयरिंग रेस्पॉन्स ठीक है, लेकिन प्रीमियम SUV जैसे किआ सोनेट या महिंद्रा XUV 3XO जितना शार्प नहीं है। माइलेज: नेचुरली एस्पिरेटेड इंजन का ARAI क्लेम्ड माइलेज MT के साथ 17.9kmpl और AMT के साथ 19.7kmpl है। रियल-वर्ल्ड में 17 से 18kmpl के बीच माइलेज मिलता है। वहीं, टर्बो पेट्रोल इंजन में CVT गियरबॉक्स के साथ शहर में 13-14kmpl और हाईवे पर 18+ kmpl का माइलेज मिलता है। CNG में 19.6km/kg का माइलेज मिलता है, जो किफायती ड्राइविंग के लिए अच्छा ऑप्शन है। स्पेस और प्रैक्टिकलिटीमैग्नाइट 5-सीटर है, जिसमें रियर सीट पर 3 लोग आराम से बैठ सकते हैं। 336-लीटर का बूट स्पेस छोटी फैमिली के लिए पर्याप्त है। इसे 60:40 स्प्लिट रियर सीट्स के साथ इसे 690 लीटर तक बढ़ाया जा सकता है। रियर सीट पर लंबे सफर में थोड़ा क्रैम्प्ड फील हो सकता है, क्योंकि केबिन की चौड़ाई कुछ कॉम्पिटिटर्स जैसे- XUV 3XO से कम है। हालांकि ये टाटा पंच और हुंडई एक्सटर से ज्यादा चौड़ी है। मैग्नाइट का मुकाबला टाटा पंच, नेक्सॉन, मारुति फ्रॉन्क्स हुंडई एक्स्टर, वेन्यू, किआ सोनेट, रेनो काइगर और महिंद्रा XUV 3XO से है। इसकी कीमत और फीचर्स इसे टाटा पंच और रेनो काइगर के करीब लाते हैं, लेकिन प्रीमियम SUV जैसे सोनेट और XUV 3XO के मुकाबले इंटीरियर क्वालिटी और रिफाइनमेंट में थोड़ा पीछे रहता है। फाइनल वर्डिक्ट निसान मैग्नाइट बजट-फ्रेंडली, स्टाइलिश और फीचर-लोडेड SUV चाहने वाले लोगों के लिए अच्छा ऑप्शन है। खासकर छोटी फैमिली या फर्स्ट-टाइम बायर्स के लिए CNG ऑप्शन इसे और किफायती बनाता है। SUV में मिलने वाले 20 से ज्यादा सेगमेंट फर्स्ट फीचर्स और सेफ्टी के लिए 6 एयरबैग के साथ 360-डिग्री कैमरा जैसे 40+ फीचर इसे वैल्यू-फॉर-मनी कार बनाते हैं। ​​​​​​अगर आपका बजट 10-12 लाख है और आप एक स्टाइलिश, फीचर-रिच SUV चाहते हैं, तो मैग्नाइट टॉप वैरिएंट एक दमदार ऑप्शन है। हां अगर आपको प्रीमियम इंटीरियर्स, सनरूफ या ज्यादा रिफाइंड ड्राइविंग एक्सपीरियंस चाहिए तो दूसरे ऑप्शन देखने होंगे।

दैनिक भास्कर 17 Jun 2025 2:05 am

ट्रम्प का 5G स्मार्टफोन T1 लॉन्च, एपल को टक्कर देगा:कीमत 42,913 रुपए, अनलिमिटेड कॉलिंग वाली नेटवर्क सर्विस भी पेश की

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की कंपनी ट्रम्प ऑर्गनाइजेशन ने सोमवार (16 जून) को ट्रम्प मोबाइल नाम से एक नया स्मार्टफोन ब्रांड और नेटवर्क सर्विस लॉन्च की। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, स्मार्टफोन के सेल और मोबाइल नेटवर्क सर्विस सितंबर-2025 से शुरू होगी। ऑर्गनाइजेशन ने T1 नाम से एक 5G स्मार्टफोन भी पेश किया, जिसकी कीमत 499 अमेरिकी डॉलर (यानी लगभग 42,913 रुपए) रखी गई है। ये पूरी तरह मेड इन अमेरिका फोन होगा। इसे ऑफिशियल वेबसाइट से 100 डॉलर में बुक किया जा सकता है। इसके साथ 'द 47 प्लान' नाम से एक सब्सक्रिप्शन मंथली प्लान भी पेश किया गया, जिसकी कीमत 47.45 अमेरिकी डॉलर (लगभग ₹3,950) है। इसमें 100 देशों में अनलिमिटेड कॉलिंग कर सकेंगे। एपल को टक्कर देंगे ट्रम्पहाल ही में ट्रम्प ने एपल को धमकी दी थी कि अगर आईफोन भारत या बाहर बनाए गए तो 25% टैरिफ लगेगा। बावजूद इसके टिम कुक की कंपनी भारत में मैन्युफैक्चरिंग बढ़ा रही है। अब ट्रम्प मोबाइल लॉन्च करके एपल को टक्कर देंगे। 3 वायरलेस सर्विस प्रोवाइडर्स से नेटवर्क कैपेसिटी खरीदेगी कंपनीन्यूयॉर्क के ट्रम्प टॉवर में डोनाल्ड ट्रम्प जूनियर और एरिक ट्रम्प ने इस नई कंपनी को लॉन्च किया। डोनाल्ड ट्रम्प जूनियर ने कहा कि, 'इस प्लान के तहत ग्राहक को सिर्फ मोबाइल नेटवर्क ही नहीं, बल्कि और भी कई सुविधाएं एक साथ मिलेंगी। हमने इंडस्ट्री से जुड़े बेहतरीन एक्सपर्ट के साथ पार्टनरशिप की है। हम सुनिश्चित करना चाहते हैं कि अमेरिका के लोगों को सही दाम में मोबाइल कैरियर के सबसे बेहतरीन सर्विस मिले। ट्रम्प की टेलीकॉम कंपनी मोबाइल वर्चुअल नेटवर्क ऑपरेटर के रूप में काम करेगी, जो 3 प्रमुख अमेरिकी वायरलेस सर्विस प्रोवाइडर्स से नेटवर्क कैपेसिटी खरीदेगी।' जूनियर ट्रम्प ने बताया कि उनकी कंपनी अमेरिका में 250 सीटों वाला कस्टमर सर्विस सेंटर भी शुरू करेगी। यह ऑटोमैटिक सिस्टम नहीं होगा, बल्कि इसमें वास्तविक लोग काम करेंगे। यह कस्टमर सपोर्ट सेंटर अमेरिका से 24/7 काम करेगा।

दैनिक भास्कर 17 Jun 2025 1:16 am

सिट्रोएन C3 स्पोर्ट एडिशन लॉन्च, शुरुआती कीमत ₹6.44 लाख:नए ग्राफिक्स के साथ 6 एयरबैग स्टैंडर्ड सेफ्टी फीचर्स, टाटा टियागो से मुकाबला

सिट्रोएन इंडिया ने आज (16 जून) अपनी एंट्री लेवल हैचबैक कार सिट्रोएन C3 का स्पोर्ट एडिशन भारत में लॉन्च कर दिया है। इस लिमिटेड एडिशन की शुरुआती कीमत 6.44 लाख रुपए से 10.21 लाख रुपए (एक्स-शोरूम, पैन इंडिया) के बीच रखी गई है। सिट्रोएन C3 स्पोर्ट एडिशन की कीमत रेगुलर मॉडल से 21 हजार रुपए ज्यादा है। कार के एक्सटीरियर और इंटीरियर डिजाइन में कुछ कॉस्मेटिक चेंजेस किए गए हैं। इसके साथ इसमें नया गार्नेड रेड कलर ऑप्शन भी जोड़ा गया है। हैचबैक 6 एयरबैग के साथ आती है। कार का मुकाबला मारुति वैगन आर, सेलेरियो और टाटा टियागो से है। सिट्रोएन C3 स्पोर्ट एडिशन: वैरिएंट वाइस प्राइस परफॉर्मेंस: CNG में 17.4 km/kg का माइलेज ​​​​​​​​​​​​​​ ​सिट्रोएन C3 स्पोर्ट एडिशन में मैकेनिकली कोई भी बदलाव नहीं किया गया है। इसमें पहले की तरह ही 1.2-लीटर नैचुरली-एस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन दिया गया है, जो 81Bhp और 115Nm जनरेट करता है। इस इंजन को 5 स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स के साथ ट्यून किया गया है। कार के साथ 1.2-लीटर टर्बो पेट्रोल इंजन का ऑप्शन भी मिलता है, जो 109hp और 190Nm का टार्क जनरेट करता है। इसके साथ अब 6-स्पीड मैनुअल और 6 स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स का ऑप्शन मिलता है। कार का मैनुअल और ऑटोमैटिक दोनों ट्रांसमिशन के साथ ARAI-प्रमाणित माइलेज 19.3kmpl है, लेकिन रियल वर्ल्ड कंडिशन में यह शहरी क्षेत्र में 11.5-15.18kmpl और हाईवे पर 15.75 - 20.27kmpl का माइलेज देती है। वहीं, CNG में 17.4 km/kg का माइलेज मिलता है। ​​​​​​​फीचर्स : सेफ्टी के लिए 6 एयरबैग मिलेंगे सिट्रोएन C3 स्पोर्ट एडिशन हैचबैक में पहले की तरह वायरलेस एंड्रॉइड ऑटो और एपल कारप्ले के साथ 10.2-इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, स्टीयरिंग-माउंटेड ऑडियो कंट्रोल, रिमोट लॉकिंग/अनलॉकिंग और हाइट-एडजस्टेबल ड्राइवर की सीट जैसे फीचर्स मिलते हैं। सेफ्टी के लिए C3 स्पोर्ट एडिशन ​​​​​​​में अब 6 एयरबैग भी दे दिए गए हैं। इसके अलावा इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल, एक हिल होल्ड असिस्ट, एक टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS) और सेंसर के साथ एक रियर पार्किंग कैमरा जैसे फीचर्स मिलते हैं।

दैनिक भास्कर 16 Jun 2025 4:55 pm

इस साल केदारनाथ इलाके में 2-हेलिकॉप्टर क्रैश, 3 की इमरजेंसी-लैंडिंग:तकनीकी खामी या ऑपरेटर की गलती; समझें हेलिकॉप्टर के उड़ने की तकनीक

इस साल केदारनाथ इलाके में हेलिकॉप्टर क्रैश या इमरजेंसी लैंडिंग से जुड़ी कुल 5 घटनाएं सामने आईं हैं। क्रैश हुए हेलिकॉप्टर बेल कंपनी के हैं। वहीं इमरजेंसी और क्रैश लैंडिंग में एयरबस, अगस्ता वेस्टलैंड के हेलिकॉप्टर शामिल हैं। ये पायलट या हेलिकॉप्टर ऑपरेट करने वाली कंपनी की किसी गलती से हो रहा है, तकनीकी दिक्कत या खराब मौसम इसकी वजह है। आइए इसे डिटेल में समझते हैं... सबसे पहले हेलिकॉप्टर की टेक्नोलॉजी... हेलिकॉप्टर के मुख्य हिस्से और उनका काम: 1. मेन रोटर ब्लेड: ये हेलीकॉप्टर को हवा में उठाने और दिशा देने का काम करते हैं। ब्लेड्स हवाई जहाज के पंखों जैसे एयरफॉइल होते हैं। जब ये तेजी से घूमते हैं, तो हवा को नीचे धकेलते हैं, जिससे लिफ्ट बनती है और हेलीकॉप्टर ऊपर उड़ता है। पायलट ब्लेड्स के कोण को कलेक्टिव (सभी ब्लेड्स एकसाथ) या साइक्लिक (हर ब्लेड अलग-अलग) तरीके से बदलता है। इससे हेलीकॉप्टर ऊपर-नीचे, आगे-पीछे, या दाएं-बाएं जा सकता है। ये ब्लेड्स फ्लेक्सिबल होते हैं। 2. टेल रोटर: ये हेलिकॉप्टर की पूंछ पर लगा छोटा पंखा होता है, जो हेलिकॉप्टर को दिशा देने और स्थिर रखने का काम करता है। पायलट फुट पेडल्स से टेल रोटर के ब्लेड्स के कोण बदलता है, जिससे हेलिकॉप्टर दाएं या बाएं मुड़ पाता है। 3. इंजन: ये हेलिकॉप्टर का दिल है, जो इसे चलाने की ताकत देता है। ज्यादातर हेलिकॉप्टर्स में टर्बोशाफ्ट इंजन होता है, जो पावर को एक शाफ्ट के जरिए मेन रोटर और टेल रोटर तक भेजता है। ये जेट इंजन जैसा है, लेकिन हवा का धक्का देने की जगह शाफ्ट घुमाता है। अब समझिए हेलिकॉप्टर उड़ता कैसे हैं… हेलिकॉप्टर के रोटर ब्लेड तेजी से घूमते हैं और हवा को नीचे की तरफ धकेलते हैं। न्यूटन का एक नियम है- हर क्रिया की बराबर और उल्टी प्रतिक्रिया होती है। तो, जब ब्लेड हवा को नीचे धकेलते हैं, हेलिकॉप्टर को ऊपर की तरफ उठाने वाली ताकत मिलती है। बस यही लिफ्ट हेलिकॉप्टर को हवा में उड़ाती है। अब, हेलीकॉप्टर को इधर-उधर, आगे-पीछे या ऊपर-नीचे ले जाने के लिए पायलट उन ब्लेड्स के कोण को बदलता है। मतलब, ब्लेड्स को थोड़ा तिरछा कर दो, तो हेलीकॉप्टर उस दिशा में जाता है। वहीं टेल रोटर हेलीकॉप्टर को दाएं-बाएं मोड़ने और एक जगह स्थिर रखता है। उसे इधर-उधर घूमने से रोकता है। केदारनाथ इलाके में हेलिकॉप्टर क्रैश या इमरजेंसी लैंडिंग से जुड़ी 5 घटनाएं... 1. 8 मई 2025: उत्तरकाशी में गंगनानी के पास क्रैश में 6 की मौत ये बेल 407 हेलीकॉप्टर था, जिसे एयरोट्रांस सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड ऑपरेट करी रही थी। हेलीकॉप्टर श्रद्धालुओं को लेकर गंगोत्री धाम जा रहा था। इसमें पायलट सहित सात लोग सवार थे। छह यात्रियों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। एक यात्री घायल हुआ था। ये घटना खराब मौसम, तकनीकी खराबी, या पायलट की गलती से हुई इसकी जांच की जा रही है। फाइनल रिपोर्ट आने के बाद ही दुर्घटना का सटीक कारण पता चल पाएगा। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। 2. 12 मई 2025: उखीमठ में स्कूल के मैदान में आपातकालीन लैंडिंग ये एयरबस का AS350 B3 हेलिकॉप्टर था जिसे हिमालयन हेली सर्विसेज ऑपरेट करती है। ये हेलिकॉप्टर बद्रीनाथ से श्रद्धालुओं को लेकर सिरसी लौट रहा था। खराब विजिबिलिटी के कारण उखीमठ में एक स्कूल के मैदान में इसे इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी। सभी श्रद्धालु सुरक्षित थे। 3. 17 मई 2025: एम्स ऋषिकेश के हेली एम्बुलेंस की क्रैश लैंडिंग ये एयरबस का AS350 B2 हेलिकॉप्टर था। हेलिकॉप्टर सांस की तकलीफ से जूझ रही श्रीदेवी नाम की महिला को रेस्क्यू करने के लिए केदारनाथ जा रहा था। टेल रोटर में खराबी आने के कारण हेलिकॉप्टर को केदारनाथ हेलीपैड से 10-20 मीटर पहले क्रैश लैंडिंग करनी पड़ी। इस हादसे में हेलिकॉप्टर में सवार तीन लोग यानी, पायलट, एक डॉक्टर, और एक नर्सिंग स्टाफ सुरक्षित बच निकला। हेलिकॉप्टर में आई तकनीकी खराबी की सटीक वजह जांच पूरी होने के बाद ही स्पष्ट होगी। 4. 7 जून 2025: रुद्रप्रयाग में हाईवे पर आपातकालीन लैंडिंग ये अगस्ता वेस्टलैंड का AW119 हेलिकॉप्टर था, जिसे केस्ट्रेल एविएशन ऑपरेट करता है। ये हेलिकॉप्टर रुद्रप्रयाग जिले में बदासु (सिरसी) हेलीपैड से केदारनाथ धाम की ओर जा रहा था। उड़ान भरने के तुरंत बाद तकनीकी खराबी के कारण इसे राष्ट्रीय राजमार्ग पर आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी। हेलिकॉप्टर में सवार पांच यात्री पूरी तरह सुरक्षित रहे और उन्हें कोई चोट नहीं आई। पायलट को पीठ दर्द की शिकायत हुई, जिसके लिए उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया, लेकिन उनकी चोटें मामूली थीं। हादसे के बाद DGCA ने केस्ट्रेल एविएशन की उड़ानों को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया। 5. 15 जून 2025: केदारघाटी के पास हेलिकॉप्टर दुर्घटना में 7 की मौत ये बेल 407 हेलिकॉप्टर था, जिसे आर्यन एविएशन ऑपरेट करती थी। यह हेलीकॉप्टर केदारनाथ धाम से 6 श्रद्धालुओं (5 वयस्क और 1 बच्चा) को लेकर गुप्तकाशी की ओर जा रहा था। हादसे का प्राथमिक कारण खराब मौसम और कम दृश्यता बताया गया है। सुबह करीब 5:20 बजे, जब हेलिकॉप्टर ने केदारनाथ हेलीपैड से उड़ान भरी, तो गौरीकुंड के जंगलों में घने बादल और कोहरा था। उत्तराखंड के मौसम विभाग ने उस दिन पर्वतीय जिलों में बारिश और कोहरे की चेतावनी दी थी, जो उड़ान के लिए जोखिम भरा था।

दैनिक भास्कर 16 Jun 2025 1:29 pm