कोहरे का कहर, योगी सरकार ने जारी की ट्रैवल गाइडलाइन
UP government travel guidelines: घने कोहरे और कड़ाके की ठंड को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को प्रदेशभर में अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने मंडलायुक्त, आईजी, जिलाधिकारी, पुलिस, ट्रैफिक और नगर निकायों के ...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में धर्म, अध्यात्म, संस्कृति और इतिहास को समेटे हुए पौराणिक नगरी काशी ने बीते वर्षों में अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराई है। ब्रांड ...
काशी ने बीते वर्षों में अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराई है। ब्रांड बनारस अब विश्व भर के पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन चुका है। वाराणसी देश के उन शहरों में शामिल हो गया है, जहां तेजी से पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हो रही है। योगी सरकार के नेतृत्व में काशी के कलेवर में हुए ऐतिहासिक बदलावों ने उसके प्राचीन वैभव को नई ऊर्जा दी है। वर्ष 2014 से 2025 (सितम्बर तक) तक 45 करोड़, 44 लाख,82 हजार से अधिक पर्यटकों ने काशी का किया भ्रमणपर्यटन विभाग के अनुसार वर्ष 2014 में पर्यटकों की संख्या 54,89,997 ( चौवन लाख नवासी हजार नौ सौ सतानबे ) थी, जो 2025 ( सितंबर तक) तक बढ़कर 146975155( चौदह करोड़ उन्हत्तर लाख पचहत्तर हजार एक सौ पचपन ) के पार पहुँच गई। आंकड़ों के अनुसार 2014 के मुकाबले 2025 में भारतीय और विदेशी पर्यटकों की संख्या में लगभग 14,64,26,158 ( चौदह करोड़ चौंसठ लाख छब्बीस हजार एक सौ अट्ठावन ) से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई है, जो अपने आप में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। 2014 से 2025 तक 12 वर्षो में भारतीय पर्यटकों की संख्या 45,16,09,026 और विदेशी पर्यटकों की संख्या 28,73,636 है। विश्वनाथ कॉरिडोर सेबुद्ध की तपोस्थली सारनाथ तक बदली काशी की तस्वीरनव्य-भव्य काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण से मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए सुविधाओं का अभूतपूर्व विस्तार हुआ है। वहीं, गंगा घाटों के सौंदर्यीकरण, बेहतर साफ-सफाई व्यवस्था, बुद्ध की तपोस्थली सारनाथ के विकास, गंगा में क्रूज़ का संचालन और आधुनिक सुविधाओं की निरंतर बढ़ती श्रृंखला ने देश-विदेश के पर्यटकों को आकर्षित किया है। कोरोना काल के बाद रिकॉर्ड उछालकोरोना महामारी के कारण वर्ष 2020 और 2021 में पर्यटन प्रभावित हुआ, लेकिन इसके बाद काशी में पर्यटकों की संख्या में ऐतिहासिक उछाल देखने को मिला। वर्ष 2022 से लेकर 2025 तक हर साल रिकॉर्ड संख्या में सैलानी वाराणसी पहुँचे, जिससे पर्यटन उद्योग को नई रफ्तार मिली। अब जानिए टूरिज्म क्षेत्र से जुड़े लोगों ने क्या कहा...टूरिज्म वेलफेयर एसोसिएशन के राहुल मेहता ने कहा - वाराणसी में पर्यटकों की बढ़ती संख्या से पर्यटन उद्योग से जुड़े हर वर्ग को लाभ मिला है। इससे न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था मजबूत हुई है, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा हुए हैं। वाराणसी आज एक वैश्विक पर्यटन केंद्र के रूप में उभर रहा है। एम.डी.,कोरल होटल्स एंड रिसोर्ट खालिद अंसारी ने कहा - किसी शहर के विकसित होने से औद्योगिक विकास के साथ ही पर्यटन उद्योग को भी रफ़्तार मिलती है। पर्यटन उद्योग से न सिर्फ आर्थिक मजबूती मिलती है ,बल्कि शहर की पहचान भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित होती हैं। वाराणसी जैसे ऐतिहासिक शहर में विकास के साथ पर्यटन, होटल और रियल एस्टेट सेक्टर में रोजगार की संभावनाएं कई गुना बढ़ गई हैं।
हिमाचल प्रदेश के मशहूर पर्यटन स्थल डलहौजी में बुधवार को एक बड़ा हादसा होने से बच गया। दिल्ली नंबर की एक ट्रैवलर गाड़ी ऊंचाई पर चढ़ते हुए अचानक पीछे खिसक गई। ट्रैवलर के पिछले टायर खाई में समा गए, हालांकि एक पेड़ से टकराकर गाड़ी नीचे गिरने से बच गई। लोगों ने किसी तरह चलती गाड़ी से कूदकर अपनी जान बचाई। इसमें एक-दो लोग तो नीचे खाई में ही गिर गए। समय रहते आसपास के लोगों ने सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। इस हादसे में कुछ लोगों को हल्की चोटें भी लगी है। इस घटना से जुड़ी एक वीडियो भी सामने आई है। हालांकि ट्रैवलर गाड़ी में कौन लोग थे, अभी इसकी जानकारी सामने नहीं आ सकी है। अब देखिए हादसे के PHOTOS... अब पढ़िए सामने आई वीडियो में क्या दिख रहा... दुकानदारों और स्थानीय लोगों ने की मददहादसे के बाद मौके पर मौजूद लोगों और आसपास के दुकानदार घायलों को खाई से बाहर निकाला। इसके बाद घायलों को प्राथमिक सहायता दी गई। पूरी घटना पास में लगे एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। वीडियो में ट्रैवलर नीचे की ओर खिसक रहा है। लोगों का कहना है कि ब्रेक ने लगने के कारण ट्रैवलर पीछे की ओर लुढ़क गया। पुलिस बोली- सभी लोग सुरक्षित बाहर निकलेडलहौजी थाना प्रभारी कपिल ने बताया कि घटना की सूचना पुलिस को देर से मिली। किसी भी व्यक्ति ने तुरंत पुलिस को सूचित नहीं किया था। सूचना मिलने के बाद जांच अधिकारी को मौके पर भेजा गया। घटना में किसी को गंभीर चोट नहीं आई है। न ही किसी ने इस संबंध में कोई शिकायत दर्ज कराई है।
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू-मनाली और लाहौल-स्पीति के पर्यटन स्थलों पर इन दिनों बर्फ देखने के लिए देशभर से पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ रही है। इससे पर्यटन स्थलों पर एक बार फिर रौनक लौट आई है। बर्फ के बीच पर्यटक मौज-मस्ती करते, फोटोशूट कराते, स्कीइंग और स्नो स्कूटर का जमकर आनंद उठा रहे हैं। हालांकि, लाहौल-स्पीति के ऊंचे पहाड़ों को छोड़ दें तो अभी निचले पर्यटन क्षेत्रों में ताजा बर्फबारी नहीं हुई। बावजूद इसके, बर्फ देखने की चाह में पर्यटक रोहतांग पास, ग्रांफू, कोकसर और शिंकुला दर्रा का रुख कर रहे हैं। इसका नतीजा यह है कि इन इलाकों में पर्यटकों की भारी भीड़ से घंटों ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी हुई है। ग्रांफू में जाम, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल लाहौल-स्पीति के ग्रांफू में दर्जनों वाहन ट्रैफिक जाम में फंसे रहने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। दरअसल, मंगलवार और बुधवार को रोहतांग दर्रा सड़क की मरम्मत के चलते बंद रखा गया है। इस वजह से अधिकांश टूरिस्ट ग्रांफू की ओर जा रहे हैं, जिससे ट्रैफिक दबाव अचानक बढ़ गया। स्थानीय प्रशासन को ट्रैफिक व्यवस्था संभालने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। बर्फ ढोकर लाने के आरोप, टूरिज्म सेक्टर में बहस इस बीच सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो वायरल हुए हैं, जिनमें आरोप लगाया जा रहा है कि मनाली में गाड़ियों में बर्फ भरकर लाया जा रहा है और उसे समतल जगहों पर डालकर पर्यटकों से पैसे वसूले जा रहे हैं।31 सेकेंड के एक वायरल वीडियो में एक महिला यह कहते हुए नजर आ रही है कि ये देखिए ये हो रही स्नोफॉल, गाड़ी से बर्फ उतारते हुए, हमारे कुछ भैया लोग, रहा सवाल पब्लिक का, तो ये देखिए पब्लिक उतर गई मैदान में, सूट-बूट पहनकर, फोर बाय फोर गाड़ियों में आते हुए, 2000 रुपए देकर पहले गाड़ियों में आए, अब 5000 देकर एक्टिविटी कर रहे। पर्यटन कारोबारी बोले— फ्रॉड नहीं, टूरिस्ट की डिमांड महिला के आरोपों पर स्थानीय पर्यटन कारोबारी राजेश चंद ने सफाई देते हुए कहा कि यह फ्रॉड नहीं, बल्कि पर्यटकों की मांग के अनुसार की जा रही व्यवस्था है।उन्होंने कहा कि अधिकांश टूरिस्ट रोहतांग, ग्रांफू या शिंकुला दर्रा तक नहीं जा पाते। न तो सभी के पास फोर-बाय-फोर वाहन होते हैं और न ही हर कोई उसका खर्च उठा सकता है। ऐसे में ऊंचे पहाड़ों से बर्फ लाकर सुरक्षित समतल जगहों पर रखी जाती है, ताकि टूरिस्ट बर्फ के बीच फोटो खिंचवा सकें। मनाली-सोलंगनाला समेत इन इलाकों में भी लौटी रौनक लाहौल-स्पीति के बर्फीले पर्यटन स्थलों के अलावा मनाली, सोलंगनाला, बंजार, जिभी वैली, अटल टनल और मणिकर्ण घाटी में भी पर्यटकों की चहल-पहल बढ़ गई है।मनाली में वीकेंड पर होटल ऑक्यूपेंसी 60 फीसदी से ज्यादा और आम दिनों में भी 40 फीसदी से अधिक दर्ज की जा रही है। 20-21 दिसंबर को बर्फबारी की उम्मीद मनाली होटल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष और होटेलियर अनूप ठाकुर ने बताया कि आपदा के बाद क्षतिग्रस्त सड़कों को अब दुरुस्त कर लिया गया है। पहाड़ों पर पर्यटक लौटने लगे हैं। अगर 20 और 21 दिसंबर को बर्फबारी होती है, तो पर्यटन कारोबार को और पंख लगेंगे। इससे होटल, रेस्टोरेंट, टैक्सी ऑपरेटर्स, टूरिस्ट गाइड और एडवेंचर स्पोर्ट्स से जुड़े लोगों के चेहरे खिले हुए हैं। बाजारों में गर्म कपड़ों, स्थानीय हस्तशिल्प और खान-पान की दुकानों पर भी अच्छी भीड़ नजर आ रही है। कितनी दूरी, कितना समय मनाली से ग्रांफू की दूरी करीब 66 किलोमीटर है। रोहतांग दर्रा मनाली से लगभग 51 किलोमीटर, कोकसर 58 किलोमीटर और शिंकुला दर्रा करीब 170 किलोमीटर दूर है।मनाली से ग्रांफू तक का सफर करीब सवा तीन घंटे, कोकसर तक ढाई से तीन घंटे और शिंकुला दर्रा पहुंचने में 7 से 8 घंटे का समय लग सकता है।
उमरिया स्थित विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के ज्वालामुखी गेट में पर्यटन शुल्क में छूट दी गई है। यह छूट आज बुधवार से 23 दिसंबर तक लागू रहेगी। टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने पर्यटन और स्थानीय रोजगार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया है। इस अवधि के दौरान, ज्वालामुखी बफर जोन गेट से प्रवेश करने वाली जिप्सियों पर कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगेगा। पर्यटकों को काउंटर से टिकट लेते समय किसी प्रकार की राशि का भुगतान नहीं करना होगा। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक ने इस संबंध में आदेश जारी किया है। ज्वालामुखी गेट की शुरुआत टाइगर रिजर्व ने 27 अगस्त 2021 को की थी। यह गेट मानपुर क्षेत्र में स्थित है और यहां शाकाहारी, मांसाहारी वन्यजीवों के साथ-साथ प्रसिद्ध बाघ भी दिखाई देते हैं। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में ताला, मगधी और खितौली तीन कोर एरिया हैं, जहां बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। इन कोर एरिया में लगातार भीड़ के कारण कई पर्यटक निराश हो जाते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए, टाइगर रिजर्व अब तीन बफर गेटों से भी जंगल सफारी की सुविधा दे रहा है, जहां वन्य प्राणी देखे जा सकते हैं। पचपेड़ी, धमोखर बफर और अब मानपुर का ज्वालामुखी गेट भी पर्यटन के लिए उपलब्ध हैं।
मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित प्रदेश स्तरीय पर्यटन क्विज प्रतियोगिता में खरगोन जिले की टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पहला स्थान हासिल किया है। सांदीपनी स्कूल, महेश्वर की टीम ने इस उपलब्धि के साथ जिले का नाम पूरे प्रदेश में रोशन किया। भोपाल में हुआ राज्य स्तरीय मुकाबला राज्य स्तरीय पर्यटन क्विज प्रतियोगिता मंगलवार को भोपाल के मिंटो हॉल में आयोजित की गई। जिला स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने के बाद खरगोन की टीम ने लिखित परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए प्रदेश की छह चयनित टीमों में जगह बनाई। मल्टीमीडिया राउंड में किया शानदार प्रदर्शन प्रतियोगिता के दूसरे चरण में आयोजित मल्टीमीडिया राउंड में खरगोन टीम ने 130 अंक अर्जित किए, जो प्रतियोगिता में सर्वाधिक रहे। इसी के साथ टीम ने प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया। यह पहली बार है जब खरगोन जिले की किसी टीम ने राज्य स्तरीय पर्यटन क्विज प्रतियोगिता में यह बड़ी सफलता हासिल की है। पर्यटन क्विज के जिला नोडल अधिकारी नीरज अमझरे ने बताया कि प्रतियोगिता मध्य प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों, उनकी भौगोलिक स्थिति, समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, वन संपदा और राष्ट्रीय उद्यानों से संबंधित जानकारी पर आधारित थी। दूसरे चरण में 10 मल्टीमीडिया राउंड आयोजित किए गए, जिनमें ऑडियो-वीडियो के माध्यम से प्रश्न पूछे गए। विजेता टीम को मिला सम्मान विजेता टीम में मयंक रावल, अंकिता रावल और श्रद्धा मालवीय शामिल रहे। इस उपलब्धि पर कलेक्टर भव्य मित्तल, जिला पंचायत सीईओ आकाश सिंह, सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग इकबाल आदिल हुसैन, जिला शिक्षा अधिकारी एस.के. कानुड़े, मार्गदर्शी शिक्षक राजकुमार शर्मा और क्विज मास्टर अमित शर्मा ने टीम को बधाई देते हुए उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।
उदयपुर जिले के 37 युवा अंतर जिला युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम के तहत हनुमानगढ़ पहुंचे हैं। ये युवा पांच दिवसीय भ्रमण के दौरान जिले के ऐतिहासिक पर्यटन स्थलों का अवलोकन करेंगे और स्थानीय संस्कृति को समझेंगे। यह कार्यक्रम माय भारत केंद्र, युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय द्वारा आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम का शुभारंभ विधायक गणेशराज बंसल ने किया। आयुर्वेद विभाग के उपनिदेशक डॉ. तीर्थराज शर्मा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस अवसर पर जिला साइकलिंग संघ के अध्यक्ष मदनलाल सुथार और प्रिंसिपल दुर्गादत्त सैनी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उद्घाटन सत्र में आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉ. धर्मेंद्र नीमीवाल ने भी अपने विचार व्यक्त किए। जिला युवा अधिकारी रीना केसरिया ने बताया कि यह पांच दिवसीय कार्यक्रम युवाओं के व्यक्तित्व विकास और सांस्कृतिक समझ को बढ़ावा देने के लिए एक मंच प्रदान करता है। कार्यक्रम के तहत उदयपुर के युवाओं को कालीबंगा, भद्रकाली, मसीता वाली हेड और सुखासिंह मेहताब सिंह गुरुद्वारा जैसे ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण करवाया जाएगा। इसके अतिरिक्त, योग और अन्य विषयों पर विशेष सत्र भी आयोजित किए जाएंगे। जिला युवा कार्यक्रम सलाहकार समिति के सदस्य दलीप वर्मा ने कहा कि यह कार्यक्रम युवाओं को विभिन्न जिलों की भाषा, रहन-सहन, खान-पान और संस्कृति को समझने का एक अनूठा अवसर प्रदान करता है। कार्यक्रम में उप प्रधानाचार्य मुकेश जाखड़, राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक विजय मोयल और रामकुमार स्वामी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
हाड़ोती के पर्यटन स्थलों का राष्ट्रीय प्रचार: कैट की दिल्ली प्रगति मैदान में भव्य स्वदेशी प्रदर्शनी
कोटा में कैट की बैठक में हाड़ोती के पर्यटन स्थलों को राष्ट्रीय स्तर पर प्रचारित करने की घोषणा की गई। 1-4 मई 2026 को दिल्ली प्रगति मैदान में स्वदेशी उत्पाद एवं पर्यटन मेले में हाड़ोती का विशेष पांडाल लगाकर पूरे देश के व्यापारियों और आम जनता तक इसकी जानकारी पहुंचाई जाएगी।
किशनगंज की पर्यटन संभावनाओं को उजागर करने के लिए सांसद डॉ. मोहम्मद जावेद आजाद ने केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने जिले में पर्यटन उद्योग को गति देने और विकास योजनाओं पर फॉलो-अप का अनुरोध किया। सांसद ने एक पत्र के माध्यम से केंद्रीय मंत्री का ध्यान किशनगंज की अनदेखी सांस्कृतिक और प्राकृतिक संपदा की ओर आकर्षित किया। उन्होंने बताया कि बिहार के सबसे पिछड़े क्षेत्रों में से एक होने के बावजूद, किशनगंज अपनी समृद्ध विरासत से भरपूर है। यहां की सांस्कृतिक विविधता और प्राकृतिक सौंदर्य पर्यटन के लिए अपार संभावनाएं रखते हैं, लेकिन बुनियादी सुविधाओं की कमी के कारण स्थानीय समुदाय आर्थिक अवसरों से वंचित है। बहुमूल्य धरोहरों का संरक्षण भी सुनिश्चित करेगा डॉ. जावेद आजाद ने जोर देकर कहा कि पर्यटन विकास से न केवल जिले की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी, बल्कि यह बहुमूल्य धरोहरों का संरक्षण भी सुनिश्चित करेगा और रोजगार के नए द्वार खोलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि इससे सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा मिलेगा। किशनगंज के प्रमुख आकर्षणों का भी जिक्र किया सांसद ने किशनगंज के प्रमुख आकर्षणों का भी जिक्र किया। इनमें बड़ीजान दुर्गा मंदिर शामिल है, जो एक दुर्लभ दरगाह-मंदिर परिसर है और हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक है। वेणुगढ़ किला अपनी भव्य वास्तुकला के लिए जाना जाता है, जो मुगलकालीन इतिहास को दर्शाता है। खगड़ा मेला धार्मिक उत्सवों का केंद्र है, जहां लोक नृत्य और हस्तशिल्प की झलक मिलती है। कदम और रसूल मजार आध्यात्मिक शांति प्रदान करते हैं, जबकि ठाकुरगंज का भीमतकिया और शिव मंदिर प्राचीन कथाओं से जुड़े हैं। कोचाधामन का पीर स्थान सूफी परंपराओं का प्रतीक है। पक्षियों और जलजीवों की विविधता से समृद्ध हैं तीनों झील प्राकृतिक सौंदर्य की दृष्टि से, कछुदाह झील, मरामंडी झील और कटारामणि झील पक्षियों और जलजीवों की विविधता से समृद्ध हैं। ओढ़रा घाट और चिचोड़ाझार जंगल ट्रेकिंग और पिकनिक के लिए आदर्श स्थल हैं, जबकि रमजान (महानंदा) नदी का मनोरम तट पर्यटकों को आकर्षित करता है। सांसद ने इन सभी स्थलों को एक पर्यटन सर्किट में जोड़ने का सुझाव दिया। उन्होंने इको-टूरिज्म, होमस्टे और सांस्कृतिक फेस्टिवल जैसी पहलों को शामिल करने की बात कही, जिससे क्षेत्र का समग्र विकास हो सके।
चंडीगढ़ में पिछले तीन वित्तीय वर्षों के दौरान पर्यटन प्रचार के नाम पर किए गए करोड़ों रुपए के खर्च को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। प्रशासक की सलाहकार परिषद की कला, संस्कृति, पर्यटन एवं विरासत संरक्षण संबंधी वैधानिक समिति के अध्यक्ष और कांग्रेस अध्यक्ष हरमोहिंदर सिंह उर्फ एचएस लक्की ने इस मामले में पारदर्शिता और जवाबदेही की कमी बताते हुए पर्यटन उप-समिति की तत्काल बैठक बुलाने की मांग की है। एचएस लक्की ने चंडीगढ़ से सांसद मनीष तिवारी द्वारा संसद में पूछे गए प्रश्न के जवाब का हवाला देते हुए कहा कि केंद्र सरकार और चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार पिछले तीन वर्षों में पर्यटन प्रचार गतिविधियों पर कुल 33.26 करोड़ रुपए खर्च किए गए। इसमें से लगभग 11.84 करोड़ रुपए कलाकारों और अन्य वेंडरों को भुगतान के रूप में दर्शाए गए हैं। हालांकि, लक्की ने कहा कि संसद में दिए गए जवाब में इन भुगतानों का कोई विस्तृत विवरण उपलब्ध नहीं कराया गया। न तो यह स्पष्ट किया गया कि किन कलाकारों या वेंडरों को कितनी राशि का भुगतान किया गया और न ही यह बताया गया कि कौन-कौन से कार्यक्रम आयोजित किए गए तथा उनसे चंडीगढ़ को क्या लाभ मिला। उन्होंने यह भी कहा कि इससे भी अधिक गंभीर पहलू यह है कि शेष लगभग 22 करोड़ रुपए के खर्च को लेकर कोई जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है, जिससे वित्तीय अनियमितता की आशंका उत्पन्न होती है। इस स्थिति को देखते हुए उन्होंने पूरे मामले की समीक्षा के लिए पर्यटन उप-समिति की तत्काल बैठक बुलाने की मांग की है। पूरा हिसाब सार्वजनिक किया जाए एचएस लक्की ने कहा कि सांसद मनीष तिवारी द्वारा सार्वजनिक धन के इस अपारदर्शी उपयोग पर चिंता जताना पूरी तरह उचित है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इतनी बड़ी राशि जब पर्यटन के नाम पर खर्च की जाती है, तो प्रशासन की जिम्मेदारी बनती है कि उसका पूरा हिसाब सार्वजनिक किया जाए और उसके ठोस परिणाम भी सामने आएं। संस्कृति विभाग के निदेशक को लिखा पत्र इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एचएस लक्की ने चंडीगढ़ प्रशासन के संस्कृति विभाग के निदेशक को पत्र लिखकर कला, संस्कृति, पर्यटन एवं विरासत संरक्षण उप-समिति की तत्काल बैठक बुलाने का आग्रह किया है। इस बैठक में पर्यटन पर हुए खर्च की विस्तार से समीक्षा की जाएगी और यह आकलन किया जाएगा कि क्या वाकई इस खर्च से चंडीगढ़ के पर्यटन को कोई वास्तविक लाभ हुआ है। उनकी तरफ से पिछले तीन वित्तीय वर्षों में पर्यटन प्रचार पर हुए खर्च का ब्योरा मांगा है। इसमें कलाकारों और वेंडरों के नाम, भुगतान की गई राशि, आयोजनों की प्रकृति, खर्च का उद्देश्य और पर्यटकों की संख्या बढ़ने जैसे परिणामों की जानकारी शामिल है। गड़बड़ी मिलने पर होगी कार्रवाई एचएस लक्की ने कहा कि यह मामला बड़े पैमाने पर सार्वजनिक धन से जुड़ा है और इसकी संस्थागत जांच बेहद जरूरी है। यदि यह सामने आता है कि बिना ठोस योजना और निगरानी के पैसा खर्च किया गया है, तो समिति स्पष्टीकरण मांगने और जरूरी कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटेगी। उन्होंने यह भी कहा कि चंडीगढ़ को मनमाने खर्च की नहीं, बल्कि स्पष्ट और परिणामोन्मुख पर्यटन नीति की जरूरत है। समिति इस दिशा में अपनी जिम्मेदारी पूरी गंभीरता और ईमानदारी के साथ निभाएगी।
उत्तर भारत में कोहरे के बीच इंडिगो की नई ट्रैवल एडवाइजरी जारी
देश की सबसे बड़ी यात्री विमानन कंपनी इंडिगो ने उत्तर भारत में सर्दियों के मौसम को देखते हुए यात्रियों के लिए नई ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है
चित्रकूट जिलाधिकारी पुलकित गर्ग ने परिक्रमा मार्ग में पर्यटन विभाग द्वारा कराए जा रहे विकास कार्यों और सार्वजनिक शौचालयों के संचालन की समीक्षा की। इस बैठक में पर्यटन विभाग, नगर पालिका और यूपीपीसीएल सहित कई विभागों के अधिकारी शामिल हुए। बैठक के दौरान, परिक्रमा मार्ग में बन रहे नाले के निर्माण पर चर्चा हुई। इसमें घरों से निकलने वाले पानी और बारिश के पानी की निकासी को व्यवस्थित तरीके से सुनिश्चित करने तथा पानी के आउटलेट को सही रखने पर जोर दिया गया। इसके अतिरिक्त, पर्यटन विभाग द्वारा निर्मित सार्वजनिक शौचालयों में पानी और अन्य आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था पर भी बात की गई। जिलाधिकारी ने इन शौचालयों को किसी संस्था के माध्यम से संचालित करने का निर्देश दिया। इस पर पर्यटन अधिकारी ने बताया कि शौचालयों के संचालन के लिए निजी संस्थाओं से बातचीत की गई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही इन शौचालयों का नियमित संचालन संस्थाओं के माध्यम से शुरू कर दिया जाएगा। वहीं बैठक में प्रभारी अधिकारी स्थानीय निकाय, अपर जिलाधिकारी न्यायिक अरुण कुमार और संबंधित विभागों के अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
इंजीनियरिंग से पर्यटन तक: कोटा में राष्ट्रीय तकनीकी सेमीनार ने विकास की नई दिशा रेखांकित की
कोटा में इंडियन बिल्डिंग कांग्रेस और पीडब्ल्यूडी के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय तकनीकी सेमीनार का आयोजन हुआ, जिसमें इंजीनियरिंग और पर्यटन विकास की भूमिका पर देशभर के विशेषज्ञों ने विचार साझा किए। विधायक संदीप शर्मा ने इसे कोटा के पर्यटन भविष्य के लिए मील का पत्थर बताया।
यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए एयर इंडिया ने बेंगलुरु–भोपाल–बेंगलुरु रूट पर अतिरिक्त फ्लाइट चलाने का फैसला किया है। यह विशेष सेवा 14 दिसंबर 2025 से 19 दिसंबर 2025 तक उपलब्ध रहेगी। इससे राजा भोज एयरपोर्ट से दक्षिण भारत के प्रमुख शहर बेंगलुरु के लिए हवाई कनेक्टिविटी और बेहतर होगी। एयर इंडिया की ओर से जारी शेड्यूल के मुताबिक, अतिरिक्त फ्लाइट नंबर AI 3391 दोपहर 2:30 बजे बेंगलुरु से भोपाल के लिए उड़ान भरेगी। वहीं वापसी में फ्लाइट नंबर AI 3392 भोपाल से शाम 3:05 बजे बेंगलुरु के लिए रवाना होगी। यह अतिरिक्त उड़ान सीमित अवधि के लिए शुरू की जा रही है, ताकि त्योहारी सीजन और बिजनेस ट्रैवल के चलते बढ़ी मांग को पूरा किया जा सके। फिलहाल इस रूट पर इंडिगो एयरलाइंस रोजाना दो फ्लाइट्स संचालित कर रही है। शनिवार और रविवार को यात्रियों की संख्या ज्यादा होने पर यह संख्या तीन हो जाती है। अब एयर इंडिया की अतिरिक्त फ्लाइट जुड़ने से 14 से 19 दिसंबर के बीच भोपाल–बेंगलुरु रूट पर रोजाना कुल चार उड़ानें उपलब्ध रहेंगी, जिससे यात्रियों को टिकट और समय दोनों में सुविधा मिलेगी।
मुंगेर में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से रेलवे ने जमालपुर जंक्शन पर एक विशेष पहल की है। यहां एक पर्यटन बोर्ड लगाया गया है, जो रेल मार्ग से आने वाले यात्रियों को मुंगेर के विभिन्न पर्यटन स्थलों और वहां तक पहुंचने की दूरी के बारे में जानकारी प्रदान करेगा। इस बोर्ड पर मुंगेर के प्रमुख पर्यटन स्थलों को दर्शाया गया है। इनमें बिहार स्कूल ऑफ योगा भवन, जमालपुर की काली पहाड़ी, मुंगेर का मुख्य किला द्वार, हवेली खड़गपुर अनुमंडल क्षेत्र की खड़गपुर झील, भीम बांध और ऋषिकुंड शामिल हैं। जमालपुर स्टेशन से इन सभी स्थलों की किलोमीटर में दूरी भी प्रदर्शित की गई है। धार्मिक स्थलों के लिए भी जाना-जाता है मुंगेर बिहार में पर्यटन के दृष्टिकोण से मुंगेर एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह प्राकृतिक धरोहरों के साथ-साथ कई धार्मिक स्थलों के लिए भी जाना जाता है, जो अन्य राज्यों से पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। विशेष रूप से सर्दियों के मौसम में, भीम बांध और ऋषिकुंड पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय रहते हैं। इन दोनों स्थानों पर पहाड़ों से निकलने वाले गर्म पानी के झरने हैं, जिसके कारण यहां स्नान के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं। सरकार द्वारा भी इन पर्यटन स्थलों के रखरखाव और विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
बिहार के NSS दल का नेतृत्व TMBU को मिला:डॉ. इरशाद अली राष्ट्रीय एडवेंचर शिविर में करेंगे अगुवाई
तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (TMBU) को राष्ट्रीय एडवेंचर शिविर में बिहार के राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) दल का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी मिली है। इस दल में TMBU के चार स्वयंसेवक और एक कार्यक्रम पदाधिकारी शामिल हैं, जो दलनायक की भूमिका निभाएंगे। पूरे बिहार के 10 स्वयंसेवकों के दल का नेतृत्व बीएन महाविद्यालय के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. इरशाद अली करेंगे। उनका चयन विश्वविद्यालय के लिए गर्व का विषय है। यह टीम अटल बिहारी वाजपेयी इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग में रहकर 19 दिसंबर तक एडवेंचर से संबंधित गतिविधियों में भाग लेगी। दल 23 दिसंबर को भागलपुर लौटेगा। TMBU से स्वयंसेवकों के रूप में चंद्रशेखर और करण, जबकि स्वयंसेविकाओं के रूप में निकिता और साक्षी इस शिविर में हिस्सा ले रही हैं। ये चारों स्वयंसेवक विभिन्न महाविद्यालयों से हैं। कार्यक्रम समन्वयक डॉ. राहुल कुमार ने बताया कि इस वर्ष राष्ट्रीय एकता शिविर के लिए भी पूरे बिहार के दल का नेतृत्व करने के लिए TMBU के कार्यक्रम पदाधिकारी का चयन किया गया था। वह दल दो दिन पहले ही वडोदरा, गुजरात से राष्ट्रीय एकता शिविर में भाग लेकर लौटा है।
हरियाणा के नारनौल में डीसी कैप्टन मनोज कुमार ने कहा कि जिला महेंद्रगढ़ को पर्यटन के क्षेत्र में विश्व पटल पर लाने को लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। महेंद्रगढ़ जिले के कई ऐतिहासिक स्थलों का जीर्णोद्धार किया गया है। अन्य बचे हुए स्थलों पर कार्य किया जा रहा है। लघु सचिवालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार की वन स्टेट वन ग्लोबल टूरिस्ट हब योजना के तहत जिला महेंद्रगढ़ में ऐतिहासिक स्थलों को लेकर और अधिक कार्य होंगे। उन्होंने कहा कि हरियाणा और राजस्थान के कुछ ऐतिहासिक स्थलों अलवर, सरिस्का, जयपुर और मंडावा को जोड़ने पर एक अच्छा टूरिस्ट सर्किट बनता है। पर्यटकों को शहर में रोका जाए उन्होंने बताया कि यहां से विदेशी पर्यटक राजस्थान के बिकानेर, सीकर के मंडावा और जैसलमेर समेत अन्य कई शहरों में जाते हैं। ऐसे में इन पर्यटकों को यहां पर रोका जा सकता है। जिनको नारनौल की ऐतिहासिक इमारतों का दौरा कराया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इसी कड़ी में ढोसी पर रोपवे बनाने का कार्य किया जा रहा है। नए सिरे से बनेगा सीवरेज सिस्टम नारनौल शहर की सीवरेज समस्या के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उपायुक्त ने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने 16 नवंबर को अनाज मंडी में हुई रैली में ही शहर के पूरे सीवरेज और पेयजल सिस्टम को नए सिरे से बनाने की घोषणा की थी। इसकी मंजूरी भी सरकार ने दे दी है। इसके बाद शहर में सीवरेज की समस्या का शत प्रतिशत निदान हो जाएगा। व्यापारियों को समझाया जाएगा सड़कों पर अतिक्रमण के संबंध में डीसी ने कहा कि एक बार फिर से व्यापारियों को समझाया जाएगा। इसके बाद जिला प्रशासन सख्त कार्रवाई करेगा। उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि वे अपने अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्यों के प्रति भी सजग रहें। सड़कों पर किसी भी प्रकार का अतिक्रमण न करें।
मधुबनी में पर्यटन विभाग द्वारा धार्मिक स्थलों को विकसित करने की कवायद तेज हो गई है। एक सप्ताह के भीतर विभाग की टीम ने दूसरी बार जिले के विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया। बिहार सरकार में पर्यटन, कला-संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री अरुण शंकर प्रसाद (खजौली विधायक) के निर्देश पर मधुबनी को पर्यटन हब बनाने की प्रक्रिया में तेजी आई है। इसी क्रम में, विभागीय अधिकारियों की टीम ने बुधवार और गुरुवार को जिले के कई धार्मिक और प्राकृतिक स्थलों का जायजा लिया। इस टीम में पर्यटन विभाग के आर्किटेक्ट सिकंदर कुमार, जयनगर सीओ अखिलेश चौधरी, सीआई दीपक कुमार, भाजपा नेता उद्धव कुंवर और राम कुमार सिंह शामिल थे। बाबा पोखर और कमला नदी के निर्माणाधीन बराज क्षेत्र का निरीक्षण किया टीम ने दुल्लीपट्टी पंचायत स्थित शिलानाथ धाम, बस्ती पंचायत का ऊंचा दुर्गा मंदिर, बाबा पोखर और कमला नदी के निर्माणाधीन बराज क्षेत्र का निरीक्षण किया। इसके बाद बासोपट्टी के ऐतिहासिक बाभन्दैय पोखरा का भी जायजा लिया गया। गुरुवार को हरलाखी प्रखंड के कल्याणेश्वर स्थान महादेव मंदिर कलना, विश्वामित्र आश्रम बिशौल और गिरिजस्थान फुलहर का भी निरीक्षण किया गया। पर्यटन विभाग इन स्थानों को जोड़ते हुए 'महादेव सर्किट' और 'दुर्गा सर्किट' जैसे नए टूरिस्ट रूट विकसित करने की योजना बना रहा है। टीम ने संभावित रूट, आवश्यक संसाधन और विकास बिंदुओं पर विस्तृत सर्वे किया है। सुविधाएं विकसित करने के विकल्पों पर भी अध्ययन इंडो-नेपाल बॉर्डर से सटे जयनगर क्षेत्र में पर्यटन बढ़ने की बड़ी संभावना को देखते हुए अधिकारी कमला महोत्सव, बोटिंग, पिकनिक स्पॉट, रेस्टोरेंट और अन्य मनोरंजन सुविधाएं विकसित करने के विकल्पों पर भी अध्ययन कर रहे हैं। स्थानीय प्रशासन का कहना है कि सर्वे रिपोर्ट विभाग को सौंपी जाएगी, जिसके आधार पर योजनाएं तैयार होंगी। मंत्री अरुण शंकर प्रसाद पहले ही क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देकर रोजगार के अवसर सृजित करने का आश्वासन दे चुके हैं। इन नए प्रोजेक्टों के लागू होने से क्षेत्र के सर्वांगीण विकास की उम्मीद जताई जा रही है।
कॉरिडोर में कृष्ण: 'कुंज गलियों' का पर्यटन
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कृष्णा श्रॉफ निश्चित रूप से जानती हैं कि लोगों का ध्यान कैसे आकर्षित करना है- चाहे वह उनकी MMA चॉप्स हों या उनकी वेकेशन की तस्वीरें। कृष्णा इस दिनों गोवा की धूप और बीच पर छुट्टियां मना रही हैं। इसी बीच कृष्णा श्रॉफ ने सोशल मीडिया पर अपनी ट्रॉपिकल ...
Tejasswi Praksh-Karan Kundrra नहीं हुए अलग,रोमांटिक वेकेशन एन्जॉय कर रहा है कपल करीबी दोस्त ने खोला राज
सोशल मीडिया पर भारतीय क्रिकेट टीम के हरफनमौला खिलाड़ी हार्दिक पंड्या और उनकी पत्नी नतासा स्टेनकोविक के अलग होने की अफवाहें जोरों पर हैं। यह सब तब शुरू हुआ जब नतासा ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल से 'पांड्या' उपनाम हटा दिया। प्रशंसकों ने यह भी देखा कि वह आईपीएल मैचों के दौरान स्टैंड्स से गायब थीं। हालांकि, तमाम अटकलों के बावजूद इस जोड़े ने इस मामले पर चुप्पी साध रखी है। दूसरी ओर, एक ताजा रिपोर्ट से पता चलता है कि हार्दिक विदेश में किसी अज्ञात स्थान पर छुट्टियां मना रहे हैं। विस्तार से जानने के लिए आगे पढ़ें। इसे भी पढ़ें: Shabana Azmi ने Shashi Kapoor के साथ इंटीमेट सीन करने से किया था इंकार, सुपरस्टार ने कह दिया था एक्ट्रेस को 'बेवकूफ लड़की' | Read All About नताशा स्टेनकोविक से अलगाव की अफवाहों के बीच हार्दिक पंड्या विदेश में छुट्टियां मना रहे हैं हार्दिक पंड्या की पत्नी नतासा स्टेनकोविक के साथ निजी जिंदगी हाल ही में चर्चा का विषय बनी हुई है। क्रिकबज द्वारा रविवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि अलगाव की अफवाहों के बीच क्रिकेटर विदेश में छुट्टियां मना रहे हैं। अभी लोकेशन का नाम सामने नहीं आया है। इसे भी पढ़ें: Anant Ambani और Radhika Merchant Pre-Wedding Party! तारों भरी रात से लेकर टोगा पार्टी तक, जानें इस बार क्या-क्या होगा खास यह बताया गया है कि इंडियन प्रीमियर लीग से अपनी टीम के बाहर होने के बाद क्रिकेटर ने देश छोड़ दिया। कठिन अवधि के बाद तरोताजा होने के लिए, उन्होंने विदेश में एक सप्ताह की छुट्टी का विकल्प चुना। हार्दिक के शीघ्र ही न्यूयॉर्क में टी20 विश्व कप 2024 के अभ्यास सत्र के लिए भारतीय टीम में फिर से शामिल होने की उम्मीद है। विशेष रूप से, आईपीएल 2024 में मुंबई इंडियंस के लिए रोहित शर्मा की जगह हार्दिक के नेतृत्व की काफी आलोचना हुई। पूरे सीज़न में भारतीय क्रिकेटर को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। इस बीच, वह पेशेवर असफलताओं से जूझ रहे थे। उनकी निजी जिंदगी सुर्खियों में आ गई। कुछ दिन पहले हार्दिक ने अपने सोशल मीडिया पर ढेर सारी तस्वीरें और वीडियो शेयर किए थे। वीडियो में उन्हें पूल में तैरते हुए अच्छा समय बिताते हुए दिखाया गया, जबकि फोटो में वह एक खूबसूरत बैकग्राउंड के साथ पोज दे रहे थे। इसे छोटा और सरल रखते हुए, उन्होंने पोस्ट को कैप्शन दिया था, रिचार्जिंग। पोस्ट के जवाब में, कई प्रशंसकों ने उनके टिप्पणी अनुभाग में बाढ़ ला दी, अपना अटूट समर्थन दिखाया और आगामी विश्व कप के लिए उनकी जय-जयकार की। एक यूजर ने लिखा, “हार्दिक पंड्या जल्द ही टी20 वर्ल्ड कप में वापस आ रहे हैं,” एक अन्य फैन ने लिखा, “हार्दिक टी20 में अपने पुराने मॉडल के साथ आएं और अपने नफरत करने वालों को चुप करा दें। जबकि एक तीसरे फैन ने लिखा, “मजबूत वापसी भाई।” इसके अतिरिक्त, एक प्रशंसक ने लिखा, अपना भाई शेर था और रहेगा तू टेंशन माउंट लेना रे। एक अन्य प्रशंसक ने कहा, कोई बात नहीं हम सब आपके साथ हार्दिक हमारे हीरो हैं। एक अन्य प्रशंसक ने कहा, हार्दिक भाई विश्व कप में वापसी करेगा। हार्दिका पंड्या की पत्नी नतासा ने अलगाव की अफवाहों पर प्रतिक्रिया दी दूसरी ओर, अलगाव की अफवाहों के बीच हार्दिक की पत्नी को शनिवार को पहली बार शहर में देखा गया। अपनी नवीनतम आउटिंग में, उन्हें एक कैफे से बाहर निकलते समय एक करीबी दोस्त के साथ देखा गया था। जाने से पहले एक्ट्रेस ने शटरबग्स के लिए पोज दिए। दरअसल, एक पिता ने उनसे तलाक के बारे में पूछा। हालांकि, इसके जवाब में एक्ट्रेस ने सवाल को नजरअंदाज करने का फैसला किया और सम्मानजनक चुप्पी बनाए रखी. जाने से पहले, उसने बस इतना कहा, बहुत-बहुत धन्यवाद और अपनी प्रतीक्षारत कार की ओर बढ़ गई। अपनी नवीनतम आउटिंग के दौरान, जब वह अपने दोस्त के साथ एक कैफे से बाहर निकली, तो उसे गुलाबी शर्ट के साथ सफेद टॉप और शॉर्ट्स पहने देखा गया। दो महीने पहले एक नौका पर बॉलीवुड अभिनेत्री को प्रस्ताव देने के बाद, हार्दिक और नतासा ने लगभग चार साल पहले 31 मई, 2020 को शादी कर ली थी। उनके पहले बच्चे, अगस्त्य का जन्म 30 जुलाई, 2020 को हुआ था। अपनी तीसरी शादी की सालगिरह मनाते हुए, हार्दिक और नतासा ने उदयपुर में एक भव्य समारोह के साथ अपनी प्रतिज्ञाओं को भी नवीनीकृत किया था। View this post on Instagram A post shared by Hardik Himanshu Pandya (@hardikpandya93) View this post on Instagram A post shared by Viral Bhayani (@viralbhayani)
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एक बार फिर सिनेमा घरो में दस्तक देने जा रही है क्रिस्टोफ़र नोलन की स्पेस एडवेंचर फिल्मInterstellar,10वीं सालगिरह पर होगी री-रिलीज़

