लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर सरदार@150 यूनिटी मार्च
जन प्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों एवं युवाओं ने निभाई सहभागिता अजमेर। सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर माय भारत, युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा ‘सरदार@150 यूनिटी मार्च’ का आयोजन आज 9 नम्बर पेट्रोल पम्प नसीराबाद रोड स्थित टोरेंटो समारोह स्थल से शुरू हुआ। माय भारत के जिला युवा अधिकारी जयेश […] The post लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर सरदार@150 यूनिटी मार्च appeared first on Sabguru News .
आजीविका मिशन में वाराणसी फिर प्रदेश में अव्वल, 6 माह में 4 बार प्रथम और दो बार टॉप-10 में रही काशी
- बैंक सखी व उद्यम सखी के चयन, बैंक से ऋण दिलाने व व्यक्तिगत, आंतरिक ऋण दिलाने की दिशा में भी किया जा रहा उत्कृष्ट कार्य - महिलाओं को समूह से जोड़ने, रिवाल्विंग फण्ड देने, आजीविका से जोड़ने का डबल इंजन सरकार ने किया मार्ग प्रशस्त - काशी की महिलाएं परिवार की आय बढ़ाने के साथ ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था को दे रहीं रफ्तार - प्रदेश स्तर पर 37 इंडिकेटर पर आधारित रैंकिंग रिपोर्ट का होता है निर्माण - एनआरएलएम से 11879 समूहों की एक लाख अड़तीस हजार से अधिक महिलाएं है जुड़ीं Uttar Prades News : काशी की महिलाएं घरों की दहलीज से निकलकर अपने परिवार की आय बढ़ाने के साथ ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था को रफ्तार देते हुए उत्तर प्रदेश में अव्व्वल हो गई हैं। दीनदयाल अन्त्योदय योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत वाराणसी एक बार फिर से प्रदेश में योजनाओं को लागू करने एवं महिलाओं को आगे बढ़ाने में अव्वल है। प्रदेश की अक्टूबर 2025 की रैंकिंग में वाराणसी शीर्ष पर है, जबकि पिछले 6 महीनों में वाराणसी 4 बार शीर्ष पर रहा और दो बार टॉप टेन में स्थान बना चुका है। 37 इंडीकेटर्स के आधार रिपोर्ट होती है तैयार मुख्य विकास अधिकारी प्रखर कुमार सिंह ने बताया कि दीनदयाल अन्त्योदय योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत वाराणसी एक बार फिर से प्रदेश में योजना को लागू करने में प्रदेश में अक्टूबर 2025 के रैंकिंग में प्रथम स्थान पर है। रैंकिंग के लिए प्रदेश स्तर पर 37 इंडिकेटर पर रिपोर्ट तैयार की जाती है। पिछले 6 महीने से वाराणसी शीर्ष-4 बार प्रथम रहा है। वाराणसी में वार्षिक कार्ययोजना के सापेक्ष महिलाओं को समूह से जोड़ने, रिवाल्विंग फण्ड देने, आजीविका से जोड़ने, उत्पादक समूह गठन करने, बैंक सखी व उद्यम सखी के चयन, समूहों को बैंक से ऋण उपलब्ध कराने, ग्राम संगठन की प्रोफाइल व व्यक्तिगत आंतरिक ऋण दिलाने में उत्कृष्ट कार्य किया गया है। आजीविकापरक गतिविधियों से जुड़कर आय बढ़ाने में मिली मदद उपायुक्त (स्वत: रोजगार) वाराणसी पवन कुमार सिंह ने बताया कि वाराणसी में 11879 समूहों में एक लाख अड़तीस हजार से अधिक महिलाएं जुड़ीं हैं, जो विभिन्न प्रकार आजीविका परक गतिविधियों जैसे कृषि, पशुपालन, सब्जी की खेती, फूलों की खेती, ग्रोसरी, बीसी सखी, विद्युत् सखी, टेक होम राशन प्लांट, दोना पत्तल, ब्यूटी पार्लर, सिलाई, कढ़ाई, सिल्क साड़ी, चार मुरब्बा, काशी प्रेरणा कैफे, जूट बैग, ड्रोन सखी आदि से जुड़कर अपनी व अपने परिवार को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। ALSO READ: UP : योगी जैसे CM की कल्पना मुश्किल, लखनऊ में बोले राजनाथ सिंह रोजगार से जोड़ने के हो रहे हैं नवीन प्रयास योगी सरकार द्वारा लगातार महिलाओं द्वारा उत्पादित उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने हेतु सरस मेला और अन्य विभागीय मेलों में प्रतिभाग करना ,आन लाइन बाजार से जोड़ना, काशी प्रेरणा मार्ट खोला जा रहा है। जनपद में आजीविका मिशन, जिला प्रसाशन के सहयोग से महिलाओं को रोजगार से जोड़ने के नवीन प्रयास हो रहे हैं। जनपद में महिलाओं को बीमा सखी बनाने, सीएसआर फण्ड से महिलाओं को आजीविका से जोड़ने, मधु मक्खी पालन, मखाना की खेती, बकरी पालन आदि से जोड़ने के लिए मुहिम चलाई जा रही है। एकता संकुल समिति विकासखण्ड आराजीलाइन की वित्तीय साक्षरता प्रशिक्षक अंजू देवी बताती हैं कि योगी सरकार ने आय और सम्मान दोनों दिलाया है। समूह से जुड़ कर महिलाएं दो से तीन रोजगार कर रही हैं तथा महिलाएं अपनी पहचान बना रही हैं। जो महिलाएं बैंक जाने से घबराती थीं, अब वे सुगमता से बैंकिंग सेवाओं का लाभ ले रही हैं। ALSO READ: पीएसी की नई महिला बटालियन बनी ‘ऊदा देवी बटालियन’, CM योगी और राजनाथ सिंह ने किया प्रतिमा का अनावरण विकासखण्ड चिरईगांव की अचार और मुरब्बा बनाने वाली महिला शक्ति स्वयं सहायता समूह की अमृता देवी बताती हैं, डबल इंजन सरकार और सीएम योगी ने महिलाओं का जीवन बदल दिया है। महिलाओं में हुनर था लेकिन आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने से काम नहीं कर पाती थी। सरकार की योजना ने महिलाओं की प्रतिभा को निखार दिया है। Edited By : Chetan Gour
भीलवाड़ा : रात में हुड़दंग मचाकर वीडियाे बनाकर वायरल करने के आरोप में तीन युवक अरेस्ट
भीलवाड़ा। राजस्थान में भीलवाड़ा में रात के समय शहर की सड़कों पर मोटर साइकिल से हुड़दंग मचाते, घरों की घंटी और दरवाजा बजाकर भागते और आमजन को परेशान करते हुए युवाओं का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस सूत्रों […] The post भीलवाड़ा : रात में हुड़दंग मचाकर वीडियाे बनाकर वायरल करने के आरोप में तीन युवक अरेस्ट appeared first on Sabguru News .
136 रनों पर सिमटी भारतीय पारी, पाकिस्तान के सामने सिर्फ वैभव बना पाए 45 रन
INDvsPAK वैभव सूर्यवंशी के अलावा बाकी के भारतीय ए बल्लेबाजों ने निराश किया और भारत की पूरी पारी 136 रनों पर सिमट गई और राइजिंग एशिया कप मे पाकिस्तान के खिलाफ 19 ओवर में ही ऑलआउट हो गई। पॉवरप्ले में 9 रन प्रति ओवर और पहले ओवर में 90 रन बनाने के बाद आईपीएल में खेलने वाले ज्यादातर भारतीय बल्लेबाजों ने पिच पर जमने की जहमत ही नहीं उठाई।
खैरथल-तिजारा में मां ने अपनी 9 महीने की बच्ची को गला घोटकर मार डाला
अलवर। राजस्थान में खैरथल-तिजारा जिले के किशनगढ़ बास थाना क्षेत्र में एक महिला द्वारा अपनी नौ महीने की बच्ची का गला दबाकर हत्या करने का मामला सामने आया है। पुलिस सूत्रों ने रविवार को बताया कि मूसाखेड़ा गांव के आजाद खान ने मामला दर्ज कराते हुए बताया कि शनिवार को रात में उसकी पुत्र वधु […] The post खैरथल-तिजारा में मां ने अपनी 9 महीने की बच्ची को गला घोटकर मार डाला appeared first on Sabguru News .
भारत विकास परिषद की क्षेत्र स्तरीय राष्ट्रीय समूहगान प्रतियोगिता में देशभक्ति गीतों की गूंज
अजमेर। भारत विकास परिषद की ओर से राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सभागार में रविवार को देशभक्ति गीतों पर आधारित क्षेत्र स्तरीय राष्ट्रीय समूहगान प्रतियोगिता में प्रदेश की प्रांत स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले चयनित विद्यालयों के 80 प्रतिभागियों ने भाग लिया। मुख्य अतिथि विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी रहे। देशभक्ति के हिंदी, संस्कृत […] The post भारत विकास परिषद की क्षेत्र स्तरीय राष्ट्रीय समूहगान प्रतियोगिता में देशभक्ति गीतों की गूंज appeared first on Sabguru News .
स्वयंसेवकों के भाव और जीवन बल से चलता है संघ : मोहन भागवत
जयपुर। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक डा मोहनराव भागवत ने कहा है कि स्वयंसेवकों के भाव बल और जीवन बल से ही संघ चलता है और इसे समझने के लिए प्रत्यक्ष अनुभूति की आवश्यकता होती है। डा भागवत रविवार को यहां पाथेय कण संस्थान के नारद सभागार में ज्ञान गंगा प्रकाशन की ओर […] The post स्वयंसेवकों के भाव और जीवन बल से चलता है संघ : मोहन भागवत appeared first on Sabguru News .
झुंझुनूं। में युवक को कार में बिठाकर बंधक बनाकर लूटा
झुंझुनूं। राजस्थान में झुंझुनूं के कोतवाली थाना क्षेत्र में एक युवक को कार में छोड़ने के बहाने बंधक बनाकर फोन पे के जरिए 60 हजार रुपए लूटने का मामला सामने आया है। पुलिस सूत्रों ने रविवार को बताया कि भीमसर गांव का शाहिद खान शनिवार शाम को अपने गांव जाने के लिए मंडावा मोड़ पर […] The post झुंझुनूं। में युवक को कार में बिठाकर बंधक बनाकर लूटा appeared first on Sabguru News .
जोधपुर में ट्रेलर-टैम्पो की टक्कर से 6 लोगों की मौत, 14 घायल
जोधपुर। राजस्थान में जोधपुर के बालेसर थाना क्षेत्र में रविवार को ट्रेलर और टैम्पो की टक्कर में टैम्पो सवार छह लाेगों की मौत हो गई और 14 अन्य घायल हो गए। थानाधिकारी मूल सिंह भाटी ने बताया कि गुजरात के बनासकांठा एवं धनसुरा के लोग टैम्पो से राजस्थान में रामदेवरा जा रहे थे। राष्ट्रीय राजमार्ग […] The post जोधपुर में ट्रेलर-टैम्पो की टक्कर से 6 लोगों की मौत, 14 घायल appeared first on Sabguru News .
हैप्पी बर्थडे : 62 वर्ष की हुई बॉलीवुड अभिनेत्री मीनाक्षी शेषाद्री
मुंबई। बॉलीवुड की जानीमानी अभिनेत्री मीनाक्षी शेषाद्री आज 62 वर्ष की हो गई। मीनाक्षी शेषाद्री का जन्म 16 नवंबर 1963 को झारखंड के सिंदरी में हुआ ।उनके पिता फुड कॉपोरेशन ऑफ इंडिया में सिंदरी में कार्यरत थे। मीनाक्षी शेषाद्री ने अपनी शिक्षा दिल्ली के मांउट कार्मेल स्कूल से पूरी की। वर्ष 1981 में मीनाक्षी शेषाद्री […] The post हैप्पी बर्थडे : 62 वर्ष की हुई बॉलीवुड अभिनेत्री मीनाक्षी शेषाद्री appeared first on Sabguru News .
38वीं अंतर महाविद्यालय क्रिकेट प्रतियोगिता में विजेता एसपीसी जीसीए को ट्राफी
अजमेर। 38वीं अंतर महाविद्यालय क्रिकेट प्रतियोगिता में सम्राट पृथ्वीराज राजकीय महाविद्यालय विजेता तथा उपविजेता रही दयानंद महाविद्यालय की टीम को पुरस्कार स्वरूप ट्राफी प्रदान की गई। इस मौके पर आयोजित समारोह के मुख्य अतिथि दयानंद कॉलेज प्राचार्य डॉ लक्ष्मीकांत, विशिष्ट अतिथि नॉमिनी अध्यक्ष डॉक्टर मनोज यादव, विश्वविद्यालय ऑब्जर्वर सुरेंद्र कुमावत व संजय तोमर रहे। खिलाडियों […] The post 38वीं अंतर महाविद्यालय क्रिकेट प्रतियोगिता में विजेता एसपीसी जीसीए को ट्राफी appeared first on Sabguru News .
17 November Birthday: आपको 17 नवंबर, 2025 के लिए जन्मदिन की बधाई!
17 November Janmdin: जन्मदिन की शुभकामनाओं के साथ आपका स्वागत है वेबदुनिया की विशेष प्रस्तुति में। यह कॉलम नियमित रूप से उन पाठकों के व्यक्तित्व और भविष्य के बारे में जानकारी देगा जिनका उस दिनांक को जन्मदिन होगा। पेश है दिनांक 17 को जन्मे व्यक्तियों के बारे में जानकारी : ALSO READ: Vivah Panchami 2025: विवाह पंचमी कब है, क्यों नहीं करते हैं इस दिन विवाह? आपका जन्मदिन: 17 नवंबर दिनांक 17 को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 8 होगा। आप अपने जीवन में जो कुछ भी करते हैं उसका एक मतलब होता है। आपके मन की थाह पाना मुश्किल है। आपको सफलता अत्यंत संघर्ष के बाद हासिल होती है। कई बार आपके कार्यों का श्रेय दूसरे ले जाते हैं। यह ग्रह सूर्यपुत्र शनि से संचालित होता है। इस दिन जन्मे व्यक्ति धीर गंभीर, परोपकारी, कर्मठ होते हैं। आपकी वाणी कठोर तथा स्वर उग्र है। आप भौतिकतावादी है। आप अदभुत शक्तियों के मालिक हैं। आपके लिए खास शुभ दिनांक : 8, 17, 26 शुभ अंक : 8, 17, 26, 35, 44 शुभ वर्ष : 2042 ईष्टदेव : हनुमानजी, शनि देवता शुभ रंग : काला, गहरा नीला, जामुनी आपकी जन्मतिथि के अनुसार भविष्यफल करियर: शत्रु वर्ग प्रभावहीन होंगे, नौकरीपेशा व्यक्ति प्रगति पाएंगे। सभी कार्यों में सफलता मिलेगी। जो अभी तक बाधित रहे है वे भी सफल होंगे। बेरोजगार प्रयास करें, तो रोजगार पाने में सफल होंगे। राजनैतिक व्यक्ति भी समय का सदुपयोग कर लाभान्वित होंगे। स्वास्थ्य: स्वास्थ्य की दृष्टि से समय अनुकूल ही रहेगा। कारोबार : व्यापार-व्यवसाय की स्थिति उत्तम रहेगी। आज के दिन जन्में कुछ प्रसिद्ध व्यक्ति यूसुफ पठान (Yusuf Pathan): भारत के पूर्व प्रसिद्ध क्रिकेटर, जो अपनी आक्रामक बल्लेबाजी और ऑफ-स्पिन गेंदबाजी के लिए जाने जाते हैं। जेमिनी गणेशन (Gemini Ganesan): तमिल सिनेमा के एक महान अभिनेता, जिन्हें किंग ऑफ रोमांस के नाम से जाना जाता है। उन्होंने तमिल, तेलुगु, हिंदी, मलयालम और कन्नड़ फिल्मों में काम किया। पद्मजा नायडू (Padmaja Naidu): प्रसिद्ध भारतीय राजनीतिज्ञ, जो कवयित्री सरोजिनी नायडू की बेटी थीं। वह पश्चिम बंगाल की पूर्व राज्यपाल भी थीं। शिप्रा खन्ना (Shipra Khanna): प्रसिद्ध भारतीय शेफ और टेलीविजन हस्ती, जो मास्टरशेफ इंडिया सीज़न 2 की विजेता थीं। आपको इस खास दिन पर जीवन की सभी खुशियां मिलें। जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं! ALSO READ: Dreams and Destiny: सपने में मिलने वाले ये 5 अद्भुत संकेत, बदल देंगे आपकी किस्मत
Aaj ka panchang: आज का शुभ मुहूर्त: 17 नवंबर, 2025: सोमवार का पंचांग और शुभ समय
आज आपका दिन मंगलमय हो! 17 November 2025 Today Shubh Muhurat : क्या आप आज कोई नया काम शुरू करने की सोच रहे हैं? या कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेने वाले हैं? ज्योतिष और पंचांग के अनुसार, किसी भी शुभ कार्य को सही मुहूर्त में करने से सफलता की संभावना बढ़ जाती है। 'वेबदुनिया' आपके लिए लेकर आया है 17 नवंबर, 2025 का विशेष पंचांग और शुभ-अशुभ मुहूर्त। ALSO READ: Vrishchik Sankranti 2025 : वृश्चिक संक्रांति पर इन 15 चीजों में से करें कोई भी दान, जीवन में होगा सकारात्मक परिवर्तन आइए जानें आज का दिन आपके लिए क्या लेकर आया है। पंचांग: 17 नवंबर, 2025, सोमवार आज की मुख्य जानकारी: शुभ विक्रम संवत्-2082, शक संवत्-1947, ईस्वी सन्-2025 संवत्सर नाम-सिद्धार्थ अयन-दक्षिणायण मास-मार्गशीर्ष (अगहन) पक्ष-कृष्ण ऋतु-हेमन्त वार-सोमवार तिथि (सूर्योदयकालीन)-त्रयोदशी नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-चित्रा योग (सूर्योदयकालीन)-प्रीति करण (सूर्योदयकालीन)-गरज लग्न (सूर्योदयकालीन)-वृश्चिक आज के शुभ मुहूर्त और चौघड़िया शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक राहुकाल (अशुभ समय):प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक अन्य महत्वपूर्ण जानकारी दिशा शूल-आग्नेय योगिनी वास-दक्षिण गुरु तारा-उदित शुक्र तारा-उदित चन्द्र स्थिति-तुला आज के विशेष उपाय: आज का मंत्र-ॐ सौं सौमाय नम:। आज का उपाय-शिवजी का पंचामृत से अभिषेक करें। वनस्पति तंत्र उपाय-पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं। आज के व्रत, त्योहार और विशेष घटनाएं सोम प्रदोष/मार्गी शनि गतिचार यात्रा शकुन-मीठा दूध पीकर यात्रा करें। (निवेदन: उपरोक्त विवरण पंचांग पर आधारित है। विभिन्न पंचांगों में slight changes संभव हैं।) -ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र सम्पर्क: astropoint_hbd@yahoo.com ALSO READ: Dreams and Destiny: सपने में मिलने वाले ये 5 अद्भुत संकेत, बदल देंगे आपकी किस्मत
'दे दे प्यार दे 2' ने बॉक्स ऑफिस पर पकड़ी रफ्तार, दूसरे दिन किया इतना कलेक्शन
बॉलीवुड एक्टर अजय देवगन और रकुल प्रीत सिंह की फिल्म 'दे दे प्यार दे 2' बॉक्स ऑफिस पर रिलीज हो चुकी है। फिल्म को दर्शकों का अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। हालांकि ओपनिंग डे पर फिल्म को वैसा रिस्पॉन्स नहीं मिला, जैसी उम्मीद की जा रही थी। फिल्म ने पहले दिन 9.45 करोड़ रुपए का नेट बॉक्स ऑफिस कलेक्शन किया था। दूसरे दिन फिल्म के कलेक्शन में अच्छा उछाल देखने को मिला। फिल्म ने शनिवार के दिन 13.77 करोड़ रुपयए का नेट कलेक्शन किया है। इसके साथ ही 'दे दे प्यार दे 2' का टोटल कलेक्शन 23.22 करोड़ रुपए हो गया है। View this post on Instagram A post shared by Anshul Sharma (@anshul3112) पहले दिन के मुकाबले, दूसरे दिन फिल्म के कलेक्शन में 40 प्रतिशत का इजाफा देखने मिला। फिल्म की ऑक्यूपेंसी भी शनिवार के दिन शानदार रही। रविवार को फिल्म के कलेक्शन में और भी इजाफा होने की उम्मीद है। फिल्म 'दे दे प्यार दे 2' साल 2019 में रिलीज 'दे दे प्यार दे' का सीक्वल है। फिल्म का निर्देशन अंशुल शर्मा ने किया है। इसे लव रंजन और तरुण जैन ने लिखा है। फिल्म में अजय और रकुल के अलावा आर माधवन, गौतमी कपूर, जावेद जाफरी, मिजान जाफरी और इशिता दत्ता अहम किरदार में हैं।
बीड कोर्ट ने नाबालिग पुत्री का यौन शोषण करने वाले पिता को सुनाई 7 साल कैद की सजा
बीड। महाराष्ट्र में बीड की एक अदालत ने एक व्यक्ति को अपनी नाबालिग पुत्री के साथ दुराचार करने के जुर्म में सात साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई है। जिला लोक अभियोजक अजय राख ने रविवार को इसकी पुष्टि की। जिला एवं सत्र न्यायाधीश एसएस घोरपड़े ने 14 नवंबर को यह फैसला सुनाया। कोर्ट […] The post बीड कोर्ट ने नाबालिग पुत्री का यौन शोषण करने वाले पिता को सुनाई 7 साल कैद की सजा appeared first on Sabguru News .
प्रेम चोपड़ा की अस्पताल से हुई छुट्टी, सीने में जकड़न के बाद अस्पताल में कराया था भर्ती
बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता प्रेम चोपड़ा को 8 नवंबर को सीने में जकड़न की शिकायत के बाद मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अब उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। 90 वर्षीय प्रेम चोपड़ा की सेहत अब पहले से बेहतर है, जिसमें बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। प्रेम चोपड़ा के दामाद विकास भल्ला ने इंडिया टुडे को बताया, वो घर वापस आ गए हैं और पूरी तरह स्वस्थ हैं। सीने में संक्रमण और दिल की मौजूदा स्थिति के कारण डॉक्टरों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी थी। हालांकि अब वो काफी स्वस्थ है। प्रेम चोपड़ा का फिल्मी करियर छह दशकों से भी ज्यादा लंबा है। उन्होंने 380 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है। वो हिंदी सिनेमा के इतिहास के सबसे फेमस खलनायकों में से एक हैं। प्रेम चोपड़ा ने प्रेम नगर, उपकार और बॉबी जैसी क्लासिक फिल्में देकर इंडस्ट्री में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। प्रेम चोपड़ा ने अपने शुरुआती करियर में पॉजिटिव किरदार निभाए। लेकिन उन्हें मनोज कुमार की उपकार (1967) और राजेश खन्ना की दो रास्ते (1969) जैसी फिल्मों में नेगेटिव किरदार की वजह से पहचान मिली।
COP30 पर फॉसिल फ्यूल लॉबिस्ट्स का कब्ज़ा: क्लाइमेट न्याय की आवाज़ दबने का बढ़ता खतरा
COP30 में 1600+ फॉसिल फ्यूल लॉबिस्ट्स की मौजूदगी से क्लाइमेट न्याय की आवाज़ दबने का खतरा बढ़ा। पर्यावरणविदों ने वार्ताओं को प्रदूषक कंपनियों से मुक्त करने की मांग की।
प्राइम वीडियो भारतीय महिला क्रिकेट टीम की ऐतिहासिक वर्ल्ड कप जीत का जश्न एक खास एपिसोड के साथ मना रहा है। 'टू मच विद काजोल एंड ट्विंकल' के इस स्पेशल एपिसोड में जेमिमा रोड्रिग्स और शेफाली वर्मा नज़र आएंगी। पहली बार, चैंपियन टीम की ये खिलाड़ी एक साथ किसी शो में आती दिखेंगी। अपनी जीत के इस सफर की शुरुआत वे एक जोशीली बातचीत से करती हैं, जहां वे अपनी भावनाओं, मेहनत, हिम्मत और उस गर्व के पल को याद करती हैं, जब उन्होंने देश का प्रतिनिधित्व किया और वो कीमती ट्रॉफी अपने नाम की। काजोल और ट्विंकल खन्ना द्वारा होस्ट किया गया और बनिजय एशिया द्वारा बनाया गया टू मच विद काजोल एंड ट्विंकल प्राइम वीडियो की सबसे ज़्यादा देखी जाने वाली अनस्क्रिप्टेड ओरिजिनल सीरीज़ बन गई है। एक खास एपिसोड में इन खिलाड़ियों की प्रेरक कहानियों और भारतीय टीम की शानदार वर्ल्ड कप यात्रा की झलक देखने को मिलेगी। प्राइम वीडियो इंडिया के डायरेक्टर और हेड ऑफ़ ओरिजिनल्स, निखिल माधोक ने कहा, टीम इंडिया की वर्ल्ड कप जीत एक ऐतिहासिक पल है और देश के लिए बड़ी गर्व की बात है। यह जीत देश में महिला क्रिकेट को और आगे ले जाएगी और आने वाली पीढ़ियों की लड़कियों को खेल में आगे बढ़ने की प्रेरणा देगी। बॉलीवुड की लेटेस्ट न्यूज पढ़ने के लिए क्लिक करें उन्होंने आगे कहा, प्राइम वीडियो में हमें ऐसी असली कहानियां दिखाने पर गर्व है जो दिल छूती हैं और लोगों को प्रेरित करती हैं। वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम की खिलाड़ी जेमिमा रोड्रिग्स और शेफाली वर्मा को शो एक खुलकर और दिल से हुई बातचीत के लिए होस्ट करना हमारे लिए सम्मान है। यह एपिसोड उनकी हिम्मत, जज़्बे और ऐतिहासिक जीत का जश्न मनाता है, जिसने पूरे देश का दिल जीत लिया। बनीजाय एशिया और एंडेमोल शाइन इंडिया की ग्रुप चीफ़ डेवलपमेंट ऑफिसर, मृणालिनी जैन ने कहा, आईसीसी महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप की जीत सिर्फ़ एक खेल जीत नहीं है बल्कि ये भारत के लिए एक भावनात्मक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पल है, जो हमेशा याद रखा जाएगा। जेमिमा रोड्रिग्स और शेफाली वर्मा इस जीत के सबसे बड़े केंद्र में रही हैं, और हम उन्हें अपने पसंदीदा शो टू मच विद काजोल एंड ट्विंकल में देखने के लिए बेहद उत्साहित हैं। काजोल ने कहा, जब भारत ने 2025 महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप जीता था, तो वो जीत सिर्फ़ खेल तक सीमित नहीं थी बल्कि वो वाक़ई इतिहास बनने वाला पल था। टू मच पर हमें इस कमाल के चैप्टर के पीछे की बातें जानने का मौका मिलेगा, वह भी सुपर-टैलेंटेड जेमिमा और शेफाली के साथ। उनके ज़रिए हम वो घबराहट, वो हँसी और वो जज़्बा महसूस करेंगे, जिसने पूरे देश के सपने को सच कर दिया। ट्विंकल खन्ना ने कहा, जेमिमा और शेफाली की वर्ल्ड कप में की गई उपलब्धि सच में बहुत प्रेरणादायक है और हर भारतीय को गर्व महसूस कराती है। हम बेहद उत्साहित हैं कि वो हमारे शो में आ रही हैं, ताकि हम उनकी कहानियाँ सुन सकें, खासकर वो कहानियाँ जो हिम्मत की असली परिभाषा बदल देती हैं। उन्होंने हर तरह की बंदिशों और पुराने नियमों को तोड़ते हुए ऐसा रास्ता बनाया है, जिस पर अब कई और महिलाएँ चल सकेंगी।
आईपीएल 2026 में ऋतुराज गायकवाड़ होंगे चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान
चेन्नई। चेन्नई सुपर किंग्स ने अपने एक्स पोस्ट से साफ कर दिया कि आईपीएल 2026 में टीम की कप्तानी ऋतुराज गायकवाड़ ही करेंगे। फ्रेंचाइजी ने औपचारिक ऐलान नहीं किया, लेकिन पोस्ट में जिस तरह तस्वीर और संदेश दिया था, उससे यह बिल्कुल स्पष्ट था कि कप्तानी फिर से गायकवाड़ के पास ही रहेगी। पिछला सीजन […] The post आईपीएल 2026 में ऋतुराज गायकवाड़ होंगे चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान appeared first on Sabguru News .
आईएएस वी श्रीनिवास राजस्थान के मुख्य सचिव नियुक्त
जयपुर। राजस्थान सरकार ने केंद्र से प्रतिनियुक्ति से लौटने पर भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी वी श्रीनिवास को राज्य का मुख्य सचिव नियुक्त किया है। राज्य के संयुक्त शासन सचिव डा धीरज कुमार सिंह ने राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े की अनुमति से रविवार को इस आशय के आदेश जारी किए। आदेश के अनुसार श्रीनिवास अपने […] The post आईएएस वी श्रीनिवास राजस्थान के मुख्य सचिव नियुक्त appeared first on Sabguru News .
आपसी रिश्तों का क्यों हुआ उठावना?…सवाल अब भी बाकी है!
सन्तोष खाचरियावास अजमेर। विगत दिनों राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी की पत्नी इंदिरा देवनानी का देहांत हो गया। पूरे भाजपा संगठन में शोक की लहर दौड़ गई। राज्यपाल और मुख्यमंत्री समेत कई केंद्रीय मंत्रियों, राजस्थान सरकार के मंत्रियों, विधायकों, जनप्रतिनिधियों, राजनीतिक दलों के नेताओं, अफसरों, समाजसेवी संगठनों और आमजन ने व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर […] The post आपसी रिश्तों का क्यों हुआ उठावना?…सवाल अब भी बाकी है! appeared first on Sabguru News .
WTC चैंपियन दक्षिण अफ्रीका ने भारत को 30 रनों से हराकर 15 साल बाद टेस्ट जीता
INDvsSA विश्व टेस्ट चैंपियन दक्षिण अफ्रीका ने भारत को ईडन गार्डन्स में पहला टेस्ट 30 रनों से हराकर ना केवल टेस्ट सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली बल्कि 15 साल बाद भारतीय जमीन पर जीत हासिल की। इससे पहले साल 2008 में दक्षिण अफ्रीका ने भारत को पारी की हार थमाई थी। 92 पर 7 विकेट खोकर तीसरा दिन शुरु करने वाली दक्षिण अफ्रीका कप्तान तेम्बा बावुमा के नाबाद अर्धशतक 55 रनों की बदौलत 150 पार पहुंची और भारत को 124 रनों का लक्ष्य दिया। लेकिन भारत की पूरी टीम 93 रनों पर 9 विकेट गंवाकर मैच हार गई क्योंकि शुभमन गिल अस्पताल में भर्ती थे। Spinners script South Africa's first Test win in India since 2010 #INDvSA : https://t.co/fexthP5RGW pic.twitter.com/Ts9TESNmyE — ICC (@ICC) November 16, 2025 मैन ऑफ द मैच साइमन हार्मर ने पहली पारी में 30 रन देकर 4 विकेट लिए वहीं दूसरी पारी में भी उन्होंने 17 रन देकर 4 विकेट लिए।
बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी के पिता को मिला शस्त्र लाइसेंस
बरेली। उत्तर प्रदेश में बरेली निवासी बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी के पिता जगदीश पाटनी को जिला प्रशासन ने शस्त्र लाइसेंस जारी कर दिया है। दिशा पाटनी के पैतृक आवास पर पिछले दिनों 11 एवं 12 सितंबर को फायरिंग हुई थी। इसके बाद जगदीश पाटनी जिलाधिकारी से मिले थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जगदीश पाटनी को […] The post बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी के पिता को मिला शस्त्र लाइसेंस appeared first on Sabguru News .
LinkedIn की नौकरी, थाईलैंड का झांसा और म्यांमार का कैदखाना, कानपुर युवक की दहला देने वाली दास्तान
काकादेव थाना क्षेत्र के नई बस्ती निवासी ओसामा खान अंतरराष्ट्रीय साइबर गिरोह की ठगी का ऐसा शिकार बना कि थाईलैंड की नौकरी के सपने देखते-देखते म्यांमार के कैदखाने में पहुंच गया। ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग कर चुके ओसामा ने लिंकडइन पर रोजगार के लिए प्रोफाइल बनाया था, जहां प्लेसमेंट एजेंट बनकर ठगों ने उससे संपर्क किया और ऊंचे पैकेज पर विदेशी नौकरी का लालच दिया। ठगों ने 15 जून को उसे दिल्ली बुलाया, जहां से चेन्नई और फिर बैंकॉक भेजा गया। बैंकॉक पहुंचते ही उसे बहाने से म्यांमार ले जाया गया, जहां गिरोह ने उसके पास मौजूद 33 हजार रुपए छीनकर अंधेरे कमरे में कैद कर दिया। कमरे में पहले से करीब 8 युवक और मिले, जिन्हें भी इसी तरह ठगा गया था। ओसामा ने बताया कि उससे रोजाना 18 घंटे तक अवैध ऑनलाइन काम करवाया जाता था। जरा-सी देरी पर मारपीट की जाती थी। उसे चैट हिस्ट्री मैनेज कराना, लोगों को ऑनलाइन ठगी में फंसाने जैसे गैरकानूनी काम करने को मजबूर किया जाता था। चार माह की कैद के दौरान गिरोह ने उसे डॉलर में भुगतान किया, जिससे वह करीब डेढ़ लाख रुपए घर भेज पाया, लेकिन आरोपी लगातार 5000 डॉलर (करीब 4.50 लाख रुपए) की मांग करते रहे। 22 अक्टूबर को ओसामा किसी तरह म्यांमार की वास्तविक सेना के संपर्क में आया। सेना ने उसकी मदद करते हुए उसे सुरक्षित नोएडा पहुंचाया। आवश्यक प्रक्रियाओं के बाद 6 नवंबर को वह अपने घर कानपुर लौटा। ओसामा के पिता, जो इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग से सेवानिवृत्त हैं, पूरे समय बेटे की सुरक्षा को लेकर चिंतित रहे। पीड़ित परिवार ने घटना की शिकायत संबंधित एजेंसियों को सौंप दी है और सख्त कार्रवाई की मांग की है। Edited by : Sudhir Sharma
मुंबई पुलिस ने हाल ही में एक बड़े ड्रग रैकेट का खुलासा किया है। इस रैकेट में कई बड़े नाम शामिल हैं। लिस्ट में श्रद्धा कपूर, नोरा फतेही, ओरी और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के भतीजे अलीशाह पारकर जैसे कई नाम शामिल हैं। न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, अधिकारियों ने दावा किया कि पूछताछ के दौरान सलीम ने आरोप लगाया कि वह देश और विदेश में ड्रग पार्टियों का आयोजन करता था। इन ड्रग्स पार्टियों में अलीशाह पारकर के अलावा फैशन और फिल्मी हस्तियां भी शामिल होती थीं। बॉलीवुड अभिनेता, मॉडल, रैपर, फिल्म निर्माता और यहां तक कि दाऊद इब्राहिम के रिश्तेदार भी इन पार्टियों में शामिल होते थे। इन ड्रग्स पार्टियों के कथित सिंडिकेय की जांच में नाम आने पर नोरा फतेही ने एक बयान जारी किया है। नोरा ने इंस्टा स्टोरी पर एकनोट जारी कर खुद पर लगे सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। नोरा फतेही ने नोट में लिखा है, आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि मैं पार्टियों में नहीं जाती.. मैं लगातार फ्लाइट्स में रहती हूं। मैं काम की शौकीन हूं, मेरी कोई निजी ज़िंदगी नहीं है। मैं खुद को ऐसे लोगों से नहीं जोड़ती.. और छुट्टियों के दिनों में मैं दुबई के किसी बीच पर या अपने हाई स्कूल के दोस्तों के साथ घर पर होती हूं। उन्होंने लिखा, मैं अपना पूरा दिन और रात अपने सपनों और लक्ष्यों पर काम करते हुए बिताती हूं। आप जो भी पढ़ें, उस पर विश्वास मत करना। ऐसा लगता है कि मेरा नाम एक आसान टारगेट है, लेकिन मैं इस बार ऐसा नहीं होने दूंगी। ऐसा पहले भी एक बार हो चुका है, तुम लोगों ने झूठ बोलकर मुझे बर्बाद करने की कोशिश की थी और यह काम नहीं आया। नोरा ने लिखा, मैं चुपचाप देखती रही कि कैसे हर कोई मेरे नाम को बदनाम करने, मेरी प्रतिष्ठा को धूमिल करने और मुझे क्लिकबेट के रूप में इस्तेमाल करने की पूरी कोशिश कर रहा था। कृपया मेरे नाम और छवि का इस्तेमाल उन परिस्थितियों में करने से बचें जिनका मुझसे कोई लेना-देना नहीं है। इसकी बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
इन बी-टाउन अभिनेत्रियों ने अपने साड़ी लुक से मचाया तहलका
ड्रैप्ड एलिगेंस से लेकर कंटेम्पररी ट्विस्ट तक, बॉलीवुड की सबसे फैशनेबल महिलाएं साड़ी पर अपने अनूठे अंदाज के साथ स्टाइल बेंचमार्क सेट करना जारी रखती हैं। चाहे क्लासिक हो या एजी, उनका लुक इस बात का प्रमाण है कि साड़ी कितनी बहुमुखी और एक्सप्रेसिव हो सकती है। यहां बॉलीवुड की कुछ साड़ी स्टाइल आइकॉन पर एक नजर डालते हैं, जिन्होंने परंपरा को आधुनिक ग्लैमर के साथ सहजता से जोड़ा है। ताहिरा कश्यप: ताहिरा की गुलाबी रंग की साड़ी, जटिल डिटेलिंग से सजी, यह साबित करती है कि सादगी में ही शान है। उन्होंने अपने लुक को नाजुक झुमकों, एक सदाबहार घड़ी और मुलायम, ब्लश-टोन्ड मेकअप के साथ जोड़ा है, जो एक ऐसा वाइब बनाता है जो संयमित और लुभावनी ठाठ दोनों है। शिल्पा शेट्टी: अपने एक्सपेरीमेंटल फैशन सेंस के लिए मशहूर शिल्पा ने मेटेलिक एक्सेंट वाली लाल कॉकटेल साड़ी में कमाल कर दिया। स्टेटमेंट इयररिंग्स, गोल्ड ब्रेसलेट और चंकी रिंग्स के साथ उनका बोल्ड लुक पारंपरिक शान में एक नया मोड़ जोड़ता है, जिससे उनका स्टाइल उनके जीवंत व्यक्तित्व का सच्चा प्रतिबिंब बन जाता है। प्रियंका चोपड़ा जोनास: प्रियंका ने ओवरसाइज़्ड शेड्स और लेयर्ड चोकर के साथ रेट्रो स्पिन जोड़ते हुए बोल्ड पिंक एम्बेलिश्ड साड़ी में सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। उनका ढीला बन और बोल्ड रेड लिप्स ड्रामा का एहसास देते हैं, जिससे उनका लुक ग्लैमर और चुलबुलेपन के एक शानदार स्टेटमेंट में बदल जाता है। विद्या बालन: विद्या हमेशा से ही साड़ी की खूबसूरती की मिसाल रही हैं। पारंपरिक रूप से स्टाइल की गई लाल रंग की प्रिंटेड साड़ी में, उन्होंने कुंदन के गहनों और चूड़ियों के साथ खूबसूरती को दर्शाया है, जिससे उनका लुक क्लासिक और सहज रूप से आकर्षक दोनों ही लग रहा है। तापसी पन्नू: तापसी ने चमकीले गुलाबी रंग की, मिरर-वर्क वाली नेट ड्रेप के साथ अपनी साड़ी में एक आधुनिक एज जोड़ा है। वह एक संरचित लुक के लिए एक स्टाइलिश बेल्ट जोड़ती है, जो पारंपरिक आकर्षण को समकालीन मोड़ के साथ मिलाती है जो फैशन-फ़ॉरवर्ड साड़ी प्रेमियों के लिए एकदम सही है।
एक्टर बनने से पहले वीजे थे आदित्य रॉय कपूर, बचपन में बनना चाहते थे क्रिकेटर
बॉलीवुड के हैंडसम हंक आदित्य रॉय कपूर 16 नंवबर को अपना बर्थडे सेलिब्रेट कररहे हैं। आदित्य बॉलीवुड के हॉट एक्टर्स में से एक है। उन्होंने फिल्म 'लंदन ड्रीम' से बॉलीवुड डेब्यू किया था। लेकिन आदित्य को पहचान मिली 2003 में रिलीज हुई फिल्म 'आशिकी 2' से। आदित्य रॉय कपूर स्कूल के दिनों में क्रिकेटर बनना चाहते थे। वह क्रिकेट कोचिंग क्लासेस भी जाते थे। हालांकि, थोड़े दिन बाद उनका इसमें भी मन नहीं लगा। वहीं फिल्मों में कदम रखने से पहले आदित्य फेमस वीजे हुआ करते थे। उन्होंने महज 19 साल की उम्र में बतौर वीजे अपना करियर शुरू किया था। साल 2008 में आदित्य ने वीजे की नौकरी छोड़ दी और फिल्मी दुनिया में करियर बनाने निकल पड़े। आदित्य एक फिल्मी परिवार से तालुक रखते हैं। उनके बड़े भाई सिद्धार्थ रॉय कपूर फेमस निर्देशक है। वहीं उनके दूसरे भाई कुणाल भी एक्टर हैं। आदित्य रॉय कपूर अपने करियर में 22 से ज्यादा फिल्मों और वेब सीरीज में काम कर चुके हैं। वह हाल ही में फिल्म 'मेट्रो इन दिनों' में नजर आए थे।
दिल्ली कैपिटल्स ने अक्षर, केएल राहुल और ट्रिस्टन स्टब्स को किया रिटेन
JSW और GMR के सह-स्वामित्व वाली दिल्ली कैपिटल्स ने इस साल के अंत में होने वाली इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2026 की नीलामी से पहले अक्षर पटेल, केएल राहुल, कुलदीप यादव, मिशेल स्टार्क और ट्रिस्टन स्टब्स सहित कुल 17 खिलाड़ियों को शनिवार को रिटेन किया। दिल्ली कैपिटल्स ने आज रिटेन और रिलीज किए गए खिलाड़ियों की सूची की घोषणा की। व्यापक मूल्यांकन और चर्चा के बाद, दिल्ली कैपिटल्स ने आगामी सीजन से पहले मोहित शर्मा, फाफ डु प्लेसिस, सेदिकुल्लाह अटल, जेक फ्रेजर-मैकगर्क, मनवंत कुमार और दर्शन नालकंडे को रिलीज करने का फैसला किया है। दिल्ली के रिटेन किये गये खिलाडियों में अक्षर पटेल, केएल राहुल, करुण नायर, अभिषेक पोरेल, ट्रिस्टन स्टब्स, समीर रिजवी, आशुतोष शर्मा, विप्रज निगम, अजय मंडल, त्रिपुराण विजय, माधव तिवारी, मिशेल स्टार्क, टी नटराजन, मुकेश कुमार, दुष्मंथा चमीरा, कुलदीप यादव और नीतीश राणा (ट्रेड इन) है। Bringing together in 2026 pic.twitter.com/RUASlyis0w — Delhi Capitals (@DelhiCapitals) November 15, 2025 खिलाड़ियों को रिटेन और रिलीज किये जाने पर दिल्ली कैपिटल्स के अध्यक्ष और सह-मालिक किरण कुमार ग्रांधी ने कहा, “पिछले सीजन में हमारा प्रदर्शन शानदार रहा था, टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन और जज्बा दिखाया, हालांकि हम प्लेऑफ में पहुंचने से थोड़े से अंतर से चूक गए थे। यह नीलामी हमें उन क्षेत्रों में सुधार करने का मौका देती है जहां हम कमजोर रहे और जिन खिलाड़ियों को हमने रिटेन किया है, उनके आधार पर एक अधिक संतुलित टीम तैयार करने का मौका देती है। हमारी कोचिंग टीम और स्काउटिंग नेटवर्क ने सही प्रतिभाओं की पहचान करने के लिए कड़ी मेहनत की है। एक रोमांचक नीलामी के लिए तैयार सभी खिलाड़ियों को मेरी शुभकामनाएं।” जेएसडब्ल्यू स्पोर्ट्स के संस्थापक पार्थ जिंदल ने कहा, “हमने जिन खिलाड़ियों को रिटेन किया है, उनसे हम खुश हैं – हमने देखा कि उन्होंने पिछले सीजन के पहले भाग में एक साथ कितना अच्छा प्रदर्शन किया। हमारे कोच और स्काउट्स उन खिलाड़ियों की पहचान करने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं जो हमारे मुख्य समूह का पूरक बन सकें। हम नीलामी का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं और आने वाले सीजन के लिए एक मजबूत टीम बनाने की कोशिश कर रहे हैं।” दिल्ली कैपिटल्स के मुख्य कोच हेमांग बदानी ने कहा, “पिछले सीजन में उतार-चढ़ाव आए, हमने कुछ बहुत अच्छा क्रिकेट खेला, लेकिन प्लेऑफ में जगह बनाने से चूक गए। हम जानते हैं कि किन क्षेत्रों में सुधार की आवश्यकता है और नीलामी हमें उस समूह में कुछ बदलाव करने का मौका देगी जिसे हमने रिटेन किया है। हमारा लक्ष्य निरंतरता बनाए रखना और यह सुनिश्चित करना है कि हम पूरे सीजन में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें।”
आज 16 नवंबर 2025 का मौसम अपडेट: ठंड बढ़ी, दक्षिण में भारी बारिश का अलर्ट
आज 16 नवंबर 2025 के मौसम अपडेट में उत्तर भारत में पड़ी ठंड, हल्का कोहरा, दक्षिण भारत में भारी से अति भारी बारिश का अलर्ट, मध्य भारत में शीत लहर, पूर्वोत्तर में कोहरा, बंगाल की खाड़ी में निम्न दाब क्षेत्र और IMD की ताज़ा चेतावनियाँ शामिल हैं। जानें दिल्ली-एनसीआर का तीन दिन का पूरा पूर्वानुमान....
फिरोजाबाद में मिलावटी पेट्रोल टैंकर के साथ पांच अरेस्ट
फिरोजाबाद। उत्तर प्रदेश में फिरोजाबाद जिले की एका पुलिस और एसटीएफ यूनिट गौतमवुद्ध नगर ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए शनिवार को फर्जी पेट्रोल पंप का भंडाफोड़ करते हुए मिलावटी पेट्रोल से भरा हुआ टैंकर जब्त किया। इस मामले में पेट्रोल पंप संचालक सहित पांच लोगों गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि एसटीएफ […] The post फिरोजाबाद में मिलावटी पेट्रोल टैंकर के साथ पांच अरेस्ट appeared first on Sabguru News .
16 नवंबर 2025 की अब तक की बड़ी ख़बरें—बिहार चुनाव के बाद प्रशांत किशोर की प्रेस कॉन्फ्रेंस से लेकर कर्नाटक कैबिनेट बैठक, झारखंड यात्रा, हरियाणा व हिमाचल के मुख्यमंत्री दौरे, गरुड़-25 वायु युद्ध अभ्यास, चिली राष्ट्रपति चुनाव और देशभर के मौसम अपडेट तक—दिन की शीर्ष 10 महत्वपूर्ण खबरें एक जगह।
पुष्कर सिंह धामी ने कहा देश में जहां भी चुनाव हो रहे हैं, ‘डबल इंजन’ लग रहा है
बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की शानदार जीत के एक दिन बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि देश में चुनावों के बाद सभी जगह ‘डबल इंजन’ लग रहा है क्योंकि जनता उसी को सत्ता में ला रही है जो काम कर रहा है। धामी ने यहां देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल में वेनु अग्रहरि धींगड़ा की पुस्तक ‘लीडिंग लेडीज—द न्यू वेव ऑफ फीमेल पालिटीशियन्स इन इंडिया’ के विमोचन के मौके पर कहा कि धरातल पर होने वाला काम दिखाई देता है और लोग अब काम करने वालों को ही बार-बार वापस (सत्ता में) लाते हैं। उन्होंने कहा कि चाहे मैं बिहार की बात करूं या देश में कहीं और की, अब जो काम करेगा, वही आगे (सत्ता में) आ पाएगा। Edited by : Sudhir Sharma
देश दुनिया की लाइव खबरें 16 नवंबर 2025 | Aaj Tak Live
दिन भर की खबरें 16 नवंबर 2025 की देश दुनिया की आज तक लाइव खबरें यहां पढ़ें। यहां भारत की राजनीति, अर्थव्यवस्था, खेल, विज्ञान-तकनीक, मौसम अपडेट और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं से जुड़ी हर ताज़ा व बड़ी खबर तुरंत पाएँ। इस पेज पर दिन भर की खबरें अपडेट होंगीं...
मेरा नाम उर्मिला है। मैं मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के एक गांव में पैदा हुई। एक दलाल ने मुझे शादी के बहाने धोखा दिया। उसने हरियाणा के जींद के रहने वाले कुबूल लाठर के हाथों बेच दिया। हरियाणा में इस तरह खरीदकर लाई जाने वाली दुल्हनों को ‘पारो’ या ‘मोलकी’ कहा जाता है। इन्हें बहू नहीं माना जाता, बल्कि एक तरह की नौकरानी की तरह रखा जाता है। इन्हें 20 हजार से लेकर दो लाख रुपए तक में खरीदा जाता है। शादी के बाद मेरे पति कुबूल लाठर मुझे अपने गांव लेकर नहीं आए। वह मुझे मेरे मायके में ही एक किराए के घर में रखा। जब मेरे माता-पिता ने दबाव बनाया, तब वह मुझे हरियाणा के अपने गांव करसौला लेकर आए थे। यहां आई तो, उनके माता-पिता ने मुझे घर में घुसने नहीं दिया। वह मुझे बहू मानने को तैयार नहीं थे। इसके बाद मेरे पति ने गांव में ही एक किराए का कमरा ले लिया और मैं वहीं रहने लगी। इस दौरान मैं उनके माता-पिता के खेत में मजदूरी करती थी, जिसके बदले वे थोड़ा अनाज देते थे। जब मेरे आदमी की कैंसर से मौत हुई तो उनके मां-बाप ने मुझे दोबारा बेचने की कोशिश की। मैंने साफ मना कर दिया। उनकी नजर मेरी बेटी पर थी। दरअसल, हम चार भाई-बहन थे और घर में बहुत गरीबी थी। कई बार खाने तक को कुछ नहीं होता था। पिताजी के पास इतने पैसे नहीं थे कि वे मेरी शादी करवा सकें। मैं उस समय सिर्फ 16 साल की थी। तभी एक बिचौलिया मेरे माता-पिता से मिला। उसने कहा कि वह मेरी शादी हरियाणा के एक ट्रक ड्राइवर से करवा देगा- जिसका नाम कुबूल लाठर था। कुबूल अक्सर ट्रक लेकर हमारे गांव आता-जाता था। बिचौलिए ने मेरे माता-पिता से कहा कि कुबूल अच्छी कमाई करता है और मुझे अच्छे से रखेगा, और शादी में कोई पैसे नहीं लेगा। उसने मुझसे भी कहा कि मुझे कोई तकलीफ नहीं होगी और सब सुविधा मिलेगी। गरीबी के कारण माता-पिता उसकी बातों में आ गए। बाद में पता चला कि बिचौलिए ने कुबूल से पैसे लिए थे- यानी उसने वास्तव में मुझे बेच दिया था। कितना पैसा लिया था, आज तक पता नहीं चला। 2010 में मेरी शादी एक मंदिर में करा दी गई। शादी के बाद मेरे पति मुझे अपने गांव नहीं लाए। उन्होंने मेरे मायके में ही किराए पर एक कमरा लिया और उसमें मुझे ढाई साल से ज्यादा समय तक रखा। मैं छोटी थी, ज्यादा समझ नहीं थी। वे दो-तीन महीने में एक बार आते, एक-दो दिन रहते और फिर चले जाते। इस बीच घर वालों को पता चला कि बिचौलिए ने मुझे बेच दिया था। 2013 की बात है। उस दिन मेरे पति आए हुए थे। मेरी मां उनसे मिलने पहुंचीं और उन्होंने कहा- 'अगर आप मेरी बेटी को अपने साथ नहीं ले जाएंगे तो हम इसकी कहीं और शादी कर देंगे।' इस दबाव के बाद मेरे पति मुझे हरियाणा के जींद जिले के अपने गांव करसौला लेकर आए। लेकिन वहां पहुंचते ही सास-ससुर ने साफ कह दिया- 'तू बाहर से बहू लाया है, इसे घर में घुसने नहीं देंगे।' तभी मुझे समझ आया कि मेरे पति मुझे इतने सालों तक अपने गांव क्यों नहीं लाए थे। मजबूरी में उन्होंने गांव में किराए का कमरा लिया और मैं वहां रहने लगी। आखिर, मायके में तीन साल किराए पर रहने के बाद अब अपने पति के गांव में भी आकर किराए पर रहने लगी। इसी दौरान मेरी एक बेटी हुई। मैं उसकी देखभाल में लगी रहती थी। एक दिन मेरे ससुर आए और बोले- 'खेत में गेहूं की फसल तैयार है, तुम्हें काटनी पड़ेगी। तुम्हें खरीदकर लाया हूं, सारा पैसा वसूल करूंगा।' मैंने मना कर दिया, तो वे लौट गए। कुछ दिन बाद मेरे पति आए, तब उनके पिता फिर आए और कहा- 'पारो को खेत में भेजो, फसल तैयार है।' उस दिन मेरे पति ने मुझे बहुत समझाया। कहा- अपने घर का काम है, कर लो। पति के कहने पर मैं तैयार हुई और रोज सुबह से शाम तक गेहूं की कटाई करने लगी। कई बार बिना खाए-पिए ही। इसके बदले मुझे थोड़ा-बहुत गेहूं मिलता था। इस तरह मैं अपने ही ससुराल में मजदूरी करने लगी। फिर एक दिन मेरे ससुर जी ने कहा- 'काम करके कमरे पर मत आया करो, घर आ जाया करो। घर का भी काम करना है।' इसके बाद मैं उनके घर भी जाने लगी- झाड़ू, पोंछा, बर्तन, कपड़े धोना, गोबर उठाना- सब काम करती, लेकिन रसोई में जाने की इजाजत नहीं थी। चूल्हा-चौका छूने नहीं देती थीं, क्योंकि वे मुझे अछूत मानते थे। जब ससुराल वालों को मालूम हुआ कि मेरे माता-पिता भी गरीब हैं, तो उन्होंने उन्हें भी सिवनी से बुला लिया और उनसे भी मजदूरी करवाने लगे। मैं तो पहले ही नौकरानी की तरह थी, अब मेरे माता-पिता भी मजदूर बन गए। जब ससुराल वालों के रिश्तेदारों के यहां शादी-ब्याह होता तो वहां भी मुझे लेकर जाते। वहां भी सारा काम करती। एक रिश्तेदार के यहां शादी थी। वहां गई तो पता चला कि मेरे पति ने पहले से ही दो शादियां कर रखी हैं। उस दिन मैं बहुत परेशान हो गई। जब उनसे पूछा तो कहने लगे- रहता तो मैं तेरे ही साथ हूं न, तुझे क्या दिक्कत है। तुझे किस चीज की कमी है। वह मुझे डांटने लगे। मैंने आखिर दिल पर पत्थर रख लिया। उस बारे में फिर दोबारा बात नहीं की। 2019 में मेरे पति के गले में कैंसर का पता चला। उन्होंने ड्राइविंग छोड़ दी और घर पर रहने लगे। घर चलाने के लिए मैंने गांव में मजदूरी करनी शुरू की। बेटी छोटी थी, उसे भी साथ ले जाना पड़ता था। कुछ समय बाद उनकी हालत बहुत खराब हो गई। इलाज के पैसे नहीं थे। मैंने सास-ससुर से मदद मांगी तो उन्होंने कहा- हमारे पास पैसे नहीं हैं, लेकिन तुम हमारे घर में आकर रह सकती हो, ताकि तुम्हारे कमरे का किराया बचे। मजबूरी में मैं ससुराल में रहने लगी। मैंने गांव से चंदा इकट्ठा करके पति को अस्पताल में भर्ती कराया। हालत लगातार बिगड़ती जा रही थी। एक दिन उनके भाई ने मुझसे कहा- 'घर जा, तुम्हें यहां रहने की जरूरत नहीं है।' वह नहीं चाहते थे कि आखिरी समय में मैं अपने पति के साथ रहूं। मैं रोते हुए घर लौट आई। अगले दिन जेठ आए और बताया कि कुबूल की मौत हो गई है। अभी पति की मौत को एक दिन भी नहीं हुआ था कि ससुराल वाले बोलने लगे- 'हमारे दूसरे बेटे से शादी कर लो।' वे नहीं चाहते थे कि ‘फ्री में मिली नौकरानी’ कहीं चली जाए। मैंने साफ मना कर दिया और कहा- मुझे अपना हिस्सा चाहिए, ताकि मैं अपनी बेटी को पाल सकूं। वे हिस्सा देने को तैयार नहीं थे। बोले- 'या तो हमारे दूसरे बेटे से शादी करो, नहीं तो हम तुम्हारी कहीं और शादी कर देंगे। तुम्हें एक लाख रुपए और अंगूठी भी देंगे।' यानी वे मुझे दोबारा बेचने की तैयारी में थे। लेकिन मैंने दूसरी शादी से इनकार कर दिया। मुझे लगा था कि वे मुझे जान से न मार देंगे। मदद के लिए पुलिस थाने पहुंची। वहां पुलिस वाले कहने लगे- आखिर जब तुम्हारी दूसरी शादी की जा रही है, तो क्यों नहीं कर लेती! इस तरह पुलिस ने मदद नहीं की। फिर थाने से वापस घर लौट आई। मुझे बेटी की चिंता सताती थी- अगर मुझे कुछ हो गया तो उसका क्या होगा? कहीं उसे भी नौकरानी न बना दें या आगे चलकर बेच न दें। यह 2021 की बात है। तभी पता चला कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर हमारे इलाके में आने वाले हैं। मैंने ठान लिया कि उनसे मिलूंगी। जिस रास्ते से उनका काफिला गुजरना था, मैं वहीं बैठ गई और रास्ता रोककर मदद की गुहार लगाई। कहा- 'मेरे पति की मौत हो चुकी है। मेरे पास न घर है, न खाने को कुछ। मेरी एक बेटी है। कृपया मदद कीजिए।' सीएम ने डीसी को निर्देश दिए। वे मेरे साथ आए और दबाव डालकर ससुराल वालों से एक कमरा दिलवाया। उसमें न शौचालय था, न बाथरूम, लेकिन किसी तरह रहने लगी। अब मेरे ससुराल के लोग न मुझसे बात करना एकदम से बंद कर दिया। मेरी बेटी से भी बात नहीं करते। अब मेरी बेटी स्कूल जाने लगी है, लेकिन वहां उसके साथ भेदभाव होता है। बच्चे उसे पारो की बेटी कहकर चिढ़ाते है। एक दिन मैंने स्कूल में जाकर शिकायत की, लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ा। अब मैं इसी कमरे में बेटी के साथ रहती हूं। मुझे आज तक बहू का दर्जा नहीं मिला। मैं बीमार हूं, डॉक्टरों ने बताया है कि मेरे दिल में छेद है, लेकिन इलाज के लिए पैसे नहीं हैं। इस बीच, सीएम खट्टर का रास्ता रोकने वाला मेरा वीडियो वायरल हो गया था। वीडियो देखकर दिल्ली की एक संस्था ने मेरी मदद की। कुछ वकील भी आए, जो हरियाणा में पारो महिलाओं की सहायता करते हैं। उन्होंने मेरा हौसला बढ़ाया और बाकी पारो महिलाओं के लिए काम करने को कहा। मैंने ‘सखी संघ’ के रूप में एक समूह बनाकर काम शुरू कर दिया है। इस संघ के जरिए हम जींद जिले में पारो महिलाओं को उनके अधिकारों के लिए जागरूक करते हैं। इस जागरूकता के दौरान एक दिन मेरी मुलाकात एक पारो से हुई। उसको बच्चा हुआ था। उसके आदमी के घर वालों ने उसका बच्चा छीन लिया था और उसे घर से निकाल दिया था। बाद में पता चला कि उसे दूसरी जगह बेच दिया गया। इस तरह हरियाणा में गरीबी और बेबसी के कारण पारो महिलाओं को बार-बार बेचा जाता है। कुछ आदमियों ने तो शराब के पैसे के लिए पारो दुल्हन को बेच दिया। कुछ पारो को मार दिया गया, जिनकी आज तक लाश नहीं मिली। कुछ महीने पहले ही एक पारो ने फांसी लगाई थी। कई बार तो मैंने भी जहर खाने की सोचा। इस तरह हमारी जिंदगी जानवरों से भी बदतर है। अंत में कहूंगी कि- हमारे पति की मौत के बाद हमें घर में रहने दिया जाए। हमें बहू का दर्जा मिले। उनकी जायदाद में हिस्सा दिया जाए। पारो को दोबारा बेचने की परंपरा पर रोक लगे। यही नहीं, हम यह भी चाहते हैं कि हमें पारो कहकर अपमानित करना बंद किया जाए। इन सबके लिए हम सभी पारो बहनों ने एक मांग पत्र भी तैयार किया है। ------------------------------------------ (उर्मिला ने अपने ये जज्बात भास्कर रिपोर्टर मनीषा भल्ला से साझा किए हैं।) 1-संडे जज्बात-मैं मुर्दा बनकर अर्थी पर भीतर-ही-भीतर मुस्कुरा रहा था:लोग ‘राम नाम सत्य है’ बोले तो सोचा- सत्य तो मैं ही हूं, थोड़ी देर में उठकर साबित करूंगा मेरा नाम मोहनलाल है। बिहार के गयाजी के गांव पोची का रहने वाला हूं। विश्व में शायद अकेला ऐसा इंसान हूं, जिसने जिंदा रहते अपनी शव यात्रा देखी। यह बात चंद करीबी लोगों को ही पता थी। मरने का यह सारा नाटक किसी खास वजह से किया गया था। पूरी स्टोरी यहां पढ़ें 2- संडे जज्बात-फौजी विधवा की 8 साल के देवर से शादी:मैं मेजर जनरल थी, उसकी बात सुनकर कांप गई; मन करता है कैसे भी उससे मिल लूं अस्पताल में इलाज के दौरान एक युवा सिपाही की मौत हो गई। वह शादीशुदा था और उसकी विधवा पत्नी की उम्र लगभग 22 साल थी। सिपाही की मौत के बाद एक दिन उसकी पत्नी रोते हुए मेरे पास आई। कहने लगी कि मुझे बचा लीजिए। मेरे ससुराल वाले और मायके के लोग मेरी शादी देवर से कराने जा रहे हैं। पूरी स्टोरी यहां पढ़ें
'दिल्ली की हस्ती मुनासिर कई हंगामों पर हैकिला, चांदनी चौक, हर रोज मजमा जामा मस्जिदहर हफ्ते सैर जमुना के पुल कीऔर दिल्ली में हर साल मेला फूलवालों काये पांच बातें अब नहीं, फिर दिल्ली कहां’ दिल्ली के बारे में ये बात मशहूर शायर मिर्जा गालिब ने कही थी। बात 1857 के गदर से पहले की है। दिल्ली बेरौनक हो रही थी, इसलिए गालिब मायूस थे। अब किला है, चांदनी चौक है, जामा मस्जिद पर मजमा है, जमुना का पुल है, बस इस साल मेला फूलवालों का नहीं है। गालिब ने जिसे मेला फूलवालों का कहा, वो दिल्लीवालों के लिए फूलवालों की सैर नाम का उत्सव है, जो महरौली में मनाया जाता है। 213 साल पहले 1812 में शुरू हुए उत्सव को इस साल परमिशन नहीं मिली। इसके लिए 2 नवंबर से 8 नवंबर की तारीख तय थी। आयोजकों का कहना है कि दिल्ली डेवलपमेंट अथॉरिटी यानी DDA ने कहा कि फॉरेस्ट वालों से परमिशन लीजिए। फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने जवाब दिया कि यह हमारे दायरे में आता ही नहीं है, तो परमिशन कैसे दें। ये मेला इतना मशहूर हुआ कि जवाहर लाल नेहरू हर साल यहां आते थे। इंदिरा गांधी, मोरारजी देसाई भी आते रहे। इस मसले पर हमने महरौली के लोगों, आयोजकों, DDA और वन विभाग के अफसरों से बात की। लोग बोले- सरकार जो चाहे करे, हम क्या कर सकते हैंमहरौली में एक से दो किमी के दायरे में कुतुब मीनार, राजाओं की बावली, जहाज महल, 1230 में बना हौज-ए-शम्सी तालाब, कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी की दरगाह और योगमाया मंदिर है। फूलवालों की सैर का इतिहास क़ुतुबुद्दीन बख्तियार काकी की दरगाह और योगमाया मंदिर को जोड़ता है। सबसे पहले हम जहाज महल पहुंचे। ये जगह हौज-ए-शम्सी तालाब से सटी है। फूल वालों की सैर के दौरान इस जगह कव्वाली होती है। यहां 80 साल के नंदलाल मिले। नंदलाल भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के बाद दिल्ली आकर बसे थे। 63 साल से फूलवालों की सैर में शामिल होते रहे। इस बार मायूस हैं क्योंकि ये उत्सव नहीं हो पाया। नंदलाल कहते हैं, ‘इस बार त्योहार की परमिशन ही नहीं मिली। सरकार जो चाहे करे, अब उसके आगे हम क्या कर सकते हैं।’ ‘त्योहार कई साल से मन रहा, DDA को अब फॉरेस्ट लैंड दिखा’महरौली के रहने वाले महेश कुमार DDA से परमिशन न मिलने पर सवाल उठाते हैं। वे कहते हैं, ‘ये त्योहार कई साल से DDA के पार्क में हो रहा है। DDA को अब वहां फॉरेस्ट लैंड दिख रहा है। पहले तो कभी नहीं दिखा।’ महेश आगे कहते हैं, ‘ये फेस्टिवल बहुत जरूरी है। यह भाईचारे की जगह है। हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, सब इसमें शामिल होते हैं। मेरे जन्म से पहले ये परंपरा चल रही है।’ 37 साल के सिराज शेख महरौली में ऑटो चलाते हैं। वे हमें महरौली के आम बाग में मिले। फूल वालों की सैर का मेला यहीं लगता है। सिराज कहते हैं, ‘मेले के दौरान हम मंदिर और मस्जिद दोनों जगह जाते थे। पिछली बार भी मेला नहीं लगा था, सिर्फ कव्वाली हुई थी। ये त्योहार हर धर्म और जाति के लोगों को जोड़ता है।’ महरौली के स्थानीय पत्रकार अजीज अहमद बताते हैं, ‘मेरी जिंदगी यहीं बीती है। इस फेस्टिवल में अलग-अलग राज्यों से पंखे आते हैं। उनमें आधे दरगाह और आधे योगमाया मंदिर में जाते हैं। ये फेस्टिवल हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक है।' 'आजादी के बाद ये दोबारा शुरू हुआ, तब जवाहर लाल नेहरू हर साल यहां आए। इंदिरा गांधी, मोरारजी देसाई, बाद में दूसरे राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री भी आते रहे। दिल्ली के उपराज्यपाल तो हर साल आते हैं।’ सूफी संत की दरगाह, भगवान कृष्ण की बहन का मंदिरमेले के दौरान दिल्ली के उपराज्यपाल हजरत कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी की दरगाह पर पंखा और फूलों की चादर चढ़ाते हैं। फिर योगमाया मंदिर में फूलों के पंखे पेश किए जाते हैं। इसके लिए यात्रा निकाली जाती है। किर्गिस्तान से भारत आए कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी एक सूफी संत थे। यहां चिश्ती सूफी परंपरा के संस्थापक ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती के शिष्य बन गए। बाद में मुइनुद्दीन चिश्ती ने बख्तियार काकी को अपना आध्यात्मिक उत्तराधिकारी बना दिया। बख्तियार काकी ने पूरी जिंदगी दिल्ली में ही बिताई। 1235 में इंतकाल के बाद उन्हें महरौली में दफनाया गया। विभाजन के बाद दंगाइयों ने बख्तियार काकी की दरगाह को नुकसान पहुंचाया था। हत्या से तीन दिन पहले महात्मा गांधी यहां आए थे। उन्होंने अपील की थी कि दरगाह की मरम्मत कर मुसलमानों को सौंप दिया जाए। इसी तरह योगमाया मंदिर भी काफी पुराना है। मंदिर परिसर में लगे बोर्ड पर मंदिर का इतिहास लिखा है। इसके मुताबिक योगमाया भगवान कृष्ण की बहन थीं। मथुरा के राजा कंस ने योगमाया को कृष्ण समझकर मारने की कोशिश की थी। तब योगमाया का सिर इसी जगह गिरा था। इस मंदिर में योगमाया का शीश पिंडी रूप में है। इसी की पूजा होती है। आयोजक बोले- बार-बार परमिशन मांगी, आखिरी वक्त तक नहीं मिली1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान अंग्रेजों ने इस मेले पर रोक लगा दी थी। पद्मश्री से सम्मानित सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज योगेश्वर दयाल ने 1961 में फूल वालों की सैर दोबारा शुरू करने की पहल की। इसके बाद प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने 1962 में इसे दोबारा शुरू करवाया। तभी से यह त्योहार हर साल मन रहा था। इसका आयोजन अंजुमन सैर-ए-गुल फरोशां नाम की संस्था कराती है। पूर्व जज योगेश्वर दयाल की बेटी ऊषा दयाल इसकी जनरल सेक्रेटरी हैं। वे कहती हैं, ‘पिछले साल भी आखिरी वक्त में मौखिक अनुमति दी गई थी। कोई लेटर नहीं दिया गया। हमने इस साल मार्च से ही DDA से अनुमति लेने के लिए संपर्क करना शुरू कर दिया था। तब उन्होंने कहा कि फॉरेस्ट डिपार्टमेंट से नो-ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट लाना होगा। हमने फॉरेस्ट डिपार्टमेंट को लेटर लिखा। कई बार रिमाइंडर के बावजूद जवाब नहीं मिला।’ जुलाई में हमने उपराज्यपाल को लेटर लिखा। वहां से भी जवाब नहीं आया। सितंबर में DDA से फिर परमिशन मांगी। हमें कोई जवाब नहीं मिला। ऊषा बताती हैं, ‘मंत्री कपिल मिश्रा ने भी DDA वालों से पूछा कि 2023 तक परमिशन मिल रही थी, तो अभी क्या दिक्कत है। DDA ने कोई जवाब नहीं दिया। हमने फैसला लिया कि इस साल आयोजन नहीं करेंगे। आम बाग में साफ लिखा है कि ये DDA पार्क है। इसके बावजूद पिछले साल से वे अड़चन लगा रहे हैं।’ हम महरौली में अंजुमन सैर-ए-गुल फरोशां के उपाध्यक्ष विनोद शर्मा से भी मिले। वे 50 साल से ज्यादा वक्त से इससे जुड़े हैं। विनोद कहते हैं, ‘देश में अभी जैसा माहौल है, उसमें ऐसे फेस्टिवल की और ज्यादा जरूरत है।’ वे कहते हैं, ‘शुरुआत में मेला एक दिन का होता था। फिर तीन दिन का होने लगा। अब एक हफ्ते तक लगता है। दरगाह में चादर चढ़ाई जाती है, तो हिंदू भी जाते हैं। मंदिर में पंखे रखे जाते हैं, तब मुस्लिम आते हैं। शुरू में तो ये दिल्ली का फेस्टिवल था, लेकिन अब पूरे हिंदुस्तान का हो चुका है। हर जगह से पंखे आते हैं। तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश से लोग आते हैं।’ विनोद कहते हैं कि DDA की तरफ से इस बार भी टाल-मटोल होता रहा। इसलिए संस्था ने फैसला लिया कि जब तक अनुमति नहीं मिलती, मेले का आयोजन नहीं किया जाएगा। 22 अक्टूबर को 'अंजुमन सैर-ए-गुल फरोशां' के लेटर का DDA ने जवाब दिया था। इसमें बताया गया कि कार्यक्रम के लिए जिस पार्क की अनुमति मांगी जा रही है, वो रिजर्व फॉरेस्ट एरिया है। वहां कोई नॉन-फॉरेस्ट एक्टिविटी की इजाजत नहीं दी जा सकती। इसके लिए DDA ने फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के आदेश का हवाला दिया और कहा कि आवेदन को आगे नहीं बढ़ाया जा सकता। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि एलजी ने अधिकारियों को परमिशन देने के लिए कहा था। हमने इस पर DDA के बुकिंग डिपार्टमेंट के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर कनव महाजन से बात की। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के लिए सशर्त अनुमति दे दी गई है। हालांकि उन्होंने परमिशन लेटर शेयर करने से इनकार कर दिया। वहीं, आयोजक बताते हैं कि उन्हें कोई ऑफिशियल लेटर नहीं मिला है। अब ये कार्यक्रम अगले साल मार्च में करेंगे, क्योंकि एक महीने पहले से तैयारी करनी पड़ती है। हमने इस मुद्दे पर दिल्ली के संस्कृति मंत्री कपिल मिश्रा से बात करने की कोशिश की। उनका जवाब नहीं मिला। दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को भी ईमेल भेजा है। जवाब आने पर खबर अपडेट करेंगे। मुगल बादशाह ने शुरू कराई फूलवालों की सैरइतिहासकारों के मुताबिक इस त्योहार की शुरुआत मुगल बादशाह अकबर शाह द्वितीय के राज में हुई थी। तब अंग्रेज मजबूत हो रहे थे। राजकाज में अंग्रेज सरकार के प्रतिनिधि आरकिबाल्ड स्टेन का दबदबा था। अकबर शाह द्वितीय बड़े बेटे अबू जफर के बदले छोटे बेटे मिर्जा जहांगीर को गद्दी सौंपना चाहते थे। ये बात स्टेन को नामंजूर थी। एक दिन जहांगीर ने स्टेन का मजाक उड़ाया। स्टेन ने जहांगीर को दिल्ली से इलाहाबाद भेजकर नजरबंद करवा दिया। इतिहासकार राणा सफवी बताती हैं, ‘ये फेस्टिवल 1812-13 के आसपास शुरू हुआ था। अकबर शाह द्वितीय की बेगम मुमताज महल ने मन्नत मांगी थी कि अगर बेटा सही-सलामत वापस आ जाएगा, तो हजरत कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी की दरगाह पर चादर चढ़ाऊंगी। जहांगीर लौटे तो मुमताज महल चादर चढ़ाने नंगे पैर दरगाह तक गईं। मिर्जा फरहतुल्लाह बेग अपनी किताब 'बहादुर शाह जफर और फूल वालों की सैर' में लिखते हैं कि नंगे पैर जाती हुई मुमताज बेगम के लिए फूल वालों ने रास्ते में फूल बिछा दिए थे। तब अकबर शाह ने कहा कि हम यहां चादर चढ़ाएंगे, तो योगमाया मंदिर पर भी छत्र चढ़ाएंगे। दिल्ली वालों की मांग पर बादशाह अकबर शाह ने कहा कि अब ये सैर हर साल भादो के महीने में होगी। इसके बाद ये हर साल त्योहार की तरह मनाया जाने लगा। राणा सफवी एक और किस्सा बताती हैं। 1857 में आजादी की लड़ाई चल रही थी। तब भी बहादुर शाह (द्वितीय) वहां चादर और छत्र चढ़ाने गए थे। एक साल ऐसा हुआ था कि बहादुर शाह मंदिर में छत्र नहीं चढ़ा पाए थे, फिर वे दरगाह भी नहीं गए। उन्होंने कहा था कि हिंदू-मुसलमान सब मेरे बच्चे हैं। अगर मैंने एक जगह चढ़ाई और दूसरी जगह नहीं चढ़ाई तो लोगों को बुरा लगेगा। राणा आगे कहती हैं कि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अंग्रेजों ने इसे बंद कर दिया था। आजादी के बाद फिर जवाहर लाल नेहरू ने इसे शुरू किया था।
बिहार चुनाव में NDA ने जंगलराज को नैरेटिव बनाने की भरपूर कोशिश की। प्रधानमंत्री मोदी ने हर रैली में जंगलराज और रंगदारी का जिक्र किया। नीतीश ने भी जंगलराज को मुद्दा बनाया। BJP ने सोशल मीडिया पर नरसंहारों का खूब जिक्र किया। विपक्ष इसकी काट नहीं निकाल पाया। आखिर नरसंहारों के दौर वाला बिहार कैसा था। आज कहानी 1977 के बेलछी नरसंहार की... देश से आपातकाल हटे ठीक 64 दिन हुए थे। साल था 1977 और तारीख 24 मई। केंद्र में जनता पार्टी की सरकार थी और मोरारजी देसाई पहले गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री। बिहार में राष्ट्रपति शासन था, लेकिन चुनाव की तारीखें तय हो चुकी थीं। पटना से 90 किलोमीटर दूर एक गांव है बेलछी। 6 बजे थे सुबह के। गांव का दबंग महावीर महतो सिर पर गमछा बांधते हुए बोला- ‘मंगरू सुन रहे हो… जा सिंघवा को बुला लाओ।’ मंगरू- ‘हां काका, अभी जाते हैं।’ महावीर ने 30-35 साथियों को बुला लिया। बोला- ‘देखो आज सिंघवा बचना नहीं चाहिए। मंगरू गया है उसे बुलाने। लाठी-डंडे लेकर सब गली में खड़े हो जाओ। मैंने बंदूक-गोली मंगा ली है। आते ही उस पर टूट पड़ना है।’ कुछ ही देर में मंगरू, सिंघवा के घर पहुंच गया। खटिया पर बैठा सिंघवा दातुन कर रहा था। मंगरू बोला- ‘महावीर काका बुलाए हैं। अभी के अभी घर चलिए।’ सिंघवा की पत्नी बोल पड़ी- ‘उसके घर से तो दुश्मनी है। कल तो उसके लोग मारने आए थे। उसके घर जाना ठीक नहीं है।’ ‘अरे चुप रहो, कुछ नहीं होगा’… कहते हुए सिंघवा, मंगरू के साथ चल पड़ा। पीछे-पीछे उसके ससुर जानकी पासवान भी साथ हो लिए। सिंघवा जैसे ही महावीर के घर में घुसा, पीछे से एक आदमी ने उसके सिर पर लाठी मार दी। वह पलटकर भागना चाहा, लेकिन 4-5 लोगों ने दबोच लिया। लाठी-डंडे से पीटने लगे। यह देखकर जानकी पासवान भागते-भागते दलित बस्ती पहुंचे। कहने लगे- ‘सब चलो, जल्दी चलो… महावीर %^*$% सिंघवा को मार रहा है।’ 10-15 लड़के लाठी-डंडे लेकर चल पड़े। इधर, महावीर के आदमी घात लगाए थे। उन लोगों ने इन्हें देखते ही फायरिंग शुरू कर दी। ज्यादातर लड़के गोली लगते ही गिर पड़े। इसी बीच दोनाली बंदूक ताने खुद महावीर महतो आ गया। बोला- ‘हाथ-पैर बांधकर सबको मेरे सामने ले आओ।’ सिंघवा सहित कुल 11 लोगों के हाथ-पैर बांधकर महावीर के सामने खड़ा कर दिया। अब महावीर बोला- ‘का रे सिंघवा… तू बड़का नेता बन रहा है न। खेत जोतेगा हमारा। चलो आज खेत जोतवाते हैं।’ तभी बंदूक लिए परशुराम धानुक नाम का एक आदमी हांफते हुए आया। बोला- ‘भैया सबको खेत ले चलो। वहां इनके स्वर्ग का इंतजाम कर दिए हैं।’ गांव के बाहर एक खेत में मक्के की फसल लगी थी। उसके बीचों-बीच चिता सजाकर रखी थी। परशुराम ने केरोसिन डालकर आग लगा दिया। कुछ ही मिनटों में ऊंची-ऊंची लपटें उठने लगीं। महावीर बोला- ‘सब *^%$ को लाइन में खड़ा करो।’ महावीर के आदमियों ने सिंघवा और उसके साथियों को घसीटते हुए ले जाकर लाइन में खड़ा कर दिया। अब महावीर और परशुराम ने बंदूक उठाई...धांय धांय की गूंज से गांव दहल गया। किसी के सिर में गोली लगी, तो किसी का सीना पार कर गई। सब जमीन पर गिर पड़े। महावीर बोला- ‘अब इन हरा@#$% को उठाकर आग में झोंक दो।’ महावीर के आदमियों ने सबको आग में डाल दिया। 12 साल का एक लड़का गोली लगने के बाद भी बच गया था। वह बार-बार चिता से उठ जा रहा था। महावीर के आदमी बार-बार पकड़कर उसे आग में फेंक दे रहे थे। गुस्से में महावीर ने गड़ासा उठाया और उसकी गर्दन पर दे मारा। उसकी गर्दन कटकर लटक गई। फिर दो लड़कों ने उठाकर उसे आग में झोंक दिया। कुछ देर बाद परशुराम बोला- ‘आग कम पड़ रही है, कंडे-लकड़ी लाओ।’ चार-पांच औरतें दौड़-दौड़कर कंडे और लकड़ियां लाने लगीं। दो घंटे बाद महावीर के आदमियों ने लाठी-डंडे से उलट-पलटकर देखा सब जल गए थे। फिर हमलावर चलते बने। दोपहर 2.30 बजे गणेश पासवान नाम का चौकीदार भागते-भागते 17 किलोमीटर दूर बाढ़ पुलिस स्टेशन पहुंचा। थाना प्रभारी से बोला- ‘साहब… बेलछी में 11 लोगों को मारकर जला दिया है।’ थाना प्रभारी अवधेश मिश्रा ने आवाज लगाई- ‘अरे जीप निकालो।’ 10-12 पुलिस वालों को लेकर थाना प्रभारी बेलछी के लिए निकल पड़े, लेकिन रास्ते में उनकी गाड़ी का ब्रेक फेल हो गया। कुछ ही दूर पर एक दूसरा थाना था सकसोहरा। थाना प्रभारी ने मदद मांगी, तो सकसोहरा थाना के इंचार्ज बोले- ‘बेलछी हमारे इलाके में नहीं आता। हम मदद नहीं कर सकते।’ किसी तरह देर शाम बाढ़ पुलिस बेलछी पहुंची। मक्के के खेत में अभी भी आग जल रही थी। भीड़ जुटी थी। मृतकों के घर वाले बदहवास बिलख रहे थे। थाना प्रभारी ने गांव वालों से पूछा- ‘ये कत्ल किसने किया, किसी ने देखा क्या?’ गमछा बनियान पहने 40 साल के जानकी पासवान बोले- ‘साहब...गांव के ही महावीर महतो, परशुराम महतो और उसके 30-35 लोग थे। मैंने अपनी आंखों से देखा है सबको मारते हुए। मेरे दामाद सिंघवा को भी मार दिया।’ कैसे मारा, पूरी बात बताओ? ‘साहब… पहले महावीर समझौते के लिए सिंघवा को बुलाया। फिर उसे और उसके साथियों को दबोच लिया। हाथ-पैर बांधकर सबको खेत ले गया। मैं एक छत पर बैठकर दीवार के पीछे से देख रहा था। महावीर और परशुराम ने सबको गोली मारी, फिर आग में झोंक दिया।’ क्यों मारा? जानकी पासवान- ‘साहब… गांव के कुर्मी बहुत दबंग हैं। सब जमीन पर उन्हीं लोगों का कब्जा है। वो लोग काम करवा के भी मजदूरी नहीं देता है। सिंघवा ने लड़कर कई मजदूरों को पैसा दिलवाया था। इसलिए वे लोग इसके पीछे पड़े थे।’ पुलिस ने इसे गैंगवार बताया, लेकिन वामपंथी दल और दलित नेता इसे जातीय नरसंहार बता रहे थे। ये बिहार का पहला जातीय नरसंहार था-'बेलछी नरसंहार। 11 लोगों को मारकर जला दिया। इनमें 8 दलित और 3 सुनार थे... इसी नरसंहार के बाद इंदिरा गांधी के आंसुओं ने सत्ता पलटकर रख दिया... एक हफ्ते के भीतर पुलिस ने महावीर सहित 20-22 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पटना पुलिस के डिप्टी कमिश्नर के.एन अर्धनारीश्वर ने जांच संभाली। उन्होंने महावीर महतो की कॉलर पकड़ते हुए पूछा- ‘बता, क्यों मारा सबको?’ ठसक भरी आवाज में महावीर बोला- ‘मैंने कुछ नहीं किया। वो उनकी आपसी लड़ाई थी।’ डिप्टी कमिश्नर- ‘ये ऐसे मानेगा नहीं। हाथ-पैर बांधकर इसे उल्टा लटका दो।’ तीन-चार सिपाहियों ने महावीर के हाथ-पैर बांध दिए। डिप्टी कमिश्नर ने जैसे ही हंटर उठाया, महावीर कांपने लगा। बोल पड़ा- ‘साहब मारो मत, सब बताता हूं।’ ‘साहब... 2-3 दिन पहले हमारा एक आदमी सिंघवा के खेत से 5 मन धान चुरा लिया था। सिंघवा उसे पीटते हुए थाने ले जा रहा था। मैंने 5 मन धान देकर उसे छुड़ा लिया। फिर घर पर अपने लोगों को बुलाया और कहा कि धान चुराने से कुछ नहीं होगा। हमें सिंघवा को ही खत्म करना होगा। अगले दिन हमने सिंघवा पर हमला कर दिया।’ बेलछी के जानकी पासवान की गवाही पर पुलिस ने महावीर महतो, परशुराम धानुक सहित 31 लोगों पर हत्या, अपहरण, आगजनी जैसी धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी। जून 1977 में बिहार विधानसभा चुनाव हुए। 5 साल पहले कुल 324 में से 167 सीटें जीतने वाली कांग्रेस 57 सीटों पर सिमट गई। वहीं, नई नवेली जनता पार्टी ने 214 सीटें जीत लीं। यानी दो तिहाई सीटें। 24 जून 1977 को जनता पार्टी के कर्पूरी ठाकुर बिहार के मुख्यमंत्री बने। उन्होंने भी बेलछी कांड को जातीय नरसंहार नहीं माना। जनता पार्टी की लहर के बावजूद एक युवा नेता हार गया। नेता थे नीतीश कुमार। दरअसल, नीतीश नालंदा जिले की हरनौत से चुनावी डेब्यू कर रहे थे। हरनौत, बेलछी से 10-12 किलोमीटर ही दूर है। नीतीश उसी कुर्मी समुदाय से हैं, जिस पर नरसंहार का आरोप लगा था। हरनौत में कुर्मियों का दबदबा भी था। भोला सिंह, जो कभी नीतीश के साथी रहे, चुनाव में उनके खिलाफ उतर गए। भोला अपनी रैलियों में आरोपियों को बेगुनाह बताने लगे। जबकि नीतीश ने पीड़ितों का साथ दिया। इससे नाराज कुर्मी समुदाय भोला के लिए लामबंद हो गया। नीतीश 6 हजार वोट से हार गए। जब राम विलास पासवान ने लोकसभा में बेलछी नरसंहार की अधजली हड्डियां दिखाईं बेलछी का मुद्दा लोकसभा में भी गरमाया हुआ था। गृहमंत्री चौधरी चरण सिंह ने सदन में कहा- 'ये दो गैंग के बीच वर्चस्व का मामला है। इसमें कास्ट एंगल नहीं है।' इस पर उनकी पार्टी के दलित सांसदों ने ही हंगामा कर दिया। विवाद बढ़ा तो जनता पार्टी के दलित नेता रामधन की अगुआई में फैक्ट फाइंडिंग टीम बेलछी भेजी गई। इसमें पहली बार सांसद बने रामविलास पासवान भी थे। 13 जुलाई 1977...रामविलास लोकसभा में बोलने के लिए खड़े हुए। शुरुआती कुछ मिनट उन्होंने आपातकाल और कांग्रेस के खिलाफ बोला। फिर अचानक सदन के पटल पर एक पोटली खोल दी। उसमें इंसानी अधजली हड्डियां थीं। सब हैरान रह गए कि ये किसकी हड्डियां हैं… रामविलास बोले- ‘ये अस्थियां बेलछी नरसंहार में मारे गए लोगों की हैं। हमारे गृहमंत्री चौधरी चरण सिंह बहुत सीधे-सादे व्यक्ति हैं। वे अनुभवी हैं, लेकिन उन्होंने नौकरशाहों के तैयार किए गए बयान को आंख मूंदकर पेश कर दिया। अगर ये नरसंहार आपसी रंजिश था, तो मृतकों के खिलाफ एक भी आपराधिक मामला पहले से क्यों नहीं दर्ज था? क्या सिंघवा कभी जेल गए? किसी अदालत ने उन्हें सजा सुनाई? नहीं। ये नरसंहार इसलिए हुआ क्योंकि दलित भूमिहीन थे और उन्होंने लड़ाई लड़ने का फैसला किया था। याद रखिए जब भी कोई दलित अपनी आवाज उठाने की कोशिश करेगा, तो एक नहीं बल्कि कई बेलछी होंगे।’ दरअसल, 2 जुलाई 1977 को जनता दल के सांसदों के साथ रामविलास बेलछी गए थे। तब मारे गए लोगों की अस्थियां और राख बांध लाए थे। रामविलास के भाषण के बाद गृह मंत्री चौधरी चरण सिंह को बयान बदलना पड़ा। इधर, इमरजेंसी के बाद मिली हार से कांग्रेस सदमे में थी। इंदिरा अपनी सीट भी गंवा चुकी थीं। लोकसभा में बिहार से कांग्रेस का एक भी सांसद नहीं था। चर्चा होने लगी थी कि इंदिरा के दिन लद गए। लेकिन कांग्रेस नेता सीताराम केसरी को बेलछी की आग में अब भी धुआं उठता दिख रहा था। उन्होंने इंदिरा को सलाह दी- ‘मैडम आपको बेलछी जाना चाहिए।' 11 अगस्त 1977, शाम का वक्त। पटना के सदाकत आश्रम में फोन बजा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केदार पांडे ने फोन उठाया। उधर से इंदिरा की आवाज आई- ‘मैं पटना आ रही हूं। बेलछी जाना है। तैयारी कर लो।’ 13 अगस्त 1977 की सुबह इंदिरा पटना पहुंचीं। तेज बारिश हो रही थी। बाढ़ जैसे हालात थे। इंदिरा, पटना से बिहारशरीफ के रास्ते बेलछी के लिए निकलीं। इंदिरा को देखने के लिए लोग छतों और पेड़ों पर चढ़ गए। जयकारे लग रहे थे। दूसरी तरफ कुछ लोग इंदिरा का विरोध भी कर रहे थे। वजह थी इमरजेंसी और नसबंदी का फैसला। कार, जीप, ट्रैक्टर कीचड़ में फंस गए, तो हाथी पर बैठकर बेलछी पहुंचीं इंदिरा रास्ते में इंदिरा की कार कीचड़ में फंस गई, तो जीप बुलाई गई, लेकिन आधे रास्ते में जीप भी कीचड़ में फंस गई। बेलछी अब भी करीब 15 किलोमीटर दूर था। कांग्रेस नेताओं ने कहा- ‘मैडम हम गांव जा नहीं पाएंगे। पटना लौट चलिए।’ इंदिरा बोलीं- ‘कुछ तो होगा गांव जाने के लिए। व्यवस्था करिए।’ पास के एक गांव से ट्रैक्टर लाया गया। इंदिरा ट्रैक्टर पर बैठकर चल पड़ीं, लेकिन कुछ देर बाद ट्रैक्टर भी दलदल में फंस गया। लेखक श्रीरूपा रॉय अपनी किताब ‘द पॉलिटिकल आउटसाइडर’ में लिखती हैं- ‘इंदिरा को सलाह दी गई कि वो पटना लौट जाएं, पर वो अड़ गईं। बोलीं- ‘हम पैदल चलकर जाएंगे। भले ही वहां पहुंचने में रात क्यों ना हो जाए।’ उन्होंने साड़ी ऊपर कर लीं और पैदल चलने लगीं।’ जोवियर मोरो अपनी किताब ‘द रेड साड़ी’ में लिखते हैं- इंदिरा ने बेलछी से लौटकर सोनिया को पूरा किस्सा सुनाया। वो कहती हैं- ‘काफी देर पैदल चलने के बाद एक नदी मिली। कोई नाव भी नहीं थी। हमें देखकर कुछ लोग झोपड़ियों से बाहर आ गए। मैंने पूछा कि हम नदी कैसे पार कर सकते हैं? कोई गधा या खच्चर मिल सकता है क्या? उन लोगों ने बताया कि गांव के मंदिर में एक हाथी है, उस पर चढ़कर नदी पार कर सकते हैं। गांव वाले हाथी लेकर आए। मोती नाम था उसका। पहले मैं बैठी और फिर मेरे पीछे प्रतिभा पाटिल। हाथी झूमकर चल रहा था और उसके पेट तक पानी आ रहा था। प्रतिभा ने मेरी साड़ी ऐसे पकड़ रखी थी, जैसे कोई बच्चा डर के मारे मां की साड़ी पकड़ लेता है। लग रहा था कि वह रो ही देगी। हम बेलछी पहुंचे तो दिन ढल चुका था। गांव वालों ने मुझे घेर लिया। वे मुझे उस जगह पर ले गए, जहां नरसंहार हुआ था। लोगों ने बताया कि कैसे उनके अधमरे परिवार वालों को आग में फेंका गया। उनकी बातें सुनकर मेरा दिल दहल गया।’ बेलछी के जानकी पासवान याद करते हैं- ‘इंदिरा हाथी पर बैठे-बैठे ही लोगों से बात करती रहीं। उन्होंने अपनी साड़ी का आंचल फैला दिया था। लोग कागज पर अपनी-अपनी मांगें लिखकर उसमें डालते जा रहे थे।’ 13 अगस्त 1977 की रात इंदिरा बेलछी से पटना के लिए निकलीं। रास्ते में लोग लालटेन लेकर इंदिरा का इंतजार कर रहे थे। हरनौत में इतनी भीड़ जमा हो गई कि इंदिरा को हाथी से उतरकर लोगों से मिलना पड़ा। उन्होंने कहा- 'मैं कोई भाषण देने नहीं आई हूं। आप लोगों का दुख बांटने आई हूं।' फिर वो पटना लौट गईं। अगले दिन अखबारों में इंदिरा गांधी की फोटो छपी। हाथी पर बैठीं इंदिरा की तस्वीर ने सियासी गलियारों में खलबली मचा दी। कांग्रेस कार्यकर्ताओं में फिर से जान आ गई। अगड़ों की पार्टी माने जाने वाली कांग्रेस को दलितों और पिछड़ों का भी समर्थन मिलने लगा। बिहार में नारा गूंजने लगा- ‘इंदिरा तेरे अभाव में हरिजन मारे जाते हैं।’ भूखी रोटी खाएंगे, इंदिरा को लाएंगे। 14 अगस्त की सुबह इंदिरा की कार पटना के कदमकुआं के लिए निकली। कुछ देर बाद उनकी कार एक घर के सामने रुकी। इंदिरा गाड़ी से उतरीं और अंदर चली गईं। ये घर जय प्रकाश नारायण यानी जेपी का था, जिनके आंदोलन की वजह से इंदिरा ने इमरजेंसी लगाई थी। जेपी पलंग से उतरकर खड़े हो गए। उन्होंने इंदिरा के लिए कुर्सी मंगवाई। आधे घंटे तक इंदिरा वहां रुकीं। फिर हाथ जोड़कर आशीर्वाद लिया और दिल्ली के लिए निकल गईं। इंदिरा के बेलछी दौरे के बाद कर्पूरी ठाकुर ने आरक्षण लागू किया, पर सरकार गिर गई इंदिरा के इस सियासी रुख से जनता पार्टी सरकार पर दबाव बढ़ने लगा। ऐसे में सीएम कर्पूरी ठाकुर ने एक दांव चला और अप्रैल 1978 में 26% आरक्षण लागू कर दिया। इसके तहत पिछड़ों को 8%, अति पिछड़ों को 12%, गरीब सवर्णों और महिलाओं के लिए 3-3% आरक्षण दिया। ओबीसी आरक्षण लागू करने वाला बिहार पहला राज्य था। इस फैसले से जनता पार्टी के सवर्ण नेता नाराज हो गए। आखिरकार 21 अप्रैल 1979 को कर्पूरी ठाकुर को इस्तीफा देना पड़ा। इसके बाद दलित समुदाय से आने वाले रामसुंदर दास मुख्यमंत्री बने। इधर, केंद्र में भी जनता पार्टी के भीतर वर्चस्व की लड़ाई छिड़ी थी। 15 जुलाई 1978 को चौधरी चरण सिंह ने सरकार से समर्थन वापस ले लिया। 19 जुलाई को प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने इस्तीफा दे दिया। कांग्रेस के समर्थन से चौधरी चरण सिंह प्रधानमंत्री बने, लेकिन अगले ही महीने कांग्रेस ने समर्थन वापस लेकर उनकी सरकार गिरा दी। जनवरी 1980 में लोकसभा चुनाव हुए। कांग्रेस के पक्ष में एक तरफा लहर चली। कुल 542 में से 353 सीटें कांग्रेस ने जीत लीं। बिहार में 54 में से 30 सीट कांग्रेस को मिली। जनता पार्टी 8 सीटों पर सिमट गई। इंदिरा फिर से प्रधानमंत्री बनीं। अब बिहार में जनता पार्टी के भीतर उथल-पुथल मच गई। फरवरी 1980 में रामसुंदर दास को इस्तीफा देना पड़ा। राष्ट्रपति शासन लग गया। फांसी पर एकमत नहीं थे हाईकोर्ट के जज, सजा से पहले दोषियों ने खाई दही और मिठाई कर्पूरी ठाकुर के सीएम रहते बेलछी नरसंहार मामले में चार्जशीट दाखिल हो गई थी, लेकिन तीन साल तक सुनवाई नहीं हो सकी थी। इंदिरा के पीएम बनते ही केस की सुनवाई शुरू हो गई। 19 मई 1980 को पटना ट्रायल कोर्ट ने महावीर महतो और परशुराम धानुक को फांसी की सजा और 15 आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई। आरोपियों ने पटना हाईकोर्ट में अपील की। अदालत ने आरोपियों को दोषी तो माना, लेकिन महावीर और परशुराम के फांसी के मुद्दे पर दो जजों की राय एकमत नहीं थी। जस्टिस हरिलाल अग्रवाल फांसी के फेवर में थे और जस्टिस मनोरंजन प्रसाद विरोध में। अब इस केस को एक तीसरे जज उदय सिन्हा के पास भेजा गया। जस्टिस सिन्हा बेलछी गए। लोगों से मिले। गवाहों के बयानों को वेरिफाई किया। 11 जुलाई 1982 को जस्टिस सिन्हा ने फैसला सुनाया-‘यह मामला रेयर ऑफ रेयरेस्ट है। इस क्रूरतम अपराध के लिए फांसी से कम सजा हो ही नहीं सकती।’ इसके बाद महावीर और परशुराम ने देश की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगाई, पर राहत नहीं मिली। उनकी फांसी के लिए 25 मई 1983 की तारीख मुकर्रर हुई और जगह भागलपुर सेंट्रल जेल। मई 1983, सुप्रीम कोर्ट में गर्मी की छुट्टियां चल रही थीं। आरोपियों ने टेलिग्राम भेजकर फांसी पर रोक लगाने की याचिका दायर कर दी। तब वेकेशन जज थे ए. वरदराजन। उन्होंने याचिका स्वीकार कर ली और 23 मई को फांसी पर रोक लगा दी। यानी फांसी की तय तारीख से 2 दिन पहले। तमिलनाडु से ताल्लुक रखने वाले वरदराजन सुप्रीम कोर्ट के पहले हरिजन जज थे। गर्मी की छुट्टियों के बाद सुप्रीम कोर्ट के 3 जजों की बेंच ने फिर से सुनवाई की और फांसी की सजा बरकरार रखी। आखिरकार नवंबर 1983 में दोनों को फांसी दे दी गई। कहा जाता है कि फांसी से ठीक पहले दोनों ने दही और मिठाई खाने की इच्छा जाहिर की थी। बेलछी नरसंहार के चलते लगातार दूसरी बार हार गए नीतीश जून 1980 में बिहार में विधानसभा चुनाव हुए। यहां के दलित नारा लगा रहे थे- ‘आधी रोटी खाएंगे, इंदिरा को लाएंगे।’ वोटों की गिनती हुई तो कांग्रेस ने 324 में से 169 सीटें जीत लीं। जनता पार्टी 42 सीटें ही जीत पाई। पहली बार चुनाव लड़ रही बीजेपी ने 21 सीटें जीत लीं। पर, नीतीश के लिए बेलछी नरसंहार इस बार भी भारी पड़ा। नीतीश 5 हजार वोट से हार गए। लगातार दो हार से नीतीश को इतना धक्का लगा कि वे राजनीति छोड़ने का मन बना चुके थे। सीनियर जर्नलिस्ट संकर्षण ठाकुर अपनी किताब ‘अकेला आदमी, कहानी नीतीश कुमार की’ में लिखते हैं- ‘लगातार दूसरी हार से नीतीश बुरी तरह टूट गए थे। उन्हें तकलीफ थी कि अपने लोगों ने ही उनका साथ नहीं दिया। उन्होंने राजनीति छोड़ने का भी ऐलान कर दिया था, लेकिन समाजवादी नेता चंद्रशेखर के कहने पर 1985 में नीतीश ने फिर जोर लगाया। इस बार नीतीश के पास चुनाव लड़ने के पैसे नहीं थे। उनकी पत्नी ने 20 हजार रुपए दिए। इस बार नीतीश 22 हजार वोट से जीत गए।’ बेलछी नरसंहार के बाद कांग्रेस ने केंद्र और बिहार में जोरदार वापसी की, लेकिन वो इसे बरकरार नहीं रख पाई। सीनियर जर्नलिस्ट अमरनाथ तिवारी बताते हैं- ‘बेलछी नरसंहार के बाद बिहार में लोअर कास्ट पॉलिटिक्स हावी होती गई। लगातार जातीय नरसंहार होते रहे। राम मंदिर आंदोलन और लालू का साथ देने के चलते सवर्ण कांग्रेस से छिटककर बीजेपी की तरफ शिफ्ट हो गए और पिछड़ा तबका लालू का वोटर बन गया।’ कल दूसरे एपिसोड में पढ़िए कहानी दलेलचक बघौरा नरसंहार की, जहां 54 राजपूतों की हत्या कर दी गई.. नोट : (यह सच्ची कहानी पुलिस चार्जशीट, कोर्ट जजमेंट, गांव वालों के बयान, अलग-अलग किताबें और इंटरनेशनल रिपोर्ट्स पर आधारित है। क्रिएटिव लिबर्टी का इस्तेमाल करते हुए इसे कहानी के रूप में लिखा गया है।) रेफरेंस :
मोबाइल पशु चिकित्सा योजना से किसानों की राहत
गुजरात की ‘10 गाँव – एक मोबाइल पशु चिकित्सा क्लिनिक’ योजना ने अब तक 85 लाख से अधिक पशुओं का निःशुल्क इलाज कर नई मिसाल कायम की है। इस पहल से ग्रामीण क्षेत्रों में पशु स्वास्थ्य सेवाएँ पहुँच रही हैं और केंद्र सरकार ने भी इसी मॉडल को पूरे देश में अपनाया है।
रोहिणी आचार्य का बड़ा दावा; तेजस्वी–संजय–रमीज पर विवादित बयान!
बिहार चुनाव में आरजेडी की हार के ठीक बाद लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने परिवार और राजनीति से नाता तोड़ने का ऐलान किया। पटना एयरपोर्ट पर रोहिणी ने तेजस्वी यादव, संजय यादव और रमीज पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि इन्होंने ही उन्हें परिवार से निकाला। संजय-रमीज का नाम लेने पर गालियां और चप्पल की धमकी मिलती है। रोहिणी ने सारा दोष खुद पर लिया और चाणक्य बनने वालों से सवाल पूछने की बात कही। यह घटना यादव परिवार में गहरी दरार की ओर इशारा करती है।
AI : 'हरित AI' मुळे कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) बनणार शश्वत विकासाचा वाटेकरी
AI : कृत्रिम बुद्धिमत्तेच्या झपाट्याने वाढत्या वापरामुळे डेटा सेंटर्सची ऊर्जा भूक आणि पर्यावरणावरील ताण मोठ्या वेगाने वाढत आहे. या गंभीर आव्हानावर मात करण्यासाठी Google, Microsoft आणि Amazon सारख्या तंत्रज्ञान दिग्गजांनी हरित आणि ऊर्जा-कार्यक्षम डेटा सेंटर्सची नवी क्रांती सुरू केली आहे.
राममंदिर ध्वजारोहण समारोह में मोबाइल ले जाना प्रतिबंधित
अयोध्या। राममंदिर ध्वजारोहण समारोह में आमंत्रित अतिथियो को मोबाइल फोन साथ में नहीं ले जाने दिया जाएगा। सुरक्षा कारणों से श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने ऐसा निर्णय लिया है। राममंदिर ध्वजारोहण समारोह में आमंत्रित अतिथियो को ट्रस्ट द्वारा जो संदेश भेजा गया था उसमें मोबाइल फोन मंदिर परिसर में ले जाने की अनुमति दी गई […] The post राममंदिर ध्वजारोहण समारोह में मोबाइल ले जाना प्रतिबंधित appeared first on Sabguru News .
सनातन विचार ही है एकात्म मानव दर्शन : डॉ. मोहन भागवत
दीनदयाल स्मृति व्याख्यान कार्यक्रम जयपुर। सनातन विचार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने देश, काल, स्थिति के अनुसार एकात्मक मानव दर्शन का नया नाम देकर लोगों के समक्ष रखा। यह विचार नया नहीं है किंतु 60 साल बाद भी वर्तमान समय में यह एकात्मक मानव दर्शन पूरे विश्व के लिए प्रासंगिक है। ये विचार राष्ट्रीय स्वयंसेवक […] The post सनातन विचार ही है एकात्म मानव दर्शन : डॉ. मोहन भागवत appeared first on Sabguru News .
नग्नावस्था में मैनेजर, पिटाई करता मालिक - क्या हॉटेल 7777 से वायरल हुए उस वीडियो की सच्चाई?
सोलापुर के माढा में होटल 7777 का तीन महीने पुराना वीडियो अचानक वायरल होने से हंगामा मच गया। वीडियो में होटल मालिक लखन माने मैनेजर श्रीनिवास नकाते को पीटते दिखते हैं। दोनों ने इसे पुरानी घटना बताते हुए बदनामी की साजिश बताया है। सोशल मीडिया पर तेज़ बहस जारी है।
सेवा भारती के यशोदा बाल सेवा केंद्र के नवीन भवन का शिलान्यास
जयपुर। सेवा भारती समिति जयपुर महानगर, जयपुर प्रांत के यशोदा बाल सेवा केंद्र के नवीन भवन का शिलान्यास शनिवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक एवं लघु उद्योग भारती के अखिल भारतीय संगठन मंत्री प्रकाश, विशिष्ट अतिथि उद्योगपति अरुण कुमार जाजोदिया प्रदेश कोषाध्यक्ष लघु उद्योग भारती, उद्योगपति मोहन लाल खोज, महेन्द्र कुमार मिश्रा के […] The post सेवा भारती के यशोदा बाल सेवा केंद्र के नवीन भवन का शिलान्यास appeared first on Sabguru News .
Globetrotter launch : ग्लोबट्रॉटर का मेगा लॉन्च; लाइव परफ़ॉर्मेंस और खास मेहमानों से सजी रात
एसएस राजामौली की फिल्म 'ग्लोबट्रॉटर' का मेगा लॉन्च इवेंट 15 नवंबर 2025 को हैदराबाद में शाम 6 बजे से शुरू होगा। महेश बाबू, प्रियंका चोपड़ा जोनास और पृथ्वीराज सुकुमारन के लुक रिवील, श्रुति हासन की लाइव परफॉर्मेंस, 100 फुट एलईडी स्क्रीन पर टीजर और जियो हॉटस्टार पर लाइव स्ट्रीमिंग। सुमा कनकला व आशीष चंचलानी होस्ट करेंगे। भारतीय सिनेमा के इतिहास में पहली बार ओटीटी लाइव लॉन्च, रिलीज डेट घोषणा सहित पूरा क्रम और सरप्राइज।
बालिका से छेड़छाड़ करने के दोषी को सात वर्ष का कठोर कारावास
जयपुर। राजस्थान में जयपुर के यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पोक्सो) अधिनियम मामलों के न्यायालय ने एक नौ वर्षीय बालिका से छेड़छाड़ के मामले में आरोपी को दोषी करार देते हुए शनिवार को सात वर्ष के कठोर कारावास की सजा सुनाई। विशिष्ट न्यायाधीश डॉ. कैलाश चंद्र अटवासिया ने अभियुक्त मुकेश (42) को बालिका से […] The post बालिका से छेड़छाड़ करने के दोषी को सात वर्ष का कठोर कारावास appeared first on Sabguru News .
नई Tata Sierra की नै झलक; स्टाइल, पावर और फीचर्स का तूफ़ान
मुंबई में 15 नवंबर 2025 को Tata Sierra का ग्लोबल अनवील हुआ, जिसमें आइकॉनिक SUV को नए मॉडर्न डिज़ाइन, ट्रिपल-स्क्रीन सेटअप, प्रीमियम फीचर्स और संभावित पेट्रोल, डीज़ल व इलेक्ट्रिक विकल्पों के साथ पेश किया गया। 90 के दशक की यह प्रतिष्ठित गाड़ी नए हाई-टेक अवतार में भारतीय बाजार में बड़ी वापसी के लिए तैयार दिखाई दी।
कोटा में शिक्षा सहकारी सभा 696 द्वारा 'सहकार से समृद्धि' विषय पर संगोष्ठी आयोजित की गई। मुख्य अतिथि गायत्री मीणा ने सहकारिता में समावेशी विकास और सामुदायिक सशक्तिकरण की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। कार्यक्रम में शिक्षा अधिकारी, ब्लॉक प्रतिनिधि और सहकारी नेता उपस्थित रहे।
सरदार पटेल का जीवन हमें सिखाता है कि एकता ही देश की सबसे बड़ी शक्ति है : भागीरथ चौधरी
पुष्कर। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी ने कहा है कि भारत की एकता और अखंडता की नींव रखने में सरदार वल्लभभाई पटेल का योगदान अद्वितीय है। चौधरी शनिवार को पुष्कर के गायत्री शक्तिपीठ गर्ल्स कॉलेज में आयोजित सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर जिला स्तरीय एकता पदयात्रा के […] The post सरदार पटेल का जीवन हमें सिखाता है कि एकता ही देश की सबसे बड़ी शक्ति है : भागीरथ चौधरी appeared first on Sabguru News .
मुकेश चौधरी को वीर तेजा सेना, टोंक का जिला महामंत्री नियुक्त
वीर तेजा सेना राजस्थान ने टोंक जिले के लिए मुकेश चौधरी पराना को जिला महामंत्री नियुक्त किया। समाज सेवा में उनकी निष्ठा और योगदान को देखते हुए यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। नियुक्ति से जिले में संगठन की सामाजिक गतिविधियों और जनहित कार्यक्रमों को नई दिशा मिलने की उम्मीद है।
टोंक में अवैध अतिक्रमण पर नगर परिषद की सख्त कार्रवाई, बुल्डोजर से तोड़े गए कैबिन और थड़ियाँ
टोंक नगर परिषद ने शहर में बढ़ रहे अवैध अतिक्रमण पर बुल्डोजर से कार्रवाई की। आयुक्त धर्मपाल चौधरी के निर्देशन में अतिक्रमण दस्ते ने कैबिन, थड़ियाँ और अस्थाई अतिक्रमण ध्वस्त किए। हाईकोर्ट एवं सरकार के आदेशों के पालन में यह कदम सड़क सुरक्षा और कानून-व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया।
कर्मचारियों की लंबित मांगों को लेकर संघर्ष चेतना यात्रा की शुरुआत, टोंक में हुआ जोरदार स्वागत
राजस्थान में कर्मचारियों की लंबित पदोन्नतियों और मांगों को लेकर अखिल राजस्थान राज्य संयुक्त कर्मचारी महासंघ ने संघर्ष चेतना यात्रा का आगाज किया। टोंक में प्रदेश अध्यक्ष महावीर शर्मा और अन्य नेताओं ने स्वागत किया। यात्रा कर्मचारियों के हितों की रक्षा और सरकार पर दबाव बनाने के उद्देश्य से जारी है।
टोंक में माटी कला कामगारों को इलेक्ट्रिक चाक और मिट्टी गुंथने की मशीन वितरित
टोंक में श्रीयादे माटी कला बोर्ड द्वारा 40 माटी कला कामगारों को 10 दिवसीय प्रशिक्षण के बाद नि:शुल्क विद्युत चालित चाक और मिट्टी गुंथने की मशीन वितरित की गई। यह पहल कारीगरों को आधुनिक तकनीक से लैस कर रोजगार और आय बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी।
नोहर में छात्राओं को दी सड़क सुरक्षा की जानकारी, पुलिस व परिवहन विभाग ने किया जागरूकता अभियान
नोहर में मदरसा इस्लामिया स्कूल में सड़क़ सुरक्षा सप्ताह के तहत छात्राओं के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गीता चौधरी और परिवहन विभाग के अधिकारियों ने छात्राओं को पैदल चलने, सड़क पार करने और वाहन यात्रा के सुरक्षा नियमों की विस्तृत जानकारी दी।
नोहर में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर पंचायत समिति में कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रधान सोहन ढिल की अध्यक्षता में लाभार्थियों को केन्द्र व राज्य सरकार की योजनाओं की जानकारी दी गई और पट्टों का वितरण किया गया। अधिकारी और कर्मचारी भी मौजूद रहे।
MP Politics दिग्विजय सिंह ने बिहार चुनाव में NDA की रेकॉर्ड तोड़ जीत के बाद उठाए SIR और EVM पर सवाल
बिहार चुनाव में RJD-कांग्रेस की हार पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने ऐक बार फिर पुराने सवपाल उठाए हैं। उन्होंने मतदाता सूची और ईवीएम पर सवाल उठाए। BJP की ऐतिहासिक जीत पर विपक्ष में निराशा। पढ़ें पूरी खबर।
राजकुमार राव और पत्रलेखा ने बेटी होने की खुशखबरी साझा कीं
नई दिल्ली। हिंदी फिल्म स्टार राजकुमार राव और पत्रलेखा के घर में उनकी पहली संतान के रूप में बेटी ने जन्म लिया है। इस जोड़े ने 15 नवंबर को अपनी शादी की चौथी सालगिरह के मौके पर एक पोस्ट में यह खुशखबरी साझा कीं। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि हम बेहद खुश हैं। ईश्वर […] The post राजकुमार राव और पत्रलेखा ने बेटी होने की खुशखबरी साझा कीं appeared first on Sabguru News .
गोगामेड़ी में 18 नवंबर को निशुल्क आंख ऑपरेशन कैम्प, अनुभवी चिकित्सकों द्वारा किया जाएगा इलाज
गोगामेड़ी में 18 नवंबर को नोहर रिलीफ सोसायटी के सहयोग से विशाल निशुल्क आंख ऑपरेशन कैम्प आयोजित किया जाएगा। राजस्थान सरकार की भ्रमणशील शल्य चिकित्सा इकाई और जिला अंधता निवारण समिति हनुमानगढ़ के तहत अनुभवी चिकित्सक रोगियों का मुफ्त इलाज करेंगे, जिसमें जांच, भर्ती और ऑपरेशन शामिल हैं।
1.5 मिलियन मीट्रिक टन चीनी निर्यात को मिली मंजूरी ; बाजार में अब दिखेगी भरता की तेज़ी
केंद्रीय सरकार ने 2025‑26 सीज़न के लिए 1.5 मिलियन मीट्रिक टन चीनी के निर्यात की मंजूरी दी। निर्णय से मिलों की वित्तीय स्थिति मजबूत होगी, गन्ना किसानों को समय पर भुगतान सुनिश्चित होगा।
चूरू से जयपुर तक राहुल कस्वां के नेतृत्व में किसान एकता ट्रैक्टर मार्च
चूरू से जयपुर तक 17 नवंबर को होने वाले विशाल किसान एकता ट्रैक्टर मार्च में सांसद राहुल कस्वां के नेतृत्व में हजारों किसान शामिल होंगे। मार्च का उद्देश्य फसल बीमा, खाद, MSP और अन्य किसान समस्याओं को उजागर करना और न्याय दिलाना है। किसान अपनी मांगों की आवाज़ बुलंद करेंगे।
अलवर : झगड़े में युवक को रायबरेली सुपर एक्सप्रेस ट्रेन से गिराया
अलवर। राजस्थान में अलवर के रास्ते जा रही रायबरेली सुपर एक्सप्रेस ट्रेन में गुटखा खाने को लेकर हुए झगड़े में एक युवक को ट्रेन से गिराने का मामला सामने आया है। पुलिस सूत्रों ने शनिवार को बताया कि शुक्रवार रात खैरथल रेलवे स्टेशन से थोड़े आगे पटरी किनारे एक युवक घायलावस्था में मिला। उसकी पहचान […] The post अलवर : झगड़े में युवक को रायबरेली सुपर एक्सप्रेस ट्रेन से गिराया appeared first on Sabguru News .
भारत में स्वच्छ ऊर्जा क्रांति: SECI और आंध्र प्रदेश 1200 MWh BESS प्रोजेक्ट
भारत के स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र में बड़ी सफलता, SECI और आंध्र प्रदेश ने 1200 MWh बैटरी ऊर्जा भंडारण और 50 MW हाइब्रिड परियोजना को अंतिम रूप दिया। यह कदम अक्षय ऊर्जा आपूर्ति, ग्रिड स्थिरता और हरित ऊर्जा लक्ष्यों की दिशा में महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
कैसे हुआ गुहिल वंश का उदय? वल्लभीपुर का विनाश, और फिर गुफा में जन्मी एक अमर गाथा
वल्लभीपुर के विनाश, सूर्यवंशी राजा शिलादित्य की वीरगति और रानी पुष्पावती द्वारा जन्मे पुत्र गुहिल की उत्पत्ति की यह ऐतिहासिक कथा गुहिल/गुहिलोत वंश की शुरुआत को दर्शाती है। गुफा में जन्मे इस बालक ने विनाश के बीच एक नए राजवंश का आधार रखा।
लालू यादव की बेटी रोहिणी ने राजनीति छोड़ी, परिवार से नाता तोड़ा
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल की करारी हार तथा पार्टी के महज 25 सीटों पर सिमट जाने के बाद लालू परिवार की परेशानियां थमने का नाम नहीं ले रही हैं और अब राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को किडनी दान करने वाली उनकी बेटी रोहिणी आचार्य ने परिवार से नाता तोड़ने के […] The post लालू यादव की बेटी रोहिणी ने राजनीति छोड़ी, परिवार से नाता तोड़ा appeared first on Sabguru News .
पलाथयी यौन शोषण मामले में भाजपा नेता को आजीवन कारावास की सजा
कन्नूर। केरल के थालास्सेरी पॉक्सो फास्ट ट्रैक कोर्ट ने स्कूल के एक शिक्षक और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के स्थानीय नेता के पद्मराजन को विवादास्पद पलाथयी यौन शोषण मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई। दोषी शिक्षक के पद्मराजन भाजपा का त्रिप्पनगोट्टूर पंचायत समिति का पूर्व अध्यक्ष है। यह मामला पनूर के पास पलाथयी स्थित […] The post पलाथयी यौन शोषण मामले में भाजपा नेता को आजीवन कारावास की सजा appeared first on Sabguru News .
रजनी पंडित भारत की पहली महिला निजी जासूस हैं, जिन्होंने हजारों मामलों की जांच कर जासूसी जगत में नई पहचान बनाई। उनके साहसिक अंडरकवर ऑपरेशनों, उल्लेखनीय इतिहास और वर्तमान गतिविधियों से जुड़ी यह रिपोर्ट बताती है कि वे आज भी मुंबई से अपनी डिटेक्टिव एजेंसी संचालित कर रही हैं।
चुनावी हार के बाद परिवार को किया 'डिसऑन' ; लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी का बड़ा निर्णय..
बिहार चुनावों में आरजेडी की हार के बाद लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने राजनीति छोड़ने और परिवार से “डिसऑन” करने की घोषणा कर दी। यह फैसला बिहार की राजनीतिक दिशा को प्रभावित कर सकता है।
रेरा कानून होटल और वाणिज्यिक परियोजनाओं पर भी लागू: कोटा में टैक्स बार एसोसिएशन का विशेषज्ञ सेमिनार
कोटा में टैक्स बार एसोसिएशन द्वारा आयोजित सेमिनार में रियल एस्टेट और रेरा कानून पर चर्चा की गई। विशेषज्ञों ने होटल, वेयरहाउस और वाणिज्यिक परियोजनाओं पर रेरा के प्रभाव, जीएसटी 2.0 अपडेट्स और व्यवसायिक नियमों पर विस्तार से जानकारी दी, जिससे पेशेवरों में जागरूकता बढ़ी।
धूमधाम के साथ मनाई गई भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती, आदिवासियों ने जंगल और जीव संरक्षण की शपथ ली
सवाई माधोपुर में आदिवासी संघर्ष सेवा समिति द्वारा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई। मुख्य अतिथि अशोक मीणा ने आदिवासियों को जंगल, जमीन और वन्य जीवों की सुरक्षा की शपथ दिलाई। कार्यक्रम ने आदिवासी इतिहास और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाई।
पोकरण विधायक महंत प्रतापपुरी का सिरोही दौरा: पत्रकारों ने भव्य स्वागत कर जताई एकजुटता
पोकरण विधायक महंत प्रतापपुरी महाराज ने IFWJ राजस्थान के विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में सिरोही दौरा किया। पिंडवाड़ा में सैंकड़ों पत्रकारों ने भव्य स्वागत किया। विधायक ने पत्रकार सुरक्षा कानून, पत्रकार कॉलोनी और IFWJ कार्यालय के लिए जमीन आवंटन पर जोर दिया।
बिहार विधानसभा में धनकुबेरों का दबदबा, 90 प्रतिशत विजयी प्रत्याशी करोड़पति
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद उम्मीदवारों की आर्थिक, शैक्षिक और सामाजिक प्रोफ़ाइल पर एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार, इस बार चुनकर आए 243 में से 90 प्रतिशत विजयी प्रत्याशी करोड़पति हैं, जिनकी औसत संपत्ति 9.02 करोड़ रुपए आंकी गई है। इससे स्पष्ट है कि बिहार […] The post बिहार विधानसभा में धनकुबेरों का दबदबा, 90 प्रतिशत विजयी प्रत्याशी करोड़पति appeared first on Sabguru News .
दौसा में महिला कांग्रेस जिला कार्यकारिणी बैठक: महिला सशक्तिकरण और संगठन सुदृढ़ीकरण पर जोर
दौसा में महिला कांग्रेस जिला कार्यकारिणी बैठक सम्पन्न, महिला सशक्तिकरण और संगठन विस्तार पर जोर। विधायक दीनदयाल बैरवा और प्रभारी आशा जैन ने महिलाओं के नेतृत्व व स्थानीय मुद्दों पर चर्चा की। बैठक में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने और संगठन को मजबूत बनाने के लिए रणनीतियाँ तैयार की गईं।
ध्रुवीकरण के दौर में छात्र संघवाद : जेएनयू 2025-26 चुनावों का विश्लेषण
ध्रुवीकरण के मौजूदा दौर में जेएनयू छात्र राजनीति किन नए मोड़ों से गुजर रही है—2025-26 के JNUSU चुनावों का यह विश्लेषण बताता है कि कैसे वाम, दक्षिणपंथ और बहुजन राजनीति के बीच टकराव, जाति प्रतिनिधित्व, संस्थागत क्षय और नीति-संबंधी संघर्ष एक नए छात्र आंदोलन की दिशा तय कर रहे हैं....
दौसा में महिलाओं के लिए एचपीवी टेस्ट जागरूकता अभियान का शुभारंभ
दौसा में महिलाओं में तेजी से बढ़ते एचपीवी संक्रमण को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने जागरूकता अभियान शुरू किया। विशेषज्ञों का कहना है कि एचपीवी टेस्ट गर्भाशय ग्रीवा कैंसर की रोकथाम का सबसे प्रभावी तरीका है। जिला चिकित्सालय में महिलाएं यह टेस्ट आसानी से करवा सकती हैं।
दौसा के भांवता गांव में 17 वर्षीय छात्र महेश योगी का शव संदिग्ध परिस्थितियों में फंदे से मिला। स्कूल बैग से सुसाइड नोट बरामद, परिजन हत्या की आशंका जताते हुए 5 सूत्रीय मांगें लेकर प्रशासन के सामने आए। पोस्टमार्टम और पुलिस जांच जारी, गांव में शोक और आक्रोश का माहौल।
स्थानीय निकाय चुनावों को लेकर सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन में तनाव
मुंबई। महाराष्ट्र में भाजपा, शिवसेना (शिंदे गुट) और राकांपा (अजित पवार गुट) के मेल से बने महायुति गठबंधन में स्थानीय निकाय चुनावों को लेकर तनाव दिखाई दे रहा है। भाजपा के साथ स्वाभाविक गठबंधन के दावों के बावजूद शिंदे गुट ने कई क्षेत्रों में पार्टी के खिलाफ रुख अपनाया है। पालघर जिले के दहानु नगर […] The post स्थानीय निकाय चुनावों को लेकर सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन में तनाव appeared first on Sabguru News .
दौसा में भव्य जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम, मंत्री राठौड़ ने बिहार चुनाव पर किया तंज
दौसा में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर आयोजित भव्य जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने भाग लिया। कार्यक्रम में आदिवासी संस्कृति की झलक, योजनाओं का लाभ वितरण और बिहार चुनाव पर मंत्री का तंज प्रमुख आकर्षण रहे।
झाड़ोल में राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना की संयुक्त बैठक में नए पदाधिकारियों की नियुक्ति
झाड़ोल में राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना की संयुक्त बैठक अटाटिया गांव में संपन्न हुई, जिसमें फलासिया, ओगणा और बागपुरा मंडल के नए पदाधिकारियों की नियुक्ति की गई। संगठन सुदृढ़ीकरण और पदाधिकारियों का स्वागत समारोह जोरदार ढंग से हुआ, जिसमें जिला एवं तहसील स्तर के प्रमुख अधिकारी उपस्थित रहे।
मुंबई के 252 करोड़ रुपये के मेफेड्रोन ड्रग रैकेट में नाम उछलने के बाद नोरा फतेही ने इंस्टाग्राम स्टोरी के माध्यम से आरोपों का कड़ा खंडन किया। एक्ट्रेस ने कहा कि वह पार्टियों में नहीं जातीं और उनके नाम को बेबुनियाद विवादों में घसीटा जा रहा है।
सवाई माधोपुर में जनजातीय गौरव दिवस समारोह में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती मनाई
सवाई माधोपुर में जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती जिला स्तरीय कार्यक्रम में मनाई गई। राजीव गांधी संग्रहालय में आयोजित इस समारोह में जनजातीय संस्कृति, परंपरा और योगदान प्रदर्शित किए गए। प्रशासनिक अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, स्कूली बच्चों और आमजन की बड़ी संख्या ने भाग लिया।
सवाई माधोपुर: किसान एग्रो मार्ट करमोदा का यूरिया उर्वरक लाइसेंस निलंबित, 85 बैग जब्त
सवाई माधोपुर में किसान एग्रो मार्ट करमोदा का यूरिया उर्वरक लाइसेंस निलंबित, 85 बैग अवैध यूरिया जब्त। अनुज्ञापन प्राधिकारी ने फर्म के स्टॉक रजिस्टर और मूल्य सूची न प्रस्तुत करने पर कार्रवाई की। यह कदम अवैध उर्वरक व्यापार रोकने और कृषि नियमों की सख्ती सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया।
Bundelkhand News पन्ना के हीरे (Panna Diamonds) को मिला GI टैग, अंतरराष्ट्रीय बाजार में चमकेगी पहचान
मध्य प्रदेश के पन्ना जिले के हीरों (Panna Diamonds) को Geographical Indication (GI) टैग मिला। जानें कैसे यह जीआई टैग स्थानीय अर्थव्यवस्था, निर्यात और रोजगार के लिए एक बड़ा मोड़ साबित होगा।
सवाई माधोपुर में आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर नगर परिषद ने प्रमुख सर्कल, राजकीय भवन और मूर्तियों पर भव्य सजावट और लाइटिंग का कार्य संपन्न किया। पुलिस लाइन और कलेक्टरेट चौराहे सहित शहर के प्रमुख मार्गों की लाइट दुरुस्तीकर पूरी तैयारी सुनिश्चित की गई।
सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर गंगापुर सिटी में निकलेगी “एकता पदयात्रा”
सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर गंगापुर सिटी में आयोजित होने वाली “एकता पदयात्रा” का उद्देश्य राष्ट्रीय एकता, अखण्डता और सामाजिक समरसता का संदेश आमजन तक पहुँचाना है। पदयात्रा में छात्र, शिक्षक, अधिकारी और जनप्रतिनिधि शामिल होंगे, जो सरदार पटेल के जीवन और योगदान पर जागरूकता फैलाएंगे।
लगभग 11 महीने से फरार दो साइबर ठग खोह थाना पुलिस ने गिरफ्तार, जाँच जारी
डीग पुलिस ने लगभग 11 महीने से फरार चल रहे दो साइबर ठग तैय्यब और मुबीन को खोह थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया। दोनों आरोपियों के खिलाफ पूछताछ जारी है और उनकी गिरफ्तारी से साइबर अपराध पर नियंत्रण के प्रयासों को मजबूती मिली है।
मानसिक स्वास्थ्य की अनदेखी चुनौती, 'Depression' आखिर क्यों और कैसे होता है?
डिप्रेशन या अवसाद एक गंभीर मानसिक स्वास्थ्य समस्या है, जिसमें निरंतर उदासी, ऊर्जा की कमी और नकारात्मक सोच होती है। इसके कारण, लक्षण और प्रभावी उपचार के बारे में जानें, साथ ही समय पर मदद लेने और मानसिक स्वास्थ्य बनाए रखने के उपाय।
मांडलगढ़ में नाबालिग से रेप करने के आरोप में युवक अरेस्ट
भीलवाड़ा। राजस्थान में भीलवाड़ा जिले के मांडलगढ़ थाना क्षेत्र में एक नाबालिग लडक़ी से दुष्कर्म करने एवं उसके अश्लील वीडियो बनाने के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस सूत्रों ने शनिवार को बताया कि पीडि़त पक्ष ने पुलिस में शिकायत दर्ज करर्वा थी कि राहुल गाडोलिया (19) पीड़िता को पिछले करीब दो वर्ष […] The post मांडलगढ़ में नाबालिग से रेप करने के आरोप में युवक अरेस्ट appeared first on Sabguru News .
16 November Birthday: आपको 16 नवंबर, 2025 के लिए जन्मदिन की बधाई!
16 November Janmdin: जन्मदिन की शुभकामनाओं के साथ आपका स्वागत है वेबदुनिया की विशेष प्रस्तुति में। यह कॉलम नियमित रूप से उन पाठकों के व्यक्तित्व और भविष्य के बारे में जानकारी देगा जिनका उस दिनांक को जन्मदिन होगा। पेश है दिनांक 16 को जन्मे व्यक्तियों के बारे में जानकारी : ALSO READ: Vivah Panchami 2025: विवाह पंचमी पर शीघ्र शादी और उत्तम वैवाहिक जीवन के लिए 8 अचूक उपाय आपका जन्मदिन: 16 नवंबर दिनांक 16 को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 7 होगा। इस अंक से प्रभावित व्यक्ति अपने आप में कई विशेषता लिए होते हैं। यह अंक वरूण ग्रह से संचालित होता है। आप खुले दिल के व्यक्ति हैं। आपकी प्रवृत्ति जल की तरह होती है। जिस तरह जल अपनी राह स्वयं बना लेता है वैसे ही आप भी तमाम बाधाओं को पार कर अपनी मंजिल पाने में कामयाब होते हैं। आप पैनी नजर के होते हैं। किसी के मन की बात तुरंत समझने की आपमें दक्षता होती है। आपके लिए खास शुभ दिनांक : 7, 16, 25 शुभ अंक : 7, 16, 25, 34 शुभ वर्ष : 2029 ईष्टदेव : भगवान शिव तथा विष्णु शुभ रंग : सफेद, पिंक, जामुनी, मेहरून आपकी जन्मतिथि के अनुसार भविष्यफल करियर: आपके कार्य में तेजी का वातावरण रहेगा। अधिकारी वर्ग का सहयोग मिलेगा। नौकरीपेशा व्यक्तियों के लिए समय सुखकर रहेगा। आपको प्रत्येक कार्य में जुटकर ही सफलता मिलेगी। कारोबार: व्यापार-व्यवसाय की स्थिति उत्तम रहेगी। उपाय: नवीन कार्य-योजना शुरू करने से पहले केसर का लंबा तिलक लगाएं व मंदिर में पताका चढ़ाएं। आज के दिन जन्में कुछ प्रसिद्ध व्यक्ति डॉ. श्रीराम लागू (Dr. Shriram Lagoo): भारतीय सिनेमा और मराठी रंगमंच के एक दिग्गज अभिनेता और ENT सर्जन थे। उन्होंने हिंदी और मराठी फिल्मों में अपने महत्वपूर्ण योगदान के लिए पहचान बनाई। शंभू महाराज (Shambhu Maharaj): भारतीय शास्त्रीय नृत्य के कत्थक घराने के एक महान गुरु और नर्तक। रितेश अग्रवाल (Ritesh Agarwal): भारतीय अरबपति उद्यमी और OYO (ओयो) रूम्स के संस्थापक और CEO। अकबर इलाहाबादी (Akbar Allahabadi): उर्दू भाषा के एक प्रसिद्ध और सशक्त शायर, जो अपनी व्यंग्यपूर्ण कविताओं के लिए जाने जाते हैं। आदित्य रॉय कपूर (आदित्य रॉय कपूर) एक भारतीय अभिनेता हैं जो हिंदी फिल्मों में काम करते हैं। आपको इस खास दिन पर जीवन की सभी खुशियां मिलें। जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं! ALSO READ: Dreams and Destiny: सपने में मिलने वाले ये 5 अद्भुत संकेत, बदल देंगे आपकी किस्मत
भारतीय कुश्ती महासंघ ने अमन सहरावत पर निलंबन हटाया, मिली राहत
भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) ने अमन सहरावत पर लगाया गया एक साल का निलंबन वापस ले लिया है, क्योंकि ओलंपिक कांस्य पदक विजेता इस साल की शुरुआत में विश्व चैंपियनशिप में अपने इवेंट के दौरान अधिक वजन के पाए गए थे। पेरिस 2024 में भारत के सबसे कम उम्र के ओलंपिक पदक विजेता बने अमन सहरावत का वजन क्रोएशिया के जागरेब में 2025 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में पुरुषों के 57 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग के आधिकारिक वजन के दौरान निर्धारित सीमा से 1.7 किग्रा अधिक पाया गया।अमन, जो 14 सितंबर को अपने मुकाबले से 18 दिन पहले क्रोएशिया में भारत के तैयारी शिविर में शामिल हुए थे, कथित तौर पर अस्वस्थ थे और समय पर अपना वजन कम नहीं कर पाए। डब्ल्यूएफआई, जिसने पेरिस 2024 में विनेश फोगाट के निराशाजनक परिणाम के बाद से असफल वजन माप पर कड़ा रुख अपनाया है, ने शुरुआत में अमन को कारण बताओ नोटिस जारी किया और बाद में उनके जवाब को ‘असंतोषजनक’ पाए जाने पर उन्हें निलंबित कर दिया।हालांकि, भारतीय पहलवान से माफ़ीनामा मिलने और देश के शीर्ष कोचों से परामर्श करने के बाद महासंघ ने अपना फैसला वापस ले लिया है।
अकलंक कॉलेज ऑफ़ एजूकेशन में धूमधाम से मनाया गया बाल दिवस, खेल और प्रतियोगिताओं ने बढ़ाया उत्साह
अकलंक कॉलेज ऑफ़ एजूकेशन में 14 नवम्बर 2025 को बाल दिवस धूमधाम से मनाया गया। खेल और अंताक्षरी प्रतियोगिताओं में विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। छत्रपति शिवाजी टीम विजेता रही। कार्यक्रम ने नेहरू जी के जीवन मूल्यों और सकारात्मक दृष्टिकोण को उजागर किया।
कोटा में “Walk a Mile for Little Smile” जागरूकता वॉक: समयपूर्व जन्मे शिशुओं की दृष्टि सुरक्षा पर जोर
कोटा में Saroya Eye Hospital द्वारा आयोजित “Walk a Mile for Little Smile” जागरूकता वॉक और निःशुल्क ROP स्क्रीनिंग कैंप में समयपूर्व जन्मे शिशुओं की दृष्टि सुरक्षा पर जोर। विशेषज्ञों ने 1-2-34 नियम के पालन की महत्वपूर्ण जानकारी साझा की।

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