बैंगलोर: गुरु वार (25 अप्रैल) को, कर्नाटक उच्च न्यायालय ने राज्य के उडुपी जिले में लव जिहाद के बढ़ते खतरे के खिलाफ 2022 के 'घृणास्पद भाषण' के संबंध में काजल हिंदुस्तानी के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही पर रोक लगा दी। रिपोर्टों के अनुसार, हिंदू कार्यकर्ता ने अपने खिलाफ आपराधिक कार्यवाही को रद्द करने के लिए कर्नाटक उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। काजल हिंदुस्तानी ने कहा है कि उनके खिलाफ दर्ज की गई प्रथम सूचना रिपोर्ट (FIR) एक राजनीतिक चाल थी, जिसका उद्देश्य उनकी छवि और प्रतिष्ठा को धूमिल करना था। याचिका में कहा गया है कि, “प्रतिवादी पुलिस ने CrPC की धारा 196 (1-ए) (ए) के तहत सक्षम प्राधिकारी की पूर्व मंजूरी के बिना याचिकाकर्ता के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है। ऐसे में, याचिकाकर्ता के खिलाफ पूरी कार्यवाही रद्द होने योग्य है।” काजल हिंदुस्तानी के खिलाफ 2022 में भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 34 और 153ए के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी, जबकि आईपीसी की धारा 505(2) के तहत उनके खिलाफ आरोप पत्र दायर किया गया था। यह मामला न्यायमूर्ति एम नागप्रसन्ना की पीठ के समक्ष सुनवाई के लिए आया। हिंदू कार्यकर्ता ने कहा था कि उनके खिलाफ शिकायत में लोगों को हिंसा के लिए उकसाने या अव्यवस्था पैदा करने के 'इरादे' का खुलासा नहीं किया गया है, जो IPC 505(2) के तहत मामले के लिए जरूरी है। दलीलें सुनने के बाद, कर्नाटक उच्च न्यायालय ने मामले में आगे की कार्यवाही पर रोक लगा दी और मामले को गर्मी की छुट्टियों के बाद सुनवाई के लिए फिर से पोस्ट कर दिया। क्या है मामला :- बता दें कि 2 अक्टूबर, 2022 को काजल हिंदुस्तानी ने 'दुर्गा दौड़' जुलूस में भाग लिया था, जो कर्नाटक के उडुपी जिले के शिवल्ली गांव में कदियाली महिषामर्दिनी मंदिर में आयोजित किया गया था। इवेंट के दौरान उन्होंने कहा था, ''दक्षिण भारतीयों को बॉलीवुड फिल्मों का बहिष्कार करना चाहिए। बॉलीवुड फिल्मों का मकसद लव जिहाद का जहर बोना है। उत्तर भारतीय बॉलीवुड फिल्मों का बहिष्कार कर रहे हैं. लेकिन आप दक्षिण भारतीयों को क्या हो रहा है?'' उन्होंने कहा था कि, “बॉलीवुड फिल्मों और धारावाहिकों के माध्यम से हिंदू महिलाओं का अपमान किया जा रहा है। हिंदू महिलाओं को प्रेमी और अवैध संबंध रखने वाले के रूप में चित्रित किया जाता है। लेकिन हिंदू महिलाएं अपने वास्तविक जीवन में ऐसा कभी नहीं करतीं।''काजल हिंदुस्तानी ने कहा था, “PFI का मतलब पॉपुलर फ्रंट नहीं है बल्कि PFI का मतलब है ‘भारत के लिए जहर’। इस देश में हिंदू खतरे में हैं। हिंदुओं को तीन महत्वपूर्ण निर्णय लेने होंगे। सभी को हिंदू संस्कारों का पालन करना चाहिए, हिंदुओं से खरीदारी करनी चाहिए और हिंदुओं को ही नौकरियां देनी चाहिए। देश के अंदर जिहादी पैदा करने के लिए अपने पैसे का इस्तेमाल न होने दें। कहीं बारिश, तो कहीं लू.. ! देशभर के लिए मौसम विभाग ने जारी किया पूर्वानुमान 'इजराइली जीने के लायक नहीं, उन्हें मार दो..', अमेरिका में गाज़ा के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे 550 लोग गिरफ्तार त्रिपुरा में ब्रू शरणार्थियों ने लोकसभा चुनाव में डाला वोट, जानिए ये क्यों है ख़ास ?
Karnataka के दक्षिण कन्नड़ लोकसभा क्षेत्र में 77.43 प्रतिशत मतदान हुआ, राज्य में 69.23 प्रतिशत मतदान
कर्नाटक की तटीय दक्षिण कन्नड़ संसदीय सीट पर शुक्रवार को लगभग 77.43 प्रतिशत मतदान रिकॉर्ड किया गया जबकि राज्य की सभी 14 लोकसभा सीट पर 69.23 प्रतिशत मतदान हुआ। दक्षिण कन्नड़ लोकसभा सीट के जिला निर्वाचन अधिकारी तथा उपायुक्त मुल्लई मुहिलान ने यहां पीटीआई- को बताया कि शाम छह बजे तक कुल 77.43 प्रतिशत मतदान रिकार्ड किया गया है। उनके अनुसार वैसे अभी भी दूर-दराज के अनेक इलाकों के आंकड़ों को एकत्रित किया जाना शेष है। मुहिलान ने बताया कि पूरे दक्षिण कन्नड़ लोकसभा क्षेत्र में कहीं से किसी गडबड़ी या हिंसा की बड़ी खबर नहीं है और लोगों ने सुबह से ही शांतिपूर्ण ढंग से अपने घरों से निकल कर बड़ी संख्या में मतदान किया। उन्होंने बताया कि दक्षिण कन्नड़ लोकसभा क्षेत्र में सभी 1876 मतदान केन्द्रों पर मतदान सुचारु रूप से संपन्न हुआ। इस बीच कर्नाटक राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनोज कुमार मीणा ने पीटीआई- को बताया कि राज्य में 28 में से जिन 14 लोकसभा क्षेत्रों में आज मतदान हुआ उनमें मतदान का समय शाम छह बजे समाप्त होने तक कुल मिलाकर 69.23 प्रतिशत मतदान हुआ है। हालांकि अभी भी कुछ आंकड़े कई इलाकों से आने शेष हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में आज मांड्या लोकसभा क्षेत्र में सर्वाधिक 81.48 प्रतिशत मतदान हुआ जबकि बंगलूरु मध्य में सबसे कम 52.81 प्रतिशत मतदान रिकॉर्ड किया गया। दक्षिण कन्नड़ लोकसभा क्षेत्र में आज कुल 1876 मतदान केन्द्रों पर 1818127 लोगों में से 77.43 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का उपयोग किया।
नफरत-दुश्मनी फैलाने पर कर्नाटक BJP नेता सीटी रवि पर मुकदमा दर्ज, चुनाव आयोग का बड़ा एक्शन
Lok Sabha Election 2024: कर्नाटक में बीजेपी के फायरब्रांड नेता सी टी रवि के खिलाफ सोशल मीडिया पर नफरत फैलाने के लिए मामला दर्ज किया गया है। रवि के खिलाफ यह कार्रवाई चुनाव आयोग की तरफ से की गई है। रवि के खिलाफ बसवनहल्ली थाने में मामला दर्ज किया गया है।
'NDA इस चरण की सभी 14 सीटें जीतेगा..', कर्नाटक में वोट डालने के बाद बोले पूर्व पीएम देवेगौड़ा
बैंगलोर: पूर्व प्रधानमंत्री और जनता दल (सेक्युलर) (JDS) प्रमुख एचडी देवेगौड़ा ने शुक्रवार को कहा कि भाजपा-JDS गठबंधन कर्नाटक की सभी 14 सीटों पर जीत दर्ज करेगा जहां लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान चल रहा है। कर्नाटक में कुल 28 लोकसभा सीटें हैं और बाकी 14 सीटों पर 7 मई को मतदान होगा। एचडी देवेगौड़ा ने संवाददाताओं से कहा, ''हम इस चरण में 14 में से 14 सीटें (भाजपा-जेडीएस) जीतने जा रहे हैं।'' उन्होंने आगे कर्नाटक में अपने चुनावी विज्ञापनों के माध्यम से लोगों को गुमराह करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी की आलोचना की। उन्होंने कहा कि, कांग्रेस इस स्तर तक गिर गई है, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे की फोटो के साथ वादे कर रही है। यह मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी की फोटो है। क्या राहुल गांधी प्रधानमंत्री हैं? क्या खड़गे मुख्यमंत्री या प्रधान मंत्री हैं? वे केवल सामान्य हैं कांग्रेस के सदस्यों की तरह हैं। उन्होंने कहा, यह सिर्फ लोगों को गुमराह करने और मूर्ख बनाने के लिए कर्नाटक में वितरित किया गया एक पर्चा है। इससे पहले आज, पूर्व प्रधान मंत्री देवेगौड़ा ने हासन निर्वाचन क्षेत्र के एक मतदान केंद्र पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। साथ ही कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और मांड्या लोकसभा सीट से जनता दल (सेक्युलर) के उम्मीदवार एचडी कुमारस्वामी ने भी सभी 14 सीटें जीतने का भरोसा जताया। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में कर्नाटक की 14 सीटों पर आज मतदान हो रहा है। बीजेपी के साथ गठबंधन में जेडीएस तीन सीटों पर चुनाव लड़ रही है। पार्टी मांड्या, हासन और कोलार सीटों से चुनाव लड़ रही है। वोटिंग सुबह 7 बजे शुरू हुई। 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और जद-एस ने मिलकर भाजपा के खिलाफ लड़ाई लड़ी और गठबंधन हार गया। भाजपा ने रिकॉर्ड 25 सीटें जीती थीं; कांग्रेस और जद-एस ने सिर्फ एक-एक सीट जीती थी। लोकसभा चुनाव 1 जून तक सात चरणों में हो रहा है और वोटों की गिनती 4 जून को होगी थी। दुनिया की सबसे बड़ी चुनावी प्रक्रिया, सात चरणों वाले लोकसभा चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को 21 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 102 निर्वाचन क्षेत्रों में हुआ था। चुनाव आयोग के अनुसार, मतदान प्रतिशत 62 प्रतिशत से अधिक दर्ज किया गया। तीसरे चरण का चुनाव 7 मई को होगा। बंगाल: ED पर अटैक मामले में संदेशखाली में CBI की रेड, बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद कांग्रेस की 4 पीढ़ियां गरीबी हटाओ बोलती रहीं, मोदी सरकार ने 25 करोड़ लोगों को गरीबी से निकाला - गुना में बोले शाह सीएम केजरीवाल की गैरमौजूदगी में कमान संभालेंगी पत्नी सुनीता, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और गुजरात में करेंगी रोड शो
बैंगलोर: लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत आज शुक्रवार (26 अप्रैल) को देशभर में मतदान हो रहा है। इस बीच कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने कर्नाटक में एक जनसभा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला है। राहुल गांधी ने कर्नाटक के बीजापुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि इन दिनों पीएम मोदी अपने भाषणों में बेहद घबराए हुए लगते हैं। शायद अगले कुछ दिनों में स्टेजपर ही उनके आंसू निकल जाएं। राहुल ने आगे कहा कि पीएम मोदी चौबीसों घंटे आपका ध्यान भटकाने का प्रयास करते हैं। कभी वह पाकिस्तान और चीन की बातें करेंगे। तो कभी वह आपको थाली बजाने के लिए कहेंगे और मोबाइल की फ्लैश लाइट ऑन करने को कहेंगे। इस दौरान राहुल ने कहा कि नरेंद्र मोदी जी ने बीते दस वर्षों में केवल गरीबों से पैसा छीना है। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी ने देश के 22 लोगों को उतना धन दे दिया, जितना देश के 70 करोड़ लोगों के पास है। हिंदुस्तान में एक प्रतिशत ऐसे लोग हैं, जो 40 प्रतिशत धन नियंत्रित करते हैं। इसलिए कांग्रेस पार्टी बेरोजगारी और महंगाई मिटाकर आपको उस धन में भागीदारी देगी। जितना पैसा नरेंद्र मोदी जी ने अरबपतियों को दिया है, उतना पैसा हम हिंदुस्तान के गरीबों में बाँट देंगे। वायनाड से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आगे कहा कि नरेंद्र मोदी जी ने बीते 10 वर्षों में 20-25 लोगों को अरबपति बनाया है। उन्होंने एयरपोर्ट-पोर्ट, बिजली, खदान, सोलर-विंड पावर, डिफेंस सेक्टर,, सब कुछ अडानी और दूसरे अरबपतियों को दे दिया है। मगर गरीबों को कुछ नहीं दिया। कर्नाटक में कांग्रेस ने जो भी गारंटियां दी थीं, उन सबको पूरा किया है। केंद्र से पैसा मांग रहा कर्नाटक, जानिए क्यों ? बता दें कि, कांग्रेस ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान मुफ्त के चुनावी वादे किए थे, जिसके बाद वो सत्ता में तो आ गई, लेकिन इन गारंटियों को पूरा करने में सरकारी ख़ज़ाने पर बोझ बढ़ गया। एक बार जब कांग्रेस विधायकों ने अपने क्षेत्रों में विकास कार्य के लिए राज्य सरकार से धन माँगा, तो डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने ये कहते हुए मना कर दिया कि चुनावी गारंटियों को पूरा करने में हमें फंड लगाना पड़ा है, इसलिए अभी विकास कार्यों के लिए पैसा नहीं दे सकते। अब जब राज्य सूखे से जूझ रहा है, तो राज्य सरकार ने केंद्र से आर्थिक मदद मांगी है। केंद्र सरकार ने एक हफ्ते में धनराशि जारी करने की बात कही है। हालाँकि, कांग्रेस के चुनावी वादों पर भी अर्थशास्त्रियों ने चिंता जताई थी कि मुफ्त की चीज़ों से सरकारी ख़ज़ाने पर बोझ बढ़ेगा और बाकी विकास कार्यों के लिए पैसा नहीं बचेगा, लेकिन उस समय पार्टी ने इन बातों को नज़रअंदाज़ कर दिया था। यही नहीं, सरकार बनने के बाद कांग्रेस ने अपनी मुफ्त की 5 चुनावी गारंटियों को पूरा करने के लिए SC/ST वेलफेयर फंड से 11 हजार करोड़ रुपये निकाल लिए थे। बता दें कि, कर्नाटक शेड्यूल कास्ट सब-प्लान और ट्रायबल सब-प्लान एक्ट के मुताबिक, राज्य सरकार को अपने कुल बजट का 24।1% SC/ST के उत्थान के लिए खर्च करना पड़ता है। लेकिन उन 34000 करोड़ में से भी 11000 करोड़ रुपए राज्य सरकार ने निकाल लिए। इसके बाद राज्य सरकार ने अल्पसंख्यकों के लिए एक योजना शुरू की, जिसमे उन्हें वाहन खरीदने पर 3 लाख तक की सब्सिडी देने का ऐलान किया था। उस योजना के अनुसार, यदि कोई अल्पसंख्यक 8 लाख रुपये की कार खरीदता है, तो उसे मात्र 80,000 रुपये का शुरूआती भुगतान करना होगा। 3 लाख रुपए राज्य सरकार देगी, यही नहीं बाकी पैसों के लिए भी बैंक ऋण सरकार ही दिलाएगी। वहीं, इस साल के बजट में कांग्रेस सरकार ने वक्फ प्रॉपर्टी के लिए 100 करोड़ और ईसाई समुदाय के लिए 200 करोड़ आवंटित किए हैं। जानकारों का कहना है कि, धन का सही प्रबंधन नहीं करने के कारण, राज्य सरकार का खज़ाना खाली हो गया और आज सूखे से जूझ रहे कर्नाटक को राहत देने के लिए कांग्रेस सरकार के पास पैसा नहीं बचा। अब कर्नाटक सरकार,, केंद्र सरकार से सूखे से निपटने के लिए पैसा मांग रही है, केंद्र ने एक हफ्ते के अंदर राशि जारी करने की बात कही है। 'NDA इस चरण की सभी 14 सीटें जीतेगा..', कर्नाटक में वोट डालने के बाद बोले पूर्व पीएम देवेगौड़ा बेटी मीसा और रोहिणी की जीत के लिए सत्यनारायण की कथा करवा रहे लालू यादव, जनता के सामने दूसरा होता है रूप ! इंटरनेट पर छाया ऋचा चड्ढा और रेखा का ये दिल छू लेने वाला VIDEO
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी इन दिनों अपने भाषणों के दौरान बहुत घबराए हुए दिखाई देते हैं और मंच पर रो भी सकते हैं। कर्नाटक के बीजापुर में एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, नरेंद्र मोदी इन दिनों अपने भाषणों के दौरान काफी घबराए हुए रहते हैं। हो सकता है कि कुछ दिनों में वह मंच पर आंसू बहाएं। कांग्रेस सांसद ने पीएम मोदी पर गरीबी, बेरोजगारी और मूल्य वृद्धि जैसे मुख्य मुद्दों की अनदेखी करते हुए विभिन्न माध्यमों से जनता का ध्यान भटकाने का भी आरोप लगाया। इसे भी पढ़ें: Amethi LokSabha Seat: रॉबर्ट वाड्रा पिक्चर से बाहर! क्या तीसरी बार अमेठी में आमने-सामने होंगे स्मृति और राहुल? राहुल ने कहा कि मोदी आपका ध्यान भटकाने की कोशिश करते हैं। कभी वह चीन और पाकिस्तान के बारे में बात करते हैं, तो कभी वह आपसे थाली पिटवाएंगे और आपसे अपने मोबाइल फोन की टॉर्च लाइट जलाने को कहेंगे। राहुल गांधी की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब कांग्रेस के कई नेता लोकसभा चुनाव के पहले चरण के बाद पीएम मोदी द्वारा अपनी '400 पार' सीटों की पिच पर ध्यान केंद्रित करने का दावा कर रहे हैं। कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि इंडिया गठबंधन सरकार प्रत्येक स्नातक को प्रशिक्षुता कार्यक्रम का अधिकार प्रदान करने वाली पहली सरकार होगी... स्नातकों और डिप्लोमा धारकों को सरकार से 1 वर्ष के लिए रोजगार मांगने का अधिकार होगा। हम ग्रेजुएट्स को अप्रेंटिसशिप गारंटी दे रहे हैं... पीएम नरेंद्र मोदी ने कभी किसानों का कर्ज माफ नहीं किया. हम किसानों का कर्ज माफ करेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं, हमारे 'बब्बर शेरों'..आप कांग्रेस की विचारधारा और गरीबों के लिए लड़ते हैं, आपको दिल से धन्यवाद और ढेर सारा प्यार। इसे भी पढ़ें: Andhra Pradesh: विपक्ष पर बरसे जगन रेड्डी, कहा- मेरा अकेले नहीं कर सकते सामना, मेरी बहनों का किया जा रहा इस्तेमाल राहुल ने कहा कि कांग्रेस ने कर्नाटक में जो गारंटियां दी थीं, उन्हें पूरा कर दिखाया है, जिससे यहां के लोगों को बहुत फायदा मिल रहा है। नरेंद्र मोदी कुछ लोगों को अरबपति बनाते हैं, कांग्रेस सरकार करोड़ों लोगों को लखपति बनाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी जी ने पिछले 10 साल में सिर्फ गरीबों से पैसा छीना है। उन्होंने देश के 22 लोगों को उतना धन दे दिया, जितना देश के 70 करोड़ लोगों के पास है। हिंदुस्तान में 1% ऐसे लोग हैं, जो 40% धन कंट्रोल करते हैं। इसलिए कांग्रेस पार्टी बेरोजगारी और महंगाई मिटाकर आपको भागीदारी देगी। जितना पैसा नरेंद्र मोदी जी ने अरबपतियों को दिया है, उतना पैसा हम हिंदुस्तान के गरीबों को देंगे।
'मोदी घबराए हुए लगते हैं, कुछ दिनों में स्टेज पर आंसू ना निकल आएं...', कर्नाटक में बोले राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कर्नाटक के बीजापुर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि इन दिनों पीएम मोदी अपने भाषणों में बहुत घबराए हुए लगते हैं. शायद अगले कुछ दिनों में स्टेजपर ही उनके आंसू निकल आएं.
Lok Sabha Elections 2024: कर्नाटक उच्च न्यायालय ने एमसीसी उल्लंघन पर डीके शिवकुमार को अंतरिम राहत दी
बेंगलुरु: कर्नाटक उच्च न्यायालय ने लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के आरोपों का सामना कर रहे उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार को अंतरिम राहत दी है। न्यायमूर्ति कृष्ण एस दीक्षित ने उनके खिलाफ दर्ज एफआईआर को चुनौती देने वाली उनकी याचिका पर संबंधित अधिकारियों को अगली सुनवाई तक उनके खिलाफ आगे की कार्रवाई करने से परहेज करने का निर्देश दिया। मामला 19 अप्रैल को भारतीय चुनाव आयोग में भाजपा की शिकायत के बाद दर्ज किया गया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि शिवकुमार, जो कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं, ने मतदाताओं को ब्लैकमेल करने का प्रयास किया था। भाजपा ने दावा किया कि राजराजेश्वरी नगर में एक चुनावी भाषण के दौरान, अपने भाई और लोकसभा उम्मीदवार डीके सुरेश के लिए प्रचार करते हुए, शिवकुमार ने मतदाताओं से कांग्रेस को वोट देने के बदले में कावेरी जल आपूर्ति और अधिभोग प्रमाणपत्र देने का वादा किया था। इसे भी पढ़ें: Bangalore Rural में Devegowda के दामाद CN Manjunath ने DK Shivakumar के भाई Suresh की राह में बड़ी बाधा खड़ी कर दी है आपत्ति व्यक्त करते हुए, न्यायालय ने सवाल किया कि क्या शिवकुमार के नाम पर की गई टिप्पणी भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 171बी (रिश्वतखोरी) और 171सी (चुनावों पर अनुचित प्रभाव) के तहत अपराध होगी। न्यायाधीश ने मामले पर गहराई से विचार करने की आवश्यकता पर बल दिया और जानना चाहा कि क्या शिवकुमार के बयान आरोपित धाराओं के मापदंडों पर पूरी तरह खरे उतरते हैं। हालाँकि, कोर्ट ने शिवकुमार के वकील से कहा कि वह अपने मुवक्किल को अपने भाषणों में अधिक सतर्क रहने की सलाह दें। इसे भी पढ़ें: चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के लिए DK Shivakumar के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज: Election Commission इसके अतिरिक्त, इसने शिवकुमार को भेजे गए नोटिस का जवाब देने के लिए चुनाव आयोग द्वारा दिए गए समय के बारे में भी चिंता जताई। शिवकुमार को अंतरिम राहत देते हुए, न्यायालय ने चुनावी भाषणों के गिरते मानकों पर निराशा व्यक्त की और कहा कि गुणवत्ता, सामग्री और प्रस्तुति 'बेहद कम' हो गई है। न्यायमूर्ति दीक्षित ने टिप्पणी की कि यह अनिश्चित है कि क्या ऐसे मानक और खराब हो सकते हैं। अदालत ने शिवकुमार के वकील का आश्वासन दर्ज किया कि कांग्रेस नेता को अपनी टिप्पणियों पर सावधानी बरतने की सलाह दी गई थी।
Lok Sabha Elections: कर्नाटक की 14 सीटों पर सुबह नौ बजे तक 9.21 प्रतिशत मतदान
कर्नाटक की 14 लोकसभा सीट पर पहले दौर के लिए शुक्रवार को सुबह सात बजे से मतदान जारी है और शुरुआती दो घंटों में अनुमानित 9.21 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। सभी मतदान केंद्रों पर लंबी कतारें नजर आ रही हैं। सुबह सात बजे से मतदान शुरू होने के बाद विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिक और सुबह की सैर करने वाले लोग मतदान करने के लिए आ रहे हैं। निर्वाचन अधिकारियों के मुताबिक, सुबह नौ बजे तक लगभग 9.21 प्रतिशत मतदान हुआ। कर्नाटक की इन 14 लोकसभा सीटों में से सबसे अधिक 14.33 प्रतिशत मतदान दक्षिण कन्नड़ में हुआ, इसके बाद उडुपी-चिकमंगलूर में 12.82 प्रतिशत और चामराजनगर और मांड्या में सबसे कम 7.70 प्रतिशत मतदान हुआ। बेंगलुरु शहर के तीन निर्वाचन क्षेत्रों में बेंगलुरु दक्षिण में 9.08 प्रतिशत, बेंगलुरु उत्तर में 8.64 प्रतिशत और बेंगलुरु दक्षिण में 8.14 प्रतिशत मतदान हुआ। पहले चरण में कांग्रेस सभी 14 सीटों पर चुनाव लड़ रही है जबकि भाजपा ने 11 सीटों पर और उसके गठबंधन साझेदार जद(एस) ने तीन सीटों - हासन, मांड्या और कोलार सीट पर उम्मीदवार उतारे हैं। इन तीन सीटों के अलावा शुक्रवार को जिन निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान हो रहा हैं उनमें उडुपी-चिकमंगलुरु, दक्षिण कन्नड़, चित्रदुर्ग, तुमकुर, मैसूर, चामराजनगर, बेंगलुरु ग्रामीण, बेंगलुरु उत्तर, बेंगलुरु मध्य, बेंगलुरु दक्षिण और चिकबल्लापुर शामिल हैं।
Rahul Gandhi आज कर्नाटक में दो जनसभाओं को संबोधित करेंगे
कांग्रेस नेता राहुल गांधी शुक्रवार को कर्नाटक के विजयपुरा और बेल्लारी में जनसभाओं को संबोधित करेंगे।कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अपराह्न साढ़े 12 बजे विजयपुरा (बीजापुर) में चुनावी रैली को संबोधित करेंगे। इसके बाद वह बेल्लारी के लिए उड़ान भरेंगे जहां वह अपराह्न साढ़े तीन बजे एक और जनसभा को संबोधित करेंगे।ये दोनों लोकसभा क्षेत्र राज्य के उन 14 क्षेत्रों में शामिल हैं, जहां सात मई को मतदान होना है।
पीएम मोदी की आज बिहार, बंगाल और यूपी में रैली, राहुल की कर्नाटक में
नई दिल्ली, 26 अप्रैल . लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में शुक्रवार को जहां 88 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान चल रहा है, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश में चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के दौरे पर होंगे जबकि कांग्रेस नेता राहुल ... Read more
पीएम मोदी आज बिहार, बंगाल और यूपी दौरे पर, कर्नाटक में चुनाव प्रचार करेंगे राहुल गांधी
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में शुक्रवार को जहां 88 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान चल रहा होगा
पीएम मोदी शुक्रवार को बिहार, बंगाल और यूपी दौरे पर; कर्नाटक में चुनाव प्रचार करेंगे राहुल गांधी
नई दिल्ली, 25 अप्रैल . लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में शुक्रवार को जहां 88 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान चल रहा होगा, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश में चुनावी रैलियों के संबोधित करेंगे. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के दौरे पर होंगे जबकि कांग्रेस के पूर्व ... Read more
Muslims Reservation: क्या है Karnataka सरकार का वो फैसला जिसपर Congress फंस गई | Lok Sabha Election
Muslims Reservation: क्या है Karnataka सरकार का वो फैसला जिसपर Congress फंस गई | Lok Sabha Election दावा है कि Karnataka में कांग्रेस सरकार ने ऐसे नियम बनाए हैं कि मुस्लिमों को धर्म के आधार पर शिक्षा, नौकरी और स्थानीय निकाय के चुनावों में आरक्षण मिल रहा है।
सफेद झूठ : PM मोदी के कर्नाटक मुस्लिम कोटा वाले दावे पर सीएम सिद्धारमैया का पलटवार
सिद्धारमैया ने पूछा कि कांग्रेस ने ऐसा कब कहा कि वह मुसलमानों को देने के लिए पिछड़े वर्गों और एससी/एसटी से आरक्षण (Karnataka Muslim Quota) छीन लेगी. किस राज्य की कांग्रेस सरकार ने ऐसी नीति लागू की है.
मुसलमानों को ‘अत्यधिक आरक्षण’ देने को लेकर कर्नाटक के मुख्य सचिव को तलब करेगा NCBC
NCBC अध्यक्ष अहीर ने कहा कि इस मामले पर राज्य सरकार से मिली प्रतिक्रिया संतोषजनक नहीं है और वह इस कदम पर स्पष्टीकरण देने के लिए कर्नाटक के मुख्य सचिव को बुलाएंगे.
Lok Sabha Election 2024 | एचडी देवेगौड़ा सरकार ने ही कर्नाटक में मुसलमानों के लिए कोटा लागू किया था
रिकॉर्ड्स के अनुसार, ओबीसी कोटा के तहत मुसलमानों के लिए आरक्षण एचडी देवेगौड़ा की जनता दल की सरकार द्वारा लागू किया गया था। जैसा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य की ओबीसी सूची में मुस्लिम समुदाय को शामिल करने के कांग्रेस के नेतृत्व वाली कर्नाटक सरकार के फैसले की निंदा की, रिकॉर्ड बताते हैं कि यह आरक्षण पहली बार 1995 में एचडी देवेगौड़ा की जनता दल द्वारा लागू किया गया था। दिलचस्प बात यह है कि देवगौड़ा की जद (एस) अब भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की सहयोगी है। इसे भी पढ़ें: America: छात्रों ने कॉलेजों से इजराइल का समर्थन करने वाले निवेश को बंद करने की मांग की मध्य प्रदेश की रैली में पीएम मोदी ने कांग्रेस को ओबीसी का सबसे बड़ा दुश्मन करार देते हुए कहा, एक बार फिर, कांग्रेस ने पिछले दरवाजे से ओबीसी के साथ सभी मुस्लिम जातियों को शामिल करके कर्नाटक में धार्मिक आधार पर आरक्षण दिया है। इस कदम से ओबीसी समुदाय को आरक्षण के एक महत्वपूर्ण हिस्से से वंचित कर दिया गया है।” त्वरित प्रतिक्रिया में, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि यह दावा कि कांग्रेस ने पिछड़े वर्गों से मुसलमानों को आरक्षण स्थानांतरित कर दिया था, एक सरासर झूठ था। उन्होंने यह भी सवाल किया कि क्या पूर्व प्रधान मंत्री देवेगौड़ा अभी भी मुसलमानों के लिए कोटा के अपने समर्थन पर कायम हैं क्योंकि उन्होंने यह उपाय शुरू किया था या नरेंद्र मोदी के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। इसे भी पढ़ें: Loksabha Elections लड़ने के लिए तैयार है खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह, इस सीट से होगा मैदान में सिद्धारमैया ने कहा, क्या कभी मुसलमानों के लिए आरक्षण लागू करने का दावा करने वाले देवगौड़ा अब भी अपने रुख पर कायम हैं? या क्या वे नरेंद्र मोदी के सामने आत्मसमर्पण कर देंगे और अपना पिछला रुख बदल देंगे? उन्हें राज्य के लोगों को यह स्पष्ट करना चाहिए। कर्नाटक ओबीसी आरक्षण का इतिहास 1995 में, देवगौड़ा सरकार ने कर्नाटक में मुसलमानों को ओबीसी कोटा के भीतर एक विशिष्ट वर्गीकरण, 2बी के तहत चार प्रतिशत आरक्षण दिया। कर्नाटक सरकार के 14 फरवरी, 1995 के एक आदेश में इस बात पर प्रकाश डाला गया कि यह निर्णय चिन्नप्पा रेड्डी आयोग की रिपोर्ट के विचारों का पालन करता है और समग्र आरक्षण को 50 प्रतिशत तक सीमित करने के सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का पालन करता है। रेड्डी आयोग ने मुसलमानों को ओबीसी सूची के तहत श्रेणी 2 में समूहित करने की सिफारिश की। इस पर कार्रवाई करते हुए, वीरप्पा मोइली के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने 20 अप्रैल और 25 अप्रैल, 1994 के एक आदेश के माध्यम से मुसलमानों, बौद्धों और अनुसूचित जाति में धर्मांतरित लोगों के लिए अधिक पिछड़े के रूप में पहचानी जाने वाली श्रेणी 2बी में छह प्रतिशत आरक्षण की घोषणा की। जबकि मुसलमानों को चार प्रतिशत आरक्षण दिया गया था, दो प्रतिशत बौद्धों और एससी के लिए नामित किया गया था जो ईसाई धर्म में परिवर्तित हो गए थे। आरक्षण 24 अक्टूबर 1994 से लागू होना था। हालाँकि, आरक्षण को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी। 9 सितंबर, 1994 को एक अंतरिम आदेश जारी किया गया, जिसमें कर्नाटक सरकार को अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और ओबीसी सहित कुल आरक्षण को 50 प्रतिशत तक सीमित करने का निर्देश दिया गया। वीरप्पा मोइली के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को राजनीतिक संकट का सामना करना पड़ा और आदेश लागू करने से पहले 11 दिसंबर 1994 को सरकार गिर गई। 11 दिसंबर 1994 को एचडी देवेगौड़ा मुख्यमंत्री बने। 14 फरवरी 1995 को उन्होंने पिछली सरकार के कोटा फैसले को सुप्रीम कोर्ट के अंतरिम फैसले के मुताबिक संशोधनों के साथ लागू किया। ईसाई धर्म और बौद्ध धर्म में परिवर्तित होने वाले एससी, जिन्हें पहले 2बी के तहत वर्गीकृत किया गया था, उन्हें उसी क्रम में क्रमशः श्रेणी 1 और 2ए में पुनर्वर्गीकृत किया गया था। 2बी कोटा के तहत, शैक्षणिक संस्थानों और राज्य सरकार की नौकरियों में चार प्रतिशत सीटें मुसलमानों के लिए आरक्षित थीं। वर्तमान आरक्षण स्थिति 2006 में, जद (एस) और भाजपा की गठबंधन सरकार बनी, जिसके बाद 2008 में बीएस येदियुरप्पा के नेतृत्व में भाजपा सरकार बनी। हालाँकि, दोनों कार्यकालों के दौरान, इस वर्गीकरण में कोई संशोधन नहीं किया गया। 2019 में, जब भाजपा सरकार सत्ता में लौटी, तो मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने 27 मार्च, 2023 को ओबीसी के लिए श्रेणियों 3 ए और 3 बी को समाप्त करने का प्रस्ताव रखा। इसके बजाय, वोक्कालिगा और लिंगायत समुदायों के लिए 2 प्रतिशत आरक्षण के साथ नई श्रेणियों 2 सी और 2 डी का सुझाव दिया गया। प्रत्येक। बोम्मई प्रशासन ने मुसलमानों के लिए 2बी श्रेणी को खत्म करने और उन्हें आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों (ईडब्ल्यूएस) के लिए 10 प्रतिशत कोटा में शामिल करने का भी प्रस्ताव रखा। हालाँकि, इसे विरोध का सामना करना पड़ा और कानूनी लड़ाई में भागना पड़ा, जिसके कारण प्रस्ताव को स्थगित कर दिया गया। सुप्रीम कोर्ट ने 13 अप्रैल, 2023 को कहा कि मुसलमानों के लिए चार प्रतिशत ओबीसी कोटा खत्म करने का कर्नाटक सरकार का फैसला प्रथम दृष्टया अस्थिर और त्रुटिपूर्ण था। बोम्मई सरकार ने तब कहा था कि कोई नई नियुक्ति या प्रवेश नहीं किया जाएगा। फिलहाल सुप्रीम कोर्ट ने पिछड़ा वर्ग समुदाय के लिए आरक्षण में यथास्थिति बरकरार रखते हुए बीजेपी सरकार के फैसले के क्रियान्वयन पर रोक लगा दी है।
Karnataka Murder Case: बेटे ने मां-बाप और भाई की हत्या के लिए दी सुपारी, ऐसे हुआ खुलासा
Karnataka Murder Case: कर्नाटक पुलिस ने 19 अप्रैल को गडग शहर में चार लोगों की हत्या की गुत्थी सुलझाने का दावा किया है। इस केस शामिल 8 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि इस हत्याकांड की साजिश रचने वाला मुख्य आरोपी विनायक बकाले है, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बकाले पीड़ित कार्तिक सौतेला भाई है। पैसे और प्रॉपर्टी के लिए विनायक अपनों का कातिल बन गया। उसने अपने ही घर में हैवानियत का वह खौफनाक खेल खेला कि खून से सनी दीवारें और फर्श पर पड़ी लाशें देखकर पुलिस का दिल भी पसीज गया।पुलिस ने बताया कि विनायक और उसके पिता प्रकाश बकाले के बीच संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा था। ऐसे में विनायक ने अपने माता-पिता और भाई को रास्ते से हटाने के लिए 65 लाख रुपये में सुपारी दी। लेकिन गलत पहचान की वजह से कॉन्ट्रैक्ट किलर किसी और को मार कर चले गए। इसमें कार्तिक के तीन रिश्तेदारों की जान चली गई।इन लोगों की चली गई जानपुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, 19 अप्रैल को तड़के गडग शहर के दशहरा ओनी (Dasara Oni) में बकाले के घर पर परशुराम हादीमनी (55), लक्ष्मी हादीमनी (45) और आकांक्षा हादीमनी (16) की हत्या कर दी गई। पुलिस ने कहा कि हादीमानी परिवार कार्तिक के सगाई समारोह में शामिल होने आया था। हमलावरों ने उन्हें बकाले समझ लिया। जिससे उनकी मौत हो गई। कार्तिक और विनायक बकाले भाजपा नेता और गड़ग-बेतागिरी सिटी म्युनिसिपल काउंसिल के वाइस प्रेसिडेंट प्रकाश बकाले (Prakash Bakale) के बेटे हैं। प्रकाश की दूसरी पत्नी पत्नी सुनंदा बकाले हैं। सुनंदा के बेटे कार्तिक हैं।संपत्ति विवाद को लेकर हत्या का शकहादसे के बाद जब पुलिस घटनास्थल पर पहुंची, तो वहां ज्वेलरी और कैश सुरक्षित रखा था। ऐसे में पुलिस को इस हत्या के बारे में शक हुआ कि ये हत्या चोरी के मकसद से नहीं की गई है। पुलिस के मुताबिक, दोनों भाइयों के बीच संपत्ति को लेकर विवाद की संभावना नजर आ रही है। प्रकाश बकाले सारी संपत्ति कार्तिक को देने वाले थे। जिससे विनायक नाराज हो गया और उसने अपने माता-पिता और भाई की जान लेने की योजना बनाई।पुलिस ने 8 लोगों को किया गिरफ्तारगड़ग से विनायक प्रकाश बकाले (35), फैराजी काजी (29), जिशान काजी (24) और महाराष्ट्र के सांगली जिले के मिराज से जुड़वां भाई साहिल अश्फाक काजी (19), सोहेल अश्फाकी काजी (19), सुल्तान जिलानी शेख (23), महेश जगन्नाथ सालुंके (21) और वाहीद लियाकत बेपारी (21) को गिरफ्तार किया है। विनायक ने फैराजी को 65 लाख रुपए का कॉन्ट्रैक्ट दिया था। फैराजी ने ही गाड़ियां, वाहन और सर्विलांस का इंतजाम किया है।Nafe Singh Rathi: हरियाणा INLD प्रमुख नफे सिंह राठी की सरेआम गोली मारकर हत्या
Karnataka govt distributed rights of backward classes among Muslims injustice to OBC Commission objection कर्नाटक: ‘राज्य सरकार ने पिछड़ा वर्ग के अधिकारों को मुसलमानों में बांटा, ओबीसी से अन्याय’, आयोग ने जताई आपत्ति
भाजपा के आधिकारिक हैंडल से इंटरनेट मीडिया एक्स पर कांग्रेस घोषणा-पत्र या मुस्लिम लीग घोषणा-पत्र शीर्षक से किए गए पोस्ट के खिलाफ एफआईआर कराई गई है। कर्नाटक के मुख्य चुनाव अधिकारी ने इसकी पुष्टि की है। कर्नाटक के मुख्य चुनाव अधिकारी ने बताया कि मल्लेश्वरम विधानसभा क्षेत्र की एफएसटी टीम द्वारा बेंगलुरु के मल्लेश्वरम पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई है।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने जेईई मेन 2024 सेशन 2 का रिजल्ट बुधवार देर रात जारी कर दिया। इस बार सेशन-2 में 56 स्टूडेंट्स ऐसे रहे हैं, जिन्हें 100 पर्सेंटाइल मिला है।इसमें दिल्ली की शायना सिन्हा
पीएम से सवाल करते हुए सिद्धारमैया ने कहा कि कांग्रेस ने कहां कहा है कि वह पिछड़े वर्गों और एससी/एसटी से आरक्षण छीनकर मुसलमानों को देगी?
कर्नाटक में आरक्षण को लेकर PM मोदी ने कांग्रेस पर लगाया यह आरोप...
Prime Minister Modi made this allegation on Congress regarding reservation in Karnataka : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कांग्रेस पर मुस्लिम जातियों को एक ही श्रेणी में रखकर कर्नाटक में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए आरक्षण कम करने का आरोप लगाया और दावा किया कि वह इसे पूरे देश में दोहराने की योजना बना रही है। ओबीसी का सबसे बड़ा दुश्मन विपक्षी दल : मध्य प्रदेश के सागर जिले में एक चुनावी रैली में उन्होंने विपक्षी दल को ओबीसी का सबसे बड़ा दुश्मन करार दिया। मोदी ने दावा किया कि अतीत में कांग्रेस ने धर्म के आधार पर आरक्षण प्रदान किया था जिसकी देश का संविधान अनुमति नहीं देता है। ALSO READ: कौन हैं वो 7 टॉप गेमर्स जिनसे मिले PM नरेंद्र मोदी? उन्होंने कहा, एक बार फिर कांग्रेस ने सभी मुस्लिम जातियों को ओबीसी के साथ रखकर पिछले दरवाजे से कर्नाटक में धर्म के आधार पर आरक्षण दिया है। ऐसा करके उसने ओबीसी समुदाय से आरक्षण का एक बड़ा हिस्सा छीन लिया है। कांग्रेस इस खतरनाक खेल में शामिल हो गई है जो आपकी (आने वाली) पीढ़ियों को नष्ट कर देगी। वह ओबीसी की सबसे बड़ी दुश्मन है। धर्म के आधार पर किसी को आरक्षण नहीं दिया जाएगा : उन्होंने कहा कि 2004 में कांग्रेस ने संविधान निर्माता डॉ. बाबा साहेब आंबेडकर की पीठ में छुरा घोंपकर धर्म के आधार पर आरक्षण दिया। उन्होंने कहा, हमारा संविधान साफ कहता है कि धर्म के आधार पर किसी को आरक्षण नहीं दिया जाएगा। बाबा साहेब आंबेडकर स्वयं धर्म के आधार पर आरक्षण के विरोधी थे। लेकिन कांग्रेस ने वर्षों पहले धर्म के आधार पर आरक्षण देने का खतरनाक संकल्प लिया और संकल्प को पूरा करने के लिए वह तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है। ALSO READ: PM नरेंद्र मोदी ने बताया 2047 तक भारत कैसे बनेगा दुनिया की तीसरी बड़ी इकोनॉमी? मोदी ने कहा कि कर्नाटक में पार्टी ने पिछले दरवाजे से गैर कानूनी तरीके से ऐसा आरक्षण मुहैया कराया और ओबीसी समाज के साथ ‘गुनाह’ किया है। प्रधानमंत्री ने कहा, इसके लिए मुसलमानों की सभी जातियों को ओबीसी कोटा (आरक्षण) में डाल दिया। ऐसा करके कांग्रेस ने ओबीसी समाज का बड़ा हिस्सा छीन लिया और धर्म के आधार पर दूसरों को दे दिया। ALSO READ: लोकसभा चुनाव 2024 : क्यों जीत रही BJP, विपक्ष कहां कर रहा चूक, प्रशांत किशोर का दावा- बंगाल-तेलंगाना में चौंकाएंगे मोदी कांग्रेस यही फार्मूला पूरे देश में लागू करना चाहती है : मोदी ने दावा किया, कांग्रेस यही फार्मूला पूरे देश में लागू करना चाहती है। ये खतरनाक खेल आपकी पीढ़ी को खत्म कर देगा। कांग्रेस ओबीसी समुदाय की सबसे बड़ी दुश्मन है। कांग्रेस ने सामाजिक न्याय की हत्या की है, संविधान की भावना का उल्लंघन किया है और बाबा साहेब का घोर अपमान किया है। विपक्षी सवाल पूछते हैं 400 पार क्यों : उन्होंने कहा, ये (विपक्षी) सवाल पूछते हैं, 400 पार क्यों? मैं जवाब देता हूं, आप (कांग्रेस) जो ओबीसी के आरक्षण की चोरी का खेल, खेल रहे हैं। आपके ये खेल हमेशा के लिए बंद करने, आपके मंसूबे को हमेशा के लिए ताला लगाने के लिए मोदी को 400 पार चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा, मुझे दलितों, आदिवासियों, ओबीसी के आरक्षण की रक्षा करनी है। मैं स्वयं इस समाज से आया हूं, मैं आपका (जनता) दर्द जानता हूं इसलिए मैं आपको संरक्षण देकर रहूंगा और मैं आपके साथ हूं। ALSO READ: PM नरेंद्र मोदी ने बताया 2047 तक भारत कैसे बनेगा दुनिया की तीसरी बड़ी इकोनॉमी? प्रधानमंत्री ने किसी के पूर्वजों द्वारा बचाई गई संपत्ति पर विरासत कर लगाने की 'योजना' के लिए भी कांग्रेस की आलोचना की। मोदी ने कहा कि कांग्रेस शासन में मध्य प्रदेश को बीमारू राज्य के रूप में जाना जाता था और विकास तभी शुरू हुआ जब भाजपा सत्ता में आई। (भाषा) Edited By : Chetan Gour
लोकसभा चुनाव के प्रचार के बीच कांग्रेस अब मुस्लिम आरक्षण पर भी फंसती नजर आ रही है. पिछड़ा वर्ग आयोग का कहना है कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने सभी मुस्लिम जातियों को ओबीसी में शामिल कर लिया है और उन्हें आरक्षण दिया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसे लेकर कांग्रेस को घेरा है. ऐसे में जानते हैं कि ये पूरा मामला क्या है?
Rapido मतदान के दिन Karnataka में वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांग मतदाताओं को देगी मुफ्त सेवाएं
नयी दिल्ली । ऑनलाइन टैक्सी बुकिंग की सुविधा देने वाली कंपनी रैपिडो ने अपनी ‘सवारी जिम्मेदारी की’ पहल के तहत कर्नाटक में मतदान के दिन दिव्यांग तथा वरिष्ठ नागरिक मतदाताओं को मुफ्त बाइक टैक्सी, ऑटो और कैब मुहैया कराने की घोषणा की है। कंपनी के अनुसार, बेंगलुरु, मैसूरु और मंगलुरु में मतदाता ‘वीओटीई एनओडब्ल्यू (वोट नाउ) कोड का इस्तेमाल करके 26 अप्रैल को मतदान केंद्रों तक मुफ्त यात्रा का लाभ उठा सकेंगे। रैपिडो ने एक बयान में कहा, ‘‘ भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) और बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) के सहयोग से रैपिडो बेंगलुरु में दिव्यांग और वरिष्ठ नागरिक मतदाताओं को मुफ्त ऑटो तथा कैब की सवारी प्रदान करके आम चुनाव 2024 में नागरिक भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए तैयार है।’’ रैपिडो के सह-संस्थापक पवन गुंटुपल्ली ने कहा कि इस कदम का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि दिव्यांग तथा वरिष्ठ मतदाताओं को अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का इस्तेमाल करने के लिए समान अवसर मिल पाए।
नई दिल्ली। कर्नाटक की कांग्रेस सरकार के ताजा कदम से सियासत और गरमाने के आसार हैं। राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष हंसराज अहीर ने एक बयान जारी कर आरोप लगाया है कि कर्नाटक सरकार ने आरक्षण का लाभ देने के लिए मुस्लिमों को पिछड़ा वर्ग यानी ओबीसी में शामिल किया है। हंसराज अहीर का […] The post मुस्लिमों को ओबीसी में रखने पर कर्नाटक में घिरी कांग्रेस!, राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग अध्यक्ष ने लगाया हक छीनने का आरोप appeared first on राजसत्ता एक्सप्रेस- Rajsatta Express .
ओबीसी आरक्षण पर कर्नाटक ने नहीं दिया उचित स्पष्टीकरण : ओबीसी आयोग
नई दिल्ली। कर्नाटक में संपूर्ण मुसलमान समुदाय को अन्य पिछड़ा वर्ग-ओबीसी के अंतर्गत आरक्षण देने पर राष्ट्रीय ओबीसी आयोग ने कहा है कि राज्य सरकार ने इस संबंध में उचित स्पष्टीकरण नहीं दिया है। राष्ट्रीय ओबीसी आयोग के अध्यक्ष हंसराज गंगाराम अहीर ने बुधवार को यहां कहा कि कर्नाटक सरकार ने ओबीसी आरक्षण का श्रेणीकरण […] The post ओबीसी आरक्षण पर कर्नाटक ने नहीं दिया उचित स्पष्टीकरण : ओबीसी आयोग appeared first on Sabguru News .
लोकसभा चुनाव के बीच आरक्षण मुद्दे को लेकर बीजेपी लगातार कांग्रेस पर निशाना साध रही है. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस एससी-एसटी और ओबीसी के अधिकारों को मुस्लिमों में बांटने की कोशिश कर रही है....
Karnataka में कांग्रेस ने साल भर में ऐसी कौन-सी गलतियां कर दीं जिसके चलते जनता इतनी नाराज है
लगभग एक साल पहले कांग्रेस ने कर्नाटक विधानसभा की 224 में से 136 सीटों पर जीत हासिल करके प्रचंड बहुमत वाली सरकार बनाई थी। लेकिन एक साल के भीतर ही कर्नाटक के शहरी और ग्रामीण इलाकों में जिस तरह कांग्रेस के प्रति नाराजगी दिखने लगी है वह दर्शा रही है कि चुनावों में किये गये वादे पूरे नहीं किये जायें तो जनता सबक सिखाने को तैयार रहती है। खास बात यह है कि कर्नाटक में दी गयी गारंटियों को पूरा करने के दावे के आधार पर कांग्रेस ने लोकसभा चुनावों के लिए जारी अपने घोषणापत्र में तमाम तरह की गारंटियां दी हैं। लेकिन जब आप कर्नाटक में कांग्रेस की गारंटियों के बारे में जनता से राय लेंगे तो पाएंगे कि दिल्ली में जो दावे किये जा रहे हैं वह खोखले हैं। हमने कर्नाटक के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा किया। ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों का कहना था कि बिजली के बिल में कटौती की जगह बिजली की कटौती होने लगी है। शहरी क्षेत्रों में व्यापारियों ने कहा कि कमर्शियल यूज के लिए बिजली की दरों में बार-बार इजाफा किया जा रहा है जिससे हम पर भार पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार हमसे पैसा लेकर दूसरों को सब्सिडी दे रही है जोकि गलत है। गांवों में किसानों और दुग्ध उत्पादकों ने कहा कि हमसे किये गये वादे पूरे नहीं किये गये। शहरी क्षेत्रों में गैर-लग्जरी बसों में मुफ्त यात्रा सुविधा का उपयोग करने वाली महिलाओं ने कहा कि यह देश का चुनाव है इसलिए हम प्रधानमंत्री मोदी के साथ हैं वहीं ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं से जब हमने मुफ्त यात्रा सुविधा के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि एक तो बसें कम हैं और दूसरा जो बसें हैं वह खटारा जैसी हैं और प्रदूषण फैलाती हैं इसलिए ऐसी सुविधा का हमें कोई फायदा नहीं। इसे भी पढ़ें: Bangalore Rural में Devegowda के दामाद CN Manjunath ने DK Shivakumar के भाई Suresh की राह में बड़ी बाधा खड़ी कर दी है हमने गांवों और शहरों में एक चीज समान रूप से पाई कि लोग यह कहते दिखे कि हमें मुफ्त की सौगात नहीं चाहिए। लोगों ने कहा कि हम कमा कर खाना चाहते हैं और सभी चीजों का बिल भी अपनी जेब से भरना चाहते हैं। लोगों ने कहा कि हम सरकार पर निर्भर नहीं रहना चाहते इसलिए सरकार को मुफ्त रेवड़ियां बांटने की बजाय रोजगार के अवसर मुहैया कराने पर जोर देना चाहिए। हमने पाया कि कर्नाटक में राष्ट्रवाद, हिंदुत्व और विकास इस चुनाव में बड़े मुद्दे हैं। हमने पाया कि भाजपा से बेहतर बूथ प्रबंधन किसी अन्य पार्टी के पास नहीं है। हमने पाया कि महिला शक्ति का समर्थन सर्वाधिक भाजपा के साथ है। हमने पाया कि युवा शक्ति का समर्थन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को है। हमने पाया कि पहली बार मतदान करने वाले से लेकर बच्चे तक की जुबान पर मोदी का नाम है। 2014 के लोकसभा चुनावों में भाजपा ने 43 प्रतिशत मत हासिल किये थे। पिछले लोकसभा चुनावों में कर्नाटक उन राज्यों में शुमार था जहां भाजपा ने 51 प्रतिशत से अधिक मत हासिल किये थे। इस बार के चुनावों में भी वही स्थिति देखने को मिल सकती है। पिछले चुनावों में भाजपा ने राज्य की 28 में से 25 सीटों पर विजय हासिल की थी, ऐसा लगता है कि इस बार भी वही स्थिति रह सकती है या भाजपा और आगे भी जा सकती है। कर्नाटक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मजबूत छवि का लाभ भाजपा को मिलता दिख रहा है और जिस तरह हाल ही में बेंगलुरु के एक कैफे में धमाका हो गया था उसको देखते हुए लोगों के मन में यह भावना प्रबल हुई है कि सुरक्षा हालात भाजपा के राज में ही बेहतर होते हैं। कर्नाटक में विधानसभा चुनावों के समय साइडलाइन किये गये पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को भाजपा जिस तरह इस बार पूरा महत्व दे रही है उसका जातिगत असर होता भी दिख रहा है। भाजपा ने येदियुरप्पा के बेटे विजयेंद्र को प्रदेश अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी भी सौंपी है। येदियुरप्पा का लिंगायत समुदाय पर बड़ा प्रभाव है जोकि राज्य में बड़ा सामाजिक वर्ग है। वहीं जनता दल सेक्युलर का प्रभाव वोक्कालिगा समुदाय के बीच काफी अच्छा माना जाता है। इस समय कर्नाटक में जो सामाजिक समीकरण हैं उसके मुताबिक लिंगायत और वोक्कालिगा की ताकत के साथ जब प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता जुड़ जायेगी तो इस गठबंधन का बेड़ा पार होना आसान हो जायेगा। पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा राज्य में काफी सम्मानित नेता हैं। उन्होंने मोदी को एक बार फिर प्रधानमंत्री बनने का आशीर्वाद दिया है और लगातार साक्षात्कारों और बयानों के जरिये वह जिस तरह मोदी के लिए समर्थन मांग रहे हैं उसका भी बड़ा असर कर्नाटक की राजनीति में देखा जा रहा है। खुद पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता येदियुरप्पा भी कह चुके हैं कि जनता दल सेक्युलर के साथ गठबंधन सिर्फ लोकसभा चुनावों के लिए ही नहीं है बल्कि यह आगे तक के लिए है। कर्नाटक में हमने एक चीज और पाई कि भाजपा जहां इस चुनाव को पूरी एकजुटता के साथ लड़ रही है वहीं कांग्रेस बिखरी हुई नजर आ रही है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री कांग्रेस के सभी उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने की बजाय अपने-अपने खेमों के लोगों को जिताने के लिए ही प्रयास करते नजर आ रहे हैं। बताया जाता है कि यह सब घटनाक्रम कांग्रेस के कई विधायकों को अखर रहा है। वह पहले से ही इस बात से नाराज हैं कि उनके क्षेत्र में विकास के लिए फंड नहीं दिया जा रहा है। दरअसल ऐसा बताया जाता है कि मुफ्त रेवड़ियां बांटने के चक्कर में कर्नाटक सरकार का खजाना ही खाली हो चुका है और विकास के लिए पैसा नहीं बचा है। यहां सवाल यह भी उठता है कि जब खजाना रेवड़ियां लुटाने में खाली कर दिया गया लेकिन जनता कह रही है कि उसे कुछ मिला ही नहीं तो यह पैसा आखिर गया कहां? -नीरज कुमार दुबे
NCBC Report:राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने चौंकाने वाला दावा करते हुए कहा है कि कर्नाटक सरकार ने पिछड़ों का हक काटकर मुस्लिमों को दे दिया है.
नेहा हिरेमथ की तस्वीरें लीक करने में कर्नाटक सरकार का हाथ, प्रह्लाद जोशी ने लगाया आरोप
हुबली। केंद्रीय मंत्री एवं कर्नाटक में धारवाड़ लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी उम्मीदवार प्रह्लाद जोशी ने बुधवार को आरोप लगाया कि नेहा हिरेमथ के कथित हत्यारे के मोबाइल से तस्वीरें लीक करने के पीछे राज्य की कांग्रेस सरकार का हाथ है। जोशी ने आज संवाददाताओं से सवालिया लहजे में कहा कि जब आरोपी जेल […] The post नेहा हिरेमथ की तस्वीरें लीक करने में कर्नाटक सरकार का हाथ, प्रह्लाद जोशी ने लगाया आरोप appeared first on Sabguru News .
नेहा मर्डर केस: क्या 2023 विधानसभा चुनावों से सबक सीखेगी कर्नाटक भाजपा?
कर्नाटक में नेहा मर्डर केस को लेकर बीजेपी आक्रामक हो गई है. पर जिस तरह विधानसभा चुनावों के पहले बजरंग बली से लेकर हिजाब, ईदगाह मैदान आदि मुद्दे को जीवित करने की कोशिश असफल साबित हुई थी, क्या बीजेपी उससे सबक सीखेगी?
Amar ujala Exclusive Hassan Ground Report karnataka JDS Hassan Ground Report: हारे तो गौड़ा…जीते तो भी गौड़ा...पर कौनसा, यह वक्त ही बताएगा, पढ़ें क्या कहते हैं मतदाता
सूखा राहत को लेकर कर्नाटक कांग्रेस के नेताओं का केंद्र के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
बेंगलुरु, 23 अप्रैल (आईएएनएस)। कर्नाटक में सूखा राहत को लेकर मुख्यमंत्री सिद्दारमैया के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं ने मंगलवार को विधानसभा में गांधी प्रतिमा के सामने केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
कर्नाटक: भाजपा के पास पिछले प्रदर्शन को दोहराने की चुनौती, वजूद बचाने के लिए कांग्रेस कर रही है जद्दोजहदKarnataka BJP challenge of repeating previous performance Congress struggling for existence
केरल, कर्नाटक में कांटे की टक्कर
पहले चरण में तमिलनाडु में मतदान संपन्न होने के साथ ही अब ध्यान पड़ोसी राज्य केरल और कर्नाटक पर केंद्रित हो गया है। इन दोनों राज्यों में 26 अप्रैल को मतदान होने जा रहा है। केरल की सभी 20 लोकसभा सीटों...
नेहा को इंसाफ दिलाने सड़क पर उतर आईं मुस्लिम लड़कियां कौन, कर्नाटक में बवाल!
कर्नाटक के हुबली में एक कॉलेज परिसर में कर्नाटक कांग्रेस के पार्षद की बेटी की हत्या के बाद पूरे राज्य में राजनीतिक हलचल शुरू हो गई है विपक्षी भाजपा और कांग्रेस के बीच 'लव जिहाद' के मुद्दे को लेकर तीखी नोकझोंक चल रही हैदरअसल हुबली के कॉलेज में एक छात्रा के साथ दरिंदगी की गई इस वारदात के बाद पूरे कर्नाटक में विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए 23 साल की नेहा परीक्षा देकर केंद्र से बाहर निकली थी तभी उसके क्लास के एक लड़के ने चाकू से ताबड़तोड़ हमले कर हत्या कर दी...
'उसने धर्म परिवर्तन से...' नेहा के पिता ने बताई हत्या की वजह, CID करेगी हत्याकांड की जांच News18 हिंदी नेहा मर्डर केस: फैयाज के पिता ने मांगी माफी, रोते हुए बोले- मेरे बेटे ने कालिख पोत दी, सख्त सजा मिले! Aaj Tak Karnataka: कांग्रेस पार्षद की बेटी की हत्या का मामला CID को सौंपा जाएगा, सीएम बोले- विशेष अदालत का भी होगा गठन अमर उजाला कर्नाटक में कांग्रेस पार्षद की बेटी की हत्या का मामला: CM बोले- केस की जांच CID करेगी, स्पेशल कोर्ट बनाएंगे... Dainik Bhaskar
Karnataka Neha Murder Case: Love Jihad मामले में विरोध तेज | Hubballi | Fayaz | Crime Katha
वो कालेज आई थी..सुबह 8 बजे से लेकर शाम 4- साढ़े 4 बजे तक उसकी क्लास थी...लेकिन कालेज में उसके साथ जो वारदात हुई उसने कर्नाटक समेत देश को हिला दिया है...जी हां नाम था उसका नेहा हिरेमथ वो हुबली में रहती थी..नेहा के पापा कर्नाटक की सत्तारूढ़ पार्टी से हुबली में काउंसलर यानि पार्षद हैं...नेहा एमसीए फस्ट ईयर की स्टूडेंट थी और हुबली के बीवीबी कालेज में पढ़ रही थी..फिर उसके साथ हुआ वो कांड जिसके बाद उसके कांग्रेस पिता निरंजन हिरेमथ को कहना पड़ा कि उनकी बेटी की हत्या 'लव जिहाद' के वजह से हुई है। निरंजन हिरेमथ का बयान तब सामने आया है जब कर्नाटक सरकार ने कहा था कि इस मामले में जबरन धर्म परिवर्तन का कोई एंगल नहीं...
Karnataka PUC II Result 2024: कर्नाटक स्कूल एग्जामिनेशन एंड असेसमेंट बोर्ड (केएसईएबी ) आज कुछ देर में प्री-यूनिवर्सिटी एग्जाम II का रिजल्ट जारी करेगा। रिजल्ट सुबह 10 बजे जारी होगा।
Karnataka 2nd PUC Result 2024: सुबह 10 बजे जारी होगा रिजल्ट, यहां मिलेगा डायरेक्ट लिंक
Karnataka 2nd PUC Result 2024: सुबह 10 बजे कर्नाटक 2nd पीयूसी (12वीं) का रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा। रिजल्ट की घोषणा प्रेस कॉन्फ्रेंस में की जाएगी। जिसके बाद 11 बजे से छात्र अपना रिजल्ट डाउनलोड कर सकत
KEA KCET Admit Card 2024 Out: कर्नाटक परीक्षा प्राधिकरण ने कर्नाटक कॉमन एंट्रेंस टेस्ट परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड जारी कर दिए हैं। पंजीकृत उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर नीचे बताए तरीके से अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं।
Karnataka: DK Shivakumar के लिए CM Siddaramaiah ने खुद किया रास्ता साफ! Congress| Loksabha Election
कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद सीएम पद को लेकर संघर्ष छिड़ गया था। कई दिनों तक खींचतान के बाद हाईकमान डीके शिवकुमार को राजी कर पाया था और फिर सिद्धारमैया को एक बार फिर मुख्यमंत्री का पद मिल गया। अब भी डीके शिवकुमार के समर्थक अकसर अपना दुख जाहिर करते रहते हैं। इस बीच सिद्धारमैया का एक बयान डीके शिवकुमार के समर्थकों को राहत दे सकता है। सोनिया गांधी और राहुल गांधी के करीबी डीके शिवकुमार आज भी कर्नाटक की राजनीति में एक ध्रुव...
Karnataka 1st PUC Result: जारी होने वाला है कर्नाटक प्रथम पीयूसी रिजल्ट? इस लिंक से कर सकेंगे चेक
Karnataka 1st PUC Results: कर्नाटक स्कूल परीक्षा और मूल्यांकन बोर्ड, आज कर्नाटक प्रथम पीयूसी परीक्षा का रिजल्ट जारी करने वाला है। संबंधित उम्मीदवार जारी होने पर अपना रिजल्ट देखने के लिए नीचे बताए स्टेप्स को फॉलो करें।
वाटर वूमेन शिप्रा बोलीं, कर्नाटक और तमिलनाडु में भी योगी लोकप्रिय
लखनऊ, 28 मार्च (आईएएनएस)। भगवान श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या से रामेश्वरम तक लगभग 3,952 किमी की पदयात्रा करने वाली वॉटर वुमन के नाम से मशहूर उत्तर प्रदेश की शिप्रा पाठक का कहना है कि कर्नाटक और तमिलनाडु जैसे राज्यों में भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ काफी लोकप्रिय हैं। दक्षिणी राज्यों के लोग भी यूपी की कानून-व्यवस्था से काफी खुश दिखे।