Noida : थाईलैंड से लाए गए कुख्यात अपराधी रवि काना को अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेजा
नोएडा। थाईलैंड में पकड़े गए कुख्यात अपराधी रवि काना और उसकी सहयोगी काजल झा को भारत वापस भेजे जाने के बाद नोएडा पुलिस ने शनिवार को यहां की एक अदालत में पेश किया, जहां से दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। एक पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार थाईलैंड से प्रत्यर्पण कर लाए गए रवि काना और काजल को शुक्रवार दोपहर को नोएडा पुलिस ने दिल्ली हवाई अड्डे पर अपनी हिरासत में ले लिया था। रवि के खिलाफ सामूहिक बलात्कार और गैंगस्टर अधिनियम समेत अन्य मामले दर्ज हैं। गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने रवि और काजल की गिरफ्तारी पर 50- 50 हजार रुपए का इनाम भी घोषित कर रखा था। पुलिस उपायुक्त (ग्रेटर नोएडा) साद मियां खान ने बताया कि रवि काना और काजल झा को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।उन्होंने बताया कि नोएडा पुलिस सीबीआई, इंटरपोल और अन्य एजेंसियों के माध्यम से रवि काना की गिरफ्तारी के लिए प्रयासरत थी। पुलिस सूत्रों ने बताया कि रवि और काजल की बैंकॉक में गिरफ्तारी हुई थी। बैंकॉक के न्यायालय में पेश किये जाने के बाद उन्हें भारत भेजने का आदेश जारी किया गया था। इसे भी पढ़ें: Nagaland : जबरन वसूली के विरोध में नगालैंड में व्यापारिक प्रतिष्ठानों का अनिश्चितकालीन बंद सूत्रों के मुताबिक, नोएडा पुलिस के आला अधिकारियों ने हिरासत के दौरान रवि काना और काजल से गहनता से पूछताछ की जिसमें उसे कई अहम सुराग मिले हैं। इस साल जनवरी में थाना बीटा-2 पुलिस द्वारा रवि काना और उसके गिरोह के 15 सदस्यों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की गई थी। इससे पहले पिछले साल दिसंबर मे नोएडा के थाना सेक्टर-39 में रवि काना और उसके गुर्गों पर सामूहिक बलात्कार का मुकदमा दर्ज हुआ था। रवि के गिरोह के कई सदस्यों और उसकी पत्नी मधु को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। मधु की गिरफ्तारी के बाद ही पुलिस को रवि और काजल के थाइलैंड भाग जाने की जानकारी मिली थी।
Nagaland : जबरन वसूली के विरोध में नगालैंड में व्यापारिक प्रतिष्ठानों का अनिश्चितकालीन बंद
कोहिमा। नगालैंड में भूमिगत समूह की ओर से जबरन वसूली किए जाने के विरोध में व्यापारिक प्रतिष्ठानों का अनिश्चितकालीन बंद शनिवार को शुरू हो गया, जिसके कारण बाजार और निजी कार्यालय बंद रहे। सबसे पहले शुक्रवार को राज्य की वाणिज्यिक राजधानी दीमापुर में व्यापारिक प्रतिष्ठानों का बंद शुरू हुआ था, जिसके बाद ‘कन्फेडरेशन ऑफ नगालैंड चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज (सीएनसीसीआई) के आह्वान पर अन्य जिले भी इसमें शामिल हो गये। सीएनसीआई ने कहा कि बैंक, शैक्षणिक संस्थानों, सरकारी कार्यालयों और अस्पतालों को इस बंद के दायरे से बाहर रखा गया है। इसे भी पढ़ें: मोदी प्रधानमंत्री पद की प्रतिष्ठा को कमजोर कर रहे हैं: Siddaramaiah राज्य के गृह आयुक्त विक्की केन्या ने कहा कि सरकार के संज्ञान में आया है कि विभिन्न समूहों द्वारा, खासकर दीमापुर में व्यवसायों से ‘‘बड़े पैमाने पर करों की वसूली’’ ने व्यापारी परेशान हैं। उन्होंने बताया कि जिन प्रतिष्ठानों ने सरकार के साथ युद्धविराम समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, उनसे ही ज्यादातर वसूली की जा रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस को सख्त कदम उठाने का निर्देश दिया गया है। केन्या ने कहा कि पुलिस को राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत जबरन वसूली करते पाए जाने वाले ‘‘भूमिगत सदस्यों’’ को गिरफ्तार करना जारी रखना चाहिए।
Nagaland Shutdown: नगालैंड में दुकान-ऑफिस सब बंद, वसूली के विरोध में अनिश्चितकालीन बंदी
अंडरग्राउंड ग्रुप्स की जबरन वसूली के विरोध में शनिवार को नगालैंड में दुकान अनिश्चितकाल के लिए बंद हो गए हैं। इसके अलावा प्राइवेट ऑफिस भी बंद हो गए हैं। शुक्रवार को पहली बार नगालैंड के कॉमर्शियल कैपिटल दीमापुर में बंदी रही जिसके बाद कन्फेडरेशन ऑफ नागालैंड चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज (CNCCI) के आह्वान पर बाकी जिले भी इस अभियान में शामिल हो गए। सीएनसीआई का कहना है कि जबरन वसूली को लेकर व्यापारिक समुदाय का उत्पीड़न अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसने सरकार से भूमिगत समूहों की निरंतर जबरन वसूली, धमकी और समन को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया है। सीएनसीआई ने कहा कि बैंकों, शैक्षणिक संस्थानों, सरकारी कार्यालयों और अस्पतालों को बंद के दायरे से बाहर रखा गया है।सरकार क्या कदम उठा रही है?राज्य के होम कमिश्नर विक्की केन्या (Vikeyie Kenya) ने कहा कि सरकार को यह जानकारी मिली है कि कारोबारियों से और खासतौर से दीमापुर में कई ग्रुप वसूली कर रहे हैं। इसमें से अधिकतर ग्रुप वे हैं, जिन्होंने सरकार के साथ युद्धविराम समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। विकी ने इसे असहनीय स्थिति बताया है। उन्होंने कहा कि ऐसी चीजें कानूनी एजेंसियों के साथ-साथ राज्य सरकार पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालती हैं। उन्होंने पुलिस को कड़े कदम उठाने का निर्देश दिया है। जिला प्रशासन और पुलिस को निर्देश दिया गया है कि वे सीजफायर यानी युद्धविराम के नियमों के किसी भी उल्लंघन की सूचना सीजफायर मॉनीटरिंग ग्रुप को दें ताकि उचित कार्रवाई हो सके।होम कमिश्नर ने कहा कि जो लोग वसूली कर रहे हैं, पुलिस को उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत गिरफ्तार करना चाहिए। दीमापुर पुलिस कमिश्नर को बाजार में गश्त बढ़ाने और लोगों में भरोसा पैदा करने के लिए IRBn (इंडियन रिजर्व बटालियन) के जवानों को तैनात करने के लिए कहा गया है। इसके अलावा सरकार ने जबरन वसूली की घटनाओं से निपटने के लिए पुलिस कमिश्नर को एक विशेष सेल बनाने का भी निर्देश दिया है।फिर क्यों हो रही अनिश्चितकालीन बंदी?दीमापुर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज (DCCI) का कहना है कि राज्य सरकार ने पहले भी इस तरह के निर्देश जारी किए थे। हालांकि स्थिति में कोई सुधार नहीं दिखा। ऐसे में अब DCCI का कहना है कि जब तक सरकार कोई संतोषजनक कदम नहीं उठाती तब तक बंद जारी रहेगा।Manipur Violence: एक बार फिर जल रहा मणिपुर, कुकी उग्रवादियों के हमले में CRPF के दो जवानों की मौत
नागालैंड 10वीं, 12वीं का बोर्ड रिजल्ट जारी, यहां करें चेक
nbsenl.edu.in, Nagaland HSLC, HSSLC Board Result 2024 OUT: नागालैंड 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा 2024 में उपस्थित हुए करीब 60,000 छात्र-छात्राओं का रिजल्ट जारी कर दिया गया है. जो छात्र इस साल बोर्ड परीक्षा में बैठे थे, वे अब नागालैंड बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट nbsenl.edu.in पर जाकर अपनी ऑनलाइन मार्कशीट चेक कर सकते हैं.
NBSE 10th 12th Result 2024: नागालैंड बोर्ड HSLC और HSSLC रिजल्ट nbsenl.edu.in पर जारी, ये हैं टॉपर
NBSE 10th 12th Result 2024 declared : नागालैंड बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन ने एचएसएलसी यानी 10वीं कक्षा और (एचएसएसएलसी यानी कक्षा 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के नतीजों की घोषणा कर दी है।
Nagaland Board Result 2024: नागालैंड बोर्ड आज यानी 26 अप्रैल, 2024 को कक्षा 10वीं और 12वीं के लिए एनबीएसई रिजल्ट 2024 की घोषणा करेगा. स्टूडेंट बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट nbsenl.edu.in पर एचएसएलसी और एचएसएसएलसी रिजल्ट देख सकते हैं.
Rajasthan Road Accident: बौंली थाना क्षेत्र के एक्सप्रेस वे पर घाटा नेनवाडी गांव के समीप आज एक भीषण सड़क हादसा हुआ है. दरअसल नागालैंड निवासी पर्यटकों की कार चारे से भरी हुई एक पिकअप से टकरा गई. जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई. वहीं 6 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए
IED ब्लास्ट से इंफाल और नागालैंड को जोड़ने वाली पुल क्षतिग्रस्त, 150 से अधिक ट्रक फंसे
इंफाल में एनएच-2 पर आईईडी ब्लास्ट से दो शहरों को जोड़ने वाली पुल क्षतिग्रस्त हो गई. इससे राज्य की राजधानी इंफाल में आवश्यक वस्तुएं ले जा रहे 150 से अधिक ट्रक बुधवार को सेनापति जिले में फंस गए. पुलिस अधिकारी ने बताया कि आईईडी विस्फोट मंगलवार रात करीब 12.45 बजे सपरमीना और कोउब्रू लेइखा के बीच पुल पर हुआ.
Manipur Lok Sabha Election 2024: आउटर मणिपुर के कुछ हिस्सों में दूसरे चरण का मतदान होने से सिर्फ दो दिन पहले मंगलवार (23 अप्रैल) देर रात तीन मध्यम तीव्रता के विस्फोटों ने जातीय हिंसा से प्रभावित कांगपोकपी जिले में एक पुल को क्षतिग्रस्त कर दिया। हालांकि विस्फोट के कारण कोई घायल या मौत नहीं हुई। लेकिन यह नेशनल हाईवे- 2 पर लोगों की की आवाजाही को प्रभावित करेगा जो इंफाल को नागालैंड में दीमापुर से जोड़ता है। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, घटना रात करीब 1:15 बजे कांगपोकपी जिले के सापोरमीना के करीब हुई। एक अधिकारी ने कहा कि अभी तक किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। फिलहाल मामले की जांच जारी है।सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया है और आस-पास के इलाकों एवं अन्य पुलों की तलाशी और जांच की जा रही है। पुलिस ने पीटीआई को बताया कि कांगपोकपी जिले में नेशनल हाईवे-2 पर एक पुल में विस्फोट से पुल आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे क्षेत्र में ट्रैफिक बाधित हो गया। अधिकारी ने बताया कि IED विस्फोट मंगलवार देर रात सपरमीना और कोउब्रू लेइखा के बीच पुल पर हुआ।आवाजाही प्रभावितबता दें कि इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) एक तरह का विस्फोटक है। उन्होंने बताया कि इस विस्फोट में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। अधिकारी ने बताया कि पुल के दोनों छोर पर गड्ढे और दरारें देखी गईं।मणिपुर की राजधानी इंफाल को नगालैंड के दीमापुर से जोड़ने वाले पुल पर भारी वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है। विस्फोट के कुछ मिनट बाद पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और उन्होंने पुल की घेराबंदी की। विस्फोट की घटना की जांच शुरू कर दी गई है। हालांकि सुबह कुछ दोपहिया वाहन पुल से गुजरे।इंफाल पश्चिम जिले में संघर्षरत दो समुदायों के ग्राम स्वयंसेवकों के बीच गोलीबारी के कुछ घंटों बाद पुल पर विस्फोट की यह घटना हुई। मणिपुर में पिछले वर्ष मई में मेइती तथा कुकी जनजातियों के बीच हुए संघर्ष में 200 से अधिक लोग मारे गए हैं और हजारों लोग बेघर हुए हैं।हिंसा के बीच मतदानयह ब्लास्ट की घटना मणिपुर में चुनावी उथल-पुथल की पृष्ठभूमि के बीच आया है। 19 अप्रैल को पहले चरण का मतदान गोलीबारी, इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (EVM) में तोड़फोड़ और विशेष रूप से आंतरिक मणिपुर निर्वाचन क्षेत्र के कुछ हिस्सों में जबरदस्ती और धमकी के आरोपों से प्रभावित हुआ था। इन गड़बड़ियों के बाद 22 अप्रैल को 11 मतदान केंद्रों पर दोबारा मतदान हुआ।ये भी पढे़ं- 'कांग्रेस की लूट जिंदगी के साथ भी और जिंदगी के बाद भी', विरासत टैक्स पर पीएम मोदी का विपक्ष पर तीखा वारइंफाल पश्चिम और कांगपोकपी जिले के बीच सीमा पर गोलीबारी की सूचना के बाद तनाव और बढ़ गया। पीटीआई के मुताबिक, कांगपोकपी में ग्रामीण पहाड़ियों से नीचे उतरे जिससे अवांग सेकमाई और पड़ोसी लुवांगसांगोल गांवों में भारी गोलीबारी हुई। ऐसी घटनाओं से चुनावी प्रक्रिया की अखंडता और सुरक्षा के बारे में चिंताएं बढ़ गई हैं।
मणिपुर को नागालैंड से जोड़ने वाला पुल IED विस्फोट में क्षतिग्रस्त, वोटिंग से दो दिन पहले हुई घटना
मणिपुर के कांगपोकपी जिले में एक पुल को क्षतिग्रस्त करने वाले तीन मध्यम तीव्रता वाले विस्फोटों की सूचना मिली है। ये विस्फोट इम्फाल को नागालैंड के दीमापुर से जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-2 पर सापरमीना के पास हुए। यह लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान से दो दिन पहले आता है, जो बाहरी मणिपुर के कुछ हिस्सों में होगा। एक सुरक्षा अधिकारी की रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 1:15 बजे कांगपोकपी जिले में सपोरमीना के पास यह घटना घटी। इसे भी पढ़ें: जातीय हिंसा फैलने के बाद Manipur में व्यापक तौर पर मानवाधिकारों का हनन हुआ : US report अधिकारी ने बताया कि अभी तक किसी भी समूह ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है और जांच जारी है। सुरक्षा बलों ने घटनास्थल के साथ-साथ आस-पास के इलाकों को भी सील कर दिया है और अतिरिक्त पुलों पर जांच चल रही है। भारी वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, जिससे क्षेत्र में यात्रियों को परेशानी हो रही है। 19 अप्रैल को पहले चरण के मतदान के दौरान, मणिपुर के कुछ हिस्सों में हिंसा की घटनाएं सामने आईं, क्योंकि उपद्रवियों ने राज्य के एक मतदान केंद्र पर गोलीबारी की, जिससे दहशत और अशांति फैल गई। कुछ हिस्सों में ईवीएम को नष्ट कर दिया गया और जबरदस्ती और डराने-धमकाने के आरोप लगाए गए। इसे भी पढ़ें: Manipur के 11 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान में पूर्वाह्न 11 बजे तक 37.54 प्रतिशत मतदान लोकसभा चुनाव के शुरुआती चरण के समापन के बाद, मणिपुर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) रामानंद नोंगमेइकापम ने घोषणा की कि 22 अप्रैल को आंतरिक मणिपुर लोकसभा क्षेत्र के 11 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान होगा। खुरई विधानसभा क्षेत्र में मोइरंगकम्पु साजेब अपर प्राइमरी स्कूल और एस. इबोबी प्राइमरी स्कूल (ईस्ट विंग), क्षेत्रीगाओ में चार, थोंगजू में एक, उरीपोक में तीन और कोंथौजम में एक शामिल हैं।
अपनी संस्कृति के लिए जाना जाने वाला शहर नागालैंड घूमने के लिए सबसे अच्छी जगह है। यहां का खाना और खूबसूरत नजारा आपकी यात्रा को यादगार बना....