संत श्री नामदेव जी महाराज की 755वीं जयंती के अवसर पर राजधानी रायपुर में नामदेव समाज की ओर से 9 नवंबर तक विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों और प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इन कार्यक्रमों का आयोजन नामदेव समाज युवा-युवति प्रकोष्ठ, जिला शाखा रायपुर (श्री नामदेव समाज विकास परिषद) के नेतृत्व में किया गया। कार्यक्रम में सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक मोतीलाल साहू, महापौर मीनल चौबे, बाल आयोग की अध्यक्ष वर्णिका शर्मा सहित कई प्रमुख समाजसेवी और देशभर के लोग शामिल हुए। कार्यक्रम में बच्चों, युवाओं और महिलाओं ने भाग लेकर अपनी प्रतिभा दिखाई। विशेष रूप से महिलाओं ने देवी के नौ रूपों का प्रदर्शन कर सभी का ध्यान आकर्षित किया। अतिथियों ने कहा कि वे समाज की प्रगति और विकास के लिए हर संभव मदद करेंगे। उन्होंने नामदेव समाज को अपराध मुक्त समाज का आदर्श बताया। नामदेव समाज का 9 दिन का उत्सव नामदेव समाज के युवा और महिलाओं ने नौ दिनों तक लगातार सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन कर रायपुर में नया इतिहास रचा। इन कार्यक्रमों में पाक कला, रंगोली, मेहंदी, चित्रकला, संगीत, नृत्य, श्लोक वाचन और फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता जैसी कई प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। महिलाओं द्वारा देवी के नौ रूपों का मंच प्रदर्शन सभी के आकर्षण का केंद्र रहा। महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ से आए अतिथियों ने भी समाज के इस आयोजन की सराहना की। नामदेव समाज के युवा और नारी शक्ति ने उत्सव सफल बनाया नामदेव समाज विकास परिषद के जिला अध्यक्ष नारायण प्रसाद नामदेव ने बताया कि समाज के युवाओं ने 9 दिनों तक मेहनत कर इस कार्यक्रम को सफल बनाया। युवा जिला अध्यक्ष अविनाश नामदेव ने कहा कि समाज को एकजुट करना हमारा मुख्य उद्देश्य है और आगे भी ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से समाज को नई दिशा दी जाएगी। महिला जिला अध्यक्ष लता नामदेव ने बाहर से आए अतिथियों का आभार व्यक्त किया और कहा कि इस तरह के आयोजन समाज की एकता और संस्कृति को मजबूत बनाते हैं। कार्यक्रम में मॉडल एक्जिबिशन, पाक-कला, रंगोली, मेंहदी, चित्रकला, संगीत, नृत्य, फैंसी ड्रेस, श्लोक पाठ और ग्रुप प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। नामदेव समाज ने इस आयोजन को ऐतिहासिक और सराहनीय बताया। कार्यक्रम में श्री नामदेव समाज विकास परिषद के संरक्षक केएल नामदेव, प्रांतीय अध्यक्ष राजेश नामदेव, जिला अध्यक्ष नारायण नामदेव, महामंत्री धर्मेश नामदेव, महिला प्रांत अध्यक्ष सुषमा नामदेव, महेंद्र नामदेव सहित कई वरिष्ठ समाजजनों ने मार्गदर्शन दिया।
'बूंदी महोत्सव 2025' के तहत रविवार को कुंभा स्टेडियम में उद्योग एवं हस्तशिल्प मेले का शुभारंभ हुआ। मेले का उद्घाटन जिला कलेक्टर अक्षय गोदारा, पुलिस अधीक्षक राजेंद्र कुमार मीणा और नगर परिषद सभापति सरोज अग्रवाल ने फीता काटकर किया। विभिन्न प्रांतों से आए कारीगरों का हुनर और सेंड आर्ट मेले के मुख्य आकर्षण रहे। जिला कलेक्टर अक्षय गोदारा ने मेले में लगी स्टॉलों का अवलोकन किया। उन्होंने स्थानीय कारीगरों के हुनर की सराहना की। कलेक्टर ने लाख की चूड़ियां बनाने की प्रक्रिया देखी और कारीगरों से सामग्री व निर्माण विधि की जानकारी ली। कारीगरों ने मौके पर ही उन्हें एक लाख की चूड़ी बनाकर दिखाई। बड़ा नयागांव के एक किसान द्वारा पत्थरों से बनाई गई मूर्तियों और ठीकरदा गांव के ग्रामीण द्वारा चाक पर बनाई जा रही मिट्टी की मटकियों का भी उन्होंने अवलोकन किया। इस दौरान, जिला कलेक्टर ने मेले में प्रदर्शित ऑर्गेनिक शहद का स्वाद भी चखा। मेले का एक प्रमुख आकर्षण पुष्कर के सेंड आर्टिस्ट का काम रहा। कलाकार ने रेत पर बूंदी की ऐतिहासिक धरोहरों और समसामयिक विषयों को दर्शाया। इनमें सुखमहल, चौरासी खम्भों की छतरी, हाथीपोल, हाड़ी रानी का त्याग, रामगढ़ सेंचुरी के टाइगर, महाराणा प्रताप, वंदे मातरम और भारत का नक्शा शामिल थे। दर्शकों ने भी इन कलाकृतियों की खूब सराहना की। जिला कलक्टर ने कला की सुरक्षा के लिए इसके चारों ओर बैरिकेडिंग करवाने के निर्देश दिए, ताकि आमजन इस अद्भुत कला का सुरक्षित रूप से अवलोकन कर सकें। 200 स्टॉलों पर खरीदारी का मौकाइस बार मेले में विभिन्न राज्यों के व्यापारियों और स्वयं सहायता समूहों ने लगभग 200 दुकानें सजाई हैं। मेले में बूंदी जिले के लिए चयनित विशेष 'पंच गौरव उत्पादों' को भी प्रदर्शित किया गया है। स्टॉलों पर गर्म ऊनी वस्त्र, लेडीज कुर्ते, लहंगे, सजावटी सामान, राजस्थानी जूतियां, अचार, पापड़, फर्नीचर और दैनिक उपयोग की विभिन्न वस्तुएं बिक्री के लिए उपलब्ध हैं। इस शुभारंभ अवसर पर उपखंड अधिकारी लक्ष्मीकांत मीणा, जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक संजय भारद्वाज, पर्यटन अधिकारी प्रेमशंकर सैनी सहित कई अन्य अधिकारी और बड़ी संख्या में आमजन मौजूद रहें।
कैथी में तीन दिवसीय कार्तिक पूर्णिमा मेला शुरू:महिला-पुरुष दंगल, सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होगा
खगड़िया जिले के चौथम प्रखंड की मध्य बौरने पंचायत के कैथी गांव में शुक्रवार को तीन दिवसीय कार्तिक पूर्णिमा मेला शुरू हो गया है। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ महिला और पुरुष दंगल का भी आयोजन किया जाएगा। मेले की शुरुआत बुधवार मध्य रात्रि को भगवान कार्तिकेय और अन्य देवी-देवताओं की प्राण प्रतिष्ठा और पूजा-अर्चना के साथ हुई थी। हालांकि, विधानसभा चुनाव के कारण गुरुवार को मंदिर के पट पूरी तरह बंद रहे। शुक्रवार से पुनः पूजा-अर्चना शुरू हुई, जिसके बाद आज से तीन दिवसीय मेले का विधिवत आयोजन किया गया है। मेला कमेटी के अध्यक्ष मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि शुक्रवार से रविवार तक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त, आठ और नौ नवंबर को दंगल प्रतियोगिता का आयोजन होगा, जिसमें पुरुष और महिला पहलवान अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। महिला पहलवान इस दंगल का विशेष आकर्षण होंगी। मेले के सफल आयोजन के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। मेला कमेटी शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है, ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके।
होली को छपरियों का त्योहार बताकर फंसीं फराह खान, दर्ज हुआ केस
फिल्ममेकर-कोरियोग्राफर फराह खान इन दिनों कुकिंग रियलिटी शो 'सेलिब्रिटी मास्टशेफ' को जज करती नजर आ रही हैं। हाल ही में शो के एक एपिसोड में फराह खान ने होली को 'छपरी लोगों का फेवरेट फेस्टिवल' बताया था। इसके बाद फराह मुश्किलों में घिर गई हैं। फराह खान ...

