जयपुर में सरस राजसखी राष्ट्रीय मेला 2025: भारत की लोक कला की अनुपम झलक
जयपुर में आयोजित सरस राजसखी राष्ट्रीय मेला 2025 में राजस्थान और भारत के विभिन्न राज्यों की लोक कला, नृत्य और संगीत की अनुपम झलक। मेले में चरी, घूमर, कालबेलिया, बिहू, गिद्दा-भांगड़ा और मिजोरम का चैरो नृत्य सहित फैशन शो में डेज़ी शाह की प्रस्तुति ने दर्शकों का मन मोह लिया।
अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद का 17वां तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन शनिवार को बालोतरा-नाकोड़ा स्थित लालबाग परिसर में दूसरे दिन भी जारी रहा। इस दौरान कार्यस्थल पर महिला अधिवक्ताओं से संबंधित मुद्दों और चुनौतियों पर गहन मंथन किया गया। अधिवेशन में देश के सभी राज्यों से बड़ी संख्या में अधिवक्ता भाग ले रहे हैं। कार्यक्रम में उच्चतम न्यायालय और विभिन्न उच्च न्यायालयों के न्यायाधीश, भारत सरकार के वरिष्ठ विधि अधिकारी तथा कानून जगत की प्रतिष्ठित हस्तियां उपस्थित रहीं। अधिवेशन का उद्घाटन सत्र शनिवार दोपहर 11:30 बजे मां भारती, अधिवक्ता परिषद के संस्थापक दत्तोपंत ठेंगड़ी और संविधान निर्माता डॉ. बी.आर. अंबेडकर के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया था। दूसरे दिन का केंद्रीय विषय 'कार्यस्थल पर महिला अधिवक्ताओं से संबंधित मुद्दे और चुनौतियां' रहा, जिस पर विस्तृत चर्चा और विचार-विमर्श किया गया। यह सत्र महिला अधिवक्ताओं के सामने आने वाली व्यावहारिक समस्याओं और उनके समाधान पर केंद्रित था। अधिवेशन के पहले दिन, शुक्रवार रात 9 बजे, भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के पश्चिमी क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के तत्वावधान में 'कल्चरल नाइट' का आयोजन किया गया। पोरबंदर से आए कलाकारों ने शौर्य गीत पर तलवार रास की प्रभावशाली प्रस्तुति दी, जबकि पंजाबी कलाकारों ने प्रस्तुत भांगड़ा नृत्य से पूरा पंडाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। इसके अतिरिक्त, मयूर नृत्य, कथक नृत्य, राठवा और मांगणियार कलाकारों की प्रस्तुतियों ने भी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
लखनऊ में तीन दिवसीय BYS तरंग फेस्ट 2025 में प्रदर्शनी में तीसरे दिन गुरुवार को भी धूम रही। इसमें हस्तशिल्प, लाइफस्टाइल, फूड और घर के सजावटी सामान के स्टॉल लगे थे। इसका आयोजन गोमतीनगर स्थित डीएलएफ मायपैड होटल में किया गया। बिल्ड योरसेल्फ सेवा संस्था ने इसके समापन के मौके पर उत्तर प्रदेश स्टेट हॉर्टिकल्चरल को-ऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन के चेयरमैन नवलेश प्रताप सिंह को बुलाया था। इस मौके पर नवलेश प्रताप सिंह ने कारीगरों, उद्यमियों और आमजन को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन कारीगरों को सीधा बाजार उपलब्ध कराते हैं, उनकी मेहनत को पहचान दिलाते हैं और स्थानीय कला एवं संस्कृति को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने कारीगरों को गुणवत्ता, नवाचार और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया।इस अवसर पर बिल्ड योरसेल्फ के संस्थापक सैयद वासिउल अब्बास ने कहा कि BYS तरंग फेस्ट केवल एक प्रदर्शनी नहीं, बल्कि कारीगरों के सपनों को वैश्विक मंच प्रदान करने का माध्यम है। उन्होंने घोषणा की कि भविष्य में BYS तरंग फेस्ट का आयोजन देश के विभिन्न शहरों के साथ-साथ विदेशों में भी किया जाएगा।
जोधपुर के रामलीला मैदान (रावण चबूतरा) में आयोजित हो रहे 35वें पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव 2026 का आज औपचारिक उद्घाटन होगा। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सुबह मेला स्थल पहुंचकर उत्सव का उद्घाटन करेंगे और मेले में लगी स्टॉल्स व ऑपरेशन सिंदूर थीम पर आधारित विशेष डोम का अवलोकन करेंगे। 25 दिसंबर से शुरू हुए इस 10 दिवसीय उत्सव में 15 डोम में 800 से अधिक स्टॉल्स लगाए गए हैं, जिनमें उद्योग, हस्तशिल्प, पंच गौरव उत्पाद और सैन्य हथियारों की प्रदर्शनी शामिल है। उत्सव के मुख्य संयोजक महावीर चोपड़ा ने बताया कि प्रतिवर्ष की भांति इस साल भी पश्चिमी राजस्थान का सबसे बड़ा उद्योग मेला आयोजित किया जा रहा है। उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के साथ कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल, उद्योग राज्य मंत्री के.के. विश्नोई, सूरसागर विधायक देवेंद्र जोशी, जोधपुर शहर विधायक अतुल भंसाली और राज्य पशु कल्याण बोर्ड अध्यक्ष जसवंत सिंह विश्नोई विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे। सेंट्रल पांडाल में पश्चिमी राजस्थान के उद्योगों की प्रदर्शनी लघु उद्योग भारती के प्रांत महामंत्री सुरेश कुमार विश्नोई ने बताया कि नोडल एजेंसी लघु उद्योग भारती के पदाधिकारी मुख्यमंत्री का स्वागत करेंगे और उन्हें सेंट्रल पांडाल में ले जाएंगे। सेंट्रल पांडाल में पश्चिमी राजस्थान के प्रमुख उद्योगों, हस्तशिल्प और स्थानीय उत्पादों की विशेष प्रदर्शनी लगाई गई है, जिसके माध्यम से क्षेत्र की आर्थिक क्षमता और उद्यमिता को प्रदर्शित किया जाएगा। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा मेले में लगे विभिन्न डोम का जायजा लेंगे, जिनमें ऑपरेशन सिंदूर थीम पर आधारित विशेष डोम प्रमुख आकर्षण है। इस डोम में भारतीय सेना के प्रमुख वेपन ब्रह्मोस और एस-400 की प्रतिकृति लगाई गई है, साथ ही आधुनिक हथियारों की प्रदर्शनी भी रखी गई है। इसके अलावा, राज्य सरकार की पंच गौरव पहल के तहत हर जिले के प्रमुख उत्पाद, खेल, कृषि उत्पाद, पर्यटन स्थल और वन उत्पाद को प्रदर्शित करने वाला विशेष डोम भी मुख्यमंत्री देखेंगे। आत्मनिर्भर भारत और युवा उद्यमिता पर फोकस उत्सव में आत्मनिर्भर भारत अभियान से जुड़ी लाइव मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स लगाई गई हैं, जहां मौके पर ही विभिन्न उत्पाद तैयार किए जा रहे हैं। युवाओं को सैन्य सेवाओं से जोड़ने के लिए बीएसएफ, आर्मी और एयरफोर्स की भर्ती प्रक्रियाओं और गतिविधियों की जानकारी देने के लिए विशेष काउंटर भी स्थापित किए गए हैं। करीब 220 स्टॉल्स केंद्र और राज्य सरकार के विभिन्न विभागों के लिए आरक्षित हैं, जहां योजनाओं, सब्सिडी और रोजगार के अवसरों की जानकारी दी जा रही है। मेले में आने वालों के लिए बोइंग विमान पर सेल्फी की विशेष व्यवस्था भी की गई है, जो आमजन के बीच बड़ा आकर्षण बन रही है। सुरक्षा व्यवस्था की तैयारी पूरी मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की है। डीसीपी पश्चिम विनीत कुमार बंसल, एडीसीपी पश्चिम रोशन लाल मीणा और एसीपी छवि शर्मा ने सीएम सिक्योरिटी के साथ मेला स्थल का बारीकी से निरीक्षण किया। पुलिस अधिकारियों ने आयोजन समिति के पदाधिकारियों के साथ कार्यक्रम की रूपरेखा पर विस्तृत चर्चा की और सभी सुरक्षा बिंदुओं की जांच की। मेले में प्रवेश और निकास बिंदुओं पर पुलिस बल तैनात किया गया है और आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए विशेष टीमें भी तैयार रखी गई हैं। आयोजकों ने भीड़ प्रबंधन के लिए पर्याप्त व्यवस्था की है, ताकि मुख्यमंत्री का दौरा सुचारू रूप से संपन्न हो सके। प्रतिदिन बिजनेस सेमिनार और सांस्कृतिक कार्यक्रम मेले में रोजाना दोपहर में विभिन्न विषयों पर बिजनेस सेमिनार आयोजित किए जा रहे हैं, जिनमें MSME में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, आत्मनिर्भर भारत, पंच गौरव योजना, महिला उद्यमिता और स्टार्टअप जैसे विषय शामिल हैं। शाम 7 बजे से 10 बजे तक सांस्कृतिक संध्या का आयोजन होता है, जिसमें देशभक्ति गीत, राजस्थानी लोक नृत्य, फैशन शो, कॉमेडी और कवि सम्मेलन जैसे कार्यक्रम किए जा रहे हैं। महिलाओं और बच्चों के लिए रोजाना अलग-अलग प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जा रही हैं, जिनमें मेहंदी, ड्राइंग, फैंसी ड्रेस, अग्निरहित पाककला, कशीदाकारी, गायन, चेस और पॉट पेंटिंग शामिल हैं। 4 जनवरी तक चलने वाले इस उत्सव में हजारों आगंतुकों के आने की उम्मीद है।
लखीमपुर खीरी में क्रिसमस का त्योहार धूमधाम से मना:चर्चों में देर रात तक दिखा उत्सव और जश्न का माहौल
लखीमपुर खीरी में क्रिसमस का त्योहार हर्षोल्लास, आस्था और भाईचारे के माहौल में मनाया गया। शहर के डॉन बॉस्को चर्च, मेन रोड स्थित चर्च और हिदायतनगर के चर्चों को इस अवसर पर विशेष रूप से सजाया गया था। चर्च परिसरों को रंग-बिरंगी लाइटों, फूलों और क्रिसमस ट्री से आकर्षक ढंग से सजाया गया, जिससे पूरे क्षेत्र में उत्सव का माहौल बन गया। प्रभु यीशु मसीह के जन्म से जुड़ी आकर्षक झांकियां श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहीं। सुबह से ही सभी चर्चों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। लोगों ने प्रार्थनाएं कीं और कैंडल जलाकर प्रभु यीशु के प्रति अपनी आस्था व्यक्त की। क्रिसमस की पूर्व संध्या पर भी विशेष प्रार्थना सभाओं का आयोजन किया गया, जिनमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। डॉन बॉस्को चर्च के फादर जॉन नोरोन्हा ने बताया कि क्रिसमस प्रेम, शांति और भाईचारे का पर्व है। उन्होंने कहा कि प्रभु यीशु का जन्म मानवता को सत्य, करुणा और सेवा का संदेश देता है। फादर नोरोन्हा ने आगे कहा कि इस पर्व के माध्यम से समाज में आपसी सौहार्द और मानवता का संदेश दिया गया। क्रिसमस पर्व के मद्देनजर सभी चर्चों में सुरक्षा और व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। धार्मिक कार्यक्रम शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुए। देर रात तक श्रद्धालु उत्सव का आनंद लेते रहे, जिससे पूरे शहर में जश्न का माहौल बना रहा। तस्वीरें देखिए
ओटेबंद में सांस्कृतिक कार्यक्रम 27 दिसंबर को
करही बाजार | ग्राम ओटेबंद में ग्राम वासियों के द्वारा शनिवार को छत्तीसगढ़ी लोककला मंच तोर माया के सुरता बेजलपर के छत्तीसगढ़ी सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन 27 दिसंबर को किया जाएगा। वही कार्यक्रम में आसपास के गांव के ग्रामीण बड़ी संख्या में सांस्कृतिक कार्यक्रम देखने पहुंचेंगे। कार्यक्रम की तैयारी में समिति जुटी है।
फादर डेमियन गोम्स ने दिया संदेश- क्रिसमस केवल त्योहार नहीं:मानवता के लिए ईश्वर के प्रेम का है प्रतीक
उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर स्थित ऐतिहासिक सेंट मैरी चर्च में प्रभु यीशु के जन्मोत्सव क्रिसमस पर विशेष आयोजन हुए। इस अवसर पर चर्च के फादर डेमियन गोम्स ने मसीही समाज और सुल्तानपुर के लोगों को शांति व प्रेम का संदेश दिया। फादर गोम्स ने बताया कि क्रिसमस केवल एक त्योहार नहीं, बल्कि मानवता के लिए ईश्वर के प्रेम का प्रतीक है। उन्होंने जोर दिया कि प्रभु यीशु शांति के दूत बनकर धरती पर आए थे, और वर्तमान समय में आपसी भाईचारे की सबसे अधिक आवश्यकता है। उन्होंने सुल्तानपुर की गंगा-जमुनी तहजीब को बनाए रखने और एक-दूसरे के प्रति प्रेम-भाव रखने की अपील की। फादर ने कहा कि सच्चा क्रिसमस तभी है जब हम किसी जरूरतमंद के चेहरे पर मुस्कान ला सकें, क्योंकि सेवा ही सच्ची इबादत है। फादर ने विशेष रूप से सुल्तानपुर की सुख-शांति और समृद्धि के लिए प्रार्थना की। उन्होंने यह भी कहा कि त्योहार धर्मों की सीमाओं से परे होते हैं और क्रिसमस का यह प्रकाश हर घर के अंधेरे को दूर करे। उन्होंने बताया कि यह चर्च अब केवल मसीही समुदाय के लिए ही नहीं, बल्कि शांति में विश्वास रखने वाले हर व्यक्ति के लिए आस्था का केंद्र बन गया है। इस अवसर पर फादर डेमियन गोम्स ने प्रभु यीशु के संदेशों और संस्कारों के महत्व पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि प्रभु यीशु ने अपने शिष्यों के पैर धोने के बाद ही संस्कार की स्थापना की थी।फादर के अनुसार, प्रभु यीशु ने रोटी तोड़ी और कहा, लो और खाओ, यह मेरा शरीर है। इसके बाद उन्होंने अंगूर का रस (दाखरस) लिया और कहा, लो और पियो, और मेरी याद में ऐसा किया करो। फादर ने संस्कार ग्रहण करने के नियमों को भी स्पष्ट किया। उन्होंने बताया कि यह प्रभु का दिया हुआ एक वरदान है, लेकिन इसे प्राप्त करने के कुछ नियम हैं। केवल ईसाई परिवार में जन्म लेने से ही यह संस्कार नहीं मिलता। यह संस्कार केवल उन्हीं लोगों को दिया जाता है जिन्होंने दीक्षा (होली कम्युनियन/कन्फर्मेशन) प्राप्त की है। ईसाई परिवार के बच्चों को भी तब तक यह नहीं मिलता, जब तक वे विधिवत दीक्षा न ले लें। देखें फोटो...
जोधपुर के रामलीला मैदान में गुरुवार से 35वां पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प मेला 2026 शुरू हो रहा है। 25 दिसंबर से 4 जनवरी तक चलने वाले इस मेले का उद्घाटन मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा शुक्रवार को करेंगे। लघु उद्योग भारती जोधपुर प्रांत, जिला प्रशासन, जिला उद्योग एवं वाणिज्य केंद्र जोधपुर और उद्यम प्रोत्साहन संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस उत्सव की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। ऑपरेशन सिंदूर की थीम पर आधारित इस उत्सव में सशस्त्र बलों की भर्ती प्रक्रिया और गतिविधियों के बारे में युवाओं को जानकारी दी जाएगी। मेले के दौरान बीएसएफ, आर्मी और एयरफोर्स की ओर से चल रही भर्ती प्रक्रियाओं के संबंध में विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। 15 डोम में लगेंगे 800 से अधिक स्टॉल्स लघु उद्योग भारती के निवर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष घनश्याम ओझा ने बताया कि इस बार मेले में मजबूत और अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया गया है। मेले में कुल 15 अलग-अलग डोम बनाए गए हैं, जिनमें लगभग 800 से अधिक स्टॉल्स तैयार की गई हैं। मेले की करीब 220 स्टॉल्स केंद्र और प्रदेश के विभिन्न सरकारी विभागों के लिए आरक्षित की गई हैं। प्रत्येक दिन दोपहर में अलग-अलग विषयों पर बिजनेस सेमिनार आयोजित किए जाएंगे और प्रतिदिन शाम को आमजन के मनोरंजन के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। पंच गौरव पर विशेष डोम उत्सव के मुख्य समन्वयक महावीर चोपड़ा ने बताया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पहल पर प्रत्येक जिले के पंच गौरव निर्धारित किए गए हैं। मेले में जिले के पंच गौरव उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा, जिनमें एक प्रमुख उत्पाद, एक खेल, एक कृषि उत्पाद, एक पर्यटन स्थल और एक वन उत्पाद शामिल होगा। इस पहल का उद्देश्य राजस्थान के सभी जिलों की विशिष्ट पहचान को उजागर करना तथा राज्य की आर्थिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहर को एक मंच पर प्रदर्शित करना है। ब्रह्मोस और एस-400 की प्रतिकृति होगी खास ऑपरेशन सिंदूर की थीम पर आयोजित किए जा रहे इस उत्सव में भारतीय सेना के प्रमुख वेपन ब्रह्मोस और एस-400 की प्रतिकृति लगाई जाएगी। उत्सव समन्वयक एवं जोधपुर प्रांत महामंत्री सुरेश कुमार विश्नोई ने बताया कि आमजन को इन अत्याधुनिक हथियारों से रूबरू कराने के लिए सैन्य अधिकारियों के सहयोग से इनकी प्रतिकृति स्थापित की जाएगी। इसके अलावा, आर्मी और बीएसएफ की ओर से आधुनिक हथियारों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी, ताकि देश की युवा पीढ़ी को देश के हथियारों के संबंध में जानकारी मिल सके। आत्मनिर्भर भारत अभियान से युवाओं को जोड़ने के लिए कुछ उत्पादों की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाई जाएगी, जिसमें मौके पर ही उत्पादों को बनाया जाएगा। मेले में आने वालों के लिए बोइंग विमान भी रखा जाएगा, जिस पर आमजन नाम मात्र शुल्क पर सेल्फी खिंचवा सकेंगे। महिलाओं और बच्चों के लिए प्रतियोगिताएं उत्सव में प्रतिदिन दिन में 2 बजे से 5 बजे तक महिलाओं और बच्चों के लिए विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा। 27 दिसंबर को मेहंदी प्रतियोगिता, 28 दिसंबर को ड्राइंग प्रतियोगिता, 29 दिसंबर को फैंसी ड्रेस व पारंपरिक परिधान प्रतियोगिता, 30 दिसंबर को अग्निरहित पाक कला प्रतियोगिता, 31 दिसंबर को पारंपरिक कशीदाकार परिधान प्रतियोगिता एवं गायन प्रतियोगिता, 01 जनवरी को चेस प्रतियोगिता और 03 जनवरी को पॉट पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। सांस्कृतिक संध्या से गुलजार होगी शाम आमजन के आकर्षण के लिए प्रतिदिन शाम 7 बजे से 10 बजे तक मेला मैदान में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। 25 दिसंबर को लक्ष्मीकांत छेनू एवं अनुपमा की टीम द्वारा ऑपरेशन सिंदूर की थीम पर लघु नाटिका, 26 दिसंबर को नवीन मोहनोत के संयोजन में फैशन शो, 27 दिसंबर को विनीत चौहान एंड टीम की ओर से भारत की गौरव गाथा कार्यक्रम, 28 दिसंबर को परविंदर सिंह एवं जसप्रीत सिंह के संयोजन में स्टैंडअप कॉमेडी कार्यक्रम और 29 दिसंबर को जगदीश हर्ष एवं इंद्रजीत छंगाणी एण्ड पार्टी के द्वारा भजन संध्या कार्यक्रम प्रस्तुत किया जाएगा। 30 दिसंबर को देशभक्ति थीम पर आधारित 'सरहद के चिराग' कार्यक्रम, 31 दिसंबर को आदर्श विद्या मंदिर संस्थान के बच्चों की ओर से देशभक्ति गीतों की प्रस्तुतियां, 01 जनवरी को नववर्ष पर बॉलीवुड म्यूजिकल नाईट, 02 जनवरी को तरूण सोलंकी एण्ड टीम द्वारा राजस्थानी नृत्य कार्यक्रम और 03 जनवरी को विराट कवि सम्मेलन आयोजित होगा, जिसमें ख्यातनाम कवि दमन त्रिपाठी, दीपक सहित अन्य कवि शामिल होंगे। प्रतिदिन होंगे बिजनेस सेमिनार मेले में 25 दिसंबर से 4 जनवरी तक बिजनेस सेमिनार का आयोजन किया जाएगा। 25 दिसंबर को ईएसआईसी एवं ईपीएफ विषयक जागरूकता कार्यशाला, 27 दिसंबर को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इन एमएसएमई विषय पर सेमिनार, 28 दिसंबर को आत्मनिर्भर भारत विषय पर व्याख्यान, 29 दिसंबर को पंच गौरव योजना पर कार्यशाला, 30 दिसंबर को सैनिकों के सम्मान में कार्यक्रम और 31 दिसंबर को दिव्यांगजन गोष्ठी आयोजित की जाएगी। 1 जनवरी को सहकारिता पर आधारित कार्यशाला, 2 जनवरी को महिला उद्यमिता सम्मेलन एवं स्टार्टअप और बीज्च किड्स तथा 3 जनवरी को वर्ल्ड रिकॉर्ड एटेम्प्ट का आयोजन किया जाएगा।
अरवल के स्कूल में क्रिसमस समारोह:बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश कर की खुशी और प्रेम की प्रार्थना
अरवल के पायस मिशन परिसर में क्रिसमस के अवसर पर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रभु यीशु मसीह के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित इस कार्यक्रम में स्कूल के छोटे बच्चों ने शानदार प्रस्तुतियां दीं। कार्यक्रम का शुभारंभ अरवल जिले की कला एवं संस्कृति पदाधिकारी सुनैना कुमारी की मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थिति में हुआ। मिस्टर लाजरस पास्टर, राजेश्वरी और पास्टर राजा एंड टीम ने संयुक्त रूप से केक काटकर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। पास्टर ने इस अवसर पर सभी के जीवन में प्रेम और खुशियों के लिए प्रार्थना की। बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में विभिन्न प्रकार के नृत्य प्रस्तुत किए। उन्होंने 'स्तुति आराधना जिंगल बेल' और 'आज जीवन में छाए उमंग मेरे मसीह यीशु राजा आया' जैसे गीतों पर अपनी कला का प्रदर्शन किया। इन प्रस्तुतियों से उपस्थित अतिथिगण और अभिभावक काफी प्रसन्न हुए। विद्यालय की प्राचार्या सोनम मिश्रा ने बच्चों के प्रदर्शन की सराहना की। उन्होंने कहा कि सभी बच्चों की प्रस्तुतियों ने लोगों का मन मोह लिया। प्राचार्या ने शिक्षकों और शिक्षिकाओं को कार्यक्रम की तैयारी के लिए धन्यवाद दिया और सभी को प्रभु यीशु मसीह के जन्मोत्सव की अग्रिम शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर विद्यालय की प्राचार्या सोनम मिश्रा, समन्वयक प्रेम राजवंश, नीरज कुमार, मिस्टर लाजरस पास्टर, राजेश्वरी और पास्टर राजा सहित अन्य शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित थे।
फतेहपुर के सदर कोतवाली क्षेत्र के आबू नगर स्थित रेडाइया मोहल्ला में बने विवादित धार्मिक स्थल (मकबरा मंदिर) के मामले में आज जिला जज की अदालत में स्वीकार पुनर्स्थापना पत्र के विरुद्ध सुनवाई होगी। यह मामला पूर्व में सिविल जज डिवीजन की अदालत में विचाराधीन था। कोर्ट ने वादी पक्ष के रामनरेश सिंह के पुत्र विजय प्रताप सिंह की ओर से दायर रेस्टोरेशन पुनर्स्थापना पत्र स्वीकार करने का आदेश दिया था। इसके विरोध में प्रतिवादी पक्ष के अधिवक्ता अनिल कुमार श्रीवास्तव ने जिला जज की अदालत में अपील दायर की थी। जिला जज की अदालत से यह अपील एडीजे प्रथम की कोर्ट में स्थानांतरित की गई है, जिसकी सुनवाई आज होनी है। इस प्रकरण में वर्ष 2010 में सिविल जज सीनियर डिवीजन ने टाइटल सूट पर फैसला सुनाया था, जिसमें रामनरेश सिंह की आबू नगर रेडाइया स्थित भूमि का वाद खारिज कर दिया गया था। जिला प्रशासन ने खतौनी में इस भूमि को 'मंगी मकबरा' के नाम पर दर्ज किया था। इस विवादित स्थल पर बीते 11 अगस्त को मंदिर का दावा करते हुए भीड़ ने तोड़फोड़ की थी। इस मामले में 160 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, हालांकि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। आज की सुनवाई के मद्देनजर न्यायालय परिसर में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
जोधपुर शहर के रामलीला मैदान (रावण चबूतरा मैदान) में 25 दिसंबर से 4 जनवरी तक होने वाले पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव 2026 की तैयारियां भूमि पूजन के साथ अंतिम चरण में पहुंच गई हैं। सोमवार को मेला स्थल पर विधि-विधान से भूमि पूजन किया गया, जिसमें कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल, जनप्रतिनिधि, लघु उद्योग भारती पदाधिकारी और आयोजन समिति के सदस्य सपरिवार शामिल हुए। भूमि पूजन में मंत्री और जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी भूमि पूजन में महावीर चोपड़ा-इंदु चोपड़ा, सुरेश बिश्नोई-मधु बिश्नोई, सुधीन्द्र दुग्गड-मीनू दुग्गड़, पंकज भंडारी-ऊषा भंडारी और दीपक माथुर-संगीता माथुर ने हवन में आहुतियां दीं। प्रेस नोट के अनुसार सूरसागर विधायक देवेंद्र जोशी, शहर विधायक अतुल भंसाली, जीव जंतु कल्याण बोर्ड अध्यक्ष जसवंत सिंह बिश्नोई और जेडीए के पूर्व अध्यक्ष महेंद्र सिंह राठौड़ विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि पिछले करीब 35 वर्षों से यह उत्सव जोधपुर में उद्योग, हस्तशिल्प और व्यापार की प्रमुख धुरी के रूप में विकसित हुआ है और इस बार भी देश के लगभग 20 प्रांतों से अलग-अलग हस्तशिल्प उत्पादक अपने उत्पादों का प्रदर्शन और विक्रय करेंगे। नोडल एजेंसी लघु उद्योग भारती, 800 से अधिक स्टॉल उत्सव की नोडल एजेंसी लघु उद्योग भारती है, जिसने जिला प्रशासन और जिला उद्योग केंद्र के साथ मिलकर तैयारियों को अंतिम रूप दिया है। मेला संयोजकों के अनुसार इस बार 15 विशिष्ट डोम और 800 से अधिक स्टॉल लगाए जा रहे हैं, जिनमें “लोकल फॉर वोकल” के तहत स्थानीय हस्तशिल्पियों और उद्यमियों को प्राथमिकता दी जा रही है। लघु उद्योग भारती के प्रांत महामंत्री और मेला संयोजक सुरेश कुमार बिश्नोई ने बताया कि पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव 2026 की थीम “ऑपरेशन सिंदूर” रखी गई है, जिसके तहत भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम को विशेष रूप से प्रदर्शित किया जाएगा। कॉन्फ्रेंस, सेमिनार और B2B प्लेटफॉर्म लघु उद्योग भारती के निवर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष घनश्याम ओझा ने कहा कि यह केवल मेला नहीं, बल्कि “बिजनेस टू बिजनेस” और “बिजनेस टू कंज्यूमर” के बीच रिश्ते मजबूत करने का प्लेटफॉर्म है। टैक्स, नई संभावनाएं, नए वित्तीय मॉडल, उद्यमियों की समस्याओं, सरकारी योजनाओं और उद्योगपतियों की जरूरतों जैसे विषयों पर अलग-अलग कॉन्फ्रेंस और सेमिनार आयोजित किए जाएंगे, जिनसे जोधपुर और मारवाड़ के उद्यमियों को सीधा लाभ मिलने की उम्मीद है। मुख्य समन्वयक महावीर चोपड़ा ने बताया कि पिछले एक महीने से लघु उद्योग भारती की टीम मेले को भव्य और आकर्षक बनाने के साथ-साथ भारतीय सभ्यता और संस्कृति से ओतप्रोत स्वरूप देने पर काम कर रही है, ताकि आगंतुकों को खरीदारी के साथ सांस्कृतिक अनुभव भी मिल सके। सुरक्षा, व्यवस्थाएं और मुख्य मेहमान मेला संयोजकों के अनुसार इस बार उत्सव परिसर में सुरक्षा, पार्किंग, साफ-सफाई और आगंतुकों की सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, जिसके लिए प्रशासन, पुलिस और अन्य एजेंसियों के साथ समन्वय किया गया है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के शिरकत करने की संभावना जताई गई है, जबकि पहले के संस्करणों में भी मुख्यमंत्री स्तर के अतिथि उद्घाटन कर चुके हैं। भूमि पूजन के मौके पर संभागीय आयुक्त डॉ. प्रतिभा सिंह, जिला उद्योग केंद्र के अतिरिक्त आयुक्त एवं आयोजन समिति सचिव एस.एल. पालीवाल सहित लघु उद्योग भारती के अनेक पदाधिकारी और व्यापारी संगठन से जुड़े सदस्य उपस्थित रहे और उत्सव को सफल बनाने का संकल्प दोहराया।
Paush Month Festivals: पौष महीना 2025-2026: प्रमुख व्रत और त्योहारों की सूची
Paush Vrat and Festival List 2025: पौष मास में कुछ विशेष पर्व होते हैं जो धार्मिक, सांस्कृतिक और पारंपरिक दृष्टि से बहुत महत्व रखते हैं। पौष मास की शुद्ध एकादशी का व्रत भगवान विष्णु की पूजा के लिए समर्पित होता है।इसे विशेष रूप से आत्म-संयम और पापों ...
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Sarson Ka Saag Aur Makki Ki Roti: सरसों का साग और मक्के की रोटी न केवल एक लाजवाब व्यंजन बनाता है, बल्कि सर्दी की डाइट के लिए एक संपूर्ण और हेल्दी मील भी बनाता है। क्या आप सरसों का साग बनाने की पारंपरिक रेसिपी जानना चाहेंगे? यदि हां, तो आपकी पारंपरिक ...
होली को छपरियों का त्योहार बताकर फंसीं फराह खान, दर्ज हुआ केस
फिल्ममेकर-कोरियोग्राफर फराह खान इन दिनों कुकिंग रियलिटी शो 'सेलिब्रिटी मास्टशेफ' को जज करती नजर आ रही हैं। हाल ही में शो के एक एपिसोड में फराह खान ने होली को 'छपरी लोगों का फेवरेट फेस्टिवल' बताया था। इसके बाद फराह मुश्किलों में घिर गई हैं। फराह खान ...

