बैंक ऑफ इंडिया ने लोन लेकर घर बनाने वालों को दी खुशखबरी
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ़ इंडिया (BOI) ने होम लोन पर सस्ता ब्याज दर देने का ऐलान किया है. बैंक ऑफ़ इंडिया ने होम लोन (Home Loan) पर ब्याज दर (Interest Rate) को 0.15 प्रतिशत कम कर दिया है.
'भारत का यूपीआई पेमेंट सिस्टम बेहद सराहनीय, दुकानदारों की होती है बड़ी मदद'
राइजिंग भारत समिट में शिरकत करने वाले Visa के सीईओ रायन मैकलनर्नी ने भारत के यूपीआई पेमेंट सिस्टम की तारीफ की है. उन्होंने कहा है कि अब वह ऐसे मार्केट की तलाश में है जहां यूपीआई भारत जैसी ही कामयाबी हासिल कर सके.
₹5 के शेयर ने दिया 4253% रिटर्न, एक्सपर्ट बोले- अब ₹335 पर जाएगा भाव, खरीदो
Multibagger stock: शेयर बाजार में कई ऐसे शेयर हैं जिन्होंने कुछ ही साल में निवेशकों को मल्टीबैगर रिटर्न दिया है। ऐसा ही एक शेयर- कार्बन ब्लैक निर्माता PCBL लिमिटेड है।
रिजर्व बैंक (RBI) ने जनवरी में स्पॉट फॉरेन एक्सचेंज मार्केट में 1.950 अरब डॉलर खरीदे हैं। केंद्रीय बैंक के मासिक बुलेटिन में यह जानकारी दी गई है। केंद्रीय बैंक ने संबंधित अवधि में 10.40 अरब डॉलर की खरीदारी की, जबकि 2.067 अरब डॉलर की बिक्री की। रिजर्व बैंक का बुलेटिन हर महीने जारी किया जाता है, जिसमें घरेलू और ग्लोबल अर्थव्यवस्था की जानकारी पेश की जाती है। हालांकि, यह केंद्रीय बैंक की राय नहीं होती है।इस बीच, टेक्नोलॉजी के साथ लगातार बढ़ रहे साइबर फ्रॉड (Cyber Fraud) के मामलों के बीच बैंकिंग सेक्टर को इस खतरे से बचाने के लिए आरबीआई ने बैंकों को कुछ जरूरी उपाय सुझाए हैं। मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के अनुसार, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने चुनिंदा बैंकों को कड़ी चेतावनी जारी की है और उनसे बढ़ते साइबर खतरों के खिलाफ अपनी सुरक्षा को मजबूत करने का आग्रह किया है। आरबीआई की ओर से यह चेतावनी उसकी हालिया साइबर सिक्योरिटी और इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एग्जामिनेशन (CSITE) के मद्देनजर आई है, जिसे वित्तीय संस्थानों की साइबर सिक्योरिटी का मूल्यांकन करने के इरादे से तैयार किया है। इसके अलावा, आरबीआई ने किसी भी पहचानी गई कमियों को दूर करने के लिए कुछ कार्रवाई पॉइंट्स भी प्रदान किए हैं।RBI ने किया इंस्पेक्शनCSITE रुटीन एनुअल रिस्क असेसमेंट्स के बजाय बैंकों के टेक्नोलॉजिकल इंफ्रास्ट्रक्चर की गहराई से जांच करता है। इसमें आपदा प्रबंधन की तैयारी, इंटरनेट और मोबाइल बैंकिंग प्लेटफॉर्म और धोखाधड़ी गतिविधियों का पता लगाने में निपुणता जैसे पहलुओं की जांच शामिल है। रिपोर्ट के मुताबिक, आरबीआई ने बैंकों की साइबर सिक्योरिटी कैपेबिलिटी में कमियों की पहचान करने के लिए अलग से इंस्पेक्शन किया है। इस दौरान उसने बैंकों से बात करके कमियों की एक लिस्ट दी है, जिन्हें दूर करने की जरूरत है।इससे पहले 9 फरवरी को मुंबई में 19वें बैंकिंग टेक्नोलॉजी सम्मेलन के दौरान आरबीआई के डिप्टी गवर्नर टी रवि शंकर ने आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस (AI) के संभावित दुरुपयोग का मुकाबला करने के लिए बैंकों को अपने एन्क्रिप्टेड सिस्टम में सुधार करने की सलाह दी थी।
होली पर घर जानें का नहीं मिल रहा है टिकट, इन ट्रेनों में करो ट्राई, मिलेगा
होली पर लोगों को घर पहुंचाने के लिए भारतीय रेलवे ने कई स्पेशल ट्रेन चलाने का फैसला किया है. ये सभी स्पेशल ट्रेनें होंगी. इनका संचालन आज से शुरू हो रहा है. इसलिए यात्री तत्काल इन ट्रेनों में टिकट ट्राई करें.
Share Market: देश की राजधानी दिल्ली में 'न्यूज18 राइजिंग भारत समिट' का आयोजन किया गया। इस दौरान अलग-अलग सेक्टर से जुड़े एक्सपर्ट्स इसमें शामिल हुए, जिनसे अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा की गई।राइजिंग भारत समिट 2024 में BSE के मेंबर रमेश दमानी भी शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने बताया कि आने वाले वक्त में सरकार कई सरकारी कंपनियों का प्राइवेटाइजेशन कर सकती है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि फिलहाल बाजार में PSU स्टॉक्स में तेजी बनी हुई है और आने वाले वक्त में भी ये तेजी देखने को मिल सकती है।बाजार में हलचलशेयर बाजार में इन दिनों काफी हलचल देखने को मिल रही है। शेयर बाजार कभी ऊपर जाता है तो कभी नीचे की ओर जाता है। वहीं बाजार में कई शेयर ऐसे हैं, जिनमें लंबे वक्त से तेजी बनी हुई है। इस बीच राइजिंग भारत समिट 2024 मेंBSE के मेंबर रमेश दमानी ने कहा, “बाजार में काफी हलचल रहती है, लेकिन बाजार खुद ही सही हो जाता है। मुझे विश्वास नहीं है कि हम बबल क्षेत्र में हैं। बाजार झागदार है और बाजार उस पर ध्यान दे रहा है.”निवेश का बेहतर वक्तदमानीका कहना है कि भारत में निवेश करने का दूसरा सबसे अच्छा समय आज है। उन्होंने कहा, ''ऐसी उम्मीद है कि सरकार कुछ परिसंपत्तियों का निजीकरण करेगी, लेकिन बाजार का ध्यान भ्रष्टाचार में कमी और कॉर्पोरेट प्रशासन में सुधार पर रहेगा। पीएसयू का निजीकरण एक ऐसी चीज है जिसे मैं देखना चाहूंगा।”PSU स्टॉक्सउन्होंने कहा, ''सभी तेजी वाले बाजार समाप्त हो जाते हैं, यहां तक कि यह भी समाप्त हो जाएगा, लेकिन अभी के लिए, यह आगे हरी झंडी है। महसूस करें कि बाजार काफी अच्छी स्थिति में है।'' पीएसयू सेक्टरों पर टिप्पणी करते हुए वे कहते हैं, “सभी सेक्टरों में पीएसयू सेक्टरों में अच्छी खरीदारी हो रही है। प्रत्येक तेजी का बाजार में कोई न कोई नेतृत्व भी कर रहा है। इस तेजी का बाजार में नेतृत्व पीएसयू स्टॉक कर रहे हैं। यह सेक्टर इस रैली का नेतृत्व करना जारी रखेगा।”डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दी गई राय एक्सपर्ट की निजी राय होती है। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए जिम्मेदार नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि निवेश से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।
टाटा की कंपनी ने की डील, डूब गए निवेशक, 6 घंटे में 60000 करोड़ स्वाह
टाटा संस ने टीसीएस में हिस्सेदारी घटाने की घोषणा की थी. इसके बाद से टीसीएस के शेयरों में गिरावट की आशंका थी. मंगलवार को बाजार खुलते ही यह आशंका सही साबित हुई. टीसीएस के शेयर 4 फीसदी से ज्यादा टूट गए.
FD या सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम, बुजुर्गों को किस स्कीम में लगाना चाहिए पैसा?
Bank FD vs Senior Citizens Saving Scheme: वैसे तो बैंकों में सीनियर सिटीजन के लिए कई तरह की स्कीम चलाई जा रही हैं, लेकिन यहां हम बता रहे हैं अधिक ब्याज के लिए सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम में पैसा लगाना बेहतर होगा या बैंक एफडी एक बेहतर विकल्प साबित होगा. साथ ही हम यहां सीनियर सिटीजन को सबसे अधिक ब्याज वाले बैंको के बारे में भी बताएंगे...
Share Market: एक्सपर्ट बोले- शॉर्ट टर्म गिरावट है भईया, शेयर बेचकर भाग मत जाना
Why share market is down today : शेयर बाजार से जुड़े एक्सपर्ट मानते हैं कि शॉर्ट टर्म के लिए नेगेटिव है, मगर फंडामेंटली कोई प्रॉब्लम नजर नहीं आती और लॉन्ग टर्म में यह बुलिश ही है. फिलहाल जो करेक्शन हो रहा है, वह कुछ विशेष कारणों से है. जानिए वो कारण...
क्या भारत की आर्थिक तरक्की मजबूत होने के बाद चीन से निकल पायेगा आगे,जाने क्या है वजह
क्या भारत की आर्थिक तरक्की मजबूत होने के बाद चीन से निकल पायेगा आगे,जाने क्या है वजह
JBM Auto को PM-eBus सेवा योजना के तहत 7,500 करोड़ रुपये का ऑर्डर
नयी दिल्ली। जेबीएम ऑटो को पीएम-ईबस सेवा योजना के तहत 1,390 इलेक्ट्रिक बस के साथ संबद्ध इलेक्ट्रिक और बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 7,500 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिला है। कंपनी ने मंगलवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि यह ऑर्डर 12 से 18 माह में पूरा किया जाएगा। कंपनी की अनुषंगी कंपनी जेबीएम इकोलाइफ मोबिलिटी प्राइवेट लिमिटेड को ‘एल1’ घोषित किया गया है और 1,390 इलेक्ट्रिक बसों की खरीद, आपूर्ति, संचालन और रखरखाव और संबद्ध इलेक्ट्रिक और बुनियादी ढांचे का विकास करना होगा। बयान में कहा गया कि यह ऑर्डर लगभग 7,500 करोड़ रुपये का है। सरकार ने पिछले साल अगस्त में पीएम-ईबस सेवा योजना की घोषणा की थी। इसके अंतर्गत सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) के तहत 169 शहरों में 10,000 इलेक्ट्रिक बस की आपूर्ति की जाएगी। इसके तहत उन शहरों को वरीयता दी जाएगी, जहां संगठित बस सेवा नहीं है।
Manappuram Finance FY25 में NCD के जरिए जुटाएगी 6000 करोड़ रुपये, जानिए डिटेल
Manappuram Finance : मणप्पुरम फाइनेंस ने FY25 में नॉन कनवर्टिबल डिबेंचर (NCD) के माध्यम से 6000 करोड़ रुपये तक का फंड जुटाने की योजना बनाई है। कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने आज 19 मार्च को अगले वित्तीय वर्ष के लिए फंड जुटाने के इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। कंपनी ने एक स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में यह जानकारी दी है। इस खबर के बीच आज कंपनी के शेयर 0.69 फीसदी की मामूली गिरावट के साथ 166.30 रुपये के भाव पर बंद हुए हैं। कंपनी का मार्केट कैप 14,076 करोड़ रुपये है।क्या है Manappuram Finance का प्लानमणप्पुरम फाइनेंस के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने बैठक में फंड जुटाने के प्रस्ताव पर विचार किया और उसे मंजूरी दे दी। इसमें ₹6,000 करोड़ की ओवरऑल लिमिट तक रिडीमेबल नॉन-कनवर्टिबल डेट (NCD) जारी करना शामिल है।अलॉटमेंट और मेच्योरिटी की तारीख सहित इंस्ट्रूमेंट का टेन्योर, बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स या उसकी कमेटी द्वारा अलॉटमेंट के समय तय किया जाएगा। बोर्ड या उसकी कोई कमेटी यह तय करेगी कि प्रस्तावित इश्यू लिस्ट होगा या नहीं। इसके अलावा, बोर्ड ने प्राइवेट प्लेसमेंट के आधार पर ₹25 करोड़ मूल्य के सिक्योर्ड, रिडीमेबल, लिस्टेड, रेटेड, नॉन-कनवर्टिबल टैक्सेबल डिबेंचर जारी करने को भी मंजूरी दे दी।पिछले महीने कंपनी ने प्राइवेट प्लेसमेंट के आधार पर 1 लाख के फेस वैल्यू मूल्य वाले सिक्योर्ड, रिडीमेबल, लिस्टेड, रेटेड, नॉन-कनवर्टिबल टैक्सेबल डिबेंचर जारी करने की घोषणा की, जिनकी कुल राशि ₹ 600 करोड़ थी।Manappuram Finance के बारे मेंमणप्पुरम फाइनेंस लिमिटेड एक लीडिंग नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (NBFC) है जो क्रेडिट सर्विसेज प्रदान करती है। कंपनी मुख्य रूप से लोअर-इनकम ग्रुप को सर्विस देती है। इसका फोकस पूरे भारत में ग्रामीण और सेमी-अर्बन एरिया में कम्युनिटीज को सर्विस देने पर है। इसके प्रमुख सेगमेंट्स में गोल्ड लोन और माइक्रोफाइनेंस सॉल्यूशन सहित कई अन्य क्रेडिट इंस्ट्रूमेंट शामिल हैं।
Technical View: निफ्टी ने तोड़ा 50-day EMA का लेवल, अब इंडेक्स के 21,500 तक लुढ़कने की आशंका
Technical View: 19 मार्च को मंदड़िये पूरी तरह एक्शन में नजर आये। निफ्टी ने अंततः नीचे की ओर कंसोलिडेशन सीमा को निर्णायक रूप से तोड़ दिया। ये एक प्रतिशत से अधिक के नुकसान के साथ 21,860 से नीचे बंद हुआ। ऐसा लगता है कि घरेलू बाजार में वैल्यूएशन संबंधी चिंताएं और अमेरिकी एफओएमसी बैठक से पहले सावधानी ने बाजार के सेंटीमेंट्स पर असर डाला। निफ्टी ने 21,860 से नीचे गिरने के साथ-साथ अपवर्ड स्लोपिंग सपोर्ट ट्रेंडलाइन के साथ हायर हाई और हायल लो फॉर्मेशन को तोड़ दिया। ये 50-डे ईएमए (21,865) से नीचे गिर गया। इसलिए, घबराहट को देखते हुए, इंडेक्स आने वाले दिनों में पहले 21,700 और फिर 21,500 तक नीचे की यात्रा को बढ़ा सकता है। जबकि 22,000 पर ऊपरी स्तर पर एक महत्वपूर्ण रेजिस्टेंस होने की उम्मीद है। ऐसा एक्सपर्ट्स ने कहा।निफ्टी गिरावट के साथ 21,946 पर खुला। ये पूरे सत्र के दौरान दबाव में रहा। इंडेक्स 238 अंकों की गिरावट के साथ 21,817 (13 फरवरी के बाद का सबसे निचला क्लोजिंग स्तर) पर बंद होने से पहले 21,793 के इंट्राडे निचले स्तर पर पहुंच गया। इसने औसत से ऊपर वॉल्यूम के साथ डेली चार्ट पर एक लॉन्ग बेयरिश कैंडलस्टिक पैटर्न बनाया।बुधवार 20 मार्च को कैसी रह सकती हैNifty की चालHDFC Securities के नागराज शेट्टी ने कहा, 29 फरवरी के हाल के उच्चतम स्तर 21,860 से नीचे जाने के बाद, ऐसा लगता है कि निफ्टी ने हायर टॉप और बॉटम जैसे अपने तेजी के पैटर्न को नकार दिया है। यह अंततः लोअर टॉप और बॉटम जैसे मंदी के पैटर्न को फिर से शुरू कर सकता है।उनका मानना है कि निफ्टी का ओवरऑल चार्ट पैटर्न कमजोर है। निकट अवधि में और गिरावट की उम्मीद की जा सकती है। उन्होंने कहा, अगले 1 हफ्ते में अगला निचला स्तर 21,500 के आसपास देखने को मिलेगा। इसमें 22,000 तक की कोई भी बढ़ोतरी उछाल पर बिकवाली (sell-on-rise) का अवसर हो सकती है।ऑप्शन डेटा से संकेत मिलता है कि 21,800 इंडेक्स के लिए तत्काल सपोर्ट होने की उम्मीद है। जबकि 22,000 निफ्टी के लिए रेजिस्टेंस जोन हो सकता है।बाजार में हाहाकार, शॉर्ट टर्म में मुनाफे के लिए दिग्गजों ने अल्ट्राटेक सीमेंट, एचडीएफसी लाइफ, बजाज ऑटो और पिडिलाइट पर लगाया दांवबुधवार 20 मार्च को कैसी रह सकती है Bank Nifty की चालबैंक निफ्टी में लगातार आठवें सत्र में गिरावट जारी रही लेकिन यह पिछले दिन की ट्रेडिंग रेंज में ही रहा। इंडेक्स 191 अंक गिरकर 46,385 पर आ गया। इसने अपर एंड लोअर शैडो के साथ एक छोटे आकार का बेयरिश कैंडलस्टिक पैटर्न बनाया। इसने डेली चार्ट पर डोजी प्रकार का कैंडल बनाया है। ये पैटर्न बुल्स और बेयर्स के बीच चल रहे अनिर्णय का संकेत देता है।LKP Securities के रूपक डे ने कहा, इंडेक्स में 46,000 पर सपोर्ट और 47,000 पर रेजिस्टेंस शामिल है। जहां उच्चतम पुट और कॉल ओपन इंटरेस्ट दिख रहा है। किसी भी दिशा में एक मूव के लिए इस सीमा से परे एक ब्रेकआउट की इंतजार रहेगा। हालांकि रेंज के भीतर तेजी की भावना बनी रह सकती है।उन्होंने सलाह दी कि ट्रेडर्स 46,000 के स्टॉप-लॉस स्तर के साथ डिप पर खरीदारी करने की रणनीति अपना सकते हैं। इस बीच, निफ्टी मिडकैप 100 और स्मॉलकैप 100 सूचकांकों में 1.2 प्रतिशत की गिरावट के साथ ब्रॉडर मार्केट भी दबाव में नजर आये।(डिस्क्लेमरः Moneycontrol.com पर दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह निवेश विशेषज्ञों के अपने निजी विचार और राय होते हैं। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।)
मुद्रास्फीति को चार प्रतिशत के लक्ष्य तक लाने में खाद्य कीमतें बाधा: RBI
मुंबई। मुद्रास्फीति को तेजी से घटाकर चार प्रतिशत तक लाने के भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के लक्ष्य की दिशा में खाद्य कीमतें बाधा बन रही हैं। केंद्रीय बैंक के मार्च महीने के बुलेटिन ‘स्टेट ऑफ इकनॉमी’ में मंगलवार को यह बात कही गई। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित खुदरा मुद्रास्फीति दिसंबर से घट रही है और फरवरी में यह 5.09 प्रतिशत थी। आरबीआई के डिप्टी गवर्नर माइकल देवव्रत पात्रा की अगुवाई में एक टीम ने अपने लेख में कहा, भले ही प्रमुख मुद्रास्फीति में व्यापक नरमी के साथ महंगाई लगातार घट रही है, लेकिन खाद्य कीमतों के दबाव के चलते इसे तेजी से चार प्रतिशत पर लाने में बाधा पैदा हो रही है। लेख में आगे कहा गया कि वैश्विक अर्थव्यवस्था गति खो रही है और कुछ सबसे जुझारू अर्थव्यवस्थाओं में वृद्धि धीमी है। इसे भी पढ़ें: Audi की 2025 के अंत तक 20 नए मॉडल लाने की योजना : CEO Gernot Dollner उच्च आवृत्ति संकेतक आने वाले समय में इसके और सुस्त होने की ओर इशारा कर रहे हैं। भारत में वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर छह तिमाही के उच्चस्तर पर थी। लेख में कहा गया कि आगे चलकर संरचनात्मक मांग और स्वस्थ कॉरपोरेट तथा बैंकों के बही-खाते से वृद्धि को गति मिलेगी। केंद्रीय बैंक ने कहा कि लेख में व्यक्त विचार लेखकों के हैं और आरबीआई के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।
Bank of India ने 31 मार्च तक आवास ऋण पर ब्याज दर 0.15 प्रतिशत घटाई
मुंबई। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ इंडिया (बीओआई) ने मंगलवार को नए आवास ऋण पर ब्याज दर को 8.45 प्रतिशत से 0.15 प्रतिशत घटाकर 8.3 प्रतिशत करने की घोषणा की। सीमित अवधि की यह योजना इस महीने के अंत तक यानी 31 मार्च तक लागू रहेगी। इसमें किसी तरह का प्रसंस्करण शुल्क नहीं लगेगा। बैंक ने दावा किया कि 8.3 प्रतिशत की ब्याज दर उसके प्रतिद्वंद्वियों के बीच इस श्रेणी में सबसे कम दर है। इसे भी पढ़ें: TCS में भारी बिकवाली, विदेशी कोषों की निकासी से सेंसेक्स 736 अंक टूटा बैंक ने कहा कि भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) और एचडीएफसी बैंक जैसे अग्रणी बैंकों में न्यूनतम दर 8.4 प्रतिशत है। यह पेशकश सिर्फ 31 मार्च तक है। बैंक ने कहा कि वह छत पर लगने वाले सौर संयंत्र के लिए सात प्रतिशत की ब्याज दर पर विशेष ऋण सुविधा दे रहा है। इसमें भी प्रसंस्करण शुल्क माफ कर दिया गया है। बैंक ने कहा कि ब्याज दर में कटौती के बाद 30 साल के आवास ऋण पर मासिक किस्त (ईएमआई) 755 रुपये प्रति लाख रुपये बैठेगी।
NPCI के एप्रूवल के बाद क्या Paytm की मुश्किल खत्म हो गई है?
RBI के आदेश के बाद 15 मार्च के बाद पेटीएम पेमेंट्स बैंक की कई सेवाएं बंद हो गई हैं। इसका असर पेटीएम के ओवरऑल बिजनेस पर पड़ा है। हालांकि, NPCI ने पेटीएम को थर्ड-पार्टी अप्लिकेशन प्रोवाइडर (TPAP) के रूप में काम करने की इजाजत दी है। यह अप्रूवल मल्टी-बैंक मॉडल के तहत मिला है। इसमें एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक, SBI और यस बैंक शामिल हैं, जो पेटीएम के लिए पेमेंट सिस्टम प्रोवाइडर का काम करेंगे। इसके अलावा यस बैंक पेटीएम के लिए मर्चेंट्स अक्वायरिंग बैंक होगा। इसका फायदा यह होगा कि पेटीएम के मौजूदा यूजर्स और मर्चेंट्स यूपीआई ट्रांजेक्शंस कर सकेंगे।ब्रोकरेज फर्में बदल रही रायअभी यह बताना मुश्किल है कि आगे पेटीएम का रास्ता कैसा रहता है। लेकिन, कुछ ब्रोकरेज फर्मों ने पेटीएम पर पॉजिटिव राय दी है। 19 मार्च सहित पिछले तीन दिन में पेटीएम का स्टॉक्स 15 फीसदी चढ़ चुका है। सबसे पहले यस सिक्योरिटीज ने पेटीएम पर अपनी राय बदली। उसने इस स्टॉक को खरीदने की सलाह दी है। इसके लिए 505 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। नए टारगेट प्राइस से इस स्टॉक में करीब 36 फीसदी तेजी की गुंजाइश दिखती है।एनपीसीआई का एप्रूवल कंपनी के लिए पॉजिटिवमॉर्गन स्टेनली ने पेटीएम के शेयरों पर 'इक्वल वेट' रेटिंग दी है। उसके इसके शेयर के लिए 555 रुपये का प्राइस टारगेट दिया है। उसने एनपीसीआई के अप्रूवल को पेटीएम के लिए पॉजिटिव बताया है। मॉर्गन स्टेनली के एनालिस्ट्स का कहना है कि पेटीएम पर आरबीआई के फैसलों का क्या असर पड़ता है, यह देखने के बाद ही इस स्टॉक के बारे में कुछ ठोस कहा जा सकता है। Bernstein पेटीएम का सपोर्टर बना हुई है। उसने पेटीएम के शेयरों पर 'आउटपरफॉर्म' रेटिंग दी है। इसके शेयर का टारगेट प्राइस 600 रुपये दिया है।पेटीएम के लिए रास्ता उतारचढ़ाव वालाइस ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि RBI का एक्शन मुख्य रूप से पेटीएम पेमेंट्स बैंक के खिलाफ है। इसका मकसद पेटीएम के कामकाज को नुकसान पहुंचाना नहीं है। उसने कहा है कि मर्चेंट्स ऑपरेशंस को नॉन-पेमेंट बैंक से लिंक करने का कमद अच्छा है। कई दूसरी ब्रोकरेज फर्मों ने अभी पेटीएम पर अपनी रिपोर्ट जारी नहीं की है। ऐसे में पेटीएम के लिए आगे का रास्ता उतार-चढ़ाव वाला हो सकता है।यह भी पढ़ें:IDBI Bank में अभी निवेश करने पर विनिवेश के बाद हो सकती है मोटी कमाई
मयूर विहार से साकेत, ये हैं दिल्ली-NCR के 6 बेस्ट रेजिडेंशियल एरिया
भारत की राजधानी दिल्ली अपने आसपड़ोस और आरामदायक लाइफस्टाइल के लिए जानी जाती है। यह शहर अपने बेहतरीन नौकरी के मौकों और एजुकेशन सिस्टम के लिए जानी जाती है। यहां लोग परमानेंट शिफ्ट होने के बारे में सोचते हैं। हालांकि, दिल्ली में रहने के लिए सही जगह ढूंढना अपने आप में थोड़ा मुश्किल काम है। यहां दिल्ली-एनसीआर की टॉप 6 रेजिडेंशियल एरिया के बारे में बता रहे हैं।मयूर विहारदिल्ली के सबसे अच्छे रेजिडेंशियल एरिया में से एक मयूर विहार है, जो पूर्वी दिल्ली में है। जीवन के विभिन्न वर्गों के लोग यहां है। यहां लोअर से लेकर अपर क्लास के लोग रहते हैं। यहां कई सरकारी कर्मचारी भी रहते हैं।वसंत कुंजदिल्ली में वसंत कुंज ऑफिस और रेजिडेंशियल फ्लैट्स का मिक्स है। यह एरिया TERI विश्वविद्यालय, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय और IIMC (भारतीय जनसंचार संस्थान) के करीब है। आस-पास कई ऑफिसों के कारण यहां रोजगार के काफी विकल्प हैं।उद्योग विहारउद्योग विहार गुड़गांव में है। इसे आईटी क्षेत्र का केंद्र माना जाता है और यह साइबर सिटी के पास है, जो कई फॉर्च्यून 500 कंपनियों का घर है। यह क्षेत्र दिल्ली के पास रहने वाले प्रोफेशनल के लिए सबसे फेमस एरिया में से एक है। यहां आईटी कंपनियों के लिए काम करने वाले कई लोगों का घर है।शांति निकेतनदिल्ली के उद्योगपति इस पॉश रेजिडेंशियल एरिया में रहते हैं। हालांकि, यह जगह हाई क्लास के व्यक्तियों के लिए उपयुक्त है। ये जगह अपने शानदार स्कूलों, महंगे मॉल और प्रोडक्टिव बिजनेस के कारण हर किसी के द्वारा पसंद किया जाता है।साकेतसाकेत दक्षिणी दिल्ली का एक आलीशान इलाका है। यदि आप वहां रीलोकेट होते हैं तो ये दिल्ली के सबसे अच्छे एरिया में से एक है। यह मुख्य रूप से एक रेजिडेंशियल एरिया है और काफी अच्छी तरह से बनाया गया है। साकेत कई रेस्टोरेंट, नाइट लाइफ और देश के कुछ सबसे बड़े मॉल का घर है।हौज खासदक्षिण दिल्ली में हौज खास नामक एक अन्य इलाका ऐतिहासिक हौज खास कॉम्प्लेक्स के लिए फेमस है। यहां बार, लाउंज और रेस्तरां हैं जो इसे दिल्ली के आधुनिक एरिया में से एक बना देता है। ये आईआईटी दिल्ली का घर है। यदि आप अपने दोस्तों के साथ एक मजेदार शाम बिताना चाहते हैं तो हौज खास आपकी पहली पसंद होनी चाहिए।ये 4 बैंक FD पर दे रहे हैं 9 फीसदी का ब्याज, चेक करें डिटेल्स
ग्राउंड रिपोर्टिंग छोड़ घर में शुरू किया ये काम, 3 पत्रकारों ने कर दिखाया कमाल
दुनिया में आपको नसीहत देने वाले कई लोग मिलेंगे, लेकिन अगर आपके हौसले बुलंद हैं, तो कोई काम मुश्किल नहीं हो सकता. ऐसी ही कुछ कहानी दिल्ली के तीन पत्रकारों की है, जिन्होंने सिर्फ अपने दिल की सुनी
बैंक ऑफ जापान ने 17 साल में पहली बार अपनी प्रमुख ब्याज दरों में इजाफा किया है। अब जापान की अल्पकालिक ब्याज दर 0.1 फीसदी हो गई है जो पहले माइनस 0.1 फीसदी थी। बैंक ऑफ जापान दुनिया का आखिरी सेंट्रल बैंक था जिसकी ब्याज माइनस में थी। जानिए बैंक ऑफ जापान ने ब्याज दरों में क्यों बदलाव किया और इसका भारत जैसे देशों पर क्या प्रभाव होगा।
Crypto Price: BitCoin में 8% की गिरावट, 11% टूटा Ethereum, क्रिप्टो मार्केट में मचा कोहराम
Crypto Price: क्रिप्टो मार्केट में आज कोहराम मचा हुआ है। मार्केट कैप के हिसाब से टॉप-10 का सिर्फ एक क्रिप्टो ही ग्रीन है लेकिन इसमें भी तेजी मामूली ही है। वहीं दूसरी तरफ बाकी क्रिप्टो में 14 फीसदी तक की गिरावट है। सबसे बड़े क्रिप्टो बिटक्वॉइन (BitCoin) की बात करें तो यह 8 फीसदी से अधिक टूटकर 63 हजार डॉलर के नीचे आ गया। मुनाफावसूली के चलते इसके भाव रिकॉर्ड हाई से काफी नीचे आ चुके हैं। कुछ दिन पहले यह 74 हजार डॉलर के काफी करीब पहुंचा था। इसकी गिरावट ने बाकी क्रिप्टो को भी तगड़ा झटका दिया। हालांकि क्रिप्टो मार्केट में बिटक्वॉइन का दबदबा बढ़ा है।एक बिटकॉइन अभी 8.21 फीसदी की गिरावट के साथ 62,605.24 डॉलर (51.98 लाख रुपये) के भाव (BitCoin Price) में मिल रहा है। वहीं दूसरे सबसे बड़े क्रिप्टो एथेरियम (Ethereum) की चमक करीब 11 फीसदी फीकी हुई है। पूरे क्रिप्टो मार्केट की बात करें तो पिछले 24 घंटे में वैश्विक मार्केट कैप में 8.55% की गिरावट आई है और यह 2.36 लाख करोड़ डॉलर (195.96 लाख करोड़ रुपये) रह गया है।वीकली टॉप-10 का सिर्फ तीन क्रिप्टो ग्रीनअब वीकली बात करें तो टॉप-10 का सिर्फ तीन क्रिप्टो ही ग्रीन है। हालांकि इसमें से यूएसडी क्वॉइन में तेजी मामूली ही है। एक हफ्ते में एवालांचे करीब 16 फीसदी और सोलाना 13 फीसदी से अधिक मजबूत हुआ है। वहीं दूसरी तरफ इस दौरान डोजेक्वॉइन 26 फीसदी से अधिक, एथेरियम 20 फीसदी से अधिक और कार्डानो करीब 20 फीसदी कमजोर हुए हैं। एक हफ्ते में एक्सआरपी 17 फीसदी, बिटक्वॉइन करीब 13 फीसदी और बीएनबी 5 फीसदी फिसला है जबकि टेथर में मामूली गिरावट है।टॉप 10 क्रिप्टोकरेंसीज में रूझान क्रिप्टो मौजूदा भाव 24 घंटे में उतार-चढ़ाव बिटक्वॉइन (BitCoin) 62,605.24 डॉलर (-) 8.21% एथेरियम (Ethereum) 3,210.27 डॉलर (-) 10.70% टेथर (Tether) 0.9992 डॉलर 0.05% सोलाना (Solana) 172.16 डॉलर (-) 16.85% बीएनबी (BNB) 504.31 डॉलर (-) 11.43% एक्सआरपी (XRP) 0.581 डॉलर (-) 5.17% यूएसडी क्वॉइन (USD Coin) 0.9999 डॉलर (-) 0.01% कार्डानो (Cardano) 0.6002 डॉलर (-) 12.25% एवालांचे (Avalanche) 55.40 डॉलर (-) 13.28% डोजेक्वॉइन (DogeCoin) 0.1263 डॉलर (-) 14.72% सोर्स: कॉइनमार्केटकैप, भाव खबर लिखे जाने के समयक्रिप्टो करेंसी के लेन-देन में उछालपिछले 24 घंटे में क्रिप्टो के लेन-देन में तेजी आई है। कॉइनमार्केटकैप पर उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक एक दिन में 17509 करोड़ डॉलर (14.54 लाख करोड़ रुपये) क्रिप्टो का लेन-देन हुआ जो पिछले दिन की तुलना में 31.51% अधिक रहा। पिछले 24 घंटे में क्रिप्टो मार्केट में BitCoin की स्थिति 0.58 फीसदी मजबूत हुई है और क्रिप्टो बाजार में इसकी 52.46 फीसदी हिस्सेदारी है।Tata Consumer Products से कितने मुनाफे की गुंजाइश? ब्रोकरेज का ये है कैलकुलेशन
कंपनियों ने अपने प्रॉफिट और नेटवर्थ से कई गुना ज्यादा रकम खर्च कर खरीदे इलेक्टोरल बॉन्ड
इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिये राजनीतिक पार्टियों को चंदा देने के मामले में एक और दिलचस्प खुलासा हुआ है। वित्त वर्ष 2019 से वित्त वर्ष 2023 के फाइनेंशियल डेटा के मुताबिक कई कंपनियों द्वारा खरीदा गया इलेक्टोरेल बॉन्ड संबंधित अवधि के उनके नेटवर्थ और प्रॉफिट से भी कई गुना ज्यादा था।भारती एयरटेल सर्विसेज (Bharti Airtel Services) ने जो रकम इलेक्टोरेल बॉन्ड पर खर्च की है, वह वित्त वर्ष 2019 से 2023 के दौरान कंपनी के कुल नेटवर्थ का 736% है। इसके अलावा, क्विक सप्लाई चेन (Qwik Supply Chain) का डोनेशन 330% था, जबकि मदनलाल लिमिटेड (Madanlal Ltd.) और एमकेजे इंटरप्राइजेज (MKJ Enterprises) का यह आंकड़ा क्रमशः 264-264 पर्सेंट था।अगर वित्त वर्ष 2019 से 2023 तक के प्रॉफिट की बात की जाए, तो मदनलाल लिमिटेड ने अपने कुल प्रॉफिट का 1321% इलेक्टोरल बॉन्ड पर खर्च किया, जबकि MKJ एंटरप्राइजेज ने संबंधित अवधि के अपने प्रॉफिट का 888% इस मद में खर्च किया। इसके अलावा, फ्यूचर गेमिंग का यह आंकड़ा 518% था और क्विक सप्लाई चेन ने अपने प्रॉफिट का 376% इलेक्टोरल बॉन्ड पर खर्च किया।हम यहां बड़े पैमाने पर इलेक्टोरेल बॉन्ड खरीदने वाली कुछ कंपनियों के बारे में जानकारी पेश कर रहे हैं:फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज (अनलिस्टेड)फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज गेमिंग सेगमेंट में काम करती है और इसके पास कसीनो, इलेक्ट्रॉनिक गेमिंग सेंटर और अन्य तरह की गेमिंग सुविधाएं हैं। यह मार्टिन ग्रुप की कंपनियों की सब्सिडियरी है। इस कंपनी को CBI, ED और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट समेत कई तरह की एजेंसियों की जांच का सामना करना पड़ा है। कंपनी का नेट वर्थ 1,562 करोड़ रुपये है।मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (अनलिस्टेड) मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (MEIL) के प्रमोटर पिच्ची रेड्डी पामीरेड्डी, रामा रेड्डी पामी रेड्डी और हैदराबाद के अन्य उद्योगपति हैं। खबरों के मुताबिक, यह कंपनी कालेश्वरम लिफ्ट सिंचाई घोटाले में कंट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल ऑफ इंडिया (CAG) के निशाने पर है। कंपनी का काम 20 राज्यों और दो केंद्रशासित प्रदेशों में चल रहा है। यह सिंचाई, पेयजल, हाइवे, सुरंग, बंदरगाह, रेलवे और ऊर्जा के क्षेत्र में काम करती है। कंपनी का नेटवर्थ 22,558 करोड़ रुपये है।क्विवक सप्लाई चेन (अनलिस्टेड)न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, क्विक सप्लाई चेन प्राइवेट लिमिटेड (Qwik Supply Chain Private Limited) एक लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन कंपनी है, जिसे रिलायंस ग्रुप का समर्थन हासिल है। रिलायंस फायर ब्रिगेड और रिलायंस हॉस्पिटल मैनेजमेंट की इस कंपनी में कुल 50.04 पर्सेंट हिस्सेदारी है। वित्त वर्ष 2023 के मुताबिक, कंपनी का नेटवर्थ 179 करोड़ रुपये है।वेदांता (लिस्टेड)अनिल अग्रवाल की अगुवाई वाली कंपनी वेदांता (Vedanta) प्राकृतिक संसाधनों के क्षेत्र में काम करने वाली एक बहुराष्ट्रीय कंपनी है, जिसका ऑपरेशन आयरन ओर, गोल्ड और एल्युमीनियम से जुड़ा है। वित्त वर्ष 2023 के मुताबिक, कंपनी का नेट वर्थ 49,427 करोड़ रुपये है। वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 18 पर्सेंट की गिरावट के साथ 2,013 करोड़ रुपये था।भारती एयरटेल सर्विसेज (अनलिस्टेड)अक्टूबर-दिसंबर 2023 तिमाही में भारती ग्रुप की इस कंपनी का नेट प्रॉफिट 2,442 करोड़ रुपये था, जो सालाना आधार पर 54 पर्सेंट ज्यादा है। वित्त वर्ष 2023 में कंपनी का नेट वर्थ 60 करोड़ रुपये था।
Bihar's Begusarai is the World's Most Polluted City: इस बात से कोई भी इनकार नहीं कर सकता कि दिल्ली (Delhi) और मुंबई (Mumbai)भारत के दो बड़े महानगर हैं। हर शख्स इन दोनों शहरों में बसने का सपना देखता है। इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण ये दोनों ही शहर सारी सुख-सुविधाओं से लेस जो हैं। दिल्ली में जहां सपनों के सच होने की शुरुआत होती है, तो वहीं मुंबई में हमारे सपनों को पंख मिलते हैं। यही वजह भी है कि इन दोनों ही शहरों में भारी आबादी है। हालांकि, बढ़ते प्रदूषण के कारण ये शहर अब रहने लायक नहीं रह गए हैं।खेती के साथ पराली जलाने में अव्वल पंजाब-हरियाणा से दिल्ली की आबोहवा का गैस चैबर में तब्दील होती जा रही है। दिल्लीवालों की सासों का घुटना सालों से बदस्तूर जारी है। दिल्ली की आबोहवा तो दूर की बात है, पराली जलाने से सबसे पहले किसान का परिवार ही प्रभावित होता है। इस बीच, आप जानकर हौरान हो जाएंजे कि लिए दिल्ली और मुंबई नहीं बल्कि बिहार का बेगूसराय (Begusarai town in Bihar) दुनिया का सबसे अधिक प्रदूषित शहर है।दूनिया का सबसे प्रदूषित महानगरस्विट्जरलैंड के स्विस संगठन IQAir द्वारा जारी वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट के अनुसार, बिहार का बेगूसराय दुनिया का सबसे प्रदूषित महानगर क्षेत्र बन गया है। जबकि राजधानी दिल्ली को सबसे खराब वायु गुणवत्ता वाले राजधानी शहर के रूप में दर्ज किया गया है।IQAir की रिपोर्ट 2023 के अनुसार, औसतन वार्षिक 54.4 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर की PM2.5 के साथ भारत 2023 में 134 देशों में से तीसरा सबसे खराब वायु गुणवत्ता वाला देश रहा। उससे पहले बांग्लादेश (79.9 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर) और पाकिस्तान (73.7 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर) रहे।भारत 2022 में औसतन 53.3 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर की PM2.5 के साथ आठवां सबसे प्रदूषित देश रहा था। PM2.5 को 'फाइन पार्टिकुलेट मैटर'’ कहा जाता है। ये कण 2.5 माइक्रोन या छोटे आकार के होते हैं और ये सांस लेने के दौरान निचले श्वसन तंत्र तक पहुंच जाते हैं।बेगूसराय औसतन 118.9 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर की पीएम2.5 के साथ वैश्विक स्तर पर सबसे प्रदूषित महानगर दर्ज किया गया है जबकि 2022 की रैंकिंग में इस शहर का नाम भी नहीं था।दिल्ली बनी गैस चेंबरदिल्ली 2018 के बाद से चौथी बार दुनिया में सबसे प्रदूषित राजधानी शहर चिह्नित किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसा अनुमान है कि भारत में 1.36 अरब लोगों को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की अनुशंसित पांच माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से अधिक की PM2.5 का सामना करना पड़ा।ये भी पढ़ें- 'INDI वाले जानबूझकर हिंदू धर्म का अपमान करते हैं', तमिलनाडु में विपक्ष पर बरसे पीएम मोदीWHO के अनुसार, दुनियाभर में हर साल तकरीबन 70 लाख लोगों की वायु प्रदूषण के कारण समय पूर्व मौत हो जाती है। PM2.5 वायु प्रदूषण के कारण अस्थमा, कैंसर, आघात और फेफड़ों की बीमारी समेत अनेक बीमारियां हो सकती हैं।
Krystal Integrated Services IPO : फैसिलिटीज मैनेजमेंट सर्विसेज कंपनी क्रिस्टल इंटीग्रेटेड सर्विसेज के आईपीओ को ठीक-ठाक रिस्पॉन्स मिला है। सब्सक्रिप्शन के बाद अब निवेशकों को शेयर अलॉटमेंट और लिस्टिंग का इंतजार है। शेड्यूल के मुताबिक सफल निवेशकों को शेयरों का अलॉटमेंट 19 मार्च को होने की संभावना है। कंपनी का इरादा इश्यू के जरिए 300 करोड़ रुपये जुटाने का है। निवेशक बीएसई की वेबसाइट पर या आधिकारिक रजिस्ट्रार की वेबसाइट लिंक इनटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड पर अपना अलॉटमेंट स्टेटस ऑनलाइन तरीके से चेक कर सकते हैं। यहां हमने इसका पूरा प्रोसेस बताया है।शेड्यूल के मुताबिक असफल निवेशकों के लिए रिफंड की प्रक्रिया 20 मार्च को शुरू हो जाएगी। वहीं, 21 मार्च को सफल निवेशकों के डीमैट अकाउंट में शेयर क्रेडिट कर दिए जाएंगे।BSE की वेबसाइट पर ऐसे चेक करें अलॉटमेंट स्टेटससबसे पहले बीएसई की आधिकारिक वेबसाइट https://www.bseindia.com/investors/appli_check.aspx पर आईपीओ सेक्शन पर जाएं।इसके बाद इक्विटी ऑप्शन चुनें और ड्रॉप-डाउन मेनू से 'क्रिस्टल इंटीग्रेटेड सर्विसेज' सेलेक्ट करें।अब या तो एप्लिकेशन नंबर या पैन दर्ज करें।कैप्चा वेरिफिकेशन पूरा करें।आगे बढ़ने के लिए सर्च बटन पर क्लिक करें।इसके अलावा, आप लिंक इनटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की वेबसाइट पर भी अलॉटमेंट स्टेटस चेक कर सकते हैं। अलॉटमेंट स्टेटस चेक करने के लिए आपको यहां भी पैन, एप्लिकेशन नंबर, क्लाइंट आईडी या बैंक अकाउंट डिटेल की जरूरत होगी।13.21 गुना सब्सक्राइब हुआ इश्यूयह आईपीओ कुल 13.21 गुना सब्सक्राइब हो गया है। इसे 3.96 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां मिली है, जबकि ऑफर पर 29.99 लाख शेयर हैं। बता दें कि सब्सक्रिप्शन के पहले दो दिनों में यह इश्यू पूरी तरह नहीं भर सका था। इससे तहत क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (QIB) का हिस्सा 7.33 गुना, नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 43.91 गुना और रिटेल इनवेस्टर्स का हिस्सा 3.32 गुना सब्सक्राइब हुआ है।Krystal Integrated Services IPO से जुड़ी डिटेलKrystal Integrated Services IPO में 175 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए गए, साथ ही 18 लाख तक शेयरों का ऑफर फॉर सेल है। IPO में नए शेयरों को जारी करके हासिल होने वाली आय में से 10 करोड़ रुपये कर्ज चुकाने में खर्च किए जाएंगे। इसके अलावा 10 करोड़ रुपये से नई मशीनरी खरीदी जाएगी और 100 करोड़ रुपये वर्किंग कैपिटल जरूरतों को पूरा करने के लिए खर्च होंगे। बाकी के पैसे सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल किए जाएंगे।Krystal Integrated Services B2B मॉडल पर काम करती है। यह हाउसकीपिंग, सैनिटेशन, लैंडस्केपिंग, गार्डेनिंग, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, प्लंबिंग, वेस्ट मैनेजमेंट, पेस्ट कंट्रोल, फैकेड क्लीनिंग जैसी सर्विसेज के साथ-साथ प्रोडक्शन सपोर्ट, वेयरहाउस मैनेजमेंट, एयरपोर्ट मैनेजमेंट जैसी सर्विसेज भी उपलब्ध कराती है। कंपनी स्टाफिंग, पेरोल मैनेजमेंट, प्राइवेट सिक्योरिटी, कैटरिंग सर्विसेज की भी पेशकश करती है।
बड़ी राहत! चार साल बाद रेलवे ने घटाया यात्री ट्रेनों का किराया, यहां देखें नई कीमत
पठानकोट : पठानकोट से अमृतसर (पठानकोट से अमृतसर ट्रेन) तक रेल टिकट का किराया जो पहले 55 रुपये था, उसे कम कर दिया गया है। इससे अमृतसर, जालंधर या उधमपुर जाने वालों को राहत मिली है। रेलवे ने यात्री ट्रेनों का कोविड से पहले का पुराना किराया बहाल कर दिया है. हालांकि रेलवे ने 21 …
भारतीय शेयर बाजार के लिए मंगलवार का दिन अशुभ साबित हुआ है। वैश्विक संकेतों के चलते भारतीय शेयर बाजार गिरावट के साथ खुला और दिन का अंत बड़ी गिरावट के साथ हुआ। बीएसई सेंसेक्स 736.37 अंक या 1.01 प्रतिशत गिरकर 72,012.05 पर और एनएसई निफ्टी 238.25 अंक या 1.08 प्रतिशत गिरकर 21,817.45 पर बंद हुआ। …
Tata Steel ने किया बड़ा फैसला, बंद करेगी ब्रिटेन में स्थित प्लांट
टाटा स्टील ने मंगलवार को बड़ी जानकारी साझा की है। टाटा स्टील के अनुसार अब उसकी यूके इकाई में स्थित वेल्स के पोर्ट टैलबोट प्लांट में कोक ओवन के परिचालन को बंद किया जाएगा। ये फैसला परिचालन स्थिरता में गिरावट के बाद आया है। टाटा स्टील ने पहले ये कहा था कि पोर्ट टैलबोट में उसकी संपत्तियां अपनी क्षमता पर है। कंपनी के मुताबिक कोक ओवन बंद होने के बाद इसकी सप्लाई पर असर ना पड़े इसलिए कोक के आयात में बढ़ोतरी करेगी। बता दें कि टाटा स्टील ने इस वर्ष के शुरुआत में जानकारी दी थी कि वर्तमान में उसे शहर में परिचालन से हर रोज लगभग 1 मिलियन पाउंड का नुकसान उठाना पड़ रहा है। कंपनी को साइट पर ब्लास्ट फर्नेस को भी खुला रखना पड़ रहा है। वहीं स्टील बनाने से भी 600 मिलियन पाउंड का अधिक नुकसान हो रहा था। जल्द बंद होगा प्लांट टाटा स्टील ने कहा था कि दो चरणों में वेल्स के प्लांट को बंद किया जाएगा। ब्लास्ट फर्नेस को दो चरणों में बंद होगा। टाटा स्टील के इस कदम के बाद 2800 लोगों की नौकरियों पर खतरा मंडरा सकता है। हालांकि इस प्लांट के बंद होने के साथ ही टाटा स्टील ने घाटे को बदलने और पुनर्गठन करने के लिए बातचीत की शुरुआत कर दी है। नियामकीय सूचना में कहा गया है, ‘‘टाटा स्टील, ब्रिटेन ने परिचालन स्थिरता में गिरावट के बाद, वेल्स में पोर्ट टालबोट संयंत्र में कोक ओवन के संचालन को बंद करने का फैसला किया है।’’ टाटा स्टील ने पहले कहा था कि पोर्ट टालबोट में उसकी कई भारी-भरकम संपत्तियां अपनी अंतिम क्षमता पर हैं। टाटा स्टील वर्तमान में पोर्ट टालबोट में लौह और इस्पात निर्माण परिसंपत्तियों को बंद करने और टिकाऊ कम कार्बन स्टील निर्माण सुविधा में परिवर्तन से संबंधित योजनाबद्ध पुनर्गठन के अपने प्रस्ताव पर ब्रिटेन में ट्रेड यूनियनों के साथ परामर्श के उन्नत चरण में है। परिवर्तन योजना में पोर्ट टालबोट में इलेक्ट्रिक आर्क फर्नेस प्रौद्योगिकी और परिसंपत्ति उन्नयन में 1.25 अरब पाउंड का निवेश शामिल है। शुरु होगी चर्चा कंपनी का कहना है कि यूके व्यवसाय को बदलने और पुनर्गठित करने के लिए परामर्श करेगी। योजना का उद्देश्य है कि एक दशक से अधिक के घाटे को दूर किया जाएगा। बता दें कि टाटा स्टील ने कहा था कि पोर्ट टैलबोट की दो उच्च उत्सर्जन ब्लास्ट फर्नेस और कोक ओवन बंद होगा। पहले चरण में जून तक प्लांट बंद होगा और शेष बची संपत्ति को 2024 के अंत तक बंद किया जाएगा।
Tata Consumer Products में निवेश पर कितने मुनाफे की गुंजाइश? ब्रोकरेज का ये है कैलकुलेशन
Tata Group News: टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स (Tata Consumer Products) के शेयर इस साल 2024 में अब तक 6 फीसदी से अधिक मजबूत हुए हैं। हालांकि वैश्विक ब्रोकरेज फर्म CLSA ने इसकी कवरेज अंडरपरफॉर्म रेटिंग के साथ शुरू की है। ब्रोकरेज के मुताबिक इसका वैल्यूएशन काफी महंगा है। अब आज टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स के शेयरों के चाल की बात करें तो ढहते मार्केट में BSE पर यह 2.96 फीसदी की गिरावट के साथ 1151.50 रुपये के भाव (Tata Consumer Products Share Price) पर बंद हुआ है। इस महीने यह 3 फीसदी से अधिक कमजोर हुआ है।Tata Consumer Products के लिए क्या है टारगेट प्राइसब्रोकरेज सीएलएसए का मानना है कि टाटा कंज्यूमर की लॉन्ग टर्म ग्रोथ की जितनी गुंजाइश है, वह इसके मौजूदा वैल्यूएशन में शामिल है और यह प्रीमियम पर है। यह स्थिति तब है, जब पियर्स के मुकाबले टाटा कंज्यूमर का रिटर्न रेश्यो सबसे कम है। अब तक तो निवेशकों को इसने नई ग्रोथ के मौके पर अच्छा रिटर्न तो दिया है लेकिन फिर ऑर्गेनिक ग्रोथ ने निराश किया तो शेयर फिसल गए। इसका रिटर्न ऑन इक्विटी (RoE) 7.6 फीसदी है दबकि कंज्यूमर कवरेज एवरेज 46 फीसदी है। ब्रोकरेज का मानना है कि कंपनी ने कैपिटल फूड्स एंड ऑर्गेनिक इंडिया को जो खरीदा है, उससे मीडियम टर्म में इसका रिटर्न रेश्यो और नीचे आएगा। इन सब वजहों से ब्रोकरेज ने इसे 1288 रुपये के टारगेट प्राइस पर अंडरपरफॉर्म रेटिंग दी है।एक साल में कैसी रही शेयरों की चालटाटा कंज्यूमर के शेयर पिछले साल 28 मार्च 2023 को एक साल के निचले स्तर 690 रुपये पर थे। इस लेवल से एक साल में यह 84 फीसदी उछलकर 7 मार्च 2024 को यह 1,269.60 रुपये पर पहुंच गया। यह इसके शेयरों के लिए रिकॉर्ड हाई लेवल है। इस रिकॉर्ड हाई लेवल से फिलहाल यह 9 फीसदी से अधिक डाउनसाइड है।ढहते मार्केट में Indigo के शेयर रिकॉर्ड हाई पर, ब्रोकरेज ने बढ़ा दिया टारगेट प्राइसडिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले हमेशा सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।
Market outlook: लाल निशान में बंद हुआ बाजार, जानिए 20 मार्च को कैसी रह सकती है इसकी चाल
Stock market : सभी सेक्टरों में हुई बिकवाली के बीच 19 मार्च को भारतीय इक्विटी इंडेक्स 1 फीसदी गिर कर बंद हुए। निफ्टी 21800 पर पहुंच गया। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 736.37 अंक या 1.01 फीसदी गिरकर 72,012.05 पर और निफ्टी 238.20 अंक या 1.08 फीसदी टूटकर 21,817.50 पर बंद हुआ। आज लगभग 1202 शेयर बढ़े, 2458 शेयरों में गिरावट देखने को मिली। जबकि, 112 शेयरों में कोई बदलाव देखने को नहीं मिला। डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया भी पिछले बंद 82.90 के मुकाबले 14 पैसे गिरकर 83.04 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ।निफ्टी पर सबसे ज्यादा गिरावट वाले शेयरों में टीसीएस, बीपीसीएल, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, टाटा कंज्यूमर और नेस्ले इंडिया रहे। जबकि बजाज फाइनेंस, बजाज ऑटो, कोटक महिंद्रा बैंक, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज और भारती एयरटेल आज के टॉप गेनर रहे। हेल्थकेयर, आईटी, एफएमसीजी, कैपिटल गुड्स, तेल और गैस और पावर में 1-2 फीसदी की गिरावट के साथ सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल रंग में बंद हुए हैं। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में भी 1 फीसदी की गिरावट आई है।20 मार्च को कैसी रह सकती है बाजार की चालप्रोग्रेसिव शेयर्स के निदेशक आदित्य गग्गर का कहना है कि शुरुआती कारोबार में ही आईटी शेयरों में टीसीएस की अगुवाई में आई बिकवाली ने निफ्टी को 21,900 के तत्काल सपोर्ट के नीचे धकेल दिया। दूसरे दिग्गज शेयरों में बिकवाली के बाद निफ्टी पर दबाव और बढ़ गया। 21,900 के अपने तत्काल सपोर्ट को तोड़ने बाद निफ्टी 21,740 पर एक एडवांस हार्मोनिक पैटर्न बनाने के कगार पर है जिसे बुलिश साइफर के रूप में जाना जाता है। लेकिन पैटर्न रिवर्सल की पुष्टि के बाद निफ्टी में 22,000 के बाद 22,200 के लक्ष्य की उम्मीद की जा सकती है।बीएसई के सदस्य रमेश दमानी का कहना है कि बाजार झागदार है लेकिन बुलबुले वाले जोन में नहीं है। उन्होंने कहा बाज़ार में हमेशा झाग रहता है, लेकिन बाज़ार ख़ुद ही सही हो जाता है। मुझे नही लगता कि हम बुलबुले वाले जोन में हैं। बाजार में झाग है लेकिन बाजार उस पर ध्यान दे रहा है।पीएसयू सेक्टर पर टिप्पणी करते हुए रमेश दमानी ने कहा सभी सेक्टरों में पीएसयू सेक्टरों में अच्छी खरीदारी हो रही है। हर तेजी के बाजार में किसी न किसी सेक्टर या थीम की लीडरशिप होती है। इस तेजी वाले बाजार का नेतृत्व पीएसयू स्टॉक कर रहे हैं। यह सेक्टर आगे भी रैली का नेतृत्व करना जारी रखेगा।बाजार में हाहाकार, शॉर्ट टर्म में मुनाफे के लिए दिग्गजों ने अल्ट्राटेक सीमेंट, एचडीएफसी लाइफ, बजाज ऑटो और पिडिलाइट पर लगाया दांवएलकेपी सिक्योरिटीज के रूपक डे का कहना है किडेली चार्ट पर निफ्टी राइजिंग वेज पैटर्न से टूट गया है। ये अपट्रेंड के थमने और कमजोरी आने का संकेत है। इसके अलावा यह अहम शॉर्ट टर्म मूविंग एवरेज से नीचे गिर गया है। ये भी कमजोरी का ही संकेत है। रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (आरएसआई) ने भी एक मंदी का क्रॉसओवर दिखा रहा है जो बिक्री का दबाव बढ़ने का संकेत है। अब निफ्टी के लिए 22000 पर रजिस्टेंस और 21800 पर सपोर्ट दिख रहा है। 21700 से नीचे जाने पर निफ्टी में गिरावट बढ़ सकती है।बैंक निफ्टी में आज भी साइडवेज़ ट्रेडिंग देखने को मिली। ये तेजड़ियो और मंदड़ियों के बीच चल रहे अनिर्णय का संकेत है। डोजी कैंडल के गठन से इस अनिर्णायक स्थिति की पुष्टि होती है। बैंक निफ्टी के लिए 46000 पर सपोर्ट और 47000 पर रजिस्टेंस दिख रहा है। बैंक निफ्टी की दिशा साफ होने को लिए इस रेंज का टूटना जरूरी है। ट्रेडर्स को 46000 के स्टॉप-लॉस के साथ डिप पर खरीदारी की रणनीति इस्तेमाल करने की सलाह होगी।डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।
नवाज शरीफ से नहीं छूट रहा सत्ता मोह! अधिकारियों को हड़काते दिखे; बेटी मरियम के लिए मुश्किल
पूर्व पीएम नवाज शरीफ के दिमाग से सत्ता मोह का फितूर अभी तक नहीं निकल पाया है। इस बार उन्होंने अपनी बेटी मरियम की मुश्किल खड़ी कर दी है।
'तुरही बजाता आदमी' होगा शरद पवार गुट की NCP का चुनाव चिह्न, सुप्रीम कोर्ट का चुनाव आयोग को निर्देश
इसके अलावा, शीर्ष अदालत ने अजीत पवार गुट को किसी भी चुनाव प्रचार सामग्री में एनसीपी संस्थापक शरद पवार के नाम या तस्वीर का इस्तेमाल करने से भी रोक दिया है।
WhatsApp अपडेट: अब WhatsApp स्टेटस पर शेयर कर सकेंगे लंबे वीडियो, जल्द रोल आउट होगा फीचर
WhatsApp New फीचर: WhatsApp एक के बाद एक नए फीचर्स पर काम कर रहा है. स्क्रीनशॉट ब्लॉक से लेकर अवतार फीचर तक.. WhatsApp हाल ही में कई नए फीचर्स लेकर आया है. इस सीरीज में कंपनी स्टेटस अपडेट के लिए अब तक का सबसे दमदार फीचर लेकर आई है। इस नए फीचर में यूजर्स स्टेटस …
Rising Bharat Summit 2024 : शेयर बाजार में पैसे लगाने का सबसे सही समय
Rising Bharat Summit 2024 : भारतीय बाजार को बुलबुला बताने वालों को दिग्गज निवेशक ने दो टूक जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि यह कोई बुलबुला नहीं, बल्कि बाजार का बुल बुला रहा है. निवेश के लिए यह दूसरा सबसे मुफीद समय है.
12000% चढ़ गया यह मल्टीबैगर, अब कंपनी करने जा रही बोनस शेयर का ऐलान
वेलजन डेनिसन के शेयर 20% की तेजी के साथ 2864.95 पर पहुंच गए हैं। पिछले कुछ साल में कंपनी के शेयरों में 12000% से ज्यादा उछाल आया है। कंपनी अब अपने निवेशकों को बोनस शेयर देने की तैयारी में है।
बाजार में आज हाहाकार देखने को मिला। सभी बेंचमार्क इंडेक्सेस गिरकर कारोबार करते नजर आये। चौतरफा बिकवाली बीच सभी सेक्टर्स में गिरावट नजर आई। निफ्टी 238 प्वाइंट गिरकर 21,817 पर बंद हुआ। सेंसेक्स 736 प्वाइंट गिरकर 72,012 पर बंद हुआ। निफ्टी के 50 में से 43 शेयरों में बिकवाली देखने को मिली। जबकि सेंसेक्स के 30 में से 26 शेयरों में बिकवाली देखने को मिली। वहीं बैंक निफ्टी के 12 में से 11 शेयरों में गिरावट नजर आई। वहीं बाजार बड़ी गिरावट पर बंद होने से पहले शॉर्ट टर्म में कमाई के लिए दिग्गज एक्सपर्ट्स ने अल्ट्राटेक सीमेंट, एचडीएफसी लाइफ, बजाज ऑटो और पिडीलाइट के शेयर में दांव लगाने की राय दी। जानते हैं किसने कितना दिया टारगेट प्राइस-Catalyst Wealth के प्रशांत सावंत का सस्ता ऑप्शनः Ultratech CementCatalyst Wealth के प्रशांत सावंत ने कहा कि अल्ट्राटेक सीमेंट के स्टॉक में मार्च की एक्सपायरी वाली पुट खरीदने पर कमाई होगी। उन्होंने कहा कि इसकी 9400 के स्ट्राइक वाली पुट 81 रुपये के आस-पास खरीदें। इसमें कुछ दिनों में 125 से 135 रुपये तक के लक्ष्य देखने को मिलेंगे। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि इसमें 50 रुपये के स्तर पर स्टॉपलॉस लगाना चाहिए।rachanavaidya.in की रचना वैद्य का एफएंडओ सुपरस्टार शेयरः HDFC Life Futurerachanavaidya.in की रचना वैद्य ने बाजार बंद होने से पहले एफएंडओ सेगमेंट से एचडीएफसी लाइफ के स्टॉक में खरीदारी करने की राय दी। उन्होंने कहा कि इस स्टॉक में 645 से 650 रुपये के टारगेट देखने को मिल सकते हैं। उन्होंने कहा कि इसमें 630 रुपये के लेवल पर स्टॉपलॉस के साथ 637 रुपये के लेवल पर खरीदारी करनी चाहिए।Prabhudas Lilladher के 3 एफएंडओ कॉल्स निवेशकों को करेंगे मालामाल, Can Fin Homes का सस्ता ऑप्शन देगा बड़ा मुनाफाAngel One की स्नेहा सेठ का चार्ट का चमत्कार शेयरः Bajaj AutoAngel One की स्नेहा सेठ ने आज के लिए चार्ट का चमत्कार दिखाने वाले शेयर के रूप में बजाज ऑटो पर दांव लगाया। उन्होंने कहा कि इसमें 8687 रुपये के स्तर पर खरीदारी कर सकते हैं। इसमें 8440 रुपये के स्तर पर स्टॉपलॉस लगाएं। ये स्टॉक 8950 रुपये के लेवल तक जा सकता है।Marketsmithindia के मयुरेश जोशी का मिडकैप फंडा स्टॉकः PidiliteMarketsmithindia के मयुरेश जोशी ने मिडकैप फंडा स्टॉक बताते हुए कहा कि आज पिडीलाइट के स्टॉक में खरीदारी करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इसमें 2907 रुपये के स्तर पर खरीदारी करें। इसमें लंबी अवधि तक बने रहने पर अच्छा लक्ष्य देखने को मिल सकता है।(डिस्क्लेमरः Moneycontrol.com पर दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह निवेश विशेषज्ञों के अपने निजी विचार और राय होते हैं। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।)
Bihar Loksabha Election: पशुपति पारस के बाहर जाने से बिहार में NDA गठबंधन पर क्या असर पड़ेगा?
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के घटक दलों ने बिहार (Bihar) में सीट बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया है। सीट-बंटवारे के गणित पर कई दिनों की अटकलों और कयास के बाद, अंतिम निष्कर्ष निकल गया है, जो काफी हद तक पुराने दावों के अनुरूप ही हैं। BJP ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के नेतृत्व वाले जनता दल (यूनाइटेड) से एक सीट ज्यादा हासिल की है। ये सीट बंटवारा तब फाइनल हुआ, जब दोनों सहयोगियों ने 2019 के लोकसभा चुनावों में 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ा था।इस बार केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस को सीट-शेयरिंग डील से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। अब पारस के बाहर बाहर होने और उन्हें एक भी सीट न देने के फैसले क्या कुछ असर पड़ सकते हैं, इन पर चर्चा तेज है।पारस को बाहर करने के बीजेपी के फैसले से संभावित रूप से बिहार की कुछ सीटों पर LJP के दो गुटों के बीच मुकाबला हो सकता है, जिसका असर गठबंधन की एकता और चुनावी संभावनाओं पर पड़ेगा।अपने बहिष्कार के बाद, पशुपति पारस ने केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री के पद से अपना इस्तीफा दे दिया है और दोहराया है कि सीट-बंटवारे समझौते को अंतिम रूप देने के दौरान उनके साथ 'न्याय' नहीं किया गया है।गठबंधन टूट गयासमझौते के अनुसार, BJP 17 सीटों पर लड़ने के लिए तैयार है, जो राज्य में उसके सबसे बड़े सहयोगी JDU की 16 सीटों से एक ज्यादा है। साथ ही चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) पांच पर लड़ेगी। इसके अलावा-अलावा एक-एक सीट हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) एक-एक सीट पर।चिराग पासवान के पक्ष में जा सकती है ये बातचिराग पासवान की उम्र और राज्य में उनके आक्रामक प्रचार ने आखिरकार सीट शेयरिंग डील को उनके पक्ष में कर दिया है। बीजेपी ने उन्हें बिहार की राजनीति में लंबे समय तक खेलने वाले एक खिलाड़ी के रूप में खड़ा किया है।बिहार में अपनी रैलियों में बड़ी भीड़ खींचने की चिराग पासवान की क्षमता को महसूस करते हुए NDA ने बिहार में LJP (रामविलास) के लिए पांच लोकसभा सीटें छोड़ी हैं। इस कदम के माध्यम से, भाजपा ने रेखांकित किया कि यह वह है, न कि उसके चाचा, जो दिवंगत दलित दिग्गज राम विलास पासवान के राजनीतिक उत्तराधिकारी हैं।हाजीपुर की विरासती के लिए लड़ाईदिवंगत राम विलास पासवान ने आठ बार लोकसभा में हाजीपुर सीट का प्रतिनिधित्व किया था, जिससे यह उनका निजी गढ़ बन गया। 2019 के लोकसभा चुनाव में, उन्होंने अपनी राजनीतिक और चुनावी विरासत को बरकरार रखने के लिए अपने भाई पारस को सीट से मैदान में उतारा था। हालांकि, अक्टूबर 2020 में सीनियर पासवान के निधन के बाद, उनकी लोक जनशक्ति पार्टी दो हिस्सों में टूट गई, जिसका नेतृत्व अब उनके बेटे और भाई कर रहे हैं।
TCS में भारी बिकवाली, विदेशी कोषों की निकासी से सेंसेक्स 736 अंक टूटा
मुंबई। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), इन्फोसिस और रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसी बड़ी कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली, अन्य एशियाई बाजारों में गिरावट और विदेशी कोषों की निकासी के बीच मंगलवार को प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी एक-एक प्रतिशत टूट गए। इस दौरान 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 736.37 अंक या 1.01 प्रतिशत गिरकर 72,012.05 अंक पर बंद हुआ। दिन के कारोबार में यह 815.07 अंक या 1.12 प्रतिशत फिसलकर 71,933.35 अंक के स्तर पर आ गया था। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 238.25 अंक या 1.08 प्रतिशत गिरकर 21,817.45 अंक पर बंद हुआ। विश्लेषकों ने कहा कि इस सप्ताह अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर पर फैसले से पहले निवेशक सतर्कता का रुख अपना रहे हैं। सेंसेक्स के शेयरों में टीसीएस में चार प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। कंपनी की प्रवर्तक टाटा संस ने एक थोक सौदे में इसके लगभग 2.3 करोड़ शेयर या 0.65 प्रतिशत इक्विटी हिस्सेदारी बेची है। इसके अलावा इंडसइंड बैंक, विप्रो, नेस्ले, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, इन्फोसिस, पावर ग्रिड, आईटीसी, टेक महिंद्रा, टाटा मोटर्स और अल्ट्राटेक सीमेंट में भी उल्लेखनीय गिरावट हुई। दूसरी ओर बजाज फाइनेंस, कोटक महिंद्रा बैंक, एचडीएफसी बैंक, बजाज फिनसर्व, टाइटन और भारती एयरटेल के शेयर लाभ में बंद हुए। अन्य एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग गिरकर बंद हुए, जबकि जापान के निक्की में तेजी हुई। यूरोपीय बाजार दोपहर के कारोबार में मामूली बढ़त में थे। अमेरिकी बाजार सोमवार को तेजी के साथ बंद हुए थे। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को 2,051.09 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.40 प्रतिशत गिरकर 86.54 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
BJP जीती तो शेयर बाजार में मनेगा 'जश्न', इन स्टॉक्स को होगा जबरदस्त फायदा: नोमुरा
आगामी लोकसभा चुनाव में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की अगुआई वाली बीजेपी (BJP) के स्पष्ट बहुमत से जीतने की काफी अधिक संभावना है। इस जीत के बाद भारतीय शेयर बाजार में जश्न का माहौल देखने को मिल सकता है। ये कहना है कि दुनिया की जानी-मानी ब्रोकरेज फर्म नोमुरा (Nomura) का। 543 लोकसभा सीटों के लिए आगामी 19 अप्रैल से सात चरणों में चुनाव होने है। बीजेपी को इस चुनाव में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार जीतने के लिए 272 सीटें चाहिए। हालांकि बीजेपी की अगुआई वाली एनडीए गठबंधन ने इस चुनाव में इससे कहीं ज्यादा 400 सीटें जीतकर आने का लक्ष्य रखा है।नोमुरा ने कहा कि इस बात की काफी अधिक संभावना है कि बीजेपी अकेले 272 से अधिक सीटें लाएगी और एनडीए गठबंधन 400 का विशाल आंकड़ा भी छू सकता है। ब्रोकरेज ने कहा कि अगर ऐसा हुआ तो इसे फाइनेंशियल, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, इंफ्रास्ट्रक्चर और सरकारी कंपनियों के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखने को मिल सकती है। नोमुरा ने कहा कि वह दूसरी ओर आईटी और फार्मा कंपनियों के शेयर का प्रदर्शन कमजोर रह सकता है।नोमुरा ने कहा कि बीजेपी की स्पष्ट जीत का मतलब होगा कि केंद्र के स्तर पर नीतियों में निरंतरता जारी रहेगी। साथ ही पब्लिक कैपिटल एक्सपेंडिचर, फिस्कल कंसॉलिडजेशन और मजबूत गवर्नेंस पर फोकस बढ़ेगा। साथ ही भूमि और श्रम मामलों में सुधारों की प्रक्रिया आसान हो सकती हैं।नोमुरा ने कहा कि अगर NDA गठबंधन जीतता है, लेकिन बीजेपी अकेले बहुमत पाने से पीछे रह जाती है, तो शेयर बाजार में बिकवाली देखने को मिल सकती है। खासतौर से इंडस्ट्रियल्स, इंफ्रास्ट्रक्चर और सरकारी कंपनियों के शेयरों में। वहीं दूसरी ओर बैंकिंग, कंज्म्पशन और फार्मास्युटिकल बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। हालांकि, रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसा होने की 'संभावना अपेक्षाकृत कम' है।INDIA गठबंधन के जीतने पर बढ़ेगा बॉन्ड यील्डनोमुरा ने कहा कि बीजेपी या एनडीए की जीत से बॉन्ड यील्ड में कुछ आधार अंक (bps) की गिरावट हो सकती है। दूसरी ओर अगर विपक्षी INDIA गठबंधन के जीतने पर बॉन्ड यील्ड में 10 से 20 बीपीएस की बढ़ोतरी हो सकती है। नोमुरा ने कहा कि हालांकि INDIA गठबंधन के विजेता के तौर पर उभरने की संभावना 'बेहद कम' है।26 मई 2014 को नरेंद्र मोदी के सत्ता संभालने के बाद से निफ्टी 50 इंडेक्स 7,359 के स्तर से बढ़कर 22,055 रुपये पर हो गया है, जो 200 प्रतिशत की बढ़ोतरी का संकेत देता है। वहीं सेंसेक्स करीब 195 फीसदी की बढ़त के साथ 24,700 से 72,700 पर पहुंच गया। पिछले 10 सालों में जिन इंडेक्सों का प्रदर्शन निफ्टी से बेहतर रहा है, उनमें निफ्टी एनर्जी, निफ्टी रियल्टी, निफ्टी मेटल और निफ्टी आईटी शामिल हैं।यह भी पढ़ें-Patanjali Advertising Case: बाबा रामदेव को सुप्रीम कोर्ट में हाजिर होने का आदेश, Patanjali Foods 5% लुढ़काडिस्क्लेमरः Moneycontrol पर एक्सपर्ट्स/ब्रोकरेज फर्म्स की ओर से दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह उनके अपने होते हैं, न कि वेबसाइट और उसके मैनेजमेंट के। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई भी निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।
कूड़े में मिली डायरेक्टरी की मदद से कैसे बनाया 7 करोड़ का बिजनेस
नीतेश अग्रवाल ने स्कूल के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी. उन्होंने अनौपचारिक रूप से 2005 में ही काम शुरू कर दिया था. उन्होंने पहले लखनऊ में स्थानीय ट्रेडर्स के साथ काम की शुरुआत की थी.
Woman Remarries Ex-Husband: पहले दिया पति को तलाक, फिर दो साल बाद उसी से रचाई शादी
Woman Remarries Ex-Husband: एक महिला ने पहले अपने पति से तलाक (Divorce) लिया फिर उसी से दो साल बाद दोबारा शादी कर लीं। इस प्यार को अब कोई क्या ही नाम दे।ओरियाना लिंडसे नाम की महिला ने तलाक के दो साल बाद अपने पूर्व पति से दोबारा शादी (Remarriage) की। महिला ने खुलकर सोशल मीडिया पर खुलकर इस मुद्दे पर बात की। टिक टॉक (TikTok Viral) पर ओरियाना लिंडसे के21,000 सेज्यादा फॉलोअर्स हैं। उन्होंने हाल ही में तलाक के बाद अपने सबसे अच्छे दोस्त से दोबारा सगाई की।ओरियाना ने लोगों क बताई अपनी लाइफ का किस्सा“अगर आपने सात साल पहले मुझसे कहा होता कि हमारा फ्यूचर तलाक होगा, तो मैं टूट जाती। यदि आप कहते कि हम तीन साल बाद वफ़ल हाउस में दोबारा शादी करेंगे, तो मुझे बिलकुल यकीन ना होता। यदि आपने हमारे विवाह समारोह से एक महीने पहले मुझे बताया होता कि मैंप्रेग्नेंट हो जाऊंगी, तो मैंने आपको बता दिया होता कि यहपॉसिबल नहीं है या आप झूठ बोल रहे हैं। खैर बातों ही बातों में ओरियाना ने अपनी लाइफ में आए उतार-चढ़ाव का जिक्र किया।ओरियाना ने अपने एक्स हस्बैंड के दूसरी महिला से बच्चे को भी स्वीकाराओरियाना लिंडसे के पति की दूसरी महिला से बच्चे हैं। ओरियाना का दावा है कि बच्चे की मां के साथ उनके अच्छे टर्म्स हैं। ओरियाना से तलाक के बाद उनके पति नेफिर एक बार उनका हाथ थामा है। कुछ लोगों ने खुलासा किया कि वे ओरियाना की तरह किसी और के बच्चे को कभी अपना नहीं पाएंगे।Mumbai Local Viral Video: मुंबई लोकल के नीचे फंसा यात्री, तो भीड़ ने मिलकर लगाया कोच को धक्का, आदमी को किया रेस्क्यूViral Video: हनीमून के सवाल पर पाकिस्तानी सिंगर का फूटा गुस्सा, लाइव शो में को-होस्ट पर जड़ दिया थप्पड़Viral Video: चलती बाइक पर लड़कियों का स्टंट हुआ वायरल, तो इंटरनेट पर मच गया बवाल
CAA implementation: सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court On CAA) ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) पर तत्काल रोक लगाने से इनकार कर दिया है। देशभर से CAA के खिलाफ दाखिल 200 से अधिक याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार (19 मार्च) से सुनवाई शुरू की। शीर्ष अदालत ने फिलहाल सीएए पर किसी भी तरह की रोक लगाने से इनकार कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से नागरिकता (संशोधन) नियम, 2024 के कार्यान्वयन पर रोक लगाने का आग्रह करने वाले आवेदनों पर तीन सप्ताह के भीतर जवाब देने को कहा है।चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) डी वाई चंद्रचूड़, जस्टिस जे. बी. पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की पीठ मामले में अब 9 अप्रैल को सुनवाई करेगी। केंद्र की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने अदालत से कहा कि उन्हें 20 आवेदनों पर जवाब देने के लिए चार सप्ताह का समय चाहिए।सुनवाई के दौरान CJI ने केंद्र सरकार से पूछा कि नोटिफिकेशन पर रोक की मांग वाली याचिका पर जवाब देने के लिए उनको कितना समय चाहिए? इस पर केंद्र की तरफ से पेश सॉलिसिटर जनरल ने 4 हफ्ते का का समय मांगा। हालांकि, शीर्ष अदालत ने जवाब दाखिल करने के लिए केंद्र को तीन हफ्ते का समय दिया है मामले में अब अगली सुनवाई 9 अप्रैल को होगी।याचिकाकर्ताओं की क्या है मांग?इन आवेदनों में आग्रह किया गया है कि नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (CAA), 2019 की संवैधानिक वैधता को चुनौती देने वाली याचिकाओं का शीर्ष अदालत द्वारा निपटारा किए जाने तक संबंधित नियमों पर रोक लगाई जानी चाहिए। मेहता ने पीठ से कहा, ''यह (CAA) किसी भी व्यक्ति की नागरिकता नहीं छीनता।''ये भी पढ़ें- लोकसभा चुनाव से पहले JMM में फूट, हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन BJP में शामिलसंसद द्वारा विवादास्पद कानून पारित किए जाने के चार साल बाद केंद्र ने 11 मार्च को संबंधित नियमों की अधिसूचना के साथ नागरिकता (संशोधन) अधिनियम, 2019 के कार्यान्वयन का मार्ग प्रशस्त कर दिया था। इस कानून में 31 दिसंबर 2014 से पहले पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से भारत आए गैर-मुस्लिम प्रवासियों को तेजी से भारतीय नागरिकता दिए जाने का प्रावधान है।
FY24 के लिए REC देने जा रही तीसरा इंटरिम डिविडेंड, अमाउंट और रिकॉर्ड डेट हुई सेट
REC Third Interim Dividend: सरकारी कंपनी REC (Rural Electrification Corporation) शेयरधारकों को वित्त वर्ष 2023-24 के लिए तीसरा इंटरिम डिविडेंड देने जा रही है। कंपनी के बोर्ड ने 19 मार्च को वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 10 रुपये फेस वैल्यू वाले हर शेयर पर 4.5 रुपये के तीसरे इंटरिम डिविडेंड को मंजूरी दे दी। इससे पहले, कंपनी ने चालू वित्त वर्ष के लिए कुल 6.5 रुपये प्रति शेयर के दो डिविडेंड घोषित किए थे। REC की ओर से शेयर बाजारों को बताया गया कि डिविडेंड के लिए रिकॉर्ड डेट 28 मार्च, 2024 तय की गई है। इसका भुगतान पात्र शेयरधारकों को 17 अप्रैल, 2024 को या उससे पहले कर दिया जाएगा।REC एक नवरत्नCPSE (Central Public Sector Enterprise) है, जो भारत सरकार के बिजली मंत्रालय के तहत आती है। दिसंबर 2023 के आखिर तक कंपनी में सरकार की हिस्सेदारी 52.63 प्रतिशत और पब्लिक की 47.37 प्रतिशत थी। पिछले एक साल में इसके शेयर ने 269.6 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। 19 मार्च को REC शेयर की कीमत बीएसई पर करीब 1.6 प्रतिशत की गिरावट के साथ 429.30 रुपये पर क्लोज हुई।REC बोर्ड ने ये मंजूरियां भी दींREC Ltd ने शेयर बाजारों को बताया कि बोर्ड ने तीन पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनियों की पूरी शेयरहोल्डिंग की बिक्री और ट्रांसफर को भी मंजूरी दे दी। यह बिक्री और ट्रांसफर उन सफल बोलीदाताओं को किया जाएगा, जो टैरिफ बेस्ड कॉम्पिटीटिव बिडिंग प्रोसेस के जरिए चुने गए हैं। ये 3 कंपनियां हैं- कल्लम ट्रांसको, मेरठ शामली पावर ट्रांसमिशन और जलपुरा खुटजा पावर ट्रांसमिशन। तीनों कंपनियों को वर्तमान में REC Power Development and Consultancy Ltd (RECPDCL) संभाल रही है। RECPDCL, REC की पूर्ण मालिकाना हक वाली सब्सिडियरी है। इसके अलावा कंपनी के बोर्ड ने गुजरात में GIFT सिटी में REC Limited के पूर्ण मालिकाना हक वाली सहायक कंपनी को एक फाइनेंस कंपनी के रूप में शामिल करने को भी मंजूरी दे दी।ढहते मार्केट में Indigo के शेयर रिकॉर्ड हाई पर, ब्रोकरेज ने बढ़ा दिया टारगेट प्राइसDisclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।
मोदी सरकार की इस योजना में महिलाएं बनेंगी लखपति, बस इन दस्तावेजों की जरूरत
केंद्र सरकार देश की महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए कई सरकारी योजनाएं चला रही है। मोदी सरकार अपने भाषणों में कई बार लखपति दीदी योजना का जिक्र कर चुकी है.वित्त मंत्री ने 1 फरवरी को बजट पेश करते हुए इस योजना पर चर्चा की थी.इस योजना के आधार पर सरकार आपको 1-5 लाख तक …
शेयर बाजार में गिरावट, सेंसेक्स 730 और निफ्टी 242 अंक नीचे
बाजार के लिए अच्छा साबित नहीं हुआ और सेंसेक्स-निफ्टी महत्वपूर्ण स्तर से नीचे बंद हुए। किस स्तर पर बंद हुआ शेयर बाजार? बीएसई सेंसेक्स 736.37 अंक या 1.01 प्रतिशत की गिरावट के साथ 72,012.05 पर और एनएसई निफ्टी 238.25 अंक या 1.08 प्रतिशत की गिरावट के साथ 21,817.45 पर बंद हुआ। क्या है …
Noida Airport Update: रनवे का काम पूरा...रूस से आ रहे रडार; जानिए कब से शुरू होगा नोएडा एयरपोर्ट
Noida Airport: नोएडा इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड की मीटिंग में एयरपोर्ट की प्रोग्रेस रिपोर्ट रखी गई. इसमें बताया गया कि पहले चरण के तहत तय 10056 करोड़ के बजट में से 7371 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं. साथ ही 80 प्रतिशत काम भी पूरा हो गया है.
SpiceJet और Busy Bee ने उठाया अहम कदम, Go First के लिए बढ़ाई बोली, जानिए नई रकम
Go First News: आर्थिक संकट में फंसी कंपनी Go First के लिए अब स्पाइसजेट और बिजी बी की ओर से बोली बढ़ाए जाने की जानकारी सामने आई है। सूत्रों ने मनीकंट्रोल को बताया कि स्पाइसजेट के चेयरमैन और एमडी अजय सिंह और EaseMyTrip के CEO निशांत पिट्टी से जुड़े बिजी बी एयरवेज के कंसोर्टियम ने दिवालिया कंपनी गो फर्स्ट के लिए अपनी बोली बढ़ाकर लगभग 1,800 करोड़ रुपये कर दी है।गो फर्स्ट में रुचिसूत्र ने मनीकंट्रोल को बताया, The Committee of Creditors (CoC) ने उन दोनों पक्षों से संपर्क किया, जिन्होंने एयरलाइन के मूल्यांकन और छूट पर गतिरोध के बाद पिछले हफ्ते गो फर्स्ट में रुचि दिखाई थी। उन्होंने कहा कि सीओसी ने गो फर्स्ट के समाधान पेशेवर को इच्छुक पार्टियों के साथ एयरलाइन के लिए ऊंची बोलियों पर बातचीत करने का निर्देश दिया।ये प्रस्ताव भी दियाएक दूसरे अधिकारी ने कहा, CoC ने RP से यह पता लगाने का अनुरोध किया था कि इच्छुक पार्टियां अपनी बोलियां लगभग 20-25 प्रतिशत तक बढ़ाने को इच्छुक हैं। दूसरे अधिकारी ने कहा कि सिंह-पिट्टी कंसोर्टियम ने अपने एडवांस पेमेंट को पहले के लगभग 290 करोड़ रुपये से बढ़ाकर लगभग 500 करोड़ रुपये करने का प्रस्ताव दिया है और प्रैट एंड व्हिटनी मध्यस्थता आय से वित्तीय लेनदारों को भुगतान करने की पेशकश की है।दो बोलियां प्राप्त हुईंशुरुआत में किसी भी खरीदार को आकर्षित करने में असफल रहने के बाद गो फर्स्ट को 26 फरवरी को इसके अधिग्रहण के लिए दो बोलियां प्राप्त हुईं। स्पाइसजेट के प्रमोटर अजय सिंह और बिजी बी एयरवेज के प्रमोटर निशांत पिट्टी ने अपनी व्यक्तिगत क्षमता में एक संयुक्त बोली जमा की है, जबकि दूसरी बोली जयदीप मीरचंदानी के स्वामित्व वाली स्काई वन एयरवेज की है। अजय सिंह और बिजी बी एयरवेज ने संयुक्त रूप से एयरलाइन के लिए 1,600 करोड़ रुपये की बोली जमा की थी।भुगतान का अनुरोधअपने प्रस्तुत प्रस्तावों के हिस्से के रूप में, दोनों संभावित खरीदारों ने इंजन निर्माता प्रैट एंड व्हिटनी के खिलाफ मुकदमे के समाधान से जुड़े भुगतान का अनुरोध किया। इसके अलावा, CNBC-TV18 के जरिए प्राप्त जानकारी के मुताबिक, प्रस्तावों में अग्रिम भुगतान कथित तौर पर दिवाला समाधान की लागत को कवर करने के लिए अपर्याप्त है। गो फर्स्ट के दोनों संभावित खरीदारों ने एयरलाइन के कॉर्पोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया (सीआईआरपी) खर्चों को संबोधित करने के लिए पर्याप्त प्रारंभिक भुगतान का प्रस्ताव नहीं दिया है।
विदेश से आएंगे कलपुर्जे, भारत में जुड़ेंगे और बनेगी ये महंगी इलेक्ट्रिक कार
ऑडी इंडिया के प्रमुख बलबीर सिंह ढिल्लों ने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहनों का स्थानीय स्तर पर विनिर्माण शुरू करने से जुड़ी योजना प्रगति पर है और कंपनी के वैश्विक मुख्यालय के साथ इसपर सक्रिय चर्चा चल रही है.
कंपनी के मालिक ने खरीदे 3 लाख नए शेयर, 6% चढ़ गया भाव, ₹190 पर आया शेयर
Stock Market: कंपनी के शेयर आज मंगलवार को कारोबार के दौरान लगभग 6 प्रतिशत तक चढ़ गए। एनएसई पर यह शेयर ₹190 पर ओपन हुआ।
बेटी का Idea, कार में लगाया फूड स्टॉल, रोज 1500 की कमाई, सास-बहू शहर में छाई
बेटी के ससुराल गई सास को गजब आइडिया आया, उन्होंने बेटा-बहू को प्लान बताया. साथ मिला तो कार में ही अप्पे का स्टॉल शुरू कर दिया. अब सास-बहू की जोड़ी बोकारो में कमाल कर रही है. सिर्फ 2 घंटे में दोनों उनका साउथ इंडियन फूड बिक जाता है. लोगों को आइडिया और स्वाद खूब पसंद आ रहा है. (रिपोर्ट: कैलाश कुमार)
पेट्रोल-डीजल की कीमत: पेट्रोल-डीजल की नई कीमतों का ऐलान, टंकी फुल कराने से पहले जान लें आज का भाव
पेट्रोल-डीजल मूल्य अपडेट:सरकारी तेल कंपनी ने 19 मार्च के लिए पेट्रोल और डीजल की नई कीमतों (पेट्रोल डीजल दरें) की घोषणा की है।देशभर में पेट्रोल-डीजल के दाम हर दिन सुबह 6 बजे अपडेट होते हैं।जिसके मुताबिक देश के ज्यादातर राज्यों में पेट्रोल-डीजल की कीमतें स्थिर हैं.वहीं दूसरी ओर कई राज्यों में पेट्रोल डीजल की कीमतें …
ढहते मार्केट में Indigo के शेयर रिकॉर्ड हाई पर, ब्रोकरेज ने बढ़ा दिया टारगेट प्राइस
IndiGo Share Price: दिग्गज एविएशन कंपनी इंडिगो (Indigo) की पैरेंट कंपनी इंटरग्लोब एविएशन (InterGlobe Aviation) के शेयर आज ढहते मार्केट में भी रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गए। घरेलू इक्विटी बेंचमार्क इंडेक्स बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) और निफ्टी 50 (Nifty 50) आज इंट्रा-डे में एक भी बार ग्रीन जोन में नहीं आया और दिन के आखिरी में ये 1 फीसदी से अधिक की गिरावट के साथ बंद हुए हैं। इंडिगो की बात करें तो यह भी BSE पर 0.56 फीसदी की गिरावट के साथ 3230.05 रुपये पर बंद हुआ है। हालांकि इंट्रा-डे में यह 2.80 फीसदी की बढ़त के साथ 3339 रुपये की ऊंचाई तक पहुंच गया था जो इसके शेयरों का रिकॉर्ड हाई लेवल है।एक साल में 84% उछला Indigo का शेयरइंडिगो के शेयर पिछले साल 28 मार्च 2023 को एक साल के निचले स्तर 1810.45 रुपये पर थे। इसके बाद एक ही साल में यह 84 फीसदी से अधिक उछलकर आज 19 मार्च 2024 को 3339 रुपये पर पहुंच गया जो इसके शेयरों के लिए रिकॉर्ड हाई लेवल है। मुनाफावसूली के चलते यह लेवल कायम नहीं रह सका और इस लेवल से फिलहाल यह 3.26 फीसदी डाउनसाइड है।अब आगे क्या है रुझानघरेलू ब्रोकरेज फर्म कोटक सिक्योरिटीज इस शेयर को लेकर काफी पॉजिटिव है और खरीदारी की रेटिंग को कायम रखते हुए इसका टारगेट प्राइस बढ़ाकर 4200 रुपये पर फिक्स कर दिया है। ब्रोकरेज फर्म के मुताबिक घरेलू मार्केट में वित्त वर्ष 2024 से वित्त वर्ष 2030 के बीच एयरक्राफ्ट कैसेपिटी 11 फीसदी और सीट कैपेसिटी इससे कुछ अधिक CAGR (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट) से बढ़ सकती है। इसके अलावा नए एयरपोर्ट खुल रहे हैं जो मांग में इजाफा करेंगे। इन सबका इंडिगो को अच्छा फायदा मिलेगा। इस कारण ब्रोकरेज इसे लेकर काफी उत्साहित है और इसका टारगेट प्राइस बढ़ाया है।त्रिपुरा में होटल शुरू करेगी Lemon Tree Hotels, खुलासे पर उछले शेयरडिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गएसलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले हमेशा सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।
Gold Rate: आज महंगा हुआ सोना और चांदी, चेक करें गोल्ड का रेट
Gold Rate Today:आज मंगलवार को सोने के भाव में बढ़त रही। आज सोने के 22 और 24 कैरेट गोल्ड के रेट में 500 रुपये तक की तेजी आई है। यहां आपको दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, जयपुर, पटना, अहमदाबाद जैसे बड़े शहरों में गोल्ड रेट के बारे में बता रहे हैं। दिल्ली में 10 ग्राम 24 कैरेट सोने का भाव 66,950 रुपये है। चेन्नई में गोल्ड का रेट सबसे अधिक 66,930 रुपये है। गोल्ड की सबसे ज्यादा कीमत चेन्नई में हैं। एक किलो चांदी का भाव 77,300 रुपये पर है।भारत में आज रिटेल बाजार में सोने की कीमतआज दिल्ली में सोने का भाव19 मार्च 2024 तक दिल्ली में 10 ग्राम 22 कैरेट सोने की मौजूदा कीमत लगभग 60,950 रुपये है, जबकि 10 ग्राम 24 कैरेट सोने की कीमत लगभग 66,480 रुपये है।मुंबई में आज सोने का भावमुंबई में 10 ग्राम22 कैरेट सोने की कीमत60,800 रुपये है, जबकि 24 कैरेट सोने के दाम 66,330 रुपये है।अहमदाबाद में आज का सोने का भावअहमदाबाद में 10 ग्राम 22 कैरेट सोने की कीमत 60,850 रुपये और 24 कैरेट सोने की कीमत 66,380 रुपये है।आज 19 मार्च 2024 को गोल्ड की कीमत शहर 22 कैरेट गोल्ड का रेट 24 कैरेट गोल्ड का रेट चेन्नई 61,350 66,930 कोलकाता 60,800 66,330 गुरुग्राम 60,950 66,480 लखनऊ 60,380 66,020 बंगुलरु 60,950 66,330 जयपुर 60,950 66,480 पटना 60,850 66,380 भुवनेश्वर 60,800 66,330 हैदराबाद 60,800 66,330 सोने के भाव इन कारणों पर करते हैं निर्भरसोने की कीमत काफी हद तक बाजार में सोने की डिमांड और सप्लाई के आधार पर तय होती है। सोने की मांग बढ़ेगी तो रेट भी बढ़ेगा। गोल्ड की सप्लाई बढ़ेगी तो दाम कम होगा। सोने की कीमत वैश्विक आर्थिक स्थितियों से भी प्रभावित होती है। उदाहरण के लिए यदि इंटरनेशनल इकॉनोमी खराब प्रदर्शन कर रही है, तो निवेशक सुरक्षित निवेश के विकल्प गोल्ड में निवेश करेंगे। इससे सोने की कीमत बढ़जाएगी।Tax Savings: जल्दबाजी में टैक्स-सेविंग्स इनवेस्टमेंट करने जा रहे हैं? इन 5 गलतियों से बचें
2023-24 सीजन के लिए चीनी उत्पादन घटा, 15 मार्च तक 280.79 लाख टन चीनी का हुआ उत्पादन :ISMA
Sugar production: चीनी मिलों के संगठन ISMA द्वारा जारी आंकड़ों से पता चलता है कि 2023-24 सीजन के लिए चीनी उत्पादन घटा है। ISMA के मुताबिक 15 मार्च तक 280.79 लाख टन चीनी उत्पादन हुआ है। पिछले साल 282.60 लाथ टन चीनी का उत्पादन हुआ था। ISMA ने बताया है कि मिलों की संख्या 325 से बढ़कर 371 हो गई है। 2023-24 के लिए 323 लाख टन के उत्पादन का अनुमान है। वहीं, 2022-23 में 328.2 लाख टन उत्पादन हुआ था। चीनी का मार्केटिंग साल अक्टूबर से सितंबर तक चलता है।15 मार्च 2024 तक चीनी का उत्पादन : ISMAISMA ने बताया है कि 2022-23 में उत्तर प्रदेश में 88.40 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। जबकि 2023-24 में यहां 79.63 लाख टन चीनी उत्पादन का अनुमान है। महाराष्ट्र में 2022-23 में 100.50 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। जबकि 2023-24 में यहां 101.92 लाख टन चीनी उत्पादन का अनुमान है। कर्नाटक में 2022-23 में 47.55 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। जबकि 2023-24 में यहां 53.50 लाख टन चीनी उत्पादन का अनुमान है। दूसरे राज्यों में 2022-23 में 44.34 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। जबकि 2023-24 में यहां 47.55 लाख टन चीनी उत्पादन का अनुमान है।15 मार्च तक चीनी उत्पादन : ISMAISMA ने बताया है कि 2023 में 15 मार्च तक देश में 282.60 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। जबकि 2024 में 15 मार्च तक देश में 280.79 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है। 29 फरवरी 2024 तक देश में 255.50 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। जबकि 2024 में 15 मार्च तक देश में 280.79 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है।अक्टूबर से सितंबर 2022-23 तक देश में 366 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। वहीं, अक्टूबर से सितंबर 2023-24 तक देश में 340 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है। 15 मार्च 2023 तक 325 चीनी मिलों में उत्पादन हुआ था। वहीं, 15 मार्च 2024 तक 371 चीनी मिलों में उत्पादन हुआ है।दिसंबर 2024 तक आ जाएगी पहली 'Made in India' चिप, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने किया दावा15 मार्च तक कहां कितनी चीनी मिलें बंद : ISMAउत्तर प्रदेश में 2024 में 18 और 2023 में 9 मिलें बंद थीं। महाराष्ट्र में 2024 में 43 और 2023 में 109 मिलें बंद थीं। कर्नाटक में 2024 में 64 और 2023 में 55 मिलें बंद थीं। अन्य राज्यों में 2024 में 35 और 2023 में भी 35 मिलें बंद थीं। इस 2024 में कुल 161 और 2023 में कुल 208 मिलें बंद थीं।
Tata Steel एनसीडी के जरिए जुटाएगी 2700 करोड़ रुपये, पढ़ें डिटेल
टाटा ग्रुप (Tata Group) की कंपनी टाटा स्टील (Tata Steel) अनसिक्योर्ड नॉन-कनवर्टिबल डिबेंचर (NCD) के जरिए 2700 करोड़ रुपये जुटाएगी। कंपनी ने आज 19 मार्च को यह जानकारी दी। कंपनी ने एक फाइलिंग में कहा कि उसके बोर्ड ने प्राइवेट प्लेसमेंट के आधार पर अनसिक्योर्ड NCD के माध्यम से फंड जुटाने को मंजूरी दे दी है। इस खबर के बीच कंपनी के शेयर इस समय 0.67 फीसदी की मामूली गिरावट के साथ 148.50 रुपये के भाव पर ट्रेड कर रहे हैं। कंपनी का मार्केट कैप 1.85 लाख करोड़ रुपये है।NCD से जुड़ी डिटेलएनसीडी के अलॉटमेंट की तारीख 27 मार्च 2024 है और वे अलॉटमेंट डेट के तीन साल बाद परिपक्व होंगे। टाटा स्टील ने एक रेगुलेटरी फाइलिंग में कहा कि पात्र निवेशकों को प्राइवेट प्लेसमेंट के आधार पर जारी किया जाएगा।फाइलिंग में कहा गया है कि कंपनी एक लाख रुपये फेस वैल्यू के कुल 2.70 लाख एनसीडी जारी करेगी, जिनकी कुल कीमत 2700 करोड़ रुपये होगी। एनसीडी लॉन्ग टर्म फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट हैं जिन्हें कंपनियां निवेशकों से अधिक धन जुटाने के लिए जारी करती हैं।पोर्ट टैलबोट प्लांट में कोक ओवन का ऑपरेशन बंद करने का फैसलाटाटा स्टील की यूके आर्म ने ऑपरेशनल स्टेबिलिटी में गिरावट के बाद वेल्स में पोर्ट टैलबोट प्लांट में कोक ओवन के ऑपरेशन को बंद करने का फैसला किया है। कंपनी ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि टाटा स्टील यूके कोक ओवन बंद होने के प्रभाव को कम करने के लिए कोक का आयात बढ़ाएगी।टाटा स्टील ने पहले कहा था कि पोर्ट टैलबोट में उसकी कई भारी-भरकम संपत्तियां अपनी अंतिम क्षमता पर हैं। इस साल की शुरुआत में टाटा स्टील ने कहा था कि उसे वर्तमान में शहर में अपने परिचालन से हर दिन लगभग 1 मिलियन पाउंड का नुकसान हो रहा है।
लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) से पहले राज्य की सत्ताधारी झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) की विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) की भाभी सीता सोरेन (Sita Soren) मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गईं। सीता सोरेन ने BJP में शामिल होने से कुछ घंटों पहले ही JMM को छोड़ दिया था और दावा किया था कि झारखंड के सत्तारूढ़ दल में उनकी उपेक्षा की जा रही थी और अलग-थलग किया जा रहा था।सीता सोरेन यहां BJP मुख्यालय में राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावडे और झारखंड चुनाव प्रभारी लक्ष्मीकांत बाजपेयी की मौजूदगी में BJP में शामिल हुईं।सीता सोरेन हेमंत सोरेन बड़े भाई स्वर्गीय दुर्गा सोरेन की पत्नी हैं, जिनका 2009 में 39 साल की उम्र में निधन हो गया था।बीजेपी में शामिल होने के बाद सीता सोरेन ने कहा, मैंने 14 साल तक पार्टी (जेएमएम) के लिए काम किया, लेकिन मुझे कभी भी पार्टी से वो सम्मान नहीं मिला, जिसकी मैं हकदार थी। इस वजह से मुझे यह फैसला (बीजेपी में शामिल होने का) लेना पड़ा। पीएम मोदी, जेपी नड्डा जी और अमित शाह जी पर भरोसा रखते हुए मैं आज बीजेपी में शामिल हो गई। हमें झारखंड और अपने आदिवासी भाइयों की जिंदगी को बचाना है। झारखंड में बदलाव की जरूरत है।इससे पहले उन्होंने अपने इस्तीफे में भी कुछ अइस तरह की ही बातें कही थी। उन्होंने हिंदी में लिखे अपने इस्तीफे में कहा, पार्टी के सदस्यों और परिवार ने हमें अलग-थलग कर दिया है, जो मेरे लिए दुखद है।
Ranbir Kapoor ने दीपिका पादुकोण को बताया 'चीपनेस की दुकान', वायरल वीडियो में ये क्या बोल गए एक्टर
Ranbir Kapoor और दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) की केमिस्ट्री को फैंस बेहद पसंद करते हैं। स्क्रीन पर दोनों की प्रेजेंस काफी अच्छी लगती है। ऑन स्क्रीन हो या ऑफ स्क्रीन दोनों एक-दूसरे के साथ हंसी मजाक करते हुए नजर आ ही जाते हैं। Reddit पर रणबीर कपूर की एक पुरानी वीडियो वायरल (Video Viral) हो रही है इस वीडियो में रणबीर दीपिका को चीप गर्ल (Deepika Cheap Girl) बुला रहे हैं। वीडियो में कह रहे हैं कि दीपिका के अंदर ना एक बड़ी सी चीप गर्ल बसी हुई है। आप जानते हो इसके साथ ना नॉटी बातें की जा सकती हैं।Ranbir Kapoor ने खोली दीपिका पादुकोण की पोलरणबीर कपूर के मुताबिक एक्ट्रेस के साथ काफी चीजी बातें की जा सकती हैं। एक्ट्रेस बखूबी इन बातों का जवाब देना जानती हैं। अगर आप उसे उंगली करोगो तो वो आपको छोड़ेगी नहीं। वो ऐसी लड़की नहीं कि आप उसे चिढ़ाओगे और वो सुन लेगी, वो वापस देगी। रणबीर कपूर ने बताया कि इम्तियाज अली को भी लव आज कल के दौरान ही इस बात का पता चल गया था। पहले इम्तियाज उनसे बात करते थे तो वो काफी शर्माती थीं एक दिन उन्हें आइडिया आया कि वो उससे चीप बात करेंगे। तो उस टाइम दीपिका की आंखें चमक गई और उसने बड़ी होशियारी से जवाब दिया। Ranbir : Deepika is a cheap girlbyu/ComfortableGarage710 inBollyBlindsNGossip दीपिका पादुकोण को लेकर ये क्या बोल गए रणबीर कपूरदीपिका ने रणबीर कपूर से वहीं पूछ लिया कि तुम मुझसे कैसे चीप हो सकते हो? एक्टर ने रिप्लाई दिया कि मैं कैमरे के सामने नहीं हो सकता लेकिन मैं बता रहा हूं कि ये चीपनेस से भरी हुई है ये चीपनेस की दुकान है।वर्कफ्रंट की बात करें तो रणबीर कपूर की एनिमल ने बॉक्स ऑफिस पर कमाई के झंडे गाड़ दिए। वहीं नितेश तिवारी की रामायण में भी नजर आ सकते हैं। वहीं दीपिका पादुकोण ऋतिक रोशन के साथ फाइटर में नजर आईं, हालांकि फिल्म ने कुछ खास बिजनेस नहीं किया। वो जल्द ही अमिताभ बच्चन के साथ द इंटर्न में नजर आएंगी।Koffee With Karan में रणवीर-दीपिका ने रिलीज की वेडिंग वीडियो, इमोशनल जर्नी की दिखी एक झलक
750 रुपए से शुरू किया काम...अब 22 लाख रुपए से अधिक का टर्नओवर
सपना प्रजापति ने बताया कि वह एक सामान्य से परम्परागत कुम्भकारी व्यवसाय से जुड़े परिवार की बहू हैं उन्होंने M.A किया हुआ है और शादी से पहले शादी के बाद भी कला से जुड़े काम करती रहती थी कोरोना काल में मास्क बनाए तो काम का दायरा और भी बढ़ गया.
गुस्से में 4000 की नौकरी को मारी लात, मवेशी बेचकर शुरू किया बिजनेस, फिर...
Success Story: शत्रुघ्न ने बताया कि उनकी फैक्ट्री में 5 तरह के पेपर प्लेट और 5 प्रकार के कटोरे बनाए जाते हैं. इसके अलावा वे कच्चा माल भी तैयार करते हैं. इससे उनकी सालाना 3 लाख से ज्यादा की आमदनी हो जाती है.
BHEL को NTPC से मिला 1600 MW थर्मल पावर प्लांट का कॉन्ट्रैक्ट, शेयर कीमत पर क्या असर
BHEL Share Price: सार्वजनिक क्षेत्र की इंजीनियरिंग कंपनी भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (Bharat Heavy Electricals Ltd or BHEL) को NTPC से 1,600 मेगावाट के सिंगरौली सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट स्टेज-3 के सेटअप के लिए कॉन्ट्रैक्ट मिला है। BHEL ने एक बयान में कहा कि यह प्लांट उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के सिंगरौली में मौजूदा 2,000 मेगावाट के थर्मल पावर स्टेशन (TPS) के पास स्थापित किया जाएगा।सिंगरौली TPS उत्तर प्रदेश में NTPC का पहला पावर प्लांट था, जिसकी स्थापना 1982 में हुई थी। बयान में कहा गया कि सिंगरौली में BHEL ने पहले जो मशीनें लगाईं थी, वे चालू होने के बाद बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं।कौन करेगा इक्विपमेंट्स की सप्लाईजारी किए गए बयान में कहा गया, 'इंटरनेशनल कॉम्पिटीटिव बिडिंग (ICB) के तहत, भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) को इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण बेसिस पर 2x800 मेगावाट सिंगरौली सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट (STPP) स्टेज- III की स्थापना के लिए NTPC से ऑर्डर मिला है। प्रोजेक्ट के लिए मुख्य इक्विपमेंट्स की सप्लाई BHEL की हरिद्वार, त्रिची, बेंगलुरु, हैदराबाद, रानीपेट और भोपाल में स्थित मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स करेंगी।'BHEL शेयर की कीमत पर क्या असर19 मार्च को सुबह BHEL का शेयर बीएसई पर बढ़त के साथ 224.65 रुपये पर खुला। बाद में यह लाल निशान में आ गया और पिछले बंद भाव से 2.8 प्रतिशत का गोता लगाकर 217.85 रुपये का लो छुआ। BHEL शेयर का 52 सप्ताह का उच्च स्तर 271.90 रुपये और निचला स्तर 67.63 रुपये है। शेयर के लिए अपर प्राइस बैंड 246.60 रुपये और लोअर प्राइस बैंड 201.80 रुपये है। सर्किट लिमिट 10 प्रतिशत है।पिछले एक साल में BHEL शेयर ने 202 प्रतिशत की मजबूती देखी है।45% बढ़ सकता है यह फार्मा शेयर, जेफरीज ने दी 'Buy' की सलाह, 7% उछला भाव
Audi India इलेक्ट्रिक वाहनों की स्थानीय स्तर पर असेंबलिंग की तैयारी में
इंगलस्टाड। लक्जरी वाहन विनिर्माता कंपनी ऑडी इंडिया इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) का स्थानीय स्तर पर असेंबलिंग शुरू करने पर विचार कर रही है। ऐसा होने पर कंपनी भारत में कम कीमत पर वाहन उपलब्ध करा सकेगी और उसका ग्राहक आधार बढ़ाने में मदद मिलेगी। ऑडी वर्तमान में देश में ईवी की पूरी शृंखला का आयात करती है। इनमें क्यू8 50 ई-ट्रॉन, क्यू8 55 ई-ट्रॉन, क्यू8 स्पोर्टबैक 50 ई-ट्रॉन, क्यू8 स्पोर्टबैक 55 ई-ट्रॉन, ई-ट्रॉन जीटी और आरएस ई-ट्रॉन जीटी आदि हैं। हालांकि, कंपनी महाराष्ट्र के औरंगाबाद स्थित अपने विनिर्माण संयंत्र में क्यू3, क्यू3 स्पोर्टबैक, क्यू5, क्यू7, ए4 और ए6 जैसे पेट्रोल मॉडल को असेंबल करती है। इसे भी पढ़ें: Nykaa के पास अपनी ‘जमीन’ की रक्षा करने के लिए बड़ी बढ़त: Founder Falguni Nayar ऑडी इंडिया के प्रमुख बलबीर सिंह ढिल्लों ने कहा कि ईवी का स्थानीय विनिर्माण शुरू करने पर कार्य प्रगति पर है और कंपनी के वैश्विक मुख्यालय के साथ इसपर सक्रिय चर्चा चल रही है। उन्होंने कहा, “हम ऑडी एजी के साथ बहुत सकारात्मक रूप से काम कर रहे हैं और उम्मीद है कि किसी समय हम इसकी (ईवी मॉडलों की स्थानीय स्तर पर असेंबलिंग) घोषणा कर सकेंगे।” प्रक्रिया शुरू होने के संभावित समय के बारे में पूछने पर ढिल्लों ने कोई विशिष्ट तारीख नहीं बताई लेकिन कहा कि भारतीय दल वैश्विक मुख्यालय के साथ बहुत सक्रियता के साथ इस मुद्दे पर बातचीत कर रहा है।
एक्सप्रेसवे से सफर पर जा रहे हैं तो पूरी-सब्जी लेकर जाने की नहीं है जरूरत
Rising Bharat Summit 2024: CNN-News18 के लीडरशिप कॉन्क्लेव 'राइजिंग भारत' 2024 के मंच से सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने इस संबंध में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इसकी शुरुआत भी चुकी है.
युवाओं में तेजी से फैल रही है बीमारी, Money Dysmorphia की गिरफ्त से बचना मुश्किल
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के कारण एक नई बीमारी इन दिनों युवाओं में फैल रही है। सोशल मीडिया के कारण कई तरह की बीमारियों का युवा शिकार हो रहे हैं। भले ही ये बात सुनने में अजीब लगे मगर ये बिलकुल सच है। इंस्टाग्राम हो या फेसबुक, कोई भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर युवा आमतौर पर महंगी गाड़ियों, महंगे रेस्टोरेंट में खाना खाते या लग्जरी होटल में छुट्टियां मनाते दिख रहे है। सोशल मीडिया पर लगातार चल रहे दिखावटी पोस्ट को देखकर अन्य लोगों का भी मन करता है कि उनका जीवन भी सुख सुविधाओं से युक्त हो। सोशल मीडिया पर जारी इस ट्रेंड के कारण युवाओं में मनी डिस्मॉर्फिया की समस्या पैदा हो रही है, जो लगातार बढ़ती जा रही है। ये ऐसी समस्या है जब कोई युवा अपने खर्चों के संबंध में फैसला नहीं कर पाता है। इसके बाद वो सोशल मीडिया से प्रेरित होकर आर्थिक मोर्चे पर गलत फैसले लेने लगता है। इस संबंध में Qualtrics For Intuit Credit Karma ने वर्ष 2013 में एक स्टडी की थी, जिसमें मिलेनियल्स और जेनजी के संबंध में कई जानकारियां सामने आई थी। इस स्टडी में सामने आया कि 59 प्रतिशत युवाओं को अपनी आर्थिक स्थिति के बारे में जानकारी ही नहीं है। वहीं 48 प्रतिशत युवा ऐसे थे जो अपने मनी गोल्स के बारे में नहीं जानते थे। लग्जरी लाइफ जीने का चस्का सोशल मीडिया पर आने वाले पोस्ट पर अधिकतर लग्जरी लाइफ दिखाई देती है। इस कारण युवाओं की आर्थिक आकांक्षाओं में बदलाव हो रहा है। सोशल मीडिया ही युवाओं को लग्जरी चीजों के पीछे भागने के लिए प्रेरित कर रहा है, जिसमें महंगे वेकेशन, डिजायनर बैग आदि शुमार है। सोशल मीडिया सभी चीजों का उपयोग करने के लिए युवाओं पर प्रेशर डाल रहा है, जिस कारण युवा मनी डिस्मॉर्फिया का शिकार हो रहे है। अधिक पैसा खर्च करना स्टडी की मानें तो युवा सोशल मीडिया के दबाव में आकर अपनी आर्थिक क्षमता से अधिक राशि खर्च कर देते है। वो दिखावा करने में भी पीछे नहीं हटते है। महंगे बैग, लेटेस्ट और ट्रेंडी प्रोडक्ट्स का उपयोग करने से लेकर लग्जरी वेकेशन करना युवाओं की आदत में शुमार हो गया है क्योंकि अपने आसपास सोशल मीडिया पर लगातार वो यही देख रहे है। ऑप्शन पर फोकस कर रहे युवा इन परेशानियों से बचने के लिए अब युवा लाउड बजटिंग पर फोकस कर रहे है। ये एक तरह की मुहिम है जिसमें युवा जरुरत से अधिक पैसा खर्च करने से बचते है। इस मुहिम के जरिए युवाओं में ये समझ को पैदा करना है कि वो सोसायटी के प्रेशर में आकर महंगी और लग्जरी लाइफ ना जिएं। समझदारी के साथ ही अपने पैसों को खर्च करें।
45% बढ़ सकता है यह फार्मा शेयर, जेफरीज ने दी 'Buy' की सलाह, 7% उछला भाव
Piramal Pharma Share Price: पीरामल फार्मा के शेयरों में मंगलवार 19 मार्च को दिन के कारोबार के दौरान 7 फीसदी से अधिक की तेजी देखी गई। कंपनी के शेयरों में यह तेजी ब्रोकरेज फर्म जेफरीज (Jefferies) की एक रिपोर्ट के बाद आई है। दरअसल जेफरीज ने वित्त वर्ष 2025 के दौरान कंपनी के रेवेन्यू में शानदार ग्रोथ की उम्मीद जताई है। साथ ही इसके स्टॉक को खरीदने (Buy) की भी सलाह दी है।जेफरीज ने इसके शेयर के लिए 170 रुपये के टारगेट प्राइस का तय किया है। यह सोमवार 18 मार्च के बंद भाव से इस शेयर में करीब 45 फीसदी की तेजी आने की उम्मीद जताता है। ब्रोकरेज ने कहा कि वित्त वर्ष 2025 में पीरामल फार्मा की सालाना रेवेन्यू ग्रोथ 12.5 फीसदी रह सकती है। साथ ही उसने यह भी कहा कि कंपनी के पास इस अनुमान से बेहतर प्रदर्शन करने की क्षमता है।ब्रोकरेज ने कहा कि अगर पीरामल फार्मा सालाना 15% रेवेन्यू ग्रोथ हासिल करने में सफल होती है, तो वित्त वर्ष 2025 में इसका ऑपरेटिंग प्रॉफिट (EBITDA) करीब 45 पर्सेंट तक बढ़ सकता है। इस रिपोर्ट के बाद, पीरामल फार्मा के शेयर बीएसई पर मंगलवार को 7% बढ़कर 125.05 रुपये के इंट्रा-डे हाई पर पहुंच गए। इससे कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन 16,000 करोड़ रुपये के करीब पहुंच गया है।फिलहाल पिरामल फार्मा के शेयर FY25 और FY26 के लिए क्रमशः EV-EBITDA मल्टीपल के 14 गुना और 12 गुना के वैल्यूएशन पर कारोबार कर रहे हैं। जेफरीज को उम्मीद है कि कमाई और प्रदर्शन बेहतर होने के साथ भविष्य में इसके शेयरों की री-रेटिंग हो सकती है।पीरामल फार्मा लिमिटेड की चेयरपर्सन नंदिनी पीरामल ने पिछले महीने हमारे सहयोगी CNBC-TV18 को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि कंपनी ऑर्गेनिक ग्रोथ के जरिए अपने कर्ज को कम करने पर ध्यान फोकस करा रही है। उन्होंने कहा कि सूचीबद्ध होने के बाद कंपनी को जिन महत्वपूर्ण बाधाओं का सामना करना पड़ा, उनमें से एक चुनौती इंडेक्स फंडों से कंपनी की अनुपस्थिति थी।यह भी पढ़ें-Patanjali Advertising Case: बाबा रामदेव को सुप्रीम कोर्ट में हाजिर होने का आदेश, Patanjali Foods 5% लुढ़काडिस्क्लेमरः Moneycontrol पर एक्सपर्ट्स/ब्रोकरेज फर्म्स की ओर से दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह उनके अपने होते हैं, न कि वेबसाइट और उसके मैनेजमेंट के। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई भी निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।
Aditya Birla Sun Life AMC का OFS खुला, प्रमोटर्स बेचेंगे स्टेक, करीब 3% लुढ़के शेयर
Aditya Birla Sun Life AMC share price : आदित्य बिड़ला सन लाइफ एएमसी के शेयरों में आज 19 मार्च को करीब 3 फीसदी तक की गिरावट देखी गई। इस समय यह स्टॉक 2.82 फीसदी गिरकर 461.95 रुपये के भाव पर ट्रेड कर रहा है। दरअसल, कंपनी के 2.01 करोड़ शेयरों की बिक्री के लिए ऑफर फॉर सेल (OFS) ओपन हो गया है। इसके जरिए कंपनी के प्रमोटर आदित्य बिड़ला कैपिटल (Aditya Birla Capital) और सन लाइफ (इंडिया) AMC इन्वेस्टमेंट्स ने अपनी कुछ हिस्सेदारी बेचने का फैसला किया है। इसके चलते आज कंपनी के शेयर दबाव में हैं।प्रमोटर्स की 7% हिस्सेदारी हो जाएगी कमआदित्य बिड़ला सन लाइफ AMC के प्रमोटर्स ने 2.01 करोड़ शेयरों की बिक्री को मंजूरी दी है, जो कि 7 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर है। प्रमोटर्स ने मिनिमम शेयरहोल्डिंग से जुड़े नियमों के चलते यह फैसला लिया है। वर्तमान में आदित्य बिड़ला कैपिटल के पास कंपनी के 49.99 फीसदी शेयर हैं। वहीं, सन लाइफ (इंडिया) AMC इन्वेस्टमेंट्स के पास 36.48 परसेंट हिस्सेदारी है।फ्लोर प्राइस 450 रुपयेयह ऑफर नॉन-रिटेल इनवेस्टर्स के लिए आज 19 मार्च को खुल गया है। रिटेल इनवेस्टर्स के लिए यह 20 मार्च को खुलेगा। इसमें अतिरिक्त रूप से 1.28 करोड़ शेयर या 4.47 फीसदी हिस्सेदारी बेचने का विकल्प होगा। 19 मार्च को खुलने वाले ऑफर के लिए फ्लोर प्राइस 450 रुपये तय की गई है। इस समय कंपनी के शेयर 2.52 फीसदी की गिरावट के साथ 463.35 रुपये के भाव पर ट्रेड कर रहे हैं।हिस्सेदारी बेचने की क्या है वजह?मिनिमम पब्लिक शेयरहोल्डिंग नियम के मुताबिक सभी लिस्टेड कंपनियों के कम से कम 25 फीसदी इक्विटी शेयर नॉन-प्रमोटर्स के पास होना जरूरी है। हाई प्रमोटर होल्डिंग से डिमांड और सप्लाई के बीच आर्टिफिशियल मिस-मैच हो सकता है क्योंकि इसमें जनता के लिए खरीदने और बेचने के लिए कम शेयर उपलब्ध होते हैं।सेबी के नियम सभी लिस्टेड कंपनियों के लिए कम से कम 25% पब्लिक फ्लोट अनिवार्य करते हैं, लेकिन कुछ अपवादों के साथ। जैसे कि पीएसयू बैंकों को इन नियमों को पूरा करने के लिए अगस्त 2024 तक का समय दिया गया है।लिस्टेड कंपनियों के प्रमोटर मिनिमम होल्डिंग नियम का पालन करने के लिए OFS, राइट्स इश्यू, पब्लिक शेयरहोल्डर्स को बोनस इश्यू या क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट के माध्यम से अतिरिक्त हिस्सेदारी बेच सकते हैं।
Nykaa के पास अपनी ‘जमीन’ की रक्षा करने के लिए बड़ी बढ़त: Founder Falguni Nayar
नयी दिल्ली। मई फैशन और सौंदर्य उत्पादों की खुदरा विक्रेता नायका को उम्मीद है कि भारतीय समूहों और नई कंपनियों से प्रतिस्पर्धा के बीच उसे अपनी ‘जमीन’ की रक्षा करने के लिए एक बड़ी बढ़त हासिल है। कंपनी की संस्थापक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) फाल्गुनी नायर ने कहा कि यह बढ़त ब्रांड की पहचान, ग्राहक आधार और व्यावसायिक समझ के रूप में है। नायर ने एक साक्षात्कार में कहा कि खुदरा क्षेत्र एक ‘बहुत बड़ा खंड है, जिसमें कई लोगों के लिए जगह है’ और कंपनी ऐसे उत्पादों की पेशकश जारी रखेगी, जो उपभोक्ताओं की अपेक्षाओं से बढ़कर होंगे और उनके पास कहीं और जाने की कोई वजह नहीं होगी। भारत के तेजी से बढ़ते सौंदर्य ई-कॉमर्स क्षेत्र में कड़ी प्रतिस्पर्धा के बीच उनकी यह टिप्पणी महत्वपूर्ण है। रिलायंस रिटेल ने सौंदर्य क्षेत्र के खुदरा मंच ‘टीरा’ की शुरुआत की है। इस खंड में नायका के अलावा टाटा क्लिक पैलेट और मिंत्रा भी सक्रिय हैं। नायर ने कहा कि नायका ने सौंदर्य खंड को छोटी श्रेणी से बहुत बड़ी श्रेणी बनाने में मदद की है। उन्होंने कहा, ‘‘अब यह श्रेणी बड़ी हो गई है। इसमें देश की कई बड़ी कंपनियां और समूह रुचि ले रहे हैं। वे सभी खुदरा क्षेत्र में हैं... उनके लिए नए क्षेत्रों में अपनी खुदरा उपस्थिति का विस्तार करना स्वाभाविक है।’’ उन्होंने आगे कहा, ‘‘...लेकिन ब्रांड, ग्राहक, व्यवसाय और कारोबार की समझ के मामले में नायका के पास बहुत बड़ी बढ़त है। इसलिए हम स्पष्ट रूप से... अपने व्यवसाय की रक्षा करेंगे।’’ उन्होंने कहा कि सौंदर्य क्षेत्र बहुत बड़ा है और इसमें कई खिलाड़ियों के लिए जगह है।
Elvish Yadav सांप जहर मामला, मां की वीडियो आई सामने, हुईं इमोशनल
Elvish Yadav Mother: बिग बॉस ओटीटी 2 के विनर (Bigg Boss OTT 2 Winner) एल्विश यादव रेव पार्टीज ऑर्गेनाइज करवाने और सांपों के जहर को मुहैया करवाने के मामले में न्यायिक हिरास्त (Elvish Yadav Judicial Custody) में हैं। सोर्स के मुताबिक उन्होंने इस बात को कुबूल भी किया। इसी बीच सोशल मीडिया पर उनकी मां (Elvish Yadav Mother) की एक वीडियो सामने आई है। वीडियो में वो बेहद इमोशनल हैं और बिलख-बिलख कर रो रही हैं। The Khabri ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से ये वीडियो शेयर की है। एल्विश (Elvish Yadav Friends) के दोस्त उसकी मां का हौंसला बढ़ाने गए थे।Elvish Yadav की मां की रोते हुए वीडियो वायरलवीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा गया कि एक मां का दर्द, मां और बेटे का ये रिश्ता सराहनीय है। एल्विश अपनी मां के बेहद करीब हैं। उनकी मां काफी बुरे दौर से गुजर रही हैं। उम्मीद है कि जल्द ही वो अपने बेटे से दोबारा मिल पाएं। दुआ है कि वो भविष्य में इस तरह की कॉन्ट्रोवर्सीज से दूर रहें। Pain of motherI must appreciate this mother-son bond, #ElvishYadav is deeply attached with his mother and so is she. She is going tbrough the toughest time ever. May she get strength to face this pic.twitter.com/ax7NsSf8gI— The Khabri (@TheKhabriTweets) March 18, 2024 एल्विश यादव से जुड़ी कॉन्ट्रोवर्सीजरविवार को नोएडा पुलिस ने एल्विश यादव को गिरफ्तार किया। एल्विश यादव 14 दिनों की न्यायिक हिरास्त में हैं। साथ में गिरफ्तार अन्य पांच ने बताया कि सांप बदरपुर से लाए जाते थे। सपेरों की मदद से सारा इंतजाम किया जाता था। एल्विश यादव पर इल्जाम है कि उन्होंने सांप के जहर का इस्तेमाल अपने फैन बेस को बढ़ाने के लिए किया। साथ ही वो लोगों को यकीन दिलाना चाहते थे कि उनमें कितना स्वैग भरा हुआ है। यूट्यूबर लगातार तरह-तरह की कॉन्ट्रोवर्सीज का हिस्सा बन रहे हैं। कभी किसी की पिटाई कर देना कभी अपने दोस्तों के साथ लोगों को धमकाना। ऐसे में उनकी गिरफ्तारी पर कुछ यूजर्स सोशल मीडिया पर खुशी भी जाहिर कर रहे हैं। फिलहाल एल्विश यादव का पूरा परिवार गहरे सदमे में है। वो जल्द से जल्द उनके वापस आने की कामना कर रहे हैं।Elvish Yadav Arrested: एल्विश यादव की बढ़ी मुश्किलें, सांप के जहर की सप्लाई के मामले में हुए गिरफ्तार
शेयर बाजार में गिरावट तेज, निवेशकों को फेडरल रिजर्व के फैसले का इंतजार
शेयर बाजार गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है। दोपहर के कारोबार में सेंसेक्स (Sensex) और निफ्टी 50 (Nifty 50) में तकरीबन 1 पर्सेंट की गिरावट है। सभी सेक्टरों में बिकवाली देखने को मिल रही है। निफ्टी IT इंडेक्स में गिरावट सबसे तेज है।बीएसई मिडकैप इंडेक्स में 1.4 पर्सेंट की गिरावट है, जबकि बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स 1 पर्सेंट नीचे पहुंच चुका है। निवेशकों को ब्याज दरों को लेकर अमेरिकी फेडरल रिजर्व के फैसले का इंतजार है, लिहाजा बाजार में सुस्ती है। हालांकि, रिलायंस इंडस्ट्रीज, भारती एयरेटल, टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा और सन फार्मा जैसे लार्जकैप शेयरों में तेजी है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इनवेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट वी. के. विजयकुमार का कहना है कि बाजार में भ्रम की स्थिति के बावजूद ये शेयर मजबूत बने हुए हैं।19 मार्च को तकरीबन 2.30 बजे सेंसेक्स में 600 से भी अंकों से भी ज्यादा की गिरावट थी, जबकि निफ्टी 50 218 अंक नीचे 21836 पर कारोबार कर रहा था। सभी सेक्टर नेगेटिव में कारोबार कर रहे थे और गिरावट की सबसे ज्यादा मार निफ्टी IT पर देखने को मिल रही थी। इसके अलावा निफ्टी FMCG, निफ्टी एनर्जी और निफ्टी मीडिया पर भी गिरावट तेज थी।फंडामेंटल व्यूजियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इनवेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट वी. के. विजयकुमार को ग्लोबल मार्केट की स्थिति में बदलाव का अनुमान है, जिसका असर निकट भविष्य में यहां के शेयर बाजार पर भी देखने को मिल सकता है। उन्होंने कहा, ' अगर फेडरल रिजर्व बाजार के अनुमानों से ज्यादा सख्त संदेश देता है, निकट भविष्य में ग्लोबल मार्केट में बदलाव देखने को मिल सकता है।' निवेशकों को शायद फेडरल रिजर्व के 20 मार्च के फैसले का इंतजार है।'निफ्टी में बढ़त वाले शेयरबजाज फाइनेंस, बजाज ऑटो, भारती एयरटेल, कोटक महिंद्रा बैंकनिफ्टी में गिरावट वाले शेयरनेस्ले इंडिया, बीपीसीएल, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, टीसीएस
1 साल में पैसा किया डबल, अब कंपनी को NTPC से मिला काम, डीटेल्स
BHEL Share Price: बीएचईएल ने एक बयान में कहा कि यह संयंत्र उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के सिंगरौली में मौजूदा 2,000 मेगावाट के तापीय बिजली स्टेशन (टीपीएस) के पास स्थापित किया जाएगा।
CAA पर नहीं लगी रोक, 200 से ज्यादा अर्जियों पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला; अब 9 को सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट ने सीएए पर मंगलवार को नरेंद्र मोदी सरकार से जवाब मांगा है। सीएए को लेकर कई याचिकाएं दायर की गई हैं, कोर्ट मामले की सुनवाई नौ अप्रैल को करेगा। हालांकि अदालत ने स्टे से इनकार कर दिया।
IMD Rainfall Alert: पिछले 24 घंटे के मौसम की बात करें तो अरुणाचल प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश हुई। कई जगह बर्फबारी भी रिकॉर्ड की गई। जानें मौसम का ताजा हाल...
पहली नजर में दोषी, ED के पास पर्याप्त सबूत; सत्येंद्र जैन पर SC ने क्या-क्या कहा
दिल्ली के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन 9 महीने तक मेडिकल ग्राउंड पर जमानत पर रहने के बाद एक बार फिर तिहाड़ जेल पहुंच चुके हैं। सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें पहली नजर में दोषी बताया है।
1390 इलेक्ट्रिक बस बनाने का मिला ऑर्डर, कंपनी के शेयर पर टूटे निवेशक, लगातार बढ़ रहा भाव
JBM Auto Ltd Share: जेबीएम ऑटो लिमिटेड के शेयरों में आज मंगलवार को 10.1% की तेजी आई है। कंपनी के शेयर इंट्रा डे 2060.60 रुपये के हाई पर पहुंच गए।
चालू वित्त वर्ष में भारत का निर्यात 450 अरब डॉलर तक संभव : FIEO President
नयी दिल्ली। लाल सागर संकट जैसी भू-राजनीतिक चुनौतियों के बावजूद चालू वित्त वर्ष के अंत तक देश का वस्तुओं का निर्यात 450 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। निर्यातकों के शीर्ष संगठन फियो के निर्वाचित अध्यक्ष अश्विनी कुमार ने मंगलवार को यह बात कही। उन्होंने कहा कि लाल सागर संकट से पैदा हुई चुनौतियों का समाधान समुद्री बीमा और माल ढुलाई शुल्क में तर्कसंगत वृद्धि करके किया जा सकता है। कुमार ने कहा कि देश के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए निर्यात क्षेत्र को आसान और कम लागत वाले ऋण तथा विपणन समर्थन की जरूरत है। ब्रिटेन और ओमान के साथ मुक्त व्यापार समझौतों को जल्द अंतिम रूप देने से भी निर्यात को मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, मैं एमएसएमई के मुद्दों का समाधान करने पर ध्यान केंद्रित करूंगा, क्योंकि वे प्रमुख भूमिका निभाने जा रहे हैं। ये इकाइयां 2030 तक 1,000 अरब डॉलर के वस्तु निर्यात के लक्ष्य को हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। उन्होंने कहा कि छोटी और मझोली इकाइयां अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं और उन्हें ऋण से संबंधित कुछ मुद्दों का सामना करना पड़ रहा है। कुमार ने कहा, मैं बैंकों से इन इकाइयों को समर्थन देने के लिए आगे आने का आग्रह करूंगा। फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन (फियो) के अध्यक्ष ने कहा कि संगठन लैटिन अमेरिका और अफ्रीका जैसे क्षेत्रों में निर्यातकों के लिए अधिक अवसर तलाशने पर भी काम कर रहा है। उन्होंने कहा, चुनौतियां हैं, लेकिन मुझे यकीन है कि हम चालू वित्त वर्ष में 450 अरब अमेरिकी डॉलर के निर्यात को हासिल कर लेंगे। उन्होंने कहा कि समस्याओं के बावजूद फरवरी में निर्यात लगभग 12 प्रतिशत बढ़कर 41.40 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया। चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-फरवरी के दौरान वस्तुओं का निर्यात 395 अरब अमेरिकी डॉलर था।
पायलटों से जुड़े नए नियम पर DGCA का सख्त रुख, एविएशन स्पेस में भी लोकपाल की नियुक्ति की तैयारी
फ्लाइट के पायलट को अब पहले की तुलना में ज्यादा आराम मिलेगा। दरअसल, एक जून से DGCA ने नए नियम लागू करने का एलान किया है, जिसके तहत ड्यूटी टाइम में बदलाव किया गया है। खबर पर ज्यादा डिटेल देते हुए सीएनबीसी-आवाज़ के रोहन सिंह ने बताया कि पायलटों से जुड़े नए नियम पर DGCA सख्त रुख अपनाता दिख रहा है। पायलटों के नए उड़ान नियम 1 जून से ही लागू होंगे। संशोधित उड़ान सेवा समय सीमा 1 जून से लागू होगी। FDTL (Flight Duty Time Limitations) के नए नियम की डेडलाइन नहीं बदलेगी।बता दें कि फेडरेशन ऑफ इंडियन एयरलाइंस (एफआईए) ने नियामक को कम से कम दो बार पत्र लिखकर आठ जनवरी को जारी संशोधित उड़ान सेवा समय सीमा (एफडीटीएल) मानदंडों को लागू करने के लिए अधिक समय मांगा था। लेकिन डीजीसीए ने इनकी मांग नहीं मानी है। एफआईए में एयर इंडिया, स्पाइसजेट और इंडिगो शामिल हैं।DGCA ने कहा है कि एयरलाइंस नए नियम लागू करने की योजना 15 अप्रैल तक सौंपे।FDTL के नए नियम में क्या है खास?नए नियम लागू होने से पायलटों को आराम के लिए ज्यादा समय मिलेगा। उनको हर हफ्ते 48 घंटे आराम के लिए मिलेगा। पहले सिर्फ 36 घंटे का आराम मिलता था। नाइट फ्लाइट्स लैंडिंग की संख्या 2 तक सीमित रहेगी। पहले नाइट ड्यूटी में 6 लैंडिंग तक की अनुमति थी। नाइट ड्यूटी की परिभाषा भी बदल दी गई। यह पहले रात 12 बजे से 5 बजे तक थी। अब ये रात 12 बजे से 6 बजे तक होगी।'बुलेट ट्रेन 2026 में शुरू होने की उम्मीद', 'राइजिंग भारत' समिट में अश्विनी वैष्णव ने बताया अगले 20 सालों का प्लानक्या एविएशन में भी होगा लोकपाल ?रोहन सिंह ने बताया कि सिविल एविएशन मंत्रालय लोकपाल की नियुक्ति पर विचार करेगा। इस पर DGCA और BCAS से भी सुझाव मांगे गए हैं। यात्रियों की समस्याओं के समाधान के लिए लोकपाल की नियुक्ति होगी। एयरलाइंस, ट्रैवल एजेंट्स भी बैठक में शामिल हो सकेंगे।
उछलते-उछलते क्यों फिसल गए शेयर बाजार, इन 5 वजह से सहमे निवेशक
मार्केट एक्सपर्ट्स ने शेयर बाजार में गिरावट के 5 बड़े कारण गिनाए हैं. इनमें ज्यादातर कारण ग्लोबल मार्केट से जुड़े हैं.
Rising Bharat Summit 2024: अयोध्या के भव्य रामलला मंदिर में स्टील का कोई टुकड़ा इस्तेमाल नहीं किया गया है और यह दो से ढाई साल तक अपने इसी रूप में बरकरार रहेगा। यह बात न्यूज18 के लीडरशिप कॉन्क्लेव के चौथे वर्जन राइजिंग भारत सम्मेलन में राम मंदिर के वास्तुकार आशीष सोमपुरा ने कही। इस सम्मेलन में कई मानी-जानी हस्तियां शामिल हो रही हैं और आज से शुरू हुई दो दिनों तक चलने वाले इस सम्मेलन में पीएम मोदी मुख्य स्पीच देंगे। इस सम्मेलन में केंद्रीय मंत्रियों ने खुलासा किया कि देश कितनी तेजी से विकास कर रहा है और आगे किस तरफ बढ़ रहा है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि उन्होंने अपने क्षेत्र में इतना काम किया कि लोग उन्हें जानने लगे हैं और ऐसे में उन्हें पोस्टर और बैनर से प्रचार करने की जरूरत नहीं है।'10 साल में रखी गई रेलवे के ग्रोथ की नींव'- अश्विनी वैष्णवकेंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस मौके पर कहा कि विकसित भारत की नींव तैयार हो गई है। पिछले दस साल में रेलवे के ग्रोथ की नींव रखी गई है। कवच को लेकर उन्होंने कहा कि यह एक पूरा सिस्टम है और इस पर बाकी दुनिया के मुकाबले भारत में इस पर जल्द काम पूरा हो जाए। उन्होंने कहा कि 2014 के पहले रेलवे राजनीति का शिकार थी लेकिन अब स्थिति बदल गई है। मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को लेकर उन्होंने कहा कि देश की पहली बुलेट ट्रेन 2026 में बनकर तैयार हो जाएगी और यह सूरत के एक सेक्शन में चलेगी।'पोस्टर और बैनर से प्रचार करने की जरूरत नहीं'- नितिन गडकरीइस मौके पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि उनके क्षेत्र में जितने लोग हैं, वह उन्हें अपना परिवार मानते हैं। उन्होंने आगे कहा कि 10 साल में जितने काम किए हैं, उससे लोगों को उनके बारे में जानकारी हो गई है और काम की भी तो ऐसे में उन्होंने दावा किया कि उन्हें पोस्टर और बैनर से प्रचार करने की जरूरत नहीं है। अगली सरकार को लेकर उन्होंने कहा कि इस बार भी नरेंद्र मोदी ही प्रधानमंत्री बनेंगे और 400 से अधिक सीटें हासिल होंगी। ईडी के इस्तेमाल के आरोप को लेकर उन्होंने सीधे कहा कि ईडी अपना काम कर रही है।'ढाई हजार वर्षों तक राम मंदिर का बना रहेगा स्वरूप'- आशीष सोमपुराराम मंदिर के वास्तुकार आशीष सोमपुरा ने इस मंच पर कहा कि इसके निर्माण में 5 हजार से अधिक मजदूरों ने काम किया है। रामलला की मूर्ति और मंदिर में सभी चीजों को ध्यान में रखकर निर्माण किया गया है। आशीष सोमपुरा ने कहा कि राम मंदिर को बनाने में किसी तरह के स्टील का टुकड़ा नहीं डाला गया है और यह दो से ढाई हजार साल साल से ज्यादा समय तक अपने इसी स्वरूप में बना रहेगा।दिसंबर 2024 तक आ जाएगी पहली 'Made in India' चिप, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने किया दावा
Tax Savings: जल्दबाजी में टैक्स-सेविंग्स इनवेस्टमेंट करने जा रहे हैं? इन 5 गलतियों से बचें
Tax Savings:कई टैक्सपेयर्स अंतिम समय में टैक्स-सेविंग्स इनवेस्टमेंट करते हैं। 31 मार्च तक टैक्स-सेविंग्स इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करने पर ही डिडक्शन क्लेम करने की इजाजत मिलती है। जल्दबाजी में टैक्स-सेविंग्स करने में गलतियां होने की आशंका होती है। इसीलिए एक्सपर्ट्स नए वित्त वर्ष शुरू होने से पहले ही टैक्स-सेविंग्स प्लान बना लेने की सलाह देते हैं। इसकी एक बड़ी वजह यह है कि टैक्स-सेविंग्स में कई ऐसे निवेश होते हैं जो लंबी अवधि के होते हैं। इसलिए उनमें सोचसमझकर निवेश करना जरूरी है।मनीकंट्रोल आपको ऐसी 5 गलतियों के बारे में बता रहा है, जो अक्सर जल्दबाजी में टैक्स-सेविंग्स में होती है:1. इनकम टैक्स की ओल्ड रीजीम में सेक्शन 80सी के तहत एक वित्त वर्ष में 1.5 लाख रुपये तक का डिडक्शन क्लेम करने की इजाजत है। इसके अलावा सेक्शन 80सीसीडी (1B) के तहत एनपीएस कंट्रिब्यूशन पर अतिरिक्त 50,000 रुपये का डिडक्शन क्लेम किया जा सकता है। इसके अलावा हेल्थ पॉलिसी, बच्चों की ट्यूशन फीस और एजुकेशन-होम लोन पर डिडक्शन क्लेम करने की सुविधा मिलती है। इसलिए अगर आप 31 मार्च से पहले टैक्स-सेविंग्स करने जा रहे हैं तो आपको एक बार यह चेक कर लेना चाहिए कि आपने इनमें से किसका फायदा उठा लिया है। यह भी देखने की जरूरत है कि इनमें से कौन सा इंस्ट्रूमेंट आपके लिए सही है।2. डिडक्शन क्लेम करने के लिए कई लोग तय सीमा से ज्यादा इनवेस्टमेंट कर देते हैं। उदाहरण के लिए सेक्शन 80सी के तहत एक वित्त वर्ष में 1.5 लाख रुपये तक डिडक्शन की इजाजत है। इसके तहत करीब एक दर्जन इंस्ट्रूमेंट्स आते हैं। दो बच्चों की ट्यूशन फीस भी इसी सेक्शन के तहत आती है। इसलिए आपके लिए ध्यान रखना जरूरी है कि आप 80सी का फायदा उठाने के लिए 1.5 लाख रुपये से ज्यादा का निवेश नहीं कर दें। अगर बच्चों की ट्यूशन फीस का पेमेंट आप करते हैं तो आपको सबसे पहले 1.5 लाख रुपये में से उसे घटाने के बाद बाकी इनवेस्टमेंट के बारे में सोचना चाहिए।3. टैक्स-सेविंग्स के लिए इनवेस्टमेंट से पहले अपने पर्सनल फाइनेंस को रिव्यू करना बहुत जरूरी है। इसका मतलब यह है कि आपको यह देखना होगा कि आपके पास पर्याप्त कवर वाली लाइफ इंश्योरेंस और हेल्थ पॉलिसी है या नहीं। अगर आपके लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी नहीं है या उसका कवर बहुत कम है तो सबसे पहले इस जरूरत को पूरा करना सही रहेगा। इसी तरह अगर आपके पास हेल्थ पॉलिसी नहीं तो पहले एक हेल्थ पॉलिसी लेना ठीक रहेगा। दोनों पर सेक्शन 80सी के तहत डिडक्शन मिलता है। अगर आपके पास ये दोनों इंश्योरेंस है तो आप म्यूचुअल फंड की टैक्स-सेविंग्स स्कीम में निवेश के बारे में सोच सकते हैं।4. जल्दबाजी में टैक्स-सेविंग्स स्कीम में निवेश करने पर बाद में आपको पछताना पड़ सकता है। इसकी वजह यह है कि हर इनवेस्टमेंट इंस्ट्रूमेंट खास तरह का होता है। उसके कुछ खास मकसद होते हैं। उसकी कुछ शर्तें होती हैं। जैसे PPF एक लॉन्ग टर्म इनवेस्टमेंट है। अगर आप टैक्स-सेविंग्स के लिए पीपीएफ में निवेश करने जा रहे हैं तो आपको 15 साल तक इसमें हर साल निवेश करने के लिए तैयार होना चाहिए। सिर्फ टैक्स-सेविंग्स के लिए एक या दो साल तक पीपीएफ में निवेश करने पर आपको कोई फायदा नहीं होगा।5. निवेश करने से पहले आपको अपने रिस्क लेने की क्षमता और यह देख लेने की जरूरत है कि आप जिस पैसे का इस्तेमाल कर रहे हैं, उसकी जरूरत आपको कब पड़ेगी। टैक्स-सेविंग्स के कुछ इंस्ट्रूमेट्स हैं, जिनमें रिस्क नहीं के बराबर है। कुछ ऐसे इंस्ट्रूमेंट्स है, जिनमें काफी रिस्क होता है। बैंक का टैक्स-सेविंग्स एफडी रिस्क-फ्री इनवेस्टमेंट है, जबकि म्यूचुअल फंड की ELSS या टैक्स सेविंग्स स्कीम में निवेश करने पर रिस्क होता है। अगर आप रिस्क नहीं ले सकते तो आपको सिर्फ टैक्स-सेविंग्स के लिए ईएलएसएस में निवेश नहीं करना चाहिए।यह भी पढ़ें: Updated ITR Filing: अपडेटेड आईटीआर फाइल करने की डेडलाइन 31 मार्च, यहां जानिए नियम और प्रक्रिया सहित सबकुछ
Lok Sabha Elections 2024: राज ठाकरे ने अमित शाह से की मुलाकात, NDA में शामिल हो सकती है MNS
Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को महाराष्ट्र में एक और नया साथी मिल सकता है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के नेता राज ठाकरे (Raj Thackeray) ने मंगलवार (19 मार्च) को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) से मुलाकात की। यह मुलाकात इस बात का संकेत है कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव में अपने गठबंधन को मजबूत करने के लिए राज ठाकरे के साथ गठबंधन की इच्छुक है।ठाकरे सोमवार को राजधानी पहुंचे थे। जब वह शाह से मिले तब बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावडे भी मौजूद थे। अगर गठबंधन हो जाता है तो मनसे को मुंबई में एक सीट दी जा सकती है जहां उनके चचेरे भाई उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाले शिवसेना के गुट का कुछ प्रभाव है।जब शिवसेना एकजुट थी तब राज ठाकरे ने इससे नाता तोड़ लिया था। बाद में शिवसेना की अगुवाई उद्धव ठाकरे ने की। राज ठाकरे के अच्छा वक्ता होने के बावजूद उनकी MNS खासा प्रभाव नहीं डाल सकी। राज ठाकरे की ओर से उत्तर भारतीयों को लेकर अतीत में दिए गए विवादित बयानों की बीजेपी समेत विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने तीखी आलोचना की थी।3 सीट मांग रही MNSसूत्रों की मानें तो महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) लोकसभा चुनाव में तीन सीटें दक्षिण मुंबई, शिरडी और नासिक मांग रही है। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना की चुनौती देने के लिए बीजेपी उनके बिछड़े चचेरे भाई से हाथ मिलाना चाहती है। मनसे नेता संदीप देशपांडे ने कहा है कि वे जल्द ही बैठक का डिटेल्स साझा करेंगे। उन्होंने कहा, जो भी निर्णय लिया जाएगा वह व्यापक भलाई और मराठियों, हिंदुत्व और पार्टी के हित में होगा।मनसे प्रमुख ने राष्ट्रीय राजधानी पहुंचने पर कहा, मुझे दिल्ली आने के लिए कहा गया था। इसलिए मैं आया। देखते हैं। हालांकि, अमित शाह से मुलाकात के बाद उन्होंने मीडिया से बात नहीं की। राज ठाकरे अपने सोशल मीडिया अकाउंट X पर गृह मंत्री से मुलाकात की जानकारी देते हुए कई फोटो शेयर किया है। आज केंद्रीय गृहमंत्री श्री. अमित शाह ह्यांच्याशी दिल्लीत भेट झाली. pic.twitter.com/8XMIEXydYq— Raj Thackeray (@RajThackeray) March 19, 2024 पिछले आम चुनाव में बीजेपी और शिवसेना ने मिलकर चुनाव लड़ा था। गठबंधन ने प्रतिद्वंद्वियों को परास्त कर दिया और राज्य की 48 सीटों में से 41 सीटें जीत लीं। महीनों बाद, उसने राज्य चुनावों में एक और जीत हासिल की। लेकिन सत्ता साझा करने को लेकर मतभेद के कारण शिवसेना को एनडीए से अलग होना पड़ा। इसके बाद उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना ने NCP और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई। लेकिन बाद में NCP और शिवसेना दोनों पार्टियां दो फाड़ हो गईं।ये भी पढ़ें- नितिन गडकरी बोले- 'पीएम मोदी फिर से बनेंगे प्रधानमंत्री', खुद को बताया 'BJP का सच्चा कार्यकर्ता'
यूनिलीवर करेगी छंटनी, करीब 7,500 कर्मचारियों की खतरे में नौकरी, आइसक्रीम बिजनेस का भी होगा डीमर्जर
ब्रिटिश मल्टीनेशल कंपनी यूनिलीवर (Unilever) ने अपने लागतों में कटौती के लिए एक नया कार्यक्रम शुरू करने का ऐलान किया है। Unilever ने बताया कि इस कार्यक्रम से ग्लोबल स्तर पर कंपनी के करीब 7,500 कर्मचारियों की नौकरी जा सकती है। साथ ही यूनिलीवर ने अपनी आइसक्रीम यूनिट को अलग कर नई कंपनी का बनाने का भी ऐलान किया। यूनिलीवर, मैग्नम और बेन एंड जेरी जैसे लोकप्रिय आइसक्रीम ब्रांड बनाती है। लंदन स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध इस कंपनी ने कहा कि आइसक्रीम बिजनेस का डीमर्जर तुरंत शुरू हो जाएगा और इसके 2025 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है।Unilever ने एक बयान में कहा कि कंपनी को उम्मीद है कि इस डीमर्जर से उसे मध्य-एकल अंक की सेल्थ ग्रोथ और अपने मार्जिन में मामूली सुधार हासिल करने में मदद मिलेगी। यूनिलीवर ने कहा कि वह इस डीमर्जर के बाद कहीं अधिक सरल और अधिक केंद्रित कंपनी बन सकेगी।यूनिलीवर ने बयान में आगे कहा कि उसने अगले 3 सालों के दौरान लागत में करीब 80 करोड़ यूरो (86.9 करोड़ डॉलर) की कुल बचत करने के लिए एक कार्यक्रम लॉन्च किया है। इस कार्यक्रम से ग्लोबल स्तर पर कंपनी के करीब 7,500 पदों पर असर पड़ने की उम्मीद है। यह यूनिलीवर के कुल वर्कफोर्स का करीब 1.2% होगा।इस बीच यूनिलीवर की भारतीय यूनिट, हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (Hindustan Unilever Ltd) के शेयर एनएसई पर 2 फीसदी से अधिक की गिरावट के साथ 2,253.15 रुपये पर कारोबार कर रहे थे। पिछले एक महीने में कंपनी के शेयरों में 5.66 फीसदी की गिरावट आई है। वहीं पिछले 6 महीने में इसके शेयरों का भाव 8.75 फीसदी टूटा है। जबकि पिछले एक साल में कंपनी के शेयर करीब 10.34 फीसदी लुढ़के हैं।हिंदुस्तान यूनिलीवर (HUL) का मौजूदा वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में शुद्ध मुनाफा सपाट रहा। दिसंबर तिमाही में उसका स्टैंअलोन शुद्ध मुनाफा 2,519 करोड़ रुपये रहा। यह एक साल पहले इसी तिमाही में रहे 2,505 करोड़ रुपये के शुद्ध मुनाफे से महज 0.55 फीसदी अधिक है। वहीं तिमाही आधार पर इसके मुनाफे में 7.28 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई क्योंकि सितंबर तिमाही में इसने 2,717 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया था।कंपनी का कुल रेवेन्यू दिसंबर तिमाही में 0.38 फीसदी की मामूली गिरावट के साथ 14,928 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 14,986 करोड़ रुपये रहा।यह भी पढ़ें-Patanjali Advertising Case: बाबा रामदेव को सुप्रीम कोर्ट में हाजिर होने का आदेश, Patanjali Foods 5% लुढ़का
Stock Market Crash:दोपहर में 2 बजे सेंसेक्स (Sensex) 751.5 अंक यानी 1.03 फीसदी की गिरावट के साथ 72,026.77 के लेवल पर ट्रेड कर रहा है. इसके अलावा निफ्टी इंडेक्स (Nifty) 233.50 अंक यानी 1.06 फीसदी की गिरावट के साथ 21,822.20 के लेवल पर है.
पेट्रोल पंप पर क्यों नहीं इस्तेमाल करने देते मोबाइल? हैरान कर देगी वजह
Petrol Pump : पेट्रोल पंप पर तेल डलवाते समय अक्सर आपको यह चेतावनी मिल जाएगी कि फोन का इस्तेमाल न करें. कभी सोचा है कि आखिर फोन से पेट्रोल का क्या लेना-देना है. लेकिन, असल वजह जान गए तो अगली बार चेतावनी की जरूरत भी नहीं पड़ेगी और आप गलती से भी मिस्टेक नहीं करेंगे.
पतंजलि विज्ञापन मामले में स्वामी रामदेव को सुप्रीम कोर्ट में हाजिर होने का आदेश
उच्चतम न्यायालय ने पतंजलि आयुर्वेद के उत्पादों और उनके चिकित्सकीय प्रभावों के विज्ञापनों से संबंधित अवमानना कार्यवाही के मामले में मंगलवार को स्वामी रामदेव और कंपनी के प्रबंध निदेशक आचार्य बालकृष्ण से व्यक्तिगत रूप से उसके समक्ष पेश होने के लिए कहा.
देश की बजट एयरलाइन गो फर्स्ट (Go First) ने पिछले साल मई में दिवालिया होने का एलान किया था। उसके लेनदारों को दिवालियापन प्रक्रिया के तहत पिछले दिनों दो वित्तीय बोलियां मिली थीं। स्पाइसजेट के मैनेजिंग डायरेक्टर अजय सिंह और Busy Bee Airways ने मिलकर गो फर्स्ट के लिए 16 सौ करोड़ रुपये की बिड जमा की थी। अब बैंकों के अनुरोध पर उन्होंने अपनी बोली को बढ़ा दिया है।
नितिन गडकरी बोले- 'पीएम मोदी फिर से बनेंगे प्रधानमंत्री', खुद को बताया 'BJP का सच्चा कार्यकर्ता'
News18 Rising Bharat Summit 2024: न्यूज18 नेटवर्क के लोकप्रिय कार्यक्रम 'न्यूज18 राइजिंग भारत समिट 2024' में शामिल केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने मंगलवार (19 मार्च) को साफ किया वह मरते दम तक भारतीय जनता पार्टी (BJP) का साथ कभी नहीं छोड़ेंगे। गडकरी ने बीजेपी की प्रचंड जीत की भविष्यवाणी करते हुए कहा कि NDA इस बार के लोकसभा चुनाव में 400 का आंकड़ा पार करेगा और पीएम मोदी फिर से प्रधानमंत्री बनेंगे। केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि उन्हें चुनाव जीतने के लिए पोस्टर-बैनर से प्रचार करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि उनका काम बोलता है।उद्धव ठाकरे के ऑफर पर दिया जवाब'न्यूज18 राइजिंग भारत समिट 2024' में केंद्रीय मंत्री ने विपक्षी पार्टियों द्वारा न्योता दिए जाने के सवाल पर जवाब देते हुए कहा, मैं बीजेपी का सच्चा कार्यकर्ता हूं। मैं बीजेपी में था, हूं और आजीवन रहूंगा...। बता दें कि हाल ही में शिवसेना (UBT) उद्धव ठाकरे ने एक कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को I.N.D.I.A गठबंधन में शामिल होने का न्योता दिया था। कार्यक्रम में बातचीत करते हुए गडकरी ने कहा कि उद्धव ठाकरे का बयान हास्यास्पद था।'जातिवाद और सांप्रदायिकता को नहीं मानता'समिट में नितिन गडकरी ने आगे कहा, मैं जातिवाद और सांप्रदायिकता को नहीं मानता। हमारे प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) ने कहा है कि 'सबका साथ, सबका विकास और सबका प्रयास...' मैं अपने क्षेत्र में जितने लोग हैं, सबको अपना परिवार समझता हूं। 10 सालों में मैंने जो काम किया है, उससे लोगों ने मेरा नाम भी जाना है और काम भी...केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि इसलिए मुझे पोस्टर और बैनर से प्रचार करने की जररूत नहीं है। क्योंकि मैं लोगों से जुड़ा हूं। उन्होंने कहा कि मुझे लोगों को वोट के बदले कुछ सेवा देने की जरूरत नहीं है। मैं लोगों से मिलूंगा, लोगों के घर जाऊंगा और उनसे आशीर्वाद लूंगा...गडकरी ने कहा कि मैं हाउस टू हाउस और मैन टू मैन कैंपेन करूंगा। मेरा विश्वास है कि मैं अच्छे वोट से चुनाव जीतूंगा।400 से अधिक सीटें जीतेगी NDAकेंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहा है 'सबका साथ सबका विकास..', मैं अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों को अपना परिवार मानता हूं। 2024 के लोकसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत का दावा करते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि पीएम मोदी फिर प्रधानमंत्री बनेंगे। उन्होंने दावा किया कि NDA 400 पार जाएंगी ये भी फाइनल है और मैं भी जीतूंगा। न्यूज18 से बातचीत में नितिन गडकरी ने कहा, मैं सच बोलता हूं, उससे किसी को कोई दिक्कत नहीं है, कुछ लोग अपनी बात मेरे मुंह में डालने की कोशिश करते हैं।ये भी पढ़ें- दिसंबर 2024 तक आ जाएगी पहली 'Made in India' चिप, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने किया दावानागपुर से तीसरी बार चुनाव जीतने के सवाल पर गडकरी ने कहा, मोदी जी प्रधानमंत्री बनने ही वाले हैं, यह तय है। दूसरी बात यह है कि हम 400 पार जाने वाले हैं, यह तय है और मैं भी चुनाव जीतने वाला हूं यह निश्चित है। उन्होंने कहा कि जब बातचीत होती है तो नम्रतापूर्वक अपनी बात प्रधानमंत्री सबसे सुनते हैं। सभी आराम से अपनी बात रखते हैं। कोई अड़चन नहीं होती। मैं भी पार्टी का अध्यक्ष रहा हूं, मेरे पास भी सबलोग अपनी बात रखते थे।
JBM Auto के शेयरों में 6% की रैली, इलेक्ट्रिक बसों के लिए मिला बड़ा ऑर्डर
JBM Auto share : JBM Auto के शेयरों में आज 19 मार्च को करीब 6 फीसदी से अधिक की रैली देखी गई। इस समय यह स्टॉक 6.42 फीसदी की बढ़त के साथ 1995.50 रुपये के भाव पर ट्रेड कर रहा है। वहीं, इंट्राडे में स्टॉक ने 2060.60 रुपये के लेवल को छू लिया। इस तेजी के साथ कंपनी का मार्केट कैप बढ़कर 23,596 करोड़ रुपये हो गया है। दरअसल, इसकी सब्सिडियरी कंपनी जेबीएम इकोलाइफ मोबिलिटी (JBM Ecolife Mobility) को 7,500 करोड़ रुपये का नया ऑर्डर मिला है। यही वजह है कि आज स्टॉक में जमकर खरीदारी हो रही है।JBM Auto share : ऑर्डर से जुड़ी डिटेलजेबीएम ऑटो की सब्सिडियरी कंपनी जेबीएम इकोलाइफ मोबिलिटी ने मंगलवार को घोषणा की कि उसे 1,390 इलेक्ट्रिक बसों का 7,500 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिला है। कंपनी को पीएम-ईबस सेवा स्कीम के तहत बसों की खरीद, सप्लाई, ऑपरेशन और मेंटेनेंस के लिए कन्वर्जेंस एनर्जी सर्विसेज लिमिटेड (CESL) से टेंडर मिला है। कंपनी इस स्कीम के तहत ग्रॉस कॉस्ट कॉन्ट्रैक्ट (GCC) पर इलेक्ट्रिक और सिविल इन्फ्रॉस्ट्रक्चर के विकास के लिए भी जिम्मेदार होगी। इस ऑर्डर को अगले 12 से 18 महीनों के भीतर पूरा करना होगा।कैसा रहा है JBM Auto केशेयरों का प्रदर्शनजेबीएम ऑटो का 52-वीक हाई 2,417.30 रुपये और 52-वीक लो 604 रुपये है। पिछले एक महीने में कंपनी के शेयरों में 16 फीसदी की गिरावट आई है। हालांकि, पिछले 6 महीने में इसने 36 परसेंट का रिटर्न दिया है। इस साल अब तक कंपनी के शेयरों में 24 परसेंट की तेजी आ चुकी है। वहीं, पिछले एक साल में इसके निवेशकों को 227 परसेंट का शानदार मुनाफा हुआ है।
बाइडेन की बढ़ी चिंता, मिस्र भी परेशान; गाजा के लिए नेतन्याहू बना रहे हैं खतरनाक प्लान?
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सुलिवन ने बताया कि 10 लाख से अधिक लोगों ने रफह में शरण ली है। उन्होंने कहा कि वे गाजा सिटी से खान यूनिस और फिर रफह गए, अब उनके पास कोई सुरक्षित जगह नहीं है।
Elvish Yadav Case: एल्विश यादव के स्नेक वीनम केस में फंसने के बाद उनके पिता का रिएक्शन आया है। उनका कहना है कि सब मेनका गांधी की वजह से हुआ है। अब खुशी मिल गई हो तो रहम करें।
Tax Saving Scheme: टैक्स बचाने का आखिरी मौका! बैंक की ये स्कीम आएगी काम
Income Tax Saving Scheme: आमतौर पर फिक्स्ड डिपाॅजिट पर टैक्स बेनिफिट नहीं मिलता है. इसकी वजह यह है कि आप फिक्स्ड डिपाॅजिट से जो इंट्रेस्ट कमाते हैं वह आपके एनुअल इनकम में जुड़ जाता है. ऐसे में अगर आपकी इनकम टैक्स के दायरे में आती है तो स्लैब के अनुसार आपको टैक्स का भुगतान करना पड़ता है.
SCILAL के शेयर 44.46 रुपये पर हुए लिस्ट, शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया से अलग होकर बनी है नई कंपनी
Shipping Corporation of India Land & Assets share Price: 'शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लैंड एंड एसेट्स (SCILAL) के शेयर मंगलवार 19 मार्च को 44.46 रुपये के भाव पर लिस्ट हुए। दिन के कारोबार के दौरान अभी तक स्टॉक को 46.80 रुपये से लेकर 44.46 रुपये तक कारोबार करते देखा गया है। SCILAL को हाल ही में शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (SCI) से अलग कर नई कंपनी बनाई है। इस कंपनी का बनाने का उद्देश्य SCI के नॉन-कोर एसेट्स को अलग करना था। मार्च 2022 तक के आंकड़े के मुताबिक, SCILAL को ट्रासंफर किए गए नॉन-कोर एसेट्स की वैल्यू करीब 2,392 करोड़ रुपये थी।'शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लैंड एंड एसेट्स' के शेयर फिलहाल 'ट्रेड-टू-ट्रेड (T2T)' सेगमेंट में कारोबार करेंगे। इसका मतलब है कि एक निवेशक या ट्रेडर इस शेयर को सिर्फ डिलीवरी के लिए ही खरीद सकते हैं। यानी इसका शेयर खरीदने के लिए उन्हें पूरी राशि का भुगतान करना होगा। इंट्राडे या बाय टूडे, सेल टूमारो (BTST) जैसी अन्य तकनीकें इस शेयर पर लागू नहीं होंगी।SCILAL का गठन नवंबर 2021 में शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया की गैर-प्रमुख संपत्तियों को अलग करने के लिए हुआ था। यह शिपिंग कॉर्पोरेशन में हिस्सेदारी बेचने की सरकार की रणनीति का हिस्सा थी। इसके जरिए केंद्र सरकार ने कंपनी में अपनी 63.75% हिस्सेदारी बेचने की योजना बनाई थी।शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया से इसके डीमर्जर की योजना को कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय ने फरवरी 2023 में मंजूर किया और यह 14 मार्च को लागू हुआ था। शिपिंग कॉरपोरेशन ने 1:1 के अनुपात में डिमर्जर को अंतिम रूप दिया था। इसका मतलब है कि शिपिंग कॉरपोरेशन के शेयरधारकों को उनके प्रत्येक शेयर के लिए नई कंपनी का एक शेयर मिला।शिपिंग कॉर्पोरेशन की 2023 की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक, मार्च 2022 तक डीमर्जर के लिए रखी गई गैर-प्रमुख एसेट्स का मूल्य ₹2,392 करोड़ था। इस बीच शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के शेयर आज 19 मार्च को सुबह 9.45 बजे, एनएसई पर बिना किसी उतारचढ़ाव के सपाट 202.7 रुपये पर कारोबार कर रहे थे।। पिछले 12 महीनों में स्टॉक में 54% की बढ़ोतरी हुई थी।यह भी पढ़ें-Patanjali Advertising Case: बाबा रामदेव को सुप्रीम कोर्ट में हाजिर होने का आदेश, Patanjali Foods 5% लुढ़का
Paytm शेयर की तेजी बरकरार, 5% चढ़कर हिट किया अपर प्राइस बैंड; 3 सेशन में 15% मजबूत
Paytm Share Price: पेटीएम की पेरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस(One97 Communications) के शेयर की तेजी 19 मार्च को भी बरकरार रही। इंट्रा डे में शेयर ने 5 प्रतिशत की तेजी देखी और अपर प्राइस बैंड हिट किया। शेयर में तेजी की अहम वजह है पेटीएम स्टॉक के लिए रेटिंग बढ़ना। Yes Securities ने शेयर के लिए रेटिंग को 'न्यूट्रल' से बढ़ाकर 'बाय' कर दिया है। साथ ही टारगेट प्राइस 350 रुपये से बढ़ाकर 505 रुपये प्रति शेयर कर दिया है। यह शेयर के 18 मार्च को बीएसई पर बंद भाव से 29.6 प्रतिशत और 19 मार्च को हिट किए हाई से 23.5 प्रतिशत ज्यादा है।Paytmका शेयर सुबह बढ़त के साथ बीएसई पर 404.80 रुपये पर खुला। दिन में यह तेजी और बढ़ी और शेयर अपने पिछले बंद भाव से 5 प्रतिशत चढ़कर 408.85 रुपये के अपर प्राइस बैंड को हिट कर गया। शेयर का 52 सप्ताह का उच्च स्तर 998.30 रुपये और निचला स्तर 318.35 रुपये है। कंपनी का मार्केट कैप बीएसई पर करीब 26000 करोड़ रुपये हो चुका है। 14 मार्च के क्लोजिंग प्राइस 353.25 रुपये से लेकर अब तक शेयर की कीमत 15.7 प्रतिशत चढ़ी है।गूगल पे, एमेजॉन पे की तरह पेटीएम ऐप पर चालू रहेगी UPI सर्विसपेटीएम के लिए पॉजिटिव सेंटिमेंट क्रिएट होने की वजह यह है कि NPCI (National Payments Corporation of India) ने कंपनी को थर्ड पार्टी एप्लीकेशन प्रोवाइडर (TPAP) के तौर पर UPI सर्विस जारी रखने के लिए मंजूरी दे दी है। अब पेटीएम ऐप पर गूगल पे, फोनपे, एमेजॉन पे की तरह UPI सर्विस चालू रहेंगी। इस मंजूरी के बाद ही यस सिक्योरिटीज ने रेटिंग और टारगेट प्राइस बढ़ाया है।यस सिक्योरिटीज ने रेटिंग अपग्रेड के अन्य कारणों के रूप में रेवेन्यू के लिए वॉलेट कारोबार पर पेटीएम की घटती निर्भरता, पार्टनर्स के बढ़ते एडिशंस आदि का हवाला दिया है। हालांकि Yes Securities ने चेतावनी दी है कि वॉलेट कारोबार बंद होने से निकट अवधि में पेटीएम के रेवेन्यू पर असर पड़ेगा।Patanjali Advertising Case: बाबा रामदेव को सुप्रीम कोर्ट में हाजिर होने का आदेश, Patanjali Foods 5% लुढ़काDisclaimer: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले हमेशा सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।
Electoral Bonds: क्या है अल्फान्यूमेरिक नंबर जिसे सुप्रीम कोर्ट ने SBI को बताने को कहा है
Electoral Bonds:सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने एसबीआई को इलेक्टोरल बॉन्ड्स (Electoral Bonds) से जुड़ी सभी जानकारियां 21 मार्च की शाम तक देने को कहा है। इससे आम लोग डोनेशन देने वालों, डोनेशन लेने वाले राजनीतिक दलों और डोनेशन के अमाउंट के बारे में जान सकेंगे। एक्सपर्ट्स का कहना है कि राजनीतिक दलों के मिले चंदों की जानकारी सार्वजनिक करने से राजनीतिक दलों और डोनेशन करने वालों की जिम्मेदारी बढ़ेगी। इससे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी और राजनीतिक दल मतदाताओं के प्रति जिम्मेदार होंगी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि इलेक्टोरल प्रोसेस को पारदर्शी और साफसुथरा बनाने से लोकतांत्रिक व्यवस्था को पवित्र बनाए रखने में मदद मिलेगी।सुप्रीम कोर्ट ने 15 मार्च को नोटिस जारी कर यह बताने को कहा था कि उसने इलेक्टोरल बॉन्ड्स के अल्फान्यूमेरिक नंबर की जानकारी क्यों नहीं दी। एक्सपर्ट्स का कहना है कि अल्फान्यूमेरिक नंबर की जानकारी नहीं मिलने से दान देने वाले और राजनीतिक दल के बीच किसी तरह के पूर्व समझौते के बारे में जानना मुमकिन नहीं है। सुप्रीम कोर्च ने 15 मार्च के अपने फैसले में इस बारे में चिंता जताई थी।यूनिक अल्फान्यूमेरिक नंबर क्या है?1. हर बॉन्ड का एक यूनिक अल्फान्यूमेरिक कोड होता है। एसबीआई के इस कोड की जानकारी देने से यह पता लगाना आसान हो जाएगा कि किस डोनर ने किस राजनीतिक दल को पैसे दिए हैं।2. बताया जाता है कि हर इलेक्टोरल बॉन्ड में एक खास अल्फान्यूमेरिक कोड होता है, जिसे देखने के लिए खास तरह की लाइट की जरूरत होती है।3. अभी एसबीआई ने चुनाव आयोग को दो अलग-अगल कैटेगरी में डेटा दिए हैं। एक में बॉन्ड खरीदने वाले डोनर की जानकारी है। दूसरे में उस राजनीतिक दल की जानकारी है, जिसने उसे भुनाया है। बताया जाता है कि इन दोनों जानगकारियों को लिंक करने वाली जानकारी मिसिंग है।4. अप्रैल 20218 में क्विंट की जांच से यह पता चला था कि बॉन्ड में अल्फान्यूमेरिक नंबर है, जो छुपा हुआ है। उसे खास लाइट के बगैर देखना मुमिकन नहीं है।5. एसबीआई ने क्विंट को बताया था कि बॉन्ड में दिया गया अल्फान्यूमेरिक नंबर एक सिक्योरिटी फीचर है। उसने यह भी कहा था कि यह पता करने की कोई व्यवस्था नहीं है कि कौन डोनर किस राजनीतिक दल को सपोर्ट करता है।6.अप्रैल 2019 में सरकार ने कहा था कि बॉन्ड में एक सीरियल नंबर है, जिसका मकसद जाली बॉन्ड पर रोक लगाना है। उसने यह भी कहा था कि यह नंबर कोई नहीं जान सकता है। फाइनेंस मिनिस्ट्री ने कहा था कि बॉन्ड के सीरियल नंबर को अपनी आंखों से नहीं देखा जा सकता और एसबीआई इसे रिकॉर्ड नहीं करता है।यह भी पढ़ें:Electoral Bonds: इंफोसिस, साइएंट और जेनसार टेक! IT कंपनियों ने भी राजनीतिक पार्टियों को दिया खूब चंदा