पंजाब के लुधियाना में दो महीने पहले NRI अमेरिकी महिला की हत्या कर दी गई थी। इस केस में अब खुलासा हुआ कि महिला का गुप्त तरीके से आधार कार्ड भी बनवाया गया है। आधार कार्ड अब किस उद्देश्य से बनाया है पुलिस इस पर जांच कर रही है। यह भी पता चला है कि हत्यारे सुखजीत ने जब NRI महिला रुपिंदर की हत्या की तो उसे दो दिन कमरे में ही कोयले जला कर जलाया। 2 दिन में जली रुपिंदर के शरीर की चमड़ी 2 दिन में जब चमड़ी जल गई तो उसकी हड्डियों को बोरियों में भरकर घुंगराना नाले में फेंक दिया। सबूत मिटाने के लिए सुखजीत ने जिस कमरे में रुपिंदर को जलाया था उस कमरे में रेनोवेशन करवा दी। सुखजीत के घर पर उसका भाई और भाबी रहते है जो हत्या के समय कुछ दिनों के लिए लुधियाना से बाहर गए थे। वापस आने पर वह भी हैरत में पड़ गए कि सिर्फ एक कमरे में ही रेनोवेशन का काम हुआ है। सुखजीत ने पेंट और कमरे की टाइलें तक बदलवा दी। जांच दौरान कमरे की रेनोवेशन के बाद ही पुलिस को सुखजीत पर शक हुआ और उससे जब सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने हत्या की वारदात को कबूल कर लिया। 3 मार्च को तैयार हुआ रुपिंदर का आधार कार्डरुपिंदर का आधार कार्ड 3 मार्च को तैयार किया गया था, जिसमें मृतका का पता रुपिंदर कौर पंधेर, सी/ओ हरभजन सिंह ग्रेवाल, हाउस नंबर 4465, शिमलापुरी दर्ज है। मृतका की बहन कमलजीत कौर जो अमेरिका के टेक्सास में रहती हैं, ने पुलिस से अपील की है कि वे सुखजीत के साथी के खिलाफ कार्रवाई करें, जिसने गलत जानकारी देकर आधार कार्ड बनवाया। रुपिंदर के परिजनों के अनुसार वह यह समझने में असमर्थ हैं कि रुपिंदर के नाम पर आधार कार्ड क्यों जारी किया गया, जबकि उसके सभी दस्तावेज और लेन-देन उसके अमेरिकी पासपोर्ट नंबर A14166100 पर आधारित थे, जिसमें उसका स्थायी पता सिएटल, यूएसए दर्ज है। आधार कार्ड बनवाने की वजह जांच कर रही पुलिसACP हरजिंदर सिंह गिल ने मीडिया को बताया कि डेहलों एसएचओ सुखजिंदर सिंह के नेतृत्व में जांच टीम को निर्देश दिया गया है कि वे अमेरिकी नागरिक के नाम पर आधार कार्ड जारी करने के पीछे की वजह की जांच करें और गलत जानकारी देने वालों के खिलाफ कार्रवाई करें। विदेशी मुद्रा लेन-देन की जांच भी शुरूपुलिस ने यह भी जांच शुरू कर दी है कि क्या रुपिंदर कौर के विदेशी बैंक खाते से सुखजीत और उसके भाई मनवीर सिंह के स्थानीय खातों में ट्रांसफर पैसे विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) के तहत सही था। शादी का झांसा देकर महिला को अमेरिका से भारत बुलायापुलिस के अनुसार, 75 वर्षीय यूके निवासी चरणजीत एनआरआई, जो मेहमा सिंह वाला गांव का रहने वाला है, ने सुखजीत को हत्या के लिए उकसाया। मृतका को शादी का झांसा देकर पंजाब बुलाया गया था। उसने कथित तौर पर बड़ी रकम आरोपियों के खातों में ट्रांसफर की थी। जांचकर्ताओं का मानना है कि हत्या का मुख्य उद्देश्य आर्थिक फायदा था। यह मामला तब सामने आया जब मृतका की बहन कमल कौर ने 28 जुलाई को अमेरिकी दूतावास को उसकी गुमशुदगी की सूचना दी। परिवार के एक मित्र ने सुखजीत की गिरफ्तारी की जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस ने मामले में जांच की।
पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने आम आदमी पार्टी (AAP) की विधायक सर्वजीत कौर मनुके को बड़ी राहत दी है। कोर्ट ने एनआरआई अमरजीत कौर सिंह की उस याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने विधायक और उनके परिवार पर हीरा बाग स्थित अपनी कोठी को फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी से बेचकर कब्जा करने का आरोप लगाया था। अमरजीत कौर ने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की थी। हालांकि, जस्टिस त्रिभुवन दहिया की बेंच ने याचिका खारिज करते हुए कहा कि जांच अधिकारियों के खिलाफ पक्षपात या दुर्भावना साबित नहीं हुई है। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि आरोप केवल संदेह और आशंका पर आधारित है, इसलिए न तो विधायक का नाम एफआईआर में जोड़ा जाएगा और न ही मामले की जांच सीबीआई को सौंपी जाएगी। 2005 में हुई थी रजिस्ट्री जानकारी के अनुसार, विवादित कोठी विधायक मनुके ने 2023 में एडवोकेट करम सिंह से 25,000 रुपए मासिक किराए पर ली थी। करम सिंह ने यह मकान अशोक कुमार से किराए पर लिया था, जिसकी रजिस्ट्री 2005 में हुई थी। करम सिंह की शिकायत पर अशोक कुमार के खिलाफ एक मामला भी दर्ज किया गया था। कोर्ट के इस फैसले से विधायक सर्वजीत कौर मनुके को बड़ी राहत मिली है। उन्होंने इस पूरे मामले को विरोधी पार्टियों द्वारा उन्हें बदनाम करने का “प्रोपेगेंडा” करार दिया।
ललित सुरजन की कलम से - तेल के दाम और प्रवासी भारतीय
'दो साल पहले तक विश्व बाजार में खनिज तेल की कीमत एक सौ पचास डालर प्रति बैरल के आसपास थी