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कश्मीर के ज्यादातर इलाकों में तापमान फ्रीजिंग पाइंट से ऊपर:गुलमर्ग का तापमान -2.2°C रिकॉर्ड; राजस्थान में तापमान 8°C के करीब रहा

कश्मीर के कई इलाकों में मंगलवार को ताजा बर्फबारी और बारिश हुई। घाटी के ज्यादातर हिस्सों में मिनिमम टेम्परेचर फ्रीजिंग पाइंट से ऊपर रहा। गुलमर्ग में मिनिमम टेम्परेचर -2.2C रहा। कुपवाड़ा में 2.4C, काजीगुंड में 3.2C, कोकरनाग में 2.8C रिकॉर्ड किया गया। राजस्थान जिलों में मंगलवार सुबह घना कोहरा रहा। वहीं ज्यादातर जिलों में सुबह के वक्त तापमान 8C के करीब रहा। ये चित्तौड़गढ़ में 8.2C, फतेहपुर में 8.6C रिकॉर्ड किया गया। जैसलमेर, हनुमानगढ़, बीकानेर में घना कोहरा छाया रहा। राज्यों से मौसम की तस्वीरें... अगले 2 दिन के मौसम का हाल... 25 दिसंबर: कोहरा और ठंड का असर बना रहेगा 26 दिसंबर: कोहरे की व्यापक पकड़, ठंड कायम

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 6:42 am

12वीं के छात्रों का लग्जरी कार काफिला, सड़कों पर स्टंटबाजी:फेयरवेल पर 100 से ज्यादा गाड़ियां, गेट से लटक बन रही रील

प्रयागराज में एक निजी स्कूल के 12वीं कक्षा के छात्रों की खतरनाक स्टंटबाजी का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में छात्र अपने स्कूल के फेयरवेल फंक्शन के दौरान 100 से अधिक लग्जरी गाड़ियों का काफिला निकालते नजर आ रहे हैं। काफिले में शामिल गाड़ियां तेज रफ्तार में शहर की सड़कों पर दौड़ती दिखीं। वायरल वीडियो में छात्र गाड़ियों के दरवाजों पर लटककर रील बनाते और सड़कों पर स्टंट करते दिखाई दे रहे हैं। हाईस्पीड में चल रही गाड़ियों के कारण शहर के कई प्रमुख चौराहों पर जाम की स्थिति बन गई। ग्राउंड में खतरनाक स्टंट इतना ही नहीं, काफिला शहर के केपी ग्राउंड तक पहुंचा, जहां सभी गाड़ियों को एक साथ खड़ा कर खतरनाक स्टंट किए गए और वीडियो बनाए गए। एक साथ 100 से अधिक गाड़ियों के स्टंट से वहां मौजूद लोगों ने आलोचना की और सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े किए। काफिले में शामिल सभी गाड़ियां VIP हैरानी की बात यह है की ये स्टूडेंट अभी नाबालिग है और महज 12TH क्लास में हैं। बेखौफ बिना लाइसेंस के सड़कों पर स्टंटबाजी कर रहे हैं। सबसे रोचक बात यह की काफिले में शामिल सभी गाड़ियां VIP हैं। कुछ गाड़ियों में पॉलिटिकल झंडा, तो कुछ में लाल नीली बत्ती और कुछ में VIP नंबर लगे हैं। सायरन की आवाज के साथ सड़कों पर स्टंट कर रहे हैं। सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल बेखौफ होकर किए गए इस स्टंट ने न सिर्फ यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाईं, बल्कि शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। वीडियो सामने आने के बाद पुलिस और प्रशासन की भूमिका को लेकर भी चर्चा शुरू हो गई है। अब देखना होगा कि वायरल वीडियो के आधार पर जिम्मेदारों पर क्या कार्रवाई की जाती है।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 6:41 am

यमुनानगर का नवविवाहिता किडनैपिंग केस, मायके वाले घर से फरार:युवती को हिमाचल में तलाश रही पुलिस, तीन दिन में कोई सुराग नहीं

यमुनानगर जिले में हिंदू युवक मांगेराम से लव मैरिज करने वाली मुस्लिम युवती शबाना (21) को उसके मायके वालों द्वारा कथित तौर पर अपहरण कर लिए जाने के मामले में अभी तक कोई ठोस सुराग नहीं मिल पाया है। घटना के तीन दिन बीत जाने के बाद भी युवती का पता नहीं चल सका है। पुलिस ने तीन विशेष टीमें गठित की हैं, जो हिमाचल प्रदेश में उसके रिश्तेदारों और परिचितों के ठिकानों पर लगातार छापेमारी कर रही हैं, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी है। पुलिस ने युवती के पैतृक गांव राजपुर में उसके घर पर भी दबिश दी गई थी। वहां सभी परिजन फरार मिले। घर पर केवल एक बुजुर्ग मौजूद थे, जिन्होंने पुलिस को बताया कि उन्हें इस पूरे मामले की कोई जानकारी नहीं है और न ही पता है कि परिवार के सदस्य कहां गए हैं या कब लौटेंगे। वीडियो में युवती ने लगाए गंभीर आरोप इससे पहले मामले में तब नया मोड़ आया जब अपहरण के बाद शबाना का 29 सेकेंड का एक वीडियो सामने आया। वीडियो में वह कार में सफर करती नजर आ रही है और किसी युवक की गोद में लेटी हुई है। वीडियो में शबाना ने दावा किया कि मांगेराम ने उसके साथ जबरदस्ती कोर्ट मैरिज की और उसका धर्म बदलवाया गया। युवती ने आरोप लगाया कि मांगेराम का जीजा इसमें शामिल था। वह वापस इस्लाम धर्म अपनाना चाहती है और उसी में रहना चाहती है। इस वीडियो के वायरल होने से मांगेराम की अनहोनी की आशंकाएं कुछ हद तक कम हुईं, लेकिन युवती की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बरकरार हैं। दो महीने पहले हुई थी लव मैरिज, परिवार का विरोध नकारी के मुताबिक, बिलोली गांव के मांगेराम (22) और राजपुर गांव की शबाना ने करीब दो महीने पहले घर से भागकर कोर्ट मैरिज की थी। मांगेराम के परिवार ने शादी को स्वीकार कर लिया, लेकिन शबाना के परिजनों ने शुरू से ही इसका विरोध किया और लगातार धमकियां दीं। सुरक्षा के लिहाज से दोनों मांगेराम की बहन काजल के घर खिजराबाद क्षेत्र के नत्थनपुर गांव में रह रहे थे। धमकियां बंद होने के बाद परिवार को लगा कि मामला शांत हो गया है। इसी खुशी में रविवार को शबाना को पहली बार ससुराल लाने और रिसेप्शन पार्टी आयोजित करने का फैसला लिया गया। लेकिन रास्ते में उर्जनी गांव के पास शबाना के परिजनों और रिश्तेदारों ने कथित तौर पर हमला बोल दिया। लाठी-डंडों, तलवार और गंडासी से हमला कर मांगेराम और उसकी बहन काजल को घायल कर दिया। शबाना को जबरन अपनी गाड़ी में बैठाकर ले गए। हमलावरों ने गाड़ी में तोड़फोड़ भी की। घायलों को अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी मिल गई। पुलिस जांच जारी छछरौली थाने के प्रभारी रोहताश सिंह ने बताया कि मामला दर्ज कर युवती की तलाश की जा रही है। अलग-अलग स्थानों पर दबिश दी जा रही है और जल्द ही उसे बरामद कर लिया जाएगा। हिमाचल के सिरमौर जिले के माजरी गांव में भी दबिश दी गई। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है, जिसमें वीडियो की सत्यता और युवती की स्वतंत्र इच्छा जैसे पहलू भी शामिल हैं।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 6:31 am

नोएडा में फाइनेंस कंपनी ने किया 7.47 करोड़ का गबन:फर्जी तरीके से लिए 57 लोन , 14 पर मुकदमा दर्ज , आडिट में सामने आई गड़बड़ी

सेक्टर 49 थाना क्षेत्र के सेक्टर 51 स्थित होशियारपुर गांव में मन्ना पुरम फाइनेंस कंपनी शाखा कार्यालय में 7.47 करोड़ रुपए का गबन करने का मामला सामने आया है। कंपनी प्रतिनिधि ने शाखा कार्यालय के प्रबंधक, कर्मी एजेंट और डीलर पर फर्जी तरीके से 57 लोन लेने का आरोप लगाया है। प्रतिनिधि ने सेक्टर 49 थाने में 14 के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मन्नापुरम फाइनेंस कंपनी का नोएडा सेक्टर 51 स्थित होशियारपुर गांव में शाखा कार्यालय है। कंपनी प्रतिनिधि मुनाजिर हसन ने बताया कि शाखा कार्यालय कर्मी, एजेंट और डीलरों के माध्यम से फाइनेंस का काम करती है। पिछले दिनों आडिट कराने से पता चला कि करीब सात करोड़ रुपए से ज्यादा की गड़बड़ी मिली। जांच कराने पर पता चला कि फरवरी 23 से अगस्त 2025 तक फर्जी कागजातों पर गलत तरीके से 57 लोन कराए गए हैं। फर्जी कागज लेकर कराया लोनकुछ कर्मी, एजेंट और डीलरों ने मिलकर दो फर्म और लोगों के नाम पर फर्जी कागजात लगाकर लोन हुए हैं। लोन लेने के लिए लगाए गए केवाईसी, फोन नंबर व पते फर्जी हैं। इससे शाखा कार्यालय को 7.48 करोड़ रुपए का नुकसान पहुंचाया गया है। इनके खिलाफ दी शिकायतप्रतिनिधि ने शाखा प्रबंधक श्रीप्रकाश, सेल्स हेड शुभेन्द्र यादव, कर्मी दिव्यांशु बिश्नोई, अंकित कुमार, आलोक कुमार, नीतीश सक्सेना, विनय कुमार, विकास कुमार, एजेंट विजय खारी, गौरव जैन, प्रदीप कुमार, लोन धारक राज उर्फ राजू चौधरी, हरेंद्र कुमार, बीएम आटो सेल्स व ओरियन मोटर्स कंपनी प्रबंधन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। थाना प्रभारी सुनील भारद्वाज ने बताया कि कंपनी प्रतिनिधि की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर जांच कराई जा रही है।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 6:20 am

PSPCL के CMD की योग्यता बदलने पर विवाद बढ़ा:PSEB इंजीनियर्स एसोसिएशन  ने सीएम को लिखा पत्र, त्रिपक्षीय समझौते का उल्लंघन बताया

पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (PSPCL) के चेयरमैन-कम-मैनेजिंग डायरेक्टर (CMD) की योग्यता में किए गए बदलाव को लेकर विवाद गहरा गया है। PSEB इंजीनियर्स एसोसिएशन ने इस फैसले को त्रिपक्षीय समझौते (TPA) का सीधा उल्लंघन बताते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान को पत्र लिखा है। एसोसिएशन ने मांग की है कि CMD की योग्यता में किए गए संशोधनों को तुरंत प्रभाव से वापस लिया जाए और इस तकनीकी निगम में नियमित टेक्नोक्रेट CMD की नियुक्ति की जाए। दरअसल पंजाब सरकार ने CMD की योग्यता में बदलाव किया है और अब सेक्रेटरी लेवल के आईएएस अधिकारी को CMD लगाने की मंजूरी दे दी है। एसोसिएशन का तर्क है कि पीएसपीसीएल एक तकनीकी कार्पोरेशन है और इसके मुखिया को टेक्नोक्रेट होना जरूरी है ताकि वह सही फैसले ले सके। सीएमडी की नियुक्ति के लिए तय की गई थी शर्तें एसोसिएशन के महासचिव अजय पाल सिंह अटवाल ने कहा कि2010 में पंजाब स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड (PSEB) को दो हिस्सों में बांटा गया। उसके बाद पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (PSPCL) और पंजाब स्टेट ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन लिमिटेड (PSTCL) का गठन किया गया था। उस समय इन दोनों निगमों के CMD और निदेशकों की नियुक्ति के लिए स्पष्ट योग्यता, अनुभव और चयन प्रक्रिया तय की गई थी। साफ कहा गया था कि सीएमडी व डायरेक्टर के पदों पर अनुभवी टेक्नोक्रेट्स को ही नियुक्त किया जाएगा। प्रिंसिपल सेक्रेटरी स्तर के अफसरों से की शुरुआत एसोसिएशन का कहना है कि सरकार ने इन शर्तों को ताक पर रखकर प्रिंसिपल सेक्रेटरी स्तर के IAS अधिकारियों को सीएमडी लगाना शुरू किया। लेकिन सरकार ने अब एक तरफा फैसला लेते हुए सेक्रेटरी स्तर के IAS अधिकारी को भी CMD बनाने का रास्ता खोल दिया है। आईएएस अधिकारियों को तकनीकी नॉलेज न होने से पावरकॉम को नुकसान हो सकता है। त्रिपक्षीय समझौते का उल्लंघन एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि अप्रैल 2010 में PSEB के पुनर्गठन के दौरान पंजाब सरकार, प्रबंधन और सभी यूनियनों व एसोसिएशनों के बीच एक त्रिपक्षीय समझौता किया गया था। जिसे सरकार ने नोटिफाई भी किया था। समझौते की धारा 5(g) के अनुसार CMD और डायरेक्टरों की योग्यता व अनुभव में कोई भी बदलाव बिना एसोसिएशन व यूनियनों के हस्ताक्षर के नहीं किया जाएगा। एसोसिएशन ने पत्र में कहा है कि सरकार ने अपनी तरफ से योग्यता में बदलाव करके उस समझौते का भी उल्लंघन किया है। इसलिए इस फैसले को तुरंत वापस लिया जाए। इंजीनियर्स एसोसिएशन की प्रमुख मांगें जमीनें बेचनेके विरोध में एकजुट हुए अफसर-कर्मचारी बिजली निगमों की जमीनें बेचने के खिलाफ, रोपड़ थर्मल पावर प्लांट में 800 मेगावाट के दो यूनिटों की स्थापना की प्रक्रिया में पैदा की जा रही बाधाओं तथा बिजली संशोधन बिल 2025 को लागू करने की कोशिशों के विरोध में बिजली विभाग की विभिन्न संगठनों एकजुट हो गए हैं। पीएसईबी इंजीनियर्स एसोसिएशन, काउंसिल ऑफ जूनियर इंजीनियर्स, बिजली मुलाजिम संघर्षशील मोर्चा, पेंशनर एसोसिएशन, आईटी ऑफिसर्स एसोसिएशन, एचआर ऑफिसर्स एसोसिएशन, अकाउंट्स एसोसिएशन व अन्य संगठनों ने ज्वाइंट एक्शन कमेटी के बैनर तले संघर्ष करने का फैसला किया है। ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने सीएमडी पावरकॉम और ट्रांसको के साथ मुलाकात की। इस दौरान जमीनें बेचने, बिजली संशोधन बिल 2025 तथा रोपड़ थर्मल प्लांट में 800 मेगावाट के दो यूनिट स्थापित करने से जुड़े मुद्दों पर लंबी बातचीत की गई। सीएमडी ने इन मुद्दों पर चर्चा करने के लिए 30 दिसंबर को पटियाला में एक बैठक बुलाई है।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 6:15 am

शरारती बच्ची से जिम्नास्टिक स्टार बनी 6 साल की निर्मित:मेरठ में पिता के कहने पर किया शुरू, दो साल में स्टेट चैंपियनशिप में जीता मेडल

आमतौर पर अगर घर का कोई बच्चा ज्यादा शरारत करता है तो परिजन उसको डांट देते है या उसके स्कूल टीचर से उसको सुधारने के लिए शिकायत करते हैं लेकिन मेरठ के रहने वाले मुकुल कुमार ने अपनी बच्ची के शरारती स्वभाव को देख उसको जिम्नास्टिक खेल ज्वाइन कराया और बच्ची ने भी उनकी उम्मीदों पर खरा उतर मात्र दो साल की प्रैक्टिस में ही स्टेट चैंपियनशिप में मेडल जीत लिया। अब पढ़िए बच्ची के बारे में .... मेरठ के किला परीक्षितगढ़ कस्बे के पास एक छोटे से गांव में रहने वाली निर्मित कौर की उम्र जनवरी 2026 में छह साल होगी। वो लगभग बीते दो साल से जिम्नास्टिक खेल से जुड़ी हुई है और तभी से ही अपनी उम्र के ग्रुप में मेरठ जिले की टॉपर बनी हुई है। साथ ही अब उसने तीन बार कोशिश करने के बाद स्टेट चैंपियनशिप में भी मेडल जीत लिया है। इस कंपटीशन में उसके प्रतिद्वंदी निर्मित कौर से लगभग 5_6 साल बड़े थे । इसके बाद भी उसने उनको कंपटीशन देकर , प्रयागराज में हुई चैंपियनशिप में मेडल जीता । खेल में ही बनाऊंगी करियर निर्मित कौर ने बताया कि उसके पापा ने उसको इस खेल में एडमिशन कराया था। इसके बाद उसको यह अच्छा लगा और उसने इसमें मेडल जीते। अब वह भविष्य में भी इसी खेल में नेशनल, इंटरनेशनल खेलकर नाम कमाना चाहती है। इस खेल का अभ्यास वह पिछले दो सालों से रोजाना दो घंटे करती हैं। रेगुलर प्रैक्टिस और लग्न का मिला नतीजा_ निर्मला कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम में जिम्नास्टिक कोच निर्मला ने बताया कि अभी तक कोई खिलाड़ी इतनी कम उम्र में न तो इतनी लगन के साथ खेलता है और न ही इतना नियमित रूप से आता है। इसके परिवार से ही अन्य बच्चे भी इस खेल में आते हैं लेकिन ऐसी लग्न सिर्फ इसी में है। बचपन में थी शरारती निर्मित कौर के पिता ने बताया कि जिस उम्र में बच्चा ढंग से चलता भी नहीं है ये बच्ची उस वक्त बड़ी शरारत करती थी। मैं एक किसान परिवार से हु इसकी यह चीज मैने जब देखी जब ये चार साल की उम्र में नजर बचते ही गन्ने की भरी ट्रॉली के ऊपर चढ़ जाती थी और खिड़कियों पर लटकना जैसी शरारतें करती थी। तभी मैने इसे जिम्नास्टिक का खेल ज्वाइन कराया और इसने छह साल की उमर में ही डिस्ट्रिक्ट टॉपर होने के साथ साथ स्टेट चैंपियनशिप में मेडल जीत लिया ।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 6:10 am

सबसे स्वच्छ शहर के नाले से निकला सोफा-गेट, दरवाजा-प्लास्टिक:सफाईकर्मी, पार्षद रह गए हैरान; JCB से करनी पड़ी सफाई; पार्षद बोले-अब कार्रवाई करेंगे

स्वच्छता में आठ बार नंबर वन रह चुके इंदौर में सफाई के दौरान एक चौंकाने वाला मामला सामने आया। नाले की सफाई के लिए पहुंचे सफाईकर्मी और पार्षद उस वक्त हैरान रह गए, जब नाले के भीतर से सोफा, दरवाजा और बड़ी मात्रा में प्लास्टिक निकली। इस पर पार्षद ने लोगों से अपील की कि घरेलू सामान नालों में न डालें, बल्कि नगर निगम की ऐप के माध्यम से उसे सौंपें। यह घटना एक लॉ कॉलेज के समीप स्थित नाले की है। पार्षद प्रशांत बड़वे जब मौके पर सफाई कराने पहुंचे, तो सफाई मित्रों ने जेसीबी मशीन की जरूरत बताई। कारण पूछने पर उन्होंने बताया कि नाले में पुराना सोफा, गेट, बाल्टियां और बड़ी संख्या में प्लास्टिक की थैलियां फेंकी गई हैं, जिससे सफाई में बाधा आ रही है। सफाई करवाई तो निकला पुराना सोफा सफाई मित्रों की बात सुनकर पार्षद भी हैरान रह गए। जेसीबी मशीन से नाले की सफाई करवाई गई, तो भीतर से पुराना सोफा, गेट, बाल्टियां और बड़ी मात्रा में प्लास्टिक की थैलियां निकलीं। पार्षद ने बताया कि कुछ लोग घरेलू सामान प्लास्टिक में भरकर यहां फेंक देते हैं, जिससे सफाई मित्रों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि सफाई मित्र भी हमारे परिवार का हिस्सा हैं और ऐसी लापरवाही के कारण उन्हें नालों में उतरकर जोखिम भरी सफाई करनी पड़ती है। नजर रखने को भी कहा, कार्रवाई भी करेंगे पार्षद प्रशांत बड़वे ने बताया कि इलाका सुनसान होने के कारण कुछ लोग नाले में कचरा फेंक देते हैं। इसे रोकने के लिए एनजीओ के सदस्यों को निगरानी की जिम्मेदारी दी गई है। आगे यदि कोई कचरा डालते हुए पाया गया, तो स्पॉट फाइन की कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना भी बनाई जा रही है। शादियों में उड़ाई जा रही पन्नियां, सफाई कर्मियों की बढ़ रही परेशानी उन्होंने बताया कि आजकल कई शादियों में मशीनों के जरिए बारीक पन्नियां उड़ाई जाती हैं। जब इन्हें साफ करने की बारी आती है, तो सफाई कर्मियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है और उनकी कमर में दर्द तक होने लगता है। उन्होंने कहा कि शहर के लगभग 90 प्रतिशत लोग सफाई का ध्यान रखते हैं, लेकिन करीब 10 प्रतिशत लोग ध्यान नहीं रखते हैं। शहर की स्वच्छता केवल नगर निगम की नहीं, बल्कि जनता की भी जिम्मेदारी है, इसलिए नागरिकों का जागरूक होना बेहद जरूरी है।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 6:05 am

भोपाल मेट्रो का फेज-2 जून 2028 तक...2 स्टेशन अंडरग्राउंड:अब सुभाषनगर से करोंद तक चलेगी मेट्रो; भदभदा से रत्नागिरी के बीच भी दौड़ेगी

भोपाल में ऑरेंज लाइन के प्रायोरिटी कॉरिडोर सुभाषनगर से एम्स के बीच मेट्रो दौड़ने लगी है। हर रोज 17 ट्रिप हो रही है और 2 दिन में ही 10 हजार से ज्यादा लोग सफर कर चुके हैं। हालांकि, ये सफर अभी 6.22 किलोमीटर (कुल ट्रैक 7Km) का है, जबकि आगे 9.74 किलोमीटर तक मेट्रो सुभाषनगर से करोंद के बीच भी दौड़ेगी। यह ऑरेंज लाइन का फेज-2 है। दूसरा रूट ब्लू लाइन का भदभदा से रत्नागिरी तक है। इस पर भी काम की शुरुआत हो चुकी है। प्रायोरिटी कॉरिडोर में मेट्रो के कमर्शियल रन के बाद पूरा फोकस सेकेंड फेज पर है। इसका काम कहां से कहां तक होगा? क्या डेडलाइन है? कितना समय पूरा होने में लगेगा? मौजूदा काम की क्या स्थिति है? और शहरवासी करोंद से एम्स तक पूरे कुल 16.74Km रूट पर कब से सफर करना शुरू करेंगे? इन्हीं सभी सवालों के जवाब इस रिपोर्ट में पढ़िए...। सबसे पहले, भोपाल में दो रूट कौन से? 20 दिसंबर को देश में मेट्रो चलाने वाला भोपाल देश में 26वां शहर बन गया। 21 दिसंबर से कमर्शियल रन शुरू हुआ। पिछले 2 दिन में कुल 34 ट्रिप (प्रतिदिन 17 ट्रिप) मेट्रो सुभाषनगर से एम्स के बीच दौड़ चुकी हैं। भोपाल में मेट्रो के 2 रूट पर काम चल रहा है। पहला ऑरेंज लाइन, जो एम्स से करोंद के बीच है, जबकि दूसरा ब्लू लाइन, जो भदभदा चौराहा से रत्नागिरी तक है। दोनों रूट की कुल लंबाई 30.9 किलोमीटर है। अब सिलसिलेवार जानते हैं, ऑरेंज लाइन के दोनों फेज के बारे में ऑरेंज लाइन फेस-1: एम्स से सुभाषनगर तकऑरेंज लाइन के फेस-1 में एम्स से सुभाषनगर तक मेट्रो दौड़ने लगी है। यह प्रायोरिटी कॉरिडोर है। इस रूट पर कुल 8 स्टेशन- सुभाषनगर, केंद्रीय स्कूल, डीबी मॉल, एमपी नगर, रानी कमलापति, डीआरएम ऑफिस तिराहा, अलकापुरी और एम्स है। 20 दिसंबर को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय मंत्री मनोहरलाल खट्‌टर ने हरी झंडी दिखाकर मेट्रो का उद्घाटन किया। वहीं, 21 दिसंबर से कमर्शियल रन शुरू हो गया। यानी, उद्घाटन के साथ ही भोपाल मेट्रो सिटी बन गया। ऑरेंज लाइन फेस-2: सुभाषनगर से करोंदऑरेंज लाइन के दूसरे फेस में सुभाषनगर से करोंद की कुल दूरी 9.74 किमी लंबा है, लेकिन 8.77 किमी में होगा। इसमें से 5.38 Km हिस्से में 6 एलिवेटेड मेट्रो स्टेशन बनेंगे, जिस पर 650 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इस काम की शुरुआत हो चुकी है। पुल बोगदा, ऐशबाग, सिंधी कॉलोनी, डीआईजी बंगला, कृषि उपज मंडी और करोंद चौराहा पर स्टेशन बनेंगे। वहीं, बाकी 3.39 किलोमीटर रूट अंडरग्राउंड होगा। इसमें 2 मेट्रो स्टेशन भोपाल रेलवे स्टेशन व नादरा बस स्टैंड भी रहेंगे। यह पूरा काम 890 करोड़ रुपए में होगा। इस रूट में आरा मशीनें समेत अतिक्रमण है। अधिकांश अड़चनें दूर कर ली गई हैं। भोपाल रेलवे स्टेशन के बाद अंडरग्राउंड टर्निमल बनाने वाली मशीनें आएंगी। इसके लिए जमीन भी समतल किया जा चुका है। अब भोपाल की ब्लू लाइन के बारे में जानिएभदभदा चौराहा से रत्नागिरी तिराहा के बीच करीब 13 किमी लंबे मेट्रो ट्रैक पर चलने वाली ब्लू लाइन के लिए 550 स्थानों पर सॉयल टेस्टिंग हुई है। इसकी लागत करीब 1006 करोड़ रुपए आएगी। मिट्टी के परीक्षण से मेट्रो के एलिवेटेड ट्रैक के पिलर कहां बनेंगे और नींव कहां-कहां बनाई जाएगी, इसका पता चल गया है। इस रूट पर कुल 14 स्टेशन बनाए जाएंगे, जिनमें एक स्टेशन कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर पर भी प्रस्तावित है। ये स्टेशन राजभवन के ठीक सामने होगा। 14वें स्टेशन के तौर पर बोगदा पुल (इंटरचेंज) सेक्शन बनाया जा रहा है, जहां करोंद चौराहा से एम्स के बीच बनने वाली ऑरेंज लाइन और भदभदा चौराहा से रत्नागिरी तिराहा के बीच चलने वाली ब्लू लाइन का इंटरचेंज होगा। यह एक ऐसा सेक्शन होगा, जहां यात्री एक मेट्रो से उतरकर दूसरी में सवार हो सकेंगे। पुल बोगदा के पास का हिस्सा सुभाष नगर से एम्स (प्रायोरिटी ट्रैक) के पास ही है, इसलिए इंटरचेंज सेक्शन पर भी शुरू कर दिया गया है। यहां रास्ता डायवर्ट हो चुका है। इस रूट पर भदभदा चौराहा, डिपो चौराहा, जवाहर चौक, रोशनपुरा चौराहा, केटीसीसी, परेड ग्राउंड, प्रभात चौराहा, गोविंदपुरा, गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र, जेके रोड, इंद्रपुरी, पिपलानी व रत्नागिरी तिराहा स्टेशन आएंगे। मेट्रो से जुड़ी ये खबरें भी पढ़िए... 1. भोपाल मेट्रो में थूकने पर जुर्माना...दो बोतल शराब की इजाजत भोपाल मेट्रो में यात्री अपने पालतू पशु-पक्षी के साथ सफर नहीं कर सकेंगे। शराब की 2 बोतलें ले जाने की अनुमति जरूर मिल सकती है, लेकिन शर्त रहेगी कि बोतल सीलबंद हो। यात्री अपने साथ पेट्रोल-डीजल, हथियार, खुले बीड़ी-सिगरेट, माचिस-लाइटर, गुटखा, तंबाकू, सूखा नाश्ता भी नहीं ले जा सकते। मोबाइल या स्मार्ट वॉच की परमिशन है लेकिन ड्रोन, सैटेलाइट फोन, पोर्टेबल और रेडियो संचार उपकरण, कैमरा ले जाने की मनाही है। संक्रामक रोग से ग्रसित व्यक्ति, मानसिक रूप से परेशान और असंयमी, शराबी पैसेंजर सफर नहीं कर सकेगा। विमान की तरह ही इसमें सामान का वजन भी तय है। मेट्रो में आप अधिकतम 25 किलो वजनी सामान ही ले जा सकते हैं। पढ़े पूरी खबर 2. भोपाल मेट्रो में पहली बार बैठे यात्रियों ने किया डांस भोपाल में पहली बार मेट्रो का कमर्शियल रन रविवार सुबह ठीक 9 बजे एम्स स्टेशन से हुआ। मेट्रो 30 मिनट में सुभाष नगर स्टेशन पर पहुंच गई। करीब 100 यात्रियों ने सफर किया। इनमें 7 साल के बच्चे से लेकर 75 साल के बुजुर्ग भी शामिल हैं। पढ़ें पूरी खबर... 3. चल पड़ी भोपाल मेट्रो…खट्‌टर-सीएम के साथ 30 बच्चे भी सवार भोपाल में शनिवार को मेट्रो सेवा का औपचारिक शुभारंभ हो गया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भोपाल मेट्रो को हरी झंडी दिखाकर इसकी शुरुआत की। इसके बाद दोनों नेताओं ने सुभाष नगर से एम्स तक मेट्रो में सफर किया। पढ़ें पूरी खबर...

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 6:05 am

वकीलों का राष्ट्रीय अधिवेशन 26 से बालोतरा-नाकोड़ा में:अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद् के कार्यक्रम में देशभर से जुटेंगे 4 हजार अधिवक्ता

अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद् का 17वां राष्ट्रीय अधिवेशन 26 से 28 दिसम्बर तक बालोतरा-नाकोड़ा में आयोजित होगा। तीन दिवसीय इस अधिवेशन में सुप्रीम कोर्ट और विभिन्न हाईकोर्ट के न्यायाधीशों के साथ देशभर से 4000 से अधिक अधिवक्ता शिरकत करेंगे। अधिवेशन की तैयारियों को आयोजकों ने अंतिम रूप दे दिया है। अधिवक्ता परिषद् के प्रांत अध्यक्ष सुनील जोशी ने बताया कि अधिवेशन का उद्घाटन समारोह 26 दिसम्बर को दोपहर 2:30 बजे होगा, जिसमें विधि-जगत से जुड़े कई प्रतिष्ठित अतिथि और गणमान्य लोग मौजूद रहेंगे। समापन समारोह 28 दिसम्बर को दोपहर 1:30 बजे से होगा, जहां अधिवेशन के निष्कर्ष और आगे की रूपरेखा प्रस्तुत की जाएगी। ​समसामयिक कानूनी मुद्दों पर मंथन तीन दिन चलने वाले इस अधिवेशन में समसामयिक एवं महत्वपूर्ण कानूनी विषयों पर विस्तृत विचार-विमर्श किया जाएगा। परिषद् की आगामी वर्षों की गतिविधियां, कार्यक्रम और भावी कार्ययोजना भी इन्हीं सत्रों के दौरान तय की जाएगी, ताकि संगठनात्मक और विधिक दोनों स्तरों पर भविष्य की दिशा स्पष्ट हो सके। ​‘भारतीय संविधान के 75 वर्ष: सामाजिक समरसता’ थीम परिषद् के प्रांत महामंत्री श्याम पालीवाल ने बताया कि राजस्थान में यह राष्ट्रीय अधिवेशन पहली बार आयोजित हो रहा है और इसकी मेजबानी जोधपुर प्रांत कर रहा है। अधिवेशन की मुख्य थीम ‘भारतीय संविधान के 75 वर्ष: सामाजिक समरसता’ रखी गई है, जिसके तहत सभी सत्रों में संविधान, सामाजिक समरसता और इससे जुड़े कानूनी पहलुओं पर चर्चा होगी। ​प्रदूषण मुक्त अधिवेशन की तैयारी मीडिया समन्वयक अधिवक्ता देवकीनंदन व्यास ने बताया कि इस राष्ट्रीय अधिवेशन को प्रदूषण मुक्त रखने का लक्ष्य तय किया है। इसी क्रम में अधिवेशन स्थल पर आवागमन के लिए 25 ई-रिक्शा लगाए गए हैं और पॉलीथिन सहित अन्य प्रदूषणकारी सामग्री के उपयोग को न्यूनतम रखने की योजना बनाई गई है। व्यास ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर के इस कार्यक्रम का लक्ष्य युवा अधिवक्ताओं को न्यायिक प्रक्रिया और संवैधानिक मूल्यों से गहराई से जोड़ना है। उन्होंने बताया कि सभी सत्रों की रिपोर्टिंग और संप्रेषण के लिए विशेष मीडिया डेस्क और डिजिटल अपडेट की व्यवस्था की जा रही है। अधिवेशन के प्रमुख सत्रों, वक्ताओं और थीम आधारित चर्चाओं को आम पाठकों और दर्शकों तक सरल भाषा में पहुंचाने पर विशेष फोकस रखा जाएगा। ​मीडिया सह-समन्वयक अश्विन राजपुरोहित ने बताया कि बालोतरा-नाकोड़ा में होने वाला यह अधिवेशन स्थानीय स्तर पर भी अधिवक्ताओं और आमजन के बीच संवाद का बेहतर अवसर बनेगा।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 6:03 am

मां के डांटने पर सोने के बिस्किट लेकर भागा बेटा:गोरखपुर में हाई स्कूल में पढ़ता है छात्र, घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल

गोरखपुर के एम्स इलाके में मां की डांट से नाराज होकर 16 साल का बेटा घर से भाग गया। भागते समय साथ में घर की अलमारी में रखे 10-10 ग्राम के दो सोने के बिस्किट भी लेकर गया। महिला ने एम्स थाने में तहरीर देकर बेटे के लापता होने की सूचना दी। एम्स पुलिस केस दर्ज कर लड़के की तलाश में जुट गई है। अब विस्तार से जानें पूरा मामला एम्स थाना क्षेत्र के झरना टोला न्यू टीचर कालोनी में रहने वाली जया सिंह ने तहरीर देकर बेटे के लापता होने की सूचना दी। जया ने बताया कि मेरे पति मोहन सिंह दुबई में एक कंपनी में काम करते हैं। मेरे दो बेटे हैं। छोटा बेटा 16 साल का है, वह इंग्लिश मीडियम स्कूल में हाई स्कूल में पढ़ाई करता है। वह थोड़ा मनबढ़ किस्म का है। हमेशा बदमाशी करता रहता है। इसलिए उसे डांटती टोकती रहती हूं। 21 दिसंबर को मेरा बेटा काफी देर तक बाहर घूमकर आया। उसे मैंने डांटकर पूछा कि कहां गए थे। वह कुछ भी नहीं बता रहा था। तब मैंने उसकी अच्छे से खबर ली। शाम करीब 5 बजे वह घर से बिना बताए अलमारी से 10-10 ग्राम के दो सोने के बिस्किट लेकर चला गया। काफी देर तक उसकी खोजबीन की। कहीं उसका पता नहीं चला। रिश्तेदारों और बेटे के दोस्तों से बात करने के बाद रेलवे स्टेशन और बस स्टेशन पर भी उसकी तलाश की। लेकिन कहीं उसकी कोई खबर नहीं मिली। मेरे दो बेटे हैं। पति बाहर रहते हैं। ऐसे में घबरा गई कि कहीं मेरे बेटे के साथ कोई अनहोनी न हो जाए। इसलिए अपने बड़े बेटे के साथ जाकर सोमवार को एम्स थाने में सूचना दी। पुलिस से बातचीत कर एप्लीकेशन भी दिया। जिस आधार पर एफआईआर लिखी गई। उसकी एक कॉपी मुझे भी दी गई है। इस घटना की जानकारी मेरे पति को दुबई में दे दी। वह भी बहुत परेशान हैं। बार-बार काम छोड़कर घर आने के लिए कह रहे हैं। मैंने उनसे मना किया कि बेटा नाराज होकर निकला है, जल्दी मिल जाएगा। यह कहते हुए बेटे काे यादकर जया रोने लग रही हैं। जया ने बताया कि पति दुबई से सोने के बिस्किट लाए थे। सिलीगुड़ी मिली लोकेशन एम्स पुलिस लड़के की तलाश में कुछ लोगों से पूछताछ की है। इस दौरान उसके एक दोस्त का पता सिलीगुड़ी का मिला है। पुलिस के मुताबिक, लड़के की सिलीगुड़ी लोकेशन मिल रही है। पुलिस बहुत जल्द ढूंढकर घरवालों को सौंपने की बात कह रही है। इस संबंध में एम्स थाना प्रभारी संजय मिश्रा ने बताया कि पुलिस टीम लापता लड़के की तलाश में लगाई गई है। बहुत जल्द उसे ढूंढ निकाला जाएगा।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 6:01 am

महाठग कन्हैया गुलाटी पर 800 करोड़ की ठगी का मुकदमा:18 साल में 20 लाख निवेशकों से करीब 3 हजार करोड़ जुटाने का आरोप, पत्नी-बेटे-साले समेत भूमिगत

यूपी के बरेली में कैनविज ग्रुप ऑफ कंपनीज के CMD कन्हैया लाल गुलाटी की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। निवेशकों से ठगी के मामलों में अब तक दर्ज मुकदमों की कड़ी में बारादरी थाना पुलिस ने सबसे बड़ा केस दर्ज किया है। शाहजहांपुर के एक निवेशक की शिकायत पर दर्ज इस मुकदमे में 800 करोड़ रुपये की ठगी का आरोप लगाया गया है। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक यह कन्हैया गुलाटी के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा धोखाधड़ी का मामला है। एसएसपी अनुराग आर्य से की गई शिकायत के बाद बारादरी थाने में दर्ज FIR में कन्हैया गुलाटी के साथ उसकी पत्नी राधिका गुलाटी, मां मधु गुलाटी, बेटा गोपाल गुलाटी और साले आशीष महाजन को भी आरोपी बनाया गया है। आरोप है कि पूरा परिवार संगठित गिरोह की तरह काम कर रहा था और अब सभी बरेली छोड़कर फरार हैं। देशभर में 37 मुकदमे, बरेली में ही 30 केसएसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि कन्हैया गुलाटी के खिलाफ बरेली के अलग-अलग थानों में अब तक करीब 30 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। इसके अलावा झारखंड, बिहार और यूपी के अयोध्या समेत अन्य जिलों में भी केस दर्ज हैं। कुल मिलाकर देशभर में कन्हैया गुलाटी पर 37 से ज्यादा आपराधिक मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। शाहजहांपुर के निवेशक वीरेंद्र प्रताप वर्मा निवासी मोहल्ला पटेल नगर, कस्बा बंडा ने एसएसपी को दिए प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया कि कन्हैया गुलाटी ने अपने परिवार और साले के साथ मिलकर कैनविज ग्रुप के नाम पर कई फर्जी कंपनियां खड़ी की और योजनाबद्ध तरीके से जनता को ठगा। लुभावनी स्कीमों से फंसाया, शेयर और फॉरेक्स ट्रेडिंग का दिया झांसाशिकायत में कहा गया है कि कैनविज ग्रुप ने शेयर ट्रेडिंग, फॉरेक्स ट्रेडिंग और डेली यूज प्रोडक्ट्स के नाम पर निवेश का झांसा दिया। निवेशकों को हर महीने गारंटीड मुनाफा देने का वादा किया गया। योजना के तहत 5 प्रतिशत टीडीएस काटकर 20 महीने तक तय रकम देने और 22 महीने बाद मूलधन लौटाने का दावा किया गया। प्रचार किया गया कि यदि कोई निवेशक एक लाख रुपये लगाएगा तो उसे हर महीने करीब 4,750 रुपये मिलेंगे और 22 महीने बाद पूरा पैसा वापस कर दिया जाएगा। पांच लाख रुपये या उससे अधिक निवेश करने वालों को गारंटी के तौर पर लैंड एग्रीमेंट तक दिए गए। घर-घर जाकर मीटिंग, सेमिनार और प्रचारआरोप है कि कन्हैया गुलाटी और उसके परिवार ने एजेंटों की टीम बनाकर बरेली और आसपास के इलाकों में घर-घर जाकर प्रचार किया। बड़े सेमिनार, मीटिंग और प्रेजेंटेशन के जरिए लोगों को भरोसे में लिया गया। इसी झांसे में आकर हजारों लोगों ने 25 हजार से लेकर 25 लाख रुपये तक निवेश कर दिया। शिकायतकर्ता के मुताबिक इस स्कीम के जरिए कंपनी ने करीब 800 करोड़ रुपये इकट्ठा कर लिए। अकेले नगर पंचायत बंडा, शाहजहांपुर से ही करीब 5 करोड़ रुपये निवेश कराए गए। मई 2025 से बंद भुगतान, चेक बाउंसनिवेशकों का आरोप है कि कंपनी ने कुछ लोगों को 5 से 15 महीने तक भुगतान किया, जबकि कई निवेशकों को एक रुपया भी नहीं मिला। मई 2025 के बाद से कंपनी ने किसी को भी पैसा देना बंद कर दिया। निवेशकों को दिए गए पोस्ट डेटेड चेक बाउंस हो रहे हैं क्योंकि संबंधित बैंक खाते बंद बताए जा रहे हैं। आरोप यह भी है कि कंपनी ने टीडीएस की रकम सरकार के खाते में जमा नहीं की और बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी की गई। निवेशकों का पैसा विदेश में शिफ्ट करने और विदेश भागने की तैयारी की बात भी शिकायत में कही गई है। कर्ज लेकर लगाया पैसा, हजारों परिवार संकट मेंप्रार्थना पत्र में कहा गया है कि कई निवेशकों ने बैंक लोन, मकान गिरवी रखकर और फसल ऋण लेकर पैसा लगाया था। अब किस्तें नहीं भर पाने के कारण बैंक नोटिस भेज रहे हैं। हजारों परिवार आर्थिक और मानसिक संकट में हैं। शिकायतकर्ता ने लिखा है कि कई लोग आत्महत्या तक के विचार कर रहे हैं और किसी भी अनहोनी की जिम्मेदारी आरोपियों की होगी। 18 साल में खड़ा किया कंपनियों का जालशिकायत में कैनविज ग्रुप से जुड़ी 10 से ज्यादा कंपनियों का जिक्र किया गया है, जिनकी स्थापना वर्ष 2007 से 2015 के बीच की गई। इनमें सेल्स मार्केटिंग, इंफ्रास्ट्रक्चर, कम्युनिकेशन, रियल एस्टेट, रिजॉर्ट्स, बेवरेज और फाउंडेशन जैसी कंपनियां शामिल हैं। आरोप है कि इन्हीं कंपनियों के जरिए पिरामिड स्कीम चलाई गई और जनता का पैसा इकट्ठा किया गया। पुलिस कार्रवाई तेज, तलाश जारीबारादरी थाना पुलिस का कहना है कि दर्ज मुकदमे के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है। आरोपियों की तलाश की जा रही है और निवेशकों से जुड़े दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं। पुलिस का दावा है कि जल्द ही इस बड़े निवेश घोटाले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। एसएसपी बोले कन्हैया गुलाटी की गिरफ्तारी के SIT गठितइस पूरे मामले पर एसएसपी अनुराग आर्य का कहना है कि कैनविज ग्रुप और उसके CMD कन्हैया गुलाटी के खिलाफ निवेशकों की शिकायत पर थाना बारादरी में गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि निवेशकों को लुभावनी स्कीमों के जरिए भारी मुनाफे का लालच देकर बड़ी रकम इकट्ठा की गई। एसएसपी ने बताया कि मामले में कन्हैया गुलाटी, उसकी पत्नी, बेटे और साले समेत अन्य सहयोगियों की भूमिका की जांच की जा रही है। सभी आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस टीमें गठित कर दी गई हैं। निवेश से जुड़े दस्तावेज, बैंक खातों और लेन-देन की गहन जांच की जा रही है। एसएसपी अनुराग आर्य के मुताबिक, यह मामला केवल बरेली तक सीमित नहीं है, बल्कि अन्य जिलों और राज्यों से भी निवेशकों के सामने आने की संभावना है। ऐसे में आर्थिक अपराध से जुड़े सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। जरूरत पड़ने पर अन्य जिलों की पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों से भी समन्वय किया जाएगा। एसएसपी ने यह भी कहा कि जिन निवेशकों के साथ धोखाधड़ी हुई है, उनके बयान दर्ज किए जा रहे हैं और उनके पैसे की रिकवरी के लिए वैधानिक प्रक्रिया अपनाई जाएगी। आरोपियों की संपत्तियों की पहचान कर उन्हें कुर्क करने की कार्रवाई भी नियमानुसार की जाएगी। एसएसपी ने निवेशकों से अपील की है कि वे किसी भी तरह की अफवाहों में न आएं और जिन लोगों के साथ ठगी हुई है, वे संबंधित थाने या वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से संपर्क कर अपने दस्तावेज उपलब्ध कराएं। पुलिस इस पूरे प्रकरण में कड़ी और निष्पक्ष कार्रवाई करेगी। अब जाने कौन है महाठग कन्हैया गुलाटी कैनविज ग्रुप के नाम से पहचानी जाने वाली कंपनी के पीछे जिस व्यक्ति का नाम सबसे आगे रहा, वह है कन्हैया लाल गुलाटी। कभी मंच से सपने बेचने वाला यही चेहरा आज लाखों निवेशकों के लिए दर्द, धोखे और तबाही का प्रतीक बन चुका है। छोटे से किराए के दफ्तर से शुरू हुआ नेटवर्क, मंच से करोड़पति बनने के सपने और फिर लाखो परिवारों की तबाही। कैनविज नाम की जिस कंपनी को कभी आर्थिक आजादी का रास्ता बताया गया, वही आज देश के सबसे बड़े मल्टी लेवल मार्केटिंग घोटालों में गिनी जा रही है। गुलाटी पर अब तक 37 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं और जांच एजेंसियों का आकलन है कि करीब 20 लाख लोगों से लगभग 3 हजार करोड़ रुपये की ठगी की गई है। ग्राउंड पर हालात ऐसे हैं कि जिन लोगों ने जीवन भर की जमा पूंजी, उधार का पैसा या जमीन बेचकर कैनविज में निवेश किया, वे आज थानों, एसपी ऑफिस और कोर्ट के चक्कर काट रहे हैं। दूसरी ओर कंपनी के दफ्तर बंद हैं, फोन स्विच ऑफ हैं और जिस चेहरे पर भरोसा किया गया, वह नजरों से ओझल हो चुका है। छोटे ऑफिस से शुरू हुआ बड़ा जाल, छह लोगों की टीम और नेटवर्क मार्केटिंग का मॉडल कैनविज की शुरुआत एक छोटे से किराए के ऑफिस से हुई थी। साल 2007 में कैनविज सेल्स एंड मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड के नाम से कंपनी रजिस्टर की गई। शुरुआती दिनों में छह लोगों की एक टीम ने नेटवर्क मार्केटिंग के जरिए लोगों को जोड़ना शुरू किया। मॉडल सीधा था। कम निवेश, ज्यादा रिटर्न और हर नए सदस्य पर कमीशन। 2007 से 2014 के बीच कंपनी ने दावा किया कि उसने चार लाख से ज्यादा लोगों को अपने नेटवर्क से जोड़ लिया है। धीरे-धीरे यह आंकड़ा बढ़ता गया और 2024 तक यह संख्या करीब 20 लाख तक पहुंच गई। यही वह दौर था जब कैनविज उत्तर प्रदेश से निकलकर बिहार और झारखंड में तेजी से फैली। भव्य सेमिनार, बड़ी बातें और भरोसे का खेल, तालकटोरा स्टेडियम से फाइव स्टार होटलों तक कैनविज की पहचान उसके भव्य सेमिनार बने। दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम से लेकर बड़े शहरों के फाइव स्टार होटलों तक ऐसे आयोजन हुए, जिनमें हजारों नहीं, लाखों लोग जुटते थे। मंच पर कन्हैया गुलाटी और उसकी टीम होती थी और सामने भीड़, जो करोड़पति बनने के सपने देख रही होती थी। सेमिनारों का माहौल किसी रैली से कम नहीं होता था। चमकदार लाइटें, बड़े स्क्रीन, विदेशी मेहमान और ऊंचे दावे। लोगों को बताया जाता था कि यह सिर्फ बिजनेस नहीं, बल्कि एक मूवमेंट है। जो जितना जल्दी जुड़ेगा, उतना ज्यादा कमाएगा। यही भरोसा लोगों को कैनविज की ओर खींचता चला गया। एमएलएम के साथ एलआईसी और जमीन का खेल पुलिस और एसआईटी की जांच में सामने आया कि कैनविज ने लोगों का भरोसा जीतने के लिए भारतीय जीवन बीमा निगम जैसे बड़े और भरोसेमंद ब्रांड का नाम और लोगो भी इस्तेमाल किया। सेमिनार, वेबसाइट और प्रचार सामग्री में एलआईसी का जिक्र किया गया, जिससे लोगों को लगा कि कंपनी किसी न किसी रूप में सरकारी संस्था से जुड़ी है। बाद में एलआईसी की ओर से स्पष्ट किया गया कि कैनविज को न तो बीमा बेचने की अनुमति थी और न ही उनके लोगो के इस्तेमाल की। इसके बावजूद लंबे समय तक यह खेल चलता रहा। एमएलएम के जरिए बीमा उत्पाद बेचना कानूनन गलत है, लेकिन कैनविज ने इसी रास्ते से हजारों लोगों को जोड़ा। जमीन, प्लॉट और कॉलोनियों का लालच सिर्फ नेटवर्क मार्केटिंग ही नहीं, कैनविज ने रियल एस्टेट को भी ठगी का जरिया बनाया। बरेली, शाहजहांपुर, बदायूं समेत कई जिलों में प्लॉट और कॉलोनियों का सपना दिखाया गया। लोगों से कहा गया कि बीडीए से अप्रूव्ड कॉलोनियों में प्लॉट दिए जाएंगे। पीड़ितों का आरोप है कि लाखों और करोड़ों रुपये लेने के बाद न तो रजिस्ट्री हुई और न ही कॉलोनियों में कोई काम शुरू हुआ। कई मामलों में दस साल बीतने के बाद भी जमीन पर सिर्फ झाड़ियां उगी हुई हैं। डाउनफॉल की शुरुआत: 2021 के बाद भुगतान रुका, लोग सवाल पूछने लगे साल 2021 के बाद कैनविज का डाउनफॉल शुरू हुआ। निवेशकों को मिलने वाले भुगतान में देरी होने लगी। जिन फाउंडर मेंबर्स के नाम कंपनी के साथ जुड़े थे, उनमें से कई लोग अलग हो गए। ऑफिस बंद होने लगे और फोन उठने बंद हो गए। यहीं से लोगों को शक हुआ कि कुछ गड़बड़ है। पहले शिकायतें कंपनी के दफ्तर तक पहुंचीं, फिर थानों तक। क्रिप्टो करेंसी ड्रिबल और नया झांसा, दिल्ली के होटल में लॉन्च, करोड़ों के सपने जांच में यह भी सामने आया कि कैनविज ने क्रिप्टो करेंसी को भी ठगी का हथियार बनाया। फरवरी 2018 में दिल्ली के चाणक्यपुरी स्थित अशोका होटल में ड्रिबल नाम की क्रिप्टो करेंसी लॉन्च की गई। इस कार्यक्रम में विदेशी मेहमानों को भी बुलाया गया। निवेशकों से कहा गया कि एक हॉलीडे पैकेज के साथ उन्हें 24 हजार रुपये की क्रिप्टो करेंसी मुफ्त दी जाएगी, जो भविष्य में 24 करोड़ तक पहुंच सकती है। मंच से यह भी कहा गया कि कंपनी कभी भागेगी नहीं। हकीकत यह है कि भारत में क्रिप्टो करेंसी को कानूनी मुद्रा की मान्यता नहीं है। इसके बावजूद इस नाम पर लोगों से पैसा लिया गया। बिहार और झारखंड में सबसे ज्यादा असर एसआईटी की रिपोर्ट के मुताबिक कैनविज ने बिहार और झारखंड में सबसे ज्यादा लोगों को शिकार बनाया। छोटे कस्बों और गांवों में बेरोजगार युवाओं, किसानों और दुकानदारों को यह कहकर जोड़ा गया कि यही आर्थिक उन्नति का रास्ता है। लोगों ने कर्ज लेकर, जमीन बेचकर और रिश्तेदारों से पैसा उधार लेकर निवेश किया। आज वही लोग सबसे ज्यादा परेशान हैं। मुकदमों की बाढ़: अब तक 37 एफआईआर, जांच तेज कन्हैया गुलाटी और उसकी टीम के खिलाफ अब तक 37 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। ये मुकदमे बरेली, शाहजहांपुर, सीतापुर, बदायूं, बिहार और झारखंड में दर्ज हैं। अलग-अलग मामलों में ठगी, धोखाधड़ी, धमकी और जालसाजी के आरोप हैं। बरेली के एसएसपी अनुराग आर्य ने पूरे मामले की जांच के लिए दो एसआईटी गठित की हैं। एसएसपी का कहना है कि यह सिर्फ आर्थिक अपराध नहीं, बल्कि संगठित ठगी का मामला है। घर बेचकर भूमिगत हुआ कन्हैया गुलाटी जांच के दौरान सामने आया कि कन्हैया गुलाटी ने बरेली के स्टेडियम रोड स्थित अपना मकान भी बेच दिया है। यह सौदा एक महीने पहले हुआ और पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। इसके बाद वह पत्नी, बेटे और मां के साथ भूमिगत हो गया। पुलिस को आशंका है कि वह देश छोड़कर भाग सकता है, इसी वजह से उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। कन्हैया गुलाटी का पारिवारिक बैकग्राउंड कन्हैया गुलाटी का पारिवारिक बैकग्राउंड देश के बंटवारे से जुड़ा बताया जाता है। गुलाटी परिवार की जड़ें पाकिस्तान के बन्नू जिले से जुड़ी रही हैं, जो दक्षिण पेशावर से करीब 190 किलोमीटर दूर स्थित है। वर्ष 1947 में देश के विभाजन के दौरान गुलाटी परिवार भारत आ गया। पहले अंबाला और फिर दिसंबर 1948 में परिवार उत्तर प्रदेश के बरेली में आकर बस गया। जांच एजेंसियों के मुताबिक, बाद के वर्षों में इसी पारिवारिक संघर्ष और विस्थापन की कहानी का जिक्र कर कन्हैया गुलाटी ने लोगों के बीच सहानुभूति और भरोसा बनाने की कोशिश की। सेमिनारों और बैठकों में वह खुद को जमीन से जुड़ा और संघर्ष से निकला व्यक्ति बताता रहा। 1949 से शुरू हुआ पारिवारिक व्यापार मार्च 1949 में कन्हैया गुलाटी के दादा ने बरेली में छोटे स्तर पर व्यापार शुरू किया था। यही व्यापार परिवार की आजीविका का साधन बना। बाद में इस कारोबार को कन्हैया गुलाटी के पिता चंद्रशेखर गुलाटी ने संभाला। पुलिस जांच में सामने आया है कि पारिवारिक व्यापार और पुराने स्थानीय संपर्कों का इस्तेमाल कन्हैया गुलाटी ने आगे चलकर अपने नेटवर्क को मजबूत करने में किया। लोगों के बीच यह भरोसा बनाया गया कि परिवार लंबे समय से व्यापार में है, इसलिए उस पर आंख बंद कर भरोसा किया जा सकता है। बरेली में जन्म और पढ़ाई: स्थानीय पहचान को हथियार बनाया कन्हैया गुलाटी का जन्म बरेली में हुआ और शुरुआती पढ़ाई भी यहीं हुई। पांचवीं कक्षा तक की शिक्षा के दौरान वह परिवार के साथ रहा। बाद के वर्षों में वह खुद यह दावा करता रहा कि उसे घर से नैतिक शिक्षा मिली है। हालांकि, जांच एजेंसियों का कहना है कि इसी स्थानीय पहचान और पारिवारिक छवि का इस्तेमाल कर उसने लोगों को अपने करीब लाने और निवेश के लिए तैयार करने का काम किया। नैनीताल में पढ़ाई: मंचों पर खुद को अनुशासित दिखाने की कोशिश उच्च शिक्षा के लिए कन्हैया गुलाटी नैनीताल गया। बाद के वर्षों में वह मंचों से यह कहता रहा कि वहां के माहौल ने उसे अनुशासन और समय प्रबंधन सिखाया। लेकिन पुलिस के अनुसार, इन दावों का इस्तेमाल सिर्फ अपनी छवि गढ़ने और लोगों को प्रभावित करने के लिए किया गया। सेमिनारों में वह खुद को ऐसा व्यक्ति बताता था, जिसने पढ़ाई और संघर्ष के दम पर यह मुकाम हासिल किया। संघर्ष की कहानी को ब्रांड बनाया अप्रैल 1998 में एक सड़क दुर्घटना में कन्हैया गुलाटी के पिता की मौत हो गई। इसके बाद पारिवारिक कारोबार की जिम्मेदारी कन्हैया गुलाटी पर आ गई। बाद के वर्षों में उसने इसी घटना को अपनी संघर्ष गाथा के रूप में पेश किया। जांच में सामने आया है कि इस व्यक्तिगत घटना को बार-बार मंचों से दोहराकर उसने लोगों की भावनाओं को छुआ और भरोसा हासिल किया। मां के नाम पर भावनात्मक अपीलकन्हैया गुलाटी यह दावा करता रहा कि उसकी मां उसके लिए प्रेरणा स्रोत रहीं और उन्हीं के मार्गदर्शन में उसने फैसले लिए। लेकिन जांच एजेंसियों का कहना है कि इन पारिवारिक संदर्भों का इस्तेमाल केवल भावनात्मक अपील के तौर पर किया गया। हकीकत यह है कि इसी दौर में उसने ऐसे कारोबारी मॉडल तैयार किए, जिन पर अब हजारों करोड़ की ठगी के आरोप हैं। शादी और परिवार: नेटवर्क का दायरा बढ़ाने में भूमिका जनवरी 2000 में कन्हैया गुलाटी का विवाह राधिका महाजन से हुआ। बाद के वर्षों में पत्नी, बेटा और अन्य रिश्तेदार भी किसी न किसी रूप में उसके कारोबारी नेटवर्क से जुड़े रहे। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, परिवार के नाम और रिश्तों का इस्तेमाल निवेशकों के बीच भरोसा कायम करने के लिए किया गया। कई मामलों में पीड़ितों का आरोप है कि उन्हें परिवार का हवाला देकर निवेश के लिए मनाया गया। कैनविज की शुरुआत: जहां से ठगी का नेटवर्क फैला 19 मार्च 2007 को कन्हैया गुलाटी ने कैनविज सेल्स एंड मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना की। शुरुआत में इसे एक साधारण डायरेक्ट सेलिंग कंपनी के तौर पर पेश किया गया। मल्टी लेवल मार्केटिंग मॉडल अपनाकर लोगों को कम निवेश में बड़े रिटर्न का सपना दिखाया गया। यही मॉडल आगे चलकर ठगी का सबसे बड़ा जरिया बना। बेरोजगार युवाओं, छोटे दुकानदारों और नौकरीपेशा लोगों को यह कहकर जोड़ा गया कि यही आर्थिक उन्नति का रास्ता है। आज वही कैनविज मॉडल 20 लाख लोगों से 3 हजार करोड़ की ठगी के आरोपों के घेरे में है और इसका संस्थापक कन्हैया गुलाटी परिवार सहित भूमिगत बताया जा रहा है। 20 लाख लोगों से 3 हजार करोड़ की ठगी, सब कुछ प्लानिंग के तहत किया गया सोशल एक्टिविस्ट अमित मिश्रा ने कहा कि कैनविज घोटाला किसी एक राज्य या एक योजना तक सीमित नहीं है, बल्कि यह देश के सबसे बड़े संगठित एमएलएम फ्रॉड में से एक है। उनके मुताबिक अब तक के दस्तावेजों और पीड़ितों की शिकायतों से साफ है कि करीब 20 लाख लोगों से लगभग 3 हजार करोड़ रुपये की ठगी की गई है। अमित मिश्रा ने बताया कि कैनविज कंपनी के नाम पर जो भी ऑफिस दिखाए जाते थे, वे सभी किराए के थे। जैसे ही ठगी का मामला सामने आया, एक के बाद एक सभी ऑफिस बंद कर दिए गए। आज स्थिति यह है कि कंपनी का कोई भी स्थायी दफ्तर जमीन पर मौजूद नहीं है। उन्होंने कहा कि यह भी जांच का विषय है कि कन्हैया गुलाटी और उसका पूरा परिवार पहले से ही फरारी की तैयारी कर चुका था। उनके अनुसार इस बात की आशंका है कि परिवार के कुछ सदस्य पहले ही विदेश निकल चुके हों। जिस तरह से घर बेचकर, दफ्तर खाली कर और बैंक खातों से लेनदेन किया गया, उससे यह पूरा मामला पूर्व नियोजित साजिश जैसा प्रतीत होता है। अमित मिश्रा ने यह भी कहा कि कैनविज के नाम पर लोगों से जो पैसा लिया गया, उसे अलग-अलग माध्यमों और खातों के जरिए इधर-उधर किया गया। अब जरूरत इस बात की है कि जांच एजेंसियां सिर्फ कन्हैया गुलाटी ही नहीं, बल्कि उसके पूरे नेटवर्क और आर्थिक लेनदेन की गहराई से जांच करें, ताकि पीड़ितों को न्याय मिल सके।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 6:00 am

एक गलत दावा और 6 पुलिसकर्मी सस्पेंड:जिसे बेगुनाह बताया, तस्करी से जुड़े तार: 500 कॉल, सीसीटीवी भी मिला, 7 बार मंदसौर आया

मध्यप्रदेश के मंदसौर में सामने आया अफीम तस्करी का मामला अब सिर्फ एक आरोपी या बरामद मादक पदार्थ तक सीमित नहीं रहा। यह केस पुलिस की कार्यप्रणाली, जांच की विश्वसनीयता और जवाबदेही पर बड़ा सवाल बन गया है। राजस्थान का 18 साल का छात्र सोहनलाल, जिसे पुलिस ने अफीम तस्करी के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, अब हाईकोर्ट की सख्त टिप्पणियों के बाद चर्चा में आ गया है। पुलिस के मुताबिक स्टूडेंट कोरियर बॉय बनकर अफीम की डिलीवरी करने आया था और उसके खिलाफ कॉल डिटेल व सीसीटीवी फुटेज जैसे सबूत मौजूद हैं। लेकिन गिरफ्तारी को लेकर पुलिस द्वारा दी गई एक गलत जानकारी ने पूरे मामले की दिशा बदल दी। बस से जबरन उतारे जाने का वीडियो सामने आते ही हाईकोर्ट ने पुलिस को कठघरे में खड़ा कर दिया। नतीजा यह हुआ कि थाना प्रभारी समेत 6 पुलिसकर्मी सस्पेंड हो गए। अब यह मामला तस्करी से ज्यादा सिस्टम की खामियां बयां कर रहा है। दैनिक भास्कर की यह रिपोर्ट पढ़िए... पहले देखिए दो तस्वीर... अब पूरा मामला समझिए... तारीख : 29 अगस्त 2025- मंदसौर से राजस्थान के प्रतापगढ़ जा रहे 18 वर्षीय सोहनलाल को रास्ते में 3–4 लोगों ने बस से जबरन उतार लिया। इसके बाद उसे मल्हारगढ़ थाने ले जाया गया। यहां पुलिस ने उसके खिलाफ 2 किलो 714 ग्राम अफीम रखने का मामला दर्ज किया। अगले दिन, 30 अगस्त 2025 को सोहनलाल को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। हालांकि, पुलिस द्वारा की गई कागजी कार्रवाई में एक अहम विरोधाभास सामने आया है। दस्तावेजों में दावा किया गया है कि सोहनलाल की गिरफ्तारी श्मशान के सामने से की गई, जबकि परिजनों का आरोप है कि उसे बस से जबरन उतारकर थाने ले जाया गया था। पुलिस ने युवक के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। एक गलत दावा, 6 पुलिसकर्मी सस्पेंड कक्षा 12वीं में फर्स्ट डिवीजन से पास हुए सोहनलाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इसके बाद उसके परिजनों ने एडवोकेट हिमांशु ठाकुर के माध्यम से यह मामला हाईकोर्ट में पहुंचाया। हाईकोर्ट में परिजनों की ओर से एक वीडियो साक्ष्य के रूप में पेश किया गया, जिसमें सादी वर्दी में पुलिसकर्मी युवक को बस से जबरन उतारते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस वीडियो ने पुलिस के उस दावे की पोल खोल दी, जिसमें कहा गया था कि युवक को श्मशान के सामने से गिरफ्तार किया गया। वीडियो सामने आने के बाद हाईकोर्ट ने पुलिस को कड़ी फटकार लगाई। मामले में लापरवाही और गलत जानकारी देने के आरोप में थाना प्रभारी सहित कुल 6 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। छात्र को पकड़ना श्मशान के सामने में बताना इसलिएछात्र को पुलिस ने बस से पकड़ा था। ऐसे में बस को रोक कर रख कार्रवाई करने में समय लगता। इससे अन्य यात्री परेशान होते। इसी कारण पुलिस ने अपनी एफआईआर में मुखबिर की सूचना पर सोहनलाल को बांडा खाल चौराहा के पास श्मशान के सामने से पकड़ना बताया। उसके पिट्ठू बैग से 2 किलो 714 ग्राम अफीम बरामद की, जिसकी कीमत 5 लाख 42 हजार रुपए आंकी गई। कोर्ट की टिप्पणी- पूरा थाना शामिल रहा6 दिसंबर : को परिजनों ने जमानत अर्जी की पेशी के दौरान कोर्ट में बेटे को निर्दोष बताया। राजस्थान के बालोत्रा में रहने वाले युवक को कहा कि उसने इस साल 12वीं की परीक्षा फर्स्ट डिवीजन में पास की है। वह पीएससी की तैयारी करने वाला था। कोर्ट ने छात्र को जमानत देते हुए तल्ख टिप्पणी की है कि घटना में पूरा थाना लिप्त है। पुलिस ने एक बेगुनाह के खिलाफ यह कार्रवाई की है। मामला सीबीआई को ट्रांसफर किया जाना चाहिए। मंदसौर एसपी को 9 दिसंबर को खुद हाजिर होने को कहा है। साथ की कहा गया कि उनसे पूछा जाएगा कि इस तरह की कार्रवाई पुलिसकर्मी आपके निर्देश से कर रहे हैं या मनमाने से कर रहे हैं। कोर्ट में एसपी ने जांच प्रक्रिया में खामियां मानीं9 दिसंबर : मंदसौर एसपी विनोद मीणा कुमार मीणा स्वयं हाई कोर्ट में पेश हुए। उन्होंने भी माना कि कोर्ट के सामने कि युवक की गिरफ्तारी और जांच प्रक्रिया में गंभीर खामियां हुई हैं। उन्होंने बताया कि इस मामले में पहले ही 6 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर विभागीय जांच शुरू की जा चुकी है। इस पूरे घटनाक्रम से पुलिस की बहुत किरकिरी हुई। पुलिस और आरोपी दोनों ने कोर्ट में झूठ बोलाकोर्ट में पेशी के दौरान थाने के जांच अधिकारी एक सब इंस्पेक्टर ने बस में छात्र को उतारने वाले पुलिसकर्मी को पहचाने से मना कर दिया था। हालांकि बाद में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने सब इंस्पेक्टर बताया कि घबराहट में न पहचानने की बात कही। इधर, सोहनलाल के वकील ने भी कोर्ट में वीडियो दिखाकर कहा था कि मौके से अफीम वाला बैग बरामद नहीं किया। अगली सुनवाई में उसी वीडियो को दोबारा चलाकर देखा, जिसमें सोहनलाल के पास वही बैग साफ तौर पर नजर आया, जिसमें अफीम होने का पुलिस का दावा है। हालांकि यह बिन्दु अब कोर्ट के विचाराधीन है। पुलिस का दावा- तस्करी करने का सीसीटीवी फुटेजपुलिस ने कहा है कि जिस समय युवक को पकड़ा था, तब वह पहली बार मंदसौर क्षेत्र में नहीं आया था। पहले भी वो 6 से 7 बार आया। जिसके लिए वह कोरियर बॉय के रूप में काम करता था उससे भी बातचीत की कॉल डिटेल्स भी है। उसे वह अफीम देने आया था, मुलाकात का सीसीटीवी फुटेज भी है। पुलिस को छात्र के तस्करी में संलिप्तता के अहम सबूत मिले है। पुलिस ने सबूतों को कोर्ट में पेश कर दिए है। हालांकि गिरफ्तारी व जांच के दौरान कुछ गंभीर त्रुटियां पुलिस ने भी स्वीकारी हैं। साथ ही कहा कि किसी को भी झूठा नहीं फंसाया है। तस्कर से 500 बार कॉल की डिटेलिंग मिलीपुलिस ने बताया कि सोहनलाल राजस्थान के बाड़मेर के विकास चौधरी के लिए कोरियर बॉय के रूप में काम करता था। सोहनलाल, विकास चौधरी के भाई मुन्ना राम का दोस्त है। विकास चौधरी व चंद्रप्रकाश पाटीदार डोडाचूरा सप्लायर के रूप में काम करते है। सोहनलाल की विकास चौधरी और चंद्रप्रकाश पाटीदार के साथ मोबाइल फोन की करीब 500 बार कॉल डिटेलिंग मिली है। जब भी छात्र मंदसौर क्षेत्र में आया है तब हर बार बातचीत हुई है। इसी तरह अफीम तस्करी में शामिल होने के कुछ अहम सबूत भी पुलिस को मिले है। जिसे ट्रायल कोर्ट में पुलिस पेश कर चुकी है। चंद्रप्रकाश पाटीदार पर पहले से थाना छोटी सादड़ी, जिला प्रतापगढ़ में अपराध क्रमांक 175/22 धारा 8, 18, 29 NDPS एक्ट के तहत केस दर्ज है। उस प्रकरण में उससे 5.500 किलो अफीम जब्त की गई थी। एसपी से लेकर डीआईजी जांच में इन्वॉल्वमंदसौर एएसपी मामले की जांच कर रहे हैं। इतना ही नहीं उज्जैन आईजी उमेश जोगा, रतलाम रेंज डीआईजी निमिष अग्रवाल भी पुलिस की कार्रवाई की हर एक पहलू की गहन जांच में शामिल हैं। एक बार तो आईजी जोगा भी रतलाम में मंदसौर एसपी को बुलाकर इस पूरे घटनाक्रम को लेकर जानकारी ले चुके है। पुलिस के अनुसार, सोहनलाल को अफीम लेने के लिए चंद्रप्रकाश पाटीदार पिता कालूराम पाटीदार ने बुलाया था, जो सीसीटीवी फुटेज में नीली टी-शर्ट में दिखाई दे रहा है। दोनों ने एक दूसरे को दूर से आंखों से इशारा किया था। विवेचना के दौरान चंद्रप्रकाश को भी गिरफ्तार किया गया था, हालांकि फिलहाल वह जमानत पर बाहर है। रतलाम रेंज डीआईजी निमिष अग्रवाल का कहना है कि आरोपी की बेल एप्लिकेशन के दौरान कोर्ट में हुई सुनवाई में पुलिस जांच में अनियमितता पाई है। प्रथमदृष्टया आरोपी के खिलाफ मादक पदार्थ की तस्करी के सबूत पाए गए है। लेकिन कार्रवाई के दौरान कुछ त्रुटियां रही है। जिन पुलिसकर्मियों से त्रुटियां हुई है उन्हें उचित दंड दिया जाएगा। सप्लायर कोरियर बॉय का कर रहे उपयोगपुलिस की माने तो वर्तमान में तस्करी के मामलों में तस्करों द्वारा कोरियर बॉय का उपयोग किया जा रहा है। कोरियर बॉय को हर ट्रिप का 5 से 10 हजार रुपए मिलता है। इन्हें बताया जाता है कि माल किसे देना है। यह एक पूरी चैन सिस्टम से चलता है। संबंधित खबर पढ़ें... 12वीं टॉपर छात्र को बनाया ड्रग तस्कर, जेल भेजा:इंदौर में बस के CCTV से पुलिस एक्सपोज मंदसौर पुलिस की ऐसी करतूत उजागर हुई, जिसे देखकर हाईकोर्ट भी सन्न रह गया। मल्हारगढ़ थाना पुलिस ने एक बेगुनाह छात्र को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ ड्रग स्मगलिंग का केस दर्ज किया और उसे जेल भी भेज दिया। जब पीड़ित छात्र के परिजन ने हाईकोर्ट की शरण ली तब कोर्ट में CCTV फुटेज और वीडियो से पता चला कि पुलिस ने झूठा केस बनाया है। पूरी खबर पढ़ें श्मशान से गिरफ्तारी का दावा, बस से उठाने का वीडियो:मंदसौर में ड्रग तस्करी केस में 6 पुलिसकर्मी सस्पेंड इंदौर हाईकोर्ट में मल्हारगढ़ थाने से जुड़े NDPS मामले की मंगलवार को हुई सुनवाई में मंदसौर एसपी विनोद कुमार मीणा स्वयं पेश हुए। कोर्ट के सामने उन्होंने स्वीकार किया कि युवक की गिरफ्तारी और जांच प्रक्रिया में गंभीर खामियां हुई हैं। इस मामले में पहले ही 6 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर विभागीय जांच शुरू की जा चुकी है। पूरी खबर पढ़ें

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 6:00 am

पति के जाने पर इंजीनियर को घर बुलाती थी सोनल:8 CCTV फुटेज आए सामने, 11 जुलाई को हुई थी आखिरी मुलाकात

गोंडा जिले में इंजीनियर अभिषेक श्रीवास्तव द्वारा प्रधान की ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर आत्महत्या किए जाने के मामले में लगातार एक के बाद एक नए खुलासे सामने आ रहे हैं। दैनिक भास्कर के हाथ अभिषेक श्रीवास्तव के घर में लगे सीसीटीवी कैमरों के 7 अप्रैल, 11 अप्रैल, 24 अप्रैल, 26 अप्रैल और 11 जुलाई के कुल 8 वीडियो लगे हैं, जिनकी अवधि करीब 17 मिनट है। इन वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि सोनल सिंह खुद अपने पति के घर से जाने के बाद दरवाजा खोलती है, इधर-उधर देखती है और फिर फोन कर अभिषेक को बुलाती है। इसके बाद अभिषेक धीरे-धीरे सोनल के घर में प्रवेश करता है और सोनल खुद दरवाजा बंद कर लेती है। कुछ घंटे बाद अभिषेक घर से निकलकर अपने मकान की ओर जाता दिखाई देता है। इन वीडियो के सामने आने के बाद 28 सितंबर को सोनल द्वारा लगाए गए उस आरोप पर सवाल खड़े हो गए हैं, जिसमें उसने कहा था कि अभिषेक जबरदस्ती घर में घुसकर फोटो खींचकर उसे ब्लैकमेल करता था। सीसीटीवी फुटेज में सारी गतिविधियां कैद हैं, जिनमें सोनल खुद दरवाजा खोलती और बंद करती नजर आ रही है। पेन ड्राइव से मिले अश्लील वीडियो कॉल के स्क्रीनशॉट अभिषेक के सुसाइड के बाद जब परिजनों ने उसके कमरे की अलमारी की तलाशी ली तो एक पेन ड्राइव मिली। पेन ड्राइव में अभिषेक और सोनल के बीच व्हाट्सएप वीडियो कॉल पर हुई अश्लील बातचीत के स्क्रीनशॉट मिले हैं। इन तस्वीरों में सोनल हंसी-खुशी अभिषेक से बातचीत करती नजर आ रही है। आरोप है कि वह अभिषेक के कहने पर अपने प्राइवेट पार्ट्स और शरीर के अन्य हिस्से दिखाती हुई भी दिखाई दे रही है। आशंका है कि ये स्क्रीनशॉट खुद अभिषेक ने सबूत के तौर पर अपने मोबाइल में सेव कर रखे थे। इन तस्वीरों को देखने के बाद यह भी स्पष्ट होता है कि दोनों के बीच संबंध आपसी सहमति से थे और दोनों एक-दूसरे के काफी करीब थे। परेशान होकर अभिषेक ने की आत्महत्या परिजनों का आरोप है कि इन्हीं फोटो और वीडियो के सहारे सोनल लगातार अभिषेक को ब्लैकमेल कर रही थी, जिससे मानसिक रूप से परेशान होकर अभिषेक ने आत्महत्या कर ली। सोनल द्वारा अभिषेक पर जबरदस्ती ब्लैकमेलिंग का लगाया गया आरोप इन सबूतों के आधार पर पूरी तरह निराधार बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि अश्लील तस्वीरें किसी बाहरी जगह की नहीं, बल्कि सोनल के कमरे की ही हैं, जहां वीडियो कॉल के दौरान यह बातचीत हुई थी। सिलसिले वार आपको बताते हैं 10 वीडियो में क्या है, जो मरने से पहले अभिषेक सबूत के रूप में देना चाह रहा था... पहला वीडियो (7 अप्रैल): सुबह 9:51 बजे सोनल अपने घर का दरवाजा खोलकर बाहर देखती है और दरवाजे पर खड़े अभिषेक को बुलाती है। 9:53 बजे अभिषेक अपने घर से निकलकर 9:53:31 पर सोनल के घर में प्रवेश करता है। 9:54 बजे सोनल दरवाजा बंद कर कमरे में चली जाती है। दूसरा वीडियो (7 अप्रैल): 11:39 बजे सोनल पहले अंदर से आकर दरवाजा खोलती है, इसके बाद अभिषेक खुले दरवाजे से बाहर निकलकर अपने घर जाता है। तीसरा वीडियो (11 अप्रैल): 11:03 बजे सोनल दरवाजा खोलती है, इधर-उधर देखती है। 11:04 बजे अभिषेक मोबाइल चलाते हुए घर में प्रवेश करता है। 11:05 बजे सोनल दरवाजा बंद कर लेती है। चौथा वीडियो (11 अप्रैल): 12:58 बजे अभिषेक सोनल का दरवाजा खोलकर बाहर आता है और मोबाइल पर बात करते हुए एक मिनट तक खड़ा रहता है, फिर अपने घर चला जाता है। पांचवां वीडियो (24 अप्रैल): 12:12 बजे सोनल दरवाजा खोलती है। 12:13 बजे अभिषेक हाफ लोअर और टी-शर्ट में उसके घर में जाता है। इसके बाद सोनल बाहर झांककर दरवाजा बंद कर लेती है। छठा वीडियो (26 अप्रैल): सुबह 9:22 बजे अभिषेक अपने दरवाजे पर आता है और 9:24 बजे सोनल के खुले दरवाजे से घर में प्रवेश करता है। सातवां और आठवां वीडियो (11 जुलाई) 12:29 बजे सोनल का पति अजीत दरवाजा खोलकर पैदल बाहर जाता है। 1:49 बजे अभिषेक सोनल के घर में प्रवेश करता है। 1:54 बजे सोनल बाहर देखकर दरवाजा बंद करती है। 1:56 बजे अभिषेक बाहर निकलकर अपने घर चला जाता है। 11 जुलाई को हुई थी आखिरी मुलाकात 11 जुलाई को दोनों के बीच आखिरी बार करीब 7 मिनट की मुलाकात हुई थी। इसके बाद दोनों का मिलना बंद हो गया। इसका जिक्र अभिषेक ने अपने सुसाइड नोट के चौथे पन्ने पर भी किया है। इसी दिन शाम को अभिषेक और सोनल के पति अजीत के बीच कूड़ा फेंकने को लेकर विवाद हुआ था, जिसके बाद दोनों परिवारों का आना-जाना बंद हो गया। चचेरे भाई बोला- जबरदस्ती का कोई सवाल ही नहीं अभिषेक श्रीवास्तव के चचेरे भाई उद्भव श्रीवास्तव ने सीसीटीवी फुटेज की पुष्टि करते हुए कहा कि सोनल ने 28 सितंबर को मुकदमा दर्ज कराते समय दावा किया था कि अभिषेक जबरदस्ती घर में घुसकर ब्लैकमेल करता था। उद्भव ने कहा कि सीसीटीवी वीडियो साफ दिखा रहे हैं कि सोनल खुद गेट खोलती है और अभिषेक के अंदर जाने के बाद खुद ही दरवाजा बंद करती है। इसमें जबरदस्ती का कोई सवाल ही नहीं उठता। अभिषेक ने ऐसे कई वीडियो अपने लैपटॉप में सुरक्षित रखे थे। उन्होंने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि 28 दिसंबर को पुलिस ने किस आधार पर अभिषेक के खिलाफ ब्लैकमेलिंग और वसूली का मुकदमा दर्ज किया। कौन सा वीडियो और कौन सा सबूत देखकर पुलिस ने यह केस बनाया, इसका जवाब पुलिस को देना चाहिए।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 6:00 am

बिजली बकायेदारों को राहत, बिल में मिलेगी 25 प्रतिशत छूट:विद्युत विभाग ने पहली बार मूल बिल में छूट का लिया निर्णय, 31 तक पंजीकरण

बिजली बिल का बकाया अधिक हो गया है और जमा नहीं कर पा रहे हैं तो आपके पास छूट पाने का मौका है। पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए 'बिजली बिल राहत योजना-2025' लागू की है। योजना में दो किलोवाट तक के घरेलू कनेक्शन और एक किलोवाट के वाणिज्यिक कनेक्शन पर उपभोक्ता को 30 दिन में बिल का पूर्ण भुगतान करने पर 25% तक छूट मिलेगी। दूसरा चरण जनवरी और तीसरा फरवरी में चलेगा। एसडीओ व एक्सईएन दफ्तर में 2000 रुपये का भुगतान कर पंजीकरण कराया जा सकता है। पहले जानते हैं बिजली बिल राहत योजना को विद्युत विभाग प्रत्येक वर्ष बड़े बकायेदारों को राहत देने के उद्देश्य से सर चार्ज माफी योजना लाता है। इसमें उन्हें भुगतान करने पर शत प्रतिशत सर चार्ज में छूट मिलती है। पहली बार विभाग ने मूल बिल के बकायेदारों को 25 प्रतिशत छूट के जरिए राहत देने का मन बनाया है। इसके अलावा बिजली चोरी से जुड़े मामलों में भी निर्धारित टैक्स में 50 प्रतिशत की छूट दिए जाने का निर्णय लिया गया है। तीन चरण में लागू की गई योजना विद्युत विभाग के अफसरों ने बताया कि बिजली बिल राहत योजना-2025 को तीन चरण में लागू किया गया है। पहला चरण 1 दिसंबर से 31 दिसंबर तक, दूसरा चरण 1 जनवरी से 31 जनवरी तक और तीसरा चरण 1 फरवरी से 28 फरवरी तक रहेगा। पहले चरण में 25 प्रतिशत, दूसरे में 20 प्रतिशत और तीसरे में 15 प्रतिशत की छूट का प्रावधान किया गया है। इनको मिलेगा योजना का लाभ एपीआरओ एचके सिंह ने बताया कि नेवर पेड (कभी बिल ना जमा करने वाले) व लांग अनपेड (31 मार्च, 2025 के बाद भुगतान नहीं किया) विद्युत उपभोक्ता इस योजना के पात्र होंगे। दो किलोवाट तक के घरेलू कनेक्शन और एक किलोवाट के वाणिज्यिक कनेक्शन वाले उपभोक्ता इसकी जद में आते हैं। भुगतान के दिए कई विकल्प अफसरों की मानें तो बकाया बिल भुगतान के तीन प्रमुख विकल्प उपलब्ध हैं। पहला विकल्प एकमुश्त भुगतान का है। दूसरे विकल्प में उपभोक्ता 750 रुपये की मासिक किश्त व तीसरे विकल्प में 500 रुपये की मासिक किश्त से बकाये का भुगतान कर सकता है। 1.85 लाख ने कराया पंजीकरण आंकड़ों की बात की जाए तो 22 दिसंबर तक पीवीवीएनएल के अंतर्गत आने वाले 11 जोन में तीनों मद में 185223 उपभोक्ता अपना पंजीकरण करा चुके हैं। इनमें मेरठ प्रथम जोन में 1170, मेरठ द्वितीय जोन में 17931, गाजियाबाद प्रथम में 461, गाजियाबाद द्वितीय में 6731 और गाजियाबाद तृतीय में 467, बुलंदशहर में 26078, मुजफ्फरनगर में 21922, सहारनपुर में 28501, नोएडा में 7324, मुरादाबाद में 40949 और गजरौला में 33689 उपभोक्ता शामिल हैं। 182.47 करोड़ रुपये की वसूली पहले चरण में 22 दिसंबर तक विद्युत विभाग 11 जोन से 182.47 करोड़ रुपया बकाये के रूप में वसूल चुका है। इनमें मेरठ प्रथम जोन 0.87 करोड़, मेरठ द्वितीय जोन 15.68 करोड़, गाजियाबाद प्रथम 0.24 करोड़, गाजियाबाद द्वितीय 6.95 करोड़, गाजियाबाद तृतीय 0.14 करोड़ रुपये, बुलंदशहर 22.31 करोड़ रुपये, मुजफ्फरनगर 23.23 करोड़ रुपये, सहारनपुर 35.84 करोड़ रुपये, नोएडा 11.90 करोड़ रुपये, मुरादाबाद 36.07 करोड़ रुपये और गजरौला 29.24 करोड़ रुपया बकाये बिल का वसूल चुका है। 11 जोन में 134.29 करोड़ रुपये बकाया पीवीवीएनएल की ओर से जारी आंकड़ों की बात करें तो अभी 134.29 करोड़ रुपया बकाये बिल के रूप में शेष है। टॉप पांच की बात की जाए तो पहले नंबर पर 32.66 करोड़ रुपये के साथ सहारनपुर जोन, दूसरे नंबर पर 23.84 करोड़ रुपये के साथ मुरादाबाद जोन, तीसरे नंबर पर 20.41 करोड़ के बकाये के साथ गजरौला, चौथे नंबर पर 16.48 करोड़ रुपये के साथ मुजफ्फरनगर और पांचवें नंबर पर 15.11 करोड़ रुपये के बकाये के साथ बुलंदशहर जोन है।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 6:00 am

गोरखपुर में क्रिसमस, NEW YEAR पर कस्टमाइज्ड गिफ्ट्स ट्रेंडिंग:दिल्ली, मुंबई जैसी गिफ्ट पैकेज कर रहे अट्रैक्ट, ट्रांसपैरेंट LED बैलून हैंपर का छाया जलवा

गोरखपुर में क्रिसमस और न्यू ईयर को लेकर लोगों में बेहद ही उत्साह देखा जा रहा। अपने प्रिय जनों को यूनिक गिफ्ट देने के लिए कस्टमाइज्ड गिफ्ट को ज्यादा पसंद कर रहे हैं। ट्रांसपैरेंट LED बैलून हैंपर, लाइटिंग फोटो हैंपर, बैलून हैंपर, लाइटिंग बॉक्स, टेड्डी बुके और कैंडल लैंप ट्रे हैंपर जैसे नए तरह गिफ्ट को काफी ज्यादा पसंद कर रहे हैं। खास बात यह है कि इन गिफ्ट्स को अपने पसंद के हिसाब से कस्टमाइज्ड करवा कर तैयार करवाते हैं। अभिषेक मिश्रा ने बताया कि सबसे ज्यादा ट्रांसपैरेंट LED बैलून हैंपर को पसंद किया जा रहा है। इसके अलावा चॉकलेट और मनी हैंपर की डिमांड भी ज्यादा है। ये गिफ्ट्स दोस्त, फैमिली और प्यार सबके लिए परफेक्ट है। विदेशी वेबसाइट या सोशल मीडिया करते फॉलो शहर के रुस्तमपुर के दुर्गा चौक स्थित 'बैलून वाला' शॉप पर एक से बढ़ कर एक नए तरीके के गिफ्ट आइटम मौजूद हैं। ओनर अभिषेक मिश्रा बताते हैं कि जिस तरह के गिफ्ट आइटम दिल्ली और मुंबई या फिर विदेशों में मिलते हैं। मैं उस तरह की गिफ्ट गोरखपुर में लेकर आया हूं। लोग मेरी प्रोडक्ट को काफी ज्यादा पसंद भी करते हैं। न्यू ईयर, बर्थडे, एनिवर्सरी या फिर किसी भी स्पेशल मोमेंट के लिए बेहतरीन गिफ्ट मेरे पास मौजूद हैं। मैं इन गिफ्ट्स को बनाने के लिए विदेशी वेबसाइट या सोशल मीडिया को देखते रहता हूं। अब मेरे दिमाग की क्रिएटिविटी होती है। इसके अलावा कस्टमर की डिमांड पर भी चीजें तैयार की जाती हैं। उन्होंने बताया- क्रिसमस और न्यू ईयर के नजदीक आने से बहुत से ऑर्डर मिले हैं। लोग बच्चों, दोस्त और अपने किसी भी खास के लिए बुकिंग करा रहे हैं। अट्रैक्टिव है ट्रांसपैरेंट LED बैलून हैंपर इन तमाम तरह के गिफ्ट आइटम में सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र ट्रांसपैरेंट बैलून हैंपर है। अभिषेक मिश्रा के मुताबिक सबसे ज्यादा लोग इसे ही पसंद कर रहे हैं। इसमें एक ट्रांसपैरेंट बैलून लगा होता है। उसके अंदर एलईडी (LED) लाइट लगी होती है। इसके अलावा लोग अपने पसंद के हिसाब से फोटो, टेड्डी वियर, चॉकलेट और फूल जैसी अन्य चीजें इसमें लगवाते हैं। अंदर लगी एलईडी लाइट बैटरी से चलता है। लाइट ऑन होने के बाद नजारा देखते बनता है। अभिषेक मिश्रा ने बताया- यह बैलून पारदर्शी प्लास्टिक (PVC) या मजबूत लेटेक्स से बना होता है, जो कांच जैसी चमक के साथ मजबूती देता है। उसके अलावा इसमें LED लाइट की एक तार बांधी जाती है। जो खूबसूरत रोशनी देता है। जिससे इसकी सुंदरता बढ़ती है। इसमें एक छोटा सा बैटरी बॉक्स भी होता है, जिसमें बैटरी सेट की जाती है। जिससे यह चलता है। इस बैलून में हीलियम गैस भरी जाती है। अभिषेक ने बताया- इसकी लाइटिंग और ट्रांसपैरेंसी ही लोगों को ज्यादा पसंद आ रही है। कोरियन पेपर से बनता टेड्डी बुके वहीं दूसरे नंबर पर जिस गिफ्ट आइटम की सबसे ज्यादा डिमांड है, वह है टेड्डी वियर बुके। अभिषेक बताते हैं कि इस बुके को बनाने के लिए किसी भी तरह का टेड्डी, आर्टिफिशियल फूल, चॉकलेट, रिबन और अन्य चीजों का इस्तेमाल किया जाता है। साथ ही इसमें लगा कोरियन पेपर इसकी सुंदरता में चार चांद लगाता है। लाल, नीला, पीला, गुलाबी और तमाम तरह के अपने पसंद का कलर कस्टमर चुनते हैं। इसके अलावा इसमें क्या- क्या आइटम रहेगा, वह सब भी तय करते। उसके बाद इसे तैयार किया जाता है। कैंडल लैंप ट्रे हैंपर है खास अभिषेक बताते हैं कि एक और आइटम को बेहद पसंद किया जाता है, वह है कैंडल लैंप ट्रे हैंपर। इसे ज्यादातर कपल ही अपने पार्टनर को स्पेशल फील करवाने के लिए बनाते हैं। इसमें अलग- अलग चीजों के साथ सबसे खास होता है इसमें लगा कैंडल लैंप। एलईडी लाइट से सजा हुआ सीनरी की तरह यह ट्रे हर कपल की कुछ न कुछ केमिस्ट्री को दर्शाता है। जब इसमें लाइट जलती है तो क्लासी लुक देता है। काफी रोमांटिक भी लगता है। अभी तक इसके 10- 15 ऑर्डर मिल चुके हैं। लाइटिंग हैंपर बॉक्स में सजती यादें इसके अलावा अभिषेक के पास लाइटिंग हैंपर बॉक्स का डिमांड भी काफी ज्यादा है। इसकी खासियत यह है कि लकड़ी से बने एक बॉक्स को खूबसूरती से सजाया जाता है। उसमें फोटो, चॉकलेट या फिर कोई भी पसंद की चीजें पैक कर तैयार किया जाता है। बॉक्स खोलने पर इसमें लाइट जलती है, जो लोगों को काफी ज्यादा अट्रैक्ट करती। इसमें रखा हर एक सामान खास लगने लगता है। अभिषेक ने बताया- लोग इसे अपने दोस्तों, परिवार या प्यार किसी के लिए भी तैयार करवा सकते हैं। मनी और चॉकलेट बुके भी ट्रेंडिंग अभिषेक ने बताया कि इस समय मनी और चॉकलेट बुके भी काफी ज्यादा ट्रेंडिंग हैं। लोग फूलों से ज्यादा नोटों की बुके बनवाते हैं। हर नोट को अलग- अलग स्टाइल में डेकोरेट किया जाता है, जो देखने में खूबसूरत लगता है। इसको बनवाने के लिए मैं 500 मेकिंग चार्ज लेता हूं। उसके अलावा नोटों की संख्या और कितने रुपए का नोट, किस डिजाइन में तैयार किया जाएगा यह सब कस्टमर तय करते हैं। अभिषेक का कहना है कि चॉकलेट बुके भी काफी ज्यादा पसंद किया जा रहा है। इसमें भी कोरियन पेपर के साथ कस्टमर अपने पसंद के हिसाब से चॉकलेट लगवाते हैं। कई बार सिर्फ एक तरह का चॉकलेट होता तो कभी अलग- अलग तरह चॉकलेट का इस्तेमाल किया जाता है। चार महीने में ही मिला अच्छा रिस्पॉन्स अभिषेक मिश्रा ने बताया- पहले मेरा सिर्फ बैलून डेकोरेशन का बिजनेस था। लेकिन कुछ समय पहले मैंने सोशल मीडिया पर इस तरह के गिफ्ट्स देखें। मैंने फिर बहुत सर्च किया तो पता चला इस तरह की चीजे गोरखपुर में नहीं है। फिर मुझे लगा क्यों न इसे गोरखपुर में लाया जाया। फिर मैंने ऑनलाइन ही सब कुछ पता किया। और अपना गिफ्ट का बिजनेस भी शुरू कर दिया है। लगभग चार महीने हुए हैं यह काम शुरू किए हुए। रिस्पॉन्स बहुत अच्छा मिल रहा है। अभिषेक ने बताया इस तरह कि गिफ्ट को बनाने में जो भी चीजें लगती हैं उन्हें हम खास दिल्ली से मंगवाते हैं। चाहे वह बुके में लगाने के कोरियन पेपर हो या अन्य चीजें। स्पेशल गिफ्ट और उनके रेट ट्रांसपैरेंट LED बैलून हैंपर- 450- 750 रुपएबास्केट हैंपर- 450-1000 रुपएकप विद टेड्डी - 300-700 रुपएलाइटिंग हैंपर बॉक्स -1500 रुपए से शुरूमनी बुके- 500 रुपए से शुरूचॉकलेट बुके 300-2500 रुपएलाइटिंग विद फोटो हैंपर ट्रे- 700-1500 रुपएगिफ्ट बॉक्स- 400 रुपए से शुरूलाइटिंग बॉक्स हैंपर- 350 रुपए से शुरूटेड्डी बुके- 950 रुपए से शुरूकैंडल लैंप ट्रे हैंपर- 1500-2500 रुपए से शुरू

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:56 am

DDU और नमस्कार फाउंडेशन के बीच MoU:स्टूडेंट्स को मिलेगा स्किल डेवलपमेंट, इनोवेशन और जॉब ओरिएंटेड एजुकेशन

दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय ने नमस्कार फाउंडेशन के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह समझौता ज्ञापन स्टूडेंट्स के स्किल डेवलपमेन्ट, इनोवेशन और जॉब ओरिएंटेड एजुकेशन को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह एमओयू कुलपति कार्यालय में हुआ। समझौते पर विश्वविद्यालय की ओर से कुलपति प्रो. पूनम टंडन और नमस्कार फाउंडेशन की ओर से संस्था के अध्यक्ष नवनीत कुमार शर्मा ने हस्ताक्षर किए। इस सहयोग का उद्देश्य स्टूडेंट्स और टीचर्स के लिए कौशल संवर्धन, नवाचार, सामुदायिक सहभागिता तथा प्लेसमेंट-केंद्रित शैक्षणिक गतिविधियों को बढ़ावा देना है। इस एमओयू के अंतर्गत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबोटिक्स, स्पेस/एयरोस्पेस, मीडिया और जॉब ओरिएंटेड ट्रेनिंग से संबंधित वर्कशॉप, सेमिनार और स्पेशल ट्रेनिंग प्रोग्राम का आयोजन किया जाएगा। 10 विद्यार्थियों को ISRO में इंटर्नशिप का अवसर मिला इन कार्यक्रमों में इसरो (ISRO) के वैज्ञानिकों सहित विभिन्न क्षेत्रों के विषय विशेषज्ञों की सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी। इस फाउंडेशन के साथ सहयोग से विश्वविद्यालय के 10 विद्यार्थियों को इसरो (ISRO) में इंटर्नशिप का अवसर प्राप्त हुआ है, जो विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए राष्ट्रीय स्तर के संस्थानों से जुड़ने की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। जानिए नमस्कार फाउंडेशन के बारे में नमस्कार फाउंडेशन, गोरखपुर एक सक्रिय गैर-सरकारी संस्था है, जो शिक्षा, रोजगार, जनजागरूकता और युवा सशक्तिकरण के क्षेत्र में कार्यरत है। संस्था राजस्थान, दिल्ली, मध्य प्रदेश, बिहार और उत्तर प्रदेश सहित विभिन्न राज्यों में शैक्षणिक कार्यक्रमों, अंतरराज्यीय युवा आदान-प्रदान, जागरूकता अभियानों और एआई, रोबोटिक्स, स्पेस एवं मीडिया से जुड़े प्रशिक्षण और इंटर्नशिप कार्यक्रमों का संचालन कर रही है। समझौता ज्ञापन के अंतर्गत दोनों संस्थान स्टाफ डेवलपमेंट, संयुक्त कार्यशालाएं/सेमिनार, प्रशिक्षण कार्यक्रम, शोध परियोजनाएं, छात्र एवं शैक्षणिक आदान-प्रदान तथा अन्य शैक्षणिक एवं नवाचार-आधारित गतिविधियों में परस्पर सहयोग करेंगे। यह एमओयू विश्वविद्यालय की ओर से छात्रों के लिए इंटर्नशिप, कौशल विकास एवं प्लेसमेंट-केंद्रित शिक्षा को सुदृढ़ करने की दिशा में निरंतर किए जा रहे प्रयासों की एक महत्वपूर्ण कड़ी है। इस अवसर पर प्रति कुलपति प्रो. शांतनु रस्तोगी, प्रो. अनुभूति दुबे, प्रो. उमा श्रीवास्तव, प्रो. राकेश तिवारी, डॉ. रामवंत गुप्ता सहित विश्वविद्यालय और नमस्कार फाउंडेशन के अन्य अधिकारी व प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:56 am

मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ:MP-CG में 70 लाख वोटर्स के नाम कटे; बांग्लादेशी हिंदू युवक की हत्या का भारत में विरोध, UP में रेपिस्ट पूर्व बीजेपी विधायक को जमानत

नमस्कार, कल की बड़ी खबर MP-छत्तीसगढ़ में 70 लाख मतदाताओं के नाम कटने की रही। वहीं, दूसरी बड़ी खबर यूपी में नाबालिग से रेप करने वाले पूर्व बीजेपी विधायक की जमानत को लेकर है। ⏰ आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... कल की बड़ी खबरें... 1. SIR-MP में 42.74 लाख, छत्तीसगढ़ में 27 लाख नाम कटे; केरल में 24 लाख नाम हटे चुनाव आयोग की SIR ड्राफ्ट लिस्ट में मध्य प्रदेश से 42.74 लाख और छत्तीसगढ़ से 27.34 लाख मतदाताओं के नाम कटे हैं। वहीं, केरल से 24.08 लाख नाम हटाए गए हैं। इससे पहले चुनाव आयोग ने राजस्थान, पश्चिम बंगाल समते 7 राज्यों-केंद्र शासित प्रदेशों की ड्राफ्ट लिस्ट जारी की थी, जिसमें 2 करोड़ 70 लाख से ज्यादा नाम काटे गए थे। सेकंड फेज फरवरी तक चलेगा: चुनाव आयोग ने कहा कि जिन वोटर्स के नाम हटाए हैं, उन्हें अब कोई नोटिस नहीं दिया जाएगा। अगर उन्हें आपत्ति है तो वे दस्तावेज देकर दावा पेश कर सकते हैं। SIR का दूसरा चरण फरवरी 2026 तक चलेगा और अंतिम वोटर लिस्ट 14 फरवरी 2026 को जारी होगी। पढ़ें पूरी खबर... 2. रेपिस्ट पूर्व BJP विधायक सेंगर को जमानत, उम्रकैद की सजा मिली थी; हाईकोर्ट ने 6 साल में बाहर किया उन्नाव रेप केस में उम्रकैद की सजा काट रहे भाजपा के पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को दिल्ली हाईकोर्ट ने बेल दे दी है। जस्टिस सुब्रमण्यम प्रसाद और हरीश वैद्यनाथन शंकर की बेंच ने सेंगर की सजा को अपील पर सुनवाई पूरी होने तक सस्पेंड कर दिया। सेंगर ने सजा के खिलाफ अपील की है। हाईकोर्ट के इस फैसले के खिलाफ रेप पीड़िता, उसकी मां और एक्टिविस्ट योगिता भयाना मंगलवार की शाम इंडिया गेट के सामने धरने पर बैठ गईं। आधी रात पुलिस इंडिया गेट पहुंच गई। नोकझोंक और बहस हुई। आखिरकार तीनों को जबरन इंडिया गेट से हटा दिया गया। महिला सिपाही पीड़िता और उसकी मां को उठाकर अपने साथ ले गई। अदालत ने कुलदीप सिंह सेंगर को 15 लाख रुपए के निजी मुचलके पर सशर्त रिहा करने का आदेश दिया है। साथ ही 4 शर्तें भी लगाईं- पढ़ें पूरी खबर... 3. केशव की नेता प्रतिपक्ष से बहस, कहा-छलनी भी बोल रही:कफ सिरप कांड पर तू-तू, मैं-मैं यूपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन विधानसभा में कफ सिरप कांड पर गहमागहमी दिखी। यही मुद्दा विधान परिषद में भी उठा। डिप्टी CM केशव प्रसाद मौर्य और नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव के बीच नोकझोंक हुई। सपा MLC लाल बिहारी यादव ने कहा- इतना बड़ा घोटाला चल रहा। सरकार इसमें इनोसेंट हो, ये संभव नहीं। कोडीन कांड सरकार के संरक्षण में हो रहा। आपके बुलडोजर में तेल न हो तो हम तेल का पैसा दे दें। ड्राइवर न हो तो ड्राइवर दे दें। साइबर क्राइम भी बेलगाम है। पैसे न तो घर में रखे जा सकते हैं और न ही बैंक में सुरक्षित हैं। डिप्टी CM केशव प्रसाद मौर्य ने जवाब दिया- सूप बोले तो बोले, छलनी भी बोले, जिसमें 72 छेद। जितने गलत काम करने वाले लोग हैं, उनका सपा के साथ जन्मजात रिश्ता है। लाल बिहारी ने इसका विरोध किया। फिर केशव ने कहा- सच सुनने का साहस होना चाहिए। आपने जो कहा, उसे मैंने ध्यानपूर्वक सुना। अब आप मेरी बात सुनिए। पढ़ें पूरी खबर... 4. बांग्लादेशी हिंदू युवक की हत्या का भारत में विरोध; दो हिंदू परिवारों के घरों में आग लगाई बांग्लादेश में हिंदू युवक की हत्या के खिलाफ विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने देशभर में प्रदर्शन किया। दिल्ली में बांग्लादेश हाई कमीशन के बाहर विरोध जताया गया, जबकि मुंबई, कोलकाता, अहमदाबाद, भोपाल और जम्मू में भी रैलियां निकाली गईं। सभी जगहों पर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग की गई। दरअसल, 18 दिसंबर को बांग्लादेश में भीड़ ने दीपू चंद्र की हत्या कर उनका शव जला दिया था। हिंदू परिवारों के घर जलाए: बांग्लादेश के चटगांव में दो हिंदू परिवारों के घरों में देर रात आग लगा दी गई। आरोप है कि हमलावरों ने बाहर से दरवाजे बंद कर दिए, जिससे अंदर मौजूद आठ लोगों को बांस और टीन की दीवार तोड़कर जान बचानी पड़ी। सात कमरे जलकर राख हो गए। पासपोर्ट और नकद भी खाक हो गया। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है। खबर से जुड़े 3 अहम अपडेट्स... पढ़ें पूरी खबर... 5. पाकिस्तान की सरकारी एयरलाइन PIA नीलाम, आरिफ हबीब ग्रुप ने 4320 करोड़ रुपए में खरीदा पाकिस्तान की सरकारी एयरलाइन कंपनी पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) नीलाम हो गई है। आरिफ हबीब ग्रुप ने 4320 करोड़ रुपए में खरीद लिया है। फाइनल बिड में आरिफ हबीब ने लकी सीमेंट ग्रुप की 4288 करोड़ की बोली को पीछे छोड़ा। आर्थिक संकट के चलते सरकार ने PIA की 75% हिस्सेदारी बेची है। पीएम शहबाज शरीफ ने इसे पारदर्शी और पाकिस्तान का सबसे बड़ा निजीकरण सौदा बताया। कर्ज के लिए बेच दी एयरलाइन: पाकिस्तान को IMF से 7 अरब डॉलर का लोन चाहिए। इसके बदले IMF चाहता है कि पाकिस्तान में घाटे में चल रहीं सरकारी कंपनियों का प्राइवेटाइजेशन हो। इस शर्त की वजह से भी पाकिस्तान ने PIA को नीलाम कर दिया। PIA पर करीब ₹25 हजार करोड़ का कर्ज: पाकिस्तान ने PIA इसलिए बेची, क्योंकि देश आर्थिक संकट में है और एयरलाइन लगातार भारी घाटे में थी। PIA पर करीब 25 हजार करोड़ रुपए का कर्ज था, मैनेजमेंट कमजोर था। कई देशों ने इसकी उड़ानों पर बैन लगा दिया था, जिससे हालात और खराब हो गए। पढ़ें पूरी खबर... 6. ट्रम्प ने सालभर में ₹18 हजार करोड़ चंदा लिया, बदले में करोड़ों के फायदे दिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की टीम ने चुनाव के बाद एक साल में करीब 18 हजार करोड़ रुपए का चंदा जुटाया। न्यूयॉर्क टाइम्स की जांच में सामने आया कि 346 बड़े बिजनेसमैन ने भारी रकम दी, जिनमें सुंदर पिचाई और सत्या नडेला समेत 6 भारतवंशी भी शमिल हैं। ट्रम्प ने बदले में फायदा पहुंचाया: अमेरकी राष्ट्रपति ने डोनेशन देने वालों को करोड़ों का फायदा पहुंचाया। किसी को राष्ट्रपति की तरफ से माफी मिली। किसी के खिलाफ चल रहे केस खत्म हो गए तो किसी कंपनी को बड़े सरकारी ठेके मिल गए। वहीं, किसी को सरकार में बड़ा पद दे दिया गया। पढ़ें पूरी खबर... आज का कार्टून ⚡ कुछ अहम खबरें हेडलाइन में… ️ बयान जो चर्चा में है... खबर हटके... शादी में भिखारियों को बनाया चीफ गेस्ट यूपी के गाजीपुर में एक भाई सिद्धार्थ राय ने बहन की शादी में भिखारियों और बेघर लोगों को चीफ गेस्ट बनाकर बुलाया। उन्हें सम्मान से खाना खिलाया गया और साथ में जश्न मनाया। वीडियो वायरल होने के बाद लोग सिद्धार्थ की तारीफ कर रहे हैं। फोटो जो खुद में खबर है भास्कर की एक्सक्लूसिव स्टोरीज, जो सबसे ज्यादा पढ़ी गईं… करेंट अफेयर्स ⏳आज के दिन का इतिहास बाजार का हाल ️ मौसम का मिजाज वृष राशि वालों को प्रॉपर्टी में दुगना फायदा होने की संभावना है। मीन राशि के लोग बिजनेस में नई योजनाएं बनाने में सफल होंगे। जानिए आज का राशिफल... आपका दिन शुभ हो, पढ़ते रहिए दैनिक भास्कर ऐप… मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ को और बेहतर बनाने के लिए हमें आपका फीडबैक चाहिए। इसके लिए यहां क्लिक करें...

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:55 am

मौसम का हाल:24 घंटे में दिन का तापमान 6.4 डिग्री उछला

मौसम ने एक बार फिर करवट ली है। सोमवार तक कड़ाके की ठंड का असर झेल रहे शहरवासियों को मंगलवार को अचानक गर्मी का अहसास होने लगा। बीते 24 घंटों में अधिकतम तापमान 6.4 डिग्री उछाल के साथ 29.6 डिग्री पर जा पहुंचा, जो सामान्य से 4 डिग्री ज्यादा है। तापमान में आए इस उछाल से मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया। सोमवार को शहर में अधिकतम तापमान 23.2 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 8.9 डिग्री रिकॉर्ड किया गया था। यह दोनों ही तापमान सामान्य से करीब 3-3 डिग्री नीचे थे। वहीं मंगलवार को हालात एकदम उलट हो गए। अधिकतम तापमान बढ़कर 29.6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री दर्ज किया गया। दिन के समय धूप तेज रही, जिससे दोपहर में गर्मी का अहसास हुआ और लोग हल्के कपड़ों में नजर आए।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:52 am

ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर रेडियम रिफ्लेक्टर टेप लगाएंगे

परिवहन विभाग ने विशेष चैकिंग अभियान के साथ अब सड़क हादसों को रोकने रोड सेफ्टी अवेयरनेस' अभियान की शुरूआत कर दी है। यह विशेष अभियान 31 दिसंबर तक जारी रहेगा, जिसके तहत क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी मनोज कुमार तेहनगुरिया व उनकी टीम द्वारा अभियान के तहत ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर रेडियम रिफ्लेक्टर टेप लगाने का काम किया जा रहा है। टीम ने एक दिन में 29 ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में रेडियम रिफ्लेक्टर टेप लगाए। इस काम को ग्राम पंचायतों के माध्यम से ग्राम स्तर तक क्रियान्वित करने की योजना है। परिवहन विभाग ने सड़क सुरक्षा व यातायात जागरुकता को लेकर आर्मी पब्लिक स्कूल में एक सेमीनार भी आयोजित किया। परिवहन विभाग लगातार यात्री व स्कूल बसों की चेकिंग कर रहा है। इसके बाद भी बस ऑपरेटर्स की मनमर्जी नहीं रुक रही है। आरटीओ अमले ने 48 वाहनों को चेक किया, जिनमें से 37 वाहनों में खामियां पाए जाने पर 1 लाख 22 हजार 600 रुपए जुर्माना वसूला गया। वहीं पूर्व में बिना परमिट के चलते मिली स्कूल बस संचालक से 59 हजार रुपए जुर्माना वसूला है।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:51 am

डॉ. हरीसिंह गौर को भारत रत्न देने की मांग करने स्केटिंग करते हुए रहली से सागर आए 40 बच्चे

सागर/रहली | दानवीर डॉ. हरीसिंह गौर को भारत रत्न की उपाधि देने की मांग का ज्ञापन सौंपने श्री देव सीताराम स्केट एसोसिएशन के 40 स्केटर स्केटिंग करते रहली से 43 किमी का सफर तय कर सागर आए। एसोसिएशन के संस्थापक सुशील हजारी व लोगों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर यात्रा की शुरुआत की । स्केटरों ने हाथ मे तिरंगा झंडा लेकर प्रतिमा के चारों ओर स्केटिंग की। जिसके बाद गणमान्य लोगों ने हरी झंडी दिखाई और स्केटर प्रशिक्षक रमेश भाई व सहायक प्रशिक्षक लक्ष्मण पटेल के नेतृत्व में सागर की ओर रवाना हुए। शाम को सागर पहुंचकर डॉ. हरीसिंह गौर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके बाद कलेक्टर संदीप जीआर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर डॉ. हरीसिंह गौर के लिए भारत रत्न की मांग की।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:51 am

छात्रों को प्रताड़ित करने पर महिला शिक्षक सस्पेंड

सागर| छात्रों को प्रताड़ित करने व अनुशासनहीनता के कारण महिला शिक्षक दीपाली सिंघई को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है। कार्रवाई संभागायुक्त अनिल सुचारी ने की है। संयुक्त संचालक लोक शिक्षण ने रिपोर्ट दी कि जिला शिक्षा अधिकारी के अनुसार प्राचार्य शासकीय पीएमश्री खिमलासा की शिक्षक दीपाली सिंघई उच्च माध्यमिक शिक्षक ने कक्षा 10वीं के विद्यार्थियों द्वारा शिकायती आवेदन पत्र प्रस्तुत करने पर छात्र/छात्राओं को प्रताड़ित किया। उनके खिलाफ समाचार पत्र में खबर प्रकाशित हुई। खबर प्रकाशित होने से दीपाली सिंघई ने छात्रों को भड़काकर प्राचार्य और शिक्षकों के विरूद्ध बिना किसी पूर्व सूचना/ अनुमति के नारे लगवाए। जाम लगवाया गया व उपद्रव कराया। इस कारण संस्था और विभाग की छवि धूमिल हुई है। संयुक्त संचालक लोक शिक्षण से इस प्रस्ताव को देखने व परीक्षण के बाद दीपाली सिंघई को प्रथम दृष्ट्या दोषी माना गया।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:50 am

भतीजे को ताऊ ने ही चाकू घोंपा, डॉक्टरों ने जैसे ही चाकू निकाला मौत हो गई

आगर के बड़ौद के गिरोली गांव निवासी पारिवारिक विवाद में ताऊ ने ही 17 वर्षीय भतीजे की चाकू घोंपकर हत्या कर दी। युवक को परिजन उज्जैन आगर रोड स्थित निजी अस्पताल में लेकर आए थे। यहां डॉक्टरों ने उपचार करते हुए जैसे ही युवक के पेट में घोंपा चाकू निकाला, उसने दम तोड़ दिया। युवक की मौत की सूचना पर चिमनगंज मंडी थाना पुलिस अस्पताल पहुंची और शव का पोस्टमार्टम कराया। 17 वर्षीय बहादुर पिता बालूसिंह अपने पिता के साथ मारपीट होते देख उन्हें बचाने पहुंचा था, जहां ताऊ ने अपने बेटों के साथ उसे घेर लिया और चाकू घोंप दिया। उज्जैन पहुंचे बड़ौद थाना के एएसआई हरिनारायण सोलंकी ने परिजन के बयान लिए और हत्या की धारा में ताऊ कनीराम, सुजान सिंह व अन्य के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। चिमनगंज थाना पुलिस ने बताया कि आगे की कार्रवाई बड़ौद पुलिस कर रही है।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:50 am

निर्माण अनुमति निरस्त के विरोध में सौंपा ज्ञापन

अंकपात मार्ग स्थित विनोद चोपड़ा के भूखंड क्रमांक 143 पर भवन निर्माण की अनुमति निरस्त किए जाने के विरोध में भवन स्वामियों ने नगर निगम गेट पर प्रदर्शन कर निगमायुक्त के नाम ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि विधिवत अनुमति दिए जाने के बाद बिना किसी ठोस आधार के भवन निर्माण की अनुमति निरस्त की गई, जो कि नियम विरुद्ध है। मामले में विनोद चोपड़ा ने बताया कि निगम से अनुमति 17 सितंबर 25 को लेकर निर्माण शुरू ​किया था। बावजूद अनुमति निरस्त कर दी गई। 13 अक्टूबर 25 को जोन क्रमांक दो के भवन निरीक्षक, प्रभारी लिपिक एवं पटवारी द्वारा निरीक्षण किया गया। इसमें सीमांकन की आवश्यकता बताई गई। जबकि प्रार्थीगणों द्वारा 17 दिसंबर 25 को सीमांकन की प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई थी। इसकी जानकारी राजस्व अधिकारी द्वारा संबंधित पक्ष को भी दी गई। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि भवन अधिकारी द्वारा अनुमति देने के बाद बिना पूर्व सूचना के अनुमति निरस्त करना पूरी तरह गलत है। निगमायुक्त को सौंपे ज्ञापन में मांग की गई कि निरस्त की गई भवन निर्माण अनुमति को पुनः बहाल किया जाए। अधिकारी मौके पर पहुंचे व लोगों से चर्चा कर आश्वास्त किया कि जांच करने के बाद अनुमति दी जाएगी। भवन स्वामियों के अनुसार भवन अनुज्ञा में सर्वे क्रमांक 1152/1 एवं 1152/2 दर्शाए गए थे, जो एक ही नक्शा आकृति में दर्ज हैं। सर्वे 1152/2, रमेश चंद्र बजाज के नाम से दर्ज है, जो 1152/1 का ही भाग है। इस दौरान हिंदुवादी संगठन एवं विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और महेश नगर, कमल कॉलोनी के रहवासी मौजूद रहे।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:49 am

मक्सी रोड सब्जी मंडी में 350 दुकानों का अतिक्रमण हटाया

मक्सी रोड स्थित सब्जी मंडी में निगम ने दो दिन से सुव्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कार्रवाई शुरू की है। मंडी में लगभग 350 सब्जी की दुकानें हैं, लेकिन दुकानदारों द्वारा अनधिकृत रूप से आवंटित ओटलों से बाहर तक सामान रखकर व्यापार किया जा रहा था। सहायक आयुक्त प्रदीप सेन के नेतृत्व में अतिक्रमण रिमूवल टीम ने दुकानों का अवैध कब्जा हटाया और मंडी के भीतर जमा कचरे को साफ करवाया। मंडी के गंदे ढेर और अव्यवस्थित बिक्री के कारण न सिर्फ मंडी में यातायात जाम रहता था, बल्कि आसपास के शहरवासियों को भी परेशानी होती थी। सहायक आयुक्त सेन ने बताया कार्रवाई नगर निगम आयुक्त अभिलाष मिश्रा के निर्देश पर की गई है। आयुक्त ने स्पष्ट किया है कि अब किसी भी तरह के अतिक्रमण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और आवश्यकतानुसार नियमित रूप से कार्रवाई की जाएगी। इस कदम के बाद मक्सी रोड सब्जी मंडी में न केवल सफाई बनी रहेगी, बल्कि दुकानदारों और आम जनता के लिए यातायात सुगमता भी सुनिश्चित होगी।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:48 am

बिल भुगतान के आश्वासन पर आज से महाराजवाड़ा स्कूल की बसें होगी शुरू

सांदीपनि विद्यालयों में चलाई जाने वाली बसों के बिल भुगतान नहीं होने की वजह से बस सर्विस प्रोवाइडर कंपनी ने शहर के तीन स्कूलों में बसों का संचालन बंद कर दिया था। बिल भुगतान के बाद दो स्कूलों में बसों का संचालन शुरू कर दिया गया था, लेकिन महाराजवाड़ा क्रमांक-3 विद्यालय के 40 लाख रुपए से अधिक राशि के बिल पिछले करीब छह माह से लंबित हैं। मंगलवार को कंपनी और शिक्षा विभाग के अधिकारियों के बीच चार घंटे तक चली बैठक के बाद उन्हें बकाया बिलों के भुगतान का आश्वासन दिया गया। इसके बाद बुधवार से महाराजवाड़ा क्रमांक-3 विद्यालय की बसों का संचालन भी शुरू कर दिया जाएगा। जीवाजीगंज और जालसेवा निकेतन के बिलों का भुगतान होने के बाद सोमवार से इन स्कूलों की बसों का संचालन फिर से शुरू कर दिया गया था, लेकिन महाराजवाड़ा क्रमांक-3 की बसों के बिल पर प्राचार्य द्वारा हस्ताक्षर नहीं करने के कारण यहां की बसें शुरू नहीं की गई थीं। मंगलवार को जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में कंपनी के अधिकारियों के साथ शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक हुई। बैठक में प्रभारी डीईओ महेंद्र खत्री, स्कूल प्राचार्य शिवसिंह अहिरवार भी मौजूद थे। चार घंटे तक चली बैठक के बाद प्रभारी डीईओ खत्री ने कंपनी के अधिकारियों को आश्वस्त किया कि जल्द ही प्राचार्य द्वारा बिल पर हस्ताक्षर कर बिल भुगतान की प्रक्रिया की जाएगी। समाया स्कूल बस ट्रांसपोर्टेशन लिमिटेड के डिस्ट्रिक्ट मैनेजर आनंद राठौर ने बताया कि अधिकारियों की ओर से मिले आश्वासन के बाद बुधवार से महाराजवाड़ा क्रमांक-3 की बसों का संचालन भी फिर से शुरू कर दिया जाएगा। बस नहीं आने से बच्चे और पालक हो रहे थे परेशान शहर में सांदीपनि शासकीय जालसेवा निकेतन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में 6 बसों के अलावा जीवाजीगंज में 4 और महाराजवाड़ा क्रमांक-3 विद्यालय में 8 बसों का संचालन किया जाता है। बस सर्विस प्रोवाइडर समाया स्कूल बस ट्रांसपोर्टेशन लिमिटेड द्वारा इन बसों का संचालन किया जाता है। जीवाजीगंज और जालसेवा निकेतन विद्यालय के बसों के बिल अक्टूबर से और महाराजवाड़ा क्रमांक-3 विद्यालय के बिल जून से लंबित होने के कारण बस सर्विस प्रोवाइडर कंपनी ने 16 दिसंबर से इन तीन स्कूलों में बसों का संचालन बंद कर दिया था। इस कारण विद्यार्थियों और पालकों को परेशान होना पड़ रहा था।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:48 am

मौसम का हाल:आसमान साफ होते ही न्यूनतम तापमान 2.4 डिग्री कम हुआ

दो दिन तक रहा बादलों असर सोमवार को खत्म हो गया। आसमान साफ होते ही रात की ठंड फिर असरदार हो गई। न्यूनतम तापमान जो 8.8 डिग्री तक चला गया था, वह 2.4 डिग्री घटकर 6.4 डिग्री रविवार रात को रिकॉर्ड किया गया। बादलों की वजह से ओस गिरना बंद हो गई थी। सोमवार को सुबह कारों की छत, बगीचों की घास भीगी-भीगी थी। सुबह 9 बजे तक तेज ठंड महसूस होती रही। अधिकतम का भी रिकॉर्ड इस बार न्यूनतम तापमान ने 35 साल का रिकॉर्ड तोड़ा है। पारा 4.1 डिग्री के निम्नतम स्तर पर तो गया ही, 5 दिसंबर के बाद से अब तक इकाई के अंक में ही रिकॉर्ड हो रहा है। वहीं, अधिकतम तापमान 1 दिसंबर से 26-28 डिग्री के बीच ही रिकॉर्ड हो रहा है। असर यह है कि रात में कड़ाके की ठंड सुबह 11 बजे तक कमजोर पड़ रही है। महसूस नहीं हो रहा कि रात में पारा 4 से 5 डिग्री तक गया होगा।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:47 am

आगरा पुलिस ने उल्टा टांगकर बेहोश होने तक पीटा:5 डंडे टूटे तो प्लास्टिक का लाए, बोले- हत्या कबूल करो, नहीं तो जिंदा नहीं रहोगे

‘मुझे उल्टा टांग दिया था। पैरों पर डंडे मार रहे थे। वो धमकाते- कहो कि हत्या तुमने की, नहीं दो जिंदा वापस नहीं जाओगे। 1 घंटे तक पीटने के बाद दर्द सहना मेरे लिए मुश्किल हो गया। आंखों के सामने अंधेरा छा गया।’ ये सब बताते हुए किसान राजू पंडित के चेहरे पर दर्द उभर आया। थोड़ा ठहरकर दोबारा कहते हैं- जिस रिटायर्ड फौजी बलवीर सिंह की हत्या के लिए मुझे दोषी बताया जा रहा था, उनका घर मेरे मकान से सिर्फ 100 मीटर दूर है। परिवारों का अच्छा परिचय है, कभी कोई झगड़ा नहीं हुआ। मुझे नहीं पता कि मेरे खिलाफ क्यों और क्या आरोप लगाए गए? राजू कहते हैं- 6 अगस्त को जब बलवीर का मर्डर हुआ, मेरी लोकेशन आगरा सिटी की थी। फिर भी मुझे थर्ड डिग्री दी। लापरवाही में पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने अछनेरा ACP राम प्रवेश गुप्ता को हटा दिया। किरावली इंस्पेक्टर नीरज कुमार, SI धर्मवीर और बीट ऑफिसर रवि मलिक को सस्पेंड किया गया। अब DIG शैलेश पांडेय विभागीय जांच कर रहे हैं। आगरा में बलवीर मर्डर केस क्या है? इस केस में राजू को क्यों थर्ड डिग्री दी गई? क्या दोषी पुलिसवालों के खिलाफ FIR होगी? ये जानने के लिए दैनिक भास्कर टीम ने पीड़ित परिवार और इस केस से जुड़े पुलिस अफसरों से बात की। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… राजू बोले- पापा को धमकाया, छोटे बेटे को लेकर आओ पुलिस की थर्ड डिग्री झेलने वाले किसान राजू पंडित से हमारी मुलाकात श्रीराम हॉस्पिटल (आगरा) में हुई। वह एडमिट हैं, दोनों पैरों पर प्लास्टर चढ़ा है। दर्द कम करने के लिए डॉक्टर पेन किलर दे रहे। बातचीत की शुरुआत में हमने पूछा- आपके साथ 21 दिसंबर की रात को क्या हुआ, डिटेल में बताइए? राजू कहते हैं- 19 दिसंबर को 2 पुलिसवाले हमारे घर आए और मेरे बड़े भाई सत्यप्रकाश को थाने बुला गए। 2 दिन थाने में ही बैठाए रखा। कोई लिखा-पढ़ी भी नहीं की। हम लोग घबराए हुए थे, कौन पूछे पुलिसवालों से? फिर 20 दिसंबर की दोपहर पापा (राधेश्याम) को थाने बुलाया गया। पुलिसवालों ने उनसे पूछा- दूसरा बेटा राजू कहां है? उसको लेकर आओ। पापा ने कहा- मेरे बड़े बेटे को तो छोड़ दीजिए। पुलिसवालों ने धमकाया, बड़े को छोड़ देंगे, लेकिन छोटे बेटे को लेकर आओ। 21 दिसंबर की दोपहर पापा मुझे थाने लेकर गए। पुलिसवालों ने कहा- मर्डर केस की पूछताछ करनी है। फिर मेरे बड़े भाई को छोड़ दिया। मेरे पापा भाई को लेकर घर चले गए। अब थाने में थर्ड डिग्री देने की कहानी मारते रहे, मैं चिल्लाता रहा, पुलिसवाले हंसते रहे वो रविवार का दिन था। मुझे थाने के अंदर ले गए और 1 कमरे में बैठा दिया। वहां पर 4 पुलिसवाले मौजूद थे। फिर एसओ भी आ गए। वो कुर्सी पर बैठ गए। पुलिसवालों ने कहा- बताओ… बलवीर को किसने मारा है? मैंने कहा- मुझे नहीं पता। इसके बाद एक पुलिसवाला बोला- ये ऐसे नहीं बोलेगा, चलो ठीक है। वो बाहर गया और 1 मोटा डंडा लेकर आया। 2 पुलिसवालों ने मेरे पैर बांधे, पैर में डंडा फंसाया और मुझे उल्टा लटका दिया। इसके बाद एक पुलिसवाला मेरे पैर के तलवे में डंडे मारने लगा। मैं दर्द से कराहता रहा, लेकिन वो नहीं रुके। मारते-मारते वो डंडा टूट गया। इसके बाद मुझे जमीन पर उल्टा लिटा दिया। 5 मिनट बाद दूसरा डंडा लेकर आए और फिर पिटाई शुरू कर दी। मारते-मारते वो डंडा भी टूट गया। वो लोग लगातार मुझसे कहते रहे कि हत्या तुमने की है, ये कबूल कर लो। टॉर्चर नहीं सहना पड़ेगा। मैंने कहा कि मैंने नहीं मारा है। तो एक पुलिस वाला बोला- ये बता दो कि किसने मारा है, वरना तुम्हें जाने नहीं देंगे। मैं उन्हें क्या बताता, मुझे कैसे पता होगा कि बलवीर को किसने मारा? एक-एक करके 4 डंडे टूट गए, लेकिन वो लोग थमे नहीं। फिर एक पुलिसवाले ने कहा- लकड़ी के डंडे छोड़ो, प्लास्टिक का लेकर आओ, वो टूटेगा नहीं। फिर मेरी उस प्लास्टिक के डंडे से पिटाई की। वो भी मारते-मारते टूट गया। पैर सूज गए, तब जाकर वो लोग रुकेराजू पंडित ने बताया- एक घंटे तक मुझे टॉर्चर किया गया। 5 डंडे टूट गए तो इसके बाद छठा डंडा मंगाने की बात होने लगी। तब एक पुलिसवाले ने कहा कि इसके तो पैर सूज गए हैं। तब जाकर एसओ ने कहा- अब रुक जाओ। इसके बाद उन्होंने मुझे सहारा लेकर खड़ा करवाया। कहा- चलकर दिखाओ। मैं चल नहीं पा रहा था। बहुत दर्द हो रहा था, फिर भी जबरदस्ती धक्का देकर चलवाया। मुझसे कहा- ये नाटक कर रहा है। मगर, जब मैं खड़ा नहीं हो पाया तब उनको लगा कि ज्यादा चोट लग गई है। पिता बोले- SO घर आकर बोले कि थोड़ी गलती हो गईपिता राधेश्याम कहते हैं- जब बेटे की दोनों हड्‌डी टूट गई, तो पुलिस मामले को दबाने में जुट गई। एसओ मेरे पास आए बोले- थोड़ी गलती हो गई है। बेटे के पैर में हल्की चोट है। उसे इलाज के लिए भिजवा रहे हैं। आप चिंता मत करना, मैं पूरा इलाज करवाऊंगा। बस किसी से कुछ कहना नहीं। सबसे कहना कि बेटा चलते-चलते गिर गया है। इससे चोट लग गई। SO ने हाथ जोड़कर माफी मांगी, मेरी जेब में 10 हजार डाल दिएजब मैंने बेटे का हाल देखा तो पैरों तले जमीन खिसक गई। मैंने पुलिस वालों ने कहा कि ये आप लोगों ने क्या कर डाला। तो एसओ ने हाथ जोड़कर निवेदन किया कि किसी से कहना मत। मेरा वीडियो भी बनवाया। मेरी जेब में 10 हजार रुपए भी डलवाए। कहा कि राजू के बच्चों को सामान दिलवा देना, लेकिन मैंने रुपए नहीं लिए। वहीं, इस मामले में सामाजिक कार्यकर्ता नरेश पारस ने मानवाधिकार आयोग में शिकायत की है। राजू के पिता राधेश्याम का कहना है- मर्डर में मेरा बेटा दोषी है, तो उसे जेल भेजे। अगर नहीं है, तो दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएंगे। इसके लिए मैंने शिकायत सौंप दी है। DCP को भी गुमराह करते रहे पुलिसकर्मीथाना पुलिस ने DCP पश्चिम जोन अतुल शर्मा को भी गुमराह किया। 22 दिसंबर (सोमवार) की शाम को मामला चर्चा में आया था। इस पर DCP ने SO को फोन किया। उन्होंने DCP को बताया कि पैर में डंडा लग गया है। इससे एक उंगली में चोट लगी है। इलाज करा दिया है। इस पर DCP ने ACP अछनेरा रामप्रवेश गुप्ता को भेजा। उन्होंने भी थाने में पुलिसकर्मियों से बात की, लेकिन पीड़ित से बात करना उचित नहीं समझा। उन्होंने DCP को भी वही बता दिया। DCP को दोनों की बातों पर विश्वास नहीं हुआ। वह खुद अस्पताल पहुंचे। इसके बाद एक्सरे की रिपोर्ट देखी। इसमें पैरों में फ्रैक्चर होने की बात सामने आई। अब वो मर्डर केस पढ़िए, जहां से पूरा मामला शुरू हुआ वनवीर की पोस्टमॉर्टम से पता चला कि उनकी हत्या हुई रिटायर्ड फौजी वनवीर सिंह (58) की 6 अगस्त को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। वनवीर के भाई हरेंद्र सिंह ने कहा- मेरे भाई अपने घर पर अकेले रहते थे। 5 जून की रात करीब 11 बजे तक वनवीर सिंह से फोन पर बात हुई थी। सुबह करीब 10 बजे जब मैं उनके घर पहुंचा, तो देखा कि अपने भाई बेसुध जमीन पर पड़े हैं। चेक किया, तो उनकी सांस नहीं चल रही थी। घर का सारा सामान भी बिखरा हुआ था। मैंने भाई का मोबाइल देखा, तो वो ऑफ था। बाद में पता चला कि मोबाइल का सिम कार्ड भी गायब था। तब मैंने 112 पर पर कॉल कर पुलिस को बुलाया। पोस्टमॉर्टम के बाद हमें बताया गया कि वनवीर के गले पर चोट के निशान थे, उन्हें मारा गया था। पुलिस रिटायर्ड फौजी के हत्यारे तक पहुंचने के लिए गांव के कई लोगों को उठाकर पूछताछ कर चुकी है। अब सत्यप्रकाश और उनके छोटे भाई राजू से भी पूछताछ की गई। ---------------------------- ये खबर भी पढ़ें आगरा पुलिस ने मारते-मारते दोनों पैर तोड़े, हत्या के केस में उठाया, ACP का ट्रांसफर, इंस्पेक्टर-SI सस्पेंड आगरा में हत्या के मामले में उठाए गए 35 साल के युवक को पुलिस ने थर्ड डिग्री दी है। पुलिस ने दो दिन तक उसे टॉर्चर किया। उसने बताया- पुलिस मुझ पर हत्या कबूलने के लिए प्रेशर बना रही थी। इसलिए मारते-मारते मेरे दोनों पैर तोड़ दिए। जब मैं बेहोश हो गया, तो पुलिसवालों ने किरावली के एक हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया। पढ़िए पूरी खबर...

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:47 am

इंदौर को एक और ‘रत्न’:शहर के बेटे तनिष्क बने फ्लाइंग ऑफिसर

इंदौर को एक और रत्न मिला है। शहर के बेटे तनिष्क अग्रवाल भारतीय वायुसेना में फ्लाइंग ऑफिसर बने हैं। फ्लाइंग ब्रांच के पायलट कोर्स में प्रथम रैंक प्राप्त करने पर उन्हें प्रेसीडेंट का प्लेक और नवानगर स्वॉर्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया। हैदराबाद के समीप दुंडीगल में भारतीय वायुसेना अकादमी की संयुक्त ग्रेजुएशन परेड में तनिष्क को इस उपलब्धि से नवाजा गया। आईपीएस एकेडमी के फायर एंड सेफ्टी डिपार्टमेंट के छात्र रहे तनिष्क ने 2022 में बीटेक किया। इसके बाद उन्होंने रिलायंस में नौकरी करने के साथ-साथ एसएसबी की तैयारी की और वायुसेना में भर्ती हुए। 13 दिसंबर को वे फ्लाइंग ऑफिसर के पद पर कमीशन हुए हैं। जुनून ऐसा... कॉलेज समय से ही एयरफोर्स की डॉक्यूमेंट्री देखते तनिष्क के बड़े भाई भी भारतीय सेना में हैं। उन्होंने भी कॉलेज की पढ़ाई के साथ-साथ एसएसबी की तैयारी शुरू की थी। उन्हीं से प्रेरित होकर तनिष्क ने आर्मी और एयरफोर्स की डॉक्यूमेंट्री देखना कॉलेज के समय शुरू किया। एयरफोर्स में जाने के उनके जुनून को माता-पिता ने भी सराहा। फरवरी 2024 में एसएसबी क्लीयर कर जुलाई 2024 में ट्रेनिंग शुरू की। वे बताते हैं अकादमी का डेढ़ साल बेहद चुनौतीभरा था, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। संयुक्त ग्रेजुएशन परेड के लिए इंदौर से तनिष्क के माता-पिता योगिता और रामावतार अग्रवाल भी दुंडीगल पहुंचे। स्वॉर्ड ऑफ ऑनर स्वॉर्ड ऑफ ऑनर (Sword of Honour) भारतीय सैन्य अकादमियों में प्रशिक्षण के दौरान सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले कैडेट को दिया जाने वाला प्रतिष्ठित सम्मान है। यह समग्र शैक्षणिक, शारीरिक और नेतृत्व क्षमताओं में उच्चतम स्थान प्राप्त करने वाले को मिलता है। यह कड़ी मेहनत, समर्पण और उत्कृष्टता का प्रतीक है, जिसे पाने वाला कैडेट उस अकादमी का टॉपर होता है। 244 की बैच; 215 पुरुष और 29 महिला ऑफिसर शामिल तनिष्क के साथ 244 फ्लाइट कैडेट्स भारतीय वायुसेना में फ्लाइंग ऑफिसर के रूप में कमीशन हुए। इनमें 215 पुरुष और 29 महिला ऑफिसर शामिल हैं। तनिष्क की उपलब्धि को आईपीएस अकादमी के अध्यक्ष अचल चौधरी और इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग साइंस की प्राचार्य डॉ. अर्चना चौधरी ने सराहा। कॉलेज परिसर में उनका स्वागत किया। समारोह में ग्रुप कैप्टन मार्शल (से.नि.) अभिमन्यु झावेरी, प्राचार्य डॉ. अर्चना कीर्ति चौधरी, राजेश चौधरी योगेंद्र जैन, डॉ. प्रवीण पटेल आदि मौजूद रहे।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:46 am

अखिलेश के MLA ने उठाई पड़ी लकड़ी:इमरान बनाएंगे प्रियंका को PM, माफिया के बेटे का विधानसभा में फोटोशूट

ऊपर Video पर क्लिक करें और देखें... आज यूपी की राजनीति और सरकारी विभागों की कौन सी बात खरी है....

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:46 am

केशव मौर्य के तेवर से ठंडे पड़े सपाई:BLO की मौतों पर घिरी सरकार; VIDEO में देखिए यूपी विधानसभा के खट्‌टे-मीठे पल

यूपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन मंगलवार को विधानसभा के अंदर और बाहर गहमागहमी दिखी। सपा विधायक अतुल प्रधान ट्रैक्टर लेकर पहुंच गए। तो सपा विधायक रागिनी सोनकर ने BLO की मौतों पर कहा कि सरकार ने टीचर को क्या-क्या बना दिया? सदन में बातचीत करने पर अध्यक्ष सतीश महाना ने विधायकों को बिना नाम लिए टोक दिया। वहीं, विधान परिषद में भी कोडीन कफ सिरप के मुद्दे पर डिप्टी CM केशव प्रसाद मौर्य और नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव के बीच तीखी नोकझोंक हो गई। सपा MLC शाहनवाज खान ने भी सिरप कांड पर सरकार को घेरा। विधानपरिषद में वंदेमातरम् पर भी खूब चर्चा हुई। VIDEO में देखिए विधानसभा का तीसरा दिन...

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:46 am

यूपी का करोड़पति यूट्यूबर-20 महीने में 5 लग्जरी गाड़ियां खरीदीं:2 बार 4 महीने में गाड़ी बदली, मंगेतर को THAR गिफ्ट की

उन्नाव के यूट्यूबर अनुराग द्विवेदी की उम्र महज 25 साल है। 6 फरवरी, 2021 को उसने बीएमडब्ल्यू कार खरीदी। 14 अक्टूबर, 2022 को बीएमडब्ल्यू की ही जेड-4 कार खरीदी। बीएमडब्ल्यू की इन दो गाड़ियों के बीच उसने 3 और गाड़ियां खरीद लीं। मतलब 20 महीने के भीतर ही 5 गाड़ियां अनुराग ने ले लीं। अब अनुराग काफिले में चलता। रील बनाता। वीडियो अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट करता। पिछले 6 साल में अनुराग ने बेटिंग ऐप, यूट्यूब और फैंटेसी क्रिकेट ऐप का प्रमोशन करके करोड़ों रुपए कमाए। उसने इन पैसों से अपने शौक पूरे किए। उसका सबसे बड़ा शौक गाड़ियां थीं। इसलिए जब भी मन किया, गाड़ी खरीद ली। वह भी ऐसी लग्जरी गाड़ियां जिसे खरीदने के लिए आम आदमी पूरा जीवन कमाने में लगा दे। आज अनुराग की गाड़ियों की बात करते हैं। घर में एक कार, सभी उससे चलते हैंयू-ट्यूबर अनुराग द्विवेदी का घर उन्नाव जिले के खजूर गांव में है। यहीं से 3 किलोमीटर दूर नवाबगंज कस्बे में अनुराग के पिता लक्ष्मीनाथ द्विवेदी मेडिकल स्टोर चलाते हैं। कस्बे में ही चाचा का घर और दुकान है। नवाबगंज कस्बा लखनऊ और कानपुर से 40-40 किलोमीटर की दूरी पर पड़ता है। अनुराग ने 8वीं तक की पढ़ाई लखनऊ के सीएमएस स्कूल से की। 9वीं में दूसरे स्कूल में एडमिशन करवाया, लेकिन 9वीं के बाद ही पढ़ाई छोड़ दी। उस वक्त अनुराग के घर में वैगन-आर कार थी। जब कभी कहीं रिलेशन में दावत होती, तो सभी इसी से जाते थे। अनुराग का इंट्रेस्ट क्रिकेट में था। उसे क्रिकेट की अच्छी जानकारी थी। 2017-18 में उसने फैंटेसी क्रिकेट ऐप्स पर टीम बनाना शुरू किया। फिर यूट्यूब चैनल बना लिया। लोगों को टीम बनाना बताता, खुद ऐप बताता और उस पर लोगों को टीम बनाने की सलाह देता। इन सब कामों से उसके पास पैसा आना शुरू हो गया। पैसा भी कुछ ऐसा कि उसे समझ नहीं आया कि आखिर इन पैसों का क्या किया जाए। लखनऊ में घर देखने गया, BMW खरीद ली2021 की शुरुआत में अनुराग ने तय किया कि अब लखनऊ में ही स्थायी ठिकाना बनाया जाए। इसलिए वह फ्लैट देखने अंसल सिटी पहुंचा। यहां उसे फ्लैट तो पसंद नहीं आया, लेकिन गाड़ी जरूर पसंद आ गई। 6 फरवरी, 2021 को अनुराग ने BMW 7 सीरीज की कार खरीद ली। इसकी ऑन रोड कीमत करीब ढाई करोड़ रुपए है। इस गाड़ी को खरीदने के बाद अनुराग ने सोशल मीडिया पर लिखा था- ‘दूसरों की चीज पे फोटो तक न खिंचवाता, ये रूल रहा है मेरी लाइफ का। सपने देखता हूं और अचीव करता हूं।’ अनुराग ने इस गाड़ी को खूब दौड़ाया। कुछ दिन बाद ही मन में आया कि अब दूसरी गाड़ी भी लेनी है। इस बार तय किया कि फोर्ड की एंडेवर गाड़ी ली जाए। बीएमडब्ल्यू कार खरीदने के 3 महीने बाद ही अनुराग ने 25 जून, 2021 को करीब 50 लाख रुपए कीमत की एंडेवर खरीद ली। अनुराग ने गाड़ी के साथ तस्वीर शेयर करते हुए लिखा- ‘15 दिन पहले खरीदने का मन बनाया था, माता रानी की कृपा से खरीद भी ली।’ 2022 में फिर से दो गाड़ियां खरीद लींअनुराग को गाड़ियों का बहुत ज्यादा शौक था। वह दिन में एक बार जरूर गाड़ी चलाता था। 2022 में आईपीएल 26 मार्च से शुरू होना था। अनुराग अपने वीडियो में कहता रहता था कि जब भी आईपीएल शुरू हो जाता है, मुझे वक्त नहीं मिलता। आईपीएल से ठीक पहले 1 मार्च, 2022 को वह लखनऊ पहुंचा और इस बार मर्सिडीज E क्लास खरीद ली। इसकी कीमत 1 करोड़ रुपए के आसपास है। अनुराग जब गाड़ियां खरीदता तो उसके साथ फोटो खिंचवाता था, साथ में तनिष्का भी रहती थी। पिछले महीने 22 नवंबर को दुबई के क्वीन एलिजाबेथ-2 क्रूज पर दोनों ने शादी की थी। एक के बाद एक गाड़ियों को खरीदने के सवाल पर अनुराग कहता कि उसे गाड़ियों का शौक है। उसे गाड़ियों को दौड़ाने के बाद उसके टायर से आने वाली खुशबू को महसूस करने का शौक है। वह कहता है कि मैं हर ब्रांड की कार खरीदना चाहता हूं। अनुराग ने 14 अक्टूबर, 2022 को बीएमडब्ल्यू की Z4 कार खरीद ली। इस कार की कीमत भी 1 करोड़ रुपए के आसपास है। इसके साथ फोटो पोस्ट करते हुए अनुराग ने लिखा था कि मुझे यह गाड़ी रेड कलर में ही चाहिए थी। हमने हर जगह खोजा और ये दिल्ली में जाकर मिली। इस तरह से अनुराग ने 2021 और 2022 में दो-दो कार खरीद लीं। अब उसके पास 5 कारें हो गई थीं। 2023 में दो गाड़ियां लीं, एक मंगेतर को गिफ्ट कीअनुराग के सितारे बुलंदी पर थे। उसके पास खूब पैसा आ रहा था। 16 मार्च, 2023 को उसने महिंद्रा थार खरीद ली। इस बार उसने पोस्ट करते हुए लिखा- ‘बहुत दिनों से थार लेने का मन कर रहा था, इसलिए ले लिया। परिवार में यह 10वीं फोर व्हीलर गाड़ी है।’ अक्टूबर, 2022 में जब अनुराग ने गाड़ी खरीदी थी तब 5वीं लिखा था। लेकिन छठी लेने के बाद 10वीं लिखा। इस बार उसने परिवार की 4 और गाड़ियों को जोड़ दिया। हालांकि पिता के पास आज भी वैगन-आर गाड़ी ही है। अनुराग ने थार तो खरीद ली, लेकिन बहुत वक्त तक इससे वह चला नहीं। लोग बताते हैं कि उसने यह गाड़ी अपनी मंगेतर तनिष्का कांत को गिफ्ट कर दी। तनिष्का के अकाउंट को जब हमने देखा तो उसकी दर्जनों तस्वीरें इसी थार के साथ थीं। एक वीडियो में तनिष्का के पापा और मम्मी भी उस गाड़ी में दिखे। थार चलाते हुए तनिष्का के पिता डांस कर रहे थे। अनुराग ने थार लेने के महज ढाई महीने बाद 3 जून को लैंड रोवर की डिफेंडर 130 खरीद ली। उस वक्त इसकी कीमत करीब ढाई करोड़ रुपए थी। अनुराग ने उस वक्त दावा किया था कि उसने यूपी में पहली डिफेंडर खरीदी है, अब तक किसी ने भी नहीं खरीदी है। इस तरह से अनुराग ने 2021, 2022, 2023 में 2-2 गाड़ियां खरीद लीं। ये गाड़ियां लखनऊ में सेलिब्रिटी गार्डेन के उसके फ्लैट के पार्किंग में खड़ी नजर आती थीं। 2024 में अनुराग ने सबसे महंगी कार लीअनुराग ने इंडिया 24 साल की उम्र में प्रमुख ब्रांड्स की कारें खरीद ली थीं। 2024 में उसने तय किया कि अब और भी महंगी और शानदार कार खरीदनी है। 14 जून, 2024 को अनुराग ने लेंबोरगिनी उरुस खरीद ली। जिस वक्त अनुराग ने इसे खरीदा था, उस वक्त इसकी कीमत 5 करोड़ रुपए से ज्यादा थी। अनुराग ने एक बार फिर से दावा किया कि यूपी में उसने पहली लेंबोरगिनी उरुस खरीदी है। एक और लाइन उसने लिखी- पीली स्कूटी से शुरुआत की थी, आज पीली लेंबोरगिनी तक का सफर हो गया। इस तरह से अनुराग ने 2021 से 2024 के बीच 7 लग्जरी कारें खरीद लीं। यूपी में इतने कम समय में इतनी महंगी गाड़ियां किसी व्यक्ति ने नहीं खरीदीं। इस गाड़ी को खरीदने के बाद अनुराग ने तनिष्का से सगाई की थी। उसके बाद उसने कोई गाड़ी नहीं खरीदी। इसकी तीन वजहें समझ आती हैं। पहली तो यह कि उसने अपनी शादी को यादगार बनाने के लिए गाड़ी पर पैसा खर्च नहीं किया। दूसरा यह कि 2025 के आईपीएल फाइनल वाले दिन अनुराग के खिलाफ छापेमारी हुई थी। अनुराग अब दिखावे से बचने लगा था। तीसरी वजह यह कि अनुराग के पास अब तक सभी प्रमुख कंपनियों की टॉप मॉडल कार हो चुकी थीं। ईडी 4 गाड़ियों को अपने साथ ले गईईडी ने 19 दिसंबर की सुबह अनुराग के उन्नाव वाले घर, दुकान, लखनऊ के फ्लैट समेत 10 जगहों पर एक साथ छापेमारी की। इस छापेमारी में ईडी ने अनुराग की लैंबोर्गिनी, मर्सिडीज, बीएमडब्ल्यू और थार को जब्त किया और उसे लखनऊ के अपने ऑफिस में भेज दिया। इसके अलावा अनुराग से जुड़े बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया। इनमें करीब 3 करोड़ रुपए थे। घर से 20 लाख रुपए नकद मिले, उसे भी ईडी ने अपने कब्जे में कर लिया। हवाला के जरिए पैसा विदेश भेजने और दुबई में रियल स्टेट में निवेश करने के भी सबूत मिले हैं। ईडी इन सब मामलों की जांच कर रही है। ------------------------ ये खबर भी पढ़ें... करोड़पति यूट्यूबर ने 5 फ्लाइट से दुबई बुलाए बाराती, आलीशान क्रूज पर शादी 2018 में उन्नाव के जिस अनुराग द्विवेदी के पास कमाई का कोई जरिया नहीं था, 2025 में उसकी शादी दुबई के एक आलीशान क्रूज में होती है। बॉलीवुड सिंगर कुमार सानू और एक्ट्रेस जैकलीन फर्नांडिस उस शादी में प्रोग्राम करने बुलाए जाते हैं। पढ़ें पूरी खबर

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:45 am

सोचा नहीं था कबाड़ भी इतना महंगा बिकेगा:यूपी में हाउसवाइफ मां और बेरोजगार बेटी ने खड़ा किया 10 करोड़ का बिजनेस

आज से हम शुरू कर रहे हैं एक नई सीरीज ‘जुगाड़ू उद्यमी’। इसमें आप पढ़ेंगे और देखेंगे ‘जुगाड़’ से निकले इनोवेशन और उसके सक्सेस के किस्से। ऐसी कहानियां, जहां सीमित संसाधनों के बावजूद हुनर और क्रिएटिविटी के अपने दम पर लोग आसमान में ‘चकती’ लगाने से भी नहीं चूके और बन गए लखपति-करोड़पति… इनोवेशन के लिए महंगे संसाधन या बड़ी टेक्नोलॉजी की जरूरत नहीं होती। असली इनोवेशन जरूरत और समझ से पैदा होता है। यही ‘जरूरत’ मेरे स्टार्टअप का आइडिया बनी। नमस्ते, मैं शिखा शाह… बनारस में पैदा हुई और यहां के घाट-गलियों में खेली और पली-बढ़ी। 12वीं के बाद दिल्ली की टेरी यूनिवर्सिटी से एनवायरमेंट साइंस में मास्टर डिग्री हासिल की। पढ़ाई में अच्छी थी, लेकिन मेरा इंट्रेस्ट सिलेबस से आगे नए आइडियाज, इनोवेशन और कुछ अलग करने की सोच की ओर था। ये सोच मुझे कुछ अलग करने के लिए उकसाती थी। इसी दौरान IIT मद्रास के ‘आंत्रप्रेन्योरशिप ट्रेनिंग प्रोग्राम’ के लिए मेरा सिलेक्शन हो गया। ये सिर्फ ट्रेनिंग नहीं, बल्कि सोचने का नया नजरिया देने वाला टर्निंग पॉइंट था। साउथ इंडिया में ‘सस्टेनेबिलिटी’ सिर्फ एक शब्द नहीं है। वहां के लोगों ने इसे अपनी जिंदगी में उतारा है। वहां की सोच, काम करने का तरीका और नेचर के साथ उनके तालमेल ने मुझे काफी प्रभावित किया। ट्रेनिंग के दौरान मुझे कई रूरल प्रोजेक्ट्स पर काम करने का मौका मिला। गांवों में मैंने एक अलग तरह की जिंदगी को बेहद करीब से देखा। सीमित साधनों में भी वे ऐसे-ऐसे जुगाड़ निकालते थे, जो शहरों में बैठे लोग सोच भी नहीं पाते। मिट्टी, धूप, पानी और आपसी सहयोग से वे अपनी जरूरतों को पूरा कर लेते हैं। ये अनुभव मेरे लिए किताबों से कहीं ज्यादा सीख देने वाले थे। इन सारी सीखों और सपनों के बीच एक डर भी हमेशा मेरे साथ चलता रहता था। जैसे-जैसे मैं आगे बढ़ रही थी, मन में एक सवाल भी उठ रहा था- “अगर मैं नौकरी करने बाहर चली गई, तो मम्मी क्या करेंगी? घर की चहल-पहल अचानक सन्नाटे में बदल जाएगी।” ये ख्याल मुझे बहुत परेशान करता था। तब पहली बार आइडिया आया कि क्यों न मम्मी घर पर रहते हुए अपना हुनर इस्तेमाल करें। मेरी मां मधु शाह घर में बेकार पड़ी छोटी-छोटी चीजों से कमाल के डेकोरेटिव आइटम बना देती थीं। वो हाउसवाइफ थीं, लेकिन चीजों को नए नजरिए से देखती हैं। मम्मी कभी बाजार से महंगी या दिखावटी चीजें नहीं लाती थीं। ये उनका आखिरी ऑप्शन होता था। घर में पड़ी पुरानी या बेकार समझी जाने वाली चीज से कुछ नया, रीयूजबल और सुंदर बना देना उनकी आदत थी। मैंने मम्मी से कहा- आप वही कीजिए, जो आप हमेशा से करती आई हैं। पुरानी चीजें, वेस्ट सामान, बेकार कपड़े और कागज… इन सबसे कुछ नया बनाइए। शुरुआत में मम्मी ने मना किया। काफी मनाने पर मम्मी ने फिर से पुरानी चीजों को नया रूप देना शुरू किया। मेरा घर एक बार फिर से क्रिएटिविटी से भरने लगा। यहीं से एक आइडिया ने आकार लेना शुरू किया। इधर घर में मेरी शादी की बात चल रही थी। मुझे अपनी पढ़ाई और काम से ब्रेक लेकर वापस बनारस आना पड़ा। बाहर की दुनिया, नए सपने और आगे का प्लान अचानक रुक गया। फिर भी खाली बैठना मेरे स्वभाव में नहीं था। दिमाग में लगातार यही चलता रहता था कि अगर मैं घर पर हूं तो क्या हुआ, कुछ न कुछ काम जरूर किया जाए। मैं भी मम्मी के साथ कुछ-कुछ बनाने लगी। बचपन से जो काम मैं उन्हें करते देखती आई थी, अब उसी में उनके साथ जुड़ गई। फर्क सिर्फ इतना था कि मैं इसे शौक नहीं संभावना के तौर पर देख रही थी। हम दोनों मिलकर स्क्रैप से नए-नए प्रोडक्ट्स बनाने लगे। कभी डिजाइन बदलते, कभी इस्तेमाल का तरीका। घर का एक कोना धीरे-धीरे वर्कशॉप में बदलने लगा। हमने कबाड़ लगने वाली चीजों को फिर से डिजाइन करके अपसाइकल किया। उनसे छोटे-बड़े होल्डर, प्लांटर, डेकोरेटर, टेबल ऑर्गेनाइजर बनाए। सबसे पहले अपने ही घर की बालकनी को सजाया। हर चीज का एक नया रूप था, एक नई पहचान। धीरे-धीरे घर का एक कमरा पूरी तरह कबाड़ से सजे सामानों का घर बन गया। दीवारों से लेकर कोनों तक, हर जगह मेरे और मम्मी के हाथों से बने प्रोडक्ट्स थे। आज भी वही कमरा हमारी शुरुआत का गवाह है। हमने कबाड़ में सुंदरता ढूंढ ली थी। 2016 में सोच ने आकार लेना शुरू किया। एक दिन मैंने गौर किया कि रोजमर्रा की जिंदगी में हम कितना सारा कबाड़ बिना सोचे-समझे फेंक देते हैं। हमने ग्लास बॉटल्स से शुरुआत की। ये हर शहर में आसानी से मिल जाती हैं, हर साइज और शेप में। हमने दो-तीन सौ बीयर बॉटल्स को डेकोरेटिव पेंट से नया लुक दिया। इसके बाद हमने पहली बार प्रोडक्ट सेल किया। भीड़भाड़ वाले अस्सी घाट पर स्टॉल लगाया। हम काफी नर्वस थे, लोग पसंद करेंगे या नहीं। लेकिन 3-4 घंटे में ही करीब 80 परसेंट सामान बिक गया। उस दिन हमें यकीन हो गया कि हमारी सोच गलत नहीं है। इसके बाद का एक महीना लगातार मेहनत से भरा रहा। मैंने और मम्मी ने मिलकर दो-ढाई सौ बोतलें और तैयार कीं। इस बार हमने बनारस के कुछ मशहूर कैफे चुने। हर कैफे की अपनी पहचान और थीम है। हमने उन्हीं थीम्स के हिसाब से बोतलों पर डिजाइन बनाए और कैफे का नाम पेंट किया। इतनी मेहनत के बाद जब हम कैफे पहुंचे तो हमने उनसे सिर्फ एक बात कही- “आप हमें पैसे मत दीजिए। बस इन बोतलों को अपने कैफे रखिए और इसके बारे में सोशल मीडिया पर बताइए।” ये एक जोखिम था, लेकिन भरोसे का भी कदम था। एक-दो महीने में ही उन्हीं कैफे से ऑर्डर आने लगे। लोग पूछने लगे- ये कहां से लिया? किसने बनाया? सफलता के साथ सवाल भी आए। कुछ लोगों ने कहा- “ये तो कबाड़ है, फिर इतना महंगा क्यों?” किसी ने क्वालिटी पर सवाल उठाए, कुछ नेगेटिव रिव्यू भी मिले। हमने हार नहीं मानी। अपनी कमियों के बारे में सुना, समझा और क्वालिटी पर काम किया। हमें पता था, हम कबाड़ नहीं सोच बेच रहे थे। एक ऐसी सोच, जिसमें वेस्ट भी वैल्यू बन सकता है। यही सोच धीरे-धीरे हमारी पहचान बनती चली गई। धीरे-धीरे हमारा काम चलने लगा। ये सफर बिल्कुल आसान नहीं था। स्क्रैप, वेस्ट और प्री एग्जिस्टिंग मटेरियल अपने आप में काफी चैलेंजिंग कैटेगरी है। शुरुआत में सबसे बड़ी दिक्कत यही थी कि आखिर बनाया क्या जाए? वेस्ट मटेरियल भी काफी तरह का होता है। कांच, लकड़ी, टायर… हर दिन दिमाग में यही चलता रहता था कि कस्टमर को क्या पसंद आएगा? किस चीज की सच में जरूरत है? शुरुआती दिनों में हम काफी कन्फ्यूज रहते थे। इतना कुछ बनाया जा सकता था कि समझ ही नहीं आता था, कहां फोकस करें। कस्टमर हमें बताते थे कि उन्हें इस तरह की जरूरत है, वैसा डिजाइन चाहिए, उस साइज में बनाइए। हम वैसा ही कुछ बनाते थे। रोज नए प्रोडक्ट बनाना थका देने वाला भी था और डायरेक्शन भी साफ नहीं थी। समय के साथ चीजें सेटल होने लगीं। हमें समझ आने लगा कि हर चीज बनाना जरूरी नहीं है। हमने सेलेक्टेड प्रोडक्ट्स पर काम करना शुरू किया। हमने पुराने टायर से फर्नीचर बनाना शुरू किया। आर्मी ट्रंक से कॉफी टेबल तैयार की। बांस से कटलरी होल्डर बनाए और मंदिरों से इकट्ठा किए गए फूलों से अगरबत्ती बनाना शुरू किया। हमें महसूस होने लगा कि हम सिर्फ सामान नहीं बना रहे, बल्कि धीरे-धीरे लोगों की सोच भी बदल रहे हैं। एक सवाल ये भी था कि इसका नाम क्या रखा जाए? पहले दिमाग में ‘वेस्टशाला’ आया, पर बोलने में अटपटा लग रहा था। एक दिन लैपटॉप पर बैठी कबाड़ से जुड़े आइडिया देख रही थी। तभी स्क्रीन पर कबाड़ के लिए ‘स्क्रैप’ शब्द दिखा। उसी पल क्लिक हुआ- ‘स्क्रैप शाला’। अब हमारा सफर शुरू हो चुका था। हमने अपने साथ बनारस के पेंटर, कारपेंटर, टेलर और शिल्पकारों को अपने साथ जोड़ा। उन्हें समझाना मुश्किल था। पुरानी चीजों को ठोंक-पीटकर बिकने लायक बनाना डबल-ट्रिपल मेहनत मांगता है। टायर धोना, साफ करना, उस पर ग्लिसरीन लगाना, फिर बुनाई करना। पुरानी लकड़ी से एक-एक कील निकालकर फर्नीचर के लायक बनाना। अपसाइकिलिंग और रीसाइकिलिंग में रॉ मटेरियल की लागत भले ही कम हो, मेहनत बहुत ज्यादा होती है। कुल कॉस्ट का बड़ा हिस्सा उसी मेहनत का होता है। ये बात लोगों को समझाना सबसे मुश्किल था, लेकिन समय के साथ हालात बदल रहे हैं। 2020 की शुरुआत में कोविड आया, तो जिंदगी की रफ्तार जैसे थम गई। बाजार बंद, सड़कों पर सन्नाटा और हर बिजनेस के सामने एक ही सवाल कि अब आगे क्या होगा। स्क्रैपशाला उस वक्त अपनी पहचान बना रही थी। प्रोडक्ट्स लोगों को पसंद आ रहे थे लेकिन ये नॉन एसेंशियल कैटेगरी के प्रोडक्ट हैं। लॉकडाउन लगते ही सब-कुछ एक झटके में रुक गया। ऑर्डर कैंसिल हो गए, शोरूम बंद हो गए। कॉर्पोरेट गिफ्टिंग, एग्जिबिशन और मेलों से मिलने वाला काम पूरी तरह खत्म हो गया। उस समय सबसे बड़ी चिंता बिजनेस नहीं, वे लोग थे जो स्क्रैपशाला से जुड़े थे। ये लोग सिर्फ कर्मचारी नहीं बल्कि स्क्रैपशाला की रीढ़ थे। कारीगर पूछते थे- आगे काम मिलेगा या नहीं, सैलरी का क्या होगा? उस वक्त इन सवालों के साफ जवाब नहीं थे। सस्टेनेबल प्रोडक्ट्स का मार्केट वैसे ही भारत में लिमिटेड था और कोविड के समय और मुश्किल हो गई। फिर भी हमने इस ठहरे हुए वक्त को खाली नहीं जाने दिया। जब बाहर की दुनिया बंद थी, तब अंदर की तैयारी शुरू हुई। इस दौरान नए प्रोडक्ट्स पर काम किया कस्टमर्स से बातचीत की और उनकी बदलती जरूरतों को समझा। वो सारे काम किए गए, जो आम दिनों में बिजी शेड्यूल की वजह से टल जाते थे। इसी दौरान ऑनलाइन दुनिया में कदम रखा। हमने सोचा अगर लोग हमारे पास नहीं आ सकते, तो हमें लोगों तक पहुंचना होगा। इसी सोच से स्क्रैपशाला की पहली ऑनलाइन वर्कशॉप शुरू हुई। जूम कॉल पर लोग जुड़े। घर बैठे लोग सीखने लगे कि कैसे स्क्रैप और वेस्ट से कुछ नया बनाया जा सकता है। ये एक नया अनुभव था, धीरे-धीरे रिस्पॉन्स आने लगा। सोशल मीडिया पर स्क्रैपशाला की मौजूदगी मजबूत होने लगी। इंस्टाग्राम पोस्ट्स, स्टोरीज और छोटे वीडियो के जरिए स्क्रैप से बने प्रोडक्ट्स की कहानी लोगों तक पहुंचाई गई। हर पोस्ट में ये बताने की कोशिश थी कि ये प्रोडक्ट नहीं, बल्कि एक सोच है। एक ऐसी सोच जो वेस्ट को वैल्यू में बदलती है। कोविड ने लोगों को सोचने पर मजबूर किया कि वे क्या खरीद रहे और क्यों खरीद रहे? इसी बदलाव ने स्क्रैपशाला को दोबारा खड़ा होने का मौका दिया। आज स्क्रैपशाला कई कैटेगरी में काम कर रही है। होम डेकोर, लाइफस्टाइल प्रोडक्ट्स और कॉर्पोरेट गिफ्टिंग जैसी कई कैटेगरी शामिल हैं। मैं और मां, सिर्फ दो लोगों के साथ शुरू हुआ ये सफर आज सैकड़ों हाथों से जुड़ चुका है। घर के कोने से शुरू हुई स्क्रैपशाला आज करीब 500 लोगों की मेहनत बन चुकी है। हमारे पास 250 से ज्यादा प्रोडक्ट हैं और 5 हजार से ज्यादा कस्टमर हमसे जुड़े हैं। बनारस के लोकल पेंटर, कारपेंटर और शिल्पकार भी इस सफर का हिस्सा हैं। अगर हम सिर्फ प्रोडक्ट बेस्ड कंपनी बनाते तो हमारा दायरा सीमित रह जाता। हमने स्क्रैपशाला को कंपनी की तरह नहीं, बल्कि ऑर्गेनाइजेशन की तरह खड़ा किया, जो स्क्रैप मैनेजमेंट पर काम करता है। हम प्रोडक्ट बनाने के साथ ही वर्कशॉप करते हैं, ट्रेनिंग देते हैं और एजुकेटिव सेशन के जरिए लोगों को जागरूक भी करते हैं। हमें ‘शार्क टैंक इंडिया’ के मंच पर इंवेस्टर्स के सामने अपने प्रोडक्ट्स प्रेजेंट करने का मौका मिला। ये हमारे लिए एक बड़ा मौका साबित हुआ। उसके बाद स्क्रैपशाला की पहचान सिर्फ एक ब्रांड नहीं, बल्कि एक आंदोलन के रूप में बदल गई। ‘वेस्ट से बेस्ट’ बनाने की सोच ‘स्क्रैपशाला’ के रूप में 10 करोड़ रुपए का ऑर्गेनाइजेशन बन चुकी है। *** स्टोरी एडिट- कृष्ण गोपाल ----------------------------------------------------------- अन्य सीरीज 'जिंदगी के मोड़ पे' की ये स्टोरी भी पढ़ें... टीवी डिबेट देख जॉब छोड़ी, घरवाले बोले-पागल हो गया; IIIT वाले ने गोबर-गोमूत्र से बना डाली करोड़ों की कंपनी आज पीछे मुड़कर देखता हूं तो लगता है कि जिंदगी कब और कैसे करवट बदलती है, पता ही नहीं चलता। करीब 14 साल सॉफ्टवेयर इंजीनियर के तौर पर अलग-अलग कंपनियों में काम किया। इस दौरान यूरोप, अमेरिका और साउथ ईस्ट एशिया के कई शहरों में रहा। पूरी स्टोरी पढ़ें...

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:45 am

बाड़मेर का कुख्यात वाहन चोर जोधपुर में गिरफ़्तार:जोधपुर, बैंगलौर, जालौर, बालोतरा व सांगानेर व अन्य जिलों में दर्ज है 19 केस

जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट के जिला पश्चिम की राजीव गांधी नगर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बाड़मेर के शिव थाने के हिस्ट्रीशीटर और कुख्यात वाहन चोर ओंकार सिंह को गिरफ्तार किया है। वह लंबे समय से फरार चल रहा था और उस पर जोधपुर, बैंगलौर, जालोर, बालोतरा व सांगानेर सहित विभिन्न जिलों में चोरी, नकबजनी और मारपीट के कुल 19 मुकदमे दर्ज हैं। इस शातिर की कई जिलों की पुलिस को तलाश थी। डीसीपी (पश्चिम) विनीत कुमार बंसल ने बताया कि विभिन्न मामलों में वांछित बदमाशों की धरपकड़ के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में एसीपी (प्रतापनगर) रविन्द्र बोथरा के निर्देशन में राजीव गांधी नगर थानाधिकारी रविन्द्रपाल सिंह के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई थी, जिसे शातिर वाहन चोर ओंकारसिंह को गिरफ्तार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई। तीन मामलों में थी तलाश पुलिस के अनुसार, मूलतया बाड़मेर जिले के कोटड़ा निवासी ओंकारसिंह पुत्र तनसिंह राजीव गांधी नगर थाने के तीन प्रकरणों में वांछित था। उसे गिरफ्तार किया गया है। इसके जोधपुर से जैसलमेर तक आपराधिक रिकॉर्ड खंगालने पर सामने आया है कि ओंकार सिंह आदतन अपराधी है। उसके खिलाफ वर्ष 2018 से लगातार आपराधिक मामले दर्ज हो रहे हैं। आरोपी का नेटवर्क कई जिलों में सक्रिय रहा है- बाड़मेर: कोतवाली, सदर, शिव और चौहटन थाने में वाहन चोरी, मारपीट और अपहरण के कई मामले। साथ ही चौहटन थाने में आबकारी अधिनियम का एक मामला भी दर्ज है। जैसलमेर: कोतवाली, सांकड़ा और सांगड़ थाने में चोरी, नकबजनी के मामले, जो कोर्ट में विचाराधीन हैं। बालोतरा: पचपदरा थाने में धोखाधड़ी और अमानत में खयानत का मुकदमा। जोधपुर: राजीव गांधी नगर थाने में हाल ही में दर्ज वाहन चोरी के मामले। पुलिस टीम में ये भी रहे शामिल: एएसआई रावलराम, हेड कांस्टेबल जगराम, बाबूलाल, पूंजराज सिंह और डूंगरसिंह, कांस्टेबल राजूसिंह, महिपाल, हुक्माराम, यतेन्द्र, श्रवण पटेल और अशोक।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:45 am

अब चूहों का हरियाली पर हमला...:पेड़ को जड़ों से खोखला किया, वैन पर गिरा

रसोमा चौराहे के सर्विस रोड पर मंगलवार को एक बड़ा पेड़ अचानक धराशायी हो गया। जांच में सामने आया कि पेड़ की जड़ों में चूहों के कई बिल थे और तने में दीमक लग चुकी थी। अंदर से कमजोर हो चुका पेड़ अचानक सामने खड़ी एक वैन पर गिर गया। देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में अब चूहों का आतंक हरियाली के लिए बड़ा खतरा बनता जा रहा है। शहर के कई इलाकों में चूहे पेड़ों की जड़ों से खोखला कर रहे हैं। इन घटनाओं से नहीं लिया सबक क्षेत्र में कई खाद्य पदार्थों की दुकानें हैं, जहां खाने-पीने का कचरा डिवाइडर पर ही फेंक दिया जाता है। इससे चूहों ने यहां बिल बना लिए। जिम्मेदारों लोगों के खिलाफ चालानी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। चूहों की रोकथाम के लिए कीटनाशक को डालेंगे। राजेंद्र राठौर, सदस्य, महापौर परिषद

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:42 am

पहले मासूम से रेप, फिर ब्लेड से गला काटा:लाश छिपाने के लिए दोस्त से मांगी मदद, उसी ने सलाखों के पीछे पहुंचाया, पार्ट-2

राजस्थान क्राइम फाइल्स के पार्ट-1 में आपने पढ़ा जयपुर के सांगानेर इलाके का 10 साल पुराना केस। हर रोज की तरह नौ साल की मासूम बच्ची स्कूल के लिए रवाना हुई। उसके स्कूल जाने के बाद मां-बाप भी काम के लिए रवाना हो गए। शाम को दोनों पति-पत्नी वापस घर लौटे तो मासूम घर में नहीं थी। काफी तलाशा, लेकिन कहीं नहीं मिली। पड़ोसियों से पूछा लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। थक हारकर पुलिस को सूचना दी। इसी दौरान ऐसा क्लू मिला, जिसके बाद इस पूरे मामले का हैरतअंगेज खुलासा हुआ। अब पढ़िए आगे की कहानी… पड़ोस में ही रहने वाले युवक ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उसके दोस्त सूरज ने उसे एक लाश ठिकाने लगाने के लिए कहा था। युवक ने बताया कि उसने सूरज का साथ देने से इनकार कर दिया था। ये बात सुनकर पुलिस ने अपनी तफ्तीश तेज कर दी और और सूरज की तलाश शुरू कर दी। पुलिस ने सूरज को हिरासत में लेकर हुए सख्ती से पूछताछ की। पूछताछ में सामने आया कि दोपहर में स्कूल से आने के बाद मासूम अपने घर में खाना खाने के लिए आई थी। उसी दौरान सूरज मासूम को बहलाकर एक खंडहर में ले गया। वहां उसने मासूम के हाथ-मुंह बांधकर पहले दुष्कर्म किया। फिर पकड़े जाने के डर से ब्लेड से गला काटकर उसकी हत्या कर दी। लाश को खंडहर में ही रखकर अनजान बनने का नाटक करता रहा। जिस वक्त मासूम के मां-बाप उसकी तलाश कर रहे थे, तब सूरज भी तलाश का ढोंग करता रहा, ताकि उस पर किसी को शक न हो। सूरज की निशानदेही पर पुलिस को एक नाले के पास खंडहरनुमा मकान में बच्ची का हाथ-पांव बंधा शव बरामद हुआ। इस मामले में पॉक्सो मामलों की विशेष अदालत-3 महानगर द्वितीय ने नौ साल की बच्ची का अपहरण करने के बाद उससे दुष्कर्म कर हत्या करने वाले सूरज को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। अदालत ने अपने आदेश में कहा कि सूरज ने न सिर्फ नौ साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म किया, बल्कि गला काटकर उसकी हत्या कर दी। ऐसे में उसके प्रति नरमी का रुख नहीं अपनाया जा सकता। पीड़ित पक्ष की ओर से विशेष लोक अभियोजक ललिता संजीव महरवाल ने पैरवी की थी। सुबह स्कूल गई थी बेटी, घर नहीं लौटी:शाम को मां-बाप ने हर जगह ढूंढा, पुलिस को पड़ोसी युवक से मिला सुराग, पार्ट-1

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:41 am

फालना कैंप कोर्ट में रेलवे मामलों का रिकॉर्ड निस्तारण:एक दिन में 524 प्रकरण निपटाए, त्वरित न्याय से रेल यात्रियों को बड़ी राहत

अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (रेलवे) परिणय जोशी ने फालना मुख्यालय पर आयोजित कैंप कोर्ट में एक ही दिन में रिकॉर्ड 524 प्रकरणों का निस्तारण किया। त्वरित न्याय मिलने से जीआरपी और आरपीएफ से जुड़े मामलों में पहुंचे पक्षकारों के चेहरों पर संतोष और राहत साफ नजर आई। ​कैंप कोर्ट मंगलवार को फालना मुख्यालय पर लगाया गया, जिसमें मारवाड़ जंक्शन, पाली, फालना, जवाई बांध, सोजत, आबूरोड सहित आसपास के क्षेत्रों के जीआरपी/आरपीएफ थानों के लंबित प्रकरणों की सुनवाई की गई। अदालत का उद्देश्य रेल यात्रियों और पक्षकारों को उनके ही क्षेत्र में त्वरित न्याय देना और मामलों के शीघ्र निस्तारण के माध्यम से लंबित भार को कम करना था। ​विशेष अनुमति लेकर लगा कैंप कोर्ट फ्लाइंग स्क्वाड के सीटीआई शेरसिंह पंवार ने बताया कि वर्ष के अंत और लंबित प्रकरणों की संख्या को देखते हुए रेलवे पुलिस के अनुरोध पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, जोधपुर से विशेष अनुमति लेकर फालना में यह कैंप कोर्ट आयोजित किया गया। कैंप कोर्ट के दौरान अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (रेलवे) ने जीआरपी और आरपीएफ अधिकारियों एवं स्टाफ के कामकाज का निरीक्षण भी किया और रेलवे स्टेशन परिसर में पार्किंग से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। सुरक्षा बंदोबस्त और अधिकारियों की मौजूदगी कैंप कोर्ट के दौरान आरपीएफ का पूरा दस्ता फालना स्टेशन परिसर में तैनात रहा, ताकि सुनवाई के दौरान सुरक्षा और व्यवस्था बनी रहे। इस मौके पर स्टेशन मैनेजर फालना श्यामलाल, जीआरपी और आरपीएफ के अधिकारी-कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में रेलवे स्टाफ मौजूद रहा। मजिस्ट्रेट स्क्वाड और स्टाफ पूरे दिन सक्रिय कार्यवाही के दौरान मजिस्ट्रेट स्क्वाड के सीटीआई शेर सिंह पंवार, विशाल जांगिड़, कोर्ट स्टाफ मनीष काकड़ा, कमल किशोर, आबूरोड जीआरपी वृत्ताधिकारी मनोज कुमार, जीआरपी कांस्टेबल भवानी सिंह, बाबूलाल, सुरेंद्र सहित बड़ी संख्या में आरपीएफ स्टाफ अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (रेलवे) के साथ मौजूद रहा। रिकॉर्ड निस्तारण के इस अभियान से रेल यात्रियों और पक्षकारों को लंबित मामलों से बड़ी राहत मिली।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:40 am

विक्टोरियन पैलेस सोसाइटी में लगी आग, बड़ा हादसा टला:निगम की दमकलों ने पाया काबू, फायर पाथ पर मिला अतिक्रमण

जोधपुर में शोभावातों की ढाणी स्थित सोसाइटी विक्टोरियन पैलेस में पटाखे फोड़ते चिंगारी एक फ्लैट में मंगलवार दे रात आग लग गई। मौके पर पहुंची नगर निगम की दमकलों ने करीब 1 घंटे की मशक्कत के बाद आग़ पर काबू पा लिया जिससे बड़ा हादसा होने से टल गया। दरअसल, सोसाइटी के फर्स्ट फ्लोर पर आग लग गई जिसकी सूचना तुरंत दमकल विभाग को दी गई। समिति के लोगों ने इस दौरान आग बुझाने के सिस्टम को चालू किया लेकिन उसमें पानी नहीं था। समिति के लोगों का आरोप है कि इसके बाद मोटर चलाकर पानी भरा गया लेकिन उसका पाइप फर्स्ट फ्लोर तक पहुंची नहीं पा रहा था। करीब 15-20 मिनट बाद दमकल विभाग की गाड़ियां मौके पर पहुंची लेकिन उनके लिए भी बाहर निकलने का रास्ता नहीं था, इसलिए आग पर काबू पाने में समय लगा। समिति के लोगों का आरोप है कि बिल्डर ने एग्जिट गेट की जगह पार्किंग बना जिससे दमकल की गाड़ियां बाहर नहीं निकल पाई। लोगों ने आरोप लगाया के बिल्डर ने तो सुरक्षा गार्ड रख रखे और न ही लिफ्ट चालू कर रखी है लेकिन सोसाइटी में इन सुविधाओं के नाम पर सभी से पैसा वसूला जा रहा है। मौके पर पहुंचे निगम के मुख्य अग्निशमन अधिकारी जलज घसिया ने बताया कि 2 साल पहले समिति की फायर एनओसी की फाइल निगम में आई थी ।उसके साथ ही वहां रहने वाले लोगों की शिकायत भी हमें मिली थी जिसमें कहा गया था कि फायर ब्रिगेड के आने जाने के रास्ते में अतिक्रमण कर लिया गया जिसको उसी समय हटाने के लिए कह दिया गया था। लेकिन अभी तक हटाया नहीं गया है। फायर सिस्टम को भी अपडेट करने के लिए कहा गया था लेकिन उसको सही नहीं करने के कारण एनओसी नहीं दी जा रही है । फायर पाथ को हटाने के लिए कल ही फिर नोटिस जारी कर दिया जाएगा।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:39 am

केंद्रीय गृहमंत्री आज रात को आएंगे:शाम 7 से रात 10 बजे तक व कल सुबह 9 से शाम 4 बजे तक विमानतल से नदीगेट का रूट रहेगा डायवर्ट

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के 25 दिसंबर को ग्वालियर मेला मैदान में होने वाले कार्यक्रम व 24 दिसंबर की रात ग्वालियर में रुकने पर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है। बुधवार को रात केंद्रीय मंत्री आएंगे, इसलिए शाम 7 बजे से रात 10 बजे तक रूट डायवर्ट रहेगा। गुरुवार को सुबह मेला में कार्यक्रम है इसलिए सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक केंद्रीय मंत्री के रूट पर ट्रैफिक अलग-अलग सेक्टर मे‌ं डायवर्ट किया जाएगा। कार्यक्रम स्थल मेला मैदान में पुलिस के 1200 अधिकारी कर्मचारी तैनात किए जा रहे हैं। इसके अलावा लगभग 1500 का बल विमानतल से नदीगेट स्थित होटल तक अलग-अलग पालियों में तैनात रहेगा। कार्यक्रम स्थल के आसपास 25 पार्किंग तय की गई हैं। इन पार्किंग में 935 बस, 1200 कार व 4500 दो पहिया वाहनों की व्यवस्था तय की गई है। पुलिस ने कारकेड निकालकर परखी सुरक्षा केंद्रीय गृहमंत्री के कार्यक्रम के लिए मंगलवार को पुलिस ने विमानतल से मेला व नदी गेट तक सुरक्षा व ट्रैफिक डायर्सन को परखने के लिए कारकेड निकाला। सुरक्षा व्यवस्था ट्रायल के लिए दोपहर 2 बजे के बाद पुलिस ने कारकेड निकाला। कारकेड में सभी पुलिस प्रशासन के अधिकारी शामिल थे। कारकेड के निकाले जाने के दौरान रूट के सभी चौराहों व तिराहों पर ट्रैफिक को रोककर डायवर्ट किया गया था। इस दौरान रूट के सभी चौराहों तिराहों पर एक हजार का बल तैनात किया गया था। भिंड से आने वाला ट्रैफिक लक्ष्मणगढ़ व मुरैना से आने वाले वाहन निरावली से होंगे डायवर्ट सलाह... यहां जाने से बचें... गोला का मंदिर चौराहा से एमआईटीएस सूर्यनमस्कार तिराहा, महाराजागेट, रेसकोर्स रोड़, आकाशवाणी तिराहा, मोती तवेला, बैजाताल, नदीगेट, शिन्देकी छावनी क्षेत्र में जाने से बचें। केंद्रीय मंत्री शाह की अगवानी के लिए दोपहर में आ जाएंगे मुख्यमंत्री पूर्व प्रधानमंत्री भारत स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बुधवार को ग्वालियर आएंगे। वे रात नौ बजे ग्वालियर आएंगे और सीधे होटल ऊषा​ किरण पैलेस में जाएंगे, जहां चुनिंदा नेताओं से चर्चा के बाद रात्रि विश्राम करेंगे। इससे पहले आयोजन की तैयारियों को देखने और केंद्रीय गृहमंत्री की अगवानी के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल दोपहर एक बजे ग्वालियर आएंगे। दोपहर में ग्वालियर आने के बाद मुख्यमंत्री कार्यक्रम स्थल का जायजा लेंगे। इसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों और पार्टी के पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। स्थानीय कार्यक्रमों में भाग लेने के बाद वे रात 9 बजे एयरपोर्ट पहुंचकर केंद्रीय गृहमंत्री की अगवानी करेंगे। गुरुवार को दोपहर 12 बजे केंद्रीय गृहमंत्री मेला मैदान में आयोजित एमपी ग्रोथ समिट में शामिल होंगे। इसके बाद वे दोपहर 2 बजे करीब रवाना होंगे। एक्सरसाइज के साथ होगी केंद्रीय गृहमंत्री के दिन की शुरुआत होटल ऊषा किरण पैलेस में बुधवार को रात्रि विश्राम करने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दिन की शुरुआत गुरुवार को सुबह एक्सरसाइज के साथ होगी। इसके लिए प्रशासन ने अलग से ट्रेनर की व्यवस्था की है, जो उन्हें 30 से 40 मिनट तक एक्सरसाइज कराएंगे। इसमें मस्कुलर और कार्डियो की एक्सरसाइज शामिल होगी। प्रशासन ने होटल के ग्राउंड फ्लोर बने कमरे को एक ट्रेडमिल, एक बैलंस बॉल, चार और 10 किलो के डंबल से मिनी जिम का रूप दे दिया है, जहां गृहमंत्री शाह एक्सरसाइज करेंगे। रात में नेताओं से मुलाकात करेंगे अमित शाह केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह होटल ऊषा किरण में चुनिंदा नेताओं से मुलाकात करेंगे। इस दौरान वे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से चर्चा करेंगे, वहीं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल से पार्टी संगठन को लेकर बात करेंगे। इससे पहले उनकी मुलाकात केंद्रीय मंत्री सिंधिया और विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर से भी होगी। इस दौरान प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर मौजूद रहेंगे।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:38 am

हरियाणा के 22 कॉलेज बनेंगे मॉडल संस्कृतिक कॉलेज:उच्चतर शिक्षा निदेशालय से मिली अनुमति, नए कोर्स शुरू होंगे

हरियाणा प्रदेश के 22 सरकारी कॉलेजों को अब जल्द ही मॉडल संस्कृति कॉलेज बनाया जाएगा। उच्चतर शिक्षा निदेशालय ने इसकी अनुमति दे दी है। इन कॉलेजों में जहां सुप्रशिक्षित स्टाफ द्वारा विद्यार्थियों को पढ़ाई करवाई जाएगी, वहीं अन्य कॉलेजों की अपेक्षा आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। कॉलेजों में नए कोर्स शुरू करवाए जाएंगे। ज्यादा बजट जारी होगा साथ ही ट्रेंड टीचर इनमें विद्यार्थियों को शिक्षित एवं प्रशिक्षित करेंगे। इनमें पूर्णत: नई शिक्षा नीति पर आधारित विषय ही विद्यार्थियों को पढ़ाई जाएंगे। सरकार की ओर से इनके लिए ज्यादा से ज्यादा बजट जारी किया जाएगा ताकि इन कॉलेजों में मॉडर्न लैब बनाई जा सकें और हर तरह की सुविधा विद्यार्थियों को उपलब्ध हो सकें। जहां पर शिक्षकों की कमी है वहां पर नए ट्रेंड शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। इन कॉलेजों के नाम शामिल गवर्नमेंट पीजी कॉलेज अंबाला कैंट, गवर्नमेंट कॉलेज भिवानी, गवर्नमेंट कॉलेज फॉर वूमेन बाढरा चरखी दादरी, पंडित जवाहरलाल नेहरू गवर्नमेंट कॉलेज फरीदाबाद, गवर्नमेंट कॉलेज फॉर वूमेन बोडिया खेड़ा फतेहाबाद, द्रोणाचार्य गवर्नमेंट कॉलेज गुरुग्राम, गवर्नमेंट कॉलेज हिसार, गवर्नमेंट कॉलेज झज्जर, गवर्नमेंट कॉलेज जींद, डॉ बी आर अंबेडकर गवर्नमेंट कॉलेज जगदीशपुरा कैथल, पंडित चिरंजीलाल शर्मा गवर्नमेंट कॉलेज करनाल, गवर्नमेंट कॉलेज फॉर गर्ल पलवल कुरुक्षेत्र, गवर्नमेंट कॉलेज नारनौल, गवर्नमेंट कॉलेज पलवल, गवर्नमेंट पीजी कॉलेज सेक्टर 1 पंचकूला, गवर्नमेंट कॉलेज पानीपत, गवर्नमेंट कॉलेज नगीना नूंह, गवर्नमेंट कॉलेज फॉर वूमेन रेवाड़ी, पंडित नेकीराम शर्मा गवर्नमेंट कॉलेज रोहतक, गवर्नमेंट नेशनल कॉलेज सिरसा, गवर्नमेंट कॉलेज फॉर वूमेन गोहाना सोनीपत, गवर्नमेंट कॉलेज छछरौली यमुनानगर। डॉ. बी आर अंबेडकर गवर्नमेंट कॉलेज कैथल के प्रिंसिपल डॉ. मनोज भांभू ने बताया कि मॉडल संस्कृति कॉलेज बनने से कॉलेज में आधुनिक लैब खोली जाएंगी। विद्यार्थियों के लिए सुविधाएं बढ़ाने के साथ ही नए कोर्स भी शामिल होंगे। कॉलेज को मॉडल संस्कृति बनने के बाद बाकी कॉलेज भी इसका अनुसरण करेंगे और इसके उपरांत उन बाकी कॉलेजों को भी मॉडल संस्कृति बनाया जाएगा।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:34 am

गोरखपुर में इलाज कराने गई महिला को बेहोश कर रेप:मेडिकल स्टोर में न्यूड कर वीडियो बनाया, 3 महीने तक ब्लैकमेल किया

गोरखपुर में महिला से रेप करने का मामला सामने आया। आरोप है कि न्यूड वीडियो बनाकर 3 महीने तक ब्लैकमेल किया गया। महिला ने पुलिस को बताया- मैं एक मेडिकल स्टोर पर इलाज कराने गई थी। संचालक ने घबराहट की दवा बताकर बेहोशी की दवा पिला दी। मेडिकल स्टोर बंद करके रेप किया। संचालक ने वीडियो भी बना लिया। होश आने पर महिला ने रोते हुए पुलिस से शिकायत की। मेडिकल स्टोर संचालक ने धमकी दी कि अगर शिकायत करोगी तो वीडियो वायरल दूंगा। इसके बाद संचालक वीडियो से ब्लैकमेल कर 3 महीने तक जबरन महिला से शारीरिक संबंध बनाता रहा। महिला का पति दुबई में रहता है, उसके 3 बच्चे हैं। परेशान आकर महिला ने भी शारीरिक संबंध बनाते हुए चुपके से वीडियो बना लिया। फिर खोराबार थाने जाकर पुलिस में शिकायत की। पुलिस ने मेडिकल स्टोर संचालक किशुन गुप्ता के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। अब सिलसिलेवार पूरा मामला पढ़िए... खोराबार इलाके में रहने वाली 30 साल की महिला ने बताया कि उसके 3 छोटे बच्चे हैं। पति दुबई मेंं एक कंपनी में काम करते हैं। यहां ससुराल में सास-ससुर से अलग बच्चों के साथ रहती है। महिला ने बताया कि बच्चों की तबीयत खराब होने पर मजनू चौराहे पर स्थित मंजू मेडिकल स्टोर पर दवा इलाज कराने जाती थी। महिला ने बताया कि 19 सितंबर को दोपहर में मेरी तबीयत अचानक खराब हो गई, मुझे घबराहट हो रही थी। तब 12:30 बजे मंजू मेडिकल स्टोर गई। वहां पर संचालक किशुन गुप्ता को सारी बात बताई। संचालक मुझे अंदर ले गया। वहां घबराहट की दवा कहकर कुछ पिलाया। इसके बाद थोड़ी देर लेटने के लिए कहा। दवा पीने के बाद मैं बेहोश गई। होश आने पर मेरे कपड़े शरीर पर नहीं मिलेदोपहर करीब 2 बजे मुझे होश आया। तब मेरे बाल बिखरे हुए थे। मेरे सारे कपड़े निकले हुए थे। तब मुझे एहसास हुआ कि मेरे साथ गलत काम किया गया है। रोते हुए किशुन गुप्ता को बोला कि ऐसा क्यों किया? अब थाने जाकर इसकी शिकायत करूंगी। तब उसने अपनी जेब से एक मोबाइल निकाला। मोबाइल की गैलरी खोलकर वीडियो दिखाया। जिसमे न्यूड होकर वो मेरे साथ गलत काम कर रहा था। वीडियो देखकर मेरे होश उड़ गए। वहीं रोने लगी। तब किशुन ने मुझे धमकी दी कि अगर कहीं इसकी शिकायत करोगी तो यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दूंगा। मेरे साथ तुम्हारी भी बदनामी होगी। कहीं का नहीं छोड़ूंगा। यह सब सुनकर मैं काफी डर गई। चुपचाप घर जाकर बच्चों को संभालने लगी। किसी से कुछ नहीं बताया। ब्लैकमेल कर बनाने लगा शारीरिक संबंधकुछ ही दिन बाद मेरे नंबर पर मेडिकल स्टोर संचालक किशुन गुप्ता की कॉल आई। उसने बोला- आजकल कहां रह रही हो, दिख नहीं रही हो। जल्दी से मेडिकल स्टोर पर आओ जरूरी काम है। उसके गलत इरादे भांपकर मैंने आने से इन्कार कर दिया। तब उसने धमकी दी कि जल्दी से तुम नहीं आई तो वीडियो सभी जगहों पर वायरल कर दूंगा। कहीं मुंह दिखाने लायक नहीं छोड़ूंगा। उसकी धमकी सुनकर बहुत डर गई। बदनामी से बचने के लिए मेडिकल स्टोर गई। वहां 2 घंटे तक मेरे साथ उसने शारीरिक संबंध बनाया। मन भर गया तो मुझे घर भेज दिया। उस दिन के बाद से आए दिन उसकी कॉल आने लगी। रोज मुझे दोपहर के समय मेडिकल स्टोर पर बुलाने लगा। मजबूरी में मुझे भी जाना पड़ता था। मना करने पर गाली से बात करता था। मैं बुरी तरह फंस गई थी, समझ में नहीं आ रहा था, इस दलदल से कैसे निकलूं। तीन माह तक उसके हवस का शिकार होती रही। 17 दिसंबर को संबंध बनाते समय वीडियो बनायामहिला ने बताया कि अब मैं मेडिकल स्टोर संचालक की गुलाम बन गई थी। जब मर्जी करता था, अपनी प्यास बुझाने के लिए मुझे बुला लेता था। 17 दिसंबर को घर पर कुछ काम कर रही थी। उसने दोपहर के समय फिर कॉल कर शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाने लगा। मैंने इन्कार किया, लेकिन वह नाराज होकर गालियां देने लगा। तब मैंने उससे छुटकारा पाने के लिए रिस्क लिया। दोपहर के समय अपनी बेटी का मोबाइल लेकर संचालक से मिलने गई। मेडिकल स्टोर पर पहुंचते ही वह मुझे हमेशा की तरह अंदर ले गया। करीब एक घंटे तक उसके साथ रही। उसने मेरे साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाया। तब मैंने अपने मोबाइल से संबंध बनाते समय वीडियो बना लिया। शारीरिक संबंध बनाने के बाद उसे शक हुआ। वह मेरा मोबाइल चेक करने लगा। लेकिन लॉक होने की वजह से वह खोल नहीं पा रहा था। संचालक ने बोला कि मुझे पूरा यकीन है कि वीडियो बनाई हो। मुझे मोबाइल चेक करना है। तब मैंने विश्वास दिलाया कि ऐसा नहीं है। यह मोबाइल मेरी बेटी का है, लॉक खोलने का पासवर्ड भी वही जानती है। काफी देर तक वह मोबाइल खोलने का प्रयास किया। बाद में विश्वास में लेकर वहां से किसी तरह निकली। अब मुझे उससे छुटकारा पाना था। इसलिए खोराबार थाने जाकर तहरीर दी। इस संबंध में खोराबार थाना प्रभारी इत्यानंद पांडेय ने बताया कि महिला की तहरीर पर तत्काल मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी गई। जांच कर आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। .......................

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:33 am

राजस्थान में 7 डिग्री तक गिरा तापमान, कोहरे की चेतावनी:रात से ज्यादा दिन ठंडे, शीतलहर के कारण बढ़ सकती है सर्दी

राजस्थान के उत्तर-पश्चिम जिलों में घना कोहरा रहा। इससे बाड़मेर, जोधपुर, बीकानेर, चूरू, नागौर समेत कई जिलों में दिन का पारा 5-7 डिग्री तक गिर गया। उत्तरी हवाएं चलने से न्यूनतम तापमान में भी मामूली गिरावट हुई। मौसम विज्ञान केन्द्र जयपुर ने राज्य में आज भी उत्तर-पश्चिमी ​जिलों में हल्के से मध्यम और कहीं-कहीं घना कोहरा छाने की आशंका जताई है। साथ ही उत्तरी हवाओं के प्रभाव से राज्य में अगले कुछ दिन में पारा और गिरने की संभावना है, जिससे राज्य में सर्दी बढ़ेगी। पिछले 24 घंटे के दौरान जैसलमेर, बीकानेर, जोधपुर, गंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, झुंझुनूं के एरिया में घना कोहरा रहा। न्यूनतम तापमान सामान्य से 6 डिग्री ऊपर घना कोहरा रहने और उत्तरी हवाएं कमजोर होने के कारण राज्य के अधिकांश शहरों में न्यूनतम तापमान सामान्य से ऊपर दर्ज हो रहे है, जिसके कारण इन दिनों शहरों में सुबह-शाम की सर्दी थोड़ी कम है। कई शहरों में न्यूनतम तापमान सामान्य से 6 डिग्री तक ऊपर दर्ज हुआ। मंगलवार को सबसे कम रात का तापमान हिल स्टेशन माउंट आबू में 5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:32 am

'मेरा बच्चा मर नहीं सकता, CM बहू-बेटियों की रक्षा करें':मथुरा में हुए हादसे से लापता युवक का मिला कंकाल, मां बोली- कोहरे ने परिवार उजाड़ दिया

मेरे घर में पहली बार ऐसा कांड हुआ है, मेरा बच्चा सही सलामत घर से गया था, अब उसकी हडि्डयां घर आ रही है… हम तो उसका अंतिम संस्कार भी नहीं कर पाएंगे। मेरे बच्चे के साथ ऐसा नहीं हो सकता है। भगवान से बहुत दुआ मांगी, मेरा कोई भगवान हीं है… मेरा बेटा मेरा सहारा था, उसका छोटा सा परिवार था, जो कोहरे ने उजाड़ दिया। उन लोगों ने इटावा में बस रोक दी होती तो ऐसा कांड नहीं होता… वहां प्रशासन ने बहुत ढील बरती। हम अपने सीएम भाई योगी आदित्यनाथ से कहना चाहते है कि अपनी बहनों, बहू, बेटियों की रक्षा करें…मेरा बच्चा मर नहीं सकता, सुबह 3 बजे हादसा हुआ और 9 बजे तक मेरे बेटे के मोबाइल पर कॉल जाती रही। उसका मोबाइल सर्विलांस पर लगा कर ढूंढा जाएं। 15 दिसंबर को दिल्ली जाने के लिए निकला था अनुज यह पुकार थी दादानगर सेवाग्राम कॉलोनी में रहने वाली मां लक्ष्मी श्रीवास्तव की। जिनका बड़ा बेटा बीते एक सप्ताह पहले यमुना एक्सप्रेस–वे पर हुए हादसे के बाद से लापता था। अनुज पत्नी ज्योति, 12 साल की बेटी आराध्या व 6 साल के बेटे रुद्र के साथ रहते थे। अनुज का इवेंट एंड डेकोरेशन का कारोबार था। वहीं अनुज का छोटा भाई शुभम मथुरा में आई ग्लासेस(चश्मा) का काम करते हैं। अनुज लेबर कालोनी निवासी अपने साथी सोनू वर्मा के साथ बीते 15 दिसंबर की रात करीब साढ़े नौ बजे विजय नगर चौराहा से समय शताब्दी की बस पर बैठ कर दिल्ली जाने के लिए निकले थे, जिसके बाद वापस नहीं आए। सोमवार रात मथुरा प्रशासन से अनुज की पत्नी ज्योति के पास फोन आया कि, हादसे में जो कंकाल मिले है, उनकी डीएनए जांच में एक सैंपल अनुज से मैच हुए हैं। जिसके बाद ज्योति चीखते हुए बेहोश हो गईं और पूरे घर में कोहराम मच गया। अनुज ने वीडियो भेज कहा था- कोहरा बहुत है मंगलवार सुबह पूरा परिवार अनुज के कंकाल को लेने के लिए मथुरा रवाना हो गया, मौत की जानकारी होते ही दूर–दराज से लोग सांत्वाना देने के लिए पहुंचने लगे। बेटे की मौत से मां लक्ष्मी श्रीवास्तव सदमे में चली गईं। उन्होंने दैनिक भास्कर एप टीम से बात करते हुए कहा कि– आखिरी बार मेरा बेटे अनुज की बहू से इटावा पहुंचने पर बात हुई थी। गाड़ी इटावा में एक ढाबे में खड़ी हुई थी। बेटे ने बताया कि कोहरा बहुत है, हम और सनी चाय, नाश्ता कर रहे है। बेटे ने आखिरी वीडियो भी बहू के पास भेजा था। प्रशासनिक व्यवस्थाओं पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि हाईवे पर जिस जगह एक्सीडेंट हुआ, वहां लाइट की कोई व्यवस्था नही थी। प्रशासन को गाड़ियों से आगे बढ़ने से रोकना चाहिए था। बताया कि एक्सीडेंट के बाद जब बेटी ने जिंदा बचे हुए लोगों की लिस्ट भेजी, तो मैने गल्ला मंडी में रहने वाले एक युवक को फोन किया, तो उसने बताया कि जब एक्सीडेंट हुआ था, तो बसों के दरवाजे पूरी तरह बंद हो गए, सभी यात्री खिड़की का शीशा तोड़ कर कूदे थे, जब वह लोग कूद सकते हैं, तो क्या मेरा बेटा नहीं कूद सकता… बेटी बोली- पापा ने कहा था बर्थडे गिफ्ट लेकर आएंगे जब गाड़ियों में आग लगी थी, तो क्या मेरा बेटा निकला नहीं होगा क्या? किसी ने उसे बचाया नहीं होगा ? वहां के लोगों ने बचाया तो होगा, इतनी बॉडी जो मिली है, वो ज्यादातर आगे वाली गाड़ियों की है… मेरा दिल नहीं कह रहा कि बच्चा मेरा जलकर मर गया… हादसे के बारे में सुनकर मैं मथुरा पहुंची तो वहां कोई व्यवस्था नहीं थी, हमारी कोई मदद नहीं की गई। उन्होंने बिलखते हुए कहा कि मेरा लाल अभी जिंदा है.. कानपुर में दोबारा डीएनए टेस्ट हो, तभी यकीन होगा। अनुज की 12 साल की बेटी आराध्या ने कहा कि पापा से आखिरी बार बस में बैठने के बाद बात हुई थी। उन्होंने कहा था कि अच्छे से पढ़ाई करना तो बर्थडे (3 फरवरी) के लिए अच्छा सा गिफ्ट लाएंगे। डेकोरेशन का सामान लेने दिल्ली गया था अनुज बता दें कि अनुज डेकोरेशन का सामान लेने के लिए दिल्ली जाता थे। वह 15 दिसंबर को साथी सोनू वर्मा के साथ दिल्ली गए थे। हालांकि देर रात कई गाड़ियों में आपस में भिड़ंत होने से दर्दनाक हादसा हो गया था। इस दौरान घायल अवस्था में सोनू ने अनुज के घर पर सूचना दी थी, लेकिन अनुज का कुछ पता नहीं चल पा रहा था। वहां के स्थानीय प्रशासन ने परिजनों का डीएनए सैंपल लिया। सोमवार को डीएनए रिपोर्ट के आधार पर जले हुए एक शव की पहचान अनुज के रूप में होने की जानकारी प्रशासन ने परिजनों को दी।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:31 am

गोहाना में CSIR-UGC NET पेपर लीक मामला:आरोपी धीरज की बहन बोलीं-मेरे भाइयों को फंसाया गया, गांव के लोग बोलने को नहीं तैयार

हरियाणा के सोनीपत जिले के ब्लॉक गोहाना में सीएसआईआर-यूजीसी राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (CSIR-UGC NET) का पेपर लीक मामले में आरोपी धीरज और नीरज की बहन ज्योति बोली कि मेरे भाईयों को गलत तरीके से फंसाया गया है। धीरज काफी समय से बच्चों को कोचिंग दे रहा है। पुलिस भी मामले में कह चुकी है कि पेपर लीक नहीं हुआ। फिर क्यों परेशान किया जा रहा है। रोहतक सीएम फ्लाइंग की टीम ने गोहाना में 17 दिसंबर को कबड्डी एकेडमी में छापेमारी करते हुए यूजीसी नेट के प्रश्नपत्र की तैयारी करते हुए बच्चों को पकड़ा था। उनके साथ दो युवकों को भी पकड़ा गया, जिसमें गांव करौंथा निवासी नीरज पुत्र सुदर्शन और सचिन शामिल है। सीएम फ्लाइंग की तरफ से कराई गई FIIR सीएम फ्लाइंग ने मामले में पुलिस को शिकायत दी, जिसमें नीरज और सचिन के अलावा धीरज धनखड़, पवन और आशीष का नाम भी लिखवाया गया। आरोपियों में धीरज और नीरज सगे भाई है। जबकि सचिन भी गांव करौंथा में इन दोनों का दोस्त है, जो उनकी गाड़ी भी चलाता है। इस मामले में पुलिस पेपर लीक होने से इनकार कर रही है, जबकि मामले में एफआईआर भी दर्ज हो चुकी है। साथ ही सोनीपत एसीपी के नेतृत्व में SIT गठित की गई। जिसने भी पेपर लीक होने से इनकार किया है। जबकि सीएम फ्लाइंग की तरफ से पेपर मैच करने के बाद ही एफआईआर दर्ज करवाई गई है। मेरे भाइयों को गलत फंसाया, फंसना किसी और को था गांव करौंथा में धीरज की बहन ज्योति ने बताया कि पेपर लीक मामल बोलकर धीरज और नीरज को गलत फंसाया जा रहा है। जबकि इस मामले में किसी और को फंसना था। धीरज काफी समय से बच्चों को कोचिंग दे रहा है। पहले रोहतक में एकेडमी भी थी और अब ऑनलाइन बच्चों को पढ़ाता है। 17 दिसंबर से है धीरज गायब ज्योति ने बताया कि उसका बड़ा भाई धीरज और छोटा भाई नीरज 17 दिसंबर से गायब है। इसके बारे में जब पुलिस को शिकायत करने गए तो पता चला कि नीरज पुलिस की कस्टडी में है। वहीं, धीरज के बारे में अभी पता नहीं है। पुलिस का कहना है कि शिकायत देने का कोई फायदा नहीं, क्योंकि नीरज पुलिस के पास है और धीरज की तलाश कर रहे हैं। एमटेक पास है धीरज, नीरज ने कर रखी एमए ज्योति ने बताया कि धीरज काफी समय से बच्चों को कोचिंग देने का काम कर रहा है। धीरज खुद एमटेक पास है, जबकि छोटा भाई नीरज एमए पास है और दिल्ली के अंदर स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत है। दोनों की शादी हो चुकी है। वहीं, उनके पिता सुदर्शन सेवानिवृत्त पटवारी है, जो अब घर में ही रहते हैं। धीरज और नीरज ने नहीं किया कोई गलत काम ज्योति ने बताया कि उसके बड़े भाई धीरज और छोटे भाई नीरज ने कोई गलत काम नहीं किया है। वह तो बच्चों को परीक्षा की तैयारी करवा रहे थे। काफी समय से धीरज बच्चों को पढ़ा रहा है। आज तक कभी कोई गलत काम नहीं किया। उन्हें जानबूझकर फंसाने का प्रयास किया जा रहा है। गांव करौंथा के लोग कुछ भी बोलने से घबरा रहे पेपर लीक मामले में गांव करौंथा के लोग धीरज और नीरज को अच्छा बता रहे है, लेकिन अंदर ही अंदर कुछ भी बोलने से घबरा रहे है। लोगों का कहना है कि धीरज और नीरज का व्यवहार अच्छा रहा है और परिवार भी अच्छा है। लोगों ने यह भी कहा कि उनका कहीं नाम न लिखे, क्योंकि उन्हें किसी पंगे में नहीं फंसना। FIR में 37 स्टूडेंट, पुलिस ने बताया 15-16 सीएम फ्लाइंग की तरफ से सदर थाना गोहाना में दर्ज करवाई गई FIR में पकड़े गए स्टूडेंट की संख्या 37 बताई गई, जिसमें 28 छात्राएं और 9 छात्र है। वहीं, एसीपी राहुल देव ने पत्रकारवार्ता कर पकड़े गए स्टूडेंट की संख्या 15-16 बताई और पेपर लीक होने की बात से भी इनकार किया है। एसीपी ने मामले को ठगी का बताया है। सीएम ने भी पेपर लीक से किया इनकार सीएम नायब सैनी ने भी इस मामले में ट्विट करते हुए लिखा कि CSIR UGC NET का पेपर लीक नहीं हुआ। यह भ्रम फैलाया जा रहा है। परीक्षा पारदर्शी तरीके से नियमों के अनुसार ही हुई है। पेपर लीक की खबरें पूरी तरह से भ्रामक, गलत और तथ्यहीन है।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:31 am

जम्मू और शिमला से ठंडा कानपुर, दिन में जले अलाव:कोहरे से सुबह की विजिबिलिटी शून्य हुई, 47 ट्रेनें लेट पहुंची

शहर में सर्द हवाएं मौसम को ठंडा कर रही हैं। ठंड की बात करें तो मंगलवार को कानपुर का मौसम जम्मू और शिमला से ठंडा रहा। मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को न्यूनतम तापमान 7.7 डिग्री दर्ज किया गया जो कि सामान्य से 1.8 डिग्री कम है। वहीं, अधिकतम तापमान 16.3 डिग्री रहा जो कि सामान्य से 6.1 डिग्री कम है। वहीं, जम्मू सिटी का न्यूनतम तापमान 10.7 डिग्री और अधिकतम तापमान 21.6 डिग्री रहा। इसके अलावा आईएमडी की ओर से जारी रिपोर्ट में शिमला एयरपोर्ट का न्यूनतम तापमान 10.5 और अधिकतम तापमान 22.2 डिग्री दर्ज किया गया। सुबह से ही घने कोहरे ने शहर को अपने आगोश में ले लिया। सुबह की स्थिति यह रही कि विजिबिलिटी शून्य दर्ज की गई। इसी के साथ चल रही सर्द हवाओं ने कंपकपी छुड़ाई। दिन के 12 बजे तक सड़कों पर कोहरा छाया रहा। बर्फीली हवाएं चलेंगी मौसम विशेषज्ञ डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि अगले आने वाले दिनों में उत्तर पश्चिमी हवाएं अपना असर दिखाएंगी, जिससे तापमान गिरेगा। दिन में भी गंगा के मैदानी भागों में बर्फीली हवाएं चलेंगी जो कि दिन को ठंडा करेंगी। बादल छाए रहेंगे, लेकिन बारिश की संभावना न के बराबर है। हालांकि ठंड से बचाव के लिए धूप निकलने की संभावना है। वंदे भारत व राजधानी देरी से पहुंची कोहरे के चलते मंगलवार को 47 ट्रेनें तय समय से घंटों देरी से कानपुर सेंट्रल पहुंची। बनारस से आगरा कैंट जाने वाली वंदे भारत (20175) 03.03 घंटे, अयोध्या कैंट से आनंद विहार जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस (22425) 03.16, वाराणसी जंक्शन से नई दिल्ली जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस (22435) 3.34 घंटे देरी से आई। नई दिल्ली से राजेंद्र नगर पटना जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस (12310) 2.34 घंटे देरी से सेंट्रल पहुंची।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:31 am

महाकाल की सवारी पर थूकने का VIDEO बनाया, मिली धमकी:पार्षद पुत्र पर हमला कर कहा- गवाही से नहीं पलटे तो ठीक नहीं होगा; 3 आरोपी गिरफ्तार

इंदौर में पार्षद पुत्र के ऑफिस में 20 दिसंबर को 6 लड़कों ने तोड़ फोड़ की वारदात की थी। मामले में पुलिस ने अब तक 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। अन्य फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है। दरअसल, बाणगंगा थाने में वार्ड 19 के भाजपा पार्षद के बेटे मासूम जायसवाल पहुंचे थे। उन्हाेंने बताया कि 20 दिसंबर की सुबह मुझे कॉल आया। जिसमें बात करने वाले व्यक्ति ने खुद को उज्जैन के नजरपुर निवासी शाहरुख उर्फ जलील खान बताया। उसने कहा कि तुम हिंदू-मुस्लिम करते हो। बाहर निकलकर बताओ, फिर तुम्हारी औकात बताता हूं। मासूम जायसवाल ने उसे बैठकर बात करने के लिए कहा। इसके बाद दोपहर 2 बजे के दो बाइक से शाहरुख अपने साथियों के साथ पहुंचा। उसके दो साथी बाहर रूके। शाहरुख चाकू निकालकर दरवाजे पर लात मारते हुए अंदर दाखिल हो गया। पूछा मासूम कहां है। उसने चाकू से धमकाते हुए कहा कि उज्जैन में महाकाल सवारी में थूकने वाले मामले में गवाही से नहीं पलटे तो ठीक नहीं होगा। इस दौरान हुई झूमाझटकी में वहां बैठी अनीता और मीराबाई घायल हो गईं। मामले में पुलिस ने जांच करते हुए तीन आरोपी सौरभ, गोलू और विनोद को हिरासत में लिया है। वह इंदौर के रहने वाले हैं। एसीपी रुबीना मिजवानी के मुताबिक अभी यह बात सामने नहीं आई है कि पूरा घटनाक्रम इसी मामले से जुड़ा हुआ है। अभी पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है। मासूम ने बनाया था मोबाइल से वीडियोदरअसल, उज्जैन में 17 जुलाई 2023 को महाकाल सवारी निकलने के दौरान छत से कुल्ला कर थूकने की घटना हुई थी। इसका वीडियो मासूम ने अपने मोबाइल में बना लिया था। बाद में वीडियो वायरल होने पर काफी आक्रोश फैला। जिसमें मासूम की शिकायत पर FIR की गई। मामले में उज्जैन के दो ओर गवाह थे। जो बाद में बदल गए। हालांकि, मासूम ने इसमें अपनी गवाही नहीं बदली। मासूम के मुताबिक घटनाक्रम के दिन 6 आरोपी ऑफिस आए थे। पुलिस ने मासूम के आफिस का डीवीआर जब्त किया था। यह खबर भी पढ़ें... उज्जैन में महाकाल की सवारी के दौरान थूकने का वीडियो उज्जैन में सावन के दूसरे सोमवार पर निकली भगवान महाकाल की सवारी के दौरान तीन लड़कों पर थूकने का आरोप लगा है। इसका वीडियो भी सामने आया है। जिसके बाद हिंदू संगठनों ने सोमवार देर रात खारा कुआं थाने का घेराव कर दिया। पूरी खबर यहां पढ़ें...

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:30 am

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज आएंगे ग्वालियर:रात 8.55 बजे एयरपोर्ट पहुंचेंगे, पुलिस ने कारकेड निकाल किया रिहर्सल, ट्रैफिक प्लान जारी

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दो दिवसीय प्रवास पर ग्वालियर आ रहे हैं। वे बुधवार शाम 7.55 बजे चंडीगढ़ से विशेष विमान से ग्वालियर के लिए रवाना होंगे। रात 8.55 वह ग्वालियर एयरपोर्ट आएंगे और यहां से सीधे ऊषा किरण पैलेसे नदीगेट जाएंगे। यहां रात्रि विश्राम करेंगे। अगले दिन गुरुवार को वह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस पर मेला मैदान पर होने जा रहे 'अभ्युदय एमपी ग्रोथ समिट-2025' कार्यक्रम में भाग लेंगे।गृह मंत्री शाह गुरुवार सुबह 11.50 बजे ऊषा किरण पैलेस से मेला मैदान के लिए रवाना होंगे। 12 बजे से 1.50 बजे तक वे मैदान में रहेंगे। फिर दोपहर 2.05 बजे एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे। पुलिस ने केंद्रीय गृह मंत्री सहित सीएम व अन्य अतिथियों के आगमन से पहले सुरक्षा तैयारी करते हुए कारकेड निकालकर रिहर्सल की है। जिससे सुरक्षा में कोई चूक न हाे सके। अटल जी के पैतृक निवास जाएंगे या नहीं साफ नहींकेंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का औपचारिक कार्यक्रम जो अभी तक पुलिस के पास आया है, उसमें अभी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के पैतृक निवास पर जाने का कोई कार्यक्रम नहीं है। हालांकि, बताया जा रहा है कि वे अटल जी के पैतृक निवास पर जा सकते हैं। इसलिए भारत रत्न अटल जी के निवास के आसपास भी सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। एयरपोर्ट से मेला मैदान, ऊषा किरण पैलेस तक निकला कारकेडगृह मंत्री की सुरक्षा के लिए मंगलवार को पुलिस और प्रशासनिक अफसरों ने कारकेड निकालकर सुरक्षा तैयारियों की रिहर्सल की है। कारकेड के दौरान जहां पर सुरक्षा में कमी दिखी उसे तुरंत ही दुरुस्त कराया है। सुरक्षा के लिए 2500 जवान ग्वालियर पुलिस और एसएएफ के रहेंगे। जबकि 1500 जवान दूसरे जिलों से आकर सुरक्षा का जिम्मा संंभालेगे। गृहमंत्री की सुरक्षा को देखते हुए पुलिस ने उनके रास्तें में आने जाने वाले मार्ग पर जितनी भी कॉलोनी है उसमें रहने वाले किराएदारों की जानकारी जुटाई गई है। सुरक्षा के लिए कई ड्रोन भी उड़ाए जाएंगे। इसके अलावा जिस रूट से उनका काफिला निकलेगा वहां ऊंची इमारतों पर पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। आईपीएस अफसर संभालेंगे सेक्टर की जिम्मेदारीहर सेक्टर की जिम्मेदारी आईपीएस अफसर के हाथों में रहेगी। सुरक्षा को देखते हुए पुलिस ने होटल, लॉज, धर्मशाला की चेकिंग शुरू हो गई है। मंगलवार-बुधवार दरमियानी रात भर पुलिस चेकिंग कर रही है। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड के साथ ही शहर के नाकाबंदी पॉइंट पर भी पुलिस बल तैनात किया है। शहर में आने वाले हर वाहन की चेकिंग की जा रही है। बाहर से आने जाने वालाें से पूछताछ की जा रही है। यातायात रहेगा डायवर्टशहर की यातायात व्यवस्था को सुव्यवस्थित एवं सुगम बनाए रखने यातायात को परिवर्तित किया है। इस दौरान सभी प्रकार के भारी वाहन शहर मे दाखिल नहीं हो सकेंगे। एयरफोर्स स्टेशन से लेकर गोला का मंदिर चौराहा, दूध डेयरी, इंद्रमणी नगर, सूर्यनमस्कार, महाराजा गेट, रेसकोर्स रोड़, मार्गो पर यातायात का दबाव अधिक रहेगा। इसलिए असुविधा से बचना है तो वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें। इस तरह रहेगी यातायात व्यवस्था

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:30 am

हरियाणा में कोहरे के साथ कोल्ड डे का अलर्ट:10 जिलों में विजिबिलिटी 50 मीटर से कम रहेगी, 5°C तक गिर सकता है पारा

हरियाणा में कड़ाके की ठंड का आगाज हो चुका है। मौसम विभाग (IMD) ने प्रदेश के कई जिलों के लिए येलो और ओरेंज अलर्ट जारी किया है। पहाड़ों में हो रही बर्फबारी और उत्तर-पश्चिमी ठंडी हवाओं के कारण अगले 3 दिनों में न्यूनतम तापमान में 3 से 5 डिग्री सेल्सियस तक की बड़ी गिरावट आने की संभावना है। इसके अलावा अधिकतम तापमान में भी गिरावट देखने को मिल रही है। आज मौसम विभाग ने विशेष रूप से 16 जिलों को लेकर सावधानी बरतने को कहा है। प्रदेश के 10 जिलों में कोहरे और शीतलहर का आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसमें सिरसा, हिसार, फतेहाबाद, जींद, कैथल, कुरुक्षेत्र, करनाल, अंबाला, पानीपत और सोनीपत जिले शामिल हैं। वहीं 12 जिलों जिसमें पंचकूला, यमुनानगर, भिवानी, रोहतक, चरखीदादरी, झज्जर, रेवाड़ी, गुरुग्राम, महेंद्रगढ़, नूंह, पलवल, फरीदाबाद में येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम को लेकर 3 बड़े अपडेट... न्यूनतम और अधिकतम तापमान में गिरावटप्रदेश में न्यूनतम तापमान सबसे कम तापमान नारनौल में दर्ज किया गया, जहां पारा गिरकर 5.5C तक पहुंच गया। हिसार में भी कड़ाके की ठंड रही और न्यूनतम तापमान 6.2C रिकॉर्ड किया गया। राज्य के अधिकांश जिलों में रात का औसत तापमान 6C से 9C के बीच बना हुआ है। वहीं अधिकतम तापमान की बात करें तो दिन के समय भी धूप में ज्यादा गर्मी नहीं रही। प्रदेश का अधिकतम तापमान 20C से 22C के बीच दर्ज किया गया। कोहरे और ठंडी हवाओं के कारण दिन के तापमान में भी सामान्य से 2-3 डिग्री की गिरावट देखी गई है। एक्सपर्ट व्यू: क्यों बढ़ रही है ठंड?मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस (WD) सक्रिय है। इसके असर से पहाड़ों में बर्फबारी हो रही है। वहां से आ रही सीधी ठंडी हवाओं ने मैदानी इलाकों में ठिठुरन बढ़ा दी है। 28 दिसंबर के बाद एक और कमजोर पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना है, जिससे बादल छा सकते हैं।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:30 am

ऑक्सफोर्ड यूनियन से गूगल बॉय कौटिल्य पंडित का वीडियो वायरल:पाकिस्तान की सैन्य नीति, कश्मीर और लोकतंत्र पर डिबेट में तथ्यों के साथ रखा भारत का पक्ष, दो मिनट में पाकिस्तान को दिखाया आईना

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहे करनाल जिले के गांव कोहंड निवासी और गूगल बॉय के नाम से पहचाने जाने वाले कौटिल्य पंडित का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। यह वीडियो ऑक्सफोर्ड यूनियन में आयोजित एक अहम अंतरराष्ट्रीय डिबेट का है, जिसमें कौटिल्य ने फ्लोर स्पीकर के तौर पर हिस्सा लिया। डिबेट भारत और पाकिस्तान की मिलिट्री पॉलिसी को लेकर थी, जहां सीमित समय मिलने के बावजूद कौटिल्य ने तथ्यों, इतिहास और तर्कों के साथ भारत का पक्ष मजबूती से रखा। उनके वक्तव्य को सोशल मीडिया पर व्यापक सराहना मिल रही है। ऑक्सफोर्ड यूनियन की बहस में रखा गया भारत-पाक मिलिट्री पॉलिसी का मुद्दाकरीब तीन सप्ताह पहले माइकल मास टर्म के सप्ताह के दौरान ऑक्सफोर्ड यूनियन ने भारत और पाकिस्तान की सैन्य नीतियों पर एक डिबेट आयोजित की। इस डिबेट का शीर्षक था- “द हाउस बिलीव्स दैट इंडियाज रिस्पॉन्स टू पाकिस्तान इज अ पॉपुलिस्ट स्ट्रेटेजी सोल्ड ऐज सिक्योरिटी पॉलिसी।” इस विषय पर यूनियन में विभिन्न वक्ताओं ने अपनी-अपनी राय रखी। इसी दौरान कौटिल्य पंडित ने फ्लोर स्पीकर के रूप में अपनी बात रखने का अवसर मिला। कश्मीर की जनसांख्यिकी पर लगाए गए आरोपों को तथ्यों से किया खारिजडिबेट के दौरान कौटिल्य ने सबसे पहले कश्मीर की जनसांख्यिकी को लेकर दिए गए बयानों पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कुछ वक्ताओं के कथनों में तथ्यात्मक भ्रम है, जिन्हें स्पष्ट किया जाना जरूरी है। कौटिल्य ने आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि कश्मीर की जनसंख्या लगभग 96.41 प्रतिशत मुस्लिम, 2.45 प्रतिशत हिंदू और 0.81 प्रतिशत सिख है। जब लगभग 97 प्रतिशत आबादी एक ही समुदाय से संबंधित है, तो यह कहना कि वर्तमान समय में वहां की जनसांख्यिकी बदली जा रही है, पूरी तरह भ्रामक है। कश्मीरी पंडितों का पलायन बताया सबसे बड़ा जनसांख्यिकीय परिवर्तनकौटिल्य ने ऐतिहासिक संदर्भ रखते हुए कहा कि यदि वास्तव में कश्मीर में किसी बड़े जनसांख्यिकीय बदलाव की बात की जाए, तो वह कश्मीरी पंडितों के सामूहिक पलायन के दौरान हुआ था। उन्होंने इसे इस क्षेत्र के इतिहास की सबसे बड़ी त्रासद घटनाओं में से एक बताया। इस पलायन ने कश्मीर की सामाजिक और सांस्कृतिक संरचना को गहराई से प्रभावित किया। उन्होंने कहा कि उस पीड़ा की गूंज आज भी वितस्ता यानी झेलम और चंद्रभागा यानी चिनाब नदियों से जुड़ी स्मृतियों में महसूस की जा सकती है। राजतरंगिणी का उल्लेख कर कश्मीर की बहुलतावादी संस्कृति की बातकौटिल्य ने कश्मीर की प्राचीन और बहुलतावादी संस्कृति का उल्लेख करते हुए कल्हण की ‘राजतरंगिणी’ का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि हजारों वर्षों पुरानी यह संस्कृति एक ही रात में तहस-नहस कर दी गई। यह विनाश किसी स्वाभाविक प्रक्रिया का नहीं, बल्कि कट्टरपंथी विचारधारा का परिणाम था, जिसे सीमा पार बैठे तत्वों से वित्तीय और वैचारिक समर्थन मिला। उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक पृष्ठभूमि की अनदेखी कर दिए गए बयान अधूरे और गलत साबित होते हैं। आर्थिक नुकसान और ऐतिहासिक जिम्मेदारी पर दो टूक जवाबडिबेट में यह भी कहा गया कि पाकिस्तान के कारण भारत को 126 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कौटिल्य ने कहा कि आर्थिक नुकसान से इनकार नहीं किया जा सकता, लेकिन इसके साथ एक मूल सत्य को भी समझना होगा। उन्होंने कहा कि जैसा बोओगे, वैसा ही काटोगे। कर्मों के परिणाम होते हैं और ऐतिहासिक जिम्मेदारी को चुनिंदा नजरिए से नहीं देखा जा सकता। लोकतंत्र और भारत-पाक तुलना पर उठाए सवालकौटिल्य ने भारत में लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को लेकर उठाई गई चिंताओं पर भी बात रखी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति द्वारा लोकतंत्र पर चिंता जताना लोकतांत्रिक व्यवस्था का ही हिस्सा है और यह पूरी तरह ठीक है। लेकिन जब “मोदी का भारत” कहकर उसकी तुलना पाकिस्तान से की जाती है, तो इतिहास को नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री जैसे प्रधानमंत्रियों ने भी कठिन और सख्त निर्णय लिए थे। 1971 का जिक्र कर पाकिस्तान की सैन्य ताकत पर सवालपाकिस्तान की सैन्य शक्ति पर बोलते हुए कौटिल्य ने इसरार खान काकरजी का नाम लेते हुए 1971 की याद दिलाई। उन्होंने कहा कि शायद यह भूल गए हैं कि 1971 में 93,000 पाकिस्तानी सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया था। उन्होंने दोहराया कि 93,000 कोई छोटी संख्या नहीं है। यही उस समय पाकिस्तान की तथाकथित सैन्य ताकत थी। सेना-केंद्रित नीति और फौजी फाउंडेशन का उदाहरणकौटिल्य ने कहा कि पाकिस्तान शायद दुनिया का इकलौता देश है, जहां जनरल युद्ध हारते हैं और फिर भी ज्यादा तमगे पाते हैं। इसका कारण यह है कि पाकिस्तान की भारत नीति पूरी तरह सेना-केंद्रित है। वहां सत्ता और अस्तित्व इस भ्रम पर टिका है कि देश हमेशा युद्ध की स्थिति में है। इसी सोच ने कुछ लोगों को बेहद अमीर बना दिया है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि फौजी फाउंडेशन लगभग 6 अरब डॉलर की संपत्तियों का मालिक है। लोकतंत्र की बजाय सामंती और भाई-भतीजावाद पर चोटकौटिल्य ने पाकिस्तान की सत्ता संरचना को सामंती, भाई-भतीजावादी और सत्ता-लोलुप बताया। उन्होंने कहा कि वहां के शासक वर्ग को इस बात की परवाह नहीं है कि वास्तविक लोकतंत्र क्या कर सकता है। अगर सच में परवाह होती, तो फैज अहमद फैज और हबीब जालिब जैसे शायरों और विचारकों की बातों को याद किया जाता, न कि सेना की चापलूसी की जाती। सैन्य तानाशाही और नैतिक विरोधाभास पर टिप्पणीअपने वक्तव्य के अंत में कौटिल्य ने एक महिला का जिक्र करते हुए कहा कि जिसके पिता की निर्मम हत्या सैन्य तानाशाह जिया-उल-हक के दौर में हुई थी, आज उसी महिला का बेटा, जो ऑक्सफोर्ड यूनियन तक पहुंचा, उसी सेना के साथ खुला समझौता किए हुए है। उन्होंने कहा कि यह न तो किसी आदर्शवाद का उदाहरण है और न ही लोकतंत्र का। दो मिनट में रखी प्रभावशाली बात, सोशल मीडिया पर सराहनाकौटिल्य को डिबेट में केवल दो मिनट का समय मिला था, लेकिन इतने कम समय में भी उन्होंने भारत का पक्ष मजबूती से रखा। डिबेट के बाद कौटिल्य ने अपने फेसबुक अकाउंट पर एक पोस्ट साझा की, जिसमें उन्होंने लिखा कि पक्षपात से लिप्त वातावरण में डटकर मातृभूमि का थोड़ा सा ऋण उतारने की कोशिश की। इस पोस्ट पर सैकड़ों कमेंट आए और हर तरफ उनकी सराहना हो रही है। डिबेट का प्रस्ताव ही था पक्षपातपूर्णकौटिल्य के पिता सतीश शर्मा के अनुसार, कौटिल्य ने डिबेट से जुड़ी जानकारी साझा करते हुए बताया कि शुरुआत में ही यह स्पष्ट हो गया था कि डिबेट का प्रस्ताव अपने आप में पक्षपात लिए हुए था। उन्होंने बताया कि डिबेट के शीर्षक की भाषा ही यह संकेत दे रही थी कि बहस किस दिशा में झुक सकती है। ऑक्सफोर्ड यूनियन अध्यक्ष की पृष्ठभूमि पर भी उठे सवालसतीश शर्मा के मुताबिक, कौटिल्य ने यह भी बताया कि ऑक्सफोर्ड यूनियन के वर्तमान अध्यक्ष पाकिस्तान के रक्षा उत्पादन मंत्री के बेटे हैं। कौटिल्य का कहना था कि किसी की निजी पृष्ठभूमि होना अपने आप में कोई समस्या नहीं है, लेकिन ऐसे पद पर बैठे व्यक्ति के कारण संस्थान की तटस्थता पर सवाल जरूर खड़े होते हैं।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:30 am

राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस आज...:5 जिलों का जिम्मा एक अध्यक्ष पर, असर... तीन महीने में परिवाद खत्म होने के बजाय दो माह की मिल रही तारीख

जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोषण आयोग का गठन त्वरित और सस्ता न्याय दिलाने के लिए किया गया है। ग्वालियर-चंबल के 5 जिलों ग्वालियर, भिंड, मुरैना, दतिया व श्योपुर जिलों के अध्यक्ष पद का दायित्व राजेंद्र प्रसाद शर्मा (प्रधान जिला न्यायाधीश संवर्ग) पर है। इस कारण ग्वालियर में सोमवार व मंगलवार को सुनवाई हो रही है, अन्य जिलों में अलग-अलग दिन तय हैं। सीमित सुनवाई के कारण केसों की पेंडेंसी बढ़ रही है। नियमानुसार 3-4 माह में परिवाद निपटना चाहिए, लेकिन एक-दो माह बाद की तारीख मिल रही है। सर्वे की सत्यता आयोग व शिकायतकर्ता परखें सुप्रीम कोर्ट ने यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस बनाम मै. पार्क लेदर इंडस्ट्रीज मामले में कहा कि सर्वे रिपोर्ट की सत्यता परखना आयोग व शिकायतकर्ता दोनों की जिम्मेदारी है। बीमा कंपनी ने नुकसान 8 लाख बताया, जबकि शिकायतकर्ता ने 47 लाख। कोर्ट ने निर्देश दिया कि आयोग आंख मूंदकर रिपोर्ट पर भरोसा न करे, बल्कि अपनी बुद्धि से आंकलन करे। 75 प्रतिशत क्लेम की राशि देना अनिवार्य सुप्रीम कोर्ट ने अशोक कुमार बनाम न्यू इंडिया एश्योरेंस मामले में कहा कि यदि पॉलिसी की शर्तों का मौलिक उल्लंघन नहीं हुआ है, तो कंपनी को क्लेम की 75% राशि देना अनिवार्य है। कंपनी ने क्लेम यह कहते हुए खारिज किया कि चोरी के समय ट्रक में चाबी लगी थी। कोर्ट ने इसे लापरवाही माना, लेकिन मौलिक उल्लंघन नहीं, इसलिए क्लेम खारिज करना गलत बताया। डायबिटीज छिपाने पर क्लेम खारिज नहीं कर सकते हैं भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण की वेबसाइट के होम पेज पर राष्ट्रीय आयोग के फैसले की लिंक है। इसके अनुसार, बीमा लेते समय यदि डायबिटीज- बीपी की जानकारी छिपाने के आधार पर क्लेम खारिज करना सेवा में कमी माना जाएगा। आयोग ने कहा कि यदि ऐसा हुआ तो इन बीमारियों से ग्रसित बड़ी आबादी बीमा लेने से वंचित हो जाएगी।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:28 am

छत्तीसगढ़ की वोटर लिस्ट से कटे 27 लाख नाम:6 लाख लोगों की मौत हो चुकी, लिस्ट में कैसे ढूंढें अपना नाम, जानिए कैसे जुड़वाएं

छत्तीसगढ़ में वोटर लिस्ट के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) प्रोग्राम के तहत राज्य चुनाव आयोग ने ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी कर दी है। 1,84,95,920 वोटरों से एनरोलमेंट फॉर्म (EF) जमा किए गए थे। सर्वे के बाद वोटर लिस्ट से 27 लाख 34 हजार 817 वोटर्स के नाम काट दिए गए हैं। SIR के मुताबिक 6 लाख 42 हजार 234 मतदाताओं की मौत हो चुकी है। 19 लाख 13 हजार 540 मतदाता शिफ्टेड या फिर अब्सेंट पाए गए। 1 लाख 79 हजार 43 मतदाता ऐसे मिले जो एक से अधिक स्थानों पर मतदाता सूची में दर्ज थे। इन्हीं के नाम काटे गए हैं। ड्राफ्ट लिस्ट को इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट https://election.cg.gov.in/ASDList/ पर ऑनलाइन देखा जा सकता है। आप चुनाव आयोग की वेबसाइट पर लिंक पर क्लिक करके अपना नाम चेक कर सकते हैं। ऑफलाइन देखने के लिए अपने बूथ के बीएलओ से संपर्क कर सकते हैं। 7 नवंबर से शुरू हुई यह प्रक्रिया लगभग 45 दिन तक चली, जिसमें हजारों बूथ लेवल अधिकारियों ने घर-घर जाकर मतदाताओं का भौतिक सत्यापन किया है। जिन लोगों के नाम ड्राफ्ट लिस्ट में नहीं हैं, उन्हें इलेक्शन कमीशन की तरफ से नोटिस देकर अपने नाम दोबारा जुड़वाने का अवसर दिया जाएगा। दावे और आपत्तियां 23 दिसंबर 2025 से 22 जनवरी 2026 तक जमा की जा सकती हैं। सुनवाई और वेरिफिकेशन 23 दिसंबर 2025 से 14 फरवरी 2026 तक होंगे। अंतिम वोटर लिस्ट 21 फरवरी 2026 को पब्लिश की जाएगी। इस रिपोर्ट में पढ़िए अगर आपका नाम हटा दिया गया है तो उसे कैसे जुड़वाएं, अपना नाम कैसे सर्च करें, SIR में हिस्सा लेना आपके लिए क्यों जरूरी है, और दूसरी जरूरी डिटेल्स। आगे जानिए- ASD वोटर लिस्ट से जुड़े आपके सभी सवालों के जवाब... सवाल: ASD लिस्ट में किनके कटे नाम, कैसे जानें? जवाब: इस वोटर लिस्ट में परमानेंट शिफ्ट, एब्सेंट और डेड होने की वजह से नाम काटे हैं। इसकी जानकारी निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध होगी। ceochhattisgarh.nic.in इस पर क्लिक करके आप डिटेल जान सकते हैं। इसके साथ voters.eci.gov.in, ceochhattisgarh.nic.in, ECINET मोबाइल ऐप और BLO या जिला निर्वाचन कार्यालय से मतदाता अपना नाम देख सकते हैं। यहां दो ऑप्शन दिए जाएंगे। इस पर इपिक नंबर से सर्च कर सकते हैं। साथ ही विधानसभा और भाग संख्या से सर्च कर सकते हैं। जिला, विधानसभा क्षेत्र, वार्ड या गांव का नाम और बूथ नंबर की डिटेल से भी एब्सेंट, शिफ्टेड, डेड वोटर्स की लिस्ट डाउनलोड कर सकते हैं। सवाल: ऑफलाइन (BLO/वार्ड ऑफिस) से नाम कैसे चेक करें? जवाब: बीएलओ के पास भी ड्राफ्ट वोटर लिस्ट मिल जाएगी, वहां से भी पूरी डिटेल जांच सकते हैं। बीएलओ के अलावा राजनीतिक दलों के बूथ लेवल एजेंट्स के पास भी ड्राफ्ट वोटर लिस्ट रहेगी। सवाल: नाम खोजते समय आपके पास क्या जानकारी होनी चाहिए? जवाब: खुद के नाम के साथ वोटर आईडी कार्ड का नंबर, जन्म तिथि जैसी जानकारियां तैयार रखनी होंगी। सवाल: अगर नाम नहीं मिल रहा, तो पहले क्या करें? जवाब: नाम नहीं मिल रहा है तो पहले यह सुनिश्चित करें कि आपने अपने नाम, पिता के नाम, जन्मतिथि जैसी जानकारियां सही भरी हैं। अगर फिर भी नाम नहीं मिल रहा है। आप चेक करें कि कहीं आपका नाम परमानेंट शिफ्टेड, डेड या घर पर नहीं मिलने वालों की कैटेगरी में तो नहीं डाल दिया। आप तत्काल अपने क्षेत्र के बीएलओ से संपर्क करें। ​बीएलओ आपको सही कारण बता देंगे। इसके बाद आप एसडीएम के पास जाकर आपत्ति दर्ज करवा सकते हैं। अभी ड्राफ्ट लिस्ट में नाम नहीं है तो घबराने की आवश्यकता नहीं है। आप अपनी पहचान के दस्तावेज देकर नाम जुड़वा सकते हैं। सवाल: अगर ASD वोटर लिस्ट में नाम नहीं है तो इसका क्या मतलब है? जवाब: ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में नाम नहीं होने का सीधा सा मतलब है कि अब भी आप दस्तावेज दे देते हैं तो नाम जुड़ जाएगा, अगर नहीं दिए तो आप आगे से वोटर नहीं रह पाएंगे। लिस्ट में नाम नहीं होने के तीन कारण हो सकते हैं। सवाल: नाम कटने वाली सूची में है, आप अपना नाम जुड़वाना चाहते हैं तो क्या करना होगा? जवाब: आप सबसे पहले बीएलओ से संपर्क करें, बीएलओ आपको गाइड करेंगे। आपको अब एसडीएम दफ्तर में पहचान के दस्तावेजों सहित आपत्ति दर्ज करवानी होगी। आप 15 जनवरी तक आपत्ति दर्ज करवा सकेंगे। नाम जुड़वाने के लिए फॉर्म-6 के साथ घोषणा पत्र (Declaration Form) भरकर नए वोटर भी नाम जुड़वा सकेंगे। सवाल: फॉर्म भरते समय कौन-से दस्तावेज जरूरी हैं? जवाब: फॉर्म भरते समय वोटर आईडी कार्ड, आधार कार्ड, पिछली SIR में अपने माता पिता या खुद के नाम का प्रमाण दिखाना होगा। पहचान दस्तावेजों में चुनाव आयोग के तय दर्जन भर दस्तावेज मान्य हैं, उनमें से भी कोई भी दस्तावेज ​साथ लगा सकेंगे। सवाल: आपका नाम इस सूची में है और आपने आपत्ति नहीं दी तो क्या होगा? जवाब: आपने दस्तावेज नहीं दिए और आपत्ति नहीं की तो आपका नाम फाइनल वोटर लिस्ट से कट जाएगा। आप वोटर नहीं रहेंगे। सवाल: एक बार नाम कटने पर क्या होगा? जवाब: फाइनल वोटर लिस्ट में नाम कटने का मतलब है, आप वोटर नहीं रहेंगे। वोटर नहीं रहेंगे तो आपका वोटर कार्ड अमान्य हो जाएगा। बाद मे भी वोटर लिस्ट में नाम जुड़ने का विकल्प खुला रहेगा। वोटर लिस्ट का रिवीजन हर साल होता है। आप उस दौरान भी नाम जुड़वा सकेंगे, लेकिन SIR में नाम नहीं होने से आगे कई तरह की परेशानी आ सकती हैं। सवाल: क्या SIR की फाइनल वोटर लिस्ट के बाद भी नाम जुड़वाया जा सकता है? जवाब: वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने का प्रोसेस हमेशा चालू रहता है। SIR का प्रोसेस पूरा होने के बाद भी आप अपना नाम जुड़वा सकते हैं। बीएलओ के पास आवेदन देकर नाम जुड़वाने के अलावा ऑनलाइन आवेदन करने का विकल्प हमेशा खुला है। नाम जुड़वाने के लिए फॉर्म-6 के साथ घोषणा पत्र (Declaration Form) भरकर जमा करवाएं। युवा वोटर जो 1 अप्रैल 2026, 1 जुलाई 2026 और 1 अक्टूबर 2026 तक 18 साल की उम्र पूरी करेंगे। वे भी एडवांस फॉर्म-6 भरकर अपना नाम वोटर लिस्ट में दर्ज करवाने के लिए आवेदन कर सकते हैं। सवाल: आप वैलिड वोटर हैं तो SIR में आपका नाम होना क्यों जरूरी है? जवाब: वोटर लिस्ट को साफ सुथरा, अपडेट बनाए रखने के लिए इंटेंसिव रिवीजन किया जाता है। SIR में नाम होने से आगे जो भी रिवीजन होगा, उसमें आपको कोई दस्तावेज देने की आवश्यकता नहीं होती। उस SIR में मौजूदा SIR में नाम देखा जाएगा। अगर नाम नहीं मिलेगा तो आपको दस्तावेज देने होंगे। अनावश्यक रूप से समय लगेगा। SIR में नाम होना आपकी उस क्षेत्र में लगातार मौजूदगी दर्शाता है। सवाल: SIR में आपका नाम नहीं हुआ तो आपके बच्चों को अगले SIR में क्या परेशानी आएगी? जवाब: इस SIR में आपका नाम नहीं हुआ तो अगली SIR में आपके बच्चों को एक्स्ट्रा दस्तावेज देने पड़ेंगे। केवल आपके वोटर आईडी नंबर देकर आपके बच्चे अगली SIR में अपना नाम बरकरार रख सकेंगे, उनका वक्त बचेगा। लिस्ट राजनीतिक दलों के साथ साझा की जाएगी ड्राफ्ट और फाइनल वोटर लिस्ट, दावा-आपत्ति की सूची वेबसाइट पर अपलोड हो गई है। राजनीतिक दलों के साथ साझा की गई है। ERO के फैसले के खिलाफ जिला मजिस्ट्रेट और फिर CEO के पास अपील का प्रावधान भी है। अगर किसी मतदाता के दस्तावेज रिकॉर्ड से मेल नहीं खाते, तो ERO नोटिस जारी करेगा। जांच के बाद ही नाम जोड़ने या हटाने का फैसला लिया जाएगा। बिना सुनवाई के किसी का नाम नहीं हटाया जाएगा।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:20 am

26 दिसंबर को मनाया जायेगा वीर बाल दिवस

गुना|प्रदेश में 26 दिसम्बर को वीर बाल दिवस मनाया जाएगा। इस मौके पर स्कूलों में आयु समूह के अनुसार विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी। इनमें चित्रकारी, पेंटिंग, खेल गतिविधियां, कहानी सुनाना, निबंध लेखन, कविताएँ, वाद-विवाद और डिजिटल प्रतियोगिता शामिल हैं। इनके लिये जो विषय तय किये गये हैं, उनमें राष्ट्र निर्माण में बच्चों की भूमिका, विकसित भारत के लिये मेरा दृष्टिकोण, विकसित भारत बनाने में बच्चों की भूमिका, विकासशील भारत को आकार देने में बच्चों की भूमिका, साहस और करुणा, एक नायक क्या बनाता है इत्यादि शामिल हैं।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:20 am

वकील पर हमला करने वाला अंतिम आरोपी भी गिरफ्तार

भास्कर संवाददाता | अशोकनगर शहर के पुरानी थाने के पीछे रहने वाले एडवोकेट अनिल अग्रवाल पर हुए जानलेवा हमले के मामले में पुलिस ने अंतिम आरोपी को भी पकड़ लिया। पुलिस ने फरार चल रहे आरोपी सरवन सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया। इसके साथ ही 15 दिसंबर को दर्ज हुए हत्या के प्रयास के इस गंभीर प्रकरण में शामिल सभी आरोपी अब पुलिस की गिरफ्त में हैं। एसपी राजीव कुमार मिश्रा के सख्त निर्देशों के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी प्रदीप सिख सहित 4 अन्य को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका था। सरवन पुत्र गुरुनाम सिंह निवासी खैरभान को भी गिरफ्तार कर लिया जिसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। इस गिरफ्तारी के साथ ही पुलिस ने 8 दिनों के भीतर ही इस सनसनीखेज वारदात का पूरी तरह खुलासा कर दिया है।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:19 am

एक साल से नहीं मिली पीएम आवास की दूसरी किस्त

भास्कर संवाददाता | बड़वानी लोगों की शिकायतों का त्वरित निराकरण करने के लिए कलेक्ट्रेट कार्यालय में मंगलवार को जनसुनवाई का आयोजन किया गया। कलेक्टर जयति सिंह ने जिले से आए 66 लोगों के आवेदन देकर उनकी समस्याएं सुनकर संबंधित विभागों के अधिकारियों को समस्या का निराकरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनसुनवाई का मूल उद्देश्य सिर्फ आवेदन लेना नहीं, बल्कि पीड़ित को धरातल पर न्याय दिलाना है। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी प्रकरणों का निराकरण समय-सीमा में किया जाए। जनसुनवाई में आए ग्राम कसरावद की मायाबाई ने बताया उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना की दूसरी किस्त नहीं मिल रही है। स्वीकृत 1.50 लाख रुपए में से एक साल पहले 25 हजार रुपए की पहली पहली किस्त मिलने पर मकान का निर्माण प्लिंथ तक किया। पिछले एक साल से दूसरी किस्त की राशि नहीं डाली जा रही है। दूसरी किस्त न मिलने से निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है। ग्राम सेमलेट के घट्टिया फलिया व खैरवानी के ग्रामीणों ने पेयजल समस्या बताई। कहा कि फलिया में पानी का कोई साधन नहीं है, जिससे 45 परिवारों को पहाड़ी रास्तों से होकर दोतम किमी दूर जाकर पानी लाना पड़ता है। इससे गर्भवती महिलाओं, बच्चों और पशुओं को भारी परेशानी हो रही है। ग्रामीणों ने ट्यूबवेल या नलकूप खनन की मांग की है। ग्राम मंदिल की सुनीबाई ने बताया 1 जून को बिजली के खंभे में शॉर्ट सर्किट होने से उनके मकान में आग लग गई थी, जिससे घर पूरी तरह जल गया और उनके मवेशियों की भी मौत हो गई। पूर्व में तहसील और बिजली कंपनी में आवेदन देने के बाद भी कोई सहायता नहीं मिली। इसी तरह अन्य लोगों ने भी अपनी समस्याएं कलेक्टर को बताई। जिनका निराकरण करने के निर्देश कलेक्टर ने अफसरों को दिए।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:19 am

आपकी तरक्की का नींव का पत्थर है 12वीं में ज्ञान : डॉ. राव

बड़वानी | जो भी ज्ञान आपने 12वीं कक्षा में प्राप्त किया, चाहे वह साइंस का हो या आर्ट्स का। आपको उस ज्ञान को ठीक से बचाकर रखना है। ऐसा नहीं है कि 12वीं पास करने के बाद आप रफ कॉपी फेंक दें। बीए, बीएससी, बीकॉम की शिक्षा की नींव का पत्थर 12वीं का ज्ञान है। जो हम बच्चे पढ़ा रहे हैं उसे हम भूल जाते हैं। यह बात प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस पीएम श्री शासकीय पीजी कॉलेज में मंगलवार को स्वामी विवेकानंद कॅरियर मार्गदर्शन प्रकोष्ठ से आयोजित कार्यशाला में मुख्य वक्ता मोटिवेशनल स्पीकर डॉ. राजमल सिंह राव ने नगर के पीएम श्री बालक शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल के विद्यार्थियों से कही। कॉलेज चलो अभियान के तहत प्राचार्य डॉ. वीणा सत्य के मार्गदर्शन में कार्यशाला आयोजित की गई। इसमें डॉ. राव ने कहा आप कक्षा पास करने के बाद उच्च शिक्षा के लिए कॉलेज में प्रवेश लें। कॉलेज में उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा दी जाती है। हम अंग्रेजी माध्यम में भी पढ़ाई कराते हैं, ताकि छात्रों को आगे की प्रतियोगी परीक्षाओं और नौकरियों में आसानी हो।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:19 am

फिल्टर प्लांट के आगे नदी पर बिना अनुमति बनाया अवैध पुल

भास्कर संवाददाता | बैतूल माचना नदी के फिल्टर प्लांट के आगे मिट्टी का रपटे जैसा ब्रिज व सड़क को बना दिया और नगरपालिका के जलप्रदाय अमले को इसकी भनक तक नहीं है। इधर एनओसी के बिना इस पानी के बहाव को रोका जा रहा है लेकिन जलसंसाधन विभाग ने भी इस ओर अब तक कोई ध्यान नहीं दिया है। शहर में विवेकानंद वार्ड स्थित फिल्टर प्लांट क्षेत्र से पूरे शहर में एक करोड़ लीटर पानी की सप्लाई की जाती है। इसी माचना नदी से पानी लेकर सप्लाई की जाती है। यहां फिल्टर प्लांट एरिया के आगे कुछ लोगों ने बिना अनुमति के सीमेंट के पाइप और मिट्टी डालकर अवैध पुल बना लिया है। इससे माचना नदी का बहाव रुक रहा है। ऐसी आशंका है कि नदी के पार रहने वाले लोगों और किसानों ने पुल को बनाया है। नपा सीएमओ सतीश मटसेनिया ने कहा इस बारे में जलप्रदाय इंजीनियर कुछ बता सकते हैं हमें इसके बारे में जानकारी नहीं है न ही हमसे किसी ने एनओसी ली है। हमसे अनुमति नहीं ली है, इसकी जांच कराई जाएगी ^माचना नदी पर शहर में जो भी पुल बनाया गया है, उसमें हमारी अनुमति नहीं ली गई है। यदि बिना अनुमति इसे बनाकर पानी का बहाव प्रभावित किया है तो इसकी जांच करवाई जाएगी। - रोशन सिंह, ईई, जलसंसाधन विभाग बैतूल डिवीजन

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:18 am

मथुरा में हाथी और भालुओं ने मनाया क्रिसमस:संरक्षण करने वाली संस्था ने दिए लजीज उपहार, सैर के दौरान शामिल हुए जश्न में

वाइल्डलाइफ एसओएस ने मथुरा और आगरा स्थित अपने संरक्षण केंद्रों में क्रिसमस मनाया। जहां बचाए गए हाथी और भालुओं और उनकी देखभाल करने वालों के बीच खुशी और उत्सव का माहौल फैल गया। क्रिसमस के रंगों में लिपटे उपहारों और खूबसूरती से सजाए गए उनके बाड़ों ने इसे और यादगार बना दिया, जिससे सभी बचाव केंद्रों में आनंदमय वातावरण छा गया। कर्मचारी बने सांता क्लॉज केंद्र में पेड़ों को घंटियों और सितारों से सजाया गया। जहाँ सांता क्लॉज के वेश में देखभाल करने वाले कर्मचारी वहां रहने वाले जानवरों के साथ उत्सव में शामिल हुए। पॉपकॉर्न, मूंगफली, खजूर, नारियल और शहद से भरे रहस्यमयी बक्से आश्चर्यजनक रूप से रखे गए, जो जानवरों की जिज्ञासा और भोजन खोजने के व्यवहार को प्रोत्साहित करते हैं। फलों की दावत का उठाया लुत्फ़ हाथी संरक्षण एवं देखभाल केंद्र में, माया, फूलकली, एम्मा, तारा और सूरज हाथियों ने शाम की सैर के दौरान क्रिसमस के जश्न में भाग लिया। रंग-बिरंगे फलों की दावत और सावधानीपूर्वक लपेटे गए सरप्राइज बॉक्स तैयार किए गए, जिनमें पौष्टिक पसंदीदा खाद्य पदार्थ भरे गए थे, जिससे हाथियों को बेहद खुशी मिली। क्रिसमस हाथी अस्पताल परिसर में भी मनाया गया, जहाँ हथिनी बानी को क्रिसमस के लिए विशेष उपहार दिए गए, जिसका उसने बड़े उत्साह से आनंद लिया। लपेटे हुए सरप्राइज बॉक्स, सजी हुई फलों की थालियां और सोच-समझकर तैयार किए गए उपहारों ने यह सुनिश्चित किया कि जश्न मनोरंजक और हाथियों के कल्याण पर केंद्रित रहे। जश्न में शामिल हुए केयर टेकर वाइल्डलाइफ एसओएस के सह-संस्थापक और सीईओ, कार्तिक सत्यनारायण ने कहा त्योहारी गतिविधियों के माध्यम से हम बचाए गए जानवरों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के साथ-साथ उनके लिए एक स्नेहपूर्ण वातावरण भी तैयार कर पाते हैं। यह जिम्मेदार पशु देखभाल का ही एक विस्तार है। वाइल्डलाइफ एसओएस की सह-संस्थापक और सचिव, गीता शेषमणि ने कहा ये जश्न जितना जानवरों के लिए हैं, उतने ही उनके देखभाल करने वालों के लिए भी हैं जो हर दिन उनकी सेवा में लगे रहते हैं। ये दोनों ही हमारे काम का अभिन्न अंग हैं। दैनिक देखभाल और विश्वास के माध्यम से बना उनका बंधन ही हमारे हर लक्ष्य का आधार है। वाइल्डलाइफ एसओएस के डायरेक्टर कंज़रवेशन प्रोजेक्ट्स, बैजूराज एम.वी. ने कहा ऐसी गतिविधियां पशु कल्याण को संवर्धन-आधारित देखभाल के साथ एकीकृत करने पर हमारे ध्यान को उजागर करता है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि बचाए गए जानवरों को त्योहारी मौसम के दौरान आराम और देखभाल मिले।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:18 am

संगीतमय भागवत कथा का आयोजन 31 से

भिंड | परमार्थ महिला सत्संग मंडल वाटर वर्क्स भिंड द्वारा 31 दिसंबर से 6 जनवरी तक पुत्तुसिंह मैरिज गार्डन परिसर कुम्हरौआ रोड पर सात दिवसीय संगीतमय भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। यह जानकारी मंडल की संयोजिका महिमा चौहान ने दी। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि भागवत कथा का आयोजन कलश यात्रा के साथ होगा। कथा का वाचन रोजाना दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे तक कथा व्यास आचार्य रामकेश उपाध्याय महाराज द्वारा किया जाएगा। कथा में पारीक्षित पुष्पा जगदीश सिंह तोमर और पूनम महावीर सिंह भदौरिया रहेंगे।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:17 am

जनजागरण अभियान कार्यक्रम 27 को

दौनियापुरा| जन जागरण मंच भिंड द्वारा 27 दिसंबर सुबह 10 बजे बौहरे कॉन्वेंट स्कूल परिसर नुन्हाड़ में लोधी राजपूत क्षत्रिय समाज का जनजागरण अभियान कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार उक्त कार्यक्रम में महिला सशक्तिकरण, शिक्षा एवं स्वास्थ्य, रोजगार के अवसर की तलाश, सामाजिक स्तर पर चर्चा होगी।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:17 am

अमित शाह के सामने पुलिस पासिंग परेड लीड करेगी निशु:विधवा मां ने मजदूरी कर पढ़ाया, टॉपर बनी; गृहमंत्री पंचकूला में 4 कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज (24 दिसंबर) हरियाणा आ रहे हैं। वह पंचकूला में 5061 पुलिस जवानों की पासिंग आउट परेड समेत 4 कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। खास बात ये है कि परेड का नेतृत्व करने का मौका हांसी के मंजीत चहल और जींद की निशु को मिलेगा। निशु की कहानी भी रोचक है। 7 साल पहले पिता नरेश कुमार की मौत हो गई। मां बीना देवी ने खेतों में मजदूरी करके और सिलाई करके बेटी को इस मुकाम तक पहुंचाया। निशु कहती हैं- पासिंग आउट परेड में कमांडर बनकर अगुआई करना मेरे लिए बड़ा भावुक पल होगा, क्योंकि मां दर्शक दीर्घा से मुझे देख रही होंगी। मां ने कड़ा संघर्ष किया, जिसकी बदौलत यहां तक पहुंची हूं। नौकरी के दौरान पूरी ईमानदारी से काम करूंगी। पुलिस ट्रेनिंग सेंटर मधुबन में 39 सप्ताह की ट्रेनिंग के दौरान निशु 15 इंडोर-आउटडोर एक्टिविटी में ओवरऑल टॉपर बनीं। इस वजह से परेड कमांडर बनी हैं। वहीं मंजीत चहल ने भौंडसी ट्रेनिंग सेंटर में ट्रेनिंग ली। मंजीत ने ट्रेनिंग में तीसरा स्थान हासिल किया है। अब पढ़िए निशु के संघर्ष की कहानी.... 4 पॉइंट में समझिए कौन हैं मुख्य परेड कमांडर मंजीत ​​​​​​पढ़ा-लिखा बैच, 4300 जवान ग्रेजुएट-पोस्ट ग्रेजुएटमधुबन की हरियाणा पुलिस अकादमी के निदेशक डीजी एएस चावला ने बताया कि यह बैच अपनी एजुकेशनल बैकग्राउंड और बौद्धिक क्षमता के कारण खास है। कुल 5061 जवानों में 969 पोस्ट ग्रेजुएट हैं जबकि 3324 ग्रेजुएट हैं। 768 जवान 12वीं या डिप्लोमा योग्यता वाले हैं। बड़ी संख्या में जवान हिंदी, अंग्रेजी और पंजाबी भाषाओं में दक्ष हैं। ऐसे में मास लेवल पर कम्युनिकेट करना, साइबर अपराध, तकनीक-आधारित पुलिसिंग में फायदा मिलेगा। भर्ती हुए जवानों में 32 जवान दूसरे राज्यों से भी हैं। ये पुलिस का 93वां बैच, 870 महिला पुलिसकर्मीहरियाणा पुलिस में इन जवानों की भर्ती साल 2024 में हुई। जिनकी ट्रेनिंग 16 दिसंबर 2024 से पुलिस के मधुबन, सुनारियां और भौंडसी ट्रेनिंग सेंटर में हुई। ये हरियाणा पुलिस का 93वां भर्ती बैच होगा, जिसकी आज पासिंग परेड है। इसमें 870 महिला पुलिसकर्मी और 4191 पुरुष पुलिसकर्मी शामिल रहेंगे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के पासिंग आउट परेड का निरीक्षण करेंगे।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:00 am

हरियाणा में केंद्रीय राज्यमंत्री और पूर्व सांसद में जुबानी जंग:गुर्जर बोले- चाचा का दिमाग खराब, भतीजा क्या करे; भड़ाना ने कहा था- नाक रगड़वाऊंगा

फरीदाबाद से भाजपा सांसद और मोदी सरकार में राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर और कांग्रेस के पूर्व सांसद अवतार सिंह भड़ाना के बीच कंट्रोवर्सी और तेज हो गई है। दोनों नेता अब खुलकर एक-दूसरे के खिलाफ तीखी बयानबाजी कर रहे हैं। पहले भड़ाना ने कहा था कि वक्त आने दो कृष्णपाल गुर्जर से मंदिर में नाक रगड़वाकर माफी मंगवाऊंगा। इस पर पलटवार करते हुए गुर्जर ने कहा- ‘अब मैं क्या उसके (भड़ाना) बारे में टिप्पणी करूं। मैं समझता हूं कोई ठीक आदमी हो तो उसके बारे में टिप्पणी करने का कोई फायदा है। भड़ाना रिश्ते में भले मेरे चाचा लगते हैं, लेकिन जब चाचा का दिमाग खराब हो जाए तो भतीजा क्या करेगा।’ गुर्जर के इस बयान के बाद वहां पर मौजूद बड़खल विधायक धनेश अदलखा समेत अन्य वर्कर जोर से हंसने लगे। इसका वीडियो भी सामने आया है। असल में पूर्व सांसद अवतार भड़ाना ने 16 दिसंबर को बडोली गांव में घर बचाओ संघर्ष समिति के धरना स्थल पर कहा था कि कृष्णपाल गुर्जर यूं तो भला आदमी है। उसको पैसा कमाने से फुर्सत ही नहीं है। मैं जब भी उसको मिलता हूं तो वो बोलता है, चाचा तुम्हारी कृपा है मुझ पर, इसको बनाए रखना। अब जानिए विवाद कहां से शुरू हुआ.... नाक न रगड़वाई तो भड़ाना मेरा नाम नहीं16 दिसंबर को पूर्व सांसद अवतार भड़ाना बडोली गांव में घर बचाओ संघर्ष समिति के धरना स्थल पर पहुंचे। यहां भड़ाना ने कहा- इसी कृष्णपाल गुर्जर ने बाबा के मंदिर पर गांव बस्ती से हाथ जोड़कर एक साथ होकर चुनाव तो जिताने की बात कही थी। तब हमारे समाज ने इसका साथ दिया था। मगर, आज वो सब कुछ भूल चुका है। उसी मंदिर में अगर इसकी नाक नहीं रगड़वाई तो मेरा नाम अवतार भड़ाना नहीं। गुर्जर चौथी बार जीतने की न सोचेतब भड़ाना ने कहा- कृष्णपाल गुर्जर को सबसे पहले हमने पार्षद बनाया था। इसके बाद विधायक भी हमने ही बनाया और सांसद भी बनाया। इसने लोगों को झूठे भरोसे दिए। हमने सोचा था अबकी बार कुछ करेगा, लेकिन कुछ नहीं किया। लोगों ने वोट देकर कृष्णपाल गुर्जर को एक बार बनाया, दूसरी बार बनाया, तीसरी बार बनाया, लेकिन अब वह चौथी बार बनने का इंतजार न करें। कभी चौथी बार भी सांसद बनने की राह देख रहा हो। रामचंद्र बैंदा भी यहां से तीन बार ही जीत पाया था। चौथी बार में पता नहीं चला, कहां चले गए। मुझे तो जनता ने 4 बार वोट देकर जिताया है। भड़ाना और गुर्जर का चाचा-भतीजे का रिश्ताअवतार सिंह भड़ाना और कृष्णपाल गुर्जर फरीदाबाद में गुर्जर समाज का बड़ा चेहरा हैं। सामाजिक मंच पर कृष्णपाल गुर्जर अवतार भड़ाना को चाचा बोलते हैं, तो भड़ाना उनको भतीजा बुलाते हैं, लेकिन दोनों राजनीतिक मंच पर एक दूसरे के खिलाफ जमकर बयानबाजी करते हैं। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अरावली में हुई तोड़फोड़ के दौरान अवतार भड़ाना ने मंत्री कृष्णपाल गुर्जर पर कई आरोप लगाए थे। अवतार भड़ाना और कृष्णपाल गुर्जर के बारे में जानिए... -------------------------------- ये खबर भी पढ़ें :- केंद्रीय राज्यमंत्री ने जिलाध्यक्ष को डांटा,VIDEO:पलवल में गुर्जर बोले- चुप बैठिए, मीटिंग मैं ले रहा हूं, आप नहीं; चेहरा छिपाते नजर आए बैंसला हरियाणा के पलवल में सोमवार को लघु सचिवालय में दिशा की मीटिंग के दौरान केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने भाजपा जिला अध्यक्ष विपिन बैंसला जमकर लताड़ लगाई। मंत्री ने मीटिंग में जिला अध्यक्ष को यहां तक बोल दिया कि बैठक मैं ले रहा हूं, आप नहीं ले रहे, इसलिए आप मत बोलिए। इसके बाद जिला अध्यक्ष हाथ से अपना चेहरा छिपाते रहे। पढ़ें पूरी खबर...

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:00 am

पंजाब की महिला सिख प्रचारक का विरोधियों पर गुस्सा फूटा:बीबी दलेर कौर बोलीं- गुंडे इकट्‌ठे किए, स्टेज पर नहीं जाऊंगी; कार्यक्रम में विरोध हुआ था

सिख धर्म का प्रचार कर रहीं जालंधर की बीबी दलेर कौर का विरोधियों पर गुस्सा फूटा है। गुरदासपुर में दीवान (धार्मिक सभा) के दौरान सरेआम उनका विरोध किया गया। इसके बाद धमकी भी दी गई कि वह जहां भी प्रोग्राम करेंगी, उनका विरोध किया जाएगा। इसके बाद बीबी दलेर कौर ने सोशल मीडिया पर लाइव आकर कहा कि मेरी 3 साल की बच्ची है। 24 घंटे में सिर्फ 5 मिनट उसे देखती हूं। बाकी जिंदगी सिख धर्म के प्रचार-प्रसार पर लगा दी। फिर भी मेरे साथ ऐसा किया जा रहा है। दलेर कौर ने कहा- हर चीज बर्दाश्त करने की भी एक लिमिट होती है। गुंडे इकट्‌ठे किए थे। अब वह न तो स्टेज पर आएंगी और न ही धर्म प्रचार करेंगी। इस घटना से उनके मन को बहुत दुख पहुंचा है। बीबी दलेर कौर मूल रूप से जालंधर के नकोदर की रहने वाली हैं। वह ढाडी वार के जरिए सिख धर्म का प्रचार करती हैं। वह सोशल मीडिया पर भी एक्टिव रहती हैं, जहां उनके लाखों फॉलोअर्स हैं। विरोध का यह मामला 22 दिसंबर का है। अब उनके रिएक्शन के बाद यह घटना सुर्खियों में आ गई है। तख्त श्री दमदमा साहिब के पूर्व जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने बीबी दलेर कौर का समर्थन किया है। वहीं निहंग हरजीत सिंह रसूलपुर ने भी इसका विरोध किया है। विरोध की घटना को लेकर बीबी दलेर कौर ने क्या कहा… संगत-प्रबंधकों का कोई कसूर नहींदलेर कौर ने कहा- हमारा आज बाबा जीवन सिंह जी और चमकौर की गढ़ी के समूचे शहीदों की याद में पंजगराइयां में दीवान था। वहां हमारा जत्था था। गांव पंजगराइयां की संगत का कोई कसूर नहीं है। प्रबंधकों का भी कोई कसूर नहीं है। महाराज साहब की चमकौर की गढ़ी का इतिहास चल रहा था। मैंने गुरू गोबिंद सिंह महाराज का जिक्र किया कि जब वे चमकौर की गढ़ी को छोड़कर गए, महाराज ने नीला घोड़ा समेत सब कुछ भाई संगत सिंह को बख्शा। जो पढ़ा, पुरखों से सुना, वही बतायादलेर कौर ने कहा- मैं अब भी यही कहूंगी, कि महाराज साहब ने कलगी घोड़ा भाई संगत सिंह जी को बख्शा। चमकौर साहिब भी समागम चल रहे हैं। आज साहिबजादों का शहीदी दिहाड़ा है। मन को इतना ज्यादा दुख लगा, मैं बाबा संगत सिंह जी का जिक्र किया। हमने जो पढ़ा, अपने पुरखों से जो सुना, अभी तक याद है। संगत से उठकर विरोध किया गया, फिर चले गएबीबी दलेर कौर ने कहा- संगत से उठकर कहा गया कि भाई संगत सिंह को नहीं बख्शा था, भाई जीवन सिंह को कहो। हम वहां चुप हो गए। सामने दमदमी टकसाल वाले ज्ञानी तेजबीर सिंह बैठे थे। उन्होंने कहा कि आपने जहां से इतिहास छोड़ा, वहीं से शुरू करो, किसी ने कुछ नहीं कहना। ये लोग संगत से उठकर चले गए कि बाबा जीवन सिंह क्यों नहीं कहा। यह गंद मुझसे और बर्दाश्त नहीं होताबीबी दलेर कौर ने कहा- ये सब हो गया। वो उठकर भी चले गए। मैंने तो कहा था कि हमें कुछ नहीं आता, आप लोग स्टेज पर आकर बोल लो। आपने ज्यादा पढ़ा है। आपको ज्यादा नॉलेज होगी। इसके बाद मैंने स्टेज से फतेह बुलाई। मैं इसलिए लाइव हुई हूं, हर चीज को बर्दाश्त करने की लिमिट होती है। इतना गंद, इतना कुछ मैंने आज तक बर्दाश्त कर लिया। अब नहीं मुझसे बर्दाश्त होता। परिवार वाले हैं, सब कुछ पंथ को समर्पित कियादलेर कौर ने कहा- हम परिवार वाले हैं। हम स्टेज से आए, संगत ने सम्मान कर दिया। फिर वह रास्ते में खड़े कि विचार करना है। कैसा विचार करना है घेरकर। इन्होंने ये कहा कि जहां आपकी स्टेज लगेगी, वहां घेर लेंगे। मैं रो रही हूं तो इसे कमजोरी मत समझना। मेरी 3 साल की बच्ची है। जिस दिन से जन्मी है, एक दिन भी अपने साथ नहीं रखी। 24 घंटे में उसका सिर्फ 5 मिनट मुंह देखती हूं। मैंने सारा कुछ पंथ को समर्पित किया। रोज प्रचार-प्रसार के लिए घूमते फिर रहे हैं। बहुत सारी बीबियों को प्रचार से तोड़ादलेर कौर ने कहा- आपने बहुत सारी बीबियों को प्रचार से तोड़ा। बीबियां प्रचार नहीं करेंगी। इसके कसूरवार कोई और नहीं, आप हो। मुझे इसलिए लाइव होना पड़ा कि अब मुझसे नहीं होगा। मुझसे बर्दाश्त नहीं होता। जितने समागम होने थे, मैं सबसे माफी मांग लेती हूं। आए दिन नया कलेश करते रहते हो। हम इन्हीं कॉन्ट्रोवर्सी में रहें। धमका ही सकते हो, मैं स्टेज पर नहीं जाऊंगीदलेर कौर ने कहा- एक चीज बर्दाश्त करने की होती है, अब हद पार हो गई है। अब हम और क्या कर लें। प्रचार आपको दिया, हमारी तरफ से फतेह है। जब तक ये चीजें साफ नहीं होतीं, मैं स्टेज पर नहीं जाऊंगी। आपने गुंडे इकट्‌ठे किए, लोग सच ही बोलते हैं। बात कोई और की और न बने, इसलिए मुझे ये सब बताना था। धमका ही सकते हो और तुम्हारे पल्ले क्या है?। हम साबित करने में लगे रहें। ज्ञानी हरप्रीत सिंह बोले- ये गलत, सलीके से बात करनी चाहिए थीज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा- बीबी दलेर कौर के साथ हुआ दुर्व्यवहार बिल्कुल गलत है। ऐसी घटनाएं कौम के लिए घातक हैं। कथावाचकों को अपने ख्याल के मुताबिक इतिहास सुनाने के लिए मजबूर करना गलत है। पहले ही कौम के पास अच्छे प्रचारकों और खासकर बीबियों (महिलाओं) की कमी है। सलीके के साथ बैठकर भी बात की जा सकती है। शहीदों में बंटवारा करना सिख सिद्धांतों के उलट है। निहंग रसूलपुर बोले- शर्म से डूब मरना चाहिएनिहंग हरजीत सिंह रसूलपुर ने कहा- जो बीबी सिख प्रचारक हो, वह भी सेफ नहीं है। वह भी आंखों से आंसू गिराने के लिए मजबूर हो गई है। शहीदी दिनों में ऐसा करने को मजबूर करने वालों को डूबकर मर जाना चाहिए, चाहे वह कोई भी हो।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:00 am

आर्मी की रिटायर्ड कैप्टन पंजाब में PCS अफसर बनीं:2021 में पास किया एग्जाम, 3 साल सुप्रीम कोर्ट तक लड़ीं; अब मिली नौकरी

पंजाब के लुधियाना की बेटी गुरप्रीत कौर भारतीय सेना से बतौर कैप्टन रिटायर हुई और अब पंजाब सिविल सर्विसिस (PCS) अधिकारी बन गई। सेना से कैप्टन के पद से रिटायर होने और पीसीएस अधिकारी बनने तक के लिए गुरप्रीत कौर को अलग तरह से संघर्ष करना पड़ा। उन्होंने हार नहीं मानी और चार साल तक हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक कानूनी लड़ाई लड़ी और आखिर में पीसीएस अधिकारी बन गई। गुरप्रीत कौर ने पंजाब सेक्रेट्रिएट चंडीगढ़ में ज्वाइन कर दिया है और जल्दी ही उन्हें किसी जिले में नियुक्ति मिल जाएगी। चार साल के लंबे संघर्ष के बाद पीसीएस के तौर पर नियुक्ति मिलने से रिटायर्ड कैप्टन गुरप्रीत कौर व उसका परिवार बेहद खुश है। गुरप्रीत कौर का कहना है कि उन्हें अब स्टेशन अलॉटमेंट का इंतजार है जो कि इसी सप्ताह खत्म हो जाएगा। सेना में कैप्टन, फिर PCS बनने तक का सफर... पूर्व सैनिक मानने को लेकर रहा विवादसेना में शॉर्ट सर्विस कमिशन के जरिए भर्ती होने वाले अधिकारी अगर जल्दी रिटायरमेंट लेते हैं तो उन्हें पेंशन नहीं मिलती है। इसी बात को आधार बनाकर गुरप्रीत कौर की नियुक्ति को एक्स सर्विसमैन कैटेगरी में चैलेंज किया गया। गुरप्रीत कौर ने कहा कि हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट ने माना कि शॉट कमिशन में के तहत सेना में सेवा निभा चुके अधिकारी भी सैनिक की कैटेगरी में आते हैं। दादा सेना में सूबेदार थे तो सेना से हुआ लगावगुरप्रीत कौर ने बताया कि उसके दादा सेना में सूबेदार थे तो बचपन में दादा जी को सेना की वर्दी में देखकर अच्छा लगता था। उन्हें देखकर ही सेना को जॉइन किया। उन्होंने बताया कि सेना के पांच साल बेहद अच्छे रहे। उन्होंने कहा कि अनुशासन और हर काम को जिम्मेदारी के साथ करना, समय पर करना यह सब सेना में सीखा है। यही नहीं अपने हक के लिए लड़ने का जज्बा भी सेना से ही मिला नहीं तो पीसीएस की नौकरी हासिल करने के लिए इतनी लंबी कानूनी लड़ाई नहीं लड़ पाती। पति शॉर्ट कमिशन के जरिए नेवी में बने लेफ्टिनेंट कमांडरगुरप्रीत कौर की शादी 2015 में पटियाला जिले के समाना में रहने वाले गगनदीप सिंह से हुई गगनदीप सिंह भी भारतीय नौ सेना में शॉर्ट सर्विस कमिशन के जरिए लेफ्टिनेंट कमांडर बने थे। उन्होंने 2023 में नेवी से रिटायरमेंट ले ली है और अब भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड दिल्ली में जॉब कर रहे हैं। सेना से रिटायर होने के बाद जहां गुरप्रीत कौर ने पीसीएस की तैयारी की वहीं उन्होंने अपनी पढ़ाई भी जारी रखी। गुरप्रीत कौर ने मनोविज्ञान में पोस्ट ग्रेजुएशन की और फिर बीएड किया। वर्तमान में वो पंजाब यूनिवर्सिटी से पीएचडी कर रही हैं। पार्षद मंजू अग्रवाल व इंद्र अग्रवाल ने दी बधाईभारतीय जनता पार्टी की पार्षद मंजू अग्रवाल व पूर्व पार्षद इंद्र अग्रवाल ने गुरप्रीत कौर के पीसीएस अफसर बनने पर उन्हें और उनके परिवार को बधाई दी। उन्होंने उनके घर जाकर सिरोपा भेंट किया और इसे अपने वार्ड के लिए गौरव की बात बताया।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 5:00 am

कॉमेडी के साथ फिल्म में है, सामाजिक संदेश, लोगों को आएगी पसंद : संजय मिश्रा

एक्शा एंटरटेनमेंट की हिंदी फिल्म “दुर्लभ प्रसाद की दूसरी शादी” की विशेष स्क्रीनिंग मंगलवार को पीजेपी सिनेमा, मॉल ऑफ रांची में हुई। इस मौके पर फिल्म के मुख्य अभिनेता संजय मिश्रा समेत पूरी कास्ट व क्रू की मौजूदगी ने कार्यक्रम को यादगार बना दिया। स्क्रीनिंग के दौरान दर्शकों ने फिल्म का गर्मजोशी से स्वागत किया। कलाकारों का तालियों के साथ अभिनंदन किया। इस अवसर पर संजय मिश्रा ने कहा कि “इस फिल्म ने मेरी दूसरी शादी करा दी,” जिस पर पूरा हॉल ठहाकों से गूंज उठा। उन्होंने कहा कि यह फिल्म मनोरंजन से भरपूर है, पारिवारिक है, दर्शकों को यह पसंद आयेगी। उन्होंने कहा कि यह फिल्म केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि समाज को एक सकारात्मक संदेश भी देती है। रांची जैसे शहर में इस तरह की विशेष स्क्रीनिंग होना गर्व की बात है। यहां के दर्शकों का प्यार हमेशा याद रहेगा। कार्यक्रम के दौरान कलाकारों ने दर्शकों से बातचीत की, उनके साथ तस्वीरें खिंचवाईं और फिल्म से जुड़े अनुभव साझा किए। वहीं, फिल्म के निर्माता एकांश बच्चन और हर्षा बच्चन ने बताया कि “दुर्लभ प्रसाद की दूसरी शादी” एक पारिवारिक मनोरंजक फिल्म है, जो अपनी अनोखी कहानी, भावनात्मक गहराई और सहज हास्य के कारण दर्शकों के दिलों को छूने वाली है। दुर्लभ प्रसाद की दूसरी शादी का निर्देशन सिद्धांत राज सिंह ने किया है। एकांश बच्चन व हर्ष बच्चन निर्माता व रमित ठाकुर सह-निर्माता हैं। प्रशांत सिंह ने इसकी कहानी लिखी है।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 4:59 am

कोर्ट ने कहा- न्यायिक प्रक्रिया को बाधित करने के लिए निराधार याचिकाएं दाखिल कर रहे अधिकारी

झारखंड हाईकोर्ट ने राज्य सरकार की कार्यप्रणाली पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा है कि सरकार और उसके अधिकारी न्यायिक प्रक्रिया को बाधित करने के लिए निराधार और दुर्भावनापूर्ण याचिकाएं दाखिल कर रहे हैं। चीफ जस्टिस तरलोक सिंह चौहान और जस्टिस राजेश शंकर की खंडपीठ ने राज्य सरकार की ओर से दायर पुनर्विचार याचिका को फर्जी और निराधार करार देते हुए खारिज कर दिया। कोर्ट ने संबंधित अधिकारियों पर एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। कोर्ट ने जुर्माने की राशि चार सप्ताह के भीतर झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (झालसा) में जमा करने का आदेश दिया है। मामले की अगली सुनवाई 20 जनवरी को निर्धारित की गई है। यह मामला आरके कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड से जुड़ा है। अदालत ने अपने आदेश में स्पष्ट किया कि 25 अगस्त 2025 को पारित पूर्व आदेश में मामले के गुण-दोष पर कोई टिप्पणी नहीं की गई थी। उस आदेश में केवल सुप्रीम कोर्ट के बाध्यकारी निर्देशों के अनुपालन में निचली अदालत को निर्धारित समय-सीमा के भीतर फैसला करने को कहा गया था। इसके बावजूद राज्य सरकार द्वारा पुनर्विचार याचिका दाखिल करना अदालत के अनुसार केवल निष्पादन कार्यवाही को रोकने की मंशा को दर्शाता है। अदालत ने सरकार को बलशाली वादी और संबंधित कंपनी को कमजोर पक्ष बताते हुए कहा कि राज्य सरकार का दायित्व है कि वह ईमानदार और वैध दावों का सम्मान करे, न कि तकनीकी हथकंडों के जरिए नागरिकों और संस्थानों को अनावश्यक रूप से परेशान करे। अदालत ने टिप्पणी की कि इस तरह की अनावश्यक मुकदमेबाजी से सार्वजनिक धन की खुली बर्बादी हो रही है, जिसकी जिम्मेदारी अधिकारियों पर तय होनी चाहिए। हाईकोर्ट ने भविष्य के लिए सख्त चेतावनी भी दी है। अदालत ने निर्देश दिया कि अब राज्य सरकार की ओर से दायर की जाने वाली अपील, पुनरीक्षण या संविधान के अनुच्छेद 227 के तहत याचिकाएं तभी स्वीकार की जाएंगी, जब उनके साथ झारखंड राज्य मुकदमा नीति के पालन का प्रमाण पत्र संलग्न होगा।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 4:58 am

खनन भूमि बनेगी हरित विकास की आधारशिला, झारखंड में खुलेंगे ग्रीन इंडस्ट्री व ईवी के नए रास्ते

झारखंड की खनन भूमि अब केवल अतीत की पहचान नहीं, बल्कि भविष्य के हरित विकास की मजबूत नींव बन सकती है। पर्यावरण थिंक टैंक आई-फॉरेस्ट (इंटरनेशनल फोरम फॉर एनवायरनमेंट, सस्टनेबिलिटी एंड टेक्नोलॉजी) की नई अध्ययन रिपोर्ट में दावा किया गया है कि खनन भूमि के रणनीतिक पुनःउपयोग, नवीकरणीय ऊर्जा और कम-कार्बन उद्योगों को बढ़ावा देकर झारखंड भारत के नेट-जीरो लक्ष्य की दिशा में अहम भूमिका निभा सकता है। यह रिपोर्ट राज्य-स्तरीय सम्मेलन ‘झारखंड में न्यायसंगत संक्रमण और हरित विकास के मार्ग' के दौरान जारी की गई, जिसमें सरकार, सार्वजनिक क्षेत्र, उद्योग और नागरिक समाज के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में बंद और गैर-संचालित कोयला खदानों से 11000 हेक्टेयर से अधिक भूमि तत्काल उपलब्ध है। अगले 5-10 वर्षों में यह आंकड़ा 45000 हेक्टेयर तक पहुंच सकता है। धनबाद, बोकारो और रामगढ़ जैसे जिलों में इस भूमि का योजनाबद्ध पुनः उपयोग नवीकरणीय ऊर्जा, हरित विनिर्माण और लॉजिस्टिक्स के नए अवसर खोलेगा।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 4:58 am

कर्मचारी की सेवानिवृत्ति से पहले प्रोन्नति पर राज्य सरकार से विचार करने का दिया निर्देश

हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को एक कर्मचारी की सेवानिवृत्ति से पहले प्रोन्नति के मामले पर विचार करने का निर्देश दिया है। याचिकाकर्ता सुमन कुमार शाही, जिनकी उम्र लगभग 60 वर्ष है, 31 दिसंबर, 2025 को सेवानिवृत्त होने वाले हैं। याचिकाकर्ता की ओर से कोर्ट में दलील दी गई है कि संयुक्त सचिव के पद पर तीन रिक्तियां हैं और वरिष्ठता सूची में उनका स्थान क्रमांक 689 पर है। लेकिन क्रमांक 686 पर स्थित व्यक्ति को पहले ही पदोन्नति दे दी गई। इस प्रकार, याचिकाकर्ता सहित दो व्यक्ति बचते हैं और तीन रिक्त पद (अनारक्षित श्रेणी) उपलब्ध हैं। इस आधार पर उन्होंने अपनी सेवानिवृत्ति की तिथि से पहले प्रोन्नति के लिए विचार की मांग की। याचिकाकर्ता की ओर से सर्वोच्च न्यायालय के मेजर जनरल एच.एम. सिंह बनाम भारत संघ के मामले (2014) 3 एसएससी 670 में दिए गए फैसले का हवाला दिया गया है। न्यायमूर्ति अनंदा सेन की खंडपीठ ने पक्षों की सुनवाई के बाद राज्य के प्रतिवादियों को निर्देश दिया कि वे याचिकाकर्ता के मामले पर सर्वोच्च न्यायालय के उक्त निर्णय को ध्यान में रखते हुए विचार करें और देखें कि याचिकाकर्ता की श्रेणी में कोई रिक्ति है या नहीं। कोर्ट ने कहा कि इस संबंध में एक तर्कसंगत आदेश यथासंभव याचिकाकर्ता की सेवानिवृत्ति से पहले पारित किया जाए।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 4:57 am

जेल से सोशल मीडिया पर अपराधियों के सक्रिय होने के मामले में हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से मांगा जवाब

झारखंड हाईकोर्ट ने मंगलवार को दैनिक भास्कर में प्रकाशित जेल से इंटरनेट मीडिया पर अपराधियों के सक्रिय होने से संबंधित समाचार पर संज्ञान लिया है। चीफ जस्टिस तरलोक सिंह चौहान और जस्टिस राजेश शंकर की अदालत ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए राज्य सरकार से जवाब मांगा है। अदालत ने मामले की सुनवाई करते हुए मौखिक रूप से कहा कि राज्य की पुलिस प्रशासन के लिए यह स्थिति शर्मनाक और बेहद चिंताजनक है। अदालत ने इस मामले को होटवार स्थित बिरसा मुंडा केन्द्रीय कारागार में हुई शराब पार्टी और जीएसटी घोटाला के आरोपियों की डांस पार्टी होने के मामले के साथ टैग करने का निर्देश दिया है। सुनवाई के दौरान राज्य सरकार की ओर से जवाब दाखिल करने के लिए समय देने का आग्रह किया गया। अदालत ने आग्रह स्वीकार करते हुए मामले की सुनवाई 6 जनवरी को निर्धारित की है। मालूम हो कि दैनिक भास्कर के सोमवार के अंक में जेल में बंद अपराधी 3 दिन में सोशल मीडिया में पोस्ट कर रहे कंटेंट, कैसे चालू हैं ये अकाउंट शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। इसमें बताया गया था कि कैसे जेल में रहते हुए अपराधी रंगदारी मांग रहे हैं, जान मारने की धमकी दे रहे हैं। इसके बावजूद पुलिस का टेक्निकल सेल मामले का खुलासा नहीं कर पा रहा है। अदालत ने इस मामले को काफी गंभीरता से लिया है। दैनिक भास्कर में 22 दिसंबर को छपी खबर।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 4:57 am

26 गोशालाओं को मिले 2.87 करोड़ रुपए, राज्य में गोशाला एक्ट लागू करने की मांग

झारखंड प्रादेशिक गोशाला संघ की मंगलवार को प्रदेश स्तरीय बैठक की शुरुआत गो पूजन और आरती से हुई। गोशालाओं के संचालन, गोवंश के संरक्षण, संवर्धन, स्वास्थ्य, आहार, प्रबंधन और आत्मनिर्भरता विषयों पर विचार-विमर्श किया गया। संचालन महासचिव अनिल मोदी ने किया। संघ के प्रदेश अध्यक्ष आरके अग्रवाल ने झारखंड की गोशालाओं के समुचित विकास के लिए कई सुझाव दिए। उन्होंने गो सेवा आयोग द्वारा प्रदेश की पंजीकृत गोशालाओं को विकास मद में हर वर्ष 50 लाख रुपए की अनुदान राशि बढ़ाकर एक करोड़ करने का आग्रह किया। उन्होंने कुट्टी और चारा मद में 100 से बढ़कर 200 करने और झारखंड में लागू बिहार गोशाला एक्ट 1960 को शिथिल कर प्रदेश में झारखंड गोशाला एक्ट लागू करने का भी आग्रह किया। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि गोशालाओं में पशु चिकित्सकों की अस्थायी सेवा के लिए नियुक्ति की जाए, जिससे गोवंश का समुचित इलाज हो सके। गोशालाओं में उत्पादित केंचुआ खाद की सरकारी खरीद सुनिश्चित करने की भी मांग की गई। सर्वसम्मति से राजकुमार अग्रवाल को पुनः झारखंड प्रादेशिक गोशाला संघ का अध्यक्ष चुना गया। राज्य की 26 गोशालाओं के बीच चारा, विकास मद व अन्य सुविधाओं के लिए 2 करोड़ 87 लाख का वितरण किया गया। गो सेवा आयोग के अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि गो सेवा को परम धर्म मानते हुए राज्य की गोशालाओं की स्थिति बेहतर करने का प्रयास किया गया है। सभी जिलों से गोचर भूमि की जानकारी मांगी गई है। गो माता को राष्ट्रमाता का दर्जा देने व गाय को पशुपालन विभाग से हटाकर राज्यमाता का दर्जा देने का प्रस्ताव रखा गया। मौके पर गो सेवा विशेषज्ञ कर्मवीर सिंह, उपाध्यक्ष ताराचंद जैन राजकुमार शाह, रामाकांत गुप्ता, शत्रुघन लाल गुप्ता, प्रमोद सारस्वत, डॉ. शालनी, पुनीत पोद्दार, बसंत मित्तल, अजय मारू व अन्य मौजूद थे। झारखंड प्रादेशिक गोशाला संघ की बैठक में उपस्थित पदाधिकारी।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 4:57 am

जीवन में सेवा भाव रखें : विंसेंट

रांची कैथोलिक महाधर्मप्रांत के पुरोहितों ने मंगलवार को संत योसेफ क्लब में क्रिसमस गैदरिंग मनाया। मुख्य आयोजक महाधर्माध्यक्ष विंसेंट आइंद रहे, जिन्होंने सभी उपस्थित पुरोहितों संग मिस्सा बलिदान अर्पित किया। चारों ओर क्रिसमस गैदरिंग मनाया जा रहा है और लोग एक-दूसरे को क्रिसमस की शुभकामनाएं दे रहे हैं। मंगलवार को संत योसेफ क्लब में यह क्रिसमस गैदरिंग सिर्फ उत्सव व आनंद का नहीं, बल्कि क्रिसमस के लिए आध्यात्मिक तैयारी का भी समय रहा। सर्वप्रथम पवित्र साक्रामेंत की आराधना की गई। मौके पर सभी पुरोहितों ने पाप स्वीकार संस्कार में भाग लेकर अपने आप को पवित्र किया। महाधर्माध्यक्ष विंसेंट आईंद ने अपने आध्यात्मिक संबोधन में अपने जीवन में सेवा भाव अपनाए रखने का आह्वान किया। इसके बाद सभी ने पाप स्वीकार किया व अपने आप को पवित्र कर क्रिसमस के लिए तैयार किया। महाधर्माध्यक्ष की अगुवाई में सभी ने मिस्सा बलिदान में भाग लिया। फा. जेवियर मिंज के लिए विशेष प्रार्थना अर्पित किया गया, क्योंकि उन्होंने अपने जीवन के 100वें वर्ष में प्रवेश किया। मिस्सा के अंत में महाधर्माध्यक्ष विंसेंट आइंद ने फा. जेवियर मिंज को शॉल ओड़ा कर व फूल गुच्छ देकर सम्मानित किया। महाधर्माध्यक्ष ने चरनी की आशीष की व सभी ने मिलकर क्रिसमस कैरोल गया। महाधर्माध्यक्ष ने सभी को क्रिसमस उपहार प्रदान किया। गैदरिंग में रांची काथलिक के विकास जनरल फा. आनंद डेविड खलखो, फा. अल्बर्ट लकड़ा, फा. लूकस रूडा, फा. रॉबर्ट मिंज, फा. बिपिन काण्डुलना, फा. शिशिर सुरीन व अन्य पुरोहित उपस्थित थे। रांची महाधर्मप्रांत के पुरोहितों ने मनाया क्रिसमस गैदरिंग

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 4:56 am

बाजार गुलजार...रिमोट से चलने और बोलने वाले सांता क्लॉज की धूम

बालक येसु चरनी में नहीं, हमारे हृदयों में जन्म लेना चाहता हैं : एलिस क्रिसमस केवल परंपरा या उत्सव नहीं, बल्कि परमेश्वर के अनुग्रह और प्रेम की जीवित घोषणा है। अनंत परमेश्वर ने मानव इतिहास में प्रवेश किया, ताकि जो खोए हुए थे वे उद्धार पाएं। वचन देह बना और हमारे बीच में वास किया (यूहन्ना 1:14)—यह स्वर्ग का सबसे बड़ा उपहार है। यशायाह ने भविष्यवाणी की थी, जो लोग अंधकार में चलते थे उन्होंने बड़ा उजियाला देखा (यशायाह 9:2)। यीशु मसीह का जन्म पाप, भय और निराशा के अंधकार में आशा की ज्योति बनकर हुआ। उसने राजसी महलों को नहीं, बल्कि एक साधारण चरनी को चुना, ताकि यह प्रकट हो कि परमेश्वर का राज्य घमंड और दिखावे में नहीं, बल्कि नम्रता और आज्ञाकारिता में प्रकट होता है (फिलिप्पियों 2:7)। स्वर्गदूतों का यह संदेश आज भी गूंजता है, परमप्रधान परमेश्वर की महिमा हो, और पृथ्वी पर शांति (लूका 2:14)। यह शांति संसार की नहीं, बल्कि वह शांति है जो मनुष्य को परमेश्वर से जोड़ती है और टूटे हुए जीवनों को नया बनाती है। क्रिसमस हर राज्यवासी को बुलाता है: “मन फिराओ, क्योंकि स्वर्ग का राज्य निकट आ गया है (मत्ती 4:17)। मसीह केवल चरनी में नहीं, बल्कि हमारे हृदयों में जन्म लेना चाहता है। वह हमारे जीवन का राजा बनना चाहता है। चरनी की खूब हुई खरीदारी : क्रिसमस के त्योहार में चरनी का भी विशेष महत्व है। प्रभु येसु के जन्मोत्सव की झांकी चरनी में दर्शाते हैं। 300 रुपए से शुरू होकर 1200 रुपए तक के चरनी उपलब्ध है, जो कि छोटे से लेकर बड़े साइज में मिल रहे हैं। चरनी में रखने के लिए बालक येसु के अलावा मां मरियम, जोसेफ, गडेरिए, ज्योतिषि व भेड़ बकरी कई छोटी-छोटी प्रतीकात्मक मूर्ति अलग-अलग से बिक रही है। इसके अलावा सजी सजाई चरनी भी लोग खरीदते नजर आए। चरनी में सजाने वाले सामान 150-1500 रुपए तक में बिक रहा है। एलिस बाखला, भूतपूर्व युवा संघ उपाध्यक्ष, रांची महाधर्मप्रांत स्नो ट्री की मांग ज्यादा : क्रिसमस पर लोग अपने घरों के साथ ऑफिस में क्रिसमस ट्री सजाते हैं। बच्चों में इसका खास उत्साह देखा जाता है। इसी कारण बाजार में कृत्रिम क्रिसमस ट्री हर डिजाइन और आकार में बिक रहे हैं। सामान्य, थाइवान, प्लेन पाइन, स्नो पाइन, स्नो लिफ चेरी, फैसी, चेरी स्नो, लाइट, रनो आइस, रेड और व्हाइट क्रिसमस ट्री उपलब्ध हैं। 5 इंच से लेकर 12 फीट तक के क्रिसमस ट्री बाजार में मिल रहे है, जिनकी कीमत 100 रुपए से 12000 रुपए तक है। सबसे ज्यादा मांग चार से आठ फीट वाले फैंसी क्रिसमस ट्री की है। क्रिसमस को लेकर शहर के बाजार गुलजार हैं। ईसाई समाज के लोग खरीदारी मेंे व्यस्त हैं। इस बार बाजार में रिमोट से चलने वाले हर साइज के सांता क्लॉज उपलब्ध हैं, जो रिमोट दबाने पर बोलते हैं मेरी क्रिसमस। वहीं, बाजार में गिफ्ट्स की काफी वेरायटी देखने को मिल रही है। बच्चे इसे बेहद पसंद कर रहे हैं। लिहाजा लोग इसे हाथों हाथ ले रहे हैं। इसके अलावा क्रिसमस ट्री, बेल, बॉल, सांता क्लॉज, रेंडियर, टेंसिल आदि डेकोरेटिव आइटम भी शामिल हैं। पुरुलिया रोड, चर्च कॉम्प्लेक्स, बहुबाजार, डोरंडा, हिनू, अपर बाजार समेत कई इलाकों में क्रिसमस से जुड़े सामान की दुकानों पर लोगों की भारी भीड़ उमड़ रही है। पुरुलिया रोड स्थित दुकानदार बताते हैं पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष काफी कुछ नए और फैंसी आइटम्स मंगाए हैं। उन्होंने बताया क्रिसमस मार्केट में पहली बार रेनडियर के तौर पर एनीमल टॉय व निमंत्रण कार्ड जो कि चरनी की तरह खुलता है उपलब्ध है। इसके साथ साथ कैंडल लाइट्स और बेल्स पर भी एक्सपेरिमेंट की गई है। दैनिक भास्कर, रांची, बुधवार, 24 दिसंबर, 2025

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 4:56 am

दुकानों के सामने अतिक्रमण से ग्राहकों के आवागमन में परेशानी से चैंबर चिंतित

रांची | चैंबर की पहल पर लालपुर थाना परिसर में पुलिस-व्यवसायी समन्वय समिति की बैठक की गई। क्षेत्र की विधि-व्यवस्था, सुरक्षा, ट्रैफिक प्रबंधन व व्यापार से जुड़ी समस्याओं पर विमर्श किया गया। थाना प्रभारी को क्षेत्र की प्रमुख समस्याओं से अवगत कराया। व्यापारियों ने बताया कि दुकानों के सामने अतिक्रमण के कारण ग्राहकों के आवागमन में भारी परेशानी हो रही है। सर्कुलर रोड व लालपुर चौक क्षेत्र में जाम की समस्या, पैंटालून के सामने पार्किंग शुल्क वसूली में अनियमितता, कम उम्र के बच्चों द्वारा दो-पहिया वाहनों से स्टंट, मॉल डिकोर के पार्किंग स्थल पर ठेलों का अवैध कब्जा, अड्डेबाजी, कई गलियों व कॉम्प्लेक्स के बेसमेंट में नशेड़ियों का जमावड़ा तथा रोजाना होनेवाले झगड़े जैसी गंभीर समस्याएं रखी गईं। सामना करना पड़ रहा है। लॉ एंड ऑर्डर उप-समिति के चेयरमैन मुकेश अग्रवाल ने कहा कि लालपुर क्षेत्र में हॉस्टल, कोचिंग सेंटर व शैक्षणिक संस्थानों की संख्या अधिक है, जहां से नशाखोरी की लगातार शिकायतें प्राप्त होना चिंतनीय हैं।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 4:55 am

कैबिनेट का निर्णय : दो चरणों में ली जाएगी जेएसएससी की मैट्रिक व इंटर स्तरीय परीक्षा

झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) की मैट्रिक और इंटर स्तरीय परीक्षा दो चरणों में होगी। 50 हजार से कम आवेदन होने पर होगी प्रारंभिक परीक्षा नहीं होगी। मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में यह प्रस्ताव स्वीकृत हुआ। कैबिनेट सचिव वंदना दादेल ने बताया कि कुल 39 प्रस्ताव स्वीकृत हुए। राज्यस्तरीय आकांक्षा कार्यक्रम अंतर्गत शिक्षकों एवं समन्वयकों की मानदेय राशि की वृद्धि की स्वीकृति दी गई। घंटी के आधार पर मिलने वाला मानदेय बढ़ाया गया है। अब उन्हें 2100 रुपए की जगह 2700 रुपए मिलेंगे। रांची की बेकन फैक्ट्री को पुनर्जीवित करने को मंजूरी दी गई। इसके लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद्- राष्ट्रीय मांस अनुसंधान संस्थान (आईसीएआर-एमआरआई), हैदराबाद की परामर्शी सेवा लिए जाने पर स्वीकृति दी गई। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय, रांची में शैक्षणिक तथा गैर-शैक्षणिक पदों के पुनर्गठन की स्वीकृति दी गई। परिवहन निदेशालय (परिवहन आयुक्त कार्यालय) के अंतर्गत मोटरयान निरीक्षक के 21 पदों के सृजन की स्वीकृति दी गई। {दुमका के चमराबहियार से बरदानीनाथ मंदिर पथ के मजबूतीकरण, चौड़ीकरण एवं पुनर्निर्माण के लिए 31 करोड़ 87 लाख 1 हजार 800 रुपए की स्वीकृति। {जमशेदपुर के बहरागोड़ा से दरिसोल चौक तक की सड़क के पुनर्निर्माण के लिए 41 करोड़ 24 लाख 71 हजार 800 रुपए की स्वीकृति। {केंद्र प्रायोजित मिशन सक्षम आंगनबाड़ी एवं पोषण 2.0 के तहत पूरक पोषाहार कार्यक्रम अंतर्गत लाभार्थियों को टेक होम राशन की आपूर्ति करने वाले वर्तमान आपूर्तिकर्ता को दिया गया अवधि विस्तार। {मिशन वात्सल्य के अंतर्गत बाल कल्याण एवं संरक्षण समितियों के संचालन के लिए मार्गदर्शिका की स्वीकृति। उदय शंकर सिन्हा, भूतपूर्व लिपिक की सेवा नियमित एवं संपुष्ट करते हुए उन्हें अनुमान्य वित्तीय लाभ दिए जाने की स्वीकृति।जय प्रकाश सिंह, सेवानिवृत लिपिक की सेवा नियमित एवं संपुष्ट करते हुए उन्हें अनुमान्य वित्तीय लाभ दिए जाने की स्वीकृति।पूनम सिन्हा की सेवा नियमित करते हुए उन्हें अनुमान्य वित्तीय लाभ देने की स्वीकृति। {जगनारायण सिंह की सेवा नियमित एवं संपुष्ट करते हुए अनुमान्य वित्तीय लाभ देने की स्वीकृति।झारखंड अग्निशमन सेवा के अराजपत्रित पदों का छठा वेतन पुनरीक्षण के परिप्रेक्ष्य में स्वीकृत वेतनमान एवं ग्रेड पे में संशोधन की स्वीकृति।प्री बजट कार्यशाला के आयोजन के लिए डॉ सीमा अखौरी, संत जेवियर कॉलेज, रांची एवं उनकी टीम का नॉलेज पार्टनर के रूप में मनोनयन के आधार पर चयन की स्वीकृति।21 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में छात्रावास निर्माण के लिए 51 करोड़ 16 लाख 50 हजार 720 रुपए की प्रशासनिक स्वीकृति।डॉ. मिनी सिन्हा, चिकित्सा पदाधिकारी, सदर अस्पताल, साहेबगंज को अनधिकृत अनुपस्थिति के कारण सेवा से बर्खास्त करने की स्वीकृति।डॉ. रीमा, दंत चिकित्सक, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, ओरमांझी, रांची को अनधिकृत अनुपस्थिति के कारण सेवा से बर्खास्त करने की स्वीकृति।दिलीप कुमार भट्टाचार्य के दिनांक 01.02.2011 से 31.01.2013 तक की अवधि के अनुमान्य बकाया राशि एवं सेवांत लाभ के भुगतान की स्वीकृति।वनरक्षियों को प्रधान वनरक्षी के पद पर प्रोन्नति के लिए हेतु झारखण्ड राज्य अवर वन क्षेत्र कर्मी संवर्ग नियमावली-2024 की कंडिका-18 (क) को एक बार के लिए क्षांत करने की स्वीकृति।बालेश्वर प्रसाद वर्मा की सेवा नियमित करने की स्वीकृति दी गई। मो हसनैन फारुख की सेवा नियमित करते हुए उन्हें अनुमान्य वित्तीय लाभ देने की स्वीकृति।कपिल देव प्रसाद की सेवा नियमित करते हुए उन्हें अनुमान्य वित्तीय लाभ देने की स्वीकृति।उमा शंकर द्विवेदी की सेवा नियमित एवं संपुष्ट करते हुए उन्हें अनुमान्य वित्तीय लाभ देने की स्वीकृति।ज्योत्सना सिंह, झाप्रसे को संयुक्त सचिव एवं समकक्ष कोटि में प्रोन्नति देते हुए वित्तीय लाभ देने की स्वीकृति।जीर्ण-शीर्ण सरकारी कार्यालय और आवासीय परिसरों के पुनर्विकास के लिए एनबीबीसी के साथ एमओयू के लिए एसओपी की स्वीकृति।झारखंड राज्य कारा लिपिक-सह- कम्प्यूटर संचालक संवर्ग नियमावली, 2025 के गठन की स्वीकृति।मनोनयन के आधार पर भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान बेंगलुरू की सेवा कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग, झारखण्ड सरकार के अंतर्गत उद्यान निदेशालय द्वारा लिए जाने और एमओयू प्रारूप पर स्वीकृति।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 4:55 am

रिम्स : सेशन 2022-25 का अंक पत्र जारी करने का मामला, 158 स्टूडेंट्स परीक्षा में हुए थे पास

रांची यूनिवर्सिटी ने एमडी (डॉक्टर ऑफ मेडिसिन) और एमएस (मास्टर ऑफ सर्जरी) सत्र 2022–25 की परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया है। लेकिन रिजल्ट घोषित होने के पांच दिन बीत जाने के बावजूद अब तक मार्कशीट जारी नहीं हो सके हैं। इस परीक्षा में राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) के कुल 158 छात्र पास हुए थे। परिणाम आने के बाद भी अंक उपलब्ध नहीं होने से छात्रों की शैक्षणिक और व्यावसायिक प्रक्रिया ठहर गई है। छात्रों के अनुसार, पहले एमडी–एमएस परीक्षा के परिणाम घोषित होते ही या तुरंत बाद मार्कशीट भी जारी कर दिए जाते थे। इससे सीनियर रेजिडेंट्स, सुपर-स्पेशियलिटी और नियुक्ति से जुड़ी प्रक्रियाएं समय पर पूरी हो जाती थी। मौजूदा सत्र में इस स्थापित व्यवस्था से हटकर अंकपत्र लंबित रहना परेशानी का कारण बना हुआ है। एमडी–एमएस का यह सत्र पहले ही निर्धारित समय से पीछे चल रहा है। ऐसे में परिणाम घोषित होने के बाद भी अंक विवरण और मार्कशीट जारी नहीं होना करियर को प्रभावित कर रहा है।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 4:53 am

प्रधान सचिव वंदना दादेल और मस्तराम मीना को मुख्य सचिव रैंक में मिला प्रमोशन

राज्य सरकार ने कैबिनेट सचिवालय की प्रधान सचिव वंदना दादेल और पेयजल स्वच्छता विभाग के प्रधान सचिव मस्तराम मीना को मुख्य सचिव रैंक में प्रोन्नति दी है। यह 1 जनवरी 2026 से प्रभावी होगी। दोनों अधिकारी 1996 बैच के आईएएस हैं। प्रोन्नति से संबंधित अधिसूचना कार्मिक एवं प्रशासनिक सुधार विभाग ने मंगलवार को जारी की। राज्य सरकार ने विभिन्न रैंक में दो दर्जन से अधिक आईएएस अधिकारियों को भी 1 जनवरी 2026 से प्रभावी प्रोन्नति दी है। इनमें प्रधान सचिव, सचिव, विशेष सचिव और संयुक्त सचिव रैंक शामिल हैं। फिलहाल प्रोन्नति के बाद सभी अधिकारियों को वर्तमान पदस्थापन पर ही रखा गया है। पदोन्नत अधिकारियों की नामवार सूची (चार्ट) मुख्य सचिव रैंक नाम वर्तमान विभाग वंदना दादेल प्रधान सचिव, कैबिनेट सचिवालय मस्तराम मीना प्रधान सचिव, पेयजल प्रधान सचिव रैंक अमिताभ कौशल सचिव, वाणिज्य कर सचिव रैंक अमीत कुमार वाणिज्यकर आयुक्त राजीव रंजन विशेष सचिव, योजना अबु इमरान एमडी, जेएमएचआईडीपीसीएल अमित कुमार निजी सचिव, केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम विशेष सचिव रैंक सूरज कुमार निदेशक, सूडा आदित्य आनंद निदेशक, पशुपालन जिशान कमर निदेशक, गव्य विकास मृत्युंजय बर्णवाल आयुक्त, मनरेगा -शेष पेज 11 पर मस्तराम मीना वंदना दादेल

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 4:53 am

झारखंड में बनेगा नर्सिंग निदेशालय, निदेशक की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू

रिम्स में क्रिटिकल केयर मेडिसिन कोर्स की पढ़ाई को मंजूरी राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग के अधीन पहली बार नर्सिंग का अलग निदेशालय गठित किया जा रहा है। नर्सिंग शिक्षा को सुदृढ़ करने और सरकारी अस्पतालों में नर्सों की कमी दूर करने की दिशा में इसे एक अहम और दूरगामी कदम माना जा रहा है। संबंधित नियमावली के गठन के बाद स्वास्थ्य विभाग ने निदेशालय में निदेशक, संयुक्त निदेशक समेत अन्य पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी है। नर्सिंग निदेशालय में निदेशक पद पर ऐसे चिकित्सा पदाधिकारी की नियुक्ति की जाएगी, जो शैक्षणिक या गैर-शैक्षणिक संवर्ग से हों और जिन्हें किसी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में न्यूनतम 15 वर्ष का शैक्षणिक एवं प्रशासनिक अनुभव हो। वहीं संयुक्त निदेशक पद के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कम से कम 12 वर्ष का शैक्षणिक एवं प्रशासनिक अनुभव अनिवार्य किया गया है। इन पदों पर नियुक्ति तीन वर्षों के कार्यकाल के लिए होगी। यदि कार्यकाल के दौरान पदाधिकारी सेवानिवृत्त होते हैं, तो उनका कार्यकाल सेवानिवृत्ति की तिथि तक ही मान्य रहेगा। स्वास्थ्य विभाग नर्सिंग निदेशालय के लिए आवश्यक अन्य मानव संसाधनों की बहाली की दिशा में भी काम कर रहा है। वर्तमान में राज्य में करीब 100 नर्सिंग कॉलेज संचालित हैं। लंबे समय से इन संस्थानों के प्रभावी नियंत्रण, बेहतर प्रबंधन, पाठ्यक्रम निर्धारण और गुणवत्ता निगरानी के लिए एक स्वतंत्र नर्सिंग निदेशालय की मांग की जा रही थी।निदेशालय के गठन से नर्सिंग संस्थानों की निगरानी व्यवस्था मजबूत होगी और शिक्षा की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार आने की उम्मीद है। इसका सीधा लाभ राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं को मिलेगा और सरकारी अस्पतालों में नर्सों की उपलब्धता भी बेहतर होगी। स्वास्थ्य विभाग के सचिव अजय सिंह ने नर्सिंग का अलग निदेशालय गठित किए जाने की पुष्टि की है। इन एजेंडों को भी दी गई स्वीकृति बिरसा इंस्टीट्यूट ऑफ लीगल स्टडीज में एलएलबी (तीन वर्षीय) कोर्स रिम्स के डेंटल इंस्टीट्यूट के बीडीएस कोर्स को स्थायी संबद्धता रिम्स में क्रिटिकल केयर मेडिसिन कोर्स की पढ़ाई को मंजूरी आरयू : पांच नए नर्सिंग कॉलेजों को एफिलिएशन, 2 नए कोर्स को मंजूरी रांची यूनिवर्सिटी (आरयू) के अंतर्गत पांच नए नर्सिंग कॉलेजों को एफिलिएशन (संबद्धता) की अनुशंसा प्रदान कर दी गई है। इसके साथ ही नर्सिंग के दो नए कोर्स शुरू करने की भी अनुमति दी गई है। यह निर्णय मंगलवार को हुई आरयू एफिलिएशन कमेटी की बैठक में लिया गया। बैठक की अध्यक्षता वर्चुअल मोड में शामिल प्रभारी कुलपति प्रो. धर्मेंद्र कुमार सिंह ने की। बता दें कि रांची यूनिवर्सिटी के अंतर्गत पहले से ही 41 नर्सिंग कॉलेज संचालित हो रहे हैं। नए कॉलेजों और कोर्स को मंजूरी मिलने के बाद यह संख्या और बढ़ जाएगी। नर्सिंग शिक्षा के क्षेत्र में दी गई मान्यता के तहत पांच नए कॉलेजों में बीएससी बेसिक नर्सिंग की पढ़ाई शुरू होगी। वहीं पहले से संचालित नर्सिंग कॉलेजों में पोस्ट बेसिक नर्सिंग कोर्स की अनुमति दी गई है। इसके अलावा एक कॉलेज में नए कोर्स के रूप में पीजी नर्सिंग की पढ़ाई शुरू करने को भी मंजूरी प्रदान की गई है। शारदा ग्लोबल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, बुखरू, कांके: बीएससी बेसिक नर्सिंग ज्ञानोदय कॉलेज ऑफ नर्सिंग, होचर, कांके: बीएससी बेसिक नर्सिंग डॉ. बीआर अंबेडकर कॉलेज ऑफ नर्सिंग, पिस्का नगड़ी: बीएससी बेसिक नर्सिंग माधुरी नर्सिंग कॉलेज, नयासराय, मुड़मा : बीएससी बेसिक नर्सिंग आइडियल एकेडमी ऑफ नर्सिंग एजुकेशन, दलादली, रांची : बीएससी बेसिक नर्सिंग सतीश कुमार सिन्हा मेमोरियल कॉलेज ऑफ नर्सिंग, मांडर : नर्सिंग कॉलेज ये हैं नए नर्सिंग कॉलेज

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 4:53 am

विजय ने फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी से बेची ट्रस्ट की संपत्ति

हजारीबाग जिले में खास महाल भूमि से जुड़े घोटाले में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पावर होल्डर विजय प्रताप सिंह के विरुद्ध मंगलवार को हजारीबाग स्थित एसीबी के विशेष कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है। एसीबी ने विजय प्रताप सिंह को इस मामले में 6 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था। अभी वह न्यायिक हिरासत में है। चार्जशीट में एसीबी ने कोर्ट को बताया है कि हजारीबाग की 2.75 एकड़ खास महाल भूमि वर्ष 1948 में 30 वर्षों के लिए सेवायत ट्रस्ट को लीज पर दी गई थी। यह लीज 1978 में समाप्त हो गई थी और बाद में 2008 तक इसका नवीनीकरण किया गया। इसके बावजूद 2008 से 2010 के बीच एक सुनियोजित प्रशासनिक षड्यंत्र के तहत इस भूमि को सरकारी भूमि घोषित कर 23 निजी व्यक्तियों को आवंटित कर दिया गया। एसीबी के अनुसार, इस षड्यंत्र के केंद्र में तत्कालीन डीसी की भी भूमिका रही। ट्रस्ट की संपत्ति को बेचने के लिए फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी का इस्तेमाल किया गया। विजय प्रताप सिंह और सुधीर कुमार सिंह को धारक बनाया गया था। विनय के खिलाफ चार्जशीट, बेल आदेश पर कोर्ट की सख्ती हजारीबाग| सरकारी जमीन की अवैध खरीद-बिक्री मामले में एसीबी ने विनय सिंह के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया है। इस मामले में विनय चौबे सहित 68 लोग आरोपी हैं। इधर, सुप्रीम कोर्ट से 19 दिसंबर को जमानत मिलने के बावजूद एसीबी द्वारा विनय सिंह को पूछताछ के लिए रांची ले जाने पर कोर्ट ने नाराजगी जताई। वहीं, कोर्ट ने उनकी प|ी स्निग्धा सिंह के खिलाफ वारंट जारी करने से इंकार कर दिया। हजारीबाग जमीन घोटाला एफआईआर में विनय चौबे समेत 8 आरोपी एसीबी द्वारा दर्ज एफआईआर में निलंबित आईएएस विनय चौबे, तत्कालीन खास महाल पदाधिकारी विनोद चंद्र झा, बसंती सेट्ठी, उमा सेट्ठी, इंद्रजीत सेट्ठी, राजेश सेट्ठी, विजय प्रताप सिंह और सुधीर कुमार सिंह को आरोपी बनाया गया है। यह पूरा मामला उस समय का है, जब हजारीबाग के डीसी विनय कुमार चौबे थे।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 4:52 am

जरा इनकी भी पीड़ा सुनिए साहब... साइबर ठग ने इंद्रजीत महतो के खाते में किया पेमेंट, अकाउंट फ्रीज, अब बोकारो से रांची दौड़ लगा रहा...

बोकारो के सियालजोड़ी थाना क्षेत्र स्थित सूर्योडीह निवासी इंद्रजीत महतो दिव्यांग हैं। हालांकि इसके बाद भी पुलिस विभाग के सिस्टम ने उन्हें परेशान कर दिया है। पेशे से किराना दुकान संचालक इंद्रजीत की गलती सिर्फ इतनी है कि सामान देने के बाद उन्होंने ग्राहक से पैसा अपने अकाउंट में ऑनलाइन लिया। इसके बाद 12 सितंबर को उनके अकाउंट को फ्रीज कर दिया गया। बैंक जाकर पड़ताल की तो पता चला कि साइबर ठगी से संबंधित एक मामले में उनके अकाउंट को फ्रीज किया गया है। इसके बाद वह बोकारो साइबर थाना पहुंचे। महीने में 6 बार बोकारो साइबर थाना का चक्कर लगाया। इसके बाद रांची साईबर थाना जाने को कहा गया। इंद्रजीत पहली बार 11 नवंबर को रांची साइबर थाना पहुंचे। पुलिस अधिकारियों के समक्ष गुहार लगाई। पुलिस पदाधिकारियों ने 24 घंटे में बैंक को ई-मेल भेजकर अकाउंट चालू कराने का आश्वासन देकर वापस बोकारो भेज दिया। 9 दिसंबर को दूसरी बार इंद्रजीत रांची साइबर थाना पहुंचे। फिर वही आश्वासन देकर वापस बा भेज दिया गया। 23 दिसंबर को तीसरी बार रांची पहुंचे, लेकिन इस बार भी आश्वासन ही मिला। अकाउंट से हुआ है 800 रुपए का ट्रांजेक्शन, गाड़ी भाड़ा में अबतक खर्च कर चुका है 12 हजार इंद्रजीत ने बताया कि अकाउंट में सामान लेने के एजव में ग्राहक ने 800 रुपए का ट्रांजेक्शन किया है। वहीं रांची आने के लिए वह अबतक 12 हजार रुपए खर्च कर चुका है। उसने बताया कि दिव्यांग होने की वजह से रांची आने के लिए बोकारो से गाड़ी बुक कराना पड़ता है। ऐसे में एक बार 4 हजार का खर्च आता है। अबतक वह सिर्फ भाड़ा में 12 हजार खर्च कर चुके हैं। पुलिस की आेर से सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है। सीढ़ी से ऊपर-नीचे करता रहा 12 सितंबर को अकाउंट फ्रीज, महीने में छह बार दौड़ा बोकारो साइबर थाना, तीन बार रांची भी लगा चुका है चक्कर मंगलवार को ऑफिस में घुसने से पुलिस ने रोका, न्याय की आस में गेट पर बैठा रहा दिव्यांग, मिला सिर्फ आश्वासन ही। दिव्यांग इंद्रजीत मंगलवार को कचहरी चौक स्थित पुलिस कंट्रोल रूम परिसर में हाथ के बल पर चल कर पहुंचे। ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मियों ने कभी कहा कि ऊपर जाइए, तो कभी नीचे। वह सीढ़ी से ऊपर-नीचे करते रहे, लेकिन किसी को उनकी परेशानी पर तरस नहीं आई।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 4:52 am

टोटो के लिए तय होंगे मार्ग, वाहनों में लगा होगा ड्राइवर का मोबाइल नंबर और नाम

रांची डीसी ने शहर को सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाने की दिशा में उठाए जा रहे निर्णयों की मंगलवार को समीक्षा की। डीसी ने समीक्षा के दौरान निर्देश दिया कि अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को और अधिक प्रभावी एवं सतत बनाया जाए। उन्होंने टोटो परिचालन को लेकर पुलिस अधीक्षक (यातायात) एवं जिला परिवहन पदाधिकारी द्वारा की गई कार्रवाई की जानकारी ली। टोटो चालकों के लिए यूनिफॉर्म, मार्ग निर्धारण, परिचालन अनुशासन एवं वाहन के पीछे चालक का नाम व मोबाइल नंबर बड़े अक्षरों में अंकित कराने के निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने बिजली के खंभों पर लटके अव्यवस्थित तारों के संबंध में उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री द्वारा अब तक की गई पहल की समीक्षा की। उन्होंने निर्धारित समय-सीमा में बेतरतीब तारों को हटाने का कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया गया, ताकि दुर्घटनाओं की आशंका समाप्त हो और शहर की छवि में सुधार हो। महिला सुरक्षा को लेकर बैठक में डीसी ने कहा कि भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों, प्रमुख बाजारों, सार्वजनिक स्थलों, शिक्षण संस्थानों एवं रात्रिकालीन समय में सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक मजबूत किया जाए। उन्होंने नियमित पेट्रोलिंग, संवेदनशील स्थानों की पहचान करने का निर्देश दिया।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 4:51 am

डीआईजी ग्राउंड के पास बनी कैलाश कोठी होगी ध्वस्त

बरियातू स्थित डीआईजी मैदान के पास बनी कैलाश कोठी ध्वस्त होगी। चीफ जस्टिस तरलोक सिंह चौहान व जस्टिस एसएस प्रसाद की अदालत ने डीआईजी मैदान के पास बनी कैलाश कोठी के ध्वस्त करने के खिलाफ दाखिल याचिका खारिज कर दी है। मंगलवार को अदालत ने याचिका में कोई मेरिट नहीं पाते हुए इसे खारिज कर दिया। इस मामले में खुशबू सिंह ने याचिका दाखिल की थी। पूर्व की सुनवाई दौरान कोर्ट ने रांची डीसी से प्लाट नंबर 1694 मौजा मोरहाबादी 33 डिसमिल जमीन का गजट नोटिफिकेशन प्रस्तुत करने का निर्देश दिया था। सुनवाई में कोर्ट ने मामले में रांची डीसी को प्रार्थी द्वारा प्रस्तुत किए गए दस्तावेज को सत्यापित कर बताने को कहा था कि उक्त जमीन का अधिग्रहण किया गया है या नहीं। अगर इस जमीन का रिम्स द्वारा अधिग्रहण हुआ है तो उसका मुआवजा का भुगतान किया गया है या नहीं। इसके बाद रांची उपायुक्त और बडग़ाईं सीओ की ओर से अदालत में मूल दस्तावेज पेश किया गया। प्रार्थी की ओर से बताया गया था कि अवैध अतिक्रमण बताते हुए कैलाश कोठी को हटाने का नोटिस चिपकाया गया है। लेकिन, इस जमीन का अधिग्रहण नहीं किया गया था। वहीं प्रार्थी की ओर से कोर्ट में कैलाश कोठी के स्वामित्व दस्तावेज भी प्रस्तुत किए गए। बताया गया कि यह कोठी जिस जमीन पर बनी है, उसका रिम्स द्वारा अधिग्रहण किया ही नहीं गया।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 4:51 am

एसआईटी ने तुपुदाना और हरमू हाउसिंग कॉलोनी में मारा छापा

काफी संख्या में ब्लैंक चेक व लेन-देन के डाक्यूमेंट्स मिले प्रतिबंधित कफ सिरप मामले में गठित एसआईटी ने मंगलवार को रांची व बोकारो में कुल चार ठिकानों पर छापेमारी की। ये छापेमारी सैली ट्रेडर्स और मुख्य आरोपी भोला प्रसाद से जुड़े ठिकानों पर की गई। एसआईटी की टीम ने तुपुदाना में सैली ट्रेडर्स के कार्यालय और एक अपार्टमेंट में, हरमू हाउसिंग कॉलोनी स्थित एक मकान में और बोकारो में एक दवा दुकान में छापेमारी की गई। इन ठिकानों से एसआईटी को काफी संख्या में ब्लैंक चेक, प्रतिबंधित कफ सिरप की सप्लाई से संबंधित दस्तावेज, कई संदिग्ध लेनदेन के दस्तावेज व अन्य डाक्यूमेंट्स मिले हैं। सभी की जांच की जा रही है। एसआईटी को अबतक के अनुसंधान में यह जानकारी मिली है कि रांची से बड़ी मात्रा में कोडीन युक्त प्रतिबंधित कफ सिरप की सप्लाई की गई। एसआईटी अब उक्त सैली ट्रेडर्स के उक्त गोदाम से किए गए सप्लाई की जांच कर रही है। इसके पूरे नेटवर्क को खंगाला जा रहा है। साथ ही इस प्रतिबंधित कफ सिरप की सप्लाई में कौन-कौन से अधिकारियों की मिलीभगत रही, इसकी भी जांच की जा रही है। अवैध सप्लाई का नेटवर्क उत्तर प्रदेश और बांग्लादेश से जुड़ा हुआ है। सिंडिकेट में कौन-कौन शामिल... हो रही जांच एसआईटी की प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि सैली ट्रेडर्स के मालिक भोला जायसवाल और शुभम जायसवाल हैं। जिनके माध्यम से तुपुदाना स्थित गोदाम से झारखंड सहित देश के विभिन्न राज्यों में कोडीन युक्त प्रतिबंधित कफ सिरप सप्लाई की जाती थी। एसआईटी इस बात की भी जांच कर रही है कि इस पूरे मामले में जानकारी के बाद भी एक साल तक शैली ट्रेडर्स के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई। इस दौरान अवैध कारोबार लगातार चलता रहा। जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। बताया जा रहा है कि इस नेटवर्क में कई बड़े लोगों की भी अहम भूमिका रही है। इसमें कुछ पुलिस पदाधिकारियों की भी भूमिका संदेह के घेरे में है। जिनके साथ इस कारोबार के लिए इसके बड़ी डील होने और वसूली की बात सामने आई है। यह भी जानकारी मिली है कि इस कथित सौदे के बदले में महंगी दो बोतल यमाजाकि व्हिस्की गिफ्ट के तौर पर ली गई। अब इसकी भी जांच भी अब एसआईटी कर रही है।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 4:51 am

पांच पार्षदों की पत्नियां आजमाएंगी भाग्य, दो के पति संभालेंगे मोर्चा आैर एक की भाभी लड़ेगी चुनाव

झारखंड में नगर निकाय चुनाव की तैयारियां तेज हो गई है। रांची नगर निगम चुनाव को लेकर जिला प्रशासन ने वार्डों के आरक्षण का गजट प्रकाशित कर दिया है। वार्डों के आरक्षण ने एक दर्जन से अधिक वार्डों का समीकरण बिगाड़ दिया है। पांच निवर्तमान पार्षदों के वार्ड आरक्षित होने की वजह से उनका चुनाव लड़ना मुश्किल हो गया है। अब वे चुनाव लड़ने का जुगाड़ लगा रहे हैं। जबकि, दूसरी आेर पांच निवर्तमान पार्षदों का वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित हो गया है। ऐसे में उन्होंने अपनी प|ियों को चुनाव लड़ाने का फैसला किया है। मतलब पांच वार्डों में उनकी प|ियां घर की दहलीज लांघकर जनता की सेवा में जुटेगी। वहीं, 53 में दो वार्ड ऐसे हैं, जिसमें निवर्तमान पार्षद महिला थी, लेकिन अब वह वार्ड महिला आरक्षण से मुक्त हो गया है। ऐसे में दो वार्ड से उनके पति इस बार मोर्चा संभालेंगे। वहीं, एक वार्ड 30 ऐसा वार्ड है जहां से निवर्तमान पार्षद रीमा देवी की भाभी सोनी देवी चुनाव लड़ेगी। वहीं, दो वार्ड ऐसे हैं जो पहले महिला आरक्षित थे, लेकिन इस बार वह अन्य के लिए हो गए । ऐसे में इस बार चुनाव पति या प|ी कौन लड़ेगा यह तय नहीं है। यहां पति संभालेंगे मोर्चा वार्ड नंबर- 22 पहले कौन थीं पार्षद- नाजिया असलम अब किसकी दावेदारी- मो. असलम, पति पहले भी पार्षद रह चुके हैं। क्यों- वार्ड आेबीसी अन्य के लिए रिजर्व। महिला या पुरुष लड़ सकते हैं। वार्ड नंबर - 10 पहले कौन थे पार्षद- अर्जुन यादव अब किसकी दावेदारी- संगीता देवी, प|ी, यह पहले भी पार्षद रह चुकी। क्यों- सीट सामान्य महिला के लिए हो गई है। पूर्व में भी प|ी पार्षद बनी थी। वार्ड- 35 पहले कौन थे पार्षद- झरी लिंडा अब किसकी दावेदारी- रजनी लिंडा, प|ी क्यों- पहले यह अनुसूचित जनजाति अन्य के लिए आरक्षित था अब महिला के लिए आरक्षित हो गया। वार्ड नंबर - 02 पहले कौन थे पार्षद - गुंदरा उरांव अब किसकी दावेदारी - सरिता देवी, प|ी क्यों- वार्ड एसटी महिला के लिए आरक्षित होने की वजह से प|ी को चुनाव लड़ाएंगे। वार्ड नंबर - 14 पहले कौन थे पार्षद- दिनेश राम अब किसकी दावेदारी- रूपा रानी, प|ी क्यों- यह वार्ड अब अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित हो गई है। वार्ड- 32 पहले कौन थीं पार्षद- सुनीता देवी अब किसकी दावेदारी- संजय कुमार,पति क्यों- पहले यह वार्ड सामान्य महिला के लिए आरक्षित था। अब सामान्य अन्य हो गया है। वार्ड - 42 पहले कौन थे पार्षद- कृष्ण महतो अब किसकी दावेदारी- ममता देवी क्यों- पहले यह वार्ड सामान्य अन्य के लिए था। अब सामान्य महिला के लिए आरक्षित। नए पार्षद चुनेंगे डिप्टी मेयर वार्डों के आरक्षण से सबसे बड़ा नुकसान रांची के पू्र्व डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय को होगा। क्योंकि, सरकार के नए नियम के मुताबिक डिप्टी मेयर का चुनाव सीधे जनता द्वारा नहीं होगा। चुने गए पार्षद डिप्टी मेयर का चुनाव करेंगे। ऐसे में संजीव विजयवर्गीय के लिए चुनाव लड़ना मुश्किल है। क्योंकि, सामान्यत: वे वार्ड नंबर 8 या 10 से चुनाव लड़ सकते थे। ये दोनों वार्ड के आसपास के वार्डों को भी आरक्षित कर दिया गया है। ऐसे में उनका चुनाव लड़ना मुश्किल है। ऐसे में वार्ड नंबर 8 या 10 से संजीव विजयवर्गीय अपने परिवार के किसी सदस्य को उतार सकते हैं। हालांकि, उन्होंने इसका खुलासा नहीं किया। दूसरी आेर भाजपा समर्थित वैसे पार्षद जो बोर्ड में मुखर होते थे, वे इस बार चुनाव लड़ने से वंचित हो जाएंगे। वार्ड - 30 कौन थीं पार्षद- रीमा देवी अब किसकी दावेदारी- सोनी देवी भाभी, क्यों- यह वार्ड सामान्य महिला के लिए आरक्षित। इन वार्डों में पत्नियों को उतारेंगे निवर्तमान पार्षद ये नहीं लड़ पाएंगे चुनाव यहां ननद बनाम भाभी राजनीति दल भी समीकरण बैठाने में जुटे, प्रत्याशी चयन पर निगाहें वार्ड- 11 पहले कौन थे पार्षद- रंजू सिंह अब क्यों नहीं- यह वार्ड आेबीसी वन के लिए रिजर्व हो गया है। वार्ड - 15 पहले कौन थे पार्षद- जेरमिन कुजूर अब क्यों नहीं- यह वार्ड आेबीसी वन के लिए रिजर्व हो गया है। वार्ड - 17 पहले कौन थे पार्षद- शबाना खान अब क्यों नहीं - वार्ड आेबीसी-वन के लिए आरक्षित कर दिया गया है। वार्ड- 26 पहले कौन थे पार्षद- अरुण कु. झा अब क्यों नहीं- यह वार्ड ओबीसी-टू अन्य के लिए आरक्षित है। वार्ड- 27 पहले कौन थे पार्षद- ओमप्रकाश अब क्यों नहीं- यह वार्ड ओबीसी-टू महिला के लिए आरक्षित हो गया है। रांची नगर निगम के चुनाव के लिए वार्डों का आरक्षण तय होते ही पूरे शहर में हलचल बढ़ गई है। लंबे समय से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे वैसे लोग जो खुद मैदान में उतरने वाले थे अब जगह-जगह अपनी पत्नी या रिश्तेदार के पोस्टर-बैनर लगा रहे हैं। वहीं इस बार सबसे अधिक युवा चुनाव में उतरने की तैयारी कर रहे हैं। क्योंकि, कोरोना में जिस तरह विभिन्न सामाजिक संगठन के माध्यम से युवाओं ने लोगों को राहत पहुंचाया था, अब वे चुनाव में उसी सहयोग के दम पर वोट मांगने उतरेंगे। इधर, राजनीतिक पार्टियां भी चुनावी समीकरण को अपने पाले में लाने में जुट गई है। सभी पार्टियां के नेता विभिन्न मंडल और टोलों में लगातार बैठक कर रहे हैं। कोई लिट्टी पार्टी कर रहा है तो कोई शराब-कबाब की पार्टी दे रहा है। निकाय चुनाव दलीय आधार पर तो नहीं होगा, लेकिन प्रत्याशियों को पार्टी का सपोर्ट रहेगा। इसलिए प्रत्याशियों के चयन में पार्टियां जुट गई है। इस बार वार्ड 18 पर सबकी निगाहें टिकी हैं,क्योंकि यहां से राज्यसभा सांसद महुआ माजी के बेटे चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। इस वार्ड को सामान्य अन्य किया गया है। जबकि, वार्ड 18 से पहले के 7 वार्ड और 18 के बाद के 5 वार्ड को आरक्षित कर दिया गया है। पहाड़ी टोला में आयोजित लिट्‌टी पार्टी में लोगों से चर्चा करते पूर्व डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 4:50 am

झारखंड में पेसा नियमावली मंजूर; अब जमीन अधिग्रहण से पहले ग्राम सभा की सहमति जरूरी

अधिसूचना जारी होने के बाद राज्य में लागू हो जाएगा यह बहुप्रतीक्षित पेसा कानून झारखंड में पेसा (पंचायत उपबंध, अनुसूचित क्षेत्रों पर विस्तार) अधिनियम-1996 लागू करने का रास्ता साफ हो गया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में पेसा नियमावली को मंजूरी दे दी गई। अब अधिसूचना जारी होते ही यह कानून लागू हो जाएगा। पंचायती राज विभाग के सचिव मनोज कुमार ने बताया कि यह कानून राज्य के अनुसूचित जिलों में लागू होगी। लेकिन अनुसूचित जिलों के नगर निकाय क्षेत्र में यह लागू नहीं होगा, बल्कि सिर्फ पंचायतों में लागू होगा। इससे अनुसूचित जिलों में स्वशासन, भूमि, खनिज और जल प्रबंधन अब ग्राम सभा के हाथ मे चला जाएगा। ऐसे में ग्राम सभाएं पहले से कहीं ज्यादा सशक्त होंगी और विकास योजनाओं में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण होगी। उन्होंने कहा कि यह नियमावली पेसा अधिनियम के प्रावधानों के अनुरूप ही बनाई गई है। गौरतलब है कि झारखंड देश के उन 10 राज्यों में शामिल था, जहां पेसा अधिनियम लागू करने के लिए अब ​तक नियमावली को मंजूरी नहीं मिली थी। आदिवासी संगठन इस मुद्दे को लगातार उठा रहा था। वहीं हाईकोर्ट का भी सरकार पर दबाव था। कैबिनेट की बैठक में कुल 39 प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। इधर, हाईकोर्ट में अब 13 जनवरी को सुनवाई झारखंड हाईकोर्ट में अब पेसा लागू करने पर 13 जनवरी 2026 को सुनवाई होगी। अवमानना याचिका पर मंगलवार को सुनवाई करते हुए चीफ जस्टिस तरलोक सिंह चौहान और जस्टिस राजेश शंकर की कोर्ट ने सरकार से कानून लागू करने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी मांगी। कोर्ट में मौजूद पंचायती राज विभाग के सचिव ने बताया कि नियमावली के ड्राफ्ट को मंगलवार को होने वाली कैबिनेट की बैठक में रखा जाएगा। इसलिए कुछ समय दें। कोर्ट ने इस मांग को स्वीकार करते हुए सुनवाई के लिए 13 जनवरी की तिथि निर्धारित की। लेकिन कोर्ट ने बालू घाट सहित लघु खनिजों के आवंटन पर लगी रोक बरकरार रखी। यह अवमानना याचिका आदिवासी बुद्धिजीवी मंच ने दायर की है। पिछली सुनवाई के दौरान सरकार की ओर से कोर्ट को बताया गया था कि पंचायती राज विभाग ने पेसा नियमावली का ड्राफ्ट तैयार कर लिया है। मंगलवार को कैबिनेट में पेश होगा। सामान्य अपराधों की सुनवाई ग्राम सभा करेगी नियमावली में ये खास... पहले भी दो बार बना था ड्राफ्ट केंद्र सरकार ने वर्ष 1996 में पेसा कानून लागू किया था। इसका उद्देश्य राज्य के अनुसूचित क्षेत्रों में आदिवासियों के हितों की सुरक्षा करना था, लेकिन एकीकृत बिहार में इसकी नियमावली नहीं बनाई गई। वर्ष 2019 आैर 2023 में नियमावली का ड्राफ्ट तैयार किया गया था, लेकिन लागू नहीं किया गया। इसके बाद हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई थी। वर्ष 2024 में मामले की सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को 2 माह के अंदर पेसा नियमावली लागू करने का निर्देश दिया था। पेसा नियमावली के अनुसार ग्राम सभा का गठन होगा और प्रत्येक माह कम से कम एक बैठक होगी। ग्राम सभा के दसवें हिस्से या आधे सदस्यों की लिखित मांग पर ग्राम प्रधान को सात दिनों के भीतर बैठक बुलानी होगी। बैठक के कोरम के लिए ग्राम सभा के कुल सदस्यों के एक-तिहाई उपस्थिति अनिवार्य होगा। झारखंड पंचायती राज अधिनियम-2001 के प्रावधान पहले से ही पेसा के अनुरूप हैं। इसलिए पंचायत चुनाव पर इसका असर नहीं पड़ेगा। पेसा कानून को प्रभावी तरीके से किया जाएगा लागू : हेमंत कैबिनेट की बैठक के बाद प्रोजेक्ट भवन में मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि पेसा कानून को राज्य में प्रभावी तरीके से लागू किया जाएगा। पेसा कानून की नियमावली को व्यापक विमर्श और विभिन्न विभागों के साथ गहन मंथन के बाद अंतिम रूप दिया गया है। यह नियमावली अब राज्य की जनता को समर्पित की जा रही है। जमीनी स्तर पर इसका बेहतर क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए सभी पहलुओं का विशेष ध्यान रखा जाएगा। “ इन जिलों में लागू होगा पेसा कानून: रांची, लोहरदगा, गुमला, सिमडेगा, लातेहार, पूर्वी सिंहभूम, पश्चिम सिंहभूम, सरायकेला खरसावां, साहेबगंज, दुमका, पाकुड़, जामताड़ा। इसके साथ ही पलामू जिले के सतबरवा ब्लॉक के रबदा और बकोरिया पंचायत, गोड्डा जिले के सुंदरपहाड़ी और बोरिजोर ब्लॉक में यह कानून लागू होगा। वह सबकुछ जो आपके लिए जानना जरूरी है, हर माह ग्राम सभा की एक बैठक जरूरी

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 4:49 am

कॉन्ट्रैक्टकर्मियों व पेंशनरों को भी एक करोड़ का दुर्घटना बीमा

हवाई हादसे में मौत पर मिलेंगे दो करोड़ रुपए बैंक ऑफ इंडिया में सैलरी अकाउंट रखने वाले झारखंड सरकार के कर्मचारी, कॉन्ट्रैक्टकर्मी और पेंशनरों को भी अब एक करोड़ रुपए का दुर्घटना बीमा मिलेगा। हवाई हादसे में मौत पर उनके आश्रित को दो करोड़ रुपए मिलेंगे। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मौजूदगी में मंगलवार को वित्त विभाग और बैंक ऑफ इंडिया के बीच वेतन व पेंशर खाता पैकेज को लेकर एमओयू हुआ। इस पर वित्त विभाग के विशेष सचिव संदीप सिंह और बैंक ऑफ इंडिया के उप महाप्रबंधक संजीव कुमार ने हस्ताक्षर किया। तय हुआ कि जिन कर्मचारियों और पेंशनरों का बैंक ऑफ इंडिया में सैलरी-पेंशन अकाउंट नहीं है, भविष्य में इस बैंक में खाता खोलने पर उन्हें भी लाभ मिलेगा। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा-संवेदनशील सरकार होने के नाते हमलोग कर्मचारियों के कल्याण के लिए लगातार ठोस कदम उठा रहे हैं। उन्हें काम का बेहतर वातावरण देना और आर्थिक सुरक्षा के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। -शेष पेज 11 पर जानिए...योजना के बारे में किन्हें मिलेगा लाभ : इस योजना के लागू होने के बाद हर वे सरकारी अधिकारी, कर्मचारी, कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारी और पेंशनर इसके दायरे में आ जाएंगे, जिनका सैलरी अकाउंट बैंक ऑफ इं​डिया में है। आउटसोर्सिंग कर्मी इसके दायरे में नहीं आएंगे। अभी क्या है व्यवस्था : अभी राज्यकर्मियों और पुलिसकर्मियों के लिए ऐसी योजना है। झारखंड पुलिस और बैंक ऑफ इंडिया के बीच दिसंबर 2024 में इस तरह के रक्षक सैलरी पैकेज के लिए एमओयू हुआ था । इसके बाद अप्रैल 2025 में राज्य सरकार और भारतीय स्टेट बैंक के बीच एक एमओयू हुआ। उस एमओयू के मुताबिक जिन सरकारी कर्मचारियों का सैलरी अकाउंट एसबीआई में होगा, उन्हें बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के बैंकिंग सेवाओं का लाभ मिलेगा। राज्य में कितने कॉन्ट्रैक्टकर्मी हैं : करीब 1.75 लाख नियमित सरकारी अधिकारी और कर्मचारी हैं। करीब एक लाख पेंशनर और इतने ही कॉन्ट्रैक्टकर्मी हैं। झारखंड सरकार और बैंक ऑफ इंडिया में करार

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 4:48 am

बिना मंजूरी बनवाया शोरूम, एटीपी और इंस्पेक्टर पर केस दर्ज करने की तैयारी

नगर निगम लुधियाना की बिल्डिंग ब्रांच में एक बड़े घोटाले का पर्दाफाश हुआ है। मामला जोन-बी का है, जहां तैनात रहे असिस्टेंट टाउन प्लानर (एटीपी) और बिल्डिंग इंस्पेक्टर ने मिलीभगत कर समराला चौक के नजदीक चंडीगढ़ रोड पर करीब 2500 गज में एक कमर्शियल शोरूम बिना किसी वैध मंजूरी के खड़ा करवा दिया। इसका न तो कोई नक्शा निगम से पास हुआ और न ही इसकी अनुमति से संबंधित कोई रिकॉर्ड निगम के पास है। जानकारी अनुसार, शोरूम मालिक से कंपाउंडिंग फीस वसूलकर मामला दबाने की कोशिश भी की। लेकिन विभाग के भीतर से ही निगम कमिश्नर आदित्य डेचलवाल तक पहुंची। उन्होंने जोन-बी में तैनात रहे एटीपी जगदीप सिंह और बिल्डिंग इंस्पेक्टर पालप्रीत से उक्त इमारत से जुड़ा पूरा रिकॉर्ड तलब किया, लेकिन दोनों अधिकारी कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। जांच में सामने आया कि बिना किसी स्वीकृति के निर्माण होने के बावजूद अधिकारियों ने कंप्लीशन सर्टिफिकेट तक जारी कर दिया, जो कानूनन गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है। प्रारंभिक आकलन के अनुसार यह नुकसान एक करोड़ रुपए से अधिक का है। कमिश्नर ने दोनों अधिकारियों के खिलाफ पुलिस में केस दर्ज करवाने, उच्च स्तरीय विभागीय कार्रवाई के संकेत दिए हैं। बन रही इमारतों के सर्टिफिकेट तलब निगम कमिश्नर आदित्य डेचलवाल ने जोन-डी कार्यालय में बिल्डिंग ब्रांच अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सभी अधिकारी यह लिखित सर्टिफिकेट दें कि उनके क्षेत्र में कोई भी इमारत गैर-कानूनी नहीं बनाई जा रही है। कंपाउंडिंग फीस, कंप्लीशन, कंपोजीशन, सीएलयू चार्ज से जुड़े सर्टिफिकेट शनिवार तक जमा करवाने के आदेश दिए गए हैं। जोन-डी में 2 दर्जन इमारतों पर चला पंजा जोन-डी में नए एटीपी के रूप में हरविंदर सिंह हनी के चार्ज संभालते ही एक महीने में ही जोन-डी में दो दर्जन से अधिक अवैध इमारतों पर बुलडोजर चलाया गया है। इससे पहले कोई कार्रवाई नहीं हो रही थी। यह स्थिति सवाल खड़े करती है कि इससे पहले तैनात रहे एटीपी को ये अवैध इमारतें क्यों नजर नहीं आईं। हाउस में आने वाले 3 सड़कों को कमर्शियल करने के प्रस्ताव भी फंसे मामले के बाद निगम की बिल्डिंग ब्रांच पर शिकंजा कस गया है। जनरल हाउस की बैठक में मॉडल टाउन क्षेत्र की दो सड़कों और सिमिट्री रोड से सीबिया अस्पताल को जाने वाली सड़क को कमर्शियल घोषित करने के प्रस्ताव लाए जाने हैं। लेकिन इससे पहले ही निगम कमिश्नर ने बिल्डिंग ब्रांच से रिपोर्ट तलब कर ली गई है। आखिर इन सड़कों पर बड़ी संख्या में कमर्शियल इमारतें पहले ही कैसे बन चुकी हैं। सिमिट्री रोड से सीबिया अस्पताल को जाने वाली सड़क पर करीब 8 कमर्शियल इमारतें बिना किसी मंजूरी के बन चुकी हैं, जबकि मॉडल टाउन की दोनों सड़कों पर लगभग 45 अवैध कमर्शियल निर्माण सामने आए हैं। इन अवैध निर्माणों को लेकर निगम कमिश्नर ने उस समय तैनात रहे एटीपी और बिल्डिंग इंस्पेक्टरों के नाम, फाइलें और पूरा रिकॉर्ड तलब कर लिया है।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 4:48 am

दलित समाज को सिर्फ गुमराह कर रहे भाजपा नेता : किशोर

पॉलिटिकल रिपोर्टर| रांची पूर्व नेता प्रतिपक्ष और भाजपा नेता अमर कुमार बाउरी ने कहा कि जल, जंगल, जमीन, झारखंड और झारखंडवासियों के नाम पर सत्ता में आई सरकार अपने ही वादों से भटक गई है। उन्होंने कहा कि आज झारखंड में अनुसूचित जाति (एससी) समाज की स्थिति दयनीय बनी हुई है। प्रदेश भाजपा कार्यालय में मंगलवार को प्रेस वार्ता कर बाउरी ने कहा कि राज्य के एक मंत्री ने स्वयं एससी समाज की स्थिति सुधारने को लेकर राज्य सरकार को लिखित आग्रह किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि झारखंड में लगभग 50 लाख एससी आबादी को उनके हक और अधिकार से वंचित रखा जा रहा है। प्रेस वार्ता में प्रदेश भाजपा मीडिया सह प्रभारी अशोक बड़ाईक एवं भाजपा एससी मोर्चा आईटी सेल प्रभारी गोविंदा वाल्मिकी भी उपस्थित थे। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता लाल किशोर नाथ शाहदेव ने कहा कि भाजपा नेता अमर बाउरी दलित समाज को गुमराह कर रहे हैं। वे हताशा में अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं। राज्य सरकार बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है। नगर निकाय चुनावों में आरक्षण की प्रक्रिया पूरी तरह से वैज्ञानिक आंकड़ों और कानूनी मापदंडों के आधार पर तय की गई है। इसमें किसी भी वर्ग के साथ अन्याय का सवाल ही पैदा नहीं होता। किशोर ने भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जब हमारी सरकार ओबीसी और दलितों को उनका वाजिब हक देने की दिशा में कदम बढ़ाती है, तो भाजपा के लोग अदालत के माध्यम से उसमें अड़ंगा डालते हैं। आज जब चुनाव की प्रक्रिया आगे बढ़ रही है, तो भाजपा को अपनी राजनीतिक जमीन खिसकती नजर आ रही है। झारखंड में गठबंधन सरकार जल्द ही सभी आयोगों का गठन पूर्ण पारदर्शिता के साथ किया जाएगा। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि अमर बाउरी को उन योजनाओं की सूची देखनी चाहिए जो मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विशेष रूप से वंचित वर्गों के लिए शुरू की हैं। रांची नगर निगम में एससी के लिए मात्र दो रिजर्व सीट नगर निगम और नगर पंचायत चुनावों पर अमर कुमार बाउरी ने कहा कि सरकार ने डोर टू डोर निरीक्षण किए बिना मतदाता सूची के आधार पर ओबीसी आरक्षण लागू कर दिया। उन्होंने नगर निकाय चुनाव में एससी का कोटा कम कर समाज के साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाया। रांची नगर निगम का उदाहरण देते हुए कहा कि यहां केवल दो वार्डों में ही एससी को आरक्षण मिला है।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 4:47 am

पाक से ड्रोन से भेजी 3.72 किलो हेरोइन समेत तीन तस्कर गिरफ्तार

देहात पुलिस ने नशे के अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क पर अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए मंगवाई गई हेरोइन की बड़ी खेप को पकड़ने में सफलता हासिल की है। पुलिस जिला लुधियाना देहाती के एसएसपी डॉ अंकुर गुप्ता का दावा है कि जिले में ये आज तक की सबसे बड़ी हेरोइन की रिकवरी है। पकड़ी गई हेरोइन की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 18 करोड़ है। एसएसपी डॉ अंकुर गुप्ता ने बताया कि सीआईए स्टाफ जगराओं की टीम ने गुरुसर काउंके के पास नाकाबंदी के दौरान एक स्कॉर्पियो सवार तीन तस्करों के कब्जे से 3 किलो 72 ग्राम हेरोइन बरामद की। गिरफ्तार तस्करों की पहचान अमनदीप सिंह उर्फ रोमी निवासी जनता नगर, लुधियाना,पवन कुमार निवासी अजीत नगर, लुधियाना और बचिंतर सिंह निवासी गांव आसल, जिला फिरोजपुर के तौर पर हुई है। पुलिस ने आज मंगलवार को तीनों आरोपियों को अदालत में पेश कर तीन दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया गया है। अमनदीप मामले का मास्टरमाइंड बताया जाता है। अमन पर नशा तस्करी व असलाह एक्ट के 14 केस दर्ज हैं।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 4:47 am

मानवाधिकार आयोग पहुंचे परिजन, पुलिस कमिश्नर-अस्पताल प्रबंधकों से मांगा जवाब

ओरिसन सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में मोगा निवासी जसवीर कौर (72) के शव बदलने का मामला अब पंजाब राज्य मानवाधिकार आयोग, चंडीगढ़ पहुंच गया है। मंगलवार को परिवार किसान जथेबंदियों के साथ मिलकर मानव अधिकार आयोग के सामने पेश हुए और लिखित में शिकायत देते हुए कार्रवाई की जांच की मांग की है। जिस पर तुरंत मानव अधिकारी आयोग की तरफ से लुधियाना पुलिस कमिश्नर और अस्पताल से को नोटिस जारी किया है। जसवंत सिंह ने आयोग को लिखी शिकायत में संदेह जताया है कि अस्पताल की ओर से उनकी प|ी जसवीर कौर के शारीरिक अंगों की तस्करी की है। इसकी जानकारी बहार न आए, इसलिए शव बदलने का दिखावा किया जा रहा है। वह पूरा दिन अस्पताल में धरना प्रदर्शन पर बैठे रहे। लेकिन उन्हें अस्पताल से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। अस्पताल ने उन्हें अस्थियां देने की बात कही। लेकिन उन्होंने लेने से मना कर दिया है। शिकायत में पुलिस पर अस्पताल की मदद करने का आरोप लगाते हुए अब तक की कार्रवाई पर भी गहरा असंतोष जताया गया है। जसवंत ने आयोग से मांग की है कि उनके पत्नी के शव की सही जानकारी साझा की जाए। पत्नी के शव चोरी होने की पूरी जांच कर असली आरोपी उनके सामने पेश किया जाए। मानवाधिकार आयोग ने उनकी शिकायत लेते हुए लुधियाना पुलिस कमिश्नर और अस्पताल को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। असली मंजू दीवान का भी अंतिम संस्कार वहीं मामले में थाना सराभा नगर के एसएचओ आदित्या शर्मा के अनुसार, मंजू दीवान के शव को दीवान परिवार अस्पताल से ले गया और उनका अंतिम संस्कार करवा दिया है। वहीं हंगामा होने के 48 घंटे बाद भी जसवीर का परिवार खाली हाथ है। अस्पताल प्रबंधन ने उन्हें अपनी निजी जांच रिपोर्ट तक नहीं सौंपी है। मंजू दीवान के परिवार पर गंभीर आरोप बकौल जसवंत सिंह, अस्पताल पहुंचे तो जिस रेफ्रिजरेटर में शव था। उस पर मंजू लिखा था। पढ़ने के बाद उन्होंने शव देखा। तो फिर ये कैसे संभव है, जसवीर के नाम की स्लिप दीवान परिवार ने नहीं देखी। सभी धर्मों में अंतिम दर्शन करने का रिवाज होता है तो क्या परिवार तब भी मंजू का शव नहीं पहचान सका। उन्हें शक है पुलिस अस्पताल प्रबंधकों की मदद कर रहा है, क्योंकि सिर्फ अज्ञात स्टाफ पर केस दर्ज किया है। कोई जानकारी नहीं दी जा रही। अभी भी सवाल अनसुलझे {पुलिस ये पता नहीं लगा सकी कि शव अस्पताल से बाहर कैसे गया। {अस्पताल प्रबंधक शव के बदलने की बात कह रहे हैं, लेकिन मोर्चरी में तैनात जिम्मेदार व्यक्ति की जानकारी नहीं दें रहे है। {अस्पताल कोई दस्तावेज नहीं दिखा रहा, जिनसे शवों के बदलने की पुष्टि हो सके।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 4:46 am

दतिया के सेवढ़ा में रेत का खेल:एसडीओपी ने रेत से भरी 3 ट्रॉली जब्त कीं; प्रभारी ने खाली बताईं

सेंवढ़ा एसडीओपी अजय चानना ने शनिवार को लांच थाना क्षेत्र के गोविंद नगर वन परिक्षेत्र में अवैध रेत उत्खनन के खिलाफ कार्रवाई की। लांच पुलिस ने रेत से भरी तीन ओवरलोड ट्रैक्टर-ट्रॉली जब्त कर खनिज उड़नदस्ता प्रभारी रामसिया गौड़ को सौंप दीं। आरोप है कि इसके बाद उड़नदस्ता दल ने उचाड़ पेट्रोल पंप पर खड़ी एक खाली ट्रैक्टर-ट्रॉली पर कार्रवाई दिखाई, जबकि रेत से भरी तीनों ट्रैक्टर-ट्रॉली मौके से गायब कर दी गईं। खाली ट्रैक्टर-ट्रॉली के चालक राजेश ने बताया कि वह पेट्रोल पंप पर खड़ा था, तभी उड़नदस्ता टीम ने उसका ट्रैक्टर पकड़ लिया और रेत से भरी ट्रॉलियों को छोड़ दिया। कलेक्टर ने उड़नदस्ता टीम बनाई। प्रभारी रामसिया गौड़ हैं। 3 रेत भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली सौंपी। शत्रुघन मिश्रा मौके पर थे। - अजय चानना, एसडीओपी हम खनिज विभाग से नहीं हैं और उस कार्रवाई के दौरान मौके पर मौजूद भी नहीं थे। - रामसिया गौड़, उड़नदस्ता प्रभारी

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 4:44 am

नशे में पति ने 8 माह की गर्भवती पत्नी की पीटकर हत्या की, अरेस्ट

लुधियाना| लोहारा स्थित राजा कॉलोनी में एक व्यक्ति पर शराब के नशे में 8 महीने की गर्भवती पत्नी को बेरहमी से पीटकर हत्या करने का मामला सामने आया है। डाबा थाना क्षेत्र में हुई घरेलू हिंसा के मामले में आरोपी ने ससुराल पक्ष को यह कहकर गुमराह करने की कोशिश की कि पत्नी की मौत बीमारी से हुई है, लेकिन शव पर मिले गहरे चोटों के निशानों ने पूरी सच्चाई उजागर कर दी। मृतका की पहचान 38 वर्षीय पुष्पा देवी के रूप में हुई है। पति अजय कुमार, नगर निगम में अस्थायी मुलाजिम है। वह शराब पीने के बाद अक्सर उससे मारपीट करता था। पहले भी कई बार पंचायतों में आरोपी माफी मांग चुका है। जानकारी अनुसार मंगलवार को एक बार फिर पति-पत्नी के बीच विवाद हुआ। इसी दौरान आरोपी ने पुष्पा के साथ बेरहमी से मारपीट की कि उसकी हालत गंभीर हो गई। कुछ ही देर बाद उसकी मौत हो गई। मायके वालों के सूचित करने पर पुलिस के पहुंचने से पहले ही आरोपी मौके से फरार हो गया था। थाना डाबा की पुलिस ने जांच के बाद मामला हत्या का पाया और आरोपी अजय कुमार को देर रात गिरफ्तार कर लिया।

दैनिक भास्कर 24 Dec 2025 4:43 am

फर्जी फेसबुक पेज से शेयर में निवेश का झांसा देकर पीएनबी के पूर्व डीजीएम से 7 लाख ठगे

शेयर बाजार में निवेश का झांसा देकर साइबर ठगी का एक और मामला सामने आया है। इस बार ठगों ने फर्जी फेसबुक पेज, व्हाट्सऐप ग्रुप, नकली ट्रेडिंग एप और जाली सेबी सर्टिफिकेट के जरिए एक रिटायर्ड अधिकारी को जाल में फंसाया। पीड़ित की पहचान एस. बंसल, रिटायर्ड डिप्टी जनरल मैनेजर (पंजाब) के रूप में हुई है। पीड़ित ने 7 लाख रुपए ठगी होने के मामले की शिकायत साइबर क्राइम से की है। पुलिस अनुसार मामला फर्जी निवेश प्लेटफॉर्म और सोशल मीडिया से चल रहे संगठित साइबर फ्रॉड से जुड़ा है। अकाउंट्स, एप्लीकेशन और डिजिटल ट्रेल की जांच की जा रही है। पीड़ित एस. बंसल ने पुलिस को बताया, उनके एक पूर्व बॉस के नाम से फेसबुक पर एक फर्जी पेज बनाया गया था। उन्होंने उसे असली समझकर लाइक और कमेंट कर दिया। बाद में पता चला कि यह पेज येस सिक्युरिटीज के फर्जी नाम से चलाया जा रहा था। इसके बाद ठगों ने फेसबुक मैसेंजर से संपर्क कर बंसल को अपने वॉट्सऐप ग्रुप में जोड़ा। प्रतिष्ठित कंपनियों के नाम पर आईपीओ में निवेश का धोखा ठगों ने ओकला कंपनी के आईपीओ में 308 रुपए प्रति शेयर के निवेश का प्रस्ताव दिया। न्यूनतम 5 लाख रुपए निवेश शर्त होने पर पीड़ित-उनके भाई ने 5 लाख रुपए बताए अकाउंट में जमा किए। इस राशि पर 1935 शेयर अलॉट करने की बात कहकर करीब 4 हजार शेयर दिखाए भी गए। रेफरल से जुड़े अन्य अकाउंट्स में भी 1-1 हजार शेयर दर्शाए गए। ठगी का शक होने पर जब पीड़ितों ने पैसे देने से इंकार किया, तो ठगों ने 50 हजार “सिक्योरिटी अमाउंट” मांगी। फीस अकाउंट से काटने व रकम लौटाने का कहने पर ठगों ने उनसे 10 लाख और मांगे। फ्रॉड में वह 7 लाख रु. गंवा चुके हैं। ठगों ने उनका लॉग-इन ब्लॉक कर दिया। बाद में सामने आया, जिस बैंक अकाउंट में पैसा जमा हुआ, वह म्यूल अकाउंट था। ठगों ने फर्जी सेबी सर्टिफिकेट भी भेजा। ओकला-येस सिक्युरिटीज जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों के नाम का दुरुपयोग किया गया। ठगों ने ब्लॉक ट्रेडिंग के नाम पर करवाया 7 बार निवेश ठगों ने पीड़ित को Omni Q.I.P नाम की एप्लीकेशन डाउनलोड करवाई और उस पर “ब्लॉक ट्रेडिंग” के नाम पर 7 अलग-अलग निवेश करवाया। शुरुआती मुनाफा दिखा कर भरोसा बनाया। रेफरल स्कीम का लालच दिया गया कि जो भी व्यक्ति उनके जरिए निवेश करेगा, उसे भी 2% अतिरिक्त लाभ मिलेगा। इसी लालच में बंसल ने अपने परिवार के तीन सदस्यों और एक साथी को भी साथ जोड़ा। मुकेश चौधरी, साइबर एक्सपर्ट भास्कर एक्सक्लू​सिव {कोई वैध निवेश कंपनी या ब्रोकरेज हाउस अलग पैसे नहीं मांगता। {सोशल मीडिया, फेसबुक पेज या व्हाट्सऐप ग्रुप के निवेश ऑफर पर भरोसा न करें, चाहे किसी कंपनी का क्यों न हो। {निवेश से पहले संबंधित कंपनी, प्लेटफॉर्म को SEBI की आधिकारिक वेबसाइट से वेरिफाई करें। {अनजान ऐप-लिंक डाउनलोड करने से पहले उसके डेवलपर, रिव्यू और रजिस्ट्रेशन जांचें। {ज्यादा मुनाफे, गारंटेड रिटर्न या रेफरल बोनस का लालच साइबर ठग देते हैं।

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