गुना में दशहरे के अवसर पर 51 फीट के रावण का दहन किया गया। दशहरा मैदान में कार्यक्रम हुआ। इससे पहले भगवान राम की यात्रा बाजार में होते हुए दशहरा मैदान पहुंची। यहां युद्ध के बाद रावण दहन हुआ। भगवान राम ने जलता हुआ तीर छोड़ा। कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों सहित अधिकारी-कर्मचारी और हजारों की संख्या में नागरिक मौजूद रहे। रावण को शेरवानी और धोती पहनाईबता दें कि इस बार 51 फीट का रावण बनाया गया था। बदलते फैशन का असर इस बार रावण पर भी देखने को मिलेगा। हर बार रावण का दहन धोती- कुर्ते में होता था। लेकिन इस बार दूल्हे की तरह शेरवानी पहनाई गई और उसे सजा-धजा कर तैयार किया गया। इस बार रावण नए लुक में दिखा। गोल्डन कलर में रावण की ड्रेस बनाई गई थी। राम की शोभायात्रा निकालीसार्वजनिक श्री रामलीला एवं दशहरा पर्व समिति द्वारा गल्ला मंडी में आयोजित की जा रही रामलीला से गुरुवार शाम को भगवान राम की यात्रा शुरू हुई। इसमें एक रथ में भगवान राम के साथ लक्ष्मण जी और हनुमान जी बैठे हुए थे। वहीं एक दूसरे रथ पर रावण और उसकी टोली चल रही थी। यह यात्रा सदर बाजार, हाट रोड, हनुमान चौराहा, कैंट चौराहा होते हुए दशहरा मैदान तक पहुंची। यहां पहले अतिथियों ने भगवान राम, लक्ष्मण, हनुमान की आरती उतारी। इसके बाद राम-रावण संवाद शुरू हुआ, जो आखिर में युद्ध के पड़ाव पर पहुंचा। इसके बाद भगवान राम ने आग जलता हुआ तीर छोड़ा, जो रावण के पुतले में जाकर लगा। तीर लगते हैं भगवान राम की जय-जय कार के नारे आयोजन स्थल पर गूंजने लगे। इससे पहले कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक पन्नालाल शाक्य ने सभी को विजयादशमी की बधाई दी। नगरपालिका अध्यक्ष सविता अरविंद गुप्ता ने सभी को दशहरा की बधाई देते हुए इस पर्व को असत्य पर सत्य, बुराई पर अच्छाई की जीत बताया। कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल, SP अंकित सोनी ने भी सभी को पर की बधाई दी। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में नागरिक रावण दहन देखने पहुंचे।
बांसवाडा में रावण परिवार के पुतलों का दहन:श्रीराम की शोभायात्रा निकाली, रथ पर हनुमान भी विराजे
दशहरा पर गुरुवार को नगर परिषद की ओर से खेल स्टेडियम मैदान में शाम करीब पौने 7 बजे रावण के 35 फीट, कुंभकरण व मेघनाद के 25-25 फीट ऊंचे पुतलों का दहन किया गया। कार्यक्रम में कलेक्टर डॉ. इंद्रजीत यादव, एसपी सुधीर जोशी सहित कई अधिकारी-कर्मचारी, जनप्रतिनिधि शामिल हुए। राम की शोभायात्रा हर साल की तरह पीपली चौक स्थित श्रीरघुनाथजी मंदिर से भगवान श्रीराम की शोभायात्रा निकाली गई। इसमें भगवान श्रीराम के साथ माता सीता, भाई लक्ष्मण और भक्त हनुमान की वेशभूषा में पात्रों को रथ में विराजमान कर पीपली चौक से गांधी मूर्ति, कस्टम चौराहा से खेल मैदान ले गए। शाम पौने 7 बजे रावण परिवार के पुतलों का दहन के बाद आसमान में नगर परिषद की ओर से ग्रीन आतिशबाजी की गई। शोभायात्रा का शहरवासियों ने जगह-जगह स्वागत किया। विजयादशमी पर कॉलेज मैदान में रावण दहन देखने के लिए ग्रामीण अंचल के दूर दराज के गांवों से बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। ओर रावण दहन कार्यक्रम देखा। इसके बाद वदशहरे मेले का लुत्फ उठाया।
फिरोजाबाद के गोदाम में लगी आग:तीसरी मंजिल पर लाखों का सामान जला, फायर ब्रिगेड ने पाया काबू
फिरोजाबाद के नई बस्ती नंद राम चौक स्थित गंगोत्री लाइट के झूमर-लाइट गोदाम में गुरुवार रात आग लग गई। यह गोदाम संचालक आशीष गुप्ता का है और वार्ड नंबर 40 में तीसरी मंजिल पर स्थित है। आग लगने से इलाके में हड़कंप मच गया और लोग घरों से बाहर निकल आए।प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, गोदाम से अचानक धुआं और लपटें उठने लगीं। प्रारंभिक आशंका है कि आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी। देखते ही देखते आग ने पूरी मंजिल को अपनी चपेट में ले लिया। स्थानीय लोगों ने बाल्टियों से पानी डालकर आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन आग की तीव्रता के कारण वे सफल नहीं हो सके।सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। दमकल कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग से गोदाम में रखे लाखों रुपये मूल्य के झूमर, लाइट और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान जलकर खाक हो गए।फायर अधिकारियों ने बताया कि प्राथमिक जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट प्रतीत हो रहा है। नुकसान का आकलन किया जा रहा है। इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है।आग लगने की सूचना पर नगर निगम और पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित कर दमकलकर्मियों के काम में सहयोग किया। इस घटना से व्यापारियों और स्थानीय निवासियों में चिंता है।स्थानीय लोगों का कहना है कि घनी आबादी वाले क्षेत्रों में ऊपरी मंजिलों पर बड़े गोदाम होना सुरक्षा की दृष्टि से उचित नहीं है। घटना के बाद प्रशासन ने सुरक्षा मानकों की जांच कराने की बात कही है।
प्रतापगढ़ में गुरुवार को विजयदशमी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर जिलेभर में रामलीलाओं का मंचन किया गया और शाम ढलते ही रावण के पुतले का दहन कर बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश दिया गया। ऋषि आश्रम, पोनी रोड पर आयोजित रामलीला में हजारों श्रद्धालु उमड़े। यहां राम-रावण युद्ध का भव्य मंचन किया गया, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। रामलीला में लक्ष्मण-मेघनाथ युद्ध, कुंभकरण वध और अंत में रावण वध के दृश्यों ने दर्शकों को रोमांचित किया। भगवान राम द्वारा अग्निबाण से रावण का वध करते ही विशालकाय पुतला धू-धू कर जल उठा। इस दौरान जय श्रीराम के उद्घोष गूंज उठे और रंग-बिरंगी आतिशबाजी से आसमान जगमगा उठा। शहर के रामलीला मैदान में शाम करीब छह बजे रावण दहन किया गया। इसके बाद राम-सीता की आरती हुई, जिसमें विशिष्ट जन भी शामिल हुए। कलाकारों के अभिनय ने जनसमूह को मंत्रमुग्ध कर दिया। रावण दहन देखने के लिए मैदान में भारी भीड़ उमड़ी, वहीं बच्चों और महिलाओं ने झूलों, स्टॉल्स और सर्कस का आनंद लिया। जिले के विभिन्न हिस्सों में भी छोटे-बड़े मेलों का आयोजन किया गया, जहां लोगों ने खरीदारी कर पर्व का आनंद लिया। गांवों और कस्बों में भी लोगों ने सामूहिक रूप से दशहरे का पर्व मनाया। प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे और जगह-जगह पुलिस बल तैनात रहा। भीड़ से खचाखच भरे मैदान में रावण का पुतला जलते ही हजारों लोग इस क्षण के गवाह बने। चारों ओर उल्लास का वातावरण था, जो असत्य पर सत्य की विजय के संदेश को दर्शाता था। प्रतापगढ़ में विजयदशमी का पर्व धार्मिक आस्था, उत्साह और मेलों की रौनक के साथ अविस्मरणीय बन गया। देखें फोटो...
बुलंदशहर में विजयादशमी पर रावण दहन:53 स्थानों पर मना दशहरा, सांसद-विधायक रहे मौजूद
बुलंदशहर में विजयादशमी के पावन पर्व पर रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतलों का दहन किया गया। इस दौरान पूरा जिला प्रभु श्रीराम के जयकारों से गूंज उठा। आतिशबाजी के साथ असत्य पर सत्य और अधर्म पर धर्म की जीत का संदेश दिया गया। रावण दहन को भ्रष्टाचार, अपराध, रोग, मोह, गंदगी, लालच, अन्याय, आतंकवाद, महिला उत्पीड़न और अत्याचार जैसी दस बुराइयों के प्रतीक के रूप में देखा गया। जिले में कुल 53 स्थानों पर दशहरा पर्व धूमधाम से मनाया गया। इन स्थानों पर मेले भी लगे, जहां व्यंजन और अन्य दुकानों पर लोगों ने जमकर खरीदारी की। नगर के नुमाइश मैदान में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में सांसद भोला सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष विकास चौहान और सिकंदराबाद विधायक लक्ष्मीराज सिंह ने रावण दहन किया। इस अवसर पर सांसद भोला सिंह ने कहा कि असत्य पर सत्य की जीत मनाने के साथ ही लोगों को स्वयं में बदलाव लाना होगा। उन्होंने प्रत्येक व्यक्ति से अपने अंदर छिपी बुराइयों का अंत करने का आह्वान किया, तभी दशहरा पर्व का अर्थ सार्थक होगा। जिलाध्यक्ष विकास चौहान ने कहा कि बुराई को सहने वाला और देखने वाला भी उतना ही जिम्मेदार है जितना उसे करने वाला। उन्होंने सभी से देश और समाज में फैली बुराइयों को दूर करने के लिए आगे आने का आग्रह किया।
शहर में विजयादशमी का पर्व पारंपरिक उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया गया। सम्राट पृथ्वीराज चौहान स्टेडियम में रावण दहन का भव्य आयोजन हुआ, जिसने धर्म की अधर्म पर विजय का प्रतीक प्रस्तुत किया। इसी अवसर पर अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद ने एक विशाल भगवा वाहन रैली भी निकाली। प्रभु श्रीराम की सवारी रघुनाथ जी बड़ा मंदिर से शाम 4:25 बजे गाजे-बाजे के साथ शुरू हुई। यह अग्रसेन बाजार, पांच बत्ती, महावीर बाजार, मेवाड़ी गेट होते हुए कृषि उपज मंडी चौराहे से सेदरिया रोड होकर स्टेडियम पहुंची। इस दौरान भारी संख्या में लोग उमड़ पड़े। प्रभु श्रीराम की भूमिका आदित्य शर्मा ने लक्ष्मण की भूमिका उज्ज्वल टेलर ने और हनुमान की भूमिका रमाशंकर गोड़ ने निभाई। रावण दहन से पहले शानदार आतिशबाजी की गई। इसके बाद प्रभु राम ने प्रतीकात्मक रूप से तीर चलाकर रावण का वध किया। इस अवसर पर विधायक शंकरसिंह रावत, जिला कलेक्टर कमलराम मीणा, जिला पुलिस अधीक्षक रतनसिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भूपेन्द्र शर्मा और नगर परिषद आयुक्त श्रवण चौधरी सहित कई अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। कलेक्टर मीणा, एसडीएम दिव्यांश सिंह और विधायक रावत ने भी प्रतीकात्मक रूप से तीर चलाए। हालांकि, भारी भीड़ के कारण सेदरिया मार्ग पर यातायात अवरुद्ध हो गया। एक एम्बुलेंस भी कुछ देर के लिए फंस गई, जिसे नागरिकों के सहयोग से रास्ता दिलवाया गया। विजयादशमी के उपलक्ष्य में अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद, राष्ट्रीय बजरंग दल और राष्ट्रीय महिला परिषद के तत्वावधान में नगर में एक विशाल भगवा वाहन रैली का आयोजन किया गया। अजमेर रोड से शुरू हुई इस रैली का शुभारंभ प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रजापति ने जय श्रीराम के उद्घोष के साथ किया।
फिरोजाबाद में रामलीला मैदान पर रावण दहन:आतिशबाजी के साथ जय श्रीराम के नारों से गूंजा मैदान
फिरोजाबाद में विजयदशमी के अवसर पर गुरुवार को शहर की प्रसिद्ध रामलीला में रावण का दहन किया गया। इस दौरान रामलीला मैदान में हजारों श्रद्धालु मौजूद रहे। रावण का पुतला जलने के साथ ही पूरा मैदान 'जय श्रीराम' के नारों से गूंज उठा। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सदर विधायक मनीष असीजा ने राम-लक्ष्मण और हनुमान जी की आरती कर रामलीला का विधिवत शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि दशहरा बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। रावण दहन से पूर्व रामलीला मंचन में भगवान श्रीराम और रावण के युद्ध का चित्रण किया गया। भगवान श्रीराम द्वारा बाण चलाने के बाद करीब 60 फीट ऊंचा रावण का पुतला अग्नि की लपटों में घिर गया और धू-धू कर जल उठा। इस दौरान आतिशबाजी और पटाखों की गड़गड़ाहट से आसमान गूंज उठा। कार्यक्रम के दौरान पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखी। रामलीला मैदान और आसपास के क्षेत्रों में पुलिस बल तैनात किया गया था। यातायात व्यवस्था सुचारू रखने के लिए बैरिकेडिंग की गई थी। एसपी सिटी और सीओ सिटी के नेतृत्व में पुलिस अधिकारी लगातार गश्त कर रहे थे। रावण दहन के पश्चात श्रद्धालु 'जय श्रीराम' के नारे लगाते हुए अपने घरों को लौटे। आयोजन समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि इस वर्ष भी विजयदशमी का पर्व धूमधाम और सौहार्दपूर्ण माहौल में मनाया गया। इस अवसर पर शहर के गणमान्य नागरिक, व्यापारी, समाजसेवी और विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
मुजफ्फरनगर में विजयदशमी पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। शहर से लेकर देहात तक रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतलों का दहन किया गया। मुख्य आयोजन नुमाइश मैदान, पटेलनगर, नई मंडी रामलीला, गांधी कॉलोनी और रामलीला टिल्ला जैसे स्थानों पर हुए। इस दौरान कैबिनेट मंत्री अनिल कुमार, राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल, पूर्व सांसद संजीव बालियान, डीएम उमेश मिश्रा और एसएसपी संजय वर्मा सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। जिले भर में बृहस्पतिवार को विजयदशमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। सुबह घरों में दशहरा पूजन के साथ नवरात्रों का समापन हुआ। श्रद्धालुओं ने पूजन के बाद सांझी को नदियों में विसर्जित किया। दोपहर बाद दशहरा मेला स्थलों पर श्रीराम और रावण की सेना के बीच प्रतीकात्मक युद्ध शुरू हुआ। नुमाइश मैदान में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। देर शाम नुमाइश मैदान में रिमोट के माध्यम से पुतलों में आग लगाई गई। पटेलनगर में रामलीला कमेटी के अध्यक्ष गोपाल चौधरी, मुख्य प्रबंधक अनिल ऐरन, कार्यक्रम संयोजक विकल्प जैन और महामंत्री सुरेंद्र मंगल की देखरेख में पुतला दहन हुआ। रामलीला नई मंडी, रामलीला टिल्ला, गांधी कॉलोनी और इंदिरा कॉलोनी सहित जिले भर में कुल 48 स्थानों पर पुतले जलाए गए। इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत और एसपी देहात आदित्य बंसल ने अपने-अपने क्षेत्रों में लगातार भ्रमण कर स्थिति का जायजा लिया।
गाजीपुर में डीएम-एसपी ने किया रावण दहन:विजयदशमी पर 60 फीट ऊंचा पुतला जला, हजारों लोग रहे साक्षी
गाजीपुर के ऐतिहासिक लंका मैदान में गुरुवार शाम विजयादशमी के अवसर पर रावण दहन का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी अविनाश कुमार और पुलिस अधीक्षक डॉ. ईरज राजा ने रिमोट दबाकर 60 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया। यह आयोजन रामलीला कमेटी के तत्वावधान में हुआ, जिसमें श्रीराम-रावण युद्ध प्रसंग का मंचन किया गया। पुतले के जलते ही पूरा मैदान जय श्रीराम के नारों से गूंज उठा। हजारों की संख्या में लोग इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बने। विजयदशमी पर्व के लिए गाजीपुर में एक महीने से तैयारियां चल रही थीं। पारंपरिक रामलीला विभिन्न स्थलों पर मंचित होते हुए लंका मैदान पहुंची, जहां श्रीराम ने विभीषण के बताने पर रावण की नाभि में बाण मारा, जिससे उसका अंत हुआ। इस अद्भुत दृश्य को देखकर दर्शक भावविभोर हो उठे। चारों ओर आतिशबाजी और ढोल-नगाड़ों के बीच रावण दहन का क्षण अविस्मरणीय बन गया। रामलीला कमेटी के मंत्री ओमप्रकाश तिवारी ने बताया कि इस बार पहली बार पूरे आयोजन का यूट्यूब पर सीधा प्रसारण किया गया, जिससे देश-विदेश के लोग भी ऑनलाइन इस पर्व के साक्षी बने। प्रशासन की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच यह आयोजन शांतिपूर्ण और उल्लासपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ, जिसने गाजीपुर की सांस्कृतिक और धार्मिक परंपरा को एक बार फिर जीवंत कर दिया। देखें फोटो
धार में दो जगह पर रावण दहन:श्रीराम के अग्निबाण से रावण का पुतला कुछ मिनटों में खाक,
धार के दशहरा मैदान और किला मैदान में बुराई के प्रतीक रावण का दहन किया गया। यह आयोजन दशहरा पर्व के अवसर पर हुआ। श्रीराम के अग्निबाण से रावण की नाभि में लगते ही पुतला जलने लगा। रावण का पुतला कुल 14 मिनट तक जलता रहा। दहन से पहले और बाद में जोरदार रंग-बिरंगी आतिशबाजी की गई, जिसने दर्शकों को आकर्षित किया। रावण दहन को लेकर शहर के लोगों में जबरदस्त उत्साह रहा। दोनों मैदान जनता से खचाखच भरे हुए थे। स्थिति यह थी कि मैदान के बाहर भी हजारों लोगों ने खड़े होकर रावण दहन कार्यक्रम को देखा। शाम 7 बजे से किला मैदान पर आतिशबाजी शुरू हो गई थी। रावण का पुतला चारों तरफ घूम रहा था। लोगों ने उसके साथ सेल्फी ली और परिवार के साथ फोटो खिंचवाई। 7.15 बजे श्रीराम, लक्ष्मण और हनुमानजी खुली जीप में सवार होकर शोभायात्रा के रूप में किला मैदान पर पहुंचे। उनके आगे बैंड-बाजे चल रहे थे। इसके बाद मंच पर तीनों का पूजन हुआ। राम के अग्नि बाण से रावण का पुतला जलाहनुमानजी ने रावण के पुतले के पास पहुंचकर उसकी गदे से पिटाई की। पहला दहन नपा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में विधायक नीना वर्मा, नपा अध्यक्ष नेहा बोडाने कलेक्टर प्रियंक मिश्रा पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी सहित जिला प्रशासन के अधिकारी जनप्रतिनिधियों के साथ बड़ी संख्या में हिन्दू समाज के लोग मौजूद थे। पचास फिट से ऊंचे रावण के पुतले को बजरंग दल झिरन्या अखाड़े के पहलवानों ने राम लक्ष्मण हनुमान का स्वरूप धारण कर रावण के नाभि में तीर चलाकर बुराई के प्रतीक रावण का दहन किया। दूसरा कार्यक्रमदूसरा दहन सार्वजनिक दशहरा उत्सव समिति , नौगांव द्वारा प्रति वर्षानुसार इस वर्ष भी रंगारंग आतिशबाजी के साथ रावण का दहन हुआ। किला मैदान पर आयोजित इस समारोह में 51 फीट ऊंचा चारों तरफ घूमता हुआ रावण आकर्षण का मुख्य केंद्र रहा। इस कार्यक्रम में 30 से 35 हजार लोग उपस्थिति थे। बीते 46 साल से यहां हर साल आयोजन किया जा रहा है। इसके लिए बाहर से कभी भी चंदा नहीं उगाया जाता है। लोगों में इतना जबरदस्त उत्साह था कि पूरा मैदान खचाखच भरा हुआ था। वहीं मैदान के बाहर भी हजारों की संख्या में लोग खड़े हुए थे। कार्यक्रम करीब एक घंटे तक चला। कार्यक्रम के बाद लगा जामइस दौरान घोड़ा चौपाटी पर आदर्श सड़क और लालबाग में वाहनों की पार्किंग थी। घोड़ा चौपाटी से लेकर किला मैदान तक पूरी तरह से जाम लगा रहा। कार्यक्रम के बाद किला मैदान से घोड़ा चौपाटी तक पहुंचने में 15 मिनट लग गए। इसके बाद त्रिमूर्ति चौराहे, अस्पताल रोड और मोहन टॉकीज रोड पर करीब 25 मिनट तक जाम लगा रहा।
एटा के नुमाइश ग्राउंड में विजयादशमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर रावण का पुतला दहन किया गया। जिसे देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग उमड़े। कार्यक्रम के दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए गए थे। रामलीला कमेटी द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में पारंपरिक ढंग से रावण के पुतले का दहन किया गया। सुरक्षा की दृष्टि से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्याम नारायण सिंह स्वयं मौजूद रहे। उन्होंने रामलीला मैदान की सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन की व्यवस्था संभाली, जिससे हजारों की भीड़ को नियंत्रित करते हुए कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।पुतला दहन से पहले रामलीला मंचन के विभिन्न प्रसंगों का प्रदर्शन किया गया। इनमें केवट और प्रभु श्री राम का संवाद, निषादराज और भगवान राम का संवाद, सुपर्णखा और लक्ष्मण के बीच संवाद, मेघनाथ और लक्ष्मण युद्ध, हनुमान जी का संजीवनी बूटी लाने का प्रसंग, विभीषण और बाली युद्ध, तथा अंगद-रावण संवाद और युद्ध शामिल थे। अंततः, राम और रावण के बीच युद्ध हुआ, जिसमें प्रभु श्री राम ने विजय प्राप्त की। यह पर्व असत्य पर सत्य और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। रावण दहन के बाद, रामलीला मैदान में मौजूद हजारों लोगों ने मेले का लुत्फ उठाया। बच्चों ने खेल-खिलौने और मिठाइयों का आनंद लिया, साथ ही झूलों का भी मजा लिया।इस दौरान थाना प्रभारी कोतवाली नगर शंभू नाथ सिंह सहित भारी पुलिस बल मौके पर तैनात रहा, जिसने पूरे कार्यक्रम के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखी।
पूर्व भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने विजय दशमी के अवसर पर मैनपुरी में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने अपनी राजनीतिक ताकत का जिक्र करते हुए यह बयान दिया। सिंह ने जनसभा में कहा, मैंने कितने विधायक बनाए और कितने मिटा दिए। उन्होंने अपनी राजनीतिक पृष्ठभूमि के संदर्भ में यह बात कही, जिसमें उन्होंने बताया कि वह स्वयं छह बार सांसद रहे हैं, उनकी पत्नी भी एक बार सांसद रह चुकी हैं और उनका बेटा वर्तमान में सांसद है। जनसभा के दौरान उन्होंने युवाओं को शारीरिक बल बढ़ाने की सलाह भी दी। उन्होंने सवाल किया, अपने दरवाजे पर ना भैंस है ना गाय है, ऐसे में शरीर पर बल कहाँ से आएगा? भीड़ में से एक व्यक्ति ने जवाब दिया, चाउमीन से आएगा। इस पर चुटकी लेते हुए पूर्व सांसद ने कहा, चाउमीन बोला, बर्गर वाला बोला, नकली आटा वाला बोला। उन्होंने अपने मन की बात कहते हुए एक कविता भी पढ़ी: किससे मन की बात कहूँ सुनने को तैयार कौन है, फुर्सत किसको कितनी है लगे हुए हैं सब अपने-अपने, सबको अपनी-अपनी है, बनकर मूक धरा-सा कब तक बोलो वज्राघात सहूँ मैं।
सरबोजनीं दुर्गा पूजा ट्रस्ट की ओर से मां की शोभायात्रा:सिंदूर खेला के साथ दी गई मां को भावभीनी विदाई
विजयादशमी के पावन अवसर पर मेरठ सरबोजनीं दुर्गा पूजा ट्रस्ट की ओर से मां दुर्गा की भव्य शोभायात्रा का आयोजन मंगलवार को बड़े ही हर्षोल्लास और पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ किया गया। सुबह से ही मंदिर प्रांगण में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। सिंदूर खेला में महिलाओं ने मां से की मनोकामना पूरी होने की प्रार्थना मां दुर्गा को अंतिम विदाई देने से पूर्व बंगाली समाज की महिलाओं ने पारंपरिक सिंदूर खेला की रस्म निभाई। महिलाओं ने मां को सिंदूर अर्पित किया और अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति हेतु प्रार्थना की। इसके बाद एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर विजयादशमी की शुभकामनाएँ दीं।मान्यता है कि नवरात्रि के नौ दिन देवी दुर्गा अपने मायके में बिताती हैं और विजयादशमी पर अपने दिव्य निवास लौटती हैं। इसी परंपरा के तहत सिंदूर खेला उनके विदाई अनुष्ठान का हिस्सा बनता है, जिसमें उत्सव और बिछड़ने का भाव दोनों झलकते हैं। ढाक-शंख और जयकारों से गूंजा शहर शोभायात्रा समिति परिसर से प्रारम्भ होकर सदर शिव चौक, हनुमान चौक, आबूलेन, बेगमपुल होते हुए नानू की नहर तक पहुंची। पूरे मार्ग पर भक्तों ने मां दुर्गा की जयकारों से वातावरण गुंजायमान कर दिया। ढाक की धुन, शंखनाद और बोलो दुर्गा माई की जय व अस्चे बोछोर अबर होबे (अगले साल फिर मिलेंगे) के उद्घोष से मेरठ का माहौल भक्तिमय हो उठा। श्रद्धालु मां की प्रतिमा के साथ भावपूर्ण नृत्य करते हुए आगे बढ़ते रहे। नम आंखों से दी अंतिम विदाई नानू की नहर पहुंचने पर समिति के पदाधिकारियों और श्रद्धालुओं ने मां दुर्गा की प्रतिमा को नम आंखों से विदाई दी। इस अवसर पर समिति के तुषार घोष, राखी दस, कल्लोल बसु, नवनीता सेन, दीपांकर दस, गौतम दास, रिंकू चौधरी, तरुण भौमिक, नरेंद्र कर, झूमा बैनर्जी, तुहिन नाथ सहित शहर के कई प्रबुद्ध नागरिक मौजूद रहे।
हाथरस में विजयादशमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। शहर के आगरा रोड स्थित एमजी पॉलीटेक्निक के मैदान में गुरुवार की रात्रि में रावण के पुतले का दहन किया गया। इस दौरान भगवान श्रीराम के स्वरूप ने रावण की नाभि पर अग्निबाण चलाया, जिसके बाद प्रतीकात्मक रावण धू-धूकर जल उठा। रावण दहन देखने के लिए मैदान में भारी भीड़ उमड़ी। दोपहर से ही लोग जुटना शुरू हो गए थे। पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था संभाल ली थी और सुबह 8 बजे से ही आगरा रोड का रूट डायवर्ट कर दिया गया था। देहात क्षेत्र से भी बड़ी संख्या में लोग मेला देखने पहुंचे थे। इस बार एमजी पॉलीटेक्निक के मैदान में बरसात के कारण जलभराव हो गया था। इसे देखते हुए चारों तरफ बैरिकेडिंग लगाई गई थी और भीड़ को पुतले के पास आने से रोका गया। राम, लक्ष्मण के स्वरूप और अन्य झांकियों को दूसरे रास्ते से मैदान में लाया गया। काली मां के स्वरूप, हनुमान जी और वानर सेना भी पॉलीटेक्निक मैदान पहुंची। वहां काफी देर तक युद्धलीला का मंचन किया गया। इसके बाद भगवान श्रीराम के स्वरूप ने रावण की नाभि को निशाना बनाते हुए अग्निबाण छोड़ा। आगरा रोड पर काफी देर तक लग रहा जाम अग्निबाण लगते ही कुछ ही देर में रावण का पुतला धू-धूकर जलने लगा और आतिशबाजी भी चलाई गई। पूरा माहौल जय श्रीराम के उद्घोष से गूंज उठा। कुछ ही देर में रावण का पुतला धराशायी होकर नीचे गिर गया। इस अवसर पर रामलीला आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ. अविन शर्मा, भोला पहलवान सहित कई आयोजक मौजूद थे। बड़ी संख्या में पुलिस बल भी तैनात रहा, जिसे भीड़ को नियंत्रित करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। रावण दहन के बाद आगरा रोड पर काफी देर तक जाम लगा रहा। देखें फोटो...
सरगुजा में विजयादशमी के अवसर पर पीजी कालेज मैदान में झमाझम बारिश के बीच रावण दहन किया गया। अचानक बारिश शुरू होने के कारण अफरा-तफरी की स्थिति बन गई। बारिश के कारण आतिशबाजी प्रभावित हुई। बारिश के कारण अतिथियों का भाषण भी नहीं हो पाया। दर्शक दीर्घा में खड़े लोग बारिश से बचने कुर्सियां सिर पर उठाकर खड़े रहे। सरगुजा में विजयादशमी के अवसर पर राम मंदिर से राम-जानकी की शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में बड़ी संख्या में शहर के गणमान्य नागरिक शामिल हुए। शोभायात्रा महोत्सव स्थल पीजी कॉलेज मैदान पहुंची। दशहरा महोत्सव के तहत आयोजित मानस गायन प्रतियोगिता एवं शैला नृत्य प्रतियोगिता के विजेता, उपविजेता प्रतिभागियों को मुख्य कार्यक्रम में पुरस्कृत किया गया। बारिश के कारण नहीं हो सका भाषणमुख्य समारोह में प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री राजेश अग्रवाल, पूर्व विधायक एवं नागरिक सेवा समिति की अध्यक्ष रजनी रविशंकर त्रिपाठी, महापौर मंजूषा भगत सहित भाजपा, कांग्रेस के पदाधिकारी मंचासीन रहे। पुरस्कार वितरण समारोह के बाद मंत्री एवं अतिथियों का भाषण होना था, लेकिन बारिश के कारण कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया। बारिश के बीच ही आतिशबाजी शुरू कराई गई, लेकिन बारिश के कारण आतिशबाजी प्रभावित हुई। बारिश से बचने बड़ी संख्या में लोग वापस जाने लगे तो आनन-फानन में रावण, कुंभकरण एवं मेघनाथ के पुतलों का दहन प्रारंभ किया गया। सबसे पहले कुंभकरण का पुतला जलाया गया। इसके बाद रावण का पुतला मशक्कत के बाद जलाया गया। मेघनाद का पुतला अंतिम में जलाया गया। रावण दहन के कार्यक्रम में हजारों की संख्या में लोग जुटे थे। पीजी कॉलेज से भीड़ छंटने में करीब एक घंटे से अधिक का समय लग गया। हिंदु युवा मंच ने निकाली भव्य शोभायात्रा विजयादशमी के अवसर पर हिंदु युवा मंच द्वारा भव्य शोभायात्रा शहर के मुख्यमार्गों से निकाली गई। कलाकेंद्र मैदान से निकली शोभायात्रा शहर के देवीगंज रोड से होते हुए महामाया मंदिर तक पहुंची, जहां गंगा आरती का आयोजन किया गया। हिंदू युवा मंच द्वारा शोभायात्रा की तैयारी कई दिनों से की गई थी। शोभायात्रा में विभिन्न स्थानों से आए कलाकारों द्वारा प्रदर्शित जीवंत झांकी आकर्षण का केंद्र रही।
पन्ना में सदियों पुरानी परंपरा निभाई:महाराजा छत्रसाल के वंशज को दिव्य तलवार, पान व बीरा भेंट
पन्ना के प्राचीन खेजड़ा मंदिर में सदियों पुरानी परंपरा का गुरुवार को विधिवत निर्वहन किया गया। इस अवसर पर महाराजा छत्रसाल के वंशज पन्ना नरेश छत्रसाल द्वितीय को मंदिर के पुजारी द्वारा दिव्य तलवार, पान और बीरा भेंट किया गया। कार्यक्रम में धर्मगुरु डॉ. दिनेश एम पंडित, धर्मोपदेशक पंडित खेमराज और श्याम बिहारी दुबे सहित श्री 108 प्राणनाथ मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारी व प्रबंधक उपस्थित रहे। सैकड़ों की संख्या में महामति के अनुयायी श्रद्धालु दशहरा के दिन इस समारोह के साक्षी बनने के लिए मंदिर प्रांगण में इकट्ठा हुए। मान्यता है कि लगभग 400 वर्ष पूर्व महामति प्राणनाथ ने महाराजा छत्रसाल को दिव्य तलवार और बीरा भेंट कर विजय का आशीर्वाद दिया था। इसी आशीर्वाद और तलवार के बल पर महाराजा छत्रसाल ने मुगलों के खिलाफ ऐतिहासिक 52 लड़ाइयां जीती थीं। उसी परंपरा के निर्वहन में प्रतिवर्ष दशहरा के दिन महाराजा छत्रसाल के वंशजों को तलवार और बीरा भेंट किया जाता है। महामति प्राणनाथ ने बुंदेलखंड की रक्षा के लिए महाराजा छत्रसाल को यह वरदानी तलवार सौंपी थी और बीरा उठाकर संकल्प करवाया था। इस आशीर्वाद से महाराजा छत्रसाल पूरे बुंदेलखंड को जीतने में सफल रहे और अपना साम्राज्य स्थापित कर पन्ना को राजधानी बनाया, तभी से पन्ना में यह परंपरा निभाई जा रही है। विजयादशमी पर प्राणनाथ जी मंदिर के पुजारी महाराजा छत्रसाल के वंशजों का तिलक कर बीरा व तलवार भेंट करते हैं, जो देश और धर्म की रक्षा के लिए प्रदान की गई थी। देखिए तस्वीरें भजनों पर झूमे श्रोता महोत्सव के बीच जब महाराज छत्रसाल के वंशज व राजपरिवार के सदस्य पधारे तो सभा भवन प्राणनाथ की जय व बुन्देलखण्ड केशरी महाराजा छत्रसाल के जयकारों से गूंज उठा। इस अवसर पर श्री खेजड़ा मंदिर के विशाल चबूतरे में मंचीय कार्यक्रम का भी आयोजन हुआ, जिसमें धर्माचार्यों द्वारा महामति प्राणनाथ व महाराजा छत्रसाल के विषय में विस्तारपूर्वक बताया गया। वहीं सौरभ शर्मा व विजय शर्मा लल्लू द्वारा शानदार भजनों की प्रस्तुति दी गई। जिसमें उपस्थित लोग मग्न होकर झूमने लगे।
करौली में करीब 19 साल के लंबे अंतराल के बाद विजयादशमी उत्सव का भव्य आयोजन किया गया। मुंशी त्रिलोक चंद माथुर स्टेडियम में आयोजित इस ऐतिहासिक उत्सव को देखने हजारों की संख्या में लोग पहुंचे। इस दौरान, 51 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन कर भगवान राम की सत्य पर जीत का उद्घोष किया गया। नगर परिषद ने विजयादशमी के इस खास अवसर को विशेष लाइटिंग और शानदार आतिशबाजी के साथ यादगार बनाया। आयोजन स्थल पर भगवान राम का भव्य दरबार सजाया गया, जिसकी विधि-विधान से पूजा-अर्चना की गई। करौली में यह उत्सव वर्ष 2006 के बाद पहली बार आयोजित हुआ, जिससे शहरवासियों में नया उत्साह देखा गया। इस भव्य आयोजन में करौली विधायक दर्शन सिंह गुर्जर, पूर्व विधायक रोहिणी देवी, नगर परिषद सभापति डॉ. राजरानी शर्मा, भाजपा नेता सुशील शर्मा, शहर मंडल अध्यक्ष आशुतोष तिवारी, पूर्व विधायक की पुत्रवधू गौरांबी और लोकसभा प्रत्याशी रहीं इंदु देवी जाटव सहित कई प्रमुख हस्तियां मौजूद रहीं। प्रशासनिक अधिकारियों में जिला कलेक्टर नीलाभ सक्सेना, एसडीएम और कार्यवाहक आयुक्त प्रेम राज भी उपस्थित थे। सुरक्षा व्यवस्था के लिए करौली एसपी लोकेश सोनवाल, एएसपी गुमनाराम और थाना अधिकारी की निगरानी में 150 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे, जिन्होंने हजारों की भीड़ के बीच व्यवस्था बनाए रखी। रावण के पुतले का दहन होते ही, पूरा स्टेडियम 'जय श्री राम' के नारों से गूंज उठा, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक था। यह आयोजन करौली के इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना बन गया।
क्षत्रिय समाज ने विजयदशमी पर किया शस्त्र पूजन:हजारों की भागीदारी, डॉ. राजेश्वर सिंह बने संरक्षक
भारतीय क्षत्रिय समाज और लोक अधिकार मंच सिविल सोसाइटी ने सिटी मांटेसरी स्कूल, विशाल खंड में विजयदशमी पर्व और शस्त्र पूजन का आयोजन किया। इस अवसर पर हजारों क्षत्रिय बंधुओं और क्षत्राणियों ने विधिवत पूजा-अर्चना के साथ शस्त्रों की पूजा की। यह आयोजन समाज की एकता और शक्ति का प्रतीक भी बना। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व उप-मुख्यमंत्री प्रोफेसर दिनेश शर्मा ने क्षत्रिय समाज की गरिमा और परंपराओं को बनाए रखने का आह्वान किया। उन्होंने समाज के विकास के लिए महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए। इस अवसर पर सरोजिनी नगर के विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह को भारतीय क्षत्रिय समाज का संरक्षक नियुक्त किया गया। समाज ने उनके कार्यों की सराहना करते हुए नई दिशा की उम्मीद जताई। तस्वीरें देखिए... समाज को एकजुट करने का आह्वान इस कार्यक्रम में एमएलसी पवन सिंह चौहान, एमएलसी अंगद सिंह और अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप सिंह बब्बू सहित कई प्रमुख हस्तियों ने भाग लिया। सभी उपस्थित लोगों ने समाज को एकजुट करने और उसकी परंपराओं को संरक्षित करने का आह्वान किया। महिलाओं को भी हर क्षेत्र में आगे आना चाहिए शस्त्र पूजा में शामिल छात्रा रिशु सिंह ने अपनी भागीदारी पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि जिस तरह पुरुष हर क्षेत्र में आगे हैं, उसी तरह महिलाओं को भी हर क्षेत्र में आगे आना चाहिए। उन्होंने समाज की महिलाओं से आगे बढ़कर सामाजिक बुराइयों को खत्म करने और सम्मान के लिए कदम उठाने का आग्रह किया। अमिया माहेश्वरी ने भी शस्त्र पूजा में शामिल होने पर सकारात्मक भावना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इस आयोजन से उन्हें सशक्त महसूस हुआ और यह संदेश मिला कि महिलाएं किसी से कम नहीं हैं। यह सहभोज समाज में एकता का प्रतीक इस अवसर पर देवेंद्र प्रताप सिंह को उनके सामाजिक, राजनीतिक, शैक्षणिक, साहित्यिक और आध्यात्मिक योगदान के लिए सम्मानित किया गया। भारतीय क्षत्रिय समाज के महामंत्री विपिन सिंह ने सहभोज का आयोजन किया, जिसे उपस्थित लोगों ने प्रसाद के रूप में ग्रहण किया। यह सहभोज समाज में एकता और भाईचारे का प्रतीक बना।
बैतूल में विजयदशमी पर 55 फीट ऊंचे रावण और 50 फीट ऊंचे कुंभकरण के विशाल पुतलों का दहन किया गया। राम-रावण युद्ध का जीवंत मंचन भी किया गया। हजारों लोग इस कार्यक्रम में पहुंचे। केंद्रीय मंत्री सहित जनप्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद रहे। लाल बहादुर शास्त्री स्टेडियम में दशहरा उत्सव पर गुरुवार देर श्रीराम की सेना का विजय जुलूस निकाला। गंज स्थित श्री कृष्ण मंदिर से शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें श्री कृष्ण पंजाब सेवा समिति के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में नागरिक शामिल हुए। डेढ़ किमी लंबी शोभायात्रा में नागरिकों और समिति के कार्यकर्ताओं ने डांडिया और अन्य पारंपरिक नृत्य किया। हजारों की भीड़ की मौजूदगी में जैसे ही पुतलों में आग लगी, पूरा स्टेडियम जय श्रीराम के नारों से गूंज उठा। राम-रावण युद्ध का जीवंत मंचनइस मौके पर राम-रावण युद्ध का जीवंत मंचन भी किया गया, जिसे दर्शकों की सहूलियत के लिए एलईडी स्क्रीन पर दिखाया गया। इसके साथ रंगीन आतिशबाजी का आकर्षक प्रदर्शन किया गया जिसने माहौल को और भी रोमांचक बना दिया। कार्यक्रम में केंद्रीय राज्यमंत्री डी.डी. उइके, विधायक डॉ. योगेश पंडाग्रे, नगर पालिका अध्यक्ष पार्वती बारस्कर, पूर्व विधायक और जिला कांग्रेस अध्यक्ष निलय डागा, भाजपा जिलाध्यक्ष सुधाकर पवार सहित अनेक जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। इस वर्ष आदर्श श्री इंद्रलोक रामलीला मंडल, खजूरी (जिला सीधी) के कलाकारों ने जीवंत अभिनय कर दर्शकों का मन मोह लिया। श्री कृष्ण पंजाब सेवा समिति द्वारा आयोजित यह परंपरा पिछले 68 वर्षों से लगातार निभाई जा रही है। भीड़ और व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए पुलिस ने विशेष ट्रैफिक प्लान तैयार किया था। जगह-जगह पर पुलिस बल की तैनाती और मार्ग डायवर्जन के कारण यातायात नियंत्रण में रहा तथा हजारों की भीड़ के बीच आयोजन शांतिपूर्ण और सुरक्षित रूप से संपन्न हुआ।
श्योपुर में 52 फीट का रावण जला:विजयादशमी पर आतिशबाजी से गूंजा शहर, धूमधाम से मना उत्सव
श्योपुर जिले में गुरुवार को विजयादशमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। असत्य पर सत्य की जीत के प्रतीक इस उत्सव पर जिला मुख्यालय सहित कराहल, बड़ौदा और विजयपुर में रावण दहन के कार्यक्रम किए गए। इन विशालकाय पुतलों के दहन को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग उमड़े। मुख्य समारोह की शुरुआत शाम करीब 4 बजे तोड़ी गणेश बाजार स्थित श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर से भगवान श्रीराम के चल समारोह के साथ हुई। शोभायात्रा में कलाकारों ने अखाड़ेबाजी के करतब दिखाए। भगवान श्रीराम और दशानन की सेना के बीच नाटकीय युद्ध का मंचन आकर्षण का केंद्र रहा, जिसमें रावण और मेघनाद बाण वर्षा करते दिखे, वहीं भगवान श्रीराम, लक्ष्मण और हनुमान बाणों से जवाब देते नजर आए। यह चल समारोह मैन बाजार से होते हुए श्रीरामतलाई पहुंचा। यहां आरती के बाद 15 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया गया। यह परंपरा यहां लगभग 150 वर्षों से चली आ रही है। इसके बाद मेला मैदान में भगवान श्रीराम और रावण की सेना के बीच युद्ध का मंचन हुआ, जिसमें भगवान श्रीराम ने रावण की नाभि में तीर मारकर उसका वध किया। युद्ध के बाद आसमान आतिशबाजी से गूंज उठा। रंग-बिरंगी आतिशबाजी ने पूरे माहौल को रोशन कर दिया। अंत में बुराई के प्रतीक 52 फीट ऊंचे रावण और 45 फीट ऊंचे मेघनाद के पुतलों का दहन किया गया। इस दौरान उपस्थित जनसमूह 'जय श्रीराम' के जयकारों से गूंज उठा। देखिए तस्वीरें
अशोकनगर में 55 फीट के रावण का पुतला दहन:मेघनाथ और कुंभकर्ण के पुतले भी कुछ मिनटों में खाक
अशोकनगर में विजयदशमी के अवसर पर नवीन कृषि उपज मंडी स्थित स्टेडियम में 55 फीट ऊँचे रावण का पुतला दहन किया गया। इसके साथ ही 31 फीट के कुंभकर्ण और 15 फीट के मेघनाथ के पुतले भी जलाए गए। कुछ ही मिनटों में तीनों पुतले जलकर राख हो गए। इस आयोजन को देखने के लिए शहर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। लोगों से की बुराइयां त्यागने की अपीलपरंपरा के अनुसार, समिति के पदाधिकारियों के साथ कलेक्टर आदित्य सिंह और पुलिस अधीक्षक राजीव कुमार मिश्रा ने विधिवत पूजन किया। इस अवसर पर सभी ने अपने विचार व्यक्त किए और रावण से जुड़ी बुराइयों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि यह पुतला दहन असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक है। समिति अध्यक्ष यादवेंद्र सिंह यादव ने लोगों से आंतरिक बुराइयों को त्यागने का आह्वान किया। पुलिस अधीक्षक राजीव कुमार मिश्रा ने अपने संबोधन में कहा कि यदि कोई व्यक्ति महिला पर अत्याचार करता है, तो उसे रोकने में बिल्कुल न डरें। ऐसा करने वाला व्यक्ति स्वयं राम के समान है। आतिशबाजी से जगमगाया आसमानपुतला दहन से पहले लगभग दो घंटे तक रंग-बिरंगी आतिशबाजी की गई, जिससे पूरा आसमान जगमगा उठा। परिसर को चार मुख्य भागों में बांटा गया था। एक भाग में रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतले रखे गए थे, जबकि दूसरे भाग में राम दरबार सजाया गया था। तीसरे भाग में मंच स्थापित किया गया था, जो जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और आयोजकों के परिजनों के लिए आरक्षित था। चौथे भाग में आम जनता के लिए रावण दहन देखने की व्यवस्था की गई थी।
झालावाड़ के दशहरा मैदान में 51 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया गया। राड़ी के बालाजी मंदिर के पास स्थित इस मैदान पर दशहरे का मुख्य कार्यक्रम आयोजित हुआ। जिले के ग्रामीण इलाकों में भी यह पर्व उत्साह के साथ मनाया गया। इससे पहले शहर में भव्य शोभायात्रा निकाली गई। मंशापूर्ण बालाजी मंदिर से शुरू हुई यह शोभायात्रा विभिन्न मार्गों से होते हुए रावण दहन स्थल पहुंची। इसमें अखाड़े के पहलवानों ने अपने करतब दिखाए, जिसका जगह-जगह पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया। बड़ी संख्या में शहरवासी शोभायात्रा में शामिल हुए। रावण दहन स्थल पर भगवान राम ने रावण दहन की परंपरा निभाई। सभापति प्रदीप सिंह राजावत ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर जिला कलेक्टर अजय सिंह राठौड़, एडीएम अजय भार्गव, एसडीएम अभिषेक चारण, एडिशनल एसपी चिरंजी लाल मीणा, भाजपा जिलाध्यक्ष हर्षवर्धन शर्मा, पूर्व अध्यक्ष संजय जैन, आरपीएससी के पूर्व चेयरमैन श्याम सुंदर शर्मा और नगर परिषद आयुक्त नरेंद्र मीणा सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। पुलिस सुरक्षा व्यवस्था में झालावाड़ डिप्टी हर्षराज सिंह खरेड़ा शामिल रहे। पार्षद इनाम जफर ने भी इस आयोजन में सहयोग किया।
रायसेन में दशहरा पर्व पर 71 साल पुरानी परंपरा का निर्वहन किया गया। शहर के प्राचीन बावड़ीपुरा हनुमान मंदिर से 40 किलो वजनी वीर हनुमान का मुखौटा धारण कर शोभायात्रा निकाली गई। गुरुवार शाम को वार्ड 2 स्थित बावड़ीपुरा हनुमान मंदिर से यह शोभायात्रा प्रारंभ हुई। इस वर्ष अभिषेक कुशवाह ने 40 किलो वजनी वीर हनुमान का मुखौटा धारण किया। उन्होंने लगभग पांच घंटे तक इस मुखौटे को धारण किए रखा। शोभायात्रा शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए दशहरे मैदान पहुंची। इस दौरान लोगों ने जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया और वीर हनुमान के मुखौटे की आरती भी उतारी। मुखौटा धारण करने वाले व्यक्ति का चयन एक विशेष प्रक्रिया के तहत किया जाता है। प्राचीन हनुमान मंदिर बावड़ीपुरा में जय महावीर समिति इच्छुक व्यक्तियों के नाम की दो पर्चियां हनुमान प्रतिमा के सामने डालती है। 40 दिन ब्रह्मचर्य का पालन कियाइन पर्चियों को किसी कन्या के हाथों से उठाया जाता है। पहली पर्ची में नाम आने वाले व्यक्ति को दशहरे पर मुखौटा धारण करने का अवसर मिलता है, जबकि दूसरी पर्ची में नाम आने वाले को रामलीला मेले में रावण दहन के दिन यह सम्मान प्राप्त होता है। इस वर्ष शहर के रामलीला निवासी अभिषेक कुशवाहा ने यह मुखौटा धारण किया। उन्हें इसके लिए 40 दिनों तक ब्रह्मचर्य का पालन और व्रत करना पड़ा। इस अवधि में उन्होंने मंदिर पहुंचकर सुबह-शाम कड़ी तपस्या की। देखें तस्वीरें
रायबरेली के महाराजगंज ब्लॉक क्षेत्र के बरियार सिंह का पुरवा, मजरे ज्यौन गांव में गुरुवार को बिजली वायरिंग करते समय करंट लगने से एक युवक की मौत हो गई। मृतक की पहचान चंदापुर थाना क्षेत्र के कुम्हरन का पुरवा, मजरे कुशमहुरा निवासी घनश्याम मौर्य उम्र लगभग 30 वर्ष (पुत्र राम अवतार) के रूप में हुई है। यह घटना उस समय हुई जब घनश्याम मौर्य गांव में बिजली का काम कर रहे थे। करंट की चपेट में आने के बाद परिजन उन्हें तत्काल सीएससी महाराजगंज ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सीएससी के डॉक्टर अनिल भारद्वाज ने पुष्टि की कि युवक की मौत बिजली के झटके से हुई है। मृतक घनश्याम मौर्य की शादी लगभग दो वर्ष पहले हुई थी। वह अपने माता-पिता की इकलौती संतान थे और उनकी तीन बहनें हैं। इस घटना से परिवार में मातम छा गया है।
महोबा जनपद में देवी प्रतिमा विसर्जन के दौरान एक युवक की नदी में डूबने से मौत हो गई। यह घटना नौगांव फदना स्थित विरमा नदी पर हुई। मृतक की पहचान ग्राम अलीपुरा निवासी 30 वर्षीय धर्मेंद्र पुत्र हरनारायण राजपूत के रूप में हुई है। धर्मेंद्र आज देवी प्रतिमा विसर्जन के लिए विरमा नदी पर गया था, जहां वह गहरे पानी में डूब गया। स्थानीय लोगों और प्रशासन की मदद से उसे तुरंत नदी से बाहर निकाला गया। थाना प्रभारी अर्जुन सिंह और वरिष्ठ उपनिरीक्षक महेंद्र वर्मा उसे पनवाड़ी सीएचसी लेकर पहुंचे। वहां ड्यूटी पर तैनात डॉ. ज्योत्सना ने धर्मेंद्र को मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही एसडीएम डॉ. प्रदीप सिंह, सीओ रविकांत गौड़ और नायब तहसीलदार अभिषेक मिश्रा सीएचसी पहुंचे। अधिकारियों ने पीड़ित परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। धर्मेंद्र अपने माता-पिता की तीन संतानों में सबसे छोटा था। उसकी शादी वर्ष 2019 में हुई थी। मृतक अपने पीछे पत्नी पुष्पा, 6 वर्षीय बेटे और 4 वर्षीय बेटी को छोड़ गया है। उसके व्यवहार कुशल होने के कारण सीएचसी में परिचितों की भीड़ जमा हो गई।
नर्मदापुरम में बंगाली एसोसिएशन द्वारा आयोजित दुर्गोत्सव के पांचवें और अंतिम दिन गुरुवार शाम को सिंदूर खेला का उत्सव मनाया। दोपहर में सुहागिन महिलाओं ने माँ दुर्गा को सिंदूर अर्पण कर उनका पान मिष्टी से वरण कर अपने ससुराल वापस जाने के लिए विदा किया। महिलाओं ने एक दूसरे को सिंदूर लगायामां दुर्गा को सिंदूर लगाने के बाद एक-दूसरे को भी सिंदूर लाने के उत्साह में सिंदूर खेला हुआ। पति की लम्बी उम्र और सुख समृद्धि की कामना की गई। नाम आंखों के साथ और अगले वर्ष पूजा को और उत्साह के साथ मनाने के जोश भरे जयकारों के साथ सपरिवार विसर्जन शोभायात्रा में जाकर मां को विदाई दी। विजया सम्मेलन का हुआ आयोजननर्मदापुरम बंगाली एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ आशीष चटर्जी ने बताया बंगाली परंपरा में सिंदूर खेला का महत्व है। मान्यता है मां दुर्गा नवरात्रि में अपने मायके आती है। दशमी को अपनी ससुराल वापस लौट जाती है। विसर्जन शोभायात्रा के बाद विजया सम्मेलन का आयोजन होगा। जिसमें सभी गुरुजनों के चरण स्पर्श कर, उन्नति का आशीर्वाद लेंगे।
विजयादशमी पर्व के अवसर पर नाथद्वारा में लंपी रोग से पीड़ित गोवंश की सेवा का कार्य शुरू किया गया। श्रीनाथजी मंदिर के तिलकायत पुत्र विशाल बावा की प्रेरणा से उपली ओडन स्थित उपली खिड़क गोशाला में विशेष अभियान का शुभारंभ हुआ। देखभाल के लिए लगाए कर्मचारी अभियान का मुख्य उद्देश्य नाथद्वारा नगर क्षेत्र में लंपी रोग से ग्रसित गायों की चिकित्सा, भोजन, स्वच्छता और दवाइयों की व्यवस्था कर उन्हें जल्द स्वस्थ करना है। इस हेतु गोशाला में विशेष सेवा कर्मियों की नियुक्ति की गई, जिनमें तीन ग्वाल और दो सफाईकर्मी शामिल हैं, जो गायों की देखभाल करेंगे। प्रथम चरण में नगर की लंपी रोग से पीड़ित 16 गायों को यहां लाया गया से जिनकी चिकित्सा और उचित देखभाल शुरू की गई। सहयोग की अपील इस अवसर पर विशाल बावा ने सभी वैष्णव जनों से अपील की है कि हमारे आराध्य श्रीजी प्रभु की प्रिय गोमाता को कहीं भी कष्ट नहीं हो। सभी श्रद्धालु जहां कहीं भी हों, जैसे संभव हो, गोमाता के सुख और सेवा के लिए सहयोग और योगदान करें।
कासगंज में गुरुवार के दोपहर में पति ने अवैध संबंध के शक में पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद पत्नी के शव को मक्के के खेत में छोड़कर मौके से फरार हो गया। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल कर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। घटना सोरों कोतवाली क्षेत्र के नगला बिहारी गांव का है। जानकारी के अनुसार, राजू मौर्य (22) ने अपनी पत्नी गुंजन पर अवैध संबंध होने का शक करता था। इसी बात को लेकर गुरुवार सुबह मक्के के खेत में काम करने के दौरान दोनों में बात विवाद हुआ। इसी दौरान राजू ने गुंजन का गला दबा दिया। जिससे गुंजन की मौत हो गई। मृतका गुंजन, कादरवाड़ी गांव के निवासी राजेंद्र की बेटी थी। दोनों की शादी 10 अप्रैल 2025 को हुई थी। मक्के की फसल की कटाई करने गए थे दोनों राजू की यह दूसरी शादी थी। उनकी पहली पत्नी उर्मिला की 6 दिसंबर 2023 को बीमारी के कारण मृत्यु हो गई थी। आरोपी ने मक्का काटते समय वारदात को अंजाम दिया। महिला का शव खेत में पड़ा मिला। आरोपी राजू घर का इकलौता बेटा है। जिस पर 12 बीघा जमीन है। गांव में ही रहकर खेती का काम करता था। पत्नी गुंजन भी खेती के कामों में मदद करती थी। मक्का की फसल तैयार होने पर दोनों सुबह कटाई करने के लिए खेत में गए हुए थे। ग्रामीणों ने गुंजन का शव खेत में देखकर पुलिस को घटना की सूचना दी। जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल कर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने फॉरेंसिक टीम से साक्ष्य जुटाया। वहीं गुंजन के परिवार का कहना है कि राजू ने गलत शक के चलते पत्नी की हत्या की। सोरों थाना प्रभारी जगदीश चंद्र ने बताया कि पड़ोस के खेत में काम कर रहे ग्रामीणों ने पुलिस को खेत में महिला के शव पड़े होने की सूचना दी थी। पुलिस ने मौक़े पर जाकर जांच पड़ताल कर शव को पीएम को भेजा। पति ने पत्नी की गला दबाकर हत्या कर मौके से फरार हो गया। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम दबिश दे रही है। ------------------------------------- ये भी पढ़ें... राजा भैया के हथियारों के जखीरे का VIDEO देखिए: दशहरे पर पूजा के बाद बोले-सारे शस्त्र हमारे; मेज पर सजाए 200 से ज्यादा हथियार विधायक राजा भैया ने दशहरे पर पत्नी भानवी सिंह को जवाब दिया। उन्होंने कुंडा के अपने बेंती महल में अस्त्र-शस्त्रों की पूजा की। कहा- शस्त्र सारे हमारे हैं। जो हमारा है वो समर्थकों का है और जो समर्थकों का है वो हमारा है। राजा भैया के शस्त्र पूजन की वीडियो और तस्वीरें सामने आई हैं। करीब 200 से ज्यादा देशी-विदेशी हथियारों को टेबल पर सजाया गया है। हथियारों में पिस्टल, रिवॉल्वर, 12 बोर की बंदूक, राइफल और थर्टी कारबाइन शामिल हैं। हर साल दशहरे पर राजा भैया अपने शस्त्रागार में रखें हथियारों की पूजा करते हैं। उनकी पत्नी के हथियारों के वीडियो सोशल मीडिया पर डालने की वजह से इस बार मामला सुर्खियों में है। पढ़ें पूरी खबर...
यूपी के बरेली में शुक्रवार को भारत बंद और जुमा की नमाज को लेकर पुलिस प्रशासन अलर्ट है। बरेली में गुरुवार रात पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी सड़को पर उतरे। एडीजी से लेकर कमिश्नर, डीएम और एसएसपी समेत सभी अधिकारी पुलिस, पीएसी और पैरामिलिट्री फोर्स के साथ फ्लैग मार्च किया। बरेली में शुक्रवार को लेकर पुलिस बल ने किया रूट मार्च बरेली में 3 अक्टूबर शुक्रवार को देखते हुए पुलिस प्रशासन सतर्क हो गया है। पुलिस अधिकारियों ने भारी पुलिस फोर्स के साथ शहर में रूट मार्च किया और शहर वासियों को भरोसा दिलाया कि किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं है। बाजार खुले है लोग दिनचर्या में लगे है। शुक्रवार को लोग आएं नमाज पढ़े और घर जाएं भीड़ इकट्ठी न करें। 26 सितंबर को हुई थी नमाज के बाद हिंसा बरेली में पिछले शुक्रवार 26 सितंबर को नमाज के बाद हिंसा हुई थी। तौकीर रज़ा ने आई लव मोहम्मद पोस्टर विवाद को लेकर लोगों से बड़ी संख्या में जुटने की अपील की थी। जिस वजह से बड़ी संख्या में लोग सड़को पर आ गए थे। जिसके बाद पुलिस पर पथराव और फायरिंग की गई थी। पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ने का काम किया था।
रावण की नाक पर मुक्का मारकर करते हैं वध:दशहरे पर 128 साल पुरानी परंपरा; राम की सेना करती है हमला
मंदसौर जिले के धमनार गांव में दशहरे पर एक अनूठी परंपरा का पालन किया जाता है। यहां रावण की लगभग 50 फीट ऊंची प्रतिमा का वध उसकी नाक पर मुक्का मारकर किया जाता है। यह अनोखा आयोजन पिछले 128 सालों से लगातार चली आ रही है। इस परंपरा के तहत, दशहरे पर राम और रावण की दो सेनाएं बनाई जाती हैं। राम की सेना मैदान में रहती है, जबकि रावण की सेना रावण की प्रतिमा के लिए बने मंच पर खड़ी होती है। रावण की सेना का मुख्य उद्देश्य राम की सेना को रावण की नाक तक पहुंचने से रोकना होता है। दोनों सेनाओं के बीच एक प्रतीकात्मक युद्ध होता है, जिसमें जलते हुए पटाखे और टोकरियां एक-दूसरे पर फेंकी जाती हैं। यह युद्ध तब तक जारी रहता है, जब तक राम की सेना का कोई सदस्य रावण की सेना को भेदकर रावण की नाक तक नहीं पहुंच जाता। जैसे ही राम की सेना का कोई व्यक्ति रावण की नाक पर मुक्का मारता है, युद्ध समाप्त हो जाता है और इसे रावण वध माना जाता है। यह आयोजन देखने में भले ही हिंसक लगे, लेकिन यह धमनार गांव की एक पुरानी और प्रतिष्ठित परंपरा का हिस्सा है।
बस्ती के छावनी थाना क्षेत्र में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन से लौट रही एक ट्राली से गिरकर एक युवक की मौत हो गई। यह घटना राष्ट्रीय राजमार्ग 27 पर शंकरपुर गांव के पास रात करीब आठ बजे हुई। घायल युवक को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र विक्रमजोत ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक की पहचान छावनी थाना क्षेत्र के अतरौरा झाम निवासी 27 वर्षीय अजीत सिंह पुत्र पूरन सिंह के रूप में हुई है। घटना के समय अतरौरा झाम गांव के लोग मूर्ति विसर्जन कर अपने गांव लौट रहे थे। घटना की सूचना 112 नंबर पर दी गई। मौके पर पहुंची पीआरबी 0833 टीम ने विक्रमजोत चौकी प्रभारी शशि शेखर सिंह को मामले की जानकारी दी। चौकी प्रभारी शशि शेखर सिंह अपनी टीम के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र विक्रमजोत पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 3 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ के दौरे पर रहेंगे। उनके आगमन को लेकर प्रदेश बीजेपी के नेताओं ने तैयारियां तेज कर दी हैं। इस दौरान शाह बस्तर क्षेत्र में आयोजित होने वाले विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा महोत्सव में शामिल होंगे। बताया जा रहा है कि इस आयोजन को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने की दिशा में यह दौरा एक अहम कदम साबित होगा। बस्तर दशहरा उत्सव में शामिल होने के साथ केंद्रीय गृहमंत्री बस्तर की आदिवासी परंपराओं को जानने के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे। स्वदेशी मेले आयोजन में शामिल होंगे। इन कार्यक्रमों के बाद 4 अक्टूबर को केंद्रीय गृहमंत्री विभागीय अधिकारियों के साथ बैठकर नक्सल उन्मूलन अभियान की समीक्षा कर सकते है। अमित शाह को मुरिया दरबार का निमंत्रण दिया बस्तर दशहरा समिति के प्रतिनिधिमंडल ने नई दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की और उन्हें बस्तर दशहरा महोत्सव के अंतर्गत आयोजित मुरिया दरबार में शामिल होने का औपचारिक निमंत्रण दिया। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व बस्तर सांसद एवं दशहरा समिति के अध्यक्ष महेश कश्यप ने किया। उनके साथ पारंपरिक मांझी-चालकी सहित समिति के अन्य सदस्य भी उपस्थित थे। समिति ने गृहमंत्री को भेंट की मां दंतेश्वरी की तस्वीर मुलाकात के दौरान बस्तर दशहरा समिति ने अमित शाह को मां दंतेश्वरी की पवित्र तस्वीर भेंट की। गृहमंत्री ने निमंत्रण स्वीकार करते हुए बस्तर दशहरे की परंपराओं की सराहना की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि बस्तर अब नक्सलवाद की गिरफ्त से निकलकर शांति और विकास की राह पर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि वे 75 दिनों तक चलने वाले इस अनोखे महोत्सव में शामिल होने के लिए उत्सुक हैं। आदिवासी प्रतिनिधियों से करेंगे संवाद इस वर्ष बस्तर दशहरा का मुरिया दरबार 4 अक्टूबर को जगदलपुर के सिरहासार भवन में आयोजित होगा। यहां आदिवासी समुदाय अपनी समस्याएं और सुझाव सीधे प्रशासन के सामने रखते हैं। अमित शाह इस दौरान आदिवासी प्रतिनिधियों से संवाद करेंगे और मिशन 2026 के तहत नक्सल उन्मूलन की प्रगति की भी समीक्षा करेंगे। साथ ही स्वदेशी मेला में स्थानीय हस्तशिल्प और सांस्कृतिक प्रदर्शनों को राष्ट्रीय मंच मिलेगा। प्रतिनिधियों से संवाद के अलावा नक्सल उन्मूलन की रिपोर्ट वे अफसरों से लेंगे। इस बैठक में सीएम, गृहमंत्री भी शामिल रहेंगे। पीएम को भी आमंत्रण भेजा है समिति ने समिति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी आमंत्रण भेजा है। बस्तर सांसद महेश कश्यप ने कहा कि यह ऐतिहासिक क्षण है, जब बस्तर की संस्कृति को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान मिल रहा है। गौरतलब है कि बस्तर दशहरे में रावण दहन नहीं होता, बल्कि मां दंतेश्वरी की पूजा के साथ यह महोत्सव आदिवासी परंपराओं की अनूठी झलक प्रस्तुत करता है।
विजयादशमी के मौके पर गुरुवार को जिलेभर में परंपरागत रूप से रावण दहन कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस बार कुछ अलग और अनूठा नजारा हनुमानगढ़ जंक्शन में देखने को मिला। यहां पहली बार 52 फीट ऊंचा रावण का पुतला गोबर से तैयार किया गया, जिसे गोधूलि बेला में शास्त्रानुसार लेटाकर दहन किया गया। इस खास पहल का आयोजन श्रीदुर्गा रामलीला समिति, हनुमानगढ़ जंक्शन की ओर से किया गया। समिति सचिव बलजीत सिंह ने बताया कि रावण दहन शाम 6 बजकर 6 मिनट पर किया गया, जबकि भगवान श्रीराम का राज्याभिषेक सवा 7 बजे संपन्न हुआ। रावण के पुतले को पूरी तरह देसी और पर्यावरण के अनुकूल सामग्री से तैयार किया गया। पुतले के निर्माण में 51 मण भारतीय गोवंश का गोबर, 1 क्विंटल गाय का घी, 5 किलो मेवा, 1 मण नारियल, 5 किलो कपूर, डेढ़ किलो रोली, एक किलो मौली, 5 किलो हल्दी, 100 ग्राम केसर, 11 किलो चंदन की लकड़ी, 2 मण हवन सामग्री, 5 किलो चावल, 5 किलो जौ और एक किलो गूगल का प्रयोग किया गया। पुतला पूरी तरह प्लास्टिक और पटाखा रहित था। समिति की ओर से बताया गया कि इस पवित्र आयोजन का उद्देश्य भारतीय परंपराओं को बढ़ावा देना और पर्यावरण को स्वच्छ बनाना था। कृषि उपज मंडी समिति के सचिव पंडित विष्णुदत्त शर्मा ने बताया कि चित्तौड़गढ़ के बाद पहली बार प्रदेश में हनुमानगढ़ जिले में गोबर से बना रावण का दहन किया गया। रावण को शास्त्रों के अनुसार लेटाकर अग्नि दी गई। इस ऐतिहासिक आयोजन में हनुमानगढ़ विधायक गणेशराज बंसल, भाजपा नेता अमित चौधरी, आशीष पारीक, कांग्रेस नेता मनीष मक्कासर समेत शहर के कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम में हजारों श्रद्धालुओं की उपस्थिति रही। रावण दहन के बाद पूरा वातावरण जय श्रीराम के नारों से गूंज उठा। आयोजन के बाद समिति द्वारा प्रसाद का वितरण भी किया गया।
असत्य पर सत्य की और अधर्म पर धर्म की विजय का प्रतीक विजयादशमी (दशहरा) का पर्व गुरुवार को उत्साह के साथ मनाया गया। शहर का मुख्य आकर्षण सेठ मोतीलाल कॉलेज के स्टेडियम में आयोजित हुआ, जहां भगवान श्रीराम ने अग्नि बाण चलाकर 45 फीट ऊंचे रावण के विशाल पुतले का दहन किया। इस दृश्य को देखने के लिए हजारों की संख्या में जनसैलाब उमड़ पड़ा। जय श्रीराम की गूंज से पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा। इस मौके पर जिला कलेक्टर डॉ. अरुण गर्ग ने कहा कि यह पर्व हमें सामाजिक बुराइयों को त्यागने और श्रीराम के आदर्शों को जीवन में उतारने का संदेश देता है। जिलेभर में रामलीला समितियों की ओर से रावण दहन के कार्यक्रम आयोजित किए गए, लेकिन शहर का सबसे बड़ा और मुख्य आयोजन सेठ मोतीलाल कॉलेज के स्टेडियम में हुआ। यहां 45 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया गया, जिसने दर्शकों को रोमांचित कर दिया। 45 फीट ऊंचा रावण का पुतला धधक उठा कार्यक्रम की शुरुआत गांधी चौक से शोभायात्रा से हुई। स्टेडियम पहुंचने के बाद, मंच पर राम-रावण का संवाद और युद्ध का रोमांचक मंचन किया गया। इस मंचन ने दर्शकों को महाकाव्य रामायण के युद्ध की याद दिला दी। युद्ध के चरम क्षणों में, जैसे ही भगवान राम ने अग्नि बाण चलाकर रावण की नाभि से वध किया। देखते ही देखते 45 फीट ऊंचा रावण का पुतला धधक उठा। पुतले के जलते ही शुरू हुई भव्य और रंगीन आतिशबाजी के धमाकों ने पूरे वातावरण को उत्सवमय बना दिया और रात के आसमान को जगमग कर दिया। जनसैलाब और उत्साह का माहौल रावण दहन के इस भव्य और प्रतीकात्मक दृश्य को देखने के लिए हजारों की भीड़ स्टेडियम में उमड़ी। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, सभी वर्गों के लोग इस अवसर पर मौजूद रहे। लोगों का उत्साह इतना अधिक था कि वे कार्यक्रम शुरू होने से दो घंटे पहले ही स्टेडियम में अपनी जगह सुनिश्चित करने पहुंच गए थे। जैसे ही पुतले को आग लगी, दर्शकों ने जोरदार जयकारों के साथ इस पल का आनंद लिया, जिससे चारों ओर जय श्रीराम की गूंज सुनाई दी। आतिशबाजी का अद्भुत नजारा पूरे आयोजन के दौरान उत्साह और उल्लास का माहौल बना रहा। रंग-बिरंगी आतिशबाजी ने रात के आसमान को जगमग कर दिया। आतिशबाजी के चमकदार नजारों ने बच्चों को मंत्रमुग्ध कर दिया, वहीं युवाओं और परिवारों ने भी इसका भरपूर आनंद उठाया।इस मौके पर जिला कलेक्टर डॉ. अरुण गर्ग, झुंझुनूं पुलिस अधीक्षक बृजेश ज्योति उपाध्याय, भाजपा नेता बबलू चौधरी, पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी और राष्ट्रीय परिषद के सदस्य विशंभर पुनिया सहित कई जनप्रतिनिधि व गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
अधर्म पर धर्म की विजय के प्रतीक पर्व विजयादशमी के अवसर पर गुरुवार दोपहर करीब 2 बजे प्रदेश के संस्कृति, पर्यटन, धार्मिक न्यास और धर्मस्व राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेंद्र सिंह लोधी ने कटनी की झिंझरी स्थित पुलिस लाइन में शस्त्र पूजन किया। इस अवसर पर कटनी विधायक संदीप जायसवाल, कलेक्टर आशीष तिवारी और पुलिस अधीक्षक (एसपी) अभिनय विश्वकर्मा भी उपस्थित रहे। शक्ति, साहस और विजय के प्रतीक के रूप में शस्त्रों का विधि-विधान और शास्त्रोक्त मंत्रोच्चार के बीच हवन अनुष्ठान कर पूजन किया गया। राज्य मंत्री लोधी ने इस अवसर पर कहा कि दशहरा पर्व पर शस्त्र-पूजन की सनातन परंपरा रही है। शस्त्र पूजन की सदियों पुरानी परंपरा के तहत पुलिस लाइन के शस्त्रागार के साथ-साथ जिले के सभी थानों में भी भव्यता के साथ यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। विजयादशमी पर शस्त्र-पूजन का सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व है, जो व्यक्ति को उसके कर्तव्यों के प्रति जागरूक करता है और अधर्म के खिलाफ संघर्ष की प्रेरणा देता है।
विजयादशमी के अवसर पर विदिशा पुलिस लाइन में पारंपरिक शस्त्र पूजन का आयोजन किया गया। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने विधिवत शस्त्र पूजन कर प्रदेशवासियों को दशहरे की शुभकामनाएं दीं। लोगों से की स्वदेशी अपनाने की अपीलचौहान ने इस पर्व को बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि हम सभी को अपने भीतर की बुराइयों को समाप्त करने का संकल्प लेना चाहिए। मंत्री ने लोगों से स्वदेशी उत्पाद अपनाने की अपील की, ताकि देश के विकास और प्रगति में योगदान दिया जा सके। ये लोग रहे मौजूदशस्त्र पूजन के बाद पुलिस वाहनों का भी पूजन किया। इस अवसर पर विदिशा विधायक मुकेश टंडन, कुरवाई विधायक हरि सिंह सप्रे, जिला पंचायत अध्यक्ष गीता रघुवंशी, कलेक्टर अंशुल गुप्ता, पुलिस अधीक्षक रोहित काशवानी, एएसपी डॉ. प्रशांत चौबे और अपर कलेक्टर अनिल कुमार डामोर सहित बड़ी संख्या में अधिकारी-कर्मचारी तथा पुलिस स्टाफ उपस्थित रहा।
फतेहपुर में किसान की करंट लगने से मौत:ट्यूबवेल चलाते समय हुआ हादसा, परिजनों में मचा कोहराम
फतेहपुर जिले के धाता विकास खंड के सोनारी गांव में गुरुवार देर शाम बिजली का करंट लगने से 43 वर्षीय किसान राजेश कुमार सिंह की मौत हो गई। वह अपने निजी ट्यूबवेल पर पानी भरने के लिए गए थे, तभी यह हादसा हुआ। जानकारी के अनुसार, राजेश कुमार सिंह (43), जो तेज बहादुर सिंह के पुत्र थे, अपने निजी ट्यूबवेल से टंकी में पानी भरने के लिए स्टार्टर की बटन दबा रहे थे। बटन दबाते ही अचानक स्टार्टर में करंट उतर आया, जिससे वह गंभीर रूप से झुलस गए। घटना की सूचना मिलते ही परिजन और ग्रामीण मौके पर पहुंचे। गंभीर रूप से घायल राजेश को तुरंत मंझनपुर जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। चिकित्सकों के अनुसार, अस्पताल पहुंचने से पहले ही रास्ते में उनकी मौत हो चुकी थी। मृतक के भाई अनंत सिंह ने घटना की लिखित सूचना मंझनपुर कोतवाली में दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। गुरुवार शाम को ही उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
विजयादशमी के अवसर पर धौलपुर के मेला ग्राउंड में रावण दहन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस आयोजन में जिला कलेक्टर श्रीनिधि बीटी मुख्य यजमान रहे। उन्होंने अपनी पत्नी दीप्ति सिंह के साथ विधिवत पूजा-अर्चना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में धौलपुर नगर परिषद के आयुक्त गुमान सिंह सहित कई गणमान्य नागरिक मौजूद रहे। पूजा-अर्चना के बाद मेघनाथ, कुंभकर्ण और रावण के विशाल पुतलों का दहन किया गया। इस दौरान हजारों की संख्या में लोग उपस्थित थे। रावण के पुतले में आग लगते ही आतिशबाजी की गई और मैदान में जय श्रीराम के नारे गूंज उठे।आयोजन स्थल पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। पुलिस प्रशासन और स्वयंसेवकों ने कार्यक्रम को सुव्यवस्थित और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कार्यक्रम के समापन पर जिला कलेक्टर श्रीनिधि बीटी ने उपस्थित जनसमूह को विजयादशमी की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने सत्य की विजय और बुराई पर अच्छाई की जीत के इस पर्व के महत्व पर प्रकाश डाला और समाज में सद्भाव, समरसता तथा नैतिक मूल्यों की पुनर्स्थापना का संदेश दिया।
बहराइच में लंकापति रावण का पुतला जला:भगवान राम के जयकारों से गूंजा रामलीला मैदान
बहराइच में असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक विजय दशमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर नगर के रामलीला मैदान में देर शाम रावण दहन किया गया, जिसके बाद पूरा इलाका भगवान राम के जयकारों से गूंज उठा। नगर के झिंगहा घाट स्थित मौनी बाबा आश्रम के रामलीला मैदान में गुरुवार देर शाम सात बजे भगवान राम के बाण लगते ही लंकापति रावण का पुतला धू-धू कर जल उठा। इस दौरान भव्य आतिशबाजी भी की गई। रावण दहन देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग रामलीला मैदान पहुंचे थे। जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी और पुलिस अधीक्षक राम नयन सिंह भी इस अवसर पर मौजूद रहे। उन्होंने लोगों को विजय दशमी की शुभकामनाएं दीं और भगवान राम के जीवन चरित्र को आत्मसात करने का आह्वान किया। अधिकारियों ने सभी से आपसी प्रेम और भाईचारे के साथ पर्व मनाने की अपील की।इस आयोजन में पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष और रामलीला कमेटी के अध्यक्ष श्याम करण टेकरीवाल, राहुल राय, सचिन श्रीवास्तव सहित रामलीला कमेटी के अन्य पदाधिकारी और सदस्य भी उपस्थित रहे।
लखीमपुर खीरी में खैर लकड़ी तस्करी मामले में वन विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। डिप्टी सीएम के करीबी बताए जा रहे ग्राम प्रधान सहित 12 से अधिक लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इस मामले में दो आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। खैर लकड़ी कटान मामले में मझगई रेंज के फॉरेस्टर चंद्र प्रकाश और वन रक्षक प्रहलाद को निलंबित कर दिया गया है। मझगई रेंजर अंकित सिंह ने बताया कि जंगल से खैर कटान मामले में लापरवाही बरतने पर फॉरेस्टर चंद्र प्रकाश फॉरेस्ट गार्ड रमाकांत को सस्पेंड किया गया है। ये वो लोग जिन पर दर्ज हुआ मुकदमा साकिर पुत्र जाकिर,निवासी ग्राम पकरिया , सचिन पुत्र रामलोटन निवासी पंडित पूर्वा जनपद सीतापुर, महेंद्र प्रताप सिंह पुत्र शिवरतन निवासी राजापुर,थाना कोतवाली सदर शाहिद निवासी सलीमाबाद, थाना मझगई,मो. इस्लाम उर्फ पप्पू निवासी सिंगाही, जावेद पुत्र फारूक निवासी सिंगाही,थाना सिंगाही नजरू पुत्र बाबू निवासी छब्बा पूर्वा थाना मझगई दयाशंकर पुत्र अशोक मिश्रा निवासी सिंगाही, इकबाल पुत्र हबीब निवासी सिंगाही थाना सिंगाही, मकसूद अली गुड्डू निवासी सैय्यद फार्म , थाना मझगई तन्नू सिंह निवासी लखीमपुर, गंगाराम निवासी निघासन, पंकज कुमार दीक्षित निवासी कमलापुर थाना कोतवाली सदर जनपद खीरी रेंजर गजेंद्र सिंह के अनुसार, 27 सितंबर 2025 को सुबह 4 बजे मुखबिर की सूचना पर दक्षिण निघासन रेंज के निघासन-पलिया मार्ग पर एक 14 टायरा ट्रक पकड़ा गया था। यह ट्रक खैर की लकड़ी से भरा हुआ था और बोधिया क्रेशर के पास से बरामद किया गया। मौके से ट्रक चालक और परिचालक को हिरासत में लेकर जेल भेजा गया था। पूछताछ में बोधिया ग्राम पंचायत के प्रधान सैय्यद मकसूद अली गुड्डू सहित एक दर्जन से अधिक लोगों के नाम सामने आए। वन विभाग ने इन सभी के खिलाफ वन अधिनियम और जैव विविधता अधिनियम की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है। अन्य फरार आरोपियों की तलाश जारी है। आरोपी सैय्यद मकसूद अली गुड्डू को डिप्टी सीएम का करीबी बताया जा रहा है, जो अक्सर उनके साथ अपनी तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा करता है। प्रधान पर पहले से भी कई मुकदमे दर्ज हैं।
बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक दशहरा पर्व गुरुवार को आगर जिला मुख्यालय सहित सुसनेर, नलखेड़ा, बड़ौद, सोयत, कानड़ और तनोड़िया सहित पूरे जिले में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। जिला मुख्यालय के दशहरा मैदान पर परंपरानुसार 51 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया गया। इसके साथ ही 25-25 फीट ऊंचे मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतलों को भी जलाया गया। इस भव्य कार्यक्रम में हजारों की संख्या में नागरिक शामिल हुए और आतिशबाजी तथा सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आनंद लिया। देखिए तस्वीरें तनोड़िया में नहीं जलाते रावण जिले में तनोड़िया की दशहरे की परंपरा इस बार भी आकर्षण का मुख्य केंद्र रही। तनोड़िया में रावण दहन की परंपरा नहीं निभाई जाती है। यहां करीब 600 साल पुरानी परंपरा के अनुसार, मिट्टी के मटकों से बने रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण का वध पत्थरों से किया जाता है। इस अनूठी परंपरा को आज भी जागीरदार परिवार के वंशज निभाते हैं। इस अवसर पर पूरा नगर एकत्रित होकर इस ऐतिहासिक दृश्य का साक्षी बनता है। दशहरा उत्सव न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक रहा, बल्कि सामाजिक एकता और सौहार्द का भी संदेश देता नजर आया। लोगों ने एक-दूसरे को गले लगकर बधाई दी और बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मिलकर मनाया।
हत्या के प्रयास के 5 आरोपी गिरफ्तार:किशनगढ़बास थाना पुलिस की कार्रवाई, हथियार बरामद किए
किशनगढ़बास थाना पुलिस किशनगढ़बास पुलिस हत्या के प्रयास के आरोप में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। थानाधिकारी जितेंद्र सिंह शेखावत ने बताया-किशनगढ़बास थाना पुलिस ने हत्या के प्रयास के एक मामले में कार्रवाई करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके कब्जे से तीन लाठियां, एक सरिया, टांचिया और अन्य सामान बरामद किया है। साथ ही अन्य आरोपियों की भूमिका को लेकर पूछताछ जारी है। खैरथल-तिजारा जिला पुलिस अधीक्षक मनीष कुमार चौधरी के निर्देश पर वांछित अपराधियों की धरपकड़ के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत थाना अधिकारी जितेंद्र सिंह शेखावत ने टीम का गठन किया। टीम ने तकनीकी व मानवीय स्रोतों के आधार पर सुराग जुटाकर आरोपियों को किशनगढ़बास इलाके के गांव ओदरा से गिरफ्तार किया है। गौरतलब है कि 27 जुलाई 2025 को सद्दीक निवासी ओदरा और उसके परिजनों पर आरोपियों नें जानलेवा हमला कर गम्भीर रूप से घायल कर दिया गया था। जिन्हें इलाज के लिए परिजनों द्वारा अलवर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इन आरोपियों को किया गिरफ्तारकिशनगढ़बास थाना पुलिस ने आस मोहम्मद पुत्र शेर मोहम्मद उर्फ़ शेरू(45), अशरफ पुत्र शेर मोहम्मद (43), साहिल पुत्र अरशद (19), शाकिर पुत्र अशरफ (23) और शौकीन पुत्र अशरफ (19) निवासियान बीचका बास ओदरा को गिरफ्तार किया है।
हांसी में जला 52 फीट ऊंचा रावण का पुतला:112 साल पुरानी है परंपरा, लकड़ियां उठाने दौड़ पड़े लोग
हिसार में विजयदशमी का पर्व उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया गया। 112 साल पुरानी पंचायती रामलीला समिति के ऐतिहासिक ग्राउंड और नई ऑटो मार्केट में रावण दहन के कार्यक्रम आयोजित हुए। इस दौरान हजारों की भीड़ उमड़ी और 'जय श्रीराम' के उद्घोष से पूरा माहौल गूंज उठा। पंचायती रामलीला ग्राउंड में लगभग 35 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया गया। वहीं, नई ऑटो मार्केट में आदर्श ड्रामेटिक क्लब द्वारा 52 फीट ऊंचे रावण के पुतले को अग्नि के हवाले किया गया। विधायक विनोद भयाना इन कार्यक्रमों के मुख्य अतिथि रहे। उन्होंने रावण दहन से पहले जनता को संबोधित करते हुए दशहरा पर्व की शुभकामनाएं दीं और बुराई पर अच्छाई की विजय का संदेश दिया।। बड़े संख्या में पहुंचे लोग नई ऑटो मार्केट में रावण का विशाल पुतला धधकते ही रंग-बिरंगी आतिशबाजी से आसमान रोशन हो उठा। इस दौरान दर्शकों में खासा उत्साह देखा गया और बड़ी संख्या में लोग परंपरा के अनुसार जलते रावण की लकड़ियां उठाने के लिए दौड़ पड़े। त्योहार के मद्देनजर पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क रहा। डीएसपी विनोद शंकर और थाना शहर प्रभारी सदानंद की देखरेख में पुलिस बल की विशेष तैनाती की गई थी। सभी स्थलों पर बैरिकेडिंग लगाकर भीड़ को नियंत्रित किया गया और सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रखी गई
टोंक में कोचिंग संस्थान से घर जा रही 13 साल की नाबालिग को निकाह न करने पर तेजाब फेंकने की धमकी देने, धर्म-परिवर्तन का दबाव बनाने और कोचिंग संचालक को पीटने वाले 3 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस जब इन तीनों आरोपियों को मौका मुआयना कराने लेकर गई तो लोगों ने पुलिस प्रशासन जिंदाबाद के नारे लगाए। एक आरोपी सड़क पर घिसटता हुआ चलता नजर आया। बाकि के दोनों लंगड़ा कर चलते रहे और पुलिस को पूरी कहानी बताते रहे। इस दौरान महिला कालिका यूनिट भी मौजूद रही। इसमें एक हिस्ट्रीशीटर भी शामिल है। ये तीनों मध्यप्रदेश भागने की फिराक में थे। इससे पहले ही पुलिस ने बदमाशों को पकड़ लिया। मामले में अब तक कुल 5 आरोपी पकड़े जा चुके हैं। वहीं 22 अब भी फरार हैं। डीएसपी राजेश विद्यार्थी ने बताया- पुलिस ने आमिर मेवाती (19), इरशाद मेवाती (19) और सद्दाम मेवाती (19) निवासी बाडा जेर किला टोक थाना सदर टोंक को बारां रेलवे स्टेशन से बुधवार रात गिरफ्तार किया गया। एसपी ने बताया- ये भोपाल-जोधपुर ट्रेन से MP जा रहे थे। इस दौरान टीमों को इनके MP जाने का इनपुट मिला तो बारां पहुंच कर इन्हें स्टेशन से पकड़ा। तस्वीर में देखिए बदमाशों की परेड... कोचिंग में घुसकर की थी मारपीट मामला शुक्रवार शाम 26 सितंबर का था। कोचिंग संस्थान से निकली 13 साल की नाबालिग को समुदाय विशेष के 5 युवकों ने रास्ते में रोक लिया था। नाबालिग का आरोप था कि इन युवकों ने उसके साथ छेड़छाड़ की और धमकी दी कि धर्म परिवर्तन कराकर निकाह करेंगे। उनकी बात नहीं मानी तो चेहरे पर तेजाब फेंक देंगे और किडनैप कर लेंगे। इसके बाद नाबालिग जैसे-तैसे भाग कर अपने कोचिंग सेंटर पहुंची तो लड़के भी वहां पहुंच गए। कोचिंग संचालक ने इसका विरोध किया तो युवकों ने उसको भी पीटा। इन युवकों ने कोचिंग कैंपस में तोड़फोड़ की और जमकर हंगामा किया। जो सामने आता उसे पीटते। नाबालिग ने शुक्रवार रात को 5 नामजद समेत कुल 25 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। 28 को पकड़े थे 2 आरोपी इससे पहले पुलिस ने 28 सितंबर को 2 नामजद आरोपी ताहिर और फाईज को पकड़ा था। दोनों को 2 दिन की रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी। कोर्ट में पेश करने के बाद दोनों को मौके पर भी लेकर गई थी। यहां से दोनों को पैदल-पैदल कोचिंग संस्थान तक ले जाया गया था। --- नाबालिग को धर्म-परिवर्तन, निकाह के लिए धमकाने वाले रिमांड पर:पुलिस पैदल-पैदल कोचिंग तक लेकर गई; चेहरे पर तेजाब डालने की धमकी दी थी; 2 गिरफ्तार टोंक में कोचिंग संस्थान से घर जा रही 13 साल की नाबालिग को निकाह न करने पर तेजाब फेंकने की धमकी देने, धर्म-परिवर्तन का दबाव बनाने और कोचिंग संचालक को पीटने वाले 2 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं 3 नामजद समेत अन्य 22 आरोपियों की तलाश की जा रही है। (पढ़ें पूरी खबर) युवकों ने नाबालिग को धमकाया- धर्म परिवर्तन कराकर निकाह करेंगे:नहीं मानी तो तेजाब डाल देंगे; कोचिंग संचालक ने विरोध किया तो लात-घूंसों से पीटा टोंक में कोचिंग संस्थान से निकली 13 साल की नाबालिग को समुदाय विशेष के 5 युवकों ने रास्ते में रोक लिया। आरोप है कि इन युवकों ने उसके साथ छेड़छाड़ की और धमकी दी कि धर्म परिवर्तन कराकर निकाह करेंगे। उनकी बात नहीं मानी तो चेहरे पर तेजाब फेंक देंगे और किडनैप कर लेंगे। (पढ़ें पूरी खबर)
प्रतापगढ़ शहर में विजयादशमी पर्व धूमधाम से मनाया गया। शहर के स्टेडियम में शाम पौने 8 बजे 75 फीट ऊंचे रावण का दहन किया गया। कलेक्टर अंजलि राजोरिया, जिला पुलिस अधीक्षक बी. आदित्य और सभापति रामकन्या प्रहलाद गुर्जर ने रावण दहन किया। नगर परिषद द्वारा निर्मित इस पुतले में रावण के सिर पर 10 फीट ऊंची छतरी मुख्य आकर्षण का केंद्र रही। भगवान राम ने अग्नि बाण चलाकर रावण का वध किया, जिसके बाद करीब डेढ़ घंटे तक भव्य आतिशबाजी की गई। नगर परिषद के इतिहास में पहली बार रावण का पुतला 10 मिनट तक धूं-धूं कर जलता रहा। रावण दहन से पहले शाम चार बजे शहर में भगवान राम की शोभायात्रा निकाली गई। आतिशबाजी में राम-रावण युद्ध का रंगारंग प्रदर्शन भी शामिल था जो शहर को लोगों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहा। रावण दहन के बाद भगवान राम की आरती की गई। विजयादशमी पर्व के दौरान यातायात व्यवस्था में बदलाव किया गया। यातायात पुलिस ने स्टेडियम की ओर जाने वाली मुख्य सड़क पर बैरिकेड्स लगाकर वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया था।
खरगोन पुलिस ने शुष्क दिवस (गांधी जयंती) पर अवैध शराब जब्त की है। यह कार्रवाई खरगोन-खंडवा रोड पर गोगांवा क्षेत्र में एक सफेद टाटा बोल्ट कार से की गई। कार से 61.90 लीटर देशी-विदेशी शराब बरामद हुई, जिसकी कीमत 26 हजार रुपए बताई गई है। एक आरोपी गिरफ्तारपुलिस ने इस मामले में घुघरियाखेड़ी निवासी 24 वर्षीय प्रज्जवल पिता विजय जायसवाल को गिरफ्तार किया है। आरोपी के खिलाफ आबकारी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आगे की पूछताछ जारी है। जब्त शराब 7 पेटियों में रखी थी, जिसमें कुल 344 क्वार्टर शामिल थे। गोगावां टीआई मंशाराम रोमड़े ने बताया कि कार को घुघरियाखेड़ी फाटा और बिलाली के बीच घेराबंदी कर पकड़ा गया। तलाशी के दौरान शराब की पेटियां कार की पिछली सीट और डिक्की में रखी मिलीं। जब्त शराब में 96 क्वार्टर मैजिक मोमेंट, 100 क्वार्टर प्लेन देशी शराब, 100 क्वार्टर लंदन प्राइड और 48 क्वार्टर ऑफिसर चॉइस शामिल हैं।
उज्जैन के दशहरा मैदान पर दशहरा उत्सव से पहले 101 फीट ऊंचा रावण का पुतला तेज हवा के कारण गिर गया। इस घटना में पुतले के पीछे खड़े दो कारीगर घायल हो गए। आयोजकों ने बारिश के बीच ही आतिशबाजी कर गिरे हुए पुतले का दहन किया। यह घटना शाम करीब सात बजे हुई, जब श्री महाकालेश्वर की सवारी दशहरा मैदान पहुंची थी और शमी पूजन शुरू होने वाला था। अचानक तेज हवाएं चलने लगीं, जिसके कारण मैदान के दूसरे छोर पर स्थापित रावण का विशाल पुतला जमीन पर आ गिरा। पुतला पीछे की ओर गिरा, जिससे उसकी चपेट में दो कारीगर आ गए। बताया गया कि हवा से पुतले के सिर हिल रहे थे, जिन्हें ठीक करने के लिए कारीगर पुतले के पीछे से चढ़ने का प्रयास कर रहे थे। इसी दौरान पुतले का ऊपरी हिस्सा गिर गया। घायलों में लखन नामक एक कारीगर और एक अन्य व्यक्ति शामिल हैं। पुतला गिरने के तुरंत बाद बारिश शुरू हो गई, जिससे रावण दहन देखने आए दर्शक मैदान से जाने लगे। आयोजकों ने स्थिति को देखते हुए तत्काल आतिशबाजी शुरू की और गिरे हुए पुतले को आग लगा दी। इस समय तक मैदान लगभग खाली हो चुका था। दशहरा उत्सव समिति के मनीष शर्मा ने बताया कि तेज हवा चलने के कारण पुतला गिरा और पीछे खड़े दो लोगों को चोटें आई हैं। देखिए तस्वीरें
महोबा में गुगौरा चौकी के पास एक सड़क हादसे में बाइक सवार की मौत हो गई। तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक को टक्कर मार दी, जिससे मौके पर ही युवक ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। मृतक की पहचान महोबा जनपद के खरेला थाना क्षेत्र के ग्राम पाठा निवासी 32 वर्षीय मुकेश पुत्र लाल सिंह के रूप में हुई है। मुकेश बाइक पर सवार होकर महोबा से कबरई जा रहा था। गुगौरा चौकी के पास यह हादसा हुआ।सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने गुरुवार को शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम कराया और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।इस घटना से मृतक के परिवार में शोक का माहौल है।
अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर बुधवार को कोंडागांव के बड़े कनेरा रोड स्थित ऑडिटोरियम में बुजुर्गों के सम्मान में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में बस्तर विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष और विधायक लता उसेंडी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं, जबकि कलेक्टर नूपुर राशि पन्ना भी उपस्थित रहीं। विधायक उसेंडी ने कहा कि यदि मन मजबूत हो तो उम्र भी छोटी हो जाती है। उन्होंने बुजुर्गों को परिवार की सबसे बड़ी शक्ति बताया, जिनके रहने से घर-परिवार सुरक्षित और निश्चिंत रहता है। उन्होंने बुजुर्गों से सरकार की विभिन्न योजनाओं का फायदा लेने का आग्रह किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से शुरू की गई बुजुर्गों के लिए मुफ्त इलाज योजना की जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि यदि कोई संतान अपने माता-पिता को कष्ट देती है, तो उनके संरक्षण के लिए कानून भी बनाया गया है। कलेक्टर नूपुर राशि पन्ना ने कहा कि गांव का खानपान और जीवनशैली ने बुजुर्गों को तंदरुस्त रखा है। उन्होंने बताया कि शासन की कई योजनाएं उनके लिए संचालित हैं, जिनका लाभ उन्हें अवश्य लेना चाहिए। पेंशन का लाभ दिलाने के दिए निर्देश कलेक्टर ने समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन बुजुर्गों को पेंशन नहीं मिल रही है, उन्हें तत्काल पेंशन का लाभ दिलाया जाए। इस अवसर पर उपस्थित बुजुर्गों को उपहार देकर सम्मानित किया गया। जरूरतमंदों को श्रवण यंत्र, बैसाखी और व्हीलचेयर प्रदान की गईं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक शिविर लगाकर बुजुर्गों का स्वास्थ्य जांच भी की गई।
उन्नाव जनपद के पुरवा कोतवाली क्षेत्र के मिश्रीखेड़ा गांव में सांप काटने से 11 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। घटना देर रात करीब 1 बजे हुई। मृतक के परिजनों ने अब शव का पोस्टमार्टम कराने की मांग की है। दिनेश कुमार के भतीजे कुलदीप (पुत्र राजेश) को रात 1 बजे के आसपास सांप ने काट लिया था। इसके बाद दिनेश कुमार, उनके बड़े भाई की पत्नी और माताजी सहित अन्य लोग कुलदीप को लेकर पुरवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद कुलदीप को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। हालांकि, जिला अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही कुलदीप की मृत्यु हो गई। जिला अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शुरुआत में, सभी लोगों के कहने पर परिजन कुलदीप के शव को घर ले आए थे। लेकिन अब प्रार्थी दिनेश कुमार मृतक का पोस्टमार्टम कराना चाहते हैं। उन्होंने थाना कोतवाली प्रभारी से इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज कर पोस्टमार्टम की अनुमति देने का निवेदन किया है। वहीं कोतवाली प्रभारी अमरनाथ सिंह ने बताया कि परिजनों की सूचना पर पंचायत नामा भरकर पोस्टमार्टम कराया गया है
बुलंदशहर में एंबुलेंस में महिला का प्रसव:अस्पताल ले जाते समय हुई डिलीवरी, जच्चा-बच्चा स्वस्थ
बुलंदशहर में एक गर्भवती महिला ने अस्पताल ले जाते समय 108 एंबुलेंस में एक बच्चे को जन्म दिया। प्रसव एंबुलेंस को रास्ते में रोककर कराया गया। फिलहाल, जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। यह घटना सलेमपुर क्षेत्र के रसीदपुर गांव की है। सबदर अली की पत्नी गुड़िया को बुधवार सुबह प्रसव पीड़ा शुरू हुई। परिजनों ने तत्काल 108 एंबुलेंस सेवा को फोन कर मदद मांगी। एंबुलेंस 10 मिनट के भीतर महिला को लेने पहुंच गई। एंबुलेंस चालक गर्भवती महिला और उसके परिजनों को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) के लिए रवाना हुआ। रास्ते में गुड़िया की प्रसव पीड़ा अचानक बढ़ गई। इस पर ईएमटी मुनीश अहमद ने एंबुलेंस को रोका और परिजनों से बात करने के बाद आशा कार्यकर्ता के सहयोग से एंबुलेंस के अंदर ही सुरक्षित प्रसव कराया। महिला ने एक पुत्र को जन्म दिया। 102 एवं 108 एंबुलेंस सेवा के प्रोग्राम मैनेजर सर्वोत्तम यादव ने बताया कि जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। उन्हें कुछ देर के लिए सीएचसी में भर्ती कराया गया था, जिसके बाद उन्हें घर भेज दिया गया।
राजधानी रायपुर में पुलिस कमिश्नरी प्रणाली शुरू करने की दिशा में तैयारी जोरों पर है। एडीजी प्रदीप गुप्ता की अध्यक्षता में बनी कमेटी ने अपनी रिपोर्ट डीजीपी अरूण देव गौतम को सौंप दी है। सूत्रों के मुताबिक, डीजीपी इस रिपोर्ट का परीक्षण करने के बाद इसे सरकार को भेजेंगे। चर्चा है कि रायपुर के साथ ही दुर्ग-भिलाई में भी कमिश्नरी प्रणाली लागू करने पर मंथन चल रहा है और अगले वित्तीय वर्ष में दुर्ग-भिलाई में भी यह व्यवस्था शुरू की जा सकती है। रायपुर में 1 नवंबर से कमिश्नरी प्रणाली होगी लागू राजधानी रायपुर में 1 नवंबर से पुलिस कमिश्नरी प्रणाली शुरू करने की तैयारी चल रही है। इस सिलसिले में एडीजी प्रदीप गुप्ता की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गई थी। कमेटी में आईजी अजय यादव, अमरेश मिश्रा, ओपी पाल, संतोष सिंह और अभिषेक मीणा शामिल थे। कमेटी ने अलग-अलग राज्यों की पुलिस कमिश्नरी प्रणाली का अध्ययन किया और अपनी रिपोर्ट तैयार कर डीजीपी को भेज दी। रिपोर्ट में विभिन्न राज्यों की कमिश्नरी प्रणाली का जिक्र है और सेटअप को लेकर कई अनुशंसाएं दी गई हैं। एडीजी-आईजी स्तर रैंक के अधिकारी करेंगे लीड कमिश्नरी व्यवस्था को प्रभावी बनाने के लिए एसएएफ जैसी विशेष इकाइयों की सेवाएं ली जा सकती हैं। एडीजी या आईजी स्तर के अफसरों के नेतृत्व में करीब 60 से अधिक अफसरों का स्टॉफ काम करेगा। भुवनेश्वर की पुलिस कमिश्नरी प्रणाली को बेहतर मॉडल के रूप में देखा जा रहा है। इसके अलावा पुरानी पीएचक्यू भवन को कमिश्नर ऑफिस में बदलने की योजना है। पुलिस को स्वतंत्र फैसले लेने की शक्तियां मिलेगी इस व्यवस्था में सीनियर पुलिस अधिकारियों को दंड प्रक्रिया संहिता के तहत सीधे कार्रवाई के अधिकार मिलते हैं। इससे अपराधियों पर तुरंत कार्रवाई और रोकथाम संभव होगी। प्रतिबंधात्मक आदेश जारी करने से लेकर अपराध नियंत्रण तक, फैसले लेने में पुलिस स्वतंत्र होगी। कमिश्नर को मिलेगी स्वतंत्र निर्णय क्षमता कमिश्नर प्रणाली लागू होने पर पुलिस के अधिकार बढ़ेंगे। कानून-व्यवस्था से जुड़े अधिकांश मामलों में पुलिस कमिश्नर खुद निर्णय ले सकेंगे। इससे वे फाइलें, जो अब तक कलेक्टर के पास लंबित रहती थीं, सीधे पुलिस स्तर पर निपटाई जा सकेगी। इस व्यवस्था के तहत एसडीएम और एडीएम के पास मौजूद कार्यकारी मजिस्ट्रेट शक्तियां भी पुलिस को मिल जाएगी। इससे पुलिस बिना कलेक्टर की अनुमति के शांति भंग की आशंका में हिरासत, गुंडा एक्ट, गैंगस्टर एक्ट और रासुका जैसी धाराएं लागू कर सकेगी। अब जानिए क्या होंगे प्रमुख फायदे इस प्रणाली में पुलिस को आपात स्थितियों में तुरंत कार्रवाई की शक्ति मिलती है। होटल, बार और हथियारों के लाइसेंस जारी करने, धरना-प्रदर्शन की अनुमति, दंगे में बल प्रयोग और जमीन विवाद सुलझाने तक के निर्णय पुलिस स्तर पर लिए जा सकते हैं। कमिश्नर को कलेक्टर के कई अधिकार मिलते हैं और वे मजिस्ट्रेट की तरह प्रतिबंधात्मक आदेश जारी कर सकते हैं। कानून के नियमों के तहत दिए गए अधिकार उन्हें और भी प्रभावी बनाते हैं। जानिए कैसे होगा काम पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू होने से कमिश्नर का मुख्यालय बनाया जाता है। एडीजी स्तर के सीनियर आईपीएस को पुलिस कमिश्नर बनाकर तैनात किया जाता है। महानगर को कई जोन में विभाजित किया जाता है। हर जोन में डीसीपी की तैनाती होती है। जो एसएसपी की तरह उस जोन में काम करता है, वो उस पूरे जोन के लिए जिम्मेदार होता है। सीओ की तरह एसीपी तैनात होते हैं। ये 2 से 4 थानों को देखते हैं। इसलिए लागू करने की आवश्यकता रायपुर जिले में अपराध की संख्या में लगातार इजाफा हुआ है। जिले में जनवरी से लेकर अब तक लगभग 6 हजार से ज्यादा केस दर्ज हुए है। जनवरी 2025 से अब तक 50 से ज्यादा मर्डर हुए हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि इनमें 95 फीसदी मामलों में आरोपी का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था। चाकूबाजी के 65 से ज्यादा मामले दर्ज हुए हैं।
मुरैना के स्टेशन रोड थान क्षेत्र के क्वारी नदी विसंगपुर घाट पर माता विसर्जन करने पहुंचे श्रद्धालुओं से कुछ शराबी लोगों ने मारपीट कर दी। विवाद इतना बड़ गया कि शराब के नशे में फायरिंग की गई और लाठी भी चलाई गई। जिसमें एक व्यक्ति घायल हुआ है, इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घाट पर विसर्जन करने से किया मनाग्राम देवी सिंह पुरा के निवासी रामलखन शर्मा ने बताया वह आज माता विसर्जन करने अपने साथियों के साथ क्वारी नदी के विसंग पुर घाट पर पहुंचे। वहां पहले से कुछ युवक बैठे थे और शराब में नशे में थे। उन्होंने रामलखन से उस घाट पर माता विसर्जन करने से मना किया रामलखन ने उनकी बात नहीं मानी तो पहले शराबी युवकों ने डंडे से मारपीट की। युवकों ने बाद में फायरिंग भी की जिसमें रामलखन गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने फायरिंग की बात गलत बताईसीएसपी दीपाली चंदेरिया ने बताया कि माता विसर्जन को लेकर विसंग पुर घाट पर मारपीट हुई है। जिसमें एक घायल हुआ है लेकिन जिस तरफ फायरिंग की बात बताई गई है वह गलत है। जांच में फायरिंग की बात आमने नहीं आई है । मारपीट करने वाले को तलाश की जा रही है।
झांसी में दशहरे के मौके पर रावण, मेघनाथ और कुम्भकर्ण के पुतले दहन किए गए। रावण का 80 फीट ऊंचा पुतला धूं धूकर जल उठा। इसके साथ ही उसकी सोने की लंका भी आग में समा गई। इससे पहले भगवान राम और लक्ष्मण के साथ रावण और उसकी सेना में भीषण युद्ध हुआ।
पलवल जिले में सीआईए टीम ने होडल के बकसुआ पट्टी में मां-बेटे को गोली मारकर घायल करने के मामले में सात नामजद आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने उनके कब्जे से चार देसी कट्टे और वारदात में इस्तेमाल की गई दो मोटरसाइकिलें भी बरामद की हैं। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान देवेंद्र उर्फ लाला, मोहित, सिद्धार्थ, भरत उर्फ भरतू, गणपत, मनीष और अंकित के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, आरोपी गणपत ने गिरफ्तारी के दौरान भागने का प्रयास किया, जिससे वह चोटिल हो गया। 26 सितंबर को क्या हुआ था? होडल थाना अंतर्गत बकसुआ पट्टी निवासी रन सिंह ने 28 सितंबर को इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में बताया गया था कि 26 सितंबर की रात करीब दस बजे उनका बेटा रोहित नल लगाने के लिए गड्ढा खोद रहा था। तभी दो बाइकों पर सवार होकर सात युवक वहां पहुंचे। आरोप है कि गणपत ने रोहित को जान से मारने की नीयत से गोली चलाई। जब रोहित गड्ढे से निकलकर भागा, तो देवेंद्र उर्फ लाला ने उसके पैर में गोली मार दी। गोली की आवाज सुनकर रोहित की मां गीता घर के बाहर आईं, तो गणपत ने उन पर भी गोली चला दी, जो उनके हाथ में लगी।इसके बाद जब शिकायतकर्ता रन सिंह खुद घर से बाहर निकले, तो मनीष और सिद्धार्थ ने उन पर भी फायरिंग की। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर जांच क्राइम ब्रांच होडल टीम को सौंप दी थी। सीआईए प्रभारी निरीक्षक जगमिंदर सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए इन सभी आरोपियों के खिलाफ पहले से ही आधा दर्जन से अधिक गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
संघ के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार ने कहा कि भारत माता की जय बोलने से राष्ट्रभक्ति नहीं होती है। जीवन के हर पल, हर क्षण जब मैं समाज और देश के लिए कुछ करता हूं तो उसे राष्ट्रभक्ति कहते हैं। हर व्यक्ति को अपने मन में विचार करना चाहिए कि आज मैंने देश के लिए क्या किया, आज मैंने समाज को क्या दिया। दुर्भाग्य से सारा समाज मैं, मेरा परिवार, आत्मकेंद्रित, समाज से उदासीन, यही चारों तरफ का वातावरण दिखाई देता है। ईर्ष्या, द्वेष, गुटबाजी पता नहीं कब समाज के अंदर आ गई। उन्होंने कहा कि चार व्यक्ति मिलकर एक मंदिर बनाने का अच्छा काम शुरू करते हैं। दो ग्रुप हो जाते हैं, सब धार्मिक हैं, सब आस्थावान हैं, लेकिन आपस में लड़ते हैं। समाज के अंदर पता नहीं किस कालखंड मेंं आत्मविश्वास खत्म हो गया। अरुण कुमार आज गुरुवार को जयपुर के सीकर रोड स्थित हरमाड़ा नगर की हेडगेवार बस्ती में विजयादशमी उत्सव को संबोधित कर रहे थे। विदेशी शक्तियों ने भारत, हिंदू और संघ को मान लिया है कॉमन दुश्मन सह सरकार्यवाह अरुण कुमार ने कहा कि आज हमारे समाज के अंदर बहुत सारी शक्तियां ऐसी हैं, जो इस समाज को बांटने का प्रयास कर रही हैं। जगह-जगह जातियों के आधार पर समाज को लड़ाने के प्रयास हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे देश पर एक हजार साल या तो विदेशी शक्तियों का शासन था या उनके प्रभावों के आधार पर शासन चला। लेकिन पहली बार उन्हें लग रहा है कि हमारा अस्तित्व खतरे में है। यह समझकर उन्होंने अपनी रणनीति बदल ली है। सब एकत्र हो गए हैं और उन्होंने अपना एक कॉमन दुश्मन भारत, हिंदू और संघ को मान लिया है। संघ पर प्रश्न कैसे खड़े किए जाएं। इसके लिए सोशल मीडिया, मीडिया में आप देख रहे हैं कई प्रयास चल रहे हैं। महापुरुषों के नाम पर लड़ने लगते हैं लोगसंघ के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार ने कहा कि समाज में जो शक्तियां देश को तोड़ना चाहती हैं। इस भारत को आगे बढ़ने से रोकना चाहती हैं। उसे हमें समझना होगा। हम महापुरुषों के नाम पर लड़ना शुरू कर देते हैं। आरक्षण के नाम पर समाज आमने-सामने खड़े जाते हैं। समाज के अंदर नॉन इश्यूज को लेकर बहुत बड़े-बड़े आंदोलन खड़े हो गए हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में समाज बांटने के प्रयास ओर बढ़ेंगे। इसके प्रति भी जागरूक रहना होगा।
डीडवाना में 42 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन:दशहरा पर्व पर 'जय श्रीराम' के जयघोष से गूंजा मैदान
डीडवाना में गुरुवार को दशहरा पर्व उत्साह और धार्मिक श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस अवसर पर 42 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया गया, जिसके बाद 'जय श्रीराम' के जयघोष से पूरा मैदान गूंज उठा। पर्व की शुरुआत सुबह विभिन्न मंदिरों और घरों में शस्त्र पूजन के साथ हुई। संघ कार्यालय में भी शस्त्र पूजन कार्यक्रम आयोजित किया गया, जहां श्रद्धालुओं ने विजयादशमी की शुभकामनाएं दीं। शाम को पोस्ट ऑफिस के सामने स्थित दशहरा मेला मैदान में मुख्य आयोजन हुआ। इससे पूर्व भगवान श्रीराम, लक्ष्मण, सीता और हनुमान की शोभायात्रा नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए मेला मैदान पहुंची। नागौरिया मठ के पीठाधीश्वर विष्णुप्रपन्नाचार्य जी महाराज के सानिध्य में पूजन और मंगल आरती संपन्न हुई। इसके बाद राम-रावण युद्ध का मंचन किया गया। भगवान श्रीराम ने अग्निबाण चलाकर रावण का वध किया। इसी के साथ मैदान में तैयार किए गए 42 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया गया। पुतला जलते ही चारों ओर 'जय श्रीराम' के जयघोष गूंज उठे और रंग-बिरंगी आतिशबाजी से आसमान रोशन हो गया। सनातन धर्म सभा के तत्वावधान में यह पारंपरिक आयोजन किया गया था। रावण का पुतला वैष्णव परिवार द्वारा तैयार किया गया था। डीडवाना में यह दशहरा पर्व वर्षों से धार्मिक और सांस्कृतिक परंपरा का हिस्सा रहा है। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु, महिलाएं और बच्चे उपस्थित रहे। रावण दहन के बाद भगवान श्रीराम की महाआरती की गई। लोगों ने एक-दूसरे को विजयदशमी की शुभकामनाएं दीं। कार्यक्रम स्थल पर भारी भीड़ को देखते हुए यातायात पुलिस ने विशेष इंतजाम किए थे। स्टेडियम और मेला मैदान की ओर जाने वाली सड़कों पर बेरिकेड्स लगाकर वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित किया गया। लोगों ने अपने वाहन निर्धारित स्थानों पर खड़े कर पैदल चलकर दशहरा पर्व का आनंद लिया।
दमोह जिले के जबेरा में सिंग्रामपुर-सतघटिया जंगल क्रॉसिंग पर गुरुवार शाम एक कार अनियंत्रित होकर पलट गई। हादसे में कार चला रहे एसबीआई के क्षेत्रीय कृषि क्रेडिट अधिकारी अनिल कोस्टी, उनकी पत्नी और दो बच्चे मामूली रूप से घायल हुए। अधिकारी अपने परिवार के साथ सागर से दमोह होते हुए जबलपुर जा रहे थे, तभी यह दुर्घटना हुई।जिस समय यह दुर्घटना हुई, उसी समय कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर और एसपी श्रुत कीर्ति सोमवंशी सहित प्रशासनिक अधिकारी 5 अक्टूबर को जबेरा क्षेत्र में राज्यपाल के आगमन की तैयारी के लिए किए गए स्थल निरीक्षण से लौट रहे थे। दोनों वरिष्ठ अधिकारी तुरंत घटना स्थल पर पहुंचे और तत्काल प्रभाव से घायलों को सुरक्षित निकालवाया। उन्हें तुरंत जबेरा अस्पताल भेजा गया, जहां जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने घायलों का तात्कालिक इलाज सुनिश्चित किया। देखिए तस्वीरें सभी घायलों की स्थिति सामान्य जबेरा अस्पताल में भर्ती घायलों में चालक अनिल कोस्टी को सामान्य चोटें आईं, जबकि उनकी पत्नी को कमर में चोट लगी थी। सीबीएमओ, जबेरा, डॉ. डी.के. राय ने बताया कि सभी घायलों की स्थिति सामान्य है। प्राथमिक इलाज के बाद परिवार के सदस्य निजी वाहन से अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गए। घटना के बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने मार्ग पर आवश्यक सुरक्षा और सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। घायलों की स्थिति सामान्य होने की पुष्टि के बाद कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक दमोह के लिए रवाना हुए।
उदयपुर में टूटी रोड को लेकर अब शासन-प्रशासन एक्शन में मोड में है। शहर विधायक ताराचंद जैन ने नगर निगम, यूडीए और सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों की मीटिंग ली। विधायक ने दीपावली से पहले किसी भी सूरत में खड्डों को ठीक करने की हिदायत दी। मुख्य रूप से सिटी स्टेशन रोड को जल्द करने के निर्देश दिए, जिससे त्योहार पर शहरवासियों के साथ-साथ पर्यटकों को भी किसी भी तरह की परेशानी नहीं हो। विधायक ने कहा सिटी स्टेशन वाली रोड पर विशेष रूप जोर देते हुए कहा कि यह शहर की मुख्य सडक है और एलिवेटेड रोड के काम चलने के कारण इस रोड की हालत ज्यादा खराब है। इससे शहरवासियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। विधायक जैन ने निगम आयुक्त को स्पष्ट रूप से कहा कि दीपावली से पहले इस रोड को किसी भी परिस्थिति में सही किया जाए। उन्होंने कहा कि शहर में दीपावली के बाद पर्यटकों का बूम रहता है और खराब सड़क के कारण शहर की छवि धूमिल होती है। इस पर आयुक्त अभिषेक खन्ना ने आश्वस्त किया कि दीपावली से पहले रोड पूरी तरह से ठीक हो जाएंगे। इस मौके पर निगम आयुक्त अभिषेक खन्ना, यूडीए के वरिष्ठ अभियंता संजीव कुमार शर्मा, अनित माथुर, निगम के वरिष्ठ अभियंता मुकेश पुजारी, शशिबाला सिंह, नगर निगम के अधिशाषी अभियंता विद्युत रितेश पाटीदार, सहित अन्य पार्षद भी मौजूद रहे। बारिश से टूटी सड़कों पर भी जल्द होगा पेचवर्कइस बैठक में शहर विधायक ताराचंद जैन ने अधिकारियों को स्पष्ट रूप से कहा कि बारिश के मौसम में जो-जो रोड टूट गई है, उनको भी जल्द ठीक किया जाए। ज्यादा ही जरूरी है तो नई रोड बना दी जाए। जैन ने दुर्गा नर्सरी रोड़ भी बारिश में खराब हो गई है उसे ठेकेदार के माध्यम से तुरंत सही करवाने को कहा। सीवरेज के टूटे ढक्कन बदलेंइस विधायक ताराचंद जैन ने अधिकारियों को कहा कि शहर में कई जगहों पर सीवरेज के ढक्कन टूट गए हैं, जिससे हादसे होने का खतरा है। ऐसे में जहां-जहां पर सीवरेज के ढक्कन टूटे चुके हैं, उन्हें बदला जाए। इस मौके पर शहर विधायक ताराचंद जैन ने अधिकारियों को कहा कि वे बीएसएनएल के अधिकारियों से चर्चा कर शहर में जहां-जहां पर उनके पोल है, जो किसी काम नही आ रहे है उन्हें हटाएं। विधायक ने कहा कि कुछ पोल सड़क के काफी आगे तक लगे है जो किसी काम नहीं आ रहे है और यातायात भी प्रभावित हो रहा है। इन सड़कों को दीपावली से पहले सुधारने के निर्देश
अजमेर जिले के नसीराबाद सदर थाना क्षेत्र की ए युवती अपनी सहेली की सगाई में जाने की बात कहकर घर से गई लेकिन वापिस नहीं लौटी। लापता युवती के पिता ने सदर थाने में गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज कराई। पिता ने बताया- उसकी पुत्री बुधवार सुबह करीब 8 बजे अपनी सहेली की सगाई में अजमेर जाने की बात कहकर घर से गई थी। जिसके काफी समय बाद भी वापिस नहीं लौटने पर मोबाइल पर संपर्क करने का प्रयास किया। लेकिन उसका मोबाइल बंद आ रहा है। अपने स्तर पर सभी परिचितों एवं रिश्तेदारों के यहां तलाश के काफी प्रयास किए लेकिन पुत्री का कहीं पता नहीं लगा। परिवादी पिता ने आशंका व्यक्त की है कि कहीं उसकी पुत्री के साथ कोई अनहोनी ना हो जाए। नसीराबाद सदर थाना पुलिस ने युवती की गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज कर तलाश के प्रयास शुरू कर दिए।
खैरथल-तिजारा में ऑपरेशन साइबर संग्राम के तहत कार्रवाई:दो आरोपियों को किया गिरफ्तार, संपत्ति जब्त
खैरथल पुलिस ने ऑपरेशन साइबर संग्राम के तहत बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने साइबर ठगों को बैंक खाते उपलब्ध कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने गिरोह के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से करोड़ों की ठगी से खरीदी गई महंगी संपत्ति जब्त की है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान फरीद पुत्र इस्माईल (25) निवासी अलवर और संदीप कुमार निवासी अलवर के रूप में हुई है। पुलिस ने इनके पास से दो डंपर चेचिस (घोड़ा), एक ट्रैक्टर पानी टैंकर सहित, एक कार, एक मोटरसाइकिल और आईफोन-16 बरामद किया है। पुलिस ने बताया-साइबर सेल खैरथल-तिजारा को संदिग्ध बैंक खाते की जानकारी मिली। जिस पर साइबर फ्रॉड की चार शिकायतें दर्ज थीं। खाते में करोड़ों का लेन-देन पाया गया। जांच में सामने आया कि यह खाता संदीप कुमार के नाम पर संचालित था। पूछताछ में पता चला कि आरोपी फरीद भोले-भाले और गरीब लोगों को कमीशन का लालच देकर उनके नाम पर खाते खुलवाता था। बाद में ये खाते संगठित साइबर ठग गिरोह को बेच दिए जाते थे। इन खातों का इस्तेमाल ऑनलाइन गेमिंग, बैटिंग, सेक्सटॉर्शन और अन्य धोखाधड़ी में किया जाता था। खाते फ्रीज होने से पहले ठग भारी रकम निकाल लेते थे। पुलिस ने आरोपियों से दो डंपर चेचिस, एक ट्रैक्टर मय पानी टैंकर,एक कार, एक मोटरसाइकिल, एक फोन को जब्त किया हैं। इस दौरान कार्रवाई में कर्ण सिंह एएसआई इंचार्ज, बृजमोहन हेड कॉन्स्टेबल, हरीश कुमार (साइबर सेल – विशेष योगदान), सुनील कुमार (साइबर सेल), विजयसिंह, पुष्पेन्द्र सिंह, संतोष कुमार, शेखर, धनपाल सिंह, हरकेश कुमार, सुषमा (महिला कॉन्स्टेबल), मनीषा (महिला कॉन्स्टेबल) वहीं थाना ततारपुर से जसवंत सिंह थानाधिकारी, अजीत, तेजराम, नेमीचन्द और बस्तीराम (कॉन्स्टेबल) शामिल रहे।
दमोह में विजयादशमी के अवसर पर दशहरा चल समारोह का आयोजन किया जा रहा है। शारदेय नवरात्रि के नौ दिनों के समापन के बाद दसवें दिन यह समारोह हो रहा है। देवी प्रतिमाओं के विसर्जन का क्रम दोपहर से शुरू हो गया है, जो देर रात तक चलेगा। सुबह से ही सभी देवी पंडालों में विधि-विधान से हवन-पूजन और कन्या भोज का आयोजन किया गया। इसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। इसके बाद बिना अखाड़े वाली देवी प्रतिमाओं को विसर्जन के लिए शहर भ्रमण पर निकाला गया। देवी प्रतिमाएं फुटेरा तालाब पहुंच रहीं ये प्रतिमाएं शहर के प्रमुख चौराहों से होते हुए फुटेरा तालाब पहुंच रही हैं, जहां उनका विसर्जन किया जा रहा है। शाम 7 बजे से अखाड़े वाली देवी प्रतिमाओं का विसर्जन शुरू हुआ। सबसे पहले मोरगंज गल्ला मंडी की देवी प्रतिमा को विसर्जन के लिए निकाला गया। इन प्रतिमाओं के साथ अखाड़े भी शामिल हैं, जिनमें युवा अपनी कलाओं का प्रदर्शन कर रहे हैं। सभी देवी प्रतिमाएं घंटाघर से होकर बकौली चौराहा, मोहन टॉकीज तिराहा, पुराना थाना, सिटी नल, महाकाली चौराहा से होते हुए फुटेरा तालाब पहुंचेंगी। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी पूरे मार्ग पर मौजूद हैं। फुटेरा तालाब में एसडीआरएफ की टीम भी तैनात की गई है। बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि विसर्जन प्रक्रिया सुचारु और सुरक्षित ढंग से संपन्न हो सके।
विजयादशमी पर मनेंद्रगढ़ में दुर्गा विसर्जन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सिविल लाइन दुर्गा सेवा समिति ने उज्जैन से विशेष झांझ और डमरू टीम को आमंत्रित किया था। महाकाल की नगरी उज्जैन से आई इस टीम ने अपनी कला और संस्कृति का अद्भुत प्रदर्शन किया। उनके प्रदर्शन को देखने के लिए शहर के चौक-चौराहों से लेकर हसदेव गंगा तट तक भारी भीड़ उमड़ पड़ी। विसर्जन यात्रा के दौरान झांझ और डमरू की मनमोहक प्रस्तुतियां दी गईं। इसी क्रम में मनेंद्रगढ़ के शीतला माता की मढ़िया प्रांगण में महाआरती का भी आयोजन किया गया। सिविल लाइन दुर्गा सेवा समिति के सदस्यों ने बताया कि डीजे और धमाल जैसे साउंड सिस्टम से ध्वनि प्रदूषण होता है। सुप्रीम कोर्ट ने भी ऐसे साउंड सिस्टम के उपयोग पर सख्त निर्देश दिए हैं। समिति के अनुसार, झांझ और डमरू की ध्वनि से वातावरण शुद्ध रहता है और यह हमारी संस्कृति का अभिन्न अंग है। इसलिए समिति ने इस बार माता के विसर्जन में अपनी संस्कृति को प्राथमिकता देते हुए पारंपरिक तरीके से विदाई करने का निर्णय लिया।
60 लीटर शराब के साथ तस्कर गिरफ्तार:धनपुरी की शराब दुकान से अनूपपुर ले जा रहा था
चचाई पुलिस ने अवैध शराब के परिवहन के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी के पास से 60 लीटर अवैध शराब, एक मोटरसाइकिल और एक मोबाइल फोन जब्त किया है। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि अमलाई से अनूपपुर की ओर एक मोटरसाइकिल पर अवैध शराब ले जाई जा रही है। इस सूचना पर थाना प्रभारी चचाई के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई। टीम ने चचाई मेन रोड पर बाबा कुटी के पास घेराबंदी की। घेराबंदी के दौरान मोटरसाइकिल (नंबर सीजी-10-वाई-6802) को रोका गया। चालक से पूछताछ करने पर उसने अपना नाम अनिल राठौड़ (30) निवासी जैतहरी बताया। मोटरसाइकिल की तलाशी लेने पर उसके दोनों तरफ कपड़े के थैलों में दो-दो कार्टन और पीछे की सीट पर साड़ी में लपेटकर एक बोरी में कुल 60 लीटर अवैध शराब मिली। पुलिस ने इसकी कीमत 37,460 रुपए बताई। आरोपी अनिल राठौड़ शराब परिवहन से संबंधित कोई दस्तावेज पेश नहीं कर सका। उसने बताया कि वह यह शराब धनपुरी की शराब दुकान से लेकर आ रहा था। पुलिस ने आरोपी को आबकारी एक्ट में गिरफ्तार कर लिया है।
फरीदाबाद जिले के सूरजकुंड में पांच दिवसीय आत्मनिर्भर स्वदेशी दीपावली मेले में प्रदेश भर के कारीगरों, उद्यमियों ने स्टाल्स लगाए हैं। गुरुवार को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने फीता काटकर शुभारंभ किया।मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि आत्मनिर्भरता व स्वदेशी रास्ता ही देश को आर्थिक शक्ति बनाने में मदद करेगा, इसलिए इसी थीम पर इस मेले का आयोजन किया जा रहा है। आत्मनिर्भरता से देश को मिलेगी मजबूती उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का लक्ष्य 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है। आज हम चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं। स्वदेशी के आंदोलन से हमें तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने में मदद मिलेगी।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस से 2 अक्टूबर तक स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार सेवा पखवाड़ा मनाया जा रहा है। इसके तहत हरियाणा में इस मेले सहित कई आयोजन किए जा रहे हैं। एमएसपी बढ़ाकर दिया विपक्ष को जवाब मुख्यमंत्री ने किसानों से जुड़े मुद्दों पर विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जो पार्टियां पहले सरकार पर एमएसपी खत्म करने का आरोप लगाती थीं, उन्हें अब करारा जवाब मिला है। सरकार ने एमएसपी में बढ़ोतरी कर साबित किया है कि वह किसानों की भलाई के लिए कटिबद्ध है। स्वदेशी अपनाने से बढ़ेंगे लाखों रोजगार उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भरता केवल नारे तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक राष्ट्रीय आंदोलन है। स्वदेशी वस्तुओं को बढ़ावा देने से न केवल देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत होगी, बल्कि लाखों लोगों को रोजगार मिलेंगे। इस मौके पर सीएम के साथ कैबिनेट मंत्री अरविंद शर्मा, कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल, राज्य मंत्री राजेश नागर, बल्लभगढ़ विधायक मूलचंद शर्मा भी मौजूद थे।
छिंदवाड़ा में अमरवाड़ा नगर के बाईपास रोड पर पेट्रोल पंप के पास गुरुवार शाम बड़ा हादसा हो गया। एक तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक सवार बुजुर्ग दंपत्ति को रौंद दिया। हादसा इतना दर्दनाक था कि दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक बुजुर्ग दंपत्ति अपने घर अमरवाड़ा लौट रहे थे। तभी बाईपास पर ट्रक ने उन्हें टक्कर मार दी। घटना के बाद आस पास के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। हादसे के बाद आसपास के लोग बड़ी संख्या में मौके पर जमा हो गए। पुलिस ने परिजनों को दी सूचनापुलिस ने ट्रक को जब्त कर थाने में खड़ा करा दिया। पुलिस ने मृतकों के परिजनों को सूचना दी। दोनों बुजुर्गों के शवों को अमरवाड़ा अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शवों को जब्त कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। मृतकों की पहचान भागलाल मेहरवंशी और उनकी पत्नी सकूनबाई मेहरवंशी के रूप में हुई है। दोनों अमरवाड़ा एक्सचेंज के सामने रहते थे। दंपत्ति के दो बेटे अमोल मेहरवंशी और प्रमोद मेहरवंशी हैं, दोनों अस्पताल पहुंचे।
रेवाड़ी के आदर्श नगर में दशहरे के दिन एक 41 वर्षीय युवक जगमोहन की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। आरोप है कि तीन युवक उसे घर से बाइक पर ले गए और श्मशान घाट के पास बेरहमी से पीटा। प्रारंभिक जांच में मामला किसी पुराने लेन-देन के विवाद से जुड़ा बताया जा रहा है। परिजनों के अनुसार, आरोपी जगमोहन को घर से बाइक पर बैठाकर ले गए थे। कुछ घंटों बाद जगमोहन का शव खून से लथपथ हालत में मिला। बताया गया कि आरोपी उसे श्मशान घाट पर पीटने के बाद ट्रॉमा सेंटर में छोड़कर फरार हो गए। आरोपी चरस-गांजे के अवैध कारोबार में शामिल परिजनों ने आरोप लगाया कि आरोपी चरस और गांजे के अवैध कारोबार में शामिल थे। हालांकि, हत्या की असली वजह पुलिस जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी। रामपुरा थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में ले लिया है। पुलिस बोली- जल्द होगी आरोपियों की गिरफ्तारी थाना प्रभारी विद्यासागर ने बताया कि हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है और आरोपी युवकों की तलाश तेज कर दी गई है। पुलिस का कहना है कि सभी आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
बलौदाबाजार के पलारी दशहरा मैदान में विजयादशमी का पर्व मनाया गया। इस दौरान 40 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया गया। रावण दहन से पहले मनमोहक रामलीला और राम-रावण संवाद का मंचन हुआ, जिसने दर्शकों को भक्ति और शौर्य की अनुभूति कराई। कार्यक्रम का शुभारंभ नगर पंचायत अध्यक्ष गोपी साहू ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। उन्होंने कहा कि रामलीला हमें बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश देती है। उन्होंने भगवान राम के चरित्र को नैतिकता और धर्म का मार्गदर्शक बताया और पलारी की रामलीला को एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक विरासत बताया, जिसे भव्य रूप देना सभी का कर्तव्य है। सूर्यास्त के बाद अंधेरा छाते ही आकाश रंग-बिरंगी आतिशबाजी से जगमगा उठा। लगभग एक घंटे तक चले इस आतिशबाजी कार्यक्रम ने आसमान को इंद्रधनुषी रंगों से सजा दिया। फुलझड़ियों और पटाखों की गूंज आसपास के 4-5 किलोमीटर दूर तक के गांवों में सुनाई दी। इस भव्य दशहरा समारोह को देखने के लिए हजारों की भीड़ उमड़ी थी। रामलीला मंडली की ओर से प्रस्तुत राम-रावण संवाद ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। रामचरितमानस के पाठ और ढोल नगाड़ों की थाप पर हुए राम-रावण युद्ध ने पूरे मैदान में भक्ति और उत्साह का संगम प्रस्तुत किया। इस अवसर पर एसडीएम दीपक निकुंज, थाना प्रभारी हेमंत पटेल और पुलिस जवानों ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखी। समिति के सदस्यों ने भी व्यवस्था बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
पंजाब के लुधियाना में संगोवाल इलाके में एक युवक की ईंटें मारकर हत्या कर दी गई। युवक ने अपनी जान बचाने के लिए नहर में छलांग लगाई जिसके बाद उसका पीछा कर रहे युवकों ने पुल पर खड़े होकर नहर में ईंटें मारी जिस कारण वह युवक डूब गया। पता चला है कि युवक की मौत हो गई है लेकिन अभी उसका शव पुलिस को बरामद नहीं हुआ है। मरने वाले का नाम मनी है। बचाव के लिए लगाई युवक ने नहर में छलांग जानकारी मुताबिक थाना साहनेवाल के इलाके गांव जसपाल बांगड़ में आज एक युवक और उसके दोस्त का पीछा कर रहे थे। तभी उस युवक ने नहर में छलांग लगा दी। जिसके बाद उन लोगों ने ईंटें मारी और वह युवक नहर से बाहर नहीं निकल सका। पुलिस ने आरोपी युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक यह भी बात सामने आ रही है कि युवक के पास मोबाइल था और उस मोबाइल को लेने के लिए कुछ लोग उसके पीछे लगे थे। युवक ने तभी नहर में छलांग लगाई थी, लेकिन वह बच नहीं सका। गांव संगोवाल के सरपंच ने कहा कि हरनाम पुरा से मनी नाम का युवक था। उसके पीछे कुछ प्रवासी लगे हुए थे। उन लोगों के हाथ में तलवारें और अन्य हथियार थे। उन लोगों ने मनी और उसके साथ कुछ युवक थे उनसे मारपीट की। मनी ने नहर में छलांग लगा दी जिस कारण उसकी मौत हो गई। लोगों ने सड़क भी की थी जाम मनी की मौत के बाद लोगों ने रोष जाहिर करते हुए संगोवाल गांव की सड़क पर धरना भी लगाया, जिसे पुलिस ने बाद में हटवाया। मनी का शव ढूंढने के लिए गोताखोर 25 हजार रुपए मांग रहा है। सीसीटीवी से मामला होगा क्लियर-एडीसीपी एडीसीपी पी.एस भंडाल ने कहा कि लोगों ने बताया है कि नहर किनारे कुछ युवकों की आपस में बहसबाजी हुई है। झड़प दौरान एक युवक को नहर में फेंका गया है। पुलिस इस मामले की विभिन्न एंगलों से जांच कर रही है। हमला करने वाले सभी लोग पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस आस-पास के कैमरों की फूटेज चैक करेगी जिसके बाद घटना कैसे हुई इस बारे पता चल सकेगा।
रायसेन में नवरात्रि के नौ दिनों की उपासना के बाद गुरुवार दोपहर से दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के लिए चल समारोह शुरू हो गए। झांकी समिति के सदस्य और श्रद्धालु धूमधाम से नाचते-गाते माता रानी को विदा करने निकले। इस दौरान महिलाओं ने सिंदूर खेला और जमकर गुलाल उड़ाया। सांची रोड स्थित शीतल सिटी और गोल्डन सिटी में मां दुर्गा की विदाई के समय महिलाओं ने सिर पर ज्वारे रखकर नृत्य किया और सिंदूर खेला। शहर में प्रतिमाओं का विसर्जन जाखा और पगनेश्वर में किया जाएगा। वार्ड-9 के तालाब मोहल्ले में झांकी समिति ने पंडाल के पास ही एक कुंड बनाकर प्रतिमा का विसर्जन किया। विसर्जन का यह सिलसिला दोपहर 12 बजे से शुरू हो गया है, जो देर रात तक जारी रहेगा। देखिए तस्वीरें
किशनगढ़बास में विजयदशमी का पर्व उल्लास के साथ मनाया गया। 51 फीट के रावण दहन के साथ पूरा दशहरा मैदान जय श्रीराम के नारों से गूंज उठा। वहीं कुंभकरण और मेघनाद के पुतलों को भी दहन किया गया। 6 लाख रुपए की लागत से पुतलों का निर्माण करवाया गया था। आयोजित कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। इस दौरान कला मंच समिति किशनगढ़बास द्वारा आयोजित दशहरा महोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री व अलवर सांसद भूपेंद्र यादव तथा पूर्व विधायक रामहेत सिंह यादव पहुंचे। दशहरा मैदान में मंडल अध्यक्ष मनोज मित्तल के नेतृत्व में अतिथियों का स्वागत किया गया। मंच पर पहुंचने के बाद केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने श्रीरामचरितमानस एवं हनुमानजी की आरती कर रामलीला मंचन का शुभारंभ किया। कला मंच समिति ने मंत्री भूपेंद्र यादव और पूर्व विधायक रामहेत सिंह यादव को मोमेंटो भेंट कर सम्मानित किया। स्वदेशी अपनाने पर दिया जोर केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में जिले का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित होगा। भूपेंद्र यादव ने किशनगढ़बास और आसपास के क्षेत्र को औद्योगिक दृष्टि से विकसित कर मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने की योजना साझा की। व्यापारियों से आह्वान किया कि वे अपनी दुकानों पर ‘यह स्वदेशी दुकान है’ का बोर्ड अवश्य लगाएं, ताकि आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार किया जा सके। भूपेंद्र यादव ने यह भी बताया कि नवरात्रों के अवसर पर केंद्र सरकार ने जीएसटी में भारी छूट दी है, जिससे आमजन को सीधे लाभ मिला है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का उद्देश्य हर वर्ग तक राहत पहुंचाना और भारत को स्वदेशी मार्ग पर आगे बढ़ाना है। कला मंच समिति के लिए 20 लाख रुपए स्वीकृत पूर्व विधायक रामहेत सिंह यादव ने कहा कि सांसद भूपेंद्र यादव ने कला मंच समिति के लिए नगर पालिका किशनगढ़बास से 20 लाख रुपए स्वीकृत करवाए हैं, जिससे समिति के लिए श्रृंगार कक्ष और अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं विकसित की जाएंगी। रामलीला मंचन में कलाकारों ने अपने उत्कृष्ट अभिनय से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। मंचन में राम का किरदार पीयूष शर्मा, लक्ष्मण का मोहित यादव, हनुमान का रामपाल यादव, सीता का हर्षित अग्रवाल, रावण का खेमचंद्र यादव और मंदोदरी का महावीर अग्रवाल ने निभाया। मंच संचालन व्यास चंद्रप्रकाश शर्मा ने किया। कार्यक्रम में समिति अध्यक्ष राकेश तिवारी, संरक्षक उमेशकांत वशिष्ठ, हरिओम गुप्ता, हरीश गोयल, विकास गोयल, गजेंद्र यादव, पंकज सोनी सहित बड़ी संख्या में गणमान्यजन उपस्थित रहे। भाजपा जिलाध्यक्ष महासिंह चौधरी, जिला महामंत्री अनूप यादव, नगर पालिका अध्यक्ष तारामणि सतीश सिंगल, खैरथल मंडल अध्यक्ष मनीष शर्मा, मोठूका मंडल अध्यक्ष राजकुमार राजपूत, पूर्व अध्यक्ष बलविंदर सिंह और किशनगढ़बास मंडल उपाध्यक्ष तेज सिंह सैनी भी उपस्थित रहे।
डूंगरपुर जिले में दशहरे के अवसर पर गुरुवार शाम भगवान राम की शोभायात्रा निकाली गई। शहर के लक्ष्मण मैदान में 40 फीट ऊंचे रावण के पुतले के साथ ही उसके बेटे मेघनाद और भाई कुंभकरण के पुतलों का दहन किया गया। इस उत्सव को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग उमड़े। शारदीय नवरात्रि के दसवें दिन दशहरे पर रावण परिवार का दहन किया गया। इससे पहले शहर के रामबोला मठ से भगवान श्रीराम की सवारी निकाली गई। इस शोभायात्रा में भगवान राम, सीता, लक्ष्मण, हनुमान और रावण की जीवंत झांकियां आकर्षण का केंद्र रहीं। नगरपरिषद द्वारा आयोजित इस शोभायात्रा में शहर के कई लोग शामिल हुए। शोभायात्रा शहर के विभिन्न रास्तों से होते हुए लक्ष्मण मैदान पहुंची। यहां कलेक्टर अंकित कुमार सिंह, पूर्व मंत्री सुशील कटारा, उपसभापति सुदर्शन जैन, भाजपा जिला अध्यक्ष अशोक पटेल और एडीएम दिनेश चंद्र धाकड़ सहित अन्य अधिकारियों ने श्रीराम, लक्ष्मण, सीता और हनुमानजी की पूजा-अर्चना की। तिलक लगाकर आरती उतारी गई, जिसके बाद लंका दहन के साथ आतिशी नजारों का सिलसिला शुरू हुआ। उस्मान भाई शोरगर परिवार द्वारा तैयार किए गए गुलाब और चमेली के फूलों जैसे रंगीन और आकर्षक आतिशी नजारों ने लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके बाद, 40 फीट ऊंचे दस सिर वाले रावण के साथ ही मेघनाद और कुंभकरण के पुतलों का आतिशी दहन किया गया। पुतलों की आंखों से निकलते आतिशी तीर और धमाकों के साथ तीनों पुतले जलकर खाक हो गए।
बड़ोखरा गांव के तालाब में डूबे बुजुर्ग:SDERF टीम ने 7 घंटे बाद शव बरामद किया
शिवपुरी जिले के बदरवास थाना क्षेत्र के बड़ोखरा गांव में गुरुवार को एक दर्दनाक हादसा हो गया। जानकारी के अनुसार गांव के 65 वर्षीय भरोसा राम जाटव सुबह करीब 11 बजे भैंस चराने के लिए निकले थे। इसी दौरान पैर फिसलने से वे गांव के तालाब में जा गिरे। घटना की जानकारी मिलते ही परिजन व ग्रामीण मौके पर पहुंचे और खोजबीन शुरू की, लेकिन बुजुर्ग का कोई सुराग नहीं लग सका। रेस्क्यू ऑपरेशन 7 घंटे चलासूचना मिलने पर बदरवास पुलिस भी मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से तलाश की, मगर सफलता नहीं मिली। इसके बाद पुलिस ने एसडीईआरएफ टीम को बुलाया। टीम ने तालाब में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और करीब सात घंटे बाद शाम 6 बजे बुजुर्ग का शव बरामद कर लिया। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
सतना के सतना के कोठी कस्बे में एक अनूठी परंपरा निभाई जाती है। यहां रावण का दहन नहीं, बल्कि विधि-विधान से उनका पूजन किया जाता है। ढोल-नगाड़ों के साथ लंकेश की जय-जयकार की जाती है। स्थानीय निवासियों का मानना है कि रावण एक महान ज्ञानी थे। उनकी एक भूल के कारण उनकी सभी अच्छाइयों को भुलाया नहीं जा सकता। इसी कारण वे उन्हें अपना वंशज मानते हैं और उनका पूजन करते हैं। पुजारी रमेश मिश्रा के अनुसार, यह प्रतिमा वर्षों पुरानी है। उन्होंने एक घटना का जिक्र करते हुए बताया कि लगभग 15 साल पहले जब नए थाना भवन का निर्माण होना था, तब उन्हें रात में स्वप्न आया कि कोई प्रतिमा तोड़ रहा है। सुबह जब वे निर्माण स्थल पर पहुंचे तो जेसीबी लगी हुई थी। जेसीबी ऑपरेटर ने जब रावण की प्रतिमा पर प्रहार किया, तो वहां से एक सांप निकल आया। इससे ऑपरेटर और मजदूरों में भगदड़ मच गई और काम रोक दिया गया। बाद में थाना भवन का निर्माण स्थल बदल दिया गया। रमेश मिश्रा ने बताया कि रावण महाविद्वान थे, तीनों लोकों के स्वामी और सभी विद्याओं में पारंगत थे। उन्होंने वैदिक पूजा सहित भगवान भोलेनाथ की स्तुति में कई कृतियां लिखीं और ब्रह्मा, विष्णु, महेश तीनों को अपनी साधना से प्रसन्न किया था। वे भगवान शिव के अनन्य भक्त और महान पंडित थे। मिश्रा के अनुसार, उनकी एक बुराई की वजह से उनके ज्ञान, तप और लाखों अच्छाइयों को भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने यह भी कहा कि भगवान ब्रह्मा ने चार वेद और छह पुराणों के बखान के लिए लंकेश को चुना था, क्योंकि उस समय धरती, आकाश और पाताल में उनसे बड़ा कोई विद्वान नहीं था।
नर्मदापुरम में विजयादशमी के अवसर पर दशहरा मैदान पर गुरुवार शाम को रावण के पुतले का दहन हुआ। विधायक डॉ. सीताशरण शर्मा, कलेक्टर सोनिया मीना, एसपी सांई कृष्णा थोटा, नगरपालिका अध्यक्ष नीतू यादव ने अग्नि बाण छोड़कर रावण के पुतले में आग लगाई गई। 35 फीट के रावण का पुतला 2 मिनट में जलकर खाक हो गया। पुतला दहन के साथ ही आतिशबाजी की गई, जिसके बाद भगवान राम, सीता, लक्ष्मण, हनुमान की आरती की गई। राम-रावण की बीच युद्ध का हुआ मंचनशाम 5 बजे से रामलीला समिति द्वारा आयोजित रामलीला के कलाकारों द्वारा राम-रावण के बीच युद्ध का मंचन शुरू किया। करीब एक घंटे मंचन के बाद शाम 5.58बजे जुमेराती क्षेत्र की मां काली की प्रतिमा दशहरा मैदान पर पहुंची। शाम 6.03 बजे रावण के पुतले में अग्नि बाण के माध्यम से आग लगाई गई। 2 मिनट में पुतला जलते हुए गिर गया। विधायक डॉक्टर शर्मा, रामलीला समिति के अध्यक्ष पूर्व विधायक पंडित गिरिजाशंकर शर्मा, पं. भवानी शंकर शर्मा, रेडक्रॉस सोसाइटी के चेयरमैन अरुण शर्मा, मेला प्रबंधक वैभव शर्मा, रामलीला समिति सचिव योगेश्वर तिवारी, संयोजक प्रशांत दुबे मुन्नू भैया, अधिवक्ता अजय प्रकाश श्रीवास्तव, द्वारका प्रसाद वर्मा समेत सभी ने भगवान राम की आरती की। रावण दहन कार्यक्रम को देखने बड़ी संख्या में शहरवासी शामिल हुए। मैदान पर कीचड़ से हुई परेशानी दशहरा मैदान में कीचड़ होने से लोगों को परेशानी हुई। देवी प्रतिमा के ट्रैक्टर और अखाड़ों के वाहन को निकालने में परेशानी हुई। कार्यक्रम की झलकियां
विजया दशमी के अवसर पर गुरुवार को सिंधिया राजघराने ने अपनी सैकड़ों वर्ष पुरानी परंपरा के साथ दशहरा उत्सव मनाया। राजघराने के मुखिया एवं केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने पुत्र महानआर्यमन के साथ पारंपरिक राजसी वेशभूषा में दशहरा और शमी वृक्ष का पूजन किया। सुबह सिंधिया पिता-पुत्र गोरखी स्थित देवघर पहुंचे और वहां राजसी चिन्हों का पूजन किया। इसके बाद मांढरे की माता मंदिर के सामने मैदान में आयोजित शमी पूजन में शामिल हुए। राज पुरोहित ने विधि-विधान के साथ शमी वृक्ष की पूजा कराई। मराठा सरदारों ने शमी पत्तियों को लूटा पूजन के दौरान जैसे ही ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शमी वृक्ष के पास पहुंचकर अपनी तलवार से प्रहार किया तो टूटकर गिरी शमी की पत्तियों (जिन्हें सोना पत्ती कहा जाता है) को मराठा सरदारों ने परंपरा अनुसार लूटा। यह नजारा वहां मौजूद श्रद्धालुओं और राजपरिवार समर्थकों के लिए अद्भुत क्षण रहा। दरअसल, विजया दशमी पर शमी वृक्ष पूजन का विशेष महत्व है। मान्यता है कि महाभारत काल में पांडवों ने अपने अज्ञातवास के दौरान अपने शस्त्र इसी वृक्ष में छिपाए थे और युद्ध के समय इन्हीं शस्त्रों से विजय प्राप्त की थी। तभी से दशहरे पर शमी पूजन और शस्त्र पूजन की परंपरा चली आ रही है। प्रदेशवासियों को दी शुभकामनाएं सिंधिया राजघराने की इस परंपरा का उद्देश्य राज परिवार ही नहीं बल्कि पूरे समाज और प्रदेश की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना करना है। इस अवसर पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर सहित प्रदेशवासियों को विजया दशमी की शुभकामनाएं दीं।
विजयदशमी पर्व के पावन अवसर पर गुरुवार को श्रीराम जन्मभूमि परिसर में विराजमान रामलला और राजा ‘राम’ का भव्य राज्याभिषेक समारोह आयोजित किया गया। यह अवसर श्रद्धालुओं के लिए अत्यंत अद्भुत और ऐतिहासिक रहा, जब भगवान श्रीराम को राजसी श्रृंगार के साथ विधिवत पूजन और महाआरती के बाद राज्याभिषेक रूप में विराजित किया गया। संत-महंतों और वैदिक आचार्यों की उपस्थिति में राज्याभिषेक से पहले रामलला का दिव्य औषधीय द्रव्यों से अभिषेक किया गया। इस मौके पर श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नित्य गोपाल दास भी राम मंदिर पहुंचे, राम लला का दर्शन किया, इसके बाद लिफ्ट से राम दरबार भी पहुंचे। वरिष्ठ पुजारी संतोष तिवारी ने बताया कि विजयदशमी पर भगवान का षोडशोपचार विधि से पूजन सम्पन्न हुआ। मंदिर प्रांगण में गूंजते वैदिक मंत्रों और भजन-कीर्तन के बीच माहौल भक्तिमय हो उठा। इसके बाद भगवान का राजसी श्रृंगार किया गया और महाआरती सम्पन्न हुई। मध्याह्न में आयोजित राजभोग आरती के दौरान रामलला को 56 प्रकार के व्यंजनों का भोग अर्पित किया गया। आरती और भोग के उपरांत प्रसाद वितरण का कार्यक्रम हुआ, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। हवन पूजन के साथ अनुष्ठानों की पूर्णाहुति मंदिर निर्माण समिति के प्रभारी गोपाल राव ने जानकारी दी कि शारदीय नवरात्र के अवसर पर यहां नौ दिवसीय विशेष अनुष्ठान आयोजित किए गए थे, जिनकी पूर्णाहुति विजयदशमी पर की गई। इस दौरान राम मंदिर में श्रीरामचरितमानस और वाल्मीकि रामायण का नवाह्न पारायण किया गया। वहीं, परकोटे में बने मां दुर्गा मंदिर में दुर्गा सप्तशती का पाठ और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजन हुआ। अनुष्ठानों की पूर्णाहुति पर सायंकाल हवन-पूजन और कलश विसर्जन भी सम्पन्न हुआ। परकोटे में निर्मित सभी छह मंदिरों में भी इस अवसर पर विशेष अभिषेक और पूजन का आयोजन किया गया। यहां भी भगवान को 56 प्रकार के भोग अर्पित किए गए, जिससे वातावरण भक्तिमय और उल्लासमय हो उठा। सर कार्यवाह दत्तात्रेय होसबले ने किया राम मंदिर में दर्शन इस पावन समारोह में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सर कार्यवाह दत्तात्रेय होसबले भी शामिल हुए। विजयदशमी का पर्व संघ के लिए विशेष महत्व रखता है, क्योंकि 1925 में इसी दिन संघ की स्थापना हुई थी। इस वर्ष संघ अपनी स्थापना का शताब्दी वर्ष मना रहा है। इसी क्रम में होसबले गुरुवार को रामकथा पार्क में आयोजित शताब्दी समारोह को संबोधित करने पहुंचे। समारोह के उपरांत उन्होंने श्रीराम जन्मभूमि में रामलला का दर्शन-पूजन किया और राज्याभिषेक कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। उनके साथ अयोध्या और आसपास के अनेक संत-महंतों ने भी पूजन-अर्चन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। रामलला के राज्याभिषेक की इस भव्य परंपरा ने एक ओर जहां विजयदशमी का पर्व और भी विशेष बना दिया, वहीं दूसरी ओर श्रद्धालुओं में उत्साह और आस्था का संचार कर दिया। पूरे अयोध्या नगर में इस अवसर पर धार्मिक उल्लास और भक्तिमय वातावरण छा गया।
मुरैना के जौरा विधानसभा के ग्रामीणों ने कांग्रेस विधायक पंकज उपाध्याय पर अमृत सरोवर तालाब पर अवैध कब्जा करने का आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत कलेक्टर अंकित अस्थाना से की थी। कलेक्टर ने तीन दिन में जांच पूरी कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश एसडीएम जौरा को दिए थे। लेकिन जांच पूरी नहीं हुई और विधायक रातों रात खुदाई करवा रहे हैं। नाराज ग्रामीण पुनः कलेक्टर बगले पहुंच गए और शिकायत करने लगे। 30 सितंबर को की थी शिकायतग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव रसोधना में सर्वे नंबर 2017 के सरकारी अमृत सरोवर को विधायक पंकज उपाध्याय ने जोत कर कब्जा कर लिया है। इस वजह से इलाके में सिंचाई और पशुओं के पानी पीने की समस्या खड़ी हो गई है। कलेक्टर ने एसडीएम को दिए जांच के आदेशग्रामीणों की शिकायत के बाद कलेक्टर अंकित अस्थाना ने एसडीएम जौरा सोहन शर्मा को तीन दिन में जांच करने के आदेश दिए थे। जांच प्रभावित करने चलाई जा रही जेसीबीग्रामीण सतेंद्र कुशवाह और हरि सिंह ने बताया कि शिकायत के बाद भी जांच दल गांव में नहीं पहुंचा। लेकिन विधायक द्वारा जांच को प्रभावित करने के लिए रातों रात जेसीबी चला कर खुदाई की जा रही है। इसी कारण वे पुनः शिकायत लेकर कलेक्टर बगले पहुंचे, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही। हमारे यहां बड़ा कार्यक्रम होने के बाद करेंगे जांचजौरा एसडीएम सोहन शर्मा ने बताया कि 3 अक्टूबर को बागेश्वर धाम से पंडित धीरेंद्र शास्त्री जौरा में एक दिवसीय कार्यक्रम में आ रहे हैं। उनके जाने के बाद ही मामले की जांच की जाएगी।
शिवपुरी में मां काली प्रतिमा का विसर्जन:खटीक समाज ने निकाली शोभायात्रा, हजारों श्रद्धालु शामिल
शिवपुरी में नवरात्रि महोत्सव के समापन के बाद गुरुवार को दशहरे के अवसर पर खटीक समाज द्वारा परंपरागत रूप से मां काली की प्रतिमा का विसर्जन किया गया। सईसपुरा क्षेत्र स्थित गणपति मंदिर पर विराजमान 9 फीट ऊंची प्रतिमा का विसर्जन जुलूस धूमधाम से निकाला गया। इस दौरान पूरे शहर में “काली-काली जय महाकाली” के जयकारे गूंजते रहे। 9 साल से जारी परंपरा जारीखटीक समाज पिछले 9 वर्षों से गणपति मंदिर दुर्गा पंडाल में मां काली की प्रतिमा स्थापित करता आ रहा है। प्रतिमा की 9 दिनों तक विशेष पूजा-अर्चना और आराधना की जाती है तथा दसवें दिन विशाल विसर्जन जुलूस निकालकर माता को विदा किया जाता है। हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचेगुरुवार को निकले विसर्जन जुलूस में हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। भक्तों ने मां काली की प्रतिमा को कंधों पर रखकर सईसपुरा से यात्रा शुरू की। जुलूस मीट मार्केट, कमलागंज, माधव चौक, पुराना बस स्टैंड से होता हुआ दो बत्ती चौराहे पहुंचा। यहां गणेश कुंड पर विधिविधान से प्रतिमा का विसर्जन किया गया। भागते हुए उठाते हैं प्रतिमा शिवपुरी में मां काली का यह विसर्जन अनोखा माना जाता है। परंपरा के अनुसार, खटीक समाज के युवा और श्रद्धालु प्रतिमा को कंधों पर उठाकर दौड़ते हुए विसर्जन स्थल तक ले जाते हैं। इस दौरान किसी भी प्रकार का डीजे या बैंड नहीं बजाया जाता, बल्कि सिर्फ “काली-काली जय मां काली” के जयकारे गूंजते हैं। यह अद्भुत दृश्य भक्तों की आस्था और ऊर्जा का प्रतीक बन जाता है। सईसपुरा गणपति मंदिर पर बीते 9 वर्षों से यह परंपरा निभाई जा रही है। प्रतिवर्ष नवरात्र के दौरान यहां काली माता की प्रतिमा स्थापित कर खटीक समाज सामूहिक पूजा करता है और दशहरे पर उत्साह और भक्ति भाव के साथ विसर्जन संपन्न करता है। देखें तस्वीरें
सोयाबीन पंजीयन 3 से 17 अक्टूबर तक:भावांतर योजना के तहत किसानों को मिलेगा उचित दाम
हरदा में किसानों को उनकी फसलों का उचित दाम दिलाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा भावांतर योजना लागू की गई है। इस योजना के तहत सोयाबीन का पंजीयन ई-उपार्जन पोर्टल पर 3 अक्टूबर से 17 अक्टूबर 2025 तक किया जाएगा। फसल विक्रय की अवधि 24 अक्टूबर 2025 से 15 जनवरी 2026 निर्धारित की गई है। कलेक्टर सिद्धार्थ जैन ने जिले के सभी संबंधित अधिकारियों को योजना के प्रभावी संचालन के निर्देश दिए हैं और किसानों से निर्धारित समयावधि में पंजीयन कराने की अपील की है। कलेक्टर जैन ने किसानों से कहा कि वे अपनी सोयाबीन केवल मंडियों में ही विक्रय करें और किसी भी परिस्थिति में बिचौलियों को न बेचें। भावांतर योजना के तहत मंडी मॉडल रेट का निर्धारण पिछले दो सप्ताह में बेची गई सोयाबीन के औसत मूल्य के आधार पर प्रतिदिन किया जाएगा। इस योजना का उद्देश्य किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी और उनकी उपज का उचित दाम सुनिश्चित करना है। गौरतलब है कि भावांतर योजना प्रधानमंत्री अन्नदाता आय संरक्षण अभियान के तहत वर्ष 2018-19 से लागू है और इसके सफल संचालन के लिए किसानों का ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीयन अनिवार्य है।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर गुरुवार को लखनऊ नगर निगम मुख्यालय में गरिमामय कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस दौरान ध्वजारोहण, माल्यार्पण और दोनों महान विभूतियों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस दौरान मेयर सुषमा खर्कवाल ने गांधी आश्रम में चरखा चलाकर सूत काटा। महापौर सुषमा खर्कवाल ने ध्वजारोहण कर देश की एकता और अखंडता का संकल्प दोहराया। इसके बाद गांधी जी और शास्त्री जी के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। महापौर ने अपने संबोधन में कहा,“महात्मा गांधी ने सत्य और अहिंसा के बल पर भारत को आजादी दिलाई और विश्व को शांति का मार्ग दिखाया। वहीं, शास्त्री जी का ‘जय जवान जय किसान’ का नारा और सादगीपूर्ण जीवन आज भी हमें ईमानदारी व राष्ट्रसेवा की प्रेरणा देता है।”कार्यक्रम में उपाध्यक्ष चरणजीत गांधी, नगर आयुक्त गौरव कुमार, अपर नगर आयुक्त ललित कुमार, अरुण कुमार गुप्त, डॉ. अरविंद कुमार राव, सभी विभागाध्यक्ष, कर्मचारी नेता और कर्मचारी उपस्थित रहे। वक्ताओं ने कहा कि गांधी और शास्त्री जी के आदर्शों को आत्मसात कर राष्ट्र निर्माण को मजबूत करना हमारा कर्तव्य है।
लखनऊ में दुर्गा मां की मूर्तियों का विसर्जन:नम आंखों से भक्तों ने मां को विदा किया, क्रेन की मदद ली
लखनऊ में गुरुवार को नवरात्रि खत्म होने पर पंडालों में स्थापित माता की मूर्तियों का विसर्जन किया गया। डीजे पर भक्ति गीत के साथ ढोल नगाड़े और यादों के साथ मां की विदाई करने के लिए गोमती नदी के झूलेलाल पार्क में बड़ी संख्या में भक्तों का तांता लगा। डालीगंज मुख्य सड़क से लेकर मूर्ति विसर्जन स्थान तक पूरी तरह से भक्तिमय माहौल था। मूर्ति विसर्जन के लिए नगर निगम की ओर से गोमती तट पर बड़े- बड़े गढ़े खोदे गए है। अंतिम विदाई के लिए क्रेन का इस्तेमाल किया गया। 2 तस्वीरें देखिए.., मां शक्ति, विश्वास और तमाम उम्मीदें लेकर आती हैं मूर्ति विसर्जन करने आए वी.के तिवारी ने बताया- कैसरबाग स्थित मॉडल हाउस से आए हैं। जहां उदयपुर के श्रीनाथजी मंदिर के तर्ज पर पंडाल को सजाया गया था। उन्होंने कहा कि दुर्गा मां जब आती है तो अपने साथ शक्ति, विश्वास और तमाम उम्मीदें लेकर आती हैं। मां की विदाई विसर्जन के रूप में होती है पंडाल में उनकी स्थापित होने के बाद हम लोग पूजा अर्चना करके कामनाएं करते हैं। मगर जब मन हमारे बीच से विदा होती है तो हम लोगों की आंखें नम हो जाती हैं। हम नहीं चाहते की मां को घर से विदा करें। मगर यह एक संस्कृति और परंपरा है कि विजयदशमी पर दुर्गा मां की विदाई विसर्जन के रूप में होती है।
अनूपपुर में जमुना कॉलरी स्थित स्टाफ कॉलोनी और स्टेडियम के पास जंगली भालू की सक्रियता बढ़ गई है। 1 अक्टूबर की रात 10 बजे से 12 बजे के बीच भालू ने कई घरों में घुसपैठ की। जानकारी के अनुसार, 28 सितंबर को भालू ने एक घर का पिछला दरवाजा तोड़ दिया था। इसके बाद, 1 अक्टूबर की रात को उसने एक ही घर में लगातार पांच बार घुसपैठ की। 2 अक्टूबर की सुबह भी भालू को उसी घर के आसपास देखा गया। स्थानीय प्रशासन और वन विभाग ने क्षेत्र के लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। उन्होंने लोगों को रात 9 बजे से सुबह 7 बजे तक घरों से बाहर न निकलने की सलाह दी है। विशेष रूप से बच्चों, महिलाओं और युवाओं को अतिरिक्त सावधानी बरतने को कहा गया है। यदि भालू दिखाई देता है, तो लोगों को तुरंत वन विभाग, थाना भालूमाड़ा या नगर पालिका को सूचित करने की सलाह दी गई है।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बस्तर दौरे से ठीक 2 दिन पहले बीजापुर जिले में 103 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। इनमें 49 नक्सलियों पर कुल 1 करोड़ 6 लाख 30 हजार रुपए का इनाम घोषित है। सरेंडर नक्सलियों में डिविजनल कमेटी मेंबर (DVCM), प्लाटून पार्टी कमेटी मेंबर (PPCM) और एरिया कमेटी मेंबर ACM जैसे बड़े कैडर के नक्सली शामिल हैं। जानकारी के मुताबिक सिर्फ बीजापुर जिले में ही 1 जनवरी 2025 से अब तक 421 नक्सली गिरफ्तार हुए हैं। 410 माओवादियों ने हथियार छोड़ दिया है। वहीं अलग-अलग मुठभेड़ में कुल 137 माओवादी मारे गए हैं। सरेंडर करने वाले नक्सलियों को 50-50 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि दी गई है। बीजापुर SP जितेंद्र यादव ने कहा कि अंदरूनी क्षेत्रों में कैंप की स्थापना के साथ सड़कों का विस्तार, परिवहन की सुविधा, पानी, बिजली और शासन की अन्य जनकल्याणकारी योजना ग्रामीणों तक पहुंचने लगी है। सुरक्षा बलों का ग्रामीणों के साथ सकारात्मक संवाद हो रहा है। सामुदायिक पुलिसिंग के तहत जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी जा रही है। साथ ही छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर और कई माओवादी नेताओं के मारे जाने या उनके आत्मसमर्पण करने के बाद इन लोगों ने वामपंथी उग्रवादी आंदोलन छोड़ने का फैसला किया। SP ने बताया कि माओवादियों के एक डिवीजनल कमेटी सदस्य लच्छू पुनेम उर्फ संतोष (36), गुड्डू फरसा (30), भीमा सोढ़ी (45), हिड़मे फरसा (26) और सुखमती ओयम (27), सभी प्लाटून पार्टी कमेटी के सदस्य हैं। प्रत्येक पर 8 लाख रुपए का इनाम था। इसके अलावा 4 नक्सलियों पर 5-5 लाख रुपए का इनाम था। 15 कैडरों पर 2-2 लाख रुपए का इनाम था। 10 पर 1-1 लाख रुपए का इनाम था। 12 कैडरों पर 50-50 हजार रुपए का इनाम था और 3 पर 10-10 लाख रुपए का इनाम था। SP के अनुसार आत्मसमर्पण करने वालों में माओवादियों के आरपीसी (क्रांतिकारी पार्टी समिति) सदस्यों की संख्या ज्यादा है। 4 अक्टूबर को आ रहे शाह 4 अक्टूबर को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बस्तर दौरे पर आएंगे। वे जगदलपुर में बस्तर दशहरा की मुरिया दरबार रस्म और लाल बाग मैदान में आयोजित स्वदेशी मेला में शामिल होंगे। अमित शाह के दौरे को लेकर पूरी तैयारी कर ली गई है। पहले 71 नक्सलियों ने किया था सरेंडर बता दें कि इससे पहले दंतेवाड़ा जिले में लोन वर्राटू अभियान से प्रभावित होकर कुल 71 नक्सलियों ने सरेंडर किया था। इनमें 21 महिला और 50 पुरुष नक्सली शामिल थे। 30 नक्सलियों पर 64 लाख रुपए का इनाम घोषित था। सरेंडर करने वालों में डिवीजन कमेटी मेंबर (DVCM) और एरिया कमेटी मेंबर (ACM) रैंक के नक्सली हैं। कई नक्सली ऐसे थे, जो कई बड़ी मुठभेड़ों में भी शामिल रहे हैं। क्या है लोन वर्राटू अभियान लोन वर्राटू का मतलब होता है घर वापस आइए। इस अभियान के तहत दंतेवाड़ा पुलिस अपने जिलों के ऐसे युवाओं को पुनर्वास करने और समाज की मुख्य धारा में लौटने का संदेश देती है, जो नक्सलियों के साथ हो गए हैं। पुलिस की इस योजना के तहत गांवों में उस इलाके के नक्सलियों की सूची लगाई जाती है। उनसे घर वापस लौटने की अपील की जाती है। उन्हें पुनर्वास योजना के तहत कृषि उपकरण, वाहन और आजीविका के दूसरे साधन दिए जाते हैं, जिससे वे नक्सल विचारधारा को छोड़कर जीवन यापन कर सकें। शाह की डेडलाइन, 2026 तक करेंगे नक्सलवाद का खात्मा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अगस्त 2024 और दिसंबर 2024 में छत्तीसगढ़ के रायपुर और जगदलपुर आए थे। वे यहां अलग-अलग कार्यक्रमों में शामिल हुए थे। इस दौरान उन्होंने अलग-अलग मंचों से नक्सलियों को चेताते हुए कहा था कि हथियार डाल दें। हिंसा करोगे तो हमारे जवान निपटेंगे। वहीं उन्होंने एक डेडलाइन भी जारी की थी कि 31 मार्च 2026 तक पूरे देश से नक्सलवाद का खात्मा कर दिया जाएगा। शाह के डेडलाइन जारी करने के बाद से बस्तर में नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन काफी तेज हो गए हैं। लगातार बड़े नक्सली लीडर मारे जा रहे ............................................. इससे जुड़ी यह खबर भी पढ़ें... नक्सलियों ने शांति वार्ता से इनकार किया: कहा-हथियार नहीं छोड़ेंगे, क्रांतिकारी पार्टी बनी रहेगी; वायरल प्रेस नोट से उनका कोई लेना-देना नहीं नक्सलियों की केंद्रीय समिति और दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी ने शांति वार्ता की संभावनाओं को खारिज कर दिया है। सोमवार को जारी संयुक्त प्रेस नोट में दोनों संगठनों ने स्पष्ट किया कि वे हथियार नहीं छोड़ेंगे और शांति वार्ता में शामिल नहीं होंगे। पढ़ें पूरी खबर
श्री राणी भटियाणी मंदिर संस्थान, जसोल में विजयादशमी (दशहरा) के पावन अवसर पर पारंपरिक विधि-विधान एवं वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच शस्त्र पूजन का भव्य आयोजन सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर मंदिर प्रांगण स्थित सभी देवालयों के शस्त्रों का पूजन विद्वान आचार्यों एवं पंडितों द्वारा विधिपूर्वक सम्पन्न कराया गया। यह आयोजन मां जसोल के असंख्य भक्तों की ओर से संस्थान समिति सदस्य कुंवर हरिश्चंद्र सिंह जसोल के नेतृत्व में सम्पन्न हुआ। श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कुंवर हरिश्चंद्र सिंह जसोल ने कहा कि “शस्त्र पूजा केवल शक्ति का प्रतीक नहीं, बल्कि धर्म, सत्य और न्याय की विजय का द्योतक है।” धार्मिक परंपरा के अनुसार मां दुर्गा ने नौ रात और दस दिन तक चले युद्ध के उपरांत दशमी तिथि को महिषासुर का वध कर धर्म की विजय स्थापित की थी। तभी से यह पर्व असत्य पर सत्य, अधर्म पर धर्म और दुष्टता पर सद्गुण की विजय के रूप में विजयादशमी या दशहरा कहलाता है। शास्त्रों में विजयादशमी को वर्ष की तीन अत्यंत शुभ तिथियों में गिना गया है। इस दिन शस्त्र पूजन एवं नए कार्यों का शुभारंभ सफलता और कल्याण का सूचक माना जाता है। ये रहे मौजूदइस अवसर पर जितेन्द्र सिंह, जगदीश सिंह, पूरण सिंह डंडाली, महीपाल सिंह झंवर, राजेश बंसल, संस्थान प्रबंधक जेठू सिंह ढेलाना सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे और सभी ने श्री राणीसा भटियाणीसा के श्रीचरणों में समाज एवं राष्ट्र की उन्नति की मंगलकामना की।
विधानसभा में विपक्ष की तरफ एक्सट्रा कैमरे लगाए जाने का विवाद लगातार जारी है। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा है कि विधानसभा में जासूसी कैमरे लगाए जाने के मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। हमने राज्यपाल से मिलकर गुहार लगाई। अब हमने राष्ट्रपति से मिलने का समय मांगा है। समय मिलते ही राष्ट्रपति से मिलकर विधानसभा जासूसी प्रकरण में कार्रवाई की मांग करेंगे। जनता के विश्वास के साथ सीधा खिलवाड़ जूली ने कहा कि यह लोकतंत्र की गरिमा और संवैधानिक संस्थाओं की पवित्रता पर गंभीर प्रश्नचिह्न खड़ा करता है। यह घटना न केवल विपक्षी विधायकों की निजता का हनन है, बल्कि जनता के विश्वास के साथ सीधा खिलवाड़ भी है। इस गंभीर प्रकरण पर विपक्षी दल के प्रतिनिधियों ने माननीय राज्यपाल महोदय से भेंट कर उन्हें समस्त तथ्यों से अवगत कराया था तथा निष्पक्ष जांच की मांग रखी थी। ऐसी परिस्थितियों में लोकतंत्र की रक्षा और संविधान की मर्यादा बनाए रखने के लए हमने राष्ट्रपति से समय देने का आग्रह किया है। विपक्ष जनता के हित में अंत तक लड़ेगा जूली ने कहा- लोकतंत्र की सर्वोच्च संस्थाएं संसद और विधानसभाएं हैं। यदि इन्हीं पर संदेह और जासूसी का वातावरण बनेगा तो यह पूरे देश के लिए गंभीर चिंता का विषय है। विपक्ष इस लड़ाई को जनता और लोकतंत्र के हित में अंत तक लड़ेगा। किसी भी कीमत पर लोकतांत्रिक मूल्यों और विधायकों की गरिमा पर आंच नहीं आने दी जाएगी।
मध्यप्रदेश शासन के सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण, उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण मंत्री नारायण सिंह कुशवाहा आज दतिया पहुंचे। मंत्री ने प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां पीताम्बरा मंदिर में विधिवत पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की। इस अवसर पर उन्होंने वनखंडेश्वर बाबा का जलाभिषेक भी किया। मंत्री नारायण सिंह कुशवाहा इसके बाद पुलिस लाइन परिसर पहुंचे, जहाँ शस्त्र पूजन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में मंत्री ने 30 AK-47 सहित विभिन्न एडवांस हथियारों का पूजन किया और कहा कि शस्त्र केवल सुरक्षा और अनुशासन के प्रतीक हैं। उन्होंने पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों को संबोधित करते हुए बताया कि इनका प्रयोग समाज की सुरक्षा और शांति बनाए रखने के लिए होना चाहिए। इस दौरान मंत्री ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से भी मुलाकात की और क्षेत्र के विकास कार्यों की जानकारी प्राप्त की।
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सोनीपत पुलिस ने एक रेस्टोरेंट में घुसकर मालिकों पर जानलेवा हमला करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान विशाल और ईशान के रूप में हुई है। दोनों सोनीपत के जवाहर नगर के रहने वाले हैं। दोनों को कोर्ट में पेश करके पुलिस रिमांड पर लिया गया हे। जानकारी अनुसार, 20 सितंबर अनूप निवासी गांव झांज कलां, जिला जीन्द हाल निवासी ओल्ड डीसी रोड़ कच्चे क्वार्टर सोनीपत ने थाना सिविल लाईन सोनीपत मे शिकायत दी थी। उसने बताया कि जब वह और उसका साला समित अपने लस्सी कॉर्नर रेस्टोरेंट पर काम कर रहे थे, तभी ईशान, विशाल और पारस नामक कुछ लोग हथियारों के साथ वहां पहुंचे। आरोप है कि उन्होंने रेस्टोरेंट में घुसकर मारपीट और तोड़फोड़ की। अनूप ने बताया कि ईशान ने तलवार से उस पर हमला किया, जबकि विशाल और पारस ने लाठियों से पीटा। जब समित बचाने आया, तो उसके साथ भी मारपीट की गई। आरोपियों ने कथित तौर पर जान से मारने की धमकी भी दी। हमले में गंभीर रूप से घायल अनूप को पीजीआईएमएस रोहतक रेफर किया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। सिविल लाइन पुलिस स्टेशन की टीम ने कार्रवाई करते हुए विशाल और ईशान को गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। पुलिस मामले की आगे जांच कर रही है।
विजय दशमी पर्व पर गुरुवार को देवास रोड स्थित पुलिस लाइन में परंपरागत शस्त्र पूजन संपन्न हुआ। इस अवसर पर मां काली की पूजा और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हवन कर सभी प्रमुख हथियारों (एके-47, एसएलआर गन, थ्री-नॉट-थ्री गन, पिस्टल, रिवॉल्वर और इंसास) सहित पुलिस वाहनों का पूजन किया गया। कार्यक्रम में जिले के प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल, एडीजी उमेश जोगा, एसपी प्रदीप शर्मा, कलेक्टर रौशन सिंह, सांसद अनिल फिरोजिया, महापौर मुकेश टटवाल, विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा, निगम सभापति कलावती यादव सहित अन्य जनप्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित रहे। मंत्री ने तलवार घुमाकर दिखाया करतब पूजन के बाद परंपरा अनुसार कद्दू काटकर बलि की प्रथा निभाई गई। इसी दौरान जिले के प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल ने अलग ही अंदाज में सबका ध्यान खींचा। कद्दू काटते समय उन्होंने तलवार लहराकर करतब दिखाए। मंत्री पूजा पंडाल में तलवार घुमाते हुए नजर आए, जिस पर उपस्थित लोगों ने तालियां बजाकर उनका उत्साहवर्धन किया। आरआई रणजीत सिंह ने बताया कि इस बार कार्यक्रम में हवाई फायर नहीं किए गए। शस्त्र पूजन के साथ विजय दशमी का यह पारंपरिक आयोजन शांति और उत्साह के बीच सम्पन्न हुआ।