छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में युवक ने 16 साल की नाबालिग छात्रा का KISS करते हुए वीडियो बना लिया, जिसे दिखाकर उसने ब्लैकमेल कर उसके साथ रेप किया और वीडियो बना लिया। जिसके बाद युवक ने फिर से शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव डाला, इस बार छात्रा के मना करने पर वीडियो को सोशल मीडिया में वायरल कर दिया। नाबालिग की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी युवक के खिलाफ केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। घटना सिविल लाइन थाना क्षेत्र की है। सिविल लाइन क्षेत्र में रहने वाली 16 वर्षीय लड़की स्कूल में पढ़ती है। उसने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया कि जरहाभाठा मिनी बस्ती में रहने वाले राजबीर दास उर्फ राज मानिकपुरी(19) से उसकी दोस्ती थी। दोस्ती का फायदा उठाकर उसने 10 अक्टूबर को नाबालिग को मिलने के लिए बुलाया। इसी दौरान उसने नाबालिग का KISS करते हुए वीडियो बना लिया। वीडियो दिखाकर किया ब्लैकमेल, रेप कर बनाया वीडियोइस वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर युवक ने नाबालिग लड़की को ब्लैकमेल करने लगा। जिसके बाद उसके साथ 17 अक्टूबर को अपने घर में रेप किया। साथ ही उसने लड़की को धमकी दी कि इस घटना की जानकारी देने पर वो वीडियो वायरल कर देगा। एक सप्ताह बाद फिर बुलाकर धमकाया इसके करीब सात दिन बाद युवक ने लड़की को फिर से मिलने बुलाया। इस दौरान उसने फिर से शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव बनाने लगा। किशोरी के मना करने पर युवक ने वीडियो ने वायरल करने और जान से मारने की धमकी देने लगा। फिर भी लड़की ने उसकी बात नहीं मानी, तब उसने वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। किशोरी की शिकायत पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर आरोपी राजबीर दास उर्फ राज मानिकपुरी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उसे कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया है।
करनाल के सेक्टर-14 स्थित सरकारी स्कूल में रात के समय चोर घुस गए और कमरों में रखी किताबों पर हाथ साफ कर दिया। चोरों ने स्कूल के कई कमरों में सामान अस्त-व्यस्त कर दिया। एक कमरे में दरवाजे पर आग लगाने की भी कोशिश की गई। स्कूल की मेड ने सुबह गेट खोला तो अंदर का नजारा देखकर हड़कंप मच गया। तुरंत स्कूल प्रबंधन ने पुलिस को सूचना दी और पुलिस जांच में जुट गई है। स्कूल में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे होने के कारण चोरों तक पहुंचने में कठिनाई आ सकती है। दीवार फांदकर घुसे चोर, किताबें फाड़ीं स्कूल की प्रिंसिपल सीमा ने बताया कि सुबह 9.15 पर मेड स्कूल आई थी। मेन गेट की कुंडी अंदर से बंद मिली। किसी छात्र को दीवार के ऊपर से उतारकर गेट खुलवाया गया। अंदर पहुंचते ही देखा कि कमरों में सामान बिखरा पड़ा है। किताबें फटी हुई मिलीं और दीवार के पास सीढ़ी लगी हुई थी। एक किताबों का सेट वहीं पड़ा था। इससे साफ हो गया कि चोर स्कूल के अंदर घुसे थे। सीमा ने बताया कि चोर ऑफिस का लॉक भी तोड़ने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन सेंटर लॉक होने के कारण ऑफिस खुल नहीं पाया, नहीं तो नुकसान और बड़ा हो सकता था। किताबों के सेट चोरी हुए हैं और दरवाजों को जलाने की भी कोशिश की गई है। इसकी शिकायत पुलिस को दी गई है।
हाथरस में जिलाधिकारी अतुल वत्स ने शहर के मुख्य मार्गों पर लगे सभी यूनीपोल तुरंत हटाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इन यूनीपोल को सुरक्षा के लिए खतरनाक बताते हुए कहा कि ये किसी भी समय बड़े हादसे का कारण बन सकते हैं। सोमवार को निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी अतुल वत्स सड़क मार्ग से गुजर रहे थे। तभी उनकी नजर सड़क किनारे लगे एक यूनीपोल पर पड़ी। इसे सुरक्षा की दृष्टि से खतरनाक मानते हुए वह तुरंत रुक गए और मौके पर एसडीएम सदर राज बहादुर सिंह तथा नगर पालिका अधिशासी अधिकारी रोहित कुमार सहित संबंधित अधिकारियों को बुला लिया। निरीक्षण के बाद जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश जारी किए कि शहर के मुख्य मार्गों के किनारे लगाए गए अवैध यूनीपोल तत्काल हटाए जाएं। उन्होंने जोर देकर कहा कि जनता की सुरक्षा सर्वोपरि है और इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने इन यूनीपोल को शीघ्र चिह्नित कर हटाने का आदेश दिया। इन निर्देशों के बाद, प्रशासन अब शहरभर में लगे यूनीपोल की सूची तैयार करने और उन्हें हटाने की कार्रवाई में जुट गया है।
करौली जिले में अब बिना हेलमेट दुपहिया वाहन सवारों को पेट्रोल नहीं मिलेगा। जिला रसद अधिकारी ने सभी पेट्रोल पंप संचालकों को 'नो हेलमेट नो पेट्रोल' नियम सख्ती से लागू करने के निर्देश जारी किए हैं। यह निर्देश सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत दुपहिया वाहन सवारों के लिए हेलमेट की अनिवार्यता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से दिए गए हैं। जिला रसद अधिकारी हितेश कुमार मीना ने एक पत्र जारी कर स्पष्ट किया है कि जिला कलेक्टर के निर्देशों के अनुसार यह नियम तत्काल प्रभाव से लागू होगा। आदेश में बताया गया है कि सड़क दुर्घटनाओं में लगातार हो रही वृद्धि को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। इसका उद्देश्य सड़क सुरक्षा जागरूकता को बढ़ाना और दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाना है। सभी पेट्रोल पंप संचालकों को इस नियम का कड़ाई से पालन करने के लिए कहा गया है।
हरियाणा में 6 पटवारियों के निलंबन के विरोध में सोमवार को हिसार के पटवारी और कानूनगो सड़कों पर उतर आए। उन्होंने चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के गेट नंबर-4 से लघु सचिवालय तक पैदल मार्च निकाला। प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री के नाम जिला प्रशासन को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें निलंबन रद्द करने की मांग की गई। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे पटवारी बलवीर ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा 6 पटवारियों का निलंबन गलत और अन्यायपूर्ण है। उनके अनुसार, क्षतिपूर्ति पोर्टल पर फसल खराबा वेरिफिकेशन से जुड़ी तकनीकी समस्याओं और पोर्टल की खामियों का दोष पटवारियों पर मढ़ा गया है। 8 से 10 सर्किल का काम संभाल रहा है एक पटवारी बलवीर ने यह भी बताया कि पूरे प्रदेश में लगभग 31 लाख किसानों के फसल खराबे के वेरिफिकेशन का भारी दबाव पटवारियों पर है। कई क्षेत्रों में एक पटवारी 8 से 10 सर्किल का कार्यभार संभाल रहा है। ऐसे में तकनीकी त्रुटियों को आधार बनाकर निलंबन की कार्रवाई करना अनुचित है। ज्ञापन में कहा गया कि पोर्टल की खामियों का समाधान किए बिना ही जल्दबाजी में वेरिफिकेशन का काम पूरा करने का दबाव बनाया गया। कई स्थानों पर नेटवर्क की समस्या, स्टाफ की कमी और अन्य तकनीकी बाधाओं के कारण समय पर डेटा अपडेट करना संभव नहीं था। इसके बावजूद, कुछ अधिकारियों द्वारा पटवारियों पर एकतरफा कार्रवाई की गई, जिससे उनका मनोबल प्रभावित हुआ है। आंदोलन की चेतावनी दी प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि निलंबित पटवारियों को बहाल नहीं किया गया, तो प्रदेशभर में आंदोलन तेज किया जाएगा। उन्होंने सरकार से मांग की कि तकनीकी समस्याओं का समाधान कर निष्पक्ष जांच कराई जाए। साथ ही, जिन अधिकारियों की लापरवाही से गलत रिपोर्टिंग हुई है, उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाए।
बुलंदशहर में साइबर ठगी का शिकार हुए एक व्यक्ति ने ठग की पहचान बताने वाले को ढाई लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। पीड़ित ने यह घोषणा बुलंदशहर साइबर सेल प्रभारी राम खिलाड़ी यादव के माध्यम से कराई है। पीड़ित ने ठग का एक वीडियो भी जारी किया है और पहचान बताने वाले का नाम गोपनीय रखने का आश्वासन दिया है। कैमरे के सामने न आने की शर्त पर पीड़ित ने बताया कि 2024 में उन्हें एक कॉल आया था। कॉल करने वाले ने लॉटरी लगने का लालच दिया और ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के नाम पर कुछ पैसे ठग लिए। इसके बाद आरोपी ने पीड़ित के बैंक खाते से लाखों रुपये भी उड़ा दिए। साइबर सेल ने उस ठग की तस्वीर जारी की है जो लोगों को ठगी का शिकार बनाता है। यदि आप इसे पहचानते हैं तो स्क्रीन पर दिए गए नंबर पर साइबर सेल को सूचना दे सकते हैं। साइबर सेल की टीम भी इस ठग की लगातार तलाश कर रही है।
श्री सकल जैन युवा संघ ने जैन साधु-संतों के पैदल विहार (यात्रा) के दौरान सुरक्षा की मांग की है। सोमवार दोपहर समाजजनों ने डीआईजी ऑफिस पहुंचकर एएसपी राकेश खाखा को इस संबंध में ज्ञापन सौंपा। समाज ने हाल ही में हुई सड़क दुर्घटनाओं पर चिंता जताते हुए प्रशासन से सुरक्षा इंतजाम पुख्ता करने की अपील की है। समाजजनों ने कहा कि जैन समाज के साधु-साध्वी महाराज चातुर्मास काल के बाद धर्म आराधना के लिए अन्य शहरों और कस्बों में पैदल (विहार) ही जाते हैं। पिछले कुछ वर्षों में सड़क दुर्घटनाओं में वृद्धि हुई है। पैदल विहार के दौरान संत समाज भी इन दुर्घटनाओं का शिकार हो रहा है, जो चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि साधु-संत केवल संघ समाज की ही नहीं, बल्कि राष्ट्र की भी अनमोल धरोहर हैं। हाईवे पर संकेतक बोर्ड लगाने की मांग समाजजनों ने मांग की है कि संतों के विहार के लिए उन्हें सुरक्षा प्रदान की जाए। रास्तों पर सावधानी के लिए ऐसे बोर्ड लगाए जाएं ताकि वाहन चालकों में जागरूकता बढ़े और पैदल चल रहे सभी लोग सुरक्षित हो सकें। इससे साधु-संत निर्भय होकर अपना विहार कर सकेंगे। शुक्रवार को साध्वी जी को मारी थी टक्कर शुक्रवार सुबह विहार कर रहे जैन साध्वी जी को रतलाम-बांसवाड़ा रोड पर एक वाहन ने टक्कर मार दी थी। टक्कर मारने के बाद वाहन चालक मौके से भाग गया था। एक साध्वी जी को ज्यादा चोट आने पर उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालांकि, इस मामले में साध्वी जी की तरफ से कोई शिकायत नहीं की गई और टक्कर मारने वाले को माफ कर दिया गया। बाद में चालक ने साध्वी जी के पास पहुंचकर माफी मांगी थी। ये लोग रहे मौजूद ज्ञापन सौंपने वालों में प्रीतेश गादिया, प्रकाश लोढ़ा, विप्लव जैन, गौरव मूणत, अमृत मूणत, सुमित सुराणा, हेमंत संघवी, विनय लोढ़ा, संदीप चाणोदिया, जसवंत चत्तर, जितेश चोपड़ा आदि समाजजन मौजूद रहे।
फिरोजाबाद में युवक ने सुसाइड किया:घर में फंदे से लटकता शव मिला, झाड़ू लगाने गई भाभी ने देखा
फिरोजाबाद। थाना दक्षिण क्षेत्र के नगला भाऊ में सोमवार को एक युवक का शव फंदे से लटका मिला। युवक की पहचान धर्मेंद्र कुमार के पुत्र संदीप के रूप में हुई है। घटना का पता तब चला जब घर की बहू संदीप के कमरे में झाड़ू लगाने पहुंची। संदीप का शव देखकर उसकी भाभी ने शोर मचाया, जिसके बाद परिवार के अन्य सदस्य मौके पर पहुंचे। परिजनों ने बताया कि रात में सभी सामान्य रूप से सोए थे और उन्हें संदीप द्वारा ऐसा कदम उठाने का कोई अंदेशा नहीं था। जानकारी के अनुसार, संदीप की शादी को अभी केवल एक साल ही हुआ था। इस अप्रत्याशित घटना से परिवार सदमे में है। सूचना मिलने पर थाना दक्षिण पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। फिलहाल, आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है और पुलिस मामले की जांच कर रही है। इंस्पेक्टर योगेंद्र पाल सिंह ने बताया कि आत्महत्या के कारणों का पता लगाया जा रहा है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि मृतक संदीप ने यह कदम उस समय उठाया जब उसकी पत्नी मायके गई हुई थी।
शामली जनपद के थाना भवन क्षेत्र के कस्बा जलालाबाद में छेड़छाड़ का विरोध करना एक परिवार को भारी पड़ गया।गांव के अजय और छोटू उर्फ हरदिल द्वारा दो लड़कियों से छेड़छाड़ की शिकायत पर पुलिस ने तो पीड़ित पक्ष की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया, लेकिन कुछ ही समय बाद उसी पीड़ित परिवार—दोनों लड़कियों, उनकी मां, भाई और पिता—पर भी पुलिस ने मुकदमा ठोक दिया।परिवार का आरोप है कि यह मुकदमा फर्जी नाम जोड़कर दर्ज किया गया है। पीड़ित महिला का कहना है कि उसकी बेटियों के साथ अजय और छोटू काफी समय से छेड़छाड़ कर रहे थे। इसकी शिकायत जब उनके परिवार से की गई तो कहासुनी में आरोपी की मां को चोट लग गई।इसके बाद 2 तारीख को दोनों आरोपी पीड़ितों के घर पहुंचे और लाठी-डंडों व धारदार हथियार से हमला कर दिया।इस हमले में दोनों लड़कियां और उनकी मां बुरी तरह घायल हो गईं।इसके बाद छेड़छाड़ और घर में घुसकर मारपीट करने का मुकदमा दर्ज कराया गया। घटना के समय 50–60 किमी दूर थे पिता और भाई पीड़ित पक्ष का कहना है कि पुलिस ने जिस मुकदमे में चार लोगों को नामजद किया है, उनमें लड़की के भाई और पिता उस समय मौके पर थे ही नहीं।दोनों मुजफ्फरनगर के काकरौली क्षेत्र में शादी समारोह में हवाई काम कर रहे थे और घटना से एक दिन पहले ही वहां पहुंचे थे।परिवार ने आरोप लगाया कि पुलिस ने बिना जांच फर्जी तरीके से मुकदमा दर्ज कर दिया। चश्मदीद पहुंचे एसपी दफ्तर—सबूत दिखाए, दो नाम हटाने के आदेश जब पीड़ित महिला के रिश्तेदारों और परिचितों को खबर लगी, तो वहीं मौजूद चश्मदीद गवाह सीधे एसपी शामली के पास पहुंचे।उन्होंने वीडियो व अन्य सबूत दिए कि लड़की के पिता और भाई घटना के वक्त मौके पर नहीं थे।इस पर एसपी ने तत्काल केस की समीक्षा कराई और मुकदमा संख्या 423/25 से दो नाम हटाने का आदेश दिया।पीड़ितों को जांच अधिकारी के पास भेजकर बयान दर्ज करवाए गए। हमलावर अब तक फरार, पुलिस गिरफ्तारी नहीं कर सकी पीड़ित परिवार का आरोप है कि घटना को कई दिन हो चुके हैं, लेकिन मारपीट और छेड़छाड़ के आरोपी अजय और छोटू को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी।परिवार न्याय की मांग कर रहा है और दोषियों की गिरफ्तारी की अपील कर रहा है।
हनुमानगढ़ के निकटवर्ती गांव नवां में एक ही रात में तीन किसानों के खेतों में लगे ट्यूबवेल से तांबे की तार चोरी होने का मामला सामने आया है। इस संबंध में जंक्शन थाना में गांव के ही कुछ युवकों पर चोरी का संदेह जताते हुए केस दर्ज कराया गया है। गांव नवां निवासी सावन खां ने जंक्शन थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 2 दिसंबर की रात को उसके, जगरूप सिंह और मोहम्मद हुसैन के खेत में लगी ट्यूबवेल मोटरों से लगभग 260 फुट तांबे की तारें चुरा ली गईं। तीनों के खेत चक 2 आरआरडब्ल्यू, नवां में पास-पास ही हैं। 3 दिसंबर की सुबह जब वे खेत पहुंचे तो मोटर की तारें गायब मिलीं। आसपास पूछताछ और तलाश के बाद भी चोरों का कोई सुराग नहीं लगा। बाद में शक के आधार पर गांव के ही रवि और जांबा उर्फ कश्मीर खां सहित 2-3 अन्य युवकों पर चोरी में शामिल होने की आशंका जताई गई। गांव स्तर पर मामले को सुलझाने के प्रयास किए गए, लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद थाना में रिपोर्ट दर्ज करवाई गई। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जांच एएसआई राजेंद्र कुमार को सौंपी गई है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर चोरी की गई तार की बरामदगी के प्रयास कर रही है।
श्रीनगर में चकबंदी, विकास कार्यों में बाधा:महोबा जिला पंचायत सदस्य, प्रधान ने डीएम से की शिकायत
महोबा। कबरई विकासखंड के ग्राम श्रीनगर में विकास कार्यों और मूलभूत सुविधाओं से संबंधित समस्याओं को लेकर जिला पंचायत सदस्य और ग्राम प्रधान ने जिलाधिकारी से शिकायत की है। दोनों ने अलग-अलग शिकायती पत्र सौंपकर समस्याओं के समाधान और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। जिला पंचायत सदस्य मायादेवी राजपूत ने जिलाधिकारी महोबा को दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि ग्राम में अब तक चकबंदी नहीं हुई है। इस कारण खेल मैदान, पंचायत भवन, उत्सव वाटिका, शवदाह स्थल और पार्क जैसी आवश्यक सुविधाओं के लिए भूमि उपलब्ध नहीं हो पा रही है, जिससे ग्रामीणों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि श्रीनगर-ननोरा-अकोना होते हुए बेलाताल जाने वाली सड़क लगभग 40 वर्ष पहले बनाई गई थी। उस समय भूमि अधिग्रहण के लिए काश्तकारों को मुआवजा भी दिया गया था, लेकिन यह सड़क आज तक राजस्व अभिलेखों और नक्शे में दर्ज नहीं है। खतौनी में जमीन अभी भी काश्तकारों के नाम पर दर्ज है, जिससे जमीन की बिक्री और उपयोग को लेकर लगातार विवाद बने रहते हैं। मायादेवी राजपूत ने जिलाधिकारी से अनुरोध किया है कि सड़क को नक्शे में दर्ज कराया जाए और ग्राम में शीघ्र चकबंदी कराकर इन विवादों का समाधान किया जाए। उनका मानना है कि इससे विकास कार्य सुचारू रूप से आगे बढ़ सकेंगे। इसी क्रम में, ग्राम श्रीनगर के प्रधान आशीष राजपूत ने भी जिलाधिकारी महोबा को शिकायती पत्र सौंपा है। उन्होंने हर घर जल योजना में अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। प्रधान के अनुसार, योजना का अधिकांश कार्य केवल कागजों पर पूरा दिखाया जा रहा है, जबकि जमीनी हकीकत इसके विपरीत है। आशीष राजपूत ने बताया कि सड़कों की खुदाई के बाद उनका पुनर्निर्माण नहीं किया गया है। इससे ग्रामीणों को आवागमन में परेशानी हो रही है और जलभराव की समस्या भी बनी हुई है। प्रधान आशीष राजपूत ने कहा कि शिकायत देने के बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने जिलाधिकारी से त्वरित जांच कराकर दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने और ग्राम के विकास कार्यों को गति देने की मांग की है। उनका मानना है कि इससे ग्रामवासियों को राहत मिलेगी और जल जीवन मिशन का उद्देश्य भी सही मायने में पूरा होगा। इस प्रकार, श्रीनगर क्षेत्र में विकास और मूलभूत सुविधाओं से जुड़ी समस्याओं को लेकर जिला पंचायत सदस्य और ग्राम प्रधान दोनों ने जिलाधिकारी से सक्रिय हस्तक्षेप की अपील की है ताकि ग्रामीणों की परेशानियां दूर हो सकें।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय राय मंगलवार, 9 दिसंबर को देवरिया के सलेमपुर तहसील क्षेत्र स्थित बरवां (पलानी टोला) गांव का दौरा करेंगे। वे दोपहर 1:30 बजे दिवंगत लेखपाल आशीष कुमार के आवास पर पहुंचकर उनके शोक संतप्त परिवार से मुलाकात करेंगे और सांत्वना देंगे। लेखपाल आशीष कुमार का 29 नवंबर को असामयिक निधन हो गया था, जिससे क्षेत्र में शोक का माहौल है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का यह दौरा परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करने और उनकी समस्याओं को समझने के उद्देश्य से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता संजीव कुमार मिश्रा ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष के आगमन को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। गांव में स्वागत व्यवस्था के साथ-साथ सुरक्षा प्रबंधन भी सुनिश्चित किया गया है। इस दौरान आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों के जुटने की संभावना है। कांग्रेस नेताओं के अनुसार, अजय राय परिवार को हर संभव सहयोग का आश्वासन देंगे। वे सरकारी स्तर पर मिलने वाली सुविधाओं और मदद पर भी चर्चा करेंगे। पार्टी संगठन ने सभी कार्यकर्ताओं से समय पर कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने की अपील की है। प्रदेश अध्यक्ष का यह दौरा न केवल दिवंगत लेखपाल के परिवार के प्रति सहानुभूति प्रकट करने का एक प्रयास है, बल्कि इसे जनसमस्याओं को समझने और जनता से सीधा संवाद स्थापित करने के अवसर के रूप में भी देखा जा रहा है।
बहराइच में तेंदुआ पिंजरे में कैद:बकरी का शिकार करने के लालच में फंसा, ग्रामीणों को मिली राहत
बहराइच जिले के शिवपुर इलाके में कई दिनों से दहशत फैला रहा एक तेंदुआ रविवार देर रात पिंजरे में कैद हो गया। वन विभाग ने ग्रामीणों की मांग पर उसे पकड़ने के लिए खेत में पिंजरा लगाया था, जिसमें बकरी बांधी गई थी। बकरी का शिकार करने के लालच में तेंदुआ पिंजरे में फंस गया। शिवपुर ब्लॉक के बल्दुपुरवा, बाजपुरवा और पिपरिया ग्राम के पास कई दिनों से तेंदुए की मौजूदगी देखी जा रही थी। बीते 5 दिसंबर को तेंदुए ने ग्रामीण अच्छे लाल पर हमला करने का प्रयास भी किया था, जिससे ग्रामीण भयभीत थे। ग्रामीणों की शिकायत के बाद वन विभाग ने बल्दुपुरवा ग्राम के पास बबई नदी किनारे गन्ने के खेत में पिंजरा लगाया था। इसी पिंजरे में रविवार देर रात तेंदुआ फंसा। नानपारा रेंज के क्षेत्राधिकारी पीयूष ने बताया कि वन विभाग द्वारा लगाए गए पिंजरे में करीब चार साल का एक नर तेंदुआ कैद हुआ है। वन विभाग की टीम उसे रेंज कार्यालय ले आई है। रेंज कार्यालय में तेंदुए का चिकित्सकीय परीक्षण कराया गया है। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर उसे उसके प्राकृतिक वास में छोड़ा जाएगा।
कटनी जिले के बड़वारा थाना क्षेत्र में एक युवक की संदिग्ध मौत के बाद परिजनों और ग्रामीणों ने सोमवार को कटनी-शहडोल मुख्य मार्ग पर चक्का जाम कर दिया। वे बड़वारा थाना प्रभारी को निलंबित करने और मृतक को आत्महत्या के लिए उकसाने वाले व्यक्तियों के खिलाफ निष्पक्ष जांच व सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। यह घटना बड़वारा थाना क्षेत्र के खरहटा ग्राम से संबंधित है। खरहटा निवासी शानि बर्मन (पिता गोरे लाल बर्मन) का शव 21-22 अक्टूबर की रात बिलायत रेलवे लाइन पर संदिग्ध परिस्थितियों में मिला था। परिजनों ने शुरुआत से ही इसे आत्महत्या मानने से इनकार करते हुए हत्या या आत्महत्या के लिए उकसाने का संदेह व्यक्त किया था। न्याय न मिलने से आक्रोशित मृतक के परिजन और खरहटा ग्राम के बड़ी संख्या में ग्रामीण सोमवार को एकजुट हुए। उन्होंने शहडोल-कटनी मार्ग को पूरी तरह से जाम कर दिया और सड़क पर ही धरने पर बैठ गए, जिससे आवागमन बाधित हो गया। मृतक शानि बर्मन के पिता गोरेलाल बर्मन ने आरोप लगाया है कि घटना वाले दिन उनके बेटे के साथ गांव के कुछ व्यक्तियों ने मारपीट की थी। उनका मानना है कि इसी से नाराज होकर शानि ने यह कदम उठाया। इन पर लगा मारपीट का आरोप गोरेलाल बर्मन ने रामदीन बर्मन, भगवान दास बर्मन, धन्नू शाहू, अर्जुन बर्मन, शम्भू बर्मन और सुदामा बर्मन सहित गांव के सात व्यक्तियों पर मारपीट का आरोप लगाया है। उनकी मुख्य मांगें हैं कि शानि बर्मन की मौत के मामले की निष्पक्ष और त्वरित जांच की जाए। आत्महत्या के लिए उकसाने वाले आरोपी व्यक्तियों पर तुरंत कानूनी कार्रवाई हो। टीआई को सस्पेंड करने की मांग मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में बड़वारा थाना प्रभारी केके पटेल को निलंबित किया जाए। परिजनों का आरोप है कि वे घटना के बाद से लगातार बड़वारा थाने में जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। लेकिन थाना प्रभारी केके पटेल ने अब तक कोई संतोषजनक कार्रवाई नहीं की है। इसी कथित लापरवाही के कारण ग्रामीणों को सड़क पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
हमीरपुर जिले के मौदहा ब्लॉक स्थित सिलौली गांव के उच्च प्राथमिक विद्यालय में सोमवार सुबह अभिभावकों ने हंगामा किया। दर्जनों अभिभावक अपने बच्चों के साथ स्कूल पहुंचे और शिक्षकों पर मारपीट, अपशब्द बोलने तथा जातिसूचक टिप्पणियां करने का आरोप लगाया। स्थिति तनावपूर्ण होते देख विद्यालय के शिक्षकों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर अभिभावकों को समझाया और स्थिति को नियंत्रित किया। इस हंगामे के कारण विद्यालय में शिक्षण कार्य काफी देर तक बाधित रहा। विद्यालय में लगभग 125 छात्र पंजीकृत हैं। जानकारी के अनुसार, यहां तैनात शिक्षकों के बीच लंबे समय से आपसी गुटबाजी और मनमुटाव चल रहा है, जिसका प्रभाव छात्रों की पढ़ाई पर पड़ रहा है। अभिभावक शैलेंद्र कुमार ने बताया कि बच्चों से कई दिनों से शिकायतें मिल रही थीं कि कुछ शिक्षक बिना किसी कारण के मारपीट करते हैं और अपमानजनक भाषा का प्रयोग करते हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि शिक्षकों के आपसी मतभेद के कारण विद्यालय का माहौल खराब हो गया है और पढ़ाई पर उचित ध्यान नहीं दिया जा रहा है। अभिभावकों ने मांग की कि पढ़ाई में लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों को विद्यालय से हटाया जाए। पुलिस ने काफी प्रयास के बाद अभिभावकों को शांत कराया और उन्हें घर भेजा।
जामताड़ा जिले के नारायणपुर स्थित एल्डर क्लब अब शराबियों का अड्डा बन गया है। देखरेख के अभाव में क्लब परिसर में कचरे और गंदगी का अंबार लगा हुआ है। यहां झूठे पत्तल, गिलास, पॉलिथीन, शराब की खाली बोतलें और गुटखा के पैकेट बड़ी संख्या में फेंके मिले हैं, जो शराबखोरी की बढ़ती गतिविधियों को दर्शाते हैं। यह एल्डर क्लब नारायणपुर प्रखंड कार्यालय परिसर के भीतर स्थित है, जिससे इसकी सुरक्षा और रखरखाव पर सवाल उठ रहे हैं। इसका निर्माण तत्कालीन उपायुक्त फैज अक अहमद मुमताज की पहल पर हुआ था और वर्ष 2021 में इसका उद्घाटन किया गया था। क्लब का उद्देश्य बुजुर्गों को दैनिक अखबार, पुस्तकें, खेल-कूद और मनोरंजन की सुविधाएं प्रदान करना था। यहां बुजुर्ग अपने सुख-दुख साझा कर सकते थे, तनाव कम कर सकते थे और बेहतर समाज व परिवार निर्माण पर चर्चा कर सकते थे। समय के साथ देखरेख की कमी और जिला प्रशासन की उपेक्षा के कारण क्लब में सन्नाटा छा गया। अब यह स्थान शराबियों का सुरक्षित ठिकाना बन गया है। जामताड़ा जिले के सभी प्रखंडों में ऐसे एल्डर क्लब बनाए गए थे। पूर्व में, नारायणपुर एल्डर क्लब के बेहतर संचालन के लिए तत्कालीन राज्यपाल सी पी राधाकृष्णन ने जामताड़ा दौरे के दौरान इसका निरीक्षण कर सराहना की थी। एल्डर क्लब के संचालन के लिए एक समिति गठित है और वह कार्यरत है। उन्होंने कहा कि यदि ऐसी गतिविधियों की जानकारी मिलती है, तो समिति को निर्देश दिए जाएंगे और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। -देवराज गुप्ता, बीडीओ-सह-अंचलाधिकारी
फरीदाबाद में डॉक्टरों की दो दिवसीय हड़ताल:ओपीडी सेवाएं प्रभावित, OPD की पर्ची बनवाने में लगा 1 घंटा
फरीदाबाद में सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन (HCMSA) के डॉक्टरों ने अपनी मांगों को लेकर आज से दो दिवसीय हड़ताल शुरू कर दी है। हड़ताल की वजह से सिविल अस्पतालों, सीएचसी और पीएचसी में ओपीडी सेवाएं कुछ देर के लिए प्रभावित रहीं। सुबह से अस्पतालों में मरीज तो पहुंचे, लेकिन डॉक्टर न मिलने पर उन्हें कुछ परेशानी हुई। अस्पताल में आये मरीजों को OPD की पर्ची बनवाने करीब 1 घंटे तक लंबी लाइनों में लगना पड़ा। ओपीडी में डॉक्टर के होने की वजह से मरीजों को डॉक्टर का इंतजार करना पड़ा। वहीं हड़ताली डॉक्टरों ने ओपीडी के बाहर खड़े होकर अपना विरोध जताया। हड़ताल कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि सरकार उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं ले रही, इसलिए मजबूर होकर हड़ताल का फैसला किया गया। एसोसिएशन ने सरकार के सामने दो मांगें रखी थीं। पहली मांग थी कि सीएमओ की सीधी भर्ती पर रोक लगाई जाए। इस पर सरकार ने सहमति तो जताई, लेकिन दूसरी और सबसे महत्वपूर्ण मांग एसीपी (ACP) बढ़ोतरी पर कोई फैसला नहीं हुआ। डॉक्टरों का कहना है कि मौजूदा ग्रेड पे काफी कम है और अन्य कैडर की तुलना में उन्हें कम वेतन मिलता है, जबकि उन पर मरीजों का भारी दबाव रहता है। डॉक्टरों की मांग है कि 10 साल पर मिलने वाला 7600 ग्रेड पे बढ़ाकर 8000 किया जाए और तीसरी एसीपी में 8700 की जगह 9500 ग्रेड पे दिया जाए। उनका कहना है कि यदि वेतन ढांचा सुधरेगा तो डॉक्टर ज्यादा मन लगाकर काम कर सकेंगे और असंतोष भी कम होगा। एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष डॉ. सुरेश आर्य ने बताया कि सरकार और अधिकारियों के साथ हुई बैठक में सिर्फ SMO की सीधी भर्ती पर रोक लगाने पर सहमति बनी, लेकिन एसीपी पर कोई समाधान न मिलने की वजह से यह हड़ताल करनी पड़ी।
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में ओवरलोड भारी वाहनों के खिलाफ जिला प्रशासन ने अभियान चलाया है। यह कार्रवाई एसटीएफ द्वारा रायबरेली और फतेहपुर में कई अधिकारियों और लोकेटरों पर मुकदमा दर्ज करने के बाद की गई, जिन पर ओवरलोड वाहनों को लोकेशन देकर निकलवाने का आरोप था। जिलाधिकारी रविंद्र सिंह के निर्देश पर गठित टास्क फोर्स ने इस अभियान को अंजाम दिया। टास्क फोर्स में एडीएम, अपर पुलिस अधीक्षक, एसडीएम सदर और डीएसपी सिटी गौरव शर्मा शामिल थे। टीम ने भारी वाहनों की जांच की। एडीएम अविनाश त्रिपाठी ने बताया कि सोमवार तड़के चलाए गए इस अभियान में 79 ओवरलोड ट्रकों का चालान किया गया। इन वाहनों पर कुल 5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। त्रिपाठी ने आगे बताया कि जिले में अब तक इस अभियान के तहत लगभग 300 भारी वाहनों पर कार्रवाई की जा चुकी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस अभियान का उद्देश्य केवल ओवरलोडिंग रोकना नहीं, बल्कि सड़क हादसों में कमी लाना भी है। गौरतलब है कि एसटीएफ ने मुकदमा दर्ज करने के बाद जिले से कई लोकेटरों को हिरासत में लिया था, जो ओवरलोड वाहनों को निकालने में मदद करते थे।
देवास में पुत्र ने पिता की हत्या की:पारिवारिक विवाद में कुल्हाड़ी से हमला, आरोपी फरार
देवास जिले के बागली क्षेत्र में एक पुत्र ने अपने पिता की कुल्हाड़ी से हमला कर रविवार शाम को हत्या कर दी। यह घटना ग्राम पंचायत धावड़िया में हुई। आरोपी पुत्र घटना के बाद से फरार है।धावड़िया निवासी विष्णु पटेल (भील) का उनके बड़े पुत्र सोहन से किसी बात को लेकर विवाद हो गया था। विवाद बढ़ने पर सोहन ने शराब के नशे में कुल्हाड़ी से पिता के सिर पर वार कर दिया। इस हमले से विष्णु पटेल की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही बागली एसडीओपी सृष्टि भार्गव और थाना प्रभारी अभिनव शुक्ला पुलिस दल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने मौका पंचनामा तैयार किया और शव को पोस्टमार्टम के लिए बागली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा। सोमवार सुबह शव का पोस्टमार्टम किया गया। मृतक विष्णु पटेल के चार पुत्र हैं, जिनमें आरोपी सोहन सबसे बड़ा है। घटना को अंजाम देने के बाद सोहन मौके से फरार हो गया। मामले को लेकर एडिशनल एसपी जयवीर सिंह भदौरिया ने बताया कि सोहन ने अपने पिता विष्णु से विवाद किया था, जो इतना बढ़ गया कि उसने पिता की हत्या कर दी। पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है।
धौलपुर जिले के बांसरई गांव निवासी प्रवीण शर्मा को एशियन यूथ पैरा गेम्स 2025 के लिए भारतीय टीम में चुना गया है। वह दुबई में 7 से 14 दिसंबर तक आयोजित हो रही इस प्रतियोगिता में शॉट पुट (दृष्टिबाधित खिलाड़ियों की श्रेणी) में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। केंद्र सरकार के युवा एवं खेल मंत्रालय की ओर से जारी सूची में प्रवीण शर्मा का नाम आधिकारिक तौर पर शामिल किया गया है। इस प्रतियोगिता में भारत से कुल 99 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं, जिनमें प्रवीण भी शामिल हैं। प्रवीण शर्मा को धौलपुर में किसी भी स्थानीय जनप्रतिनिधि या प्रशासनिक अधिकारी से कोई आर्थिक मदद या खेल सहायता नहीं मिली है। उन्होंने अपने परिवार और कोच के सहयोग से कठिन अभ्यास जारी रखा।दुबई रवाना होने से पहले प्रवीण ने अपनी उम्मीदें साझा करते हुए कहा, मेरा सपना है कि मैं भारत के लिए स्वर्ण पदक जीतकर लौटूं और अपने गांव व देश का नाम गौरवान्वित करूं।
नूंह में 9 साल बाद आरोपी अरेस्ट:एनडीपीएस व फर्जी नोट मामले में था वांछित,राजस्थान का है आरोपी
हरियाणा के नूंह जिला पुलिस ने वर्ष 2016 के एक पुराने व चर्चित मामले में 9 साल से फरार चल रहे मुख्य आरोपी रियासत अली पुत्र कालू निवासी बामनवाड़ी थाना जुरहेड़ा जिला भरतपुर राजस्थान को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी के खिलाफ थाना सदर पुन्हाना में वर्ष 2016 में दर्ज मुकदमा संख्या 53 में धारा 120-B, 166, 167, 193, 195, 196, 218, 219, 220, 230, 342, 489-B IPC तथा 17/61/85 एनडीपीएस एक्ट व 3(2)(ii)/33/89 एस सी एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था। यह मुकदमा 2 अगस्त 2015 को होडल तत्कालीन जिला पलवल में बरामद 438 ग्राम अफीम व 10 हजार रुपये के जाली नोटों के मामले में लगाई गई साजिश, फर्जी केस गढ़ने, सबूतों से छेड़छाड़ और एससी- एसटी एक्ट के तहत दर्ज किया गया था। एक व्यक्ति पर अफीम व जाली नोट प्लांट कर झूठा केस लगवाया था पुलिस जांच में सामने आया था कि कुछ असामाजिक तत्वों ने आपसी रंजिश के चलते कुंदन लाल नामक व्यक्ति को फंसाने की साजिश रची थी और उसकी गाड़ी में अफीम व जाली नोट प्लांट कर झूठा एनडीपीएस व जाली करंसी का केस बना दिया था। इस साजिश में कई स्थानीय लोगों के साथ-साथ कुछ पुलिसकर्मियों पर भी गंभीर आरोप लगे थे। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि राजस्थान पुलिस के सहयोग से रियासत अली को जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लेकर गिरफ्तार किया गया। आरोपी को अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड हासिल किया जा रहा है। नूंह पुलिस पुराने व संगीन अपराधों में फरार चल रहे आरोपियों को किसी भी कीमत पर बख्शने के मूड में नहीं है। ऑपरेशन हॉटस्पॉट के तहत ऐसी कार्रवाइयां आगे भी जारी रहेंगी।
बलरामपुर में नगर पालिका परिषद द्वारा चलाए जा रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान का असर अब दिखने लगा है। शहर के कई क्षेत्रों में लोग अपने घरों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के सामने बने अनाधिकृत निर्माण, जैसे सीढ़ियां और छज्जे, खुद ही हटा रहे हैं। नगर पालिका ने मुख्य मार्गों से अतिक्रमण हटाने के लिए एक विस्तृत कार्यक्रम जारी किया है। यह अभियान 13 जनवरी तक विभिन्न चरणों में चलेगा। प्रशासन की इस सख्त कार्ययोजना से अवैध कब्जा करने वालों में हलचल मची है। नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी (ईओ) लाल चंद मौर्य ने बताया कि रोजाना तय मार्गों पर कार्रवाई की जाएगी। इसी क्रम में 9 दिसंबर को मदरसा दारुल उलूम से उतरौला मार्ग मोड़ तक अभियान चलाया जाएगा। संबंधित लोगों को पहले ही नोटिस देकर स्वयं अतिक्रमण हटाने की सलाह दी गई है, ताकि अनावश्यक नुकसान से बचा जा सके। नगर पालिका अध्यक्ष डॉ. धीरेंद्र प्रताप सिंह 'धीरू' ने लोगों के सहयोग की सराहना की। उन्होंने कहा कि अभियान का उद्देश्य किसी को आर्थिक हानि पहुंचाना नहीं, बल्कि शहर की सड़कों को कब्जामुक्त कर यातायात को सुगम बनाना है। उन्होंने नगरवासियों द्वारा प्रशासन के प्रयासों को समझने और आगे आने का स्वागत किया।
आजमगढ़ जिले के अतरौलिया थाना क्षेत्र के भैरोपुर गांव निवासी रविंद्र गुप्ता (52) की सड़क हादसे में मौत हो गई। वह अतरौलिया से कोयलसा लौट रहे थे, तभी अज्ञात मोटरसाइकिल ने उन्हें टक्कर मार दी। 25 नवंबर की देर शाम हुई इस घटना में रविंद्र गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें 108 एम्बुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोयलसा ले जाया गया, जहां से डॉक्टरों ने हालत गंभीर देखकर जिला अस्पताल रेफर कर दिया। रविंद्र को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बीती देर रात इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। मृतक रविंद्र गुप्ता अपने पीछे पत्नी मीरा, तीन बेटे और एक बेटी छोड़ गए हैं। परिवार में उनकी पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। रविंद्र 20 साल पहले अंबारी के मलगांव से आकर भैरोपुर में जमीन खरीदकर रह रहे थे। वह ठेले पर दाना-भुजा बेचकर अपने परिवार का पालन-पोषण करते थे। शव का पंचनामा बनाकर अंतिम संस्कार कर दिया गया है। परिजनों ने इस मामले में कोई पुलिस कार्रवाई नहीं की है। रविंद्र की पत्नी मीरा ने बताया कि उनके परिवार का सहारा छिन गया है।
बेगमगंज में बस खेत में उतरी, यात्री सुरक्षित:आयशर ट्रक ने बाइक को मारी टक्कर, एक की मौत, दो घायल
रायसेन जिले के बेगमगंज में सोमवार को दो अलग-अलग सड़क दुर्घटनाएं हुईं। पहली घटना में सागर से भोपाल जा रही एक बस बाइक को बचाने के प्रयास में सड़क से नीचे खेत में उतर गई, जिसमें सभी यात्री सुरक्षित रहे। वहीं, दूसरी घटना में एक आयशर ट्रैक्टर ने बाइक को टक्कर मार दी, जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गईं। पहली दुर्घटना सुबह करीब 10 बजे बेगमगंज-सागर-भोपाल मार्ग पर बेरखेड़ी चौराहे के पास हुई। सागर से भोपाल जा रही बस में लगभग 35 यात्री सवार थे। बाइक सवार को बचाने के चक्कर में बस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खेत में जा घुसी। गनीमत रही कि इस हादसे में किसी भी यात्री को कोई चोट नहीं आई। दूसरी घटना दोपहर करीब 12 बजे हुई। एक आयशर ट्रैक्टर ने बाइक को टक्कर मार दी। बाइक पर एक पुरुष और दो महिलाएं सवार थे, जो गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तत्काल सिविल अस्पताल बेगमगंज ले जाया गया। अस्पताल में इलाज के दौरान अलीम मंसूरी नामक पुरुष ने दम तोड़ दिया। वहीं, भूरन बी और अनवरी बी गंभीर रूप से घायल हैं और उन्हें बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल रेफर किया गया है। थाना पुलिस ने ट्रैक्टर को जब्त कर लिया है और चालक की तलाश जारी है।
टीकमगढ़ में मातृशक्ति संगठन द्वारा 10 फरवरी को सामूहिक कन्या विवाह समारोह का आयोजन किया जाएगा। सोमवार को आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में संगठन ने बताया कि इस समारोह में कुल आठ जोड़ों का विवाह संपन्न कराया जाएगा। संगठन की ओर से दहेज के सामान की भी व्यवस्था की गई है। मातृशक्ति संगठन की अध्यक्ष श्रद्धा चौहान ने जानकारी दी कि महिला सदस्यों के सहयोग से संगठन पिछले छह सालों से मातृ पितृ छाया वृद्ध आश्रम का संचालन कर रहा है। पिछले वर्ष भी सामूहिक कन्या विवाह समारोह आयोजित किया गया था, जिसमें पांच जोड़ों का विवाह हुआ था। इस बार पहले सात जोड़ों का विवाह तय हुआ था, जिसमें एक और परिवार के शामिल होने से अब कुल आठ जोड़े परिणय सूत्र में बंधेंगे। विवाह समारोह का विस्तृत कार्यक्रम भी बताया गया। 9 फरवरी को शाम 6 बजे से मेहंदी की रस्म होगी। 10 फरवरी को दोपहर 12 बजे शहर के बजरंग अखाड़ा मंदिर से दूल्हों की सामूहिक बारात निकाली जाएगी। नगर भ्रमण के बाद दोपहर 1 बजे नजरबाग मैदान में दूल्हों का टीका होगा। दोपहर 2 बजे से पानी ग्रहण संस्कार की रस्में शुरू होंगी, जिसके बाद शाम 5 बजे देव दर्शन और शाम 6 बजे विदाई का कार्यक्रम रखा गया है। संगठन ने बताया कि विवाह समारोह में कन्या और वर पक्ष के 40-40 लोगों के भोजन और ठहरने की व्यवस्था की जाएगी। डॉ. हर्षित तिवारी ने बताया कि इस आयोजन में संगठन के सभी सदस्यों के साथ-साथ कुछ जनप्रतिनिधियों और शहर के लोगों ने भी आर्थिक सहयोग किया है। सामूहिक सहयोग से इन आठ जोड़ों का विवाह हर्षोल्लास के साथ संपन्न कराया जाएगा।
सीधी जिले में बागेश्वर धाम महाराज के खिलाफ सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणी करने का मामला सामने आया है। जनपद सिहावल क्षेत्र के ग्राम पंचायत सेमरी निवासी शिवम वर्मा ने यह टिप्पणी की, जिससे क्षेत्र में भारी आक्रोश फैल गया। अमिलिया पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को कुछ ही घंटों में गिरफ्तार कर लिया। शिवम वर्मा ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें उसने बागेश्वर धाम महाराज के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया। इस घटना के बाद सोमवार को उसे न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। इन्होंने की शिकायत मामला सामने आने के बाद बजरंग दल बहरी के अध्यक्ष पंकज पाण्डेय के नेतृत्व में एडवोकेट महेंद्र पाण्डेय, पवन शुक्ला, शिवेश उपाध्याय, रामगोपाल शुक्ला, शिवानंद मिश्रा, सौरभ सिंह, जय द्विवेदी, राहुल मिश्रा, नवीन उपाध्याय, अभिषेक कुमार शुक्ला, शिवम सिंह और उत्तम यादव सहित कई सामाजिक कार्यकर्ताओं और संगठन सदस्यों ने अमिलिया थाना पहुंचकर आरोपी के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई। शिकायत मिलते ही अमिलिया थाना पुलिस तुरंत हरकत में आई। पुलिस ने आरोपी शिवम वर्मा को कुछ ही घंटों के भीतर पकड़ लिया। उसकी गतिविधियों, मोबाइल फोन और सोशल मीडिया पोस्ट की जांच की गई। धारा 66(E) का केस थाना प्रभारी अमिलिया राकेश बैस ने बताया कि आरोपी के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 299, 353(2), 352 के साथ-साथ सूचना प्रौद्योगिकी (संशोधन) अधिनियम 2000 की धारा 66(ई) के तहत मामला दर्ज किया गया है। ये सभी धाराएं गंभीर प्रकृति की हैं, जिनके तहत आरोपी को कठोर दंड का प्रावधान है।
ग्वालियर जिला न्यायालय ने खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत लगाए गए दो लाख रुपए के जुर्माने को चुनौती देने वाली अपील को खारिज कर दिया है। प्रिंसिपल डिस्ट्रिक्ट जज एवं खाद्य सुरक्षा अपीलीय प्राधिकारी ने पाया कि अपील 25 दिन की देरी से दायर की गई, जबकि देरी का कोई संतोषजनक और विश्वसनीय कारण प्रस्तुत नहीं हुआ। यह मामला नीलेश चौबे से जुड़ा है, जिन पर खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 की धारा 26 (2) सहपठित धारा 51 के तहत दो लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया था। यह आदेश 28 नवंबर 2024 को पारित हुआ था और अपीलकर्ता को इसकी प्रति 5 दिसंबर 2024 को मिली थी। कानून के तहत ऐसे मामलों में अपील 30 दिनों के भीतर दायर की जानी अनिवार्य है, लेकिन चौबे ने अपील 28 जनवरी 2025 को दायर की। अदालत ने माना कि अपील में देरी के कारणों को दिन-प्रतिदिन स्पष्ट नहीं किया गया। अपीलकर्ता ने देरी का कारण गरीब और अशिक्षित होना बताया, लेकिन न्यायालय ने इसे कानूनी रूप से स्वीकार्य तर्क नहीं माना। देरी माफी आवेदन भी खारिज प्रिंसिपल डिस्ट्रिक्ट जज ने कहा कि अपील दाखिल करने में देरी का ठोस व संतोषजनक कारण न होने के चलते न तो देरी माफी आवेदन स्वीकार किया जा सकता है और न ही अपील। इसके साथ ही अपील व देरी माफी दोनों आवेदन खारिज कर दिए गए हैं। फैसले के बाद अब नीलेश चौबे को 2 लाख रुपए का जुर्माना भरना होगा।
इटावा। शादी समारोहों में हर्ष फायरिंग पर रोक के बावजूद ऐसी घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। ताज़ा मामला इकदिल थाना क्षेत्र के ग्राम किरतपुरा से सामने आया है, जहां एक शादी में खुलेआम अवैध हथियार से फायरिंग की गई। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि शादी में मौजूद एक व्यक्ति भीड़ के बीच खड़े होकर हवा में पिस्टल से लगातार गोलियां चला रहा है। समारोह में मौजूद कई लोग इस दौरान उत्साहित दिखाई दिए, जबकि आसपास के कुछ लोग डर के कारण दूरी बनाते देखे गए। हथियार का सार्वजनिक प्रदर्शन और खुलेआम फायरिंग किसी भी अप्रिय हादसे का कारण बन सकती थी, लेकिन मौके पर उपस्थित लोगों ने उसे रोकने की बजाय फायरिंग को बढ़ावा देते हुए उसकी हौसला- अफ़ज़ाई की।हालांकि दैनिक भास्कर वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं कर रहा है। वीडियो के आधार पर जांच शुरू घटना की जानकारी सामने आने के बाद इकदिल पुलिस हरकत में आ गई है। पुलिस टीम वायरल वीडियो की जांच कर रही है तथा वीडियो में दिखाई देने वाले व्यक्ति की पहचान की जा रही है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, दोषियों की पहचान होते ही हर्ष फायरिंग, सार्वजनिक सुरक्षा को खतरे में डालने और अवैध हथियार के प्रदर्शन जैसे धाराओं के तहत कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस की अपील शादी समारोह या किसी भी आयोजन में अवैध फायरिंग अपराध है। इससे न केवल जीवन को खतरा होता है बल्कि कानूनी कार्रवाई भी तय है। नागरिक ऐसी गतिविधियों से दूर रहें और कहीं भी हर्ष फायरिंग की जानकारी मिलते ही तुरंत पुलिस को सूचित करें।
आगरा के थाना ट्रांस यमुना के शाहदरा में खुद को गोली मारने वाले बजाज फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी राहुल (25) की चार दिन इलाज के बाद मौत हो गई। इससे परिवार में कोहराम मच गया। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। घटना के बाद परिजन ने आरोप लगाया था कि बेटा सूदखोरों से परेशान था। हालांकि उन्होंने पुलिस को लिखित शिकायत नहीं की। घटना बुधवार शाम तकरीबन 7 बजे की है। यमुना ब्रिज घाट, स्टेशन रोड निवासी कुंवर पाल सिंह राठौर की रामबाग चौराहे पर पेटीज की दुकान है। बेटा राहुल संजय प्लेस स्थित फाइनेंस कंपनी की शाखा में कार्यरत था। वह शाम करीबन पांच बजे घर से निकाला था। भाई के नंबर पर वाट्स एप मैसेज किया। लिखा कि आत्महत्या कर रहा हूं। अपनी लोकेशन भी भेजी। भाई विवेक जब तक पहुंचा तब तक उसने सिर में गोली मार ली थी। परिजन उसे अस्पताल ले गए, जहां से उसे मेडिकल कॉलेज इमरजेंसी में भर्ती कराया। तीन दिन से उसका इलाज चल रहा था। सिर में गोली फंस गई थी। रविवार सुबह राहुल की मौत हो गई। घटना की जानकारी से परिवार में कोहराम मच गया। थाना ट्रांस यमुना पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। एसीपी छत्ता शेषमणि उपाध्याय ने बताया कि युवक ने खुद ही गोली मारी थी। उसका कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। परिजन से बात की गई। उन्होंने लिखित में किसी तरह की शिकायत नहीं की। आत्महत्या का कारण भी नहीं बताया। मामले में जांच कराई जा रही है। अगर परिजन शिकायत देंगे तो कार्रवाई होगी। अगर किसी सूदखोर के उत्पीड़न की बात सामने आएगी तो जांच होगी।
रीवा में शराब दुकान पर मारपीट:ओवररेटिंग का विरोध करने पर युवक को पीटा; वीडियो बनाने पर भड़का सेल्समैन
रीवा जिले के डभौरा क्षेत्र की कंपोजिट मदिरा दुकान पर रविवार रात गुंडागर्दी का मामला सामने आया है। शराब खरीदने पहुंचे एक युवक ने जब तय कीमत से ज्यादा दाम (ओवररेटिंग) का विरोध किया, तो दुकान के कर्मचारियों ने उसके साथ मारपीट कर दी। युवक ने घटना का वीडियो बनाने की कोशिश की, जिससे नाराज होकर दुकानदार ने गालियां दीं और उसे पीटा। घटना की जानकारी पुलिस को दी गई है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई सामने नहीं आई है। पीड़ित युवक ने बताया कि जब उसने शराब की कीमत पूछी, तो उसे शासन द्वारा निर्धारित दर से अधिक रेट बताया गया। उसने इस ओवररेटिंग का विरोध किया और सबूत के लिए मोबाइल से वीडियो बनाना शुरू कर दिया। यह देख दुकान के अंदर मौजूद दुकानदार आगबबूला हो गया। आरोपी ने युवक को मां-बहन की गालियां दीं और उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। मौके पर मची अफरा-तफरी मारपीट के दौरान दुकान परिसर में अफरा-तफरी मच गई। मौके पर मौजूद अन्य लोग मूकदर्शक बने रहे। इस घटना ने शराब दुकानों पर नियमों की अनदेखी और बढ़ती दबंगई पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि यहां ओवररेटिंग आम बात हो चुकी है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। आबकारी विभाग की निगरानी पर सवाल स्थानीय लोगों का कहना है कि आबकारी विभाग और प्रशासन की ओर से कोई सख्त निगरानी नहीं की जा रही है। सवाल उठ रहा है कि क्या शासन ने शराब बेचने के साथ-साथ मारपीट का भी लाइसेंस दे दिया है? फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। अब देखना होगा कि प्रशासन इस पर कितनी सख्ती दिखाता है या मामला ठंडे बस्ते में चला जाता है।
अंबेडकरनगर के अकबरपुर नगर पालिका द्वारा सड़क की पटरियों पर हुए अतिक्रमण को हटाने के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत सड़क किनारे लगे बोर्ड और दुकानों को हटाया जा रहा है, लेकिन बिजली के खंभों को नहीं छुआ जा रहा है। इस पर स्थानीय लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर नगर पालिका इन खंभों को क्यों नहीं हटवा रही है। नगर पालिका द्वारा पिछले तीन दिनों से सड़क किनारे की पटरियों पर अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य सड़क पर अतिक्रमण के कारण होने वाली जाम की समस्या को दूर करना है। अभियान के तहत सड़क किनारे लगे विज्ञापन बोर्ड और पटरी पर रखी दुकानों को हटाया जा रहा है। हालांकि अकबरपुर मुख्यालय के बस स्टेशन से पटेल नगर के बीच सड़क किनारे दर्जनों बिजली के खंभे लगे हुए हैं। इन खंभों के कारण आए दिन छोटे-बड़े हादसे होते रहते हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि इन खतरनाक खंभों को हटाने या स्थानांतरित करने के लिए नगर पालिका की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। स्थानीय निवासी बृजेश और अमित ने बताया कि सड़क किनारे लगे बिजली के खंभों के कारण अक्सर दुर्घटनाएं होती हैं। उन्होंने प्रशासन से इन खंभों को तुरंत स्थानांतरित करने की मांग की है, ताकि भविष्य में किसी बड़े हादसे को टाला जा सके। लोगों का कहना है कि नगर पालिका की यह अनदेखी किसी दिन गंभीर परिणाम दे सकती है।
गोंडा में जमीन विवाद में खुद ही छप्पर फूंका:विपक्ष को फंसाने की साजिश, पुलिस जांच में खुलासा
गोंडा जिले के कटरा बाजार थाना क्षेत्र के नंदापुरवा वीरपुर कटरा गांव में उमेश प्रसाद के छप्पर में आग लगने की घटना में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस जांच में पता चला कि जमीन विवाद में विपक्षी पक्ष को फंसाने के लिए खुद उमेश प्रसाद और उनके पक्ष के लोगों ने ही छप्पर में आग लगाई थी।आरोप लगाने के बाद पुलिस को सूचना भी दी गई थी कि विपक्षी दल ने विवाद के चलते छप्पर फूंका है। पुलिस ने पूरे प्रकरण का संज्ञान लेते हुए दोनों पक्षों के खिलाफ शांति भंग की कार्रवाई की है। वहीं, एसपी गोंडा विनीत जायसवाल ने मामले की गंभीरता देखते हुए सीओ करनैलगंज को विस्तृत जांच सौंपी है। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई होगी। उमेश प्रसाद ने आरोप लगाया था कि गांव के ही अब्दुल हलीम, नईम, कलीम, वसीम, फैद और समीम ने जमीन विवाद के चलते उनके छप्पर में आग लगा दी।सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड और पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया। कोर्ट में भी मामला लंबित अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी राधेश्याम राय ने बताया कि नंदापुरवा में एक जमीन का पुराना विवाद चल रहा है, जो कोर्ट में विचाराधीन है।इसी विवाद को लेकर दीपक उर्फ दीप नारायण ने थाने में शिकायत दी थी कि विपक्षी उनकी जमीन पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं।इसके बाद पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने बुलाकर पूछताछ की थी। स्थानीय जांच में सामने आया सच पुलिस और स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के अनुसार, आग प्रथम पक्ष ने ही लगाई थी ताकि विपक्षियों को फंसाया जा सके।घटना संदिग्ध पाए जाने के बाद इसकी पूरी जांच सीओ करनैलगंज द्वारा की जा रही है।
बहराइच में मकान में लगी आग:10 लाख के ऑटो पाट्स जलकर राख, दमकल कर्मियों ने 2 घंटे में पाया काबू
बहराइच के दरगाह थाना क्षेत्र स्थित बख्शीपुरा इलाके में सोमवार सुबह एक मकान में आग लग गई। इस अग्निकांड में करीब 10 लाख रुपए की संपत्ति का नुकसान हुआ है। दमकल कर्मियों ने मौके पर पहुंचकर दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। बख्शीपुरा के घोसियन बाग मोहल्ले में मनोज सिन्हा अपने परिवार के साथ रहते हैं। सोमवार सुबह करीब आठ बजे उनके मकान की ऊपरी मंजिल में आग लग गई। धुआं उठते देख आसपास के लोगों ने शोर मचाया, जिसके बाद मकान के निचले हिस्से में रह रहे परिवार के सदस्य सुरक्षित बाहर निकल आए। गृह स्वामी मनोज सिन्हा ने तत्काल स्थानीय पुलिस और दमकल विभाग को सूचना दी। सूचना मिलने पर नगर क्षेत्राधिकारी नारायण दत्त मिश्रा और दमकल कर्मी आधे घंटे के भीतर मौके पर पहुंच गए। करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह काबू पा लिया गया। गृह स्वामी मनोज सिन्हा के अनुसार, मकान के ऊपरी हिस्से में बड़ी संख्या में बाइकों के पार्ट्स रखे हुए थे, जो आग में जलकर खाक हो गए। अग्निकांड में कुल 10 लाख रुपए के नुकसान का अनुमान है। शुरुआती जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है।
निवाड़ी में फंदे से लटका मिला युवक का शव:नहीं मिला सुसाइड नोट, परिजनों से पूछताछ कर रही पुलिस
निवाड़ी जिले के पृथ्वीपुर तहसील के ग्राम चोमो में सोमवार सुबह एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसका शव कच्चे मकान के अंदर रस्सी के फंदे पर लटका मिला। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मृतक की पहचान अशोक पाल (34) के रूप में हुई है। परिवार के सदस्यों ने उसे कच्चे मकान की छत से बंधी रस्सी से लटका देखा। उन्होंने तत्काल उसे नीचे उतारा और पड़ोसियों की मदद से पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलने पर पृथ्वीपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव का पंचनामा तैयार किया और आगे की कार्रवाई शुरू की। नहीं मिला कोई सुसाइड नोट पुलिस की शुरुआती जांच में घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट या ऐसा कोई ऐसी चीज नहीं मिली है, जिससे आत्महत्या के कारणों का पता चल सके। परिवार ने बताया कि किसी भी तरह का कोई विवाद या मानसिक तनाव युवक को नहीं था। पृथ्वीपुर थाना पुलिस ने फिलहाल मर्ग कायम कर लिया है और परिजनों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।
हाथरस में झंडा दिवस मनाया गया:जिलाधिकारी अतुल वत्स ने स्मारिका का विमोचन किया
हाथरस में झंडा दिवस के अवसर पर जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी, कमाण्डर रघुवीर सिंह (अ0प्रा0) ने जिलाधिकारी अतुल वत्स सहित अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों से प्रतीकात्मक झंडे लगाकर अंशदान प्राप्त किया। इस मौके पर जिलाधिकारी अतुल वत्स ने एक स्मारिका पुस्तक का विमोचन किया। उन्होंने अधिकारियों को प्रतीकात्मक झंडा लगाते हुए बताया कि यह दिवस भारतीय सशस्त्र बलों के सैनिकों के कल्याण हेतु जनता के आर्थिक योगदान के लिए समर्पित है। इस धनराशि का उपयोग शहीद सैनिकों के आश्रितों के कल्याण पर किया जाता है। जिलाधिकारी ने कहा कि यह देश की सेना के प्रति सम्मान और उन जांबाज सैनिकों के प्रति एकजुटता दिखाने का दिन है, जिन्होंने देश की सुरक्षा में बलिदान दिया। उन्होंने भारतीय सेना द्वारा प्राकृतिक आपदाओं में किए गए बचाव एवं राहत कार्यों की भी सराहना की। उन्होंने जनपद के समस्त अधिकारियों, कर्मचारियों, विद्यार्थियों और नागरिकों से सैनिक कल्याण कोष में यथासंभव योगदान देने का आह्वान किया। कमाण्डर रघुवीर सिंह ने बताया कि हमारे सशस्त्र सेनाओं के बहादुर जवान देश की सीमाओं की रक्षा में लगे हुए हैं और आवश्यकता पड़ने पर देश के गौरव के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है। उन्होंने शांतिकालीन विपदाओं जैसे बाढ़ और भूकंप के समय भी जवानों के महत्वपूर्ण योगदान का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि प्रतिवर्ष सैनिक झंडा दिवस के अवसर पर कृतज्ञ राष्ट्र अपने बहादुर सैनिकों की सेवाओं को स्मरण करता है और यथाशक्ति उनके परिवारों के कल्याण के लिए अंशदान देता है। इस दौरान उन्होंने अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0), प्रभारी अधिकारी कलेक्ट्रेट सहित कलेक्ट्रेट स्थित विभिन्न विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों से भी प्रतीकात्मक झंडे लगाकर अंशदान प्राप्त किया।
सुल्तानपुर में चांदा थाना क्षेत्र में बीएससी छात्र अमन यादव की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई। शनिवार देर रात हुई इस घटना के बाद शव गोमती नदी में फेंक दिया गया था। रविवार देर शाम पोस्टमार्टम के बाद शव घर पहुंचने पर, परिजन सोमवार को शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार करते हुए प्रदर्शन कर रहे हैं। अमन यादव के परिजनों ने प्रशासन से इस हत्याकांड में शामिल सभी आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की है। वे आरोपियों के एनकाउंटर और उनके घरों पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई पर अड़े हैं। पुलिस ने इस मामले में कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक आरोपी दीपक यादव उर्फ राका पुलिस मुठभेड़ में घायल होने के बाद पकड़ा गया। परिवार ने आर्थिक मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की भी मांग की है। वे चाहते हैं कि घटना के पीछे की पूरी साजिश का खुलासा हो और दोषियों को सख्त सजा मिले। हालांकि सीओ लंभुआ, सीओ जयसिंहपुर आदि अधिकारी मान मनौव्वल में जुटे हैं। परिजनों और स्थानीय लोगों के विरोध के बाद, लापरवाही के आरोप में चांदा कोतवाल दीपेंद्र विक्रम सिंह और एक सब-इंस्पेक्टर सहित कुछ पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। परिजनों ने इन निलंबित कर्मियों के खिलाफ भी उचित कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने रविवार को ही मयंक यादव और शिवम यादव को गिरफ्तार कर लिया था। जानकारी के अनुसार, शनिवार शाम अमन यादव अपने चचेरे भाई को लेने के लिए घर से निकला था। इसी दौरान उसका अपहरण कर लिया गया और क्रूरतापूर्वक हत्या कर दी गई। हत्या के बाद शव को घर से 18 किलोमीटर दूर नदी में फेंक दिया गया था। पुलिस ने शव बरामद कर दस नामजद आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
धनबाद जिले के धनसार थाना क्षेत्र अंतर्गत बरमसिया शिवपुरी नगर में चोरी की एक बड़ी वारदात सामने आई है। चोरों ने दो बंद घरों को निशाना बनाते हुए 10 से 15 लाख रुपए की संपत्ति पर हाथ साफ किया। घटना के समय दोनों घरों के सदस्य एक सगाई समारोह में शामिल होने जमशेदपुर गए हुए थे। चोरी का पता तब चला, जब एक कोरियर बॉय सामान डिलीवर करने घर के पास पहुंचा और उसने घर खुला देखा। पीड़ित परिवार के अनुसार, चोरों ने एक घर से अलमारी और पलंग खोलकर सारा सोना-चांदी और एक लाख रुपए नगद चुरा लिए। वहीं, दूसरे घर से करीब 8 से 10 लाख रुपए मूल्य के सोने-चांदी के आभूषण चोरी हुए हैं। मुख्य सड़क पर लगे सीसीटीवी कैमरे में चार संदिग्ध चोर कैद हुए हैं। फुटेज में नकाबपोश चोरों को घर की गली से निकलते समय पीड़ित के घर का बैग ले जाते हुए देखा जा रहा है। यह फुटेज पुलिस के लिए अहम सुराग बन गया है। स्थानीय लोगों ने पुलिस की रात्रि गश्ती व्यवस्था पर सवाल उठाए एक भुक्तभोगी ने बताया कि उनके परिवार और नाना का पूरा परिवार सगाई के सिलसिले में जमशेदपुर गया हुआ था। इसी दौरान चोरों ने उनके बंद घरों को निशाना बनाया। घटना के बाद पीड़ित परिवार और स्थानीय लोगों ने पुलिस की रात्रि गश्ती व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि अगर गश्ती सही होती तो इतनी बड़ी चोरी नहीं होती। भुक्तभोगी ने डायल 112 पर कॉल कर पुलिस को घटना की सूचना दी। सूचना मिलते ही धनसार थाना पुलिस मौके पर पहुंची और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
मऊ जिले के दोहरीघाट थाना क्षेत्र स्थित रसूलपुर मोर्चा सूरजपुर गांव में बीएसएफ जवान अरविंद यादव पुत्र नैपाल यादव का पार्थिव शरीर पहुंचा। उनके अंतिम दर्शन के लिए बड़ी संख्या में लोग उमड़ पड़े। अरविंद यादव कोलकाता के मालदा में बीएसएफ में तैनात थे। 6 दिसंबर को अचानक तबीयत बिगड़ने से उनका निधन हो गया था। उनका पार्थिव शरीर तिरंगे में लपेटकर गांव लाया गया, जहां परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था। जवान का अंतिम संस्कार घर से करीब 500 मीटर दूर सरयू तट पर स्थित नाथ बाबा घाट पर किया गया। उन्हें राजकीय सम्मान के साथ 'गार्ड ऑफ ऑनर' दिया गया। अरविंद यादव वर्ष 2002 में बीएसएफ में शामिल हुए थे। उनके परिवार में पत्नी रंभा यादव, एक वर्षीय बेटा अनंत यादव और पांच वर्षीय बेटी आर्या यादव हैं। मधुबन के एसडीएम राजेश अग्रवाल ने बताया कि अरविंद यादव पश्चिम बंगाल में बीएसएफ में कार्यरत थे और 6 दिसंबर को तबीयत खराब होने से उनका निधन हो गया। एसडीएम ने कहा कि उनके अंतिम दर्शन के लिए भारी भीड़ उमड़ी है और लोग श्रद्धांजलि देने पहुंचे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि जवान के माता-पिता नहीं हैं और प्रशासन की ओर से परिवार को हर संभव मदद दी जाएगी।
गाजीपुर में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) ने सोमवार को शताब्दी समारोह के अवसर पर विशाल जनसभा और पैदल मार्च निकाला। यह प्रदर्शन लंका मैदान से शुरू होकर शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए कचहरी स्थित सरजू पांडे पार्क पहुंचा, जहां यह धरने में बदल गया। इसमें भारी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता, किसान और मजदूर शामिल हुए। धरने के दौरान पार्टी नेताओं ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने हाल ही में आए मोटा चक्रवात से बर्बाद हुई फसलों के लिए किसानों को तत्काल उचित मुआवजा देने की मांग की। इसके अतिरिक्त, घरेलू बिजली बिल माफ करने, किसानों, मजदूरों और महिलाओं के कर्ज माफ करने की भी मांग उठाई गई। पार्टी ने दिल्ली और पंजाब की तर्ज पर उत्तर प्रदेश में भी 300 यूनिट घरेलू बिजली मुफ्त करने की मांग की। नेताओं ने वृंदावन चीनी मिल को फिर से चालू करने की मांग भी प्रमुखता से उठाई। किसानों के हितों को लेकर CPI ने खेतीहर मजदूर समिति लिमिटेड ‘भोगने’ के मृतक परिवारों को समिति में सदस्यता देने की मांग की। साथ ही, जिले के किसानों को पोस्ता की खेती के लिए लाइसेंस जारी करने की भी अपील की गई। पार्टी ने सार्वजनिक प्रतिष्ठानों के निजीकरण पर रोक लगाने और शिक्षा, स्वास्थ्य तथा रोजगार की सरकारी गारंटी सुनिश्चित करने की मांग भी की। नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि उनकी लंबित मांगों पर कार्रवाई नहीं हुई, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
राजकीय पॉलिटेक्निक देवरिया के लेफ्टिनेंट सय्यद यावर हुसैन नकवी ने देशभर में आयोजित प्रतिष्ठित एनसीसी रिफ्रेशर कोर्स में प्रथम स्थान हासिल कर जिले का गौरव बढ़ाया है। यह प्रशिक्षण 06 सितंबर से 05 दिसंबर 2025 तक एनसीसी ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी, कामठी, नागपुर (महाराष्ट्र) में आयोजित किया गया। बताया गया कि इस कोर्स में सभी 17 एनसीसी निदेशालयों से कुल 518 प्रतिभागियों ने भाग लिया। लेफ्टिनेंट नकवी ने न केवल सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया, बल्कि कई श्रेणियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए अपनी क्षमता साबित की। संस्थान में हुआ स्वागतदेवरिया लौटने पर राजकीय पॉलिटेक्निक के अधिकारियों और कर्मचारियों ने उनका हार्दिक स्वागत किया। स्टाफ ने इसे कॉलेज, जिले और प्रदेश के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया। लेफ्टिनेंट नकवी ने कहा कि एनसीसी द्वारा सिखाया गया अनुशासन, राष्ट्रभाव और कर्तव्यनिष्ठा उनके जीवन के प्रमुख सिद्धांत हैं। उन्होंने प्रशिक्षुओं को संदेश दिया कि स्पष्ट लक्ष्य और निरंतर प्रयास से सफलता प्राप्त की जा सकती है।
गरियाबंद जिले में ओडिशा से धान की अवैध तस्करी पर पुलिस की कार्रवाई जारी है। देवभोग और अमलीपदर पुलिस ने हाल ही में बड़ी मात्रा में अवैध धान जब्त किया है। देवभोग पुलिस ने ओडिशा पुलिस की मदद से सीमा से 500 मीटर भीतर डंप किए गए 400 बोरी धान को जब्त किया। यह धान मगररोड़ा जांच नाका से कुछ ही दूरी पर ओडिशा के चंदाहांडी थाना क्षेत्र के जामलीपारा में एक ट्रक से डंप किया गया था। पुलिस के पहुंचने से पहले ही ट्रक चालक फरार हो गया था। देवभोग थाना प्रभारी फैजुल शाह हुदा ने बताया कि स्थानीय लोगों ने धान का मालिक होने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि चंदाहांडी पुलिस और वहां के खाद्य निरीक्षक पृथ्वी राज मेहर को सूचित कर धान जब्त किया गया। इस संयुक्त कार्रवाई से तस्करों की सीमा पार डंपिंग यार्ड बनाने की रणनीति विफल हो गई है। वहीं, अमलीपदर पुलिस ने भी रविवार रात तीन वाहनों के साथ 314 पैकेट धान जब्त किया। थाना प्रभारी जोर देकर कहा कि गैर-कानूनी गतिविधियों में सीमाएं बाधा नहीं बनेंगी। उन्होंने बताया कि पुलिस अधीक्षक के दिशानिर्देश पर सीमावर्ती पुलिस थानों के बीच समन्वय स्थापित कर आगे भी इसी तरह की कार्रवाई जारी रहेगी। अमलीपदर में तीन कार्रवाई रविवार रात अमलीपदर में तीन कार्रवाई की गई है। अमलीपदर थाना प्रभारी दिलीप मेश्राम के मुताबिक, ओडिशा से दो ट्रैक्टर और एक मेटाडोर में अवैध धान लाने की सूचना मिली थी। सीमा पार कर चुके वाहन चालक वापस लौटने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन पुलिस टीम ने उन्हें पकड़ लिया। कार्रवाई में कुल 314 पैकेट धान जब्त किया गया, जिसमें दो ट्रैक्टर से 110 पैकेट और शेष मात्रा मेटाडोर से मिली। पिछले 27 दिनों में देवभोग पुलिस ने 17 वाहन और डंप मिलाकर 670 क्विंटल धान, जबकि राजस्व विभाग ने 6 वाहनों से 200 क्विंटल धान जब्त किया। अमलीपदर पुलिस ने 9 वाहनों में 500 क्विंटल धान पकड़ा। कुल मिलाकर अब तक 29 वाहन और 1370 क्विंटल अवैध धान जब्त किया जा चुका है। इतना धान ओडिशा से तस्करी होकर आता तो सरकार को लगभग 45 लाख रुपए का नुकसान उठाना पड़ता। कार्रवाई से आधी रह गई खरीदी अंतिम तिथि तक देवभोग ब्लॉक के 12 खरीदी केंद्रों में केवल 8 हजार क्विंटल धान की खरीदी हुई, जबकि पिछले वर्ष यह आंकड़ा 16 हजार क्विंटल से अधिक था। इसी प्रकार गोहरापदर ब्रांच के 9 से अधिक सीमावर्ती केंद्रों में भी खरीदी में तेज गिरावट दिखी। प्रशासन की सख्ती से इस बार बोगस खरीदी पर रोक लगने की उम्मीद है। ओडिशा से धान तस्करी की दो प्रमुख वजहें 1. स्थानीय उत्पादन तय मात्रा से कम देवभोग और अमलीपदर तहसीलों में औसत पैदावार प्रति एकड़ 10–12 क्विंटल है, जबकि सरकार समर्थन मूल्य में प्रति एकड़ 21 क्विंटल तक खरीदी करती है। उत्पादन और खरीदी के अंतर को पूरा करने के लिए किसान पिछले कई सालों से ओडिशा के धान पर निर्भर हो गए हैं। 2. उड़ीसा की खरीदी नीति में अव्यवस्था पहले ओडिशा में धान 2300 रुपये प्रति क्विंटल पर खरीदा जाता था, लेकिन सत्र 2024 में 800 रुपये बोनस जोड़कर कीमत 3100 रुपये तय की गई। इसके बावजूद खरीदी प्रक्रिया मिलरों की सहमति पर अटकी रहती है। इस साल भी 28 नवंबर से समर्थन मूल्य खरीदी शुरू हुई, पर मिलर के साथ अनुबंध न होने से खरीदी बंद है। इस स्थिति का फायदा उठाकर बिचौलिए ओडिशा के किसानों से 2000 रुपए प्रति क्विंटल में धान खरीद रहे हैं और उसे छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती किसानों को 2300–2500 रुपए में बेच रहे हैं।
मैहर पुलिस ने अवैध शराब के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 117 लीटर शराब जब्त की है। इस मामले में 36 वर्षीय आरोपी श्रीराम चौरसिया को गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई रविवार रात तिघरा हल्का क्षेत्र में की गई। मां शारदा की पवित्र नगरी मैहर में पूर्ण शराबबंदी लागू है, लेकिन इसके बावजूद चोरी-छिपे अवैध शराब का कारोबार जारी था। पुलिस को इसी अवैध गतिविधि की सूचना मिली थी। पुलिस अधीक्षक अवधेश प्रताप सिंह के निर्देश पर सीएसपी महेंद्र सिंह ने एक टीम गठित की। इस टीम में थाना प्रभारी अनिमेष द्विवेदी, उपनिरीक्षक कुलदीप पटेल, प्रधान आरक्षक जय बागरी, आरक्षक राजेंद्र सेन और आरक्षक सुमेश सिंह परिहार शामिल थे। डे-ऑफिसर ड्यूटी के दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपी श्रीराम चौरसिया अपने खेत में बने कमरे में भारी मात्रा में अवैध शराब रखकर ग्राहकों का इंतजार कर रहा है। सूचना को रोजनामचा में दर्ज करने के बाद, पुलिस टीम स्वतंत्र गवाहों के साथ मौके पर पहुंची और कमरे की घेराबंदी की। तलाशी के दौरान, कमरे से 13 कार्टन अवैध गोवा व्हिस्की बरामद हुई। इन कार्टनों में कुल 650 पाव शराब थी, जिसकी मात्रा 117 लीटर और अनुमानित कीमत लगभग 65,000 रुपए आंकी गई है। आरोपी श्रीराम चौरसिया शराब के संबंध में कोई वैध दस्तावेज या लाइसेंस प्रस्तुत नहीं कर सका। पुलिस टीम ने 26 पाव के सैंपल निकालकर सील किए और शेष शराब को पांच बोरियों में सुरक्षित कर जब्त कर लिया। आरोपी श्रीराम चौरसिया के खिलाफ आबकारी एक्ट की धारा 34(2) के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। इस पूरी कार्रवाई की वीडियोग्राफी भी कराई गई।
आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ के चलते रविवार को महिदपुर के कस्तूरबा गांधी कन्या छात्रावास की 15 छात्राओं को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इनमें से पांच छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई है, जिन्हें सोमवार को उज्जैन के चरक अस्पताल रेफर किया गया है। अस्पताल ने इनमें से दो छात्राओं को आईसीयू में रखा है। महिदपुर अस्पताल में भर्ती छात्राओं में हेमलता डाबिया 18 वर्ष, शीला प्रजापत 17 वर्ष, शिव कन्या चौधरी 18 वर्ष, पायल कुंवर 17 वर्ष, मोनिका बैरागी 15 वर्ष की हालत बिगड़ने पर उज्जैन के सरकारी चरक अस्पताल में रेफर करना पड़ा। इनमें से हेमलता और शीला प्रजापत की हालत गंभीर होने पर दोनों आईसीयू में भर्ती करना पड़ा है। छात्रा पायल ने बताया कि रविवार को छात्रावास के बाहर दशहरा मैदान में कुछ गाड़ियां आई थीं। इसके बाद अचानक धुआं खिड़कियों से कमरे तक पहुंच गया। जिससे छात्राओं को आंख में जलन होने लगी और तेज खांसी चलने लगी, जिसके कारण सांस लेने में भी दिक्कत होने लगी थी। दो छात्राओं को आईसीयू में रखना पड़ा डॉ. पंकज टांक ने बताया कि छात्राओं को सांस लेने और जलन की परेशानी हो रही है। इसलिए तत्काल उपचार शुरू कर दिया है। फिलहाल दो छात्राओं की हालत को देखते हुए उन्हें आईसीयू में भर्ती करना पड़ा है। 15 छात्राओं को भर्ती किया था महिदपुर तहसील में स्कूल शिक्षा विभाग के कस्तूरबा गांधी कन्या छात्रावास में रहने वाली करीब 15 छात्राओं को रविवार रात करीब पौने नौ बजे बाहर मैदान से धुआं के कारण आंखों में जलन और खांसी चलने से सांस लेने में परेशानी होने लगी। कुछ ही देर में छात्रावास में अफरा-तफरी मच गई। इस धुआं के कारण 15 छात्राओं की अचानक तबीयत बिगड़ने लगी। सभी को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया है। प्राचार्य व हॉस्टल प्रभारी अर्जुनसिंह दावरे ने बताया कि घटना रात करीब 9:45 बजे हुई है। उन्हें भी छात्राओं यही बताया है कि हॉस्टल के बाहर मैदान में कुछ गाड़ियां घूमती देखी गई थीं। इसके बाद ही धुएं जैसी कुछ गैस खिड़की से कमरे तक पहुंची और छात्रों की तबीयत बिगड़ गई।
धौलपुर जिले के कौलारी थाना इलाके के रंजीतपुरा गांव में एक महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। रंजीतपुरा निवासी हरिओम कुशवाहा की पत्नी शशि 39 की रविवार को अचानक तबीयत बिगड़ गई थी। परिजनों ने उसे धौलपुर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से गंभीर हालत को देखते हुए आगरा रेफर कर दिया गया। आगरा में उपचार के दौरान शशि ने दम तोड़ दिया। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, महिला ने गलती से किसी विषाक्त पदार्थ का सेवन कर लिया था। कौलारी थाना पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।शशि की शादी करीब 20 साल पहले हुई थी। उनके 3 बेटियां और 2 बेटे हैं। परिवार अचानक हुई इस घटना से सदमे में है। पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम करवाया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और परिजनों के बयानों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस मामले की हर पहलू से जांच कर रही है।
उमरिया में 208 वाहन चालकों पर हुई कार्रवाई:यातायात पुलिस ने 11 दिन में 44,200 रुपए जुर्माना वसूला
उमरिया जिले में यातायात पुलिस ने सड़क सुरक्षा को मजबूत करने के उद्देश्य से एक विशेष अभियान चलाया है। 26 नवंबर से 10 दिसंबर तक चले इस अभियान के तहत 11 दिनों में कुल 208 वाहनों पर कार्रवाई की गई और 44,200 रुपए का जुर्माना वसूला गया। अभियान के दौरान, 147 दोपहिया वाहन चालकों से बिना हेलमेट के लिए 34,200 रुपए का जुर्माना लिया गया। इसके अतिरिक्त, बिना बीमा वाले 5 वाहनों से 5,000 रुपए और बिना एचएसआरपी (हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट) वाले 56 वाहनों से 28,000 रुपए का जुर्माना वसूला गया। जांच में एचएसआरपी नंबर प्लेट, वाहन बीमा, हेलमेट, सीट बेल्ट और अन्य अनिवार्य दस्तावेजों की पड़ताल की गई। नियम विरुद्ध वाहन चलाने वालों के खिलाफ थाना परिसर के सामने और प्रमुख चौराहों सहित विभिन्न स्थानों पर त्वरित कार्रवाई की गई। थाना प्रभारी सी.के. तिवारी ने बताया कि जांच के साथ-साथ वाहन चालकों को हेलमेट और सीट बेल्ट के उपयोग तथा सभी दस्तावेजों को अद्यतन रखने के लिए जागरूक भी किया जा रहा है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
सवाई माधोपुर में ट्रेन से मोबाइल चुराने वाला पकड़ा:GRP ने फोन भी बरामद किया; स्लीपर से चुराकर भागा था
सवाई माधोपुर की जीआरपी थाना पुलिस ने ट्रेन से मोबाइल चुराने के एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस टीम ने रामअवतार उर्फ सुदामा को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से चोरी किया गया 5G मोबाइल भी बरामद किया है। सवाई माधोपुर जीआरपी थानाधिकारी हरिमन मीणा ने बताया कि रेलवे में बढ़ती संपत्ति संबंधी अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए शीर्ष अधिकारियों के निर्देश पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसे लेकर जीआरपी पुलिस की ओर से अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में थानाधिकारी हरिमन मीणा CI के नेतृत्व में गठित टीम के ASI ओमप्रकाश, कॉन्स्टेबल मुकेश कुमार, कॉन्स्टेबल मखनलाल ने टेक्निकल एनालिसिस और कॉल डिटेल के आधार पर आरोपी रामअवतार उर्फ सुदामा (27) पुत्र रज्जो निवासी सिरसौदा, थाना रूपवास, जिला भरतपुर को 7 दिसंबर 2025 को गिरफ्तार किया। आरोपी के कब्जे से चोरी गया ओप्पो 5G मोबाइल बरामद किया गया। पूछताछ में आरोपी ने डेढ़ासरावा एक्सप्रेस के कोच S/7 से मोबाइल चोरी करना स्वीकार किया। मामले में आरोपी को आज सोमवार को न्यायालय एसीजेएम रेलवे कोर्ट, कोटा में पेश किया जाएगा।
श्योपुर में खाटू श्याम अमर कथा महोत्सव शुरू:भव्य कलश यात्रा से पांचवें पाटोत्सव का आगाज
श्योपुर शहर में पहली बार खाटू श्याम बाबा की अमर कथा का आयोजन सोमवार से शुरू हो गया। शिवपुरी रोड स्थित श्री गिरवरधारी हनुमान मंदिर परिसर में आयोजित हो रहे पांचवें वार्षिक उत्सव की शुरुआत टोड़ी गणेश मंदिर से निकाली गई विशाल कलश यात्रा के साथ हुई। यह कलश यात्रा मुख्य बाजार, जय स्तंभ और प्रमुख मार्गों से होते हुए आयोजन स्थल पर पहुंची। इस दौरान श्रद्धालुओं ने पुष्पवर्षा कर यात्रा का स्वागत किया, जिससे भक्तिमय माहौल बन गया। आयोजन समिति, श्री गिरवरधारी हनुमान मंदिर श्याम समिति, द्वारा शहर में पहली बार तीन दिवसीय खाटूश्याम बाबा की अमर कथा का आयोजन किया जा रहा है। कथावाचक श्यामरत्न पप्पू शर्मा 09 से 11 दिसंबर तक प्रतिदिन दोपहर 1 बजे से शाम 5 बजे तक श्यामलीला का रसपान कराएंगे। यह पूरा कार्यक्रम महंत श्री कृष्णबिहारी दास जी महाराज के सानिध्य में संपन्न होगा। समिति सदस्यों ने बताया कि तीन दिवसीय इस अमर कथा का समापन 12 दिसंबर को विशाल भंडारे के साथ होगा। इसी दिन श्याम बाबा के पांचवें पाटोत्सव का भव्य आयोजन भी किया जाएगा। समिति ने सभी श्याम भक्तों और शहरवासियों से अपील की है कि वे अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर बाबा श्याम की कृपा प्राप्त करें।
सेंट्रल ब्यूरो का इन्वेस्टिगेशन सीबीआई की विशेष टीम ने आजमगढ़ जिले में यूपी ग्रामीण बैंक में सूचना के आधार पर छापेमारी की है। इस छापेमारी में महर्षि दुर्वाषा धाम की शाखा के प्रबंधक श्रवण टंडन को 20 हजार रुपये की घूस लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। सीबीआई ने बिचौलिये की भूमिका निभाने वाले बैंक के चपरासी विश्राम को भी गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार दोनों आरोपियों को लेकर सीबीआई की टीम लखनऊ चली गई है। इस दोनों आरोपियों को राजधानी स्थित रिमांड मजिस्ट्रेट के सामने पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। रिश्वत मांग रहे थे बैंक के कर्मचारी इस मामले में सीबीआई की टीम ने बताया की आजमगढ़ जिले के अहिरौला थानाक्षेत्र के ग्राम गहजी निवासी विशाल कुमार ने शिकायत की थी कि उसका किसान क्रेडिट कार्ड का 2.25 लाख रुपये का लोन यूपी ग्रामीण बैंक द्वारा स्वीकृत हो गया था। उसकी पहली किस्त उसके खाते में भेज भी दी गई थी। जब पीड़ित लोन की रकम निकालने गया तो शाखा प्रबंधक चपरासी के जरिए 25 हजार रुपये की घूस मांगने लगे। इसके बाद इस मामले की शिकायत सीबीआई से की गईथी। सीबीआई ने शिकायत के बाद आजमगढ़ टीम को जांच के लिए भेजी।जिसने विशाल को एडवांस के तौर पर 20 हजार रुपये शाखा प्रबंधक को देने भेजा। जैसे ही शाखा प्रबंधक ने घूस की रकम ली। सीबीआई के अधिकारियों ने उसे हिरासत में ले लिया। साथ ही चपरासी विश्राम को भी गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपियों को सीबीआई टीम लखनऊ लेकर पहुंची। जहां अदालत में पेश कर दोनों को जेल भेजा जा रहा है।
हरियाणा के जींद जिले के सफीदों विधायक रामकुमार गौतम द्वारा जाट समाज पर की अभद्र टिप्पणी पर झज्जर जिले के बहादुरगढ़ की राठी खाप ने सोमवार को बैठक कर कड़ी नाराजगी जताई है। खाप के प्रवक्ता अशोक राठी ने कहा कि जाट समाज के सम्मान पर प्रहार किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा। विधायक रामकुमार गौतम द्वारा जाट समाज पर की अभद्र टिप्पणी बेहद शर्मनाक है। यदि वे जनप्रतिनिधि हैं, तो उन्हें अपनी मर्यादा का ज्ञान होना चाहिए। वे मांग करते हैं कि गौतम तुरंत सार्वजनिक रूप से माफी मांगें और राज्य सरकार उन्हें निलंबित करे। यदि कार्रवाई नहीं हुई, तो जाट समाज एक बड़ा आंदोलन खड़ा करने के लिए मजबूर होगा। जाट समाज को बदनाम करने की कोशिश खाप प्रवक्ता ने कहा कि 2016 के आंदोलन के दौरान भी भाजपा सरकार ने जाट समुदाय को बदनाम करने की कोशिश की थी और अब फिर वैसा ही माहौल बनाया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ नेताओं से बयान दिलवाकर जाट समाज की छवि खराब करने की रणनीति चलाई जा रही है, जबकि असल में एक विशेष नेता को निशाना बनाया जा रहा है, क्योंकि उनका जनसमर्थन लगातार बढ़ रहा है। अब अपमान नहीं होगा बर्दाश्त अशोक राठी ने कहा कि जाट समुदाय शांतिप्रिय है, लेकिन जब बात समाज के सम्मान की आती है, तो कोई भी अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि खाप एकजुट हैं और पूरे समुदाय की गरिमा की रक्षा के लिए कठोर कदम उठाने से भी पीछे नहीं हटेंगी। बैठक में महेंद्र राठी, भूप सिंह राठी, डॉ. सुखबीर राठी और नरेंद्र राठी सहित खाप के कई वरिष्ठ सदस्य उपस्थित रहे और सभी ने एक स्वर में विधायक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, झालावाड़ के खेल विभाग द्वारा छात्र एवं छात्रा वर्ग की क्रिकेट टीम का चयन किया जाएगा। यह चयन प्रक्रिया 9 दिसंबर (मंगलवार) को राजा हरिश्चंद्र क्रिकेट ग्राउंड, झालावाड़ में आयोजित होगी। चयन दोपहर 12 बजे से शुरू होगा। चयनित विद्यार्थी कोटा विश्वविद्यालय, कोटा द्वारा आयोजित क्रिकेट अंतर-महाविद्यालयी प्रतियोगिता में महाविद्यालय का प्रतिनिधित्व करेंगे। इच्छुक विद्यार्थियों को समय पर उपस्थित होना होगा और अपने आवश्यक दस्तावेज साथ लाने होंगे। इन दस्तावेजों में फीस रसीद, 10वीं और 12वीं की अंकतालिका की प्रति, पिछली परीक्षा की अंकतालिका की प्रति, मेडिकल सर्टिफिकेट और 3 पासपोर्ट साइज फोटो शामिल हैं। महाविद्यालय के खेल अधिकारी मनीष सिंह चौहान ने बताया कि चयनित खिलाड़ी कॉलेज की प्रतिनिधि टीम के रूप में आगामी अंतर-महाविद्यालयी प्रतियोगिताओं में भाग लेंगे।
धौलपुर में पुलिस पर बजरी माफिया का हमला:एक पुलिसकर्मी घायल, मुख्य आरोपी को किया गया डिटेन
धौलपुर जिले के दिहोली थाना इलाके में बजरी के अवैध परिवहन के खिलाफ कार्रवाई करने गई पुलिस टीम पर बजरी माफिया ने हमला कर दिया। इस हमले में 1 पुलिसकर्मी घायल हो गया। पुलिस ने मुख्य आरोपी को हिरासत में ले लिया है। दरअसल पुलिस ने अवैध बजरी से भरी 1 ट्रैक्टर-ट्रॉली को जब्त किया था। इसी दौरान 10-12 बजरी माफिया मौके पर पहुंचे और पुलिसकर्मियों से झड़प करते हुए जबरन ट्रैक्टर-ट्रॉली छुड़ा ले गए।झड़प में 2 पुलिसकर्मी घायल हो गया, जिसे इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। वही मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी को मौके से ही हिरासत में ले लिया। आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस की टीमेंमामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान ने अन्य सभी आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी के निर्देश दिए हैं। उनकी तलाश के लिए पुलिस की अलग-अलग टीमें गठित की गई हैं और लगातार दबिश दी जा रही है।यह घटना तब हुई जब आरोपी बजरी से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली को लेकर दिहोली थाना क्षेत्र से गुजर रहे थे। पुलिस फिलहाल पूरे मामले की जांच कर रही है और जल्द ही अन्य आरोपियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की उम्मीद है।
हजारीबाग के संजय सिंह क्रिकेट स्टेडियम में सोमवार को कूच बिहार ट्रॉफी अंडर-19 एलीट ग्रुप का मुकाबला शुरू हुआ। इस आयोजन के साथ ही हजारीबाग आधिकारिक तौर पर बीसीसीआई के मानचित्र पर दर्ज हो गया है। 8 से 11 दिसंबर तक चलने वाले इस मैच में झारखंड और केरल की टीमें प्रतिस्पर्धा कर रही हैं। स्टेडियम में हजारों दर्शक खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करने पहुंचे। हजारीबाग के मैदान और तैयारियों की सराहना की झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव और पूर्व भारतीय क्रिकेटर सौरभ तिवारी ने इस अवसर पर हजारीबाग के मैदान और तैयारियों की सराहना की। उन्होंने बताया कि रांची के बाद यह झारखंड का दूसरा स्टेडियम है, जहां फ्लड लाइट की आधुनिक सुविधा उपलब्ध है। इससे भविष्य में रात्रि मैचों का आयोजन संभव होगा। सौरभ तिवारी ने यह भी कहा कि यदि प्रबंधन और सुविधाएं इसी तरह बनी रहीं, तो हजारीबाग बड़े घरेलू टूर्नामेंटों की मेजबानी कर सकता है। सौरभ तिवारी ने हजारीबाग जिला क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष और सांसद मनीष जायसवाल, एसोसिएशन के पदाधिकारियों तथा स्थानीय खेल प्रेमियों के प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने मैदान, पिच और खिलाड़ियों के लिए की गई व्यवस्थाओं को प्रभावशाली बताया। उनके अनुसार, यह हजारीबाग के खेल जगत में एक नई शुरुआत है। हजारीबाग के युवा क्रिकेटरों में नई प्रेरणा का संचार मैच की बात करें तो झारखंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। मैदान में खिलाड़ियों की ऊर्जा और दर्शकों की उपस्थिति ने एक सकारात्मक माहौल बनाया है। पहली बार इस स्तर के मैच की मेजबानी मिलने से हजारीबाग के युवा क्रिकेटरों में नई प्रेरणा का संचार हुआ है। कूच बिहार ट्रॉफी का यह आयोजन हजारीबाग के क्रिकेट इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो रहा है।
भरतपुर की नहर में दिखा युवक का शव:शरीर पर कपड़े नहीं मिले; पहचान के लिए फोटो जारी
भरतपुर में सुजान गंगा नहर से करीब 30 साल के युवक का शव मिला है। पुलिस ने सिविल डिफेंस की टीम की मदद से शव बाहर निकलवाकर शिनाख्त के लिए फोटो सर्कुलेट कर दिए हैं। नहर में तैरता दिखा शव, लोगों ने दी सूचना कोतवाली थाना क्षेत्र के सुजान गंगा नहर में सोमवार सुबह स्थानीय लोगों ने एक शव पड़ा देखा। इसकी जानकारी तुरंत पुलिस को दी गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने सिविल डिफेंस टीम को बुलाकर शव को बाहर निकलवाया। कपड़े नहीं मिले, पहचान अब तक नहीं ASI यदुवीर सिंह ने बताया कि मृतक की उम्र लगभग 30 साल है। शव पर कोई कपड़े नहीं थे। प्राथमिक जांच में मृतक की पहचान नहीं हो पाई है। शिनाख्त के लिए जारी की गई फोटो पुलिस ने शव को आरबीएम अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवा दिया है। मृतक की पहचान के लिए आसपास के क्षेत्रों में फोटो सर्कुलेट की गई है। पुलिस का कहना है कि शिनाख्त होने के बाद ही पोस्टमार्टम कराया जाएगा। शव मिलने के बाद इलाके में चर्चा बनी हुई है। पुलिस मौत के कारणों और परिस्थितियों की जांच कर रही है। फिलहाल आशंका जताई जा रही है कि मामला हादसा या संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का हो सकता है।
झांसी में फर्राटा भर रहीं ओवरलोड बसें:पहले दिन और अब रात में भी व्यवसायिक माल लादकर सरपट दौड़ रहीं
झांसी में बस संचालक ट्रांसपोर्ट के व्यापार का नुकसान कर रहे हैं। शहर में लगातार बसों से व्यवसायिक माल की ढुलाई हो रही है। स्थिति ये है कि झांसी में छह फीट ऊंचाई तक लदे माल के साथ दौड़ रहीं बसें दुर्घटनाओं को आमंत्रित कर रही हैं। वहीं,अब आरटीओ कार्यालय इन पर कार्रवाई की बात कर रहा है। झांसी बुंदेलखंड का महत्वपूर्ण जिला है। मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के जिलों से यहां व्यापारी भी बड़ी संख्या में आते हैं। ऐसे में यहां सूरत, इंदौर, पुणे, कानपुर और दिल्ली से आने वाली बसों में व्यापारिक माल की आवक भी है। लेकिन यह माल ट्रांसपोर्ट से कम और बसों से ज्यादा आता है। परिवहन अधिनियम के तहत बसों से व्यापारिक माल का ट्रांसपोर्ट गैर कानूनी है। लेकिन तमाम निर्देशों के बाद भी इस पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। शहर में धड़ल्ले से बसों पर माल लादकर लाया जा रहा है। ये सब परिवहन विभाग और ट्रैफिक पुलिस की नजर में भी है। लेकिन इन्हें रोकने की हिम्मत कोई नहीं जुटा पा रहा। पहले रात और अब दिन में भी दौड़ रहीं ओवरलोड बसें बता दें कि शहर के कुछ इलाकों को बस से माल ढोने वालों ने अपना गोदाम बना रखा है। दिल्ली और इंदौर से माल लाने वालीं बसें ग्वालियर रोड के पाल कॉलोनी से पहले बने पेट्रोल पंप पर लगा दी जा रही है। यहां से सुबह 5 बजे छोटे लोडर से इन्हें पूरे शहर में भेजा जा रहा है। ऐसे में कानपुर चुंगी और रक्सा हाइवे पर भी चल रहा है। अभी तक ये काम रात में होता था, लेकिन अब शहर में दिन में भी ऐसी बसें दौड़ रही हैं। बाहर से आने वाली बसों में आ रहा लाखों का माल झांसी में कपड़ा और ऑटो मोबाइल के स्पेयर पार्ट्स का बड़े पैमाने पर व्यापार होता है। ऐसे में एक राज्य से दूसरे राज्य को आने वाली बसों में ये माल खुले रूप से झांसी में आ रहा है। जबकि इन बसों को केवल सवारी और उनका लगेज रखने का ही परमिट मिला हुआ है। अधिकारियों के आदेश भी निष्क्रिय बता दें कि झांसी में मंडलायुक्त और जिलाधिकारी सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में कई बार निर्देश दे चुके हैं कि किसी भी प्रकार का सवारी वाहन हो, उसमें केवल सवारी और उनका लगेज ही होना चाहिए। बावजूद इसके शहर में बसों से माल ढोया जा रहा है। ट्रांसपोर्टर विरोध में आए बुंदेलखंड ट्रक ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष हैप्पी चावला ने बताया कि झांसी में बसों पर माल ढोने का काम बड़े पैमाने पर हो रहा है। इसे रोकने के लिए वह लगातार अधिकारियों के सामने बात रख रहे हैं लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। बोले कि बसों में सवारी बिठाने का परमिट है तो फिर माल कैसे ढोया जा रहा है।
झज्जर जिले में बंदरों और कुत्तों के आतंक से परेशान लोगों ने आज समाधान शिविर में पहुंचकर प्रशासन के समक्ष समाधान की आवाज उठाई है। शहर के बैंक रोड और रामनगर मोहल्ले में बंदरों व आवारा कुत्तों का भय लोगों में बना हुआ है। शहर में 30 से भी अधिक लोग महिला, युवा और बुजुर्ग बंदरों के काटे जाने का शिकार हो चुके हैं। व्यापारियों, शहर वासियों ने लगातार हो रहे हमलों की घटनाओं पर गंभीर चिंता जताई। स्थानीय निवासियों ने बताया कि बीते कुछ दिनों में बंदरों ने कई लोगों को काटकर घायल कर दिया है। बताया गया कि कल एक महिला पर बंदरों ने हमला कर उसका अंगूठा तक काट लिया। कई अन्य लोग भी घायल हुए हैं, जिससे मोहल्ले में भय और गुस्सा दोनों व्याप्त हैं। लोग घरों से बाहर निकलने में डर महसूस कर रहे हैं, जबकि दुकानदारों को भी लगातार बंदरों की हरकतों से परेशान होना पड़ रहा है। उपायुक्त ने दिए कार्रवाई के निर्देश समाधान शिविर में शिकायत सुनने के बाद डीसी स्वप्निल रविंद्र पाटिल ने तुरंत मामले को गंभीरता से लेते हुए संबंधित एप्लिकेशन नगर परिषद के एसडीओ तनेजा को सौंप दी। एसडीओ तनेजा द्वारा बंदरों को जल्द से जल्द पकड़कर इस समस्या से राहत दिलाने का आश्वासन दिया। व्यापारियों ने उम्मीद जताई कि इस बार प्रशासन ठोस कार्रवाई करेगा ताकि लोगों को राहत मिल सके। स्ट्रीट लाइटें बंद, रात में बढ़ रहा खतरा बंदरों और कुत्तों के आतंक के बीच एक और समस्या ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। अंबेडकर चौक से छिक्कारा चौक तक कई स्ट्रीट लाइटें लंबे समय से खराब पड़ी हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि अंधेरा होने के बाद इन क्षेत्रों में डर और असुविधा और अधिक बढ़ जाती है, जिससे दुर्घटना व हमले का खतरा बढ़ जाता है। इस मुद्दे पर भी समाधान शिविर में शिकायत दर्ज करवाते हुए सभी स्ट्रीट लाइटों को जल्द ठीक करवाने की मांग रखी गई। कई व्यापारी व सामाजिक कार्यकर्ता रहे मौजूद समाधान सेवा शिविर में समस्या को लेकर पहुंचे लोगों में संदीप सागवान, जयकिशन, जय भगवान, मनोज और डॉक्टर हरि सैनी सहित कई व्यापारी और मोहल्ले वासी शामिल रहे। सभी ने एक स्वर में कहा कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो यह समस्या और गंभीर रूप ले सकती है।
धौलपुर जिले की सैंपऊ पंचायत समिति के मानपुर गांव में रविवार रात नलों में लगी पीतल की टोंटियां चोरी हो गईं। इस घटना के कारण सुबह पानी की आपूर्ति शुरू होते ही कई स्थानों पर पानी व्यर्थ बहने लगा, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। स्थानीय निवासी रोहित गुर्जर मानपुर ने बताया कि चोरों ने रात में पीतल की टोंटियां चुरा लीं, जिसके परिणामस्वरूप घंटों तक पानी बर्बाद होता रहा। इससे ग्रामवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। ग्रामीणों ने इस कृत्य को शर्मनाक बताते हुए कहा कि यह हर घर तक पेयजल पहुंचाने वाली जल जीवन मिशन योजना पर सीधा प्रहार है। पानी की बर्बादी से गांव वालों में गहरा रोष है। ग्रामवासियों ने प्रशासन से तत्काल दोषियों को पकड़ने और नलों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की गुहार लगाई है। ग्राम पंचायत ने भी पूरी घटना की जांच कर जल आपूर्ति प्रणाली को जल्द सुधारने की मांग की है। इस दौरान मुन्ना कोली, बॉबी, राकेश, रामजीलाल, योगेश, गरीबा, रामविलास, मावासीलाल, सत्यवीर, सियाराम, कन्हैया सहित कई अन्य ग्रामीण मौजूद रहे।
लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट पर तबीयत बिगड़ने के कारण जान गंवाने वाले कोका-कोला के सेल्स जोनल हेड के परिजनों ने एयरपोर्ट एथॉरिटी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। परिवार के लोगों का कहना है कि एथॉरिटी की लापरवाही के कारण ही अनूप की जान गई है। अगर समय पर अनूप को सही इलाज मिल जाता तो उनकी जान बचाई जा सकती थी। परिजनों का कहना है कि इस मामले में लापरवाही का मुकदमा भी दर्ज कराएंगे, जिससे जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके। भाई अनिल ने बताया कि हम शुक्रवार-शनिवार की रात 3 बजे ही लखनऊ एयरपोर्ट पहुंच गए थे। एथॉरिटी के अधिकारियों से संपर्क किया, लेकिन उन्हें भाई के पास नहीं ले जाया गया। रातभर शव नहीं देखने दिया। अगले दिन शनिवार को उन्हें भाई का शव देखने को मिला। शुक्रवार की देर रात बिगड़ी थी तबीयत कानपुर के कल्याणपुर निवासी अनूप कुमार पांडेय कोकाकोला कंपनी में सेल्स जोनल हेड थे। शुक्रवार देर रात को वह लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट पर बेंगलुरु की फ्लाइट का इंतजार कर रहे थे। इसी दौरान उनकी तबीयत अचानक से बिगड़ गई थी। यात्री की तबीयत बिगड़ने पर एयरपोर्ट की टीम मौके पर पहुंची थी। मौके पर ही टीम ने उन्हें सीपीआर और अन्य प्राथमिक उपचार दिया था और फिर एंबुलेंस के जरिए लोकबंधु अस्पताल पहुंचाया था। यहां डॉक्टरों ने अनूप को मृत घोषित कर दिया था। रविवार को लखनऊ में पोस्टमॉर्टम होने के बाद रविवार देर रात को शव कानपुर आ गया था, जिसके बाद उनका अंतिम संस्कार किया गया है। 3 तस्वीरें देखिए... एयरपोर्ट में डॉक्टर होते तो बच जाती जान मृतक के भाई एडवोकेट अनिल पांडेय का कहना है कि एयरपोर्ट एथॉरिटी की लापरवाही के कारण उनके भाई की जान गई है। उन्होंने संसाधनों की कमी का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर एयरपोर्ट पर डॉक्टर की व्यवस्था होती तो उनके भाई को समय पर इलाज मिल जाता और उसकी जान बच जाती। उन्होंने बताया कि शुक्रवार रात को उनके भाई की रात 10:30 बजे की दिल्ली होते हुए बंगलुरू की फ्लाइट थी। जिसके लिए वह कानपुर से लखनऊ पहुंचे थे। उन्हें दिल्ली के लिए एयर इंडिया की एआई 1821 फ्लाइट लखनऊ से पकड़नी थी। लखनऊ पहुंचने के दौरान वह लगातार अपनी पत्नी और परिवार के लोगों से बात कर रहे थे। उन्होंने अपनी पत्नी पूजा से रात 9 बजे बात करके बताया था कि वह लखनऊ पहुंच गए। रात 9:30 बजे मृतक की बात अपने साले से हुई थी। फिर रात 11 बजे तक उनकी पत्नी पूजा ने फोन किया तो उनके निधन की जानकारी दी गई। परिजनों का रो-रोकर बुरा हालपोस्टमॉर्टम के बाद रविवार देर शाम को अनूप का शव कानपुर पहुंच गया था। जिसके बाद शव का अंतिम संस्कार किया गया है। वहीं परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है। पत्नी पूजा के साथ अनूप के दोनों बच्चे भी अपने पिता की मौत के बाद से गहरे सदमें में हैं। उनकी 17 वर्षीय बेटी श्रेया 11वीं की छात्रा है, जबकि छोटा बेटा पारस हाईस्कूल का छात्र है। इस साल उसकी बोर्ड परीक्षा होनी है। परिजन कर रहे जांच की मांगमृतक के भाई ने बताया कि अभी पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट नहीं आई है। पीएम रिपोर्ट से पता चलेगा कि उनके भाई को हार्ट अटैक आया था या फिर अन्य किसी कारण से मौत हुई है। उन्होंने इस मामले की जांच करने और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।
करनाल में सरकारी अस्पताल के सामने डॉक्टर की कार, बाइक और ई-रिक्शा की टक्कर का मामला सामने आया है। हादसे में बाइक सवार युवक और ई-रिक्शा में महिला घायल हो गई। महिला के चेहरे और सिर में चोटें आई हैं। मौके पर मौजूद लोगों ने घायलों को तुरंत सरकारी अस्पताल पहुंचाकर उपचार दिलाया और मेडिकल करवाया। हादसे के बाद अस्पताल में ही डॉक्टर और ई-रिक्शा चालक के बीच जमकर कहासुनी भी हुई। ई-रिक्शा चालक डॉक्टर से बोला-मैं मुझे थप्पड़ मार देता, डॉक्टर ने जवाब दिया- हाथ तो लगाकर दिखा। बाइक और कार की टक्कर, फिर ई-रिक्शा से भिड़ी बाइक करनाल के हांसी रोड निवासी घायल महिला रेखा ने बताया कि वह ई-रिक्शा में बैठकर अपने घर जा रही थी। उसी समय कार सामने से और बाइक पीछे से आ रही थी। अचानक कार और बाइक की टक्कर हुई, जिससे बाइक ई-रिक्शा में भिड़ गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि वह ई-रिक्शा से सड़क पर गिर गईं और उनके चेहरे और सिर में चोटें आईं। रेखा ने बताया कि एक लड़की को भी माथे पर चोट आई थी, लेकिन वह मौके से चली गई थी। बाइक चालक गंभीर घायल हुआ और उसे तुरंत अस्पताल लाया गया। डॉक्टर ने ही मारी बाइक को टक्कर ई-रिक्शा चालक संजय मुंजाल ने आरोप लगाया है कि वह सरकारी अस्पताल के सामने एक सवारी को उतार रहा था और उसकी ई-रिक्शा में 4 सवारियां थीं। उसी दौरान सरकारी अस्पताल के डॉक्टर प्रदीप मान अपनी कार लेकर सामने से आ रहे थे। दूसरा युवक बाइक पर स्कूल जा रहा था। कार ने बाइक को टक्कर मारी और बाइक ने ई-रिक्शा को पीछे से टक्कर मार दी। संजय के अनुसार, हादसे के बाद डॉक्टर प्रदीप मान उल्टा बहस करने लगे और धमकी भरे शब्द भी बोले-“जो करना है कर लेना। बाइक सवार की गलती, मैंने नहीं मारी टक्कर डॉ. प्रदीप मान ने अपने ऊपर लगाए आरोपों को गलत बताया। उनका कहना है कि हादसे की सीसीटीवी फुटेज निकलवाई गई है और इससे सच सामने आ जाएगा। डॉक्टर ने बताया कि वह पहले ही रुक गए थे। बाइक सवार तेजी से आगे निकला और खुद कार से जाकर टकराया। डॉक्टर प्रदीप मान ने कहा कि मैंने चोटिलों को खुद अटेंड किया और इलाज करवाया है। अस्पताल में गरमा गया माहौल डॉक्टर प्रदीप मान और संजय मुंजाल के बीच अस्पताल में तीखी नोकझोंक हुई। संजय ने कहा कि शुक्र है, मैंने घटनास्थल पर तुझे थप्पड़ नहीं मारा। इस पर डॉक्टर भड़क गए और बोले कि अब हाथ लगाकर देख ले। डॉक्टर के अनुसार, जहां ई-रिक्शा खड़ी थी, वहां रिक्शा स्टैंड नहीं है और गलती बाइक सवार की है। अभी तक नहीं दी गई पुलिस को शिकायत घटना के बाद आसपास के लाेग मौके पर एकत्रित हो गए। घायल युवक के घर वाले उसे लेकर चले गए और महिला का सरकारी अस्पताल में इलाज करवाया गया। फिलहाल किसी भी पक्ष की तरफ से अभी तक पुलिस को शिकायत नहीं दी गई है।
कानपुर के जनरलगंज कपड़ा बाजार में रविवार देर रात चोरों ने साड़ी की दुकान का शटर गैस कटर से काट कर 8 लाख कैश पार दिया। सुबह कर्मचारियों के साथ दुकान पहुंचे संचालक ने शटर कटा देखा। उन्होंने अंदर जाकर देखा तो कांच का दरवाजा टूटा पड़ा हुआ था और गोलक में रखा कैश चोर पार कर ले गए थे। जानकारी पर पहुंचे कपड़ा कमेटी के पदाधिकारियों ने पुलिस गश्त न होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए हंगामा किया। स्टंट डलवाने के लिए लखनऊ गए थे साकेत नगर निवासी रमेश चंद्र की जरनलगंज में विनोद साड़ी सेंटर के नाम से दुकान है। वह हार्ट पेशेंट होने के कारण एक सप्ताह पहले स्टंट डलवाने के लिए लखनऊ गए थे। जिसके बाद से बेटा हिमांशु दुकान में बैठ रहा था। हिमांशु ने बताया कि शनिवार को वह रोज की तरह देर रात दुकान बंद कर गए थे। रविवार को बाजार बंद होने के कारण दुकान नहीं आए। देर रात चोरों ने दुकान का शटर में गैस कटर से एक छेद किया, इसके बाद दुकान में लगा कांच का गेट तोड़ कर अंदर घुसे और गोलक में रखा 8 लाख कैश लेकर फरार हो गए। सुबह हिमांशु कर्मचारियों के साथ दुकान पहुंचे तो शटर में छेद देख सन्न रह गए। अंदर जाकर देखा तो दुकान में रखा कैश गायब मिला। जानकारी पर नौघड़ा कपड़ा कमेटी के अध्यक्ष शेष नारायण त्रिवेदी समेत कई पदाधिकारी मौके पर पहुंचे। रिपोर्ट दर्ज कर आरोपियों की तलाश में लगी पुलिस इसके बाद घटना से आक्रोशित व्यापारियों ने बाजार में गश्त होने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। हंगामे की जानकारी पर बादशाहीनाका पुलिस मौके पहुंची और घटनास्थल की जांच पड़ताल की। एसीपी कलक्टरगंज आनंद कुमार ओझा ने बताया कि तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे है।
रोडवेज बस से उतरते समय शिक्षिका की मौत:सैंपऊ में हादसा, पिछले पहिए के नीचे आने से गई जान
धौलपुर के सैंपऊ में एक स्कूल शिक्षिका की रोडवेज बस से कुचलकर मौत हो गई। यह हादसा सोमवार सुबह नेशनल हाईवे 123 पर कुम्हेरी स्टेटस सतीश विद्या वैली स्कूल के पास हुआ, जब शिक्षिका बस से उतर रही थी। जानकारी के अनुसार, प्रियंका पत्नी जितेंद्र अग्रवाल कुम्हेरी स्टेटस सतीश विद्या वैली स्कूल में पढ़ाती थीं। सोमवार सुबह करीब 8 बजे वह घर से स्कूल के लिए निकली थीं और भरतपुर जा रही एक रोडवेज बस में सवार हुईं। बस जैसे ही स्कूल के सामने रुकी, शिक्षिका प्रियंका नीचे उतरने लगीं। इसी दौरान बस धीरे-धीरे आगे बढ़ गई और शिक्षिका उसके पिछले पहिए के नीचे आ गईं। मौके पर ही उनकी मौत हो गई। बस में बैठी अन्य सवारियों ने चीख-पुकार कर ड्राइवर को बस रोकने के लिए कहा। ड्राइवर ने लगभग 200 फीट दूर जाकर बस रोकी, तब तक शिक्षिका की मौत हो चुकी थी। हादसे के बाद ड्राइवर और हेल्पर बस छोड़कर फरार हो गए। सूचना मिलने पर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने मृतका के शव को सड़क से उठाकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। पुलिस ने हादसे को अंजाम देने वाली रोडवेज बस को जब्त कर थाने में खड़ा कर दिया है।
जोधपुर के महामंदिर थाना क्षेत्र में पुलिस कमिश्नरेट की टीम ने अवैध हथियारों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई की, जिसमें कई घातक हथियार बरामद किए। डीसीपी ईस्ट पीडी नित्या जल्द ही इस मामले का पूरा खुलासा करेंगी। महामंदिर थाना पुलिस ने तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया है, जो उदयपुर के निवासी बताए जा रहे हैं। प्रारंभिक जांच में पता चला कि ये आरोपी किसी बड़ी आपराधिक घटना की योजना बना रहे थे। उनके पास से तीन पिस्टल भी बरामद की गई है।
मुरैना जिले के पोरसा इलाके में नेशनल हाईवे 552 पर एक तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर खेत में पलट गई। रविवार रात हुए इस हादसे में ऋषभ तोमर नामक युवक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन अन्य युवक घायल हैं। हादसा उस वक्त हुआ जब भिंड के रहने वाले चार युवक गलेथा गांव से लगुन-फलदान समारोह में शामिल होकर वापस लौट रहे थे। घायलों का इलाज पोरसा हॉस्पिटल में चल रहा है। भिंड जिले के रहने वाले मोनू उर्फ मोहन तोमर, विवेक उर्फ मोहित तोमर, ऋषभ तोमर और सचिन तोमर अपनी हुंडई औरा कार (UP14/ST/1152) से वापस भिंड जा रहे थे। गाड़ी की रफ्तार काफी तेज थी। पोरसा थाना क्षेत्र के भजपुरा के पास एक वाहन को ओवरटेक करते समय ड्राइवर ने नियंत्रण खो दिया। कार अनियंत्रित होकर सड़क की दूसरी साइड खेत में जाकर पलट गई। हादसे में गाड़ी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है। मौके पर ही तोड़ा दम हादसा इतना भीषण था कि गाड़ी में सवार ऋषभ तोमर की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, कार में मौजूद शेष तीन युवक घायल हो गए। घटना के बाद स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को तुरंत पोरसा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। टीआई बोले- एक की हालत नाजुक पोरसा टीआई दिनेश कुशवाह ने बताया कि फलदान से भिंड लौटते समय चार युवकों की कार ओवरटेक करने के चक्कर में पलट कर खेत में जा गिरी। इसमें एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई। शेष तीन घायलों में से एक की हालत नाजुक बनी हुई है, जबकि दो को मामूली चोटें आई हैं।
झज्जर जिले में सिंचाई विभाग में जेई की अनिश्चितकालीन हड़ताल ने तूल पकड़ लिया है। विभागीय अधिकारियों पर मनमाने ढंग से चार्जशीट जारी करने, वेतन रोकने और पूर्व में हुई सहमति को लागू न करने के आरोपों के बीच जेई तीसरे सप्ताह भी धरना स्थल पर डटे हुए हैं। वहीं विभागीय प्रबंधन अब तक समाधान की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठा पाया है, जिससे जेई एसोसिएशन में रोष गहरा रहा है। वहीं एसई सतीश ने बताया कि मामले को लेकर तीन एक्सईएन की कमेटी गठित की गई है जिसके तहत जांच की जा रही है। आधारहीन और मनमानी चार्जशीट जारी हड़ताल की शुरुआत उस समय हुई, जब कई कनिष्ठ अभियंताओं को आधारहीन और मनमानी चार्जशीट जारी की गई। जेई एसोसिएशन प्रधान जितेंद्र का कहना है कि विभाग ने बिना जांच प्रक्रिया का पालन किए कार्रवाई की। जेई विजय का वेतन भी अटका हुआ है, जिसके खिलाफ एसोसिएशन लंबे समय से आपत्ति जता रही है। जेई (डिप्लोमा इंजीनियर्स एसोसिएशन) ने बताया कि अगस्त 2025 में विभाग के साथ हुई बैठक में कई बिंदुओं पर सहमति बनी थी, परंतु उन वादों को आज तक लागू नहीं किया गया। विभाग की ओर से की जा रही अनदेखी धरने पर बैठे जेई ने कहा कि वह बार-बार लिखित में नोटिस देने और बैठकें मांगने के बावजूद विभाग द्वारा लगातार अनदेखी का सामना कर रहे हैं। एसोसिएशन ने चेतावनी दी है कि यदि विभाग ने जल्द हल नहीं निकाला तो आंदोलन को जिला-स्तर से राज्य-स्तर तक विस्तारित किया जाएगा। धरना स्थल पर प्रतिदिन बड़ी संख्या में जेई जुट रहे हैं, वे नारेबाजी कर न्याय की मांग कर रहे हैं। प्रशासनिक अधिकारियों को सौंप चुके ज्ञापन जेई एसोसिएशन का आरोप है कि विभाग उनकी शिकायतों को गंभीरता से लेने के बजाय टालता आ रहा है। कई बार नोटिस भेजने के बावजूद उच्च स्तर से कोई जवाब नहीं आया है। उन्होंने मामले की उचित जांच को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन भी सौंप चुके हैं। मामले को लेकर एसई सतीश का कहना है कि मामला उच्च अधिकारियों के स्तर पर विचाराधीन है, जिसकी जांच के लिए कमेटी बनाई गई है। समाधान मिलने तक आंदोलन से पीछे नहीं हटेंगे हड़ताल फिलहाल अनिश्चितकाल तक जारी है। जेई एसोसिएशन ने कहा है कि समाधान मिलने तक वह अपने आंदोलन से पीछे नहीं हटेंगे। यदि सरकार और विभाग ने जल्द हस्तक्षेप नहीं किया, तो आने वाले दिनों में यह विवाद बड़ा रूप ले सकता है और जनसेवाओं पर सीधा प्रभाव पड़ सकता है।
प्रतापगढ़ में रबी सीजन के बीच यूरिया खाद की कमी लगातार गहराती जा रही है। प्रतापगढ़, अरनोद, धरियावद, छोटीसादड़ी, सुहागपुरा, पीपलखूंट और दलोट सहित अधिकांश क्षेत्रों में स्थिति गंभीर बनी हुई है। किसानों का कहना है कि कई दिनों से सहकारी समितियों के चक्कर लगाने के बावजूद उन्हें खाद नहीं मिल पा रही है। खाद के लिए अरनोद, प्रतापगढ़ शहर और अन्य कई स्थानों पर सुबह से ही लगभग 800 मीटर तक लंबी कतारें देखी गईं। इन कतारों में बड़ी संख्या में महिला किसान भी शामिल थीं, जिन्हें घंटों धूप में इंतजार करना पड़ा। देर रात खाद की गाड़ी आने की सूचना पर भी किसान आधी रात को समितियों के बाहर पहुंच गए, ताकि सुबह जल्दी खाद मिल सके। किसानों के अनुसार, खाद न मिलने से बुवाई का कार्य बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। सप्ताहभर से लाइन में लगने के बावजूद खाद उपलब्ध न होने से पहली सिंचाई और टॉप ड्रेसिंग में देरी हो रही है। खेतों का काम छोड़कर दिनभर लाइन में खड़े रहने से किसानों को समय और मजदूरी दोनों का नुकसान उठाना पड़ रहा है। रबी सीजन में यूरिया की खपत बढ़ने के बावजूद जिले में इसकी आपूर्ति पर्याप्त नहीं हो पा रही है। इस कारण हर दिन हजारों किसान खाद के लिए परेशान हो रहे हैं। कई स्थानों पर खाद वितरण को लेकर किसानों और कर्मचारियों के बीच बहस और अव्यवस्था की स्थिति भी देखी गई। किसानों ने प्रशासन से मांग की है कि जिलेभर में पर्याप्त मात्रा में यूरिया उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने वितरण व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने और अधिक मांग वाले क्षेत्रों में अस्थाई वितरण केंद्र खोलने की भी अपील की है। किसानों का कहना है कि यदि समय पर खाद नहीं मिली, तो रबी फसल की उत्पादकता पर सीधा असर पड़ेगा, जिसका खामियाजा पूरे जिले को भुगतना पड़ेगा।
मंदसौर के जॉइंट कलेक्टर राहुल चौहान के खिलाफ इंदौर में दहेज प्रताड़ना का केस दर्ज होने के बाद अब उनकी मुश्किलें बढ़ती जा रही है। सोमवार को हाई कोर्ट के आदेश के बाद फैमिली कोर्ट में सुनवाई होना थी, लेकिन चौहान फिर कोर्ट के समक्ष पेश ही नहीं हुए। उनकी ओर से वकील ने आगे की सुनवाई के लिए तारीख मांगी। इस पर कोर्ट ने 17 दिसंबर की तारीख दी। इस दिन दोनों पक्षों के वकील के बीच बहस होना है। पिछली सुनवाई में पत्नी निर्मला तो पेश हुई थी लेकिन जॉइंट कलेक्टर पेश नहीं हुए थे। इसके चलते कोर्ट ने 8 दिसंबर की तारीख तय की थी। इसके साथ ही हाई कोर्ट के आदेश के परिपालन में दोनों को व्यक्तिगत रूप से पेश होने को कहा था। इस दौरान पत्नी ने पति द्वारा लगाए गए आरोपों को झुठलाया है। 'दैनिक भास्कर' से बात करते हुए निर्मला ने कहा कि पति कहते हैं, वे मुझे भरण पोषण के लिए 15 हजार रुपए प्रति माह देते हैं। यह बिल्कुल झूठ है। अगर ऐसा होता तो मैं फैमिली कोर्ट क्यों आती। हाई कोर्ट के आदेश पर भरण पोषण का केस रिस्टोर हुआ है, इसलिए अब फैमिली कोर्ट में केस चलेगा। मुझे न्याय की उम्मीद है लेकिन वे आज क्यों नहीं आए। इसका मतलब कि वे झूठ बोल रहे हैं। निर्मला चौहान ने मांग की है कि पति के खिलाफ हुई एफआईआर के आधार पर उन्हें सस्पेंड किया जाना चाहिए ताकि वे जांच को प्रभावित न कर सके। उन पर शासकीय संपत्ति का दुरुपयोग करने और बिना तलाक दिए दूसरी शादी की तैयारी करने जैसे गंभीर कदाचारों के लिए विभागीय जांच शुरू की जाएं। ये खबर भी पढ़ें... मंदसौर जॉइंट कलेक्टर पर दहेज प्रताड़ना की FIR इंदौर पुलिस ने मंदसौर के जॉइंट कलेक्टर राहुल चौहान के खिलाफ दहेज प्रताड़ना की FIR दर्ज की है। पत्नी का आरोप है कि शादी के बाद से ही दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाता रहा लेकिन अधिकारी होने के दबाव-प्रभाव के कारण रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई। अब महिला थाना पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है। बयान भी लिए हैं, लेकिन, सामान्य धाराओं में ही केस दर्ज कर लिया। इसमें भी पति के नाम के साथ कहीं भी उनकी पोस्ट जॉइंट कलेक्टर का जिक्र नहीं है। पत्नी ने योजनाबद्ध तरीके से अबॉर्शन के भी आरोप पति पर लगाए हैं। पूरी खबर पढ़ें...
रेप का मामला दर्ज कराने थाने पहुंची युवती:पुलिस के सामने मुकरी, बोली- ऐसा कुछ भी नहीं हुआ
मुलताई में युवक पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली युवती पुलिस के सामने मुकर गई। सोमवार सुबह युवती परिजन के साथ शिकायती आवेदन देने थाने पहुंची थी। उसने मामला दर्ज कराने से मना कर दिया।इससे पहले उसने पुलिस को बताया था कि उससे दुष्कर्म हुआ है। आरोपी ने उसके अश्लील वीडियो बनाकर परिजन को भेज दिए हैं। आरोपी उसे दो साल से ब्लैकमेल कर रहा है। विरोध करने पर धमकी देता था।क्या लिखा था शिकायत मेंपीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया कि हाल ही में आरोपी ने उसे बहाने से बुलाया और जबरदस्ती नशीला पेय पिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। इस दौरान आरोपी ने युवती का अश्लील वीडियो भी बना लिया। बाद में वीडियो उसके रिश्तेदारों को भेज दिया। आदतन अपराधी है आरोपी थाना प्रभारी नरेंद्र सिंह परिहार ने बताया था कि आरोपी पर मारपीट के कई मामले दर्ज हैं। पुलिस उसका जुलूस भी निकाल चुकी है। थाना प्रभारी परिहार के अनुसार, शिकायत आई है, मामले में मामला दर्ज किया जा रहा है।
दतिया में खेत में सिंचाई करते किसान की मौत:मोटर पंप से करंट लगने से गई जान
दतिया में दुरसड़ा थाना अंतर्गत रजोरा गांव में रविवार को एक किसान की करंट लगने से मौत हो गई। घटना की जानकारी देर रात तब हुई, जब वह घर नहीं लौटा। सोमवार दोपहर पुलिस ने पोस्टमॉर्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया। मृतक की पहचान गंगाराम (55) पिता सुकन कुशवाहा निवासी रजोरा के रूप में हुई। जानकारी के अनुसार, किसान रविवार दोपहर करीब एक बजे अपने खेत पर मोटर पम्प से फसल की सिंचाई करने गया था। इसी दौरान मोटर पम्प के संपर्क में आने से वह करंट की चपेट में आ गया। रात तक गंगाराम के वापस न आने पर परिजन उसे खोजते हुए खेत पहुंचे, जहां वह मोटर पम्प के पास मृत अवस्था में पड़ा मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने पंचनामा बनाकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम कर मामला जांच में लिया है।
जमशेदपुर के बिष्टुपुर स्थित टाटा स्टील जूलॉजिकल पार्क में काले हिरणों की मौत प्रबंधन के लिए चिंता का विषय बन गया है। एक दिसंबर से छह दिसंबर के बीच कुल 10 ब्लैकबक की मौत दर्ज की गई है। जू में पहले 18 काले हिरण थे, जिनमें से अब केवल 8 ही जीवित बचे हैं। जू प्रबंधन शेष हिरणों की सुरक्षा और उपचार में पूरी तरह जुटा हुआ है। मरने वाले हिरणों के नमूने रांची पशु चिकित्सा महाविद्यालय भेजे गए हैं और शवों का पोस्टमॉर्टम भी कराया गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के वास्तविक कारण का पता चलेगा। जू की पशुचिकित्सा टीम लगातार कार्रवाई कर रही प्रारंभिक जांच में मृतकों के बैक्टीरियल संक्रमण से मरने की संभावना जताई जा रही है। जू के उप निदेशक डॉ. नइम अख्तर ने बताया कि स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है और जू की पशुचिकित्सा टीम लगातार कार्रवाई कर रही है। इस प्रयास में एनिमल हसबैंड्री विभाग और रांची वेटरिनरी कॉलेज के विशेषज्ञ भी शामिल हैं। सभी आवश्यक नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं और शेष ब्लैकबक की 24 घंटे निगरानी की जा रही है। जू प्रशासन ने शेष हिरणों की बेहतर देखभाल और उपचार के लिए सभी आवश्यक उपाय किए हैं। उनके इलाज और देखभाल में सुधार के सकारात्मक प्रभाव भी दिख रहे हैं। इसके अलावा सभी शाकाहारी प्राणियों की सुरक्षा के लिए बायोसेक्योरिटी उपाय कड़े कर दिए गए हैं और बाड़ों के प्रबंधन को मजबूत किया गया है।
सिरसा जिले के नशा मुक्ति केंद्र में पंजाब के युवक ही दो माह पहले हुई मौत मामले में अब नया मोड़ आया है। मृतक की पत्नी ने नशा मुक्ति केंद्र पर मारपीट कर हत्या करने का आरोप लगाया है। इस बारे में पंजाब के मानसा की रहने वाली महिला ने सिरसा एसपी को शिकायत दी है। दो माह पहले भी एसपी को शिकायत दी थी, जिस पर कोई कार्रवाई आगे नहीं बढ़ी थी। ऐसे में एसपी से दोबारा मिली। अब मामले में पुलिस ने नशा मुक्ति केंद्र संचालक अमनदीप के खिलाफ धारा 106(1) BNS के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। शिकायत में बताया कि उसका पति शराब पीता था और उसे शराब छुड़वाने को नशा मुक्ति केंद्र में दाखिल करवा दिया। 9 सितंबर को उसकी लाश केंद्र से आई और बताया कि हार्टअटैक आ गया। शक न होने पर किया था अंतिम संस्कार उन्होंने शक नहीं किया और अंतिम संस्कार कर दिया। किसी ने उसकी बॉडी की फोटो खींच ली, जिसमें मारपीट चोट के निशान मिले। जब केंद्र संचालक से कारण पूछा व सीसीटीवी चेक कराने को कहा, तो कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। पुलिस से मांग की है कि उसके खिलाफ कार्रवाई न्याय किया जाए। सिलसिलेवार जानिए पूरा मामला... पुलिस को दी शिकायत में पंजाब के मानसा जिले के गांव माखा की गुरमीत कौर ने बताया कि उसकी शादी जसवीर सिंह से 13 साल पहले हुई थी और उनके तीन बच्चे हैं। जिनमें दो लड़कियां व एक लड़का, जो दिव्यांग है। उसका पति जसवीर सिंह सात साल पहले नशे की गिरफ्त में आ गया था। उसके पति जसवीर को 12 सितंबर को बलदीप सिंह सिरसा के ब्राइट फ्यूचर नशा मुक्ति केंद्र में ले आया था। साथ ही उसका नशा छुड़वाने की 2 हजार रुपए फीस ऑनलाइन की थी। कारण पूछने पर बताया था, हार्टअटैक आया उसके पति जसवीर बिना कुछ उनके साथ केंद्र में चले गए, ताकि नशा छोड़ सके। 17 सितंबर को सुबह 9 बजे ब्राइट फ्यूचर नशा मुक्ति केंद्र से एम्बुलेंस में उसके पति की लाश आई। जब उसने केंद्र वालों से पूछा कि इनकी मृत्यु कैसे हुई, तो उन्होंने बताया कि हार्टअटैक आया है। तब वह और उसके घरवाले गहरे सदमें थे। उसके पति की डेडबॉडी की पड़ोसियों ने फोटो खींच ली, क्योंकि शरीर पर काफी मारपीट के निशान थे। अंतिम संस्कार के बाद उसे अपने पति जसवीर के शरीर पर चोटों के निशान दिखाए। सीसीटीवी कैमरे दिखाने से इनकार इससे शक हो गया कि जसबीर की मृत्यु हार्टअटैक से नहीं, जबकि मारपीट की वजह से हुई है। जिसकी फोटो उनके पास है। 22 सितंबर को जसवीर की मौत मामले में ग्राम पंचायत ने नशा मुक्ति केंद्र में जानकारी लेने गए, तो केंद्र स्टाफ न तो सही से बात की और न ही जसवीर का कोई सामान वापिस किया। पंचायत ने केंद्र में लगे सीसीटीवी कैमरे दिखने को कहा, तो उन्होंने मना कर दिया। इसके बाद 24 सितंबर को सिरसा एसपी को शिकायत सौंपी, जिस पर ट्रैफिक डीएसपी को जांच सौंपी गई। शिकायतकर्ता गुरमीत कौर का आरोप है कि उसका पति जसवीर 12 से 17 सितंबर तक ब्राइट नशा मुक्ति केन्द्र सिरसा में रहा है, जो उसके पति की मौत हार्ट अटैक से नहीं हुई, बल्कि नशा मुक्ति केन्द्र में मारपीट करके हत्या की गई है। कोई साक्ष्य फाइल पर नहीं आया पुलिस की ओर से अब तक की जांच से मृतक जसवीर की नशा मुक्ति केन्द्र में मारपीट से हत्या करने के बारे में कोई साक्ष्य फाइल पर नहीं आया है। मगर केन्द्र संचालक मानसा (पंजाब) के अमनदीप सिंह ने नशा मुक्ति केन्द्र के वर्किंग में ना होते हुए अपने दोस्त के कहने पर मृतक जसवीर को अपने नशा मुक्ति केन्द्र में बिना किसी ऑथोराइज्ड डॉक्टर की देखरेख एवं बिना किसी रिकॉर्ड के रखना पाया गया है। इस बारे में ब्राइट नशा मुक्ति केन्द्र सिरसा के संचालक अमनदीप के खिलाफ नियमानुसार अभियोग अंकित करके अनुसंधान किए जाने की आवश्यकता है। अतः इस संबंध में प्रबन्धक थाना सिविल लाईन सिरसा को निर्देशित किए जाने बारे अनुरोध है।
खजुराहो में मंत्रियों के विभागों की समीक्षा बैठक चल रही है। इससे पहले खाद की किल्लत को लेकर किसानों ने प्रदर्शन किया। सोमवार को बमीठा थाना क्षेत्र में हजारों किसानों ने राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच-39 पर जाम लगा दिया। इससे खजुराहो जा रहे मंत्रियों की आवाजाही भी प्रभावित हुई। दरअसल, खजुराहो में बैठक की तैयारियां चल रही थीं, वहीं पास की सड़क पर अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। हरपालपुर में भी खाद की कमी से परेशान किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने झांसी-मिर्जापुर राष्ट्रीय राजमार्ग-76 पर थाने के सामने जाम लगा दिया। पुलिस प्रशासन किसानों को समझाने में जुटा रहा। देखिए चक्काजाम की तस्वीरें... किसान देर रात से मंडी में लाइन में खड़े दिखेअधिकारियों के अनुसार, सोमवार सुबह से 1300 से ज्यादा टोकन बांटे जा चुके थे। किसानों की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही थी। सिविल लाइन थाना क्षेत्र की सटई रोड स्थित मंडी में भी किसान देर रात से लाइन में खड़े दिखे। पिछले बुधवार को इसी मंडी में हजारों किसानों की भीड़ के कारण व्यवस्था बिगड़ गई थी और किसानों ने सड़क जाम कर दी थी। तहसीलदार के थप्पड़ मारने से बढ़ा था विवादसौरा मंडल की तहसीलदार ऋतु सिंघई द्वारा छात्रा को थप्पड़ मारने का वीडियो सामने आने से विवाद और बढ़ गया था। इसके बाद ईसानगर तहसीलदार आकाश नीरज और एसडीएम अखिल राठौर पर भी महिलाओं से बदसलूकी और झूमाझटकी के आरोप लगे थे। इस घटना को लेकर कलेक्टर पार्थ जायसवाल ने संबंधित अधिकारियों को नोटिस जारी किया था, जिसके बाद ऋतु सिंघई की तबीयत बिगड़ गई और उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। महंगी खाद बेचने की शिकायत भी सामने आ रहीहालांकि, अभी तक किसी अधिकारी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। लवकुशनगर में भी खाद वितरण केंद्रों पर भारी भीड़ उमड़ रही है। बुवाई का समय होने के कारण किसान खाद के लिए परेशान हैं, वहीं बाजार में डीएपी 1900 से 2000 रुपए और यूरिया के 500 से 600 रुपए प्रति बोरी ब्लैक में बिकने की शिकायतें भी सामने आ रही हैं।
पलामू के छतरपुर में एक झोलाछाप डॉक्टर ने बच्चे के इलाज के बहाने एक महिला से दुष्कर्म किया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी संजय कुमार को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। यह घटना 5 दिसंबर को हुई थी, जिसकी शिकायत महिला ने 7 दिसंबर को दर्ज कराई। पीड़िता अपने बच्चे के साथ नौडीहा बाजार स्थित अपने ससुराल में रहती है। उसके पति बाहर काम करते हैं। बच्चे की तबीयत खराब होने पर वह अक्सर छतरपुर थाना क्षेत्र के ग्राम हुटुगगदाग में संजय कुमार के क्लिनिक में इलाज कराती थी। 5 दिसंबर को भी बच्चे की तबीयत बिगड़ने पर वह संजय कुमार के पास पहुंची। संजय कुमार ने बच्चे को देखकर कहा कि उसे सर्दी हो गई है और मशीन से भाप देना पड़ेगा। उसने पीड़िता से कहा कि मशीन उसके क्लिनिक के बगल वाले घर में है। इसलिए उसे बच्चे के साथ वहीं चलना होगा। घर ले जाकर संजय कुमार ने अंदर से दरवाजा बंद कर दिया और महिला के साथ दुष्कर्म किया। उसने पीड़िता को किसी को न बताने की धमकी भी दी। पीड़िता ने घटना के दो दिन बाद छतरपुर पुलिस को लिखित सूचना दी। पीड़िता के आवेदन पर छतरपुर थाना में कांड दर्ज किया गया। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अभियुक्त को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया। छतरपुर थाना पुलिस ने इस मामले के अभियुक्त नौडीहा बाजार थानाक्षेत्र के रबदा गांव निवासी संजय कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। उसे न्यायिक हिरासत में सोमवार को भेज दिया गया।
हिसार जिला के उगालन गांव के पास सड़क हादसे में उगालन गांव के दो दोस्तों की मौत हो गई, जबकि एक गंभीर रूप से घायल हो गया। तीनों दोस्त बाइक पर काम की तलाश में जींद गए थे। वापस लौटते समय गांव के पास बाइक बेकाबू होकर सड़क पर गिर गई। हादसे में अंकुश व मनमोहन की मौत हो गई और संजीव की गंभीर हालत गंभीर बनी हुई है। अंकुश की एक माह पहले ही शादी हुई थी। सूचना के बाद पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी। गांव के पास हुआ हादसा जानकारी के अनुसार, गांव उगालन निवासी संजीव (27), अंकुश (22) और मनमोहन (22) एक ही बाइक पर सवार होकर काम की तलाश में गए थे। बीते कल देर शाम को तीनों गांव वापस लौट रहे थे। इसी दौरान रात करीब साढ़े 8 बजे उगालन गांव के पास अचानक बाइक बेकाबू होकर सड़क किनारे गिर गई। जिससे बाइक पर सवार तीनों दोस्त घायल हो गए और राहगीरों की मदद से उन्हें अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद अंकुश व मनमोहन को मृत घोषित कर दिया और संजीव की गंभीर हालत को देखते हुए रेफर कर दिया। परिवार का इकलौता बेटा था मनमोहन उगालन निवासी मनमोहन अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था और अंकुश की शादी एक महीने पहले ही हुई थी। एक्सीडेंट में दो दोस्तों की मौत से मातम छा गया। ग्रामीणों ने बताया कि तीनों गहरे दोस्त थे और अक्सर काम के सिलसिले में साथ ही बाहर जाते थे। परिजनों की शिकायत पर बास थाना पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम की कार्रवाई शुरू कर दी। पुलिस अब हादसे के कारणों का पता लगाने का प्रयास कर रही है।
मंदसौर में शिवना नदी को स्वच्छ और प्रदूषणमुक्त बनाने के लिए चलाया जा रहा शुद्धिकरण अभियान 74वें दिन भी जारी रहा। सोमवार को नदी का जलस्तर कम होने के बाद श्रमदानियों ने गहरी गाद, कांजी और जमा कचरे को बाहर निकाला। इस दौरान नदी से एक ट्रॉली भरकर गाद और कचरा निकाला गया। अभियान का नेतृत्व कर रहे विधायक विपिन जैन ने बताया कि अब तक के परिणाम सकारात्मक रहे हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में कार्य की गति बढ़ाई जाएगी और गाद हटाने की प्रक्रिया को और मजबूत किया जाएगा। प्रदूषण रोकने के लिए भी नए कदम उठाए जाएंगे, ताकि शिवना नदी को पूर्णतः स्वच्छ बनाया जा सके। विधायक जैन ने मंदसौर वासियों से अपील की कि वे अधिक से अधिक संख्या में श्रमदान कर इस अभियान का हिस्सा बनें। अभियान के 74वें दिन विधायक विपिन जैन के साथ कई समाजसेवी, महिला नेत्री और कांग्रेस कार्यकर्ता श्रमदान में शामिल हुए। श्रमदान करने वालों में समाजसेवी हेमराज खाबिया, भंवरलाल प्रजापत, रमेश सोनी, बालकृष्ण पोरवाल, इरशाद खान, विजय आनंद और राकेश जैन पिंटू प्रमुख थे। महिला नेत्रियां रफत पयामी, इष्टा भाचावत, अनीता भदोरिया, राखी सत्रावाला, वर्षा सांखला, वर्षा धोसरिया, मीना चौहान, सुनीता माली और स्नेहलता सोनी भी मौजूद रहीं। कांग्रेसजनों में राजनारायण लाड़, विकास दशोरा, दिलीप देवड़ा, संजय नाहर, अजय सोनी, महेश गुप्ता, सादिक गौरी, आमीन खान, नितनेश बसेर, राजेश चौधरी, दुर्गेश चंदेल, राकेश सेन, ऋषिराज लाड़ और प्रिंस सत्रावाला सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे। शिवना शुद्धिकरण अभियान का यह सतत प्रयास शहर में नदी संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। देखिए तस्वीरें...
पुलिस ने फायरिंग के आरोपियों को पकड़ा तो उनसे चौंकाने वाला खुलासा हुआ। बदमाश गुजरात की एक महिला डॉक्टर की हत्या करने की फिराक में थे। इसके लिए सौदा 15 लाख में तय हुआ था। हत्या से पहले ही पुलिस ने 6 लोगों को पकड़कर पूरे मामले का खुलासा किया है। मामला झुंझुनूं के पिलानी का है। झुंझुनूं एसपी बृजेश ज्योति उपाध्याय ने बताया- झुंझुनूं में पिलानी के लिखमा ठेके पर फायरिंग के मामले में एक बदमाश को गिरफ्तार किया था। उससे पूछताछ में सामने आया कि ये लोग गुजरात की एक डॉक्टर की हत्या की साजिश रच रहे हैं। मामले में मनोज मेघवाल (30) निवासी पाथड़िया, पिलानी, आकाश उर्फ बिट्टू ( 21) निवासी पाथड़िया, पिलानी, सचिन उर्फ कालु (24) निवासी लिखवा, पिलानी, हिमांशु जाट (19) निवासी नरहड़, पिलानी, भूपेन्द्र कुमार (20) निवासी लिखवा, पिलानी और अनुज शर्मा (22) निवासी पिलोद, सूरजगढ़ को गिरफ्तार किया है। राजस्थान-गुजरात से पकड़े आरोपी एसपी बृजेश उपाध्याय ने बताया कि लिखवा ठेके पर फायरिंग के मामले में हिमांशु की गिरफ्तारी के बाद उसकी निशानदेही पर हत्या की सुपारी के लिए खरीदे गए हथियार बरामद किए गए। बरामद किए गए। जिसमें 1 पिस्टल, 07 जिंदा कारतूस, और 4 खाली कारतूस के खोल बरामद किए गए। आकाश और मनोज को जयपुर से गिरफ्तार किया गया। अनुज शर्मा को वडोदरा, गुजरात से दस्तयाब किया गया। भूपेन्द्र को पिलानी से दस्तयाब किया गया। इस प्रकार, गुजरात, उत्तर प्रदेश और जयपुर जाकर कड़ी दर कड़ी जोड़कर पुलिस ने इस बड़ी हत्या की योजना का पर्दाफाश कर दिया। एक आरोपी पकड़ा तो मिला डॉक्टर की सुपारी का क्लू एसपी बृजेश उपाध्याय ने बताया कि पिलानी पुलिस को 21 नवंबर को लिखवा ठेके पर बदमाशों द्वारा रंगदारी के लिए फायरिंग किए जाने की सूचना मिली थी। इस मामले की जांच के दौरान, पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बदमाशों की तलाश शुरू की। ह्यूमन इंटेलिजेंस के जरिए फायरिंग की घटना में शामिल होने के शक पर हिमांशु जाट निवासी नरहड़ को हिरासत में लिया गया। पुलिस हिरासत में हिमांशु जाट से दो दिनों तक कड़ी पूछताछ की गई। पूछताछ में हिमांशु ने चौंकाने वाला खुलासा किया कि फायरिंग के अलावा, वे लोग गुजरात में एक महिला डॉक्टर की हत्या की सुपारी लेकर आए थे। सुपारी के 1 लाख एडवांस लिए थे हिमांशु ने बताया कि उसे और उसके साथी सचिन मेघवाल को 15 लाख रुपए की सुपारी मिली थी। यह सुपारी भूपेन्द्र मेघवाल के माध्यम से अनुज शर्मा को दी गई थी, जिसे आगे इन लोगों को हत्या के लिए सौंपा गया। सुपारी की बड़ी रकम को देखकर हिमांशु और सचिन ने हत्या के लिए हाँ कर दी और इसमें मनोज वाल्मीकि और आकाश वाल्मीकि को भी शामिल कर लिया। हत्या को अंजाम देने के लिए अनुज शर्मा से हथियार खरीदने के लिए 1 लाख रुपए एडवांस लिए थे। अग्रिम राशि मिलने पर, मनोज और आकाश ने जयपुर में अपने एक यूपी के साथी से हथियार खरीदे। दबाव बना तो फिर रची साजिश हिमांशु ने बताया कि हथियार मिलने के बाद, हिमांशु, आकाश, मनोज और सचिन मनोज की कार से गुजरात पहुंचे, जहां उन्हें अनुज शर्मा मिला। अनुज शर्मा ने इन आरोपियों को मर्डर के लक्ष्य की फोटो दिखाई और घटनास्थल की रेकी करवाई। घटनास्थल के आस-पास सुरक्षा और कैमरे होने के कारण पकड़े जाने के डर से आरोपी उस वक्त घटना को अंजाम दिए बिना ही वापस अपने गांव लौट आए। सुपारी देने वाले लोगों ने जल्द ही मर्डर करने का दबाव बनाया, जिस पर आरोपियों ने अपने एक दोस्त की शादी के बाद वारदात को अंजाम देने की योजना बनाई थी।
झाबुआ जिले के खवासा चौकी क्षेत्र में देर रात किसानों ने टमाटर चोरी करते हुए दो लोगों को रंगे हाथों पकड़ा। चोरों को लेकर किसान जैसे ही चौकी पहुंचे, वहां बड़ी संख्या में किसान एकत्रित हो गए और लगातार हो रही चोरियों के विरोध में प्रदर्शन शुरू कर दिया। किसानों का आरोप है कि उनके खेतों से लगातार फसलें, पानी की मोटरें, पाइप और अन्य कृषि उपकरण चोरी हो रहे हैं। उनका कहना था कि बार-बार शिकायत के बावजूद चोर पकड़े नहीं जा रहे थे, जिससे उनमें भारी आक्रोश था। दशरथ पिता रुपाजी पाटीदार ने बताया कि देर शाम जब वे अपने खेत पहुंचे, तो उन्होंने लगभग पांच लोगों को टमाटर ले जाते देखा। उनके शोर मचाने पर उनका पुत्र और आसपास के अन्य किसान भी मौके पर पहुंच गए। चोर भागने लगे, लेकिन किसानों ने टिंकू पिता धीरजी डाबी (निवासी कदवाली) और पंकेश पिता शेखर भूरिया (निवासी नगरी) को पकड़ लिया। अन्य चोर भागने में सफल रहे। किसानों ने पकड़े गए चोरों के साथ कुल 50 किलोग्राम टमाटर और दो मोटरसाइकिलें खवासा चौकी को सौंप दीं। इस दौरान किसानों ने चोरों पर तत्काल कार्रवाई और उनसे अन्य चोरियों के बारे में पूछताछ की मांग की। करीब एक घंटे से अधिक समय तक चले हंगामे के बाद पुलिस ने इस मामले में प्रकरण क्रमांक 157/2025 के तहत भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 303 (2) में मामला दर्ज किया, जिसके बाद किसान शांत हुए। पुलिस का कहना है कि पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
रीवा की सिविल लाइन पुलिस ने रविवार देर रात हत्या के प्रयास के मामले में फरार 2500 रुपए के इनामी आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ओमकार रजक पिछले लंबे समय से पुलिस को चकमा दे रहा था। उसके खिलाफ न्यायालय से पहले ही एक स्थाई वारंट और एक गिरफ्तारी वारंट जारी था। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर उसे दीनदयाल धाम कॉलोनी के पास से घेराबंदी कर पकड़ा। यह मामला 14 अगस्त 2025 का है। ग्राम अमिलकी (थाना गोविंदगढ़) निवासी रामप्रसाद यादव ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके बेटे सूरज यादव के साथ आरोपी लकी साकेत, लवी, ओमकार रजक और उनके साथियों ने जान से मारने की नीयत से मारपीट की थी। आरोपियों ने चाकू और लात-घूंसों से हमला किया था, जिससे युवक गंभीर रूप से घायल हो गया था। दो आरोपी पहले ही हो चुके गिरफ्तार शिकायत के आधार पर सिविल लाइन थाने में बीएनएस (BNS) की धारा 296, 115(2), 109(1), 3(5) के तहत अपराध दर्ज किया गया था। पुलिस इस मामले में मुख्य आरोपी लकी उर्फ शिवम साकेत और मोनू कुशवाहा को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है, जबकि ओमकार और अन्य साथी घटना के बाद से फरार चल रहे थे। पुलिस को देख भागने लगा, घेराबंदी कर दबोचा 7 दिसंबर 2025 को पुलिस को सूचना मिली कि फरार आरोपी ओमकार रजक दीनदयाल धाम कॉलोनी के पास देखा गया है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पुलिस को अपनी ओर आता देख आरोपी भागने लगा, जिसे घेराबंदी कर दबोच लिया गया। पकड़े गए आरोपी ने अपना नाम ओमकार रजक (25) पिता सुरेंद्र रजक निवासी दीनदयाल धाम कॉलोनी, पड़रा बताया। तीन मामलों में वांछित था आरोपी पूछताछ में आरोपी ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। जांच में सामने आया कि आरोपी के खिलाफ मारपीट के दो अन्य मामलों में पहले से ही एक स्थायी वारंट और एक गिरफ्तारी वारंट जारी था। तीनों मामलों में फरार चल रहे आरोपी को पुलिस न्यायालय में पेश कर रही है। वहीं, मामले में फरार अन्य आरोपियों की तलाश भी तेज कर दी गई है।
दो पुराने मामलों में तीन बदमाश गिरफ्तार:दो जेल से, एक राजकार्य में बाधा डालने के आरोप में पकड़ा गया
धौलपुर पुलिस ने दो पुराने मामलों में वांछित चल रहे तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इनमें से दो आरोपियों को छह साल पुराने एक मामले में, जबकि एक अन्य को छह महीने पुराने पुलिस मुजामत (पुलिस के काम में बाधा डालने) के प्रकरण में पकड़ा गया है। बसईडांग थाना पुलिस ने छह वर्ष पुराने एक मामले में दस्यु केशव और शीशराम गुर्जर को गिरफ्तार किया है। ये दोनों टपुआ सायपुर, थाना सोने का गुर्जा, धौलपुर के निवासी हैं। इन पर राम, बंटी और गब्बर सिंह के साथ मिलकर परिवादी लक्ष्मण उर्फ बालू निवासी सुखसिंह का पुरा को चुनाव न लड़ने की धमकी देने और मारपीट करने का आरोप है। यह मामला प्रकरण संख्या 58/2019 के तहत दर्ज किया गया था। दोनों आरोपियों को प्रोडक्शन वारंट पर जेल से गिरफ्तार किया गया। इसी अभियान के तहत, बसईडांग थाना पुलिस ने छह माह पूर्व के पुलिस मुजामत के एक अन्य प्रकरण में वांछित आरोपी देशराज को भी गिरफ्तार किया है। देशराज को प्रकरण संख्या 26/2025, धारा 189(2), 132, 262 BNS के तहत गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया। धौलपुर पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान के निर्देश पर जिले में वांछित अपराधियों के खिलाफ धरपकड़ अभियान चलाया जा रहा है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एडीएफ कमल कुमार और वृत्ताधिकारी बाड़ी महेंद्र कुमार के निकट पर्यवेक्षण में यह कार्रवाई की गई। इस कार्रवाई को बसईडांग थानाधिकारी दुर्ग सिंह उनि और उनकी टीम ने अंजाम दिया। टीम में भगवान सिंह (हेड कॉन्स्टेबल 706), अजय कुमार (हेड कॉन्स्टेबल 717), उमेश शर्मा (कॉन्स्टेबल 1023), मनोज (कॉन्स्टेबल 1041), हरिओम (कॉन्स्टेबल 1028), नत्थन (कॉन्स्टेबल 284) और जयकुमार (कॉन्स्टेबल 95) शामिल थे। पुलिस के अनुसार, थाना क्षेत्र में वांछित अपराधियों के खिलाफ धरपकड़ अभियान लगातार जारी रहेगा।
हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले में भी धान (जीरी) घोटाले की आंच पहुंच गई। जांच के जिला कुरुक्षेत्र के 6 मार्केट कमेटी के सचिव को चार्ज शीट किया गया है। इसमें थानेसर मार्केट कमेटी के सचिव हरजीत सिंह, पिहोवा कमेटी के सचिव बलवान सिंह, शाहाबाद कमेटी के सचिव कृष्ण मलिक, पिपली कमेटी के सचिव गुरमीत सिंह, इस्माइलाबाद कमेटी के चंद्र सिंह और लाडवा के संत कुमार पर गाज गिरी है। इसमें SP कुरुक्षेत्र से कमेटी के IP एड्रेस की जांच साइबर सेल से करवाने के लिए भी लिखा गया है। साथ ही DFSC से इन कमेटी का डेटा, गेट पास, गेट कीपर आईडी और IP एड्रेस मांगे गए हैं। IP एड्रेस मिलर्स को देने का आरोप इन सेक्रेटरी पर मिलर्स को गेट पास काटने के लिए अपना यूजर आईडी और पासवर्ड देने का आरोप है। साथ ही मंडी में फर्जी गेट पास काटने की शिकायतें भी किसानों ने मुख्यमंत्री और प्रशासन को दी थी। हालांकि मामले में कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। सेक्रेटरी बोले- एक्शन हुआ, पर आरोप गलत मामले को लेकर इस्माइलाबाद अनाज मंडी कमेटी के सचिव रहे चंद्र सिंह (अभी जिला अंबाला के नन्यौला के सचिव) ने माना कि IP एड्रेस को लेकर कार्रवाई की गई है, मगर यूजर आईडी और पासवर्ड देने का आरोप गलत और बेबुनियाद है। सीजन के टाइम कई बार सिस्टम में फाल्ट आ जाता है, तब कई बार मोबाइल से गेट पास काटा जाता है। पोर्टल पर दर्ज ब्योरा, खरीद ज्यादा कैसे उधर,भारतीय किसान यूनियन पिहोवा ने बताया कि सरकारी पोर्टल मेरी फसल मेरा ब्योरा पर दर्ज डेटा से ज्यादा धान की खरीद की गई, जबकि इस बार बारिश, बाढ़ की वजह से धान को काफी नुकसान भी हुआ। फिर भी जिला कुरुक्षेत्र में खरीद में रिकॉर्ड बना दिया।
बालोतरा में पूज्य सिन्धी पंचायत संस्था (रजि.) की नवगठित कार्यकारिणी की पहली बैठक शुक्रवार शाम आयोजित हुई। बैठक में भवनों की देखरेख के लिए एक विशेष समिति का गठन किया गया । साथ ही सिंधु पैलेस में भगवान झूलेलालजी की नई प्रतिमा स्थापित करने का निर्णय लिया गया। यह बैठक सेठ शंभूमल सिन्धी पंचायत भवन में टीकमदास खियानी की अध्यक्षता में हुई। मीडिया प्रभारी प्रकाश मनवानी और योगेश सोनी ने बताया कि बैठक में संस्था से जुड़े विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। संस्था के सेठ शंभूमल सिन्धी पंचायत भवन और सिंधु पैलेस की सुव्यवस्थित देखरेख के लिए एक विशेष समिति का गठन किया गया। इस समिति में गोविंदराम आहूजा (बाबा साहब), नत्थूमल होतवानी (बाबा साहब), कोषाध्यक्ष नंदलाल पहुवानी, जय लालवाणी, लक्ष्मण नैनवानी, हरिकिशन सोनी, हरीश रामनानी, गुरमुखदास सुखनानी और जितेंद्र भैरवाणी को शामिल किया गया है। समिति को नयापुरा स्थित झूलेलाल मंदिर की देखरेख की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है। बैठक में सर्वसम्मति से यह भी निर्णय लिया गया कि सिंधु पैलेस भवन में भगवान झूलेलालजी की एक नई प्रतिमा स्थापित की जाएगी। इस दौरान बाबा साहब प्रतापमल लालवाणी, बाबा साहब गोरधनदास मेघनानी, वासुदेव बसरानी, सुनील रामनानी, नरेन्द्र कुमार लालवाणी, कन्हैयालाल सोनी, गोविन्द कुमार सुखनानी, प्रकाश खियानी, विक्की लालवाणी, संदीप रामनानी, सुनील लालवाणी, पंकज सुखनानी, महेश कुमार छबलानी, रमेश वृन्दानी, ललित सोनी, योगेश कुमार सुखनानी, भरत धीरवानी, जय लालवाणी, शोभराज लोहानी और राजेश धीरवानी सहित कई अन्य सदस्य मौजूद रहे।
कैथल जिले के गांव कुकर कंडा में करंट की चपेट में आने से करीब 60 वर्षीय किसान की मौत हो गई। वह अपने खेत में गेहूं की फसल में पानी देने के लिए गया था। मृतक व्यक्ति की पहचान गांव कुकर कंडा के ही 60 वर्षीय राममेहर के रूप में हुई है। वह रात के समय घर से खेत में गया था और यह कहकर निकला था कि सुबह घर वापस आ जाएगा, लेकिन जब सुबह नहीं आया, तो परिजनों ने उसे फोन पर कॉल की। उसने कॉल नहीं उठाई, तो परिजन मौके पर पहुंचे। वहां देखा कि व्यक्ति मृत पड़ा था। भाई के बयान पर कार्रवाई मृतक राममेहर के भाई शैलेंद्र ने अपने बयान में बताया कि उन्होंने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस की टीम ने मृतक के शव काे पोस्टमॉर्टम के लिए नागरिक अस्पताल पहुंचाया। शैलेंद्र ने बताया कि उसका भाई राममेहर रोजाना की तरह अपने खेत में गया हुआ था। घर से वो यह कह कर गया था कि गेहूं के फसल में पानी देने के लिए जा रहा है और सुबह भैंसों का दूध निकालने के समय वह वापस आ जाएगा। फोन नहीं उठाने पर खेत में पहुंचे परिजन जब सुबह भी वह वापस नहीं आया, तो परिजनों ने उसके पास कॉल किया। कॉल नहीं उठाने पर वे मौके पर पहुंचे, तो पाया कि वह मृत पड़ा हुआ था। खेत की मेढ में खंबे के साथ लगे बिजली के तार में करंट आने के कारण उसे करंट लगा, जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस की इत्तफाकिया कार्रवाई राजौंद थाना के जांच अधिकारी बिंटू सिंह ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई थी। मृतक के शव का पोस्टमॉर्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस ने मामले में इत्तफाकिया मौत की धाराओं के तहत कार्रवाई की है।
रतलाम के बांगरोद में इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन डिपो के पास सोमवार सुबह टैंकर की टक्कर से एक बाइक सवार दुर्घटनाग्रस्त हो गया। आए दिन हो रहे हादसों से नाराज ग्रामीणों ने बांगरोद-रतलाम रोड पर चक्काजाम कर दिया। करीब 10.30 बजे शुरू हुआ यह प्रदर्शन प्रशासनिक अधिकारियों और इंडियन ऑयल प्रबंधन के आश्वासन के बाद समाप्त हुआ। ग्रामीणों ने प्रशासन को सुधार के लिए 15 दिन का समय दिया है। बांगरोद में इंडियन ऑयल का डिपो स्थित है, जहां आने-जाने वाले टैंकर ग्रामीण क्षेत्र से होकर गुजरते हैं। यहां सड़क की चौड़ाई कम है। सोमवार सुबह तेज रफ्तार टैंकर ने बाइक चालक को टक्कर मार दी। इस घटना से गुस्साए ग्रामीण सुबह 10.30 बजे बांगरोद से रेलवे स्टेशन जाने वाले मार्ग पर धरने पर बैठ गए और रास्ता जाम कर दिया। रोड चौड़ीकरण और स्पीड ब्रेकर की मांग ग्रामीणों का कहना है कि टैंकरों के कारण क्षेत्र में आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। प्रदर्शनकारियों ने मांग रखी कि रोड का चौड़ीकरण किया जाए और दोनों किनारों पर खाली जगहों में मिट्टी डालकर समतल किया जाए। इसके अलावा, रास्ते में आ रही अनावश्यक पेड़ की डालियां हटाई जाएं, स्पीड ब्रेकर बनाए जाएं ताकि रफ्तार कम हो और अंधेरे को दूर करने के लिए स्ट्रीट लाइट लगाई जाए। अधिकारियों के आश्वासन पर खत्म हुआ जाम चक्काजाम की सूचना मिलने पर नायब तहसीलदार संदीप इवने, नामली थाना प्रभारी गायत्री सोनी और बांगरोद चौकी प्रभारी मुकेश यादव पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। इंडियन ऑयल डिपो के अधिकारियों को भी मौके पर बुलाया गया। काफी देर तक समझाइश और अधिकारियों द्वारा आश्वासन देने के बाद ग्रामीण सड़क से हट गए। 15 दिन में समाधान नहीं हुआ तो फिर आंदोलन भाजपा मंडल महामंत्री शोनु समोत्रा ने बताया कि आए दिन टैंकरों की ओवर स्पीड के कारण ग्रामीण क्षेत्र में हादसे होते हैं। सोमवार सुबह भी एक बाइक को स्पीड में टैंकर ने टक्कर मारी है। अधिकारियों ने 15 दिन का आश्वासन दिया है। मांगें नहीं मानी गईं तो फिर से आंदोलन करेंगे। वहीं, चौकी प्रभारी मुकेश यादव ने बताया कि सड़क मार्ग पर ग्रामीणों की स्थानीय समस्या थी, जिसे अधिकारियों के आश्वासन पर खत्म करा दिया गया है। प्रदर्शन में मंडल उपाध्यक्ष देवेंद्रसिंह शेखावत, जनपद सदस्य हरीश पटेल, आशीष धाकड़, संजय पाटीदार आदि शामिल रहे।
चौमूं कस्बे में धौली मंडी रोड पर एक स्विफ्ट कार ने बाइक को पीछे से टक्कर मार दी। टक्कर के बाद बाइक सवार युवक मुंह के सड़क पर गिरा। सिर में चोट लगने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया।घायल को स्थानीय लोगों ने तुरंत अस्पताल पहुंचाया, जहां उसका इलाज जारी है।यह हादसा रविवार दोपहर करीब 12 बजे बाद हुआ। जिसके सीसीटीवी फुटेज भी सामने आए है। इन 3 फोटोज में देखिए हादसा... कार ने पीछे से मारी बाइक को टक्करसीसीटीवी फुटेज में नजर आ रहा है कि कार ने बाइक को पीछे से टक्कर मारी। इसके बाद कार ड्राइवर ने अचानक गाड़ी के ब्रेक लगाए, जिससे पीछे चल एक स्कूटी भी कार से टकरा गई। गनिमत रही कि स्कूटी सवार महिला इससे घायल नहीं हुई। घायल को लोगों ने पहुंचाया अस्पतालकार की टक्कर से बाइक सवार मोरीजा निवासी बाइक सवार हरसहाय सैनी गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल हरसहाय सैनी को स्थानीय लोगों ने तुरंत चौमूं शहर के बराला अस्पताल पहुंचाया, जहां उनका उपचार जारी है। सिर में गंभीर चोट लगने के कारण वह बेहोशी की हालत में हैं। पुलिस जुटी जांच मेंपुलिस ने इस मामले में शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। कार के नंबरों के आधार पर ड्राइवर की पहचान की जा रही है। हादसे का सीसीटीवी फुटेज वायरल होने के बाद स्थानीय लोगों में सुरक्षित ड्राइविंग को लेकर चिंता बढ़ गई है।स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से इस मार्ग पर यातायात व्यवस्था सुधारने और गति नियंत्रण के लिए प्रभावी कदम उठाने की मांग की है।
कोरबा जिले के कुसमुंडा थाना क्षेत्र में सड़क किनारे गंभीर रूप से घायल मिले एक युवक की अस्पताल में मौत हो गई। एक सप्ताह बाद उसकी पहचान सोनपुरी निवासी रामलाल पटेल के रूप में हुई। पुलिस मामले की जांच कर रही है। वाहन चालक फरार है। यह घटना 1 नवंबर की रात करीब 11 बजे गेवरा कुचेना रोड पर गंगानगर के पास हुई। युवक सड़क किनारे अचेत अवस्था में पड़ा था। संभवतः किसी भारी वाहन की चपेट में आने से वह गंभीर रूप से घायल हुआ था। कई लोग वहां से गुजरे लेकिन किसी ने मदद नहीं की। इसी दौरान कोरबा से वैवाहिक कार्यक्रम से लौट रहे दीपका क्षेत्र के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता तनवीर अहमद और रहमान खान की नजर घायल पर पड़ी। उन्होंने अपना वाहन रोका और युवक के पास गए। खून से लथपथ और बेसुध पड़े युवक की सांसें चल रही थीं। घायल को जिला अस्पताल भेजा गया था उन्होंने तत्काल कुसमुंडा पुलिस और डायल 112 को सूचना दी। कुछ देर बाद पेट्रोलिंग कर रहे एएसआई राकेश गुप्ता अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। डायल 112 भी घटनास्थल पर पहुंच गई। सभी की मदद से घायल को जिला अस्पताल भेजा गया। पोस्टमॉर्टम कर मॉर्चुरी में रखा शव अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। इसकी सूचना जिला अस्पताल परिसर स्थित पुलिस सहायता केंद्र को दी गई। मृतक के शव का पोस्टमॉर्टम कर मॉर्चुरी में रखा गया था। लगभग एक सप्ताह बीत जाने के बाद उसकी पहचान हो पाई। बिना बताए घर से निकला था मृतक के बेटे विजय पटेल ने बताया कि उनके पिता का नाम रामलाल पटेल था और वे सोनपुरी के रहने वाले थे। घटना वाले दिन वे बिना बताए कहीं चले गए थे। परिवार को लगा कि वे किसी रिश्तेदार या दोस्त के घर गए होंगे। दो-तीन दिन बाद जब उनकी खोजबीन की गई। भारी वाहन की चपेट में आने से हादसा तब पता चला कि उनका शव जिला मेडिकल कॉलेज में रखा हुआ है। रामलाल पटेल की मौत किसी भारी वाहन की चपेट में आने से हुई है। हालांकि, यह हादसा कब, कैसे और किन परिस्थितियों में हुआ, इसका अभी तक पता नहीं चल पाया है। पुलिस फरार वाहन चालक की तलाश कर रही है।
धार जिले के तिरला ब्लॉक में राज्य शिक्षक संघ मध्यप्रदेश के आह्वान पर शिक्षकों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। यह ज्ञापन विकास खंड शिक्षा अधिकारी को दिया गया। शिक्षकों ने वरिष्ठता निर्धारण और ई-अटेंडेंस व्यवस्था को खत्म करने की मांग की। ज्ञापन में बताया गया है कि अध्यापक संवर्ग की नियुक्ति 1 जुलाई 2018 को हुई थी। हालांकि, उन्हें अब तक नियुक्ति दिनांक से वरिष्ठता का लाभ नहीं मिला है। इससे शिक्षकों की पदोन्नति, समयमान वेतनमान और अन्य सेवा सुविधाएं प्रभावित हो रही हैं। शिक्षकों ने ई-अटेंडेंस व्यवस्था को अव्यावहारिक बताया। उनका कहना है कि शिक्षक नियमित रूप से स्कूल पहुंचकर कार्य करते हैं, ऐसे में यह कठोर व्यवस्था अनावश्यक है। ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों के स्कूलों में नेटवर्क की समस्या के कारण यह प्रणाली और भी जटिल हो जाती है। संघ ने इसे तुरंत समाप्त करने की मांग की। ज्ञापन सौंपते समय राज्य शिक्षक संघ के संरक्षक योगेन्द्र पांडे, ब्लॉक अध्यक्ष मनीष शुक्ला, हेमन्त प्रजापत, जीवन मकवाना, नारायण पाटीदार, मनोज मुकाती, संगीता यादव, नम्रता चौहान, आरती वर्मा और राज पारगी सहित बड़ी संख्या में शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित थे। संघ के योगेन्द्र पांडे, जीवन मकवाना और हेमन्त प्रजापत ने बताया कि वरिष्ठता निर्धारण, पदोन्नति, समयमान वेतनमान और सेवा शर्तों से संबंधित कई मुद्दे वर्षों से लंबित हैं। इन्हीं समस्याओं के समाधान के लिए प्रदेशभर में एक साथ ज्ञापन सौंपे जा रहे हैं, ताकि सरकार इन पर शीघ्र सकारात्मक निर्णय ले सके।
मोहन बड़ोदिया में सोमवार सुबह स्वास्थ्य कर्मियों ने सार्थक ऐप से अटेंडेंस दर्ज कराने के फैसले का विरोध किया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोहन बड़ोदिया के सीएचओ और एएनएम ने ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ. राजेश रुहेला को ज्ञापन सौंपा। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोहन बड़ोदिया में पदस्थ रूपनारायण शर्मा ने बताया कि इस विरोध प्रदर्शन में मोहन बड़ोदिया ब्लॉक के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) और एएनएम मौजूद रहे। सभी ने सार्थक ऐप से अटेंडेंस लगाने को गलत बताया और इसका विरोध किया। ग्रामीण इलाकों में होगी परेशानी रूपनारायण शर्मा ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में नेटवर्क की समस्या, तकनीकी दिक्कतें और संसाधनों की कमी के कारण सार्थक ऐप से अटेंडेंस लगाना मुश्किल होता है। उन्होंने आगे बताया कि इससे कर्मचारियों को मानसिक दबाव का सामना करना पड़ता है और इससे काम करने की क्षमता पर बुरा असर पड़ता है। स्वास्थ्य कर्मी पहले से ही क्षेत्र में दौरा, टीकाकरण, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य जैसी जरुरी सेवाओं में व्यस्त रहते हैं, ऐसे में तकनीकी समस्याओं के कारण उपस्थिति पर सवाल उठाना सही नहीं है। पुराने तरीके को किया जाए लागू स्वास्थ्य कर्मियों ने ज्ञापन के जरिए मांग की है कि उपस्थिति दर्ज करने के पुराने और सरल तरीकों को फिर से लागू किया जाए या फिर सार्थक ऐप में आ रही तकनीकी समस्याओं का समाधान किया जाए। ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ. राजेश रुहेला ने कर्मचारियों की परेशानियों को सुना और उन्हें अधिकारियों तक पहुंचाने का भरोसा दिया।
पॉक्सो एक्ट केस में आरोपी के बजाय उसके इंजीनियर बेटे को हथकड़ी पहनाकर थाने में 30 घंटे हिरासत में रखने के मामले में नाटकीय मोड़ आ गया है। दरअसल, इस मामले में कल यानी 9 दिसंबर को हाईकोर्ट में पुलिस को अपनी रिपोर्ट पेश करना है, लेकिन एक दिन पहले ही याचिकाकर्ता ने याचिका वापस लेने और वकील बदलने का आवेदन लगा दिया है। कल होने वाली सुनवाई में अदालत के समक्ष यह रखा जाना है कि इस केस में संबंधित अधिकारियों पर क्या कार्रवाई की गई? हालांकि, याचिका वापस लेने के आवेदन के बाद भी माना जा रहा है कि पुलिस का जवाब देना अनिवार्य है। याचिकाकर्ता की ओर से पैरवी कर रहे एडवोकेट नीरज सोनी ने बताया कि इंजीनियर राजेंद्र दुबे की याचिका पर दिए गए पूर्व आदेश का पालन करते हुए पुलिस को रिपोर्ट कोर्ट में पेश करना ही पड़ेगी। उन्होंने कहा कि वकील बदलने या याचिका वापस लेने की जानकारी उन्हें नहीं है। अब यह मामला राज्य सरकार और कोर्ट के निर्णय पर निर्भर होगा। हाईकोर्ट ने माना था मौलिक अधिकार का उल्लंघन4 दिसंबर को हुई सुनवाई में हाईकोर्ट ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा था कि चंदन नगर थाना प्रभारी इंद्रमणि पटेल का कृत्य नागरिक के मौलिक अधिकारों का गंभीर उल्लंघन है। अदालत ने पुलिस कमिश्नर को निर्देश दिए थे कि संबंधित पुलिस कर्मियों पर आपराधिक केस दर्ज किया जाए। यह है पूरा मामला रियल एस्टेट कारोबारी संजय दुबे के खिलाफ चंदन नगर पुलिस ने नाबालिग से दुष्कर्म का केस दर्ज किया है। इसके 14 दिन बाद भी पुलिस आरोपी को नहीं पकड़ पाई तो 26 नवंबर को पुलिस ने इंजीनियर राजा को सैलून से उठा लिया। उसे 30 घंटे थाने में बैठाकर रखा। इस दौरान उसे हथकड़ी भी लगाई, जबकि राजा का इस मामले से कोई लेना-देना नहीं था। राजा को बगैर किसी अपराध थाने में बैठाने पर उनके साले आकाश तिवारी ने हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका लगाई। इसमें आरोप लगाया कि राजा के खिलाफ कोई केस नहीं है। इसके बावजूद उसे हथकड़ी लगाकर थाने में रखा गया। याचिका की सूचना मिलते ही पुलिस ने राजा को छोड़ दिया था। कोर्ट ने इस मामले में थाना प्रभारी इंद्रमणि पटेल को 26 और 27 नवंबर के 30 घंटे के सीसीटीवी फुटेज के साथ कोर्ट में उपस्थित होने के लिए कहा था। 4 दिसंबर को थाना प्रभारी पटेल कोर्ट में उपस्थित तो हुए, लेकिन उन्होंने सीसीटीवी फुटेज पेश नहीं किए थे। इस पर कोर्ट ने नाराजगी जताते हुए कहा था कि याचिकाकर्ता ने जो सबूत पेश किए, वह सच्चाई बताने के लिए पर्याप्त है। कोर्ट ने पुलिस कमिश्नर से कहा था कि वे बताएं कि उन्होंने टीआई इंद्रमणि पटेल के खिलाफ क्या कार्रवाई की? ........................... ये खबर भी पढ़िए... पिता की जगह बेटे को 30 घंटे हिरासत में रखाइंदौर में चंदन नगर पुलिस की कार्रवाई पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। पॉक्सो एक्ट केस में पुलिस ने आरोपी की जगह उसके इंजीनियर बेटे को थाने में 30 घंटे हिरासत में रखा और उसे हथकड़ी भी पहनाई। हैरानी की बात यह है कि रियल एस्टेट कारोबारी के इंजीनियर बेटे की इस केस में न कोई भूमिका है और न ही वह आरोपी है। मामले में हाईकोर्ट ने कड़ा रुख अपनाया है। कोर्ट ने टीआई इंद्रमणि पटेल को उस अवधि के वीडियो फुटेज के साथ गुरुवार (4 दिसंबर) को तलब किया है। पढ़ें पूरी खबर...
छत्तीसगढ़ में जमीन रजिस्ट्री गाइडलाइन दरों में वृद्धि के विरोध में आज कांग्रेस रायपुर में महाधरना देगी। रायपुर जिला कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व में ओसीएम चौक पर होने वाले इस बड़े विरोध प्रदर्शन में पार्टी के वरिष्ठ नेता, पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल होंगे। कांग्रेस का कहना है कि जमीनों की गाइडलाइन दरों में अचानक की गई बेतहाशा वृद्धि ने प्रदेश भर में असंतोष फैला दिया है और सरकार को इसे तुरंत वापस लेना चाहिए। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि, बिना जनता की सलाह, सुझाव या दावा–आपत्ति प्रक्रिया के ही प्रदेश में जमीनों की गाइडलाइन दरें कई गुना बढ़ा दी गईं, जिससे लोगों में भारी नाराजगी है। गाइडलाइन दरों में अचानक वृद्धि जनता पर अत्याचार पार्टी का कहना है कि, वृद्धि के खिलाफ आम लोग शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन सत्ता पक्ष विरोध को रोकने के लिए सख्त कदम उठा रहा है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि, कई जगह महिलाओं और कारोबारियों पर लाठीचार्ज किया गया और विरोध करने वालों को हिरासत में लिया गया। कांग्रेस का कहना है कि, सरकार जमीन कारोबारियों और भूखंड खरीदने वालों को गलत तरीके से अपराधी के रूप में पेश कर रही है। पार्टी का कहना है कि रोजगार देने में नाकाम सरकार अब जमीन की खरीदी-बिक्री से आजीविका कमाने वालों को भी संदेह की नजर से देख रही है। 10 गुना तक बढ़ा रजिस्ट्री खर्च, आम आदमी की पहुंच से दूर हुआ मकान का सपना कांग्रेस का दावा है कि, नई गाइडलाइन दरें लागू होने के बाद कई जगह जमीन रजिस्ट्री की लागत 10 गुना तक बढ़ गई है। उदाहरण के तौर पर, जहां पहले 50 हजार रुपए में रजिस्ट्री हो जाती थी, अब वही खर्च 5 लाख रुपए से ज्यादा आने लगा है। 5 डिसमिल (2200 वर्गफुट) से कम जमीन की रजिस्ट्री पर पहले ही लगी रोक के बाद अब बढ़ी गाइडलाइन दरों ने आम आदमी के लिए प्लॉट खरीदना लगभग असंभव बना दिया है। रजिस्ट्री में 90% तक गिरावट- कांग्रेस कांग्रेस का कहना है कि, बढ़ी दरों के कारण प्रदेशभर में प्रतिदिन की रजिस्ट्री संख्या में 90% तक की गिरावट दर्ज की गई है। इसके चलते लोग रजिस्ट्री कराने की बजाय पावर ऑफ अटॉर्नी, मुख्तारनामा और गिफ्ट डीड जैसे विकल्पों का इस्तेमाल करने लगे हैं। पार्टी ने यह भी आशंका जताई कि अधिक गाइडलाइन दरों के कारण फाइनेंस फ्रॉड और जरूरत से ज्यादा लोन लेकर डिफॉल्ट की घटनाएं भी बढ़ सकती हैं। कांग्रेस की मांग- राज्य सरकार तुरंत निर्णय ले और गाइडलाइन दरें वापस ले कांग्रेस ने कहा है कि, सरकार को अपने निर्णय पर पुनर्विचार करते हुए गाइडलाइन दरों में की गई वृद्धि तत्काल वापस लेनी चाहिए। पार्टी का कहना है कि यह कदम आम जनता, किसानों, युवाओं और मध्यम वर्ग के हित में होगा, क्योंकि वर्तमान दरें जमीन खरीदने के सपने को तोड़ रही हैं।
पाली में सोमवार सुबह तेज रफ्तार से आ रहे डंपर ने बाइक सवार व्यापारी को टक्कर मार दी। हादसे में व्यापारी गंभीर रूप से घायल हो गए। इलाज के लिए उसे पाली के बांगड़ हॉस्पिटल लाया गया। जहां से प्राथमिक इलाज के बाद उसे जोधपुर रेफर किया गया। सिर में गंभीर चोट पुलिस के अनुसार जोजावर निवासी 40 साल श्रवण सिंह पुत्र देवी सिंह जोजावर में खाद बीज को शॉप चलाते हैं। सोमवार सुबह वे बाइक लेकर उधारी लेने जा रहे थे। इस दौरान जोजावर–फुलाद रोड पर डंपर ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में उनके सिर में गंभीर चोट आई। इलाज के लिए उन्हें जोजावर हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें जोधपुर रेफर किया गया। घटना की जानकारी मिलने पर घायल के परिजन और समाज के लोग बड़ी संख्या में बांगड़ हॉस्पिटल पहुंचे।
छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल की तीन दिन की पुलिस रिमांड आज खत्म हो रही है। बघेल को 6 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था, जब वे सरेंडर के लिए देवेंद्रनगर थाने पहुंच रहे थे तब थाने से करीब 20 मीटर पहले ही पुलिस ने उन्हें घेरकर हिरासत में ले लिया। बाद में कोर्ट में पेश किया गया, जहां से तीन दिन की पुलिस रिमांड मिली। इसी बीच, शुक्रवार को उनकी मां का निधन हो गया, जिसके बाद पुलिस कस्टडी में ही उन्हें पैतृक गांव ले जाकर अंतिम संस्कार की अनुमति दी गई। अमित बघेल पर उनके विवादित बयानों को लेकर 5 राज्यों में 12 FIR दर्ज हैं। सुप्रीम कोर्ट पहले ही उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर चुका है और साफ कह चुका है कि उन्हें हर राज्य की अलग-अलग कानूनी प्रक्रिया का सामना करना पड़ेगा। इस एक्सप्लेनर में हम सीनियर क्रिमिनल लॉयर हितेन्द्र तिवारी से समझेंगे कि अब अमित बघेल के खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई किस तरह आगे बढ़ेगी, कई FIR वाले मामलों में प्रक्रिया क्या होती है, और आने वाले हफ्तों में कौन-कौन से कानूनी कदम सामने आ सकते हैं। पढ़िए पूरी बातचीत:- सवाल. एक व्यक्ति के खिलाफ कई राज्यों में FIR हों तो प्रारंभिक कानूनी प्रक्रिया क्या होती है? जवाब - सामान्यतः पुलिस सबसे पहले उस FIR पर कार्रवाई करती है जिसका मामला सबसे गंभीर है या जिसने आरोपी के लोकेशन पर सबसे पहले गिरफ्तारी/जांच की पहल की है। चूंकि अमित बघेल को छत्तीसगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार किया है, इसलिए अब प्राथमिक कार्रवाई वही कर रही है। गिरफ्तारी के बाद आरोपी का प्रोडक्शन वारंट और ट्रांजिट रिमांड तय करेगा कि उसे अगली FIR वाले राज्य में कब और कैसे भेजा जाएगा। सवाल- क्या पुलिस सभी FIR को एक साथ क्लब कर सकती है? जवाब - नहीं। सुप्रीम कोर्ट ने 24 नवंबर की सुनवाई में साफ कहा था कि कोर्ट FIR क्लबिंग पर दखल नहीं देगा। यानी सभी FIR अलग-अलग राज्यों में अपनी जगह पर कायम रहेंगी। हर राज्य की पुलिस अपनी FIR पर अलग जांच करेगी। क्लबिंग का विकल्प तभी संभव होता है जब सभी FIR एक ही घटना और एक ही अधिकार क्षेत्र से संबंधित हों, जो इस केस में नहीं है। सवाल- जब किसी आरोपी पर अलग-अलग राज्यों में FIR हों, तो उसे कौन सा राज्य पहले कस्टडी में लेगा? किसका ‘राइट ऑफ फर्स्ट कस्टडी’ होता है? जवाब - जिस राज्य ने पहले गिरफ्तारी की…इस केस में छत्तीसगढ़ और उसके पास पहला अधिकार होता है। फिर अन्य राज्य अपने-अपने प्रोडक्शन वारंट भेजते हैं। छत्तीसगढ़ कस्टडी खत्म होने पर ही आरोपी को किसी दूसरे राज्य को सौंपा जाता है। सवाल - क्या हर FIR के लिए आरोपी को अलग-अलग राज्यों की पुलिस रिमांड पर जाना होगा? जवाब - हां। हर FIR में अलग पुलिस रिमांड, अलग जमानत, और अलग ट्रायल होगा। सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई में ये कहा भी था। पुलिस आपको देश घुमाएगी, देश की सैर का आनंद लीजिए। इसका मतलब साफ है कि अमित बघेल को एक-एक करके सभी राज्यों में पेश होना पड़ेगा। सवाल - क्या किसी एक कोर्ट से ‘एक साथ’ राहत मिल सकती है? जवाब - नहीं, ‘कॉमन बेल’ जैसा कोई विकल्प नहीं होता। हर FIR में अलग जमानत लेनी पड़ती है।चाहे वो एंटीसिपेट्री हो या रेगुलर बेल। सुप्रीम कोर्ट ने जमानत याचिका खारिज करते हुए यही कहा था कि पहले जुबान पर लगाम रखिए, फिर कानून की प्रक्रिया का सामना कीजिए। सवाल - क्या आरोपी यह मांग सकता है कि सारे मामलों की सुनवाई एक ही जगह हो? जवाब - अमित बघेल ने इस मामले में मांग की थी लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इसे सिरे से खारिज कर दिया है। इसका सीधा मतलब यही है कि हर राज्य में पुलिस गिरफ्तार करेगी और वहां के कोर्ट में पेशी होगी। सवाल - अगर आरोपी की मां का निधन हुआ है,जैसे इस केस में हुआ, अंतिम संस्कार के बाद बाकी कर्मकांड के लिए भी अंतरिम राहत मिल सकती है? जवाब - कोर्ट चाहे तो पुलिस ‘कस्टडी ब्रेक’ या ‘अस्थाई रूट परमिशन’ दे सकती है।लेकिन यह राहत बहुत सीमित समय और पुलिस निगरानी में होती है, जैसा कि यहां हुआ उन्हें अंतिम संस्कार के लिए ले जाकर वापस रिमांड पर पेश किया जाएगा। सवाल- क्या सोशल मीडिया या सार्वजनिक बयान वाले मामलों में गिरफ्तारी अनिवार्य है? जवाब -जब कोई बयान अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की सीमा लांघकर किसी समुदाय, समूह या व्यक्ति के अधिकारों का उल्लंघन करता है, तो यह फ्रीडम ऑफ स्पीच का दुरुपयोग माना जाता है। ऐसे मामलों में कानून व्यवस्था बनाए रखने और संभावित अशांति रोकने के लिए पुलिस को गिरफ्तारी का पूरा अधिकार है। संविधान अभिव्यक्ति की आजादी देता है, लेकिन यह आज़ादी दूसरों की गरिमा, सुरक्षा और अधिकारों को आहत करने का लाइसेंस नहीं है। सवाल - आगे की प्रोसेस में सबसे पहले क्या होगा? जवाब - छत्तीसगढ़ की 3 दिन की पुलिस रिमांड पूरी होगी। उसके बाद ज्यूडिशियल कस्टडी/अगली रिमांड तय होगी। इस बीच अन्य राज्यों की पुलिस प्रोडक्शन वारंट लगाएगी। एक-एक कर अन्य FIR वाले राज्यों में उसे ले जाया जाएगा। हर FIR में उसे अलग बेल अर्जी लगानी होगी। लंबी अवधि तक यह प्रक्रिया चल सकती है। सवाल- क्या आरोपी को जल्दी राहत मिलने की संभावना है? जवाब - इस मामले में फिलहाल जल्दी राहत मिलने की कोई संभावना नहीं दिख रही है। अमित बघेल के खिलाफ अलग-अलग राज्यों में कई गैर-जमानती धाराओं के तहत FIR दर्ज हैं, इसलिए हर मामले में अलग-अलग कोर्ट से बेल लेनी होगी। सुप्रीम कोर्ट पहले ही अग्रिम जमानत ठुकरा चुका है, ऐसे में त्वरित राहत की संभावना फिलहाल बेहद कम है। ............................. अमित बघेल से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... अमित बघेल गिरफ्तार...26 दिनों से थे फरार:सड़क पर उतरे समर्थक, पुलिस को 3 दिन की रिमांड मिली, कल मां के अंतिम संस्कार में जाएंगे छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल को देवेंद्र नगर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बघेल थाने के बाहर सरेंडर करने पहुंचे थे, लेकिन थाने से 20 मीटर पहले ही पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए उन्हें पकड़ लिया। पुलिस कानूनी तौर इसे गिरफ्तारी बता रही है। लेकिन समर्थकों ने इसका विरोध करते हुए सरेंडर बताया है। पढ़ें पूरी खबर
झालावाड़ जिले के रायपुर तहसील क्षेत्र में सेमली कल्याण और बिंदा गांव के बीच स्थित प्राचीन भेरूजी चबूतरे का नवनिर्माण किया गया है। सोमवार को विधिवत भेरूजी महाराज को विराजमान करने के बाद सेमली कल्याण गांव के ठाकुर पुर सिंह झाला ने पूजा-अर्चना की। यह धार्मिक स्थल निर्माणाधीन सीसी सड़क के समीप स्थित है। बूथ अध्यक्ष विजय राठौर ने बताया कि इस अवसर पर धीरज शर्मा, मनीष शर्मा, सुनील शर्मा, राहुल शर्मा, दीपक शर्मा, रोहित बना, आशीष शर्मा, दीपक शर्मा, आशीष राठौर, यश कारपेंटर, पवन शर्मा, अनिकेत शर्मा, पवन राठौर, गोविंद शर्मा और चेतन शर्मा सहित कई ग्रामीण मौजूद रहे। ग्रामीणों के अनुसार, इस धार्मिक स्थल से आसपास के क्षेत्र के लोगों की गहरी आस्था जुड़ी हुई है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां पूजा-अर्चना और दर्शन के लिए नियमित रूप से आते रहते हैं।

