सेक्टर-27 में बनाए जाने वाले किफायती फ्लैट योजना को अब तक शासन ने मंजूरी नहीं दी है। ऐसे में योजना में बदलाव के लिए नोएडा प्राधिकरण ने विचार शुरू कर दिया है। जल्द ही नई योजना तैयार कर यहां फ्लैट बनाए जाएंगे। नोएडा प्राधिकरण ने अपने कर्मचारियों के लिए सेक्टर-27 के पॉकेट ए में फ्लैट बना रखे हैं। यहां अभी करीब 200 फ्लैट बने हुए हैं। इन फ्लैट को बने हुए 35 साल से अधिक का समय हो चुका है। ऐसे में यह जर्जर हो गए हैं। कुछ समय पहले प्राधिकरण ने निर्णय लिया था कि इनको तोड़कर नए फ्लैट बनाए जाएंगे। यहां करीब 17 हजार वर्ग मीटर एरिया में फ्लैट बनाए जाएंगे। यहां बहुमंजिला फ्लैट बनाए जाएंगे। अनुमान के तौर पर करीब 10 मंजिल के बनेंगे। अभी तीन मंजिल तक फ्लैट बने हुए हैं। 710 फ्लैट बनाने की थी योजनानोएडा प्राधिकरण की योजना थी कि यहां प्राधिकरण के कर्मचारियों के साथ-साथ आम लोगों के लिए भी फ्लैट बनाए जाएंगे। ये फ्लैट की कीमत अधिक नहीं रखी जाएगी जिससे कि आम लोगों को यह उपलब्ध हो सकें। इस साल जनवरी महीने में नोएडा प्राधिकरण ने फ्लैट बनाने की योजना तैयार की थी। अधिकारियों ने बताया कि यहां पर 710 फ्लैट बनाए जाएंगे। हर फ्लैट का साइज करीब 800 वर्ग फिट होगा। इसमें 2 बेडरूम, 1 डाइंग कम डाइनिंग रूम, 1 किचन व 2 बाथरूम बन जाते हैं। इनमें करीब 210 फ्लैट प्राधिकरण के कर्मचारियों व 500 फ्लैट आम लोगों के लिए बनाए जाएंगे। ड्रा के जरिए होना था आवंटनप्राधिकरण की योजना के मुताबिक इन फ्लैट का आवंटन बोली के बजाय ड्रा के जरिए किया जाना था। इसके लिए शासन से अनुमति मांगी थी। री-डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत पहली बार प्राधिकरण ने इस तरह के फ्लैट बनाने की योजना तैयार की थी। अधिकारियों ने बताया कि अभी तक किफायती फ्लैटों से संबंधित प्रस्ताव को शासन से मंजूरी नहीं मिली है। ऐसे में अब नए सरे से योजना तैयार की जा रही है।
राजधानी में इंडिगो की लगातार रद्द हो रहीं उड़ानों के कारण यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है। ऐसे समय में रेलवे ने लखनऊ के यात्रियों को राहत देने के लिए डिब्रूगढ़–आनंदविहार के बीच विशेष ट्रेन सेवा शुरू कर दी है। यह ट्रेन मंगलवार को डिब्रूगढ़ से रवाना होकर बुधवार सुबह लखनऊ पहुंचेगी। लखनऊ होकर गुजरेगी विशेष ट्रेन, यात्रियों को मिलेगी बड़ी राहत उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के सीनियर डीसीएम कुलदीप तिवारी ने बताया कि गाड़ी संख्या 05903 डिब्रूगढ़–आनंदविहार स्पेशल मंगलवार दोपहर 2 बजे डिब्रूगढ़ से चलेगी। विभिन्न राज्यों के अहम स्टेशनों से गुजरने के बाद यह ट्रेन सुबह 7:10 बजे लखनऊ पहुंचेगी, जहां 10 मिनट का स्टॉप दिया गया है। लखनऊ से दिल्ली की ओर यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए यह ट्रेन उस समय बड़ा विकल्प साबित होगी, जब एयरपोर्ट पर फ्लाइट कैंसिलेशन के कारण अव्यवस्था बनी हुई है। 12 दिसंबर को लौटेगी ट्रेन, लखनऊ में फिर रहेगा ठहराव वापसी में गाड़ी संख्या 05904 आनंदविहार–डिब्रूगढ़ स्पेशल 12 दिसंबर की रात 12:40 बजे आनंदविहार से रवाना होगी। यह ट्रेन अगले दिन 11:10 बजे लखनऊ पहुंचेगी और वहां से आगे डिब्रूगढ़ के लिए चलकर शाम 5:20 बजे पहुंचेगी। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि यह विशेष सेवा फिलहाल सीमित अवधि के लिए शुरू की गई है, लेकिन यात्रियों की जरूरत के अनुसार आगे संचालन पर निर्णय लिया जाएगा।
लखनऊ के कृष्णानगर स्थित निजी अस्पताल में सोमवार सुबह मरीज की मौत के बाद कर्मचारी शव को एंबुलेंस से सरकारी अस्पताल की इमरजेंसी में छोड़कर भाग गए। वहां लाश कई घंटे तक लाश लावारिस पड़ी रही। बाद में अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को इसकी सूचना दी, जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। ये था पूरा मामला सरोजनीनगर के रहने वाले 37 साल के कर्मवीर सिंह सोमवार सुबह काम पर जाने के लिए घर से निकले, मगर रास्ते में उनकी तबीयत खराब हो गई। इस पर वह खुद ही इलाज के लिए सुबह करीब 8 बजे एसकेडी अस्पताल पहुंच गए थे, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई, लेकिन निजी अस्पताल ने परिजनों को इसकी जानकारी देने के बजाय मौत को छिपाने की कोशिश की और शव को एंबुलेंस से लोकबंधु अस्पताल भेज दिया। लोकबंधु अस्पताल की इमरजेंसी में डॉक्टरों और स्टाफ ने जब लंबे समय तक स्ट्रेचर पर शव पड़ा देखा तो अस्पताल प्रशासन को सूचना दी। इसके बाद सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए, जिनमें निजी अस्पताल के दो कर्मचारी यूनिफॉर्म में स्ट्रेचर पर शव लाते और इमरजेंसी के बाहर छोड़कर भागते हुए दिखे। शव लगभग कई घंटों तक वहीं लावारिस पडा रहा। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने शव की पड़ताल की, मृतक की जेब से मोबाइल फोन और आधार कार्ड मिला, जिससे उनकी पहचान हुई। पुलिस ने परिजनों को सूचना दी। कर्मवीर के परिवार में पत्नी अंजू, बेटा युवराज और बेटी प्रज्ञा है। परिजनों ने निजी अस्पताल पर गंभीर लापरवाही और शव छुपाकर भेजने का आरोप लगाया है। इस संबंध में निजी अस्पताल से कई बार प्रयास के बाद भी संपर्क नहीं हो सका। अस्पताल ने एंबुलेंस का नंबर भी ट्रेस किया लोकबंधु अस्पताल प्रबंधन ने सीसीटीवी फुटेज से उस एंबुलेंस का नंबर भी ट्रेस किया है, जिससे शव लाया गया था। नंबर पुलिस को सौंप दिया गया है। लोकबंधु अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजीव दीक्षित ने बताया कि निजी अस्पताल के कर्मचारी लावारिस हालत में शव इमरजेंसी में छोड़कर गए थे। जानकारी होने पर पुलिस को बताया गया है।
गोरखपुर के महाराणा प्रताप इंटर कॉलेज में 6 से 8 दिसंबर तक आयोजित महंत दिग्विजयनाथ राज्य स्तरीय प्राइजमनी पुरुष बास्केटबाल और वॉलीबॉल प्रतियोगिता का शानदार समापन हुआ। तीन दिनों तक चले रोमांचक मुकाबलों के बाद, बास्केटबॉल का खिताब गोरखपुर ने अपने नाम किया, जबकि वॉलीबॉल में प्रयागराज छात्रावास की टीम चैम्पियन बनी। बास्केटबॉल में गोरखपुर का दबदबा महंत दिग्विजयनाथ बास्केटबॉल प्रतियोगिता के फाइनल में गोरखपुर ने अपनी प्रतिद्वंद्वी लखनऊ को 72-58 अंकों के बड़े अंतर से हराकर खिताब जीता। सेमीफाइनल में गोरखपुर ने वाराणसी को 100-80 से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी। वहीं, तीसरे स्थान के लिए हुए मुकाबले में वाराणसी ने महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद को 61-57 अंकों से हराकर कांस्य पदक पर कब्जा किया। वॉलीबॉल में प्रयागराज ने दर्ज की शानदार जीत महंत अवेद्यनाथ वॉलीबॉल प्रतियोगिता का फाइनल मैच प्रयागराज छात्रावास और देवरिया छात्रावास के बीच खेला गया, जिसमें प्रयागराज छात्रावास ने सीधे सेटों में 25-19, 25-20, 27-25 के स्कोर से देवरिया छात्रावास को शिकस्त देकर चैंपियन का गौरव प्राप्त किया। इससे पहले सेमीफाइनल मुकाबले में प्रयागराज ने आजमगढ़ छात्रावास को हराया था। वहीं तीसरे स्थान के लिए हुए मुकाबले में महाराणा प्रताप एकेडमी ने आजमगढ़ छात्रावास को 29-27, 28-27, 27-25 के करीबी अंतर से हराकर तीसरा स्थान हासिल किया। विजेताओं को मेडल देकर किया सम्मानितसमापन समारोह के मुख्य अतिथि अंतर्राष्ट्रीय पहलवान और जिला कुश्ती संघ गोरखपुर के अध्यक्ष दिनेश सिंह थे। उन्होंने खिलाड़ियों को आशीर्वाद दिया और विजेता टीमों के खिलाड़ियों को मेडल और ट्रैकसूट देकर सम्मानित किया। सीएम योगी करेंगे सम्मानित बास्केटबॉल और वॉलीबॉल दोनों प्रतियोगिता की विजेता टीमों को 75,000/- रुपये प्रत्येक, उप-विजेता टीमों को 50,000/- रुपये प्रत्येक, और तीसरा स्थान प्राप्त करने वाली टीमों को 30,000/- रुपये प्रत्येक का नगद पुरस्कार और ट्रॉफी दी जाएगी। यह सम्मान राशि 10 दिसंबर 2025 को महाराणा प्रताप इंटर कॉलेज में आयोजित भव्य कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हाथों से दिया जाएगा। एम.पी.आई.सी. के प्रधानाचार्य डॉ. अरुण कुमार सिंह ने सभी अतिथियों और खिलाड़ियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन जाने-माने उद्घोषक श्री भगवान सिंह ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता रामजन्म सिंह, पूर्व प्रधानाचार्य महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद ने की।
डॉ. शीबा खान सोशल मीडिया पर फेमस होना चाहती थी:6 दिसंबर को ब्लैक डे लिखकर किया वीडियो पोस्ट
मेरठ की डॉ. शीबा खान ने फेमस होने के लिए विवादित वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। डॉ. शीबा ब्लैक डे के वीडियो के जरिए नाम कमाना चाहती थी, ताकि उसकी क्लिनिक पर पेशेंट भी बढ़ें। मगर इस पोस्ट पर पुलिस ने डॉक्टर को हिरासत में लिया। चालान करने के बाद थाने से छोड़ दिया। डॉ. शीबा की सोशल मीडिया प्रोफाइल देखें तो वहां फर्टिलिटी, प्रेग्नेंसी प्रोसेस और गर्भवती महिलाओं से रिलेटेड तमाम कंटेंट है। बावजूद इसके उसने 6 दिसंबर को ब्लैक डे के नाम से एक विवादित पोस्ट किया। 1 मिनट 8 सेकेंड के इस वीडियो में डॉ. शीबा अपने क्लिनिक में चेयर पर बैठी है। वो किसी से बात कर रही है। इसके साथ ही बैकग्राउंड में एक विवादित ऑडियो चल रहा है। इस पर ब्लैक डे भी लिखा है। मुस्लिम नेता के ऑडियो को यूज किया था। हिंदू संगठनों ने यह वीडियो देखा और पुलिस में शिकायत कर दी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर डॉ. शीबा के खिलाफ मुकदमा लिखा। उसे थाने में लेकर आए, पूछताछ की गई। इसके बाद एसडीएम कोर्ट उसे चालान काटकर छोड़ दिया। सीओ पंकज लवानिया का कहना है कि पुलिस पूछताछ में डॉ. शीबा ने बताया कि उसने फेमस होने के लिए यह वीडियो पोस्ट किया है। फीमेल हेल्थ के वीडियो किए हैं पोस्टमूल रूप से सीना गांव की रहने वाली डॉ. शीबा खान अब्दुल्लापुर में अपना क्लीनिक चलाती है। जबकि उसका पति दुबई में कारोबारी है। वहीं रहता है। डॉ. शीबा के सोशल मीडिया पर 400 से ज्यादा वीडियो पोस्ट किए हैं। इसमें अधिकांश वीडियो फीमेल हेल्थ, डिलिवरी, चाइल्ड हेल्थ के हैं। इसके अलावा प्रेगनेंसी के प्रोसेस को बताने वाले ट्यूटोरियल वीडियो भी डॉ. शीबा ने अपने अकाउंट्स पर शेयर किए हैं। कई वीडियो में वो मरीजों का चैकअप करते हुए नजर आ रही है। कुछ बच्चों से जुड़े हेल्थ वीडियो भी पोस्ट किए गए हैं। पहले भी धार्मिक टिप्पणी का कंटेंट शेयर किया 2 अक्टूबर को भी डॉ. शीबा ने धार्मिक स्थलों से जुड़ा एक वीडियो पोस्ट किया है। जिस पर लोगों ने कमेंट किया है। डॉ. शीबा के जो वीडियो हैं उसमें अक्सर वो नॉर्मल डिलिवरी करना दिखाती है। उसके कई वीडियो पर धार्मिक संदेश शेयर किए हैं। कुरान की आयतों के ऑडियो को उसने अपने वीडियोज में शेयर किया है। ऐसे ही एक वीडियो पोस्ट करने पर हंगामा हो गया। बताया ये भी जा रहा है कि डॉ. शीबा जहां क्लीनिक चलाती है वहां और भी डॉक्टर की क्लीनिक है, इसी कांपटीशन के चलते डॉ. ने ये वीडियो शेयर किया। ताकि वो फेमस हो जाए।
जालौन के इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय (52) की मौत की गुत्थी अभी तक सुलझ नहीं पाई है। इस बीच इंस्पेक्टर की मौत से पहले महिला कॉन्स्टेबल मीनाक्षी शर्मा से झगड़े की बात सामने आई है। सूत्रों के अनुसार, झगड़े की शुरुआत मीनाक्षी के बर्थडे के दिन (2 दिसंबर) से शुरू हुई थी। मीनाक्षी इंस्पेक्टर से दूर अपने घर मेरठ में बर्थडे मनाने चली गई थी। इस बात से इंस्पेक्टर नाराज थे। वो चाहते थे कि मीनाक्षी उनके साथ बर्थडे सेलिब्रेट करे। लेकिन, मीनाक्षी ने ऐसा नहीं किया। मीनाक्षी ने मेरठ में बर्थडे सेलिब्रेशन की तस्वीरें जैसे ही वॉट्सऐप स्टेटस पर लगाईं, इंस्पेक्टर अरुण नाराज हो गए। इसी बात को लेकर दोनों के बीच मोबाइल पर कहासुनी शुरू हो गई। जो अगले 3 दिन तक चलती रही। इन 3 दिनों में दोनों के बीच कई वॉट्सऐप कॉल, वीडियो कॉल और मैसेजिंग हुई। दोनों के बीच 3 दिनों में 100 से ज्यादा फोन पर बात हुई। इनमें से ज्यादातर वीडियो कॉल की गईं। लेकिन, फिर भी झगड़ा खत्म नहीं हुआ। 3 दिन तक चले झगड़े के बीच 5 दिसंबर की रात करीब 9 बजे मीनाक्षी मेरठ से जालौन लौटी। इसके बाद वह सीधे इंस्पेक्टर अरुण के सरकारी आवास गई। वहां दोनों के बीच जमकर बहस हुई, जिसका अंत अरुण की मौत से हुआ। इस दौरान मीनाक्षी सिर्फ 3 मिनट इंस्पेक्टर के कमरे में रही। इंस्पेक्टर की मौत के बाद मीनाक्षी भागते हुए सीसीटीवी में कैद हुई। फिलहाल, इंस्पेक्टर की मौत मामले में 7 दिसंबर (रविवार) को मीनाक्षी को गिरफ्तार कर 14 दिन के लिए जेल भेज दिया गया है। जेल में उसके हाव-भाव में कहीं भी पछतावा नजर नहीं आया। मेरठ से लौटने की बात पर बढ़ी बहसपुलिस सूत्रों के मुताबिक, 5 दिसंबर की रात करीब 9 बजे मीनाक्षी मेरठ से सिपाही अंकित के साथ जालौन के कुठौंद लौटी। 9 बजे जब वो इंस्पेक्टर से मिलने उनके आवास पहुंची, तो पहले से ही तनाव भरा माहौल था। इंस्पेक्टर ने मीनाक्षी से कुछ देर बैठकर बात करने को कहा। लेकिन, मीनाक्षी तुरंत वापस जाने की जिद पर अड़ी रही। इसी दौरान बहस बढ़ गई। इंस्पेक्टर अरुण ने आवेश में आकर खुद को गोली मारने की बात कही। इस पर मीनाक्षी ने तैश में आकर कहा- धमकी मत दो, अगर मारनी है, तो गोली मार लो। इसी बहस के बाद गोली चली और इंस्पेक्टर की मौत हो गई। गोली लगते ही मीनाक्षी घबराकर कमरे से बाहर निकली और चीखते हुए बोली कि साहब ने खुद को गोली मार ली है। इसके बाद वह तुरंत किसी को कॉल करते हुए पैदल ही सड़क पर तेजी से जाती दिखी। पुलिसवाले बोले- तनाव में थे इंस्पेक्टर, 3 महीने से पैसा घर नहीं भेजा थाथाने के पुलिसवालों ने बताया- 2-3 दिन से इंस्पेक्टर साहब तनाव में थे। फोन कॉल पर आक्रोश में बात करते दिख रहे थे। हमें लगा कि कोई पारिवारिक झगड़ा होगा। सूत्रों ने यह भी दावा किया कि इंस्पेक्टर ने पिछले 3 महीनों से अपनी तनख्वाह भी घर नहीं भेजी थी। मीनाक्षी पर बहुत ज्यादा पैसा खर्च कर रहे थे। आर्थिक और मानसिक दबाव भी इस तनाव का कारण माना जा रहा है। जेल में 3 बार उठकर बैठी मीनाक्षीमीनाक्षी 14 दिन की न्यायिक हिरासत में उरई जिला जेल में है। उसे महिला बैरक में 27 अन्य महिला बंदियों के साथ रखा गया है। उसको एक कंबल दिया गया था। उसने रविवार डेढ़ रोटी और दाल खाई। बैरक में वह रातभर करवटें बदलती रही। मीनाक्षी 3 बार उठकर भी बैठी। पास की कैदियों से बात करने की कोशिश की, लेकिन हिम्मत नहीं जुटा पाई। फिलहाल उसकी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। 20 मिनट तक पिता और भाई से हुई मुलाकातजालौन के उरई जिला जेल के अधीक्षक नीरज देव ने बताया- जेल मैनुअल के हिसाब से मीनाक्षी को सोमवार सुबह चाय-नाश्ता दिया गया। उसने आराम से नाश्ता किया। उसके चेहरे पर कहीं से कोई शिकन नजर नहीं आ रही थी। सोमवार दोपहर 12 बजे मीनाक्षी से मिलने उसके पिता विपिन कुमार शर्मा और भाई पहुंचे। दोनों ने करीब 20 मिनट तक मीनाक्षी से मुलाकात की। मीनाक्षी जब जेल में आई, तो वह अपने साथ दो जोड़ी कपड़े लाई थी। सुबह नाश्ते के बाद दोपहर में उसने दाल-चावल खाया। इस दौरान उसकी गतिविधियां समान्य रहीं। इस केस पर एक नजर 1- शुक्रवार रात 9.17 बजे कुठौंद थाना कैंपस में इंस्पेक्टर राय के कमरे में गोली चली। मीनाक्षी कमरे से भागती हुई बाहर आई। चिल्लाकर बोली कि साहब ने गोली मार ली है। इसके बाद वह मौके से भाग गई। 2- इंस्पेक्टर का शव मच्छरदानी के अंदर बेड पर खून से लथपथ पड़ा था। सर्विस रिवॉल्वर पेट के ऊपर पड़ी थी। सिर में लगी गोली आर-पार हो गई थी। शुरुआत में कहा गया कि ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर इंस्पेक्टर ने सुसाइड कर लिया। 3- शनिवार को संत कबीरनगर से पत्नी और परिवार पहुंचा। इंस्पेक्टर की पत्नी माया राय ने मीनाक्षी के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज कराई। कहा कि मीनाक्षी ने मर्डर किया या किसी और से करवाया है। 4- रविवार को मीनाक्षी को पुलिस ने गिरफ्तार किया। कोर्ट में पेश करके 14 दिन के लिए जेल भेज दिया। मीनाक्षी इस केस में प्राइम सस्पेक्ट है। सोमवार शाम उसे सस्पेंड कर दिया गया। पुलिस उसकी विभागीय जांच भी करेगी। 2 बातें जो सबसे ज्यादा चर्चा में हैं1- मीनाक्षी की शादी तय हो गई थी। फरवरी- 2026 में उसकी शादी होनी है। इंस्पेक्टर के करीबी लोगों ने बताया कि मीनाक्षी इंस्पेक्टर पर अपनी शादी का पूरा खर्च उठाने का दबाव बना रही थी। वह 25 लाख रुपए खर्च करने की डिमांड कर रही थी। धमकी देती थी कि अगर शादी का खर्च नहीं उठाया तो वीडियो पत्नी को भेज देगी। 2- सर्विलांस टीम के एक अफसर ने बताया- मीनाक्षी के पास 3 मोबाइल और 4 सिम, जबकि इंस्पेक्टर के पास 3 सिम मिले हैं। सभी का डेटा खंगाला जा रहा। ठाठ-बाट की जिंदगी जीती थी महिला सिपाही पुलिस विभाग में चर्चा है कि मीनाक्षी की जीवनशैली ठाठ-बाट की थी। जिस कमरे में वह रहती थी, वहां एसी लगा है। वह आईफोन यूज करती थी। पुलिस की महिला सिपाहियों से उसका मेलजोल कम था। ज्यादातर वक्त फोन पर रहती थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इंस्पेक्टर राय और मीनाक्षी जुलाई- 2024 में एक-दूसरे के संपर्क में आए थे। दोनों उस वक्त जालौन के कोंच थाने में तैनात थे। तभी उनके बीच नजदीकियां बढ़ीं। कोंच से उरई ट्रांसफर होने के बाद मीनाक्षी का इंस्पेक्टर राय के पास आना-जाना था। जब उनका ट्रांसफर कुठौंद थाने में किया गया तो वहां भी अक्सर मीनाक्षी आती थी। उसने हाल ही में 3 लाख का हार लिया था। चर्चा है कि इंस्पेक्टर राय ने ही आई-फोन और हार दिलवाया था। इंस्पेक्टर राय के अलावा भी लगातार वह अपने सीनियर इंस्पेक्टर और दरोगा के संपर्क में रहती थी। मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी ये पता कर रही है कि उसके अपने सीनियर अफसरों के साथ किस तरह के संपर्क थे। ----------------------- ये खबर भी पढ़ें पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर कार में कपल का अश्लील VIDEO बनाया, टोल मैनेजर ने CCTV से रिकॉर्ड कर रुपए वसूले पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर नवविवाहित जोड़े का अश्लील वीडियो एक्सप्रेस-वे पर लगे CCTV से रिकॉर्ड किया गया। पति-पत्नी कार में थे और उन्होंने टोल प्लाजा से पहले अपनी कार रोकी थी। कार में बैठे-बैठे रोमांस करने लगे। एक्सप्रेसवे के 'एंटी ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम' (ATMS) के मैनेजर ने इन प्राइवेट पलों का वीडियो बना लिया। पूरी खबर पढ़ें
गोरखपुर में पालतू कुत्तों का हॉस्टल:AC में रखें जाते जानवर, New Year से पहले बढ़ी डिमांड
गोरखपुर में न्यू ईयर और विंटर वेकेशन से पहले डॉग हॉस्टल में बुकिंग शुरू हो चुकी है। तमाम लोगों ने न्यू ईयर सेलिब्रेशन या फिर विंटर वेकेशन में घूमने के लिए बुकिंग भी करा ली है। ऐसे में पालतू कुत्तों के मालिकों कुछ दिनों के लिए अपने कुत्तों को कहीं रखने के लिए सुरक्षित स्थान की तलाश है, इसीलिए शहर के डॉग हॉस्टल में पहले से ही बुकिंग कराना शुरू कर दिए हैं। वहीं शादियों के सीजन के वजह से भी तमाम लोग अपने पालतू कुत्तों को बोर्डिंग भेज रहे हैं। पालतू कुत्तों के हॉस्टल चलने से मालिकों को काफी ज्यादा राहत मिल रही है। अब कुछ दिनों या फिर लंबे टूर पर बाहर जाने से पहले उन्हें इस बात की चिंता नहीं करनी पड़ती कि उनके पेट का ख्याल कौन रखेगा। जितने दिनों तक वे घर से बाहर रहते, उतने दिनों के लिए अपने पालतू कुत्तों को हॉस्टल भेज देते। जहां पर उनका अच्छे से ख्याल रखा जाता है। पादरी बाजार स्थित गोल्डन वेली डॉग बोर्डिंग एंड हॉस्टल के ओनर मनीष बताते हैं कि दिसंबर और जनवरी में हॉस्टल काफी फुल हो जाता है। करा रहे प्री-बुकिंग मनीष ने बताया- लोग पहले से ही बुकिंग कराने लगते हैं। इन दोनों महीने में न्यू ईयर और विंटर वेकेशन की वजह से लोग अपने पेट को यहां छोड़कर जाते हैं। उसके अलावा शादियों के सीजन में भी हॉस्टल की डिमांड बढ़ जाती है। जब लोग परिवार के साथ किसी रिश्तेदार के घर शादी में जाते हैं। हमारी टीम उनका ख्याल रखती है। खाने, घूमने, खेलने और मेडिकल हर तरह कि सुविधा दी जाती है। उन्होंने बताया- मालिकों के रिक्वायरमेंट के हिसाब से कुत्तों को गर्मी में एसी, कूलर और ठंड में हीटर की सुविधा भी प्रोवाइड करवाई जाती है। वहीं हॉस्टल में कुत्तों के ब्रीड के हिसाब से उनका डाइट फिक्स होता है। ठंड में नॉनवेज करते ज्यादा प्रिफर मनीष ने बताया- जैसे-जैसे ठंड बढ़ रही है, उस हिसाब से हम कुत्तों के डाइट में ज्यादा से ज्यादा से नॉनवेज ही रखते हैं। उसमें अंडा और चिकन शामिल है।कुत्ते के नस्ल के हिसाब से उन्हें खाना दिया जाता है। एक समय पर 1 से 3 अंडे ही दे सकते हैं। इसके अलावा उन्हें दूध रोटी भी दी जाती है। वहीं किसी किसी मालिकों के डिमांड के हिसाब के उनके स्पेशल डाइट को ही फॉलो करते हैं। जिसमें कोई भी कॉमर्शियल डॉग फूड और प्रोटीन रिच या उनका कोई पसंदीदा खाना खिलाया जाता है। फिटनेस के कराई जाती एक्टिविटी मनीष का कहना है कि हॉस्टल में आने के बाद कुत्तों का जगह बदला रहता है। नए लोगों के साथ रहना पड़ता है। ऐसे उनके हैप्पीनेस का खास ख्याल रखना पड़ता है। इसलिए हमारी टीम उनके साथ फुटबाल खेलती है, जिससे वे काफी फुर्तीले हो जाते हैं और उनका फिटनेस भी सही रहता है। सिवान से आते कस्टमर्स मनीष ने बताया कि शहर के 100 किलोमीटर के आसपास के साथ बिहार सिवान से भी कस्टमर्स हमारे हॉस्टल में अपने कुत्तों को कुछ दिनों के लिए छोड़ जाते हैं। उन्होंने बताया कि अभी हमारे पास पोमेरेनियन, लैब्राडोर और इंडियन ब्रीड के कुल 5 पांच कुत्ते हैं। जिनमें से एक सिवान और बाकी चार गोरखपुर के कस्टमर्स के हैं। 500 से 800 तक पर डे की फीस मनीष बताते हैं कि हॉस्टल में एक दिन के लिए 500 से 800 रुपए तक चार्ज किया जाता है। यह रेट उनके साइज और ब्रीड के हिसाब से तय होती है। वहीं किसी को एसी, कूलर या हीटर के इस्तेमाल के लिए अलग से चार्ज किया जाता है।
कानपुर में बने मंगल भवन को लेकर राजनीतिक विवाद तेज होता जा रहा है। भवन के निर्माण के बाद से ही शहर की राजनीति में हलचल मची हुई है। भारतीय जनता पार्टी के सांसद रमेश अवस्थी द्वारा महापौर प्रमिला पांडेय पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जाने के बाद मामला और अधिक गरमा गया है। इसके साथ ही भाजपा सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने भी इस पूरे प्रकरण को गंभीर बताते हुए प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर कथित अनियमितताओं की शिकायत की है, जिससे सत्ताधारी दल के भीतर ही असंतोष खुलकर सामने आ गया है। विपक्षियों ने भी दी प्रतक्रिया मामले ने जैसे ही तूल पकड़ा, विपक्षी दलों ने भी सरकार और नगर निगम पर तीखी प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी है। समाजवादी पार्टी के विधायक अमिताभ बाजपेई ने पूरे मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि महापौर पर जो आरोप लगे हैं, वे साधारण नहीं हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर पार्क की जमीन पर भवन कैसे बनाया गया, इसके लिए एनओसी कैसे जारी हुई, भवन का नक्शा कहां से पास हुआ और इसका संचालन किसके अधीन रहेगा। उन्होंने कहा कि ये सभी सवाल मीडिया के माध्यम से जनता के सामने आए हैं और जिस तरह से खुद सत्ताधारी दल के सांसद इस विषय को उठा रहे हैं, उससे लगता है कि मामला कहीं न कहीं बेहद गंभीर है। उनका कहना है कि जब पार्टी के अंदर से ही आवाज उठ रही है तो इसका स्पष्ट अर्थ है कि “कुछ तो खेल है” और इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। एक तरफ सांसद हैं और दूसरी तरफ शहर की प्रथम नागरिक कांग्रेस के पूर्व नगर अध्यक्ष नौशाद आलम मंसूरी ने भी इस पूरे प्रकरण पर तीखी टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि “अभी आगे-आगे देखिए होता है क्या”, क्योंकि मामला केवल मंगल भवन तक सीमित नहीं रहा है, बल्कि अब यह सत्ता के भीतर की खींचतान का रूप ले चुका है। उन्होंने कहा कि एक तरफ सांसद हैं और दूसरी तरफ शहर की प्रथम नागरिक, महापौर प्रमिला पांडेय, और दोनों ही एक ही राजनीतिक दल से हैं, इसके बावजूद आपसी सामंजस्य की जगह आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। उन्होंने कहा कि जहां शहर के विकास पर ध्यान देना चाहिए था, मंगल भवन को सकारात्मक तरीके से शुरू किया जाना चाहिए था और इसकी सुविधाएं आम नागरिकों तक पहुंचनी चाहिए थीं, वहां अब निजी प्रतिष्ठा और छिपे हुए एजेंडे को लेकर लड़ाई लड़ी जा रही है। उन्होंने कहा कि मंगल भवन को लेकर खड़े हुए इस विवाद का सबसे बड़ा नुकसान अब शहर की आम जनता को हो रहा है। विकास और जनहित के मुद्दे पीछे छूटते जा रहे हैं और राजनीतिक बयानबाजी आगे आ रही है।
IGRS (एकीकृत शिकायत निवारण प्रणाली) के मामले में प्रयागराज जनपद पिछले 6 महीने से लगातार सबसे खराब प्रदर्शन में शामिल रहा। लगातार अफसरों की मेहनत आखिरकार अब रंग लाई है। नवंबर महीने की रैंकिंग में इस जनपद को 32वां स्थान हासिल हुआ है। IGRS के नोडल अधिकारी ADM सिटी सत्यम मिश्रा ने कहा, मई से अक्टूबर तक जनपद 75वें स्थान पर रहा। लेकिन जनपद की पूरी टीम के सहयोग से अब बेहतर हुआ है। प्रयास होगा कि आगे आने वाले दिनों में और बेहतर प्रदर्शन जनपद का हो। शिकायतों का निस्तारण करने वालों को सराहा गया दरअसल, जिलाधिकारी के निर्देशन में IGRS की शिकायतों के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के लिए सभी विभागों के साथ समय-समय पर बैठकें आयोजित की गईं। जिन अधिकारियों ने उत्कृष्ट कार्य किया उन्हें प्रोत्साहित एवं प्रशंसित किया गया, जबकि जिन अधिकारियों के कार्य में कमी पाई गई, उनके विरुद्ध आवश्यक कठोर कार्यवाही की गई। इस पूरी प्रक्रिया में सभी विभागों ने एक टीम की तरह कार्य किया। सभी अधिकारियों तथा कर्मचारियों द्वारा शिकायतों के बेहतर तथा गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के लिए सतत मानिटरिंग की गयी। इस संबंध मे तकनीकी सहयोग के लिए EDM अफसार अहमद व उनकी पूरी टीम द्वारा पूर्ण मनोयोग के साथ संबंधित विभागों को प्रशिक्षण व सहयोग प्रदान किया गया। 140 में से 125 अंक जनपद को मिले ADM सिटी सत्यम मिश्रा ने बताया कि माह नवंबर में कुल 140 में से 125 अंक प्राप्त हुए, जो कि टीम के सामूहिक प्रयास का परिणाम है। भविष्य में भी हमारा यही प्रयास रहेगा कि जन शिकायतों का निस्तारण गुणवत्तापूर्ण, समयबद्ध तथा प्राथमिकता के आधार पर किया जाए। दरअसल, एडीएम सिटी शिकायतों के त्वरित निस्तारण के लिए भी जाने जाते हैं। यही कारण है कि सबसे ज्यादा फरियादियाें की भीड़ उनके चेंबर में होती है। जो वाकई में पीड़ित है और न्याय के लिए एडीएम सिटी के चेंबर में पहुंचता है वह तत्काल संबंधित अधिकारियाें को कॉल करके समाधान कराने का प्रयास करते हैं।
मकान होने पर भी लिया गरीबों का आवास, 42 पर FIR होगी
भास्कर संवाददाता| सागर बाघराज वार्ड छत्रसाल नगर आवासीय कॉलोनी में की गई जांच में अब तक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। आयुक्त राजकुमार खत्री द्वारा कराई जा रही जांच में अनधिकृत कब्जा करने वाले 42 लोगों पर एफआईआर की कार्रवाई की जा रही। साथ ही 101 अपात्र लोगों द्वारा मकान लेने वालों की जमा राशि राजसात कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है। निगमायुक्त ने बताया कि जांच में यह सामने आया कि कुछ व्यक्तियों ने आवासों का अवैध विक्रय किया। बिना राशि जमा किए अनधिकृत रूप से कब्जा कर लिया है। ऐसे 42 व्यक्तियों के विरुद्ध पुलिस में एफआईआर कराने की कार्रवाई की जा चुकी है। साथ ही 101 व्यक्तियों द्वारा स्वयं का आवास होने के बाद भी आवास लेकर किराए पर दिए जाने की पुष्टि हुई है। इनकी राशि राजसात कर कार्रवाई की जा रही है। निगमायुक्त ने बताया कि छत्रसाल नगर आवासीय कॉलोनी में केवल पात्र व्यक्ति एवं परिवार ही निवास कर सकते हैं। जांच के दौरान जिन व्यक्तियों के आवास निरस्त किए हैं, उनकी सूची सार्वजनिक की जाएगी। कॉलोनी में चस्पा करने के निर्देश दिए हैं, ताकि आम नागरिकों को अपात्र व्यक्तियों की जानकारी मिल सके। बिजली समस्या का निराकरण, एक तिहाई राशि भरनी होगी: नगर निगम आयुक्त ने बाघराज वार्ड स्थित छत्रसाल नगर आवासीय कॉलोनी में बिजली से संबंधित समस्या का निराकरण करने निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिए कि जिन रहवासियों पर बिजली बिल की बकाया राशि है, वे अपनी कुल बकाया राशि का कम से कम 1/3 हिस्सा अनिवार्य रूप से जमा करें।
निशुल्क कृत्रिम हाथ वितरण शिविर लगेगा
सागर| जिले में स्वास्थ्य विभाग व इनाली फाउंडेशन के सहयोग से निशुल्क प्रोस्थेटिक हैंड (कृत्रिम हाथ) वितरण शिविर लगाया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने इसको लेकर विकासखंड स्तर से उन दिव्यांगों की जानकारी बुलाई है, जिनको हाथ की कोहनी के नीचे की विकलांगता है। सीएमएचओ डॉ. ममता तिमोरी ने बताया कि ऐसे सभी व्यक्तियों को कृत्रिम हाथ का वितरण किया जाएगा, जो चाहे जन्म से दिव्यांग हों या फिर किसी दुर्घटना के कारण दिव्यंगता हुई हो। कृत्रिम हाथ से व्यक्ति अपने दैनिक काम करने में सक्षम हो सकेगा। पंजीयन के लिए हितग्राही की फोटो जिसमें हाथ की दिव्यांगता स्पष्ट दिखाई दे, मोबाइल नंबर व आधार कार्ड की कॉपी तीन दिन के अंदर उपलब्ध करानी होगी।
पहली बार श्रीगणेश पुराण, 35x300 फीट का पंडाल लगेगा
भास्कर संवाददाता | सागर शहर में पहली बार भव्य स्तर पर श्री गणेश पुराण कथा का आयोजन होने जा रहा है। 25 से 31 दिसंबर तक सीआर मॉडल स्कूल खेल मैदान चौपड़ा क्षेत्र में विशाल पंडाल में यह धार्मिक आयोजन होगा। कथा का वाचन पं. ऋषि महाराज पटकुई वाले द्वारा किया जाएगा। आयोजन की तैयारियों को लेकर श्री नागेश्वर भक्त मंडल की बैठक श्री नागेश्वर महादेव मंदिर परिसर में हुई, जिसमें आयोजन की रूपरेखा तय की गई। पहली बार हो रही यह कथा धार्मिक आस्था का बड़ा केंद्र बनने जा रही है। बैठक में आनंद ददरया और संतोष सोनी मारुति ने कार्यक्रम का प्रारूप प्रस्तुत किया, जिसे सभी सदस्यों की सहमति मिली। व्यवस्था को लेकर पं. माधव कटारे, पप्पू गुप्ता और अनिल अवस्थी ने सुझाव दिए। मंडल ने 1 जनवरी 2026 को नववर्ष के अवसर पर विशाल भंडारा आयोजित करने का भी निर्णय लिया। बैठक में पं. बद्री प्रसाद शुक्ला, वीरेंद्र सुहाने, आनंद कठल, ओमप्रकाश रुसिया, अवध बिहारी ददरया, कमल बरसैंया, रमा माहेश्वरी, सोमेश जड़िया, कंचन जड़िया, याकृति जड़िया, सीमा ददरया, सोनल बरसैया, उमा शुक्ला, अंजू नगरिया सहित भक्तगण मौजूद थे। पार्किंग सहित अन्य व्यवस्थाएं भी की जाएंगी : मंदिर के पुजारी पं. अर्जुन नगाइच ने बताया कि कथा रोज दोपहर 2 से होगी। चौपड़ा क्षेत्र में 35x300 फीट का पंडाल लगाया जाएगा, जिसे बैठने, पार्किंग के लिहाज से सुव्यवस्थित ढंग से तैयार किया जा रहा है। कथा में 7 दिनों में 7000 से अधिक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। 400 साल पुराना है नागेश्वर मंदिर : श्री नागेश्वर मंदिर के पुजारी पं. नरेंद्र नगाइच ने बताया कि नागेश्वर मंदिर करीब 400 साल पुराना है। यहां स्वयं-भू शिवलिंग विराजमान है। जबकि मंदिर में स्थापित गणेश प्रतिमा करीब 300 साल पुरानी है। साथ ही यह शहर के इकलौते सिंदूरी गणेश हैं, जिनकी लंबाई ढाई फीट तथा चौड़ाई डेढ़ फीट है। ^पंचदेवों में प्रथम पूज्य भगवान श्रीगणेश हैं। किसी भी शुभ कार्य, पूजा-अर्चना की शुरुआत गणपति वंदना से होती है। गणेश पुराण का पठन-पाठन और श्रवण सभी कष्टों को दूर करता है और कार्यों में सफलता प्रदान करता है। - पं. ऋषि महाराज
निर्माणाधीन ब्रिज पर फेल हुई एंबुलेंस, घंटों ठप रहा ट्रैफिक
सागर| नेशनल हाईवे-44 पर बम्हौरी तिराहे के पास बन रहे बायपास ब्रिज ने सोमवार को लोगों की मुश्किलें बढ़ा दीं। दोपहर करीब 1 बजे 108 एंबुलेंस (CG 04 NQ 5368) अचानक सड़क पर ही फेल हो गई। एक तरफ ब्रिज का निर्माण और दूसरी ओर चालू ट्रैफिक के तंग हिस्से में एंबुलेंस को मौके पर ही ठीक करने की कोशिश ने पूरे हाईवे को जाम में तब्दील कर दिया। एनएचएआई की क्रेन से एंबुलेंस को हटाया जरूर गया लेकिन तब तक हालात बिगड़ चुके थे। गुड़ा फाटक से चितौरा टोल तक करीब 10 किमी लंबी वाहनों की लाइन लग गई। यह मार्ग रहली और नरसिंहपुर का प्रमुख निकासी रास्ता होने से दोपहिया और चारपहिया वाहनों की भारी संख्या यहां फंस गई। लोग घंटों फंसे रहे।
नमस्कार, कल की बड़ी खबर लोकसभा में वंदे मातरम् पर चर्चा की रही। पीएम मोदी ने वंदे मातरम् के टुकड़े का जिम्मेदार कांग्रेस को बताया। दूसरी खबर यूपी में कफ सिरप कांड को लेकर है। योगी सरकार ने इसके लिए SIT गठित की है। ⏰ आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... कल की बड़ी खबरें... 1. मोदी बोले- कांग्रेस ने वंदे मातरम् के टुकड़े किए, प्रियंका बोलीं- ये गीत 75 सालों से लोगों के दिल में बसा पीएम मोदी ने लोकसभा में वंदे मातरम् पर चर्चा के दौरान कहा- कांग्रेस ने वंदे मातरम् के टुकड़े किए। ये उनका तुष्टीकरण की राजनीति को साधने का तरीका था। इसलिए कांग्रेस को एक दिन भारत के बंटवारे के लिए भी झुकना पड़ा था। प्रियंका बोलीं- वंदे मातरम् पर आज बहस क्यों: मैं बताती हूं- क्योंकि बंगाल का चुनाव आ रहा। मोदी जी उसमें अपनी भूमिका निभाना चाहते हैं। मैं कहूं- मोदी जी अब वह पीएम नहीं रहे जो पहले थे। जहां तक नेहरू जी की बात है। जितने साल मोदी PM रहे, उतने साल नेहरू जेल में रहे थे। वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूरे होने पर चर्चा: संसद के शीतकालीन सत्र के छठे दिन सोमवार को लोकसभा में वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूरे होने पर चर्चा की जा रही है। इसके लिए 10 घंटे का समय तय किया गया है। वहीं 9 दिसंबर को राज्यसभा में चर्चा होगी। पूरी खबर पढ़ें... 2. टोल-मैनेजर ने कार में कपल के प्राइवेट सीन रिकॉर्ड किए, यूपी के पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का मामला अगर आप यूपी में एक्सप्रेस-वे से सफर करते हैं तो अलर्ट हो जाइए। एक न्यूली मैरिड कपल का प्राइवेट वीडियो पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर लगे CCTV से रिकॉर्ड किया गया। पति-पत्नी ने टोल आने से पहले अपनी कार रोकी। कार में बैठे-बैठे रोमांस करने लगे। एक्सप्रेसवे के 'एंटी ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम' (ATMS) के असिस्टेंट मैनेजर ने उनके प्राइवेट पलों का वीडियो बना लिया। मैनेजर मौके पर पहुंचा। वीडियो दिखाकर दोनों को ब्लैकमेल किया। इसे वायरल करने की धमकी दी और 32 हजार रुपए वसूल लिए। इसके बाद भी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। पांच से छह पीड़ितों ने इसकी लिखित शिकायत सीएम योगी, सुल्तानपुर के डीएम-एसपी और एक्सप्रेसवे के अफसरों से की है। गांव की लड़कियों- महिलाओं के भी बनाए वीडियो शुरुआती जांच में यह भी सामने आया कि आरोपी मैनेजर ने टोल प्लाजा के आस-पास के तीन गांवों की कई महिलाओं और लड़कियों के फुटेज बनाए। उन्हें ब्लैकमेल किया। यह पूरा मामला पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के हलियापुर स्थित टोल प्लाजा का है। पढ़ें पूरी खबर... 3. कफ सिरप मामले में योगी सरकार ने SIT बनाई, डिप्टी सीएम ने कहा- चाहे नेता हो, सब नपेंगे कफ सिरप मामले में प्रमुख सचिव संजय प्रसाद, FSDA सचिव रोशन जैकब और डीजीपी राजीव कृष्ण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। रोशन जैकब ने कहा- कोडीन कफ सिरप मामले में सरकार ने एसआईटी का गठन किया है। अब तक तीन आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है। डीजीपी राजीव कृष्ण ने कहा- कोडीन कफ सिरप का इस्तेमाल बीमारी के लिए नहीं, बल्कि नशे के लिए कराया जा रहा है। वहीं जौनपुर में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि कफ सिरप मामले में जो दोषी होगा सब नपेंगे, चाहे नेता हो या कोई भी। FSDA सचिव बोलीं- यूपी में कफ सिरप को लेकर अफवाह रोशन जैकब ने कहा- सोशल मीडिया पर तथ्यहीन बातें चल रही हैं। मध्य प्रदेश की घटना और कफ सिरप के इस केस में कोई कनेक्शन नहीं है। मामला ये है कि जब कलेक्शन और परचेस का कोई ब्योरा नहीं है और यूज हो रहा है। स्टाक भी है, यानी कफ सिरप का इस्तेमाल बीमारी के लिए नहीं हो रहा। पढ़ें पूरी खबर... 4. बाबरी जैसी मस्जिद के लिए 11 पेटी चंदा मिला, नोट गिनने की मशीन मंगाई पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के बेलडांगा में बाबरी जैसी मस्जिद बनाने के लिए 11 पेटी चंदा मिला है। जिसे गिनने के लिए 30 लोग और नोट गिनने की मशीन लगानी पड़ी। 93 लाख रुपए ऑनलाइन भी मिले हैं। 6 दिसंबर को मस्जिद की नींव रखी गई: TMC से निलंबित विधायक हुमायूं कबीर ने तीन दिन पहले मस्जिद की नींव रखी थी। 2 लाख से ज्यादा लोग मस्जिद के लिए ईंट लेकर पहुंचे थे। मस्जिद के शिलान्यास कार्यक्रम में सऊदी अरब से धार्मिक नेता भी आए थे। मस्जिद को बाबरी से क्यों जोड़ा जा रहा: 1992 में 6 दिसंबर को ही अयोध्या में राम जन्मभूमि-बाबरी विवादित ढांचे को कार सेवकों ने ध्वस्त कर दिया था। 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि विवादित जमीन रामलला की जन्मभूमि है। मुस्लिम पक्ष को मंदिर से करीब 25 किमी दूर 5 एकड़ जमीन आवंटित की गई थी। हालांकि 6 साल बाद भी वहां निर्माण कार्य नहीं शुरू हो पाया। पूरी खबर पढ़ें... 5. 'प्राइवेट पार्ट पकड़ना रेप नहीं' कहने पर सुप्रीम कोर्ट नाराज, CJI ने इलाहाबाद हाईकोर्ट को फटकारा सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के उस विवादित फैसले पर सख्त टिप्पणी की, जिसमें कहा गया था कि ‘पायजामा का नाड़ा तोड़ना और ब्रेस्ट पकड़ना रेप के प्रयास के आरोप के लिए पर्याप्त नहीं है।’ CJI ने स्पष्ट शब्दों में कहा- अदालतों को, विशेषकर हाईकोर्ट को, फैसले लिखते समय और सुनवाई के दौरान ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण टिप्पणियों से हर हाल में बचना चाहिए। हाईकोर्ट का फैसला क्या था: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इसी साल 19 मार्च को यह विवादित टिप्पणी दी थी। इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस राम मनोहर नारायण मिश्रा ने ये फैसला सुनाते हुए 2 आरोपियों पर लगी धाराएं बदल दीं। कोर्ट ने कहा था कि ऐसी स्थिति में 'अटेम्प्ट टु रेप' का मामला नहीं बनता। अब जानिए घटना क्या थी: यूपी के कासगंज की एक महिला ने 12 जनवरी, 2022 को कोर्ट में एक शिकायत दर्ज कराई थी। उसने आरोप लगाया कि 14 साल की बेटी को गांव के लड़कों ने बाइक में लिफ्ट दी। इस दौरान लड़कों ने बेटी के प्राइवेट पार्ट को टच किया और पायजामे की डोरी तोड़ दी थी। पूरी खबर पढ़ें... 6. क्या भारत में नहीं दिखेंगे टी-20 वर्ल्ड कप के मैच: 3 महीने पहले मुख्य ब्रॉडकास्टर जियो पीछे हटा भारत-श्रीलंका में होने वाले मेन्स T20 वर्ल्ड कप से 3 महीने पहले ब्रॉडकास्टर जियोस्टार मैच प्रसारण से पीछे हट गया है। ऐसे में अगर जल्द नया ब्रॉडकास्टर नहीं मिला तो भारत में मैच दिखाने में मुश्किल हो सकती है। इस फैसले के बाद ICC ने सोनी, नेटफ्लिक्स और अमेजन प्राइम से संपर्क किया है। जियोस्टार ने 2027 तक डील की थी: जियोस्टार ने ICC के साथ 2024-27 के इंडिया मीडिया राइट्स के लिए 2023 में डील की थी। ये डील 2024-27 के लिए 3 अरब डॉलर (करीब 25,000 करोड़ रुपए) की थी। अब उसने नुकसान को वजह बताते हुए कहा है कि वो बचे हुए दो साल पूरे नहीं कर पाएगी। टी-20 वर्ल्ड कप की शुरुआत 7 फरवरी से: भारत का पहला मैच यूएसए से होगा। भारत और पाकिस्तान के बीच ग्रुप स्टेज का मुकाबला 15 फरवरी को कोलंबो में होगा। टूर्नामेंट भारत और श्रीलंका में 7 शहरों के 8 वेन्यू पर खेला जाएगा। 29 दिन में 55 मैच होंगे। पूरी खबर पढ़ें... आज का कार्टून ⚡ कुछ अहम खबरें हेडलाइन में… 1. नेशनल: MP के सिवनी में ट्रेनी प्लेन क्रैश: बिजली के तारों से टकराकर खेत में गिरा, दोनों पायलट घायल; 90 गांवों की सप्लाई बंद (पढ़ें पूरी खबर) 2. नेशनल: इंडिगो बोली- कस्टमर्स से माफी मांगते हैं: 100% नेटवर्क रीस्टोर किया; सरकार ने कहा- ऐसा एक्शन लेंगे कि मिसाल बने (पढ़ें पूरी खबर) 3. मौसम: इंदौर में पारा 5.7C, 10 साल का रिकॉर्ड टूटा: अयोध्या का तापमान 5.5C पहुंचा; राजस्थान में ओस की बूंदे जमीं, हिमाचल में बर्फबारी (पढ़ें पूरी खबर) 4. दिल्ली ब्लास्ट: अल-फलाह यूनिवर्सिटी के 10 प्रोफेसरों ने नौकरी छोड़ी: MBBS फर्स्ट ईयर स्टूडेंट्स को लीव दी; फैकल्टी की कमी से क्लासेस प्रभावित (पढ़ें पूरी खबर) 5. दुर्घटना: पटना में हिट-एंड-रन केस- कार ने 6 को उड़ाया, VIDEO: 80 की स्पीड में रॉन्ग साइड से घुसा, बचने के लिए रौंदता गया, 1 की मौत (पढ़ें पूरी खबर) 6. इंटरनेशनल: भारतीय सामान 40 की जगह 24 दिन में रूस पहुंचेगा: मोदी-पुतिन के समझौते से 6000km की बचत; 2030 तक 100 अरब डॉलर ट्रेड का टारगेट (पढ़ें पूरी खबर) 7. बिजनेस: घरेलू वेज-नॉनवेज थाली नवंबर में 13% सस्ती हुई: नवंबर-24 के मुकाबले टमाटर 17%, आलू 29% सस्ते, प्याज की कीमत आधे कम हुई (पढ़ें पूरी खबर) 8. सेलेब्स: भोपाल में परफॉर्मेंस के दौरान गिरे सिंगर मोहित चौहान: लाइटिंग से टकराया पैर, स्टेज पर गिरे; कुछ सेकेंड में फिर संभले, गाया ‘नादान परिंदे’ (पढ़ें पूरी खबर) ️ बयान जो चर्चा में है... खबर हटके... ब्राजील के इस पेड़ में जीवन में सिर्फ एक बार खिलता है फूल ब्राजील के रियो डी जेनेरियो के एक पार्क में लगे पॉम ट्री में 60 साल बाद फूल खिला है। इन पेड़ों को मशहूर लैंडस्केप आर्किटेक्ट रोबर्टो बर्ले मार्क्स 1960 के दशक में भारत और श्रीलंका से यहां लाए थे। यह पेड़ 80 साल तक जीवित रहता है और पूरे जीवन में सिर्फ एक बार फूलता है। फूलते समय इसके बीच से एक बहुत बड़ा फूलों का गुच्छा निकलता है जिसमें लाखों छोटे सफेद फूल होते हैं। पेड़ की ऊंचाई करीब 98 फीट तक होती है। फोटो जो खुद में खबर है भास्कर की एक्सक्लूसिव स्टोरीज, जो सबसे ज्यादा पढ़ी गईं… 1. आज का एक्सप्लेनर- आसिम मुनीर अब PAK पीएम से भी ताकतवर, तीनों सेनाओं के मुखिया, न्यूक्लियर कंट्रोल; ऑपरेशन सिंदूर के बाद कैसे चमकी किस्मत 2. मंडे मेगा स्टोरी- नेहरू क्यों नहीं चाहते थे 'वंदे मातरम्' राष्ट्रगान बने: गांधी ने अल्लाहू अकबर से तुलना की; क्या इसमें मुसलमानों को मारने का आह्वान 3. ग्राउंड रिपोर्ट- संसद में वंदे मातरम्, लेकिन बंकिमचंद्र चटर्जी का घर खंडहर: 20 साल पहले आखिरी बार मरम्मत, वंशज बोले- ममता सरकार ने हमें भुला दिया 4. मोदी-नीतीश के मंत्री वेतन के साथ ले रहे पेंशन: कुशवाहा-ठाकुर संसद से वेतन और विधान परिषद से पेंशन लेते हैं; RTI से जानकारी मिली 5. जरूरत की खबर- सर्दियों का सुपरफूड सिंघाड़ा: फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर, 10 हेल्थ बेनिफिट्स, जानें किसे नहीं खाना चाहिए 6. फिजिकल हेल्थ- ठंड में ज्यादा नींद क्यों आती है: डॉक्टर से समझें स्लीप हॉर्मोन मेलाटोनिन का साइंस, साथ ही विंटर स्लीप गाइड 7. आज का एक्सप्लेनर- रुपया 90 से भी नीचे धंसा, सरकार जानबूझकर गिरने दे रही या चीजें कंट्रोल से बाहर; किसका फायदा, किसे नुकसान करेंट अफेयर्स ⏳आज के दिन का इतिहास बाजार का हाल ️ मौसम का मिजाज सिंह राशि वालों को प्रमोशन या ट्रांसफर मिलने की संभावना है। कुंभ राशि वालों के लिए निवेश के लिहाज से अच्छा दिन है। जानिए आज का राशिफल... आपका दिन शुभ हो, पढ़ते रहिए दैनिक भास्कर ऐप… मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ को और बेहतर बनाने के लिए हमें आपका फीडबैक चाहिए। इसके लिए यहां क्लिक करें...
11 बजे मंडी परिसर भरा, आधा किमी तक लगी वाहनों की कतार
रहली | किसान भले मक्का के भाव से सन्तुष्ट नहीं है लेकिन एक सप्ताह में उछलकर 1750 रुपए प्रति क्विंटल का भाव भी अब किसानों को भाने लगा है जिससे मंडी में मक्का की आवक बढ़ी है। सोमवार को सप्ताह के पहले दिन हुई आवक से मंडी परिसर सुबह 11 बजे ही पूरा भर गया। 11 बजे के बाद अनाज लेकर आने वाले वाहनों को मंडी का गेट बंद कर प्रवेश से रोका, जिससे मंडी के गेट से आधा किमी दूर मोहार चौराहे तक वाहनों की तो प्रवेश पर्ची लेने काउंटर पर किसानों की कतार लग गई। कुछ किसानों ने जबरदस्ती वाहन मंडी परिसर में ले जाने की कोशिश की तो मंडी अधिकारियों व किसानों में तू-तू, मैं, मैं भी हुई। मंडी परिसर में पहुंची मक्का की बोली लगने के बाद सड़क पर खड़े वाहनों के अनाज की बोली व्यापारियों ने सड़क पर पहुंचकर लगाई। मक्का की आवक से मंडी परिसर छोटा पड़ रहा है। मंडी के शेडों और आसपास की सीसी पर व्यापारियों का अनाज रखा है, ऐसे में किसानों के लिए जगह नहीं बच रही है। जो किसान पहले मंडी पहुंच जाते हैं वे तो जगह खोजकर ढेर लगा लेते हैं, बाद में आने वाले किसान दूसरी तरफ ट्रैक्टर-ट्रॉली लिए खड़े रहते हैं।
सैन्य बलों के समर्पण, त्याग को अपनाने की सीख दी
रहली | शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में विवेकानंद कॅरियर मार्गदर्शन प्रकोष्ठ अंतर्गत आयोजन हुआ। कार्यक्रम में डॉ. पवन कुमार शर्मा ने सेना के ध्वज की महत्ता और उसके प्रति सैन्य बलों के समर्पण, त्याग को अपनाने की सीख दिया। उन्होंने सेना में सेवा कोर की कार्यप्रणाली और महत्व पर भी प्रकाश डाला। प्राचार्य डॉ. प्रवीण श्रीवास्तव ने छात्रों को सेना और उनके कर्मियों के प्रति सद्भाव और सम्मान रखने की आवश्यकता बताई। संचालन डॉ. स्वपना सराफ, आभार पूजा गुप्ता ने माना। इस अवसर पर सुषमा चौरसिया, नेहा डहरिया, डॉ. संगीता जग्गी, डॉ. मैत्री मोहन, डॉ. भूपेंद्र कुमार, डॉ. हरिश्चंद्र चौरसिया, शीतल मिश्रा, आकांक्षा सिंघई, मेघा श्रीवास्तव आदि समस्त सदस्य एवं अनेक छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
लखनऊ से खाड़ी देशों का सफर करने वाले यात्रियों के लिए राहत भरी खबर है। एयर इंडिया ने संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के लिए सीधी उड़ान सेवा दोबारा शुरू कर दी है। बंद पड़ी यह सेवा अब सप्ताह में तीन दिन संचालित की जाएगी। बढ़ती मांग और यात्रियों की सुविधा को देखते हुए एयरलाइन ने इस रूट को पुनः बहाल किया है। लखनऊ से रात 9:10 बजे उड़ान, रस अल खैमाह रात 12:30 बजे पहुंचेगी एयर इंडिया की फ्लाइट IX-124 चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट लखनऊ से रात 9:10 बजे उड़ान भरेगी और UAE के रस अल खैमाह एयरपोर्ट पर रात 12:30 बजे (स्थानीय समय) पहुंचेगी। यह सेवा सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को उपलब्ध रहेगी। वापसी की फ्लाइट IX-125 रस अल खैमाह से रात 1:30 बजे उड़ान भरकर सुबह 6:45 बजे लखनऊ पहुंचेगी। यह उड़ान मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को संचालित होगी। कामकाजी लोगों व छात्रों को बड़ी राहत खाड़ी देशों में रोजगार, व्यापार और पढ़ाई के लिए जाने वाले यात्रियों को इस सुविधा से बड़ी राहत मिली। अब तक ज्यादातर यात्रियों को दुबई या शारजाह में उतरकर आगे का सफर तय करना पड़ता था, जिससे समय और खर्च दोनों बढ़ जाते थे। सीधे रस अल खैमाह जाने का विकल्प अब यात्रा को आसान बनाएगा। पर्यटन और अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी को मिलेगा बढ़ावा रस अल खैमाह UAE का उभरता औद्योगिक, व्यावसायिक और पर्यटन केंद्र है। जबल जायस पर्वत शृंखला और दुनिया की सबसे लंबी जिपलाइन यहां के प्रमुख आकर्षण हैं। यह दुबई से लगभग 92 किलोमीटर और शारजाह से 75 किलोमीटर दूर स्थित है। लखनऊ से इस सीधी उड़ान के शुरू होने से उत्तर भारत के यात्रियों को न केवल बेहतर कनेक्टिविटी मिली है, बल्कि प्रदेश के पर्यटन और अंतरराष्ट्रीय कारोबारी संबंधों को भी गति मिलने की उम्मीद है।
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में 9 दिसंबर को भारतीय ज्ञान परंपरा केंद्रित कोर्स और प्रोजेक्ट्स के निर्धारण के लिए आईकेएस कॉनक्लेव आयोजित किया जाएगा। उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश पर आयोजित इस कॉनक्लेव के निष्कर्षों को 15 दिसंबर को नीति आयोग के सामने प्रस्तुत किया जाएगा। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के सभी फैकल्टी के डीन और एचओडी के साथ शहर के कुछ खास लोग भी हिस्सा लेंगे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. प्रकाश मणि त्रिपाठी होंगे और अध्यक्षता कुलपति प्रो. पूनम टंडन करेंगी। इसके अलावा दत्तोपंत ठेंगड़ी शोध संस्थान भोपाल के डायरेक्टर डॉ. मुकेश मिश्रा और आईजीएनटीयू (IGNTU), अमरकंटक के प्रो. आलोक श्रोत्रिय ऑनलाइन जुड़ कर हिस्सा लेंगे। UP सरकार ने 9 प्रमुख क्षेत्र चिह्नित किएयह जानकारी देते हुए कॉनक्लेव के कोऑर्डिनेटर प्रो. हर्ष कुमार सिन्हा ने बताया कि उत्तर प्रदेश शासन ने विकसित उत्तर प्रदेश 2047 अभियान में हायर एजुकेशन के 9 प्रमुख क्षेत्र चिह्नित किए थे। कुलपति प्रो. पूनम टंडन को मिला दायित्व साथ ही अलग- अलग विश्वविद्यालयों को इन क्षेत्रों पर विचार- विमर्श करने का दायित्व सौंपा था। इसी क्रम में डीडीयू की कुलपति प्रो. पूनम टंडन को भारतीय ज्ञान परंपरा विषय को संयोजित करने और इस पर विस्तृत कार्य योजना तैयार करने का दायित्व दिया गया। नवंबर महीने में लखनऊ में आयोजित उच्च शिक्षा कॉन्क्लेव में विश्वविद्यालय की प्रस्तुति के बाद शासन ने यह अपेक्षा की है कि विश्वविद्यालय प्रदेश के सभी उच्च शिक्षण संस्थानों में इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए ठोस कार्यक्रमों को चिह्नित करेगा। उन्हें लघु अवधि (2027 तक), मध्य अवधि (2037 तक) और दीर्घ अवधि (2047 तक) की श्रेणी में व्यवस्थित करने के लिए अपने विशेषज्ञों का एक कॉनक्लेव आयोजित करे तथा निष्कर्षों को प्रस्तुत करे, जिसे नीति आयोग के सामने 15 दिसंबर को रखा जाएगा। यह कॉनक्लेव उसी उद्देश्य से आयोजित है। इस आयोजन को लेकर कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने कहा- कॉनक्लेव का उद्देश्य ऐसे लक्ष्यों और नवाचारी कार्यक्रमों को चिह्नित करना है, जिसके अनुरूप प्रदेश के उच्च शिक्षण संस्थान भारतीय ज्ञान परंपरा पर आधारित ऐसे कोर्स और शोध कार्यक्रम संचालित कर सकें जो भारतीय और विदेशी सभी छात्रों के लिए उपयोगी हों।
उज्जैन जोन सीनियर कबड्डी चैम्पियनशिप में जिले की टीम होगी शामिल
आगर मालवा | नागदा में आयोजित होने वाली उज्जैन जोन सीनियर कबड्डी चैम्पियनशिप (महिला-पुरुष ) 9 दिसंबर को आयोजित की जाएगी। इसमें जिला आगर मालवा की टीम भी शामिल होगी। जिसके लिए टीम सोमवार को आगर से रवाना हुई।इस जोन चैम्पियनशिप में खेले जाने वाले मैचों के दौरान खिलाड़ियों का चयन उनके उत्कृष्ट खेल प्रदर्शन के आधार पर किया जाएगा जो दो दल बनाकर खंडवा में आयोजित मध्य प्रदेश राज्य सीनियर अंतर जोन कबड्डी चैम्पियनशिप में उज्जैन जोन का प्रतिनिधित्व करेगी। प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए आगर मालवा जिले की पुरुष सीनियर वर्ग की टीम भी भाग लेने के लिए रवाना हुई है। टीम में सुंदर यादव, सुफियान लाला, हेमराज यादव, नारायण यादव, दीपक नायक, विवेक सोनी, अंकित खरे, अजय कचावा, अंशुल, ऋतिक कामरिया का चयन कर आगर मालवा जिले की कबड्डी टीम बनाई गई है। जानकारी आगर मालवा जिला कबड्डी संघ के अध्यक्ष प्रमोद कारपेंटर ने दी।
त्रि-स्तरीय पंचायत उप निर्वाचन के लिए नोडल अधिकारियों की नियुक्ति
भास्कर संवाददाता | आगर मालवा राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा त्रि-स्तरीय पंचायत उप निर्वाचन के जारी कार्यक्रम अनुसार जिले की ग्राम पंचायतों के 7 वार्डों में पंच एवं 1 जिला पंचायत सदस्य पद के निर्वाचन होना है। निर्वाचन प्रक्रिया के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी प्रीति यादव ने विभिन्न कार्यों के लिए नोडल अधिकारी बनाते हुए निर्वाचन दायित्व सौंपे है। जारी आदेशानुसार कानून व्यवस्था का दायित्व नोडल अधिकारी अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी आरपी वर्मा को सौंपा गया है। साथ ही एसडीएम द्वय को सहायक अधिकारी नियुक्त किया है। इसी तरह मानव संसाधन प्रबंधन का दायित्व उपसंचालक कृषि विजय चौरसिया एवं जिला सूचना विज्ञान अधिकारी आरजू परिहार को सौंपा गया है। जिला शिक्षा अधिकारी को निर्वाचन संबंधी प्रशिक्षण, जिला परिवहन अधिकारी को यातायात प्रबंधन, अनुविभागीय अधिकारी लोक निर्माण विभाग दिवाकर पांडे, जिला संयोजक आदिम जाति कल्याण विभाग शेखर उईके, प्रबंधक, जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र राम सोलंकी को सामग्री प्रबंधन व्यवस्था का दायित्व सौंपा गया है।
भास्कर संवाददाता | आगर मालवा सोमवार शाम आगर-कानड़ मार्ग पर बागड़ीखेड़ा के पास एक हादसा हो गया, जिसमें ट्रैक्टर पलटने से चालक की मौत हो गई।जिला अस्पताल स्थित पुलिस चौकी से मिली जानकारी के अनुसार आनंद पिता ओंकारलाल (32), निवासी ढंडेडा थाना कानड़, आगर से कानड़ की ओर ट्रैक्टर से जा रहा था। बताया जा रहा है कि रास्ते में ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर पलट गया, जिसके नीचे दबने से आनंद गंभीर रूप से घायल हो गया। ग्रामीणों की मदद से उसे जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने जांच उपरांत उसे मृत घोषित कर दिया। घटना के संबंध में कानड़ पुलिस द्वारा आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।
लंबित शिकायतों का निराकरण करें
आगर मालवा | कलेक्टर प्रीति यादव के निर्देशानुसार सोमवार को समय सीमा पत्रों की समीक्षा बैठक कलेक्टोरेट में हुई। बैठक में सीईओ जिला पंचायत नंदा भलावे कुशरे ने सीएम हेल्पलाइन की लंबित शिकायतों की समीक्षा कर अधिकारियों को शिकायतों का समाधानकारक निराकरण करने के निर्देश दिए गए।सीईओ ने जनपद आगर की सीएम हेल्पलाइन निराकरण की स्थिति ठीक नहीं होने और डी ग्रेडिंग मिलने पर नाराजगी जाहिर कर शीघ्र स्थिति में सुधार लाने के निर्देश जनपद सीईओ को दिए। स्वास्थ्य, शिक्षा और राजस्व विभाग के अधिकारियों को भी सीएम हेल्पलाइन निराकरण में सुधार लाकर ’ए’ ग्रेडिंग प्राप्त करने के निर्देश दिए। अपर कलेक्टर आरपी वर्मा ने कहा कि किसी विभाग की शिकायत सीएम हेल्पलाइन पोर्टल पर नॉन अटेंड नहीं रहे, अन्यथा कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस कार्रवाई से नाराज पीड़ित ने एसपी को सौंपा आवेदन
आगर मालवा | सुसनेर में दिनदहाड़े दुकान में घुसकर मारपीट और लूट करने की घटना सामने आई है। पीड़ित पंकज पिता राधेश्याम (21) निवासी खजूरी चौपड़ा ने आरोप लगाया है कि घटना के बाद भी पुलिस ने आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई नहीं की। इस संबंध में उसने एसपी विनोद कुमार सिंह को आवेदन सौंपकर उचित धाराओं में प्रकरण दर्ज करने की मांग की है।पीड़ित के अनुसार घटना 7 दिसंबर को दोपहर करीब 1 बजे की है। वह अपने मौसी के बेटे की दुकान पर, जो डॉक बंगले के पास स्थित है, गल्ले पर बैठा था। इसी दौरान सुसनेर निवासी जयश पिता दिलीप जैन, रक्षित पिता त्रिलोक जैन और निखिल पिता रमण जैन दुकान पर आए और उसके भाई गोविंद से विवाद का हवाला देते हुए अपशब्द कहने लगे। तीनों ने पंकज को गल्ले से घसीटकर लात-घूंसों से मारपीट की, पास रखी टेबल से सिर भिड़ाया और उसके कपड़े तक फाड़ दिए। पीड़ित ने बताया कि हमलावरों ने गल्ले में रखे 10 हजार रुपए भी निकाल लिए। बीच-बचाव करने आए दुकान के कर्मचारी से भी बदसलूकी और मारपीट की गई। इसी दौरान मौके पर पुलिस पहुंची, लेकिन आरोपियों ने थाना प्रभारी की भी नहीं सुनी और उनके सामने ही मारपीट जारी रखी। बाद में थाना प्रभारी ने पीड़ित को थाने ले जाकर बैठा दिया, जबकि आरोपियों को छोड़ दिया। पीड़ित का कहना है कि थाने में रिपोर्ट लिखवाने पर भी उसकी शिकायत दर्ज नहीं की गई। पुलिस ने अपने स्तर पर पुलिस हस्तक्षेप अयोग्य का मामला दर्ज कर लिया, जबकि घटना में तोड़फोड़, लूट और जान से मारने की धमकी जैसे मामले शामिल हैं।
सेक्टर-6 स्थित खेमराज कटारा सेटेलाइट हॉस्पिटल में तय कीमत से अधिक दरों पर दवाइयां खरीदी गई हैं। ये वही दवायां हैं, जो राजस्थान मेडिकल कॉरपोरेशन लिमिटेड (आरएमएससीएल) से दी गई सप्लाई के बाद भी कम पड़ जाती हैं या वहां से सप्लाई नहीं हो पाती। सरकार ने कम सप्लाई वाली दवाई स्थानीय स्तर पर बाजार की न्यूनतम दर पर खरीदने की छूट दे रखी है। इस हॉस्पिटल में बिना किसी टेंडर के न सिर्फ तय से अधिक दर पर दवाई खरीदी गई, बल्कि जिस आरटीआई में यह खुलासा हो रहा है, उसके अधिकांश बिल ऐसे दिए गए हैं, जिन्हें पढ़ना असंभव-सा है। फिलहाल केवल 15 बिलों को देखने पर करीब एक लाख से अधिक की धांधली सामने आई है। आरटीआई में कुल 150 बिल दिए गए हैं। बताया जा रहा है कि इस खरीद में करीब 10 लाख रुपए ज्यादा देकर सरकार को नुकसान पहुंचाया गया है। ये हालात भी तब हैं, जब इस हॉस्पिटल के ठीक सामने चंद कदमों की दूरी पर एक जन औषधि केंद्र भी है। इस पर सस्ती दरों पर दवाई खरीदी जा सकती है। हॉस्पिटल प्रबंधन ने दूसरे स्टोर से दवाई महंगे दामों पर खरीदी। बता दें, सरकार के स्पष्ट निर्देश हैं कि कम दर पर या जन औषधि केंद्र से दवाई खरीदी जा सकती है। 3 जून, 2022 को जारी स्थायी आदेश में भी निदेशालय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं ने स्पष्ट उल्लेख किया है कि दवा खरीद बाजार की न्यूनतम दर पर की जाए। 4-4 रुपए के पत्ते 11 से 14 रुपए में, 21 रुपए का इंजेक्शन 43 में इनकी खरीद में भी गड़बड़ वॉग्लीबॉस (मधुमेह), एलोपूरीनोल (गठिया), इटोथियोफायलिन (श्वास रोग), मैफेनेमिक एसडी (पेट दर्द) और मोन्टेलुकास (एलर्जी) सहित कई अन्य दवाइयां लाखों रुपए ज्यादा देकर खरीदी गई हैं। इसकी पुष्टि पिछले साल 21 मार्च को आरटीआई के जवाब से हो रही है। इसमें 1 अप्रैल, 2023 से 31 मार्च, 2024 तक की जानकारी मांगी गई थी। दवाइयां नाइस फार्मा, लाइफ केयर डिस्ट्रीब्यूटर, नोवा फार्मा से खरीदी गई हैं। अधीक्षक बोले- खरीद टेंडर से की जाती है, इस मामले की जानकारी नहींमुझे इसकी जानकारी नहीं है। यह खरीद जहां से की गई है, वहां टेंडर से खरीदी जाती है। जानकारी लेकर ही कुछ कहा जा सकता है। जांच में जो दोषी होगा, उस पर कार्रवाई करेंगे। लोकल टेंडर पर प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र से खरीदी जाती है। -डॉ. राहुल जैन, अधीक्षक, सेटेलाइट हॉस्पिटल, सेक्टर-6
सार्थक ऐप का विरोध, सीएचओ, एएनएम ने सौंपा ज्ञापन
मोहन बड़ोदिया | मोहन बड़ोदिया में सोमवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोहन बड़ोदिया पर कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों ने सार्थक ऐप से उपस्थिति दर्ज कराने के निर्णय का विरोध किया। मोहन बड़ोदिया ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ. राजेश रुहेला को सीएचओ और एएनएम ने संयुक्त रूप से ज्ञापन सौंपकर अपनी आपत्ति दर्ज कराई। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोहन बड़ोदिया पर पदस्थ रूपनारायण शर्मा ने बताया कि सोमवार को आयोजित इस कार्यक्रम में मोहन बड़ोदिया ब्लॉक के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) और एएनएम मौजूद रहीं। सभी ने एकमत होकर सार्थक ऐप के माध्यम से अटेंडेंस प्रणाली को अव्यवहारिक बताते हुए इसका विरोध किया। रूपनारायण शर्मा ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में नेटवर्क की समस्या, तकनीकी दिक्कतें और संसाधनों की कमी के कारण सार्थक ऐप से उपस्थिति दर्ज कराना कई बार संभव नहीं हो पाता है। इससे कर्मचारियों को अनावश्यक मानसिक दबाव का सामना करना पड़ता है। उन्होंने यह भी कहा कि स्वास्थ्य कर्मी पहले से ही क्षेत्र में भ्रमण, टीकाकरण, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य जैसी महत्वपूर्ण सेवाओं में व्यस्त रहते हैं, ऐसे में तकनीकी बाधाओं के कारण उपस्थिति पर सवाल उठाना न्यायसंगत नहीं है। स्वास्थ्य कर्मियों ने ज्ञापन के माध्यम से मांग की कि उपस्थित दर्ज करने के पुराने और सरल तरीकों को फिर से लागू किया जाए या फिर सार्थक ऐप में आ रही तकनीकी समस्याओं का स्थायी समाधान किया जाए। ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ. राजेश रुहेला ने कर्मचारियों की बातों को ध्यानपूर्वक सुना और समस्याओं को उच्च अधिकारियों तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। हाल के दिनों में सार्थक ऐप से अटेंडेंस को लेकर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों में असंतोष देखा जा रहा है।
कृषि उपज मंडी में अन्नकूट महोत्सव, गणेश जी को अर्पित किए 56 भोग
माचलपुर | स्थानीय कृषि उपज मंडी परिसर में रविवार रात अन्नकूट महोत्सव श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। मंडी प्रांगण को आकर्षक रोशनी और फूलों से सजाया गया, जहां गणेश जी की प्रतिमा के समक्ष 56 प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजन सजे हुए दिखाई दिए। भक्तों ने बड़ी संख्या में पहुंचकर भगवान गणेश के दर्शन किए और अन्नकूट के इस वार्षिक आयोजन में शामिल होकर आशीर्वाद लिया।महोत्सव में पारंपरिक मिठाइयों के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के नमकीन, फल, मेवे और विशेष व्यंजन सजाए गए थे। पूजा समिति के सदस्यों ने बताया कि सामूहिक सहयोग से यह भोग तैयार किया गया, जिसमें मंडी व्यापारियों और स्थानीय लोगों का विशेष योगदान रहा। धार्मिक अनुष्ठान मंत्रोच्चार के साथ संपन्न हुआ और भोग अर्पण के बाद महाप्रसादी ग्रहण की। पूरे परिसर में भक्ति संगीत और दीप सज्जा के कारण एक शांत और मंगलमय वातावरण बना रहा। अन्नकूट महोत्सव का उद्देश्य समुदाय में एकता, सहयोग और समृद्धि का संदेश देना है। आयोजन के दौरान व्यवस्था का ध्यान रखते हुए भक्तों को क्रमवार दर्शन कराए गए। देर रात तक श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा और सभी ने गणेश जी के समक्ष सुख-समृद्धि की कामना की।
मध्य प्रदेश की राजनीति, नौकरशाही और अन्य घटनाओं पर चुटीली और खरी बात का वीडियो (VIDEO) देखने के लिए ऊपर क्लिक करें। इन खबरों को आप पढ़ भी सकते हैं। 'बात खरी है' मंगलवार से रविवार तक हर सुबह 6 बजे दैनिक भास्कर ऐप पर मिलेगा। केंद्रीय मंत्री ने मंच से कह दी खरी बातमध्य प्रदेश आए केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने अपने ही दल की सरकार की फजीहत कर दी। यहां कि पोषण नीतियों पर सवाल उठा दिए। भरे मंच से खरी बात कह दी। जो पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बनी हुई है। विपक्ष को जहां सरकार को घेरने का मौका मिल गया, वहीं सरकार की ओर से सफाई भी पेश की जाने लगी। भोपाल में राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर कार्यशाला में धर्मेंद्र प्रधान ने कहा- मध्य प्रदेश में 50 लाख बच्चों ने 5वीं क्लास तक एपल नहीं देखे होंगे। देखे होंगे तो बाजार में देखे होंगे। उन्हें सेब खाने का सौभाग्य नहीं है। अंजीर तो उनकी जिंदगी में 10वीं के बाद शायद ही आया हो। अनेक बच्चों को जब एक गिलास दूध चाहिए तब नहीं मिलता है। धर्मेंद्र प्रधान ने विधायक रामेश्वर शर्मा और भगवानदास सबनानी की तरफ देखते हुए कहा कि ये हमारे मित्र रामेश्वर शर्मा बडे़-बडे़ भंडारे करते हैं। मैं उनसे निवेदन करता हूं कि अपने विधानसभा क्षेत्र में कम से कम हफ्ते में एक बार एक बच्चे को एक पीस अंजीर, दो काजू और एक बेसन का लड्डू मिल जाए। धर्मेंद्र प्रधान ने फूलों का गुलदस्ता दिए जाने पर भी तंज किया। उन्होंने कहा कि फूलों का गुलदस्ता भेंट किया जाता है। उसकी लाइफ 20 सेकेंड है। सोशल मीडिया पर फोटो पोस्ट करने के चक्कर में कई गुलदस्ते भेंट में मिलते हैं। मैंने एक गुलदस्ता का मूल्य निकाला तो औसतन 500 रुपया है। इतने पैसों में दो किलो सेब आ जाएंगे। सांसद पर फूट पड़ा खिलाड़ी का गुस्सासांसद जी ने इंतजार कराया तो उनसे लड़ गई खिलाड़ी। ये दिलचस्प वाकया हुआ छतरपुर जिले के चंदला में। महिला खिलाड़ी ने बीच ग्राउंड में सबके सामने भाजपा सांसद को खरी-खोटी सुना दी। हुआ यूं कि खजुराहो से भाजपा सांसद वीडी शर्मा सांसद खेल महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने आए थे। वे तय समय से करीब 5 घंटे देरी से दोपहर करीब 3 बजे वहां पहुंचे। जबकि खिलाड़ियों को सुबह 9-10 बजे ही ग्राउंड पर बुला लिया गया था। सांसद वीडी शर्मा ग्राउंड पर आए तो खिलाड़ियों से मुलाकात की। वे सभी से मिल रहे थे। नमस्ते कह रहे थे। तभी एक खिलाड़ी ने उनसे कहा- नमस्ते तो ठीक है, हम इतनी देर से इंतजार कर रहे हैं। हमारे पास फालतू टाइम है क्या ? ये सुनकर सांसद समेत मैदान पर मौजूद अधिकारी और दूसरे खिलाड़ी हैरान रह गए। हालांकि सांसद मुस्कुराए और खिलाड़ी को दुलार किया और फिर आगे बढ़ गए। इस वाकया का वीडियो सामने आने पर लोग तरह-तरह के कमेंट कर रहे हैं। कुछ कमेंट ये हैं- जब विधायक ने शुरू कर दी डॉक्टरीरीवा के मनगवां से भाजपा विधायक नरेंद्र प्रजापति ने तो गजब ही कर दिया। माननीय डॉक्टर के रूप में नजर आए। इंजीनियरिंग पास विधायक जब एक हादसे में घायल अपने समर्थक से मिलने पहुंचे तो वहां डॉक्टरी शुरू कर दी। विधायक ने कभी घायल के दोनों पैर ऊपर उठवाए तो कभी पैर चौड़े करवाए। मरीज के घुटने भी मुड़वाए। ये सब करने के बाद मुहर लगा दी कि सब कुछ ठीक है। इतना ही नहीं डॉक्टर की लिखी दवाई पर कहा कि इससे अच्छी दवाई तो मैं लिख दूंगा। वीडियो सामने आया तो लोग कहने लगे इंजीनियर साहब डॉक्टर कब से बन गए। चलो चेकअप कर लिया, ये दवाई कैसे लिखोगे ? कुछ लोग इसके मीम बनाकर सोशल मीडिया में पोस्ट कर रहे हैं। पुलिस ने खेत में उखाड़े गांजे के पौधेनीमच में पुलिस फोर्स खेत में काम करती नजर आई तो हर कोई हैरान रह गया। पुलिस वाले कड़ी मशक्कत से खेत में कुछ पौधे उखाड़ रहे थे। जैसे किसान अपने खेत में निंदाई-खुदाई करता है, ठीक वैसे ही। फिर पता चला कि पुलिस तो गांजे के पौधे उखाड़ रही थी। दरअसल, चोरी-छिपे हो रही गांजे की खेती की जानकारी मिलने पर पुलिस यहां पहुंची थी। फसल के बीच गांजे के पौधे देखकर चौंक गई। फिर इन्हें हटाने के मिशन में जुट गई। खास बात ये है कि गांजे की ये खेती सरकारी जमीन पर की जा रही थी। जिसकी किसी को भनक भी नहीं लगी। अब लोग कह रहे हैं कि वाह क्या सिस्टम है। प्रशासन के पैरों तले जमीन खिसक गई और पता ही नहीं चला। बात खरी है सीरीज की ये कड़ी भी पढ़ें.. मंत्री विजयवर्गीय ने कमलनाथ से जताई करीबियां: सीएम के अभिनंदन के बहाने विधायक का शक्ति प्रदर्शन मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में डॉ. मोहन यादव के दो साल पूरे होने वाले है। इसे लेकर भोपाल के हुजूर से भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने सीएम हाउस पहुंचकर उनका अभिनंदन किया। उनके इस कदम को मंत्रिमंडल में बदलाव की संभावना के बीच शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है। पूरी खबर पढ़ें..
पंडित बालकृष्ण शर्मा नवीन की स्मृति में व्याख्यान व रचना पाठ
शाजापुर | सोमवार को साहित्य अकादमी, मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद एवं संस्कृति विभाग, मप्र शासन द्वारा महान कवि और साहित्यकार बालकृष्ण शर्मा ‘नवीन’ की स्मृति में व्याख्यान एवं रचनापाठ समारोह नगर पालिका परिषद सभागार, शाजापुर में आयोजित किया। समारोह में विधायक अरुण भीमावद मुख्य अतिथि थे। वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. आरती तिवारी मुख्य वक्ता थीं। पंकज पलाश (शाजापुर), रुद्र प्रताप ‘रुद्र’ (रीवा), रागिनी झा ‘धृति’ (दिल्ली), संदीप सोनी (दिल्ली), सुरेश त्रिवेदी ‘बम’ (पोलायकलां), शुभम शर्मा (उज्जैन), अमन जादौन (शाजापुर) और जॉय शर्मा ने काव्य प्रस्तुतियां दी। संचालन साहित्य अकादमी के डॉ. विकास दवे ने किया। मंच संचालन अमन जादौन ने किया।
न्याय पालिका ने समझी छात्राओं की पीड़ा कन्या छात्रावास में लगवाई सैनेटरी पैड मशीन
शाजापुर | जिला विधिक सेवा प्राधिकरण शाजापुर एवं न्याय पालिका के संयुक्त प्रयासों से कन्या उत्कृष्ट सीनियर छात्रावास शाजापुर में सोमवार को एक आधुनिक सैनेटरी पैड मशीन स्थापित की गई। यह कदम उन स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है, जो छात्राओं के सम्मान-बचाव और स्वच्छता व्यवस्था को सुनिश्चित करती है। 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस पर आयोजित विधिक साक्षरता शिविर में प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष आनंद तिवारी द्वारा छात्राओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए छात्रावास परिसर में सैनेटरी पैड मशीन लगाने की घोषणा की थी। सोमवार को जिला स्थापना शाजापुर के समस्त न्यायाधीश एवं प्रधान जिला न्यायाधीश ने घोषणा को साकार रूप दे दिया। नि:शुल्क नेत्र जांच शिविर आज : जिला विधिक सेवा प्राधिकरण शाजापुर एवं जिला अभिभाषक संघ शाजापुर के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार सुबह 10.30 बजे से अपराह्न 4 बजे तक जिला न्यायालय परिसर शाजापुर में नि:शुल्क नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष आनंद कुमार तिवारी के मुख्य आतिथ्य में होगा। शिविर में नेत्र जांच नि:शुल्क होगी।
कड़ाके की ठंड के चलते पारा 8 डिग्री पर पहुंचा, स्कूलों का समय भी बदला
शाजापुर | उत्तर-पूर्व से आ रही ठंडी और सूखी हवा के तेज असर के कारण शाजापुर में कड़ाके की ठंड पड़ रही है, जिसके चलते सीजन में पहली बार न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस पर आ गया है, जबकि इसके पहले यह 10 से 11 डिग्री पर बना हुआ था। रविवार-सोमवार की रात पारा 8 डिग्री पर दर्ज किया, वहीं पिछले तीन दिनों से शीतलहर चल रही है और दिन में भी 10 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने से ठंडक बनी रही। हालांकि अधिकतम तापमान 27.8 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम में आई इस अचानक गिरावट के चलते बच्चों के स्वास्थ्य सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर के आदेश पर जिला शिक्षा अधिकारी राजेंद्र शिप्रे ने जिले के प्री-प्राइमरी से कक्षा 8वीं तक के सभी शासकीय व अशासकीय, सीबीएसई सहित अन्य बोर्ड से संबद्ध शैक्षणिक संस्थाओं का संचालन समय बदलकर अब सुबह 8:30 बजे से कर दिया है। यह आदेश अगले आदेश तक प्रभावी रहेगा। मौसम पर्यवेक्षक सत्येंद्र धनोतिया ने बताया कि आगामी दिनों में रात का पारा बढ़ सकता है, जो 12 डिग्री तक पहुंच सकता है, वहीं दिन का पारा भी थोड़ा बढ़ सकता है। बता दें बीते एक सप्ताह से रात का पारा 12 डिग्री से नीचे बना हुआ है।
नवीन जयंती पर शहर में रचनाओं की रंगत, हर तरफ साहित्य का सुरूर
भास्कर संवाददाता | शाजापुर सोमवार को पं. बालकृष्ण शर्मा ‘नवीन’ की 128वीं जयंती श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाई गई। प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस बीकेएसएन शा. महाविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विधायक अरुण भीमावद ने मां सरस्वती की पूजा-अर्चना कर नवीन जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्य प्रो. मीनू गिडवानी ने स्वागत भाषण दिया। विधायक भीमावद ने कुंकुम, रश्मिरेखा, अपलक, क्वासी जैसी कृतियों का उल्लेख करते हुए कहा कि नवीन जी राष्ट्रनिष्ठ साहित्यकार थे। अध्यक्षता जनभागीदारी समिति अध्यक्ष विपुल कसेरा ने की। उन्होंने महाविद्यालय का पूर्ण नाम पुनः ‘पं. बालकृष्ण शर्मा नवीन शासकीय महाविद्यालय’ किए जाने की जरूरत पर बल दिया। साहित्यकार बीएल सौराष्ट्रीय ने काव्यपाठ कर नवीन जी के साहित्यिक योगदान पर प्रकाश डाला। संचालन नवीन जयंती प्रभारी व भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ के संयोजक डॉ. बीएल मालवीय ने व आभार राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी प्रो. प्रकाश बर्फा ने व्यक्त किया। इधर सर्व ब्राह्मण समाज शाजापुर ने भी शहीद पार्क स्थित नवीन जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। समाज अध्यक्ष दिलीप शर्मा ने बताया कि पिछले वर्ष से ब्राह्मण समाज द्वारा उन्हें ‘ब्राह्मण रत्न’ की उपाधि दी गई है और ‘नवीन स्मृति प्रतिभा प्रोत्साहन एवं सम्मान समारोह’ हर वर्ष आयोजित किया जा रहा है। शहीद पार्क में नवीन जयंती पर कवियों ने अर्पित की काव्यांजलि : पं. बालकृष्ण शर्मा ‘नवीन’ की जयंती पर शहीद पार्क में कवियों व नागरिकों ने प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया। कवि जितेंद्र देवतवाल ‘ज्वलंत’, संतोष शर्मा, सज्जाद कुरैशी, बालचंद सूर्यवंशी ने रचनाएं प्रस्तुत कीं। मुख्य अतिथि विधायक अरुण भीमावद सहित साहित्य परिषद पदाधिकारी सहित गणमान्यजन उपस्थित रहे। जिले के ही नहीं, साहित्य जगत के गौरव है नवीन जी -नाहर : पं. बालकृष्ण शर्मा नवीन जी की कविताएं और रचनाएं पूरे देश में प्रसिद्ध हैं। स्वतंत्रता संग्राम के आंदोलन में भी नवीन जी ने देश को आजादी दिलाने में अपनी कलम की धार का परिचय दिया था। यह हमारे लिए गौरव की बात है कि ऐसे व्यक्ति का जन्म हमारे जिले में हुआ। यह बात प्रेस क्लब शाजापुर के संरक्षक व वरिष्ठ पत्रकार सुनील नाहर ने शहीद पार्क में आयोजित नवीन जयंती कार्यक्रम में कही। इस अवसर पर प्रेस क्लब उपाध्यक्ष मंगल नाहर, सहसचिव पं. गोविंद शर्मा, सचिव नीलेश वर्मा, प्रवक्ता मनीष सोनी, रोहित विश्वकर्मा, महेंद्र आचार्य आदि उपस्थित थे।
अर्द्धवार्षिक मूल्यांकन व एफएलएन कक्षाओं का अवलोकन
शाजापुर | जनपद शिक्षा केंद्र शाजापुर की अकादमिक टीम ने सोमवार को कक्षा 3 से 8 तक होने वाले अर्द्धवार्षिक मूल्यांकन व चयनित सैंपल शालाओं की एफएलएन कक्षाओं का अवलोकन किया। बीएसी प्रमोद गुप्ता, सुनील विश्वकर्मा, जगदीश भावसार और हेमलता जादम की टीम ने एकीकृत शासकीय उमावि ज्योतिनगर, सरदार वल्लभ भाई पटेल सांदीपनि विद्यालय, एकीकृत शामावि महालक्ष्मी तथा महुपूरा सहित चयनित शालाओं में मूल्यांकन की प्रक्रिया का निरीक्षण किया। जानकारी बीएसी प्रमोद गुप्ता ने दी।
30 करोड़ की धोखाधड़ी:फिल्म निर्देशक विक्रम भट्ट और पत्नी को आज कोर्ट में पेश करेंगे
इंदिरा ग्रुप ऑफ कंपनीज के संस्थापक डॉ. अजय मुर्डिया से 30 करोड़ की धोखाधड़ी में गिरफ्तार बॉलीवुड फिल्म निर्देशक विक्रम भट्ट व उनकी पत्नी श्वेतांबरी भट्ट को करीब 24 घंटे की यात्रा के बाद सोमवार रात 10 बजे उदयपुर लाया गया। दोनों को लेकर उदयपुर पुलिस दोपहर ढाई बजे तक वड़ोदरा (गुजरात) तक पहुंच चुकी थी। दोपहर 3 बजे वहां से रवानगी की। पुलिस भट्ट दंपती को मंगलवार को उदयपुर जिला एवं सत्र न्यायालय में पेश कर रिमांड मांगेगी। दोनों से धोखाधड़ी मामले में दस्तावेजों के आधार पर पूछताछ की जाएगी। आरोपी भट्ट ने इस मामले को पहले ही जोधपुर हाईकोर्ट में चुनौती दे रखी है। इसकी सुनवाई भी मंगलवार को होगी। बता दें, पुलिस ने भट्ट और श्वेतांबरी को रविवार को मुंबई (महाराष्ट्र) में यारी रोड स्थित अपार्टमेंट से पकड़ा था। यह घर भट्ट की साली का बताया जाता है। एक को जमानत, दूसरे की खारिजइसी मामले में गत 16 नवंबर को गिरफ्तार भट्ट के को-प्रोड्यूसर महबूब अंसारी व फर्जी वेंडर संदीप की जमानत अर्जी पर सोमवार को उदयपुर कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने महबूब की अर्जी खारिज कर दी। वेंडर संदीप को सशर्त जमानत दे दी। व्यवसायी की पत्नी की बायोपिक बनाने के नाम पर रुपए लिए, 8 लोग आरोपीइंदिरा ग्रुप ऑफ कंपनीज के मालिक डॉ. अजय मुर्डिया ने 17 नवंबर को विक्रम भट्ट समेत 8 लोगों के खिलाफ 30 करोड़ की धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज कराई थी। इसके मुताबिक एक इवेंट में मुर्डिया की मुलाकात दिनेश कटारिया से हुई थी। दिनेश ने उन्हें पत्नी की बायोपिक बनाने का प्रस्ताव दिया। पिछले साल 24 अप्रैल को उन्हें मुंबई स्थित स्टूडियो बुलाया, जहां विक्रम भट्ट से मिलवाया। भट्ट से बायोपिक बनाने पर चर्चा हुई थी। कुछ दिन बाद भट्ट और उनकी पत्नी श्वेतांबरी ने डॉ. मुर्डिया से कहा कि 7 करोड़ और फाइनेंस करके वे 4 फिल्में 47 करोड़ में बना सकते हैं। इनकी रिलीज से 100 से 200 करोड़ रुपए तक मुनाफा हो जाएगा। इसके बाद उनके स्टाफ में अमनदीप मंजीत सिंह, मुदित, फरजाना आमिर अली, अबजानी, राहुल कुमार, सचिन गरगोटे, सबोबा भिमाना अडकरी के नाम के खातों में रुपए ट्रांसफर करवाए।
कॉलेज चलो अभियान का शुभारंभ किया
भास्कर संवाददाता | | आठनेर शासकीय कॉलेज आठनेर द्वारा उच्च शिक्षा विभाग, मप्र के मार्गदर्शन में शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय आठनेर में सोमवार से “कॉलेज चलो अभियान” का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में कॉलेज प्राचार्य डॉ. सरोज पाटील, अभियान प्रभारी डॉ. वर्जिनिया दवंडे, विद्यालय प्राचार्य राजेंद्र खाड़े और कन्या विद्यालय प्राचार्य मदनलाल पटेल उपस्थित रहे। कार्यक्रम में लगभग 125 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। डॉ. दवंडे ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, प्रवेश प्रक्रिया और शासकीय योजनाओं की जानकारी दी। डॉ. गजानंद ठाकरे ने कक्षा 12वीं के बाद पाठ्यक्रमों और उनकी कॅरियर संभावनाओं के बारे में मार्गदर्शन दिया। सहयोगी अजय धुर्वे ने छात्रों को शिक्षा में सक्रिय रहने और अवसरों का सही उपयोग करने के लिए प्रेरित किया।
आगरा के फतेहाबाद क्षेत्र के रहने वाले युवक-युवती 6 दिसंबर को घर से भाग गए थे। दोनों एक दूसरे से प्यार करते हैं। घर वालों ने दोनों को तलाशा। समझा बुझाकर वापस बुलाया। इसके बाद पंचायत हुई। पंचायत में दोनों परिवार की रजामंदी से शादी करा दी। पंचायत में युवक से पूछा गया कि तुम पर कोई दवाब तो नहीं है। कहीं ऐसा न हो कि तीन महीने बाद लड़की की लाश मिले। उसको छोड़ तो नहीं देगा। ऐसे ही लड़की से पूछा गया। दोनों ने सहमति जताई तो मंदिर में ही दोनों की शादी करवा दी गई। ये मामला सोशल मीडिया पर सुर्खियों में है। खेड़ा जवाहर निवासी संदीप और फतेहाबाद के कछपुरा हिमाउपुर निवासी नेहा 6 दिसंबर को एक साथ घर से चले गए थे। दोनों एक दूसरे से प्यार करते हैं। वो शादी करना चाहते थे। दोनों एक ही समाज से हैं। 7 दिसंबर को समाज के लोगों की सती माता मंदिर पर एक बैठक बुलाई। समाज की बदनामी से बचने और दोनों के एक ही समाज से होने के कारण पंचों ने उनकी शादी कराने का फैसला किया। इसके बाद युवक-युवती को समझा बुझाकर बुलाया गया। मंदिर में पंचायत के बीच दोनों को बैठाया गया। इसमें मां सती जसोदा देवी सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रिंस कुशवाहा ने युवक से पूछा कि तुम किसी के दबाव में आकर तो शादी नहीं कर रहे। कहीं ऐसा न हो तीन-चार महीने बाद लड़की को ये कहकर छोड़ दो कि घर वाले स्वीकार नहीं कर रहे। ऐसा न हो कि 6 महीने बाद उसकी लाश मिले। एक बार सोच लो। अगर ऐसा कुछ होता है तो जिम्मेदारी तुम्हारी होगी। लड़के ने पंचायत में लड़की को अपने साथ रखने की सहमति जताई। लड़की से भी पूछाइसके बाद युवती से भी सवाल पूछे गए। उससे पूछा कि अगर कल को लड़के ने छोड़ दिया तो क्या करोगी। लड़की बोली, वो ऐसा नहीं करेगा, मुझे विश्वास है। अगर लड़का कोई काम धंधा नहीं करेगा तो उसे छोड़ तो नहीं दोगी। कई सवाल के बाद जब लड़की ने अपनी सहमति दी तो दोनों के एक कागज पर साइन कराए गए। इसके बाद मंदिर में ही युवक ने युवती की मांग भरी। एक-दूसरे को जयमाला पहनाई। पंचायत में बंटी कुशवाहा, प्रधान मनीष कुशवाहा, प्रधान भोला कुशवाहा, प्रधान छोटू कुशवाहा, संजू कुशवाहा, डॉ. वेदप्रकाश कुशवाहा, रामकेश कुशवाहा सहित समाज के कई अन्य लोग मौजूद रहे।
गीता का पाठ कर ग्रामीणों ने सद्कर्म अपनाने का लिया संकल्प
बैतूल | मप्र जन अभियान परिषद बैतूल के सेक्टर क्र. 4 में ग्राम ग्यारसपुर और उमरी में श्रीमद् भगवद गीता का सामूहिक पाठ कर कार्यक्रम आयोजित किया। इस अवसर पर परिषद के प्रस्फुटन और नवांकुर समूहों के साथ बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान श्रीमद् भगवद गीता के पाठ से कर्मयोग और सद्कर्म का महत्व समझाया। सभी ग्रामीणों ने समाज में नैतिकता और सद्कर्म को अपनाने का संकल्प लिया। इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने ज्ञान प्राप्ति और सामूहिक सहभागिता से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का संकल्प जताया।
कलेक्टर सूर्यवंशी ने एमपी ई-सेवा पोर्टल के प्रचार और प्रशिक्षण पर जोर दिया
बैतूल| सोमवार को कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में एमपी ई-सेवा पोर्टल के संबंध में विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण आयोजित किया। कलेक्टर सूर्यवंशी ने कहा सरकारी सेवाओं को एक ही डिजिटल विंडो पर लाना, पेपरलेस और फेसलेस बनाना इस पोर्टल का मुख्य उद्देश्य है। अब जाति, निवास, आय समेत जरूरी प्रमाणपत्रों के लिए ऑनलाइन आवेदन, स्टेटस ट्रैकिंग और प्रमाणपत्र डाउनलोड की सुविधा है। कलेक्टर ने जिले में पोर्टल की सेवाओं और उपयोग प्रक्रिया के प्रचार के निर्देश दिए। बैनर और प्रचार पर्चे कियोस्क, लोक सेवा केंद्र, नगरीय व ग्रामीण निकायों और सार्वजनिक कार्यक्रमों में अनिवार्य रूप से प्रदर्शित एवं वितरित किए जाएंगे। उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों को पोर्टल की उपयोगिता से अवगत कराने, ई-दक्ष केंद्रों पर प्रशिक्षण और प्रभावी क्रियान्वयन के लिए प्रगति प्रतिवेदन तैयार करने के निर्देश दिए। वर्तमान में पोर्टल पर 26 विभागों की 500 से अधिक सेवाएं उपलब्ध हैं और आगामी चरणों में 1700 से अधिक सेवाएं जोड़ने की योजना है।
अजाक्स ने बाबा साहब का परिनिर्वाण दिवस मनाया
बैतूल| अजाक्स संगठन जिला बैतूल ने विश्व रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की 70वीं महापरिनिर्वाण दिवस पर अंबेडकर चौक में कार्यक्रम आयोजित किया। संभाग अध्यक्ष अनिल कापसे के नेतृत्व में बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण और श्रद्धा सुमन अर्पित किए। कार्यक्रम में अजाक्स ब्लॉक व तहसील अध्यक्ष, सदस्य उपस्थित रहे। सभी ने उनके जीवन, कृतित्व और व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला और “नमो बुद्धाय, जय भीम, जय सेवा, जय जोहार” के उद्घोष के साथ सामाजिक न्याय और समानता का संकल्प लिया।
भैसाघाट में भाल नदी पर लोगों ने किया बोरी बंधान, संरक्षण का लिया संकल्प
भास्कर संवाददाता | बैतूल मप्र शासन की मंशानुसार एवं मप्र जन अभियान परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष, जलप्रहरी एवं पर्यावरणविद मोहन नागर (राज्यमंत्री दर्जा) के नेतृत्व में जिलेभर में जल संरक्षण को लेकर जागरूकता बढ़ाने का अभियान निरंतर चल रहा है। इसी क्रम में विकासखंड आठनेर के ग्राम भैसाघाट की भाल नदी में रविवार को बोरी बंधान कार्यक्रम का आयोजन किया। यह कार्यक्रम जन अभियान परिषद विकासखंड आठनेर के मार्गदर्शन में ग्राम विकास प्रस्फुटन समिति भैसाघाट, सीएमसी एलडीपी छात्र -छात्राओं एवं विकासखंड की नवांकुर संस्थाओं की संयुक्त पहल पर पूरा किया गया। कार्यक्रम के दौरान नदी में बोरी बंधान कर वर्षा जल को रोकने एवं भूजल स्तर बढ़ाने का सामूहिक प्रयास किया। इस अवसर पर नवांकुर संस्था मानव ग्राम सेवा समिति बोरपानी के अध्यक्ष राजू सलामे ने कहा जल संरक्षण आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि “जल है तो जीवन है” यह वाक्य सिर्फ कहने के लिए नहीं, बल्कि जीवन की सच्चाई है। हमारी आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित भविष्य तभी मिल सकता है जब प्रत्येक व्यक्ति जल बचाने में अपनी भूमिका निभाए। वर्षा जल की एक-एक बूंद का संरक्षण ही भविष्य के जल संकट से समाज को बचा सकता है। पर्याप्त जल उपलब्ध कराया जा सकेगा परामर्शदाता गोवर्धन राने ने कहा जल अत्यंत अनमोल संसाधन है। उन्होंने कहा यदि हम आज सामूहिक रूप से जल को बचाने का संकल्प लें, तो ही भावी पीढ़ियों को पर्याप्त जल उपलब्ध कराया जा सकेगा। राने ने जोर देकर कहा जल संरक्षण सिर्फ सरकारी योजनाओं का हिस्सा नहीं, बल्कि प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। कार्यक्रम विकासखंड केंद्र में संचालित मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास पाठ्यक्रम की रविवार की कक्षा के बाद समरसता भोज आयोजित किया। बोरी बंधान के पश्चात सभी प्रतिभागियों ने समरसता भोज में शामिल होकर एक पंक्ति में बैठकर प्रसादी ग्रहण की। सामूहिक भोजन ने सामाजिक एकता और जल संरक्षण के महत्व को और मजबूत किया। कार्यक्रम में विकासखंड समन्वयक मधु चौहान, परामर्शदाता दिनेश साकरे, नवांकुर संस्था जागृति ग्राम विकास समिति बरखेड़ के अध्यक्ष देवीदास गावंडे सहित अंकित सातपुते, उमेश कासदे, रविंद्र कवड़कर, निकिता ईडपाचे, गीतांजलि धाकड़े सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे। अंत में सभी ने जल संरक्षण के संकल्प के साथ कार्यक्रम का समापन किया।
पीएम स्वनिधि महोत्सव : सभी पात्रों के प्रकरण होंगे 100% निराकृत
बैतूल| कलेक्टर नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी ने कहा पीएम स्वनिधि योजना जरूरतमंद लोगों को स्वयं का रोजगार स्थापित करने के लिए महत्वपूर्ण है। सोमवार को कलेक्ट्रेट में आयोजित समीक्षा बैठक में उन्होंने सभी पात्र प्रकरणों को शत-प्रतिशत वितरित कराने हेतु 7 दिवसीय पीएम स्वनिधि महोत्सव आयोजित करने के निर्देश दिए। कार्यक्रम के पहले तीन दिन पात्र हितग्राहियों के आवेदन पोर्टल पर भरवाए जाएंगे और स्वीकृति दी जाएगी। अगले तीन दिनों में स्वीकृत प्रकरणों का वितरण कराया जाएगा तथा अंतिम दिन विशेष कार्यक्रम में चेक देंगे। कलेक्टर ने कहा कई बैंक प्रकरणों को बिना कारण “नॉट रिचेबल” बताकर निरस्त कर रहे हैं, जो अनुचित है। ऐसी लापरवाही पाए जाने पर संबंधित बैंक अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने टंट्या मामा आर्थिक कल्याण योजना और पशुपालकों के केसीसी प्रकरणों को भी शीघ्र मंजूरी और वितरण के निर्देश दिए। 10 दिसंबर को सेंट्रल बैंक की 24 शाखाओं में केसीसी कैंप आयोजित किया जाएगा। बैठक में विभिन्न विभागों और बैंकों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
पाइप लाइन सुधारने नपा ने जगह -जगह सड़क खोदी, नहीं भरे गड्ढे
भास्कर संवाददाता | बैतूल शहर में अधिकांश पेयजल पाइप लाइनें सड़क के नीचे बिछाई गईं हैं। इन पाइप लाइनों में जब भी लीकेज होते है, या फिर इनमें ज्वाइंट खिसकते हैं तो पानी सप्लाई रुक जाती है। नगरपालिका को इन पाइपलाइनों को सुधारने के लिए सड़क के नीचे खुदाई करके पाइप लाइन दुरुस्त करनी पड़ती है। शहर के अधिकांश हिस्सों में सड़क की खुदाई के कारण बड़े- बड़े गड्ढे हो गए हैं। नगरपालिका अधिकांश जगहों पर गड्ढों को भरती नहीं है। रिपेयरिंग भी नहीं की जाती है। इससे वाहन चलाकों के इन गड्ढों में गिरने का खतरा रहता है। इसी तरह के हालात शहर के टिकारी रोड और कोठी बाजार में बने हुए हैं। यहां पर सड़कों की खुदाई तो की गई है। लेकिन कहीं एक सप्ताह तो कहीं पर 15 दिन से गड्ढे खुदे पड़े हैं। टिकारी में तो गड्ढा खोदे हुए एक सप्ताह हो गए हैं। यहां पर धीरे-धीरे काम किया जा रहा है। इधर रात के समय यहां इसे इसी तरह छोड़ दिया जाता है जिसके कारण वाहन चालक कई बार यहां पर दुर्घटनाग्रस्त होते होते बचे हैं। टिकारी के सोनू बारस्कर ने बताया कि गड्ढे में गिरने से चोटें आ सकती है। कई बार चालक यहां पर दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं। इधर नपा सीएमओ सतीश मटसेनिया ने बताया कि इस ओर ध्यान दिया जाएगा। सुधार कार्य जल्द करवाने जलप्रदाय अमले को हिदायत दी जाएगी।
होलसेलर दुकान से मौजे और कपड़ों में छिपाकर दवाइयां चुराने वाला कर्मचारी पकड़ाया, केस दर्ज
भास्कर संवाददाता | बैतूल गंज थाना क्षेत्र में सुबेग सिंह सहानी एंड संस मेडिकल होलसेलर की दुकान में बड़े पैमाने पर दवा चोरी करने का मला उजागर हुआ है। दुकान का कर्मचारी निखिल दवा कपड़ों और मौजों में छिपाकर बाहर ले जाता था। फर्म संचालक को पिछले कुछ समय से दवाइयों की एंट्री में गड़बड़ी दिख रही थी, जिसके बाद निगरानी बढ़ाई। शक के आधार पर निखिल की तलाशी ली तो उसकी जैकेट के अंदर हेम्पफर कैप्सूल, सुमोकोल टेबलेट, जौममेट और पायोज टेबलेट के पैकेट मिले। इसके बाद उसकी स्कूटी की जांच की तो जौममेट नेजल स्प्रे के दो नग रखे मिले। संचालक कवलजीत सिंह ने बताया निखिल अब तक करीब 3 लाख 15 हजार रुपए से अधिक की दवा चोरी कर डॉक्टरों और अन्य लोगों को बेच चुका है। उसने दवा चोरी करने के लिए कपड़े और मौजे तक का इस्तेमाल किया, ताकि किसी को शक न हो। चोरी की दवा की बिक्री में उसकी पत्नी भी सहयोगी थी और लेनदेन की रकम वही लेती थी। कवलजीत सिंह के अनुसार फर्म के फार्मा सॉफ्टवेयर में दर्ज एंट्री के अलावा चोरी का पूरा रिकॉर्ड डॉक्टरों की वाइस रिकॉर्डिंग, चैट्स, ग्राहकों की सूची और लेनदेन के सबूत गंज पुलिस को सौंपे जा रहे हैं। इस बात की भी आशंका है कि आरोपी दवा किसी बड़े रैकेट को सप्लाई करता रहा हो, जिसके चलते स्टॉक में लगातार कमी आ रही थी। फर्म संचालक की शिकायत पर गंज पुलिस ने आरोपी निखिल को हिरासत में लेकर मामला दर्ज किया। पुलिस सभी सबूतों के आधार पर आगे की जांच कर रही है और यह पता लगाने में जुटी है कि चोरी की दवाइयां किन- किन लोगों तक पहुंचाई गईं। निखिल को कम्प्यूटर पर बैठने की अनुमति नहीं थी। लेकिन वह कम्प्यूटर पर बैठकर कुछ छेड़खानी कर रहा था। संचालक ने उसे कम्प्यूटर पर बैठा देखा और फिर बाद में कम्प्यूटर चेक किया जो उसमें छेड़खानी पाई जाने पर संचालक को कर्मचारी पर शक हुआ। इसके बाद दुकान पर लगे सीसीटीवी फुटेज देखे। इसके बाद कर्मचारी को दवाइयां ले जाते रंगेहाथों पकड़ा गया।
प्लास्टिक फ्री शादी पर मिलेगा पंजीकरण और सम्मान पत्र
बैतूल| पूर्व नपा अध्यक्ष एवं विकास वार्ड पार्षद आनंद प्रजापति ने नपा बैतूल के मुख्य नपा अधिकारी को पत्र प्रेषित कर शहर को साफ-सुथरा और स्वच्छ रखने के उद्देश्य से एक नवाचार लागू करने का आग्रह किया है। आनंद प्रजापति ने पत्र में उल्लेख किया है नगर में होने वाले विवाह समारोहों में यदि कोई परिवार प्लास्टिक और डिस्पोजल मुक्त विवाह कर पर्यावरण की चिंता करता है, तो ऐसे परिवारों को नपा की ओर से घर जाकर विवाह पंजीकरण की सुविधा दी जाए और साथ ही सम्मान पत्र भी प्रदान किया जाए। उन्होंने लिखा इस पहल से आम जनता में पर्यावरण हितैषी विवाह का चलन बढ़ेगा और नपा को अलग से सफाई और व्यवस्था में अतिरिक्त मेहनत नहीं करनी पड़ेगी। आनंद प्रजापति ने निवेदन किया है इस प्रस्ताव पर निर्णय हेतु प्रकरण तैयार कर परिषद की बैठक में रखा जाए। ताकि शहर में स्वच्छता और जागरूकता को नई दिशा मिल सके।
धान पंजीयन सत्यापन में लापरवाही पर संबंधित से होगी वसूली : कलेक्टर
भास्कर संवाददाता | बैतूल कलेक्ट्रेट में सोमवार को आयोजित समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी ने धान उपार्जन के लिए पंजीयन कार्य में गंभीरता बरतने को कहा। कलेक्टर ने कहा कि एसडीएम अपने क्षेत्र में पंजीयन सत्यापन की सतत मॉनिटरिंग करें। पंजीयन सत्यापन में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। एसडीएम अपने क्षेत्र में पंजीयन सत्यापन के लिए जिम्मेदार होंगे। सत्यापन उपरान्त सिकमी पंजीयन सत्यापन के व्यवस्थित परीक्षण का एसडीएम और नायब तहसीलदार से संयुक्त प्रमाण पत्र भी लिया जाए। जिसमें उल्लेखित किया जाए कि सिकमी सत्यापन का मौका स्थल पर रकबा सत्यापन और भूमि स्वामी के अनुबंध की जांच कर ली है। इसमें लापरवाही मिलने पर संबंधित अधिकारी के वेतन से वसूली की जाएगी। वहीं नल-जल योजनाओं के शीघ्र हैंडओवर और शेष घरेलू नल कनेक्शन पूर्ण कराने के निर्देश दिए। उन्होंने जनपद सीईओ और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को चेतावनी दी कि हैंडओवर में शिथिलता पाए जाने पर संबंधित के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। एसडीएम को अपने क्षेत्र में कार्यों की नियमित मॉनिटरिंग करने को कहा। कलेक्टर ने जल जीवन मिशन के अंतर्गत हैंडओवर और एकल ग्राम योजनाओं को 31 दिसंबर तक हर हाल में पूरा करने के निर्देश दिए। साथ ही वन ग्रामों में वन अधिकार पत्र और पट्टा वितरण की प्रक्रिया में तेजी लाने को भी कहा। स्वरोजगार योजनाओं में शत - प्रतिशत लक्ष्य पूरा करें बैठक में टंट्या मामा आर्थिक कल्याण योजना, पीएम स्वनिधि, पशुपालन केसीसी और पीएम सूक्ष्म खाद्य उन्नयन योजना की समीक्षा की। कलेक्टर ने सभी विभागों को योजनाओं में शत-प्रतिशत उपलब्धि प्राप्त करने के निर्देश दिए। सार्थक एप पर उपस्थिति दर्ज करना अनिवार्य कलेक्टर निर्देश दिया कि अधिकारी- कर्मचारी सार्थक एप पर उपस्थिति दर्ज करें। अनुपस्थिति की स्थिति में वेतन आहरण नहीं किया जाएगा। बिना अनुमति वेतन जारी करने को आर्थिक अनियमितता माना जाएगा।
गोरखनाथ ओवरब्रिज का काम अब लगभग पूरा होने की कगार पर है। नया पुल 15 दिसंबर तक तैयार कर दिया जाएगा। इसके शुरू होते ही लोगों को रोज-रोज लगने वाले जाम से बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। खासकर सुबह और शाम के समय पुराने दो लेन वाले पुल पर जबरदस्त भीड़ लग जाती है, जिससे आम लोगों का समय और धैर्य दोनों खर्च होते हैं। नया पुल खुलने के बाद यह समस्या काफी हद तक खत्म हो जाएगी। देखिए ओवरब्रिज की लेटेस्ट तस्वीरें... शहर का प्रसिद्ध खिचड़ी मेला, जिसमें हर साल लाखों श्रद्धालु देश-विदेश से आते हैं, उनके लिए भी यह पुल बेहद सुविधाजनक साबित होगा। यह रास्ता सीधे नेपाल जाने वाले रूट से जुड़ता है, इसलिए इस ओवरब्रिज का फायदा यहां से गुजरने वाले हजारों वाहनों को मिलेगा। दैनिक भास्कर से बातचीत में प्रोजेक्ट लीड अरुण कुमार सिंह ने बताया कि अभी एक्सटेंशन ज्वाइंट का काम चल रहा है। 2–4 दिन में इसे पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद रेलवे लोड चेक करेगी। हमारी तरफ से 15 दिसंबर तक पूरा पुल तैयार हो जाएगा। इसके बाद योगी जी इसका उद्घाटन करेंगे। उन्होंने बताया कि पिलरों पर एंगल रख दिया गया है और पुल के ऊपर रोड निर्माण भी पूरा कर लिया गया है। बस अंतिम चरण में रोड को और स्मूथ बनाने के लिए फाइनल टच दिया जा रहा है। रिपोर्टर द्वारा पूछे जाने पर एक बाइक सवार ने कहा कि देखिए, मैं अक्सर इस रास्ते से आता-जाता रहता हूं। शाम के टाइम यहां बहुत जाम लग जाता है। अब उम्मीद है कि खिचड़ी मेले से पहले सबको बड़ी राहत मिलेगी। इसके लिए मैं योगी जी का आभार जताता हूं। एक ऑटो ड्राइवर ने बताया, “सच बताएं तो कई बार जाम लगने से लगता है कि यहां से रूट ही नहीं लेना चाहिए था। लेकिन अब काम देखकर लग रहा है कि जल्दी ही नया पुल चालू हो जाएगा।” पुल की लंबाई और लागत -कुल लंबाई: .653 मीटर चौड़ाई: 7.5 मीटर -परियोजना लागत: ₹178 करोड़ -कार्य प्रगति: 95 % से अधिक (लगभग पूरा) -नया लक्ष्य: 15 दिसंबर 2025गोरखनाथ रोड पर रोजाना हजारों लोग इस मार्ग से गुजरते हैं। भारी ट्रैफिक और संकरी सड़क की वजह से यहां अक्सर जाम लग जाता है। खासकर खिचड़ी मेले के दौरान यह समस्या और बढ़ जाती है। नया ओवरब्रिज बनने के बाद लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। जानिए एक्सटेंशन ज्वाइंट/गैप स्लैब क्यों जरूरी होता है पुल में एक्सटेंशन ज्वाइंट यानी गैप स्लैब एक बेहद अहम हिस्सा होता है। यह ज्वाइंट पुल की ऊपरी सतह को नीचे लगे स्ट्रक्चर से जोड़ता है। मौसम बदलने पर पुल में फैलाव और सिकुड़न होती है। गर्मी में पुल थोड़ा फैलता है, जबकि ठंड में सिकुड़ता है।इस ज्वाइंट में थोड़ी जगह रहती है, जिससे पुल आसानी से इस बदलते तापमान के हिसाब से एडजस्ट हो जाता है। अगर यह हिस्सा न बनाया जाए तो पुल में दरारें पड़ने या सतह टूटने का खतरा रहता है। काम लगभग पूरा हो चुका है और तकनीकी जांच के बाद नया ओवरब्रिज चालू करने की तैयारी है। इसके शुरू होते ही गोरखनाथ का ट्रैफिक काफी हद तक सुधर जाएगा और रोजाना आने-जाने वाले लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। पुल की दीवारों पर गोरखपुर की झलकियाँ नए पुल की बाहरी दीवारों पर आकर्षक कलाकृतियाँ बनाई जा रही हैं। इनमें गोरखपुर की संस्कृति और पहचान की झलक दिखाई देगी। यह पेंटिंग गोरखनाथ दिशा से आने वाले लोगों को सबसे पहले नजर आएगी। राहगीरों और स्थानीय लोगों को यह वाल पेंटिंग काफी पसंद आ रही है और पुल देखने में भी खूबसूरत लग रहा है। पुल की खासियत: व्यू कटर और साउंड बैरियर नए ओवरब्रिज में पहली बार गोरखपुर में खास तरह का व्यू कटर शेड लगाया जा रहा है। इस शेड में छोटे-छोटे होल बनाए गए हैं, जो साउंड बैरियर की तरह काम करेंगे। इससे गाड़ियों की आवाज़ आसपास के घरों तक कम पहुंचेगी और नॉइस पॉल्यूशन भी कम होगा।यह शेड पास में रहने वाले लोगों की प्राइवेसी भी सुरक्षित रखेगा, ताकि पुल पर चलने वाले लोग उनके घरों या आँगनों में झांक न सकें। अधिकारियों के अनुसार, गोरखपुर में ऐसा शेड पहली बार लगाया जा रहा है। पुल की साइड वाली दीवारों पर वाल पेंटिंग भी चल रहा है। जो लोकल लोग और राहगीरो को खूब भा रहा। दीवारों पर बने चित्र पुल को देखने में भी आकर्षक बना रहे हैं। दैनिक भास्कर के रिपोर्टर ने जब प्रोजेक्ट लीड अरुण कुमार सिंह से इन विशेषताओं के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, “यह नए तरीके का शेड है जो गोरखपुर का पहला होगा। इसमें बनी छेद से पुल पर गाड़ियों का शोर बाहर नहीं जाएगा।” कैसे शुरू हुई थी परियोजना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विकास कार्यों की समीक्षा बैठक के दौरान नए ओवरब्रिज के निर्माण के निर्देश दिए थे। लखनऊ–गोरखपुर रेल मार्ग के डोमिनगढ़ और गोरखपुर जंक्शन के बीच पहले से बना ओवरब्रिज जाम का बड़ा कारण बन चुका था। इसलिए उसी के पास दूसरा आरओबी बनाने का निर्णय लिया गया। इसके बाद उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम लिमिटेड, गोरखपुर इकाई ने इस परियोजना की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार की। क्यों जरूरी पड़ा नया ओवरब्रिज गोरखनाथ क्रॉसिंग पर पहला ओवरब्रिज 1980 में बनाया गया था। समय के साथ शहर बढ़ा, सड़कें चौड़ी हुईं और ट्रैफिक कई गुना बढ़ गया।मोहद्दीपुर से जंगल कौड़िया तक फोर-लेन सड़क बनने के बाद पुराने दो-लेन वाले पुल पर गाड़ियों का दबाव और बढ़ गया। नतीजा—हर समय जाम।इसी वजह से मुख्यमंत्री ने पुराने पुल के समानांतर एक नया ओवरब्रिज बनाने की मंजूरी दी। क्या मिलेगा फायदा -पुराने पुल और आसपास के इलाकों में लगने वाले जाम से राहत -खिचड़ी मेले के दौरान भी सुचारु यातायात -एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड और पुलिस समय पर पहुंच सकेंगी -आपात स्थिति में तेज और वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध होगा -शोर कम होने से आसपास रहने वालों को आराम -प्राइवेसी सुरक्षित रहेगी -शहर के विकास में एक और महत्वपूर्ण कदम
पंजाब के लुधियाना में रहने वाले शरणदीप सिंह काे अनोखा जुनून है। वो अपने कंधों के जोर से भारी से भारी फायर टेंडर खींचने का वर्ल्ड रिकार्ड बना रहा है। 18 साल की उम्र में 47 टन का फायर टेंडर खींच कर जूनियर लेवल पर वर्ल्ड रिकार्ड अपने नाम कर चुका है। अब अब 55 टन का फायर टेंडर खींच वर्ल्ड रिकार्ड अपने नाम करने की तैयारी कर रहा है। शरणदीप सिंह आज लुधियाना के लोकल बस स्टैंड स्थित फायर ब्रिगेड स्टेशन पर 55 टन का फायर टेंडर खींचने की कोशिश करेगा। अगर वो इसे खींचने में कामयाब हो गया तो उनके नाम ओवर ऑल वर्ल्ड रिकार्ड हो जाएगा। अभी वर्ल्ड रिकार्ड 50 टन का फायर टेंडर खींचने का है। 18 साल की उम्र में खींचा था 47 टन का फायर टेंडर शरणदीप सिंह ने बताया कि उसने 18 साल की उम्र में 47 टन का फायर टेंडर खालसा कॉलेज मॉडल टाउन में खींचकर वर्ल्ड रिकार्ड बनाया था। उसने बताया कि यह रिकार्ड उनके नाम दर्ज है। जूनियर वर्ग में उनका यह रिकार्ड आज भी कायम है। किसी ने भी यह रिकार्ड नहीं तोड़ा। 52 टन का फायर टेंडर खींचा लेकिन नहीं हो सका रिकार्ड में दर्ज शरणदीप सिंह ने बताया कि 2022 में उसने लुधियाना के सुंदर नगर में 52 टन का फायर टेंडर खींचा था लेकिन तकनीकी खामियों के कारण उनका यह रिकार्ड में दर्ज नहीं हुआ। उस समय वीडियो सही एंगल से नहीं बनाए गए जिसकी वजह से रिकार्ड दर्ज करने वाली संस्था ने इस पर ऑब्जेक्शन लगा दिया। अब 55 टन का टेंडर खींचकर बनाऊंगा वर्ल्ड रिकार्ड शरणदीप सिंह ने बताया कि मंगलवार को 55 टन का टेंडर खींचकर वर्ल्ड रिकार्ड बनाने की कोशिश करूंगा। उन्होंने बताया कि इसके लिए वो काफी समय से प्रैक्टिस कर रहा है। उसे पूरी उम्मीद है कि इस बार वो वर्ल्ड रिकार्ड बना देगा। 52 सीटर बस में 110 बच्चे बैठाकर भी खींचे 2022 में ईशर सिंह नगर में शरणदीप सिंह ने 52 सीटर बस में 110 बच्चे बैठाए और उसके बाद उन्हें खींचा था। यही नहीं उसी साल उसने शिफाली इंटरनेशनल स्कूल में बसों को एक दूसरे के साथ बांधकर खींच चुका है। पावर लिफ्टिंग में जीत चुका है नेशनल में तीन गोल्ड शरणदीप सिंह मूलत: पावर लिफ्टिंग के खिलाड़ी हैं। वो पावर लिफ्टिंग में तीन बार नेशनल लेवल पर गोल्ड मेडल जीत चुके हैं। उन्होंने बताया कि 2019- 2022 व 2023 उन्होंने गोल्ड मेडल जीते थे। इसके अलावा आर्म रेसलिंग में भी उन्होंने नेशनल लेवल पर मेडल जीते हैं। करियाना व स्टेशनरी की दुकान चलाते हैं शरणदीप शरणदीप अपने पिता के साथ लुधियाना के राहों रोड पर करियाना व स्टेशनरी की दुकान चलाते हैं। उनका कहना है कि बचपन से ही उन्हें पंजा लड़ाने का शौक था उसे बाद में उन्होंने गेम में बदल दिया। फिर उन्होंने पावर लिफ्टिंग को खेल के तौर पर चुना। 14 साल की उम्र से वो कंधों के बल रस्सी से वाहनों को खींच रहे हैं।
इंदौर में रणजीत हनुमान प्रभात फेरी 12 दिसंबर शुक्रवार को निकाली जाएगी। आज सुबह 11 बजे मंदिर में ध्वजा पूजन किया जाएगा। कलेक्टर शिवम वर्मा सहित अन्य अधिकारी इसमें शामिल होंगे। इस अवसर पर 11 हजार ध्वजाओं का पूजन किया जाएगा। जिन्हें बाद में प्रभातफेरी में भक्तों (मातृ शक्ति और पुरुषों) को दिया जाएगा। पं.दीपेश व्यास ने बताया कि, ये ध्वजा 12 दिसंबर को निकलने वाली प्रभातफेरी में मातृ शक्तियों और पुरुषों के हाथों में रहेगी। इन ध्वजाओं के साथ मातृ शक्तियां और पुरुष प्रभातफेरी में शामिल होकर चलेंगे। पं. व्यास ने बताया कि यह प्रभात फेरी का 140वां वर्ष है। चार दिवसीय आयोजन के दूसरे दिन बुधवार को मंदिर परिसर को 51 हजार दीपों से रोशन किया जाएगा। इस दिन भजन संध्या होगी। तीसरे दिन गुरुवार को विग्रहों का महाभिषेक और सवा लाख रक्षा सूत्रों का अभिमंत्रित कर भक्तों में वितरित किया जाएगा। इसके बाद शुक्रवार सुबह 5 बजे स्वर्ण रथ में प्रभात फेरी निकाली जाएगी। इस वर्ष किए जा रहे नवाचार में पहला मौका होगा जब दो नवीन विषयों पर भक्त झांकियों को निहार सकेंगे। इसमें पहली झांकी में माता अंजनी की गोद में बाल स्वरूप में हनुमान भक्तों को दर्शन देंगे।राम राज्य की कल्पना पर आधारित झांकी भी आकर्षण का केंद्र होगी। रणजीत बाबा के रथ को 500 सदस्य खीचेंगे। प्रभात फेरी का करीब 4 किमी लंबा यात्रा मार्ग रहेगा। प्रभातफेरी मंदिर परिसर से शुरू होकर द्रविड़ नगर चौराहे से महू नाका चौराहा। महू नाका चौराहे से दशहरा मैदान होते हुए अन्नपूर्णा मंदिर पहुंचेगी। अन्नपूर्णा मंदिर से यात्रा नरेंद्र तिवारी मार्ग होते हुए वापस मंदिर परिसर पर समाप्त होगी। पिछले साल यात्रा में करीब 5 लाख भक्त शामिल हुए थे। इस बार उम्मीद है कि 5 लाख से ज्यादा भक्त प्रभातफेरी में शामिल होंगे। पुलिस कमिश्नर ने लिए सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा ध्वजा पूजन से एक दिन पहले सोमवार शाम को पुलिस कमिश्नर संतोष कुमार सिंह रणजीत हनुमान मंदिर पहुंचे। यहां उन्होंने पुलिस अफसरों और मंदिर प्रबंध समिति की बैठक ली। उन्होंने प्रभात फेरी के दौरान सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। मंदिर प्रबंधक नागेश्वर सिंह के अनुसार चार दिनी महोत्सव के लिए मंदिर में दो मेटल डिटेक्टर मशीन लगाई जाएगी। इससे होकर ही हर भक्त को प्रवेश मिलेगा। प्रभातफेरी में भी सीसीटीवी और ड्रोन के माध्यम से नजर रखी जाएगी। इस बार रागिनी मक्खर सहित कई कलाकारों की प्रस्तुति भी होगी। प्रभातफेरी से पहले युवाओं ने शांति मार्च निकालकर व्यवस्थाओं में सहयोग देने की अपील की।
यूपी पुलिस का इंस्पेक्टर 83 दिन से 'लापता' है। अलीगढ़ से लेकर गाजियाबाद तक पुलिस सर्च ऑपरेशन चला रही है। आखिरी बार इंस्पेक्टर अनुज को उस वक्त देखा गया, जब 17 सितंबर को उनके घर पर अलीगढ़ के CO सेकेंड की टीम पहुंची थी। इंस्पेक्टर की मां ने आरोप लगाए- महुआखेड़ा थाने की पुलिस घर से बेटे अनुज को अपने साथ ले गई। तब से वह घर वापस नहीं लौटा। थाने, चौकी पर बेटे की गुमशुदगी तक नहीं लिखी गई। DIG, SSP यहीं कहते रहे कि आपके बेटे को ढूंढ रहे हैं। हाईकोर्ट ने अलीगढ़ SSP को तलब किया, तब शहर में पोस्टर चस्पा हुए। 50 हजार का इनाम रखा गया। हमें अलीगढ़ पुलिस पर भरोसा नहीं। इस मामले की जांच हाथरस जिले के सिकंदराराऊ CO को सौंपी गई है। उन्होंने गाजियाबाद में पूछताछ की। अब यूपी के सभी थानों को इंस्पेक्टर अनुज की डिटेल शेयर की गई हैं। 10 दिसंबर को हाईकोर्ट में इस मामले की सुनवाई होनी है। इंस्पेक्टर के अचानक गायब होने के पीछे क्या कारण हैं? परिवार के क्या आरोप हैं? पुलिस की जांच में क्या-क्या फैक्ट सामने आए? पढ़िए रिपोर्ट… इंस्पेक्टर अनुज अलीगढ़ के महुआखेड़ा इलाके की प्रभातनगर कॉलोनी में पत्नी मनीता के साथ रहते थे। उनकी तैनाती अलीगढ़ पुलिस लाइन में थी। हम उनके घर पर पहुंचे, यहां ताला बंद था। पड़ोसियों ने बिना कैमरे पर आए, हमें बताया- 17 सितंबर की रात को ही आखिरी बार इंस्पेक्टर को देखा गया था, जब उनके घर पुलिस आई थी। यहां बातचीत के बाद जो जानकारी मिली, उसके मुताबिक पूरे मामले की शुरुआत इंस्पेक्टर के गायब से 4 दिन पहले शुरू हुई थी। जब पति और पत्नी के बीच घर में झगड़ा हुआ था। अब डेट-वार पूरा घटनाक्रम पढ़िए… 13 सितंबर: झगड़े के बाद पत्नी ने पुलिस बुलाई 13 सितंबर की रात इंस्पेक्टर अनुज का अपनी पत्नी मनीता से झगड़ा हुआ था। पत्नी ने डायल 112 पर फोन कर पुलिस बुला ली। दरोगा बृजेंद्र सिंह उनके घर पहुंचे। उनके मुताबिक, अनुज ने शराब पी रखी थी। उन्हें घर से बाहर आने को कहा गया। मगर, उन्होंने मना कर दिया। खिड़की पर खड़े होकर ही बात की थी। अनुज की तैनाती अलीगढ़ की पुलिस लाइन में थी। बाद में उनकी पत्नी मनीता ने SSP अलीगढ़ से शिकायत की। इसकी जांच CO द्वितीय कमलेश कुमार को सौंपी गई। CO ने अनुज को बयान के लिए बुलाया, मगर वह नहीं आए। इस दौरान पत्नी अपने मायके चली गईं, जोकि सहारनपुर के लखनौटी थाना के गांव पनाहपुर में है। 15 सितंबर: अधिकारियों से अभद्रता की मेरठ PAC की 44 बटालियन में तैनात इंस्पेक्टर अनुज के मामा सुशील कुमार कहते हैं- मुझे जितने फैक्ट पता चले, उसके मुताबिक जांच और बयान के दबाव में 15 सितंबर को अनुज ने डिपार्टमेंट के अधिकारियों से अभद्रता कर दी थी। पुलिस विभाग के सोर्स कहते हैं- इंस्पेक्टर अनुज ने अधिकारी से कह दिया कि पुलिस लाइन में सुबह की गणना से छूट मिलनी चाहिए। अगर ऐसा करते हैं, तो मैं आपके (सीओ) सामने पेश हो जाऊंगा। हालांकि, इंस्पेक्टर की तरफ से रखी गई इस कंडिशन की पुष्टि अधिकारियों ने नहीं की। 17 सितंबर: पुलिस अनुज को साथ ले गईपरिवार के मुताबिक, पुलिस 17 सितंबर की रात दोबारा अनुज के घर पहुंची। पुलिस वालों ने पहले ही अनुज का मोबाइल छीन लिया। फिर पुलिस वाले बाहर आ गए। जब अनुज ने मोबाइल वापस मांगा तो कहा गया कि गाड़ी में है, नीचे आकर ले लो। नीचे आने पर थोड़ी बातचीत हुई और पुलिस उन्हें साथ लेकर चली गई। इसके बाद से वह ‘लापता’ हैं। इस दौरान के VIDEO पड़ोसियों ने बना लिए थे। 19 सितंबर: इंस्पेक्टर को सस्पेंड किया मामा सुशील कुमार कहते हैं- 21 सितंबर को गाजियाबाद स्थित घर पर एक सिपाही निलंबन आदेश लेकर पहुंचा था। इसमें उच्च अधिकारियों से अभद्रता का जिक्र था। परिजनों ने कहा कि जो कागज उन्हें दिए गए, उनमें इंस्पेक्टर को 13 सितंबर से गैरहाजिर दर्ज कर दिया गया। 19 सितंबर से सस्पेंड दिखाया गया, जबकि 17 सितंबर से वह पुलिस के ले जाने के बाद से लापता हैं। इसके बाद अनुज की मां सुशीला देवी ने फोन किया तो स्विच ऑफ बता रहा था। परिजन जब अलीगढ़ आए तो अपार्टमेंट के लोगों ने बताया कि 17 तारीख को पुलिस उन्हें ले गई थी, तब से नहीं लौटे। अब मां की बात मेरी गुमशुदगी तक दर्ज नहीं की, नहीं पता बेटा किस हाल में है...अनुज की मां सुशील देवी पहले चौकी और उसके बाद महुआखेड़ा थाने पहुंचीं। यहां पर पुलिस वालों ने उनसे कहा कि आपको सीओ द्वितीय कमलेश के ऑफिस में जाना चाहिए। जब वह सीओ द्वितीय के पास पहुंचीं, तो ऑफिस में बैठे पुलिस वालों ने कहा कि आपको SSP से मिलना चाहिए। सुशील कुमार ने बताया कि पूरा घटनाक्रम SSP संजीव सुमन के समय हुआ था, लेकिन उनका ट्रांसफर हो गया था। 26 सितंबर को हम लोग नए SSP नीरज कुमार जादौन से मिले। मां कहती हैं- इतने दिन हो गए, नहीं पता मेरा बेटा किस हाल में है। SSP ने कहा- लापता इंस्पेक्टर को हम खोज लेंगे। आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। इसके बाद परिवार के लोग घर लौट आए। मगर, अनुज का कुछ पता नहीं चला। इसके बाद मां सुशीला देवी DIG प्रभाकर चौधरी से मिलीं। फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेटर भेजे। कोर्ट में प्रमुख सचिव, पुलिस कमिश्नर और SSP आरोपी एक महीना गुजरने के बाद सुशीला देवी ने हाईकोर्ट में हैबियस कॉरपस दायर की। इसमें 2 आरोप लगाए गए- इसमें प्रमुख सचिव (गृह), पुलिस कमिश्नर (गाजियाबाद), एसएसपी अलीगढ़, थानाध्यक्ष महुआखेड़ा को आरोपी बनाया गया। हाईकोर्ट ने इस मामले को सुना। फिर इंस्पेक्टर को अवैध तरीके से घर से लेकर जाने के मामले को गंभीर माना। SSP अलीगढ़ को तलब कर लिया। हाईकोर्ट की सख्ती के बाद अलीगढ़ पुलिस ने 18 अक्टूबर को गुमशुदगी दर्ज की। पुलिस ने CM हेल्पलाइन पर जनसुनवाई प्रार्थनापत्र के जवाब में यह जानकारी दी। अब मामा के आरोप 3 पॉइंट में समझिए... 1. 14 अक्टूबर को पुलिस ने बड़े ही सुनियोजित तरीके से अनुज की पत्नी को प्रभातनगर स्थित उसके मकान पर बुलाया। 2. अनुज के मोबाइल पुलिस के पास ही थे, लेकिन मामला हाईकोर्ट पहुंचने के कारण उन्होंने कमरे में मोबाइल रखवाए और अनुज की पत्नी से ही बरामद दिखा दिए। 3. अनुज की कार से ही उसकी पत्नी को मायके भेजा गया। लोगों ने इसका वीडियो भी बनाया और पुलिस की लगातार मौजूदगी पर आपत्ति भी दर्ज कराई थी। हाईकोर्ट के दबाव में 50 हजार का इनाम रखाभाई अमित कुमार पेशे से शिक्षक हैं। वह कहते हैं- मेरा भाई अनुज 17 सितंबर से ही लापता था, उनको 19 सितंबर को सस्पेंड किया गया। अब 4 नवंबर को उसी लापता इंस्पेक्टर को बहाल कर दिया गया है। हाईकोर्ट में 10 दिसंबर सुनवाई तय हुई तो पुलिस ने 25 नवंबर को लापता पोस्टर चिपकाए, 50 हजार इनाम की घोषणा की। जांच अफसर ने गाजियाबाद में लाशों की तस्वीर दिखाई मामले की जांच हाथरस जिले के सीओ सिकंदराराऊ जेएस अस्थाना कर रहे हैं। वह 3 दिसंबर को गाजियाबाद पहुंचे, जहां सुशीला देवी से बयान दर्ज किए। परिजन ने कहा कि हमें उम्मीद नहीं कि अलीगढ़ पुलिस से हमें न्याय मिल सकेगा। 4 दिसंबर को बन्नादेवी थाने के पुलिसकर्मी पहुंचे और लावारिश शवों के फोटो दिखाने लगे। अमित कुमार और सुशील कुमार ने अनुज कुमार के साथ अनहोनी की आशंका जाहिर की। उनका कहना है कि लावारिश शवों फोटो दिखाने पर पुलिस की भूमिका पर संदेह हो रहा है। वैसे ही वह इंस्पेक्टर हैं, पुलिस को उनके बारे में पता न हो यह संभव नहीं है। मामला छुपाया जा रहा है। इस मामले में CO सिकंदराराऊ का कहना है- अनुज की मां और परिजन के बयान दर्ज किए हैं। इसके अलावा अलीगढ़ कंट्रोल रूप से लावारिश शवों की जानकारी भी मांगी गई थी। इस मामले की जांच चल रही है। जांच पूरी होने के बाद ही मामला स्पष्ट हो सकेगा। ….................. ये भी पढ़ें - राजनाथ सिंह बोले- वंदे मातरम् का उत्सव दिखावे का नहीं:अखिलेश ने कहा- हम बच्चों को पढ़ाते हैं, तो मुकदमा होता है; संसद में हुई बहस संसद के शीतकालीन सत्र के छठे दिन सोमवार को लोकसभा में वंदे मातरम् के 150 साल पूरे होने पर चर्चा हुई। इस दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा- 'वंदे मातरम्' कोई दिखावा नहीं, कोई राजनीति का भी विषय नहीं। इनके भाषण और विचार सुनते हैं, तो लगता है कि इन्होंने ही इस गीत को बनवाया है। ये राष्ट्रवादी नहीं, राष्ट्र-विवादी लोग हैं। दरारवादी लोग हैं। पढ़िए पूरी खबर...
यूपी में 'दैनिक भास्कर' ने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर लगे CCTV से कार में कपल्स के प्राइवेट सीन रिकॉर्ड करने का सनसनीखेज खुलासा किया। 'एंटी ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम' (ATMS) का काम देखने वाली ठेका कंपनी ने अपने ब्लैकमेलर डिप्टी मैनेजर आशुतोष सरकार को टर्मिनेट कर दिया है। लेकिन, एक्शन में भी कंपनी ने खेल किया। आरोपी आशुतोष सरकार का टर्मिनेशन 30 नवंबर 2025 को दिखाया है, जबकि पीड़ितों ने इसकी शिकायत 2 दिसंबर को CM योगी, सुल्तानपुर के DM और SP से की थी। आशुतोष सुपर-वेव कम्युनिकेशन एंड इंफ्रा सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड (SCIPL) कंपनी का कर्मचारी था। वह पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पैकेज-3 के सहायक प्रबंधक के पद पर काम कर रहा था। कंपनी ने उसे प्राइवेट वीडियो और उसे लीक करने का आरोपी करार दिया, लेकिन बैकडेट में टर्मिनेट करके पल्ला झाड़ लिया है। कंपनी की तरफ से कोई एफआईआर दर्ज नहीं कराई गई है। टर्मिनेशन लेटर में लिखा- प्रोजेक्ट अथॉरिटी की तरफ से शिकायत आई कि प्रोजेक्ट से रिलेटेड वीडियो लीक गए हैं, जो सीरियस मिस कंडक्ट है। इसलिए आपको टर्मिनेट किया जाता है। सूत्रों के मुताबिक, दो दिन पहले संदीप दीक्षित नाम के अफसर ने आशुतोष सरकार को पूछताछ के लिए बुलाया था। पहले दोनों लेटर देखिए शिकायत–2 दिसंबर को गजब: शिकायत से पहले एक्शन पहले पढ़िए कंपनी ने अपने टर्मिनेशन लेटर में क्या लिखा है?कंपनी के लेटर के अनुसार, यह कार्रवाई परियोजना प्राधिकरण से मिली शिकायत के बाद की गई है। जांच में पाया गया कि आशुतोष सरकार परियोजना से जुड़े वीडियो को अनधिकृत रूप से लीक करने में शामिल थे। कंपनी ने इस कृत्य को नीति का उल्लंघन, गोपनीयता का भंग और परियोजना व संगठन की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने वाला बताया है। कंपनी प्रबंधन ने इस घटना को लापरवाही और कदाचार का प्रतीक माना, जिसे अस्वीकार्य बताया गया। मामले की समीक्षा के बाद, प्रबंधन ने तत्काल प्रभाव से उनकी सेवाएं समाप्त करने का निर्णय लिया। आशुतोष सरकार को निर्देश दिया गया है कि वे सेवा समाप्ति की तिथि से पहले कंपनी की सभी संपत्ति, दस्तावेज, एक्सेस कार्ड और परियोजना से संबंधित सामग्री संबंधित विभाग को सौंप दें। उनका अंतिम निपटान कंपनी की नीति के अनुसार किया जाएगा। कंपनी ने निकास औपचारिकताएं सुचारू रूप से पूरी करने में उनके पूर्ण सहयोग की अपेक्षा की है। अब पढ़िए कैसे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर वीडियो बनाए और ब्लैकमेल किए 2 दिसंबर को छह लोगों ने लेटर लिखकर सीएम योगी, सुल्तानपुर के डीएम–एसपी से लिखित शिकायत की थी। आजमगढ़ के पीड़ित युवक ने अपनी शिकायत में कहा है कि हाल ही में उसकी शादी हुई। वह 25 अक्टूबर को अपनी पत्नी के साथ आजमगढ़ से लखनऊ जा रहा था। बल्दीराय थाना क्षेत्र में किमी 93 के पास कार रोकी। मैनेजर आशुतोष ने वीडियो बनाकर मौके पर पहुंचा। कार का दरवाजा खुलवाया और वीडियो दिखाया। धमकी दी कि रुपए नहीं देने पर वायरल कर देगा। मैनेजर ने 32 हजार रुपए वसूले और बाद में वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी कर दिया। मिल्कीपुर (अयोध्या) के एक युवक से इसी तरह 10 हजार रुपए की वसूली की गई। युवक अपनी गर्लफ्रेंड के साथ कार में था। यह घटना दो माह पहले की है और टोल के CCTV फुटेज में मौजूद है। रिश्वतखोर पुलिसवालों से भी की वसूलीएक्सप्रेस-वे के किमी 144 के पास एक ट्रक ड्राइवर और महिला से पुलिसकर्मियों ने वसूली की। मैनेजर ने पुलिसवालों का वसूली करते हुए वीडियो रिकॉर्ड कर लिया। फिर मैनेजर ने पुलिस से भी 2 हजार रुपए की वसूली की। यह घटना काफी पुरानी है। युवक ने इसकी पूरी जानकारी अफसरों को दी है। आसपास की खेतों पर भी नजर रखताआरोप के अनुसार, मैनेजर एक्सप्रेस-वे पर लगे सीसीटीवी कैमरों का नाजायज फायदा उठाता है। वह आसपास के गांवों जैसे जरईकलां, हलियापुर और गौहनियां की महिलाओं पर नजर रखता है। घर के बाहर शौच आदि के लिए जाने वाली महिलाओं और लड़कियों की गतिविधियों को कैमरे से निगरानी करता है। प्रशासनिक, पुलिस और एक्सप्रेस-वे के अफसरों ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पूरे मामले की जांच सुल्तानपुर पुलिस कर रही है। मौके पर पहुंचकर सीसीटीवी के एंगल की जांच की। सीसीटीवी कैमरे आसपास के खेतों में फोकस दिखे। सूत्रों के मुताबिक, मैनेजर के पास से ऐसे कई अश्लील वीडियो मिले हैं, जो एक्सप्रेस-वे और खेतों में बनाए गए हैं। हर 2 किमी पर कैमरे लगे हैं, लखनऊ से लेकर गाजीपुर तक नजरपूर्वांचल एक्सप्रेस-वे 341 किमी लंबा है। हर दिन इस एक्सप्रेस-वे से करीब 20 हजार गाड़ियां गुजरती हैं। 2-2 किमी पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। यह सभी कैमरे हाई रेज्युलेशन वाले और घूमने वाले हैं। इनसे किसी सब्जेक्ट पर कंट्रोल रूम से फोकस किया जा सकता है। इन कैमरों से लखनऊ से गाजीपुर तक नजर रखी जाती है। इसकी कंट्रोलिंग हलियापुर स्थित टोल प्लाजा से होती थी। इसी का फायदा मैनेजर उठा रहा था। यूपीडा के जेई प्रभात सिंह ने बताया- मामले का संज्ञान लिया जा रहा है। काफी गंभीर मामला है, जांच कराकर जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी। क्या होता है ATMSएआई आधारित एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम है। यह सिस्टम ट्रैफिक निगरानी से लेकर हादसों पर नजर रखता है। ट्रैफिक रूल तोड़ने पर तुंरत कार्रवाई और आपात स्थितियों में ऑटो रिस्पॉन्स जैसी कई खूबियों से लैस होता है। पूरे एक्सप्रेसवे को इससे कंट्रोलिंग की जाती है। जगह–जगह हाई रिजोल्यूशन कैमरे लग होते हैं। इसी से निगरानी होती है।---------------------ये भी पढ़ें... हाईवे पर एमपी में भाजपा नेता का अश्लील वीडियो रिकॉर्ड हुआ था छह महीने पहले मध्यप्रदेश के मंदसौर में भाजपा नेता मनोहरलाल धाकड़ के कथित अश्लील वीडियो सामने आया था। वह अपनी महिला मित्र के साथ न्यूड थे।दोनों कार से नीचे उतर के हाईवे अश्लील हरकत कर रहे थे। इसका वीडियो हाईवे पर लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकाॅर्ड हो गया था। इस पर खूब बवाल मचा था। पढ़ें पूरी खबर...
लखनऊ में लिव-इन में रहने वाले 33 साल के इंजीनियर सूर्य प्रताप सिंह की हत्या में कई चौंकाने वाले फैक्ट्स सामने आए हैं। पूछताछ में पुलिस को 46 साल की आरोपी गर्लफ्रेंड रत्ना ने बताया- इंजीनियर ने उसकी बड़ी बेटी को बैड टच किया था। यह देखते ही गुस्से में आपा खो बैठी। किचन से चाकू उठाकर लाई। दोनों बेटियों ने हाथ पकड़कर इंजीनियर सूर्य प्रताप को जमीन पर पटक दिया। मैंने सूर्य का गला काट दिया। कमरे में चारों तरफ खून फैल गया था। इंजीनियर कुछ देर तड़पता, फिर उसकी सांसें थम गईं। शव को कमरे में छोड़कर हम तीनों दूसरे कमरे में चले गए। पुलिस को यह भी पता चला है कि रत्ना की बेटियों को इंजीनियर कैद करके रखता था। उन्हें सोशल मीडिया अकाउंट नहीं चलाने देता था। रील देखने से रोकता था। वहीं, सूर्य के पिता ने मकान हड़पने के लिए बेटे की हत्या होने की बात की है। पुलिस इन सभी एंगल पर जांच कर रही है। पढ़िए इंजीनियर की हत्या की इनसाइड स्टोरी.... हत्या की 3 वजहें जानिए... 1- बड़ी बेटी को करता था बैड टचपुलिस की पूछताछ में रत्ना ने बताया- सूर्य मेरी बड़ी बेटी पर बुरी नजर रखता था। वह बेटी को बैड टच करता था। विरोध करने पर उसके साथ मारपीट करता था। 7 दिसंबर की रात में उसने बड़ी बेटी के मोबाइल पर एक युवक की तस्वीर देख ली। उसके बाद घसीटते हुए उसे कमरे में ले गया। अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। बड़ी बेटी की चीख सुनकर मैं छोटी बेटी के साथ मौके पर पहुंची। चीखी-चिल्लाई तो सूर्य ने दरवाजा खोला। मैंने छोटी बेटी के साथ मिलकर बड़ी बेटी को सूर्य के चंगुल से छुड़ाया। इसके बाद मैं भागकर किचन में गई और चाकू उठा लाई। दोनों बेटियों ने सूर्य को पकड़कर जमीन पर पटक दिया। मैंने सूर्य के गले पर चाकू से ताबड़तोड़ वार करके उसकी हत्या कर दी। 2- बेटियों को कैद में रखता था, छुड़ा दी थी पढ़ाई पुलिस के अनुसार, सूर्य की हत्या एक दिन के गुस्से की वजह से नहीं हुई। उसकी हत्या की प्लानिंग काफी पहले से बनाई जा रही थी। पुलिस को पता चला कि सूर्य अपनी गर्लफ्रेंड की दोनों बेटियों को घर में कैद रखता था। किसी से बातचीत नहीं करने देता था। घर में 3 सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे। उसका एक्सेस अपने मोबाइल पर लिया था। उससे वह गर्लफ्रेंड की बेटियों पर नजर रखता था। उसने बड़ी बेटी की पढ़ाई भी छुड़ा दी थी। काफी विवाद के बाद इस साल उसका 12वीं में एडमिशन कराया था। इसको लेकर उसके प्रति दोनों बेटियों और गर्लफ्रेंड में गुस्सा पनप रहा था। 3- इंजीनियर की जमीन, गर्लफ्रेंड के पैसे से बना मकान सूर्य ग्रीन सिटी, सालारगंज स्थित मकान में रत्ना और उसकी दोनों बेटियों के साथ रहता था। पुलिस की जांच में आया है कि जमीन सूर्य ने खरीदी थी। पति की मौत के बाद मिले पैसे से रत्ना ने उस पर मकान बनवाया था। इस वजह से रत्ना मकान पर अपना हक जताती थी। वह सूर्य पर मकान को अपने नाम करने का दबाव बना रही थी। इसको लेकर भी दोनों में आए दिन विवाद होता था। पुलिस को यह भी पता चला है कि रत्ना ने पति की मौत के बाद मिले पैसे से कार भी खरीदी थी। कार उसने अपने नाम फाइनेंस कराई थी। उसका किस्त भरती थी। सूर्य कार पर अपना हक जताता था। अब पढ़िए सूर्य और रत्ना की लव स्टोरी... 2012 में दोनों संपर्क में आएसूर्य का परिवार जानकीपुरम में रहता है। रत्ना के साथ रहने से पहले वह परिवार के साथ जानकीपुरम में रहता था। उसके पिता नरेंद्र सिंह ने बताया- बेटा सूर्य पॉलिटेक्निक की पढ़ाई करता था। इस दौरान वह मोहल्ले में बच्चों को ट्यूशन पढ़ाता था। 2012 में वह रत्ना की दोनों बेटियों को भी ट्यूशन पढ़ाता था। रत्ना का पति राजेंद्र कुमार शराब का आदी था। शराब पीकर रत्ना के साथ मारपीट करता था। रत्ना उससे अलग रहने लगी थी। इस दौरान सूर्य रत्ना के करीब आ गया। 2014 में राजेंद्र की मौत हो गई। इसके बाद रत्ना ने बेटे सूर्य से मदद मांगी। उसे झांसे में लेकर उसके साथ किराए के कमरे में रहने लगी। करीब 2 साल पहले सूर्य ने ग्रीन सिटी, सालारगंज में अपना मकान बनवा लिया। रत्ना अपनी दोनों बेटियों और सूर्य के साथ उसमें रहने लगी। बेटे के पैसों से करती थी ऐशपिता नरेंद्र सिंह ने बताया- सूर्य एवरेडी कंपनी में एग्जीक्यूटिव इंजीनियर था। अच्छी-खासी कमाई करता था। रत्ना कुछ नहीं करती थी। वह और उसकी दोनों बेटियां सूर्य के पैसे से ऐश करती थीं। मैंने कई बार बेटे से रत्ना के संबंध के बारे में पूछा, लेकिन उसने हर बार इनकार कर दिया। इस वजह से मैं उसकी शादी देख रहा था। कई जगहों से बातचीत भी चल रही थी। उन्होंने बताया कि 7 दिसंबर को दिन में ही उनकी बेटे से बात हुई थी। उसने उन्हें पैसे भी भेजे थे। पिता ने मकान हड़पने का लगाया आरोप मृतक के पिता ने बीबीडी थाने में आरोपी महिला और उसकी दोनों बेटियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि तीनों लोगों ने मकान हड़पने के लिए बेटे की हत्या की है। उसकी हत्या करने के बाद वो लोग मकान कर कब्जा करना चाहते थे। इसको लेकर आए दिन दोनों में लड़ाई होती थी। अब सिलसिलेवार समझिए घटनाक्रम... पुलिस को कॉल करके बोली गर्लफ्रेंड- प्रेमी की हत्या कर दी है ग्रीन सिटी, सालारगंज में 33 साल का इंजीनियर सूर्य प्रताप सिंह 46 साल की गर्लफ्रेंड रत्ना और उसकी 18 साल की बड़ी बेटी जानवी व 14 साल की छोटी बेटी के साथ रहता था। रत्ना ने 8 दिसंबर की सुबह करीब 9 बजे पुलिस कंट्रोल रूम में कॉल किया। उसने बताया- मैंने लिव-इन पार्टनर की हत्या कर दी है। उसका शव घर में पड़ा है। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लिया। पुलिस ने सूर्य के पिता नरेंद्र की शिकायत पर रत्ना और उसकी दोनों बेटियों के खिलाफ मुकदमा दर्जकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। चेहरे पर कोई शिकन नहींरत्ना ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि 7 दिसंबर की रात 11 बजे हत्या की। उसके बाद बेटियों के साथ दूसरे कमरे में चली गई। रातभर शव पड़ा रहा। उसने कहा कि उसे अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है। पुलिस की पूछताछ में भी उसके चेहरे पर कोई शिकन नहीं दिखी। 35 हजार रुपए पेंशन पाती थीरत्ना का पति राजेंद्र कुमार जनगणना विभाग में काम करता था। राजेंद्र की मौत के बाद रत्ना को मोटी रकम मिली थी। उसे 35 हजार रुपए पेंशन मिलती थी। वह हाउस वाइफ है। पुलिस को उसने बताया कि वह चाहती थी कि मकान उसके नाम हो जाए, ताकि यदि सूर्य उन्हें छोड़कर जाए तो घर पर उसका ही कब्जा रहे। सूर्य अपने मां-बाप का इकलौता बेटा थासूर्य अपने मां-बाप का इकलौता बेटा था। पिता नरेंद्र मैक्स हॉस्पिटल में ड्राइवर हैं। मां हाउस वाइफ है। उसी दो बहनें हैं। दोनों की शादी हो चुकी है। वहीं, रत्ना राजेंद्र के परिवार से कोई नाता नहीं रखती थी। उसका वहां पर आना-जाना नहीं था। ------------------- संबंधित खबर भी पढ़िए... 13 साल बड़ी गर्लफ्रेंड ने इंजीनियर का गला काटा:लखनऊ में पुलिस को फोन कर बुलाया, लिव-इन में रहते थे; बड़ी बेटी पर थी गंदी नजर लखनऊ में 13 साल बड़ी गर्लफ्रेंड ने इंजीनियर प्रेमी की गला काटकर हत्या कर दी। दोनों लिव-इन में रहते थे। महिला के साथ उसकी 18 और 14 साल की 2 बेटियां भी रहती थीं। मर्डर करने के बाद करीब 10 घंटे तक महिला अपनी दोनों बेटियों के साथ दूसरे कमरे में बैठी रही। पढ़िए पूरी खबर
राजस्थान में शीतलहर की चेतावनी:शेखावाटी में रहेगा ज्यादा असर, तापमान 1 डिग्री से नीचे आने की संभावना
राजस्थान में एक बार फिर से कोल्ड-वेव (शीतलहर) का दौर शुरू होगा। कोल्ड-वेव का प्रभाव 10 दिसंबर से महसूस होने लगेगा। शीतलहर का ज्यादा असर शेखावाटी जिलों और उसके आस-पास के एरिया में देखने को मिलेगा। मौसम विभाग ने इसके लिए 4 जिलों सीकर, चूरू, झुंझुनूं और नागौर में 2 दिन का यलो अलर्ट जारी किया है। तापमान में भी 1 से 2 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट देखने को मिल सकती है। इसके अलावा राजस्थान के सभी हिस्सों में मौसम अगले एक सप्ताह तक साफ रहेगा और जबकि सीकर, चूरू, झुंझुनूं और नागौर को छोड़कर अन्य शेष स्थानों पर कोल्ड-वेव से राहत रहेगी। दिन में आसमान साफ, धूप हुई तेज वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का प्रभाव सोमवार से खत्म हो गया। राज्य के सभी शहरों में सोमवार को आसमान बिल्कुल साफ रहा और तेज धूप निकली। पाली, कोटा, बारां, पिलानी, जयपुर समेत कुछ शहरों में तेज धूप रहने से तापमान में मामूली बढ़ोतरी हुई। दिन का सबसे ज्यादा अधिकतम तापमान बाड़मेर में 32.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। 19 शहरों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज हुआ मौसम केंद्र जयपुर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक- 19 शहरों में सोमवार को न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज हुआ। सबसे कम न्यूनतम तापमान 4.4 फतेहपुर में दर्ज हुआ। जैसलमेर में कल न्यूनतम तापमान (2.1 डिग्री गिरकर) 9.8 डिग्री सेल्सियस पर दर्ज हुआ।
मैंने बेटे को बिग बॉस में जाने से रोका था। कहा था कि बेटा कंट्रोवर्शियल शो है। इस शो में मत जाना, छवि खराब होगी। बेटे ने कहा कि कोई बात नहीं, एक बार जाकर देखते हैं, कुछ एक्सपीरियंस ही मिलेगा। उम्मीद नहीं थी कि वह विजेता बनेगा। अब उसके जीतने पर प्राउड फील कर रहा हूं। यह कहना है बिग बॉस सीजन-19 के विजेता टीवी आर्टिस्ट गौरव खन्ना के ट्रांसपोर्टर पिता विनोद खन्ना का। कानपुर में उन्होंने कहा- आज जब वह विनर बना तो मुझे बहुत खुशी हुई। जो फीलिंग है, उसको मैं बता नहीं सकता हूं। पहले भी वह कई अवॉर्ड जीता है, मगर ऐसी फीलिंग, ऐसा प्राउड कभी नहीं हुआ, जैसा कि बिग बॉस सीजन 19 जीतने पर हुआ। वहीं, मां ने कहा- बेटा गौरव बहुत जिद्दी है। जो ठान लेता है, उसे हासिल करके ही मानता है। इसलिए बचपन में खूब मार खाया है। मुंबई में रविवार को बिग बॉस-19 का ग्रैंड फिनाले हुआ। शो जीतने पर गौरव को बिग बॉस की ट्रॉफी के साथ 50 लाख रुपए का कैश प्राइज मिला। गौरव खन्ना एक फेमस टीवी एक्टर हैं, जो CID और अनुपमा जैसे टीवी शो में नजर आ चुके हैं। दैनिक भास्कर ऐप की टीम कानपुर में गौरव खन्ना के घर पहुंची, उनके माता-पिता से बात की। पढ़िए रिपोर्ट... पिता बोले- गौरव बचपन से जिद्दीभास्कर टीम जब सिविल लाइन इलाके में गौरव के घर पहुंची, तो बाहर लोगों की भीड़ मिली। लोगों से बात करते हुए टीम उनके पिता तक पहुंची, तो वह घर के अंदर ले गए। विनोद खन्ना ने कहा- जिस समय बिग बॉस में जाने का ऑफर आया, तो वह कानपुर में ही था। मैंने उसको पहले समझाया की बेटा आप शो करो, लेकिन इस कन्ट्रोवर्सी वाले शो के चक्कर में मत पड़ो। लेकिन उसने जाने का मन बना लिया था, तो मैंने कहा बेटा अपना ध्यान रखना और ज्यादा कन्ट्रोवर्सी में मत फंसना। गौरव कानपुर को हमेशा याद करता रहता है। यहां का मलाई मक्खन, जलेबी, खस्ता, कचौड़ी और कानपुर की जैकेट को हमेशा वह पसंद करता है। गौरव की मां शशि खन्ना ने कहा कि वह बचपन से ही बहुत जिद्दी था। वह अगर किसी चीज की जिद करता था, तो जब तक उसको वह चीज नहीं मिल जाती थी। तब तक वह मानता नहीं था। इस कारण वह बचपन में मार भी बहुत खाता था। इसी जिद ने उसको इस मुकाम तक पहुंचाया है। उम्मीद थी कि जीतने की कोशिश करेगा शशि खन्ना ने कहा- जब उसको इस शो में देखा तो उम्मीद थी कि वह जीतने की पूरी कोशिश करेगा, लेकिन पहले से कुछ नहीं कह सकते थे। फर्स्ट डे से ही हमारे जितने भी रिलेटिव थे। वह यही कहते थे कि इस बार गौरव ही विनर बनेगा। गौरव ने बचपन में जयपुरिया स्कूल से अपनी पढ़ाई की। इसके बाद पीपीएम डिग्री कॉलेज से बीकॉम किया और फिर 2003 में एमबीए करने के लिए वह मुंबई चला गया। मुंबई में मॉडलिंग करने का मौका मिला मां ने आगे कहा- मुंबई में एक दिन वह अपने फ्रेंड को बाइक से छोड़ने के लिए कहीं गया था। वो फ्रेंड मॉडलिंग करता था। वहीं पर उससे कुछ लोगों ने कहा कि तुम भी मॉडलिंग करो, अच्छा कर ले जाओगे। इसके बाद उसने मॉडलिंग करने का मन बना लिया। उसने फिर मुझसे पूछा कि मैं मॉडलिंग करना चाहता हूं, तो मैंने कहा कि ठीक है लेकिन जॉब छोड़कर मॉडलिंग में कैसे आओगे, तो उसने कहा करके देखते हैं। इसके बाद उसने मॉडलिंग करना शुरू किया। 2 दिन काम करने का मौका मिलामां ने बताया कि कुछ दिनों बाद उसको एक छोटे 'भाभी' नाम के सीरियल में 2 दिन का काम मिला। इस शो के बाद तुरंत कुमकुम में श्रवण नाम का किरदार करने का मौका मिला, फिर कभी पीछे पलट कर नहीं देखा। एक के बाद एक 'मेरी डोली, तेरे अंगना' में लीड रोल किया। यह प्यार ना होगा कम, रब ने बना दी जोड़ी, संतान, चंद्रकांता, सीआईडी जैसे बड़े-बड़े सीरियल में लीड रोल अदा किया। शो के दौरान हर कोने में गौरव की होती थी बुराईशशि खन्ना ने कहा- जब मैं शो देखती थी तो हर कोने में गौरव की बुराई हुआ करती थी। मुझे यह देखकर काफी बुरा लगता था। लेकिन फिर जब वह सभी फ्रेंड के साथ मिलकर मस्ती करता था, हंसता था, एंजॉय करता था तो खुशी भी होती थी। मास्टर शेफ में भी वह विनर बना। उसने कभी घर पर चाय तक नहीं बनाई थी, लेकिन जब मास्टर शेफ में उसने हिस्सा लिया तो उसके एक माह पहले से ही उसने शेफ से ट्रेनिंग लेना शुरू किया, फिर उसने इतनी अच्छी तरह से वहां पर काम किया कि वह विनर बन गया। सलमान खान गौरव का हमेशा से फेवरेट रहे हैं। जब इस शो को सलमान खान होस्ट कर रहे थे तो इससे बड़ा पल उसके लिए और कुछ नहीं था। 2016 में हुई थी शादीगौरव के परिवार में पिता विनोद खन्ना जोकि ट्रांसपोर्टर है। मां शशी खन्ना हैं। एक बड़ी बहन प्रिया मेहरोत्रा है। प्रिया लखनऊ स्थित अपनी ससुराल में रहती है और उनके पति डॉ. सुलभ मल्होत्रा ऑर्थोपेडिक सर्जन हैं। गौरव की 2016 में मुंबई की रहने वाली आकांक्षा से शादी हुई थी। बिग बॉस का इतिहास बिग बॉस का आइडिया 1997 में नीदरलैंड में शुरू हुए शो बिग ब्रदर से लिया गया था। भारत में यह शो 2006 में आया। शुरुआत में इसे ज्यादा सफलता नहीं मिली, लेकिन समय के साथ यह सबसे चर्चित रियलिटी शो में से एक बन गया। पहले सीजन में राहुल रॉय और कैरोल ग्रेसियस जैसे नाम थे। शो के पहले होस्ट अरशद वारसी थे, फिर शिल्पा शेट्टी और अमिताभ बच्चन जैसे सितारों ने शो को होस्ट किया। 2010 से सलमान इस शो को होस्ट कर रहे हैं। ............................... ये खबर भी पढ़ें- बिग बॉस 19 के विनर बने गौरव खन्ना:मिला 50 लाख रुपए का कैश प्राइज, फिनाले में धर्मेंद्र को याद कर भावुक हुए सलमान रियलिटी शो बिग बॉस 19 के ग्रैंड फिनाले को जीतकर इस सीजन के विजेता गौरव खन्ना बने हैं, जबकि फरहाना भट्ट रनर-अप रहीं। वहीं, अमाल मलिक पांचवें, तान्या मित्तल चौथे और प्रणीत मोरे तीसरे स्थान पर रहे। ग्रैंड फिनाले रविवार को मुंबई में हुआ। विनर गौरव खन्ना की बात करें तो वे एक फेमस टीवी एक्टर हैं, जो CID और अनुपमा जैसे टीवी शो में नजर आ चुके हैं। पढ़ें पूरी खबर
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इश्क जब हद पार करता है तो हथियार बन जाता है। ऐसा हथियार जिसकी जद में आने से खानदान तबाह हो जाते हैं। हम ला रहे हैं ऐसी कहानियां जहां दिल ने फैसला लिया और खून ने दस्तखत किए। कहानी एक रोती-बिलखती लड़की की, जिसके इश्क ने 10 महीने के मासूम भतीजे को भी नहीं बख्शा। वहीं, दो लेस्बियन (समलैंगिक) जिन्होंने समाज से लड़ते-लड़ते इंसानियत का ही गला घोंट दिया। पढ़िए प्यार, साजिश और कत्ल की ऐसी ही कहानियां दैनिक भास्कर की खास सीरीज 'कातिले इश्क' में, कल यानी 10 दिसंबर सुबह 6 बजे से...।
यूपी के पूर्वी हिस्से में माफियाओं का साया फिर से गहराने लगा है। खनन हो या फिर नशे का कारोबार। वर्चस्व की इस जंग में नए उभरते माफिया भी हाथ आजमाने की तैयारी में हैं। सीएम योगी की सख्ती के बाद भी कई बार पुलिस की खामोशी से इनके हौसले बढ़ते दिख रहे। मुख्तार, अतीक, विजय मिश्रा और मुन्ना बजरंगी जैसे माफियाओं के खात्मे के बाद लगा कि प्रदेश को गुंडा राज से छुटकारा मिल चुका है। लेकिन हाल के दिनों की घटनाएं बताती हैं कि कहीं न कहीं माफियाओं को शह मिल रही है। क्या कोडीन कफ सिरप कांड भी माफियाओं की देन है? सोनभद्र में खनन हादसे के बाद भी कार्रवाई न होना भी क्या माफियाओं की वजह से मुमकिन हुआ? आखिर इन्हें शह कौन दे रहा है? पुलिस ऐसे माफियाओं पर हाथ डालने से क्यों कतरा रही? पढ़िए रिपोर्ट... कोडीन कफ सिरप कांड में धनंजय का कितना रोल? वाराणसी में कोडीन कफ सिरप कांड इस समय सबसे अधिक चर्चा में है। इस मामले में किंगपिन शुभम जायसवाल दुबई भाग चुका है। उसके कई साथी पकड़े जा चुके हैं। इसमें आलोक प्रताप सिंह, अमित सिंह टाटा मेन हैं। एक और करीबी विकास नरवे भी अभी फरार है। इन सबकी तस्वीरें जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह के साथ सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रही हैं। हालांकि, अब तक दर्ज किसी भी एफआईआर में धनंजय का नाम नहीं है। यही वजह है कि धनंजय सिंह से पुलिस ने अब तक कोई पूछताछ नहीं की है। दरअसल, सहारनपुर में दवा माफिया के तौर पर काम कर रहे विभोर राणा और शुभम जायसवाल का संपर्क हुआ। शुभम को ये खेल जैसे समझ में आया तो उसने पूर्वी यूपी के साथ-साथ झारखंड तक अपना जाल फैला दिया। देखते-देखते शुभम ने कफ सिरप को नशे के तौर पर इस्तेमाल के लिए नेपाल और बांग्लादेश भेजना शुरू किया। जहां से उसकी चार गुना कमाई होने लगी। दवाएं असली फर्म और मेडिकल स्टोर के नाम पर खरीदी जाती थीं। लेकिन इसे मेडिकल स्टोर से बेचने की बजाय डायवर्ट कर दिया जाता था। शुभम के पास पैसा आया तो उसने अपनी सुरक्षा के लिए माफियाओं से संपर्क शुरू किया। यहीं से उसकी मुलाकात धनंजय के करीबी राइट हैंड कहे जाने वाले आलोक प्रताप सिंह से हुई। आलोक भी इस कारोबार में कूद पड़ा और दवाओं की खरीद-फरोख्त करने लगा। पूर्वांचल के कई जिलों से जुड़े कफ सिरप कांड के तार जांच एजेंसियों के मुताबिक, पश्चिमी यूपी से शुरू हुआ यह काला धंधा अब पूर्वांचल के जिलों में शिफ्ट हो चुका है। माफिया सरगनाओं की शह पर यह कारोबार तेजी से फैला, जिसमें कोडीन सिरप को नशे के रूप में बेचा जा रहा है। अब तक 40 जिलों में 128 एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं, जबकि 35 से अधिक गिरफ्तारियां हुई हैं। हालांकि, किंगपिन शुभम जायसवाल अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है। जबकि, उसका पिता भोला जायसवाल कोलकाता से अरेस्ट किया जा चुका है। पूर्वी यूपी के वाराणसी, जौनपुर, चंदौली, गाजीपुर, आजमगढ़, भदोही, मिर्जापुर और सोनभद्र जैसे जिलों में यह नेटवर्क सबसे अधिक सक्रिय है। यहां मेडिकल स्टोर मालिकों और फार्मा कंपनियों को कवर के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। जौनपुर में ही 57 करोड़ का कफ सिरप कनेक्शन पकड़ा गया। यहां 12 मेडिकल स्टोर संचालकों पर मुकदमा दर्ज किया गया। समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव तो इसे ‘एक जिला एक माफिया’ योजना का नाम देने से भी नहीं बच रहे। उनका कहना है कि बुलडोजर की चाबी कहां गुम हो गई, अब बुलडोजर क्यों नहीं चल रहा? खनन के कारोबार में बृजेश सिंह का दखल पूर्वी यूपी में बालू और रेत के अवैध खनन से करोड़ों का काला कारोबार चल रहा है। सोनभद्र जैसे खनन-समृद्ध जिलों में माफिया स्थानीय प्रशासन को प्रभावित कर रहे हैं। खनन के अवैध धंधे में माफियाओं की पैठ इतनी गहरी है कि वे अब खुलेआम पुलिस को चुनौती दे रहे हैं। पुलिस भी सब कुछ जानते हुए भी हाथ डालने से बच रही है। हाल ही में बिरसा मुंडा की जयंती के मौके पर सोनभद्र में एक बड़ा हादसा हुआ। इसमें 6 से ज्यादा लोगों की जान गई। लेकिन कार्रवाई के नाम पर चंद मजदूर पकड़े गए और कुछ अफसरों के तबादले कर दिए गए। ये सब माफियाओं के साथ-साथ अफसरों की मिलीभगत से मुमकिन हो पा रहा है। वहीं, पूर्व एमएलसी बृजेश सिंह की इस क्षेत्र में सक्रियता बढ़ गई है। जिससे आने वाले दिनों में यहां के समीकरण और तेजी से बदलने का अनुमान लगाया जा रहा। बृजेश सिंह के अलावा यहां चुलबुल सिंह के परिवार का भी दबदबा पहले से रहा है। वरिष्ठ पत्रकार राजेंद्र कुमार कहते हैं कि ये लोग पहले भी काम करते थे। अब भी कर रहे हैं। धनंजय सिंह, अभय सिंह, बृजेश सिंह, सुशील सिंह जैसे माफिया आज भी जमीन के कारोबार के साथ-साथ कमीशनखोरी का धंधा चला रहे हैं। माफियाओं की आपसी खींचतान भी सामने आ रही कोडीन कफ सिरप मामले में धनंजय सिंह का नाम सोशल मीडिया पर लिया जा रहा। बंद लफ्जों में अखिलेश यादव भी धनंजय को कठघरे में खड़ा कर रहे हैं। वहीं, इसके पीछे एक राजनीतिक कारण की भी चर्चा है। कहा जा रहा है कि वाराणसी के एक बड़े माफिया अपनी बेटी को जौनपुर से जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव लड़वाना चाहते हैं। यहां अभी धनंजय सिंह का दबदबा है। धनंजय सिंह के एक करीबी का कहना है कि धनंजय के दबदबे को कम करने के लिए कफ सिरप कांड में उनका नाम उछाला जा रहा। वहीं, ‘कालीन भइया’ की तर्ज पर ‘कोडीन भइया’ जैसा शब्द धनंजय सिंह के साथ जोड़ा जाने लगा है। हाल ही में अवध क्षेत्र में कभी मुख्तार अंसारी के करीबी रहे माफिया अभय सिंह ने भी धनंजय का नाम लिए बिना उन पर हमला बोला। उन्हें जौनपुर की बदनामी की वजह बताया। इस बारे में पूछे जाने पर प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद कहते हैं कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसी भी तरह के अपराध और माफियाराज को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है। उसी पर काम भी किया जा रहा है। कोडीन सिरप से जुड़े मामलों की निगरानी व समन्वय के लिए एक एसआईटी का गठन किया जा रहा। इसमें आईजी रैंक के अफसर लीड करेंगे। जबकि, एक प्रशासनिक अधिकारी व एक खाद्य-सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) का अधिकारी इसमें सदस्य होगा। जिन जिलों में जो भी जांच चल रही है, वह जारी रहेगी। एफएसडीए की सचिव रौशन जैकब ने बताया कि कोडीन कफ सिरप का मामला मध्य प्रदेश में बच्चों की सिरप पीने से हो रही मौत के मामले से बिल्कुल अलग है। यहां मामला अवैध कारोबार का है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यूपी में कोई मौत कफ सिरप पीने से नहीं हुई है। मध्य प्रदेश में जिस सिरप से मौतें हुई हैं, उसकी जांच कराई जा चुकी है। यूपी में अब तक ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है। —-------------- ये खबर भी पढ़ें... कप सिरप मामले में योगी सरकार ने SIT बनाई:DGP बोले-नशे में इस्तेमाल हो रहा; डिप्टी सीएम ने कहा- चाहे नेता हो, सब नपेंगे कफ सिरप मामले में प्रमुख सचिव संजय प्रसाद, FSDA सचिव रोशन जैकब और डीजीपी राजीव कृष्ण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। रोशन जैकब ने कहा- कोडीन कफ सिरप मामले में एसआईटी का गठन होगा। अब तक तीन आरोपी गिरफ्तार हुए हैं। डीजीपी राजीव कृष्ण ने कहा- कोडीन कफ सिरप का इस्तेमाल बीमारी के लिए नहीं, बल्कि नशे के लिए कराया जा रहा है। वहीं जौनपुर में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि कफ सिरप मामले में सब नपेंगे, चाहे नेता हो या कोई भी। पढ़ें पूरी खबर
राजस्थान क्राइम फाइल में आज जोधपुर का 21 वर्ष पुराना केस। जोधपुर के सरदारपुरा स्थित शोरूम के पीछे एक शव मिला। पुलिस जांच करती है तो शिनाख्त के लिए युवक के शव के आसपास कुछ नहीं मिलता। तभी पुलिस की नजर उसके पहने हुए शर्ट की कॉलर पर जाती है। वहां दर्जी के नाम और पते का टैग होता है। इसी क्लू से पुलिस कर्नाटक के नागलपुर पहुंचती है। वहां पता चलता है कि उसके साथ गांव के और दो और लोग भी गए थे। पुलिस के सामने बड़ा सवाल था कि आखिर वह लोग कर्नाटक से जोधपुर क्यों आए थे? अपने एक साथी को बिना लिए कैसे लौट गए? पढ़िए पूरी कहानी… 10 अक्टूबर 2004 को शाम 7.30 बजे की बात है। जोधपुर के सरदारपुरा क्षेत्र में रमनलाल पुरोहित की बिल्डिंग रामबाड़ी गली में स्थित थार हैंडलूम शोरूम के चौकीदार नारायण ने पुलिस को फोन किया। चौकीदार ने बताया कि शोरूम के पास संकरी गली में युवक का शव पड़ा है। सरदारपुरा पुलिस स्टेशन से कॉन्स्टेबल मधुसूदन मौके पर पहुंचे। तब तक वहां खासी भीड़ जमा हो गई थी। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। युवक के पांव में चप्पल नहीं थीं। गले में प्लास्टिक के पाइप का टुकड़ा कसा हुआ था। मौके पर पहुंचे कॉन्स्टेबल ने जालोरी गेट पुलिस चौकी में सूचना दी। शाम के 8 बज गए थे। पुलिस ने शव को मॉर्च्युरी में रखवाया। इससे पहले उसके कपड़ों की तलाशी ली। पर कुछ नहीं मिला। इससे उसकी पहचान नहीं हो पा रही थी। उसकी शर्ट के कॉलर पर लगे टैग पर टेलर का नाम और पता लिखा हुआ था। टेलर कर्नाटक के नागलपुर गांव का था। पुलिस इस सुराग से युवक की पहचान करने में जुट गई। पुलिस युवक (मृतक) की पहचान के लिए कर्नाटक के नागलपुर गांव पहुंची। पुलिस ने उस टेलर को मृतक की फोटो दिखाई। टेलर ने बताया कि युवक का नाम गंगप्पा था। वह नागलपुर गांव में ही रहता था। पुलिस जब उसके घर के पास पहुंची तो वहां कुछ लोग मिले। उनसे पूछताछ में सामने आया कि गंगप्पा गांव के बसप्पा के साथ बाड़मेर (राजस्थान) गया था। गांव में बसप्पा नाम के दो व्यक्ति थे। दोनों भाई थे। उन दोनों के साथ गंगप्पा बाड़मेर गया था। दोनों बसप्पा वापस लौट आए और कहा कि गंगप्पा कुछ दिन और राजस्थान में रहेगा। पुलिस ने जब गंगप्पा के घर पहुंच कर जानकारी जुटाई, तब उसके भाई ने भी यही बताया। इसके बाद पुलिस ने परिवार को बताया कि गंगप्पा की मौत हो चुकी है। परिवार वाले सन्न रह गए। गंगप्पा के भाई ने बताया कि उसकी तो किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। वह तो अपने दोस्त बसप्पा के साथ राजस्थान गया था। इधर परिवार गंगप्पा का शव लेने राजस्थान के लिए आया। परिवार वालों को बसप्पा पर कोई शक नहीं था। इधर, पुलिस के शक की सुई दोनों बसप्पा पर घूम रही थी। पुलिस ने दोनों को ढूंढा, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। पुलिस को लगा कि दोनों शायद गंगप्पा की मौत के बाद फरार हो गए। दोनों बसप्पा का पकड़ा जाना जरूरी था, तभी कुछ सवालों के जवाब मिल सकते थे… कल पार्ट-2 में पढ़िए इन सभी सवालों के जवाब…
इंदौर में पांच साल पहले ब्याही गई पाकिस्तानी युवती निकिता ने कानूनी लड़ाई शुरू कर दी है। पाकिस्तान के कराची में रहकर निकिता ने इंदौर हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। दूसरी ओर इस मामले की जांच गृह मंत्रालय ने भी शुरू कर दी है। सोमवार को निकिता ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर पति विक्रम नागदेव को पाकिस्तान डिपोर्ट करने और दूसरी शादी करने से रोकने की मांग की है। निकिता की ओर से एडवोकेट दिनेश रावत ने यह याचिका दायर की है। इस मामले में अगले सप्ताह सुनवाई होने की संभावना है। निकिता ने पति विक्रम नागदेव और उसकी मंगेतर शिवानी ढींगरा सहित भारत के विदेश मंत्रालय, गृह मंत्रालय, आयकर विभाग, इंदौर कलेक्टर, इंदौर पुलिस कमिश्नर, सिंधी पंचायत के अध्यक्ष किशोर कोडवानी को भी पार्टी बनाया है। गृह मंत्रालय ने शुरू की जांचमामले में गृह मंत्रालय ने भी जांच शुरू कर दी है। गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने सोमवार को विक्रम नागदेव से जुड़े दस्तावेज जुटाए हैं। गृह मंत्रालय के अधिकारी ने नाम प्रकाशित नहीं करने की शर्त पर बताया कि विक्रम ने भारत में रहकर अपने नाम से जो भी संपत्ति खरीदी है, उसकी जांच की जाएगी। इतना नहीं उसके आधार कार्ड, पैन कार्ड सहित अन्य शासकीय दस्तावेजों की भी जांच की जाएगी। गृह मंत्रालय ने कलेक्टर कार्यालय से विक्रम नागदेव के संबंध में मिली शिकायत की कॉपी भी मांगी है। यह शिकायत सिंधी पंचायत की ओर से गई थी। इसमें कहा गया था कि विक्रम नागदेव भारत में अवैध रूप से रह रहा है। और उसने यहां सभी जरूरी सरकारी दस्तावेज तैयार कर संपत्ति खरीदी है। बताया जा रहा है कि गृह मंत्रालय ने विक्र नागदेव के मामले में दर्ज की गई याचिका की जानकारी भी ली है। मैरिज सर्टिफिकेट में पाकिस्तान नागरिक यही सबसे बड़ा सबूतनिकिता की ओर से दायर याचिका में उसने विक्रम नागदेव से हुई शादी का सर्टिफिकेट भी पेश किया है। यह पाकिस्तान की ओर से जारी किया गया है। इसमें विक्रम नागदेव और निकिता दोनों को पाकिस्तानी नागरिक बताया गया है। पाक सरकार की ओर से जारी मैरिज सर्टिफिकेट में शादी की तारीख 20 जनवरी 2020 लिखी है। निकिता का कहना है कि यह उसकी शादी का सबसे बड़ा सबूत है। इसके बावजूद विक्रम दिल्ली की शिवानी ढींगरा से सगाई कर ली है, जबकि हम दोनों के बीच तलाक भी नहीं हुआ है। निकिता ने ससुराल वालों पर आरोप लगाया कि उसे शादी के तीन माह बाद ही जबरन पाकिस्तान भेज दिया गया।
करनाल जिला के मुनक थाना क्षेत्र में एक विवाहित महिला ने एक युवक पर शादी का झांसा देकर रेप के आरोप लगाए है। महिला ने अपने पति के अत्याचारों से तंग आकर एक युवक के साथ रहने का फैसला किया था, लेकिन उस युवक ने शादी का झांसा देकर उसके साथ बार-बार शारिरीक सम्बन्ध बनाए। महिला का आरोप है कि युवक व उसकी मां ने हर बार उसे गर्भवती होने पर गर्भपात की दवाई खिलाई और जबरन गर्भपात करवाया। करीब एक साल तक अलग-अलग शहरों में रखने के बाद युवक ने उससे बातचीत तक बंद कर दी और उसके परिवार ने उसे घर में घुसने तक नहीं दिया। पुलिस ने महिला की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ जीरो एफआईआर दर्ज कर मामला महिला थाना रोहतक को ट्रांसफर कर दिया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अब तथ्यों की जांच कर रही है। पति की जुए की लत से परेशान महिला को मिले नए दोस्त, बनने लगा भरोसा जींद जिले की एक महिला ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसका पति जुआरी और आवारा किस्म का व्यक्ति है। जुए की लत के कारण पति ने 4 एकड़ जमीन और अन्य प्रॉपर्टी बेच दी। इसी दौरान जिला करनाल के बल्ला गांव के आरोपी युवक व जींद की एक लड़की से जान-पहचान हुई। लड़की अक्सर आरोपी को उसके घर लेकर आती थी। आरोपी ने पीड़िता की परेशानी को समझते हुए उसे पति के खिलाफ भड़काना शुरू किया और खुद उसे खुशहाल जिंदगी देने का भरोसा दिया। माता से भी करवाई बात, कहा- कमल के साथ रहने लग जाओ आरोपी ने पीड़िता को बताया कि उसके पिता की मौत हो चुकी है और घर में सिर्फ उसकी मां रहती है। पीड़िता ने कहा कि पहले उसके माता-पिता से बात करवाओ। आरोपी युवक ने उसकी अपनी मां से बात करवाई। मां ने भी शादी का भरोसा दिलाते हुए कहा कि अगर वह बेटे को पसंद करती है तो उसके साथ रहने लगे। इसी भरोसे पर 11 नवंबर 2024 को पीड़िता अपने दो बच्चों (7 वर्ष) और (4 वर्ष) को छोड़कर आरोपी के साथ रोहतक चली गई। तलाक न होने का बहाना, मर्जी के खिलाफ सम्बन्ध बनाए जाने का आरोप रोहतक पहुंचने पर जब पीडिता ने शादी की बात कही तो आरोपी ने कहा कि तलाक न होने तक शादी नहीं हो सकती। पीड़िता ने स्पष्ट कहा कि बिना शादी वह शारिरीक सम्बन्ध नहीं बनाएगी। आरोप है कि इसके बावजूद युवक ने जबरन सम्बन्ध बनाए और वह गर्भवती हो गई। जब आरोपी व उसकी मां को यह पता चला तो उन्होंने महिला को गर्भपात की दवाई दी और उसकी मर्जी के खिलाफ गर्भपात करवा दिया। गांव बल्ला में भी आरोप, कहा- युवक की इच्छा अनुसार सम्बन्ध बनाने पड़ेंगे बीती 22 अप्रैल को आरोपी युवक पीड़िता को गांव बल्ला लेकर आया। वहां पीड़िता ने शादी की बात उठाई तो युवक की मां ने कहा कि जब तक तलाक नहीं होगा शादी नहीं कर सकते। बल्कि पीड़िता ने दबाव बनाया कि युवक की इच्छा अनुसार शारिरीक संबंध बनाने पड़ेंगे। पीड़िता का आरोप है कि युवक ने गांव बल्ला में फिर उसके साथ बलात्कार किया और वह दोबारा गर्भवती हो गई। फिर से दवाई देकर उसका गर्भपात करवा दिया गया। पंचायत की धमकी पर वापस रोहतक ले गया; थाने में शिकायत, फिर भी शोषण जारी जब पीड़िता ने पंचायत करने की बात कही तो आरोपी उसे बीती 30 अप्रैल को फिर रोहतक ले गया। वहां पीड़िता ने थाने में शिकायत दी। पुलिस पहुंची तो युवक ने लिखित में शादी का वादा किया। पीड़िता के अनुसार इसके बाद भी युवक ने जबरन सम्बन्ध बनाए और हर बार गर्भपात करवाया। दप्पर मोहाली तक ले गया, वहां भी शादी नहीं की, शोषण जारी अगस्त 2025 में युवक उसे दप्पर, मोहाली (पंजाब) ले गया। वहां भी उसने न तो शादी की और न ही खर्चा दिया, बल्कि मर्जी के विरुद्ध सम्बन्ध बनाता रहा और गर्भपात करवाता रहा। पीड़िता का आरोप है कि पिछले दो महीनों से न तो कमल खर्चा दे रहा है और न ही बात करता है। गांव बल्ला में युवक की मां व उसके भाई ने उसे रहने नहीं दिया और जान से मारने की धमकी दी। पीड़िता ने पुलिस से मांग की है कि विवाह का झांसा देकर यौन शोषण करने वाले गांव बल्ला के कमल, साथ देने वाली उसकी मां सुनीता और धमकी देने वाले भाई के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। पुलिस ने दर्ज की जीरो एफआईआर, महिला थाना रोहतक में होगी जांच जिला पुलिस अधीक्षक करनाल को दी शिकायत पर थाना मुनक में जांच शुरू हुई। एएसआई रीता ने परिवाद का अवलोकन कर पाया कि घटनास्थल रोहतक है, इसलिए 8 दिसंबर को जीरो एफआईआर थाना मुनक करनाल में दर्ज कर फाइल महिला थाना रोहतक भेज दी गई है। आगे की जांच वहीं होगी।
इंदौर में पिछले साल जनवरी में स्कूल के लिए निकले प्रिंसिपल की रास्ते में कार्डियक अरेस्ट से मौत हो गई थी। तब से पति की जीपीएफ, ग्रेच्युटी की राशि के लिए उनकी पत्नी भटकती रहीं। उन्हें जिम्मेदार अधिकारियों ने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। आखिरकार उन्हें हाईकोर्ट की इंदौर बेंच की शरण लेनी पड़ी। सुनवाई के बाद 3 दिसंबर को कोर्ट ने आदेश जारी किया है। जिसमें कहा है कि प्रिंसिपल की पत्नी को उनके हक के जीपीएफ, ग्रेज्युटी के 40 लाख रुपए 30 दिनों में प्रदान करें। अगर ब्याज का प्रावधान है तो वह भी उन्हें समयावधि में दें। बता दें, परदेशीपुरा निवासी अजय जैन (61) रुणजी गौतमपुरा में शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल में बतौर प्रिंसिपल पदस्थ थे। 11 जनवरी 2025 की सुबह वे लक्ष्मी बाई नगर रेलवे स्टेशन से गौतमपुरा के लिए जाने वाले थे। तभी स्टेशन पर सीढ़ियां चढ़ने के दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई। वे गिर पड़े। वहां मौजूद लोगों ने उन्हें उठाया और एंबुलेंस से जिला अस्पताल भिजवाया। वहां पहुंचने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। डॉक्टरों ने बताया कि उनकी मौत कार्डियक अरेस्ट से हुई है। खास बात यह है कि प्रिंसिपल अपने कार्य के प्रति जिम्मेदार रहे हैं। जब उनकी मौत हुई तो उनके 300 से ज्यादा अवकाश बकाया थे। नजदीकी लोगों के मुताबिक वे बहुत ही जरूरी काम होने पर ही अवकाश लेते थे। एक माह बाद रिटायरमेंट था, अनुकंपा नहीं मिलीअजय जैन के परिवार में पत्नी कल्पना, बड़ा बेटा उदित, छोटा बेटा मोहित और बेटी यशस्वी हैं। दुखद पहलू यह कि वे एक माह बाद रिटायर्ड होने वाले थे। परिवार ने उनके बेटे मोहित की उनके स्थान पर अनुकंपा नियुक्ति के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू की। फाइल भोपाल तक पहुंच गई लेकिन नियुक्ति नहीं मिल सकी है। जल्द हो जाएगा कहकर टालते रहे जिम्मेदारउनकी पत्नी कल्पना हाउस वाइफ हैं। दोनों बेटों और बेटी की शादी नहीं हुई है। पत्नी ने फैमिली पेंशन, जीपीएफ, ग्रेच्युटी राशि के लिए आवेदन दिए लेकिन शिक्षा विभाग के जिम्मेदार अधिकारी कहते रहे कि अभी मामला चल रहा है। जल्द हो जाएगा। अफसरों के अवकाश पर होने की बात भी कहते रहे। अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अजय जैन के समकालीन रहे कुछ टीचर इस दौरान सेवानिवृत्त हो गए। इनमें से अधिकांश का पेंशन, जीपीएफ, ग्रेच्युटी सहित संबंधी सारे काम तुरत-फुरत हो गए और पेंशन भी शुरू हो गई लेकिन अजय जैन के मामले में जिम्मेदारों ने पेंशन तक शुरू नहीं की। इसे लेकर परिवार ने अपने स्तर पर प्रयास किए तो जून 2025 से उनकी पेंशन मिलना शुरू हुई लेकिन जीपीएफ, ग्रेच्युटी की राशि के लिए पत्नी भटकती रही। संकुल से लेकर भोपाल तक गुहार, 25 से ज्यादा चक्करपत्नी कल्पना ने इसे लेकर बीईओ (देपालपुर), संकुल कार्यालय रुणजी गौतमपुरा, जिला शिक्षा कार्यालय, लोक शिक्षण विभाग, ज्वाइंट डायरेक्टर (JDO) , कलेक्टर की जनसुनवाई, लोक शिक्षण संचानालय (भोपाल) सहित प्रत्येक संबंधितों को 4 से 5 बार आवेदन दिए लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुए। कल्पना ने बताया कि इस दौरान उनके बेटे अमित, मोहित ने उनके साथ इंदौर, भोपाल के 25 से ज्यादा चक्कर लगाएं। जिम्मेदार अधिकारियों, कर्मचारियों ने बैठाया और आश्वस्त किया लेकिन जीपीएफ, ग्रेच्युटी को लेकर कोई काम नहीं किया। यह राशि करीब 40 लाख रुपए है। सारे दस्तावेज पूरे होने के बावजूद अलग ही मंशाआखिरकार उन्होंने नवंबर 2025 में एडवोकेट ऋषि आनंद चौकसे के माध्यम से हाई कोर्ट में याचिका लगाई। कोर्ट ने इस मामले को गंभीर माना और इस पर सुनवाई शुरू की। एडवोकेट ऋषि आनंद चौकसे ने बताया कि चौंकाने वाले और दुखद पहलू यह कि पत्नी कल्पना ने हर स्तर पर आवेदन जो आवेदन दिए उसमें सभी जरूरी दस्तावेज सभी पूरे थे। इसके बावजूद जिम्मेदारों की मंशा पूरी नहीं हुई तो काम नहीं किया जबकि यह शासन का नियम है कि जो शासकीय कर्मचारी की सेवानिवृत्ति हो गई हो या अचानक मौत हो उसमें संबंधित के परिवार (नॉमिनी) को समयावधि में पूरी राशि दी जाती है। बिना लेन-देन के फाइल आगे नहीं बढ़तीस्कूल के स्टाफ और अजय जैन के नजदीकी लोगों के मुताबिक दंपती काफी सरल और ईमानदार प्रवृत्ति के रहे हैं। अजय जैन न तो कभी रिश्वत ली और ही वे भ्रष्टाचार तवज्जो देकर काम कराने में विश्वास रखते थे। ऐसा ही स्वभाव पत्नी का है। खुद विभाग का स्टाफ मानता है यहां बिना लेन-देन के किसी का काम नहीं होता। कोई भी टीचर, प्रिंसिपल, कर्मचारी अगर सेवानिवृत्त होता है तो बिना लेन-देन के फाइल आगे नहीं बढ़ती। यह खबर भी पढ़ें...पुलिस पर दाग…जमानत रोकने सुप्रीम कोर्ट में दिखाए झूठे केस सुप्रीम कोर्ट ने एक गंभीर मामले में इंदौर के दो वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के खिलाफ झूठा हलफनामा पेश करने पर न सिर्फ कड़ी नाराजगी जताई है, बल्कि अब इंदौर के पुलिस कमिश्नर को भी पक्षकार बना दिया है। पूरी खबर यहां पढ़ें...
मौत की घटना:6 दिन की बेटी को कमर से बांध व दूसरी को साथ ले कुएं में कूदी मां, मौत
कस्बे के समीपवर्ती पंचायत पादर के ढिबड़ी में सोमवार अल सुबह एक मां दाे बच्चियों के साथ कुएं में कूद गईं। एक बच्ची का 6 दिन पहले जन्म हुआ था। दूसरी 3 साल की थी। मृतकों की पहचान जमना देवी (25) पत्नी केवाराम रेबारी, उसकी 3 वर्षीय बेटी अंजलि कुमारी व 6 दिन की दूसरी बेटी के रूप में हुई। जमना की शादी गांव के केवाराम के साथ 2020 में हुई थी। उसका पीहर व ससुराल एक ही गांव में है। शादी के बाद से वह पति व ससुराल वालों के साथ गुजरात के ऊंझा में पशुपालन करती थी। दो माह पहले ही दूसरी डिलेवरी के लिए जमना गांव ढिबड़ी में अपने पीहर आई हुई थी। पीहर वालों ने सुबह 6 बजे बच्चों व जमना काे बिस्तर पर नहीं देखा ताे तलाशा। जंगल तरफ गए, जहां कुएं के बाहर उसकी शॉल दिखी। कुएं में झांका ताे एक बच्ची का शव दिखा। बाद में जमना का भी शव मिला। उसने 6 दिन की बच्ची शरीर पर बांध रखा था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने कुएं से तीनो के शव निकाल मोर्चरी में रखवाए। पोस्टमार्टम कर शव परिजन के सुपुर्द किए। जमना की दूसरी डिलेवरी 2 दिसबंर को हुई थी। पति केवाराम ने बताया कि दोनों के बीच कभी वाद विवाद नहीं हुआ। जमना ने ऐसा गलत कदम क्यों उठाया, पता नहीं। जमना के पीहर वालों ने बताया कि जमना रात को सब ने साथ मिल खाना खाया और सब एक साथ सोए थे। फिर क्या हुआ पता नहीं। धौलपुर: रोडवेज बस से उतरते समय शिक्षिका पहिए के नीचे आई, मौत सैंपऊ (धौलपुर)| थाना इलाके में नेशनल हाईवे 123 पर कुम्हेरी स्थित एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने वाली शिक्षिका प्रियंका पत्नी जितेंद्र अग्रवाल की बस से उतरते समय पिछले पहिए के नीचे आ जाने से मौत हो गई। शिक्षिका प्रियंका सतीश विद्या वैली स्कूल में पढ़ाती थी। सोमवार सुबह वह घर से स्कूल के लिए रोडवेज बस में सवार हुई। बस जैसे ही स्कूल के सामने आकर रुकी तो शिक्षिका नीचे उतरी। शिक्षिका पिछले पहिए के नीचे आ गई। ऊपर से पहिया निकल जाने के कारण शिक्षिका की मौके पर ही मौत हो गई।
चूरू डीटीओ ऑफिस में हैवी व्हीकल के ड्राइविंग लाइसेंस बनाने में बड़ा फर्जीवाड़ा किया गया है। इस ऑफिस से चार साल में हरियाणा के 1307 लोगों को हैवी व्हीकल लाइसेंस जारी किए गए और चौंकाने वाली बात यह है कि सभी को एक ही एड्रेस पर जारी कर दिया गया। भास्कर ने जब मामले में पड़ताल की, तो सामने आया कि 2021 से 2024 तक यह फर्जीवाड़ा किया गया और जिला मुख्यालय से 15 किमी दूर कड़वासर गांव में सभी 1307 ड्राइवरों का एड्रेस बताया गया। इस दरमियान ओमसिंह शेखावत 2022 से 2024 तक डीटीओ थे। वे फिलहाल जालोर के भीनमाल में पोस्टेड हैं। लाइसेंस जारी करते समय इंस्पेक्टरों ने न तो टेस्ट लिया और न ही ड्राइवरों के एड्रेस को वेरिफाई किया। दस्तावेजों की पूरी जांच भी नहीं की गई। सिर्फ शपथ पत्र के भरोसे जारी कर दिए लाइसेंस हरियाणा में हैवी व्हीकल लाइसेंस के लिए नियम काफी कठोर हैं। वहां ट्रेनिंग के बाद ही यह लाइसेंस मिलता है। पड़ताल में सामने आया कि दलालों के जरिये इन सभी लोगों ने डीटीओ ऑफिस में शपथ पत्र पेश किया। इसमें बताया कि वे हरियाणा के स्थायी निवासी हैं, लेकिन पिछले कुछ समय से कड़वासर गांव में रह रहे हैं। तत्कालीन डीटीओ ने साइन करते हुए लाइसेंस जारी कर दिए। ये अब देश में हर जगह मान्य हैं। कड़वासर निवासी बोले—ये हमारे गांव में नहीं रहते हैं भास्कर की टीम कड़वासर गांव पहुंची। निवासियों से बात की, तो सामने आया कि दस्तावेजों में इस गांव का एड्रेस देकर लाइसेंस लेने वाले लोग यहां रहते ही नहीं हैं। रिपोर्टर ने गांव के मुख्य चौराहे, दुकानों पर पहुंचकर ग्रामीणों से पूछा। लोगों को लाइसेंस लेने वाले ड्राइवरों के नाम बताए, ग्रामीण बोले कि ये लोग न तो कभी गांव में बसे और न कभी यहां किराये पर रहे। इन उदाहरणों से समझें, सभी के एड्रेस में गांव का नाम, मकान नंबर कहीं नहीं अधिकारी क्या बोले “सेल्फ डिक्लेरेशन को अमान्य करने का हमारे पास कोई आधार नहीं रहता है। अभ्यर्थी शपथ पत्र में एड्रेस लिखकर देता है। हमने उसी एड्रेस पर लाइसेंस जारी किए थे।” -ओमसिंह शेखावत, तत्कालीन चूरू डीटीओ “एक ही गांव के एड्रेस पर 1307 हैवी व्हीकल लाइसेंस जारी होना चौंकाता है। ये कैसे जारी हुए, इसकी जांच करवाएंगे।” -मथुराप्रसाद मीणा, आरटीओ सीकर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 9 दिसंबर मंगलवार को दो दिवसीय दौरे पर गोरखपुर आएंगे। वह सुबह 10:30 बजे सैनिक स्कूल में देश के पहले सीडीएस (चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ) स्व. विपिन रावत की स्मृति में बने ऑडिटोरियम का उद्घाटन करेंगे। इस अवसर पर वह स्व. रावत की प्रतिमा का अनावरण भी करेंगे। शाम को वह पिपरौली ब्लाक के नरकटहा में पावरग्रिड कारपोरेशन आफ इंडिया के सीएसआर फंड से बने राजकीय आईटीआई का लोकार्पण भी करेंगे।इस ऑडिटोरियम का निर्माण सैनिक स्कूल प्रोजेक्ट में राज्य सरकार की ओर से कराया गया है। पूर्व सीडीएस जनरल विपिन रावत की चौथी पुण्यतिथि के अवसर पर जीबीआर फाउंडेशन आफ इंडिया की ओर से होने वाले इस कार्यक्रम में सीएम इस महान सैन्य अधिकारी को श्रद्धांजलि देंगे। यहां स्व. रावत के जीवन पर आधारित प्रदर्शनी भी लगाई जा रही है। सीएम योगी प्रदर्शनी का अवलोकन भी करेंगे। ऑडिटोरियम में बैठ सकते हें 1000 से अधिक लोग सैनिक स्कूल में जनरल विपिन रावत के नाम पर निर्मित ऑडिटोरियम में 1000 से अधिक लोग बैठ सकते हैं। सैनिक स्कूल में देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत को श्रद्धाजंलि अर्पण और उनकी याद में बनाए गए ऑडिटोरियम के उद्घाटन कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में असम राइफल्स के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल विकास लाखेड़ा, जीबीआर मेमोरियल फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष एवं सेवानिवृत्त एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया, जीबीआर मेमोरियल फाउंडेशन के सचिव मंजीत नेगी और जनरल बिपिन रावत की सुपुत्री कृतिका और तारिणी रावत की भी उपस्थिति रहेगी। गोरखपुर दौरे के दौरान मंगलवार दोपहर बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पिपरौली क्षेत्र के ग्राम नरकटहा में बने राजकीय आईटीआई (औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान) का लोकार्पण करेंगे। इस आईटीआई का निर्माण पावरग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के सीएसआर (कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी) फंड से 16 करोड़ रुपये की लागत से हुआ है। पिपरौली क्षेत्र का आईटीआई गोरखपुर का 11वां और पीपीपी मोड में संचालित होने वाला तीसरा राजकीय आईटीआई होगा। SIR को लेकर जनप्रतिनिधियों की करेंगे बैठक सीएम मंगलवार को शाम 4 बजे विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर जनप्रतिनिधियों की बैठक करेंगे। गोरखपुर मंडल के भाजपा से जुड़े जनप्रतिनिधि व भाजपा नेता इस बैठक में शामिल होंगे। सीएम अलग एनेक्सी भवन सभागार में इस बैठक को संबोधित करेंगे। एमपी शिक्षा परिषद के संस्थापक सप्ताह समारोह का मुख्य महोत्सव कल महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के 93वें संस्थापक सप्ताह समारोह का मुख्य महोत्सव (समापन कार्यक्रम) बुधवार (10 दिसंबर) को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर (एमजीयूजी) आरोग्यधाम, बालापार रोड के परिसर में भव्यतापूर्वक होगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता गोरक्षपीठाधीश्वर एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। मुख्य अतिथि के रूप में उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह शामिल होंगे।
जनसुनवाई:उपमुख्यमंत्री ने कहा- कांग्रेस ने 5 साल में न आम जनता की सुनी ना कार्यकर्ताओं की
भाजपा प्रदेश कार्यालय में उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने सोमवार को पार्टी कार्यकर्ताओं और आमजन से मुलाकात कर सुनवाई की। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दे जाने और जनसमस्याएं सुनीं। दिया कुमारी ने कहा कि कार्यकर्ताओं का समर्पण और जनता का विश्वास सरकार के लिए ऊर्जा का सबसे बड़ा स्रोत है, जो निरंतर बेहतर कार्य करने की प्रेरणा देता है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि जनभावनाओं के अनुरूप नीतियों को मजबूत करना, जनता की समस्याओं का त्वरित समाधान करना और प्रदेश को प्रगति के मार्ग पर आगे बढ़ाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। जनसुनवाई में उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पांच साल के शासन में न तो आम जनता की सुनवाई हुई और न ही कार्यकर्ताओं की बात सुनी गई। जनता परेशान रही। अब भाजपा सरकार में हर समस्या का त्वरित निस्तारण हो रहा है। उन्होंने कहा कि कई बार ऐसी समस्या भी सुनवाई में आती है, जिसे पूरा नहीं किया जा सकता, लेकिन उसकी समस्या को सुनकर शिकायतकर्ता को संतुष्ट किया जाता है। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री झाबर सिंह खर्रा, प्रदेश महामंत्री श्रवण सिंह बगड़ी, उपाध्यक्ष ज्योति मिर्धा व सरिता गेना भी जनसुनवाई में बैठे। खर्रा ने बताया कि करीब 150 शिकायतें व समस्याएं आईं, जिनमें से आधी का मौके पर निपटारा कर दिया गया। बाकी के लिए अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं। जूली ने कहा- भाजपा की ‘सुनवाई’ सियासी पाखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भाजपा के कार्यकर्ता सुनवाई कार्यक्रम को एक सियासी पाखंड करार दिया है। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम भाजपा के जमीनी कार्यकर्ताओं में बढ़ रहे आक्रोश और असंतोष पर लीपापोती करने का एक असफल प्रयास मात्र है। जूली ने सरकार से सवाल किया कि पिछली बार शुरू किए गए जनसुनवाई कार्यक्रम को अचानक बिना किसी कारण के बंद क्यों कर दिया गया था? जूली ने कहा कि जिलों से लगातार यह फीडबैक मिल रहा है कि भाजपा कार्यकर्ता अपनी ही सरकार में उपेक्षित महसूस कर रहे हैं और उनकी सुनवाई कहीं नहीं हो रही। इस असंतोष की गूंज अब मुख्यमंत्री निवास तक पहुंच चुकी है। हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के दौरे के समय भी कार्यकर्ताओं ने खुले तौर पर अपनी पीड़ा व्यक्त की थी।
एमपी की मोहन सरकार इन दिनों बुन्देलखंड में है। सीएम डॉ मोहन यादव सभी मंत्रियों के साथ खजुराहो में मौजूद हैं। सीएम आज मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ-साथ सुबह पन्ना टाइगर रिजर्व में सफारी के लिए जाएंगे। दोपहर में होगी कैबिनेट सीएम डॉ. मोहन यादव खजुराहो में कैबिनेट की बैठक करेंगे। इसमें कई बडे़ प्रस्तावों को मंजूरी मिल सकती है। मुख्यमंत्री महाराजा कन्वेंशन सेंटर में महाराजा छत्रसाल और सरदार वल्लाभाई पटेल की प्रतिमा का अनावरण भी करेंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री डॉ. यादव छतरपुर जिले के विधानसभा क्षेत्र राजनगर के सती की मढ़िया में आयोजित महिला सम्मेलन में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव सम्मेलन में मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में प्रदेश की एक करोड़ 26 लाख से अधिक लाड़ली बहनों के खातों में लगभग 1857 करोड़ 62 लाख रुपए अंतरित करेंगे। साथ ही विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास भी करेंगे। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजनायोजना के उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना, परिवार में उनके निर्णय अधिकार को मजबूत करना तथा स्वास्थ्य और पोषण स्तर में सतत सुधार सुनिश्चित करना है। इस योजना में मध्यप्रदेश की स्थानीय निवासी विवाहित महिलाओं के साथ ही निर्धन, विधवा, तलाकशुदा एवं परित्यक्ता महिलाएं भी शामिल हैं। आवेदन वर्ष के आधार पर 1 जनवरी की स्थिति में 21 से 59 वर्ष तक की आयु की महिलाएं पात्रता के दायरे में आती हैं।योजना की शुरुआत में एक हजार रुपए प्रतिमाह की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती थी, जिसे अक्टूबर 2023 में बढ़ाकर 1,250 रुपए किया गया। इसके बाद नवंबर 2025 से राशि में पुनः 250 रुपए की वृद्धि लागू की गई। वर्तमान में सामान्य हितग्राही महिलाओं को 1,500 रुपए प्रतिमाह तथा सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्राप्त कर रही महिलाओं को 900 रुपए प्रतिमाह की सहायता दी जा रही है। इसके अतिरिक्त अगस्त 2023, अगस्त 2024 और अगस्त 2025 में तीन बार 250 रुपए की विशेष सहायता राशि भी बहनों को प्रदान की जा चुकी है।योजना प्रारंभ जून 2023 से नवंबर 2025 तक योजना की 30 किस्तों का नियमित अंतरण किया जा चुका है और दिसंबर 2025 में 31वीं किस्त का भुगतान किया जा रहा है। यह सभी भुगतान डीबीटी के माध्यम से आधार-सक्रिय बैंक खातों में किए जाएंगे, जिससे लाभार्थियों को राशि सीधे और सुरक्षित प्राप्त हो सके।
इंडिगो की लगातार फ्लाइट कैंसिलेशन और देरी के पीछे जो वजह अब तक ‘क्रू शॉर्टेज’ बताई जा रही थी, वह शायद पूरी कहानी नहीं है। जब इस मामले की हकीकत जानने के लिए हमने उप मुख्य उड़ान प्रशिक्षक (Deputy Chief Flight Instructor) कैप्टन आनंद चौरसिया से बात की, तो तस्वीर बिल्कुल अलग सामने आई। कैप्टन चौरसिया के अनुसार,“पायलट मौजूद थे…लेकिन कंपनी ने उन्हें रोस्टर भेजा ही नहीं। रोस्टर पहुंचे बिना कोई पायलट ड्यूटी पर कैसे जाएगा? बिना शेड्यूल के कोई एयरपोर्ट कैसे पहुंचे?” उन्होंने साफ कहा कि यात्रियों को एयरपोर्ट पर खड़ा छोड़कर जो हालात बनाए गए, वह किसी गलती का नतीजा नहीं, बल्कि एक सोची-समझी रणनीति की तरह लगते हैं, ताकि सरकार पर दबाव बनाया जा सके। एयरपोर्ट बुलाकर हंगामा करवायाकैप्टन आनंद चौरसिया कहते हैं कि फ्लाइट्स कैंसिल होने वाली थीं, इसका पहले से सबको पता था। इसके बावजूद यात्रियों को एयरपोर्ट बुलाया गया। घंटे भर लाइन में लगवाया, चेक-इन करवाया और फिर वहीं लोगों को खड़ा छोड़ दिया। जाहिर है, इतनी भीड़ होगी तो हंगामा होगा ही। कंपनी ने जानबूझकर ऐसा किया, ताकि जब सबका धैर्य टूटे और गुस्सा फूटे, तो पूरा दबाव सीधे सरकार पर पड़े।एक घटना जिक्र करते हुए कैप्टन आनंद ने कहा कि नोएडा से पालम आने में दो घंटे लगते हैं पहले मैसेज डाला जा सकता था लेकिन ऐसा नहीं किया गया ताकि लोगों के गुस्से को कंपनी भुना सके। 1000 टैक्सी का किराया भी लगवाए। यह कौन देगा वापस? कितने लोगों की कनेक्टिंग उड़ान, डॉक्टर अपॉइंटमेंट, अंतिम संस्कार आदि छूट गए। ये देशद्रोह जैसा कृत्य है। कॉस्ट कटिंग से सेफ्टी पर असरआनंद कहते हैं सरकार कि मॉनिटरिंग टीम को देखना चाहिए था कि ये कितनी कॉस्ट कटिंग और सेफ्टी को लेकर खेल रहे हैं, एक दिन में चार–चार, पांच–पांच सेक्टर करवा रहे हैं। हमारा काम बहुत कंसंट्रेशन का होता है, टेकऑफ और लैंडिंग में। मॉर्निंग 12 घंटे रेस्ट कभी मिलता ही नहीं। कोई स्विच तो लगा नहीं है कि तुरंत सो जाएंगे। शेड्यूल कभी फिक्स नहीं। DGCA ने रूल में चेंज किया लैंडिंग की जगह 2, ताकि कंसंट्रेशन बना रहे और रातभर बैल की तरह काम न करना पड़े। यह नियम जनता की सुरक्षा के लिए बनाए गए थे। पायलट की कमी नहीं है, हायरिंग नहीं होतीपायलट्स की कमी नहीं है। बहुत हैं। मगर ट्रेनिंग नहीं करवाई जा रही है। पायलट 60-70 घंटे महीने में कर सकते हैं। वहीं, पायलट फिट न हो तो उड़ान से मना कर सकता है के जवाब में आनंद कहते हैं कि कर सकता है, और करना चाहिए। पर कंपनियां मानती नहीं, जब तक खून न दिखे शरीर पर तब तक कोई नहीं मानता की बीमार है। बस यही सच्चाई है। नियम रोके गए तो सेफ्टी पर फर्क पड़ेगाइसको रोकने से सेफ्टी पर फर्क पड़ेगा। आप सोचिए अगर आप थके हो तो गाड़ी कैसे चलाओगे? 100कि. मी. /घंटे की रफ्तार की जगह 50 पर चलाओगे ताकि झपकी आए तो आप सुरक्षा के लिए कुछ कर पाएं? यही पायलट के साथ होता है। कैप्टन आनंद ने कहा कि पायलट भी इंसान है, उन पर भी कई प्रेशर हैं। छोटे परिवार है परिवारों की जिम्मेदारी भी होती है, लाइसेंस रिन्यू , मेडिकल रिन्यू आदि बहुत काम होते हैं। उन्हें परिवार के साथ साथ ये सब खुद करना है। एक को पूरी पावर नहीं देनी चाहिएएयरलाइंस जनता को निचोड़ रही हैं के सवाल पर आनंद ने कहा कि ये लोग सिर्फ जनता को लूट रहे हैं, देना कुछ नहीं चाहते। पूरा भारत परेशान हुआ। हर सिस्टम पर लोड पड़ा—एयरलाइन, ट्रेन, रोड हर जगह। ये बड़ी कम्पनियों के कारण छोटी एयरलाइनों को अवसर ही नहीं मिलता हैं। सरकार को किसी एक को पूरी पावर नहीं देनी चाहिए। और प्रभावी ढंग से और एयरलाइंस को भी खड़ा करना चाहिए। पायलटों पर दोष डालना आसानजब पायलट मर जाता है, सारा दोष उसी पर डाल देते हैं। जो दिखता नहीं, उसी को दोष दिया जाता है। ये कंपनियों की सोची-समझी नीति है। हम लोग आम आदमी हैं। नॉर्मली निचोड़ दिए जाते हैं। ये खबर भी पढ़ें... इंदौर आने-जाने वाली 18 फ्लाइट कैंसिल मध्य प्रदेश के इंदौर, भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर एयरपोर्ट से इंडिगो की उड़ानें प्रभावित चल रही हैं। सोमवार को भी इंदौर के देवी अहिल्या बाई होलकर एयरपोर्ट पर यात्री परेशान होते रहे। एयरपोर्ट सूत्रों के अनुसार, आज इंदौर आने-जाने वाली 18 फ्लाइट कैंसिल हैं। पूरी खबर पढ़ें
पिछले एक दशक में पति-पत्नी के पारिवारिक विवाद तेजी से बढ़े हैं। इसका सीधा असर बच्चों पर पड़ रहा है। शहर की फैमिली कोर्ट में बच्चों की कस्टडी और भरण-पोषण के मामलों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सुप्रीम कोर्ट भी कह चुका है कि पति-पत्नी के बीच सामान्य नोक-झोंक अलगाव का कारण नहीं बननी चाहिए, क्योंकि इसका सबसे बड़ा खामियाजा बच्चों को भुगतना पड़ता है। पारिवारिक न्यायालय बार एसोसिएशन जयपुर के पूर्व अध्यक्ष डीएस शेखावत के अनुसार वर्ष 2020 में जहां कस्टडी केस 600 थे, वहीं अब इनकी संख्या बढ़कर 1200 हो गई है। माता-पिता को बच्चों से प्यार, पर उनके लिए साथ नहीं रहना चाहते मां की मौत, पिता ने नाना से मांगी बेटी की कस्टडी चौमूं के दंपती के बीच विवाद चल रहा था। राजीनामे के बाद बच्ची मां के पास थी। मां की मौत हो गई, बच्ची नाना के पास चली गई। अब पिता ने नाना से कस्टडी के लिए कोर्ट में अर्जी लगाई है। कोर्ट ने पिता को बेटे से मिलाने को कहा, मां नहीं मिला रही एक बैंक मैनेजर ने अस्पताल में काम करने वाली पत्नी से तलाक का केस किया। 5 वर्षीय बेटे की कस्टडी के लिए पिता की अर्जी पर कोर्ट ने मिलने की अनुमति दी, लेकिन पत्नी उसे मिलवा नहीं रही।मां ने मांगी कस्टडी: पति-पत्नी दोनों डॉक्टर हैं। 12 साल का बेटा पिता के पास रह रहा है। मां चाहती है कि बच्चा उसके साथ रहे। मामला कोर्ट में लंबित है। भास्कर एक्सपर्ट-दीपक चौहान, अधिवक्ताअदालत बच्चों के सर्वोत्तम हित पर ध्यान देती है। धारा-26 के तहत बच्चों की शिक्षा और भरण-पोषण से जुड़े अंतरिम आदेश देती हैं। संभव हो तो माता-पिता को बातचीत से विवाद सुलझाने चाहिए, ताकि बच्चों का भविष्य प्रभावित न हो।
छत्तीसगढ़ में कोल माइंस को लेकर लगातार विरोध जारी है। इसी बीच रायगढ़ के तमनार ब्लॉक के 14 गांव के ग्रामीणों ने जिंदल पावर लिमिटेड (JPL) की प्रस्तावित कोल माइंस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि हम किसी भी कीमत पर जमीन नहीं देंगे। इस दौरान बड़ी संख्या में फोर्स तैनात रही। जानकारी के मुताबिक, ग्रामीणों के समर्थन में लैलूंगा विधायक विद्यावती सिदार भी मौके पर पहुंचीं। विधायक ने भी ग्रामीणों के साथ जनसुनवाई निरस्त करने की मांग की। जनसुनवाई के लिए टेंट न लगने देने के उद्देश्य से मानव श्रृंखला बनाकर विरोध दर्ज कराया। इसके पहले कोरबा में गेवरा खदान में ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। CISF ने लाठीचार्ज किया। इसमें 10 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए। वहीं रायगढ़ के छाल क्षेत्र में भी 300 ग्रामीणों ने जनसुनवाई रद्द करने की मांग की। इसके अलावा सरगुजा के अमेरा ओपनकास्ट कोल माइंस के खिलाफ ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प हो गई। ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव और गुलेल से हमला किया। हमले में ASP, थाना प्रभारी समेत लगभग 25 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। वहीं पुलिसकर्मियों ने भी ग्रामीणों पर पत्थर से हमला किया। इस रिपोर्ट में विस्तार से कोल माइंस को लेकर क्यों हो रहा विरोध प्रदर्शन ? सबसे पहले जानिए रायगढ़ में क्यों हो रहा विरोध प्रदर्शन ? दरअसल, रायगढ़ के तमनार ब्लॉक में कोल खदान के लिए JPL को जमीन प्रस्तावित है, लेकिन ग्रामीण कोल खदान के खिलाफ हैं। ग्रामीणों का कहना है कि प्रस्तावित खदान से उन्हें विस्थापन, पर्यावरणीय नुकसान और आजीविका पर संकट का खतरा है। उनका कहना है कि तमनार और आसपास का इलाका पहले से ही कंपनियों के कारण प्रदूषण की चपेट में है। भारी वाहनों की आवाजाही से सड़क दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं। जल–जंगल–जमीन भी तेजी से नष्ट हो रहे हैं। प्रस्तावित कोयला खदान का हर हाल में विरोध करेंगे। 5 दिसंबर से ग्रामीण जनसुनवाई को निरस्त करने की मांग पर अड़े तमनार ब्लॉक में प्रस्तावित गारे–पेलमा कोल ब्लॉक सेक्टर-1 की जनसुनवाई को लेकर ग्रामीणों का विरोध जारी है। 5 दिसंबर से ग्रामीण जनसुनवाई को निरस्त करने की मांग पर अड़े हुए हैं। इस आंदोलन में लगभग 14 गांवों के लोग शामिल हैं। ग्रामीण धौराभांठा स्कूल मैदान में धरने पर बैठे हैं। इनमें झरना, आमगांव, कोसमपाली, पतरापाली, जांजगीर, गोढ़ी, कसडोल, महलोई, सरसमाल सहित अन्य गांवों के लोग भी शामिल हैं। ग्रामीण किसी भी नई कंपनी या कोयला खदान को इस क्षेत्र में शुरू नहीं होने देना चाहते हैं। विरोध प्रदर्शन में शामिल हुईं विधायक विद्यावती सिदार वहीं कोयला खदान के खिलाफ के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की खबर मिलते ही लैलूंगा से कांग्रेस विधायक विद्यावती सिदार भी मौके पहुंचीं। उन्होंने ग्रामीणों के समर्थन में प्रदर्शन में हिस्सा लिया। जनसुनवाई निरस्त करने की मांग की। गांव वालों का आरोप है कि पब्लिक हियरिंग के लिए स्कूल का मैदान तय जगह थी, लेकिन वहां करने के बजाय सुनवाई चुपके से मार्केट कॉम्प्लेक्स के अंदर एक कमरे में की गई। सुबह से ही बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात थे, लेकिन अब वे चले गए हैं। हालांकि, गांव वाले अभी भी स्कूल के मैदान में जमा हैं। ग्रामीण बोले- हम नहीं देंगे अपनी जमीन विरोध प्रदर्शन में मौजूद जानकी चौहान ने साफ कहा कि वे अपनी जमीन नहीं छोड़ेंगे। अमरवती सिदार ने कहा कि वे 5 नवंबर से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। जनसुनवाई को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। जब तक निरस्त नहीं करेंगे, हम विरोध प्रदर्शन करेंगे। ग्रामीण महिला सेत कुमारी चौहान ने कहा कि उन्होंने बाहरी लोगों को अंदर आने से रोकने के लिए इलाके की घेराबंदी कर दी है। वे किसी भी कीमत पर अपनी जमीन नहीं छोड़ना चाहते। 14 गांवों के सभी पुरुष और महिलाएं विरोध प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे हैं। ग्राम सभा की सहमति के बिना कलेक्टर गांव में घुसे आंदोलनकारी जयंत बोहिदार ने बताया कि भारत सरकार ने रायगढ़ में जिंदल कंपनी को नया खदान आवंटित किया है। इस खदान का नाम गारे पेल्मा सेक्टर-1 है। इस खदान की जनसुनवाई 24 अक्टूबर को होनी थी, लेकिन गांव वालों ने इसका विरोध किया और जनसुनवाई नहीं होने दी। जयंत बोहिदार ने कहा कि प्रशासन ने जिंदल कंपनी के साथ मिलकर आज फिर से जनसुनवाई रख दी। आसपास के 25 हजार लोग विरोध में पहुंचे थे। आदिवासी गांवों में ग्राम सभा की सहमति के बिना कलेक्टर का गांव में प्रवेश करना सही नहीं है। अब पढ़िए कोल खदान के खिलाफ कहां-कहां विरोध प्रदर्शन ? पहला मामला- सरगुजा में 25 पुलिसकर्मी घायल, ग्रामीणों पर भी पथराव पहला मामला सरगुजा जिले के अमेरा ओपनकास्ट कोल माइंस का है। कोल माइंस विस्तार के खिलाफ ग्रामीण विरोध जता रहे हैं। 3 दिसंबर 2025 को पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प हो गई। इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव और गुलेल से हमला किया। हमले में ASP, थाना प्रभारी समेत लगभग 25 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। 12 से अधिक ग्रामीण भी चोटिल हुए थे। स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। यह मामला लखनपुर थाना क्षेत्र का है। जानकारी के अनुसार, SECL ने अमेरा खदान के विस्तार के लिए परसोढ़ी गांव की जमीनें साल 2001 में अधिग्रहित की थीं। ग्रामीण अपनी जमीन देने के लिए तैयार नहीं हैं। प्रशासनिक अधिकारी लगभग 500 पुलिसकर्मियों के साथ जमीन अधिग्रहण के लिए गांव पहुंचे थे। पढ़ें पूरी खबर... दूसरा मामला- रायगढ़ में कोल माइंस का विरोध वहीं दूसरा मामला रायगढ़ जिले के छाल क्षेत्र में कोयला खदान का है। ग्रामीण आंदोलन कर रहे हैं। पुरूंगा, साम्हरसिंघा और तेंदूमुड़ी के लोग अपनी जल, जंगल और जमीन को खदान के लिए देने से इनकार कर चुके हैं। 6 नवंबर को उन्होंने धरना प्रदर्शन किया। कोयला खदान के लिए 11 नवंबर को होने वाली जनसुनवाई को ग्रामीण रद्द की मांग कर रहे थे। 6 नवंबर को करीब 300 ग्रामीण कलेक्ट्रेट पहुंचे, लेकिन कलेक्टर उनसे मिलने नहीं आए। इसके बाद ग्रामीण रातभर कलेक्ट्रेट के सामने धरने पर बैठे रहे। इस धरने में महिलाएं, बच्चे और लड़कियां भी शामिल थीं। पढ़ें पूरी खबर.... तीसरा मामला- कोरबा में CISF ने ग्रामीणों पर बरसाई लाठियां तीसरा मामला कोरबा जिले के SECL (साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड) की गेवरा खदान का है। गेवरा खदान में भू-विस्थापितों के प्रदर्शन के दौरान CISF (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) ने लाठीचार्ज किया था। लाठीचार्ज के दौरान वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस दौरान जवानों ने प्रदर्शनकारियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा था। भू-विस्थापित रोजगार, पुनर्वास और मुआवजे की मांग कर रहे थे। लाठीचार्ज में किसान सभा के जिला सचिव दीपक साहू, रमेश दास, बिमल दास और गुलाब दास समेत लगभग 10 लोग गंभीर रूप से घायल हुए। पढ़ें पूरी खबर...
चंडीगढ़ में इंडस्ट्रियल एरिया के डिपो नंबर 2 के बार प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों पर FIR दर्ज करने की सिफारिश CTU और चंडीगढ़ सिटी बस सर्विस सोसाइटी (CCBSS) के कर्मचारियों पर की है। सुबह की हड़ताल और प्रदर्शन की वजह से लोकल और ट्राई-सिटी रूटों पर बसों के रूट प्रभावित होने से सेकड़े यात्रियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। जिस वजह से यह फैसला लिया गया है। CTU-CCBSS प्रबंधन की ओर से SSP, UT चंडीगढ़ को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि कर्मचारियों ने 14 नवंबर 2025 के प्रतिबंध आदेश की अवहेलना की है, जिसके तहत छह महीने तक किसी भी प्रकार की हड़ताल पर पाबंदी लगाई गई थी। 6 महीने की स्ट्राइक पर पूर्ण प्रतिबंध के आदेश की भी अवहेलना 14 नवंबर 2025 को UT प्रशासन ने हरियाणा Essential Services Maintenance Act (ESMA) 1974 के तहत CTU और CCBSS को Essential Services घोषित किया था।इसके बाद छह महीने तक किसी भी प्रकार की हड़ताल पर स्पष्ट रूप से रोक लगाई गई थी। प्रशासन का तर्क है कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट एक आवश्यक सेवा है और किसी भी तरह की बाधा जनता के जीवन, अस्पतालों व स्कूल-कॉलेजों तक जाने वाली सेवाओं को प्रभावित करती है। हड़ताल ने बिगाड़ी व्यवस्था: कानून-व्यवस्था पर भी असर CTU-CCBSS प्रबंधन ने अपने पत्र में कहा है कि कुछ कर्मचारियों ने न सिर्फ ड्यूटी से गैरमौजूद होकर हड़ताल की, बल्कि अन्य कर्मचारियों को भी उकसाया और प्रभावित किया। जिस वजह से डिपो-I, डिपो-II और डिपो-III में कानून-व्यवस्था की स्थिति पैदा हो गई तथा बस सेवाएं पूरी तरह बाधित हो गईं। दस्तावेज़ के अनुसार, कर्मचारियों की इस कार्रवाई से लोकल रूटों पर ऑपरेशन रुक गया, ट्राई-सिटी कनेक्टिविटी बाधित हुई, आम जनता को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा, आवश्यक सेवाओं को भी नुकसान पहुंचा। 19 ड्राइवर-कंडक्टर की सूची पुलिस को सौंप दी गई CCBSS की ओर से भेजे गए पत्र में उन 19 कर्मचारियों की सूची भी शामिल है, जिन पर हड़ताल में शामिल होने या दूसरों को उकसाने का आरोप है। इनमें 5 ड्राइवर और 14 कंडक्टर शामिल हैं। पुलिस को FIR दर्ज करने का निर्देश CTU-CCBSS प्रबंधन ने SSP चंडीगढ़ से अनुरोध किया है कि प्रतिबंध आदेश की अवहेलना और जनता को असुविधा पहुंचाने के लिए संबंधित ड्राइवरों और कंडक्टरों के खिलाफ FIR दर्ज की जाए। यह कार्रवाई Essential Services Maintenance Act (ESMA) के तहत होगी, जिसमें जेल और जुर्माने दोनों का प्रावधान है। लॉ एंड ऑर्डर बिगाड़ने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई के मूड में प्रशासन UT प्रशासन और ट्रांसपोर्ट विभाग का कहना है कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बंद करना जनता के हित के खिलाफ है। प्रतिबंध के बावजूद हड़ताल करना कानून का उल्लंघन है।दोषियों पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
भोपाल की वोटर्स लिस्ट से 4 लाख 7944 वोटर्स हट सकते हैं। स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (एसआईआर) में ये वोटर्स या तो अपने पत्ते पर नहीं मिले, या फिर और कहीं शिफ्ट हो गए। इनमें से 31 हजार से ज्यादा मतदाता मृत भी हो चुके हैं। इस वजह से वोटर लिस्ट से इन्हें हटाने की कार्रवाई होगी। प्रदेश सरकार में मंत्री कृष्णा गौर की गोविंदपुरा विधानसभा में 61 हजार से ज्यादा वोटर शिफ्ट हुए हैं। वहीं, मंत्री विश्वास सारंग की विधानसभा नरेला में 5679 वोटर मृत मिले। हुजूर विधानसभा में भी मृत वोटर की संख्या 5 हजार से ज्यादा है। बता दें कि भोपाल में एसआईआर के डिजिटलाइजेशन का काम पूरा हो चुका है। कुल 17 लाख 17 हजार 981 वोटर्स के फॉर्म डिजिटलाइज किए गए। दूसरी ओर, 2 लाख 23 हजार वोटर्स ऐसे मिले, जिनका 2003 की वोटर्स लिस्ट के अनुसार डेटा नहीं मिला है। कुल 10.5 प्रतिशत वोटर्स को 'नो मेपिंग' के दायरे में रखा गया है। इनका रिकॉर्ड 50 दिन के अंदर जिला प्रशासन ढूंढेंगा। यदि रिकॉर्ड नहीं मिलता है तो नाम भी काटे जाएंगे। उप जिला निर्वाचन अधिकारी भुवन गुप्ता ने बताया कि नो मेपिंग के मतदाताओं की 50 दिन तक सुनवाई की जाएगी। प्रत्येक विधानसभा में अतिरिक्त अधिकारियों की नियुक्ति की जा रही है। जिले में 100 सहायक रजिस्ट्रकरण अधिकारी रहेंगे। ताकि, वे हर मतदाता की सुनवाई कर सकें। 16 दिसंबर को मतदाता सूची का प्रकाशन होगा। इसके बाद यह प्रक्रिया शुरू होगी। बीएलओ फार्म लेंगे। नए मतदाता भी अपने नाम जुड़वा सकेंगे। जिनका डेटा नहीं मिलेगा, उनके विरुद्ध प्रक्रिया अनुसार कार्रवाई की जाएगी। 'नो मेपिंग' के साथ ऐसे डेटा भी सामने आया है, जिसमें मृत, गायब, शिफ्ट हो चुके मतदाता शामिल हैं। इसमें 12 हजार 501 ऐसे मतदाता भी मिले, जिनके नाम पहले से वोटर लिस्ट में दर्ज हैं। इन चारों कैटेगरी को मिलाकर कुल 4 लाख 7944 मतदाता शामिल हैं। अब इन्हें हटाने की कार्रवाई की जाएगी। इनमें सबसे ज्यादा 99 हजार 141 वोटर गोविंदपुरा विधानसभा के हैं। दूसरे नंबर पर हुजूर, तीसरे पर नरेला, चौथे पर भोपाल मध्य, पांचवें पर भोपाल दक्षिण-पश्चिम, छठवें पर भोपाल उत्तर और आखिरी व सातवें पर बैरसिया विधानसभा है। गोविंदपुरा में शिफ्टिंग ज्यादा, नरेला में 5679 मृत मिले सबसे ज्यादा नो मेपिंग नरेला विधानसभा में सबसे ज्यादा नो मेपिंग नरेला विधानसभा से है। यहां पर कुल 54 हजार 667 यानी, 15.41 प्रतिशत वोटर्स को इस दायरे में रखा गया है। सबसे कम बैरसिया में सिर्फ 3162 वोटर्स हैं, जो 1.25 प्रतिशत है। भोपाल उत्तर में 26 हजार 702, भोपाल दक्षिण-पश्चिम में 32 हजार 376, भोपाल मध्य में 27 हजार 308, गोविंदपुरा में 46 हजार 178 और हुजूर विधानसभा में 33 हजार 513 वोटर्स है। इस तरह कुल 2 लाख 23 हजार 905 वोटर्स 'नो मेपिंग' में शामिल हैं। 4 नवंबर से शुरुआत, पर असली काम 19 नवंबर सेएसआईआर का काम 4 नवंबर से शुरू हुआ था, जो 9 दिसंबर तक चलना है। सबसे पहले बैरसिया विधानसभा ने टारगेट पूरा किया। इसके बाद हुजूर, उत्तर और मध्य ने भी काम निपटा लिया है। रविवार को बाकी विधानसभाओं ने भी 100 प्रतिशत काम पूरा कर लिया। भोपाल की सात विधानसभा सीटों में 21 लाख 25 हजार 908 वोटर हैं। 19 नवंबर तक की स्थिति में फॉर्म की वापसी का प्रतिशत 7.37 ही था। वहीं, 7 दिसंबर की शाम तक यह 100 प्रतिशत हो गया। समझाइश, फटकार, कार्रवाई और सम्मान भीएसआईआर के काम में लापरवाही बरतने पर एक दर्जन से ज्यादा बीएलओ पर कार्रवाई भी हो चुकी है। वहीं, अब काम पूरा करने वाले बीएलओ को सम्मानित भी किया जा रहा है। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने रविवार को भो बीएलओ का सम्मान किया। वहीं, दो दिन पहले काम पूरा करने पर बैरसिया के बीएलओ को बड़ा तालाब में शिकारा नाव की सैर करवाई गई थी।
मध्य प्रदेश में अगले 3 दिन कोल्ड वेव यानी शीतलहर का अलर्ट है। भोपाल, इंदौर, राजगढ़, विदिशा, सीहोर, शाजापुर, जबलपुर, सिवनी, शहडोल में मंगलवार को कोल्ड वेव और नरसिंहपुर में कोल्ड डे का असर रहेगा। वहीं, कई शहरों में पारा 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे जा सकता है। बर्फीली हवाओं की वजह से इन दिनों ठंड तीखे तेवर दिखा रही है। कई शहरों में रात का पारा 6 डिग्री से नीचे आ गया है। शहडोल के कल्याणपुर में तापमान 4.2 डिग्री रहा। वहीं, दिन में भोपाल, इंदौर समेत कई शहरों में कोल्ड वेव का असर है। भोपाल में पिछले 4 दिन से सर्द हवाएं चल रही हैं। उधर, रविवार-सोमवार की रात में प्रदेश के अधिकांश शहरों में पारा 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा। इंदौर में पिछले 10 साल का रिकॉर्ड टूट गया। रात में यहां पारा 5.7 डिग्री रहा, जो साल 2015 से 2024 के बीच सबसे कम है। इससे पहले 24 दिसंबर 2015 को पारा 7 डिग्री रहा था। उज्जैन में सीजन की सबसे ठंडी रात, पारा 9 डिग्री तक गिराभोपाल में ठंड असर दिखाने लगी है। रविवार-सोमवार की रात यहां न्यूनतम तापमान 7.2 डिग्री दर्ज किया गया। उज्जैन में सीजन की सबसे सर्द रात रही और पारा 9 डिग्री रहा। ग्वालियर में 8.9 डिग्री और जबलपुर में पारा 8.3 डिग्री पहुंच गया। कल्याणपुर में तापमान 4.2 डिग्री दर्ज, पचमढ़ी भी ठंडामौसम विभाग के अनुसार, मध्य प्रदेश में कल्याणपुर सबसे ठंडा रहा। यहां तापमान 4.2 डिग्री दर्ज किया गया। प्रदेश के इकलौते हिल स्टेशन पचमढ़ी में तापमान 5.2 डिग्री रहा। उमरिया में 5.6 डिग्री, राजगढ़ में 6 डिग्री, नौगांव में 6.5 डिग्री, रायसेन में 7 डिग्री, खजुराहो में 7.4 डिग्री, रीवा में 7.5 डिग्री, मलाजखंड में 7.8 डिग्री, मंडला में 7.9 डिग्री तापमान रहा। इसी तरह शिवपुरी में 8 डिग्री, बैतूल-सतना में 8.2 डिग्री, दमोह में 8.6 डिग्री, नरसिंहपुर में 9 डिग्री, छिंदवाड़ा में 9.2 डिग्री, खंडवा-सीधी में 9.4 डिग्री और गुना में पारा 9.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। इसलिए ऐसा मौसममौसम विभाग के अनुसार, कश्मीर घाटी और हिमाचल की वादियां, राजस्थान के रेगिस्तान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली सहित उत्तर के मैदानी इलाके सभी ठंडे हो रहे हैं। इन सभी इलाकों में तापमान कम है। ये तीन तरफ की हवाएं भोपाल सहित मध्य प्रदेश को ठंडा कर रही हैं। इसके अलावा 1.5 किमी ऊंचाई पर 100 किमी प्रति घंटे से भी तेज हवा चल रही है। इनका असर मध्य प्रदेश में हो रहा है। अरब सागर में बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण हमारे यहां नमी आई। इस कारण रविवार को बादल छाए रहे। अगले 3 दिन इन जिलों में चलेगी सर्द हवाएंमंगलवार को भोपाल, इंदौर, राजगढ़, विदिशा, सीहोर, शाजापुर, जबलपुर, सिवनी, शहडोल में कोल्ड वेव और नरसिंहपुर में कोल्ड डे का असर रहेगा। 10 और 11 दिसंबर को भोपाल, इंदौर, जबलपुर, विदिशा, राजगढ़, सीहोर, शाजापुर, सिवनी और शहडोल में शीतलहर का अलर्ट है। दिसंबर में भी रिकॉर्ड तोड़ रही सर्दीमौसम विभाग की मानें तो इस बार सर्दी का असर तेज है। भोपाल में नवंबर की सर्दी का 84 साल का रिकॉर्ड टूट चुका है, जबकि इंदौर में 25 साल में सबसे ज्यादा ठंड पड़ी है। ऐसी ही सर्दी दिसंबर में भी पड़ रही है। इंदौर में दिसंबर की सर्दी का 10 साल का रिकॉर्ड टूट गया है। नवंबर में रिकॉर्ड तोड़ चुकी है ठंडइस बार नवंबर में सर्दी रिकॉर्ड तोड़ चुकी है। भोपाल में लगातार 15 दिन तक शीतलहर चली। रिकॉर्ड के अनुसार, साल 1931 के बाद शीतलहर के ये सबसे ज्यादा दिन हैं। दूसरी ओर, 17 नवंबर की रात में पारा 5.2 डिग्री तक पहुंच गया, जो ओवरऑल रिकॉर्ड भी रहा। इससे पहले 30 नवंबर 1941 को तापमान 6.1 डिग्री रहा था। इंदौर में भी पारा 6.4 डिग्री ही रहा। यहां भी सीजन की सबसे सर्द रात रही। 25 साल में पहली बार पारा इतना लुढ़का। ठंड के लिए दिसंबर-जनवरी खासमौसम विभाग के अनुसार, जिस तरह मानसून के चार महीने- जून, जुलाई, अगस्त और सितंबर में से दो महीने जुलाई-अगस्त महत्वपूर्ण रहते हैं और इन्हीं में 60 प्रतिशत या इससे अधिक बारिश हो जाती है, ठीक उसी तरह दिसंबर और जनवरी में कड़ाके की ठंड पड़ती है। इन्हीं दो महीने में प्रदेश में उत्तर भारत से सर्द हवाएं ज्यादा आती हैं इसलिए तापमान में अच्छी-खासी गिरावट आती है। सर्द हवाएं भी चलती हैं। पिछले 10 साल के आंकड़े यही ट्रेंड बताते हैं। वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) के एक्टिव होने से दिसंबर में मावठा भी गिरता है। इससे दिन में भी सर्दी का असर बढ़ जाता है। अब जानिए, दिसंबर में कैसी रहेगी ठंड? मौसम का ट्रेंड देखें तो दिसंबर में स्ट्रॉन्ग वेस्टर्न डिस्टरबेंस आते हैं। वहीं, उत्तरी हवाएं आने से दिन-रात के तापमान में गिरावट होती है। इस बार भी यही अनुमान है। इन जिलों में सबसे ज्यादा सर्दी रहेगी 20-22 दिन चल सकती है कोल्ड वेवमौसम एक्सपर्ट की मानें तो दिसंबर में प्रदेश के कई शहरों में कोल्ड वेव यानी सर्द हवाएं चलेंगी। जनवरी में यह 20 से 22 दिन तक चल सकती हैं। इसलिए रहेगा कड़ाके की ठंड का दौर ला नीना ने दिया ठंड को लंबा धक्कामौसम केंद्र भोपाल के रिटायर्ड डायरेक्टर डीपी दुबे के अनुसार, वैश्विक मौसम मॉडल (विश्व मौसम संगठन, भारत मौसम विज्ञान विभाग आदि) संकेत दे रहे थे कि इस बार ला नीना सक्रिय रहेगा। ला नीना का मतलब- प्रशांत महासागर का ठंडा होना। जैसे ही समुद्र ठंडा होता है, हवा और ज्यादा ठंडी होकर एशिया-भारत की ओर दबाव से धकेली जाती है। यह वही ठंड है, जिसने नवंबर से ही मध्य भारत को जकड़ लिया। पहाड़ों पर जल्दी बर्फबारी, ठिठुरन बढ़ाईइस बार उत्तर भारत में हिमाचल, उत्तराखंड और कश्मीर में बर्फबारी सामान्य से काफी पहले शुरू हो गई। ऊंचे पर्वतीय इलाकों की जल्दी बर्फबारी मध्य भारत की ठिठुरन को 20% से 30% तक बढ़ा देती है। ठंडी हवाएं 25% ज्यादा अंदर तक घुसींठंड का असर सिर्फ सतह तक नहीं रहा। इस साल ग्वालियर-चंबल, भोपाल-विदिशा, रतलाम-मंदसौर, सागर-दमोह इन चार बड़े मौसम जोन में ठंडी हवाएं 20% से 25% ज्यादा गहराई तक घुस आईं। पश्चिमी विक्षोभ का लगातार सक्रिय रहनापश्चिमी विक्षोभ जब सक्रिय होता है, तो हल्की सर्दी की बारिश (मावठा) होती है। तापमान 4 से 6 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है इसीलिए भोपाल, उज्जैन, मंदसौर, रतलाम में बारिश ठंड को तेज करेगी। इंदौर-देवास, भोपाल-सीहोर, ग्वालियर-मुरैना में दिन का पारा कई बार 4 से 6 डिग्री तक गिरकर कोल्ड डे ला सकता है। MP के 5 बड़े शहरों में दिसंबर में ऐसा ट्रेंड भोपाल में 3.1 डिग्री रिकॉर्ड हो चुका टेम्प्रेचरभोपाल में दिन-रात में ठंड और बारिश का ट्रेंड रहा है। 10 में से पिछले 5 साल से भोपाल दिसंबर में भीग रहा है। यहां आधा से पौन इंच तक बारिश हुई है। इस बार भी बारिश होने के आसार हैं। दिसंबर में ठंड की बात करें तो 11 दिसंबर 1966 की रात में पारा 3.1 डिग्री पहुंच गया था। यह अब तक का ओवरऑल रिकॉर्ड है। 3 साल पहले 2021 में पारा 3.4 डिग्री पहुंच चुका है। इंदौर में 5 से 8 डिग्री के बीच रहा पाराइंदौर में दिसंबर में रात का तापमान 5 से 8 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। पिछले साल तापमान 8.6 डिग्री तक पहुंच गया था। 10 साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो दिन में पारा 28 से 31 डिग्री सेल्सियस के बीच ही रहता है। इस महीने इंदौर में बारिश भी होती है। पिछले 4 साल से बारिश हो रही है। 31 दिसंबर 2015 को दिन का सर्वाधिक तापमान 33 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। 27 दिसंबर 1936 की रात में टेम्प्रेचर 1.1 डिग्री रहा था। सर्वाधिक कुल मासिक बारिश वर्ष 1967 में 108.5 मिमी यानी 4.2 इंच हुई थी। 24 घंटे में सर्वाधिक 53 मिमी यानी 2.1 इंच बारिश 17 दिसंबर 2009 को हुई थी। ग्वालियर में सबसे ज्यादा सर्दीग्वालियर में दिन में गर्मी तो रात में ठंड रहती है। पिछले 10 साल में यहां अधिकतम तापमान 26.2 से 31.6 डिग्री सेल्सियस तक रह चुका है। वहीं, रात में पारा 1.8 से 6.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। 6 दिसंबर 2006 को दिन का तापमान 32.1 डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है। 26 दिसंबर 1961 को न्यूनतम तापमान 0.4 डिग्री पहुंचा था। वर्ष 1997 में कुल मासिक बारिश 106.6 मिमी यानी 4.1 इंच हुई थी। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश 13 दिसंबर 2013 को 32.1 मिमी यानी 1.2 इंच हुई थी। जबलपुर में तेज रहता है सर्दी का असरजबलपुर में दिसंबर में बारिश होने का भी ट्रेंड है। 28 दिसंबर 1960 को दिन का तापमान 33.2 डिग्री पहुंच चुका है। 28 दिसंबर 1902 की रात में रात का तापमान 0.6 डिग्री सेल्सियस रहा था। यह ओवरऑल रिकॉर्ड है। वर्ष 1885 में सर्वाधिक मासिक बारिश 125 मिमी यानी 4.9 इंच हुई थी। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश का रिकॉर्ड 68.1 मिमी यानी 2.6 इंच 16 दिसंबर 1885 का है। उज्जैन में भी कड़ाके की ठंडउज्जैन में दिन का औसत तापमान 28.2 डिग्री और रात में 9.4 डिग्री सेल्सियस है। इस महीने औसत 4.6 मिमी बारिश होती है। पिछले पांच साल से उज्जैन में दिसंबर में बारिश हो रही है। 18 दिसंबर 2002 को दिन में टेम्प्रेचर 34.9 डिग्री पहुंच चुका है। यह ओवरऑल रिकॉर्ड है। 28 दिसंबर 1968 और 29 दिसंबर 1983 को रात में पारा 0.5 डिग्री पहुंच चुका है। वर्ष 1997 में कुल मासिक बारिश 119.4 मिमी यानी 4.7 इंच बारिश हो चुकी है। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश की बात करें तो 11 दिसंबर 1967 को 35.3 मिमी यानी 1.3 इंच बारिश हुई थी।
पंजाब में लॉटरी विजेता अब गैंगस्टरों के निशाने पर आ गए हैं। लोगों की जब लॉटरी निकलती है तो गैंगस्टर उन्हें कॉल कर धमकाने लगते हैं। उनसे फिरौती मांग रहे हैं। इसी से डरकर फरीदकोट का लॉटरी विजेता परिवार अब डरा हुआ है। वह अपने घर जाने को भी तैयार नहीं है। पंजाब में लॉटरी में 11 करोड़ रुपए जीतकर करोड़पति बने जयपुर के सब्जी वाले को भी लगातार धमकियां मिल रही है। गैंगस्टर उनसे कॉल कर फिरौती मांग रहे हैं। इससे डरकर वह कहीं बाहर भी नहीं जा रहे। परिवार संग घर में रह रहे हैं। चंडीगढ़ लॉटरी ऑफिस में आने में भी उन्हें डर लग रहा है। उधर, फरीदकोट की लॉटरी विजेता नसीब कौर ने बताया कि उनकी 1.5 करोड़ रुपए की लॉटरी निकली है। चंडीगढ़ ऑफिस आने पर पता चला कि पहले लॉटरी जीतने वालों को धमकी मिली है। उन्होंने कहा कि हमें डर लग रहा है। अब जमींदार के घर पर ही रहेंगे। पढ़िए नसीब कौर ने गैंगस्टरों के बारे में क्या बताया... जयपुर के परिवार की निकली थी 11 करोड़ की लॉटरी जयपुर के रहने वाले अमित कुमार की करीब एक महीने पहले 11 करोड़ रुपए की लॉटरी निकली थी। अमित जयपुर में सब्जी की रेहड़ी लगाते हैं। एक माह पहले वह चंडीगढ़ स्थित पंजाब स्टेट लॉटरीज ऑफिस में लॉटरी क्लेम करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने बताया था कि वह वह पंजाब घूमने आए थे और लॉटरी की टिकट बठिंडा रेलवे स्टेशन के पास से अपने दोस्त से पैसे लेकर खरीदी थी। वह सोशल मीडिया पर सब्जी वाला करोड़पति के नाम से वायरल हुए थे। पंजाब स्टेट लॉटरीज ऑफिस के एक कर्मचारी ने बताया कि अमित ने उन्हें बताया था कि उन्हें लगातार धमकी भरे कॉल आ रहे हैं। गैंगस्टर उनसे फिरौती मांग रहे हैं। हांलाकि उन्होंने डर के मारे यह नहीं बताया कि कॉल किसने की है। अब वह चंडीगढ़ आने से भी डर रहे हैं। -------------------------- यह खबर भी पढ़ें महिला की डेढ़ करोड़ की लॉटरी निकली: फरीदकोट में 4 साल से पति टिकट लेता रहा तो कुछ नहीं निकला, इस बार पत्नी के नाम पर खरीदी पंजाब के फरीदकोट में खेती-मजदूरी करने वाली महिला की डेढ़ करोड़ रुपए की लॉटरी निकली है। महिला जमींदार के खेतों में काम करती है। पति पिछले 4 साल से लॉटरी टिकट खरीद रहे थे, लेकिन इस बार उसने पत्नी के नाम टिकट लिया तो उनकी लॉटरी लग गई। (पूरी खबर पढ़ें)
हरियाणा में डायरेक्ट एसएमओ भर्ती सहित विभिन्न मांगों पर समाधान न होने के चलते सरकारी डॉक्टरों की 2 दिन की हड़ताल आज दूसरे दिन भी जारी है। सोमवार सुबह ओपीडी शुरू होने के बावजूद कई जिलों में डॉक्टर केबिन में नहीं पहुंचे और मरीजों को लाइन में इंतजार करना पड़ा। पंचकूला, सोनीपत और बहादुरगढ़ में सेवाएं प्रभावित रहीं, जबकि यमुनानगर, कुरुक्षेत्र और कैथल में हालात सामान्य बताए गए। भिवानी और हिसार में अव्यवस्था की आशंका को देखते हुए धारा 163 का प्रतिबंध लगाया गया है। हालांकि, हिसार में DC के निरीक्षण के बाद स्वास्थ्य सेवाओं को सामान्य बताया गया, क्योंकि यहां वैकल्पिक स्टाफ, मेडिकल कॉलेज और PG स्टूडेंट्स ओपीडी व इमरजेंसी चला रहे हैं। पहले दिन हड़ताल के बीच ही झज्जर में इमरजेंसी में पहुंची एक महिला को समय पर उपचार देकर बचाया गया, जिसे बाद में पीजीआई रेफर किया गया। डॉक्टरों ने कहा कि प्राथमिक उपचार न मिलता तो हालत गंभीर हो सकती थी। उधर, एचसीएमएस एसोसिएशन ने फिर दोहराया है कि एसीपी सहित मांगें नहीं मानी गईं तो 10 दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर देंगे। डॉक्टरों की हड़ताल से जुड़े 2 PHOTOS... सोमवार को जिलावाइज कैसा रहा असर..
हरियाणा के फतेहाबाद जिले के पीलीमंदोरी गांव में अपनी बहन के पास रहने वाले रवि भारतीय सेना में अग्निवीर भर्ती हो गए हैं। छोटी सी उम्र में ही रवि के सिर से ही माता-पिता का साया उठ गया। मुश्किल हालात में भी रवि ने हिम्मत नहीं हारी और सेना में भर्ती होने के अपने सपने को पूरा करने के लिए लगातार प्रयास करते रहे। इनका चयन 20 नवंबर को हुआ। मगर, उसके बाद डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और अन्य प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद अब ट्रेनिंग के लिए उत्तराखंड के रुड़की रवाना हुए हैं। यहां ट्रेनिंग पूरी होने के बाद उन्हें पोस्टिंग दी जाएगी। रवि मूल रूप से पंजाब में मानसा जिले की सरदूलगढ़ तहसील के झंडा खुर्द गांव के रहने वाले हैं। फिलहाल 2 साल से वह पीलीमंदोरी गांव में चचेरी बहन के यहां रहकर फौज में भर्ती होने के लिए तैयारी कर रहे थे। रवि की उम्र महज 20 साल है, लेकिन उनके जीवन का संघर्ष बड़ा लंबा है। रवि बताते हैं- जब मैं आठवीं कक्षा में था, तब दूसरे बच्चों को मैदान में रनिंग करते देखता था। उसी दौरान फौजी बनने का सपना देखा। इसके बाद नियमित रूप से रनिंग करता रहा। तभी से एक ही लक्ष्य था कि मुझे सेना में भर्ती होना है। सिलसिलेवार जानिए.. रवि के संघर्ष की कहानी जीजा बोले- सुबह 4 बजे दौड़ने जाता थादीपक ने बताया कि रवि ने नियमित रूप से तैयारी की। सुबह-शाम स्टेडियम में दौड़ लगाई। सुबह 4.30 बजे उठकर दौड़ लगाने जाता था। शाम को 4-5 बजे फिर से स्टेडियम पहुंच कर तैयारी में जुट जाता था। पढ़ाई और मैदान पर तैयारी, बस इन दो ही बातों पर उसका पूरा फोकस रहा। उनके खुद के बेटा-बेटी भी नियमित रूप से तैयारी करते हैं। वह खेलों में भी अपना दमखम दिखा रहे हैं। अब रवि दूसरे युवाओं के लिए भी प्रेरणा का स्त्रोत बना है।
लुधियाना में लाडोवाल टोल प्लाजा के पास कार हादसे में मारे गए 3 युवकों के परिवार की दर्दनाक कहानी सामने आई है। तीनों बचपन के दोस्त थे और उन्होंने दुनिया भी साथ में ही छोड़ी। एक युवक की मां-बहन की हादसे में मौत हो गई थी तो पिता ने उसकी परवरिश के लिए दूसरी शादी तक नहीं की। दूसरे मृतक की कमाई से ही घर का खर्चा चल रहा था। तीसरा मृतक परिवार को अच्छी जिंदगी देने के लिए वह विदेश जाने की तैयारी कर रहा था। हादसे में मरी 2 लड़कियां भी परिवार के लिए सैलून में नौकरी कर रहीं थीं। पुलिस ने पांचों मृतकों के शव मॉर्च्युरी में रखवाए हैं। आज मंगलवार को उनका पोस्टमॉर्टम करवाकर शव वारिसों काे सौंपे जाएंगे। उसके बाद गांव में अंतिम संस्कार किया जाएगा। हालांकि अभी तक ये सामने नहीं आया कि हादसा ओवरस्पीड की वजह से हुआ या किसी दूसरे कारण से। पुलिस भी जांच की बात कह रही है। वीरू के पिता बोले- पत्नी मरी तो दूसरी शादी नहीं की वीरू के पिता मुकंद सिंह ने बताया कि वीरू पढ़ने में होशियार था। करीब पांच साल पहले उनका एक्सीडेंट हुआ तो वीरू ने पढ़ाई छोड़कर काम करना शुरू किया ताकि घर का खर्च चल सके। उन्होंने बताया कि वीरू उसके बाद काम करने लगा। वह टेलर के साथ काम करता था। सड़क हादसे में जब उनकी पत्नी व बेटी की मौत हुई तो रिश्तेदारों व अन्य लोगों ने उसे कहा कि दूसरी शादी कर ले। बच्चा पल जाएगा। उन्होंने बताया कि उनके मन में डर था कि दूसरी शादी की तो बच्चे की सौतेली मां होगी। हो सकता है सौतेली मां उसे प्यार न करे। इसीलिए उन्होंने अकेले बच्चे को खुद ही पालने का फैसला किया। लुधियाना में हुए भीषण सड़क हादसे में तीन युवकों व दो युवतियों की मौत हो गई। इस हादसे का एक और दर्दनाक पहलू है। हादसे में जान गंवाने वाले वीरू की मां और बहन ने भी आज से करीब 17 साल पहले सड़क हादसे में ही अपनी जान गंवाई थी। वीरू के पिता मुकंद सिंह अब इस दुनिया में बिल्कुल अकेले रह गए हैं। वीरू की उम्र जब 5 साल थी तो फिरोजपुर में उसकी मां ऊषा रानी व 3 साल की बहन खुशी की मौत एक सड़क हादसे में हो गई थी। वीरू के पिता मुकंद सिंह पत्नी व बेटी की मौत से बेहद टूट चुके थे लेकिन पांच साल के बेटे को पालने के लिए उन्होंने संघर्ष शुरू किया। खुद ड्राइविंग करते हुए सीमित साधनों के बीच अपने बेटे का पालन पोषण किया और अब वह भी सड़क हादसे में जान खोकर उन्हें अकेला छोड़कर चला गया। मुकंद सिंह का कहना है कि उनकी दुनिया ही उजड़ गई। अब वो किसके लिए जिएंगे। सुक्खा डीजे वाले के साथ काम करके करता था गुजारादूसरे मृतक सुक्खा सतपाल के पिता तरसेम सिंह ने बताया कि वो हलवाई का काम करते हैं। सीजन में काम मिलता है तो उसी से घर का गुजारा चलता था। सुक्खा बड़ा बेटा था तो उसने भी घर की आर्थिक स्थिति को देखकर दसवीं के बाद पढ़ाई छोड़ दी और काम करने लगा। वह डीजे वालों के साथ काम करता था। उसके पैसों से ही घर चल रहा था। सतपाल उर्फ सुक्खा के कमरे में उसके कपड़े, उसका डी.जे. वाला बैग और मोबाइल कवर अभी भी वैसे ही रखा था। उसकी बीमार मां लगातार बेहोश हो रही थीं और बार-बार रोते हुए यही कह रही है कि मेरे सत्ते पुत, इक बारी बोल दे… मैं उठ जावां, नईं तां मैनूं वी अपने नाल लै जा। सिमरन ने जाना था हायर स्टडी के लिए न्यूजीलैंडतीसरे मृतक सिमरन के पिता भारतीय सेना से रिटायर्ड कैप्टन हैं। उसने भी 12 वीं कक्षा तक पढ़ाई की थी। अब वो हायर स्टडी के लिए न्यूजीलैंड जाने की तैयारी कर रहा था। उसका बड़ा भाई पहले से ही न्यूजीलैंड में रहता है। पिता का कहना है कि बेटा घर से बूट व कपड़े खरीदने की बात कहकर गाड़ी लेकर निकला था। परिजनों का कहना है कि सिमरन का सपना विदेश जाने का था। इसलिए वो काफी समय से तैयारी कर रहा था। वहीं उसकी मां उसे विदेश भेजने से पहले उसकी शादी करवाना चाहती थी। इसलिए परिवार उसके लिए लड़की भी देख रहा था। सिमरन की मां हरजीत कौर रोते-रोते बार-बार यही कह रही है कि तू केहंदा सी मैं तैनूं विदेश लै के जावांगा… हुन आप कित्थे चला गया, मैनू छड्ड के?” मां कह रही है मैं तेरे लिए लड़की देख रही थी ताकि तेरी शादी हो जाए और तू पहले ही चला गया। तीनों बचपन के दोस्त, दुनिया भी एक साथ छोड़ी वीरू के पिता मुकंद सिंह ने यह भी बताया कि उसका बेटा वीरू, सुक्खा व सिमरन तीनों बचपन से दोस्त थे। तीनों गांव की गलियों में साथ खेले। उनका कहना है कि सिमरन संपन्न परिवार का बच्चा था इसके बावजूद उसकी वीरू व सुक्खा के साथ पक्की दोस्ती थी। वीरू और सुक्खा अपनी ड्यूटी खत्म करके आते थे तो एक बार तीनों आपस में जरूर मिलते थे। मुकंद सिंह का कहना है कि इन तीनों की दोस्ती की मिसाल पूरे गांव में दी जाती है। गांव के सरपंच हरप्रीत सिंह ने बताया कि तीनों बच्चे साथ ही बड़े हुए हैं और साथ ही खेलते रहे हैं। यही नहीं गांव में सभी के साथ उनका व्यवहार अच्छा था। जानिए, कैसे हुआ हादसा... 30 मीटर तक क्रश बैरियर के साथ घसीटते हुए आई काररविवार रात लाडोवाल टोल प्लाजा के पास लाडोवाल बाईपास के फ्लाईओवर पर बने कर्व में आते ही उनकी कार बैरियर से टकराई। जहां कार पहले टकराई वहां पर सीमेंट की रेलिंग है। कुछ दूरी के बाद लोहे की रेलिंग लगी है। लोहे की रेलिंग पर भी कार के घसीटने की वजह से खरोच आई हुई है। जहां कार क्रश बैरियर से पहली बार टकराई, वहां से करीब 30 मीटर तक कार के घसीटने के निशान हैं। 30 मीटर बाद रेलिंग पर खून के निशान हैं। लोहे की रेलिंग पर सिर्फ खरोंच आई है। रेलिंग कहीं से न तो मुड़ी है और न ही पिचकी है। जिससे हादसे को लेकर परिजनों के मन में संशय है। मृतकों के परिजन बोले- ये हादसा नहींमृतक सुक्खा सतपाल जिसके साथ डीजे का काम करता था, उसके मालिक सिमरन सिंह हैं। उनका कहना है कि कार जितनी डैमेज हुई है, उसके हिसाब से शव बाहर गिरने का सवाल ही नहीं उठता। उनका कहना है कि यह सिर्फ एक्सीडेंट नहीं हो सकता है। वीरू के पिता मुकंद सिंह का कहना है कि वो भी ड्राइवर हैं और रोजाना सड़क पर चलते हैं। उन्होंने कहा कि कई हादसे देख लिए हैं लेकिन ऐसा पहली बार देखा है। उनका कहना है कि यह एक्सीडेंट हो भी सकता है और नहीं भी हो सकता है। अगर लेफ्ट साइड क्रश बैरियर से टकरा गई थी तो ड्राइविंग साइड वाले सेफ रहने चाहिए थे। इसकी सही ढंग से जांच होनी चाहिए। -------------------------- यह खबर भी पढ़ें लुधियाना में कार डिवाइडर से टकराई, 5 मरे:इनमें 2 लड़कियां, एक का सिर धड़ से अलग हुआ; पहले भी डेंजरस ड्राइविंग का चालान कटा पंजाब के लुधियाना में कार डिवाइडर से टकरा गई। इसमें 5 लोगों की मौत हो गई। हादसा इतना भयानक था कि किसी का सिर फट गया तो किसी की गर्दन धड़ से अलग हो गई। देर रात 1 बजे 2 एम्बुलेंस में शवों को सिविल अस्पताल लाया गया। (पूरी खबर पढ़ें)
दुधली में 20वां राष्ट्रीय रोवर रेंजर जंबूरी होगा शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव ने किया भूमिपूजन
भास्कर न्यूज | बालोद जिले का पहला व ओवरऑल 20वां राष्ट्रीय रोवर-रेंजर जंबूरी 2026 का आयोजन ग्राम दुधली में 9 से 13 जनवरी 2026 तक किया जाएगा। सोमवार को प्रदेश के स्कूली शिक्षा मंत्री गजेन्द्र यादव ने कार्यक्रम स्थल का विधिवत भूमिपूजन किया। इस दौरान राजकीय पशु वन भैंसा पर आधारित शुभंकर तथा विकसित युवा, विकसित भारत थीम पर आधारित लोगो का अनावरण किया। मंत्री ने बताया कि राष्ट्रीय रोवर-रेंजर जंबूरी 9 से 13 जनवरी 2026 तक आयोजित की जाएगी। जिसमें देश के विभिन्न राज्यों से 15 हजार से अधिक रोवर और रेंजर शामिल होंगे। इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के राज्यपाल, भारत सरकार के केंद्रीय मंत्री एवं राज्य के मुख्यमंत्री सहित कई गणमान्य व्यक्ति शामिल होंगे। इस तरह का आयोजन हमें सहयोग, अनुशासन और आपसी भाईचारे के महत्व को सिखाता है। उन्होंने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी से सहयोग की अपील की। इस दौरान जंबूरी डायरेक्टर अमर क्षेत्री, भारत स्काउट गाइड छत्तीसगढ़ के राज्य मुख्य आयुक्त इंद्रजीत सिंह खालसा, डीपीआई डायरेक्टर ऋतुराज रघुवंशी, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के पूर्व सदस्य यशवंत जैन, कलेक्टर दिव्या उमेश मिश्रा, एसपी योगेश कुमार पटेल, जिला पंचायत सीईओ सुनील चंद्रवंशी सहित वरिष्ठ जनप्रतिनिधि चेमन देशमुख, जिला मुख्य आयुक्त राकेश यादव, राज्य एथलेटिक्स संघ के उपाध्यक्ष सौरभ लुनिया और अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी, स्काउट-गाइड के सदस्य उपस्थित रहे। पुलिस विभाग को यातायात, सुरक्षा, अन्य को यह जिम्मेदारी: बैठक में बताया गया कि पुलिस विभाग को जंबूरी स्थल में यातायात एवं सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसी तरह उद्यानिकी विभाग को पर्याप्त गमले, सजावटी फुल, जनसंपर्क विभाग को प्रचार-प्रसार, जल संसाधन विभाग को वॉटर स्पोर्ट्स, वन विभाग को बांस एवं बल्ली की व्यवस्था, लोक स्वास्थ्य यांत्रिक विभाग को पेयजल एवं शौचालय की व्यवस्था, विद्युत विभाग को ट्रांसफार्मर एवं बिजली सप्लाई की व्यवस्था, लोक निर्माण विभाग को जंबूरी स्थल के लिए प्रवेश मार्ग एवं हेलीपैड का निर्माण, नगरी निकाय को पानी टैंकर, सफाई-कर्मचारी, स्वच्छता व्यवस्था, नगर सेना को अग्निशमन की व्यवस्था, स्वास्थ्य विभाग को चिकित्सा व्यवस्था, परिवहन विभाग को वाहन व्यवस्था सहित विभिन्न विभागों को उनके दायित्वों की जानकारी दी गई। कलेक्टर दिव्या उमेश मिश्रा ने मंंत्री को आश्वास्त किया कि आयोजन सफल रहेगा।
2400 कलश के साथ महिलाओं ने निकाली शोभायात्रा, किया शहर का भ्रमण
भास्कर न्यूज | बालोद शहर के गजानंद पोहा उद्योग परिसर में अखिल विश्व गायत्री परिवार, शांतिकुंज हरिद्वार के मार्गदर्शन में नारी सशक्तिकरण वर्ष पर शक्ति संवर्धन विराट 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ का शुभारंभ सोमवार को देवपूजन के साथ किया गया। पूजन के बाद गंजपारा कार्यक्रम स्थल से 2400 कलश के साथ शोभायात्रा निकाली गई। यात्रा में सैकड़ों महिलाएं पीले वस्त्र में सिर पर कलश लेकर शामिल हुईं। पारंपरिक पोशाक में सजी माताओं और बहनों ने दल्ली चौक, सदर रोड, मधु चौक और जय स्तंभ चौक सहित पूरे शहर का भ्रमण किया। यात्रा के दौरान गायत्री परिवार के लोग नशा मुक्ति और संस्कारवान समाज का संदेश दे रहे थे। यात्रा को जगह- जगह स्वागत किया गया। शहर में यातायात और सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस जवान भी तैनात रहे। कलश यात्रा का सामूहिक दृश्य आकर्षक और उत्साहपूर्ण रहा। महिलाओं ने प्रज्ञागीत भजन के साथ नवयुग का उद्घोष किया। इस शोभायात्रा में नशामुक्ति, पौधरोपण, नारी जागरण, बाल संस्कार शाला और स्वावलंबन की झांकियां ने लोगों को लुभाया। शाम को परिवार, समाज और राष्ट्र निर्माण पर विशेष प्रवचन हुआ। कलश यात्रा का स्वागत एकता महिला ग्रुप की मातृ शक्तियांें ने पुराना बस स्टैंड के शिव मंदिर के पास की। पूजा जैन, ममता यदु, मंजू श्रीवास,किरण सोनी, सोनकली पटेल, सरोज श्रीवास,राखी नसीने, पुनिता मिश्रा, किरण अग्रवाल, आशा नूडिवाल, मीनाक्षी ने पुष्पवर्षा और आरती की । वहीं कलश यात्रा में नपा अध्यक्ष प्रतिभा चौधरी भी शामिल हुई।
छात्रों ने आंवला, मिर्च, पपीता से बनाए उत्पाद, पैकेजिंग की प्रकिया भी जानी
बिलासपुर | कृषि विज्ञान केंद्र में फल एवं सब्ज़ी संरक्षण पर आधारित दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम हुआ । इसका उद्देश्य विद्यार्थियों को खाद्य प्रसंस्करण की मूलभूत एवं उन्नत तकनीकों से परिचित कराना और उन्हें प्रयोगात्मक दक्षता बढ़ाना था। इसमें बीएससी प्रथम वर्ष, द्वितीय वर्ष और एमएससी प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। प्रशिक्षण विशेषज्ञ डॉ. निवेदिता पाठक व डॉ. शिल्पा कौशिक ने दिया। उन्होंने खाद्य संरक्षण के महत्व, वैज्ञानिक तकनीकों, सुरक्षा मानकों व उद्यमिता के अवसरों के बारे में छात्रों को बताया। कार्यक्रम का विभागीय प्रशिक्षण विभागाध्यक्ष प्रो. यशवंत कुमार पटेल ने दिया। प्रशिक्षण की समन्वयन आकृति सिंह, डॉ. रेवा कुलश्रेष्ठ, आस्था विठ्ठलकर एवं केशव कैवर्त्य रहीं। कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों को फल एवं सब्ज़ी संरक्षण की व्यावहारिक विधियों का प्रदर्शन कराया गया। इसमें छात्रों ने आंवला जैम, मिक्स्ड फ्रूट जैम, लेमन स्क्वैश, मिर्च का अचार, आंवला माउथ फ्रेशनर, पपीता टूटी-फ्रूटी के उत्पाद वैज्ञानिक पद्धति, स्वच्छता मानकों, के आधार पर तैयार किया।
भाटपारा में विहिप-बजरंग दल का हुआ संगठन विस्तार
भास्कर न्यूज| भाटापारा ग्राम परशवानी (मदकुद्वीप) में संगठन विस्तार के क्रम में सभी कार्यकर्ता बंधुओं की उपस्थिति में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में प्रमुख रूप से रामरूप दासजी की उपस्थिति एवं मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। महाराज ने अपने उद्बोधन में कहा कि संगठन का निर्माण किसी से लड़ाई, बदला लेने या भय उत्पन्न करने के लिए नहीं, बल्कि हिंदुत्व के प्रचार-प्रसार, सामाजिक समरसता एवं सकारात्मक जागरूकता लाने के लिए किया जाता है। बैठक के मुख्य विषय धर्मांतरण के विरुद्ध सजग रहने गौ-वंश सेवा एवं संरक्षण के लिए हमेशा तत्पर रहने जिला संयोजक केवल साहू ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि युवा वर्ग को शारीरिक एवं मानसिक रूप से सशक्त बनना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि हिंदू समाज की रक्षा और उज्ज्वल भविष्य के लिए युवाओं का संगठित, अनुशासित और जागरूक होना अत्यंत आवश्यक है। जिला सह-संयोजक दीपक साहू ने अपने वक्तव्य में कहा कि यदि हमारा जन्म हिंदू जीवन पद्धति में हुआ है तो इसका महत्व समझें और इसे अपना सौभाग्य मानें। उन्होंने कहा कि धर्मांतरण जैसी स्थिति का होना ही नहीं चाहिए, क्योंकि जब ईश्वर ने हमें किसी अन्य धर्म में जन्म नहीं दिया तो दूसरे मार्ग पर क्यों जाएं।
सरकारी भवन बना शराबियों का अड्डा
बल्दीडीह| पिथौरा विकासखंड के ग्राम पंचायत सलडीह में पंचायत के उपयोग के लिए राजीव गांधी सेवा केंद्र भवन का निर्माण किया गया है। उपयोग नहीं होने से भवन सुनसान बंद पड़ा रहता है। इससे असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। यहां तिरंगा ध्वज फहराने बनाए खंभे में शराब की बॉटल मिले है। शराबी इसका उपयोग शराब पीने के लिए कर रहे है। इससे गांव में खतरा बना रहता है। भवन में किसी भी प्रकार की घटनाएं घटने का आशंका बना रहता है। - राजेश अग्रवाल, बल्दीडीह
कचरे से नाली जाम, बदबू से लोग हो रहे परेशान
महासमुंद| महासमुंद नगर के अयोध्या नगर में नाली की नियमित सफाई नहीं होने से जाम हो चुकी है। इस इलाके में सफाई कर्मी नियमित नहीं पहुंचते है। रास्ते की सफाई के दौरान कचरे को नाली में ही गिरा देने के कारण नाली जाम हो जाता है। ऐसे में नाली की सफाई भी नहीं होने से जाम होकर बदबू निकलती है। इससे मोहल्ले वाले परेशान रहते है। लोग भी कचरा को नाली में ही डाल देते है। इससे भी जाम होने की संभावनाएं बनी रहती है।
एंबुलेंस वाहन खराब, मरीजों को परेशानी
महासमुंद| महासमुंद नगर के जिला अस्पताल खरोरा के पास स्थित मरच्यूरी भवन में बीते साल भर से एंबुलेंस खराब है। एंबुलेंस के कमी के कारण मरीजों को अस्पताल तक लाने ले जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ग्रामीण अंचल में एंबुलेंस पहुंच ही नहीं पाते या तो लेट से पहुंचते है। दूसरी ओर एंबुलेंस कबाड़ की तरह पड़ा हुआ है। इसे सुधरवाने में अस्पताल प्रबंधन रुचि नहीं दिखा रहा है। इससे मरीजों को लाभ नहीं मिल रहा है। - दिलीप यादव, महासमुंद
विद्यालय में सप्तशक्ति संगम में 110 माताओं की भागीदारी, हुआ सम्मान
भास्कर न्यूज | राजिम विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान के तत्वावधान में राजिम स्थित विद्यालय में सप्तशक्ति संगम कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय की बहनों द्वारा प्रस्तुत सुमधुर गीत “नव युग का नव विचार आया” से हुआ, जिसने पूरे वातावरण को ऊर्जा से भर दिया। संस्कृत वंदना, अतिथि परिचय एवं स्वागत उपरांत विद्यालय की संयोजिका दीदी अनिता जाधव ने कार्यक्रम की सारगर्भित प्रस्तावना प्रस्तुत की। कार्यक्रम में बहन जागृति पटेल, सावित्री साहू एवं रागिनी साहू द्वारा प्रस्तुत समूह गीत “हम ही मातृ शक्ति हैं” ने उपस्थित माताओं में आत्मविश्वास एवं शक्ति का संचार किया। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित तनु साहू ने अपने उद्बोधन में भारतीय दृष्टिकोण से कुटुंब प्रबोधन और पर्यावरण संरक्षण को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने संयुक्त परिवार की परंपरा पर जोर देते हुए कहा कि पारिवारिक संबंधों एवं मूल्यों को मजबूत करना हम सभी का कर्तव्य है, तभी “वसुधैव कुटुम्बकम” की भावना विश्व में जागृत हो सकेगी। विशेष अतिथि चंद्रलेखा गुप्ता ने नारी को मां के साथ-साथ समाज निर्माता और राष्ट्र निर्माण की आधारशिला बताया। उन्होंने यह भी बताया कि सात गुणों को आत्मसात कर आज की नारी राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय की सुश्री छाया राही दीदी द्वारा आभार प्रदर्शन किया गया एवं सभी माताओं के साथ सामाजिक, पारिवारिक एवं सांस्कृतिक मूल्यों को सुदृढ़ करने का संकल्प लिया गया। इस प्रेरणादायी कार्यक्रम में विद्यालय की 110 माताओं की उपस्थिति रही।
जरगांव संकुल में बच्चों ने उल्लास रैली निकाली
मुड़ागांव(कोरासी)| संकुल केन्द्र जरगांव में हाईस्कूल माध्यमिक शाला तथा प्राथमिक शाला नवाडीह के बच्चों के द्वारा उल्लास नवभारत साक्षर भारत के तहत रैली निकाली गई। सभी बच्चों तथा शिक्षकों के साथ साक्षरता नारा लगाते हुए ग्राम के गली मुहल्लों में भ्रमण किया गया। ग्राम के असाक्षरों को उल्लास के केन्द्र में आकर परीक्षा में शामिल होने का संदेश नारों के माध्यम से दिया गया। कार्यक्रम के अन्त में बच्चों को अर्धवार्षिक परीक्षा के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किया गया। कार्यक्रम में प्राचार्य चेतनलाल साहू तथा संकुल समन्वयक प्रेमनारायण ध्रुव, प्रधानपाठक विश्वा सूर्यवंशी प्रधानपाठक कन्हैयालाल यादव आदि मौजूद थे।
13वीं बार में टेरिटोरियल आर्मी में दुर्गेश का चयन, सम्मानित
भास्कर न्यूज | खरोरा खरोरा के युवा दुर्गेश साहू ने अपने साहस, धैर्य और लगातार मेहनत के दम पर टेरिटोरियल आर्मी में चयन पाकर पूरे क्षेत्र का नाम रोशन किया है। इस वर्ष छत्तीसगढ़ से कुल चार अभ्यर्थियों का चयन हुआ है, जिनमें पहला नाम दुर्गेश साहू का रहा। यह छोटी सी जगह खरोरा और पूरे क्षेत्र के लिए गर्व की बात है। दुर्गेश का चयन जएक राइफल्स रेजिमेंट में हुआ है। जब दुर्गेश साहू अपने गांव लौटे, तो तिगड्डा चौक पर उनका भव्य स्वागत किया गया। लोगों ने उन्हें मालाएं पहनाईं, रंग–गुलाल से अभिनंदन किया और ढोल-नगाड़ों के बीच पूरे उत्साह से उनका सम्मान किया। दुर्गेश पिछले 8 वर्षों से लगातार इस परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। उन्होंने लगभग 12 बार असफल होने के बाद भी हार नहीं मानी, और लगातार संघर्ष करते हुए इस बार रैंक 1 प्राप्त कर चयन हासिल किया। दुर्गेश के माता–पिता का देहांत उनके बचपन में ही हो गया था, जिसके बाद उनके दोनों बड़े भाई संतोष साहू और गणेश साहू ने उन्हें संभाला, पढ़ाया, हिम्मत दी और हर कदम पर साथ निभाया। भाइयों के इसी समर्पण और दुर्गेश की अटूट मेहनत ने उन्हें आज इस मुकाम पर पहुंचाया। दुर्गेश के चयन की खबर फैलते ही पूरे गांव में खुशी की लहर दौड़ गई।
आरएसएस के 100 साल पूरे हुए; गृह संपर्क मुहिम जारी
भास्कर न्यूज | भाटापारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ संगठन एवं सेवा के 100 वर्ष पूरे होने पर संघ के स्वयंसेवकों द्वारा भाटापारा नगर के बस्ती में हर घर संपर्क अभियान के तहत घर- घर भारत मां के चित्र एवं पत्रक का वितरण किया जा रहा है। इस अभियान के तहत महाकाल बस्ती में जिला प्रचारक विवेकानंद, स्वयंसेवक अविनाश शर्मा एवं अन्य स्वयंसेवकों के साथ पत्रक वितरण किया। इस अवसर पर अविनाश शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने 100 वर्ष की यात्रा पूरी कर ली है। शताब्दी वर्ष के पूरा होने पर पूरे देश में आरएसएस अपने स्वयंसेवकों के माध्यम से सभी सनातनियों को यह पत्रक प्रदान कर राष्ट्र के प्रति समर्पित होने, संघ से जुड़ने, स्वयंसेवक बनने के लिए प्रेरित कर रहा है। स्वयंसेवकों ने लोगों से संवाद कर समाजिक समरसता, राष्ट्रभक्ति, सांस्कृतिक संरक्षण एवं स्वावलंबन के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने की अपील की। कार्यक्रम में स्थानीय लोगों द्वारा उत्साहपूर्वक स्वागत किया गया और जगह-जगह पत्रक ग्रहण करने वालों ने स्वयंसेवकों का उत्साह बढ़ाया। लोगों ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से समाज में सकारात्मक वातावरण व जागरूकता बढ़ती है।
साहू संघ का युवा प्रकोष्ठ चलाएगा युवा जोड़ो मुहिम
भास्कर न्यूज | तिल्दा नेवरा तहसील साहू संघ तिल्दा नेवरा युवा प्रकोष्ठ का प्रथम कार्यकारणी बैठक साहू छात्रावास तिल्दा नेवरा में संपन्न हुई। तहसील युवा अध्यक्ष योगेंद्र साहू ने तहसील साहू संघ के संरक्षक पोषण साहू व तहसील अध्यक्ष मनीराम साहू तहसील व सभी परिक्षेत्र के पदाधिकारियों को धन्यवाद दिया। अध्यक्ष ने समाज के युवाओं को सामाजिक समरस्ता से जोड़ कर चलने का जो उद्देश्य है उस उद्देश्य को पूरा करने के युवा जोड़ो अभियान हम सभी पदाधिकारी को जो दायित्व मिला है। उसे निष्ठा से करने की बात कही. समाज को संगठित करने के प्रति विभिन्न विषयों पर महत्वपूर्ण चर्चा की गई. जिसमें सर्व प्रथम युवा जोड़ो अभियान चलाया जाएगा। जिसमें प्रत्येक ग्रामीण से 10 एवं प्रत्येक परिछेत्र से 05 युवा चयनित कर युवा तहसील साहू संघ तिल्दा का गठन किया जाएगा। तहसील साहू संघ युवा प्रकोष्ठ द्वारा रचनात्मक कार्य करने के प्रति भी मंथन किया गया। बैठक परिछेत्र साहू संघ बुडेरा के अध्यक्ष योगेश साहू के सानिध्य में हुई। इस अवसर पर तहसील साहू संघ तिल्दा के युवा अध्यक्ष योगेंद्र साहू उपाध्यक्ष गजानंद साहू आदि मौजूद थे।
अफसर के बयान को लेकर कड़ी कार्रवाई करें: एबीवीपी
भास्कर न्यूज | खरोरा अंजू पांडेय प्रदेशाध्यक्ष के नेतृत्व में एबीवीपी महिला प्रकोष्ठ पदाधिकारियों ने ब्लॉक खरोरा नगर थाने में पहुंचकर ज्ञापन सौंपा। मप्र. में तैनात आईएएस उच्च अधिकारी संतोष वर्मा द्वारा कथित रूप ब्राहमण समाज के विरुद्ध की गई विवादित टिप्पणी को लेकर विरोध जताया। उक्त टिप्पणी की निंदा करते हुए महिला नेत्री सरिता शर्मा ने उच्च पद की गरिमा को भंग किया गया है। उन्होंने केंद्रीय शासन से कठोर दण्डात्मक कार्रवाई की मांग की। खरोरा परिक्षेत्र से वरिष्ठ अध्यक्ष रमेश शर्मा तथा योगेश द्विवेदी ने भी यह बयान देने वाले आईएएस संतोष वर्मा के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। सोनम तिवारी ने शासन से न्याय की अपील करते हुए विवादित बयान बाजी करनेवाले अफसर के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। पं. विजय शर्मा, सरिता शर्मा, गिरिजा योगेश द्विवेदी, किशोरी शर्मा ने ब्लॉक की सभी कार्यकारिणी टीम के हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन सौंप कर विरोध प्रकट किया।
करहीबाजार का मड़ई-मेला 12 से, झूले लगने भी शुरू हुए
भास्कर न्यूज |करही बाजार प्रतिवर्ष के भांति इस वर्ष भी वर्ष के अंतिम महीने में दो दिवसीय मड़ई मेला का आयोजन ग्राम करही बाजार के दशहरा मैदान में आयोजित किया जा रहा है। मड़ई मेला शुक्रवार 12 दिसंबर को प्रारंभ होगा व समापन 13 दिसंबर शनिवार को किया जाएगा। वहीं यादव समाज के संस्कृति लोक कला परंपराओं का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा मुख्य आकर्षण के केंद्र में आसमानी झूले, ड्रैगन झूला, कार झूला सहित बच्चों के मनोरंजन करने अन्य झूले मेला स्थल में लगना शुरू हो गया है। मड़ई मेला में कुछ दिन बचे है जिसको लेकर दुकान लगाने वाले ग्रामीणों ने अपने स्टालों के लिए उपयुक्त जगह चिन्हांकित करना शुरू कर दिया है। करही बाजार का मड़ई मेला पूरे क्षेत्र में सबसे प्रसिद्ध है जिसमें क्षेत्र सहित दूर दराज के लोग बड़ी की संख्या में परिवार के साथ शामिल होते हैं।
आवारा कुत्तों का टीकाकरण हुआ शुरू, दवा देंगे व नसबंदी भी होगी
भास्कर न्यूज | छुरा नगर पंचायत छुरा ने शहर में बढ़ती आवारा कुत्तों की संख्या और काटने के मामलों को गंभीरता से लेते हुए बड़ा अभियान शुरू कर दिया है। शासन के निर्देश पर शुरू इस विशेष कार्रवाई में टीकाकरण, डी-वार्मिंग से लेकर नसबंदी तक का पूरा सिस्टम एक साथ चलाया जा रहा है। सुबह से ही नगर के अलग-अलग मोहल्लों में निकाय की टीम और पशु चिकित्सा विभाग की संयुक्त टीम सक्रिय रही। जहां-जहां कुत्तों का झुंड मिला, वहां पकड़कर टीकाकरण किया गया। नगर पंचायत ने इसके लिए वाहन, पिंजरा, डॉग कैचर और विशेषज्ञ टीम की पूरी व्यवस्था कर रखी है। शहर के हर वार्ड में कुत्तों के लिए समर्पित भोजन स्थान चिन्हित किए गए हैं, ताकि बेवजह इधर-उधर घूमने की स्थिति कम हो। कांजी हाउस के पास, शीतला मंदिर के पास, शिक्षक कॉलोनी के पास, बस स्टैंड एवं मिनी स्टेडियम के पास भोजन स्थान चिन्हित किए गए हैं। आगे नसबंदी पर जोर, शहर में कम होगा कुत्तों का दबाव: अधिकारी बताते हैं कि टीकाकरण के साथ-साथ अगला कदम शहर के सार्वजनिक और संस्थागत क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर नसबंदी अभियान चलाना है। इससे आने वाले समय में कुत्तों की संख्या नियंत्रित रूप से कम होगी और शहर में सुरक्षा बढ़ेगी। निकाय ने पशुप्रेमियों से अपील की है कि स्ट्रीट डॉग को गोद लेने की प्रक्रिया में आगे आएं। इससे कुत्तों का पालन-पोषण बेहतर होगा और शहर में प्रबंधन और सुचारु रहेगा। अभियान में मुख्य नगरपालिका अधिकारी के निर्देश पर नोडल अधिकारी वीरेंद्र सिंह ठाकुर, पशु चिकित्सक रॉबिन सिंह, संतराम साहू, रामाधार यादव, मनोज दुबे, धनेश्वर नाग, मिथलेश कुमार सिन्हा, परमेश्वर सिन्हा, मेघराज यादव, शोएब अली, दानेश्वर निर्मलकर, वेदप्रकाश मरकाम और दीपक साहू सहित सभी कर्मी लगातार जुटे हुए हैं।नगर पंचायत के अधिकारियो का दावा है“अभियान निरंतर चलेगा, नगर में आवारा कुत्तों का खतरा अब तेजी से कम होगा।
नाराजगी: कॉलेज में एडमिशन देने के बाद नियमों का हवाला देकर किया गया बाहर
भास्कर न्यूज | राजनांदगांव एनएसयूआई प्रदेश महासचिव राजा यादव के नेतृत्व में कमला कॉलेज प्रशासन से छात्राओं के हित मे मुलाकात की गई। राजा यादव ने कहा यहां बीकॉम में इस वर्ष तीसरे सेमेस्टर की छात्राओं ने पिछले वर्ष अनियमित छात्र के रूप में दूसरे कॉलेज से परीक्षा दी थी। लेकिन दुर्ग यूनिवर्सिटी का नया नियम है कि जो छात्र पिछले वर्ष अनियमित छात्र के तौर पर परीक्षा दी है। ऐसे छात्रों को नियमित तौर पर कॉलेज में एडमिशन नहीं दिया जाएगा। जब यह नियम है तो छात्राओं को एडमिशन दिया ही क्यों गया। जब छात्राओं को कॉलेज द्वारा ली जाने वाली परीक्षा, असाइनमेंट सब कार्य कराए जा चुके है इसके बाद उन्हें कॉलेज से बाहर का रास्ता दिखना गलत है। प्रदेश सचिव शुभम प्रजापति के कहा ऐसे में छात्रों के भविष्य पर संकट है। प्रशासन खिलवाड़ कर रहा है। अंतिम समय में नियम का हवाला देकर प्रशासन अपनी गलती से पीठ नहीं दिखा सकता। छात्रों कि समस्याओं का निराकरण करें। अन्यथा उग्र प्रदर्शन किया जाएगा। इस दौरान शुभम प्रजापति, मिथलेश चंदेल, आयुष सिन्हा, गीतेश, कपिल शर्मा, लोकेश साहू, केशव सहित अन्य मौजूद थे।

