राजधानी लखनऊ से निगरानी के बाद आयकर विभाग की इन्वेस्टिगेशन विंग ने बहराइच सहित चार शहरों में एक बड़े रियल एस्टेट और मोल्डिंग नेटवर्क पर शिकंजा कस दिया है। विभाग को पिछले कई महीनों से संदेह था कि प्रदेश के कई शहरों से जुड़े इस नेटवर्क का संचालन लखनऊ से ही किया जा रहा है। इसके बाद बुधवार से शुरू हुई छापेमारी में करोड़ों की टैक्स अनियमितताएं सामने आई हैं। लखनऊ की इन्वेस्टिगेशन विंग ने खोला पूरा नेटवर्क लखनऊ IT विंग को इनपुट मिला था कि बहराइच के रियल एस्टेट कारोबारी अब्दुल रहमान उर्फ मोईन खान का टर्नओवर पांच साल में 6 करोड़ से बढ़कर 100 करोड़ रुपये से अधिक हो चुका है, जबकि टैक्स भुगतान बेहद कम है। जांच की पुष्टि होने के बाद लखनऊ से निकली टीमें बहराइच, आगरा, मथुरा और बरेली के कुल 12 ठिकानों पर पहुंचीं। लखनऊ में बैठकर प्लॉटिंग प्लान और फंड मूवमेंट का समन्वय जांच में पता चला कि मोईन खान बहराइच में कई एकड़ जमीन पर प्लॉटिंग योजना तैयार कर रहा है, और इन योजनाओं से जुड़े कई महत्वपूर्ण लेन-देन तथा मीटिंग्स लखनऊ में हो रही थीं। लखनऊ टीम को संदेह है कि रियल एस्टेट कंपनियों—नगीन हाइट्स और किंग क्रॉस—का वित्तीय संचालन भी लखनऊ से ही नियंत्रित किया जा रहा था। 35 करोड़ का असुरक्षित ऋण, लखनऊ के जरिए धन चक्र का शक छापे के दौरान खुलासा हुआ कि मोईन खान ने अपने करीबी लोगों से लगभग 35 करोड़ रुपये का असुरक्षित ऋण लिया है। आयकर अधिकारियों का मानना है कि यह रकम मोईन खान द्वारा ही अलग-अलग खातों में भेजकर लोन की शक्ल में वापस मंगाई गई। अधिकारियों को संदेह है कि यह पूरी धन चक्र प्रक्रिया लखनऊ से ही मैनेज की गई। लखनऊ से मिली कमांड पर दूसरे शहरों में छापे आयकर विभाग ने बताया कि आगरा, मथुरा और बरेली की फर्में, जो मोईन खान की फर्म नगीन मोल्डिंग को सप्लाई करती थीं, भी संदिग्ध पाई गई हैं। इन फर्मों में भी करोड़ों की टैक्स चोरी के संकेत मिले हैं। जांच अधिकारी बताते हैं कि लखनऊ में चल रही फाइनेंस और सप्लाई चेन की गतिविधियां ही इन फर्मों को मोईन खान के कारोबार से जोड़ती हैं। लखनऊ IT ऑफिस में स्क्रूटनी जारी छापेमारी से मिले दस्तावेज़, डिजिटल रिकॉर्ड और बैंक लेन-देन अब लखनऊ IT कार्यालय में विश्लेषण के लिए भेजे जा रहे हैं। मोईन खान के आलीशान मकान के मूल्यांकन की रिपोर्ट भी लखनऊ मुख्यालय में तैयार हो रही है। अधिकारियों के अनुसार, मोईन खान फिलहाल जांच में सहयोग नहीं कर रहा है।
लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर बृहस्पतिवार को कोहरे और तकनीकी दिक्कतों ने उड़ान संचालन को बुरी तरह प्रभावित किया। सबसे बड़ा असर हैदराबाद-लखनऊ इंडिगो 6ई-608 फ्लाइट पर पड़ा, जिसे पूरी तरह निरस्त करना पड़ा। इसके साथ ही दो दर्जन के करीब उड़ानें देरी का शिकार हुईं, जिससे यात्रियों को लंबा इंतजार झेलना पड़ा। कई प्रस्थान उड़ानें शेड्यूल से पीछे बृहस्पतिवार सुबह से ही उड़ानों की टाइमिंग बिखरी रही। लखनऊ से इंदौर जाने वाली इंडिगो 6ई-7221 करीब 45 मिनट, मुंबई की 6ई-6222 लगभग 40 मिनट और बेंगलुरु की 6ई-435 करीब पौने दो घंटे लेट रवाना हुई। झारसुगड़ा की ओजी-229 45 मिनट देरी से उड़ी। रायपुर की 6ई-7027 एक घंटे, एअर इंडिया की दिल्ली फ्लाइट एआई-1877 करीब आधे घंटे, पुणे की 6ई-118 एक घंटे और मुंबई की 6ई-5201 लगभग 45 मिनट पीछे रही। हैदराबाद की 6ई-6166 पौन घंटे और दिल्ली की एक्ससी-6489 लगभग 50 मिनट देरी से उड़ सकी। लैंडिंग टाइमिंग भी बिगड़ी आने वाली उड़ानों की लैंडिंग भी प्रभावित रही। हैदराबाद से आने वाली 6ई-453 करीब डेढ़ घंटे, पटना से 6ई-925 दो घंटे, अहमदाबाद की 6ई-935 लगभग 35 मिनट, दिल्ली से 6ई-6614 करीब 40 मिनट और एक्ससी-6488 एक घंटे लेट लैंड हुईं। अहमदाबाद से आने वाली 6ई-6244 भी करीब डेढ़ घंटे की देरी से पहुंची।
उत्तर प्रदेश में रोडवेज बस अड्डों को एयरपोर्ट मॉडल पर विकसित करने की बड़ी योजना बनाई गई है। लखनऊ में आयोजित ‘कनेक्टिविटी और लॉजिस्टिक्स क्षमता को अनलॉक करना’ कॉन्फ्रेंस में परिवहन राज्यमंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि नए बस टर्मिनल अब होटल, मॉल, मल्टी-मोडल लिंक और पूरी तरह आधुनिक सुविधाओं से लैस होंगे। उन्होंने दावा किया कि इस ट्रांसफ़ॉर्मेशन के साथ यूपी 2047 तक विकसित भारत के ढांचे को तैयार करने में अहम भूमिका निभाएगा। एयरपोर्ट मॉडल पर बदलेंगे बस अड्डे मंत्री ने जानकारी दी कि बस अड्डों को पीपीपी मॉडल पर उन्नत किया जाएगा, जहां यात्रियों को होटल, शॉपिंग ज़ोन, मॉल और वर्ल्ड-क्लास वेटिंग एरिया जैसी सुविधाएं मिलेंगी। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में UP रोडवेज सिर्फ परिवहन नहीं, बल्कि “यात्री अनुभव” का नया मानक स्थापित करेगा। उन्होंने कहा कि परिवहन निगम अपने बेड़े और बुनियादी ढांचे में आमूल-चूल बदलाव कर रहा है, जिससे सेवाओं की गुणवत्ता में तेज सुधार होगा। मल्टी-मोडल कनेक्टिविटी: एयरपोर्ट–रेलवे–रोडवेज एक साथ दयाशंकर सिंह ने बताया कि कॉन्फ्रेंस का मुख्य एजेंडा मल्टी-मोडल कनेक्टिविटी को मजबूत करना है। लक्ष्य है कि एयरपोर्ट, रेलवे और रोडवेज एक-दूसरे से सहज रूप से लिंक हों, ताकि यात्रियों को एक ही जगह पर बदलते हुए साधनों की निर्बाध सुविधा मिल सके। उन्होंने कहा कि यूपी भविष्य में देश की लॉजिस्टिक्स रीढ़ बनने की क्षमता रखता है। सभी प्रमुख विभाग एक मंच पर कॉन्फ्रेंस में पीडब्ल्यूडी, रेलवे, सिविल एविएशन, ट्रैफिक और परिवहन विभाग के प्रतिनिधियों ने साझा मंच पर 2047 के भारत में यूपी की भूमिका और परिवहन ढांचे की जरूरतों पर मंथन किया। 2047 के विकसित भारत में प्रभारी भूमिका का दावा परिवहन मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 2047 का विकसित भारत लक्ष्य नहीं, बल्कि वास्तविकता बनने जा रहा है। उन्होंने कहा कि जहां भी कमियां हैं, उन्हें दूर किया जाएगा, और यूपी का परिवहन नेटवर्क इस परिवर्तन में केंद्रीय भूमिका निभाएगा।
वाराणसी ज्ञानवापी के सबसे पुराने और अहम केस में निर्णायक मोड़ में नई याचिकाएं बाधा बनती जा रही है। कभी वादी बनने की अपील तो कभी वादमित्र को हटाने की याचिका ने मुख्य मुद्दे की सुनवाई को फिर भटका दिया है। एक याचिका खारिज होने के बाद मूलवाद के पहले वादी हरिहर पांडे की बेटियों ने पुनर्विचार याचिका दायर कर बहस शुरू कर दी है। ज्ञानवापी के वर्ष 1991 के पुराने मुकदमे में शुक्रवार को सिविल जज (सीनियर डिवीजन फास्टट्रैक) भावना भारती की कोर्ट में सुनवाई होगी। वादमित्र विजय शंकर रस्तोगी की ओर से हुई बहस के बाद कोर्ट ने आज की तारीख तय की थी जबकि इस मामले में कई दिन से दोनों पक्ष अपनी दलील दे रहे हैं। पिछली तिथि पर तीनों बेटियों की ओर से अधिवक्ता ने एक अर्जी दी थी। दाखिल वादमित्र को हटाने संबंधित अर्जी को खारिज कर दिया गया, लेकिन पक्षकार बनने संबंधित अर्जी में बेटियों की ओर से संशोधन करना है। कहा गया कि वादी संख्या पांच, जो एक प्राइवेट ट्रस्ट है, उसके सचिव स्वयं वादमित्र विजय शंकर रस्तोगी ही हैं। याचिकाकर्ताओं ने दलील दी कि विजय शंकर इस वाद में अनावश्यक और अनुचित पक्षकार हैं। इन्हें हटाना बहुत आवश्यक है। वादमित्र के शासकीय कार्यकाल के दौरान भी उनकी शैली पर सवाल उठे थे और इस मामले में भी अपने हित साधने के लिए अनावश्यक रूप से विधि का दुरुपयोग करते हुए वादमित्र नियुक्त कराया गया। इस प्रकार पक्षकार बनने संबंधित अर्जी में संशोधन करते हुए कुछ निर्देश जोड़ने की गुहार लगाई गई है। इस पर वादमित्र विजय शंकर रस्तोगी ने आपत्ति दाखिल कर दी है। इस मामले में बेटियों की ओर से बहस पूरी कर ली गई है। वादमित्र विजय शंकर रस्तोगी की ओर से पिछली तिथि के बाद बहस शुरू की गई। वादमित्र ने कहा कि वादी रहे हरिहर पांडेय के आवेदन के आधार पर 11 अक्टूबर 2019 को वादपत्र में संशोधन के ज़रिये विजय शंकर रस्तोगी को वादमित्र और वादी संख्या पांच बनाया गया है। हरिहर पांडेय की वर्ष 2023 में मृत्यु हुई थी। हालांकि वर्ष 2023 में उन्होंने अपने दो पुत्रों को वादी संख्या छह और सात बनाने की अर्जी दी थी। इस दौरान एक बार भी किसी ने विरोध नहीं किया।
वाराणसी में शनिवार देर रात वधूपक्ष के रिश्तेदारों से विवाद के बाद बारातियों ने जमकर हंगामा काटा। पहले दोनों में गाली गलौज हुआ फिर मारपीट शुरू हो गई। दोनों पक्षों से लोग जुटे तो लाठी डंडे भी चलने लगे। इसके बाद दोनों ओर से समर्थकों के आने पर विवाद बढ़ गया। बारातियों ने सड़क पर आकर पथराव शुरू कर दिया। सड़क से गुजरने वाले वाहनों पर पत्थर चलाए और कई वाहन क्षतिग्रस्त भी कर दिए। स्थानीय लोगों ने पुलिस को भी मामले की सूचना दी लेकिन तब तक तांडव करने वाले फरार हो गए। पुलिस मामले की जांच कर रही है। गुरूवार की देर रात कैंट थानांतर्गत खजुरी स्थित पेट्रोल पंप के पीछे वाले लॉन में चल रही एक शादी समारोह में जमकर हंगामा हुआ। बारात में शराब के नशे में धुत्त बराती छोटी-सी बात पर स्थानीय युवकों से भिड़ गए। देखते ही देखते मामला इतना बिगड़ गया कि पथराव, मारपीट और कुछ गाडियीं में तोड़फोड़ के साथ सैकड़ों की संख्या में बारातियों ने इलाके में दहशत फैला दी। मानक के विपरीत चल रहे लॉन में शादी की बारात चल रही थी। रात करीब 12 बजे कुछ बाराती नशे में बाहर निकले और स्थानीय युवकों से किसी बात को लेकर कहासुनी शुरू हो गई। देखते ही देखते बात हाथापाई तक पहुंच गई। जब आसपास के लोग छुड़ाने आए तो बारातियों की संख्या अचानक 40-50 तक पहुंच गई और उन्होंने पथराव शुरू कर दिया। पत्थरों की बौछार से कई स्थानीय लोग चोटिल हो गए, जबकि कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं। पथराव के बाद बाराती और उग्र हो गए। करीब 100-150 की संख्या में लामबंद होकर उन्होंने सड़क के दूसरी तरफ (लालपुर पांडेयपुर थानांतर्गत) बने घरों पर धावा बोल दिया और महिलाओं-बच्चों सहित पूरे मोहल्ले को भद्दी-भद्दी गालियां देने लगे। दहशत से लोग अपने घरों में छिपने को मजबूर हो गए। कुछ स्थानीय लोगों ने हिम्मत दिखाते हुए बीच-बचाव किया, तब जाकर किसी तरह भीड़ को पीछे धकेला गया। लेकिन बारातियों का गुस्सा यहीं नहीं थमा। लॉन की तरफ वापस लौटते हुए भी उन्होंने सड़क पर आ-जा रहे ट्रकों और अन्य वाहनों को रोककर उनमें साथ भी अभद्रता की गई, इलाके में दहशत और तनाव का माहौल बना हुआ है।
आयुक्त सभागार में गुरुवार की शाम कमिश्नर अनिल ढींगरा की अध्यक्षता में मंडलीय उद्योग बंधु की बैठक हुई। उद्यमियों ने समस्याओं से कमिश्नर को अवगत कराया। सहजनवा में हाईवे पर कट बंद होने के कारण होने वाली परेशानी का मुद्दा प्रमुखता से उठाया गया। उद्यमियों ने कहा कि कट बंद होने से उन्हें लंबी दूरी तय कर आना-जाना पड़ता है। इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों की टीम बनाई है।एडीएम सिटी अंजनी कुमार सिंह, एसपी सिटी अभिनव त्यागी व गीडा के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे व्यापारियों के साथ सड़क का निरीक्षण करें। कट बंद होने से हो रही परेशानी को समझें और उसका समाधान निकालने का उपाय ढूंढें। बैठक में कॉमन एन्फ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (सीईटीपी) की स्थापना का मामला भी उठाया गया। बैठक में बताया गया कि सीईटीपी की स्थापना की प्रक्रिया चल रही है। इसका डीपीआर नए सिरे से तैयार कर नेशनल मिशन फार क्लीन गंगा (एनएमसीजी) को भेजा जा चुका है। कमिश्नर ने गीडा क्षेत्र के उद्यमियों को उद्योग स्थापित करने के लिए समय अवधि के संबंध में अपने सुझाव के लिए ड्राफ्ट उद्यमियों को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। उन्होंने विभागीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए कार्यों में तेजी लाने का निर्देश दिया। लघु उद्योग भारती के मंडल अध्यक्ष दीपक कारीवाल ने कहा कि इंडस्ट्रियल इंवेस्टमेंट एंड इम्प्लायमेंट प्रमोशन पॉलिसी 2017 के अंतर्गत श्री सिद्धेश्वरी उद्योग की ओर से प्रस्तुत सब्सिडी आवेदन काफी समय से लंबित है। आवेदन पर अभी तक न तो कोई प्रगति दिखाई दी है और न ही सब्सिडी राशि का वितरण किया गया है। उद्योगों को दिए जाने वाले प्रोत्साहन योजनाओं का लाभ मिलना जरूरी है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कई उद्योगों को लगातार आंशिक बिल प्राप्त हो रहा है। उद्यमी की ओर से भुगतान करने के बाद भी समय से सिस्टम में अपडेट नहीं हो रहा। जिसके कारण बिल में बकाया दर्शाया जाता है। जिससे अनावश्यक लेट पेमेंट चार्ज लगता है। उन्होंने कहा कि बिजली निगम की ओर से सुरक्षा धनराशि पर ब्याज देने का प्रावधान लेकिन विनायक उद्योग का 2019 से 2024 तक का ब्याज अभी तक समायोजित नहीं किया गया। उन्होंने बताया कि इस संबंध में अधीक्षण अभियंता को छह बार रिमाइंडर भेजा जा चुका है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। मंडलायुक्त ने सभी मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया है।
करनाल के जिला नागरिक अस्पताल ट्रामा सेंटर में गुरुवार की शाम उस समय हंगामा हो गया, जब बाहर निकलते ही एक युवती पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए रोती-बिलखती नजर आई। उसका आरोप था कि उसने 20 दिन पहले शिकायत दी थी, लेकिन पुलिस ने न सुनवाई की और न कार्रवाई। उल्टा उन्हीं के खिलाफ मामला दर्ज कर दिया गया। मौके पर मौजूद महिला पुलिसकर्मी ने युवती को पकड़कर गाड़ी में बिठाया और वहां से रवाना हो गई। वहीं पुलिस की ओर से कहा गया कि दोनों मां-बेटी पुलिस कर्मचारियों के साथ बदतमीजी कर रही थीं, इसलिए कार्रवाई की गई। कौन हैं सोनम और बिंदू, और क्या है विवाद पुलिस के अनुसार, युवती का नाम सोनम गुप्ता और उसकी मां का नाम बिंदू गुप्ता है। ये दोनों तरावड़ी के वार्ड-9 की निवासी हैं। पुलिस जानकारी के मुताबिक मां-बेटी ने किराये को लेकर किसी विवाद में शिकायत दर्ज करवाई हुई थी, जिस पर पुलिस नियमानुसार कार्रवाई कर रही थी। गुरुवार दोपहर दोनों तरावड़ी थाना पहुंची थीं, जहां महिला कक्ष में मौजूद स्टाफ से झगड़ा हो गया। महिला पुलिसकर्मियों से बदतमीजी का आरोप, मुकदमा दर्ज मुख्य सिपाही दीपा ने शिकायत में कहा कि वह और उनकी साथी हवलदार मोनिका महिला कक्ष में सरकारी कार्य में व्यस्त थीं। इसी दौरान बिंदू गुप्ता और सोनम गुप्ता ऊंची आवाज में कमरे में घुसीं और बदतमीजी शुरू कर दी। दोनों को समझाने की कोशिश की गई, लेकिन वे लगातार गाली-गलौच करती रहीं और सरकारी काम में बाधा पहुंचाती रहीं। दीपा के अनुसार दोनों आरोप लगा रही थीं कि उनकी शिकायत पर एकतरफा कार्रवाई हुई है। मां-बेटी ने की हाथापाई दीपा ने आरोप लगाया कि मां-बेटी ने उनके साथ हाथापाई भी की, नाजायज मारपीट की और भविष्य में जान से मारने की धमकी भी दी। पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपिया को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनके खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा, गाली-गलौच और हाथापाई जैसे आरोपों पर मामला दर्ज किया गया है। ट्रॉमा सेंटर से बाहर आते ही सोनम के आरोप, पुलिस का जवाब गुरुवार देर शाम पुलिस दोनों को मेडिकल के लिए करनाल ट्रॉमा सेंटर लाई थी। मेडिकल होने के बाद बाहर निकलते ही सोनम ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए। वह जोर-जोर से बोलती हुई आरोप लगाती रही कि 20 दिन से शिकायत की हुई है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उल्टा उनके ऊपर ही केस दर्ज कर दिया गया है। इस दौरान पुलिसकर्मी ने उसे पकड़कर गाड़ी में बैठाया और आगे ले जाया गया। तरावड़ी थाना प्रभारी राजपाल ने बताया कि मां-बेटी महिला पुलिसकर्मियों से बदतमीजी कर रही थीं और गाली-गलौच भी कर रही थीं। इसी कारण कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा कि शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
आदेश को कापी पेस्ट करने पर हाईकोर्ट नाराज:हाईकोर्ट ने वित्त सचिव का व्यक्तिगत हलफनामा मांगा
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने वित्त विभाग के अधिकारियों द्वारा पहले से लिखा आदेश कॉपी पेस्ट करने पर नाराज़गी जताई है। साथ ही वित्त सचिव को इस मामले में व्यक्तिगत हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया है।मेरठ की फर्म एडबुलेवार्ड मीडिया प्राइवेट लिमिटेड की याचिका पर यह आदेश न्यायमूर्ति पीयूष अग्रवाल ने फर्म के अधिवक्ता को सुनकर दिया है। एडवोकेट का कहना था कि जीएसटी की अपील पर आदेश करते समय मेरठ के अपर आयुक्त (ग्रेड-2) प्रथम द्वारा किसी और प्रकरण के तथ्य कॉपी पेस्ट कर दिए गए। उन्होंने कोर्ट को बताया कि याची द्वारा आईटीसी रिफंड का दावा निरस्त करने के विरुद्ध अपील दाखिल की गई थी, जिसे निरस्त करते समय मेरठ के अपर आयुक्त (ग्रेड-2) प्रथम ने संबंधित मामले की बजाय किसी अन्य मामले के तथ्य कॉपी-पेस्ट कर रिफंड निरस्तीकरण को बरकरार रखा। जबकि रिफंड निरस्तीकरण आदेश भी बिना कोई कारण दर्ज किए एवं बिना हस्ताक्षर के किया गया था। उन्होंने कहा कि अपीलीय प्राधिकारी ने याची के किसी भी कानूनी तर्क पर कोई संज्ञान न लेते हुए मनमाना आदेश कर दिया। हाईकोर्ट ने प्रथम दृष्टया जीएसटी विभाग के अधिकारियों की संपूर्ण कार्यवाही को न्यायिक बुद्धि एवं विवेक के अभाव में पाते हुए प्रदेश के वित सचिव एवं राज्य कर आयुक्त समेत संबंधित अधिकारी को दो सप्ताह में व्यक्तिगत हलफनामा दाखिल करने का आदेश दिया है।
रातापानी टाइगर रिज़र्व में अब भोपाल के करमई और घोड़ापछाड़ से दो नए सफारी गेट खोले जा रहे हैं। वन विभाग ने 2 दिसंबर से इन दोनों गेटों को पर्यटकों के लिए खोलने की तैयारी लगभग पूरी कर ली है। इन नए गेटों के खुलने से बाघों की अधिक आवाजाही वाले क्षेत्रों में एंट्री मिलेगी और पर्यटकों को बाघ दिखने की संभावना बढ़ जाएगी। यह व्यवस्था इसलिए तय की जा रही है क्योंकि इन दोनों क्षेत्रों में टाइगर मूवमेंट पिछले सालों में अधिक पाया गया है। वन विभाग को यहां लगातार बाघ, तेंदुआ और भालू की मूवमेंट, कैमरा ट्रैप रिकॉर्ड और पगमार्क के साक्ष्य मिलते रहे हैं। करमई और घोड़ापछाड़ का इलाका अब तक बंद होने के कारण कम मानव गतिविधि वाला रहा है। इससे यहां वन्यजीवों की उपस्थिति सघन पाई जाती है। नए गेट खुलने से बदलेंगे सफारी रूट वन अफसरों के अनुसार रातापानी टाइगर रिजर्व में पहले से तीन गेट देलावाड़ी, भिंडी घाट और झिरी हैं और अब दो नए गेट और जुड़ जाएंगे। करमई गेट के आस-पास बाघों के स्थायी क्षेत्र (टेरिटरी) है। वहीं घोड़ा पछाड़ के पास का जंगल घना, शांत और बड़े वन्यजीवों की आवाजाही वाला है। नए गेट से सफारी का दायरा बढ़कर पहले से लगभग दोगुना हो जाएगा। भोपाल से रातापानी के गेट्स की दूरी न्यू मार्केट (भोपाल) से सफारी के पांचों गेटों की अनुमानित दूरी- देलावाड़ी गेट 49 किमी, भिंडी गेट 26 किमी, झिरी गेट 49 किमी, नया करमई गेट 45–50 किमी तथा घोड़ा पछाड़ गेट 60 किमी होगी। इससे लोग अपनी सुविधा के हिसाब से आ-जा सकेंगे।
सांसद शंकर लालवानी के लड़के से कर्जा वसूली के लिए बैंक लगातार तकादा कर रही है। सांसद के घर जाते हैं तो भैया नहीं हैं कहकर गार्ड लौटा देता है। सांसद ने बैंक वालों से कहा था कि बात करता हूं, लेकिन कुछ नहीं हुआ। लालवानी के लड़के मीत लालवानी, निवासी 3, साकेत मनीषपुरी (लालवानी कंपाउंड) ने एचडीएफसी बैंक से 2014 में दो लाख रुपए क्रैडिट कार्ड पर लोन लिया था। बराबर किश्तें भर रहा था। बैंक लेन-देन भी ठीक था। 2019 में छह लाख रुपए लोन लिया। इसकी किश्तें भी बराबर जा रही थी। 2022 में 14 लाख रुपए लोन लिया। 2024 से मामला गड़बड़ हो गया। बैंक की किश्तें भरना बंद कर दी। फोन लगाए, पत्र-व्यवहार किया। नतीजा नहीं निकला। बैंक वालों का कहना है कि हमने मीत के बैंक स्टेटमेंट देखे तो पता चला कि वो ऑनलाइन गेमिंग (सट्टे) में पैसा हारा है। वो पोकर, एक्को और ब्लू बर्ड ऑनलाइन सट्टे खेलता है। ज्यादातर पैसा इसी में खर्च हुआ है। फोन और पत्र से काम नहीं चला तो बैंक की कलेक्शन टीम के मैनेजर हर्षवर्धन एस. रावत, साथियों के साथ लगातार मीत के घर चक्कर काट रहे हैं। गार्ड यह कहकर रवाना कर देते हैं कि भैया नहीं हैं। मैनेजर और टीम के सदस्य सांसद लालवानी से भी मिले। उन्होंने आश्वस्त किया कि वो मीत से बात करेंगे। आपका पैसा दिलवा देंगे। वो भी नहीं मिलते हैं। बैंक के कलेक्शन मैनेजर हर्षवर्धन एस. रावत का कहना है कि परेशान हो गए हैं। वो पैसा जमा नहीं कर रहा है। सट्टे में पैसा हार गया है। हम कानूनी कार्रवाई करेंगे। लॉ-फर्म का नोटिस एचडीएफसी बैंक का काम कॉन्सेप्ट लॉ एसोसिएट फर्म देखती है। फर्म ने मीत को नोटिस दिया है। उसमें कहा है कि वो कलेक्शन मैनेजर रावत से उनके मोबाइल (09499711467) पर बात कर सुबह 10 से 5 के बीच में मिलें और बैंक का पैसा जमा करें। नोटिस का भी जवाब नहीं दिया है। पांच साल की सजा और जुर्माना हाइकोर्ट एडवोकेट संतोष शर्मा, बैंक के वकील हैं। उनका कहना है कि पैसा जमा नहीं किया तो धारा 316 (2) और धारा 318 (4) भारतीय न्याय संहिता के तहत कोर्ट में केस लगाया जाएगा। आपराधिक विश्वासघात करने पर ये धारा लगाई जाती है। पांच साल तक की सजा और जुर्माना भी है। लोन नहीं लिया इधर, इस पूरे मामले में मीडिया को मीत ने बताया है कि उसने एचडीएफसी बैंक से किसी भी तरह का लोन नहीं लिया है। क्रैडिट कार्ड लोन की बात झूठी है। मेरा आईसीआईसीआई बैंक से लोन चल रहा है। इसकी बराबर किश्तें भर रहा हूं।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा है कि धारा 2(1)एच बीएन एसएस के तहत असंज्ञेय अपराध की चार्जशीट को सम्मन केस के बजाय कंप्लेंट केस कायम कर कार्यवाही करना बाध्यकारी है। मजिस्ट्रेट ने असंज्ञेय अपराध की पुलिस रिपोर्ट,(चार्जशीट)पर बिना आरोपी को सुनें सम्मन जारी करने के आदेश को अवैध करार दिया और कहा कि पुलिस रिपोर्ट को कंप्लेंट केस के रूप में सुनवाई कर आदेश जारी किया जाय। कोर्ट ने प्रकरण न्यायिक मजिस्ट्रेट शाहजहांपुर को वापस कर दिया है। यह आदेश न्यायमूर्ति प्रवीण कुमार गिरि की एकलपीठ ने सभी मजिस्ट्रेट/पीठासीन अधिकारियों को निर्देश दिया है वह हाईकोर्ट महानिबंधक की ओर से जारी परिपत्र के क्रम में प्रत्येक आदेश पर अपने हस्ताक्षर के नीचे नाम, पदनाम और न्यायिक पहचान स्पष्ट रूप से अंकित करें। शाहजहांपुर निवासी प्रेमपाल व तीन अन्य की याचिका निस्तारित करते हुए एकल पीठ ने न्यायिक मजिस्ट्रेट की तरफ से 11 अक्टूबर 2024 को पारित सम्मन आदेश निरस्त कर दिया है। कोर्ट ने न्यायिक मजिस्ट्रेट से कहा है कि प्रकरण में नया आदेश पारित करेंगे। प्रकरण से जुड़े तथ्य यह हैं कि थाना तिलहर क्षेत्र के विपक्षी रामनाथ और याचीगण प्रेमपाल पड़ोसी हैं। विवाद शौचालय के अपशिष्ट जल निकासी को लेकर है।
गोरखपुर में चल रही 69वीं अखिल भारतीय रेलवे वॉलीबॉल चैंपियनशिप–2025 के दूसरे दिन मॉर्निंग और इवनिंग दोनों सेशन में कई रोमांचक मुकाबले खेले गए। पूर्वोत्तर रेलवे खेल संघ के देखरेख में 26 नवम्बर से 2 दिसम्बर तक चल रही यह प्रतियोगिता खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन की गवाह बन रही है। पहले देखिए 2 तस्वीरें... मॉर्निंग सेशन पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे बनाम दक्षिण पूर्व रेलवे दिन के पहले मुकाबले में पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे ने बेहतरीन खेल दिखाते हुए दक्षिण पूर्व रेलवे को सीधे सेटों में 3-0 से हराया। पहला सेट: 25-13 दूसरा सेट: 25-12 तीसरा सेट: 25-17शुरू से ही मजबूत पकड़ बनाते हुए पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे ने विरोधी टीम को वापसी का कोई मौका नहीं दिया। आई.सी.एफ. बनाम उत्तर मध्य रेलवे दूसरा मैच आई.सी.एफ. और उत्तर मध्य रेलवे के बीच हुआ, जिसमें आई.सी.एफ. ने एकतरफा मुकाबले में 3-0 से जीत दर्ज की। पहला सेट: 25-13 दूसरा सेट: 25-05 तीसरा सेट: 25-15आई.सी.एफ. ने मैच की शुरुआत से ही बढ़त बनाई और पूरी तरह विपक्षी टीम पर दबदबा बनाए रखा। दक्षिण मध्य रेलवे बनाम उत्तर पश्चिम रेलवे तीसरे मैच में दक्षिण मध्य रेलवे ने उत्तर पश्चिम रेलवे को 3-0 से हराकर अपनी ताकत का प्रदर्शन किया। पहला सेट: 25-23 दूसरा सेट: 25-17 तीसरा सेट: 25-12पहले सेट में कड़ा संघर्ष देखने को मिला, लेकिन इसके बाद दक्षिण मध्य रेलवे ने मुकाबले पर पूरी तरह नियंत्रण कर लिया। दक्षिण पश्चिम रेलवे बनाम दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे मॉर्निंग सेशन के अंतिम मैच में दक्षिण पश्चिम रेलवे ने दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के खिलाफ 3-0 से जीत हासिल की। पहला सेट: 25-18 दूसरा सेट: 25-23 तीसरा सेट: 33-31तीसरा सेट बेहद रोमांचक रहा, जिसमें दोनों टीमों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली, पर अंत में दक्षिण पश्चिम रेलवे ने बढ़त बनाकर मैच जीत लिया। इवनिंग सेशन पूर्व रेलवे बनाम पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे शाम के पहले मैच में पूर्व रेलवे ने पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के खिलाफ 3-0 से शानदार जीत दर्ज की। पहला सेट: 25-19 दूसरा सेट: 25-17 तीसरा सेट: 25-09पूर्व रेलवे ने पूरे मैच में बेहतरीन तालमेल और मजबूत रक्षा का परिचय दिया। पूर्वोत्तर रेलवे बनाम दक्षिण रेलवे दिन के आखिरी मुकाबले में पूर्वोत्तर रेलवे ने दक्षिण रेलवे को 3-0 से हराकर दर्शकों का दिल जीत लिया। पहला सेट: 25-21 दूसरा सेट: 25-19 तीसरा सेट: 25-21तीनों सेटों में पूर्वोत्तर रेलवे ने स्थिर प्रदर्शन करते हुए बढ़त बनाए रखी और जीत दर्ज की। चैंपियनशिप का रोमांच लगातार बढ़ता जा रहा है और आने वाले दिनों में और भी दिलचस्प मुकाबलों की उम्मीद है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 1971 के युद्ध में शहीद की विधवा की दुर्दशा पर गहरी चिंता व्यक्त की है। विधवा ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दावा किया कि उसे 5 बीघा जमीन के उसके हक के मुकाबले केवल 2.5 बीघा जमीन आवंटित की गई है। और वह 1974 से अपने हक की जमीन पाने के लिए संघर्ष कर रही है। न्यायमूर्ति अतुल श्रीधरन और न्यायमूर्ति अनीश कुमार गुप्ता की खंडपीठ ने टिप्पणी की कि यदि उनकी याचिका में किए गए दावे सही हैं, तो स्थिति पूरे समाज की स्थिति की चौंकाने वाली तथ्य दर्शाती है। खंडपीठ ने कहा कि यह मामला 1971 के युद्ध में शहीद हुए एक व्यक्ति की विधवा का है, जो 5 बीघा जमीन की हकदार है और उसे केवल 2.5 बीघा जमीन दी गई है। वह वर्ष 1974 से संघर्ष कर रही है। यदि उक्त बातें सही हैं तो यह पूरे समाज की स्थिति को चौंकाने वाला प्रमाण है। न्यायालय ने आगे कहा कि इस मामले में तात्कालिकता का तत्व शामिल है और इसलिए, उसने राज्य सरकार को निर्देश दिया कि वह तुरंत निर्देश प्राप्त करे और सभी 'आवश्यक' कदम उठाए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि विधवा के दावे का जल्द से जल्द निपटारा किया जा सके। न्यायालय ने प्राधिकारियों को 8 दिसंबर, 2025 तक अनुपालन रिपोर्ट दाखिल करने का भी निर्देश दिया है। कोर्ट में अब मामले की सुनवाई उसी दिन होगी।
रायसेन के गौहरगंज में मासूम से रेप का आरोपी 6 दिन बाद भोपाल से पकड़ाया है। गांधीनगर पुलिस ने गुरुवार देर रात उसे हिरासत में लेकर गौहरगंज पुलिस के हवाले कर दिया है। गौहरगंज पुलिस उसे लेकर रात में ही रवाना हो गई। आगे की कार्रवाई वही की जाएगी। पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया कि जंगलों के रास्ते भोपाल में दाखिल हुआ था। पैदल ही गांधीनगर इलाके में आया। सलमान के पकड़े जाने की सूचना मिलते ही जय मां भवानी हिंदू संगठन के कार्यकर्ता थाने पहुंच गए थे। लेकिन, उससे पहले ही उसे गौहरगंज पुलिस को सौंपा जा चुका था। बता दें कि आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर लोग प्रदर्शन कर रहे थे। वे आरोपी को फांसी की सजा देने या एनकाउंटर की मांग कर रहे थे। चॉकलेट दिलाने के बहाने ले गया था आरोपी21 नवंबर की शाम 6 साल की बच्ची घर के बाहर खेल रही थी। उसी दौरान 23 वर्षीय आरोपी सलमान उसे चॉकलेट दिलाने के बहाने जंगल की ओर ले गया और दुष्कर्म कर भाग गया था। बच्ची रोती हुई जंगल में मिली। उसे भोपाल अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहां उसकी हालत में सुधार है। पुलिस ने आरोपी पर 30 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था। सीएम ने रायसेन एसपी को हटाया थारायसेन के गौहरगंज में 6 साल की बच्ची से रेप के आरोपी की गिरफ्तारी मांग को लेकर धरना प्रदर्शन पर सरकार सख्त हो गई थी। सीएम मोहन यादव ने रात सवा 8 बजे पीएचक्यू में सीएस, डीजीपी, एडीजी इंटेलिजेंस , पुलिस कमिश्नर भोपाल समेत उच्च अधिकारियों की बैठक ली थी। इस दौरान रायसेन में बच्ची से रेप के आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने पर उन्होंने नाखुशी जताई थी। साथ ही चक्काजाम पर पुलिस की ढीली कार्रवाई से भी नाराज दिखे। उन्होंने रायसेन एसपी पंकज पांडेय को हटाकर मुख्यालय अटैच करने के निर्देश दिए थे। उनकी जगह आशुतोष को रायसेन का नया एसपी बनाया गया था। पिता बोले- उसने घटना से पहले मुझसे बात की थीमासूम के पिता ने बताया था कि शाम के साढ़े 5 बजे होंगे। आरोपी सलमान हमारे घर के पास आया। वह हमारी कॉलोनी में अक्सर आता था। हमसे बातें करता, बच्चों को चॉकलेट देता। 21 नवंबर को भी वह आया था। मुझसे पूछा-‘कैसे हो?’ मैंने कहा-‘ठीक हूं।’ कुछ मिनट बाद वह चला गया और मैं भी अंदर खाने के लिए चला गया।' तब मुझे पता नहीं था कि ये शख्स भरोसे का नकाब ओढ़ने वाला एक शैतान है। वह आगे बताते हैं कि करीब एक घंटे बाद शाम 6:30 बजे मेरी 6 साल की बेटी खेलने के लिए बाहर निकली। उसने मां से कहा कि वह पहले पड़ोस वाली आंटी को टमाटर देकर आएगी और फिर खेलने जाएगी। यह कहकर वह घर से निकली। शाम के करीब 7:30 बजे होंगे, मैंने पत्नी से बेटी के बारे में पूछा तो उसने बताया कि खेलने गई है। पिता बोले- मैंने उसे जिस हालत में देखा वो भूल नहीं पाऊंगाइसके बाद भी जब वह नहीं लौटी तो हमने उसे आस-पड़ोस में ढूंढना शुरू किया, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। बच्ची के पिता कहते हैं कि रात करीब आठ बजे मैं बेटी को ढूंढते हुए घर के बाहर सड़क पर खड़ा था, तभी मेरी नजर उस मंजर पर पड़ी जिसने मेरे पैरों तले जमीन खिसका दी। वह कहते हैं, जो मैंने देखा, वह मैं जिंदगीभर नहीं भूल पाऊंगा। वह घर के सामने वाली सड़क से आती दिखी, उसने सिर्फ ऊपर कुर्ती पहन रखी थी और वह पूरी तरह खून से लथपथ थी। वह मुझे देखते ही जोर से 'पापा' चिल्लाई और दौड़कर मेरे सीने से ऐसे लिपटी जैसे जान बचाने के लिए आखिरी सहारा मिल गया हो। उस मासूम ने अपनी टूटी हुई आवाज में जो कहा, वह किसी भी पिता के लिए सुनना असहनीय था। उसने कहा, जो अंकल शाम को आए थे, वो मुझे जंगल की ओर, थोड़ा आगे ले गए, और मेरा मुंह दबा दिया। आरोपी सलमान, भरोसे के नकाब में छिपा दरिंदापीड़िता के पिता ने बताया कि आरोपी सलमान खान पहले राजा भैया के क्रेशर पर काम करता था, लेकिन उसके खराब आचरण और बुरी आदतों के कारण राजा भैया ने उसे नौकरी से निकाल दिया था। नौकरी से निकाले जाने के बाद वह आवारा घूमने लगा। पिछले एक-दो महीनों से वह उनके एरिया में ही रह रहा था। वह जानबूझकर कॉलोनी के लोगों से घुलता-मिलता, खासकर बच्चों से, ताकि कोई उस पर शक न करे। वह बच्चों के लिए एक टॉफी वाले अंकल की छवि बना चुका था। इसी भरोसे का फायदा उठाकर उसने इस घिनौनी वारदात को अंजाम दिया। उसने न सिर्फ एक बच्ची के शरीर को, बल्कि एक परिवार के विश्वास को भी तार-तार कर दिया। मां का दर्द, मेरी बच्ची के गाल थप्पड़ों से सूज गए थेजब हमने पीड़िता की मां से बात की, तो उनका गला रुंध गया। उन्होंने रोते हुए बताया कि उनके दो बेटे और दो बेटियां हैं, और पीड़िता उनकी सबसे छोटी और लाड़ली बेटी है, जो दूसरी कक्षा में पढ़ती है। उन्होंने बताया कि आरोपी सलमान को उनके बच्चे पहले से जानते थे, क्योंकि वह अक्सर घर के पास आता-जाता था और टॉफियां लाता था। उस रात का खौफनाक मंजर याद करते हुए मां ने बताया, 'बच्ची के साथ बहुत मारपीट भी की गई थी। उसके दोनों गाल इतने लाल और सूज गए थे, मानो किसी ने उसे बार-बार और बहुत जोर से थप्पड़ मारे हों। उसके दोनों घुटनों और हाथों पर गहरे चोट और छिलने के निशान थे। यहां तक कि उसकी कमर भी बुरी तरह छिल गई थी।' मां ने बताया कि सबसे भयानक चोटें उसके निजी अंगों पर थीं, जो इतनी गंभीर थीं कि डॉक्टरों को तुरंत कई सर्जरी करनी पड़ीं। उन्होंने कहा, 'जब उसे एम्स लाया गया, तब तक वह बेहोश थी, पर अब सर्जरी के बाद उसे होश आ गया है, वो बात कर पा रही है। पर अभी भी उसे कई दिन तक अस्पताल में रखा जाएगा।' सर्जरी के बाद कॉम्पलिकेशनशनिवार को डॉक्टरों ने लड़की की सर्जरी की। उसका इलाज करने वाले डॉक्टर्स ने बताया कि उसके प्राइवेट पार्ट बुरी तरह क्षतिग्रस्त थे। डॉक्टरों को मजबूरन प्राइवेट पार्ट तक जाने वाली नसों को बायपास करके नई व्यवस्था तैयार करनी पड़ी, ताकि मोशन पास हो सके, प्राइवेट पार्ट की हीलिंग शुरू हो सके। बच्ची फिलहाल आईसीयू में है और बातचीत कर पा रही है। पूरी हीलिंग के बाद उसकी एक और सर्जरी होगी। डॉक्टरों का कहना है कि वह उसे अभी तक इसलिए डिस्चार्ज नहीं कर रहे है क्योंकि इन्फेक्शन फैलने का डर है। पूरी रिकवरी में कम से कम छह महीने लगेंगे। इसके बाद भी उसके पूरी तरह सामान्य होने को लेकर डॉक्टर आशंकित हैं। गौहरगंज में बुधवार को पथराव के बाद पुलिस का लाठीचार्ज रायसेन के गौहरगंज में फिलहाल अघोषित कर्फ्यू के हालात हैं। लोग घरों में बंद हैं। सड़कें सुनसान हैं। 6 जिलों की पुलिस ने मोर्चा संभाल रखा है। 500 से अधिक जवान हालात पर नजर रख रहे हैं। क्विक रिस्पॉन्स फोर्स भी मौके पर है। DIG प्रशांत खरे के मुताबिक, हालात कंट्रोल में हैं। इससे पहले सलमान की गिरफ्तारी की मांग को लेकर वारदात के पांचवें दिन बुधवार को गौहरगंज के स्कूल ग्राउंड में शांतिपूर्वक धरना-प्रदर्शन किया गया था। इसके बाद लोग अपने-अपने घरों की ओर लौटने लगे थे। इसी दौरान कुछ युवकों का झुंड मुस्लिम बावली बस्ती की ओर जाने लगा। पुलिस ने उन्हें रोका, हल्का लाठी चार्ज भी किया। इससे नाराज होकर युवकों ने पुलिस के ऊपर पत्थरबाजी शुरू कर दी। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े तो उपद्रवी भाग निकले थे। यह खबरें भी पढ़ें 'पापा...जो अंकल घर आए थे, वही जंगल ले गए':पिता बोले- इतना कहकर बेटी बेहोश हुई बिटिया घर के सामने वाले रास्ते से लड़खड़ाती हुई आ रही थी। पूरी खून से लथपथ थी। मुझे देखते ही घबराहट में 'पापा' कहकर लिपट गई। बस इतना ही कह पाई कि जो अंकल घर आए थे, वही मुझे जंगल में ले गए। कहते-कहते उसकी आवाज टूट गई और वह मेरे ही हाथों में बेहोश होकर गिर पड़ी। ये कहना है 6 साल की उस मासूम बच्ची के पिता का जिसके साथ 21 नवंबर की रात मध्य प्रदेश में रायसेन जिले के गौहरगंज क्षेत्र में दरिंदगी की गई। पढ़ें पूरी खबर मासूम से दरिंदगी, गांव में बच्चों ने स्कूल जाना छोड़ा मासूम से दरिंदगी के बाद गौहरगंज स्थित गांव में दहशत इस कदर फैल चुकी है कि गांव के बच्चों ने स्कूल जाना ही बंद कर दिया है। आंगनबाड़ी से लेकर तीसरी कक्षा तक के छोटे-छोटे बच्चे पिछले तीन दिनों से स्कूल नहीं पहुंचे। एक महिला, जिनके दो बच्चे हैं, कहती हैं- बच्चों को डर लगता है। वह कहते हैं कि उन्हें कहीं कोई उठा न ले जाए। हम खुद भी स्कूल तक छोड़ने की हिम्मत नहीं कर पा रहे हैं। पढे़ं पूरी खबर... बच्ची से रेप केस…सीएम ने रायसेन एसपी को हटाया रायसेन के गौहरगंज में 6 साल की बच्ची से रेप के आरोपी की गिरफ्तारी मांग को लेकर तीन दिन से चल रहे धरना प्रदर्शन पर सरकार सख्त हो गई है। सीएम मोहन यादव ने रात में रायसेन एसपी पंकज पांडेय को हटाकर मुख्यालय अटैच करने के निर्देश दिए। उनकी जगह आशुतोष को रायसेन का नया एसपी बनाया गया है। पढ़ें पूरी खबर रायसेन के गौहरगंज में अघोषित कर्फ्यू:पथराव के बाद पुलिस का लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले छोड़े; रेप का आरोपी सलमान 5 दिन बाद भी फरार 6 साल की बच्ची से रेप, जंगल में रोती मिली:रायसेन में लोगों ने 4 घंटे तक हाईवे पर लगाया जाम; आरोपी पर 10 हजार का इनाम 6 साल की बच्ची से रेप, रात में धरना-प्रदर्शन:रायसेन में महिलाओं-बच्चियों ने किया थाने का घेराव; फांसी या एनकाउंटर जैसी सजा देने की मांग
एम्स भोपाल में गंभीर अनियमितताओं का मामला सामने आने के बाद गवर्निंग एवं इंस्टीट्यूट बॉडी ने कड़ा रुख अपनाया है। गुरुवार को हुई बैठक में डॉक्टरों द्वारा मरीजों को निजी या परिचितों के सेंटर पर भेजने, अमृत फार्मेसी से पांच गुना महंगी दवाएं खरीदने, ग्रुप-बी नॉन-फैकल्टी भर्ती में गड़बड़ी, और कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स के वर्षों से लंबित रहने पर कड़ी आपत्ति जताई गई। समिति ने साफ कहा कि किसी भी डॉक्टर के खिलाफ ऐसी शिकायत मिली तो सीधे सख्त कार्रवाई होगी। बैठक में एम्स की पारदर्शिता, जवाबदेही और मरीज-केंद्रित सेवाओं को मजबूत करने के लिए कई बड़े फैसले भी लिए गए। पांच गुना महंगी दवाएं खरीदने पर बवाल बैठक में दवा खरीदी का मुद्दा सबसे अधिक विवादास्पद रहा। केंद्रीय जांच समिति पहले से ही यह जांच कर रही है कि एम्स, अमृत फार्मेसी से बिना टेंडर के पिछले चार वर्षों से कैंसर की महंगी दवाएं खरीद रहा है। अन्य संस्थान जेमसिटेबिन दवा 300 से 400 रुपए में खरीदते हैं। एम्स भोपाल यही दवा 2100 रुपए में खरीद रहा था। पहले सिर्फ 10–15 लाख की आपात दवा खरीद होती थी। अब यह बढ़कर 25 से 60 करोड़ तक पहुंच गई। फैकल्टी भर्ती में अनियमितताओं पर केंद्रीय मंत्रालय सख्त एम्स भोपाल में ग्रुप-बी नॉन-फैकल्टी भर्ती में गड़बड़ी का मामला भी चर्चा में रहा। स्वास्थ्य मंत्रालय के पत्र (18 सितंबर 2025) के अनुसार, सीबीआई एसीबी ने 6 मई 2025 को PE0082025A0002 नंबर से FIR दर्ज की थी। जांच में भर्ती प्रक्रिया में कई प्रक्रियागत कमियां मिलीं। बैठक में निर्देश दिया गया कि संबंधित अधिकारियों पर समयबद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। महिलाओं से अभद्रता पर डॉक्टर की बर्खास्तगी की मांग बैठक में ट्रॉमा एंड इमरजेंसी विभागाध्यक्ष डॉ. यूनुस खान पर भी गंभीर चर्चा हुई। एक सहकर्मी ने उन पर मानसिक प्रताड़ना के आरोप लगाए थे। उनकी बर्खास्तगी की मांग भी की गई। प्रोजेक्ट्स में देरी पर नाराजगी एम्स के बड़े प्रोजेक्ट गामा नाइफ, PET-CT यूनिट, एपेक्स ट्रॉमा सेंटर और मल्टी लेवल पार्किंग सभी में 1 से 2 साल की देरी पर भी समिति ने कड़ी नाराजगी जताई। मरीज-केंद्रित सुधारों पर मुहर बैठक में यह भी तय हुआ कि एम्स अब मूलभूत सुधार तेजी से लागू करेगा। OPD और इमरजेंसी में वेटिंग टाइम कम किया जाएगा। दवाओं की निरंतर उपलब्धता सुनिश्चित होगी। एक आधुनिक डिजिटल हेल्थ मैनेजमेंट सिस्टम स्थापित किया जाएगा। विभागों के बीच बेहतर समन्वय की व्यवस्था बनेगी। बैठक में यह रहे शामिल बैठक में शामिल प्रमुख सदस्य सांसद भरत सिंह कुशवाहा, आलोक शर्मा, विवेक तन्खा के साथ स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, आईआईटी इंदौर के निदेशक डॉ. सुहास जोशी, एमजीएम मेडिकल कॉलेज, इंदौर एवं PGIMS रोहतक के प्रोफेसर समेत विशेषज्ञों ने वर्तमान संकट पर चर्चा की।
भोपाल में अब कहीं भी बिना परमिशन के पेड़ काटा तो जेल जाना पड़ सकता है। एनजीटी (नेशनल ग्रीन ट्रूबनल) के आदेश के बाद नगर निगम भी सख्त हुआ है। निगम कमिश्नर संस्कृति जैन ने पेड़ कटाने की अनुमति की शाखा खुद अपने हाथों में ली है। वे ही अनुमति जारी करेंगी। इधर, कमिश्नर जैन ने कोलार रोड पर सीएम इंफ्रा में लापरवाही बरतने पर दो इंजीनियरों को सस्पेंड कर दिया। कोलार क्षेत्र में सीएम इंफ्रा के तहत निर्मित सीसी सड़क के कार्यों में लापरवाही बरतने एवं संतोषजनक जानकारी न देने पर जोन नंबर-18 के प्रभारी सहायक यंत्री (यांत्रिक) मनीष सिंह एवं उपयंत्री (यांत्रिक) हर्षदीप सोनी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। वार्ड नंबर-83 में सीएम इंफ्रा के तहत निर्मित सड़क की स्थिति मानक स्तर की गुणवत्ता की न होने और जगह-जगह गड्ढ़े, सतह खराब होने पर सख्त नाराजगी जताते हुए कमिश्नर जैन ने यह कार्रवाई की। वहीं, कार्यपालन यंत्री कोलार एसके राजेश को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। कमिश्नर ने सीएम इंफ्रा के तहत निर्माणाधीन सड़क की कोर कटिंग कर जांच कराने के अधीक्षण यंत्री को निर्देश दिए। पेड़ काटने को लेकर नाराजगी, बैठक कीकमिश्नर जैन ने एक दिन पहले गुरुवार को निगम ऑफिस में समीक्षा बैठक की। इस दौरान बिना अनुमति के पेड़ काटने पर नाराजगी जताते हुए कहा कि अब शहर में यदि कोई भी बिना अनुमति वृक्ष काटेगा तो उसे जेल तक भी जाना पड़ सकता है। उच्च न्यायालय के आदेश के परिपालन में निगम कमिश्नर जैन ने आयुक्त में निहित वृक्ष अधिकारी की पूर्व में प्रत्यायोजित शक्तियों को निरस्त कर दिया है। अब वे स्वयं वृक्ष अधिकारी के रूप में वृक्ष काटने की अनुमति जारी करेंगी। पेड़ों की कटाई-छंटाई पर भी नाराजगीकमिश्नर जैन ने शहर में बिना अनुमति के पेड़-पौधों की कटाई-छंटाई पर नाराजगी जाहिर करते हुए सख्त निर्देश दिए कि बिना अनुमति के शहर में कहीं भी पेड़ों की कटाई-छंटाई न होने दी जाए। यदि कोई भी बिना अनुमति के वृक्षों की कटाई-छंटाई करता है तो उसके विरुद्ध सख्त दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। ऐसे व्यक्ति को जेल भी जाना पड़ सकता है।
चौपासनी हाउसिंग बोर्ड और हाईवे मोबाइल पश्चिम टीम की संयुक्त कार्रवाई में मादक पदार्थों की तस्करी पर बड़ी चोट करते हुए पुलिस ने एक ट्रक से 2.055 किलोग्राम अवैध डोडा पोस्त बरामद किया है। मौके से आरोपी सहीराम बिश्नोई को गिरफ्तार कर लिया गया। चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थानाधिकारी ईश्वरचन्द्र पारीक और हाईवे मोबाइल पश्चिम टीम ने आरोपी को पकड़ा है।। सर्विस रोड से भागने की की कोशिश सूचना के आधार पर संदिग्ध ट्रक ट्रेलर नंबर RJ-19-GE-7715 को रोकने का प्रयास किया गया, लेकिन चालक पुलिस को देखकर तेज गति से डीपीएस चौराहा की ओर भाग निकला। पुलिस ने होटल हाईलाइट के पास नाकाबंदी कर ट्रक को घेरा, जिस पर आरोपी ने वाहन सर्विस रोड में मोड़कर बचने की कोशिश की, मगर टीम ने पीछा कर उसे पकड़ लिया। तलाशी के दौरान ट्रक के केबिन में चालक सीट के पीछे बने रैक से प्लास्टिक कट्टे में भरा डोडा पोस्त का 2.055 किलो माल मिला, जिसे कब्जे में लिया गया। इनको किया गिरफ्तार सहीराम (47) पुत्र कालूराम, निवासी बिसलपुर, थाना डांगियावास, जोधपुर पूर्व बताया गया है। उससे सप्लाई नेटवर्क एवं स्रोतों के संबंध में पूछताछ जारी है।
इंदौर हाईकोर्ट ने नाबालिग रेप पीड़िताओं के मेडिकल परीक्षण कराने को लेकर स्वत: संज्ञान लिया है। दरअसल, आजाद नगर थाना क्षेत्र की एक नाबालिग रेप पीड़िता गर्भवती हो गई। उसने गर्भपात के लिए कोर्ट में अर्जी लगाई थी। उसे 24 सप्ताह से अधिक का गर्भ हो गया था। कोर्ट ने इस पर चिंता जताई है कि कई बार पीड़िता की प्रेग्नेंसी की पुष्टि करने में देर हो जाती है, क्योंकि टेस्ट समय पर नहीं होता। ऐसे मामलों में जब तक कोर्ट से गर्भपात की अनुमति मिलती है, तब तक गर्भ 20 हफ्ते से अधिक का हो जाता है। ऐसे में न तो डॉक्टरों के लिए और न ही पीड़िता के परिवार के लिए कोई फैसला लेना आसान होता है। अधिवक्ता वरुण रावल के मुताबिक हाईकोर्ट ने यह आदेश नाबालिग दुष्कर्म पीड़िताओं के मामलों में गर्भवती होने की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए लिया है। डिवीजन बेंच इस तरह के मामलों में पूर्व में विस्तृत गाइडलाइन जारी कर चुकी है। कोर्ट ने पीड़िता के गर्भवती होने, टर्मिनेशन की सूचना मिलने पर तत्काल मेडिकल बोर्ड से परीक्षण करवाकर रजिस्ट्रार को सूचित करने के निर्देश दे रखे हैं ताकि पीड़िताओं के लिए समय पर निर्णय लिया जा सके। हाई कोर्ट ने डीजीपी को दे रखे हैं विस्तृत निर्देशहाईकोर्ट ने डीजीपी से कहा है यह कि वह प्रदेश के सभी जिलों के एसपी को इस बारे में स्पष्ट निर्देश जारी करें, ताकि यह नियम पूरे राज्य में सख्ती से लागू हो सके। मेडिकल जांच के साथ ही प्रेग्नेंसी टेस्ट किया जाए, ताकि समय रहते पता चल सके और आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी की जा सके। नाबालिग पीड़िता 24 सप्ताह से अधिक गर्भवती पाई जाती है, तो गर्भपात के लिए कोर्ट की मंजूरी जरूरी होगी, जैसा कि मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेग्नेंसी एक्ट में प्रावधान है। मेडिकल परीक्षण में युवती गर्भवती पाई जाती है और वह गर्भपात कराना चाहती है तो तत्काल सूचना रजिस्ट्रार को दी
मध्यप्रदेश में चल रहे स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) के काम में लगे बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) मोबाइल नेटवर्क की समस्या से जूझ रहे हैं। कभी वे ऊंचे मचानों पर चढ़ रहे हैं, तो कभी घने जंगलों में भटक रहे हैं। कर्मचारी जान जोखिम में डालकर जंगली जानवरों के खतरे वाले इलाकों में भी जा रहे हैं, ताकि नागरिकों तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंच सके। ग्राम नर्री में BLO नंदलाल इवने को एक मतदाता की झोपड़ी के बाहर बैठकर जानकारी लिखनी पड़ी, क्योंकि वहां नेटवर्क कमजोर था। पीपलकोटा में BLO अजय उइके मचान पर बैठकर ऑनलाइन डाटा लोड कर रहे थे। बारासेल में BLO लखनलाल यादव को गांव से ढाई किमी दूर जंगल में ऊंची पहाड़ी पर जाकर नेटवर्क ढूंढना पड़ा। बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) को आ रही नेटवर्क की समस्या को लेकर दैनिक भास्कर की टीम मंगलवार को नर्मदापुरम जिले से 90 किमी दूर बसे वनग्राम नर्री, पीपलटोला, बारासेल गांव पहुंची। यहां बीएलओ के साथ टीम ने 4 घंटे का समय बिताया। यह इनसे जाना कि SIR सर्वे करने में बीएलओ कैसे-कैसे जोखिम उठा रहे हैं। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… 230 विधानसभा में 4 नवंबर तक SIR मध्यप्रदेश की 230 विधानसभा में 4 नवंबर से स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) का काम चल रहा है। प्रदेश के कुल 5 करोड़ 74 लाख 5 हजार वोटर्स के फॉर्म डिजिटलाइज करने हैं। बीएलओ को हर घर में तीन बार जाना है। इस काम में 65 हजार 14 बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) की ड्यूटी लगाई गई है। जिसमें बीएलओ को काफी हार्ड वर्क करना पड़ रहा है। काम के तनाव की वजह से उनकी जान पर बन आई है। किसी को बीमारी हो रही तो किसी की हार्टअटैक आ रहा। एक तो बीएलओ को एक्सीडेंट की घटना में अपनी जान गवां चुके है। एक नजर में एसआईआर सर्वे अब पढ़िए बीएलओ को क्या-क्या दिक्कतें आ रहीं मजदूरों को खेतों पर तलाश रहे, नेटवर्क मिल नहीं रहा दोपहर 1 बजे, ग्राम नर्री, पोलिंग बूथ क्रमांक 140: जियो कंपनी के मोबाइल नेटवर्क के सिग्नल मात्र थे और बीएसएनएल नेटवर्क बंद था। बीएलओ नंदलाल इवने एक मतदाता की झोपड़ी के बाहर बैठे मिले, जो मतदाता से आवश्यक दस्तावेज देखकर प्रपत्र में जानकारी लिख रहे थे। बीएलओ इवने से सर्वे को लेकर पूछने पर उन्होंने कहा कि उनके पास घोटा वर्री, नर्री, सालई गांव हैं। एसआईआर सर्वे में पत्रक में जानकारी एकत्रित करने में परेशानी यह है कि पूरे ग्रामीण व मजदूर वर्ग सुबह से खेतों में या दूसरे गांव मजदूरी के लिए चले जाते हैं। ऐसे में उन्हें ढूंढने जाना होता है। जो शादीशुदा महिला हैं, उनके मायके से जानकारी नहीं मिल रही। मोबाइल नेटवर्क जहां मिलता है वहीं बैठकर ऑनलाइन लोड करते हैं। समय सीमा में काम करने का दवाब है, अबतक उनका 60 फीसदी काम हो चुका है। करीब आधे घंटे तक बीएलओ के साथ गांव में घूमते रहे। 200 मीटर दूर वन चाैकी, स्कूल के पास नेटवर्क मिला, जहां बीएलओ अपना काम करने बैठ गए। मचान पर चढ़कर काम कर रहे बीएलओ दोपहर 2.30 बजे, स्थान पीपलकोटा, पोलिंग बूथ 137: माध्यमिक स्कूल से दो किलोमीटर दूर एक खेत की मचान पर बैठकर बीएलओ अजय उइके एसआईआर का काम कर रहे थे। भास्कर ने जब बीएलओ उइके से बात की तो उनका कहना था कि एसआईआर सर्वे में वे ऑनलाइन डाटा अपलोड कर रहे हैं, जिसके लिए इंटरनेट आवश्यक है। गांव में माेबाइल नेटवर्क नहीं है। खेत में मचान पर अच्छा नेटवर्क मिलता है, इसलिए यहां आकर ऑनलाइन फीडिंग कर रहे हैं। गांव में जाकर ऑफलाइन फार्म भरते हैं। शुरुआत में काफी दिक्कत हुई। एक सप्ताह बीएसएनएल का मोबाइल नेटवर्क बंद था। अब पिछले एक सप्ताह में उन्होंने 8 दिन में 95 फीसदी काम पूरा कर चुके हैं। 660 में से 19 मतदाताओं की जानकारी बाकी है। पहाड़ी पर जाकर नेटवर्क की तलाश, वन्यप्राणियों का खतरा शाम 4 बजे, स्थान बारासेल, पोलिंग बूथ क्रमांक 140: बैतूल जिले की सीमा से सटे बारासेल के शिक्षक लखनलाल यादव बीएलओ है। यादव का कहना है कि एसआईआर सर्वे को ऑनलाइन लोड करने के लिए गांव से ढाई किमी दूर जंगल में ऊंची पहाड़ी पर जाना पड़ता है। जहां जंगली जानवर, वन्यप्राणियों का मूवमेंट रहता है। ऐसे में वन्यप्राणियों के हमले का खतरा बना हुआ है। यहां मोबाइल से बीएलओ एप ओपन कर बार कोड स्कैन करते हैं। जियो कंपनी के दो सिग्नल होने से बार-बार इंटरनेट इरर आया। 5 मिनट बाद एप ओपन हुई और 20 मिनट के बाद एक मतदाता का फार्म भरा पाया गया। बीएलओ लखनलाल ने बताया कि मोबाइल नेटवर्क नहीं होना सर्वे की सबसे बड़ी परेशानी है। उन्होंने कहा कि एक मतदाता की जानकारी अपलोड होने में मात्र 40-60 सेकंड लगते हैं, लेकिन यहां बेकार नेटवर्क व इंटरनेट की परेशानी होने से 20 से 25 मिनट लग रहे हैं। इसलिए एसआईआर सर्वे में ऑफलाइन फॉर्म भरकर नेटवर्क एरिया में पहुंचकर ऑनलाइन अपलोड करते हैं। अधिकांश काम अपने गांव साधपुरा में जाकर करना पड़ रहा है। जिले में कई गांवों में नेटवर्क बना परेशानी जिले के कई गांवों में नेटवर्क की समस्या बनी हुई है, जिससे बीएलओ (शिक्षक) परेशान हैं। सिवनीमालवा के बारासेल, पीपलकोटा और नर्री जैसे गांवों में मोबाइल नेटवर्क की दिक्कतें हैं। पिपरिया, सोहागपुर और केसला क्षेत्र के गांवों में भी यही हाल है, जहां बीएलओ जोखिम उठाकर काम कर रहे हैं। सिवनी मालवा के 18 गांवों में नेटवर्क न होने से एसआईआर सर्वे प्रभावित हो रहा है। शिक्षकों को मतदाताओं की ऑनलाइन सूची नहीं मिल पा रही है, जिससे वे घर-घर जाकर ऑफलाइन फॉर्म भर रहे हैं और फिर नेटवर्क वाले इलाकों में जाकर डेटा अपडेट कर रहे हैं।बीएसएनएल ने जिले के 500 नेटवर्क विहीन गांवों में 4जी टावर लगाए हैं, लेकिन सिवनी मालवा क्षेत्र में अब भी नेटवर्क की समस्या बनी हुई है। कई गांवों में टावर होने के बावजूद नेटवर्क नहीं मिलता, जैसे बारासेल में बीएसएनएल टावर के पास भी नेटवर्क नहीं है। ग्रामीणों का कहना है कि बीएसएनएल नेटवर्क अक्सर बंद रहता है और इसकी देखभाल करने वाला कोई नहीं है। इस वजह से बीएलओ को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मप्र में 10 दिन में 7 बीएलओ की मौत हो चुकी
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भारत सरकार को दुबई से भारत आने के लिए याची को अस्थाई पासपोर्ट जारी करने का निर्देश दिया है और कहा है कि भारत आने पर अन्य औपचारिकताएं पूरी की जाएं। कोर्ट ने पवन कुमार राजभर केस के फैसले के आलोक में याची को संबंधित अदालत से अनापत्ति प्राप्त करने का भी आदेश दिया है और पासपोर्ट अधिकारी को दो माह में नियमानुसार आदेश पारित करने का निर्देश दिया है। यह आदेश न्यायमूर्ति अतुल श्रीधरन तथा न्यायमूर्ति अनीस कुमार गुप्ता की खंडपीठ ने खेतासराय जौनपुर के मोहम्मद सादाब की याचिका को निस्तारित करते हुए दिया । याची का कहना था कि वह दुबई में है।उसके पासपोर्ट की अवधि पूरी हो चुकी है। आपराधिक केस के कारण उसे पासपोर्ट जारी नहीं किया जा रहा।वह भारत आना चाहता है। जिस पर कोर्ट ने यह आदेश दिया है।
राजधानी के शहर काजी मुश्ताक अली नदवी ने एसआईआर सर्वे को लेकर मुस्लिम समाज सहित शहर के सभी नागरिकों से एक बार फिर पुरजोर अपील की है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने फॉर्म भर दिया है, वे इस बात की पुष्टि वेबसाइट पर जाकर जरूर कर लें कि उनका फॉर्म सफलतापूर्वक जमा हो गया है। काजी नदवी ने कहा कि जिन्होंने फॉर्म जमा कर दिया है, वे यह जिम्मेदारी महसूस करें कि उनकी प्रक्रिया सही तरीके से पूरी हुई है। वेबसाइट पर जाकर स्टेटस चेक कर लें। और जिन्होंने अभी तक फॉर्म नहीं भरा, उनसे गुजारिश है कि समय बहुत कम है। मेरी आवाज सुनते ही आज ही फॉर्म लें और भरकर जमा कर दें। उन्होंने आगे कहा- BLO जो काम कर रहे हैं, वे सरकार की तरफ से नियुक्त कर्मचारी हैं। उनसे पूरे सलीके और तहजीब के साथ बात करें और जो दस्तावेज वे मांगें, उन्हें पूरा करें। नौजवानों से आह्वान, जागरूकता बढ़ाएं काजी ने युवाओं और तंजीमों के कार्यकर्ताओं की सराहना करते हुए कहा- जो नौजवान इस मुहिम में लगे हैं, अल्लाह उन्हें जजा-ए-खैर दे। लेकिन अब और तेजी की जरूरत है। खासकर उन लोगों की मदद करें जो कम पढ़े-लिखे हैं या फॉर्म भरना नहीं जानते। उन्होंने समाज को आगाह करते हुए कहा कि हम फिर याद दिलाना चाहते हैं कि कोई भी नागरिक छूटने न पाए। अगर आज हमने कोताही की तो आगे चलकर बड़ी परेशानियां सामने आ सकती हैं। इसलिए हर घर का हर सदस्य इस प्रक्रिया में शामिल हो। क्यों जरूरी है एसआईआर ऐसे समझें एसआईआर सर्वेबीएलओ वोटर्स को एक गणना पत्रक देंगे। जिसमें आपको अपनी पूरी जानकारी भरना होगी। इसमें नाम, पता, उम्र और EPIC नंबर जैसे जानकारी होगी। परिवार में किसी की मृत्यु होने, बाहर शिफ्ट हुए हैं या नाम दूसरे राज्य में दर्ज है। इन्हें संबंधित विधानसभा प्रभारी यानी एसडीएम नोटिस देकर दस्तावेज मांगेंगे। यह पहचान की प्रक्रिया है, डरने की नहीं काजी नदवी ने कहा कि समाज में एसआईआर को लेकर डर या अफवाहें फैल रही हैं, जबकि ऐसा होना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि हर देश का नागरिक अपनी पहचान का कार्ड बनवाता है। यह कोई नया या डरने वाला काम नहीं है। बल्कि यह अपने देश की नागरिकता साबित करने और पहचान को मजबूत करने का तरीका है। अगर आज हमने कोताही की तो कल पहचान संबंधी परेशानी आ सकती है। उन्होंने आगे कहा कि हमें डरने की नहीं, बल्कि जिम्मेदारी से इस काम में भाग लेने की जरूरत है। अगर आपने आज यह काम नहीं किया तो भविष्य में खुद आपको दिक्कत होगी।पढ़ें पूरी खबर...
शातिर साइबर ठगों ने पॉवर ग्रिड से रिटायर्ड इंजीनियर को डिजिटल अरेस्ट कर 19 दिन में 42.50 लाख रुपए की ठगी की। शातिर ने खुद को सीबीआई में तैनात आईपीएस अफसर बताकर घुड़की दी। जेट एयरलाइंस के संस्थापक नरेश गोयल से जुड़े मनी लॉड्रिंग मामले का हवाला देकर इंजीनियर को रौंब में लिया और 19 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट में डरा-धमकाकर रखा। बर्रा के जूही कला स्थित एक अपार्टमेंट में रहने वाले पॉवर ग्रिड से रिटायर्ड इंजीनियर राजेंद्र प्रसाद के मुताबिक 7 अगस्त को उनके मोबाइल पर एक अनजान व्हाट्सएप कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को सीबीआई में तैनात आईपीएस अधिकारी बताया। परिचय देने के बाद उसने कहा कि उनके आधार कार्ड का इस्तेमाल करके मुंबई के केनरा बैंक में फर्जी खाता खोला गया, जिसका उपयोग जेट एयरलाइंस के संस्थापक के मनी लॉड्रिंग मामले में हुआ है। इसके बाद शातिर ने डराने के लहजे में घुड़की दी कि सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई के लिए वीडियो कॉल पर उपस्थित भी रहना होगा। उन्होंने अपनी बात रखनी चाही तो शातिर ने उन्हें डरा समझ लिया और कहा कि उन्हें लगातार वीडियो कॉल पर रखना होगा और इस अवधि में किसी से बात नहीं होगी। इसके बाद साइबर ठग ने कहा कि जांच के दौरान उनके सभी खातों में जमा रकम आरबीआई के बताए गए खातों में ट्रांसफर करनी होगी। जांच प्रक्रिया पूरी होने पर 72 घंटे में अंदर उनका पैसा फिर खातों में वापस कर दिया जाएगा। डर के कारण इंजीनियर ने 11 से 21 अगस्त के बीच 5 बार में कुल 42.50 लाख रुपए बताए गए मुंबई के विभिन्न बचत और चालू खातों में आरटीजीएस कर दिए। ठगी का अहसान होने पर पुलिस व साइबर सेल में शिकायत की। सुप्रीम कोर्ट का जज बनकर बैठा जालसाज रिटायर्ड इंजीनियर राजेंद्र प्रसाद के अनुसार रकम ट्रांसफर के दौरान ही 18 अगस्त को शातिर ने फर्जी ऑनलाइन सुप्रीम कोर्ट में हियरिंग भी कराई। व्हाट्सए वीडियो कॉल होने से एक व्यक्ति जज बनकर बैठा दिखाई दिया। उसने कहा कि तुम्हारी धनराशि जांच में सही पाई गई है। हियरिंग के दौरान वकील बनकर खड़े शातिरों ने अनेकों सवाल किए। किसी भी जवाब पर आपत्ति भी नहीं जताई। वकील की फीस एक लाख मांगने पर हुआ संदेह इंजीनियर राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि पैसे ट्रांसफर व ऑनलाइन हियरिंग के बाद 26 अगस्त को शातिर ने एक लाख रुपए की वकील फीस मांगी, तब जाकर पूरे मामले पर संदेह हुआ। क्योंकि हियरिंग में वकील फीस कभी सुनी नहीं थी। संदेह पुख्ता तब हुआ जब नोएडा में नौकरी करने वाला उनका बेटे घर पहुंचा और उसने कॉल कटवाकर तुरंत साइबर थाने में शिकायत कराई। डीसीपी साउथ दीपेंद्र नाथ चौधरी ने बताया कि कोई भी जांच एजेंसी डिजिटल अरेस्ट नहीं करती। खुद को प्रभावशाली बताकर डर और भ्रम पैदा करके यह ठगी की गई है। शातिर इसी तरह मानसिक रूप से सीसी नियंत्रित करने की रणनीति अपनाते हैं। रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है।
गुरुवार को दिल्ली में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से खजुराहो सांसद और बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने मुलाकात की। इधर, देर शाम राजभवन पहुंचकर सीएम डॉ मोहन यादव ने राज्यपाल मंगू भाई पटेल से भेंट की। राज्यपाल से शिष्टाचार भेंट राज्यपाल से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा- शिष्टाचार भेंट हुई है। विधानसभा का सत्र शुरू होने वाला है। इसके अलावा योजनाओं और किसानों को दी जाने वाली राहत राशि की भी जानकारी राज्यपाल को दी है। प्रदेश के विकास कार्यों के विषय में उनको जानकारी दी है।शाह हो सकते हैं चीफ गेस्टएमपी की मोहन सरकार के 12 दिसंबर को दो साल पूरे हो रहे हैं। इस मौके पर 13 दिसंबर को एक राज्य स्तरीय कार्यक्रम भोपाल में आयोजित किया जाएगा। इस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह शामिल हो सकते हैं। सूत्रों की मानें तो पीएम मोदी भी मोहन सरकार के दो साल पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित कर सकते हैं। 13 दिसंबर को भोपाल के साथ ही इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर में भी बडे़ कार्यक्रम होंगे। प्रदेश भर में इनका लाइव प्रसारण होगा। दो दिनों में कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा तय हो जाएगी।
राष्ट्रपति के लखनऊ आगमन से पहले शहर को सुरक्षा के कड़े घेरे में ले लिया गया है। एयरपोर्ट से लेकर डिफेंस एक्सपो ग्राउंड तक पूरे रूट पर दो हजार से अधिक पुलिसकर्मी, अर्धसैनिक बल और कमांडो तैनात किए गए हैं। सभी खुफिया एजेंसियों को अलर्ट पर रखा गया है। फ्लीट रूट और डिफेंस एक्सपो ग्राउंड के आसपास स्थित बहुमंजिला इमारतों पर वॉच टावर बनाए गए हैं, जहां अत्याधुनिक हथियारों से लैस पुलिसकर्मी और कमांडो तैनात किए गए हैं। वायनाकुलर से हर संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखी जाएगी। सादे कपड़ों में पुलिस, होटल-मॉल में चेकिंग राष्ट्रपति मूवमेंट से पहले तेलीबाग, वृंदावन कॉलोनी, रायबरेली रोड स्थित होटलों और शॉपिंग मॉल में गुरुवार देर शाम सघन चेकिंग हुई। भीड़भाड़ वाले इलाकों में भी सादे कपड़ों में पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए हैं। सीसीटीवी से रियल टाइम मॉनिटरिंग कंट्रोल रूम और स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम से पूरे रूट की निगरानी सीसीटीवी कैमरों के जरिए की जा रही है। किसी भी संदिग्ध को दिखते ही तत्काल हिरासत में लेने के निर्देश हैं। स्कूल एक घंटे पहले छुट्टी करेंगे वीआईपी मूवमेंट रूट पर पड़ने वाले स्कूलों में शुक्रवार को एक घंटे पहले छुट्टी होगी, ताकि ट्रैफिक रोकने की स्थिति में बच्चों की वैन और गाड़ियां जाम में न फंसें। मार्ग से न गुजरने की अपील पुलिस उपायुक्त अपराध कमलेश कुमार दीक्षित ने बताया कि सुरक्षा में कोई चूक न हो, इसके लिए सभी तैनातियां कर दी गई हैं। वीआईपी आवागमन के दौरान मार्ग पर कुछ देर वाहनों की आवाजाही रोकी जाएगी। उन्होंने लोगों से अपील की कि शुक्रवार को उसी रूट का प्रयोग न करें या वैकल्पिक मार्ग अपनाएं। संदिग्धों पर चौतरफा नजर रहेगी। किसी को भी छोड़ा नहीं जाएगा
प्रयागराज हाईवे के बाजार में भगदड़:DCM से CNG लीक हुई, गाड़ियां सड़क पर छोड़कर भागे लोग
प्रयागराज के सरायइनायत में हनुमानगंज बाजार में गुरुवार रात उस समय अफरातफरी मच गई जब बहादुरपुर ब्लॉक मुख्यालय के सामने से गुजर रही एक डीसीएम में लगे कास्केड सिस्टम से अचानक सीएनजी गैस लीक होने लगी। रात करीब आठ बजे प्रयागराज से वाराणसी की ओर जा रही यह डीसीएम सीएनजी सप्लाई लेकर निकली थी। रात 8:00 के करीब घटना वाहन में लगे कास्केड सिस्टम के एक हिस्से से तेज दबाव में गैस निकलने की आवाज आने लगी, जिसके बाद कुछ ही मिनटों में आसपास का पूरा इलाका धुंध जैसी गैस से भर गया। आवाज और गैस फैलने की वजह से लोग घबराकर दूर भागने लगे और दुकानदारों ने अपने प्रतिष्ठान बंद कर दिए। जॉइंट, वाल्व या पाइपलाइन में खराबी के कारण हुआ लीकेज प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कास्केड फ्रेम में लगे सिलेंडरों के किसी जॉइंट, वाल्व या पाइपलाइन में आई खराबी के कारण तेज प्रेशर से गैस निकलनी शुरू हुई। गैस इतनी तेजी से हवा में फैल रही थी कि कुछ देर तक सड़क पर साफ दिखना मुश्किल हो गया था। लोग डीसीएम से दूर हटते रहे और सड़क पर वाहनों का आवागमन भी प्रभावित हुआ। कुछ ही देर में गैस का दबाव कम हुआ और रिसाव रुक गया, जिससे बड़ा हादसा टल गया। डीसीएम कस्बे से दूर लेकर भागे पुलिसकर्मी घटना की सूचना मिलते ही सरायइनायत थानाध्यक्ष संजय गुप्ता पुलिस बल के साथ मौके । उन्होंने बताया कि सीएनजी लीक होने की खबर मिलते ही तुरंत इलाके को खाली कराया गया और डीसीएम को सुरक्षित तरीके से बाजार से हटाकर कस्बे से दूर ले जाया गया। तब तक गैस लगभग पूरी तरह निकल चुकी थी। स्थिति सामान्य होने के बाद चालक डीसीएम लेकर वाराणसी की ओर रवाना हो गया। ...तो हो सकता था बड़ा हादसा स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर लीक के दौरान कहीं से चिंगारी पड़ जाती या कोई इलेक्ट्रिक स्पार्क होता तो कास्केड सिस्टम में लगी हाई-प्रेशर गैस धमाके का कारण बन सकती थी। कई सिलेंडर एक साथ प्रभावित होते तो बाजार और आसपास के बड़ा नुकसान हो सकता था। इसी वजह से लोग लंबे समय तक दहशत में रहे। कास्केड सिस्टम और सीएनजी ट्रांसपोर्टेशन
लखनऊ में तैनात एक महिला पुलिसकर्मी ने अपने ही सिपाही पति पर दहेज प्रताड़ना और मारपीट के गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस से मदद न मिलने पर पीड़िता ने मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगाई। आदेश के बाद गुरुवार को वजीरगंज पुलिस ने मामले में रिपोर्ट दर्ज की। मिर्जापुर के राजमनी बघौरा निवासी शिंदू बिंद वजीरगंज थाने में महिला मुख्य आरक्षी हैं। उन्होंने बताया कि 13 दिसंबर 2016 को उनकी शादी सीतापुर मुंशीगंज निवासी हिमांशू निषाद से हुई थी। विवाह के बाद से ही पति, सास विद्यावती और ससुर दीना दहेज की मांग को लेकर मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना देते रहे। पति और बहनोई गाली-गलौज करते पीड़िता के मुताबिक प्रसूति अवकाश के दौरान ससुरालवालों ने उन्हें घर से निकाल दिया। इसके बाद वह बेटे के साथ किराए के मकान में रहने लगीं। आरोप है कि पति और बहनोई वहां भी पहुंचकर विवाद करते, गाली-गलौज करते और चरित्र पर सवाल उठाते हुए कमरा खाली करवा दिया। सुनवाई न होने पर सीएम पोर्टल पर लगाई गुहार शिंदू बिंद ने बताया- 28 फरवरी 2024 को वह डालीगंज पिंक बूथ पर ड्यूटी पर थीं, तभी पति वहां पहुंचा और गाली-गलौज करते हुए मारपीट की। इतना ही नहीं, उनके भाई के खिलाफ भी फर्जी मुकदमा दर्ज करा दिया और कई बार उनके बेटे को छीन ले गया। पुलिस से कई बार शिकायत की पीड़िता ने 1090 और स्थानीय पुलिस से कई बार शिकायत की, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। मजबूर होकर उन्होंने सीएम पोर्टल पर शिकायत की। आदेश के बाद वजीरगंज पुलिस ने आरोपी पति हिमांशू निषाद, उसके माता-पिता और बहनोई के खिलाफ FIR दर्ज की है। इंस्पेक्टर वजीरगंज राजेश त्रिपाठी का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।
सांगानेर तहसील के पालड़ी परसा गांव में तालाब की भूमि को बंजर या बारानी भूमि के रूप में बदलने के मामले में राज्य सरकार ने सख्त कार्रवाई की है। इस गंभीर अनियमितता के चलते तहसीलदार सहित चार राजस्व कार्मिकों को निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देशों पर की गई है। राजस्व मंडल ने सांगानेर तहसीलदार कार्तिकेय लाटा और नायब तहसीलदार सूरज सिंह बैरवा को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है। इसके अतिरिक्त, जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर पटवार हलका देवलिया की वर्तमान पटवारी नयनसी वर्मा और तत्कालीन पटवारी हाकिम सिंह गुर्जर को भी इस प्रकरण में संलिप्तता पाए जाने पर निलंबित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि किसी भी स्तर पर लापरवाही, गड़बड़ी या अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया है कि प्रत्येक शिकायत का त्वरित संज्ञान लेकर समयबद्ध कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। दोषियों के विरुद्ध नियमानुसार कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति न हो।
इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने पीलीभीत के सैकड़ों किसानों को बड़ी राहत दी है। न्यायालय ने अपने आदेश में स्पष्ट किया है कि भले ही भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया वर्ष 2014 के नए कानून लागू होने से पहले शुरू हुई हो, लेकिन यदि अब तक मुआवजा नहीं दिया गया है, तो 'भूमि अर्जन, पुनर्वासन और पुनर्व्यवस्थापन में उचित प्रतिकर और पारदर्शिता का अधिकार अधिनियम, 2013' के तहत ही मुआवजा प्रदान किया जाएगा। यह महत्वपूर्ण आदेश न्यायमूर्ति राजन रॉय और न्यायमूर्ति सुभाष विद्यार्थी की खंडपीठ ने सुनाया। यह फैसला पीलीभीत जनपद के किसानों कृशन कुमार शर्मा व अन्य की याचिका और राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन की ओर से दाखिल जनहित याचिका पर एक साथ सुनवाई के बाद आया। किसानों की ओर से अधिवक्ता सुशील कुमार ने न्यायालय को बताया कि पीलीभीत के खरुआ गांव में एसएसबी (सीमा सुरक्षा बल) के क्वार्टर के लिए 28.88 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया वर्ष 2002 में पुराने कानून के तहत शुरू की गई थी। हालांकि, 2014 तक किसानों को मुआवजा नहीं मिला था। बाद में किसानों और सरकार के बीच वर्ष 2013 के नए कानून के तहत मुआवजा प्रदान करने पर सहमति बनी थी। लेकिन, वर्ष 2015 में सरकार ने एक अधिसूचना जारी कर पुराने कानून के तहत ही मुआवजा देने की बात कही, जिसे वर्तमान याचिकाओं में चुनौती दी गई थी। केंद्र और राज्य सरकार के अधिवक्ताओं ने याचिका का विरोध किया था। न्यायालय ने दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद अपने आदेश में कहा कि अधिनियम, 2013 की धारा 24 नए कानून के संबंध में पूर्वलक्षी प्रभाव का प्रावधान करती है। इसका अर्थ है कि यदि पुराने अधिनियम के तहत शुरू की गई अधिग्रहण प्रक्रिया में वर्तमान कानून लागू होने की तिथि तक मुआवजा नहीं दिया गया है, तो नए कानून के तहत ही मुआवजा तय किया जाएगा। न्यायालय ने इन टिप्पणियों के साथ वर्ष 2015 की अधिसूचना को निरस्त कर दिया, साथ ही नए सिरे से मुआवजा तय करते हुए तीन माह के भीतर याचिकाकर्ताओं को प्रदान करने का आदेश दिया है।
बलरामपुर में एक महिला आरक्षी से दुर्व्यवहार के आरोप में तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। देहात कोतवाली में तैनात हेड कांस्टेबल अमित कुमार और कांस्टेबल शैलेंद्र व पन्नेलाल के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई है। यह कार्रवाई पुलिस महानिदेशक गोरखपुर जोन के आदेश पर पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने की है। शिकायत के अनुसार, घटना 15 मार्च को देहात कोतवाली परिसर में होली कार्यक्रम के दौरान हुई। सभी पुलिसकर्मी रंग खेलने और नृत्य में शामिल थे। कार्यक्रम के बाद, संबंधित महिला आरक्षी अपनी सहकर्मी पूजा भारती के आवास पर चली गई थीं। बाद में वह महिला हेल्प डेस्क में रखी चाबी लेने के लिए लौटीं। तभी तीनों आरोपी पुलिसकर्मी अमित कुमार, शैलेंद्र और पन्नेलाल कथित तौर पर नशे की हालत में उनके पास पहुंचे। पीड़िता का आरोप है कि उन्होंने रंग लगाने के बहाने उन्हें घेर लिया और जबरन रंग लगाने की कोशिश करते हुए छेड़छाड़ की। वह किसी तरह शोर मचाते हुए वहां से बच निकलीं। रात की उपस्थिति गणना के दौरान महिला आरक्षी ने तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक को पूरी घटना बताई। थाने स्तर पर कोई कार्रवाई न होने पर उन्होंने अपर पुलिस अधीक्षक को सूचना दी। इसके बाद मामला क्षेत्राधिकारी के पास जांच के लिए भेजा गया, लेकिन फिर भी कोई कदम नहीं उठाया गया। इसके बाद महिला आरक्षी ने पुलिस अधीक्षक से शिकायत की, जिसके बाद एक टीम गठित की गई। प्रभारी निरीक्षक गिरजेश कुमार तिवारी ने पुष्टि की है कि तीनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
डिजिटल ठगी, ऑनलाइन फ्रॉड और साइबर अपराधों की बढ़ती वारदातों के बीच बरेली पुलिस लाइन स्थित रविन्द्रालय सभागार में पूरे बरेली जोन की गुरुवार को साइबर रणनीति पर विशेष कार्याशाला का आयोजन किया गया। एडीजी जोन रमित शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित जोन स्तरीय साइबर अपराध नियंत्रण गोष्ठी में न सिर्फ साइबर अपराधों की बदलती तकनीक पर गंभीर चर्चा हुई, बल्कि पूरे जोन में त्वरित कार्रवाई, तकनीकी दक्षता और समन्वय को और मजबूत करने की रूपरेखा भी तय की गई। एडीजी ने कहा कि हाइटेक हो रहे साइबर अपराधियों से निपटने के लिये पारंपरिक पुलिसिंग के साथ-साथ तकनीकी दक्षता से मुकाबला करना होगा। कार्यशाला को संबोधित करते हुये एडीजी ने स्पष्ट कहा कि आज साइबर अपराध किसी भी जिले की सीमाओं में बंधा नहीं है। मोबाइल नंबर, फर्जी खातों, डिजिटल वॉलेट और सोशल मीडिया के दुरुपयोग के जरिए अपराधी पूरे प्रदेश को निशाना बना रहे हैं। ऐसे में पुलिस की प्रतिक्रिया भी तेज़, सटीक और तकनीकी रूप से अप टू डेट होनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि हर ऑनलाइन फ्रॉड को गंभीरता से लें, 1930 हेल्पलाइन पर आई हर शिकायत को आपात संदेश समझें और पीड़ित की राशि को तुरंत ब्लॉक कराने की प्रक्रिया में देरी न हो। तकनीकी दक्षता बढ़ाने के लिये करायें प्रशिक्षणकार्यशाला में डीआईजी साइबर पवन कुमार ने जिलों से मिली प्रगति रिपोर्टों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि साइबर सेल में उपलब्ध डिजिटल टूल्स, ओएसआईएनटी प्लेटफॉर्म और डाटा एनालिसिस तकनीकों का पूरी क्षमता से उपयोग करें। यदि किसी जिले में तकनीकी दक्षता कम है तो तत्काल प्रशिक्षण और संसाधन उपलब्ध कराए जायें, क्योंकि आधुनिक साइबर अपराधों का मुकाबला पारंपरिक पुलिसिंग से नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि साइबर अपराध का सबसे बड़ा हथियार जागरूकता है। जब तक जनता डिजिटल सुरक्षा के प्रति सतर्क नहीं होगी, अपराधी नए-नए तरीकों से भ्रमित करते रहेंगे। उन्होंने निर्देश दिया कि स्कूलों, कॉलेजों, बैंक संस्थानों और ग्रामीण क्षेत्रों में साइबर सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रमों की गति तेज की जाए, ताकि डिजिटल ठगी की चपेट में आने वालों की संख्या घट सके। डीआईजी बोले फर्जी सिम कार्ड, फर्जी बैंक खातों, संदिग्ध डिजिटल वॉलेट पर चलायें अभियानडीआईजी बरेली रेंज अजय साहनी ने कहा कि फर्जी सिम कार्ड, फर्जी बैंक खातों, संदिग्ध डिजिटल वॉलेट और अंतरराज्यीय साइबर मॉड्यूल्स पर एक संयुक्त अभियान चलाया जाये। साथ ही एनसीआरपी पोर्टल, प्रतिकूल मोबाइल नंबर ब्लॉकिंग, एनसीआरपी पोर्टल पर लंबित शिकायतों, लियन अमाउंट, अस्थायी शिकायतों और पुनः आवंटित अनुरोधों को भी विस्तृत रूप से परखा जाये। उन्होंने कहा कि सभी साइबर अपराधों में तत्काल मुकदमे दर्ज किये जायें। मोबाइल नंबर, आईएमईआई नंबर को ब्लाक कराया जाये। साइबर स्लेवरी का इस्तेमाल कर कुछ पड़ोसी देश करोड़ों की साइबर ठगी कर रहे हैं। उन्हें तकनीक के जरिये ही रोका जा सकता है। वर्कशाप में डीआईजी मुरादाबाद परिक्षेत्र मुनिराज जी ने भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से साइबर फ्राड से बचने के टिप्स दिये। एसएसपी ने पीपीटी के माध्यम से दिया कार्यशाला में प्रस्तुतिकरणएसएसपी बरेली अनुराग आर्य, एसपी रामपुर विद्या सागर मिश्र ने जोन की सभी टीमों को साइबर में सुधार के लिये पीपीटी के माध्यम से कार्यशाला में प्रस्तुतिकरण दिया। इस दौरान जोन के सभी जिलों के साइबर नोडल अधिकारी, साइबर क्राइम थानों के प्रभारी, जनपदीय साइबर सेल प्रभारी और 181 थानों के साइबर हेल्पडेस्क प्रभारी मौजूद रहे। कार्यशाला के अंत में एडीजी रमित शर्मा ने कहा कि साइबर अपराध के खिलाफ लड़ाई तभी जीती जा सकती है जब पुलिस, बैंकिंग संस्थान, दूरसंचार कंपनियाँ, एनपीसीआई और सभी संबंधित एजेंसियाँ एक ही दिशा में काम करें।
पुलिस थाना विवेक विहार ने एनडीपीएस एक्ट में दर्ज प्रकरण में तीन साल से फरार चल रहे दो वांछित आरोपियों ओमप्रकाश उर्फ ओमाराम एवं दुदाराम को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने दुदाराम का लगातार 400 किलोमीटर पीछा करते हुए अजमेर से गिरफ्तार किया, वहीं आरोपी ओमप्रकाश को केंद्रीय कारागार जोधपुर से प्रोडक्शन वारंट गिरफ्तार किया गया। ये है मामला 19 नवंबर 2022 को विवेक विहार थाना पुलिस ने सुशांत लोक पाली रोड क्षेत्र से मुल्जिम राजेश गौड़ उर्फ रिचार्ज व विक्रम गुर्जर के कब्जे से12 बोर की बंदूक, 23 कारतूस,185 ग्राम अवैध अफीम, ₹5.90 लाख नगद बरामद कर मामला दर्ज किया था। इसी प्रकरण में ओमप्रकाश व दुदाराम वांछित चल रहे थे और लगातार तीन वर्ष से फरार थे। 400 किमी पीछा थानाधिकारी दिलीप खदाव के नेतृत्व में टीम ने तकनीकी साधनों व लगातार फील्ड इनपुट के आधार पर बालोतरा, बाड़मेर, पाली, ब्यावर होते हुए लगातार 400 किमी पीछा कर अजमेर में दुदाराम को गिरफ्तार किया। वहीं ओमप्रकाश उर्फ ओमाराम को प्रोडक्शन वारंट पर जेल से लिया गया। दोनों आरोपियों से अफीम, हथियार व बरामद नकदी को लेकर आगे पूछताछ जारी है। कई केस हैं दर्ज आरोपी ओमप्रकाश उर्फ ओमाराम (35),निवासी सोऊओ की ढाणी, मगरा नगर हाणीया, थाना ओसियां, जोधपुर ग्रामीण का रहने वाला है। उसके खिलाफ विभिन्न थानों में मामले दर्ज हैं।
हाईकोर्ट ने नगर निगम को दिया आदेश:आतिफ विहार कॉलोनी की सड़क-नाली ठीक करने के लिए करें कार्रवाई
लखनऊ हाईकोर्ट की बेंच ने नगर निगम को तिवारीगंज, उत्तरधौना स्थित आतिफ विहार कॉलोनी की सड़क और नालियों को ठीक करने का आदेश दिया है। न्यायालय ने लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) को भी इस कार्य में आवश्यक सहयोग प्रदान करने का निर्देश दिया है। यह आदेश न्यायमूर्ति राजन रॉय और न्यायमूर्ति सुभाष विद्यार्थी की खंडपीठ ने स्थानीय निवासी वीरेंद्र कुमार शुक्ला द्वारा दायर एक याचिका पर सुनवाई करते हुए जारी किया।
लखनऊ के इंदिरा नगर स्थित अमराई गांव में धनुष यज्ञ महोत्सव का प्रथम दिवस विधि-विधान पूर्वक संपन्न हुआ। इस अवसर पर यज्ञ स्थल पर प्रतिष्ठित जनों की उपस्थिति में भूमि पूजन किया गया। वेद मंत्रों के उच्चारण के साथ यज्ञाचार्यों ने आयोजन की सफलता के लिए आशीर्वचन दिए। कार्यक्रम में श्रीराम चरित मानस के बालकांड का पाठ किया गया, जिससे भक्तिमय वातावरण निर्मित हुआ। इसके उपरांत, स्थानीय विद्यालयों के बच्चों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दीं। अवध एकेडमी और ब्रेनियक इंटरनेशनल स्कूल के छात्र-छात्राओं ने नृत्य, नाटिका और लघु रामायण मंचन प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोह लिया। 55 महिलाओं ने श्री हनुमान चालीसा का पाठ किया महोत्सव अध्यक्ष दिलीप मिश्र ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।स्थानीय समाजसेवी गीता शुक्ला के नेतृत्व में 55 मातृशक्तियों ने सामूहिक श्री हनुमान चालीसा का पाठ किया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने मंत्रोच्चारण में सक्रिय रूप से भाग लिया, जिससे पूरा स्थल आध्यात्मिक ऊर्जा से भर गया। पद्मश्री मालिनी अवस्थी ने भजन प्रस्तुति दी कार्यक्रम में मुख्य अतिथियों का स्वागत किया गया। लोकगायिका पद्मश्री मालिनी अवस्थी ने सुंदर गायकी के साथ भारतीय रामलीला परंपरा और लोक-संस्कृति के संरक्षण के महत्व के बारे में बताया। सांसद डॉ. दिनेश शर्मा ने महोत्सव को समाज को जोड़ने वाला गौरवशाली आयोजन बताते हुए आयोजकों को बधाई दी। वरिष्ठ समाजसेवी आत्मप्रकाश मिश्र सहित अन्य विशिष्ट अतिथियों ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए। इस अवसर पर हनुमान चालीसा पाठ करने वाली मातृशक्तियों और विद्यालय प्रतिनिधियों को सम्मानित किया गया। मंच पर द्वारपाल, रामकृष्ण, दशरथ, रावण, मेघनाथ और भगवान विष्णु सहित विभिन्न पात्रों की भूमिकाओं का प्रदर्शन किया गया, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा। लीला का संचालन नारायण दत्त शुक्ल ने किया।महोत्सव के द्वितीय दिवस पर ताड़का वध, मारीच-सुबाहु वध सहित आस-पास के विद्यालयों की प्रस्तुतियाँ होंगी।
लखनऊ के गोमतीनगर स्थित केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में चल रहे खादी महोत्सव – 2025 के अवसर पर राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान, उत्तर प्रदेश ने एक कवि सम्मेलन का आयोजन किया। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन से हुआ। डॉ. सुरेश श्रीवास्तव ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की, जबकि नीरज पांडेय ने इसका संचालन किया। वाणी वंदना डॉ. सरला शर्मा 'अस्मा' द्वारा प्रस्तुत की गई। कवियों ने श्रोताओं का मन मोह लिया इस कवि सम्मेलन में कई प्रमुख कवियों और गीतकारों ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं। इनमें गीतकार डॉ. बुद्धिनाथ मिश्रा, आईएएस अधिकारी एवं गायक/गजलकार डॉ. हरिओम, नीरज पांडेय, डॉ. सुरेश श्रीवास्तव, हास्य कवि दमदार बनारसी, डॉ. सरला शर्मा 'अस्मा', हरिमोहन बाजपेई 'माधव' और अमरेंद्र द्विवेदी प्रमुख थे।उपस्थित कवियों ने अपने गीत, गजल, छंद और मुक्तक प्रस्तुत कर श्रोताओं का मन मोह लिया। कवियों ने अपनी रचनाएं पढ़ी कवि सम्मेलन में अमरेंद्र द्विवेदी ने अपनी पंक्तियां साझा कीं: 'तुम्हारे दिल की धड़कन, हमसे प्यार करती है।' डॉ. हरिओम ने अपनी प्रस्तुति में कहा: 'मैं तेरे प्यार का मारा हुआ हूं, सिकंदर हूं मगर हारा हुआ हूं।'गजलकार माधव वाजपेई ने अपनी रचना प्रस्तुत की: 'कुछ बड़े लोग जो सचमुच में बड़े होते हैं, कद बढ़ा देते हैं जब साथ खड़े होते हैं।' हास्य कवि दमदार बनारसी ने अपने विशिष्ट अंदाज में कहा: 'जिस दिन से मेरी बीवी ने मुझे धमकाया, उस दिन से मैंने घर से नीला ड्रम हटा दिया।'यह कार्यक्रम साहित्यिक प्रेमियों के लिए काव्य, गीत और हास्य का एक महत्वपूर्ण मंच साबित हुआ।
अयोध्या महोत्सव 25 दिसंबर से 5 जनवरी तक:भूमि पूजन 22 दिसंबर को,फार एवर लान में होगा महोत्सव
अयोध्या में इस वर्ष का भव्य अयोध्या महोत्सव 25 दिसंबर से शुरू होकर 05 जनवरी 2026 तक चलेगा। 17वीं बार आयोजित होने वाला यह महापर्व इस बार ‘लोक संस्कृतियों का संगम’ थीम पर आधारित होगा। तिथियों की घोषणा महोत्सव कार्यालय में की गई, जिसमें शहर के प्रमुख संत, जनप्रतिनिधि और महोत्सव से जुड़ी मुख्य कमेटियां मौजूद रहीं। घोषणा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक कौशल किशोर, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्रा तथा अयोध्या महोत्सव न्यास के अध्यक्ष हरीश कुमार श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से की। प्रांत प्रचारक कौशल किशोर ने कहा कि यह महोत्सव अयोध्या की संस्कृति, साहित्य और परंपराओं को एक मंच देता है।उन्होंने कहा, अयोध्या महोत्सव संस्कृति के अनेक रंगों का संगम है। ऐसे आयोजन समाज के लिए अत्यंत उपयोगी हैं और इसे अयोध्या की गरिमा के अनुरूप भव्य रूप में आयोजित होना चाहिए। तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्रा ने कहा, राम सबके हैं। अयोध्या महोत्सव वास्तव में राम का महोत्सव है। अयोध्या से निकलने वाली शोभायात्रा इस आयोजन को एक अलग पहचान देगी। 22 दिसंबर को भूमि पूजन, 25 दिसंबर को उद्घाटन न्यास अध्यक्ष हरीश श्रीवास्तव ने बताया कि महोत्सव का भूमि पूजन 22 दिसंबर को होगा, जबकि आधिकारिक उद्घाटन 25 दिसंबर को निर्धारित है।उद्घाटन से पहले श्रीराम जन्मभूमि पर धर्म ध्वजा कार्यक्रम के एक माह पूर्ण होने पर लता चौक से कार्यक्रम स्थल तक ‘अयोध्या महोत्सव शुभारंभ यात्रा’ निकाली जाएगी। महोत्सव में होंगे ये प्रमुख कार्यक्रम थीम और समितियों का गठन इस वर्ष महोत्सव की थीम ‘लोक संस्कृतियों का संगम’ रखी गई है।महोत्सव आयोजन के लिए प्रबंध समिति, कार्यकारिणी समिति, संयोजक मंडल और संरक्षक मंडल का गठन हो चुका है।संरक्षक मंडल में संतों को तथा संयोजक मंडल में जनप्रतिनिधियों को शामिल किया गया है। मुख्य संयोजक, नगर विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, संयोजक महापौर गिरीशपति त्रिपाठी, जिला पंचायत अध्यक्ष रोली सिंह, विधायक रामचंद्र यादव, अमित सिंह चौहान, अभय सिंह, चंद्रभानु पासवान, MLC अंगद सिंह, पूर्व विधायक इंद्र प्रताप तिवारी, पूर्व महापौर ऋषिकेश उपाध्याय सहित भाजपा और स्थानीय संगठनों के वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल हैं। मौके पर प्रबंधक आकाश अग्रवाल, प्रबंध निदेशक नाहिद कैफ़, उपाध्यक्ष विजय यादव, निदेशक मोहित मिश्रा, जनार्दन पाण्डेय सहित समिति के सभी पदाधिकारी उपस्थित रहे।
जयपुर पुलिस ने 16 साल से फरार चल रहे 25,000 रुपए के इनामी अपराधी को गिरफ्तार किया है। माणकचौक थाना पुलिस ने पश्चिम बंगाल निवासी रामप्रसाद डे (49) पुत्र केतुल उर्फ बैतुल उर्फ तैतुल को पकड़ा है, जो जिला स्तरीय टॉप-10 वांछित अपराधियों की सूची में शामिल था। रामप्रसाद डे पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के नकासीपाड़ा थाना क्षेत्र के उदय चंद्रपुरा का निवासी है। मुल्जिम ने अपनी फरारी के दौरान कलकत्ता, परगना, सूरत और वीर-भूमि जैसे विभिन्न स्थानों पर पनाह ली थी। रामप्रसाद डे के खिलाफ 26 फरवरी 2009 को माणकचौक थाने में मुकेश कुमार सोनी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट के अनुसार, रामप्रसाद डे ने खुद को डायमंड व्यवसायी बताकर फर्म से लगभग 85 लाख रुपए के हीरे लिए और दो-तीन दिन में भुगतान करने का वादा कर फरार हो गया था। इस मामले में थाना माणकचौक में मुकदमा दर्ज किया गया था। अनुसंधान के बाद मुल्जिम के फरार होने पर धारा 299 सीआरपीसी के तहत न्यायालय में चालान पेश किया गया था। रामप्रसाद डे के खिलाफ अशोक नगर जयपुर दक्षिण थाने में भी एक और मामला दर्ज है, जिसमें वह वांछित था। डीसीपी नॉर्थ करण शर्मा (IPS) ने बताया- जयपुर पुलिस आयुक्त के निर्देश पर वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी के तहत माणकचौक थाना पुलिस को स्थायी वारंटी, पीओज (उद्घोषित अपराधी) और सीआरपीसी की धाराओं के तहत लंबित अपराधियों को पकड़ने का निर्देश दिया गया था। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त नीरज पाठक और सहायक पुलिस आयुक्त पीयूष कविया के सुपरविजन में थानाधिकारी राकेश ख्यालिया के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई। इस टीम में कॉन्स्टेबल गिरधर सिंह और अन्य कर्मी शामिल थे। कॉन्स्टेबल गिरधर सिंह ने लगातार सूचनाएं संकलित कर वांछित अपराधियों पर निगरानी रखी। उन्होंने अपनी व्यवसायिक कुशलता और तकनीकी सहायता का उपयोग कर रामप्रसाद डे को गिरफ्तार किया।
कौशल विकास, तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार मंत्री गुरु खुशवंत साहेब गुरुवार को बलौदाबाजार के पीएम श्री स्कूल जवाहर नवोदय विद्यालय लवन में आयोजित वृक्षारोपण, सांस्कृतिक एवं प्रतिभा सम्मान समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने विद्यालय प्रांगण में आम का पौधा रोपा। कसडोल विधायक संदीप साहू और जिला पंचायत उपाध्यक्ष पवन साहू सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी वृक्षारोपण किया। समारोह को संबोधित करते हुए मंत्री गुरु खुशवंत साहेब ने कहा कि पीएम श्री स्कूल जवाहर नवोदय विद्यालय एक उत्कृष्ट संस्थान है, जहां से पढ़कर विद्यार्थी उच्च पदों पर पहुंचते हैं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप पीएम श्री स्कूल को तकनीक से लैस किया जा रहा है और सभी कक्षाएं स्मार्ट क्लासरूम में परिवर्तित हो गई हैं। मंत्री ने कहा- मुख्यमंत्री के नेतृत्व में युवाओं के भविष्य सुरक्षित मंत्री ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में सरकार प्रदेश के युवाओं के भविष्य को सुरक्षित और उज्जवल बनाने का काम कर रही है। सरकारी नौकरियों के द्वार खोले जा रहे हैं और प्रतियोगी परीक्षाओं में पारदर्शिता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है, जिससे प्रतिभावान युवाओं का चयन सुनिश्चित हो सके। उन्होंने स्कूल प्रबंधन की मांग पर ड्रेनेज सिस्टम और खेल मैदान के समतलीकरण के लिए जिला प्रशासन को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। विधायक संदीप साहू ने जवाहर नवोदय विद्यालय की स्थापना के उद्देश्यों और उसकी अब तक की यात्रा पर प्रकाश डाला। उन्होंने विद्यार्थियों को शिक्षित होकर एक अच्छे नागरिक के रूप में देश की सेवा करने के लिए प्रोत्साहित किया। साहू ने कहा कि नवोदय विद्यालय के विद्यार्थी हर क्षेत्र में उपलब्धि हासिल कर देश का नाम रोशन कर रहे हैं। कार्यक्रम में अतिथियों ने शैक्षणिक, खेल और कला उत्सव में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को मेडल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर नगर पंचायत अध्यक्ष शिवमंगल सिंह चौहान, जिला पंचायत सदस्य इंदु जांगड़े, पालक शिक्षक संघ के अध्यक्ष मोहन बंजारे, डीएफओ गणवीर धम्मशील, सरपंच किरण घृतलहरे और प्राचार्य बी. गिरिजा सहित बड़ी संख्या में शिक्षक व विद्यार्थी उपस्थित थे।
कांग्रेस विधायक डॉ. सतीश सिकरवार ने मतदाता सूची सुधार कार्यक्रम (SIR) में बड़े फर्जीवाड़े का आरोप लगाया है। उन्होंने दावा किया कि फर्जी सॉफ्टवेयर के माध्यम से विधानसभाओं और मतदाताओं के नाम बदले जा रहे हैं। विधायक सिकरवार ने अपनी ही स्थिति का उदाहरण दिया। उन्होंने बताया कि मतदाता सूची से मैपिंग के दौरान उनका नाम कट गया है। उन्होंने मांग की है कि लापरवाह BLO के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए। डॉ. सिकरवार के अनुसार, ग्वालियर पूर्व विधानसभा से विधायक होने के बावजूद, उनका नाम BLO कुणाल पवार द्वारा 15 ग्वालियर विधानसभा के भाग संख्या 227 (चार शहर का नाका) में मतदाता क्रमांक 460 (EPIC No. UYE4892253) पर दर्ज कर दिया गया है। मतदाता केंद्र क्रमांक 272 के BLO ने उन्हें बताया कि उनका नाम 2003 के रिकॉर्ड से मैप किया गया है। विधायक ने सवाल उठाया कि जब वह 16 ग्वालियर पूर्व विधानसभा के मतदाता हैं, तो उनका नाम 15 ग्वालियर विधानसभा में कैसे मैप किया गया। उन्होंने चिंता व्यक्त की कि यदि उनके साथ ऐसा हो सकता है, तो आम मतदाताओं के साथ क्या हो रहा होगा। डॉ. सिकरवार ने यह भी आरोप लगाया कि BLO, SIR फॉर्मों का डिजिटलीकरण मतदाताओं के सामने नहीं कर रहे हैं। इससे यह सुनिश्चित नहीं हो पाता कि फॉर्मों का डिजिटलीकरण ईमानदारी से हो रहा है। उन्होंने बताया कि जब उन्होंने अपने फॉर्म का डिजिटलीकरण अपनी उपस्थिति में करवाया, तब BLO के मोबाइल स्क्रीन पर एक नोटिफिकेशन आया, जिससे उन्हें पता चला कि उनकी मैपिंग पहले ही हो चुकी थी। विधायक का कहना है कि यह SIR कार्य में फर्जीवाड़े का प्रतीक है। उन्होंने मांग की है कि SIR कार्य में लगे लापरवाह कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए, अन्यथा लाखों लोगों के नाम मतदाता सूची से कट सकते हैं। इस मामले पर उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि जैसे ही यह मामला उनके संज्ञान में आया, तत्काल सुधार कर दिया गया है। साथ ही, संबंधित BLO को नोटिस भी जारी किया गया है।
मऊगंज जिले के शिवराजपुर गांव में गुरुवार को हुए सड़क हादसे में 29 वर्षीय साधना तिवारी की मौत हो गई। हादसा उस समय हुआ जब वह अपने देवर प्रतीक तिवारी के साथ बच्चे को अस्पताल दिखाने जा रही थीं। तेज रफ्तार पिकअप ने उनकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। जानकारी के अनुसार, शिवराजपुर के पास सामने से आने वाली पिकअप (MP17ZD6770) को चालक तेज रफ्तार और लापरवाही से चला रहा था। वाहन ने बाइक को इतनी अचानक टक्कर मारी कि साधना तिवारी सड़क पर गिर गईं और पिकअप का टायर उनके ऊपर चढ़ गया। हादसे में उनका बच्चा और देवर भी घायल हो गए। डॉक्टरों ने किया मृत घोषित घटना के बाद साधना तिवारी को तुरंत नई गढ़ी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस ने वाहन जब्त किया, जांच जारी सूचना मिलते ही नईगढ़ी थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया। TI जगदीश सिंह ठाकुर ने बताया- दुर्घटना में महिला की मौत हुई है। पिकअप वाहन को जब्त कर लिया गया है और मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी गई है।
भिंड जिले के लहार में गुरुवार रात जनपद अध्यक्ष मीना सिंह के घर के बाहर फायरिंग की घटना ने इलाके में दहशत फैला दी। उनके पति और कांग्रेस नेता मानवेन्द्र सिंह राजावत उर्फ मोंटू का कहना है कि बदमाशों ने उन्हें निशाना बनाकर गोली चलाने का प्रयास किया, लेकिन कट्टे की नाल में कारतूस फंस जाने के कारण गोली नहीं चली। लहार थाना पुलिस ने घटना के बाद मौके पर पहुंचकर प्राथमिक जांच शुरू कर दी है। घर के अंदर प्रवेश करते ही हमलाजानकारी के अनुसार, मोंटू सिंह ने पुलिस को बताया कि वे रात करीब 8:30 बजे एक शादी समारोह से लौटकर घर पहुंचे। जैसे ही घर के अंदर गए, पीछे से घात लगाए बदमाशों ने घर की दीवार की ओर गोली चला दी। आवाज सुनकर उनकी बेटी बाहर निकली, और मोंटू भी तुरंत बाहर आए। इसी दौरान एक बदमाश ने कट्टा तानकर गोली चलाने का प्रयास किया, लेकिन कारतूस फंस गया। बदमाश ने कॉन्क्रीट रोड पर कट्टा पटककर कारतूस निकालने की कोशिश की, लेकिन गोली नहीं चली। मोंटू ने हमला करने वाले एक बदमाश को पकड़ने की कोशिश की, तभी उसका साथी बाइक लेकर आया और धक्का देकर दोनों को भागने पर मजबूर कर दिया। CCTV बंद, पुलिस ने जताया संदेहघटना के बाद पुलिस ने घर में लगे CCTV कैमरों की जांच की। लेकिन DVR बंद मिलने के कारण पुलिस ने इस पर संदेह जताया। लहार थाना प्रभारी शिव सिंह यादव ने बताया कि घटना के समय CCTV का बंद होना, सूचना देने में देरी और आरोपियों की पहचान से संबंधित अस्पष्ट जानकारी जांच के हिस्से हैं। पड़ताल की जा रही है। पुलिस ने उठाए कई प्रश्न
हाथरस के महिला थाने में एक महिला ने अपनी बेटी के ससुराल वालों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है। आरोप है कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत शादी करने के बाद भी ससुराल वालों ने बेटी को विदा नहीं किया और पैसे भी ले लिए। महिला थाना पुलिस ने तहरीर के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। कोतवाली सिकंदराराऊ के कस्बा पुरदिलनगर मोहल्ला गड़डा निवासी नूरजहां बेगम ने अपनी बेटी हाजरा खातून का रिश्ता अलीगढ़ के अतरौली निवासी अरशद पुत्र असलम खां से तय किया था। करीब एक साल पहले हुई मंगनी में नूरजहां ने 1,40,000 रुपए का घरेलू सामान, एक सोने की अंगूठी, तीन चांदी की अंगूठी, पांच तोले की तोड़िया और 21 हजार रुपए नकद दिए थे। आरोप है कि मंगनी के बाद अरशद और उसके परिवार वालों ने विवाह के लिए एक बाइक की मांग की और मंगनी तोड़ने की धमकी दी। इस पर मां नूरजहां ने 50 हजार रुपए नकद देने की बात कही। इसके बाद अरशद ने सुलह कर मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का लाभ लेने के लिए मां-बेटी को हाथरस के सामाजिक कल्याण कार्यालय बुलाया और 10 नवंबर 2024 को विवाह संपन्न कराया। शादी के बाद ससुराल वालों ने हाजरा खातून को दो महीने बाद विदा कराकर ले जाने की बात कही। इस दौरान उन्होंने बेटी की मां से 50 हजार रुपए नकद और मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत मिलने वाले 30 हजार रुपए भी ले लिए। हालांकि, अभी तक उन्होंने बेटी को ससुराल नहीं भेजा है। महिला थाने में दर्ज हुआ है मुकदमा इस बात से परेशान होकर मां-बेटी ने पुलिस से संपर्क किया। उनकी तहरीर के आधार पर आज गुरुवार की देर शाम महिला थाना पुलिस ने संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
बलौदाबाजार में 349 क्विंटल अवैध धान जब्त:प्रशासन ने 7.69 लाख रुपये का धान जब्त कर गोदाम सील किया
बलौदाबाजार में जिला प्रशासन ने अवैध धान के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देश पर गठित एक संयुक्त टीम ने गुरुवार को भाटापारा विकासखंड के मोपका में मेसर्स नारायण साहू अनाज भंडार से 349 क्विंटल अवैध धान जब्त किया। इस धान का अनुमानित बाजार मूल्य लगभग 7 लाख 69 हजार रुपये है। यह कार्रवाई उन लोगों के खिलाफ की गई है जो धान खरीदी केंद्रों पर गलत तरीके से धान बेचने की कोशिश करते हैं। संयुक्त टीम में तहसीलदार यशवंत राज, सहायक खाद्य अधिकारी लक्ष्मण कश्यप और मंडी उपनिरीक्षक प्रफुल मांझी व श्याम लाल शामिल थे। टीम ने नारायण साहू के अनाज भंडार पर छापा मारा। छापेमारी के दौरान 349.60 क्विंटल अवैध धान बरामद किया गया। संचालक नारायण साहू के खिलाफ मंडी अधिनियम 1972 के तहत मामला दर्ज किया गया है। जब्त किए गए धान के साथ गोदाम को संचालक की मौजूदगी में सील कर दिया गया।
शाहजहांपुर की बंडा उप मंडी के बाहर धान की तौल न होने से आक्रोशित किसानों ने देर रात जमकर हंगामा किया। किसानों का आरोप था कि उनकी धान से भरी ट्रॉलियां छह दिनों से खड़ी हैं, लेकिन अधिकारी तौल नहीं करा रहे हैं। हंगामे की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और जल्द तौल कराने का आश्वासन देकर स्थिति को शांत कराया। वहीं, मंडी के एएमओ राम कैलाश सोनकर ने दावा किया कि हंगामा करने वाले किसान नहीं बल्कि बिचौलिए थे। किसानों ने बताया कि वे पिछले छह से सात दिनों से धान की तौल का इंतजार कर रहे हैं। मंडी के बाहर दोनों ओर करीब 80-80 ट्रॉलियों की लंबी कतार लगी हुई है। किसानों का आरोप है कि अधिकारी मंडी के अंदर तौल कराने के बजाय बाहर लगाए गए क्रय केंद्रों पर तौल कराने की कोशिश कर रहे हैं। देर रात जब मंडी का गेट खुला और किसान अपनी ट्रॉलियां लेकर अंदर जाने लगे, तभी गेट बंद कर उन्हें बाहर निकाल दिया गया, जिसके बाद हंगामा शुरू हो गया। भारी हंगामे की सूचना मिलने पर मंडी इंस्पेक्टर और बंडा थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। उन्होंने किसानों को जल्द से जल्द धान की तौल कराने का आश्वासन दिया, जिसके बाद किसान शांत हुए और हंगामा समाप्त हुआ। बंडा के एएमओ रामकैशाल सोनकर ने बताया कि लगभग 160 ट्रॉलियां आई थीं। मंडी में जगह की कमी के कारण किसानों को उनके गांव के नजदीकी खरीद केंद्रों के टोकन दिए जा रहे थे। उन्होंने यह भी कहा कि हंगामा करने वालों में अधिकतर बिचौलिए थे। एएमओ के अनुसार, मंडी के अंदर 12 एजेंसी और 12 मार्केटिंग के खरीद केंद्र स्थापित हैं। सवाल ये उठ रहा है कि एएमओ बोल रहे हैं कि यहां पर बिचौलियों का राज है तो फिर उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नही कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि किसानों को उनके नजदीकी क्रय केंद्र का टोकन दिया जा रहा है तो हंगामा करने वाले बिचौलिए कैसे हो गए।
भारत को कॉमनवेल्थ गेम्स-2030 की मेजबानी मिलने पर सहकारिता, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने खुशी जताते हुए इसे राष्ट्र गौरव का क्षण बताया। उन्होंने कहा कि यह फैसला भारत की अंतरराष्ट्रीय खेल दुनिया में तेजी से बढ़ती प्रतिष्ठा का बड़ा प्रमाण है। मंत्री सारंग ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले वर्षों में खेलों की बुनियादी संरचना को मजबूत करने और खिलाड़ियों को विश्वस्तरीय अवसर उपलब्ध कराने का जो अभियान चलाया गया, कॉमनवेल्थ गेम्स-2030 की मेजबानी उसी का परिणाम है। उन्होंने कहा– 'हिंदुस्तान आज खेलों के मानचित्र पर एक शक्तिशाली देश के रूप में स्थापित हो चुका है और यह उपलब्धि हर भारतीय के लिए गर्व की बात है।' युवाओं को मिलेगा नया प्रोत्साहन मंत्री सारंग ने यह भी कहा कि इस आयोजन से भारत में खेल अधोसंरचना को नई दिशा मिलेगी। देशभर में प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को बड़े मंच पर अपनी क्षमता दिखाने का अवसर मिलेगा।उन्होंने कहा– 'यह आयोजन खेल जगत में भारत की स्थिति को और मजबूत करेगा। करोड़ों युवाओं के लिए यह प्रेरणा का स्रोत बनेगा और देश में खेल संस्कृति को नई ऊंचाइयां मिलेगी। उन्होंने कहा कि कॉमनवेल्थ गेम्स-2030 में भारत अपनी खेल क्षमता, संगठन कौशल और राष्ट्र शक्ति को वैश्विक स्तर पर मजबूती से प्रस्तुत करेगा।
झाबुआ जिले के पेटलावद में चल रहे भैरवनाथ मवेशी मेले के दौरान रात में होने वाले हुड़दंग और तेज रफ्तार बाइकिंग पर रोक लगाने के लिए पुलिस ने गुरुवार देर शाम विशेष चेकिंग अभियान चलाया। श्रद्धांजलि चौक पर हुई इस कार्रवाई में पुलिस ने गुजरने वाले सभी वाहनों की सघन जांच की। वाहनों की गति और सुरक्षा पर रखी पैनी नजर एसडीओपी अनुरक्ति सबनानी और टीआई निर्भय सिंह भूरिया की मौजूदगी में पुलिस टीम ने हर वाहन को रोककर जांच की। अभियान का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण इलाकों से आने वाले वाहनों पर निगरानी रखना, उनकी गति नियंत्रित करना और मेले के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करना था। चेकिंग के दौरान यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले कई वाहन चालकों पर मौके पर ही जुर्माना लगाया गया। साथ ही पुलिस ने लोगों को सुरक्षित यात्रा के लिए यातायात नियमों का पालन करने की समझाइश भी दी। यातायात प्रभारी- नियमों का पालन करें, परेशानी से बचें यातायात प्रभारी विवेक शर्मा ने बताया कि यह कार्रवाई वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए सख्ती जरूरी है। विवेक शर्मा ने कहा- यातायात नियमों का पालन करने से चेकिंग के दौरान परेशानी से बचा जा सकता है। हमारा उद्देश्य लोगों को रोकना नहीं, बल्कि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
छत्तीसगढ़ राज्य खाद्य आयोग के अध्यक्ष संदीप शर्मा के निरीक्षण के बाद अन्नपूर्णापारा की एक शासकीय उचित मूल्य दुकान के संचालक को निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई दुकान में गंभीर अनियमितताएं पाए जाने के बाद की गई। जिला खाद्य अधिकारी ने बताया कि 26 नवंबर 2025 को हुए निरीक्षण के दौरान दुकान बंद मिली। इसके अलावा, दुकान परिसर में अनिवार्य सूचना पटल, सामग्री वितरण पात्रता सूची, मूल्य सूची और टोल फ्री नंबर प्रदर्शित नहीं किए गए थे। दुकान के स्थल परिवर्तन की जानकारी भी पुराने स्थान पर नहीं दर्शाई गई थी। अनियमितताओं के कारण निलंबित मार्च 2024 में हुए भौतिक सत्यापन के दौरान खाद्यान्न कमी की राशि जमा कराने के लिए जारी पत्र का दुकान संचालक द्वारा कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दिया गया था। इन सभी अनियमितताओं और लापरवाही को सार्वजनिक वितरण प्रणाली नियंत्रण आदेश 2016 की कंडिका 12.3 तथा 14 (1), (2) का स्पष्ट उल्लंघन माना गया है। यह आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 3/7 के तहत दंडनीय अपराध की श्रेणी में आता है। उपरोक्त अनियमितताओं के आधार पर आयोग ने दुकान संचालक पर कड़ी कार्रवाई करते हुए दुकान को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश दिए। इन निर्देशों का पालन करते हुए, उचित मूल्य दुकान को निलंबित कर दिया गया है और इसे अगले आदेश तक अस्थायी रूप से संगवारी महिला स्व-सहायता समूह, बरदेभाटा (आई.डी. 601001010) से संलग्न कर दिया गया है। जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली में किसी भी प्रकार की लापरवाही या अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। भविष्य में भी ऐसे मामलों पर कठोरता से कार्रवाई जारी रहेगी।
लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) ने गुरुवार को दो अलग-अलग जोनों में अवैध प्लॉटिंग के खिलाफ कार्रवाई की। उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार के निर्देश पर प्रवर्तन जोन-2 और जोन-4 की संयुक्त टीम ने कुल 107 बीघा में हो रहे अवैध निर्माण को ध्वस्त किया। न्यू जेल रोड पर 85 बीघा में 8 अवैध प्लॉटिंग ढही प्रवर्तन जोन-2 के जोनल अधिकारी विराग करवरिया ने बताया कि गोसाईंगंज क्षेत्र में यू जेल रोड स्थित ग्राम शिवलर, बलियाखेड़ा व आसपास के इलाकों में अभियान चलाया गया। यहां सुरेश कुमार राठौर, राजेश वर्मा, अमरेन्द्र यादव, पुष्पेन्द्र सिंह, विजय मौर्या, अभिषेक सिंह, अनिल सिंह, सुधाकर त्रिवेदी, राम कीर्ति वर्मा अवैध तरीके कालोनी विकसित कर रहे थे। इन प्राधिकरण से मानचित्र पास नहीं था। ऐसे में 85 बीघा की 8 अवैध प्लॉटिंग पर बुलडोजर चलाया गया। विरोध के बीच ढही 22 बीघा की 3 अवैध प्लॉटिंग जोन-4 के प्रभारी प्रभाकर सिंह की टीम ने सैरपुर थानाक्षेत्र के ग्राम शेरपुर में कार्रवाई की। यहां मेसर्स नीलकंठ प्रॉपर्टीज की दो और सर्वेश यादव की एक अवैध प्लॉटिंग को ध्वस्त किया गया। कार्रवाई के दौरान कुछ लोगों ने विरोध भी जताया और टीम को रोकने की कोशिश की, लेकिन प्रवर्तन कर्मियों ने अभियान जारी रखा। 22 बीघा में किए जा रहे निर्माण को ध्वस्त किया गया । दो अवैध व्यावसायिक निर्माण सील इसी दौरान सैरपुर के रैथा रोड पर 400 और 500 वर्गमीटर के दो भूखंडों पर चल रहे अवैध व्यावसायिक निर्माण को भी एलडीए टीम ने सील कर दिया। एलडीए का कहना है कि शहर में अवैध प्लॉटिंग और अनधिकृत निर्माण के खिलाफ अभियान आगे भी जारी रहेगा।
विद्याधर नगर पुलिस और जिला स्पेशल टीम (डीएसटी) ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को 2.72 ग्राम अवैध स्मैक के साथ गिरफ्तार किया है। टीम ने विद्याधर नगर स्टेडियम के बाहर खड़े व्यक्ति को दस्तयाब किया। पूछताछ में उसने अपना नाम नरेन्द्र कुमार सांसी (25 साल) पुत्र पांचलाल सांसी, निवासी बिनाय, अजमेर (हाल निवासी झुग्गी झोपड़ी, पावर हाउस के पास, विश्वकर्मा, जयपुर) बताया। डीसीपी नॉर्थ करण शर्मा (आई.पी.एस) ने बताया- जयपुर शहर में 'ऑपरेशन क्लीन स्वीप' के तहत नशा करने और बेचने वाले व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे। इस बीच मुखबिर ने बताया कि 26 नवंबर, बुधवार को एक व्यक्ति विद्याधरनगर स्टेडियम के पास स्मैक बेचने की फिराक में खड़ा है। इस सूचना पर दिलीप कुमार सोनी और नरेन्द्र कुमार खींचड़ के निर्देशन में टीम ने त्वरित कार्रवाई की। नरेंद्र कुमार सांसी से कब्जे से 2.72 ग्राम अवैध स्मैक बरामद कर जब्त की उन्होंने बताया- तलाशी लेने पर उसके कब्जे से 2.72 ग्राम अवैध मादक पदार्थ स्मैक बरामद कर जब्त की गई। आरोपी नरेन्द्र कुमार सांसी के खिलाफ पुलिस थाना विद्याधरनगर, जयपुर उत्तर में एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज किया गया है। दर्ज मामले में आरोपी से अवैध मादक पदार्थ स्मैक की तस्करी से संबंधित अग्रिम अनुसंधान गहनतापूर्वक किया जा रहा है। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (द्वितीय) जयपुर उत्तर बजरंग सिंह (आर.पी.एस) और सहायक पुलिस आयुक्त (शास्त्रीनगर) सुरेन्द्र सिंह के सुपरविजन में एक विशेष टीम गठित की गई थी। इस टीम का नेतृत्व प्रभारी, जिला स्पेशल टीम दिलीप कुमार सोनी (पु.नि.) और थानाधिकारी, पुलिस थाना विद्याधरनगर नरेन्द्र कुमार खींचड़ (पु.नि.) ने किया। गठित पुलिस टीम जयपुर शहर में नशीले पदार्थों की तस्करी की रोकथाम के लिए लगातार निगरानी कर रही थी। इसी दौरान, डीएसटी जयपुर उत्तर टीम के हेड कॉन्स्टेबल सुरेन्द्र पाल सिंह, कॉन्स्टेबल ओमवीर सिंह और कॉन्स्टेबल सुजीत कुमार को मादक पदार्थ तस्करी से संबंधित विश्वसनीय सूचना मिली।
नरसिंहपुर जिले की बचई स्थित महाकौशल शुगर मिल में मंगलवार को हुए उपद्रव का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। मिल संचालक नवाब रजा ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उपद्रव करने वाले युवक ‘एमपी शासन’ लिखे वाहन से आए थे। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि मामले की निष्पक्ष जांच नहीं हुई तो वे मिल संचालन बंद करने को मजबूर होंगे। नवाब रजा बोले- पुलिस ने छोड़ा, अब उल्टा हम पर कार्रवाई की तैयारी नवाब रजा के मुताबिक, मुंगवानी पुलिस ने उपद्रवियों को उनके वाहन सहित हिरासत में लिया था, लेकिन कुछ समय बाद छोड़ दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि अब पुलिस उपद्रवियों पर कार्रवाई करने के बजाय मिल प्रबंधन और कर्मचारियों पर मामला दर्ज करने की तैयारी कर रही है। गुरुवार को प्रेसवार्ता में नवाब रजा ने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को ज्ञापन भी भेजा। उन्होंने बताया कि करीब डेढ़ दर्जन युवक जबरन मिल के मुख्य द्वार को तोड़कर अंदर घुसे और तौल कांटा बंद करा दिया। खरीदी केंद्र जबरन बंद कराया गया नवाब रजा ने दावा किया कि उनके धमना स्थित खरीदी केंद्र को भी जबरन बंद करा दिया गया। इससे उन्हें संदेह है कि कुछ प्रभावशाली लोग सुनियोजित तरीके से उनकी मिल को बाधित करना चाहते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि स्थानीय पुलिस अधिकारी दबाव में काम कर रहे हैं और उचित कार्रवाई नहीं कर रहे। सुरक्षा की मांग, बाहरी एजेंसी से जांच की अपील मिल संचालक ने शासन-प्रशासन से अपने परिवार और कर्मचारियों की सुरक्षा की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि जांच निष्पक्ष नहीं हुई तो वे मिल बंद करने को मजबूर होंगे। मामले की जांच किसी बाहरी एजेंसी या न्यायिक विभाग को सौंपकर एक सप्ताह में पूरी कराने की मांग की।
नवीन शिक्षक संघ छत्तीसगढ़ ने गुरुवार को दुर्ग में शिक्षकों को गैर-शैक्षणिक कार्यों से मुक्त करने की मांग को लेकर पदयात्रा सत्याग्रह किया। यह पदयात्रा शिक्षा विभाग कार्यालय से शुरू होकर शिक्षा मंत्री के शासकीय आवास तक पहुंची। प्रदेश अध्यक्ष विकास सिंह राजपूत के नेतृत्व में संघ के सैकड़ों शिक्षक इस पदयात्रा में शामिल हुए। उन्होंने शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव को संबोधित एक ज्ञापन सौंपा। शिक्षा मंत्री की अनुपस्थिति के कारण ज्ञापन उनके कार्यालय में जमा किया गया। संघ द्वारा दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने शिक्षा सत्र 2025-26 को 'मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता वर्ष' घोषित किया है। इसके बावजूद, बड़ी संख्या में शिक्षकों को ऐसे कार्यों में लगाया जा रहा है जिनका शिक्षा से सीधा संबंध नहीं है। राजपूत ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट और शिक्षा विभाग दोनों ने शिक्षकों को गैर-शैक्षणिक जिम्मेदारियां न सौंपने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं। हालांकि, विभागीय अधिकारी लगातार इन निर्देशों की अनदेखी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को लगातार बाढ़-आपदा राहत, गिरदावरी, स्वास्थ्य विभाग के सर्वे, राजस्व विभाग के काम, जाति प्रमाणपत्र सत्यापन, आधार जेनरेशन, अपार आईडी और आवारा कुत्तों की निगरानी जैसे कार्यों में भेजा जा रहा है। इससे शिक्षा का स्तर गिर रहा है और बच्चों को भारी नुकसान हो रहा है। विकास सिंह राजपूत ने जोर दिया कि जब शिक्षक अपनी मूल भूमिका—कक्षा शिक्षण—से दूर रहते हैं, तो स्वाभाविक रूप से परीक्षा परिणाम भी कमजोर होते हैं और फिर उसी शिक्षक को दोषी ठहरा दिया जाता है। उन्होंने आगे कहा कि अगर एक बच्चा पढ़ाई से वंचित रह जाता है, तो उसकी भरपाई कोई नहीं कर सकता। राजपूत ने मांग की कि शिक्षक और बच्चे मिलकर ही राज्य को शिक्षा के क्षेत्र में अव्वल बना सकते हैं, बशर्ते शिक्षकों को गैर-शैक्षणिक कामों से मुक्त रखा जाए। संघ की प्रदेश प्रवक्ता और शिक्षिका गंगा शरण ने बताया कि शिक्षकों की सबसे बड़ी समस्या यही है कि उन्हें पढ़ाने का समय ही नहीं मिल रहा। उन्होंने कहा- शिक्षा विभाग बार–बार गुणवत्ता सुधारने की बात करता है, लेकिन स्कूलों में विषय–विशेषज्ञ उपलब्ध नहीं हैं। मेरी स्कूल में 10 साल से इतिहास का शिक्षक नहीं आया है। दूसरे विषय वाले शिक्षक इतिहास पढ़ा रहे हैं, ऐसे में गुणवत्ता कैसे आएगी?” उन्होंने कहा कि युक्तियुक्तकरण (rationalisation) के बावजूद कई स्कूलों में वर्षों से विषय विशेषज्ञ नहीं भेजे गए, और जो शिक्षक हैं उन्हें शिक्षण के बजाय अन्य विभागों के कामों में लगा दिया जाता है। मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री के सपने को पूरा करने के लिए हमें पढ़ाने का समय चाहिए संघ का कहना है कि राज्य सरकार शिक्षा गुणवत्ता को लेकर गंभीर है, लेकिन यह तभी संभव होगा जब शिक्षकों को पूरी तरह से शिक्षण पर ध्यान देने दिया जाए। गंगा शरण ने कहा- हमारा उद्देश्य सरकार का विरोध नहीं है। हम चाहते हैं कि शिक्षक अपना मूल कार्य करें और बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले। इसके लिए जरूरी है कि हमें अन्य कार्यों से मुक्त किया जाए।” अधिकारी निर्देशों की अवहेलना कर रहे-संघ ने तत्काल कार्रवाई की मांग की ज्ञापन में शिक्षक संघ ने शिक्षा मंत्री से अनुरोध किया है कि स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश जारी किए जाएँ कि शिक्षकों को किसी भी तरह के गैर–शैक्षणिक कार्यों में शामिल न किया जाए। संघ ने कहा कि यदि शिक्षकों पर बोझ कम किया गया और उन्हें सिर्फ पढ़ाने का अवसर दिया गया, तो आने वाले एक वर्ष में शिक्षा परिणामों में उल्लेखनीय सुधार देखने को मिलेगा।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) द्वारा आयोजित वुमेंस प्रीमियर लीग (WPL) ऑक्शन में राजस्थान की दो युवा खिलाड़ियों ने बड़ा मुकाम हासिल किया है। जयपुर की सुमन मीणा और झुंझुनूं की हैप्पी कुमारी को उत्तर प्रदेश वॉरियर्स और गुजरात टीम ने अपने स्क्वॉड में शामिल किया है। गुरुवार को हुई नीलामी प्रक्रिया में लंबे समय से राजस्थान महिला क्रिकेट में लगातार शानदार प्रदर्शन कर रहीं इन दोनों खिलाड़ियों को अपना पहला बड़ा मंच मिला है। WPL ऑक्शन में शामिल किए जाने के बाद दोनों पर कई टीमों की नजर थी। जयपुर की प्रतिभाशाली खिलाड़ी सुमन मीणा को UP वॉरियर्स ने 10 लाख रुपए में खरीदा है। सुमन पिछले कई सीजन से राज्य की सबसे भरोसेमंद बैट्समैन में गिनी जाती हैं। घरेलू क्रिकेट में उनके लगातार प्रदर्शन ने उन्हें WPL ऑक्शन तक पहुंचाया। हैप्पी कुमारी को गुजरात टीम ने बनाया हिस्सा झुंझुनूं की युवा बल्लेबाज हैप्पी कुमारी को गुजरात टीम ने अपने स्क्वॉड का हिस्सा बनाया है। अपने आक्रामक अंदाज और लगातार ऑलराउंडर क्षमता ने उन्हें टीम मालिकों का पसंदीदा विकल्प बनाया है। दोनों खिलाड़ियों के सिलेक्शन से राजस्थान महिला क्रिकेट में उत्साह का माहौल है। राजस्थान के कोचों और क्रिकेट संघ से जुड़े पदाधिकारियों का कहना है कि यह सफलता राज्य की युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बनेगी। राजस्थान से उभरती महिला प्रतिभाओं के लिए WPL एक बड़ा प्लेटफॉर्म बनकर सामने आया है। सुमन और हैप्पी का सिलेक्शन इस बात का प्रमाण है कि राज्य की क्रिकेट प्रतिभा राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रही हैं।
फर्रुखाबाद में प्रेमी की हत्या कर सबूत मिटाने के मामले में विशेष दस्यु प्रभावित क्षेत्र न्यायाधीश शैलेंद्र सचान ने प्रेमिका के माता-पिता और एक साथी को दोषी करार दिया है। अदालत ने प्रेमिका के पिता धर्मेंद्र चौहान, मां उमा चौहान और साथी सच्चिदानंद उर्फ मनोज को उम्रकैद की सजा सुनाई है। दोषियों पर 1.80 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। यह मामला चार साल पुराना है। फतेहगढ़ के ग्राम सरह निवासी कन्हैयालाल अवस्थी पुत्र श्रीराम अवस्थी ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया था कि उनका पुत्र अंकित अवस्थी नोएडा में काम करता था। अंकित का धर्मेंद्र चौहान की पुत्री से प्रेम प्रसंग चल रहा था, जिसे लेकर यह घटना हुई।भाईदूज के दिन 6 नवंबर 2021 को अंकित घर आया था। अगले दिन वह गांव के कुछ अन्य लड़कों के साथ नोएडा जाने के लिए निकला। पांचाल घाट चौराहे पर वह टेंपो से उतरकर धर्मेंद्र चौहान के भागुआ नगला गांव में है चला गया। गांव के अन्य लड़के टेंपो से फर्रुखाबाद की ओर चले गए।शाम को अंकित ने अपने पिता से फोन पर बात की बताया वह धर्मेंद्र चौहान के मकान पर है।इसके बाद उसका फोन स्विच ऑफ हो गया। अगली सुबह जब गांव के लड़कों से पता किया गया, तो उन्होंने बताया कि अंकित उनके साथ नहीं आया। कन्हैयालाल ने धर्मेंद्र चौहान को फोन किया, तो उनकी पत्नी उमा चौहान ने फोन उठाया, लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया।इसके बाद कन्हैयालाल धर्मेंद्र चौहान के घर पहुंचे देखा कि मकान पर ताला लगा था और उसके बगल में ताज़ी मिट्टी खुदी पड़ी थी। उन्हें बाद में पता चला कि धर्मेंद्र चौहान, उमा चौहान और प्रशांत ने मिलकर उनके बेटे अंकित की हत्या कर दी है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया।विवेचना के दौरान साक्ष्य और गवाहों के आधार पर प्रशांत का नाम अलग कर दिया गया। विवेचक ने धर्मेंद्र चौहान, उमा चौहान और सच्चिदानंद उर्फ मनोज के खिलाफ न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल किया। मामले की सुनवाई करते हुए विशेष न्यायाधीश शैलेंद्र सचान ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनीं और गवाहों व सबूतों को मद्देनजर रखते हुए तीनों को हत्या और सबूत मिटाने का दोषी ठहराया।
फिरोजाबाद। न्यायालय ने अपने भतीजे की हत्या के मामले में चाचा, उनके बेटे और एक अन्य व्यक्ति को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। तीनों दोषियों पर एक-एक लाख रुपये का अर्थदंड भी लगाया गया है। अर्थदंड जमा न करने पर उन्हें अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी। यह घटना टूंडला थाना क्षेत्र के नगला रामकिशन में 3 अप्रैल 2022 को हुई थी। मृतक बंटी मरघट के पास खाली जगह में खड़ा था, तभी पप्पू उर्फ पवन (निवासी नगला छैंकुर), राजवीर और उसके बेटे राहुल (निवासी नगला रामकिशन) ने धारदार हथियारों और लाठी-डंडों से उस पर हमला कर दिया। हमले में बंटी गंभीर रूप से घायल हो गया था। बंटी के भाई मनोज कुमार ने 5 अप्रैल 2022 को टूंडला थाने में इस संबंध में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। शुरुआत में जानलेवा हमले की धारा में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। हालांकि, उपचार के दौरान बंटी की मृत्यु हो जाने के बाद मामले में हत्या और अनुसूचित जाति/जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की धाराएं बढ़ाई गईं। पुलिस ने 90 दिनों के भीतर जांच पूरी कर 3 अगस्त 2022 को न्यायालय में आरोपपत्र दाखिल किया। इस मामले की सुनवाई विशेष न्यायाधीश (एससी-एसटी एक्ट) नवनीत कुमार गिरी की अदालत में हुई। अभियोजन पक्ष की ओर से एडीजीसी नरेंद्र सिंह सोलंकी ने पैरवी की। न्यायालय ने दोनों पक्षों के तर्कों, साक्ष्यों और गवाहों के बयानों के आधार पर पप्पू उर्फ पवन, राजवीर और राहुल को दोषी पाया। एडीजीसी ने बताया कि दोषी राजवीर मृतक बंटी का सगा चाचा था। पारिवारिक रंजिश के चलते राजवीर ने अपने साथी पवन और बेटे राहुल के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया था।
फिरोजाबाद के सरकारी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के नए छात्रों से परिचय के नाम पर रैगिंग का मामला सामने आया है। पीड़ित छात्रों ने ऑनलाइन एंटी-रैगिंग सेल में शिकायत दर्ज कराई थी। कॉलेज प्रशासन ने जांच के बाद पांच छात्रों को एक महीने के लिए निष्कासित कर दिया है। प्राचार्य प्रोफेसर डॉ. योगेश गोयल ने बताया कि सत्र 2025 के छात्रों ने छात्रावास परिसर में रैगिंग, गाली-गलौज, अभद्र व्यवहार और धमकी देने जैसी शिकायतें की थीं। शुरुआत में जांच में कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पाई थी, जिसके बाद एंटी-रैगिंग सेल से चार आरोपी छात्रों के नाम सामने आए। इसके बाद प्राचार्य और एंटी-रैगिंग समिति ने पीड़ित छात्रों के बयान दर्ज किए। समिति ने सुरक्षा गार्डों और छात्रावास कर्मचारियों के भी लिखित बयान लिए। जांच में प्रयांशु जायसवाल, रितिक तिवारी, उज्ज्वल त्यागी, रितेश मित्तल और शिवा चौधरी को रैगिंग का दोषी पाया गया। समिति ने इन पांचों छात्रों को 27 नवंबर से अगले एक महीने के लिए कॉलेज से निष्कासित कर दिया है। इस अवधि के दौरान उन्हें केवल परीक्षाओं में बैठने की अनुमति दी गई है, लेकिन परीक्षा के समय भी छात्रावास परिसर में प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। कॉलेज प्रशासन ने आरोपी छात्रों को 2 दिसंबर को दोपहर 12 बजे एंटी-रैगिंग समिति के समक्ष उपस्थित होने का निर्देश भी दिया है। प्राचार्य डॉ. योगेश गोयल ने स्पष्ट किया कि किसी भी स्तर पर रैगिंग बर्दाश्त नहीं की जाएगी और कॉलेज परिसर में अनुशासनहीनता करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
धमतरी पुलिस ने अवैध हेरोइन (चिट्टा) बेचने के आरोप में दो युवकों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से 15 हजार रुपये की हेरोइन, दो मोबाइल फोन, नगदी और अन्य सामान सहित कुल 48 हजार रुपये का माल जब्त किया गया। दोनों को एनडीपीएस एक्ट के तहत न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। यह कार्रवाई जिले में नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत की गई। सिटी कोतवाली पुलिस को सूचना मिली थी कि श्रीराम नगर स्थित सेन समाज भवन के पास कुछ लोग अवैध रूप से हेरोइन बेच रहे हैं। सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने घेराबंदी कर दो आरोपियों को मौके से दबोच लिया। आरोपियों पर एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 1.5 ग्राम हेरोइन (कीमत लगभग 15 हजार रुपये), दो मोबाइल फोन (कीमत 27 हजार रुपये), 5,500 रुपये नकद, दो सिल्वर फाइल पेपर, पांच रेपर, एक लाइटर और एक इलेक्ट्रॉनिक तौल मशीन जब्त की। जब्त की गई कुल संपत्ति की कीमत लगभग 48 हजार रुपये बताई जा रही है। सिटी कोतवाली थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर दोनों आरोपियों को जिला जेल धमतरी भेजा गया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अंबेडकर वार्ड निवासी नरेंद्र उर्फ निखिल निर्मलकर (26 वर्ष) पुत्र मन्नू निर्मलकर और इंद्रा नगर, नयापारा वार्ड, धमतरी निवासी अखिलेश उर्फ सोनू देवांगन (24 वर्ष) पुत्र टुमन देवांगन के रूप में हुई है।
नाथद्वारा नगर के सुखाड़िया नगर के सामने नेशनल हाईवे 8 की सर्विस रोड पर गुरुवार देर शाम सड़क हादसा हो गया। उदयपुर की ओर से आ रहा गिट्टी से भरा एक ट्रेलर अचानक बेकाबू होकर सर्विस रोड पर पलट गया। हादसे के दौरान सड़क पर चल रही एक मोटरसाइकिल और ऑटोरिक्शा उसकी चपेट में आ गए। बेकाबू ट्रेलर पलटा प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार ट्रेलर अचानक लहराने लगा और देखते ही देखते पलट गया। पलटने के साथ ही उसमें भरी गिट्टी पूरे सर्विस रोड पर फैल गई। गिट्टी की चपेट में आने से बाइक सवार सत्य विजय सिंह गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसके बाद घटना स्थल पर मौजूद लोगों ने घायल को संभाला और प्राथमिक उपचार के बाद उदयपुर रेफर किया गया। वहीं ऑटोरिक्शा भी क्षतिग्रस्त हो गया और रोड किनारे खड़ी दो गायें भी घायल हो गईं। क्रेन से हटवा कर ट्रैफिक शुरू करवाया हादसे के तुरंत बाद राहगीरों ने ट्रेलर चालक को बाहर निकाला, जिसे मामूली चोटें आईं। सड़क पर गिट्टी फैलने से सर्विस रोड पर जाम लग गया और वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। सूचना मिलते ही पुलिस और यातायात प्रभारी मौके पर पहुंचे और ट्रैफिक को सुचारू किया। ट्रेलर को हटाने के लिए क्रेन मंगवाई गई, जिसके बाद वाहनों की आवाजाही शुरू की गई।
मेरठ के मेडिकल अस्पतालों के मरीज को बहला-फुसलाकर निजी अस्पतालों में भर्ती कराने की शिकायत गाजियाबाद के एक लकवाग्रस्त मरीज के तीमारदार ने एम्बूलेंस चालक के खिलाफ की है। उन्होंने बताया कि चालक ने 20–25 हजार रुपये में बेहतर इलाज का झांसा देकर मेडिकल कॉलेज से उठा ले गया और सीधे मंगलपांडेनगर स्थित अल्फा हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया। यहां तीन दिन में परिवार से 90 हजार रुपये से ज्यादा वसूल लिए गए, लेकिन मरीज की हालत जस की तस रही। अल्फा हॉस्पिटल के रजिस्टर में मिला एंबुलेंस चालक का नाम सीएमओ डॉ. अशोक कटारिया ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि डिप्टी सीएमओ को जांच दी गई थी जिसमें पाया गया कि मरीज मुकेश कुमार वहीं भर्ती है और उसका उपचार डॉ. देवेंद्र सैनी, डॉ. राहुल गोयल और डॉ. अरुण कुमार सिंह कर रहे हैं। हॉस्पिटल के रजिस्टर में एंबुलेंस चालक तुषार का नाम और मोबाइल नंबर भी दर्ज मिला, जिससे साफ हो गया कि तुषार ने ही मरीज को मेडिकल कॉलेज से निजी अस्पताल में शिफ्ट कराया। 16 नवंबर को दिया था झांसा परिवार के अनुसार 16 नवंबर को तुषार नाम के चालक ने कहा कि मेडिकल कॉलेज में इलाज में देर होगी, जबकि निजी अस्पताल में 20–25 हजार रुपये में बढ़िया देखभाल हो जाएगी। भरोसा कर परिजन मरीज को उसके साथ भेज बैठे। अस्पताल में भर्ती होते ही बिल का “मीटर” ऐसा चला कि 90 हजार रुपये तक पहुंच गया। फिर भी मरीज की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ, जिसके बाद परिवार ने अधिकारियों से शिकायत की। बकाया बिल माफ, मरीज को फिर मेडिकल कॉलेज रेफर जांच टीम ने अस्पताल प्रबंधन से बकाया बिल माफ कराया और मरीज को दोबारा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। पूरी रिपोर्ट मेरठ कमिश्नर, डीएम, एसएसपी और सीएमओ को भेजी गई। रिपोर्ट के आधार पर मेडिकल थाने में अल्फा हॉस्पिटल और एंबुलेंस चालक तुषार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
गोंडा जिले के नगर कोतवाली क्षेत्र स्थित पुरानी गल्ला मंडी के रानी बाजार में महिमा गारमेंट्स की दुकान में देर रात करीब 7:40 बजे शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। आग लगने के बाद दुकान से धुआं उठता देख दुकान मालिक और ग्राहक तुरंत बाहर निकल आए। देखते ही देखते आग ने पूरी दुकान को अपनी चपेट में ले लिया। दुकान मालिक और स्थानीय लोगों ने आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन आग पर काबू नहीं पाया जा सका। इसके बाद तत्काल फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। आग लगने के दौरान स्थानीय लोगों और दुकानदारों ने महिमा गारमेंट्स के आगे के हिस्से में रखे कुछ कपड़ों को बाहर निकालकर सुरक्षित करने का भी प्रयास किया। इस अग्निकांड में दुकान में रखा 10 लाख रुपये से अधिक का कपड़ा और लाखों रुपये की नकदी जलकर राख हो गई है। महिमा गारमेंट्स की दुकान में आग लगते ही आसपास की दुकानों को भी एहतियातन के तौर पर अलर्ट कर दिया गया था और फायर ब्रिगेड की गाड़ियों द्वारा बगल की दीवारों पर भी पानी की बौछार की जा रही थी ताकि बगल की दुकानों तक आगे की लपट ना पहुंच सके। वहीं गोंडा नगर कोतवाल विवेक त्रिवेदी ने बताया कि फायर ब्रिगेड और स्थानीय लोगों की मदद से आग बुझा ली गई है। आग से हुए नुकसान का आकलन राजस्व विभाग द्वारा किया जा रहा है।
रायपुर में तेज रफ्तार ट्रक ने युवक को कुचला:सिर बुरी तरह चकनाचूर, सड़क पार कर रहा था युवक
राजधानी रायपुर में रिंग रोड भाठागांव के पास दर्दनाक सड़क हादसा हुआ है। गुरुवार दोपहर एक व्यक्ति सड़क पार कर रहा था, तभी टाटीबंध की ओर से तेज रफ्तार में आ रहे ट्रक ने उसे जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में व्यक्ति के सिर पर गंभीर चोट आने से मौके पर ही उसकी मौत हो गई। यह पूरा मामला पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र का है। ऋषभ दुबे निवासी ब्रम्हपुरी ने पुलिस को बताया कि वह पान ठेला चलाते हैं। उन्होंने बताया कि पश्चिम बंगाल पासिंग का एक ट्रक दोपहर करीब 3 बजे टाटीबंध की ओर से आ रहा था। भाटागांव ब्रिज के पहले सड़क पार कर रहे एक व्यक्ति को उसने चपेट में ले लिया। ट्रक के चक्के में व्यक्ति का सिर बुरी तरह कुचला गया और उसकी मौके पर मौत हो गई। हादसे के बाद मृतक को एम्स अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मौत की पुष्टि कर दी। पुलिस ने शव की पहचान कराने की कोशिश शुरू कर दी है और ट्रक ड्राइवर के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाने का मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है।
गोरखपुर में शुक्रवार को कई इलाकों में निर्धारित समय के लिए बिजली सप्लाई बाधित रहेगी। बिजली विभाग ने बताया कि शटडाउन का उद्देश्य पुराने वितरण तंत्र को सुरक्षित बनाना, लाइन शिफ्टिंग करना और भविष्य में उपभोक्ताओं को स्थिर सप्लाई उपलब्ध कराना है। विभाग ने प्रभावित उपभोक्ताओं से सहयोग की अपील की है। अधिकारियों के अनुसार तय समय में सभी तकनीकी कार्य पूरे कर सप्लाई जल्द बहाल करने की कोशिश की जाएगी। तारामंडल उपकेंद्र के इंदिरा नगर फीडर पर शटडाउन छह लेन रोड चौड़ीकरण के तहत होने वाले जरूरी कार्यों के कारण शुक्रवार को तारामंडल उपकेंद्र के इंदिरा नगर फीडर की बिजली दोपहर 11 बजे से शाम 4 बजे तक बंद रहेगी। इस दौरान इंदिरा नगर, गोपालापुर और दाउदपुर क्षेत्र प्रभावित रहेंगे। कई फीडरों पर लाइन शिफ्टिंग का काम शहर के खोराबार, लालडिग्गी और बक्शीपुर क्षेत्रों में भी शुक्रवार को बिजली सप्लाई प्रभावित रहेगी। रोड चौड़ीकरण और लाइन शिफ्टिंग कार्य के लिए खोराबार उपकेंद्र के 11 केवी सूबा बाजार फीडर, लालडिग्गी उपकेंद्र के 11 केवी हिंदी बाजार फीडर, और बक्शीपुर उपकेंद्र के 11 केवी कोतवाली व 11 केवी जटाशंकर फीडरों की सप्लाई सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक बंद रहेगी।
कुशीनगर में चोरी हुए नवजात शिशु को सोशल मीडिया के दबाव और जनचर्चा के बाद सुरक्षित बरामद कर लिया गया है। आरोपी महिला नवजात को अपने घर पर छोड़कर फरार हो गई थी। दैनिक भास्कर की खबर पर लगातार हो रही पोस्टों ने इस मामले को नया मोड़ दिया। महिला की दयादिन ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए बच्चे को ग्राम प्रधान को सौंप दिया। ग्राम प्रधान ने तत्काल पुलिस को सूचना दी। पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मनिकौरा इलाके से नवजात को सकुशल बरामद कर लिया। नवजात के सुरक्षित मिलने से परिवार और पूरे इलाके ने राहत की सांस ली है। पुलिस अब आरोपी महिला की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही है। पुलिस का कहना है कि महिला के पकड़े जाने के बाद ही नवजात चोरी करने के पीछे का मकसद स्पष्ट हो पाएगा। उधर, अस्पताल प्रशासन ने भी बच्चे की सुरक्षित वापसी पर संतोष व्यक्त किया। एसएनसीयू वार्ड के कर्मचारियों और डॉक्टरों ने बताया कि पिछले 30 घंटे उनके लिए काफी तनावपूर्ण रहे। बच्चे की बरामदगी के बाद अस्पताल में भी खुशी का माहौल देखा गया। पीड़ित परिवार ने मीडिया, पुलिस और जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया। नवजात के पिता प्रदीप चौधरी ने विशेष रूप से दैनिक भास्कर के सक्रियता को धन्यवाद देते हुए कहा, हमारा बच्चा मिल गया, यही सबसे बड़ी खुशी है। सभी का धन्यवाद। जिलाधिकारी ने एडीएम आशुतोष कुमार ने मामले की गहन जांच के आदेश दिए मामले की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी ने एडीएम आशुतोष कुमार के नेतृत्व में मजिस्ट्रेटीयल जांच के आदेश दिए हैं। जांच टीम अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था, स्टाफ की भूमिका और घटना से जुड़े हर पहलू की विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर रही है। गुरुवार रात करीब 9 बजे कुशीनगर से आई यह राहत भरी खबर कि नवजात सुरक्षित है, पूरे जिले में चर्चा का विषय बन गई।
राजगढ़ जिले के पूर्व जिला पंचायत CEO और वर्तमान में कृषि विकास एवं कल्याण विभाग के उप सचिव IAS संतोष वर्मा द्वारा ब्राह्मण समाज की बेटियों को लेकर दिए गए विवादित बयान ने खिलचीपुर में विरोध खड़ा कर दिया है। गुरुवार दोपहर गायत्री मंदिर पर समाजजन बड़ी संख्या में जुटे और ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष सतीश शर्मा के नेतृत्व में रैली निकाली। जिसमे संत बाबा पागल दास महाराज, कथा वाचक पंडित रोहित नागर सहित सैकड़ों लोग “संतोष वर्मा मुर्दाबाद” के नारों के साथ तहसीलदार चौराहे तक पहुंचे। चौराहे पर गुस्से से भरे लोगों ने IAS संतोष वर्मा का पुतला जलाकर विरोध दर्ज कराया। पुतला दहन के बाद सभी समाजजन खिलचीपुर थाने पहुंचे, जहां पहले सामूहिक रूप से हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। इसके बाद टीआई उमाशंकर मुकाती को ज्ञापन देकर वर्मा पर FIR दर्ज करने की मांग की गई। मुंह काला करने वाले को इनाम की घोषणाविरोध प्रदर्शन के बीच कथा वाचक पंडित रोहित नागर ने घोषणा की कि “जो भी IAS संतोष वर्मा के मुंह पर काली स्याही पोतेगा, चप्पल से मारेगा या चप्पलों की माला पहनाएगा, उसे मैं 51 हजार रुपए इनाम दूंगा।” पंचमुखी हनुमान मंदिर के प्रमुख संत बाबा पागल दास ने भी कहा कि “IAS होते हुए ऐसे शब्द बोलना बुद्धि भ्रष्ट होने का संकेत है। समाज अब इसे किसी कीमत पर नहीं छोड़ेगा।” देखिए तस्वीरें...
जोधपुर शहर के विभिन्न इलाकों में बिजली रखरखाव के कारण 28 नवंबर शुक्रवार को 1 घंटे से साढ़े 4 घंटे तक बिजली का शटडाउन रहेगा। सुबह 8 से 11:30 बजे तक यहां रहेगी बिजली बंद 33/11केवी कुड़ी द्वितीय जीएसएस से 11केवी 8-बीसी फीडर से संबंधित कुड़ी भगतासनी हाउसिंग बोर्ड सेक्टर-8-ए, बी, सी, के, एल, एम और सेक्टर-9 से संबंधित संपूर्ण क्षेत्र। सुबह 8:30 से 9:30 बजे तक इन इलाकों में नहीं आएगी बिजली 33/11केवी सबस्टेशन प्रताप नगर सबस्टेशन से अंबेडकर कॉलोनी, मजदूर कॉलोनी, बरकतुल्लाह खां कॉलोनी, जगदंबा कॉलोनी, प्रताप नगर सेक्टर-ए, बी, सी, डी, ई, एफ, संजय गांधी कॉलोनी-ए, बी, सी, यूआईटी कॉलोनी, फैजा आम मस्जिद, आखलिया चौराहा, मसूरिया फिल्टर हाउस, सदर पुलिस थाना, इंद्रा कॉलोनी के आसपास का संपूर्ण क्षेत्र। सुबह 8:30 से दोपहर 2 बजे तक यहां रहेगा कट 33/11 केवी कमला नेहरु नगर सबस्टेशन से शुभम हॉस्पिटल, कमला नेहरु नगर एक्सटेंशन-प्रथम, द्वितीय, तृतीय, आदर्श स्कूल, चौपासनी रोड, देवनगर, शांति प्रिय नगर, शांति नाथ नगर, दाऊ की ढाणी, गुरुओं का तालाब, ऐश्वर्या कॉलेज, सोमानी कॉलेज, डिफेंस कॉलोनी और देवी रोड के आसपास का संपूर्ण क्षेत्र।
महराजगंज। मोटरसाइकिल चोरी के एक मामले में अपर सत्र न्यायाधीश कोर्ट संख्या-1 ने गुरुवार को अभियुक्त सलमान को दोषी करार दिया। अदालत ने उसे दो वर्ष दस माह के कठोर कारावास और 1600 रुपये के अर्थदंड की सजा सुनाई है। न्यायालय ने यह भी स्पष्ट किया कि निर्धारित अर्थदंड जमा न करने पर दोषी को एक माह का अतिरिक्त कारावास भुगतना होगा। सलमान जद्दू पिपरा, थाना भिटौली का निवासी है। अभियोजन पक्ष के अनुसार, यह घटना वर्ष 2022 की है। उस समय थाना श्यामदेउरवा क्षेत्र में एक मोटरसाइकिल चोरी की शिकायत दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और संभावित संदिग्धों की तलाश की। जांच के दौरान सलमान पर संदेह हुआ। उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जिसमें चोरी से संबंधित महत्वपूर्ण सुराग मिले। पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर सलमान की निशानदेही पर चोरी की गई मोटरसाइकिल बरामद की गई। बरामदगी के बाद विवेचक ने मामले की विस्तृत जांच की और आरोप सिद्ध होने पर उसके खिलाफ न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल किया। न्यायालय में अभियोजन पक्ष ने प्रस्तुत साक्ष्यों, बरामद मोटरसाइकिल और गवाहों के बयानों के आधार पर अभियुक्त की संलिप्तता साबित की। सभी तथ्यों और साक्ष्यों पर विचार करने के बाद अदालत ने सलमान को मोटरसाइकिल चोरी का दोषी ठहराया। इस संबंध में क्षेत्राधिकारी सदर जय प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि न्यायालय द्वारा एक अभियुक्त को सजा सुनाई गई है।
सिरसा जिले के डबवाली में नगर परिषद ने गुरुवार को अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया। अग्रवाल पीरखाना वाली गली में हुई इस कार्रवाई का मोहल्लेवासियों ने भारी संख्या में एकत्रित होकर विरोध किया। अग्रवाल पीरखाना वाली गली में घरों के बाहर बने थड़ों को अतिक्रमण माना गया है। इन थड़ों के कारण गली में आवागमन में परेशानी होती थी। इसी को लेकर नगर परिषद के अधिकारी जेसीबी के साथ अतिक्रमण हटाने पहुंचे थे। जैसे ही मोहल्लेवासियों को कार्रवाई की भनक लगी, वे अपने घरों से बाहर आकर विरोध प्रदर्शन करने लगे। लोगों का बढ़ता विरोध देखकर नगर परिषद के अधिकारी जेसीबी को लेकर वार्ड के अन्य हिस्से में अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया करने लगे। वहां भी लोगों ने विरोध जताना शुरू कर दिया। मोहल्लेवासियों का आरोप है कि यह कार्रवाई रंजिशवश उनके वार्ड में की जा रही है। उन्होंने मीना बाजार का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां दुकानों के आगे दुकानदारों ने अतिक्रमण कर गली को पूरी तरह से बंद कर रखा है, लेकिन वहां कोई कार्रवाई नहीं होती। मोहल्लेवासियों ने नगर परिषद के अधिकारियों से सवाल किया कि क्या मीना बाजार में भी ऐसी ही कार्रवाई की जाएगी। इस पर अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि अतिक्रमण हटाने की यह प्रक्रिया डबवाली के हर क्षेत्र में सामान्य रूप से की जाएगी और शहर को पूरी तरह से अतिक्रमण मुक्त बनाया जाएगा। युवा कांग्रेस नेता ने लगाए भेदभाव के आरोप भूपेंद्र शर्मा विधानसभा अध्यक्ष युवा कांग्रेस हल्का डबवाली ने कहा कि नगर परिषद ने पूरे शहर में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू कर रखी है, लेकिन उस कार्रवाई में भी बड़ा भेदभाव किया जा रहा है। कुछ चुनिंदा वार्डों को ही टारगेट कर अतिक्रमण की कार्रवाई की जा रही है।
बलौदाबाजार के अल्ट्राटेक सीमेंट संयंत्र कुकुरदी में एक श्रमिक पर चाकू से हमला हुआ है। सेम्हराडीह निवासी भानु राम साहू इस हमले में गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिनका इलाज रायपुर के एक निजी अस्पताल में चल रहा है। इस घटना से श्रमिकों में आक्रोश फैल गया है। यह घटना कुछ दिन पहले संयंत्र परिसर में श्रमिकों और सिक्योरिटी गार्ड के बीच हुए विवाद से जुड़ी है। श्रमिकों ने सिक्योरिटी गार्ड पर गाली-गलौज और मारपीट का आरोप लगाया था। इसके विरोध में श्रमिकों ने शुक्रवार को संयंत्र के बाहर धरना दिया था। श्रमिकों ने सुरक्षा गार्ड पर हमले का आरोप लगाया धरने के बाद संयंत्र प्रबंधन ने संबंधित सिक्योरिटी गार्ड को नौकरी से निष्कासित कर दिया था। गार्ड को काम से निकाले जाने के बाद उसके पुत्र ने रंजिश में बीते रात श्रमिक भानु राम साहू को सेम्हराडीह गांव में फोन कर मिलने बुलाया। गार्ड की चली गई नौकरी, बेटे ने लिया बदला आरोप है कि उसने भानु राम साहू पर यह कहते हुए चाकू से कई वार किए कि तुम्हारी वजह से मेरे पिता का काम बंद हो गया। हमले में घायल भानु राम साहू कॉन्ट्रैक्टर चेतन वर्मा के अधीन कार्यरत थे। हमले की सूचना मिलते ही संयंत्र के श्रमिकों में भारी आक्रोश फैल गया। श्रमिकों ने घटना की निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। सुबह श्रमिकों ने संयंत्र में काम बंद कर दिया था, हालांकि, सुबह 11 बजे के बाद उन्होंने अपना काम फिर से शुरू कर दिया।
गोंडा को 16 दिन बाद आखिरकार आज नया जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) मिल गया है। देवरिया में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) में वरिष्ठ प्रवक्ता अमित कुमार सिंह को गोंडा का नया बीएसए नियुक्त किया गया है। वह जल्द ही गोंडा आकर अपना कार्यभार ग्रहण करेंगे। यह नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब पूर्व बीएसए अतुल कुमार तिवारी को 11 नवंबर को रिश्वतखोरी के आरोप में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर निलंबित कर दिया गया था। उनके निलंबन के बाद से जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. राम चंद्र प्रभारी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी का कार्यभार संभाल रहे थे। अमित कुमार सिंह के सामने गोंडा में कई महत्वपूर्ण चुनौतियां होंगी। इनमें सबसे पहली चुनौती शिक्षा विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार को समाप्त करना है। पूर्व बीएसए अतुल तिवारी के निलंबन का मामला भी इसी भ्रष्टाचार से जुड़ा है, जिसकी जांच नगर कोतवाली पुलिस द्वारा की जा रही है। दूसरी बड़ी चुनौती बहुचर्चित अनामिका शुक्ला प्रकरण की जांच है, जो इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश पर यूपी एसटीएफ द्वारा की जा रही है। इसके अतिरिक्त, गोंडा में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाना और बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करना भी उनकी प्राथमिकताओं में शामिल होगा। अमित कुमार सिंह ने यह भी कहा कि मेरा प्रयास रहेगा कि गोंडा की शिक्षा विभाग का एक अच्छा माहौल रहे। दैनिक भास्कर संवाददाता से बातचीत में नए बीएसए अमित कुमार सिंह ने कहा कि शासन द्वारा दी गई जिम्मेदारियों का वह निष्पक्ष रूप से निर्वहन करेंगे। उन्होंने सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत काम करने और भ्रष्टाचार मुक्त बेसिक शिक्षा विभाग बनाने को अपनी पहली प्राथमिकता बताया। उनका मुख्य लक्ष्य बच्चों को अच्छी शिक्षा सुनिश्चित करना भी होगा।
सहकारिता राज्य मंत्री गौतम कुमार दक ने गुरुवार को राजस्थान सहकारी शिक्षा एवं प्रबंधन संस्थान (राइसेम) परिसर में 'सहकार गैलेरी' का उद्घाटन किया। अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष-2025 के तहत स्थापित इस गैलेरी का अवलोकन कर उन्होंने प्रदर्शित जानकारी की सराहना की। सहकारिता विभाग ने एनसीसीएफ के सहयोग से यह गैलेरी स्थापित की है। इसमें सहकारी आंदोलन की यात्रा को आकर्षक रूप में दर्शाया गया है। मंत्री दक ने कहा कि यह गैलेरी सहकारिता की गौरवशाली यात्रा को प्रदर्शित कर आगंतुकों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी। दक बोले- ये प्रदर्शनी बताती है कि छोटे-छोटे सामूहिक प्रयासों से बड़े सामाजिक परिवर्तन संभवमंत्री गौतम कुमार दक ने कहा- यहां प्रदर्शित सामग्री न केवल सहकारिता के इतिहास, उपलब्धियों और नवाचारों को दर्शाती है, बल्कि यह भी बताती है कि कैसे छोटे-छोटे सामूहिक प्रयासों से बड़े सामाजिक परिवर्तन संभव है। सहकारिता केवल एक आर्थिक मॉडल नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय, सहभागिता और पारदर्शिता पर आधारित आंदोलन है, जो राष्ट्र की नींव को मजबूत करता है। राज्य सरकार का लक्ष्य किसानों, महिलाओं, युवाओं और छोटे उद्यमियों को सहकारिता से जोड़कर आर्थिक रूप से सशक्त करना है, ताकि 'सहकार से समृद्धि' की संकल्पना साकार हो सके। दक ने विश्वास व्यक्त किया कि यह गैलेरी सहकार बंधुओं, विद्यार्थियों और आम नागरिकों के लिए ज्ञान केंद्र के रूप में कार्य करेगी। गैलेरी में जानकारियों को विभिन्न खंडों में बांटा सहकार गैलेरी में सहकारिता से संबंधित जानकारी को राजस्थानी संस्कृति की थीम पर क्लिप बोर्ड्स, एक्रेलिक शीट्स, विनायल प्रिंट, फोटो फ्रेम्स और डिजिटल स्क्रीन्स के माध्यम से आकर्षक रूप में प्रदर्शित किया गया है। गैलेरी में जानकारियों को विभिन्न खंडों में बांटा गया है। एक खंड में अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष का परिचय, इसके सिद्धांत और उद्देश्य तथा विशिष्ट व्यक्तियों के उद्धरण शामिल हैं। दूसरे खंड में सहकारिता के उद्भव और विकास से जुड़ी जानकारी दी गई है। इसमें प्राचीन भारतीय लोकाचार में सहकारिता के बीज, विश्व, भारत और राजस्थान में सहकारी आंदोलन का शुभारंभ, साथ ही राजस्थान में स्वतंत्रता पूर्व और स्वतंत्रता के बाद सहकारी विधि के विकास को दर्शाया गया है। सहकार से समृद्धि को प्रदर्शित कियागैलेरी के एक भाग में वर्तमान परिप्रेक्ष्य में सहकारिता की प्रासंगिकता, राजस्थान में वर्तमान में सहकारिता का परिदृश्य, सहकार से समृद्धि का परिचय एवं राजस्थान में सहकार से समृद्धि के अंतर्गत प्रमुख उपलब्धियों को प्रदर्शित किया गया है। एक अन्य भाग में सहकारिता की त्रिस्तरीय संरचना एवं राज्य की शीर्ष सहकारी संस्थाओं की जानकारी प्रदर्शित की गई है। सहकार गैलेरी में राज्य की सहकारी समितियों के पुराने छायाचित्रों एवं प्रमाण पत्रों को भी प्रदर्शित किया गया है, जो आकर्षण का केन्द्र है। साथ ही अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष-2025 के अंतर्गत आयोजित की गई प्रमुख गतिविधियों के छायाचित्रों को भी आकर्षक रूप में प्रदर्शित किया गया है।
रात्रिकालीन सराफा चौपाटी का मामला गरमाता जा रहा है। गुरुवार रात नगर निगम की टीम फिर कार्रवाई करने पहुंची। बुधवार को निगम की कार्रवाई के दौरान जमकर हंगामा हुआ था। गुरुवार को नगर निगम की टीम यहां फिर कार्रवाई करने पहुंची। मामले में महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने बताया कि इंदौर की ऐतिहासिक एवं परंपरागत पहचान सराफा चौपाटी में व्यवस्थित व्यापार और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नगर निगम इंदौर द्वारा महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। महापौर इन काउंसिल में संकल्प पारित करते हुए तय किया गया था कि सराफा चौपाटी में केवल परंपरागत रूप से चिह्नित दुकानों को ही व्यवसाय करने की अनुमति दी जाएगी। महापौर के निर्देशन में महापौर परिषद सदस्यों की उपस्थिति में एक विशेष समिति का गठन किया गया था। यह समिति सराफा चौपाटी क्षेत्र का विस्तृत भौतिक निरीक्षण करते हुए व्यापारिक गतिविधियों, सुरक्षा मानकों, भीड़ प्रबंधन एवं मूलभूत आवश्यकताओं का आकलन करने हेतु नियुक्त की गई थी। समिति ने निरीक्षण उपरांत अपनी विस्तृत रिपोर्ट नगर निगम को प्रस्तुत की गई। रिपोर्ट में लोगों की सुरक्षा, स्वच्छता, स्थान की क्षमता एवं परंपरागत व्यापारियों के हितों को प्राथमिकता देते हुए महत्वपूर्ण सुझाव शामिल किए गए। दुकानों के खुलने-बंद होने का समय तय होगा समिति की रिपोर्ट को आधार मानते हुए नगर निगम इंदौर द्वारा शीघ्र ही सराफा चौपाटी के लिए नई गाइडलाइन जारी की जाएगी। जिनमें परंपरागत सूचीबद्ध दुकानों के खुलने और बंद होने का निर्धारित समय, सुरक्षा के अनिवार्य मानक, अग्नि सुरक्षा प्रावधान, भीड़ प्रबंधन व्यवस्था, स्वच्छता एवं कचरा निपटान व्यवस्था जैसे बिंदुओं को स्पष्ट रूप से शामिल किया जाएगा। तीन तस्वीरें देखिए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के रायपुर दौरे से पहले छत्तीसगढ़ शासन ने गुरुवार को 13 IAS अफसरों का ट्रांसफर किया है। कई IAS अधिकारियों को नई जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। सचिव, आयुक्त, संचालक और प्रबंध संचालक लेवल के पदों में फेरबदल हुआ है। IAS शिखा राजपूत तिवारी (IAS 2008) को आयुक्त, चिकित्सा शिक्षा से ट्रांसफर करते हुए सचिव, छत्तीसगढ़ राज्य निर्वाचन आयोग का दायित्व सौंपा गया है। वहीं डॉ. प्रियंका शुक्ला (IAS 2009) को स्वास्थ्य विभाग से ट्रांसफर करते हुए आयुक्त, समग्र शिक्षा बनाया गया है। इसके साथ ही उन्हें पाठ्यपुस्तक निगम का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। इसके अलावा किरण कौशल (IAS 2009) को प्रबंध संचालक, मार्कफेड से ट्रांसफर कर मंत्रालय में सचिव के पद पर पदस्थ किया गया है। पदुम सिंह एल्मा को बेवरेजेस कॉर्पोरेशन का अतिरिक्त प्रभार पदुम सिंह एल्मा (IAS 2010) को MD, CSMCL (छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड) पदस्थ किया गया है। इसके साथ ही बेवरेजेस कॉर्पोरेशन का भी अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। उनके कार्यभार ग्रहण करते ही इस पद को भी प्रवर श्रेणी वेतनमान के समकक्ष घोषित किया गया है। वहीं 2011 बैच के IAS संजीव कुमार झा को संचालक, स्वास्थ्य सेवाएं बनाया गया है और राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। 2012 बैच के IAS जितेन्द्र कुमार शुक्ला को मार्कफेड का MD बनाया गया है। रितेश अग्रवाल को चिकित्सा शिक्षा का अतिरिक्त प्रभार रितेश अग्रवाल (IAS 2012) को आयुक्त, चिकित्सा शिक्षा का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। इसके अलावा इफ्फत आरा, संतन देवी जांगड़े, सुखनाथ अहिरवार, डॉ. रेणुका श्रीवास्तव, रीता यादव और लोकेश कुमार भी नई जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। जानिए अब कौन किस पद की संभालेगा जिम्मेदारी-
गोरखपुर जिला अस्पताल में इको जांच शुरू:बांसगांव में CHO-ANM को स्वास्थ्य सूचकांक सुधार का प्रशिक्षण
गोरखपुर जिला अस्पताल में हृदय रोगों की पहचान और उपचार के लिए इको जांच सेवा औपचारिक रूप से शुरू कर दी गई है। बृहस्पतिवार को प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संजय कुमार और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश झा ने इको मशीन का उद्घाटन किया। शुरुआत में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक पंकज आनंद की पहली इको जांच की गई। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि नई सेवा शुरू होने से मरीजों को अब कम खर्च में बेहतर जांच सुविधा जिला अस्पताल में ही मिल सकेगी, जिससे निजी जांच केंद्रों पर निर्भरता कम होगी। उद्घाटन कार्यक्रम में अधिकारियों की मौजूदगी उद्घाटन अवसर पर चिकित्सा अधीक्षक डॉ. बी.के. सुमन, एसीएमओ आरसीएच डॉ. ए.के. चौधरी, वरिष्ठ परामर्शदाता डॉ. गणेश यादव, डिप्टी सीएमओ डॉ. अनिल कुमार और डॉ. राजेश सहित कई चिकित्सा अधिकारी मौजूद रहे। सभी ने नई सेवा को जिले के मरीजों के लिए उपयोगी कदम बताया। बांसगांव में CHO–ANM का अभिमुखीकरण कार्यक्रम इको सेवा के शुभारंभ के बाद सीएमओ डॉ. झा बांसगांव कम्युनिटी हेल्थ सेंटर पहुंचे, जहां सीएचओ और एएनएम के अभिमुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सीएमओ ने स्वास्थ्य सूचकांकों को बेहतर करने के लिए विस्तृत प्रशिक्षण दिया और हर स्तर पर प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने पर जोर दिया। गर्भवती की समय पर जांच को बताया जरूरी सीएमओ ने प्रतिभागियों को बताया कि गर्भावस्था का पता लगते ही तुरंत पंजीकरण होने से प्रसव पूर्व सेवाएं समय से मिलती हैं। उन्होंने कहा कि गर्भवती की कम से कम चार बार जांच होनी चाहिए, जिसमें वजन, रक्त, पेशाब, मधुमेह, रक्तचाप और पेट की जांच अनिवार्य रूप से शामिल हों। उच्च जोखिम गर्भावस्था की पहचान और समय पर रेफरल से जटिलताओं से बचा जा सकता है। टीकाकरण और संस्थागत प्रसव पर बल सीएमओ ने कहा कि जिले में सौ प्रतिशत संस्थागत प्रसव सुनिश्चित किए जाएं और बच्चे, किशोर एवं गर्भवती सभी समय पर टीकाकरण प्राप्त करें। उन्होंने निर्देश दिया कि तीस वर्ष से अधिक उम्र के प्रत्येक व्यक्ति की साल में एक बार रक्तचाप और मधुमेह की जांच अवश्य की जाए ताकि गैर-संचारी रोगों का समय रहते पता चल सके।
नाले के अधूरा काम बना सिरदर्द:धरणीधर चौराहे पर क्षेत्रवासियों का धरना, सड़क सुधार की मांग तेज
शहर के महेशपुरम से मधुवन और निंबाहेड़ा रोड को जोड़ने वाली मुख्य सड़क की बेहद खराब स्थिति को लेकर गुरुवार को क्षेत्रवासियों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। धरणीधर चौराहे से निंबाहेड़ा रोड तक सड़क पर जगह-जगह गड्ढे, सीवरेज का गंदा पानी और कीचड़ जमा होने से लोगों का आना-जाना दूभर हो गया है। नाराज़ लोगों ने धरणीधर चौराहे पर एक घंटे तक धरना दिया और चेतावनी दी कि यदि जल्द सुधार नहीं हुआ तो वे वहीं अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ जाएंगी। दो साल पहले हुआ अधूरा सीवरेज काम बना परेशानी की जड़ स्थानीय लोगों के अनुसार, करीब दो साल पहले यहां सीवरेज का काम शुरू किया गया था। लेकिन ठेकेदार ने सड़क को बिना सही तरीके से बहाल किए छोड़ दिया। सीवरेज पाइप लाइन भी ठीक से नहीं बिछाई गई। कई स्थानों से गंदा पानी रिस रहा है, जो सड़क पर फैलकर कीचड़ का रूप ले चुका है। बारिश के दिनों में स्थिति और भी बदतर हो जाती है, जिससे क्षेत्रवासी बेहद परेशान हैं। अधूरा पड़ा नाला, सड़क पर जमा हो रहा सारा पानी निवासियों का आरोप है कि जब नगर परिषद में कांग्रेस का बोर्ड था, तब इस रोड के लिए नाला निर्माण की योजना बनी थी। यह नाला महेशपुरम से आगे निकलकर बारिश और सीवरेज का पानी सड़क पर जमा होने से रोकता। लेकिन काम आधा छोड़ दिया गया। लोगों का कहना है कि उस समय वार्ड में कांग्रेस का पार्षद था, और पार्षद ने नाले का काम पूरा नहीं किया। नतीजतन पूरा पानी सड़क पर फैलकर सड़क तोड़ रहा है। सीवरेज की लीकेज ने हालत और खराब कर दी है। एक ही मुद्दे पर दो राय—कौन जिम्मेदार? आज पार्षद पूरी गलती नगर परिषद की बता रहे हैं, जबकि कई लोगों का कहना है कि जब कांग्रेस का बोर्ड और उनका ही पार्षद था, तब सुधार क्यों नहीं हुआ? स्थानीय स्तर पर भी पार्षद द्वारा नाला बनने न देने का आरोप लगाया जा रहा है। क्षेत्रवासी कहते हैं कि सड़क और सीवरेज दोनों जगह आधा-अधूरा काम हुआ और इसका खामियाजा लोग आज तक भुगत रहे हैं। महिलाओं का नेतृत्व—गुस्सा और नाराज़गी सड़क पर धरने में कई महिलाएं सक्रिय रूप से शामिल हुईं। इनमें प्रियंका गुर्जर, निर्मला धाकड़, इंद्रा हेडा, कंचन संचेती, सुशीला सुथार, ऋतु बोलिया, नीतू उपाध्याय और गुनगुन संचेती शामिल रहीं। महिलाओं ने कहा कि निंबाहेड़ा और उदयपुर जाने वाले भी इसी मार्ग का उपयोग करते हैं। ऐसे में रोज सैकड़ों वाहन इस रास्ते से गुजरते हैं और खराब सड़क के कारण हादसे का खतरा बना रहता है। धरना और बढ़ता विवाद—पार्षद प्रतिनिधि भी मौके पर पहुंचे धरने में पार्षद प्रतिनिधि मनोहर मेनारिया खुद शामिल थे। बाद में पूर्व कांग्रेस विधायक पहुंचे और लोगों को समझाकर धरना खत्म करवाया। लेकिन आरोप है कि पार्षद आज धरने पर बैठे है जबकि उनके रहते इस सड़क को ठीक नहीं किया गया और ना ही वो नाला बनने दिया, जिसका फायदा क्षेत्र वासियों को हो सकता था। पानी निकासी के बिना सड़क बनेगी तो फिर टूटेगी—JEN भरत जेईएन भरत जाट ने बताया कि सीवरेज लाइन का WMM रेस्टोरेशन हो चुका है, लेकिन मुख्य समस्या नाले की अनुपस्थिति है। उन्होंने कहा कि धरणीधर चौराहे के आगे लगभग 600 मीटर का नाला अधूरा पड़ा है। यदि बिना नाला बनाए सड़क बना भी दी जाए तो पूरा पानी फिर सड़क पर आएगा और कुछ ही समय में फिर डैमेज हो जाएगी। इसलिए पहले नाला बनना जरूरी है। उन्होंने बताया कि नाला निर्माण के लिए नया एस्टीमेट तैयार किया जा रहा है और दो दिन पहले ही इसे आगे बढ़ाने के निर्देश मिले हैं। महेशपुरम की तरफ का नाला बना, बीच का हिस्सा बाकी—अब जल्द होगा काम अधिकारियों ने बताया कि महेशपुरम तरफ का नाला बना हुआ है, लेकिन आगे का हिस्सा अधूरा है। यह अधूरापन ही पूरे इलाके की समस्या का कारण है। अब नया एस्टीमेट तैयार होने के बाद नाला और सड़क दोनों का काम साथ-साथ करवाने की योजना बनाई जा रही है, ताकि सड़क लंबे समय तक ठीक स्थिति में बनी रहे।
बैतूल-सारणी हाईवे पर दो बाइकों की भिड़ंत:किशोर समेत दो जनों की जान गई; दंपती गंभीर घायल
बैतूल-सारणी स्टेट हाईवे पर रानीपुर और डैम जोड़ के बीच गुरुवार देर रात एक सड़क हादसा हो गया। इस दुर्घटना में दो लोगों की मौके पर मौत हो गई, जबकि एक दंपती गंभीर घायल हो गया। मृतकों में एक 16 वर्षीय किशोर और एक युवक शामिल हैं। जानकारी के अनुसार, बांका शाहपुर से खोखरा जा रहे सुखलाल पांसे अपनी पत्नी संतो पांसे और जवाई राजेश काजले (32), निवासी कांटा वाड़ी, के साथ एक बाइक पर सवार थे। आम ढाना के पास पेट्रोल पंप के सामने उनकी बाइक सामने से आ रही दूसरी बाइक से टकरा गई। दूसरी बाइक पर कुही निवासी पीयूष उईके (16) सवार था, जो बैतूल से अपने घर लौट रहा था। किशोर ने मौके पर ही तोड़ा दमटक्कर इतनी भीषण थी कि पीयूष उईके की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, राजेश काजले ने घोड़ाडोंगरी ले जाते समय दम तोड़ दिया। हादसे में सुखलाल पांसे और उनकी पत्नी संतो पांसे गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना की सूचना मिलते ही रानीपुर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शवों को घोड़ाडोंगरी सीएचसी भिजवाया, जहां सुबह उनका पोस्टमॉर्टम किया जाएगा। हादसे के बाद बैतूल-सारणी मार्ग पर कुछ समय के लिए जाम लग गया था, जिसे पुलिस ने मौके पर पहुंचकर नियंत्रित किया। रानीपुर थाना प्रभारी अरविंद कुमरे ने बताया कि मृतकों के परिजनों को सूचना दे दी गई है। पुलिस ने दोनों मामलों में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
राणा सांगा बयान मामला: एमपी-एमएलए कोर्ट में सुनवाई टली, अगली तारीख 5 दिसंबर आगरा। राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन के विवादित राणा सांगा बयान से जुड़े सिविल रिवीजन केस की सुनवाई बुधवार को एमपी/एमएलए कोर्ट (एडीजे-19), आगरा में हुई। अदालत में विपक्षी संख्या-1 अखिलेश यादव की ओर से अधिवक्ता रईसुद्दीन उपस्थित हुए, जबकि विपक्षी संख्या-2 रामजी लाल सुमन एक बार फिर कोर्ट में पेश नहीं हुए। कोर्ट ने सुमन को दोबारा नोटिस जारी करने के आदेश दिए हैं और मामले की मूल पत्रावली तलब करते हुए अगली सुनवाई की तारीख 5 दिसंबर 2025 निर्धारित की है। यह मामला 21 मार्च 2025 से शुरू हुए उस विवाद से जुड़ा है, जब राज्यसभा में चर्चा के दौरान रामजी लाल सुमन ने 16वीं सदी के राजपूत शासक राणा सांगा को “गद्दार” बताया था। उन्होंने यह भी कहा था कि राणा सांगा ने बाबर को भारत बुलाने में मदद की थी, ताकि इब्राहिम लोदी को हराया जा सके। सुमन ने बाद में स्पष्ट किया था कि यह उनका निजी विचार नहीं बल्कि एक ऐतिहासिक व्याख्या है। इस बयान के बाद देशभर में विरोध शुरू हो गया। कई राजपूत संगठनों और हिंदू संगठनों, विशेष रूप से करणी सेना ने तीखी प्रतिक्रिया दी। 26 मार्च 2025 को आगरा में कथित तौर पर करणी सेना समर्थकों ने रामजी लाल सुमन के आवास के बाहर हंगामा किया, जिसमें कुछ वाहनों और संपत्ति को नुकसान पहुंचा। इसके बाद सुमन ने अपनी सुरक्षा बढ़ाने की मांग की थी। विवाद के बाद सुमन के खिलाफ कई याचिकाएं दाखिल की गईं। आगरा सिविल कोर्ट में पहला वाद 18 अप्रैल 2025 को खारिज हो गया था। इसी तरह 20 मई 2025 को हाथरस की एमपी-एमएलए कोर्ट ने भी याचिका यह कहते हुए खारिज कर दी कि संसद के भीतर दिया गया बयान संसदीय विशेषाधिकार के तहत आता है। इसके बाद वादी पक्ष ने रिवीजन दाखिल किया, जिस पर अब आगरा की एमपी/एमएलए कोर्ट में सुनवाई चल रही है। फिलहाल मामला कानून के साथ-साथ सामाजिक और राजनीतिक बहस का मुद्दा भी बना हुआ है। अब सभी की निगाहें 5 दिसंबर 2025 की अगली सुनवाई पर टिकी हैं, जहां अदालत आगे की कार्रवाई तय करेगी।
लखनऊ के इंदिरा नगर थाना क्षेत्र के खुर्रमनगर में एक युवक का अज्ञात कार सवारों ने अपहरण कर लिया। युवक अपने दोस्त के साथ घूमने निकला था। सीमैप के पास अज्ञात कार सवारों ने उसे किडनैप कर लिया। पुलिस मुकदमा दर्ज करके जांच कर रही है। अवरार नगर ढलान के पास रहने वाली आयसा पत्नी फुरकान ने बताया- उनके पति फुरकान मेकेनिक का काम करते हैं। बुधवार शाम अपने दोस्त रितेश के साथ शाम करीब 7:30 बजे सीमैप की तरफ जा रहे थे। युवक को गाड़ी में डालकर ले गए रास्ते में किसी बात को लेकर उनकी अज्ञात कार सवार युवकों से कहासुनी हो गई। इस दौरान कार सवार लोगों ने फुरकान को जबरन अपनी गाड़ी में बैठा लिया और मौके से फरार हो गए। घटना की जानकारी फुरकान के दोस्त रितेश ने घर पहुंचकर आयसा को दी। पुलिस मनी एंगल की कर रही जांच आयसा के मुताबिक फुरकान का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है। परिजन बेहद परेशान हैं और पुलिस से उनके पति को जल्द ढूंढने की गुहार लगाई है। मामले में इंस्पेक्टर इंदिरा नगर सुनील सिंह ने बताया कि सीसीटीवी की मदद से तलाश की जा रही है। हालांकि जांच में पत्नी से विवाद की बात भी सामने आया है। ऐसे में दोनों एंगल पर जांच चल रही है।
रायसेन के गौहरगंज में 6 साल की बच्ची से दरिंदगी के आरोपी सलमान की गिरफ्तारी न होने पर अब जनआक्रोश तेजी से बढ़ने लगा है। हिंदू उत्सव समिति और संस्कृति बचाओ मंच ने पुलिस प्रशासन को अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि 4 दिन के अंदर आरोपी गिरफ्तार नहीं हुआ तो भोपाल बंद कराया जाएगा। हिंदू उत्सव समिति के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने कहा- 'हम अब और इंतजार नहीं करेंगे। ऐसी घटनाओं को हिंदू समाज कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। अगर आरोपी को पकड़कर कड़ी सजा नहीं दी गई, तो हमें सड़क पर उतरकर राजधानी को पूरी तरह बंद करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि बच्ची को न्याय दिलाने की लड़ाई अब पूरे समाज की लड़ाई बन चुकी है और लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। करणी सेना की एंट्री, इनाम का ऐलान घटना को लेकर क्षत्रिय करणी सेना मध्यप्रदेश भी पूरी तरह सक्रिय हो गई है। संगठन के कार्यवाहक अध्यक्ष आशु सिंह ने आरोपी की गिरफ्तारी पर ₹11,000 का इनाम घोषित किया। उन्होंने कहा जो भी व्यक्ति या पुलिस अधिकारी सलमान को पकड़कर 24 घंटे के भीतर पुलिस के सामने पेश करेगा, उसे नगद पुरस्कार और सम्मान दिया जाएगा। आशु सिंह ने मांग की कि ऐसे अपराधियों पर तुरंत फांसी या पुलिस एनकाउंटर जैसे कड़े दंड का प्रावधान हो, ताकि आने वाले समय में कोई भी नाबालिग के साथ ऐसी दरिंदगी करने की हिम्मत न जुटा सके।संगठन का एक प्रतिनिधिमंडल पीड़ित परिवार से मुलाकात कर सहायता भी प्रदान करेगा। गौहरगंज व आसपास में तनाव का माहौल बच्ची से हुई दरिंदगी के बाद से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। बीते तीन दिनों से धरना जारी है और आरोपी की गिरफ्तारी की मांग तेज होती जा रही है। कई सामाजिक संगठन भी आंदोलन में शामिल हो गए हैं। लोगों की मांग है- गिरफ्तारी हो या फिर एनकाउंटर। स्थानीय लोगों का कहना है कि आरोपी सलमान को जल्द से जल्द पकड़कर कड़ी सजा दी जाए। लोगों का यह भी आरोप है कि जिला बदर रहने के बावजूद आरोपी गांव में किराए से रह रहा था, जो प्रशासनिक चूक है। ये खबर भी पढ़ें... 'पापा...जो अंकल घर आए थे, वही जंगल ले गए' बिटिया घर के सामने वाले रास्ते से लड़खड़ाती हुई आ रही थी। पूरी खून से लथपथ थी। मुझे देखते ही घबराहट में 'पापा' कहकर लिपट गई। बस इतना ही कह पाई कि जो अंकल घर आए थे, वही मुझे जंगल में ले गए। कहते-कहते उसकी आवाज टूट गई और वह मेरे ही हाथों में बेहोश होकर गिर पड़ी। पूरी खबर पढ़ें...
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के वर्क सर्कल-8 में कार्यरत तकनीकी सुपरवाइजर दीपक सिंह ने राजनीतिक दबाव और मानसिक उत्पीड़न से परेशान होकर अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उनका इस्तीफा पत्र सामने आते ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे प्राधिकरण में हड़कंप मचा है। दीपक ने पत्र में लिखा है कि कुछ राजनीतिक और असामाजिक तत्व उन पर गलत कार्यों का दबाव बना रहे थे। इनकार करने पर उन्हें नौकरी से निकालने और घर में भैंस बांधने तक की धमकियां दी गईं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पिछले पांच दिनों से उन्हें प्राधिकरण के ही कुछ अधिकारी और कर्मचारी लगातार प्रताड़ित कर रहे थे। मामले के बाद वरिष्ठ अधिकारी मौन हैं, जबकि सहकर्मियों ने पुष्टि की है कि पत्र दीपक ने ही लिखा। बोले- गलत काम करने का दबाव बनाया दीपक सिंह, जो एटा जिले के निवासी हैं, ने बताया कि वे हमेशा प्राधिकरण के हित में कार्य करते रहे, लेकिन गलत काम करने के लिए उन पर लगातार दबाव बनाया गया। कथित तौर पर स्वयं को विधायक प्रतिनिधि बताने वाला एक व्यक्ति फोन पर उन्हें धमकाता था। दीपक के अनुसार, पांच दिनों से स्थिति असहनीय हो गई और कुछ अधिकारी-कर्मचारी भी प्रताड़ना में शामिल थे। सहकर्मियों का कहना है कि दीपक कई दिनों से मानसिक तनाव में थे और बार-बार धमकियों की शिकायत कर रहे थे। सोशल मीडिया पर इस्तीफा वायरल होने के बाद प्राधिकरण में चर्चा तेज है। हालांकि, वरिष्ठ अधिकारियों ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। दीपक ने अपना फोन बंद कर लिया है और मीडिया से बात करने से इनकार किया है। पत्र में लगाया उत्पीड़न का आरोप इस्तीफा पत्र में दीपक सिंह ने लिखा है कि वे प्राधिकरण के हित में ईमानदारी से कार्य करते रहे, लेकिन कुछ राजनीतिक और असामाजिक तत्व लगातार उन पर गलत काम करने का दबाव बना रहे थे। गलत कार्य से इनकार करने पर उन्हें नौकरी से निकाल देने की धमकी दी गई और वर्क सर्कल के वॉट्सऐप ग्रुप में घर के अंदर भैंस बांधने तक की धमकी दी गई। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि पिछले पांच दिनों से उन्हें अत्यधिक मानसिक उत्पीड़न झेलना पड़ रहा है, जिसमें प्राधिकरण के कुछ अधिकारी और कर्मचारी भी शामिल हैं। लगातार बढ़ रही धमकियों और दबाव के कारण वे अपनी नौकरी जारी नहीं रख पा रहे हैं, इसलिए मजबूर होकर इस्तीफा दे रहे हैं। पत्र में यह भी बताया गया कि फोन पर धमकी देने वाला व्यक्ति खुद को विधायक प्रतिनिधि बताकर दबाव डालता था।
शाजापुर में गुरुवार को पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह ने राजराजेश्वरी माता मंदिर परिसर में सनकोटा से टुकराना जोड़ तक बनने वाले फोरलेन मार्ग का भूमि पूजन किया। इस सड़क के निर्माण पर लगभग 106 करोड़ रुपए खर्च होंगे। कार्यक्रम के दौरान मंत्री राकेश सिंह ने भाजपा कार्यकर्ताओं और उपस्थित नागरिकों को संबोधित किया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि सड़क निर्माण में गुणवत्ता से किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इंजीनियर लगातार इसकी निगरानी करेंगे और हर महीने दो बार चलित लैब से सड़क की गुणवत्ता की जांच कराई जाएगी। मंत्री बोले- गुणवत्ता से खिलवाड़ किया तो ब्लैकलिस्ट करेंगे मंत्री ने ठेकेदारों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर किसी ने गुणवत्ता से खिलवाड़ किया तो उसे सीधे ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा। उन्होंने जनता से भी अपील की कि वे निर्माण कार्य पर नजर रखें और कोई कमी दिखने पर तुरंत अधिकारियों को सूचित करें। बिहार चुनाव पर भी की टिप्पणी अपने संबोधन में मंत्री राकेश सिंह ने बिहार की राजनीति पर भी टिप्पणी की। उन्होंने लालू प्रसाद यादव के पुराने नारे “समोसे में आलू और बिहार में लालू” का जिक्र करते हुए कहा कि अब “आलू और समोसा दोनों हैं, लेकिन लालू जी का कहीं पता नहीं है।” उन्होंने कहा कि अब जनता विकास कार्यों के आधार पर वोट देती है। उन्होंने कांग्रेस शासनकाल का उल्लेख करते हुए कहा कि उस समय सड़कों और बिजली को ढूंढना पड़ता था, जबकि आज सड़कें इतनी अच्छी हैं कि गड्ढे ढूंढने पर भी नहीं मिलते। 20 वर्षों के विकास का दावा मंत्री ने बताया कि मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार को 20 वर्ष पूरे हो चुके हैं और इन वर्षों में प्रदेश को तेजी से विकसित किया गया है। उन्होंने कहा कि सड़क, बिजली और बुनियादी सुविधाओं के क्षेत्र में प्रदेश ने उल्लेखनीय प्रगति की है। कार्यकर्ताओं ने बरसाए फूल कार्यक्रम में मंत्री के पहुंचते ही भाजपा कार्यकर्ताओं ने उन पर फूलों की वर्षा की। इसी दौरान एक रोचक स्थिति तब बनी जब मंत्री ने एक कार्यकर्ता के हाथ से फूलों की थैली लेकर उसे वापस उसी कार्यकर्ता पर डाल दिया। इस दौरान मंच और परिसर में मौजूद लोगों के बीच उत्साह का माहौल देखा गया।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) की ओर से किए गए पुनर्मूल्यांकन में ए+ ग्रेड हासिल किया है। नैक की ओर से गुरुवार को नैक ग्रेडिंग की सूचना विश्वविद्यालय को प्राप्त हुई। कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव की अध्यक्षता में शाम को चले कायाकल्प कार्यक्रम में विश्वविद्यालय स्टाफ को यह जानकारी कुलपति ने खुद दी। इविवि को इससे पहले बी++ ही ग्रेड प्राप्त था। 13 अक्टूबर को हुआ था नैक टीम का दौरा इलाहाबाद विश्वविद्यालय की गुणवत्ता यात्रा में एक महत्वपूर्ण मोड़ के रूप में 13 अक्टूबर को नैक पीयर टीम का पुनः दौरा हुआ। एक प्रतिष्ठित केंद्रीय विश्वविद्यालय के वरिष्ठ कुलपति और अनुभवी वरिष्ठ शिक्षाविदों की टीम ने इस विश्वविद्यालय के शैक्षणिक कार्यक्रमों, शोध उत्पादन, संचालन व्यवस्था एवं सुशासन संरचनाओं की विस्तृत समीक्षा की थी। इसमें यह उपलब्धि हासिल हुई। यह उपलब्धि उस प्रारंभिक नैक मूल्यांकन के बाद आई है, जो 27 से 29 मई 2025 के बीच हुआ था और जिसमें विश्वविद्यालय को ए ग्रेड प्राप्त हुआ था। हालांकि वह उपलब्धि प्रशंसनीय थी, लेकिन विश्वविद्यालय नेतृत्व ने इसे एक शुरुआती चरण माना, न कि अंतिम लक्ष्य। संभावनाओं को और साकार करने की दृढ़ इच्छा से नैक ने तुरंत पुनर्मूल्यांकन को के लिए आवेदन किया और लक्षित सुधारों में संसाधन लगाए। बोलीं, कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव इस उपलब्धि पर इविवि की कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव ने कहा कि ए-ग्रेड एक मजबूत आधार था, पर हमारा लक्ष्य उससे आगे था। यह पुनर्मूल्यांकन केवल प्रक्रिया नहीं थी, बल्कि वैश्विक मानकों के अनुरूप स्वयं को ढालने का हमारा संकल्प था। इस सफलता के पीछे इविवि के आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (आईक्यूएसी) और नैक रिपोर्ट तैयार करने वाली समिति का अथक परिश्रम रहा। प्रो. मनोज कुमार की अध्यक्षता में समिति ने विस्तृत रूप से सेल्फ स्टडी रिपोर्ट (एसएसआर) तैयार की, डेटा का सत्यापन किया, हितधारकों से संवाद किया और मॉक मूल्यांकन आयोजित किए। पाठ्यक्रम नवाचार, शोध पारिस्थितिकी, समावेशन प्रयासों, डिजिटल अवसंरचना आदि हर पहलू की समीक्षा कर उसमें सुधार किया गया। प्रो. कुमार के नेतृत्व ने फीडबैक प्रणालियों को सहजता से एकीकृत करते हुए चुनौतियों को विकास के अवसरों में बदला।
राजस्थान में पहली बार हो रहे खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में गुरुवार का दिन स्विमिंग स्टार भव्या सचदेवा के नाम रहा। जैन यूनिवर्सिटी की भव्या ने 800 मीटर फ्रीस्टाइल, 200 मीटर फ्रीस्टाइल और 4x100 मीटर मेडले रिले में गोल्ड मेडल जीतकर अपने कुल गोल्ड की संख्या सात कर ली। भव्या के प्रदर्शन ने जैन यूनिवर्सिटी को मेडल तालिका में मजबूती से शीर्ष पर पहुंचा दिया। जैन यूनिवर्सिटी के तैराकों ने अब तक 20 गोल्ड अपने नाम किए हैं। एलपीयू ने तीरंदाजी-शूटिंग में जीते चार गोल्ड लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (एलपीयू) और गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी दूसरे स्थान की होड़ में हैं। एलपीयू ने तीरंदाजी और शूटिंग में मिलाकर चार गोल्ड जीतकर गोल्ड की संख्या 13 कर ली, जबकि गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के पास 14 गोल्ड हैं। एलपीयू की अंशिका कुमारी और देवांग गुप्ता ने रिकर्व महिला और पुरुष फाइनल जीतकर दो-दो गोल्ड अपने नाम किए। टीम इवेंट में भी एलपीयू ने महिला और पुरुष दोनों वर्गों में गोल्ड पर कब्जा किया। हालांकि रिकर्व मिक्स्ड टीम फाइनल में एलपीयू को रानी दुर्गावती यूनिवर्सिटी ने टाईब्रेकर में हरा दिया। लोगेश्वरन एस ने 79 किग्रा कैटेगरी में उठाया कुल 305 किलो वजन पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल में मणिपाल यूनिवर्सिटी राजस्थान के यशवर्धन ने 252.7 के फाइनल स्कोर के साथ गेम्स का पहला गोल्ड जीता। 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल में एलपीयू के राजकंवर सिंह संधू ने 29 पॉइंट के साथ गोल्ड जीता। तिरुवल्लूर यूनिवर्सिटी के लोगेश्वरन एस ने 79 किलो कैटेगरी में कुल 305 किलो वजन उठाकर अपनी तीसरी मौजूदगी में पहला केआईयूजी गोल्ड जीता। पुरुषों की 88 किग्रा श्रेणी में देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी के परीक्षित सोनी ने 278 किलो उठाकर गोल्ड पर कब्जा किया। महिला टीम योगासन में पतंजलि यूनिवर्सिटी ने गोल्ड जीता। पुरुष टीम में पंजाब यूनिवर्सिटी 388.41 स्कोर के साथ टॉप पर रही। गेम्स के मल्टीपल इवेंट्स में गुरुवार को शानदार मुकाबले हुए और कई नए चैंपियन सामने आए। जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम और बीकानेर सहित कई वेन्यू पर खेलों का रोमांच दिनभर चरम पर रहा।
हाईकोर्ट ने जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (जेवीवीएनएल) पर एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। जस्टिस गणेशराम मीणा की अदालत ने महेश कुमार सैनी की याचिका पर यह आदेश दिया। अदालत ने कर्मचारी की बर्खास्तगी के खिलाफ विभागीय अपील पर 14 साल बाद भी फैसला नहीं होने पर नाराजगी जताते हुए एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया। कोर्ट ने कहा कि विभाग लंबे समय तक अपील लंबित रहने का पुख्ता कारण बताने में असमर्थ है। अपील पर एक महीने में निर्णय ले जेवीवीएनएल अदालत ने जेवीवीएनएल को याचिकाकर्ता की अपील पर एक माह में निर्णय लेने के निर्देश दिए। वहीं हर्जाना राशि दो सप्ताह में याचिकाकर्ता को देने को कहा है। इस मामले में अपील लंबित रहते कर्मचारी का निधन हो गया, जिससे पत्नी को विभागीय फैसले का इंतजार है। बेटे को अनुकंपा नियुक्ति नहीं मिल पा रही। साल 2009 में हुई थी बर्खास्तगीएडवोकेट हनुमान चौधरी ने कोर्ट को बताया कि प्रार्थी के पिता रामेश्वर प्रसाद जयपुर विद्युत वितरण निगम में कर्मचारी थे। मानसिक बीमारी के चलते अनुपस्थिति के कारण निगम ने 3 दिसंबर 2009 को बर्खास्त कर दिया। याचिकाकर्ता की मां ने वर्ष 2011 में बर्खास्तगी के खिलाफ विभागीय अपील की, जो अब तक लंबित है। इस बीच पिछले साल याचिकाकर्ता के पिता का निधन हो गया। अपील पर निर्णय नहीं होने से बर्खास्तगी आदेश लंबित है। ऐसे में याचिकाकर्ता को अनुकंपा नियुक्ति नहीं मिल पा रही। याचिका में अनुकंपा नियुक्ति दिलाने की गुहार की गई है।
सहारनपुर में थ्रेसर मशीन से मजदूर की मौत:उड़द निकालते समय चलती मशीन में कपड़ा फंसने से हुई दुर्घटना
सहारनपुर के गंगोह में थ्रेसर मशीन की चपेट में आने से एक मजदूर की मौत हो गई। यह घटना गुरुवार देर शाम बुड्ढाखेड़ा गंगोह बाईपास रोड स्थित एक खेत में हुई। मृतक की पहचान कोतवाली क्षेत्र के गांव खानपुर गुर्जर निवासी शराफत पुत्र मुदा के रूप में हुई है। शराफत अपने भाई के साथ थ्रेसर मशीन चलाने का काम करता था। घटना के समय शराफत अपने भाई के साथ खेत में उड़द निकालने का काम कर रहा था। मशीन चलते-चलते अचानक जाम हो गई, क्योंकि उसमें उड़द फंस गई थी। शराफत ने जाम खोलने के लिए चलती मशीन पर चढ़ने का प्रयास किया। इसी दौरान उसका एक कपड़ा मशीन के अंदर फंस गया। मशीन ने उसे अपनी ओर खींच लिया, जिससे उसका शरीर गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गया। शराफत की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद खेत में अफरा-तफरी मच गई। शराफत का भाई, जो मशीन चला रहा था, उसने गांव पहुंचकर घटना की सूचना दी। सूचना मिलते ही परिजन और ग्रामीण मौके पर पहुंचे। परिजनों के अनुसार, शराफत अपने परिवार का मुख्य कमाने वाला था और खेती-बाड़ी के मौसम में थ्रेसर मशीन चलाकर घर का खर्च चलाता था। परिजनों ने किसी भी कानूनी कार्रवाई से इनकार करते हुए शव को अपने साथ गांव ले गए। गांव में देर रात तक शोक का माहौल बना रहा।
उत्तर प्रदेश में शिक्षक संगठनों ने परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों को BLO ड्यूटी से मुक्त करने की मांग की है। उनका कहना है कि इससे बच्चों की परीक्षा तैयारी प्रभावित हो रही है और पठन-पाठन बाधित हो रहा है। संगठनों ने मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप करने की अपील की है। प्रदेश में 10 दिसंबर से परिषदीय विद्यालयों में होने वाली अर्द्धवार्षिक परीक्षाओं की तैयारी बीच शिक्षकों की बूथ लेवल आफिसर (BLO) ड्यूटी को लेकर शिक्षक संगठनों ने आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि BLO ड्यूटी से पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है और बच्चों की परीक्षा तैयारी पर बुरा असर पड़ रहा है। मुख्यमंत्री को पत्र भेजा उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विनय तिवारी और महामंत्री उमाशंकर सिंह ने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में कहा है कि कई जिलों में शिक्षकों को BLO के रूप में तैनात कर दिया गया है, जबकि शिक्षा अधिकार अधिनियम में स्पष्ट है कि शिक्षकों से गैर-शैक्षणिक कार्य नहीं लिए जाएंगे। संघ ने कहा कि ड्यूटी लगने से परिषदीय विद्यालयों में पढ़ाई बाधित है और परीक्षाओं से पहले बच्चों की तैयारी प्रभावित होना चिंता की बात है। संघ ने शिक्षकों को BLO ड्यूटी से तुरंत मुक्त करने की मांग की है। मृतक आश्रितों के लिए सरकारी नौकरी की मांग उत्तर प्रदेश बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने BLO से जुड़ी समस्याओं पर सरकार और चुनाव आयोग का ध्यान आकर्षित किया है। उन्होंने कहा- हाल में जिन बीएलओ के साथ घटनाएं हुई हैं, उनके परिजनों को सरकारी नौकरी दी जाए। चुनाव आयोग उनके परिवार को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करें। किसी भी BLO पर लक्ष्य पूरा करने का दबाव न बनाया जाए।
शिवपुरी के नर्सरी ग्राउंड में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन गुरुवार को बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने दिव्य दरबार लगाया। कार्यक्रम में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा और अनुमान है कि एक लाख से अधिक लोग अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे। शास्त्री ने दो घंटे से अधिक समय तक भक्तों की सुनी और उनका निदान बताया। दिव्य दरबार के दौरान शास्त्री ने भीड़ में बैठे भक्तों को नाम लेकर बुलाया। उन्होंने अशोक, ज्योति, मनोज, राहुल और एक बुजुर्ग महिला का उल्लेख करते हुए बताया कि उनकी अर्जियां स्वीकार कर ली गई हैं। शास्त्री ने बिना पूछे ही पर्चे पर भक्तों की समस्याएं लिखीं और उनके समाधान भी बताए। इस दौरान प्रेतबाधा से पीड़ित कई लोगों का उपचार किया गया। राहत पाकर कई भक्तों की आंखों में आंसू छलक उठे। 30 नवंबर को लगेगा अगला दिव्य दरबार महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने घोषणा की कि 30 नवंबर को कथा के समापन के बाद एक और दिव्य दरबार लगाया जाएगा। उन्होंने उन लोगों से उस दिन आने का आग्रह किया जो इस बार भीड़ और समय की कमी के कारण पहुँच नहीं सके। मंच पर पहुंचे केंद्रीय मंत्री सिंधिया, की घोषणाकथा के दौरान केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भगवान कृष्ण जन्मोत्सव की बधाई देने मंच पर पहुंचे। महंत शास्त्री ने मुस्कुराते हुए कहा कि बिना दक्षिणा के दी गई बधाई अधूरी रहती है। उन्होंने शिवपुरी में 108 फीट ऊंची महादेव प्रतिमा और 12 ज्योतिर्लिंग स्थापित करने को अपनी दक्षिणा के रूप में स्वीकार करने की बात कही। सिंधिया ने मंच से तुरंत घोषणा की “महाराज जी का आदेश शत-प्रतिशत पूरा किया जाएगा।” इस घोषणा के साथ ही पूरा पंडाल जयकारों से गूंज उठा और वातावरण भक्तिमय हो गया।
बलिया में रिसेप्शन पार्टी में आशीर्वाद के दौरान दूल्हा-दुल्हन के स्टेज से गिरने का वीडियो सामने आया है। रामलीला मैदान में आयोजित समारोह में वर-वधु को आशीर्वाद देने के लिए बीजेपी जिलाध्यक्ष, पूर्व सांसद और विधायक प्रतिनिधि समेत तमाम नेता पहुंचे थे। सभी एक साथ वर-वधु को आशीर्वाद देने के लिए स्टेज पर चढ़ गए। वजन ज्यादा पड़ने से स्टेज टूट गया। वर-वधु समेत सभी लोग स्टेज से नीचे गिर गए। हालांकि किसी को गंभीर चोट नहीं आई। दूल्हा-दुल्हन भी सुरक्षित हैं। घटना बुधवार की है। वीडियो गुरुवार को सामने आया है। अब जानिए पूरा मामला... शहर के रामलीला मैदान में बुधवार को बीजेपी नेता अभिषेक सिंह इंजीनियर के भाई का रिसेप्शन था। रिसेप्शन में बीजेपी के तमाम नेताओं को निमंत्रण दिया गया था। वर-वधु स्टेज पर बैठे हुए थे। इसी दौरान स्टेज पर बीजेपी के जिलाध्यक्ष संजय मिश्र, बलिया लोकसभा से पूर्व सांसद भरत सिंह, बांसडीह विधायक केतकी सिंह के प्रतिनिधि विश्राम सिंह और बीजेपी के पूर्व जिला महामंत्री सुरजीत सिंह समेत कई बीजेपी नेता वर-वधु को आशीर्वाद देने के लिए स्टेज पर चढ़े। बीजेपी नेता अभिषेक सिंह इंजीनियर के भाई ने सभी का पैर छूकर आशीर्वाद लिया। इसके बाद सभी लोग वर-वधु को आशीर्वाद देने के लिए उनके पास गए, लेकिन तभी स्टेज ही टूट गया। स्टेज के टूटते ही वर-वधु समेत बीजेपी जिलाध्यक्ष संजय मिश्र, पूर्व सांसद भरत सिंह, बांसडीह विधायक प्रतिनिधि विश्राम सिंह और बीजेपी के पूर्व जिला महामंत्री सुरजीत सिंह नीचे गिर गए। स्टेज पर चढ़ गए अधिक लोग सभी को वहां से निकाला गया। हालांकि संयोग अच्छा था कि किसी को गंभीर चोट नहीं आई। हादसे को लेकर बीजेपी जिलाध्यक्ष संजय मिश्र ने बताया- मंच कमजोर था। आशीर्वाद देने के लिए अवश्यकता से अधिक लोग मंच पर चढ़ गए, जिसकी वजह से मंच टूट गया। एक कार्यकर्ता को हल्की चोटें आई है। बाकी संयोग अच्छा रहा कि किसी को भी गंभीर चोट नहीं आई। दूल्हा-दुल्हन सुरक्षित हैं --------------------- ये खबर भी पढ़ें.... रील बनाने पर माफिया अतीक के छोटे बेटे पर FIR:गाना बजाया था- तूफान और हम जब भी आते हैं... फाड़ के जाते हैं प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद के सबसे छोटे बेटे अबान अहमद (20) पर पहला मुकदमा दर्ज हुआ है। भड़काऊ REEL को लेकर बुधवार देर रात धूमनगंज थाने में केस दर्ज किया गया। दरअसल, एक शादी समारोह में शामिल हुए अबान का एक भड़काऊ वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया। इसमें एक धमकी भरा डायलॉग भी जोड़ा गया। रील के बैकग्राउंड में एक गाना लगाया गया। पढ़ें पूरी खबर...
रामायण मेला समिति, अयोध्या द्वारा 44वें रामायण मेले के सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ चीफ कमिश्नर इनकम टैक्स डॉ. शिखा दरबारी ने दीप प्रज्वलन कर किया। इस अवसर पर समिति के संरक्षक जगतगुरु रामानुजाचार्य स्वामी राघवाचार्य ने उन्हें पुष्प कुछ देकर आभार प्रकट किया। रामायण मेले के सांस्कृतिक संध्या में ॐ प्रकाश(गायन) ,मुंबई , डॉ विनीता सिंह गायन लखनऊ, सुरभी सिंह(कथक नृत्य) लखनऊ, विजय रामदास ( पखावज वादन), अयोध्या ,पूनम वर्मा, अम्बेडकरनगर, ने बधावा नृत्य एवं हरे राम दास की रामलीला का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर उपस्थित सभी श्रद्धालुओं ने रामायण के विभिन्न प्रसंगों का आनंद लिया और भगवान राम की भक्ति में लभ गए। रामायण मेला समिति के संयोजक आशीष मिश्रा ने बताया कि यह मेला 43 वर्षों से लगातार आयोजित किया जा रहा है और इस वर्ष 44वां रामायण मेला आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस मेले में रामायण के विभिन्न प्रसंगों का मंचन किया जाएगा और विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी राघवाचार्य जी ने बताया कि रामायण मेला एक ऐसा आयोजन है जो हमें भगवान राम की शिक्षाओं को याद दिलाता है और हमें जीवन के सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने कहा कि यह मेला अयोध्या की संस्कृति और धार्मिक भावना का प्रतीक है।
सिरसा जिले के गांव नाथूसरी कलां में एक बेटी की शादी में अनोखी बनौरी निकाली गई। यहां बेटी आरजू को घोड़ी पर बैठाकर बनौरी की रस्म पूरी की गई, जो आमतौर पर लड़कों के लिए होती है। इस पहल को बेटा-बेटी समानता का संदेश देने वाला कदम माना जा रहा है। यह विवाह समारोह गांव नाथूसरी कलां में आयोजित किया गया। दुल्हन आरजू को घोड़ी पर बैठाकर बनौरी निकाली गई। गांव के लोगों ने इस बार इस परंपरा को एक नई दिशा दी है। गांव निवासी आरजू की शादी 30 नवंबर 2025 को आईपीएस अधिकारी सुधीर से तय हुई है। वह गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (जीजेयू) हिसार के पूर्व रजिस्ट्रार देवेंद्र कासनियां की बेटी हैं। आरजू वर्तमान में यूपीएससी की तैयारी कर रही है। शादी को यादगार बनाने के लिए उठाया कदम : दुल्हन के चाचा आरजू के चाचा अनिल कासनियां ने बताया कि इस दिन को यादगार बनाने के लिए उन्होंने यह अनूठा कदम उठाया। परिवार के सदस्यों ने डीजे पर नाच-गाकर खुशी मनाई। आरजू ने कहा, मेरे माता-पिता ने हमेशा मुझे उसी तरह सहेजा और सम्मान दिया, जैसे किसी बेटे को दिया जाता है। अनिल कासनियां ने समाज में बदलाव की बात करते हुए कहा कि आज बेटियां किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। उन्होंने जोर दिया कि शिक्षा और जागरूकता के कारण अब रूढ़िवादी परंपराओं को लोग धीरे-धीरे छोड़ रहे हैं। पहले बेटियों को बोझ समझा जाता था, लेकिन अब लोगों की सोच बदल रही है।
आगर मालवा जिले के छावनी नाका चौराहे पर संचालित एक होटल पर पुलिस ने गुरुवार देर शाम कार्रवाई की। सीएसपी मोतीलाल कुशवाह के नेतृत्व में हुई इस कार्रवाई में पता चला कि होटल बिना लाइसेंस, बिना रजिस्ट्रेशन और बिना किसी सरकारी अनुमति के लंबे समय से चल रहा था। सभी कमरों की तलाशी, कोई नहीं मिला सीएसपी मोतीलाल कुशवाह, कोतवाली थाना प्रभारी शशि उपाध्याय, एसआई राखी गुर्जर और पुलिस टीम होटल के दूसरे मंजिल पर पहुंची और कमरों की तलाशी ली। सर्चिंग के दौरान किसी भी कमरे में कोई व्यक्ति नहीं मिला, लेकिन पुलिस कार्रवाई की खबर फैलते ही आसपास के इलाके में हड़कंप मच गया और बड़ी संख्या में लोग मौके पर इकट्ठा हो गए। रजिस्टर में स्थानीय लोगों के नाम, पहचान पत्र नहीं जांच के दौरान पुलिस ने रुकने वालों का रजिस्टर चेक किया तो अधिकांश नाम स्थानीय आगर शहर के लोगों के पाए गए, जो पुलिस को सबसे ज्यादा संदेहास्पद लगा। हैरानी की बात यह रही कि रजिस्टर में दर्ज किसी भी व्यक्ति का पहचान पत्र, पता, मोबाइल नंबर या कोई वैध प्रमाण मौजूद नहीं था। पुलिस अधिकारियों ने इस लापरवाही पर होटल संचालक को कड़ी फटकार लगाई। साथ ही रजिस्टर और अन्य दस्तावेज जब्त कर उन्हें थाने भेज दिया गया। बिना लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन चल रहा था जांच में यह भी पुष्टि हुई कि होटल मालिक के पास होटल संचालन के लिए कोई वैध लाइसेंस नहीं है। बिना सरकारी अनुमति के यह होटल लंबे समय से चल रहा था और कमरे किराए पर दिए जा रहे थे। सीएसपी मोतीलाल कुशवाह ने बताया सागर होटल की सर्चिंग में कोई वैध दस्तावेज नहीं मिले। इसे फिलहाल अस्थायी रूप से बंद करने के निर्देश दिए गए हैं। शहर के सभी होटलों की जांच की जाएगी, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कहीं आपराधिक तत्व इन होटलों का गलत इस्तेमाल तो नहीं कर रहे हैं।
लखनऊ के चिनहट थाना क्षेत्र स्थित हंसेमऊ में मकान में काम करने गए एक पेंटर के साथ जाति पूछकर मारपीट की गई। आरोप है काम पर पहुंचते ही उसका पूरा नाम पूछा फिर गाली देते हुए भगाने लगे। कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक ने वजह पूछी तो उसके साथ भी अभद्रता की। आजमगढ़ निवासी रामप्रीत राव लखनऊ कंस्ट्रक्शन कंपनी में बतौर पेंटर काम करता है। 18 नवंबर को वह हंसेमऊ बीबीडी स्थित उमेश यादव के मकान पर काम कर रहा था। जाति सूचक शब्द बोले इसी दौरान घर में मौजूद शैलेश यादव, उसका चचेरा भाई विपिन यादव, उमेश यादव और उमेश की पत्नी श्यामा यादव ने रामप्रीत से जात पूछी। प्रार्थी के हरिजन बताने पर आरोपी भड़क गए और जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए उसे घर से धक्का देकर बाहर करने लगे। तभी विपिन ने उसके गाल पर थप्पड़ भी मारा। सीने-पेट पर चोट आई शोर सुनकर साइट मैनेजर सोनू यादव और साथी शुभम यादव मौके पर पहुंचे और बीच-बचाव करने लगे। आरोप है कि इस पर विपिन और शैलेश ने तीनों के साथ गाली-गलौज करते हुए लाठियों से हमला कर दिया। मारपीट में शुभम के हाथ, सीने व पेट पर चोट आई, जबकि रामप्रीत के सीने पर भी चोट लगी। जान से मारने की धमकी दी हंगामा बढ़ने पर आरोपी घर के अंदर भागते हुए धमकी देने लगे कि अगर दोबारा घर के पास दिखे तो जान से मरवा देंगे। लखनऊ में कई गुंडे बना रखे हैं। पीड़ित पक्ष ने घटना की सूचना पुलिस को दी है। इंस्पेक्टर चिनहट दिनेश चंद्र मिश्रा का कहना मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच की जा रही है।
मऊगंज में गुरुवार शाम खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने डेयरियों और कई खाद्य दुकानों पर कार्रवाई की। कलेक्टर के निर्देश पर डिप्टी कलेक्टर पवन गोरैया और खाद्य निरीक्षक अमित तिवारी ने मऊगंज बाजार स्थित लक्ष्मी डेरी, मिश्रा डेरी सहित अन्य प्रतिष्ठानों का संयुक्त निरीक्षण किया। विभिन्न डेयरी उत्पादों के लिए गए सैंपल निरीक्षण के दौरान टीम ने दूध, खोवा, पनीर सहित विभिन्न डेयरी उत्पादों के नमूने लिए। इसके अतिरिक्त, खोवे से बनी मिठाइयों, छेना, लड्डू, जलेबी और नमकीन के भी नमूने एकत्रित किए गए। खाद्य निरीक्षक अमित तिवारी ने बताया कि कई दुकानों पर खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता संदिग्ध पाई गई, जिसके बाद तत्काल सैंपलिंग की गई। सभी नमूने जांच के लिए भोपाल स्थित खाद्य परीक्षण लैब भेजे जाएंगे। जांच रिपोर्ट आने पर अमानक पाए जाने वाले प्रतिष्ठानों पर होगी कार्रवाई खाद्य निरीक्षक ने यह भी बताया कि पहले भी लगभग 60 नमूने जांच के लिए भेजे जा चुके हैं, जिनकी रिपोर्ट अभी लंबित है। विभाग ने स्पष्ट किया है कि जांच रिपोर्ट आने पर अमानक पाए जाने वाले प्रतिष्ठानों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने सूचित किया है कि त्योहारों और बढ़ती मांग को देखते हुए बाजार में मिलावट पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। मऊगंज क्षेत्र में ऐसी कार्रवाइयां लगातार जारी रहेंगी, ताकि उपभोक्ताओं को सुरक्षित और शुद्ध खाद्य सामग्री मिल सके।

