भीलवाड़ा की प्रतापनगर थाना पुलिस ने ट्रक को खुर्द-बुर्द कर अवैध गतिविधियों में इस्तेमाल करने वाले गिरोह पर बड़ी कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी डिफॉल्टर वाहनों को किराए पर लेकर न केवल उन्हें गायब कर देते थे, बल्कि अवैध शराब और नशीले पदार्थों की तस्करी में भी इस्तेमाल करते थे। यह था मामला प्रतापनगर सीआई राजपालसिंह ने बताया कि 29 जुलाई को जाटों का खेड़ा निवासी बद्रीलाल वैष्णव ने रिपोर्ट दी कि उसका ट्रक आरोपी संपत सिंह, बालू सिंह, सरफराज उर्फ शेरू, फरजन और गोवर्धन ने मिलकर किरायानामा और अमानत के रूप में इकरारनामा लिखवाकर अपने कब्जे में ले लिया।किराया मांगने पर आरोपियों ने धमकाया। इनको किया गिरफ्तार इस रिपोर्ट पर पुलिस की विशेष टीम ने कार्रवाई करते हुए आरोपी गुलजार नगर निवासी मोहम्मद सरफराज (41) उर्फ शेरू और गायत्रीनगर मालोला रोड निवासी गोवर्धन शर्मा ( 50 )को गिरफ्तार कर लिया। संपत सिंह, बालू सिंह और फरजन की तलाश जारी है। आरोपियों को पकड़ने वाली टीम में प्रताप नगर थाना प्रभारी राजपाल सिंह, हेड कॉन्स्टेबल सुनील, कॉन्स्टेबल राकेश ओर प्रकाश शामिल रहे।
हिसार के हांसी में विजिलेंस विभाग ने मंगलवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए पटवारी अजीत को ₹5,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई भाटला गांव के एक किसान की शिकायत पर की गई, जिसने नक्शा और बदर बनवाने के लिए पटवारी से संपर्क किया था। किसान ने बताया कि पटवारी ने कुल ₹9,500 की रिश्वत मांगी थी, जिसमें से वह पहले ही ₹4,500 दे चुका था। शेष ₹5,000 की राशि लेते समय विजिलेंस टीम ने मौके पर छापा मारा। सूत्रों के अनुसार, पटवारी अजीत ने गोविंद नामक व्यक्ति को अपना सहयोगी बना रखा था, जिसने किसान से यह ₹5,000 की रिश्वत ली थी। विजिलेंस ने आरोपी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया विजिलेंस टीम ने पूर्व योजना के तहत गोविंद के माध्यम से रिश्वत की रकम दिलवाई। जैसे ही गोविंद ने पैसे लिए, रासायनिक जांच में उसके हाथ रंगीन हो गए, जिसके बाद टीम ने पटवारी अजीत और उसके सहयोगी गोविंद दोनों को हिरासत में ले लिया। इस कार्रवाई के दौरान हांसी के SDM राजेश खोथ को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया था और वे पूरी प्रक्रिया के समय मौके पर मौजूद रहे। विजिलेंस टीम ने घटनास्थल से आवश्यक सबूत जुटाए हैं। विजिलेंस अधिकारियों के अनुसार, मामले की विस्तृत जांच जारी है। प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ ऐसी कार्रवाई भविष्य में भी लगातार जारी रहेगी।
नूंह एसपी राजेश कुमार ने बताया कि एक दिसंबर 2025 से 31 दिसंबर 2025 तक पूरे हरियाणा में ‘ऑपरेशन हॉटस्पॉट डोमिनेशन’ चलाया जा रहा है। इसी क्रम में जिला नूंह में ‘ऑपरेशन हॉटस्पॉट डोमिनेशन’ की शुरुआत की गई है। ऑपरेशन हॉटस्पॉट डोमिनेशन’ के तहत नूंह पुलिस द्वारा गांव -गांव शहर-शहर नशेडी, जुआरी, सटोरिओ और आवारागर्दो के अड्डो की पहचान कर वहां पर दबिश देकर उनके खिलाफ सख़्त कार्यवाही की जा रही है। ऐसे अड्डो में कॉम्बिंग ऑपेरेशन चलाए जा रहे है तथा सुबह-शाम पुलिस गश्त की जा रही है। सर्दी में बेसहारा लोगों को वितरित किए जायेंगे कंबल एसपी ने कहा कि सिविल प्रशासन के सहयोग से ऐसे स्थानों की साफ सफाई कराई जा रही है। गांव -शहरों के अंधरे रास्तों में, जहां से मां बहनो का आना जाना होता है, ऐसे स्थानों को चिन्हित कर वहां पर संबंधित विभाग की सहायता से लाईट लगवाने की व्यावस्था की जा रही है। सर्दी के मौसम को मद्देनज़र रखते हुए ऐसे लोग जिनके पास घर-कम्बल नहीं है, उनकी पहचान कर समाजसेवी संस्थाओं से सम्पर्क स्थापित करके एवं सरकार की योजना अनुसार संबंधित विभाग से समन्वय स्थापित करके उनके रहने एवं उनको कम्बल उपलब्ध कराने की व्यवस्था कराने के प्रयास किये जा रहे है। ऑपरेशन ट्रैकडॉउन के अब तक कुल 379 अरेस्ट एसपी ने बताया कि पुलिस ने ऑपरेशन ट्रैकडॉउन के दौरान जघन्य अपराधों में चिन्हित 49 अपराधियों सहित अन्य अपराधों में संलिप्त कुल 379 अपराधियों (जिसमें करीब 40 अन्य जघन्य अपराधी) को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा है। इसके अतिरिक्त 7 अपराधियों पर संगठित अपराध की धारा लगाई गई तथा 1 आरोपी की जमानत भी रद्द करवाई। वहीं 14 आदतन अपराधियों की हिस्ट्री शीट खोलकर 11 आरोपियों के खिलाफ निवारक कार्यवाही की गई।
खरगोन के नीमखेड़ा गांव से 100 से अधिक महिलाएं मंगलवार को जिला मुख्यालय पहुंचीं। उन्होंने गांव में अवैध शराब बिक्री बंद करने की मांग की। महिलाओं का आरोप है कि शराब के कारण उनके पतियों की असमय मृत्यु हो रही है, जिससे गांव में 100 से अधिक महिलाएं विधवा हो चुकी हैं। महिलाओं ने डिप्टी कलेक्टर पीएस अगास्या को बताया कि शराब के कारण घरों में लगातार झगड़े और मारपीट हो रही है। उनका कहना था कि गांव में जगह-जगह शराब की दुकानें खुल गई हैं, जिससे बच्चे भी शराब का सेवन कर रहे हैं। समोतिबाई सहित अन्य महिलाओं ने शिकायत की कि पुलिस इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि शराब के कारण उनका जीवन अंधकारमय हो गया है और नई पीढ़ी भी बर्बाद हो रही है, क्योंकि सारी कमाई शराब पर खर्च हो रही है। डिप्टी कलेक्टर पीएस अगास्या ने महिलाओं की समस्या को गंभीरता से सुना और उन्हें अवैध रूप से बिक रही शराब पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
बिलासपुर में मौसाजी स्वीट्स के सभी संस्थानों पर 1 दिसंबर की शाम स्टेट जीएसटी की टीमों ने एक साथ छापा मारा। रायपुर और बिलासपुर की संयुक्त टीमों ने टैक्स चोरी की शिकायत पर यह कार्रवाई की। अधिकारियों ने संस्थानों के कंप्यूटर सिस्टम, बिल, पर्ची और अन्य दस्तावेज अपने कब्जे में ले लिए। शाम करीब साढ़े 4 बजे अलग-अलग टीमें संस्थानों पर पहुंचीं। चार सदस्यीय टीमों ने कंप्यूटर सिस्टम को तुरंत अपने कंट्रोल में लिया। अधिकारी और कर्मचारी बिल, पर्ची समेत सभी वित्तीय दस्तावेजों की गहन जांच करते रहे। यह कार्रवाई फर्म द्वारा बड़े पैमाने पर टैक्स हेराफेरी की शिकायत के बाद की गई। कंप्यूटर सिस्टम और लैपटॉप जब्त सोमवार (1 दिसंबर) को रायपुर और बिलासपुर स्टेट जीएसटी की दर्जन भर टीमों ने मौसाजी स्वीट्स के सभी ठिकानों पर दबिश दी। अधिकारियों ने संस्थानों के दस्तावेज, रजिस्टर, फाइलें, कंप्यूटर सिस्टम और लैपटॉप जब्त कर लिए। इसके बाद दो-दो अधिकारियों की टीमों ने इनकी जांच शुरू की। बताया जा रहा है कि जांच के दौरान अधिकारी कमिश्नर को छोड़कर किसी का भी कॉल रिसीव नहीं कर रहे थे। जांच में क्या मिला, खुलासा नहीं अधिकारियों ने सिस्टम के सॉफ्टवेयर पर लेन-देन का पूरा हिसाब देखा। बिल, पर्ची, फाइलें और विभाग को भरे गए टैक्स से जुड़े सभी कागजात रात 12 बजे तक खंगाले गए। जाते समय अधिकारी कुछ दस्तावेजों की प्रतियां भी अपने साथ ले गए। हालांकि, जांच में क्या मिला, इसका खुलासा अभी नहीं किया गया है, लेकिन संस्थान में बड़ी टैक्स हेराफेरी की बात चर्चा में है। देर रात तल चली जांच शहर में मौसाजी स्वीट्स की शाखाएं श्रीकांत वर्मा मार्ग, तिफरा, सरकंडा, मंगला और गोलबाजार में स्थित हैं। व्यापार विहार स्थित मौसाजी स्वीट्स में जॉइंट कमिश्नर सहित चार सदस्यों की टीम पहुंची थी। यहां कमिश्नर की मौजूदगी में सभी पुरानी और नई डायरियां, रजिस्टर तथा कंप्यूटर सिस्टम में लेन-देन का हिसाब देखा गया। जॉइंट कमिश्नर रात 10:30 बजे वहां से चले गए, लेकिन तीन सदस्यीय टीम देर रात तक जांच करती रही। स्थानीय अधिकारियों को भनक नहीं शाम 4 बजे रायपुर से अधिकारियों की टीम बिलासपुर पहुंची। टीम ने स्थानीय अधिकारियों को ब्रीफ किया। इसके बाद जॉइंट टीम बनाकर बिलासपुर के सभी संस्थानों में रेड की कार्रवाई की गई। स्थानीय अधिकारियों ने कार्रवाई के दौरान किसी का भी कॉल रिसीव नहीं किया।
सीहोर जिले के अहमदपुर वन क्षेत्र के कोलूखेड़ी गांव में एक तेंदुआ दिखाई देने के बाद से ग्रामीणों में दहशत फैल गई है। तेंदुए का दिखाई देना गांव के लिए अचानक और डराने वाली घटना साबित हुई। तेंदुए की मौजूदगी की पुष्टि उस समय हुई जब उसका मूवमेंट गांव के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। फुटेज में तेंदुआ एक कुत्ते पर हमला करता नजर आया, हालांकि कुत्ता किसी तरह तेंदुए के चंगुल से बचकर भाग निकला। इस घटना के बाद से कोलूखेड़ी ही नहीं, बल्कि आसपास के एक दर्जन से ज्यादा गांवों के लोग भी डरे हुए हैं। किसानों का कहना है कि तेंदुए की दहशत के कारण वे खेतों में काम करने जाने से कतराने लगे हैं। ग्रामीणों ने वन विभाग से सुरक्षा बढ़ाने और तेंदुए को पकड़ने की मांग की है। विभाग की टीमें इलाके में निगरानी कर रही हैं और लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है।
युवक ने फंदा लगाकर आत्महत्या की:इटावा में पति-पत्नी के विवाद के बाद इकदिल में घटना
इटावा। इकदिल थाना क्षेत्र के मोहल्ला खेड़ा पति में मंगलवार सुबह एक युवक के आत्महत्या करने से सनसनी फैल गई। कोल्ड स्टोर में पल्लेदारी का काम करने वाले अमर चंद्र उर्फ चांद (34) का शव उनके कमरे में पंखे से लटका मिला। घटना की जानकारी पर पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। अमर चंद्र अपने परिवार के साथ मकान की ऊपरी मंजिल पर रहते थे। छोटे भाई जयचंद ने बताया कि नौ साल पहले अमर ने सड़क बाजार इकदिल की रहने वाली सुनीता से प्रेम विवाह किया था। हाल के दिनों में पति-पत्नी के बीच विवाद बढ़ गया था। झगड़े के बाद पत्नी सुनीता दो बच्चों पीयूष (7) और प्रयाग (3) को लेकर मायके चली गई थीं, जिससे अमर अकेले रह रहे थे। परिजनों ने बताया कि सुबह साढ़े आठ बजे तक अमर कमरे से बाहर नहीं निकले तो मां जगश्री खेत पर बने घर से आईं और दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। सीढ़ियों का गेट बंद था, जिसके बाद आंगन का जाल खोलकर ऊपर पहुंचा गया, जहां अमर चंद्र कमरे में फंदे से लटकते मिले। परिवार ने तुरंत 112 नंबर पर सूचना दी। छोटे भाई के अनुसार अमर शराब पीने के आदी थे। इसी बात पर पति-पत्नी के बीच अक्सर विवाद होता था। पत्नी उन्हें शराब छोड़ने के लिए समझाती थीं, लेकिन वह मानते नहीं थे। पुलिस आत्महत्या के कारणों की जांच कर रही है।
करौली के भीकमपुरा गांव में चार दिन से लापता बुजुर्ग रामचरण शर्मा (65) का शव मंगलवार को छेड़ का नाला जंगल क्षेत्र में झाड़ियों के बीच संदिग्ध अवस्था में मिला। रामचरण एक शादी की रस्म के लिए लकड़ी लेने जंगल गए थे, जिसके बाद से उनका कोई पता नहीं चल रहा था। परिजन और ग्रामीण चार दिनों से लगातार उनकी तलाश में जुटे थे। पुलिस, ग्रामीण स्वयंसेवकों और वन विभाग की टीम ने ड्रोन कैमरे की मदद से बड़ा सर्च ऑपरेशन चलाया, लेकिन सफलता मंगलवार को मिली, जब स्थानीय लोगों ने शव देखा और पुलिस को सूचना दी। सूचना पर सदर थानाधिकारी वीर सिंह टीम के साथ मौके पर पहुंचे और क्षेत्र की घेराबंदी की। इसी दौरान सीओ सिटी करौली अनुज शुभम और सिविल डिफेंस टीम भी मौके पर पहुंची और रेस्क्यू में सहयोग किया। सिविल डिफेंस इंचार्ज प्रदीप कुमार के निर्देशन में मास्टर ट्रेनर जयदेव, योगेश चौधरी, खड़क सिंह, फरमान, अखलाक, पुष्पेंद्र, तरुण सहित टीम के सदस्यों ने कठिन परिस्थितियों में फंसे शव को सुरक्षित बाहर निकाला। करंट लगने की आशंका डीएसपी अनुज शुभम ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह माना जा रहा है कि रामचरण लकड़ी काटते समय पेड़ के पास से गुजर रही हाईटेंशन लाइन के संपर्क में आ गए होंगे। घटनास्थल से एक कुल्हाड़ी और टूटा हुआ विद्युत तार बरामद हुआ है, जो करंट से मौत की संभावना को मजबूत करता है। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। अधिकारियों ने कहा कि मौत के वास्तविक कारणों की पुष्टि रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगी।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. दिनेश खराड़ी ने ASHA Soft, PCTS, U-WIN और IHIP सहित सभी प्रमुख स्वास्थ्य पोर्टलों पर रिपोर्टिंग में सुधार के निर्देश दिए हैं। साथ ही, लाड़ो योजना सहित विभिन्न राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की गई। यह बैठक सीएमएचओ कार्यालय परिसर में आयोजित की गई थी। इसमें आरसीएचओ डॉ. रितेश सांखला, उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.पी. शर्मा, जिला कार्यक्रम प्रबंधक नरेश टेलर, जिले के सभी ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी, सीएचसी प्रभारी, पीएचसी प्रभारी और स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे। बैठक के दौरान आरसीएचओ कार्यक्रम, परिवार कल्याण कार्यक्रम और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत संचालित योजनाओं की गहन समीक्षा की गई। विशेष रूप से लाडो योजना, शुभ लक्ष्मी योजना, परिवार नियोजन कार्यक्रम, मां वाउचर योजना, जन्म एवं मृत्यु पंजीकरण, और पीएम टीबी मुक्त भारत अभियान जैसे विषयों पर चर्चा हुई। सभी कार्यक्रमों से संबंधित प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की गई और प्रदर्शन में सुधार के लिए आवश्यक निर्देश जारी किए गए। लाडो योजना पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया, जिसमें महिला अधिकारिता विभाग की उपनिदेशक अंकिता राजपुरोहित भी मौजूद थीं। इस दौरान योजना की उपलब्धियों और चुनौतियों पर विस्तृत चर्चा की गई। लाड़ो योजना का मुख्य उद्देश्य कन्या जन्म को प्रोत्साहन देना, बालिकाओं के स्वास्थ्य, पोषण और शिक्षा को सुरक्षित करना तथा संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देना है। इस योजना के तहत पात्र बालिका के जन्म पर आर्थिक सहायता और विकास के विभिन्न चरणों पर वित्तीय लाभ प्रदान किए जाते हैं, जिससे बेटी के जन्म पर माता-पिता को आर्थिक बोझ का भय न रहे।
राष्ट्रीय खिलाड़ी के बाद दादा की भी एक्सीडेंट में मौत:तुलिका के दादा को रींगस में कार ने टक्कर दी
अलवर की नेशनल ताइक्वांडो प्लेयर रही तुलिका के बाद उसके दादा की भी सोमवार रात खाटूश्यामजी जाते समय रोड एक्सीडेंट में मौत हो गई। दोनों हादसे 4 महीने के भीतर हुए हैं। अलवर शहर में काली मोरी के पास मोती नगर निवासी तुलिका के दादा बाल किशन (68) परिवार के साथ खाटूश्यामजी जा रहे थे। रास्ते में रींगस के पास टायलेट करने उतरे तो दूसरी कार ने कुचल दिया। करीब 4 महीने पहले तुलिका की अलवर शहर में एक्सीडेंट में मौत हुई थी। ताइक्ववांडो कोच उत्तम सैनी ने बताया कि तुलिका के दादा बालकिशन अपने परिवार के साथ खाटूश्यामजी जा रहे थे। रास्ते में रींगस के निकट वे टॉयलेट करने के लिए कार से जैसे ही उतरे। तुरंत ही दूसरी कार ने उनको टक्कर मार दी। इस एक्सीेंट में उनकी मौत हो गई। इससे पहले अलवर शहर में रिक्शा से जाते समय बाइक की टक्कर से तुलिका की मौत हुई थी। बालकिशन के दो बेटे हैं। एक सरकारी टीचर हैं। दूसरे होजरी की दुकान चलाते हैं। बाल किशन भी बेटे की दुकान को संभालते थे। बहुत कम समय में परिवर के दो जनों की मौत से बड़ा दुख छाया है।
भिंड जिले के फूप थाना क्षेत्र में मंगलवार दोपहर एक 18 वर्षीय छात्रा ने चंबल नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली। घटना चंबल नदी के बरही पुल पर हुई। सूचना मिलने पर एमपी और यूपी पुलिस ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। फूप पुलिस ने शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भिंड भेज दिया है। वहीं, यूपी पुलिस को नदी किनारे छात्रा का बैग मिला है। आत्महत्या के कारणों का अभी खुलासा नहीं हुआ है। जानकारी के अनुसार, मृतिका की पहचान ज्योति जैन (18) पुत्री अशोक जैन के रूप में हुई है। वह देवनगर कॉलोनी, महावीर गंज भिंड की रहने वाली थी। मंगलवार सुबह वह किसी काम का बोलकर घर से निकली थी। इसके बाद वह चंबल नदी के बरही के पास स्थित पुल पर पहुंची। अचानक पुल से छलांग लगाईप्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, पुल पर पहुंचने के बाद छात्रा ने अचानक नदी में छलांग लगा दी। यह देख मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। MP-UP पुलिस ने चलाया रेस्क्यूसूचना मिलते ही फूप थाना पुलिस और यूपी पुलिस की संयुक्त टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू शुरू किया। कुछ देर की तलाश के बाद फूप पुलिस ने छात्रा के शव को नदी से बाहर निकाल लिया। नदी किनारे बैग और दस्तावेज मिलेरेस्क्यू के दौरान यूपी पुलिस ने नदी किनारे से एक बैग बरामद किया है। इस बैग में छात्रा से जुड़े दस्तावेज मिले हैं, जिससे उसकी पहचान में मदद मिली। वजह साफ नहीं, मोबाइल और सोशल मीडिया की जांचघटना के कारणों का फिलहाल कोई स्पष्ट सुराग नहीं मिला है। पुलिस छात्रा के मोबाइल, सोशल मीडिया अकाउंट्स और पारिवारिक स्थिति की जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद जांच को और आगे बढ़ाया जाएगा।
बिलासपुर की जीवनरेखा अरपा नदी में बढ़ते प्रदूषण पर चिंता व्यक्त करते हुए 'अरपा अर्पण महाअभियान' ने एक जन आंदोलन शुरू किया है। इस अभियान के तहत संस्था ने नदी में लगातार बहाए जा रहे गंदे पानी की सफाई के लिए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) को जल्द चालू कराने की मांग की है। महाअभियान के अध्यक्ष श्याम मोहन दुबे ने नगर निगम कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने बताया कि जूना बिलासपुर और शिवघाट सरकंडा में अरपा नदी पर एनीकट के निर्माण के बाद से ही संस्था लगातार प्रदूषण रोकने की मांग कर रही है, लेकिन इस पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। ज्ञापन में कहा गया है कि निगम क्षेत्र के नालों का गंदा पानी लगातार नदी में प्रवाहित हो रहा है। रेत के अत्यधिक उत्खनन के कारण नदी में केवल मिट्टी बची है और पानी का बहाव रुक गया है। इससे गंदा पानी जमा हो रहा है, जिसके चलते राम सेतु से गुजरने पर बदबू के भभके उठते हैं। उन्होंने पुलों पर जाली लगवाने का भी आग्रह किया, ताकि लोग नदी में कचरा न फेंक सकें। वहीं, संस्था ने चेतावनी दी कि नदी का पानी काला और कचरा युक्त हो गया है, जिससे यह अब गंदे नाले का रूप ले रही है। यदि प्रदूषण रोकने के उपाय नहीं किए गए, तो जल्द ही शनिचरी और शिवघाट एनीकट तक जलकुंभी का प्रकोप फैल जाएगा। गंदे और ठहरे हुए पानी में मच्छरों के लार्वा पनपते हैं, जिससे डेंगू-मलेरिया जैसी घातक बीमारियों का खतरा बढ़ जाएगा। भू-जल के प्रदूषण का खतरा बढ़ा संस्था का मानना है कि बिलासपुर शहर के सारे नल कूपों व बोर का सोर्स अरपा नदी ही है, जिसका इस्तेमाल घरों में पीने के लिए किया जाता है। सीवरेज का पानी बिना ट्रीटमेंट के नदी में बहाने से शहर का जलस्तर प्रभावित होगा, जिसका असर जनस्वास्थ्य पर पड़ेगा। बता दें कि गर्मियों में अरपा के तटवर्ती क्षेत्रों खासतौर पर सरकंडा और राजकिशोर नगर के कई ट्यूबवेल प्रदूषण के चलते बंद करने पड़ते हैं। जनता को जलजनित रोगों से बचाने नगर निगम एसटीपी को तत्काल चालू करे ताकि अरपा में प्रदूषण की समस्या का निदान हो सके।
नगर निगम मेयर प्रवीण बत्रा जोशी ने निगम सभागार में तीन मनोनीत पार्षदों को गोपनीयता की शपथ दिलाई। मेयर ने उनको उनको आई कार्ड और उनका स्टैंप भी भेंट किया। मेयर ने कहा कि उनको उम्मीद है कि तीनों लोगों के विकास के लिए काम करेंगे। नगर निगम में सरकार द्वारा मनोनीत बनाए गए पार्षदों में बल्लभगढ़ निवासी योगेश शर्मा, गांव चंदावली निवासी जसवंत सैनी और ग्रेटर फरीदाबाद निवासी प्रियंका बिष्ट बिधूनी शामिल है। निगम में हुए 49 पार्षद नगर निगम फरीदाबाद में अब पार्षदों की कुल संख्या 49 हो गई है। फरीदाबाद नगर निगम में मेयर के अतिरिक्त 46 पार्षद चुनाव जीत कर आए थे और इसके बाद सरकार ने इन तीन को नगर निगम का मनोनीत पार्षद नियुक्त किया है। निगम मेयर ने कहा कि नवनियुक्त पार्षदों के साथ निगम और अधिक मजबूती के साथ शहर का विकास कर पाएगा। उन्होंने कहा कि अब के बाद यह तीन मनोनीत पार्षद भी अन्य पार्षदों की तरह इस क्षेत्र के विकास में अपना सहयोग देंगे। मेयर ने सभी पार्षदों का आवाहन किया कि आज शहर की सफाई और बढ़ता प्रदूषण हम सभी के लिए एक बड़ी चुनौती है, जिसमें हम सभी को अपनी भूमिकाएं तय करनी होगी। निगम कमीश्रर ने दी बधाई इस मौके पर निगम कमीश्रर धीरेंद्र खड़गटा ने नए नॉमिनेट सदस्यों को बधाई देते हुए कहा कि नगर निगम प्रशासन उनके साथ मिलकर शहर के विकास सफाई बुनियादी ढांचे और आमजन की सुविधा के लिए प्रतिबद्ध है। फरीदाबाद शहर को तीन नए पार्षद मिलने के साथ ही नगर निगम की कार्यप्रणाली को और गति मिलने की उम्मीद भी निगमायुक्त ने जताई। इस मौके पर बीजेपी के जिला अध्यक्ष पंकज पूजन रामपाल, फरीदाबाद महानगर के जिला अध्यक्ष सोहनपाल छोकर, निगम कमीश्रर धीरेंद्र खड़गटा, अतिरिक्त आयुक्त सलोनी शर्मा सहित निगम के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) में संविदा ड्राइवरों की भर्ती अभियान का दूसरा दिन भी पहले दिन की तरह ठंडा रहा। लखनऊ में चल रही भर्ती प्रक्रिया के तहत शनिवार को सुबह से दोपहर तक सिर्फ 18 अभ्यर्थियों ने ही ड्राइवर पद के लिए आवेदन किया, जिससे यह साफ हो गया है कि निगम को ड्राइवरों की भारी कमी पूरी करने में अभी और संघर्ष करना पड़ेगा। दूसरे दिन भी निराशाजनक स्थिति, अभ्यर्थियों की संख्या बेहद कम अवध बस स्टेशन (कैंपस) में चल रही चयन प्रक्रिया में उम्मीद थी कि दूसरे दिन संख्या बढ़ेगी, लेकिन स्थिति पहले दिन से भी कमजोर नजर आई। निगम को सिर्फ लखनऊ क्षेत्र में करीब 200 ड्राइवरों की जरूरत है, जबकि दो दिनों में पहुंचे कुल अभ्यर्थियों की संख्या इस आवश्यकता के मुकाबले बेहद कम है। शादियों का सीजन बड़ी वजह, ड्राइवर निजी कामों में लगे अवध डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक (ARM) ने बताया कि इस समय शादियों का सीजन चल रहा है। ऐसे में अधिकांश ड्राइवर निजी आयोजनों में काम पर लगे रहते हैं क्योंकि वहां उन्हें अधिक मेहनताना मिल जाता है। ARM अवध बस अड्डे की माने तो “शादी-ब्याह के दिनों में निजी काम ज्यादा मिलते हैं, इसलिए ड्राइवर रोडवेज की संविदा नौकरी में आने से बचते हैं। यही वजह है कि इस समय आवेदकों की संख्या बहुत कम रहती है।” निगम की सफाई: सुविधाएं दी जा रहीं, फिर भी अभ्यर्थी नहीं निगम का कहना है कि संविदा ड्राइवरों को कई तरह की सुविधाएं दी जा रही हैं। इनमें शामिल हैं जिसमें प्रति किलोमीटर ₹2.06 का भुगतान, नाइट ड्यूटी का अतिरिक्त चार्ज, बीमा कवर, एक्सीडेंटल केस में ₹7.5 लाख का मुआवजा इसके बावजूद उम्मीदवारों का कम आना यह बताता है कि या तो सुविधाएं अपेक्षित नहीं हैं, या फिर निजी क्षेत्र में इससे ज्यादा कमाई के अवसर उपलब्ध हैं। ड्राइवरों की कमी से बस सेवाएं प्रभावित लखनऊ परिक्षेत्र में पिछले कई महीनों से ड्राइवरों की भारी कमी के कारण संचालन प्रभावित हो रहा है। कई रूटों पर बसें या तो समय से नहीं चल पा रही हैं या संख्या कम करनी पड़ रही है। निगम को उम्मीद थी कि भर्ती अभियान से स्थिति सुधरेगी, लेकिन शुरुआती दो दिनों ने तस्वीर और धुंधली कर दी है। निगम की कोशिशें जारी, लेकिन समाधान दूर अधिकारियों का कहना है कि भर्ती प्रक्रिया अगले कुछ दिनों तक चलेगी और उम्मीद है कि संख्या धीरे-धीरे बढ़ेगी। हालांकि, मौजूदा हालात को देखते हुए निगम को यह भी स्वीकार करना पड़ रहा है कि निजी क्षेत्र की तेज प्रतिस्पर्धा और मौसमी मांग ने ड्राइवरों को आकर्षित करना और कठिन बना दिया है। कमाई कम, जिम्मेदारी ज्यादा… इसलिए लोग नहीं आ रहे रोजगार मेले में पहुंचे कुछ अभ्यर्थियों ने साफ कहा कि रोडवेज की संविदा व्यवस्था में काम का दबाव बहुत अधिक है, जबकि आय उतनी नहीं कि परिवार आसानी से चल सके। एक उम्मीदवार ने कहा, “हम लोग काम तो कर लेंगे, लेकिन किलोमीटर के हिसाब से मिलने वाली कमाई बहुत कम है। प्राइवेट गाड़ियों में या ट्रांसपोर्ट लाइन में इससे ज्यादा पैसे मिल जाते हैं।” वहीं एक अन्य अभ्यर्थी ने कहा, “ड्यूटी घंटे तय नहीं होते, रात में भी चलाना पड़ता है लेकिन सुविधाएं सीमित हैं। इस वजह से बहुत लोग रोडवेज की नौकरी लेना ही नहीं चाहते।” इन बयानों से यह स्पष्ट होता है कि ड्राइवरों की अनुपस्थिति सिर्फ शादियों के सीजन की वजह नहीं, बल्कि संविदा व्यवस्था और वेतन संरचना को लेकर गहरी असंतुष्टि भी एक बड़ी वजह है।
बालोतरा में इनकम टैक्स की कार्रवाई:दो व्यापारियों के ठिकानों पर रेड, दस्तावेजों की जांच में जुटी टीम
राजस्थान के बालोतरा जिले में इनकम टैक्स विभाग ने दो बड़े व्यापारिक ठिकानों पर एक साथ कार्रवाई की। यह कार्रवाई शहर के प्रतिष्ठित कपड़ा व्यवसायी विमल ग्रुप और प्रॉपर्टी डेवलपर नरेश पटौदी के ठिकानों पर की है। इनकम टैक्स की अलग-अलग टीमें दोनों व्यापारिक प्रतिष्ठानों और आवासों पर दस्तावेजों की गहन जांच कर रही हैं। दफ्तर और आवास के बाहर पुलिस बल तैनातसूत्रों के मुताबिक, आईटी विभाग की टीमें मंगलवार सुबह अचानक बड़ी संख्या में पहुंचीं। इस दौरान औद्योगिक क्षेत्र के फेज तीन स्थित ऑफिस और उम्मेदपुरा, मालियों का वास और प्रॉपर्टी डेवलपर के रैगरपुरा स्थित आवास के बाहर पुलिस बल तैनात किया गया है। अधिकारी कार्यालयों, गोदामों और निजी आवासों में उपलब्ध दस्तावेजों, खाताबही और डिजिटल रिकॉर्ड की जांच कर रहे हैं। दस्तावेजों की जांच में जुटी पुलिससर्च ऑपरेशन के दौरान विभाग संभावित कर चोरी, हवाला लेनदेन, अघोषित संपत्ति और निवेश से संबंधित दस्तावेजों की तलाश कर रहा है। इस कार्रवाई से शहर के व्यापार जगत में हलचल है, हालांकि विभागीय अधिकारियों ने अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी साझा नहीं की है। सूत्रों के अनुसार, यह सर्च ऑपरेशन देर शाम तक जारी रह सकता है और आवश्यकता पड़ने पर इसे आगे भी बढ़ाया जा सकता है। दोनों ही जगहों पर इनकम टैक्स विभाग की कड़ी निगरानी बनी हुई है। ....... यह भी पढ़ेंऑनलाइन गेमिंग ऐप संचालक पर ईडी का छापा:होटल, घर पर की कार्रवाई, जयपुर से पहुंची टीम प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीमों ने आज सुबह कपासन कस्बे में ऑनलाइन गेमिंग ऐप संचालक बालमुकुंद ईनाणी के ठिकानों पर छापेमारी की। जयपुर मुख्यालय से पहुंची टीमों ने सुबह करीब 7 बजे यह कार्रवाई शुरू की। (यहां पढ़ें पूरी खबर) राजस्थान के 3 शहरों में 35-ठिकानों पर इनकम-टैक्स की रेड:भीलवाड़ा में रत्नाकर ग्रुप, सीकर में खंडेलवाल ट्रेडिंग कंपनी और सालासर ट्रेडिंग कॉर्पोरेशन पर छापेमारी राजस्थान में जयपुर, सीकर और भीलवाड़ा में स्टील कारोबार से जुड़ी कंपनियों पर आयकर विभाग ने छापेमारी की। इन तीनों शहरों में 35 ठिकानों पर बुधवार सुबह से टैक्स चोरी को लेकर सर्च किया जा रहा है। आयकर विभाग के सूत्रों के मुताबिक, स्टील कारोबारी से जुड़ी कंपनियों में बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी को लेकर सूचना मिल रही थी। आयकर विभाग की टीमों ने जयपुर, सीकर और भीलवाड़ा में स्टील कारोबारियों के ऑफिस-घर के साथ ही उनसे जुड़े लोगों पर भी छापेमारी की। (यहां पढ़ें पूरी खबर)
देवगढ़ दरवाजा स्थित श्री मंशापूर्ण बालाजी मंदिर में पांच दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव आज से कलश यात्रा के साथ प्रारंभ हो गया। यह आयोजन देवगढ़ दरवाजा कृषि उपज मंडी के पीछे स्थित मंदिर परिसर में किया जा रहा है। सुबह 11 बजे एमजी रोड स्थित रामकुंड से कलश यात्रा निकाली गई। ढोल-नगाड़ों और बैंड-बाजों के साथ निकली यह यात्रा सूरजपोल चौराहा, सदर बाजार, मानक चौक, लोहार गली और देवगढ़ दरवाजा से होते हुए मंदिर परिसर पहुंची। इस यात्रा में सनातन धर्म सेवा समिति के संरक्षक ओमप्रकाश ओझा और सभापति रामकन्या गुर्जर भी उपस्थित रहे। महोत्सव के पहले दिन कलश यात्रा के उपरांत अखंड रामायण पाठ, हिमाद्री स्नान और गणपति स्थापना पूजन संपन्न हुआ। बुधवार, 3 दिसंबर को स्थापित देवी-देवताओं का पूजन, मूर्तियों का अभिषेक और अन्नाधिवास किया जाएगा। गुरुवार, 4 दिसंबर को अग्नि वास हवन, पंच कुंडी यज्ञ और फलाधिवास के कार्यक्रम निर्धारित हैं। शुक्रवार, 5 दिसंबर को स्थापित देवी-देवताओं का पूजन, हवन और जलाधिवास होगा। महोत्सव का समापन शनिवार, 6 दिसंबर 2025 को क्षेत्रपाल पूजन और प्राण प्रतिष्ठा अभिषेक के साथ होगा। प्राण प्रतिष्ठा अभिषेक सुबह 11:45 बजे से दोपहर 1:15 बजे तक संपन्न होगा।
हॉस्पिटलों में बिगड़ती व्यवस्थाओं को सुधारने के उदेश्य से आज प्रिंसिपल सेक्रेटरी हेल्थ गायत्री ए. राठौड़ ने आज जयपुर के जे.के. लोन हॉस्पिटल का निरीक्षण किया। यहां वे वार्डो में गई और भर्ती मरीजों से फीडबैक लिया। इस दौरान कुछ मरीजों से जब उन्होंने दवाईयां, जांचों के बारे में पूछा तो सामने आया कि कई मरीजों को कुछ दवाईयां और जांचों के लिए बाहर भेजा रहा है। इस पर उन्होंने डॉक्टरों को किसी भी सूरत में बाहर से जांच करवाने और दवाईयां लाने के लिए पर्ची नहीं लिखने के निर्देश दिए। इससे पहले जब वह हॉस्पिटल के अलग-अलग सेक्शन में गई तो उन्हें कुछ स्टाफ बैठा दिखा। जिनसे पूछा तो पता चला कि वह ट्रेनिंग के लिए यहां आया है। ट्रेनिंग के दौरान स्टाफ से काम न करवाने पर राठौड़ ने नाराजगी जताई और स्टाफ को ट्रेनिंग करवाने और उनसे काम करवाने के लिए कहा। इस दौरान प्रिंसिपल सेक्रेटरी के साथ एसएमएस मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. दीपक माहेश्वरी, हॉस्पिटल अधीक्षक डॉ. आर.एन सेहरा समेत अन्य डॉक्टर और प्रशासनिक अधिकारी भी साथ रहे। हॉस्पिटल में जगह-जगह फीडबैक फार्म रखवाने के निर्देश प्रिंसिपल सेक्रेटरी विजीट के दौरान कुछ जनरल और आईसीयू वार्ड में भी गई। यहां उन्होंने जब मरीजों से यहां की व्यवस्था, इलाज के बारे में फीडबैक लिया तो उन्हें कई मरीजों की तरफ से कई असुविधाओं के बारे में जानकारी दी गई। इसके बाद उन्होंने हॉस्पिटल अधीक्षक को वार्डो और हॉस्पिटल में अलग-अलग स्थानों पर फीडबैक फार्म और उसे जमा करने की पेटी रखने के निर्देश दिए, ताकि आमजन अपनी शिकायतों और यहां होने वाली समस्याओं को लिखकर प्रशासन और सरकार तक पहुंचा सके।
समाजवादी पार्टी (सपा) के दिवंगत विधायक सुधाकर सिंह की तेरहवीं के अवसर पर सपा नेता शिवपाल यादव मऊ जिले के घोसी विधानसभा क्षेत्र स्थित उनके पैतृक गांव दादनपुर अहिरौली पहुंचे। उन्होंने दिवंगत विधायक के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और उनके परिजनों से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया। मंगलवार दोपहर करीब साढ़े 12 बजे शिवपाल यादव गांव पहुंचे। इस दौरान आजमगढ़ के सगड़ी से सपा विधायक ओमप्रकाश सिंह और सपा विधायक एच एन पटेल भी वहां मौजूद रहे। सुधाकर सिंह की तेरहवीं में सुबह से ही लोग श्रद्धांजलि देने पहुंच रहे थे। दैनिक भास्कर से बातचीत में शिवपाल यादव ने कहा कि दिवंगत सुधाकर सिंह एक मंझे हुए नेता थे और उनके निधन से पार्टी को बड़ी क्षति हुई है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि सुजीत सिंह उनकी कमी को पूरा करेंगे और पूरी समाजवादी पार्टी सुजीत सिंह के साथ खड़ी है। बता दें कि सुधाकर सिंह तीन बार विधायक रह चुके थे। उनके निधन के बाद से लगातार लोग उनके पैतृक गांव पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।
गरियाबंद जिले के देवभोग ब्लॉक में लगभग 300 शिक्षकों का 4 करोड़ रुपए का भुगतान कई सालों से लंबित है। यह राशि प्रशासनिक उलझनों के कारण अटकी हुई है। इसमें सवा तीन करोड़ रुपए अंशदायी पेंशन योजना के तहत और लगभग 80 लाख रुपए क्रमोन्नत वेतनमान के मद से मिलने थे। यह भुगतान संविलियन से पहले होना था। इस लंबित भुगतान को लेकर छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक/समग्र शिक्षक देवभोग इकाई के अध्यक्ष अवनीश पात्र के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को जिला पंचायत अध्यक्ष गौरीशंकर कश्यप को ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधिमंडल में सुनील अग्रवाल, अनिल सिन्हा, रेखराम निधि और बीरेंद्र सोनवानी भी शामिल थे। शिक्षकों ने जल्द से जल्द बकाया भुगतान की मांग की। गौरीशंकर कश्यप ने दिया समिति गठित करने का आश्वासन जिला पंचायत अध्यक्ष गौरीशंकर कश्यप ने शिक्षकों की समस्या सुनने के बाद जिला पंचायत सीईओ से चर्चा करने और समाधान के लिए एक समिति गठित करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि सालों से लंबित इस मुद्दे को गंभीरता से लिया जाएगा और प्राथमिकता के आधार पर इसका समाधान किया जाएगा। अंशदायी पेंशन योजना मार्च 2013 से लागू हुई थी। इस योजना के तहत शिक्षाकर्मियों के वेतन से 10% और शासन की ओर से 10% नियोक्ता अंश उनके PRAN खाते में जमा होना था। मार्च 2012 से जून 2022 तक शिक्षकों के वेतन से कर्मचारी अंश काट लिया गया था। हालांकि, संविलियन के बाद भुगतान के समय जिला पंचायत ने नियोक्ता अंश के अभाव का हवाला देते हुए भुगतान रोक दिया। इस दौरान तीन साल में चार सीईओ बदले जा चुके हैं, लेकिन यह मामला अब तक नहीं सुलझ पाया है। वेतन आबंटन में ही शामिल था नियोक्ता अंश शिक्षकों के आंदोलन के बाद वर्ष 2023 में शासन ने स्पष्ट कर दिया कि वेतन के आबंटन में ही नियोक्ता अंश का प्रावधान शामिल था। इसके बावजूद जिला पंचायत लगातार जनपद और बीईओ कार्यालय से कर्मचारी-वार विवरण और जमा राशि का ब्योरा मांगता रहा। इस अवधि में जनपद देवभोग में चार सीईओ और तीन बीईओ बदले गए, लेकिन बार-बार पत्राचार के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो सका और स्थिति जस की तस बनी रही। 60 शिक्षकों से हुई 80 लाख की रिकवरी भी वापस नहीं प्रभावित 300 शिक्षकों में से 60 ऐसे हैं जिनकी आर्थिक क्षति दोहरी है। साल 1998 से सेवा दे रहे इन शिक्षकों को 2014 में क्रमोन्नत वेतनमान दिया गया, जिसे गलत बताते हुए 2015 में प्रति शिक्षक 1.37 लाख रुपए के हिसाब से करीब 80 लाख की रिकवरी कर ली गई। बाद में महासमुंद जिला के इसी तरह के एक मामले में 15 मई 2017 को कोर्ट ने रिकवरी को गलत ठहराया और राशि लौटाने का आदेश दिया। अधिकांश जिलों में राशि वापस कर भी दी गई, पर देवभोग में यह रकम तत्कालीन अधिकारियों की मनमानी के कारण अटक गई। ट्रेजरी में जमा करने के बजाय बीईओ खाते में रख दी गई रकम रिकवरी की गई राशि को ट्रेजरी में जमा करने के बजाय तत्कालीन बीईओ ने इसे अपने कार्यालय खाते में जमा रखा। वापसी के आदेश तक इस राशि को कई अन्य मदों में खर्च कर दिया गया। जनपद स्तर पर जमा राशि को भी कोरोना काल में सैनिटाइजर, विक्षिप्तों के भोजन और पशु आहार जैसी मदों में खर्च दिखाकर उपयोग कर लिया गया। 80 लाख में से केवल 3 लाख रुपए ही शासन के खाते में वापस जमा हो पाए। प्रभावित शिक्षकों का कहना है कि वे अब रिकवरी की पूर्ण वापसी नहीं चाहते, बल्कि चाहते हैं कि उचित वेतनमान को मान्य कर उनका वेतन पुनः दर्ज किया जाए। उनका तर्क है कि गलत रिकवरी और वेतन विसंगति के कारण उनका 8वां वेतनमान भी प्रभावित होगा, जिससे भविष्य की सेवा व पेंशन लाभ को नुकसान पहुँचेगा। प्रशासन का पक्ष देवनाथ बघेल, बीईओ देवभोग ने बताया कि अंशदायी पेंशन योजना के अंतर्गत 300 से अधिक शिक्षकों का करोड़ों का भुगतान लंबित है। जिला पंचायत की ओर से मांगे जाने पर समय-समय पर सभी जानकारी प्रेषित की गई है। क्रमोन्नत वेतनमान रिकवरी से संबंधित शेष 3 लाख रुपए शासन के मद में जमा कर दिए गए हैं। आगे जैसे भी निर्देश मिलेंगे, उसी के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। शिक्षकों की उम्मीद-अब तो मिले न्याय लंबे समय से आर्थिक क्षति झेल रहे शिक्षकों को अब जिला पंचायत अध्यक्ष की ओर से दिए गए आश्वासन से उम्मीद जगी है। शिक्षक संगठन का कहना है कि सालों से लंबित इस समस्या का समाधान न होने से उनका आर्थिक, सामाजिक और मानसिक रूप से भारी नुकसान हुआ है। अब वे उम्मीद कर रहे हैं कि शासन-प्रशासन संवेदनशीलता दिखाते हुए जल्द से जल्द लंबित भुगतान जारी करेगा।
हरियाणा के पंचकूला में पहाड़ी से गिरने के कारण युवक की मौत हो गई। मृतक सिरसा जिले के मंडी डबवाली का रहने वाला है। परिवार के लोग अभी यहां पर पहुंचे हैं, जिनसे पुलिस बातचीत कर रही है। सिरसा के मंडी डबवाली में न्यू राजीव नगर निवासी जसबीर 1 दिसंबर की रात को शादी समारोह में शिरकत करने के लिए पंचकूला के रामगढ़ में आया था। शादी समारोह में उसके दोस्त भी उसके साथ आए थे। रामगढ़ शादी कार्यक्रम में शामिल होने के बाद युवक अपने दोस्तों के साथ मोरनी हिल्स की तरफ चला गया। जहां पर उन्होंने एक होटल में कमरा बुक करवाया था। होटल तक जाते समय रास्ते में गाड़ी रोक कर सड़क किनारे बाथरूम करने लगा। बाथरूम करते समय पैर फिसलने से युवक सैंकड़ों फीट गहरी खाई में जा गिरा। रात के समय हुआ हादसा हादसा होने पर युवक के दोस्तों ने माेरनी चौकी पुलिस को सूचित किया गया। हादसा रात के समय होने के कारण सर्च अभियान चलाया गया लेकिन सफलता नहीं मिली। मंगलवार को दमकल विभाग की टीम ने कई घंटे की मशक्कत के बाद युवक को गहरी खाई से निकाला तो उसकी मौत हो चुकी थी। परिजनों के नहीं दर्ज हुए हैं बयान : SHO चंडीमंदिर थाना पुलिस के एसएचओ रामपाल सिंह ने बताया कि मृतक के परिजन अभी आए हैं। उन्हें मौका दिखाया गया है। अभी उन्होंने किसी प्रकार का कोई बयान नहीं दिया है उनकी शिकायत के अनुसार आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
बागपत में एएसपी ने पुलिस लाइन का निरीक्षण किया:साप्ताहिक परेड के बाद व्यवस्थाओं का जायजा लिया
बागपत में मंगलवार को साप्ताहिक परेड संपन्न होने के बाद अपर पुलिस अधीक्षक प्रवीण कुमार चौहान ने पुलिस लाइन का व्यापक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने विभिन्न महत्वपूर्ण इकाइयों का जायजा लिया। निरीक्षण की शुरुआत क्वार्टर गार्ड से हुई। एएसपी चौहान ने क्वार्टर गार्ड की व्यवस्था का बारीकी से निरीक्षण किया और तैनात पुलिसकर्मियों को ड्यूटी के दौरान सतर्कता, अनुशासन तथा वर्दी मानकों का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि क्वार्टर गार्ड किसी भी पुलिस इकाई की पहली छवि होती है, इसलिए यहां व्यवस्था में किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार्य नहीं है। इसके बाद, एएसपी चौहान ने आरटीसी भोजनालय का निरीक्षण किया। उन्होंने भोजन की गुणवत्ता, स्वच्छता व्यवस्था, किचन हाइजीन और भोजन वितरण प्रणाली की जांच की। उन्होंने भोजनालय प्रभारी को निर्देश दिए कि पुलिसकर्मियों को पौष्टिक और स्वच्छ भोजन उपलब्ध कराया जाए तथा किसी भी शिकायत पर तत्काल कार्रवाई की जाए। एएसपी ने यह भी उल्लेख किया कि बेहतर भोजन व्यवस्था से ही प्रशिक्षणरत जवानों का मनोबल ऊंचा रहता है। एएसपी ने आरटीसी बैरक का भी निरीक्षण किया। उन्होंने जवानों की रहने-सहने की सुविधाओं, साफ-सफाई, विद्युत और जल आपूर्ति की स्थिति की समीक्षा की। संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि बैरक में नियमित सफाई, आवश्यक मरम्मत कार्य और सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित किया जाए, जिससे जवानों को बेहतर और सुरक्षित वातावरण मिल सके। निरीक्षण के दौरान, एएसपी चौहान ने सभी अधिकारियों और प्रशिक्षुओं से संवाद किया। उन्होंने उनकी समस्याओं को सुना और उचित समाधान का आश्वासन दिया। एएसपी ने कहा कि पुलिस बल की कार्यक्षमता तभी बढ़ेगी जब उन्हें बेहतर सुविधाएं, अनुशासित माहौल और सकारात्मक कार्य परिवेश मिलेगा। इस पहल से पुलिसकर्मियों में उत्साह और जिम्मेदारी की भावना मजबूत हुई।
कमला नगर थाना क्षेत्र में सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात तेज रफ्तार ने एक और युवा की जान ले ली। देर रात दोस्तों के साथ वापस लौट रहे बी.कॉम के छात्र की एसयूवी बेकाबू होकर पेड़ से टकरा गई। हादसे में युवक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसके तीन दोस्त गंभीर रूप से घायल हैं। सभी का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है। पुलिस के अनुसार अशोका गार्डन निवासी 25 साल का देवपायन मुद्गल अपने दोस्तों के साथ हैरियर कार से रात करीब ढाई बजे घर लौट रहा था। नेहरू नगर चौराहे के पास कार अचानक बेकाबू होकर सड़क किनारे पेड़ से जा भिड़ी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि देवपायन की वहीं मौत हो गई। कार भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त मिली है। कौन चला रहा था कार? जांच में पता चलेगा पुलिस ने बताया कि फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि हादसे के वक्त कार कौन चला रहा था और दुर्घटना का वास्तविक कारण क्या था। कमला नगर पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस वाहन की स्पीड, ब्रेकिंग और मौके की परिस्थितियों के आधार पर भी जांच कर रही है।
करनाल में पेड़ पर लटके मिले एक युवक के मामले में नया मोड़ आ गया है। मृतक उदय चौहान के परिजनों ने चार लोगों पर हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम पूरा होने के बाद आज शव परिजनों को सौंप दिया और मामले की जांच शुरू कर दी है। मृतक मूल रूप से बिहार का रहने वाला था और करनाल में काम करता था। वह गुरूनानक पुरा में रहता था और उसके तीन बच्चे हैं। रविवार को पश्चिमी यमुना नहर के किनारे झाडियों के बीच उसका शव पेड़ से लटका मिला था। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को उतारकर मोर्चरी में रखवा दिया था। पुलिस ने परिवार को जानकारी दी थी, जिसके बाद मृतक के परिजन आज करनाल पहुंचे और हत्या की आशंका जताते हुए न्याय की मांग की। भेड़ चराने वाले ने देखा था शव, सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस रविवार को एक व्यक्ति भेड़ चराते हुए नहर किनारे पहुंचा तो उसने झाडियों के बीच पेड़ से लटकी हुई बॉडी देखी। उसने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और शव को नीचे उतारकर मोर्चरी हाउस में भेज दिया। प्रारंभिक जांच में मौत के कारण स्पष्ट नहीं हो सके, जिसके बाद पुलिस ने शव को मोर्चरी हाउस रखवा दिया था, क्योंकि मृतक के परिजन बिहार में रहते थे। वे आज पहुंचे तो आज पोस्टमॉर्टम की कार्रवाई शुरू की गई। परिजन बोले-उदय ने कहा था कि गुरुवार रात तक घर पहुंच जाएगा मृतक के पिता ने बताया कि उदय ने उनसे कॉल पर कहा था कि वह वीरवार रात 10 बजे तक बिहार पहुंच जाएगा। इसके बाद परिवार रातभर उसका इंतजार करता रहा, लेकिन वह नहीं पहुंचा। पिता के अनुसार शुक्रवार को भी पूरा परिवार बस स्टैंड पर बैठा रहा कि शायद वह आ जाए, लेकिन उदय का कोई पता नहीं चला। इसके बाद परिजनों को चिंता बढ़ी और उन्होंने उसकी तलाश शुरू कर दी। लापता होने की शिकायत दी थी, दो दिन बाद मिला शव मृतक के भाई अजय ने बताया कि उन्होंने शुक्रवार को उदय के लापता होने की शिकायत पुलिस को दी थी। शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर तलाश शुरू कर दी थी। लेकिन रविवार को उदय का शव पेड़ से लटका हुआ मिला। अजय ने कहा कि यह किसी हादसे या आत्महत्या जैसा नहीं लग रहा, बल्कि किसी ने सोची-समझी साजिश के तहत उसकी हत्या की है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद आगे बढ़ेगी जांच पुलिस ने आज परिजनों की मौजूदगी में पोस्टमॉर्टम करवाया और शव उन्हें सौंप दिया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि परिजनों द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच की जा रही है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के सही कारणों को लेकर स्थिति स्पष्ट होगी।
सागवाड़ा विधायक शंकरलाल डेचा ने मंगलवार को अपने विधानसभा क्षेत्र का दौरा किया। उन्होंने सागवाड़ा पंचायत समिति सभागार में सागवाड़ा और गलियाकोट ब्लॉक के अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में सरकार की बजट घोषणाओं के कार्यों की प्रगति और राज्य सरकार के दो वर्ष के कार्यकाल पूर्ण होने पर क्षेत्र में होने वाले विकास कार्यों के शिलान्यास व लोकार्पण पर चर्चा की गई। विधायक डेचा ने अधिकारियों को सरकार की मंशा के अनुरूप कार्यों को समय पर पूरा कर आमजन को राहत पहुंचाने के निर्देश दिए। उन्होंने विभागीय योजनाओं और बजट घोषणाओं की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने बजट घोषणा में घोषित हुए कार्यों की प्रगति की जानकारी ली और कई कार्यों की धीमी गति पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने अधिकारियों को बजट घोषणाओं के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। बैठक में विधायक ने उन पंचायतों के संबंधित कार्मिकों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए, जहां मनरेगा कार्यों की स्वीकृति के बावजूद श्रमिक नहीं लगाए गए हैं। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों से सहकारी समितियों में खाद की उपलब्धता के संबंध में जानकारी ली और किसानों को पर्याप्त खाद उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। इस अवसर पर विधायक ने सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों को सड़कों के निर्माण और पैच वर्क में गुणवत्तापूर्ण कार्य करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने राज्य सरकार के दो साल पूरे होने के उपलक्ष्य में विकास कार्यों के शिलान्यास व लोकार्पण के संबंध में अधिकारियों से जानकारी ली और तैयारियों को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
अलवर के उद्योग नगर थाना क्षेत्र स्थित देसूला गांव में कब्रिस्तान की जमीन प्लाटिंग की व सड़क बनाई।ग्रामीणों ने विरोध किया। लोगों ने आरोप लगाया है कि कुछ प्रॉपर्टी डीलरों ने लगभग तीन बीघा कब्रिस्तान भूमि में से करीब एक बीघा जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया प्लॉटिंग कर दी इसी के विरोध में ग्रामीण देसूला स्थित कब्रिस्तान की जमीन पर पहुंचे और विरोध किया। देसूला निवासी आरिफ ने बताया की यह भूमि वर्षों से कब्रिस्तान के रूप में उपयोग होती आ रही। जो रिकॉर्ड में दर्ज है। कुछ प्रॉपर्टी डीलर इस जमीन पर दबाव बनाकर निर्माण कार्य करवाना चाहते हैं। स्थानीय निवासियों ने यह भी कहा कि कुछ लोग इस पूरे मामले को हिंदू–मुस्लिम विवाद का रंग देने की कोशिश कर रहे हैं। ग्रामीणों ने स्पष्ट चेतावनी दी कि वे कब्रिस्तान की जमीन को किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने बताया कि इस मामले की शिकायत पुलिस में दे दी गई है, लेकिन अभी तक किसी तरह की ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। यदि जरूरत पड़ी तो ग्रामीण जिला कलेक्टर को भी ज्ञापन सौंपकर निष्पक्ष जांच की मांग करेंगे। ग्रामीणों ने प्रशासन से तुरंत हस्तक्षेप करने की अपील की है, ताकि भविष्य में किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति पैदा न हो। प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे और सभी ने एक स्वर में कहा कि कब्रिस्तान की जमीन पर कब्जा किसी भी परिस्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
हरियाणा के नारनौल में मंगलवार देर रात नेशनल हाईवे 148B पर गांव नायन के पास बदमाशों ने होटल मालिक से हफ्ता मांगा। नहीं देने पर बदमाशों ने होटल पर जमकर तोड़फोड़ की। बदमाशों ने पार्किंग में खड़ी गाड़ियों को भी तोड़ दिया। इससे होटल मालिक को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। नांगल चौधरी से कोटपुतली नेशनल हाईवे नंबर 148 बी पर गांव नायन के पास बने लक्की होटल पर बदमाशों ने मंगलवार रात को धावा बोल दिया। मामला तब भड़का जब बदमाशों ने होटल संचालक महेंद्र पोसवाल से 50 हजार रुपए का हफ्ता मांगा। विरोध करने पर बदमाश लाठी-डंडों से लैस होकर होटल में घुस गए और जमकर तोड़फोड़ की। होटल मालिक से मारपीट बदमाशाें ने पार्किंग में खड़ी कई गाड़ियों को निशाना बनाया गया, वहीं होटल मालिक के साथ मारपीट भी की गई। हमले में महेंद्र पोसवाल को गंभीर चोटें आई हैं और होटल को लाखों का नुकसान हुआ है। बदमाशों ने होटल के मुख्य गेट पर लगा टफन का गेट भी तोड़ दिया। अंदर कुर्सियों को भी बिखेर दिया तथा मेज तोड़ दी। मौके पर पहुंची पुलिस घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची तथा जांच में जुट गई। वहीं हमलावरों की तलाश की जा रही है। होटल स्टाफ ने बताया कि हमला इतना अचानक और तेज था कि कोई कुछ समझ ही नहीं पाया, हर कोई दहशत में तुरंत इधर-उधर छिपने पर मजबूर हो गया। कई कारों को हुआ नुकसान इस हमले में होटल की पार्किंग में खड़ी कई कारों को भी नुकसान हुआ है। वहीं लोगों ने मांग की है कि पुलिस तत्काल गिरफ्तारी कर प्रभावी कार्रवाई करे, ताकि अपराधियों में कानून का डर पैदा हो।
यूपी बोर्ड ने देवरिया जिले में आगामी वार्षिक परीक्षाओं के लिए परीक्षा केंद्रों की प्रस्तावित सूची जारी कर दी है। रविवार को जारी इस सूची के अनुसार, जिले के 163 विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है। यह संख्या पिछले वर्ष की तुलना में कुछ कम है। परीक्षा केंद्र निर्धारण की प्रक्रिया शासन के दिशानिर्देशों के अनुसार पूरी की जा रही है। प्रारंभिक चरण में जिले स्तर पर एक सूची तैयार की गई थी। इसके बाद, तहसील स्तरीय समिति ने सभी विद्यालयों का स्थल सत्यापन कर अपनी रिपोर्ट ऑनलाइन परिषद को भेजी। परिषद ने इस रिपोर्ट की समीक्षा के बाद 163 विद्यालयों की यह प्रस्तावित सूची जारी की है। प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए, परिषद ने संबंधित संस्थानों, विद्यालयों, विद्यार्थियों, अभिभावकों, प्रधानाचार्यों और प्रबंधकों को आपत्तियां दर्ज कराने का अवसर दिया है। 4 दिसंबर तक परिषद की आधिकारिक वेबसाइट पर ऑनलाइन आपत्तियां दर्ज कराई जा सकती हैं। जनपदीय केंद्र निर्धारण समिति को इन आपत्तियों के निस्तारण की जिम्मेदारी सौंपी गई है। समिति को 11 दिसंबर तक सभी आपत्तियों की समीक्षा कर अंतिम निर्णय लेना होगा। इसके उपरांत, जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) समिति की स्वीकृति के साथ अंतिम सूची को तय समय सीमा में परिषद को ऑनलाइन भेजेंगे। यूपी बोर्ड की हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की वार्षिक परीक्षाएं 18 फरवरी से शुरू होंगी। देवरिया जिले के इन 163 प्रस्तावित केंद्रों पर इस वर्ष लगभग 1.15 लाख छात्र-छात्राओं के परीक्षा देने की उम्मीद है। यह प्रस्तावित सूची आगामी 2026 की परीक्षाओं के लिए भी आधार मानी जाएगी। हालांकि, आपत्तियों के निस्तारण और समिति के अनुमोदन के बाद इसमें संशोधन संभव हैं। परिषद ने स्पष्ट किया है कि अंतिम सूची इन्हीं प्रक्रियाओं के पूर्ण होने के बाद ही जारी की जाएगी।
भोपाल में आयोजित 45वीं जूनियर नेशनल रोइंग प्रतियोगिता में डीसीएम सीनियर सेकेंडरी स्कूल, बिठमड़ा, उकलाना की छात्रा कुमकुम रानी ने उत्कृष्ट प्रदर्शन कर स्वर्ण पदक जीता है। प्रतियोगिता में देशभर के कई राज्यों से चुनिंदा प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। जहां कुमकुम ने बेहतरीन कौशल, फुर्ती और संतुलन का प्रदर्शन करते हुए अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से सबका ध्यान आकर्षित किया। कुमकुम की इस जीत से विद्यालय परिसर में खुशी की लहर दौड़ गई। उनके कोच राजेश ने बताया कि कुमकुम ने लगातार कड़ी मेहनत, अनुशासन और समर्पण के साथ अभ्यास किया, जिसका परिणाम आज पूरे क्षेत्र के लिए गर्व का क्षण बनकर सामने आया है। स्कूल चेयरमैन और प्रिंसिपल ने दी बधाई विद्यालय के चेयरमैन संजय डीसीएम और प्रिंसिपल सुनिल शर्मा ने कुमकुम को बधाई देते हुए कहा कि यह उपलब्धि न केवल व्यक्तिगत सफलता है, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए प्रेरणा का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि कुमकुम जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी आने वाली पीढ़ी के लिए मिसाल कायम कर रहे हैं। संजय डीसीएम ने आगे कहा कि विद्यालय हमेशा खेल और शिक्षा दोनों क्षेत्रों में विद्यार्थियों को बेहतर अवसर उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्ध है, और कुमकुम की सफलता यह साबित करती है कि सही मार्गदर्शन और परिश्रम से हर लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। कुमकुम रानी की इस उपलब्धि से परिवार, कोच, विद्यालय और क्षेत्र के लोगों में अपार उत्साह है तथा सभी ने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।
पत्थलगांव में झाड़ियों में जा घुसी स्कूल बस:बड़ा हादसा टला, 12-13 बच्चे सवार थे, सभी सुरक्षित
जशपुर जिले के पत्थलगांव में एक स्कूली बस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे झाड़ियों में जा घुसी। नाले में गिरते बस बाल बाल बच गई। जिससे एक बड़ा हादसे होने से टल गया। बताया जा रहा है ब्रेक फैल होने की वजह से हादसा हुआ था। घटना के समय बस में दर्जनों स्कूली बच्चे सवार थे। हालांकि सभी बच्चे सुरक्षित है। बस पत्थलगांव के सरस्वती शिशु मंदिर की थी। मुड़ागांव के पास हादसा हुआ। लैलूंगा थाना क्षेत्र का मामला है। थाना प्रभारी गिरधारी साव ने बताया कि बस में 12-13 बच्चे सवार थे। बस का ब्रेक फैल हो गया था और किसी को गंभीर चोट नहीं आई है। ड्राइवर की सूझबूझ से हादसा टला बस तेज रफ्तार में आगे बढ़ रही थी, तभी अचानक उसके ब्रेक फेल हो गए। ड्राइवर ने सूझबूझ दिखाते हुए बस को सड़क किनारे मोड़ दिया, जिसके चलते बस झाड़ियों में फंस गई और नाले में गिरने से बच गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि झटके के कारण बच्चे घबरा गए थे, लेकिन ड्राइवर की समझदारी से बड़ा हादसा टल गया। हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला। गनीमत रही कि किसी भी बच्चे को गंभीर चोट नहीं आई। इस हादसे के बाद से बच्चों में डर और अफरा-तफरी का माहौल है।
सुलतानपुर के धनपतगंज थाना क्षेत्र की निवासी मेनिका पाठक ने मुख्यमंत्री और पुलिस अधीक्षक से शिकायत की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि जमीन विवाद के चलते उनके पति और बेटे के खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज कराया गया है। यह शिकायत 1 दिसंबर को दर्ज कराई गई। पाठक ने बताया कि उनके ही गांव के देवेंद्र पाठक उर्फ करिया से उनके परिवार का जमीन के हिस्से को लेकर विवाद चल रहा है। देवेंद्र पाठक और उनके परिवार के सदस्य कई मुकदमों (76/2021, 31/2022 और 105/2021) में आरोपी हैं, जो वर्तमान में न्यायालय में विचाराधीन हैं। मेनिका पाठक के अनुसार, विपक्षी लगातार इन विचाराधीन मुकदमों में सुलह-समझौता करने के लिए दबाव बनाते हैं। वे संबंधित अधिकारियों के पास प्रार्थना पत्र देकर फर्जी तरीके से मुकदमे दर्ज कराकर उनके परिवार को परेशान करते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि देवेंद्र पाठक आपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति है, जिसके खिलाफ धनपतगंज थाने में कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। पाठक का दावा है कि थाने में उसकी अच्छी पकड़ है, जिसके कारण विपक्षी के प्रार्थना पत्र देते ही बिना जांच-पड़ताल के ही उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ मुकदमे दर्ज कर लिए जाते हैं। मेनिका पाठक ने बताया कि विगत 9 नवंबर को विपक्षी द्वारा झूठा प्रार्थना पत्र देकर धनपतगंज थाने में उनके परिवार वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि इस दिन उनका बेटा मोहित पाठक अयोध्या के बड़ी देवकाली मंदिर में पुजारी के तौर पर उपस्थित था, जबकि परिवार के अन्य सदस्य अपने-अपने कार्यों में व्यस्त थे। 1 दिसंबर को दर्ज शिकायत में मेनिका पाठक ने मुख्यमंत्री और पुलिस अधीक्षक से इस पूरे प्रकरण की जांच एडीशनल एसपी से कराने का अनुरोध किया है। उन्होंने फर्जी मुकदमा दर्ज कराने वाले व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और उन्हें न्याय दिलाने की मांग की है।
85 ग्राम ब्राउन शुगर के साथ चार गिरफ्तार:डाल्टेनगंज से गुमला लाते समय बिशनपुर में पकड़े गए
गुमला एसपी हरीश बिन जमा के निर्देश पर मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत बिशनपुर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। गुप्त सूचना के आधार पर बिशनपुर में एक कार को रोककर तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान कार से 85 ग्राम ब्राउन शुगर बरामद की गई, जिसकी बाजार कीमत 4 लाख 60 हजार रुपए आंकी जा रही है। इस संबंध में एसडीपीओ सुरेश प्रसाद यादव ने मंगलवार को बताया कि चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें डीएसपी रोड निवासी 22 वर्षीय शिवा कुमार साहू, राजा कॉलोनी निवासी 24 वर्षीय रोजामत अंसारी, मुरली बगीचा निवासी 22 वर्षीय दीपक चिक बड़ाईक और कोरबा, छत्तीसगढ़ की 25 वर्षीय वर्षा रानी भगत शामिल हैं। सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। सभी डाल्टेनगंज से ब्राउन शुगर खरीदकर गुमला आ रहे थे पुलिस ने आरोपियों के पास से 85 ग्राम ब्राउन शुगर के अलावा चार मोबाइल फोन, 61 हजार रुपए नगद और कार जब्त की है। एसडीपीओ ने बताया कि ये सभी डाल्टेनगंज से ब्राउन शुगर खरीदकर गुमला आ रहे थे। तस्करी के लिए कार पर शादी का स्टिकर लगाया गया था ताकि पुलिस को शक न हो। यह ब्राउन शुगर गुमला के विभिन्न इलाकों में बेचने के लिए लाई जा रही थी, तभी बिशनपुर पुलिस ने उन्हें धर दबोचा।
जिले में वक्फ संपत्तियों की जानकारी 5 दिसंबर 2025 तक 'उम्मीद सेंट्रल पोर्टल' पर दर्ज कराना अनिवार्य कर दिया गया है। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी नेहा झाझड़िया ने बताया कि वक्फ संपत्तियों का डिजिटल रिकॉर्ड व्यवस्थित करने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से यह प्रक्रिया संचालित की जा रही है। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी नेहा झाझड़िया ने सभी हितधारकों से अपील की है कि वे समय रहते पंजीकरण करा लें। इससे जुड़ी अधिक जानकारी के लिए अल्पसंख्यक विभाग से संपर्क किया जा सकता है। अंतिम तिथि तक कराएं ऑनलाइन पंजीकरण वक्फ संपत्तियों का डेटा 'उम्मीद पोर्टल' पर अपलोड करने के लिए शहर के मलसीसर रोड स्थित मुस्लिम कम्युनिटी सेंटर में एक विशेष शिविर लगाया जा रहा है। कौन करा सकता है पंजीकरण: 1960 के गजट में शामिल सभी वक्फ संपत्तियों के सदस्य और प्रतिनिधि इस शिविर में आकर अपनी जानकारी ऑनलाइन दर्ज करा सकते हैं। उद्देश्य: इस प्रक्रिया का मुख्य उद्देश्य वक्फ संपत्तियों के डिजिटल रिकॉर्ड को व्यवस्थित और अद्यतन करना है ताकि उनमें पारदर्शिता और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। देशभर में अनिवार्य है 'उम्मीद' पोर्टल पर पंजीकरण केंद्र सरकार द्वारा 6 जून 2025 को लॉन्च किए गए 'उम्मीद' (एकीकृत प्रबंधन, सशक्तिकरण, दक्षता और विकास) पोर्टल पर वक्फ संपत्तियों का ब्योरा दर्ज कराना देशभर में अनिवार्य है। यह पोर्टल वक्फ संपत्तियों की जानकारी अपलोड, सत्यापन और निगरानी के लिए एक केंद्रीकृत मंच है। अनिवार्यता: वक्फ कानून के अनुसार, सभी वक्फ संपत्तियों को पोर्टल पर रजिस्टर्ड कराना अनिवार्य है।पंजीकरण न होने की स्थिति में, संपत्ति का वक्फ दर्जा समाप्त हो जाएगा। बाद में केवल वक्फ ट्रिब्यूनल के आदेश पर ही पुनः पंजीकरण संभव हो सकेगा। सुप्रीम कोर्ट ने भी नहीं दी राहत वक्फ संपत्तियों की जानकारी 'उम्मीद' पोर्टल पर अपलोड करने की समय सीमा बढ़ाने से हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने भी इनकार कर दिया है।
25 हजार का इनामी हिस्ट्रीशीटर गिरफ्तार:महताब हत्याकांड में 2 साल से फरार चल रहा था आरोपी
धौलपुर पुलिस ने महताब हत्याकांड के मुख्य आरोपी और 25,000 रुपए के इनामी हिस्ट्रीशीटर ज्वाला प्रसाद को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया। आरोपी करीब दो साल से फरार चल रहा था और ठिकाने बदलकर गिरफ्तारी से बचने की कोशिश कर रहा था। मनियां थाना पुलिस ने उसे धौलपुर शहर में पीछा कर दबोच लिया। यह मामला 8 सितंबर 2023 को मनियां थाने में श्यामसुंदर गुर्जर की रिपोर्ट पर दर्ज हुआ था। रिपोर्ट के अनुसार, महताब पुत्र प्रद्युम्न सिंह जलालपुर में पवन सरपंच के टेंट हाउस पर कुर्सी पर बैठे थे, तभी सुमित, अमित (ज्वाला प्रसाद का पुत्र), सोनू (रामबकील का पुत्र) और सोनू (लक्ष्मणसिंह का पुत्र) मोटरसाइकिल पर पहुंचे और महताब को दुकान से बाहर घसीटकर सड़क पर पटक दिया और गोली मार दी। वारदात में भरत, जीतेंद्र, गब्बर, धवल, ज्वाला, लोचनसिंह, पप्पू, देवा और 3–4 अन्य आरोपी भी शामिल थे। ये सभी वाटरवर्क्स रोड और मनियां मुख्य हाईवे के आसपास निगरानी कर रहे थे। घटना के बाद सभी फरार हो गए थे। इस मामले में पांच आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है और वारदात में प्रयुक्त हथियार व मोटरसाइकिलें भी बरामद की जा चुकी हैं। कई राज्यों में छिपता रहा आरोपी आरोपी ज्वाला प्रसाद पुत्र होतीलाल (50), निवासी जलालपुर, मनियां, एक शातिर अपराधी है, जिसके खिलाफ हत्या, मारपीट और प्रयास हत्या सहित 10 आपराधिक मामले दर्ज हैं। वह गिरफ्तारी से बचने के लिए दिल्ली, गुरुग्राम और उत्तर प्रदेश में लगातार ठिकाने बदल रहा था। थाना मनियां पुलिस टीम को दीनदयाल हेड कॉन्स्टेबल (स्पेशल टीम धौलपुर) से सूचना मिली कि ज्वाला प्रसाद धौलपुर आया है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई की। पुलिस को देखकर आरोपी भागने लगा, लेकिन काफी दूरी तक पीछा करने के बाद उसे पकड़ लिया गया।
झाबुआ जिले के मेघनगर तहसील की ग्राम पंचायत बेड़ावली के निवासियों ने कलेक्टर की जनसुनवाई में नगर परिषद मेघनगर को ग्राम पंचायत की भूमि आवंटित करने का विरोध किया। ग्रामीणों ने इस आवंटन को रद्द करने की मांग की है। यह विरोध सर्वे नंबर 624, रकबा 0.6100 हेक्टेयर की शासकीय भूमि को लेकर है। इस भूमि को नगर परिषद मेघनगर को नवीन गीता भवन के निर्माण के लिए आवंटित किया जा रहा है। ग्रामीणों ने कलेक्टर को बताया कि ग्राम पंचायत बेड़ावली ने इस भूमि पर पूर्व में ही बेरोजगार ग्रामीणों के लिए दुकानें (शॉपिंग कॉम्प्लेक्स) बनाने का प्रस्ताव पारित कर रखा है। ग्राम पंचायत ने 27 जनवरी 2024 को अपने प्रस्ताव क्रमांक 07 के माध्यम से शासकीय भूमि सर्वे नंबर 624 पर पंचायत की ओर से शासकीय दुकानें बनवाने का ठहराव पारित किया था। ग्रामीणों का कहना है कि यह भूमि पंचायत के बेरोजगार युवाओं और अन्य ग्रामीणों के रोजगार तथा आजीविका के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उनका मानना है कि मेघनगर नगर परिषद द्वारा इस भूमि को लेने से युवाओं के रोजगार के अवसर प्रभावित होंगे। ग्रामीणों ने इस संबंध में अपनी आपत्ति पहले भी दर्ज कराई थी। इसके लिए 11 सितंबर 2025 और 16 सितंबर 2025 को दो अलग-अलग आवेदन दिए गए थे। आज जनसुनवाई में अपनी बात रखते हुए पप्पू भाभोर ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने उनकी मांगों पर शीघ्र सुनवाई नहीं की और भूमि आवंटन को रद्द नहीं किया, तो अगली बार पूरा ग्राम बेड़ावली विरोध दर्ज कराने के लिए पहुंचेगा।
राजस्थान में राजभवन का नाम बदलकर लोकभवन कर दिया है, अब राजभवन को लोकभवन के नाम से जाना जाएगा। राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने राजभवन का नाम लोकभवन करने की अधिसूचना जारी कर दी है। राजभवन का नाम बदलने की यह अधिसूचना एक दिसंबर से लागू होगी। राज्यपाल बागडे ने कहा कि औपनिवेशिक मानसिकता से लोकतांत्रिक भारतीय संस्कृति की ओर आगे बढ़ने की दिशा में ’लोकभवन’ नामकरण बहुत बड़ी पहल है। भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। हमारे देश के संविधान की उद्देशिका ही ’हम भारत के लोग’ से शुरू होती है। लोकतंत्र में लोक ही प्रमुख है, इसलिए राज्यपाल का कार्यस्थल अब ’लोकभवन’ नाम से जाना जाएगा। लोकभवन केवल नामकरण नहीं बल्कि लोगों की भावनाओं, लोक आकांक्षाओं का प्रतीक है। राजस्थान नौवां राज्य राजस्थान से पहले आठ राज्यों के राजभवनों का नाम बदलकर लोकभवन किया जा चुका है। राजस्थान नौवां राज्य है। केंद्र शासित प्रदेशों में राजभवन को राजनिवास कहा जाता है, वहां भी अब राजनिवास का नाम लोकनिवास करने की तैयारी है। लोकभवन के नाम से अब फिर से छपेगी स्टेशनरी, साइन बोर्ड भी बदलेंगे राजभवन का नाम लोकभवन करने के साथ ही अब सरकार से जुड़ी पूरी स्टेशनरी और रिकॉर्ड में बदलाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है। राजभवन के साइन बोर्ड और नेम प्लेट भी बदले जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर राजभवन ग्रुप क नाम लोकभवन किया गया सोशल मीडिया पर राजभवन के ग्रुप का नाम बदलकर अब लोकभवन कर दिया गया है। बाकी हैंडल्स पर भी अब लोकभवन नाम किया जा रहा है।
धनबाद नगर निगम के खिलाफ विधायक राज सिन्हा का अनिश्चितकालीन धरना बुधवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। यह धरना जिले की जर्जर सड़कों के निर्माण की लंबे समय से लंबित मांग को लेकर नगर निगम कार्यालय के सामने दिया जा रहा है। धरना स्थल पर विधायक राज सिन्हा अपने समर्थकों और भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मौजूद हैं। विधायक ने स्पष्ट चेतावनी दी थी कि यदि 48 घंटे के भीतर उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार कर कार्रवाई नहीं की गई, तो वे नगर निगम कार्यालय के समक्ष धरना देने को बाध्य होंगे। मंगलवार को धरने के दूसरे दिन तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल धरना स्थल पर पहुंचा। इस प्रतिनिधिमंडल में भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष विकास प्रीतम सिन्हा, पूर्व विधायक अपर्णा सेन गुप्ता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि जिले की जर्जर सड़कों की भयावह स्थिति और अन्य कई मांगों को लेकर विधायक राज सिन्हा को यह कदम उठाना पड़ा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही इस मामले पर कार्रवाई नहीं की जाती है, तो पार्टी और भी उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी, जिसमें सभी विधायक राज सिन्हा के साथ खड़े रहेंगे।
गोंडा जिले के हारीपुर स्थित एससीपीएम नर्सिंग कॉलेज में बीएमएस सेकंड सेमेस्टर की छात्रा महावीस खानम की मौत हो गई है। छात्रा के पिता जाहिन खान ने इसे हत्या बताते हुए गोंडा पुलिस अधीक्षक को तहरीर दी है। उन्होंने आरोप लगाया है कि उनकी बेटी की साजिश के तहत हत्या की गई और उसे आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की गई। पिता जाहिन खान ने अपनी शिकायत में कहा कि उनकी बेटी हमेशा खुश रहती थी और उसने कभी कोई शिकायत नहीं की है। जब वे कॉलेज पहुंचे, तो उनकी बेटी अपने कमरे में मृत पाई गई। उन्होंने आशंका जताई कि उसे मारकर लटकाया गया है। पिता के अनुसार, उनकी बेटी के शरीर पर चोट और खरोंच के निशान थे, जो आत्महत्या की संभावना को खारिज करते हैं। जाहिन खान ने पुलिस से पूरे मामले में कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में पोस्टमॉर्टम कराने की भी अपील की ताकि सच्चाई सामने आ सके। जाहिन खान ने कॉलेज प्रशासन पर भी सवाल उठाए। उन्होंने बताया कि उन्हें कॉलेज से फोन आया था कि उनकी बेटी की तबीयत खराब है। जब उन्होंने वजह पूछी, तो कॉलेज के लोगों ने 'सुसाइड का मामला' होने की बात कही, लेकिन कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी। कॉलेज ने उन्हें सिर्फ मौके पर आने और पुलिस की जांच का हवाला दिया। जाहिन खान ने कहा कि कॉलेज के अस्पष्ट जवाबों से उन्हें लगा कि उनकी बेटी अब जीवित नहीं है, इसीलिए उन्हें पूरी बात नहीं बताई जा रही थी। इसके बाद मैं यहां पर पहुंचा। खिड़की से देखा तो उसकी बॉडी लटक रही थी। पैर उसका जमीन पर झूल रहा था। कोई अगर सुसाइड करता है उसका पैर जमीन से नहीं झूलता है। सुसाइड की वजह क्या है वह भी बताएं। अगर किसी की वजह से किया है तो उसको सजा दी जाए। पिता ने आगे कहा कि हमारी बच्ची क्लास नहीं गई थी, तो कॉलेज की जिम्मेदारी बनती थी किसी को बताना चाहिए था कि बच्ची की तबीयत नहीं ठीक है वह पढ़ने के लिए नहीं जा रही है या कोई और वजह है जिसके कारण वह नहीं जा रही है। मैं यहां आता, लेकिन हम लोगों को कुछ नहीं बताया गया। हमारी बच्ची यहां से घर आती जाती थी। मैं भी ला करके यहां पर छोड़ता था हंसी-खुशी बात होती थी। कॉलेज प्रशासन के द्वारा मरने से पहले मुझे कुछ नहीं बताया गया। मैं कह रहा हूं कि अगर बच्ची हमारी बीमार थी तो हमको सूचना दी जाती। मैंनें खुद अपने हाथों से अपनी बच्ची के बॉडी को उतारा है कमरे में कुछ नहीं मिला है ना ही कमरा मुझे दिखाया गया। मुझे लग रहा है कि मेरी बच्ची को मार करके उसको लटका दिया गया है। अगर ऐसा नहीं है अगर उसने सुसाइड किया है। तो उसको सामने लाएं जिसकी वजह से मेरी बेटी ने सुसाइड किया है। उसकी सजा दी जाए पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की जाए। मेरी बच्ची यहां पर हॉस्टल में रहती है कॉलेज के खिलाफ तहरीर लिख करके दे दी है।
श्योपुर कोतवाली थाना क्षेत्र के आरआरआर रिसोर्ट में एक शादी समारोह के दौरान दूल्हे के ससुर का जेवर और नकदी से भरा बैग चोरी हो गया। पुलिस ने अज्ञात चोर के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। घटना सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात की है। वरमाला पर फोटो खिंचवाने के लिए बैग स्टेज किनारे रखा किला रोड अंधेर बाबड़ी निवासी नरेंद्र शर्मा (59) ने पुलिस को बताया कि 30 नवंबर 2025 को उनके बेटे दीपू उर्फ अश्विनी की शादी आरआरआर रिसोर्ट में थी। रात करीब 11 बजे दूल्हे और दुल्हन के साथ परिजन स्टेज पर फोटो खिंचवा रहे थे। इसी दौरान दूल्हे के ससुर नंदबिहारी शर्मा (निवासी सौरखंड थाना अता, जिला बारा, राजस्थान) ने अपना बैग स्टेज के किनारे रखा था। सोने-चांदी के जेवर सहित 35 हजार चोरी फोटो खिंचवाने के बाद जब नंदबिहारी शर्मा ने अपना बैग उठाना चाहा, तो वह वहां से गायब था। बैग में सोने की एक जोड़ी झुमकी, सोने की नाक की बाड़ी, एक सोने की नथ, चांदी की दो जोड़ी तोडिया, छह चांदी की बिछिया और लगभग 35 हजार रुपए नकद रखे हुए थे। पीड़ित ने घटना के बाद कई घंटों तक बैग की तलाश की, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला। रिसॉर्ट के सीसीटीवी खंगाल रही है पुलिस पीड़ित नरेंद्र शर्मा ने थाना पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने अज्ञात चोर के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर हेड कॉन्स्टेबल अजय सिंह तोमर को जांच सौंपी है। पुलिस रिसोर्ट के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है और शादी में मौजूद लोगों से पूछताछ कर रही है। फिलहाल चोरी हुए बैग और आरोपी का कोई पता नहीं चल सका है। पुलिस की तलाश जारी है।
बड़वानी जिले के अंजड़ में 108 एंबुलेंस की लेटलतीफी से नाराज स्थानीय लोगों ने अनोखे ढंग से विरोध प्रदर्शन किया। मंगलवार दोपहर घायलों को लेने देर से पहुंची एंबुलेंस के कर्मचारियों का पुष्पहार और श्रीफल भेंट कर स्वागत किया गया। यह घटना मंगलवार दोपहर की है, जब अंजड़ कस्बे में दो बाइकों की भिड़ंत में पांच युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। इनमें से दो घायलों को तुरंत निजी मारुति वैन से जिला अस्पताल पहुंचाया गया। इन वैनों में पीछे के दरवाजे नहीं थे और घायलों को स्ट्रेचर सहित उनमें लादकर ले जाया गया। शेष तीन घायलों को लेने के लिए बड़वानी से 108 एंबुलेंस (क्रमांक CJ. 04 NR 7743) लगभग एक घंटे बाद अंजड़ सिविल अस्पताल पहुंची। एंबुलेंस के पायलट दीपेश उजले और ईएमटी भीकू सिंह चौहान का समाजसेवियों ने गांधीवादी परंपरा के तहत पुष्पहार पहनाकर और श्रीफल भेंट कर अभिनंदन किया। अंजड़ निवासी गिरीश चौहान ने बताया कि जिले में 108 एंबुलेंस की लापरवाही और लेटलतीफी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। कभी एंबुलेंस देर से पहुंचती है, तो कभी पहुंचती ही नहीं, जिससे दुर्घटनाग्रस्त या बीमार लोगों को समय पर अस्पताल पहुंचने में दिक्कत होती है। हाल ही में इसी लापरवाही के कारण एक नवजात की मौत भी हो चुकी थी। लोगों का मानना है कि इस गांधीवादी तरीके से किए गए स्वागत से शायद 108 एंबुलेंस सेवा प्रदाता अपने लापरवाह रवैये को बदलेंगे और पीड़ितों को समय पर यह सुविधा मिल सकेगी।
हापुड़ में मंगलवार को एक ई-रिक्शा चालक और होमगार्ड के बीच मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। यह घटना नगर कोतवाली क्षेत्र के मेरठ तिराहे पर हुई, जहां दोनों के बीच पहले बहस हुई और फिर हाथापाई में बदल गई। जानकारी के मुताबिक मंगलवार की दोपहर यातायात व्यवस्था को सुचारु रखने के लिए तैनात होमगार्ड ने ई-रिक्शा चालक से मेरठ तिराहे पर खड़े अपने रिक्शे को हटाने के लिए कहा था। आरोप है कि इस बात पर चालक भड़क गया और उसने होमगार्ड के साथ अभद्रता शुरू कर दी। देखते ही देखते यह बहस धक्का-मुक्की और मारपीट में बदल गई। मौके पर मौजूद राहगीरों और स्थानीय लोगों ने बीच-बचाव कर दोनों को शांत कराया। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची। पुलिस अब वायरल वीडियो की जांच कर रही है और मामले में दोनों पक्षों से पूछताछ की जा रही है। कोतवाली प्रभारी देवेंद्र बिष्ट ने बताया कि सार्वजनिक स्थान पर कानून-व्यवस्था भंग करने वालों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का कहना है कि यातायात को सुचारु बनाए रखने के लिए लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं।
जोधपुर के खांडा फलसा थाने में एक कोचिंग इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर ने अपने ही पूर्व कर्मचारी के खिलाफ कोर्ट के जरिए मामला दर्ज करवाया। शिवांगी नर्सिंग एकेडमी, शनिश्चरजी का थान रोड स्थित संस्थान के केयरटेकर भागीरथ जाणी ने शिकायत दी। आरोप है कि सूरतगढ़ निवासी आशीष कुमार विश्नोई को संस्थान में प्रचार-प्रसार का कार्य सौंपा गया था। भागीरथ के अनुसार, संस्थान ने 1 अगस्त 2025 को आशीष को नौकरी पर रखा था। 5 नवंबर को जयपुर प्रचार कार्य के लिए भेजते वक्त उसे संस्थान का वीवो कंपनी का मोबाइल फोन, कंपनी का लैपटॉप और 50 हजार रुपए नकद सौंपे गए थे। शिकायत में कहा गया है कि जयपुर जाने के बाद आरोपी ने संस्थान से संपर्क तोड़ लिया और अब तक लैपटॉप, मोबाइल व राशि नहीं लौटाई है। लैपटॉप में संस्थान की प्रचार सामग्री और ऑनलाइन कोर्सेस की जानकारी सुरक्षित थी। संस्थान की ओर से कई बार संपर्क करने पर आरोपी ने लौटाने का आश्वासन तो दिया, पर बाद में ब्लैकमेल कर संस्थान की सामग्री का दुरुपयोग करने की धमकियां देने लगा। बाद में उन्होंने थाने में रिपोर्ट दी, लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया। इस पर कोर्ट में परिवाद पेश कर मामला दर्ज करवाया गया।
महाराष्ट्र की महिला ने अपने पति, सास और ससुर के खिलाफ कांकेर के दुर्गुकोंदल थाने में शिकायत दर्ज कराई है। महिला ने उन पर मारपीट, जान से मारने की धमकी और दहेज की मांग सहित कई गंभीर आरोप लगाए हैं। जानकारी के मुताबिक, महिला का नाम नेहा ठगेल है। जो कि भद्रावती तहसील के कुचना की रहने वाली है। उसका कहना है कि पिछली बार परिवार टूटने के डर और दबाव के कारण उसने शिकायत वापस ले लिया था। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि 28 अक्टूबर को पति सूरज ठगेल, सास और ससुर ने मारपीट की और प्रताड़ित किया। इस मारपीट का कारण बेसन के पकौड़े खाना था, जिसके बाद मां-बहन की गालियां दी गईं और जान से मारने की धमकी भी दी गई। इस घटना के बाद नेहा ने 29 अक्टूबर को थाना में शिकायत दर्ज कराई थी और उनका मेडिकल मुलाहिजा भी कराया गया था। हालांकि उस समय पति, सास-ससुर की मौजूदगी और परिवार टूटने की आशंका के कारण उन्होंने लिखित में कार्रवाई न करने की बात कही थी। दहेज की मांग नेहा ठगेल ने अपनी शिकायत में बताया है कि ससुराल वाले लगातार प्रताड़ित कर रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि ससुराल के लोग पहले से ही सोना और दहेज की मांग करते हुए उन्हें परेशान करते आ रहे हैं। मारपीट से उन्हें काफी चोटें आईं। जिसका मुलाहिजा भी सीएचसी दुर्गुकोंदल में कराया गया। पुलिस ने दर्ज किया मामला पीड़ित महिला की शिकायत पर दुर्गुकोंदल पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी सूरज ठगेल (पति), मालती ठगेल (सास), और ज्ञानचंद ठगेल (ससुर) के खिलाफ धारा 115(2) (मारपीट), धारा 296 (जान से मारने की धमकी), धारा 3(5) (दहेज उत्पीड़न), और धारा 351(3) बीएनएस (अपराधिक बल प्रयोग) के तहत मामला दर्ज किया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। चोरी के संदेह में पूछताछ करने पर महिला से मारपीट बांदे थाना क्षेत्र में चोरी के एक मामले में पूछताछ के लिए पुलिस के साथ गई 53 वर्षीय महिला पर संदेही के परिजनों ने गंभीर हमला कर दिया। मारपीट में पीड़िता का एक दांत टूट गया और शरीर के कई हिस्सों में चोटें आईं। पीड़िता ने आरोप लगाया कि यदि पुलिसकर्मी बीच-बचाव नहीं करते, तो हमलावर उसे जान से मार देते। घटना कैसे हुई पीड़ित महिला बासु विश्वास (53 वर्ष), निवासी पीव्ही-129 गोविंदपुर, ने बताया कि 29 नवंबर की शाम उन्हें चोरी के मामले में पूछताछ के लिए थाना पखांजुर बुलाया गया था। पूछताछ के दौरान पुलिस टीम संदेही परितोष सरकार (निवासी पीव्ही-85 राधापुर) के घर गई, जहां बासु विश्वास भी मौजूद थीं। जैसे ही वे संदेही के घर पहुंचीं, परितोष सरकार की पत्नी विनती सरकार उन पर चिल्लाने लगीं और आरोप लगाया कि वह उनके पति को फंसाने आई हैं। इसके बाद विनती सरकार, प्रिया सरकार, साथी सरकार, तारक, अविनाश, तोता रानी सरकार सहित अन्य लोगों ने मिलकर पीड़िता का रास्ता रोक लिया और गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी। समूह ने बासु विश्वास के हाथ और बांह खींचे तथा हाथ-मुक्कों से हमला किया। मारपीट में उनका एक दांत टूट गया और हाथ-पैर में चोटें आईं। पुलिस ने बचाई जान पीड़िता के अनुसार, मौके पर मौजूद पुलिस टीम ने तुरंत हस्तक्षेप कर स्थिति को संभाला। उन्होंने कहा कि पुलिस समय पर बीच न पड़ती, तो हमलावर उन्हें जान से मार सकते थे। एफआईआर दर्ज बासु विश्वास की शिकायत पर बांदे थाना पुलिस ने मुख्य आरोपी विनती सरकार, प्रिया सरकार, साथी सरकार, तारक, अविनाश एवं अन्य अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ बीएनएस की धारा 126(2), 191(1), 296, 115(2) और 351(2) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बहादुरगढ़ के सेक्टर-13 के निवासियों की समस्याएं लगातार बढ़ती जा रही हैं, जिन्हें लेकर सेक्टर 13 रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) ने मंगलवार को हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) के संपदा अधिकारी विजय राठी से मुलाकात की। आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों ने सेक्टर की गंभीर समस्याओं का विस्तृत विवरण देते हुए अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा और कहा कि लंबे समय से शिकायतों के बावजूद उनकी परेशानियों का कोई समाधान नहीं हो रहा।संपदा अधिकारी विजय राठी ने आश्वासन दिया कि सेक्टर-13 की सभी समस्याओं पर विस्तृत चर्चा के लिए 12 दिसंबर को बैठक बुलाई गई है, जिसमें तकनीकी अधिकारियों सहित संबंधित सभी विभागीय अधिकारियों को बुलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि बैठक में हर समस्या पर विस्तार से विचार-विमर्श कर समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे और तब तक जो भी समस्याएं तात्कालिक रूप से हल की जा सकती हैं, उन पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी। राठी ने भरोसा दिलाया कि सेक्टरवासियों को परेशान नहीं होने दिया जाएगा। एसडीएम से डीसी तक मिल चुके, मगर नहीं हो रहा समाधानआरडब्ल्यूए के प्रधान राजबीर दलाल ने बताया कि पिछले दो वर्षों से वे अपनी समस्याओं को लेकर एसडीएम से लेकर डीसी तक कई अधिकारियों से मिल चुके हैं, लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ भी नहीं मिला। उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि एचएसवीपी के अधिकारियों द्वारा सेक्टर की सड़कों के निर्माण में भारी अनियमितताएं और भ्रष्टाचार हुआ है।उनके अनुसार, सेक्टर की सड़कों के निर्माण के लिए 6 करोड़ रुपए से अधिक की राशि आई थी, लेकिन जिन जगहों पर कोई मकान नहीं हैं और जहां आवागमन तक नहीं होता, वहां सड़कें पहले बना दी गईं। वहीं, जिन मार्गों पर रोजाना हजारों की संख्या में सेक्टरवासी चलते हैं और जहां घनी आबादी है, उन प्रमुख सड़कों को बिना विकसित किए ही छोड़ दिया गया है। अब अधिकारी बजट खत्म होने की बात कहकर पल्ला झाड़ रहे हैं, जबकि यह स्पष्ट रूप से घोर लापरवाही और भ्रष्टाचार का मामला है, जिसकी जांच होनी चाहिए।सेक्टर में चरमरा चुकी सफाई व्यवस्थासेक्टर में सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है। दो साल से अधिक समय से सफाई का टेंडर नहीं लगा, जिसके कारण कूड़ा जमा हो रहा है और स्वच्छता नहीं हो पा रही। दलाल ने मांग की कि नया टेंडर लगने तक एचएसवीपी अस्थायी व्यवस्था कर नियमित सफाई सुनिश्चित करे। सेक्टर में अधूरे पड़े सड़क निर्माण कार्य के कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सेक्टर की सड़कों का लगभग आधा काम अब भी अधूरा है और जगह-जगह गड्ढे, टूटी सड़कें और निकासी न होने से रोजाना दुर्घटना का खतरा बना रहता है।सीवर लाइन चालू न होने से फैली गंदगीसीवर लाइन चालू न होने के कारण भी सेक्टरवासी नारकीय जीवन जी रहे हैं। कई जगहों पर सीवरेज लगातार ओवरफ्लो हो रहा है, जिससे घरों तक बदबू और गंदगी पहुंच रही है। आरडब्ल्यूए ने मांग की कि सीवर लाइन को तुरंत चालू कर सीवरेज समस्या को खत्म किया जाए। इसी तरह शॉपिंग सेंटर की जमीन, जिस पर अवैध कब्जे बने हुए हैं, उसे खाली कराकर जल्द शॉपिंग सेंटर बनाया जाए। खाली प्लॉटों में उगी बड़ी-बड़ी झाड़ियों को साफ करवाकर सेक्टर को स्वच्छ बनाया जाए। दिशासूचक साइन बोर्ड लगाए जाएंइसके अलावा उन्होंने मांग रखी कि झज्जर रोड और बादली रोड के दोनों तरफ उचित दिशा-सूचक साइन बोर्ड लगाए जाएं। मुख्य 25 मीटर मार्ग पर बढ़ते खतरे को देखते हुए जरूरी स्थानों पर ब्रेकर बनवाए जाए और सेक्टर 13 के सभी पार्कों की मरम्मत व रखरखाव सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने यह भी बताया कि सेक्टर-13 में दोनों तरफ किए गए अवैध कब्जों को हटाया जाए, क्योंकि इससे क्षेत्र का विकास प्रभावित हो रहा है।2 साल से असुविधाओं से परेशान हैं सेक्टरवासीआरडब्ल्यूए महासचिव विजय कुमार ने कहा कि सेक्टरवासी पिछले दो सालों से असुविधाओं के बीच जीवन जी रहे हैं, लेकिन अधिकारियों को पता होने के बावजूद समस्याओं का समाधान नहीं किया जा रहा।
शिवली कोतवाली क्षेत्र के कल्याणपुर रोड पर बागपुर गांव के समीप एशियन इंजीनियरिंग कॉलेज के सामने बीती रात एक तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने स्कूटी को टक्कर मार दी। इस हादसे में स्कूटी सवार मां-बेटे की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों की पहचान मैथा तहसील क्षेत्र के साहसी भरती गहलों गांव निवासी शैलेंद्र उर्फ सत्यम उर्फ छोटू (25) और उनकी मां केशकली (48) के रूप में हुई है। शैलेंद्र गहलोत बाजार में रमाकांत सुंदर लाल इंटर कॉलेज के पास एक बुक स्टॉल चलाते थे। सोमवार को शैलेंद्र कानपुर से दुकान का सामान लेने गए थे। देर रात वे अपनी मां के साथ स्कूटी से वापस लौट रहे थे। जब वे शिवली-कल्याणपुर रोड पर बागपुर गांव के पास एशियन इंजीनियरिंग कॉलेज के सामने पहुंचे, तभी शिवली की ओर से आ रही तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने उनकी स्कूटी को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि स्कॉर्पियो स्कूटी को घसीटते हुए एक खड्ड में जा गिरी। हादसे की सूचना पर शिवली पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शवों को बाहर निकालकर पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। कोतवाल प्रवीण यादव ने बताया कि हादसे में मां-बेटे की मौत हुई है। स्कॉर्पियो चालक मौके से फरार हो गया है, लेकिन पुलिस ने स्कॉर्पियो को कब्जे में ले लिया है। उन्होंने बताया कि अभी तक कोई तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने के बाद मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस हादसे से परिजनों में कोहराम मच गया है। मंगलवार सुबह घटनास्थल पर सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गई।
एटा में देवरों ने भाभी, भाई को पीटा:मामूली विवाद में साला घायल, पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप
एटा जिले के रिजोर थाना क्षेत्र के गुमानपुर गांव में एक मामूली विवाद के बाद मारपीट की घटना सामने आई है। देवरों ने अपनी भाभी, भाई और बीच-बचाव करने आए साले के साथ मारपीट की। इस घटना में साला गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे उपचार के लिए एटा के वीरांगना अवंती बाई मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। पीड़ित परिजनों ने पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाया है। पीड़ित कंचन देवी, जो तेजेन्द्र की पत्नी हैं, ने बताया कि उनके देवर सास को गाली दे रहे थे। जब उनके पति ने इसका विरोध किया, तो पांचों देवरों ने मिलकर उन्हें पीटा। कंचन देवी ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने बीच-बचाव करने की कोशिश की, तो उनके साथ भी मारपीट की गई। अपनी बहन की शिकायत पर ससुराल पहुंचे भाई को भी बेरहमी से पीटा गया, जिससे वह घायल हो गया। घायल गौरव राजपूत ने जानकारी दी कि उनकी बहन के फोन करने पर वह गुमानपुर पहुंचे थे, क्योंकि उनकी बहन और जीजा को पीटा गया था। गौरव के अनुसार, जब उन्होंने मारपीट का विरोध किया, तो विकास, रामबहादुर और वीरेंद्र सहित परिवार के अन्य सदस्यों ने उन्हें पीटा। गौरव ने यह भी बताया कि अगली सुबह जब वह घर लौट रहे थे, तो इन लोगों ने उन्हें रोककर लाठी-डंडों से मारा। उन्होंने पुलिस चौकी में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस मामले पर रिजोर थाना प्रभारी आर.के. सिंह ने बताया कि पीड़ित पक्ष की ओर से थाना स्तर पर कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। उन्होंने आश्वस्त किया कि मामला उनके संज्ञान में है और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
कटनी कलेक्ट्रेट में जनसुनवाई के दौरान एकमजदूर ने अपने ऊपर पेट्रोल उड़ेल आत्मदाह का प्रयास किया। पूरा घटनाक्रम कलेक्टर केबिन के सामने हुआ। मौके पर मौजूद लोगों ने युवक को पकड़ लिया। घटना का वीडियो भी सामने आया है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। आत्मदाह का प्रयास करने वाले मजदूर का नाम भारत पटेल है। वो स्लीमना बाद थाना क्षेत्र के धुरी ग्राम का रहने वाला है। भारत पटेल ने बताया कि वह एक साल से लगातार जनसुनवाई में न्याय की गुहार लगाने के लिए आ रहा है, लेकिन उसे अब तक इंसाफ नहीं मिल सका है। इसलिए उसने आत्मघाती कदम उठाने की कोशिश की। परेशानी के कारण उसने आज यह आत्मघाती कदम उठाने का फैसला किया। क्या है मामला भारत पटेल का कहना है कि पिछले साल 23 दिसंबर 2024 को ग्राम के ही कुछ दबंगों ने थाने में पुलिसवालों से उसकी पिटाई कराई थी। पूरे शरीर पर चोटें आई थीं। उससे उठते-बैठते तक नहीं बनता है। इस वजह से उसे अभी भी इलाज कराना पड़ रहा है। उसने शुरुआत में तो इलाज कराया, लेकिन अब आर्थिक समस्या के चलते वह आगे का इलाज कराने में असमर्थ है। उसकी हालत दिन-ब-दिन गंभीर होती जा रही है, लेकिन उसे सरकारी अस्पताल में भी उचित उपचार नहीं मिल पा रहा है। कलेक्टर की बात सुन हुआ दुखी पीड़ित का कहना है कि आज कलेक्टर को अपनी पूरी समस्या बताई। उन्होंने हर बार की तरह आज फिर केवल जिला अस्पताल में जाकर इलाज कराने की सलाह दी। उधर, पुलिस भी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के बजाय उन्हें शह दे रही है।
जींद जिले के जुलाना क्षेत्र के पौली गांव स्थित राजकीय स्कूल में बीती रात चोरों ने बड़ी वारदात को अंजाम दिया। चोरों ने स्कूल के 14 ताले तोड़कर लाखों रुपए का सामान चोरी कर लिया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस को शिकायत दी गई, जिसके बाद जांच शुरू कर दी गई है। सुबह चौकीदार ने दी सूचनास्कूल इंचार्ज जोगेंद्रपाल ने बताया कि सुबह चौकीदार सागर ने उन्हें ताले टूटे होने की सूचना दी। मौके पर पहुंचने पर पता चला कि स्कूल के 14 कमरों के ताले तोड़े गए थे। चोरों ने मिड डे मील के कमरे से एक गैस सिलेंडर, कंप्यूटर का सीपीयू, इन्वर्टर की दो बैटरी, प्रिंटर और सीसीटीवी डीवीआर चोरी कर लिया। कंप्यूटर लैब और प्राइमरी सेक्शन से भी चोरीकंप्यूटर लैब से कंप्यूटर का अन्य सामान और स्कूल के रिकॉर्ड रजिस्टर भी गायब मिले। वहीं प्राइमरी स्कूल से एक बड़ा पतीला, 70 गिलास, दो एजुसेट बैटरी, एक इन्वर्टर बैटरी और एक अग्निशमन यंत्र भी चोरी हो गया। नशीला पदार्थ सुंघाकर कुत्तों को किया बेहोशवारदात के समय चौकीदार सागर अपने कमरे में सो रहा था। चोर पूरी तैयारी के साथ आए थे और उन्होंने स्कूल परिसर में मौजूद कुत्तों को नशीला पदार्थ सुंघा दिया, जिससे वे बेहोश हो गए और सुबह उन्हें होश आया। चोरों ने कई डबल तालों को भी निशाना बनाया और उन्हें तोड़ दिया। पुलिस ने दर्ज किया मामला, जांच जारीचोरी के बाद काफी तलाश के बावजूद चोरों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। फिलहाल पुलिस आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है और स्थानीय लोगों से पूछताछ कर रही है ताकि आरोपियों तक पहुंचा जा सके।
बिजनौर जिला मेडिकल अस्पताल में एक मरीज का खाना चूहे द्वारा खाए जाने का वीडियो सामने आने के बाद प्रिंसिपल ने मंगलवार को अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने साफ-सफाई और मरीजों की देखभाल पर विशेष ध्यान देने के निर्देश स्टाफ को दिए। कई जगहों पर कमी पाए जाने पर प्रिंसिपल ने नाराजगी व्यक्त की। दरअसल, यह घटना सोमवार को सामने आई थी, जब बिजनौर जिला मेडिकल अस्पताल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ। वीडियो में मेडिकल वार्ड में भर्ती एक मरीज के बिस्तर के पास रखी टेबल पर चूहे खाना खाते हुए स्पष्ट दिखाई दे रहे थे। यह दृश्य किसी मरीज के तीमारदार ने अपने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड कर साझा किया था। वीडियो वायरल होने के अगले दिन, मंगलवार को लगभग 11:30 बजे मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल उर्मिला कार्या अपने स्टाफ के साथ अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग पहुंचीं। उन्होंने सबसे पहले ओपीडी में आए मरीजों से बातचीत कर उनकी समस्याओं को समझा। निरीक्षण के दौरान, प्रिंसिपल रैंप के पास पहुंचीं, जहां स्ट्रेचर रैंप के नीचे कई मोटरसाइकिलें खड़ी देखकर उन्होंने कड़ी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने तत्काल इन बाइकों को हटाने और उस स्थान पर चारों तरफ चेन लगाने के निर्देश दिए। इसके बाद वे मेडिकल वार्ड पहुंचीं। वार्ड में मरीजों और तीमारदारों को पानी लेने के लिए नीचे जाते देख, प्रिंसिपल ने पहली मंजिल पर ही एक वाटर कूलर स्थापित करने का निर्देश दिया। उन्होंने वार्ड में भर्ती मरीजों का हालचाल भी जाना और उनकी समस्याओं के बारे में पूछा। प्रिंसिपल ने बाद में पूरे स्टाफ को इकट्ठा कर उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने वार्ड में बेहतर सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने, सभी स्टाफ सदस्यों और प्रशिक्षण पर आए छात्रों को मरीजों की उचित देखभाल करने का आदेश दिया। प्रिंसिपल ने वार्ड में तीमारदारों की अनावश्यक भीड़ पर भी चिंता व्यक्त की। वहीं, इस मामले में प्रिंसिपल उर्मिला कार्य ने बताया कि उन्होंने आज अस्पताल का निरीक्षण किया है।अस्पताल में साथ सफाई के अत्यंत आवश्यकता है जो कंपनियां काम कर रही हैं उनको निर्देश दिए गए हैं कि वह हर वार्ड में हर जगह साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। बायोमेडिकल वेस्ट कार्ड प्रॉपर डिस्पोजल किया जाए। साथ ही नर्सिंग स्टाफ को हिदायत दी गई है कि वह समय-समय पर आकर मरीज को प्रॉपर दवाई दें और वार्ड की व्यवस्था को चेक करें। चूहे के खाना खाने के वीडियो वायरल होने के मामले में उन्होंने बताया कि यह बेहद ही गंभीर मामला है। इस तरह की बातें नहीं होनी चाहिए। इसमें उन्होंने कहा कि मैंने निर्देश दिए हैं कि मरीज को तुरंत ही खाना खिलाना चाहिए और मरीज अगर खाना नहीं खा रहा है तो उसे ढक कर रखना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि इसके लिए हम लोग कुछ उपाय करेंगे। चूहे और छिपकली ना आए इसकी व्यवस्था की जाएगी। लापरवाही के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी इस पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है।
संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि कैबिनेट में 21 प्रस्ताव पेश किए गए। इसमें से 20 प्रस्ताव पारित किए गए हैं। मंगलवार को लोकभवन में योगी कैबिनेट की मीटिंग की जानकारी सुरेश खन्ना ने दी। उन्होंने बताया कि बरेली में अमृत-2 योजना को मंजूर किया है। 265 करोड़ 15 लाख की योजना है। बरेली की 12 फीसदी जनसंख्या को पेयजल का लाभ मिलेगा। अयोध्या में विश्व स्तरीय मंदिर संग्रहालय के लिए टाटा संस को 25 एकड़ जमीन दी गई थी। जमीन को बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है। अब 52.102 एकड़ जमीन संग्रहालय के लिए दी जाएगी। बागपत के हरिया खेड़ा गांव में 70.7 एकड़ जमीन पर अंतरराष्ट्रीय योग केंद्र और आरोग्य केंद्र बनाया जाएगा। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे की पूर्व स्वीकृत लागत रुपए 728328.00 लाख के स्थान पर उक्त धनराशि को सम्मिलित किए जाने की दशा में परियोजना की कुल पुनरीक्षित लागत रु. 752965.64 लाख पर अनुमोदन प्रदान किया गया है। कुल देय वितरण योग्य राशि में से नोडल संस्था को देय प्रशासनिक खर्ची के रूप में । प्रतिशत घटा कर शेष राशि कम्पनी को वितरित की जाएगी। इन प्रस्तावों को दी गई मंजूरी... अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास विभाग नगर विकास तथा नगरीय रोजगार एवं गरीबी उन्मूलन विभाग आवास एवं शहरी नियोजन खेलकूद विभाग पर्यटन विभाग वित्त विभाग चिकित्सा स्वास्थ परिवार कल्याण विभाग पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग दिव्यांग जन सशक्तिकरण विभाग कारागार विभाग चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग स्टाम्प एवं रजिस्ट्रेशन विभाग लोक निर्माण विभाग -------------------------- ये खबर भी पढ़िए हाथरस में बीएलओ की हार्ट अटैक से मौत:सुबह घर पर चक्कर खाकर गिरे, फिर नहीं उठे, पत्नी बोली- काम का बहुत प्रेशर था हाथरस में आज सुबह एक बीएलओ की हार्ट अटैक से मौत हो गई। बताया जाता है कि बीएलओ अपने घर पर ही चक्कर खाकर गिर पड़े। परिवार के लोग उन्हें इलाज के लिए अलीगढ़ लेकर जा रहे थे, तभी रास्ते में उन्होंने दम तोड़ दिया। पत्नी का कहना है कि उनपर काम का बहुत प्रेशर था। लगातार कॉल आ रहे थे। जिसके चलते वो परेशान थे। पूरा मामला सिकंद्राराऊ कस्बे के ब्राह्मणपुरी मोहल्ले का है। पूरी खबर पढ़िए
कोटपूतली में जिला एवं सत्र न्यायाधीश शिवानी सिंह ने राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (रालसा) द्वारा संचालित मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह वैन दूरस्थ ग्रामीण इलाकों में आमजन तक कानूनी जानकारियां पहुंचाने का कार्य करेगी। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव डिम्पल जंडैल ने बताया कि इस मोबाइल वैन के माध्यम से नालसा और रालसा द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। इनमें आपदा पीड़ितों को कानूनी सहायता, श्रमिकों से संबंधित योजनाएं, बाल मैत्रीपूर्ण योजना, पीड़ित प्रतिकर योजना 2011 और निःशुल्क विधिक सहायता योजना जैसी महत्वपूर्ण जानकारियां शामिल हैं। वैन के जरिए आगामी 21 दिसंबर को आयोजित होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत के बारे में भी प्रचार किया गया। इसका उद्देश्य आमजन को आपसी समझाइश से अपने मामलों का निस्तारण करने के लिए प्रेरित करना है। मोबाइल वैन ने कोटपूतली मुख्यालय से होते हुए सरूण्ड और नारेहड़ा जैसे आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा किया। इस दौरान अधिकारी मित्र सूरजन ने ग्रामीणों को कानूनी विषयों पर विस्तृत जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर एडीजे प्रथम डॉ. राजेश कुमार, एडीजे तृतीय डॉ. अंजूम खान, एडीजे चतुर्थ डॉ. सुरेश कुमार, जिला अभिभाषक संघ के अध्यक्ष एड. उदयसिंह तंवर और सचिव एड. हेमन्त शर्मा सहित कई न्यायिक अधिकारी-कर्मचारी और अधिवक्तागण उपस्थित रहे।
जबलपुर की गढ़ा थाना पुलिस ने मोटरसाइकिल चोरी की वारदातों का पर्दाफाश करते हुए तीन आरोपियों और एक बाल अपचारी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके कब्जे से छह चोरी के वाहन (स्कूटी और मोटर साइकिल) बरामद किए हैं। थाना प्रभारी प्रसन्न शर्मा ने बताया कि मुखबिर की सूचना के आधार पर सुपाताल निवासी उमर खान को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। उमर ने अपने दो साथियों आशुतोष यादव (निवासी वारासिवनी) और मोहम्मद मुख्तार (निवासी सुपाताल) के नाम उजागर किए। आरोपियों को जेल भेजा जांच के दौरान मोहम्मद मुख्तार के पास से एक स्कूटी और एक पल्सर बाइक बरामद की गई। वहीं आशुतोष यादव के कब्जे से दो मोटर साइकिलें मिलीं। उमर खान की निशानदेही पर पुलिस ने विभिन्न स्थानों से पांच वाहन जब्त किए। तीनों आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज कर उन्हें न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। इसी कार्रवाई के दौरान पुलिस ने एक अन्य बाइक चोरी की घटना का भी खुलासा किया। दवाई लेने गए एक युवक की बाइक चोरी हो गई थी। वाहन चेकिंग के दौरान एक संदिग्ध युवक को रोककर पूछताछ की गई, जिसने चोरी की वारदात स्वीकार कर ली। आरोपी की पहचान आकाश पिता परसराम पटेल (निवासी मंडला) के रूप में हुई। उसके कब्जे से भी एक चोरी की स्कूटी बरामद की गई। आरोपी को गिरफ्तार कर विधिसम्मत कार्रवाई की गई है।
आजमगढ़ में 2 दिन पूर्व पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार हुए आरोपी ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की थी। जौनपुर के रहने वाले गोतस्कर परवेज ने पुलिस को इसलिए गुमराह करने की कोशिश की थी कि गो तस्करी की घटना में शामिल होने से बच सके। इस बात का खुलासा आजमगढ़ के एसएसपी डॉक्टर अनिल कुमार ने किया है। जिले में प्रतिबंधित पशुओं की तस्करी करने वाले अंतर्जनपदीय अपराधी परवेज अहमद को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया गया है। परवेज जौनपुर जिले के खुटहन थाना क्षेत्र का रहने वाला है। पशु तस्कर ट्रक पर 18 से अधिक प्रतिबंधित पशुओं को लादकर बिहार वध के लिए ले जा रहे थे। इसके साथ ही ट्रक के साथ में एक डस्टर कार ट्रक को एस्कॉर्ट करते हुए चल रही थी। यह घटना उस समय हुई जब पुलिस को ट्रक में गोवंश लदे होने की सूचना मिली थी। इसके साथ ही ट्रक को एक डस्टर कार कवर कर रही थी। पुलिस को देखते ही आरोपियों ने पुलिस पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी थी। इसके बाद पुलिस द्वारा की गई कंट्रोल फायरिंग में गो तस्कर प्रवेश के पैर में गोली लगी थी। हालांकि पुलिस ट्रक का पीछा करने आगे निकल गई। इसी दौरान घायल बदमाश ने एंबुलेंस को फोन करके गाड़ी का टायर फटने से हुई दुर्घटना का हवाला देते हुए अस्पताल आ गया इस बात की जानकारी पुलिस को भी नहीं लगी। अस्पताल पहुंची पुलिस ने घायल परवेज की शिनाख्त गोतस्कर के रूप में की। घायल बदमाश पर मिर्जापुर और अंबेडकर नगर में गो तस्करी के मुकदमे दर्ज हैं पुलिस की कंट्रोल फायरिंग में हुआ गिरफ्तार इस बारे में जिले के एसएसपी डॉक्टर अनिल कुमार ने बताया कि कंधरापुर थाना क्षेत्र के टोल टैक्स के निकट ट्रक से प्रतिबंध गोवंश की तस्करी की सूचना मिली थी। इस सूचना के आधार पर थाने की पुलिस और SOG की संयुक्त टीम ने जब ट्रक को रोकने का प्रयास किया। तो ट्रक पर सवार लगभग 6 लोग कूद कर फरार हो गए। जबकि ट्रक को एस्कॉर्ट कर रही डस्टर पर बैठे पशु तस्कर प्रवेश ने पुलिस पर फायर कर दिया। पुलिस द्वारा की गई कंट्रोल फायरिंग में आरोपी के पैर में गोली लगी है। घायल बदमाश की पहचान परवेज अहमद के रूप में हुई है। घटना में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।
अयोध्या के थाना कोतवाली इनायतनगर क्षेत्र में जमीन विवाद को लेकर मारपीट का मामला सामने आया है। पीड़ित परिवार का आरोप है कि पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। परिवार को लगातार धमकियां मिलने का भी आरोप है। परसपुर सथरा पूरे निध्या पाण्डेय गांव की निवासी शांति देवी ने बताया कि उनके पति राजकुमार पाण्डेय के नाम पर एक संयुक्त जमीन है, जिस पर पुराना विवाद चल रहा है। उनका आरोप है कि विपक्षी बार-बार इस भूमि पर कब्जा करने का प्रयास करते हैं। शांति देवी के अनुसार, 26 नवंबर को सुबह लगभग 9 बजे विनोद कुमार पाण्डेय पुत्र राम अजोर पाण्डेय, भारत पाण्डेय पुत्र राम अभिलाष पाण्डेय, संतोष पाण्डेय पुत्र भारत पाण्डेय और शुभम पाण्डेय पुत्र भारत पाण्डेय उक्त भूमि पर आए और निर्माण के इरादे से नींव खोदने लगे। जब शांति देवी ने इसका विरोध किया, तो आरोपियों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी। पीड़िता ने बताया कि इसके बाद आरोपियों ने उन्हें लाठी-डंडों से पीटना शुरू कर दिया। उनकी बेटियों ममता पत्नी चंद्र भूषण तिवारी और अर्चना पत्नी रवींद्र लाल पाण्डेय को भी मारा गया, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं। आरोपियों ने घर में घुसकर भी मारपीट की और जमीन पर लगा एक खंभा भी उखाड़ दिया। शांति देवी की बेटी ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है। हालांकि, उनका आरोप है कि आरोपियों की अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है और वे लगातार परिवार को धमकियां दे रहे हैं। परिवार ने पुलिस से कार्रवाई और आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग कर रही है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
गाजियाबाद में एमसीए छात्र वतन राणा की संदिग्ध मौत का मामला अब क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया है। परिजनों द्वारा हत्या का आरोप लगाए जाने और लगातार विरोध प्रदर्शनों के बाद यह फैसला लिया गया। पहले इस मामले की जांच नंदग्राम थाना पुलिस कर रही थी। क्राइम ब्रांच की टीम अब घटनास्थल, सबूत, बयान और तकनीकी साक्ष्यों की दोबारा पड़ताल करेगी। इसका उद्देश्य यह पता लगाना है कि वतन की मौत आत्महत्या थी या हत्या। ADCP क्राइम पीयूष कुमार ने बताया कि क्राइम ब्रांच हर एक बिंदु पर जांच करेगी, जिसमें दरवाजे की स्थिति और दोस्तों की मौजूदगी शामिल है। उन्होंने जल्द जांच आगे बढ़ाने की बात कही। स्थानीय पुलिस शुरू से ही इस मामले को आत्महत्या मानकर जांच कर रही थी। हालांकि, वतन के परिजनों ने इसे हत्या करार दिया था। परिवार का तर्क था कि जिस घर में वतन का शव मिला, उसका मुख्य दरवाजा बाहर से बंद था, जिससे आत्महत्या संभव नहीं है। इसी विरोधाभास के चलते परिवार और स्थानीय लोगों ने कई बार विरोध प्रदर्शन किए। सैकड़ों की संख्या में परिजन और स्थानीय लोग नंदग्राम थाने के बाहर जमा हो गए और सड़क जाम कर दी। उन्होंने पुलिस पर लापरवाही बरतने और मामले को दबाने का आरोप लगाते हुए नारेबाज़ी की। पुलिस अधिकारियों ने परिवार को आश्वासन दिया कि मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी जाएगी। इस आश्वासन के बाद ही परिजन और भीड़ शांत हुई और सड़क से जाम हटाया गया। यह मामला 26 नवंबर की रात सामने आया था। नंदग्राम के हाउस नंबर E-183 में रहने वाले 21 वर्षीय वतन राणा का शव कमरे में फंदे पर लटका मिला था। घटना के समय घर का दरवाजा बाहर से कुंडी लगाकर बंद था। वतन के माता-पिता रिश्तेदार की शादी में गए थे और बहन अपनी नौकरी पर थी। रिश्तेदारों ने घर पहुंचकर खिड़की से झांककर शव देखा था। परिजन अब उम्मीद कर रहे हैं कि क्राइम ब्रांच की विस्तृत और तकनीकी जांच से सच्चाई सामने आएगी और यह स्पष्ट हो पाएगा कि वतन की मौत आत्महत्या थी या हत्या।
भरतपुर के रूपवास में रसद विभाग ने अवैध रूप से घरेलू सिलेंडर बेचने और अवैध रूप से गैस भरने वाले व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई की है। रसद विभाग ने टीम ने 3 दुकानों से 28 सिलेंडर जब्त किए हैं। कार्रवाई के दौरान एक व्यापारी दुकान छोड़कर ही भाग गया। कई दिनों से रसद विभाग को अवैध सिलेंडर व्यापार की शिकायत मिल रहीं थी। रसद विभाग की कार्रवाई रसद विभाग के प्रवर्तन अधिकारी प्रदीप कुमार शर्मा ने बताया कि हमारे पास कुछ शिकायतें मिल रही थी। रूपवास कस्बे में बस स्टैंड के पास कुछ व्यापारी दुकानों में सिलेंडर इकट्ठे कर अवैध रूप से सिलेंडर बेचने के व्यापार कर रहे हैं। जिसके बाद रसद विभाग की पूरी टीम आज कार्रवाई के लिए रूपवास कस्बे में पहुंची। 32 घरेलू सिलेंडर किए गए जब्त कार्रवाई के दौरान सिंघल इंटरप्राइजेज दुकान से 12 घरेलू सिलेंडर जब्त किए गए हैं। कार्रवाई के दौरान दुकान मालिक दुकान छोड़कर फरार हो गया। इसकी सूचना पुलिस को दी गई है। दुकान से सिलेंडर तोलने वाला इलेक्ट्रॉनिक कांटा भी जब्त किया गया है। इसी के पास सतीश किराना स्टोर से 19 सिलेंडर जब्त किए गए हैं। अशोक एंटरप्राइजेज से 1 घरेलू सिलेंडर जब्त किया गया है। सभी सिलेंडर को इंडियन गैस एजेंसी के सुपुर्द कर दिया गया है। तीनों व्यापारी अवैध रूप से एक गैस भरते थे सिलेंडर बेचते थे।
ओसियां थाना अंतर्गत भारत-माला हाईवे पर मंगलवार सुबह करीब सात बजे सरहद बाना का बास के पास दो ट्रेलरों की भीषण भिड़ंत हो गई। इस हादसे में पीछे चल रहे ट्रेलर के ड्राइवर की मौके पर ही मृत्यु हो गई। पुलिस जांच में सामने आया कि पीछे से आ रहे ट्रेलर ने तेज रफ्तार में आगे चल रहे ट्रेलर को टक्कर मारी थी। बताया जा रहा है कि पीछे वाले ट्रेलर के ड्राइवर को नींद की झपकी आ गई थी, जिससे उसने नियंत्रण खो दिया और आगे वाले ट्रेलर में जा घुसा। टक्कर इतनी भीषण थी कि पीछे वाले ट्रेलर का केबिन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। चालक बुद्धाराम पुत्र भागचंद राम, निवासी खंडाली गुड़ामालानी, केबिन में ही फंस गए और उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। हादसे की सूचना मिलते ही ओसियां थाना से एएसआई सहीराम विशनोई पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। 1033 एम्बुलेंस ड्राइवर भी घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस और एम्बुलेंस टीम ने काफी मशक्कत के बाद फंसे हुए शव को केबिन से बाहर निकाला और ओसियां अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। मृतक के परिजनों को भी सूचित कर दिया गया है। हादसे के कारण कुछ समय के लिए हाईवे पर जाम जैसी स्थिति बन गई। ट्रेलरों के टूटे हिस्से और सड़क पर बिखरे लोहे के पाइपों के कारण यातायात धीमा पड़ गया था। मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय ग्रामीणों की मदद से सड़क से मलबा हटवाया और दोनों दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को किनारे लगवाकर मार्ग को पूरी तरह से सुचारु करवाया। पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है।
करौली जिले में कांग्रेस संगठन ने ओबीसी प्रकोष्ठ और एससी विभाग में दो महत्वपूर्ण नियुक्तियां की हैं। कांग्रेस पार्टी ने करौली नगर परिषद के उपसभापति सुनील सैनी को कांग्रेस ओबीसी प्रकोष्ठ का जिला अध्यक्ष नियुक्त किया है। पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनके चयन पर बधाई दी है। इसी तरह, पूर्व पार्षद प्रभाव चौधरी को कांग्रेस एससी विभाग का जिला अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। इन दोनों नियुक्तियों पर कांग्रेस नेताओं मजीद खान, उदय सिंह जाटव, राम गिलास जाटव, मंगतू प्रजापत, विकास जाटव, सुनील सैनी और संदीप डागर सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने प्रसन्नता व्यक्त की है।
भिवानी जिले के लोहारू विधानसभा क्षेत्र के गांव बारवास में विधायक राजबीर सिंह फरटिया की टीम ने एक विवाह समारोह में 1 लाख 1 हजार रुपए का कन्यादान किया। यह सहयोग स्वर्गीय देवकरण बारवास की पुत्री के विवाह में ‘कन्या सगुन मुहिम’ के तहत प्रदान किया गया। यह पहल उन बेटियों के प्रति समाज के समर्थन का प्रतीक है जिनके माता-पिता अब इस दुनिया में नहीं हैं। समाज के सहयोग से पूरी हो रही बेटियों की जिम्मेदारीटीम विधायक राजबीर सिंह फरटिया ने कहा कि माता-पिता का आशीर्वाद अनमोल होता है, लेकिन ऐसे अवसरों पर समाज का सामूहिक सहयोग इस कमी को पूरा कर सकता है। इस मुहिम का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी बेटी अपने विवाह के समय अकेली महसूस न करे और समाज उसके पिता की भूमिका निभाए। लगातार जारी है ‘कन्या सगुन मुहिम’टीम ने हाल के दिनों में विभिन्न गांवों में कई ऐसी बेटियों के विवाह में 1,01,000 रुपए का कन्यादान किया है, जिनके माता-पिता नहीं हैं। यह मुहिम बेटियों के सम्मान, सुरक्षा और सामाजिक सहयोग के संदेश के साथ निरंतर जारी है।
इंदौर में एयरपोर्ट रोड स्थित बीएसएफ परिसर में मंगलवार सुबह एक कुक का शव फंदे पर लटका मिला। मृतक की पहचान रामबाबू (50) पुत्र रतन सिंह के रूप में हुई है, जो बीएसएफ में लगभग 30 वर्षों से सेवा दे रहे थे और वर्तमान में जवान के पद पर कुक के रूप में कार्यरत थे। जानकारी के अनुसार सुबह मेस में रामबाबू समय पर नहीं पहुंचे तो उनका साथी उन्हें देखने विक्रमादित्य मेस की ओर गया। दूसरी मंजिल पर पहुंचे तो रामबाबू का शव रेलिंग से फंदे पर लटका मिला। इसके बाद अधिकारियों को सूचना दी गई, जिन्होंने पुलिस को बुलाया। शव को पोस्ट मार्टम के लिए अस्पताल भेजा एरोड्रम थाना प्रभारी तरुण भाटी ने बताया कि घटना करीब सुबह 7:30 बजे की है। शव को पोस्ट मार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच में यह आत्महत्या का मामला है। हालांकि इसके कारणों का पता नहीं चल सका है। बीएसएफ अधिकारी पोस्ट मार्टम के बाद शव को परिवार को सौंपने की प्रक्रिया पूरी करेंगे। घटना की विस्तृत जांच जारी है। पुलिस ने मोबाइल जब्त किया रामबाबू मूल रूप से सवाई माधोपुर (राजस्थान) के रहने वाले थे और दो साल पहले ही इंदौर में पदस्थ हुए थे। उससे पहले उनकी पोस्टिंग राजस्थान में थी। परिवार में उनके दो बच्चे हैं। अधिकारियों ने उनका मोबाइल फोन जब्त कर लिया है, जिसकी जांच की जाएगी।
लुधियाना जिले के मुल्लांपुर दाखा में सुआ रोड निवासी एक युवक ने मंगलवार सुबह ट्रेन के नीचे आकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान शम्मी कुमार पुत्र सुखदेव सिंह के रूप में हुई है। यह घटना मुल्लांपुर रेलवे स्टेशन के पास उस समय सामने आई जब लुधियाना से फिरोजपुर जा रही सतलुज एक्सप्रेस वहां से गुजरी। ट्रेन के पायलट ने पटरी पर शव देखकर तुरंत स्टेशन मास्टर को सूचना दी। स्टेशन मास्टर ने आरपीएफ जगराओं को मामले की जानकारी दी। इसके बाद आरपीएफ और जगराओं पुलिस के एएसआई घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने शव कब्जे में लिया पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर प्रारंभिक जांच की और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए सिविल अस्पताल भेज दिया। स्थानीय निवासियों के अनुसार, सुबह रेलवे ट्रैक के आसपास लोगों की आवाजाही कम होने के कारण घटना की जानकारी तुरंत नहीं मिल सकी। मानसिक तनाव में था युवक पुलिस के अनुसार, मृतक के मानसिक तनाव में होने या घटना के पीछे अन्य परिस्थितियों की पुष्टि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और आगे की जांच के बाद ही हो पाएगी। एएसआई ने बताया कि मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है, लेकिन हर पहलू की गहनता से जांच की जा रही है। मृतक के परिजनों को सूचना दे दी गई है और उनसे भी पूछताछ की जाएगी ताकि घटना का वास्तविक कारण सामने आ सके। पुलिस ने इस संबंध में आवश्यक कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
देवरिया में फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर पुलिस विभाग में नौकरी पाने का आरोप सामने आया है। न्यायालय के आदेश पर सदर कोतवाली पुलिस ने आरोपी युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। रुद्रपुर कोतवाली क्षेत्र के एकला मिश्रौलिया निवासी रामजनत पुजारी ने यह आरोप लगाया है। उनके अनुसार, गांव के धर्मेंद्र कहार (पुत्र हरिहर) मूल रूप से पिड़ी जाति के हैं। उन्होंने राजस्व और पुलिस विभाग को गुमराह कर अनुसूचित जनजाति (ST) का फर्जी प्रमाण पत्र बनवाया। शिकायतकर्ता का दावा है कि इसी फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर धर्मेंद्र ने वर्ष 2018 में पुलिस विभाग में नियुक्ति प्राप्त की। रामजनत पुजारी का यह भी दावा है कि धर्मेंद्र और उसके परिवार के किसी भी दस्तावेज में अनुसूचित जनजाति होने का कोई उल्लेख नहीं है। इस मामले को लेकर विभिन्न विभागों में शिकायतें की गईं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद रामजनत ने न्याय के लिए न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। न्यायालय के आदेश पर सदर कोतवाली में धर्मेंद्र कुमार के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी से संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। सदर कोतवाल विनोद कुमार सिंह ने बताया कि न्यायालय के निर्देशानुसार मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस इस पूरे प्रकरण की गहनता से विवेचना कर रही है।
कोरबा जिले में नगर सैनिकों ने अपने सेनानी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। उन्होंने सेनानी पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए धरना प्रदर्शन किया। महिला नगर सैनिकों ने भी सेनानी पर गंभीर आरोप लगाए और उन्हें पद से हटाने की मांग की। प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर नगर सैनिकों से बात की और उन्हें न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। पुलिसकर्मियों के सहयोगी के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले ये नगर सैनिक अपने कमांडेंट ए.के. एक्का के विरुद्ध सड़क पर उतर आए। जनरल परेड के लिए एकत्रित हुए पुरुष और महिला नगर सैनिक धरने पर बैठ गए और कमांडेंट पर विभिन्न तरीकों से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। एक महिला नगर सैनिक ने बताया कि उन्हें 24 घंटे ड्यूटी स्थल पर रुकने के लिए मजबूर किया जाता है, जिससे उनका दांपत्य जीवन प्रभावित हो रहा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि 'फटीक' के नाम पर उनके साथ मजदूरों जैसा व्यवहार किया जाता है और उन्हें नौकरी से बर्खास्त करने की धमकी भी दी जाती है। एक अन्य महिला नगर सैनिक ने अपनी समस्या बताते हुए कहा कि वह जिले के दूरस्थ छात्रावास में ड्यूटी करती हैं। इसके बावजूद उन्हें परेड के लिए फिर से बुलाया जाता है, जिससे बच्चों के साथ इतनी दूर से आना-जाना मुश्किल होता है। उन्होंने यह भी शिकायत की कि कमांडेंट उनकी समस्याओं पर बात करने से इनकार करते हैं। आक्रोशित नगर सैनिक सेनानी को हटाए बिना ड्यूटी पर लौटने को तैयार नहीं थे। नगर सैनिकों द्वारा धरना दिए जाने की सूचना मिलते ही कोरबा एसडीएम देवेंद्र पटेल और सीएसपी मौके पर पहुंचे। उन्होंने नगर सैनिकों से चर्चा की और उनकी समस्याओं का समाधान कर न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। अधिकारी की कथित ज्यादती से नाराज नगर सैनिकों की हड़ताल इसके बाद स्थगित कर दी गई। हालांकि, सैनिकों ने चेतावनी दी है कि यदि एक सप्ताह के भीतर उनकी समस्याओं का निराकरण नहीं हुआ, तो वे फिर से धरना-प्रदर्शन करने के लिए विवश होंगे।
भिवानी के भीम स्टेडियम में 6 और 7 दिसंबर को सांसद खेल महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र के सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह 6 दिसंबर को सुबह 9 बजे इन खेल प्रतियोगिताओं का शुभारंभ करेंगे। सांसद खेल महोत्सव के कोऑर्डिनेटर सुधीर चांदवास ने बताया कि प्रतियोगिताओं में कबड्डी (नेशनल और हरियाणा स्टाइल), वॉलीबॉल (स्मैशिंग), हॉकी और हैंडबॉल शामिल हैं। इनमें महिला और पुरुष दोनों टीमें हिस्सा लेंगी। पुरुष वर्ग के लिए रस्साकशी का खेल भी आयोजित किया जाएगा। एथलेटिक्स और अन्य खेलों में भी होगी प्रतिस्पर्धाइसके अलावा 100 मीटर, 400 मीटर और 1500 मीटर दौड़, लंबी कूद, ऊंची कूद, तैराकी, बॉक्सिंग और कुश्ती की प्रतियोगिताएं भी होंगी। इस महोत्सव में भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले नांगल चौधरी, नारनौल, अटेली, महेंद्रगढ़, दादरी, बाढड़ा, लोहारू, तोशाम और भिवानी विधानसभा क्षेत्रों में आयोजित खेल प्रतियोगिताओं की विजेता टीमें भाग लेंगी। 7 दिसंबर को होगा समापन समारोहखेल प्रतियोगिताओं का समापन 7 दिसंबर को किया जाएगा, जिसमें विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित किया जाएगा। एडीसी ने दिए तैयारियों के निर्देशअतिरिक्त उपायुक्त (एडीसी) दीपक बाबूलाल करवा ने सांसद खेल महोत्सव के प्रबंधन को लेकर संबंधित विभागों के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए हैं। उन्होंने शहरी स्थानीय निकाय, स्वास्थ्य, शिक्षा, खेल, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी और बिजली निगम के अधिकारियों को अपने-अपने विभागों से संबंधित तैयारियां सुनिश्चित करने को कहा है, ताकि खेल प्रतियोगिताओं के दौरान किसी प्रकार की समस्या न हो।
जिले के सिरसी इलाके में एक महिला ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। आरोप है कि महिला के जेठ और देवर उसे शराब पीने के बाद मुर्गा (चिकन) और रोटी बनाने के लिए परेशान करते थे। सोमवार शाम भी इसी बात पर विवाद हुआ, जिसके बाद महिला ने यह आत्मघाती कदम उठा लिया। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से जिला अस्पताल ले जाते समय रास्ते में उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। मिली जानकारी के अनुसार, सिरसी इलाके की रहने वाली रीना बाई (30) की शादी चंदेरा गांव के रहने वाले जयपाल सिंह यादव से हुई थी। जयपाल किसानी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। दंपत्ति के तीन बच्चे हैं। सोमवार शाम खाया जहर, रास्ते में तोड़ा दमसोमवार शाम महिला ने अपने घर में जहरीला पदार्थ खा लिया। उसकी तबियत बिगड़ने पर परिजन उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। वहां से डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही रास्ते में उसकी मौत हो गई। जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मायके वालों का आरोप- 4 महीने से कर रहे थे परेशानमंगलवार सुबह महिला के शव का पोस्टमार्टम किया गया। महिला के मायके वालों ने ससुराल पक्ष पर प्रताड़ना के आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि महिला का जेठ और देवर उसे पिछले चार महीने से परेशान कर रहे थे। दोनों अक्सर शराब पीकर आते और महिला पर चिकन और रोटी बनाने का दवाब डालते थे। 'रोटी नहीं बनानी तो जहर खा ले'परिवार वालों का आरोप है कि सोमवार को भी यही हुआ। जेठ राजाराम और देवर राजवीर ने उस पर रोटी बनाने का दवाब डाला। जब महिला ने मना किया, तो उसे जहर लाकर दे दिया और कहा कि रोटी नहीं बनाना तो जहर खा ले। महिला ने गुस्से में जहर खा लिया, जिसके बाद उसकी तबियत बिगड़ गई।
उत्तर प्रदेश के बांदा में भूमाफियाओं द्वारा कृषि भूमि को बिना अनुमति व्यवसायिक भूमि में बदलकर अवैध प्लाटिंग करने का मामला सामने आया है। विकास प्राधिकरण ने इस पर संज्ञान लेते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है। भूमाफियाओं ने कृषि भूमि को व्यवसायिक भूमि में बदलने के सभी नियमों और मानकों का उल्लंघन किया। उन्होंने बिना विकास प्राधिकरण की अनुमति और लेआउट के जमीन पर प्लाटिंग करके बेचना शुरू कर दिया था। बांदा विकास प्राधिकरण के सचिव ने मामले का संज्ञान लिया। अजीत गुप्ता सहित दो लोगों को नोटिस जारी किए गए हैं और ध्वस्तीकरण के आदेश भी दिए गए हैं। अवैध प्लाटिंग का यह मामला इन दिनों सुर्खियों में है। विकास प्राधिकरण ने रानी दुर्गावती ग्रीन सिटी के नाम से हो रही अवैध प्लाटिंग का भी संज्ञान लिया और संबंधित लोगों को नोटिस जारी कर सूचित किया है। यह प्लाटिंग मेडिकल कॉलेज के पीछे हो रही थी। विकास प्राधिकरण के सचिव मदन मोहन वर्मा ने बताया कि ऐसे प्लाटिंग क्षेत्रों को चिन्हित कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि विकास प्राधिकरण के मानक के विपरीत किसी भी जमीन पर की गई प्लाटिंग नियम विरुद्ध मानी जाएगी। सचिव वर्मा ने यह भी बताया कि ऐसी जमीन को प्लाटिंग करके बेचने वाला और खरीदने वाला दोनों ही नियम विरुद्ध होंगे। शहरी एवं उन्मूलन क्षेत्र में नियम विरुद्ध प्लाटिंग और प्लाटिंग करने वालों पर कार्रवाई के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
पन्ना जिला अस्पताल परिसर को तंबाकू और धूम्रपान मुक्त रखने के लिए 2 दिसंबर को स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी कार्रवाई की। अस्पताल के विभिन्न वार्डों जैसे ट्रामा वार्ड, मेल-फीमेल सर्जिकल और प्रसव वार्ड में भर्ती मरीजों के परिजनों को गुटखा, तंबाकू, बीड़ी और सिगरेट का सेवन करते पाया गया। इस दौरान 8 लोगों पर प्रति व्यक्ति 50 रुपए का जुर्माना लगाया गया, जिससे कुल 400 रुपए की राशि वसूल की गई। जिन लोगों पर जुर्माना लगाया गया उनमें बुद्ध विकास सिद्धपुर, भगवानदास राजपुर, सुधीर पुरुषोत्तमपुर, बृजेश गौरा बराछ, जितेंद्र पहाड़ीखेरा, अरविंद ककरहटी, सत्यम टिकुरिया मोहल्ला और इमरत निवासी गहदरा शामिल हैं। कार्रवाई का नेतृत्व कर रहे टीम प्रभारी डॉक्टर हेमंत चौरहा ने बताया कि परिसर में गंदगी फैलाने और नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। अस्पताल के कुछ कर्मचारियों को भी इस मामले में पकड़ा गया था, जिन्हें सख्त समझाइश देकर छोड़ दिया गया। साथ ही कहा कि अस्पताल मरीजों के इलाज और स्वास्थ्य लाभ का स्थान है। इसे धूम्रपान और तंबाकू मुक्त रखना सभी की जिम्मेदारी है।
बुरहानपुर कलेक्ट्रेट में मंगलवार को आयोजित जनसुनवाई में वेतन भुगतान और अवैध उत्खनन के मुद्दे प्रमुख रहे। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित वन स्टॉप सेंटर के कर्मचारियों ने 7 महीने से वेतन न मिलने की शिकायत की। वहीं, ग्राम खड़कोद में अधिकारियों द्वारा सील बताई जा रही खदान में ब्लास्टिंग कर अवैध उत्खनन का आरोप भी लगाया गया। अधिकारियों ने शिकायतों पर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। वन स्टॉप सेंटर के कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें पिछले सात माह से वेतन का भुगतान नहीं किया गया है। सेंटर में लगभग 10 कर्मचारी कार्यरत हैं। वेतन न मिलने के कारण उनकी आर्थिक स्थिति बिगड़ गई है। बजट आया, फिर भी नहीं मिला वेतनकर्मचारी पिंकी अहिरे ने जानकारी दी कि महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को इस संबंध में शिकायत की गई थी। बजट आने के बावजूद उन्हें वेतन नहीं दिया गया है। उन्होंने बताया कि वे पूरी तरह से इसी आय पर निर्भर हैं और उनके पास आय का कोई अन्य साधन नहीं है। सील खदान में हो रही ब्लास्टिंगजनसुनवाई में अवैध उत्खनन का मामला भी सामने आया। ग्राम खड़कोद में एक खदान में ब्लास्टिंग कर अवैध उत्खनन किए जाने का आरोप लगाया गया। 'हकीकत में जारी है अवैध उत्खनन'शिकायतकर्ता धनराज चंदनकर ने बताया कि उन्होंने अधिकारियों को इस बारे में सूचित किया था, जिस पर अधिकारियों का कहना था कि खदान सील है। हालांकि, हकीकत में वहां अवैध उत्खनन जारी है। चंदनकर ने इस मामले की गहन जांच की मांग की है।
करनाल जिले में पेंट उतरवाकर दुकानदारों को ठगने वाले शातिर ने एक बार फिर उसी तरीके से वारदात करने की कोशिश की, लेकिन इस बार उसकी चालाकी काम नहीं आई। अशोक नगर स्थित चौधरी टायर्स शॉप पर पहुंचे ठग ने 10 ट्यूब लेने की बात कही और फिर दावा किया कि वह इन ट्यूबों को दान करेगा। उसने दुकान पर बैठे दुकानदार रमेश भाटिया से कहा कि चूंकि उसने काले रंग की पैंट पहनी हुई है, इसलिए उसे पैंट उतारकर ही ट्यूब देने होंगे। दुकानदार को तुरंत समझ आ गया कि यह वही ठगी का तरीका है, जो पहले भी शहर में दोहराया जा चुका है। रमेश की जेबों में एक लाख रुपए थे और ठग की जेब में लोअर पड़ा था। दुकानदार ने तुरंत आसपास के लोगों को बुलाया और डायल-112 पर कॉल कर दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और ठग को पकड़ लिया। अब शिकायत के आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी। दुकानदार बोला- मेरी पेंट काली नहीं ब्राउन चौधरी टायर्स शॉप चलाने वाले रमेश भाटिया ने बताया कि वह अपनी दुकान पर बैठे हुए थे, तभी काले रंग का हेलमेट लगाए एक व्यक्ति दुकान पर आया। पहले उसने एक ट्यूब मांगी और फिर कहा कि उसे 10 ट्यूब चाहिए। ठग ने दावा किया कि ये ट्यूब वह किसी बाबा को दान करेगा, जो दुकान के पीछे गाड़ी में बैठे हैं। रमेश ने बताया कि दुकान पर इतने ट्यूब नहीं थे, इसलिए वह सामने की दुकान से 10 ट्यूब लेकर आया, लेकिन जैसे ही उसने ट्यूब ठग को देनी चाही, आरोपी ने पकड़ने से मना कर दिया। उसने बताया कि दुकानदार ने काली पेंट पहनी हुई है और काले कपड़ों वाले से ली गई चीजें दान करने से पुण्य नहीं मिलता। शहर में पहले भी हो चुकी ऐसी वारदातें रमेश ने कहा कि उनकी पेंट काली नहीं बल्कि ब्राउन रंग की थी। ठग की बात सुनकर उन्हें तुरंत समझ आ गया कि सामने खड़ा व्यक्ति वही शातिर ठग है, जो इसी तरह कपड़े उतरवाकर चोरी कर भाग जाता है। उन्होंने कहा कि इस तरह की ठगी पहले भी करनाल में हो चुकी है और बदमाश मौके का फायदा उठाते ही पैंट उतरवाने के बाद रुपए लेकर फरार हो जाते हैं। रमेश ने बताया कि उनकी जेब में उस समय एक लाख रुपए थे और वह बड़ी ठगी से बच गए। दुकानदार ने हेलमेट उतरवाया, फोटो खींची रमेश ने बताया कि जैसे ही ठग ने पैंट उतारने की बात कही, उन्होंने पहले उसका हेलमेट उतरवाया और उसकी फोटो खींचकर सुरक्षित कर ली। इसके बाद उन्होंने आसपास के दुकानदारों को आवाज लगाई। सभी लोग तुरंत मौके पर आ गए और ठग को वहीं पकड़ लिया। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस टीम ने पहुंचकर आरोपी को हिरासत में ले लिया। रमेश ने बताया कि पुलिस के सामने भी ठग अजीबोगरीब तर्क देता रहा। शिकायत के आधार पर होगी कार्रवाई- पुलिस सिटी थाना के सब इंस्पेक्टर कुलविंद्र ने बताया कि एक व्यक्ति पर ठगी का शक जताया गया है, उसे काबू कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि मामले की शिकायत मिलते ही आगे की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी और पूछताछ के बाद पूरे ठगी के तरीके की जांच की जाएगी।
नीमच के जीरन थाना क्षेत्र अंतर्गत फोफलिया और हरवार के बीच हुए सड़क हादसे में पति कारूलाल सेन की मौत के बाद अब मंगलवार को उनकी पत्नी रेखाबाई सेन ने भी इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है। इस घटना के बाद उनके दो छोटे बच्चे अनाथ हो गए हैं। दरअसल, एक कार चालक ने बाइक सवार कारूलाल सेन और उनकी पत्नी रेखाबाई सेन को टक्कर मार दी थी। टक्कर इतनी भीषण थी कि दोनों 30 से 35 फीट तक घसीटते चले गए और गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के तुरंत बाद कारूलाल सेन की मौत हो गई थी। इलाज के दौरान हुई पत्नी की मौत रेखाबाई सेन को गंभीर हालत में अहमदाबाद रेफर किया गया था, जहां उनका लंबा इलाज चला। हालांकि, उपचार के बाद वे घर पर थीं, लेकिन मंगलवार सुबह उन्होंने दम तोड़ दिया। परिजन उन्हें नीमच जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां शव का पोस्टमॉर्टम करवाने के बाद मंगलवार दोपहर में परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस ने मर्ग कायम कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। परिजन कलेक्टर कार्यालय में मृतक का केशव को लेकर पहुंचे और आर्थिक सहायता की मांग की है। एसडीएम संजीव साहू ने परिजनों को समझाइश देकर मौके से रवाना किया है। सरकार से बच्चों को आर्थिक सहायता देने की मांग पीड़ित परिवार ने मांग की है कि मृतक कारूलाल सेन और रेखाबाई सेन के दो छोटे बच्चे हैं, जिनके पालन-पोषण के लिए अब कोई नहीं है। उनके भविष्य को देखते हुए सरकार द्वारा आर्थिक सहायता देने की मांग की है। दरअसल, कारूलाल सेन की मौत के बाद जीरन पुलिस पर निष्क्रियता के आरोप लगाते हुए परिजनों ने बीते दिनों रेवली देवली में चक्का जाम किया था। यह चक्का जाम करीब ढाई घंटे चला था, जिसके बाद पुलिस ने टक्कर मारने वाले कार चालक बलराम पिता राजेश पाटीदार निवासी पानमोडी, थाना रटाजना को गिरफ्तार किया था। आरोपी चित्तौड़गढ़ जिले में वन विभाग में पदस्थ बताया जा रहा है।
मुल्लापुर दाखा में कनाडा जाने के विवाद में एक महिला की शादीशुदा जिंदगी तबाह हो गई। पति द्वारा विदेश पहुंचने के बाद विवाहिता को ठुकराने और ससुराल वालों की प्रताड़ना से परेशान होकर पीड़िता पूनम रानी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। दाखा थाना पुलिस को दी शिकायत में पूनम रानी ने बताया कि उसकी शादी 27 फरवरी 2024 को जसकीरत सिंह से हुई थी। जसकीरत कनाडा जाना चाहता था और उसने इसके लिए 10 लाख रुपए की मांग की। पूनम के मायके वालों ने यह राशि इस शर्त पर दी थी कि जसकीरत को स्टडी वीजा मिलने के बाद वह अपनी पत्नी को स्पाउस वीजा पर अपने साथ कनाडा ले जाएगा। जसकीरत को स्टडी वीजा मिलने के बाद उसने पूनम को साथ ले जाने से इनकार कर दिया। उसने वादा किया कि कनाडा पहुंचने के बाद वह उसे बुला लेगा। हालांकि, कनाडा पहुंचते ही जसकीरत ने अपनी पत्नी से सभी संपर्क तोड़ दिए और उसे फोन तथा वॉट्सऐप पर ब्लॉक कर दिया। अपशब्द बोलकर किया अपमानित पीड़िता ने आरोप लगाया है कि इसके बाद उसकी सास रंजीत कौर, ससुर जतिंदरपाल सिंह और पति के चाचा बलजीत सिंह व चाची राजवंत कौर ने उसे जातिगत अपशब्द कहे, मारपीट की और घर से निकाल दिया। इस मामले को सुलझाने के लिए कई पंचायतें भी हुईं, लेकिन न तो पैसे लौटाए गए और न ही कोई समाधान निकल पाया। दाखा पुलिस ने पूनम रानी की शिकायत के आधार पर पति जसकीरत सिंह, सास रंजीत कौर और ससुर जतिंदरपाल सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। जांच अधिकारी ने बताया कि यदि चाचा बलजीत सिंह और चाची राजवंत कौर पर लगे आरोप सही पाए जाते हैं, तो उन्हें भी इस मामले में शामिल किया जाएगा।
करौली के गवर्नमेंट कॉलेज में मंगलवार को पीएम उषा योजना के अंतर्गत लैंगिक संवेदनशीलता पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यशाला में शिक्षक, शोधार्थी, विद्यार्थी और आमजन शामिल हुए। इसका मुख्य उद्देश्य समाज में व्याप्त लैंगिक पूर्वाग्रहों और रूढ़िवादी धारणाओं की पहचान कर संवेदनशीलता बढ़ाना और सभी के लिए समान अवसरों की समझ विकसित करना था। कार्यक्रम की अध्यक्षता गवर्नमेंट कॉलेज के कार्यवाहक प्रिंसिपल रफीक अहमद ने की। कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य जमना लाल, पीएम उच्चतर शिक्षा अभियान से रामसिंह मीणा, महिला उत्पीड़न विषय विशेषज्ञ एडवोकेट ज्वाला शर्मा और जेंडर विशेषज्ञ सीमा चतुर्वेदी मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। संयोजक रामलखन सहित अन्य शिक्षकों ने भी इसमें सक्रिय भूमिका निभाई। वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि लैंगिक समानता केवल एक सामाजिक मुद्दा नहीं है, बल्कि यह एक सुरक्षित और समावेशी समाज की नींव है। उन्होंने बताया कि कार्यशाला का लक्ष्य सार्वजनिक स्थानों, कार्यस्थलों और सामाजिक जीवन में मौजूद लैंगिक भेदभाव को समाप्त करना तथा युवाओं में इस विषय पर जागरूकता बढ़ाना है। कार्यशाला के दौरान प्रतिभागियों को व्यावहारिक उदाहरणों और संवाद के माध्यम से लैंगिक संवेदनशीलता की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। इस अवसर पर युवाओं से भी इस दिशा में सहयोग करने की अपील की गई।
सड़क हादसे में ऑटो ड्राइवर की मौत:आरोपी वाहन चालक टक्कर मारने के बाद फरार
डूंगरपुर के रामसागडा थाना क्षेत्र के जालुकुआ गांव में सोमवार रात एक अज्ञात वाहन ने ऑटो को टक्कर मार दी। इस हादसे में ऑटो ड्राइवर सुरेश डामोर की मौत हो गई। पुलिस ने शव को मॉर्च्युरी में रखवाया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार, जालुकुआ निवासी सुरेश डामोर सोमवार रात सवारियों को जालुकुआ छोड़कर अपने घर लौट रहा था। जालुकुआ स्कूल के पास एक तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने उसके ऑटो को टक्कर मार दी, जिससे ऑटो पलट गया और सुरेश गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल सुरेश को तुरंत एक निजी वाहन से गामडी अहाड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) ले जाया गया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे 108 एम्बुलेंस से डूंगरपुर जिला अस्पताल रेफर किया गया। जिला अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने सुरेश डामोर को मृत घोषित कर दिया। युवक के शव को जिला अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवाया गया। मंगलवार सुबह परिजन और पुलिस मॉर्च्युरी पहुंचे, जहां पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। रामसागडा थाना पुलिस ने अज्ञात वाहन ड्राइवर के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है।
अलीगढ़ के जलालपुर एस्टेट के रहने वाले फिल्म अभिनेता चंद्रचूड़ सिंह मंगलवार को डीएम संजीव रंजन से मिले। अपनी मां कृष्णा देवी के साथ पहुंचे अभिनेता ने परिवार के लोगों पर ही हवेली को बेचने का षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया। उनका कहना था कि परिवार के लोगों ने पहले भी जमीन को फर्जी तरीके से बेचा है। मेरे माता–पिता ने बहुत अन्याय सहा अलीगढ़ के रोरावर क्षेत्र के जलालपुर में द हवेली जलालपुर एस्टेट–1885 (कल्याण भवन) के नाम से कोठी है। उनके सेना में कैप्टन थे और अलीगढ़ शहर से विधायक रहे थे। उनकी मां कृष्णा कुमारी देवी ओडीसा के महाराजा की बेटी हैं। चंद्रचूड़ सिंह ने कहा कि मेरे माता–पिता ने बहुत कुछ अन्याय सहा है। हमारी बहुत सी पुश्तैनी जमीन बेची गई है। और अब भी बेचने की तैयारी में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि वह अन्याय रोकने के लिए आए हैं। विधवा चाची पर लगाया आरोप चंद्रचूड़ सिंह का कहना है कि उनके चाचा गंगा सिंह स्वीडन में रहते थे। 2022 में पिता की मौत के बाद वह अलीगढ़ जलालपुर हवेली में आकर रहने लगे। उनका पत्नी गायत्री देवी से बहुत पहले तलाक हो गया था। इसके बाद वह स्वीडन में अपने बच्चों के साथ रहने लगीं। चाचा की मौत के बाद वह हवेली आ गईं। उस समय लगा था कि त्रयोदशी संस्कार के बाद वह लौट जाएंगी, लेकिन यहीं रह गईं। सोमवार को एसएसपी को दिए प्रार्थनापत्र में चाची पर ही हवेली को बेचने का षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया है। कानूनी तरीके से लडे़ंगे डीएम से मिलने के बाद चंद्रचूड़ सिंह ने बताया कि सोमवार को एसएसपी नीरज कुमार जादौन से मिलकर प्रार्थनापत्र दिया था। चूंकि संपत्ति से जुड़ा हुआ मामला है, इसलिए डीएम से भी थे। उन्होंने कहा कि अब अगर कोई संपत्ति बेची गई तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी और कानूनी तरीके से ही लड़ा जाएगा।
गवर्नमेंट गर्ल्स कॉलेज सांभर लेक के एनसीसी प्रकोष्ठ ने स्टूडेंट्स के लिए सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग कार्यक्रम आयोजित किया। आर्यदया गुरुकुलम, सांभर लेक के योगाचार्य सत्यम आचार्य मुख्य अतिथि थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य प्रो. अनवर कुरैशी ने की, जबकि सेवानिवृत्त प्राचार्य प्रो. ज्ञान प्रकाश दायमा विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे। सत्यम आचार्य और उनकी टीम ने कैडेट्स को सेल्फ डिफेंस की विभिन्न तकनीकों से अवगत कराया। ट्रेनिंग में जूडो-कराटे की बुनियादी तकनीकों, पकड़ से छूटने के उपाय, मुक्कों और किक की सही विधि, डिफेंस और ब्लॉकिंग शामिल थे। इसके अलावा, गिरने से बचाव और संतुलन बनाए रखने के व्यावहारिक अभ्यास भी कराए गए। कैडेट्स को वास्तविक परिस्थितियों में तुरंत प्रतिक्रिया देने और खतरे के समय संतुलित निर्णय लेने के तरीके सिखाए गए। प्राचार्य प्रो. कुरैशी ने सेल्फ डिफेंस को प्रत्येक व्यक्ति का कानूनी और नैतिक अधिकार बताया। उन्होंने कहा कि किसी भी खतरे या आपात स्थिति में व्यक्ति अपनी और दूसरों की रक्षा के लिए आवश्यक बल का प्रयोग कर सकता है। उन्होंने विशेष रूप से छात्राओं के लिए सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग को अत्यंत आवश्यक बताया। एनसीसी अधिकारी डॉ. नन्द राम ने कार्यक्रम के सफल आयोजन पर सभी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने यह भी बताया कि राजस्थान सरकार छात्राओं के लिए विभिन्न सेल्फ डिफेंस कार्यक्रम चला रही है, जिसके तहत गवर्नमेंट गर्ल्स कॉलेज में हाड़ी रानी इकाई द्वारा भी नियमित ट्रेनिंग दिया जा रहा है। इस ट्रेनिंग कार्यक्रम में बड़ी संख्या में एनसीसी कैडेट्स ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। उन्होंने आत्मरक्षा संबंधी कलाओं का प्रत्यक्ष अभ्यास किया और इसका फायदा लिया।
भारत-नेपाल सीमा पर मादक पदार्थ तस्कर गिरफ्तार:40 लाख रुपये की चरस बरामद, मामला दर्ज
बहराइच जिले में भारत-नेपाल सीमा से लगे रूपईडीहा इलाके में सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम ने एक नेपाली तस्कर को गिरफ्तार किया है। उसके पास से लाखों रुपए मूल्य की चरस बरामद की गई है। आरोपी के खिलाफ मादक पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर उसे न्यायालय भेज दिया गया है। एसएसबी की 42वीं वाहिनी के जवानों और थाना रूपईडीहा प्रभारी रमेश रावत के नेतृत्व में यह संयुक्त टीम चेकपोस्ट पर तलाशी अभियान चला रही थी। इसी दौरान एक नेपाली युवक की गतिविधियां संदिग्ध लगने पर उसकी तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान, युवक के कपड़ों में छिपाकर रखी गई 1 किलो 592 ग्राम चरस बरामद हुई। इसके बाद उसे तुरंत हिरासत में ले लिया गया। थाना प्रभारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए नेपाली नागरिक की पहचान नेपाल राष्ट्र के बारेकोट निवासी रण बहादुर के रूप में हुई है। बरामद मादक पदार्थ को जब्त कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
रेवाड़ी जिले के एक होटल में नौसेना के एक जवान का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिला है। जवान का शव बाथरूम में पड़ा मिला। जिसके बाद पुलिस ने दरवाजा तोड़कर उसे बाहर निकाला। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। जानकारी के मुताबिक मृतक की पहचान महेंद्रगढ़ जिले के अटेली क्षेत्र स्थित गांव गढ़ी रूठल के करीब 25 वर्षीय हितेश के रूप में हुई है। हितेश पिछले लगभग छह साल से नौसेना में कार्यरत थे और वर्तमान में केरल में तैनात थे। वह करीब 25 दिन की छुट्टी पर घर आए हुए थे। बताया जा रहा है कि हितेश की शादी इसी साल फरवरी माह में हुई थी। छुट्टी पूरी होने पर डयूटी पर जा रहा था हितेश छुट्टी पूरी होने के बाद वापस ड्यूटी पर जाने के लिए रेवाड़ी पहुंचे थे। उन्हें कोई बस या ट्रेन नहीं मिली, जिसके कारण उन्होंने रात में रुकने के लिए अंबेडकर चौक स्थित एक होटल में कमरा लिया। बावल डीएसपी सुरेंद्र श्योराण ने बताया कि हितेश ने बीती रात करीब साढ़े तीन बजे कमरा बुक किया था। कमरा सुबह 11 बजे तक खाली करना था, लेकिन तय समय तक भी दरवाजा नहीं खुला। दरवाजा खटखटाने पर नहीं दिया जवाब होटल कर्मचारियों ने कई बार आवाज लगाई और दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद कर्मचारियों ने तुरंत मॉडल टाउन थाना पुलिस को सूचना दी। मौके पर मॉडल टाउन थाना पुलिस के साथ-साथ पुलिस के आला अधिकारी भी पहुंचे। पुलिस ने आत्महत्या की आशंका जताई है, हालांकि मौत के सही कारणों का पता पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चल पाएगा। पोस्टमॉर्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है।
तेज रफ्तार बाइक ने छीनी बुजुर्ग की जान:खेत से लौटते समय टक्कर मारकर आरोपी फरार
डूंगरपुर जिले के दोवड़ा थाना क्षेत्र में मंगलवार को एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया, जिसमें पैदल जा रहे बुजुर्ग की जान चली गई। पांतली गांव के पास तेज रफ्तार बाइक ने उन्हें जोरदार टक्कर मारी, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। जिला अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। खेत से घर लौटते समय हुआ हादसा पुलिस के अनुसार, पांतली निवासी लक्ष्मण परमार मंगलवार शाम खेतों से पैदल घर लौट रहे थे। जैसे ही वे मुख्य सड़क पर पहुंचे, तेज रफ्तार से आ रही एक बाइक ने उन्हें टक्कर मार दी। दुर्घटना के बाद बाइक सवार मौके से बाइक छोड़कर फरार हो गया। इलाज के दौरान दम तोड़ा घायल अवस्था में परिजनों ने तुरंत लक्ष्मण परमार को डूंगरपुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन गंभीर चोटों के कारण उन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की दोवड़ा थाने के एएसआई सुशील ने बताया कि मृतक के बेटे गोविंद परमार की रिपोर्ट पर अज्ञात बाइक सवार के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया और फरार आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।
विदेश से सस्ता सोना दिलवाने के नाम पर 60 लाख की ठगी के मामले में कोतवाली पुलिस ने आरोपी रामावतार जांगिड़ को डेगाना स्टेशन से गिरफ्तार किया है। आरोपी के तीन बेटे और दोस्त मामले में पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। थानाधिकारी सुनील कुमार जांगिड़ ने बताया कि सीकर के गोकुलपुरा निवासी नेमीचंद सैनी ने पुलिस थाने पर 2024 में सुजानगढ़ के लोहारगाडा निवासी गोविंद,गौतम, गोपाल, रामावतार जांगिड़ और गजानंद के खिलाफ कोर्ट के जरिए नामजद मुकदमा दर्ज करवाया। रिपोर्ट में बताया कि आरोपी गोविंद ने वॉट्सऐप पर कॉल करके उन्हें कहा कि उसका भाई गोपाल 30 सितंबर 2023 को विदेश से टैक्स पैड सोना ला रहा है। यदि नेमीचंद को सोना चाहिए तो वह भारत से सस्ता सोना ले सकता है। इस पर नेमीचंद ने गोविंद को कह दिया कि मुझे एक किलो सोना लेना है। तब सोने की मार्केट वैल्यू इंडिया में 64 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम थी। गोविंद और उसके पिता रामवतार जांगिड़ से कई बार बात होने पर 60 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम के हिसाब से सोना देना फाइनल किया। 29 सितंबर 2023 को 8 बजे सीकर के सम्राट सिनेमा के पास आरोपियों ने 1 किलो सोने के 60 लाख रुपए मांगे तो नेमीचंद ने 10 लाख रुपए उस वक्त दे दिए और कहा कि जब सीकर लाकर सोना चेक कराओगे तब बकाया राशि का भी भुगतान कर देंगे। अगले दिन ही आरोपी सुबह 9 बजे सम्राट सिनेमा हॉल के पास आए और फिर नेमीचंद को कॉल किया। आरोपियों ने नेमीचंद से 50 लाख रुपए मांगे तब आरोपियों ने वापस वही बात कही कि आप पहले बकाया राशि दो इसके बाद मार्केट में सोने की जांच करवा देंगे। ऐसे में नेमीचंद ने वहां 50 लाख रुपए और दे दिए। आरोपियों ने नेमीचंद को कहा कि सुबह 11 से 11:30 बजे के लगभग जाट बाजार आ जाए। वहां पर सोने की जांच करवा कर सोना दे देंगे। नेमीचंद जाट बाजार पहुंच गया लेकिन वहां पर आरोपी नहीं आए। काफी समय बीतने के बाद जब वह लोग जाट बाजार नहीं आए तो नेमीचंद ने उन्हें कॉल किया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। नेमीचंद कई बार आरोपियों के घर गया लेकिन आरोपियों ने सोना नहीं दिया। करीब 9 महीने से ज्यादा का समय निकाल दिया और आखिर में जान से मारने की धमकी दी। मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस ने मामले में इन्वेस्टिगेशन शुरू किया। मामला दर्ज होने के बाद आरोपी लगातार फरार चल रहे थे। पहले पुलिस ने मामले में तीन सगे भाई गोविंद, गौतम,गोपाल को गिरफ्तार किया। इसके बाद मामले में आरोपी गजानंद शर्मा की गिरफ्तारी हुई। अब पुलिस ने डेगाना रेलवे स्टेशन से मामले में आरोपी रामावतार जांगिड़ को गिरफ्तार किया है। जिससे अब पुलिस पूछताछ कर रही है। SHO सुनील कुमार जांगिड़ ने बताया कि आरोपी रामावतार जांगिड़ पूर्व में गिरफ्तार हो चुके गोविंद, गौतम और गोपाल का पिता है। पूर्व में गिरफ्तार आरोपी गजानंद शर्मा,रामावतार जांगिड़ का ही खास दोस्त है। तीन बेटों, पिता और पिता के दोस्त ने मिलकर ही इस पूरी ठगी की वारदात को अंजाम दिया। ठगी की वारदात करने के बाद सभी ने अय्याशी में रुपए उड़ा दिए। कोई महंगी गाड़ियों में घूमा तो कोई अलग-अलग जगह घूमकर आया। अब मामले में गिरफ्तार हुए आरोपी रामावतार जांगिड़ ने भी हैदराबाद सहित कई जगह पर फरारी कटी। लेकिन पैसों की तंगी के चलते वह कारपेंटर के औजार अपने पास ही रखता था। जगह- जगह कारपेंटर का काम करके वह फरारी काट रहा था।
अयोध्या जिले के रुदौली क्षेत्र में एक ट्रैक्टर चालक की रोटावेटर की चपेट में आने से मौत हो गई। यह घटना बाबा बाजार थाना क्षेत्र के पहलीपुरवा गांव में सोमवार शाम को हुई। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। जानकारी के अनुसार, रुदौली की मीरमऊ ग्रामसभा के पहलीपुरवा गांव में एक खेत की जुताई का काम चल रहा था। ट्रैक्टर चालक जुताई करते समय किसी काम से ट्रैक्टर से नीचे उतरा था। इसी दौरान ट्रैक्टर अचानक आगे बढ़ गया और चालक रोटावेटर की चपेट में आ गया। थाना बाबा बाजार प्रभारी शैलेन्द्र कुमार आजाद ने बताया कि मृतक बाराबंकी जिले के दरियाबाद स्थित जीतपुरवा का निवासी था। वह सोमवार शाम को पहलीपुरवा मजरे मीरमऊ गांव निवासी रामनेवल के खेत की जुताई कर रहा था। रोटावेटर की चपेट में आने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
कौशांबी के महेवाघाट थाना क्षेत्र में मंगलवार दोपहर लगभग 12 बजे हिनौता मोड़ के पास एक अपाचे बाइक और ईंट लदे ट्रैक्टर की आमने-सामने की भिड़ंत हो गई। इस हादसे में बाइक सवार दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। इनमें से एक की हालत नाजुक होने पर उसे प्रयागराज के स्वरूपरानी अस्पताल रेफर किया गया है। घायलों की पहचान टेनसा आलमाबाद निवासी अब्दुल (26 वर्ष) और उसके साथी रंजेश उर्फ पंगुल (18 वर्ष) के रूप में हुई है। दोनों किसी काम से राजापुर की ओर जा रहे थे, जबकि ईंट लदा ट्रैक्टर मंझनपुर की दिशा में जा रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, तेज रफ्तार के कारण दोनों वाहनों की जोरदार टक्कर हुई, जिससे बाइक सवार युवक सड़क पर दूर जा गिरे। सूचना मिलते ही महेवाघाट पुलिस मौके पर पहुंची और एम्बुलेंस की मदद से घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया। जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने अब्दुल की हालत गंभीर बताई, जिसके बाद उसे बेहतर इलाज के लिए स्वरूपरानी अस्पताल, प्रयागराज रेफर कर दिया गया। रंजेश का इलाज जिला अस्पताल में जारी है। थानाध्यक्ष धीरेंद्र सिंह ने बताया कि दोनों युवक गंभीर अवस्था में थे, इसलिए पुलिस टीम ने तुरंत एम्बुलेंस के माध्यम से उन्हें जिला अस्पताल भिजवाया। उन्होंने बताया कि डॉक्टरों ने अब्दुल की हालत नाजुक बताई, जिसके बाद उसे बेहतर उपचार के लिए स्वरूपरानी अस्पताल, प्रयागराज रेफर किया गया है। हादसे के बाद ट्रैक्टर चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस ने ईंट लदे ट्रैक्टर और अपाचे बाइक दोनों को कब्जे में लेकर थाने में खड़ा कर दिया है। थानाध्यक्ष ने बताया कि ट्रैक्टर चालक की पहचान की जा रही है और उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तैयारी चल रही है। मौके पर मिले साक्ष्यों के आधार पर जांच जारी है।
श्रीरामपुर पुलिस ने पकड़ी अवैध शराब:20 पेटी देशी शराब बरामद, एक आरोपी गिरफ्तार
देवरिया में श्रीरामपुर पुलिस ने अवैध शराब तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने तीन प्लास्टिक की बोरियों में भरी कुल 20 पेटी देशी शराब और एक दोपहिया वाहन (BR 29 AB 7050) के साथ एक आरोपी को गिरफ्तार किया। बरामद शराब की कुल मात्रा 180 लीटर बताई जा रही है। यह कार्रवाई मंगलवार सुबह थानाध्यक्ष डॉ. महेंद्र कुमार के कुशल पर्यवेक्षण में की गई। पुलिस टीम बनकटा–जगदीश पेट्रोल पंप के पास संदिग्ध वाहनों की चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान मुखबिर की सूचना पर एक संदिग्ध बाइक को रोका गया। बाइक की तलाशी लेने पर उसमें तीन प्लास्टिक की बोरियां मिलीं। इन बोरियों में अवैध रूप से बिहार ले जाई जा रही देशी शराब की 20 पेटियां रखी थीं। प्रत्येक पेटी में 45 पाउच थे और हर पाउच में 200 एमएल शराब भरी थी। पुलिस ने मौके से निलेश सिंह उर्फ विधि सिंह पुत्र कन्हैया सिंह को गिरफ्तार किया। वह कुशीनगर जिले के कसया थाना क्षेत्र के पिपरी गांव का निवासी है। पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि वह शराब को बिहार सीमा पार ले जाने की फिराक में था। पुलिस ने बरामदगी के आधार पर आबकारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है। थानाध्यक्ष डॉ. महेंद्र कुमार ने बताया कि क्षेत्र में अवैध शराब की तस्करी रोकने के लिए अभियान लगातार जारी रहेगा। इस सफलता के लिए पुलिस टीम की सराहना की गई है।
सीधी जिला अस्पताल का ब्लड बैंक इस समय खून की भारी कमी से जूझ रहा है। मंगलवार को ब्लड बैंक में केवल 3 यूनिट रक्त शेष था। लाखों की आबादी वाले इस जिले में यह स्थिति एनीमिक मरीजों, थैलीसीमिया से पीड़ित बच्चों, गर्भवती महिलाओं और दुर्घटना के मामलों के लिए गंभीर संकट पैदा कर रही है। सिविल सर्जन डॉ. एसबी खरे ने बताया कि नागरिक रक्तदान नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा, लगातार आपातकालीन मामले आते हैं और खून की जरूरत होती है, लेकिन लोग केवल रक्त लेते हैं और दान नहीं करते। उन्होंने समाजसेवियों से अपील की है और बताया कि जल्द ही रक्तदान शिविर आयोजित किए जाएंगे। संत निरंकारी संगठन के अध्यक्ष रमेश अग्रवानी ने भी इस स्थिति पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, लोग केवल जरूरत पड़ने पर रक्त लेते हैं, लेकिन उनके परिजन रक्तदान नहीं करते। इसी वजह से यह संकट उत्पन्न हुआ है। उन्होंने भी जल्द ही शिविर लगाने और जागरूकता अभियान चलाने की बात कही। ब्लड बैंक के लैब टेक्नीशियन भीम कुशवाहा ने पुष्टि की कि ब्लड बैंक में केवल तीन यूनिट रक्त बचा है। उन्होंने बताया कि पिछले एक महीने से रक्त की व्यवस्था करने के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन सफलता नहीं मिल पा रही है।इस कमी का खामियाजा मरीजों और उनके परिजनों को भुगतना पड़ रहा है। देवसर निवासी बृजेश कुमार रजक ने बताया कि उनके बच्चे को थैलीसीमिया है और डॉक्टरों ने तीन यूनिट रक्त चढ़ाने को कहा है। उन्होंने कहा, ब्लड बैंक में एक भी यूनिट नहीं है। हम तीन दिन से परेशान हैं। इसी तरह, बहेरा निवासी सरदार केवट ने अपनी परेशानी बताते हुए कहा कि मैं एक सप्ताह से रक्त की तलाश में भटक रहा हूं, लेकिन एक बूंद भी नहीं मिली। मरीज की जान कैसे बचेगी? रक्त की इस किल्लत का सीधा असर जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था पर पड़ रहा है। दुर्घटना के मामलों से लेकर खून की कमी वाले मरीज तक, बड़ी संख्या में अब रीवा के संजय गांधी अस्पताल रेफर किए जा रहे हैं।
अमेठी के बाजार शूकुल स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की छात्राओं ने दो शिक्षिकाओं पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए थाने के सामने सड़क जाम कर प्रदर्शन किया। छात्राओं के साथ उनके परिजन भी मौके पर मौजूद रहे। यह प्रदर्शन करीब एक घंटे तक चला। छात्राओं ने विद्यालय की शिक्षिकाओं आर्यना बोध और रंजना देवी पर जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करने और लगातार प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। कक्षा 2 और कक्षा 6 की छात्राओं, जिनमें आंशी शुक्ला, रौशनी साहू, शिवानी चौरसिया, नंदनी सरोज, दिव्यांशी और आर्या शामिल हैं, ने थानाध्यक्ष को एक प्रार्थना पत्र भी सौंपा है। छात्राओं का आरोप है कि दोनों शिक्षिकाएँ अन्य सहपाठी छात्राओं को उकसाकर उनसे गाली-गलौज और मारपीट करवाती हैं, जिससे वे शांति से पढ़ाई नहीं कर पा रही हैं। प्रार्थना पत्र में छात्राओं ने यह भी बताया कि शिक्षिकाओं का विद्यालय की प्रिंसिपल से मनमुटाव चल रहा है। छात्राओं का दावा है कि शिक्षिकाएँ इसी मनमुटाव का असर बच्चों पर निकाल रही हैं। हाल ही में हुई एक जांच में छात्राओं द्वारा सही जानकारी दिए जाने के कारण शिक्षिकाएँ उनसे बदले की भावना रखती हैं। मामले की जानकारी मिलने के बाद नायब तहसीलदार नम्रता मिश्रा के नेतृत्व में स्थानीय पुलिस बल और शिक्षा विभाग के अधिकारी स्कूल पहुंचे। वे नाराज बच्चियों और उनके परिजनों से पूछताछ कर रहे हैं।
फतेहाबाद जिले की भूना पुलिस ने एक दिन पहले शराब ठेके पर की गई लूट, मारपीट, धमकी व जबरन घुसपैठ के मामले में चार आरोपियों को पकड़ा है। इन आरोपियों की पहचान गांव जांडली खुर्द के अमन, नवीन, नवदीप तथा सुशील उर्फ शीलु के रूप में हुई है। चारों आरोपियों का पहले से आपराधिक रिकॉर्ड है। चार युवकों ने ठेके पर मांगी फ्री की शराब जानकारी के अनुसार, 1 दिसंबर की शाम करीब 7.30 बजे भूना शहर के वार्ड नंबर 11 में उकलाना रोड पर स्थित शराब ठेके पर सेल्जमैन पवन कुमार कार्यरत था। इस दौरान चार युवक ठेके पर आए। इनमें से सुशील उर्फ शीलु ने दो बोतल शराब ली और कुछ देर बाद सभी युवक दोबारा आए तथा बिना पैसे दिए शराब लेने का प्रयास किया। सेल्समैन को पैसे मांगने पर दी गाली जब सेल्समैन ने पैसे मांगे तो आरोपियों ने गाली-गलौज शुरू कर दी और ठेके का गेट (कुंडा) खोलकर जबरदस्ती अंदर घुस गए। आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की तथा ठेके की गुल्लक खोलकर 5-7 हजार रुपए निकाल लिए। उन्होंने सेल्जमैन को जान से मारने की धमकी देते हुए कहा कि यदि शराब के पैसे मांगे, तो रात को ठेका जला देंगे। सूचना मिलते ही एएसआई अजीत सिंह अपनी टीम सहित मौके पर पहुंचे और सेल्जमैन की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ भूना थाने में बीएनएस की धारा 309(4), 351(3), 333, 111 BNS के तहत केस दर्ज किया गया। सुशील के खिलाफ 7, नवदीप पर 6 केस दर्ज भूना थाना प्रभारी ओमप्रकाश ने बताया कि सभी आरोपी आदतन अपराधी हैं और उनके ऊपर विभिन्न थानों में अलग-अलग मुकदमे दर्ज हैं। आरोपी सुशील उर्फ शीलु पर 7 केस दर्ज हैं, जो हिसार जिले के हांसी, नारनौंद, अग्रोहा, भिवानी जिले के बवानीखेड़ा और फतेहाबाद जिले के भूना थाने में दर्ज है। यमुनानगर के फरकपुर में भी केस दर्ज इसी तरह नवदीप उर्फ कालु पर भी 6 केस दर्ज हैं, जो हिसार के सदर थाने, उकलाना थाने और यमुनानगर के फरकपुर थाने में चल रहे हैं। अमनदीप उर्फ अमन पर दो केस हैं, जो हिसार जिले के नारनौंद व अग्रोहा थाने में दर्ज हैं। नवीन उर्फ मुसु पर सिटी थाना फतेहाबाद में साल 2013 में केस हुआ था, जिसमें उसे बरी कर दिया गया था।
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में भाजपा ने मुखलाल पाल को जिलाध्यक्ष पद से हटा दिया है। उनकी जगह अन्नू श्रीवास्तव को नया जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। मुखलाल पाल के कार्यकाल के दौरान पार्टी के भीतर लगातार खींचतान रही। वह कई विवादों में घिरे रहे, जिनमें व्यापारियों और क्षेत्रीय पदाधिकारियों से जुड़ी आरोप-प्रत्यारोप की घटनाएं शामिल हैं। बांदा जिले के व्यापारी और भाजपा क्षेत्रीय पदाधिकारी अजीत गुप्ता ने मुखलाल पाल पर चेयरमैन पद दिलाने के नाम पर 50 लाख रुपये की मांग करने का आरोप लगाया। इसके बाद एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें दोनों के बीच बातचीत रिकॉर्ड थी। ऑडियो के सामने आने के बाद पार्टी ने मामले की जांच के लिए समिति गठित की थी। पूर्व केंद्रीय मंत्री और पार्टी नेताओं पर भी लगाए आरोप मुखलाल पाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष आशीष मिश्रा और नए जिलाध्यक्ष अन्नू श्रीवास्तव पर भी गंभीर आरोप लगाए थे। इस पर अन्नू श्रीवास्तव ने जवाब दिया कि यदि उनके पास अवैध भूमि साबित होती है, तो कार्रवाई की जाए। मकबरा-मंदिर विवाद और संगठन में फूट 11 अगस्त को हुए मकबरा-मंदिर विवाद में भी मुखलाल पाल की भूमिका सवालों के घेरे में रही। उनके दो साल के कार्यकाल में संगठन में लगातार फूट रही, जिससे पार्टी की छवि प्रभावित हुई। भाजपा की बिगड़ती छवि के कारण नए जिलाध्यक्ष की नियुक्ति की अटकलें लगाई जा रही थीं। अब कायस्थ समाज से आने वाले अन्नू श्रीवास्तव ने यह जिम्मेदारी संभाली है। नए जिलाध्यक्ष बनने के बाद अन्नू श्रीवास्तव ने संगठन में तालमेल बिठाने का काम शुरू कर दिया है। उनके पदभार संभालने के बाद भाजपा कार्यालय के बाहर नए बैनर और पोस्टर भी लगाए गए हैं।
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में सहारा समूह से जुड़े एक बड़े भूमि घोटाले ने हड़कंप मचा दिया है। राष्ट्रीय किसान यूनियन (आरकेयू) ने न्यूमैक्स इंटीग्रेटेड सिटी प्रोजेक्ट को लेकर चेतावनी जारी की है। आरकेयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी रविंद्र सिंह गुर्जर ने आरोप लगाया कि एनएच-58 मंसूरपुर के पास सहारा की 212.51 एकड़ कृषि भूमि पर फर्जी तरीके से न्यूमैक्स सिटी विकसित की जा रही है। उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण (एमडीए) के अधिकारी इस घोटाले में साझेदार हैं। सेबी की निगरानी में हुआ फर्जीवाड़ा गुर्जर ने बताया कि यह जमीन सहारा समूह ने 17 शेल कंपनियों के माध्यम से खरीदी थी। निवेश घोटाले के बाद सेबी ने इसे 307 करोड़ रुपये की वैल्यूएशन के साथ अधिग्रहित किया। गुर्जर ने सवाल उठाया कि “2025 में नक्शा पास हुआ, लेकिन 2024 से ही प्लॉट काटे जा रहे थे। यह फर्जीवाड़ा किस आधार पर हुआ? एमडीए के लोग इसमें पूरी तरह शामिल हैं।” उन्होंने दावा किया कि इसके समर्थन में सुप्रीम कोर्ट के आदेश और दस्तावेज मौजूद हैं। निवेशकों की मेहनत की कमाई डूबने का खतरा यह घोटाला सहारा के पुराने निवेश घोटाले से जुड़ा है, जिसमें 13 करोड़ निवेशकों के 86,000 करोड़ रुपये डूब गए थे। समाजसेवी विकास बालियान ने खुलासा किया कि ग्राम जड़ौदा, बेगराजपुर, धौला पुल जैसे इलाकों में यह भूमि बिना एमडीए अनुमति के बेची जा रही है। प्लॉट खरीदने वाले हजारों निवेशक अपना पैसा खोते देख रहे हैं। गुर्जर ने कहा, “न्यूमैक्स सिटी में जमीन बिकी तो पैसा सेबी के अकाउंट में जाना चाहिए था, लेकिन वह पैसा कहां गया? यह फोर्ड फर्जी तरीका है।” सड़कों पर उतरने की दी धमकी आरकेयू अध्यक्ष ने साफ कहा, “न्यूमैक्स सिटी वाले कान खोलकर सुन लें, जिले में यह फ्रॉड नहीं चलेगा। न हम होने देंगे।” उन्होंने सीबीआई और ईडी से जांच की मांग की। संगठन ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो आंदोलन तेज होगा। स्थानीय निवेशक संगठनों ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला देकर न्याय की मांग की है। भूमि सुधार और निवेश सुरक्षा पर सवाल विशेषज्ञों का मानना है कि सेबी और एमडीए की निगरानी में लापरवाही ने इस फर्जीवाड़े को जन्म दिया। सरकार ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। यह मामला उत्तर प्रदेश में भूमि सुधार और निवेशकों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़ा कर रहा है।
सिर में हार्ड इंजरी से गई राकेश सिंह की जान:गाजियाबाद में कार से जाते फ्लाईओवर से गिरे थे
गाजियाबाद में सोमवार तड़के हापुड़ रोड पर सिहानीगेट फ्लाईओवर से तेज रफ्तार कार रेलिंग तोड़ते हुए नीचे गिर गई। इस हादसे में कार में सवार 50 वर्षीय राकेश सिंह की मौत हो गई, जबकि उनका बेटा अस्पताल में भर्ती हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आया है कि राकेश सिंह की मौत सिर में हार्ड इंजरी से गई है। कार करीब 25 फीट ऊंचाई से गिरी। कंधे के पास भी चोट आई है। शरीर में 5 जगह चोट आई है। पुलिस का कहना है कि सिर में चोट लगने से ही राकेश सिंह की जान गई। कासगंज के रहने वाले थे राकेश सिंह राकेश सिंह मूल रूप से कासगंज के भुजपुरा गांव के रहने वाले थे। वह गाजियाबाद के मधुबन बापूधाम थाना क्षेत्र के संजय विहार सेक्टर 23 में रह रहे थे। रात में अपने गांव कासगंज के लिए निकले थे। इससे पहले एक कार्यक्रम में गए थे। जहां रात में ही लौटे थे। वह बैंक में कैश पहुंचाने की जॉब करते थे। राकेश के घर पर पत्नी, दो बेटी और दो बेटे हैं। कार (UP14 FC 9453) को प्रिंस चला रहे थे, जबकि उनके पिता राकेश सिंह आगे की सीट पर बैठे थे। पुलिस के मुताबिक, शुरुआती जांच में सामने आया है कि फ्लाईओवर पर झपकी आने से कार का बैलेंस बिगड़ा। उस वक्त कार की स्पीड करीब 100 किमी प्रति घंटा रही होगी। प्रशासन ने रेलिंग सही कराई हापुड़ रोड पर सिहानीगेट थाने के सामने ही फ्लाईओवर है। नीचे रेलवे लाइन है। हादसे के बाद दोपहर तक तक लोग यहां मौके पर पहुंचकर फ्लाईओवर से नीचे देखते रहे। नीचे जहां कार गिरी वहीं पीडब्लूडी का ऑफिस है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कार की स्पीड 100 किमी की थी। रोड भी सीधी है, ऐसे में पुलिस मान रही है कि नींद के कारण ही यह हादसा हुआ है। जिसके कारण चालक स्विफ्ट कार को नियंत्रण नहीं कर पाए और कार रेलिंग तोड़ते हुए नीचे गिर गई।
डीडवाना में रबी सीजन 2025-26 के दौरान किसानों को यूरिया, डीएपी सहित अन्य उर्वरकों की सुचारु उपलब्धता सुनिश्चित करने और कालाबाजारी पर अंकुश लगाने के लिए कृषि विभाग ने एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है। संयुक्त निदेशक कृषि हरिओम सिंह राणा ने बताया कि कृषि अधिकारी रमेश बेनीवाल को इस कंट्रोल रूम का प्रभारी नियुक्त किया गया है, जबकि राजू राम सह-प्रभारी होंगे। किसान उर्वरक आपूर्ति से संबंधित किसी भी समस्या, शिकायत या जानकारी के लिए इनसे संपर्क कर सकते हैं। यह नियंत्रण कक्ष प्रतिदिन सुबह 9:30 बजे से शाम 6:00 बजे तक संचालित होगा। प्रभारी रमेश बेनीवाल से 9529274229 पर और सह-प्रभारी राजू राम से 8441016597 पर संपर्क किया जा सकता है। अधिकारियों ने यह भी बताया कि विभाग उर्वरकों की उपलब्धता पर लगातार निगरानी रख रहा है। कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर नगर निगम में टैक्स वसूली को लेकर बड़े पैमाने पर अनियमितता सामने आई है। तिफरा जोन-2 में 15 लाख 62 हजार 654 रुपए की वित्तीय गड़बड़ी उजागर हुई है। टैक्स की यह राशि निगम के अकाउंट में जमा कराने के बजाय कर्मचारी उसे लेकर भाग गया। निगम की ऑडिट टीम ने वित्तीय गबन को पकड़ा है। गबन का मामला सामने आते ही कमिश्नर ने सभी 8 जोन में ऑडिट कर जांच करने के निर्देश दिए हैं। वसूली पर जांच शुरू दरअसल, निगम की ऑडिट टीम ने तिफरा जोन-2 में जांच की, तब पता चला कि 15 लाख 62 हजार 654 रुपए का कोई हिसाब नहीं है। इस मामले की जांच के बाद ऑडिट टीम ने रिपोर्ट सौंप दी है, जिसमें स्पष्ट है कि साल 2022-23 से 2024-25 के बीच वसूला गया टैक्स पूरी तरह निगम के खाते में जमा नहीं हुआ। मामला खुलते ही अब निगम ने सभी आठों जोन में वसूली पर जांच शुरू कर दी है। रिपोर्ट में साफ है कि 2022-23 से 2024-25 के बीच वसूला गया। पहले स्पाइरो कंपनी ने लगाया लाखों का चूना, अब प्लेसमेंट कर्मचारी ने उड़ाए पैसे नगर निगम की टैक्स व्यवस्था एक बार फिर सवालों के घेरे में है। पहले स्पायरो कंपनी की गड़बड़ी ने निगम को नुकसान पहुंचाया और अब निगम कर्मचारियों की ही अनियमितता सामने आ गई है। तिफरा जोन-02 में ऑडिट टीम ने 15 लाख 62 हजार 654 रुपए का सीधा वित्तीय गबन पकड़ा है। एक जोन में टैक्स में अनियमितता सामने आने के बाद राशि पूरी तरह निगम के खाते में जमा नहीं हुआ। कमिश्नर अमित कुमार ने सभी आठों जोन में वसूली पर सर्च कर जांच शुरू दी है। ARI ने बरती लापरवाही, प्लेसमेंट स्टाफ पैसे लेकर हुआ गायब जोन-02 में वसूली की जिम्मेदारी एआरआई रामनारायण देवांगन की है। लेकिन, उन्होंने वसूली का काम प्लेसमेंट कर्मचारी आशीष कौशिक को दे दिया। इधर, मामले में जांच शुरू होते ही आशीष पुलिस की नजरों में फरार हो गया है। इस अनियमितता को निगम की बड़ी चूक मानी जा रही है। चर्चा है कि टैक्स जैसे महत्वपूर्ण काम की जिम्मेदारी प्लेसमेंट स्टाफ को दे दी गई। ऑडिट में रसीद बुक, कैशबुक, बैंक प्रविष्टियों और संग्रहण पंजी के मिलान में कई गंभीर विसंगतियां मिलीं। कई मामलों में वसूली दर्ज है, लेकिन राशि बैंक में जमा नहीं कर सीधे गबन कर लिया गया है। स्पायरो की तरह गड़बड़ी, अब आठ जोन में होगी जांच तिफरा में गड़बड़ी सामने आने के बाद निगम प्रशासन ने सभी आठ जोन की वसूली की जांच के आदेश दे दिए हैं। रिकॉर्ड में पहले भी छेड़छाड़ मिल चुकी है। स्पायरो के समय कहीं डिमांड घटाई गई, कहीं बढ़ाई गई और लाखों रुपए निगम तक नहीं पहुंचे थे। अब जब निगम के कर्मचारी ही वही खेल करते पकड़े जा रहे हैं, तो प्रशासन को जांच के बाद बड़ी अनियमितता उजागर होने की आशंका है। अधिकारियों का कहना है तिफरा तो शुरुआत है, बाकी जोन में भी भारी गड़बड़ी की संभावना है। कमिश्नर बोले- सभी जोन में टैक्स वसूली की होगी जांच नगर निगम के कमिश्नर अमित कुमार का कहना है कि तिफरा जोन में टैक्स वसूली में गड़बड़ी सामने आने के बाद जांच के निर्देश दिए गए है। इसके साथ ही निगम के सभी जोन में ऑडिट कराई जा रही है। इसमें जांच के अलग-अलग बिंदू तय किए गए हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में कार्रवाई होगी।
बसपा सरकार में राज्यमंत्री रहे सतीश पाल के खिलाफ युवकों ने बंधक बनाकर पीटने और धमकाने की FIR बर्रा थाने में दर्ज कराई है। इटावा निवासी पीड़ित ने आरोप लगाया है कि पूर्व राज्यमंत्री ने उसे कानपुर देहात के झींझक में 45 लाख रुपए में विवादित जमीन दी। पता चलने के बाद रुपए वापस मांगे तो पहले तो टरकाया और फिर रविवार को रुपए वापस करने के बहाने बर्रा स्थित घर बुलाया, वहां 15 से 20 लोगो ने बंधक बनाकर लोहे की रॉड से पीटा। झींझक में खरीदी थी 6 बीघा जमीन इटावा के फ्रेंडस कालोनी थानाक्षेत्र में भरथना चौराहे के पास रहने वाले अतुल गुप्ता, इटगांव निवासी कमलेश बाबू, इटावा के चौगान निवासी मनोज कुमार ने बताया कि उन लोगों ने सतीश से झींझक में 45 लाख में 6 बीघा जमीन खरीदी है। बाद में पता चला कि यह जमीन विवादित है। ऐसे में उन लोगों ने सतीश से अपनी रकम वापस मांगी। इस पर सतीश ने कहा परेशान न हो, वह वर्तमान में सत्तादल में है, जमीन से जुड़ा विवाद खत्म करा देंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। इसके बाद उन लोगों ने अपनी रकम वापस मांगी तो सतीश ने उन सभी को रुपए लौटाने के बहाने छेदी सिंह का पुरवा बर्रा स्थित घर बुलाया। तीनों पीड़ितों का आरोप है कि जैसे ही तीनों लोग अंदर पहुंचे, सतीश पाल, दिनकर पाल, रामनरेश और अन्य लोगों ने मिलकर दरवाजा बंद कर दिया। आरोप है कि उन्हें डंडों, लोहे के सरियों और साबड़ों से बेरहमी से पीटा गया। हमले में गंभीर चोटें आईं और उनका मोबाइल तोड़ दिया गया। शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी दी इसके साथ ही हमलावरों ने धमकी दी कि अगर थाने गए तो जान से मार देंगे। पीड़ितों का दावा है कि सतीश पाल के घर पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, जिनमें पूरी घटना कैद होने की उम्मीद है। डीसीपी साउथ दीपेंद्र नाथ चौधरी ने बताया कि पीड़ितों का मेडिकल कराने के बाद रिपोर्ट दर्ज कर आरोपों की जांच हो रही है।

