सूफी नाइट से लेकर डीजे पार्टी तक:होटल–क्लब सजकर तैयार, 2026 के वेलकम के लिए तैयार मेरठ
नए साल की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है और शहर जश्न के रंग में पूरी तरह रंग गया है। 31 दिसंबर की रात को 2026 के स्वागत के लिए होटल, क्लब और रेस्टोरेंट्स में भव्य न्यू ईयर ईव पार्टियों की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। लाइव म्यूजिक, नामी डीजे, सूफी नाइट, थीम पार्टियां और अनलिमिटेड फूड–ड्रिंक्स के साथ शहर भर में जश्न का माहौल रहेगा। द कॉनवे मेरठ में फैमिली स्पेशल न्यू ईयर सेलिब्रेशन द कॉनवे में न्यू ईयर ईव पर कपल और फैमिली के लिए खास आयोजन किया गया है। एंट्री फीस 3999 रुपये रखी गई है। यहां लाइव डीजे,म्यूजिक,अनलिमिटेड फूड और सॉफ्ट बेवरेज के साथ कपल व बच्चों के डांस, फैशन शो, गेम्स, परफॉर्मेंस, लकी ड्रॉ और अनलिमिटेड गिफ्ट्स मिलेंगे। सम्राट हेवन्स में शाम 7 से रात 12 बजे तक धमाकेदार जश्न सम्राट हेवन्स में न्यू ईयर पार्टी शाम 7 बजे से रात 12 बजे तक चलेगी। यहां कपल एंट्री का शुल्क 5100 रुपये और प्रति व्यक्ति 2550 रुपये रखा गया है। सिंगल लेडीज को एंट्री मिलेगी, जबकि सिंगल जेंट्स को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। 10 से 18 वर्ष के बच्चों के लिए 1000 रुपये शुल्क तय किया गया है। पार्टी में अनलिमिटेड फूड और ड्रिंक्स के साथ डीजे आर्यन म्यूजिक की कमान संभालेंगे। होटल हार्मनी इन में ग्रैंड न्यू ईयर पार्टी होटल हार्मनी इन में 2026 के स्वागत के लिए भव्य न्यू ईयर पार्टी का आयोजन किया गया है। यहां लाइव परफॉर्मेंस में पर्कशनिस्ट प्रोजेक्ट वाइब आकर्षण का केंद्र रहेगा।यहां दो पैकेज रखे गए हैं—* 6999 रुपये: अनलिमिटेड फूड और प्रीमियम ड्रिंक्स* 9999 रुपये: फूड–ड्रिंक्स के साथ कपल्स के लिए कॉम्प्लिमेंट्री नाइट स्टे और ब्रेकफास्ट बुफेफीमेल स्टैग के लिए 3000 रुपये और मेल स्टैग के लिए 4000 रुपये (ग्रुप के साथ ही अनुमति) रखी गई है। 5 वर्ष से ऊपर के बच्चों के लिए 2000 और 10 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के लिए 3000 रुपये शुल्क तय किया गया है। ब्रावुरा में फैमिली और कपल्स के लिए खास पार्टी ब्रावुरा में 31 दिसंबर को न्यू ईयर पार्टी का आयोजन किया जाएगा। कपल एंट्री 7999 रुपये रखी गई है। पार्टी में डीजे वीकटू, महरीन और एजे दिल्लीवाला परफॉर्म करेंगे। यहां अनलिमिटेड फूड और बेवरेज के साथ केवल फैमिली और कपल्स को ही एंट्री दी जाएगी। रोमियो लेन में ‘2026 टेकऑफ’ थीम पार्टी रोमियो लेन, मेरठ में ‘2026 टेकऑफ’ थीम पर शानदार न्यू ईयर ईव पार्टी आयोजित होगी। पार्टी रात 9:30 बजे से शुरू होगी। लाइव परफॉर्मेंस देंगे मिस्टर ब्लैक एंड व्हाइट और म्यूजिक नाइट को और खास बनाएंगे डीजे ऐडी। ओरा लाउंज में फ्री एंट्री ओरा लाउंज में 31 दिसंबर को शाम 7 बजे से न्यू ईयर पार्टी होगी। यहां एंट्री पूरी तरह फ्री रखी गई है। इन्फ्यूजन क्लब में कपल एंट्री मात्र 499 रुपये इन्फ्यूजन क्लब में न्यू ईयर पार्टी के लिए खास ऑफर दिया गया है। यहां कपल एंट्री सिर्फ 499 रुपये रखी गई है। पार्टी रात 9 बजे से शुरू होगी, जहां डीजे उर्वी और डीजे रोहित म्यूजिक से धमाल मचाएंगे। मार्स रिसॉर्ट (पिरामिड) में स्टार सिंगर की परफॉर्मेंस मार्स रिसॉर्ट के पिरामिड, तीसरी मंजिल पर 31 दिसंबर की रात 8 बजे से न्यू ईयर पार्टी आयोजित होगी। पार्टी में स्टार सिंगर थॉमस गिल लाइव परफॉर्मेंस देंगे। मॉलिक्यूल में ‘न्यू ईयर स्पार्क – स्टेप इनटू 2026’ गढ़ रोड स्थित मॉलिक्यूल में खास न्यू ईयर ईव पार्टी का आयोजन किया जा रहा है। यहां डीजे ग्रेसी के साथ न्यू ईयर 2026 सेलिब्रेशन होगा। पार्टी रात 9 बजे से शुरू होगी। कपल एंट्री 6499 रुपये रखी गई है, जिसमें मिडनाइट फायरवर्क्स, लाइव डीजे काउंटडाउन और फोटोबूथ फन शामिल रहेगा। महाराजा हाउस ऑफ टेस्ट में सूफी नाइट 31 दिसंबर को महाराजा हाउस ऑफ टेस्ट में दम साज सूफी कव्वाली बैंड द्वारा लाइव सूफी नाइट आयोजित होगी। कपल पास 4999 रुपये, मेल स्टैग 3999 रुपये, फीमेल स्टैग 2999 रुपये और बच्चों का पास 1499 रुपये तय किया गया है। यहां अनलिमिटेड फूड और प्री-बूज़ का समय शाम 7:45 बजे से 11 बजे तक रहेगा । सूफी कव्वाली और उसके बाद ब्लैक एंड गोल्ड लग्जरी थीम में डीजे नाइट होगी। इस तरह शहर में 31 दिसंबर की रात को म्यूजिक, डांस और जश्न के बीच 2026 का स्वागत किया जाएगा। अलग–अलग बजट और थीम की पार्टियों के चलते युवाओं से लेकर परिवारों तक के लिए न्यू ईयर ईव खास रहने वाली है।
जयपुर के एक प्राइवेट स्कूल के टीचर की पिटाई से स्टूडेंट के बेहोश होने का मामला सामने आया है। दोस्तों से बातचीत करते देखकर गुस्साए टीचर ने नाबालिग स्टूडेंट को पीटा। डंडे से जमकर पीटने पर आंख में चोट लगी। श्याम नगर थाने में पीड़ित नाबालिग स्टूडेंट के पिता ने FIR दर्ज करवाई है। पुलिस ने बताया- राम नगर विस्तार के शिवपुरी कॉलोनी निवासी व्यक्ति ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है। उनका 17 साल का बेटा श्याम नगर विवेक विहार स्थित रावत पब्लिक सीनियर सैकण्डरी स्कूल में पढ़ता है। शिकायत में बताया- 26 दिसम्बर को नाबालिग बेटा रोज की तरह स्कूल गया था। सुबह करीब 10:30 बजे वह अपने दोस्तों से बातचीत कर रहा था। दोस्तों से बातचीत करते देखकर गुस्साए फिजिक्स लेक्चरार जसवंत सिंह ने नाबालिग बेटी को लड़की के डंडे से पीटने लगा। डंडे से अंधाधुध सामने की ओर से मारता रहा। मुंह पर डंडा जोर से लगने के कारण बायीं आंख में लग गई। आंख में चोट लगने से बेहोश होकर नीचे गिर गया। थोड़ी देर बाद उसके दोस्तों ने उसे संभाला। जिसके बाद 10:45 लंच टाइम पर प्रिंसिपल को बताया। आरोप है कि प्रिंसिपल ने कोई मदद नहीं की और एक टीचर को भेजकर पास ही सरकारी डिस्पेंसरी भेजा। नाबालिग बेटी को पीटने के चलते बेहोश होने का पता चलने पर परिजन स्कूल पहुंच। स्कूल पहुंचने पर पीटने वाला टीचर वहां नहीं मिला। नाबालिग बेटे को कॉल करने पर डिस्पेंसरी में होने का पता चलने पर पहुंचे। स्कूल प्रशासन की ओर से भी इस बारे में सूचना नहीं दी गई। पीड़ित ने स्कूल टीचर व प्रशासन के खिलाफ FIR दर्ज करवाई। ASI अजय सिंह का कहना है- शिकायत पर FIR दर्ज कर ली गई है। पीड़ित का मेडिकल करवाया गया है। बयान दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
कौशांबी में युवक ने खाया जहर:अस्पताल ले जाते समय रास्ते में तोड़ा दम, पारिवारिक विवाद से था परेशान
कौशांबी के पश्चिम शरीरा थाना क्षेत्र के रामाधीन का पुरवा गांव में सोमवार रात गृहक्लेश के चलते एक युवक ने जहर खा लिया। मनोज कुमार (26) नामक इस युवक की जिला अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई। मनोज कुमार सरोज, जो पेशे से ड्राइवर थे और ट्रैक्टर चलाकर परिवार का भरण-पोषण करते थे, अपने घर के एकमात्र कमाने वाले सदस्य थे। वह अपने पिता तेजबहादुर के साथ रहते थे, जबकि उनके बड़े भाई राजू परिजनों से अलग रहते हैं। सोमवार रात घर में हुए विवाद से क्षुब्ध होकर मनोज ने जहरीला पदार्थ निगल लिया। उनकी हालत बिगड़ने पर उन्हें तत्काल जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलने पर मंगलवार को थाना प्रभारी हरीश तिवारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। मनोज की मौत से उनकी पत्नी रीना देवी और दो छोटे बच्चे—बेटी अनुराधा और बेटा शिवा—अनाथ हो गए हैं।
मिर्जापुर में नववर्ष के अवसर पर विंध्याचल धाम में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के मद्देनजर जिला प्रशासन ने विशेष व्यवस्थाएं की हैं। माता विंध्यवासिनी के दर्शन सुगम और सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से नववर्ष पर माता के चरण स्पर्श पर रोक लगाई गई है। यह कदम भीड़ को नियंत्रित करने और भक्तों को बिना किसी अव्यवस्था के दर्शन कराने के लिए उठाया गया है। जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार ने बताया कि हर साल नववर्ष पर देश के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु विंध्याचल धाम पहुंचते हैं। इस बार नववर्ष के साथ-साथ आगामी कुंभ मेले को देखते हुए भी अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं। ठंड के मौसम को ध्यान में रखते हुए मंदिर परिसर में हीटर की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, गंगा घाटों से लेकर धाम आने-जाने वाले प्रमुख मार्गों पर अलाव जलवाने की व्यवस्था की गई है, ताकि श्रद्धालु ठंड से बच सकें। यात्रियों के ठहरने के लिए रैन बसेरे भी संचालित किए गए हैं, जहां मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। विंध्याचल धाम परिसर, गंगा घाटों और प्रमुख मार्गों पर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। इसके साथ ही, भीड़ प्रबंधन, यातायात व्यवस्था और आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए मजिस्ट्रेटों की ड्यूटी भी लगाई गई है। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रशासन का उद्देश्य श्रद्धालुओं को शांतिपूर्ण और सुरक्षित वातावरण में माता विंध्यवासिनी के दर्शन कराना है। नववर्ष और कुंभ मेला अवधि के दौरान किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो, इसके लिए लगातार निगरानी की जा रही है और संबंधित अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से भी अपील की है कि वे निर्धारित दिशा-निर्देशों का पालन करें, सुरक्षा व्यवस्था में सहयोग करें और संयम बनाए रखते हुए दर्शन करें, जिससे सभी भक्तों को सुगमता से माता के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त हो सके।
मिर्जापुर के पड़री थाना क्षेत्र में हाईवे पर दो युवकों को कार रोककर पीटा गया। यह घटना सोमवार रात की है, जब युवक ढाबे से खाना खाकर लौट रहे थे। हमलावरों ने लात-घूंसे और डंडों का इस्तेमाल किया, जिससे दोनों युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। जानकारी के अनुसार, ढाबे से भोजन कर लौट रहे कार सवार युवकों को भरपुरा क्षेत्र के कुछ युवकों ने हाईवे पर जबरन रोक लिया। इसके बाद हमलावरों ने उन्हें कार से बाहर निकाला और मारपीट शुरू कर दी। हमलावरों ने मारपीट की इस घटना का वीडियो भी बनाया, जिसे बाद में सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया। वायरल वीडियो में युवकों के साथ की गई मारपीट साफ दिखाई दे रही है। मारपीट का कारण आपसी विवाद बताया जा रहा है। एसपी सिटी नितेश सिंह ने मामले की जांच कर कठोर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, मारपीट करने वाले युवक पड़री थाना क्षेत्र के भरपुरा और तोसवां इलाके के निवासी बताए जा रहे हैं। घायल युवकों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस वायरल वीडियो के आधार पर हमलावरों की पहचान कर रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी में है।
भीलवाड़ा की गुलाबपुरा थाना पुलिस ने डीएसटी के साथ मिलकर एनडीपीएस एक्ट के मामले में फरार चल रहे एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इसकी गिरफ्तारी पर 5 हजार का इनाम भी घोषित किया था। गुलाबपुरा थाना प्रभारी संजय कुमार ने बताया कि एसपी धर्मेंद्र सिंह के निर्देशन में एनडीपीएस एक्ट से जुड़े मामलों में तस्करों की गिरफ्तारी को लेकर अभियान चलाए जा रहे हैं। इसी के तहत गुलाबपुरा थाना पुलिस ने डीएसटी के साथ मिलकर एनडीपीएस एक्ट के एक मामले में पुलिस को चकमा दे रहे तस्कर नागौर निवासी आनंद राम (31) पिता बस्तीराम जाट को गिरफ्तार किया है। 5 हजार का इनाम भी घोषित किया इसकी गिरफ्तारी पर पुलिस ने 5 हजार का इनाम भी घोषित किया गया था। पुलिस ने डेटा एनालिसिस, कॉल डिटेल ओर लोकल पुलिसिंग की सहायता से इसे नागौर से गिरफ्तार किया। आरोपी को पकड़ने वाली टीम में गुलाबपुरा थाना प्रभारी संजय कुमार, साइबर सेल एएसआई आशीष मिश्रा, किशन सिंह, हेड कॉन्स्टेबल चंद्रपाल सिंह, कॉन्स्टेबल जितेंद्र सिंह, हेमंत और कमल शामिल रहे ।
पानीपत जिले के मतलौड़ा थाना क्षेत्र में एक सड़क हादसे में बाइक सवार युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे के बाद आरोपी कार ड्राइवर मौके से फरार हो गया। घायल युवक की हालत नाजुक बताई जा रही है और वह करनाल के निजी अस्पताल के ICU में भर्ती है। पुलिस ने उसके भाई की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जींद के सफीदों में रामा कॉलोनी, वार्ड नंबर 4 निवासी यशपाल ने बताया कि उसका भाई पवन कुमार 26 दिसंबर को दोपहर करीब 2:30 बजे अपनी बाइक पर जोशी से सफीदों लौट रहा था। इसी दौरान एक कार चालक ने, जो संभवतः नशे की हालत में था, अत्यधिक तेज गति और लापरवाही से वाहन चलाते हुए बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि बाइक के टुकड़े बिखर गए और पवन कुमार गंभीर रूप से घायल होकर सड़क पर गिर पड़ा। आरोपी चालक बिना सहायता किए मौके से फरार हो गया। राहगीरों ने घायल को खून से लथपथ हालत में अस्पताल पहुंचाया। कई अस्पतालों में चला इलाज परिजनों को सूचना मिलने पर घायल को पहले सफीदों, फिर पानीपत और बाद में करनाल के रावल अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों के अनुसार, पवन कुमार के कुल्हे और पैर में फ्रैक्चर है और वह ICU में भर्ती है। उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। भाई की शिकायत पर FIR घटना की जानकारी मिलने पर मतलौड़ा थाना पुलिस ने जांच शुरू की। एएसआई सुनील कुमार ने बताया कि 26 दिसंबर को घायल पवन को सफीदों के अनुज अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने उसे बयान देने के लिए अयोग्य (Unfit for Statement) घोषित किया। बाद में उसे करनाल के रावल अस्पताल में शिफ्ट किया गया, जहां डॉक्टरों ने 27 और 28 दिसंबर को भी उसे बयान देने के लिए अयोग्य बताया। 29 दिसंबर को घायल के भाई यशपाल ने थाना मतलौड़ा में लिखित शिकायत दी। पुलिस ने जांच के बाद धारा 125(A), 281, 324(2) भारतीय न्याय संहिता (BNS) के तहत मामला दर्ज किया है।
पंचकूला में ड्यूटी पर जा रहे कंपनी हेल्पर को कार ड्राइवर ने सामने से टक्कर मार दी। टक्कर लगने के कारण युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसके पंचकूला के सामान्य अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। पंचकूला के खेड़ी गांव निवासी यासीन ने बताया कि वह भगवासपुर गांव की एक कंपनी में बतौर हेल्पर कार्यरत है। वह कंपनी में ड्यूटी पर जाने के लिए घर से निकला था। जब वह सुबह साढे 7 बजे गांव बतौड़ पीर बाबा के पास पहुंचा तो सामने से आ रही एक कार ने टक्कर मार दी। प्रत्यक्षदर्शी उसे उपचार के लिए PHC बरवाला लेकर चले गए। जहां पर डाक्टर साहब ने प्राथमिक उपचार के बाद मुझे सरकारी हस्पताल सेक्टर-6 पंचकूला का रेफर कर दिया। पंचकूला अस्पताल में आकर मुझे पता चला की मेरी दाहिनी टांग मे फ्रैक्चर है। जिसके लिए डॉक्टर आज आपॅरेशन करेंगे। कर लिया है मामला दर्ज: जांच अधिकारी पंचकूला के रायपुररानी थाना के जांच अधिकारी लवनीश कुमार ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है। आरोपी कार ड्राइवर की तलाश चल रही है। जल्द ही आरोपी कार ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी थाना क्षेत्र के स्वस्तिका सिटी में आम रास्ता बंद कर निर्माण कराने के मामले में इंस्पेक्टर सुशांत गोल्फ सिटी उपेंद्र सिंह को लाइन हाजिर किया गया। जौनपुर के महाराजगंज ब्लॉक से ब्लॉक प्रमुख के पति विनय सिंह पर कॉलोनी के सार्वजनिक रास्ते पर दीवार खड़ी कर निर्माण कराने का आरोप है। इस मामले में लापरवाही और एकतरफा कार्रवाई के आरोपों के बाद इंस्पेक्टर सुशांत गोल्फ सिटी पर कार्रवाई की गई। स्थानीय लोगों ने बताया बीते दिनों विनय सिंह अपने प्लॉट की बजाय कॉलोनी के आम रास्ते पर दीवार बनवा रहे थे। जब स्वस्तिका सिटी के निवासियों ने इसका विरोध किया तो विवाद बढ़ गया। आरोप है कि रास्ता बंद करने के लिए खड़ी की जा रही दीवार को कॉलोनीवासियों ने गिरा दिया। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने कॉलोनीवासियों पर ही दीवार गिराने का मुकदमा दर्ज कर लिया। इससे नाराज स्वस्तिका सिटी के निवासी पुलिस कमिश्नर से मिलने पहुंचे और पूरे मामले की शिकायत की। नागरिकों की शिकायत और मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस कमिश्नर ने कार्रवाई करते हुए इंस्पेक्टर सुशांत गोल्फ सिटी उपेंद्र सिंह को लाइन हाजिर कर दिया। फिलहाल पूरे मामले की जांच की जा रही है।
कोरबा के इमली डुग्गू में एक युवक को घर से बाहर निकालकर बेरहमी से पीटा गया। जब परिवार के सदस्य बीच-बचाव करने आए, तो हमलावरों ने उनके साथ भी मारपीट की। यह घटना कोतवाली थाना क्षेत्र की है। संजय यादव नामक युवक देर शाम काम से घर लौटा था। घर के बाहर कुछ नशेड़ी युवक गाली-गलौज कर रहे थे, जिस पर संजय ने उन्हें मना किया और घर के अंदर चला गया। इसके तुरंत बाद 6 से अधिक युवक आए और संजय को घर के गेट से खींचकर सड़क पर ले गए और उसकी पिटाई शुरू कर दी। सिर, हाथ और सीने में आई चोटें संजय ने बताया कि हमलावरों के हाथों में चाकू भी थे। मारपीट के कारण उसके सिर, हाथ और सीने में गंभीर चोटें आई हैं। उसे लहूलुहान हालत में छोड़ दिया गया। बताया जा रहा है कि महेश, साहिल, बिट्टू, छोटू पांडे, विजय पांडे, उमेश सागर और कुछ अन्य लोगों ने संजय पर घर में घुसकर हमला किया। हमलावर आदतन नशेड़ी संजय और उसके भाई विजय ने बताया कि हमलावर आदतन नशेड़ी हैं और अक्सर इस तरह की घटनाओं को अंजाम देते रहते हैं। विजय के अनुसार, ये युवक गोली का नशा करते हैं और उनका इतना आतंक है कि शाम होते ही इलाके में महिलाओं और बच्चों का बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है। संजय को जिला मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है, जहां उसका उपचार जारी है। पीड़ित परिवार ने मामले की शिकायत थाने में की है। जिस पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।
राजस्व निरीक्षक से 18.99 लाख की ठगी:बुलंदशहर में ऑनलाइन निवेश के झांसे में गंवाए रुपये
बुलंदशहर में खुर्जा नगर पालिका के राजस्व निरीक्षक कपिल शेखर ऑनलाइन निवेश के नाम पर 18.99 लाख रुपए की ठगी का शिकार हुए हैं। साइबर क्राइम सेल ने पीड़ित की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। कपिल शेखर ने बताया कि उन्हें ऑनलाइन बिजनेस और शेयर मार्केट में निवेश के लिए संपर्क किया गया था। आरोप है कि नोएडा के सेक्टर-58 निवासी आकांक्षा नामक युवती ने खुद को निवेश विशेषज्ञ बताकर बड़े मुनाफे का लालच दिया। युवती ने विश्वास में लेकर कपिल शेखर से अलग-अलग किस्तों में बड़ी रकम अपने खातों में ट्रांसफर करवा ली। काफी समय बीतने के बाद जब न तो कोई मुनाफा मिला और न ही जमा की गई रकम वापस हुई, तब कपिल शेखर को ठगी का अहसास हुआ। इसके बाद उन्होंने साइबर क्राइम सेल में शिकायत दर्ज कराई। जांच में सामने आया कि पीड़ित से ऑनलाइन माध्यम से कुल 18.99 लाख रुपए विभिन्न खातों में ट्रांसफर कराए गए थे। साइबर क्राइम सेल ने शिकायत के आधार पर संबंधित धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस का कहना है कि मामले की गहन जांच की जा रही है। जिन खातों में रकम ट्रांसफर हुई है, उनकी भी पड़ताल की जा रही है। पुलिस ठगी में संलिप्त अन्य आरोपियों की भूमिका की भी जांच कर रही है।
संभल की CHC में महिला ने बनाई रील, VIDEO:भोजपुरी गाने पर किया डांस, अधीक्षक ने शुरू की जांच
संभल के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) गुन्नौर में एक महिला द्वारा फिल्मी गानों पर रील बनाने का मामला सामने आया है। 14 सेकेंड का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है। यह घटना जनपद संभल के गुन्नौर सीएचसी परिसर की है। वीडियो में महिला फिल्मी गाने पर डांस करती दिख रही है। बताया जा रहा है कि महिला ने अस्पताल में लगभग एक घंटे का समय बिताया और कई गानों पर वीडियो बनाए। इस दौरान अस्पताल में काफी चहल-पहल थी। सबसे बड़ी बात यह है कि इसी अस्पताल में तैनात फार्मासिस्ट लक्ष्मी नारायण उर्फ दीपक यादव महिला को रील बनाते हुए देखकर भी नहीं रुके और उन्होंने महिला को रोकने का कोई प्रयास नहीं किया। महिला की इस हरकत से अस्पताल में मौजूद मरीजों और उनके तीमारदारों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। सीएचसी प्रभारी डॉ. राजकिशोर ने बताया कि अस्पताल परिसर के अंदर महिला द्वारा फिल्मी गाने पर रील बनाने का मामला उनके संज्ञान में आया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकारी अस्पताल परिसर का इस तरह से व्यक्तिगत इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। वीडियो के आधार पर मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
एटा में गौ सेवकों ने भूमि की मांग की:जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा, हर संभव मदद का आश्वासन मिला
एटा जिले में दर्जनों गौ सेवक गौवंश संरक्षण के लिए भूमि की मांग को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। उन्होंने जिलाधिकारी को एक लिखित ज्ञापन सौंपा, जिसमें गौवंश के संरक्षण और उपचार के लिए भूमि उपलब्ध कराने की अपील की गई। जिलाधिकारी प्रेमरंजन सिंह ने गौ सेवकों की समस्या को गंभीरता से सुना और हर संभव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने इस संबंध में मुख्य विकास अधिकारी को आवश्यक निर्देश दिए। इसके बाद, गौ रक्षक मुख्य विकास अधिकारी नागेंद्र नारायण मिश्रा से भी मिले, जिन्होंने उन्हें हर संभव सहायता का भरोसा दिलाया। गौ सेवक नितिन सनातनी के नेतृत्व में यह प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी से मिला था। सनातनी ने बताया कि उनका संगठन पिछले आठ वर्षों से दिन-रात गौवंश की सेवा कर रहा है। उन्होंने सड़क हादसों में घायल गौवंश की लगातार बढ़ती संख्या पर चिंता व्यक्त की। संगठन ने अब तक 308 गायों की जान बचाई है। नितिन सनातनी ने जिलाधिकारी से शहर या शहर के बाहर गौवंश के संरक्षण और उपचार के लिए भूमि उपलब्ध कराने की मांग की, ताकि उनका समूह प्रभावी ढंग से गौ सेवा जारी रख सके। ज्ञापन सौंपने वालों में शैलेंद्र सिंह, पन्नालाल, धर्मवीर, विजय कुमार, नेत्रपाल सिंह, करन यादव, समन यादव और आकाश राजपूत सहित कई अन्य गौ सेवक मौजूद रहे।
संतकबीरनगर: पूर्वांचल और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगमों के निजीकरण के विरोध में बिजली कर्मियों का प्रांतव्यापी प्रदर्शन 397वें दिन भी जारी रहा। कर्मचारी पावर कॉर्पोरेशन प्रबंधन द्वारा की गई उत्पीड़नात्मक कार्रवाइयों और आवासों पर जबरन स्मार्ट मीटर लगाने का भी विरोध कर रहे हैं। इस आंदोलन के तहत प्रदेश के सभी जनपदों में बिजली कर्मियों ने व्यापक विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने घोषणा की है कि 1 जनवरी को बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के अमरनाथ यादव ने बताया कि उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन ने बिजनेस प्लान के तहत पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के लिए 824.65 करोड़ रुपये और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के लिए 819 करोड़ रुपये का बिजनेस प्लान स्वीकृत किया है। इन दोनों निगमों में बिजली व्यवस्था सुधारने के लिए कार्य किया जा रहा है। संघर्ष समिति का कहना है कि इन दोनों निगमों पर बिजनेस प्लान के तहत कुल 16.43 अरब रुपये खर्च करने के बाद इन्हें निजी घरानों को कौड़ियों के मोल बेचना स्वीकार्य नहीं है। यादव ने बताया कि निजीकरण के लिए तैयार किए गए आरएफपी डॉक्यूमेंट के तहत इन निगमों को बेचने की रिजर्व प्राइस मात्र 6500 करोड़ रुपये रखी गई है, जबकि इनकी परिसंपत्तियों का वास्तविक मूल्य लगभग एक लाख करोड़ रुपये है। इस विरोध प्रदर्शन में सुनील प्रजापति, सूरज प्रजापति, नारायण चंद्र चौरसरिया, दिलीप सिंह, अमरनाथ यादव, दुर्गा प्रसाद, श्रवण प्रजापति, धीरेन्द्र यादव, उमेश चौधरी, भास्कर पांडेय, अशोक कुमार, आशीष कुमार सहित कई अन्य बिजली कर्मी मौजूद रहे।
इटावा मेंजिला सड़क सुरक्षा समिति की मासिक बैठक कलेक्ट्रेट स्थित नवीन सभागार में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जिलाधिकारी शुभ्रान्त कुमार शुक्ल ने की। बैठक में सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती घटनाओं पर गहन चर्चा हुई और इन्हें कम करने के लिए ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को न्यूनतम करना ही नहीं बल्कि उन्हें पूरी तरह समाप्त करना प्रशासन की प्राथमिकता है। जिलाधिकारी ने बैठक में बताया कि जनवरी के प्रथम सप्ताह में सड़क सुरक्षा को लेकर जनपद स्तर पर एक वृहद अभियान चलाया जाएगा। इसके तहत जिले की उन सड़कों को चिन्हित किया जाएगा जहां सबसे अधिक दुर्घटनाएं होती हैं। इन सड़कों पर मैटल बीम, साइन बोर्ड, स्ट्रीट लाइटिंग और अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराई जाएंगी ताकि हादसों में कमी लाई जा सके। उन्होंने दुर्घटना बाहुल्य सड़कों के जिम्मेदार अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे मौके पर जाकर दुर्घटनाओं को बढ़ावा देने वाले सभी बिंदुओं को चिन्हित करें और वहां तत्काल सुधार कार्य कराएं। जिन सड़कों पर रेडियम पट्टियां फीकी हो चुकी हैं, वहां नई रेडियम पट्टियां लगवाने के निर्देश दिए गए। इसके साथ ही सड़कों पर बने मेजर कट को तुरंत बंद कराने को कहा गया। जिलाधिकारी ने कहा कि विभिन्न विभागों के आपसी समन्वय से ही सड़क दुर्घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण संभव है। उन्होंने सड़कों के किनारे बसे गांवों में चौपाल लगाकर लोगों को सड़क सुरक्षा नियमों और दुर्घटनाओं से बचाव के प्रति जागरूक करने पर भी जोर दिया। बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक सिटी अभयनाथ त्रिपाठी, संभागीय परिवहन अधिकारी, बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ राजेश कुमार, लोक निर्माण विभाग सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
भाजपा के वरिष्ठ नेता छगनलाल भगत का निधन:डीडवाना में शोक की लहर, जितेंद्र सिंह जोधा ने जताया दुख
डीडवाना में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और माली-सैनी समाज के वरिष्ठ नेता छगनलाल भगत का 72 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। उनके निधन से डीडवाना शहर में शोक का माहौल है। डीडवाना से भाजपा प्रत्याशी जितेंद्र सिंह जोधा ने छगनलाल भगत के निधन पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि भगत का जाना पार्टी और समाज दोनों के लिए एक बड़ी क्षति है। जोधा ने बताया कि छगनलाल भगत जनसंघ और भाजपा के वरिष्ठ नेता हरिशंकर भाभड़ा के शिष्य थे। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में पार्टी संगठन को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जोधा ने यह भी बताया कि छगनलाल भगत ने माली समाज के बीच भाजपा को लोकप्रिय बनाने का काम किया। वर्ष 2009 के नगर पालिका चुनाव में वे निर्विरोध चुने गए थे, जिससे माली समाज में भाजपा की पकड़ मजबूत हुई। यह उनकी दूरदर्शिता और संगठन क्षमता को दर्शाता है। छगनलाल भगत अपने सरल, मिलनसार और सेवाभावी व्यक्तित्व के लिए जाने जाते थे। उनके निधन से राजनीतिक और सामाजिक दोनों क्षेत्रों में एक रिक्तता आ गई है। उनकी श्रद्धांजलि सभा में भाजपा नेता जितेंद्र सिंह जोधा, सुरेश वर्मा, रामकिशन खीचड़, पवन कुमार टाक, योगेश लाल शर्मा, नितेश बाजारी, ओमप्रकाश मोदी, मनीष कुमार ओझा, जयप्रकाश पसारी, प्रवीण पुरुषोत्तम तेजस्वी, रामगोपाल बंजारा, विजय कुमार टाक, नेमीचंद पवार और पवन शर्मा सहित सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं तथा गणमान्य नागरिकों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
उन्नाव पुलिस के लिए वर्ष 2025 कानून-व्यवस्था, अपराध नियंत्रण और जनसुरक्षा के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण रहा। पूरे वर्ष चलाए गए विशेष अभियानों, सतत निगरानी और प्रभावी कार्रवाई के परिणामस्वरूप अपराधियों पर शिकंजा कसा गया और आमजन में सुरक्षा की भावना मजबूत हुई। पुलिस की सक्रियता से अपराधों पर नियंत्रण के साथ जनता का भरोसा भी बढ़ा। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, 1 जनवरी 2025 से 28 दिसंबर 2025 के बीच निरोधात्मक कार्रवाई के तहत गैंगस्टर एक्ट में 38 मामले दर्ज किए गए। इनमें कुल 145 अभियुक्तों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई। आबकारी अधिनियम के तहत अवैध शराब के खिलाफ अभियान में 426 मामले दर्ज कर 454 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। इस अवधि में 6863 लीटर अवैध शराब बरामद कर नष्ट की गई, जिससे शराब माफिया को बड़ा नुकसान हुआ। अवैध शस्त्रों के खिलाफ भी पुलिस ने कड़ा रुख अपनाया। शस्त्र अधिनियम के अंतर्गत 96 मामलों में 98 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। एनडीपीएस एक्ट के तहत 37 मामले दर्ज कर 59 आरोपियों को जेल भेजा गया। इस दौरान भारी मात्रा में मादक पदार्थ बरामद किए गए, जिससे नशे के कारोबार पर प्रभावी रोक लगी। गंभीर अपराधों के मामलों में भी उन्नाव पुलिस की कार्रवाई उल्लेखनीय रही। वर्ष 2025 में हत्या के 83, हत्या के प्रयास के 120, लूट के 39, डकैती के 6, चोरी के 202 और नकबजनी के 72 मामलों में आरोपियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की गई। अपराधियों के हौसले पस्त करने के लिए पुलिस ने 36 मुठभेड़ों में 48 शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया। यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए भी पुलिस ने सख्त कदम उठाए। यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले 67,919 वाहनों का चालान किया गया, जिससे लगभग 65 लाख रुपये से अधिक का शमन शुल्क वसूला गया। इसके साथ ही 631 वाहनों को सीज कर सड़क सुरक्षा को लेकर सख्त संदेश दिया गया। संपत्ति संबंधी अपराधों के मामलों में पुलिस ने 207 मामलों का सफल अनावरण किया और 390 आरोपियों को गिरफ्तार किया। इन मामलों में करीब 1 करोड़ 69 लाख रुपये की संपत्ति बरामद की गई।
अमेठी में विशेष पुनरीक्षण प्रक्रिया पूरी:मतदाता सूची से हटेंगे 2.67 लाख नाम, संख्या 12 लाख होगी
अमेठी में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया पूरी हो गई है। जिलाधिकारी संजय चौहान के निर्देश पर हुई इस प्रक्रिया के बाद जिले की मतदाता सूची से लगभग 2 लाख 67 हजार मतदाताओं के नाम हटाए जाएंगे। इन मतदाताओं को मृतक, स्थानांतरित या लंबे समय से अनुपस्थित (ASD) श्रेणी में पाया गया है। इस व्यापक अभियान के तहत, जिलाधिकारी ने पूरी प्रक्रिया की तीन स्तरों पर जांच सुनिश्चित की। आंकड़ों के अनुसार, कुल 2 लाख 67 हजार मतदाता ASD सूची में शामिल किए गए हैं, जिनमें अनुपस्थित, स्थानांतरित और मृतक मतदाता शामिल हैं। इन सभी के नाम मतदाता सूची से हटाए जाएंगे। इसके अतिरिक्त, जिले में 1 लाख 8 हजार मतदाता 'नो-मैपिंग जोन' में पाए गए हैं। ये वे मतदाता हैं जिनका नाम वर्ष 2003 की मूल मतदाता सूची में दर्ज नहीं था। जिला प्रशासन इन मतदाताओं को नोटिस भेजेगा और उन्हें सूची में बने रहने के लिए वैध दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे। SIR प्रक्रिया पूरी होने के बाद, अमेठी में मतदाताओं की कुल संख्या में उल्लेखनीय कमी आने का अनुमान है। जिले में अब तक करीब 86 प्रतिशत SIR फॉर्म डिजिटाइज किए जा चुके हैं। पहले जहां मतदाताओं की संख्या लगभग 14 लाख 36 हजार थी, वहीं अब यह घटकर लगभग 12 लाख रहने की संभावना है। जिला प्रशासन द्वारा अंतिम मतदाता सूची 31 दिसंबर को प्रकाशित की जाएगी। इस प्रक्रिया का उद्देश्य मतदाता सूची को अधिक सटीक और त्रुटिहीन बनाना है।
अम्बेडकरनगर में निजी भूमि और ग्राम सभा के तालाबों में सघन मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए एरेशन सिस्टम योजना के तहत आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। इच्छुक लाभार्थी 29 दिसंबर 2025 से 07 जनवरी 2026 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। मत्स्य निदेशक श्वेता सिंह ने बताया कि यह योजना ग्राम सभा के तालाबों में मत्स्य उत्पादन बढ़ाने और महिला मत्स्य पालकों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से लागू की गई है। इसके तहत तालाबों में एरेशन सिस्टम स्थापित कर मत्स्य उत्पादन क्षमता में वृद्धि की जाएगी। योजना के अंतर्गत महिला मत्स्य पालकों को अनुदान का प्रावधान है। सामान्य वर्ग की महिला मत्स्य पालकों को 50,000 रुपये की लागत पर 50 प्रतिशत यानी 25,000 रुपये का अनुदान मिलेगा। वहीं, अनुसूचित वर्ग की महिला मत्स्य पालकों को 60 प्रतिशत यानी 30,000 रुपये की धनराशि अनुदान के रूप में देय होगी। इच्छुक लाभार्थी विभागीय वेबसाइट www.fisheries.up.gov.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। योजना से संबंधित अधिक जानकारी के लिए किसी भी कार्यदिवस में मत्स्य विभाग कार्यालय से संपर्क किया जा सकता है।
हाथरस गेट कोतवाली क्षेत्र के किंदौली गांव में बच्चों के बीच हुए विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। इस घटना में चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी के अनुसार, किंदौली गांव में कुछ बच्चे एक प्लॉट पर अलाव ताप रहे थे। इसी दौरान दूसरे पक्ष ने इस पर आपत्ति जताई और लकड़ियों पर पानी डाल दिया। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में विवाद शुरू हो गया। शुरुआत में कुछ लोगों ने हस्तक्षेप कर विवाद को शांत कराने का प्रयास किया, लेकिन बाद में एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर लाठी, डंडे और सरिया आदि से हमला कर दिया। इस हमले में सलमान, अमरुद्दीन, रिषभ और रोहिद निवासी किंदोली घायल हो गए। सभी घायलों को तत्काल जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका उपचार जारी है। पुलिस को भी इस घटना की जानकारी दी है।
डीएम कार्यालय के बाहर मंगलवार को केशवनगर निवासी रामपाल (45) का शव रखकर परिजनों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। परिजनों का आरोप है कि 16 दिसंबर को केडीए ने बिना किसी पूर्व सूचना के उनके य मकान को तोड़ दिया। वह पास में ही तिरपाल डालकर रह रहे थे। सोमवार देर रात ठंड से उनकी मौत हो गई। मौत के बाद परिजन शव को लेकर डीएम कार्यालय पहुंच गए और प्रदर्शन शुरू कर दिया। मृतक की बेटी ज्योति ने बताया कि उनके पिता की ठंड से मौत हुई है। 16 दिसंबर को केडीए द्वारा उनका मकान गिराए जाने के बाद वह ठंड में तिरपाल डालकर रह रहे थे। भीषण ठंड से उनकी मौत हो गई। उनको रहने के लिए मकान और मुआवजा चाहिए। परिजनों द्वारा डीएम कार्यालय के बाहर शव रखे जाने के बाद एटीएम सिटी डॉ राजेश कुमार मौके पर पहुंचे। उन्होंने वार्ता के लिए परिजनों और कुछ क्षेत्रीय लोगों को बुलाया है। डीएम कार्यालय में वार्ता फिलहाल जारी है। कानून व्यवस्था सुचारू रखनेके लिए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
नए साल की दस्तक से पहले भोपाल की सड़कों पर यातायात पुलिस अलर्ट मोड में है। नशे में वाहन चलाने से होने वाले हादसों और युवाओं की बढ़ती मौतों को रोकने के लिए भोपाल नगरीय यातायात पुलिस ने शहर के प्रमुख चौराहों पर सघन चेकिंग अभियान शुरू किया है। ब्रीथ एनालाइजर से शराब सेवन की जांच करते हुए दोपहिया, चारपहिया, ऑटो और टैक्सी चालकों पर नजर रखी जा रही है। यह अभियान इसलिए भी अहम है क्योंकि सड़क हादसों में घायल होने वालों में सबसे बड़ा हिस्सा 15 से 30 वर्ष की उम्र के युवाओं का है। इसी कड़ी में भोपाल नगरीय यातायात पुलिस ने 29 दिसंबर 2025 से शहर में विशेष अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत फिलहाल 9 प्रमुख चौराहों और तिराहों पर नशे में वाहन चलाने वालों की पहचान के लिए ब्रीथ एनालाइजर से जांच की जा रही है। पुलिस का साफ कहना है कि यह कार्रवाई किसी को परेशान करने के लिए नहीं, बल्कि लोगों की जान बचाने के उद्देश्य से की जा रही है। नशे में ड्राइविंग हादसों की वजहप्रदेश में हर साल सड़क हादसों में एक लाख 20 हजार से ज्यादा लोग घायल होते हैं, जिन्हें 108 एंबुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचाया जाता है। चिंता की बात यह है कि इन घायलों में सबसे ज्यादा संख्या युवाओं की है। उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, कुल सड़क हादसा पीड़ितों में 61 प्रतिशत लोग 15 से 30 साल की उम्र के होते हैं। यह आयु वर्ग न सिर्फ सबसे ज्यादा सक्रिय है, बल्कि सबसे ज्यादा जोखिम भी उठाता है। सड़क हादसों की मार सबसे ज्यादा युवाओं पर इंदौर, भोपाल और जबलपुर में सबसे ज्यादा हादसेसाल 2025 में प्रदेश में सड़क हादसों के सबसे ज्यादा मामले इंदौर में सामने आए, जहां करीब साढ़े पांच हजार केस दर्ज किए गए। इसके बाद भोपाल में लगभग 5 हजार और जबलपुर में साढ़े चार हजार के करीब सड़क दुर्घटनाएं हुईं। इन हादसों के पीछे प्रमुख कारणों में नशे में वाहन चलाना, तेज रफ्तार और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी शामिल है। 10 हजार रुपए तक जुर्माना नगरीय यातायात पुलिस ने स्पष्ट किया है कि नशे में वाहन चलाने वालों के खिलाफ मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कड़ी कार्रवाई की जा रही है। दोषी पाए जाने पर 10 हजार रुपए तक का जुर्माना लगाया जा सकता है, साथ ही अन्य कानूनी कार्रवाई भी संभव है। अब तक एक दर्जन से ज्यादा वाहन चालकों पर कार्रवाई की जा चुकी है। पुलिस ने बताया कि नववर्ष की पूर्व संध्या और 1 जनवरी को जिलेभर में लगभग चार दर्जन स्थानों पर चेकिंग प्वाइंट लगाए जाएंगे। यातायात पुलिस के साथ जिले के थाने का बल भी इस अभियान में शामिल रहेगा, ताकि किसी भी तरह की लापरवाही पर तुरंत कार्रवाई की जा सके। अपील- नशे में वाहन न चलाएंभोपाल नगरीय यातायात पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे नशे की हालत में वाहन न चलाएं। एक छोटी सी गलती न सिर्फ चालक की, बल्कि सड़क पर चल रहे अन्य लोगों की जान भी खतरे में डाल सकती है। पुलिस ने यह भी कहा कि यातायात नियमों का पालन कर लोग खुद की और दूसरों की सुरक्षा सुनिश्चित करें। यातायात पुलिस ने जनता से सहयोग की अपील करते हुए कहा है कि किसी भी प्रकार की असुविधा होने पर यातायात नियंत्रण कक्ष के नंबर 0755-2677340 या 2443850 पर संपर्क किया जा सकता है।
तमनार हिंसा को लेकर बनी कांग्रेस की जांच कमिटी ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्ट में कांग्रेस ने दावा किया है कि तमनार की घटना बीजेपी की गांव-गरीब-आदिवासी विरोधी नीति का नतीजा है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि जांच कमेटी ने मौके पर जाकर पूरे मामले की पड़ताल की। जिंदल की जनसुनवाई का ग्रामीणों ने विरोध किया था, जिसके बाद फर्जी तरीके से सुनवाई कराई गई। कांग्रेस के अनुसार, 15-20 जिंदल कर्मचारियों के हस्ताक्षर से यह जनसुनवाई पूरी हुई। बैज ने आरोप लगाया कि धरना दे रहे ग्रामीणों से कलेक्टर और SP ने कोई बातचीत नहीं की, वहीं 27 दिसंबर को पुलिस द्वारा बर्बर लाठीचार्ज से माहौल बिगाड़ने का आरोप भी लगाया गया। कांग्रेस ने तमनार हिंसा की पूरी जिम्मेदारी पुलिस-प्रशासन पर डालते हुए सवाल किया कि सरकार दोषी कौन बताएगी। पार्टी ने मांग की है कि जिंदल को दी गई खदान और जनसुनवाई रद्द हो और मुख्यमंत्री इस्तीफा दें। कल तमनार के लिए रवाना हुआ जांच दल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के नेतृत्व में गठित जांच कमिटी तमनार पहुंची और पूरे मामले की पड़ताल की। बैज ने रायगढ़ कलेक्टर और SP पर कार्रवाई की मांग करते हुए न्यायिक जांच की भी मांग की। बैज ने कहा, यह आदिवासियों के आंदोलन को कुचलने की साजिश है। आदिवासी चोरी-छिपे कराई गई फर्जी जनसुनवाई के विरोध में शांतिपूर्ण धरना दे रहे थे। पुलिस-प्रशासन ने ग्रामीणों को जबरन थाने ले जाकर डराया-धमकाया, अभद्र व्यवहार किया, जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। अगर जिम्मेदारी बनती है तो वह शासन-प्रशासन, कलेक्टर और SP की है। क्या है पूरा मामला छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में JPL कोयला खदान के विरोध में 14 गांवों के ग्रामीण पिछले 20 दिनों से धरने पर बैठे हैं। लिबरा रोड पर प्रदर्शनकारियों ने पेड़ काटकर सड़क अवरुद्ध कर दी है। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक जनसुनवाई से जुड़ा फैसला वापस नहीं लिया जाता, आंदोलन जारी रहेगा। जनसुनवाई निरस्तीकरण को लेकर जिला प्रशासन और प्रदर्शनकारियों के बीच बैठक भी हुई। घरघोड़ा SDM दुर्गा प्रसाद के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ बातचीत हो चुकी है और धौराभाठा बाजार में हुई जनसुनवाई को निरस्त करने की प्रक्रिया आगे बढ़ रही है। पुलिस-ग्रामीणों में झड़प, कई घायल शनिवार को धरना स्थल से प्रदर्शनकारियों को हटाने पहुंची पुलिस पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। इस दौरान महिलाओं ने तमनार थाना प्रभारी कमला पुषाम पर हमला किया, जिससे वे घायल होकर बेहोश हो गईं। घटना में SDOP अनिल विश्वकर्मा सहित कई पुलिसकर्मी घायल हुए। कुछ घायलों का इलाज स्थानीय अस्पताल में कराया गया, जबकि कुछ को रायगढ़ रेफर किया गया। हालात बिगड़ने पर पुलिस की गाड़ियों और एम्बुलेंस को भी आग के हवाले कर दिया गया।
झालावाड़ में रामानंदाचार्य जयंती महोत्सव 8-9 जनवरी को:शोभायात्रा और विशाल भंडारे का भी होगा आयोजन
झालावाड़ में संत शिरोमणि पीपानंद सेवा समिति, पीपाधाम द्वारा जगत गुरु स्वामी रामानंदाचार्य महाराज का जयंती महोत्सव-2026 हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। यह आयोजन माघ कृष्ण षष्ठी व सप्तमी यानी 8 और 9 जनवरी को होगा। पीपापीठ के पीपापीठेश्वर संत झंकारेश्वरजी त्यागी महाराज ने बताया कि 8 जनवरी, गुरुवार को प्रातः 7 बजे सुरभी पूजन, प्रातः 8 बजे रामचरितमानस अखंड पाठ, प्रातः 9 बजे बालभोग और प्रातः 10 बजे कलश यात्रा का शुभारंभ होगा। दोपहर 2 बजे से अखंड हरिनाम संकीर्तन और सायं 8 बजे कीर्तन आरती पीपाधाम पर आयोजित की जाएगी। इसी दिन दोपहर 12 बजे हरिनाम संकीर्तन और सायं 7 बजे कीर्तन आरती पूज्य रामानंदाचार्य की छतरी पर होगी। 9 जनवरी, शुक्रवार को प्रातः 6 बजे स्वस्ति वाचन एवं मंगलपाठ, प्रातः 7 बजे गोमाता पूजन, प्रातः 8 बजे भक्तमाल जी का मूल पाठ, प्रातः 9 बजे रामानंदार्चन, प्रातः 10 बजे सुंदरकांड पाठ तथा प्रातः 11 बजे गुरु गीता एवं श्रीमद् भगवद् गीता मूल पाठ पीपाधाम पर आयोजित किए जाएंगे। इसी दिन दोपहर 12 बजे बधाई गायन होगा। सायं 4 बजे से भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी, जिसमें जगत गुरु स्वामी रामानंदाचार्य महाराज पालकी में विराजमान होकर अनेक भगवन्नाम संकीर्तन मंडलियों के साथ पूज्य रामानंदाचार्य छतरी से पीपाधाम तक जाएंगे। रात 8 बजे पूज्य रामानंदाचार्य की छतरी पर अष्टोत्तरशत दीपदान का आयोजन होगा। शोभायात्रा के बाद पीपापीठ पीपाधाम पर विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा।
झांसी के चिरगांव थाना इलाके की पारीछा नहर में 26 दिसम्बर को डूबे ट्रॉला ड्राइवर नरपत सिंह का शव पांच दिन बाद घटनास्थल से पांच किलोमीटर दूर नहर में उतरता मिला है। पुलिस ने शव को पंचनामा भरकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। साथ ही मृतक के परिजनों को भी सूचना दे दी गई है।
हरियाणा के नारनौल में बाइक चलाते समय जेब में रखा मोबाइल फोन फट गया। इस हादसे में एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को इलाज के लिए नारनौल के नागरिक अस्पताल में पहुंचाया गया। जहां पर उसका इलाज चल रहा था। महेंद्रगढ़ के गांव बलाना निवासी करीब 20 वर्षीय सचिन कुमार महेंद्रगढ़ से नारनौल की ओर आ रहा था। इस दौरान वह मोबाइल फोन पर कान में कोई डिवाइस लगाकर बात कर रहा था, जबकि मोबाइल उसकी पेंट की बांई जेब में रखा हुआ था। बात करते-करते उसका मोबाइल फोन फट गया। मोबाइल फटने की वजह से वह वह असंतुलित होकर बाइक समेत सड़क पर गिर गया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। आसपास के लोगों ने उसको सड़क से उठाया तथा एम्बुलेंस को फोन किया। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची एम्बुलेंस ने घायल सचिन को उपचार के लिए नारनौल के नागरिक अस्पताल पहुंचाया। जहां पर उसको इलाज के लिए भर्ती कर लिया गया। मोबाइल फटने व हादसे के बाद उसको गंभीर चोट भी लगी है।
जनपद का सरकारी माधव प्रसाद तिवारी मेडिकल कॉलेज एक बार फिर अपनी अव्यवस्थाओं को लेकर चर्चा में आ गया है। मेडिकल कॉलेज परिसर में देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम से जुड़ा शिलापट टूटी हुई हालत में पड़ा है। यह दृश्य कॉलेज प्रशासन की गंभीर लापरवाही और उदासीन रवैये को उजागर करता है। माधव प्रसाद तिवारी मेडिकल कॉलेज सरकार द्वारा संचालित एक प्रमुख स्वास्थ्य एवं शैक्षणिक संस्थान है। यहां प्रतिदिन बड़ी संख्या में मरीज इलाज के लिए आते हैं, जबकि मेडिकल की पढ़ाई कर रहे छात्र और चिकित्सक भी परिसर में मौजूद रहते हैं। ऐसे प्रतिष्ठित संस्थान में प्रधानमंत्री के नाम से जुड़ा शिलापट टूटकर उपेक्षित पड़ा रहना कॉलेज प्रबंधन की कार्यशैली पर सवाल खड़े करता है। काफी समय से टूटा, फिर भी नहीं हुई मरम्मत सूत्रों के मुताबिक शिलापट काफी समय से क्षतिग्रस्त अवस्था में परिसर में पड़ा है। इसके बावजूद न तो इसे सुरक्षित किया गया और न ही इसकी मरम्मत के लिए कोई ठोस कदम उठाया गया। इससे साफ होता है कि कॉलेज प्रशासन परिसर की नियमित निगरानी और रखरखाव को गंभीरता से नहीं ले रहा है। सरकारी संपत्ति की अनदेखी प्रधानमंत्री के नाम से जुड़ा शिलापट केवल एक पत्थर नहीं, बल्कि सरकारी योजनाओं, विकास कार्यों और राष्ट्रीय सम्मान का प्रतीक माना जाता है। ऐसे प्रतीक का टूटकर खुले में पड़ा रहना सरकारी संपत्ति के प्रति लापरवाही को दर्शाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि सरकारी धन से बने संस्थानों में इस तरह की अनदेखी स्वीकार्य नहीं हो सकती। प्रशासन की चुप्पी बढ़ा रही सवाल मामले को लेकर अब तक मेडिकल कॉलेज प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान या स्पष्टीकरण सामने नहीं आया है। न शिलापट की मरम्मत की समय-सीमा तय की गई और न ही यह बताया गया कि इसके क्षतिग्रस्त होने की वजह क्या है। प्रशासन की यह चुप्पी लोगों के बीच नाराजगी और संदेह दोनों बढ़ा रही है। लापरवाही का प्रतीक बनता शिलापट विशेषज्ञों का मानना है कि शिलापट जैसे ढांचे केवल उद्घाटन तक सीमित नहीं होते, बल्कि उनका संरक्षण भी उतना ही जरूरी होता है। यदि समय-समय पर निरीक्षण किया जाए तो ऐसी स्थिति पैदा ही न हो। फिलहाल, मेडिकल कॉलेज परिसर में पड़ा टूटा हुआ शिलापट कॉलेज की लापरवाही और कमजोर प्रबंधन व्यवस्था का प्रतीक बन चुका है, जो आम जनता के बीच कई सवाल खड़े कर रहा है।
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (यूपीआरटीसी) ने प्रयागराज के आसपास के जिलों से माघ मेला जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष बस बुकिंग सेवा शुरू कर दी है। इस सुविधा में कोई अतिरिक्त चार्ज या सरचार्ज नहीं लगेगा। आने-जाने की बस की बुकिंग करानी होगी। रोडवेज अधिकारियों के बताया कि बस अड्डों पर रवानगी के आधे घंटे पहले पहुंचें। वहां प्रभारी प्रबंधक या एआरएम से संपर्क कर माघ मेला की जानकारी दें। बस की सीट संख्या के बराबर यात्रियों का एकतरफा किराया जमा करने पर उतने श्रद्धालु सीधे प्रयागराज जा सकेंगे। वापसी के लिए भी यही व्यवस्था लागू होगी। अधिकारियों ने बताया कि इस तरह की बुकिंग एडवांस चार्टर से सस्ती पड़ेगी। उसमें सिक्योरिटी डिपॉजिट, रुकने का अलग चार्ज और दोनों तरफ का किराया देना पड़ता है। रोडवेज बसें माघ मेला ड्यूटी पर भेजी जाएंगी। जिनकी रवानगी 30 दिसंबर से शुरू हो रही है। इसके अलावा 50 ई-बसें शटल सेवा के लिए प्रयागराज भेजी जाएंगी। जो स्थानीय श्रद्धालुओं को ढोएंगी। हालांकि, इससे शहर में सिटी बसों का संचालन प्रभावित होगा। छोटे रूटों के अलावा ग्रामीण और लंबे रूटों पर भी आंशिक असर पड़ेगा। अधिकारियों ने श्रद्धालुओं से समय पर बुकिंग कराने और निर्देशों का पालन करने की अपील की है।
बैतूल के सारनी के राख बांध क्षेत्र में वन्यजीवों की बढ़ती मौजूदगी एक बार फिर चर्चा में है। पर्यावरण कार्यकर्ताओं और स्थानीय नागरिकों ने मांग की है कि इस क्षेत्र की भूमि सोलर प्लांट स्थापना के लिए न दी जाए, क्योंकि यह अब सुरक्षित वन्यजीव आवास के रूप में विकसित हो चुकी है। सारनी निवासी वाइल्डलाइफ और नेचर कंजर्वेशन एक्टिविस्ट आदिल खान ने बताया कि राख बांध क्षेत्र में हाल ही में तेंदुए की मौजूदगी दर्ज की गई है। उन्होंने रात्रिचर पक्षियों के सर्वेक्षण के दौरान तेंदुए का वीडियो रिकॉर्ड किया, जो इस बात का स्पष्ट प्रमाण है कि यह इलाका अब सक्रिय वन्यजीव आवास बन चुका है। आदिल के अनुसार, यह क्षेत्र पहले भी वन्यजीवों से समृद्ध था, लेकिन वन विभाग के वृक्षारोपण के बाद यहां जैव विविधता और मजबूत हुई है। सोलर प्लांट लगता तो वन्यजीव नहीं बचते आदिल खान ने कहा कि यह क्षेत्र पहले से ही वन्यजीवों से भरा हुआ था और वन विभाग के प्लांटेशन ने इसे और मजबूत बना दिया है। यदि उस समय सोलर प्लांट की अनुमति दे दी जाती, तो न तेंदुआ रहता और न ही पक्षियों की यह विविधता दिखाई देती। 106 हेक्टेयर में 50 हजार पौधे, इलाका बना हराभरा वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, राख बांध क्षेत्र में 106 हेक्टेयर भूमि पर करीब 50 हजार पौधों का रोपण किया गया है। इसके चलते यह क्षेत्र अब पूरी तरह हराभरा हो चुका है और वन्यजीवों के लिए अनुकूल वातावरण बन गया है। शासन स्तर पर होगा भूमि उपयोग का फैसला एसडीओ फॉरेस्ट अजय वाहने ने बताया कि वन विभाग ने यहां बड़े पैमाने पर प्लांटेशन किया है और यह इलाका अब पूरी तरह हरा-भरा है। इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को भेज दी गई है। MPPGCL इस भूमि पर सोलर प्लांट लगाना चाहता है, लेकिन जहां तेंदुए के पगचिह्न और अन्य वन्य प्राणियों की मौजूदगी मिली है, वहां यह स्पष्ट है कि क्षेत्र में वन्यजीवों की आवाजाही है। चूंकि यह इलाका जंगल से भी सटा है, इसलिए अब इसका निर्णय शासन स्तर पर लिया जाएगा कि इस भूमि का उपयोग किस रूप में किया जाए। सतपुड़ा-मेलघाट टाइगर कॉरिडोर का अहम बफर जोन पर्यावरण विशेषज्ञों का कहना है कि राख बांध क्षेत्र केवल सारनी की हरियाली का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह सतपुड़ा–मेलघाट टाइगर कॉरिडोर के लिए एक महत्वपूर्ण बफर ज़ोन की भूमिका भी निभाता है। यदि यहां औद्योगिक गतिविधियां शुरू की जाती हैं, तो इससे स्थानीय पारिस्थितिकी और जैव विविधता को गंभीर नुकसान पहुंच सकता है। सोलर प्लांट नहीं, संरक्षित वन घोषित करने की मांग स्थानीय नागरिकों और पर्यावरण प्रेमियों ने वन्यजीवों की लगातार बढ़ती मौजूदगी को देखते हुए मांग की है कि राख बांध की भूमि सोलर प्लांट के लिए न दी जाए। उनका कहना है कि इस क्षेत्र को संरक्षित वन क्षेत्र घोषित किया जाना चाहिए, ताकि यहां की जैव विविधता और वन्यजीव सुरक्षित रह सकें।
कौशांबी में दो ई-रिक्शा चोरी करने के आरोप में एक चोर को ग्रामीणों ने पकड़कर जमकर पीटा और फिर पुलिस के हवाले कर दिया। यह घटना कोखराज थाना क्षेत्र के सिंघिया चौकी के बिसारा अंबेडकर नगर वार्ड नंबर एक में हुई। जानकारी के अनुसार, नरेश कुमार सरोज और राकेश कुमार सोनकर के घर के बाहर खड़े दो ई-रिक्शा बीती रात चोर उठा ले गए थे। सुबह चोरी का पता चलने पर मालिकों ने खोजबीन शुरू की। नरेश का ई-रिक्शा बिसारा टावर के पीछे महुवा के बाग में मिला, लेकिन उसके रिम, दो टायर, स्टेपनी, बैटरी और चार्जर गायब थे। चोरों ने सामान निकालने के बाद ई-रिक्शा को पलट दिया था। वहीं, राकेश के ई-रिक्शा का डाला मूरतगंज में बेचा जा चुका था। ग्रामीणों की छानबीन में पता चला कि कोखराज थाना क्षेत्र के रसूलपुर गिरसा पंडित गिरधारी लाल मेहता नगर वार्ड नंबर 5 का साहिल बाल्मीकि अपने कुछ साथियों के साथ इस चोरी में शामिल था। साहिल चोरी किए गए ई-रिक्शा के पार्ट्स को दूसरे ई-रिक्शा में लादकर भरवारी होते हुए मूरतगंज बाजार बेचने जा रहा था। भरवारी में गांव के लोगों ने उसे पकड़ने की कोशिश की, लेकिन साहिल चकमा देकर भागने लगा। ग्रामीणों ने उसका पीछा किया और उसे चमन्धा गांव में पकड़ लिया। उसके अन्य साथी फरार हो गए। ग्रामीणों ने साहिल की जमकर पिटाई की और उसे पुलिस के हवाले कर दिया। आरोप है कि साहिल ने एक महीने पहले दशरथपुर गांव के रामरूप के ई-रिक्शा की बैटरी भी चुराई थी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जांजगीर-चांपा जिले में अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन के बैनर तले तीन दिवसीय कलम बंद-काम बंद हड़ताल शुरू हो गई है। इस आंदोलन में 50 से अधिक संगठनों के 10 हजार से अधिक अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं। फेडरेशन अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर सी-मार्ट परिसर में धरना-प्रदर्शन कर रहा है। कर्मचारियों ने राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। फेडरेशन के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि चुनाव से पहले भाजपा नेताओं ने 'मोदी की गारंटी' के तहत कर्मचारी-अधिकारियों की मांगें पूरी करने का आश्वासन दिया था। हालांकि, सरकार बनने के दो साल बाद भी इन मांगों पर कोई ठोस पहल या चर्चा नहीं हुई है। पदाधिकारियों ने इसे वादाखिलाफी बताते हुए कहा कि यह आंदोलन सरकार को अपना वादा याद दिलाने के लिए किया जा रहा है। फेडरेशन ने चेतावनी दी है कि यदि तीन दिनों के भीतर मांगों पर सकारात्मक पहल नहीं होती है, तो राज्य फेडरेशन से चर्चा कर उग्र आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी। इस तीन दिवसीय हड़ताल का व्यापक असर देखने को मिल रहा है। राजस्व कार्य, पंचायतों का कामकाज सहित अन्य शासकीय सेवाएं पूरी तरह ठप हो गई हैं। जिला अस्पताल जांजगीर-चांपा में भी हड़ताल का असर पड़ा है, जहां तीन दिनों तक ओपीडी बंद रहेगी। केवल आपातकालीन सेवाएं ही जारी रहेंगी, जिससे आम मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
नगर पालिका परिषद गोला द्वारा आयोजित चौदह दिवसीय गोला खेल महोत्सव के सफल आयोजन में योगदान देने वाले खेल प्रभारियों और सहप्रभारियों को सम्मानित किया गया। यह सम्मान समारोह शनिवार शाम नगर पालिका सभागार में आयोजित किया गया। नगर पालिका अध्यक्ष विजय शुक्ला ‘रिंकू’ ने सभी प्रभारियों को स्मृति चिन्ह उन्होंने कहा कि खेल शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास के लिए आवश्यक हैं। खेल स्वास्थ्य सुधारते हैं, तनाव कम करते हैं, एकाग्रता बढ़ाते हैं और टीमवर्क व अनुशासन की भावना विकसित करते हैं, जिससे व्यक्ति का संपूर्ण व्यक्तित्व निखरता है। खेल महोत्सव संयोजक श्याममूर्ति शुक्ला ने आभार व्यक्त करते हुए इस आयोजन को नगर पालिका अध्यक्ष विजय शुक्ला ‘रिंकू’ की एक ऐतिहासिक पहल बताया। उन्होंने कहा कि इसे सफल बनाने में सभी खेल प्रभारियों और सहयोगियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा, जिसके लिए वे सभी बधाई के भेंट कर उनका उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर पालिकाध्यक्ष ने खेलों के महत्व पर प्रकाश डाला। पात्र हैं। सम्मानित होने वालों में खेल प्रभारी गोपाल सक्सेना, ऋषिकेश पाण्डेय, कुलदीप वर्मा, राजर्षि शुक्ला, प्रियम शुक्ला, राजकुमार बाथम, पंकज वर्मा, निशांत वर्मा, संतोष मौर्य, निपेन्द्र राज, वीरेन्द्र भारद्वाज, जगवीर यादव, रोली त्रिपाठी, चित्रा त्रिपाठी, मकसूद अली, पुनीत गुप्ता, कपिल वर्मा, मोहित अवस्थी, संजीव दीक्षित, विमलेश वर्मा और शत्रोहन मिश्रा सहित अन्य शामिल थे।
सुलतानपुर की अमीना ताइक्वांडो अकादमी के खिलाड़ियों ने आगरा में आयोजित राज्य स्तरीय ओपन स्टेट ताइक्वांडो चैंपियनशिप प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन किया। जॉन मिल्टन पब्लिक स्कूल में हुई इस प्रतियोगिता में अकादमी के खिलाड़ियों ने कुल 20 पदक जीतकर सुलतानपुर जिले का नाम रोशन किया। प्रतियोगिता में अमीना ताइक्वांडो अकादमी के कुल 21 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया, जिनमें 6 खिलाड़ियों ने ऑफिशियल वर्ग और 15 खिलाड़ियों ने फ्रेशर ग्रुप में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। बालक एवं बालिका खिलाड़ियों ने विभिन्न आयु एवं भार वर्गों में भाग लिया। ऑफिशियल वर्ग में, सब-जूनियर महिला वर्ग में अमीना अकादमी की खिलाड़ी ने लखनऊ की समीक्षा गौतम को हराकर स्वर्ण पदक जीता। वहीं, अनुकल्प सिंह यादव ने रजत पदक हासिल किया, जबकि सत्यांश आर. श्रीवास्तव, मोहम्मद अल्ताफ खान और प्रियांशु तिवारी ने कांस्य पदक प्राप्त किए। फ्रेशर वर्ग के 15 खिलाड़ियों ने भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। इस वर्ग में उमर अहमद शाह, विराट गौतम, तेजस्विनी गौतम, आंचल यादव, उस्मान अहमद शाह और दिव्यांशु गौतम ने स्वर्ण पदक अपने नाम किए। इसके अतिरिक्त, परिनिष्ठता चौरसिया, अनुज शुक्ला, अक्षांश यादव, आयुषी सिंह और माही गौतम ने रजत पदक जीते। आराध्या, प्रज्वल, शालिनी और हर्ष गौतम ने कांस्य पदक पर कब्जा जमाया। इस प्रकार, अकादमी ने कुल 7 स्वर्ण, 6 रजत और 7 कांस्य पदक प्राप्त किए। अकादमी की प्रशिक्षक अमीना बानो ने खिलाड़ियों की इस सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि निरंतर अभ्यास, अनुशासन और अभिभावकों के सहयोग का परिणाम है। बानो ने बताया कि अकादमी का लक्ष्य खिलाड़ियों को राज्य के साथ-साथ राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए भी तैयार करना है। खिलाड़ियों की इस शानदार उपलब्धि पर खेल प्रेमियों और अभिभावकों के साथ ही अमीना ताइक्वांडो अकादमी के अध्यक्ष शिवकुमार सिंह, उपाध्यक्ष डॉ. सुधाकर सिंह एवं कोषाध्यक्ष एडवोकेट मदन सिंह ने सभी खिलाड़ियों को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
पलवल जिले के उटावड़ थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक नशा तस्कर को गिरफ्तार किया है। आरोपी के कब्जे से 105 प्रतिबंधित नशीले इंजेक्शन बरामद किए गए हैं। एंटी नारकोटिक्स सेल की टीम ने यह कार्रवाई की। जिसके बाद उटावड़ थाने में केस दर्ज कर लिया गया है। एंटी नारकोटिक्स सेल प्रभारी विश्व गौरव ने बताया कि उनकी टीम नशे की रोकथाम के लिए गश्त कर रही थी। इसी दौरान सूचना मिली कि रूपड़ाका गांव निवासी मोहम्मद तौहिद उर्फ बुच्ची नशीले इंजेक्शन और स्मैक बेचने का काम करता है। आरोपी फिलहाल होडल-नूंह मार्ग पर उटावड़ पॉलिटेक्निक कॉलेज के पास खड़ा है। सूचना मिलते ही टीम को मौके पर दबिश देने के निर्देश दिए गए। तलाशी के दौरान मिले 105 नशीले इंजेक्शन टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर युवक को हिरासत में ले लिया। आरोपी की तलाशी के लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट, एक्साइज एंड टैक्सेशन अधिकारी विकास कुमार को मौके पर बुलाया गया। ड्यूटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में आरोपी की तलाशी ली गई। उसके कब्जे से एक सफेद पॉलिथीन और कपड़ों में छिपाकर रखे गए 105 नशीले इंजेक्शन बरामद हुए। बरामद इंजेक्शनों की तस्वीरें मोबाइल से जिला औषधि नियंत्रक, पलवल के पास भेजी गईं, जिन्होंने इन इंजेक्शनों के प्रतिबंधित होने की पुष्टि की। नशा तस्कर के खिलाफ केस दर्ज उटावड़ थाना प्रभारी रेणू शेखावत के अनुसार, एएनसी स्टाफ के एएसआई सिराजुद्दीन की तहरीर पर आरोपी मोहम्मद तौहिद के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। एएनसी स्टाफ की टीम आरोपी से पूछताछ कर रही है, ताकि यह पता चल सके कि वह ये इंजेक्शन कहां से और किससे लाता था, तथा इन्हें किसे और कहां सप्लाई करता था।
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में सोमवार शाम एक दिल दहला देने वाला हादसा हो गया। नई मंडी कोतवाली क्षेत्र की पॉश कॉलोनी वसुंधरा रेजिडेंसी फेज-3 में किराए के एक फ्लैट में एलपीजी गैस सिलेंडर फटने से भीषण आग लग गई। हादसे में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की जिंदा जलकर मौत हो गई, जबकि एक पड़ोसी गंभीर रूप से झुलस गया। हादसे में जान गंवाने वालों की पहचान शामली निवासी अमित गौड़ (50), उनके भाई नितिन गौड़ (45) और मां सुशीला देवी (65-70) के रूप में हुई है। अमित गौड़ देवबंद तहसील में कानूनगो के पद पर तैनात थे। परिवार मूल रूप से शामली जिले का रहने वाला था और करीब दो महीने पहले ही मुजफ्फरनगर में किराए पर शिफ्ट हुआ था। पत्नी और बेटियां बाहर थीं, बच गई जान हादसे के वक्त अमित गौड़ की पत्नी और बेटियां पालतू कुत्ते को घुमाने बाहर गई हुई थीं। इसी वजह से वे सुरक्षित बच गईं। वहीं, पड़ोसी आदित्य राणा परिवार को बचाने के लिए फ्लैट में पहुंचे, लेकिन आग की चपेट में आकर गंभीर रूप से झुलस गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अंगीठी की चिंगारी से हुआ गैस लीकेज प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि फ्लैट में जल रही अंगीठी की चिंगारी से गैस लीकेज हुआ। इसके बाद एक-एक कर तीन घरेलू एलपीजी सिलेंडर फट गए। धमाकों की आवाज दूर तक सुनाई दी और कुछ ही मिनटों में आग ने विकराल रूप ले लिया। घंटों की मशक्कत के बाद बुझी आग सूचना मिलते ही दमकल विभाग की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। आग बुझने के बाद फ्लैट के अंदर से मां और दोनों बेटों के शव बरामद किए गए। हादसे का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें धमाके और आग की भयावह तस्वीरें कैद हैं। 20 घंटे बाद पहुंची BPCL की टीम हादसे के करीब 20 घंटे बाद मंगलवार सुबह भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) की टीम सहारनपुर से मौके पर पहुंची। सेल्स हेड कृष्णकुमार गुप्ता के नेतृत्व में टीम ने फ्लैट का बारीकी से निरीक्षण किया और मौके से तीन फटे एलपीजी सिलेंडर बरामद किए। अधिकारियों के मुताबिक, सिलेंडर फटने के सटीक कारणों की जांच की जा रही है। 11 बजे शुरू हुआ पोस्टमार्टम, शामली में होगा अंतिम संस्कार पुलिस ने देर रात ही परिजनों को घटना की सूचना दे दी थी। मंगलवार सुबह परिजन मुजफ्फरनगर पहुंचे। करीब 11 बजे तीनों शवों का पोस्टमार्टम शुरू कराया गया। पुलिस के अनुसार, मृतकों का अंतिम संस्कार शामली जिले में ही किया जाएगा। मामले की हर पहलू से जांच जारी है।
अयोध्या के 1 लाख मतदाताओं को भेजा जाएगा नोटिस:मैपिंग न होने पर निर्वाचन आयोग करेगा कार्रवाई
जिले के पांच विधानसभा क्षेत्रों में विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया पूरी होने के बाद 1 लाख 28 हजार 803 मतदाताओं को नोटिस भेजे जाएंगे। इन मतदाताओं के नाम की मैपिंग नहीं हो पाई है। प्रभावित विधानसभा क्षेत्रों में अयोध्या, बीकापुर, रुदौली, मिल्कीपुर और गोसाईगंज शामिल हैं। मतदाता सूची के ड्राफ्ट प्रकाशन के बाद, इन मतदाताओं को 31 दिसंबर से नोटिस का जवाब, साक्ष्य, दावा और आपत्ति के साथ प्रस्तुत करना होगा। यह प्रक्रिया 18 जनवरी 2026 तक जारी रहेगी। प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर 2 फरवरी तक निस्तारण किया जाएगा, जबकि मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 28 फरवरी को निर्धारित है। एसआईआर प्रक्रिया से पहले जिले में कुल मतदाताओं की संख्या 19 लाख 7 हजार 800 थी। इस प्रक्रिया के बाद 3 लाख 37 हजार 549 मतदाताओं के नाम सूची से हटाए जाएंगे। इनमें मृतक, अनुपस्थित, स्थानांतरित और डुप्लीकेट श्रेणी के मतदाता शामिल हैं। 2003 की मतदाता सूची से मैपिंग के बाद इन नामों के घटने से जिले में कुल मतदाताओं की संख्या 15 लाख 70 हजार 254 हो गई है। मैपिंग न होने के कारण बचे 1 लाख 28 हजार 803 मतदाताओं के नाम तभी मतदाता सूची में शामिल किए जाएंगे, जब वे नोटिस के जवाब में प्रमाणित साक्ष्य प्रस्तुत करेंगे। जिन मतदाताओं के साक्ष्य प्रमाणित नहीं होंगे, उनके नाम ड्राफ्ट प्रकाशन के बाद मतदाता सूची से हटा दिए जाएंगे। दावे और आपत्तियों की प्रक्रिया के साथ ही, 1 जनवरी 2026 को 18 वर्ष की आयु पूरी करने वाले युवा मतदाता प्रारूप-छह के माध्यम से आवेदन कर पहली बार नई मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज करा सकेंगे।
खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 के धान उपार्जन केंद्रों पर किसानों को हो रही समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी बीजापुर ने नैमेड धान खरीदी केंद्र पर धरना प्रदर्शन किया। कांग्रेस ने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर किसानों को तत्काल राहत प्रदान करने की मांग की है। मुख्यमंत्री को सौंपे गए ज्ञापन में बताया गया है कि धान उपार्जन केंद्रों में प्रतिदिन 5000 क्विंटल धान खरीदा जाए। किसानों को समय पर टोकन जारी नहीं किए जा रहे हैं, जिससे उन्हें परेशानी हो रही है। जिले के सभी उपार्जन केंद्रों पर बारदानों (बोरों) की कमी है, जिसके कारण किसान अपना धान नहीं बेच पा रहे हैं। किसानों से अवैध शुल्क वसूली का आरोप ज्ञापन में यह भी बताया गया है कि किसानों के धान बेचने के लिए निर्धारित रकबे को कम कर दिया गया है। इसके अलावा वन भूमि पट्टाधारियों से धान की खरीदी नहीं की जा रही है, जिससे किसान परेशान हैं। उपार्जन केंद्रों पर किसानों को सोसाइटी के बारदानों में धान भरने या प्रति कट्टा 3 रुपए और प्रति क्विंटल 7.50 रुपए हमाली शुल्क नकद देने के लिए मजबूर किया जा रहा है। शुल्क न देने पर धान खरीदी न करने की धमकी भी दी जा रही है। धान खरीदी में षड्यंत्र का आरोप विधायक विक्रम मंडावी ने ज्ञापन सौंपते हुए आरोप लगाया कि भाजपा सरकार किसानों से धान खरीदी नहीं करने का षड्यंत्र रच रही है। उन्होंने इन समस्याओं का तत्काल निराकरण कर किसानों को राहत देने की मांग की। जिला कांग्रेस कमेटी ने शासन-प्रशासन से उपरोक्त सभी समस्याओं का तत्काल समाधान कर किसानों को राहत प्रदान करने की मांग दोहराई है।
यमुनानगर जिले में हिंदू युवक से लव मैरिज के बाद पहली बार ससुराल जा रही मुस्लिम नवविवाहिता का किडनैप हुए 10 दिन हो चुके हैं, लेकिन अभी तक उसकी बरामदगी नहीं हो पाए है और ना ही आरोपी पकड़े गए हैं। विवाहिता के पति ने युवती के मायके वालों पर ही उसका अपहरण करके ले जाने के आरोप लगाया है। पुलिस भी लगातार कार्रवाई की बात कह रही है, ऐसे में ससुराल वालों का सब्र का बांध टूटने लगा है। आज युवती का पति गांव बिलोली के मांगे राम परिजनों व ग्रामीणों के एसपी से मिलने के लिए पहुंचे। उन्होंने पुलिस अधीक्षक से उसकी पत्नी राजपुर की शबाना को जल्द से जल्द बरामद करने की गुहार लगाई है। साथ ही चेतावनी भी दी है कि जल्द आरोपियों को पकड़कर शबाना को बरामद नहीं किया, तो वे थाने का घेराव कर धरना प्रदर्शन करेंगे। एसपी कमलदीप गोयल ने परिजनों को जल्द से जल्द युवती की बरामदगी का आश्वासन दिया है। पुलिस के पास मोबाइल व कार नंबर मौजूद मांगे राम ने बताया कि आरोपी उसकी पत्नी को जबरन किडनैप करके ले गए हैं। अभी वह किस हालात में है और उसे कहां पर रखा हुआ है, यह सब सोचकर बहुत चिंता हो रही है। वारदात को हुए 10 दिन हो चुके हैं और पुलिस रोज उन्हें 24 घंटे का समय दे देती है, लेकिन होता कुछ नहीं। मांगे राम का आरोप है कि पुलिस के पास आरोपियों के मोबाइल व कारों के नंबर तक मौजूद हैं, बावजूद इसके कार्रवाई में कोई तेजी नजर नहीं आ रही है। उसकी पत्नी को यकीनन उसके मायके वालों ने हिमाचल प्रदेश में छिपाकर रखा होगा। रिसेप्शन पार्टी के लिए जाते समय हमला मांगे राम ने बताया कि उसने शबाना से करीब दो महीने पहले घर से भागकर कोर्ट मैरिज की थी। उसके परिवार ने शादी को स्वीकार कर लिया, लेकिन शबाना के परिजनों ने शुरू से ही इसका विरोध किया और लगातार धमकियां दीं। सुरक्षा के लिहाज से वे दोनों मांगेराम की बहन काजल के घर खिजराबाद क्षेत्र के नत्थनपुर गांव में रह रहे थे। धमकियां बंद होने के बाद उसको लगा कि मामला शांत हो गया है। इसी खुशी में 21 दिसंबर को शबाना को पहली बार ससुराल लाने और रिसेप्शन पार्टी आयोजित करने का फैसला लिया गया, लेकिन रास्ते में उर्जनी गांव के पास शबाना के परिजनों और रिश्तेदारों ने कथित तौर पर हमला बोल दिया। शबाना वीडियो जारी कर बोलीं- जबरन की शादी लाठी-डंडों, तलवार और गंडासी से हमला कर मांगेराम और उसकी बहन काजल को घायल कर दिया। शबाना को जबरन अपनी गाड़ी में बैठाकर ले गए। हमलावरों ने गाड़ी में तोड़फोड़ भी की। घायलों को अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी मिल गई। किडनैपिंग के मामले में ट्विस्ट तब आया, जब वारदात के अगले दिन शबाना का एक 29 सेकेंड का VIDEO जारी हुआ। इसमें वो कह रही थी कि उसकी जबरन कोर्ट में मैरिज करवाई। धर्म बदलवाया, अब इस्लाम में लौटना चाहती है। वीडियो पर पति मांगे राम का कहना है कि यह वीडियो दबाव में बनवाया गया है। शबाना जहां भी है, उसकी जान को खतरा है। बीएसपी भी आई पीड़ित परिवार के साथ परिजनों के साथ एसपी से मिलने पहुंचे बहुजन समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष राहुल कुमार ने कहा कि पुलिस को गंभीर मामले में कार्रवाई में तेजी लाते हुए जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार करना चाहिए। वह पूरी तरह से पीड़ित परिवार के साथ है। यदि प्रशासन इसमें कोई कार्रवाई नहीं करता, तो वे धरना प्रदर्शन से भी पीछे नहीं हटेंगे।
आवारा गौवंश सड़कों पर, दुर्घटनाओं का बन रहे कारण:फतेहपुर में 63 गौशालाओं के बावजूद स्थिति चिंताजनक
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में बेसहारा गौवंशों की समस्या गंभीर बनी हुई है। सरकारी दावों के बावजूद, बड़ी संख्या में आवारा गौवंश सड़कों पर घूमते देखे जा सकते हैं, जो न केवल दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं, बल्कि कड़ाके की ठंड में लोगों के डंडों और कूड़े-कचरे का शिकार भी हो रहे हैं। जिले में गौवंशों के संरक्षण के लिए कुल 63 गौ-आश्रय स्थल स्थापित किए गए हैं, जहाँ वर्तमान में 12,621 गौवंशों को रखा गया है। इसके अतिरिक्त, सहभागिता योजना के तहत 2,005 गौवंशों को वितरित किया गया है। इन प्रयासों के बावजूद, सड़कों पर आवारा घूमते गौवंशों की मौजूदगी व्यवस्थाओं पर सवाल उठाती है। फतेहपुर और खागा नगर पालिका परिषदों सहित जिले के 13 विकास खंडों में कैटल कैचर वाहन उपलब्ध हैं, लेकिन उनका उपयोग नहीं किया जा रहा है। इसके परिणामस्वरूप, आवारा गौवंश सड़कों पर कूड़ा खाते और लोगों के डंडे खाते हुए पाए जाते हैं। झुंड में घूमने वाले ये गौवंश सड़क दुर्घटनाओं का एक प्रमुख कारण भी बन रहे हैं। कई आवारा गौवंशों के कान में गौशालाओं की ईयर टैगिंग लगी हुई देखी गई है। यह स्थिति सवाल खड़ा करती है कि यदि इन गौवंशों को गौशालाओं में संरक्षित किया गया था, तो वे सड़कों पर कैसे घूम रहे हैं। इस समस्या के लिए सरकार और प्रशासन के साथ-साथ उन गौपालकों की भी जिम्मेदारी है जो गौवंशों का उपयोग करने के बाद उन्हें खुला छोड़ देते हैं। खुले में घूमने वाले इन गौवंशों पर पशु तस्करों की भी नजर रहती है, जिसके कारण जिले से गौवंशों के काटे जाने की खबरें भी आती रहती हैं।
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में अज्ञात चोरों ने दो सूने घरों को निशाना बनाया। चोरों ने नकदी और घर के सामान पर हाथ साफ किया है। मौके पर पहुंची पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई है। मामला घरघोड़ा थाना क्षेत्र का है। जानकारी के अनुसार, डॉक्टर कॉलोनी में रहने वाली गीता साहू और भानू प्रकाश कुर्रे का परिवार अपने-अपने घरों में ताला लगाकर बाहर गया हुआ था। जब दोनों परिवार वापस लौटे तो देखा कि उनके घरों के ताले टूटे हुए थे और अंदर सामान बिखरा पड़ा था। जांच करने पर गीता साहू को पता चला कि उसके घर से नकद राशि सहित लगभग 46 हजार रुपए के सामान की चोरी हुई है। जबकि भानू प्रकाश कुर्रे के घर से करीब 28 हजार रुपए के सामान चोरी हो चुके थे। कॉलोनी में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच करने पर सोमवार दोपहर के समय 2 से 3 नकाबपोश युवक दिखाई दिए हैं, जिन्होंने चोरी की वारदात को अंजाम दिया। थाने में की गई शिकायत वारदात के बाद पीड़ित परिवारों ने थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चोरों की पहचान कर उन्हें पकड़ने का प्रयास कर रही है। फिलहाल, मामले में आगे की कार्रवाई जारी है।
झुंझुनूं में रास्ते के विवाद को लेकर दो पक्ष भिड़ गए। दोनों ने एक दूसरे पर जमकर पत्थर फेंके। इस पत्थरबाजी में मां-बेटी घायल हो गई। पत्थरबाजी में बुजुर्ग महिला के सिर पर पत्थर पड़ा तो खून बहने लगा और पूरा चेहरा खून से सन गया। अपनी दादी को इस हाल में देख घर के बच्चे रोने लगे और कपड़ा लाकर पट्टियां बांधने लगे। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है। मामला जिले के मुकुंदगढ़ थाना इलाके का सोमवार दोपहर का है। मुकुंदगढ़ थानाधिकारी ताराचंद ने बताया कि संतोष कुमावत और सहीराम, दोनों पक्ष थाने आए थे, जहां उन्हें समझाइश कर पाबंद कर दिया गया है। मामला कोर्ट में होने के कारण दोनों को शांति बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। पहले देखिए मौके की 4 तस्वीरें… पुलिस के अनुसार, यह पूरा मामला संतोष कुमार कुमावत और सहीराम के बीच जमीन के रास्ते को लेकर है। संतोष कुमार के खेत के बीच से पिछले 20-25 सालों से आपसी सहमति से एक रास्ता निकल रहा था। जिसका उपयोग सहीराम अपने खेत में बने मकान तक जाने के लिए करता था। संतोष ने इस रास्ते को बंद कर दिया, जिसके बाद मामला अदालत तक पहुंच गया। फिलहाल यह विवाद न्यायालय में विचाराधीन है। इसके बाद पुलिस ने दोनों पक्षों को पाबंद कर शांति व्यवस्था बनाए रखने की हिदायत दी थी। सोमवार को संतोष कुमावत के यहां दीवार बनाई जा रही थी। ये देख सहीराम परिवार के साथ आए लोगों ने रास्ते पर बनाई जा रही दीवार को तोड़ने का प्रयास किया। इसके बाद पत्थरबाजी शुरू हो गई। दोनों पक्षों की ओर से हुई जबरदस्त पत्थरबाजी में संतोष कुमावत की बहन गुंजन और मां कमला देवी के सिर और शरीर पर गंभीर चोटें आईं। स्थानीय लोगों ने बीच-बचाव कर घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया।
मनरेगा से महात्मा गांधी का नाम हटाने और अरावली पर्वतमाला के संरक्षण को लेकर नगर कांग्रेस कमेटी की ओर से मंगलवार सुबह पैदल मार्च निकालकर विरोध प्रदर्शन किया गया। यह पैदल मार्च सिहाड हनुमान मंदिर से प्रारंभ होकर लालबाग स्थित गिरिराज पर्वत तक निकाला गया। महात्मा गांधी का नाम हटाने को लेकर आपत्ति जताई नगर कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश एम जोशी के अनुसार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार जिला व ब्लॉक स्तर पर कार्यक्रम के बाद नगर स्तर पर यह पैदल मार्च आयोजित किया गया। उन्होंने कहा कि मनरेगा जैसी महत्वपूर्ण योजना से महात्मा गांधी का नाम हटाना और अरावली पर्वतमाला में कटाव को बढ़ावा देना जनहित के खिलाफ है। अरावली प्रदेश से जुड़ा मुद्दा जोशी ने कहा कि अरावली पर्वतमाला का संरक्षण पर्यावरण संतुलन के लिए आवश्यक है और इसे किसी भी कीमत पर नुकसान नहीं पहुंचाया जाना चाहिए। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि इस गंभीर मुद्दे पर भाजपा के किसी भी नेता ने न तो कोई बयान दिया और न ही विरोध दर्ज कराया, जबकि यह पूरे प्रदेश से जुड़ा हुआ विषय है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में न्यायालय द्वारा इस मामले में रोक लगाई गई है, लेकिन यदि सरकार भविष्य में कोई गलत निर्णय लेती है तो कांग्रेस दोबारा आंदोलन करेगी।पैदल मार्च में महिला कांग्रेस सहित कांग्रेस के समस्त पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
हांसी जिले के बास क्षेत्र के गांव सोरखी में जमीन और पोल्ट्री फॉर्म के हिस्से को लेकर हुए विवाद में चंडीगढ़ हाईकोर्ट में नियुक्त आर्बिट्रेटर हितेश (38) और उनके एक परिचित पर हमला किया गया। मामले में पुलिस ने पीड़ित के बयान पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। नीलामी के बाद बैंक ने सौंपी थी जमीन जींद जिले के सुंदरपुर के हितेश ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि उन्होंने 12 जून 2024 को बैंक ऑफ महाराष्ट्र से नीलामी के माध्यम से 16 कनाल 6 मरले जमीन खरीदी थी। इस जमीन पर पोल्ट्री फॉर्म बना हुआ है, जिसकी अनुमानित कीमत 50 लाख रुपए है। नीलामी के बाद बैंक अधिकारियों ने उन्हें जमीन और फॉर्म का विधिवत कब्जा सौंप दिया था। हितेश के अनुसार, वह तब से नियमित रूप से फॉर्म की देखभाल के लिए वहां आते-जाते रहे हैं। रिश्तेदारों और अन्य साथियों को बुलाया पीड़ित ने बताया कि 27 दिसंबर को वह अपने परिचित सत्यम के साथ फॉर्म पर साफ-सफाई और देखरेख के लिए मौजूद थे। इसी दौरान पड़ोसी खेत मालिक सुखीराम वहां आया और खेवट साझा होने का दावा करते हुए पोल्ट्री फॉर्म में हिस्सा मांगने लगा। आरोप है कि इसके बाद सुखीराम ने योजनाबद्ध तरीके से अपने रिश्तेदारों और अन्य साथियों को मौके पर बुला लिया। सभी ने मिलकर गाली-गलौज की और हितेश व सत्यम के साथ मारपीट शुरू कर दी। डॉक्टरों ने रिपोर्ट में पांच चोटें दर्ज हितेश का आरोप है कि संदीप और उसके एक रिश्तेदार ने हाथ में लाठी लेकर उन पर हमला किया और जान से मारने की धमकी दी। किसी तरह वे वहां से जान बचाकर निकले और सोरखी अस्पताल पहुंचे। सोरखी अस्पताल से उन्हें हांसी के नागरिक अस्पताल रेफर किया गया, जहां मेडिकल लीगल रिपोर्ट (MLR) तैयार की गई। डॉक्टरों ने रिपोर्ट में पांच चोटें दर्ज की हैं। बाद में हितेश अपनी मर्जी से जींद के एक निजी अस्पताल में भर्ती हुए, जहां उनका इलाज चल रहा है। केस दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस पुलिस के अनुसार, पीड़ित के बयान और एमएलआर रिपोर्ट के आधार पर भारतीय न्याय संहिता की धाराएं 115, 190, 191(2) और 351(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि तथ्यों के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
सोनीपत जिले के राई थाना क्षेत्र से 14 वर्षीय एक नाबालिग लड़की के संदिग्ध परिस्थितियों में लापता होने का मामला सामने आया है। परिजनों ने एक युवक पर शादी का झांसा देकर लड़की को बहला-फुसलाकर ले जाने का गंभीर आरोप लगाया है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। काम से लौटने पर घर से गायब मिली बेटी मूल रूप से बिहार की रहने वाली एक महिला ने बताया कि वह फिलहाल राई क्षेत्र में किराए पर कमरा लेकर रह रही है। वह मजदूरी का काम करती है। 26 दिसंबर को जब वह काम से घर लौटी तो उसकी 14 वर्षीय बेटी घर पर नहीं मिली। परिजनों ने आसपास और रिश्तेदारों के यहां काफी तलाश की, लेकिन लड़की का कोई सुराग नहीं लगा। युवक पर लगाया भगा ले जाने का आरोप लड़की की मां ने पुलिस को बताया कि उन्हें शक है कि उनकी बेटी को आलोक सिंह नाम का एक युवक शादी का झांसा देकर अपने साथ ले गया है। महिला ने आरोपी का मोबाइल नंबर भी पुलिस को उपलब्ध कराया है। परिजनों ने पुलिस से आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई और बेटी की जल्द बरामदगी की मांग की है। पुलिस ने दर्ज किया मामला, तलाश जारी राई थाना पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है और लड़की की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस टीम आरोपी की लोकेशन और संभावित ठिकानों की जांच में जुटी हुई है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही लड़की को बरामद कर लिया जाएगा और आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
उमरिया में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मंगलवार को जिले के दौरे पर आ रहे हैं। वे दोपहर लगभग 3 बजे उमरिया हवाई पट्टी पहुंचेंगे। उनके आगमन को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। हवाई पट्टी पर मुख्यमंत्री के आगमन से पहले व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। इनमें डॉग स्क्वॉड और बम स्क्वॉड की तैनाती शामिल है। बड़ी संख्या में पुलिस बल और जिला प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर तैनात हैं। निजी होटल में रात्रि विश्राम करेंगे पीएम हवाई पट्टी से मुख्यमंत्री सरमनिया के लिए रवाना होंगे। वे वहां एक निजी होटल में रात्रि विश्राम करेंगे। टाइगर रिजर्व प्रबंधन से जुड़े सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री के संभावित भ्रमण के मद्देनजर जंगल सफारी की तैयारियां भी पूरी कर ली गई हैं। इसके लिए जिप्सी और रेस्ट हाउस के कमरे पहले ही बुक कर लिए गए हैं। सीएम का यह दौरा व्यक्तिगत जिला प्रशासन के सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री का यह दौरा व्यक्तिगत है। इस कारण कार्यक्रम से जुड़ी विस्तृत जानकारी आधिकारिक तौर पर साझा नहीं की गई है। हालांकि, सुरक्षा और प्रशासनिक तैयारियों में कोई कमी नहीं छोड़ी जा रही है।
धौलपुर पुलिस ने नाबालिग से रेप के एक मामले में फरार चल रहे आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी मथुरा क्षेत्र में बुर्का पहनकर महिला के भेष में छिपा हुआ था। पुलिस ने पीछा कर उसे दबोचा। धौलपुर एसपी विकास सांगवान ने बताया कि यह घटना 15 दिसंबर को कोतवाली थाना क्षेत्र में हुई थी। आरोपी ने नाबालिग और उसके भाई को जेल प्रहरी की नौकरी दिलाने का झांसा देकर अपने घर बुलाया था। इसके बाद उसने नाबालिग के भाई को बाजार भेज दिया और नाबालिग के साथ रेप किया। घटना के बाद से ही आरोपी फरार चल रहा था। उसकी तलाश में पुलिस की कई टीमें गठित की गई थीं। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपी मथुरा के पास छिपा हुआ है। सूचना के आधार पर कोतवाली थाने से हेड कॉन्स्टेबल मनोज कुमार, एएसआई शिव गणेश और कॉन्स्टेबल रविंद्र मौके पर पहुंचे। वहां आरोपी महिला के भेष में बुर्का पहने मिला। पुलिस को देखते ही आरोपी खेतों की ओर भागा। हेड कॉन्स्टेबल मनोज कुमार ने उसका पीछा किया। खेतों में खुले बिजली के तारों के बावजूद, उन्होंने आरोपी को दबोच लिया। एसपी सांगवान ने बताया कि दुष्कर्म की घटना के बाद जब आरोपी मौके से भागा था, तब उत्तेजित भीड़ ने उसके परिजनों के साथ मारपीट शुरू कर दी थी। इस दौरान आरोपी का एक रिश्तेदार घायल हो गया था। हेड कॉन्स्टेबल मनोज कुमार ने भीड़ से बचाकर उस घायल रिश्तेदार को अपने कंधों पर उठाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया था।
सीधी के संजय टाइगर रिजर्व अंतर्गत दुबरी अभ्यारण्य क्षेत्र से सटे गांवों में जंगली जानवरों का खतरा बढ़ गया है। देवमठ गांव में एक किसान की आलू की फसल को जंगली सूअर ने रातों-रात नष्ट कर दिया। इस घटना से ग्रामीणों में चिंता और भय का माहौल है। जंगली सूअर ने खराब की आलू की फसल देवमठ निवासी राम खेलावन यादव पिता रमाकांत यादव के लगभग 50 ढिस्मिल खेत में लगी आलू की फसल जंगली सूअर द्वारा पूरी तरह नष्ट कर दी गई। किसान के अनुसार, यह उनकी एकमात्र खेती योग्य जमीन थी, जिससे उन्हें प्रति वर्ष लगभग 2 से 2.5 लाख रुपए की आय होती थी। फसल नष्ट होने से अब उनके सामने आर्थिक संकट पैदा हो गया है। वन विभाग पर ठोस कार्रवाई न करने का आरोप राम खेलावन यादव ने बताया कि उनके क्षेत्र में जंगली जानवरों की ओर फसल नष्ट करने की घटनाएं सामान्य हो गई हैं। उनका आरोप है कि वन विभाग न तो समय पर ग्रामीणों को सतर्क करता है और न ही कोई ठोस कार्रवाई करता है। उन्होंने अपनी मेहनत और कर्ज से तैयार की गई फसल के कुछ ही घंटों में बर्बाद होने पर चिंता व्यक्त की, जिसकी भरपाई उनके लिए मुश्किल है। डीएफओ बोले-वन विभाग की टीम कर रही है निगरानी ग्रामीणों ने यह भी जानकारी दी कि मंगलवार सुबह करीब 11 बजे गांव के आसपास एक भालू देखा गया था। हालांकि भालू कुछ देर बाद जंगल की ओर चला गया, लेकिन इस घटना से ग्रामीणों में भय और बढ़ गया है। उनका कहना है कि खेतों में काम करना और रात में फसलों की रखवाली करना अब जोखिम भरा हो गया है। इस मामले पर डीएफओ राजेश कन्ना टी ने बताया कि यह एक जंगली इलाका है, जहां ऐसी घटनाएं होती रहती हैं। उन्होंने कहा कि वन विभाग की टीम पूरी तरह मुस्तैद है और जानवरों के गांव की ओर बढ़ने पर ग्रामीणों को तुरंत सूचित किया जाता है ताकि वे सतर्क रह सकें। वर्तमान में जंगली सूअर को भगाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
नीमच में करोड़ों की सरकारी जमीन मुक्त कराई:अंबेडकर कॉलोनी में खेत नंबर 5 पर अवैध निर्माण ध्वस्त
नीमच शहर में जिला प्रशासन और नगर पालिका की टीम ने मंगलवार को अंबेडकर कॉलोनी क्षेत्र में कार्रवाई की। खेत नंबर 5 पर सरकारी जमीन पर किए जा रहे अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया गया। इस कार्रवाई से 4 करोड़ 85 लाख रुपए मूल्य की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया गया। भू-माफियाओं ने सरकारी जमीन पर कॉलम और बीम खड़े कर पक्का निर्माण कार्य शुरू कर दिया था। सूचना मिलते ही प्रशासन का अमला भारी पुलिस बल और जेसीबी मशीनों के साथ मौके पर पहुंचा। अवैध ढांचे को तुरंत जमींदोज कर दिया गया, जिससे अतिक्रमणकारियों को संभलने का मौका नहीं मिला। बताया गया है कि इस जमीन पर सबर बोरा और फिरोज पिता युसूफ खान ने अवैध रूप से कब्जा किया था। अवैध निर्माण हटाने के तत्काल बाद, नगर पालिका ने भविष्य में दोबारा कब्जे की आशंका को खत्म करने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए। खेत के चारों ओर प्रीकास्ट लगाकर पक्की बाउंड्री वॉल खड़ी कर दी गई। प्रशासनिक अमला रहा मौजूद इस पूरी मुहिम के दौरान एसडीएम संजीव साहू और तहसीलदार संजय मालवीय ने कमान संभाली। मौके पर अजेंद्रनाथ प्रजापत, नपा सीएमओ दुर्गा बामनिया और केंट थाना प्रभारी निलेश अवस्थी अपने बल के साथ मुस्तैद रहे। कार्रवाई में निरीक्षक विकास पटेल, अमित सारस्वत सहित राजस्व विभाग के पटवारी और नगर पालिका के दर्जनों अधिकारी-कर्मचारी शामिल थे। प्रशासन ने चेतावनी दी है कि शहर के किसी भी हिस्से में सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। यह अतिक्रमण विरोधी मुहिम निरंतर जारी रहेगी।
कन्नौज के यूसुफपुर में 5 घरों में चोरी:बंद घरों को निशाना बनाया, खिड़की काटकर अंदर घुसे
कन्नौज के सदर कोतवाली क्षेत्र स्थित यूसुफपुर भगवान मोहल्ले में चोरों ने पांच बंद घरों को निशाना बनाया। बीती रात हुई इस वारदात से मोहल्ले में हड़कंप मच गया। युसुफपुर भगवान मोहल्ला निवासी सूरज, लक्ष्मीदेवी और अनीता सहित पांच परिवारों के घरों में चोरी हुई। ये परिवार अपने पुराने घरों में ताला लगाकर मोहल्ले में ही बने नए घरों में सो रहे थे। चोरों ने रात में ताले तोड़कर और खिड़कियां काटकर घरों में प्रवेश किया। वे घर में रखे सामान, बर्तन, जेवर और नकदी लेकर फरार हो गए। मंगलवार सुबह पड़ोसियों ने घरों के दरवाजे और खिड़कियां टूटी हुई देखीं, जिसके बाद उन्होंने पीड़ितों को सूचना दी। घर पहुंचने पर पीड़ितों ने देखा कि सारा सामान बिखरा पड़ा था। एक साथ कई घरों में चोरी की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे, घटना की पड़ताल की और उचित कार्रवाई का आश्वासन देकर वापस लौट गए। मोहल्लेवासियों ने पुलिस गश्त पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि यूसुफपुर भगवान मोहल्ले में लंबे समय से चोरी की कोई वारदात नहीं हुई थी। यह पहला मौका है जब एक साथ पांच घरों में चोरी हुई है। निवासियों का आरोप है कि यदि पुलिस की गश्त नियमित होती तो यह घटना नहीं होती। गौरतलब है कि एक सप्ताह पहले सदर कोतवाली की मकरन्दनगर चौकी क्षेत्र में मुख्य तिराहे पर स्थित चार दुकानों में भी चोरी हुई थी। चोरों ने वहां भी ताले और खिड़कियां तोड़कर वारदात को अंजाम दिया था।
मेरा भाई पिछले एक साल से कहता था कि कानपुर IIT से किसी प्रोफेसर या सीनियर का फोन तो नहीं आया, कोई घर तो नहीं आया… तुम्हें पापा की कसम है सच बोलना… हमारी जब भी बात होती थी वो डरा–डरा सा रहता था, कई बार उसने मुझे फोन कर कहा था कि वह लोग बहुत पॉवरफुल हैं… हम लोग उनका कुछ भी नहीं बिगाड़ सकते… यह कहना था IIT से बॉयो इंजीनियरिंग कर रहे छात्र जय सिंह मीणा के बड़े भाई धर्मेंद्र सिंह मीणा और बहन डॉक्टर ज्योति मीणा का। जय सिंह मीणा के परिजन पहुंचे कानपुर सोमवार को बायो इंजीनियरिंग कर रहे जय सिंह मीणा ने हॉस्टल नंबर दो के रूम नंबर 148 में पंखे से लटक कर सुसाइड कर लिया था। जिसके बाद जय के भाई धर्मेंद्र, बहन ज्योति, मौसेरी बहन पारूल, जीजा नरेंद्र, मामा पवन सिंह, महेंद्र सिंह समेत अन्य परिजन पहुंचे। बैंक की तैयारी कर रहे धर्मेंद्र ने बताया कि उनके पिता गौरी शंकर मीणा एसबीआई बैंक में मैनेजर थे, 2008 में उनकी सड़क हादसे में मौत हो गई थी। रविवार को मां से कहा था, मेरे साथ गांव चलना धर्मेंद्र ने बताया कि रविवार को जय की मां तारादेवी से फोन पर बात हुई थी। जिस पर उन्होंने राजस्थान स्थित तकराना झुनझुगन गांव जाने की बात कही थी। धर्मेंद्र ने बताया कि कुछ समय पहले नाना की मौत हो गई थी, जिसपर मां गांव जा रही थी, लेकिन जय ने फोन कर मना कर दिया था। उसने कहा था कि मैं सोमवार शाम को घर आ रहा हूं, मेरे साथ गांव चलना। रिजर्वेशन कैंसिल करा दो और मंगलवार को मेरे साथ चलना। 2 घंटे में परिजनों ने की थी 50 से अधिक कॉल धर्मेंद्र ने बताया कि इसके बाद रिजर्वेशन कैंसिल कराने के बाद सोमवार सुबह रिजर्वेशन कराने के लिए जय को सुबह 10 बजे पहला फोन किया, इसके बाद पूरे घर ने 50 से 60 कॉल की, लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुई। जय का वॉट्सएप कॉल का लास्ट सीन भी रविवार सुबह 11:30 बजे का बता रहा था। अनहोनी की आशंका के कारण उन्होंने उसके रूम पार्टनर सुमित को कॉल किया। 4 दिसंबर को क्लीयर हो गया था बैक पेपर सुमित ने अपने दोस्त विकास मीणा को जय के रूम में भेजा तो उसका शव फंदे से लटकता मिला। धर्मेंद्र ने बताया कि मेरा भाई परिवार की रीढ़ था… 4 दिसंबर को उसका बैक पेपर क्लीयर को गया था, जिस पर वह बहुत खुश भी था। जिस पर हमने बोला कि अब घर आजा– तो वह बोला कि बस दो दिन बाद आ रहा हूं, उन्होंने बताया कि मेरा भाई पढ़ाई वजह से मर नहीं सकता, उस पर कोई और ही प्रेशर था, जिस वजह से उसने हाथ की नस काटी और फिर फंदे से लटक कर सुसाइड कर लिया। उन्होंने कहा कि कुछ समय भाई ने काउंसिलिंग ली थी, जिसके बाद कांउसलर ने बताया भी था कि अब आपका भाई पूरा हेल्दी हो गया है। आखिरी बार दीपावली को घर गया था जय मेरा भाई पूरी तरह से नॉर्मल था, मेरी आईआईटी प्रशासन से मांग है कि पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच करें, जिससे आगे किसी होनहार की जान न जाए। बहन ज्योति ने बताया कि बीते एक साल से भाई लगातार फोन कर पूछता था कि कैंपस से किसी सीनियर, दोस्त का फोन आया क्या? मैं मना करती थी तो वह मानता नही था, मुझसे कहता था कि पापा की कसम खाओ, पापा की कसम खाने पर वह मानता था। आखिरी बार रविवार को 11:30 बजे मेरी बात हुई थी, बातचीत में वह बहुत ही खुश लग रहा था। दीपावली में आखिरी बार घर आया था, हम लोगों ने साथ में पटाखे फोड़े, वीडियो गेम खेला, पूरे परिवार के साथ हंसी मजाक भी किया था। पापा की मौत के बाद उनकी पेंशन से भाई की पढ़ाई कराई थी, वह अपनी जिम्मेदारियां बखूबी समझता था। कहता था कि पापा की मौत हो गई है, अब किसी न किसी को तो जिम्मेदारियां लेनी पड़ेंगी। पोस्टमार्टम के बाद परिजन शव लेकर राजस्थान रवाना हो गए। इससे पहले उन्होंने कल्याणपुर थाने में मामले की पूरी जांच कराए जाने की मांग को लेकर तहरीर भी दी।
औरैया में नगर पालिका इंटर कॉलेज परिसर में कार्यरत एक संविदा कर्मी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतक के शरीर पर गंभीर चोटों के निशान मिले हैं। पुलिस ने नगर पालिका अध्यक्ष के एक रिश्तेदार और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। मृतक की पहचान गोविंद नगर निवासी 20 वर्षीय किशन गुप्ता पुत्र अशोक गुप्ता के रूप में हुई है। वह नगर पालिका के नलकूप पर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत था। बीती रात करीब 9:30 बजे किशन की तबीयत बिगड़ने की सूचना मिली, जिसके बाद उसे 50 शैय्या जिला अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही औरैया सदर कोतवाली पुलिस, पुलिस क्षेत्राधिकारी और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। टीम ने शव का बारीकी से निरीक्षण किया। जांच के दौरान मृतक के शरीर पर कई गंभीर चोटों के निशान पाए गए, जिससे मामला और भी संदिग्ध हो गया। मृतक के पिता अशोक गुप्ता की तहरीर पर पुलिस ने नगर पालिका अध्यक्ष अनूप गुप्ता के चालक ओमजी गुप्ता, जो उनके रिश्तेदार भी हैं, और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए विभिन्न पहलुओं पर जांच शुरू कर दी है। इस संबंध में पुलिस क्षेत्राधिकारी औरैया सदर अशोक कुमार सिंह ने बताया कि घटना के खुलासे के लिए अलग-अलग टीमें गठित की गई हैं। सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल कॉल डिटेल और अन्य साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों की तलाश की जा रही है। उन्होंने कहा कि जल्द ही मामले का खुलासा कर लिया जाएगा। पुलिस ने आवश्यक कानूनी कार्रवाई करते हुए शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं मृतक के चाचा नरेश गुप्ता ने हत्यारों को फांसी की सजा दिए जाने की मांग की है।
भीलवाड़ा सांसद दामोदर अग्रवाल ने दैनिक भास्कर के स्टिंग ऑपरेशन की सराहना की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल सरकार और केंद्र सरकार भ्रष्टाचार के प्रति 'जीरो टॉलरेंस' की नीति पर काम कर रही हैं। सांसद ने इस मामले में कानूनी कार्रवाई जारी होने की भी जानकारी दी। सांसद ने दैनिक भास्कर डिजिटल के साथ कई मुद्दों पर अपनी राय रखी। अग्रवाल ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में कोई बड़ा घोटाला सामने नहीं आया है। उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर अपनी राय रखी, जिसमें बजरी माफिया पर कार्रवाई और आगामी विधानसभा चुनाव शामिल हैं। बजरी माफिया पर हो सख्त कार्रवाई सांसद अग्रवाल ने बजरी माफिया के खिलाफ हमेशा सख्त कार्रवाई का समर्थन करने का दावा किया। उन्होंने विशेष रूप से भीलवाड़ा में अपने हस्तक्षेप से अवैध बजरी दोहन में कमी आने की बात कही। अग्रवाल ने स्वीकार किया कि इसमें कुछ राजनीतिक व्यक्तियों की संलिप्तता हो सकती है, लेकिन उन्होंने व्यक्तिगत रूप से कभी माफिया की मदद नहीं की। बूंदी/हिंडोली विधानसभा सीटों की योजनबूंदी और हिंडोली विधानसभा सीटों की योजना के संबंध में, उन्होंने कहा कि लोकसभा और विधानसभा चुनावों के मुद्दे अलग-अलग होते हैं। लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि एक बड़ा कारक होती है। हालांकि, उन्होंने 2028 के विधानसभा चुनाव में हिंडोली सीट जीतने का विश्वास और संकल्प व्यक्त किया। दैनिक भास्कर स्टिंग ऑपरेशन (नेटा-कमीशन घोटाला) की सराहनादैनिक भास्कर के स्टिंग ऑपरेशन (नेटा-कमीशन घोटाला) की सराहना करते हुए, सांसद अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल सरकार और केंद्र सरकार भ्रष्टाचार के प्रति 'जीरो टॉलरेंस' की नीति पर काम कर रही हैं। उन्होंने बताया कि इस मामले में कानूनी कार्रवाई जारी है। अग्रवाल ने यह भी दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में कोई बड़ा घोटाला सामने नहीं आया है। नरेंद्र मोदी के साथ संबंधप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपने संबंधों पर बात करते हुए, दामोदर अग्रवाल ने खुद को भाग्यशाली बताया कि उन्हें युवावस्था में मोदी के साथ काम करने का अवसर मिला। उन्होंने मोदी को एक ऐसे नेता के रूप में वर्णित किया जो योग्य कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ाते हैं और देश के प्रति समर्पित हैं। अग्रवाल ने कहा कि अब भले ही मिलना कम होता है, लेकिन जब भी वे मिलते हैं, मोदी का व्यवहार आत्मीय और सम्मानजनक होता है, जिसे वे अपना सौभाग्य मानते हैं।
इंदौर के लसूडिया इलाके में एमआर 11 के पास मंगलवार दोपहर एक चाकलेट फैक्ट्री में भीषण आगजनी की घटना हो गई। सूचना के बाद यहां पर फायर ब्रिगेड और पुलिस की गाड़ियां पहुंची हैं। आग पर काबू पाने का प्रयास किया जा रहा है। लसूडिया टीआई तारेश सोनी के मुताबिक लसूडिया मोरी के पास केमको चाकलेट फैक्ट्री में कर्मचारियों ने करीब 1 बजे आग लगने की सूचना दी थी। इसके बाद दमकल को भी सूचित किया था। आग के चलते किसी तरह की जनहानि तो नहीं हुई है। आग फैक्ट्री के पीछे के हिस्से में लगी है। फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर आग पर काबू करने में लगी हुई है। देखिए आग की तस्वीरें...
सीकर से चंडीगढ़ जाकर झुग्गी बस्तियों में रहने वाले रामलाल ने 150 करोड़ की प्रॉपर्टी बना ली। जो अब आय से अधिक संपत्ति के केस में ED की चार्जशीट के बाद सुर्खियों में आ गया है। पुलिस अफसरों से ऐसे लिंक बनाए कि उसके एक फोन पर DSP लेवल तक के अफसर ट्रांसफर होने लगे। फाइनेंस से लेकर प्रॉपर्टी डीलिंग में उसने ऐसा हाथ आजमाया कि करोड़ों रुपए की संपत्ति खड़ी करता चला गया। ऑडी और मर्सिडीज से आने-जाने लगा। हालांकि उसके हौसले इतने बढ़ गए कि उसने चंडीगढ़ के पूर्व होम सेक्रेटरी के भाई को झूठे रेप केस में फंसा दिया। जिस युवती ने रेप की कंप्लेंट की, उसे रामलाल ने ही तैयार किया था। इसी केस में पहली बार वह पुलिस के हत्थे चढ़ा। हालांकि इसके बाद भी उसका केस ठंडा पड़ गया। मगर, फिर चंडीगढ़ के SSP बनकर आए IPS अफसर कुलदीप चहल ने उसकी फिर से इन्क्वायरी खुलवा दी। इसके बाद उसकी करोड़ों की संपत्ति सुर्खियों में आई। फिर ED की इस मामले में एंट्री हुई। झुग्गी वाला कैसे बना करोड़पति और फिर कैसे एक-एक करके क्राइम करता गया, चंडीगढ़ पुलिस की जांच और ED की चार्जशीट के हवाले से पढ़िए इसकी पूरी रिपोर्ट... रामलाल फर्श से अर्श तक कैसे गया... रामलाल अर्श से फर्श पर कैसे आया... राजनीति में हाथ आजमाया, कामयाबी नहीं मिलीरामलाल ने खुद भी नेता बनने की कोशिश की और चंडीगढ़ की लोकल पॉलिटिक्स में हाथ आजमाया। रामलाल ने चंडीगढ़ विकास मंच के टिकट पर मौली जागरां से 2006 के नगर परिषद का चुनाव लड़ा, लेकिन हार गया। यह पार्टी हरमोहन धवन की थी। इसके बाद रामलाल ने राम दरबार सीट से फिर चुनाव लड़ा, वहां भी सफलता नहीं मिली। चुनावी हार के बाद उसने राजनीति से दूरी बना ली और पूरी तरह प्रॉपर्टी व फाइनेंस के काम पर ध्यान देना शुरू कर दिया। ED की चार्जशीट फाइल अब सुनवाई 6 फरवरीED ने रामलाल और उसके बेटे अमित कुमार के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में चंडीगढ़ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है। जिसके बाद कोर्ट ने दोनों आरोपियों को पेश होने के लिए नोटिस जारी कर दिए हैं। इस मामले की अगली सुनवाई 6 फरवरी को होगी। ED ने 2 फ्रॉड केस में नाम आने के बाद करीब 3 साल तक उसकी प्रॉपर्टी की जांच की। जिसके बाद मनी लॉन्ड्रिंग केस में चार्जशीट दाखिल की है।
औरैया में उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल (मिश्रा गुट) ने निजी फिटनेस सेंटरों में कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रदर्शन किया। व्यापारियों ने मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन सदर उपजिलाधिकारी को सौंपा। यह प्रदर्शन प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर आज सुबह 11 बजे सदर तहसील कार्यालय पर हुआ। जिला अध्यक्ष राजेश बाजपेई 'बबलू' ने बताया कि सरकार ने तीन निजी फिटनेस सेंटर खोलने के आदेश दिए हैं। हालांकि, जहां केवल एक ही निजी केंद्र संचालित है, वहां फिटनेस कंट्रोल द्वारा मनमानी की जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि इससे धांधली और भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिल रहा है। बाजपेई ने कहा कि ट्रांसपोर्ट से संबंधित व्यापारी इस शोषण का शिकार हो रहे हैं, जिसे व्यापार मंडल बर्दाश्त नहीं करेगा। व्यापार मंडल ने मांग की है कि सभी सेंटरों की निगरानी के लिए एक हेल्पलाइन नंबर और पोर्टल शुरू किया जाए। इससे वाहन मालिक अपनी शिकायतें दर्ज करा सकेंगे। इसके अतिरिक्त, प्रत्येक जिले में एक स्थायी निरीक्षण समिति गठित करने का सुझाव दिया गया है। इस समिति में जिला प्रशासन, परिवहन विभाग और स्थानीय ट्रांसपोर्ट से संबंधित दो व्यक्तियों को शामिल करने की बात कही गई है, जिससे वाहन मालिकों को राहत मिलेगी और भ्रष्टाचार पर नियंत्रण होगा। इस अवसर पर महामंत्री स्वतंत्र अग्रवाल, राम कुमार बिश्नोई, सतीश वर्मा, अमर बिश्नोई, शंभू बरुआ, खुर्रम ताज, आरती नंदन तिवारी, मयंक शुक्ला एडवोकेट, रानू पांडे, भानु राजपूत, आशीष पोरवाल, के.के. चतुर्वेदी, आकाश गुप्ता, अभय गुप्ता, अवधेश अवस्थी, अजय पोरवाल, अपूर्व पुरवार, अरुण अग्रवाल, मोहम्मद राशिद, नरेश गुप्ता, मुन्ना गहोई, सुधीर पांडे, लईक अहमद, अमित दीक्षित, मोहम्मद राशिद खान, सरदार गुरमीत सिंह, राजीव गुप्ता, रामू गुप्ता, अजय अग्निहोत्री, अशोक द्विवेदी, दीपक अग्रवाल, दीपक पुरवार, माधव मराठा, कपिल तिवारी, राजीव बिश्नोई, आयुष दुबे, अवधेश तिवारी, रमन मिश्रा, गौर हरी मिश्रा, कमल वर्मा और गोविंद पाठक सहित लगभग 50 व्यापारी उपस्थित रहे।
पाकुड़ जिले के महेशपुर प्रखंड अंतर्गत ईटपाड़ा गांव में एक किसान के घर के पास रखे धान के ढेर से एक जहरीले कोबरा सांप का सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया गया है। यह घटना राजेश सरकार नामक किसान के घर के पास हुई। राजेश सरकार ने अपने घर के पास रखे धान के पुआल के नीचे सांप को देखा। सांप को देखते ही वे घबरा गए और उन्होंने तुरंत आसपास के लोगों को इसकी सूचना दी। सूचना मिलते ही मौके पर भीड़ जमा हो गई। ग्रामीणों ने वन विभाग के सर्प मित्र अशराफुल शेख को इसकी जानकारी दी। सूचना मिलते ही शेख मौके पर पहुंचे और सबसे पहले उन्होंने भीड़ को सुरक्षित दूरी बनाए रखने की सलाह दी। इसके बाद उन्होंने सांप के रेस्क्यू के लिए घटनास्थल का मुआयना किया। मुआयना करने के बाद सर्प मित्र अशराफुल शेख ने सांप का सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया। सांप को पकड़ने के बाद उसे एक सुरक्षित स्थान पर छोड़ दिया गया। अशराफुल शेख ने बताया कि यह एक अत्यंत जहरीला सांप है और यह छोटे जानवरों का शिकार करता है। उन्होंने अनुमान लगाया कि संभवतः शिकार की तलाश में ही यह सांप यहां छिपा हुआ था। उन्होंने लोगों से अपील की कि सांप प्रकृति के रक्षक होते हैं और हमें उन्हें मारने से बचना चाहिए। यदि सांप दिखे तो तुरंत वन विभाग को सूचित करें। महेशपुर प्रखंड में अक्सर सांप निकलते रहते हैं और वन विभाग के सर्प मित्र द्वारा कई सांपों का सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया गया है। शेख ने बताया कि महेशपुर में बड़ी संख्या में सांप पाए जाते हैं, जिनमें कई दुर्लभ प्रजातियां भी शामिल हैं। उन्होंने यह भी बताया कि बरसात के मौसम में सांप सबसे अधिक निकलते हैं। वन विभाग लगातार लोगों से अपील करता है कि सांप दिखने पर इसकी सूचना विभाग को दें ताकि उनका सुरक्षित रेस्क्यू किया जा सके।
सीकर जिला परिषद सभागार में मंगलवार को जन संवाद कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम में राजस्थान अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) आयोग के सदस्य गोपाल कृष्ण शर्मा और पवन मावंडिया ने ओबीसी रिजर्वेशन से जुड़े मामलों को सुना। इस दौरान राजनीतिक और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने बड़ी संख्या में शामिल होकर अपने सुझाव दिए और ज्ञापन सौंपे। ओबीसी आयोग के सदस्यों ने विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों से सुझाव लेकर निर्वाचन आयोग को भेजने वाली रिपोर्ट में शामिल करने की बात कही। कार्यक्रम में प्रतिभागियों ने OBC वर्ग का आरक्षण बढ़ाने, राजनीतिक प्रतिनिधित्व में हिस्सेदारी बढ़ाने, सरकारी नौकरियों और पदोन्नति में OBC वर्ग को जनसंख्या के अनुपात में प्रतिनिधित्व दिलाने जैसे मुद्दों पर जोर दिया। साथ ही OBC कैटेगरी में हो रहे भेदभाव और विसंगतियों को दूर करने, क्रीमीलेयर वर्ग को आरक्षण से पृथक करने और OBC जातियों का पुनः वर्गीकरण करने की मांग भी उठाई गई। प्रदेश में सभी जिला मुख्यालयों पर भी किए जा रहे संवाद आयोग सदस्य पवन मावंडिया और गोपाल कृष्ण शर्मा ने बताया कि राज्य OBC आयोग द्वारा पहले संभाग मुख्यालयों पर जन संवाद कार्यक्रम आयोजित किए गए थे और अब प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर भी संवाद किए जा रहे हैं। सीकर में आमजन ने बड़ी संख्या में अपने सुझाव रखे हैं, जिन्हें पंचायत राज और नगर निकाय चुनावों के लिए तैयार की जाने वाली रिपोर्ट में शामिल किया जाएगा। जनता की राय और ज्ञापनों के पॉइंट अंतिम रिपोर्ट का हिस्सा बनेंगे आयोग ने आश्वस्त किया कि जनता की राय और ज्ञापनों के पॉइंट अंतिम रिपोर्ट का हिस्सा बनेंगे, जिसके बाद प्रदेश में पंचायती राज और निकाय चुनाव सम्पन्न करवाने की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी। कार्यक्रम में एडीएम (प्रशासन) रतन कुमार और जिला परिषद सीईओ राजपाल सिंह भी मौजूद रहे।
करनाल जिले में बसताड़ा फ्लाईओवर के पास देर रात नशे की हालत में बताए जा रहे ट्रक ड्राइवर ने एक युवक पर तेजधार हथियार से जानलेवा हमला कर दिया। हमले में युवक का कान कट गया और शरीर के अन्य हिस्सों में भी गंभीर चोटें आईं। घायल को अधमरी हालत में छोड़कर आरोपी ट्रक ड्राइवर मौके से फरार हो गया। आसपास मौजूद लोगों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायल को अस्पताल में भर्ती कराया गया। मनाली से लौटते समय हुआ विवाद नई दिल्ली के छत्तरपुर एन्क्लेव के अनिल कुमार ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 29 दिसंबर की दरमियानी रात अपनी कार से मनाली से अपने घर लौट रहा था। रात करीब 12 बजकर 26 मिनट पर जैसे ही वह बसताड़ा फ्लाईओवर पार कर रहा था, तभी एक ट्रक ड्राइवर ने उसके साथ गाली-गलौज शुरू कर दी और बदसलूकी करने लगा। तेजधार हथियार से किया हमला अनिल कुमार का आरोप है कि जब उसने ट्रक ड्राइवर को ऐसा करने से रोका, तो आरोपी ट्रक से तेजधार हथियार निकालकर उस पर टूट पड़ा। आरोपी ने उसके कान पर वार किया, जिससे कान कट गया। इसके अलावा शरीर के अन्य हिस्सों पर भी कई वार किए गए। अचानक हुए हमले से वह लहूलुहान होकर सड़क पर गिर पड़ा। अधमरा छोड़कर ट्रक ड्राइवर फरार शोर सुनकर जब आसपास के लोग मौके पर एकत्रित हुए, तो आरोपी ट्रक चालक अनिल कुमार को अधमरा समझकर ट्रक लेकर मौके से फरार हो गया। लोगों ने तुरंत डायल-112 पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और घायल युवक को घरौंडा के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। वहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार किया और कान पर चार टांके लगाए। घायल की हालत को देखते हुए उसे करनाल के सरकारी अस्पताल में रेफर कर दिया गया, जहां उसका इलाज जारी है। केस दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस घायल अनिल कुमार ने मामले की शिकायत पुलिस को दी है। जांच अधिकारी एएसआई रोहताश ने बताया कि रात को ट्रक ड्राइवर और कार ड्राइवर के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था। इस दौरान ट्रक ड्राइवर पर तेजधार हथियार से कार ड्राइवर को घायल करने का आरोप है। एएसआई रोहताश ने कहा कि शिकायत मिल चुकी है और उसके आधार पर जांच शुरू कर दी गई है। दोनों पक्षों को बुलाया जाएगा और पूरे मामले की गहनता से जांच की जाएगी। जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुसार आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
आगरा के शगंज थाना क्षेत्र के प्रह्लाद नगर, खेरिया मोड़ का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में एक महिला पालतू कुत्ते को डंडों से मारते हुए दिखाई दे रही है। मामले के सामने आने के बाद पुलिस ने पशु क्रूरता के आरोप में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार, 26 दिसंबर को अजीतनगर निवासी संजय मल्होत्रा को एक वीडियो मिला, जिसमें एक महिला कुत्ते के साथ बेरहमी से मारपीट करती नजर आ रही है। जांच में पता चला कि वीडियो प्रह्लाद नगर, खेरिया मोड़ का है। इसके बाद प्रार्थी ने तत्काल 112 नंबर पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी। सूचना पर 112 पुलिस मौके पर पहुंची। आरोप है कि कुत्ते को डंडों से मारने वाली महिला की पहचान शीला पत्नी स्वर्गीय मोहन कुशवाह, निवासी प्रह्लाद नगर के रूप में हुई है। तहरीर में यह भी आरोप लगाया गया है कि महिला और उसकी बेटी रजनी द्वारा आए दिन धमकियां दी जाती हैं और पुलिस में जान-पहचान होने की बात कहकर डराया जाता है। कुत्तों को जहर देने की धमकी देने का भी उल्लेख किया गया है। शिकायत और वायरल वीडियो के आधार पर शगंज थाना पुलिस ने पशु क्रूरता अधिनियम से संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस के अनुसार, मामले की जांच की जा रही है और तथ्यों के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
टीकमगढ़ नगर पालिका में दुकानों का किराया बढ़ाने के प्रस्ताव के विरोध में मंगलवार को दुकानदारों और भाजपा पार्षदों ने प्रदर्शन किया। उन्होंने शहर में रैली निकाली और कलेक्ट्रेट पहुंचकर अध्यक्ष तथा सीएमओ के खिलाफ नारेबाजी की। इसके बाद सीएमओ को ज्ञापन सौंपकर किराया वृद्धि प्रस्ताव को सात दिन के भीतर निरस्त करने की मांग की। ज्ञापन के माध्यम से दुकानदारों ने बताया कि वे किरायानामा अनुबंध के अनुसार दुकान का किराया नियमित रूप से अदा करते आ रहे हैं। उन्हें हाल ही में जानकारी मिली है कि नगर पालिका परिषद ने 23 दिसंबर को हुई बैठक में एक पांच सदस्यीय समिति (अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और तीन पार्षद) बनाकर दुकानों का किराया बाजार मूल्य के अनुसार निर्धारित करने का प्रस्ताव पारित किया है। दुकानदारों के अनुसार, यह प्रस्ताव अनुचित है क्योंकि नगर पालिका परिषद ने सभी नियमों की अनदेखी करते हुए किराये की राशि में 20 गुना से अधिक की वृद्धि का प्रस्ताव रखा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि किराये में की गई एकतरफा और नियमविरुद्ध बढ़ोतरी वापस नहीं ली जाती है, तो सभी व्यापारी एकजुट होकर कानूनी कार्रवाई करने को विवश होंगे। व्यापारियों की मुख्य मांग है कि दुकानों के किराये में बढ़ोतरी के लिए गठित वर्तमान समिति को भंग किया जाए और उसके प्रस्तावित प्रस्ताव को निरस्त किया जाए। वे चाहते हैं कि एक नई समिति का गठन हो जिसमें व्यापारियों को प्रतिनिधित्व का अवसर मिले। साथ ही, नियमानुसार अधिकतम 5 से 10 प्रतिशत तक ही किराया राशि में वृद्धि की जाए। इस मामले पर नगर पालिका अध्यक्ष अब्दुल गफ्फार ने कहा कि भाजपा पार्षद दुकानदारों में झूठा भ्रम फैला रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जब परिषद की बैठक में प्रस्ताव रखा गया था, तब भाजपा पार्षदों ने कोई विरोध नहीं किया था। अध्यक्ष गफ्फार ने स्पष्ट किया कि अभी किराया बढ़ाए जाने को लेकर कोई राशि तय नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि बैठक में गठित समिति दुकानदारों के हितों को ध्यान में रखकर ही फैसला लेगी। उनका मानना है कि भाजपा पार्षद दुकानदारों को गलत जानकारी देकर गुमराह करने में लगे हैं।
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में एक मंदिर के पुजारी के साथ दबंगों ने लाठी-डंडों से मारपीट की। यह घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। पुजारी ने इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, जिसके बाद पुलिस जांच में जुट गई है। यह वारदात किशनपुर थाना क्षेत्र के नरैनी गांव स्थित शनिदेव हनुमान मंदिर के बाहर हुई। मंदिर के पुजारी कुंवर चंद्र शुक्ला ने बताया कि कुछ दबंग लोग मामूली बात को लेकर मंदिर के बाहर पहुंचे और उनके साथ गाली-गलौज करने लगे। जब पुजारी ने इसका विरोध किया, तो दबंगों ने लाठी-डंडों से उनकी पिटाई शुरू कर दी। मारपीट की यह पूरी घटना मंदिर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई है। फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि हमलावर हाथों में लाठी-डंडे लिए हुए हैं। पीड़ित पुजारी कुंवर चंद्र शुक्ला ने आरोप लगाया है कि कुछ लोग मंदिर के बाहर की जमीन पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे थे, जिसका विरोध करने पर उनके साथ मारपीट की गई। पुजारी ने पहले स्थानीय थाना पुलिस से शिकायत की, लेकिन उनका आरोप है कि वहां कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद उन्होंने पुलिस अधीक्षक से मिलकर दबंगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इस संबंध में थाना प्रभारी ने बताया कि पुजारी के साथ मारपीट का मामला संज्ञान में आया है। पुजारी के प्रार्थना पत्र पर चौकी प्रभारी को जांच सौंपी गई है। जांच पूरी होने के बाद आगे की आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
न्यू ईयर सेलिब्रेशन को लेकर सवाई माधोपुर के रणथम्भौर में तैयारियां शुरू हो चुकी है। इस बीच मंगलवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी अपनी बहन एवं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ मंगलवार को रणथंभौर पहुंचे। बताया जा रहा है परिवार चार दिन तक रणथम्भौर में रुकेगा। इधर, ये भी चर्चा है कि उनके बेटे रेहान और अवीवा बेगम की रिंग सेरेमनी हो सकती है हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है। लेकिन, माना जा रहा है कि होटल शेर बाग के मालिक के बेटे का बुधवार को जन्मदिन है। इसमें पूरा परिवार हिस्सा लेगा। चार दिन तक रणथंभौर में रूकने का कार्यक्रम जानकारी के अनुसार करीब दोपहर 12.45 बजे दोनों भाई बहन का काफिला रणथंभौर पहुंचा। मार्गों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात रहा और होटल परिसर में भी सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रही। सूत्रों के अनुसार राहुल गांधी एवं प्रियंका गांधी वाड्रा चार दिन तक रणथंभौर में प्रवास करेंगे। इस दौरान वे रेहान वाड्रा की मंगेतर अवीवा बेग के परिवार के साथ रणथंभौर स्थित पांच सितारा होटल ‘शेर बाग’ में ठहरेंगे। प्रवास के दौरान दोनों नेता अपने परिजनों निजी समय बिताने के साथ-साथ रणथंभौर टाइगर रिजर्व की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद भी ले सकते हैं। बताया जा रहा है कि मंगलवार दोपहर की पारी में प्रियंका गांधी वाड्रा रणथंभौर टाइगर रिजर्व में भ्रमण पर जाने की संभावना है। वन विभाग की ओर से शाम की पारी में प्रियंका गांधी वाड्रा के नाम से जिप्सी बुक कराई गई। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के आगमन से रणथंभौर क्षेत्र में राजनीतिक व पर्यटक गतिविधियों को लेकर हलचल बढ़ गई है। इस साल राहुल का दूसरा और प्रियंका का तीसरा दौरा रणथंभौर टाइगर रिजर्व गांधी परिवार का पसंदीदा स्पॉट है। अक्सर गांधी परिवार के सदस्य रणथंभौर आते रहते हैं। इस साल लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी का यह दूसरा रणथंभौर दौरा है। जबकि प्रियंका गांधी वाड्रा का यह इस साल तीसरा रणथंभौर दौरा है। रणथंभौर में रेहान और अवीवा बेग के रिंग सेरेमनी की चर्चा, लेकिन पुष्टि नहीं कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार प्रियंका गांधी वाड्रा के बेटे रेहान और अवीवा बेग की रिंग सेरेमनी की संभावना जताई जा रही है। हालांकि अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है। रेहान और अवीवा बेग बचपन के दोस्त हैं। जिन्होंने हाल ही में अवीवा बेग को प्रपोज किया था। हालांकि अभी तक सोनिया गांधी रणथंभौर नहीं पहुंची है।
गाजियाबाद में हिंदु सगंठन के कार्यकर्ताओं की गुंडई की वीडियो सामने आई है। मोदीनगर के एक रेस्टोरेंट में एक प्रेमी युगल के साथ जमकर मारपीट की। युवती को अर्धनग्र हालत में ही गालियां दी गईं। युवक खुद को हिंदू बताता रहा, उसके बाद भी मुस्लिम बताकर युवक को पीटते रहे। पुलिस का कहना है कि यह वीडियो 2 महीने पहली बताई गई है। इस पूरे मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। मोदीनगर की है वीडियो वीडियो में एक युवती आपत्तिजनक हालत में दिखाई दी और उसके साथ खड़े युवक को लोग पीटते दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में यह भी देखा गया कि वहां खड़े लोग युवक पर दनादन थप्पड़ बरसा रहे हैं।इस वीडियो को मोदीनगर में मेरठ रोड पर एक एक रेस्टोरेंट का बताया जा रहा है। एक मिनट 37 सेकेंड की वीडियो है। जिसमें बहुत से लोग एक रेस्टाेरेंट में दिखाई रहे हैं। रेस्टोरेंट में बने केबिन का दरवाजा खुलते ही एक युवती आपत्तिजनक हालत में बाहर आती है। उसके साथ एक युवक भी साथ में बाहर आया। जिसके बाद हिंद संगठनों के कार्यकर्ता लगातार पीट रहे हैं। युवक कह रहा है कि भैया मैं आपको जानता हूं, पिटने वाला युवक कह रहा है कि रिषभ भैया क्या कर रहाे रहे, हो रिषभ भैया रुक जाओ, मैं आपको जानता हूं। युवक ने बताया कि मेरा नाम लक्ष्य है। आधारकार्ड मांगकर पूछते रहे युवक से बार-बार उसका नाम पूछकर पीटते रहे। वीडियो सोमवार को सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। जिसमें कोई भी गर्म कपड़े पहने हुए नहीं है, जिसके चलते वीडियो को पुराना बताया जा रहा है। युवक भी मोदीनगर क्षेत्र के पास के गांव का रहने वाला बताया गया है। वीडियो की जांच की जा रही SHO मोदीनगर आनंद मिश्रा का कहना है कि यह वीडियो मुझसे पूर्व की बताई गई है। पूरे मामले में जांच कराई जा रही है। रेस्टोरेंट के मालिक से भी पूछताछ की जाएगी। जांच में सामने भी सामने आएगा उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
लखनऊ में मेयर का एक्शन:लालबाग में अतिक्रमण हटाने के लिए सड़क पर उतरी, नगर आयुक्त भी मौजूद
लखनऊ के लालबाग में अतिक्रमण हटाने के लिए मेयर सुषमा खर्कवाल खुद सड़क पर उतरी हैं। मौके पर नगर आयुक्त गौरव कुमार भी मौजूद हैं।
जौनपुर सब्जी मंडी मार्ग पर अतिक्रमण:उर्दू बाजार मार्ग बेहाल, प्रशासन पर सवाल
जौनपुर के भंडारी स्टेशन रोड स्थित सब्जी मंडी के मुहाने पर अतिक्रमण एक गंभीर समस्या बन गया है। सब्जी मंडी से उर्दू बाजार की ओर जाने वाला मार्ग अवैध ठेला, खुमचा, पटरी दुकानों और साइकिल स्टैंड के कारण रोजाना जाम का शिकार हो रहा है। इससे आम जनता परेशान है और प्रशासन की चुप्पी पर सवाल उठ रहे हैं। यह 10 से 12 फीट चौड़ा मार्ग दिनभर व्यस्त रहता है। इस समस्या को लेकर पहले भी खबरें प्रकाशित हो चुकी हैं, लेकिन उपजिलाधिकारी (एसडीएम), नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी (ईओ) या नगर पालिका अध्यक्ष की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। इससे स्थानीय लोगों में जिम्मेदार अधिकारियों की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि सब्जी मंडी के मुहाने पर ठेला और खुमचा लगाने वालों को खुली छूट मिली हुई है। अवैध कब्जों के कारण सड़क संकरी हो गई है। इसी मार्ग पर कई डॉक्टरों के क्लीनिक, नर्सिंग होम और पैथोलॉजी सेंटर भी हैं, जहां मरीजों और एंबुलेंस का लगातार आना-जाना लगा रहता है। इसके बावजूद जाम की समस्या का कोई स्थायी समाधान नहीं किया जा रहा है। सबसे गंभीर आरोप अवैध साइकिल स्टैंड को लेकर हैं, जहां खुलेआम शुल्क वसूला जा रहा है। नागरिकों का मानना है कि यह सब प्रशासन की जानकारी के बिना संभव नहीं है। इस कारण नगर पालिका और प्रशासनिक अधिकारियों की भूमिका पर सीधे सवाल खड़े हो रहे हैं। जाम के कारण ठेला संचालकों, दुकानदारों और राहगीरों के बीच आए दिन झगड़े होते रहते हैं। कई बार स्थिति इतनी बिगड़ जाती है कि कानून-व्यवस्था प्रभावित होने का खतरा पैदा हो जाता है। इसके बावजूद एसडीएम, नगर पालिका ईओ और अध्यक्ष की निष्क्रियता लोगों की समझ से परे है। नगरवासियों का कहना है कि यदि शीघ्र अतिक्रमण हटाकर ठेला-खुमचा वालों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई और अवैध साइकिल स्टैंड पर रोक नहीं लगी तो जनता को सड़क पर उतरकर विरोध करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। अब सवाल यह नहीं है कि समस्या क्या है, सवाल यह है कि प्रशासन आखिर कब जागेगा
सलूंबर जिले के निजी आधार कंप्यूटर ऑपरेटर्स ने आधार मशीनों और सेवाओं को निजी कंपनियों को सौंपने के कथित प्रस्ताव का कड़ा विरोध किया है। ऑपरेटर्स ने उपनिदेशक सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग के अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपकर अपना विरोध दर्ज कराया। ऑपरेटर्स ने इस निर्णय को स्थानीय रोजगार के लिए घातक बताया। उनका कहना है कि यदि आधार सेवाओं का संपूर्ण कार्य निजी कंपनियों को सौंपा गया, तो वर्षों से इस क्षेत्र में कार्यरत स्थानीय ऑपरेटर्स की आजीविका पर सीधा संकट खड़ा हो जाएगा। उन्होंने मांग की कि वर्तमान में जिस व्यवस्था के तहत आधार सेवाएं संचालित की जा रही हैं, उन्हें यथावत जारी रखा जाए। ऑपरेटर्स ने स्पष्ट किया कि वे राजकॉम (RajCOMP) के साथ कार्य करने से पूरी तरह संतुष्ट हैं। उनका कहना है कि वे लंबे समय से सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए ईमानदारी और पारदर्शिता से आधार सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। उन्हें इस व्यवस्था से अलग करना अनुचित है। ऑपरेटर्स ने चेतावनी दी कि यदि निजीकरण का निर्णय वापस नहीं लिया गया, तो वे चरणबद्ध आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। इस मौके पर नाथू सिंह, महेंद्र सिंह सल्लाडा, दिनेश पटेल, लक्ष्मण टेलर, चंद्रपाल सिंह, महेंद्र सिंह बस्सी, पंकज मेहता सहित सलूंबर जिले के समस्त आधार ऑपरेटर्स उपस्थित रहे। ऑपरेटर्स ने प्रशासन से मांग की कि स्थानीय रोजगार और जनहित को ध्यान में रखते हुए आधार सेवाओं के निजीकरण के प्रस्ताव को निरस्त किया जाए।
प्रतापगढ़ के नगर कोतवाली क्षेत्र के चिलबिला स्थित कर्बला स्थल पर जमीन पर अवैध कब्जे का प्रयास किया। विजय मौर्य दो जेसीबी लेकर मौके पर पहुंचा और जमीन को समतल करने लगा। सूचना मिलने पर स्थानीय लोगों और कर्बला से जुड़े लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए विजय मौर्य सहित चार लोगों को हिरासत में ले लिया और दोनों जेसीबी जब्त कर लीं। यह घटना तब हुई जब विजय मौर्य अपने साथियों के साथ कर्बला स्थल पर पहुंचा। उसने जेसीबी मशीनों का उपयोग कर जमीन को समतल करना शुरू कर दिया और वहां लगे पेड़-पौधों को भी काटने का प्रयास किया। उसका उद्देश्य जमीन पर कब्जा करना था। जैसे ही जमीन पर कब्जे की भनक जमीन मालिक और कर्बला से जुड़े लोगों को लगी, वे तुरंत मौके पर पहुंच गए। उन्होंने इस अवैध गतिविधि का कड़ा विरोध किया, जिसके कारण वहां भारी भीड़ जमा हो गई और हंगामा शुरू हो गया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए भूमाफिया विजय मौर्य, उसके बेटे विशाल मौर्य सहित कुल चार लोगों को हिरासत में ले लिया और उन्हें कोतवाली ले गई। इसके साथ ही, मौके पर मौजूद दोनों जेसीबी मशीनों को भी सीज कर दिया गया। कर्बला से जुड़े लोगों ने आरोप लगाया है कि विजय मौर्य ने जमीन के कागजों में हेरफेर कर जबरन कब्जा करने की कोशिश की। उनका कहना है कि इस जमीन के स्वामित्व को लेकर पहले से ही दो पक्षों के बीच अदालत में मामला चल रहा है और विजय मौर्य का इस जमीन से कोई संबंध नहीं है। यह मामला एक धार्मिक स्थल से जुड़ा होने के कारण पुलिस प्रशासन पूरी तरह सक्रिय हो गया है। कर्बला स्थल पर चार थानों की पुलिस फोर्स और पीएसी बल तैनात कर दिया गया है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। जमीन के कब्जे को लेकर हुए इस विवाद से इलाके में हड़कंप मचा हुआ है।
रेवाड़ी जिले की जाटुसाना पुलिस ने महेश हत्याकांड में शामिल एक और आरोपी यशवीर सिंह को गिरफ्तार किया है। पुलिस इस मामले में 7 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। 10 दिसंबर की रात नैनसुखपुरा में जमीनी विवाद के चलते घर में घसीटकर महेश की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। जांच अधिकारी ने बताया नैनसुखपुरा निवासी मुखत्यार सिंह ने शिकायत की थी। जिसमें बताया था कि उनके और महाबीर के परिवार के बीच जमीनी विवाद चला रहा है। इसी विवाद में 10 दिसंबर की रात महेश खाना खाकर सोने जा रहा था। इसी दौरान महाबीर ने परिवार के साथ उसे घर में घसीट लिया। इसके बाद उसके पिटाई की। पता चलने के बाद जब परिवार के लोग बचाने पहुंचे तो उन पर भी हमला कर दिया। चोट लगने से बेहोश होकर गिरा महेश शिकायत में बताया कि पिटाई से चोट लगने के कारण महेश बेहोश होकर जमीन पर गिर गया था। जिसे घायल अवस्था में ट्रॉमा सेंटर में भर्ती करवाया गया था। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस इस मामले में जाटुसाना पुलिस गांव नैनसुखपुरा निवासी नसीब, संदीप, महाबीर, रामकुमार, जगदीश, गजराज व धर्मेंद्र को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। सोमवार को मामले में शामिल एक और आरोपी नैनसुखपुरा निवासी यशवीर सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी भी जल्द की जाएगी।
बिजनौर में मुस्लिम धर्मगुरु एसपी से मिले:जमातों पर पुलिस की रोक हटाने की मांग, समाधान का आश्वासन
बिजनौर में आज दर्जनों मुस्लिम धर्मगुरुओं और उलेमाओं ने पुलिस अधीक्षक (एसपी) कार्यालय पहुंचकर जिले में आने वाली जमातों पर पुलिस द्वारा लगाई जा रही रोक के मामले में समाधान की मांग की। एसपी ग्रामीण ने उनकी बात सुनी और जल्द बैठक कर निर्णय लेने का आश्वासन दिया। दरअसल, जमीयत उलेमा ए हिंद और जमात के पदाधिकारियों सहित मुस्लिम समाज के कई उलेमा पुलिस द्वारा धार्मिक प्रचार के लिए आ रही जमातों पर रोक लगाने और उन्हें परेशान करने के मामले को लेकर एसपी दफ्तर पहुंचे थे। वे पहले बिजनौर के एसपी अभिषेक झा से मिलने पहुंचे, जिन्होंने उन्हें एसपी ग्रामीण से मिलने का निर्देश दिया। इसके बाद सभी प्रतिनिधि एसपी ग्रामीण प्रकाश कुमार से मिले और अपनी समस्या बताई। प्रतिनिधियों ने एसपी ग्रामीण को बताया कि पुलिस और प्रशासन द्वारा जमातों को लगातार परेशान किया जा रहा है। नगीना के शहर इमाम मुफ्ती ओवैस अकरम ने मीडिया को जानकारी दी कि जिले भर में बाहर से आने वाली और स्थानीय जमातों को रात में पुलिस द्वारा परेशान किया जा रहा था, जिससे उन्हें काफी दिक्कतें आ रही थीं। मुफ्ती ओवैस अकरम के अनुसार, एसपी ग्रामीण ने उनकी पूरी बात ध्यान से सुनी और कुछ निर्देश जारी किए। इन निर्देशों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने, जमात में शामिल लोगों का पूरा रजिस्टर बनाए रखने और रिकॉर्ड दर्ज करने जैसे उपाय शामिल हैं। एसपी ग्रामीण ने यह भी आश्वासन दिया कि वे दो-तीन दिन के भीतर प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों के साथ एक बैठक करेंगे और इस मुद्दे पर अंतिम निर्णय लेंगे। इस अवसर पर नगीना के शहर इमाम मुफ्ती ओवैस अकरम, मुफ्ती शमसुद्दीन, मुफ्ती गुलसीताब एडवोकेट, झालू के पूर्व चेयरमैन शहजाद अहमद, मुफ्ती अरशद, असलम, राशिद, मुफ्ती वसीम, मुफ्ती फौजान मंडावर और दानिश चौधरी सहित कई अन्य लोग मौजूद रहे।
उन्नाव में किसान की मोपेड से गिरकर मौत:अमरूद बेचकर लौटते समय हुआ हादसा, 9 दिन पहले बेटी ने दी थी जान
उन्नाव के माखी थाना क्षेत्र के रुकनापुर गांव में मंगलवार को एक किसान की मोपेड से गिरकर मौत हो गई। मृतक की पहचान 56 वर्षीय राजू पुत्र स्वर्गीय सूरज बली, निवासी रुकनापुर के रूप में हुई है। राजू अमरूद बेचकर घर लौट रहे थे, तभी गांव के पास मोपेड का संतुलन बिगड़ने से वह सड़क पर गिर गए और उनकी मौके पर ही मृत्यु हो गई। परिजनों ने बताया कि राजू प्रतिदिन की तरह अमरूद बेचने गए थे। बिक्री के बाद घर लौटते समय गांव के पास उनकी मोपेड अनियंत्रित हो गई, जिससे वह सड़क पर गिर गए। आसपास मौजूद लोगों ने उन्हें उठाने का प्रयास किया, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। सूचना मिलने पर परिजन मौके पर पहुंचे। घटना की सूचना पर माखी थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस के अनुसार, प्रथम दृष्टया यह सड़क दुर्घटना का मामला प्रतीत होता है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। यह घटना इसलिए भी दुखद है क्योंकि मृतक राजू की बेटी सुभाषिनी की नौ दिन पहले ही फांसी लगाकर मृत्यु हो गई थी। बेटी की असामयिक मृत्यु से परिवार पहले से ही गहरे सदमे में था। पिता की अचानक मौत से परिवार पर एक और विपत्ति आ गई है। राजू खेती और फल बेचकर अपने परिवार का पालन-पोषण करते थे। उनके परिवार में दो बेटे और एक बेटी हैं। बड़े बेटे का नाम विकास, बेटी का नाम नेहा और छोटे बेटे का नाम महावीर है। पिता की मृत्यु के बाद परिवार के सामने आर्थिक चुनौतियां बढ़ गई हैं।
सुल्तानपुर में धनपतगंज बाजार से नौगांवा तीर पुल को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग वर्षों से जर्जर स्थिति में है। इस बदहाली से परेशान ग्रामीणों ने मंगलवार को पूर्व ब्लॉक प्रमुख यशभद्र सिंह उर्फ मोनू के नेतृत्व में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने मार्ग के शीघ्र निर्माण की मांग की है। लगभग 7 किलोमीटर लंबा यह मार्ग पिछले चार वर्षों से खराब है। यह सड़क धनपतगंज और कूड़वार ब्लॉक को जोड़ती है। इस मार्ग पर कई प्रमुख स्कूल स्थित हैं, जहां कक्षा 1 से 12वीं तक के हजारों बच्चे पढ़ने जाते हैं। जर्जर सड़क के कारण बच्चों को रोज कीचड़ और गंदगी से होकर गुजरना पड़ता है। यशभद्र सिंह ने बताया कि यह मार्ग प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत स्वीकृत हुआ था, लेकिन ग्रामीण अभियंत्रण विभाग (RED) ने इसका निर्माण अधूरा छोड़ दिया। इससे सड़क पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है, जिससे स्कूली बच्चों, मरीजों और आम नागरिकों को आवागमन में भारी परेशानी हो रही है। एक स्थानीय ग्रामीण ने बताया कि नौगांवा तक की सड़क ग्रामीण अभियंत्रण विभाग (RED) द्वारा 10 करोड़ रुपये की लागत से स्वीकृत की गई थी। इसका कार्य 2024 में समाप्त हो चुका है, लेकिन सड़क का निर्माण अभी तक पूरा नहीं हुआ है। ग्रामीणों का आरोप है कि उन्हें केवल आश्वासन दिए जा रहे हैं। ग्रामीणों के अनुसार, सड़क पर उड़ने वाली धूल के कारण हजारों लोगों को फेफड़ों से संबंधित बीमारियां हो रही हैं। इसके अलावा, खराब सड़क के कारण कई दुर्घटनाएं भी हुई हैं, जिनमें लोग घायल हुए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि ग्रामीण अभियंत्रण विभाग इस समस्या को पूरी तरह नजरअंदाज कर रहा है, जिसके चलते 20 गांवों के लोग जिलाधिकारी से मिलने आए। जिलाधिकारी ने ग्रामीणों की शिकायत सुनने के बाद उन्हें शीघ्र मरम्मत कार्य शुरू कराने का भरोसा दिया है। उन्होंने एक टीम गठित कर ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के अधिशासी अभियंता (XEN) को मौके पर निरीक्षण कर उचित कार्यवाही करने का आश्वासन दिया।
लखनऊ में चप्पल कारीगर की संदिग्ध हालत में मौत:घर के कमरे में मिला शव, पत्नी बच्चों संग गई थी मायके
लखनऊ के सहादतगंज थाना क्षेत्र में एक चप्पल कारीगर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतक का शव घर में पीछे के कमरे में पड़ा मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। पुलिस का कहना है कि रिपोर्ट के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट होगा। फिलहाल परिवार ने कोई आरोप नहीं है। सहादतगंज वजीरबाग तिहाई निवासी मो. आरिफ (42) चप्पल कारीगर थे। वह पत्नी परवीन, बेटे आतिफ और बेटी शिफा के साथ रहते थे। पत्नी परवीन घर के पास ही अपने मायके गई हुई थी। जब वह लौटी तो बच्चे पीछे के कमरे में गए। उन्होंने देखा कि आरिफ जमीन पर गिरे थे। उन्हें उठाने की कोशिश की तो वह नहीं उठे। इसकी जानकारी अन्य लोगों को दी गई। परिजन जब उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे तो डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। मौका का कारण स्पष्ट नहीं सहादतगंज इंस्पेक्टर संतोष आर्या ने बताया कि सूचना मिलने पर पुलिस टीम मौके कर पहुंची तो परिजनों ने पोस्टमॉर्टम करने से इनकार कर दिया। काफी देर समझाने के बाद वह लोग पोस्टमॉर्टम के लिए राजी हुए। मृतक के पास से कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला है। मौत का कारण भी अभी स्पष्ट नहीं है। शव को पंचनामा भर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण स्पष्ट होगा।
ग्वालियर में दोस्त को ठहराने के लिए होटल में रूम बुक करने गए युवकों का किराया कम कराने को लेकर विवाद हो गया। बात इतनी बढ़ी कि युवकों ने होटल संचालक और स्टाफ के साथ मारपीट कर दी और होटल में तोड़फोड़ भी की। घटना सोमवार रात थाटीपुर थाना क्षेत्र के मयूर मार्केट स्थित होटल मैक्शन की है। होटल संचालक की शिकायत पर पुलिस ने एक नामजद सहित तीन आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। रूम बुकिंग को लेकर शुरू हुआ विवाद थाटीपुर निवासी विवेक भदौरिया का एक दोस्त बाहर से ग्वालियर आया था। उसे ठहराने के लिए विवेक मयूर मार्केट स्थित होटल मैक्शन पहुंचा और रूम बुक करने की बात की। होटल रिसेप्शन पर मौजूद कर्मचारी ने एक दिन का किराया दो हजार रुपए बताया और एडवांस पेमेंट की मांग की। विवेक ने कहा कि उसके दोस्त आ रहे हैं, उनके आते ही वह पैसे दे देगा, लेकिन होटल स्टाफ ने बिना भुगतान रूम बुक करने से इनकार कर दिया। इस पर विवेक ने किराया ज्यादा होने की बात कहते हुए विरोध किया। होटल स्टाफ ने साफ कह दिया कि इसी रेट पर रूम मिलेगा, सस्ता चाहिए तो कहीं और देख लें। मुंहवाद बढ़ा, मारपीट और तोड़फोड़ किराया कम न करने की बात विवेक भदौरिया और उसके साथ आए दो दोस्तों को नागवार गुजरी। रिसेप्शन पर पहले कहासुनी हुई, फिर मामला झगड़े में बदल गया। इसी दौरान होटल संचालक रक्षित गुप्ता मौके पर पहुंचे, तो आरोप है कि युवकों ने उनके साथ भी मारपीट कर दी। होटल स्टाफ का आरोप है कि आरोपियों ने मोबाइल फोन तोड़ दिए और रिसेप्शन काउंटर पर भी तोड़फोड़ की। पुलिस ने दर्ज किया मामला थाटीपुर थाना प्रभारी विपेन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि मामूली विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। होटल संचालक की शिकायत पर विवेक भदौरिया सहित दो अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों की तलाश की जा रही है।
दौसा में हाईवे पर बाइक को बचाने के चक्कर में डेयरी प्रोडक्ट से भरा ट्रेलर बेकाबू होकर डिवाइडर पर चढ़ने के बाद पलट गया। चपेट में आने से बाइक सवार युवक गंभीर घायल हो गया। ट्रेलर में भरे डेयरी के प्रोडेक्ट सड़क पर बिखेर गए। हाईवे पर जाम में करीब एक घंटे तक वाहन चालक फंसे रहे। पुलिस ने क्रेन से ट्रेलर को हटवाकर जाम खुलवाया। हादसा जयपुर-आगरा नेशनल हाईवे पर कलेक्ट्रेट चौराहे पर सोमवार रात करीब 9 बजे हुआ। बाइक सवार को बचाने में पलटा ट्रेलर कोतवाली थाना SHO भगवान सहाय ने बताया- डेयरी प्रोडक्ट लेकर जा रहा ट्रेलर जयपुर–आगरा नेशनल हाईवे पर कलेक्ट्रेट चौराहे से गुजर रहा था। इसी दौरान सड़क पार कर रहे बाइक सवार को बचाने के प्रयास में ट्रेलर बेकाबू होकर पलट गया। ट्रेलर की चपेट में आने से बाइक सवार युवक घायल हो गया। जिसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। मौके पर पहुंची पुलिस, क्रेन नहीं पहुंची समय पर SHO भगवान सहाय ने बताया- हादसे की सूचना मिलते ही कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंची। ट्रेलर पलटने से उसमें भरे डेयरी प्रोडक्ट सड़क पर बिखर गए, जिससे हाईवे पर लंबा जाम लग गया था। पुलिस ने ट्रेलर को हटवाने के लिए हाईवे कंपनी को क्रेन भेजने की सूचना दी, लेकिन काफी देर तक क्रेन मौके पर नहीं पहुंची। इसके बाद मजबूरी में प्राइवेट क्रेन मंगवाकर क्षतिग्रस्त ट्रेलर को सड़क से हटवाकर यातायात को सुचारू करवाया गया।
राजस्थान सरकार के कार्मिक विभाग की और से आयोजित सी.एस. चैलेंजर ट्रॉफी 2025 का आयोजन 25 दिसंबर से 29 दिसंबर 2025 तक किया गया। इस प्रतियोगिता में विभिन्न राज्य सेवाओं की टीमों ने भाग लिया, जिनमें भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय पुलिस सेवा (IPS), राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS), राजस्थान पुलिस सेवा (RPS), राजस्थान लेखा सेवा (RACS) सहित अन्य राज्य सेवाएं शामिल रहीं। उल्लेखनीय है कि सी.एस. चैलेंजर ट्रॉफी का आयोजन राज्य सरकार द्वारा पिछले दस वर्षों से निरंतर किया जा रहा है। वर्ष 2025 में आयोजित यह प्रतियोगिता इसका 11वां संस्करण था। इस वर्ष प्रतियोगिता में एक नया अध्याय जुड़ा, जब प्रथम बार क्रिकेट प्रतियोगिता को भी शामिल किया गया। इससे पूर्व अब तक केवल बैडमिंटन और टेनिस प्रतियोगिताओं का ही आयोजन किया जाता रहा था। क्रिकेट में राजस्थान लेखा सेवा का दबदबा क्रिकेट प्रतियोगिता में भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) और राजस्थान लेखा सेवा (RACS) की टीमें फाइनल में पहुंचीं। सेमीफाइनल मुकाबले में राजस्थान लेखा सेवा की टीम ने राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) को पराजित कर फाइनल में प्रवेश किया। 29 दिसंबर 2025 को खेले गए फाइनल मैच में राजस्थान लेखा सेवा की टीम ने भारतीय प्रशासनिक सेवा की टीम को 24 रनों से पराजित करते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया। राजस्थान लेखा सेवा की उपलब्धियां यहीं नहीं रुकीं। बैडमिंटन प्रतियोगिता में राजस्थान लेखा सेवा की महिला टीम ने स्वर्ण पदक जीता। टेनिस प्रतियोगिता में भी राजस्थान लेखा सेवा की टीम ने कांस्य पदक प्राप्त किया। आज आयोजित समापन समारोह में राजीव शर्मा, महानिदेशक पुलिस, राजस्थान मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उनके साथ नीरज कुमार पवन (सचिव, खेल), नवीन महाजन (मुख्य निर्वाचन अधिकारी), पूनम (संभागीय आयुक्त, जयपुर) तथा जितेन्द्र कुमार सोनी (जिला कलेक्टर, जयपुर) भी मौजूद रहे। समारोह में विजेता टीमों को महानिदेशक पुलिस, राजस्थान द्वारा ट्रॉफी एवं पदक प्रदान किए गए।
जामताड़ा जिले के करमाटांड़ बस्ती में सोमवार शाम आग तापते समय एक युवक गंभीर रूप से झुलस गया। उपचार के दौरान मंगलवार तड़के उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान इबरार अंसारी (पिता अनाउल अंसारी) के रूप में हुई है। कड़ाके की ठंड से बचने के लिए इबरार आग ताप रहे थे, तभी अचानक आग की लपटें तेज हो गईं और उनके कपड़ों में आग लग गई। आग तेजी से इबरार के कपड़ों में फैल गई। पास मौजूद ग्रामीणों ने तुरंत उनके जलते कपड़े हटाए, लेकिन तब तक उनका ऊपरी शरीर बुरी तरह झुलस चुका था। ग्रामीणों की मदद से उन्हें तत्काल करमाटांड़ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) ले जाया गया। एक घंटे तक एंबुलेंस नहीं पहुंची: स्थानीय स्थानीय निवासी मोहम्मद उस्मान ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आवश्यक सुविधाओं का अभाव है। गुलाम अंसारी के अनुसार, 108 एंबुलेंस सेवा को लगातार फोन किया गया, लेकिन लगभग एक घंटे तक एंबुलेंस नहीं पहुंची। इसके बाद परिजनों ने घायल इबरार को निजी वाहन से जामताड़ा सदर अस्पताल पहुंचाया। एंबुलेंस के समय पर न पहुंचने से ग्रामीणों में आक्रोश देखा गया। जामताड़ा सदर अस्पताल के चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए इबरार अंसारी को धनबाद पीएमसीएच रेफर कर दिया। मंगलवार तड़के करीब 3 बजे उपचार के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। मृतक अपने पीछे पांच छोटे बच्चों, जिनमें चार बेटे और एक बेटी शामिल हैं, को छोड़ गए हैं। मामला संज्ञान में आया है। अगर एंबुलेंस आने में देरी हुई है तो जांच की जाएगी और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। -आनंद मोहन सोरेन, सिविल सर्जन
करनाल जिले में वंदे भारत ट्रेन की चपेट में आने से एक 9 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। सोमवार शाम को रेलवे स्टेशन के पास बनी बस्ती में रहने वाला बच्चा खेलते-खेलते पतंग लूटने के चक्कर में रेलवे ट्रैक तक पहुंच गया। इसी दौरान तेज रफ्तार वंदे भारत ट्रेन वहां से गुजर रही थी, जिसकी चपेट में आने से बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई। हादसा इतना भयावह था कि बच्चे का शरीर कई हिस्सों में बंट गया। घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के लोग और परिजन मौके पर पहुंचे, जहां चीख-पुकार मच गई। घटना की सूचना के बाद जीाआरपी पुलिस मौके पर पहुंच गई और बच्चे के शव के टुकड़ों को समेटकर पोस्टमॉर्टम हाउस भेजा। आज पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। पतंग लूटते-लूटते ट्रैक पर पहुंचा शहर की शिव कॉलोनी का 9 वर्षीय आरकेजी सोमवार को अपने घर के बाहर खेल रहा था। उसी दौरान आसपास के कुछ बच्चे पतंग उड़ा रहे थे। एक पतंग कटकर रेलवे लाइन की ओर चली गई। पतंग लूटने के लिए आरकेजी भी दौड़ पड़ा और देखते ही देखते रेलवे ट्रैक पर पहुंच गया। करीब साढ़े 3 बजे तभी वंदे भारत ट्रेन वहां से गुजर रही थी, जिसने बच्चे को जोरदार टक्कर मार दी। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल ट्रेन की टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बच्चे का शरीर कई टुकड़ों में बंट गया। घटना की सूचना मिलते ही परिजन ट्रैक पर पहुंचे। मासूम की हालत देखकर मां और अन्य परिजन बदहवास हो गए और कई लोग मौके पर बेहोश हो गए। वहां मौजूद लोगों ने किसी तरह परिजनों को संभाला। जीआरपी ने समेटे शरीर के हिस्से हादसे की सूचना के बाद जीआरपी पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने ट्रैक पर बिखरे शरीर के हिस्सों को समेटा और उन्हें पोस्टमॉर्टम के लिए करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज भेजा। मंगलवार को पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया पूरी होने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस ने परिजनों को सौंपा शव जीआरपी करनाल में जांच अधिकारी संदीप ने बताया कि बच्चा वंदे भारत ट्रेन की चपेट में आया था, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। शरीर के सभी हिस्सों को एकत्र कर पोस्टमॉर्टम कराया गया है। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
बरेली। डिजिटल इंडिया के तहत पुलिसिंग को हाई-टेक बनाने की दिशा में आईपीएस अंशिका वर्मा ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है। बरेली में एसपी साउथ के पद पर तैनात अंशिका वर्मा ने एक ऐसा इनोवेटिव सिस्टम विकसित किया है, जिसने उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश के पुलिस विभाग को नई दिशा दी है। लखनऊ में आयोजित तीन दिवसीय आईपीएस मीट में उनके डायनेमिक ड्यूटी मैनेजमेंट सिस्टम (DDMS) ऐप ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को प्रभावित किया। यह सिस्टम पारंपरिक ड्यूटी आवंटन और जमीनी निगरानी के तरीकों को बदलकर पुलिसिंग के लिए एक डिजिटल कमांडर के रूप में उभरा है। इस उपलब्धि के लिए एडीजी जोन राजीव कृष्ण ने उन्हें सम्मानित भी किया। यह तकनीकी सोच वर्ष 2021 में आगरा में उनकी पोस्टिंग के दौरान विकसित हुई थी और अब इसके परिणाम जमीन पर दिखाई दे रहे हैं। बरेली में दरगाह आला हजरत के उर्स और गंगा महारानी शोभायात्रा जैसे बड़े आयोजनों में DDMS ने अपनी उपयोगिता साबित की है। DDMS ऐप के माध्यम से हर ड्यूटी पॉइंट की रियल-टाइम निगरानी संभव है। यह लोकेशन-आधारित उपस्थिति दर्ज करता है और आपातकाल की स्थिति में एक क्लिक पर अलर्ट जारी कर फोर्स को तुरंत कार्रवाई के लिए तैयार करता है। इससे ड्यूटी प्लानिंग में पारदर्शिता आती है और भ्रम की स्थिति समाप्त होती है। इस सिस्टम की सबसे बड़ी खूबी यह है कि यह मैदान में मौजूद हर पुलिसकर्मी की लाइव लोकेशन दिखाता है। भीड़ प्रबंधन से लेकर त्वरित बैकअप तक, सभी जानकारी एक ही स्क्रीन पर उपलब्ध होती है। इससे किसी भी संकट में आदेशों का पालन तुरंत होता है और पूरी टीम एक्शन मोड में आ जाती है। एक टेक-लीडर के रूप में अंशिका वर्मा का लक्ष्य पुलिसिंग में पारदर्शी तकनीक का अधिकतम उपयोग करना है, ताकि हर आम नागरिक खुद को अधिक सुरक्षित महसूस कर सके। DDMS को अब विभिन्न जनपदों और केंद्रीय फोर्सेज में भी लागू करने की तैयारी चल रही है। इससे जल्द ही भारत की पुलिस डेटा और एआई से लैस एक स्मार्ट फोर्स के रूप में कार्य करती दिखाई देगी।
पाली शहर में सालभर लगने वाले मेलों से हो रहे नुकसान के विरोध में मंगलवार को व्यापारियों का आक्रोश सड़क पर दिखाई दिया। समस्त पाली व्यापारी एकता संघ के तत्वावधान में सैकड़ों व्यापारी रैली के रूप में कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां उन्होंने जमकर नारेबाजी की। इसके बाद जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर शहर में लगातार लगने वाले मेलों को बंद करवाने की मांग की। रामलीला मैदान सहित कई जगह सालभर लगते हैं मेले व्यापारियों ने ज्ञापन में बताया कि पाली शहर के रामलीला मैदान, अणुव्रत नगर और मंथन टॉकीज क्षेत्र में पूरे साल मेले लगते रहते हैं। इन मेलों के कारण स्थानीय बाजारों में ग्राहकों की संख्या घट रही है, जिससे शहर के स्थायी व्यापारियों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। 5 हजार स्थायी दुकानदारों पर पड़ रहा सीधा असर संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि पाली में करीब 5 हजार स्थायी दुकानें हैं, जो नियमित रूप से किराया, बिजली बिल, कर्मचारियों की सैलरी और जीएसटी सहित अन्य करों का भुगतान करती हैं। ये व्यापारी दिन-रात मेहनत कर शहर की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाते हैं, लेकिन मेलों में बिना बिल बिकने वाला सस्ता माल ग्राहकों को भ्रमित कर स्थानीय बाजार को चौपट कर रहा है। मंदी में बढ़ी व्यापारियों की परेशानी व्यापारियों का कहना है कि मौजूदा मंदी के दौर में कई दुकानदार बैंक लोन, बच्चों की स्कूल फीस और दुकान का किराया चुकाने में असमर्थ हो गए हैं। हालात ऐसे बन गए हैं कि कई दुकानों पर ताले लगने की नौबत आ गई है। बिना लाइसेंस खाद्य सामग्री और असुरक्षित झूले ज्ञापन में यह भी बताया गया कि मेलों में बिना लाइसेंस खाद्य पदार्थों की बिक्री की जा रही है, जिससे बीमारियां फैलने का खतरा बना रहता है। वहीं झूलों और अन्य सवारियों में सुरक्षा के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं होते, जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। यह स्थिति न केवल स्थानीय व्यापार को नुकसान पहुंचा रही है, बल्कि आमजन की सुरक्षा और शहर के विकास के लिए भी खतरा बन रही है। व्यापारियों ने सभी मेलों की गहन जांच कराने, वाणिज्य कर विभाग द्वारा कर अनुपालन सुनिश्चित करने और भविष्य में नियमों का पालन किए बिना किसी भी मेले को अनुमति नहीं देने की मांग की है। व्यापारियों का कहना है कि इससे एक ओर स्थानीय व्यापार को राहत मिलेगी, वहीं सरकार को भी करोड़ों रुपए का राजस्व प्राप्त हो सकेगा। ज्ञापन सौंपने के दौरान बड़ी संख्या में व्यापारी मौजूद रहे और सभी ने एक स्वर में अपनी मांगों पर त्वरित कार्रवाई की मांग की।
छत्तीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन के प्रांतीय आह्वान पर राज्य भर में तीन दिवसीय हड़ताल शुरू हो गई है। धमतरी समेत अलग-अलग जिलों में सैकड़ों कर्मचारी 'काम बंद, कलम बंद' आंदोलन में शामिल हुए हैं। फेडरेशन ने 'मोदी की गारंटी' पूरी न होने का आरोप लगाते हुए 11 सूत्रीय मांगों को लेकर यह प्रदर्शन किया है। 29 दिसंबर को धमतरी शहर के गांधी मैदान में बड़ी संख्या में अधिकारी-कर्मचारी एकत्रित हुए। यह हड़ताल छत्तीसगढ़ राज्य के सभी जिलों और विकासखंडों में की जा रही है, जिसमें अपनी मांगों को पूरा करने के लिए आवाज उठाई जा रही है। 'मोदी की गारंटी' के तहत दिए वादे पूरे नहीं किए छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के पदाधिकारियों ने बताया कि विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा के घोषणा पत्र में 'मोदी की गारंटी' के तहत कर्मचारियों से कई वादे किए गए थे। इसमें महंगाई भत्ता सहित कर्मचारी-अधिकारी हित से संबंधित बातें शामिल थीं, जिसके लिए शपथ पत्र भी जारी किया गया था। फेडरेशन का आरोप है कि चुनाव के दो वर्ष बीत जाने के बाद भी ये वादे पूरे नहीं किए गए हैं। इसी के विरोध में यह तीन दिवसीय हड़ताल की जा रही है। पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं, तो अनिश्चितकालीन आंदोलन किया जाएगा। छत्तीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन के इस आंदोलन के कारण कई शासकीय कार्यों में बाधा आने की आशंका है, जिससे आम लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
भिवानी जिले के लोहारू शहर में देवीलाल चौक पर लंबे समय से जर्जर पड़ी सड़क के पुनर्निर्माण का कार्य शुरू हो गया है। यह चौक शहर के बीचों-बीच और नेशनल हाईवे पर स्थित है। सड़क निर्माण शुरू होने से स्थानीय नागरिकों, दुकानदारों और वाहन ड्राइवरों को सुविधा मिलेगी। यह सड़क लंबे समय से पूरी तरह टूटी-फूटी अवस्था में थी। इसके निर्माण के लिए संबंधित विभागों, अधिकारियों और स्थानीय प्रशासन को कई बार मौखिक और लिखित शिकायतें दी गई थी। लोहारू समस्या समाधान संगठन सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों ने भी लगातार सड़क निर्माण की मांग उठाई थी। संगठन ने करवाई थी मरम्मत सामाजिक संगठन प्रयास एक कोशिश ने कई बार अस्थायी रूप से सड़क की मरम्मत भी करवाई थी। हालांकि, इन प्रयासों के बावजूद समस्या का स्थायी समाधान नहीं हो पा रहा था, जिससे लोगों को लगातार परेशानी हो रही थी। देवीलाल चौक लोहारू का एक महत्वपूर्ण चौराहा है। यहां से प्रतिदिन हजारों वाहन राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश सहित विभिन्न राज्यों की ओर आते-जाते हैं। राजस्थान बॉर्डर नजदीक होने के कारण इस रोड पर दिन-रात भारी यातायात रहता है। इसी चौक से लोहारू शहर के स्कूलों, कॉलेजों, अस्पतालों, रेलवे स्टेशन और कोर्ट जैसे प्रमुख स्थानों के लिए भी आवागमन होता है। बारिश में बनती थी कीचड़ की स्थिति बरसात के मौसम में सड़क पर पानी भर जाने से स्थिति और भी खराब हो जाती थी। कीचड़ और गड्ढों के कारण राहगीरों, आमजन और स्थानीय दुकानदारों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। विशेषकर दुपहिया वाहन राइडर्स के गिरने की घटनाएं अक्सर होती थी, जिससे हादसों का खतरा बना रहता था। अब सड़क पर ब्लॉक (सीमेंट) ईंटें लगाकर निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है, जिससे सड़क समतल होगी और जलभराव की समस्या से भी निजात मिलेगी। सड़क पर 3 लाख होंगे खर्च- जेई जेई जितेंद्र ने बताया कि देवीलाल चौक स्थित टूटी हुई सड़क के निर्माण कार्य की शुरुआत कर दी गई है। इस कार्य पर लगभग 3 लाख रुपए की लागत आएगी तथा सड़क पर सीमेंट की ईंटें लगाई जा रही हैं, ताकि सड़क मजबूत और टिकाऊ बन सके। स्थानीय लोगों ने सड़क निर्माण कार्य शुरू होने पर प्रशासन एवं संबंधित विभाग का आभार व्यक्त करते हुए उम्मीद जताई है कि कार्य को शीघ्र व गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरा किया जाएगा, ताकि भविष्य में किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
सहारनपुर पुलिस ने अपने विशेष अभियान ऑपरेशन सवेरा के तहत मंगलवार सुबह एक बड़ी सफलता हासिल की। थाना कोतवाली देहात पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक नशा तस्कर को गिरफ्तार किया है, जिसके कब्जे से 10.50 ग्राम अवैध स्मैक बरामद की गई। बरामद स्मैक की अनुमानित कीमत 2 लाख 10 हजार रुपये बताई जा रही है। यह कार्रवाई डीआईजी अभिषेक सिंह द्वारा नशे के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान ऑपरेशन सवेरा का हिस्सा है। एसएसपी आशीष तिवारी के निर्देश पर जिले भर में लगातार गश्त और चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। मंगलवार को कोतवाली देहात प्रभारी निरीक्षक सूबे सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम क्षेत्र में गश्त कर रही थी। गश्त के दौरान गोगा म्हाड़ी जनता रोड के सामने एक संदिग्ध व्यक्ति दिखाई दिया। पुलिस ने शक के आधार पर उसे रोका और तलाशी ली। तलाशी के दौरान उसके पास से 10.50 ग्राम अवैध स्मैक बरामद हुई। पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम निकेश पुत्र राजेश निवासी गांव नगला, थाना चिलकाना, जनपद सहारनपुर बताया। गिरफ्तारी और बरामदगी के आधार पर थाना कोतवाली देहात में आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार, आरोपी लंबे समय से मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त था। अब उसके अवैध कारोबार से जुड़े फॉरवर्ड और बैकवर्ड लिंक की गहन जांच की जा रही है, ताकि नशे के पूरे नेटवर्क का खुलासा किया जा सके। एसपी सिटी व्योम बिंदल ने बताया कि अभियुक्त के विरुद्ध आवश्यक विधिक कार्रवाई पूरी कर उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। इस पूरी कार्रवाई में सब इंस्पेक्टर रविंद्र धामा, हेड कांस्टेबल विक्की, कांस्टेबल गौरव राणा और मोहित कुमार की अहम भूमिका रही। सहारनपुर पुलिस की इस कार्रवाई को नशे के खिलाफ चल रही मुहिम में एक महत्वपूर्ण सफलता माना जा रहा है।
उन्नाव में उर्वरकों की कालाबाजारी और अनियमित बिक्री रोकने के लिए जिला कृषि अधिकारी शशांक ने सफीपुर क्षेत्र में उर्वरक प्रतिष्ठानों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान गंभीर अनियमितताएं पाए जाने पर दो उर्वरक विक्रेताओं के लाइसेंस निलंबित कर दिए गए, जबकि पांच प्रतिष्ठानों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। जिला कृषि अधिकारी शशांक ने निरीक्षण के दौरान उर्वरक दुकानों पर स्टॉक बोर्ड, रेट बोर्ड, वितरण रजिस्टर, स्टॉक रजिस्टर, कैश मेमो और पीओएस मशीन की उपलब्धता तथा उपयोग की गहन जांच की। जांच में पाया गया कि कई दुकानों पर आवश्यक अभिलेख अधूरे थे, स्टॉक बोर्ड व रेट बोर्ड नहीं लगे थे, और वितरण रजिस्टर व कैश मेमो में गड़बड़ी मिली। अनियमितता पाए जाने पर बाबू यादव कृषि सेवा केंद्र मेथीटीकूर सफीपुर, तिरुपति बालाजी खाद भंडार मेथीटीकूर सफीपुर, शिव खाद केंद्र मिर्जापुर कला मियागंज, भोला कृषि सेवा केंद्र रसूलाबाद, नागेश कृषि सेवा केंद्र रसूलाबाद और शोभम कृषि सेवा केंद्र को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। विभाग ने इन सभी प्रतिष्ठानों से निर्धारित समय में संतोषजनक जवाब मांगा है। वहीं, पारस खाद भंडार का प्रतिष्ठान निरीक्षण के समय बंद मिला। जय बालाजी खाद भंडार रसूलाबाद द्वारा पीओएस मशीन प्रस्तुत नहीं की गई। इन गंभीर अनियमितताओं के कारण दोनों उर्वरक विक्रेताओं के उर्वरक प्राधिकार पत्र तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिए गए। जिला कृषि अधिकारी ने स्पष्ट किया कि नियमों का उल्लंघन किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। निरीक्षण के दौरान जिला कृषि अधिकारी शशांक ने सभी उर्वरक विक्रेताओं को सख्त निर्देश दिए कि वे नियमानुसार ही उर्वरक की बिक्री करें। प्रत्येक दुकान पर रेट बोर्ड, स्टॉक बोर्ड, कैश मेमो, वितरण रजिस्टर और स्टॉक रजिस्टर अनिवार्य रूप से रखें। उन्होंने यह भी कहा कि दुकानें बिना सूचना बंद न की जाएं और उर्वरक का वितरण केवल निर्धारित मूल्य पर ही किसानों को खतौनी के आधार पर किया जाए। जिला कृषि अधिकारी ने किसानों को आश्वस्त किया कि जनपद में उर्वरकों की कोई कमी नहीं है। वर्तमान में जिले में यूरिया 9047 मीट्रिक टन, डीएपी 4023 मीट्रिक टन तथा एनपीके 4455 मीट्रिक टन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की शिकायत मिलने पर संबंधित विक्रेता के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।
नया सानवाड़ा क्षेत्र में बिजली के झूलते तार आमजन के लिए खतरा बन गए हैं। विशेष रूप से वार्ड नंबर 9 सुथारवास की गलियों में ये तार लोगों की जान को जोखिम में डाल रहे हैं। कस्बे की कई गलियों में बिजली के तार बेहद नीचे लटक रहे हैं। इससे राहगीरों, बच्चों और दोपहिया वाहन चालकों को हर समय हादसे का डर बना रहता है। अनजान वाहन चालकों को भी इन तारों का पता नहीं चल पाता, जिससे गंभीर दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। आगामी मकर संक्रांति पर्व पर पतंग उड़ाते समय इन झूलते तारों से किसी बड़े हादसे की संभावना बढ़ जाती है। ग्रामीण इस स्थिति को लेकर चिंतित हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस समस्या की शिकायत बिजली विभाग से कई बार की जा चुकी है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। क्षेत्रवासियों ने बिजली विभाग से जल्द से जल्द इन झूलते तारों को ठीक कर सुरक्षित ऊंचाई पर लगाने की मांग की है, ताकि मकर संक्रांति से पहले समस्या का समाधान हो सके और किसी बड़े हादसे को टाला जा सके।
महू। मंगलवार को ग्राम भगोरा के किसानों ने तहसील कार्यालय पर प्रदर्शन किया। उन्होंने तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर नर्मदा माइक्रो सिंचाई परियोजना से पानी न मिलने की शिकायत की। किसान पिछले दो साल से पानी से वंचित हैं। किसानों का आरोप है कि उन्हें लगातार लाइन लीकेज का बहाना बताया जा रहा है और सुधार कार्य का आश्वासन दिया जा रहा है। जबकि हरसोला, दतोदा, मेमदी, अंबाचंदन और सिमरोल जैसे आसपास के गांवों को यह पानी नियमित रूप से मिल रहा है। दो साल से यही जवाब मिलने के कारण किसान खुद को भेदभाव का शिकार महसूस कर रहे हैं। किसानों ने यह भी बताया कि जब सिंचाई परियोजना की पाइपलाइन बिछाई जा रही थी, तब एक स्थानीय मजदूर ने ठेकेदार को क्षतिग्रस्त और टूटे हुए पाइप लगाने से रोका था। मजदूर के अनुसार, ठेकेदार ने उसे यह कहकर चुप करा दिया था कि अभी लगाओ, लीकेज होने पर बाद में देखेंगे। पानी की अनुपलब्धता के कारण भगोरा गांव के किसानों की फसलें सूखने लगी हैं। किसानों ने प्रशासन से जल्द से जल्द सिंचाई का पानी उपलब्ध कराने का निवेदन किया है, ताकि उनकी सूखती फसलों को बचाया जा सके।
अशोकनगर में लूटेरों ने किसान की आंखों में मिर्ची झोंकी और 25 लाख रुपयों से भरा बैग छीनकर भाग गए। किसान मदद के चिल्लाता रहा, लेकिन वहां से गुजर रहे लोगों ने मदद नहीं की। आखिरकार एक परिचित वहां से गुजरा, उसने किसान के परिवार को सूचना दी। घटना मंगलवार सुबह करीब 10 बजे की है। किसान लखबिंदर ने बताया, रामपुरा मोहल्ला निवासी रिश्तेदार जज्जी से रुपए उधार लिए थे। जज्जी को 24 लाख रुपए और एक अन्य व्यक्ति को 1 लाख रुपए देने थे। इस कारण दो बैग में भरे कैश तौलिए में लपेटकर बाइक पर आगे रखे थे। मोहरी के पास सड़क किनारे खड़े तीन बदमाशों ने किसान को रोका और आंखों में मिर्ची डालकर पैसों से भरा बैग छीन लिया। मोबाइल लेने घर लौटते समय हुआ हमलासुबह करीब 10 बजे, घर से थोड़ी दूर पहुंचने पर किसान को याद आया कि वो मोबाइल घर पर भूल गया है। वह मोबाइल लेने के लिए बाइक मोड़कर लौट रहा था। तभी सड़क किनारे खड़े तीनों बदमाशों ने उसे रोक लिया और पास के खेत के बारे में पूछताछ की। बातचीत के दौरान एक बदमाश के हाथ में पन्नी थी। उसने अचानक झपट्टा मारकर आंखों में मिर्ची डाल दी गई। किसान ने बैग बचाने की कोशिश की, लेकिन दूसरा बदमाश बैग छीनकर फरार हो गया। सड़क पर चिल्लाया, ग्रामीण ने की मददलूट के बाद किसान सड़क पर काफी देर तक चिल्लाते रहा। कुछ लोग वहां से गुजरे, लेकिन मदद नहीं की। बाद में एक ग्रामीण ने उन्हें देखा और परिजनों को सूचना दी। परिवार के लोग मौके पर पहुंचे और किसान को जिला अस्पताल ले गए, जहां उसका इलाज चल रहा है। पुलिस ने मौके पर जांच शुरू कीघटना की सूचना मिलते ही कोतवाली थाना प्रभारी रवि प्रताप सिंह चौहान और देहात थाना प्रभारी भुवनेश शर्मा पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। मौके पर पानी में डाली हुई मिर्ची भी मिली। जिला अस्पताल पहुंचकर पुलिस ने किसान से घटना संबंधी पूछताछ की।
नए साल पर कोरबा पुलिस अलर्ट:पिकनिक स्थलों पर गश्त, नियम तोड़ने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई
कोरबा पुलिस ने नए साल के मद्देनजर जिले में सुरक्षा और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए व्यापक तैयारियां की हैं। जनसामान्य को सुरक्षित एवं शांतिपूर्ण वातावरण प्रदान करने के उद्देश्य से सभी प्रमुख पिकनिक स्थलों, पर्यटन क्षेत्रों और सार्वजनिक स्थानों पर पुलिस की गश्त और चौकसी बढ़ा दी गई है। पुलिस का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि नागरिक सुरक्षित, व्यवस्थित और कानून के दायरे में रहकर नव वर्ष का उत्सव मनाएं। टीमें जिले के हर लोकप्रिय पिकनिक स्थल और अन्य मनोरंजन क्षेत्रों पर लगातार गश्त और निगरानी कर रही हैं। कानून-विरोधी गतिविधि पर नजर शराब पीकर वाहन चलाने, अत्यधिक तेज आवाज में संगीत बजाने, सार्वजनिक स्थान पर अश्लील आचरण या किसी भी प्रकार की कानून-विरोधी गतिविधि में संलिप्त पाए जाने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध तत्काल सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस अभियान के तहत, पुलिस दल यातायात नियमों के पालन, नशे में गाड़ी चलाने की रोकथाम, ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण और महिला सुरक्षा पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। चलती हुई गाड़ियों की औचक जांच भी की जा रही है। जिले के प्रमुख पिकनिक स्पॉट जैसे सतरेंगा, झोराघाट, परसखोला, बुका, बांगोडेम, रजगामार, केंदई और कॉफी प्वाइंट सहित सभी छोटे-बड़े स्थलों पर पुलिस बल तैनात रहेगा और लगातार गश्त करेगा। उचित कार्रवाई के लिए 112 डायल वहीं, शहर के मुख्य चौराहे निहारिका घंटाघर, सुभाष चौक, कोसाबाड़ी चौक, बुधवारी जैन चौक, सीएसईबी चौक, टीपी नगर चौक, सुनालिया चौक, सीतामढ़ी चौक और गौ माता चौक पर भी पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। संबंधित थाना-चौकी की पेट्रोलिंग टीमें भी लगातार गश्त करेंगी। ASP नीतिश ठाकुर ने बताया कि नव वर्ष की तैयारियों के मद्देनजर संबंधित थाना-चौकी प्रभारियों को अपने क्षेत्र में लगातार नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने नागरिकों, विशेषकर युवाओं से अपील की है कि वे जिम्मेदारी के साथ नव वर्ष का आनंद लें और कानून का सम्मान करें। किसी भी आपात स्थिति या हुड़दंग की सूचना के लिए नागरिक पुलिस नियंत्रण कक्ष या 112 पर संपर्क कर सकते हैं, जिस पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
माय एफएम पर ‘इंदौर की बैलेंस शीट’:RJ अभी के साथ: साल 2025 ने शहर को क्या दिया, कौन से वादे हकीकत बने
माय एफएम पर पूरे दिसंबर महीने में ‘इंदौर की बैलेंस शीट’ तैयार की गई, जहां जाते हुए साल 2025 ने शहर को क्या दिया। कौन से वादे हकीकत बने, कौन से काम रफ्तार पकड़ पाए और किन मुद्दों पर अब भी सवाल बाकी हैं- इन सभी बिंदुओं पर शहर के अपने रेडियो स्टेशन 94.3 माय एफएम पर गहन और ईमानदार पड़ताल RJ अभि द्वारा की गई। हमेशा श्रोताओं से जुड़ी हर बात को गंभीरता से उठाने वाला माय एफएम, आरजे अभि के साथ इस खास और जिम्मेदार पहल ‘इंदौर की बैलेंस शीट’ को सफलतापूर्वक पूरा कर चुका है। यह कोई साधारण चर्चा नहीं थी,बल्कि इंदौर के विकास की एक ईमानदार ऑडियो वीडियो रिपोर्ट थी, जिसमें बीते साल का पूरा लेखा-जोखा जनता के सामने रखा गया।इस कार्यक्रम के दौरान माय एफएम स्टूडियो में शहर की कई प्रमुख अथॉरिटीज ने विजिट की और बैलेंस शीट तैयार करने में अपनी भागीदारी निभाई। इनमें फूड सेफ्टी ऑफिसर मनीष स्वामी,एडिशनल डीसीपी ट्रैफिक संतोष कौल,डीसीपी क्राइम राजेश दंडोतिया जी,आरटीओ ऑफिसर प्रदीप शर्मा शामिल रहे हैं। Aictsl की पीआरओ डॉक्टर माला ठाकुर इन चर्चाओं के साथ-साथ इंदौर की जनता ने भी अपनी राय और वोटिंग के जरिए शहर के अलग-अलग विभागों को नंबर दिए। कुछ इस तरह अथॉरिटीज की बातों और जनता की राय को मिलाकर इंदौर की बैलेंस शीट तैयार की गई।शहर से जुड़े बड़े मुद्दे हों या आम नागरिक की रोजमर्रा की परेशानियां - सवाल उठे, चर्चा हुई और जवाब भी इसी मंच पर सामने आए। हाँ, इतनी गंभीर बातचीत के बीच भी आपका फेवरेट म्यूजिक हमेशा की तरह बना रहा 94.3 माय एफएम का हिस्सा। माय एफएम- चलो अच्छा सुनते हैं!!
रोहतक जिले के महम में मुख्यमंत्री सौंदर्यीकरण प्रतियोगिता के तहत ब्लॉक स्तरीय टीम ने मंगलवार को विभिन्न स्कूलों का निरीक्षण किया। टीम ने उन विद्यालयों का दौरा किया जिन्होंने प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए आवेदन किया था। निरीक्षण के दौरान स्कूलों की साफ-सफाई, सौंदर्यीकरण और बुनियादी सुविधाओं का मूल्यांकन किया गया। एसडीएम विपिन कुमार के नेतृत्व में हुई जांच निरीक्षण टीम का नेतृत्व महम के एसडीएम विपिन कुमार ने किया। टीम में खंड शिक्षा अधिकारी सरिता खनगवाल, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय महम के प्राचार्य राजेश नांदल, राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय महम की प्राचार्या संध्या सुमन, राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय निंदाना की प्राचार्या सुनील देशवाल और अन्य सदस्य शामिल थे। चार स्कूलों का किया गया गहन निरीक्षण टीम ने राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मोखरा, राजकीय उच्च विद्यालय गोरावड़, राजकीय माध्यमिक विद्यालय इमलीगढ़ और राजकीय प्राथमिक विद्यालय इमलीगढ़ का गहन निरीक्षण किया। इस दौरान स्कूलों में सौंदर्यीकरण से जुड़ी व्यवस्थाओं और रखरखाव की स्थिति का विस्तृत मूल्यांकन किया गया। चारदीवारी से लेकर किचन गार्डन तक हुई जांच निरीक्षण के दौरान टीम ने मुख्यमंत्री सौंदर्यीकरण प्रतियोगिता के लिए निर्धारित सभी मानकों की बारीकी से जांच की। इनमें विद्यालय की चारदीवारी, मुख्यद्वार, स्टेज, कार्यालय, पुस्तकालय, बगीचा और फूलों के पौधे, शौचालय, पीने के पानी की सुविधा, कक्षा कक्ष, किचन गार्डन और पानी की निकासी व्यवस्था जैसे बिंदु शामिल थे। निरीक्षण के बाद घोषित होंगे परिणाम एसडीएम विपिन कुमार ने बताया कि जिन स्कूलों ने प्रतियोगिता के लिए आवेदन किया है, उनके निरीक्षण के बाद ही ब्लॉक स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यालयों के परिणाम घोषित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस प्रतियोगिता का उद्देश्य स्कूलों में स्वच्छता, सौंदर्यकरण और बेहतर वातावरण को बढ़ावा देना है।
फतेहाबाद जिले के गांव म्योंद खुर्द में सोमवार देर रात एक पिकअप वाहन की टक्कर से एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक की पहचान म्योंद खुर्द निवासी 42 वर्षीय बलजीत सिंह के रूप में हुई है। पिकअप ड्राइवर वाहन समेत मौके से फरार हो गया। जानकारी के अनुसार, बलजीत सिंह गांव के बाहर सड़क किनारे टहलने के लिए निकले थे। इसी दौरान एक अज्ञात पिकअप वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी, जिससे उन्होंने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया। बलजीत सिंह अपने पीछे 5 बेटियों को छोड़ गए हैं। उनके कुल चार भाई हैं। ड्राइवर के खिलाफ केस दर्ज पुलिस ने अज्ञात पिकअप ड्राइवर के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने मृतक के भतीजे के बयान भी दर्ज किए हैं, जिसमें उसने बताया कि सोमवार देर शाम पिकअप गाड़ी की टक्कर से बलजीत सिंह की जान गई। जांच अधिकारी राधे कृष्ण ने बताया कि परिजनों के बयान ले लिए गए हैं। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए टोहाना के नागरिक अस्पताल में रखा गया है। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। पुलिस वाहन और ड्राइवर की तलाश कर रही है और जल्द ही उन्हें पकड़ने का दावा किया है।

