भारत और ब्राजील में हुआ 20 अरब अमेरिकी डॉलर का व्यापारिक समझौता, आतंकवाद की कड़ी निंदा की
India and Brazil sign trade agreement: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) और ब्राजील के राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला डी सिल्वा (Luiz Inacio Lula da Silva) के बीच मंगलवार को वार्ता के बाद भारत और ब्राजील ने अगले 5 वर्षों में द्विपक्षीय ...
देश के सबसे चर्चित कन्हैयालाल हत्याकांड पर बनी मूवी 'उदयपुर फाइल्स' 11 जुलाई को रिलीज होने वाली है। इधर, रिलीज से पहले इस मूवी पर रोक लगाने को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई है। मामले में अब कन्हैयालाल के बेटे यश तेली का बयान सामने आया है। यश ने कहा कि ये मूवी किसी धर्म या समुदाय विशेष के खिलाफ नहीं, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ है। 18 जून 2022 को मेरे पिता के हत्याकांड पर आधारित इस मूवी में वो सबकुछ दिखाया है जो मेरे पिता के साथ हुआ। कैसे उन्हें मौत के घाट उतार दिया गया। उनके खिलाफ आतंकवादी षड़यंत्र में कुछ पाकिस्तानी और भारत में उनसे जुड़े लोग थे। ये मूवी बताती है कि कैसे आतंकवाद की जड़ें हमारे यहां काम करती है। 2 दिन बाद 11 जुलाई को रिलीज होगी मूवी यश तेली ने बताया कि याचिका लगने के बाद आगे क्या होगा, मुझे नहीं पता। मैं समझता हूं कि पूरा देश मूवी देख और जाने कि हमारे परिवार के साथ तीन साल पहले क्या हुआ था। इसी माह 11 जुलाई को मूवी रिलीज होने जा रही है। मैं लोगों से मूवी के माध्यम से अपील करना चाहूंगा कि इंसाफ की लड़ाई में हमारा साथ दें। 3 साल पहले हुई इस जघन्य घटना के आरोपियों को अभी तक फांसी की सजा नहीं हुई। फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने की कब से मांग कर रहे हैं, ये भी नहीं हुआ। सांप्रदायिक वैमनस्य की संभावना बताते हुए लगाई याचिकायाचिका जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष और दारुल उलूम देवबंद के प्रिंसिपल मौलाना अरशद मदनी ने दायर की। मदनी ने याचिका में दावा किया है कि 26 जून 2025 को जारी फिल्म का एक ट्रेलर ऐसे संवादों और घटनाओं से भरा है जिनके कारण 2022 में सांप्रदायिक वैमनस्य पैदा हुआ था और इसमें फिर से वही सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काने की पूरी क्षमता है। तीन साल से बेटे ने नहीं पहले चप्पल-जूते, बाल भी नहीं कटवाए कन्हैयालाल के बड़े बेटे यश तेली पिता के निधन के तीन साल बाद आज भी अपने तीन प्रण पर अडिग हैं। पहला ये कि उन्होंने पिता की अस्थियों का विसर्जन नहीं किया है। दूसरा, तीन साल से बिना जूते-चप्पल के नंगे पैर रहते हैं। साथ ही बाल भी 3 साल से नहीं कटवाए है। यश का कहना है कि पिता के हत्यारों को जब तक फांसी की सजा नहीं मिल जाती। वे उनकी ये तीनों प्रण नहीं तोड़ेंगे। दुकान में गला काटकर की थी कन्हैयालाल की हत्या बता दें कि 28 जून 2022 को कन्हैयालाल की मोहम्मद रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद ने निर्मम तरीके से गला काटकर हत्या कर दी थी। कन्हैयालाल की हत्या के मामले में एनआईए ने पाकिस्तान के कराची निवासी सलमान और अबू इब्राहिम को फरार बताते हुए मुख्य आरोपी गौस मोहम्मद और मोहम्मद रियाज अत्तारी सहित 11 आरोपियों मोहसिन, आसिफ, मोहम्मद मोहसिन, वसीम अली, फरहाद मोहम्मद शेख उर्फ बबला, मोहम्मद जावेद, मुस्लिम मोहम्मद के खिलाफ चालान पेश किया था। एनआईए की विशेष अदालत ने 9 फरवरी 2023 को हत्या,आतंकी गतिविधियों, आपराधिक षड्यंत्र सहित गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) और आर्म्स एक्ट में प्रसंज्ञान लिया था। 11 आरोपियों के खिलाफ पेश की थी चार्जशीट 28 जून को घटना के बाद राजस्थान पुलिस ने मुख्य आरोपी रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद को राजसमंद जिले से गिरफ्तार किया था। 29 जून 2022 को एनआई ने जांच अपने हाथ में ली और इसे आतंकी घटना मानकर गैरकानूनी गतिविधियां अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया। एनआईए ने कुल 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनमें मोहम्मद जावेद, फरहाद मोहम्मद उर्फ बबला, मोहसिन, आसिफ, मोहम्मद मोहसिन, वसील अली और मुस्लिम मोहम्मद शामिल हैं। दो अन्य आरोपी सलमान और अबू इब्राहिम पाकिस्तान के कराची के बताए गए। जो फरार हैं। 22 दिसंबर 2022 को एनआईए ने 11 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की। जिसमें हत्या, आपराधिक साजिश, धार्मिक भावनाएं भड़काने और यूएपीए के तहत आरोप शामिल है।
Baba Barfani: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद लग रहा था कि इस बार अमरनाथ यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या में कमी आएगी लेकिन सभी संभावनाएं धरी की धरी रह गईं और महज 6 दिनों में बाबा बरफानी के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा 1 लाख के पार पहुंच गया है.
आतंकवाद प्रायोजित पाकिस्तान का वैश्विक मंचों पर होना चाहिए बहिष्कार : मनीषा कायंदे
शिवसेना प्रवक्ता डॉ. मनीषा कायंदे ने ब्रिक्स नेताओं द्वारा पहलगाम आतंकी हमले की निंदा करने पर कहा कि ऐसे आतंकवाद को प्रायोजित करने वाले देश को हर उस जगह से अलग-थलग कर दिया जाना चाहिए, जहां वे सदस्य हैं
LIVE: ब्रिक्स देश आतंकवाद के खिलाफ आए एक साथ, ट्रंप को भी मैसेज
ब्रिक्स समूह ने रविवार को पहलगाम आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की और आतंकवाद को 'कतई बर्दाश्त न करने' का दृष्टिकोण अपनाने तथा इससे मुकाबला करने में दोहरे मापदंड त्यागने के भारत के रुख को दोहराया। ब्राजील के इस समुद्र तटीय शहर में समूह के ...
मुजफ्फरनगर जिले में रविवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद का आगमन हुआ। इस दौरान उन्होंने जिले की नई कांग्रेस कमेटी को शपथ दिलाई और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।मीडिया से बात करते हुए सलमान खुर्शीद ने इंडिया गठबंधन को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा, “गठबंधन को लेकर शीर्ष स्तर पर लगातार चर्चा होती रहती है, लेकिन फिलहाल हमारा गठबंधन टूटा नहीं है। किसी ने यह नहीं कहा है कि अब साथ नहीं है या गठबंधन समाप्त हो गया है।” नेम प्लेट विवाद पर दी संयम और समझदारी की सलाहकावड़ यात्रा के दौरान ‘नेम प्लेट’ विवाद पर पूछे गए सवाल के जवाब में सलमान खुर्शीद ने कहा, अगर कोई व्यक्ति किसी दूसरे धर्म के देवी-देवताओं का सम्मान करता है और उन्हें अपने जीवन का हिस्सा बनाता है, तो यह एक सकारात्मक बात है। यह आपसी समझ और सद्भाव की बात है। हमें एक-दूसरे की भावनाओं को समझकर ही निर्णय लेना चाहिए।” हर बात को आतंकवाद से जोड़ना उचित नहीं सपा नेता एस.टी. हसन द्वारा ‘नेम प्लेट’ विवाद को आतंकवाद से जोड़ने पर प्रतिक्रिया देते हुए सलमान खुर्शीद ने कहा, हर बात को आतंकवाद से जोड़ना उचित नहीं है। आतंकवाद एक गंभीर और वास्तविक समस्या है, जिसका हम सभी मिलकर सामना कर रहे हैं। यह हमारे समाज की आंतरिक चुनौती है। इसे राजनीतिक विवादों से जोड़ना उचित नहीं होगा। संवैधानिक मूल्यों और सामाजिक सौहार्द पर जोर सलमान खुर्शीद ने संविधान और भारतीय समाज की विविधता पर बात करते हुए कहा, “हमारा संविधान सभी धर्मों को समान अधिकार और सम्मान देता है। गंगा-जमुनी तहजीब हमारी पहचान है। हमें इस साझी विरासत को बचाकर रखना है। किसी की धार्मिक आस्था का सम्मान करना संवैधानिक और सामाजिक दोनों रूप से ज़रूरी है।” उन्होंने कहा कि यह हमारा दायित्व है कि हम एक-दूसरे को पीड़ा न दें। समाज के नेताओं को मिलकर ऐसी घटनाओं पर विचार करना चाहिए और आपसी सहमति से रास्ता निकालना चाहिए। बिहार और उत्तर प्रदेश चुनाव पर बोलेबिहार चुनाव की तैयारियों पर सलमान खुर्शीद ने कहा कि वहां की रणनीति स्थानीय नेता बना रहे हैं। बिहार में गठबंधन को लेकर जो भी फैसला होगा, वह नेतृत्व स्तर पर होगा। उत्तर प्रदेश में भी हम अपने स्तर पर तैयारी कर रहे हैं। गठबंधन की सफलता पहले भी सभी ने देखी है, और आगे की रणनीति शीर्ष नेता तय करेंगे। विपक्ष से जुड़े एक अन्य मुद्दे पर उन्होंने कहा, मामला फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में है और सभी को अदालत के फैसले का इंतजार है। जो भी फैसला आएगा, हम सभी उसका सम्मान करेंगे।”
इस देश में 47 साल बाद PM मोदी रचेंगे इतिहास, व्यापार से आतंकवाद तक.. तय होगा एजेंडा
PM Modi Argentina visit: अर्जेंटीना ने भारत के साथ व्यापार बढ़ाने की इच्छा जताई है. अर्जेंटीना भारत के तेजस लड़ाकू विमान और रक्षा तकनीक में भी रुचि दिखा रहा है.
कैमूर के सर्किट हाउस भभुआ में पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने सनातन समागम की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 6 जुलाई को पटना के गांधी मैदान में यह कार्यक्रम होगा। इसमें धीरेंद्र शास्त्री और अनिरुद्ध आचार्य समेत कई धर्मगुरु शामिल होंगे। जातिवाद को आतंकवाद से भी खतरनाक- अश्विनी चौबे पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे कहा कि यह अपनी तरह का पहला आयोजन होगा। इसमें गांव-गांव से लोग शंख लेकर आएंगे। देश के विभिन्न राज्यों से लाखों लोगों के जुटने की उम्मीद है। कार्यक्रम के प्रचार के लिए बिहार में 51 रथ घूम रहे हैं। उन्होंने जातिवाद को आतंकवाद से भी खतरनाक बताया। उनका कहना था कि जातिवाद के बंधन को तोड़ना ही सनातन धर्म है। कार्यक्रम में 2047 तक भारत को विश्व गुरु बनाने का संकल्प लिया जाएगा। मुख्यमंत्री नीतीश का किया बचाव इटावा की घटना पर चौबे ने कहा कि किसी एक व्यक्ति की गलत हरकत से जातीय विद्वेष फैलाना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने इस मुद्दे पर राजनीति करने की निंदा की। बिहार की राजनीति पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्यपाल से मिलते रहते हैं, इसमें कोई राजनीति नहीं है। धरती पर सिर्फ राम ही भगवान- अश्विनी चौबे लालू यादव को भगवान बताने वाले बयान पर उन्होंने कहा कि धरती पर सिर्फ राम ही भगवान हैं। हिंदू राष्ट्र के सवाल पर उन्होंने कहा कि भविष्य में हर व्यक्ति इसे स्वीकार करेगा क्योंकि हमारा राष्ट्र सनातन है।