म्यांमार में रविवार को पांच वर्षों में पहली बार हो रहे मतदान को लेकर लोगों में कोई उत्साह नहीं देखा गया। मतदान केन्द्र सूने पड़े रहे, और मतदान बूथों पर बेहद कमजोर व्यवस्था देखी गयी
म्यांमार में हो रहे चुनाव सिर्फ सियासी तमाशा हैं?
गृह युद्ध झेल रहे म्यांमार में रविवार को आम चुनावों के पहले चरण के लिए वोट डाले जा रहे हैं. आलोचकों का कहना है कि यह चुनाव सेना को सत्ता में बनाए रखने के लिए हो रहे राजनीतिक तमाशे से ज्यादा कुछ नहीं हैं
खैबर पख्तूनख्वा (केपी) के युवा वजीर-ए-आला यानी मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी पाकिस्तानी हुकूमत के सामने बड़ी चुनौती पेश कर रहे हैं। इन दिनों लाहौर में हैं और रविवार को वो मीनार-ए-पाकिस्तान में एक बड़ी पब्लिक रैली का नेतृत्व करेंगे। स्थानीय मीडिया के मुताबिक उनका पंजाब के लाहौर को चुनना मुल्क की सियासत में बड़े बदलाव की दस्तक है
IMF ने चुपके से फिर दिया लोन... $1.29 बिलियन लेकर भी नहीं सुधर सकता पाकिस्तान; देखें रिपोर्ट
IMF on Pakistan loans and corruption: IMF ने पाकिस्तान को 1.29 बिलियन डॉलर का ऋण मंजूर किया, जबकि अपनी रिपोर्ट में भ्रष्टाचार को गंभीर खतरा बताया गया है. इस ऋण से अस्थायी राहत तो मिलेगी, लेकिन स्थायी आर्थिक सुधार और विकास संभव नहीं है.
फरार हो हुए उस्मान हादी कत्ल के आरोपी... नाकाम ढाका पुलिस बोली- भारत चले गए
Bangladesh News: बांग्लादेश में स्टूडेंट लीडर उस्मान हादी की मौत के बाद देश में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन और हिंसा हुआ, आलम ऐसा है कि हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है. अब उस्मान हादी के संदिग्ध को लेकर बड़ा बयान दिया है.
बांग्लादेश में छात्र से नेता बने शरीफ उस्मान हादी की हत्या को लगभग दो हफ्ते से ज्यादा समय बीत चुका है, लेकिन अब तक हत्यारों को पकड़ा नहीं जा सका है। इस बीच इकबाल मंच ने रविवार को पूरे देश में पूरी तरह से नाकाबंदी करने का ऐलान कर दिया है
म्यांमार में विवादों के बीच चुनाव : आम चुनाव के लिए वोटिंग शुरु
म्यांमार में 2025 के बहुदलीय लोकतांत्रिक व्यवस्था की स्थापना के लिए तीन चरणों में होने वाले देशव्यापी आम चुनावों के तहत रविवार को पहले चरण के लिए मतदान शुरु हो गया
USA: व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी कैरोलिन लेविट मैटरनिटी लीव पर नहीं जाएंगी और पद पर बनी रहेंगी. लारा ट्रम्प ने स्पष्ट किया कि उनकी जगह किसी और की नियुक्ति नहीं होगी.
Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच चले रहे युद्ध को रोकने की कोशिशें तेज हैं. आज यानी 28 दिसंबर को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करने वाले हैं. इससे ठीक पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक चेतावनी दी है.
Snowfall and storms in the United States: उत्तर-पूर्वी अमेरिका में भारी बर्फबारी से छुट्टियों के दौरान हवाई और सड़क यातायात प्रभावित हुआ और हजारों उड़ानें रद्द करनी पड़ीं है, वहीं कैलिफोर्निया में बारिश और बाढ़ से भारी नुकसान हुआ, जहां चार लोगों की मौत की हुई है.
इजरायल के फैसले से हिली दुनिया! क्या कबूल हो गई मुस्लिम देशों की दुआ? UN ने बुलाई हंगामी मीटिंग
Israel recognizes Somaliland: इजरायल द्वारा सोमालिलैंड को मान्यता दिए जाने के फैसले पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद आपात बैठक बुला रही है, जिस पर सोमालिया समेत कई देशों ने कड़ा विरोध जताया है. इस कदम से हॉर्न ऑफ अफ्रीका में शांति और क्षेत्रीय संतुलन पर असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है.
कनाडा में भारत ने खोला 'वन स्टॉप सेंटर फॉर वीमेन'; परेशान महिलाओं को मिलेगी हर संभव मदद
कनाडा के टोरंटो में भारत के वाणिज्य दूतावास ने महिलाओं के लिए एक खास वन स्टॉप सेंटर (ओएससीडब्ल्यू) बनाया है
बिहार के दरभंगा जिले का रहने वाला मैं मुकेश कुशवाहा। मुझ पर 17 साल की लड़की के रेप और पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा चला। वो लड़की मेरे दोस्त की प्रेमिका थी। दोस्त ने उसे प्रेग्नेंट किया था, लेकिन मुकदमा मुझ पर चला। थानेदारों ने ऐसा केस बनाया कि बेकसूर को जेल भेज दिया गया। सेशन कोर्ट ने 20 साल की सजा सुनाई। मुकदमा लड़ने में मेरी जमीनें बिक गईं। मेरे पापा का सारा काम-धंधा बर्बाद हो गया। मुझ पर ‘रेप आरोपी’ का ठप्पा लग गया। तब मैं 20 साल का था। जवानी में जेल गया। लगा कि अब शायद बुढ़ापे में ही बाहर आ पाऊंगा। आऊंगा भी या नहीं, पता नहीं। मामला हाईकोर्ट पहुंचा। वहां एक ऑडियो ने पूरे केस को पलट दिया और 5 साल बाद मैं बाइज्जत बरी हो गया। मुकदमा लड़ते मेरी जिंदगी तबाह हो गई। मेरी पढ़ाई छूट गई। बिना किसी अपराध के मैं सालों जेल में रहा। दरअसल, बात 2020 की है। दरभंगा शहर से 55 किलोमीटर दूर मेरा गांव है- मौजमपुर। यहीं मेरे दो भाई, एक बहन और मम्मी-पापा समेत पांच लोगों का परिवार रहता था। कोरोना का समय था। एक दिन पता चला कि पड़ोस की 17 साल की लड़की 3 महीने से प्रेग्नेंट है। उस लड़की का मेरे दोस्त दिनेश से संबंध था। दिनेश मेरे बचपन का दोस्त था। हम दोनों साथ में स्कूल जाते थे। साथ खेलते-कूदते। एक ही थाली में खाने वाले जिगरी दोस्त…। दिनेश की प्रेमिका के प्रेग्नेंट होने की बात आग की तरह गांव में फैल गई। लड़की के घर वालों ने दिनेश के खिलाफ पंचायत बुलाई। गांव में ही एक मैदान है, जहां राम जानकी, दुर्गा जी और हनुमान जी का मंदिर है। इसी मैदान में 400 लोगों की पंचायत बैठी। लड़की का परिवार और गांव वाले जमा हुए। उस वक्त मेरे पापा और चाचा, दोनों लुधियाना में थे। पंचायत ने लड़की से पूछा- ‘तुम्हारा किसके साथ संबंध है। तुम्हारे पेट में किसका बच्चा है?’ लड़की कांपते हुए सिर झुकाए बोली- ‘मेरे पेट में दिनेश का बच्चा है। हम दोनों का डेढ़ साल से संबंध है।’ उसके बाद पंचायत ने दिनेश से पूछा- ‘लड़की जो बोल रही है वो सच है?’ दिनेश ने भी हामी भरते हुए कहा- ‘हम दोनों एक-दूसरे से प्यार करते हैं।’ ये सुनते ही पंचायत उठ कर चली गई। लड़की उस वक्त दरभंगा शहर में रहकर आईटीआई की पढ़ाई कर रही थी। दिनेश भी वहीं रहता था। दूसरे दिन फिर पंचायत बैठी। लड़की के घर वालों ने कहा कि दिनेश को हमारी बेटी से शादी करनी होगी। पंचायत के दबाव में दिनेश के घर वाले राजी हो गए। तभी पंचायत के गंगा और विष्णु महतो जैसे कुछ लोगों ने कहा- इन दोनों की शादी नहीं हो सकती। दोनों एक ही समाज के हैं। दिनेश के दोस्त मुकेश कुशवाहा का भी इसमें हाथ है। उसे भी बुलाओ। उसके बाद मैं भागा-भागा पंचायत में गया। मुझे देखते ही वो लड़की भरी सभा में चीख पड़ी-’मेरा संबंध दिनेश से है, मुकेश से नहीं। ये बच्चा भी दिनेश का है।’ तब गंगा, विष्णु ने कहा- ‘दिनेश और मुकेश के परिवार को लड़की के परिवार वालों को 12 लाख रुपए देने होंगे। 6 लाख दिनेश का परिवार और 6 लाख मुकेश का परिवार देगा। यह शादी नहीं हो सकती। लड़की का बच्चा गिराया जाएगा।’ ये सुनते ही मेरे पैरों चले जमीन खिसक गई। मैंने चीखते हुए पंचायत से कहा- मेरा इस लड़की से कोई लेना-देना नहीं है। लड़की भी तो कह रही है कि उसका मेरे दोस्त दिनेश से संबंध था। वही उसका प्रेमी है और उसके बच्चे का बाप भी। मैं तो दो साल बाद इस लड़की को देख रहा हूं। उस पर मुझे थप्पड़ जड़ते हुए गंगा, विष्णु महतो ने कहा- ‘होशियारी मत करो। चुपचाप 6 लाख रुपए दो और मामला खत्म करो।’ मैंने हाथ जोड़कर उन लोगों से कहा कि मेरे पास तो फूटी कौड़ी भी नहीं है, 6 लाख रुपए कहां से लाऊंगा? जब मेरी कोई गलती ही नहीं है तो मैं पैसे क्यों भरूंगा? तब वहां बैठे कुछ बुजुर्गों ने मुझे मारना शुरू कर दिया। पंचायत ने सख्त लहजे में आदेश दिया कि ‘पहले एक लाख रुपए का बॉन्ड भरो। तब हम लोग तय करेंगे कि तुम निर्दोष हो या नहीं। देखेंगे कि इस लड़की के बच्चे का क्या करना है।’ उस दिन दिनेश के परिवार ने लड़की के परिवार को 6 लाख रुपए दिए। उसके बाद पंचायत खत्म हो गई। दरअसल, गंगा, विष्णु महतो की नाराजगी की वजह कुछ और थी। दोनों के घर के पास ही एक 20 डिसमिल जमीन थी। जिसपर उनके और हमारे दोनों परिवार की दावेदारी थी। मेरे पापा-चाचा ने खेती के लिए वो जमीन खरीद ली। तभी उन लोगों ने हमें बर्बाद करने की कसम खा ली थी। कुछ दिनों बाद मेरी मां उसी खेत में भिंडी तोड़ने गई थीं। अचानक गंगा-विष्णु महतो का परिवार वहां पहुंचा गया और मां को गाली देने लगा, मारपीट करने लगा। गाली देने लगे। मां रोती-बिलखती घर आईं। मैं फौरन मां के साथ बहेड़ा थाने पहुंचा। थाना प्रभारी को पूरा मामला बताया और FIR दर्ज कराई। तकरीबन 44 दिन तक मामला थाने में रहा। बाद में थाना प्रभारी और गांव वालों की तरफ से दबाव बनाया जाने लगा कि मैं केस वापस ले लूं। 8 सितंबर 2020 की बात है। रात का समय था। बहेड़ी थाने की पुलिस मुझे घर से उठाकर ले गई। जब मैंने पूछा कि मेरा कसूर क्या है? तब थानेदार ने कहा- ‘तुमने अपने गांव की लड़की के साथ रेप किया है। वह नाबालिग तीन महीने से प्रेग्नेंट है। उसके पेट में तुम्हारा बच्चा है। तुम अब उससे शादी करने से इनकार कर रहे हो। उसके साथ मारपीट कर रहे हो। उस लड़की ने थाने में आकर यह बयान दर्ज कराया है।’ ये सुनते ही मैं जमीन पर बैठ गया। थानेदार से कहा कि ये सब झूठ है। मेरा लड़की से कोई संबंध नहीं है। उसका संबंध तो दिनेश के साथ है। उसने भरी पंचायत में ये बात कबूली भी है। मैं तो बस दिनेश का दोस्त हूं। उस बात पर थानेदार मुझ पर आग-बबूला हो गया। कहने लगा कि अब कोर्ट में अपनी कहानी सुनाना, तब तक हवालात में सड़ो। पुलिस ने चार दिन तक मुझे हवालात में रखा। फिर पॉक्सो एक्ट और धारा 376 के तहत रेप का मुकदमा दर्ज करके मुझे दरभंगा के बेनीपुर सब-जेल भेज दिया। मैं उस समय 12वीं में फेल हो गया था। दूसरी बार परीक्षा की तैयारी कर रहा था। इसी बीच, इस केस में मुझे फंसाकर दरभंगा जेल भेज दिया गया। जब घर वालों को पता चला कि मुझ पर मुकदमा कर दिया गया है, तो मां भागती हुईं विष्णु-गंगा महतो के घर गईं। उनके पैर पकड़कर गिड़गिड़ाने लगीं, लेकिन उन लोगों ने मां को दुत्कार कर भगा दिया। उस वक्त पापा और चाचा लुधियाना में थी। कोरोना की वजह से ट्रेन नहीं मिल रही थी। खबर मिलते ही आनन-फानन में वो लोग बस से निकले। 12,000 रुपए देकर तीन दिन बाद घर पहुंचे। तब तक मुझे दरभंगा जेल भेज दिया गया था। पहले दिन वहां बंद कैदियों ने मुझसे पूछा- ‘कितने साल के हो।’ मैंने सिर झुकाकर कहा- 20 साल। क्या किए हो? रेप केस में मुझे अंदर कर दिया गया है। वे हंसते हुए कहने लगे-’जवानी में गलती करोगे तो यही सब होगा।’ कैसे समझाता कि झूठे मुकदमे में फंसाया गया हूं। वहां के कैदी मुझे बहुत मारते थे। ये बात मेरे घर वालों को पता चली। उन्होंने कैदियों को 15 हजार रुपए दिए, तब जाकर मेरे साथ मारपीट बंद हुई। मैं जेल की कैंटीन में खाना बनाता था। कोर्ट में साढ़े तीन साल तक स्पीड ट्रायल चली। हर महीने 5 से 10 तारीखें पड़ती थीं। एक तारीख का खर्च 5 हजार रुपए होता था। यानी हर महीने 50 हजार का खर्च। पापा-चाचा 10-10 किलोमीटर पैदल चलकर कोर्ट जाते, ताकि आने-जाने का खर्च बच जाए। जब पैसे खत्म हो गए, तब घरवालों ने अनाज बेचकर मुकदमा लड़ा। उसके बाद जमीनें बेचनी शुरू कर दी। एक समय ऐसा भी आया कि घर में खाने के लिए अनाज खत्म हो गया। मेरा परिवार दिन में खाता तो रात के लिए तरसता। रात में खाता तो दिन में चूल्हा ठंडा पड़ा रहता था। पापा-मम्मी जब जेल में मुझसे मिलने आते, तो फूट-फूटकर रोते। मां कहती कि घर-दुआर सब तहस-नहस होने लगा है। मैं जेल में बैठा यही सोचता कि अब तो पूरी जिंदगी खत्म हो गई। बाहर की दुनिया देखने की उमर में जेल आ गया। मैं जेल में बमुश्किल से 2 घंटे सो पाता। नींद नहीं आती थी। उस दौरान मैंने तीन बार जमानत के लिए अर्जी लगाई। तीनों बार खारिज कर दी गई। मेरे विरोधियों ने तीन-तीन वकील लगाए थे। साल 2024 में दरभंगा सेशन कोर्ट ने मुझे पॉक्सो एक्ट के तहत 20 साल और धारा 376 के तहत 10 साल की जेल की सजा सुनाई। इसके बाद 10 दिन तक मैंने कुछ नहीं खाया। हर दिन जेल में अपनी उम्र गिनता था। सोचता था कि अब कभी बाहर नहीं जा पाऊंगा। दिन-रात रोता। इसी बीच, दिल्ली में मेरे चाचा के एक जानने वाले ने उन्हें बताया कि गांव में चिंटू सिंह नाम के एक समाजसेवी हैं। वो मामले में कुछ कर सकते हैं। पापा और चाचा फौरन उनके पास पहुंचे। चिंटू सिंह की कोशिशों से मामला पटना हाईकोर्ट पहुंचा। 2025 में कोर्ट ने पूरे मामले को फिर से जांच करने का आदेश दिया। तब जाकर मामले की सीआईडी जांच हुई। कोर्ट में पूरी बात आई, तो मामले की असलियत से पर्दा उठा। जांच में पंचायत का एक 57 मिनट का ऑडियो क्लिप भी मिली, जिसमें 12 लाख रुपए में डील करने की बात कही गई थी। लड़की के साथ रेप का फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाया गया था। जिसमें दावा किया गया था कि लड़की के प्राइवेट पार्ट पर मेरा सीमन मिला है। जबकि हकीकत में लड़की का अबॉर्शन करवा दिया गया था। मेडिकल रिपोर्ट में ऐसी महिला डॉक्टर का नाम लिखा गया था, जो हकीकत में थी ही नहीं। मामले में लापरवाही देखते हुए पटना हाईकोर्ट ने एसएचओ, एसडीपीओ और इन्वेस्टिगेटिव ऑफिसर को सस्पेंड करने का आदेश दिया और मुझे बाइज्जत बरी कर दिया। जब मैं जेल से निकलकर घर आया, तो पापा रोते हुए बोले- मुझे तो लगा था कि अब तुम कभी नहीं निकल पाओगे। ऐसा लग रहा था कि एक बेटे से हाथ धो लिया। आज भले ही जेल से बाहर आ गया हू्ं, लेकिन मेरा सब कुछ बर्बाद हो गया है। जिस लड़का-लड़की का मामला था, उनकी तो अलग-अलग जगह शादी हो गई है और मैं बर्बाद हो गया। मेरा जेल में 5 साल बर्बाद हो गया। मेरी जमीनें बिक गईं। पापा का सब काम-धंधा चौपट हो गया। 10 लाख रुपए का कर्ज है। मेरे 5 साल कौन लौटाएगा? जिस उम्र में मैं कुछ बनता। नौकरी-चाकरी करता, उस उम्र में फर्जी मुकदमे में जेल चला गया…। मैंने सरकार से मुआवजा देने की मांग की है। मेरा एक कमरे का मकान है। जितना पैसा मुकदमे में फूंका, उतने में तो एक घर आबाद हो जाता। अब बहन की शादी करनी है। ये सारी चीजें सोच-सोचकर आज नींद नहीं आती। खैर… भगवान ऐसी दोस्ती किसी को न दें। दिनेश की दोस्ती ने मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी। मैं जिंदा होते हुए भी मरा हुआ महसूस करता हूं। अब कुछ दिनों से मां-बाप को देख पा रहा। फिर से उठ खड़ा होने की कोशिश कर रहा हूं। (मुकेश कुशवाहा ने अपने ये जज्बात भास्कर रिपोर्टर नीरज झा से साझा किए हैं) -------------------------------------------------- 1- संडे जज्बात-रिश्तेदार की लाश लेकर आया, मेरे गाल छूने लगा:लाशें जलाने के कारण शादी नहीं हुई- पति के बिना जी लूंगी, लाशों के बिना नहीं मैं टुम्पा दास- पश्चिम बंगाल में डोम समुदाय की पहली महिला हूं, जो पिछले कई सालों से कोलकाता के बड़िपुर गांव के श्मशान में लाशें जला रही हूं। पता नहीं भारत में कोई और महिला यह काम करती है या नहीं, पर मैंने यही रास्ता चुना… और यह रास्ता आसान नहीं था। पूरी स्टोरी यहां पढ़ें 2- संडे जज्बात-मैं मुर्दा बनकर अर्थी पर भीतर-ही-भीतर मुस्कुरा रहा था:लोग ‘राम नाम सत्य है’ बोले तो सोचा- सत्य तो मैं ही हूं, थोड़ी देर में उठकर साबित करूंगा मेरा नाम मोहनलाल है। बिहार के गयाजी के गांव पोची का रहने वाला हूं। विश्व में शायद अकेला ऐसा इंसान हूं, जिसने जिंदा रहते अपनी शव यात्रा देखी। यह बात चंद करीबी लोगों को ही पता थी। मरने का यह सारा नाटक किसी खास वजह से किया गया था। पूरी स्टोरी यहां पढ़ें
‘मैं और मान्या एक-दूसरे से प्यार करते थे। मान्या ने मुझे बताया कि उसके घरवाले उसे पीटते हैं और वो उनके साथ नहीं रहना चाहती। वो मेरे साथ रहना चाहती थी। हमने तय किया कि शादी कर लेंगे। जून में हमने घर छोड़ दिया और शादी कर ली। शादी के बाद हम थाने गए, बयान दर्ज कराए और घर लौट आए। ये बात मान्या के घरवालों को बर्दाश्त नहीं हुई। उन्होंने उसे इसलिए मार दिया क्योंकि उसने एक दलित लड़के से शादी की थी।’ ये आपबीती सुना रहे विवेकानंद की जिंदगी 22 दिसंबर के बाद पूरी तरह बदल गई। विवेकानंद कर्नाटक के हुबली-धारवाड़ जिले के इनाम वीरापुर गांव में रहते हैं। उनकी पत्नी मान्या की घर में ही हत्या कर दी गई। 20 साल की मान्या प्रेग्नेंट थीं। हत्या का आरोप मान्या के परिवार पर है। विवेकानंद और मान्या का परिवार एक ही गांव में रहते हैं। इस केस में 15 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। हुबली पुलिस ने मान्या के पिता प्रकाशगोड्डा पाटिल और दो रिश्तेदारों इरन्ना और अरुण समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। 22 दिसंबर की शाम क्या हुआमान्या और विवेकानंद के घर के बीच करीब 200 मीटर की दूरी है। विवेकानंद पिता हनुमंतप्पा डोड्डामणि और मां रीनाव्वा के साथ रहते हैं। विवेकानंद बताते हैं, ‘मान्या और मैं एक-दूसरे को पसंद करते हैं, ये बात उसके घरवालों को पता चल गई थी। मान्या मुझसे शादी करना चाहती थी। उसका परिवार इसके लिए राजी नहीं था। वे रोज उसे मारते-पीटते थे। मान्या परेशान हो गई थी। उसकी हालत देखकर हमने तय किया कि भागकर शादी करेंगे। मई में हम दोनों गांव से मेरे मामा के घर हावेरी चले गए।’ ‘मान्या प्रेग्नेंट हुई, तो मैं उसे जांच के लिए हावेरी में ही हॉस्पिटल ले जाता था। 5 महीने बाद उसे ज्यादा देखभाल की जरूरत थी। जान का खतरा था, इसलिए मैं धारवाड़ जिले के SP गुंजन आर्य सर से मिला। उन्हें बताया कि मेरी पत्नी के घरवाले हमें खोज रहे हैं। वे हम दोनों को मार डालेंगे। मेरी बात सुनकर उन्होंने भरोसा दिया कि कुछ नहीं होगा।’ ‘हमारा डर दूर करने के लिए मान्या के परिवार को धारवाड़ पुलिस स्टेशन बुलाया गया। उसके पिता ने पुलिस के सामने कहा कि मैं अपनी बेटी को मरा हुआ मान चुका हूं। अब उससे हमारा कोई लेना-देना नहीं है।’ विवेकानंद के मुताबिक, पुलिस के समझाने पर हम 8 दिसंबर को मान्या को लेकर गांव लौट आए। मेरे घरवालों ने मान्या को खुशी-खुशी अपनाया, लेकिन उसके मायके वाले इस बात से नाराज थे। मान्या और उसकी सास को अकेला देख घर में घुसे हमलावरविवेकानंद के मुताबिक, ‘22 दिसंबर की शाम करीब 6:30 बजे मान्या के पिता प्रकाशगोड्डा पाटिल अपने दो रिश्तेदारों इरन्ना, वीरप्पा और अरुण के साथ हमारे घर में घुस गए। उस वक्त घर में मान्या और मां मौजूद थी। हमलावरों के हाथ में कुल्हाड़ी और स्प्रिंक्लर पाइप थे। ये देख मां ने शोर मचाया। उनकी आवाज सुनकर पापा दौड़कर आए। वे मान्या को बचाने के लिए भागे, तो हमलावरों ने उन्हें पकड़कर रॉड से पीटा।‘ ‘इसके बाद मान्या के पिता प्रकाशगोड्डा ने उसके सिर पर कुल्हाड़ी और पाइप में हमला कर दिया। इसी बीच मान्या के पापा ने उसके सिर पर रॉड मार दी। वो जमीन पर गिर गई। वे उसे मारते रहे। उन्हें यकीन हो गया कि वो मर गई है, तो सभी लोग भाग गए। मैं मान्या को अस्पताल ले गया। रात 9:30 बजे उसने दम तोड़ दिया।’ मान्या की मौत की खबर मिलते ही हुबली-धारवाड़ पुलिस कमिश्नर एन. शशिकुमार, SP गुंजन आर्य और हुबली रुरल थाने के SHO मुरुगेश चन्ननावर हॉस्पिटल पहुंचे। उन्होंने अस्पताल और इनाम वीरापुर गांव में पुलिस तैनात कर दी। मान्या के सिर और पेट पर घाव, मकसद बच्चे को मारना थाहुबली पुलिस के सोर्स के मुताबिक, मान्या पाटिल को लोहे की रॉड और स्प्रिंकलर पाइप से पीटा गया। डॉक्टरों ने सिर और पेट में गहरी चोटें होने की बात कही है। डेडबॉडी पर चोट के निशानों से साबित होता है कि मान्या पर हमला सिर्फ उसकी हत्या के लिए नहीं, बल्कि उसके पेट में पल रहे बच्चे की जान लेने के इरादे से किया गया। फोरेंसिक जांच में इसकी पुष्टि हुई है। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई। CCTV फुटेज में कुल्हाड़ी लिए दिखा प्रकाशहुबली-धारवाड़ पुलिस कमिश्नर एन. शशिकुमार के आदेश पर 3 स्पेशल पुलिस यूनिट ने मामले की जांच शुरू की गई। हुबली पुलिस के एक सीनियर ऑफिसर बताते हैं, ‘हमें इनपुट मिला कि मुख्य आरोपी प्रकाश और उसके दो रिश्तेदार हुबली में ही छिपे हैं। बाकी आरोपी भी उसी लोकेशन पर हो सकते हैं। लोकल इंटेलिजेंस यूनिट की मदद से हमने आरोपियों को ट्रैक किया और प्रकाश समेत 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।’ पुलिस दोनों पक्षों से पूछताछ और सबूतों के आधार पर जांच कर रही है। हम ये भी पता लगा रहे हैं कि हत्या में शामिल धारदार हथियार और सामान कहां से खरीदे गए। कुछ हमलावर अभी भी फरार हैं, उनकी तलाश हो रही है। हुबली-धारवाड़ पुलिस को घटना वाले दिन का एक CCTV फुटेज भी मिला है, जिसमें प्रकाशगोड्डा कुल्हाड़ी और रॉड लेकर विवेकानंद के घर में घुसता दिख रहा है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से एक के पास प्लास्टिक का डिब्बा मिला, जिसमें पेट्रोल भरा हुआ था। इससे साबित होता है कि हमलावर घटना के बाद घर को आग लगाना चाहते थे। हुबली इंस्पेक्टर बोले- हॉरर किलिंग के सबूत मिलेकर्नाटक के हुबली रूरल पुलिस स्टेशन के SHO मुरुगेश चन्ननावर इस केस की जांच कर रहे हैं। हमने उनसे फोन पर बात की। मुरुगेश कहते हैं, ‘घटना वाली रात ही हमने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। लड़की के पति विवेकानंद की तहरीर पर उसके पिता प्रकाशगोड्डा पाटिल समेत 15 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। इनमें से ज्यादातर अज्ञात लोग हैं, जिन्हें पीड़ित परिवार नहीं जानता है।’ 'शुरुआती जांच में ये हॉरर किलिंग का मामला लग रहा है। मान्या पाटिल लिंगायत समुदाय से थी, उसका पति विवेकानंद मदार समुदाय से है। दोनों एक ही गांव के रहने वाले थे और ग्रेजुएशन की पढ़ाई के दौरान एक-दूसरे के संपर्क में आए। दोनों ने 19 जून को हुबली के रजिस्ट्रार दफ्तर में शादी की थी। मान्या ने घरवालों को विवेकानंद से शादी न कराने पर आत्महत्या की धमकी दी थी। शादी के बाद पुलिस ने दोनों परिवारों के बीच सुलह कराई थी। बावजूद इसके ये घटना हो गई।’ मान्या की सास की हालत नाजुक, प्रशासन ने 5 लाख रुपए की मदद दीघटना के बाद हुबली जिला प्रशासन ने हमले में घायल मान्या के सास–ससुर को कर्नाटक मेडिकल सेंटर में भर्ती करवाया है। मान्या की सास की हालत गंभीर है। 23 दिसंबर को धारवाड़ की डिप्टी कमिश्नर दिव्या प्रभु ने विवेकानंद के पिता को मदद के तौर पर 5 लाख रुपए का चेक सौंपा। कर्नाटक के सबसे बड़ा दलित संगठन 'दलित महामंडल' के सदस्यों ने भी पीड़ित परिवार से मुलाकात की है। समता सेना के स्टेट प्रेसिडेंट गुरुनाथ उल्लीकाशी ने कर्नाटक सरकार से 'ऑनर किलिंग कंट्रोल एक्ट' लागू करने, पीड़ित परिवार को हुबली में 10 एकड़ जमीन के अलावा विवेकानंद को सरकारी नौकरी देने की मांग की है। देश में हॉरर किलिंग के सबसे ज्यादा मामले झारखंड मेंनेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो की रिपोर्ट के मुताबिक, 2023 में झारखंड में सबसे ज्यादा हॉरर किलिंग के 9 मामले सामने आए। इसके बाद हरियाणा का नंबर है, जहां ऐसे 6 केस हुए। ये हत्याएं परिवार का सम्मान बचाने के नाम पर की गईं। देश में दर्ज 38 मामलों में करीब 58% केस मध्य प्रदेश, पंजाब, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, छत्तीसगढ़ और कर्नाटक में सामने आए।
'सुबह 4:45 बजे का है ये हाल...', रोजगार के लिए दुबई जाना चाहते हैं तो वीडियो में दिख जाएगा कड़वा सच
Dubai Viral Video: कई यूज़र्स ने बेहतर कमाई की तलाश में घर से दूर रहने की भावनात्मक कीमत पर विचार किया. एक यूज़र ने लिखा, 'हमारे भारत से बेहतर कुछ नहीं है, और हमारे परिवार से ज़्यादा महत्वपूर्ण कुछ नहीं है. हम जो कुछ भी कमाना या हासिल करना चाहते हैं, वह अपने परिवार के साथ रहकर करना चाहिए, घर से दूर जाकर नहीं.'
आखिर अपने ही रॉकस्टार पर बांग्लादेशियों ने क्यों बरसाए पत्थर? जेम्स कॉन्सर्ट हिंसा की पूरी कहानी
DNA: गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर ने कहा था कि कला का कोई धर्म नहीं होता, वो तो मानव हृदय की अभिव्यक्ति है. इस विचार के मुताबिक कला किसी धर्म, जाति या सीमा से बंधी नहीं होती, बल्कि सर्वव्यापी और मानवीय होती है. लेकिन मोहम्मद यूनुस के नए बांग्लादेश में कला अपराध की श्रेणी में आ गई है. यहां कला और कलाकारों को कट्टरपंथी चुन-चुनकर निशाना बना रहे हैं.
China installed cameras in Nepal: चीन भले ही खुद के शक्तिशाली होने का दावा करता हो. लेकिन सच ये है कि वो अंदर ही अंदर जनता की बगावत से बहुत डरा रहता है. इसके लिए उसने पूरे चीन में सीसीटीवी लगा रखे हैं. अब उसकी यह सनक सीमा पार करके नेपाल पहुंच गई है.
Bangladesh Dipu Chandra Das Murder News: बांग्लादेश में हिंदू युवक दीपू चंद्र दास को सुनियोजित तरीके से मारा गया था. कट्टरपंथी उसे नौकरी मिलने और प्रमोशन की संभावना से झुंझलाए हुए थे. उन्होंने योजना बनाकर उस पर ईशनिंदा का आरोप लगाया और फिर मार डाला.
कनाडा में परेशान महिलाओं के लिए भारत बढ़ाए मदद के हाथ, खोल दिया 'वन स्टॉप सेंटर फॉर वीमेन'
टोरंटो में भारतीय वाणिज्य दूतावास की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया, 'वन स्टॉप सेंटर परेशान महिलाओं को समय पर और सही मदद के तरीकों से जोड़कर, लाभार्थी-केंद्रित सहायता प्रदान करेगा. इसमें तुरंत परामर्श और साइको-सोशल मदद की सुविधा के साथ ही कानूनी मदद और सलाह भी दी जाएगी.'
बांग्लादेश में हिंदुओं की हत्या, नेपाल में गुस्से का ज्वालामुखी फूटा
बांग्लादेश में हिंदू पुरुषों की बेरहम हत्या के विरोध में शुक्रवार और शनिवार को नेपाल के बीरगंज, जनकपुरधाम और गोलबाजार जैसे बड़े शहरों में प्रदर्शन किया गया
बांग्लादेश हिंसा के बीच इस 'जरूरी चीज' की क्यों हो गई भारी कमी? बस इतने दिनों का बचा है स्टॉक
मैनपावर की कमी के बारे में, DGFP के उप निदेशक इरशाद अहमद नोमानी ने कहा कि फील्ड-लेवल के 25 प्रतिशत पद, जैसे फैमिली प्लानिंग असिस्टेंट और इंस्पेक्टर, फैमिली वेलफेयर वॉलंटियर और सब-असिस्टेंट कम्युनिटी मेडिकल ऑफिसर, खाली पड़े हैं.
'रूस ने हमला किया तो हम झेल नहीं पाएंगे...', पद छोड़ने से पहले इस देश के आर्मी चीफ की आखिरी चेतावनी
Swiss army chief: फिलहाल स्विट्जरलैंड अपने रक्षा बजट को देश के घरेलू सकल उत्पाद के 1 प्रतिशत बराबर तक बढ़ाना चाहता है जो फिलहाल सिर्फ 0.7 प्रतिशत है. ये फिलहाल नाटो की तरफ से मिलने वाली सहमति 5 प्रतिशत से भी काफी दूर है.
नेशनल पीपुल्स कांग्रेस की स्थायी कमेटी ने 27 दिसंबर को नव संशोधित विदेशी व्यापार कानून पास किया, जो 1 मार्च 2026 से लागू होगा
फ्लोरिडा में मिलेंगे ट्रंप और जेलेंस्की, किन मुद्दों पर होगी बात
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप शनिवार को फ्लोरिडा में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मिलेंगे. यह मुलाकात ऐसे समय में हो रही है जब अमेरिका अपनी यूक्रेन शांति योजना को आगे बढ़ा रहा है
ट्रंप-जेलेंस्की की बैठक से पहले रूस का कहर, कीव-यूक्रेन पर मिसाइलों और ड्रोन से बड़ा हमला
रूस ने शनिवार को कीव और यूक्रेन के दूसरे इलाकों पर मिसाइलों और ड्रोन से हमला किया। यह हमला राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के उस बयान के बाद हुआ जिसमें उन्होंने कहा था कि करीब चार साल से चल रहे युद्ध को खत्म करने की डील पर काम करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ एक अहम बैठक होगी
बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष तारिक रहमान (बीएनपी के एक्टिंग चेयरमैन) ने शनिवार को वोटर रजिस्ट्रेशन और एनआईडी संबंधी औपचारिकताएं पूरी कीं। 17 साल निर्वासन में रहने के बाद उनकी वतन वापसी हुई है। इस बीच, अवामी लीग ने इस प्रक्रिया को 'विशेष छूट' बताते हुए कानूनी उल्लंघनों और असमानता का आरोप लगाया है, खासकर 2026 चुनावों के संदर्भ में जहां अवामी लीग बैन है
Christopher Luxon: न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन ने शनिवार को कहा कि भारत के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट से रोजगार, निर्यात और आय में बढ़ोतरी होगी. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए कहा कि भारत के साथ यह समझौता उनके पहले कार्यकाल में पूरा करने का वादा था जिसे अब उन्होंने पूरा किया.
Khalistan: खुफिया एजेंसियों ने ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तान आंदोलन के तेजी से बढ़ने पर चिंता जताई है. एजेंसियों का कहना है कि कनाडा और यूनाइटेड किंगडम में खालिस्तानी संगठन की गतिविधियों में कमी आई है और पिछले कुछ महीनों में ऑस्ट्रेलिया में अपनी मौजूदगी बढ़ाई है.
थाईलैंड-कंबोडिया ने बॉर्डर चेकपॉइंट पर सीजफायर समझौते पर किए साइन
थाईलैंड के रक्षा मंत्री नत्थापोन नाकपानिच और कंबोडिया के उप प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री टी सिया ने शनिवार को थाईलैंड के चांथाबुरी प्रांत में एक बॉर्डर चेकपॉइंट पर सीजफायर समझौते पर साइन किए
Bangladesh Elections 2026:बांग्लादेश के आगामी चुनावों में NCP जमात-ए-इस्लामी से सीट-शेयरिंग समझौते की दिशा में बढ़ रही है लेकिन NCP के कुछ नेता BNP की तरफ जाना चाहते है. जिसकी वजह से पार्टी में गठबंधन को लेकर गुटबाजी और इस्तीफे हो रहे हैं.
थम गई थाईलैंड और कंबोडिया में जंग, एक बार फिर दोनों देशों ने डाले हथियार, युद्धविराम समझौता हुआ लागू
Thailand News: थाईलैंड और कंबोडिया दोनों देश युद्ध को खत्म करने के लिए तैयार हो गए हैं. रक्षा मंत्री नत्थापोन नाकपानिच और कंबोडिया के उप प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री टी सिया ने शनिवार को थाईलैंड के चांथाबुरी प्रांत में एक बॉर्डर चेकपॉइंट पर सीजफायर समझौते पर साइन किए.
मलेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री नजीब रजाक को 15 साल जेल की सज़ा, सत्ता के दुरुपयोग का आरोप
मलेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री नजीब रजाक को शुक्रवार को सत्ता के दुरुपयोग के चार मामलों में 15 साल जेल की सज़ा सुनाई गयी
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि अगर रूस कम से कम 60 दिनों के लिए सीजफायर पर सहमत होता है, तो वह इस संकट को खत्म करने के लिए एक शांति योजना पर जनमत संग्रह कराने के लिए तैयार हैं
आतंक के सबसे बड़े समर्थक देश ने ही आतंकवाद पर ले लिया बड़ा एक्शन, ISIS के 115 संदिग्ध गिरफ्तार
Turkiye News: पाकिस्तान का समर्थक देश तुर्की को अब अपने देश की चिंता सताने लगी है. नए साल से पहले ये देश ISIS के 115 संदिग्धों की गिरफ्तारी किया है, इसके अलावा कई के लिए वारंट जारी किया गया है.
जेलेंस्की नहीं, मैं लूंगा निर्णय... मीटिंग से पहले ट्रंप ने यूक्रेन के पीस प्लान को बताया जीरो
Ukraine-Russia War: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और जेलेंस्की की इस रविवार को फ्लोरिडा में मुलाकात की योजना के मद्देनजर ट्रम्प ने कहा है कि यूक्रेन और रूस के बीच किसी भी संभावित शांति समझौते के लिए उनकी मंजूरी की आवश्यकता होगी क्योंकि जेलेंस्की एक नई 20 सूत्रीय शांति योजना तैयार कर रहे हैं.
बांग्लादेश में मशहूर सिंगर जेम्स के कॉन्सर्ट पर भीड़ का हमला, 20 से अधिक घायल
बांग्लादेश के फरीदपुर में शुक्रवार रात देश के मशहूर रॉक स्टार जेम्स, जिन्हें लोग नागर बाउल के नाम से जानते हैं, जेम्स का कॉन्सर्ट अचानक हिंसा की चपेट में आ गया
Bangladesh News: बांग्लादेश में हिंदुओं के हालात खराब हो रहे हैं. दो हिंदुओं की हत्या कर दी गई है. जिसकी वजह से वहां रहने वाले लोगों में खौफ का माहौल है, ऐसे में वो बचने के लिए तरह-तरह के उपाय खोज रहे हैं.
Attacked on Nagar Baul James concert: बांग्लादेश में पहले से ही दीपू चंद्र दास की बेरहमी से हत्या का मामला सुर्खियों में है और अब जेम्स के कॉन्सर्ट पर हमला होने जैसी घटनाओं ने ये साफ कर दिया है कि बांग्लादेश में हालात बिगड़ चुके हैं. वहां कानून-व्यवस्था कमजोर पड़ चुकी है.
अमेरिका नहीं, इस मुस्लिम देश ने सबसे ज्यादा भारतीयों को वापस भेजा, जिगरी दोस्त भी शामिल
Indian citizens facing deportation in 2025: 2025 में 81 देशों से 24,600 से ज्यादा भारतीयों को डिपोर्ट किया गया, जिसमें अमेरिका से भी ज्यादा मामले सऊदी अरब से सामने आए हैं. वीजा उल्लंघन, अवैध काम और नियमों की जानकारी न होना डिपोर्टेशन के बड़े कारण रहे हैं.
Elon Musk: न्यूयॉर्क शहर के मेयर जोहरान ममदानी के एक फैसले को लेकर एलन मस्क ने ऐतराज जताया है. ममदानी ने लिलियन बोनसिग्नोरे को न्यूयॉर्क के फायर डिपार्टमेंट का कमिश्नर अपॉइंट किया है. जिस पर रार छिड़ी है.
जहां तालीम होनी चाहिए थी, वहां हुआ धमाका! ढाका के मदरसा में खतरनाक ब्लास्ट, महिलाएं-बच्चे घायल
Bangladesh:ढाका के साउथ केरानीगंज स्थित उम्मल कुरा इंटरनेशनल मदरसा में धमाका हुआ जिसमें 4 लोग घायल हो गए. विस्फोट से मदरसे की इमारत को भारी नुकसान हुआ और आसपास की इमारतों में भी क्षति हुई. पुलिस ने बम बनाने का सामान बरामद किया और जांच जारी है.
पेरिस मेट्रो में खौफ का माहौल! अलग-अलग स्टेशनों पर 3 महिलाओं पर चाकू से हमला, हमलावर गिरफ्तार
Paris Metro knife attack: पेरिस मेट्रो क्लब पर हमलापेरिस मेट्रो की लाइन-3 पर अलग-अलग स्टेशनों पर चाकू से हुए हमलों से यात्रियों में दहशत फैल गई है, हालांकि तीनों पीड़ित महिलाएं खतरे से बाहर हैं.
‘5 किमी क्या, 5 हजार किमी भी उसके लिए कुछ नहीं है। वो हमें कहीं भी मरवा सकता है। मेरे लिए जिंदगी भर का खतरा है। उसके मरने के बाद भी खतरा रहेगा, क्योंकि उसके लोगों को मेरा चेहरा याद रहेगा कि इसी लड़की ने हमारे विधायक को जेल भिजवाया था।’ उन्नाव रेप केस की विक्टिम ये बात कहते हुए भावुक हो जाती हैं। 23 दिसंबर को दिल्ली हाई कोर्ट ने इस केस में BJP के पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की सजा सस्पेंड कर दी। सेंगर को उम्रकैद की सजा मिली है। कोर्ट ने जमानत देते हुए ये शर्त रखी कि कुलदीप सेंगर को विक्टिम से 5 किमी दूर रहना होगा। विक्टिम का कहना है कि इस फैसले ने हमारी उम्मीदें तोड़ दी हैं। कोर्ट के फैसले के बाद दैनिक भास्कर ने विक्टिम और उनकी मां से बात की। उन्होंने CBI और BJP नेता बृजभूषण शरण सिंह पर सेंगर की मदद करने का आरोप लगाया। हमने विक्टिम के वकील और कानून के जानकारों से भी समझा कि कुलदीप सेंगर की सजा सस्पेंड होने के क्या मायने हैं। हालांकि, सजा सस्पेंड होने के बावजूद कुलदीप सेंगर को जेल में रहना होगा क्योंकि 2020 में विक्टिम के पिता की हत्या में 10 साल की सजा मिली हुई है। इस फैसले के खिलाफ भी कुलदीप सेंगर ने दिल्ली हाई कोर्ट में अपील की है। ‘लोग धमकी देकर जाते हैं कि ज्यादा दिन दुनिया में नहीं रहोगी’विक्टिम के साथ 4 जून, 2017 को रेप हुआ था। आरोप विधायक कुलदीप सेंगर पर था, इसलिए मामला सुर्खियों में आ गया। विक्टिम ने पुलिस स्टेशन में सुनवाई न होने पर मुख्यमंत्री आवास के बाहर आत्मदाह की कोशिश की थी। इलाहाबाद हाई कोर्ट के दखल के बाद कुलदीप सेंगर को 13 अप्रैल 2018 में गिरफ्तार किया गया। विक्टिम और उनका परिवार दिल्ली में रह रहा है। उनकी सिक्योरिटी में CRPF के 9 जवान तैनात रहते हैं। विक्टिम कहती हैं, 'कोर्ट के फैसले से बहन-बेटियों की हिम्मत कमजोर हो गई है। मेरे साथ अन्याय हो रहा है। जज मुझसे बोलते थे कि आप कुछ नहीं बोल सकतीं। आपके वकील बोलेंगे। मेरा ही केस, मेरे साथ रेप हुआ और मुझे ही बोलने से रोका गया।’ विक्टिम का दावा है कि उन्हें आज भी धमकियां मिलती हैं। वे कहती हैं, ‘लोग बगल से निकलते हुए बोलते हैं कि ज्यादा दिन तक दुनिया में रह नहीं पाओगी। ऐसे बोलते हैं कि CRPF वाले भी नहीं समझ पाते। पता नहीं, कब मुझे मार दिया जाएगा।’ ‘CBI ठीक से बहस करती तो जमानत नहीं मिलती’कोर्ट के फैसले के बाद विक्टिम ने अपनी मां और महिला अधिकार कार्यकर्ता योगिता भयाना के साथ इंडिया गेट पर प्रदर्शन किया था। इस पर वे कहती हैं, ‘मैं धरना देने गई थी। मुझे बोला गया कि इसकी परमिशन नहीं है। तो क्या रेप करने की परमिशन है, क्या बहन-बेटियों को छेड़ने की परमिशन है।’ ‘सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि कुत्तों को सड़कों से हटाया जाए। कुत्तों को न हटाकर रेप के दोषियों को हटाया जाए, ताकि बहन-बेटियों को इंसाफ मिल सके। कुत्ते रहेंगे तो कम से कम लड़कियों को बाहर निकलने पर सुरक्षा मिलेगी। इस फैसले को देखते हुए लगता है कि महिलाओं को इंसाफ मिलना मुश्किल है।’ विक्टिम आरोप लगाती हैं कि कुलदीप सेंगर को जमानत दिलाने में BJP नेता बृजभूषण शरण सिंह का हाथ है। सरकार उनसे डरती है। उन्होंने भी पहलवान लड़कियों के साथ गलत किया था। CBI पर सवाल उठाते हुए कहती हैं, ‘अगर CBI अच्छे से बहस करती, तो उसे जमानत नहीं मिलती। कुलदीप सेंगर की बेटी बहस के दौरान कोर्ट आती थी। वो पीछे से आकर CBI के जांच अधिकारी से मिलती थी। मैंने ये कोर्ट में देखा है।’ मां बोलीं- जिसे फांसी होनी चाहिए, उसे जमानत मिल गईविक्टिम की मां भी उनके साथ हैं। वे कहती हैं, ‘कोर्ट ने अच्छा नहीं किया। कुलदीप सेंगर को जमानत मिलना गलत है। उसे तो फांसी की सजा होनी चाहिए। हमने आठ साल लड़ाई लड़ी है। मेरे पति को उन्नाव में पीट-पीटकर मार दिया गया। बच्चों को अनाथ कर दिया।’ ‘सरकार कुलदीप सेंगर की जमानत कैंसिल कराए। जब तक ऐसा नहीं होगा, हम धरना-प्रदर्शन करना बंद नहीं करेंगे। मेरे बच्चे भटक रहे हैं। ये कैसा न्याय है। मेरे परिवार की सुरक्षा कम कर दी है। उन्नाव में गवाह हैं, उनकी सुरक्षा हटा दी है। निचली अदालत के जज ने कहा था कि इन्हें सुरक्षा की जरूरत है। कुलदीप सेंगर को बड़े नेता बचा रहे हैं।’ किस आधार पर कुलदीप सेंगर की सजा सस्पेंड हुईसजा सस्पेंड करना भी जमानत की तरह ही है। सजा पाए व्यक्ति के पास सजा के खिलाफ अपील करने का अधिकार होता है। हाई कोर्ट के पास अधिकार है कि वह सजा सस्पेंड कर जमानत दे दे। जस्टिस सुब्रमण्यम प्रसाद और जस्टिस हरीश वैद्यनाथन की बेंच ने कुलदीप सेंगर की सजा सस्पेंड की है। कोर्ट ने विधायक को 'पब्लिक सर्वेंट' नहीं मानने का तर्क स्वीकार करते हुए ये फैसला सुनाया। ये निलंबन अपील पर सुनवाई पूरी होने तक रहेगा। रेप केस में दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट ने IPC और POCSO की धाराओं के तहत कुलदीप सेंगर को दोषी पाया था। 20 दिसंबर 2019 को निचली अदालत ने उसे उम्रकैद की सजा सुनाई थी। सेंगर के वकीलों ने 2020 में इसे दिल्ली हाई कोर्ट में चुनौती दी। POCSO की धारा-5 में गंभीर यौन हिंसा के मामलों में उम्रकैद तक की सजा का प्रावधान है। धारा-5(C) बच्चियों के साथ पब्लिक सर्वेंट द्वारा की गई गंभीर यौन हिंसा के बारे में है। इसी तरह IPC की धारा 376 (2) में भी पब्लिक सर्वेंट द्वारा किए गए रेप पर सजा का प्रावधान है। हाई कोर्ट में विधायक को पब्लिक सर्वेंट नहीं मानने की अपील की गई थी। कोर्ट के सामने सवाल यही था कि कुलदीप सेंगर को पब्लिक सर्वेंट माना जाए या नहीं। सेंगर के वकीलों ने दलील दी थी कि ट्रायल कोर्ट ने 1997 के सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले के आधार पर दोषी को पब्लिक सर्वेंट माना था। उस केस में भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के तहत आरोपी विधायक को पब्लिक सर्वेंट माना गया था। POCSO की धारा-2 (2) में पब्लिक सर्वेंट की परिभाषा IPC की धारा-21 से लाई गई है। इसके तहत विधायक को पब्लिक सर्वेंट नहीं माना जाता है। ‘सुप्रीम कोर्ट ने विधायक–सांसद को पब्लिक सर्वेंट माना, हाईकोर्ट ने नहीं’ये सवाल हमने सीनियर वकील और सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष दुष्यंत दवे से पूछा। वे कहते हैं कि एक विधायक को पब्लिक सर्वेंट नहीं कहना, दुर्भाग्य की बात है। विधायक संविधान के तहत शपथ लेता है। विधानसभा का सदस्य बनता है और जनता के काम करने के लिए चुना जाता है। विधायकों को भत्ते मिलते हैं, तो इन्हें पब्लिक सर्वेंट नहीं कहना हैरान करने वाली बात है। प्रीवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट के तहत सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि विधायक और सांसद पब्लिक सर्वेंट हैं, POCSO तो और कड़ा कानून है। इसमें हाई कोर्ट का विधायकों का पब्लिक सर्वेंट नहीं मानना ज्यादती है। दवे आगे कहते हैं, ‘POCSO नाबालिग बच्चों खासकर लड़कियों के खिलाफ होने वाले अपराध को रोकने के लिए लाया गया था। हाई कोर्ट को इस कानून की व्याख्या उदार तरीके से करनी चाहिए थी। इसकी व्याख्या ऐसी होनी चाहिए कि उसका फायदा पीड़िता को मिलना चाहिए, न कि दोषी को।’ ‘कोर्ट कानून की धारा-4 को भी देख सकती थी, जिसमें आम लोगों को उम्रकैद तक की सजा दी जा सकती है। पीड़िता के साथ रेप किया गया, उसके पिता को मारा गया, उसके वकील की मौत हो गई। ये सारी बातें हाई कोर्ट को देखनी चाहिए थीं। सिर्फ पब्लिक सर्वेंट के तकनीकी पक्ष को देखकर फैसला देना गैर-जिम्मेदाराना है। कानून के पीछे मकसद क्या है, इसे देखकर बेल नहीं देनी चाहिए थी।’ दवे हाई कोर्ट के फैसले पर सवाल करते हैं कि जजों ने ट्रायल कोर्ट की फाइंडिंग्स को सही से नहीं पढ़ा है। उसे सही तरीके से जांचा नहीं गया। वो दोषी व्यक्ति है। ये कोई पेंडिंग ट्रायल नहीं था। वकील बोले- हाई कोर्ट ने दोषी पर दया की, हम सुप्रीम कोर्ट जाएंगेपीड़िता के वकील महमूद प्राचा कहते हैं, ‘अदालत ने कुलदीप सेंगर को दया का पात्र पाया, पीड़ित बच्ची को नहीं। कोर्ट को थोड़ी और गहराई में जाने की जरूरत थी। निलंबन के मामलों में हाइपर टेक्निकल चीजों में जाना मना हैं। ये सुप्रीम कोर्ट ने ही कहा है।’ प्राचा कहते हैं कि जो आधार बताए गए हैं, उस पर सजा का निलंबन नहीं होना चाहिए। उसी आधार पर हम इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने वाले हैं। वे CBI पर भी आरोप लगाते हैं कि जांच एजेंसी पहले दिन से कोशिश करती रही कि कुलदीप सेंगर की मदद की जाए और उसे बरी कराया जाए। हालांकि, सेंगर के खिलाफ सबूत इतने थे कि निचली अदालत ने उन्हें सजा सुनाई थी। ................................उन्नाव रेप केस से जुड़ी ये रिपोर्ट भी पढ़िए सेंगर को जमानत के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट के बाहर प्रदर्शन उन्नाव रेप केस में पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की सजा सस्पेंड होने के फैसले के खिलाफ नाराजगी बढ़ती जा रही है। 26 दिसंबर को पीड़ित परिवार के साथ महिलाओं ने दिल्ली हाईकोर्ट के बाहर प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि सेंगर को किसी भी हालत में राहत नहीं मिलनी चाहिए। न्याय के लिए वे सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई लड़ेंगी। पढ़ें पूरी खबर...
दलाल के जरिए भारत आए। आधार कार्ड से लेकर वोटर आईडी तक बनवा ली। एक तो पश्चिम बंगाल पुलिस में सिपाही बन गया। ये कहानी उन बांग्लादेशियों की है, जो अवैध तरीके से भारत में घुसे हैं। स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन यानी SIR में पश्चिम बंगाल से करीब 58 लाख लोगों के नाम वोटर लिस्ट से हटाने के लिए आइडेंटिफाई किए गए हैं। लेकिन भास्कर की पड़ताल में खुलासा हुआ कि, बहुत से बांग्लादेशियों नाम अब भी वोटर लिस्ट में हैं। कई बांग्लादेशियों के पास दोनों देशों के पासपोर्ट और बाकी डॉक्युमेंट्स हैं। जमीनी हकीकत जानने के लिए रिपोर्टर ने खुद को SIR में सुधार के लिए काम करने वाले एक संगठन का मेंबर बताकर पश्चिम बंगाल के नॉर्थ 24 परगना के पांच सब-डिविजनों में पड़ताल की। इन पांच सब-डिविजनों में विधानसभा की 33 विधानसभा सीटें आती हैं। इन लोगों से हुई बातचीत हिडन कैमरे में रिकॉर्ड हुई। सिलसिलेवार तरीके से पढ़िए और देखिए पूरी रिपोर्ट…। केस : 1 4500 टका, नदी पार… SIR के बाद भी नाम बरकरार किससे मिले : बिस्वजीत पॉल जगह : नॉर्थ 24 परगना का हाबरा बिस्वजीत पिछले साल अवैध तरीके से बॉर्डर पार कर बांग्लादेश से भारत आया। जमीन, मकान से लेकर आधार, पैन और पहचान पत्र तक बनवा लिए । रिपोर्टर और बिस्वजीत के बीच हुई बातचीत रिपोर्टर : बांग्लादेश से कब आए बिस्वजीत : शेख हसीना पर जब हमला हुआ था, उस समय रिपोर्टर : कौन से बॉर्डर से आए बिस्वजीत : गोजाडांगा से आए। पासपोर्ट नहीं है, इसलिए दलाल ने एंट्री करवाई रिपोर्टर : दलाल ने कितने पैसे लिए बिस्वजीत : 4 लोग आए थे, 4500 टका लिया रिपोर्टर : क्या नदी पार करके आए बिस्वजीत : हां, नाव से रिपोर्टर : BSF ने रोका नहीं बिस्वजीत : नहीं रात में आए रिपोर्टर : यहां का आधार, पेनकार्ड, राशन कार्ड बनवा लिया बिस्वजीत : हां, दलाल ने सब बनवा दिए रिपोर्टर : SIR का फॉर्म भर दिया बिस्वजीत : हां नॉर्थ 24 परगना जिले में करीब 8 लाख बोगस वोटर्स के नाम काटे गए हैं। हमने इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट पर बिस्वाजित पाल का EPIC नंबर वेरिफाई किया, तो उसका वोटर आईडी एक्टिव दिखा। यानी SIR के बाद भी उसका नाम वोटर लिस्ट से नहीं हटाया गया। जबकि बिस्वाजित पाल ने खुद बताया कि, वह परिवार के साथ पिछले साल ही दलाल को पैसे देकर बॉर्डर पार कर भारत आया है। केस : 2 बांग्लादेश का पासपोर्ट है, भारत के भी डॉक्युमेंट्स किससे मिले : जॉय बाला जगह : बनगांव का श्रीमंतपुरा–दुर्गापुर श्रीमंतपुरा–दुर्गापुर इलाके में दो बांग्लादेशी भाई–बहन किराये के घर में रह रहे हैं। मौके पर पहुंचे भास्कर रिपोर्टर की इनसे मुलाकात हुई। रिपोर्टर : आपके पैरेंट्स बांग्लादेश में ही हैं जॉय : हां रिपोर्टर : भारत में कितने साल से हो जॉय : 2014 में और बहन आए थे रिपोर्टर : आधार और सारे डॉक्युमेंट्स बन गए जॉय : हां रिपोर्टर : बांग्लादेश का पासपोर्ट है जॉय : हां (जॉय ने सभी डॉक्यूमेंट रिपोर्टर को दिखाए) जॉय बाला नाम के इस बांग्लादेशी युवक ने भारतीय दस्तावेजों में अपने पिता का नाम तक दर्ज करवा लिया है, जबकि उसके पास बांग्लादेश का पासपोर्ट भी मौजूद है। हमने इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट पर जॉय बाला का वोटर आईडी नंबर खंगाला, तो उसका इलेक्शन कार्ड एक्टिव दिखा। केस 3 : किससे मिले : अखिल मुंडा जगह : दुर्गापुर पड़ताल के दौरान पता चला कि, एक और युवक 4–5 साल पहले बांग्लादेश से आया था। उसने दुर्गापुर गांव में रहते हुए पहले आधार कार्ड ‘उकील बिस्वास’ नाम से बनवाया, जिसमें बाप का नाम कालीपाड़ा बिस्वास था। जब वोटर कार्ड नहीं बन पाया, तो उसने गांव में अपनी पहचान के सहारे एक बुजुर्ग को पिता बताकर सभी दस्तावेज तैयार करवा लिए। उस बुजुर्ग का सरनेम ‘मुंडा’ होने के कारण युवक ने नाम बदलकर ‘अखिल मुंडा’ कर लिया, जबकि उसके असली माता-पिता आज भी बांग्लादेश में रहते हैं। SIR की वजह से अखिल घर से गायब था। उसकी मुंहबोली भाभी से मुलाकात हुई। रिपोर्टर : अखिल बिस्वास है या अखिल मुंडा महिला : अखिल मुंडा रिपोर्टर : बांग्लादेश से अखिल कब आया था महिला : 5–6 साल हो गए अखिल मुंडा का वोटर आईडी नंबर इलेक्शन कमीशन की आधिकारिक वेबसाइट पर वेरिफाई किया, तो अकील का वोटर कार्ड एक्टिव दिखा। केस 4 : किससे मिले : रतना पॉल जगह : नॉर्थ 24 परगना का मसलंदपुर उत्तर 24 परगना के मसलंदपुर इलाके में बांग्लादेश से अवैध तरीके से आया एक परिवार रह रहा है, जो कुछ साल पहले यहां आकर बस गया था। पता तलाशते हुए हम उस घर तक पहुंच गए, जहां वह परिवार रह रहा था। यहां परिवार की रतना पॉल से बात हुई। रिपोर्टर : वोटर कार्ड–इलेक्शन कार्ड बन गया रतना : हां, सब है रिपोर्टर : कौन सी बॉर्डर से आए थे रतना : गोजाडांगा बॉर्डर रिपोर्टर : दलाल ने यहां लाने का कितना लिया रतना : 10 हजार इस लड़के ने जो बांग्लादेशी और भारतीय पासपोर्ट दिखाए, उनमें सुसांता पॉल उसके पिता है, और साथ बैठे बुजुर्ग नारायण पॉल को उसके दादा हैं। पासपोर्ट पर लगे वीजा से साफ होता है कि ये लोग कई बार भारत आए और फिर बांग्लादेश लौटे। उस समय सुसांता पॉल घर पर मौजूद नहीं था, लेकिन उसकी पत्नी रतना पॉल ने बताया कि परिवार की महिलाएं और बच्चे दलालों के जरिए बॉर्डर पार कर भारत आए थे, जबकि बाकी लोग पासपोर्ट के जरिए आए। रतना ने यह भी बताया कि उसका खुद का वोटर कार्ड अब तक नहीं बना है, हालांकि अन्य भारतीय दस्तावेज तैयार हो चुके हैं। वहीं, उसके पति सुसांता पॉल का वोटर कार्ड बन चुका है। हमने सुसांता पॉल और उसके छोटे भाई की पत्नी रतना पॉल का EPIC नंबर इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट पर वेरिफाई किया। जांच में सामने आया कि सुसांता पॉल का वोटर आईडी जहां एक्टिव दिख रहा है, वहीं रतना पॉल के EPIC नंबर पर “No Record Found” लिखा आया। यानी SIR प्रक्रिया के बाद रतना पॉल का नाम वोटर लिस्ट से हटा दिया गया, जबकि सुसांता पॉल का नाम अब भी सूची में बना हुआ है। केस 5 : किससे मिले : रिंकू मंडल जगह : बदूरिया मसलंदपुर से कुछ ही दूरी पर बदूरिया इलाका है। यहां रिंकू मंडल नाम की एक महिला के बारे में जानकारी मिली, जो बांग्लादेशी नागरिक बताई जाती है और भारत आकर उसने सुब्रतो मंडल नाम के व्यक्ति से शादी कर ली। भास्कर के पास उसके भारतीय पहचान पत्र और बांग्लादेश के जन्म प्रमाण पत्र की प्रतियां मौजूद हैं। भास्कर टीम जब दिए गए पते पर पहुंची, तो घर पर ताला लगा मिला। आसपास पूछताछ करने पर पता चला कि SIR शुरू होने के बाद से रिंकू मंडल और उसका पति सुब्रतो मंडल घर पर ताला लगाकर कहीं और रहने चले गए हैं। हमने रिंकू मंडल का वोटर आईडी नंबर इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट पर वेरिफाई किया, तो यहां भी रिंकू मंडल का वोटर आईडी एक्टिव दिखा। केस 6 : किससे मिले : कलाल बाला की पत्नी जगह : बनगांव का चूहाटी हमारी अगली पड़ताल बनगांव के चूहाटी इलाके में हुई, जहां दो बांग्लादेशियों के बारे में जानकारी मिली, जो कुछ साल पहले आकर बस गए थे। इनमें से एक कलाल बाला पश्चिम बंगाल पुलिस में काम करता है। दूसरा हृदय रॉय परिवार के साथ बांग्लादेश से आकर यहां किराए के मकान में रह रहा है। कलाल बाला के घर पहुंचने पर हमारी मुलाकात उसकी पत्नी से हुई। उसने कहा कि कलाल बाला यहां नहीं, बल्कि कोलकाता में है। कलाल बाला के बांग्लादेशी होने के सवाल पर महिला घबरा गई और SIR का नाम सुनते ही अंदर चली गई और दरवाजा फिर से बंद कर लिया। यहां पर अधिकतर बांग्लादेशी रहते हैं... फिर हम बगल में ही मौजूद हृदय रॉय के घर पहुंचे। हृदय यहां परिवार के साथ किराये पर रह रहा था। घर पर ताला मिला। घर के सामने बैठे मणिशंकर ने बताया कि, यहां पर अधिकतर बांग्लादेशी बसे हैं। रिपोर्टर ने पूछा कि, कलाल बाला ने सातवीं की पढ़ाई बांग्लादेश से की है, ऐसे में उसे पश्चिम बंगाल पुलिस में कैसे नौकरी मिल गई। इस पर मणिशंकर ने बताया कि, 'वो तो DIB वेरीफिकेशन होकर ही मिली है। यह DIB भी इन्वाल्व होते है। दो–चार हजार में करवा देते हैं। सही DIB वेरीफिकेशन होता तो पुलिस में नहीं जा पाता।' मणिशंकर ने बताया कि, 'हृदय का वोटर आईडी कार्ड बन चुका है, और उसने सिटिजनशिप अमेंडमेंट एक्ट यानी CAA के तहत नागरिकता का आवेदन भी किया है।' 'जब नागरिकता की प्रक्रिया अभी पूरी नहीं हुई तो वोटर आईडी कैसे बन गया। वहीं, कलाल बाला तो बंगाल पुलिस में नौकरी कर रहा है।' पड़ताल में सामने आया कि अवैध तरीके से बॉर्डर पार कर आए बांग्लादेशियों ने न सिर्फ भारतीय पहचान से जुड़े दस्तावेज बनवा लिए, बल्कि मकान तक ले लिए और कुछ मामलों में सरकारी नौकरी भी हासिल कर ली। स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन यानी SIR के बाद भी इनके नाम वोटर लिस्ट से नहीं कटे। हमारे पास कलाल बाला के बांग्लादेश में सातवीं तक पढ़ाई करने के प्रमाण पत्र हैं, वहीं हृदय रॉय और उसके परिवार का जन्म प्रमाण पत्र भी मौजूद है। TMC चला रही रैकेट, ये बॉर्डर इकोनॉमी का पार्ट इस मामले में बीजेपी प्रवक्ता तरुण ज्योति तिवारी कहते हैं कि, 'ये इश्यू गवर्नमेंट को मालूम है। क्योंकि ये सब करने के लिए चार–छह हजार चार्जेस हैं।' 'बांग्लादेश से कोई यहां आए तो सबसे पहले उसका बर्थ सर्टिफिकेट बनाया जाता है। फिर काउंसलर और पंचायत मेंबर का एक सर्टिफिकेट कि हां, वो यहां का रेजिडेंशियल है।' 'फिर लाइसेंस, पैन कार्ड बनवाकर उससे वोटर आईडी बनवा लेते हैं। ये बॉर्डर इकॉनमी का पार्ट है। इसे टीएमसी चलवाती है।' 'बीएसएफ किसी को पकड़ भी लेती है, तो फिर उसे पुलिस को हैंडओवर करती है। प्रोसीडिंग चलाने का पावर उनके पास नहीं है।' 'बंगाल में 560 किलोमीटर बॉर्डर है, जहां फेंसिंग पॉसिबल नहीं हो पाई। हर एक मीटर में बीएसएफ का बंदा खड़ा रहे, ये पॉसिबल नहीं है। जहां फेंसिंग नहीं हुआ, वहीं से इधर–उधर का काम चलता है। ऑल आर इनवॉल्व्ड। लोकल पुलिस इनवॉल्व्ड है।' कौन–कैसे घुस रहा है, पकड़ क्यों नहीं पा रहे वहीं, टीएमसी के स्पोकपर्सन प्रदीप्तो मुखर्जी कहते हैं कि, 'यहां फर्जी वोटिंग हो रही है तो फिर 2024 में बीजेपी के 12 सांसद कैसे जीत गए। 2019 में भी फर्जी वोटिंग हुई क्या।' 'बॉर्डर डेवलपमेंट प्रोग्राम का अभी थर्ड फेज चल रहा है। उस थर्ड फेज में आप इतना पैसा डाल रहे हो, उसमें आप डिटेक्शन कैसे नहीं कर पा रहे हो कि कौन कैसे घुस पा रहा है?' 'इंडिया में अगर घुस गया, वो केवल बंगाल में नहीं घुस रहा है, वो असम में भी घुस रहा है, वो त्रिपुरा में भी घुस रहा है, वो मेघालय में भी घुस रहा है, वो मिज़ोरम में भी घुस रहा है।' अवैध प्रवासी का नाम जोड़ना कानून का उल्लंघन सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट अभिषेक कृष्ण कहते हैं, 'अगर किसी अवैध प्रवासी का नाम बिना वैध नागरिकता प्रमाण के वोटर लिस्ट में जोड़ा गया है, तो यह सीधा कानून का उल्लंघन है।' 'ऐसे मामलों में रिप्रेजेंटेशन ऑफ द पीपल एक्ट, 1950 के तहत कार्रवाई का प्रावधान है, जिसमें जेल या जुर्माना दोनों हो सकते हैं।' 'घर-घर जाकर सत्यापन करने की जिम्मेदारी निभाने वाले बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) ने कई जगहों पर ठीक से जांच नहीं की।' 'इसके बाद असिस्टेंट इलेक्टोरल रजिस्ट्रेशन ऑफिसर (AERO) ने उसी अधूरी और संदिग्ध जानकारी के आधार पर ड्राफ्ट वोटर लिस्ट को मंजूरी दे दी और इलेक्टोरल रजिस्ट्रेशन ऑफिसर (ERO) ने बिना गहन पड़ताल के अंतिम आदेश जारी कर दिया।' 'अगर जांच में यह साबित होता है कि इन अधिकारियों ने आपसी मिलीभगत से काम किया, तो उनके खिलाफ चुनाव कानूनों की भ्रष्टाचार संबंधी धाराएं और भारतीय न्याय संहिता के तहत जालसाजी व पद के दुरुपयोग के मामले दर्ज हो सकते हैं।' कलक्लूजन : पड़ताल से साफ है कि, करोड़ों रुपए खर्च कर स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) कराने के बावजूद कई अवैध बांग्लादेशियों के नाम वोटर लिस्ट से नहीं कटे, जो SIR की पूरी प्रक्रिया पर गंभीर सवाल खड़े करता है। सवाल ये भी है कि, इतनी आसानी से भारतीय दस्तावेज कैसे बन रहे हैं। क्या इसकी वजह सरकारी विभागों में फैला भ्रष्टाचार है, या फिर सिस्टम में मौजूद ऐसे लूपहोल हैं, जिनका फायदा उठाकर कुछ लोग ये दस्तावेज बनवा दे रहे हैं। .................................... आप ये इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्ट भी पढ़ सकते हैं किराये के सॉफ्टवेयर से 50 सेकेंड में तत्काल टिकट बुक:आप जितनी देर में IRCTC खोलते हैं, उतनी देर में एजेंट कैसे बुक कर रहे टिकट; पर्दाफाश किराये के सॉफ्टवेयर से ट्रेनों के टिकट बुक हो रहे हैं। ये सॉफ्टवेयर महज 50 सेकेंड में तत्काल का टिकट बुक कर देते हैं, यानी जितनी देर में कोई यात्री IRCTC के ऐप पर लॉगिन करेगा, उतनी देर में इस सॉफ्टवेयर से टिकट कंफर्म हो जाएगा। पूरी खबर पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें...।
पाकिस्तान में सिंधियों के खिलाफ ‘जड़ जमा चुका पूर्वाग्रह’, रिपोर्ट में खुलासा
पाकिस्तान में सिंधी समुदाय के खिलाफ गहराई से जड़ जमाए हुए पूर्वाग्रह को उजागर करते हुए एक रिपोर्ट में कहा गया है कि यह भेदभाव न सिर्फ समाज में बल्कि राज्य व्यवस्था में भी मजबूती से मौजूद है
भारत-अमेरिका के रिश्तों पर चीन की नजर, ड्रैगन ने वाशिंगटन से सहयोग की अपील की
अमेरिका और भारत के बीच रिश्तों में नरमी के संकेत मिलने के बीच चीन ने वॉशिंगटन से सहयोग बढ़ाने की अपील की है
Israeli Soldier Hits Palestinian Citizen: इजरायल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक में नमाज पढ़ रहे एक फिलिस्तीनी नागरिक को ATV चलाते हुए एक इजरायली सैनिक ने टक्कर मार दी.
जुम्मे की नमाज पर धमाके से गूंज उठी सीरियाई मस्जिद, बम विस्फोट से 8 की मौत 20 घायल
Syria Mosque Bomb Blast: सीरिया में अल दहाब क्षेत्र के इमाम अली बिन अबी तालिब मस्जिद के अंदर एक भीषण बम ब्लास्ट हुआ है. इस हादसे में 8 लोगों की मौत हो गई है और 20 घायल हैं.
जापान में खूनी खेल... चाकू लेकर लोगों के पीछे दौड़ा सिरफिरा, लिक्विड स्प्रे से किया हमला, 14 घायल
Knife Attack In Japan: जापान में एक शख्स ने लोगों पर चाकू से हमला किया, जिसमें 14 लोग घायल हो गए. हमले के बाद आरोपी ने रबर फैक्ट्री में एक केमिकल भी स्प्रे किया.
Indian Man Dies Of Heart Attack In Canada: कनाडा के एक अस्पताल में भारतीय मरीज के साथ लापरवाही के चलते उसकी मौत हो गई. मृतक प्रशांत की मौत को लेकर उनकी पत्नी ने अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाया है.
Cyber Crime News in Hindi: साइबर अपराध अब पूरी दुनिया के लिए बड़ी समस्या बनते जा रहे हैं. दूर बीहड़ों में बैठे साइबर ठग लोगों की खून-पसीने से कमाई दौलत को लूटकर कंगाल बना रहे हैं. अब इस अपराध पर पहली बार बड़ी कार्रवाई हुई है.
कंबोडिया ने आरोप लगाया है कि थाईलैंड के F-16 फाइटर जेट्स ने उसके बॉर्डर गांव चोक चेई पर 40 बम गिराए, जिससे घर और सार्वजनिक इमारतें तबाह हो गईं. यह हमला शांति वार्ता चलते हुए हुआ. अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने दोनों देशों से कुआलालंपुर शांति समझौते को पूरी तरह लागू करने की अपील की है. पुराना बॉर्डर विवाद फिर भड़का.
बांग्लादेश केमैमनसिंह में18 दिसंबर को कथित ईशनिंदा के आरोप में दीपूचंद्र दास नाम के हिंदू युवक को भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला और शव को आग लगा दी थी. जांच में कोई सबूत नहीं मिला. हिंदू महाजोत की टीम ने परिवार से मुलाकात की है और साथ में ही 50 हजार टका की मदद भी दी है. जानें पूरी रिपोर्ट.
Bangladesh Unrest:बांग्लादेश चुनाव 2026 से पहले एक समाचार ने खूब हंगामा इन दिनों मचा रखा है. जुलाई क्रांति की छात्र पार्टी NCP कट्टरपंथी जमात-ए-इस्लामी से सीट शेयरिंग डील की ओर है. अब्दुल कादर ने फेसबुक पर आरोप लगाया है कि 30 सीटें पर NCP मान गई है, नाहिद इस्लाम को जीते तो PM, हारे तो ओपोजिशन लीडर का पद देने का वादा किया गया है. जानें क्या सच मेंबांग्लादेश चुनाव 2026में बिक गई छात्र क्रांति? पूरी डिटेल्स.
54 year wettest Christmas season to downtown Los Angeles:कैलिफोर्निया में एटमॉस्फेरिक रिवर तूफान ने क्रिसमस को बर्बाद कर दिया है. लॉस एंजिल्स में 54 साल का सबसे दुखद क्रिसमस रहा. राइटवुड शहर में मडस्लाइड से घर और गाड़ियां दब गईं, निकलने की चेतावनी जारी है. तूफान शुक्रवार तक जारी रह सकता है. जानें पूरी खबर.
...तो CIA ने किया था चिली में तख्तापलट? 50 साल पहले चलाया था ये सीक्रेट ऑपरेशन
US News: 50 साल पहले चिली में तख्तापलट हुआ था. जिसे लेकर अब बड़ा खुलासा हुआ है. बता दें कि US कांग्रेस ने एक विदेशी सरकार को गिराने के मकसद से CIA के सीक्रेट ऑपरेशन्स पर अपनी पहली पब्लिक हियरिंग की थी.
मेक्सिको बस हादसा : खाई में गिरी बस, 10 लोगों की मौत, 32 घायल
पूर्वी मेक्सिको के वेराक्रूज़ राज्य के ज़ोंटेकोमाटलान नगर पालिका में एक बस खाई में गिर जाने से 10 लोगों की मौत हो गई और 32 अन्य घायल हो गए
Laurent Vinatier की कहानी जानिए, फ्रांस के नागरिक को रूस ने क्यों पकड़ा
Laurent Vinatier:रूस ने वेस्ट बैंक में 3 साल की सजा काट रहे फ्रांसीसी नागरिक लॉरेंट विनाटियर के मामले पर फ्रांसीसी अधिकारियों से संपर्क किया है. क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि रूस ने इस संबंध में फ्रांस को एक प्रस्ताव दिया है. विनाटियर पर रूस की सैन्य जानकारी इकट्ठा करने का आरोप था और उन्हें अक्टूबर 2024 में तीन साल की सजा दी गई.
नहीं गली दाल, अमेरिकी कोर्ट ने खारिज की पाकिस्तानी नागरिक की याचिका; आतंकवाद की सजा रखी बरकरार
Umar Farooq Chaudhry: अमेरिका ने आतंकवाद के आरोप की सजा काट रहे US-पाकिस्तानी नागरिक उमर फारूक चौधरी की ट्रायल की मांग को खारिज कर दिया है. साथ ही साथ उसकी सजा बरकरार रखी है.
क्या है एरिया सी? जहां इजराइल बनाना चाहता है नई बस्तियां, 14 देश क्यों कर रहे ऐतराज
West Bank: 14 देशों ने इजराइल के वेस्ट बैंक में 19 नई बस्तियों की मंजूरी देने की निंदा की है, जिसमें यूनाइटेड किंगडम, स्पेन, फ्रांस, जर्मनी, कनाडा और जापान शामिल हैं. इन देशों का कहना है कि यह कदम अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है और क्षेत्रीय अस्थिरता बढ़ाता है.
एच-1बी नियम में बड़ा बदलाव, सैलरी लेवल बनेगा चयन का आधार
अमेरिकी एच-1बी वीजा सिलेक्शन प्रोसेस में एक बड़े बदलाव से भारतीय टेक्नोलॉजी प्रोफेशनल्स और भारतीय-अमेरिकी परिवारों में नई चिंता पैदा हो गई है
ट्रंप कब क्या कर दे? किसी को कुछ भी नहीं पता. अब ट्रंप ने ऐसा काम करवाया है, जिसको सुनकर पूरी दुनिया में हल्ला मचा है. ट्रंप ने इस बार यूरोप के साथ डिजिटल लड़ाई में तगड़ा झटका देते हुए दुनिया के दिग्गज नेता और पूर्व EU कमिश्नर थिएरी ब्रेटन और चार अन्य यूरोपीय एक्टिविस्ट्स पर वीजा बैन ही लगा दिया. जिसके बाद खूब विवाद हो रहा है. जानें पूरा मामला, समझें पूरी कहानी.
आखिर क्या है तारिक रहमान की ‘योजना’? जिससे सुधरेंगे बांग्लादेश के हालात!
बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के कार्यकारी अध्यक्ष तारिक रहमान ने ढाका में देशवासियों से संबोधन के दौरान कहा कि उनके पास बांग्लादेश और उसके लोगों के लिए एक “प्लान” है
ट्रंप ने लिया ईसाईयों की मौत का बदला, नाइजीरिया में ISIS के ठिकानों पर अमेरिका का बड़ा हमला
Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने रवैये के लिए दुनियाभर में फेमस हैं. अब अमेरिका ने नॉर्थवेस्ट नाइजीरिया में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट पर बड़ा हमला किया है. हमले के बाद ट्रंप ने ये बात कही है.
‘कुछ दिन पहले मैंने इंस्टाग्राम पर DU के एक प्रोफेसर के खिलाफ वीडियो डाली थी। आज एचओडी ने मुझे अपने रूम में बुलाया और कहा कि प्रोफेसर के खिलाफ जो रील बनाई हैं, उन्हें डिलीट कर दो। तुम इस यूनिवर्सिटी का बहुत छोटा हिस्सा हो। हम तुम्हारा बहुत कुछ बिगाड़ सकते हैं।’ यह बात कहते हुए दिल्ली यूनिवर्सिटी में अफ्रीकन स्टडीज, एमए फर्स्ट ईयर की स्टूडेंट चित्रा सिंह ने एक वीडियो 12 दिसंबर को इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रोफेसर स्टूडेंट्स को कमरे में बुलाते हैं और ज्यादा समय बिताने पर अच्छे नंबर दिए जाते हैं। 14 दिसंबर तक यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। आरोप गंभीर थे। नाम दिल्ली यूनिवर्सिटी का था और सवाल सीधे प्रोफेसर और एचओडी पर थे। यूनिवर्सिटी ने चित्रा के आरोपों की जांच के लिए 3 मेंबर की कमेटी बनाई। इस टीम ने रिपोर्ट मैनेजमेंट को दे दी है। इस रिपोर्ट से चित्रा सिंह ही सवालों के घेरे में है। जांच करने वाले प्रोफेसर बोले- स्टूडेंट ने किसी से शिकायत नहीं कीजांच टीम में शामिल रहे प्रो. मनोज सिंह बताते हैं, 'अगर स्टूडेंट को सताया जा रहा था, तो वीडियो बनाने से पहले कहीं न कहीं तो शिकायत दर्ज कराई होगी। हमने उन सारे चैनल को खंगालना शुरू किया। चित्रा सिंह की शिकायत किसी के पास नहीं आई।’ ’उसके साथ पढ़ने वाले किसी स्टूडेंट ने भी नहीं बताया कि चित्रा परेशान थी। एडमिट कार्ड नहीं मिला, बेटी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, तो पेरेंट्स भी एक्टिव होते। उन्होंने भी यूनिवर्सिटी में कॉन्टैक्ट नहीं किया। ’ रिपोर्ट की बड़ी बातें चित्रा पूरे सेमेस्टर क्लास नहीं आई, अटेंडेंस में 1 नंबर मिलाप्रोफेसर मनोज सिंह बताते हैं, 'हमने डिपार्टमेंट के प्रोफेसर्स और चित्रा के साथ पढ़ने वाले स्टूडेंट्स से बात की। फैक्ट्स पर रिपोर्ट बनाई। उसके बिहेवियर और स्टडी को लेकर कई इश्यू थे। तीन इश्यू मौजूदा मुद्दे से जुड़ते हैं। 1. पूरे सेमेस्टर में चित्रा ने सिर्फ 2 क्लास अटेंड कीं। 2. सेमेस्टर में न आने से इंटरनल मार्क्स पर असर पड़ा। डिपार्टमेंट के एक प्रोफेसर ने बताया कि उसे 5 में से एक नंबर मिला था। ये उसकी अटेंडेंस और पढ़ाई को देखते हुए दिए गए थे। 3. चित्रा ने जो आरोप सोशल मीडिया पर लगाए, उस पर वो कभी डीयू मैनेजमेंट, डीन, वीसी, प्रोक्टर के पास नहीं गई। उसके नाम से कोई शिकायत या अपॉइंटमेंट है ही नहीं। 4. साथ पढ़ने वाले स्टूडेंट ने बताया कि चित्रा सोशल मीडिया स्टार बनना चाहती थी। उसे फेमस होने का भूत सवार था। 5. उसने किसी साथी स्टूडेंट्स से भी कभी इस तरह की शिकायत शेयर नहीं की। 6. स्टूडेंट ने बताया कि इंस्टाग्राम पर 2-3 दिन में उसके फॉलोअर 20 हजार से बढ़कर 50 हजार हो गए। प्रोफेसर पर आरोप लगाना फेमस होने की ट्रिक हो सकती है। 7. उसे स्टडी से मतलब होता तो वो लड़ती कि मुझे एग्जाम देना है। उसने सोशल मीडिया पर कहा मुझे डिग्री नहीं चाहिए। डीयू मैनेजमेंट ने अब तक उसका नाम नहीं काटा है, लेकिन वो एग्जाम देने नहीं आई। 8. उसने जिस दिन पोस्ट की, उसके अगले दिन शनिवार था। हमने उसके नंबर और फॉर्म में दिए पेरेंट्स के नंबर पर पूरे दिन फोन किया, लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। 9. अगर किसी की बेटी के साथ कॉलेज प्रशासन गलत करेगा, तो पेरेंट्स जरूर कॉन्टैक्ट करेंगे, पर न स्टूडेंट और न उसके पेरेंट्स ने कॉन्टैक्ट किया। 10. इससे पहले चित्रा दिल्ली के राजधानी कॉलेज में पढ़ती थी। DU की टीम ने वहां संपर्क किया। पता चला कि वहां भी चित्रा क्लास से गायब रहती थी। उसकी प्रोफेसर्स से कई बार झड़प हुई थी। विवाद के बाद इंस्टाग्राम पर चार गुना बढ़े फॉलोअरDU की जांच टीम में शामिल एक प्रोफेसर बताते हैं, 'ये पूरा खेल फेमस होने के लिए था। यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट फेमस हों, तो हमें अच्छा लगेगा, लेकिन कुछ अच्छा करके, हमें बदनाम करके नहीं।' कैसे पता कि चित्रा ने फेमस होने के लिए पोस्ट किए? प्रोफेसर जवाब देते हैं, ‘उसका इंस्टाग्राम देखिए। हमारी रिपोर्ट जमा होने तक फॉलोअर 20 हजार से बढ़कर 80 हजार से ज्यादा हो गए। जांच में ये भी पता चला कि उसे पढ़ाई नहीं करनी थी। बस किसी तरह फेमस होने का भूत सवार था। उसे सेमेस्टर बर्बाद होने का दुख होता, तो वो ये तमाशा नहीं करती। प्रशासन से बात करती, अपनी दिक्कत बताती और तब भी बात न बनती तो पेरेंट्स को बताती।’ प्रोफेसर बोलीं- 0 इंटरनल मार्क्स और बिना रोल नंबर वाले भी एग्जाम में बैठेअफ्रीकन स्टडीज के एक प्रोफेसर ने पहचान उजागर न करने की गुजारिश पर हमसे कुछ बातें शेयर कीं। वे बताती हैं, 'मेरे सब्जेक्ट का पेपर था। तीन स्टूडेंट के पास रोल नंबर नहीं था। मैंने डिप्टी सुपरिंटेंडेंट को बुलाया और कहा कि सर इनके पास रोल नंबर नहीं है। उन्होंने कहा, आप इनका आईकार्ड चेक कर लीजिए और एग्जाम में बैठने दीजिए।’ ‘पक्का उनकी अटेंडेंस कम होगी, इसलिए रोल नंबर इश्यू नहीं किया गया। फिर भी हमने एग्जाम दिलाया। अगर चित्रा सिंह का एडमिट कार्ड इश्यू नहीं हुआ था, तो उन्हें संपर्क तो करना चाहिए था। वो तो एग्जाम देने आई ही नहीं।' प्रोफेसर आगे कहती हैं, ‘ऐसे भी स्टूडेंट्स ने एग्जाम दिया, जिनके इंटरनल मार्क्स जीरो थे। अगर किसी स्टूडेंट की अटेंडेंस शॉर्ट हैं, तो उसका एडमिट कार्ड इश्यू नहीं होता, ये नियम है। उसे अटेंडेंस का एक नंबर मिला था। यानी वो क्लास में न के बराबर आई होगी। ये सच है क्योंकि मैंने उसे वीडियो में देखा, क्लास में देखा ही नहीं। क्लास में आने वाले स्टूडेंट्स को प्रोफेसर पहचानते हैं। चित्रा के इंटरनल मार्क्स जीरो या शायद 1 था। उसकी अटेंडेंस मेरी क्लास में 2-3 ही थी। साथ पढ़ने वाली स्टूडेंट बोली- डिपार्टमेंट में उसका कोई दोस्त नहींडिपार्टमेंट की एक स्टूडेंट बताती हैं, 'चित्रा क्लास में नहीं आती थी, तो उसके दोस्त भी नहीं बने। मैंने भी उसे एक-दो बार ही देखा था। कभी हाय-हैलो ही हुआ है। हालांकि, वो इंस्टाग्राम में बहुत एक्टिव थी।’ क्लास में कभी उसे प्रोफेसर ने डांटा था? स्टूडेंट बताती हैं, ‘वो क्लास में आती ही नहीं थी, तो डांटा कैसे होगा। मैंने तो उसे डांट खाते नहीं देखा।' क्या डिपार्टमेंट के प्रोफेसर आप लोगों को रूम में बुलाते हैं? जवाब मिला, 'आपने भी पढ़ाई की होगी। प्रोफेसर्स को हॉल और कुछ को रूम मिलते हैं। किसी स्टूडेंट के पढ़ाई से जुड़े कुछ सवाल होते हैं, तो वे टाइम लेकर चले जाते हैं। कई बार टीचर भी कह देते हैं कि क्लास के बाद पूछ लेना। ये तो हर कॉलेज-यूनिवर्सिटी में होता है। इसका मतलब ये नहीं कि टीचर जबरदस्ती बुलाते हैं या फिर वहां कुछ उनके साथ गलत करते हैं।' वे आगे कहती हैं, ‘चित्रा ही नहीं, क्लास में कुछ और बच्चों की अटेंडेंस कम थी। कुछ तैयारी करने वाले बच्चे होते हैं। टीचर के पास जाकर उन्होंने रिक्वेस्ट की, तो तुरंत कंसीडर किया गया। उन्होंने एग्जाम भी दिया।' अटेंडेंस कम होने पर आपसे पूछताछ तो होगी ही, कारण बताना ही होगा। वाजिब कारण पर प्रोफेसर कभी कुछ नहीं कहते। प्रोफेसर ने पुलिस से शिकायत की, सारे आरोप गलत निकलेDU के प्रोफेसर ने मौरिस नगर साइबर थाने में चित्रा सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। आरोप लगाया कि लड़की बिना किसी सबूत के मेरी इमेज खराब कर रही है। पुलिस ने यूनिवर्सिटी से लेकर चित्रा सिंह के घर तक पूछताछ की। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जांच में सामने आया कि मामला सिर्फ अटेंडेंस शॉर्ट होने का था। जांच करने वाले एक पुलिस अधिकारी बताते हैं, 'लड़की की अटेंडेंस बहुत कम थी। उसे रोल नंबर इश्यू नहीं किया गया था। शायद वो डर गई थी, इसीलिए प्रोफेसर पर आरोप लगाने लगी। उसने एचओडी और प्रोफेसर पर गंभीर आरोप लगाए थे। यहां तक कहा कि प्रोफेसर उसे रूम में बुलाते हैं। एचओडी धमकाते हैं।' हमने सारे आरोपों की जांच की। हालांकि, एक भी आरोप सच नहीं निकला। सारे आरोप झूठे थे। मामला सिर्फ अटेंडेंस शॉर्ट होने और उसके क्लास से गायब रहने का था। पुलिस बोली- पिता शर्मिंदा, चित्रा को पछतावा नहींचित्रा सिंह का वीडियो इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया था। वहां उन्होंने प्रोफेसर और एचओडी पर गंभीर आरोप लगाते हुए मदद मांगी। यह वीडियो ‘एक्स’ पर चित्रा सिंह ने पोस्ट नहीं किया। दूसरे यूजर्स ने इसे रीपोस्ट और शेयर किया। इससे वीडियो वायरल हो गया। साइबर क्राइम की शिकायत पर पुलिस चित्रा के घर पहुंची। चित्रा तब घर पर थी। उनका परिवार यूपी के सहारनपुर में रहता है। पिता सरकारी नौकरी करते हैं। मां हाउस वाइफ हैं। उनका एक भाई भी है। पुलिस सोर्स बताते हैं, 'हमने स्टूडेंट के पिता को पूरा मामला बताया, तो उन्होंने गलती मानी। वे बेटी के वीडियो पर शर्मिंदा थे। चित्रा को बार-बार समझा रहे थे। चित्रा तब तक अड़ी ही रही। उसे कोई पछतावा नहीं था।' चित्रा सिंह ने घर पर पुलिस के आने का भी एक वीडियो पोस्ट किया है। इसमें वे बता रही हैं कि घर पुलिस आई थी और पेरेंट्स से बात की है। इसमें उन्होंने 2 बार क्लास अटेंड करने की बात को भी गलत बताया है। दैनिक भास्कर ने इस पर चित्रा से बात करने की कोशिश की। फोन रिसीव न होने पर सोशल मीडिया पर मैसेज किया, लेकिन उनका जवाब नहीं आया। जवाब आने पर स्टोरी अपडेट की जाएगी। पेरेंट्स को यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट से कोई शिकायत नहीं है? सोर्स बताते हैं, 'नहीं। उन्होंने तो पूछताछ में सहयोग किया। जांच के बाद तथ्य सामने हैं, उससे साफ है कि चित्रा के सारे आरोप गलत थे। चित्रा के वीडियो बोलने की आजादी के तहत आते हैं, इसमें कोई क्राइम नहीं है। हां उसने प्रोफेसर और यूनिवर्सिटी को डिफेम किया। ये मामला सिविल का है। प्रोफेसर या यूनिवर्सिटी चाहे तो सिविल कोर्ट में जा सकते हैं। मानहानि का केस कर सकते हैं।'
'पापा, 1 जनवरी को मेरा जन्मदिन है। आप केक भेज देना। या 500 रुपए भेज देना, मैं यहीं खरीद लूंगा। ये बेटे सिबा से मेरी आखिरी बात थी। 11 दिसंबर को उसके स्कूल से फोन आया कि आपका बच्चा बीमार है। हम पहुंचे तो उसकी लाश मिली। गले पर निशान थे। स्कूल वालों ने कहा कि दिल का दौरा पड़ा है। उसका पोस्टमॉर्टम नहीं कराया। अब पता चला कि मेरे बच्चे को जोकर गैंग ने मार डाला।’ 14 साल के बेटे सिबा को याद करते ही रघुनाथ की आंखें भर आती हैं। सिबा ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर के कलिंग इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (KISS) में पढ़ता था। दावा है कि 30 हजार स्टूडेंट वाला ये इंस्टीट्यूट आदिवासी छात्रों का दुनिया का सबसे बड़ा आवासीय स्कूल है। आरोप है कि यहां पढ़ने वाले तीन नाबालिग स्टूडेंट्स ने सिबा की गला घोंटकर हत्या कर दी। स्कूल मैनेजमेंट ने मामले को दबाने की कोशिश की, लेकिन जांच में हत्या की बात सामने आ गई। पता चला कि सिबा का खुद को जोकर गैंग कहने वाले स्टूडेंट्स के एक ग्रुप से झगड़ा हुआ था। इसी झगड़े में उसकी हत्या कर दी गई। दैनिक भास्कर ने सिबा के परिवार और पुलिस से बात की। पढ़िए ये रिपोर्ट… बाथरूम में बाल्टी का झगड़ा, सिबा का मर्डरसिबा का परिवार केओनझार जिले के टिकरगुमुरा गांव में रहता है। सिबा 200 किमी दूर भुवनेश्वर में हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रहा था। 11 दिसंबर, 2025 की रात सिबा बाथरूम गया था। पुलिस के मुताबिक, वहां 14-15 साल के तीन स्टूडेंट वहां मौजूद थे। ये तीनों खुद को 'जोकर गैंग' कहते थे और बाकी स्टूडेंट को डराते-धमकाते थे। झगड़े की शुरुआत एक बाल्टी से हुई। आरोपी नाबालिगों ने सिबा ने बाल्टी मांगी। सिबा ने इनकार कर दिया। इससे गुस्साए आरोपियों ने पहले उसे पीटा, फिर गला दबाकर हत्या कर दी। शुरुआत में स्कूल ने सिबा की मौत को हादसा बताया। 12 दिसंबर की सुबह सिबा को कलिंग इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (KIMS) ले जाया गया। डॉक्टरों ने बिना पोस्टमॉर्टम के मौत की वजह 'दिल का दौरा' या 'बाथरूम में फिसलकर गिरना' बता दिया। उधर, अफसरों ने परिवार को फोन करके कहा कि बच्चा बीमार पड़ गया है। परिवार भुवनेश्वर पहुंचा, तो डेडबॉडी उन्हें सौंप दी गई। उन्हें कोई मेडिकल रिपोर्ट नहीं दी गई। पुलिस को खबर नहीं दी गई। यह सब इतनी जल्दबाजी में किया गया कि परिवार को शक होने लगा। इसके बाद सिबा के पिता रघुनाथ मुंडा ने 13 दिसंबर को केओनझार पुलिस में जीरो FIR दर्ज कराई। यह FIR भुवनेश्वर के इन्फोसिटी पुलिस स्टेशन में ट्रांसफर हुई। पुलिस ने केओनझार में सिबा का पोस्टमॉर्टम कराया। इसकी रिपोर्ट 16 दिसंबर को आई। रिपोर्ट में मौत का कारण गला दबाने से दम घुटना आया। भुवनेश्वर के पुलिस कमिश्नर एस देव दत्ता सिंह ने बताया कि यह हत्या का मामला है, न कि हादसा। तीनों आरोपियों ने जुर्म कबूल लिया है। तीनों को जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने पेश कर ऑब्जर्वेशन होम भेज दिया गया। स्कूल के 8 अधिकारियों को हत्या, सबूत मिटाने और लापरवाही के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इनमें एडिशनल सीईओ प्रमोद पात्रा, हॉस्टल वॉर्डन शामिल हैं। पिता बोले- स्कूल ने हमें गुमराह किया, सबूत छिपाएदैनिक भास्कर से बातचीत में सिबा के पिता रघुनाथ मुंडा कहते हैं, ‘सिबा तीन भाइयों में सबसे बड़ा था। सिबा को अच्छी पढ़ाई मिले, इसलिए मैंने उसे भुवनेश्वर भेजा था। वहां मुफ्त पढ़ाई होती है। रहना-खाना सब फ्री है। हमारे जैसे गरीब परिवार के लिए यह सपना था। मैं हर महीने सिबा से मिलने जाता था। खाना और पॉकेट मनी देकर आता था। सिबा ने कभी कोई शिकायत नहीं की। वह हमेशा कहता था कि पापा, मैं ठीक हूं। पढ़ाई अच्छी चल रही है।’ रघुनाथ आगे कहते हैं, ‘स्कूल ने हमें गुमराह किया। पुलिस को नहीं बताया, सबूत मिटा दिए। अगर समय पर जांच होती, तो शायद सिबा बच जाता। मैंने उसके गले पर निशान देखा। इससे पता चला उसकी मौत एक्सीडेंट नहीं है। मेरे बच्चे को एक बाल्टी के लिए मार दिया।’ सिबा की मां जेनामणि कहती हैं, ‘सिबा घर आता था, तो छोटे भाइयों को पढ़ाता था। उनके साथ खेलता था। गांव में सब उसे प्यार करते थे।’ तीन स्टूडेंट ने बनाया जोकर गैंगहमने स्कूल के कुछ बच्चों से बात की। उन्होंने बताया कि स्कूल का कुछ स्टाफ बहुत खराब हैं। यहां के मैनेजमेंट में बहुत दिक्कतें हैं। कैंपस के अंदर कई स्टूडेंट ने अपने ग्रुप या गैंग बना रखे हैं। पुलिस के मुताबिक, जोकर गैंग तीन नाबालिग छात्रों का गिरोह था। ये हॉस्टल में आतंक मचाते थे। जोकर फिल्म से प्रेरित होकर उन्होंने अपने ग्रुप का नाम 'जोकर गैंग' रखा। हॉस्टल की दीवार पर उन्होंने चॉक से 'जोकर गैंग' लिखा था। ये सभी छात्र आदिवासी समुदाय के ही हैं। आरोप है कि गैंग पहले भी कुछ छात्रों से मारपीट कर चुका था। एक बार दाल गिरने पर झगड़ा हुआ था। यही सिबा के साथ विवाद की जड़ था। यही गुस्सा बाल्टी के झगड़े में निकला। तीनों ने मिलकर सिबा को पकड़ा और गला दबा दिया। पुलिस बोली- रात करीब 2:45 बजे बच्चे की हत्यास्कूल में चल रहे गैंग और सिबा की हत्या पर हमने इन्फोसिटी थाने के इंस्पेक्टर महेंद्र कुमार साहू से बात की। वे बताते हैं, ‘घटना की रात सिबा मुंडा रात करीब 2 बजे बाथरूम में गया था। इसी दौरान आरोपियों में से एक ने सिबा से उसकी बाल्टी मांगी। बाल्टी देने से इनकार करने पर आरोपी ने अपने बनाए जोकर गैंग के दो लोगों को बुला लिया। तीनों ने मिलकर रात करीब 2:45 बजे सिबा मुंडा का गला घोंटकर हत्या कर दी। उस समय हॉस्टल में ज्यादातर छात्र सो रहे थे। इससे घटना की जानकारी किसी को नहीं हो सकी। स्कूल के स्टाफ ने सबूत मिटाए, डॉक्टरों की भूमिका भी संदिग्धसिबा की जांच करने वाले KIMS के डॉक्टरों की भूमिका भी संदिग्ध है। आरोप है कि उन्होंने बिना पोस्टमॉर्टम डेथ सर्टिफिकेट जारी कर दिया। पुलिस कमिश्नर एस देव दत्ता सिंह ने कहा कि अस्पताल की लापरवाही की जांच होगी। KISS और KIMS एक ही ग्रुप के इंस्टीट्यूट हैं, इसलिए भी मामले को दबाने का आरोप है। स्कूल ने मौत की वजह छिपाई, गवाहों को धमकाया और सबूत मिटाए। KIMS ने फर्जी सर्टिफिकेट दिया। परिवार पर जल्दी शव ले जाने का दबाव डाला। पुलिस में रिपोर्ट नहीं की। ये सब इंस्टीट्यूट की साख बचाने के लिए किया गया। स्कूल ने पुलिस को खबर नहीं थी, इसलिए वह जीरो FIR के बाद एक्टिव हुई। पुलिस ने प्रिंसिपल रश्मिरंजन नायक को 17 दिसंबर को गिरफ्तार कर लिया। एडिशनल CEO प्रमोद कुमार पात्रो को भी गिरफ्तार किया गया है। हमने KIIT की PRO डायरेक्टर श्रद्धांजलि नायक से बात की। उन्होंने बताया कि फिलहाल मामले की जांच चल रही है। अभी मीडिया से बात करने की परमिशन नहीं है। पहले भी विवादों में रहा KISSकलिंग इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज यानी KISS पहले भी विवादों में रहा है। संस्थान के फाउंडर अच्युत सामंत BJD के पूर्व सांसद हैं। KISS और इससे जुड़े KIIT कैंपस में पहले भी संदिग्ध मौतें हुई हैं। पहला केस: नेपाली स्टूडेंट की हॉस्टल में मौत16 फरवरी, 2025 को BTech थर्ड ईयर की स्टूडेंट प्रकृति लामसाल ने KIIT यूनिवर्सिटी हॉस्टल में सुसाइड कर लिया था। इसके बाद ओडिशा विधानसभा से लेकर नेपाल की संसद तक हंगामा हुआ। प्रकृति के पिता सुनील लामसाल ने आरोप लगाया कि बेटी को उसका बैचमेट अद्विक श्रीवास्तव परेशान करता था। ये बात यूनिवर्सिटी प्रशासन जानता था। इसी वजह से उसने सुसाइड कर लिया। पुलिस ने अद्विक समेत 11 आरोपियों को अरेस्ट किया था। इसके बाद मई में बीटेक साइंस की स्टूडेंट प्रिसा साह ने सुसाइड कर ली थी। उसकी डेडबॉडी कमरे में पंखे से लटकी मिली थी। पुलिस ने इसे भी आत्महत्या माना था। दूसरा केस: छत्तीसगढ़ के स्टूडेंट ने सुसाइड कियाकलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी के बीटेक फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट राहुल यादव का शव उसके हॉस्टल के कमरे में फंदे से लटका मिला था। कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई कर रहा राहुल यादव छत्तीसगढ़ का रहने वाला था। शुरुआती जांच में पता चला है कि राहुल किसी लड़की के साथ रिलेशन में था। राहुल की मां निर्मला यादव ने आरोप लगाया था कि लड़की के पिता राहुल को धमकाते थे। इस वजह से वो मानिसक तनाव में था। मैंने कई बार हॉस्टल प्रशासन से कहा था कि राहुल पर नजर रखना, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया।’
Doomsday prophecy on Christmas Day in Ghana: क्रिसमस पर पूरी दुनिया में प्रलय आएगी और सब लोग उसमें डूब जाएंगे. यह कहकर घाना में एक फर्जी पैगंबर ने लोगों को जमकर डराया और बचने के नाम पर करोड़ों वसूल लिए.
Why is Namaz being mocked in Trkiye: खुद को दुनियाभर के मुसलमानों का खलीफा समझने वाले तुर्की में इस्लाम की बुनियाद धीरे धीरे कमजोर हो रही है. वहां की युवा आबादी अब नमाज का मजाक उड़ा रही है और इस्लाम से दूरी का इजहार कर रही है.
दीपू के बाद कौन हैं अमृत मंडल? जिन्हें बांग्लादेश में हिंदू होने की कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ी
Bangladesh violence Amrit Mandal news: बांग्लादेश में हिंदू होना अब एक अभिशाप बनता जा रहा है. वहां पर रहने वाले हिंदुओं को अपनी जान देकर धर्म निभाने की कीमत चुकानी पड़ रही है. दीपू के बाद अमृत मंडल इसका नया शिकार बना है.
यमन संकट: सरकार ने सऊदी के दक्षिण प्रांतों में तनाव कम करने की अपील का किया समर्थन
यमन की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सरकार ने सऊदी अरब की दक्षिणी क्षेत्रों (खासकर हदरमौत और अल-महरा प्रांतों) में तनाव कम करने की अपील का समर्थन किया है
बांग्लादेश में हिंसा के बीच शेख हसीना की सीट से चुनाव लड़ेंगे यह हिंदू नेता, कौनसा मुद्दा उठाएंगे?
Hindu Candidate In Bangladesh Elections: बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ बढ़ती हिंसा के बीच पूर्व पीएम शेख हसीना की सीट से एक हिंदू नेता चुनाव लड़ने वाले हैं.
Zelensky Christmas Message Video: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने हाल ही में क्रिसमस की पूर्व संध्या पर एक वीडियो शेयर किया. इस वीडियो में उन्होंने पुतिन की मौत की कामना की.
Bangladesh Violence Latest News: बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हिंसा बढ़ती जा रही है. वहां पर दीपू चंद्र दास के बाद एक और हिंदू की बेरहम से हत्या हो गई है. इस बार कट्टरपंथियों ने 29 साल के हिंदू युवक को पीट-पीटकर मार डाला है.
Indian Man Dies Of Heart Pain In Canada: कनाडा के एक अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से एक भारतीय शख्स की मौत हो गई. शख्स को अस्पताल में 8 घंटे इंतजार करना पड़ा.
भारत और अमेरिका के बीच सालों से मजबूत दोस्ती रही है. लेकिन इस साल चीजें बदल गईं हैं. व्यापार से लेकर सुरक्षा तक हर मोर्चे पर तनाव नजर आ रहा है. अमेरिकी कांग्रेस के बड़े नेता और भारतीय मूल के राजा कृष्णमूर्ति ने इसकी बहुत बड़ी वजह बताई है.
Bangladesh violence:अमेरिकी कांग्रेसमैन राजा कृष्णमूर्ति ने बांग्लादेश में बढ़ती हिंसा पर गहरी चिंता जताई है. उन्होंने कहा कि सुरक्षा स्थिति और खराब हो गई है, खासकर हिंदू अल्पसंख्यकों पर हमले चिंताजनक हैं. हाल की एक बर्बर हत्या का जिक्र करते हुए चेतावनी दी कि अगर तुरंत कदम नहीं उठाए तो देश अस्थिर हो जाएगा.
Tarique arrives in Dhaka:बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के एक्टिंग चेयरमैन तारिक रहमान 17 साल के निर्वासन के बाद 25 दिसंबर 2025 को लंदन से बांग्लादेश लौट आए हैं. बिमान बांग्लादेश एयरलाइंस की फ्लाइट से पहले सिलहट और फिर ढाका पहुंचे. उनके साथ उनकी पत्नी जुबैदा और बेटी जैमा भी साथ थीं. इस दौरान उनके फेसबुक पर किए गए एक पोस्ट और प्लेन की तस्वीर बहुत वायरल हो रही है. जानते हैं पूरी कहानी.

