दुनिया / दैनिक भास्कर
कभी पैसों की कमी के कारण ट्रेन के जनरल डिब्बे में सफर करने वाली भारतीय महिला क्रिकेटर्स, आज वर्ल्ड कप जीतकर 90 करोड़ से ज्यादा की प्राइज मनी की हकदार
14 जून, 2020...सुशांत सिंह राजपूत की मौत की खबर सामने आई। उनकी डेडबॉडी मुंबई में उनके घर पर पंखे से लटकी मिली। पहली नजर में मामला सुसाइड का लगा लेकिन
हरियाणा की धाकड़ छोरी शेफाली वर्मा वर्ल्ड कप में भारतीय टीम का हिस्सा तक नहीं थी, कैसे बड़े भाई की बीमारी के कारण प्रोफेशनल क्रिकेट खेलना शुरू किया.अप
4 नवंबर 1979 की सुबह… यानी आज से ठीक 46 साल पहले। वॉशिंगटन डीसी स्थित अमेरिकी विदेश मंत्रालय के दफ्तर का फोन बजा। कॉल ईरान से थी। वहां अमेरिकी दूतावास
सबसे पहले ये दो बयान पढ़िए… 23 अक्टूबर, जैसलमेर, राजस्थान: ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान को भारत की ताकत का एहसास हो गया है। वो अब कोई भी दुस्साहस कर
विमेंस वर्ल्ड कप को नया चैम्पियन मिल गया है। रविवार को टीम इंडिया ने ट्रॉफी उठाई तो इतिहास लिख दिया गया। इस वर्ल्ड कप में हमने जेमिमा की जिद देखी तो ल
चंडीगढ़ में अमेरिकन पिटबुल, बुलडॉग, बुल टेरियर, केन कोर्सो, डोगो अर्जेंटीनो और रोटवीलर डॉग बैन हो गए है. लेकिन क्यों? आखिर डॉग्स की ये नस्ल कितनी खतरन
‘सुबह के 10 बजे थे। उस दिन एकादशी थी, इसलिए मैं परिवार के साथ भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन करने काशीबुग्गा गई थी। वहां इतनी भीड़ थी कि हम एक घंटे तक लाइन

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