कोरबा जिले में 8-10 लकड़ी तस्करों ने मिलकर 3 वनकर्मियों की पिटाई की है। जोगीपाली गांव के मुड़धोवा पतरा क्षेत्र में 15 नवंबर को वनकर्मियों की सर्चिंग ड्यूटी लगी थी। जहां क्षेत्र में पहले से मौजूद लकड़ी तस्करों ने वनकर्मियों को बंधक बनाकर बेरहमी से मारपीट की। मामला करतला वन परिक्षेत्र का है। तस्कर जान से मारने की धमकी देकर वनकर्मियों को जबरन गाड़ी में बिठाकर गांव ले गए, जहां उनके मोबाइल भी लूट लिए गए। इस मामले में एक दर्जन से अधिक तस्करों के खिलाफ करतला थाने में मामला दर्ज किया गया है। वहीं, मारपीट में तीनों वनकर्मी घायल हुए है। हाथियों की निगरानी के लिए लगी थी ड्यूटी जानकारी के अनुसार, बीते पखवाड़े भर से करतला वन परिक्षेत्र में 38 हाथियों का झुंड विचरण कर रहा है। इनकी निगरानी के लिए रामपुर के वनपाल चमरू सिंह कंवर और बीट गार्ड गजाधर सिंह राठिया की ड्यूटी लगाई गई थी। 15 नवंबर की रात वे हाथियों की निगरानी कर रहे थे, तभी उन्हें रामपुर परिसर के कक्ष क्रमांक ओए 1464 मुड़धोवा पतरा, ग्राम जोगीपाली में जंगल से अवैध कटाई की सूचना मिली। 8-10 तस्कर शामिल थे मौके पर पहुंचने पर वनकर्मियों ने जंगल से आ रहे एक ट्रैक्टर को रोका। तलाशी लेने पर ट्रैक्टर की ट्रॉली में साल के तीन लट्ठे लदे मिले। ट्रैक्टर में जोगीपाली के मनाराम पटेल, अंकुश पटेल सहित 8-10 अन्य लोग सवार थे। ट्रैक्टर रुकते ही तस्करों ने वनकर्मियों से विवाद शुरू कर दिया। उन्होंने वनकर्मियों के मोबाइल छीन लिए, गाली-गलौज की और लाठी-डंडों, कुल्हाड़ी व मुक्कों से हमला कर दिया। जान से मारने की दी धमकी इसके बाद तस्करों ने वनपाल और बीट गार्ड को जबरन अपने वाहन में बिठाकर जोगीपाली गांव ले गए। उन्हें धमकी दी गई कि यदि वे वाहन से उतरकर भागने की कोशिश करेंगे तो जान से मार दिया जाएगा। गांव पहुंचने पर तस्करों ने अपने रिश्तेदारों और कुछ अन्य ग्रामीणों को भी बुला लिया। लगभग 20-25 लोगों ने मिलकर एक बार फिर वनकर्मियों की पिटाई की और उनकी वर्दी फाड़ दी। किसी तरह एक वनकर्मी उनकी चंगुल से निकलकर भागने में सफल रहा। हालांकि, तस्करों ने उसका पीछा किया और पकड़ने के बाद उसे निर्वस्त्र कर बेरहमी से पीटा। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग इस घटना के बाद वनकर्मियों की शिकायत पर करतला थाने में मामला दर्ज किया गया है। डीएफओ प्रेमलता यादव ने बताया कि पीड़ितों के साथ थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई गई है। उन्होंने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और सख्त कार्रवाई की मांग की है। डीएफओ ने यह भी कहा कि यदि कार्रवाई नहीं हुई तो एसपी और डीएफओ को ज्ञापन सौंपकर उग्र आंदोलन किया जाएगा।
भारत में इस हफ्ते 5 नए स्मार्टफोन लॉन्च होंगे। 17 से 23 नवंबर के बीच वीवो, रियलमी और भारतीय ब्रांड लावा जैसे ब्रांड अपने डिवाइस पेश करेंगे। एक ओर जहां ओपो फाइंड X9 सीरीज पेश की जाएगी, दूसरी ओर फ्लैगशिप रियलमी GT8 प्रो लॉन्च होगा। इन फोन्स में लेटेस्ट AI फीचर्स मिलेंगे। इसके अलावा, 200 मेगापिक्सल मेन कैमरा, 50 मेगापिक्सल सेल्फी कैमरा, 7000mAh की बड़ी बैटरी और एमोलेड स्क्रीन जैसे ऑप्शन मिलेंगे। इसके अलावा एक नया स्मार्टफोन ब्रांड भी इंडिया में नए फोन के साथ एंट्री करने जा रहा है। चलिए डिटेल में जानते हैं... ओप्पो फाइंड X9: 18 नवंबर ओपो फाइंड X9 सीरीज ग्लोबल मार्केट में लॉन्च हो चुकी है। कंपनी 18 नवंबर को नए फोन भारतीय बाजार में उतारेगी। इस सीरीज का बेस मॉडल, ओपो फाइंड एक्स9, डाइमेंसिटी 9500 चिपसेट से लैस है, जो फोन को बेहद तेज और स्मूथ परफॉर्मेंस देता है। इसमें 6.59-इंच की 1.5K फ्लैट OLED स्क्रीन लगी है, जो क्रिस्प विजुअल्स और ब्राइट डिस्प्ले का मजा देती है। बैटरी की बात करें तो 7025mAh की दमदार कैपेसिटी वाली यह बैटरी लंबे समय तक साथ निभाती है, साथ ही 80W फास्ट वायर्ड और 50W वायरलेस चार्जिंग से बैटरी फटाफट फुल हो जाती है। फोटोग्राफी के शौकीनों के लिए ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप है। इसमें 50MP सोनी LYT808 मेन सेंसर OIS के साथ हिलने पर भी साफ तस्वीरें लेता है, 50MP सैमसंग JN5 अल्ट्रा-वाइड लेंस वाइड फोटो कैप्चर करता है और 50MP LYT600 पेरिस्कोप टेलीफोटो लेंस दूर की चीजों को जूम करके परफेक्ट क्लिक करता है। सेल्फी के लिए आगे 32MP सोनी IMX615 कैमरा मिलेगा, जो शार्प और नैचुरल सेल्फीज देगा। ओप्पो फाइंड X9 प्रो: 18 नवंबर ओपो फाइंड X9 प्रो फोन भी भारत में 18 नवंबर को लॉन्च होने वाला है। ये डाइमेंसिटी 9500 चिपसेट पर चलता है, साथ में ओपो का ट्रिनिटी इंजन मिलेगा जो परफॉर्मेंस को और ज्यादा स्मूथ और पावरफुल बनाएगा। डिस्प्ले की बात करें तो 6.78-इंच की 2K AMOLED स्क्रीन दी गई है, जो सुपर शार्प इमेजेस, वाइब्रेंट कलर्स और स्मूथ स्क्रॉलिंग के साथ आएगी। बैटरी के मामले में 7500mAh की मास्टर बैटरी मिलेगी, जो हेवी यूज में भी दिनभर साथ देगी और चार्जिंग ऑप्शन टॉप क्लास हैं। 80W सुपरवूक वायर्ड, 50W एयरवूक वायरलेस और 10W रिवर्स चार्जिंग से कहीं भी क्विक पावरअप हो जाएगा। कैमरा सेटअप तो कमाल का है, ये 200MP का हाई-रेजोल्यूशन वाला फोन है जिसमें 50MP Sony LYT828 OIS मुख्य सेंसर हिलने पर भी क्रिस्प शॉट्स लेगा, 50MP अल्ट्रा-वाइड एंगल लेंस चौड़े लैंडस्केप कैप्चर करेगा, और सेल्फी के लिए आगे 50MP कैमरा शानदार पोर्ट्रेट्स देगा। सेफ्टी के लिए IP66 + IP68 + IP69 रेटिंग के साथ ये फोन पानी, धूल और हाई-प्रेशर जेट्स से पूरी तरह महफूज रहेगा। वूबल 1: 19 नवंबर भारतीय बजाार में 19 नवंबर को नए स्मार्टफोन ब्रांड की एंट्री होने जा रही है। भारतीय कंपनी इंडकॉल टेक्नोलॉजीज अपना पहला अपना मोबाइल फोन लॉन्च करने वाली है। इसका नाम वूबल 1 5G हो सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये फोन 2.6GHz मीडियाटेक डाइमेंसिटी 7400 चिपसेट पर चलेगा, जो इसे तेज बनाएगा। इसमें 8GB रैम और 256GB तक स्टोरेज मिलेगी। फोटो के लिए पीछे 3 कैमरे हैं। इसमें ऑप्टिकल इमेज स्टेब्लाइजेशन (OIS) के साथ 50MP का मेन सेंसर और फ्रंट में 16MP का सेल्फी कैमरा मिलेगा। ये स्मार्टफोन पूरी तरह 'मेड इन इंडिया' होगा, यानी भारत में ही बनाया गया। कीमत 15 से 20 हजार रुपए के बीच हो सकती है। रियलमी GT8 प्रो: 20 नवंबर रियलमी GT 8 प्रो कंपनी का पहला ऐसा स्मार्टफोन है, जो स्नैपड्रैगन 8 एलीट जेन 5 चिपसेट के साथ आएगा है, ये फोन को बेहद तेज और हाई-परफॉर्मेंस वाला बनाता है। गेमिंग लवर्स के लिए इसमें GT बूस्ट 3.0 टेक्नोलॉजी और हाइपरविजन AI चिप दी गई है, जो गेम्स को बिना किसी लैग के सुपर स्मूथ चलाएगी। फोन 7000mAh की बैटरी के साथ आएगा और इसके साथ 120W वायर्ड और 50W वायरलेस फास्ट चार्जिंग मिलेगी। इसमें 6.79-इंच की QHD+ एमोलेड फ्लेक्सिबल स्क्रीन मिलेगी, जो 144Hz रिफ्रेश रेट, 3200Hz टच सैंपलिंग रेट और 7000 निट्स पीक ब्राइटनेस के साथ आएगी। फोटोग्राफी के लिए बैक पैनल पर 200MP मुख्य + 50MP अल्ट्रा-वाइड + 50MP टेलीफोटो का ट्रिपल कैमरा सेटअप मिलेगा, जबकि सेल्फी के लिए फ्रंट में 32MP कैमरा मिलेगा। लावा अग्नि 4: 20 नवंबर इंडियन ब्रांड लावा मोबाइल्स अपना नया मिड-रेंज स्मार्टफोन अग्नि 4 इसी हफ्ते भारत में लॉन्च करने जा रहा है। इसकी कीमत करीब 20 से 25 हजार रुपए के बीच हो सकती है। बैक पैनल पर रियर कैमरा मॉड्यूल इसे थोड़ा iPhone Air जैसा दिखाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ये फोन मीडियाटेक डाइमेंसिटी 8350 प्रोसेसर पर चलेगा, जो इसे तेज और स्मूथ परफॉर्मेंस देगा। बैटरी के लिए 7000 mAh की बड़ी कैपेसिटी मिलेगी, जो लंबे समय तक चलेगी। स्क्रीन 6.78 इंच की फुल HD+ एमोलेड होगी। फोटोग्राफी के लिए रियर में 50 मेगापिक्सल का डुअल रियर कैमरा सेटअप होगा।
पंजाब मोगा के निहाल सिंह वाला कस्बे में मोबाइल की दुकान पर दो ग्रुपों के बीच हुई फायरिंग का वीडियो सामने आया है। दुकान पर दो ग्रुप पैसे के लेन देन के समझौते के लिए एकत्र हुए थे। इसी दौरान किसी बात को लेकर तनाव बढ़ गया और बात फायरिंग तक जा पहुंची है। तलवार भी चली। इस फायरिंग के दौरान एक युवक को हाथ में गोली लगी है, उसे मोगा के ही एक अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि पहले पीली शर्ट पहने एक युवक ने पिस्टल निकाला और बाद में दूसरी तरफ से युवक ने उस पर फायरिंग कर दी। तलवारें भी चलीं, 5 लोग अस्पताल में भर्ती यही नहीं युवकों ने तलवारों से भी हमला किया है। घटना में जसप्रीत सिंह, धर्मपाल, हरकिशन सिंह, रमन कुमार व गुरशरण गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को उपचार के लिए मोगा के मेडिसिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस मामले में पुलिस ने हरकिशन सिंह बयान के आधार पर थाना निहाल सिंह वाला में BNS 109, 333, 115(2), 118(1), 324(4), 191(3), 190, 61(2) 25, 27 आर्म्स एक्ट के तहत 8 लोगों पर मामला दर्ज किया है। हमलावरों में गोविंद सिंह, दविंदर सिंह, मनप्रीत सिंह, सतवीर सिंह ,लवली सिंह, गुरप्रीत सिंह ,हरदीप सिंह व एक अज्ञात हमला वर्ग के खिलाफ केस दर्ज किया है। मकान बनवाने का दिया था ठेगा, पैसा लेकर काम न करने का आरोप जांच अधिकारी पूर्ण सिंह का कहना है कि अभी तक की जांच में सामने आया है कि गोली लगने से घायल धर्मपाल सिंह अपना मकान बनवाना चाहता था । उसके लिए उसने ठेका हरदीप सिंह को दिया था। हरदीप सिंह मिस्त्री का काम करता था ऐसे में उसने धर्मपाल से रुपए लेकर काम नहीं कर रहा था। इस बात को लेकर दोनों में तनाव चल रहा था। 15 नवंबर की दोपहर को इसी विवाद को लेकर दोनों पक्षों में खूनी झड़प हो गई। जांच अधिकारी का कहना है कि जल्द ही हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।ं
मथुरा के कोसीकलां क्षेत्र में सनातन एकता पदयात्रा के दौरान सक्रिय मोबाइल चोर गिरोह पर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने छह शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से 19 मोबाइल फोन, तीन चाकू और एक कार बरामद की गई है। सभी आरोपियों का चालान कर दिया गया है। सीओ भूषण वर्मा ने बताया कि बाईपास तिराहे पर पदयात्रा के कारण दिल्ली से मथुरा की ओर आने वाले वाहनों का डायवर्जन किया जा रहा था। इसी दौरान मोबाइल चोरी की बढ़ती घटनाओं की सूचना मिली। सूचना पर प्रभारी निरीक्षक अजय कौशल ने टीम के साथ रात करीब नौ बजे कोसी-कामर मार्ग स्थित श्मशान घाट के पास घेराबंदी कर छह युवकों को पकड़ा। पूछताछ में आरोपियों की पहचान फिरोजाबाद के मोहल्ला खेड़ा वाली गली निवासी टीटू उर्फ लालता, थाना रामगढ़ के कोहिनूर रोड निवासी शहवान और सलमान, थाना उत्तर के टापा कलां कबीरनगर निवासी राहुल और शैलेश, तथा थाना बसई मोहम्मदपुर क्षेत्र के गांव मोहम्मदपुर बिहारीपुर निवासी अरविंद कुमार के रूप में हुई। गिरफ्तार युवकों ने स्वीकार किया कि वे करीब दो दर्जन साथियों के साथ दिल्ली से पदयात्रा में शामिल हुए थे और भीड़ का फायदा उठाकर मोबाइल चोरी करते थे। उनके कुछ साथी चोरी की वारदात के बाद दूसरे वाहन से फरार हो गए। गिरोह के अधिकांश सदस्य 19 से 20 वर्ष की उम्र के हैं। पुलिस के अनुसार, 10 से अधिक श्रद्धालुओं ने अपने चोरी हुए मोबाइल फोन की पहचान कर ली है, जिन्हें उन्हें वापस सौंप दिया गया है। शेष बरामद फोन के वास्तविक मालिकों की तलाश की जा रही है। पुलिस का मानना है कि गिरोह के मुख्य सरगना शैलेश से पूछताछ में और भी महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकती है।
करनाल में मकान से महिला लापता:जेवर-कैश और मोबाइल ले गई साथ, परिजनों को तलाश पर नहीं लगा सुराग
करनाल जिले में घरौंडा थाना के एक गांव की 38 वर्षीय महिला के संदिग्ध हालातों में लापता हो गई। महिला सुबह घर से निकली थी और इसके बाद वापस नहीं लौटी। परिजनों ने गांव और रिश्तेदारी में काफी तलाश की, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिलने पर पति ने पुलिस को सूचना दी। महिला अपने साथ घर से निकलते समय सोने के लाखों के आभूषण, कपड़े, करीब 7 हजार रुपए नकद और बिना सिम का एक मोबाइल भी ले गई है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। परिजनों ने पहले खुद की तलाश महिला रविवार को लगभग सुबह 11 बजे घर से बाहर निकली। पति का कहना है कि वह बिना किसी को बताए घर से चली गई। देर शाम तक उसके वापस न आने पर परिजनों ने आसपास के इलाकों में खोजबीन की, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली। इसके बाद अगले दिन पति थाना घरौंडा पहुंचा और पूरी घटना की जानकारी पुलिस को दी। सोने के आभूषण और नकदी ले गई साथ पति द्वारा दी गई शिकायत के अनुसार महिला अपने साथ करीब 3 तोले सोने के आभूषण, पहनने के कुछ कपड़े, 7 हजार रुपए नकद और बिना सिम का मोबाइल लेकर गई है। परिजन इसे लेकर और अधिक परेशान हैं, क्योंकि महिला के पास कोई सक्रिय मोबाइल नंबर भी नहीं है, जिससे संपर्क किया जा सके। केस दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस शिकायत मिलने पर थाना घरौंडा पुलिस ने गुमशुदगी से संबंधित मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस के अनुसार महिला की उम्र 38 साल है और वह अचानक घर से चली गई। मामले की जांच एएसआई देवेंद्र कुमार के पास है। पुलिस का कहना है कि महिला के बारे में मिलने वाली हर जानकारी की जांच की जा रही है। पुलिस गांव, आसपास के क्षेत्रों और संपर्क सूत्रों के माध्यम से जानकारी इकट्ठा कर रही है।
रिटायर्ड ऑफिसर का मोबाइल छीनकर बदमाश फरार
अलवर| बाइक सवार बदमाश झपट्टा मारकर 14 नवंबर शाम करीब 6 बजे जिला कलेक्टर के आवास के मार्ग पर पैदल राहगीर रिटायर्ड जिला न्यायालय के प्रोटोकाल अधिकारी राजेश शर्मा का मोबाइल छीनकर फरार हो गया। घटना के बाद रिटायर्ड प्रोटोकाल अधिकारी ने डॉयल नंबर 112 पर कॉल किया। लेकिन, किसी ने कॉल रिसीव नहीं किया है। इसके बाद वह घर चला गए। परिजनों को मोबाइल लूट की बारे में जानकारी दी। इसके अगले दिन मोबाइल लूट की ऑनलाइन रिपोर्ट दर्ज कराने के साथ कोतवाली थाने बदमाश के खिलाफ लिखित में शिकायत दर्ज कराई। पीड़ित राजेश कुमार ने बताया कि शाम करीब 6 बजे घर से निकल कर कलेक्टर निवास रोड पर पैदल घूम रहा था। तभी काले रंग की बाइक सवार सवार एक युवक आया। बदमाश झपट्टा मारकर मेरा मोबाइल छीनकर भाग गया। उन्होंने बताया कि पुलिस कंट्रोल रूम व 112 नंबर पर कॉल कर वारदात की सूचना देना चाही। लेकिन, किसी ने फोन रिसीव नहीं किया। कोतवाली थाना पुलिस ने बताया कि अज्ञात बदमाश के खिलाफ मामला दर्ज लिया है।
बलिया में स्वर्ण व्यवसायी से लूट:पुलिस ने 6 आरोपियों को किया गिरफ्तार, कैश और मोबाइल बरामद
बलिया की गड़वार पुलिस ने स्वर्ण व्यवसायी से लूट के मामले में छह वांछित अभियुक्तों को रविवार को गिरफ्तार किया। पुलिस ने उनके कब्जे से एक सफेद धातु की चेन, एक तमंचा, जिंदा कारतूस, तीन चाकू, लूट के 4000 रुपए और चार मोबाइल फोन बरामद किए। यह घटना 2 नवंबर 2025 की शाम करीब 6:10 बजे हुई थी। रतसर से अपनी दुकान बंद कर घर जा रहे स्वर्ण व्यवसायी ने 3 नवंबर 2025 को गड़वार थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया था कि कुकुरभुक्का गांव के पास मोटरसाइकिल सवार व्यक्तियों ने उनका बैग, पांच हजार रुपए और एक चांदी की चेन छीन ली थी। शिकायत के आधार पर पुलिस ने संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित की थीं। रविवार को गड़वार पुलिस टीम, जिसमें उपनिरीक्षक पवन कुमार और चौकी प्रभारी रतसड़ शामिल थे, क्षेत्र में गश्त कर रही थी। मुखबिर की सूचना पर चार अभियुक्तों - राजा अली (पुत्र मो. सलीम, निवासी खलासी मोहल्ला, बक्सर, बिहार), सोनी (पुत्र शिवजी सोनी, निवासी मोहल्ला बढ्ढा, सिकंदरपुर), ऋषभ शर्मा (पुत्र राजू शर्मा, निवासी ज्योति चौक, बक्सर, बिहार), और भरत पाण्डेय (पुत्र राधेश्याम पाण्डेय, निवासी ज्योति चौक, नहर कॉलोनी, बक्सर, बिहार) को जंगली बाबा मोड़ के पास से गिरफ्तार किया गया। एक अन्य अभियुक्त, आलोक सोनी उर्फ बिट्टू (पुत्र अर्जुन सोनी, निवासी डमनपुरा, सिकंदरपुर) को झिगुरी चट्टी नहर पुलिया के पास से पकड़ा गया। पुलिस ने गिरफ्तार किए गए सभी अभियुक्तों को संबंधित धाराओं के तहत न्यायालय में पेश किया।
राजस्थान एटीएस के हत्थे चढ़ा सांचौर का मौलवी ओसामा उमर आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के लिए स्लीपर सेल तैयार कर चुका था। उसने कई युवाओं को जिहाद की ट्रेनिंग के लिए तैयार कर लिया था। उनमें से 4 को एटीएस ने डीरेडिकलाइज (कट्टरपंथी सोच से बाहर निकालने की प्रक्रिया) के लिए भेज दिया है। पकड़े जाने से पहले अपने मोबाइल का सारा डेटा डिलीट कर चुका था, जिसे एफएसएल ने रिकवर कर लिया है। उसके मोबाइल से करीब 3 लाख से अधिक फोटो रिकवर हुए हैं, जो धार्मिक कट्टरता को बढ़ावा देने वाली हैं। लश्कर ए तैयबा के आतंकी सैफुल्लाह से ओसामा उमर बेहद प्रभावित था। उसी के वीडियो देखता था। सैफुल्लाह के कुछ रिश्तेदार ओसामा के टच में थे। लोगों का ब्रेनवॉश करने के लिए ओसामा वॉयस मैसेज के जरिए उनकी बात भी करवाता था। एटीएस के आईजी विकास कुमार के अनुसार, कुछ दिन बाद ओसामा अफगानिस्तान स्थित आतंकी कैंप में ट्रेनिंग लेने के लिए जाने वाला था। उससे पहले ही वो पकड़ा गया। एटीएस ने ओसामा को गिरफ्तार कर 7 दिन के रिमांड पर ले रखा था। उसने पूछताछ में क्या-क्या खुलासे किए हैं पढ़िए इस रिपोर्ट में… 14 नवंबर को एटीएस ने पकड़ा थाआईजी एटीएस विकास कुमार ने बताया कि ओसामा को 4 नवंबर को उसके होम टाउन सांचौर से डिटेन किया था। प्रमाणित होने के बाद 6 नवंबर को गिरफ्तार किया था। तब पूछताछ में सामने आया कि कि वो पकड़े जाने के दो दिन बाद यानी 8 नवंबर को ही दुबई भागने की तैयारी कर रहा था। वहां से उसे अफगानिस्तान जाना था। इसके बाद टीटीपी के बेस कैंप में जिहाद की ट्रेनिंग लेनी थी। यह भी पता चला कि वहां से ट्रेनिंग के बाद भारत लौटकर अपनी स्लीपर सेल को एक्टिवेट करने का भी प्लान बना रखा था। मोबाइल से 4 साल का डेटा रिकवरओसामा के मोबाइल की एफएसएल रिपोर्ट सामने आ गई है। 4 साल से वो आतंकी संगठन के टच में था। ऐसे में मोबाइल से करीब 4 साल का डेटा रिकवर किया गया है। उसमें कट्टरपंथ से जुड़ी 3 लाख से अधिक फोटो रिकवर की गई हैं। अधिकांश फोटो पर उर्दू-अरबी या फारसी में कुछ मैसेज लिखे हुए हैं। इनकी लैंग्वेज एक्सपर्ट को बुलाकर जांच की जाएगी। इसके अलावा ओसामा के कब्जे से अफगानिस्तान की एक सिम भी मिली है। हालांकि इस बात का खुलासा नहीं हो पाया है कि ओसामा तक यह सिम कैसे पहुंची। एजेंसियां उस सिम की भी जांच कर रही हैं। परनाना रह चुके विधायक, परिवार को भी थी जानकारीओसामा के परनाना वली मोहम्मद बाड़मेर से विधायक (दूसरी विधानसभा- 1957 से 1962) रह चुके हैं, जबकि नाना जमीयत उलेमा-ए-हिंद राजस्थान के नायब रहे। ओसामा गलत राह पर था, इसकी पूरी जानकारी परिवार को थी। पूछताछ से पता चला कि परिवार ने ओसामा को कई बार समझाने का भी प्रयास किया, लेकिन वह नहीं माना। परिवार का कोई सदस्य ओसामा की विचारधारा से प्रभावित हुआ या नहीं, इसकी जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है। आईजी एटीएस विकास कुमार ने बताया कि आरोपी के माता और पिता दोनों ही पक्ष का धार्मिक इतिहास रहा है। अधिकतर लोग धार्मिक शिक्षा और मस्जिदों से जुड़े हैं। कोई इमाम है तो कोई मदरसे में शिक्षक। ओसामा के पिता मदरसे में पढ़ाते हैं। एक चाचा मस्जिद में अजान देते हैं। ओसामा ने करौली में अलीमा की पढ़ाई (धार्मिक शिक्षक बनने की स्टडी) की और फिर सहारनपुर स्थित दारुल उलूम देवबंद से उच्च शिक्षा प्राप्त की। इसके बाद उसने महाराष्ट्र से अरबी भाषा का कोर्स किया और राजस्थान के कई शहरों अजमेर, करौली, जोधपुर, फलौदी, झुंझुनूं और सांचौर की मस्जिदों में इमाम के रूप में भी काम किया। 2023 में आया कट्टरवाद की गिरफ्त मेंजांच में सामने आया है कि ओसामा शुरू से ही पढाई में बहुत अच्छा था। उसे कई भाषाओं का ज्ञान था। लेकिन एक विषय में निरंतर काम करने पर उस का धर्म को लेकर विचार बदलने लगा। इसी बीच वर्ष 2023 में उसका झुकाव सोशल मीडिया पर उभर रहे कट्टर संगठनों की ओर चल गया। वर्ष 2023 में ही ओसामा ने प्रतिबंधित आतंकी संगठन तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान के एक सदस्य को फॉलो करना शुरू किया। वह इस संगठन से इतना प्रभावित हो गया कि ओसामा ने देश में भी इस संगठन को मजबूत करने और संगठन की सोच को युवाओं तक पहुंचाने का काम किया। वह अपने धर्म के लोगों के साथ टीटीपी के वीडियो और अन्य जानकारी साझा करने लगा। इससे युवाओं में कट्टरता फैलाने की कोशिशें की जा रही थीं। ओसामा का गॉड फादर टीटीपी का एक्टिव टेररिस्टओसामा लश्कर आतंकी सैफुल्लाह से बेहद प्रभावित था। वह उसे अपना गॉडफादर मानता था। जून 2025 में सैफुल्लाह मारा गया था। सैफुल्लाह एक्टिव टेररिस्ट होने के साथ-साथ धर्मगुरु भी बना हुआ था। ओसामा पिछले दो साल से लगातार उसके वीडियो और ऑडियो को देख और सुन रहा था। सैफुल्लाह के कई रिश्तेदार जो अभी लश्कर-ए-तैयबा के टॉप कमांडरों में हैं, उनसे भी ओसामा टच में था। जिन लोगों को ब्रेनवॉश करना होता था, उनकी उनसे वॉयस मैसेज के जरिए बात करवाता था। 4 लोगों को कट्टर बनाने के लिए कर रहा था ब्रेनवॉशएटीएस ने हाल ही में ओसामा के संपर्क में आए चार संदिग्धों को भी डिटेन किया था। ओसामा इन सभी पर कट्टरपंथी विचारधारा से जुड़ने का दबाव बना रहा था। एटीएस के अधिकारियों का कहना है कि चारों का अभी तक किसी भी गतिविधि में सम्मिलित होना नहीं पाया गया है। हालांकि ये 6 महीने से ओसामा के संपर्क में थे। एटीएस ने चारों को 4 दिन तक डीरेडिकलाइज (कट्टर सोच से बाहर निकालने की प्रक्रिया) किया है। डीरेडिकलाइज के लिए एटीएस ने एक टीम बना रखी है, जिसमें हर धर्म के लोग होते हैं। ये लोग रेडिकलाइज (कट्टर सोच से जुड़ चुका व्यक्ति) व्यक्ति की काउंसलिंग करते हैं। उसे कट्टरवाद से दूर करने का प्रयास करते हैं और सही दिशा की ओर ले जाते हैं। ओसामा की रिमांड पूरीओसामा को 6 नवंबर को UAPA एक्ट के तहत गिरफ्तार करने के बाद दो बार कोर्ट में पेश कर चार-चार दिन के लिए रिमांड पर लिया गया था। अब उसकी रिमांड अवधि पूरी होने के बाद जेसी कर दिया है। जो लोग आतंकवादी संगठन से जुड़कर फंडिंग करते हैं या उनके क्रियाकलापों में सहयोग करते हैं। दूसरा जो लोग कट्टरवाद फैलाकर विध्वंसक गतिविधियां करना चाहते हैं। उनके खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियों (रोकथाम) अधिनियम, 1967 (यूएपीए) एक्ट लगाया जाता है। इस संबंध में दर्ज मुकदमे की सूचना केंद्र सरकार को दी जाती है। ऐसे में यदि केंद्र सरकार चाहे ती इन केस की जांच नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) को सौंप सकती है। --- राजस्थान में आतंकी गतिविधियों की यह खबर भी पढ़िए... ATS ने आतंकी संगठन टीटीपी के सदस्य को पकड़ा:4 साल से आतंकी गतिविधियों में जुड़ा था, सांचौर से दबोचा था एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) ने आतंकी संगठन टीटीपी के सक्रिय सदस्य मौलाना मोहम्मद उसामा को गिरफ्तार किया गया है। ATS ने इसके भाई को संदिग्ध लगने पर पकड़ा है। दोनों को 5 दिन पहले सांचौर से पकड़ा गया था। इसके बाद पूछताछ में टीटीपी से संपर्क सामने आया था...(CLICK कर पढ़ें)
बांका विधानसभा क्षेत्र में एनडीए की पांचों सीटों पर जीत के बाद पूरे जिले में जश्न का माहौल था। विजयी प्रत्याशियों के समर्थन में निकाले गए विजय जुलूस में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। इसी दौरान बांका पीबीएस कॉलेज के पास भीड़भाड़ का फायदा उठाकर चोरों ने कई लोगों के मोबाइल फोन चुरा लिए। फूल-माला पहनाने के दौरान हुई भारी भीड़ में चोरों ने आधा दर्जन से अधिक मोबाइल फोन चुराए। जुलूस शांत होने पर जब लोगों ने अपनी जेबें जांची, तो उन्हें मोबाइल गायब मिले। इससे समर्थकों में हड़कंप मच गया। आसपास तलाश करने और पूछताछ के बावजूद चोरी हुए मोबाइलों का कोई सुराग नहीं मिला। खुशी के माहौल में मोबाइल की चोरी होने के बाद कई लोग मौके से निराश होकर लौट गए। मोबाइल धारकों ने बताया कि हम लोगों को किया पता था कि इस खुशी के माहौल में मोबाइल चोर भी आया हुआ है। हम लोग फूल माला पहनाने में व्यस्त थे और इधर पॉकेट से मोबाइल गायब कर दिया। चोरों ने भीड़ का उठाया फायदा रजौन थाना क्षेत्र के सैदपुर निवासी मृत्युंजय सिंह ने बताया कि वे अपना मोबाइल जेब में रखकर जुलूस में शामिल हुए थे। भीड़ का फायदा उठाकर अज्ञात चोरों ने उनका मोबाइल निकाल लिया। उन्होंने यह भी बताया कि इस दौरान छह से अधिक लोगों के मोबाइल चोरी हुए हैं। सभी पीड़ितों ने शनिवार शाम स्थानीय थाने में पहुंचकर लिखित शिकायत दर्ज कराई है। थानाध्यक्ष राकेश कुमार ने कहा की आवेदन प्राप्त हो गया है और मामले की जांच कर पुलिस द्वारा आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
गुरुग्राम में मोबाइल छीनने के एक मामले में अदालत ने आरोपी को दोषी करार देते हुए 5 साल के कठोर कारावास और 25 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई है। यह फैसला सेशन जज वाणी गोपाल शर्मा की अदालत ने सुनाया। मामला 3 नवंबर का है, जब एक व्यक्ति ने पुलिस को शिकायत दी थी। शिकायतकर्ता ने बताया कि वह राजीव चौक, गुरुग्राम पर खड़ा था। उसी दौरान बाइक पर सवार दो युवक वहां पहुंचे और पीछे बैठे आरोपी ने उसका मोबाइल छीन लिया। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। नूंह का रहने वाला है दोषी शिकायत मिलने पर थाना सदर, गुरुग्राम पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज कर जांच शुरू की। गुरुग्राम पुलिस ने तकनीकी और पारंपरिक तरीकों का इस्तेमाल करते हुए आरोपियों की पहचान की। जांच के दौरान पुलिस ने मुख्य आरोपी अनीश खान, निवासी गांव रानिका, जिला नूंह (हरियाणा) को गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने मामले की गहनता से जांच की। इस दौरान घटनास्थल से साक्ष्य, तकनीकी प्रमाण, शिकायतकर्ता और अन्य गवाहों के बयान सहित सभी महत्वपूर्ण सबूत जुटाए गए। पुलिस द्वारा एकत्र किए गए साक्ष्यों के आधार पर मामले की चार्जशीट तैयार कर अदालत में पेश की गई। 25 हजार रुपए का जुर्माना पुलिस द्वारा प्रस्तुत मजबूत साक्ष्यों और गवाहों के बयानों पर विचार करते हुए, अदालत ने आरोपी अनीश खान को भारतीय दंड संहिता की धारा 379A/34 के तहत दोषी पाया। अदालत ने उसे 5 साल के कठोर कारावास के साथ 25 हजार रुपए का जुर्माना भरने का आदेश दिया।
8 वारदातों का खुलासा:ये तो पुलिस के लिए अलर्ट है, 1 गैंग, 1 घंटा, 6 मोबाइल लूटे
भोपाल में पुलिस को खुली चुनौती देकर मोबाइल झपटने वाली बाइक सवार गैंग का पर्दाफाश हुआ है। बाइक सवार 3 नकाबपोशों ने 12 नवंबर की शाम 7:15 से 8:15 बजे यानी महज एक घंटे में मोबाइल पर बात करते हुए पैदल जा रहे 6 लोगों को निशाना बनाया। पीछे बैठा बदमाश हाथ से मोबाइल लूटता और तीनों फरार हो जाते। पुलिस ने 13 नवंबर को इन्हें गिरफ्तार कर एफआईआर दर्ज की। इसी गैंग ने डिप्टी सीएम के पीए का मोबाइल भी लूटा था टीटी नगर में 11 नवंबर की रात इसी गैंग ने डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल के पीए सुधीर कुमार दुबे (51) का मोबाइल भी लूटा था। दुबे रात में जेपी अस्पताल के सामने टहल रहे थे, तभी तीन लुटेरे बाइक पर आए और मोबाइल छीनकर भाग गए। तब पुलिस ने मामला दर्ज कर 250 सीसीटीवी कैमरों से तलाश की। फुटेज के आधार पर अशोका गार्डन निवासी फरदीन खान (18), तलैया निवासी फैज अली उर्फ शानू (22) और एक नाबालिग को पकड़ा गया। उनके पास से 9 मोबाइल और स्पलेंडर बाइक बरामद हुई। पूछताछ में खुलासा हुआ कि इन्होंने 12 नवंबर को 1 घंटे में 6 मोबाइल लूटे थे। आरोपियों ने शाहपुरा में 3, बागसेवनिया में 2, हबीबगंज व मानसरोवर से 2 और कोलार से 1 मोबाइल लूटना कबूल किया। 12 नवंबर : ऐसे बेखौफ कि हर 10 मिनट में 1 लूट थाना शाहपुरा: शाम 7.15 बजेई-8/42 सहकार नगर त्रिलंगा कॉलोनी निवासी 23 वर्षीय आशुतोष प्रताप सिंह भरत नगर स्थित एक ऑर्गेनिक कंपनी में नौकरी करता है। वह ड्यूटी से घर लौटते समय मोबाइल पर बात करते हुए पैदल जा रहा था। भरत नगर गेट नंबर-01 के सामने पीछे से बाइक सवार तीन बदमाश आए और पीछे बैठे बदमाश ने मोबाइल छीन लिया। थाना शाहपुरा: शाम 7.20 बजे कोलीपुरा बरखेड़ी, जहांगीराबाद निवासी 28 वर्षीय विशाल कुकरेजा प्राइवेट नौकरी करता है। वह शैतान सिंह पाल चौराहा से अपने भाई की ससुराल छावनी शाहपुरा जा रहा था। मोबाइल पर बात करते हुए पैदल जा रहा था तभी पीछे से बाइक सवार तीन बदमाश आए और पीछे बैठे बदमाश ने मोबाइल झपट लिया। थाना अयोध्या नगर: शाम 7.40 बजेडी सेक्टर अयोध्या नगर निवासी दीपेंद्र सिंह कुशवाह गांधी नगर स्थित एक प्राइवेट कॉलेज में प्रोफेसर हैं। वह ड्यूटी से घर लौटते समय मोबाइल पर बात करते हुए पैदल जा रहे थे। जैन ट्रेडर्स के सामने पीछे से बाइक पर 3 बदमाश आए और पीछे बैठे बदमाश ने अचानक से मोबाइल झपट लिया। थाना बाग सेवनिया: रात 8 बजेरामेश्वर कॉलोनी निवासी 23 वर्षीय सूरज चौधरी मेहनत मजदूरी करता है। वह बाग सेवनिया बाजार से सब्जी खरीदकर मोबाइल से ओला बुक कर रहा था। तभी बाइक सवार तीन बदमाश आए और पीछे बैठे बदमाश ने मोबाइल छीना। तीनों कटारा हिल्स की तरफ भाग गए। थाना शाहपुरा: रात 8.10 बजे सिल्वर टुलिप सिवाय कॉम्प्लेक्स निवासी 26 वर्षीय दिवेश द्विवेदी प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता है। वह ड्यूटी से छुट्टी होने के बाद मोबाइल पर बात करते हुए पैदल घर जा रहा था। ओरा मॉल के पीछे चंपारण होटल के सामने पीछे से बाइक सवार तीन बदमाश आए और पीछे बैठे बदमाश ने मोबाइल छीन लिया। थाना बाग सेवनिया: रात 8.15 बजे: एमरॉल्ड सिटी निवासी 30 वर्षीय सुमित पाटिल एम्स में ऑफिस अटेंडर हैं। वह एम्स कैंपस की मेस में खाना खाने मोबाइल चलाते हुए पैदल जा रहे थे। गेट नंबर-04 के पास पीछे से बाइक सवार तीन बदमाश आए और पीछे बैठे युवक ने मोबाइल झपटा और गेट नंबर-02 की तरफ भाग गए।
स्नैचर गिरोह का सरगना गिरफ्तार, 11 मोबाइल और दो बाइक बरामद
पटना|पाटलिपुत्र और राजीवनगर थाना इलाके में छापेमारी के दौरान पुलिस ने मोबाइल स्नैचर गिरोह के सरगना सुधीर कुमार राय को गिरफ्तार किया। विधि-व्यवस्था एसडीपीओ टू के नेतृत्व में हुई छापेमारी में सुधीर कुमार के ठिकाने से 11 मोबाइल बरामद हुए। दानापुर की मिथिला कॉलोनी का सुधीर और उसका गिरोह अपाचे और आर-15 जैसी महंगी बाइक से राहगीरों, ऑटो पर सवार यात्रियों और बाइक चालकों का मोबाइल झपटता है। उसके गिरोह में तीन-चार स्नैचर हैं जो दानापुर से लेकर पटना के कई इलाकों में मोबाइल स्नैचिंग करते हैं। उसने करीब एक दर्जन वारदातों को अंजाम दिया है। गिरफ्तारी के बाद सुधीर की निशानदेही पर चंदन कुमार के घर से 5 और मुकेश कुमार के ठिकाने से 4, दीपक कुमार के घर से एक मोबाइल और एक आर-15 बाइक बरामद हुई। बरामद मोबाइल की कीमत करीब ढाई लाख रुपए है। सुधीर पर बुद्धा कॉलोनी और रूपसपुर थाने में पहले से केस दर्ज है।
मोबाइल के इस्तेमाल को लेकर वरिष्ठ कवि लेखक शैलेश लोढ़ा ने कटाक्ष किया। उन्होंने कहा हमें इसने संवेदनहीन कर दिया है कि किसी का एक्सीडेंट होता है तो हम बचाते नहीं रिकॉर्ड करते है। उन्हें कुछ दिनों पुरानी बात का जिक्र करते हुए कहा- पिछले दिनों मेंने एक वीडियो देखा किसी बस में आग लग गई लोग बचा नहीं रहे थे रिकॉर्ड कर रहे थे, इसमें क्या सुख मिल रहा है। ये बातें शैलेश लोढ़ा ने जयपुर के मानसरोवर स्थित दीप स्मृति ऑडिटोरियम में आयोजित कवि सम्मेलन में कही। उन्होंने आगे कहा- हम इतने संवेदनहीन हो गए है, धर्म जी हॉस्पिटल में एडमिट थे, परिवार पास में बैठ कर दुख मना रहा था तो कोई यह रिकॉर्ड कर रहा है। हमारे लिए आंसू क्या बेचने की चीज है। आप जिंदगी ही जी ही नहीं रहे। आप यहां है ही नहीं। जब आप रिकॉर्ड करते है तो इसने यादें छीन ली। इसने घड़ी छीन ली, इसने केलकुलेटर छिन लिया, इसने बच्चे छीन लिए, इसने रिश्ते छीन लिए। शैलेश लोढ़ा ने अपनी भाषा अपनाने पर जोर देते हुए कहा- आज भाषा ही नहीं बिगड़ी आचरण भी बिगड़ गया। उन्होंने कहा- किताब ही सबसे बड़ी ताकत है, उसे ना चार्ज करना पड़ता। वहीं यदि किताब गिर भी जाए तो टूटती नहीं। कवि सम्मेलन में संजय झाला, अशोक चारण और पार्थ नवीन ने वीर रस, व्यंग रस और हास्य रस से समा बांध दिया। संजय झाला ने कहा- सैनिकों के लिए बहुत गलत कहा जाता है। उन्होंने में उड़ीसा में सैनिको के लिए कही बात कि सैनिक को तो मरने के लिए पैसे मिलते है। उन्होंने अपने अंदाज में कहा- लो मैं बीस लाख देता हूं, तुम किस्मत के बेटों को हिम्मत है तो मंत्री भेजे अपने बेटे को। उन्होंने आगे कहा- नेताजी भावुक हो गए और मंच पर जाकर बोले में भावुक हो गया और मैं अपने बेटे को फौज में लड़ने के लिए भेजना चाहता हूं। तो उसने कहा- तो मैं क्या करू। नेताजी बोले मेरा बेटा नहीं है तो उसने कहा मैं क्या करू तो नेताजी बोले मैं आपको गोद लेना चाहता हूं। अशोक चारण ने आतंकियों और पाकिस्तान पर तंज कसते हुए चार पंक्तियों में कहा- कोने में छुपा शाहिद बोला तोबा तोबा तयबा हम बेसहारा हो गए। जिन चीनियों की दोस्ती पर था घमंड तुम्हें, हाथ जोड़कर वो भी किनारा हो गए। पाकिस्तान के जेट भारत की धरती को भी ना छू पाए और आसमां में ही अल्लाह को प्यारे हो गए। वहीं पार्थ नवीन बोले- 6 देश घुमा लेकिन भारत जैसा कोई नहीं। उन्होंने कहा- ना तो गंगा जैसा पानी कही। ना तो शहीदों से कहानी कहीं। ना तो धर्मों में अंतर। ना वो संत दिगंबर। जग घुमाया थारे जैसा ना कोही।जग घुमाया थारे जैसा ना कोही। ना तो झांसी वाली रानी कहीं। ना ही पन्ना सी मर्दानी कहीं। बाबा बर्फानी कहीं भी ना। ना ही राणा सी कहानी कहीं। जितना भी कहूं कम है। जग घुमाया लेकिन तेरा ना कही। कार्यक्रम में शुरुआत से लेकर अंत तक हास्य के दिग्गजों ने दीप स्मृति सभागार को ठहाकों से गुंजाया। शैलेश लोढ़ा, संजय झाला, पार्थ नवीन और अशोक चारण ने श्रोताओं को किया लोटपोट- खचाखच भरे हॉल में राजकुमार जैन मैट्रिमोनी द्वारा प्रायोजित शानदार कवि सम्मेलन शनिवार देर रात संपन्न हुआ हास्य और व्यंग्य की फुहार शैलेश लोढ़ा: 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' फेम शैलेश लोढ़ा ने अपनी चिर-परिचित शैली में समसामयिक मुद्दों पर तीखे मगर गुदगुदाने वाले व्यंग्य प्रस्तुत किए। उनकी कविताएं समाज की विसंगतियों पर हल्की-सी चुटकी लेती रहीं, जिस पर दर्शकों ने खूब तालियां बजाईं। संजय झाला: अपनी अद्भुत शब्द-शैली और भाव-भंगिमाओं के लिए पहचाने जाने वाले संजय झाला ने राजनीतिक और सामाजिक हास्य से श्रोताओं को हंसी से लोटपोट कर दिया। उनके हास्य-व्यंग्य ने एक पल के लिए भी दर्शकों को शांत नहीं बैठने दिया। पार्थ नवीन: युवा और ओजस्वी कवि पार्थ नवीन ने अपनी कविताओं में रिश्तों और आधुनिक जीवनशैली के मजेदार पहलुओं को छुआ, जिससे युवा वर्ग खुद को पूरी तरह जोड़ पाया। अशोक चारण: आज और हास्य का बेहतरीन मिश्रण प्रस्तुत करते हुए, कवि अशोक चारण ने अपनी कविताओं के माध्यम से जहां एक ओर देशभक्ति का जज़्बा भरा, वहीं दूसरी ओर अपने व्यंग्यों से खूब मनोरंजन किया। प्रदीप गुगलिया ने बताया कि जनता का उत्साह देखकर लगा कि ऐसे आयोजनों की जयपुर में कितनी ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि कवियों की प्रस्तुतियों ने श्रोताओं को इतना हंसाया कि सभागार का माहौल पूरी तरह खुशनुमा हो गया ।इस कवि सम्मेलन ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि हास्य, साहित्य और कविता आज भी आम जनता के बीच गहरी पैठ बनाए हुए हैं।
क्राइम ब्रांच आया एक्टर एजाज खान:सलमान लाला की मौत के बाद बनाया था वीडियो, मोबाइल जब्त किया
सलमान लाला की मौत के बाद भड़काऊ वीडियो बनाने वाले एक्टर एजाज खान शनिवार को इंदौर क्राइम ब्रांच पहुंचा। इस मामले में क्राइम ब्रांच ने नोटिस जारी किया था, जिसके बाद वह अपने वकील के साथ इंदौर आया। इंदौर क्राइम ब्रांच में वह एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया से मिला था। एक्टर का मोबाइल क्राइम ब्रांच ने जब्त कर लिया है। नोटिस तलब करवाकर वैधानिक कार्रवाई कर छोड़ा गया। सलमान लाला के समर्थन में एक्टर एजाज खान ने कहा था मुझे ऐसा लगता है कि वह समंदर में तैरने वाला बहुत बड़ा तैराक था। समंदर में तैरने वाले तालाबों में डूबकर नहीं मरा करते। अगर वह गैंगस्टर था, तो उसका गुनाह यह नहीं था कि वह गैंगस्टर था, गुनाह यह था कि वह मुसलमान था- इसलिए उसे मार दिया गया। ये है पूरा मामला सलमान लाला की मौत के बाद उसे सांप्रदायिक रूप देने के मामले में एक्टर एजाज खान पर एफआईआर की गई थी। एजाज खान ने एक वीडियो में सलमान के लिए कहा था कि वह वर्ग विशेष का था, इसलिए पुलिस ने उसे मार दिया। जबकि इस मामले में सलमान के एनकाउंटर जैसे किसी भी तरह के साक्ष्य मौके पर नहीं मिले थे। सोशल मीडिया पर सलमान लाला को लेकर और भी कई वीडियो वायरल हुए थे, जिनमें भड़काऊ पोस्ट थीं। इसे लेकर क्राइम ब्रांच ने करीब 35 अकाउंट को लिस्टेड किया था। एडिशनल डीसीपी से मांगी माफी बताया जा रहा है कि शनिवार को एक्टर एजाज खान अपने वकील के साथ एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया के ऑफिस पहुंचा। जहां पर उसने अपने कृत्य को लेकर माफी भी मांगी। इस मामले में क्राइम ब्रांच ने एक्टर एजाज खान का मोबाइल जब्त कर लिया है। इसके साथ ही उसके बयान भी दर्ज किए गए हैं।
अलवर की कोतवाली थाना पुलिस ने फिल्मी अंदाज में मोबाइल छीनकर भागने वाले मुख्य आरोपी युवक अभिनव गोयल(24) को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपी से छीना गया मोबाइल भी बरामद कर लिया। मामले में दो आरोपी अभी फरार चल रहे है। फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ में जुट गई है। वारदात के कुछ दिनों बाद मुख्य आरोपी अभिनव गोयल(24) ने वाट्सएप कॉल कर मोबाइल देने के बदले 4 हजार रुपए मांगे थे। तो पीड़ित ने साथियों के साथ उसके घर पहुंचकर दबोच लिया था। इस दौरान आरोपी अपनी छत से कूद गया था। पीड़ित बृजलाल बैरवा ने बताया कि वह स्विगी में डिलीवरी बॉय के तौर पर काम करता है। वह गुरुवार को रात 10 बजे चोप शॉप से ऑर्डर लेकर रोड नंबर 2 जय कॉम्प्लेक्स पर पहुंचा। जहां से ऑर्डर डिलीवर करने के बाद वापस आ रहा थी। तभी अचानक तीन युवक आए और उसका मोबाइल छीनकर भाग गए। बदमाश ने मोबाइल लौटाने के बदले मांगे 4 हजार रुपए इस दौरान उसने तुरंत तीनों युवकों का पीछा भी किया, लेकिन बदमाश मौके से फरार हो गए थे। इसके बाद उसने सिम बंद करवाई। कुछ समय बाद उसके पास व्हाट्सएप कॉल आई, जिसमें मोबाइल छीनने वाले युवक ने मोबाइल लौटाने के बदले 4 हजार रुपए की मांग की। पीड़ित साथियों के साथ आरोपी के घर पहुंचे ऐसे में शनिवार को पीड़ित अपने साथियों के साथ आरोपी अभिनव गोयल के घर पहुंचा तो आरोपी छत से कूदकर भागने लगा, लेकिन घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया गया और कोतवाली पुलिस को सौंप दिया गया। ऋद्धि-सिद्धि कॉम्प्लेक्स के पास लूटा था मोबाइल परिवादी की ओर से दी गई शिकायत के आधार पर कोतवाली थाना के सहायक उपनिरीक्षक वीरेंद्र सिंह ने बताया कि स्कीम नंबर 1 स्थित ऋद्धि-सिद्धि कॉम्प्लेक्स के पास तीन युवक बाइक लेकर खड़े थे, तभी अचानक बृजलाल का मोबाइल लेकर बदमाश मौके से भाग गए। एएसआई ने बताया कि पुलिस ने मुख्य आरोपी अभिनव गोयल को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से मोबाइल बरामद किया है, जबकि दो साथी अभी फरार हैं और उनकी तलाश जारी है।
चंडीगढ़ के सेक्टर-17 बस स्टैंड के ठीक सामने सेक्टर 22 में तेज रफ्तार कार ने स्कूटी सवार युवक को इतनी जोरदार टक्कर मारी कि वह उछलकर सड़क किनारे लगी लोहे की ग्रिल से जा टकराया। सिर पर गंभीर चोट लगने से युवक की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक की पहचान गौरव शर्मा के रूप में हुई है, जो सेक्टर-22 में मोबाइल रिपेयर की दुकान चलाता था। सेक्टर 22 मोबाइल शॉप चलाने वाले एक युवक सोनू ने बताया कि गौरव शर्मा रोज की तरह अपनी दुकान खोलने के लिए घर से निकला था। जैसे ही वह सेक्टर-17 बस स्टैंड के पास पहुंचा, तेज रफ्तार कार ने उसकी स्कूटी को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि गौरव काफी दूर जा गिरा और सीधे ग्रिल से टकरा गया। सेक्टर-17 थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उसे तुरंत GMSH-16 अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। सीसीटीवी में दिखीं तीन संदिग्ध गाड़ियां घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने पर पुलिस को तीन गाड़ियां संदिग्ध रूप से घटना के समय वहां से गुजरती दिखाई दी हैं। पुलिस इन वाहनों की पहचान, नंबर और चालक की जानकारी जुटाने में लगी है। थाना पुलिस का कहना है कि वाहन और चालक की पहचान होते ही उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। 27 वर्षीय गौरव शर्मा चंडीगढ़ के गांव खुड्डाअलीशेर का रहने वाला था। परिवार का सहारा बने गौरव की अचानक मौत से घर में मातम पसरा हुआ है। परिजनों ने बताया कि गौरव मेहनती और शांत स्वभाव का युवक था।
मैं कुछ युवकों के साथ होटल गई थी। युवकों ने मुझे जबरदस्ती शराब पिलाई। इसके बाद जब मैं नशे में हो गई, तो उन लोगों ने मेरे साथ रेप करने का प्रयास किया। विरोध करने पर मेरे साथ मारपीट की। मेरा मोबाइल छीन लिया और मुझे सड़क पर छोड़ कर भाग गए। मेरी मदद करो। कानपुर में नशे में धुत लड़की आधी रात सड़क पर रोती रही। लोगों से हाथ जोड़कर मदद मांगती रही। उसने कहा- मेरे साथ गलत काम करने की कोशिश की गई। घटना बर्रा थाना क्षेत्र की बताई जा रही है। इसका वीडियो भी सामने आया है। पहले देखिए 2 तस्वीरें... अब जानिए पूरा मामला बर्रा थाना क्षेत्र के जरौली स्थित मिड नाइट होटल के बाहर देर रात एक युवती सड़क पर रोते हुए खड़ी थी। वह शराब के नशे में थी। वहां से निकलने वाले राहगीरों से वह हाथ जोड़कर मदद की गुहार लगा रही थी। युवती को रोता देख अनहोनी की आशंका के चलते लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। वीडियो में युवती राहगीरों से हाथ जोड़कर मदद मांगती नजर आ रही है। बाइक सवार युवक मदद के लिए रुका तो युवती ने उसका हाथ पकड़ कर कहा- एक लड़की मेरे साथ थी, उसने मेरा मोबाइल छीन लिया है। 'मुझे समझ नहीं आ रहा कहां जाऊं'राहगीरों के पूछने पर युवती ने बताया कि मैं अपनी दोस्त के साथ कुछ लड़कों के साथ मिड नाइट होटल आई थी। यहां पर लड़कों ने मुझे शराब पिलाई। जब मैं नशे में हो गई तो उन लोगों ने मेरे साथ रेप का प्रयास किया। मेरे विरोध करने पर मेरे साथ मारपीट की। उनके साथ जो लड़की थी। उसने मेरा मोबाइल भी छीन लिया है। मेरे साथ मारपीट करने के बाद वह लोग भाग गए। मुझे समझ नहीं आ रहा था कि मैं कहां जाऊं। इतनी रात हो गई। पुलिस बोली- CCTV चेक कर रहेराहगीरों ने पुलिस को सूचना देकर युवती को घर भिजवाया। मामले में होटल संचालक आशीष पटेल से बात करने पर उन्होंने बताया कि इस तरह की घटना की जानकारी नहीं है। डीसीपी साउथ दीपेंद्र नाथ चौधरी ने बताया- वायरल वीडियो संज्ञान में आया है, मामले की जांच कराई जा रही है। युवती के साथ कौन लोग थे। यह पता लगाया जा रहा है। होटल के सीसीटीवी भी चेक किए जा रहे हैं। सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है। --------------------- ये खबर भी पढ़ें... मेरठ की अनुरानी बोलीं- मेरी शादी लव नहीं, अरेंज:सिर्फ एक रुपए, एक अंगूठी में हो रही; बॉक्सर दीपक के साथ फेरे लेंगी मेरठ की इंटरनेशनल जेवलिन थ्रोअर अनु रानी हरियाणवी बहू बनेंगी। 18 नवंबर को रोहतक के साहिल के साथ परिणय सूत्र में बंधेंगी। शादी समारोह में मेहमानों की संख्या सीमित रहेगी। 19 नवंबर को रोहतक के बैंक्वेट हॉल में रिसेप्शन पार्टी होगी। पढ़ें पूरी खबर...
कानपुर के पनकी थाना क्षेत्र के पनका गांव से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक युवक सड़क के बीचों-बीच एक बेजुबान अजगर को चाकू से बेरहमी से काटता हुआ नजर आ रहा है। घटना देखकर लोग दंग रह गए और इलाके में आक्रोश फैल गया है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, युवक अजगर को नदी से पकड़कर गांव की ओर लाया था। वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि युवक अजगर को सड़क पर डालकर पहले अपने पैरों से दोनों तरफ दबाता है और फिर चाकू से काटना शुरू कर देता है। अजगर तड़पता रहा, लेकिन युवक लगातार उसे नुकसान पहुंचाता रहा। युवक की है दहशत स्थानीय लोगों ने बताया कि वारदात के दौरान कई लोग वहां मौजूद थे, लेकिन युवक की हरकतों से दहशत की वजह से कोई उसे रोक नहीं पाया। वीडियो वायरल होने पर ग्रामीणों ने इस क्रूर कृत्य की कड़ी निंदा की है और प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। युवक की पहचान ब्रजेश के रूप में हुई है। पुलिस को मामले की जानकारी दी जा चुकी है, और वन विभाग से भी संपर्क साधा जा रहा है क्योंकि अजगर वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत संरक्षित श्रेणी में आता है। फिलहाल वीडियो वायरल होने के बाद गांव में दबाव है कि आरोपी के खिलाफ सख्त कानूनी कदम उठाए जाएं।
शिवपुरी शहर के माधव चौक पर शनिवार दोपहर एक बड़ी घटना सामने आई। बाइक से आए दो युवकों ने एक दुकान के अंदर घुसकर दुकानदार, उसके भाई और कर्मचारी के साथ जमकर मारपीट कर दी। विवाद 20 माह पहले रिपेयरिंग के लिए छोड़े गए एक मोबाइल को लेकर हुआ था। हमले में दुकानदार का भाई धारदार हथियार से घायल हो गया। पूरी घटना दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। मौके पर मौजूद लोगों ने दोनों हमलावरों शनि कर्मावत और निहार कर्मावत को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। दोनों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है। व्यापारियों ने बंद कीं दुकानें, कोतवाली पहुंचेघटना के विरोध में माधव चौक के व्यापारी अपने प्रतिष्ठान बंद कर बड़ी संख्या में कोतवाली पहुंचे। उन्होंने आरोपियों पर गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर सख्त कार्रवाई करने की मांग की। देखिए सामने आए 4 सीसीटीवी फुटेज... 20 माह पुराने मोबाइल को लेकर हुआ विवादरविन्द्र वॉच एवं इलेक्ट्रॉनिक्स के संचालक रविन्द्र गोयल ने बताया कि करीब 18–20 माह पहले शिवा कुमावत ने मोबाइल रिपेयरिंग के लिए उनकी दुकान पर छोड़ा था। उस समय उसे स्पष्ट कर दिया गया था कि 6 माह के भीतर मोबाइल नहीं लेने पर दुकान जिम्मेदार नहीं होगी। कर्मचारी को पीटा, फिर भाई पर हमलाशनिवार को शनि कर्मावत और निहार कर्मावत अचानक दुकान पर पहुंचे और मोबाइल की मांग करने लगे। जब कर्मचारी ने उसे बताया कि 20 माह पुराना मोबाइल ढूंढने में समय लगेगा, तो शनि भड़क गया और कर्मचारी से विवाद शुरू कर दिया। बात बढ़ने पर दोनों युवकों ने कर्मचारी के साथ मारपीट कर दी। धारदार हथियार से हमला, भाई घायलरविन्द्र गोयल ने बताया कि जब उनके छोटे भाई विवेक गोयल ने बीच-बचाव करना चाहा तो शनि कुमावत ने धारदार हथियार से उन पर हमला कर दिया, जिससे विवेक के सिर में गंभीर चोट आई और खून बहने लगा। जब रविन्द्र ने भाई को बचाने की कोशिश की, तो उनके साथ भी मारपीट की गई। पुलिस ने दिया सख्त कार्रवाई का आश्वासनमारपीट की खबर फैलते ही माधव चौक क्षेत्र के व्यापारी अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद कर कोतवाली पहुंचे और आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई तथा उनका जुलूस निकालने की मांग की। कोतवाली प्रभारी कृपाल सिंह राठौड़ ने व्यापारियों को आश्वस्त किया कि आरोपियों पर सख्त धाराओं में मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। रविन्द्र गोयल की शिकायत पर दोनों युवकों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है।
कामां पुलिस का साइबर ठगों पर सख्त एक्शन: तीन गिरफ्तार, मोबाइल और बाइक जब्त
कामां पुलिस ने ऑनलाइन साइबर ठगों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तारियों में चार मोबाइल और एक बाइक जब्त की गई। पुलिस ने एएसआई जय सिंह के नेतृत्व में गुड़गांव नहर की अंगरावली पुलिया पर ठगी कर रहे ठगों को धर-दबोचा, जबकि एक आरोपी भागने में सफल रहा।
कोरबा जिले में नकाब पहनकर बदमाशों ने लूट और मारपीट की घटना को अंजाम दिया है। घटना 10 नवंबर की रात की है। ढोढ़ीपारा स्वागत गेट के पास बदमाशों ने महेश्वर साहू नामक युवक को रोककर उसे बेरहमी से पीटा। उसका मोबाइल पासवर्ड खुलवाया और फिर ATM ले गए। जहां से पैसे निकलवाएं। बदमाश मोबाइल और नकदी छीनकर भाग गए। घटना की सीसीटीवी भी सामने आया है। पीड़ित के मुताबिक, बदमाश नशे में थे। मारपीट में उसे गाल, नाक और सिर में चोटें आईं है। मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है। पीड़ित ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है। हालांकि 4 दिन बाद भी आरोपी नहीं पकड़ाए है। नशे में थे बदमाश, मारने की धमकी दी जानकारी के अनुसार, पीड़ित महेश्वर साहू ढेंगुरनाला कोहड़िया का रहने वाला है और टीपी नगर में एक मोबाइल दुकान पर काम करता है। 10 नवंबर को वह अपने छोटे भाई की जगह नगर पालिक निगम कोरबा की ओर से पानी छिड़काव करने के लिए साइकिल से टीपी नगर स्थित नगर निगम ऑफिस जा रहा था। रात करीब 10:40 बजे जब वह ढोढ़ीपारा स्वागत गेट के सामने गार्डन के पास पहुंचा, तो वहां 4-5 अज्ञात लड़के मिले जो नशे में लग रहे थे। उन्होंने महेश्वर को रोका, खींचकर रेलवे लाइन के किनारे ले गए और गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी। बदमाशों ने हाथ-मुक्कों और बाल्टी से उसकी पिटाई की। उन्होंने महेश्वर से उसके सिम लगे मोबाइल का पासवर्ड खुलवाकर मोबाइल छीन लिया और उसके कपड़ों की तलाशी लेकर पैसे भी ले लिए। शरीर के खई अंगों में आई चोट मारपीट में महेश्वर के बाएं गाल, नाक और सिर में चोटें आईं। घटना को अंजाम देने के बाद सभी युवक उसे वहीं बैठने को कहकर चले गए। रात करीब 12:30 बजे पीड़ित किसी तरह टीपी नगर स्थित नगर निगम कार्यालय पहुंचा और घटना के बारे में गार्ड जवाहर को बताया। गार्ड से फोन लेकर उसने परिजनों को जानकारी दी और सिविल लाइन थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। महेश्वर साहू की रिपोर्ट पर अज्ञात 04-05 लड़कों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराओं 115(2), 126(2), 296, 3(5), 304(2), 351(3) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। पीड़ित ने शिकायत में बताया है कि घटना के कई दिन बीत जाने के बाद भी आरोपी पकड़े नहीं गए हैं और उसे पुलिस को बताने पर जान से मारने की धमकी दी गई है, जिससे वह डरा हुआ है। उसने जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है।
सिकरी पुलिस ने 4 साइबर ठगों को पकड़ा:बजीर खेड़ी के जंगलों से 8 मोबाइल फोन बरामद
डीग एसपी ओमप्रकाश मीणा के निर्देश पर सिकरी पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने गांव बजीर खेड़ी के जंगलों से चार साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से आठ मोबाइल फोन और सिम कार्ड बरामद किए गए हैं। पुलिस के अनुसार, ये ठग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सक्रिय थे। आरोपी फर्जी लड़की की प्रोफाइल आईडी बनाकर लोगों को मैसेज भेजते थे और उनसे दोस्ती करते थे। दोस्ती के बाद, आरोपी वॉट्सऐप पर वीडियो कॉल करते थे। कॉल के दौरान, वो सामने वाले व्यक्ति को एक फर्जी नग्न वीडियो दिखाते थे और फिर उसकी नग्न वीडियो रिकॉर्ड कर लेते थे। इसके बाद, वे वीडियो वायरल करने की धमकी देकर लाखों रुपए की मांग करते थे। बदनामी से बचने के लिए, पीड़ित अक्सर ठगों के खातों में लाखों रुपए ट्रांसफर कर देते थे। अनुमान है कि इन चारों ठगों ने पिछले चार वर्षों में 50 लाख रुपए से अधिक की ठगी की है। वो ठगी के लिए कई भाषाओं का उपयोग करते थे। थाना अधिकारी ने बताया कि 'ऑपरेशन एंटीवायरस' अभियान के तहत लगातार साइबर ठगों को पकड़ा जा रहा है। गिरफ्तार किए गए सभी ठगों से पुलिस गहनता से पूछताछ कर रही है।
डीग जिले की सीकरी थाना पुलिस ने चार साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। आरोपी जानवर बेचने के नाम पर ठगी कर रहे थे। आरोपियों से 8 मोबाइल 1 फर्जी सिम, 1 ATM कार्ड, पास में खड़ी 1 बाइक जब्त की गई है। आरोपी चोरी और लूट के मोबाइलों में लगी सिमों का प्रयोग कर ठगी करते थे। 1930 पर दर्ज शिकायतों की मिली थी लोकेशन सीकरी थाना अधिकारी टीकम सिंह ने बताया कि कल थाने से एक विशेष टीम का गठन कर साइबर ठगों के खिलाफ कार्रवाई के लिए रवाना किया गया। टीम को साइबर सेल से सूचना मिली कि साइबर पोर्टल 1930 पर दर्ज शिकायतों की लोकेशन झंझार और वजीर खेड़ी गांव के बीच आ रही है। तुरंत पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। वहां पर 4 युवक बैठे हुए दिखाई दिए। मोबाइल, फर्जी सिम, ATM कार्ड और बाइक जब्त पुलिस की टीम युवकों के पास पहुंची तो, युवकों ने अपने मोबाइल पेंट की जेब में रख लिए, जिसके बाद पुलिस की टीम ने युवकों से उनका नाम पूछताछ तो, युवकों ने अपने नाम नसीम,वकील निवासी डायना का बास, नसीम निवासी सिरोली हरियाणा, अफसर निवासी कंगला का बास होना बताया। जब आरोपियों की तलाशी ली तो, उनके पास 8 मोबाइल 1 फर्जी सिम, 1 ATM कार्ड, पास में खड़ी 1 बाइक मिली जिसे जब्त कर लिया गया। जानवर बेचने के नाम पर कर रहे थे ठगी आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वह चोरी और लूट के मोबाइलों में लगी सिम और फर्जी कागजों से निकाली गई फर्जी सिम के जरिए चोरी के मोबाइलों में फर्जी सोशल मीडिया आईडी बनाते हैं। जिसके बाद सोशल मीडिया पर सस्ते दामों में जानवर बेचने के विज्ञापन डालते हैं। जो लोग जानवर खरीदने के लिए उसे संपर्क करते हैं तो, डिलीवरी चार्ज और एडवांस में रुपये देने के नाम पर ठगी करते हैं।
जाखल में मुनीम से मारपीट कर मोबाइल और कैश लूटा:बाइक सवार तीन युवकों ने रोका रास्ता; भागकर बचाई जान
फतेहाबाद जिले के जाखल में देर रात एक आढ़ती के मुनीम से लूटपाट की घटना सामने आई है। तीन बाइक सवार युवकों ने मुनीम दर्शन सिंह से मारपीट कर उसका मोबाइल फोन और 20 हजार रुपए नकद लूट लिए। घटना के बाद मुनीम ने मौके से भागकर अपनी जान बचाई। मामले में पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की तलाश जारी है। नहर किनारे चल रहा था जानकारी के अनुसार पीड़ित दर्शन सिंह ने बताया कि वह रात करीब 8 बजे जाखल से अपने गांव भुरथली जा रहा था। वह भाखड़ा नहर के किनारे-किनारे चल रहा था, तभी एक मोटरसाइकिल पर सवार तीन अज्ञात युवकों ने उसे रास्ता पूछने के बहाने रोका। युवकों ने दर्शन सिंह के साथ मारपीट शुरू कर दी। इस दौरान वे उसका मोबाइल फोन और 20 हजार रुपए की नकदी छीनकर फरार हो गए। दर्शन सिंह को मुंह और आंख पर चोटें आई हैं। ग्रामीण इकट्ठा होकर मौके पर पहुंचे मारपीट के दौरान दर्शन सिंह किसी तरह वहां से बचकर अपने गांव पहुंचा। उसने परिजनों को घटना की जानकारी दी, जिसके बाद ग्रामीण इकट्ठा होकर घटनास्थल पर पहुंचे और डायल 112 पर पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची। जाखल थाना प्रभारी सुरेश कुमार ने बताया कि मामले में शिकायत मिली है और जांच की जा रही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि तथ्यों के सामने आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पानीपत के समालखा में हादसे में हुई छात्र अमन की मौत के मामले में नया मोड़ आ गया है। एसपी को शिकायत देकर छात्र के पिता ने दावा किया कि उसके बेटे की हत्या हुई है। उसकी मौत के बाद उसके दोस्तों से जश्न मनाया। पुलिस को मोबाइल फोन की कुछ चैट भी इसके लिए दी गई हैं। पिता का दावा है कि चैट में लिखा गया है कि परिवार अभी अमन की मौत को हादसा ही समझ रहा है। पुलिस शिकायत के बाद छानबीन में लगी है। पानीपत के शहरमालपुर गांव निवासी राजकुमार ने अपनी शिकायत में बताया कि उनका 19 वर्षीय बेटा अमन कुमार पाइट कॉलेज में फर्स्ट ईयर का छात्र था। 1 नवंबर को सुबह करीब 9:30 बजे अमन अपनी कार में सवार होकर अपने दो दोस्तों (गढ़ी छाज्जू निवासी) के साथ पाइट कॉलेज जा रहा था। हरे कृष्णा स्कूल के पास उनकी कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसमें अमन की मौत हो गई थी। मृतक अमन के पिता ने आरोप लगाया है कि उनके बेटे अमन की रंजिशन हत्या की गई है। उन्होंने दावा किया कि अमन के दोनों दोस्तों ने उसके साथ मारपीट की और फिर गाड़ी का हैंडब्रेक खींच दिया, जिससे दुर्घटना हुई। राजकुमार का कहना है कि यह एक सोची-समझी साजिश के तहत हत्या थी, जिसे दुर्घटना का रूप देने की कोशिश की गई। राजकुमार ने अपनी शिकायत में बताया कि दुर्घटना के बाद अमन के दोस्तों ने न तो पुलिस को फोन किया और न ही एम्बुलेंस को बुलाया। कार में सवार होने के बावजूद उन्हें कोई गंभीर चोट नहीं आई। इतना ही नहीं, दोनों दोस्त उसी दिन से लापता हैं और न तो अमन के अंतिम संस्कार में शामिल हुए और न ही उनके घर आए। वे उसी दिन से कॉलेज से भी गैरहाजिर चल रहे हैं। चूंकि घटना के समय वे अमन के साथ थे, पुलिस ने उनके बयान पर ही दुर्घटना का मामला दर्ज किया था। शिकायत में यह भी बताया गया है कि अमन के दोस्तों ने उसकी हत्या के बाद सोशल मीडिया पर जश्न मनाया और चैट किया कि अमन के घरवाले तो इसे एक्सीडेंट ही समझ रहे हैं। राजकुमार ने पुलिस को इन चैट के सबूत भी सौंपे हैं। उन्होंने एसपी से दोस्तों के मोबाइल की कॉल डिटेल निकलवाकर हत्या का मुकदमा दर्ज करने और दोषियों को गिरफ्तार करने की गुहार लगाई है।
डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सर्वोदय नगर का औचक निरीक्षण किया। डीएम के पहुंचते ही पूरा स्टाफ हड़बड़ा गया। एएनएम संजू, बीना, हेमलता और मेमसा सभी अपने-अपने मोबाइल में व्यस्त मिलीं। डीएम ने उनसे फील्ड पर न होने का कारण पूछा, लेकिन कोई भी संतोषजनक उत्तर नहीं दे सकी। एआरओ नीरज कुमार सिद्धार्थ अनुपस्थित मिले। उनका वेतन काटने के निर्देश दिए। ओपीडी में नहीं मिले डॉक्टर इसके बाद जब डीएम ओपीडी कक्ष में पहुंचे तो वहां कोई भी डॉक्टर मौजूद नहीं था। उपस्थिति पंजिका में दर्ज था कि तैनात मेडिकल ऑफिसर डॉ. मधु अवकाश पर हैं, जबकि उनकी जगह ड्यूटी पर आने वाली डॉ. निधि निगम भी अनुपस्थित मिलीं। इस पर जिलाधिकारी ने स्पष्टीकरण तलब किया। सैंपल एंट्री मिली शून्य निरीक्षण के समय तक एक भी ओपीडी दर्ज नहीं हुई थी, जिसे देखकर डीएम ने नाराज़गी जताई। उन्होंने सीएमओ कार्यालय से प्रतिकर अवकाश (कम्पेनसेटरी लीव) का विस्तृत ब्यौरा भी मांगा।लैब का निरीक्षण किया गया तो पाया गया कि दिनभर में एक भी जांच नहीं हुई थी। उपकरण मौजूद थे, परंतु सैंपल की एंट्री शून्य थी। स्टाफ के विरुद्ध होगी कार्रवाई डीएम ने कहा कि स्वास्थ्य केंद्र पर ऐसी स्थिति स्वीकार्य नहीं है और गैरजिम्मेदार स्टाफ के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही सभी स्वास्थ्यकर्मियों को निर्धारित समय पर फील्ड तथा केंद्र पर उपस्थित रहने के निर्देश दिए।
परिणाम जानने को टीवी और मोबाइल पर चिपके रहे लोग
भास्कर न्यूज| सीतामढ़ी जिले के विभिन्न विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी, समर्थक से लेकर आम लोगों तक को शुक्रवार की सुबह से ही रुझानों का इंतजार रहा। मतगणना सुबह 8 बजे से शुरु हुआ। इसके साथ ही लोग टीवी खोलकर बैठ गये। कामकाजी लोग मोबाइल से चिपके रहे। इसके बाद दिनभर लोग टीवी या मोबाइल से पल-पल की जानकारी अपडेट होते रहे। हर कोई बढ़त और परिणाम जानने को उत्सुक था। लोग फोन करके भी एक-दूसरे से रुझान और परिणाम शेयर करते रहे। कोट बाजार निवासी सामाजिक कार्यकर्ता शंभू सिंह ने बताया कि सीतामढ़ी का मतगणना केन्द्र शहर से बहुत दूर बनाया गया है। फिर सुरक्षा व्यवस्था भी बहुत कड़ी होती है। वहां तक जाना कठिन नहीं है। वहीं रीगा रोड के अजय कुमार ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक युग है। टीवी-मोबाइल पर पूरे राज्य का चुनावी अपडेट मिल जाता है। उसे घर बैठे-बैठे ही सीतामढ़ी-शिवहर का अपडेट मिलता रहा।
चुनाव परिणाम के लिए सुबह से ही टीवी और मोबाइल से चिपके रहे लोग, दिखी उत्सुकता
भास्कर न्यूज | सिमरीबख्तियारपुर बिहार विधानसभा चुनाव का परिणाम जानने के लिए शुक्रवार की सुबह से ही लोग काफी उत्सुक दिखे। अधिकतर लोग अपने घरों और दुकानों पर बैठकर टीवी व मोबाइल के माध्यम से चुनाव के रुझान और नतीजों पर नजर गड़ाए हुए थे। जो लोग किसी कारणवश चुनाव नतीजों को सीधे नहीं देख पा रहे थे। वे मोबाइल के जरिये अपने सगे-संबंधियों से चुनाव परिणाम का अपडेट लगातार लेते दिखे। लोग सुबह-सुबह अपने काम धंधे निपटाकर टीवी के सामने बैठ गये थे। जैसे-जैसे भाजपा के पक्ष में चुनाव परिणामों के रुझान आने शुरू हुए, वैसे-वैसे लोगों की उत्सुकता बढ़ती गई। लोग अलग-अलग चैनल बदलकर चुनाव परिणामों के बारे में अधिक से अधिक जानकारी जुटाने में व्यस्त थे। इधर गावों के मचानों पर चार-पांच की टुकड़ी में लोग बैठकर मोबाइल पर चुनाव परिणाम जानने की उत्सुकता बनी है। ज्यादातर लोगों के टीवी से चिपके रहने के कारण सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। बाजार में मंडियों में भी बहुत कम लोग दिखाई पड़े। जिसके कारण स्थानीय दुकानदार फुर्सत में दिखे और वे भी चुनाव परिणाम जानने के लिए उत्सुक थे। इधर राजद के एमएलसी सुनील सिंह द्वारा चुनाव परिणाम में देरी को लेकर बिहार की सड़कों पर भी नेपाल जैसी स्थिति बनाने की धमकी के बाद बख्तियारपुर पुलिस पूरी तरह से चौक चौराहों पर चौकस नजर आई।
राजसमंद में पुलिस द्वारा चलाए गए विशेष अभियान ‘आपका मोबाइल आपके हाथ’ के तहत बड़ी सफलता हासिल करते हुए 51 गुमशुदा मोबाइल फोन बरामद किए हैं। इन मोबाइल फोनों की अनुमानित कीमत 11 लाख रुपए से अधिक बताई जा रही है। पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता के अनुसार- पिछले साल CEIR पोर्टल पर दर्ज 2092 शिकायतों पर साइबर सेल और पुलिस थानों की टीमों को सक्रिय किया गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेन्द्र पारीक के सुपरविजन में विशेष टीमों ने CEIR (Central Equipment Identity Register) पर एक्टिव मिले उसके बाद मोबाइल की लगातार ट्रैकिंग की और अब तक 978 मोबाइल फोन बरामद कर लिए गए हैं। भारत सरकार के दूरसंचार विभाग द्वारा C-DOT के सहयोग से विकसित CEIR पोर्टल 17 मई 2023 से सक्रिय है, जिसके माध्यम से कोई भी नागरिक अपने खोए या चोरी हुए मोबाइल को ब्लॉक, अन ब्लॉक या ट्रेस कर सकता है। राजस्थान पुलिस पोर्टल पर रिपोर्ट दर्ज कर इसके बाद CEIR पोर्टल पर प्रक्रिया पूरी की जा सकती है। अभियान की सफलता पर पुलिस कार्यालय में एक कार्यक्रम आयोजित कर बरामद मोबाइल उनके वास्तविक मालिकों को सौंपे गए। जिला पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि मोबाइल गुम होने पर तुरंत ऑनलाइन रिपोर्ट दर्ज कर पोर्टल के माध्यम से उसे ब्लॉक कराएं।
गुरुग्राम की एक अदालत ने अवैध हथियार के बल पर मोबाइल लूटने के दोषी को 7 साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई है। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश संदीप चौहान की अदालत ने आरोपी विनोद कुमार को दोषी करार देते हुए यह फैसला सुनाया। यह मामला 26 जुलाई 2020 का है, जब गुरुग्राम के गांव डूंडाहेड़ा स्थित राम चौक पर एक व्यक्ति से मोबाइल लूट लिया गया था। पीड़ित ने गुरुग्राम पुलिस को लिखित शिकायत में बताया था कि बाइक सवार एक अज्ञात व्यक्ति ने पिस्तौल दिखाकर उसका मोबाइल छीन लिया और मौके से फरार हो गया। शिकायत के आधार पर थाना उद्योग विहार पुलिस ने तत्काल संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी। अलवर का रहे वाला है दोषी पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तकनीकी जांच, गुप्त सूचनाओं और घटनास्थल के विश्लेषण के आधार पर कार्रवाई की। जांच के दौरान, पुलिस ने लूट की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी की पहचान विनोद कुमार के रूप में की, जो राजस्थान के अलवर जिले के इटोली गांव का निवासी है। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी विनोद कुमार को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद, आरोपी से गहन पूछताछ की गई और वारदात से जुड़े सभी आवश्यक साक्ष्य व गवाह एकत्रित किए गए। 25 हजार रुपए जुर्माना भी लगाया पुलिस द्वारा जुटाए गए मजबूत साक्ष्यों के आधार पर मामले की चार्जशीट तैयार कर अदालत में पेश की गई। अदालत में पेश किए गए ठोस सबूतों, गवाहों के बयानों और पुलिस की विस्तृत जांच के बाद, अदालत ने आरोपी विनोद कुमार को दोषी पाया। इसके बाद अदालत ने आरोपी विनोद कुमार को भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 397 और 34 के तहत 7 साल के कठोर कारावास और 25,000 रुपए के जुर्माने की सजा सुनाई। अदालत ने अपने फैसले में कहा कि हथियार के बल पर की गई लूट एक गंभीर अपराध है और समाज में भय पैदा करने वाली ऐसी घटनाओं पर कड़ी कार्रवाई आवश्यक है।
कुरुक्षेत्र जिले के शाहाबाद में शातिर ठगों ने महिला को घर में कोई अनहोनी का डर दिखाकर अपने शिकार बना लिया। आरोपी ने महिला को अपनी बातों में फंसाकर अपने साथ ले गए, जहां महिला से 10 हजार, मोबाइल और सोने की बालियां लेकर भाग गए। उधर, महिला शिव द्वारा गेट के पास बेहोशी की हालत में मिली। परिवार के लोगों ने उसे सरकारी अस्पताल शाहाबाद में दाखिल करवाया। वहीं पुलिस ने महिला की शिकायत पर BNS की धारा 318(4) एवं 3(5) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। बाजार में बच्चे के साथ मिला युवक रामनगर गांव की रहने वाली पूनम देवी ने बताया कि उसके पति रवि कुमार की मौत हो चुकी है। वह 13 नवंबर की दोपहर करीब 12 बजे ईदगाह रोड से बाजार की ओर जा रही थी। उसका भांजा दीपांशु एक्टिवा पर उसे बाजार छोड़ गया था। यहां पर उसे 14 साल का बच्चा और दूसरा करीब 25 साल का एक युवक मिला। उन्होंने उसे अपनी बातों में उलझा लिया। अनहोनी का डर दिखाया युवक ने उसे एक कागज थमा दिया, जिसमें कुछ पड़ा हुआ था। कागज देते ही लड़के ने उसके पति के बारे में पूछा कि तेरे पति क्या करते हैं। तब उसने बताया कि उसके पति की मौत हो चुकी है। तभी उस युवक ने कहा कि उसके परिवार के साथ कोई अनहोनी होने वाली है। इससे बचने के लिए उसे अपना सारा सामान उसे सौंपना होगा। दो और युवक आ धमके इसी दौरान 2 और अन्य युवक वहां पहुंच गए और बोले कि इस बंदे की बातें हमेशा सच होती हैं। उसे भी उसने कुछ बताया था, जो सच हो गया। वहीं दूसरा व्यक्ति भी उसके साथ बातचीत करने लगा। उन लोगों ने उसे अपनी बातों में फंसा लिया और कहीं दूसरी जगह जाकर बात करने की बात कही। टैक्सी स्टैंड पर सारा सामान ले लिया वे चारों मिलकर उसे अपने साथ बाजार से बाहर शाहाबाद टैक्सी स्टैंड के पास ले गए। यहां आरोपियों ने उसे बहला फुसला लिया। उन्होंने उससे सारा सामान ले लिया। बाद में आए लोगों ने उससे कहा कि दे दो, सारा सामान। तेरा सारा सामान वापिस कर देंगे। ये सिर्फ तेरा दिल देख रहे हैं, ये सामान डबल करके वापिस कर देंगे। सामान वापस मांगने पर देने से इनकार उसने उन पर भरोसा कर लिया। उसने भरोसा करके उनको 10 हजार कैश, सोने की बालियां और मोबाइल सौंप दिया। थोड़ी देर बाद उसने अपना सामान वापस मांगा, तो उन्होंने इनकार कर दिया। आरोपियों ने उसे कुछ सुंघा दिया, जिससे वह बेहोश हो गई। इसके बाद आरोपी कार में सवार होकर भाग गए। मामले की जांच जारी- नरेश कुमार उधर, थाना शाहाबाद के कार्यकारी SHO नरेश कुमार ने बताया कि पुलिस ने पूनम की शिकायत पर केस दर्ज किया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। घटनास्थल के आसपास सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है, ताकि आरोपियों की पहचान की जा सके।
सहारनपुर से पकड़ा गया डॉ. अदील साल 2023 से नवंबर 2024 तक लापता रहा। इस दौरान वह अपने घर पर नहीं था। न ही नौकरी पर अस्पताल गया था। ऐसे में सवाल उठता है कि करीब एक साल तक अदील कहां लापता था? उसने किन-किन लोगों से बात की? क्या बात की? इन सवालों के जवाब एसटीएफ तलाश रही है। डॉ. अदील ने चीन और तुर्की की भी यात्रा की थी। इसके टिकट और कागजात जांच एजेंसियों को मिले हैं। इसके अलावा उसके पास 14 मोबाइल मिले हैं। उसके 8 बैंक खाते हैं। एक अकाउंट सहारनपुर और 7 जम्मू कश्मीर में हैं। इन खातों में करोड़ों का ट्रांजैक्शन सुरक्षा एजेंसियों को मिला है। जांच में यह भी पता चला है कि वह अपने भाई और रिश्तेदारों के खातों में भी पैसे मंगवाता था। बताया जा रहा है कि डा. अदील ने सहारनपुर के कुछ डॉक्टरों को हनीट्रैप में फंसा रखा था। वह अस्पताल में जम्मू-कश्मीर से आने वाले संदिग्ध लोगों का इलाज करता था। ब्लास्ट से 10 दिन पहले डा. अदील दिल्ली गया था। इसका टिकट मिला है। गुरुवार को जम्मू-कश्मीर पुलिस की स्पेशल सेल और इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) की संयुक्त टीम सहारनपुर पहुंची। यहां फेमस मेडिकेयर अस्पताल में करीब 5 घंटे तक सर्च किया। जांच टीम ने अस्पताल की भर्ती प्रक्रिया, कर्मचारियों की नियुक्ति, वित्तीय लेनदेन और अल-फलाह यूनिवर्सिटी से संभावित कनेक्शन से जुड़ी फाइलों की जांच की। अस्पताल में कार्यरत डॉ. बाबर और डॉ. असलम जैदी से पूछताछ की। अस्पताल में किन-किन व्यक्तियों का इलाज हुआ, क्या यहां बाहरी धार्मिक या संगठनात्मक लोगों का आना-जाना था? इस एंगल पर जांच की। अदील के गिरोह में कश्मीरी लड़कियां 6 नवंबर को जम्मू-कश्मीर पुलिस और एसटीएफ डा. अदील को अरेस्ट कर ले गई थी। वहां पूछताछ में कई अहम खुलासे हुए। पता चला कि अनंतनाग में पढ़ाई और जॉब के दौरान ही उसकी गतिविधि संदिग्ध थी। वह अपने पास एक पिस्टल रखता था। इस पिस्टल को देखकर ही मौलवी इरफान ने उससे बात की। फिर जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन का सदस्य बना दिया। डॉ. अदील ने ब्लैकमेल करने के लिए कुछ डॉक्टरों को कश्मीरी लड़कियों की मदद से हनीट्रैप में फंसा रखा था। वे डॉक्टर कौन-कौन हैं, इसकी जांच की जा रही है। डॉ. अदील से अभी जम्मू-कश्मीर की स्पेशल सेल और पुलिस पूछताछ कर रही है। ये जांच एजेंसियां जांच पूरी होने के बाद अपनी रिपोर्ट NIA को सौंपेगे। फिर NIA पकड़े गए सभी लोगों से पूछताछ करेगी। कानपुर, सहारनपुर, हरियाणा से पकड़े गए लोगों को जम्मू-कश्मीर में अलग-अलग कमरों में रखा गया है। जहां उनसे पूछताछ की जा रही है। आतंकी ट्रेनिंग सेंटर खोलने को लेकर जमीन खरीदी जांच एजेंसी में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि लेडी टेररिस्ट डॉ. शाहीन और अदील यूपी में आंतकी ट्रेनिंग सेंटर खोलना चाहते थे। ताकि बड़ी संख्या में स्लीपर सेल तैयार कर सकें, आतंकी गतिविधियों में उन्हें शामिल कर सकें। सेंटर खोलने के लिए डॉ. शाहीन ने अंबाला रोड पर करीब 300 वर्ग गज का एक प्लॉट लिया था। प्लानिंग थी कि इस जगह पर एक हॉस्पिटल खोला जाएगा, मगर उसके अंदर आतंकी ट्रेनिंग दी जाएगी। यह इनपुट सुरक्षा एजेंसियों को मिला है, जमीन कहां और कब खरीदी गई, इसकी जांच की जा रही है। डॉ. अदील छुट्टी वाले दिन देवबंद जाता था। वह यहां किन-किन लोगों से मिला, इसकी भी जांच की जा रही है। बताया जा रहा है कि उसने कुछ स्लीपर सेल भी तैयार कर लिए थे। वह कौन लोग हैं, पुलिस को उनकी तलाश है। ब्लास्ट से पहले दिल्ली में था अदील, रडार पर 2 मीडियाकर्मी जांच में सामने आया है कि अदील के निकाह में डॉ. बाबर भी गए थे। उनके साथ दो मीडियाकर्मी भी गए थे। इन दोनों मीडियाकर्मियों की भूमिका भी संदिग्ध मानी जा रही है। पुलिस दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर सकती है। अदील सहारनपुर के मानकमऊ क्षेत्र में किराए के घर में रहता था। उसके घर के बाहर कचरे में से उसका श्रीनगर से दिल्ली का फ्लाइट टिकट मिला है। यह टिकट इंडिगो एयरलाइन का है। डॉ. अदील दिल्ली ब्लास्ट से 10 दिन पहले यानि 31 अक्टूबर को एयरलाइन से श्रीनगर से दिल्ली गया था। वह दिल्ली से सहारनपुर कब लौटा, इसकी जांच की जा रही है। अस्पताल के प्रबंधक मनोज मिश्रा से पूछताछ की पुलिस की स्पेशल सेल और इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) की संयुक्त टीम ने फेमस मेडिकेयर अस्पताल के प्रबंधक मनोज मिश्रा से पूछताछ की। डॉ. अदील के बारे में जानकारी की और कागजात कब्जे में लिए। जांच अधिकारियों ने पूछा कि अस्पताल का कांग्रेस सांसद इमरान मसूद से क्या संबंध है? मनोज मिश्रा ने बताया कि अस्पताल का पूर्व में इमरान मसूद से कुछ संबंध हो सकता है, लेकिन अब यह अस्पताल लीज पर लिया गया है। वर्तमान में उनका इससे कोई संबंध नहीं है। मनोज मिश्रा ने कहा- हम केवल संचालन की जिम्मेदारी निभा रहे हैं, किसी भी राजनीतिक व्यक्ति का हमारे प्रशासन में कोई दखल नहीं है। कौन है डॉ. अदील डॉ. अदील जैश से कैसे जुड़ा, जानिए— डॉ. अदील की श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई के दौरान मुलाकात शोपियां निवासी मौलवी इरफान अहमद से हुई। इरफान श्रीनगर के बाहरी इलाके छनपुरा स्थित मस्जिद अली नक्कीबाग का इमाम है। वह कश्मीर में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का ग्राउंड-लेवल पर सक्रिय सदस्य है, जो लोगों को संगठन से जोड़ने का काम करता है। इरफान आतंकवादियों को हथियारों की सप्लाई करता है और कश्मीरी युवाओं को आतंकी प्रशिक्षण के लिए पाकिस्तान भेजने में मदद करता है। इसके अलावा वह पत्थरबाजी की घटनाओं को भी अंजाम दिलवाता है। इसी दौरान इरफान ने डॉ. अदील की मुलाकात गांदरबल निवासी जमीर अहमद अहंगर नाम के युवक से कराई। जमीर का काम नए युवाओं को ट्रेनिंग देना और उनका ब्रेनवॉश करना था। उसने डॉ. अदील का भी ब्रेनवॉश किया और उसे जैश-ए-मोहम्मद से जोड़ दिया। कैसे अदील तक पहुंची पुलिस जानिए 17 अक्टूबर को मौलवी इरफान ने नौगाम इलाके में जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े पोस्टर लगवाए। पोस्टर लगाने वालों में नौगाम के रहने वाले आरिफ निसार डार उर्फ साहिल, यासिर-उल-अशरफ और मकसूद अहमद डार शामिल थे। ये सभी CCTV कैमरे में कैद हो गए। 19 अक्टूबर को श्रीनगर पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया। श्रीनगर के एसएसपी संदीप चक्रवर्ती की अगुआई में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि पोस्टर मौलवी इरफान और डॉ. अदील के कहने पर लगाए गए थे। पुलिस ने मौलवी इरफान को पकड़ा। उससे मिले इनपुट के आधार पर जमीर अहमद अहंगर को भी गिरफ्तार किया गया। फिर पुलिस ने डॉ. अदील की तलाश शुरू की। पुलिस जब जमीर को लेकर डॉ. अदील के घर पहुंची, तो पता चला कि 1 नवंबर को वह सहारनपुर आया है और यहां एक अस्पताल में नौकरी कर रहा है। 6 नवंबर को यूपी एटीएस की मदद से जम्मू-कश्मीर पुलिस ने डॉ. अदील को सहारनपुर से गिरफ्तार कर लिया। ........................................ ये खबर भी पढ़िए- सहारनपुर में ATS का 2 अस्पतालों में छापा:डायरेक्टर बोले- आतंकी को जॉब देकर कलंक लगा; ATS ने कांग्रेस सांसद के बारे में पूछा दिल्ली ब्लास्ट के बाद यूपी में एजेंसियां एक्शन मोड में हैं। ATS और पुलिस की टीम ने गुरुवार शाम करीब 4 बजे सहारनपुर के दो अस्पतालों पर रेड मारा है। दोनों अस्पतालों का संबंध कथित आतंकी डॉक्टर आदिल अहमद से है। टीम में जम्मू-कश्मीर (JK), हरियाणा पुलिस, ATS के करीब 20 जवान शामिल हैं। डॉक्टर आदिल की शादी में कौन-कौन शामिल हुआ था, किन मरीजों का इलाज किया, कौन-कौन मिलने आता था, ऐसे तमाम सवालों के जवाब लिखित में लिए गए हैं। पढ़ें पूरी खबर
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर आज पूरे राज्य में काउंटिंग होने वाली है। इसी के तहत मधुबनी में आज सुबह 8 बजे से काउंटिंग शुरू हो जाएगी। मतगणना केंद्र R.K.कॉलेज में बनाया गया है। DM आनंद शर्मा और SP योगेन्द्र कुमार ने मतगणना को सफल, पारदर्शी और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के निर्देश दिए हैं। हर विधानसभा क्षेत्र में 14 टेबल पर गिनती प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के लिए 14 मतगणना टेबल लगाए गए हैं। प्रशासनिक भवन के सामने एक मतगणना नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है, जिसके वरीय प्रभारी जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी राजेश कुमार सिंह और डीएसपी अंकुर कुमार हैं। इस नियंत्रण कक्ष से सभी गतिविधियों की लगातार निगरानी की जाएगी। तीन लेयर सुरक्षा में काउंटिंग स्थल इन सीटों पर दिलचस्प मुकाबला कुल 100 प्रत्याशी मैदान में हैं 10 विधानसभा क्षेत्रों को मिलाकर 100 प्रत्याशी मैदान में हैं। काउंटिंग के दौरान किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो, इसके लिए जिला प्रशासन ने सख्त निगरानी व्यवस्था की है। मतगणना स्थल पर पेयजल, शौचालय, साफ-सफाई, चिकित्सा दल, पब्लिक एड्रेस सिस्टम और बिजली आपूर्ति की भी समुचित व्यवस्था की गई है। शहरी क्षेत्र में विशेष ट्रैफिक प्लान लागू रहेगा
दिल्ली कार ब्लास्ट केस में एटीएस ने कानपुर के कार्डियोलॉजी विशेषज्ञ डॉक्टर आरिफ को अरेस्ट किया है। उसका कनेक्शन मारे गए आतंकी डॉक्टर उमर और उसकी सहयोगी लेडी टेररिस्ट डॉ. शाहीन से मिला है। आरिफ दोनों लोगों के संपर्क में था। जांच में यह भी सामने आया कि शाहीन और आरिफ के बीच हर रोज बात होती थी। दोनों कई संदिग्धों के संपर्क में थे। उसके मोबाइल की चैट और इंटरनेट कॉलिंग भी जांच एजेंसियों को मिली है। कानपुर में रहने वाले कश्मीरी मूल के छात्र और प्रोफेशनल्स से भी आरिफ संपर्क में था। ऐसे ही 48 छात्रों की प्रोफाइल की जांच की जा रही है। ये सभी हरकोर्ट बटलर टेक्निकल यूनिवर्सिटी (HBTU) के स्टूडेंट हैं। डॉ. आरिफ ने पहले लखनऊ, फिर कानपुर को क्यों चुना? शाहीन और आरिफ के बीच क्या संबंध है? कानपुर में उसका क्या नेटवर्क था? किन लोगों के साथ आरिफ का उठना-बैठना था? दिल्ली ब्लास्ट में डॉ. आरिफ की भूमिका कितनी अहम है? इन सभी पहलुओं की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और एसटीएफ जांच कर रही है। पढ़िए पूरी रिपोर्ट... पहले जानिए कौन है डॉ. आरिफ डॉक्टर आरिफ मीर (32) जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग के खागुनसादीवारा इलाके का रहने वाला है। उसके पिता का नाम गुलाम हसन मीर है। उसने SKIMS मेडिकल कॉलेज श्रीनगर से एमबीबीएस की पढ़ाई की। साल- 2024 में उसने एमबीबीएस पूरा किया। जांच में सामने आया है कि दिल्ली ब्लास्ट में शामिल डॉ. उमर और डॉ. आरिफ दोनों ने एक साथ एमबीबीएस किया था। यहीं से दोनों एक-दूसरे के संपर्क में थे। माना जा रहा है कि डॉ. उमर के जरिए ही वह लेडी टेररिस्ट डॉ. शाहीन से जुड़ा था। शाहीन ने उसे टारगेट दिए। इसके बाद अगस्त- 2025 में आरिफ कानपुर आ गया। यहां उसने एलपीएस इंस्टीट्यूट ऑफ कॉर्डियोलॉजी से एमडी (डॉक्टरेट ऑफ मेडिसिन) में एडमिशन ले लिया। आरिफ, उमर और शाहीन की चैटिंग और ई-मेल ATS को मिले हैं। आरिफ के लैपटॉप में अहम डेटा भी मिला है। ATS ने आरिफ का मोबाइल और लैपटॉप अपने कब्जे में ले लिया है। लखनऊ छोड़कर, कानपुर को क्यों चुना हृदय रोग संस्थान के निदेशक डॉ. राकेश वर्मा ने बताया- आरिफ ने अगस्त- 2025 में फर्स्ट ईयर के रेजिडेंट के रूप में कार्डियोलॉजी में जॉइन किया था। इससे पहले काउंसलिंग में उसने लखनऊ के एसजीपीजीआई में प्रवेश लेने के लिए अप्लाई किया था। बाद में सेकेंड राउंड की काउंसिलिंग में उसने कानपुर चुना। जांच में सामने आया कि टेररिस्ट यूपी को दहलाना चाहते थे। इसीलिए उन्होंने यूपी के टॉप शहरों को चुना था। इनमें कानपुर भी एक है। आतंकी हर शहर में सीरियल विस्फोट करना चाहते थे। डॉ. शाहीन के फरीदाबाद चले जाने के बाद कानपुर में ऐसा कोई नहीं था, जो जैश-ए-मोहम्मद के नेटवर्क को खड़ा कर सके। ऐसे में माना जा रहा है कि डॉ. आरिफ का कानपुर आना उसी प्लान का हिस्सा था। दरअसल, डॉ. शाहीन साल 2006 से 2013 तक कानपुर मेडिकल कॉलेज में तैनात रही थी। इसके बाद बिना किसी को कुछ बताए वह कानपुर छोड़ गई थी। बाद में फरीदाबाद से गिरफ्तार की गई थी। लेडी टेररिस्ट डॉ. शाहीन के टच में था आरिफ कानपुर में रहने के दौरान डॉ. शाहीन ने कई मुस्लिम इलाकों में नेटवर्क खड़ा किया था। इसी नेटवर्क को डॉ. आरिफ संभाल रहा था। लोगों का ब्रेनवॉश कर जोड़ रहा था। ये नेटवर्क कहां-कहां फैला है? कितने लोग इससे जुड़े हैं? आरिफ ने कितने लोगों को इसमें शामिल किया? इसकी जांच सुरक्षा एजेंसियां कर रही हैं। पढ़िए, आरिफ कैसे पकड़ा गया अस्पताल से घर आ रहा था, ATS ने पकड़ा लेडी टेररिस्ट डॉ. शाहीन से हुई पूछताछ में उसने डॉ. आरिफ के बारे में बताया। इसके बाद बुधवार (12 नवंबर) को ATS कानपुर पहुंची। आरिफ जब अस्पताल से घर लौट रहा था, तभी रास्ते में ATS ने उसे पकड़ लिया। इसके बाद ATS उसे लेकर उसके किराए के मकान में पहुंची। यह तीन मंजिला मकान अशोक नगर स्थित फातिमा स्कूल के बगल में बना है। यहां उसके कमरे का ताला तोड़कर तलाशी ली। करीब 20 मिनट तक पूरे फ्लैट की बारीकी से जांच की। फिर वहां से कई दस्तावेज भी अपने साथ ले गई। फिलहाल फ्लैट में ताला बंद है। फ्लैट पार्टनर डॉ. अभिषेक दहशत में हैं। उन्होंने कॉर्डियोलॉजी हॉस्पिटल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया कि उनका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं। जांच में पता चला है डॉ. आरिफ को किराए पर कमरा अलीगढ़ में तैनात डॉ. यासिर ने दिलवाया था। डॉ. यासिर कार्डियोलॉजी विभाग के सीनियर डॉक्टर हैं। जांच एजेंसियां अब डॉ. यासिर से भी पूछताछ करेंगी। मकान मालिक बोले- कभी दुआ सलाम भी नहीं करता था आरिफ मकान मालिक कन्हैयालाल ने बताया कि मो. आरिफ 3 महीने पहले डॉ. अभिषेक के साथ मेरे पास आया था। दोनों ने थ्री-बीएचके फ्लैट को पार्टनरशिप में 27 हजार रुपए मंथली किराए पर लिया था। दोनों भले ही एक ही फ्लैट में रहते थे, लेकिन उनके कमरे अलग थे। दोनों सिर्फ फ्लैट पार्टनर थे, रूम पार्टनर नहीं थे। कन्हैयालाल ने बताया कि 3 महीने में कभी भी आरिफ ने किसी से दुआ सलाम तक नहीं किया। मैं बैठा रहता था। वह मेरे सामने से निकल जाता था, लेकिन कोई बात नहीं होती थी। जबकि उसके पार्टनर डॉ. अभिषेक बातचीत करते थे। 3 महीने में कभी कोई ऑर्डर देने डिलीवरीमैन भी नहीं आया। आरिफ सुबह करीब 10 बजे ओला बाइक से जाता था। फिर ओला बाइक से ही वापस आता था। ------------------------- ये खबर भी पढ़ें- ATS ने कानपुर के बाद हापुड़ से डॉक्टर को उठाया, एक आतंकी उमर तो दूसरा मुजम्मिल का क्लासमेट दिल्ली ब्लास्ट के बाद यूपी में एजेंसियां एक्शन मोड में हैं। यूपी से 2 और सीनियर डॉक्टर को ATS और दिल्ली पुलिस ने उठाया है। बुधवार रात कानपुर मेडिकल कॉलेज के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. मोहम्मद आरिफ (32) को ATS ने अरेस्ट किया। पढ़ें पूरी खबर
भरतपुर की मथुरा गेट थाना पुलिस ने अवैध हथियारों को बेचने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने अपने सोशल मीडिया आईडी के जरिए लोगों को हथियारों की फोटो बेचता था। लोगों को हथियार पसंद आ जाते तो, आरोपी उन हथियारों को सप्लाई करता था। फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। मोबाइल में मिले हथियार बेचने के सबूत मथुरा गेट थाने के ASI दाता राम ने बताया कि 12 नवंबर को मुखबिर के जरिए सूचना मिली थी कि गोविंद गुप्ता हॉस्पिटल के पास कृष्णा हथैनी नाम का युवक अवैध कट्टा लेकर घूम रहा है। पुलिस की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और घेराबंदी कर कृष्णा हथैनी को पकड़ा। युवक की तलाशी ली तो, उसके पास एक मोबाइल मिला। जब मोबाइल को चेक किया तो, उसमें कई लोगों को सोशल मीडिया के जरिए हथियारों के फोटो सेंड किए हुए थे। इससे यह साफ़ हुआ की युवक हथियारों को बेचता है। कई लोगों को हथियार सप्लाई कर चुका है आरोपी पूछताछ में यह पता कि आरोपी अपहरण, लूट डकैती, चोरी के अपराधियों को हथियार सप्लाई करता है। आरोपी के सोशल मीडिया आईडी पर कई नंबर ऐसे भी थे जिन्हें पिस्टल की फोटो सेंड की गई थी। फिलहाल पुलिस आरोपी से जुड़ें लोगों का पता लगाने की कोशिश कर रही है। साथ ही आरोपी इस बारे में भी पूछताछ की जा रही है कि वह कितने लोगों को हथियार सप्लाई कर चुका है।
राजधानी भोपाल की सुरक्षा व्यवस्था एक बार फिर सवालों के घेरे में है। मंगलवार रात शहर के पॉश इलाके में उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला के पीए से मोबाइल लूट की वारदात ने यह साफ कर दिया कि भोपाल में अब वीआईपी भी सुरक्षित नहीं हैं। हैरानी की बात यह है कि जिस जगह यह वारदात हुई, वहां से कुछ ही दूरी पर जेपी अस्पताल है और उसके मुख्य द्वार पर भी कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा है। लिंक रोड पर 24 घंटे वीआईपी मूवमेंट, सुरक्षा नदारद यह इलाका लिंक रोड से सटा हुआ है, जहां दिन-रात वीआईपी मूवमेंट रहता है। कई मंत्री, अधिकारी इसी रास्ते से गुजरते हैं। बावजूद इसके, इस संवेदनशील इलाके में सुरक्षा इंतजाम न होना पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करता है। घटना मंगलवार रात करीब साढ़े आठ बजे की है। उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला के पीए सुधीर कुमार दुबे (निवासी तुलसी नगर) जेपी अस्पताल के पास मोबाइल पर बात करते हुए टहल रहे थे। तभी तारण मेडिकल स्टोर के पास बाइक सवार दो बदमाश आए, उनके हाथ से मोबाइल छीना और भाग निकले। सूचना मिलने पर टीटी नगर पुलिस मौके पर पहुंची और आसपास के सीसीटीवी कैमरों की जांच शुरू की, लेकिन पुलिस को कोई स्पष्ट फुटेज नहीं मिला। टीआई गौरव सिंह ने बताया कि “कुछ संदिग्ध दिखाई दिए हैं जिनके चेहरे ढके हुए हैं। हम ट्रेल बनाकर अन्य कैमरों से उनकी पहचान की कोशिश कर रहे हैं। जहां लूट हुई, वहां कैमरा तक नहींमामला केवल एक मोबाइल लूट का नहीं, बल्कि राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलने वाला है। जहां पर रोज हजारों लोग आवाजाही करते हैं, वहां न तो अस्पताल परिसर में और न ही मुख्य सड़क पर कोई सीसीटीवी कैमरा मौजूद है। सवाल उठता है कि जब राजधानी के वीआईपी इलाकों में यह हाल है, तो बाकी शहरों में सुरक्षा की स्थिति क्या होगी। 2 दिन पहले डिप्टी कलेक्टर के घर चोरी, अब उपमुख्यमंत्री के पीए से लूट इस वारदात से ठीक दो दिन पहले चार इमली इलाके में डिप्टी कलेक्टर अलका सिंह वामनकर के सूने मकान से 11 लाख रुपए के जेवर और नकदी चोरी हो गई थी। इससे पहले इसी इलाके में आईजी इंटेलिजेंस डॉ. आशीष (IPS) से मोबाइल लूट की वारदात भी हो चुकी है। पुलिस ने दो संदिग्ध पकड़े, लेकिन सवाल अब भी कायमटीटी नगर पुलिस ने फिलहाल दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है और पूछताछ जारी है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा। लेकिन असली सवाल यही है, जब राजधानी के दिल में, वीआईपी जोन के बीच, अस्पताल के सामने से मोबाइल लूट हो जाए और किसी कैमरे में कुछ न दिखे, तो क्या यह पुलिस की नाकामी नहीं कहलाएगी? भोपाल के चार इमली में आईजी इंटेलिजेंस से लूट इससे पहले भोपाल के चार इमली इलाके में आईजी इंटेलिजेंस डॉ. आशीष (IPS) से देर रात मोबाइल लूट की घटना हुई। बुधवार को वारदात का सीसीटीवी फुटेज सामने आया। घटना के समय आईजी पत्नी के साथ वॉक पर निकले थे। घटना के बाद हरकत में आई हबीबगंज पुलिस ने दो संदेहियों को हिरासत में लिया है। उनसे वारदात के संबंध में पूछताछ की जा रही है। पुलिस जल्द पूरी वारदात का खुलासा कर सकती है। जानकारी के मुताबिक, IG इंटेलिजेंस डॉ. आशीष (IPS) मंगलवार की देर रात 11 बजे अपनी पत्नी के साथ नाइट वॉक कर रहे थे, तभी पीछे से बाइक पर सवार दो अज्ञात बदमाश आए और उनका मोबाइल फोन छीनकर फरार हो गए। घटनाक्रम से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें... डिप्टी कलेक्टर के सूने मकान से 11लाख का सोना चोरी भोपाल के पॉश इलाके चार इमली में रहने वाली डिप्टी कलेक्टर अलका सिंह वामनकर के सूने मकान-ई-8/11 से चोर 11 लाख से अधिक के 10 तोले सोने के जेवरात, करीब 40 हजार रुपए मूल्य की 250 ग्राम चांदी की पायजेब और कीमती घड़ियां सहित अन्य सामान लेकर चंपत हो गए हैं। पढ़ें पूरी खबर...
कपूरथला में ग्रंथी सिंह पर लुटेरों ने किया हमला:धार्मिक बाने में आए, बाइक, मोबाइल और नकदी छीनकर भागे
कपूरथला के सुल्तानपुर लोधी में ड्यूटी पर जा रहे एक ग्रंथी सिंह पर तीन नकाबपोश लुटेरों ने हमला कर दिया। कथित तौर पर धार्मिक बाने में आए इन हमलावरों ने तेजधार हथियारों से ग्रंथी सिंह को घायल कर दिया और उनकी बाइक, मोबाइल तथा नकदी लूटकर फरार हो गए। घायल ग्रंथी सिंह को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह घटना पुडा कॉलोनी सुल्तानपुर लोधी के गांव चूहड़पुर के ग्रंथी सिंह भाई सुरजीत सिंह के साथ हुई। वे गांव माछीजोआ से बेर साहिब जाने वाली मुख्य सड़क से अपनी ड्यूटी पर जा रहे थे। रास्ते में निहंग सिंह के बाने में आए 3 नकाबपोश लुटेरों ने उन्हें रोका और तेजधार हथियारों से उन पर हमला कर दिया। सिर में 20 टांके लगे हमले में भाई सुरजीत सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। राहगीरों ने उन्हें सिविल अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों के अनुसार उनके सिर पर लगभग 20 टांके लगे हैं। लुटेरे उनकी बाइक, मोबाइल और जेब में रखी नकदी छीनकर भाग गए। थाना सुल्तानपुर लोधी में घायल सुरजीत सिंह की शिकायत पर अज्ञात हमलावरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। एसएचओ सोनमदीप कौर ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है ताकि हमलावरों की पहचान की जा सके। मामले की जांच में जुटी पुलिस इस घटना के बाद अखंड पाठी वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष भाई निशान सिंह पंगोटा सहित भाई हरचरण सिंह, भाई कुलविंदर सिंह, भाई राजिंदर सिंह आहली, भाई सुखदेव सिंह भट्ठल और भाई जगदीश सिंह ने पुलिस अधिकारियों से सख्त कार्रवाई और ग्रंथी सिंह को न्याय दिलाने की मांग की है। एसएचओ सोनमदीप कौर ने दोहराया कि पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
हापुड़ में मोबाइल मेडिकल वैन शुरू:एनसीडी जांच और प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी
हापुड़ के धौलाना ब्लॉक में एनसीडी (गैर-संचारी रोग) जांच और प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं के लिए एक मोबाइल मेडिकल वैन का शुभारंभ किया गया है। यह पहल लैंडमार्क केयर्स – कम्युनिटी हेल्थ एंड वेलबीइंग प्रोग्राम द्वारा की गई है, जिसे लाइफस्टाइल इंटरनेशनल प्रा. लि. का सहयोग प्राप्त है और चाइल्ड सर्वाइवल इंडिया द्वारा क्रियान्वित किया जा रहा है। इस वैन को मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. सुनील कुमार, ACMO डॉ. वेद प्रकाश और DPM श्री सतीश कुमार ने मोदीनगर रोड, हापुड़ स्थित सीएमओ कार्यालय से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह समुदाय तक स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। मोबाइल मेडिकल वैन का मुख्य उद्देश्य धौलाना ब्लॉक के 19 गांवों की वंचित आबादी तक आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना है। यह रक्तचाप और रक्त शर्करा जैसे रोगों की शीघ्र पहचान करने और समय पर चिकित्सा सहायता प्रदान करने में सहायक होगी। इस अवसर पर सीएमओ डॉ. सुनील कुमार ने इस प्रयास की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह पहल एनसीडी मामलों की जल्द पहचान और समय पर उपचार शुरू करने में मदद करेगी, जिससे गैर-संचारी रोगों का बोझ कम करने में सहायता मिलेगी। यह मोबाइल मेडिकल वैन लैंडमार्क केयर्स और चाइल्ड सर्वाइवल इंडिया की ओर से सतत स्वास्थ्य पहल के माध्यम से स्वस्थ और सशक्त समुदायों के निर्माण के प्रति उनकी निरंतर प्रतिबद्धता का एक और महत्वपूर्ण कदम है।
देर रात दुकान से दो मोबाइल फोन और नकद चोरी
जालंधर| थाना रामामंडी के अधीन आते तल्हण रोड पर मंगलवार देररात चोर मोबाइल की दुकान से दो मोबाइल फोन और गल्ले में रखे 10 हजार रुपए नकद चुरा ले गए। पीड़ित निफुन कुमार, पुत्र जतिंदर कुमार निवासी पीएपी कॉम्प्लेक्स ने बताया कि मंगलवार रात को दुकान बंद कर घर चले गए थे। बुधवार सुबह आकर देखा तो दुकान के ताले टूटे पड़े थे। जब चेक किया तो दो मोबाइल फोन और दस हजार रुपए कैश चोरी हुआ था। एएसआई विपन कुमार ने बताया कि बयान दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। आसपास लगे सीसीटीवी चेक किए जा रहे हैं, ताकि चोरों की पहचान हो सके। जल्द ही चोरों को पकड़ लिया जाएगा।
भोपाल में मंगलवार रात बाइक सवार बदमाशों ने डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला के पीए का मोबाइल झपट लिया। फरियादी की शिकायत पर टीटी नगर पुलिस ने बुधवार को मामला दर्ज कर लिया। पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज चेक कर रही है। टीआई गौरव सिंह ने बताया कि फरियादी सुधीर कुमार दुबे पुत्र रमेश चंद्र दुबे, तुलसी नगर में रहते हैं। वे उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला के पीए हैं। सुधीर दुबे मंगलवार रात को मोबाइल पर बात करते हुए जेपी अस्पताल के आसपास वॉक कर रहे थे। इसी दौरान तारण मेडिकल स्टोर के पास रात करीब 8.30 से 9 बजे के बीच बाइक सवार बदमाश पहुंचे। उन्होंने दुबे के हाथ से मोबाइल फोन छीना और भाग निकले। आईजी इंटेलिजेंस से भी हो चुकी है लूट24 सितंबर को चार इमली इलाके में आईजी इंटेलिजेंस डॉ. आशीष (IPS) से मोबाइल लूट की घटना हुई थी। घटना के समय आईजी पत्नी के साथ वॉक पर निकले थे। पीछे से बाइक पर सवार दो अज्ञात बदमाश आए और उनका मोबाइल फोन छीनकर फरार हो गए थे। डिप्टी कलेक्टर के सूने मकान में चोरी हुई दो दिन पहले भोपाल के पॉश इलाके चार इमली में रहने वाली डिप्टी कलेक्टर अलका सिंह वामनकर के सूने मकान में चोरी हुई। मकान नंबर ई-8/11 से चोर 11 लाख से ज्यादा के 10 तोले सोने के जेवरात, करीब 40 हजार रुपए की 250 ग्राम चांदी की पायल और कीमती घड़ियां सहित अन्य सामान लेकर चंपत हो गए हैं। पुलिस को सबूत नहीं मिले, CCTV भी नहींपुलिस ने संदेहियों को हिरासत में लिया है। पूछताछ की जा रही है। हबीबगंज थाना पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस को आरोपियों के संबंध में कोई पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं। पुलिस का कहना है कि उनके घर में सीसीटीवी कैमरे भी नहीं हैं। टीआई संजीव चौकसे के मुताबिक अलका सिंह चार इमली में स्थित अपने सरकारी आवास में रहती हैं। करीब 15 दिन पहले पति के उपचार के सिलसिले में केरल गई थीं। इस दौरान मकान में ताले लगे हुए थे और गार्ड भी नहीं थे। अलका सिंह वर्तमान में राजस्व आयुक्त कार्यालय में डिप्टी कलेक्टर के पद पदस्थ हैं।
धार में सट्टा खेलते पकड़ाए 4 आरोप:53 हजार से ज्यादा रुपए और 5 मोबाइल जब्त; करीब 2 लाख का सामान मिला
धार जिले में अवैध जुआ-सट्टा पर पुलिस की सख्त कार्रवाई जारी है। बुधवार शाम करीब 7 बजे एसडीओपी अरविंद सिंह तोमर के मार्गदर्शन और थाना प्रभारी गगन हनवत के नेतृत्व में टीम ने धार फाटा माकनी क्षेत्र में छापा मारकर चार सटोरियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान माकनी गांव में रहने वालों के रूप में हुई है। इनमें रितेश भट्टा पिता गोविंद भट्टा (28 वर्ष), दीपक पांचाल पिता अमृतलाल (29 वर्ष), प्रदीप बैरागी पिता मोहनदास (38 वर्ष), दिनेश बागरी पिता करण सिंह (28 वर्ष) शामिल हैं। 53,390 नकद, 22 सट्टा डायरियां और 5 मोबाइल फोन जब्तपुलिस ने मौके से ₹53,390 नगद सट्टा राशि, 22 सट्टा डायरियां और 5 मोबाइल फोन (4 वीवो, 1 आईफोन) बरामद किए हैं। जब्त सामान की कुल कीमत करीब ₹1.80 लाख आंकी गई है। थाना प्रभारी गगन हनवत ने कहा अवैध गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर थाना क्षेत्र में जुआ-सट्टा जैसी अवैध गतिविधियों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है।यह अभियान आगे भी जारी रहेगा, ताकि क्षेत्र में शांति और कानून व्यवस्था कायम रहे।
देवघर नगर थाना पुलिस ने एक बड़े लूटकांड का खुलासा करते हुए चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने लूटे गए तीनों मोबाइल फोन भी बरामद कर लिए हैं। यह मामला शंख मोड़ के पास हुई एक वारदात से संबंधित है। जांच के दौरान यह सामने आया कि घटना में एक युवती की मुख्य भूमिका थी। युवती ने वादी की स्कॉर्पियो शंख मोड़ के पास रुकवाई, जिसके बाद उसके साथियों ने मिलकर लूट की वारदात को अंजाम दिया। यह मामला देवघर नगर थाना दर्ज किया गया था। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक विशेष छापामारी टीम का गठन किया। टीम ने छापेमारी के दौरान राजा चौधरी उर्फ राजू महथा, मनीष कुमार, शुभम पोद्दार और सीमा कुमारी को गिरफ्तार किया। पुलिस ने गिरफ्तार अभियुक्तों के कब्जे से लूटे गए तीनों मोबाइल फोन बरामद कर लिए हैं। पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ है कि इस गिरोह के सदस्य पहले भी आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहे हैं।
यमुनानगर जिले में कोचिंग सेंटर से घर लौट रही दो बहनों के बैग से बस अड्डे पर मोबाइल निकालकर दो युवक फरार हो गए। शोर मचाने पर पब्लिक ने दोनों में से एक आरोपी को मौके पर दबोच लिया, जिसकी खूब पिटाई कर पुलिस के हवाले कर दिया। वहीं वारदात में दूसरा आरोपी मौका पाकर फरार हो गया। पुलिस ने युवती की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। यमुनानगर सिटी थाना पुलिस को सौंपी शिकायत में रादौर के रपौली गांव की कोमल ने बताया कि वह और उसकी बहन आंचल जगाधरी में यमुनानगर स्थित ICS कोचिंग सैंटर से कोचिंग ले रही हैं। मंगलवार की दोपहर को वह कोचिंग सैंटर से पढ़कर घर जाने के लिए यमुनानगर बस अड्डे पर पहुंची। बस के इंतजार में खड़ी थीं छात्राएं वह अड्डे पर खड़ी बस का इंतजार कर रही थीं और उनके मोबाइल बैग में रखे हुए थे। ऐसे में दो युवक उनके पास आकर खड़े हो गए, जिनमें से एक ने आंचल के बैग से मोबाइल फोन निकाल लिया। आरोपी मोबाइल लेकर भागने लग। शोर मचाने पर पब्लिक ने उनके से एक को पकड लिया, जबकि दूसरा फरार हो गया। पकड़े गए आरोपी की लोगों ने जमकर पिटाई की। मौके से डायल 112 को सूचना दी। पुलिस टीम के पहुंचने पर आरोपी को उनके हवाले कर दिया गया। पुलिस आरोपी को पकड़कर थाने ले गई, जहां पूछताछ में उसने अपनी पहचान सुल्तान निवासी खड्डा काॅलोनी पुराना हमीदा बताई। केस दर्ज कर जांच की शुरू यमुनानगर सिटी थान से मामले में जांच अधिकारी प्रदीप ने बताया कि मोबाइल चोरी करने के आरोप में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि दूसरी की तलाश जारी है। जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पुलिस की नाकामबंदी:बैरिकेड्स के भरोसे हाई अलर्ट, पुलिस मोबाइल और नींद में गुम
गुजरात में पकड़े गए तीन आंतकियों के तार राजस्थान के हनुमानगढ़ से जुड़े होना सामने आया है। वहीं दिल्ली में कार ब्लास्ट के बाद देश में पुलिस हाई-अलर्ट पर है। प्रदेश में डीजीपी ने हाई-अलर्ट के आदेश जारी किए थे, इसके बावजूद जयपुर में नाकांबदी के हाल नहीं सुधरे। भास्कर ने नाकाबंदी पाइंट्स की जांच की तो कुछ ही जगह पुलिस मुस्तैद दिखी। पहले भी बम धमाके झेल चुके जयपुर की तैयारी देखिए...तड़के 4:22 बजे - चांदपोल गेट के पास पॉइंट पर तैनात जवान चेकिंग की बजाय मोबाइल में व्यस्त दिखे। तड़के 4:38 बजे - छोड़ी चौपड़ की नाकाबंदी पर वाहनों की चेकिंग के बजाय बातचीत में मस्त थे। फोटो खींच गई, तो भी पता नहीं चला।
दिल्ली में लाल किले के पास 10 नवंबर की शाम हुए ब्लास्ट के मामले में नया खुलासा हुआ है। आतंकी माड्यूल कई महीनों से मुंबई के 26/11 हमले जैसे बड़े धमाकों की प्लानिंग कर रहा था। आतंकियों ने दिल्ली-NCR में आसानी से मूवमेंट करने के लिए जानबूझ कर गुरुग्राम नंबर की आई-20 कार खरीदी। जिसे आरोपियों ने साजिश की 'मोबाइल लैब' बना लिया और इसी से विस्फोटक दिल्ली लाया गया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक अभी तक की जांच में सामने आया है कि यह साजिश जनवरी 2025 से चल रही थी। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा, शोपियां और अनंतनाग के रैडिकलाइज्ड युवा डॉक्टरों ने 'व्हाइट कॉलर' कवर के तहत फरीदाबाद में बेस बनाया। इनका मकसद था 'कोई संदेह न हो' क्योंकि डॉक्टरों का प्रोफेशन उन्हें आसानी से NCR में घूमने- फिरने की आजादी देता है। विस्फोटक छिपाने के लिए धौज और फतेहपुर तागा में ऐसे कमरे तलाशे गए, जहां बेरोक-टोक जाया जा सके। यहां शक की गुंजाइश भी कम थी। पूरी साजिश का केंद्र धौज में अल-फलाह यूनिवर्सिटी रहा। शिक्षा का केंद्र होने की वजह से इस पर शक की गुंजाइश कम थी। पकड़े गए आरोपी मेडिकल प्रोफेशन से हैं। धौज और फतेहपुर तागा क्षेत्र मुस्लिम बाहुल्य हैं। जांच एजेंसियां इस एंगल से भी जांच कर रही हैं कि कहीं दिल्ली-NCR में 26 नवंबर (26/11) के आसपास तो हमले की साजिश नहीं थी? प्रमुख स्थानों पर हमले की साजिशपुलिस के अनुसार, मॉड्यूल ने 200 से अधिक शक्तिशाली IED तैयार करने की योजना बनाई थी, जो दिल्ली, गुरुग्राम और फरीदाबाद के हाई-प्रोफाइल टारगेट्स पर एक साथ इस्तेमाल होते। टारगेट्स में लाल किला, इंडिया गेट, कांस्टीट्यूशन क्लब, गौरी शंकर मंदिर, प्रमुख रेलवे स्टेशन और मॉल्स शामिल थे। खासतौर पर धार्मिक स्थलों को निशाना बनाने की प्लानिंग थी, ताकि साम्प्रदायिक तनाव भड़क सके। गुरुग्राम कनेक्शन सबसे अहमसंदिग्धों ने दिल्ली-गुरुग्राम-फरीदाबाद के बीच आसान मूवमेंट के लिए गुरुग्राम रजिस्टर्ड गाड़ी चुनी। सफेद हुंडई आई 20 (HR-26 CE 7674) मोहम्मद सलमान के नाम पर थी। जिसे मार्च 2025 में सिंफनी कंपनी को बेचा गया। कंपनी से यह कार ओखला के डीलर देवेंद्र के पास पहुंची, इसके बाद अंबाला होते हुए यह पुलवामा में बेची गई, लेकिन इसकी ऑनरशिप गुरुग्राम के सलमान के नाम से ट्रांसफर नहीं करवाई गई। मुंबई 26/11 से क्या समानताएं... DSP हेडक्वार्टर ने बताईं अहम बातेंदिल्ली ब्लास्ट के गुरुग्राम कनेक्शन से संबंधित ऑपरेशन को DCP हेडक्वार्टर डॉ. अर्पित जैन लीड कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि दिल्ली और गुरुग्राम पुलिस मिलकर काम कर रही है। हम दिल्ली पुलिस और सेंट्रल इन्वेस्टिगेशन एजेंसियों के साथ कोऑर्डिनेशन कर रहे हैं। भीड़भाड़ वाली जगहों पर लोगों को सेफ रखने के लिए SOP तैयार की गई है। ----------- ये खबर भी पढ़ें... दिल्ली ब्लास्ट से पहले हरियाणा नंबर कार का VIDEO:फरीदाबाद से जाती दिखी; गाड़ी का पॉल्यूशन सर्टिफिकेट बनवाने का भी CCTV आया दिल्ली में ब्लास्ट में इस्तेमाल हुई हरियाणा नंबर की कार का एक नया वीडियो सामने आया है। 10 नवंबर को ब्लास्ट वाले दिन सुबह 8 बजकर 3 मिनट पर i-20 कार बदरपुर बॉर्डर पर स्थित टोल से फरीदाबाद से दिल्ली की ओर जाती हुई दिखाई दे रही है। बताया जा रहा है कि इस कार में डॉ. मोहम्मद उमर नबी सवार था। पढ़ें पूरी खबर...
एमएलएसयू ने लॉन्च किया स्टूडेंट पोर्टल एप, अब एग्जाम टाइम टेबल-एडमिट कार्ड से लेकर सबकुछ मोबाइल पर
मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय ने डिजिटल गवर्नेंस की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए ‘एमएलएसयू स्टूडेंट पोर्टल’ मोबाइल एप लॉन्च किया है। यह एप विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों और स्टाफ दोनों के लिए एकीकृत डिजिटल प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराता है। एप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। कार्यवाहक कुलगुरु प्रो. बीपी सारस्वत ने मंगलवार को कुलपति सचिवालय में एप का शुभारंभ किया। उन्होंने बताया कि यह पहल विद्यार्थियों को कॉलेज या ई-मित्र केंद्र के चक्कर लगाने से राहत देगी और सभी सेवाएं अब एक क्लिक पर उपलब्ध होंगी। फिलहाल एप एंड्रॉयड प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है, जबकि आईओएस संस्करण का ट्रायल चल रहा है। राजस्थान में एमएलएसयू पहली यूनिवर्सिटी है जिसने विद्यार्थियों और फैकल्टी दोनों के लिए ऐसा एप विकसित किया है। वर्ष 2015 से अब तक के विद्यार्थियों का डेटा इसमें जोड़ा जा चुका है। अगले चरण में पिछले 30 वर्षों का रिकॉर्ड भी डिजिटल रूप से जोड़ा जाएगा। इसका सीधा लाभ विश्वविद्यालय और इसके 210 संघटक व संबद्ध कॉलेजों में अध्ययनरत 1.85 लाख विद्यार्थियों को मिलेगा। अब पहले सेमेस्टर बाद फिजिकल फॉर्म जमा नहीं सुविवि प्रशासन ने एक और बड़ा सुधार करते हुए घोषणा की कि अब पहले सेमेस्टर के बाद छात्रों को फिजिकल फॉर्म जमा नहीं कराने होंगे। यूजी और पीजी विद्यार्थी केवल पहले सेमेस्टर में हार्ड कॉपी देंगे, इसके बाद सभी आवेदन पूरी तरह ऑनलाइन होंगे। यह व्यवस्था 1.5 लाख से अधिक नियमित और निजी विद्यार्थियों पर लागू होगी। इस डिजिटल सुधार से विश्वविद्यालय का प्रशासनिक बोझ कम होगा और छात्रों को समय, मेहनत और खर्च तीनों में राहत मिलेगी। विद्यार्थियों को मिलेंगी ये सारी सुविधाएं एप के माध्यम से छात्र अपनी प्रोफाइल, एडमिट कार्ड, परीक्षा समय-सारणी, रिजल्ट, मार्कशीट, फीस विवरण और पेमेंट हिस्ट्री देख सकेंगे। साथ ही शिकायत दर्ज कर ट्रैकिंग सिस्टम, नोटिफिकेशन, सपोर्ट डेस्क और अन्य विश्वविद्यालय संबंधी अपडेट भी प्राप्त होंगे। फैकल्टी और प्रशासनिक कर्मचारियों के लिए भी एप में सुविधाएं जोड़ी गई हैं, जैसे कर्मचारी प्रोफाइल, सैलरी स्लिप डाउनलोड, लीव एप्लिकेशन, लीव एनकैशमेंट, पीएफ स्टेटमेंट और दस्तावेज डाउनलोडिंग। इससे विश्वविद्यालय के सभी विभागों में डिजिटल पारदर्शिता और दक्षता बढ़ेगी
अयोध्या पुलिस ने चोरी गिरोह का पर्दाफाश किया:6 गिरफ्तार, 60 हजार रुपये; 5 मोबाइल और ई-रिक्शा बरामद
अयोध्या पुलिस ने रूदौली सट्टी बाजार में सक्रिय एक चोरी गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस मामले में छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से 60,370 रुपये नकद, पांच मोबाइल फोन और एक ई-रिक्शा बरामद किया गया है। यह कार्रवाई वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. गौरव ग्रोवर के निर्देश पर अपराध नियंत्रण और महिलाओं व बालकों की सुरक्षा के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत की गई। क्षेत्राधिकारी रूदौली आशीष निगम ने बताया कि पुलिस टीम ने इस गिरोह को गोगाँवा रेलवे क्रॉसिंग के पास से सुबह 11:40 बजे गिरफ्तार किया। यह गिरोह सट्टी बाजार में महिलाओं से टप्पेबाजी की वारदातों को अंजाम देता था। गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से एक ई-रिक्शा, एक आधार कार्ड, चोरी के 60,370 रुपये नकद और पांच मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान नादिरा 35 वर्ष, पत्नी अनवर, निवासी कस्बा गुन्नौर, थाना गुन्नौर, जनपद संभल, नाज़मीन 39 वर्ष, पत्नी अकबर, निवासी शिवर्ली किच्छा, थाना पूलभटरा, जनपद रुद्रपुर, उत्तराखंड, शहनाज़ 36 वर्ष, पत्नी गुड्डू, निवासी रमजान नगर सेक्टर 5, टेलीबाग, थाना पीजीआई, लखनऊ, समरीन 32 वर्ष, पत्नी तौफीक, निवासी रमजान नगर सेक्टर 5, टेलीबाग, थाना पीजीआई, लखनऊ, नुसरत 40 वर्ष, पत्नी चांद, निवासी रमजान नगर सेक्टर 5, टेलीबाग, थाना पीजीआई, लखनऊ और सैफुद्दीन 46 वर्ष, पुत्र अजीमुल्लाह, निवासी वृंदावन योजना सेक्टर 5, मकान नंबर 7/31, थाना पीजीआई, जनपद लखनऊ के रूप में हुई है। इस गिरफ्तारी को अंजाम देने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक संजय मौर्य, निरीक्षक शत्रुघ्न यादव, चौकी प्रभारी किला युवराज सिंह, चौकी प्रभारी भेलसर मनीष चतुर्वेदी, उपनिरीक्षक गजेंद्र कुमार, महिला उपनिरीक्षक दीपशिखा सिंह, महिला उपनिरीक्षक स्तुति गुप्ता और कांस्टेबल अमन कुमार शामिल थे।
पलवल जिले में साइबर ठगों ने लोन रद्द करने के बहाने APK फाइल भेजकर एक व्यक्ति के मोबाइल को हैक कर उसके बैंक खातों से डेढ़ लाख रुपए उड़ा लिए। साइबर क्राइम पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। साइबर क्राइम थाना प्रभारी नवीन कुमार के अनुसार, अहरवां गांव निवासी हरबंस ने अपनी शिकायत में बताया कि उन्हें लोन की आवश्यकता थी। उन्होंने फेसबुक पर लोन दिलाने वाले विज्ञापन देखे और प्रेफर नामक एजेंसी से संपर्क किया। हरबंस ने फोन पर 10 लाख रुपए के लोन की जरूरत बताई। वॉट्सऐप पर भेजी APK फाइल कंपनी ने उन्हें 10 लाख की जगह 1 लाख 40 हजार रुपए का लोन स्वीकृत कर उनके खाते में भेज दिया। हरबंस ने यह राशि कंपनी को वापस करने का फैसला किया। कंपनी ने लोन रद्द करने पर सहमति जताई और आदित्य बिरला फाइनेंस लिमिटेड का एक अकाउंट नंबर उन्हें पैसे लौटाने के लिए भेजा। 31 अक्टूबर को अभिषेक सिंह नामक एक व्यक्ति ने खुद को प्रेफर एजेंसी का एजेंट बताकर हरबंस को कॉल किया। अभिषेक ने कहा कि पैसे ट्रांसफर नहीं हो पा रहे हैं, क्योंकि पीड़ित के फोन में प्रेफर सिस्टम सक्रिय नहीं है। पीड़ित की सहमति मिलने पर अभिषेक सिंह ने वॉट्सऐप पर एक APK फाइल भेज दी। क्लिक करते ही स्क्रीन लॉक हुआ मोबाइल जैसे ही हरबंस ने इस फाइल पर क्लिक किया, उनका मोबाइल स्क्रीन लॉक हो गया। अभिषेक सिंह ने उन्हें बताया कि यह 30-40 मिनट में खुल जाएगा और वे पैसे वापस कर सकेंगे। इसके बाद हरबंस अपने काम में लग गए। एक नवंबर की सुबह जब हरबंस ने अपना फोन चेक किया, तो उन्हें पता चला कि उनके दो अलग-अलग बैंक खातों से 1 लाख 49 हजार 678 रुपए निकाल लिए गए हैं। यह रकम आकाश कुमार और सागर कुंडू की यूपीआई आईडी पर ट्रांसफर की गई थी।
प्रदेश में मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं को रोकने और वन्यजीवों के रेस्क्यू के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक, राजस्थान, जयपुर कार्यालय ने राज्य के विभिन्न क्षेत्रों के उप वन संरक्षकों (वन्यजीव एवं प्रादेशिक) के मोबाइल नंबरों की सूची जारी की है। अक्सर देखा जाता है कि वन्यजीव अपने प्राकृतिक आवास से बाहर आ जाते हैं, जिससे मानव-वन्यजीव संघर्ष बढ़ता है। आमजन के पास संबंधित वन अधिकारियों के नंबर न होने के कारण समय पर सूचना देने और सहायता प्राप्त करने में कठिनाई होती थी। यह पहल इसी समस्या के समाधान के लिए की गई है। प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक श्रीमती शिखा मेहरा ने यह आदेश जारी किया है। इसमें कहा गया है कि जब तक वन विभाग की अलग हेल्पलाइन शुरू नहीं हो जाती, तब तक आमजन आपात स्थिति में इन अधिकारियों से सीधे संपर्क कर सकेंगे। वन विभाग को उम्मीद है कि इस पहल से वन्यजीवों के संरक्षण में मदद मिलेगी, साथ ही मानव सुरक्षा भी सुनिश्चित की जा सकेगी।
सोनीपत पुलिस ने एक विशेष अभियान के तहत 27 गुमशुदा मोबाइल फोन बरामद किए हैं। साइबर सेल सोनीपत ने मंगलवार, 11 नवंबर 2025 को इन फोनों को उनके असली मालिकों को सौंप दिया। पुलिस आयुक्त सोनीपत ममता सिंह (IPS) के नेतृत्व और पुलिस उपायुक्त साइबर कुशल पाल सिंह तथा सहायक पुलिस आयुक्त सोनीपत मलकीत सिंह के मार्गदर्शन में, साइबर सेल की टीम ने अक्टूबर और नवंबर माह में यह अभियान चलाया था। इस दौरान विभिन्न कंपनियों के ये मोबाइल फोन बरामद किए गए। उप निरीक्षक कमल सिंह, इंचार्ज साइबर सेल सोनीपत ने CEIR पोर्टल और संबंधित विभागीय अनुसंधान के माध्यम से प्राप्त जानकारी के आधार पर इन फोनों को ट्रैक किया। इसके बाद फोन मालिकों को बुलाकर उन्हें उनके मोबाइल सौंपे गए। पुलिस उपायुक्त साइबर ने बताया कि साइबर सेल सोनीपत गुम या चोरी हुए मोबाइल फोन को CEIR (Central Equipment Identity Register) पोर्टल के माध्यम से ट्रैक करने में लगातार सफलता प्राप्त कर रही है। उन्होंने कहा, शिकायतकर्ताओं द्वारा ऑनलाइन पोर्टल पर दर्ज कराई गई रिपोर्टों के आधार पर मोबाइल लोकेशन का विश्लेषण कर पुलिस टीमों ने ये मोबाइल फोन बरामद किए। हमारा उद्देश्य अधिक से अधिक नागरिकों को उनका गुम मोबाइल वापस दिलाना और उन्हें साइबर जागरूक बनाना है। उन्होंने आमजन से अपील की कि यदि किसी व्यक्ति का मोबाइल फोन गुम या चोरी हो जाता है, तो वे तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज करवाने के साथ-साथ CEIR पोर्टल पर भी अपनी शिकायत ऑनलाइन दर्ज करें। इससे मोबाइल की लोकेशन ट्रैक होने और उसकी बरामदगी की संभावना बढ़ जाती है।
दतिया जिले में एक टीचर ने स्कूल परिसर में वॉशरूम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पंडोखर थाना क्षेत्र के ग्राम सालोंन बी स्थित प्राइमरी स्कूल में मंगलवार को घटना के समय स्कूल में बच्चे और अन्य शिक्षक भी थे। बता जा रहा है कि उदयभान सिहारे (50), पुत्र लक्ष्मी नारायण सिहारे लंबे समय से मानसिक तनाव में थे। हाल ही में उन्हें बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया था, जिससे वे परेशान चल रहे थे। वॉशरूम से नहीं लौटे तो स्टाफ ने ढूंढ़ासुबह करीब 11 बजे शिक्षक उदयभान वॉशरूम गए थे। वे काफी देर तक बाहर नहीं निकले। साथी शिक्षकों ने आवाज लगाई। कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, तो उन्होंने गेट तोड़कर अंदर झांका। उदयभान रोशनदान से बंधी रस्सी के फंदे पर लटके थे। ये देखकर सभी होश उड़ गए। फौरन पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पंडोखर थाना पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा। भाई ने कहा- BLO बनने के बाद परेशान थेउदयभान के भाई धर्मेंद्र सिहारे ने बताया कि भाई उदयभान बीएलओ का काम मिलने के बाद से काफी तनाव में थे। उन्हें मोबाइल चलाना या बाइक चलाना नहीं आता था, फिर भी उन पर एसआईआर और सर्वे संबंधी कार्यों का अतिरिक्त दबाव डाला गया। बीएलओ का काम शुरू होने के बाद वे अधिक परेशान रहने लगे थे। कई बार इससे छुटकारा पाने की बात भी कही थी। कलेक्टर बोले- परेशान हैं तो मुझसे मिलेकलेक्टर स्वप्निल वानखड़े ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि, मेरी जानकारी में आया है कि एक बीएलओ ने आत्महत्या की है। इसका कारण अभी स्पष्ट नहीं है। बीएलओ को दिए जाने वाले काम शासन के तय दायरे में और नियमानुसार होते हैं। निर्वाचन संबंधी दायित्व नियमित प्रक्रिया का हिस्सा हैं। इसके लिए पृथक भत्ता भी दिया जाता है। उन्होंने आगे कहा- मैं सभी बीएलओ साथियों से अपील करता हूं कि अगर कोई काम के दौरान हेल्थ प्रॉब्लम या पारिवारिक परिस्थिति के कारण मुश्किल का सामना कर रहा है, तो वह तत्काल सूचित करे। ऐसे मामलों में काम का विकल्प उपलब्ध कराया जाता है। शासन के दायित्वों का निर्वहन हम सबका कर्तव्य है, फिर भी कोई भी कर्मचारी कठिनाई महसूस करता है तो सीधे मुझसे मिल सकता है। पढ़ें पूरी खबर...बैतूल में किसान ने खाया जहर, फसल खराब से परेशानबैतूल जिले के चिचला ढाना गांव में मंगलवार दोपहर एक 50 वर्षीय किसान ने आर्थिक संकट और फसल खराब होने के कारण जहरीला पदार्थ पी लिया। परिजनों ने उसे तुरंत जिला अस्पताल बैतूल में भर्ती कराया, जहां उसका इलाज जारी है। पढ़ें पूरी खबर...
जयपुर पुलिस ने खरीदारी करने आए कस्टमर पर चाकू से जानलेवा हमला करने वाले दो बदमाशों को अरेस्ट किया है। मालपुरा गेट थाना पुलिस ने घटनास्थल पर ले जाने के दौरान मंगलवार सुबह दोनों बदमाशों का जुलूस निकाला। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से वारदात में यूज चाकू भी बरामद कर लिया है। एसीपी (सांगानेर) विनोद शर्मा ने बताया- जानलेवा हमले के मामले में आरोपी अरमान (21) पुत्र आजाद निवासी हाथरस उत्तर प्रदेश हाल वैष्णव नगर मालपुरा गेट और आशिब (32) निवासी हाथरस उत्तर प्रदेश हाल डिग्गी मालपुरा गेट को अरेस्ट किया है। दोनों बदमाशों ने पुलिस से बचने के लिए अपने मोबाइल स्विच ऑफ कर लिए थे। जयपुर से भागने की फिराक में निकले दोनों आरोपी बदमाशों को सोमवार रात पुलिस टीम ने दबिश देकर धर-दबोचा। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से वारदात में यूज चाकू भी बरामद किया है। मोल-भाव में कस्टमर पर हमलाहिण्डौन सिटी करौली हाल गणेश नगर सांगानेर निवासी पप्पू महावर पर कातिलाना हमला हुआ था। शनिवार शाम वह अपनी पत्नी के डिलीवरी के पैसे लेने जनाना हॉस्पिटल जा रहा था। डिग्गी मालपुरा रोड पर 11 नंबर मिनी बस स्टैंड के पास ठेले से केले खरीदने रुका। मोल-भाव करने पर आरोपी दुकानदारों से कहासुनी हो गई। गुस्साए दुकानदारों ने चाकू निकालकर पप्पू पर जानलेवा हमला कर दिया। चाकू के वार से दाहिने हाथ-गले के पास और सीने के पास चोट आई। लहूलुहान हालत में देखकर दोनों आरोपी दुकानदार फरार हो गए थे।
जयपुर सेंट्रल जेल में मोबाइल मिलने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। एक बार फिर तलाशी में जेल प्रशासन को 2 मोबाइल मिले हैं। सर्च के दौरान बंदियों के फेंके दोनों मोबाइल लावारिस पड़े मिले। लालकोठी थाने में जेल प्रशासन की ओर से FIR दर्ज करवाई गई है। SHO (लालकोठी) प्रकाश राम बिश्नोई ने बताया- जयपुर सेंट्रल जेल में लगातार सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। जेल प्रशासन की ओर से सेंट्रल जेल में तलाशी ली गई। वार्ड नंबर-3 की आकस्मिक सघन तलाशी करवाई गई। जेल प्रशासन के सर्च का पता चलने पर बंदियों ने यूज कर रहे दो मोबाइल फेंक दिया। तलाशी के दौरान वार्ड नंबर-3 में लावारिस हालत में 2 मोबाइल पड़े मिले। जेल में बंद क्रिमिनल्स ने अपने यूज के लिए मोबाइल को छिपा रखे थे। जेल प्रशासन की ओर से दोनों मोबाइल को जब्त किया गया। लालकोठी थाने में जब्त मोबाइल के आधार पर FIR दर्ज करवाई गई। पुलिस ने प्रिजर्न्स एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज की। पुलिस जब्त मोबाइल के जरिए यूज करने वाले बंदियों की जानकारी जुटा रही है।
स्मार्टफोन इंडस्ट्री में नवंबर का महीना पावरफुल प्रोसेसर वाले फोन के नाम रहने वाला है। ओप्पो, आईक्यू, रियलमी, वीवो और वनप्लस जैसी कंपनियां अपने हाईएंड स्पेसिफिकेशन्स वाले फ्लैगशिप फोन भारतीय बाजार में उतारेंगी। ये फोन 200 मेगापिक्सल कैमरा सहित एमोलेड स्क्रीन जैसे फीचर्स से लैस होंगे। चलिए इस महीने भारतीय बाजार में लॉन्च होने वाले फोन के बारे में जानते हैं। मोटो G67 पावर: 5 नवंबर मोटोरोला 5 नवंबर को भारत में G67 पावर 5G फोन लॉन्च करेगी। इसकी कीमत करीब 15 हजार रुपए हो सकती है। फोन में पावर बैकअप के लिए 7000mAh की बैटरी के साथ 30W का फास्ट चार्जिंग मिलेगा। फोन स्नैपड्रैगन 7s जेन 2 प्रोसेसर पर चलता है और 8GB रैम के साथ आएगा। फोटो के लिए बैक पैनल पर 50 मेगापिक्सल का ट्रिपल कैमरा सेटअप और फ्रंट में 32 मेगापिक्सल का सेल्फी कैमरा दिया जाएगा। स्क्रीन 6.7 इंच की फुल HD+ होगी, जिसमें 120Hz रिफ्रेश रेट मिलेगा। इस पर मजबूत कोर्निंग गोरिल्ला ग्लास 7i की सुरक्षा भी दी जाएगी। वनप्लस 15: 13 नवंबर वनप्लस अपना फ्लैगशिप स्मार्टफोन वनप्लस 15 इंडिया में 13 नवंबर को लॉन्च करेगी। ये देश में स्नैपड्रैगन 8 एलिट जेन 5 प्रोसेसर वाला पहला फोन होगा। इसमें 120W सुपर वूक वायर्ड और 50W एयरवूक वायरलेस चार्जिंग टेक्नोलॉजी के साथ 7300mAh बैटरी दी जाएगी। इसके बैक पैनल पर ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप में 50MP सोनी LYT700 + 50MP पेरिस्कोप टेलीफोटो + 50MP अल्ट्रा-वाइड कैमरा दिया जाएगा। वहीं फ्रंट पर 32MP सेल्फी कैमरा मिलेगा। इसमें 165Hz अडेप्टिव रिफ्रेश रेट और 6000nits पीक ब्राइटनेस वाली 6.78-इंच की 1.5K स्क्रीन दी गई है। वनप्लस 15 IP66 + IP68 + IP69 + IP69K रेटिंग के साथ आएगा। वॉबल 1: 19 नवंबर 19 नवंबर को भारतीय स्मार्टफोन मार्केट में एक नए ब्रांड की एंट्री हो रही है। भारतीय कंपनी इंडीकल टेक्नोलॉजीस अपना खुद का मोबाइल फोन लेकर आ रही है। इसका नाम वॉबल 1 हो सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मोबाइल 2.6GHz मीडिया टेक डायमेंसिटी 7400 चिपसेट पर लॉन्च होगा। इसमें 8GB रैम के साथ 256GB तक की स्टोरेज मिल सकती है। फोटोग्राफी के लिए 50MP OIS सेंसर वाला ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप और 16 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा दिया जा सकता है। ये पूरी तरह से मेड इन इंडिया होगा। इसे 15 से 20 हजार के बजट में लान्च किया जा सकता है। नथिंग फोन (3a) लाइट: डेट कंफर्म नहीं नथिंग फोन (3a) लाइट ग्लोबल मार्केट में लॉन्च हो चुका है, अब ये इस महीने भारत में भी आएगा। हालांकि कंपनी ने लॉन्च डेट की घोषणा नहीं की है। ट्रांसपेरेंट डिजाइन वाला यह फोन एसेंशियल की और ग्लिफ लाइट के साथ आएगा। मोबाइल नथिंग OS 3.5 के साथ मिलकर डायमेंसिटी 7300 प्रो ऑक्टा-कोर प्रोसेसर पर काम करता है। पावर बैकअप के लिए इसमें 5000mAh बैटरी और 33W फास्ट चार्जिंग दी जाएगी। फोटोग्राफी के लिए 50 मेगापिक्सल ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप और 16 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा है। 5G फोन में 6.77-इंच की फुल HD+ एमोलेड डिस्प्ले मिलेगी। इसकी कीमत करीब 18 हजार रुपए हो सकती है। लावा अग्नि 4: 20 नवंबर लावा मोबाइल्स अपना नया स्मार्टफोन अग्नि 4 इंडिया में 20 नवंबर को लॉन्च करेगी। इस मिड बजट स्मार्टफोन की कीमत 20 से 25 हजार रुपए के करीब हो सकती है। रियर कैमरा मॉड्यूल की वजह से लावा अग्नि 4 बैक साइड से कुछ हद तक आईफोन एयर जैसा दिखेगा। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इसे मीडियाटेक के डायमेंसिटी 8350 प्रोसेसर पर लॉन्च किया जा सकता है। पावर बैकअप के लिए मोबाइल में 7000mAh बैटरी दी जा सकती है। लावा अग्नि 4 को 6.78-इंच की फुल HD+ एमोलेड स्क्रीन पर लॉन्च किया जा सकता है। फोटोग्राफी के लिए इसमें 50 मेगापिक्सल डुअल रियर कैमरा मिल सकता है। ओप्पो फाइंड X9: 20 नवंबर ओपो फाइंड X9 सीरीज नवंबर में इंडिया में पेश होगी। सीरीज के बेस मॉडल की बात करें तो फाइंड X9 डाइमेंसिटी 9500 चिपसेट पर काम करता है। इसमें 6.59-इंच 1.5K फ्लैट OLED स्क्रीन दी गई है। फोन में पावर बैकअप के लिए 80W फास्ट वायर्ड और 50W वायरलेस चार्जिंग के साथ 7025mAh बैटरी मिलेगी। फोटोग्राफी के लिए ओपो फाइंड X9 फोन के ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप में 50 मेगापिक्सल सोनी LYT808 OIS सेंसर, 50 मेगापिक्सल सैमसंग JN5 अल्ट्रा-वाइड एंगल लेंस और 50 मेगापिक्सल LYT600 पेरिस्कोप टेलीफोटो लेंस दिया गया है। वहीं फ्रंट पर 32 मेगापिक्सल सोनी IMX615 सेल्फी मौजूद है। ओप्पो फाइंड X9 प्रो: 20 नवंबर फाइंड X9 प्रो भी नवंबर में इंडिया में लॉन्च होगा। कंपनी इसे भी डायमेंसिटी 9500 पर लाएगी, जिसके साथ ओपो ट्रिनिटी इंजन भी मिलेगा। मोबाइल में 6.78-इंच 2K एमोलेड स्क्रीन दी गई है। पावर बैकअप के लिए मोबाइल 7500mAh बैटरी सपोर्ट करता है। चार्जिंग के लिए 80W सुपरवूक वायर्ड, 50W एयरवूक वायरलेस और 10W का रिवर्स चार्जिंग मिलती है। यह 200MP कैमरा वाला ओपो मोबाइल है, जिसमें 50 मेगापिक्सल सोनी LYT828 OIS सेंसर और 50 मेगापिक्सल अल्ट्रा-वाइड एंगल लेंस भी मिलता है। इसमें सेल्फी के लिए भी 50MP कैमरा दिया गया है। कंपनी ने फ्लैगशिप ओपो फोन को IP66 + IP68 + IP69 रेटिंग के साथ लाएगी। ये फोन 20 नवंबर को भारत में लॉन्च किया जा सकता है। आईक्यू 15: 26 नवंबर फ्लैगशिप स्मार्टफोन आइकू 15 भारत में 26 नवंबर को लॉन्च होगा। इसमें भी क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 8 एलिट जेन 5 चिपसेट मिलेगा। फोन 100W वायर्ड और 40W वायरलेस फास्ट चार्जिंग के साथ 7000mAh बैटरी सपोर्ट करता है। इसमें 144Hz रिफ्रेश रेट और 6000nits पीक ब्राइटनेस वाली 6.85-इंच 2K OLED डिस्प्ले मिलेगा। इसमें 100X जूम वाला ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप मिलेगा, जिसमें 50 मेगापिक्सल सोनी IMX921 OIS सेंसर, 50 मेगापिक्सल अल्ट्रा-वाइड एंगल लेंस और 50 मेगापिक्सल 3x सोनी IMX882 पेरिस्कोप टेलीफोटो लेंस शामिल है। वहीं फ्रंट पर 32एमपी सेल्फी कैमरा दिया गया है। वीवो X300: लॉन्च डेट कंफर्म नहीं ओपो फाइंड X9 सीरीज को टक्कर देने वीवो X300 सीरीज भी इंडिया आ रही है। सीरीज के बेस मॉडल वीवो X300 5G फोन को डाइमेंसिटी 9500 प्रोसेसर पर लाया जा सकता है, जिसमें 16GB रैम मिल सकती है। इसमें 6040mAh बैटरी के साथ 90W वायर्ड और 40W वायरलेस चार्जिंग तकनीक दी गई है। मोबाइल 6.31-इंच 1.5K BOE Q10+ ओलेड स्क्रीन सपोर्ट करता है। वहीं फोटोग्राफी के लिए 200 मेगापिक्सल सैमसंग HPB सेंसर + 50 मेगापिक्सल LYT602 पेरिस्कोप टेलीफोटो लेंस + 50 मेगापिक्सल सैमसंग JN1 सेंसर वाला बैक कैमरा और 50 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा दिया गया है। वीवो X300 प्रो: लॉन्च डेट कंफर्म नहीं वीवो X300 प्रो कंपनी का सबसे पावरफुल फोन होगा, जो नवंबर में भारत में लॉन्च होगा। इसमें भी यूजर्स को मीडियाटेक डाइमेंसिटी 9500 ऑक्टा-कोर प्रोसेसर मिलेगा। इस वीवो फोन में 6.78 इंच 1.5K LTPO एमोलेड डिस्प्ले दी गई है, जिसे आर्मर ग्लास की प्रोटेक्शन प्राप्त है। फोटोग्राफी के लिए इसके ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप में 50 मेगापिक्सल सोनी LYT828 + 50 मेगापिक्सल अल्ट्रा-वाइड कैमरा + 200 मेगापिक्सल पेरिस्कोप टेलीफोटो लेंस दिया गया है। वहीं फ्रंट पर 50 मेगापिक्सल सेल्फी सेंसर मौजूद है। फोन में 6510mAh बैटरी मिलेगी, जिसके साथ 90W वायर्ड, 40W वायरलेस और रिवर्स वायरलेस चार्जिंग भी मिलेगी। रियलमी C85: लॉन्च डेट कंफर्म नहीं नवंबर में सस्ता रियलमी फोन C85 भी भारत में लॉन्च हो सकता है। इसकी शुरुआती कीमत करीब 10 हजार रुपए हो सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो स्मार्टफोन को 6000mAh बैटरी पर लाया जा सकता है, जिसके साथ 45W सुपरवूक फास्ट चार्जिंग तकनीक मिल सकती है। फोटोग्राफी के लिए इसमें 50 मेगापिक्सल बैक कैमरा और 8 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा दिया जा सकता है। इंडिया में इसे 4GB और 6GB रैम ऑप्शन के साथ उतारा जा सकता है। फोन में 128GB तक की स्टोरेज मिल सकती है। लो बजट रियलमी फोन में 90Hz रिफ्रेश रेट वाली IPS LCD स्क्रीन दी जाएगी। रियलमी C85 प्रो: लॉन्च डेट कंफर्म नहीं रियलमी C85 प्रो फोन दक्षिण एशियाई देशों में टीज हो चुका है, जो नवंबर में इंडियन मार्केट में भी उतारा जा सकता है। इसे 7000mAh बैटरी पर लॉन्च किया जाएगा। साथ ही स्मार्टफोन में 44वॉट फास्ट चार्जिंग टेक्नोलॉजी भी मिल सकती है। वॉटरप्रूफ फोन IP69 रेटिंग के साथ पेश किया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रियलमी C85 प्रो स्नैपड्रैगन 685 प्रोसेसर पर काम करेगा, जिसके साथ 8GB रैम और 256GB स्टोरेज मिलेगी। फोटोग्राफी के लिए इसमें भी 50 मेगापिक्सल कैमरा दिया जाएगा, वहीं फोन में 6.8-इंच की फुल HD+ एमोलेड स्क्रीन दी जा सकती है।
फ्री मोबाइल रिचार्ज का ऑफर! जानिए त्योहारों में कैसे हो रहा है स्कैम
सोशल मीडिया पर अलग-अलग अवसरों पर फ्री मोबाइल रिचार्ज मिलने का वादा करके लोगों के साथ स्कैम किया जा रहा है.
'कल्कि 2898 AD' के ट्रेलर रिलीज के वक्त मोबाइल फेंकने जा रहे थे अमिताभ बच्चन, खुद बताया पूरा किस्सा
बॉलीवुड फिल्मों के जाने माने मशहूर अभिनेता अमिताभ बच्चन वैसे तो अक्सर ही खबरों में बने रहते हैं. लेकिन इस बार उनके क्रेज का कारण उनका जबरदस्त एक्शन अवतार है. हिंदी फिल्मों के एंग्री यंगमैन कहे जाने वाले अमिताभ बच्चन अपनी नई फिल्म 'कल्कि 2898 AD' के ट्रेलर में एक विस्फोटक एक्शन अवतार में दिखाई दे रहे हैं. निर्देशक नाग अश्विन की इस पैन इंडिया फिल्म में कई लोगों को अमिताभ का एक्शन अवतार, फिल्म के हीरो प्रभास से भी अधिक दमदार लग रहा है. लेकिन इस ऑनस्क्रीन एक्शन अवतार का प्रभाव शायद बच्चन साहब को रियलिटी में भी फील होने लगा है. इधर 'कल्कि 2898 AD' का ट्रेलर रिलीज हुआ तथा उधर अमिताभ बच्चन अपने फोन से इतने नाराज हो गए कि उसे तोड़ने की बात कह गए. अपने ब्लॉग पर 'कल्कि 2898 AD' का ट्रेलर साझा करते हुए बताया कि वो अपने मोबाइल से फ्रस्ट्रेट हो गए हैं. उन्होंने ब्लॉग पोस्ट में लिखा, 'अपना फोन ठीक करने की बड़ी कोशिश कर रहा हूं... पहले से जो सेट था, अचानक बदल गया. तो हर तरफ से मदद लेने का प्रयास कर लिया, लेकिन नाकाम रहा... बहुत फ्रस्ट्रेटिंग है ये... चाह रहा था कि इंग्लिश और हिंदी टाइपिंग, दोनों हों. इंग्लिश में एक हिंदी वर्ड लिखूं और वो देवनागरी में आ जाए... मगर कई घंटे लिंक्स और एक्स्पेरिमेंट्स फॉलो करने के बाद, अब मैं खिड़की से बाहर फेंककर अपना फोन तोड़ डालने के बहुत करीब हूं.' कुछ देर पश्चात् बच्चन साहब ने साफ किया कि वो सच में अपना मोबाइल नहीं फेंकने जा रहे, बस गुस्सा जाहिर कर रहे हैं. उन्होंने लिखा, 'नहीं नहीं नहीं... ऐसी किस्मत कहां... बस गुस्सा निकाल रहा हूं.' अपने ब्लॉग पोस्ट में अमिताभ ने ये भी कहा कि 'कल्कि 2898 AD' एवं 'Section 84 IPC' के पश्चात्, वो समझ नहीं पा रहे कि अगला प्रोजेक्ट क्या चुनना है. उन्होंने लिखा कि आज एक अभिनेता के पास 'मैनेजमेंट एक्सपर्ट्स से लेकर एजेंट्स तक' इतने सारे लोग होते हैं, ये बताने के लिए कि मार्किट में किस प्रकार का कंटेंट चल रहा है तथा सिनेमा लवर्स क्या पसंद कर रहे हैं, क्या नहीं. मगर उनके दौर में ऐसा कुछ नहीं था. अमिताभ ने कहा, 'हम सिर्फ अगली जॉब का मौका खोज रहे होते थे, जिससे हम घर चलाने की, नौकरी बनाए रखने की शर्त पूरी कर सकें. अब बात अलग हो गई है. नई जेनरेशन इस तरह सोचती है, ऐसे चलती है कि... मैं बाद एक काम खोजूंगा और उम्मीद करूंगा कि काम मिले और बस मेरा 'किचन चलता रहे.' अमिताभ बच्चन की अगली फिल्म 'कल्कि 2898 AD' का ट्रेलर सोमवार शाम को रिलीज हुआ है. इस फिल्म में अमिताभ, अश्वत्थामा का माइथोलॉजी बेस्ड भूमिका निभा रहे हैं तथा ट्रेलर में जनता उनके किरदार और काम को बहुत पसंद कर रही है. 'ये मेरी चॉइस है, मेरे मां-बाप…', जहीर इकबाल संग शादी पर आई सोनाक्षी सिन्हा की प्रतिक्रिया शूटिंग से 4 दिन पहले डायरेक्टर ने किया एक्ट्रेस को फिल्म से बाहर, सालों बाद खुद किया चौंकाने वाला खुलासा सैलरी पर हो रही चर्चा को लेकर आई 'पंचायत' के सचिव जी की प्रतिक्रिया, जानिए क्या कहा?
तमन्ना भाटिया को महाराष्ट्र साइबर सेल द्वारा आईपीएल मैचों की अवैध स्ट्रीमिंग में उनकी कथित संलिप्तता के संबंध में पूछताछ के लिए बुलाया गया है। उनसे 29 अप्रैल को पूछताछ के लिए पेश होने की उम्मीद है। संजय दत्त भी इस मामले से जुड़े थे, लेकिन अपनी पूर्व प्रतिबद्धताओं के कारण, वह 23 अप्रैल को पूछताछ सत्र में शामिल नहीं हो सके। इसके बजाय, उन्होंने अपना बयान दर्ज करने के लिए एक अलग तारीख की मांग की। फेयरप्ले, जो महादेव ऑनलाइन गेमिंग ऐप की सहायक कंपनी है, को क्रिकेट, पोकर, कार्ड गेम्स और टेनिस जैसी विभिन्न लाइव गेम्स पर अवैध सट्टेबाजी से जोड़ा गया है। पिछले साल यह ऐप सुर्खियों में आया जब रणबीर कपूर और श्रद्धा कपूर जैसे अभिनेताओं, जिन्होंने इस ऐप का प्रचार किया, को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा पूछताछ के लिए बुलाया गया। महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप दुबई से संचालित होता है, जिसे भिलाई, छत्तीसगढ़ के रहने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल चलाते हैं। उन्होंने नए ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए नई वेबसाइटें और चैट समूह बनाकर विभिन्न रणनीतियों का उपयोग किया और सामाजिक मीडिया प्लेटफॉर्म पर भुगतान किए गए विज्ञापनों के माध्यम से लोगों को आकर्षित किया। ईडी एक साल से अधिक समय से महादेव ऐप से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग के मामले की जांच कर रही है, जिसमें छत्तीसगढ़ के विभिन्न हाई प्रोफ़ाइल राजनेता और अधिकारियों के शामिल होने का आरोप लगाया गया है। भीड़ में पापा अमिताभ को सँभालते नजर आए अभिषेक बच्चन, फैंस कर रहे तारीफ इतनी छोटी स्कर्ट पहनकर इवेंट में पहुंच गई ऋतिक रोशन की Ex वाइफ, हुई Oops मोमेंट का शिकार ऐश्वर्या राय संग इंटीमेट सीन पर बोले रणबीर कपूर- 'हाथ कांप रहे थे फिर...'

