हिसार जिले के गांव सुलखनी स्थित राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल में स्टाफ द्वारा स्कूल समय में मोबाइल फोन का उपयोग किए जाने की शिकायतों के बाद प्रिंसिपल राजकुमार श्योराण ने सख्त रुख अपनाया है। प्रिंसिपल ने राजकीय प्राथमिक पाठशाला के उन स्टाफ सदस्यों को तीन दिनों के भीतर स्पष्टीकरण देने के आदेश जारी किए हैं, जो लगातार निर्देशों के बावजूद स्कूल समय में मोबाइल जमा नहीं कर रहे और उनका उपयोग कर रहे हैं। कई बार दिए आदेश, फिर भी नहीं मिला पालन प्रिंसिपल राजकुमार श्योराण ने बताया कि पिछले 6 महीनों के दौरान स्टाफ को कई बार लिखित आदेश जारी किए गए। एसएमसी की बैठक में भी निर्णय लिया गया था कि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो, इसके लिए स्कूल समय में किसी भी स्टाफ सदस्य को मोबाइल प्रयोग की अनुमति नहीं होगी। इसके बाद भी परिसर में संचालित प्राथमिक विद्यालय के कई शिक्षकों द्वारा इस नियम की लगातार अवहेलना की गई। उन्होंने बताया कि सितंबर में भी नई चेतावनी जारी की गई थी, लेकिन उसके बावजूद कुछ स्टाफ सदस्यों के मोबाइल प्रयोग करने की शिकायतें बढ़ती रहीं। हाल ही में जिला शिक्षा अधिकारी हिसार द्वारा भी सभी सरकारी स्कूलों को सख्त निर्देश जारी किए गए कि कक्षा के समय किसी भी कर्मचारी द्वारा मोबाइल का उपयोग नहीं किया जाएगा। स्कूल प्रशासन ने यह आदेश स्टाफ को अवगत भी कराए, मगर स्थिति जस की तस बनी रही। बच्चों की सुरक्षा पर उठ रहे सवाल प्रिंसिपल द्वारा जारी पत्र में उल्लेख किया गया है कि कुछ स्टाफ सदस्य यह तर्क दे रहे हैं कि वे ठेकेदारी या अन्य निजी कार्य करते हैं, इसलिए उन्हें मोबाइल रखने की आवश्यकता रहती है। पत्र में यह भी स्पष्ट किया गया है कि मोबाइल में व्यस्त रहने के कारण कई बार बच्चे कक्षा से बाहर निकलकर तालाब की ओर चले जाते हैं, जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। उन्होंने कहा कि यह स्थिति बच्चों की सुरक्षा से खिलवाड़ है और बेहद गंभीर है। यहां देखें, स्टॉफ को जारी किए गए लेटर की कॉपी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ प्रिंसिपल का लेटर प्रिंसिपल द्वारा स्टाफ को लिखे गए नोटिस की कॉपी गुरुवार को सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गई। वायरल लेटर में स्टाफ की लापरवाही, मोबाइल पर निजी काम करने और बच्चों पर ध्यान न देने की बात साफ तौर पर दर्ज है। इससे क्षेत्र में भी स्कूल स्टाफ की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं। आगे होगी कार्रवाईप्रिंसिपल राजपाल श्योराण ने कहा कि प्राथमिक स्कूल के स्टाफ को तीन दिन का समय दिया गया है। यदि निर्धारित समय में स्पष्ट व संतोषजनक जवाब नहीं दिया जाता, तो नियमानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों की पढ़ाई और सुरक्षा सर्वोपरि है और किसी भी कीमत पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मुंगेली जिले के जरहागांव में पुलिस ने सट्टा लिखते एक युवक को गिरफ्तार किया है। आरोपी रितिक साहू (25) को मोबाइल और कागज पर सट्टा पट्टी लेते हुए पकड़ा गया। वह आम लोगों को पैसे का लालच देकर अंकों पर दांव लगवा रहा था। पुलिस ने आरोपी रितिक साहू के पास से सट्टे से अर्जित 4,500 रुपये नकद, एक सट्टा पट्टी, एक डॉट पेन और 10,000 रुपये कीमत का एक मोबाइल फोन जब्त किया है। जब्त की गई कुल सामग्री की कीमत 14,500 रुपये है। सट्टेबाजी पर पुलिस की कार्रवाई पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने जिले में सट्टे पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने और सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इसी क्रम में जरहागांव पुलिस और साइबर सेल ने मुखबिर की सूचना पर ग्राम जरहागांव में यह कार्रवाई की। रितिक साहू के खिलाफ छत्तीसगढ़ जुआ प्रतिषेध अधिनियम 2022 की धारा 6 के तहत अपराध क्रमांक 187/25 दर्ज किया गया है। उसे विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। आरोपी का पूर्व आपराधिक रिकॉर्ड भी संलग्न किया गया है।
Cloudflare Down: महीने भी दूसरी दूसरी बार इंटरनेट डाउन, कई ऐप्स चलाने में आई परेशानियां
Cloudflare Down : क्लाउडफ्लेयर की सेवाओं में परेशानियां आने की फिर लोगों ने शिकायत की है। इसके बाद सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर नाराजगी और शिकायतों की बाढ़ आ गई। एक महीने में दूसरी बार ऐसी परेशानियां आई हैं। नवंबर में भी क्लाउडफ्लेयर में ऐसी गड़बड़ी ...
कुरुक्षेत्र जिले के शाहाबाद में साइबर ठगों ने शादी का कार्ड भेजकर टेलर के साथ 2.20 लाख रुपए का फ्रॉड कर लिया। वॉट्सऐप पर आए कार्ड पर क्लिक करते ही मोबाइल में एप्लिकेशन इंस्टॉल हुई और मोबाइल हैंग हो गया। जब तक टेलर को पता चला, उसके खाते से पैसे ट्रांसफर हो चुके थे। सुखदेव गांव के सुखदेव सिंह ने बताया कि वह गांव में ही टेलर का काम करता है और दिव्यांग है। कुछ दिन पहले उसके वॉट्सऐप पर शादी का निमंत्रण कार्ड आया। बच्चों ने उसे खोलकर देख लिया, इसके बाद उसका मोबाइल हैंग हो गया। खोलकर देखो किसकी शादी ये मैसेज उसके स्कूल के बच्चों के टीचर के मोबाइल नंबर से आया था। बच्चों ने मैसेज देखा, तो उस पर लिखा था, 10 तारीख को शादी है। खोलकर देखो किसकी शादी है। बच्चों ने टीचर का नंबर देखकर उस कार्ड को खोल लिया। हालांकि बाद में उसने टीचर से पूछताछ भी की, लेकिन ठगों ने उनको मोबाइल को हैंक करके सबके पास मैसेज भेज रखा था। कार्ड खोलते ही एप हुई डाउनलोड कार्ड खोलते ही मोबाइल में ऐप डाउनलोड हो गई। बच्चों ने और उसने ऐप को डिलीट करने की कोशिश भी की, लेकिन ऐप डिलीट नहीं हुई। उसने फोन भी बंद करना चाहा, लेकिन नहीं हुआ। इस दौरान उसके अकाउंट से 70 हजार रुपए और दूसरे अकाउंट से 4 बार में करीब डेढ़ लाख रुपए ट्रांसफर हो गए। फोन का सॉफ्टवेयर नया डलवाना पड़ा बाद में उसे अपने फोन का सॉफ्वेयर नया डलवाना पड़ा, जिसके बाद उसने हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत दी। उधर, साइबर थाना के SHO महेश कुमार ने बताया कि पुलिस साइबर क्राइम को लेकर जागरूक करती है। ये भी बताया जाता है कि किसी भी लिंक को ओपन ना करें। फिलहाल पुलिस ने शिकायत पर थाना साइबर क्राइम में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
दुर्ग जिले में ऑनलाइन क्रिकेट में सट्टा लगाने वाले 12 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। रायपुर में 3 दिसंबर को हुए भारत-दक्षिण अफ्रीका ODI मैच पर आरोपी मोबाइल ऐप के जरिए सट्टा लगवा रहे थे। जिले के 3 थानों की पुलिस सिटी कोतवाली, पुलगांव और धमधा थाना क्षेत्रों में अलग-अलग स्थानों पर दबिश देकर आरोपियों को पकड़ा है। उनके कब्जे से लगभग 2 लाख रुपए नकद और 15 मोबाइल फोन जब्त किए हैं। हर दांव पर 3 प्रतिशत कमीशन लेते थे हाल ही के महीनों में जुआ प्रतिबंध अधिनियम के तहत यह सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। सिटी कोतवाली पुलिस को 3 दिसंबर को सूचना मिली थी कि तांदुला जलाशय के पास राजेंद्र पार्क के सामने एक युवक मोबाइल के माध्यम से ऑनलाइन सट्टा संचालित कर रहा है। टीम ने मौके पर छापा मारकर दिनेश बंजारे (31 वर्ष) को सट्टा खिलाते हुए रंगेहाथ पकड़ा। पूछताछ में दिनेश ने बताया कि उसे सट्टा आईडी 'MYbet777.co' आरोपी अंकित मेडे ने उपलब्ध कराई थी। दिनेश हर दांव पर 3% कमीशन लेता था और इसी आईडी से वह आकाश नंदनवार (25 वर्ष) को भी 2% कमीशन पर दांव लगवाता था। पुलिस ने दिनेश के पास से एक लाख रुपए नकद और दो मोबाइल फोन, जबकि आकाश के पास से 50 हजार रुपए नकद और एक मोबाइल फोन जब्त किया। सूचना मिलते ही पुलगांव थाना पुलिस ने दी दबिश पुलगांव थाना क्षेत्र में भी पुलिस को ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा लगाए जाने की सूचना मिली। टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए टीमन बंजारे (26 वर्ष) को गिरफ्तार किया। जांच में टीमन ने बताया कि वह अपने दोस्त पवन तांबूले के जरिए सट्टा आईडी बनवाकर दांव लगवाता था। पुलिस ने उनके कब्जे से दो मोबाइल फोन (वीवो और सैमसंग) जब्त किए। धमधा थाना क्षेत्र में भी पुलिस ने एक ऑनलाइन सट्टा नेटवर्क का भंडाफोड़ किया, जिसे आठ लोगों की टीम चला रही थी। धमधा पुलिस की कार्रवाई धमधा थाना क्षेत्र में बाजारपारा मंगल भवन के पास पुलिस ने एक और बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ किया। यहां शशांक शर्मा (24 वर्ष) अपने मोबाइल से क्रिकेट, कल्याण और राजधानी नाइट पर ‘ऑनलाइन सट्टा पट्टी’ लिखता पाया गया। मौक़े पर उपस्थित तुकाराम शर्मा, राकेश सिन्हा, धर्मराज वर्मा, देवचरण साहू, संजय कहार, थान सिंह यादव और शेखर साहू के मोबाइल फोन भी चेक किए गए। सभी के मोबाइल में सट्टा लेनदेन से जुड़े चैट, स्क्रीनशॉट और रिकॉर्डिंग मिलने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की गई। यहां से पुलिस ने 10 मोबाइल और ₹31,200 नकद जब्त किया। न्यायिक रिमांड पर जेल भेजे गए आरोपी सभी मामलों में सिटी कोतवाली, पुलगांव और धमधा थानों में आरोपियों के खिलाफ धारा 7, छत्तीसगढ़ जुआ प्रतिषेध अधिनियम 2022 के तहत अपराध दर्ज कर उन्हें न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है। गिरफ्तार आरोपी 1. दिनेश बंजारे (31) 2. आकाश नंदनवार (25) 3. टीमन बंजारे (26) 4. पवन तांबूले 5. शशांक शर्मा (24) 6. तुकाराम शर्मा (45) 7. राकेश सिंह (32) 8. धर्मराज वर्मा (29) 9. देवचरण साहू (25) 10. संजय कर (32) 11. थान सिंह यादव (37) 12. शेखर साहू (28)
सीकर शहर में रहकर JEE की तैयारी कर रहे 17 साल के नाबालिग स्टूडेंट के लापता होने का मामला सामने आया है। स्टूडेंट सीकर के प्राइवेट हॉस्टल में रहता था। दोपहर के समय खाना खाकर बाहर निकला लेकिन वापस नहीं लौटा। अब स्टूडेंट के दादा ने उद्योग नगर पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है। स्टूडेंट के दादा ने पुलिस में शिकायत देकर बताया कि वह जयपुर के रहने वाले हैं। उनका पोता सीकर की प्राइवेट कोचिंग में JEE की तैयारी कर रहा है। यहां पर वह पिपराली रोड एरिया में एक हॉस्टल में रहता है। 3 दिसंबर को दोपहर 2 बजे के करीब पोता हॉस्टल से खाना खाकर निकला था, जो वापस नहीं लौटा। इस संबंध में हॉस्टल स्टाफ ने भी परिजनों को सूचना दी। परिजनों ने काफी तलाश की लेकिन नाबालिग स्टूडेंट का कुछ भी पता नहीं चल सका। मामले में उद्योग नगर थाना SHO राजेश कुमार बुडानिया का कहना है कि स्टूडेंट की गुमशुदगी को लेकर उसके दादा ने मुकदमा दर्ज करवाया है। जिसकी जांच हेड कॉन्स्टेबल चंद्रकला कर रही है। वर्तमान में स्टूडेंट का मोबाइल स्विच ऑफ है। स्टूडेंट की तलाश में टीम लगी हुई है। यह खबर भी पढ़ें: दो बेटों के साथ घर से निकली महिला लापता:बैंक अकाउंट खुलवाने के बहाने बाहर गई थी, पति ने गांव के युवक पर जताया शक सीकर में 35 साल की महिला और उसके दो बेटों की गुमशुदगी का मामला सामने आया है। महिला के पति ने गांव के ही एक युवक पर शक जताते हुए मुकदमा दर्ज करवाया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।(पूरी खबर पढ़ें)
हिसार जिले की हांसी पुलिस ने चोरी के दो अलग-अलग मामलों में त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दोनों मामलों में चोरी किया गया सामान भी बरामद कर लिया गया है। यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक हांसी अमित यशवर्धन के निर्देशानुसार थाना सदर की टीमों द्वारा की गई। मामनपुरा में घर से चोरी पहला मामला गांव मामनपुरा निवासी सागर के मकान से 2 दिसंबर 2025 की रात हुई चोरी से जुड़ा है। मुख्य सिपाही विजय कुमार ने बताया कि शिकायत मिलते ही पुलिस ने जांच शुरू की और घटना के 22 घंटे के भीतर प्रेम नगर निवासी रिंकू को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी के कब्जे से चोरी का इन्वर्टर, बैटरी और एक मोबाइल फोन बरामद किया गया है। रिंकू को कोर्ट में पेश कर पूछताछ के लिए एक दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। गगनखेड़ी में खेत से कॉपर तार चोरी, एक आरोपी काबू दूसरे मामले में थाना सदर की टीम ने गांव गगनखेड़ी के खेत से सबमर्सिबल की कॉपर तार चोरी करने के आरोप में संदीप को गिरफ्तार किया। मुख्य सिपाही बलजीत ने बताया कि आरोपी से चोरी की गई तार बरामद कर ली गई है। संदीप को भी न्यायालय में पेश कर एक दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। रिमांड के दौरान उससे पूछताछ कर यह पता लगाया जाएगा कि क्या वह किसी गिरोह से जुड़ा है या अन्य वारदातों में शामिल रहा है। अपराध पर अंकुश के लिए पुलिस की सख्त कार्रवाई जारी पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दोनों मामलों में की गई त्वरित कार्रवाई अपराध पर नियंत्रण की दिशा में एक मजबूत कदम है। जिले में अपराधियों पर निगरानी बढ़ाई गई है और ऐसे मामलों में तुरंत कानूनी कार्रवाई जारी रहेगी। जांच अधिकारी सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई और आरोप तय करने की प्रक्रिया में जुटे हैं।
इनोवा सवार पर हमला, कार का शीशा तोड़ा और मोबाइल लूट ले गए आरोपी
लुधियाना| फोकल पॉइंट में एक व्यक्ति पर उस समय हमला कर दिया गया जब वह अपनी पत्नी के ब्लॉक समिति के नामांकन पत्र जमा करवाने से पहले गांव के गुरुद्वारे में माथा टेकने जा रहा था। पीड़ित सुरिंदर कुमार ने बताया कि 3 दिसंबर को वह अपनी इनोवा कार में सवार होकर निकला था। जैसे ही वह गुरुद्वारे के पास पहुंचा, आरोपी दिलदार सिंह और हरदीप सिंह ने उसका रास्ता रोक लिया। सुरिंदर के अनुसार, आरोपियों ने उसे घेर लिया और हाथ में पकड़े बर्छे से उसकी कार के ड्राइवर साइड का शीशा तोड़ दिया। इस दौरान उन्होंने उसका मोबाइल फोन भी छीन लिया, जिसके कवर में कुछ ऑस्ट्रेलियन डॉलर भी थे। पीड़ित का कहना है कि आरोपियों ने उसे जान से मारने की धमकी दी, जिसके बाद वह डर के मारे कार भगा ले गया। घटना की जानकारी मिलते ही थाना फोकल प्वाइंट पुलिस ने पीड़ित का बयान दर्ज किया। जांच अधिकारी निर्मल सिंह ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ बनती धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है।
बुरहानपुर में इंदौर-इच्छापुर हाईवे पर बुधवार देर रात चार अज्ञात युवकों ने लूट की वारदात को अंजाम दिया। कटी घाटी के पास खराब हुए एक आयशर वाहन के चालक और क्लीनर से बदमाशों ने 2900 रुपए नकद और दो मोबाइल फोन छीन लिए। निंबोला थाना पुलिस ने इस मामले में गुरुवार को अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, घटना बुधवार रात करीब 10 बजे की है। बुरहानपुर से रूई भरकर इंदौर जा रहा आयशर वाहन (एमपी 68 एच 0199) इंदौर-इच्छापुर हाईवे पर कटी घाटी के पास खराब हो गया था। इसी दौरान 18 से 20 साल की उम्र के चार युवक वहां पहुंचे। युवकों ने वाहन चालक श्रीराम पिता नरोत्तम महाजन (निवासी बहादरपुर) और क्लीनर दिनेश पिता गोरेलाल (निवासी इंदिरा कॉलोनी) के साथ मारपीट की। इसके बाद वे उनसे 2900 रुपये नकद और दो मोबाइल फोन छीनकर फरार हो गए। लूट की सूचना मिलने पर निंबोला थाना टीआई राहुल कांबले अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। क्लीनर दिनेश पिता गोरेलाल ठाकुर की शिकायत पर पुलिस ने चार अज्ञात युवकों के खिलाफ लूट का मामला दर्ज किया है। निंबोला थाना प्रधान आरक्षक दीपेंद्र सिंह कलम ने बताया कि अज्ञात आरोपियों की तलाश जारी है।
छतरपुर जिले के राजनगर थाना क्षेत्र के मनिया गांव के पास बम्होरी तिराहे पर गुरुवार सुबह एक 40 वर्षीय महिला का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिला। सूचना मिलते ही राजनगर और महाराजपुर थाना पुलिस के साथ एफएसएल टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। पुलिस ने शव को राजनगर अस्पताल भेजकर पोस्टमार्टम कराया। मृतका की पहचान रानी (40) पत्नी दशरथ रैकवार, निवासी तालगांव के रूप में हुई है। परिजनों के अनुसार रानी 29 नवंबर को महाराजपुर स्थित अपने भाई के घर भतीजे की शादी में शामिल होने आई थीं। गुरुवार सुबह उनका शव सड़क किनारे संदिग्ध हालात में मिला। घटनास्थल पर शराब का क्वार्टर और संदिग्ध वस्तुएंजांच के दौरान पुलिस को एक पेड़ के नीचे शराब का क्वार्टर, ग्लास और कुछ अन्य संदिग्ध सामान मिला। इन्हीं वस्तुओं के आधार पर पुलिस विभिन्न एंगल से पड़ताल कर रही है। वहीं मृतका के पति दशरथ रैकवार ने बताया कि पुलिस ने उन्हें घटना की सूचना दी। उन्होंने कहा कि रानी का मोबाइल फोन, गहने और पर्स घटनास्थल से गायब हैं, जिससे मामला और संदिग्ध हो गया है। रात 9 बजे किराना दुकान गई थीरानी के भाई प्रकाश ने बताया कि बुधवार रात करीब 9 बजे रानी कुसमा स्थित एक किराना दुकान पर गई थीं। इसके बाद वह घर नहीं लौटीं। इसी आधार पर पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है, जिसमें किराना दुकान के फुटेज भी शामिल हैं। परिवार ने हत्या की आशंका जताईपरिजनों ने साफ तौर पर हत्या की आशंका जताई है। राजनगर थाना प्रभारी परशुराम डाबर फिलहाल छुट्टी पर हैं, लेकिन उन्होंने बताया कि मामले की जांच जारी है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद स्थिति और स्पष्ट होगी। पुलिस अलग-अलग एंगल से मामले की पड़ताल कर रही है और जल्द ही घटना का खुलासा होने की उम्मीद जताई जा रही है।
अमृतसर में खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंह के दो करीबी साथी पप्पलप्रीत सिंह और कुलवंत सिंह राउके को आज अजनाला अदालत में पेश किया गया। यह पेशी 2023 में दर्ज FIR नंबर 29/16223 से जुड़ी है, जो वरिंदर सिंह की शिकायत पर अगवा करने और मारपीट के आरोप में दर्ज की गई थी। दोनों आरोपियों को पहले किसी अन्य मामले में जेल में रखा गया था और प्रोडक्शन वारंट के जरिए अदालत में लाया गया। पुलिस ने दोनों से पांच दिन का रिमांड मांगा था, लेकिन अदालत ने केवल दो दिन का रिमांड मंजूर किया। एडवोकेट रीतु राज ने बताया कि केस को जानबूझकर लंबा खींचा जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब तक 12 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं, लेकिन पुलिस को कोई ठोस रिकवरी नहीं मिली। रीतु राज ने कहा, मुकदमा सिर्फ लटकाने के लिए खड़ा किया जा रहा है। रिमांड के दौरान आरोपियों से मोबाइल और अन्य महत्वपूर्ण सबूतों की जांच डीएसपी गुरविंदर सिंह ने कहा कि रिमांड के दौरान आरोपियों से मोबाइल फोन और अन्य महत्वपूर्ण सबूतों की जांच की जाएगी। उनका कहना है कि इससे मामले में अहम खुलासे हो सकते हैं। अमृतपाल के चाचा सुखचैन सिंह ने भी सरकार और पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि केस जानबूझकर लंबा किया जा रहा है, ताकि आरोपियों को कोई राहत न मिले। पहले भी कई दिन के रिमांड लिए गए, लेकिन कोई ठोस सफलता नहीं मिली। अब वही प्रक्रिया दोहराई जा रही है । दो दिन के पुलिस रिमांड के दौरान जांच जारी रहेगी। अदालत में पेशी के बाद मामले की अगली कार्रवाई पर सभी की नजरें टिकी हैं।
पलवल में साइबर क्राइम थाना पुलिस ने फर्जी सिमकार्ड और सोशल मीडिया पर ऑनलाइन बाइक बेचने का विज्ञापन देकर ठगी करने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी लोगों को सस्ते में बाइक बेचने का झांसा देकर धोखाधड़ी करता था। साइबर थाना प्रभारी नवीन कुमार ने बताया कि, उनकी टीम, जिसका नेतृत्व संदीप कर रहे थे, जयंती मोड़ हथीन में मौजूद थी। इसी दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि लखनाका गांव निवासी सोयस फर्जी सिम और सोशल मीडिया प्रोफाइल का उपयोग कर बाइक बेचने के नाम पर ऑनलाइन ठगी कर रहा है। सूचना के आधार पर, पुलिस टीम ने हथीन बाईपास रोड पर दबिश दी और आरोपी सोयस को मौके से पकड़ लिया। तलाशी के दौरान, उसकी पैंट की जेब से एक ओपो मोबाइल फोन बरामद हुआ, जिसमें एक फर्जी सिमकार्ड सक्रिय था। मोबाइल में मिली संदिग्ध चैटिंग मोबाइल की जांच करने पर, वॉट्सऐप में संदिग्ध चैटिंग मिली। इसके अतिरिक्त, एक अन्य वॉट्सऐप खाता और जय कुमार के नाम से एक फेसबुक पेज आईडी भी मिली। इंस्टाग्राम आईडी पर हीरो होंडा स्प्लेंडर बाइक बेचने से संबंधित पोस्ट पाई गई, और गैलरी में बाइक की तस्वीरें तथा क्यूआर कोड भी मिले। जांच में सामने आया कि बरामद किया गया मोबाइल नंबर राहुल नामक व्यक्ति के नाम पर पंजीकृत था। इस नंबर के खिलाफ एनसीआरपी पोर्टल पर एक शिकायत भी दर्ज थी। पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर आरोपी से पूछताछ की और उसे अदालत में पेश करने के बाद जेल भेज दिया। साइबर थाना प्रभारी ने दोहराया कि साइबर ठगी के इस नेटवर्क से जुड़े किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा।
सिरसा में एक विवाहिता अपने दो बच्चों संग मिसिंग होने का मामला सामने आया है। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि विवाहिता का पति के साथ मनमुटाव चल रहा था। इन दिनों वह अपने मायके में रह रही थी। अचानक वह अपने घर से चली गई। अब उसका मोबाइल नंबर भी बंद आ रहा है। ऐसे में उसका पता भी नहीं लग रहा है। इस मामले में महिला के घरवालों ने पुलिस को शिकायत दी है। 36 वर्षीय महिला का शादी के कुछ समय बाद पति से मनमुटाव हो गया था। काफी समय से वह अपने पति से अलग रह रही थी। अचानक वह अपने घर से चली गई। परिजनों को भी नहीं पता। ऐसे में उन्होंने पुलिस को शिकायत दी है। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। उसका मोबाइल नंबर बंद आने के कारण उसका पता लगा पाना भी मुश्किल हो गया है। पुलिस को दी शिकायत में युवक ने बताया कि वह जिले के गांव का रहने वाला है। उसकी बहन की शादी करीब 15 साल पहले राजस्थान में हनुमानगढ़ निवासी व्यक्ति से हुई थी। उनके दो बच्चे हैं। उसकी अपने पति से मनमुटाव चल रहा था। इसके चलते वह अपने मायके में रह रही थी। बीतें 22 तारीख को वह उसकी बहन अपने दोनों बच्चों सहित बिना बताएं कहीं घर से चली गई। उसका पता चलने पर तलाशा और उसके मोबाइल नंबर पर संपर्क किया। मगर फोन बंद आ रहा है और उसकी तलाश की गई, पर कोई सुराग नहीं लगा है। उसकी बहन के हाथ पर उसका नाम गुदा हुआ है। उसे शक है कि उसकी बहन को किसी ने छिपा रखा है। उसकी बहन व बच्चों की तलाश की जाए।
जिले के देहात थाना क्षेत्र के सेमल्दा हवेली रोड पर बुधवार को एक किसान से लूट की वारदात हुई। बाइक सवार तीन बदमाशों ने जानपुरा निवासी किसान जनरेल सिंह से 5 लाख रुपए और मोबाइल फोन छीन लिया। बदमाशों ने वारदात को अंजाम देने से पहले किसान की आंखों में पाउडर झोंक दिया, जिससे वह कुछ देर के लिए देख नहीं पाया। जानकारी के अनुसार, किसान जनरेल सिंह आईडीबीआई बैंक से 5 लाख रुपए निकालकर अपने गांव जानपुरा लौट रहे थे। सेमल्दा हवेली रोड के सुनसान रास्तों पर पहुंचते ही, पीछे से आए तीन अज्ञात बाइक सवार ने उन्हें रोक लिया। किसान कुछ समझ पाता, इससे पहले ही एक युवक ने उनकी आंखों में पाउडर फेंक दिया, वहीं दूसरा उनके हाथ से रुपयों से भरा बैग और मोबाइल छीन लिया। तीसरा युवक बाइक पर ही बैठा था। तीनों बदमाश तुरंत मौके से तेज रफ्तार में फरार हो गए। पीड़ित जनरेल सिंह ने किसी तरह पानी डालकर अपनी आंखें साफ कीं और राहगीरों की मदद से पुलिस को सूचना दी। शिकायत पर पुलिस सीसीटीवी खंगाल रही है सूचना मिलते ही देहात थाना पुलिस मौके पर पहुंची और आसपास के रास्तों पर नाकाबंदी कराई, लेकिन बदमाशों का कोई सुराग नहीं मिल पाया। पुलिस घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है ताकि बदमाशों की पहचान की जा सके। पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ लूट का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस का मानना है कि यह वारदात पूरी योजना के साथ की गई है, क्योंकि बदमाश बैंक से ही किसान का पीछा कर रहे थे। पुलिस टीमें बदमाशों के संभावित रूटों पर दबिश दे रही हैं। इस घटना से क्षेत्र के किसानों और आम लोगों में चिंता का माहौल है।
पिछले दिनों डबल चौकी में तीन वर्षीय नर तेंदुए की हत्या और उसके क्षत-विक्षत मिले शव के मामले में वन विभाग ने खुलासा किया है। मामले में दिनेश नामक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है और उसके खेत से तेंदुए के काटे गए आगे के पंजे बरामद किए हैं। जांच में खुलासा हुआ कि तेंदुए की मौत क्लच वायर फंदे में फंसने से हुई है। इसे आरोपी दिनेश ने जंगली सूअर पकड़ने के लिए लगाया था। फंदा कसते-कसते तेंदुए को गंभीर चोट पहुंची और ज्यादा खून बहने से उसकी मौत हो गई। डीएफओ प्रदीप मिश्रा ने बताया कि आरोपी आदतन है और जंगली सूअर का इसी तरह शिकार करता है जिसके लिए अक्सर ऐसे फंदे लगाता रहता है। मामले में तब मोड़ आया जब ग्रामीणों ने बताया कि आरोपी के नाबालिग बेटे के मोबाइल में फंसे हुए तेंदुए का वीडियो है। वीडियो में तेंदुआ फंदे में जिंदा दिख रहा था और उसके सभी अंग सलामत थे। वीडियो से यह भी खुलासा हुआ कि जिस जगह शव मिला, वहां उसकी मौत नहीं हुई थी। डॉग स्क्वाड से आरोपी के घर का मिला सूत्र वन विभाग का डॉग स्क्वाड जहां तेंदुआ मृत मिला था वहां से सीधे गढ़ी स्थित आरोपी के घर के पास पहुंचा तो विभागा का शक गहरा गया। यहां आरोपी दिनेश की घर की तलाशी ली तो घर से कुल्हाड़ी, पेचकस, प्लायर और एयरगन आदि जब्त किए जिनका उपयोग तेंदुए के अंग काटने में किया गया था। सबूत मिटाने की कोशिश: खेत में दबाए पंजे पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि वह तेंदुए के पंजे को काट लेने के बाद उन्हें बेचने की फिराक में था। पकड़े जाने के डर से उसने पंजों को अपने खेत में गाड़ दिया था। वन विभाग ने बाद में खेत की खुदाई कर पंजों को बरामद किया। डीएफओ प्रदीप मिश्रा ने आरोपी ने तेंदुए के दांत निकालने की भी कोशिश की थी लेकिन फिर वह डर के कारण शव को नाली में फेंककर भाग गया। वन विभाग ने आरोपी के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है। मामले में अन्य लोगों की भूमिका की जांच की जा रही है।
हिसार जिले में मंगाली चौकी पुलिस ने लूट की वारदात का खुलासा करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, 2 दिसंबर 2025 की शाम पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना मिली कि मंगाली कुटिया के पास सातरोड खुर्द निवासी युवक हिमांशु के साथ लूटपाट हुई है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। फोन कॉल के दौरान हुई लूटपाटपीड़ित हिमांशु ने बताया कि वह रात करीब 8:05 बजे तोशाम से हिसार की ओर अपनी बाइक पर आ रहा था। इसी दौरान मंगाली कुटिया के पास फोन कॉल आने पर उसने बाइक रोकी। तभी पीछे से एक काले रंग की स्विफ्ट कार उसके सामने आकर रुकी। कार से तीन नकाबपोश युवक उतरे और पूछताछ के बहाने उसका मोबाइल फोन, पर्स, नकदी और पहचान पत्र छीन लिया। विरोध करने पर आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की, गाली-गलौच की और उसकी बाइक की चाबी छीनकर मौके से फरार हो गए। पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई, एक आरोपी गिरफ्तारमामले को गंभीरता से लेते हुए मंगाली चौकी प्रभारी एएसआई संदीप कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने तुरंत नाकाबंदी कर आरोपियों की तलाश शुरू की। जांच के दौरान पुलिस ने वारदात में शामिल कुलदीप उर्फ गोधु, निवासी दुल्हेड़ी (जिला भिवानी) को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से वारदात में प्रयुक्त स्विफ्ट कार भी बरामद की है। फरार आरोपियों की तलाश जारीपुलिस शेष फरार आरोपियों की तलाश में लगातार दबिश दे रही है। साथ ही लूटे गए मोबाइल फोन और नकदी की बरामदगी के प्रयास जारी हैं। पुलिस का कहना है कि जल्द ही बाकी आरोपियों को भी गिरफ्तार कर वारदात की पूरी साजिश का खुलासा किया जाएगा।
पंजाब के फरीदकोट जिले के कोटकपूरा शहर में एक हैंडलूम स्टोर से युवक द्वारा मोबाइल फोन और नकदी चोरी किए जाने की घटना सामने आई है। वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी की तस्वीरें सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई हैं, जिनके आधार पर थाना सिटी कोटकपूरा पुलिस जांच कर रही है। जानकारी के अनुसार, कोटकपूरा शहर में गुरुद्वारा चुल्ला साहिब के नजदीक नेहरू मार्केट में हैंडलूम स्टोर चलाने वाले राकेश मित्तल अपनी दुकान के ऊपर बने वॉशरूम में गए हुए थे। इसी दौरान, कुछ ही सेकंड में एक युवक दुकान में घुस आया। आरोपी दुकान से एक मोबाइल फोन और गल्ले में रखी करीब 10 से 15 हजार रुपए की नकदी लेकर फरार हो गया। सीसीटीवी में कैद हुई आरोपी की तश्वीर पड़ोस की दुकान के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में आरोपी की तस्वीरें कैद हुई हैं, जिनके आधार पर पुलिस उसकी पहचान करने का प्रयास कर रही है। उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले भी कोटकपूरा में एक सरकारी बैंक में एक युवक पैसे जमा कराने आए व्यक्ति के 20 हजार रुपए चोरी कर ले गया था, जिसका अभी तक पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला है। पलक झपकते ही दुकानों से हो रही है चोरियां-दुकानदार इस मामले में पीड़ित दुकानदार राकेश मित्तल ने बताया कि शहर में पहले भी इस तरह की कई घटनाएं पेश आ चुकी हैं, जिसमें पलक झपकते ही दुकान से चोरी हो जाती है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए और हुए नुकसान की भरपाई करवाई जाए।
पंजाब के लुधियाना में स्नैचिंग की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। ऐसा ही एक मामला थाना डिवीजन नंबर 3 के अंतर्गत डी.डी. जैन कॉलेज रोड पर सामने आया है, जहां कॉलेज से घर जा रही एक छात्रा से मोटरसाइकिल सवार युवक ने मोबाइल फोन छीन लिया और मौके से फरार हो गया। दिनदहाड़े हुई वारदात से फैली दहशतपीड़ित छात्रा नवजोत ने बताया कि बुधवार दोपहर करीब 1 बजे वह अपनी सहेली के साथ कॉलेज से घर लौट रही थी। इसी दौरान पीछे से आए एक मोटरसाइकिल सवार युवक ने अचानक उसका मोबाइल छीन लिया। छात्रा ने शोर मचाया, लेकिन आरोपी तेज रफ्तार में बाइक भगाकर फरार हो गया। छात्रा ने दर्ज कराई शिकायतनवजोत भारत नगर चौक के पास रहती है और डी.डी. जैन कॉलेज में बी.ए. की छात्रा है। उसने थाना डिवीजन नंबर 3 में इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर तलाश जारीजांच अधिकारी ए.एस.आई. अमरजीत सिंह ने बताया कि छात्रा की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने घटनास्थल और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि आरोपी की पहचान होते ही उसे गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। शहर में बढ़ती स्नैचिंग से लोगों में चिंतालुधियाना में हाल के दिनों में स्नैचिंग की घटनाओं में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। पुलिस ने नागरिकों से सतर्क रहने और संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत सूचना देने की अपील की है।
फतेहगढ़ पुलिस ने 151 खोए मोबाइल बरामद किए:एसपी ने 35 लाख रुपये के फोन मालिकों को सौंपे
फतेहगढ़ पुलिस ने बुधवार को एक बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए 151 खोए हुए मोबाइल फोन बरामद किए। पुलिस अधीक्षक आरती सिंह ने पुलिस लाइन सभागार में आयोजित एक कार्यक्रम में इन मोबाइलों को उनके असली मालिकों को सौंप दिया। बरामद किए गए मोबाइलों की कुल कीमत लगभग 35 लाख रुपये आंकी गई है। अपने खोए हुए मोबाइल वापस पाकर मालिकों के चेहरों पर खुशी और राहत साफ दिखाई दी। कई लोग भावुक हो गए और उन्होंने पुलिस टीम का सार्वजनिक रूप से आभार व्यक्त किया। पुलिस के अनुसार, इन मोबाइलों को खोजने के लिए सर्विलांस सेल और पुलिस टीम ने कई दिनों तक अथक प्रयास किए। देखें, 3 तस्वीरें... तकनीकी जांच, कॉल डिटेल्स, लोकेशन ट्रैकिंग और क्षेत्रीय नेटवर्क की मदद से इन मोबाइलों को दूसरे जिलों और दूरदराज के इलाकों से भी बरामद किया गया। एसपी ने सर्विलांस टीम की मेहनत की सराहना की। एसपी ने यह भी बताया कि भविष्य में खोई हुई वस्तुओं को तत्काल ट्रैक करने के लिए पुलिस तकनीकी संसाधनों को और मजबूत करेगी। फतेहगढ़ पुलिस की इस पहल से स्थानीय लोगों को न केवल राहत मिली है, बल्कि उनमें पुलिस के प्रति विश्वास भी बढ़ा है कि पुलिस हर संभव सहायता के लिए तत्पर है।
सोनीपत के एसडीएम सुभाष चंद्र ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को राई ब्लॉक स्थित औद्योगिक क्षेत्र में स्वास्थ्य शिविर आयोजित करने का निर्देश दिया है। इन शिविरों का मुख्य उद्देश्य औद्योगिक इकाइयों में कार्यरत प्रवासी मजदूरों के स्वास्थ्य की देखभाल करना है। एसडीएम ने बताया कि इन स्वास्थ्य शिविरों में मजदूरों के रक्तचाप (बीपी), शुगर, खून की जांच और टीबी की स्क्रीनिंग की जाएगी। इसका लाभ यह होगा कि यदि किसी मजदूर में टीबी के लक्षण पाए जाते हैं, तो उसकी तुरंत पहचान कर उचित देखभाल शुरू की जा सकेगी। एसडीएम सुभाष चंद्र ने अपने कार्यालय में टीबी मुक्त अभियान को लेकर बढख़ालसा पीएचसी के एसएमओ और अन्य अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक के दौरान, उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को राई ब्लॉक के औद्योगिक क्षेत्रों में हर महीने 10 मोबाइल वैन एक्सरे मशीन के साथ उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। इन मोबाइल वैन से अधिक से अधिक मजदूर वर्ग को टीबी की जांच का लाभ मिल सकेगा। इसके अतिरिक्त, सभी फैक्टरी प्रबंधकों को टीबी रोगियों को गोद लेने के लिए प्रोत्साहित किया गया। एसडीएम ने औद्योगिक एसोसिएशनों के साथ समन्वय स्थापित कर स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया। टीबी रोकथाम के लिए ली गई शपथ बैठक के अंत में उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों को टीबी की रोकथाम के लिए शपथ दिलाई गई। इस अवसर पर डॉ. एकता, एसटीएस अमित कुमार, पीपीएम ज्योति सहित अनेक स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे।
सोनीपत में पुलिस आयुक्त ममता सिंह (IPS) के नेतृत्व में पुलिस उपायुक्त साइबर कुशल पाल सिंह और सहायक पुलिस आयुक्त साइबर राजदीप मोर के मार्गदर्शन में साइबर सेल सोनीपत की टीम ने नवंबर माह में विशेष अभियान चलाकर 27 गुमशुदा मोबाइल फोन बरामद किए हैं। इन मोबाइल फोनों की कुल बाजार कीमत लगभग सात लाख रुपए बताई जा रही है। बरामद मोबाइल विभिन्न कंपनियों के हैं। CEIR पोर्टल से मिली मददबुधवार, 3 दिसंबर 2025 को सहायक पुलिस आयुक्त साइबर राजदीप मोर ने सभी मोबाइल फोन उनके असली मालिकों को सौंपे। यह कार्रवाई CEIR (Central Equipment Identity Register) पोर्टल और विभागीय अनुसंधान के माध्यम से की गई। साइबर सेल की लगातार बढ़ती सफलतासहायक पुलिस आयुक्त साइबर राजदीप मोर ने बताया कि साइबर सेल सोनीपत द्वारा लगातार ऐसे मामलों में सफलता हासिल की जा रही है, जहाँ गुम या चोरी हुए मोबाइल फोन को CEIR पोर्टल के माध्यम से ट्रैक किया जा रहा है। शिकायतकर्ताओं द्वारा ऑनलाइन दर्ज रिपोर्टों के आधार पर मोबाइल की लोकेशन का विश्लेषण कर पुलिस टीमों ने ये फोन बरामद किए। सोनीपत पुलिस ने इस वर्ष अब तक कुल 310 मोबाइल फोन ढूंढ़कर उनके मालिकों को सौंपे हैं। नागरिकों को साइबर जागरूक बनाने पर जोरराजदीप मोर ने कहा कि साइबर सेल का उद्देश्य अधिक से अधिक नागरिकों को उनका गुम मोबाइल वापस दिलाना और उन्हें साइबर अपराधों के प्रति जागरूक बनाना है। आमजन से की अपीलउन्होंने लोगों से अपील की कि यदि किसी व्यक्ति का मोबाइल फोन गुम या चोरी हो जाता है, तो वे तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज करवाने के साथ-साथ CEIR पोर्टल पर भी अपनी शिकायत ऑनलाइन दर्ज करें। इससे मोबाइल की लोकेशन ट्रैक होने और बरामदगी की संभावना कई गुना बढ़ जाती है।
दरभंगा जिले के घनश्यामपुर पुलिस ने 'ऑपरेशन मुस्कान' के तहत तीन महीने पहले गुम हुआ एक मोबाइल फोन उसके मालिक को लौटा दिया है। शिकायत घनश्यामपुर थाने में दर्ज एएसआई अशोक कुमार ने बताया कि घनश्यामपुर गांव निवासी सुमित कुमार का मोबाइल भारतीय स्टेट बैंक जाते समय गुम हो गया था। उन्होंने इसकी शिकायत घनश्यामपुर थाने में दर्ज कराई थी। पुलिस ने जांच शुरू की थाना प्रभारी आलोक ने जानकारी दी कि सुमित कुमार की शिकायत के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू की। गुम हुए मोबाइल फोन को मधुबनी जिले के भेजा थाना क्षेत्र के बलथी गांव से मंगलवार देर रात बरामद किया गया। मोबाइल वापस मिलने पर आभार व्यक्त किया बरामद मोबाइल सुमित कुमार को सौंप दिया गया है। मोबाइल वापस मिलने पर सुमित कुमार ने पुलिस का आभार व्यक्त किया।
गोंडा के एससीपीएम नर्सिंग कॉलेज के गर्ल्स हॉस्टल में बीएमएस छात्रा महावीस खानम के सुसाइड मामले में नगर कोतवाली पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। सोमवार देर शाम छात्रा ने हॉस्टल में आत्महत्या की थी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सुसाइड की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने इस एंगल पर जांच तेज कर दी है। पुलिस ने मृतक छात्रा का मोबाइल फोन कब्जे में लेकर फोरेंसिक टीम को जांच के लिए सौंपा है। मोबाइल का लॉक तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे जांच में अहम सुराग मिल सकें। इसके साथ ही, पुलिस ने छात्रा की कॉल डिटेल भी निकलवाई है। घटना से पहले छात्रा से बात करने वाले सभी लोग पुलिस के रडार पर हैं। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है और छात्रा के संपर्क में रहने वाले अन्य लोगों से भी जानकारी जुटाई जा रही है। नगर कोतवाली पुलिस सुसाइड के कारणों को जानने का प्रयास कर रही है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि महावीस खानम ने किन परिस्थितियों में यह कदम उठाया। क्या उस पर कोई दबाव था, या उसे ब्लैकमेल किया जा रहा था? इन सभी बिंदुओं पर गहनता से जांच की जा रही है। मृतका छात्रा के पिता ने पहले ही षड्यंत्र करके हत्या किए जाने का आरोप लगा चुके हैं। नगर कोतवाल विवेक त्रिवेदी ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सुसाइड की पुष्टि हुई है। उन्होंने कहा, 'हम उन सभी बिंदुओं पर जांच कर रहे हैं कि आखिर छात्रा ने किन परिस्थितियों में आत्महत्या की। क्या उस पर कोई दबाव था या उसे ब्लैकमेल किया जा रहा था? जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।'
नगर निगम रायपुर में संपत्तिकर वसूली को लेकर महापौर मीनल चौबे ने राजस्व वसूली के कई अहम निर्देश दिए। घर की छत पर मोबाइल टावर और होर्डिंग लगवाने वालों से टैक्स वसूलने को लेकर जारी किया गया। महापौर ने निर्देश दिए कि निगम क्षेत्र में जिन भवन मालिकों ने अपनी छत पर मोबाइल टावर लगाए हैं या विज्ञापन होर्डिंग लगवाई है, उनसे व्यवसायिक दरों के अनुसार टैक्स वसूला जाए। उन्होंने कहा कि यह नगर निगम के लिए आय का महत्वपूर्ण स्रोत है। जिसे अब और मजबूती से लागू किया जाएगा। इसके साथ ही निगम को नए राजस्व स्रोत खोजने और उन्हें लागू करने की आवश्यकता है, ताकि वित्तीय स्थिति मजबूत बनी रहे। सीलबंद भवनों पर भी आगे की कार्रवाई होगी बैठक में उन बड़े बकायादारों पर भी चर्चा हुई। जिन्होंने सीलबंदी के बाद भी नगर निगम को लंबित राशि का भुगतान नहीं किया है। महापौर ने निर्देश दिया कि ऐसे भवनों पर नियमानुसार आगे की कार्रवाई की जाए और वसूली में किसी तरह की ढिलाई न रहे। खाली भूखंडों की भी होगी वसूली महापौर ने पहले दिए गए निर्देशों का जिक्र करते हुए कहा कि शहर के सभी खाली भूखंडों की गणना कर, नियमानुसार टैक्स निर्धारित कर वसूली सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि खाली भूखंड भी निगम की आय के महत्वपूर्ण स्रोत हैं और इन्हें नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। 31 दिसंबर से पहले टैक्स भरने पर 4% की छूट उन्होंने शहर के सभी संपत्तिकर दाता नागरिकों से अपील की कि वे 31 दिसंबर 2025 से पहले-वर्तमान वित्त वर्ष का पूरा संपत्तिकर जमा कर 4 प्रतिशत छूट का लाभ उठाएं। उनका कहना है कि समय पर कर अदा करने वाले सभी सम्माननीय नागरिक बधाई के पात्र हैं। जबकि देरी करने वालों को कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। महापौर ने कहा कि निगम की ओर से कर भुगतान की प्रक्रिया को और आसान करते हुए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों विकल्प उपलब्ध कराए गए हैं, जिनका अधिकाधिक उपयोग किया जाना चाहिए। लापरवाही पर सख्त रुख, समय पर कर अदा करने की अपील महापौर ने यह भी स्पष्ट किया कि कर वसूली में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने विभाग को निर्देश दिया कि जिन मामलों में बार-बार नोटिस के बाद भी भुगतान नहीं हो रहा है, वहां कानूनी प्रक्रियाएं तेजी से आगे बढ़ाई जाएं।
नवादा थाना क्षेत्र के करमन टोला रोड में आभूषण दुकानदार से लूट की गई। तकनीकी इनपुट और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने कांड में शामिल 2 अपराधियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपितों में कोईलवर थाना क्षेत्र के बाघ मझौंवा, सुंदरपुर निवासी सचिन कुमार और टाउन थाना के बलबतरा निवासी मोहित कुमार शामिल हैं। इनके कब्जे से घटना में उपयोग की गई बाइक और मोबाइल भी बरामद किए जाने की जानकारी पुलिस ने दी है। एसपी राज ने बताया कि दोनों आरोपितों से की गई पूछताछ में पुलिस को गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं। गिरफ्तार सचिन कुमार का पूर्व से भी आपराधिक इतिहास रहा है और कई मामलों में उसका नाम सामने आ चुका है। पुलिस अब इनकी निशानदेही पर अन्य फरार सदस्यों की तलाश में छापेमारी कर रही है। बदमाशों ने ओवरटेक कर रोकी थी बाइक बताया जाता है कि 29 नवंबर 2025 की सुबह टाउन थाना क्षेत्र के गौसगंज निवासी आभूषण व्यवसायी मनोज कुमार प्रसाद रेलवे स्टेशन से अपनी बाइक से बड़ी मस्जिद स्थित दुकान की ओर जा रहे थे। उनके साथ उनके करीबी अभिषेक कुमार भी थे। इसी दौरान करमन टोला स्थित भगत सिंह मूर्ति के पास तीन अलग-अलग बाइकों पर सवार 8 से 9 बदमाशों ने ओवरटेक कर उनकी बाइक को रोका और पिस्तौल सटा कर लूट करने का प्रयास किया। घटना के समय दुकानदार के शोर मचाने पर बदमाश घबरा गए और मौके से फरार हो गए। घटना के बाद पीड़ित ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसके आधार पर पुलिस ने छानबीन शुरू की। एसपी ने डीआईयू की टीम को भी जांच में लगाया था। तकनीकी जांच और फुटेज विश्लेषण के बाद पुलिस आरोपितों तक पहुंचने में सफल रही। पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार दोनों आरोपितों के स्वीकारोक्ति बयान के आधार पर बाकी बदमाशों की जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।
लुधियाना, पंजाब - लुधियाना देहात की थाना सिटी पुलिस ने एक बड़े सट्टेबाज को गिरफ्तार किया है, जो भोले-भाले लोगों को लालच देकर बड़े पैमाने पर सट्टा खिलवाता था। पुलिस ने उसके पास से ₹4,25,092 की नकदी और एक मोबाइल फोन बरामद किया है। आरोपी की पहचान राकेश कुमार उर्फ घुग, निवासी कन्या पाठशाला रोड, शास्त्री नगर, जगराओं के रूप में हुई है। थाना सिटी के एसएसआई सतपाल सिंह ने बताया कि कमल चौक में नाकाबंदी के दौरान पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी। सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए आरोपी को पकड़ा गया। पुलिस ने उसके खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है 10 के बदले 100 रुपए की लालच में फंसते लोग पुलिस के अनुसार, आरोपी ₹10 के बदले ₹100 देने का लालच देकर लोगों को अपने जाल में फंसाता था। नंबर न निकलने पर वह पैसे हड़प लेता था। पुलिस का कहना है कि सट्टेबाज व्हाट्सएप के जरिए नंबर लेते हैं और ऑनलाइन पेमेंट के माध्यम से लेनदेन करते हैं। पुलिस ने आरोपी का मोबाइल फोन जब्त कर तकनीकी जांच शुरू कर दी है, ताकि अन्य बड़े सट्टेबाजों तक पहुंचा जा सके। सट्टे के गिरफ्तार में फंस रहे युवा लोगों का आरोप है कि शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में पर्ची सट्टा तेजी से फैल रहा है, जिसमें कई सट्टेबाज मोबाइल ऐप्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। प्ले स्टोर पर 'सट्टा बाजार', 'सट्टा मटका', 'ब्लैक सट्टा', 'सट्टा किंग' जैसे कई ऐप उपलब्ध हैं, जिनके जरिए लोग आसानी से नंबर और बाजार अपडेट देख लेते हैं। पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है।
अमरपुरा में संत शिरोमणि श्री लिखमीदास महाराज स्मारक विकास संस्थान द्वारा आयोजित 9वें पाटोत्सव के तीसरे दिन भक्त चरित्र कथा का आयोजन किया गया। यह पाटोत्सव संत के भव्य स्मारक व देव मंदिर के लोकार्पण की 9वीं वर्षगांठ पर छह दिन के लिए हो रहा हैं। जोधपुर के बड़ा रामद्वारा, सूरसागर के महंत डॉ. रामप्रसाद ने कथा सुनाई। उन्होंने संत लिखमीदास महाराज और संत घाटमदास महाराज के जीवन प्रसंगों पर बात की। डॉ. रामप्रसाद ने कहा कि भगवान सिर्फ भक्त की भक्ति के वश में रहते हैं, उसमें व्यक्ति के पद (दर्जे) या धन का कोई महत्व नहीं है। उन्होंने अनेक भजनों के माध्यम से लोगों को महापुरुषों के जीवन से प्रेरणा लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने विनयशीलता पर जोर देते हुए कहा कि सत्य बोलना और अच्छी संगति करना जीवन में सद्गुणों के विकास में सहायक है। परिवार व्यवस्था पर जताई चिंता कार्यक्रम में शिक्षाविद और गायिका संतोष मांजू ने भी अपनी बात रखी। उन्होंने मातृशक्ति के रूप में महिलाओं से परिवार को मजबूत करने और पर्यावरण की रक्षा में सक्रिय रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि मजबूत परिवार से ही मजबूत समाज और राष्ट्र का निर्माण होता है। मांजू ने चिंता जताते हुए कहा कि आज दादी और नानी की कहानियों की जगह मोबाइल ने ले ली है। बच्चों की पहली गुरु माता होती है, लेकिन आज की भागदौड़ में मोबाइल के कारण बचपन छूट रहा है। उन्होंने परिवार में होने वाली आपसी कलह व संबंधों में दूरी को प्रदूषण बताया और इसे जल व वायु प्रदूषण से भी अधिक खतरनाक बताया। एकल परिवार और केवल एक बच्चे की नई सोच से पारिवारिक संबंध सीमित हो रहे हैं, जो समाज के लिए ठीक नहीं है। आचार्य पुरुषोत्तम दास महाराज आएंगे भक्त चरित्र कथा के अगले चरण में कल खेड़ापा राम धाम के आचार्य पुरुषोत्तम दास महाराज का सान्निध्य मिलेगा। बीजेपी के राजस्थान के पूर्व और वर्तमान तेलंगाना प्रांत संगठन मंत्री चंद्रशेखर भी इस पाटोत्सव में शामिल होंगे। वे स्मारक स्थल पर पूजन करेंगे और कथा सुनेंगे। उनके साथ बीजेपी हैदराबाद के कोषाध्यक्ष अविनाश देवड़ा भी मौजूद रहेंगे।
डिजिटल सुरक्षा को मजबूत करने के लिए दूरसंचार विभाग ने ‘संचार साथी’ और ‘चक्षु’ सुविधाओं को और प्रभावी बनाया है। यह प्लेटफ़ॉर्म संदिग्ध कॉल, धोखाधड़ी संदेश, स्पैम, फिशिंग लिंक और खोए मोबाइल की रिपोर्टिंग में नागरिकों की मदद करता है, जिससे साइबर अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण संभव हो सका है।
कल्पना करें... किसी के पास ऐसा सीक्रेट वेपन हो कि वो जब चाहे आपके फोन में झांक सके। पर्सनल मैसेज के साथ बैंक OTP जैसे मैसेज पढ़ सके। जब चाहे आपकी बात सुन सके। आपकी लोकेशन जान सके और आपके फोन में मौजूद फोटो-वीडियो देख सके। एक्सपर्ट्स का मानना है कि कुछ ऐसा ही हो सकता है संचार साथी मोबाइल एप से, जिसे सरकार ने हर मोबाइल पर इंस्टॉल करने का निर्देश दिया है। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने कहा कि यह कदम लोगों की प्राइवेसी पर सीधा हमला है। यह एक जासूसी एप है। सरकार हर नागरिक की निगरानी करना चाहती है। इस स्टोरी में जानेंगे कि संचार साथी मोबाइल एप क्या है? इसका विरोध क्यों हो रहा है? क्या इससे जासूसी की जा सकती है और क्या ये लोगों की प्राइवेसी पर हमला है? सवाल 1: संचार साथी मोबाइल एप क्या है, यह एप मेरे लिए कैसे फायदेमंद है? जवाब: यह केंद्र सरकार का एक डिजिटल सेफ्टी प्रोजेक्ट है। इसे 17 जनवरी 2025 को लॉन्च किया गया था। इसे गूगल प्ले स्टोर और एप स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। वेबसाइट पर भी ये मौजूद है। इसके जरिए आम लोगों को कई तरह की सुविधाएं मिलती हैं। जैसे… सवाल 2: संचार एप का विरोध क्यों हो रहा है, यह मेरे फोन में क्या-क्या डेटा देख सकता है? जवाब: 1 दिसंबर 2025 को एक सरकारी प्रेस रिलीज आई। कहा गया, “अब हर नए स्मार्टफोन में सरकार का साइबर सिक्योरिटी एप ‘संचार साथी’ पहले से इंस्टॉल रहेगा। 90 दिन में सभी कंपनियों को लागू करना होगा। इसे डिसेबल नहीं किया जा सकेगा।” पहले तो किसी ने ध्यान नहीं दिया। फिर कुछ एक्सपर्ट्स ने एप की परमिशन लिस्ट के स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर डाले। इसमें बताया गया कि ये एप कैमरा, माइक, कीबोर्ड, मैसेज, कॉल लॉग, लोकेशन जैसी परमिशन मांगता है, जिन्हें यूजर ऑफ नहीं कर सकते। सवाल 3: क्या इस एप से मेरी निगरानी या जासूसी हो सकती है? जवाब: एक्सपर्ट्स के मुताबिक ये संभव है। संचार साथी एप को फोन के कई हिस्सों तक एक्सेस चाहिए, जो IMEI चेक से कहीं ज्यादा है। इसका सर्वर भी यही है। सवाल 4: एप जो डेटा लेता है, उसे कितने समय तक रखा जाता है? जवाब: संचार साथी की प्राइवेसी पॉलिसी कहती है कि डेटा सुरक्षित रखा जाएगा और कानूनी जरूरत पर शेयर होगा, लेकिन कितने समय तक स्टोर रहेगा, इसकी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है। एक्सपर्ट का मानना है कि इससे प्राइवेसी रिस्क बढ़ सकता है। सवाल 5: क्या एप में कोई ऐसी अनुमति है जिसके बिना भी ये चल सकता है? जवाब: संचार साथी एप के कोर फंक्शन IMEI वेरिफिकेशन, खोए फोन की रिपोर्टिंग, फ्रॉड कॉल/SMS रिपोर्टिंग, SIM चेक है। इसके लिए मुख्य रूप से डिवाइस आइडेंटिफायर्स (IMEI), फोन स्टेट (कॉल/SMS), लोकेशन (ट्रैकिंग) और नेटवर्क एक्सेस काफी हैं। लेकिन एप गूगल प्ले और एप स्टोर लिस्टिंग के अनुसार कैमरा, माइक, स्टोरेज, कीबोर्ड जैसी ब्रॉड अनुमतियां मांगता है, जो IMEI चेक या फ्रॉड रिपोर्ट के बिना भी एप को बेसिक रन करने देती हैं। DoT पॉलिसी में इन्हें सपोर्टिंग फीचर्स कहा गया है। सवाल 6: क्या पहले भी जासूसी के मामले आए हैं? जवाब: 2023 में पेगासस स्पाइवेयर केस आया था। ये इजराइल के NSO ग्रुप का टूल था, जो फोन में घुसकर मैसेज, कैमरा, माइक एक्सेस करता था। आरोप लगाए गए थे कि भारत सरकार ने पत्रकारों को निशाना बनाने के लिए बेहद खतरनाक पेगासस स्पाइवेयर का इस्तेमाल किया है। एमनेस्टी इंटरनेशनल और द वॉशिंगटन पोस्ट की नई जांच में ये खुलासा हुआ था। ये स्पाइवेयर मैसेज और ईमेल पढ़ सकता था, फोटो देख सकता था, कॉल सुन सकता था, लोकेशन ट्रैक कर सकता था, यहां तक कि कैमरा चालू करके वीडियो रिकॉर्डिंग भी कर सकता था। हालांकि ये पेगासस एक स्पाइवेयर था जिसे चुपचाप से फोन में छोड़ दिया जाता था। सरकार का संचार साथी एप डिजिटल सेफ्टी प्रोजेक्ट है। ये फोन में पहले से इंस्टॉल होकर आएगा। अभी इसे गूगल प्ले स्टोर और एप स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। यानी, ये स्पाइवेयर नहीं है। सरकार इसे नागरिकों को बेहतर सर्विस देने के लिए लाई है। हालांकि विपक्ष आरोप लगा रहा है कि इसका इस्तेमाल भी स्पाइवेयर की तरह हो सकता है। सवाल 7: कई सारे एप्स हैं, जो ऐसी परमिशन मांगते है, संचार एप का विरोध क्यों? जवाब: विरोध और चिंताएं मुख्य रूप से दो फैक्टर्स पर निर्भर करती हैं- बड़ी और स्थापित कंपनियां जैसे गूगल या एपल आमतौर पर डेटा प्राइवेसी पॉलिसीज में ज्यादा पारदर्शिता रखती हैं और सख्त नियमों के तहत काम करती हैं। हां, सैद्धांतिक रूप से किसी भी एप से जासूसी हो सकती है, यदि उसके पास आवश्यक अनुमतियां हैं। इसी वजह से संचार एप के मामले में आलोचकों का तर्क है कि सरकार द्वारा अनिवार्य रूप से इंस्टॉल किया गया एप निगरानी का रास्ता खोल सकता है। डर है कि इस डेटा का उपयोग व्यक्तिगत स्तर पर नागरिकों की निगरानी के लिए किया जा सकता है, न कि केवल धोखाधड़ी रोकने के लिए। सवाल 8: क्या एप को अन इंस्टॉल किया जा सकता है या यह जबरन रहेगा? जवाब: पहले ये खबरें थीं कि इसे अन इंस्टॉल नहीं किया जा सकेगा। इसी वजह से इसका ज्यादा विरोध हो रहा था। हालांकि आज दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ये साफ किया कि एप को अन इंस्टॉल कर सकेंगे। सवाल 9: मोबाइल कंपनियों के पास क्या विकल्प, एपल क्या करेगा? जवाब: मोबाइल कंपनियों को 90 दिन का समय दिया गया है। नए फोन में संचार एप को प्री इंस्टॉल करके देना होगा। वहीं पुराने फोन पर सॉफ्टवेयर अपडेट के जरिए यह एप इंस्टॉल किया जाएगा। कंपनियों को 120 दिनों में कंप्लायंस रिपोर्ट जमा करनी होगी। ये टेलिकॉम साइबर सिक्योरिटी रूल्स, 2024 के तहत है, लेकिन कंपनियों के पास क्या विकल्प हैं? सवाल 10: यूजर्स को प्राइवेसी के लिए क्या सावधानियां बरतनी चाहिए? जवाब: संचार साथी एप अभी पूरी तरह वैकल्पिक है, इसलिए अगर आपको लगता है कि ये आपकी प्राइवेसी के लिए खतरा है तो इसे डाउनलोड करने से बचें। पुराने फोन में ऑटो सॉफ्टवेयर अपडेट बंद कर दें। प्राइवेसी सेटिंग्स में कैमरा, माइक, लोकेशन, SMS और कॉल लॉग की परमिशन को “आस्क एवरी टाइम” कर दें। हर रीस्टार्ट के बाद बैटरी यूजेज चेक करें कि एप बैकग्राउंड में तो नहीं चल रहा। ---------------- ये खबर भी पढ़ें... संचार साथी एप पर प्रियंका बोलीं-सरकार जासूसी करना चाहती है: सरकार ने कल कहा था- सभी मोबाइल में इंस्टॉल होगा; आज बोली- डिलीट कर सकते हैं सभी मोबाइल फोन में साइबर सिक्योरिटी एप 'संचार साथी' को प्री-इंस्टॉल करने के दूरसंचार विभाग (DoT) के आदेश पर विवाद बढ़ने के बाद मंगलवार को केंद्र सरकार की सफाई आई। केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि ये कंपलसरी नहीं है। चाहे तो यूजर इसे डिलीट कर सकते हैं। पूरी खबर पढ़ें...
जमुई के टाउन थाना क्षेत्र में चोरों ने पुलिस को खुली चुनौती देते हुए थाने से मात्र 20 मीटर की दूरी पर स्थित एक मोबाइल दुकान में सेंधमारी कर दी। यह वारदात सोमवार और मंगलवार की आधी रात गर्ल्स मिडिल स्कूल परिसर में स्थित मोबाइल केयर दुकान में हुई, जहां चोरों ने पीछे की दीवार तोड़कर घुसपैठ की और 34 महंगे मोबाइल उड़ा ले गए। चोरी हुए मोबाइलों की अनुमानित कीमत करीब 7 लाख रुपए बताई जा रही है। घटना की जानकारी दुकानदार को मंगलवार सुबह करीब 9 बजे हुई। रात में दीवार तोड़कर घुसे चोर निमारंग निवासी एवं दुकान संचालक मो. वाजिद अंसारी ने बताया कि वे रोज की तरह सोमवार रात लगभग 9:30 बजे दुकान बंद करके घर गए थे। उस समय दुकान पूरी तरह सुरक्षित थी।रात के अंधेरे में चोरों ने दुकान के पीछे के कमजोर हिस्से को तोड़कर अंदर घुसने का रास्ता बनाया और कीमती मोबाइल समेटकर फरार हो गए। सीसीटीवी में बच्चे के हाथ-पैर, रोशनी भी की बंद दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में चोरी की घटना रिकॉर्ड हुई है। लेकिन फुटेज में सिर्फ एक बच्चे के हाथ और पैर दिखाई देते हैं। दुकानदार का अनुमान है कि चोरों ने किसी छोटे बच्चे को आगे कर यह वारदात करवाई, ताकि वह संकरी जगह से मोबाइल आसानी से निकाल सके। चोरों ने दुकान के ऊपर लगा बल्ब भी तोड़ दिया ताकि रोशनी न रहे और अंधेरे का फायदा उठाकर आराम से चोरी की जा सके। पुलिस घटनास्थल पर, लेकिन आरोपियों का सुराग नहीं सूचना मिलते ही टाउन थाना अध्यक्ष पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू की। हालांकि, अभी तक चोरों की पहचान नहीं हो सकी है।थाने के सामने हुई इस बड़ी चोरी ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं, क्योंकि इसी क्षेत्र में लगातार चोरी की घटनाएं बढ़ रही हैं। दुकानदार ने थाना में आवेदन देकर मामले की जल्द कार्रवाई और चोरी गए मोबाइलों की बरामदगी की मांग की है।
संचार साथी ऐप के जरिए सरकार हर मोबाइल पर रखना चाहती है नजर : प्रियंका गांधी
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने संचार साथी ऐप को मोबाइल पर डाउनलोड करने को हास्यास्पद बताते हुए आरोप लगाया कि यह जासूसी ऐप है जिसके जरिए सरकार हर मोबाइल पर नजर रखना चाहती है।
हरियाणा के फतेहाबाद के एक प्राइवेट स्कूल में दो लड़कियों की पिटाई का वीडियो सामने आया है। वीडियो में स्कूल का प्रिंसिपल दोनों छात्राओं को जोरदार थप्पड़ मारते, बाल पकड़कर गिराते और घुटने से मारते दिखाई दे रहे हैं। स्कूल का दावा है कि लड़कियों के पास से मोबाइल फोन मिलने के बाद यह कार्रवाई की गई। दोनों छात्राएं 11वीं और 12वीं की हैं। इधर, मामले की जानकारी लेने के लिए भूना थाना प्रभारी ओमप्रकाश बिश्नोई प्राइवेट स्कूल पहुंचे हैं। इस दौरान गांव के कुछ ग्रामीण भी स्कूल में आए हैं। मामले में भूना की बीईओ ने कहा कि उन्हें मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली है और वीडियो अभी उनके पास नहीं पहुंचा। परिवार ने इस संबंध में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है। लड़कियों की पिटाई के 2 PHOTOS.. सिलसिलेवार पढ़िए, पूरा मामला... शिक्षा विभाग बोला- परिवार शिकायत देगा तो कार्रवाई होगीभूना की खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) निर्मला सिहाग ने कहा कि उन्हें मीडिया के जरिए जानकारी मिली और वीडियो उनके पास नहीं पहुंचा। यदि परिवार शिकायत दर्ज कराता है तो कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल मामले की जांच जारी है।
उदयपुर के गोगुंदा के पास एक गांव में रात को कार सवार लोगों को एक लेपर्ड सड़क पर जाते दिखा। उन्होंने इसका वीडियो भी बनाया। लेपर्ड रोड क्रॉस कर दूसरी तरफ चला गया। यह मामला 30 नवंबर की रात का है। लेपर्ड उदयपुर जिले के सायरा थाना क्षेत्र के नांदेशमा और ढोल रोड पर दो भाइयों को दिखा। वहां पर चामुंडा माता मंदिर से आगे महादेव मंदिर के पास मुख्य सड़क पर लेपर्ड टहलता हुआ नजर आया। यह दृश्य उदयपुर के बड़गांव निवासी शैलेश श्रीमाली ने अपने मोबाइल से लेपर्ड का वीडियो बना लिया। शैलेश अपने भाई नयन श्रीमाली के साथ गोगुंदा से अपने गांव बड़गांव (नांदेशमा) लौट रहे थे, तब उनको रोड किनारे एक लेपर्ड दिखाई दिया। लेपर्ड काफी दूरी तक सड़क पर चलता रहा और कार में सवार भाई पीछे से उसका वीडियो बनाते रहे। लेपर्ड वहां से आगे बढ़ते हुए मुख्य सड़क के एक छोर से दूसरे छोर तक चल गया और उसके बाद वह जंगल की तरफ चला गया। स्थानीय ग्रामीण मुकेश श्रीमाली ने बताया कि इस मार्ग पर लेपर्ड को कई बार देखा गया है। इस वीडियो के सामने आने के बाद क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीणों में दशहत बढ़ गई है। ग्रामीणों ने वन विभाग से क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। 4 तस्वीरों में देखिए लेपर्ड का मूवमेंट.... लेपर्ड से आबाद है गोगुंदा-सायरा के जंगलगोगुंदा और सायरा के जंगल लेपर्ड से आबाद हैं। सायरा में पहले भालू ज्यादा थे लेकिन पिछले कुछ समय से लेपर्ड का मूवमेंट बढ़ गया है। पिछले दिनों गोगुंदा व सायरा क्षेत्र में दो लेपर्ड की आपस में लड़ाई हुई थी। अलग-अलग जगह दो लेपर्ड की मौत भी हो गई थी। इसके अलावा इस क्षेत्र में कुछ दिनों पहले ही एक लेपर्ड वन विभाग के पिंजरे में कैद हो गया, तो एक लेपर्ड की सड़क हादसे में मौत हो गई थी। लेपर्ड हमले में 11 लोगों की मौत हो चुकीबता दें कि गोगुंदा से लेकर बड़गांव तक के इलाके में फैले जंगल में पिछले साल लेपर्ड के हमलों से करीब 11 लोगों की जान गई थी। जयपुर से लेकर बाहर से टीमें यहां आई थी। करीब एक महीने से ज्यादा समय तक ऑपरेशन चला था। आखिर में मदार तालाब के वहां पर लेपर्ड को गोली मारी गई थी। इसके बाद वहां पर लेपर्ड के हमले रुके थे। सहयोग : गोपाल लोढ़ा, गोगुंदा
रतलाम के रावटी में मंगलवार सुबह एक युवक का शव बंद पड़े सीएम राइज स्कूल की बाउंड्रीवॉल की रेलिंग से लटका मिला। मृतक की पहचान 28 वर्षीय भानूप्रताप सिंह राठौर के रूप में हुई है। राहगीरों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए रतलाम मेडिकल कॉलेज भेजा। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। रावटी के मंडी रोड पर स्थित बंद पड़े सीएम राइज स्कूल की रेलिंग पर सुबह 6.30 बजे राहगीरों ने शव लटका देखा। उन्होंने तुरंत उसे गांव के युवक के रूप में पहचाना और परिजनों को सूचना दी। परिजन मौके पर पहुंचे और फिर पुलिस को बुलाया। सूचना मिलने पर रावटी थाने के सब इंस्पेक्टर एमआई खान पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। युवक ने गमछे से फंदा लगाया था और उसका मुंह स्कूल की दीवार से सटा हुआ था। पुलिस ने पंचनामा बनाकर शव को फंदे से उतारा। मोबाइल मिला बंद, सुसाइड नोट नहीं मिलापुलिस की प्राथमिक जांच में फांसी लगाकर आत्महत्या की बात सामने आई है। शव पूरी तरह अकड़ गया था, जिससे संभावना है कि युवक ने देर रात फांसी लगाई है। मृतक की पेंट की जेब से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। मोबाइल मिला है, लेकिन वह स्विच ऑफ था, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। तीन भाइयों में सबसे छोटा थाजानकारी के अनुसार, मृतक भानूप्रताप (निवासी इंद्रा कॉलोनी) अविवाहित था। उसके दो बड़े भाई अमित और लक्की हैं। वह सबसे छोटा था। घर में मां हैं, जबकि पिता का पूर्व में निधन हो चुका है। पुलिस कर रही जांचरावटी थाने के सब इंस्पेक्टर एमआई खान ने बताया कि युवक के शव को पीएम के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। सुसाइड नोट नहीं मिला है। मर्ग कायम कर मामले की जांच की जा रही है।
अजमेर के रामगंज थाना क्षेत्र से 17 साल की नाबालिग के लापता होने का मामला सामने आया है। मामले में पीड़िता की मां की ओर से रामगंज थाने में शिकायत दी गई है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। रामगंज थाना पुलिस के अनुसार पीड़ित महिला ने शिकायत देकर बताया कि उसकी 17 साल की बेटी बिना बताए घर से चली गई। इसके बाद रिश्तेदारों और उसके दोस्तों से पता किया, लेकिन उसकी किसी को जानकारी नहीं थी। मां ने पुलिस को बताया कि उसकी बेटी के पास एक मोबाइल भी है। लेकिन वर्तमान में मोबाइल बंद है। लेकिन बेटी वॉट्सऐप पर बात कर रही है। मां ने आरोप लगाया कि बेटी किसी के दबाव में बात कर रही है और लोकेशन नहीं बता रही हैं। रामगंज थाना पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी हैं।
कानपुर में इंटर के मेधावी छात्र रौनक पाठक ने सोमवार सुबह ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। घटना जूही यार्ड के पास हुई। परिजन इस सदमे से बाहर नहीं आ पा रहे हैं। खुदकुशी की वजह अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन शुरुआती जांच में पढ़ाई के दबाव का अनुमान लगाया जा रहा है। पुलिस अब छात्र का मोबाइल और लैपटॉप जांच करेगी। रौनक बृज किशोरी देवी मेमोरियल स्कूल में पढ़ता था और हाईस्कूल में सिटी टॉपर रहा था। उसने 97.04 प्रतिशत अंक हासिल कर परिवार और स्कूल का नाम रोशन किया था। उसका स्वभाव शांत और पढ़ाई में हमेशा आगे रहने वाला बताया जा रहा है। परिजनों के मुताबिक, रविवार को उसका फिजिक्स का प्री-बोर्ड का एग्जाम था। सोमवार की सुबह भी वह घर से यह कहकर निकला कि उसे कुछ सामान लेना है। सुबह करीब छह बजे वह बाइक लेकर निकला और थोड़ी देर बाद ही यह दिल दहला देने वाली खबर मिल गई। क्यों किया सुसाइड?पिता आलोक पाठक प्राइवेट नौकरी करते हैं और परिवार में मां ललिता और बड़ी बहन मिनी भी हैं। बेटे की मौत से पूरा परिवार टूट चुका है। पिता ने कहा कि वह बिना कुछ कहे चला गया… समझ नहीं आ रहा उसने ऐसा क्यों किया?” पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पढ़ाई का प्रेशर या किसी अन्य तनाव को लेकर उसने यह कदम उठाया होगा। जीआरपी ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और सुसाइड के पीछे कारण जानने के लिए डिजिटल डिवाइसों की जांच की जा रही है। स्कूल में रहता था टॉपपड़ोसियों और शिक्षकों के मुताबिक, रौनक हमेशा आगे बढ़ने का जज्बा रखने वाला और बेहद होशियार लड़का था। स्कूल में हमेशा टॉप में रहता था। उसकी मौत से इलाके और स्कूल में गम का माहौल है। सभी की जुबान पर एक ही सवाल “ऐसा बच्चे को क्या दर्द मिला कि किसी से कह भी न सका?” जानिए पूरा मामला मृतक छात्र के पिता आलोक पाठक प्राइवेट नौकरी करते हैं। परिवार में मां ललिता और बड़ी बहन मिनी हैं। पिता ने बताया- सोमवार सुबह 6.30 बजे रौनक बाइक लेकर कहीं निकला। काफी देर तक नहीं लौटा तो मैंने और बेटी ने उसे कॉल की। उसका फोन नहीं उठा तो हम लोगों ने उसके दोस्तों को कॉल मिलाई। रौनक का जब कहीं कुछ नहीं पता चला तो हम लोग घबरा गए। उसे आसपास खोजने के लिए निकले। जैसे ही रेलवे क्रॉसिंग के पास पहुंचे तो देखा कि रौनक की बाइक किनारे खड़ी थी। कुछ कदम आगे बढ़े तो पटरियों के पास रौनक का शव खून से लथपथ पड़ा था। बेटे की लाश देख मां बेहोश हुई बेटे की लाश देखते ही मां ललिता बेसुध हो गईं। होश आने के बाद वह लगातार यही कह रहीं कि ऐसी क्या मजबूरी थी, जो रौनक ने अपनी जान दे दी। उसके बिना अब हम लोगों का क्या होगा। इधर, हादसे की सूचना पर GRP मौके पर पहुंची। इंस्पेक्टर ओम नारायण सिंह ने बताया कि छात्र के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया गया है। अभी उसकी आत्महत्या की वजह सामने नहीं आई है। रौनक के मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाली जा रही। उसके दोस्तों से भी पूछताछ की जा रही है। -------------------- ये खबर भी पढ़िए- आगरा में 2 MBBS छात्रों की मौत:बाइक डिवाइडर से टकराई, 10 फीट उछलकर सिर के बल गिरे, हेलमेट चकनाचूर आगरा में सड़क हादसे में 2 MBBS छात्रों की मौत हो गई। दोनों बाइक से दोस्त के घर गए थे। वापस लौटते समय हादसा हो गया। फ्लाईओवर से उतरते समय तेज रफ्तार बाइक डिवाइडर से टकरा गई। आशंका है कि किसी वाहन की टक्कर की वजह से बाइक बेकाबू हुई। मृतकों की पहचान हरदोई के तनिष्क गर्ग (22) और कमला नगर (आगरा) के विमल वाटिका के रहने वाले सिद्ध अग्रवाल (22) के रूप में हुई। दोनों एसएन मेडिकल कॉलेज से MBBS थर्ड ईयर की पढ़ाई कर रहे थे। पढ़ें पूरी खबर...
मोदी सरकार का आदेश: भारत में बेचे जाने वाले सभी मोबाइल फोनों में अब ये ऐप होगा प्री-इंस्टॉल
भारत सरकार ने देश में इस्तेमाल किए जाने वाले हर मोबाइल हैंडसेट के लिए अब संचार साथी ऐप अनिवार्य कर...
फरीदकोट में थाना सिटी पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग के मल्टीपर्पज हेल्थ वर्कर (मेल) पदों की भर्ती परीक्षा के दौरान ब्लूटूथ डिवाइस का उपयोग करते हुए एक उम्मीदवार और उसके एक साथी को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान हरियाणा के फतेहाबाद जिले के गांव गाजूवाला निवासी उम्मीदवार विक्रम सिंह और उसके साथी कुलदीप सिंह के रूप में हुई। पुलिस ने दोनों के खिलाफ केस दर्ज करते हुए आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। साथी ने डिवाइस के जरिए उसे पेपर हल करवाया जानकारी के अनुसार, राज्य सरकार द्वारा स्वास्थ्य विभाग में मल्टीपर्पज हेल्थ वर्करों की भर्ती के लिए एक दिन पहले रविवार को फरीदकोट के भी विभिन्न स्कूलों में लिखित परीक्षा आयोजित की गई थी। बाबा फरीद पब्लिक स्कूल में परीक्षा के दौरान उम्मीदवार विक्रम सिंह को ब्लूटूथ डिवाइस के माध्यम से मदद लेते हुए पकड़ा गया। इस डिवाइस के जरिए उसे पेपर हल करवाया जा रहा था। परीक्षा केंद्र के अधिकारियों ने तत्काल कार्रवाई करते हुए उसे काबू कर पुलिस के हवाले कर दिया। जांच के दौरान पुलिस ने केंद्र के बाहर मौजूद उसके साथी कुलदीप सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया, जो उसे नकल कराने में मदद कर रहा था और यह उसके गांव का ही रहने वाला है। रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही पुलिस इस मामले में थाना सिटी फरीदकोट के एसएचओ राजवंत सिंह ने बताया कि पुलिस ने केस दर्ज करने के बाद सोमवार दोनों आरोपियों को अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया गया है तथा उनसे आगे की पूछताछ की जा रही है। साथ ही उम्मीदवार की मदद कर रहे साथी का मोबाइल भी जब्त कर लिया गया है।
लुधियाना में लूटपाट की वारदातें थमने का नाम नहीं ले रही। ताजा मामला अब पुलिस चौकी मुंडियां अधीन आते इलाके 33 फूटा रोड से सामने आया है। एक चिकन कॉर्नर के कर्मचारी से बाइक सवार 3 बदमाशों ने लूट की। उसके चेहरे पर दात मारकर लुटेरों ने उसका दांत तोड़ दिया और उससे मोबाइल लूट लिया। विरोध करने पर बदमाशों ने उसकी बाइक को बुरी तरह से तोड़ दिया। मालिश को चाबियां देने गया था कर्मचारी सन्नी चिकन कॉर्नर के मालिक संदीप ने कहा कि मैं शादी समारोह पर गया था। रात 12 बजे उसका कर्मचारी मान सिंह उसे चाबियां लौटाने आया था। जब वह वापस घर जा रहा था तो बाइक सवार तीन लुटेरों ने उसे घेर लिया। उन लोगों ने उससे मारपीट और मोबाइल छीन लिया। आज सुबह मान सिंह की पत्नी ने उन्हें घटना की सूचना दी। बाइक सवार तीन बदमाशों ने की लूट पीड़ित मान सिंह ने कहा कि जैसे ही वह चाबियां लेकर घर लौट रहा था, तो कुछ दूरी से तीन युवक बाइक पर उसका पीछा करने लगे। उसने बाइक भगाने की कोशिश की, लेकिन उन लोगों ने उसे घेर लिया। बिना कुछ बोले उन लोगों ने उसके मुंह पर दात मारा, जिस कारण उसका दांत टूट गया। मारपीट कर बदमाशों ने उसे जमीन पर गिरा दिया। उसकी तलाशी ली और जेब में पड़ा मोबाइल झपट लिया। मान सिंह के मुताबिक, उसने बदमाशों की काफी मिन्नतें भी की, लेकिन उन लोगों ने एक ना सुनी। उसके विरोध करने पर लुटेरों ने उसकी बाइक भी तोड़ दी। बाइक सवार बदमाशों की बाइक पर नंबर प्लेट नहीं लगी थी। मामले की जांच कर रही पुलिस पुलिस चौकी मुंडियां के ASI पुरुषोत्तम लाल ने कहा कि आज जैसे ही लूट की सूचना मिली तो वह मौके पर पहुंच गए। पीड़ित के बयान दर्ज कर लिए है। इलाके के सीसीटीवी चैक कर आरोपियों को पकड़ा जाएगा।
नालंदा में सोमवार की सुबह बारातियों से भरी बस डिवाइडर पर चढ़ गई। हादसे में बस की छत पर दुल्हन के चाचा की मौके पर मौत हो गई। टक्कर लगते ही वो हवा में उछलकर 50 फीट दूर जा गिरे। 32 से ज्यादा बाराती घायल हैं। घटना दीपनगर थाना क्षेत्र के बख्तियारपुर-रजौली NH-20 स्थित कंचनपुर गांव के पास की है। घायलों ने बताया, टक्कर के बाद लोग बस की खिड़की से सामान लेकर बाहर कूदे। सीटें एक दूसरे के ऊपर आ गईं। हादसे के वक्त बस की स्पीड 80 से ज्यादा थी। ड्राइवर एक हाथ से गाड़ी चला रहा था। दूसरे हाथ से मोबाइल से बात कर रहा था। हादसे के बाद की 3 तस्वीरें... बिहार शरीफ से वारसलीगंज जा रही थी बस मृतक की पहचान नवादा जिला के काशीचक थाना क्षेत्र के भैरो विगहा के रहने वाले सिदेश्वर प्रसाद के तौर पर हुई है। भैरो विगहा से शादी समारोह में शामिल होने के लिए बिहार शरीफ के सोहसराय आए थे। शादी के बाद वापस लौट रहे थे। ड्राइवर मोबाइल से बात कर रहा था। इसी बीच यह हादसा हुआ है। फिलहाल मौके पर दीपनगर थानाध्यक्ष राजमणि कुमार पुलिस टीम के साथ पहुंच गए हैं। घायलों को इलाज के लिए पावापुरी मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। छानबीन की जा रही है। हादसे के आंखों देखी- ड्राइवर मोबाइल पर बात कर रहा था बस में सवार बाराती सत्येंद्र कुमार ने बताया कि 'ड्राइवर मोबाइल से बात करते हुए एक हाथ से गाड़ी चला रहा था। हम लोगों ने उसे कई बार मना भी किया था, लेकिन वो बार-बार मोबाइल पर बात करने लग जा रहा था। ड्राइवर एक हाथ से स्टेयरिंग पकड़कर गाड़ी चला रहा था।' शोभा देवी, का पैर टूट गया है। उन्होंने बताया कि, 'एकदम से तेज आवाज हुई। कुछ समझ ही नहीं रहा था क्या हुआ। सीटें एक दूसरे के ऊपर आ गईं। मेरा पैर आगे वाली सीट के नीचे दब गया। खिड़की से बाहर देखा तो हम लोग बीच सड़क पर थे। गाड़ी डिवाइडर पर थी। बस का शीशा तोड़कर किसी तरह मुझे बाहर निकाला गया।' मनीता देवी ने बताया कि, 'बस के ड्राइवर ने शादी में ही शराब पी ली थी। बस में चढ़ने से पहले उसके मुंह से बदबू आ रही थी। शुरू से ही वो बस बहुत स्पीड में चला रहा था। किसी को भी ओवरटेक कर रहा था।' ---------------------- ये खबर भी पढ़िए... मोतिहारी में 5 मौतें-कोई दरोगा, कोई टीचर बनना चाहता था:घायल बोला- मेरे सामने भाई तड़प-तड़पकर मरा; पिता ने कहा- कमाने वाला बेटा चला गया मोतिहारी में रविवार को सड़क हादसे में 5 लोगों की मौत हो गई। एक बेकाबू ट्रक ने 5 बाइक और ई-रिक्शा को उड़ाया दिया। हादसे में 6 लोग घायल हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। मृतकों में कोई टीचर, कोई पुलिस अधिकारी तो कोई देश की सेवा करना चाहता था। इनमें से एक अपने साले की शादी में शामिल होने आया था, लेकिन उससे पहले ही उसकी मौत हो गई। हादसा कोटवा थाना क्षेत्र के डिप्पू मोड़ पर हुआ। घटना के बाद गुस्साए लोगों ने करीब 5 घंटे तक NH-27 जाम रखा। घटना के बाद बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा। पूरी खबर पढ़िए
पंजाब के मोगा में फ्री रहने (वेहले रेहण) का कंपीटिशन शुरू हुआ है। इस मुकाबले में 55 लोग हिस्सा ले रहे हैं। इनमें पति-पत्नी, दादा-पोता, युवा, बुजुर्ग सब हिस्सा ले रहे हैं। फ्री बैठे रहने के इस कंपीटिशन में कोई उम्र सीमा नहीं है। गांव घोलियां खुर्द में हो रहे इस मुकाबले में हिस्सा लेने वालों के लिए 11 शर्तें रखी गई हैं। इसमें मोबाइल का इस्तेमाल न करने, झगड़ा न करने जैसी शर्त रखी गई है। मुकाबला जीतने वाले को साइकिल और 4500 रुपए, रनर अप को 2500 रुपए, थर्ड रहने वाले को 1500 रुपए मिलेंगे। आयोजक का कहना है कि इस प्रतियोगिता का उद्देश्य लोगों की मोबाइल से दूरी बनाना है। उनको ये बताना है कि मोबाइल के बिना जीवन में कितनी शांति और मानसिक सुकून है। आयोजक ने बताया मुकाबला करवाने का उद्देश्य... विक्रमजीत ने कहा- आज परिवार को समय देना जरूरीविक्रमजीत ने बताया कि ये प्रतियोगिता करवाने के पीछे यूथ को ये बताना मकसद है कि मोबाइल के बिना भी जीवन है। आज युवा पीढ़ी मोबाइल में डूबकर जिस तरह से परिवार को भूल चुके हैं, उन्हें याद दिलाना है कि परिवार नाम की भी कोई चीज होती है। विक्रमजीत ने कहा कि मोबाइल की वजह से दुनियाभर में कई परिवार टूट रहे हैं। लोगों के तलाक तक हो रहे हैं। लोग सुसाइड तक कर रहे हैं। बच्चे अपनी आंखें गंवा रहे हैं। पूरा समाज मोबाइल ने टेंशन में डाल रखा है। मोबाइल आपस में वैर-विरोध बढ़ा रहा है। इसलिए इस प्रतियोगिता के जरिए ये बताना है कि आप परिवार के साथ बैठेंगे तो जीवन की बहुत सी टेंशन खत्म होंगी। विचार साझा करेंगे तो बड़ी से बड़ी मुश्किलें हल कर सकते हो। देखो अब कौन विजेता होकर निकलेगाविक्रमजीत ने बताया कि अभी लोग मुकाबले में बने हुए हैं। देखते हैं कि कौन इसका विजेता बनता है। सोमवार को इसके नतीजे आ जाएंगे। उन्होंने बताया कि खाने-पीने की आइटम अपने साथ लाने की मनाही की गई है, लेकिन खाने का बंदोबस्त उनकी तरफ से किया गया है। हालांकि कोई भी प्रतियोगी अपनी जगह से हिल नहीं सकता, इसलिए खाना उनको उनकी जगह पर ही दिया जाएगा।
बच्चों को भेजें स्कूल, मोबाइल से रखें दूर
भास्कर न्यूज |सीतामढ़ी मध्य विद्यालय सुहई मालिकाना में अब हर बच्चा होगा स्कूल का हिस्सा एवं निपुण बनेगा बिहार हमारा कार्यक्रम के तहत विभागीय निर्देश के आलोक में अभिभावक शिक्षक बैठक प्रधानाध्यापक दीनानाथ सिंह की अध्यक्षता में की गई। अभिभावकों से चर्चा करते हुए विद्यालय में समावेशन के क्रम में उपस्थित तमाम सुविधाओं को बिना किसी भेदभाव के समस्त बच्चों को उपभोग करने पर चर्चा की गई। प्रधानाध्यापक ने अभिभावकों से छात्रों को निश्चित रूप से विद्यालय भेजने एवं ट वी और मोबाइल से बच्चों को दूर रखने की बात कही।
एक्टिवा पर मोबाइल छीनने वाले गिरोह के 3 सदस्य काबू
भास्कर न्यूज |लुधियाना थाना जमालपुर पुलिस ने मुंडियां कलां इलाके में मोबाइल छीनने की वारदात को अंजाम देने वाले गैंग के तीन सदस्यों को गुप्त सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया है। यह गैंग एक्टिवा पर सवार होकर अलग-अलग इलाकों में राह चलते लोगों से मोबाइल छीना-छपटी करता था और फिर उन्हें सस्ते दामों पर बेच देता था। सुंदर नगर चौक, मुंडियां कलां के पास नाका बंदी के दौरान पुलिस को मुखबिर ने बताया कि रूप सिंह, बंटी और बाउ चोरी किए मोबाइल बेचने आ रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस ने कार्रवाई की और आशियाना पार्क के नजदीक स्कूटी नंबर PB10-FY-8683 पर सवार तीनों को दबोच लिया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार आरोपी मोबाइल छीना-झपटी करने के आदी हैं और कई वारदात में शामिल रहे हैं। स्कूटी और बरामद मोबाइल फोन को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। थाना जमालपुर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ बीएनएस की धारा 304 और 317(2) के तहत मामला दर्ज किया है।
राहगीरों से मोबाइल लूटने वाली गैंग के 2 बदमाश गिरफ्तार, 2 मोबाइल जब्त
शहर के अलग-अलग इलाकों में राहगीरों से झपट्टा मारकर मोबाइल लूटने वाली गैंग का खुलासा करते हुए कोतवाली थाना पुलिस ने दो बदमाशों को पकड़ने में सफलता हासिल की है। गिरफ्तार आरोपी अन्नु उर्फ मोहम्मद शादाब जालूपुरा व युसुफ उर्फ सोनू सैय्यद कॉलोनी गलता गेट का रहने वाला है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से लूटे गए दो मोबाइल भी बरामद किए हैं। थानाधिकारी महावीर यादव ने बताया कि पकड़े गए दोनों आरोपी मादक पदार्थों का नशा करने के आदि है। दोनों आरोपी मादक पदार्थ खरीदने और शौक पूरे करने के लिए लूट की वारदातों को अंजाम देते थे। आरोपियों से अन्य वारदातों के संबंध में पूछताछ कर तस्दीक की जा रही है कि अब तक उन्होंने कितनी वारदातों को अंजाम दिया।
जिले के थाना कुंडली पुलिस ने रुपए और मोबाइल फोन से भरा बैग छीनने की कोशिश करने की घटना में संलिप्त दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अरुण और हरीश उर्फ हन्नी निवासी गांव छतेहरा, जिला सोनीपत के रूप में हुई है। पुलिस ने उनको कोर्ट में पेश करके रिमांड पर लिया है। घटना 16 सितंबर 2025 की रात कीमामले की जानकारी के अनुसार, 18 सितंबर 2025 को अनिल निवासी गांव मल्हा माजरा, जिला सोनीपत ने थाना कुंडली में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में बताया गया कि 16 सितंबर की रात करीब 10 बजे वह अपने बेटे लक्की के साथ दुकान का कैश 1 लाख रुपए और 25 नए मोबाइल फोन एक बैग में डालकर घर जा रहा था। तीन नकाबपोश युवकों ने की लूट की कोशिशजब वे खेडी रोड स्थित संता के मकान के पास पहुंचे, तो वहां तीन युवक स्कूटी पर खड़े थे और उनके मुंह पर कपड़ा बंधा हुआ था। तीनों ने लक्की से कैश और फोन से भरा बैग छीनने की कोशिश की। विरोध करने पर एक युवक ने अनिल की आंखों में मिर्ची पाउडर डाल दिया। फायरिंग कर भागे आरोपीअनिल का बेटा लक्की बैग लेकर घर की ओर भागा तो एक आरोपी ने उस पर पिस्तौल से फायर कर दिया। शोर मचाने पर तीनों आरोपी स्कूटी पर सवार होकर गांव छतेहरा की ओर फरार हो गए। घटना के बाद थाना कुंडली में भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं और शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया। दो आरोपी गिरफ्तार, तीसरे की तलाश जारीथाना कुंडली के सहायक उप निरीक्षक वीरेंद्र और उनकी टीम ने जांच के दौरान आरोपियों की तलाश शुरू की और दो आरोपियों अरुण व हरीश उर्फ हन्नी को गिरफ्तार कर लिया। तीसरे आरोपी की पहचान की जा चुकी है और उसकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं। तीन दिन का पुलिस रिमांड मंजूरगिरफ्तार दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर वारदात में प्रयुक्त हथियार और स्कूटी बरामद करने का प्रयास कर रही है।
दिल्ली ब्लास्ट मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की टीम ने रविवार की सुबह बिहार के खगड़िया में रेड की। यह कार्रवाई मानसी थाना क्षेत्र के सैदपुर गांव में रिटायर पोस्टमास्टर मोहम्मद हादी के घर पर की गई। जानकारी के मुताबिक, NIA की टीम सुबह 3 बजे मोहम्मद हादी के घर पहुंची थी। टीम में शामिल करीब आधा दर्जन अधिकारियों ने करीब पांच घंटे तक गहन तलाशी ली। छापेमारी के दौरान टीम ने लैपटॉप, मोबाइल फोन सहित कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को जब्त किया है। रेड के दौरान परिवार के सभी सदस्य सो रहे थे छापेमारी के समय घर का मुख्य गेट बंद था और परिवार के सभी सदस्य सो रहे थे। सुरक्षा बलों ने पहले दीवार फांदकर परिसर में प्रवेश किया, फिर अंदर से गेट खोलकर NIA अधिकारियों को अंदर बुलाया। इसके बाद टीम ने घरवालों को अपनी पहचान बताई और उन्हें तलाशी के दौरान मौजूद रहने का निर्देश दिया। संदिग्ध सामग्री की तलाश में टीम ने घर की दीवारों और कमरों में मेटल डिटेक्टर का उपयोग किया। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि कहीं कोई विस्फोटक या आपत्तिजनक सामान छिपाकर तो नहीं रखी गई है। मोहम्मद हादी के बेटे का भी मोबाइल जब्त जांच के दौरान मोहम्मद हादी के बेटे का एक मोबाइल फोन भी जब्त किया गया। NIA ने मोहम्मद हादी को अपने साथ लेकर पटना आई है। इसके साथ ही उसके बेटे को 1 दिसंबर को पटना बुलाया है। कार्रवाई के दौरान सुरक्षा बलों ने घर के आसपास के पूरे क्षेत्र को सील कर दिया था, ताकि कोई अनावश्यक आवाजाही ना करें। ------------------------ ये भी पढ़ें मोतिहारी में 3 जगह NIA की रेड:फेक करेंसी, हवाला मामले में कार्रवाई; 7 साल पहले मर चुकी महिला के खाते से हुआ लेन-देन, पति गिरफ्तार मोतिहारी में रविवार सुबह साढ़े 4 बजे राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की टीम ने दबिश दी है। जिले में 3 जगह रेड हुई है। जांच एजेंसी की एक टीम चकिया थाना क्षेत्र के कोयला बेलवा गांव पहुंची। वहीं आदापुर थाना क्षेत्र में दो अलग-अलग जगह पर छापामारी की जा रही है। मामला साइबर फ्रॉड, नकली नोट और हवाला कारोबार से जुड़ा बताया जा रहा है। पूरी खबर पढ़ें
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की ओर से आयकर अपीलीय अधिकरण (ITAT) घूसकांड मामले की जांच रविवार को 5वें दिन भी जांच जारी है। इस घूसकांड में शामिल अन्य लोगों की तलाश की जा रही है। रिमांड पर चल रहे आरोपियों से CBI पूछताछ कर अहम जानकारी जुटा रही है। मामले में आरोपी राजेंद्र सिसोदिया (वकील), डॉ. एस. सीता लक्ष्मी (ज्यूडिशियल मेंबर), मुजम्मिल (पक्षकार) और कमलेश राठौड़ (अकाउंटेंट) को गिरफ्तार किया गया था। CBI सूत्रों के मुताबिक, ITAT घूसकांड में अरेस्ट की गई डॉ. एस सीता लक्ष्मी, एडवोकेट राजेंद्र सिंह सिसोदिया और अकाउंटेंट-मेंबर कमलेश राठौड़ को आमने-सामने बैठाकर दोबारा पूछताछ की जाएगी। CBI की ओर से आरोपियों के जब्त किए डिजिटल डिवाइस व मोबाइल की जांच की जा रही है। इसमें ITAT की ओर से दिए गए निर्णयों के ड्राफ्ट भी बताए जा रहे हैं। इन्हें बाद में अंतिम आदेश पारित करने के समय बदल दिया जाता था। कई अहम सबूत मिलेCBI सूत्रों के मुताबिक, रिश्वत में ली रकम को ठिकाने लगाने के संबंध में कई अहम सबूत CBI को मिले हैं। न्यायिक सदस्य डॉ. एस सीता लक्ष्मी के सर्च में कीमती साड़ियां व गहने मिले हैं। इसका पेमेंट कैश के साथ ही दूसरे लोगों के नाम का बिल होना सामने आया है। तमाम लग्जरी लाइफ से जुड़ी चीजें भी दूसरे व्यक्ति के नाम से खरीदी गई है। आरोपी एडवोकेट राजेन्द्र सिंह सिसोदिया के सर्च में मिली डायरी में ITAT अफसरों से किए लेन-देन का पुराना हिसाब मिला है। घूसकांड में पकड़े गए आरोपियों के डिलीट किए मोबाइल चैट्स को CBI ने रिकवर करवाया है, जिसमें कई अहम सबूत हाथ लगे हैं। CBI की लिस्ट में शामिल लोगों को पकड़कर जल्द ही पूरे मामले का क्रॉस वेरिफिकेशन करवाया जाएगा। 2 को पुलिस रिमांड पर भेजाशनिवार को डॉ. एस. सीता लक्ष्मी, राजेन्द्र सिंह सिसोदिया और मुजम्मिल की रिमांड अवधि खत्म हो गई थी। सीबीआई की ओर से शनिवार दोपहर तीनों आरोपियों को सीबीआई की विशेष कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने न्यायिक सदस्य डॉ. एस. सीता लक्ष्मी और एडवोकेट राजेन्द्र सिसोदिया को 2 दिसम्बर तक सीबीआई रिमांड पर सौंपा। आरोपी मुजम्मिल से पूछताछ पूरी होना मानकर 12 दिसम्बर तक उसे जेल भेजने के आदेश दिए। घूसखोरी मामले में अरेस्ट चौथा साथी कमलेश राठौड़ पहले से सीबीआई रिमांड पर चल रहा है। रिमांड खारिज का किया आग्रहरिमांड मांगने के दौरान CBI के पब्लिक प्रोसिक्यूटर राहुल अग्रवाल ने कोर्ट को बताया- इस मामले से जुड़े कई लोग अभी भी भूमिगत हैं। जांच में मिले डॉक्युमेंट का एनालिसिस करने के अलावा इससे जुड़े हुए कुछ रिकॉर्ड जुटाए जाने हैं। दूसरी ओर डॉ. एस. सीता लक्ष्मी की ओर से सीनियर एडवोकेट एस.एस होरा ने CBI की ओर से की गई उनकी अरेस्टिंग को गलत बताया। कहा- इस मामले में कई नियमों की अनदेखी हुई है। सुप्रीम कोर्ट व राजस्थान हाईकोर्ट के कई निर्णयों का उल्लेख करते हुए CBI के अतिरिक्त रिमांड के आवेदन को खारिज करने का आग्रह किया। --- आयकर अपीलीय अधिकरण में घूसखोरी के खेल की यह खबर भी पढ़िए... CBI ने पकड़ा तो कोर्ट में रो पड़ी ज्यूडिशियल मेंबर:फैसले से पहले दलाल को ड्राफ्ट भेजती थी; एडवोकेट सहित 4 पकड़े, 1.15 करोड़ कैश बरामद केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने जयपुर के आयकर अपील ट्रिब्यूनल (ITAT) में बड़े घूसकांड का खुलासा किया है। ज्यूडिशियल मेंबर सीता लक्ष्मी, एडवोकेट राजेंद्र सिंह सिसोदिया और कोटा निवासी मुजम्मिल (अपीलेंट) को गिरफ्तार किया गया है। (पूरी खबर पढ़ें)
जल्द ही आप घर बैठे आधार कार्ड में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर बदल सकेंगे। आधार को रेगुलेट करने वाली संस्था यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) ने नई डिजिटल सर्विस की घोषणा की है। इसके जरिए यूजर्स आधार एप पर OTP वेरिफिकेशन और फेस ऑथेंटिकेशन से अपना मोबाइल नंबर अपडेट कर पाएंगे। इस सर्विस से दूरदराज इलाकों में रहने वाले लोग और सीनियर सिटिजन को आसानी होगी। नई सर्विस कैसे काम करेगी? UIDAI के मुताबिक मोबाइल अपडेट करने की प्रोसेस काफी सिंपल रखा गया है। इसके लिए कोई डॉक्यूमेंट या फिजिकल विजिट की जरूरत नहीं है। पूरी प्रोसेस कुछ मिनटों में हो जाएगी। आधार मोबाइल अपडेट क्यों जरूरी है? आधार कार्ड देश की सबसे बड़ी आइडेंटिटी सर्विस है, जिसमें 130 करोड़ से ज्यादा लोगों का डेटा जुड़ा हुआ है। मोबाइल नंबर इसका सबसे अहम हिस्सा है, क्योंकि इसी से OTP के जरिए बैंक अकाउंट, सरकारी सब्सिडी, इनकम टैक्स वेरिफिकेशन और डिजिटल सर्विसेज जैसे डिजीलॉकर तक एक्सेस मिलता है। अगर नंबर पुराना हो जाए या खो जाए तो कई समस्याएं हो सकती हैं। अभी तक इसे अपडेट करने के लिए एनरोलमेंट सेंटर जाना पड़ता था, जहां बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन और लंबी कतारों का झंझट होता है। लेकिन अब UIDAI डिजिटल तरीके से इसे आसान बनाने जा रहा है। UIDAI ने पिछले महीने AADHAAR एप लॉन्च किया था एक महीने पहले UIDAI ने आधार कार्ड का नया मोबाइल एप लॉन्च किया था। इसमें यूजर एक ही फोन में 5 लोगों के आधार रख सकते हैं। इसमें आधार की सिर्फ वही जानकारी शेयर करने का ऑप्शन है, जो जरूरी होते हैं। इस ऐप में आप UPI में जिस तरह स्कैन कर पेमेंट करते है, उसी तरह आधार डिटेल्स शेयर कर सकते हैं। एप को ज्यादा सिक्योर बनाने के लिए इसमें फेस ऑथेंटिकेशन जैसे फीचर्स जोड़े गए हैं। आधार के नए एप के फीचर्स पुराना आधार एप पहले से था, फिर नया क्यों लाया गया? पुराना mAadhaar और नया आधार एप का मकसद आधार को डिजिटल तरीके से यूज करना है, लेकिन फोकस अलग-अलग है... नए एप से यूजर्स को क्या फायदा मिलेगा? 2009 में शुरू हुआ था आधार आधार 2009 में शुरू हुआ था। अब 1.3 अरब यानी 130 करोड़ से ज्यादा लोगों के पास आधार हैं। पहले पेपर कार्ड था, फिर mAadhaar एप आया। अब डिजिटल इंडिया के तहत फुली डिजिटल एप लाया गया है। सरकार की कोशिश है कि हर सर्विस ऑनलाइन हो जाए। --------------------------- देश में 6 करोड़ मृतकों के आधार कार्ड एक्टिव: पश्चिम बंगाल में 34 लाख ID धारक अब जिंदा नहीं; UIDAI ने सर्वे शुरू किया देश में जनवरी 2009 में आधार कार्ड लागू हुआ था। हर नागरिक को आधार नंबर जारी करने की शुरुआत के 15 साल हो चुके हैं। इस दौरान 142 करोड़ से अधिक आधार कार्ड जारी हुए, लेकिन 8 करोड़ से ज्यादा धारकों की मौत के बावजूद 1.83 करोड़ कार्ड ही निष्क्रिय हो पाए हैं। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...
फ्री मोबाइल रिचार्ज का ऑफर! जानिए त्योहारों में कैसे हो रहा है स्कैम
सोशल मीडिया पर अलग-अलग अवसरों पर फ्री मोबाइल रिचार्ज मिलने का वादा करके लोगों के साथ स्कैम किया जा रहा है.
'कल्कि 2898 AD' के ट्रेलर रिलीज के वक्त मोबाइल फेंकने जा रहे थे अमिताभ बच्चन, खुद बताया पूरा किस्सा
बॉलीवुड फिल्मों के जाने माने मशहूर अभिनेता अमिताभ बच्चन वैसे तो अक्सर ही खबरों में बने रहते हैं. लेकिन इस बार उनके क्रेज का कारण उनका जबरदस्त एक्शन अवतार है. हिंदी फिल्मों के एंग्री यंगमैन कहे जाने वाले अमिताभ बच्चन अपनी नई फिल्म 'कल्कि 2898 AD' के ट्रेलर में एक विस्फोटक एक्शन अवतार में दिखाई दे रहे हैं. निर्देशक नाग अश्विन की इस पैन इंडिया फिल्म में कई लोगों को अमिताभ का एक्शन अवतार, फिल्म के हीरो प्रभास से भी अधिक दमदार लग रहा है. लेकिन इस ऑनस्क्रीन एक्शन अवतार का प्रभाव शायद बच्चन साहब को रियलिटी में भी फील होने लगा है. इधर 'कल्कि 2898 AD' का ट्रेलर रिलीज हुआ तथा उधर अमिताभ बच्चन अपने फोन से इतने नाराज हो गए कि उसे तोड़ने की बात कह गए. अपने ब्लॉग पर 'कल्कि 2898 AD' का ट्रेलर साझा करते हुए बताया कि वो अपने मोबाइल से फ्रस्ट्रेट हो गए हैं. उन्होंने ब्लॉग पोस्ट में लिखा, 'अपना फोन ठीक करने की बड़ी कोशिश कर रहा हूं... पहले से जो सेट था, अचानक बदल गया. तो हर तरफ से मदद लेने का प्रयास कर लिया, लेकिन नाकाम रहा... बहुत फ्रस्ट्रेटिंग है ये... चाह रहा था कि इंग्लिश और हिंदी टाइपिंग, दोनों हों. इंग्लिश में एक हिंदी वर्ड लिखूं और वो देवनागरी में आ जाए... मगर कई घंटे लिंक्स और एक्स्पेरिमेंट्स फॉलो करने के बाद, अब मैं खिड़की से बाहर फेंककर अपना फोन तोड़ डालने के बहुत करीब हूं.' कुछ देर पश्चात् बच्चन साहब ने साफ किया कि वो सच में अपना मोबाइल नहीं फेंकने जा रहे, बस गुस्सा जाहिर कर रहे हैं. उन्होंने लिखा, 'नहीं नहीं नहीं... ऐसी किस्मत कहां... बस गुस्सा निकाल रहा हूं.' अपने ब्लॉग पोस्ट में अमिताभ ने ये भी कहा कि 'कल्कि 2898 AD' एवं 'Section 84 IPC' के पश्चात्, वो समझ नहीं पा रहे कि अगला प्रोजेक्ट क्या चुनना है. उन्होंने लिखा कि आज एक अभिनेता के पास 'मैनेजमेंट एक्सपर्ट्स से लेकर एजेंट्स तक' इतने सारे लोग होते हैं, ये बताने के लिए कि मार्किट में किस प्रकार का कंटेंट चल रहा है तथा सिनेमा लवर्स क्या पसंद कर रहे हैं, क्या नहीं. मगर उनके दौर में ऐसा कुछ नहीं था. अमिताभ ने कहा, 'हम सिर्फ अगली जॉब का मौका खोज रहे होते थे, जिससे हम घर चलाने की, नौकरी बनाए रखने की शर्त पूरी कर सकें. अब बात अलग हो गई है. नई जेनरेशन इस तरह सोचती है, ऐसे चलती है कि... मैं बाद एक काम खोजूंगा और उम्मीद करूंगा कि काम मिले और बस मेरा 'किचन चलता रहे.' अमिताभ बच्चन की अगली फिल्म 'कल्कि 2898 AD' का ट्रेलर सोमवार शाम को रिलीज हुआ है. इस फिल्म में अमिताभ, अश्वत्थामा का माइथोलॉजी बेस्ड भूमिका निभा रहे हैं तथा ट्रेलर में जनता उनके किरदार और काम को बहुत पसंद कर रही है. 'ये मेरी चॉइस है, मेरे मां-बाप…', जहीर इकबाल संग शादी पर आई सोनाक्षी सिन्हा की प्रतिक्रिया शूटिंग से 4 दिन पहले डायरेक्टर ने किया एक्ट्रेस को फिल्म से बाहर, सालों बाद खुद किया चौंकाने वाला खुलासा सैलरी पर हो रही चर्चा को लेकर आई 'पंचायत' के सचिव जी की प्रतिक्रिया, जानिए क्या कहा?
तमन्ना भाटिया को महाराष्ट्र साइबर सेल द्वारा आईपीएल मैचों की अवैध स्ट्रीमिंग में उनकी कथित संलिप्तता के संबंध में पूछताछ के लिए बुलाया गया है। उनसे 29 अप्रैल को पूछताछ के लिए पेश होने की उम्मीद है। संजय दत्त भी इस मामले से जुड़े थे, लेकिन अपनी पूर्व प्रतिबद्धताओं के कारण, वह 23 अप्रैल को पूछताछ सत्र में शामिल नहीं हो सके। इसके बजाय, उन्होंने अपना बयान दर्ज करने के लिए एक अलग तारीख की मांग की। फेयरप्ले, जो महादेव ऑनलाइन गेमिंग ऐप की सहायक कंपनी है, को क्रिकेट, पोकर, कार्ड गेम्स और टेनिस जैसी विभिन्न लाइव गेम्स पर अवैध सट्टेबाजी से जोड़ा गया है। पिछले साल यह ऐप सुर्खियों में आया जब रणबीर कपूर और श्रद्धा कपूर जैसे अभिनेताओं, जिन्होंने इस ऐप का प्रचार किया, को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा पूछताछ के लिए बुलाया गया। महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप दुबई से संचालित होता है, जिसे भिलाई, छत्तीसगढ़ के रहने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल चलाते हैं। उन्होंने नए ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए नई वेबसाइटें और चैट समूह बनाकर विभिन्न रणनीतियों का उपयोग किया और सामाजिक मीडिया प्लेटफॉर्म पर भुगतान किए गए विज्ञापनों के माध्यम से लोगों को आकर्षित किया। ईडी एक साल से अधिक समय से महादेव ऐप से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग के मामले की जांच कर रही है, जिसमें छत्तीसगढ़ के विभिन्न हाई प्रोफ़ाइल राजनेता और अधिकारियों के शामिल होने का आरोप लगाया गया है। भीड़ में पापा अमिताभ को सँभालते नजर आए अभिषेक बच्चन, फैंस कर रहे तारीफ इतनी छोटी स्कर्ट पहनकर इवेंट में पहुंच गई ऋतिक रोशन की Ex वाइफ, हुई Oops मोमेंट का शिकार ऐश्वर्या राय संग इंटीमेट सीन पर बोले रणबीर कपूर- 'हाथ कांप रहे थे फिर...'

