बागसेवनिया इलाके में सोमवार सुबह सड़क पर खड़े युवक के साथ मोबाइल लूट की वारदात सामने आई है। वारदात के समय फरियादी अपने दोस्त का इंतजार कर रहा था। मामले में पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। लूट करने वाले दोनों युवक स्कूटी पर सवार थे। पुलिस हुलिया के आधार पर आरोपियों की तलाश की जा रही है। एएसआई मनोज शर्मा के मुताबिक मयूर विहार कॉलोनी निवासी अजहर खान पुत्र रमजान खान (26) प्राइवेट काम करता है। सोमवार की सुबह अजहर खान अपने दोस्त बॉबी खान के साथ हबीबगंज अंडर ब्रिज पुलिया के पास खड़े होकर आर्यन का इंतजार कर रहे थे। तभी स्कूटी पर सवार तीन बदमाश आए और बॉबी खान के हाथ से उसका मोबाइल फोन झपटकर ले गए। जब दोनों दोस्त कुछ समझ पाते बदमाश मौके से फरार हो चुके थे। सीसीटीवी खंगाल रही पुलिस वारदात के बद्द युवक थाने पहुंचा और एफआईआर दर्ज कराई। आरोपियों की पहचान के लिए पुलिस घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी खंगाल रही है। जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी के दावे किए जा रहे हैं।
स्मार्टफोन इंडस्ट्री में नवंबर का महीना पावरफुल प्रोसेसर वाले फोन के नाम रहने वाला है। ओप्पो, आईक्यू, रियलमी, वीवो और वनप्लस जैसी कंपनियां अपने हाईएंड स्पेसिफिकेशन्स वाले फ्लैगशिप फोन भारतीय बाजार में उतारेंगी। ये फोन 200 मेगापिक्सल कैमरा सहित एमोलेड स्क्रीन जैसे फीचर्स से लैस होंगे। चलिए इस महीने भारतीय बाजार में लॉन्च होने वाले फोन के बारे में जानते हैं। मोटो G67 पावर: 5 नवंबर मोटोरोला 5 नवंबर को भारत में G67 पावर 5G फोन लॉन्च करेगी। इसकी कीमत करीब 15 हजार रुपए हो सकती है। फोन में पावर बैकअप के लिए 7000mAh की बैटरी के साथ 30W का फास्ट चार्जिंग मिलेगा। फोन स्नैपड्रैगन 7s जेन 2 प्रोसेसर पर चलता है और 8GB रैम के साथ आएगा। फोटो के लिए बैक पैनल पर 50 मेगापिक्सल का ट्रिपल कैमरा सेटअप और फ्रंट में 32 मेगापिक्सल का सेल्फी कैमरा दिया जाएगा। स्क्रीन 6.7 इंच की फुल HD+ होगी, जिसमें 120Hz रिफ्रेश रेट मिलेगा। इस पर मजबूत कोर्निंग गोरिल्ला ग्लास 7i की सुरक्षा भी दी जाएगी। वनप्लस 15: 13 नवंबर वनप्लस अपना फ्लैगशिप स्मार्टफोन वनप्लस 15 इंडिया में 13 नवंबर को लॉन्च करेगी। ये देश में स्नैपड्रैगन 8 एलिट जेन 5 प्रोसेसर वाला पहला फोन होगा। इसमें 120W सुपर वूक वायर्ड और 50W एयरवूक वायरलेस चार्जिंग टेक्नोलॉजी के साथ 7300mAh बैटरी दी जाएगी। इसके बैक पैनल पर ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप में 50MP सोनी LYT700 + 50MP पेरिस्कोप टेलीफोटो + 50MP अल्ट्रा-वाइड कैमरा दिया जाएगा। वहीं फ्रंट पर 32MP सेल्फी कैमरा मिलेगा। इसमें 165Hz अडेप्टिव रिफ्रेश रेट और 6000nits पीक ब्राइटनेस वाली 6.78-इंच की 1.5K स्क्रीन दी गई है। वनप्लस 15 IP66 + IP68 + IP69 + IP69K रेटिंग के साथ आएगा। वॉबल 1: 19 नवंबर 19 नवंबर को भारतीय स्मार्टफोन मार्केट में एक नए ब्रांड की एंट्री हो रही है। भारतीय कंपनी इंडीकल टेक्नोलॉजीस अपना खुद का मोबाइल फोन लेकर आ रही है। इसका नाम वॉबल 1 हो सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मोबाइल 2.6GHz मीडिया टेक डायमेंसिटी 7400 चिपसेट पर लॉन्च होगा। इसमें 8GB रैम के साथ 256GB तक की स्टोरेज मिल सकती है। फोटोग्राफी के लिए 50MP OIS सेंसर वाला ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप और 16 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा दिया जा सकता है। ये पूरी तरह से मेड इन इंडिया होगा। इसे 15 से 20 हजार के बजट में लान्च किया जा सकता है। नथिंग फोन (3a) लाइट: डेट कंफर्म नहीं नथिंग फोन (3a) लाइट ग्लोबल मार्केट में लॉन्च हो चुका है, अब ये इस महीने भारत में भी आएगा। हालांकि कंपनी ने लॉन्च डेट की घोषणा नहीं की है। ट्रांसपेरेंट डिजाइन वाला यह फोन एसेंशियल की और ग्लिफ लाइट के साथ आएगा। मोबाइल नथिंग OS 3.5 के साथ मिलकर डायमेंसिटी 7300 प्रो ऑक्टा-कोर प्रोसेसर पर काम करता है। पावर बैकअप के लिए इसमें 5000mAh बैटरी और 33W फास्ट चार्जिंग दी जाएगी। फोटोग्राफी के लिए 50 मेगापिक्सल ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप और 16 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा है। 5G फोन में 6.77-इंच की फुल HD+ एमोलेड डिस्प्ले मिलेगी। इसकी कीमत करीब 18 हजार रुपए हो सकती है। लावा अग्नि 4: 20 नवंबर लावा मोबाइल्स अपना नया स्मार्टफोन अग्नि 4 इंडिया में 20 नवंबर को लॉन्च करेगी। इस मिड बजट स्मार्टफोन की कीमत 20 से 25 हजार रुपए के करीब हो सकती है। रियर कैमरा मॉड्यूल की वजह से लावा अग्नि 4 बैक साइड से कुछ हद तक आईफोन एयर जैसा दिखेगा। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इसे मीडियाटेक के डायमेंसिटी 8350 प्रोसेसर पर लॉन्च किया जा सकता है। पावर बैकअप के लिए मोबाइल में 7000mAh बैटरी दी जा सकती है। लावा अग्नि 4 को 6.78-इंच की फुल HD+ एमोलेड स्क्रीन पर लॉन्च किया जा सकता है। फोटोग्राफी के लिए इसमें 50 मेगापिक्सल डुअल रियर कैमरा मिल सकता है। ओप्पो फाइंड X9: 20 नवंबर ओपो फाइंड X9 सीरीज नवंबर में इंडिया में पेश होगी। सीरीज के बेस मॉडल की बात करें तो फाइंड X9 डाइमेंसिटी 9500 चिपसेट पर काम करता है। इसमें 6.59-इंच 1.5K फ्लैट OLED स्क्रीन दी गई है। फोन में पावर बैकअप के लिए 80W फास्ट वायर्ड और 50W वायरलेस चार्जिंग के साथ 7025mAh बैटरी मिलेगी। फोटोग्राफी के लिए ओपो फाइंड X9 फोन के ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप में 50 मेगापिक्सल सोनी LYT808 OIS सेंसर, 50 मेगापिक्सल सैमसंग JN5 अल्ट्रा-वाइड एंगल लेंस और 50 मेगापिक्सल LYT600 पेरिस्कोप टेलीफोटो लेंस दिया गया है। वहीं फ्रंट पर 32 मेगापिक्सल सोनी IMX615 सेल्फी मौजूद है। ओप्पो फाइंड X9 प्रो: 20 नवंबर फाइंड X9 प्रो भी नवंबर में इंडिया में लॉन्च होगा। कंपनी इसे भी डायमेंसिटी 9500 पर लाएगी, जिसके साथ ओपो ट्रिनिटी इंजन भी मिलेगा। मोबाइल में 6.78-इंच 2K एमोलेड स्क्रीन दी गई है। पावर बैकअप के लिए मोबाइल 7500mAh बैटरी सपोर्ट करता है। चार्जिंग के लिए 80W सुपरवूक वायर्ड, 50W एयरवूक वायरलेस और 10W का रिवर्स चार्जिंग मिलती है। यह 200MP कैमरा वाला ओपो मोबाइल है, जिसमें 50 मेगापिक्सल सोनी LYT828 OIS सेंसर और 50 मेगापिक्सल अल्ट्रा-वाइड एंगल लेंस भी मिलता है। इसमें सेल्फी के लिए भी 50MP कैमरा दिया गया है। कंपनी ने फ्लैगशिप ओपो फोन को IP66 + IP68 + IP69 रेटिंग के साथ लाएगी। ये फोन 20 नवंबर को भारत में लॉन्च किया जा सकता है। आईक्यू 15: 26 नवंबर फ्लैगशिप स्मार्टफोन आइकू 15 भारत में 26 नवंबर को लॉन्च होगा। इसमें भी क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 8 एलिट जेन 5 चिपसेट मिलेगा। फोन 100W वायर्ड और 40W वायरलेस फास्ट चार्जिंग के साथ 7000mAh बैटरी सपोर्ट करता है। इसमें 144Hz रिफ्रेश रेट और 6000nits पीक ब्राइटनेस वाली 6.85-इंच 2K OLED डिस्प्ले मिलेगा। इसमें 100X जूम वाला ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप मिलेगा, जिसमें 50 मेगापिक्सल सोनी IMX921 OIS सेंसर, 50 मेगापिक्सल अल्ट्रा-वाइड एंगल लेंस और 50 मेगापिक्सल 3x सोनी IMX882 पेरिस्कोप टेलीफोटो लेंस शामिल है। वहीं फ्रंट पर 32एमपी सेल्फी कैमरा दिया गया है। वीवो X300: लॉन्च डेट कंफर्म नहीं ओपो फाइंड X9 सीरीज को टक्कर देने वीवो X300 सीरीज भी इंडिया आ रही है। सीरीज के बेस मॉडल वीवो X300 5G फोन को डाइमेंसिटी 9500 प्रोसेसर पर लाया जा सकता है, जिसमें 16GB रैम मिल सकती है। इसमें 6040mAh बैटरी के साथ 90W वायर्ड और 40W वायरलेस चार्जिंग तकनीक दी गई है। मोबाइल 6.31-इंच 1.5K BOE Q10+ ओलेड स्क्रीन सपोर्ट करता है। वहीं फोटोग्राफी के लिए 200 मेगापिक्सल सैमसंग HPB सेंसर + 50 मेगापिक्सल LYT602 पेरिस्कोप टेलीफोटो लेंस + 50 मेगापिक्सल सैमसंग JN1 सेंसर वाला बैक कैमरा और 50 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा दिया गया है। वीवो X300 प्रो: लॉन्च डेट कंफर्म नहीं वीवो X300 प्रो कंपनी का सबसे पावरफुल फोन होगा, जो नवंबर में भारत में लॉन्च होगा। इसमें भी यूजर्स को मीडियाटेक डाइमेंसिटी 9500 ऑक्टा-कोर प्रोसेसर मिलेगा। इस वीवो फोन में 6.78 इंच 1.5K LTPO एमोलेड डिस्प्ले दी गई है, जिसे आर्मर ग्लास की प्रोटेक्शन प्राप्त है। फोटोग्राफी के लिए इसके ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप में 50 मेगापिक्सल सोनी LYT828 + 50 मेगापिक्सल अल्ट्रा-वाइड कैमरा + 200 मेगापिक्सल पेरिस्कोप टेलीफोटो लेंस दिया गया है। वहीं फ्रंट पर 50 मेगापिक्सल सेल्फी सेंसर मौजूद है। फोन में 6510mAh बैटरी मिलेगी, जिसके साथ 90W वायर्ड, 40W वायरलेस और रिवर्स वायरलेस चार्जिंग भी मिलेगी। रियलमी C85: लॉन्च डेट कंफर्म नहीं नवंबर में सस्ता रियलमी फोन C85 भी भारत में लॉन्च हो सकता है। इसकी शुरुआती कीमत करीब 10 हजार रुपए हो सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो स्मार्टफोन को 6000mAh बैटरी पर लाया जा सकता है, जिसके साथ 45W सुपरवूक फास्ट चार्जिंग तकनीक मिल सकती है। फोटोग्राफी के लिए इसमें 50 मेगापिक्सल बैक कैमरा और 8 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा दिया जा सकता है। इंडिया में इसे 4GB और 6GB रैम ऑप्शन के साथ उतारा जा सकता है। फोन में 128GB तक की स्टोरेज मिल सकती है। लो बजट रियलमी फोन में 90Hz रिफ्रेश रेट वाली IPS LCD स्क्रीन दी जाएगी। रियलमी C85 प्रो: लॉन्च डेट कंफर्म नहीं रियलमी C85 प्रो फोन दक्षिण एशियाई देशों में टीज हो चुका है, जो नवंबर में इंडियन मार्केट में भी उतारा जा सकता है। इसे 7000mAh बैटरी पर लॉन्च किया जाएगा। साथ ही स्मार्टफोन में 44वॉट फास्ट चार्जिंग टेक्नोलॉजी भी मिल सकती है। वॉटरप्रूफ फोन IP69 रेटिंग के साथ पेश किया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रियलमी C85 प्रो स्नैपड्रैगन 685 प्रोसेसर पर काम करेगा, जिसके साथ 8GB रैम और 256GB स्टोरेज मिलेगी। फोटोग्राफी के लिए इसमें भी 50 मेगापिक्सल कैमरा दिया जाएगा, वहीं फोन में 6.8-इंच की फुल HD+ एमोलेड स्क्रीन दी जा सकती है।
कैथल में मकान से कैश-जेवर और मोबाइल चोरी:काम से बाहर गया था परिवार, लौटने पर टूटे मिले ताले
कैथल जिले के सीवन में डीएवी कॉलोनी स्थित एक मकान से कर चोर लाखों रुपए के गहने नकदी व मोबाइल चोरी कर ले गए। इस दौरान परिवार के सदस्य अपने-अपने काम से घर के बाहर गए हुए थे। जैसे ही वह घर पर आए तो मकान व अलमारी के ताले टूटे हुए मिले। घर में सामान बिखरा हुआ था। इस संबंध में मकान की महिला मलिक मुस्कान ने सीवन थाना में शिकायत दी है। कमरों में बिखरा मिला सामान पुलिस ने शिकायत के आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। मुस्कान ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 2 नवंबर को उनके परिवार के सदस्य अपने काम से बाहर गए हुए थे। जैसे ही वे दोपहर को अपने घर वापस आए तो देखा कि मकान के अंदर से सामान चोरी हो चुका था। कमरों में सामान बिखरा हुआ था। सामान रिकवर करवाने की मांग उन्होंने अपने स्तर पर चोरों का पता लगाने का प्रयास किया लेकिन उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई। शिकायतकर्ता ने बताया कि चोर उनके घर से साढ़े सात तोले चांदी, एक मोबाइल व नकदी चोरी करके ले गए। इससे उन्हें काफी नुकसान हुआ है। शिकायतकर्ता ने चोरों का पता लगाने व उनका सामान रिकवर करवाने की मांग की है। सीवन थाना के जांच अधिकारी जरनैल सिंह ने बताया कि पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है। जांच के आधार पर ही आगामी कार्रवाई की जाएगी।
हरियाणा में करनाल जिले के घरौंडा में रविवार देर शाम को मोबाइल स्नेचिंग की वारदात सामने आई है। पीड़ित व्यक्ति ने नया मोबाइल फोन खरीदा था। वह बस स्टैंड पर मौजूद था, इसी दौरान दो युवक बाइक पर आए और मोबाइल फोन छीनकर फरार हो गए। व्यक्ति ने मामले की शिकायत तुरंत पुलिस को की। पुलिस ने शिकायत के आधार पर अज्ञात बाइक सवार युवकों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। नया फोन खरीदकर लौट रहा था गांव मदनपुर में राजेश राइस मिल में किराए पर रहने वाला कपिल देव अपने साथी विकास के साथ नया मोबाइल खरीदने गोयल कम्युनिकेशन दुकान गया था। कल देर शाम को वह फोन खरीदकर करनाल जाने के लिए नए बस स्टैंड की ओर पैदल लौट रहा था। जैसे ही दोनों नए बस स्टैंड के सामने स्थित वाल्मीकि चौक पर पहुंचे, तभी मोटरसाइकिल पर आए दो युवक उसके हाथ में पकड़ा मोबाइल वाला थैला झपटकर भाग गए। अचानक हुई वारदात से कपिल घबरा गया, लेकिन उसने तुरंत बाइक सवारों का पीछा किया, हालांकि आरोपी तेजी से भाग निकले। मोटरसाइकिल का नंबर भी देखा गया शिकायतकर्ता कपिल देव ने बताया कि वह मेहनत मजदूरी का काम करता है और एक एक पैसा जोड़कर उसने मोबाइल फोन खरीदा था। उसे मोबाइल फोन खरीद 15 मिनट भी नहीं हुए थे कि बाइक सवार स्नेचर उसका मोबाइल फोन छीनकर फरार हो गए। दोनों युवक एचएफ डीलक्स बाइक पर सवार होकर आए थे। थाने में दर्ज हुई शिकायत पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। जांच अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि मोबाइल स्नेचिंग की शिकायत मिली है। शिकायत के आधार पर अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को चैक किया जाएगा, ताकि चोरों का कोई सुराग लग सके।
जिले में साइबर ठगी का अलग मामला सामने आया है। व्यापारी के पार्सल को गलत जगह पहुंच जाने की कहानी बनाकर ठगों ने व्यापारी से 75 हजार रुपए ऐंठ लिए। व्यापारी ने थाने में आवेदन देकर शिकायत की है। मिली जानकारी के अनुसार घटना शहर के बड़े जैन मंदिर के पास चौधरी मोहल्ला निवासी राजेश कुमार जैन के साथ हुई है। उन्होंने बताया कि 1 नवंबर को उसका एक पार्सल आने वाला था। जब व्यापारी से बात की तो जानकारी मिली कि पार्सल गलत स्थान पर चला गया है। इस पर उसने इंटरनेट पर मिले कोरियर हेल्प नंबर 8817260656 पर कॉल किया। फोन उठाने वाले व्यक्ति ने बताया कि पिनकोड गलत होने से पार्सल अन्य जगह चला गया है और एड्रेस अपडेट करने के लिए 5 रुपये भेजने होंगे। उसने भुगतान के लिए मोबाइल नंबर 9999155144 दिया। राजेश ने ऑनलाइन 5 रुपये भेज दिए, जो सुखविंदर कौर के नाम पर गए। इसके बाद आरोपी ने राजेश को व्हाट्सऐप कॉल कर कहा कि “मोबाइल को टच मत करना, सिस्टम अपडेट हो रहा है।” इसी दौरान मोबाइल अचानक हैंग होने लगा। पास में मौजूद दुकानदार ने तत्काल मोबाइल बंद किया। लेकिन कुछ देर बाद जब मोबाइल चालू किया गया, तो राजेश के बैंक खाते से 75000 रुपये राज कुमार नाम के व्यक्ति के खाते में भेजे जा चुके थे। आरोपियों ने आगे भी 20,000, 25,000, 50,000, 50,000, 19,500 और 19,500 रुपये के अतिरिक्त लेनदेन की कोशिश की, जो मोबाइल बंद होने के कारण असफल रहे। घटना के बाद राजेश ने तत्काल अपने भाई विकास की मदद से बैंक खाते, फोन और संबंधित सेवाओं को ब्लॉक कराया। इसके बाद उन्होंने साइबर क्राइम के ऑनलाइन पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई। राजेश ने पुलिस से अनुरोध किया है कि मोबाइल नंबर, UPI आईडी और ट्रांजेक्शन विवरण के आधार पर आरोपियों की पहचान कर इनके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए और कट चुकी रकम की वापसी सुनिश्चित कराई जाए।
झांसी में रेलवे पटरी पर मिला युवक का शव:रात को अचानक घर से निकल गए, मोबाइल व पर्स घर पर छोड़ गया था
झांसी में रविवार सुबह एक युवक की लाश रेलवे पटरी पर मिली है। वो रात को अचानक घर से निकल गए थे। मोबाइल और पर्स भी घर पर छोड़ गए थे। शव मिलने के बाद से परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। मृतक के बेटे ने कहा- मौत की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है। पिता के मोबाइल से मौत का राज खुल सकता है। फिलहाल पुलिस ने शव कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। पूरा मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है। ड्राइवरी करता था फाजिल मृतक का नाम फाजिल खान (47) पुत्र अजमल था। वह कोतवाली क्षेत्र के बिसातखाना राई का ताजिया का रहने वाला था। मृतक के बेटे फैजान ने बताया- पिता किसी की कार चलाते थे। शनिवार रात को घर पर आए तो ड्रिंक किए थे। रात करीब 11 बजे वो घर से निकल गए। अपना मोबाइल और पर्स भी घर पर छोड़ गए। रात को तलाश किया, लेकिन उनका कोई सुराग नहीं लगा। आज सुबह दो पुलिसकर्मी घर पर आए और बताया कि पिता की लाश फिल्टर रोड पर पटरी के किनारे पड़ी है। तब सभी घरवाले मौके पर पहुंचे। लोग बता रहे हैं कि ट्रेन से कट गए। मगर ट्रेन से कटते तो ज्यादा चोट होती। सिर्फ सिर में चोट लगी थी। हमारी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है। अब पुलिस जांच करे।
करमाजीतपुर में ट्रेन से कटकर युवक की मौत:ट्रैक पार करते समय चपेट में आया, मोबाइल से हुई पहचान
देवरिया जिले के गौरीबाजार थाना क्षेत्र स्थित करमाजीतपुर रेलवे ट्रैक पर रविवार सुबह एक युवक का शव मिला। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, युवक की मौत ट्रेन की चपेट में आने से हुई है। सूचना मिलते ही गौरीबाजार पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। मृतक की पहचान 35 वर्षीय राम खयाली यादव के रूप में हुई है, जो जगदीश यादव के पुत्र और गौरीबाजार थाना क्षेत्र के हरेरामपुर गांव के निवासी थे। पुलिस को घटनास्थल से एक मोबाइल फोन मिला, जिसकी मदद से मृतक की शिनाख्त की गई। फोन में मिले संपर्क नंबरों के जरिए पुलिस ने परिजनों को घटना की सूचना दी। परिजन बोले-शाम को घर से निकले सुबह मौत की सूचना मिली परिजनों ने पुलिस को बताया कि राम खयाली शनिवार शाम किसी काम से घर से निकले थे, लेकिन रातभर वापस नहीं लौटे। रविवार सुबह करमाजीतपुर रेलवे ट्रैक के पास राहगीरों ने शव देखकर पुलिस को सूचित किया था। स्थानीय लोगों के अनुसार, देर रात कोई तेज रफ्तार ट्रेन वहां से गुजरी थी, संभवतः उसी दौरान यह हादसा हुआ। पुलिस ने बताया कि मामले की विस्तृत जांच की जा रही है। मौत के सटीक कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चल पाएगा। घटना की जानकारी मिलते ही परिजन मौके पर पहुंच गए थे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए देवरिया मेडिकल कॉलेज भेज दिया है।
कौशांबी के सिराथू कस्बे में दशहरे मेले के दौरान मोबाइल छीनने के बाद हुई मारपीट में पीड़ितों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि हमलावरों ने उन्हें जान से मारने की नीयत से रेलवे पटरियों पर लिटाया और कुएं में फेंकने की कोशिश की। यह घटना सैनी कोतवाली क्षेत्र में हुई। बीती रात दशहरे मेले में सैनी थाना क्षेत्र के रोहित अपने चचेरे भाइयों बृजेश और मनोज कुमार सहित अन्य साथियों के साथ मेला देखने गए थे। रात करीब 1 बजे भीड़ में एक युवक ने रोहित का मोबाइल और पर्स छीन लिया और भागने लगा। रोहित के साथ मौजूद बृजेश, मनोज और अन्य लोगों ने मोबाइल छीनकर भाग रहे युवक का पीछा किया। उसे पकड़ते ही मारपीट शुरू हो गई। पीड़ित रोहित का आरोप है कि उस युवक के साथ करीब दर्जन भर लोग थे, जिन्होंने उन्हें बुरी तरह पीटा। पीड़ितों के अनुसार, हमलावर उन्हें घसीटकर रेलवे लाइन की पटरियों पर ले गए, जहां काफी देर तक कोई ट्रेन नहीं आई। इसके बाद उन्हें डीएफसी रेलवे लाइन पर ले जाया गया, लेकिन वहां भी ट्रेन नहीं आई।हमलावरों की संख्या लगभग दर्जन भर थी। जब ट्रेन नहीं आई, तो वे पीड़ितों को फेंकने के लिए कुआं ढूंढने लगे। पीड़ितों ने जब कहा कि उन्होंने सभी को पहचान लिया है, तो हमलावर उन्हें धक्का देकर मौके से भाग निकले। पीड़ित रोहित सहित सभी छह लोगों ने सैनी कोतवाली पुलिस को अज्ञात लोगों के खिलाफ तहरीर दी है। इस घटना से संबंधित मारपीट का रविवार को सामने आया है, जिसके आधार पर पुलिस मामले की जांच-पड़ताल में जुटी हुई है।
प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर मोबाइल चोर गिरफ्तार:पुलिस ने चोरी का INFINIX 5G फोन बरामद किया
प्रयागराज में रेलवे प्लेटफार्म नंबर 1 के पास रेलवे कॉलोनी गेट के समीप एक मोबाइल चोर को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने उसके कब्जे से चोरी का एक INFINIX 5G टच स्क्रीन मोबाइल बरामद किया, जिसकी अनुमानित कीमत लगभग ₹16,000 है। यह गिरफ्तारी आज लगभग 11:55 बजे हुई। गिरफ्तार युवक की पहचान सन्जीत भारतीया (उम्र करीब 26 वर्ष) के रूप में हुई है, जो साहा उर्फ पीपल गांव, थाना एयरपोर्ट कमिश्नरेट, प्रयागराज का निवासी है। बरामद मोबाइल की पहचान IMEI नंबरों 350360932576329 और 350360932576337 के आधार पर की गई। फोन में सिम नहीं थी, लेकिन वह चालू हालत में था। इस संबंध में थाना जीआरपी प्रयागराज में प्रकरण दर्ज किया गया है। मामले की जांच जारी है और आरोपी को माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है। पुलिस के अनुसार, सन्जीत का आपराधिक इतिहास भी है। उसके खिलाफ आबकारी अधिनियम, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम, चोरी और भाड़वी संबंधी कई मामले दर्ज हैं, जिनमें मुकदमा संख्या 47/22, 616/22, 55/22 और 255/25 शामिल हैं। जांच अधिकारी बताते हैं कि सन्जीत रेलवे स्टेशन और चलती ट्रेनों में यात्रियों के मोबाइल व सामान छीनकर बेच देता था और उससे मिली रकम से अपना जीवन यापन करता था। यह गिरफ्तारी क्षेत्राधिकारी रेलवे प्रयागराज अरुण कुमार पाठक के पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक अकलेश कुमार सिंह और उप निरीक्षक अरविंद कुमार यादव के नेतृत्व में रेल पुलिस और आरपीएफ की संयुक्त टीमों द्वारा की गई। गिरफ्तारी दल में आरपीएफ और जीआरपी के अन्य जवान ओमवीर सिंह, विशाल तिवारी, जफर आलम तथा सुनील कुमार (RPF CIB) भी शामिल थे। पुलिस ने यात्रियों से अपील की है कि वे अपने कीमती सामानों पर नजर रखें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत जीआरपी/आरपीएफ को दें। मामले की आगे की जांच जारी है और बरामद मोबाइल व अन्य सबूतों की छानबीन की जा रही है।
पानीपत के गांव रिसालू में बीती रात चोरों ने एक घर को निशाना बनाकर चोरी की वारदात को अंजाम दिया। वारदात के समय घर के सभी सदस्य गहरी नींद में सो रहे थे। सुबह उठने पर जब घर का सामान बिखरा देखा गया तब चोरी का पता चला। पीड़ित रविंद्र पहले पानीपत डाकघर में पोस्टमैन रह चुके हैंI उन्होंने सेक्टर 29 थाना में शिकायत दी। रविंद्र ने पुलिस को बताया कि रात उनका परिवार घर में सो रहा था। इसी दौरान अज्ञात चोर दीवार फांदकर घर में दाखिल हो गए और अलमारी को तोड़कर उसमें रखे तीन मोबाइल फोन और नकदी चोरी करके फरार हो गए। जब सुबह परिवार की आंख खुली तो उन्होंने घर के भीतर का सामान बिखरा देखा। अलमारी खुली पड़ी थी और फोन व नकदी गायब थी। इसके बाद तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही सेक्टर 29 थाना पुलिस टीम मौके पर पहुंची और घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने घर के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है ताकि चोरों की पहचान की जा सके। प्रारंभिक जांच में अनुमान लगाया जा रहा है कि चोरी की रकम करीब 40 हजार रुपए से अधिक की है। आसपास के लोगो ने पुलिस लेगी जानकारी थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आस-पड़ोस के लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। स्थानीय लोगों ने रात के समय क्षेत्र में पुलिस गश्त बढ़ाने की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि पिछले कुछ समय से गांव और आसपास के इलाकों में चोरी की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।
एक 70 साल की महिला अपनी 3 साल की दोहिती के साथ गलत ट्रेन में बैठ जाती है। जिससे घर से सैकड़ों KM दूर पाली पहुंच जाती है। प्लेटफॉर्म पर वृद्धा को घबराया हुआ देख लोग पुलिस को कॉल करते है। पुलिस उसे सखी सेंटर लाती है। लेकिन वृद्धा की न भाषा समझ में आ रही थी न ही उसके पास कोई मोबाइल नंबर था। वृद्धा के पास मिले आधार कार्ड के जरिए उसके रिश्तेदार का नंबर मिला तो उन्हें वृद्धा के पाली होने की जानकारी दी। परिजन शनिवार को पाली पहुंचे और सकुशल वृद्धा और उसकी दोहिती को वापस गांव ले गए। उन्होंने पाली पुलिस और सखी सेंटर के प्रभारी को थैंक्स कहा। दरअसल हुआ यूं कि 70 साल की वृद्धा एक 3 साल की बच्ची के साथ 30 अक्टूबर को पाली रेलवे स्टेशन पर इधर-उधर भटक रही थी। वह बहुत घबराई हुई लगी तो कुछ यात्रियों ने उससे बात की लेकिन भाषा अलग होने से उन्हें उसकी बातें समझ नहीं आ रही थी। ऐसे में औद्योगिक नगर थाने में कॉल किया। जहा से आए ASI ओमप्रकाश जोशी उसे पाली के बांगड़ हॉस्पिटल परिसर में बने सखी सेंटर ले गए। आधार कार्ड बना पहचान का आधारसखी सेंटर प्रभारी देवी बामणिया ने सेंटर सखी सेंटर और फिर छत्तीसगढ़ सखी सेंटर में कॉल कर सारी बात बताई लेकिन वृद्धा कौनसे गांव की है और उसके परिजनों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली। ऐसे में उन्हें वृद्धा के पास उसकी दोहिती का आधार कार्ड मिला। जिसे ऑनलाइन खंगालने पर उसमें एक मोबाइल नंबर मिला। उस पर कॉल कर पूरी जानकारी दी। धन्यवाद देकर ले गए वृद्धा कोवृद्धा के रिश्तेदारों जब पता चला कि वृद्धा और दोहिती राजस्थान के पाली में है। तो वे वहां से रवाना हुए और 1 नवंबर को पाली सखी सेंटर पहुंचे। यहां पाली पुलिस और सखी सेंटर प्रबंधन का धन्यवाद देते हुए दोनों को सकुशल वापस अपने गांव ले गए।
शाहरुख के फोन का सीक्रेट आउट: 17 मोबाइल नंबर, फिर भी कॉल नहीं उठाते किंग खान
जरा सोचिए… हम जैसे लोगों के पास एक फोन, उसमें दो सिम, और कॉल आती है तो लगता है कोई बहुत जरूरी काम होगा। लेकिन भाई, शाहरुख खान का मामला तो कुछ और ही लेवल पर है! किंग खान के पास एक-दो नहीं… पूरे 17 मोबाइल नंबर हैं! हाँ, पूरे सत्रह! अब कोई पूछे कि इतने फोन कौन रखता है? जवाब — वो रखते हैं जिनकी फैन फॉलोइंग में पूरा देश और आधी दुनिया शामिल हो। किस्सा शुरू हुआ शाहरुख के दोस्त विवेक वासवानी से। उन्होंने हाल ही में खुलासा किया कि शाहरुख इतने फोन नंबर चलाते हैं। और मज़े की बात ये कि उनके पास शाहरुख का सिर्फ एक ही नंबर है। बाकी 16 नंबर? अरे भाई, वो तो किसी गुप्त एजेंट की फाइल में होंगे शायद! अब सोचने वाली बात ये है कि इतने नंबरों की जरूरत क्या? लगता है एक परिवार के लिए, एक फिल्मों वालों के लिए, एक दोस्तों के लिए, एक खास दोस्तों के लिए, एक बिजनेस के लिए, एक सिर्फ मन्नत के डिलीवरी बॉय के लिए… और बाकी? शायद इनकमिंग कॉल से बचने के लिए वैसे विवेक ने बताया कि उन्होंने खुशी-खुशी शाहरुख को फोन किया था उनकी हालिया फिल्मों की सफलता पर बधाई देने। लेकिन कुरुप हकीकत — फोन नहीं उठा! बाद में शाहरुख ने कॉल किया, पर इस बार विवेक नहा रहे थे। मतलब दोनों का फोन-भाग्य ऐसा कि कभी एक साथ लाइन पर मिलने नहीं दिए किस्मत ने। सच कहें तो, शाहरुख पर ये फोन ना उठाने वाली बात जचती भी है। उनके यारों ने बरसों से शिकायत की है कि भाई साहब कॉल उठाते ही नहीं! फराह खान ने तो पहले ही क्लियर कर दिया था- “शाहरुख कॉल बैक नहीं करते।” तो अगर आप सोच रहे हैं सालों से शाहरुख आपको घोस्ट कर रहे हैं… चिंता मत करो, लिस्ट में आप अकेले नहीं हो।
सांप के डसने पर अस्पताल में मोबाइल से चली झाड़-फूंक
भास्कर संवाददाता | अशोकनगर जिला अस्पताल में शनिवार दोपहर करीब 12.30 बजे अजीब नजारा देखने को मिला। यहां सांप द्वारा डसे गए मरीज को उसके कान पर मोबाइल लगाकर करीब 15 से 20 मिनट तक झाड़ फूंक चलती रही। इस दौरान अस्पताल में पलंग पर लेटे अन्य मरीज भी अचंभित नजर आए। दरअसल, मोनू अहिरवार पुत्र रणवीर अहिरवार 30 साल निवासी ककरुआ विदिशा जिले के ग्राम पडरिया में अपनी ससुराल गया था। खाना खाने के बाद वह सोने के लिए तख्त पर गया था। तभी बिस्तर पर बैठे सांप ने उसे अचानक डस लिया, इसके बाद उसके परिजन तुरंत उसे इलाज के लिए सिविल अस्पताल मुंगावली लाए, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक इलाज के बाद उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जिला अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था। जिला अस्पताल में दोपहर 12 बजे इस तरह की झाड़-फूंक अस्पताल में शनिवार दोपहर 12 बजे उक्त मरीज के कान में मोबाइल लगाकर मंत्र फूंके गए। इस दौरान उसके परिजनों ने उसके मुंह पर पानी के छींटे भी मारे। अस्पताल में झाड़ फूंक का यह सिलसिला करीब 15 से 20 मिनट तक चलता रहा। इससे अस्पताल में अन्य बेड पर इलाज करा रहे मरीज भी अचंभित नजर आए।
राजस्थान पुलिस ने चेतावनी जारी की है कि साइबर ठग “आमंत्रण.apk” नामक नकली ई-निमंत्रण फाइल भेजकर मोबाइल हैक कर रहे हैं। शादी सीजन में बढ़ते इन साइबर अपराधों से बचने के लिए पुलिस ने सतर्कता बरतने और केवल अधिकृत ऐप स्रोतों से ही डाउनलोड करने की सलाह दी है।
जयपुर कमिश्नरेट की वेस्ट जिला पुलिस ने अक्टूबर माह की कार्रवाई का रिकॉर्ड जारी किया है। अक्टूबर माह में वेस्ट जिला पुलिस ने साइबर शील्ड अभियान के पुलिस थाना चौमूं, झोटवाड़ा व भांकरोटा में 3 एफआईआर दर्ज की। इसमें 8 बदमाशों को गिरफ्तार किया व 1 आरोपी को 170 बीएनएस में गिरफ्तार किया गया। अभियान के दौरान खातों में साइबर ठगी से प्राप्त 1,02,32,794 रुपए होल्ड कराए गए। अक्टूबर माह में साइबर सेल जयपुर वेस्ट द्वारा 28,76,267 लाख रुपए पीड़ितों के रिफंड कराए। अक्टूबर माह में अब तक 85 मोबाइल फोन रिकवर किए गए। इनकी बाजार कीमत 22,50,000 लाख रुपए। पुलिस ने इस माह में साइबर अपराध में काम में ली गई 100 फर्जी सिम ब्लॉक करवाई। डीसीपी वैस्ट हनुमान प्रसाद मीणा ने बताया- उनकी टीम पुलिस मुख्यालय द्वारा दिए गए सभी टास्क को पूरा कर रही है। टीम निरंतर क्राइम कंट्रोल की दिशा में काम कर रही है।
झुंड से बिछड़ा एक जंगली हाथी पिछले तीन दिनों से महुआडांड़ और आसपास के इलाकों में परेशानी का कारण बना हुआ है। शनिवार को इस हाथी ने बारेसांढ़ थाना क्षेत्र में एक यात्री बस को लगभग तीन घंटे तक अपने कब्जे में रखा। हाथी सड़क पर चल रहा था और उसके पीछे लोगों की भीड़ जमा थी। इसी दौरान लातेहार से महुआडांड़ जा रही एक यात्री बस के चालक ने हाथी को देखकर गाड़ी रोक दी। चालक ने सभी यात्रियों को बस से उतरकर सुरक्षित स्थान पर जाने की सलाह दी। थोड़ी देर बाद हाथी बस के पास पहुंचा और खिड़की व गेट तोड़कर यात्रियों का खाने-पीने का सामान खा गया। इस दौरान सड़क पर जुटी भीड़ मोबाइल से हाथी का वीडियो बनाती रही। वन विभाग की टीम हाथी को खदेड़ने में सफल रही कई यात्रियों ने बताया कि उनका छठ का प्रसाद भी हाथी खा गया। लगभग तीन घंटे बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और हाथी को खदेड़ने में सफल रही। वहीं, हाथी ने बारेसांढ़ थाना मुख्यालय के कई ग्रामीणों के घरों को भी क्षतिग्रस्त किया है। यह हाथी अपने झुंड से बिछड़कर शहरी इलाके में घुस गया है। स्थानीय लोगों से अनावश्यक भीड़ न लगाने की अपील रेंजर नंदकुमार महतो ने बताया कि जंगली हाथी की सूचना मिलने के बाद ग्रामीणों की इतनी भीड़ जमा हो जाती है कि राहत कार्य चलाना मुश्किल हो जाता है। उन्होंने स्थानीय लोगों से अनावश्यक भीड़ न लगाने की अपील की, जिससे हाथी भी परेशान हो रहा है और उसे जंगल की ओर भगाने में वन विभाग को दिक्कत आ रही है। -------------------------------- ये भी पढ़िए लातेहार में जंगली हाथी सड़क पर पहुंचा:झुंड से बिछड़ रोड पर 12 KM चला, मुख्य शहर में घुसा; वन विभाग कर रहा निगरानी लातेहार जिले के महुआडांड़ थाना क्षेत्र के बोरकोना गांव के पास गुरुवार को एक जंगली हाथी सड़क पर आ गया, जिससे अफरातफरी मच गई। यह हाथी अपने झुंड से बिछड़ गया था और महुआडांड़-नेतरहाट मुख्य मार्ग पर करीब पांच घंटे तक मौजूद रहा, जिससे दहशत का माहौल बना रहा। पढ़िए पूरी खबर...
साइबर क्रिमिनल्स की ओर से शादियों के सीजन में फ्रॉड का नया तरीका निकाला गया है। साइबर क्रिमिनल्स की ओर से शादी का ई-इनविटेशन सोशल मीडिया पर भेजा रहा है। फेक इनविटेशन लिंक को क्लिक करते ही मोबाइल हैक के साथ प्राइवेट-बैंकिंग डाटा चुरा रहे है। राजस्थान पुलिस की साइबर क्राइम ब्रांच ने आमजन को फ्रॉड से बचाने के लिए एडवाइजरी जारी की है। डीआईजी (साइबर क्राइम) विकास शर्मा ने बताया- शादी-विवाह के सीजन में साइबर ठगों ने फ्रॉड के लिए नया पैतरा अपनाया है। साइबर फ्रॉड के लिए सोशल मीडिया, वॉट्सऐप और ई-मेल के जरिए ई-निमंत्रण (इनविटेशन) व गिफ्ट लिंक भेजे जा रहे है। ई-इनविटेशन के नाम पर एक फेक .apk फाइल भेजते है। जिसका नाम अक्सर आमंत्रण.apk होता है, जिसे सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। यूजर जैसे ही शादी के आमंत्रण या लोकेशन लिंक समझकर इस पर क्लिक करते है। यह एप्लिकेशन मोबाइल में इंस्टॉल हो जाता है। यह कोई नॉर्मल ऐप नहीं बल्कि एक बैकडोर मैलवेयर है, जो डिवाइस को हैक कर लेता है। एक बार इंस्टॉल होने के बाद यह मैलवेयर चुपके से SMS (टैक्स मैसेज), कॉन्टैक्ट लिस्ट, कैमरा और फाइल एक्सेस जैसी संवेदनशील अनुमतियां प्राप्त कर लेता है। इसके बाद यह गुप्त रूप से यूजर की व्यक्तिगत जानकारी, बैंकिंग डिटेल्स, ओटीपी और पासवर्ड को एकत्रित करना शुरू कर देता है। साइबर क्रिमिनल्स इसी चोरी किए गए डेटा का यूज करके बड़े पैमाने पर फ्रॉड को अंजाम दे रहे हैं, जिससे आमजन की गाढ़ी कमाई खतरे में पड़ रही है। पुलिस ने महत्वपूर्ण सुरक्षा सलाह साइबर क्राइम शाखा ने आमजन से अपील की है कि वे किसी भी संभावित नुकसान से बचने के लिए इन सुरक्षा उपायों का कड़ाई से पालन करें।- किसी भी ई-निमंत्रण या गिफ्ट लिंक पर क्लिक करने से पहले भेजने वाले की पहचान सुनिश्चित करें।- मोबाइल सेटिंग्स में Install from unknown sources विकल्प को तुरंत Disabled करें।- हमेशा केवल गूगल प्ले स्टोर या एप्पल ऐप स्टोर जैसे अधिकृत ऐप स्टोर से ही एप्लिकेशन डाउनलोड करें।- अपने मोबाइल में एक विश्वसनीय एंटीवायरस या मोबाइल सिक्योरिटी एप्लिकेशन का उपयोग करें। शिकायत दर्ज करने के लिए संपर्क करें यदि आप इस प्रकार की धोखाधड़ी का शिकार होते हैं, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। सहायता के लिए साइबर हेल्प लाईन नम्बर 1930 पर कॉल करें या https://cybercrime.gov.in पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराएं। किसी भी प्रकार की सहायता के लिए पुलिस मुख्यालय के हेल्पडेस्क नंबर 9256001930 या 9257510100 पर भी संपर्क किया जा सकता है।
डूंगरपुर में मोबाइल शॉप पर चोरी:शटर तोड़कर हजारों के मोबाइल और एसेसरीज ले गए
डूंगरपुर जिले के दोवड़ा थाना क्षेत्र में गुरुवार तड़के एक मोबाइल दुकान को चोरों ने निशाना बनाया। चोरों ने दुकान का ताला और शटर तोड़कर हजारों रुपए के मोबाइल फोन, कैमरा और एसेसरीज चोरी कर ली। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। ऊपरगांव निवासी दिनेश पाटीदार ने बताया कि उनकी दोवड़ा बाजार में मोबाइल रिपेयरिंग और बिक्री की दुकान है। बुधवार देर शाम वह रोजाना की तरह दुकान बंद कर घर चले गए थे। गुरुवार सुबह उन्हें सूचना मिली कि उनकी दुकान का शटर और ताला टूटा हुआ है। सूचना मिलते ही दिनेश पाटीदार मौके पर पहुंचे, जहां पुलिस भी निरीक्षण के लिए पहुंच चुकी थी। दुकान की जांच करने पर पता चला कि चोर सात नए मोबाइल फोन, एक कैमरा, सात मरम्मत के लिए आए मोबाइल और कई महंगी एसेसरीज चोरी कर ले गए हैं। चोरी हुए सामान की कीमत हजारों रुपए आंकी जा रही है। पीड़ित ने इस संबंध में दोवड़ा थाना पुलिस को लिखित रिपोर्ट दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और चोरों की तलाश में जुट गई है। पुलिस आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है ताकि आरोपियों का सुराग मिल सके। पुलिस का कहना है कि जल्द ही चोरों को पकड़ लिया जाएगा। वहीं इस वारदात से क्षेत्र के व्यापारियों में रोष और दहशत का माहौल है। व्यापारी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने की मांग कर रहे हैं।
लखनऊ के गौतमपल्ली थानाक्षेत्र में बैरियर से टकराकर बाइक सवार युवक की मौत हो गई। युवक शुक्रवार रात पार्टी से लौटते वक्त 1090 चौराहे स्थित चटोरी गली चला गया। रास्ता बंद करने के लिए लगाए गए बैरियर में टकरा गया। जिसके बाद गंभीर हालत में पुलिस ने उसे सिविल अस्पताल पहुंचाया। जहां इलाज के दौरान मौत हो गई। इंदिरानगर, जरहरा निवासी शनि गौतम (30) स्काई विज कंपनी में डीजे ऑपरेटर का काम करता था। शुक्रवार रात ऑफिस के दोस्तों के साथ पार्टी में गया था। वहां से लौटने के दौरान करीब 3 बजे शनि अपनी बाइक से अकेले चटोरी गली की तरफ चला गया। जहां लामार्टिनियर स्कूल के पास लगाए गए बैरियर में टकरा गया। इलाज के दौरान दम तोड़ा वहां मौजूद गार्ड प्रमोद यादव टक्कर की आवाज सुनकर पहुंचे तो देखा कि शनि लहुलुहान हालत में पड़ा है। जिसके बाद पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे गंभीर हालत में सिविल अस्पताल पहुंचाया। जहां इलाज के दौरान शनि ने दम तोड़ दिया। बड़े भाई संजय ने बताया कि शनि की तीन साल पहले रेखा से शादी हुई थी। दोनों का डेढ़ साल का लड़का है। युवक की पहचान करने में हुई मुश्किल इंस्पेक्टर गौतमपल्ली रत्नेश कुमार सिंह ने बताया- घटना के बाद युवक की पहचान नहीं हो पा रही थी। उसके पास मिले मोबाइल और बाइक की मदद से शनि के परिजनों को घटना की सूचना दी गई। शव का पोस्टमॉर्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया है।
भिवानी में युवक को बेरहमी से पीटा:एक लाख कैश व मोबाइल छीना, बाइक सवार तीन युवकों ने रास्ते में रोका
भिवानी के गांव देवसर निवासी एक युवक के साथ मारपीट करके एक लाख रुपए कैश व मोबाइल फोन छीनने का मामला सामने आया है। वारदात गांव से भिवानी आते समय बीच रास्ते में हुई। घायल को उपचार के लिए नागरिक अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। घायल की पहचान गांव देवसर निवासी नवीन के रूप में हुई है। घायल नवीन ने बताया कि वह ई-रिक्शा चलाता है। 30 अक्टूबर को वह भिवानी आ रहा था। गांव के ही एक व्यक्ति ने उसे भिवानी मंडी में किसी व्यक्ति को देने के लिए एक लाख रुपए दिए थे। ऐसा संदेह है कि इस पैसे की भनक गांव के ही कुछ असामाजिक तत्वों को लग गई। बाइक सवार लोगों ने रोका शाम को जब वह लोहारू रोड पर देवसर से भिवानी आते समय गंदे नाले के पास पहुंचा, तो मोटरसाइकिल पर सवार गांव के ही तीन लोगों ने उसे रोक लिया। तीनों ने नवीन पर डंडों से हमला किया, जिसमें उसके हाथ और पैर में गंभीर चोटें आईं। पिटाई के बाद उससे एक लाख रुपए और उसका मोबाइल फोन छीनकर घायल अवस्था में छोड़कर भाग गए। नवीन को घायल अवस्था में उसके भतीजे मंगल ने देखा, जो पास में ही पुरानी गाड़ियों में रंग-रोगन का काम कर रहा था। मंगल तुरंत नवीन को उठाकर भिवानी के नागरिक अस्पताल लेकर आया। मामले की सूचना तुरंत कानूनी कार्रवाई के लिए जुई थाने को दी गई। न्याय दिलाने की मांग उठाईपीड़ित परिवार ने न्याय की मांग करते हुए जन संघर्ष समिति भिवानी के संयोजक और भिवानी विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी व माकपा नेता कॉमरेड ओमप्रकाश से संपर्क किया। कॉमरेड ओमप्रकाश, सीटू जिला सचिव एवं संघर्ष समिति के सह-संयोजक अनिल कुमार, राजाराम और अमीर सिंह नागरिक अस्पताल पहुंचे। उन्होंने नवीन और उसके परिवार से मुलाकात कर घटना की जानकारी ली। कॉमरेड ओमप्रकाश ने पुलिस से शीघ्र निष्पक्ष जांच करके दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने और छीनी गई राशि व मोबाइल फोन नवीन को तुरंत दिलवाने की मांग की।
एलन मस्क का बड़ा दावा : 5-6 साल बाद 'स्मार्टफोन युग' खत्म! न Apps, न iOS/Android, सिर्फ AI
Smartphone era will end in 5-6 years: कल्पना कीजिए, एक ऐसा दौर जहां आपका स्मार्टफोन सिर्फ एक स्क्रीन न हो, बल्कि आपकी हर कल्पना को जीवंत करने वाला जादू का लैंप हो। जहां ऐप्स और ऑपरेटिंग सिस्टम की दुनिया खत्म हो जाए, और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) ...
अपराध जांच में तेजी और सटीकता लाने के लिए चूरू जिला पुलिस को एक हाई-टेक 'फॉरेंसिक मोबाइल वैन' मिल गई है। यह वैन मौके पर पहुंचकर अपराध से जुड़े साक्ष्य तुरंत एकत्र करेगी और जांच को पेशेवर बनाएगी। इससे हत्या, चोरी, दुर्घटनाओं और नशे से जुड़े मामलों में सबूत जुटाने की प्रक्रिया अब और भी तेज़ हो जाएगी। फॉरेंसिक मोबाइल यूनिट प्रभारी कृष्ण कुमार ने बताया कि इस वैन में क्राइम सीन प्रोटेक्शन किट, नारकोटिक्स टेस्ट किट, सैंपल प्रिजर्वेशन सिस्टम, लाइव डॉक्यूमेंटेशन कैमरा और फिंगरप्रिंट लिफ्टिंग सेट जैसे अत्याधुनिक उपकरण लगे हैं। ये सभी डिवाइस मौके पर ही सबूत सुरक्षित करने और उनका प्राथमिक विश्लेषण करने में सक्षम हैं। कृष्ण कुमार ने बताया कि पहले अपराध स्थल से साक्ष्य इकट्ठा कर उन्हें लैब तक पहुंचाने में काफी समय लग जाता था, जिससे जांच प्रभावित होती थी। अब यह वैन घटनास्थल पर ही रिपोर्ट तैयार करने की सुविधा देगी, जिससे पुलिस की कार्यकुशलता में उल्लेखनीय सुधार होगा। अधिकारियों का मानना है कि यह “सुपर टूल” अपराधियों तक तेजी से पहुंचने में मददगार साबित होगा। आधुनिक फॉरेंसिक तकनीक से लैस यह मोबाइल वैन चूरू पुलिस की जांच प्रणाली को नया आयाम देगी और जिले में अपराध जांच के स्तर को अत्याधुनिक बनाएगी।
भोपाल के अंकित साहू की थाईलैंड के समुद्र में डूबने से मौत हो गई। वे मेडिकल कंपनी बीएल लाइफ साइंस में काम करते थे। 23 अक्टूबर को कंपनी के कर्मचारियों के साथ टूर पर थाईलैंड गए थे। 27 अक्टूबर को अंकित के एक साथी ने परिवार को फोन पर सूचना दी कि अंकित समुद्र में डूब गए थे। उनके फेफड़ों में पानी भर गया। कुछ देर बाद बताया कि अंकित की मौत हो चुकी है। अंकित की अचानक हुई मौत के बाद परिवार को साजिश की आशंका नजर आ रही है। दैनिक भास्कर ने भोपाल के शाहजहानाबाद के इन्फेंट्री रोड पर अंकित के घर जाकर उनके पिता और बहन से बातचीत की। बहन आयुषी ने कहा कि भाई तैरना जानता था। जबकि मौत डूबने से हुई तो उनके एक साथी ने मोबाइल का पासवर्ड क्यों मांगा था? दूसरी ओर, पिता रोते हुए बार-बार कह रहे हैं कि अब मेरी पोती और परिवार को कौन संभालेगा। जैसे-तैसे पाल-पोस कर बड़ा किया था। हे भगवान, ये क्या हो गया? जिस दिन वापस आना था उसी दिन डूबेअंकित की बहन आयुषी ने बताया कि भैया 23 अक्टूबर को यहां से निकले थे। 5 दिन बाद उनके वापस आने का प्रोग्राम था। जिस दिन वो वापस आने वाले थे उस दिन 12 बजे तक उनसे हमारी बात हुई। 3 बजे हमारे पास कॉल आता है कि भैया के फेफड़ों में पानी भर गया है। वे आईसीयू में एडमिट हैं। हमने सोचा कि फेफड़ों में पानी है तो निकल जाएगा। फिर आधे-एक घंटे बाद ये डिक्लेयर कर दिया कि अब वो नहीं रहे। पासवर्ड के पैटर्न का वीडियो ड्रॉ करायाअंकित की बहन आयुषी ने बताया कि सबसे पहले उन्होंने (भैया के साथ गए कलीग ने) भाभी से मोबाइल का पासवर्ड मांगा। उनको पासवर्ड मांगने की क्या जरूरत थी? ये हमें समझ में नहीं आया। क्योंकि, उनके पास भाभी का नंबर पहले से था। हमारी भाभी से उन्होंने पासवर्ड के पैटर्न का वीडियो ड्रा करवाकर लिया। हमें नहीं पता हमारे भाई के साथ क्या हुआ? वो लोग जो बता रहे हैं हमें भी वही पता है कि उन्होंने यह-यह बताया। सवाल- पासवर्ड किसने मांगा था?आयुषी- जो उनके साथ उनके कलीग संतोष निकेश ये लोग थे। जब भैया के साथ ये हुआ तब निकेश नाम का लड़का उनके साथ था। सवाल- आप सरकार से क्या चाहती हैं?आयुषी- हम सरकार से पूरा सहयोग चाहते हैं। भैया पर मेरी मां, पापा, भाभी, छोटे भाई, बुआ और मेरी ढाई साल की भतीजी सब लोग डिपेंडेंट थे। हमारा पूरा परिवार खत्म हो चुका है। हम लोगों के लिए हर दिन रोने वाला दिन है। पिता देवेंद्र ने बीच में ही रूंधे हुए गले से कहा... सवाल- आप लोग उनके साथियों से जब पूछते हैं तो वे क्या जवाब दे रहे हैं?आयुषी- हम पहले चाहते थे कि हमारे भैया की बॉडी आ जाए। सवाल- क्या बॉडी आने में कोई दिक्कत आ रही थी?आयुषी- उन्होंने सबसे पहले तो हमें बोला कि पोस्टमॉर्टम कराने की कोई जरूरत नहीं हैं। आप ऐसे ही बुला लीजिए। लेकिन, हमने अपने फूफा जी जो डॉक्टर हैं उनसे सलाह ली तो उन्होंने कहा कि अटॉप्सी किए बिना मत बुलाना। हमने अटॉप्सी का बोला इसलिए थोड़ा टाइम लग गया। इसलिए अटॉप्सी हो रही है। सवाल- पार्थिव देह कब भोपाल पहुंचेगी?आयुषी- रविवार को बॉडी भोपाल पहुंचेगी ऐसा बताया है। इस बीच पिता ने कहा निकेश नाम का लड़का तो उस दिन के बाद से कॉन्टेक्ट में ही नहीं रहा। स्विमिंग आती थी, वहां सिर्फ घुटनों तक पानी थाआयुषी ने बताया कि थाइलैंड में रेडिसन होटल के सामने एक बीच है। वहां वे लोग गए थे। वे जिस होटल में रुके थे, वहां से उन्होंने चेक आउट कर दिया था। उनकी 5 बजे की आने की फ्लाइट थी। 3 बजे संतोष का कॉल आया था कि ऐसा हो गया है। हमें बताया गया कि वहां पानी सिर्फ घुटनों तक भरा था। और मेरे भैया 6 फीट लंबे थे। भैया के ग्रुप में 2 फैमिली गई थीं और दो बैचलर गए थे। एक भैया थे और एक निकेश थे। भैया को स्विमिंग आती थी। निकेश से भास्कर ने पूछा तो नहीं दिया जवाबथाईलैंड में अंकित के साथ घटना के वक्त मौजूद रहे निकेश से जब भास्कर ने व्हाट्सएप कॉल पर इस मामले को लेकर बातचीत की तो निकेश ने सवाल सुनकर कहा मैं अपने परमानेंट नंबर से कॉल बैक करता हूं उसके बाद उनका कोई जवाब नहीं आया। मामले से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें... थाईलैंड में भोपाल के युवक की मौत भोपाल से 23 अक्टूबर को एक मेडिकल इक्विपमेंट कंपनी के कर्मचारियों का एक ग्रुप थाईलैंड की यात्रा पर गया था। इस ट्रिप में 5-6 युवा शामिल थे। इनमें भोपाल के दो नौजवान भी शामिल थे। इनमें से एक युवा की समुद्र में डूबने से मौत हो गई है। इसकी जानकारी पूर्व मंत्री और रहली विधायक गोपाल भार्गव ने फेसबुक पर शेयर की है। यहां पढ़ें पूरी खबर..
भार्गव कैंप का विजय ज्वैलर्स लूटकांड : वारदात से पहले मोबाइल बंद कर गए थे लुटेरे, बाइक पर भागे
भार्गव कैंप के विजय ज्वैलर्स से 850 ग्राम सोने के गहने व 2.25 लाख कैश लूटने वाले लुटेरे कुशल, कर्ण व और गगन को पुलिस 24 घंटे बाद भी पकड़ नहीं पाई है। जांच में यह बात आई है कि लूटकांड को अंजाम देने से वाले तीनों लुटेरों ने पूरी तैयार कर रखी थी। तीनों ने मोबाइल पहले ही बंद कर दिए थे। भागने के लिए बाइक वारदात स्थल से 200 मीटर दूर खड़ी कर रखी थी। पुलिस ने अब तक 150 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे चेक किए हैं। इसमें सामने आया है कि वारदात के बाद उन्होंने कपड़े बदल लिए थे। भार्गव कैंप से आराम से पैदल निकले और बाइक पर सीधे नकोदर रोड से होते हुए मॉडल टाउन एरिया में चले गए। मॉडल टाउन एरिया में बाइक का चक्कर लगाते हुए वे चौक की बजाय गली वाले रूट पर निकल गए। पुलिस अब लोगों के घरों में लगे कैमरे चेक करवा रही है। एक टीम बस अड्डे के सीसीटीवी कैमरे चेक कर रही है। बस अड्डे के हर एंट्री पॉइंट पर लगे कैमरे चेक किए जा रहे हैं। शक के आधार पर पुलिस ने टीम हिमाचल प्रदेश भेजी है। पुलिस ने तीनों लुटेरों को केस में नामजद कर लिया है। शुक्रवार सुबह ही सुनार के समर्थक थाना भार्गव कैंप पहुंच गए। उनका आरोप था कि शिनाख्त होने के बावजूद लुटेरे पकड़े नहीं गए। पुलिस ने लुटेरों पर दबाव बनाने के लिए उनके परिवारों पर शिकंजा कसा है। कुशल पर लूट तो दूसरा नशे का केस दर्ज है, जबकि कर्ण इरादा-ए-कत्ल केस में 4 साल की कैद काट कर एक महीना पहले बेल पर आया था। गगन शराब तस्करी से जुड़ा है। जांच में यह बात सामने आई है कि तीनों नशा करते हैं। उनके तार भार्गव कैंप में हफ्ता वसूली करने वाले गुंडा गैंग से जुड़े हैं। बता दें कि वीरवार सुबह करीब 10:50 बजे पर तीन लुटेरे विजय ज्वैलर्स से 850 ग्राम सोने के गहने व 2.25 लाख रुपए कैश लूटकर फरार हो गए। लुटेरे महज 1:51 मिनट में वारदात कर गए। गहनों की कीमत 95,11,500 रुपए आंकी गई है। शॉप मालिक अजय ने कहा कि लुटेरे सोने के 8 सेट, सोने की 12 चेन, एक कड़ा, 2 लेडीज कड़े, अंगूठियां व सोने के टॉप्स ले गए। इनका वजन करीब 850 ग्राम है। लूट की पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। बेखौफ लुटेरे सरेआम ज्वेलरी शॉप में आ धमके। वारदात के वक्त सुनार के बेटे निखिल और उनके कारीगर मौजूद था। कुशल, कर्ण और गगन
सरकारी स्कूल की छुट्टी के बाद टीचर शराब के नशे में गैलेरी में सोते हुए मिला। ग्रामीण और स्कूल स्टाफ ने टीचर को उठाया और स्कूल से रवाना किया। स्कूल में एक बच्ची को कॉपी में मोबाइल नंबर लिखकर देने की शिकायत के बाद शराबी टीचर को फटकार भी लगाई गई थी। नशे में धुत टीचर के स्कूल की गैलेरी में सोते हुए का वीडियो भी सामने आया है। कार्यवाहक प्रिंसिपल का कहना है कि टीचर चार दिन पहले ही डेपुटेशन पर लगाया था, लेकिन घटना सामने आने के बाद उसे तुरंत रिलीव कर दिया गया था। मामला बाड़मेर जिले के हापों की ढाणी उच्च माध्यमिक स्कूल में आज(शुक्रवार) शाम करीब 6 बजे का है। छात्रा की कॉपी में लिख दिए थे अपने मोबाइल नंबरराजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल हापों की ढाणी में शुक्रवार शाम को एक सरकारी टीचर मदनलाल (ग्रेड थर्ड, लेवल सेकेंड) शराब के नशे में धुत हालत में स्कूल की गैलेरी पड़ा था। सूचना पर ग्रामीण स्कूल पहुंचे। शराबी टीचर को उठाने की कोशिश की। इस दौरान टीचर का वीडियो भी बनाया, जिसे सोशल मीडिया पर शेयर किया गया तो शिक्षा विभाग एक्शन में आया। कार्यवाहक प्रिंसिपल लीलावती ने बताया- आज स्कूल समय में टीचर ने स्कूल की एक छात्रा को कॉपी में मोबाइल नंबर लिखकर दिए थे। इसकी जानकारी मिलने पर उसे बुलाकर फटकार लगाई थी। तब टीचर ने कहा था कि उसे किराए का मकान लेना था, इसलिए नंबर दिए है। कार्यवाहक प्रिंसिपल बोलीं- 4 दिन पहले ही डेपुटेशन पर लगाया था कार्यवाहक प्रिसिंपल का कहना है- टीचर 28 अक्टूबर को ही डेपुटेशन पर हापों की ढाणी स्कूल में लगाया गया था। आज उसकी शराबी प्रवृत्ति और बच्ची को मोबाइल नंबर देने की शिकायत मिलने पर पीईईओ को बताकर रिलीव कर दिया था। स्कूल छुट्टी होने के बाद वह वापस कब आया, इसकी जानकारी नहीं है। स्कूल में फिलहाल मरम्मत का काम चल रहा है, इस वजह से गेट पर ताला नहीं लगा था। पीईईओ उम्मेद सिंह का कहना है- शिकायत मिलने पर प्रिसिंपल ने शराबी टीचर को रिलीव करने को कह दिया था। मौखिक में उच्चाधिकारियों को बता दिया गया था। लिखित में उच्चाधिकारियों को लिखकर कार्रवाई पूरी करवाई की जाएगी। ..........................ये खबर भी पढ़िएशिकायत करने पर टीचर भड़की, बोलीं-FIR करवा जेल भिजवा दूंगी:पेरेंट्स से कहा- चाहे रिकॉर्डिंग कलेक्टर, दिलावर को भेज दें; विभाग ने APO किया बाड़मेर में सरकारी स्कूल में पढ़ाई नहीं होने पर अभिभावक ने टीचर की शिकायत हेड मास्टर से कर दी। यह टीचर को नागवार गुजरा। उसने अभिभावक को फोन किया। पूरी खबर पढ़िए
भोपाल में एक फैक्ट्री के अकाउंटेंट को डेटिंग एप पर मिले युवक ने मिलने बुलाया। उसके साथ जमकर मारपीट की और साथी के साथ मिलकर उसका मोबाइल फोन छीन लिया। आरोपियों ने मारपीट कर फरियादी के मोबाइल फोन का पासवर्ड पूछ लिया था। इसके माध्यम से आरोपियों ने टीटी नगर की एक ज्वैलरी शॉप से ऑनलाइन खरीदारी की। अपने वाहन में पेट्रोल भरवाकर भी ऑनलाइन पेमेंट किया। बाद में आरोपियों ने जान से मारने की धमकी देकर फरियादी को छोड़ दिया। पीड़ित ने थाने में शिकायत कर दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। 26 वर्षीय पीड़ित ने बताया कि इंडस्ट्रीयल एरिया में स्थित एक फैक्ट्री में बतौर अकाउंटेंट काम करता है। वल्ला नाम के एक डेटिंग एप पर उसकी मुलाकात एक मोबाइल नंबर धारक से हुई। जिसका ट्रू कॉलर पर नाम रोहित राजपूत शो करता था। 21 अक्टूबर को दोनों ने मिलने का फैसला किया। पीड़ित युवक आरोपी युवक के बताए अनुसार एमपी नगर जोन-2 में पहुंचा। कुछ देर बाद आरोपी पीड़ित युवक को पास के ही एक सुनसान स्थान पर ले गया। आरोपी ने दोस्त को बुलाकर भी पिटवाया यहां रुकने के बाद आरोपी ने पीड़ित को बातों में लगाया और अपने एक दोस्त को कॉल कर बुला लिया। दोनों ने मिलकर युवक को पीटा और उसका मोबाइल फोन छीन लिया। पीट-पीटकर उसका यूपीआई पासवर्ड ले लिया। जिस युवक ने मिलने बुलाया था वह पीड़ित का मोबाइल फोन लेकर चला गया। इसके बाद उसने ज्वैलरी की खरीदारी की। आरोपी बोले- तेरे जैसों के साथ ऐसा ही करते हैं हम युवक को छोड़ने के दौरान दोबारा मारपीट की। उससे कहा कि तेरे जैसों के साथ ऐसा ही करते हैं हम। पीड़ित के मुताबिक, 21 अक्टूबर की ही देर रात शिकायत थाने में कर दी थी। हालांकि अब तक एफआईआर दर्ज नहीं की जा सकी है। वहीं टीआई जयहिंद शर्मा ने बताया कि शिकायत आवेदन की जांच कराई जा रही है। जांच में आए तथ्यों के आधार पर ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
गुजरात के वडोदरा में कार्यरत फरमाना गांव निवासी रमेश शर्मा का महम में ऑटो से लगभग ढाई लाख रुपए का सामान चोरी हो गया। यह घटना 27 अक्टूबर को उस समय हुई जब वे अपनी पत्नी के साथ गांव फरमाना जा रहे थे। रमेश शर्मा महम बस स्टैंड पर उतरने के बाद फरमाना गांव जाने के लिए एक ऑटो में बैठे। उन्होंने अपने दो बैग ऑटो में रखे। जब वे गांव पहुंचे और अपने बैग संभाले, तो उन्होंने पाया कि एक बैग खुला हुआ था। जांच करने पर पता चला कि छोटे बैग से दो तोला सोने की चेन, एक मोबाइल फोन और 54 हजार रुपए गायब थे। चोरी हुए सामान की कुल कीमत लगभग ढाई लाख रुपए बताई जा रही है। सीसीटीवी में चोर मोबाइल फेंकते दिखे रमेश शर्मा ने अपने मोबाइल पर घंटी बजाई तो महम के एक रेहड़ी वाले ने फोन उठाया। इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी गई। पुलिस ने मोबाइल फोन को कब्जे में ले लिया और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। फुटेज में चोर मोबाइल फेंकते हुए दिखाई दे रहा है। रमेश शर्मा ने पुलिस से अज्ञात चोर के खिलाफ सख्त कार्रवाई और अपना सामान वापस दिलाने की गुहार लगाई है। महम थाना प्रभारी (एसएचओ) सुभाष कुमार ने बताया कि पुलिस सीसीटीवी फुटेज की गहनता से जांच कर रही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि चोर को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा और पुलिस इस मामले में तेजी से कार्रवाई कर रही है।
हरियाणा के चरखीदादरी के एक व्यक्ति से जेडब्लयूमेरिएंट चौक में मारपीट कर उससे उसका बच्चा और मोबाइल छीन लिया गया है। अब उसकी सुनवाई चंडीगढ़ के किसी भी थाने में नहीं हो रही है। वह इस संबंधी शिकायत लेकर थाना सेक्टर 34 और 36 गया था, मगर उसे वहां मौजूद कर्मचारियों ने यह कहकर वापिस लौटा दिया है कि यह उनका एरिया नहीं बनता है। उसने पुलिस प्रशासन के अधिकारियों से सहायता की मांग की है। उसका कहना है कि वह तो यहां दवा लेने आया था और उससे उसका बच्चा ही छीन लिया गया है। उसका यह भी कहना है कि अगर सुनवाई नहीं हुई तो जान देने के अलावा उसके पास कोई चारा नहीं बचेगा। सिलसिलेवार पढ़िए क्या है पूरा मामला एक चौक को लगते हैं तीन थाने, आम व्यक्ति को कैसे पता चलेदरअसल जेडब्लयूमेरिएंट चौक को चार पुलिस स्टेशन लगते हैं। सड़क की तरफ थाना सेक्टर 34, दूसरी सड़क पर थाना 36 और एक तरफ थाना 17 की पुलिस चौकी लगती है। अब आम व्यक्ति को क्या पता चले कि यहां पर उसके साथ वारदात हुई है, वहां कौनसा थाना लगता है। वह पैदल ही कई कई किलोमीटर चलकर एक थाने से दूसरे थाने घूम रहा है मगर उसकी सुनवाई करने वाला कोई नहीं मिल रहा है। सचिन का आरोप है कि थाने के कर्मचारी उसे प्रभारी तक से नहीं मिलवा रहे हैं और उसे थाने से भगा दिया जाता है।
अंता विधानसभा उपचुनाव-2025 के दौरान निर्वाचन विभाग ने मोबाइल और टेली मार्केटिंग कंपनियों को चेतावनी दी है कि बिना अधिप्रमाणन के राजनीतिक विज्ञापन या ऑडियो संदेश प्रसारित करने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर 7.24 लाख रुपए की धोखाधड़ी की गई है। इस मामले में पुलिस ने पेंड्रा-गौरेला-मरवाही जिले से आरोपी को गिरफ्तार किया है। साथ ही ठगी के पैसे से खरीदी गई वाहन और मोबाइक जब्त किया गया है। यह मामला भानुप्रतापपुर थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक, संबलपुर निवासी 28 वर्षीय डिम्पल मानिकपुरी ने 11 अक्टूबर को शिकायत दर्ज कराई थी। जिसमें बताया गया था कि अर्जुनदास महंत और श्याम ने सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा दिया। कैश और ऑनलाइन दिए पैसे आरोपियों ने 3 अक्टूबर 2023 से 16 अगस्त 2024 के बीच कैश और ऑनलाइन माध्यम से कुल 7 लाख 24 हजार 232 रुपए ठग लिए। शिकायत मिलने के बाद भानुप्रतापपुर पुलिस टीम पेंड्रा-गौरेला-मरवाही पहुंची और 28 वर्षीय आरोपी अर्जुनदास महंत को गिरफ्तार किया। आरोपी को भेजा गया जेल आरोपी के कब्जे से ठगी के पैसों से खरीदी गई एक स्कॉर्पियो (CG 10 P 9977) जिसकी कीमत 3 लाख रुपए है और 10 हजार रुपए का एक मोबाइल जब्त किया गया। गिरफ्तार किए गए आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
भिंड में एक टीचर पर क्लास में छात्राओं को मोबाइल पर अश्लील वीडियो दिखाने का मामला सामने आया है। छात्राओं ने उस पर आपत्तिजनक हरकतें करने का भी आरोप लगाया। मामला देहात थाना क्षेत्र के एक सरकारी स्कूल का है। तीन छात्राओं की शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपी टीचर रामेंद्र सिंह कुशवाह को गिरफ्तार कर लिया है। उसके खिलाफ पॉक्सो एक्ट, धमकी देने और एससी-एसटी एक्ट की धाराओं में केस दर्ज किया है। इधर,पुलिस की कार्रवाई के बाद शिक्षा विभाग ने देर रात शिक्षक को निलंबित कर दिया है। डर के कारण छात्राओं ने स्कूल जाना छोड़ाछात्राओं ने बताया कि शिक्षक कक्षा में पढ़ाने के दौरान मोबाइल पर अश्लील वीडियो दिखाता था और अनुचित व्यवहार करता था। छात्राओं ने जब घर जाकर शिकायत करने की बात कही तो आरोपी ने उन्हें धमकाया। डर के कारण छात्राएं कई दिनों तक स्कूल नहीं गईं। परिजन ने पूछा-तब छात्राओं ने बतायाछात्राओं के स्कूल न जाने पर परिजन ने पूछताछ की तो पूरा मामला सामने आया। परिजन पहले स्कूल पहुंचे और प्राचार्य से शिकायत की। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने पर वे छात्राओं को लेकर देहात थाने पहुंचे और लिखित शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने कक्षा 8वीं की एक छात्रा को फरियादी बनाया है। पुलिस ने स्कूल स्टाफ और प्रबंधन से भी जानकारी ली। थाना प्रभारी बोले- केस दर्ज, जांच कर रहेदेहात थाना प्रभारी मुकेश शाक्य ने बताया कि छात्रा की शिकायत पर आरोपी शिक्षक रामेंद्र सिंह कुशवाह के खिलाफ पॉक्सो एक्ट, धमकी देने और एससी-एसटी एक्ट सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की गंभीरता को देखते हुए सभी पहलुओं पर जांच कर रही है।
इंदौर की राज्य सायबर सेल ने दो आरोपियों को पकड़ा है। आरोपी चाइल्ड पोनोग्राफी मामले से जुड़े हैं। उनके मोबाइल में नाबालिग बच्चों की अश्लील हरकत करते हुए वीडियो थी मिला है। इस मामले में पूर्व में राज्य सायबर सेल ने प्रकरण दर्ज किया था। मामले में जांच के बाद पता चला है कि दोनों पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं और आरोपियों के मोबाइल से नाबालिग बच्चों के वीडियो भी मिले हैं। टीआई दिनेश वर्मा की टीम ने लक्ष्मीकांत पुत्र अरूण बागड़ी निवासी आगरा, गढ़बेटा पश्चिम मदीनापुर और प्रदीप पुत्र मधई बागड़ी निवासी आगरा गढ़बेटा को गिरफ्तार किया है। नाबालिग बच्चों के साथ अश्लील हरकत करने संबंधी कई वीडियो एक मोबाइल पर मिले थे। पोर्टल के माध्यम से उक्त मोबाइल आईडी व ईमेल के माध्यम से चाइल्ड पोर्नोग्राफी के अपलोड किए गए थे। जिसमें 15 विडियो रिकवर हुए। मोबाइल नंबरों की लोकेशन पश्चिम मेदिनीपुरा आई थी। वर्तमान में दोनों की लोकेशन सांदलपुर तह खातेगांव जिला देवास आई थी।जब सायबर पुलिस ने इन नंबरों पर आगे जानकारी निकाली तो पता चला कि देवास में स्थित एक प्रतिष्ठित एनजीओ जिसमें छोटे ट्राइबल एवं गरीब बालक-बालिकाओं को नि:शुल्क पढ़ाया जाता तथा वहीं होस्टल में नि:शुल्क रखा जाता है। उसमें दोनों हाउस ब्रदर का काम करते हैं।इस मामले में आरोपी लक्ष्मीकांत बागड़ी से पूछताछ की तो उसने चाइल्ड पोर्नोग्राफी के विडियो व्हाट्सएप ग्रुप तथा टेलीग्राम से अपलोड करने की बात कही। उसने बताया कि उसके साथी प्रदीप ने भी अपने मोबाइल में इस तरह के वीडियो अपलोड किए थे।
बहादुरगढ़ में फेसबुक पर सस्ते मोबाइल का विज्ञापन देखकर खरीदने की कोशिश करना नई बस्ती के एक युवक को महंगा पड़ गया। ठगों ने झांसे में लेकर उससे एक लाख दो हजार रुपए से अधिक ऐंठ लिए। पीड़ित की शिकायत पर साइबर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। नई बस्ती दलाल डेयरी के नजदीक रहने वाले प्रदुम ने फेसबुक पर एक मोबाइल का विज्ञापन देखा। सस्ता मोबाइल देखकर उसने विज्ञापन पर क्लिक कर दिया। कुछ ही देर बाद उसके व्हाट्सएप पर एक मैसेज आया, जिसमें मोबाइल खरीदने के लिए 2500 रुपए स्कैनर से भेजने को कहा गया। प्रदुम ने भुगतान कर दिया। इसके बाद ठग बार-बार विभिन्न बहानों से रुपए मांगते रहे और प्रदुम अपने परिचितों के खातों से उनके पास रकम भेजता रहा।एक लाख 2 दो हजार 399 रुपए की हुई ठगीकुल मिलाकर प्रदुम के एक लाख दो हजार 399 रुपए ठगों के पास चले गए। जब उसने मोबाइल या रकम वापसी की बात की तो शातिर उसे प्रोसेस में है कहकर टालते रहे। अंत में जब उन्होंने और 20 हजार रुपए की मांग की, तब जाकर प्रदुम को ठगी का एहसास हुआ। इसके बाद उसने साइबर थाने में शिकायत दी, जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों की तलाश की जा रही है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
भिवानी सीआईए स्टाफ-2 ने मादक पदार्थ बेचने वाले तस्कर को फतेहाबाद से गिरफ्तार किया है। पुलिस टीम के द्वारा आरोपी को कोर्ट में पेश करके एक दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया है। आरोपी पर पहले भी जिला हिसार, सिरसा व भिवानी में एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज हैं। वहीं, आरोपी पर जिला पुलिस भिवानी ने 5000 रुपए का इनामी भी रखा हुआ है। भिवानी डीएसपी क्राइम अनूप कुमार ने बताया कि, जिला भिवानी में कुछ आरोपियों द्वारा हिसार जिले से मादक पदार्थ लाकर बेचने का कार्य किया जा रहा था। इस नशा तस्करी के नेटवर्क को तोड़ने के लिए सीआईए स्टाफ-2 भिवानी के इंचार्ज उप निरीक्षक विशेष कुमार की टीम काफी दिनों से प्रयासरत थी। सीआईए स्टाफ-2 भिवानी की टीम ने जिला फतेहाबाद से एक नशा तस्कर को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान जिला हिसार के गांव ढाणी पीरावाली निवासी अजय के रूप में हुई है। कई केसों में वांछित था आरोपीभिवानी के थाना तोशाम में 14 जुलाई को केस संख्या 230 धारा एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज करके आरोपी को गिरफ्तार किया। वहीं, आरोपी सौरव व मोनू को गिरफ्तार किया गया था। जिससे पुलिस टीम ने 7.82 ग्राम हेरोइन बरामद की थी। आरोपियों ने पूछताछ में बताया था कि यह मादक पदार्थ अजय निवासी ढाणी पीरावाली से खरीद कर लाए थे। पुलिस ने 26 सितंबर को एक आरोपी को तोशाम से गिरफ्तार किया था। जिससे पुलिस टीम ने 15.82 ग्राम मादक पदार्थ हेरोइन बरामद की थी। आरोपी ने बताया कि यह मादक पदार्थ अजय निवासी ढाणी पीरावाली से खरीद कर लाया था। एक अन्य मामले में स्पेशल स्टाफ इशरवाल की टीम ने बवानीखेड़ा से एक आरोपी को गिरफ्तार कर आरोपी से मादक पदार्थ हेरोइन बरामद की थी। आरोपी ने बताया था कि यह मादक पदार्थ अजय निवासी ढाणी पीरावाली से खरीद कर लाया था। आरोपी से मोबाइल व गाड़ी बरामदआरोपी अजय जिला भिवानी का 5000 रुपए का इनामी अपराधी है। आरोपी पर जिला हिसार में एनडीपीएस एक्ट के तहत एक केस दर्ज है। जिला सिरसा में भी एनडीपीएस एक्ट के तहत एक केस दर्ज है। आरोपी अजय पर जिला भिवानी में थाना तोशाम में एनडीपीएस एक्ट के तहत दो केस व थाना बवानीखेड़ा में दर्ज एनडीपीएस के एक केस में आरोपी वांछित था। आरोपी को न्यायालय में पेश करके एक दिन के पुलिस रिमांड पर हासिल किया गया। पुलिस ने आरोपी से एक मोबाइल फोन व तस्करी के लिए प्रयोग होने वाली एक गाड़ी को बरामद किया है।
धर्म परिवर्तन कराने वाले चार गिरफ्तार:दो महिलाएं भी शामिल, बाइबिल-फोटो फ्रेम और मोबाइल फोन बरामद
जौनपुर में केराकत पुलिस ने गुरुवार सुबह प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन कराने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में दो पुरुष और दो महिलाएं शामिल हैं। उनके पास से बाइबिल, ईसाई धर्म से संबंधित पुस्तकें, फोटो फ्रेम और मोबाइल फोन बरामद हुए हैं। एसपी सिटी आयुष श्रीवास्तव ने बताया कि यह कार्रवाई प्रभारी निरीक्षक केराकत के नेतृत्व में की गई। पुलिस ने चारों आरोपियों को धारा 196(1) बीएनएस और 3/5(1) उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम 2021 के तहत गिरफ्तार किया। आरोपियों की पहचान गीता देवी पत्नी राम अवध, रंजना कुमारी पुत्री राम अवध, सोनू पुत्र लहरू राम और विजय कुमार पुत्र हरिकंचन के रूप में हुई है। ये सभी सरकी, थाना केराकत, जनपद जौनपुर के निवासी हैं और उन्हें उनके घर से गिरफ्तार किया गया। गीता देवी के पास से एक बाइबिल, ईसा मसीह का फोटो फ्रेम और एक मोबाइल फोन मिला। रंजना कुमारी के पास से दो बाइबिल, चार रजिस्टर, एक भजन संग्रह, एक मोबाइल और एक टैबलेट बरामद हुआ। विजय कुमार के पास से एक बाइबिल और एक मोबाइल फोन जब्त किया गया। पुलिस के अनुसार, इन मोबाइलों में ईसाई धर्म प्रचार और धर्म परिवर्तन से संबंधित फोटो, वीडियो और चैटिंग सामग्री मिली है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों को आवश्यक कानूनी कार्रवाई के बाद न्यायालय भेज दिया गया है। गिरफ्तारी करने वाली टीम में उपनिरीक्षक राकेश कुमार सोनकर, उपनिरीक्षक जुगलकिशोर राय, हेड कांस्टेबल अमरजीत यादव, सूरज सोनकर, कांस्टेबल अजय कुमार, महिला कांस्टेबल प्रिया सोनकर और अन्तिम शामिल थे।
पानीपत में सीआईए-वन पुलिस ने हाइवे पर मोबाइल विक्रेता से लूट करने वाले गिरोह के तीसरे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान रोहतक के गांव मायना निवासी विक्की के रूप में हुई है। पुलिस ने उसके कब्जे से 7 मोबाइल फोन और वारदात में प्रयुक्त स्कॉर्पियो गाड़ी बरामद की है। सीआईए-वन के कार्यवाहक प्रभारी इंस्पेक्टर विजय ने बताया कि यह वही गिरोह है जिसने 19 अक्टूबर की रात नांगलखेड़ी के पास वैगनआर सवार मोबाइल विक्रेता और उसके ड्राइवर से लूट की वारदात को अंजाम दिया था। आरोपी ने पहले से पकड़े गए अपने साथियों मयंक उर्फ सूरज और सन्नी के साथ मिलकर यह लूट की थी। दोनों को पुलिस ने पहले ही सिवाह बस अड्डे के पास से गिरफ्तार कर लिया था। समारोह कार्यक्रम से लौटते समय आरोपियों ने की थी लूट पूछताछ में मयंक और सन्नी ने बताया था कि वह अपने दो फरार साथियों विक्की और नरेंद्र के साथ पार्टी करने पानीपत आए थे। मयंक अपने दोस्त की स्कॉर्पियो गाड़ी लेकर आया था। समारेाह कार्यक्रम समाप्त होने के बाद चारों आरोपी स्कॉर्पियो में सवार होकर शहर की ओर जा रहे थे तभी उन्होंने नांगलखेड़ी के पास आगे चल रही वैगनआर कार का रास्ता रोककर लूट की। पुलिस ने बताया कि थाना औद्योगिक सेक्टर-29 में कैथल निवासी सुधीर पुत्र कृष्णलाल ने मामला दर्ज कराया था उन्होंने बताया कि वह दिल्ली करोल बाग में मोबाइल की दुकान चलाते है। ड्राइवर मोहित के साथ कार से दिल्ली से पानीपत लौट रहा था। तभी नगलखेड़ी गांव के पास पहुंचे तो एक काले रंग की स्कॉर्पियो ने उनकी गाड़ी को रुकवा लिया। चार युवक स्कॉर्पियो से उतरे और उनकी ओर बढ़े। डर के मारे सुधीर और उसका ड्राइवर गाड़ी छोड़कर भाग गए। तीनों आरोपियों के कब्जे से लूटे गए 7 मोबाइल फोन और स्कॉर्पियो गाड़ी बरामद कर ली गई है। आरोपी मयंक को रिमांड पूरा होने के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
छत्तीसगढ़ सरकार ने पेंशनरों को राहत और सुविधा की बड़ी सौगात दी है। अब पेंशनरों को जीवन प्रमाण पत्र बनवाने के लिए बैंकों या सरकारी कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने होंगे। वे अपने घर बैठे ही मोबाइल ऐप के माध्यम से डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र बना सकेंगे। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की मंशा और वित्त मंत्री ओपी चौधरी के प्रयासों से यह सुविधा शुरू की गई है। बुजुर्गों को मिलेगी सुविधा केंद्र और राज्य सरकार के संयुक्त सहयोग से डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र अभियान 4.0 की शुरुआत की जा रही है। इसके तहत पेंशनर अपने एंड्रॉइड मोबाइल में आधार फेस आरडी और जीवन प्रमाण फेस ऐप डाउनलोड कर चेहरे की पहचान से प्रमाण पत्र बना सकेंगे। यह तकनीक पूरी तरह सुरक्षित, पारदर्शी और उपयोग में आसान है, जिससे बुजुर्गों को घर के आरामदायक माहौल में ही प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने की सुविधा मिलेगी। 1 नवंबर से चलेगा अभियान अभियान 1 नवंबर से 30 नवंबर 2025 तक चलेगा। इस अवधि में रायगढ़ जिले में विशेष शिविर लगाए जाएंगे, ताकि अधिक से अधिक पेंशनर इसका लाभ ले सकें। रायगढ़, खरसिया और एडीबी रायगढ़ सहित जिले के सात स्थानों पर शिविरों में एसबीआई और इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की टीमें सहयोग देंगी। जिन पेंशनरों को मोबाइल ऐप का उपयोग कठिन लगता है, वे नजदीकी बैंक या पोस्ट ऑफिस जाकर फेस ऑथेंटिकेशन के माध्यम से भी प्रमाण पत्र बनवा सकेंगे। 80 साल या उससे अधिक उम्र के पेंशनरों को प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने की अनुमति राज्य शासन ने 80 साल या उससे अधिक उम्र के पेंशनरों को अक्टूबर से ही प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने की अनुमति दी है। जो पेंशनर अस्वस्थ हैं या घर से बाहर नहीं जा सकते, उनके लिए होम विजिट सुविधा भी शुरू की गई है। यह अभियान भारत सरकार के कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय के समन्वय में संचालित होगा। सरकार का उद्देश्य पेंशनरों के जीवन को सरल, सम्मानजनक और आत्मनिर्भर बनाना है।
भोपाल-रायसेन… सिर्फ 3% के पास ABHA:वजह-16.6% लोगों के पास मोबाइल ही नहीं तो 8.2% के पास आधार ही नहीं
स्वास्थ्य सेवाओं की डिजिटली पहुंच बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार ने आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (ABHA) योजना शुरू की थी, ताकि हर नागरिक का हेल्थ रिकॉर्ड डिजिटल रूप में एक ही प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध हो सके। लेकिन भोपाल और रायसेन जिले में की गई हालिया स्टडी ने इस महत्वाकांक्षी योजना की वास्तविक स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। गांधी मेडिकल कॉलेज और हमीदिया अस्पताल के सामुदायिक चिकित्सा विभाग द्वारा भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के सहयोग से की गई इस स्टडी में चौंकाने वाले नतीजे सामने आए हैं। स्टडी के अनुसार, 5709 लोगों में से सिर्फ 162 (2.8%) लोगों के पास ही ABHA नंबर है। यानी 97% से अधिक आबादी अभी भी इस योजना के दायरे से बाहर है। सबसे चिंताजनक तथ्य यह है कि ग्रामीण इलाकों में मोबाइल, आधार लिंकिंग और जागरूकता की कमी अब भी सबसे बड़ी बाधा बनी हुई है। यह अध्ययन “ब्रिजिंग दी हेल्थकेयर गैप: ए मिक्स्ड मेथड स्टडी ऑन दी इम्पैक्ट ऑफ आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (ABHA) ऑन अंडरप्रिविलेज्ड पॉपुलेशन ऑफ भोपाल एंड रायसेन डिस्ट्रिक्ट” टाइटल पर किया गया है। इसमें गांधी मेडिकल कॉलेज, हमीदिया अस्पताल और ICMR मुख्यालय के विशेषज्ञ शामिल थे। रिपोर्ट ResearchGate पर प्रकाशित हुई है। ग्रामीण क्षेत्र का डेटा शहर से बेहतरइस अध्ययन में भोपाल और रायसेन जिलों के कुल 5709 प्रतिभागियों को शामिल किया गया। इनमें से 2460 (43%) महिलाएं और 3249 (57%) पुरुष थे। सर्वाधिक प्रतिभागी 15 से 30 वर्ष आयु वर्ग (38.3%) के थे। अध्ययन में पाया गया कि 50.1% लोग शहरी क्षेत्रों में और 49.9% ग्रामीण इलाकों में रहते हैं। रिपोर्ट का सबसे महत्वपूर्ण निष्कर्ष यह रहा कि 5709 में से सिर्फ 162 लोगों। यानी लगभग 2.8% ने अब तक अपना ABHA नंबर बनवाया है। ग्रामीण क्षेत्रों में यह आंकड़ा थोड़ा बेहतर (3.4%) था, जबकि शहरी क्षेत्रों में केवल 2.3% लोगों के पास ही ABHA नंबर था। गांव में सुविधाएं नहीं, शहर में जागरूकता नहींरिपोर्ट बताती है कि ग्रामीण इलाकों में डिजिटल सेवाओं की पहुंच अब भी सीमित है। कई गांवों में नेटवर्क या डिजिटल उपकरणों की कमी से लोग ऑनलाइन हेल्थ सर्विस से जुड़ नहीं पा रहे। वहीं, शहरी इलाकों में भी समस्या अलग है। यहां अधिकांश लोगों के पास साधन तो हैं, लेकिन योजना के बारे में जानकारी या रुचि नहीं है। योजना अच्छी लेकिन ग्राउंड से दूररिपोर्ट तैयार करने वाली टीम ने कहा कि योजना का उद्देश्य अच्छा है, लेकिन उसका ग्राउंड-इंप्लीमेंटेशन कमजोर है। ABHA का असली लाभ तभी मिलेगा जब ग्रामीण और शहरी दोनों इलाकों में डिजिटल साक्षरता बढ़े, मोबाइल और आधार लिंकिंग आसान बने और स्थानीय स्तर पर हेल्थ वॉलंटियर्स की मदद से पंजीकरण की प्रक्रिया सरल की जाए। टीम ने यह भी सुझाव दिया कि पंचायत और नगरीय निकायों को योजना के प्रचार-प्रसार में जोड़ा जाए। स्कूलों और कॉलेजों में डिजिटल हेल्थ आईडी की जानकारी दी जाए ताकि युवा वर्ग से शुरुआत की जा सके। अध्ययन ने यह स्पष्ट किया कि डिजिटल हेल्थ क्रांति तभी सफल होगी जब ‘इन्फ्रास्ट्रक्चर’ और ‘जागरूकता’ दोनों समान गति से आगे बढ़ें। केवल तकनीक देने से योजना सफल नहीं होगी। क्या है ABHA नंबरआयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (ABHA) एक यूनीक 14 अंकों का डिजिटल आईडी नंबर है, जो किसी व्यक्ति के सभी हेल्थ रिकॉर्ड्स को एक प्लेटफॉर्म पर जोड़ता है। इसके जरिए मरीज की जांच रिपोर्ट, डॉक्टर की पर्ची, टीकाकरण रिकॉर्ड और अन्य स्वास्थ्य संबंधी दस्तावेज ऑनलाइन एक्सेस किए जा सकते हैं। यह योजना स्वास्थ्य मंत्रालय के आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का हिस्सा है। ये खबर भी पढ़ें... एम्स भोपाल में बढ़े प्रोस्टेट का इलाज अब बिना सर्जरी एम्स भोपाल ने मध्य प्रदेश के मरीजों के लिए नई चिकित्सा तकनीक की शुरुआत की है। डॉक्टरों ने प्रोस्टेट आर्टरी एम्बोलाइजेशन (PAE) तकनीक से बिना चीरा लगाए, बिना भर्ती किए और बिना यौन क्षमता पर असर डाले बढ़े हुए प्रोस्टेट (Benign Prostatic Hyperplasia - BPH) का इलाज करती है। पूरी खबर पढ़ें
फलोदी पुलिस ने एक विशेष अभियान के तहत 38 गुमशुदा मोबाइल फोन बरामद किए हैं, जिनकी अनुमानित बाजार कीमत लगभग 15 लाख रुपए है। इन मोबाइल को उनके वास्तविक मालिकों को लौटाया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक कुंदन कंवरिया ने बताया कि पुलिस मुख्यालय जयपुर द्वारा CEIR पोर्टल के संबंध में चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत यह कार्रवाई की गई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ब्रजराज सिंह चारण के पर्यवेक्षण में विशेष टीमों का गठन किया गया था। जिले के सभी थानों में गुमशुदा मोबाइलों में नई सिम के संपर्क में आने की जानकारी CEIR पोर्टल पर प्राप्त हुई। इसके बाद साइबर क्राइम पुलिस थाना फलोदी और जिले के सभी पुलिस थानों की विभिन्न टीमों ने संयुक्त अभियान चलाकर इन फोनों को बरामद किया। फलोदी साइबर सेल में तैनात कॉन्स्टेबल भवानीसिंह इन्दा और मदाराम की टीम ने लगातार कार्रवाई करते हुए कुल 38 मोबाइल फोन ट्रेस कर परिवादियों को सौंपे। एसपी कंवरिया ने आमजन से अपील की है कि यदि उनका मोबाइल फोन गुम हो गया है या चोरी हो गया है, तो वे CEIR पोर्टल पर आसानी से अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी व्यक्ति को कहीं कोई मोबाइल फोन मिलता है, तो उसे अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन में जमा करवाना चाहिए।
रोहतक में 4 ठग गिरफ्तार:5 लाख कैश समेत 15 मोबाइल मिले; लोगों APK फाइल भेजकर करते थे ठगी
रोहतक में साइबर क्राइम थाना पुलिस ने फोन हैक करके एक्सिस बैंक क्रेडिट कार्ड से 4 लाख 28 हजार रुपए की ठगी करने वाले 4 आरोपियों को काबू किया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से ठगी में प्रयोग होने वाला सामान बरामद किया। साथ ही आरोपियों से ठगी के मामले में पूछताछ की जा रही है। साइबर क्राइम थाना एसएचओ कुलदीप सिंह ने बताया कि 22 अगस्त को एक शिकायत मिली थी, जिसके बाद हेड कॉन्स्टेबल कृष्ण कुमार ने जांच करते हुए दिल्ली के एरिया से एक कॉल सेंटर पर रेड करते हुए 4 आरोपियों को काबू किया, जिन्होंने क्रेडिट कार्ड के रिवॉर्ड प्वाइंट को पैसों में कन्वर्ट करने के नाम पर लोगों को ठगी का शिकार बनाया था। एसएचओ कुलदीप सिंह ने बताया कि आरोपियों के कब्जे से साइबर ठगी में प्रयोग किया गया सामान बरामद किया है, जिसमें 15 सिम, 14 मोबाइल, 5 लाख कैश, एक लैपटाप और एक डोंगल शामिल है। आरोपियों ने एक फर्जी एप डिजाइन कर रखी है, जो केवल एंड्राइड फोन के लिए बनाई गई है। चारों ने कई वारदातों को दिया अंजाम एसएचओ कुलदीप सिंह ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों की उम्र 20 से 25 साल के बीच है और चारों आरोपी साइबर फ्रॉड करने में माहिर है। चारों ने मिलकर कई वारदातों को अंजाम दिया है, जिनका खुलासा जल्द पूछताछ के बाद किया जाएगा। एपीके फाइल के माध्यम से बना रहे ठगी का शिकार एसएचओ कुलदीप सिंह ने बताया कि साइबर ठग लोगों को एपीके फाइल के माध्यम से ठगी का शिकार बना रहे है। लोगों के पास आरटीओ चालान के मैसेज आता है, जबकि आरटीओ कभी भी पर्सनल गाड़ी का चालान नहीं करता, केवल कॉमर्शियल का चालान करते हैं। अब शादियों का सीजन है तो शादी का कार्ड भेजकर ठगी कर रहे है। इससे बचने के लिए फोन में एम कवच टू एप डाउनलोड करें।
सोनीपत में थाना गन्नौर पुलिस ने सरकारी स्कूल के कमरों का ताला तोड़कर सामान चोरी करने के मामले में बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने इस वारदात में शामिल एक महिला सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान दिल्ली निवासी महिला और अजीत निवासी मंगोलपुरी, दिल्ली के रूप में हुई है। मामले की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि 4 नवंबर 2024 को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, पुरखास के प्रधानाचार्य सुरजीत पुत्र रामधारी ने थाना गन्नौर में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में बताया गया कि 3 नवंबर की शाम विद्यालय में कार्यरत पीटीआई ऋषिपाल ने स्कूल में चोरी की सूचना दी थी। जब प्रधानाचार्य मौके पर पहुंचे तो पाया कि सीनियर विंग के आठ कमरों में से छह कमरों के ताले तोड़े गए थे। चोर प्रधानाचार्य कक्ष से दो बैटरी, एक CPU, एक स्क्रीन, एक प्रिंटर (मॉडल 1005), एक स्पेयर कार्टिज, सभी तालों की चाबियों का गुच्छा, तथा लिपिक कार्यालय और स्टाफ रूम से एक CPU, एक स्क्रीन, दो बैटरी, एक इन्वर्टर, दो नए पंखे (Orient) और अन्य सामान चोरी कर ले गए थे। इस संबंध में थाना गन्नौर में भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था। जांच के दौरान सहायक उप निरीक्षक नरेश और उनकी टीम ने लगातार प्रयास करते हुए दोनों आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उनके कब्जे से चोरीशुदा टैब और मोबाइल फोन बरामद किए हैं। गिरफ्तार दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। पुलिस मामले की आगे की जांच जारी रखे हुए है।
कैथल में युवक को विदेश भेजने के नाम पर रुपए हड़पने के मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। उसने युवक को कनाडा भेजने का झांसा दिया था और छह लाख 77 हजार रुपए हड़प लिए थे। पकड़े गए आरोपी की पहचान अर्जुन नगर कैथल हाल निवासी नागलोई दिल्ली निवासी राम वर्मा उर्फ राहुल के रूप में हुई है। चाय की दुकान पर हुई मुलाकात गांव सिसाय जिला हिसार निवासी जगदीश ने शिकायत में बताया कि वर्ष 2022 के प्रारंभ में उसकी हांसी बस स्टैंड के पास चाय की दुकान पर अर्जुन नगर कैथल निवासी राम वर्मा उर्फ राहुल नामक व्यक्ति से मुलाकात हुई थी। राहुल ने कहा कि वह पुराना बस स्टैंड कैथल के पास शाह टूर ट्रेवल्स नाम से ऑफिस चलाता हैं। अपने आप को विदेश में नौकरी दिलवाने वाला एजेंट बताया। 10 लाख रुपए मांगे उसने बताया कि वह कई लोगों को कनाडा भेज चुका है और भरोसा दिलाया कि वह उसके बेटे को भी कनाडा की नामी कंपनी बैरी हिल फार्म में नौकरी दिला देगा। राहुल ने इस काम के लिए 10 लाख रुपए मांगे। उसने राहुल को 6 लाख 77 हजार रुपए दे दिए। आरोपी ने पहले वीजा की फाइल दिखाने और कनाडा भेजने का आश्वासन दिया, लेकिन बाद में वह टालमटोल करने लगा। मोबाइल नंबर बंद कर लिया जब पीड़ित ने पैसे वापस मांगे तो आरोपी ने बहाने बनाते हुए कहा कि वीजा प्रक्रिया में देरी हो रही है। कुछ समय बाद आरोपी का मोबाइल नंबर भी बंद आने लगा। उसने आरोपी से संपर्क करने की कई कोशिश की, परंतु कोई जवाब नहीं मिला। इस बारे में थाना सिविल लाइन में मामला दर्ज कर लिया गया। आरोपी से व्यापक पूछताछ के लिए 2 दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया गया है।
बरनाला पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 50 लाख रुपए मूल्य के 160 गुमशुदा या चोरी हुए मोबाइल फोन बरामद किए हैं। इन फोनों को आज उनके असली मालिकों को सौंप दिया गया। यह सफलता एसएसपी मोहम्मद सरफराज आलम के नेतृत्व में हासिल हुई है। पुलिस ने सांझ केंद्रों पर प्राप्त ऑनलाइन और ऑफलाइन शिकायतों के आधार पर इन मोबाइलों का पता लगाया। बरामद किए गए फोनों में वे भी शामिल हैं जो डेढ़ से दो साल पहले गुम हुए थे या चोरी हुए थे। एसएसपी मोहम्मद सरफराज आलम ने बताया कि यह पुलिस प्रशासन के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने स्पष्ट किया कि बरामद फोनों में कुछ गुम हुए थे और कुछ चोरी हुए थे। एसपीडी अशोक कुमार और डीएसपी जसविंदर कौर (साइबर क्राइम) के नेतृत्व में एक विशेष अभियान चलाकर इन फोनों को ढूंढा गया। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि मोबाइल फोन खरीदते समय उसके असली बिल और बॉक्स की अच्छी तरह जांच करें। साथ ही, IMEI और CEIR पोर्टल पर जांच के बाद ही कोई भी मोबाइल फोन खरीदें ताकि धोखाधड़ी से बचा जा सके।
बैरसिया इलाके में बुधवार की सुबह दसवीं की छात्रा ने अपने घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। शव को फंदे से उतारने के बाद परिजनों ने अस्पातल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने चेक करने के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। छात्रा के मोबाइल को जांच के लिए एफएसएल भेजा जा रहा है। मामले में मर्ग कायम कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस को घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस के मुताबिक ग्राम हिरणखेड़ी निवासी वंदना राजपूत पुत्र रघुवीर सिंह (17) कक्षा दसवीं की छात्रा थी। शव पोस्ट मार्टम के लिए भेजा बुधवार सुबह उसने अपने घर में फांसी लगा ली। घटना की खबर लगते ही अस्पताल पहुंची पुलिस ने मृतक का शव बरामद कर उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। सुसाइड नोट नहीं मिलने से कारणों का खुलासा नहीं हो सका है। उसके शव के पास मोबाइल मिला था, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है।
भोपाल की 25 वर्षीय नर्स का विदिशा में एक्सीडेंट हो गया। घटना रविवार की है, इलाज के दौरान हमीदिया हॉस्पिटल में बुधवार सुबह उसकी मौत हो गई। युवती की 6 महीने पहले ही शादी हुई थी। पति के साथ मायके से ससुराल जाते समय एक लोडिंग वाहन की चपेट में आने से घायल हो गई थी। हादसे में बाइक चला रहे पति को मामूली चोट आई हैं। बताया जा रहा है कि हादसे के बाद जिस वाहन ने युवती को टक्कर मारी, उसी का चालक उसका मोबाइल और पर्स लेकर भाग गया है। पर्स में पांच हजार रुपए से अधिक कैश और ज्वैलरी थी। जानकारी के मुताबिक वर्षा लोधी (25) कांप गांव विदिशा की रहने वाली थी। उसके जीजा राज लोधी ने बताया कि भोपाल के अयोध्या नगर में स्थित मां हास्पिटल में साली बतौर नर्स जॉब करती थी। दीपावली में अपने मायके गई थी। वर्षा का पति राज रविवार को उसे मायके में लेने पहुंचा था। यहां से वर्षा पति के साथ ससुराल जाने के लिए दोपहर के समय रवाना हुई। घर से करीब आठ किलोमीटर की दूरी पर प्रदीप की बाइक को पीछे से पिकअप वाहन ने टक्कर मार दी। इस हादसे में पीछे बैठी वर्षा के सिर में गंभीर चोट आई। उसे पहले वहीं एक अस्पताल ले जाया गया, जहां से इलाज के लिए भोपाल के हमीदिया में रिफर कर दिया गया। हमीदिया अस्पताल में इलाज के दौरान बुधवार तड़के उसकी मौत हो गई। घटना के बाद का वीडियो सामने आया घटना के बाद टक्कर मारने वाले पिकअप वाहन के पीछे चल रहे अन्य वाहन के चालक ने वीडियो बनाया है। जिसमें उसने बताया कि टक्कर मारने वाला वाहन उसके आगे चल रहा था। चलती गाड़ी में नींद लगने के कारण हादसा हुआ है। इधर, राज लोधी का आरोप है कि हादसे के बाद से वर्षा का मोबाइल फोन और हैंड बैग गायब है। जिसमें उसकी ज्वैलरी रखी थी, एक चश्मदीद ने उन्हें बताया कि हादसे के बाद बैग और मोबाइल फोन को आरोपी वाहन चालक लेकर भागा है। विदिशा के देहात थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है। पहले भी हुआ था एक्सीडेंट वर्षा को पति शादी के बाद जब पहली बार उसके घर से लेने पहुंचा था, तब भी उसकी बाइक हादसे का शिकार हुई थी। तब पति को मामूली चोट आई, जबकि वर्षा के पांव में फ्रेक्चर आया था, उसके हाथ और सिर में गंभीर चोट लगी थी। शादी के बाद 6 महीने के भीतर उसका दूसरी बार बड़ा एक्सीडेंट हुआ और उसकी मौत हो गई।
करनाल जिले में रेलवे स्टेशन के नजदीक पुराने इंद्र पैलेस सिनेमा के पास मंगलवार देर शाम एक युवक का शव संदिग्ध हालातों में मिला। मृतक अंबाला से आया था और किसी एजेंट से मिलने वाला था, क्योंकि वह विदेश जाना चाहता था। परिजनों को लूटपाट की आशंका है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और आज पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। अब मामले की जांच की जा रही है। एजेंट से मिलने आया था युवक मृतक की पहचान 22 वर्षीय दिव्यांशु के रूप में हुई है, जो अंबाला का रहने वाला था। वह वहीं के डीएवी कॉलेज से ग्रेजुएशन कर रहा था। मंगलवार दोपहर करीब 12 बजे वह अंबाला से करनाल के लिए निकला था। उसके भाई ने ही उसे बस में बैठाया था। दिव्यांशु ने घर से चलते समय कहा था कि वह किसी एजेंट से मिलने जा रहा है, जो उसे विदेश भेजने का काम करता है। देर शाम जब उसका कोई संपर्क नहीं हुआ। वहीं घरवालों ने उसे कॉल की, लेकिन फोन स्विच ऑफ था। शाम को सूचना मिली कि रेलवे स्टेशन के पास एक युवक का शव पड़ा हुआ है। जब परिजन मौके पर पहुंचे, तो वह दिव्यांशु ही निकला। सामान, घड़ी और चैन भी गायब परिजन कमल का कहना है कि दिव्यांशु के साथ लूटपाट की गई है। उसकी घड़ी, चांदी की चैन, बैग, डॉक्यूमेंट, पर्स और कैश सब गायब हैं। यहां तक कि उसका मोबाइल भी घटनास्थल से काफी दूर मिला। शव की हालत देखकर यह भी आशंका जताई जा रही है कि उसके साथ किसी तरह की झड़प या जहरीला पदार्थ का इस्तेमाल हुआ हो सकता है, क्योंकि उसके मुंह से झाग निकल रहे थे। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से खुलेगा राज परिचित रमाकांत ने बताया कि दिव्यांशु के पिता आर्मी में हैं और फिलहाल चंडीगढ़ में पोस्टेड हैं, जबकि उसके दादा पुलिस महकमे से रिटायर्ड हैं। दिव्यांशु दो भाइयों में छोटा था। परिवार अब बेटे की मौत से सदमे में है और सच्चाई जानने की मांग कर रहा है। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का सही कारण पता चल पाएगा। साथ ही सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि दिव्यांशु आखिरी बार किसके साथ देखा गया था। परिवार को उम्मीद है कि पुलिस जल्द हकीकत सामने लाएगी और आरोपी तक पहुंचेगी। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
रतलाम के माणकचौक थाना क्षेत्र के संत रविदास चौक पर साइकिल की दुकान में मोबाइल पर सट्टा खेलते पिता-पुत्र को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने मौके से 70 हजार रुपए और मोबाइल जब्त किए हैं। बेटे पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई है। थाना प्रभारी पीआर डावरे ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर मंगलवार रात दबिश दी गई। मौके से विकास उर्फ विक्की (40) और उसके पिता श्यामलाल (62) को पकड़ा गया। दोनों के पास से 70 हजार रुपए नकद और मोबाइल फोन जब्त किए गए। आरोपी विकास पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई है, जिसे बुधवार को एसडीएम कोर्ट में पेश किया जाएगा। थाना प्रभारी डावरे ने बताया कि सट्टा-जुएं के खिलाफ कार्रवाई तेज की गई है। थाना स्तर पर विशेष टीम भी गठित की गई है, जो लगातार कार्रवाई करेगी।
दुर्ग जिले के भिलाई में एक युवती से साइबर ठगी हुई है। युवती ने मोबाइल पर लोन के लिए आवेदन किया जिसके बाद उसे बांग्लादेश के नंबर से व्हाट्सऐप कॉल कर ठग लोन की किस्त भरने के नाम पर ब्लैकमेल करने लगे। मामला जामुल थाना क्षेत्र का है। आरोपी ने युवती को उसकी फोटो एडिट कर आपत्तिजनक बनाकर वायरल करने की धमकी दी और इससे डरी युवती ने 6 हजार रुपए भेज दिए। मामले की शिकायत पर पुलिस ने साइबर एक्ट की अलग-अलग धाराओं में अपराध दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है। सोशल मीडिया पर देखा था विज्ञापन जानकारी के मुताबिक, युवती ने इंटरनेट पर विज्ञापन देखकर एक लोन ऐप डाउनलोड किया था। ऐप डाउनलोड करने के दौरान कई तरह के एक्सेस एप मांगता है। इसमें उसके मोबाइल का सारा एक्सेस ठगों के पास चला गया। ऐप के जरिए युवती ने लोन के लिए अपनी सारी जानकारी और दस्तावेज अपलोड कर दिए। इसके बाद कुछ समय तक लोन की कोई रकम नहीं आई, लेकिन कुछ दिनों बाद उसे व्हाट्सऐप पर एक अनजान नंबर से कॉल आने लगी। कॉल करने वाला खुद को लोन कंपनी का प्रतिनिधि बताकर किश्त जमा करने का दबाव डालने लगा। लोन की राशि भी नहीं मिली, ब्लैकमेलिंग शुरू युवती ने पुलिस को बताया कि उसे लोन की राशि मिली ही नहीं है, उसके बाद भी आरोपी लगातार फोटो को एडिट कर वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल कर रहे हैं और लगातार किश्त की मांग कर रहे हैं। युवती को आरोपी ने उसकी फोटो को एडिट कर आपत्तिजनक रूप में तैयार किया और व्हाट्सऐप पर भेज दिया। ठग ने धमकी दी कि यदि उसने तुरंत भुगतान नहीं किया तो उसकी एडिट की गई तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल कर देगा। धमकियों से डरकर युवती ने ठग के बताए अनुसार 6 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए। लगातार करने लगा पैसों की मांग एक बार पैसे भेजने के बाद आरोपी लगातार पैसे की मांग करने लगा। पीड़िता को ठगी का एहसास हुआ और उसने जामुल थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने युवती की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ धारा 67, 308(2), 318(4) बीएन एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है। जामुल थाना प्रभारी रामेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि शिकायत मिलते ही मामला दर्ज कर लिया गया है और इसे साइबर क्राइम सेल को आगे की जांच के लिए भेजा गया है। फिलहाल पुलिस ठग के मोबाइल नंबर और बैंक खाते के विवरण की जांच कर रही है। ऑनलाइन लोन लेने से बचें साइबर एक्सपर्ट का मानना है कि मोबाइल या इंटरनेट पर दिखने वाले संदिग्ध लोन ऐप से दूरी बनाए रखें। ऐप इंस्टॉल करवाने के साथ-साथ ये आपके मोबाइल का सारा एक्सेस ले लेते हैं। इसमें फोटो गैलरी, कॉन्टेक्ट और सोशल मीडिया। ऐसे ऐप्स के जरिए ठग व्यक्तिगत जानकारी हासिल कर साइबर अपराध को अंजाम देते हैं। किसी भी स्थिति में अपनी निजी फोटो, दस्तावेज या बैंक डिटेल्स अनजान नंबर पर साझा न करें और संदिग्ध कॉल मिलने पर तुरंत स्थानीय थाने या साइबर हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराएं।
पूर्णिया मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बेलौरी आरा मिल के पास मंगलवार को मोबाइल झपटमारी का प्रयास कर रहे दो युवकों को ग्रामीणों ने पकड़ लिया। बाइक सवार दोनों युवक ऑटो में सवार एक युवती का मोबाइल छीनने की कोशिश कर रहे थे। युवती के परिजनों और स्थानीय लोगों की तत्परता से दोनों को बेलौरी के पास ही दबोच लिया गया और बाद में मुफस्सिल पुलिस के हवाले कर दिया गया। दीवानगंज निवासी कृष्णा भगत अपनी एक परिजन युवती के साथ ऑटो से बेलौरी से दीवानगंज जा रहे थे। इसी दौरान आरा मिल के पास बाइक सवार दो युवकों ने उनका पीछा किया और युवती का मोबाइल छीनने का प्रयास किया। कृष्णा भगत ने तुरंत अपने परिचितों की मदद से दोनों झपटमारों का पीछा किया और ग्रामीणों की सहायता से उन्हें पकड़ लिया। कृष्णा भगत ने बताया कि पकड़ने के दौरान झपटमारों ने विरोध किया, लेकिन ग्रामीणों की मदद से दोनों को काबू में कर लिया गया। पकड़े गए युवक मरंगा थाना क्षेत्र के निवासी बताए जा रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि बेलौरी से रानीपतरा के बीच हाल के दिनों में मोबाइल छिनतई की कई घटनाएं हुई थीं। ग्रामीणों का अनुमान है कि इन्हीं दोनों युवकों का इसमें हाथ था। मुफस्सिल थाना प्रभारी सुदिन राम ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि दोनों युवकों को रंगे हाथ पकड़ा गया है। उनकी बाइक जब्त कर ली गई है और मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
भोजपुर के कोईलवर थाना पुलिस ने ज्वेलर्स से लूटकांड मामले में फरार चल रहे एक अपराधी को गिरफ्तार किया है। जिसकी पहचान प्रिंस कुमार उर्फ प्रिंस सिंह के तौर पर हुई है। नवादा के न्यू करमन टोला वार्ड नंबर 38 का रहने वाला है। पुलिस के अनुसार प्रिंस कुमार इस लूटकांड मामले में प्राथमिकी का नामजद आरोपी है। वह पहले से भी नगर, नवादा और कोईलवर थाना क्षेत्रों में लूट, छिनतई और आर्म्स एक्ट से जुड़े कई मामलों में आरोपी रहा है। पुलिस अधीक्षक राज ने इसकी पुष्टि एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर की है। गिरफ्तार अपराधी के नेटवर्क को खंगाला जा रहा है जानकारी के मुताबिक, एक सितंबर 2025 को कोईलवर थाना क्षेत्र के महुई बलहा गांव निवासी आभूषण दुकानदार अरुण कुमार अरुण उर्फ मुन्ना आरा से ज्वेलरी लेकर पचैना बाजार स्थित अपने दूसरे दुकान पर लौट रहे थे। इसी दौरान सकड्डी-पचैना मार्ग पर ब्रह्मस्थान के पास दो बाइक पर सवार चार हथियारबंद अपराधियों ने उन्हें ओवरटेक कर रोक लिया। अपराधियों ने दुकानदार के साथ मारपीट करते हुए करीब 35 ग्राम सोना और मोबाइल फोन लूट लिया था। वारदात के बाद आभूषण दुकानदार ने चार अज्ञात अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। अनुसंधान के दौरान पुलिस ने तकनीकी साक्ष्य और गुप्त सूचना के आधार पर प्रिंस कुमार की संलिप्तता का खुलासा किया। इसके बाद पुलिस ने नवादा थाना क्षेत्र के न्यू करमन टोला मोहल्ले से उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि इस लूटकांड में एक अन्य आरोपी अंकित पांडे को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। अब इस घटना में शामिल बाकी फरार अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी अभियान जारी है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, गिरफ्तार प्रिंस कुमार से अन्य लूटकांड और आपराधिक नेटवर्क को लेकर पूछताछ की जा रही है।
श्रुति और समृद्धि सहेलियां हैं। दोनों ने भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन से राजा भोज एयरपोर्ट तक जाने के लिए एक ही समय पर ऑनलाइन बाइक राइड बुक की। श्रुति को इस ट्रिप के लिए किराया दिखाया 234 रुपए और समृद्धि को 249 रुपए यानी 15 रुपए का अंतर। ऐसा क्यों? दरअसल, श्रुति ने अपने एंड्राइड फोन से ये बुकिंग की थी और समृद्धि ने आईफोन से। ये अंतर केवल राइड बुकिंग पर ही नहीं है बल्कि फूड डिलीवरी, ट्रैवल या ई-कॉमर्स जैसे प्लेटफॉर्म यूजर्स को उनके मोबाइल डिवाइस के आधार पर अलग-अलग कीमतें दिखा रहे हैं। यानी अगर आप आईफोन यूजर हैं, तो संभव है कि आप एक ही सेवा के लिए एंड्रॉइड यूजर की तुलना में ज्यादा पैसा चुका रहे हों, और आपको इसका अंदाजा तक न हो। श्रुति और समृद्धि के एक्सपीरियंस को समझने के लिए भास्कर ने एक ही लोकेशन और समय पर एक जैसे प्रोडेक्ट या सर्विस को एंड्राइड और आईफोन डिवाइस से एक साथ ऑर्डर किया, तो कीमतों में अंतर नजर आया। साथ ही इस मसले पर एक्सपर्ट से भी बात की। पढ़िए रिपोर्ट... अब तीनों प्रयोगों का सिलसिलेवार रिजल्ट जानिए बाइक राइड एप पर 18 किमी की दूरी के लिए 15 रुपए का अंतरभास्कर ने भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से राजा भोज एयरपोर्ट जाने के लिए एक ही समय पर दो अलग-अलग फोन से बाइक राइड बुक की। ये दूरी करीब 18 किमी है। आईफोन से बुकिंग करने पर किराया 249 रुपए दिखाया गया। वहीं एंड्रॉयड से बुकिंग करने पर किराया 234 रुपए दिखाया गया यानी 15 रुपए का अंतर। बिना किसी अतिरिक्त सुविधा या बदले हुए रूट के, सिर्फ डिवाइस के आधार पर कीमत में 6% से ज्यादा का उछाल था। हमने इसी प्रयोग को कैब बुकिंग के साथ दोहराया। दूसरे एप पर रानी कमलापति स्टेशन से एयरपोर्ट तक मिनी कैब बुक करने पर आईफोन में किराया 277 रुपए दिखाया गया, जो यह संकेत दे रहा था कि प्रीमियम डिवाइस यूजर्स को कैब सेवाओं के लिए भी अधिक भुगतान करना पड़ सकता है। फूड डिलीवरी में भी 6 रुपए का अंतरइसी तरह फूड डिलीवरी एप से भी 1.5 किमी दूर एमपी नगर के एक रेस्टोरेंट में एक जैसे खाने का ऑर्डर दिया। इसमें वेज चीज पिज्जा, पनीर टिक्का पिज्जा, मिंट मोजितो और ब्लूबेरी मोजितो शामिल था।आईफोन से किए ऑर्डर का बिल बना 2,073 रुपए और एंड्राइड का बिल बना 2,067 रुपए। हालांकि, यह अंतर बाइक राइड जितना बड़ा नहीं था, लेकिन यह इस बात की पुष्टि करता था कि यह रणनीति फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म्स पर भी लागू होती है। एक ही रेस्टोरेंट, एक ही ऑर्डर और एक ही डिलीवरी एड्रेस होने के बावजूद कीमत में अंतर साफ था। ग्रॉसरी शॉपिंग पर भी 'महंगा' फोन भारीइसी तरह हमारी पड़ताल का आखिरी पड़ाव था तेजी से लोकप्रिय हो रहे क्विक-कॉमर्स या ग्रॉसरी डिलीवरी ऐप्स। हमने दिवाली फेस्टिव ऑफर के दौरान एक ऐप पर चल रही सेल का फायदा उठाने की कोशिश की। एक ग्रॉसरी एप से चॉकलेट के दो बॉक्स ऑर्डर किए। दोनों ही फोन पर डिलीवरी का अनुमानित समय 11 मिनट दिखाई दिया। आईफोन पर इन चॉकलेट के बॉक्स का बिल बना 958 रुपए और एंड्राइड पर ये बिल बना 944 रुपए। यानी दोनों फोन से किए ऑर्डर में 14 रुपए का अंतर दिखाई दिया। इससे साफ है कि सिर्फ कैब या फूड डिलीवरी पर नहीं बल्कि रोजमर्रा की जरूरत का सामान खरीदते समय भी आपका फोन आपकी जेब ढीली कर सकता है। समझिए 'डायनामिक प्राइसिंग' का खेलइन चौंकाने वाले नतीजों ने एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया - आखिर ऐसा हो क्यों रहा है? इसका जवाब हमें मिला आईटी विशेषज्ञ यशदीप चतुर्वेदी से। उन्होंने बताया कि यह सब 'डायनामिक प्राइसिंग ऐल्गोरिद्म' का कमाल है। यशदीप चतुर्वेदी बताते हैं, 'फूड, ग्रॉसरी या कैब डिलीवरी एप्स में डायनामिक प्राइसिंग ऐल्गोरिद्म काम करता है। इसका मतलब यह है कि कीमतें फिक्स नहीं होतीं, बल्कि कई कारकों के आधार पर लगातार बदलती रहती हैं, जैसे- समय, लोकेशन, डिवाइस का प्रकार, उस समय की डिमांड और यूजर की पुरानी हिस्ट्री। आईफोन यूजर मतलब 'प्रीमियम ग्राहक'इस खेल का सबसे बड़ा आधार यूजर की प्रोफाइलिंग है। जब कोई व्यक्ति एंड्रॉयड या आईफोन पर किसी ऐप पर रजिस्टर करता है, तो वह अपनी व्यक्तिगत जानकारी दर्ज करता है। यही जानकारी इन कंपनियों के बिजनेस मॉडल का आधार बनती है। अगर किसी प्लेटफॉर्म के ऐल्गोरिद्म को यह पता चलता है कि यूजर आईफोन इस्तेमाल कर रहा है, तो उसे तुरंत 'प्रीमियम सेगमेंट' का ग्राहक मान लिया जाता है। कंपनियों की धारणा है कि आईफोन यूजर्स की खर्च करने की क्षमता अधिक होती है और वे कीमत को लेकर कम संवेदनशील होते हैं। इसी धारणा के कारण ऐल्गोरिद्म उन्हें कभी-कभी थोड़ी ज्यादा कीमत दिखा सकता है। कंपनियां लगातार अपने यूजर्स के डेटा का विश्लेषण करती हैं, जैसे कि वे कितना खर्च करते हैं, कब ऑर्डर करते हैं, और किस तरह के ऑफर्स पर प्रतिक्रिया देते हैं। प्राइज प्रोफाइल तैयार कर रही कंपनियांविशेषज्ञों के मुताबिक अकाउंट रजिस्ट्रेशन, ईमेल, ऑनलाइन खरीदारी, वेबसाइट पर रूकने का समय, माउस मूवमेंट, स्क्रॉलिंग, वीडियो देखने की आदत जैसे संकेतों से कंपनियां आपका प्राइज प्रोफाइल बना लेती हैं। ये वह डेटा आधारित अनुमान है, जिससे कंपनियां यह जानती हैं कि कोई ग्राहक किसी प्रोडक्ट या सर्विस के लिए अधिकतम कितनी कीमत देने को तैयार है। एक रिपोर्ट के मुताबिक एआई आपके व्यवहार से आपकी प्राइज सेंसेटिविटी यानी कीमत को लेकर आपकी प्रतिक्रिया मापता है। यदि आप प्रोडक्ट जल्दी चाहते हैं तो फास्ट डिलीवरी पर ज्यादा कीमत लगेगी। अगर आप रेगुलर ग्राहक हैं, तो डिस्काउंट से बाहर रखा जा सकता है क्योंकि आप वैसे भी खरीदेंगे। दूसरे देशों में कानून, लेकिन हमारे देश में नहींविशेषज्ञ बताते हैं कि कई अमेरिकी राज्यों ने एआई आधारित प्राइजिंग को रेगुलेट करने के लिए कदम उठाए हैं। न्यूयॉर्क ने बिना बताए ऐल्गोरिद्म से तय कीमतों पर रोक लगाई है। ओहियो में 5 मिलियन डॉलर से ज्यादा कमाने वाली कंपनियों को यह बताना जरूरी है कि कीमत एआई से तय हुई है या नहीं। ब्रिटेन में नया कानून कंपनियों पर गलत डिजिटल प्राइजिंग के लिए वैश्विक राजस्व का 10 फीसदी तक जुर्माना लगाने की अनुमति देता है। भारत में फिलहाल सर्विलांस यानी एआई आधारित मूल्य निर्धारण को लेकर कोई साफ कानून नहीं है। उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 2019 और सूचना प्रोद्योगिक अधिनियम 2000 डेटा के दुरुपयोग पर सामान्य सुरक्षा प्रदान करते हैं। कंपनियों द्वारा ऐल्गोरिद्म या एआई के जरिए ग्राहकों के व्यवहार का विश्लेषण कर अलग-अलग कीमत तय करने पर कोई सीधी रोक नहीं है। 2023 में पारित डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन अधिनियम उपभोक्ता की सहमति से डेटा संग्रह और उसके उपयोग पर नियंत्रण देता है, लेकिन इसमें भी एआई के जरिए मूल्य निर्धारण जैसे उभरते मामलों पर स्पष्ट दिशा निर्देश नहीं है।
पीएम जनमन एमएमयू:मेडिकल मोबाइल यूनिट: टेंडर शर्तें दरकिनार ऊंचाई इतनी कम, झुककर करना होगा इलाज
छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य विभाग ने पीएम जनमन मोबाइल मेडिकल यूनिट (एमएमयू) अर्थात चलते फिरते अस्पतालों के लिए जिन गाड़ियों को खरीदा है, वे टेंडर की शर्तों को ही पूरा नहीं कर रही हैं। हालात ये है कि लंबे कद के डॉक्टर या कंपाउंडर इलाज करते वक्त इस गाड़ी के भीतर सीधे खड़े तक नहीं हो सकते हैं। भास्कर इन्वेस्टिगेशन टीम की पड़ताल में पता चला है कि एमएमयू में वर्किंग स्पेस जहां मरीजों की जांच व इलाज होना है, उसके लिए जितना क्षेत्र निर्धारित किया गया था, उस मापदंड के अनुरूप भी जगह नहीं है। स्वास्थ्य विभाग ने जनमन एमएमयू के लिए 108 करोड़ रुपए में पांच साल के लिए टेंडर किया था। इस योजना के अंतर्गत कमजोर जनजातीय समूहों (पीवीटीजी) वाले 18 जिलों में 57 मोबाइल अस्पतालों के जरिए इलाज की सुविधाएं पहुंचाना है। लेकिन जब एमएमयू की 32 गाड़ियों की पहली खेप नवा रायपुर पहुंची, तो गाड़ियों के आकार, डिजाइन और स्पेसिफिकेशन में कई गड़बड़ियां सामने आई हैं। भास्कर इन्वेस्टिगेशन टीम ने न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु जैसे राज्यों में इसी योजना के टेंडर दस्तावेजों और तकनीकी मानकों की गहराई से जांच की, जिसमें नियमों का पालन नहीं होने की बात सामने आई है। भास्कर लाइव-हर बिंदु पर उल्लंघन, छोटी गाड़ियां-कम वजन जनजातीय अंचलों की भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए 6,000 किलो वजन की मजबूत गाड़ियों की मांग की गई थी। लेकिन जो वाहन सप्लाई हुए, उनका वजन औसतन 5,800 किलो है। यही नहीं, ड्राइवर कैबिन छोड़कर अंदर वर्किंग स्पेस जहां मरीजों का इलाज होना है। उसके लिए तय 17 से 22 फीट की लंबाई के बजाय वाहनों की लंबाई सिर्फ 14 फीट है। भास्कर टीम ने खुद नवा रायपुर की मल्टीलेवल पार्किंग में जाकर मापजोख की और टेंडर में लिखे मानकों से सीधा 3 से 8 फीट तक की कमी दर्ज की। खामी-1 एमएमयू की ऊंचाई तय 6.5 फीट के बजाय करीब 6 फीट परेशानी - लंबे मरीज या डॉक्टर अंदर सीधे नहीं खड़े हो सकेंगे खामी-2 लंबाई 17–22 फीट की जगह सिर्फ 14 फीट परेशानी -वर्किंग एरिया छोटा, जांच और इलाज में दिक्कत होगी खामी- 3 एंट्री-एग्जिट एक ही गेट परेशानी - बुजुर्ग, गर्भवती और दिव्यांग मरीजों को कठिनाई होगी खामी-4 लंबाई छोटी होने से कंपार्टमेंट या चैंबर नहीं बनाया परेशानी - दूसरे मरीजों के पास खड़े होने से महिला मरीज अपनी समस्या बताने से झिझकेंगी खामी-5 टेंडर के मानक से छोटी गाड़ियां परेशानी - प्रक्रिया की पारदर्शिता और सुरक्षा पर सवाल सबसे बड़ी खामी सप्लाई से पहले लेनी थी डिजाइन की मंजूरी टेंडर के अनुसार, मोबाइल मेडिकल यूनिट का डिजाइन पहले टेक्निकल कमेटी से अप्रूव कराना अनिवार्य था। लेकिन भास्कर की पड़ताल में सामने आया कि एजेंसी ने गाड़ियों के डिजाइन का पहले से अप्रूवल ही नहीं करवाया। जब गाड़ियां आईं तो विभाग ने आनन-फानन में दीवाली से पहले 17 अक्टूबर को वाहनों का निरीक्षण करवाया। एजेंसी ने अंदर की कम ऊंचाई पर तर्क दिया कि एसी के लिए सीलिंग लगाई गई है। पर भास्कर के पास मौजूद टेंडर दस्तावेजों के अनुसार, वाहन की न्यूनतम अंदरूनी ऊंचाई 6.5 फीट होनी थी, जबकि मापजोख में यह सिर्फ 6 फीट निकली। यानी डॉक्टर और मरीज अंदर सीधे खड़े भी नहीं हो सकते हैं। भास्कर के पास एजेंसी का प्रजेंटेशन: स्वास्थ्य विभाग को एजेंसी द्वारा दिए गए प्रजेंटेशन के दस्तावेज भी भास्कर के पास हैं। इनमें साफ लिखा है कि ड्राइवर केबिन से पीछे के दरवाजे तक की लंबाई सिर्फ 18.2 फीट है। जबकि टेंडर में केबिन छोड़कर 17 से 22 फीट तक की लंबाई मांगी गई थी। जनमन योजना में आई एमएमयू गाड़ियों की टेक्निकल जांच कराई जा रही है। दूसरे राज्यों की गाड़ियों का भी अध्ययन कराया जा का है। पाड़ियां उपयुक्त पाए जाने पर ही जनजातीय क्षेत्रों में धेनी जाएंगी। श्यामबिहारी जायसवाल, प्यारण्य गली
वाराणसी में बढ़ते साइबर अपराधों के बीच अब साइबर सेल टीम ने संदिग्ध नंबरों पर एक्शन तेज कर दिया है। पिछले एक महीने में वाराणसी पुलिस टीम ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की है। इसमें साइबर अपराध में संलिप्त 654 मोबाइल नंबरों को ब्लॉक कराया गया है। इसी के साथ 335 IMEI नंबरों को डिएक्टिवेट कराया गया । शहर में फर्जी काल सेंटरों पर शिकंजा कसते हुए साइबर टीम पूरी तरह से 6 फर्जी कॉल सेन्टर संचालित कर साइबर ठगी करने वाले 84 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके विरूद्ध कार्रवाई की गई। वहीं गैंग बनाकर साइबर अपराध करने वाले 3 गैंग के विरूद्ध गैंगस्टर एक्ट की कार्यवाही की है। साइबर थाना एवं साइबर क्राइम सेल ने बताया कि जिले में साइबर अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की। इसमें कुल 2.16 करोड़ रुपये वापस कराए हैं। 3 माह में स्कूल, कॉलेज, सार्वजनिक स्थल आदि स्थानों पर 291 साइबर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर कुल 38,524 लोगों को साइबर अपराध के प्रति जागरूक किया। वाराणसी पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने मंगलवार की रात साइबर क्राइम सेल के साथ जिले भर के साइबर अपराधों की समीक्षा की। बैठक में साइबर अपराध से संबंधित शिकायतों के निस्तारण की स्थिति, पोर्टलों पर डेटा अपडेट, तकनीकी उपकरणों के प्रभावी उपयोग एवं साइबर अपराधियों के विरुद्ध त्वरित कार्रवाई से संबंधित विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई । सीपी ने कहा कि “साइबर अपराध आज के समय की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है। सभी अधिकारी समयबद्ध, तकनीकी एवं समन्वित तरीके से कार्य करें, ताकि साइबर अपराधियों के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके। साइबर अपराध में संलिप्त मोबाइल नंबरों पर कार्रवाई की जाए। उनके खिलाफ केस दर्ज कर नंबर और मोबाइल दोनों को डिएक्टिवेट करवाएं। उन्होंने कहा कि गैंग बनाकर साइबर अपराध करने वालों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की जाए, उसमें संलिप्त अपराधियों को जेल भेजें। NCRP पोर्टल की समीक्षा • NCRP (National Cybercrime Reporting Portal) पर प्राप्त सभी शिकायतों की प्रगति एवं निस्तारण की स्थिति की विस्तृत समीक्षा की गई।• प्रत्येक शिकायत का समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित करने तथा पीड़ितों को शीघ्र राहत प्रदान करने के निर्देश दिए गए।• लंबित शिकायतों के संबंध में थानावार उत्तरदायित्व तय करने के निर्देश दिए गए। JIMS पोर्टल पर फीडिंग की स्थिति • JIMS पोर्टल पर थानावार गिरफ्तार अभियुक्तों की एंट्री / फीडिंग की स्थिति की समीक्षा की गई।• यह निर्देश दिए गए कि प्रत्येक गिरफ्तारी के पश्चात तत्काल पोर्टल पर अद्यतन प्रविष्टि सुनिश्चित की जाए।• किसी भी प्रकार की देरी या लापरवाही पर जिम्मेदारी तय कर कार्यवाही की चेतावनी दी गई। ‘प्रतिबिम्ब’ पोर्टल के उपयोग संबंधी निर्देश • पुलिस आयुक्त द्वारा ‘प्रतिबिम्ब पोर्टल’ के व्यापक एवं सार्थक उपयोग पर बल दिया गया।• पोर्टल के माध्यम से साइबर अपराध की प्रवृत्तियों, क्षेत्रों एवं अभियुक्तों के पैटर्न का विश्लेषण करने के निर्देश दिए गए।• पोर्टल की रिपोर्ट्स का उपयोग इंटेलिजेंस-बेस्ड पुलिसिंग के रूप में करने पर जोर दिया गया। संदिग्ध IMEI / मोबाइल नंबर ब्लॉकिंग • साइबर अपराधों में प्रयुक्त या संदिग्ध पाए गए IMEI नंबरों / मोबाइल नंबरों को तत्काल ब्लॉक कराने के निर्देश दिए गए।• ऐसी गतिविधियों पर निगरानी रखने के लिए एक समर्पित तकनीकी टीम गठित करने के निर्देश दिए गए।5. PoS (Point of Sale) वेरिफिकेशन एवं विधिक कार्यवाही :-• PoS वेरिफिकेशन को अत्यंत गंभीरता से लेने के निर्देश दिए गए।• किसी भी फर्जी या संदेहास्पद PoS की जानकारी प्राप्त होने पर तत्काल विधिक कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए गए। म्यूल अकाउंट वेरिफिकेशन • पुलिस आयुक्त द्वारा निर्देशित किया गया कि म्यूल बैंक खातों (Mule Accounts) की पहचान एवं वेरिफिकेशन की प्रक्रिया को प्राथमिकता दी जाए।• ऐसे खातों के माध्यम से अवैध लेन-देन करने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए।• साइबर अपराधों से संबंधित सभी मामलों में डिजिटल साक्ष्यों का संरक्षण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।• साइबर सेल के अधिकारियों को लगातार तकनीकी प्रशिक्षण एवं अपडेशन प्रदान करने पर बल दिया गया।• जनता को साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक करने हेतु साइबर जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश भी दिए गए।
ब्यावर में सोमवार रात साकेत नगर पुलिस थाने के पास स्थित एक मोबाइल टॉवर में आग लग गई। घटना की सूचना अग्निशमन कार्यालय और साकेत नगर थाने को मिली। सूचना मिलते ही अग्निशमन दल की टीम, जिसमें वाहन चालक महेंद्र सिंह और फायरमैन भूपेंद्र कुमार व पंकज जायसवाल शामिल थे, मौके पर पहुंची। टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सबसे पहले टॉवर का बिजली कनेक्शन और जनरेटर की सप्लाई बंद कराई। इसके बाद फायरमैनों ने पानी की तेज बौछारों का उपयोग कर आग पर पूरी तरह काबू पा लिया। अग्निशमन दल के प्रभारी ताराचंद ने बताया कि प्रारंभिक जांच में आग का कारण शॉर्ट सर्किट सामने आया है। उन्होंने यह भी बताया कि यदि समय रहते आग पर काबू नहीं पाया जाता तो टॉवर के गिरने से आसपास बड़ा हादसा हो सकता था। आग लगने के कारण टॉवर से मिलने वाली मोबाइल सेवाएं भी बाधित हो गईं, क्योंकि यह टॉवर लगभग सभी नेटवर्क प्रदाताओं की सेवाएं प्रदान करता था। अग्निशमन दल की त्वरित कार्रवाई और सतर्कता से एक संभावित बड़ी दुर्घटना टल गई।
फ्री मोबाइल रिचार्ज का ऑफर! जानिए त्योहारों में कैसे हो रहा है स्कैम
सोशल मीडिया पर अलग-अलग अवसरों पर फ्री मोबाइल रिचार्ज मिलने का वादा करके लोगों के साथ स्कैम किया जा रहा है.
'कल्कि 2898 AD' के ट्रेलर रिलीज के वक्त मोबाइल फेंकने जा रहे थे अमिताभ बच्चन, खुद बताया पूरा किस्सा
बॉलीवुड फिल्मों के जाने माने मशहूर अभिनेता अमिताभ बच्चन वैसे तो अक्सर ही खबरों में बने रहते हैं. लेकिन इस बार उनके क्रेज का कारण उनका जबरदस्त एक्शन अवतार है. हिंदी फिल्मों के एंग्री यंगमैन कहे जाने वाले अमिताभ बच्चन अपनी नई फिल्म 'कल्कि 2898 AD' के ट्रेलर में एक विस्फोटक एक्शन अवतार में दिखाई दे रहे हैं. निर्देशक नाग अश्विन की इस पैन इंडिया फिल्म में कई लोगों को अमिताभ का एक्शन अवतार, फिल्म के हीरो प्रभास से भी अधिक दमदार लग रहा है. लेकिन इस ऑनस्क्रीन एक्शन अवतार का प्रभाव शायद बच्चन साहब को रियलिटी में भी फील होने लगा है. इधर 'कल्कि 2898 AD' का ट्रेलर रिलीज हुआ तथा उधर अमिताभ बच्चन अपने फोन से इतने नाराज हो गए कि उसे तोड़ने की बात कह गए. अपने ब्लॉग पर 'कल्कि 2898 AD' का ट्रेलर साझा करते हुए बताया कि वो अपने मोबाइल से फ्रस्ट्रेट हो गए हैं. उन्होंने ब्लॉग पोस्ट में लिखा, 'अपना फोन ठीक करने की बड़ी कोशिश कर रहा हूं... पहले से जो सेट था, अचानक बदल गया. तो हर तरफ से मदद लेने का प्रयास कर लिया, लेकिन नाकाम रहा... बहुत फ्रस्ट्रेटिंग है ये... चाह रहा था कि इंग्लिश और हिंदी टाइपिंग, दोनों हों. इंग्लिश में एक हिंदी वर्ड लिखूं और वो देवनागरी में आ जाए... मगर कई घंटे लिंक्स और एक्स्पेरिमेंट्स फॉलो करने के बाद, अब मैं खिड़की से बाहर फेंककर अपना फोन तोड़ डालने के बहुत करीब हूं.' कुछ देर पश्चात् बच्चन साहब ने साफ किया कि वो सच में अपना मोबाइल नहीं फेंकने जा रहे, बस गुस्सा जाहिर कर रहे हैं. उन्होंने लिखा, 'नहीं नहीं नहीं... ऐसी किस्मत कहां... बस गुस्सा निकाल रहा हूं.' अपने ब्लॉग पोस्ट में अमिताभ ने ये भी कहा कि 'कल्कि 2898 AD' एवं 'Section 84 IPC' के पश्चात्, वो समझ नहीं पा रहे कि अगला प्रोजेक्ट क्या चुनना है. उन्होंने लिखा कि आज एक अभिनेता के पास 'मैनेजमेंट एक्सपर्ट्स से लेकर एजेंट्स तक' इतने सारे लोग होते हैं, ये बताने के लिए कि मार्किट में किस प्रकार का कंटेंट चल रहा है तथा सिनेमा लवर्स क्या पसंद कर रहे हैं, क्या नहीं. मगर उनके दौर में ऐसा कुछ नहीं था. अमिताभ ने कहा, 'हम सिर्फ अगली जॉब का मौका खोज रहे होते थे, जिससे हम घर चलाने की, नौकरी बनाए रखने की शर्त पूरी कर सकें. अब बात अलग हो गई है. नई जेनरेशन इस तरह सोचती है, ऐसे चलती है कि... मैं बाद एक काम खोजूंगा और उम्मीद करूंगा कि काम मिले और बस मेरा 'किचन चलता रहे.' अमिताभ बच्चन की अगली फिल्म 'कल्कि 2898 AD' का ट्रेलर सोमवार शाम को रिलीज हुआ है. इस फिल्म में अमिताभ, अश्वत्थामा का माइथोलॉजी बेस्ड भूमिका निभा रहे हैं तथा ट्रेलर में जनता उनके किरदार और काम को बहुत पसंद कर रही है. 'ये मेरी चॉइस है, मेरे मां-बाप…', जहीर इकबाल संग शादी पर आई सोनाक्षी सिन्हा की प्रतिक्रिया शूटिंग से 4 दिन पहले डायरेक्टर ने किया एक्ट्रेस को फिल्म से बाहर, सालों बाद खुद किया चौंकाने वाला खुलासा सैलरी पर हो रही चर्चा को लेकर आई 'पंचायत' के सचिव जी की प्रतिक्रिया, जानिए क्या कहा?
तमन्ना भाटिया को महाराष्ट्र साइबर सेल द्वारा आईपीएल मैचों की अवैध स्ट्रीमिंग में उनकी कथित संलिप्तता के संबंध में पूछताछ के लिए बुलाया गया है। उनसे 29 अप्रैल को पूछताछ के लिए पेश होने की उम्मीद है। संजय दत्त भी इस मामले से जुड़े थे, लेकिन अपनी पूर्व प्रतिबद्धताओं के कारण, वह 23 अप्रैल को पूछताछ सत्र में शामिल नहीं हो सके। इसके बजाय, उन्होंने अपना बयान दर्ज करने के लिए एक अलग तारीख की मांग की। फेयरप्ले, जो महादेव ऑनलाइन गेमिंग ऐप की सहायक कंपनी है, को क्रिकेट, पोकर, कार्ड गेम्स और टेनिस जैसी विभिन्न लाइव गेम्स पर अवैध सट्टेबाजी से जोड़ा गया है। पिछले साल यह ऐप सुर्खियों में आया जब रणबीर कपूर और श्रद्धा कपूर जैसे अभिनेताओं, जिन्होंने इस ऐप का प्रचार किया, को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा पूछताछ के लिए बुलाया गया। महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप दुबई से संचालित होता है, जिसे भिलाई, छत्तीसगढ़ के रहने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल चलाते हैं। उन्होंने नए ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए नई वेबसाइटें और चैट समूह बनाकर विभिन्न रणनीतियों का उपयोग किया और सामाजिक मीडिया प्लेटफॉर्म पर भुगतान किए गए विज्ञापनों के माध्यम से लोगों को आकर्षित किया। ईडी एक साल से अधिक समय से महादेव ऐप से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग के मामले की जांच कर रही है, जिसमें छत्तीसगढ़ के विभिन्न हाई प्रोफ़ाइल राजनेता और अधिकारियों के शामिल होने का आरोप लगाया गया है। भीड़ में पापा अमिताभ को सँभालते नजर आए अभिषेक बच्चन, फैंस कर रहे तारीफ इतनी छोटी स्कर्ट पहनकर इवेंट में पहुंच गई ऋतिक रोशन की Ex वाइफ, हुई Oops मोमेंट का शिकार ऐश्वर्या राय संग इंटीमेट सीन पर बोले रणबीर कपूर- 'हाथ कांप रहे थे फिर...'

