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पुलिस वापस नहीं दे रही गाड़ी, डीसीपी कोर्ट में तलब:आदेश की अवहेलना पर हाईकोर्ट नाराज, पीड़ित ने कहा-थाने में खड़ा वाहन तोड़ा

राजस्थान हाईकोर्ट जोधपुर ने एक जब्त गाड़ी वापसी के मामले में पुलिस की कार्यवाही में देरी पर सख्त रुख अपनाते हुए जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट के उपायुक्त (पश्चिम) को व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में उपस्थित होने के आदेश दिए हैं। जस्टिस योगेंद्र कुमार पुरोहित ने अपने आदेश में सरकारी वकील को निर्देश दिया कि वे आगामी तारीख पेशी 17 नवंबर को पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) को व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में उपस्थित रखें, ताकि समुचित आदेश पारित किया जा सके।​ क्या है मामला दरअसल, याचिकाकर्ता संपत पूनिया ने याचिका दायर की थी। पूनिया के वकील ने कोर्ट में आग्रह किया कि उनके द्वारा इस कोर्ट के 29 जुलाई के आदेश की पालना में पुलिस उपायुक्त (पश्चिम), पुलिस कमिश्नरेट जोधपुर को 21 अगस्त को रिप्रेजेंटेशन दिया था।​ इसके बावजूद भी आज दिन तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। उसकी फॉर्च्यूनर गाड़ी आज भी थाने में खड़ी है और उसमें तोड़फोड़ कर रहे हैं। पुलिस ने बिना किसी आधार के वाहन को सीज कर रखा है। इस आधार पर याचिकाकर्ता ने वाहन को उसे दिलवाए जाने की प्रार्थना की।​ याचिकाकर्ता की ओर से कहा गया कि 29 जुलाई को हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी साढ़े तीन महीने से अधिक समय बीत जाने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की है। वाहन थाने में पड़ा खराब हो रहा है। पुलिस की ओर से तथ्यात्मक रिपोर्ट पेश सरकारी वकील ने सरदारपुरा थानाधिकारी की तथ्यात्मक रिपोर्ट मंगलवार को पेश की। इस रिपोर्ट में बताया गया कि एफआईआर संख्या 38/24 पुलिस थाना चौपासनी हाउसिंग बोर्ड में अग्रिम अनुसंधान के तहत सहायक पुलिस आयुक्त, प्रतापनगर, जोधपुर आयुक्तालय द्वारा तफ्तीश की जा रही है।​ रिपोर्ट के अनुसार, उक्त वाहन मालिक संपत राज पूनिया और वाहन वांछित होने से उस मामले में यह गाड़ी सबूत के रूप में जब्त करना शेष है। इसके अलावा उस मामले में हाईकोर्ट में एसबी क्रिमिनल रिट याचिका में आरोपी संपतराज पूनिया की गिरफ्तारी पर रोक का आदेश है, इसी कारण पुलिस ने वाहन को जब्त नहीं किया है और थाने में खड़ा रखा है। हाईकोर्ट का आदेश: डीसीपी तलब कोर्ट ने सरकारी वकील की ओर से पेश रिपोर्ट और इस कोर्ट के आदेश को ध्यान में रखते हुए आदेश दिया कि आगामी तारीख पेशी पर पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) को व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में उपस्थित रखें, ताकि समुचित आदेश पारित किया जा सके।​ मामले में अगली सुनवाई 17 नवंबर को तय की गई है, जहां डीसीपी को खुद उपस्थित होकर इस मामले में देरी और वाहन की स्थिति के बारे में स्पष्टीकरण देना होगा।​

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 6:40 am

ट्यूशन टीचर ने पूछा- घर पर अकेली हो...फिर गले लगाया:पिता बोले- 2 साल से पढ़ाने आ रहे थे, गोरखपुर पुलिस कस्टडी में आरोपी बोला- गलती हुई

'सर ने मुझे बैड टच किया, फिर मुझे पकड़कर अपनी ओर खींचने लगे। मैं उनसे छुटकारा पाना चाहती थी, लेकिन उन्होंने पूरी ताकत ही लगा दी थी। मैं रोने लगी, सर से कहा- आप ये क्या करना चाह रहे हैं। इस पर डांटते हुए बोले- जो कहता हूं, करते जाओ, बहुत दिन से इसका इंतजार था। यह कहते हुए मेरे हाथ से किताब छीनकर किनारे फेंक दी। मैं उनकी बातें समझ नहीं पाई, जब वो मुझे अपने नजदीक लाकर गंदी हरकत करने लगे, तब मैंने छुटकारा पाने के लिए तेजी से चिल्लाया। इस पर नाराज होकर सर ने मुझे छोड़ तो दिया, लेकिन धमकी दी कि अगर किसी से ये बात बताई तो दोनों की बदनामी होगी। तुम घर से बाहर नहीं निकल सकोगी। काफी सोचने के बाद मैंने सर को सबक सिखाने का फैसला किया।' यह आपबीती 15 साल की छात्रा ने अपनी चाची को रोते हुए बताईं। उसके शरीर पर संघर्ष के निशान थे। जिसे देखकर चाची का भी खून खौल गया। इसके बाद उन्होंने पूरे परिवार में ट्यूशन पढ़ाने आ रहे टीचर की पोल खोलकर रख दी। ये टीचर उनके घर में 2 साल से पढ़ाने आ रहे थे। छात्रा के पिता ने 10 नवंबर को रामगढ़ताल थाने में ट्यूशन टीचर के खिलाफ FIR दर्ज कराई। ये टीचर रामगढ़ताल इलाके में ही किराए के घर में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा है। जेब खर्च निकालने के लिए वह घरों में जाकर ट्यूशन भी पढ़ाता है। 11 नवंबर काे यहीं से पुलिस ने टीचर आलोक यादव (25) को दबोच लिया। वो महराजगंज जिले के ठूठीबारी थाना क्षेत्र के अहिरौली गांव का रहने वाला है। पूछताछ के बाद उसको जेल भेजा गया है। अब पूरा मामला सिलसिलेवार पढ़िए... पिता बोले- टीचर पर परिवार को अंधविश्वास था...रामगढ़ताल इलाके में रहने वाली छात्रा के पिता इलेक्ट्रीशियन और मां हाउस वाइफ हैं। छात्रा इंग्लिश मीडियम स्कूल में क्लास 9वीं में पढ़ती है। छात्रा के पिता ने बताया- 8वीं क्लास में जब बेटी आई, तो उसके सवालों के जवाब देने में मुझे भी परेशानी होने लगी। इसी बीच हमारे एक परिचित ने बताया कि वो एक ट्यूशन टीचर को जानते हैं। जो घरों में जाकर पढ़ाता है। मैंने ट्यूशन टीचर को पढ़ाने के लिए रख लिया। रोज ही टीचर दिन में 3 से 4:30 बजे तक मेरी बच्ची को ट्यूशन पढ़ाने आने लगा। इस दौरान उन्हें चाय नाश्ता भी दिया जाता था। एक गुरु की तरह उन्हें सम्मान दिया जाता था। घर के सभी लोग उनपर अंधा विश्वास करते थे। लेकिन वह तो हैवान निकले। गुरु शिष्य के रिश्ते को भी शर्मसार करके रख दिया। बहन को हॉस्पिटल में देखने गए, बेटी अकेली थी पिता ने बताया- मेरी बहन का शहर के ही एक हॉस्पिटल में ऑपरेशन हुआ है। 9 नवंबर की दोपहर 3 बजे पत्नी को साथ लेकर बहन को देखने हॉस्पिटल चला गया। इस दौरान बेटी घर पर थी। घर के बगल में भाई का परिवार भी रहता है, उसकी पत्नी भी घर पर थीं। मैंने बेटी से बोला कि तुम ट्यूशन पढ़कर चाची के पास चले जाना। हमलोग घर से बाहर निकले, इसके बाद ट्यूशन टीचर आलोक यादव घर पर आए। मगर बेटी को घर में अकेला पाकर उन्होंने बेटी के साथ गंदी हरकतें की। बेटी ने यह बातें अपनी चाची से रो-रोकर बताई। टीचर ने आते ही पूछा- घर पर कोई नहीं है क्याबेटी ने बताया कि सर पढ़ाने आए, उन्होंने पूछा कि घर पर कोई नहीं है। मैंने बताया कि पापा-मम्मी, बुआ को देखने हॉस्पिटल में गए हैं। इसके बाद वह पढ़ाई कम मजाक ज्यादा कर रहे थे। मैं कुछ समझ नहीं पाई, धीरे-धीरे वह मेरे करीब आने की कोशिश करने लगे। तब मुझे एहसास हुआ कि सर का इरादा ठीक नहीं है। इसके बाद मैंने सर से कई बार कहा, प्लीज आप चले जाइए। लेकिन वह मुझे बैड टच करने लगे। आखिर में जोर से चिल्लाई, तब वह धमकी देते हुए भागे। चाची भी दौड़कर आईं। मुझे रोते हुए देखकर पूछा क्या हुआ है। मैंने उनसे सारी बातें बताईं। ट्यूशन टीचर ने कहा- मुझसे गलती हुई… रामगढ़ताल पुलिस ने ट्यूशन टीचर आलोक यादव को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद ट्यूशन टीचर बार-बार कह रहा था कि मुझे माफ कर दो, आगे ऐसी गलती नहीं करूंगा। घरवाले बड़ा अधिकारी बनने के लिए बाहर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कराने के लिए भेजे थे। यहां मैंने कुछ और कर दिया। इससे मेरे साथ ही घरवालों का भी शर्म से सिर झुक जाएगा। कुछ भी कीजिए घर वालों को यह बात न बताइएगा। यह कहकर वह बार-बार अपने किए पर पछतावा कर रहा था। इस संबंध में रामगढ़ताल थाना प्रभारी, नितिन रघुनाथ ने कहा- पिता की तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर पुलिस टीम आरोपी की तलाश में जुट गई थी। मंगलवार को आरोपी पकड़ लिया गया। कानूनी कार्रवाई करके उसे कोर्ट के सामने पेश किया गया। जहां से उसे जेल भिजवा दिया गया। इस मामले में छात्रा का बयान करा लिया गया है। DDU प्रोफेसर बोलीं- ट्यूशन टीचर को जांच परखकर रखे गोरखपुर यूनिवर्सिटी समाज शास्त्र की प्रो. संगीता पांडेय ने कहा- आजकल माता-पिता बच्चों की सफलता को ज्यादा वरीयता दे रहे हैं। खुद व्यस्त होने के कारण उनके लिए घर पर ट्यूशन रखना अनिवार्य जैसा लगने लगा है। ऐसे में बच्चों को बिना जांच पड़ताल किए ग्रेजुएट लड़कों को ट्यूशन के लिए रख लेते हैं। कभी-कभी स्कूल में पढ़ने वाले टीचर ही अपने किसी परिचित को ट्यूशन कोचिंग के लिए सजेस्ट कर देते हैं। ऐसे में ट्यूशन कोचिंग के नाम पर सप्ताह में केवल एक या दो दिन 1 घंटे का समय देकर 5000 से 10000 तक फीस डिमांड करते हैं। इसको आजकल के पेरेंट्स बढ़ावा दे रहे हैं। धीरे धीरे वे इन युवा टीचर्स पर ज्यादा ही भरोसा करने लगते हैं। शहरों में न्यूक्लियर फैमिली होने के कारण बच्चों की निगरानी में चूक होते ही बच्चे शोषण के शिकार हो जाते हैं। ----------------------- ये खबर भी पढ़िए- AK-47 लेकर चलने वाली आतंकी की गर्लफ्रेंड की कहानी: शाहीन कानपुर के हैलट में 7 साल डॉक्टर रही; तलाक लेकर जैश से जुड़ी दिल्ली ब्लास्ट की जांच के दौरान एक नाम जो सबसे ज्यादा चर्चा में है, वह है डॉ. शाहीन शाहिद का। हरियाणा के फरीदाबाद से डॉ. मुजम्मिल को अरेस्ट करने के बाद पुलिस ने उसकी गर्लफ्रेंड डॉ. शाहीन को भी गिरफ्तार कर लिया है। पहले शादी, फिर तलाक और इसके बाद आतंकी की गर्लफ्रेंड बनकर उसका साथ देने वाली शाहीन की कहानी का एक अहम हिस्सा कानपुर से भी जुड़ा है। उसने अपने जीवन के 7 साल कानपुर में गुजारे। पढ़ें पूरी खबर...

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 6:32 am

न्यायिक सदस्य नियुक्ति हों, तो शुरू होगी जोधपुर में RCSAT:हाईकोर्ट में बोले ट्रिब्यूनल अध्यक्ष- तंत्र तैयार, सिर्फ मेम्बर का इंतजार

जोधपुर में राजस्थान सिविल सेवा अपीलेट अधिकरण (RCSAT) की स्थाई पीठ विधिवत रूप से शुरू नहीं होने पर राजस्थान हाईकोर्ट की नाराजगी एक बार फिर देखने को मिली। जस्टिस डॉ. पुष्पेंद्र सिंह भाटी और जस्टिस अनुरूप सिंघी की खंडपीठ के निर्देश पर सोमवार को प्रमुख विधि सचिव बिजेंद्र कुमार जैन और ट्रिब्यूनल अध्यक्ष विकेश सीताराम भाले कोर्ट में पेश हुए। कोर्ट ने जोधपुर में स्थाई पीठ के मुद्दे पर बार-बार निदेर्शों के बावजूद अनदेखी पर फटकार लगाई। खंडपीठ से सरकार के स्पष्टीकरण से पूर्णतया असंतोष जताते हुए कहा कि ट्रिब्यूनल की स्थाई पीठ को क्रियाशील बनाने के लिए राज्य सरकार की इच्छाशक्ति बिल्कुल भी दिखाई नहीं दे रही है। 16 जिलों के राज्य कर्मचारियों के 7 हजार मामले लंबित राजस्थान हाईकोर्ट एडवोकेट्स एसोसिएशन जोधपुर की ओर से ट्रिब्यूनल के मुद्दे पर वर्ष 2021 में जनहित याचिका दायर की थी। इसके बाद इसी से संबद्ध याचिका दायर की गई। इसमें एसोसिएशन की ओर से अधिवक्ता अनिल कुमार भंडारी ने तर्क दिया था कि जोधपुर क्षेत्र, जिसमें आने वाले 16 जिलों के राज्य कर्मचारियों के 7 हजार प्रकरण लंबित होने से जोधपुर में अधिकरण की स्थाई पीठ सदस्यों और स्टाफ नियुक्ति तथा सभी संसाधन सहित गठित की जाए। इसके बाद स्थाई पीठ की अधिसूचना भी जारी हो गई, लेकिन ढाई साल बाद भी अब तक यहां विधिवत रूप से कामकाज शुरू नहीं हो पाया है। बोले अध्यक्ष- न्यायिक सदस्य की नियुक्ति नहीं ट्रिब्यूनल के अध्यक्ष भाले ने कोर्ट के समक्ष पक्ष रखते हुए बताया कि उनके पास जोधपुर में स्थाई पीठ के कार्यान्वयन के लिए पूर्ण तंत्र और आवश्यक बुनियादी ढांचा उपलब्ध है। न्यायिक सदस्य की नियुक्ति होते ही स्थाई पीठ तुरंत कार्यशील हो जाएगी। अध्यक्ष ने बताया कि संबंधित अधिकारियों को बार-बार प्रयास और रिमांइडर भेजने के बावजूद आज तक न्यायिक सदस्य की नियुक्ति नहीं की गई है। उन्होंने कोर्ट को आश्वासन दिया कि न्यायिक सदस्य की नियुक्ति होते ही जोधपुर में अधिकरण की स्थाई पीठ तत्काल कार्यशील हो जाएगी।​ सरकार का स्पष्टीकरण प्रमुख विधि सचिव जैन ने कोर्ट के समक्ष कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास कर रही है कि न्यायिक सदस्य की नियुक्ति जल्द से जल्द की जाए। अतिरिक्त महाधिवक्ता महावीर बिश्नोई ने राज्य की ओर से इस संबंध में उठाए गए कदमों और पत्राचार को रिकॉर्ड पर रखा। अतिरिक्त महाधिवक्ता ने कोर्ट के निर्देशों की पालना करने के लिए थोड़ा समय मांगा।​ कोर्ट ने जताया पूर्ण असंतोष आखिरी मौके के रूप में निर्देश

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 6:30 am

तरनतारन उपचुनाव में लगभग 60.95 फीसदी हुआ मतदान: पंजाब सीईओ

पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) सिबिन सी ने बताया कि तरनतारन विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में शाम 6 बजे तक लगभग 60.95 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है

देशबन्धु 12 Nov 2025 6:30 am

राजा के भाई विपिन के पूरे नहीं हुए बयान...फिर बुलाया:26 नवंबर को बयान दर्ज होंगे, कोर्ट ने कहा चार-पांच दिन का समय निकालकर आना

इंदौर के बहुचर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड मामले में मंगलवार को राजा के भाई विपिन के बयान दर्ज किए गए। हालांकि पूरे बयान दर्ज नहीं होने से कोर्ट ने 26 नवंबर को वापस बुलाया है। दोपहर करीब 3.20 बजे विपिन के बयान दर्ज होना शुरू हुए, जो शाम करीब 5.30 बजे तक चले। इसके बाद भी पूरे बयान दर्ज नहीं हो सके। कोर्ट ने गुमशुदगी, FIR सहित शादी, सगाई की बातें पूछी, जिसका विपिन ने जवाब दिया। विपिन ने बताया कि वे सुबह कोर्ट पहुंच गए थे, दोपहर में करीब 3.20 बजे उनके बयान शुरू हुए। उन्होंने बताया कि आज बयान में शुरुआती बातें ही पूछी है। विपिन ने बताया कि इसके अलावा पूछा गया कि दोनों की शादी कैसे हुई थी, राजा यहां कब आया था, राजा का मोबाइल कब बंद हुआ था। राजा से जुड़ी ओर भी बातें पूछी गई थी। जिन्हें बयान में लिया गया है। हालांकि कोर्ट का समय पूरा हो गया था, जिसके चलते बयान पूरे नहीं हो पाए। बुध‌वार को बुलाया, लेकिन फ्लाइट थीविपिन ने बताया कि पूरे बयान नहीं होने पर कोर्ट ने बुधवार को वापस बयान के लिए बुलाया था, लेकिन पहले से ही फ्लाइट की टिकिट बुक कर रखी थी। इसलिए कोर्ट के सामने उन्होंने ये बात रखी जिसके बाद कोर्ट ने उन्हें आगे की तारीख पर आने को कहा। साथ ही कहा कि चार-पांच दिन का समय निकालकर आना। विपिन ने बताया कि इसी महीने की 26 तारीख दी यानी करीब 15 दिन बाद दोबारा कोर्ट में उनके बयान दर्ज होंगे। फिलहाल तो वे बुधवार को शिलांग से वापस लौटकर गुवाहाटी, दिल्ली होते हुए इंदौर आएंगे। विपिन ने बताया कि बुधवार सुबह वे शिलांग से इंदौर आने के लिए निकल जाएंगे। विपिन बोले - मैं पहला और मुख्य गवाह विपिन ने बताया कि मामले में वह पहले व मुख्य गवाह हैं जिनके बयान कोर्ट में हो रहे हैं। 26 नवंबर को दोबारा उन्हें कोर्ट में बयान के लिए बुलाया है। इसके लिए वे दोबारा शिलांग जाएंगे। विपिन ने बताया कि अभी उन्हें चार्जशीट की कॉपी नहीं मिली है। बयान के बाद उन्हें चार्जशीट की कॉपी मिलेगी। चार्जशीट पढ़ने के बाद ही कई और बातों की जानकारी मिल सकेगी। ये खबर भी पढ़ें... सोनम-राज ने हवस के लिए राजा को मारा डाला इंदौर के बहुचर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड को लेकर राजा के बड़े भाई विपिन को शिलॉन्ग कोर्ट में बयान के लिए बुलाया है। वे सोमवार सुबह फ्लाइट से इंदौर से रवाना हो गए हैं। रात तक शिलॉन्ग पहुंचेंगे। 11 नवंबर को विपिन के बयान होंगे। पूरी खबर पढ़ें

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 6:28 am

आगरा में आज खिली रहेगी धूप, तापमान रहेगा 28डिग्री:कल तेज़ चलेगी हवा, अधिकतम तापमान 27 डिग्री और रात होगी ठंडी

आगरा में अब सर्दियों ने आधिकारिक तौर पर दस्तक दे दी है। सुबह की हवा में ठंडक साफ़ महसूस की जा रही है और लोग गरम कपड़ों की तरफ़ बढ़ने लगे हैं। आज का मौसम बिल्कुल साफ़ है और दिनभर धूप खिली रहेगी। बारिश की कोई संभावना नहीं है। मौसम विभाग के अनुसार, आज न्यूनतम तापमान 17C और अधिकतम 28C रहेगा। सुबह से रात तक तापमान में धीरे-धीरे गिरावट देखने को मिलेगी। अब देखिए दिन का घंटेवार तापमान सुबह 6 बजे: 17C 7 बजे: 18C 8 बजे: 20C 9 बजे: 22C 10 बजे: 24C 11 बजे: 25C 12 बजे (दोपहर): 26C 1 बजे: 27C 2 बजे: 28C (दिन का उच्चतम तापमान) 3 बजे: 27C 4 बजे: 26C 5 बजे: 24C 6 बजे: 22C 7 बजे: 21C 8 बजे: 20C 9 बजे: 19C 10 बजे: 18C रात 11 बजे: 17C हवा आज पश्चिम-उत्तर-पश्चिम (पउप) दिशा से चल रही है जिसकी रफ्तार 10 से 15 किलोमीटर प्रति घंटा है। कल, यानी 13 नवंबर को, हवा थोड़ी तेज़ चलेगी रफ्तार 18 से 20 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुँच सकती है और दिशा पश्चिम से उत्तर-पश्चिम रहेगी। आने वाले हफ़्ते का अनुमान 13–14 नवंबर: अधिकतम 27C, न्यूनतम 11C 15–16 नवंबर: अधिकतम 26C, न्यूनतम 10C 17–20 नवंबर: अधिकतम 24C, न्यूनतम 10C अब सुबह-शाम ठंड और दिन में हल्की गर्म धूप आगरा के मौसम की पहचान बनने लगी है। शहर का मौसम फिलहाल बेहद सुहाना है और आने वाले दिनों में ठंडी हवाओं के साथ सर्दी का असर और बढ़ने की उम्मीद है।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 6:25 am

झारखंड में निजी कॉलेजों की मनमानी फीस पर लगेगी लगाम, राज्यपाल ने बिल को दी मंजूरी

झारखंड में इंजीनियरिंग, मेडिकल और मैनेजमेंट जैसे कोर्स की पढ़ाई अब थोड़ी सस्ती और पारदर्शी हो सकती है

देशबन्धु 12 Nov 2025 6:10 am

प्रदेश में चार हादसों में गई छह जनों की जान:PWD की गाड़ी ने स्कूटी सवार भाई-बहन को टक्कर मारी, दोनों की मौत

जायल के रातंगा चौराहा पर रविवार को हुए हादसे में बहन के बाद भाई ने भी दम तोड़ दिया। हादसा पीडब्ल्यूडी के ठेकेदार की गाड़ी से हुआ। आरोप है कि हादसे के वक्त गाड़ी एक्सईएन शिवकुमार चला रहे थे। एक्सईएन किसी कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि जा रहे थे। रास्ते में स्कूटी सवार भाई-बहन को गाड़ी ने टक्कर मार दी। घायलों को मौके पर ही छोड़कर एक्सईएन शिवकुमार भाग गए। उन्होंने न तो एंबुलेंस को सूचना दी, न ही पुलिस को। हालांकि, एक्सईएन को भी चोट आई है। हादसे में कसनाऊ निवासी संतोष पत्नी परसाराम की मौके पर ही मौत हो गई थी। सोमवार को जोधपुर में भाई अड़वड़ निवासी प्रहलादराम ने भी दम तोड़ दिया। परिजनों ने धरना देकर एक्सईएन पर कार्रवाई की मांग की। बानसूर : पिता खेत से ट्रैक्टर-ट्राॅली में प्याज ला रहे थे, इकलौता बेटा खेलते-खेलते पहिए के नीचे आ गया बानसूर-अलवर | गांव अधीरा मेड़ा निवासी गुगन गुर्जर खेत से ट्रैक्ट्रर-ट्राॅली में प्याज लेकर घर आ रहा था। इसी बीच घर के परिसर में खेल रहा उनका इकलौता बेटा जतिन (3) ट्रैक्टर के अगले पहिए के नीचे आ गया,​ जिससे उसकी मौत हो गई। हादसे के बाद घर में कोहराम मच गया। बांसवाड़ा : डंपर में केबल फंसी, पोल गिरने से खेल रहे दाे मासूम नीचे दबेबांसवाड़ा| सियापुर पंचायत के नादिया में घर के बाहर खेल रहे दो मासूमों की बिजली का पोल गिरने से मौत हो गई। हादसा डंपर में केबल फंसने से हुआ। हादसे के वक्त वड़ली पाड़ा भापोर निवासी रियान दायमा (3) व नादिया निवासी वियान (9) खेल रहे थे। अजमेर : निगम के डंपर ने गलत ओवरटेक किया, बाइक सवार युवक को रौंदाअजमेर| नगर निगम के कचरा ढोने वाले डंपर ने मंगलवार को गांधी भवन चौराहा पर गलत ओवरटेकिंग कर बाइकसवार को कुचल दिया। हादसे में अजयनगर निवासी दीपक चांदवानी (38) में माैत हाे गई।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 6:09 am

भास्कर अपडेट्स:दिल्ली में इस साल पहली बार हवा ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंची, ग्रैप-3 लागू

दिल्ली में इस साल पहली बार हवा की गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गई। सीपीसीबी के अनुसार, मंगलवार सुबह दिल्ली का एक्यूआई 428 रहा। इसके बाद केंद्र सरकार ने ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (ग्रैप) के स्टेज-3 के तहत सख्त पाबंदियां लागू कर दी हैं। वहीं, सुप्रीम कोर्ट को बताया गया कि पंजाब और हरियाणा में बड़े पैमाने पर पराली जलाना शुरू हो गया है, जिससे दिल्ली-एनसीआर की हवा और ज्यादा खराब हो गई है। कोर्ट की मदद कर रहीं वरिष्ठ वकील अपराजिता सिंह ने नासा की सैटेलाइट तस्वीरों का हवाला देते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की खुलेआम अनदेखी हो रही है। गैर-जरूरी निर्माण कार्यों पर रोक। स्टोन क्रशर और खनन गतिविधियां बंद कर दी गई हैं। कक्षा 5 तक के स्कूलों को हाइब्रिड मोड में चलाने के निर्देश दिए गए हैं। यानी ऑनलाइन क्लास का विकल्प रहेगा।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 6:07 am

विजय सिन्हा की सीट फंसी, सम्राट चौधरी को कड़ी टक्कर:लेसी सिंह, नितिन नवीन आगे, नीतीश सरकार के 28 मंत्रियों की सीटों का हाल

बिहार में विधानसभा चुनाव के दोनों फेज की वोटिंग खत्म हो गई। इस बार नीतीश सरकार के 36 मंत्रियों में से 28 चुनाव मैदान में हैं। इनमें BJP के 17 और JDU के 11 मंत्री हैं। 14 नवंबर को चुनाव के नतीजे आएंगे। बिहार को दोनों डिप्टी CM सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा की सीटों पर कड़ा मुकाबला है। सम्राट चौधरी तारापुर और विजय कुमार सिन्हा लखीसराय से चुनाव लड़ रहे हैं। धमदाहा से लेसी सिंह और बांकीपुर से चुनाव लड़ रहे नितिन नवीन समेत बाकी मंत्री फिलहाल आगे नजर आ रहे हैं। चैनपुर से जमा खान की सीट भी फंसी दिख रही है। बिहार चुनाव में दैनिक भास्कर के 400 से ज्यादा रिपोर्टर ग्राउंड पर मौजूद रहे। ग्राउंड से मिले इनपुट को लेकर हमने 5 सीनियर जर्नलिस्ट, 4 पॉलिटिकल एक्सपर्ट और 2 सेफोलॉजिस्ट से डिस्कशन किया। इसके अलावा पॉलिटिकल पार्टियों के इंटरनल सर्वे से मिले इनपुट के आधार पर रिपोर्टर्स पोल तैयार किया गया है। चुनाव में क्या है मंत्रियों की स्थिति, इस पोल में पढ़िए… तारापुर में सम्राट चौधरी के सामने अरुण कुमार साह की चुनौती बिहार के डिप्टी CM और BJP नेता सम्राट चौधरी मुंगेर जिले की तारापुर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। उनके सामने RJD के अरुण कुमार साह हैं। तारापुर की राजनीति में OBC, विशेषकर कुशवाहा (कोइरी) समुदाय का दबदबा है। सम्राट चौधरी भी इसी जाति से आते हैं। अरुण कुमार उन्हें कड़ी टक्कर दे रहे हैं। वजह: तारापुर सीट पर 6 बार सम्राट चौधरी के पिता शकुनी चौधरी विधायक रहे हैं। सम्राट चौधरी को ‘गांव का लड़का’ होने का फायदा मिल रहा है। कुशवाहा, वैश्य, सवर्ण और बिंद समाज में पैठ है। ये NDA का वोट बैंक हैं। हालांकि सम्राट की ‘रफ लैंग्वेज’ को लेकर वोटर्स में नाराजगी है। उसके उलट RJD के अरुण कुमार की छवि सभ्य व्यक्ति का रही है। मुस्लिम और यादव वोट बैंक उनके साथ है। लखीसराय में विजय कुमार सिन्हा की लड़ाई आसान नहीं डिप्टी CM विजय कुमार सिन्हा लखीसराय से चुनाव लड़ रहे हैं। मुकाबला कांग्रेस के अमरेश कुमार अनीस से है। शुरुआत में विजय कुमार सिन्हा आगे दिखाई दे रहे थे। फिलहाल दोनों कैंडिडेट में कड़ी टक्कर दिख रही है। वजह: विजय कुमार सिन्हा का प्लस पॉइंट है कि वे RSS बैकग्राउंड से हैं। उनका जमीन पर स्ट्रॉन्ग होल्ड माना जाता है। लखीसराय BJP का गढ़ रही है। विजय सिन्हा 2010 से लगातार जीत रहे हैं। उनके बयान ‘NDA की सरकार आ रही है। इन गुंडों की छाती पर बुलडोजर चलेगा’ के बाद समीकरण बदले हैं। कांग्रेस कैंडिडेट अमरेश कुमार से 2020 में भी उन्हें कड़ी टक्कर मिली थी। अमरेश हारने के बाद भी एक्टिव रहे। महागठबंधन खासकर RJD का कोर वोट बैंक उनके पास है। सीवान से मंगल पांडेय आगे स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय बाहुबली शहाबुद्दीन के गढ़ सीवान से चुनाव लड़ रहे हैं। ये सीट 2005 से 2020 तक BJP के पास रही। RJD ने यहां से सीनियर लीडर अवध बिहारी चौधरी को उतारा है। वे 6 बार विधायक रह चुके हैं और मौजूदा विधायक हैं। AIMIM ने मोहम्मद कैफ और जन सुराज ने इंतेखाफ अहमद को टिकट दिया है। फिलहाल यहां मंगल पांडेय आगे दिख रहे हैं। वजह: मंगल पांडे BJP के सीनियर लीडर और सरकार में मंत्री हैं, इसका फायदा उन्हें मिल रहा है। सीवान सीट पर मुस्लिम वोटर करीब 25% हैं। इन्हें RJD का कोर वोट बैंक माना जाता है। AIMIM और जन सुराज ने मुस्लिम प्रत्याशी उतारे हैं। इससे RJD के वोट बंटेंगे। कुढ़नी से केदार प्रसाद गुप्ता आगे पंचायती राज मंत्री केदार प्रसाद गुप्ता मुजफ्फरपुर की कुढ़नी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। इस सीट से वे 2015 का चुनाव और 2022 में उपचुनाव जीत चुके हैं। उनका मुकाबला RJD के सुनील कुमार सुमन से है। जनसुराज ने अफरोज आलम को उतारा है। केदार प्रसाद गुप्ता यहां से मजबूत नजर आ रहे हैं। वजह: केदार प्रसाद गुप्ता का अपना वोट बैंक हैं। वैश्य और अति पिछड़ा वर्ग में मजबूत पकड़ है। मुखिया से मंत्री के पद तक पहुंचे है, इसलिए जमीनी राजनीति की समझ है। वहीं RJD के सुनील कुमार सुमन पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। भोरे से शिक्षा मंत्री सुनील कुमार आगे शिक्षा मंत्री और JDU नेता सुनील कुमार गोपालगंज की भोरे सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। उनका मुकाबला CPI (ML) के धनंजय कुमार से है। जन सुराज ने यहां से प्रीति किन्नर को टिकट दिया है। 2020 में सुनील कुमार सिर्फ 462 वोट से जीत पाए थे। हालांकि, इस बार मजबूत लग रहे हैं। वजह: सुनील कुमार पॉलिटिकल फैमिली से हैं, इस वजह से उनका प्रभाव है। भोरे में अनुसूचित जाति और ब्राह्मणों का 25% से ज्यादा वोट बैंक है। कुशवाहा वोटर की संख्या भी अच्छी-खासी है। ये सभी NDA के वोटर माने जाते हैं। वहीं भाकपा माले ने अपने उम्मीदवार जिनेंद्र पासवान की गिरफ्तारी के बाद आखिरी वक्त में धनंजय कुमार को चुनाव लड़ाया। वे जाने-पहचाने चेहरे नहीं हैं। बेतिया से रेणु देवी आगे पश्चिम चंपारण जिले की बेतिया से पशुपालन मंत्री रेणु देवी चुनाव लड़ रही हैं। उनका मुकाबला कांग्रेस के बसी अहमद, निर्दलीय रोहित शिकारिया और जन सुराज के अनिल कुमार सिंह से है। रेणु देवी फिलहाल आगे नजर आ रही हैं। वजह: इस सीट पर ब्राह्मण, बनिया, भूमिहार और राजपूत वोटर हार-जीत तय करते हैं। ये NDA का वोट बैंक हैं। रेणु देवी डिप्टी CM और मंत्री रह चुकी हैं। संगठन पर उनकी मजबूत पकड़ है। निर्दलीय कैंडिडेट रोहित शिकारिया दूसरे नंबर पर दिख रहे हैं। गया टाउन से प्रेम कुमार आगे गया टाउन सीट से BJP कैंडिडेट प्रेम कुमार नौंवी बार चुनाव में हैं। 8 बार से लगातार विधायक हैं। उनका मुकाबला कांग्रेस के मोहन श्रीवास्तव और जनसुराज के धीरेंद्र अग्रवाल से है। फिलहाल प्रेम कुमार बढ़त बनाते दिख रहे हैं। वजह: प्रेम कुमार के लिए एंटी इनकम्बेसी कम है। वे कहार कम्युनिटी से हैं, जिसका वोट उन्हें मिलता है। BJP का कोर वोट भी मिलता है। कांग्रेस कैंडिडेट मोहन श्रीवास्तव दूसरे नंबर पर हैं। हालांकि, वे चुनौती देते नजर नहीं आ रहे। हरसिद्धि में कृष्णनंदन पासवान आगे पूर्वी चंपारण की हरसिद्धि सीट से लड़ रहे कृष्णनंदन पासवान गन्ना उद्योग मंत्री हैं। महागठबंधन से RJD के राजेंद्र कुमार राम और जन सुराज से अवधेश राम चुनाव में लड़ रहे हैं। कृष्णनंदन पासवान यहां आगे दिख रहे हैं। वजह: कृष्णनंदन पासवान मौजूदा विधायक हैं। उनके खिलाफ एंटी इनकम्बेंसी कम है। पूर्वी चंपारण NDA का गढ़ माना जाता है। दूसरे नंबर पर चल रहे RJD राजेंद्र कुमार राम 2015 में विधायक रह चुके हैं। तब लोग उनके काम से खुश नहीं थे। राजेंद्र कुमार राम अनुसूचित जाति से हैं। जन सुराज के अवधेश राम उनकी ही कम्युनिटी से हैं। इससे RJD को नुकसान होगा। झंझारपुर से नीतीश मिश्रा आगे दिख रहे मधुबनी के झंझारपुर से चुनाव लड़ रहे नीतीश मिश्रा झंझारपुर से चार बार विधायक रह चुके हैं। उनके पिता जगन्नाथ मिश्रा भी इसी सीट से 5 बार 1972 से 1990 तक जीते थे। नीतीश मिश्रा के सामने CPI के रामनारायण यादव हैं। फिलहाल नीतीश कुमार आगे दिख रहे हैं। वजह: नीतीश कुमार के पिता जगन्नाथ मिश्रा बिहार के CM रहे हैं। उनका अपना वोट बैंक है। दूसरे नंबर पर नजर आ रहे राम नारायण यादव नीतीश मिश्रा से 41,788 वोट से हारे थे। इतने बड़े अंतर को खत्म करना उनके लिए मुश्किल होगा। छातापुर से नीरज कुमार बब्लू आगे सुपौल के छापापुर से नीरज कुमार बब्लू चुनाव लड़ रहे हैं। वे लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री हैं। लगातार तीन बार से जीत रहे हैं। उनका मुकाबला RJD के विपिन कुमार सिंह से है। इसमें नीरज कुमार आगे दिख रहे हैं। वजह: नीरज कुमार ने पिछला चुनाव 20,635 वोट से जीता था। उनका अपना वोट बैंक है। सुरसर नदी से पीने का पानी के लिए प्लांट लगवाया है। नीतीश सरकार की बाकी योजनाओं का फायदा मिलता दिख रहा है। दूसरे नंबर पर पर विपिन कुमार सिंह हैं, लेकिन वे मुकाबले में नजर नहीं आ रहे हैं। धमदाहा से लेसी सिंह आगे धमदाहा सीट से चुनाव लड़ रहीं लेसी सिंह मंत्री खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग की मंत्री है। लगातार तीन बार से विधायक हैं। उनके सामने दो बार JDU की टिकट पर पूर्णिया से सांसद रह चुके संतोष कुशवाहा हैं। प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज ने राकेश कुमार उर्फ बंटी यादव को उम्मीदवार बनाया है। फिलहाल लेसी सिंह आगे दिख रही हैं। वजह: लेसी सिंह की इमेज अच्छी है। वे लगातार क्षेत्र में रहती हैं और इस मामले में बाकी नेताओं से आगे हैं। लेसी सिंह पिछला चुनाव 33,594 वोट से जीती थीं। वे राजपूत कम्युनिटी से आती हैं, लेकिन हर कम्युनिटी में पैठ है। उनका अपना वोट बैंक है। इस सीट पर 40% वोट कुशवाहा कम्युनिटी से हैं, जो NDA का वोट बैंक है। पूर्णिया एयरपोर्ट, सड़क बिजली जैसी योजनाओं का फायदा होगा। अमरपुर सीट से जयंत राज आगे बांका जिले की अमरपुर सीट पर JDU के जयंत राज के सामने कांग्रेस के जितेंद्र सिंह हैं। नीतीश सरकार में भवन निर्माण मंत्री जयंत राज अपने काम के दम पर वोट मांग रहे हैं, वहीं जितेंद्र सिंह बदलाव की बात कर रहे हैं। 2020 में जयंत राज ने जितेंद्र सिंह को सिर्फ 3,114 वोट से हराया था। इस बार भी जयंत राज का पलड़ा ही भारी दिख रहा है। वजह: पिछली बार लोक जनशक्ति पार्टी से चुनाव लड़ने वाले मृणाल शेखर JDU के साथ हैं। उन्हें 40 हजार वोट मिले थे। इसका फायदा जयंत कुमार को मिलेगा। कांग्रेस के कैंडिडेट जितेंद्र सिंह जातीय समीकरण के लिहाज से कमजोर हैं। वे राजपूत हैं और ये कम्युनिटी NDA को वोट देती है। चकाई से सुमित कुमार सिंह आगे जमुई जिले की चकाई सीट से JDU के सुमित कुमार सिंह मैदान में हैं। वे विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री हैं। उनका मुकाबला RJD की सावित्री देवी से है। इस मुकाबले में जयंत सिंह आगे दिख रहे हैं। वजह: सुमित कुमार पॉलिटिकल फैमिली से हैं। उनके पिता नरेंद्र सिंह और दादा श्रीकृष्ण सिंह बिहार में मंत्री थे। दो भाई भी विधायक रह चुके हैं। 2010 में झारखंड मुक्ति मोर्चा और 2020 में निर्दलीय चुनाव जीते थे। उनका अपना वोट बैंक है। इस बार NDA के वोट साथ हैं। सावित्री देवी के पास RJD का वोट बैंक है, लेकिन वे कमजोर नजर आ रही हैं। फुलपरास से शीला कुमारी मंडल आगे मधुबनी की फुलपरास सीट से चुनाव लड़ रहीं परिवहन मंत्री शीला मंडल दो बार से विधायक हैं। पिछला चुनाव 10,966 वोट से जीती थीं। उनका मुकाबला कांग्रेस के सुबोध मंडल से है। सुबोध मंडल मधुबनी के जिला अध्यक्ष हैं। अभी शीला मंडल आगे दिख रही हैं। वजह: शीला मंडल पॉलिटिकल फैमिली से हैं। शीला मंडल के चचेरे ससुर धनिक लाल मंडल फुलपरास से विधायक, बिहार विधानसभा अध्यक्ष और केंद्र में गृह राज्य मंत्री और राज्यपाल रहे हैं। जेठ भूषण मंडल RJD के टिकट पर लौकहा से विधायक रह चुके हैं। शीला मंडल का अपना भी वोट बैंक है। इस सीट पर कांग्रेस कमजोर है। पार्टी 1995 से यहां नहीं जीत पाई है। सुपौल से विजेंद्र प्रसाद यादव आगे ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव 1990 से लगातार सुपौल सीट से चुनाव जीत रहे हैं। इस बार उनका मुकाबला कांग्रेस के मिन्नतुल्लाह रहमानी से है। 2020 में भी इन्हीं दोनों में मुकाबला था। तब विजेंद्र प्रसाद यादव 28,099 वोट से जीते थे। इस बार भी वहीं आगे दिख रहे हैं। वजह: सुपौल में अच्छी इमेज है। एंटी इनकम्बेंसी नहीं है। मिथिलांचल को जोड़ने के लिए फोरलेन रोड, रेल महासेतु, मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल बनाने का श्रेय जाता है। वहीं, कांग्रेस से मिन्नतुल्लाह रहमानी पहली पसंद नहीं थे। उन्हें आखिरी वक्त में उन्हें टिकट दिया गया। चैनपुर में जमा खान की सीट मुश्किल में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री और JDU के इकलौते मुस्लिम विधायक जमा खान चैनपुर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। उनका मुकाबला बहुजन समाज पार्टी के धीरज कुमार सिंह से है। दोनों में कड़ी टक्कर दिख रही है। वजह: इस सीट पर बहुजन समाज पार्टी का मजबूत कैडर है। 30% दलितों में बसपा की पैठ है। 2020 में जमा खान बसपा की टिकट पर ही जीते थे। महागठबंधन से भी यहां दो प्रत्याशी हैं। VIP के प्रदेश अध्यक्ष बाल गोविंद बिंद ने महागठबंधन की तरफ से नामांकन दाखिल किया था। BJP के पूर्व विधायक बृज किशोर बिंद ने आखिरी वक्त में RJD जॉइन की और नामांकन कर दिया। दरभंगा सीट से संजय सरावगी आगे दरभंगा सीट से चुनाव लड़ रहे संजय सरावगी राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री हैं। 2020 में संजय सरावगी 10,639 वोट से जीते थे। इस बार उनका मुकाबला VIP के उमेश सहनी से हैं। द प्लूरल्स पार्टी की पुष्पम प्रिया चौधरी और जन सुराज से रिटायर्ड IPS आरके मिश्रा मैदान में हैं। इनमें संजय सरावगी आगे नजर आ रहे हैं। वजह: दरभंगा सीट BJP का गढ़ है। पार्टी यहां 2009 से लगातार चार लोकसभा चुनाव जीती है। 2005 के बाद से संजय सरावगी विधायक हैं। 20% कायस्थ, 12% ब्राह्मण और 20% दलित वोट का गठजोड़ उन्हें मजबूत बनाता है। उनकी इमेज अच्छी है। इस सीट पर 76% वोटर शहरी हैं, जो NDA के वोटर माने जाते हैं। जाले सीट से जीवेश कुमार आगे नगर विकास एवं आवास मंत्री जीवेश कुमार जाले सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। उनका मुकाबला ऋषि मिश्रा से हैं। ऋषि मिश्रा RJD से हैं, लेकिन कांग्रेस के सिंबल पर मैदान में हैं। 2020 में इस सीट से जीवेश कुमार 21,796 वोट से जीते थे। इस बार भी वही आगे दिख रहे हैं। वजह: जीवेश कुमार लगातार दो बार से विधायक चुने जा रहे हैं। उनके खिलाफ एंटी इनकम्बेंसी नहीं दिख रही है। वहीं ऋषि मिश्रा का कांग्रेस में ही विरोध है। इसका फायदा जीवेश कुमार को मिल सकता है। साहेबगंज से राजू कुमार सिंह आगे मुजफ्फरपुर की साहेबगंज सीट से BJP के डॉ. राजू सिंह के सामने RJD के पृथ्वीनाथ राय हैं। मौजूदा पर्यटन मंत्री डॉ. राजू सिंह 2020 में साहेबगंज से 15,333 वोट से जीते थे। तब उन्होंने VIP के टिकट पर चुनाव लड़ा था। 2022 में वे BJP में शामिल हो गए थे। फिलहाल इस सीट से राजू सिंह ही आगे दिख रहे हैं। वजह: साहेबगंज में राजपूत, यादव, मुस्लिम और भूमिहार वोटर सबसे ज्यादा है। राजू सिंह राजपूत कम्युनिटी से हैं। इनके अलावा वैश्य और निषाद हैं, जो NDA के वोटर माने जाते हैं। VIP की टिकट से लड़े राजू सिंह को पिछली बार 81,203 मिले थे। ये वोट भी उनकी तरफ शिफ्ट हो सकता है। सिकटी से विजय कुमार मंडल आगे आपदा प्रबंधन मंत्री विजय कुमार मंडल अररिया की सिकटी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। उनके सामने VIP के हरि नारायण प्रमाणिक हैं। 2020 में ये सीट विजय कुमार मंडल ने 13,610 वोट से जीती थी। फिलहाल वे आगे नजर आ रहे हैं। वजह: अच्छी इमेज है। कोई विवाद नहीं जुड़ा है। सिकटी में काफी काम किया है। इसमें पावरग्रिड और सुंदर नाथ धाम का डेवलपमेंट शामिल है। अलग-अलग पार्टियों से 5 बार विधायक रह चुके विजय कुमार BJP की टिकट पर तीसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं। अमनौर से कृष्ण कुमार मंटू आगे इनफॉर्मेशन मिनिस्टर कृष्ण कुमार मंटू छपरा की अमनौर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। उनका मुकाबला RJD के सुनील राय से है। 2020 के चुनाव में भी दोनों आमने-सामने थे। तब कृष्ण कुमार मंटू को सिर्फ 3,681 वोट से जीत मिली थी। इस सीट पर तीन बार चुनाव हुए हैं, जिनमें दो बार कृष्ण कुमार मंटू जीते हैं। इस बार भी वे आगे दिख रहे हैं। वजह: मौजूदा विधायक और राज्य सरकार में मंत्री हैं, इसलिए पलड़ा भारी है। अमनौर सारण लोकसभा सीट में आता है, जहां से BJP के राजीव प्रताप रूडी सांसद हैं। इसका भी फायदा कृष्णकुमार मंटू को मिल रहा है। इसके अलावा ये सीट बनने के बाद से NDA के पास है। बांकीपुर से नितिन नवीन आगे पटना की बांकीपुर से चुनाव लड़ रहे नितिन नवीन सड़क निर्माण विभाग के मंत्री हैं। उनका मुकाबला RJD की रेखा गुप्ता से है। नितिन नवीन ने पिछला चुनाव 39,036 वोट से जीता था। उन्होंने शत्रुघ्न सिन्हा के लव सिन्हा के बेटे को हराया था। इस बार भी नितिन नवीन आगे दिख रहे हैं। वजह: दो बार से चुनाव जीत रहे हैं। एंटी इनकम्बेंसी नहीं है। कायस्थ, सवर्ण और अतिपिछड़ा वर्ग के वोटर में पैठ है। RJD कैंडिडेट रेखा गुप्ता पहले BJP में थीं। फिर कांग्रेस में गईं, आखिर में RJD जॉइन की। RJD के लोकल लीडर विरोध में हैं। कल्याणपुर से महेश्वर हजारी आगे सूचना और जनसंपर्क मंत्री महेश्वर हजारी समस्तीपुर के कल्याणपुर से चुनाव लड़ रहे हैं। उनके सामने भाकपा माले के रंजीत राम हैं। महेश्वर हजारी पिछला चुनाव 10,251 वोट से जीते थे। इस बार भी वे आगे दिख रहे हैं। वजह: 16% SC वोटर इनके साथ माने जाते हैं। नीतीश कुमार के करीबी होने का फायदा मिलेगा। 2010 के बाद से ये सीट JDU के पास है। बहादुरपुर से मदन सहनी आगे नीतीश सरकार में समाज कल्याण विभाग मंत्री मदन सहनी दरभंगा जिले की बहादुरपुर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। उनका मुकाबला लालू यादव के करीबी और बहादुरपुर से विधायक रह चुके RJD के भोला यादव से है। मदन सहनी पिछला चुनाव 2,629 वोट से जीते थे। इस बार वे कड़े मुकाबले के बावजूद आगे दिख रहे हैं। वजह: चार बार विधायक रह चुके हैं। उनका अपना वोट बैंक है। भोला यादव पिछला चुनाव 2015 में जीते थे। पहली बार उनका मुकाबला मदन सहनी से है। दोनों कद्दावर नेता हैं। नीतीश सरकार की योजनाओं का फायदा मदन सहनी को मिलता दिख रहा है। सोनबरसा से रत्नेश सदा आगे सहरसा जिले की सोनबरसा सीट से चुनाव लड़ रहे रत्नेश सदा 2010 से विधायक हैं। इस बार उनके सामने कांग्रेस की सरिता पासवान हैं। 2020 के चुनाव में रत्नेश सदा 13,466 वोट से जीते थे। इस बार भी आगे दिख रहे हैं। वजह: 15 साल से विधायक हैं, लेकिन एंटी इनकम्बेंसी नहीं है। 2023 में मंत्री बनाए गए। उनका अपना वोट बैंक है। सोनबरसा SC रिजर्व सीट है। यहां अनुसूचित जाति के वोटर करीब 27% हैं, जिनमें रत्नेश सदा की अच्छी पैठ मानी जाती है। नालंदा से श्रवण कुमार आगे ग्रामीण विकास और संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार 1995 से नालंदा सीट से विधायक हैं। नीतीश कुमार के करीबी माने जाते हैं। पिछला चुनाव 16,077 वोट से जीते थे। इस बार उनका मुकाबला कांग्रेस के कौशलेंद्र कुमार उर्फ छोटे मुखिया से है। फिलहाल श्रवण कुमार ही आगे दिख रहे हैं। वजह: क्षेत्र में अच्छी पकड़ है। काफी एक्टिव रहते हैं। कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ रहे कौशलेंद्र कुमार पहले BJP में थे। कांग्रेस में आते ही उन्हें टिकट दे दिया गया। इससे महागठबंधन में विरोध है। कांग्रेस कैंडिडेट पिछले चुनाव में तीसरे नंबर पर रहे थे। बछवाड़ा सीट से सुरेंद्र मेहता आगे बेगूसराय की बछवाड़ा सीट से चुनाव लड़ रहे सुरेंद्र मेहता नीतीश सरकार में खेल मंत्री हैं। पिछला चुनाव सिर्फ 484 वोट से जीते थे। इस बार उनका मुकाबला CPI के अवधेश राय और कांग्रेस के शिवप्रकाश गरीब दास से है। सुरेंद्र मेहता की स्थिति इस बार मजबूत दिख रही है। वजह: बछवाड़ा सीट से महागठबंधन के दो कैंडिडेट चुनाव लड़ रहे हैं। पिछली बार कांग्रेस और CPI अलग चुनाव लड़ी थी, तब दोनों को मिलाकर 94,132 वोट मिले थे। उनके वोट बंटेंगे, तो 2020 की तरह फायदा सुरेंद्र मेहता को होगा। NDA का वोट बैंक पहले से उनके पास है। बिहारशरीफ से डॉ. सुनील कुमार आगे पर्यावरण मंत्री डॉ. सुनील कुमार बिहार शरीफ सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। वे 2005 से ये सीट जीत रहे हैं। इस बार मुकाबला कांग्रेस के उमैर खान से है। सुनील कुमार पिछला चुनाव 15,102 वोट से जीते थे। इस बार भी वे आगे दिख रहे हैं। वजह: डॉ. सुनील कुमार 20 साल से विधायक हैं। संगठन और कार्यकर्ताओं में पकड़ है। इस सीट पर कुर्मी-कोइरी समुदाय की आबादी सबसे ज्यादा है। ये NDA के वोटर माने जाते हैं। चिराग पासवान के NDA में आने का फायदा मिलेगा। दूसरी तरफ कांग्रेस के उमैर खान मजबूत कैंडिडेट नहीं हैं। बाहरी होने का टैग उन्हें नुकसान पहुंचा सकता है।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 6:06 am

जिलाध्यक्ष सूची के 80 प्रतिशत नाम फाइनल:कांग्रेस के 50 में से 40 जिलों में बदलाव संभव, 14 नवंबर के बाद जारी होगी सूची

बिहार और अंता उप चुनाव के परिणाम के ठीक बाद राजस्थान के जिलाध्यक्षों की सूची जारी होने जा रही है। संभवना है कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और उनकी टीम 15 नवंबर तक सूची जारी कर दे। चर्चा है कि राजस्थान के कांग्रेस के 50 जिले हैं, उनमें से 40 जिलों में बदलाव संभव है। 80 प्रतिशत जिलों के अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया लगभग पूरी होने की सूचना है। दिल्ली से मिल रही इन सूचनाओं से पार्टी के जिलाध्यक्ष की दौड़ में शामिल कई विधायकों, पूर्व विधायकों, पूर्व मंत्रियों, पूर्व सांसदों व युवाओं की धड़कनें तेज हो रखी है। सभी को बेसब्री से सूची का इंतजार है। इसके अलावा पीसीसी चीफ भी 4 राज्यों में बदले जाने की चर्चा है। सूत्रों का कहना है कि बिहार चुनाव के दूसरे चरण का प्रचार थमने के साथ ही राहुल गांधी और उनकी टीम ने 3 दिन जिलाध्यक्षों के नाम फाइनल करने के लिए एआईसीसी वार रूम में कसरत की। फाइनल सूची लगभग तैयार है। अंतिम रूप देने से पहले दिग्गज नेताओं से राय भी ली जा रही है। पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट क्रॉस चेक होने बाद ही जिलाध्यक्षों की सूची जारी की जाएगी। 15 नवंबर या इसके बाद कभी जिलाध्यक्षों की सूची जारी हो सकती है। गौरतलब है कि राजस्थान में 30 केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने 1 से 15 अक्टूबर तक कार्यकर्ताओं और नेताओं से वन टू वन संवाद किया था। उसके बाद 6-6 नाम के पैनल बनाकर पिछले महीने पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री कृषि वेणुगोपाल को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी। कई युवा 5-5 बार दिल्ली के चक्कर काट चुके जिला अध्यक्ष बनने की दौड़ में शामिल कई नेता दिल्ली में बड़े नेताओं से अप्रोच लगाने के लिए 5-5 चक्कर काट चुके हैं। अपने नाम पर मुहर लगाने के लिए हर संभव प्रयास जारी है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक बिहार के मतदान के बाद राहुल गांधी की उपस्थिति में एआईसीसी की बैठक होगी। इसमें सभी रिपोर्टों का मिलान कर जिलाध्यक्षों के नाम फाइनल किए जाएंगे। 19 जिलों में 6-6 दावेदार नहीं मिलेजिला अध्यक्ष बनने के लिए हुई रायशुमारी में 19 जिले तो ऐसे रहे, जिनमें 6-6 दावेदार ही नहीं मिले। उनमें 2 से 5 नाम ही पर्यवेक्षकों ने रिपोर्ट में आईसीसी को सौंपे। ऐसे जिलों में सीनियर नेताओं की राय पर लिस्ट से बाहर के किसी नाम पर मुहर लगना भी संभव है। 8 जिलों में विरोध- एआईसीसी को भेजे नामों की लिस्ट को लेकर 8 जिलों में कांग्रेस में भारी विरोध है। इसमें जयपुर ग्रामीण जैसे बड़े जिले भी शामिल हैं। ऐसे में 40 जिलों के अध्यक्ष बदले गए तो पार्टी में भारी विरोध देखने को मिल सकता है।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 6:05 am

सीएम डैश बोर्ड की रैंकिंग में गोरखपुर आखिरी स्थान पर:अक्टूबर में 62वें पायदान पर था; मंडल के सभी जिले टॉप 10 से बाहर

सीएम डैश बोर्ड की रैंकिंग में गोरखपुर का प्रदर्शन लगातार खराब होता जा रहा है। पिछले तीन महीने की तुलना करें तो यह जिला 62वें स्थान से खिसककर आखिरी पायदान यानी 75वें स्थान पर पहुंच गया है। गोरखपुर मंडल के अन्य जिलों की स्थिति भी कुछ खराब हुई है। टॉप 10 में इस बार कोई जिला नहीं रह गया है। अब डीएम ने बैठक कर सभी विभागों के अधिकारियों की क्लास लगाई है। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि अधिकारी अब अपनी जिम्मेदारी तय करें। डीएम ने गोरखपुर जैसे महत्वपूर्ण जिले के इतना पीछे रहने को चिंताजनक बताया। बात अगस्त से शुरू करते हैं। उस समय गोरखपुर की रैंकिंग 62वीं थी। माना जा रहा था कि इसमें अब कुछ सुधार देखने को मिलेगा लेकिन ऐसा नहीं हो सका। सितंबर महीने की जब रैंकिंग जारी हुई तो जिला 8 स्थान नीचे फिसलकर 70वें नंबर पर पहुंच गया। और अब अक्टूबर में 5 स्थान और नीचे गया है। इस प्रदर्शन से अधिकारियों में हड़कंप मचा है। इस बार महराजगंज और कुशीनगर टॉप 10 से बाहर हो गए हैं। कुशीनगर 7वें से 26वें और महराजगंज 8वें से 12वें स्थान पर पहुंच गया है। देवरिया की रैंकिंग 52वीं थी, इस बार 60वीं हो गई है। आखिर क्यों पीछे रह जा रहा गोरखपुररैंकिंग में पीछे रहना केवल आंकड़ेबाजी भर नहीं है। इससे जिले की कार्यशैली भी पता चलती है। हर महीने सीएम डैशबोर्ड की ओर से राजस्व और विकास कार्यों की प्रगति के आधार पर जिलों की रैंकिंग जारी की जाती है। रैंकिंग में जिलों की प्रशासनिक दक्षता, विकास योजनाओं के क्रियान्वयन और राजस्व वादों के निस्तारण की गति का मूल्यांकन आधार बनता है।लेकिन गोरखपुर में बड़े पैमाने पर रजस्व वाद लंबित हैं। नामांतरण, वरासत और पैमाइश के साथ ही आय, जाति और निवास प्रमाण पत्रों का समय से निस्तारण नहीं हो पाने से जिले की रैंकिंग प्रभावित हुई है। इन लंबित मामलों के कारण न केवल राजस्व कार्य प्रभावित होते हैं बल्कि जनसुनवाई और जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन पर भी असर पड़ता है। जानिए टॉप 10 में कौन से जिले हैंअक्टूबर महीने की रैंकिंग में शीर्ष पर श्रावस्ती है। ललितपुर दूसरे, बरेली तीसरे, औरैया चौथे, शाहजहांपुर पांचवे, हमीरपुर छठवें, सोनभद्र सातवें, बदायूं 8वें, मैनपुरी 9वें और संभल 10वें स्थान पर है। रैंकिंग में टॉप 10 में अधिकतर छोटे जिले हैं। राजधानी लखनऊ गोरखपुर से एक पायदान ऊपर यानी 74वें नंबर पर है। 110 कार्यक्रमों के आधार पर होती है समीक्षा सीएम डैशबोर्ड पर 49 विभागों के 110 सरकारी कार्यक्रमों की महीनेवार समीक्षा की जाती है। इसमें जनसुनवाई, जनकल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन, राजस्व प्रबंधन, विकास कार्यों की प्रगति, और कानून-व्यवस्था जैसे बिंदु शामिल हैं। प्रत्येक जिले को विभिन्न मापदंडों पर अंक दिए जाते हैं। अधिकतम अंक पाने वाले जिले उच्च रैंक प्राप्त करते हैं । डीएम ने जताई नाराजगीरैंकिंग खराब होने पर डीएम ने नाराजगी जताई है। इस मुद्दे पर उन्होंने मंगलवार की शाम बैठक भी की। डीएम ने दो टूक शब्दों में कहा कि शासन की प्राथमिकता वाली योजनाओं में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। रैंकिंग खराब होने के पीछे उन्होंने कुछ विभागों की लापरवाही को जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी अब अपनी जिम्मेदारी तय करें। जिला सांख्यककीय अधिकारी अनिल कुमार को निर्देश दिया कि जिन विभागों का प्रदर्शन कमजोर है, उन्हें सुधार के लिए निर्देश दें। ई आफिस पर फाइल भेजने से काम समाप्त नहीं होताडीएम ने कहा कि केवल ई आफिस पर फाइल भेज देने से काम समाप्त नहीं हो जाता। उसकी निगरानी करना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि शासन को भेजे जाने वाले डेटा की सतयता पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने कारण बताओ नोटिस जारी होने के बाद भी जवाब न देने वाले अधिकारियों पर नाराजगी जताई। कहा कि कार्रवाई शुरू होने के बाद जवाब आएगा। उन्होंने बैठक में शिक्षा, स्वास्थ्य, पंचायती राज, कृषि, पोषण, रोजगार, स्वच्छता, पेयजल और आधारभूत संरचना से जुड़ी योजनाओं की समीक्षा की। बैठक में सीडीओ शाश्वत त्रिपुरारी, सीएमओ डा. राजेश झा, डीआईओएस अमरकांत सिंह, बीएसए रमेंद्र सिंह, समाज कल्याण अधिकारी वशिष्ठ नारायण सिंह, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी श्रद्धा मिश्रा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 6:05 am

हॉस्टल से गिरा MBBS छात्र, इंटरनल ब्लीडिंग,ऑर्गन डैमेज से मौत:अघोषित रूप से हॉस्टल में रुका था; परिजन बोले- खुदकुशी नहीं कर सकता है

ग्वालियर में संदिग्ध हालात में हॉस्टल की बिल्डिंग से गिरकर मेडिकल स्टूडेंट की मौत के मामले में पुलिस को शॉर्ट पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिल गई है। एमबीबीएस स्टूडेंट की कोहनी में चोट है। पीठ के बल गिरने से पेट में गंभीर चोट लगी, जिससे लिवर सहित मल्टी ऑर्गन डैमेज हुआ और इंटरनल ब्लीडिंग उसकी मौत की वजह बनी है। जहां से वह गिरा, वहीं उसका मोबाइल रखा मिला है, जिससे यह माना जा रहा है कि वह हादसे का शिकार हुआ है। घटना से पांच मिनट पहले वह रूम पार्टनर (प्रवीण सहरिया) से मिलकर गया था और बोला था- 'अभी आता हूं।' यह भी पता लगा है कि मृतक को अभी कोई रूम अलॉट नहीं हुआ था, वह अघोषित रूप से रह रहा था। यदि वह कूदता तो उसका मोबाइल उसके साथ होता। अब मृतक का मोबाइल पुलिस के पास है, जिसे अनलॉक कर पुलिस किसी गर्लफ्रेंड की आशंका को दूर करने की कोशिश कर रही है। रूम पार्टनर ने पुलिस को सुनाई यह कहानी मृतक मेडिकल स्टूडेंट यशराज उइके (21) निवासी रानीपुरा, बैतूल का पिछले महीने ही ग्वालियर के गजरा राजा मेडिकल कॉलेज में एडमिशन हुआ था। दीपावली पर वह अपने घर पूजन के लिए चला गया था। 27 अक्टूबर को वह वापस ग्वालियर लौटा था। अभी तक उसे रविशंकर हॉस्टल में कोई रूम अलॉट नहीं हुआ था। वह मेडिकल स्टूडेंट प्रवीण सहरिया के रूम में अघोषित रूप से रह रहा था। एक-दो बार गार्ड्स ने उसे टोका भी था, लेकिन उसने दोस्त से मिलने की बात कहकर अंदर आ गया था। मृतक के रूम पार्टनर प्रवीण ने पुलिस को बताया कि घटना से पांच मिनट पहले यशराज उससे मिलकर गया था। वह कह रहा था “अभी आ रहा हूं।” इसके बाद किसी के नीचे गिरने की आवाज आई। हॉस्टल में सभी इधर-उधर भाग रहे थे। कुछ छात्र छत की ओर दौड़े तो यशराज का मोबाइल मिला, जिसे उन्होंने उसके रूम पार्टनर को दिया। बाद में मोबाइल पुलिस के कब्जे में आया। पिता बोले- हर दिन होती थी बात, कल ही नहीं आया कॉल बेटे को डॉक्टर बनाकर अपना सपना पूरा करने के लिए यशराज के पिता पंचम उइके ने बहुत मेहनत की थी। जब बेटे के हॉस्टल की बिल्डिंग से गिरने की खबर मिली तो वे बैतूल से सीधे ग्वालियर पहुंचे। यहां पता लगा कि उनके बेटे की मौत हो चुकी है। बेटे की मौत के साथ उनका सपना भी चकनाचूर हो गया। यशराज के पिता पंचम उइके ने कहा कि ऐसा एक भी दिन नहीं बीतता था जब वह हमसे कॉल पर बात न करे। लेकिन कल (सोमवार) ही उसका कॉल नहीं आया। अजीब लगा, पर सोचा- शायद व्यस्त होगा, इसलिए हमने भी उसे कॉल कर परेशान नहीं किया। पर यह नहीं पता था कि अब उसका कभी कॉल नहीं आएगा। परिजन बोले- नहीं कर सकता खुदकुशी, कुछ तो हुआ है यशराज के पिता, बहन और मां का कहना है कि यशराज इतना कमजोर नहीं था कि वह खुदकुशी कर ले। इसलिए यह तो साफ है कि उसके साथ कुछ न कुछ हुआ है। वह अगर गिरा है, तो उसके शरीर पर कोई गंभीर चोट नहीं है। ऐसे में हम कैसे मान लें कि उसके साथ कुछ गलत नहीं हुआ। परिजनों ने रैगिंग का कोई आरोप नहीं लगाया है। पुलिस को मिली शॉर्ट पीएम रिपोर्ट मामले की जांच झांसी रोड थाना पुलिस कर रही है। पुलिस को पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों ने बताया कि मृतक यशराज के शरीर की कोहनी में चोट थी। पैर में, घुटने के पीछे के भाग में निशान हैं। ऐसी आशंका है कि वह रेलिंग पर पैर लटकाकर बैठा होगा। पास ही मोबाइल रखा होगा और वह उल्टा नीचे गिर गया। पीठ के बल गिरने पर कोहनी में चोट लगी और पेट पर पूरा दबाव पड़ा, जिससे पेट में मल्टी ऑर्गन, जिनमें लिवर भी शामिल है, डैमेज हुआ। इंटरनल ब्लीडिंग के चलते इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। आज (बुधवार) डॉक्टर पुलिस को विस्तृत पीएम रिपोर्ट के बारे में बताएंगे। इतना बड़ा स्पॉट, नहीं बुलाया फॉरेंसिक एक्सपर्ट मेडिकल कॉलेज के रविशंकर बॉयज हॉस्टल में MBBS स्टूडेंट की संदिग्ध हालात में हॉस्टल की बिल्डिंग से गिरकर मौत हो गई। हालात पूरी तरह संदिग्ध थे, लेकिन इसके बावजूद पुलिस अफसरों ने स्पॉट पर फॉरेंसिक एक्सपर्ट को जांच के लिए नहीं बुलाया। जबकि स्पॉट पर फॉरेंसिक एक्सपर्ट की मौजूदगी में पुलिस यह गुत्थी सुलझा सकती थी कि जब गार्ड्स ने छात्र को देखा, तो वह किस तरह पड़ा था। पुलिस को घटना का सीन रिक्रीएशन भी करना चाहिए था, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि छात्र खुद गिरा या उसे धक्का दिया गया। नीट क्लियर कर इस साल लिया था MBBS में दाखिला बैतूल के रानीपुर स्थित घोड़ाडोंगरी निवासी 21 वर्षीय यशराज उइके पुत्र पंचम उइके ने इसी साल नीट का एग्जाम क्लियर किया था। उसे ग्वालियर के गजरा राजा मेडिकल कॉलेज में दाखिला मिला था। दीपावली के बाद वह अभी 27 अक्टूबर को बैतूल से ग्वालियर आया था। वह MBBS फर्स्ट प्रॉब (फर्स्ट ईयर) का स्टूडेंट था। यहां रविशंकर शुक्ल जूनियर बॉयज हॉस्टल के फर्स्ट फ्लोर पर वह अपने दोस्त प्रवीण सहरिया निवासी गुना के साथ अघोषित रूप से रह रहा था। उसे अभी हॉस्टल में कोई रूम नहीं मिला था। सोमवार रात करीब 9.45 बजे प्रवीण अपने रूम में था और यह रूम के बाहर ओपन एरिया में था। तभी अचानक वह संदिग्ध हालात में हॉस्टल की बिल्डिंग से नीचे बरामदे के एरिया में गिर गया, जबकि उसके रूम पार्टनर को पता भी नहीं लगा। नीचे जब उसके गिरने की आवाज आई तो ड्यूटी पर तैनात गार्ड्स दौड़कर पोर्च में पहुंचे तो यह मेडिकल स्टूडेंट पड़ा हुआ था। कपिल कुमार नाम के गार्ड ने हॉस्टल वार्डन व अन्य छात्रों को सूचना दी। तत्काल हॉस्पिटल पहुंचाया। जहां उसकी डेथ हो गई है। हॉस्टल वार्डन बोले- कैसे गिरा, यह जांच का विषय इस मामले में रवि शंकर शुक्ल हॉस्टल के वार्डन सुरेन्द्र यादव ने बताया कि छात्र कैसे गिरा, यह जांच का विषय है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मृतक स्टूडेंट रूम पार्टनर प्रवीण से पांच मिनट पहले ही मिलकर गया था। उसके बाद उसके गिरने की आवाज आई। इसके अलावा कुछ लोग रैगिंग का नाम ले रहे हैं तो यह पूरी तरह अफवाह है, ऐसा कुछ भी नहीं है। झांसी रोड थाना प्रभारी शक्ति सिंह यादव ने बताया मेडिकल स्टूडेंट की मौत पेट में इंटरनल ब्लीडिंग के चलते हुई है। मामले की जांच की जा रही है। मृतका का मोबाइल मिला है, जो लॉक है। उसे अनलॉक कर देखा जा रहा है कि आखिरी बार किससे बात हुई थी। साथ ही कोई सुराग मिलता है या नहीं।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 6:05 am

भोपाल स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर-1 पर पार्किंग बंद:ईदगाह समेत 35 इलाकों में बिजली गुल रहेगी; जानिए शहर में आज कहां-क्या खास

आपको हम बता रहे हैं, भोपाल शहर में आज कहां-क्या हो रहा है। यहां हर वो जानकारी होगी, जो आपके काम आएगी। संगीत-संस्कृति, आर्ट, ड्रामा के इवेंट से लेकर मौसम, सिटी ट्रैफिक, बिजली-पानी की सप्लाई से जुड़ा हर अपडेट मिलेगा। काम की जरूरी लिंक्स

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 6:05 am

श्री गुरु तेग बहादुर जी की जीवनी जानेंगे स्टूडेंट:27 नवंबर तक मॉर्निंग असेंबली में टीचर देंगे जानकारी, औरंगजेब के जुल्म भी बताएंगे

श्री गुरु तेग बहादुर जी की शहादत से आने वाली पीढ़ी परिचित हो इसके लिए राज्यभर के स्कूलों में 27 नवंबर तक मॉर्निंग असेंबली में विशेष सेशन करवाए जा रहे हें। स्टूडेंट्स को गुरु तेगबहादुर जी के जीवन काल से संबंधित जानकारियां दी जाएंगी और साथ में यह भी बताया जाएगा कि औरंगजेब ने किस तरह से अत्याचार किए थे। मॉर्निंग असेंबली में पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की तरफ से जारी सूची व लेख के अनुसार एक टीचर रोजाना बच्चों को जानकारी देगा। स्कूल प्रिंसिपल को असेंबली में गुरु तेग बहादुर जी पर दिए गए लेक्चर की वीडियो बनाकर सोशल मीडिया अकाउंट पर अपलोड करनी है और उसका लिंक पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की आईडी पर भी अपलोड करना है। बोर्ड ने कहा है कि विद्यार्थियों को गुरु साहिब के जीवन, शिक्षाओं और बलिदान से परिचित कराने के लिए विविध गतिविधियां करवाई जाएंगी, ताकि उनमें धार्मिक सहिष्णुता, मानवता और साहस के मूल्यों को मजबूत किया जा सके। इसका मकसद स्टूडेंट को धर्म इतिहास व विरासत से जोड़ना है बोर्ड अधिकारियों का कहना है कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को अपने धर्म, इतिहास और विरासत से जोड़ना है। गुरु तेग बहादुर जी ने मानवता और धर्म की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया था, और उनका जीवन आज भी निडरता और सहिष्णुता का प्रतीक है। कार्यक्रम की वीडियो व रिपोर्ट स्कूल लॉगइन आईडी पर करनी है अपलोड हर स्कूल को निर्देश दिया गया है कि कार्यक्रमों की फोटो, वीडियो और रिपोर्ट्स को निर्धारित स्कूल लॉगइन आईडी पर अपलोड किया जाए। बोर्ड ने कहा है कि इससे राज्यभर के स्कूलों में आयोजित कार्यक्रमों का डिजिटल रिकॉर्ड तैयार किया जाएगा। गुरु तेग बहादुर जी के जीवन वृतांत को बताने का शेड्यूल 12-11-25 चक नानकी और श्री आनंदपुर साहिब 13-11-25 श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी की यात्राएं 14-11-25 बालक (गुरु) गोबिंद राय जी का आगमन 15-11-25 बाणी श्री गुरु तेग बहादुर जी 17-11-25 औरंगजेब के अत्याचार 18-11-25 आनंदपुर में कश्मीरी पंडितों का आगमन 19-11-25 भाई मति दास जी, भाई सती दास जी और भाई दयाला जी की शहादत 20-11-25 श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी की शहादत 21-11-25 माता गुजरी जी: प्रारंभिक जीवन और व्यक्तित्व 22-11-25 माता गुजरी जी: 'अद्वितीय व्यक्तित्व' 24-11-25 माता गुजरी जी: एक साहसी मां 26-11-25 माता गुजरी जी 27-11-25 माता गुजरी जी: शहीदी पथ पर बोर्ड की सार्थक पहल, बच्चों को मिलेगी ऐतिहासिक जानकारी स्कूल संघ पंजाब के महासचिव भुवनेश भट्‌ट का कहना है कि पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की यह सार्थक पहल हे और इससे बच्चों को सिख धर्म और इतिहास की जानकारी मिलेगी। उन्होंने बताया कि इस शेड्यूल में जो लिट्रेचर उपलब्ध करवाया जा रहा है वह बेहद जानकारी परक है।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 6:04 am

बेटी का स्टूडेंट ही निकला बुजुर्ग महिला का हत्यारा:लूट के इरादे से ली जान, सीसीटीवी फुटेज से मिला सुराग, कोर्ट ने सुनाई उम्रकैद, पार्ट-2

राजस्थान क्राइम फाइल्स के पार्ट–1 में आपने पढ़ा कि जयपुर के गुर्जर की थड़ी स्थित शांति नगर में बुजुर्ग महिला की खून से लथपथ लाश उन्हीं के घर में मिली। महिला की हत्या की गुत्थी को सुलझाना पुलिस के लिए चुनौती बन गया। क्योंकि न कोई चश्मदीद गवाह था न ही हत्यारे तक पहुंचने के लिए कोई सुराग, लेकिन फिर ऐसा क्लू मिला, जिसने ब्लाइंड मर्डर की पूरी गुत्थी सुलझा दी। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… पुलिस ने आस-पड़ोस के सभी लोगों से पूछताछ शुरू की। बुजुर्ग महिला के घर में रहने वाले किराएदार से लेकर सभी परिचितों से भी जानकारी जुटाई। बुजुर्ग महिला के पड़ोसियों के घरों में लगे सीसीटीवी खंगाले। हत्या के दिन का एक सीसीटीवी फुटेज मिला, जिसमें एक शख्स नजर आ रहा था। उसके हाथ में एक बैग और एक चुनरी नजर आ रही थी। पुलिस ने बुजुर्ग महिला की बेटी राजेश कंवर को बुलाती है। राजेश कंवर सीसीटीवी में दिख रहे शख्स को पहचान गई। राजेश ने पुलिस को बताया कि फुटेज में नजर आ रहा शख्स अजीत है। उसके एक हाथ में गुलाबी रंग का कपड़ा था। ये कपड़ा उसकी मां के बेस की लुगड़ी का था और दूसरे हाथ में हरे रंग का एक बैग था। इसके बाद पुलिस ने अजीत के बैकग्राउंड को लेकर पड़ताल की। जांच में सामने आया कि आरोपी अजीत की नानी का घर मृतका के घर के पास में ही था। ऐसे में दोनों परिवारों में जान पहचान थी। जांच में ये भी सामने आया कि राजेश कंवर आरोपी अजीत को ट्यूशन भी पढ़ा चुकी थी। मृतका नीलम की बेटी राजेश कंवर द्वारा आरोपी को पहचानने के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया। कोर्ट में 6 साल तक सुनवाई चली। 30 गवाहों के बयान के बाद फैसला आया। अजीत ने अपने बचाव के लिए कोर्ट में बताया कि सीसीटीवी फुटेज में उसके हाथ में जो लुगड़ी थी वो अपनी नानी के गिफ्ट देने के लिए लाया था, लेकिन कोर्ट ने यह तर्क नहीं माना। इसके अलावा सीसीटीवी फुटेज में नजर आने के दौरान आधे घंटे तक वो कहां रहा इसके भी साक्ष्य पेश नहीं कर पाया। घटना के बाद अजीत ने एक दुकान पर उधार पैसे भी चुकाए। वो राशि अजीत कहां से लाया, इसका भी साक्ष्य नहीं पेश कर पाया। आखिर में इस मामले में आरोपी अजीत के साथ उसके साथी सुरेश ,रईस और दीपक पर दोषसिद्ध हुए। मुख्य आरोपी अजीत का साथी सुरेश घटना के बाद बाइक पर अजीत को ले जाते हुए नजर आया। वहीं जेवर रखने और बेचने के मामले में रईस और दीपक को भी दोषी माना गया। कोर्ट ने अजीत और सुरेश को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। अजीत के खिलाफ पहले भी हत्या और चोरी के 11 मामले दर्ज थे। वहीं सुरेश के खिलाफ 27 मामले दर्ज थे। रईस के खिलाफ भी एक अपहरण का मामला दर्ज था। .... घर में बुजुर्ग महिला की खून से लथपथ लाश:हत्यारे ने गला रेतकर ली जान, हत्या की वजह- चोरी या रंजिश? पार्ट-1

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 6:03 am

मानसून के बाद भी नहीं सुधरी आगरा की सड़कें:नगर निगम की अनदेखी, वाहन चालकों को हो रही परेशानी

आगरा में जर्जर सड़कों की समस्या अभी भी बनी हुई है। मानसून बीते लगभग 2 महीने हो गए हैं, लेकिन नगर निगम इन सड़कों की मरम्मत नहीं कर सका है। सेंट जॉन्स चौराहे से लोहा मंडी वाली रोड जर्जर हालत में है, जिससे वाहन चालकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। नगर निगम ने दावा किया था कि मानसून बीत जाने के बाद एक महीने के अंदर सभी सड़क दुरुस्त हो जाएंगी, लेकिन नगर निगम अपने दावों पर खरा नहीं उतरा है। सड़क किनारे अभी नाले का निर्माण हुआ है, नाले के साथ ही सड़क का निर्माण होना चाहिए था। लेकिन नगर निगम द्वारा अभी तक सड़क का निर्माण तो दूर की बात है पेंच वर्क भी नहीं कराया है। स्थानीय लोगों ने बताया कि सड़क की हालत इतनी खराब है कि आए दिन लोग गिरकर चोटिल हो रहे हैं। दो पहिया वाहन चालकों को तो खासकर परेशानी हो रही है। उन्होंने नगर निगम से मांग की है कि जल्द से जल्द सड़क की मरम्मत कराई जाए, ताकि लोगों को परेशानी न हो।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 6:02 am

महिला ने घर में फांसी लगाई, प्रताड़ना का आरोप

भास्कर संवाददाता | सागर सिविल लाइन थाना क्षेत्र में महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतका के परिजन ने पति पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। पुलिस जांच कर रही है। सिविल लाइन थाना प्रभारी आनंद सिंह ने बताया कि 28 वर्षीय स्वाति पति राहुल प्रजापति निवासी पथरिया जाट ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसके तीन बच्चे हैं। 7 साल पहले हुई थी शादी, पति करता है प्राइवेट जॉब : सिविल लाइन थाना प्रभारी ने बताया कि मृतका के परिजन ने पति पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है, जिसकी जांच चल रही है। 7 साल पहले शादी हुई थी। पति एक निजी कॉलेज में जॉब करता है। घटना दो दिन पहले की बताई जा रही है।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 6:01 am

बिजली कंपनी के नवागत डीई ने संभाला कार्यभार

सागर | बिजली कंपनी शहर संभाग के नवागत कार्यपालन अभियंता इमरान खान ने अपना पदभार ग्रहण कर लिया है। अजीत चौहान के तबादले के बाद डीई खान को मंडला से सागर भेजा गया है। उनके कार्यभार ग्रहण करने पर अधीक्षण अभियंता चंद्ररेखा प्रभाकर, कार्यपालन अभियंता प्रदीप साहू, मुकेश मंडलोई, मोहम्मद अजीज खान, अवनीश जारोलिया, राम विवेक गौतम, पवन कुमार रावत आदि ने शुभकामनाएं दीं।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 6:01 am

रहली : झाड़ियों में नवजात बालिका का शव मिला

रहली| बिलवारी पूरा वार्ड 13 में झाड़ियों में नवजात शिशु का शव मिलने से सनसनी फैल गई। पुलिस ने शव का पीएम करवाकर दफना दिया है तथा मर्ग कायम कर जांच प्रारंभ की है। जानकारी के अनुसार मंगलवार दोपहर बिलवारी पूरा वार्ड 13 स्थित एक बाड़े में नवजात का शव पड़ा था लोगों ने जाकर देखा तो शव बालिका का था। पुलिस मौके पर पहुंची तथा शव का पीएम करवाया।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 6:00 am

एलायंस क्लब की बैठक में सेवा विस्तार पर जोर

भास्कर संवाददाता | सागर एलायंस क्लब जिला 108 सागर की सेकंड डिस्ट्रिक्ट कैबिनेट बैठक प्रभारी डिस्ट्रिक्ट गवर्नर एमके जैन की अध्यक्षता में हुई। बैठक में क्लबों की तीन माह की प्रशासनिक और सेवा गतिविधियों की समीक्षा की गई। जिला कैबिनेट सेक्रेटरी शैलेश आचार्य ने प्रशासनिक कार्यों का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। जबकि सेक्रेटरी (गतिविधि) प्रतिभा जैन ने क्लबों में हुए सेवा कार्यों की जानकारी दी। जोन चेयर पर्सन संगीता मुखर्जी ने अपने अधीन क्लबों के कार्यों का विवरण दिया। प्रभारी डिस्ट्रिक्ट गवर्नर ने सदस्यता व क्लब विस्तार तथा वित्तीय अनुशासन पर जोर देते हुए सभी सदस्यों को निरंतर सेवा भावना के साथ कार्य करने का आह्वान किया। कार्यक्रम में सुनीता भार्गव, डॉ. दिवाकर मिश्रा, निवेदिता मित्रा, विजयलक्ष्मी दुबे और पीसी दीवान ने भी विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर ममता भूरिया ने पर्यावरण संदेश के रूप में कागज के कैरी बैग और पौधे वितरित किए। यह जानकारी महेंद्र राय ने दी।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 6:00 am

पंतनगर तिराहे पर भारत माता की प्रतिमा स्थापना की मांग

सागर | सोमवार को सनातन सद्भाव संगठन के पदाधिकारियों और सदस्यों ने विधायक शैलेंद्र जैन से भेंट कर पंतनगर तिराहा पर सागर सरोज की पुलिया के पास भारत माता की भव्य प्रतिमा स्थापित करने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। संगठन ने ज्ञापन में उल्लेख किया कि विधायक जैन के प्रयासों से संपूर्ण सागर नगर में लगातार विकास कार्य हो रहे हैं और शहर के प्रमुख चौराहों का सौंदर्यीकरण भी तेजी से बढ़ रहा है। संगठन ने कहा कि यदि पंतनगर तिराहे पर भारत माता की प्रतिमा स्थापित की जाती है तो यह लोगों में राष्ट्रभक्ति, कर्तव्यबोध, राष्ट्रीय एकता और सनातन सद्भाव के प्रति प्रेरणा जागृत करेगी। विधायक जैन ने आश्वासन दिया कि बहुत जल्द भारत माता की प्रतिमा स्थापना का कार्य प्रारंभ किया जाएगा। ज्ञापन देने वालों में संस्था के अध्यक्ष अनिल सेन, अधिवक्ता संघ के उपाध्यक्ष एवं संस्था के उपाध्यक्ष महेंद्र सिंह, गौरव, संतोष राय, अशोक सेन, सुनील सेलत, राजेश्वर सेन, चंद्रभान अहिरवार, कृष्णकांत सोनी, बालकिशन सोनी, राहुल सोनी आदि मौजूद थे।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 6:00 am

चित्रांश जन समिति की बैठक में रखा प्रस्ताव

सागर | चित्रांश जन समिति की वार्षिक साधारण सभा की बैठक समिति कार्यालय तिली वार्ड में आयोजित की गई। बैठक में सचिव एमके सक्सेना ने बताया कि आगामी 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद जयंती पर समाज के मेधावी विद्यार्थियों का सम्मान किया जाएगा। अध्यक्ष डॉ. महेंद्र खरे ने संरक्षक शैलेंद्र श्रीवास्तव की सहमति से विनोद श्रीवास्तव को उपाध्यक्ष पद पर मनोनीत किया। कोषाध्यक्ष अशोक वर्मा ने आय-व्यय विवरण प्रस्तुत किया, जिसे सर्वसम्मति से पारित किया गया। सहसचिव डॉ. अनिल खरे ने डॉ. राजेंद्र प्रसाद जयंती धूमधाम से मनाने का प्रस्ताव रखा, जबकि बसंत श्रीवास्तव ने तिली चौराहे पर चित्रगुप्त जी की प्रतिमा स्थापना एवं चौराहे का नाम चित्रगुप्त चौराहा करने का प्रस्ताव दिया, जिसे सर्वसम्मति से मंजूरी मिली। बैठक में संरक्षक शैलेंद्र श्रीवास्तव, अध्यक्ष डॉ. महेंद्र खरे, अशोक वर्मा, बसंत श्रीवास्तव, विनोद श्रीवास्तव, आनंद मिश्रा सहित समिति के पदाधिकारी उपस्थित थे।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 6:00 am

युवा कांग्रेस के चुनाव में वोट चोरी के आरोप:युवा कांग्रेसी ने बताया-22 लाख रुपए खर्च कर 10 हजार मेंबर बनाए, 4500 वोट मिले

एमपी यूथ कांग्रेस का चुनाव विवादों में घिर गया है। युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव में सबसे ज्यादा वोट पूर्व मंत्री और जबलपुर से विधायक लखन घनघोरिया के बेटे यश घनघोरिया को मिले हैं। वोटों की गिनती के बाद भी चुनाव प्रक्रिया को लेकर युवा कांग्रेस के नेता ही नाराज हैं। युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रभारी मनीष शर्मा से कई युवा कांग्रेसियों ने चुनाव प्रक्रिया में गड़बड़ी की शिकायतें की हैं। 9 नवंबर को राहुल गांधी ने भी SIR को वोट चाेरी का हथियार बताया था वहीं मप्र के मंत्री विश्वास सारंग ने आरोप लगाए कि कांग्रेस ने खुद यूथ कांग्रेस के चुनाव में वोट चोरी की है। आज हो सकती है आधिकारिक घोषणा 6 नवंबर को एमपी यूथ कांग्रेस में वोटों की गिनती का परिणाम घोषित किया गया था। इनमें यश को सबसे ज्यादा 3 लाख 13 हजार 730 वोट मिले हैं। जबकि भोपाल के अभिषेक परमार 2,38,780 वोट पाकर दूसरे नंबर पर रहे। तीसरे नंबर पर देवेन्द्र सिंह दादू रहे। प्रथम तीन उम्मीदवारों के दिल्ली में 9 नवंबर को इंटरव्यू हुए, लेकिन अभिषेक और देवेन्द्र सहित कई जिलों के युवा कांग्रेसियों ने चुनाव में गड़बड़ी को लेकर शिकायतें कीं। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष के नाम का ऐलान होल्ड कर दिया गया। अब आज दिल्ली में शिकायतों पर चर्चा के बाद निर्णय लिया जा सकता है। जिम्मेदार नहीं दे रहे जवाबचुनाव में गड़बड़ियों के आरोपों पर प्रदेश चुनाव अधिकारी मुकुल गुप्ता और युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रभारी मनीष शर्मा से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन दोनों ने जवाब नहीं दिया। 15 लाख युवाओं ने भरे थे मेंबरशिप फाॅर्म 18 अप्रैल को एमपी में यूथ कांग्रेस के चुनावों की घोषणा के साथ ही सदस्यता शुरू हुई थी। ऑनलाइन मोड पर एप के जरिए कराई गई मेंबरशिप में हर नए सदस्य को 50 रुपए सदस्यता शुल्क भी अदा करना था। 20 जून से 19 जुलाई तक चलाए गए सदस्यता अभियान में 15,37,527 युवाओं ने सदस्यता फॉर्म भरे। इनमें से 63,153 युवाओं ने सदस्यता शुल्क जमा नहीं किया। सदस्यता शुल्क के साथ 14 लाख 74 हजार 374 युवाओं ने मेंबरशिप के लिए फॉर्म भरे। दस लाख खर्च किए, वोट मिले साढे़ चार हजार, यह कैसे संभव?राजगढ़ के शिव दांगी ने बताया कि मैंने 17490 युवाओं की सदस्यता कराई। इनकी मेंबरशिप के लिए अलग-अलग टीमें काम कर रहीं थीं। करीब 10 लाख का पेमेंट हम लोगों ने अपने अकाउंट से किया। दूसरे खर्चे मिलाकर करीब 20-22 लाख रुपए खर्च हुए। कुछ मेंबर गाइडलाइन के तहत रिजेक्ट कर दिए। 43 हजार मेंबरशिप हुई थी। पूरे राजगढ़ जिले में मात्र 10 हजार वैलिड वोट बचे थे। 13 हजार मेंबर होल्ड किए गए।10 हजार वैलिड बचे वोटों का मैंने हिसाब लगाया उनमें से मुझे 7 हजार वोट मिल रहे थे। उसके बाद जो 13 हजार वोट होल्ड थे उनमें करेक्शन कराया तो करीब 3300 वोटर वैलिड हो गए। ऐसे मेरे 13 हजार वोटर सही थे। लेकिन जब वोट का रिजल्ट आया तो मुझे मात्र 4500 वोट मिले। इस मामले की शिकायत मैंने ईमेल के जरिए शिकायत की है। युवा कांग्रेस के प्रभारी मनीष शर्मा, ZRO,सहित पार्टी के नेताओं से शिकायत की है। अभी पार्टी फोरम पर बात रखी है। अगर संतुष्टिपूर्वक जवाब मिलता है तो ठीक वरना हम आगे कार्रवाई के लिए स्वतंत्र हैं। 35 साल की लिमिट थी फिर भी 44 साल केयुवा कांग्रेस के चुनाव को लेकर खेल मंत्री विश्वास सारंग ने आरोप लगाया कि युवा कांग्रेस चुनाव में उम्र सीमा 18 से 35 वर्ष निर्धारित की गई थी, लेकिन अशोक नगर जिले के चंदेरी विधानसभा के निवासी 44 वर्षीय संतोष सिंह को मतदान के लिए पात्र कर दिया। इसी तरह अंजुम खान भी सदस्य बनीं, जिनकी उम्र मतदाता सूची के आधार पर 36 साल है। चंद उदाहरण बताते हैं कि कांग्रेस पार्टी के अंदर कोई लोकतंत्र नहीं है। साथ ही यह भी सिद्ध होता है कि कांग्रेस पार्टी लोकतांत्रिक व्यवस्था पर विश्वास नहीं करती। 15.37 लाख ने सदस्यता ली, 56% की मेंबरशिप रिजेक्ट हुईयुवा कांग्रेस के सदस्य बनने के इच्छुक 5 लाख 16 हजार युवाओं ने सदस्यता फार्म भरे थे। इनमें से 56% यानी 678295 मेंबर ही वोट डालने के लिए वैलिड पाए गए। प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव में 9216 युवाओं ने वोट ही नहीं डाले। 18 अप्रैल को एमपी में यूथ कांग्रेस के चुनावों की घोषणा के साथ ही सदस्यता शुरू हुई थी। ऑनलाइन मोड पर एप के जरिए कराई गई मेंबरशिप में हर नए सदस्य को 50 रुपए सदस्यता शुल्क भी अदा करना था। 20 जून से 19 जुलाई तक चलाए गए सदस्यता अभियान में 15,37,527 युवाओं ने सदस्यता फॉर्म भरे। इनमें से 63,153 युवाओं ने सदस्यता शुल्क जमा नहीं किया। सदस्यता शुल्क के साथ 14लाख 74 हजार 374 युवाओं ने मेंबरशिप के लिए फॉर्म भरे थे। ये खबर भी पढ़ें... यूथ कांग्रेस इलेक्शन:सीएम के गृह जिले में सबसे बड़ी जीत एमपी यूथ कांग्रेस के चुनाव परिणाम घोषित हो गए हैं। प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव में कमलनाथ और सिंघार गुट का दबदबा रहा है। पूर्व मंत्री और वर्तमान विधायक लखन घनघोरिया के बेटे यश घनघोरिया प्रदेश अध्यक्ष बने हैं। वहीं, जिला अध्यक्षों में सबसे बड़ी जीत सीएम डॉ मोहन यादव के गृह जिले उज्जैन में दर्ज की गई है। उज्जैन में अर्पित यादव 14,631 वोट पाकर प्रदेश में सबसे बडे़ अंतर से जीतने वाले जिला अध्यक्ष बने हैं। पूरी खबर पढ़ें

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 6:00 am

जीडीएस की नवीन कार्यकारिणी गठित हुई

सागर| भारतीय डाक कर्मचारी संघ से संबद्ध बीएमएस का द्विवार्षिक अधिवेशन संपन्न हुआ। जिसमें जीडीएस की नवीन कार्यकारिणी गठित हुई। नवगठित कार्यकारिणी के पदाधिकारियों ने अपनी पदाधिकारी की सूची प्रवर अधीक्षक सागर अनिल कुमार आरख को सौंपकर कार्यभार ग्रहण किया। इस दौरान डाक कर्मचारी संघ जीडीएस सागर के अध्यक्ष विश्वराज सिंह दांगी, संभागीय सचिव वीरेंद्र यादव, कोषाध्यक्ष साक्षी जैन, सहायक सचिव आयुषी सिंह आदि उपस्थित रहे।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 6:00 am

नालंदा के 25 पीएमश्री स्कूलों में मिड डे मिल योजना:बर्तन खरीद की तैयारी शुरू, पर छह स्कूलों के बैंक खाते नहीं खुले

नालंदा जिले के 25 हाईस्कूलों को पीएमश्री योजना में शामिल किए जाने के बाद मध्याह्न भोजन योजना के सफल संचालन के लिए किचन डिवाइस (बर्तन) की खरीदारी की प्रक्रिया शुरू हो गई है। लेकिन छह विद्यालयों के बैंक खाते अभी तक नहीं खुल सके हैं, जिससे योजना के पूर्ण क्रियान्वयन में बाधा उत्पन्न हो रही है। शैक्षणिक सत्र 2025-26 से इन पीएमश्री स्कूलों में कक्षा छठी से बारहवीं तक की पढ़ाई शुरू की गई है। विभागीय प्रावधान के अनुसार कक्षा छठी से आठवीं तक के बच्चों के लिए नियमित रूप से मध्याह्न भोजन उपलब्ध कराया जाना है। इसके लिए विभाग ने किचन डिवाइस की खरीदारी हेतु राशि भेजने की तैयारी शुरू कर दी है। नामांकन के आधार पर चार कैटेगरी एमडीएम की जिला कार्यक्रम पदाधिकारी अंशु कुमारी ने बताया कि विद्यालयों में नामांकित बच्चों की संख्या के आधार पर चार श्रेणियां निर्धारित की गई हैं। (ए) श्रेणी के तहत 1 से 50 बच्चों वाले स्कूलों को 12,633 रुपए, (बी) श्रेणी में 51 से 150 बच्चों वाले स्कूलों को 14,954 रुपए, (सी) श्रेणी में 151 से 250 बच्चों वाले स्कूलों को 16,082 रुपए और (डी) श्रेणी में 250 से अधिक बच्चों वाले स्कूलों को 27,838 रुपए दिए जाएंगे। जिले के किसी भी पीएमश्री स्कूल में 50 से कम बच्चे नामांकित नहीं हैं। छह विद्यालयों में 151 से कम बच्चे नामांकित हैं, जिन्हें (बी) श्रेणी के तहत कुल 89,725 रुपए दिए जाएंगे। 12 विद्यालयों में 250 से कम बच्चे हैं, जिनमें (सी) श्रेणी के तहत 1,92,984 रुपए खर्च होंगे। सात विद्यालयों में 250 से अधिक बच्चे नामांकित हैं, जिन्हें (डी) श्रेणी के तहत कुल 1,94,871 रुपए आवंटित किए जाएंगे। इन स्कूलों के खाते नहीं खुले विभागीय रिपोर्ट के अनुसार बिहारशरीफ टाउन हाईस्कूल, नेरूत हाईस्कूल, दहपर-सरगांव हाईस्कूल, बिहारशरीफ आदर्श हाईस्कूल, बेनार हाईस्कूल और गोपालबाद हाईस्कूल के बैंक खाते अभी तक नहीं खुल सके हैं। इससे इन विद्यालयों में मध्याह्न भोजन की व्यवस्था शुरू नहीं हो सकी है। जल्द खुलेंगे खाते: अधिकारी एमडीएम डीपीओ अंशु कुमारी ने आश्वासन दिया कि बैंक खाते खोलने के लिए संबंधित बैंकों में दस्तावेज जमा करा दिए गए हैं। जल्द ही सभी विद्यालयों के खाते खुल जाएंगे। जिन विद्यालयों के बैंक खाते उपलब्ध हैं, उनमें किचन डिवाइस की खरीदारी के लिए राशि भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। संबंधित प्राचार्यों को विभागीय प्रावधान के अनुसार किचन डिवाइस खरीदने का आदेश दिया जा चुका है। पीएमश्री योजना सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना है, जिसका उद्देश्य स्कूलों को आदर्श शिक्षण संस्थान बनाना है। मध्याह्न भोजन योजना इसका अहम हिस्सा है, जो बच्चों के पोषण स्तर को सुधारने और नामांकन बढ़ाने में सहायक है।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 6:00 am

नालंदा में मतगणना की उलटी गिनती शुरू:14 नवंबर को खुलेगा EVM, पहले पोस्टल वैलेट की होगी गिनती; 10 बजे तक आएंगे रूझान

नालंदा जिले की सातों विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ चुके कैंडिडेट्स की किस्मत का फैसला 14 नवंबर को हो जाएगा। शुक्रवार सुबह आठ बजे से शुरू होने वाली मतगणना के साथ ही यह साफ हो जाएगा कि किस दल और किस प्रत्याशी के सिर पर विजय का ताज सजेगा। फिलहाल राजनीतिक गलियारों से लेकर आम लोगों के बीच अटकलों का दौर जारी है। नालंदा की सातों विधानसभा सीटों पर कुल 22 लाख 42 हजार 839 मतदाता पंजीकृत थे। इनमें से 13 लाख 41 हजार 376 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, जो कुल मतदाताओं का 59.81 प्रतिशत है। सभी विधानसभाओं की ईवीएम मशीनें नालंदा कॉलेज स्थित मतगणना केंद्र के विभिन्न हॉल में सुरक्षित रखी गई हैं। इन्हें त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में रखा गया है। पोस्टल बैलेट से होगी शुरुआत मतगणना अधिकारियों के मुताबिक, 14 नवंबर की सुबह आठ बजे मतगणना प्रकिया शुरू होगी। सबसे पहले डाक मतपत्रों यानी पोस्टल बैलेट की गिनती की जाएगी। इसके बाद ईटीबीएस और फिर ईवीएम से प्राप्त मतों की गिनती का दौर चलेगा। जानकारों का कहना है कि पहला रुझान सुबह 10 बजे तक सामने आना शुरू हो सकता है। दोपहर 12 बजे से एक बजे के बीच यह साफ होने लगेगा कि किस प्रत्याशी की बढ़त बन रही है। अगर सब कुछ सामान्य रहा तो दोपहर दो बजे तक एक-दो विधानसभाओं के अंतिम परिणाम भी घोषित हो सकते हैं। 31-32 राउंड तक जा सकती है गिनती जिला प्रशासन ने हर विधानसभा क्षेत्र के लिए 14-14 टेबल की व्यवस्था की है। बूथों की संख्या के हिसाब से बिहारशरीफ विधानसभा में मतगणना सबसे लंबी चलेगी, जो 31-32 राउंड तक जा सकती है। वहीं नालंदा विधानसभा में यह 27-28 राउंड तक चल सकती है। सबसे कम राउंड अस्थावां और राजगीर में होंगे, जहां 26-27 राउंड में गिनती पूरी हो सकती है। सख्त प्रबंध और पारदर्शी प्रक्रिया मतगणना केंद्र पर बड़ी संख्या में कर्मचारियों और अधिकारियों को तैनात किया गया है। हर विधानसभा के लिए एक टेबल सहायक रिटर्निंग ऑफिसर (एआरओ) के लिए आरक्षित रहेगा। प्रत्येक राउंड की गिनती के बाद रिपोर्ट एआरओ से होते हुए रिटर्निंग ऑफिसर (आरओ) तक पहुंचेगी। आरओ द्वारा मिलान के बाद हर राउंड का ब्योरा निर्वाचन आयोग को भेजा जाएगा और साथ ही माइक पर भी घोषणा कर दी जाएगी। राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि और उम्मीदवार अपने-अपने गिनती एजेंटों के साथ मतगणना केंद्र पर मौजूद रहेंगे। पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने के लिए प्रशासन ने हर स्तर पर सतर्कता बरती है।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 6:00 am

एक दिन बाद फिर बदलेगा जिले के मौसम का मिजाज

भास्कर संवाददाता|सागर मौसम में हर रोज ही उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। तीन दिन पहले जहां इस सीजन की सबसे ज्यादा सर्द रात थी, तो अब धीरे-धीरे न्यूनतम तापमान में वृद्धि दर्ज की जा रही है। हालांकि मौसम के पूर्वानुमान के अनुसार बुधवार से एक बार फिर तापमान में गिरावट शुरू होने की संभावना जताई जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार अब एक बार शहर का अधिकतम तापमान 26-27 डिग्री तक और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री तक आने का अनुमान है। मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को शहर का अधिकतम तापमान 29.5 डिग्री और न्यूनतम तापमान करीब 1 डिग्री के उछाल के साथ 13.1 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से 4 डिग्री कम है।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 6:00 am

प्रो. गौतम जैसवार की जमानत याचिका पर 13 को सुनवाई:आगरा यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर पर शोध छात्रा ने लगाए थे आरोप, कोर्ट में डाली थी याचिका

आगरा में डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के आरोपी प्रोफेसर के वकील ने कोर्ट में जमानक याचिका दायर की है। इस मामले में सुनवाई के लिए कोर्ट ने 13 नवंबर की तारीख सुनिश्चित की है। प्रोफेसर के वकील ने मुकदमे में धाराओं को सुप्रीम कोर्ट द्वारा प्रतिपादित सिद्धांतों के खिलाफ बताया गया है। साथ ही शोध छात्रा पर भी आरोप लगाए हैं। पहले जानते हैं क्या है मामला16 दिन पहले डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के रसायन विज्ञान विभाग के प्रोफेसर प्रो. गौतम जैसवार पर एक शोध छात्रा ने दो साल तक शादी का झांसा देकर शारीरिक शोषण का आरोप लगाया। थाना न्यू आगरा में मुकदमा दर्ज कराया गया। शोध छात्रा ने प्रोफेसर पर मारपीट और मोबाइल तोड़ने का भी आरोप लगाया। शोध छात्रा का मेडिकल हुआ, वहां भी शोध छात्रा ने डॉक्टर पर दबाव बनाने का आरोप लगाया। कहा कि डॉक्टर ने कहा कि पहले मजे करती हैं, फिर रेप का मुकदमा लगाती हैं। प्रोफेसर को पुलिस ने वाराणसी से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पत्नी ने लिया पति का पक्षइस मामले में प्रोफेसर गौतम जैसवार की पत्नी डॉ. कविता चौधरी सामने आई। उन्होंने अपने पति का पक्ष लिया। कहा कि छात्रा उनके घर आती थी। उसे पता था कि प्रोफेसर शादी शुदा हैं। दो बेटियां के पिता हैं। जहां तक बात खजुराहो और बरसाना जाने की है, तो प्रोफेसर घर पर बता कर गए थे। छात्रा ही प्रोफेसर की स्किन सोरायसिस की दिक्कत का इलाज कराने ले गई थी।प्रोफेसर की पत्नी ने यह भी कहा था कि शारीरिक शोषण पिछले दो वर्षों से चल रहा था तो इतने लंबे समय छात्रा ने कभी शिकायत क्यों नहीं की। वकील ने लगाए छात्रा पर आरोप वकील सुरेश चंद सोनी ने बताया कि प्रोफेसर गौतम जैसवार पर जो एफआईआर दर्ज की गई है,वो सुप्रीम कोर्ट द्वारा प्रतिपादित सिद्धांतों के खिलाफ है। इस प्रकार की एफआईआर नहीं होनी चाहिए।वकील का यह भी कहना है कि शोध छात्रा ने अपने साथ मारपीट करने का आरोप लगाया था, जबकि उसके शरीर पर चोट के निशान नहीं हैं। साथ ही शोध छात्रा के इस आरोप को भी गलत बताया है कि प्रोफेसर ने पीएचडी खराब करने की धमकी दी। जबकि प्रोफेसर सिर्फ को-गाइड हैं। उन्हें यह अधिकार ही नहीं है। प्रोफेसर 6 महीने पहले ही शोध छात्रा का काम करा चुके थे।जमानत याचिका में वकील ने शोध छात्रा द्वारा प्रोफेसर के जन्मदिन पर सोशल मीडिया पर लगाए मैसेज की कॉपी भी लगाई है। वकील ने शोध छात्रा पर आरोप लगाए हैं कि उसके कई लड़कों से संबंध हैं। कई लड़कों से हुई चैट भी कोर्ट में सबूत के रूप में लगाई गई है।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 6:00 am

दोस्तों ने 50 लाख फिरौती के लिए किया अपहरण:MBBS छात्र के उसके के साथ पढ़ाई करने वाले दोस्तो ने किया अपहरण

बरेली के फतेहगंज पश्चिमी थाना क्षेत्र में स्थित राजश्री मेडिकल कॉलेज से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एमबीबीएस तृतीय वर्ष के छात्र का अपहरण किसी और ने नहीं, बल्कि उसके ही सहपाठी ने बाहरी युवकों के साथ मिलकर किया था। आरोपी छात्र ने दोस्त के बैंक अकाउंट में करोड़ों रुपये होने की अफवाह सुनकर कर्ज चुकाने का शातिर प्लान बनाया और फिरौती मांगने तक की साजिश रच डाली। चलती कार में घंटों धमकाया, यूपीआई से 60 हजार रुपये ट्रांसफर कराएराजश्री मेडिकल कॉलेज के छात्र गौरव वरपे निवासी सोनई गांव, अहिल्यानगर (महाराष्ट्र) ने पुलिस को बताया कि वह रविवार शाम अपने दो दोस्तों-दिविज बहल और गौरवेंद्र सिंह के साथ स्कूटी से घूमने निकला था। इसी दौरान राधाकृष्ण मंदिर के पास एक ईको कार आकर रुकी और उसमें बैठे बदमाशों ने तीनों को जबरन कार में बैठा लिया। कार में बदमाशों ने गौरव को घंटों तक धमकाया और उसके मोबाइल से यूपीआई के जरिए अलग-अलग खातों में करीब 60 हजार रुपये ट्रांसफर करवा लिए। कुछ देर बाद बाकी साथी फरार हो गए जबकि सहपाठी दिविज बहल को पुलिस ने पकड़ लिया। पिता से मांगी 50 लाख की फिरौती, धमकी दी-सूचना दी तो बेटे की जान ले लेंगेगौरव की तहरीर के मुताबिक, आरोपी दिविज ने ही उसके पिता और उनके दोस्त कपिल को फोन करके 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी। उसने चेतावनी दी कि अगर पुलिस को सूचना दी गई तो बेटे की हत्या कर देगा। इसी बीच, पुलिस की गाड़ियों को देख आरोपी गौरव को सड़क किनारे छोड़कर फरार हो गए। कर्ज में डूबा था आरोपी, दोस्त के पैसों पर नजर रख रचा अपहरण का खेलपुलिस जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी छात्र दिविज बहल भारी कर्ज में डूबा था। उसने गौरव के बैंक खाते में करोड़ों रुपये की अफवाह सुनकर अपहरण की योजना बनाई थी। योजना के तहत उसने बाहरी युवकों को साथ मिलाया और गौरव के अपहरण की पूरी स्क्रिप्ट तैयार की। तीन पर रिपोर्ट दर्ज, एक हिरासत में, बाकी की तलाश जारीफतेहगंज पश्चिमी थाना प्रभारी अभिषेक कुमार सिंह ने बताया कि गौरव की तहरीर पर दिविज बहल और सोनू को नामजद करते हुए अन्य अज्ञात आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। आरोपी दिविज बहल को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। अन्य आरोपियों की तलाश के लिए टीम गठित की गई है। जल्द ही पूरे गैंग को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया जाएगा। फतेहगंज पश्चिमी की पुलिस ने रातभर चलाया ऑपरेशनघटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने रातभर सर्च ऑपरेशन चलाया। देर रात गौरव को सड़क किनारे छोड़ फरार हुए आरोपी पुलिस के घेरे में नहीं आ पाए, लेकिन सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल लोकेशन से पुलिस अब आरोपियों के करीब पहुंच चुकी है। छात्रों में दहशत, कॉलेज प्रशासन ने मांगी रिपोर्टघटना के बाद मेडिकल कॉलेज में सनसनी फैल गई है। छात्र-छात्राओं में डर का माहौल है। कॉलेज प्रशासन ने भी इस घटना पर गंभीर रुख अपनाते हुए संबंधित छात्रों की पूरी रिपोर्ट मांगी है।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 6:00 am

गोरखपुर में लगा सबसे बड़ा 'वूलन बाजार':300 से 3000 के कलेक्शन, कॉट सूट, स्ट्रेचेबल शर्ट है यूनिक, मुंबई से आए खरीदार

गोरखपुर में हर साल लगने वाला ऊनी कपड़ों का सबसे बड़ा बाजार 'तिब्बत मार्केट' इस बार भी पूरी तरह सज चुका है। तिब्बत, दार्जिलिंग, उत्तराखंड और हिमाचल जैसे जगहों से आकर दुकानदारों ने अपने स्टाल लगाएं हैं। हर स्टाल पर एक से बढ़ कर एक बेहतरीन कलेक्शन देखने को मिल रहा है। पहले दिन से ही ग्राहकों की भीड़ उमड़ पड़ी है। गोरखपुर और आसपास के इलाके के अलावा मुंबई से भी लोग यहां कपड़े खरीदने पहुंच रहे हैं। 300 के स्टॉल से लेकर 3000 रुपए तक के जैकेट के हजारों कलेक्शन यहां मौजूद हैं। मुंबई से आए लियाकत खान ने कहा- मैं अक्सर यहां बिजनेस पर्पज से आता हूं। मुझे किसी ने इस मार्केट के बारे में बताया तो मैं देखने आ गया। वाकई बहुत खूबसूरत कलेक्शन है। मैंने जैकेट खरीदी है। किफायती रेट में भी मिली। यहां जब तक हूं पहनने के काम आएगा। लेडीज के लिए खास है कॉट सूट तिब्बत मार्केट में वूलन कपड़ों का भरमार है। लेडीज के लिए आया कॉट सूट बेहद ही खूबसूरत लुक देगा। वूलन और फैंसी कॉट सूट हर औरत के लिए कंफर्टेबल रहेगा। दुकानदार ने बताया- वर्किंग वूमन इसे ज्यादा प्रीफर कर रहीं हैं। क्योंकि इसे कैरी करना बहुत आसान है। साथ ही वार्म भी करेगा। कश्मीरी, वूलन, वेलवेट सूट के खूबसूरत कलेक्शन वहीं हल्की ठंड में पहनने के लिए कश्मीरी और वूलन सूट के सैकड़ों कलेक्शन भी यहां मौजूद हैं। एक से बढ़कर एक ये सूट बेहद पसंद भी किए जा रहे हैं। पार्टी में पहनना हो या घर पर हर तरह के फैंसी सूट इस बाजार में देखने को मिलेंगे। फैशन बढ़ाने और ठंड से बचाने के काम आएगा पार्टी वियर क्रॉप टॉप इस बाजार में लड़कियों के लिए भी बेहद ही खास कलेक्शन मौजूद हैं। पार्टी वियर वूलन टॉप से लेकर वूलन क्रॉप टॉप के एक से बढ़कर एक नए कलेक्शन आएं हुए। जिसे देखकर नजरें टिकी रह जाएंगी। आज के फैशन के हिसाब से क्रॉप टॉप और क्रॉप जैकेट की भरमार है। इन कपड़ों से यंग जेनरेशन के लिए फैशन भी हो जाएगा और वूलन होने की वजह से ठंड से बचने के काम भी आएंगे। वूलन फ्रॉक सूट है यूनिक इस बाजार में हजारों कलेक्शन के बीच एक और प्रोडक्ट भी महिलाओं का ध्यान खींच सकता है। वूलन फ्रॉक सूट बहुत ही खूबसूरत लग रहा है। इसे पार्टी वियर या रेगुलर वियर के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। फैंसी लुक देगा पोंचू तिब्बत मार्केट में लगभग हर स्टॉल पर एक बेहद ही खूबसूरत आइटम पोंचू देखने को मिलेगा। पोंचू फैंसी वूलन ड्रेस है। जो महिलाओं को खूब पसंद आ रहा है। इसमें नार्मल और फर वाला पोंचू उपलब्ध है। पोंचू एक तरह का फैंसी वूलन टॉप है। जेंट्स के लिए खास है स्ट्रेचेबल शर्ट तिब्बत मार्केट में जेंट्स के लिए भी एक से बढ़ एक नए कलेक्शन उपलब्ध है। उनमें से भी इस बार सबसे नया स्ट्रेचेबल शर्ट है। इस शर्ट खासियत यही है कि यह वूलन होने के साथ-साथ स्ट्रेचेबल भी है। जिससे साइज में कोई दिक्कत नहीं होगी। हल्की ठंड से बचने के लिए इस शर्ट को पहना जा सकता है। इसके तमाम तरह के डिजाइन और कलर मौजूद है। इसके अलावा कोट, जैकेट, स्वेट शर्ट, चीटर और तमाम तरह के जेंट्स के भी कलेक्शन हैं। ज्यादा ठंड में 'प्लोवर' करेगा वार्म वहीं जेंट्स के लिए एक और भी ड्रेस 'प्लोवर जैकेट' आया हुआ है। यह उनके लिए उपयोगी है जो ज्यादा बाइक चलाते हैं या माउंटेनिंग का शौक रखते है। दुकानदार जातो ने बताया- प्लोवर की खासियत यह है कि वह हल्के वजन में होता है लेकिन अंदर से बहुत गर्म करता है। बच्चों के भी खास कलेक्शन तिब्बत मार्केट हर वर्ग के लोगों के लिए खास है। इसमें बच्चों के लिए भी एक से बढ़ कर एक नए कलेक्शन आएं हुए है। छोटी बच्चियों के लिए पार्टी वियर वूलन फ्रॉक से लेकर कोट, जैकेट, टोपी, मोजे तो वहीं लड़कों (बेबी ब्वॉय) के लिए बेबी सूट, कोट- पैंट, जैकेट और ट्रैक सूट उपलब्ध हैं। 40 साल से यहां लगाते दुकान तिब्बत मार्केट शहर का बहुत पुराना ऊनी बाजार है। हर साल यहां पर बाहर से लोग आ कर दुकान लगाते हैं। उत्तराखंड से आए तेंपा रफजील ने बताया- मैं पिछले 40 सालों से सर्दी के सीजन में दुकान लगाता हूं। यहां मुझे बहुत अच्छा रिस्पॉन्स मिलता है। इसीलिए साल भर इंतजार रहता है ठंड के सीजन का। इस बार भी बहुत कुछ नया लेकर आया हूं। उम्मीद है इस बार भी बेहतर ही होगा। यहां के लोग हमारे प्रोडक्ट को बेहद पसंद भी करते हैं। एक जगह पर इतने अधिक खूबसूरत कलेक्शन वहीं ग्राहकों का कहना है कि एक जगह पर इतने अधिक खूबसूरत कलेक्शन मिलते हैं, जिससे खरीदारी आसान हो जाती है। मेहदावल से आई पूनम ने बताया- मुझे यह तिब्बत मार्केट बहुत पसंद आता है। हर साल ठंड के कपड़ें यहीं से खरीदती हूं। अभी मैंने एक शॉल लिया है। 66 स्टॉल लगे शहर के टाउन हॉल के पास लगे इस तिब्बत मार्केट में कुल 66 स्टॉल लगें हैं। जहां शॉल, स्टॉल, स्वेटर, स्वेट शर्ट, पार्टी वियर वूलन ड्रेस, क्रॉप टॉप, क्रॉप जैकेट, लांग जैकेट, कोट, वूलन सूट, कश्मीरी सूट, कॉट सेट, पोचू और फर वाली जैकेट सहित तमाम तरह के डिजाइनर कपड़े मौजूद हैं। जिसमें बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी के कपड़े उपलब्ध हैं। 4 महीने तक कर सकते खरीदारी तिब्बत मार्केट 10 नवंबर से शुरू हुआ है, जो आने वाले चार महीने तक लगा रहेगा। शहरवासी पूरी ठंड यहां खरीदारी कर सकते हैं। कपड़े और रेट लेडीज कलेक्शन स्वेटर 580-1470 रुपएजैकेट-1280-1780 रुपएब्लेजर 2000-3000 रुपएशॉल- 450-1400 रुपएसूट- 1500-2100 रुपएब्लेजर विद पैंट- 1500 रुपएपार्टी वियर- 1500 रुपएस्टाल विद फर- 1200-1300 रुपएवूलन कॉट सेट- 1280-1680 रुपएस्टाल- 350-1180 रुपएफ्रॉक सूट वूलन- 1500-2300 रुपएशॉर्ट ब्लेजर- 1280-1740 रुपएशेपरा स्वेटर-1000-1500 रुपएक्रॉप जैकेट- 1570-3000 रुपएफैंसी टॉप- 800-1200 रुपए बच्चों के सेट 530-1180 रुपएफ्रॉक सेट विद मखमल इनर- 1600 रुपएट्रैक सूट- 1050-1640 रुपए जेंट्स कलेक्शन विनचीटर- 350-750 रुपएजैकेट- 1200-1900 रुपएप्लोवर- 700-1300 रुपएस्ट्रेचबल शर्ट- 900 रुपएस्वेट शर्ट- 600-1100 रुपएहुडी-1070- 1470 रुपएफर वाली जैकेट- 1500-3000 रुपए

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 6:00 am

शहर में चलेगी 100 ई-बस, वर्कशॉप की जमीन पर बनना है डिपो व चार्जिंग स्टेशन

भास्कर संवाददाता | उज्जैन पीएम ई-बस सेवा योजनांतर्गत केंद्रीय शहरी कार्य मंत्रालय ने उज्जैन शहर को 100 ई-बस की मंजूरी दी है। योजना की घोषणा 16 अगस्त 2023 में हुई थी, ऐसे मे दो साल बीत जाने के चलते नगरीय विकास एवं आवास विभाग ने उज्जैन नगर निगम को इन ई-बसों के लिए डिपो और चार्जिंग पाइंट से जुड़े कार्य जल्द पूरे करने के निर्देश दिए हैं। निगम ने पिछले डेढ़ सालों में 2 से 3 जगहों पर विचार करने के बाद डिपो और चार्जिंग पाइंट के लिए मक्सी रोड स्थित वर्कशॉप की भूमि का चयन किया है। 5 एकड़ भूमि के वर्कशॉप में अभी पुरानी बसों की पार्किंग सहित सिटी बस का ऑफिस है। वर्कशॉप और ई-चार्जिंग का बजट करीब 13 करोड़ रखा है, लेकिन फिलहाल इस भूमि का मालिकाना अधिकार निगम के पास नहीं है। शासन द्वारा यह भूमि किसी और विभाग को दी थी, जिस पर निगम का केवल कब्जा है। ऐसे में बस डिपो और ई-चार्जिंग पाइंट बनाने के लिए निगम द्वारा शासन से इस भूमि की मांग की गई है, फिलहाल अब तक कोई जबाव नहीं मिला है। केंद्र सरकार से मिल रही इन बसों का टेंडर दिल्ली की ग्रीन सेल ग्रीनसेल मोबिलिटी कंपनी को दिया है, जो शहर में ई-बस उपलब्ध करवाएंगी। वहीं बस डिपो में बस टर्मिनल, बस स्टॉप सहित अन्य निर्माण होंगे, इसका टेंडर होकर तकनीकी बीट खोली है, जिसमें 2 कंपनियां आई हैं। वहीं चार्जिंग पाइंट के लिए इलेक्ट्रिक के लिए टेंडर होकर तकनीकी बीट खोलने पर 3 कंपनियां आई है। अभी रूट वही, पॉलिसी में 25 किलोमीटर का दायरा बढ़ाने पर विचार शामिल निगम अपर आयुक्त पवन कुमार सिंह ने बताया भूमि की मांग रख दी है। सिविल और इलेक्ट्रिकल का टेंडर किए हैं। जैसे ही जमीन मिलेगी काम शुरू कर देंगे। चार्जिंग तो बस संचालक करेगा, हम बिजली कनेक्शन देंगे। बसों के संचालन के लिए केंद्र सरकार से 22 रुपए और राज्य सरकार से 7 या 8 रुपए मिलेंगे। इसके अलावा जो खर्च रहेगा, उसे बस संचालक के साथ व्यवस्था की जाएगी। बस संचालन के लिए फिलहाल पुराने रूट ही रखा है। साथ ही जब बस का संचालन शुरू होगा, तब एक और बार रूट तय कर लेंगे। बाकी पॉलिसी में 25 किमी का दायरा बढ़ाने का विचार शामिल है। ई-बस के आने पर उज्जैन सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज भी सम्मिलित हो जाएगी।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:59 am

बीएलओ बने तीन कर्मचारियों ने न काम किया न ही नोटिस का जवाब दिया, तीनों निलंबित

भास्कर संवाददाता | उज्जैन निर्वाचन कार्य में लापरवाही बरतने पर जिला निर्वाचन अधिकारी व कलेक्टर रोशन कुमार सिंह ने दो महिला शिक्षिकाओं सहित 3 बीएलओ को निलंबित कर दिया। बीएलओ बनाए जाने के बावजूद तीनों ने न तो काम किया और न ही मोबाइल रिसीव किया। नोटिस का जवाब देना भी उचित नहीं समझा। निलंबित होने वालों में शासकीय उर्दू मावि मदारगेट की सहायक शिक्षक तरन्नूम तलत, शासकीय उर्दू मावि तोपखाना की प्राथमिक शिक्षक शफाता बी और वाणिज्य कर अधिकारी कार्यालय में पदस्थ सहायक ग्रेड-3 जितेंद्र गोठवाल शामिल है। तीनों को मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण संबंधी अति महत्वपूर्ण कार्य के लिए विधानसभा क्षेत्र-217 उज्जैन दक्षिण के अलग-अलग मतदान केंद्रों के लिए बीएलओ बनाया गया था। सभी को अपने अपने विभाग के माध्यम से बीएलओ बनाए जाने का आदेश भेजा गया। वाट्सएप पर भी सूचना दी। निर्वाचन कार्य के लिए कई बार मोबाइल भी लगाया, लेकिन मोबाइल चालू होने के बावजूद तीनों से न तो मोबाइल उठाया न ही कोई जवाब दिया। इस लापरवाही के मामले में भेजे गए लिखित नोटिस का जवाब भी नहीं दिया। इस पर कलेक्टर रोशन कुमार सिंह ने दो महिला शिक्षिका सहित आयकर विभाग के बाबू को निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि में इनका मुख्यालय एसडीएम कार्यालय रहेगा।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:59 am

जिन कर्मचारियों के पास स्मार्ट फोन नहीं, उनके लिए फेस ऑथेंटिकेशन का टेंडर

उज्जैन | नगर निगम उज्जैन के कर्मचारियों को एबेंस आधारित पोर्टल पर पंजीयन कर ई अटेंडेंस दर्ज की जाना है। वर्तमान में निगम में 4975 कर्मचारियों का पंजीयन होकर कर्मचारियों द्वारा नियमित उपस्थिति दर्ज की जा रही है। कर्मचारियों को आधार अपडेट करने के लिए अवगत कराया गया है। इसके लिए योजना एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग प्रभारी डॉ. योगेश्वरी राठौर ने मंगलवार को समीक्षा बैठक ली। इस दौरान विभाग के उपायुक्त योगेंद्र सिंह पटेल ने बताया कि नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग भोपाल द्वारा जारी पत्र अनुसार निर्देशित किया गया था। कर्मचारियों द्वारा स्वयं के मोबाइल से उपस्थिति दर्ज की जा रही हैं, जिन कर्मचारियों के पास स्मार्टफोन नहीं है, उनके लिए नगर निगम द्वारा फेस ऑथेंटिकेशन मशीन क्रय हेतु निविदा आमंत्रित की जा चुकी है। 1 करोड़ 70 लाख की राशि के प्रचलित टेंडर, जिसमें फेस ऑथेंटिकेशन मशीन, वायरलेस ग्रुप कम्युनिकेशन डिवाइस, डेस्कटॉप, लैपटॉप, ऑल इन वन प्रिंटर के लिए टेंडर प्रक्रिया की जा चुकी है।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:59 am

दाग से पकड़ा गया मासूम का कातिल:बहन ने कहा- यही अंकल ले गए थे दीदी को; पत्नी की गवाही ने खोला मर्डर का राज

मध्य प्रदेश क्राइम फाइल्स के पहले पार्ट में आपने पढ़ा कि 4 फरवरी 2013 को तत्कालीन गृहमंत्री के भोपाल स्थित आवास से महज 60 मीटर दूर 8 साल की बच्ची की लाश मिली थी। रेप कर उसका गला घोंटा गया था। पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती शिनाख्ती की थी, क्योंकि हत्यारे ने बच्ची का चेहरा पत्थर से कुचल दिया था। पुलिस ने एक गुमशुदगी की रिपोर्ट से मामले के तार जोड़े और उसके मां बाप तक जा पहुंची। जांच के शुरुआती 24 घंटे पुलिस के लिए बेहद निराशाजनक रहे। कातिल का कोई सुराग नहीं था। जांच टीम को अंधेरे में रोशनी की एक किरण मिली, जब दशहरा मैदान के मेले में एक झूलेवाले ने बच्ची को पहचानने का दावा किया। यहीं से केस ने एक निर्णायक मोड़ लिया। अब पढ़िए, आगे की कहानी पार्ट-2 में… पुलिस ने बनवाया स्केच, सामने आई कातिल की सूरतपुलिस ने झूलेवाले के बयान के आधार पर एक पेशेवर आर्टिस्ट से संदिग्ध का स्केच बनवाया। यह स्केच जैसे ही बच्ची के माता-पिता को दिखाया गया, वे चौंक पड़े। उन्होंने कांपती हुई आवाज में कहा, 'यह तो नंद किशोर है… नंद किशोर तांबोली। यह पास में ही रहता है और हमारे घर इसका आना-जाना भी है।' अब पुलिस के हाथ में सिर्फ एक स्केच नहीं, बल्कि एक नाम और एक चेहरा था। मामले की जांच को अंजाम तक पहुंचाने वाले रिटायर्ड डीएसपी सुबोध तोमर बताते हैं, 'जैसे ही हमें संदिग्ध का नाम पता चला, हमारी टीमों ने पूरे जोर-शोर से नंद किशोर को तलाशना शुरू कर दिया। कुछ ही देर में एक टीम ने खबर दी कि इस हुलिए से मिलता-जुलता एक आदमी डिपो चौराहे की शराब की दुकान पर बैठा है।' शातिर अपराधी की तरह दिए जवाबनंद किशोर को जब उस पर लगे आरोपों के बारे में बताया गया, तो उसने जो जवाब दिए, उससे पुलिस अधिकारियों के माथे पर भी बल आ गए। वह एक शातिर अपराधी की तरह बोला, 'मैं शराब पी रहा हूं तो इसमें गलत क्या है? शराब के ठेके सरकार ने ही तो खुलवाए हैं। और कल रात तो मैं अपनी पत्नी के साथ घर पर ही था।' वह अपने बयान पर अड़ा रहा। पुलिस ने सख्ती भी की, लेकिन उस पर कोई असर नहीं हुआ। अब सच्चाई उगलवाने और इस जघन्य अपराध को साबित करने की पूरी जिम्मेदारी पुलिस के कंधों पर थी। तोमर बताते हैं, 'इस केस की गंभीरता का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि फॉरेंसिक जांच की प्रक्रिया अभूतपूर्व तेजी से चल रही थी। एक सिपाही कोई सैंपल लेकर FSL जाता और दो घंटे के अंदर हाथों-हाथ रिपोर्ट वापस आ जाती।' इसी क्रम में आरोपी नंद किशोर के कपड़े फॉरेंसिक जांच के लिए भेजे गए। रिपोर्ट ने पुलिस को एक महत्वपूर्ण सुराग दिया। रिपोर्ट में पता चला कि नंद किशोर के अंडरवियर पर स्पर्म (वीर्य) सहित कुछ तरल पदार्थ के दाग थे। जब नंद किशोर से इस बारे में पूछा गया, तो उसने तुरंत अपना पहले से तैयार जवाब दिया। पत्नी के बयान ने तोड़ा झूठ का जालपुलिस ने नंद किशोर की पत्नी को पूछताछ के लिए बुलाया। दो महिला अधिकारियों ने उससे विस्तार से पूछताछ की। नंद किशोर की पत्नी को यह नहीं पता था कि पति उसे अपनी ढाल बना रहा है। जब उससे पूछा गया, तो उसने पूरी सच्चाई बता दी। उसने कहा, 'नहीं, पिछले दो-तीन दिन में तो हमारे बीच कोई संबंध नहीं बने हैं।' पत्नी के इस एक बयान ने नंद किशोर के झूठ को सामने ला दिया। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही थी, तस्वीर साफ होती जा रही थी। लेकिन चुनौती अब भी बड़ी थी- इसे कानूनी रूप से साबित करना, क्योंकि पुलिस थाने में दिए गए बयानों की कोर्ट में कोई प्रमाणिकता नहीं होती। अब पुलिस ने आखिरी और सबसे निर्णायक दांव खेला। नंद किशोर के कपड़ों पर मिले वीर्य के सैंपल, उसकी पत्नी के सैंपल और पीड़िता के शरीर से मिले सैंपल, तीनों को DNA मैचिंग के लिए भेजा गया। कुछ ही घंटों में रिपोर्ट आ गई। रिपोर्ट ने दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया। जब टूटा शैतान और कबूला गुनाहअब कहानी पूरी तरह साफ थी। पुलिस ने DNA रिपोर्ट नंद किशोर के सामने रखते हुए सख्ती की, तो इस बार वह टूट गया। उसके चेहरे का रंग उड़ गया और उसने अपना घिनौना अपराध कबूल कर लिया। उसने बताया कि वह अक्सर बच्ची के घर आया-जाया करता था। उस शाम भी वह घर गया था। उसने छोटी बहन को घर पर ही छोड़ा और 8 साल की बड़ी बहन को मेला घुमाने के बहाने अपनी गोद में उठा लिया। मेले में घूमते-घूमते अंधेरा हो गया, और इसी बीच उसकी नीयत खराब हो गई। मासूम बच्ची उसकी शैतानी नीयत से अनजान, उस पर विश्वास किए उसकी गोद में बैठी रही। नंद किशोर उसे लेकर घर लौटने के बजाय यहां-वहां भटकने लगा। मैदान से कुछ दूरी पर एक सुनसान जगह देखकर वह बच्ची को झाड़ियों में ले गया और उसके साथ रेप किया। बच्ची बुरी तरह छटपटा रही थी और रो रही थी। नंद किशोर को लगा कि अगर वह बच गई तो घर जाकर सबको बता देगी। पकड़े जाने के डर से उसने अपने हाथों से बच्ची का गला दबा दिया। कुछ ही मिनटों में उस मासूम की सांसें थम गईं। छोटी बहन की गवाही और अदालत में इंसाफइस मामले की गंभीरता को देखते हुए कोर्ट ने इसका फास्ट ट्रैक ट्रायल चलाया। झूलेवाले से लेकर पीड़ित के माता-पिता और जांच अधिकारी तक, सभी के बयान दर्ज हुए। सबसे खास गवाही थी पीड़िता की 6 साल की छोटी बहन की। बच्ची बहुत छोटी थी, इसलिए आरोपी की पुष्टि के लिए कोर्ट में एक पहचान परेड कराई गई। चार-पांच लोगों को एक लाइन में खड़ा कर दिया गया, जिनके बीच नंद किशोर भी था। जब छोटी बच्ची को लाया गया और पूछा गया कि दीदी को कौन ले गया था, तो उसने बिना एक पल की झिझक के नंद किशोर की ओर अपनी नन्ही उंगली उठाकर पहचान लिया। उसने कहा, 'उस दिन यही अंकल दीदी को ले गए थे।' एक मासूम की इस गवाही ने ताबूत में आखिरी कील का काम किया। मध्य प्रदेश क्राइम फाइल्स सीरीज की इस खबर का पार्ट 1 भी पढ़ें... मासूम का रेप-मर्डर, पत्थर से कुचला 4 फरवरी 2013 की ढलती शाम को, भोपाल के सबसे पॉश और सुरक्षित माने जाने वाले इलाके टीटी नगर के पुलिस थाने की घंटी घनघनाई। फोन करने वाले की आवाज में घबराहट थी। ‘सर, मैं दशहरा मैदान के पास से बोल रहा हूं। मैं यहां से गुजर रहा था तो देखा कि सड़क के किनारे एक कुत्ता एक छोटे बच्चे का हाथ मुंह में दबाकर ले जा रहा है।” पढ़ें पूरी खबर...

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:58 am

लखनऊ में फर्जी जीएसटी फर्म से करोड़ों की टैक्स चोरी:कृष्णा एंटरप्राइजेज ने दस्तावेज़ों से उठाया आईटीसी का फायदा, विभाग ने मालिक पर दर्ज कराया मुकदमा

राज्य कर विभाग की जांच में राजधानी में एक बड़े जीएसटी चोरी रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। विभाग ने सर्वश्री कृष्णा एंटरप्राइजेज नामक फर्म के मालिक के खिलाफ आलमबाग थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। जांच में सामने आया कि फर्म ने नकली दस्तावेज़ों का इस्तेमाल कर करोड़ों रुपये की इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) का फर्जी दावा किया था। घोषित पते पर नहीं मिला कारोबार डिप्टी कमिश्नर (विवाद एवं अनुशासन) राज्य कर रेंज ‘बी’, लखनऊ से भेजी गई शिकायत के मुताबिक, 24 सितंबर 2025 को प्राप्त जीएसटीआईएन के तहत पंजीकृत यह फर्म जांच के दौरान अपने घोषित पते आदर्श नगर, आलमबाग पर अस्तित्व में नहीं मिली। विभाग ने बताया कि फर्म का कोई वास्तविक व्यवसायिक संचालन वहां नहीं पाया गया। बिजली बिल और मोबाइल नंबर भी निकले फर्जी जांच में यह भी सामने आया कि फर्म के मालिक अमोड बाबू काडगी द्वारा पंजीकरण के लिए जमा किया गया स्वामित्व दस्तावेज़—बिजली बिल—यूपीपीसीएल वेबसाइट पर सत्यापित नहीं हुआ। वहीं, पंजीकरण में दर्ज मोबाइल नंबर भी निष्क्रिय पाया गया। इससे स्पष्ट हुआ कि फर्म का गठन फर्जी कागज़ात के आधार पर किया गया था। करोड़ों का फर्जी आईटीसी पास ऑन विभागीय रिपोर्ट की माने तो, कृष्णा एंटरप्राइजेज ने वित्त वर्ष 2024-25 में 3.07 करोड़ रुपये से अधिक का आईटीसी प्रदर्शित किया, जिसमें से करीब 2.94 करोड़ रुपये अन्य फर्मों को पास ऑन कर दिए गए। यह पूरा लेन-देन सुनियोजित तरीके से कर चोरी के इरादे से किया गया। विभाग ने कहा – “साफ है फर्जीवाड़ा” राज्य कर विभाग के अधिकारियों ने बताया कि, दस्तावेज़ों की जांच और फर्म की अनुपस्थिति से यह स्पष्ट है कि फर्म सिर्फ टैक्स चोरी के लिए बनाई गई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए विभाग ने फर्म मालिक के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई शुरू कर दी है और अब इससे जुड़े अन्य नेटवर्क की भी जांच की जा रही है।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:58 am

पंजाब कांग्रेस को मिले 27 नए जिला प्रधान:AICC ने जारी की सूची, विधायक व पूर्व विधायकों को जिम्मेदारी, 2027 विधानसभा चुनाव की तैयारी

पंजाब कांग्रेस ने अपने संगठन को मजबूत करते हुए 2027 विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। 27 जिला प्रधानों की नियुक्ति की गई। इसकी सूची ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) की तरफ से जारी कर दी गई। इसमें कई विधायकों व पूर्व विधायकों को अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है। करीब तीन महीने से यह प्रक्रिया चल रही थी, क्योंकि नवंबर में ही प्रधानों का तीन-तीन साल का कार्यकाल खत्म हो रहा था। इसके साथ ही सूरज ठाकुर व हीना कावरे को पंजाब का सचिव नियुक्त किया गया है। कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने इसका स्वागत किया है। उनका कहना है कि उम्मीद है कि इससे पार्टी काे मजबूती मिलेगी। नए प्रधानों की सूची - कांग्रेस द्वारा इन लोगों को सौंपी गई जिलों की जिम्मेदारी अमृतसर रूरल - सुखविंदर सिंह डैनी अमृतसर अर्बन - सौरभ मदान बरनाला - कुलदीप सिंह काला बठिंडा रूरल - प्रीतम सिंह बठिंडा अर्बन - राजन गर्ग फरीदकोट - नवदीप सिंह बराड़ फतेहगढ़ साहिब - सुरिंदर सिंह फाजिल्का - हरप्रीत सिंह सिद्धू फिरोजपुर - कुलबीर सिंह जीरा गुरदासपुर - बरिंदरमीत सिंह पाहड़ा होशियारपुर - दलजीत सिंह जालंधर अर्बन - राजिंदर बेरी जालंधर रूरल - हरदेव सिंह कपूरथला - बलविंदर सिंह धालीवाल लुधियाना रूरल - मेजर सिंह मुल्लांपुर लुधियाना अर्बन - संजीव तलवार मोगा - हरि सिंह मोहाली - कमल किशोर शर्मा मुक्तसर - शुभदीप सिंह बिट्टू पठानकोट रूरल - पन्ना लाल भाटिया पटियाला रूरल - गुरशरण कौर रंधावा पटियाला अर्बन - नरेश कुमार दुग्गल रोपड़ - अश्वनी शर्मा संगरूर - जगदेव सिंह नवांशहर - अजय कुमार तरनतारन - राजबीर सिंह भुल्लर भारत जोड़ो यात्रा के समय बने थे प्रधान 19 नवंबर 2022 में कांग्रेस ने जिला प्रधानों की घोषणा की थी। उस समय राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा चल रही थी। वहीं, कई सीनियर नेता कांग्रेस छोड़कर भाजपा व अन्य पार्टियों में शामिल हो गए थे। ऐसे में उस समय विधायक को जिम्मेदारी देकर मोर्चा संभाला गया था। वहीं, कांग्रेस में प्रधानों का कार्यकाल 3 साल का होता है। इस हिसाब से 3 महीने बाद चुनाव तय थे।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:56 am

बस्सी थाना क्षेत्र का मामला:बस्सी में छह माह पहले लावारिस पिकअप में मिला था 2075 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट, आज तक पता नहीं कहां से आया था

देश में फिलहाल हरियाणा के फरीदाबाद में बरामद हुए 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट और दिल्ली में हुए ब्लास्ट की चर्चा है। 6 माह पहले जयपुर के बस्सी थाना क्षेत्र में हाईवे पर मोहनपुरा पुलिया किनारे मई 2025 में लावारिस पिकअप में मिला 2075 किलो अमोनियम नाइट्रेट और ऑप्टी स्टार एक्सप्लोसिव मिला था, जो फरीदाबाद से 5 गुना ज्यादा था। इसके बावजूद आज तक यह पता नहीं चल पाया कि ये कहां से लाया गया था और कहां सप्लाई होना था। चौंकाने वाली बात तो यह है कि पुलिस की नाकामी के बाद भी जांच थाना स्तर पर ही चल रही है। इसके लिए न तो कोई स्पेशल टीम गठित की गई और ना ही एनआईए को सौंपी गई। बिना लाइसेंस के अमोनियम नाइट्रेट नहीं बिक सकता, फिर कैसे पहुंचा 2 टन माल? अमोनियम नाइट्रेट सिर्फ विस्फोटक लाइसेंस धारकों को ही सप्लाई किया जा सकता है। इसके बावजूद बिना अनुमति और प्रमाणन के इतनी बड़ी मात्रा में बस्सी हाईवे पर लावारिस हालत में कैसे पहुंच गया, यह अब तक रहस्य है। तब पुलिस ने मामले को यह कहकर ठंडे बस्ते में डाल दिया था कि यह दौसा के पहाड़ों में पत्थर तोड़ने के काम में उपयोग लिया जाता है। अब दिल्ली और हरियाणा में विस्फोटक बरामद होने के बाद इस दलील पर भी सवाल उठ रहे हैं। अब तक मात्र 2 गिरफ्तारी, क्यों लाए पता नहींपिकअप के नंबर के आधार पर पुलिस ने भीलवाड़ा के शिवपुर नरेली मांडल निवासी ईश्वर सिंह को पकड़ लिया था। उसने बताया था कि वाहन चालक इसे लेकर निकला था। स्टेयरिंग लॉक लगा हुआ था और चालक फरार था। एफएसएल और पेट्रोलियम और विस्फोटक सुरक्षा संगठन की टीम ने पुष्टि की थी कि यह अत्यधिक संवेदनशील विस्फोटक सामग्री है।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:56 am

राजस्थान में चार दिन शीतलहर का अलर्ट:सीकर, फतेहपुर, नागौर शिमला और मसूरी से ज्यादा सर्द, 10 डिग्री से नीचे तापमान

पहाड़ी राज्यों में हुई बर्फबारी से इस बार भारत में सर्दी का जल्दी आ गई है। कई शहरों में रात का टेम्प्रेचर 10 डिग्री से नीचे आ गया। राज्य में कई शहर जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड के प्रमुख शहर शिमला, जम्मू, कटरा, मसूरी से भी ज्यादा ठंडे हैं। मौसम केन्द्र जयपुर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में अगले कुछ दिन इसी तरह की सर्दी रहने का अनुमान है। विभाग ने सीकर में चार दिन और टोंक में एक दिन कोल्ड-वेव (शीतलहर) चलने का येलो अलर्ट भी जारी किया है। पिछले 24 घंटे के दौरान सबसे ज्यादा सर्दी सीकर के पास फतेहपुर में रही, जहां का न्यूनतम तापमान 6.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। सीकर में न्यूनतम तापमान 7.5 और नागौर 8.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। सीकर, फतेहपुर, टोंक के एरिया में मंगलवार सुबह-शाम हल्की शीतलहर का प्रभाव रहा। शिमला, मंडी से ज्यादा सर्दी राजस्थान में सीकर, फतेहपुर, नागौर ऐसे शहर रहे, जो हिमाचल प्रदेश के शिमला 8.4 डिग्री, मंडी 8.8, उत्तराखंड के मसूरी 8, देहरादून 11.8 और जम्मू-कश्मीर के जम्मू 11.4, कटरा 10.4 डिग्री सेल्सियस से भी ज्यादा ठंडे रहे। ​ मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अमूमन राजस्थान में इस तरह की सर्दी 20 नवंबर के बाद ही महसूस होती है। सीकर, टोंक, अजमेर, कोटा, जयपुर, पिलानी समेत कई शहरों में न्यूनतम तापमान सामान्य से 2 से लेकर 6 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज हो रहा है। दिन में तापमान सामान्य, धूप हुई सुहानी राजस्थान में सुबह-शाम तेज सर्दी और हल्की सर्द हवाओं से लाेगों को दिन में तेज धूप से राहत मिल रही है। दिन में अब धूप सुहानी हो गई। मंगलवार दिन का सबसे अधिक तापमान 32.6 डिग्री सेल्सियस बाड़मेर में दर्ज हुआ। अब आगे क्या? मौसम केन्द्र जयपुर ने राजस्थान में आगामी एक सप्ताह मौसम साफ रहने और न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री गिरावट होने की संभावना जताई है। वहीं 12 नवंबर को टोंक जिले और सीकर जिले में शीतलहर चलने का यलो अलर्ट जारी किया है।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:54 am

कचरे की लिफ्टिंग बंद, वेतन न मिलने पर गुस्सा, निगम मुलाजिमों ने घेरा मेयर हाउस

भास्कर न्यूज | जालंधर नगर निगम में आउट सोर्स कर्मियों को तीन माह से वेतन नहीं मिला है। इस पर मंगलवार को मुलाजिमों ने काम बंद कर मेयर हाउस के बाहर प्रदर्शन किया। इस दौरान 143 करोड़ के डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन के टेंडर का भी विरोध किया गया। इसी कारण शहर में सुबह से डंप साइट से कचरे की लिफ्टिंग नहीं हुई। यूनियन ने आउटसोर्स कर्मियों का वेतन और दर्जा-4 की पक्की भर्ती की मांग की। उधर, प्रदर्शन के बाद मुलाजिमों की मेयर वनीत धीर से मीटिंग हुई। इसमें आश्वासन दिया कि दर्जा-4 की पक्की भर्ती जनवरी से शुरू होगी। इससे पहले मंगलवार को निगम ड्राइवर एंड टेक्निकल वर्कशॉप यूनियन ने मॉडल टाउन में मेयर हाउस के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान यूनियन ने कहा कि नगर निगम ने 143 करोड़ का डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन का टेंडर लगा रखा है, जो 13 नवंबर में खोला जाएगा। निगम की सभी यूनियन ठेकेदारी प्रथा का विरोध कर रही है। इसलिए इस टेंडर को कैंसिल किया जाए। इसके बाद भी निगम ने टेंडर किया, तो काम पूरी तरह से बंद किया जाएगा। उन्होंने आरोप लगया कि वार्ड के कौंसलर आउट सोर्सिंग कर्मियों से घर के काम भी कराते हैं, जो गलत हैं। मौके पर यूनियन को आश्वासन मिला कि जनवरी 2026 के पहले हफ्ते में भर्ती का काम शुरू कर दिया जाएगा। अगर 10 जनवरी 2026 तक उनकी भर्ती की मांग नहीं मानी गई, तो 15 जनवरी से शहर की सफाई व्यवस्था ठप कर दी जाएगी। इस मौके पर यूनियन के पदाधिकारी बंटू सभ्रवाल और शम्मी लूथर ने कहा कि निगम में आउटसोर्स कर्मियों को तीन माह से वेतन नहीं मिला है। इस वजह से मुलाजिमों ने काम बंद कर धरना दिया। बुधवार को िनगम में मेयर और अधिकारियों के साथ मीटिंग होगी। इस दौरान राजन कल्याण, सिकंदर खोसला, गौरव वाल्मीकि समेत अन्य मौजूद रहे।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:54 am

डॉक्टर को बताया पत्नी बाइक से गिरी, पति, जेठ-जेठानी व सास समेत 5 लोग नामजद

भास्कर न्यूज | जालंधर लोहियां के गांव जमशेर में पति ने अपने भाई-भाभी व मां संग मिलकर पत्नी को लोहे की पाइप व घोटने से पीटकर अधमरा कर दिया और फिर एक्सीडेंट बताकर अस्पताल में भर्ती करवा दिया। मरने से पहले पत्नी ने पति की पोल खोल दी कि उसका एक्सीडेंट नहीं हुआ, बल्कि उसे पीटा गया है। आठ दिन बाद सोमवार को महिला ने दम तोड़ दिया। एनआरआई ने पत्नी की हत्या इसलिए की, क्योंकि उसने किसी पराए युवक संग उसकी फोटो देखी थी। थाना लोहियां में एनआरआई किशन लाल, सास जगीर कौर, जेठ काला, जेठानी जोत व अमरजीत के खिलाफ साजिश के तहत कत्ल व सबूत खुर्द-बुर्द करने का केस दर्ज किया है। डीएसपी ओंकार सिंह बराड़ ने मामला दर्ज होने की पुष्टि करते हुए कहा कि आरोपियों की तलाश में रेड की जा रही है। अपरा के रहने वाले 55 साल राणा ने पुलिस को दिए बयान में कहा उसके तीन बेटे व एक बेटी अनुबाला है। सभी शादीशुदा हैं। करीब 13 साल पहले बेटी की शादी लोहियां के गांव जमशेर के रहने वाले किशन लाल संग हुई थी। शादी से एक बेटा व बेटी है। करीब 9 महीने पहले दामाद मालदीव गया था, लेकिन 2 नवंबर को अचानक लौट आया। उसी दिन बेटी को जख्मी हालत में लोहियां के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवा दिया। डॉक्टरों को बताया वह बाइक से गिर गई थी। नाजुक हालत होने के कारण सिविल अस्पताल जालंधर रेफर कर दिया। बेटी को होश आया तो उसने बताया कि यह हाल पति ने जेठ-जेठानी व सास संग मिलकर किया है। उसे लोहे की पाइप व घोटने से पीटा था। जेठानी ने भेजी थी फोटो बेटी ने कारण बताया कि पति उसके चरित्र पर शक कर रहा था। पिता को बेटी ने बताया कि गांव के लड़के अमरजीत संग उसकी एक फोटो खींची गई थी। यह फोटो जेठानी ने उस लड़के से मंगवाकर पति को विदेश में भेज दी थी। इसके बाद पूरा परिवार उस पर भड़क गया था। बेटी की नाजुक हालत के कारण उसे मेडिकल कॉलेज अमृतसर रेफर कर दिया, लेकिन वह बेटी को प्राइवेट अस्पताल में ले आए, ताकि उसकी जान बच सके। बेटी ने सोमवार को दम तोड़ दिया।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:54 am

कंक्रीट रिसाइकलिंग प्लांट को जाती रोड पर 2 सप्ताह से सीवरेज ब्लॉक

भास्कर न्यूज | जालंधर नगर निगम ने गदईपुर इंडस्ट्रीयल जोन के राजा गार्डन में 6.50 करोड़ रुपए से कंक्रीट रिसाइकलिंग प्लांट लगाया है। बीते महीने इसके सामने 38 लाख रुपए से कंक्रीट की रोड बना दी गई। फैक्ट्री मालिकों ने कच्ची सड़क से निजात मिलने के बाद राहत की सांस ली। मगर अब नई समस्या आरंभ हो गई है। नई रोड के बीच जो सीवरेज के पाइप हैं, वो ब्लॉक हो गई हैं। इसकी सफाई नहीं हुई है जिस कारण पानी सड़कों पर आ गया है। पाइपलाइन में ये खराबी बिस्त दोआब नहर तक है। इससे मेन मार्केट तक पानी भरा है। सीवरेज के ढक्कन टूटे हुए हैं। यहां पर एमएसएमई एसोसिएशन के प्रधान गुरचरण सिंह ने कहा कि इलाके में 2 गलियां कच्ची हैं। मेन रोड तक सीवरेज के ढक्कन टूटे हुए हैं। नगर निगम व्यापक तौर पर सफाई करवाए और टूटे मैनहोल का नवनिर्माण करवाए। इलाके में करीब 200 कारखाने हैं। बेहतर माहौल से ही इंडस्ट्री तरक्की कर सकती है। दूसरी तरफ इलाके में दुकानदारों ने कहा कि सबसे बड़ी परेशानी सुबह 8 से 9 बजे के बीच और फिर शाम को 5 से 7 बजे बीच होती है। इस समय श्रमिक कारखानों में ड्यूटी में आते और जाते हैं। सीवरेज के पानी से भरी हुई गलियों में पैदल चलने के लिए भी साफ जगह नहीं बची है। इलाके में रोड लाइटें खराब हैं। जिससे रात की ड्यूटी करके घरों को लौट रहे मजदूर और भी परेशान हो जाते हैं। इस बीच फैक्ट्री संचालकों ने कहा कि साल में यहां के कारखाने 50 करोड़ रुपए से अधिक का जीएसटी सरकार को देते हैं। इसके अलावा प्रापर्टी टैक्स व इनकम टैक्स अलग से भुगतान किया जाता है। इनका 5 फीसदी भी मूलभूत सुविधाओं पर खर्च हो जाए तो बड़ा बदलाव दिखेगा।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:53 am

टेंट पैंगिंग चैंपियनशिप में लखविंदर ने जीता गोल्ड

भास्कर न्यूज | जालंधर उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में मास्टर इंटरनेशनल टेंट पैंगिंग चैंपियनशिप में पंजाब पुलिस के घुड़सवारों का बेहतर प्रदर्शन दूसरे दिन भी जारी है। मंगलवार को इंस्पेक्टर लखविंदर सिंह ने स्वोर्ड इवेंट में गोल्ड मेडल जीता। उन्होंने 36 में से 36 स्कोर हासिल कर पदक जीता। यूपी इक्वेस्ट्रियन एसोसिएशन की अगुआई में आयोजित इस चैंपियनशिप के मुकाबले गुरुकुल स्कूल में खेले गए है। सोमवार को चैंपियनशिप में डीआईजी इंद्रबीर सिंह ने लास इंडिविजुअल में सिल्वर मेडल जीता था। पंजाब पुलिस की टीम ने लांस इवेंट में ओवरऑल थर्ड पोजीशन हासिल की। इस चैंपियनशिप में पुलिस के कुल 6 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। जिसमें डीआईजी इंद्रबीर सिंह, डीएसपी जसविंदर सिंह, इंस्पेक्टर यंगबीर सिंह, इंस्पेक्टर लखविंदर सिंह शामिल है।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:53 am

जालंधर के बाइकिंग क्लब ने दिया फिटनेस का संदेश

जालंधर| सिटी के बांबर्स नामक बाइकिंग क्लब ने जालंधर से सोनमर्ग तक बाइक के जरिए राइड पूरी कर ली है। क्लब के मेंबर्स सोमवार को वापस लौट आए। सभी ने इस राइड के जरिए फिटनेस का संदेश दिया। बाइकिंग क्लब के प्रशासक योगेश दत्ता ने कहा कि बाइकर्स फिटनेस और सेफ ड्राइविंग स्किल को प्रोमोट कर रहे हैं। इस राइड में अरुण कोहली, विशाल शर्मा, बिक्रम कुमार, शुभम शर्मा, गुरप्रीत सिंह, पंकज राठौड़, गुरसिमरन सिंह शामिल रहे।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:52 am

राष्ट्रीय स्तर की कुंग-फू चैंपियनशिप में विद्यार्थियों ने जीते स्वर्ण पदक

जालंधर | स्वामी मोहन दास मॉडल स्कूल को के छात्रों ने राष्ट्रीय स्तर की कुंग-फू चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर स्कूल का नाम रोशन किया है। दसवीं कक्षा की अंजलि ने अंडर-17 वर्ग (-50 किलोग्राम भार) में स्वर्ण पदक जीता। सातवीं कक्षा के गुरनूर सिंह ने अंडर-14 वर्ग (-36 किलोग्राम भार) में स्वर्ण पदक जीता। इसी प्रकार आठवीं कक्षा के विशाल ने अंडर-14 वर्ग (-44 किलोग्राम भार) में कांस्य पदक जीता है। विद्यार्थियों की उल्लेखनीय उपलब्धियों और उत्कृष्ट प्रदर्शन ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि स्कूल न केवल शैक्षणिक बल्कि खेल और सह-पाठ्यचर्या गतिविधियों में भी उत्कृष्टता के लिए प्रतिबद्ध है। प्रबंधन, प्रधानाचार्या और पूरा स्टाफ विजेताओं को बधाई दी और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:52 am

स्लोगन लेखन में विजेता को दिए पुरस्कार

जालंधर| पंजाब राज्य एड्स नियंत्रण सोसायटी के सहयोग से सीटी कॉलेज मकसूदां में रेड रिबन क्लबों का जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें जिले के विभिन्न कॉलेजों के विद्यार्थियों और कलाकारों द्वारा एचआईवी, एड्स और नशा विरोधी विषयों पर पोस्टर मेकिंग और स्लोगन लेखन प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। इस दौरान नशा विरोधी सेमिनार में एक रैली का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन निदेशक डॉ. अनुराग शर्मा और प्राचार्या डॉ. अंजू शर्मा ने किया। मुख्य अतिथि सहायक निदेशक युवा सेवाएं रवि दारा मौजूद रहे। यहां गायक दलविंदर दयालपुरी और हमसफर यूथ क्लब के अध्यक्ष रोहित भाटिया ने निर्णायक की भूमिका निभाई, जबकि डॉ. गीतिका ने मंच संभाला। कार्यक्रम के अंत में विजेता विद्यार्थियों को पुरस्कार प्रदान किए गए। इस अवसर पर समस्त कॉलेज स्टाफ के अलावा कॉलेज के पूर्व छात्र सतीश सरीन विशेष रूप से उपस्थित थे।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:52 am

बैटल ऑफ बैंड्स में आईवी वर्ल्ड के छात्रों ने दिखाया टैलेंट

भास्कर न्यूज | जालंधर सिटी के आईवी वर्ल्ड स्कूल के बैंड ने बैटल ऑफ बैंड्स 2025 के जरीए युवाओं को मंच प्रदान किया। स्कूल ने नार्थ ज़ोन फाइनल्स के पंद्रह बैंड्स में से 'बैटल ऑफ बैंड' ट्रॉफी प्राप्त कर एक नई उपलब्धि हासिल की है। बैटल ऑफ बैंड्स 2025 के नार्थ जोन के विजेता रहे। आईवी वर्ल्ड स्कूल की रॉक सोल्स टीम तथा तृतीय उपविजेता: आईवी वर्ल्ड स्कूल की ब्लैक बिशप नामक टीम। जोन में से 49 बैंड टीमों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया। इनमें से आईवियन टीम नैशनल बैंड प्रतियोगिता के लिए चुनी गई। टीम ने अपनी उत्कृष्ट संगीत प्रस्तुति, तालमेल और रचनात्मकता से निर्णायकों और दर्शकों का दिल जीत लिया। टीम ने संगीत के समन्वय से ऐसा प्रदर्शन किया, जिसने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनकी यह जीत संगीत यात्रा का मील का पत्थर साबित हुई। बैटल ऑफ बैंड्स 2025 की सर्वश्रेष्ठ गायिका का विशेष पुरस्कार मनारदीप कौर , सर्वश्रेष्ठ विशिष्ट वाद्ययंत्र का पुरस्कार चिन्मय शर्मा और पुनीत सिंह को तथा सर्वश्रेष्ठ बेस गिटारवादक का पुरस्कार मनकिरण ने अपने नाम किया है। वासल एजुकेशन के अध्यक्ष केके वासल, चेयरमैन संजीव कुमार वासल, उपाध्यक्ष ईना वासल, सीईओ राघव वासल और निर्देशिका अदिति वासल ने स्टूडेंट्स का हौसला बढ़ाया।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:50 am

अंडर-19 बॉयज में साहिब, गर्ल्स में इनायत बनीं विजेता

भास्कर न्यूज | जालंधर रायजादा हंसराज बैडमिंटन स्टेडियम में जारी जूनियर और सीनियर पंजाब बैडमिंटन चैंपियनशिप में जालंधर के खिलाड़ियों का बेहतर प्रदर्शन जारी है। दूसरे दिन लीग और क्वाटर फाइनल स्तर के मुकाबले खेले गए। जिसमें जालंधर के खिलाड़ियों का दबदबा देखने को मिल रहा है। अलग-अलग कैटेगरी में शहर के खिलाड़ियों ने अपने मैच जीतते हुए अगले दौर में प्रवेश किया। इस प्रतियोगिता में पंजाब के 23 जिलों से 350 से अधिक खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। मंगलवार को खेले मैचों में अंडर-19 लड़कों के सिंगल में साहिब ने एकलव्य को हराया, दिव्यम सचदेवा ने कृतज्ञय अरोड़ा को हराया, समर्थ भारद्वाज ने आदिल गोयल को हराया, जोरावर सिंह ने रुद्राक्ष को हराया। मेन्स सिंगल में मिलन मल्होत्रा ने विशाल सिंह, कृष्व कपिलेश ने आकाश कुमार, रिशांत सिद्धू ने सरगुण सिंह, ओम गर्ग ने वंश बंसल, अयान जैन ने कार्तिकेय सूद को हराया। गर्ल्स सिंगल अंडर-19 में इनायत गुलाटी ने दिशिका, सीजा ने मनमीत कौर, गुरसिमरन कौर ने समायरा अरोड़ा, आदिति ने मोनिका, गुरलीन कौर ढिल्लों ने सिमरजीत कौर को हराया। इसके अलावा सैकड़ों खिलाड़ियों ने अपने मैच खेलते हुए जीत हासिल की। पंजाब बैडमिंटन एसोसिएशन के सचिव रितिन खन्ना ने कहा कि खिलाड़ियों में खेल के प्रति बेहतर जुनून देखने को मिल रहा है। इस 4 दिवसीय प्रतियोगिता में 13 नवंबर को विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित किया जाएगा। खिलाड़ी सिंगल्स, डबल्स और मिक्स्ड डबल्स में प्रतिस्पर्धा करेंगे। विजेता खिलाड़ी ईटानगर और विजयवाड़ा में होने वाली राष्ट्रीय चैंपियनशिप में पंजाब का प्रतिनिधित्व करेंगे।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:50 am

कंगना रनौत केस में कोर्ट आज सुनाएगी फैसला:10 नवंबर को दोनों पक्षों के बीच हुई थी बहस, द्रेशद्रोह के आरोप में दायर है वाद

आगरा में बॉलीवुड अभिनेत्री और सांसद कंगना रनोट के खिलाफ चल रहे विवादित बयान मामले में आज सुनवाई होनी है। दो दिन पहले दोनों पक्षों के बीच हुई बहस के बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया था। फैसला सुनाने के लिए 12 नवंबर की तारीख नियत की गई थी। ऐसे में आज फैसला आएगा। आगरा दीवानी के एमपी-एमएलए विशेष न्यायालय में हिमाचल प्रदेश के मंडी क्षेत्र से भाजपा सांसद पर किसानों के अपमान एवं राष्ट्रद्रोह का केस पिछले साल से चल रहा है। 10 नवंबर को कंगना की अधिवक्ता कोर्ट पहुंची। दोनों पक्षों ने कोर्ट के सामने अपनी दलीलें रखीं। स्पेशल जज एमपी एमएलए लोकेश कुमार की कोर्ट में दोनों पक्षों की बहस सुनी गई। वादी वरिष्ठ अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता सुखबीर सिंह चौहान राजवीर सिंह बी एस फौजदार दुर्गे विजय सिंह भैया सुरेंद्र लाखन उमेश जोशी आदि अधिवक्ताओं ने बहस की। वरिष्ठ अधिवक्ता सुखबीर सिंह चौहान ने अपने तर्क में कहा कि अवर न्यायालय द्वारा उक्त बाद को खारिज किया जाना न्याय संगत नहीं है। क्योंकि अवर न्यायालय ने थाना न्यू आगरा की पुलिस से जो आख्या मांगी थी, वह विपक्षीय की और से कोई जवाब प्रस्तुत नहीं किया गया था। बिना आख्या प्रस्तुत के कोर्ट को अधिकार नहीं है कि उसमें कोई निर्णय पारित कर दे। अधिवक्ता राजवीर सिंह ने कहा कि संविधान के अधिकार और कर्तव्य का विपक्षीया ने उल्लंघन किया है। देश के किसानों का, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं क्रांतिकारी शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान किया है। वहीं कंगना रनोट की ओर से सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता अनुसूया चौधरी, उनकी जूनियर अधिवक्ता सुधा प्रधान और अधिवक्ता विवेक शर्मा ने भी अपने तर्क रखे। रिवीजनकर्ता रमाशंकर शर्मा ने कहा कि बठिंडा कोर्ट द्वारा इसी प्रकार के मामले में कंगना रनोट को तलब किया गया है। 24 नवंबर 2025 को कंगना को कोर्ट में हाजिर होने के लिए आदेश हुए हैं। इसके बाद भी अवर न्यायालय ने वाद को खारिज कर दिया। रिवीजन कर्ता राजीव गांधी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रमाशंकर शर्मा ने बहस में कहा कि कंगना ने किसानों के ऊपर हत्यारा बलात्कारी एवं अलगाव वादी होने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि वह खुद एक किसान हैं। किसान के बेटे हैं और वकालत से पूर्व खेती भी की है। उन्होंने बहस के साथ अपने खेत की खतौनी भी कोर्ट में पेश की। कहा कि अवर न्यायालय द्वारा जिन तथ्यों पर वादी के वाद को 6 मई को निरस्त किया गया, वह निराधार है। विपक्षी कंगना की ओर से सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता ने भी अपने तथ्यों को रखते हुए बहस की। दोनों पक्षों के बीच में करीब डेढ़ घंटे तक बहस चली। कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद अपना निर्णय सुरक्षित रख लिया है। वादी अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा ने बताया कि 12 नवंबर को कोर्ट इस मामले में अपना निर्णय देगी।यह है पूरा मामलाअधिवक्ता रमाशंकर शर्मा ने 11 सितंबर 24 को कंगना रनोट के खिलाफ अदालत में राष्ट्रद्रोह का आरोप लगाकर वाद दायर किया था। आरोप लगाया था कि सांसद कंगना रनोट ने 26 अगस्त 2024 को दिए बयान में किसानों के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की थी। जिससे उनकी और लाखों किसानों की भावनाओं को ठेस पहुंची है। अधीनस्थ न्यायालय ने खारिज कर दिया था। वादी ने आदेश के खिलाफ सत्र न्यायालय में रिवीजन प्रस्तुत किया था।कहा था- किसान आंदोलन के समय रेप-मर्डर हुए24 अगस्त 2024 को कंगना ने एक इंटरव्यू के दौरान दैनिक भास्कर से कहा था- किसान आंदोलन के समय रेप-मर्डर हुए। बिल वापसी न होती तो प्लानिंग लंबी थी। इसके बाद उनके खिलाफ आगरा बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रमाशंकर शर्मा ने MP/MLA कोर्ट में 11 सितंबर को याचिका दाखिल की थी। आरोप लगाया कि कंगना ने धरने पर बैठे लाखों किसानों पर अभद्र टिप्पणी की। उन पर राष्ट्रद्रोह का केस लगे।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:49 am

फ्रेंड्स क्लब और डिस्कवरी क्रिकेट क्लब मोहाली की टीमें बनीं विजेता

भास्कर न्यूज | जालंधर भगवान वाल्मीकि क्रिकेट क्लब द्वारा आयोजित किया जा रहा 53वां ओपन पंजाब क्रिकेट टूर्नामेंट बर्ल्टन पार्क के क्रिकेट स्टेडियम में जारी है। तीसरे दिन टूर्नामेंट का पहला मैच फ्रेंड्स क्रिकेट क्लब सोहल जागीर और एसएम स्पोर्ट्स क्रिकेट क्लब के मध्य हुआ। फ्रेंड्स क्लब सोहल जागीर ने पहले खेलते हुए 20 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर 156 रन बनाकर विरोधी टीम को लक्ष्य दिया। अमित धीमान ने 61 रन, राहुल राय ने 22 रन और तरुण सरीन ने 24 बनाए। रोहित कुमार ने 3 विकेट लिए जवाब में खेलते हुए एसएम क्रिकेट क्लब जालंधर केवल 144 रन बनाकर ऑलआउट हो गई। यह मैच फ्रेंड्स क्रिकेट क्लब क्रिकेट सोहल जागीर ने जीत लिया। टूर्नामेंट के मुख्य मेहमान आकर्षि जैन एडीसीपी जालंधर-1 और सुशील शर्मा जिला प्रधान बीजेपी जालंधर ने किया। आए हुए मेहमानों ने क्लब की ओर से करवाए जा रहे क्रिकेट टूर्नामेंट के लिए अपनी शुभकामनाएं दी। मेहमानों को चेयरमैन मोनू पुरी, प्रधान कीमती लाल, पार्षद ओंकार राजीव टिक्का, पार्षद हरजिन्दर सिंह लाडा ने सम्मानित भी किया गया। दूसरे मैच स्पोर्ट्स क्रिकेट क्लब जालंधर और डिस्कवरी क्रिकेट क्लब मोहाली के बीच खेला गया । स्पोर्ट्स क्रिकेट क्लब जालंधर ने 19 ओवर में 39 रन बनाए। कमल ने 58 रन की पारी खेली । डिस्कवरी क्रिकेट क्लब मोहाली ने बैटिंग करते 4 विकेट पर 142 रन 15.5 ओवर में बनाकर लक्ष्य को पूरा कर मैच जीत लिया। कार्तिक शर्मा ने 26 रन, राधू ने 54 रन और रमनजीत सिंह ने 31 रन बनाए। इस अवसर पर मनीष शर्मा मिंटू, हरमेश थापर, सन्नी सहोता, जगदीश डालिया, दविंदर अरोड़ा, रजनीश बॉबी, बनारसी दास कैथ, जतिंदर सिंह पप्पू, राजिंदर काली, दर्शन सिंह, मनिंदर सिंह राणा, राकेश गौशा, डाक्टर सुरिंदर कल्याण, विनय अग्रवाल, विक्रम चोपड़ा मौजूद थे।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:49 am

महामना एक्सप्रेस का समय बदला:वाराणसी से देरी से चलेगी, लखनऊ स्टेशन पर देर से पहुंचेगी

गुजरात के एकता नगर (केवड़िया) से वाराणसी के बीच चलने वाली महामना सुपरफास्ट एक्सप्रेस (20903/20904) के समय में बदलाव किया गया है। रेलवे ने मंगलवार से इस ट्रेन के प्रस्थान समय में 10 मिनट का संशोधन लागू किया है। अब यह ट्रेन वाराणसी से रात 11:10 बजे के बजाय 11:20 बजे खुलेगी। नया समय अगले आदेश तक प्रभावी रहेगा। रेलवे ने जारी की सूचना उत्तर रेलवे की ओर से जारी नोटिस में बताया गया है कि यह परिवर्तन यात्रियों की सुविधा और ट्रेनों के संचालन की बेहतर व्यवस्था को ध्यान में रखकर किया गया है। लखनऊ होकर गुजरने वाली कई ट्रेनों की समय सारिणी की समीक्षा की जा रही है ताकि भीड़ और तकनीकी देरी को कम किया जा सके। महामना एक्सप्रेस के समय में किया गया यह संशोधन उसी प्रक्रिया का हिस्सा है। लखनऊ से गुजरती है यह ट्रेन महामना सुपरफास्ट एक्सप्रेस गुजरात के पर्यटन स्थल एकता नगर (केवड़िया) से चलकर लखनऊ होते हुए वाराणसी पहुंचती है। यह ट्रेन दोनों दिशाओं में सप्ताह में कई बार चलती है और अहमदाबाद, उज्जैन, कानपुर समेत कई प्रमुख शहरों को जोड़ती है। ट्रेन लखनऊ जंक्शन पर थोड़ी देर ठहरने के बाद वाराणसी की ओर बढ़ती है। समय परिवर्तन के बाद इसके लखनऊ पहुंचने और आगे बढ़ने के समय में भी मामूली अंतर आएगा, जिसकी जानकारी जल्द रेलवे पोर्टल और ऐप पर अपडेट की जाएगी।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:49 am

पैलेस और बैंक्वेट हॉलों में समारोह के लिए एल 50-ए परमिट बनाएं

भास्कर न्यूज | जालंधर सहायक कमिश्नर आबकारी जालंधर रेंज-1 अशोक कुमार ने बताया कि जिले में मैरिज पैलेस और होटल बार के प्रतिनिधियों की एक विशेष बैठक जीएसटी भवन में की गई। मैरिज पैलेस और होटल बार के प्रतिनिधियों को निर्देश दिए कि पैलेस और बैंक्वेट हॉल में होने वाले समारोहों का एल-50-ए परमिट बनाया जाए। समारोहों के बाद खाली शराब की बोतलों का उचित ढंग से निपटारा सुनिश्चित किया जाए ताकि इन बोतलों का दुरुपयोग न किया जा सके। सहायक कमिश्नर आबकारी जालंधर रेंज-1 ने लाइसेंसधारियों को यह भी निर्देश दिए कि समय पर वैट रिटर्न भरने के अलावा विभाग द्वारा समय-समय पर जारी निर्देशों तथा आबकारी नियमों की पालना सुनिश्चित की जाए ताकि लोगों को किसी परेशानी का सामना न करना पड़े।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:48 am

एबीवीपी के प्रदेश अध्यक्ष बने डॉ. प्रशांत

जालंधर| डॉ. प्रशांत गौतम (चंडीगढ़) और जसकरण भुल्लर (फिरोजपुर) छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद पंजाब के क्रमशः प्रदेश अध्यक्ष एवं प्रदेश मंत्री के रूप में सत्र 2025-26 के लिए निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। यह घोषणा सोमवार को एबीवीपी पंजाब प्रदेश कार्यालय (जालंधर) से की गई। चुनाव अधिकारी हरजिंदर सिंह नगपाल ने बताया कि उपरोक्त दोनों पदों का कार्यकाल एक वर्ष रहेगा। आगामी दिनांक 14-16 नवंबर 2025 को जालंधर में आयोजित होने वाले एबीवीपी पंजाब के 57वें प्रदेश अधिवेशन में दोनों पदाधिकारी अपना पदभार ग्रहण करेंगे। एबीवीपी के प्रदेश अध्यक्ष चुने गए। डॉ. प्रशांत गौतम चंडीगढ़ के पंजाब विवि चंडीगढ़ में पर्यटन विभाग में आचार्य के पद पर कार्यरत हैं और पंजाब विवि चंडीगढ़ के सीनेट के सदस्य हैं। प्रदेश मंत्री जसकरण भुल्लर मूलतः फिरोजपुर से हैं। वे पूर्व में नगर सह मंत्री, जिला संयोजक, विभाग संयोजक, ज़िला संगठन मंत्री, प्रदेश सह मंत्री व राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य आदि महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन कर चुके हैं।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:48 am

पीसीएस की तैयारी कर रहे जॉइंट एसआर छुट्टी पर, जगसीर मित्तल को मिला पदभार

जालंधर| सब-रजिस्ट्रार कार्यालय में जॉइंट एसआर-1 गुरमन गोल्डी करीब 1 महीने की छुट्टी पर है। उनकी जगह पर अब तहसीलदार-1 जगसीर सिंह मित्तल के पास सब-रजिस्ट्रार का पदभार रहेगा। लंबे समय बाद किसी तहसीलदार के पास सब-रजिस्ट्रार का पदभार आया है। क्योंकि पंजाब सरकार और तहसीलदारों के बीच इसी साल की शुरूआत में पैदा हुए विवाद के बाद रजिस्ट्रेशन का काम उनसे वापस लिया गया था, जिसके बाद पटवारी, कानूनगो स्तर के अधिकारियों को काम देने के बाद ज्यादातर रजिस्ट्रेशन का काम अब जूनियर स्तर के अधिकारियों के पास है। जॉइंट एसआर गुरमन गोल्डी के छुट्टी पर जाने के बाद अब करीब एक महीने तक जगसीर उनकी जगह पर रजिस्ट्रेशन का कार्यभार संभालेंगे।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:48 am

मकसूदां में ग्रीन बेल्ट पर खड़े थाने के जब्त किए वाहन, हटाने के लिए मेयर ने लिखा सीपी को पत्र

भास्कर न्यूज | जालंधर पटेल चौक से लेकर सूरानुस्सी तक नगर निगम की तरफ से करोड़ों रुपए खर्च कर ग्रीन बेल्ट विकसित की जा रही है। लेकिन इस ग्रीन बेल्ट पर थाना मकसूदां ने अपना कब्जा जमाया हुआ है। यहां ग्रीन बेल्ट पर जब्त किए गए वाहन खड़े-खड़े कबाड़ हो गए हैं। पुलिस ने तो इन्हें हटा रही है और न ही इनकी नीलामी करवा रही है। क्योंकि आने वाले दिनों में श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस को लेकर समागम होने हैं, ऐसे में इसे हटवाने के लिए मेयर के पास शिकायतें पहुंच रही हैं। नगर कीर्तन के इस रूट पर ग्रीन बेल्ट पूरी तरह गंदगी से भरी हुई है। इसकी साफ सफाई को लेकर नगर निगम में सभी अधिकारियों ने मीटिंग भी की। इस दौरान मेयर वनीत धीर की तरफ से पुलिस कमिश्नर के नाम पर पत्र लिखा गया जिसमें थाना मकसूदां के बाहर ग्रीन बेल्ट से वाहन हटाने की मांग की गई। नगर कीर्तन इसी रूट से निकलना है। संगत परेशान हो न हो इसलिए पुलिस कमिश्नर को इसे हटाने की मांग की गई है।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:46 am

हिंदुत्व की पिच पर तेजी से दौड़ रहे राजा भैया:बाबा बागेश्वर की सनातन यात्रा में उतरे, कितना चमकेगा सियासी ग्राफ?

कभी क्षत्रिय एकता के ध्वजवाहक, तो कभी बाहुबली की इमेज। बात कर रहे हैं रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की। राजा भैया अब हिंदुत्व की नई पिच पर अपनी सियासत को नया रंग देने में जुटे हैं। जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजा भैया बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की 'सनातन हिंदू एकता पदयात्रा' में शामिल हुए। धीरेंद्र शास्त्री की यह पदयात्रा दिल्ली से वृंदावन तक 7 से 16 नवंबर तक चलेगी। इस 10 दिवसीय यात्रा में राजा भैया 'जात-पात की करो विदाई, हम सब हिंदू भाई-भाई' का नारा बुलंद करने पहुंचे थे। लेकिन सवाल है- क्या यह कदम राजा भैया की राजनीतिक पूंजी को मजबूत करना था? भाजपा जैसी हार्ड कोर हिंदुत्व की राजनीति करने वाली पार्टी के रहते यूपी में क्या कोई क्षेत्रीय दल भी इस पिच पर सियासी ग्राफ चमका सकता है‌? पढ़िए ये रिपोर्ट… प्रतापगढ़ जिले के कुंडा से कभी निर्दलीय चुनाव जीतने वाले राजा भैया वर्तमान में जनसत्ता दल लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। विधानसभा में कांग्रेस के बराबर उनके 2 विधायक भी हैं। विधान परिषद में 1 एमएलसी भी उनकी पार्टी से है। राजा भैया की पार्टी ने लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा था। 2027 विधानसभा चुनाव से पहले राजा भैया खुलकर सनातन यात्रा और हिन्दुत्व पर बात कर रहे। कहते हैं- बिना हिंदुत्व और भारत की कल्पना नहीं की जा सकती। आज भारत धर्म निरपेक्ष है, तो सिर्फ हिंदू बाहुल्य होने की है। जहां हिंदू कम हुआ, वहां का हाल देख लीजिए। जहां-जहां हिन्दू उदासीन होकर बैठे हैं, वहां-वहां से मिट गए। उन्होंने पाकिस्तान और बांग्लादेश का उदाहरण भी दिया। बताया कि पाकिस्तान में 27 फीसदी हिंदू सिमट कर 1 फीसदी रह गए। इसी तरह बांग्लादेश में 28 फीसदी हिंदू अब 8 फीसदी रह गए। भारत में जब तक हिंदू आबादी का बहुमत है, तभी तक सेकुलर है। राजा भैया के इस सनातन अवतार को समझने के लिए दैनिक भास्कर ने उनकी राजनीति पर करीब से नजर रखने वाले दो वरिष्ठ पत्रकारों और उनके करीबियों में शामिल एमएलसी कुंवर अक्षय प्रताप सिंह गोपाल जी से बात की। ये तीन लाइन सामने आईं... पारिवारिक पृष्ठभूमि कट्‌टर सनातन की रही हैवरिष्ठ पत्रकार सुरेश बहादुर सिंह के मुताबिक, राजा भैया की छवि मीडिया अपने हिसाब से गढ़ती रहती है। उनकी और उनके परिवार की लाइन हमेशा से क्लियर है। क्षत्रिय हैं, इस कारण कभी ठाकुर चेहरा बना दिए जाते हैं, तो कभी बाहुबली। जबकि, सच्चाई ये है कि उनका परिवार हमेशा से सनातन का कट्‌टर समर्थक रहा है। राजा भैया का परिवार देवरहा बाबा के अनन्य भक्तों में शामिल रहा है। गोरक्ष-पीठ से उनके परिवार का जुड़ाव रहा है। राम मंदिर आंदोलन से भी वे गहरे तक जुड़े हैं। महाकुंभ में भी वे कई अलग-अलग संतों से मिलते हुए दिखे थे। मौजूदा सीएम योगी के सनातन और हिंदुत्व विचारधारा का जब-तब समर्थन करते रहते हैं। धीरेंद्र शास्त्री की सनातन यात्रा में वे किसी राजनीतिक उद्देश्य के मकसद से शामिल नहीं हुए। सनातन के हर काम में उनकी भागीदारी देखी जा सकती है। राजनीतिक विश्लेषक एवं वरिष्ठ पत्रकार आनंद राय भी सुरेश बहादुर सिंह की राय से इत्तफाक रखते हैं। कहते हैं- राजा भैया खुद धार्मिक मामलों में काफी ज्ञान रखते हैं। बातें भी तार्किक करते हैं। उन्होंने सनातन की बात कभी राजनीतिक फायदे के लिए नहीं की। हां, उनकी इस पहचान का उन्हें अपने क्षेत्र में राजनीतिक फायदा मिलता रहा है। इससे कोई इनकार नहीं कर सकता। हिंदुत्व की धारा के साथ आगे बढ़ रहे राजा भैयादेश में दो ही धारा मौजूदा समय में बह रही है। पहली सेकुलर की और दूसरी हिंदुत्व की। राजा भैया भी हिंदुत्व की धारा के साथ ही आगे बढ़ रहे हैं। यही कारण है कि वह सनातन के मुद्दे पर मुखरता के साथ अपनी बात रखते हैं। चाहे वह महाकुंभ में दिया गया, उनका वक्तव्य हो या फिर सनातन यात्रा को लेकर की गई उनकी अपील। राजा भैया ने सनातन यात्रा से पहले सोशल मीडिया पेज पर वीडियो के जरिए इसे सफल बनाने की अपील की थी। तब उन्होंने कहा था कि बागेश्वर धाम धीरेंद्र शास्त्री की अगुआई में दिल्ली से शुरू हुई इस सनातन यात्रा का मकसद सनातनियों में जागरूकता फैलाना, जातिवाद की जड़ें उखाड़ना और हिंदू एकता को मजबूत करना है। साथ ही यात्रा का उद्देश्य मथुरा में भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण, मां यमुना की स्वच्छता जैसे मुद्दों पर केंद्रित है। उन्होंने खुद के लिए कहा था कि वह इस यात्रा में शामिल होते रहेंगे। फरीदाबाद में वह यात्रा में शामिल हुए और कहा कि जातिवाद हमारे हिन्दू समाज का सबसे बड़ा अभिशाप है, उसे दूर करना होगा। उन्होंने नारा दिया- जात-पात की करो विदाई, हम सब हिंदू भाई-भाई। राजनीतिक विश्लेषक आनंद राय कहते हैं- राजा भैया जिस क्षत्रिय समाज से आते हैं, उसका यूपी में इतना आधार नहीं है कि सिर्फ उसके बलबूते वे अपनी राजनीतिक पहचान स्थापित कर पाएं। यूपी की पूरी राजनीति ही जाति पर आधारित है। ऐसे में जातीय राजनीति की धार को कुंद हिंदुत्व का प्रचंड वेग ही कर सकता है। राजा भैया की कोशिश भी यही है कि वे अपने परिवार की स्थापित छवि हिंदुत्व छवि के साथ आगे बढ़ें। 2027 में हार्ड कोर हिंदुत्व का कितना फायदा होगा? इसका जवाब सुरेश बहादुर सिंह ने दिया। कहा कि फिलहाल भाजपा हिंदुत्व के मुद्दे पर बहुत आगे बढ़ चुकी है। उसके रहते यूपी में किसी दूसरे की राजनीति हिंदुत्व की पिच पर उभरने की काफी कम उम्मीद है। राजा भैया अपने प्रभाव वाले क्षेत्र में तो कामयाब हो सकते हैं। लेकिन, पूरे प्रदेश में अपनी पार्टी को स्थापित नहीं कर सकते। वरिष्ठ पत्रकार आनंद राय इसी बात को दूसरे तरीके से समझाते हैं। कहते हैं कि राजा भैया का प्रभाव क्षेत्र प्रतापगढ़, कौशांबी आदि जिले हैं। इस क्षेत्र में भाजपा का प्रदर्शन वैसे भी कमजोर रहता है। हो सकता है, 2027 में राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक भाजपा के नए सहयोगी के तौर पर सामने आ सकती है। हालांकि अभी इसकी कहीं कोई चर्चा नहीं है। लेकिन, राजनीति संभावनाओं का खेल है। इसमें कुछ भी कभी भी हो सकता है। राजा भैया से गठबंधन करना भाजपा के लिए अधिक फायदेमंद होगा। इसका गणित समझाते हुए आनंद राय बताते हैं- जाहिर-सी बात है कि जनसत्ता दल विधानसभा चुनाव में जरूर उतरेगी। तब उसके प्रत्याशी को जो भी वोट मिलेंगे, वो भाजपा को ही प्रत्यक्ष रूप से नुकसान पहुंचाएंगे। जबकि गठबंधन होने पर भाजपा को सबसे अधिक फायदा हो सकता है। जब भाजपा काे फायदा होगा तो जाहिर सी बात है कि राजा भैया को भी इसका फायदा मिलेगा ही। राजा भैया कितने संत और महात्माओं से ले चुके हैं आशीर्वादराजा भैया 8 नवंबर को मीरजापुर में मां विंध्यवासिनी का दर्शन करने गए थे। उनके सोशल मीडिया पेज पर इसकी फोटो पोस्ट है। इसके अलावा बेंती महल परिसर में विराजमान बजरंगबली की अक्सर पूजा करते हुए उनकी तस्वीर सामने आती रहती है। धीरेंद्र शास्त्री की पहली सनातन यात्रा में भी वे शामिल हुए थे। तब ये यात्रा बागेश्वर धाम से ओरछा तक निकली थी। राजा भैया तब झांसी में इस यात्रा में शामिल हुए थे। तब बाबा ने उनकी तारीफ करते हुए कहा था, ‘राजा भैया हनुमान भक्त और सनातन प्रेमी हैं। उनका स्वभाव विनम्र है और सनातन के लिए वे खूब सोचते हैं।’ प्रयागराज 2025 महाकुंभ में राजा भैया का देवकीनंदन ठाकुर, संतोष दास, चिन्मयदास बापू, ऋषि पाराशर, संत रामदास से आशीर्वाद लेते हुए फोटो और वीडियो भी खूब वायरल हुआ था। प्रयागराज महाकुंभ पर सवाल उठाने वाले विपक्षियों पर खासकर सपा पर उन्होंने सदन में भी जोरदार हमला बोला था। राजा भैया ने राम मंदिर निर्माण के लिए 4-5 करोड़ का गुप्त दान दिया था। यहां तक कि 2022 विधानसभा चुनाव में अयोध्या में रामलला के दर्शन कर अपनी यात्रा शुरू की थी। 2024 में पट्टी करमाही में राघवाचार्य महाराज की भागवत कथा, सितंबर 2025 में पटौवा हाथीगांव में देवव्रत महाराज, अक्टूबर 2025 में प्रतापगढ़ कुंडा में राजन जी महाराज और रामापुर में राजेश शुक्ल महाराज की कथाओं में पहुंचे थे। महाकुंभ में राजा भैया के इस बयान की सबसे ज्यादा चर्चामहाकुंभ में राजा भैया ने कौशल महाराज के पंडाल में श्रद्धालुओं के बीच वक्तव्य दिया था। राजा भैया ने कहा था- हमें चिंता करनी चाहिए, जिस स्थिति में हमारा सनातन धर्म है। हमारे देश में राष्ट्रविरोधी शक्तियां, हिंदुत्व विरोधी शक्तियां अपना सर उठा रही हैं। हिन्दू जीवन शैली का लॉस हो रहा है। आप कल्पना करके देखिए, आज एक नहीं कई स्थानों पर चाहे वह मां दुर्गा विसर्जन यात्रा हो या हनुमान जन्मोत्सव की यात्रा हो हर जगह हिंदुओं पर पथराव हो रहा है। हिंदू मारा जा रहा है। क्योंकि एक वर्ग है, जो चाहता है कि सनातन समाप्त हो। इसलिए हम सबको बहुत मुखर होकर स्वयं आगे आना होगा। अपनी आने वाली पीढ़ी और बच्चों को धर्म के प्रति जागरूक करना होगा। सनातन धर्म सिर्फ यही नहीं है कि हम अपने पुण्यार्जन या अपने मोक्ष का मार्ग ढूंढे। सनातनियों का सच्चा दायित्व यही है कि सनातन दृढ़ स्थिति में रहे। जातिवाद तो राजनीतिक दलों का सनातन को कमजोर करने और अपने लाभ के लिए हिंदुओं को बांटने का एक षड्यंत्र है। हम लोगों को इससे भी सजग रहना होगा। ------------------------ ये खबर भी पढ़ें- एक पेटी शराब यूपी से बिहार भेजने का रेट ₹5000, तस्कर बोला- चुनाव की कमाई से मकान बनाया 'हम ट्रेन में माल चढ़वा देंगे… 1200 रुपए लगेंगे। अगर उस तरफ (बिहार) प्लेटफॉर्म तक शराब पहुंचाना है तो वह भी कर देंगे…। लेकिन एक पेटी के 5000 रुपए लेंगे। अपनी सभी ट्रेनों में सेटिंग है…। इस बार बिहार चुनाव में इतना कमाया कि मकान बना लिया।' पढ़े पूरी खबर...

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:46 am

'हिंदू जब एक होंगे तो आतंकी विस्फोट करेंगे':दिल्ली ब्लास्ट में मारे गए परिवार का दर्द; सरकार हमें अब क्या दे देगी

‘जो हमारे पास था, वो हम खो चुके हैं। अब सरकार से क्या मांग करें? न्याय किस चीज के लिए मांगें? वो जिंदा होते तो उनके लिए न्याय मांगते। इतना जरूर करेंगे कि जैसा हमारे साथ हुआ, भगवान न करे कभी किसी के साथ हो।’ ये दर्द है दीक्षा सिंघल का, जिन्होंने दिल्ली ब्लास्ट में अपने ससुर लोकेश अग्रवाल को खो दिया। लोकेश की तरह यूपी के 5 लोग इस ब्लास्ट में मारे गए। सबके परिजन गमजदा और गुस्से में हैं। परिवारवाले साफ कहते हैं कि ये आतंकी हमला था, सोची-समझी साजिश थी। दैनिक भास्कर ने ऐसे परिवारों से मिलकर उनका दर्द महसूस करने का प्रयास किया। ये लोग दिल्ली कैसे गए? क्या कर रहे थे? आखिरी बार क्या बात हुई? फैमिली को कैसे उनकी मौत की खबर आई? इस पर विस्तार से बात की। पूरी रिपोर्ट पढ़िए... अब पीड़ित परिवारों की बात... मेट्रो स्टेशन पहुंचने के 10 मिनट बाद हो गया धमाकाहम सबसे पहले अमरोहा जिले के कस्बा हसनपुर में पहुंचे। मुख्य रास्ते पर ही लोकेश अग्रवाल का मकान है। नीचे वाले हिस्से में दो दुकानें हैं। यहां शोकाकुल महिलाएं बैठी हैं। लोकेश के शव को परिजन अंतिम संस्कार के लिए ब्रजघाट गंगा घाट ले जा चुके थे। हमें उनकी बहू दीक्षा सिंघल मिलीं। दीक्षा बताती हैं- मेरी मां शशि अग्रवाल को ब्रेन हेमरेज हुआ था। वो 30 अक्टूबर से दिल्ली के सर गंगाराम हॉस्पिटल में भर्ती हैं। ससुर लोकेश उन्हीं को देखने 10 नवंबर की सुबह बस से दिल्ली गए थे। शाम साढ़े 5 बजे हमारी उनसे आखिरी बार वीडियो कॉल पर बात हुई। उस वक्त वो मेरी मां से ICU में मिलकर निकल रहे थे और हॉस्पिटल की लिफ्ट में थे। उन्होंने हम सबसे हाय-हैलो की। कहा कि मैं अपने दोस्त अशोक से मिलने के लिए जा रहा हूं। उससे मिलकर सीधा घर आऊंगा। अशोक उनके करीब 15 साल पुराने दोस्त थे। मेरी बहन और ससुर हॉस्पिटल से सीधा लाल किला मेट्रो स्टेशन पहुंचे। बहन उनको ड्रॉप करके घर निकल गई। ससुर अपने दोस्त अशोक के इंतजार में खड़े रहे। करीब 10 मिनट बाद ही धमाका हुआ। आधे चेहरे का मांस बाहर निकला, अंगूठी से हुई पहचानदीक्षा ने आगे बताया- शाम साढ़े 6 बजे पति गौरव सिंघल ने मुझसे कहा कि पापा अभी तक दिल्ली से आए क्यों नहीं? इतने में दिल्ली पुलिस से एक इंस्पेक्टर ने हमें कॉल करके बताया कि आपके ससुर का फोन हमारे पास है। कोई अज्ञात व्यक्ति ये मोबाइल देकर गया है। तब तक हमें दिल्ली में धमाके की खबर पता चल चुकी थी। इसके बाद मैंने दिल्ली पुलिस को ससुर की सारी डिटेल्स भेजी। कुछ देर बाद दिल्ली पुलिस ने हमें मृतकों और घायलों की एक लिस्ट भेजी। उसमें पापा के दोस्त अशोक का नाम लिखा था। इतना पता चलते ही रात 10 बजे परिवार के सभी सदस्य दिल्ली पहुंच गए। रात करीब एक बजे LNJP हॉस्पिटल में हमें एंट्री दी गई। तब पता चला कि ससुर नहीं रहे। शव बुरी हालत में था। आधे चेहरे का मांस निकलकर बाहर आ चुका था। जैकेट और अंगूठी से उनकी पहचान हो पाई। बॉडी पूरी तरह जली हुई थी। हॉस्पिटल से बॉडी पैक होकर आई थी, इसलिए हम बॉडी को बहुत ज्यादा देख नहीं पाए। अशोक की पत्नी बोली- पति का चेहरा खून से सना थाअमरोहा जिले में कस्बा हसनपुर से करीब 7 किलोमीटर दूर मंगरौला गांव है। यहां के रहने वाले अशोक सिंह दिल्ली में DTC में बस कंडक्टर थे। पत्नी-बच्चों के साथ दिल्ली के जगतपुरी में किराए के मकान में रहते थे। वो अपने दोस्त लोकेश अग्रवाल को रिसीव करने मेट्रो स्टेशन गए थे और ब्लास्ट में दोस्त संग मारे गए। परिवार में अब पत्नी सोनम के अलावा 3 छोटे-छोटे बच्चे रह गए हैं। सबसे बड़ी बेटी आरोही है, जिसकी उम्र 7 साल है। अशोक की बूढ़ी मां दहाड़े मारकर रोती रहीं। पत्नी सोनम ने हमें बताया- पति रोजाना सुबह साढ़े 5 बजे ड्यूटी पर चले जाते और रात 12 बजे तक घर आते थे। कल सबसे पहले मुझे गांव से कॉल आई। पूछा कि चाचा कहां हैं? मैंने कहा कि वो अभी ड्यूटी पर गए हैं, जब आएंगे तो बात करा दूंगी। फिर भांजे हिमांशु की कॉल आई। वो भी DTC बस पर नौकरी करता है। हिमांशु ने पूछा- मामा घर आ गए? मैंने उसको भी यही बात दोहराई। फिर गोपालपुर से मेरे पास जेठ का फोन आया। उन्होंने कहा- बेटा सोनम क्या कर रही है? अशोक कितने बजे तक घर आता है? जब मैंने जोर देकर ये सब जानने की वजह पूछी तो उन्होंने कुछ नहीं बताया। रात 11 बजे मुझे पता चला कि पति इस दुनिया में नहीं रहे। हालांकि, मेरे पास दिल्ली पुलिस ने कोई फोन नहीं किया। लेकिन, सारे रिश्तेदार घटनास्थल पर रात में ही पहुंच गए थे। उन्होंने वहां पहुंचकर बॉडी की पहचान कर ली थी। शव किस हालत में था? ये पूछने पर सोनम कहती हैं- पति की पहचान तक नहीं हो पा रही थी। चेहरा खून से सना हुआ था। मेरठ : रिक्शे से सवारी छोड़ने गया था मोहसिन, ब्लास्ट में मौतमेरठ में इस्लामनगर की गली नंबर-2 में रहने वाले निवासी 32 साल के मोहसिन की भी दिल्ली ब्लास्ट में मौत हुई। मोहसिन दिल्ली में जामा मस्जिद के पास पत्ता मोहल्ला स्थित एक मकान में किराए पर रहता था और ई-रिक्शा चलाता था। परिवार में पत्नी सुल्ताना, 10 साल की बेटी हिफजा और 8 साल का बेटा आहद हैं। ब्लास्ट के वक्त वो रिक्शे में सवारियां लेकर लाल किला की तरफ गया था। मोहसिन के छोटे भाई मोहम्मद शुएब बताते हैं- ब्लास्ट के बाद हमने अपने भाई को कॉल किया। उनका मोबाइल पुलिस स्टेशन में था। वो घर भी नहीं पहुंचे थे। कई रिश्तेदार लाल किले पर घटनास्थल पर गए। वहां से बताया गया कि घायलों को LNJP हॉस्पिटल ले जाया गया है। इसके बाद सभी परिवारवाले हॉस्पिटल पहुंचे। वहां घायल और मृतक अंदर थे। उनसे किसी को मिलने नहीं दिया जा रहा था। रात करीब 3 बजे हमें कन्फर्म हुआ कि मोहसिन की भी इसमें मौत हुई है। मोहसिन की मां संजीदा कहती हैं- बेटा दो साल पहले काम करने दिल्ली गया था। मैंने मना किया था, लेकिन वो नहीं माना। उसकी पत्नी दिल्ली की रहने वाली थी, इसलिए वो भी दिल्ली में ही रहना चाहता था। श्रावस्ती में पिता को TV से बेटे की मौत की खबर मिलीदिनेश कुमार श्रावस्ती जिले के गणेशपुर गांव के रहने वाले थे। दिल्ली में एक प्रिंटिंग प्रेस में काम करते थे। उनकी शादी 10 साल पहले रीना देवी से हुई थी। उनके तीन बच्चे हैं- हिमांशु (8), बिट्टा (7) और सृष्टि (4)। पत्नी रीना देवी ने बताया, ‘वह 10-12 साल से दिल्ली में रह रहे थे। 10 दिन पहले ही घर से दिल्ली गए थे। अब बच्चों को कैसे पालूं?’ पिता भूरे ने बताया- टीवी देखकर बम विस्फोट की खबर मिली। जब दिनेश का फोन मिलाने की कोशिश की तो वह बंद मिला। बाद में पता चला कि मरने वालों में दिनेश भी शामिल हैं। सड़क पार करते वक्त शामली का नौमान भी मारा गयानौमान शामली के झिंझाना कस्बे का रहने वाला था। यहां कॉस्मेटिक की दुकान चलाता था। सोमवार को वह अपने भाई अमन के साथ दुकान का सामान खरीदने दिल्ली गया था। पार्किंग में कार खड़ी करने के बाद दोनों भाई सड़क पार कर रहे थे, तभी धमाका हो गया। दोनों इसकी चपेट में आ गए। नौमान की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अमन गंभीर रूप से घायल हो गया। अमन को एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। ------------------------ ये खबर भी पढ़ें... बहू पति के अंतिम संस्कार के लिए सास से भिड़ी, भाई शव मेरठ लाया तो पत्नी अकेले वापस ले गई दिल्ली में हुए ब्लास्ट में मेरठ के मोहसिन (32) की मौत हो गई। भाई की मौत के बारे में पता चलते ही नदीम दिल्ली पहुंचा। वहां से मोहसिन का शव लेकर मेरठ आ गया। जब यह बात मोहसिन की पत्नी सुल्ताना को पता चली, तो वह भी करीब 3 घंटे बाद मेरठ पहुंच गई। इसके बाद सुल्ताना पति के शव का दिल्ली में अंतिम संस्कार करने पर अड़ गई। पढ़ें पूरी खबर

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:46 am

पठानकोट हाईवे पर ब्यास पिंड के पास हादसा, टक्कर मारने के बाद चालक गाड़ी समेत फरार

जालंधर | जालंधर-अमृतसर बाईपास पर सीआरपीएफ कैंप के सामने मंगलवार शाम करतारपुर से जालंधर की तरफ आ रहे एक ऑटो रिक्शा और कार की टक्कर में तीन लोग जख्मी हो गए। करतारपुर थाने के संदीप शर्मा ने बताया कि कार चालक परमजीत संधू करतारपुर की तरफ से जालंधर आ रहे थे। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि गाड़ी चलाते समय परमजीत को झपकी आ गई जिससे उनकी कार ऑटो से टकरा गई। टक्कर से ऑटो पलट गया। जिससे इसमें सवार तीन लोग घायल हो गए। यह सेंट फ्रांसिस स्कूल से काम खत्म कर घर लौट रहे थे। दोनों पक्षों ने राजीनामा कर लिया। क्षतिग्रस्त कार के चालक से पूछताछ करती पुलिस। फरार चालक की पहचान नहीं हुई वहीं, टक्कर मारने वाला चालक मौके से कार समेत फरार हो गया। रोड सेफ्टी फोर्स के इंचार्ज एएसआई रणजीत सिंह ने बताया कि फरार कार चालक की पहचान नहीं हो पाई है। सीसीटीवी खंगाल रहे हैं। चौकी अलावलपुर पुलिस शिकायत मिलने पर जांच आगे बढ़ाएगी।भास्कर न्यूज | किशनगढ़ जालंधर-पठानकोट हाईवे पर ब्लैक स्पॉट के कारण एक हादसा हो गया। दरअसल, लिंक रोड से एक अज्ञात कार चालक जब हाईवे पर चढ़ा तो उसकी भोगपुर से जालंधर की ओर जा रही कार से टक्कर हो गई। टक्कर से ऑल्टो कार डायवर्जन पार कर दूसरी साइड पर जाकर पलट गई। गनीमत रही कि हिमाचल प्रदेश के गगरेट के रहने वाले रोहित शर्मा को गंभीर चोट नहीं आई। हालांकि कार बुरी तरह से नुकसानी गई। रोहित ने बताया कि वह जालंधर की ओर जा रहे थे। करीब एक बजे गांव के लिंक रोड से अचानक निकली कार ने उसे टक्कर मार दी। स्पीड तेज थी इसलिए वह कार को संभाल नहीं पाए। जिससे यह हाईवे की दूसरी तरफ जाकर पलट गई। हादसे के वक्त रोड पर ट्रैफिक था लेकिन इससे कोई अन्य वाहन चालक चपेट में नहीं आया। ब्यास पिंड के पास हादसे में क्षतिग्रस्त कार।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:46 am

UP में स्मार्ट वेडिंग प्लानिंग के टिप्स एंड ट्रिक्स:₹5 लाख के बजट में खाना, वेन्यू, मेकअप सब अरेंज होगा; 4-पिलर बजट प्लान से बचेगा पैसा

यूपी में शादी का मौसम लौट आया है। हर कपल की एक ही ख्वाहिश होती है- शादी यादगार बने, लेकिन बैंक बैलेंस न बिगड़े। डेस्टिनेशन वेडिंग्स का ग्लैमर लुभाता जरूर है, पर भारी-भरकम खर्च कई बार धड़कनें बढ़ा देता है। अब यूपी में एक नया ट्रेंड तेजी से उभर रहा है ‘स्मार्ट वेडिंग’। दैनिक भास्कर ऐप लाया है कि नई सीरीज ‘बैंड, बाजा, बजट’। 5 एपिसोड की इस सीरीज में आप जानेंगे बजटिंग, डेकोरेशन, फूड, फोटोग्राफी, शॉपिंग से लेकर डिजिटल इन्विटेशन के स्मार्ट तरीके। हर एपिसोड में होगी एक्सपर्ट्स की सलाह, लोकल कहानी और स्मार्ट ट्रिक। पहले एपिसोड में जानिए कैसे स्मार्ट बजट बनाएं और 5 लाख से 10 लाख रुपए के भीतर शादी को शानदार बनाएं... गोरखपुर के गौरव पांडेय बैंक में नौकरी करते हैं। नौकरी के दौरान उन्होंने देखा कि कई लोग शादी के लिए पर्सनल लोन लेते हैं। फिर शादी के बाद भारी-भरकम ब्याज के तले दबे रहते हैं। जो पैसा उन्हें अपनी नई-नवेली गृहस्थी पर खर्च करना चाहिए, वो EMI में चला जाता है। गौरव ने तभी ठान लिया था कि वे अपनी शादी में एक रुपया भी उधार नहीं लेंगे। एक दिन उनके पापा के दोस्त ने एक फोटो दिखाई, वो विभा की थी। घरवालों को विभा पसंद आ गईं। उधर विभा के परिवारवालों को भी गौरव भा गए। कुछ मुलाकातों के बाद दोनों एक-दूसरे को समझने लगे। दोनों ने फैसला किया कि बिना फिजूल खर्च के स्मार्ट वेडिंग प्लान करेंगे। विभा हंसते हुए कहती हैं, “हमने सादगी के साथ शादी की। आज हमारी शादी को एक साल होने जा रहा। कभी बहस होती है, कभी प्यार, पर रिश्ता बहुत मीठा और सच्चा है।” गौरव आगे जोड़ते हैं, “शादी को बड़ा बनाने के लिए लाखों रुपए नहीं, बस स्मार्ट प्लानिंग चाहिए।” एक्सपर्ट्स से समझिए स्मार्ट वेडिंग प्लानिंग... 4-पिलर बजट, ऑफ सीजन खरीदारी से पैसा बचाएंलखनऊ के वेडिंग प्लानर शुभ कहते हैं कि बजट छोटा-बड़ा नहीं होता, प्लानिंग स्मार्ट होनी चाहिए। पहले शादी का मतलब था बड़ा हॉल, ढेर सारे मेहमान और धूम-धड़ाका। अब लोग स्मार्ट प्लानिंग पर फोकस कर रहे। कई बार तो ऐसा होता है कि कपल हमारे पास सजेशन लेने आते हैं। प्लान बनवाते हैं और शादी खुद अरेंज करते हैं। वेडिंग प्लानर शिवांगी कहती हैं कि यूपी के टियर-2 और टियर-3 यानी कानपुर, वाराणसी, शाहजहांपुर, इटावा, रामपुर जैसे शहरों में भी शादी का तरीका बदल रहा है। लोग चमक-दमक की जगह क्लास पर फोकस कर रहे। कपल्स दिखावे में खर्च होने वाला पैसा फ्यूचर के लिए सेव कर रहे, यही ‘स्मार्ट वेडिंग’ है। प्लानर्स बताते हैं कि ज्यादातर खर्च वेन्यू, सजावट, खाना, कपड़े, मेकअप वगैरह पर ही आता है। स्मार्ट शादी के लिए हम इन सबका बजट पहले ही तय कर लेना चाहिए। ऐसा इसलिए, ताकि एक हिस्से पर बहुत ज्यादा खर्च न हो और पूरी शादी में एक जैसा क्लास दिखे। सबसे जरूरी बात, ऑफ सीजन में शादी की खरीदारी करने से काफी पैसा बच सकता है। खर्च करने से पहले उसकी जरूरत और अन्य ऑप्शन भी देखें। दिखावे की जगह इमोशनल वैल्यू की चीजों पर खर्च करें। इसके लिए आपको शादी से 6-8 महीने पहले प्लानिंग शुरू करनी चाहिए। वेन्यू और डेकोरेशन में दिखेगा टैरेस और लॉन का जादू हल्दी, मेहंदी, संगीत: वेडिंग प्लानर शिवांगी सजेस्ट करती हैं कि बजट फ्रेंडली शादी के लिए हल्दी, मेहंदी और संगीत जैसे फंक्शन किसी छोटे रेस्टोरेंट या कम्युनिटी हॉल में कर सकते हैं। चाहें तो घर के लॉन या छत पर भी फंक्शन हो सकते हैं। इससे पैसे तो बचते ही हैं, परिवार का अपनापन भी मिलता है। फंक्शन सनसेट के टाइम रखें। वो टाइम फोटो-वीडियोग्राफी के लिए सबसे अच्छा होता है और डिम लाइट से ऐस्थेटिक लुक भी मिलता है। इन दिनों दिन में शादी करने का भी ट्रेंड है। इससे लाइटिंग का खर्च बचता है, साथ ही रात की थकावट न होने से फोटो अच्छे आते हैं। शादी का वेन्यू: वेडिंग प्लानर शुभ कहते हैं कि आजकल हर शहर में शादी के ढेरों वेन्यू ऑप्शन मौजूद हैं। आप बजट के हिसाब से बैंक्वेट हॉल, गेस्ट हाउस या लॉन चुन सकते हैं। कुछ के पास ‘कॉम्बो ऑफर’ भी रहता है। इसमें डेकोरेशन और फूड भी शामिल रहता है। वेन्यू + डेकोरेशन का ऑप्शन बजट फ्रेंडली रहता है। इसके अलावा वेन्यू के लिए स्कूल या क्लब ग्राउंड्स बहुत किफायती साबित होते हैं। छोटे शहरों में आसानी से मिल भी जाते हैं। लोकल वेंडर कम बजट में बढ़िया सजावट करते हैं, लेकिन शादी से तीन-चार महीने पहले इनकी बुकिंग कर लें। इससे 30% तक की बचत हो सकती है। खाने में कल्चरल टच, स्मार्ट मेन्यू से वेस्ट कंट्रोल लखनऊ के समीर वारसी करीब 6 साल से कैटरिंग बिजनेस में हैं। वे कहते हैं कि खाना ही शादी का दिल होता है। सबसे ज्यादा खर्च भी इसी पर होता है और रिश्तेदार ढूंढ-ढूंढकर कमियां भी निकालते हैं। कोरोना से पहले शादियों में चार-छह सौ मेहमान तक आते थे। कहीं-कहीं ये और भी ज्यादा होते थे। अब 150 से 200 मेहमान ही होते हैं। इसके अलावा यूपी में लोकल फ्लेवर्स की वापसी हो रही है। क्लाइंट अब कढ़ी, दम आलू, मटर चाट, आलू टिक्की, अलग-अलग तरह की पकौड़ियां, मीठे में जलेबी, इमरती, रबड़ी की डिमांड करते हैं। छोटे शहरों में लोग लोकल हलवाई ही हायर कर रहे हैं। इससे खाने की क्वालिटी और खर्च दोनों कंट्रोल में रहता है। स्मार्ट प्लानिंग ये है कि बुफे में बहुत ज्यादा आइटम न रखें। वही डिश रखें जो सबको पसंद आए। पांच आइटम रखिए, लेकिन लाजवाब टेस्ट हो। फूड वेस्ट न हो, इसके लिए किसी NGO से कॉन्टैक्ट जरूर रखें। मां की साड़ी से बनेगा 'यादगार' लहंगा फैशन डिजाइनर कृतिका बताती हैं कि आजकल मां और दादी-नानी की साड़ियों से लहंगा बनवाने का चलन है। टाइमलेस बनारसी हो या कांजीवरम उसे रि-डिजाइन करके ड्रेस बनवा सकते हैं। लोकल बुटीक बेहद कम बजट में मनमाफिक आउटफिट बना देते हैं। इसकी इमोशनल वैल्यू भी होती है। हमारी एक कस्टमर के पिता की डेथ हो चुकी थी। उनकी डिमांड थी कि पिता की कोई याद लहंगे में हो। हमने लहंगे की डिजाइन में कस्टमर के पिता का नाम लिखवाया। डिजाइन उन्हें इमोशनली टच कर गई। फैशन डिजाइनर सुधी मिश्रा कहती हैं कि ब्रांडेड या बड़े बाजारों से खरीदारी की जरूरत नहीं। लोकल मार्केट में भी आपको यूनीक और डिफरेंट डिजाइंस मिल सकते हैं। बस थोड़ी-सी मेहनत करनी होगी। लखनऊ या आसपास के जिले में हैं, तो चौक-अमीनाबाद जैसी मार्केट्स जरूर एक्सप्लोर करें। बनारस में पीली कोठी और आगरा, कानपुर की लोकल मार्केट्स में कल्चरल डिजाइन तैयार करने वाले कारीगर मिल जाएंगे। यही डिजाइन को यूनीक बनाता है। दूल्हा ज्यादातर शेरवानी या सूट पहनता है, लेकिन वो भी इमोशनल जुड़ाव वाले कपड़े डिजाइन करवा सकते हैं। साड़ी के पल्लू से बहुत सुंदर नेहरू जैकेट बन सकती है। बची हुई साड़ी का लहंगे में इस्तेमाल हो सकता है। इनके अलावा रेंटल आउटफिट भी अच्छा ऑप्शन है। इसकी वजह है कि शादी का लहंगा या शेरवानी शायद ही दोबारा बेहद कम पहना जाता है। ऐसे में रेंटल सर्विस किफायती हो सकती है। मेकअप-मेहंदी के फैमिली ऑफर से 30% की बचत मेकअप आर्टिस्ट नेहा रस्तोगी बताती हैं- मेरठ, आगरा, बरेली जैसे शहरों में मेकअप का कम से कम खर्च 5 से 20 हजार रुपए होता ही है। बजट के हिसाब से ऊपर-नीचे होता है। एयरब्रश मेकअप चाहिए तो रेट और बढ़ जाएंगे। शादी से तीन-चार महीने पहले ही मेकअप और मेहंदी आर्टिस्ट भी उसी समय तय कर लेना चाहिए, ताकि रेट लॉक हो जाए। ये भी क्लियर करें कि हाफ हैंड मेहंदी चाहिए या फुल। फैमिली ऑफर भी जरूर पूछें। ये 20 से 30% की बचत करवा सकता है। डिजाइन, टाइमिंग और फैमिली पैकेज सब पहले लिखवा लें, वरना शादी वाले दिन सब उलझ जाता है। शादी से 10-15 दिन पहले मेकअप का ट्रायल लेना भी ठीक रहता है। इससे एलर्जी या रिएक्शन पता चल जाता है और समय रहते दूसरी तरह का मेकअप फाइनल कर सकते हैं। भारी ज्वेलरी की जगह आर्टिफिशियल या पर्ल ज्वेलरी लें। यह बजट फ्रेंडली के साथ सुंदर भी होती है। कुछ पीस शादी के दूसरे फंक्शंस में पहनने के लिए भी चुनें। प्री-वेडिंग शूट की जगह इमोशनल पल कैप्चर करें पुराने समय में घरवाले और रिश्तेदार ही मिलकर शादी का सारा काम करते थे। आजकल इसे DIY यानी डू इट योर सेल्फ कहते हैं। दूल्हा-दुल्हन के दोस्त, रिश्तेदार वगैरह मिलकर घर और हल्दी-मेहंदी जैसे फंक्शन में सजावट कर सकते हैं। हल्दी में यलो और मेहंदी में ग्रीन फैब्रिक थीम का इस्तेमाल आम है। आप अपने हिसाब से एक्सपेरिमेंट कर सकते हैं। इमोशनल टच के लिए बिजली की लड़ियों के बीच पुरानी फोटोज की हैंगिंग्स इस्तेमाल कर सकते हैं। फोटोग्राफी किसी भी शादी का सबसे खास हिस्सा होता है। प्रोफेशनल फोटोग्राफर तुषार बताते हैं कि शादी करने वाले लोग महंगे स्टूडियो के बजाय शौकिया फोटोग्राफर्स को हायर कर रहे हैं, क्योंकि ये लोग भी बेहतरीन रिजल्ट दे रहे हैं। कानपुर-लखनऊ जैसे शहरों में कॉलेज स्टूडेंट्स कम बजट में डॉक्यूमेंट्री-स्टाइल फोटो शूट कर रहे हैं। फ्रीलांसर भी अच्छा काम कर रहे। इंस्टाग्राम पर आपको आसानी से ऐसे लोग मिल जाएंगे। प्री-वेडिंग शूट पर खर्च करने के बजाय दोस्तों से शादी के इमोशनल पल रिकॉर्ड करके रील्स बनवाएं। ये सबसे ज्यादा शेयरेबल और रियल होता है। 'स्मार्ट वेडिंग' के लिए 5 जादुई टिप्स टिप 1: अपने बजट को 4 हिस्सों में बांटें (4-पिलर बजट) वेन्यू+डेकोरेशन: 30-35% तककैटरिंग: 35-40% तककपड़े+ज्वैलरी+मेकअप: 15-20% तकमिसलेनियस: 10-15% तक टिप 2: लोकल वेंडर्स की ताकत पहचानें छोटे लॉन/सरकारी गेस्ट हाउस: महंगे बैंक्वेट हॉल की जगह, अपनी कॉलोनी के कम्युनिटी सेंटर, किसी स्कूल के लॉन, या सरकारी गेस्ट हाउस को किराए पर लें।डेकोरेशन: लोकल मार्केट में उपलब्ध फूल इस्तेमाल करें। DIY पर फोकस करें। ये कम कीमत में 'देसी और रियल' ऐस्थेटिक देते हैं।लोकल हलवाई: कैटरिंग के लिए लोकल हलवाई को हायर करें। मेन्यू में लिमिटेड आइटम रखें। क्वालिटी और UP का लोकल स्वाद कम बजट में मिल जाएंगे। टिप 3: DIY और डिजिटल बनिए ई-इन्विटेशन: महंगे प्रिंटेड कार्ड की जगह डिजिटल इन्विटेशन यानी वीडियो या ग्राफिक भेजें। इससे पैसे बचेंगे और ये इको-फ्रेंडली भी है।DIY डेकोर: हल्दी/मेहंदी के लिए अपनी पुरानी साड़ी और दुपट्टों का इस्तेमाल करें। जूट की रस्सियां, कांच की बोतलें और गेंदे के फूल सबसे किफायती और एथनिक डेकोरेशन देते हैं।फोटोग्राफी: बड़े स्टूडियो के बजाय फ्रीलांसर या शौकिया फोटोग्राफर्स चुनें। टिपिकल वेडिंग पोज की जगह क्रिएटिव फोटोशूट दे सकते हैं। टिप 4: 'इमोशनल वैल्यू' को ब्रांडेड से ऊपर रखें कपड़े: अच्छे रेंटल सर्विस से लहंगा किराए पर लें। मां-दादी की पुरानी बनारसी साड़ी से लहंगा बनवाएं।कंटेंट: प्री-वेडिंग शूट पर हजारों खर्च करने के बजाय दोस्तों से शादी के इमोशनल पल रिकॉर्ड करके रील्स बनवाएं। ये सबसे ज्यादा शेयरेबल और रियल होता है। टिप 5: इको-फ्रेंडली और सामाजिक जिम्मेदारी नो फूड वेस्ट: खाने की बर्बादी को रोकने के लिए बचा हुआ खाना लोकल NGO तक पहुंचाएं।प्लास्टिक को 'NO': प्लास्टिक की जगह कागज या इकोफ्रेंडली मटेरियल से बने डिस्पोजेबल का इस्तेमाल करें। ये वेडिंग सीजन आपका है। अपनी शादी को भव्य ही नहीं स्मार्ट, सार्थक और कल्चर से भरपूर बनाएं। कल हम आपको यूपी के उन चुनिंदा शहरों के बारे में बताएंगे जहां कम खर्च में यादगार डेस्टिनेशन वेडिंग हो सकती है। **** स्टोरी एडिट- कृष्ण गोपाल ग्राफिक्स- सौरभ कुमार

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:45 am

डोगेश ब्रो के अच्छे ट्रेनर हैं बाहुबली भैया:एग्जिट पोल पर दहाड़ीं प्रिया सरोज, चार पहिया छोड़ बुलेट में ढूंढा पटाखा

ऊपर Video पर क्लिक करें और देखें... आज यूपी की राजनीति और सरकारी विभागों की कौन सी बात खरी है....

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:45 am

ठंड के मौसम में बसों के लिए नई गाइडलाइन जारी:चालक-परिचालक को दिया जाएगा विशेष प्रशिक्षण, सभी उपकरण रखे जाएंगे दुरुस्त

ठंड और कोहरे के मौसम में सड़क हादसों की बढ़ती आशंका को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार अलर्ट मोड में आ गई है। परिवहन राज्यमंत्री दयाशंकर सिंह ने परिवहन निगम और क्षेत्रीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि बसों की सुरक्षा और तकनीकी स्थिति पर कोई ढिलाई न बरती जाए। मंत्री ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता यात्रियों को सुरक्षित और सुगम यात्रा मुहैया कराना है। कोहरे में घटती विजिबिलिटी से बढ़ता खतरा नवंबर से लेकर जनवरी तक प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में घना कोहरा और सड़क फिसलन आम बात है। ऐसे में जरा-सी लापरवाही भी बड़ी दुर्घटना में बदल सकती है। मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि सुबह और रात के समय विजिबिलिटी बेहद कम होने से हादसे बढ़ जाते हैं। इसीलिए हर चालक को संयमित गति से वाहन चलाने और सड़क सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा, “शरद ऋतु में मौसम की स्थिति चुनौतीपूर्ण होती है। ऐसे में बस संचालन में अत्यधिक सतर्कता जरूरी है। यात्रियों की सुरक्षा सरकार की जिम्मेदारी है और इसमें कोई कोताही नहीं बरती जाएगी।” सभी चालकों को मिलेगा विशेष प्रशिक्षण परिवहन विभाग को निर्देशित किया गया है कि सभी चालक और परिचालक को विशेष सुरक्षा प्रशिक्षण दिया जाए। प्रशिक्षण में उन्हें बताया जाएगा कि फॉग, फिसलन और कम दृश्यता में वाहन कैसे नियंत्रित रखें, और आपात स्थिति में यात्रियों की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित करें। अधिकारियों की माने तो, ड्राइवरों को रात्रिकालीन ड्राइविंग के दौरान लो बीम हेडलाइट के इस्तेमाल और फॉग लाइट की मदद से रास्ते की पहचान करने की तकनीक सिखाई जाएगी। बसों की तकनीकी फिटनेस पर रहेगा फोकस परिवहन मंत्री ने निर्देश दिया कि सभी बसों में रेफ्लेक्टिव टेप, हेडलाइट, बैकलाइट, इंडीकेटर, साइड मिरर, हार्न, और अन्य सभी सुरक्षा उपकरण पूरी तरह से कार्यरत रहें। उन्होंने कहा कि हर बस में ऑल-वेदर बल्ब लगे हों और वाइपर व शीशे सही हालत में हों, ताकि कोहरे में दृश्यता बनी रहे। बसों की इलेक्ट्रिकल वायरिंग भी नियमित रूप से जांची जाएगी। किसी भी बस में गड़बड़ी मिलने पर उसे तत्काल संचालन से हटा दिया जाएगा। अग्निशमन यंत्र और फर्स्ट एड किट अनिवार्य सुरक्षा की दृष्टि से हर बस में अग्निशमन यंत्र और प्राथमिक उपचार किट रखना अनिवार्य किया गया है। अधिकारी सुनिश्चित करेंगे कि ये उपकरण कार्यक्षम स्थिति में हों।अग्निशमन यंत्र की वैलिडिटी और रिफिलिंग डेट का रिकॉर्ड हर बस डिपो पर सुरक्षित रखा जाएगा। RTO को नियमित निरीक्षण का आदेश दयाशंकर सिंह ने सभी क्षेत्रीय परिवहन अधिकारियों (RTOs) को बस अड्डों और रूटों पर नियमित निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं। निरीक्षण के दौरान बसों के उपकरण, चालक की फिटनेस और गाड़ी की तकनीकी स्थिति की जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि जो बसें तय मानकों का पालन नहीं कर रही हैं, उन्हें फिटनेस सर्टिफिकेट नहीं दिया जाएगा।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:44 am

गुटबाजी रोकने के लिए बेरी और लाडी की प्रधानगी बरकरार

भास्कर न्यूज | जालंधर कांग्रेस ने संगठन सृजन अभियान के तहत जिला कांग्रेस कमेटी शहरी के प्रधान पूर्व विधायक राजिंदर बेरी को पद पर बरकरार रखा है। जबकि शाहकोट के विधायक तथा जिला कांग्रेस कमेटी देहाती के प्रधान हरदेव सिंह लाडी शेरोवालिया को भी दोबारा जिम्मेदारी दी गई है। कांग्रेस का संगठन सृजन प्रोग्राम सभी जिलों में कमेटियों की सलेक्शन से जुड़ा है। नए प्रधान चुनने के लिए जालंधर के शहरी तथा देहाती को मिलकर सभी 9 विधानसभा क्षेत्र में लीडरशिप से राय ली गई थी। 2 महीने नए जिला प्रधान के नाम की लिस्ट जारी होने का इंतजार चलता रहा। मंगलवार रात 11 बजे कांग्रेस ने आधिकारिक तौर पर कार्यकर्ताओं को दोनों नेताओं को अपने पदों पर बरकरार रखें, जाने के संबंध में लिस्ट जारी कर दी। जालंधर सिटी में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मेंबर मनु वडिंग, जिला कांग्रेस कमेटी शहरी के उपाध्यक्ष काउंसलर पवन कुमार पद के प्रबल दावेदार थे। लेकिन कांग्रेस ने पूर्व विधायक बेरी को बरकरार रखा। बेरी चौथी बार चुने गए हैं। वह कैप्टन अमरिंदर सिंह, प्रताप सिंह बाजवा के बाद अब सांसद अमरिंदर सिंह राजा बडिंग के साथ काम कर रहे हैं। जिले में कांग्रेस ही नहीं आप, भाजपा के नेताओं में भी प्रधानगी पद बरकरार रखने की कवायद शुरू हो गई है।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:44 am

सिटी रेलवे स्टेशन पर चलाया सर्च ऑपरेशन

जालंधर| दिल्ली बमकांड को लेकर सिटी रेलवे स्टेशन व कैंट रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को सर्च आपरेशन चलाया गया। सर्च के दौरान सामान की जांच की। जॉइंट सीपी संदीप शर्मा, एडीसीपी आकर्षि जैन और हरिंदर सिंह गिल ने रेलवे सुरक्षा बल और जीआरपी व एआरपी संग मिलकर आपरेशन चलाया। अभियान के दौरान, दोनों स्टेशनों के हर हिस्से - प्रवेश और निकास द्वार, प्लेटफॉर्म और प्रतीक्षालय - की गहन जांच की गई। हैंडहेल्ड मेटल डिटेक्टर और बैगेज स्कैनर जैसे आधुनिक उपकरणों की मदद से यात्रियों, सामान और वाहनों की तलाशी ली गई।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:43 am

हेल्पलाइन सेवा से 150 बेसहारा पशु गौशाला पहुंचाए

भास्कर न्यूज | जालंधर डीसी डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने जालंधर की सड़कों को बेसहारा पशुओं से मुक्त करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए है। जिला प्रशासकीय परिसर में एडीसी यूडी सहित जिला पशु कल्याण समिति और जिला सोसाइटी फॉर प्रिवेंशन ऑफ क्रुएल्टी टू एनिमल्स (एसपीसीए) की मीटिंग में डीसी ने अधिकारियों से 31 दिसंबर से पहले शहर के सभी बेसहारा पशुओं को गौशालाओं में पहुंचाना सुनिश्चित करने के लिए कहा है। उन्होंने एसडीएम को अपने अधिकार क्षेत्र में सड़कों पर घूमते बेसहारा पशुओं को गौशालाओं में पहुंचाने के लिए प्रयास तेज करने को कहा। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा 31 मार्च तक बेसहारा पशुओं को गौशालाओं में भेजकर पूरे जिले को इस समस्या से मुक्त करवाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिला प्रशासन द्वारा शुरू की गई हेल्पलाइन सेवा के बाद करीब 150 बेसहारा पशु गौशालाओं में भेजे गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि शाहकोट में कन्नियां कलां गौशाला में जल्द ही नए शेड का निर्माण किया जा रहा है, जहां क्षमता बढ़ने से अधिक बेसहारा पशु भेजे जा सकेंगे। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि लोग प्रशासन द्वारा जारी वॉट्सएप हेल्पलाइन 9646-222-555 पर बेसहारा पशुधन के बारे में सूचना भेज सकते है। उन्होंने कहा कि प्राप्त सूचना संबंधित विभाग को भेजकर बेसहारा पशुओं को तुरंत गौशालाओं में भेजने की व्यवस्था की जाएगी। डॉग स्टरलाइजेशन के कार्य का लिया जाएजा डीसी ने एनिमल बर्थ कंट्रोल (एबीसी) कार्यक्रम के तहत डॉग स्टरलाइजेशन के चल रहे काम का भी जायजा लिया। निगम अधिकारियों ने बताया कि 1 जनवरी 2025 से अब तक 4478 कुत्तों को स्टरलाइज किया गया है। शहर में वार्ड वार डॉग स्टरलाइजेशन की जा रही है, जिसके तहत वार्ड नंबर 10 और 11 में डॉग स्टरलाइजेशन का काम लगभग पूरा हो चुका है। उन्होंने बताया कि इस काम को पूरे शहर में दो-दो वार्ड करके पूरा किया जाएगा। आवारा कुत्तों के मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा हाल ही में जारी निर्देशों की पालना सुनिश्चित करने के लिए निगम अधिकारियों ठोस योजना तैयार करने के निर्देश दिए। मीटिंग में एसडीएम विवेक कुमार मोदी, ज्वाइंट कमिश्नर निगम जलंधर मंदीप कौर, डिप्टी डायरेक्टर पशु पालन विभाग डॉ. सुखविंदर सिंह मौजूद थे।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:43 am

श्री देवी तालाब मंदिर में जयकारों के बीच कारसेवा जारी, भक्त सम्मानित

भास्कर न्यूज | जालंधर श्री देवी तालाब मंदिर में कारसेवा जारी है। मां त्रिपुरमालिनी के आशीर्वाद से 7 नवंबर को कारसेवा प्रारंभ हुई थी। सोमवार को इसका 5वां दिन रहा। सुबह 9 बजे से कारसेवा में भक्त हिस्सा लेकर पुण्य प्राप्त कर रहे हैं। श्री देवी तालाब मंदिर प्रबंधक कमेटी ने तमाम संगठनों को आमंत्रण भेजा था। कारसेवा करने पहुंचने वाले संगठनों को कमेटी ने सम्मानित किया। सोमवार को देवी तालाब मंदिर में चल रही कार सेवा में इंजीनियरिंग इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के सदस्यों ने हिस्सा लिया। उन्हें श्री देवी तालाब मंदिर प्रबंधक कमेटी के महासचिव राजेश विज ने सम्मानित किया। कारसेवा में संगठन के प्रधान सुनील शर्मा, राजीव जयरथ, मंगल सिंह, अरुण शर्मा, संदीप शारदा, सुमित दुग्गल, अमित दुग्गल, राजेश अग्रवाल, नवदीप शारदा, सुरिंदर सिंह, संदीप महाजन, राकेश बिगमाल, आशीष विज, राम चंदर, सुभाष अग्रवाल और पवप्रीत पाल सिंह शामिल रहे हैं। राजेश विज ने बताया कि जब तक तलाब की संपूर्ण सेवा कारसेवक पूरी करेंगे, तब तक ये कार्य जारी रहेगा।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:43 am

बस्ती दानिशमंदां में युवाओं ने किया 60 यूनिट खूनदान

जालंधर | बस्ती दानिशमंदां में कांग्रेस के युवा सदस्यों ने वार्ड 53 के प्रभारी दीपक यादव की देखरेख में खूनदान कैंप लगाकर 60 यूनिट खून इकट्ठा किया। यहां सुरिंदर कौर, करण कुमार के अलावा विजय यादव, सुमन यादव, सोमनाथ, मंगा राम सारंगल, गुलजारी लाल, जगदीश दालिया, शालू जरेवाल, सुखदेव सिंह, मक्खन सिंह, अमरजीत गुल्लू, कंवलजीत सिंह, मोहित सक्सेना, मुनीष पाहवा, संजू अत्री, दीपक, बब्बू मौजूद रहे।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:43 am

शहादत दिवस : हर गांव में रोपे जाएंगे 350 पौधे

भास्कर न्यूज | जालंधर श्री गुरु तेग बहादुर जी का 350वां शहादत दिवस 24 नवंबर को है। इस कड़ी में जालंधर से वातावरण संरक्षण का संदेश भी घर-घर जाएगा। गुरु की शिक्षाओं के साथ-साथ संगत कुदरत के संरक्षण से भी जुड़ेगी। हर गांव व कॉलोनी में 350 पौधे लगाए जाएंगे। जालंधर के सीचेवाल में 2 लाख पौधों की नर्सरी तैयार की गई है। पौधे पंचायतों और जनसभाओं को दिए जाएंगे। इससे पहले पूरे पंजाब में श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव समारोहों की कड़ी में हर गांव में 550 पौधे लगाए गए थे। रविवार को वातावरण प्रेमी संत बलबीर सिंह सीचेवाल के साथ जुड़े युवा श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाशोत्सव समागमों की कड़ी में पौधे वितरित कर रहे हैं। निकाले गए नगर कीर्तन को हरित नगर कीर्तन का नाम दिया गया। इस दौरान 10 हजार पौधे बांटे गए। संत सीचेवाल बताते हैं कि 24 नवंबर से हर गांव में 350 पौधे लगाने की मुहिम आरंभ होगी। ये मुहिम पूरे 1 साल चलेगी। जालंधर में ही 1050 गांव हैं। इस तरह सिर्फ जालंधर जिले में ही 3,67,500 पौधे रोपे जाएंगे। इनमें प्राचीन किस्म के पौधों पर फोकस है। जिसमें आम, अमरूद, नींबू, शहतूत, जामुन आदी शामिल हैं। स्कूल के मैदानों, खेल मैदानों, साझा जमीनों, सड़कों के किनारे ग्रीन बैल्ट बनाने का संदेश दिया जाएगा। इस मुहिम के तहत संगत की भूमिका अहम है। इनमें पंचायतें, युवा क्लब, धार्मिक संगठनों और वातावरण प्रेमियों का साथ रहेगा। पंचायत की जमीनों, खेल मैदान, स्कूलों, सड़कों के किनारे और साझे स्थलों पर पौधारोपण किया जाएगा।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:42 am

आध्यात्मिक ज्ञान को असल जिंदगी में अपनाने से दूर होती है चिंता : गुरु मां

भास्कर न्यूज | जालंधर सर्व साझा रूहानी मिशन के संस्थापक परम पूज्य संत श्री जीवन बीर महाराज के जन्मदिवस के उपलक्ष्य पर सत्संग करवाया गया। इसमें गुरु रजनी मां ने प्रवचन करते हुए कहा कि आध्यात्मिक ज्ञान मात्र धार्मिक क्रियाकलापों तक सीमित न होकर मनुष्य को अपने वास्तविक स्वरूप आत्मा, चेतना और मानवीय मूल्यों की समझ प्रदान करता है। इस ज्ञान से व्यक्ति तनाव, चिंता और नकारात्मक भावनाओं से मुक्त होकर अधिक संतुलित और अर्थपूर्ण जीवन जी सकता है। वर्तमान जीवनशैली में मानसिक स्वास्थ्य चुनौतियों का समाधान आध्यात्मिक जागरूकता से संभव है। कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री मोहिंदर भगत, पूर्व सांसद सुशील कुमार रिंकू बतौर मुख्य मेहमान पहुंचे। विद्यार्थियों, युवाओं, वरिष्ठ नागरिकों तथा विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने इसमें भाग लिया। आयोजन के दौरान ध्यान-प्रयोग, प्रेरक व्याख्यान और प्रश्नोत्तर सत्र भी करवाए गए। जरूरतमंदों को राशन तो बच्चों को स्टेशनरी बांटी गई। यहां साहिल अरोड़ा, सुभाष चंद्र, प्रेम अरोड़ा, रोहित अरोड़ा, दिलखुश, परवीन कुमार, नरेश लाड्डी, राजेश बब्बर, राज कुमार, मोहित अरोड़ा, पार्षद नेहा जरेवाल, नवदीप जरेवाल, अमरप्रीत सिंह, तरलोचन सिंह छाबड़ा, फ्रेंड्स वेलफेयर सोसाइटी के विमल कुमार, विजय कन्नोजिया, कंचन बाला, आशा रानी, कृष्णा कालड़ा, सुनैना मक्कड़ मौजूद थे।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:42 am

घराटिया जठेरों के शीतऋतु मेले पर नव दंपतियों ने माथा टेका

जालंधर | घराटिया गोत्र (पूनम) से संबंधित शीतऋतु मेला आरएसपुरा चकरोई में करवाया गया। इसमें पंजाब, जम्मू, राजस्थान, हरियाणा से आए लोगों ने बुआ बावा जी का आशीर्वाद प्राप्त किया। घराटिया जठेरे जालंधर पंजाब के चेयरमैन लब्बा राम, अध्यक्ष विजय भगत, महासचिव गणेश भगत, कोषाध्यक्ष राकेश कुमार और मुख्य सलाहकार रविंदर भगत ने बताया कि आयोजन के दौरान मंदिर के मुख्य सेवादार बाबा बचन लाल की ओर से बाबा बुआ की पूजा अर्चना की गई। ध्वजारोहण के बाद भंडारा लगाया गया। इस दौरान नवविवाहित पुत्र और पुत्रवधुओं ने माथा टेका। यहां सुरेंद्र मोहन, संसार चंद, ज्ञान चंद, मास्टर दिलीप कुमार, ब्रिज लाल, पवन कुमार, बलविंदर कुमार, मनोहर लाल, रतन लाल मौजूद रहे।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:42 am

आर्य समाज मंदिर में सत्संग, आचार्य जयेंद्र बोले- परमात्मा हमारा साथ कभी नहीं छोड़ता

भास्कर न्यूज | जालंधर आर्य समाज मंदिर मॉडल टाउन के 76वें वार्षिक उत्सव के पावन अवसर पर हवन यज्ञ और सत्संग का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम पंडित सत्य प्रकाश शास्त्री एवं पंडित बुद्धदेव वेदालंकार ने आचार्य जी के अध्यक्षता में यज्ञ करवाया। इसमें रजनी सेठी, हिंद पाल सेठी, सुशीला भगत, नीरू कपूर मुख्य यजमान थे। इसके बाद पंडित सुरेंद्र आर्य और रश्मि घई ने भजन प्रस्तुत किए। नोएडा से पधारे आचार्य जयेंद्र शास्त्री ने अपने प्रवचन में कहा कि परमात्मा प्रकाश स्वरूप है। जीवन में अनुभव व्यक्ति को कहीं से कहीं पहुंचा देता है। परमात्मा का साथ जन्म-जन्म से नहीं छूटता। पारंगत मनुष्य ही परमात्मा की कृपा से दोनों किनारों को पार कर लेता है। परमात्मा कर्मठ मनुष्यों के जीवन में प्रकाश भर देता है। सांसारिक पिता तो कई बार छोड़ देते हैं परंतु वह परमपिता परमात्मा हमारा साथ कभी नहीं छोड़ता। इसलिए प्रत्येक मनुष्य को सत्य को अंगीकार करना चाहिए। कार्यक्रम में स्टेज अजय महाजन ने संभाली। प्रधान अरविंद घई ने ऋषि दयानंद सरस्वती जी के जीवन आदर्श धारण करते के लिए सब को प्रेरित किया। यहां जोगिंदर भंडारी, बलदेव मेहता, कुलभूषण धीर, प्रोफेसर रमेश कुकरेजा, ध्रुव कुमार मित्तल, राजेंद्र वर्मा, अशोक बत्रा, पंडित रमेश, प्रियव्रत शास्त्री, ज्योति शर्मा, कमलेश सेठी, शशि मेहता, रमा नागपाल, कमलेश नागरथ, उर्वशी बत्रा, सुदेश वर्मा, शिव मित्तल, दीप्ति सग्गी, सरोज सरीन, श्रुति, रेनु महाजन उपस्थित रहे। शांति पाठ के पश्चात प्रसाद बांटा गया।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:42 am

13 को नाम अभ्यास, 19 को होगी भागवत और शिव कथा

जालंधर | हमारा शहर आगामी दिनों में भक्ति, श्रद्धा और सौहार्द का केंद्र बनने जा रहा है। 13 से 25 नवंबर तक शहर में 3 बड़े धार्मिक समागमों का आयोजन होगा, जिनमें सिख और हिंदू दोनों समुदाय प्रभु भक्ति में लीन होकर एकता और प्रेम का संदेश देंगे। दुख निवारण साहिब में नाम अभ्यास : गुरुद्वारा नौंवी पातशाही दुख निवारण साहिब गुरु तेग बहादुर नगर में 13 नवंबर से नाम अभ्यास समागम आरंभ होगा। सुबह 5 से 6.15 बजे तक भाई जगजीत सिंह जी बबीहा वाले संगतों को नाम अभ्यास से निहाल करेंगे। श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी की शहादत के 350 वर्ष होने पर जो समागम नगर की सभाएं कर रही हैं, इसी कड़ी में नाम अभ्यास समागम हो रहा है। परिवारों सहित इसमें संगत शामिल होगी। पतित पावन दास करेंगे भावगत कथा : सिटी में 19 से 25 नवंबर तक श्रीमद् भागवत कथा होगी। इसमें आनंदमय एवं भक्तिमय जीवन का सार मिलेगा। कथा व्यास श्री पतित पावन दास जी द्वारा होगा। कथा का स्थान सेंट्रल टाउन की गली नंबर में 5 में स्थित श्री अमर मंदिर है। प्रतिदिन दोपहर 3 से शाम 6 बजे तक कथा होगी। भरत पांडे महाराज करेंगे शिव कथा : सिटी में परम पूज्य भरत पांडे जी महाराज 19 से 23 नवंबर तक शिव कथा करेंगे। कथा श्री राम दरबार में रोजाना रात 7.30 से 10.30 बजे तक चलेगी। ये दिव्य श्री शिव कथा श्री सनातन धर्म सभा प्रांगण, माई हीरां गेट में करवाई जा रही है।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:41 am

बिल्डरों पर एक्शन लेने के लिए शासन से मिली अनुमति:केस टू केस स्टडी कर बोर्ड में लाएंगे प्रस्ताव,  साढ़े पांच हजार करोड़ है बकाया

बिल्डरों के पास बकाया जमा करने की डेडलाइन समाप्त हो चुकी है। प्राधिकरण ने 43 डेवलपर को नोटिस जारी किया था। जिसमें से कुछ का जवाब आया है। अधिकांश का जवाब पैसे जमा करने को लेकर आया है। हालांकि प्राधिकरण राहत देने के मूड में नहीं है। ऐसे डेवलपर जिन्होंने राहत पैकेज पर न तो सहमति दी थी और न ही पैसा जमा किया था। उनके लिए प्राधिकरण ईओडब्ल्यू में लैटर लिख चुका है। सबसे पहले बोर्ड में इन बिल्डरों की फाइल रखी जाएगी। इनका भूखंड आवंटन तक रद्य किया जा सकता है। प्राधिकरण के एसीईओ वंदना त्रिपाठी ने बताया कि प्राधिकरण ने बकायदारों से राहत पैकेज हटाने का प्रस्ताव बोर्ड में गया था। शासन के अप्रूवल का इंतजार था। नियमानुसार एक्शन लेने का अप्रूवल मिल गया है। डेवलपर की फाइलों को केस टू केस देखा जाएगा। प्रत्येक केस पर क्या निर्णय लिया जाएगा ये बोर्ड तय करेगा। आगामी बोर्ड में सभी केस की स्टडी करके प्रस्ताव लाया जाएगा। बता दे बिल्डर पर करीब साढ़े पांच हजार करोड़ का बकाया है। अमिताभ कांत समिति की सिफारिश लागूनोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि अमिताभ कांत समिति की सिफारिशों के तहत यूपी सरकार ने 21 दिसंबर 2023 को शासनादेश जारी किया था। इसके बाद प्राधिकरण ने पहले चरण में उन 57 बिल्डर परियोजनाओं को शामिल किया, जिनका किसी न्यायालय में मामला विचाराधीन नहीं था। मार्च-अप्रैल 2024 से बिल्डरों ने बकाया जमा करवाना शुरू कर दिया था। 5.5 हजार करोड़ का है बकायाअधिकारियों ने बताया कि 57 में से जिन 35 बिल्डरों ने कुल बकाया में से 25 प्रतिशत राशि जमा की है, वह आगे किस्तें नहीं दे रहे, जबकि 100 करोड़ रुपए तक के बकायादार को एक साल में पूरी राशि जमा करनी थी। इनके अलावा 12 परियोजना के बिल्डरों ने कुछ-कुछ बकाया राशि जमा की है। 10 परियोजना के बिल्डरों ने कोई बकाया जमा नहीं किया। बोर्ड में लिया गया था निर्णयइस महीने हुई बोर्ड बैठक में प्राधिकरण के चेयरमैन दीपक कुमार ने आदेश दिया था कि बिल्डरों को बकाया जमा करने के लिए 31 अक्टूबर तक का अंतिम समय दिया गया था। अगर इस दौरान भी बिल्डर बकाया जमा नहीं करते हैं तो उनको दिया राहत पैकेज समाप्त कर दिया जाए। प्राधिकरण ने राहत पैकेज के अंतर्गत कोविड काल के दौरान दो साल का जीरो पीरियड और एनजीटी के आदेश के तहत अलग भी जीरो पीरियड का लाभ दे रखा है। अब इस मामले में शासन से अप्रूवल आ गया है।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:40 am

RJS मुख्य परीक्षा का रिजल्ट घोषित, 169 उम्मीदवार चयनित:जनरल कैटेगरी में 150, SC 121 व ST 123 रही कटऑफ

राजस्थान हाईकोर्ट जोधपुर ने राजस्थान न्यायिक सेवा (RJS) सिविल जज के पद के लिए मुख्य परीक्षा का रिजल्ट मंगलवार को घोषित कर दिया। 11 और 12 अक्टूबर 2025 को जोधपुर व जयपुर में आयोजित मुख्य परीक्षा में कुल 169 उम्मीदवार इंटरव्यू के लिए अंतिम रूप से योग्य पाए गए हैं। रजिस्ट्रार (परीक्षा) द्वारा जारी इस रिजल्ट से पहले इस भर्ती के लिए 27 फरवरी 2025 को विज्ञापन जारी किया गया था। इस रिजल्ट में सामान्य श्रेणी के लिए कटऑफ 150 अंक रहा, जो सबसे अधिक है। सामान्य श्रेणी (विधवा) के लिए 133.5 अंक, सामान्य श्रेणी (भूतपूर्व सैनिक) के लिए 116 अंक निर्धारित किया गया। वहीं, अनुसूचित जाति के लिए 121 अंक और अनुसूचित जनजाति के लिए 123 अंक का कटऑफ रहा।​ इसी तरह, ओबीसी/एमबीसी-एनसीएल श्रेणी के लिए 137.5 अंक, मोर बैकवर्ड क्लास-एनसीएल के लिए 120.5 अंक और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) के लिए 147 अंक का कटऑफ निर्धारित किया गया। दिव्यांग श्रेणी में लोकोमोटर डिसेबिलिटी (LD) के लिए 106 अंक और ब्लाइंड एंड लो विजन (BLV) के लिए 111 अंक का कटऑफ रहा।​ इंटरव्यू के लिए चयनित उम्मीदवारों को सलाह दी गई है कि वे हाईकोर्ट की वेबसाइट पर नियमित रूप से विजिट करते रहें, क्योंकि इंटरव्यू की तारीखें उचित समय पर घोषित की जाएंगी।​ इंटर-व्यू के लिए चयनित उम्मीदवारों के लिए जरूरी सूचना रजिस्ट्रार (परीक्षा) ने स्पष्ट किया है कि इंटरव्यू के लिए योग्य पाए गए उम्मीदवारों की उम्मीदवारी किसी भी स्तर पर खारिज की जा सकती है यदि उनके द्वारा प्रस्तुत मूल दस्तावेज राजस्थान न्यायिक सेवा नियम, 2010 के प्रावधानों में निहित पात्रता की आवश्यकता को पूरा नहीं करते हैं।​ अंतिम रूप से योग्य उम्मीदवारों के इंटरव्यू की तारीखें उचित समय पर घोषित की जाएंगी। इसलिए उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे वेबसाइट पर नियमित रूप से विजिट करते रहें।​ एलएलबी अभ्यर्थियों की उम्मीदवारी रद्द 4 उम्मीदवारों की उम्मीदवारी को चयन प्रक्रिया में विचार नहीं किया गया है। ये वे उम्मीदवार थे जिन्होंने अपना ऑनलाइन आवेदन फॉर्म एलएलबी परसुइंग कैंडिडेट के रूप में जमा किया था और मुख्य परीक्षा के आयोजन के 7 दिनों के भीतर आवश्यक शैक्षणिक योग्यता प्राप्त करने का प्रमाण जमा करने में विफल रहे।​ यह नियम पहले से ही स्पष्ट था कि एलएलबी परसुइंग उम्मीदवारों को मुख्य परीक्षा के 7 दिनों के भीतर अपनी डिग्री का प्रमाण जमा करना अनिवार्य है। इस नियम का पालन न करने वाले 4 उम्मीदवारों को चयन प्रक्रिया से बाहर कर दिया गया।​ जल्द अपलोड होगी मार्क्सशीट मुख्य परीक्षा में उपस्थित हुए और इंटरव्यू के लिए योग्य घोषित नहीं किए गए उम्मीदवारों की मार्क्स की स्टेटमेंट जल्द ही हाईकोर्ट की वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी। हालांकि, ऊपर बताए गए नोट्स के सीरियल नंबर 3 में उल्लिखित उम्मीदवारों को छोड़कर।​ यह सुविधा उम्मीदवारों को उनके प्रदर्शन को समझने और भविष्य की परीक्षाओं की तैयारी में मदद करेगी। जो उम्मीदवार इस बार सफल नहीं हो सके, वे अपनी मार्क्सशीट देखकर अपनी कमजोरियों को पहचान सकेंगे। महिला उम्मीदवारों के लिए अलग कटऑफ नहीं हाईकोर्ट ने स्पष्ट किया है कि सभी श्रेणियों की सूची में पहले से ही आवश्यकता से अधिक संख्या में महिला उम्मीदवार स्थान पा चुकी हैं, इसलिए महिलाओं के लिए अलग से कोई कटऑफ घोषित नहीं किया जा रहा है।​ यह एक सकारात्मक संकेत है कि महिला उम्मीदवारों ने सामान्य कटऑफ पर भी बड़ी संख्या में सफलता हासिल की है। यह न्यायिक सेवाओं में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी को दर्शाता है। सिविल जज के पद के लिए भर्ती यह रिजल्ट राजस्थान न्यायिक सेवा में सिविल जज के कैडर में सीधी भर्ती के लिए घोषित किया गया है। मुख्य परीक्षा 11 और 12 अक्टूबर 2025 को आयोजित की गई थी। इसके बाद अब चयनित उम्मीदवारों का इंटरव्यू होगा और अंतिम मेरिट लिस्ट तैयार की जाएगी।​ सिविल जज का पद राज्य न्यायिक सेवा में प्रवेश स्तर का पद है। इस पद पर चयनित उम्मीदवारों को राजस्थान के विभिन्न जिलों में सिविल मामलों की सुनवाई करनी होती है। यह एक प्रतिष्ठित पद है और हजारों कानून स्नातक इसकी तैयारी करते हैं। चयन प्रक्रिया के चरण राजस्थान न्यायिक सेवा की चयन प्रक्रिया तीन चरणों में होती है - प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू। प्रारंभिक परीक्षा क्वालिफाइंग होती है और मुख्य परीक्षा तथा इंटरव्यू के अंकों के आधार पर अंतिम मेरिट तैयार होती है। मुख्य परीक्षा में विभिन्न कानूनी विषयों पर वर्णनात्मक प्रश्न पूछे जाते हैं। इंटरव्यू में उम्मीदवार के व्यक्तित्व, कानूनी ज्ञान और न्यायिक सेवा के लिए उपयुक्तता का आकलन किया जाता है। उम्मीदवारों के लिए सलाह इंटरव्यू के लिए चयनित उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे अपने सभी मूल दस्तावेज तैयार रखें। इनमें शैक्षणिक प्रमाण पत्र, जन्म प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो) और अन्य आवश्यक दस्तावेज शामिल हैं। उम्मीदवारों को राजस्थान हाईकोर्ट की आधिकारिक वेबसाइट पर नियमित रूप से विजिट करते रहना चाहिए ताकि इंटरव्यू की तारीखों और अन्य महत्वपूर्ण सूचनाओं की जानकारी मिलती रहे।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:40 am

भगवान श्री कृष्ण ने बताए- जीवन प्रबंधन के 9 सूत्र, कर्म-धर्म-भक्ति सबसे ऊपर

भास्कर न्यूज | जालंधर अजीत नगर के दुर्गा मंदिर में सामाजिक सुधार सभा की ओर से चार दिवसीय रासलीला कार्यक्रम करवाया जा रहा है जिसमें भक्तों ने भगवान श्री कृष्ण के जीवन प्रबंधन संबंधी 9 सूत्रों को जाना। रासलीला के चौथे दिन का शुभारंभ रानी, परवीन, अनीता रानी, कृति शर्मा ने ज्योति प्रज्ज्वलित करके किया था। हलकी ठंडक में देर रात तक रासलीला में प्रभावशाली नजारों ने भक्तों का ध्यान खींचा। इस दौरान भक्तों ने जाना- अगर सुखद जीवन जीना है तो कर्म-धर्म-भक्ति को जीवन में अपनाएं। धरती पर सभी बराबर हैं। सभी से प्रेम और करुणा का रिश्ता रखिए। इससे आपके जीवन में अनंत खुशियां आएंगी।रासलीला के दौरान श्री सर्वेश्वर रासलीला मंडल वृंदावन के प्रमुख रास आचार्य स्वामी प्रहलाद दास ने कुंज गलियों का दृश्य प्रस्तुत किया। भगवान कृष्ण की बाल अवस्था की लीलाएं दिखाई गईं। इसमें कन्हैया जी की माखन चुराने, गोपियों का भगवान को तंग करना, भगवान को बहाने से घर भुलाने के दृश्य दिखाए गए। आचार्य प्रहलाद ने प्रभु की लीलाओं के जरिए धर्म परंपरा से सबको जोड़ा। वरिंदर यादव ने कहा कि धार्मिक आयोजन करवाने से ही समाज एवं युवाओं को अच्छी दिशा मिलती है जिसके बाद समाज के लोग बुराइयों के खिलाफ एकजुट होकर कार्य करते हैं। सभा के चेयरमैन किशनलाल शर्मा ने कहा जब-जब अधर्म धरती पर बढ़ता है तब-तब भगवान किसी ना किसी रूप में जन्म लेकर अधर्म को खत्म कर धरती पर आते हैं। इसलिए हमें सदैव धर्म के अनुसार कार्य करते हुए अधर्मियों के खिलाफ खड़े रहना चाहिए। रासलीला के दौरान सभा के महामंत्री अजमेर सिंह बादल, तरसेम पूरी, जनार्दन झा, सुदेश सेषा, उमेश चड्डा, पार्षद रवि कुमार, अजय भारद्वाज, कुलविंदर भोगल, भुनेश बाली, डॉ. वनीत शर्मा, डॉ. हरविंदर कमल, कमलकांत कालिया, नरेश शर्मा, राकेश कुमार, जसवंत सिंह, शीतल सिंह उपस्थित रहे।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:37 am

सतत विकास लक्ष्य सूचकांक:गरीबी उन्मूलन, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे विकास लक्ष्यों को हासिल करने में झुंझुनूं, राजसमंद, चित्तौड़गढ़ आगे, भरतपुर-जैसलमेर पिछड़े

गरीबी खत्म करने, कोई व्यक्ति भूखा न रहे और अच्छी शिक्षा व स्वास्थ्य सुलभता को लेकर सहस्राब्दी विकास लक्ष्यों को हासिल करने में राजस्थान 67 प्रतिशत उपलब्धि के साथ 20वें नंबर पर है। प्रदेश ने इसमें 7 प्रतिशत का सुधार किया है। वहीं, जिला स्तर पर ये लक्ष्य हासिल करने में झुंझुनूं, राजसमंद और चित्तौड़गढ़ सबसे आगे हैं। झुंझुनूं पहले स्थान पर है। जबकि चित्तौड़गढ़ दूसरे व राजसमंद तीसरे स्थान पर है। जबकि भरतपुर, जैसलमेर और सवाई माधोपुर आदि जिले सबसे नीचे की रैंक पर है। भारत में सतत विकास लक्ष्यों को वर्ष 2030 तक हासिल किया जाना है। 17 लक्ष्यों की सूची में गरीबी समाप्त करना, भुखमरी खत्म करना, अच्छा स्वास्थ्य और जीवन स्तर, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, लैंगिक समानता, स्वच्छ जल और स्वच्छता, सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा, अच्छा काम और आर्थिक विकास, उद्योग, नवाचार और बुनियादी ढांचा, असमानता में कमी, टिकाऊ शहरी और सामुदायिक विकास, जिम्मेदारी के साथ उपभोग और उत्पादन, जलवायु कार्रवाई, पानी के नीचे जीवन, भूमि पर जीवन, शांति और न्याय के लिए संस्थान और लक्ष्य प्राप्ति में सामूहिक साझेदारी शामिल है। इन लक्ष्यों को हासिल करने में अग्रणी दस जिलों में झुंझुनूं जिले ने अपनी रैंक सुधारी है। वह पहले स्थान पर है। दूसरे व तीसरे स्थान पर चित्तौड़गढ़ व राजसमंद हैं। इनके बाद चौथे स्थान पर नागौर, पांचवें पर अजमेर, छठे पर कोटा, सातवें पर पाली, आठवें पर बूंदी, नवें पर भीलवाड़ा व दसवें स्थान पर झालावाड़ है। 11वीं से बीसवीं रैंक वाले जिले राज्य के औसत प्रदर्शन से ऊपर हैं और शीर्ष 10 में प्रवेश करने की ओर हैं। इनमें अलवर 11वें, श्रीगंगानगर 12वें, चुरू 13वें, दौसा 14वें, सीकर 15वें, हनुमानगढ़ 16 वें, उदयपुर 17वें, सिरोही 18वें, टोंक 19वें व जोधपुर का बीसवें स्थान पर है। तीसरी श्रेणी परफॉर्मर में प्रतापगढ़ 21वीं रैंक पर है। जयपुर 22 वीं, डूंगरपुर 23 वीं, जालोर 24वीं, करौली 25वीं, बारां 26वीं, धौलपुर 27वीं, बांसवाड़ 28वीं, बाड़मेर 29 वीं व बूंदी की 30 वीं रैंक है। नए जिलों का आकलन शामिल नहीं किया गया है। ऊर्जा-टिकाऊ शहर में अलवर और अजमेर अव्वल गरीबी उन्मूलन से लेकर टिकाऊ शहरों के विभिन्न लक्ष्यों में प्रदर्शन करने वाले जिलों में अलवर व अजमेर सबसे आगे हैं । मजबूत और संतुलित प्रदर्शन किया है। यहां स्वच्छ ऊर्जा और टिकाऊ शहर में सबसे ज्यादा अंक हासिल किए हैं। कोटा ने असमानताओं में कमी लाने में अच्छा काम किया। वहीं, पाली जलवायु संरक्षण में सबसे ज्यादा स्कोर वाला जिला रहा। भीलवाड़ा लैंगिक समानता में सबसे आगे रहा। जबकि झालावाड़ में शांति और न्याय के लक्ष्य में प्रभावशाली प्रदर्शन दर्ज किया गया है।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:37 am

तय तिथि से 22 दिन पहले होगी अर्द्धवार्षिक परीक्षा:स्कूलों में कोर्स अधूरा, फिर भी 23 लाख छात्रों की पूरे कोर्स से होगी परीक्षा

शिक्षा विभाग ने अर्द्धवार्षिक परीक्षा को मजाक बना दिया है। परीक्षा को 22 दिन पहले आयोजित करने का निर्णय तो ले लिया, लेकिन 9वीं से 12वीं तक के 23 लाख से अधिक विद्यार्थियों को कोर्स कटौती को लेकर कोई राहत नहीं दी। पहले यह परीक्षा 12 दिसंबर से होनी थी, लेकिन अब यह 22 दिन पहले 20 नवंबर से प्रारंभ होगी। अर्द्धवार्षिक परीक्षा में 9वीं-11वीं में 70 फीसदी कोर्स से और 10वीं-12वीं में 100 फीसदी कोर्स से सवाल पूछे जाते हैं। अभी तक कई स्कूलों में 50 फीसदी भी कोर्स नहीं हुआ। इसलिए कोर्स में 20% कटौती की मांग की थी। विभाग ने 9वीं-11वीं में 70% कोर्स से और 10वीं-12वीं में 100% कोर्स के आधार पर पेपर भी तैयार करा लिए। यह है अर्द्धवार्षिक परीक्षा में सिलेबस का नियम अर्द्धवार्षिक परीक्षा में 9वीं-11वीं कक्षा में 70% कोर्स से और 10वीं-12वीं में 100% कोर्स से सवाल पूछे जाते हैं। विभाग को यह करना था 20% कोर्स की कटौती की जानी चाहिए थी। यानी अर्द्धवार्षिक में 9वीं-11वीं में 50% कोर्स से और 10वीं-12वीं में 80% कोर्स से सवाल पूछे जाने चाहिए थे। कटौती करने का अब भी मौका, 20% कटौती का आदेश जारी करे विभाग राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के अध्यक्ष रमेश चंद पुष्करणा ने बताया कि बैठक में विभाग के सामने अर्द्धवार्षिक परीक्षा में 20% कोर्स कटौती की मांग रखी थी, लेकिन नहीं मानी। अब भी अगर विभाग चाहे तो 20% कटौती का आदेश जारी कर सकता है। इसमें यह कर सकते हैं कि कटौती के बाद तय कोर्स से बाहर सवाल आए तो उनके अंक अन्य सवालों में बांट दिए जाएंगे या बोनस अंक दे दिए जाएंगे।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:32 am

पनकी नहर में मिला शव कंपाउंडर का निकला:हाथ में बने मोर पंख के टैटू से हुई पहचान, शराब पीने पर मां ने डांटा था

पनकी नहर में सोमवार को मिले अज्ञात शव की पहचान हो गई है। पनकी में रहने वाले युवक ने मृतक की पहचान अपने 26 वर्षीय कंपाउंडर भाई आकाश सिंह निषाद के रूप में की। कपड़ों और उसके हाथ में बने मोर पंख के टैटू से मृतक की पहचान हुई। मृतक के भाई ने बताया कि सोमवार सुबह शराब पीने की वजह से मां ने उसे डांट दिया, जिसके बाद वह गुस्से में घर से निकल गया था। पनकी नहर स्थित लोहे के पुल की पुलिया के पास सोमवार शाम युवक का शव मिला था। पहचान न होने की वजह से शव को मोर्चरी में रखा गया। मंगलवार शाम को पनकी बी ब्लाक निवासी ओमप्रकाश अपने भाई आकाश सिंह निषाद की गुमशुदगी दर्ज कराने पहुंचे, जहां उन्हें फोटो के आधार पर मृतक की पहचान अपने भाई आकाश सिंह के रूप में की। उन्होंने बताया कि आकाश डा. रचित तिवारी के क्लिनिक पर कंपाउंडर का काम करता था। मृतक के परिवार में भाई ओम प्रकाश,विकास, मां और बहन कीर्ति है। पनकी थाना प्रभारी मनोज भदौरिया ने बताया कि सोमवार सुबह आकाश को उसकी मां ने शराब पीने को लेकर डांट दिया, जिसके बाद वह नाराज होकर चला गया था। शव की शिनाख्त मोर पंख के टैटू और कपड़ों से हुई है। बुधवार को पोस्टमार्टम कराया जाएगा।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:30 am

SMS स्टेडियम:सिंथेटिक ट्रैक पर ठेकेदार की जेसीबी, उबड़-खाबड़ होने से खिलाड़ियों को इंजरी का खतरा!

24 नवंबर से राजस्थान में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स (KIUG) का आयोजन होना है। पहली बार राजस्थान इतना बड़ा खेल आयोजन करने जा रहा है। इसमें 4 हजार से ज्यादा एथलीट हिस्सा लेंगे। इसकी एथलेटिक स्पर्धाएं एसएमएस स्टेडियम के एथलेटिक ट्रैक पर होंगी। ये सिंथेटिक ट्रैक करीब 3 साल पहले लगा था। शिव नरेश प्रा. लिमिटेड ने इसे इंस्टाल किया था। यह कंपनी देश-विदेश में 100 से ज्यादा ट्रैक लगा चुकी है। KIUG के लिए स्पोर्ट्स काउंसिल ने डैमेज हो चुके ट्रैक को इसी कंपनी से कुछ दिन पहले ही रिपेयर कराया था। मंगलवार को स्टेडियम में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के लिए चल रही साफ-सफाई करने वाले ठेकेदार ने जेसीबी ही चला दी। जेसीबी जैसा हैवी व्हीकल चलने से ट्रैक को डैमेज हो सकता है। एक जगह से दूसरी जगह जेसीबी जाने का रास्ता नहींखास बात यह है कि ट्रैक के आसपास सफाई करने के लिए एक जगह से दूसरी जगह जेसीबी जैसे हैवी व्हीकल जाने के लिए एसएमएस स्टेडियम के एथलेटिक ट्रैक पर कोई जगह ही नहीं है। इसलिए जेसीबी को ट्रैक के ऊपर से ही ले जाना पड़ा। एक्सपर्ट: ट्रैक डैमेज हो सकता है शिव नरेश प्रा. लिमिटेड कंपनी के सीनियर मैनेजर नितिन आर्य ने बताया कि जेसीबी जैसा हैवी व्हीकल ट्रैक पर चलाने से ट्रैक डैमेज हो सकता है। इसमें रबर पार्टिकल्स होते हैं जो दब जाते हैं। ट्रैक अन-इवन हो जाता है। इससे खिलाड़ियों को चोट लगने का खतरा रहता है। जेसीबी से नुकसान

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:29 am

पुलिस की नाकामबंदी:बैरिकेड्स के भरोसे हाई अलर्ट, पुलिस मोबाइल और नींद में गुम

गुजरात में पकड़े गए तीन आंतकियों के तार राजस्थान के हनुमानगढ़ से जुड़े होना सामने आया है। वहीं दिल्ली में कार ब्लास्ट के बाद देश में पुलिस हाई-अलर्ट पर है। प्रदेश में डीजीपी ने हाई-अलर्ट के आदेश जारी किए थे, इसके बावजूद जयपुर में नाकांबदी के हाल नहीं सुधरे। भास्कर ने नाकाबंदी पाइंट्स की जांच की तो कुछ ही जगह पुलिस मुस्तैद दिखी। पहले भी बम धमाके झेल चुके जयपुर की तैयारी देखिए...तड़के 4:22 बजे - चांदपोल गेट के पास पॉइंट पर तैनात जवान चेकिंग की बजाय मोबाइल में व्यस्त दिखे। तड़के 4:38 बजे - छोड़ी चौपड़ की नाकाबंदी पर वाहनों की चेकिंग के बजाय बातचीत में मस्त थे। फोटो खींच गई, तो भी पता नहीं चला।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:26 am

'बिहार में कमाई की व्यवस्था हो तो बाहर क्यों जाएं':दिल्ली ब्लास्ट में समस्तीपुर के पंकज की मौत; युवा बोले-पहलगाम हमले की तरह एक्शन ले सरकार

'बिहार में रोजगार की व्यवस्था होती, तो हम युवाओं को कमाने के लिए बाहर नहीं जाना पड़ता। पहले भी कई लोग राज्य के बाहर कमाई करने गए थे, जो किसी न किसी घटना के शिकार हो गए। बिहार सरकार को राज्य में ही युवाओं के लिए कमाई की व्यवस्था करनी चाहिए। बिहार के युवा कर्नाटक, गुजरात, केरल जैसे राज्यों में कमाई करने जाते हैं, उनके लिए यहीं व्यवस्था करना चाहिए।' ये बातें समस्तीपुर के हसनपुर के रहने वाले युवा पंकज सहनी ने दैनिक भास्कर से बातचीत में कही। दरअसल, पंकज हसनपुर गांव के रहने वाले हैं, जहां के 22 साल के पंकज सहनी की दिल्ली बम ब्लॉस्ट में 10 नवंबर को मौत हो गई थी। 11 नवंबर को हसनपुर गांव में रहने वाले पंकज सहनी के चाचा-चाची और परिवार के अन्य सदस्यों को इसकी जानकारी हुई। पंकज की मौत की सूचना के बाद दैनिक भास्कर की टीम उसके गांव पहुंची। गांव में युवाओं, पंकज की चाची, पंकज के चचेरे दादा से बातचीत की। इस दौरान जाना कि पंकज की मौत को लेकर गांव के लोगों का क्या कहना है, दिल्ली में हुए आतंकी हमले को लेकर उनकी क्या राय है? पढ़ें, ग्राउंड रिपोर्ट.... समस्तीपुर जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर दूर खानपुर प्रखंड के फतेहपुर पंचायत का हसनपुर गांव। गांव में मंगलवार को मातमी सन्नाटा था। वजह थी, दिल्ली ब्लास्ट में पंकज सहनी की मौत। पंकज हसनपुर गांव के ही रहने वाले राम बालक सहनी का बेटा था। पंकज तीन भाई और तीन बहनों में तीसरे नंबर पर था। बड़ी बहन सोनिया और बड़े भाई संजय की शादी हो चुकी है। पंकज दिल्ली में रहकर कैब चलाता था। पंकज का छोटा भाई संजीव पढ़ाई करता है, जबकि दो छोटी बहन जूली और दीपा, मां सुमित्रा देवी भी दिल्ली में ही रहती है। गांव के लोगों ने बताया कि पंकज पूरे परिवार के साथ आखिरी बार तीन साल पहले उस वक्त गांव आया था, जब उसके बड़े भाई संजय सहनी की शादी थी। इस दौरान पंकज की गांव के लोगों से मुलाकात हुई थी। इनमें पंकज के दोस्त भी शामिल थे, जिनसे कभी-कभी पंकज की बातचीत वीडियो कॉल पर होती थी। 'एक-दो साल से पंकज कैब चला रहा था' चचेरे भाई दीपांश ने बताया कि 'मैं ग्रेजुएशन फर्स्ट ईयर का स्टूडेंट हूं। पढ़ाई होने के बाद मैं भी कमाई के लिए राज्य के बाहर जाऊंगा, लेकिन इस तरह की घटना से डर लगता है। पंकज मेरे बड़े दादा का पोता था। वो दिल्ली में पिछले एक दो साल से ही कैब चला रहा था। मेरे चाचा राम बालक सहनी भी कैब चलाते हैं। अपने पापा को देख पंकज ने भी कैब चलाने का फैसला लिया था। वो सोमवार को कैब लेकर कहीं जा रहा था, इसी दौरान लालकिला के पास हुए बम ब्लास्ट की चपेट में आ गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।' दीपांश ने कहा कि ये पूरा मामला सुरक्षा व्यवस्था से जुड़ा हुआ है। ये केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है। सरकार को देश की राजधानी दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था पर ध्यान देना चाहिए। उन्हें पुलवामा, पहलगाम हमले से सबक लेना चाहिए। दिल्ली ब्लास्ट ही नहीं कई आतंकी हमलों में बिहार के युवाओं की मौत हुई है। यहां के युवा बाहर जाते हैं और इस तरह की घटनाओं के अलावा कई अन्य घटनाओं, हादसों के शिकार हो जाते हैं। दीपांश ने कहा कि हम सरकार से मांग करते हैं कि बिहार में ही युवाओं के लिए रोजगार की व्यवस्था होगी तो युवाओं के पलायन की समस्या खत्म हो जाएगी। 'गांव, शहर, राज्य में कमाई की व्यवस्था हो तो हमें बाहर नहीं जाना पड़ेगा' गांव के एक अन्य युवा शिवशंकर सहनी ने कहा कि जो कुछ हुआ है, उसमें सरकार की गलती है। अगर गांव में, जिले में या फिर राज्य में हम युवाओं के लिए रोजगार होता तो हम लोगों को बाहर कमाने के लिए नहीं जाना पड़ता। दिल्ली ब्लास्ट में पाकिस्तान का हाथ हो सकता है, हालांकि ये जांच का विषय है। हो सकता है कि बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर भी साजिश हो। वहीं, हसनपुर पंचायत के मुखिया संजीव कुमार चौधरी ने कहा कि घटना बहुत तकलीफ देने वाली है। पंकज ने अभी अपने जीवन की शुरुआत ही की थी। आतंकी घटना में उसकी जान चली गई। आतंकियों को कठोर से कठोर सजा मिलनी चाहिए। देश के प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, रक्षा मंत्री से अपील करता हूं कि आतंकियों को पकड़कर उन्हें फांसी की सजा देनी चाहिए। सुबह परिवार के साथ गांव के लोगों को हादसे की खबर मिली गांव के लोगों का कहना है कि हमने तो टीवी में कल ही देख लिया था कि दिल्ली में ब्लास्ट हुआ है और करीब 10 लोगों की मौत हुई है। लेकिन आज सुबह जब पंकज के घर खबर आई तो पता चला कि इसमें हमारा पंकज भी है। पंकज के चचेरे दादा बालेश्वर सहनी ने बताया कि पंकज के पिता राम बालक तीन महीने पहले दुर्गापूजा में गांव आए थे। तब उन्होंने फोन पर पंकज से बात कराई थी। उन्होंने बताया कि आज सुबह फोन आया तो बताया गया कि किसी सड़क हादसे में पंकज की मौत हुई है। लेकिन धीरे-धीरे ये जानकारी आई कि पंकज की मौत दिल्ली में हुए आतंकी ब्लास्ट में हुई है। आतंकियों के साथ इसी तरह का सलूक केंद्र सरकार को करना चाहिए। बालेश्वर सहनी ने बताया कि पंकज को आखिरी बार तीन साल पहले देखा था। वो अपने बड़े भाई की शादी में आया था। उसकी परवरिश और पढ़ाई-लिखाई भले ही दिल्ली में हुई थी, लेकिन संस्कार गांव जैसे थे। उसने मुझसे बैठकर काफी बातें की थी। मुझे नहीं पता था कि पोते से आखिरी बार मुलाकात कर रहा हूं। हालांकि, जाते वक्त उसने मुझसे कहा था कि मैं आपसे दोबारा जल्दी मुलाकात करने आऊंगा। लेकिन मुझे क्या पता था कि ये हम दोनों की आखिरी मुलाकात होगी। चाची बोली- भतीजे को आखिरी बार देख भी नहीं पाऊंगी पंकज के घर पर उनकी चाची रूबी देवी भी मिलीं। उन्होंने कहा कि आखिरी बार मैं अपने भतीजे को देख भी नहीं पाऊंगी। पूरा परिवार दिल्ली चला गया है। पंकज का अंतिम संस्कार दिल्ली में ही होगा। उन्होंने बताया कि पंकज अपने माता-पिता के साथ पिछले 20 से 25 साल से दिल्ली में ही रहता है। घर पर मौजूद पंकज की चाची रूबी देवी ने बताया कि मैंने सुबह जब अपने जेठ को फोन किया तो पता चला कि पंकज अब इस दुनिया में नहीं है। बताया गया कि लालकिला के पास गाड़ी लेकर जा रहे थे, तभी बम धमाके में पंकज की मौत हो गई। रूबी देवी ने बताया कि गाड़ी में पंकज अकेले थे। कोई रिश्तेदार नहीं था। कहीं की बुकिंग हुई होगी, लिहाजा सवारी को लेने जा रहे होंगे। इस बारे में मुझे ज्यादा पता नहीं है, लेकिन गाड़ी में कोई रिश्तेदार नहीं था।पंकज कई साल से टैक्सी चल रहा था। 25-30 साल से दिल्ली में रह रहा था परिवार पंकज के पिता राम बालक सहनी, मां गायत्री देवी के अलावा तीन भाई और तीन बहन का पूरा परिवार दिल्ली में ही घर बनाकर रहता था। गांव के लोगों ने बताया कि पिछले 25 से 30 साल पहले राम बालक सहनी अपनी पत्नी को लेकर दिल्ली चले गए थे। सभी बच्चों का जन्म दिल्ली में हुआ और पढ़ाई लिखाई भी दिल्ली में ही हुई। गांव में कभी कभी किसी की शादी होती थी, या फिर परिवार में किसी का निधन होता था तो पूरा परिवार यहां आता था। आखिरी बार तीन साल पहले पंकज के बड़े भाई की शादी थी। तब पूरा परिवार यहां आया था और धूमधाम से पंकज के बड़े भाई की शादी गांव से ही हुई थी। इसके बाद पूरा परिवार दिल्ली लौट गया था।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:26 am

सनातन एकता यात्रा 13 नवंबर को आएगी मथुरा:बॉर्डर पर 108 बटुक करेंगे स्वस्तिवाचन,11 तोपों से की जाएगी पुष्प वर्षा

बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री द्वारा निकाली जा रही सनातन हिंदू एकता पदयात्रा के हरियाणा से उत्तर प्रदेश में प्रवेश करने पर भव्य स्वागत किया जाएगा। यहां विभिन्न संगठन,जन प्रतिनिधि स्वागत करेंगे। यात्रा के प्रवेश पर 108 बटुक ब्राह्मण स्वस्तिवाचन करेंगे तो 21 ब्राह्मण एक साथ शंखनाद करेंगे। वहीं कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण ने भी यहां भव्य स्वागत की तैयारी की है। ऐतिहासिक होगा स्वागत ब्रज तीर्थ देवालय न्यास के संरक्षक आचार्य मृदुल कांत शास्त्री ने बताया कि कोटवन बॉर्डर से यात्रा के प्रवेश करने पर ऐतिहासिक स्वागत किया जाएगा। स्वागत ऐसा होगा कि आजतक किसी धार्मिक या राजनीतिक यात्रा का नहीं हुआ होगा। यात्रा गुरुवार को सुबह करीब साढ़े 10 बजे ब्रज भूमि में प्रवेश कर जाएगी। 11 महिला करेंगी आरती दिल्ली से वृंदावन तक निकल जा रही श्री बागेश्वर बांके बिहारी मिलन सनातन हिंदू एकता पदयात्रा कोटवन बॉर्डर से बृज की सीमा में प्रवेश करेगी। इस अवसर पर ब्रज तीर्थ देवालय न्यास के तत्वावधान में सनातन हिंदू एकता पदयात्रा का अभूतपूर्व स्वागत होगा। आचार्य मृदुल कांत शास्त्री ने बताया की इस अवसर पर 108 बटुक विप्र ब्राह्मणों द्वारा स्वस्तिवाचन तथा ब्रज के प्राचीन देवालयों के गोस्वामी परिवारों की 11 सौभाग्यवती महिलाओं द्वारा आरती की जाएगी। इसके अलावा 21 ब्राह्मणों द्वारा एक साथ शंख ध्वनि तथा 11 तोपों के माध्यम से पुष्प वर्षा आदि कार्यक्रम धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के स्वागत में होंगे। श्री श्री जी महाराज रहेंगे मौजूद इस अवसर पर 10000 से अधिक बृजवासी कोटवन टोल टैक्स बॉर्डर पर यात्रा का स्वागत करेंगे। इस दौरान जगतगुरु निंबार्क आचार्य पीठाधीश्वर श्री श्याम शरण देवाचार्य जी श्री श्री जी महाराज ब्रज के बॉर्डर पर यात्रा का स्वागत करके धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी तथा सभी यात्रियों को अपना आशीर्वाद प्रदान करेंगे। सुनील सिंह को बनाया मुख्य संयोजक न्यास के उपाध्यक्ष हरिमोहन गोस्वामी ने बताया कि ब्रजमंडल की चार दिवसीय पदयात्रा हेतु ब्रज तीर्थ देवालय न्यास द्वारा उपाध्यक्ष सुनील सिंह को मुख्य संयोजक मनोनीत किया गया है। मान मंदिर सेवा संस्थान के सचिव तथा ब्रज तीर्थ देवालय न्यास के उपाध्यक्ष सुनील सिंह ने बताया की मान मंदिर के तत्वाधान में संत रमेश बाबा के आदेश से संपूर्ण ब्रजमंडल में जो सैकडों प्रभात फेरियां निकाली जाती है उन सभी प्रभात फेरियों के भक्त एवं कार्यकर्ता प्रतिदिन हजारों की संख्या में अपनी अपनी भजन कीर्तन मंडलियों के साथ यात्रा में सम्मिलित होंगे। विस्फोट से न घबराएं सनातनी अखिल भारत हिन्दू महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष पंडित संजय हरियाणा ने कहा कि जिस प्रकार से दिल्ली में बम धमाके कर, पदयात्रा को विफल करने की साजिश चल रही है। कोई भी सनातनी हिंदू घबराने वाले नहीं है। सरकार ऐसे लोगों को पाताल से भी तलाश कर सज़ा देगी अगर उनके तार पाकिस्तान से भी जुड़े होगें तो हमारी सेना और सरकार तैयार हैं। हो सकता है इस धमाके को पदयात्रा में करने की साजिश चल रही हो, लेकिन सरकार और पुलिस की सतर्कता से मौका नहीं मिलने पर इस घटना को जल्दबाजी में दिल्ली में अंजाम देकर, सनातनी हिंदू धर्म के लोगों को घराने धमकाने का काम किया गया हो। लेकिन हम ऐसे किसी भी कृत्यों से भयभीत होने वाले नहीं है।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:26 am

कैथल में अपहरण के आरोपी पर 2 दर्जन केस:जमानत लेने के बाद चल रहा था फरार, पंजाब के AAP विधायक पर लग चुके आरोप

कैथल के गांव खरकां में पंजाब के आम आदमी पार्टी विधायक कुलवंत बाजीगर के गांव चिचड़वाला निवासी युवक गुरचरण के अपहरण और उसकी टांगे तोड़ने के मामले में पकड़े गए आरोपियों को पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया। उनसे पूछताछ में कई अहम खुलासे हुए हैं। मामले में गिरफ्तार किए गए पटियाला जिले के लालवा गांव के लवजीत और गुरप्रीत उर्फ गग्गू ने चार दिन के रिमांड के दौरान माना कि वारदात के दिन वे मुख्य आरोपी संदीप संधू के साथ थे, जिसने पैसे के लेन-देन का बहाना बनाकर उन्हें साथ बुलाया था। जब संदीप ने गुरचरण की टांगे तोड़ी, तब उनमें से एक ने टांगें और दूसरे ने उसके हाथ पकड़ रखे थे। आरोपियों ने कबूल किया कि उनको नहीं पता था कि संदीप युवक की टांगें तोड़ेगा। संदीप की गिरफ्तारी का प्रयास वहीं] कैथल पुलिस की एसडीयू टीम द्वारा आरोपी संदीप को गिरफ्तार करने के लिए उसके ठिकानों पर छापेमारी की गई। प्राथमिक जांच में सामने आया कि आरोपी संदीप आपराधिक किस्म का युवक है। उस पर पंजाब में दो दर्जन से ज्यादा केस पहले से दर्ज हैं। इनमें चोरी, छीनाझपटी, लूट, हत्या और फिरौती के मामले शामिल हैं। कई मामलों में आरोपी संदीप जमानत लेने के बाद फरार चल रहा है। साथ पढ़े तीनों आरोपी पूछताछ में दोनों आरोपियों ने बताया कि वे दोनों संदीप संधू के साथ पढ़ चुके हैं और पिछले छह से सात वर्षों से एक-दूसरे के संपर्क में थे। हालांकि पकड़े गए आरोपियों का अभी तक आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था, पहली ही वारदात में गिरफ्तार कर लिए गए। उन्होंने बताया कि संदीप संधू का उसके गांव में दूध का डेयरी कारोबार है, जहां गुरप्रीत अकसर दूध लेने आता था। नजदीकी का फायदा उठाकर संदीप ने दोनों को अपने साथ वारदात में शामिल कर लिया। एसपी कैथल उपासना ने बताया कि मामले में गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी जेल भेजे जा चुके हैं। उनसे रिमांड के दौरान पूछताछ में ये तथ्य सामने आए हैं। आरोपी संदीप की तलाश की जा रही है। क्या था पूरा मामला? बता दें कि, दो सप्ताह पहले पंचायत चुनाव की रंजिश में अब एक युवक के साथ मारपीट कर उसकी टांगें तोड़ दी गईं। इस मारपीट का आरोप पंजाब में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAP) के शुतराना हलका विधायक कुलवंत बाजीगर, उसके दो बेटों और अन्य लोगों पर लगा। कुलवंत बाजीगर पंजाब में पटियाला जिले की शुतराणा विधानसभा सीट से विधायक हैं। जिस युवक की टांगें तोड़ी गईं, उसका नाम गुरचरण सिंह है। आरोप था कि विधायक ने अपने बेटों और साथियों के साथ मिलकर पहले गुरचरण का अपहरण किया और उसके बाद उसे पीट-पीटकर दोनों पैर तोड़ दिए। गुरचरण की शिकायत पर कैथल पुलिस ने MLA कुलवंत बाजीगर, उसके दो बेटों ओर अन्य लोगों के खिलाफ करीब आधा दर्जन धाराओं के तहत FIR दर्ज कर ली है। आरोपियों पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 115, 126, 140(2), 351(2), 61 और आर्म्स एक्ट की धारा 25 लगाई गई है।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:25 am

बगहा में 15 हजार लोगों ने नहीं डाला वोट:बोले- मरीज खाट पर ले जाते हैं, 5G के जमाने में 2G नेटवर्क भी नहीं, क्यों चुनें ऐसी सरकार?

'हमलोग वोट नहीं डालेंगे। आज तक हमारे यहां सड़क नहीं बनी। मरीज को खाट पर ले जाते हैं। 5G के जमाने में 2G नेटवर्क भी नहीं।'- सुजीत कुमार 'हमने मतदान का पूर्ण बहिष्कार किया है। टोटल लॉक डाउन है। सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक सब कुछ बंद।'- जीतेंद्र साह यह सिर्फ दो लोगों की बात नहीं, पश्चिम चंपारण जिला के बगहा के दोन पंचायत के 15 हजार लोगों ने वोट नहीं डाला। जिला मुख्यालय बेतिया से 115km और रामनगर से 60km दूर स्थित इस पंचायत के लोग सड़क, मोबाइल नेटवर्क और बिजली जैसी सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। इनकी मांग को लेकर वोटिंग का बहिष्कार किया है। लोग क्यों गुस्से में हैं? क्यों वोट का बहिष्कार करने जैसा बड़ा कदम उठाया है? यह जानने के लिए भास्कर की टीम दोन पंचायत पहुंची। दोन पंचायत के लोगों ने किया मतदान का पूर्ण बहिष्कार बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए मंगलवार को रिकॉर्ड 68% वोटिंग हुई। गांव से लेकर शहरों तक पोलिंग बूथों पर मतदाताओं की लंबी-लंबी कतारें दिखीं। एक तरफ लोगों ने लोकतंत्र के इस पर्व को जश्न की तरह मनाया। वहीं, पश्चिम चंपारण जिला के रामनगर विधानसभा क्षेत्र के दोन पंचायत के लोगों ने मतदान का पूर्ण बहिष्कार कर अपना आक्रोश पटना में बैठी सरकार तक पहुंचाने की कोशिश की। यह कोई 100-200 वोट का मामला नहीं। 19 मतदान केंद्रों में करीब 15 हजार लोगों को वोट डालना था, लेकिन सिर्फ 1 वोट पड़ा। पोलिंग बूथ पर पुलिस, सुरक्षाकर्मी, लेकिन मतदाता गायब वाल्मीकिनगर टाइगर रिजर्व क्षेत्र में पड़ने वाले इस पंचायत तक जाने के लिए हरे-भरे जंगल के बीच से गुजरना होता है। चारों तरफ हरियाली। सीधे-सादे और कम सुविधाओं में भी खुश रहने वाले गांव के लोग। दोन पहुंचने पर हमने जो देखा उसकी कल्पना भी नहीं की थी। दुकानें बंद, बाजार बंद। पोलिंग बूथ पर पुलिस, सुरक्षाकर्मी, मतदान कर्मी सब मौजूद, लेकिन मतदाता गायब। यह देख हम गांव की गलियों में गए। लोग पेड़ों के नीचे तो बंद दुकानों के बाहर मिले। जैसे ही बात कि उनके दिलों में वर्षों से दबा गुस्सा सामने आ गया। सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक पूर्ण लॉकडाउन शेरहवां दोन गांव के जीतेंद्र साह ने बताया, 'हमलोगों ने वोट का बहिष्कार किया है। हमने सरकार बदलते देखा है, लेकिन आज तक विकास नहीं हुआ। हमारी मांग सड़क, पुल, पुलिया, नेटवर्क और बिजली है।’ उन्होंने कहा, ‘बीडीओ आए थे, कहा था कि किसी को वोट नहीं देना है तो नोटा दबा दीजिए, लेकिन हमलोगों ने कहा कि वोट नहीं तो नहीं। यहां सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक आम लोगों ने पूर्ण लॉकडाउन लगा रखा है। दुकान से लेकर हर चीज बंद है। मतदान कर्मियों के जाने के बाद ही यहां दुकानें खुलेंगी।' शेरहवां दोन गांव के सुजीत कुमार ने कहा, 'मैं वोट देने नहीं गया। यहां विकास के नाम पर कुछ नहीं हुआ है। सबसे बड़ी परेशानी है कि सड़क नहीं है। डॉक्टर के पास जाने के दौरान गंभीर हालत वाले मरीज मर जाते हैं। ऐसी कई घटनाएं हो चुकी हैं। बीमार व्यक्ति को खाट पर लादकर ले जाना पड़ता है। इसमें बहुत समय लग जाता है। सड़क होता तो बीमार को अस्पताल ले जाने में सुविधा होती।' ग्रामीण शंकर कुमार ने कहा, 'दुनिया 5G के दौर में जी रही है। हमलोगों के यहां ठीक से 2G भी नहीं। दोन पंचायत के कई गांव तो ऐसे हैं जहां मोबाइल नेटवर्क ही नहीं है। फोन से बात तक नहीं हो पाती। जहां नेटवर्क मिलता भी है वहां सिर्फ बात कर सकते हैं। इंटरनेट नहीं चला सकते।' ग्रामीण भूप नारायण महतो ने कहा, 'सरकार से हमारी मांगें है सड़क, पुल-पुलिया, 24 घंटे बिजली और नेटवर्क। यहां इंटरनेट नहीं चलता है। सिर्फ बात हो पाती है। 5-6 गांव ऐसे हैं जहां आज तक नेटवर्क नहीं है। पूरा दोन लॉकडाउन है। पूर्ण बहिष्कार किया गया है।' शेरहवां दोन के सत्येंद्र ने कहा, 'जब सीएम नीतीश कुमार आते हैं तो वन विभाग के लोग रास्ता दे देते हैं, लेकिन वह सड़क आम लोगों के लिए नहीं। हमको रोड चाहिए। रोड मिलेगा तो हमलोग वोट देने के लिए तैयार हैं। 20 साल से वोट देते-देते थक गए हैं। ऐसी सरकार क्यों चुनें?' दोन क्षेत्र जाने के लिए कैसी है सड़क? रामनगर से दोन क्षेत्र की दूरी करीब 60km है। इसमें से 15km तक पक्की सड़क है। इसके बाद 45km दूरी तय करने के लिए सड़क नहीं है। कहीं कच्चे रास्ते हैं, तो कहीं कीचड़ और पानी भरे गड्ढे। वाल्मीकि टाइगर रिजर्व वाले इलाके में स्थिति सबसे खराब है। कई जगह सड़क के नाम पर कुछ नहीं है। लोगों को कीचड़ और पानी से होकर गुजरना पड़ता है। गर्मी और सर्दी के दिनों में जब बारिश नहीं हो तो बाइक या ट्रैक्टर जैसी गाड़ी से आना जाना हो सकता है, लेकिन बारिश होने पर यह भी मुश्किल हो जाता है। सड़क बनाने में क्या है परेशानी? दोन पंचायत के लिए सड़क निर्माण में सबसे बड़ी बाधा वन विभाग से अनुमति है। इलाका वाल्मीकि नगर टाइगर रिजर्व क्षेत्र में है। ऐसे में सड़क बनाने के लिए वन विभाग से पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की अनुमति चाहिए। दोन पंचायत में हैं 22 गांव, सबसे अधिक थारू जनजाति के लोगों की आबादी रामनगर विधानसभा क्षेत्र के दोन पंचायत में 22 गांव हैं। यहां करीब 15 हजार मतदाता है। इनके लिए 19 बूथ बनाए गए हैं। इलाके में सबसे अधिक आबादी थारू जनजाति के लोगों की है। गांव के लोगों ने पहले ही घोषणा कर रखी थी कि सड़क नहीं बना तो वोट नहीं देंगे। ग्रामीणों ने जगह-जगह पोस्टर लगाए थे। इनपर लिखा था, 'सड़क नहीं तो वोट नहीं, बिजली नहीं तो वोट नहीं, शिक्षा नहीं तो वोट नहीं, स्वास्थ्य सुविधा नहीं तो वोट नहीं, नेटवर्क नहीं तो वोट नहीं। दोनवासी की यही पुकार, अबकी बार वोट बहिष्कार।' ग्रामीणों को मनाने के लिए हुई क्या कोशिश? वोट बहिष्कार की सूचना मिलने के बाद रामनगर के BDO, CO और जीविका प्रखंड समन्वयक मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों से मतदान करने की अपील की, लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ। बगहा एसपी सुशांत कुमार सरोज भी मौके पर पहुंचे। गांव के लोगों से बात की, लेकिन गांव के लोगों ने वोट नहीं डालने का अपना फैसला नहीं बदला। BLO ने मतदाताओं के बीच पर्चियां बांटी थी, जिसे ग्रामीणों ने लौटा दिया था। इसका एक वीडियो भी वायरल हुआ था। ग्रामीणों का कहना है, आजादी के 78 साल बाद भी हमारे इलाके में सड़क, बिजली, पुल-पुलिया और मोबाइल नेटवर्क जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं हैं। हर चुनाव में नेता आते हैं और वादे करते हैं, लेकिन जीतने के बाद कोई वापस नहीं लौटता है। बुनियादी समस्याओं की वजह से हमलोगों ने सामूहिक वोट न देने का निर्णय लिया है।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:25 am

तरनतारन उपचुनाव, AAP को सत्ता का एज:वोटिंग परसेंटेज भी फेवर में; सांसद अमृतपाल की पार्टी चौंका सकती है

मुताबिक 6 बजे तक 60.95% वोटिंग हुई। इस आंकड़े में बदलाव होने की संभावना है, जिससे आम आदमी पार्टी को सीधा फायदा होता दिख रहा है। इससे लोगों में न तो सरकार के प्रति ज्यादा नाराजगी नजर आ रही है और न ही सरकार के प्रति निराश दिख रहे हैं। हालांकि यहां खालिस्तान समर्थक सांसद अमृतपाल पिछले उपचुनाव के मुकाबले अलग फैक्टर हैं, जिनकी पार्टी अकाली दल वारिस पंजाब दे पहली बार चुनाव लड़ी है। इसका प्रदर्शन भी काफी हद तक चौंका सकता है। इसके अलावा कांग्रेस के साथ अकाली दल भी यहां फाइट में मानी जा रही है। लेकिन पंजाब में सरकार होने से AAP को एज मिलता दिख रहा है। वहीं 2022 से लेकर अब तक हुए 6 उपचुनाव में से भी 5 पर AAP को जीत मिली है। छठी सीट इसलिए हारे क्योंकि वहां पार्टी में बगावत हो गई थी। पिछले उपचुनाव का वोटिंग परसेंट का सीटवाइज गणित पंजाब में उपचुनावों का इतिहास 1. 1992–1997 (कांग्रेस सरकार) 2. 1997–2002 (अकाली-भाजपा सरकार) 3. 2002–2007 (कांग्रेस सरकार) 4. 2007–2012 (SAD-BJP सरकार) 5. 2012–2017 (SAD-BJP सरकार) 6. 2017–2022 (कांग्रेस सरकार) 7. 2022–अब तक (AAP सरकार)

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:25 am

दूरबीन में डिप्टी CM विजय सिन्हा का भविष्य:बंपर वोटिंग से उड़ने लगे तेजस्वी; इलेक्शन ड्यूटी में महुआ का कमाल

बात खरी है... इसमें आप देखेंगे बिहार के नेताओं और अफसरों के बीच अंदरखाने क्या चल रहा है, और दिनभर की ऐसी बड़ी हलचल जो आपको हंसाएगी भी और जिम्मेदारों को आइना भी दिखाएंगी। ऊपर VIDEO पर क्लिक करें...

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:24 am

पटना में 5 की मौत–दफनाने को गांव में जगह नहीं:5 इंच की दीवार पर पटिया वाली छत, ईंटों का वजन बढ़ा तो बैठ गई, सभी का दम घुटा

रात में ‘धड़ाम’ की तेज आवाज आई, फिर गांव के लोग बब्लू के घर की तरफ भागे। मैं भी पहुंची तो देखा कि घर की छत गिर गई है। तार टूटने की वजह से घर की लाइट कट चुकी थी, अंधेरा था और दरवाजा बंद। गांव के लोगों ने काफी मशक्कत के बाद दरवाजा तोड़ा, फिर छत का मलबा हटाया, तब तक पांचों की मौत हो गई थी, तीनों बच्चे आपस में लिपटे मिले, वो एक साथ जमीन पर सो रहे थे। ये कहना है देवमुनि देवी का जो मोहम्मद बबलू की पड़ोसी हैं। वो रात को मौके पर थीं और बब्लू के परिवार को बचाने की कोशिश भी की। लेकिन कोई बचा नहीं। पटना के दानापुर दियारा के पानापुर मानस गांव में रविवार रात घर की छत गिरने से एक परिवार के 5 लोगों की मौत हो गई। इंदिरा आवास योजना के तहत बना घर बेहद जर्जर हालत में था। ये हादसा कैसे हुआ..? मकान कितना कमजोर था? क्या कभी मरम्मत हुई ही नहीं? ग्रामीण मकान में दबे लोगों को बचा क्यों नहीं पाए..? ये जानने के लिए दैनिक भास्कर की टीम दियारा पहुंची। दरअसल, पानापुर मानस गांव में हुए हादसे में एक परिवार खत्म हो गया। मरने वालों की पहचान मोहम्मद बबलू (35 साल), उनकी पत्नी रौशन खातून (30 साल), उनकी बेटी रुक्सार (12 साल), बेटा मोहम्मद चांद (10 साल) और बेटी चांदनी (2 साल) के रूप में हुई। मानस गांव में कब्रिस्तान नहीं होने की वजह से सभी को बबलू के बड़े भाई मकसूद मियां के ससुराल पतलापुर ले जाया गया। पतलापुर गांव में एक साथ पांचों का जनाजा उठा। भास्कर टीम सबसे पहले गंगा नदी के दियारा इलाके में स्थित पानापुर मानस गांव पहुंची। गांव में हर तरफ इसी घटना की चर्चा थी। हम बब्लू के घर तक पहुंचे। घर के सामने लोगों की भीड़ थी। वहां मौजूद लोगों ने बताया कि आज तक इस इलाके में ऐसी घटना नहीं घटी। पूरे गांव के लोग दुखी थे। हमारी सबसे पहले मुलाकात देवमुनि देवी से हुई। धड़ाम की आवाज के बाद भागे-भागे पहुंचे लोग, मलबा हटाने में लगे दो घंटे वहां मौजूद महिला देवमुनि देवी ने बताया, ‘हम लोग खाना खाकर सो गए थे। मेरा बेटा छत पर सोता है। मेरे पति भी छत पर थे। तभी धड़ाम की तेज आवाज आई। बेटा और पति दोनों बबलू के घर की तरफ दौड़े। मेरी बहू ने बताया कि कुछ हुआ है। मैं भी भागे-भागे पहुंची। देखा कि लोगों की भीड़ जुटी है। लाइट कटी थी और घर का दरवाजा अंदर से बंद।’ देवमुनि देवी ने बताया, ‘छत का मलबा गिरने की वजह से दरवाजा खुल नहीं रहा था। लोगों ने दरवाजा तोड़ा और अंदर का मलबा हटाया, इस काम में 2 घंटे लग गए। तब तक सभी की मौत हो गई थी।’ राजमिस्त्री का काम करते थे बबलू बबलू मूल रूप से सारण जिले के जैतपुर के थे। करीब 50 साल पहले बबलू के पिता मानस गांव आए थे। वह ढोल बजाते थे। उसी से उनका परिवार चलता था। कुछ समय बाद गांव के एक व्यक्ति ने उन्हें जमीन दी तो यहां झोपड़ी बनाकर रहने लगे। बबलू राजमिस्त्री का काम करते थे। उनके चार और भाई हैं, जो पंजाब के लुधियाना में रहते हैं। इसके पिता को इंदिरा आवास योजना के तहत मिली मदद से 2002 में यह घर बना था। हाल ही में बबलू के पिता की मौत हो गई। इसके बाद उनकी मां अपने बड़े बेटे के पास लुधियाना चली गईं। घर की मरम्मत नहीं कर पाए बबलू गांव के लोगों ने बताया कि बबलू खुद राजमिस्त्री थे, लेकिन अपने घर की मरम्मत नहीं कर पाए। लोगों की बातें सुन हम घर के अंदर पहुंचे। जाना कि छत क्यों गिरी। घर के अंदर घुसते ही देखा कि छत के गिरे मलबे में पत्थर के आयताकार स्लैब पड़े हैं। करीब एक दर्जन से अधिक स्लैब और तीन सीमेंट के बीम पड़े हैं। इन बीम पर पत्थर के स्लैब डालकर छत बनाया गया था। पूरा छत तीन सीमेंट की बीम पर टिका था। उस बीम में गिट्टी के बजाय ईंट के छोटे-छोटे टुकड़े यूज किए गए थे। सरिया भी काफी कमजोर था। 5 इंच की दीवार पर था छत का वजन चौंकाने वाली बात यह थी कि बीम का वजन कोई पिलर नहीं, बल्कि 5 इंच की दीवार पर था। घर के बरामदे की छत भी इसी दीवार पर टिकी है। ऊपर से बीम में लगाए गए सरिया बाहर झांक रहे थे। यही गलती हादसे की मुख्य वजह बनी। बहुत अधिक वजन पड़ने से दीवार की ईंट धीरे-धीरे कमजोर होकर टूट गई। इससे एक बीम नीचे गिरा, फिर पूरी छत ढह गई। घर का पिलर था कमजोर, बाहर से दिख रहा था सरिया हमने देखा कि घर का पिलर भी काफी कमजोर है। पिलर का सरिया बाहर दिख रहा है। घर के सारे पिलर और बीम में कमजोर सरिया और गिट्टी की जगह ईंट के टुकड़े यूज किए गए हैं। कमजोर बीम पर भी काफी लोड था। बीम के ऊपर पत्थर का स्लैब, उसके ऊपर ईंट की लेयर और छत के सबसे ऊपर सीमेंट-बालू का प्लास्टर है। गांव में सिर्फ एक मुसलमान परिवार, कब्रिस्तान नहीं कविता देवी ने बताया, ‘बबलू राजमिस्त्री का काम करते थे। इस घर के लोगों का व्यवहार ठीक था। ये लोग काफी मिलनसार थे। सभी लोगों से मिलजुल कर रहते थे। गांव में बस यही मुसलमान परिवार था, जिसमें बबलू और इनके बड़े भाई रहते थे। खुद राजमिस्त्री थे, लेकिन अपने घर की मरम्मत नहीं कर पाए।’ यहां बबलू के ससुराल के लोग भी पहुंचे थे। मोहम्मद जुनैद ने बताया कि बबलू की पत्नी रौशन खातून उसकी बुआ थी। उनका घर मुजफ्फरपुर के बेला में है। सोमवार सुबह जानकारी मिली कि बुआ के घर की छत गिर गई है। दबने से सभी की मौत हो गई है। यह घर पुराना हो गया था। गांव में कब्रिस्तान नहीं होने के चलते पांचों शव को बबलू के बड़े भाई मकसूद के ससुराल पतलापुर में दफनाया गया। हम मानस गांव से करीब 5km दूर पतलापुर पहुंचे। बच्चों के कहने पर चिकन खरीद कर लाए थे बबलू बबलू के बड़े भाई के ससुराल के बरामदे में पांचों शव रखे गए थे। दरवाजे पर लोगों की भीड़ थी। बबलू के बड़े भाई के चाचा ससुर मोहम्मद मुर्तजा ने बताया कि रविवार की रात बबलू से बात हुई थी। बबलू रविवार को काम करने दानापुर गया था। शाम को वापस आते समय बच्चों के कहने पर चिकन खरीद कर लाया था। सभी ने शाम में चिकन-पुलाव खाया और सोने चले गए। मोहम्मद मुर्तजा ने कहा, ‘बबलू की दोनों बच्ची अपनी बड़ी मां के साथ सोती थी और उस रात भी वही थी। सोने के समय रौशन ने दोनों बच्चियों को अपने पास बुला लिया। इसके बाद यह घटना घट गई है। बबलू आर्थिक तंगी से जूझ रहा था, जिसके कारण घर की मरम्मत नहीं करा सका था।’ बबलू के परिजनों को मिलेगी 20 लाख रुपए मदद दानापुर के अंचल अधिकारी चंदन कुमार ने बताया कि यह हादसा आपदा है। अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को प्रति मृतक 20 हजार रुपए (कुल 1 लाख रुपए) सहायता दी गई है। आपदा के तहत परिजनों को प्रति मृतक 4 लाख रुपए (कुल 20 लाख रुपए) सहायता मिलेगी। परिवार से मिलीं मीसा भारती घटना के बाद पाटलीपुत्र की सांसद मीसा भारती घटनास्थल पर पहुंचीं। घटना पर दुख व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि मुखिया की ओर से राहत राशि दी गई है। बाकी गांव के लोग अपने स्तर से व्यवस्था कर रहे हैं। सरकार की ओर से कागजी कार्रवाई लंबी होती है। मैंने सीओ-बीडीओ से बात की है। जल्द मदद करवाने के लिए कहा है। मीसा भारती ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘घर 2002 में बना था। सरकार को जनता से कोई लेना देना नहीं है। अगर सरकार ने समय से मरम्मत करायी होती तो ऐसी घटना नहीं घटती। दियारा के लोगों के साथ सौतेला व्यवहार होता है।’ विधानसभा चुनाव में दानापुर सीट से भाजपा प्रत्याशी और पूर्व सांसद रामकृपाल यादव भी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। कहा कि बहुत की दुखद घटना है। एक ही परिवार के 5 सदस्यों की मौत हो गई है। हमलोगों ने सरकार के स्तर पर उचित मुआवजे देने के लिए कहा है। राजद प्रत्याशी रीतलाल यादव के भाई पिंकू यादव भी पीड़ित परिवार से मिले।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:23 am

जयपुर विकास प्राधिकरण:अजमेर रोड से गोपालपुरा बाईपास; 27 साल से 800 मीटर का पैच अधूरा, जाम में फंस रहे 70 हजार वाहन

जेडीए ने भले ही अब अपना दायरा बढ़ा लिया हो, लेकिन पुराने रीजन की कनेक्टिविटी आज भी अधूरी है। मामला पंडित टी.एन. मिश्रा मार्ग 160 फीट चौड़ी सड़क से जुड़ा है। अजमेर रोड को गोपालपुरा बाईपास से जोड़ने वाली यह सड़क 1998 के मास्टर प्लान में प्रस्तावित थी, लेकिन 27 साल बाद भी पूरी नहीं बन पाई है। मास्टर प्लान के अनुसार यह सड़क गोपालपुरा बाईपास से अजमेर रोड तक लगभग 2 किलोमीटर लंबी बननी थी, लेकिन वर्तमान में यह सड़क गोपालपुरा बाईपास से शुरू होकर जनपथ तक जाकर रुक जाती है। लगभग 800 मीटर का मिसिंग लिंक अधूरा छोड़े जाने से इस पूरे इलाके में कम चौड़ाई वाली सड़कों पर ट्रैफिक लोड बढ़ गया है। किंग्स रोड से रोज करीब 50 से 70 हजार वाहन गुजरते हैं। इसके अलावा अजमेर रोड जाने के लिए जब वाहन 200 फीट बाईपास रूट का उपयोग करते हैं, तो वहां भी भारी जाम की स्थिति बन जाती है। 700 मीटर जमीन अब भी खाली, 100 मीटर का कब्जा लेना बाकी यह सड़क गोपालपुरा बायपास से अजमेर रोड पर 100 फीट चौड़ी प्रिंस रोड से कनेक्ट होनी थी। इससे गोपालपुरा बाईपास, मानसरोवर और निर्माण नगर से आने वाले वाहन प्रिंस रोड होते हुए खातीपुरा रोड और क्वीन्‍स रोड से निकल सकते थे। करीब 25 साल पहले जेडीए ने यह सड़क गोपालपुरा बाईपास से जनपथ तक तो बना दी, लेकिन आगे का हिस्सा अधूरा छोड़ दिया। ऐसे में गोपालपुरा बाईपास से अजमेर रोड या क्वीन्‍स रोड जाने वाले वाहनों को अब 60 फीट चौड़ी सड़क से होकर निकलना पड़ता है और उन्हें लगभग 1.5 किलोमीटर का अतिरिक्त चक्कर लगाना पड़ता है। जनपथ से प्रिंस रोड को कनेक्ट करने के लिए मौके पर करीब 700 मीटर जमीन अभी भी खाली पड़ी है। इसे लेकर टी.एन. मिश्रा मार्ग के आसपास की विकास समितियों ने कई बार जेडीए को ज्ञापन भी दिए हैं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:22 am

बाहुबलियों की 15 सीटों पर कौन आगे, कौन पीछे:अनंत सिंह, रीतलाल, हुलास, शिवानी और ओसामा की सीटें क्यों और किसने फंसाई

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए दोनों चरणों की वोटिंग पूरी हो चुकी है। 14 नवंबर को 243 सीटों का रिजल्ट आना है। इनमें से 15 सीटें ऐसी हैं, जिन पर या तो खुद बाहुबली या उनके परिवार का कोई सदस्य चुनाव लड़ रहा है। इनमें से 8 बाहुबली NDA से जबकि 8 बाहुबली महागठबंधन के टिकट पर मैदान में हैं। इन 15 सीटों में अनंत सिंह और सूरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी के मुकाबले वाली मोकामा सीट भी शामिल है। दानापुर से रीतलाल यादव, ब्रह्मपुर से हुलास पांडे, रघुनाथपुर से शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब, वारिसलीगंज से अशोक महतो की पत्नी अनीता और लालगंज से मुन्ना शुक्ला की बेटी शिवानी मैदान में हैं। बिहार चुनाव में दैनिक भास्कर के 400 से ज्यादा रिपोर्टर ग्राउंड पर मौजूद रहे। ग्राउंड से मिले इनपुट को लेकर हमने 5 सीनियर जर्नलिस्ट, 4 पॉलिटिकल एक्सपर्ट और 2 सेफोलॉजिस्ट से डिस्कशन किया। इसके अलावा पॉलिटिकल पार्टियों के इंटरनल सर्वे से मिले इनपुट के आधार पर रिपोर्टर्स पोल तैयार किया गया है। इस पोल में इन 15 सीटों का क्या है हाल, पढ़िए… 1. मोकामा में अनंत सिंह आगे पटना की मोकामा सीट दुलारचंद यादव की हत्या के बाद चर्चाओं में रही। यहां JDU के टिकट से अनंत सिंह मैदान में हैं। उनके सामने RJD के टिकट पर वीणा देवी चुनाव लड़ रही हैं। दुलारचंद की हत्या के मामले में अनंत सिंह फिलहाल जेल में हैं। हालांकि, वे आगे चल रहे हैं। वजह: मोकामा भूमिहार बहुल इलाका है। अनंत सिंह की इलाके में रॉबिनहुड वाली इमेज है। सभी जाति के लोग उन्हें वोट करते हैं। दुलारचंद यादव की हत्या के बाद भूमिहार वोट अनंत सिंह के पक्ष में संगठित नजर आ रहा है। अगर वीणा देवी को पिछड़ों के साथ-साथ भूमिहारों के कुछ वोट मिले, तो अनंत सिंह के लिए टफ फाइट हो सकती है। 2. दानापुर से रीतलाल और रामकृपाल के बीच मुकाबला बाहुबली रीतलाल यादव के सामने BJP के सीनियर लीडर रामकृपाल यादव हैं। रीतलाल फिरौती से जुड़े एक केस में जेल में हैं। शहरी इलाके में उनकी छवि अच्छी नहीं है। पहले रीतलाल पीछे थे, लेकिन अब कड़ी टक्कर नजर आ रही है। वजह: रीतलाल यादव के जेल में होने की वजह से 11वीं में पढ़ रही उनकी बेटी प्रचार में उतर गई। इससे सिंपेथी वोट बढ़ा है। लालू प्रसाद यादव ने खुद यहां रोड शो किया, जिससे यादव और मुस्लिम वोट संगठित हुए हैं। दानापुर सीट के सियासी समीकरण देखें तो कुल पौने चार लाख वोटर हैं, जिसमें करीब 80 हजार यादव, 60 हजार सवर्ण, 85 हजार अति पिछड़े, 40 हजार मुस्लिम और 55 हजार दलित हैं। 3. कुचायकोट से अमरेंद्र कुमार उर्फ पप्पू पांडे आगे कुचायकोट से बाहुबली विधायक अमरेंद्र कुमार उर्फ पप्पू पांडेय छठवीं बार JDU के टिकट पर मैदान में हैं। महागठबंधन ने इस बार कांग्रेस के टिकट पर नए चेहरे और दुबई के उद्योगपति हरिनारायण सिंह कुशवाहा को मैदान में उतारा है। यहां से अमरेंद्र कुमार आगे चल रहे हैं। वजह: अमरेंद्र कुमार के पक्ष में नीतीश की चलाई योजनाओं का पॉजिटिव इंपेक्ट है। वे ट्रिपल मर्डर, फायरिंग, रंगदारी और लूट जैसे 14 मामलों में नामजद हैं, लेकिन उन्हें नीतीश का सिपाही माना जाता है। उधर कांग्रेस के हरिनारायण सिंह नए हैं। उन्हें मुस्लिम-यादव का साथ मिल रहा है, लेकिन बाकी पिछड़ा वोट उनसे दूर है। 4. मांझी सीट पर रणधीर सिंह आगे मांझी सीट पर महागठबंधन का दबदबा रहा है। 2020 में यहां से CPM के सत्येन्द्र यादव जीते थे। इस बार यहां JDU ने बाहुबली प्रभुनाथ सिंह के बेटे रणधीर सिंह को टिकट दिया है। महागठबंधन ने सत्येंद्र यादव को रिपीट किया है। यहां से रणधीर सिंह आगे हैं। वजह: सत्येंद्र यादव के पीछे होने की सबसे बड़ी वजह उनके खिलाफ एंटी-इनकम्बेंसी मानी जा रही है। इस सीट पर सबसे बड़ी आबादी राजपूतों की है, जो रणधीर सिंह का वोटबैंक है। JDU के वोट बैंक कुर्मी भी सपोर्ट में हैं। भूमिहार-ब्राह्मण रणधीर सिंह के फेवर में नजर आ रहे हैं। उधर मुस्लिम और यादव सत्येंद्र यादव का वोटबैंक है। 5. ब्रह्मपुर से हुलास पांडे पीछे हुलास पांडे की सबसे बड़ी पहचान है कि वे रणवीर सेना के चीफ ब्रह्मेश्वर मुखिया के मर्डर केस में मुख्य आरोपी थे। बाद में बरी हो गए। हुलास ब्रह्मपुर सीट से चिराग पासवान की पार्टी LJP (R) से मैदान में हैं। उनके सामने दो बार से विधायक RJD के शंभू नाथ यादव हैं। इस सीट पर हुलास पांडे फिलहाल पिछ्ड़ रहे हैं। वजह: शंभूनाथ यादव के मजबूत होने के पीछे जातीय समीकरण है। यहां यादव वोटर करीब 26% हैं। मुस्लिम और दलित वोटर्स के साथ 40% का ये वोटबैंक RJD के पक्ष में है। हुलास के पक्ष में 14% ब्राह्मण और भूमिहार वोट हैं। इसके अलावा शंभू नाथ यादव के खिलाफ एंटी-इनकम्बेंसी भी है। ब्रह्मेश्वर मुखिया की हत्या में नाम आने की वजह से सवर्ण वोट हुलास पांडे को मिलता नजर नहीं आ रहा। 6. एकमा में मनोरंजन सिंह धूमल पीछे एकमा सीट से JDU के कैंडिडेट मनोरंजन सिंह धूमल के खिलाफ बिहार, यूपी, दिल्ली, मुंबई और झारखंड में 150 से ज्यादा मामले दर्ज बताए जाते हैं। इनमें हत्या के 4 और हत्या के प्रयास का एक केस शामिल है। हालांकि, उन्होंने अपने एफिडेविट में 9 आपराधिक मामले होने की बात कबूली है। धूमल के खिलाफ RJD ने मौजूदा विधायक श्रीकांत यादव को टिकट दिया है। श्रीकांत यादव ने 2020 में JDU की सीता देवी को हराया था। इस बार भी श्रीकांत आगे चल रहे हैं। वजह: RJD का मजबूत वोटबैंक धूमल सिंह के पीछे होने का सबसे बड़ा कारण है। यादव, मुस्लिम और दलित श्रीकांत को वोट करते हैं। धूमल सिंह की ब्राह्मण और राजपूत समाज में अच्छी पकड़ है, लेकिन आपराधिक छवि होने से बनिया और EBC वोटर इनसे नाराज रहते हैं। 7. रुपौली से बीमा भारती आगे इस सीट पर बीमा भारती और शंकर सिंह आमने सामने हैं। रुपौली की राजनीति 20 साल से बीमा भारती और शंकर सिंह के इर्द-गिर्द रही है। बीमा भारती 2000 से 5 बार जीत चुकी हैं। वे निर्दलीय, RJD और JDU के टिकट पर जीती हैं। इस बार RJD के टिकट पर मैदान में हैं, जबकि शंकर सिंह निर्दलीय हैं। वजह: इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला है, लेकिन बीमा भारती आगे हैं। यहां गंगोता जाति के 35% वोटर के साथ मुस्लिम और यादव मिलाकर 45%वोटर हैं। ये बीमा भारती का वोटबैंक माना जाता है। उधर कुर्मी, कुशवाहा और राजपूत 20% है, जो शंकर सिंह के साथ हैं। 8. तरारी से प्रशांत विशाल आगे तरारी सीट से BJP ने बाहुबली सुनील पांडे के बेटे प्रशांत विशाल को उतारा है। महागठबंधन की तरफ से CPI-ML यानी माले उम्मीदवार मदन चंद्रवंशी हैं। पिछले उपचुनाव में विशाल प्रशांत जीते थे। ये माले की मजबूत सीट मानी जाती रही है, लेकिन इस बार भी यहां विशाल प्रशांत आगे नजर आ रहे हैं। वजह: स्थानीय लोग विशाल प्रशांत के काम की तारीफ करते हैं। उन्होंने इलाके में करीब 900 करोड़ की योजनाएं पास करवाई हैं। काम भी शुरू हो चुका है। ये भूमिहार बहुल इलाका है, जो प्रशांत का मजबूत वोटबैंक माने जा रहे हैं। इसके साथ JDU का वोटबैंक भी जुड़ रहा है। माले के खिलाफ अगड़ी जातियां लामबंद नजर आ रही हैं। 9. रघुनाथपुर से ओसामा शहाब आगे बाहुबली शहाबुद्दीन सीवान में RJD का चेहरा थे। अब उनके बेटे ओसामा सीवान की रघुनाथपुर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। उनके सामने JDU ने विकास कुमार सिंह उर्फ जीशू सिंह को उतारा है। इस सीट पर ओसामा आगे चल रहे हैं। वजह: ओसामा के साथ शहाबुद्दीन का सिंपेथी वोट है। इसके अलावा पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और असम के सीएम हेमंत बिस्व सरमा ने जिस तरह अपनी रैलियों में ओसामा पर निशाना साधा, उससे इलाके में मुस्लिमों और यादवों का वोट संगठित हो गया है। इस सीट पर मुस्लिम वोटर 23.2%, अनुसूचित जातियों के वोटर करीब 11.49% और यादव वोटर 9.6% है। 10. नवादा से राजबल्लभ की पत्नी विभा देवी पीछे इस सीट पर भी दो बाहुबली परिवार आमने-सामने हैं। 4 बार से विधायक कौशल यादव RJD और राजबल्लभ यादव की पत्नी विभा देवी JDU के टिकट पर मैदान में हैं। पिछले चार बार से नवादा की जनता हर बार नई पार्टी को चुनाव जिता रही है। इस बार कौशल यादव आगे नजर आ रहे हैं। वजह: विभा देवी की महिलाओं में अच्छी पकड़ है, जिसका उन्हें फायदा हो रहा है। हालांकि इस सीट पर जन सुराज के उम्मीदवार डॉ. अनुज उन्हें नुकसान पहुंचा रहे हैं। उनके खड़े होने की वजह से सीट पर भूमिहार वोट बंट गया है। नवादा में अनुसूचित जाति के मतदाता 21.38% और मुस्लिम 14.8% हैं। ग्रामीण मतदाता 73.38% और शहरी मतदाता महज 26.62% हैं। ग्रामीण मतदाता ही यहां जीत-हार तय करते हैं, ये इस बार कौशल यादव के साथ नजर रहे हैं। 11. नबीनगर से चेतन आनंद आगे JDU ने इस सीट से बाहुबली अनंत मोहन के बेटे चेतन आनंद को टिकट दिया है। महागठबंधन की तरफ से आमोद चंद्रवंशी मैदान में हैं। चेतन आनंद 2020 में RJD के टिकट पर शिवहर सीट से जीते थे। 2024 में नीतीश कुमार NDA में आए, तो चेतन ने RJD से बगावत करके उनका साथ दिया था। चेतन की मां लवली आनंद शिवहर लोकसभा सीट से JDU की सांसद हैं। चेतन के पिता आनंद मोहन भी यहां से दो बार सांसद रह चुके हैं। नबीनगर से चेतन आगे चल रहे हैं। वजह: ये राजपूत बहुल इलाका है और चेतन आनंद भी इसी समुदाय से आते हैं। चेतन की मां लवली आनंद भी इस सीट से दो बार जीत चुकी हैं। शुरू में पूर्व विधायक वीरेंद्र सिंह की नाराजगी से चेतन को चुनौती मिल रही थी, लेकिन फिलहाल बागियों को शांत करा दिया गया है। आनंद मोहन नाराज लोगों को मनाने और राजपूत वोट का ध्रुवीकरण करने में लगे हैं। पड़ोसी सीट गोह से भीम यादव का टिकट कटने से यादव वोटरों में नाराजगी है। यादव वोटर निर्दलीय प्रत्याशी मृत्युंजय यादव के पक्ष में वोट कर सकते हैं। इससे आमोद चंद्रवंशी की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। 12. अशोक महतो की पत्नी अनीता वारिसलीगंज से आगे वारिसलीगंज सीट से बाहुबली अशोक महतो की पत्नी अनीता देवी मैदान में हैं। 2005 और 2010 में अशोक महतो के भतीजे प्रदीप महतो जीत चुके हैं। BJP उम्मीदवार अरुणा देवी 90 के दशक के बाहुबली अखिलेश सिंह की पत्नी हैं। वे यहां से चार बार जीत चुकी हैं। इस बार अनीता आगे चल रही हैं। वजह: अरुणा देवी को एंटी-इनकम्बेंसी का सामना करना पड़ रहा है। कांग्रेस ने भी उम्मीदवार उतारा था, जिससे अनीता को नुकसान हो सकता था। उन्होंने आखिरी वक्त पर नाम वापस ले लिया। इस सीट पर अगड़ा बनाम पिछड़ा की लड़ाई रहती है। पिछड़ा वोट ज्यादा संगठित हैं, जिसका फायदा अनीता को मिल रहा है। 13. लालगंज से मुन्ना शुक्ला की बेटी शिवानी पीछे बाहुबली मुन्ना शुक्ला की बेटी शिवानी शुक्ला को RJD ने लालगंज सीट से टिकट दिया है। इस सीट से मुन्ना शुक्ला और उनकी पत्नी अनु शुक्ला भी जीत चुके हैं। शिवानी के खिलाफ BJP ने मौजूदा विधायक संजय सिंह को मैदान में उतारा है। फिलहाल संजय सिंह आगे हैं। वजह: संजय सिंह की छवि अच्छी है। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को लागू करवाया है। उनके पास राजपूत, कोइरी और EBC का संगठित वोटबैंक है। शिवानी को मुन्ना शुक्ला की बेटी होने का फायदा मिल रहा है, लेकिन भूमिहार वोट बंटता नजर आ रहा है। इस सीट पर कांग्रेस और RJD के बीच काफी खींचतान हुई। कांग्रेस ने आदित्य राजा को टिकट भी दे दिया था। हालांकि बाद में उन्होंने नाम वापस ले लिया। कांग्रेस का वोटबैंक इससे नाराज है। 14. जोकीहाट से शाहनवाज आलम आगे जोकीहाट सीट से RJD ने शाहनवाज आलम को टिकट दिया है। शाहनवाज बाहुबली तस्लीमुद्दीन के बेटे हैं। शाहनवाज का मुकाबला अपने बड़े भाई और जन सुराज के उम्मीदवार सरफराज आलम के साथ है। 2020 में सरफराज को RJD ने टिकट दिया था, लेकिन शाहनवाज ने AIMIM के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत गए। इस बार वे RJD में शामिल हो गए। इस सीट पर शाहनवाज ही आगे हैं। जदयू के मंजर आलम तीसरे नंबर पर हैं। वजह: AIMIM के मुर्शीद आलम 5 बार मुखिया रह चुके हैं और सरफराज आलम के वोटबैंक में सेंध लगा सकते हैं। साथ ही JDU उम्मीदवार मंजर आलम भी जन सुराज को नुकसान पहुंचाएंगे। उधर, RJD और कांग्रेस के साथ आने की वजह से शाहनवाज आलम का वोटबैंक इंटैक्ट माना जा रहा है। शाहनवाज मंत्री भी रहे हैं। 15. बाढ़ से कर्णवीर सिंह उर्फ लल्लू मुखिया पीछे पटना जिले की बाढ़ विधानसभा सीट को 'मिनी चित्तौड़गढ़' कहा जाता है। 1980 को छोड़ दें तो ज्यादातर यहां से राजपूत उम्मीदवार ही जीते हैं। इस बार NDA की तरफ से BJP ने 4 बार से जीत रहे ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू की जगह डॉ. सियाराम सिंह को टिकट दिया है। उधर RJD ने बाहुबली कर्णवीर सिंह उर्फ लल्लू मुखिया को टिकट दिया है। इस सीट पर डॉ. सियाराम सिंह आगे हैं। वजह: कर्णवीर सिंह की इलाके में इमेज काफी खराब मानी जाती है। हाल में JDU समर्थक धानुक जाति के वरुण कुमार ने उन पर मारपीट का केस दर्ज कराया है। इसके अलावा करीब 80% राजपूत वोट BJP उम्मीदवार को ही मिलता रहा है। भूमिहार, ब्राह्मण और बनिया और JDU का EBC वोट भी NDA के पक्ष में जाने वाला है। कर्णवीर सिंह सिर्फ यादव वोटर्स पर निर्भर हैं।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:20 am

सीजन की सबसे ठंडी रात, पारा पहुंचा 09 डिग्री:उत्तर पश्चिम की हवा बढ़ा रही ठंड, 20 के बाद तेजी से गिरेगा पारा

उत्तर पश्चिम दिशा से चल रही हवाएं मौसम को लगातार सर्द करने का काम कर रही हैं। मंगलवार की रात इस सीजन की सबसे ठंडी रात रही। न्यूनतम पारा 9 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया जो कि इस सीजन का सबसे न्यूनतम स्तर है। 20 नवंबर के बाद तेजी से गिरेगा पारा सीएसए के मौसम विशेषज्ञ डॉक्टर नौशाद खान ने बताया कि इस बार सर्दी के दिन जल्दी आ गए हैं। बीते सालों में तापमान का यह न्यूनतम स्तर 20 नवंबर के बाद या नवंबर के अंतिम दिनों में जाता था जो कि इस बार शुरुआती दिनों में आ गया है। 20 नवंबर के बाद तापमान में अधिक तेजी के साथ गिरावट दर्ज की जाएगी। हालांकि दिन का पारा धूप निकलने के चलते ज्यादा नहीं गिर पा रहा है जो की दोपहर में राहत देने का काम कर रहा है। पारा सामान्य से पांच डिग्री नीचे चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञान विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार मौसम शुष्क और ठंडा बना हुआ है। शहर में अधिकतम तापमान सामान्य से आधा डिग्री कम 28.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से लगभग 5 डिग्री कम 9.0 डिग्री सेल्सियस रहा। यह गिरावट ठंड के बढ़ने का संकेत दे रही है। सुबह और शाम सर्दी का एहसास पारे के साथ-साथ तापमान में गिरावट के साथ ही आमजन को भी ठंड का अच्छा खासा एहसास होने लगा है। सुबह और शाम के समय निकलने वाले लोग ठंड के कपड़ों को पहनकर निकल रहे हैं। इसके अलावा शहर में सर्दी के कपड़ों की बाजार गर्म हो गई है।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:19 am

रीजन ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर में घोटाला:ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर के लिए बनानी थी नई बिल्डिंग, पुरानी बिल्डिंग को दिखाकर उठाया 5 करोड़ रुपए का फंड

अनट्रेंड ड्राइवरों के कारण प्रदेश में आए दिन सड़क हादसे बढ़ रहे हैं। वहीं, ड्राइवरों को प्रशिक्षण देने के लिए बनाए जा रहे ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटरों में घपले किए जा रहे हैं। जयपुर में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय और परिवहन विभाग की ओर से कालवाड़ रोड, बियाणी कॉलेज परिसर में बनाए जा रहे रीजन ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर में घोटाला उजागर हुआ। 5.50 करोड़ की लागत से जयपुर रूरल हेल्थ एंड डेवलपमेंट ट्रस्ट को नई बिल्डिंग और ड्राइविंग ट्रैक बनाना था, लेकिन ट्रस्ट ने पुरानी बिल्डिंग को नई बताकर 5 करोड़ का भुगतान उठा लिया। इस दौरान आरटीओ द्वितीय, पीडब्ल्यूडी के फुलेरा अधिशासी अभियंता, और पीडब्ल्यूडी सेंटर लेबोरेट्री टेस्टिंग ऑफिसर ने भौतिक सत्यापन नई बिल्डिंग के रूप में किया। फंड इसके बाद परिवहन सचिव और आयुक्त की अनुशंसा पर जारी किया गया। मामला तब उजागर हुआ जब मंत्रालय में नए लोगों ने सेंटर के लिए पुनः आवेदन किया। इन अधिकारियों पर जिम्मेदारी एमओयू के तहत सेंटर संचालन की जिम्मेदारी आरटीओ, उप परिवहन आयुक्त, योजना एवं विकास शाखा, केंद्रीय मंत्रालय, और प्राइवेट पार्टनर के सदस्यों की होती है। मेरे समय में फंड जारी नहीं हुआ है। यूसी काे संबंधित आरटीओ और उप परिवहन आयुक्त प्लानिंग और डवलपमेंट वेरिफाई करता है। इसके बाद केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय फंड जारी करता है। -सौरभ पालीवाल, डिप्टी एफए, परिवहन विभाग RTO द्बितीय, PWD के अधिशासी अभियंता ने किया सत्यापन केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के आदेश के तहत ड्राइवरों को प्रशिक्षण देने के लिए अजमेर, हनुमानगढ़ और जयपुर में रीजन ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर खोलने थे। हर सेंटर के लिए 5.50 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी थी और इन्हें पीपीपी मोड पर स्थापित किया जाना था। जयपुर में जयपुर रूरल हेल्थ एंड डेवलपमेंट ट्रस्ट ने वर्ष 2022 में आवेदन किया। परिसर में बनने वाली नई बिल्डिंग और ट्रैक का नक्शा सीआईआरटी, पुणे से पास कराया गया था। नक्शे के अनुसार ट्रैक के पास नई बिल्डिंग बननी थी, लेकिन बिल्डिंग का निर्माण नहीं किया, बल्कि फार्मेसी और नर्सिंग कॉलेज की पुरानी बिल्डिंग की मरम्मत और रंग-रोगन करा 5 करोड़ की राशि उठा ली। शर्तों के अनुसार जिस जमीन को नक्शे में बताया था, वह 33 साल के लिए सरकार को लीज पर दी गई थी। इसके चलते राजधानी में दूसरा सेंटर अब नहीं बन सकता, क्योंकि एक करोड़ की आबादी पर केवल एक ही सेंटर की अनुमति थी। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के आदेश के तहत ड्राइवरों को प्रशिक्षण देने के लिए अजमेर, हनुमानगढ़ और जयपुर में रीजन ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर खोलने थे। हर सेंटर के लिए 5.50 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी थी और इन्हें पीपीपी मोड पर स्थापित किया जाना था। जयपुर में जयपुर रूरल हेल्थ एंड डेवलपमेंट ट्रस्ट ने वर्ष 2022 में आवेदन किया। परिसर में बनने वाली नई बिल्डिंग और ट्रैक का नक्शा सीआईआरटी, पुणे से पास कराया गया था। नक्शे के अनुसार ट्रैक के पास नई बिल्डिंग बननी थी, लेकिन बिल्डिंग का निर्माण नहीं किया, बल्कि फार्मेसी और नर्सिंग कॉलेज की पुरानी बिल्डिंग की मरम्मत और रंग-रोगन करा 5 करोड़ की राशि उठा ली। शर्तों के अनुसार जिस जमीन को नक्शे में बताया था, वह 33 साल के लिए सरकार को लीज पर दी गई थी। इसके चलते राजधानी में दूसरा सेंटर अब नहीं बन सकता, क्योंकि एक करोड़ की आबादी पर केवल एक ही सेंटर की अनुमति थी।

दैनिक भास्कर 12 Nov 2025 5:19 am