आजमगढ़ जिले के राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज में चल रहे आजमगढ़ महोत्सव के तीसरे दिन भारतीय जनता पार्टी के विधान परिषद सदस्य विजय बहादुर पाठक और जिले के सीडीओ परीक्षित खटाना ने महोत्सव का शुभारंभ किया। सभी कलाकारों और कवियों को बधाई देते हुए भाजपा के विधान परिषद सदस्य ने कहा कि आज का यह कवि सम्मेलन हम सभी को उत्साहित करेगा। कवि सम्मेलन के समापन के बाद कार्यक्रम में शामिल होने आए कवियों को विधान परिषद सदस्य विजय बहादुर पाठक और मुख्य विकास अधिकारी परीक्षित खटाना ने सम्मानित भी किया। इन कवियों ने दिए एक से बढ़कर एक शानदार प्रस्तुति आजमगढ़ महोत्सव में कवि सर्वेश अस्थाना डॉक्टर सुनील जोगी शंभू शिखर प्रियांशु गजेंद्र नीलोत्पल मृणाल मणिका दुबे और विकास बौखल ने एक से बढ़कर एक शानदार प्रस्तुति दी। जहां मध्य प्रदेश से आई मनिका दुबे ने नहीं करता मिलन का मन तुम्हारा मुझे ही क्यों भला बेताबियां हैं जैसे एक से बढ़कर एक काव्य पाठ के माध्यम से जनता का मनोरंजन किया। वहीं नीलोत्पल ने कहां गया मेरा हो दिल तो सलोना रे जैसे गानों पर शानदार प्रस्तुति दी। हास्य कवि सर्वेश अस्थाना ने अपने काव्य पाठ के माध्यम से सिस्टम सरकार और पुलिस कर्मियों पर जमकर व्यंग्य किया। आजमगढ़ के महोत्सव में अपर जिलाधिकारी गंभीर सिंह एसपी सिटी मधुबन कुमार सिंह सहित बड़ी संख्या में पुलिस और प्रशासन के अधिकारी उपस्थित रहे।
चांदनी चौक में कपड़ा शोरूम में लगी भीषण आग, लाखों का सामान राख; इलाके में मची अफरा-तफरी
दिल्ली के चांदनी चौक की तंग गलियों में शुक्रवार रात अफरातफरी का माहौल था। कुचा रहमान स्थित कपड़ों के शोरूम इंडियन वेल्वेट एजेंसीज में अचानक आग भड़क उठी
लखनऊ विवि में मनुस्मृति दहन प्रयास:पुलिस ने छात्रों पर पानी फेंका, कई छात्रों को हिरासत में लिया
लखनऊ विश्वविद्यालय परिसर में मनुस्मृति दहन के प्रयास के दौरान पुलिस ने छात्रों पर पानी की बौछार की और कई को हिरासत में ले लिया। यह घटना बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के सामने हुई। बिरसा अंबेडकर फुले छात्र संगठन (BAPSA) ने मनुस्मृति दहन दिवस के अवसर पर महाराजा बिजली पासी जयंती मनाई। संगठन के पदाधिकारियों ने जैसे ही मनुस्मृति दहन का प्रयास किया, पुलिस प्रशासन ने हस्तक्षेप किया। छात्रों पर पानी फेंका गया और उन्हें हसनगंज थाने में हिरासत में ले लिया गया। यह पूरा घटनाक्रम विश्वविद्यालय परिसर के भीतर हुआ। 'मनुस्मृति एक समता और समानता विरोधी ग्रंथ' बापसा अध्यक्ष मानव रावत ने इस दौरान कहा कि मनुस्मृति एक समता और समानता विरोधी ग्रंथ है, जो शूद्रों और महिलाओं को असमानता की दृष्टि से देखता है। उन्होंने इस पुस्तक के विरोध और दहन को आवश्यक बताया।रावत ने बहराइच में न्यायालय द्वारा मनुस्मृति को उद्धृत किए जाने का भी उल्लेख किया, जिसे उन्होंने इस विरोध प्रदर्शन का एक कारण बताया। ये लोग शामिल हुए इस मौके पर मानव रावत, एडवोकेट अंकित कुमार गौतम, एडवोकेट आकाश कठेरिया, अमितेश पाल, अश्विनी कुमार, शुभम भारती, अभय कुमार और अभिषेक कुमार सहित कई सदस्य उपस्थित थे।
कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय चिनहट, लखनऊ में पहली बार थीम आधारित वार्षिक समारोह का आयोजन किया गया। इस आयोजन के साथ विद्यालय में एक नई परंपरा की शुरुआत हुई। समारोह की थीम 'उड़ान – मेरे सपनों के' रखी गई थी। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्राओं को शैक्षिक ज्ञान के साथ-साथ रचनात्मक अभिव्यक्ति, आत्मविश्वास और व्यक्तित्व विकास का मंच प्रदान करना था। यह कार्यक्रम स्टडी हॉल एजुकेशनल फाउंडेशन (SHEF) की स्कूल ट्रांसफॉर्मेशन पहल के तहत एचसीएल फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित किया गया। छात्राओं ने नृत्य, नाटक, गीत और अन्य सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से सामाजिक मुद्दों, शिक्षा के महत्व और अपने उज्ज्वल भविष्य की झलक प्रस्तुत की। इन प्रस्तुतियों ने दर्शकों को भावनात्मक रूप से जोड़ा और यह संदेश दिया कि अवसर मिलने पर ग्रामीण व सरकारी विद्यालयों की छात्राएं भी किसी से कम नहीं हैं। ऐसे आयोजन छात्राओं के आत्मविश्वास को बढ़ाने में महत्वपूर्ण कार्यक्रम में स्थानीय सभासद ममता रावत विशेष रूप से उपस्थित रहीं। उन्होंने छात्राओं की प्रस्तुतियों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम बालिकाओं के आत्मविश्वास को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने स्टडी हॉल एजुकेशनल फाउंडेशन और एचसीएल फाउंडेशन को धन्यवाद देते हुए कहा कि बच्चियों को अवसर मिले तो वे हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकती हैं। इस तरह के आयोजन बच्चों और शिक्षकों के बीच बेहतर तालमेल इस अवसर पर लगभग 60 अभिभावक भी कार्यक्रम में मौजूद थे। अभिभावकों ने छात्राओं के प्रदर्शन की प्रशंसा की और शिक्षकों व विद्यालय स्टाफ के प्रयासों को सराहा।बेसिक शिक्षा अधिकारी विपिन कुमार ने शिक्षकों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए ऐसे कार्यक्रम अत्यंत आवश्यक हैं, क्योंकि इनसे बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ता है। विद्यालय की शिक्षिका प्रतिभा ने बताया कि इस तरह के आयोजन बच्चों और शिक्षकों के बीच बेहतर तालमेल स्थापित करते हैं, जिससे शिक्षा प्रक्रिया अधिक प्रभावी बनती है। वहीं, शेफ की बाल शिक्षा कार्यक्रम प्रमुख शिखा ने कहा कि मंच मिलने पर बच्चों की प्रतिभा निखरकर सामने आती है और विद्यालय का वातावरण ऊर्जा व टीमवर्क से भर जाता है।
आईआईटी कानपुर में 2025-26 बैच के यूजी स्टू़डेंट्स के लिए कैंपस प्लेसमेंट के पहले सीजन का समापन हुआ। प्लेसमेंट सेशन को ऑन-कैंपस, वर्चुअल और हाइब्रिड माध्यमों में आयोजित किया गया। फेज-I में विभिन्न क्षेत्रों की 250 से अधिक कंपनियों ने भाग लिया और कुल 1,202 ऑफर प्रदान किए गए। इनमें से छात्रों द्वारा 1,079 ऑफर स्वीकार किए गए, जिनमें प्री-प्लेसमेंट ऑफर (PPOs) भी शामिल हैं। 15 छात्रों को यूरोप, जापान, कोरिया और अमेरिका स्थित कंपनियों से अंतरराष्ट्रीय ऑफर प्राप्त हुए। आईआईटी के अफसरों ने बताया कि फेज-II प्लेसमेंट, जो मिड जनवरी 2026 से प्रारंभ होंगे, उसमें ग्लोबल आफर मिलने के अधिक होने की संभावना है। देश-विदेश से आईं कंपनियां आईआईटी की ओर से जारी प्रेस रिलीज में बताया गया कि पहले फेज में देश-विदेश की कई प्रतिष्ठित कंपनियों ने भाग लिया, जिनमें एक्सेंचर, एयरबस, अमेरिकन एक्सप्रेस, ब्लैकरॉक, बोइंग, डेटाब्रिक्स, डॉयचे बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, मास्टरकार्ड, मीशो, नावी, पीडब्ल्यूसी, क्वालकॉम, सैमसंग, इनमोबी और स्क्वेयर पॉइंट कैपिटल सहित अनेक अन्य कंपनियां शामिल रहीं। इसके अतिरिक्त, बीपीसीएल, बीईएल, मिधानी और ईआईएल जैसी कई सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों (PSUs) ने भी सक्रिय सहभागिता की। जनवरी मिड से होगा दूसरा सीजन आईआईटी कानपुर के डायरेक्टर प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने कहा कि फेज-I प्लेसमेंट का सफल समापन हमारे छात्रों की शैक्षणिक गुणवत्ता एवं आधुनिक उद्योगों के लिए तैयारी को दर्शाता है। प्लेसमेंट प्रक्रिया के सफल संचालन के लिए स्टूडेंट्स प्लेसमेंट ऑफिस की सराहना करता हूं। स्टूडेंट प्लेसमेंट आफिस के अध्यक्ष प्रो. अश्विनी कुमार ठाकुर ने कहा कि जैसे-जैसे प्लेसमेंट सत्र आगे बढ़ेगा, हम छात्रों को सशक्त और दीर्घकालिक पेशेवर अवसरों की दिशा में मार्गदर्शन देने के लिए प्रतिबद्ध रहेगा। हमारे रिक्रूटिंग पार्टनर्स छात्रों की आकांक्षाओं को दिशा देने में अहम भूमिका निभा रहे हैं, और इस निरंतर सहयोग के लिए हम उनके अत्यंत आभारी हैं।”
प्रयागराज में लखनऊ–प्रयागराज हाईवे पर लालगोपालगंज तिराहे के पास नकाबपोश लुटेरों ने दुस्साहसिक वारदात को अंजाम दिया। दुकान में घुसकर पिस्टल के बल पर कपड़ों के थोक व्यापारी से करीब एक लाख रुपये लूट लिए। विरोध करने पर बदमाशों ने व्यापारी के भाई और दुकान में मौजूद कर्मचारी को जान से मारने की धमकी देते हुए पिस्टल सटा दी और फिर वारदात को अंजाम देकर भाग निकले। शाम 6.15 पर आए लुटेरे लालगोपालगंज तिराहे के समीप दिनेश केसरवानी की ‘विराट ट्रेडर्स’ नाम से कपड़े की थोक दुकान है। शुक्रवार शाम करीब 6:15 बजे काले रंग की बाइक से तीन बदमाश दुकान के पास पहुंचे। बाइक खड़ी कर तीनों पैदल दुकान के अंदर दाखिल हुए। तीनों ने अपने चेहरे ढक रखे थे। पिस्टल दिखाकर धमकाया और कर लिया काबू में काउंटर पर मौजूद दिनेश केसरवानी के छोटे भाई दिलीप केसरवानी को एक बदमाश ने पिस्टल सटा दी, जबकि दूसरे बदमाश ने दुकान में काम कर रहे कर्मचारी अमन अंसारी को गोली मारने की धमकी देते हुए काबू में ले लिया। कुछ ही पलों में बदमाशों ने गल्ले में रखी नकदी समेटी और बाइक पर सवार होकर कुंडा–प्रतापगढ़ की ओर भाग निकले। घटना सीसीटीवी फुटेज में कैद घटना के बाद दिलीप केसरवानी और अमन अंसारी ने शोर मचाया, जिस पर आसपास के व्यापारी मौके पर जुट गए। व्यस्त इलाके में सरेआम हुई लूट से व्यापारियों में दहशत फैल गई। सूचना मिलते ही नवाबगंज थाना पुलिस पहुंची। पुलिस ने दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी, जिसमें बदमाश वारदात को अंजाम देते दिखाई दिए। पुलिस तलाश में लगी रही लेकिन बदमाशों का देर रात तक कुछ पता नहीं चल सका था। कलेक्शन मिलान होने के बाद बढ़ सकती है रकम व्यापारी दिलीप केसरवानी के अनुसार लूट की रकम करीब एक लाख रुपये बताई जा रही है। कलेक्शन का मिलान होने के बाद रकम में कुछ बदलाव हो सकता है। एसीपी सोरांव श्यामजीत प्रमिला सिंह ने बताया कि प्रारंभिक जांच में करीब एक लाख रुपये की लूट सामने आई है। बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की दो टीमों के साथ एसओजी गंगानगर को भी लगाया गया है। । नवाबगंज पुलिस पर सबसे बड़ा सवाल हाईवे पर स्थित दुकान में सरेशाम लूट की घटना नवाबगंज पुलिस पर बड़ा सवाल है। आला अधिकारियों का आदेश है कि शाम के वक्त बाजारों में खास सतर्कता बरती जाए। थाना प्रभारी खुद पूरी टीम के साथ गश्त पर निकलें और संदिग्धों की चेकिंग करें। अब सवाल यह है कि अगर अधिकारियों के आदेश का पालन हो रहा था तो लुटेरे पिस्टल लेकर कैसे बेखौफ टहलते रहे। कैसे एक बाइक पर तीन बदमाश घूमते रहे और पुलिस की नजर उन पर नहीं पड़ी।
मलिंगा ने की थी दूल्हे के ताऊ से लूट:पुलिस मुठभेड़ में हुआ घायल,साथियों की तलाश में जुटी मथुरा पुलिस
मथुरा के थाना सदर बाजार क्षेत्र में थाना पुलिस और स्वाट टीम की आगरा के लुटेरों से मुठभेड़ हो गई। इस मुठभेड़ में एक बदमाश गोली लगने से घायल हो गया। मुठभेड़ में घायल हुए बदमाश ने अपने साथियों के साथ मिलकर 11 दिसंबर को बल्ल्भगढ़ से आई एक बारात में चढ़त के दौरान दूल्हे के ताऊ से नोट और ज्वैलरी से भरा बैग लूट लिया था। यह था मामला मथुरा में बेखौफ बाइक सवार बदमाशों ने लूट की वारदात को अंजाम देकर पुलिस को चुनौती दे डाली थी। बदमाशों ने दूल्हे के ताऊ से बारात की चढ़त के दौरान बैग छीन लिया। बैग में नगदी के अलावा सोने चांदी के आभूषण भी थे। थाना सदर बाजार क्षेत्र के औरंगाबाद इलाके में हरियाणा के बल्ल्भगढ़ से परमवीर सिंह अपने बेटे कपिल की बारात लेकर मथुरा आए थे। बारात के स्वागत के बाद वह अपने रिश्तेदारों के साथ चढ़त के लिए चले गए। इस दौरान उन्होंने नोटों से भरा बैग और दुल्हन को चढ़ाने वाली ज्वेलरी से भरा बैग अपने बड़े भाई गोपाल सिंह को दे दिया था। कपिल की बारात इलाके के बड़े होटल के सामने से शुरू हुई। बारात कुछ दूर चली कि तभी ताऊ अपने एक साथी के साथ कुछ आगे जा कर खड़े हो गए। इसी दौरान साथी ने गाड़ी लाने की बात कही और वह सड़क के दूसरी तरफ खड़ी गाड़ी लेने चले गए। इसी दौरान अपाचे बाइक पर दो बदमाश आए और गोपाल सिंह के हाथ में मौजूद बैग को लेकर पलभर में रफूचक्कर हो गए थे। आगरा के बदमाश ने दिया था वारदात को अंजाम वारदात का खुलासा करने का प्रयास करने में जुटी स्वाट टीम को जानकारी मिली कि वारदात को अंजाम आगरा के शातिर बदमाश आकाश उर्फ मलिंगा ने अपने साथियों के साथ दिया था। इसके बाद पुलिस मलिंगा की तलाश में जुट गई। शुक्रवार की देर रात पुलिस सूचना मिली कि लूट को अंजाम देने वाले बदमाश मथुरा आए हुए हैं। सूचना मिलते ही थाना सदर बाजार पुलिस के साथ स्वाट टीम ने बदमाशों की तलाश शुरू कर दी। पुलिस पर किया फायर बदमाशों की तलाश में जुटी पुलिस को दो बदमाश क्लेंसी इंटर कॉलेज के पास सुनसान इलाके में खड़े दिखाई दिए। बदमाशों ने पुलिस को देखते ही फायर कर दिया। जिसके जवाब में पुलिस ने फायरिंग की। जिसमें एक गोली आकाश उर्फ मलिंगा के पैर में लग गई। जिसके बाद पुलिस ने मलिंगा को गिरफ्तार कर लिया और इलाज के लिए जिला अस्पताल भर्ती करा दिया। यह हुआ बरामद पुलिस ने मलिंगा के पास से एक बाइक,एक सोने की चैन,2 अंगूठी,एक मांग टीका के अलावा तमंचा एड कारतूस बरामद किए। शातिर लुटेरा मलिंगा के घायल होते ही मौके का फायदा उठाकर उसका साथी मौके से फरार हो गया। मलिंगा के ऊपर आगरा के खैरागढ़,ताजगंज,इराफत नगर,मलपुरा,सिकंदरा,सदर बाजार,फतेहपुरी सीकरी थाना में 2 दर्जन मुक़दमे दर्ज हैं।
कानपुर नगर निगम का सदन शुक्रवार को हुआ। महापौर प्रमिला पांडेय और नगर आयुक्त अर्पित उपाध्याय की मौजूदगी में 11 प्रस्ताव पढ़े गए और हंगामे के बीच इन प्रस्तावों को पास कर दिया गया। अब इन प्रस्तावों पर 30 दिन तक आपत्ति स्वीकार की जाएगी, जिसके निस्तारण के बाद बजट जारी कर दिया जाएगा। सदन में सबसे अहम प्रस्ताव नए मकान मालिकों के नामांतरण संबंधी प्रस्ताव कर रहा। अब शहरवासियों से किसी भी प्रॉपर्टी को उनके नाम ट्रांसफर (नामांतरण) करने के लिए निर्धारित शुल्क 6500 ही लिया जाएगा। इसमें 5 हजार रुपए शुल्क, 1 हजार आवेदन और 500 रुपये विज्ञापन का खर्च है। जो एक साथ जमा करना होगा। नामांतरण में जितनी देरी, उतना ज्यादा जुर्माना सदन के दौरान महापौर प्रमिला पांडेय ने बताया कि लोगों की मांग को देखते हुए नामांतरण का शुल्क निर्धारित कर दिया गया है। पहले डीएम के सर्किल रेट का 1 प्रतिशत नामांतरण शुल्क के रूप में लिया जाता था, लेकिन अब हर भवन के लिए निर्धारित शुल्क लिया जाएगा। लेकिन नामांतरण में देरी करने वालों से अब जुर्माना भी वसूल किया जाएगा। नया मकान बनाने या मकान अपने नाम ट्रांसफर कराने में एक साल से ज्यादा समय बीता को जुर्माना देना होगा। 1 से 3 वर्ष में 1000 रुपए, 3 से 5 वर्ष की देरी होने पर 2000 हजार रुपए और 5-10 वर्ष के बाद नामांतरण कराने पर 5000 रुपए जुर्माना देना होगा। इसके बाद किसी ने आवेदन किया तो उससे 10 हजार रुपए जुर्माने के रूप में लिया जाएगा। वार्डों में रखे जाएगे चार-चार सफार्इ कर्मी नगर निगम के सदन के दौरान हर वार्ड में सफाई के लिए 10-10 सफाई कर्मचारी रखने की बात कही गई। लेकिन हर वार्ड में 4-4 सफाई कर्मी रखने की बात पर सहमति बनी। इस प्रस्ताव को सदन में पास कर दिया गया। लेकिन इसी प्रस्ताव के बीच में हंगामा शुरू हो गया। वार्ड चार के पार्षद अंकित मौर्य ने कहा कि यह प्रस्ताव तो पहले भी बना था, लेकिन सफाई कर्मचारी नहीं मिले। वह बोल रहे थे कि उन्हें पार्षद दल के नेता नवीन पंडित ने बैठने के लिए कहा। इसी बात पर वह दोनों उलझ पड़े और सदन में हंगामा शुरू हो गया। सांसद के सवालों के दिए गए जवाब कानपुर के बृजेंद्र स्वरूम मैदान में बने केआईजेसी मंगल भवन के शुल्क से जुड़े प्रस्ताव को भी शुक्रवार को हुए सदन में पास कर दिया गया। इस भवन को लेकर सांसद रमेश अवस्थी ने कई सवाल उठाए थे, इन सातों सवालों का भी सदन में जवाब दिया गया। सदर के दौरान नगर आयुक्त ने एक्सईएन आरके सिंह को सवालों के जवाब देने को कहा। इस पर एक्सईएन ने एक-एक सवाल को पढ़कर उसका जवाब दिया। गुणवत्ता संबंधी सवाल पर महापौर प्रमिला पांडेय ने नगर आयुक्त से कहा कि मंगलभवन के निर्माणकी जांच एचबीटीयू कर चुका है। लेकिन, एक बार फिर से जांच कराकर सांसद जी को अवगत कराया जाए। 30 दिन तक स्वीकार होगी आपत्ति नगर निगम के सदन में जो भी प्रस्ताव पास हुए हैं, उसमें अगर किसी को आपत्ति है तो वह आगामी 30 दिन तक अपनी आपत्ति दर्ज करा सकता है। आपत्तियां पूरी होने के बाद नगर निगम की ओर से इसका निस्तारण किया जाएगा। निस्तारण होने के बाद सभी पास हुए प्रस्तावों को फाइनल करते हुए गजट जारी कर दिया जाएगा और यह शहर में पूरी तरह से लागू हो जाएंगे।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एक बार फिर स्पष्ट किया कि न्यू ओखला इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (नोएडा) उस भूमि पर लीज़ रेंट वसूलने का अधिकार नहीं रखती, जिसका वास्तविक कब्जा अभी तक आवंटी को नहीं दिया गया। अदालत ने कहा कि बिना कब्जा सौंपे लीज़ रेंट की मांग करना कानूनन सही नहीं है। ऐसे मामलों में आवंटी को 'ज़ीरो पीरियड' का लाभ दिया जाना चाहिए। जस्टिस प्रकाश पडिया ने आलूर डेवलपर प्राइवेट लिमिटेड बनाम राज्य सरकार व अन्य मामले में यह टिप्पणी की। कोर्ट ने अपने पूर्व के फैसलों के साथ-साथ दिल्ली हाईकोर्ट के निर्णयों का हवाला देते हुए यह सिद्धांत दोहराया कि जब तक कब्जा प्रमाणपत्र जारी नहीं होता, तब तक लीज़ रेंट देय नहीं हो सकता। मामले के अनुसार याची के पूर्ववर्ती हितधारक को सेक्टर - 94, नोएडा में भूमि आवंटित की गई थी। बाद में प्राधिकरण द्वारा क्षेत्रफल घटाया गया, प्रीमियम का भुगतान हुआ और लीज़ डीड निष्पादित की गई। सुधार विलेख के माध्यम से प्लॉट को दो हिस्सों में बांटा गया, जिनमें से एक प्लॉट याचिकाकर्ता को हस्तांतरित किया गया। इसके बावजूद नोएडा ने कब्जा प्रमाणपत्र जारी नहीं किया। नोएडा ने वर्ष 2010 में बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट में परिवर्तन के नाम पर याचिकाकर्ता से सात करोड़ रुपये से अधिक की मांग की, जिसे जमा कर दिया गया। इसके बाद अतिरिक्त एफ ए आर के लिए भी भारी भरकम की मांग उठाई गई। हालांकि अंततः वर्ष 2023 में आवेदन खारिज कर दिया गया। इसी बीच लीज़ रेंट न चुकाने के आधार पर नोएडा ने आवंटन रद्द कर दिया, जबकि याचिकाकर्ता का कहना था कि उसे कब्जा ही नहीं दिया गया। कोर्ट ने पाया कि लीज़ की शर्त संख्या-3 के तहत कब्जा प्रमाणपत्र अलग से जारी किया जाना था, जो कभी दिया ही नहीं गया। ऐसे में नोएडा को दोहरे मानदंड अपनाने की अनुमति नहीं दी जा सकती। अदालत ने कहा कि जब वैध कब्जा न तो पूर्व आवंटी को मिला और न ही याचिकाकर्ता को, तो इस अवधि को 'ज़ीरो पीरियड' माना जाएगा और लीज़ रेंट की मांग अवैध है। अदालत ने अपने पूर्व के डिवीजन बेंच के फैसले का हवाला देते हुए कहा कि केवल शेयरहोल्डिंग में बदलाव होने से सीआईसी ( चेंज इन कांस्टिट्यूशन) शुल्क नहीं लगाया जा सकता, जब तक कंपनी की कानूनी पहचान में कोई परिवर्तन न हो। कोर्ट ने नोएडा द्वारा लगभग 7.38 करोड़ रुपये की राशि रोके जाने को अवैध, अनुचित और अवमाननापूर्ण बताया। अदालत ने नोएडा को निर्देश दिया कि वह याचिकाकर्ता को सीआईसी के रूप में वसूली गई पूरी राशि 9 प्रतिशत वार्षिक ब्याज सहित वापस करे। साथ ही लीज़ रेंट की अवैध मांग को रद्द करते हुए याचिका स्वीकार कर ली गई। इस फैसले से नोएडा क्षेत्र के उन कई आवंटियों को राहत मिलने की उम्मीद है, जिन्हें कब्जा दिए बिना वर्षों तक लीज़ रेंट और अन्य शुल्कों का सामना करना पड़ा है।
इलाहाबाद हाई कोर्ट ने कहा है कि अगर प्रशासनिक मशीनरी में भ्रम के कारण अदालत के आदेश का अनुपालन नहीं किया जाता तो मुख्य सचिव सहित विभागीय उच्चाधिकारियों व डी एम प्रयागराज को अवमानना आरोप निर्मित कर दंडित किया जाएगा। न्यायमूर्ति सलिल कुमार राय की एकलपीठ ने कहा कि भूमि अधिग्रहण कानून और उचित मुआवजे का अधिकार कानून का पालन नहीं करने वाले मुख्य सचिव सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी कोर्ट की अवमानना के लिए जिम्मेदार होंगे। विनय कुमार सिंह की अवमानना याचिका की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने कहा, “राज्य सरकार के अलग-अलग विभागों के बीच काम का बंटवारा इस कोर्ट के ऑर्डर को लागू न करने के बहाने के तौर पर इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। यह राज्य सरकार की दायित्व है कि वह कोर्ट द्वारा पारित आदेश का अनुपालन सुनिश्चित करे। कोर्ट ने आदेश पालन के लिए एक महीने का समय दिया है अथवा अगली सुनवाई तिथि पांच जनवरी 2026 को मुख्य सचिव सहित अन्य अधिकारियों को उपस्थित रहने के लिए कहा है। कोर्ट ने कहा, भूमि अधिग्रहण मामलों में सर्वोच्च अधिकारी मुख्य सचिव हैं, हालांकि उन पर अभी कोई आक्षेप नहीं लगाया जा रहा है। मुकदमे से जुड़े तथ्य यह हैं कि राजस्व गांव भैरोपुर केवई तहसील हंडिया प्रयागराज निवासी याची की चार खातों में दर्ज जमीन का अधिग्रहण हुआ था। जिसका मुआवजा अवार्ड 1982व पूरक अवार्ड 1983मे घोषित किया गया। याची का कहना है कि उसे अभी तक मुआवज़ा नहीं मिला है। राज्य या उसकी एजेंसियों का अधिग्रहित प्लॉटों पर कब्जा भी नहीं है। उसका ही कब्जा बरकरार है।प्लॉट शुरू में सिंचाई विभाग के उपयोग के लिए अधिग्रहीत किए गए थे जो बाद में कांशीराम आवास योजना के लिए शहरी विकास विभाग को हस्तांतरित कर दिए गए। दस्तावेजों के अनुसार पुनर्वास और पुनर्स्थापन में उचित मुआवजे और पारदर्शिता का अधिकार अधिनियम, 2013 लागू नहीं हुआ था। कोर्ट ने पाया कि नये कानून से न देने के कारण याची ने मुआवजा लेने से इन्कार कर दिया तो राज्य सरकार ने आवेदक को देय मुआवजा सरकारी खजाने में जमा कर दिया था। वर्ष 2013 के एक्ट में कहा गया कि ऐसे मामलों को समाप्त मान लिया जाएगा जिनमें 1894 के एक्ट की धारा -11 के तहत मुआवजा वितरण नहीं हुआ। हाईकोर्ट ने जुलाई 2016 में याचिका को स्वीकार करते हुए भूमि अधिग्रहण की कार्यवाही रद कर दी थी। पारित आदेश का अनुपालन कर याची को प्लॉट वापस नहीं किए गए तो उसने अवमानना याचिका दायर की। कोर्ट ने तीन फरवरी 2017 को सरकार को आदेश पालन का समय दिया। ऐसा नहीं होने पर 27 मई 2017 को वर्तमान अवमानना याचिका दायर की गई। राज्य सरकार ने जुलाई 2016 के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी जो 12 सितंबर को खारिज हो गई। इसके बाद भी सरकार ने जुलाई 2016 के हाई कोर्ट के आदेश का पालन नहीं किया। दूसरी अवमानना याचिका की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने 2022 में कहा, विभागों ने किस तरह मनमानी की यह इससे साफ है कि प्रमुख सचिव ने हलफनामे में कहा है कि मुआवजा शहरी विकास विभाग को देना है। कोर्ट ने कहा, आवेदक को कानून के अनुसार मुआवजे से मतलब है। यह दो विभागों के बीच का मामला है और याची को दो विभागों के बीच शटल कॉक की तरह इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। कोर्ट ने कहा है कि मुख्य सचिव के अलावा अतिरिक्त मुख्य सचिव, सिंचाई विभाग, अतिरिक्त मुख्य सचिव, शहरी विकास और जिलाधिकारी प्रयागराज या तो इस अदालत से जुलाई 2016 को पारित आदेश के पूर्ण अनुपालन को दर्शाने वाला अनुपालन हलफनामा दाखिल करेंगे अथवा आरोपों के निर्धारण के लिए व्यक्तिगत रूप से अदालत में उपस्थित होंगे।
वाराणसी में दैनिक भास्कर एप की ओर से शहर से लेकर देहात तक कंबल, गर्म कपड़े और जरूरत का सामान निराश्रितों और जरूरतमंद तक पहुंचाया जा रहा है। संस्थान की ओर से पिंडरा के बड़ागांव बाजार में कैंप लगाकर कंबल और कपड़े वितरित किए गए।मुख्य अतिथि ब्लॉक प्रमुख बड़ागांव नूतन सिंह, तहसीलदार पिंडरा कुलवंत सिंह और शिक्षाविद एवं समाजसेवी ऋतिका दुबे ने 500 से अधिक लोगों को कंबल वितरण किया गया। सभी ने गांव के बुजुर्ग और महिलाओं को कंबल बांटे। इसके साथ ही 500 से अधिक बच्चों को गर्म और ऊनी कपड़े सौंपे। तहसीलदार के हाथों से कपड़े पाकर हर चेहरे पर मुस्कान थी तो लाभार्थी दैनिक भास्कर को धन्यवाद और वस्त्रदान कार्यक्रम की सराहना करते नजर आए। शिक्षाविद एवं समाजसेवी ऋतिका दुबे ने महिलाओं को कंबल देकर उनका कुशलक्षेम पूछा और कुछ समस्याओं को सुना। जिले में 25-26 हजार से अधिक युवा, पुरुष, महिलाएं लाभान्वित हुए हैं। वाराणसी में दैनिक भास्कर एप के वस्त्रदान अभियान की धूम है। शहर से लेकर देहात तक हर दिन सैकड़ों लोगों को सर्दी से राहत मिल रही है। भास्कर की टीम जगह-जगह कैंप लगाकर जरूरतमंदों को कपड़े बांट रही है। इसके अलावा रैन बसेरों में भी लोगों तक कपड़े पहुंचाए जा रहे हैं। पिंडरा तहसीलदार कुलवंत और ब्लॉक प्रमुख जरूरतमंद लोगों के बीच कंबल का वितरण किया। बताया कि लगातार पूरे तहसील क्षेत्र में जरूरतमंद लोगों के बीच कंबल का वितरण कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस कड़ाके की ठंड की रात में ठिठुर रहे निसहाय लोगों को कंबल प्रदान करना नेक कार्य की अनुभूति कराता है। जिले भर में विगत दिनों से कड़ाके की ठंड पड़ रही है, ऐसे मानव की सेवा से बड़ा कोई पुण्य का काम नहीं है, दैनिक भास्कर के सहयोग से कंबल वितरण का कार्य आगे भी जारी रहेगा। यह आयोजन अन्य समाजसेवियों को भी प्रेरणा देगा। वित्तविहीन शिक्षक महासभा की प्रदेश उपाध्यक्ष और वाराणसी खंड की प्रभारी ऋतिका दुबे ने कहा कि पिछले तीन दिनों में गिरते पारे और बढ़ती सर्दी के बीच लोग अपने घर में दुबकने को मजबूर हैं, वहीं कुछ ऐसे लोग भी हैं जिनके पास सही गर्म कपड़े नहीं हैं। उन्होंने कहा कि दैनिक भास्कर का वस्त्रदान अभियान ऐसे असहाय, गरीब के लिए मददगार बन रहा है। अब जिले में 1000 से अधिक कंबल और 20 हजार से अधिक गर्म कपड़े जरूरतमंदों तक पहुंचे हैं। भास्कर टीम शहर से लेकर देहात तक कैंप लगाकर उन्हें गर्म कपड़ा और कंबल मुहैया करा रहे हैं। बता दें कि वाराणसी में दैनिक भास्कर एप के साथ सामाजिक संस्थाओं से जुड़कर शहर के स्कूल और सोसाइटियां लगातार जरूरतमंदों के लिए वस्त्रदान कर रहे हैं। लोगों से एकत्रित होने वाले इन कपड़ों को भास्कर जरूरतमंदों तक पहुंचा रहा है, जिससे सर्दियों में उन्हें राहत दी जा सके। रोटी बैंक के रोशन पटेल, युवा फाउंडेशन की सीमा चौधरी, समर्थ फाउंडेशन के मनीष सिंह, सात्विक फाउंडेशन के अनिरुद्ध कुमार मिश्रा, शिव शक्ति फाउंडेशन के रितिक सिंह समेत दैनिक भास्कर की टीम शामिल रही।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने हाल ही में कहा कि शादी का झूठा वादा करके महिलाओं का यौन शोषण करने और बाद में शादी से इनकार करने की प्रवृत्ति समाज में बढ़ रही है, जिसे शुरुआत में ही खत्म किया जाना चाहिए। यह टिप्पणी जस्टिस नलिन कुमार श्रीवास्तव की बेंच ने आरोपी की अग्रिम जमानत अर्जी खारिज करते हुए दिया। आरोपी प्रशांत पाल के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं, जिसमें धारा 69 (धोखे से यौन संबंध बनाना आदि) भी शामिल है। आरोपी प्रशांत पाल पर पीड़िता के साथ शादी का झूठा वादा करके शारीरिक संबंध बनाने और उसे शारीरिक और मानसिक यातना देने का आरोप है। आरोप है कि 5 साल के रिश्ते के बावजूद, आरोपी ने बाद में उससे शादी करने से इनकार कर दिया और उसने दूसरी महिला से सगाई कर ली। गिरफ्तारी से सुरक्षा पाने के लिए आवेदक ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की, जिसमें उसके वकील ने तर्क दिया कि आरोप अस्पष्ट और झूठे हैं। यह तर्क दिया गया कि दोनों बालिग हैं और 2020 से सहमति से रिश्ते में साथ रह रहे हैं, लेकिन उसने कभी भी उससे शादी का कोई वादा नहीं किया। यह भी कहा गया कि लंबे रिश्ते के बाद सिर्फ शादी से इनकार करना अपराध नहीं है। दूसरी ओर सरकारी वकील ने उसकी याचिका का विरोध करते हुए तर्क दिया कि शादी के झूठे बहाने से आरोपी आवेदक ने पांच साल तक पीड़िता के साथ यौन संबंध बनाए रखे। यह भी कहा गया कि मेडिकल जांच में पीड़िता के यौन हिंसा के बयान की पुष्टि हुई और आरोपी पीड़िता को अश्लील वीडियो से भी धमकी दे रहा था। वर्तमान मामले के तथ्यों पर विचार करते हुए कोर्ट ने पाया कि आरोपी का आचरण झूठे वादे के दायरे में आता है। कोर्ट ने कहा, मौजूदा मामले में मामले के तथ्यों से पता चलता है कि आरोपी याची का केस की पीड़िता के प्रति धोखे का इरादा शुरू से ही था। शुरू से ही उसका पीड़िता से शादी करने का कोई इरादा नहीं था और वह सिर्फ़ अपनी हवस पूरी कर रहा था। कोर्ट ने अपराध की प्रकृति पर गहरी चिंता व्यक्त की तथा इसे समाज के खिलाफ गंभीर बताया। आपसी सहमति वाले रिश्ते के बचाव को खारिज करते हुए बेंच ने कहा : शादी के झूठे वादे पर उसने पीड़िता के साथ बार-बार शारीरिक संबंध बनाए। शादी के बहाने पीड़िता का शोषण करना और आखिर में उससे शादी करने से इनकार करना, ये ऐसी प्रवृत्तियां हैं, जो समाज में बढ़ रही हैं, जिन्हें शुरू में ही खत्म कर देना चाहिए। यह समाज के खिलाफ एक गंभीर अपराध है, इसलिए एप्लीकेंट किसी भी रियायत का हकदार नहीं है। कोर्ट ने आगे कहा कि हालांकि पीड़िता बालिग थी और आरोपी के साथ किए जा रहे काम के नतीजों से वाकिफ थी, लेकिन उसने उस पर पूरी तरह से विश्वास किया और भरोसा किया। हालांकि, कोर्ट ने यह भी कहा कि दूसरी ओर, रिश्ते की शुरुआत से ही आरोपी याची का उससे शादी करने का कोई इरादा नहीं था।
करनाल में यमुना नदी के किनारे हरियाणा और उत्तर प्रदेश के बीच एक बार फिर सीमा विवाद सामने आ गया है। नदी पर बने पुल से सटे एक रास्ते को लेकर दोनों राज्यों ने अपना-अपना दावा पेश किया, जिससे मौके पर तनाव की स्थिति बन गई। सीमांत क्षेत्र में नए पिलर लगाए जाने के प्रयास के दौरान दोनों राज्यों के प्रशासनिक अधिकारियों के बीच तल्खी देखने को मिली। हालात बिगड़ते देख पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा और पिलर लगाने की कार्रवाई रोक दी गई। हरियाणा प्रशासन ने करवाई निशानदेहीसीमांत जमीन पर अपना दावा जताते हुए हरियाणा प्रशासन की ओर से एसडीएम प्रदीप कुमार और खनन अधिकारी विनय शर्मा अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर सीमा की निशानदेही शुरू करवाई। हरियाणा प्रशासन की इस कार्रवाई की जानकारी मिलते ही उत्तर प्रदेश प्रशासन भी सक्रिय हो गया। यूपी प्रशासन भी मौके पर पहुंचाउत्तर प्रदेश की ओर से तहसीलदार उन ललिता चौधरी पुलिस टीम के साथ यमुना नदी पर पहुंचीं। दोनों राज्यों के अधिकारियों के बीच मौके पर ही सवाल-जवाब हुए। उत्तर प्रदेश प्रशासन ने स्पष्ट किया कि जब तक सर्वे ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के आधार पर दोनों राज्यों की संयुक्त टीम द्वारा सीमा का निर्धारण नहीं किया जाता, तब तक नए पिलर नहीं लगाए जाने चाहिए। पिलर लगाने के प्रयास से बढ़ा तनावकाफी देर तक चले वाद-विवाद के बावजूद कुछ लोग यमुना नदी में पिलर लगाने के लिए पहुंच गए, जिससे स्थिति और तनावपूर्ण हो गई। मौके पर मौजूद दोनों राज्यों के पुलिस अधिकारियों ने हालात को भांपते हुए तुरंत पिलर लगाने की कार्रवाई रोकने के निर्देश दिए और पूरे घटनाक्रम की सूचना उच्च अधिकारियों को दी। रेत खनन से जुड़ा है विवाद का कारणबताया जा रहा है कि इस बार सीमा विवाद की जड़ यमुना नदी के पुल से सटा वह रास्ता है, जिसका इस्तेमाल उत्तर प्रदेश के रेत खनन ठेकेदार ट्रकों की आवाजाही के लिए करते हैं। इस रास्ते को लेकर हरियाणा के ठेकेदार लगातार आपत्ति जता रहे हैं और शिकायतें कर रहे हैं। दोनों राज्यों के बीच यह विवाद पहले भी सामने आ चुका है। संयुक्त सर्वे से सुलझेगा मामलाअधिकारियों का कहना है कि सर्वे ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के आधार पर संयुक्त रूप से सीमा निर्धारण कर ही इस विवाद का स्थायी समाधान निकाला जा सकता है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन सीमा को लेकर असमंजस बना हुआ है।
वीर बाल दिवस पर निकली नमन यात्रा:गोरखपुर में चार साहबजादों की गाथा पर प्रदर्शनी देख भावुक हुए लोग
गोरखपुर में सिख समुदाय के लोगों की ओर से वीर बाल दिवस पर भव्य नमन यात्रा निकाली गई। यह यात्रा सिख धर्म के दसवें गुरु गोविंद सिंह व माता गुजर कौर के चार साहबजादों बाबा अजीत सिंह, जुझार सिंह, जोरावर सिंह और फतेह सिंह के महान बलिदान गाथा की याद निकली गई। इस अवसर पर शहर के प्रमुख गुरुद्वारा जटाशंकर से भव्य नमन यात्रा निकाली गई और प्रदर्शनी का आयोजन कर चार साहबजादों के महान बलिदान से शहरवासियों को रूबरू कराया गया। इस भव्य आयोजन पर अवसर पर भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष और विधान परिषद सदस्य डॉ. धर्मेंद्र सिंह और सदर सांसद रविकिशन शुक्ल भी मौजूद रहे। उन्होंने फीता काट कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। नमन यात्रा में बच्चे, बड़े महिला व पुरुष हर के साथ हर धर्म के लोग बड़ी संख्या में शामिल रहे। कीर्तन और अरदास से शुरू हुआ प्रोग्राम सबसे पहले गुरुद्वारा जटाशंकर में सुबह से ही कीर्तन अरदास किया गया। उसके बाद विशाल नमन यात्रा और भव्य प्रदर्शनी का आयोजन हुआ। जिसका उद्घाटन भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष और विधान परिषद सदस्य डॉ. धर्मेंद्र सिंह और सदर सांसद रविकिशन शुक्ल ने किया। उन्होंने चार साहबजादों के देश धर्म के लिए बलिदान भारत देश की महान गाथा बताकर सबको उनके पद चिन्हों पर चलने की प्रेरणा दी। जयकारों की गूंज के बीच नमन यात्रा गुरुद्वारा से सुमेर सागर, विजय चौक, सिनेमा रोड, गणेश चौक, गोलघर, शास्त्री चौक से छात्रसंघ चौक होते हुए गुरुद्वारा पैडलेगंज पहुंची। जहां भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री और राज्य सभा सदस्य डॉ. राधामोहन दास अग्रवाल ने आगवानी करते हुए चार साहबजादों को नमन किया। गुरुद्वारा पैडलेगंज में कीर्तन, चार साहबजादों पर व्याख्यान, अरदास के बाद गुरु के लंगर प्रसाद वितरण से कार्यक्रम का समापन हुआ। कार्यक्रम का संचालन उत्तर प्रदेश पंजाबी अकादमी के सदस्य जगनैन सिंह नीटू और आभार ज्ञापन अध्यक्ष जसपाल सिंह गुरुद्वारा पैडलेगंज के अध्यक्ष कुलदीप सिंह नीलू ने किया। इस अवसर पर भाजपा महानगर संयोजक राजेश गुप्ता, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य राहुल श्रीवास्तव, मंडल अध्यक्ष विकास शर्मा, पार्षद छठी लाल गुप्ता, पूर्व पार्षद शशांक शेखर तिवारी, विक्की कुकरेजा, दयानंद शर्मा, मैनेजर राजेंद्र सिंह, हरप्रीत सिंह साहनी, कुलदीप सिंह नीलू, रविंद्र पाल सिंह पप्पू, तेग सिंह, शुभम महेंद्रु, प्रवीण श्रीवास्तव, मनजीत सिंह, जगदीप सिंह रूपा, जोगिंदर सिंह, हरजीत सिंह, जसबीर सिंह कंवल, गगन मल्होत्रा, सेवादार सत्य प्रकाश सिंह सहित बड़ी संख्या में स्त्री पुरुष, बच्चे शामिल रहे। ‘चुप्पी तोड़ हल्ला बोल’ से बच्चों को किया जागरूक वीर बाल दिवस के उपलक्ष्य में शुक्रवार को गोरखनाथ थाना स्थित बाल मित्र केंद्र में समाधान अभियान और इंडिया पेस्टिसाइड्स लिमिटेड की ओर से ‘चुप्पी तोड़ हल्ला बोल’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह प्रोग्राम बाल अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में समाजसेवी सुधा मोदी उपस्थित रहीं। उन्होंने कहा कि बाल मन अत्यंत कोमल होता है। उनको हर तरह के शोषण से बचाकर ही सुदृढ़ समाज और सशक्त राष्ट्र की परिकल्पना को साकार किया जा सकता है। विशिष्ट अतिथि भाजपा नेत्री सोनिका खरवार ने कहा कि बच्चों के प्रति किसी भी तरह की हिंसा को रोकने के लिए न सिर्फ बच्चों को बल्कि पूरे समाज को चुप्पी तोड़ने के लिए प्रेरित करना होगा। कार्यक्रम में गोरखनाथ थाना प्रभारी शशि भूषण राय, उप निरीक्षक उमेश कुमार सिंह, और संतोष यादव ने बाल हिंसा से जुड़े कानूनी प्रावधानों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बच्चों को स्वयं की सुरक्षा हेतु सेल्फ डिफेंस की बुनियादी तकनीकों और विधाओं की जानकारी भी दी।
वाराणसी के बड़ागांव थाना क्षेत्र के इदिलपुर में शुक्रवार देर रात विवाद में हमलावरों ने युवक की चाकू से गोदकर हत्या कर दी। गंभीर चोटों से भेलखा निवासी अश्वनी सिंह उर्फ मोनल (28) पुत्र त्रिभुवन सिंह मौके पर ही मौत हो गई । शराब पीने के दौरान विवाद के बाद तीनों हमलावर अचानक मोनल पर आक्रामक हो गए और मिलकर पीटना शुरू कर दिया। इसके बाद दो आरोपियों ने मोनल को दबोच लिया और तीसरे चाकू पेट में घाेप दिया। तब तक उस पर चाकू से ताबड़तोड़ वार करते रहे जब तक मोनल सिंह (28) ने दम नहीं तोड़ दिया। वारदात को अंजाम देकर हमलावर धमकाते हुए घटनास्थल से फरार हो गए और गांव में हड़कंप मच गया। आनन फानन ग्रामीणों ने बड़ागांव पुलिस को घटना की सूचना दी। पुलिस और परिजन उसे पंडित दीन दयाल अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। इसके बाद एसओ अजय कुमार मिश्रा ने डीसीपी गोमती जोन आकाश पटेल, एसीपी पिंडरा प्रतीक कुमार को घटना की जानकारी दी। डीसीपी गोमती आकाश पटेल सहित भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी कर रहे हैं। वही हमलावरों की तलाश में जगह-जगह चेकिंग और दबिश दी जा रही है। वहीं पुलिस का कहना है कि शराब पीने के दौरान कुछ लोगों में मारपीट हुई थी। इसी मारपीट के दौरान मनीष पटेल, विकास पटेल और अनीश पटेल ने अश्वनी सिंह को मारा पीटा और इन लोगों में से किसी ने चाकू मार दिया जिससे अश्वनी घायल हो गया। अस्पताल ले जाने पर डॉक्टर ने अश्वनी को मृत घोषित कर दिया। तीनों आरोपी फरार हैं उनकी तलाश की जा रही है जल्द ही उन्हें गिरफ्तार करते हुए उनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। लोगों से पूछताछ करने के साथ हत्या करने वालों की तलाश जारी है। बता दें कि गोमती जोन में पिछले 24 घंटे बाद यह दूसरी हत्या की वारदात है, वहीं दोनों हत्याकांड के हमलावर पुलिस की पहुंच से दूर है जिसने गोमती जोन पुलिस पर कई सवाल खड़े किए हैं। पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है और परिजनों के तहरीर पर पंचनामा भरा जा रहा है।
आगरा में वोटर लिस्ट में से 8.38 लाख नाम हटाए जाएंगे। जिले में 9 विधानसभा क्षेत्रों विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया शुक्रवार को पूरी हो गई। अंतिम दिन जिले में 36 लाख 71 वोटर्स में लगभग 24.21 लाख वोटर्स की साल 2003 की सूची से मैपिंग हो सकी है। SIR के तहत जिले में छावनी विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक वोटरों के नाम कटेंगे। सबसे कम नाम फतेहपुर सीकरी विधानसभा क्षेत्र में कटेंगे। ये है जिले में स्थितिआगरा की 9 विधानसभा क्षेत्रों में 36 लाख 71 वोटर्स में से 27.61 लाख यानि 76.7% वोटर्स के फार्म डिजिटाइज्ड हुए हैं। इनमें से 87.68% वोटर्स की मैपिंग हो सकी है। यानि 3.39 लाख से अधिक वोटर्स का वर्ष 2003 की वोटर लिस्ट से मिलान नहीं हो सका है। इन्हें सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी स्तर से नोटिस जारी किए जाएंगे। अपने दस्तावेज पेश करने के बाद ही मताधिकार का मौका मिलेगा। ऐसे सभी मतदाताओं को सूची में नाम जुड़वाने के लिए तहसील, कलेक्ट्रेट व निर्वाचन कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ेंगे। 2.95 लाख वोटर मर गएइसके अलावा 8.38 लाख वोटर्स का नाम सूचियों से कटेगा। इनमें 2.95 लाख वोटर डेथ श्रेणी में है। 2.97 लाख लापता वोटर हैं। इनके अलावा 3.36 लाख ऐसे वोटर्स हैं जो स्थान परिवर्तित कर चुके हैं। इनको शिफ्टेड की सूची में शामिल किया गया है। 54 हजार से अधिक वोटर फर्जी मिले हैं। इनके नाम वोटर लिस्ट में दो जगह दर्ज हैं। इस तरह से 8.38 लाख वोटर्स के नाम सूची से साफ हो जाएंगे। SIR के बाद जिले में वोटर्स की ये है स्थिति
अब तक बरेली तक चलने वाली आला हजरत एक्सप्रेस को लखनऊ तक बढ़ाने की तैयारी है। पूर्वोत्तर रेलवे ने इस ट्रेन के विस्तार का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेज दिया है। प्रस्ताव को मंजूरी मिलते ही यह ट्रेन पीलीभीत, मैलानी, लखीमपुर और सीतापुर होते हुए लखनऊ जंक्शन तक चलाई जाएगी। इससे इस रूट के यात्रियों को दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और गुजरात जैसे बड़े राज्यों तक पहुंचना और आसान हो जाएगा। लखनऊ से बरेली का समय और ठहराव प्रस्ताव के अनुसार ट्रेन नंबर 14311 आला हजरत एक्सप्रेस लखनऊ जंक्शन से सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को रात 10 बजे रवाना होगी। यह ट्रेन सीतापुर 12:10 बजे, लखीमपुर 12:52 बजे, गोला 01:22 बजे, मैलानी 02:00 बजे, पूरनपुर 02:55 बजे, पीलीभीत 04:00 बजे, इज्जतनगर 05:10 बजे रुकते हुए सुबह 06:35 बजे बरेली पहुंचेगी। बरेली से लखनऊ वापसी का शेड्यूल वापसी में ट्रेन नंबर 14312 बरेली से मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को रात 09:25 बजे चलेगी। यह ट्रेन इज्जतनगर 10:05 बजे, पीलीभीत 11:10 बजे, पूरनपुर 12:15 बजे, मैलानी 01:10 बजे, गोला 01:32 बजे, लखीमपुर 02:02 बजे, सीतापुर 02:45 बजे होते हुए सुबह करीब 4:45 बजे लखनऊ जंक्शन पहुंचेगी।
वाराणसी के 137 साल पुराने मालवीय ब्रिज पर मरम्मत का कार्य के बार फिर रोक दिया गया है। यह मरम्मत कार्य 24 दिसंबर से शुरू हुआ था। लेकिन अब इस कार्य पर रेलवे ने रोक लगा दी है। डबल देकर मालवीय ब्रिज के नीचे के हिस्से वाराणसी हावड़ा रेलवे लाइन गुजरी हुई है। जिसपर रेलवे का हाईटेंशन वायर भी गया हुआ। इसपर लोहा या अन्य सामग्री गिरने से खतरा बना हुआ था। जो मरम्मत कार्य में आम है। इसलिए यह कार्य रोक दिया गया है। एसीपी ट्रेफिक सोमवीर सिंह के अनुसार पीडब्ल्यूडी और रेलवे के साथ है लेवल मीटिंग के बाद ही अब पुल पर मरम्मत का कार्य शुरू होगा। तब तक के लिए ट्रैफिक विभाग डायवर्जन हटा रहा है। सुबह 7 बजे से पुल खोल दिया जाएगा। राजघाट पुल पर रुका मरम्मत का कार्य एसीपी ट्रैफिक सोमवीर सिंह ने दैनिक भास्कर को बताया - 137 साल पुरानी डफरिन ब्रिज (मालवीय पुल/राजघाट पुल) पर मेगा ब्लॉक, जिसे पीडब्ल्यूडी ने 13 जनवरी तक लिया था। उसे वापस ले लिया गया है। रेलवे की आपत्ति के बाद ऐसा किया गया है। मरम्मत के दौरान पुल पर मौजूद 71 ड्रेनेज स्पाउट एक्सपेंशन ज्वाइंट को बदला जाना था पर दो दिन में महज चार ही बदले जा सके हैं। पांचवें में हाथ लगा ही था की रेलवे ने रोक दिया काम। पीडब्ल्यूडी की टीम मंगलवार रात 11 बजे से ही काम में जुट गई थी। रेलवे ने टेक्नीकल पॉइंट्स पर रोका एसीपी ने बताया - मालवीय ब्रिज के नीचे से रेलवे लाइन गुजरती है जो नई दिल्ली को हावड़ा से जोड़ती है। जब पीडब्ल्यूडी कर्मी पांचवां ड्रेनेज स्पाउट एक्सपेंशन ज्वाइंट खोलने लगे तो कुछ हिस्सा नीचे पटरी पर जा गिरा। जिसपर रलेवे ने आपत्ति जताई क्योंकि नीचे से अब रेलवे के हाईटेंशन वायर गुजरे हैं। साथ ही ट्रेंने भी गुजरती हैं और उनके ली ब्लॉक लेना आसान नहीं है। ऐसे में रेलवे ने मरम्मत कार्य रोक दिया है क्योंकि कोई टुकड़ा यदि नीचे गिरता है तो उससे दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में सरक्षा कारणों से रेलवे ने इसे रोक दिया है। सुबह 7 बजे से शुरू हो जाएगा आवागमन एसीपी ट्रैफिक सोमवीर सिंह ने बताया - रेलवे और पीडब्ल्यूडी विभाग की अब इसे लेकर एक हाई लेवल मीटिंग होगी। जिसमें सभी चीजें तय होंगी उसके बाद ही मरम्मत का कार्य शुरू होगा। ऐसे में ट्रैफिक विभाग का सभी डायवर्जन कल से अगले आदेश तक स्थगित हो जाएगा। सुबह हाइड्रा मांगकर बोल्डर हटा दिए जाएंगे। रास्ता पहले की तरह खोल दिया जाएगा।
मध्य प्रदेश कांग्रेस ने संगठन को बूथ स्तर तक मजबूती देने और मतदाता सूची में कथित गड़बड़ियों के खिलाफ निर्णायक लड़ाई का रोडमैप तय कर लिया है। संगठन सृजन अभियान का तीसरा चरण प्रदेश में 1 जनवरी से 15 फरवरी 2026 तक चलेगा, जिसमें मंडल, पंचायत और वार्ड समितियों का गठन किया जाएगा। इसके बाद प्रदेशव्यापी ‘गांव चलो–बूथ चलो’ संपर्क अभियान शुरू किया जाएगा। यह निर्णय शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में हुई प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में लिया गया। गांव से बूथ, बूथ से जिला तक पहुंचेगा संगठन बैठक में तय किया गया कि गांव चलो–बूथ चलो अभियान के तहत गांव से कार्यकर्ता बूथ तक पहुंचेंगे। बूथ से मंडल, मंडल से ब्लॉक और ब्लॉक से जिला स्तर तक संगठनात्मक संवाद किया जाएगा। इस दौरान पार्टी के कार्यक्रमों के साथ-साथ भाजपा सरकार की असफलताओं को तथ्यों के साथ जनता के सामने रखा जाएगा। यह अभियान हर छह माह में नियमित रूप से चलाया जाएगा। 65 हजार बीएलए को लेकर सवाल प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने बैठक में कहा- “हमने 65 हजार बूथ लेवल एजेंट नियुक्त किए हैं, अगर उन्हें बुलाएंगे तो क्या वे आएंगे?” सूत्रों के मुताबिक उनका आशय यह था कि नियुक्तियां वास्तविक और सक्रिय हैं या नहीं। संगठन पदाधिकारियों ने भरोसा दिलाया कि पूरा रिकॉर्ड मौजूद है और बुलाने पर सभी बीएलए सक्रिय रहेंगे। चौधरी ने कहा कि SIR की प्रक्रिया निष्पक्ष नहीं रही और इसमें गंभीर अनियमितताएं सामने आई हैं, कई पात्रों के नाम हटाए गए, जबकि कुछ अपात्र नाम अब भी सूची में बने हुए हैं। दिग्विजय सिंह ने रखी गांव-गांव संपर्क की रूपरेखा बैठक में दिग्विजय सिंह ने गांव-गांव चलाए जाने वाले संपर्क कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को आमजन से सीधा संवाद बढ़ाना होगा। उन्होंने सुझाव दिया कि कार्यकर्ता बूथ तक जाएं। रात्रि विश्राम गांवों में करें। लोगों से मिलकर उनकी समस्याएं सुनें। भाजपा सरकार की नीतिगत और प्रशासनिक विफलताओं को तथ्यों के साथ रखें। इस प्रस्ताव पर बैठक में सर्वसम्मति बनी। 22 जनवरी तक दावा-आपत्ति में उतरेगा पूरा संगठनमतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर दिल्ली और प्रदेश कांग्रेस की टीम ने प्रस्तुतीकरण दिया। तय किया गया कि 22 जनवरी तक चलने वाली दावा-आपत्ति प्रक्रिया में वरिष्ठ नेताओं से लेकर कार्यकर्ता तक मैदान में उतरेंगे, हर मतदाता तक पहुंचकर यह जांच की जाएगी कि नाम सही हटाया गया या गलत। 60 सीटों पर वोट चोरी का आरोपप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा- “जिन विधानसभा सीटों पर भाजपा को एक लाख, पचास हजार या चालीस हजार वोटों से जीत मिली, उन्हीं सीटों पर सबसे ज्यादा नाम काटे गए।” पटवारी ने दावा किया कि ऐसा करीब 60 विधानसभा सीटों पर हुआ, जिससे यह स्पष्ट होता है कि 2023 का चुनाव वोट चोरी के जरिए जीता गया। उन्होंने कहा कि न्यायालय जाने सहित सभी विकल्पों पर विचार किया जा रहा है और कांग्रेस का हर कार्यकर्ता बीएलए के साथ मिलकर मतदाता सूची के सत्यापन में जुटेगा। 2027 की तैयारी अभी सेविधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि “सरकार ऐसे ही नहीं बनेगी। अगले एक साल में संगठन को बूथ स्तर तक जाना होगा। 2027 से सभी को पूरी तरह चुनाव में जुटना होगा।” एसटी-एससी और अल्पसंख्यक साधे तो सरकार तय बैठक में विधायक फूलसिंह बरैया ने कहा- अनुसूचित जाति, जनजाति और अल्पसंख्यक वर्ग को साधना होगा। यदि ये वर्ग हमारे साथ आ गए, तो सरकार बनने से कोई नहीं रोक पाएगा।
पुलिस थाना जवाहर सर्किल ने त्वरित और प्रभावी कार्रवाई करते हुए अपहरण व लूट की वारदातों को अंजाम देने वाली शातिर गैंग को महज 24 घंटे में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने करीब 150 से 200 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालकर आरोपियों तक पहुंच बनाई। आरोपियों के कब्जे से वारदात में प्रयुक्त एक देसी कट्टा और डिजायर कार भी जब्त की गई है। पुलिस के अनुसार परिवादी अहसान ने थाना जवाहर सर्किल में मामला दर्ज करवाया था कि 20 दिसंबर को वह दुर्गापुरा बस स्टैंड से टोंक जाने के लिए बस का इंतजार कर रहा था। इसी दौरान टैक्सी चालक ने कोटा जाने की सवारी के बहाने उसे गाड़ी में बैठा लिया। टैक्सी में पहले से मौजूद दो अन्य युवक चालक के साथी थे। रिंग रोड के पास उसे सुनसान जगह ले जाकर देसी कट्टा दिखाकर अपहरण किया गया, मारपीट कर मोबाइल और पर्स लूट लिया गया। आरोपियों ने एटीएम पिन पूछकर 70 हजार रुपए भी निकलवा लिए और शिवदासपुरा हाईवे पर छोड़कर फरार हो गए। डीसीपी ईस्ट संजीव नैन ने बताया- पुलिस ने तकनीकी सहायता और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी मनोज और घनश्याम को डिटेन कर गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया- आरोपी टैक्सी का इस्तेमाल कर बस स्टैंडों पर सवारी को लिफ्ट देने के बहाने गाड़ी में बैठाते थे। फिर अन्य साथी भी गाड़ी में बैठकर शक से बचते थे। सुनसान जगह ले जाकर हथियार दिखाकर मारपीट व लूटपाट कर पीड़ित को दूसरे स्थान पर छोड़ देते थे। आरोपियों ने आधा दर्जन से अधिक वारदातें करना स्वीकार किया पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपियों ने सांगानेर थाना क्षेत्र में भी अपहरण कर लूट की घटना को अंजाम दिया था। पूछताछ में आरोपियों ने सांगानेर, प्रताप नगर और गोनेर मोड़ इलाके में आधा दर्जन से अधिक वारदातें करना स्वीकार किया है। एक वांछित आरोपी सुनील बैरवा की तलाश जारी है। गिरफ्तारी के दौरान बाउंड्री वॉल कूदकर भागने की कोशिश पुलिस द्वारा पीछा किए जाने पर आरोपी नाले की बाउंड्री वॉल कूदकर भागने लगे, जिससे गिरने के कारण उनके पैरों में चोटें आईं। फिलहाल दोनों आरोपी जेसी में हैं और मामले में अनुसंधान जारी है। पुलिस का कहना है कि समय रहते कार्रवाई नहीं होती तो गैंग नई वारदात को अंजाम देने की फिराक में थी।
कानपुर में इनकम टैक्स की टीम ने गुरुवार को रजिस्ट्री कार्यालय में छापेमारी की। आयकर विभाग की आसूचना एवं अपराधिक अन्वेषण (INCI) यूनिट ने जब उप निबंधन प्रथम कार्यालय में औचक छापेमारी करके सर्वे शुरू किया तो अफरा-तफरी मच गई। दोपहर में शुरू हुई आयकर विभाग की कार्रवाई देर शाम तक चलती रही। जिसमें सर्वे में अधिकारियों को कई दस्तावेज अपूर्ण मिले और उनमें कई गड़बड़ियां भी मिली हैं। व्यापक सर्वे की कार्रवाई में टीम को सैकड़ों बैनामे से जुड़े दस्तावेजों में अनियमितताएं मिली, जिसकी कुल रकम 2500 करोड़ आंकी जा रही है। बैनामों में गलत पैनकार्ड, राजस्व की हुई क्षति इनकम टैक्स की INCI यूनिट दोपहर लगभग 2 बजे उप निबंधक प्रथम कार्यालय पहुंची थी। सहायक निदेशक विमलेश राय के नेतृत्व वाली टीम ने रजिस्ट्री कार्यालय पहुंचते ही दस्तावेजों को खंगालना शुरू कर दिया। जिसमें उन्होंने पाया कि रजिस्ट्री कार्यालय द्वारा आयकर विभाग को भेजी जाने वाली एसएफटी (स्पेसिफाइड फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन) प्रविष्टियों में लगातार पाई जा रही गलतियों के आधार पर की गई हैं। अधिकारियों नें जांच में यह भी पाया गया कि बैनामों की जानकारी उपलब्ध कराते समय कई मामलों में पैन कार्ड नंबर गलत दर्ज किए गए हैं। जबकि कुछ बैनामों में पैन कार्ड की जानकारी ही आधी अधूरी दर्ज की गई है। रजिस्ट्री कार्यालय की इस लापरवाही और अनदेखी के कारण सैकड़ों लोग आयकर विभाग की निगरानी से बाहर रह गए। लगभग 2500 करोड़ रुपए की गड़बड़ी है, जिससे सरकारी राजस्व को करोड़ों की क्षति पहुंची है। पुलिस के साथ पहुंची टीम, दस्तावेज किए जब्त आयकर विभाग की पूरी कार्रवाई आयकर निदेशक (INCI) के निर्देशानुसार की गई। सहायक निदेशक विमलेश राय के साथ आयकर अधिकारी अविनाश सोनवानी, आयकर निरीक्षक कुलदीप गुप्ता, विनोद केशरी, राजेंद्र कुमार और अंकित श्रीवास्तव सर्वे के लिए पहुंचे थे। उनके साथ पुलिस फोर्स भी थी। घंटों तक जारी रही कार्रवाई में आयकर विभाग की टीम ने गहनता के साथ एक-एक दस्तावेज की जांच की। जिसमें उन्हें भारी मात्रा में गड़बड़ी नजर आर्इ। बैनामे कराने वालों के पैन कार्ड ही गलत थे, जिसके बाद टीम संबंधित व्यक्तियों के सही लेनदेन का विवरण तलाशने में जुटा है। जिसके बाद टीम ने कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जांच के लिए कब्जे में लिए हैं। 10 दिन में देने होंगे दस्तावेज, नोटिस जारी सर्वे पूरा होने के बाद आयकर विभाग की टीम ने उप निबंधक प्रथम को नोटिस जारी किया है। नोटिस जारी करने के साथ ही टीम ने 10 दिन के भीतर बैनामा कराने वाले सभी लोगों के दस्तावेज जमा कराने के निर्देश दिए हैं। आयकर विभाग का मानना है कि रजिस्ट्री कार्यालय की मिली भगत से ही बैनामा कराने वाले लोगों ने दस्तावेजों में गड़बड़ी कर सरकार को राजस्व की क्षति पहुंचाई है। कब्जे में लिए दस्तावेजों की गहनता से जांच की जाएगी, जिसमें और बड़े खुलासे हो सकते हैं। जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
शीत लहर में राहत अभियान:लखनऊ डीएम विशाख जी ने रैन बसेरों का निरीक्षण कर बांटे कंबल
शीत लहर के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए लखनऊ जिला प्रशासन अलर्ट मोड में है। आमजन, विशेषकर निराश्रित और जरूरतमंद लोगों को राहत पहुंचाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी विशाख जी ने आधी रात शहर के प्रमुख इलाकों का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने रैन बसेरों की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और जरूरतमंदों को कंबल वितरित कर ठंड से बचाव के निर्देश दिए। प्रमुख चौराहों और इलाकों में किया निरीक्षण जिलाधिकारी विशाख जी ने नगर क्षेत्र के परिवर्तन चौक, केडी सिंह स्टेडियम, हजरतगंज चौराहा, बालू अड्डा सहित विभिन्न स्थानों का भ्रमण किया। निरीक्षण के दौरान सड़क किनारे और खुले स्थानों पर रह रहे जरूरतमंद लोगों से संवाद कर उनकी समस्याएं जानीं और मौके पर ही कंबल वितरित किए। रैन बसेरों में सुविधाएं दुरुस्त रखने के निर्देश निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने परिवर्तन चौक और बालू अड्डा स्थित अस्थाई रैन बसेरों का विशेष रूप से जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी रैन बसेरों में स्वच्छता, पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था, पेयजल, बिस्तर और पर्याप्त संख्या में कंबलों की उपलब्धता हर हाल में सुनिश्चित की जाए, ताकि ठंड के दौरान किसी को परेशानी न हो। शहर में अलाव की व्यवस्था करने के आदेश शीत लहर को देखते हुए जिलाधिकारी ने नगर क्षेत्र के प्रमुख स्थलों पर अलाव की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश संबंधित विभागों को दिए। उन्होंने कहा कि ठंड के कारण किसी भी व्यक्ति की जान जोखिम में न पड़े, इसके लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क रहे। रात्रिकालीन गश्त और फील्ड भ्रमण होगा तेज भ्रमण के दौरान जिलाधिकारी ने अधिकारियों को रात्रिकालीन गश्त और फील्ड विजिट को और अधिक प्रभावी बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सड़क पर रहने वाले या खुले स्थानों पर ठिठुर रहे जरूरतमंद लोगों को तत्काल रैन बसेरों तक पहुंचाया जाए। इस कार्य की जिम्मेदारी स्थानीय अपर नगर मजिस्ट्रेट और नगर निगम के जोनल कार्यालय को सौंपी गई है। वरिष्ठ अधिकारी रहे मौजूद इस निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व, तहसीलदार सदर, नगर निगम के जोनल अधिकारी सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि शीत लहर के दौरान राहत कार्य लगातार जारी रहेंगे और जरूरतमंदों को हरसंभव सहायता प्रदान की जाएगी।
भारतीय रेलवे का मेगा प्लान: 48 स्टेशनों की क्षमता होगी दोगुनी
भारत रेलवे अगले पांच वर्षों में देश में दिल्ली, मुंबई और चेन्नई समेत 48 रेलवे स्टेशनों पर ट्रेनों को संभालने की क्षमता को दोगुना करने की योजना पर काम कर रहा है
मेरठ के माधवपुरम में शुक्रवार रात बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर कथित अत्याचारों और हालिया हत्याकांड के विरोध में लोगों ने प्रदर्शन किया। बड़ी संख्या में एकत्र हुए प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने सांकेतिक रूप से पुतला दहन किया, जिसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान इस घटना की ओर आकर्षित करना था। इस दौरान हत्याकांड में मारे गए निर्दोष लोगों की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि भी अर्पित की गई। वक्ताओं ने मानवाधिकारों के उल्लंघन को अस्वीकार्य बताया और दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने पर जोर दिया। युवा नेता हर्ष वशिष्ठ ने कहा कि पड़ोसी देश में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सभ्य समाज के लिए चिंता का विषय है। उन्होंने निर्दोषों की हत्या पर चुप्पी को अपराध के समान बताया। प्रदर्शनकारियों ने भारत सरकार और संयुक्त राष्ट्र से अपील की कि वे इस मामले का संज्ञान लें, निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करें और बांग्लादेश में मानवता की रक्षा के लिए प्रभावी हस्तक्षेप करें। यह प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा, लेकिन इसका मुख्य संदेश दोषियों के लिए न्याय की मांग था।
जिला अस्पताल में महिला से अश्लीलता:आरोपी को पकड़कर पीटा, पुलिस ने शांति भंग में किया चालान
मेरठ के देहली गेट थाना क्षेत्र स्थित जिला अस्पताल में शुक्रवार को ओपीडी की लाइन में खड़ी एक महिला से अश्लीलता का मामला सामने आया। महिला ने आरोपी युवक को मौके पर ही पकड़ लिया। इसके बाद महिला और अस्पताल कर्मचारियों ने आरोपी की पिटाई कर दी। घटना शुक्रवार को हुई जब एक महिला अपने पति को रेबीज का इंजेक्शन लगवाने जिला अस्पताल आई थी। ओपीडी की लाइन में खड़े होने के दौरान पीछे खड़े एक युवक ने महिला से कथित तौर पर अश्लील हरकतें कीं। इन हरकतों से आक्रोशित महिला ने युवक को वहीं पकड़ लिया और उसकी पिटाई शुरू कर दी। हंगामा बढ़ता देख अस्पताल के कर्मचारी भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने भी आरोपी की पिटाई की और तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और युवक को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने दोनों पक्षों की बात सुनने के बाद आरोपी के खिलाफ शांति भंग की धाराओं में चालान किया। इस घटना के कारण कुछ समय के लिए ओपीडी सेवाएं प्रभावित हुईं। अस्पताल प्रशासन ने मरीजों और उनके तीमारदारों से शांति बनाए रखने की अपील की। प्रशासन ने यह भी कहा कि किसी भी प्रकार की आपत्तिजनक हरकत बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सार्वजनिक स्थानों पर अनुशासन बनाए रखना सभी की जिम्मेदारी है और शिकायत मिलने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। यह घटना सरकारी अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था और भीड़ प्रबंधन पर सवाल खड़े करती है। प्रशासन ने कहा है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सतर्कता बढ़ाई जाएगी और सुरक्षा उपायों को मजबूत किया जाएगा।
पुणे-सोलापुर हाईवे पर तड़के लूट, कार रोककर आराम कर रहे परिवार से 1.75 लाख के गहने छीने
पुणे-सोलापुर हाईवे के किनारे कुरकुंभ गांव के पास सुबह-सुबह लूट की घटना से हड़कंप मच गया। सड़क किनारे खड़ी कार का शीशा तोड़कर तीन अज्ञात लोगों ने एक परिवार के साथ लूटपाट की
मेरठ के बाजार में पति-पत्नी और प्रेमिका में मारपीट:खाने की दुकान पर हंगामा, पुलिस ने किया हस्तक्षेप
मेरठ के व्यस्त आबूलेन बाजार में शुक्रवार शाम उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब एक पति, उसकी पत्नी और प्रेमिका के बीच सरेआम हंगामा हो गया। यह घटना दिल्ली छोले भटूरे की दुकान के बाहर हुई, जहां खाने की मेज पर विवाद शुरू हुआ। जानकारी के अनुसार, लिसाड़ीगेट थाना क्षेत्र का एक युवक अपनी प्रेमिका के साथ आबूलेन में छोले-भटूरे खाने आया था। इसी दौरान किसी परिचित ने युवक की पत्नी को इसकी सूचना दे दी। सूचना मिलते ही पत्नी अपने परिवार के सदस्यों के साथ मौके पर पहुंच गई। दुकान पर पति और प्रेमिका को एक साथ देखकर पत्नी का गुस्सा भड़क उठा। देखते ही देखते बहस तेज हो गई और फिर मारपीट शुरू हो गई। पत्नी ने पति और उसकी प्रेमिका दोनों की पिटाई की। सरेआम हुई इस मारपीट से बाजार में खरीदारी कर रहे लोग रुक गए। कुछ ही मिनटों में वहां बड़ी भीड़ जमा हो गई, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई। कुछ दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद करने की कोशिश की और कुछ लोगों ने बीच-बचाव का प्रयास भी किया, लेकिन विवाद शांत नहीं हुआ। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और तीनों को अलग किया। स्थिति को नियंत्रण में करने के बाद पुलिस ने पति को हिरासत में लेकर पूछताछ की। प्रारंभिक पूछताछ के बाद उसे थाने से छोड़ दिया गया। पुलिस ने बताया कि किसी भी पक्ष ने इस मामले में लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई है।
सेंगर की जमानत पर भड़कीं वृंदा करात - ‘जजों की सोच में सुधार जरूरी’
उन्नाव रेप केस में पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को दिल्ली हाई कोर्ट से जमानत मिलने पर सीपीआई (एम) की वरिष्ठ नेता वृंदा करात ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है
लखनऊ में तीन दिवसीय BYS तरंग फेस्ट 2025 में प्रदर्शनी में तीसरे दिन गुरुवार को भी धूम रही। इसमें हस्तशिल्प, लाइफस्टाइल, फूड और घर के सजावटी सामान के स्टॉल लगे थे। इसका आयोजन गोमतीनगर स्थित डीएलएफ मायपैड होटल में किया गया। बिल्ड योरसेल्फ सेवा संस्था ने इसके समापन के मौके पर उत्तर प्रदेश स्टेट हॉर्टिकल्चरल को-ऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन के चेयरमैन नवलेश प्रताप सिंह को बुलाया था। इस मौके पर नवलेश प्रताप सिंह ने कारीगरों, उद्यमियों और आमजन को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन कारीगरों को सीधा बाजार उपलब्ध कराते हैं, उनकी मेहनत को पहचान दिलाते हैं और स्थानीय कला एवं संस्कृति को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने कारीगरों को गुणवत्ता, नवाचार और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया।इस अवसर पर बिल्ड योरसेल्फ के संस्थापक सैयद वासिउल अब्बास ने कहा कि BYS तरंग फेस्ट केवल एक प्रदर्शनी नहीं, बल्कि कारीगरों के सपनों को वैश्विक मंच प्रदान करने का माध्यम है। उन्होंने घोषणा की कि भविष्य में BYS तरंग फेस्ट का आयोजन देश के विभिन्न शहरों के साथ-साथ विदेशों में भी किया जाएगा।
गोरखपुर कॉलेज में दिनदहाड़े छात्र की गोली मारकर हत्या, इलाके में दहशत
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर कोऑपरेटिव इंटर कॉलेज में 11वीं कक्षा के एक छात्र की दिनदहाड़े अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी
गुरुग्राम में चोरी के मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपी ने फांसी का फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। मृतक के खिलाफ विभिन्न थानों में 8 केस दर्ज हैं और चार मामलों में उसे कोर्ट से सजा मिल चुकी है। आरोपी को फंदे से लटका देखकर अधिकारियों के पैरों तले जमीन सरक गई और उच्चाधिकारियों को मामले से अवगत कराया। लॉकअप में सुसाइड के मामले की न्यायिक जांच के लिए मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है। क्राइम ब्रांच फर्रुखनगर की टीम ने गुरुवार को आरोपी आसिफ (उम्र-22 वर्ष) निवासी रामपुरा, भिवाड़ी (राजस्थान) को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद उसे अस्थाई लॉकअप में रखा गया। सर्दी से बचने के लिए उसे एक रजाई दी गई थी। शाम के वक्त आरोपी ने रोशनदान के जंगले में रजाई का कवर फाड़ कर फंदा बना लिया और फांसी लगा ली। फंदे से उतार कर अस्पताल लेकर गई पुलिस फंदे पर लटका देखकर पुलिस तुरंत आरोपी को अस्पताल लेकर गई तो डाक्टर द्वारा आरोपी को मृत घोषित किया गया। घटना की जानकारी मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को अवगत कराया गया तथा मौके पर आवश्यक कानूनी कार्रवाई करते हुए मजिस्ट्रेट जांच के लिए सक्षम प्राधिकारी को सूचना दी गई। मृतक के परिजनों को सूचित कर दिया गया है तथा पोस्टमाॅर्टम की प्रक्रिया कानून के अनुसार कराई जाएगी। एसओपी के अनुसार कार्रवाई की जा रही पुलिस प्रवक्ता संदीप कुमार ने बताया कि जज द्वारा घटना से संबंधित सभी पहलुओं की गहन जांच की जा रही है। इस घटना को लेकर मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) के अनुरूप कार्रवाई की जा रही है और जांच पूरी होने के पश्चात आवश्यक तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि मृतक के खिलाफ वर्ष 2022 से लगातार अभी तक चोरी करने का एक केस दिल्ली में, तीन केस फरीदाबाद और चार केस गुरुग्राम में दर्ज हैं। चार मामलों में उसे कोर्ट से सजा भी मिल चुकी है।
वसई में इनोवा-बाइक भिड़ंत, आग की लपटों से मचा हड़कंप!
महाराष्ट्र के वसई फाटा क्षेत्र में शुक्रवार की शाम एक गंभीर सड़क हादसे के बाद उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब इनोवा कार और बाइक की टक्कर के बाद दोनों वाहनों में अचानक भीषण आग लग गई
यमुनानगर जिले के जगाधरी क्षेत्र में चार साल की बच्ची के साथ रेप का मामला सामने आया है बच्ची की मां ने पड़ोस के ही एक युवक पर इसका आरोप लगाया है। जगाधरी सिटी थाना पुलिस ने बच्ची की मां की शिकायत पर आरोपी पंकज के खिलाफ पोक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है। जगाधरी सिटी थाना क्षेत्र की एक महिला ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह दिहाड़ी मजदूरी का काम करती है। आज शुक्रवार को वह और उसका पति काम पर गए हुए थे। ऐसे में अपनी चार साल की बेटी को पड़ोस के पंकज नाम के युवक के पास छोड़ गए। बच्ची काे दर्द हुआ तो मां को बताया पंकज उनका जानकार था। शाम को जब वह काम से घर लौटी तो बच्ची को लघुशंका के लिए लेकर गईं, तो बच्ची ने दर्द की शिकायत की। मां ने बच्ची के निजी अंगों की जांच की तो रेप की आशंका हुई। यह देखकर वह सदमे में आ गईं। बच्ची से पूछताछ करने पर उसने पूरी घटना बता दी। इसके बाद परिजन बच्ची को लेकर जगाधरी सिटी थाने पहुंचे। थाना प्रभारी एसएचओ वीरेंद्र वालिया ने बताया कि बच्ची का तुरंत मेडिकल परीक्षण कराया गया। मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर आरोपी पंकज के खिलाफ POCSO एक्ट की संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया गया है। पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी हुई है और जल्द गिरफ्तारी की उम्मीद है।
राष्ट्रपति ने नौ साल की एस्थर लालदुहावमी ह्नामटे को बाल शक्ति पुरस्कार से किया सम्मानित
मिजोरम की नौ साल की एस्थर लालदुहावमी ह्नामटे, जिन्हें सबसे पहले असम राइफल्स की ओर से प्रोत्साहित किया गया था
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में पुलिस भर्ती के नाम पर 3.50 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। यह घटना 2012 की है, जिसमें एक परिवार को नौकरी का झांसा देकर उनकी जमा-पूंजी हड़प ली गई। 13 साल बाद पुलिस अधीक्षक के हस्तक्षेप के बाद अब इस मामले में धारा 420 (ठगी) के तहत अपराध दर्ज कर जांच शुरू की गई है। पीड़ित दुर्ग जिले के उतई थाना क्षेत्र के ग्राम डूडेंरा का निवासी है। वर्ष 2012 में बलौदाबाजार जिले में पुलिस भर्ती निकली थी। इसी दौरान पीड़ित की पहचान पड़ोसी गांव के शोभाराम साहू से हुई। आरोपी शोभाराम ने खुद को प्रभावशाली बताते हुए पुलिस विभाग में सीधी पहुंच का दावा किया और पीड़ित के बेटे को आरक्षक पद पर नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया। आरोपी ने नौकरी लगवाने के लिए 3 लाख 50 हजार रुपये की मांग की। पीड़ित परिवार ने अपने बेटे के भविष्य की उम्मीद में 8 जून 2012 को यह रकम आरोपी को सौंप दी। नौकरी न लगने पर पीड़ित ने अपने पैसे वापस मांगे ठगी को विश्वसनीय बनाने के लिए आरोपी ने एक इकरारनामा भी तैयार कराया था। पैसे के लेन-देन से संबंधित एटीएम रसीदें और अन्य लिखित दस्तावेज भी मौजूद हैं। शुरुआत में आरोपी ने प्रक्रिया जारी होने का आश्वासन दिया, लेकिन दो-तीन साल बीतने और नौकरी न लगने पर पीड़ित ने अपने पैसे वापस मांगे। लगातार दबाव के बाद आरोपी ने स्टाम्प पेपर पर लिखित में रकम दो किस्तों में लौटाने की सहमति दी। पहली किस्त 1 अक्टूबर 2015 को और दूसरी किस्त 1 मार्च 2016 को लौटाई जानी थी। हालांकि, निर्धारित तारीखें बीत जाने के बाद भी पीड़ित को आज तक एक रुपया भी वापस नहीं मिला है। पीड़ित का आरोप है कि जब भी वह उतई थाने में शिकायत दर्ज कराने जाता था, उसकी जानकारी तुरंत आरोपी तक पहुंच जाती थी। इसके बाद आरोपी उसे धमकाता और धैर्य रखो, पैसा लौटा दूंगा कहकर मामले को दबाने का प्रयास करता था। बेटी की शादी भी अटक गई पीड़ित ने यह भी बताया कि आरोपी का भाई उतई थाने में आरक्षक के पद पर पदस्थ है, जिसके कारण कार्रवाई नहीं हो पा रही थी। पीड़ित परिवार की आर्थिक हालत इस ठगी के बाद इतनी खराब हो गई कि घर में शादी योग्य बेटी होने के बावजूद विवाह नहीं हो पा रहा। पीड़ित ने कई बार मानवीय आधार पर आरोपी से गुहार लगाई, लेकिन हर बार उसे निराशा ही हाथ लगी। राजनीतिक रसूख और आपराधिक इतिहास पीड़ित के अनुसार आरोपी शोभाराम साहू, निवासी भिलाई उमदा रोड क्षेत्र, वर्तमान में बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन और मटेरियल सप्लाई का व्यवसाय करता है। उन्होंने बताया कि वह एक राजनीतिक पार्टी से जुड़ा हुआ है और इसी रसूख के चलते मामला वर्षों तक दबा रहा। इतना ही नहीं, आरोपी पूर्व में भी नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी के एक अन्य मामले में जेल जा चुका है। एसपी से शिकायत के बाद खुला मामला लगातार निराशा हाथ लगने के बाद पीड़ित ने सीधे दुर्ग पुलिस अधीक्षक से लिखित शिकायत की। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी ने पहले भिलाई नगर थाने में अपराध दर्ज करने के निर्देश दिए, बाद में जांच के लिए मामला थाना उतई ट्रांसफर किया गया। पुलिस ने दर्ज किया 420 का अपराध शिकायत और उपलब्ध सबूतों के आधार पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 420 भादवि के तहत अपराध दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि पूरे लेन-देन, दस्तावेजों और आरोपी के पुराने रिकॉर्ड की गहन जांच की जा रही है।
दिल्ली ब्लास्ट मामला: पटियाला हाउस कोर्ट ने दो आरोपियों की एनआईए हिरासत बढ़ाई
पटियाला हाउस कोर्ट ने लाल किला कार बम धमाके में दो आरोपियों की राष्ट्रीय अन्वेषण एजेंसी (एनआईए) हिरासत बढ़ा दी है
गोगुंदा बस स्टैंड पर चाकूबाजी, दो युवक गंभीर घायल:पुलिस ने आरोपी को डिटेन किया, घटना के बाद भीड़ जमा
उदयपुर के गोगुंदा कस्बे में देर शाम चाकूबाजी की घटना हो गई। इसके बाद हिंदू संगठनों ने पुलिस थाने के बाहर प्रदर्शन कर आक्रोश जताया। चाकूबाजी में घायल दो युवकों को उदयपुर रेफर किया गया। इधर, पुलिस ने आरोपी को डिटेन कर लिया है। गोगुंदा बस स्टैंड पर शुक्रवार शाम करीब 7:30 बजे घटना घटित हुई। आरोपी शाहनवाज ने दिनेश पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। बीच-बचाव करने आए चेतन (20) पिता किशनलाल नायक पर भी आरोपी ने चाकू से हमला कर दिया। इससे वह भी गंभीर घायल हो गया। सवारी गाड़ी में जा रहे थे हमलावर और पीड़ित गोगुंदा थानाधिकारी श्याम सिंह चारण ने बताया- दिनेश (22) पिता लक्ष्मीलाल उदयपुर से सवारी गाड़ी में गोगुंदा आ रहा था। इसी दौरान शाहनवाज (20) पिता फिरोज शाह उदयपुर के फतहपुरा से उसी वाहन में आकर उसके पास बैठ गया। यात्रा के दौरान शाहनवाज ने दिनेश से अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए उसे धमकी दी। बस स्टैंड पर बैंक के सामने पहुंचते ही दिनेश पर आरोपी शाहनवाज ने हमला कर दिया। वहीं बचाने आए चेतन पर भी हमला कर दिया। घटना के बाद दोनों घायलों को तुरंत गोगुंदा अस्पताल ले जाया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद उदयपुर के लिए रेफर कर दिया। इस दौरान वहां एकत्र हुए लोगों ने आक्रोश जताते हुए प्रदर्शन किया। बाद में पुलिस ने समझाइश कराई। मामले में आरोपी को डिटेन किया है। कंटेट : गोपाल लोढ़ा, गोगुंदा
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाई कोर्ट बेंच स्थापित करने की मांग अब और जोर पकड़ रही है। इस मुहिम को कारोबारी संगठनों का भी मजबूत समर्थन मिलने लगा है। इसी क्रम में शुक्रवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयुक्त व्यापार मंडल ने अयोध्या बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सूर्य नारायण सिंह को सम्मानित कर इस मुद्दे पर एकजुटता का संदेश दिया। कार्यक्रम के दौरान व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष (युवा) सुनील खत्री ने सूर्य नारायण सिंह का स्वागत पटका पहनाकर किया और उन्हें भगवान श्रीराम का फ्रेम भेंटकर सम्मानित किया। सुनील खत्री ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष घनश्याम दास के दिशा-निर्देश पर व्यापार मंडल पहले से ही पश्चिमी यूपी में हाई कोर्ट बेंच की स्थापना की मांग का समर्थन कर रहा है। उन्होंने कहा कि न्याय की मूलभूत पहुंच हर नागरिक तक समान रूप से होनी चाहिए और हाई कोर्ट बेंच की स्थापना से पश्चिमी यूपी के करोड़ों लोगों को न्याय मिलने में तेजी आएगी। खत्री ने यह भी बताया कि सूर्य नारायण सिंह वर्तमान में अयोध्या बार एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं और इससे पहले भी इस पद की जिम्मेदारी निभा चुके हैं। उनके नेतृत्व में अयोध्या बार एसोसिएशन ने न्यायिक और सामाजिक मुद्दों पर हमेशा मुखर भूमिका निभाई है। इस सम्मान समारोह में ऋषि मिश्रा, राजीव कुमार तिवारी, माधव कृष्ण पांडे उर्फ लक्की, जयप्रकाश सिंह आज़ाद, नबी जी, तारिक राजा सहित कई पदाधिकारी और व्यापारी उपस्थित रहे।
41 साल पुराने एक डकैती मामले में पैरवी के अभाव में दो माह से जिला जेल में बंद निर्दोष व्यक्ति को आखिरकार न्याय मिल गया। सत्यमेव जयते ट्रस्ट की मानवीय पहल पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने निचली अदालत के फैसले को त्रुटिपूर्ण मानते हुए दोषसिद्धि निरस्त की और लाखन सिंह को पूरी तरह बरी कर दिया। इस फैसले ने यह साबित किया कि न्याय देर से मिले, तब भी उम्मीद जीवित रहती है। 41 साल पुराना मामला, हाईकोर्ट से मिली राहत लाखन सिंह को वर्ष 1984 में एक लूट के मामले में आरोपी बनाया गया था। वर्ष 1987 में निचली अदालत ने उसे दोषसिद्ध कर जेल भेज दिया। बाद में हाईकोर्ट से जमानत तो मिल गई, लेकिन परिवार और आर्थिक सहारे के अभाव में वह आगे की कानूनी पैरवी नहीं करा सका। पुराने आदेश के अनुपालन में करीब दो माह पहले उसे दोबारा जिला जेल भेज दिया गया, जबकि वह स्वयं को लगातार निर्दोष बताता रहा। सत्यमेव जयते ट्रस्ट की मानवीय पहल मामला सामने आने पर सत्यमेव जयते ट्रस्ट ने इसे मानवता से जुड़ा विषय मानते हुए न्याय दिलाने की पहल की। ट्रस्ट के ट्रस्टी एवं युवा अधिवक्ता रोहित अग्रवाल, दुर्गेश शर्मा और इलाहाबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ता आलोक सिंह ने तथ्यात्मक आधार पर निचली अदालत से लेकर हाईकोर्ट तक प्रभावी पैरवी की। इसके बाद हाईकोर्ट ने 1987 की दोषसिद्धि को निरस्त कर लाखन सिंह को पूर्णतः निर्दोष घोषित कर दिया। गंभीर बीमारी ने बढ़ाई संवेदनशीलता लाखन सिंह कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है और चिकित्सकीय सलाह के अनुसार वह जीवन के अंतिम चरण में है। परिवार और सहारे के अभाव में यदि उसे न्याय नहीं मिलता, तो यह व्यवस्था पर बड़ा सवाल होता। इसी मानवीय पहलू ने ट्रस्ट को तेजी से कार्रवाई के लिए प्रेरित किया। 20 दिसंबर को जेल से रिहाई हाईकोर्ट के आदेश के बाद जेलर नागेश सिंह और जिला कारागार प्रशासन के सहयोग से 20 दिसंबर को लाखन सिंह की रिहाई सुनिश्चित की गई। इस दौरान ट्रस्ट के महामंत्री गौतम सेठ भी मौजूद रहे। सत्यमेव जयते ट्रस्ट के अध्यक्ष मुकेश जैन, अशोक गोयल, अनिल कुमार (एडवोकेट) और नंदकिशोर गोयल ने निस्वार्थ भाव से पैरवी करने वाले अधिवक्ताओं का आभार जताया। यह मामला दिखाता है कि यदि कोई साथ खड़ा हो जाए, तो दशकों बाद भी न्याय संभव है।
श्रावस्ती में सरयू मुख्य नहर में कूदी महिला:चरवाहों ने बचाने का किया प्रयास, पुलिस ने शुरू की तलाश
श्रावस्ती के सोनवा थाना क्षेत्र में सरयू मुख्य नहर में एक महिला के कूदने से हड़कंप मच गया। बढ़हीपुरवा गांव के पास शनिवार को हुई इस घटना के बाद से महिला लापता है। पुलिस और स्थानीय लोगों द्वारा उसकी तलाश जारी है। महिला कौन है और कहां से आई इसकी जानकारी की जा रही है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पिपरी गांव की ओर से पैदल आ रही एक महिला पुल के बीच पहुंचते ही अचानक नहर में कूद गई। पास में मवेशी चरा रहे चरवाहों ने यह देखा और तुरंत शोर मचाते हुए उसे बचाने का प्रयास किया। स्थानीय लोगों ने रस्सी की मदद से नहर में उतरकर महिला तक पहुंचने की कोशिश की, लेकिन सरयू मुख्य नहर में पानी का बहाव बहुत तेज था। तेज बहाव के कारण वे महिला को बचा नहीं सके और वह कुछ ही पलों में आंखों से ओझल हो गई। घटना की सूचना मिलते ही आसपास के गांवों के लोग मौके पर जमा हो गए। सोनवा थाना पुलिस को जानकारी दी गई, जिसके बाद पुलिस टीम तुरंत मौके पर पहुंची। पुलिस ने गोताखोरों और स्थानीय लोगों की मदद से नहर के दोनों ओर महिला की खोजबीन शुरू की, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिल सका था। चश्मदीदों ने बताया कि घटना के समय महिला घबराई हुई दिख रही थी। हालांकि, महिला की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है और न ही यह स्पष्ट हो सका है कि उसने यह कदम क्यों उठाया। पुलिस आसपास के गांवों में पूछताछ कर रही है और गुमशुदगी से संबंधित जानकारी भी जुटा रही है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। नहर के निचले इलाकों में भी खोज अभियान चलाया जा रहा है। महिला की पहचान होने के बाद ही घटना के कारणों पर स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
छिंदवाड़ा जिले के अमरवाड़ा थाना क्षेत्र में शुक्रवार को स्कूल वैन हादसे का शिकार हो गई। रामगढ़ के सनशाइन पब्लिक स्कूल जा रही मैजिक वाहन के पलटने से चार बच्चे घायल हो गए। हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। सभी घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया। अमरवाड़ा थाना प्रभारी राजेन्द्र धुर्वे ने बताया कि मैजिक वाहन क्रमांक MP 28 BD 2353 का ड्राइवर संदीप यादव, निवासी विनेकी ग्राम खामी, वाहन में 22 स्कूली बच्चों को लेकर रामगढ़ स्थित स्कूल जा रहा था। इसी दौरान ग्राम खिरेटी के पास चौरई रोड मुख्य मार्ग पर नाले के समीप ड्राइवर ने लापरवाहीपूर्वक वाहन चलाते हुए उसे मुख्य मार्ग से नीचे उतार दिया, जिससे वाहन असंतुलित होकर पलट गया। ड्राइवर के खिलाफ एफआईआर दर्जहादसे में चार बच्चों को चोटें आईं। घायलों को तत्काल शासकीय अस्पताल चौरई में भर्ती कराया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उनकी हालत सामान्य बताई जा रही है। घायल बच्चों में निहारिका पिता दौलत चंद्रवंशी (5 वर्ष), पार्थ पिता कमलेश चंद्रवंशी (6 वर्ष), दीक्षा पिता कमलेश चंद्रवंशी (4 वर्ष), सुरभी पिता कृष्ण बिहारी चंद्रवंशी (5 वर्ष) सभी निवासी ग्राम खामी, थाना अमरवाड़ा शामिल हैं। पुलिस ने वाहन चालक के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाने का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वहीं, घटना के बाद का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें हादसे से नाराज लोग ड्राइवर की पिटाई करते हुए नजर आ रहे हैं। पुलिस इस वीडियो की भी जांच कर रही है।
बांदा में प्रेम कहानी का दर्दनाक अंत:प्रेमी-प्रेमिका ने अलग-अलग कुओं में कूदकर दी जान
बांदा जिले के चिल्ला थाना क्षेत्र में प्रेम प्रसंग के चलते शुक्रवार को एक दर्दनाक घटना सामने आई है। एक युवक और युवती ने अलग-अलग कुओं में कूदकर आत्महत्या कर ली। घटना से गांव और आसपास के इलाके में सनसनी फैल गई। पिता से विवाद के बाद युवक ने कुएं में लगाई छलांग चिल्ला थाना क्षेत्र के एक गांव का 24 वर्षीय युवक पड़ोस में रहने वाली 18 वर्षीय युवती से प्रेम करता था। गुरुवार शाम युवक का अपने पिता से किसी बात को लेकर विवाद हो गया। इसके बाद वह घर से निकल गया और गांव से करीब एक किलोमीटर दूर अपने रिंग बोर स्थित कुएं में कूदकर जान दे दी। बहन को दी थी जानकारी, सुबह कुएं से निकाला गया शव आत्महत्या से पहले युवक ने गांव में ब्याही अपनी बहन को इसकी जानकारी दी थी। परिजन रातभर उसकी तलाश करते रहे। शुक्रवार सुबह करीब 10:30 बजे परिजनों ने कुएं में कांटा डाला, जिससे युवक का शव बाहर निकाला गया। प्रेमी की मौत की खबर सुनकर युवती ने भी दी जान युवक की मौत की जानकारी मिलने के बाद 18 वर्षीय प्रेमिका शुक्रवार सुबह अपनी मां से खेत में चारा काटने जाने की बात कहकर घर से निकली। वह अपनी बहन की बेटी के साथ गई थी। घर से करीब 500 मीटर दूर स्थित होरिया डाड़ कुएं में युवती ने छलांग लगा दी। ग्रामीणों ने कुएं से निकाला शव, पुलिस ने भेजा पोस्टमार्टम साथ गई बच्ची के शोर मचाने पर ग्रामीण मौके पर पहुंचे। फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई, लेकिन उसके पहुंचने से पहले ही ग्रामीणों ने करीब 11 बजे युवती का शव कुएं से बाहर निकाल लिया। पुलिस ने दोनों शवों का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। काफी समय से चल रहा था प्रेम प्रसंग ग्रामीणों के अनुसार युवक और युवती के बीच काफी समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था। युवक दो भाइयों में छोटा था और उसने 12वीं तक पढ़ाई की थी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बिलासपुर के तखतपुर में आपसी रंजिश के चलते युवक का अपहरण कर उसकी बेरहमी से मारपीट की गई, जिससे उसकी मौत हो गई। युवक की मौत के बाद उसके माता-पिता थाने गए थे। उन्होंने बताया कि पुलिस ने रिपोर्ट लिखने के बजाय उन्हें वापस भेज दिया। उनका कहना है कि अगर पुलिस समय पर रिपोर्ट लेकर जांच करती, तो शायद उनके बेटे की जान बच सकती थी। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। यह मामला जरहागांव थाना क्षेत्र का है। जानिए पूरा मामला जानकारी के अनुसार, बरेला के वार्ड 13 के राजकुमार धुरी (20 साल) का 26 दिसंबर को दोपहर करीब 3 बजे चार-पांच युवकों ने अपहरण कर लिया। आरोपियों ने उसे पंजाब बैंक के पास जबरदस्ती कार में बैठाया और सुनसान इलाके में ले जाकर उसकी जमकर पिटाई की। इस मारपीट में राजकुमार गंभीर रूप से घायल हो गया। करीब शाम 6 बजे, घायल राजकुमार को उसके घर के बाहर छोड़ दिया गया। परिजन उसे तुरंत स्वास्थ्य केंद्र ले गए, लेकिन उपचार शुरू होने से पहले ही उसकी मौत हो गई। वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. सुनील हंसराज ने अस्पताल में राजकुमार की जांच की। उन्होंने बताया कि शरीर पर जगह-जगह डंडे से मारपीट के निशान थे। पुरानी रंजिश के चलते मारपीट की आशंका मृतक के पिता बेनी राम ने बताया कि राजकुमार का गांव के ही किसी व्यक्ति से एक साल पहले विवाद हुआ था। आशंका है कि इसी पुरानी रंजिश के चलते चार-पांच युवकों ने अपहरण कर उसके साथ मारपीट की। उन्होंने बताया कि राजकुमार चिल्हाटी में ट्रैक्टर चलाने का काम करता था। बैंक का काम निपटाकर वह घर आया हुआ था, लेकिन आरोपियों ने उसके साथ इतनी बेरहमी से मारपीट की कि उसकी मौत हो गई। पिता बोले- समय पर कार्रवाई होती तो बच सकती थी जान पिता ने यह भी बताया कि घटना के बाद वे और राजकुमार की माता जरहागांव थाने गए थे, लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट लिखने के बजाय उन्हें वापस लौटा दिया। उनका कहना है कि अगर पुलिस समय पर रिपोर्ट लेकर जांच करती, तो शायद राजकुमार की जान बच सकती थी। थाना प्रभारी नंद लाल पैकरा ने बताया कि मारपीट की घटना की जानकारी मिली है और परिजन थाने आए थे, लेकिन रिपोर्ट लिखाए बिना चले गए। पुलिस अब परिजनों से बयान लेकर आगे की कार्रवाई करेगी। जांच पूरी होने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
इंदौर के जस्सा कराड़िया इलाके में शुक्रवार रात एक महिला की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। महिला की मौत के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और पति से पूछताछ कर रही है। टीआई सुशील पटेल के मुताबिक, घटना एमआर-10 के पास जस्सा कराड़िया ईंट-भट्ठे की है। यहां सोनम भील (24) को एम्बुलेंस गंभीर हालत में एमवाय अस्पताल लेकर पहुंची थी, जहां उसकी मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, पुलिस ने उसके पति सचिन को हिरासत में ले लिया है। जानकारी के मुताबिक, दंपती टीकमगढ़ जिले के रहने वाले हैं। दोनों कुछ साल पहले ही काम के लिए इंदौर आए थे। आठ दिन पहले सोनम ने एक बेटी को जन्म दिया था। रात में दोनों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ, जिसके बाद पति सचिन ने उसके पेट पर लात मारी और पीटा भी। इसके बाद वह बेसुध हो गई। उसे एमवाय अस्पताल भेजा गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। दंपती का एक दो साल का बच्चा भी है। उनके परिवार के लोग भी ईंट-भट्ठे पर ही रहते हैं। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए रखवा दिया है।
मोहाली में मिला लड़की का शव:20 से 25 साल उम्र, नहीं हो पाई पहचान, मर्डर का संदेह, पुलिस जांच में जुटी
एयरपोर्ट रोड स्थित एयरोसिटी एच-ब्लॉक के पास शुक्रवार को बरसाती ड्रेन से लड़की का शव मिला है। अभी तक शव की पहचान नहीं हो पाई है। मृतका की उम्र करीब 20 से 25 वर्ष के बीच है। शव की हालत को देखकर यह आशंका जताई जा रही है कि मौत एक-दो दिन पहले हुई है, क्योंकि शव सड़ना शुरू हो गया था। फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर शिनाख्त के लिए डेराबस्सी सिविल अस्पताल की मॉर्च्युरी में 72 घंटों के लिए रखवा दिया है। लंगर वाले ने देखा सबसे पहले शव को पता चला है कि उस एरिया में लंगर लगा हुआ था। जब लंगर के दौरान एक हलवाई गंदा पानी नाले में डालने गया तो उसकी नजर एयरपोर्ट रोड के किनारे बनी पानी की निकासी वाली ड्रेन पर पड़ी। जहां उसे संदिग्ध हालत में शव दिखाई दिया। उसने तुरंत 112 नंबर पर कॉल कर पुलिस को सूचित किया। सूचना मिलते ही जीरकपुर थाना पुलिस तुरंत हरकत में आई और मौके पर पहुंचकर ड्रेन से शव को बाहर निकाला। शव की स्थिति बयां कर रही खौफनाक मंजर पुलिस के मुताबिक, मृतका के पास से कोई मोबाइल फोन, दस्तावेज या पहचान पत्र बरामद नहीं हुआ है, जिससे उसकी शिनाख्त हो सके। पुलिस अब इस गुत्थी को सुलझाने में जुटी है कि यह महज एक हादसा है या फिर किसी ने हत्या कर शव को यहां ठिकाने लगाया है। पुलिस एयरपोर्ट रोड पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाल रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि शव यहां कब और कैसे पहुंचा। शव की शिनाख्त कर रहे है। जीरकपुर थाने के एएसआई बलजीत सिंह ने बताया कि हमें 112 पर सूचना मिली थी, जिसके बाद टीम ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया। शुरुआती जांच में शव करीब दो दिन पुराना लग रहा है। फिलहाल शव को अगले 72 घंटों के लिए शिनाख्त हेतु डेराबस्सी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है। मामले की हर एंगल से गंभीरता से जांच की जा रही है।
पूर्णिया के चम्पानगर में एक घर के बाहर खड़ी बाइक की दिनदहाड़े चोरी हो गई। पीड़ित दोस्त से मिलने गया था। वापस लौटने पर बाइक गायब थी। बाइक को तीन चोर अपने साथ ले गए। बाइक लेकर भाग रहे चोर कि तस्वीर कुछ दूर लगे CCTV कैमरे में कैद हो गई। घटना चम्पानगर थाना क्षेत्र के दुर्गा मंदिर के पास की है। पीड़ित की पहचान सरसी थाना क्षेत्र के मसुरिया गांव निवासी कालीकांत झा के बेटे निक्कू कुमार झा के रूप में हुई है। समूचे घटनाक्रम को लेकर पीड़ित ने स्थानीय चम्पानगर थाना में लिखित आवेदन देकर बाइक बरामदगी की गुहार लगाई है। घर के बाहर से गायब थी बाइक पीड़ित निक्कू ने बताया कि वे 25 दिसंबर की शाम करीब 4:30 बजे अपनी हीरो HF डिलक्स बाइक को लेकर दोस्त से मिलने गए थे। अपनी बाइक रामप्रसाद साह के घर के नीचे खड़ी कर अपने दोस्त से मिलने चले गए थे। कुछ देर बाद जब वापस लौटे तो देखा कि बाइक वहां से गायब थी। बाइक नहीं मिलने पर आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की। फुटेज में तीन युवक एक राइडर बाइक से मौके पर आते दिखाई दिए। उनमें से एक युवक नीचे उतरा और बड़ी आसानी से पीड़ित की बाइक लेकर फरार हो गया, जबकि बाकी दोनों युवक साथ में निकल गए। पूरी घटना कैमरे में कैद हो गई है। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस हरकत में आ गई। चम्पानगर थानाध्यक्ष अनुपम राज ने बताया कि पीड़ित का आवेदन मिल गया है और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर संदिग्ध युवकों की पहचान की जा रही है। जल्द ही बाइक बरामद कर ली जाएगी और आरोपियों को पकड़ा जाएगा।
मेरठ में 28 दिसंबर को भाजपा के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी का आगमन होना है इसको लेकर मेरठ जिले और महानगर के सभी पदाधिकारी तैयारी में जुटे हैं। इसी के संबंध में शुक्रवार को महापौर हरिकांत अहलूवालिया के कैंप कार्यालय पर पार्टी के पदाधिकारी की एक बैठक का आयोजन किया गया। इसमें भाजपा के पार्षद से लेकर विधायक तक सभी मौजूद रहे और प्रदेश अध्यक्ष की स्वागत की तैयारी पर चर्चा की गई काशी टोल से शुरू होगा स्वागत प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी दिल्ली से मेरठ दिल्ली एक्सप्रेसवे से पहुंचेंगे इसको लेकर काशी टोल प्लाजा परतापुर से उनका स्वागत शुरू हो जाएगा हाईवे पर जगह-जगह पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता उनका स्वागत करेंगे इसके बाद पंकज चौधरी बागपत रोड स्थित हर्मन सिटी में भाजपा के क्षेत्र कार्यालय पर पहुंचेंगे और भाजपा नेताओं के साथ एक बैठक करेंगे । पश्चिम के जिलों से जोड़ेंगे पदाधिकारी पंकज चौधरी मेरठ में मेरठ समेत अन्य जिलों के जिला अध्यक्ष और महानगर अध्यक्षों से के साथ भी एक बैठक करेंगे इन्हीं की तैयारी को लेकर मेरठ में भाजपा झूठ हुए हैं इसके साथ-साथ भाजपा के पार्षद भी अपने-अपने स्तर से प्रदेश अध्यक्ष के स्वागत की तैयारी में जुड़े हुए हैं। ये रहे मौजूद महापौर के कैंप कार्यालय पर हुई बैठक में महानगर अध्यक्ष विवेक रस्तोगी कैंट विधायक अमित अग्रवाल अजय बेरला गोपाल शर्मा के साथ भाजपा पार्षद अजय चंद्रा उत्तम सैनी पवन चौधरी शक्ति सोनकर आदि भी मौजूद रहे
गोरखपुर में सड़क चौड़ीकरण और लाइन शिफ्टिंग कार्य के चलते शनिवार को कई इलाकों में घंटों बिजली आपूर्ति बाधित रहेगी। विद्युत विभाग ने प्रभावित क्षेत्रों की सूची जारी कर उपभोक्ताओं से पहले से तैयारी रखने की अपील की है। शाहपुर सब स्टेशन के अंतर्गत विष्णु मंदिर, गीता वाटिका, असुरन और अभयानंदन फीडर से जुड़े क्षेत्रों में असुरन से बिजली कार्यालय तक सड़क चौड़ीकरण के दौरान पेड़ कटाई का कार्य किया जाएगा। इस कारण असुरन, गीता वाटिका रोड, विशाल शामियाना हाउस से लिटिल फ्लावर चौराहा तक और दिवाकर गली की पूरी कॉलोनी में सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक बिजली आपूर्ति पूरी तरह बंद रहेगी। कई अन्य सब स्टेशनों के फीडरों पर भी असरइसी क्रम में रोड चौड़ीकरण और लाइन शिफ्टिंग कार्य के चलते विद्युत उपकेंद्र राप्ती नगर के 11 KV रामजानकी नगर फीडर, विद्युत उपकेंद्र रुस्तमपुर के 11 KV राजीव नगर फीडर, विद्युत उपकेंद्र लोहिया इंक्लेव के 11 KV लालपुर टीकर फीडर और विद्युत उपकेंद्र तारामंडल के 11 KV इंदिरा नगर, दाउदपुर, नगर रोड और बिलंदपुर फीडर की बिजली आपूर्ति भी शनिवार को सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक बाधित रहेगी। विद्युत विभाग ने जताया खेद विद्युत विभाग ने असुविधा के लिए खेद व्यक्त करते हुए उपभोक्ताओं से सहयोग की अपील की है। किसी भी प्रकार की जानकारी या सहायता के लिए टोल फ्री नंबर 1912 पर संपर्क किया जा सकता है।
गोरखपुर के रानीडीहा स्थित क्षेत्रीय भाजपा कार्यालय में वीर बाल दिवस के अवसर पर संगोष्ठी आयोजित की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा जिलाध्यक्ष जनार्दन तिवारी ने की। संगोष्ठी में दसवें सिख गुरु गुरु गोविंद सिंह के छोटे पुत्र साहिबजादे जोरावर सिंह और फतेह सिंह के धर्म की रक्षा के लिए दिए गए सर्वोच्च बलिदान को स्मरण किया गया। मुख्य अतिथि भाजपा राष्ट्रीय महामंत्री व राज्यसभा सांसद डॉ. राधामोहन दास अग्रवाल ने कहा कि वीर साहिबजादों का अपने धर्म और संस्कृति के लिए बलिदान अविस्मरणीय है। उन्होंने कहा कि नन्हे साहिबजादों का त्याग आज भी देश को साहस, आत्मसम्मान और धर्म की रक्षा का संदेश देता है। यह बलिदान आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना रहेगा। सिख परंपरा ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की मिसालडॉ. अग्रवाल ने कहा कि सिखों का इतिहास बलिदान और राष्ट्रभक्ति से लिखा गया है। सिख गुरु परंपरा केवल आध्यात्मिकता तक सीमित नहीं है, बल्कि देश की एकता और अखंडता को मजबूत करने वाली परंपरा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र निर्माण के लिए ऐसे आदर्शों को जीवन में उतारना जरूरी है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया है। यह निर्णय देश के इतिहास में साहिबजादों के बलिदान को सम्मान देने की दिशा में अहम कदम है। बलिदान से सीख लेने की जरूरतविशिष्ट अतिथि भाजपा क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानन्द राय ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह के छोटे पुत्रों का त्याग और बलिदान सभी के लिए अनुसरण करने योग्य है। उन्होंने कहा कि मुगलिया सल्तनत के अत्याचारों के बावजूद साहिबजादों ने धर्म परिवर्तन स्वीकार नहीं किया और अपने धर्म की रक्षा के लिए बलिदान देना पसंद किया। विधायक राजेश त्रिपाठी ने कहा कि साहिबजादों के बलिदान से प्रेरणा लेकर सनातन धर्म और सांस्कृतिक मूल्यों की रक्षा के लिए समाज को एकजुट होकर आगे आना चाहिए। कार्यक्रम में मौजूद सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने वीर बलिदानी साहिबजादों के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया। अंत में जिलाध्यक्ष जनार्दन तिवारी ने अतिथियों और कार्यकर्ताओं के प्रति आभार व्यक्त किया। संगोष्ठी में पूर्व केंद्रीय मंत्री व खजनी विधायक श्रीराम चौहान, भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य राहुल श्रीवास्तव, पूर्व जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, पिछड़ा वर्ग आयोग सदस्य डॉ. आरडी सिंह, कार्यक्रम जिला सह संयोजक अभिमन्यु मौर्या सहित जिला पदाधिकारी, ब्लॉक प्रमुख, नगर पंचायत अध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष, मंडल महामंत्री और बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय ने TB उन्मूलन अभियान को मजबूती देते हुए 75 TB उपचाराधीन मरीजों को गोद लिया है। शुक्रवार को आयोजित कार्यक्रम में कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन और CMO डॉ राजेश झा की मौजूदगी में मरीजों को पोषण पोटली वितरित की गई। विश्वविद्यालय ने साफ किया कि मरीजों के पूरी तरह स्वस्थ होने तक यह सहयोग लगातार जारी रहेगा। कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन ने कहा कि TB का इलाज केवल दवा से नहीं, बल्कि सही पोषण और नियमित देखभाल से सफल होता है। इसी उद्देश्य से विश्वविद्यालय ने मरीजों को गोद लेने का फैसला किया है, ताकि इलाज के दौरान किसी तरह की कमी न रहे और मरीज समय पर स्वस्थ हो सकें। प्रधानमंत्री के TB मुक्त भारत संकल्प से जुड़ी पहल कुलपति ने बताया कि TB मरीजों को गोद लेने की यह प्रक्रिया प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 75वें जन्मदिन से शुरू किए गए राष्ट्रीय TB उन्मूलन संकल्प से प्रेरित है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय सामाजिक दायित्व के तहत इस अभियान में लगातार भागीदारी निभाएगा। कुलपति ने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय जिले में संचालित अन्य स्वास्थ्य अभियानों में सहयोग बढ़ाएगा। महिलाओं की स्वास्थ्य जांच से जुड़े पिंक कार्ड अभियान में भी विश्वविद्यालय सक्रिय भूमिका निभाएगा, ताकि अधिक से अधिक लोगों तक जांच और इलाज की सुविधा पहुंच सके। TB उन्मूलन में समाज की भूमिका अहमCMO डॉ राजेश झा ने कहा कि TB उन्मूलन का लक्ष्य तभी हासिल किया जा सकता है, जब समाज के सभी वर्ग इसमें भागीदार बनें। उन्होंने बताया कि कोई भी व्यक्ति या संस्था TB मरीज को गोद लेकर उसकी मदद कर सकती है। इसमें हर महीने पोषण पोटली देना, मरीज का हालचाल लेना और उन्हें इलाज के दौरान दवा बीच में न छोड़ने के लिए प्रेरित करना जरूरी है। कार्यक्रम में जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ नंदलाल कुशवाहा, विश्वविद्यालय की शिक्षिका प्रोफेसर दिव्या रानी सिंह ने भी विचार रखे। संचालन उप जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ विराट स्वरूप श्रीवास्तव ने किया। कार्यक्रम में एसीएमओ आरसीएच डॉ एके चौधरी, डीएमओ अंगद सिंह, डीपीसी धर्मवीर प्रताप सिंह, पीपीएम समन्वयक एएन मिश्रा सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।
वीर बाल दिवस के अवसर पर चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के अटल सभागार में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत वीर साहबजादों-बाबा जोरावर सिंह (9 वर्ष) और बाबा फतेह सिंह (7 वर्ष)-के जीवन, साहस और बलिदान पर आधारित डॉक्यूमेंट्री फिल्म के लाइव प्रदर्शन से हुई। फिल्म देखते समय सभागार में मौजूद लोग भावुक हो उठे और गर्व के साथ वीर बालकों के साहस को नमन किया। डॉक्यूमेंट्री के बाद आयोजित संगोष्ठी में वक्ताओं ने कहा कि इतिहास में वीर साहबजादों का बलिदान धर्म, सत्य और आत्मसम्मान की रक्षा का अमर उदाहरण है। दीवार में जिंदा चिनवाने की गाथा सुनाईसंयुक्त पंजाबी संघ के अध्यक्ष मनमोहन सिंह आहूजा ने बताया कि किस तरह मुगल हुकूमत द्वारा साहबजादों से नमस्कार करने और धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया गया, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। इसके बाद उन्हें दीवार में जिंदा चिनवा दिया गया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताते हुए कहा कि 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस घोषित कर देश ने इन बाल वीरों को सच्ची श्रद्धांजलि दी है। चारों साहबजादों की शहादत का किया स्मरणमहापौर हरिकांत अहलूवालिया ने गुरु गोबिंद सिंह के चारों साहबजादों की वीरता का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने इस्लाम स्वीकार न कर धर्म की रक्षा के लिए शहादत दी। उन्होंने गुरु नानक देव से लेकर गुरु गोबिंद सिंह तक सभी दस गुरुओं को नमन किया और कहा कि गुरु तेग बहादुर ने भी धर्म रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया। उन्होंने कहा कि सिख समाज का भारतवर्ष के निर्माण में अतुलनीय योगदान रहा है। दिसंबर का चौथा सप्ताह पीड़ादायक और प्रेरणादायकपूर्व सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि दिसंबर का चौथा सप्ताह सिख इतिहास में अत्यंत पीड़ादायक लेकिन उतना ही प्रेरणादायक है। 21 से 27 दिसंबर के बीच गुरु गोबिंद सिंह के चारों साहबजादों की शहादत और 27 दिसंबर को माता गुजरी जी के देह त्याग की घटनाएं हमें धर्म और साहस का संदेश देती हैं। नई पीढ़ी तक पहुंचनी चाहिए गाथावक्ताओं ने कहा कि वीर साहबजादों के बलिदान की कहानी घर-घर और समाज के हर वर्ग तक पहुंचाना समय की जरूरत है, ताकि नई पीढ़ी इससे प्रेरणा ले सके। महानगर अध्यक्ष विवेक रस्तोगी ने प्रभात फेरियों में अधिक से अधिक सहभागिता की अपील की। कार्यक्रम में विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया। आयोजन को सफल बनाने में संयोजक बीना वाधवा, सह-संयोजक जसप्रीत कपूर और समन्वयक रवीश अग्रवाल की अहम भूमिका रही। इस अवसर पर कैंट विधायक अमित अग्रवाल, महापौर हरिकांत अहलूवालिया, पूर्व सांसद राजेंद्र अग्रवाल, वरिष्ठ नेता जयकरण गुप्ता, पूर्व महानगर अध्यक्ष चरण सिंह लिसाड़ी, अंजू वॉरियर, राखी त्यागी, मीडिया प्रभारी अमित शर्मा, विनय पाराशर, डॉ. जे.वी. चिकारा, सीमा श्रीवास्तव, नूपुर जौहरी, सुनीता सैनी सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग मौजूद रहे।
भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में सीएम डॉ. मोहन यादव ने दैनिक भास्कर प्राइड ऑफ मध्य प्रदेश अवार्ड 2025 (सीजन-5) कला, संस्कृति, खेल, शिक्षा, चिकित्सा, सामाजिक सेवा, रियल एस्टेट और इंफ्रास्ट्रक्चर सहित विभिन्न क्षेत्रों की 91 हस्तियों को सम्मानित किया। सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि हाल ही में उनसे मिलने दक्षिण भारत से आए कुछ प्रतिनिधियों ने स्पष्ट कहा कि उनके राज्यों में वित्तीय दबाव के कारण भुगतान में देरी हो रही है, जबकि मध्य प्रदेश में टेंडर प्रक्रिया पारदर्शी है और भुगतान तय समय पर होता है। यही कारण है कि अब बड़ी एजेंसियां यहां काम करने को प्राथमिकता दे रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने गठन के साथ ही नियम कानूनों को सरल बनाने, प्रक्रियाओं को पारदर्शी करने और गुणवत्ता आधारित काम पर फोकस किया। इसका असर यह हुआ कि आज सड़क, पुल, बांध और अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं में प्रतिस्पर्धा बढ़ी है और राष्ट्रीय स्तर की कंपनियां मध्य प्रदेश में निवेश और काम के लिए आगे आ रही हैं। हर क्षेत्र की प्रतिभा का सम्मानकार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की प्रगति में केवल सामाजिक क्षेत्र ही नहीं, बल्कि व्यापार, उद्योग, रियल एस्टेट और इंफ्रास्ट्रक्चर में काम करने वालों की भी अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि आर्थिक रूप से मजबूत हुए बिना कोई भी समाज या राज्य पूर्ण नहीं हो सकता। आर्थिक मजबूती के बिना अधूरा विकास सीएम ने कहा जब तक कोई राज्य या समाज आर्थिक रूप से मजबूत नहीं होगा, तब तक उसका विकास अधूरा रहेगा। सामाजिक क्षेत्र की भूमिका अहम है, लेकिन आर्थिक पक्ष उतना ही जरूरी है। 5 साल में बजट डबल करने का लक्ष्यसीएम ने कहा- हमने तय किया है कि आने वाले पांच वर्षों में मध्य प्रदेश का बजट लगभग दोगुना किया जाएगा, ताकि योजनाओं के साथ-साथ राज्य की समग्र प्रगति भी तेज हो सके। हमने अपने संकल्प पत्र में हर लोकसभा क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज देने की बात कही थी। जिसे तय समय से पहले पूरा किया गया। अब 2028 तक हर जिले में मेडिकल कॉलेज देने की दिशा में तेजी से काम हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब-जब देश कठिन दौर से गुजरा, तब सुशासन और साहसिक निर्णयों के उदाहरण सामने आए। विक्रमादित्य ने शकों को परास्त कर नवरत्नों की परंपरा को स्थापित किया। राजा भोज स्वयं बहुमुखी प्रतिभाओं से संपन्न शासक थे। भोज पत्र पर लिखी उनकी कृतियां आज भी उपलब्ध हैं, जो प्रदेश के हजार साल पुराने गौरवशाली अतीत की साक्षी हैं। कालिदास से वराह मिहिर तक, उज्जैन रहा ज्ञान का केंद्रसीएम ने कहा कि विक्रमादित्य ने महाकवि कालिदास को कश्मीर से उज्जैन बुलाकर यहां बसाया। वराह मिहिर जैसे महान खगोल शास्त्री भी उसी परंपरा के स्तंभ रहे। यह परंपरा आगे चलकर मुगल काल में अकबर द्वारा भी अपनाई गई, जहां विद्वानों को शासन का आधार बनाया गया। मोदी के नेतृत्व में लोकतंत्र की नई पहचानमुख्यमंत्री ने कहा कि आज लोकतंत्र अपनी खुशबू के साथ भारत को नई पहचान दे रहा है। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत विश्व मंच पर मजबूती से खड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि दुनिया में कई प्रभावशाली चेहरे हैं, लेकिन जो निडरता से देशहित में बड़े फैसले लेने का साहस रखता है, वह चेहरा नरेंद्र मोदी का है। उन्होंने कहा कि जहां अन्य वैश्विक नेता सत्ता में बने रहने के लिए संघर्ष करते हैं, वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने विविधताओं से भरे लोकतांत्रिक देश में अपनी लोकप्रियता बरकरार रखते हुए तीसरे कार्यकाल की ओर बढ़कर जनता के विश्वास का नया प्रतिमान रचा है। राम मंदिर पर फैसला न्यायपालिका और लोकतंत्र की जीत डॉ. मोहन यादव ने राम मंदिर मामले का उल्लेख करते हुए कहा कि यह मामला 75 वर्षों तक लंबित रहा, लेकिन जब न्यायालय ने निर्णय दिया, तो दोनों पक्षों ने उसे स्वीकार किया। उन्होंने मुस्लिम पक्ष का भी आभार जताया, जिन्होंने न्यायालय के निर्णय को खुले मन से स्वीकार किया। इसे उन्होंने न्यायपालिका और लोकतंत्र दोनों की जीत बताया। तीन तलाक और आपातकाल का संदर्भमुख्यमंत्री ने कहा कि तीन तलाक जैसे मामलों में पहले भी न्यायालय के निर्णय आए, लेकिन उन्हें लागू करने का साहस नहीं दिखाया गया। आपातकाल का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वह लोकतंत्र का काला अध्याय था, जब न्यायालय के निर्णय के बाद देश पर आपातकाल थोपा गया। हर क्षेत्र की प्रतिभा का सम्मान जरूरीसीएम ने कहा कि खेल, संस्कृति, शिक्षा, चिकित्सा, रियल एस्टेट, इंफ्रास्ट्रक्चर और सामाजिक सेवा या कोई भी क्षेत्र देश के विकास से अलग नहीं है। केवल आडंबर नहीं, बल्कि आर्थिक मजबूती भी समाज के लिए आवश्यक है। हमारे शास्त्रों में कहा है कि व्यक्ति सैकड़ों हाथों से कमाई करता है और हजारों हाथों से समाज से जुड़ता है। भास्कर दुनिया का एकमात्र संस्थान जो हर चीज में पॉजिटिविटी खोजते हैंदैनिक भास्कर के स्टेट एडिटर सतीश सिंह ने कहा कि जब दैनिक भास्कर की बात होती है तो उसके साथ ये बात जोड़ी जाती है कि वो सारी बात बेधड़क तरीके से रख देता है। सच्ची बात बेधड़क का जो स्लोगन है उसे कई बार नेगेटिव सेंस में भी काउंट किया जाता है कि ये तो नेगेटिव होते जा रहे हैं। दैनिक भास्कर दुनिया का एकमात्र संस्थान है जिसने मंडे पॉजिटिव यानी एक दिन सकारात्मक खबरों के लिए चुना। इसे इतना अच्छा रिस्पांस मिला कि हमने तय किया कि सातों दिन के लिए एक पॉजिटिव सेगमेंट बिल्ड करेंगे। सातों दिन अखबार की शुरुआत सकारात्मकता के साथ करेंगे। इस पॉजिटिव यात्रा के पड़ाव में तमाम मंचों पर जो सकारात्मक काम करते दिखे हमारे साथियों ने उन्हें पहचाना। इस कार्यक्रम का उद्देश्य समाज में अच्छा काम करने वाले लोगों को आगे बढ़ाना और मंच उपलब्ध कराना है। एमपी की रीजनल समिट को केंद्रीय नेतृत्व ने सराहादैनिक भास्कर के सीओओ सुमित मोदी ने कहा कि यह मंच केवल सम्मान का मंच नहीं, बल्कि मप्र के परिश्रम और भविष्य का मंच है। मप्र के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव प्रदेश के सबसे बड़े गौरव और प्रेरणा के प्रतीक हैं। यह साधारण से असाधारण की ओर चलने वाली यात्रा है। उन्होंने छात्र राजनीति से अपने राजनीतिक जीवन की यात्रा की शुरुआत की। आज मध्य प्रदेश जिस तेजी से आगे बढ़ रहा है उसके पीछे मुख्यमंत्री का विजन और मजबूत लीडरशिप साफ दिखाई देती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गुजरात में शुरू की गई इन्वेस्टर्स समिट की नई सोच पेश की। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में रीजनल समिट का नया मॉडल शुरू हुआ। केंद्रीय नेतृत्व ने उसकी सफलता को सराहा और सभी राज्यों में उसे लागू करने की बात कही। इन्हें मिले दैनिक भास्कर प्राइड अवॉर्ड 2025
औरंगाबाद के ओबरा थाना क्षेत्र अंतर्गत सदिपुर डिहरी गांव के पास राष्ट्रीय राजमार्ग-139 पर शुक्रवार को एक सड़क हादसा हो गया। मजदूरी कर घर लौट रहे एक मजदूर को तेज रफ्तार इक्को गाड़ी ने टक्कर मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद काफी संख्या में लोग वहां जमा हो गए। मृतक की पहचान डिहरी गांव निवासी स्वर्गीय रामलखन राम के 60 साल का बेटा राजेश्वर राम के रूप में की गई है। राजेश्वर राम रोज की तरह मजदूरी कर पैदल ही अपने घर लौट रहे थे। इसी दौरान दाउदनगर की ओर से आ रही एक इक्को वाहन ने लापरवाही से वाहन चलाते हुए उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में राजेश्वर राम सड़क पर गिर पड़े और गंभीर चोट लगने के कारण उनकी मौके पर ही मौत हो गई। सड़क किनारे पेड़ से टकराई गाड़ी, चालक भी जख्मी मजदूर को धक्का मारने के बाद इक्को वाहन अनियंत्रित होकर सड़क किनारे एक पेड़ से जा टकराई। जिसके कारण वाहन चालक भी गंभीर रूप से जख्मी हो गया। उसे इलाज के लिए ओबरा स्थित सामुदायिक अस्पताल भेजा गया है। घटना की सूचना मिलते ही परिजन और स्थानीय ग्रामीण मौके पर पहुंचे। मृतक की हालत देख परिजन रोते-बिलखते सड़क पर बैठ गए और मुआवजे की मांग को लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया। सड़क जाम के कारण आवाजाही पूरी तरह ठप हो गया और दोनों लेन में वाहनों की लंबी कतार लग गई। सूचना पर ओबरा थाना अध्यक्ष नीतीश कुमार, पुलिस पदाधिकारी अंकित कुमार समेत कई पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने-बुझाने का प्रयास किया। पुलिस अधिकारियों ने परिजनों को आश्वासन दिया कि नियमानुसार मुआवजे की प्रक्रिया पूरी कराई जाएगी और दोषी वाहन चालक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हालांकि परिजन मुआवजे की मांग पर अड़े रहे, जिस कारण देर तक सड़क जाम की स्थिति बनी रही। मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करता था मजदूर स्थानीय लोगों ने बताया कि मृतक राजेश्वर राम अत्यंत गरीब थे और मेहनत-मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते थे। उनके अचानक निधन से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। थाना अध्यक्ष नीतीश कुमार ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि वाहन को जब्त कर लिया गया है और आगे की कानूनी प्रक्रिया जारी है।
ग्वालियर में स्मार्ट सिटी द्वारा बनाए जा रहे एक स्वागत द्वार का एक हिस्सा शुक्रवार को अचानक गिर गया। यह घटना भिंड रोड पर महाराजपुरा के आगे झांसी-आगरा हाईवे पुल के पास हुई। हादसे के समय मौके पर कोई राहगीर या वाहन मौजूद नहीं था, जिससे किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई। यह स्वागत गेट भिंड की ओर से ग्वालियर में प्रवेश करने वाले मार्ग पर बनाया जा रहा है। इसे ग्वालियर के ऐतिहासिक किले की प्रतिकृति के रूप में तैयार किया जा रहा था, जिसका उद्देश्य शहर की पहचान और गौरव को दर्शाना था। इस द्वार के निर्माण पर लगभग 2 करोड़ रुपए की लागत आ रही है। बताया जा रहा है कि यह घटना निर्माण कार्य के दौरान हुई। द्वार के पास खुदाई का काम चल रहा था, तभी एक जेसीबी का डाला दीवार से टकरा गया। टक्कर इतनी जोरदार थी कि गेट का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त होकर नीचे गिर गया, जबकि कुछ हिस्सा दीवार से सटकर टिका रहा। हो सकता था बड़ा हादसा आपको बता दें कि फिलहाल इस गेट का निर्माण कार्य चल रहा है। इस सड़क पर दिन-रात वाहनों का आवागमन जारी रहता है। भिंड रोड से आने वाले और ग्वालियर से जाने वाले वाहन इसी मार्ग से गुजरते हैं, जिनमें दोपहिया, चारपहिया और मालवाहक वाहन भी शामिल हैं। हादसे के समय वहां से कोई वाहन या राहगीर नहीं गुजर रहा था, इसीलिए किसी प्रकार की कोई जनहानि नहीं हुई। अन्यथा यह हादसा बड़ा रूप ले सकता था। कलेक्टर और कमिश्नर ने लिया जायजा ग्वालियर कलेक्टर रुचिका चौहान और नगर निगम कमिश्नर संघ प्रिया ने मौके पर पहुंचकर जायजा लिया। प्रारंभिक तौर पर सामने आया है कि जेसीबी का डाला लगने से यह हादसा हुआ है। लेकिन जिम्मेदारों का कहना है कि इस मामले की जांच करवाकर जो भी स्पष्ट निर्णय सामने आएंगे, उन पर नियम अनुसार कार्रवाई की जाएगी। ग्वालियर नगर निगम कमिश्नर संघप्रिय ने बताया- मेरे और कलेक्टर महोदय द्वारा मौके पर जाकर जायजा लिया गया था। इस मामले को लेकर जांच समिति का गठन किया गया है, जो शीघ्र ही अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। इस दौरान जो भी जिम्मेदार सामने आएगा, उसके विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
देवरिया के रविंद्र किशोर शाही स्टेडियम में गुरुवार को सांसद खेल स्पर्धा के समापन समारोह के दौरान एक अप्रत्याशित घटना हुई। भाजपा सांसद शशांक मणि त्रिपाठी पर संबोधन के दौरान मधुमक्खियों के झुंड ने हमला कर दिया। इस घटना से कुछ देर के लिए अफरा-तफरी मच गई। मधुमक्खियों के हमले के बावजूद सांसद त्रिपाठी ने धैर्य बनाए रखा और अपना संबोधन जारी रखा। उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, “इनसे बचने के लिए शायद हमें ट्रैक की ओर जाना पड़ेगा।” उनका यह बयान सुनकर माहौल हल्का हुआ और लोग आश्वस्त हुए। इस घटना का वीडियो शुक्रवार को वायरल हुआ। यह आयोजन पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्मशताब्दी के अवसर पर सांसद खेल स्पर्धा के तहत किया गया था। सांसद ने अपने संबोधन में खिलाड़ियों को खेल अनुशासन, सकारात्मक सोच और निरंतर प्रयास का महत्व बताया। मधुमक्खियों के हमले के बीच भी मंच पर डटे रहकर उनका संदेश खिलाड़ियों के लिए प्रेरणादायक रहा। मंच पर मौजूद भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय ने सांसद के साहस और संयम की सराहना की। उन्होंने उपस्थित जनसमूह से तालियां बजवाकर सांसद का उत्साहवर्धन किया। इसके बाद सांसद ने अपना भाषण पूरा किया और मंच से नीचे उतरे। कार्यक्रम की एक खास बात यह रही कि मधुमक्खियों की घटना के बाद भी सांसद ने खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाने के लिए स्वयं ट्रैक पर उतरकर कार्यकर्ताओं और खिलाड़ियों के साथ 100 मीटर की दौड़ लगाई। सांसद की इस सक्रियता और खेल भावना को देखकर खिलाड़ी और दर्शक उत्साहित नजर आए। समापन समारोह के दौरान हुई यह घटना चर्चा का विषय बनी रही। सांसद शशांक मणि त्रिपाठी का साहस, संयम और खेलों के प्रति समर्पण लोगों के बीच सराहना का कारण बना।
यमुनानगर में रेलवे रोड पर आज रात को हरियाणा पुलिस के कर्मचारी की तेज रफ्तार स्विफट कार का कहर देखने को मिला है। पुलिसकर्मी ने सड़क किनारे खड़ी चार गाड़ियों व दो स्कूटियों में टक्कर मार दी। इतना ही नहीं कार की टक्कर से सड़क किनारे लगा लोहे का खंबा भी टेढ़ा हो गया। हादसे के समय सड़क पर काफी भीड़ थी, लेकिन गनीमत रही कि कोई हताहत नहीं है। वहीं इस एक्सीडेंट में ड्राइवर को चेहरे पर चोट आई है। हादसे के वक्त मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई और पुलिसकर्मी को घेर लिया। लोगों का यह भी आरोप है कि उक्त पुलिसकर्मी ने शराब का सेवन किया हुआ था। सूचना मिलते ही डायल 112 मौके पर पहुंची और पुलिसकर्मी को साथ लेकर गई। रेलवे स्टेशन की तरफ से तेज रफ्तार में आई गाड़ी यह हादसा रेलवे रोड पर न्यू मार्केट के पास बैग की दुकान के आगे हुआ है। दुकानदार सुधीर कुमार ने बताया कि उसकी रेलवे रोड पर दुकान है वह रात करीब आठ बजे दुकान पर ही मौजूद था। दुकान के बाहर उसकी ऑल्टो कार व स्कूटी खड़ी थी, उसके साथ अन्य कई लोगों की गाड़ियों भी खड़ी थीं। उसी समय रेलवे स्टेशन की तरफ से तेज रफ्तार में एक सफेद रंग की स्विफट डिजायर(HR 78 B 4545) नंबर गाड़ी आई और उसकी दुकान के बाहर खड़ी गाड़ियों में जोरदार टक्कर मार दी। इस हादसे में दो स्कूटी और चार गाडिय़ां ऑल्टो, टाटा टिआगो, वेगनआर व एंडेवर कार क्षतिग्रस्त हो गई। भीड़ के चलते जानलेवा हो सकता था हादसा मौके पर लोगों ने गाड़ी के चालक को बाहर निकाला तो वह नशे की हालत में लग रहा था। सुधीर ने बताया कि गाड़ी के आगे हरियाणा पुलिस का स्टिकर लगा हुआ था। ऐसे में जब ड्राइवर को घेरकर पब्लिक ने जांचा तो उसकी जेब से उसका हरियाणा पुलिस का आईडी कार्ड भी मिला। जिसमें उसका नाम बलविंद्र सिंह और रैंक सब इंस्पेक्टर लिखा हुआ था। एडवोकेट निखिल ने बताया कि उसकी ऑटो कार को टक्कर से काफी नुकसान हुआ है। वहीं उसके जानकार शिव चरण गोयल की वेगनआर गाड़ी भी क्षतिग्रस्त हो गई है। रात के समय रेलवे रोड पर काफी भीड़ होती है, ऐसे में यह हादसा जानलेवा भी हो सकता था। स्विफट डिजायर गाड़ी टक्कर मारते हुए खंबे से टकराकर रुक गई। अनिद्रा का शिकार था पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे एएसआई अनिल कुमार ने बताया कि पुलिस कर्मी नशे में नहीं था। वह कई दिनों से अनिद्रा का शिकार था। प्राथमिक जांच में कार चलाते हुए नींद आना हादसा की वजह हो सकता है। मामले में सिटी थाना प्रभारी नरेंद्र सिंह ने बताया कि उनके पास एक्सीडेंट की सूचना आई है। मामले की जांच कर रहे हैं।
बरेली में साइबर अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। पुलिस जांच में सामने आया है कि फर्जी और प्री-एक्टिवेटेड सिम बेचने वाली मोबाइल दुकानों की मिलीभगत से साइबर ठगी का नेटवर्क फल-फूल रहा है। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, बीते कुछ ही दिनों में जिले के अलग-अलग थानों में 24 से अधिक साइबर ठगी के मामले दर्ज किए गए हैं। इन मामलों में सबसे ज्यादा परेशानी उन निर्दोष लोगों को उठानी पड़ रही है, जिनके नाम पर फर्जी तरीके से सिम कार्ड जारी कर दिए गए। पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि जिले के कई मोबाइल दुकानदार नियमों को ताक पर रखकर साइबर ठगों को फर्जी और पहले से एक्टिवेटेड सिम उपलब्ध करा रहे हैं। गुरुवार को सीबीगंज और सुभाषनगर थानों में ऐसे ही दो दुकानदारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई, जिससे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। पुलिस के अनुसार, इन फर्जी सिम कार्डों का इस्तेमाल कर लाखों रुपये की ऑनलाइन ठगी की जा रही है। हालांकि, अब तक ठगी को अंजाम देने वाले असली साइबर अपराधी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। भोजीपुरा थाना क्षेत्र के दोहना पीतमराय निवासी राशिद खां के नाम पर चोरी-छिपे एक सिम जारी कर दी गई थी। इसी नंबर का इस्तेमाल कर 41,500 रुपये की साइबर ठगी की गई। राशिद खां ने बताया कि उन्हें इस सिम के बारे में कोई जानकारी नहीं थी, लेकिन जब मामला सामने आया तो उन्हें ही थाने और कोर्ट के चक्कर लगाने पड़े। जांच में सीबीगंज थाना क्षेत्र के अटा कायस्थान स्थित फिरोज कम्युनिकेशन के संचालक अनीस खान की भूमिका सामने आई, जिसके बाद पुलिस ने दुकानदार के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली। बरेली रेंज के डीआईजी अजय साहनी ने दिसंबर महीने में ही सभी पुलिस कप्तानों को फर्जी सिम के नेटवर्क को तोड़ने और प्री-एक्टिवेटेड सिम बेचने वालों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। उन्होंने डिजिटल अपराधों के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति अपनाने पर जोर दिया था। इसके बावजूद, कई मोबाइल दुकानदार बेखौफ होकर साइबर अपराधियों को फर्जी सिम मुहैया करा रहे हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह अवैध धंधा न केवल कानून का खुला उल्लंघन है, बल्कि आम नागरिकों को भी गंभीर कानूनी और आर्थिक परेशानियों में डाल रहा है। मामले में आगे और कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
गोरखपुर के महात्मा गांधी इंटर कॉलेज के खेल मैदान पर आयोजित स्वर्गीय प्रकाश नारायण श्रीवास्तव स्मारक सिक्स साइड अंडर-13 एवं अंडर-17 फुटबॉल प्रतियोगिता के दूसरे दिन अंडर-13 वर्ग के नॉकआउट मुकाबले खेले गए। दोनों मुकाबलों में खिलाड़ियों ने तकनीक, अनुशासन और फिटनेस का शानदार प्रदर्शन किया। कड़े संघर्ष से भरे इन मैचों में घोसी इलेवन और नकहा एफसी ने जीत दर्ज कर अगले चक्र में प्रवेश किया। पहले मुकाबले में बराबरी के बाद पेनाल्टी से हुआ फैसला दिन का पहला नॉकआउट मुकाबला घोसी इलेवन और संदीप स्पोर्टिंग क्लब पीपीगंज के बीच खेला गया। शुरुआत से ही दोनों टीमों ने तेज रफ्तार खेल दिखाते हुए एक-दूसरे के गोलपोस्ट पर दबाव बनाया। मैच के दौरान कई बार गोल के अवसर बने, लेकिन दोनों टीमों के डिफेंडरों की सजगता और गोलकीपरों की सटीक टाइमिंग के चलते कोई भी टीम बढ़त नहीं बना सकी। निर्धारित समय तक मुकाबला गोलरहित बराबरी पर समाप्त हुआ। दबाव में दिखाया संयम, घोसी इलेवन बनी विजेता गोलरहित बराबरी के बाद मैच का निर्णय पेनाल्टी शूटआउट से हुआ। निर्णायक क्षणों में घोसी इलेवन के जर्सी नंबर 12 मकबूल और जर्सी नंबर 1 आसिफ ने जिम्मेदारी लेते हुए एक-एक पेनाल्टी को गोल में बदला। बेहतर संयम और सटीक शॉट्स के दम पर घोसी इलेवन ने मुकाबला अपने नाम किया और अगले चक्र में जगह बना ली। दूसरे नॉकआउट मुकाबले में नकहा एफसी और चरगांवा एफसी आमने-सामने रहीं। नकहा एफसी ने मैच की शुरुआत से ही आक्रामक रणनीति अपनाते हुए खेल पर पकड़ बना ली। टीम के जर्सी नंबर 7 के खिलाड़ी आसिफ ने मध्यांतर से पहले लगातार दो गोल दागकर नकहा एफसी को मजबूत बढ़त दिला दी, जिससे विपक्षी टीम दबाव में आ गई। मध्यांतर के बाद भी नहीं बदला मैच का रुखमध्यांतर के बाद चरगांवा एफसी ने वापसी की कोशिश की और कुछ मौके भी बनाए, लेकिन नकहा एफसी की सुदृढ़ रक्षापंक्ति के सामने उनके प्रयास सफल नहीं हो सके। खेल के अंतिम समय में नकहा एफसी के ही जर्सी नंबर 7 के खिलाड़ी अल्तमस ने तीसरा गोल कर स्कोर 3-0 कर दिया। इस जीत के साथ नकहा एफसी ने भी अगले चक्र में अपना स्थान सुनिश्चित कर लिया। उद्घाटन और आयोजन व्यवस्थाप्रतियोगिता के पहले मुकाबले का उद्घाटन महात्मा गांधी इंटर कॉलेज के प्रवक्ता एवं राज्य पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक डॉ. वीरेंद्र पटेल ने दोनों टीमों के खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर किया। पूरे आयोजन का संचालन विद्यालय के खेल शिक्षक सुशील त्रिपाठी ने किया, जिनकी देखरेख में प्रतियोगिता व्यवस्थित रूप से आगे बढ़ रही है। खेल मैदान पर रही उत्साहपूर्ण मौजूदगीमैच के दौरान विवेकानंद मिश्र, महेंद्र शर्मा, डॉ. चंदन सिंह, सूर्यकांत शर्मा, अमित चौरसिया सहित बड़ी संख्या में खेलप्रेमी, अभिभावक और स्थानीय लोग मौजूद रहे। दर्शकों की उत्साहपूर्ण मौजूदगी ने खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाया और मुकाबलों का रोमांच और भी बढ़ गया।
मथुरा के बलदेव थाना क्षेत्र के नगला गिरधरपुर गांव में शुक्रवार को पुरानी रंजिश के चलते पड़ोसियों ने मां-बेटी के साथ बेरहमी से मारपीट की। इस घटना में दोनों गंभीर रूप से घायल हो गईं, जिन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल मथुरा रेफर किया गया है। घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल है। जानकारी के अनुसार, गांव नगला गिरधरपुर निवासी तुलसा देवी और उनकी बेटी का उनके पड़ोसी गाजबीर और श्याम से पुरानी रंजिश को लेकर विवाद हुआ। आरोप है कि विवाद के दौरान पहले तुलसा की बेटी के साथ मारपीट की गई। जब मां तुलसा देवी को इसकी सूचना मिली और वे मौके पर पहुंचीं, तो आरोपियों ने उनके साथ भी लाठी-डंडों से हमला कर दिया। इस हमले में मां-बेटी दोनों को गंभीर चोटें आईं। घटना की सूचना मिलते ही बलदेव थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने दोनों घायलों को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बलदेव में भर्ती कराया। प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें जिला अस्पताल मथुरा रेफर कर दिया, जहां उनका इलाज जारी है। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि आरोपी पड़ोसी आपराधिक प्रवृत्ति के हैं और गांव में अक्सर झगड़ा करते रहते हैं। पुरानी रंजिश के कारण ही उन्होंने इस वारदात को अंजाम दिया। घटना के बाद से आरोपी मौके से फरार बताए जा रहे हैं। बलदेव पुलिस ने बताया कि पीड़ित पक्ष की तहरीर के आधार पर मामले की जांच की जा रही है और आरोपियों की तलाश में दबिश दी जा रही है। जांच के बाद विधिक कार्रवाई की जाएगी।
बैढ़न की एक महिला ने एक साथ तीन नवजात शिशुओं को जन्म दिया है। तीनों बच्चों का इलाज रीवा के संजय गांधी अस्पताल के बाल एवं शिशु रोग विभाग (पीडियाट्रिक) में जारी है। बच्चों को शुक्रवार रात रीवा के संजय गांधी अस्पताल के बच्चा वॉर्ड में विशेष निगरानी में रखा गया है। चिकित्सकों के मुताबिक फिलहाल सभी नवजात चिकित्सकीय निगरानी में हैं। प्रसव के दौरान जन्मे तीन बच्चों में से दो नवजात शिशुओं का वजन करीब 1 किलो के आसपास बताया जा रहा है, जबकि तीसरे नवजात का वजन लगभग 600 ग्राम है। विशेषज्ञों के अनुसार जिन शिशुओं का जन्म वजन 1 किलो के आसपास होता है, उनके जीवित रहने की संभावना बेहद कम वजन वाले शिशुओं की तुलना में अधिक रहती है। 600 ग्राम वजन वाले नवजात की स्थिति फिलहाल नाजुक बनी हुई है। सामान्य गर्भधारण के बाद ऐसा होना दुर्लभपूरे मामले को लेकर गांधी स्मारक चिकित्सालय के पीडियाट्रिक विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. नरेश बजाज ने बताया कि आईवीएफ के माध्यम से गर्भधारण करने वाली महिलाओं में तीन या उससे अधिक बच्चों के जन्म के मामले अब बढ़ रहे हैं, लेकिन सामान्य गर्भधारण के बाद ऐसा होना बेहद दुर्लभ है। आंकड़ों के अनुसार करीब तीन से चार हजार प्रसुताओं में से केवल एक या दो मामलों में ही ऐसा देखा जाता है, जब गर्भस्थ शिशुओं की संख्या दो से अधिक होती है। डॉ. बजाज ने बताया कि सबसे कम वजन वाले नवजात शिशु की हालत गंभीर बनी हुई है, जिसे बचाने के लिए डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की टीम लगातार प्रयास कर रही है। तीनों बच्चों को विशेष देखरेख में रखा गया है और उनकी स्थिति पर 24 घंटे निगरानी की जा रही है।
अयोध्या विजन-2047 के तहत संचालित विकास कार्यों की समीक्षा बैठक मंडलायुक्त राजेश कुमार की अध्यक्षता में आयुक्त सभागार में संपन्न हुई। इस दौरान कुल 150 परियोजनाओं की प्रगति का जायजा लिया गया। समीक्षा में पाया गया कि इन 150 परियोजनाओं में से 10 परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं, जबकि 141 परियोजनाएं विभिन्न चरणों में प्रगति पर हैं। बैठक में विभिन्न कार्यदायी संस्थाओं के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे। मंडलायुक्त राजेश कुमार ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि चल रहे कार्यों को निर्धारित समय-सीमा के भीतर उच्च गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाए। उन्होंने विशेष रूप से उन परियोजनाओं पर ध्यान देने को कहा जिनके कार्य शासन स्तर पर लंबित हैं, और उनमें आपसी समन्वय स्थापित कर आगे की कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। समीक्षा के दौरान परियोजनाओं के क्रियान्वयन में विभिन्न विभागों के बीच समन्वय की कमी सामने आई। इस पर मंडलायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को आपसी तालमेल बिठाकर कार्यों को समयबद्ध ढंग से पूर्ण कराने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने चेतावनी दी कि किसी भी प्रकार की लापरवाही को गंभीरता से लिया जाएगा और उच्च स्तर पर संज्ञान लिया जाएगा। बैठक में जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे, नगर आयुक्त जयेंद्र कुमार और मुख्य विकास अधिकारी कृष्ण कुमार सिंह सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
भारतीय जनता पार्टी में उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष एवं केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री माननीय श्री पंकज चौधरी से मेरठ जिला पंचायत अध्यक्ष गौरव चौधरी ने भेंट कर उन्हें प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। इस दौरान संगठन और जनसेवा से जुड़े विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई। प्रदेश को मिली नई गति- गौरव चौधरी जिला पंचायत अध्यक्ष गौरव चौधरी ने कहा कि श्री पंकज चौधरी का लंबा संगठनात्मक अनुभव, मजबूत नेतृत्व क्षमता और राष्ट्रसेवा के प्रति समर्पण उत्तर प्रदेश में भाजपा संगठन को और अधिक सशक्त बनाएगा। उनके नेतृत्व में पार्टी की नीतियां जमीनी स्तर तक और प्रभावी रूप से पहुंचेंगी तथा सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण के संकल्प को नई गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं को अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक पहुंचाने में संगठन की अहम भूमिका होती है और पंकज चौधरी के नेतृत्व में यह कार्य और मजबूती से आगे बढ़ेगा। उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले समय में उत्तर प्रदेश भाजपा संगठन नई ऊंचाइयों को छुएगा। इस दौरान गौतमबुद्ध नगर के जिला पंचायत अध्यक्ष श्री अमित चौधरी एवं अमरोहा के जिला पंचायत अध्यक्ष श्री ललित तंवर भी मौजूद रहे। सभी जनप्रतिनिधियों ने प्रदेश अध्यक्ष को नई जिम्मेदारी के लिए शुभकामनाएं दीं और संगठन को मजबूत करने के लिए मिलकर कार्य करने का संकल्प लिया। मुलाकात के दौरान आगामी संगठनात्मक कार्यक्रमों, पंचायत स्तर पर विकास कार्यों और जनहित से जुड़े मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया गया। बैठक को सकारात्मक बताते हुए नेताओं ने कहा कि भाजपा संगठन जनसेवा और विकास के अपने संकल्प के साथ लगातार आगे बढ़ता रहेगा।
प्रयागराज में रकम दो साल में दोगुनी करने और हर माह प्रॉफिट देने का झांसा देकर करीब 60 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। न्यायालय के आदेश पर नैनी पुलिस ने पूर्व विधायक जमुना प्रसाद सरोज के बेटे जैनेंद्र प्रसाद उर्फ शनि समेत दो लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। 2 साल में रकम डबल करने का दिया आश्वासनबारा के बुंदावा (जसरा) गांव निवासी राजेश कुमार ने बताया, जमीन के कारोबार से जुड़ी कंपनी ड्रीम एडवांटेज लैंडमार्क एंड इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के संचालकों ने उनसे हर महीने प्रॉफिट और दो साल में रकम दोगुनी करने की बात कही। उन्होंने अलग-अलग किस्तों में चेक के जरिए करीब 60 लाख रुपए कंपनी के खाते में निवेश किए। ना प्रॉफिट मिला, ना रकम लौटाईएक साल बीतने के बावजूद न तो कोई प्रॉफिट मिला और न ही रकम लौटाई गई। जब उन्होंने संपर्क किया तो उन्हें केवल झूठे आश्वासन दिए जाते रहे। बाद में पता चला कि कंपनी और उसके संचालकों के खिलाफ पहले से ही कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। रुपए वापस मांगने पर जान से मारने की धमकी भी दी गई। सुनवाई ना होने पर पहुंचे कोर्टउन्होंने पुलिस से शिकायत की, सुनवाई न होने पर न्यायालय की शरण ली। अदालत के आदेश के बाद नैनी पुलिस ने महेवा पूरब पट्टी निवासी जैनेंद्र प्रसाद उर्फ शनि और ददरी गांव निवासी अरविंद कुमार उर्फ अंगद पुत्र सुरेश के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। जैनेंद्र प्रसाद उर्फ शनि कंपनी का प्रोपराइटर बताया जा रहा है। नैनी इंस्पेक्टर बृज किशोर गौतम ने बताया कि मामले में गहनता से जांच कराई जा रही है।
मथुरा के कृष्णा नगर चौकी क्षेत्र में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां पिता की लापरवाही के कारण 5 साल के बच्चे ने कार स्टार्ट कर दी। बेकाबू कार गली में दौड़ती हुई दो स्कूटी और दो कारों से टकरा गई। गनीमत रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन बड़ा नुकसान होते-होते टल गया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जानकारी के अनुसार, पिता ने बच्चे को कार की चाबी देकर गाड़ी में बैठा दिया और खुद कहीं चला गया। इसी दौरान बच्चे ने अनजाने में कार स्टार्ट कर दी। कार अचानक बेकाबू होकर गली में आगे बढ़ने लगी और वहां खड़ी एक हुंडई एक्सटर, एक अर्टिगा कार और दो स्कूटरों को टक्कर मार दी। कुछ दूरी पर जाकर कार रुक गई, वरना बड़ा हादसा हो सकता था। पूरी घटना पास लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। वीडियो में देखा जा सकता है कि कार को चलते देख आसपास खेल रहे बच्चे उसे रोकने की कोशिश करते हैं, लेकिन खतरा भांपते ही डरकर वहां से भाग जाते हैं। अचानक हुई इस घटना से मोहल्ले में अफरा-तफरी मच गई और लोग दहशत में आ गए। बताया जा रहा है कि कार कृष्णा नगर निवासी कपिल खंडेलवाल पुत्र मोहन खंडेलवाल की है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इससे पहले भी बच्चे को कई बार कार की चाबी दी जा चुकी थी। पड़ोसियों ने इस लापरवाही को लेकर परिजनों से शिकायत भी की थी, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। यह घटना 24 दिसंबर की बताई जा रही है, हालांकि इसका सीसीटीवी वीडियो शुक्रवार शाम करीब 5 बजे सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। घटना के बाद लोगों में नाराजगी देखी जा रही है। स्थानीय लोगों और प्रशासन की ओर से अभिभावकों से अपील की जा रही है कि वे छोटे बच्चों को कभी भी वाहन की चाबी न दें, क्योंकि एक छोटी सी लापरवाही गंभीर हादसे का कारण बन सकती है।
नए साल के जश्न के दौरान नशे के बढ़ते चलन पर अंकुश लगाने पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। थाना कोतवाली क्षेत्र में सिद्धार्थ चौक स्थित नरैय्या तालाब के पास एक व्यक्ति को एम.डी. ड्रग्स के साथ रंगे हाथ पकड़ा गया। आरोपी न्यू ईयर की पार्टियों, खासकर आउटर एरिया के फार्म हाउस और क्लबों में एम.डी. ड्रग्स सप्लाई करने की फिराक में था। एण्टी क्राइम एवं साइबर यूनिट और थाना कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम को सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति मादक पदार्थ लेकर खपाने की कोशिश में है। टीम ने मौके पर दबिश देकर संदिग्ध को पकड़ा और तलाशी में उसके पास से 4 ग्राम 790 मिलीग्राम एम.डी. ड्रग्स और एक मोबाइल फोन बरामद किया गया, जिसकी कुल कीमत लगभग 55 हजार रुपये है। इस मामले में नारकोटिक एक्ट की धारा 21(ए) के तहत अपराध दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार आरोपी दुर्ग जिले के पाटन का निवासी है और रायपुर के साथ-साथ दुर्ग के ग्राहकों को भी एम.डी. ड्रग्स सप्लाई करता था। उससे पूछताछ में कुछ ग्राहकों और सप्लायर के नाम सामने आए हैं, जिनकी पतासाजी की जा रही है। पुलिस ने बताया कि संलिप्तता पाए जाने पर सभी के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। 3 करोड़ से ज्यादा माल जब्त ऑपरेशन निश्चय अभियान के तहत रायपुर पुलिस अब तक 94 प्रकरणों में 217 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनसे गांजा, चिट्टा, एम.डी. ड्रग्स, कोकिन, अफीम सहित विभिन्न मादक पदार्थ और अन्य सामान जब्त किए गए हैं, जिनकी कुल कीमत लगभग 3.85 करोड़ रुपये आंकी गई है। पुलिस ने बताया कि नव वर्ष से पहले नशे के कारोबार पर पूरी तरह अंकुश लगाने के लिए एंड टू एंड एक्शन जारी है। अब पढ़िए ड्रग्स सेवन कितना खतरनाक ? MDMA यानी मिथाइलीनडाइऑक्सी मेथाम्फेटामाइन (MDMA) या मेफेड्रोन या एक्सटेसी। एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की कथित गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती और जया शाह के वॉट्सऐप चैट से इसकी चर्चा शुरू हुई थी।इसके एक ग्राम की कीमत करीब 15 हजार रुपए है। नशा करने वालों के बीच इसके और भी कोड नेम है। इसे लेने के बाद दिमाग में नशा चढ़ता है। इसी तरह हेरोइन सेवन इतना खतरनाक है कि, अगर कोई व्यक्ति तीन से चार बार इसका सेवन कर ले, तो उसे इसकी लत लग जाती है। ज्यादा मात्रा में सेवन करने से व्यक्ति की मौत भी हो सकती है।
चौथम में शराब के नशे में युवक गिरफ्तार:पुलिस ने जयप्रभानगर हाट के पास से पकड़ा, कोर्ट में पेश किया
खगड़िया जिले के चौथम थाना क्षेत्र स्थित जयप्रभानगर से शराब के नशे में उत्पात मचा रहे एक युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। युवक की पहचान बेलदौर थाना क्षेत्र के डुमरी निवासी राजेंद्र महतो के पुत्र संतोष कुमार के रूप में हुई है। चौथम पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए जयप्रभानगर हाट के समीप से संतोष को पकड़ा। थाना प्रभारी अजीत कुमार ने बताया कि गश्ती के दौरान पुलिस को सूचना मिली थी कि एक युवक शराब के नशे में हंगामा कर रहा है। गिरफ्तारी के बाद युवक का चौथम में मेडिकल जांच कराया गया, जिसमें शराब पीने की पुष्टि हुई। शुक्रवार को उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। थाना प्रभारी ने बताया कि कोर्ट के आदेश के अनुरूप आगे की कार्रवाई की जाएगी।
शेखपुरा जिले के चेवाड़ा प्रखंड के ई-कृषि कार्यालय परिसर में शुक्रवार को प्रत्यक्षण बीज लेने वाले किसानों के बीच उपादान इनपुट किट का वितरण किया गया। यह वितरण कार्यक्रम शाम 5 बजे तक चला, जिसमें कई किसान शामिल हुए। प्रखंड कृषि पदाधिकारी विजय कुमार दास ने इसकी जानकारी दी। प्रखंड कृषि पदाधिकारी विजय कुमार दास ने बताया कि कृषि विभाग की योजनाओं के तहत चयनित किसानों को प्रत्यक्षण बीज के साथ यह किट उपलब्ध कराई जा रही है। इसका मुख्य उद्देश्य किसानों को आधुनिक खेती के प्रति प्रोत्साहित करना और फसल की गुणवत्ता एवं उपज में वृद्धि करना है। इनपुट किट में फसल उत्पादन के लिए आवश्यक सामग्री शामिल है, जिससे किसानों को खेती के प्रारंभिक चरण में सुविधा मिलेगी। कृषि विभाग का प्रयास है कि किसानों तक समय पर गुणवत्तापूर्ण बीज और कृषि संसाधन पहुंचें, ताकि खेती की लागत कम हो और उनकी आमदनी बढ़ सके। कार्यक्रम के दौरान किसानों को कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी दी गई। अधिकारियों ने किसानों से वैज्ञानिक पद्धति से खेती करने और विभाग की सलाह का पालन करने की अपील की। इनपुट किट पाकर किसानों ने संतोष और उत्साह व्यक्त किया। उनका कहना था कि इस तरह की सरकारी सहायता से उन्हें खेती करने में काफी लाभ मिल रहा है। कार्यक्रम शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ।
बरेली जिले में वोटर लिस्ट की सफाई के लिए चले स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) अभियान को 14 दिन बीत गए, लेकिन नतीजे चौंकाने वाले रहे। 12 दिसंबर से 26 दिसंबर तक चली गहन जांच के बावजूद वोटर लिस्ट की तस्वीर में कोई बड़ा बदलाव नहीं आया। जिले में अब भी 7 लाख से ज्यादा मतदाता अपात्र पाए गए हैं। आंकड़े बताते हैं कि दो हफ्ते की मशक्कत के बाद भी सिर्फ मामूली सुधार हुआ, जबकि कई विधानसभा सीटों पर अपात्र वोटरों का प्रतिशत लगभग जस का तस बना हुआ है। 'SIR' में 10 हजार 973 नाम बढ़े 12 दिसंबर को जहां जिले में कुल 7 लाख 27 हजार 129 मतदाता अपात्र पाए गए थे, वहीं 26 दिसंबर की अपडेटेड रिपोर्ट में यह संख्या घटकर 7 लाख 16 हजार 156 रह गई। यानी 14 दिन में 10 हजार 973 नाम या तो सही हुए या सूची से हटाए गए। जिले में 34 लाख वोटर, SIR का शत-प्रतिशत काम पूराउप जिला निर्वाचन अधिकारी संतोष सिंह ने बताया कि बरेली में कुल 34 लाख 5 हजार से ज्यादा मतदाता दर्ज हैं। SIR के तहत BLO और अधिकारियों ने घर-घर जाकर सत्यापन किया। मृतक, स्थानांतरित, लंबे समय से अनुपस्थित, दोहरे और पहले से अन्य जगह पंजीकृत मतदाताओं को अपात्र की श्रेणी में रखा गया। 26 दिसंबर तक SIR का काम 100 प्रतिशत पूरा कर लिया गया है और फाइनल आंकड़े जारी कर दिए गए हैं। बरेली कैंट और बरेली शहर में अब भी सबसे ज्यादा गड़बड़ीदोनों रिपोर्ट की तुलना में यह बात साफ है कि बरेली कैंट और बरेली विधानसभा अब भी जिले की सबसे ज्यादा गड़बड़ी वाली सीटें बनी हुई हैं, हालांकि यहां भी कुछ सुधार दर्ज किया गया है। 12 दिसंबर कोबरेली कैंट में अपात्र वोटर 36.00 प्रतिशतबरेली विधानसभा में 35.89 प्रतिशत 26 दिसंबर कोबरेली कैंट में अपात्र वोटर घटकर 35.20 प्रतिशतबरेली विधानसभा में घटकर 35.33 प्रतिशत यानी दोनों सीटों पर 0.6 से 0.7 प्रतिशत तक सुधार हुआ है, लेकिन आंकड़े अब भी बाकी सीटों से काफी ज्यादा हैं। कहां कितने अपात्र वोटर, पुराना बनाम नया अंतर बहेड़ी विधानसभा12 दिसंबर: 16.13 प्रतिशत26 दिसंबर: 15.77 प्रतिशतहल्की गिरावट दर्ज मीरगंज विधानसभा12 दिसंबर: 13.85 प्रतिशत26 दिसंबर: 13.53 प्रतिशतकरीब 0.3 प्रतिशत सुधार भोजीपुरा विधानसभा12 दिसंबर: 16.63 प्रतिशत26 दिसंबर: 16.46 प्रतिशतनामों में मामूली कमी नवाबगंज विधानसभा12 दिसंबर: 14.21 प्रतिशत26 दिसंबर: 14.10 प्रतिशतलगभग स्थिर स्थिति फरीदपुर विधानसभा12 दिसंबर: 20.42 प्रतिशत26 दिसंबर: 20.16 प्रतिशतअब भी 20 प्रतिशत से ऊपर बिथरी चैनपुर विधानसभा12 दिसंबर: 18.87 प्रतिशत26 दिसंबर: 18.67 प्रतिशतकरीब 0.2 प्रतिशत का सुधार बरेली विधानसभा12 दिसंबर: 35.89 प्रतिशत26 दिसंबर: 35.33 प्रतिशतहजारों नाम घटे, फिर भी ऊंचा आंकड़ा बरेली कैंट विधानसभा12 दिसंबर: 36.00 प्रतिशत26 दिसंबर: 35.20 प्रतिशतजिले में अब भी सबसे ज्यादा अपात्र वोटर आंवला विधानसभा12 दिसंबर: 14.79 प्रतिशत26 दिसंबर: 14.77 प्रतिशतलगभग कोई बदलाव नहीं क्यों बदले आंकड़े, प्रशासन ने दी ये वजहअधिकारियों के मुताबिक पहले चरण में बड़ी संख्या में नाम अपात्र घोषित किए गए थे। इसके बाद आपत्तियों, दस्तावेजों और दोबारा जांच में कई नाम सही पाए गए। इसी वजह से दूसरी रिपोर्ट में अपात्र वोटरों की संख्या घटी। SIR के दौरान जिन कारणों से नाम हटाए गए, उनमें मृत्यु, दूसरे जिले या राज्य में शिफ्ट होना, लंबे समय से अनुपस्थित, एक से ज्यादा जगह नाम दर्ज होना, पहले से डिलीट मतदाता शामिल रहे चुनावी गणित पर पड़ेगा सीधा असरविशेषज्ञ मानते हैं कि बरेली जैसे शहरी और अर्ध-शहरी जिले में इतने बड़े पैमाने पर वोटर लिस्ट में बदलाव का सीधा असर आने वाले चुनावों पर पड़ेगा। खासतौर पर बरेली और बरेली कैंट सीटों पर, जहां हर तीसरा मतदाता अपात्र की श्रेणी में पाया गया है।
लखनऊ के पीजीआई थाना क्षेत्र स्थित वृंदावन हाउसिंग सोसाइटी में चोरों ने पूरी प्लानिंग के साथ एक रिटायर्ड फौजी के घर को निशाना बनाया। वारदात इतनी शातिर थी कि चोर रात डेढ़ बजे घर में घुसे और सुबह लोडर बुलाकर आराम से सामान ले जाते हुए निकल गए। पूरी घटना घर में लगे CCTV कैमरों में कैद हो गई है। पीड़ित ने पीजीआई थाने में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। पीड़ित दिलीप गुप्ता आर्मी से रिटायर्ड हैं। वह दो दिन पहले पारिवारिक कारणों से कानपुर शुक्लागंज गए हुए थे। गुरुवार-शुक्रवार की रात घर सूना होने का फायदा उठाकर चोरों ने वारदात को अंजाम दिया। सीसीटीवी फुटेज के अनुसार रात करीब 1:30 बजे चोर घर में दाखिल हुए और एक-एक कर पूरे मकान को खंगाल डाला। घटना के बाद से वृंदावन हाउसिंग सोसाइटी के लोगों में दहशत का माहौल है और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। सुबह लोडर बुलाकर ले गए चोरी का सामान सीसीटीवी में साफ दिखाई दे रहा है कि चोरों ने सिर्फ छोटी-मोटी चोरी नहीं की, बल्कि सुबह करीब 5:30 से 6:00 बजे के बीच लोडर वाहन बुलाया और घर का कीमती सामान उसमें लादकर ले गए। अलमारियां तोड़ी गईं, कमरों में रखा सामान बिखरा पड़ा मिला और घर पूरी तरह तहस-नहस कर दिया गया। सीसीटीवी में कैद हुई पूरी वारदात चोरी की पूरी घटना सीसीटीवी कैमरों में रिकॉर्ड हुई है, जिसमें चोरों की गतिविधियां, उनके आने-जाने का समय और लोडर वाहन तक कैद है। फुटेज के आधार पर पुलिस को अहम सुराग मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। पीड़ित दिलीप गुप्ता ने पीजीआई थाने में शिकायत दर्ज करा दी है। पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच की जा रही है और जल्द ही आरोपियों की पहचान कर कार्रवाई की जाएगी।
लुधियाना के बसंत एवेन्यू इलाके में पुराने विवाद के चलते एक व्यक्ति को बोलेरो पिकअप से कुचल दिया गया। इस घटना में 50 वर्षीय कैलाश की मौत हो गई। मृतक शहीद भगत सिंह नगर के निवासी थे। यह घटना गुरुवार देर शाम हुई। मृतक के बेटे लक्ष्मण ने बताया कि उनका किसी सुशील नामक व्यक्ति से पुराना विवाद चल रहा था। गुरुवार की शाम कुछ लोग उनके गोदाम पर आए और सामान उठाने लगे। जब कैलाश ने उन्हें रोकने की कोशिश की, तो उन्होंने उन पर गाड़ी चढ़ा दी। गंभीर रूप से घायल कैलाश को तत्काल डीएमसी अस्पताल ले जाया गया। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। परिवार ने आरोपियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। आइसक्रीम बनाने का काम करता था मृतक पुलिस ने कैलाश के शव को लुधियाना के सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है। थाना सदर पुलिस ने आरोपी सुशील कुमार के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 281 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। मृतक कैलाश आइसक्रीम बनाने का काम करते थे। उनके परिवार में दो बेटे और एक बेटी हैं। वह शहीद भगत सिंह नगर में किराए के मकान में रहते थे।
इंदौर नगर निगम द्वारा शहर में स्वच्छता और अतिक्रमण हटाने के लिए लगातार काम किया जा रहा है। ऐसे में बार-बार अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ मारपीट और शासकीय कार्य में बाधा जैसी घटनाएं सामने आ रही हैं। पिछले दिनों वार्ड 55 के पार्षद पति सुमित तलरेजा द्वारा नगर निगम की महिला सब-इंजीनियर के साथ अभद्रता की गई। इसे लेकर नगर निगम के अधिकारियों में काफी रोष है। शुक्रवार को इस मुद्दे को लेकर निगम के इंजीनियर और सब-इंजीनियर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और कलेक्टर शिवम वर्मा से मुलाकात कर शिकायती आवेदन सौंपा। उन्होंने बताया कि वे पिछले दिनों वार्ड 55 में निरीक्षण करने गए थे। इस दौरान ठेकेदार को बुलाया गया, लेकिन पार्षद पति सुमित तलरेजा आए और उनके साथ बदसलूकी की। इंजीनियरों ने बताया कि फील्ड में काम के दौरान लगातार क्षेत्रीय पार्षद और लोगों द्वारा उनके साथ अभद्रता और विवाद किया जा रहा है। इसे लेकर प्रभावी कार्रवाई की जाए। कलेक्टर शिवम वर्मा ने उन्हें आश्वस्त किया है कि इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी। भविष्य में इस तरह की घटना दोबारा ना हो इसे लेकर भी प्रयास किए जाएंगे। नगर निगम के इंजीनियरों और सब-इंजीनियरों ने चेतावनी दी है की अगर जल्द से जल्द इस मामले में कोई निराकरण नहीं किया गया तो वे आने वाले दिनों में भोपाल पहुंचकर अपनी शिकायत दर्ज कराएंगे।
दमोह के बहुचर्चित मिशन अस्पताल मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। ऑपरेशन के बाद सात मरीजों की मौत के मामले में फरार चल रहे प्रबंधन समिति के दो सदस्यों को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपियों को शुक्रवार रात दमोह लाया गया, जिन्हें शनिवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा। एक आरोपी भोपाल से गिरफ्तार गिरफ्तार किए गए आरोपियों में फ्रैंक हैरिसन उर्फ बबला और आसमा न्यूटन शामिल हैं। सीएसपी एच.आर. पांडे ने बताया कि फ्रैंक हैरिसन को भोपाल से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस लंबे समय से इन आरोपियों की तलाश में जुटी हुई थी। अप्रैल में सामने आया था मामला यह मामला अप्रैल माह में सामने आया था, जब मिशन अस्पताल में ऑपरेशन के बाद सात मरीजों की मौत हो गई थी। जांच में गंभीर लापरवाही और अनियमितताएं उजागर हुई थीं। इस प्रकरण में फर्जी डॉक्टर एन. जॉन केम उर्फ नरेंद्र यादव को प्रयागराज से गिरफ्तार किया गया था, जो फिलहाल जेल में बंद है। अस्पताल का लाइसेंस निलंबित, जांच जारी मामले की गंभीरता को देखते हुए शासन ने मिशन अस्पताल का लाइसेंस निलंबित कर अस्पताल को बंद कर दिया है। इस प्रकरण में प्रबंधन समिति के कुल नौ सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इनमें से एक आरोपी की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी थी, जबकि अब दो और आरोपियों को पकड़ लिया गया है। अन्य आरोपियों की तलाश जारी पुलिस का कहना है कि मामले में शामिल अन्य आरोपियों की भी तलाश की जा रही है। अधिकारियों के अनुसार, जांच पूरी होने के बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बालोद कलेक्टर दिव्या उमेश मिश्रा जिले में धान खरीदी केंद्रों का निरीक्षण कर रही हैं। उनका उद्देश्य धान खरीद प्रक्रिया को पारदर्शी और सुचारू बनाना है। हाल ही में कलेक्टर ने गुरूर विकासखंड के धनेली, मोखा, हितेकसा और नारागांव केंद्रों का अचानक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की पूरी समीक्षा की। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने अब तक की धान खरीदी, लक्ष्य, औसत उपज, रकबा समर्पण, निगरानी समिति की भूमिका और मूलभूत सुविधाओं की जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोई भी पात्र किसान धान बिक्री से वंचित न रहे और किसी भी स्थिति में व्यापारियों या कोचियों से धान खरीदी न हो। किसानों के घर सत्यापन अनिवार्य करने के दिए निर्देश धान खरीदी केंद्र मोखा में बारदानों की खराब स्थिति और सत्यापन में लापरवाही पाए जाने पर कलेक्टर ने समिति प्रबंधक राधेलाल साहू को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने दूसरे और तीसरे टोकन से धान बिक्री करने वाले किसानों के घर भौतिक सत्यापन अनिवार्य करने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर ने धनेली और नारागांव केंद्रों का निरीक्षण धान खरीदी केंद्र धनेली में कलेक्टर ने किसानों से चर्चा कर धान की नमी की जांच कराई और स्टेक में रखे धान बोरों की तौलाई भी कराई। नारागांव केंद्र में किसानों ने पहुंच मार्ग और अन्य सुविधाओं की मांग रखी, जिस पर कलेक्टर ने त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया। इस दौरान एसडीएम गुरूर, सहकारिता विभाग के अधिकारी, मंडी सचिव, स्थानीय जनप्रतिनिधि और कृषक उपस्थित रहे।
मुरैना जिले के पोरसा कस्बे में भाजपा नेता ने तेज रफ्तार कार से 5 लोगों को रौंद दिया। इसके बाद उसकी कार एक अन्य वाहन से टकरा गई। घटना से गुस्साई भीड़ ने मौके पर ही आरोपी की पिटाई की और उसे पुलिस के हवाले कर दिया, लेकिन कुछ ही देर बाद वह पुलिस हिरासत से फरार हो गया। आरोपी की पहचान भाजपा युवा मोर्चा के नगर मंडल अध्यक्ष दीपेंद्र भदौरिया के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि आरोपी नशे में धुत था। 5 लोगों में से तीन एक ही परिवार के हैं। इनमें दो की हालत गंभीर है। 20 मिनट हाईवे रहा जाम, पुलिस पर मिलीभगत का आरोपआक्रोशित स्थानीय लोगों ने पोरसा में नेशनल हाईवे पर जाम लगाया। उन्होंने आरोपी भाजपा नेता को पकड़ने की मांग की है। सूचना मिलने पर मौके पर एसडीओपी रवि भदौरिया पहुंचे। उन्होंने लोगों को समझाइश देते हुए जल्द आरोपी को पकड़ने की बात की। लोगों ने पुलिस पर ही आरोपी नेता को भगाने का आरोप लगाया। करीब 20 मिनट तक जाम लगा रहा। एसडीओपी के आरोपी को जल्द गिरफ्तार करने के आश्वासन पर लोग माने। देखिए तस्वीरें दो घायलों को मुरैना किया गया रेफरदो घायलों को गंभीर हालत में मुरैना रेफर किया गया है। एक घायल युवक ने इलाज कराने से इनकार कर दिया। उसका आरोप है कि पुलिस ने आरोपी नेता को भगाया है। उसने कहा कि पहले पुलिस आरोपी को पकड़े तब इलाज कराऊंगा। एसडीओपी ने बताया- पांच लोगों को टक्कर मारीएसडीओपी रवि भदौरिया ने बताया कि कुल पांच लोगों को टक्कर मारी गई थी। तीन एक ही परिवार हैं। इनमें एक 11 साल का बच्चा भी है। घायलों की पहचान अभिषेक तोमर, कमलेश राठौर, रामदत्त राठौर, गिर्राज राठौर और अन्नू लाक्षाकार(11) के रूप में हुई। इनमें कमलेश और रामदत्त की हालत गंभीर है।
महंगाई भत्ता सहित 11 सूत्रीय मांगों को लेकर अधिकारी-कर्मचारी फेडरेशन ने 29 दिसंबर से तीन दिन के हड़ताल का ऐलान कर दिया है। कलम बंद- काम बंद हड़ताल से जिले के साथ ही प्रदेश भर में सभी शासकीय काम-काज प्रभावित होगा। अपने आंदोलन को लेकर फेडरेशन ने शुक्रवार को ज्ञापन सौंपा है। हड़ताल में शासकीय अधिकारी, कर्मचारी, शिक्षक सभी वर्ग के कर्मी शामिल होंगे। छग कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के संभागीय अध्यक्ष कौशलेन्द्र पांडेय व जिला संयोजक कमलेश सोनी ने बताया कि डीए, वेतन विसंगति, कैश लेस उपचार सुविधा सहित 11 सूत्रीय लंबित मांगों के समाधान हेतु मोदी की गारंटी लागू करो अभियान के अंतर्गत जिला स्तरीय कलम बंद, काम बंद आंदोलन किया जा रहा है। अधिकारी से लेकर चतुर्थ वर्ग तक होंगे शामिल आंदोलन के तहत 29 से 31 दिसम्बर तक चतुर्थ वर्ग से लेकर वर्ग एक तक के कर्मचारी-अधिकारी हड़ताल पर रहेंगे। इस हड़ताल से सभी कार्यालयों में तालाबंदी की नौबत आ जाएगी। स्कूलों का संचालन भी प्रभावित होगा। आंदोलन में शिक्षक संवर्ग के कर्मचारी भी शामिल होंगे। फेडरेशन के पदाधिकारियों ने बताया कि पूर्ववर्ती सरकार ने 2017 से महंगाई भत्ता को रोककर रखा है। वर्तमान सरकार ने अपने मोदी की गारंटी के घोषणा पत्र में वादा किया था। महंगाई भत्ता अब तक नहीं दिया गया है। जो महंगाई भत्ता बढ़ाया गया है उसे भी देय तिथि से प्रदान नहीं किया जा रहा है। हमारे हक के पैसों को सरकार दूसरे जगह खर्च कर रही है। सरकार की हठधर्मिता के कारण हम तीसरे चरण का आंदोलन करने जा रहे है। संघ द्वारा डीए एरियर्स की राशि कर्मचारियों के जीपीएफ खाते में समायोजित करने, चार स्तरीय समयमान वेतन मान देने, वेतन विसंगतियों को दूर करने पिंगुआ कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक करने, दैनिक, अनियमित, संविदा कर्मचारियों को नियमित करने की ठोस नीति बनाने सहित अन्य मांगों को लेकर हड़ताल का ज्ञापन सौंपा है। हड़ताल को सफल बनाने के लिए सभी अधिकारी-कर्मचारी संघों से समर्थन भी लिया गया है।
मुजफ्फरपुर में दरोगा की पिटाई; VIDEO:सरपंच पर दबंगई का आरोप; टेंडर खत्म होने के बाद कर रहे थे मनमानी
मुजफ्फरपुर में मछली पकड़ने के विवाद को सुलझाने गए एक सब-इंस्पेक्टर (दरोगा) पर हमला किया गया। कटरा थाना में पदस्थापित सब-इंस्पेक्टर श्रीकांत सिंह को स्थानीय सरपंच और उनके समर्थकों ने पीटा। घटना के बाद घायल दरोगा को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। मामला मुजफ्फरपुर के कटरा थाना क्षेत्र के बसंत गांव स्थित एक पोखर (तालाब) से जुड़ा है। पोखर का टेंडर बुधकारा गांव के निवासी जितेंद्र सहनी के नाम पर है। इससे पहले यह टेंडर बंधपूरा पंचायत के वर्तमान सरपंच फहद आजम के नाम था। आरोप है कि टेंडर की अवधि खत्म होने के बाद भी, सरपंच फहद आजम और उनके समर्थक जितेंद्र सहनी को मछली पकड़ने से रोक रहे थे। सरपंच और समर्थकों के खिलाफ केस दर्ज विवाद बढ़ने पर जितेंद्र सहनी ने पुलिस से सहायता मांगी। शुक्रवार को सब-इंस्पेक्टर श्रीकांत सिंह पुलिस टीम के साथ जितेंद्र सहनी के पक्ष में मौके पर पहुंचे थे। इस दौरान सरपंच फहद आजम और उनके समर्थक उग्र हो गए और उन्होंने दरोगा पर हमला कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही कटरा थाना की अतिरिक्त पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में लिया। घायल दरोगा श्रीकांत सिंह को तत्काल मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां उनका उपचार चल रहा है। मुजफ्फरपुर के एसएसपी सुशील कुमार ने इस घटना पर कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने कहा कि कानून अपने हाथ में लेने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। एसएसपी ने बताया कि मामले की गहन जांच डीएसपी कर रहे हैं। दोषियों की गिरफ्तारी के लिए तलाश जारी है। पुलिस ने वीडियो फुटेज के आधार पर सरपंच और उनके समर्थकों के खिलाफ संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर ली है।
इंदौर में जनवरी में बिजली कंपनी मेंटेनेंस का काम करेगी। इसके लिए सुबह दो से तीन घंटे बिजली गुल रहेगी। गर्मियों के दिनों में शहरी क्षेत्र में बिजली की सर्वाधिक मांग रहती है, इसलिए मेंटेनेंस मार्च-अप्रैल में किया जाता है, लेकिन इस दौरान परीक्षा होने से बिजली कंपनी ने जनवरी में बिजली के ट्रांसफॉर्मर और तारों की क्षमता जांचने की रूपरेखा बनाई है। ताकि गर्मियों में एसी-कूलर और पंखे इंदौरियों को ठंडी राहत दे सके। बिजली कंपनी के अधिकारियों की मानें तो मेंटेनेंस एक रूटीन प्रक्रिया है, लेकिन लोगों को इस मेंटेनेंस के दौरान कम से कम शटडाउन (अंधेरे) का सामना करना पड़े, इसलिए इस बार 2 महीने पहले जनवरी में पूरे शहर की बिजली व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जा रहा है। चीफ इंजीनियर कामेश श्रीवास्तव, शहर अधीक्षण यंत्री डीके गाठे द्वारा शहर के सभी पांच कार्यपालन यात्रियों को उनके अधीनस्थ इंजीनियरों के माध्यम से मेंटेनेंस की रूपरेखा को अंतिम रेखांकित भी किया जा रहा है, ताकि शहर के उपभोक्ताओं को दिक्कत न रहे। इंदौर लगातार बढ़ता हुआ शहर है, इसलिए जनवरी के महीने में शहर में पांच अतिरिक्त जोन बढ़ाने की कवायद भी अंतिम चरण में है। वर्तमान में इंदौर शहर में 30 जोन के माध्यम से विद्युत व्यवस्था संचालित की जाती है। अब इनकी संख्या 35 हो जाएगी। यह जोन ज्यादातर शहर के आउटर पूर्व-पश्चिम और उत्तर शहर के 5 से 8 जोन में ओवरलोड उपभोक्ताओं की संख्या का संतुलन बनाएंगे। दो वृत्त में 12 ग्रिड, 800 ट्रांसफॉर्मर लग चुके अब तक मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक अनूप कुमार सिंह ने रिवेम्प्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम आरडीएसएस अंतर्गत शेष कार्यों में गति लाने के लिए इंदौर शहर, इंदौर ग्रामीण के अधिकारियों की शुक्रवार को मीटिंग ली। उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण योजना बिजली कंपनी के अलावा उपभोक्ताओं के लिए भी काफी मददगार रहेगी। इस योजना अंतर्गत दोनों ही वृत्तों में बारह सब स्टेशनों का निर्माण किया जा चुका है, जबकि आठ सौ से ज्यादा ट्रांसफॉर्मर स्थापित हो चुके हैं, अंडर ग्राउंड केबल का कार्य भी सिरपुर, सुखलिया, मालवा मिल क्षेत्र में हुआ है। अनूप कुमार सिंह ने सभी अधिकारियों से गुणवत्ता एवं समय पालन को लेकर फोकस रखने को कहा।
दमोह जिले के पथरिया जनपद में आंगनवाड़ी व्यवस्था की लापरवाही सामने आई है। बांसाकला गांव स्थित आंगनवाड़ी केंद्र के निरीक्षण के दौरान बच्चों के लिए दिया गया टीवी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के घर पर मिला। मामले को गंभीर मानते हुए अधिकारियों ने मौके पर ही पंचनामा बनाकर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। बैठक में उठा मुद्दा, फिर हुआ निरीक्षण यह कार्रवाई जनपद पंचायत की बैठक में आंगनवाड़ी केंद्रों और स्कूलों में अव्यवस्थाओं का मुद्दा उठने के बाद की गई। शुक्रवार को जनपद अध्यक्ष खिलान अहिरवार, जनपद उपाध्यक्ष और जनपद सीईओ ने बांसाकला गांव पहुंचकर आंगनवाड़ी केंद्र का निरीक्षण किया। कार्यकर्ता ने मानी गलती, अन्य सामग्री भी गायब निरीक्षण के दौरान केंद्र में बच्चों को शैक्षणिक जानकारी दिखाने के लिए दिया गया टीवी मौजूद नहीं मिला। पूछताछ पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता गीता ठाकुर ने स्वीकार किया कि टीवी उसके घर पर रखा हुआ है। मौके पर पंचनामा तैयार किया गया, जिसमें कार्यकर्ता ने अपनी गलती मानी। इसके साथ ही केंद्र से कुछ अन्य सामग्री भी गायब पाई गई। निजी और शासकीय स्कूलों का भी निरीक्षण आंगनवाड़ी केंद्र के बाद अधिकारियों ने गांव के एक निजी स्कूल का निरीक्षण किया, जहां गंभीर अनियमितताएं सामने आईं। अधिकारियों ने स्कूल प्रबंधन पर भी कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके अलावा एक शासकीय मिडिल स्कूल और दो अन्य आंगनवाड़ी केंद्रों का भी निरीक्षण किया गया। जांच में शिक्षा विभाग भी रहा मौजूद इस पूरे निरीक्षण के दौरान जनपद सीईओ के साथ शिक्षा विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि बच्चों से जुड़ी योजनाओं में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। जनपद सीईओ के.के. पांडे ने बताया- बैठक में निजी स्कूलों के निरीक्षण का विषय सामने आया था, जिसके बाद यह जांच की गई। एक निजी स्कूल में अनियमितता पाई गई है और आंगनवाड़ी केंद्र का टीवी कार्यकर्ता के घर मिलने पर नियमानुसार कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
सीधी में ट्रैक्टर खंभे से टकराया, चालक की मौत:अंधे मोड़ पर हादसा; धान मशीन लेकर लौट रहा था किसान
सीधी जिले के अमिलिया थाना क्षेत्र में एक सड़क हादसे में ट्रैक्टर चालक की मौत हो गई। ग्राम पंचायत सोनवर्षा के चमारी सोनवर्षा में डॉड़ी के समीप एक ट्रैक्टर बिजली के खंभे से टकराकर पलट गया। इस घटना में चालक की मौके पर ही दबकर मौत हो गई। यह घटना शुक्रवार शाम करीब 7 बजे हुई। खड़बड़ा निवासी चंद्रमणि पटेल (40 वर्ष), पिता बंशबहादुर पटेल, दिन भर काम करने के बाद ट्रैक्टर और धान दरने वाली मशीन लेकर अपने घर लौट रहे थे। डॉड़ी के समीप पहुंचते ही यह हादसा हो गया। स्थानीय व्यक्ति और प्रत्यक्षदर्शी तारा भाई पटेल ने बताया कि अंधा मोड़ होने और ट्रैक्टर की तेज गति के कारण चालक वाहन को मोड़ नहीं पाया। ट्रैक्टर बिजली के खंभे से टकराया और बेकाबू होकर पलट गया। मशीन के नीचे दबने से चंद्रमणि पटेल की मौत हो गई। हादसे के तुरंत बाद, पीछे से आ रहे खड़ाबड़ा निवासी पवन विश्वकर्मा ने स्थानीय लोगों की मदद से मशीन को उठाया और पुलिस को सूचना दी। अमिलिया पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव का पंचनामा तैयार कर उसे सुरक्षित रखवा दिया। शनिवार को पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। पुलिस आगे की वैधानिक कार्यवाही कर रही है। टीम कर रही घटना की जांच अमिलिया थाना प्रभारी राकेश बैस ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और मामले की जांच कर रही है। ग्रामीणों को शांत कराया गया है और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए मर्चरी हाउस भेजा जा रहा है। मृतक के परिवार में तीन बेटियां और एक बेटा है।
बक्सर जिले के डुमरांव में बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय पर हो रहे कथित अत्याचारों के विरोध में भारत में भी आक्रोश देखा जा रहा है। हाल ही में बांग्लादेश में राजू दास नामक एक हिंदू युवक की हत्या के बाद डुमरांव में युवाओं और सामाजिक संगठनों ने सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। हाथों में तख्तियां लेकर अत्याचारों के खिलाफ की नारेबाजी विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के संयुक्त तत्वावधान में डुमरांव के राजगढ़ चौक से एक विशाल आक्रोश मार्च निकाला गया। इस मार्च में बड़ी संख्या में युवा, सामाजिक कार्यकर्ता और हिंदू संगठनों के पदाधिकारी शामिल हुए। प्रदर्शनकारी हाथों में तख्तियां लिए हुए थे और बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। हिंदुओं पर हो रही हत्याएं बंद करो के लगे नारे प्रदर्शन के दौरान बांग्लादेशी सरकार मुर्दाबाद, हिंदुओं पर हो रही हत्याएं बंद करो और जिस युवक का खून नहीं खौला, वह खून नहीं पानी है जैसे नारे लगाए गए, जिससे पूरा क्षेत्र गूंज उठा। आक्रोश मार्च के दौरान प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश के प्रधानमंत्री यूनुस खान का पुतला रस्सी में बांधकर घसीटा। इसके बाद नया थाना परिसर पहुंचकर पुतले का दहन किया गया। इस पुतला दहन के माध्यम से बांग्लादेश सरकार की कथित नाकामी और हिंदू विरोधी मानसिकता के प्रति रोष व्यक्त किया गया। कार्यक्रम का नेतृत्व विश्व हिंदू परिषद के प्रखंड अध्यक्ष संटू मित्रा ने किया, जिन्होंने कहा कि हिंदू समाज अब अत्याचार सहन नहीं करेगा। बांग्लादेश में हिंदुओं को योजनाबद्ध तरीके से डराया जा रहा पुतला दहन के बाद एक आक्रोश सभा का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता प्रोफेसर श्याम नारायण राय ने की और संचालन युवा नेता दीपक यादव ने किया। वक्ताओं ने अपने संबोधन में कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं को योजनाबद्ध तरीके से डराया जा रहा है, उनकी हत्याएं की जा रही हैं, मंदिरों को निशाना बनाया जा रहा है और उन्हें पलायन के लिए मजबूर किया जा रहा है। वक्ताओं ने इसे मानवाधिकारों का खुला उल्लंघन बताते हुए भारत सरकार से कूटनीतिक और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कड़े कदम उठाने की मांग की।
फाजिल्का का जवान शिलांग में शहीद:जनवरी में होनी थी शादी, एक दिन पहले बहन से की थी आखिरी वीडियो कॉल
फाजिल्का जिले के भारत–पाक सीमा से सटे गांव झुग्गे गुलाब सिंह का रहने वाला बीएसएफ जवान रजिंदर सिंह शिलांग, मेघालय में गोली लगने से शहीद हो गया है। शहादत की खबर मिलते ही गांव और परिवार में शोक की लहर दौड़ गई है। बताया जा रहा है कि शहीद जवान का पार्थिव शरीर उसके पैतृक गांव झुग्गे गुलाब सिंह लाया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, रजिंदर सिंह (30) दो साल पहले बीएसएफ में भर्ती हुए थे। वर्तमान में बीएसएफ की 193 बटालियन में शिलांग, मेघालय में तैनात थे। जब रजिंदर सिंह भर्ती होकर घर आए थे, तब गांव में बैंड-बाजे के साथ उसका जोरदार स्वागत किया गया था और उसके गले में नोटों के हार डाले गए थे। जनवरी में शादी थी, बहन से आखिरी बार बात हुई परिवार के अनुसार, रजिंदर सिंह की शादी जनवरी 2026 में तय थी। घर में माता-पिता, भाई और बहन शादी की तैयारियों में जुटे हुए थे। हाल ही में एक दिन पहले रजिंदर सिंह ने अपनी बहन से वीडियो कॉल पर बात की थी। उस समय उसकी बहन बाजार में शादी की तैयारियों को लेकर खरीदारी कर रही थी। परिवार में खुशी का माहौल था, लेकिन किसी को अंदेशा नहीं था कि यह बातचीत उसकी आखिरी कॉल साबित होगी। अगले ही दिन परिवार को सूचना मिली कि रजिंदर सिंह शहीद हो गया है। इस खबर से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। माता-पिता, भाई और बहन का रो-रोकर बुरा हाल है। फिलहाल शहादत के कारणों को लेकर परिवार को कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। उनको सिर्फ इतना बताया गया है कि गुलाब सिंह को गोली लगी है। कल गांव लाया जाएगा पार्थिव शरीर परिजनों के मुताबिक, कल शहीद रजिंदर सिंह का पार्थिव शरीर उसके पैतृक गांव झुग्गे गुलाब सिंह, फाजिल्का लाया जाएगा, जहां पूरे सरकारी सम्मान के साथ उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा और गांववासी उसे अंतिम विदाई देंगे।
सीहोर में साइबर फ्रॉड करने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह के दो सदस्यों को कोतवाली पुलिस ने शुक्रवार देर शाम को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी लोगों को पैसे का लालच देकर उनके बैंक खाते खरीदते थे और फिर उनका इस्तेमाल साइबर धोखाधड़ी में करते थे। सीएसपी अभिनंदना शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान जोधपुर, राजस्थान निवासी विष्णु साहू और विष्णु खावा के रूप में हुई है। पुलिस ने इनके पास से अपराध में इस्तेमाल किए गए मोबाइल फोन और एटीएम कार्ड जब्त किए हैं। आरोपी कमीशन के आधार पर लोगों से बैंक खाते खरीदते थे। इन खातों का उपयोग वे साइबर धोखाधड़ी से प्राप्त पैसों को जमा करने के लिए करते थे। बाद में, वे एटीएम के माध्यम से इन पैसों को निकालकर दूसरे खातों में ट्रांसफर कर देते थे, जिससे धोखाधड़ी का पता लगाना मुश्किल हो जाता था। इस मामले में 22 दिसंबर को ग्राम सेवनिया, थाना मंडी जिला निवासी रितिक वर्मा ने एक शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में रोहित (दिवडिया, इछावर), कपिल वर्मा (दिवडिया, इछावर), अंकित (सीहोर), विष्णु साहू (जोधपुर, राजस्थान) और विष्णु खावा (जोधपुर, राजस्थान) पर साइबर फ्रॉड कर पैसे निकालने का आरोप लगाया गया था। शिकायत मिलने के बाद, कोतवाली पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की। साक्ष्यों और तकनीकी विश्लेषण के आधार पर विष्णु साहू और विष्णु खावा को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों के खिलाफ धारा 318(4) बी.एन.एस. और 66(D) आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पिकअप वैन से 280 किलो गांजा जब्त:यूपी के दो अंतरराज्यीय तस्कर गिरफ्तार, अररिया में कार्रवाई
अररिया जिले की जोकीहाट थाना पुलिस ने नेशनल हाईवे-327ई पर बड़ी कार्रवाई करते हुए लगभग 280 किलोग्राम गांजा जब्त किया है। पुलिस ने काकन चौक के पास नाकेबंदी कर एक पिकअप वैन से यह गांजा बरामद किया। इस दौरान उत्तर प्रदेश के दो अंतरराज्यीय तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया है। बरामद गांजे की कीमत 42 लाख रुपये पुलिस को यह सफलता गुप्त सूचना के आधार पर मिली। जानकारी के अनुसार, फोरलेन पर पिकअप वाहन संख्या WB 67 C 1387 को रोककर तलाशी ली गई, जिसमें भारी मात्रा में गांजा मिला। बरामद गांजे की अनुमानित कीमत करीब 42 लाख रुपये बताई जा रही है। शुक्रवार को जोकीहाट थाना में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसपी अंजनी कुमार ने मामले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार तस्करों की पहचान विष्णु पाठक (32 वर्ष, निवासी पिरसिंघीपुर, थाना रोहनिमा, जिला वाराणसी) और तेज बहादुर (35 वर्ष, निवासी सरायाविरण, थाना कूड़ेमार, जिला सुल्तानपुर) के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, दोनों तस्कर गुवाहाटी से गांजा लोड कर बिहार के रास्ते उत्तर प्रदेश के वाराणसी इलाके में सप्लाई करने जा रहे थे। नशे के कारोबार के खिलाफ अभियान जारी इसी दौरान काकन चौक के पास जोकीहाट पुलिस ने घेराबंदी कर वाहन को पकड़ा। इस बरामद गांजे की अनुमानित कीमत करीब 42 लाख रुपये बताई जा रहीकर दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। जोकीहाट थाना अध्यक्ष राजीव कुमार झा ने बताया कि नशे के कारोबार के खिलाफ अभियान जारी रहेगा।
ग्वालियर में शुक्रवार शाम को भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर का पुतला दहन करने का प्रयास किया गया। सूचना मिलते ही भीम आर्मी के सदस्य वहां पहुंच गए। दोनों तरफ से तनाव बढ़ गया। मामला संवेदनशील था इसलिए पहले से ही पुलिस बल मौजूद था। दरअसल, पुलिस को सूचना मिली थी कि आकाशवाणी तिराहा पर कुछ लोग पुतला दहन करने वाले हैं। पता लगा कि पुतला डॉ. भीमराव अंबेडकर का है। पुलिस तत्काल मौके पर पहुंच गई। वहां कुछ वकील और अन्य लोग मौजूद थे। उन्हें हिदायत दी गई कि पुतला दहन न करें, लेकिन तभी एक वकील पुतला लेकर दौड़ता हुआ आया। मनु स्मृति जिंदाबाद के नारे लगना शुरू हो गए। इसी समय पुलिस ने वकील आशुतोष को हिरासत में लेकर पुतला छीन लिया। इस दौरान बहस भी हुई, लेकिन पुलिस ने पुतला दहन नहीं होने दिया। वकील आशुतोष का कहना था कि मनुस्मृति को जलाया जाता है तब पुलिस कुछ नहीं करती लेकिन जब भी अंबेडकर का पुतला जलाने की कोशिश करते हैं तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाता है। पुतला दहन की जानकारी भीम आर्मी के लोगों को भी मिली तो वे भी आकाशवाणी पहुंच गए। दोनों पक्षों में टकराव की स्थिति देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल वहां पहुंच गया और डॉक्टर अंबेडकर का पुतला दहन नहीं हो सका। घटना के बाद दूसरे पक्ष ने एसपी ऑफिस का घेराव कर धरना प्रदर्शन किया है। एडवोकेट आशुतोष पर एनएसए की कार्रवाई और तत्काल FIR की मांग की है। भीम आर्मी ने एसपी ऑफिस का किया घेरावइस पर भीम आर्मी के सदस्यों ने एसपी ऑफिस पहुंचकर वहां घेराव कर दिया। उनकी मांग थी कि एडवोकेट आशुतोष दुबे पर तत्काल मामला दर्ज किया जाए। साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत कार्रवाई की जाए। जब तक पुलिस एक्शन नहीं लेगी आंदोलन जारी रहेगा। देखें तस्वीरें... एडवोकेट विश्वजीत रतोनिया ने वीडियो जारी कर मांग की... भारत रत्न बाबा साहब भीमराम अंबेडकर का पुतला दहन का प्रयास करने वालों के खिलाफ तत्काल FIR दर्ज कर NSA की कार्रवाई की जाए। यह शर्मनाक घटनाप्रदर्शन कर रहे एडवोकेट धर्मेंद्र कुशवाह ने इस घटना को शर्मनाक बताया है। उनका कहना है कि आशुतोष नामक व्यक्ति ने बाबा साहब का पुतला दहन करने का प्रयास किया है। उस पर चार से पांच मामले दर्ज हैं। फिर भी पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर रही है। हमारी मांग है उस पर एनएसए लगाई जाए। एएसपी अनु बेनीवाल ने बताया- फिलहाल एक संदेही युवक को पकड़ लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है। भीम आर्मी के लोग भी इस दौरान वहां पहुंच गए थे। उनको बताया गया है कि कुछ भी नहीं होने दिया जाएगा।
दरभंगा जिला के 152वें स्थापना दिवस समारोह को भव्य व सफल बनाने को लेकर जिलाधिकारी कौशल कुमार की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में संबंधित विभागों से तैयारियों की विस्तृत जानकारी ली गई और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने बताया कि 31 दिसंबर 2025 और 1 जनवरी 2026 को जिला स्थापना दिवस उल्लासपूर्ण वातावरण में मनाया जाएगा। 31 दिसंबर को 3:30 से 6:30 बजे तक ऑडिटोरियम, लहेरियासराय में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे, जिसमें स्थानीय कलाकारों व विद्यालयों के छात्र-छात्राएं अपनी प्रस्तुतियां देंगे। कार्यक्रम में भाग लेने वाले कलाकारों का ऑडिशन ऑडिटोरियम में ही लिया जाएगा।इसी दिन सुबह 9:00 बजे से नेहरू स्टेडियम, लहेरियासराय में वॉलीबॉल, बैडमिंटन, 1600 मीटर दौड़, जैवलिन थ्रो सहित विभिन्न खेल प्रतियोगिताएं होंगी। ब्लू लाइट से सजाया जाएगा स्थापना दिवस के अवसर पर समाहरणालय परिसर को आकर्षक डेकोरेशन व ब्लू लाइट से सजाया जाएगा, जबकि 01 जनवरी 2026 को संध्या 5 बजे दीप प्रज्वलन कार्यक्रम आयोजित होगा, जो समारोह का मुख्य आकर्षण रहेगा। साथ ही विभिन्न विभागों द्वारा ऑडिटोरियम परिसर में स्टॉल लगाकर सरकारी योजनाओं व उपलब्धियों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। जिला के सभी प्रखंड सह अंचल कार्यालयों में विशेष स्वच्छता अभियान भी चलाया जाएगा। उद्योग संवाद कार्यक्रम में उद्यमियों से सीधा संवाद बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर सभागार में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में सात निश्चय–3 के अंतर्गत “समृद्ध उद्योग–सशक्त बिहार अभियान” के तहत उद्योग संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि उद्योग स्थापना व रोजगार सृजन सरकार की प्राथमिकता है। ‘मंथन 2025’ कार्यशाला में योजनाओं की समीक्षा डॉ. भीमराव अंबेडकर सभागार में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में मंथन 2025 के तहत जिला स्तरीय अधिकारियों की एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित हुई। कार्यशाला में सात निश्चय पार्ट–3 की योजनाओं की प्रगति, चुनौतियों व कार्ययोजना पर चर्चा हुई। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को योजनाओं का पारदर्शी, समयबद्ध और प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने अधिकारियों को जनता के प्रति संवेदनशील रहने, कार्यालयों में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने और शिकायतों का त्वरित समाधान करने पर जोर दिया। जनता दरबार में 49 से अधिक मामलों का निपटारा जिलाधिकारी कौशल कुमार ने कार्यालय कक्ष में आयोजित जनता दरबार में 49 से अधिक परिवादियों की समस्याएं सुनीं। कई मामलों का मौके पर ही समाधान किया गया, जबकि शेष को संबंधित विभागों को भेजा गया। अधिकांश शिकायतें राजस्व व भूमि विवाद से संबंधित थीं। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि दोनों पक्षों को बुलाकर समझौते के माध्यम से समाधान कराया जाए और किसी प्रकार की लापरवाही न हो। इन सभी आयोजनों के माध्यम से जिला प्रशासन ने यह स्पष्ट किया कि विकास, उद्योग, जनकल्याण और पारदर्शी प्रशासन उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
करनाल शहर के सेक्टर-13 इलाके में दिनदहाड़े घर में घुसकर चोरी की वारदात को अंजाम देने के मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। थाना सिविल लाइन के अंतर्गत आने वाली पुलिस चौकी सेक्टर-13 की टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया। पुलिस की इस कार्रवाई से क्षेत्र के लोगों ने राहत की सांस ली है, वहीं पुलिस ने जल्द पूरे मामले के खुलासे का दावा किया है। हांलाकि इस मामले में अभी एक आरोपी फरार है। दिनदहाड़े घर में घुसे थे दो युवक करनाल सेक्टर-13 निवासी मनीष ने पुलिस को शिकायत दी थी कि 25 दिसंबर की दोपहर के समय दो अज्ञात युवक उसके घर में घुस आए। उस समय घर पर कोई मौजूद नहीं था। आरोपियों ने घर को खंगालते हुए नकदी, सोने की एक चेन और चांदी की मूर्ति चोरी कर ली। घटना के बाद जब परिजन घर लौटे तो चोरी का पता चला और तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस टीम ने आरोपी को दबोचा मामले की सूचना मिलते ही पुलिस चौकी सेक्टर-13 की टीम हरकत में आई। मुख्य सिपाही बलजीत कुमार की अध्यक्षता में गठित टीम ने तकनीकी और गुप्त सूचना के आधार पर एक आरोपी को काबू कर लिया। पकड़े गए आरोपी की पहचान चापानेरी गांव के सावरा जिला अजमेर राजस्थान के रूप में हुई है। कोर्ट से मिला एक दिन का रिमांड पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से आरोपी का एक दिन का पुलिस रिमांड मंजूर किया गया। पुलिस का कहना है कि रिमांड के दौरान आरोपी से पूछताछ की जाएगी। दूसरे आरोपी की तलाश जारी अनुसंधान अधिकारी के अनुसार पूछताछ के दौरान आरोपी के अन्य साथी की जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही दूसरे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा और चोरी किया गया नकदी, सोने की चेन और चांदी की मूर्ति बरामद कर मामले का पूरा खुलासा किया जाएगा।
देवास में शुक्रवार को भाजपा कार्यालय में वीर बाल दिवस मनाया गया। इस अवसर पर गुरु गोविंद सिंह जी के साहिबजादों, जोरावर सिंह और फतेह सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम में धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए उनके सर्वोच्च बलिदान को याद किया गया। विधायक गायत्रीराजे पवार ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह जी के चारों साहिबजादों का बलिदान राष्ट्र, धर्म और सनातन संस्कृति की रक्षा के लिए दिया गया सर्वोच्च और अनुपम बलिदान है। उन्होंने उनके अदम्य साहस, अटूट आस्था और अन्याय के विरुद्ध अडिग संकल्प को मानव इतिहास में वीरता और त्याग का अमर प्रतीक बताया। भाजपा जिलाध्यक्ष रायसिंह सेंधव ने कहा कि इन वीर साहिबजादों ने बाल अवस्था में ही धर्म और राष्ट्र की रक्षा के लिए बलिदान की पराकाष्ठा को छू लिया। उन्होंने बताया कि मात्र 6 और 9 वर्ष की अल्पायु में उन्होंने अद्वितीय साहस का प्रदर्शन किया, जो हिमालय से भी ऊंचा था। सेंधव ने जोर दिया कि उन्होंने धर्म, कर्तव्य और देशभक्ति के मार्ग पर अडिग रहकर अत्याचार के सामने कभी शीश नहीं झुकाया। वक्ता सनमीतसिंह खनूजा ने वीर बाल दिवस के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इसका लक्ष्य बच्चों और युवाओं को यह संदेश देना है कि आयु भले ही छोटी हो, किंतु विचार, साहस और संकल्प महान हो सकते हैं। खनूजा ने कहा कि यह दिवस केवल स्मरण का नहीं, बल्कि भावी पीढ़ी में नैतिक मूल्यों, वीरता और देशभक्ति की भावना जगाने का सशक्त माध्यम है। उन्होंने यह भी बताया कि साहिबजादों ने विदेशी आक्रांताओं के सामने कभी शीश नहीं झुकाया और भारत की एकता, अखंडता तथा सनातन धर्म की रक्षा के लिए अपने प्राणों का उत्सर्ग किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरु गोविंद सिंह जी के चारों साहिबजादों के अद्वितीय बलिदान को राष्ट्र के सामने जीवंत रखने के लिए वीर बाल दिवस मनाने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है।
बेतिया में महिला से छेड़खानी, शिकायत करने पर मारपीट:आरोपी पक्ष ने लाठी-रॉड से पति पर किया हमला, घायल
बेतिया में शौच के लिए घर से बाहर निकली एक महिला से छेड़खानी का मामला सामने आया है। पीड़िता ने जब अपने पति के साथ आरोपी के घर शिकायत की, तो आरोपी पक्ष ने पति के साथ मारपीट की। इस हमले में पति गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। महिला के शोर मचाने पर आरोपी मौके से फरार यह घटना जिले के लौरिया थाना क्षेत्र के एक गांव की है। पीड़िता ने पुलिस को दिए आवेदन में बताया कि 17 दिसंबर की रात वह शौच के लिए घर से बाहर गई थी। उसी दौरान गांव के लखन मियां ने उसके साथ छेड़छाड़ की। महिला के शोर मचाने पर आरोपी मौके से फरार हो गया। पीड़िता ने घर लौटकर अपने पति को घटना की जानकारी दी। शिकायत करने पर गाली-गलौज, लाेगों ने पहुंचाया अस्पताल अगले दिन महिला अपने पति के साथ आरोपी के घर शिकायत करने पहुंची। आरोप है कि इस दौरान आरोपी पक्ष के लोगों ने गाली-गलौज शुरू कर दी। विरोध करने पर उन्होंने महिला के पति पर लाठी-डंडे और लोहे की रॉड से हमला कर दिया। इस हमले में पति गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद स्थानीय लोगों की मदद से घायल पति को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने उनकी गंभीर हालत को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए बेतिया रेफर कर दिया। फिलहाल घायल का इलाज जारी है। पुलिस बोली-सभी आरोपों की जांच की जा रही पीड़िता की शिकायत के आधार पर लौरिया थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है। प्राथमिकी में लखन मियां, सलेया खातून, हलीमा खातून, सुखल मियां, दरगाही मियां और हदीशा बानो को नामजद आरोपी बनाया गया है। पुलिस ने बताया कि सभी आरोपों की जांच की जा रही है। नरकटियागंज एसडीपीओ जयप्रकाश सिंह ने पुष्टि की कि महिला की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और तथ्यों के आधार पर विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी।
छत्तीसगढ़ के चर्चित शराब घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने लगभग 29,800 पन्नों की अपनी अंतिम चार्जशीट रायपुर स्पेशल कोर्ट में पेश कर दी है। यह एजेंसी की अब तक की सबसे बड़ी और विस्तृत चार्जशीट मानी जा रही है। ED ने शुक्रवार को 59 नए आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। इसमें सौम्या चौरसिया, निरंजन दास, एफएल-10 लाइसेंस धारक, डिस्टिलर्स और आबकारी अधिकारी शामिल हैं। इस घोटाले में अब तक कुल 81 लोगों को आरोपी बनाया गया है। पहले 22 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट सबमिट की गई थी। 80 से ज्यादा आरोपी चार्जशीट के दायरे में इस अंतिम चालान में 81 लोगों को आरोपी बनाया गया है। इनमें पूर्व अधिकारी-कारोबारी, शराब सिंडिकेट से जुड़े लोग और कथित तौर पर लाभ पहुंचाने वाले अन्य लोग शामिल बताए जा रहे हैं। चार्जशीट में मनी लॉन्ड्रिंग, अवैध वसूली, सरकारी तंत्र के दुरुपयोग और शराब कारोबार में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार से जुड़े आरोपों का विस्तृत ब्यौरा दिया गया है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर पेश हुआ चालान यह चार्जशीट सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार समय पर दाखिल की गई है और इसमें डिजिटल सबूत, बैंक ट्रांजैक्शन, कॉल डिटेल रिकॉर्ड, संपत्ति दस्तावेज और गवाहों के बयान शामिल हैं। चार्जशीट पेश होने के बाद अब ट्रायल होगा शुरू अंतिम चार्जशीट पेश होने के बाद अब कोर्ट ट्रायल शुरू करेगा। आरोपियों को चार्ज फ्रेम किए जाएंगे और उसके बाद गवाहों के बयान और सबूतों की सुनवाई होगी। कानूनी विशेषज्ञों के अनुसार, चार्जशीट की लंबाई और आरोपियों की संख्या के कारण यह केस लंबा और जटिल हो सकता है। चैतन्य बघेल के खिलाफ रायपुर कोर्ट में सप्लीमेंट्री चार्जशीट पेश इससे पहले 22 दिसंबर सोमवार को छत्तीसगढ़ शराब घोटाला केस में आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने रायपुर की स्पेशल कोर्ट में पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल के खिलाफ करीब 3800 पन्नों की चार्जशीट पेश की है। यह इस प्रकरण में 8वीं चार्जशीट है। EOW ने चार्जशीट में दावा किया है कि चैतन्य बघेल को घोटाले से 200-250 करोड़ रुपए मिले हैं। EOW ने चार्जशीट में दावा किया है कि सिंडिकेट के माध्यम से अवैध उगाही की राशि का एक बड़ा हिस्सा सीधे तौर पर चैतन्य बघेल से जुड़ा है। घोटाले में चैतन्य बघेल की सीधे संलिप्तता है। जांच में चैतन्य बघेल की भूमिका तत्कालीन समय में आबकारी विभाग में वसूली तंत्र (सिंडिकेट) को खड़ा करने और संरक्षक के रूप में पाई गई है। शराब घोटाला केस...सौम्या चौरसिया को ED ने किया गिरफ्तार वहीं इस मामले में ED ने 16 दिसंबर मंगलवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की डिप्टी सेक्रेटरी रही सौम्या चौरसिया को गिरफ्तार कर लिया है। ईडी के मुताबिक, पिछली सरकार के दौरान राज्य में हुए कई घोटालों में पैसों के मैनेजमेंट में उनकी अहम भूमिका रही। ED ने पप्पू बंसल उर्फ लक्ष्मी नारायण अग्रवाल, तांत्रिक केके श्रीवास्तव और कारोबारी अनवर ढेबर के होटल मैनेजर दीपेन चावड़ा के बयान के आधार पर सौम्या चौरसिया को गिरफ्तार किया। ED को सौम्या, रिटायर्ड IAS अनिल टुटेजा और अनवर ढेबर-चैतन्य बघेल के बीच हुई चैट्स में कई अहम सबूत भी मिले हैं। ED का दावा है कि सौम्या लीकर स्कैम नेटवर्क में को-ऑर्डिनेटर की भूमिका निभा रही थीं। घोटाले से उन्हें करीब 100 करोड़ रुपए मिलने की जानकारी है। अब जानिए क्या है छत्तीसगढ़ का शराब घोटाला छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में ED जांच कर रही है। शराब घोटाला मामले में ED ने ACB में FIR दर्ज कराई है। जिसमें 3200 करोड़ रुपए से ज्यादा के घोटाले की बात कही गई है। ED ने अपनी जांच में पाया कि, तत्कालीन भूपेश सरकार के कार्यकाल में IAS अफसर अनिल टुटेजा, आबकारी विभाग के एमडी AP त्रिपाठी और कारोबारी अनवर ढेबर के सिंडिकेट के जरिए घोटाले को अंजाम दिया गया था। इस घोटाले में राजनेता, आबकारी विभाग के अधिकारी, कारोबारी सहित कई लोगों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज है। A, B और C कैटेगरी में बांटकर किया गया घोटाला A: डिस्टलरी संचालकों से कमीशन 2019 में डिस्टलरी संचालकों से प्रति पेटी 75 रुपए और बाद के सालों में 100 रुपए कमीशन लिया जाता था। कमीशन को देने में डिस्टलरी संचालकों को नुकसान ना हो, इसलिए नए टेंडर में शराब की कीमतों को बढ़ाया गया। साथ ही फर्म में सामान खरीदी करने के लिए ओवर बिलिंग करने की राहत दी गई। B: नकली होलोग्राम वाली शराब को सरकारी दुकानों से बिकवाना C: डिस्टलरीज के सप्लाई एरिया को कम/ज्यादा कर अवैध धन उगाही करना
शिवपुरी जिले के खनियाधाना विकासखंड स्थित औढ़ी माध्यमिक विद्यालय से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद ग्रामीण अंचल की शिक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। वायरल वीडियो में छोटे-छोटे छात्र परीक्षा की उत्तरपुस्तिकाएं जांचते और अंकों की जोड़-घटाना करते हुए साफ नजर आ रहे हैं, जो सिस्टम की बड़ी लापरवाही को उजागर करता है। अर्धवार्षिक परीक्षा के दौरान का बताया जा रहा वीडियोजानकारी के अनुसार, माध्यमिक विद्यालय में 8 दिसंबर से 13 दिसंबर के बीच अर्धवार्षिक परीक्षाएं आयोजित की गई थीं। इसी अवधि के दौरान का यह वीडियो बताया जा रहा है। वीडियो में परीक्षा की उत्तरपुस्तिकाएं बच्चों के हाथों में हैं, जिससे यह आशंका गहराती है कि मूल्यांकन प्रक्रिया में गंभीर अनियमितता हुई है। प्राचार्य की सफाई: शिक्षक की रंजिश का आरोपमामले पर विद्यालय के प्राचार्य खेमचंद्र कोली ने सफाई देते हुए कहा कि यह वीडियो 4–5 दिन पुराना है और इसे विद्यालय के ही एक शिक्षक ने रंजिश के चलते बनाया है।प्राचार्य के अनुसार, वे उत्तरपुस्तिकाएं कुर्सी पर रखकर किसी अन्य कार्य से बाहर चले गए थे। उसी दौरान संबंधित शिक्षक ने बच्चों को कॉपियां देकर वीडियो बना लिया और उसे वायरल कर दिया। शिक्षा विभाग हरकत में, जांच के आदेशइस पूरे मामले पर खनियाधाना के बीआरसीसी संजय भदोरिया ने कहा कि वायरल वीडियो की गंभीरता से जांच कराई जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि जांच में यदि किसी भी स्तर पर लापरवाही या नियमों का उल्लंघन पाया गया, तो दोषियों के खिलाफ नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी।

