नशे के खिलाफ चल रहे अभियान के तहत इंदौर क्राइम ब्रांच ने शहर में ड्रग सप्लाई करने वाले 9 बड़े आरोपियों की पहचान की है। ये आरोपी मंदसौर, राजस्थान के प्रतापगढ़ और महाराष्ट्र के रास्ते इंदौर में नशे की सप्लाई करते हैं। ये शहर के कई पेडलरों को ड्रग उपलब्ध कराते हैं। मोबाइल पर ऑर्डर लेकर तय स्थान पर डिलीवरी की जाती है। क्राइम ब्रांच ने इन आरोपियों को पकड़ने के लिए एसीपी के नेतृत्व में विशेष टीम बनाई है। सभी आरोपियों पर 10-10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया है। पुलिस कमिश्नर संतोष सिंह के निर्देश पर चल रहे इस अभियान के तहत हाल ही में एसीपी की टीम ने 36 छोटे-बड़े पेडलर पकड़े थे। पूछताछ में उन्होंने महाराष्ट्र, मंदसौर और प्रतापगढ़ के कुछ बड़े ड्रग तस्करों के नाम उजागर किए, जिन पर अब कार्रवाई की जा रही है। ‘गांधी’ और ‘डॉक्टर’ हैं कोडवर्ड नाम क्राइम ब्रांच द्वारा चिन्हित 9 आरोपियों में कई को उनके कोडवर्ड नामों से जाना जाता है। शाहिद खान (निवासी मंदसौर) को ‘गांधी’ और महफूज खान (निवासी मंदसौर) को ‘डॉक्टर’ कहा जाता है। अन्य आरोपियों में मनय जैन (मंदसौर), शाहरुख खान (प्रतापगढ़), गुलनवाज पठान (प्रतापगढ़), सलमान उर्फ सलीम (मुंबई), अकरम पठान (नासिक), राजकुमार नारंग (ठाणे) और मगन अखाड़े (देवास) शामिल हैं। 70 करोड़ की एमडी ड्रग केस से जुड़ा नेटवर्क 2021 में क्राइम ब्रांच ने 70 किलो एमडी ड्रग जब्त किया था, जिसकी कीमत करीब 70 करोड़ रुपए थी। इस केस में गुलनवाज, अकरम, सलमान और राजकुमार के नाम सामने आए थे। पुलिस को लगातार इन आरोपियों के नेटवर्क की जानकारी मिलती रही, लेकिन अब तक यह गैंग गिरफ्त से बाहर था। एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया के अनुसार ड्रग सप्लाई चेन में शामिल सभी बड़े नामों को चिन्हित कर लिया गया है। जल्द ही गिरफ्तारी की कार्रवाई की जाएगी।
आईजी क्राइम परमज्योति कौर गुरुवार को दो दिवसीय निरीक्षण दौरे पर झुंझुनूं पहुंचीं। इस दौरान उन्होंने जिले में अपराध नियंत्रण, कानून व्यवस्था की स्थिति और थानों की कार्यप्रणाली की गहन समीक्षा की। अपने निरीक्षण के पहले दिन, आईजी कौर ने सदर थाना और सीओ ग्रामीण कार्यालय का दौरा किया, जहां उन्होंने रिकॉर्ड रखरखाव, साफ-सफाई और नए आपराधिक कानूनों के अनुपालन की विस्तृत समीक्षा की। आईजी कौर ने निरीक्षण के बाद पत्रकारों से बात करते हुए पुलिस की तकनीकी मजबूती, पारदर्शिता और जनता से भरोसेमंद संबंध बनाने पर विशेष बल दिया। पुलिस बल का मनोबल: उन्होंने कहा कि निरीक्षण का एक बड़ा उद्देश्य जिले में कार्यरत पुलिस बल के मनोबल को समझना, उनकी आवश्यकताओं और चुनौतियों को जानना है। यदि कोई समस्या मुख्यालय स्तर पर हल की जा सकती है, तो उस पर तत्काल चर्चा की जाएगी। नए क्रिमिनल लॉज और डिजिटल प्लेटफॉर्म: आईजी ने जोर देकर कहा कि नए क्रिमिनल लॉज लागू हो चुके हैं और सीसीटीएनएस (CCTNS) पर हमारी प्रक्रियाएं अपडेट हो चुकी हैं। अब सभी अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना है कि हर एफआईआर, चार्जशीट, केस डायरी और अन्य कार्रवाई उसी सिस्टम में दर्ज हो, ताकि डेटा पारदर्शी और सुगम हो सके। तकनीकी सशक्तिकरण: पुलिस बल को और अधिक मजबूत बनाने के प्रयासों पर बात करते हुए उन्होंने कहा, राज्य स्तर पर कई प्रयास चल रहे हैं। थानों में आधुनिक तकनीक, डिजिटल रिकॉर्डिंग सिस्टम और रियल टाइम रिपोर्टिंग को बढ़ावा दिया जा रहा है। जनता में विश्वास: उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि हर स्तर पर पारदर्शिता जरूरी है। पुलिस का चेहरा जनता के सामने सबसे निचले स्तर का कर्मचारी होता है, उन्होंने कहा, जब जनता को यह महसूस होगा कि पुलिस तत्परता और ईमानदारी से काम कर रही है, तभी हमारे प्रति विश्वास मजबूत होगा। सदर थाने का जायजा: सदर थाने के निरीक्षण के दौरान, आईजी ने थाने की साफ-सफाई, अभिलेख संधारण, मालखाना व्यवस्था और रिकॉर्ड रखरखाव की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने थाने में स्वच्छता और दस्तावेजों के संधारण को संतोषजनक बताया। सीसीटीएनएस पर फोकस: उन्होंने कहा कि रिकॉर्ड को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर अपडेट रखना आज की जरूरत है, और इसके लिए सीसीटीएनएस सिस्टम की सही कार्यप्रणाली बहुत जरूरी है। नए कानूनों की जानकारी: आईजी ने निर्देश दिया कि नए कानूनों की जानकारी प्रत्येक पुलिसकर्मी तक पहुंचे। हर पुलिसकर्मी को अपने कर्तव्यों और अधिकारों के प्रति जागरूक रहना चाहिए। भवन की स्थिति पर रिपोर्ट: जर्जर पुलिस भवनों की स्थिति पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि खतरनाक स्थिति वाले भवनों को पहले ही 'कडम' घोषित किया जा चुका है। उन्होंने आश्वस्त किया कि वर्तमान में कोई भी कर्मचारी खतरनाक भवन में नहीं रह रहा है, और भविष्य में ऐसी स्थिति आने पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
जयपुर पुलिस कमिश्नरेट में 10 पुलिस निरीक्षकों का ट्रांसफर कर दिया गया है। पुलिस कमिश्नरेट ने बुधवार रात एक आदेश जारी कर इन पुलिस निरीक्षकों के तबादले किए है। तबादले आदेशों के अनुसार विशेष तौर पर साइबर क्राइम को लेकर फोक्स करना लग रहा है। पुलिस कमिश्नर सचिन मित्तल के आदेशानुसार- जारी लिस्ट में विशेष तौर पर 4 इंस्पेक्टरों को विशेष अपराध एवं साइबर क्राइम थाना जयपुर पुलिस कमिश्नरेट में तैनात किया गया है। पुलिस निरीक्षक प्रेम कुमार शर्मा, रामधन मीणा, सुषमा कुमारी और जितेन्द्र कुमार को विशेष अपराध एवं साइबर थाने में लगाया गया है। वहीं, इंस्पेक्टर महेश चंद शर्मा, सुनील कुमार, सज्जन सिंह और रतन सिंह को पुलिस कमिश्नरेट की स्पेशल टीम (सीएसटी) में तैनात किया गया है। इसके अलावा इंस्पेक्टर हेमंत जनागल को स्टाफ ऑफिसर विशेष पुलिस आयुक्त (ऑपरेशन्स) और कविता को अपराध शाखा आयुक्तालय जयपुर में तैनात किया गया है।
सीबीआई ने साइबर क्राइम के लिए मानव तस्करी में शामिल दो एजेंटों को किया गिरफ्तार
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने भारतीय नागरिकों की तस्करी के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है
हाई कोर्ट ने कहा है कि साइबर अपराध में आने वाली सभी शिकायतों को दर्ज किया जाए और संबंधित साइबर थाना तुरंत इसकी जांच शुरू करे। हर 15 दिन की जांच रिपोर्ट एडीजी साइबर क्राइम को भेजी जाए। यह भी कहा कि हाई कोर्ट में साइबर केसों की जमानत याचिकाओं की संख्या बढ़ रही हैं, इसलिए सरकारी वकील और कोर्ट की मदद के लिए प्रशिक्षित पुलिस अधिकारी हर सुनवाई पर पेश हों। अदालत ने यह निर्देश साइबर अपराध मामले में न्यायिक अभिरक्षा में चल रहे युवक मोहित को सशर्त जमानत देते हुए दिए। साइबर अपराधों की रोकथाम व जन जागरूकता के लिए हर माह में एक दिन साइबर जागरूकता दिवस के तौर पर मनाने के लिए भी कहा। आयकर विभाग, राजस्थान के निदेशक अनुसंधान को साइबर मामलों की जांच की प्रगति की निगरानी करने के लिए भी कहा है। अदालत ने कहा कि राज्य सरकार इसके लिए एक एसओपी जारी करें, ताकि कोर्ट के निर्देशों की पालना सुनिश्चित की जा सके। यह एसओपी अगस्त, 2021 की मौजूदा एसओपी के साथ काम करेगी। अदालत ने आरोपी पर शर्त लगाई कि वह केवल एक नॉन स्मार्ट फोन और पोस्टपेड नंबर काम में लेगा और वीपीएन, प्रॉक्सी नेटवर्क, जीएसएस वाले लैपटॉप, टैबलेट और कंप्यूटर का उपयोग नहीं करेगा। आरोपी की ओर से अधिवक्ता एसबी गौतम ने बताया कि प्रार्थी 9 जुलाई से न्यायिक अभिरक्षा में है। मामले में कोई पीड़ित शिकायतकर्ता नहीं है और पुलिस ने खुद के स्तर पर ही रिपोर्ट दर्ज की है। मामले में चालान पेश हो चुका है, इसलिए प्रार्थी को जमानत दी जाए।
राजस्थान हाईकोर्ट ने साइबर क्राइम की रोकथाम, जांच और प्रभावी मॉनिटरिंग को लेकर राज्य सरकार को 6 सप्ताह में स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर (एसओपी) बनाने के निर्देश दिए हैं। अदालत ने कहा कि आकड़ों के अनुसार साल 2024 में साइबर अपराधों में 31.52 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई हैं। वहीं साइबर अपराध की सूचना देने के लिए जारी हैल्पलाइन नम्बर-1930 पर अगस्त 2025 तक लगभग 12,612 शिकायतें दर्ज की गई हैं। इसका मतलब है कि प्रतिदिन करीब 406 लोग साइबर ठगी का शिकार हो रहे हैं। अदालत ने कहा कि साइबर फ्रॉड से जुड़े मामलों में किंगपिन द्वारा मुख्य रूप से सिम कार्ड्स, मोबाइल फोन, म्यूल बैंक खातों व डिजिटल तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। इस पूरे तंत्र में युवाओं की भागीदारी,अपराधी तथा पीड़ित दोनों रूप में बढ़ती दिखाई दे रही है। स्मार्ट फोन इस्तेमाल नहीं करने की शर्त पर जमानतआरोपियों के अधिवक्ता गिरीश खंडेलवाल ने बताया कि हाईकोर्ट ने आरोपियों को जमानत देते हुए कड़ी शर्ते लगाई है। अदालत ने कहा है कि आरोपी केवल एक पोस्टपेड सिम कार्ड यूज करेगा। इसके अलावा वह स्मार्ट फोन का इस्तेमाल नहीं करेगा। आरोपी जमानत पर रिहा होने से पहले अपने बैंक अकाउंट की जानकारी संबंधित जांच अधिकारी और ट्रायल कोर्ट में देगा। वह एक ही बैंक अकाउंट का इस्तेमाल करेगा। आरोपी का दूसरा बैंक अकाउंट नहीं खुले, इसे लेकर आरबीआई को भी निर्देशित किया गया हैं। इसके साथ ही अदालत ने आरोपियों पर सोशल मीडिया इस्तेमाल नहीं करने की शर्त भी लगाई हैं। हर माह चलाए जागरूकता कार्यक्रमन्यायमित्र आदर्श सिंघल ने बताया कि अदालत ने सरकार और साइबर क्राइम की रोकथाम से जुड़ी एजेंसियों को निर्देश दिया कि वह साइबर अपराध-शिकायतों को एक निर्धारित प्रारूप में दर्ज करें, नियत समय में जांच की समीक्षा करें और पाक्षिक रिपोर्ट तैयार कर राज्य सरकार व साइबर अपराध समिति को प्रस्तुत करें। इसके साथ ही न्यायालय ने यह भी निर्देश दिए कि इस साइबर क्राइम के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए सार्वजनिक जागरूकता कार्यक्रम मासिक रूप से चलाए जाए, स्कूल-कॉलेज में साइबर साक्षरता अभियान तथा इस-रूपी अभियानों के लिए 'साइबर जागरूकता दिवस' मनाने की व्यवस्था की जाए।
दुर्ग जिले के भिलाई में अमित जोस एनकाउंटर को 1 साल पूरे हो गए है। 8 नवंबर 2024 को दुर्ग पुलिस ने 16 राउंड फायरिंग कर कुख्यात बदमाश को मार गिराया था। आरोपी अमित पर 35 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज थे। उसने 21 साल की उम्र में एक मर्डर किया था। उसने अपने आखिरी अपराध में एक बेकसूर को गोली मारी थी। जिसके बाद से पुलिस उसे लगातार ढूंढ रही थी। जानकारी के मुताबिक, आरोपी सेक्टर-6 का रहने वाला था। अमित जोश के खिलाफ दुर्ग-भिलाई के अलग-अलग थानों में मारपीट और गंभीर अपराधों में करीब 35 केस दर्ज हैं। इसमें 25 भिलाई नगर थाने में FIR, 4 सुपेला, 1 दुर्ग कोतवाली, नेवई थाना, कुर्सीपार 1, पदमनाभपुर में 2 FIR हैं। क्या है गोलीकांड की पूरी कहानी ? 25 जून 2024 को आरोपी अमित जोश की एनिवर्सरी थी। देर रात 2 बजे पार्टी करने के बाद जोश और उसका एक साथी बाइक से घूमने निकले थे। जैसे ही ग्लोब चौक के आगे पहुंचे उन्हें बाइक पर तीन लड़के दिखे। सभी लोग शराब के नशे में थे। इसी दौरान गाली-गलौज करने को लेकर विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि, अमित जोश ने तीनों लड़कों पर तीन राउंड फायरिंग कर दी। इस हमले में सुनील यादव और आदित्य सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। यह अमित जोश का आखिरी अपराध था। इसके बाद वह मारा गया। कैसे हुई यह वारदात विश्रामपुर निवासी रमनदीप सिंह अपने दोस्त सुनील यादव और आदित्य सिंह से मिलने भिलाई आया था। सुनील यादव टेलीकॉम कंपनी का कर्मचारी है। आदित्य सिंह उड़ान अकादमी में पीएससी की तैयारी कर रहा है। रमनदीप के आने की खुशी में तीनों ने पार्टी की, फिर आधी रात को ग्लोब चौक से बाइक से घूमने निकले थे, इसी दौरान घटना हुई है। BSP क्वॉर्टर में कब्जा करने का धंधा था अमित जोश और स्टालिन ग्रुप दोनों भिलाई नगर एरिया में सक्रिय हैं। इनका मूल काम बीएसपी क्वॉर्टर्स पर कब्जा कर उन्हें किराए पर चढ़ाना है। इससे यह लोग काफी अच्छी कमाई कर लेते हैं। इनके डर से बीएसपी के अधिकारी भी कार्रवाई करने से डरते हैं। दुर्ग सेंट्रल जेल के असिस्टेंट जेलर के घर किया था हमला 3 साल पहले दुर्ग केंद्रीय जेल के असिस्टेंट जेलर अशोक साव के घर देर रात कुछ हथियारबंद नकाबपोशों ने हमला किया था। उन्होंने साव के घर का दरवाजा तोड़ने की कोशिश की थी। पुलिस ने इस मामले में कुख्यात बदमाश अमित जोश को गिरफ्तार किया था। अब जानिए पूरा मामला 8 नवंबर को भिलाई क्राइम ब्रांच की टीम ने निगरानी बदमाश अमित जोस को एनकाउंटर में ढेर कर दिया था। पुलिस अमित को पकड़ने गई थी, इस दौरान अमित ने फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में 3 गोलियां लगने से अमित जोस मारा गया। भिलाई में एनकाउंटर हुए एक साल पूरे हो गए हैं। दुर्ग जिले में 2010 के बाद 2024 में यानी 14 साल बाद किसी अपराधी का एनकाउंटर हुआ था। ऐसा था एनकाउंटर का पूरा सीन पुलिस बदमाश अमित जोश पर पुलिस लगातार नजर बनाकर रखी थी। इसी बीच पता चला कि वह पिछले 3 दिनों से भिलाई में है। हाल ही जेल से छूटे अपने जीजा लकी जॉर्ज से मिलने भिलाई पहुंचा था। जैसे ही इसकी जानकारी क्राइम ब्रांच को हुई, ACCU की टीम मौके पर पहुंची। आरोपी को पकड़ने के लिए अलग-अलग टीम बनाई गई। 8 नवंबर को जोश के ठिकाने पर छापेमारी की गई। लॉज से लेकर हर जगहों पर तलाशी की गई। इस दौरान पुलिस और आरोपी की जयंती स्टेडियम के पास आमना-सामना हो गया। जोश ने पुलिस की एक टीम पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली आरोपी के पैर में लगी। इस दौरान आरोपी भागते हुए भी पुलिस पर 6-7 गोलियां चलाई। इसके बाद पुलिस ने जवाब में करीब 16 राउंड फायरिंग की। इसमें से आरोपी को 3 गोलियां लगी, जिससे उसकी मौत हो गई। कौन था अमित जोस? अमित जोस को गुंडागर्दी विरासत में मिली थी। पुलिस रिकॉर्ड में मुताबिक अमित का पिता आरजी बोल्ड मोरिस भी थाने का लिस्टेड गुंडा-बदमाश रहा है। इसके अलावा उसकी मां के खिलाफ भी भिलाई नगर थाने में अपराध दर्ज है। इस तरह के माहौल में पलने की वजह से वह बचपन में ही अपराध की दुनिया में आ गया। लोगों के बीच अपनी दहशत कायम करने के लिए मार-पीट लड़ाई, झगड़े शुरू कर दिए। 2005 में महज 14 साल की उम्र में उसके खिलाफ भिलाई नगर थाने में अपराध दर्ज हुआ। यहीं से अपराध की शुरुआत हुई। 2013 में 21 साल की उम्र में अमित ने पहली हत्या की। इसके बाद एक के बाद एक 36 अपराध किए। इनमें हत्या, हत्या का प्रयास, बलवा, अवैध वसूली, रंगदारी, आर्म्स एक्ट और जानलेवा हमला जैसे संगीन अपराध शामिल थे। जेलर को भी नहीं बख्शा 3 साल पहले दुर्ग केंद्रीय जेल के असिस्टेंट जेलर अशोक साव के घर देर रात अमित जोश और साथियों ने नकाब पहनकर हथियार लेकर हमला किया था। उन्होंने साव के घर का दरवाजा तोड़ने की कोशिश की थी। पुलिस ने इस मामले में कुख्यात बदमाश अमित जोश को गिरफ्तार किया था। अब चैप्टर क्लोज एनकाउंटर के बाद क्राइम सीन को सुरक्षित कर दिया गया था। घटना स्थल पर ब्लड के सैंपल, आरोपी के कपड़े और अन्य सामानों को जुटाया गया। सबूतों को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा। तत्कालीन दुर्ग SP जितेंद्र शुक्ला ने क्राइम सीन इन्वेस्टिगेशन के लिए 3 सदस्यीय टीम गठित की थी। जिसकी मॉनिटरिंग सिटी ASP सुखनंदन राठौर कर रहे थे। भिलाई नगर की सीएसपी सत्य प्रकाश तिवारी ने बताया कि सारे तथ्यों और क्राइम सीन की सही तरीके से जांच हो गई थी। अब उसकी फाइल क्लोज हो चुकी है। .............................. इससे जुड़ी खबर भी पढ़ें... भिलाई में बदमाश अमित जोश का एनकाउंटर: SP बोले-भागते हुए पुलिस पर चलाई गोलियां, जवाब में लगी 3 बुलेट, 35 से ज्यादा केस थे दर्ज छत्तीसगढ़ की साय सरकार ने भिलाई में पहला एनकाउंटर किया है। भिलाई क्राइम ब्रांच की टीम ने निगरानी बदमाश अमित जोश को एनकाउंटर में ढेर कर दिया है। ACCU की टीम पकड़ने गई थी, तभी आरोपी ने फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में 3 गोलियां लगने से अमित जोश मारा गया है। मामला भिलाई नगर थाना क्षेत्र का है। पढ़ें पूरी खबर...
दिल्ली विस्फोट : जस्टिस काटजू बोले पुलिस कभी दोषियों का पता नहीं लगा पाएगी
Justice Markandey Katju criticises Indian police after the Delhi bomb blasts, alleging incompetence and bias against Muslims in the investigation.
आगरा में मंगलवार को मिशन शक्ति के तहत आगरा पुलिस साइबर सुरक्षा और महिला सुरक्षा जागरूक कार्यशाला हुई। इसमें कई स्कूलों के बच्चों ने साइबर धोखाधड़ी के बारे में जानकारी दी गई। इस दौरान प्रदेश के लखनऊ से डीजीपी राजीव कृष्ण ने छात्र-छात्राओं को वर्चुअल संबोधन किया। साइबर क्राइम की पाठशाला पढ़ाई। इसके बाद देश के जाने-माने साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ रक्षित टंडन ने बच्चों को साइबर क्राइम से बचने के गुण सिखाए। कार्यक्रम का आयोजन तीन चरणों में ऑडिटोरियम सूरसदन में किया गया। आगरा पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने छात्रों को साइबर क्राइम के प्रति जागरूक करते हुए कहा- साइबर अपराधी लोगों को भय में डालकर साइबर फ्रॉड करते हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस कभी भी किसी जांच में पैसों की मांग नहीं करती है और डिजिटल अरेस्ट नहीं किया जाता है। अगर आपके साथ साइबर क्राइम होता है, तो तुरंत 1930 पर कॉल करें और अपनी शिकायत दर्ज करें। इससे फ्रॉड होने वाले के साथ फायदा यह रहता है कि साइबर थाना उसे बैंक से संपर्क कर खाते से पैसा रिकवर कर लेता है। उन्होंने कहा कि अगर आप थाने जाकर शिकायत दर्ज कराते हैं, तो साइबर अपराधी अन्य खातों में पैसा ट्रांसफर कर लेता है, जिससे जांच करने में और पैसा रिकवर करने में काफी समय लगता है। इसलिए, 1930 पर तत्काल कॉल करें और अपनी शिकायत दर्ज करें। साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ रक्षा ने साइबर क्राइम के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ऑथेंटिकेटर और (लिंक उपलब्ध नहीं है) जैसी वेबसाइट्स का उपयोग करके आप अपने फोन को सुरक्षित रख सकते हैं। ऑथेंटिकेटर से ओटीपी की टाइमिंग 10 सेकंड रह जाती है, जिससे हैकर्स को आपके अकाउंट या फोन को हैक करने में मुश्किल होती है। वहीं, haveibeenpwned साइट से आप अपने द्वारा शेयर की गई डाटा और ओटीपी की जानकारी रख सकते हैं। उन्होंने मोबाइल में फोटो डाउनलोड को बंद करने की सलाह दी, क्योंकि कई बार हम चीजों को डाउनलोड नहीं करते लेकिन सीन करते ही फोन हैक हो जाता है। रक्षा ने ऑनलाइन गेमिंग से भी बचने की सलाह दी, क्योंकि कई बार बच्चे पैसे हारने की बात पर साइबर क्राइम की ओर चले जाते हैं। उन्होंने कहा कि साइबर सुरक्षा के लिए जागरूकता और सावधानी बहुत जरूरी है।
'मैंने मेरे भी वीडियो देखे हैं...' AI के गलत इस्तेमाल पर याचिकाकर्ता को चीफ जस्टिस का जवाब
Chief Justice BR Gavai: 6 अक्टूबर को राकेश किशोर नाम के वकील ने चीफ जस्टिस की तरफ जूता उछालने की कोशिश की थी. जिसके बाद इस पूरी घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. जिसका जिक्र संभवत चीफ जस्टिस ने एआई के दुरुपयोग को लेकर की गई याचिका पर टिप्पणी के दौरान किया है.
प्रयागराज में साइबर अपराधियों ने पांच लोगों से 1.26 करोड़ रुपए की ठगी करने का मामला सामने आया है। इन घटनाओं में ठगों ने शेयर मार्केट में मुनाफा, विदेशी स्टॉक निवेश, फ्रैंचाइजी और यूपीआई हैक के जरिए शिकार बनाया। पीड़ितों की तहरीर पर साइबर क्राइम पुलिस एफआईआर दर्ज कर जांच में जुटी है। सोहबतियाबाग निवासी विवेक कुमार श्रीवास्तव से शेयर मार्केट में मुनाफा और नकली आईपीओ का झांसा देकर 50 लाख रुपए अलग-अलग किस्तों में निवेश कराए गए। जार्जटाउन के दरभंगा कॉलोनी के सचिन कुमार से यूएस स्टॉक में निवेश के नाम पर 36.99 लाख रुपए ले लिए गए। सचिन सहारानपुर के रहने वाले हैं। फिलहाल प्रयागराज में रहते हैं। मीरापुर के पवन कुमार को रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट इंडिपेंडेंस की फ्रेंचाइजी लेने के नाम पर 6.98 लाख रुपए गंवाने पड़े। फर्जी कंपनी प्रतिनिधि ने रुपए जमा कराए और फिर मोबाइल बंद कर दिया। करेली के गोविंद पाल का मोबाइल हैक करके साइबर अपराधियों ने 7.09 लाख रुपए यूपीआई के जरिए से उड़ा दिए। नवाबगंज के रामसुंदर पटेल से भी मोबाइल हैक कर 6.98 लाख रुपए धोखे से निकलवा लिए गए। साइबर क्राइम पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ठगों की लोकेशन ट्रेस कर रही है। पैसों की रिकवरी और आरोपियों की गिरफ्तारी में जुट गई है।
इंदौर क्राइम ब्रांच ने रविवार रात जिलाबदर बदमाश को पकड़ा है। आरोपी के पास से 200 ग्राम ब्राउन शुगर बरामद की गई है। आरोपी को परदेशीपुरा पुलिस के हवाले कर दिया गया है। पुलिस ने बरामद ब्राउन शुगर की जांच के साथ आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया की टीम ने सूरज उर्फ मुन्नाराव जगधने (27) निवासी टापू नगर को पकड़कर कार्रवाई की। सूरज को 3 जुलाई 2025 से छह माह के लिए जिलाबदर किया गया था, इसके बावजूद वह शहर में घूमकर नशा सप्लाई कर रहा था। लगातार अपराधों में शामिल रहा आरोपी परदेशीपुरा पुलिस के अनुसार सूरज के खिलाफ हत्या के प्रयास, लूट और नशा तस्करी समेत एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं। वह निगरानीशुदा बदमाश है और कुछ माह पहले ही जेल से बाहर आया था। पुलिस ने क्षेत्र में मुनादी कराकर उसे जिलाबदर किया था, लेकिन वह नियमों का उल्लंघन करते हुए शहर में सक्रिय था। क्राइम ब्रांच को मिली लोकेशन, दबिश देकर पकड़ा क्राइम ब्रांच को सूचना मिली थी कि सूरज परदेशीपुरा इलाके में घूमकर नशा बेच रहा है। इसके बाद टीम ने घेराबंदी कर उसे हिरासत में लिया। पकड़ने के दौरान पुलिस और आरोपी के बीच खींचतान भी हुई। बाद में उसे परदेशीपुरा थाना पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया।
कानपुर पुलिस कमिश्नर ने रविवार को पुलिस ऑफिस में क्राइम मीटिंग की। इसमें दोनों एडिशनल सीपी के साथ ही सभी डीसीपी, एडीसीपी, एसीपी और थानेदार शामिल हुए। पुलिस कमिश्नर ने मीटिंग के बाद पांच थानेदार समेत आठ इंस्पेक्टरों को इधर से उधर किया। इसमें पूर्व प्रेस क्लब अध्यक्ष अवनीश दीक्षित को जेल भेजने वाले इंस्पेक्टर संतोष शुक्ला को चकेरी थाना से ट्रांसफर करके डीसीपी ट्रैफिक का पीआरओ बना दिया गया। पुलिस कमिश्नर रघुवीर लाल ने बहुत सख्ती से चेतावनी देते हुए कहा कि पब्लिक की सुनवाई और पीड़ित के लिए हर थानेदार की उपलब्धता होनी चाहिए। इसके साथ ही थाने में अपराधियों को नहीं बैठाने की चेतावनी दी है। क्राइम मीटिंग में पुलिस कमिश्नर ने क्या-क्या दिशा निर्देश दिए पढ़ें पूरी रिपोर्ट…। पुलिस कमिश्नर ने कहा पब्लिक की सुनवाई हर थानेदार की प्राथमिकता क्राइम मीटिंग में पुलिस कमिश्नर ने महिलाओं, बच्चों संबंधी अपराध, लूट, चोरी, छिनैती, हत्या समेत अन्य वारदातों की जानकारी ली। गुडवर्क और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई जानी। चर्चित घटनाओं में हुई कार्रवाई पूछी। गुंडा एक्ट, गैंगस्टर, वांछित अपराधी, फरार चल रहे आरोपी, आईजीआरएस की शिकायतों के निस्तारण की रिपोर्ट ली। पुलिस कमिश्नर ने चकेरी, महाराजपुर, स्वरूपनगर और हरबंशमोहाल थाना प्रभारियों से सवाल जवाब किया। उनसे नाराजगी जताई। फजलगंज में गाड़ियों के कटने की सूचना पर कहा कि थाना प्रभारी की छवि धूमिल होती है और फटकारा। खराब प्रदर्शन और कुछ मामलों में शिकायत मिलने पर साढ़, हरबंशमोहाल, बाबपुरवा, जूही, सचेंडी, कोतवाली, फीलखाना, पनकी के थानेदारों को चेतावनी दी। दो एसीपी पर भी नाराजगी जताई। उनके पास कई शिकायतें लंबित मिलीं और क्षेत्र में सक्रियता कम पाई। क्राइम मीटिंग में 54 प्रभारियों के साथ क्राइम ब्रांच, साइबर सेल, ट्रैफिक इंस्पेक्टर, एलआईयू समेत अन्य विभागों के प्रभारी रहे। संयुक्त पुलिस कमिश्नर कानून व्यवस्था आशुतोष कुमार, मुख्यालय बिनोद कुमार सिंह, सभी जोन के डीसीपी, एडीसीपी और एसीपी मौजूद रहे। चकेरी, कल्याणपुर और स्वरूप नगर समेत पांच थानेदार बदले पुलिस कमिश्नर ने बैठक के बाद चकेरी थानेदार संतोष कुमा शुक्ला को हटाते हुए इंस्पेक्टर अजय प्रकाश मिश्रा को चकेरी थाने का चार्ज दिया। इसके साथ ही देवेंद्र सिंह को स्वरूप नगर थाना प्रभारी, राजेंद्र कुमार शुक्ला को कल्याणपुर थाना प्रभारी, संजय सिंह को फजलगंज थाना प्रभारी, राजेश कुमार को महाराजपुर थाना प्रभारी, चकेरी इंस्पक्टर संतोष कुमार शुक्ला को डीसीपी ट्रैफिक का पीआरओ बनाया, फजलगंज थाना प्रभारी को एंटी थेफ्ट यूनिट क्राइम ब्रांच, सूर्यबलि पांडेय को क्राइमब्रांच और संजय कुमार पांडेय को प्रभारी कमांडो स्वाट टीम बनाया है। 33 पुलिसकर्मियों को बहाल किया क्राइम मीटिंग में पुलिस कमिश्नर ने बताया कि 33 पुलिस कर्मियों को बहाल किया गया है। जिसमें एक इंस्पेक्टर, नौ दरोगा, नौ हेड कांस्टेबल, 13 कांस्टेबल और एक महिला कांस्टेबल हैं। वहीं ट्रांसफर के बाद पुलिस लाइन से संबद्ध 175 पुलिस कर्मियों को भी थानों में तैनाती दी गई है। 941 शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण किया गया है। ऑपरेशन कनविक्शन के तहत 29 मामलों में 51 अपराधियों को सजा दिलाई गई है। 140 गुमशुदा में 101 नाबालिगों की बरामदगी हुई। मिशन शक्ति के तहत 200 से ज्यादा स्थानों पर जागरुकता कार्यक्रम चलाया गया। एंटी रोमियो स्क्वायड ने 25 मामले दर्ज कराए। पांच को जेल भेजा और 201 लोगों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई की। हत्या, लूट, नकबजनी और चोरी की 42 वारदातों का खुलासा किया गया। 39 वांछित अपराधियों को गिरफ्तार किया। हर थाने में साइबर सेल की स्थापना की गई। कुल 208 पुलिस कर्मियों को साइबर ट्रेनिंग दी गई। 827 स्थानों पर साइबर जागरूक कार्यक्रम हुए। सभी थानों में पीस कमेटी व ग्राम सुरक्षा समिति का गठन किया गया है।
गिरिडीह पुलिस ने बेंगाबाद थाना क्षेत्र के खण्डोली डैम के पास शहरपुरा गांव के जंगलों में छापेमारी कर दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया। यह पूरी कार्रवाई पुलिस अधीक्षक डॉ. बिमल कुमार को मिली गुप्त सूचना के आधार पर की गई। सूचना मिलते ही साइबर थाना गिरिडीह की विशेष टीम सक्रिय हुई और इलाके को घेरकर आरोपियों को दबोच लिया। गिरफ्तार किए गए दोनों युवक लंबे समय से महिला लाभार्थियों को निशाना बनाकर ठगी कर रहे थे। जंगल के अंदर से इनका पकड़ा जाना इस बात का संकेत है कि दोनों गुमनाम होकर अपने नेटवर्क को बचाए रखने की कोशिश में थे। पुलिस ने मौके पर कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल उपकरण बरामद किए हैं, जो इनके साइबर अपराध में इस्तेमाल किए जाते थे। आंगनबाड़ी अधिकारी बनकर करते थे ठगी गिरफ्तार आरोपियों की पहचान लाछुवाडीह निवासी भीम लाल महतो के पुत्र शंकर कुमार वर्मा (29) और धनुषधारी प्रसाद वर्मा (25) के रूप में हुई है। पूछताछ के दौरान दोनों ने पुलिस के सामने स्वीकार किया कि वे आंगनबाड़ी विभाग के अधिकारी बनकर गर्भवती महिलाओं को मातृत्व लाभ दिलाने का लालच देते थे। फोन कॉल के जरिए वे महिलाओं से बैंक विवरण, ओटीपी और अन्य गोपनीय जानकारी हासिल कर उनसे ठगी कर लेते थे। आरोपी ठगी से मिली रकम का इस्तेमाल मुख्य रूप से मोबाइल रिचार्ज और ई-कॉमर्स साइट से खरीदारी करने में करते थे। पुलिस का कहना है कि इनके पास मिले सभी सिम कार्ड और एटीएम कार्ड के जरिए इनके ठगी नेटवर्क की कई और कड़ियां सामने आ सकती हैं। छापेमारी के दौरान पुलिस ने 03 मोबाइल फोन, 03 सिम कार्ड, 03 एटीएम कार्ड, 02 आधार कार्ड, 01 पैन कार्ड, 01 श्रम कार्ड और 01 वोटर कार्ड जब्त किया है। ये दस्तावेज और उपकरण जांच में बड़ी भूमिका निभाएंगे। साइबर थाना में केस दर्ज पूरे मामले में साइबर थाना कांड संख्या 37/2025 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। छापेमारी अभियान में साइबर थाना प्रभारी रामेश्वर भगत के नेतृत्व में पुनित गौतम, गुंजन कुमार, राम प्रवेश यादव, संजय मुखियार और सशस्त्र बल शामिल थे। साइबर डीएसपी ने बताया कि गिरिडीह पुलिस लगातार साइबर अपराधियों के खिलाफ विशेष अभियान चला रही है। उन्होंने आम जनता से अपील की कि वे किसी भी अनजान कॉल, लिंक या नंबर पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें।
भोपाल क्राइम ब्रांच की बड़ी कार्रवाई:नाबालिग के जरिए गांजा तस्करी का खुलासा, आरोपी मां फरार
भोपाल क्राइम ब्रांच ने शहर में गांजा तस्करी के एक नेटवर्क का पर्दाफाश करते हुए एक नाबालिग को अभिरक्षा में लिया है। आरोपी नाबालिग से 4.040 किलोग्राम गांजा बरामद किया गया है, जिसकी अनुमानित कीमत करीब एक लाख बताई जा रही है। इस मामले में नाबालिग की मां भारती कुचबंदिया फरार है, जो पहले से भी आंध्रप्रदेश के विशाखापट्टनम और भोपाल के कई थानों में एनडीपीएस एक्ट के तहत अपराधों में लिप्त रही है। कम दामों पर खरीद, शहर में ऊंचे दामों पर बिक्री पुलिस के अनुसार फरार आरोपी भारती कुचबंदिया कम दामों पर गांजा खरीदकर भोपाल के विभिन्न इलाकों में ऊंचे दामों पर बेचती थी। इस काम में वह अपने नाबालिग बेटे की मदद लेती थी। जांच में पता चला है कि यह नाबालिग कई बार अपनी मां के साथ मिलकर गांजा की बिक्री करता था। मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई क्राइम ब्रांच को मुखबिर से सूचना मिली थी कि एमपी नगर फेस-1 के शिव मंदिर के पीछे मैदान में एक महिला और एक किशोर गांजा लेकर ग्राहक का इंतजार कर रहे हैं। सूचना पर तत्काल कार्रवाई करते हुए थाना क्राइम ब्रांच की टीम ने मौके पर दबिश दी। पुलिस ने मौके से एक किशोर को ट्रॉली बैग के साथ पकड़ा, जिसके पास से पारदर्शी पन्नी में पैक गांजा मिला। पूछताछ में किशोर ने बताया कि वह अपनी मां भारती कुचबंदिया के साथ गांजा बेचने आया था। मां किसी से मिलने के बहाने वहां से चली गई थी। उसने स्वीकार किया कि वह मां के कहने पर ही गांजा खरीदने और बेचने का काम करता है। NDPS एक्ट और किशोर न्याय अधिनियम के तहत मामला दर्ज पुलिस ने आरोपी नाबालिग के खिलाफ धारा 8/20 एनडीपीएस एक्ट और धारा 78, 83 किशोर न्याय अधिनियम 2015 के तहत मामला दर्ज किया है। फरार मां भारती कुचबंदिया की तलाश में पुलिस की टीमें संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही हैं। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में कार्रवाई यह कार्रवाई पुलिस आयुक्त हरिनारायणचारी मिश्र, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त मोनिका शुक्ला के निर्देश पर की गई। टीम का नेतृत्व पुलिस उपायुक्त अपराध अखिल पटेल, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त अपराध शैलेन्द्र सिंह चौहान और सहायक पुलिस आयुक्त अपराध सुजीत तिवारी के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी अशोक मरावी ने किया। सराहनीय भूमिका निरीक्षक अशोक मरावी, उपनिरीक्षक इरशाद अंसारी, सहायक उपनिरीक्षक अनिल तिवारी, प्रधान आरक्षक मुजफ्फर अली, प्रधान आरक्षक विश्वजीत भार्गव, आरक्षक मुकेश शर्मा, महिला आरक्षक मुस्कान लाबा, आरक्षक जितेन्द्र चंदेल, आरक्षक मनीष कौरव और महिला आरक्षक पूजा अग्रवाल की भूमिका सराहनीय रही।
साइबर क्राइम कंट्रोल की ट्रेनिंग दी
उदयपुर| पुलिसिंग फॉर केयर ऑफ चिल्ड्रन कार्यक्रम के तहत रेंज पुलिस को साइबर अपराधों की रोकथाम के प्रभावी प्रयासों और नए प्रावधानों की जानकारी दी गई। प्रशिक्षण कार्यक्रम निजी संस्थान के सभागार में हुआ। जयपुर से आए साइबर विशेषज्ञ अक्षय उपाध्याय व दूसरे एक्सपर्ट्स ने पुलिसकर्मियों को परिवादियों को त्वरित राहत दिलाने, साइबर अपराधियों को ट्रेस करने, एविडेंस जुटाने, इन्हें कोर्ट में साबित लायक बनाने और साइबर फ्रॉड पर अंकुश के तकनीकी पहलुओं की जानकारी दी। साथ ही नए आपराधिक कानूनों के प्रावधानों और उनके प्रभावी क्रियान्वयन के संबंध में चर्चा की। बाल संरक्षण सलाहकार सिंधु बिनुजीत ने प्रतिभागियों से आमजन व उपभोक्ताओं को जागरूक करने को कहा। कार्यक्रम में सीआई सुनील शर्मा, रामनिवास, सरोज बैरवा, रोहित कुमार समेत रेंज के सभी साइबर थानों और साइबर सेल से चयनित प्रतिभागी, कार्यक्रम टीम के दिलीप सालवी, सुनील व्यास, पेसिफिक इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलॉजी के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. राजकुमार चौधरी, राजेश कुमावत सहित लगभग 45 जनों ने भाग लिया।
एमेजन एमजीएम स्टूडियोज इंडिया ने अपनी आगामी थियेट्रिकल रिलीज फिल्म 'निशांची' का धमाकेदार फर्स्ट लुक पोस्टर रिलीज कर दिया है। अजय राय और रंजन सिंह द्वारा जार पिक्चर्स के बैनर तले, फ्लिप फिल्म्स के साथ मिलकर प्रोड्यूस की गई ये फिल्म एक रोमांचकारी ...
क्रिमिनल जस्टिस 4 में एक अलग अवतार में दिखीं बरखा सिंह, बोलीं- मैं खुद को साबित करना चाहती थी
बरखा सिंह भारतीय सिनेमा के सबसे होनहार चेहरों में से एक हैं। उन्होंने विभिन्न मंचों पर काम करते हुए, बाधाओं को पार किया है और अपने लिए एक रास्ता बनाया है। दर्शकों और आलोचकों को उनके किरदारों और अभिनय के तरीके से बेहद प्यार है। एक इंटरव्यू में बरखा ...
जस्टिस यशवंत वर्मा की बढ़ी मुश्किलें, 145 सांसदों ने महाभियोग के लिए लोकसभा स्पीकर को सौंपा लेटर
कैश कांड में घिरे जस्टिस यशवंत वर्मा की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। संसद के मानसून सत्र का आगाज होते ही 145 लोकसभा सांसदों ने जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव के लिए लोकसभा अध्यक्ष को ज्ञापन सौंपा है। सांसदों ने संविधान के अनुच्छेद 124, 217 और 218 के तहत यह कदम उठाया है
जस्टिस वर्मा केस: वकील ने न्यायमूर्ति को केवल 'वर्मा' कहा, सीजेआई ने लगाई फटकार
सीजेआई गवई ने वकील मैथ्यूज जे. नेदुमपारा को लगाई कड़ी फटकार नई दिल्ली। भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) बी.आर. गवई ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान वकील मैथ्यूज जे. नेदुमपारा को कड़ी फटकार लगाई। नेदुमपारा ने दिल्ली हाईकोर्ट के जज जस्टिस यशवंत वर्मा का जिक्र केवल वर्मा कहकर किया, जस्टिस वर्मा के आधिकारिक आवास के स्टोररूम में नकदी मिलने के आरोपों की चर्चा है। सीजेआई गवई ने नाराजगी जताते हुए कहा, क्या वह आपके दोस्त हैं? वे अभी भी जस्टिस वर्मा हैं। कुछ शिष्टाचार रखें। आप एक विद्वान जज का जिक्र कर रहे हैं। यह टिप्पणी तब आई जब नेदुमपारा ने जस्टिस वर्मा के बंगले से भारी मात्रा में नकदी मिलने के कथित मामले में दिल्ली पुलिस को एफआईआर दर्ज करने का निर्देश देने के लिए तीसरी बार याचिका दायर की थी। सीजेआई ने इस मामले को तत्काल सुनवाई के लिए सूचीबद्ध करने से इनकार करते हुए पूछा, क्या आप चाहते हैं कि याचिका को अभी खारिज कर दिया जाए? जिसके जवाब में वकील ने कहा, याचिका खारिज नहीं हो सकती। एफआईआर दर्ज होनी ही चाहिए। अब तो वर्मा भी यही चाहते हैं। एफआईआर और जांच जरूरी है। इस पर सीजेआई ने फिर से नेदुमपारा को शिष्टाचार बनाए रखने की हिदायत दी और याद दिलाया कि जस्टिस वर्मा अभी भी जज हैं। वकील नेदुमपारा की याचिका में बड़ा दावा नेदुमपारा की याचिका में दावा किया गया है कि 14 मार्च को जस्टिस वर्मा के बंगले के स्टोररूम में आग लगने के बाद वहां से जली हुई नकदी बरामद हुई थी। याचिकाकर्ताओं का कहना है कि केंद्र सरकार—जो दिल्ली पुलिस को नियंत्रित करती है—को तुरंत एफआईआर दर्ज करने का निर्देश देना चाहिए। मई में सुप्रीम कोर्ट ने नेदुमपारा की ऐसी ही एक याचिका को खारिज कर दिया था। तब जस्टिस अभय एस. ओका (अब सेवानिवृत्त) की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा था कि इस मामले में इन-हाउस जांच चल रही है और उसकी रिपोर्ट राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को भेजी गई है। बेंच ने नेदुमपारा को सलाह दी थी कि वे पहले इन अधिकारियों को अपनी मांग के लिए आवेदन दें। अगर कार्रवाई नहीं होती, तभी वे कोर्ट में वापस आ सकते हैं। मामला संसद को भेजा जा सकता है मार्च के अंत में भी सुप्रीम कोर्ट ने इसी तरह की एक याचिका खारिज करते हुए कहा था कि इन-हाउस जांच अभी चल रही है। अगर जांच में कुछ गलत पाया गया, तो एफआईआर दर्ज की जा सकती है या मामला संसद को भेजा जा सकता है। दूसरी ओर, जस्टिस वर्मा ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर इन-हाउस समिति के फैसले को चुनौती दी है। उनकी याचिका में कहा गया है कि समिति ने पक्षपातपूर्ण तरीके से काम किया और उन्हें अपनी सफाई में बात रखने का उचित मौका नहीं दिया गया।
राणा नायडू सीजन 2: नए किरदारों के साथ क्राइम, एक्शन और इमोशन का जबरदस्त तड़का
राणा नायडू सीजन 2' में गालियों में कमी और ड्रामा में बढ़ोतरी हुई है। अर्जुन रामपाल का 'रॉफ' और कृति खरबंदा जैसे नए किरदार कहानी को नया मोड़ देते हैं। राणा और नागा के किरदार पहले की तरह दमदार हैं, जो परिवार को मुश्किलों से निकालते हैं। सीरीज की ...
अनुराग कश्यप लेकर आए क्राइम ड्रामा फिल्म निशांची, इस दिन सिनेमाघरों में होगी रिलीज
अनुराग कश्यप एक नई गहन क्रामइ ड्रामा फिल्म 'निशांची' लेकर आ रहे हैं। अमेजन एमजीएम स्टूडियो ने इस फिल्म का टीजर शेयर करते हुए इसकी थिएट्रिकल रिलीज डेट का ऐलान कर दिया है। अनुराग कश्यप द्वारा निर्देशित ये फिल्म हालात को हूबहू पर्दे पर उतारने वाली और ...
सोनू सूद की फतेह इस ओटीटी प्लेटफॉर्म पर हुई स्ट्रीम, साइबर क्राइम की काली दुनिया को दिखाती है फिल्म
बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद की फिल्म 'फतेह' को सिनेमाघरों में मिलाजुला रिस्पॉन्स मिला था। इस फिल्म से सोनू सूद ने निर्देशन के क्षेत्र में भी कदम रखा है। साइबर क्राइम पर आधारित इस फिल्म में सोनू सूद के साथ जैकलीन फर्नांडिस मुख्य भूमिका में नजर आईं। वहीं ...
क्राइम फ्री धड़कपुर से चोरी हुई बाइक, प्राइम वीडियो की सीरीज दुपहिया का मजेदार ट्रेलर हुआ रिलीज
web series dupahiya trailer: प्राइम वीडियो ने अपनी आगामी ओरिजिनल सीरीज 'दुपहिया' का दिलचस्प ट्रेलर जारी कर दिया है। सलोना बैंस जोशी और शुभ शिवदासानी द्वारा उनके बैनर बॉम्बे फिल्म कार्टेल के तहत रचित और कार्यकारी निर्मित है। यह सीरीज़ एक काल्पनिक ...
क्राइम पेट्रोल एक्टर नितिन चौहान का निधन, 35 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
मनोरंजन जगत से एक दुखद खबर सामने आई है। टीवी के जाने-माने एक्टर नितिन चौहान का निधन हो गया है। वह महज 35 साल के थे। एक्टर की मौत की वजह की कोई आधिकारिक जानकरी सामने नहीं आई है। नितिन रियलिटी शो 'दादागिरी 3 के विनर रह चुके हैं।
Mirzapur 3 के बाद Prime Video ने किया एक और क्राइम-थ्रिलर सीरीज का एलान, 'मटका किंग' बनकर धूम मचाएगा ये एक्टर
गशमीर महाजनी और Surbhi Jyoti की नई क्राइम-थ्रिलरसीरीज Gunaah का टीजर हुआ लॉन्च, जाने कब और कहां होगी स्ट्रीम
डिज़्नी प्लस हॉटस्टार ने आखिरकार शुक्रवार को क्राइम ड्रामा सीरीज़ क्रिमिनल जस्टिस के बहुप्रतीक्षित चौथे अध्याय की घोषणा कर दी, जिसमें पंकज त्रिपाठी मुख्य भूमिका में हैं। नई किस्त में अभिनेता पंकज त्रिपाठी अलौकिक वकील माधव मिश्रा के रूप में वापसी करेंगे। एक बयान में, अभिनेता ने कहा कि नया अध्याय मिश्रा के जीवन और जटिल मामलों को इतनी आसानी और स्थायित्व के साथ सामने लाने की उनकी क्षमता के बारे में विस्तार से बताएगा। पंकज त्रिपाठी के हवाले से बताया गया कि ऑन-स्क्रीन वकीलों की प्रसिद्धि के हॉल में, मुझे लगता है कि माधव मिश्रा ने क्रिमिनल जस्टिस के साथ अपनी जगह बना ली है। मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि सीरीज़ में माधव का किरदार मुझसे कितना मिलता-जुलता है। हर जीत मुझे अपनी जैसी लगती है और हर हार ऐसी लगती है एक व्यक्तिगत क्षति। मैं डिज़्नी+हॉटस्टार पर नए सीज़न की घोषणा करने के लिए उत्साहित हूं और मुझे उम्मीद है कि दर्शक इस सीज़न को पहले की तरह ही प्यार देना जारी रखेंगे। डिज़्नी प्लस हॉटस्टार ने पोस्ट को कैप्शन दिया ''कोर्ट जारी है, और नए सीज़न की तैयारी भी। आ रहे हैं माधव मिश्रा, #HotstarSpecials #CriminalJustice के नए सीज़न के साथ!'' इसे भी पढ़ें: Rakhi Sawant Condition is Critical | क्रिटिकल है एक्ट्रेस राखी सावंत की हालत, पूर्व पति रितेश ने शेयर किया है हेल्थ अपडेट फ्रेंचाइजी के बारे में जानकारी क्रिमिनल जस्टिस की शुरुआत 2018 में अपने पहले सीज़न के साथ हुई थी जिसे 2008 में इसी नाम की ब्रिटिश टेलीविजन श्रृंखला से रूपांतरित किया गया था। क्रिमिनल जस्टिस: बिहाइंड क्लोज्ड डोर्स नामक दूसरा सीज़न 2020 में आया, इसके बाद तीसरा अध्याय, क्रिमिनल जस्टिस: अधूरा सच, 2022 में आया। क्रिमिनल जस्टिस का निर्माण अप्लॉज़ एंटरटेनमेंट द्वारा किया गया है। इसे भी पढ़ें: Scam 2010 The Subrata Roy Saga: हंसल मेहता ने किया 'स्कैम' के तीसरे सीजन का ऐलान, सहारा की कहानी पर केंद्रित होगा नया शो बता दें कि पंकज त्रिपाठी आखिरी बार मर्डर मुबारक में नजर आए थे। फिल्म में सारा अली खान, विजय वर्मा, आदित्य रॉय कपूर और करिश्मा कपूर समेत कई स्टार कलाकार शामिल हैं। होमी अदजानिया द्वारा निर्देशित यह फिल्म नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हो रही है। वह अगली बार मिर्ज़ापुर 3 में नज़र आएंगे। रिलीज़ डेट की अभी घोषणा नहीं की गई है। View this post on Instagram A post shared by Disney+ Hotstar (@disneyplushotstar)
सस्पेंस, क्राइम और थ्रिलर का रखते है शौक तो OTT पर फौरन निपटा डाले ये जबरदस्तसाउथ फिल्में,हॉलीवुड भी लगने लगेगा फीका
सलमान खान के घर फायरिंग मामला: मुंबई क्राइम ब्रांच ने पांचवें आरोपी को राजस्थान से गिरफ्तार किया
सलमान खान के घर फायरिंग मामले में ताजा घटनाक्रम में मुंबई क्राइम ब्रांच ने मंगलवार को पांचवें आरोपी मोहम्मद चौधरी को राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया है। इंडिया टीवी के अतुल सिंह की एक रिपोर्ट के अनुसार, मोहम्मद चौधरी ने दो शूटरों, सागर पाल और विक्की गुप्ता को पैसे देकर और रेकी करके भी मदद की। क्राइम ब्रांच के मुताबिक, चौधरी को आज मुंबई लाया जा रहा है जहां उसे किला कोर्ट में पेश किया जाएगा और पांच दिन की हिरासत की मांग की जाएगी। इसे भी पढ़ें: Kareena Kapoor Khan ने Saif Ali Khan के बड़े बेटे इब्राहिम की नवीनतम तस्वीरों पर सबसे मनमोहक टिप्पणी की इससे पहले, अनुज थापन नाम के एक आरोपी ने पुलिस हिरासत में चादर से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। बता दें, अनुज पर शूटरों को हथियार मुहैया कराने का आरोप है। थापन को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इससे पहले, बांद्रा में अभिनेता के आवास के बाहर गोलीबारी करने वाले दोनों शूटर विक्की गुप्ता और सागर पाल को गुजरात के भुज से हिरासत में लिया गया था। इसे भी पढ़ें: सलमान खान के घर के बाहर गोली चलाने के मामले में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का सदस्य गिरफ्तार सलमान खान के घर फायरिंग मामले की जानकारी मुंबई क्राइम ब्रांच के मुताबिक, कथित तौर पर सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग करने वाले शूटरों के पास दो बंदूकें थीं और उन्हें 10 राउंड गोलियां चलाने का आदेश दिया गया था. 14 अप्रैल की सुबह, दो व्यक्ति मोटरसाइकिल पर आए और अभिनेता के आवास गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर चार गोलियां चलाईं। घटना के बाद हमलावर तेजी से मौके से भाग गए। निगरानी फुटेज से पता चला कि दोनों संदिग्धों ने टोपी पहन रखी थी और बैकपैक ले रखा था। इस महीने की शुरुआत में मुंबई क्राइम ब्रांच ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करने का अनुरोध किया था. अनमोल बिश्नोई ने घटना के कुछ घंटों बाद अपने फेसबुक प्रोफाइल के जरिए सलमान खान के घर पर हुई फायरिंग की जिम्मेदारी ली थी। सलमान खान की नवीनतम सार्वजनिक उपस्थिति सलमान खान हाल ही में लंदन में थे जहां उन्होंने ब्रिटेन के ब्रेंट नॉर्थ निर्वाचन क्षेत्र से सांसद बैरी गार्डिनर से मुलाकात की। इंटरनेट पर कई तस्वीरें वायरल हुईं, जिनमें बैरी और सलमान दोनों वेम्बली स्टेडियम के अंदर नजर आ रहे हैं।
Salman Khan फायरिंग मामले में पुलिस को मिली अबतक की सबसे बड़ी कामयाबी, क्राइम ब्रांच के हाथ लगे दो और अपराधी
सलमान खान के घर फायरिंग मामले में अहम घटनाक्रम में मुंबई क्राइम ब्रांच ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करने का अनुरोध किया है। अनमोल बिश्नोई ने घटना के कुछ घंटों बाद अपने फेसबुक प्रोफाइल के जरिए सलमान खान के घर पर हुई फायरिंग की जिम्मेदारी ली थी. इस सप्ताह की शुरुआत में, मुंबई क्राइम ब्रांच ने गोलीबारी की घटना में इस्तेमाल की गई दूसरी बंदूक बरामद की। सूरत की तापी नदी से तीन मैगजीन के साथ बंदूक बरामद की गई। इसे भी पढ़ें: Tamannaah Bhatia Summoned by cyber cell | 'अवैध' IPL Streaming ऐप मामले में तमन्ना भाटिया को साइबर सेल ने तलब किया 16 अप्रैल को कच्छ पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर मुंबई क्राइम ब्रांच को सौंप दिया। बाद में, शहर की एक अदालत ने गोलीबारी की घटना के सिलसिले में दोनों आरोपियों को 25 अप्रैल तक मुंबई अपराध शाखा की हिरासत में भेज दिया। आरोपियों की पहचान बिहार के विक्की गुप्ता (24) और सागर पाल (21) के रूप में हुई, जिन्हें मेडिकल जांच के बाद अदालत में पेश किया गया। इसे भी पढ़ें: काला जादू- टोना-टोटका करने का Kangana Ranaut पर आरोप लगाने के बाद अब एक्ट्रेस के बारे Adhyayan Suman क्या सोचते है? मुंबई क्राइम ब्रांच की जांच अभी भी जारी है मुंबई क्राइम ब्रांच के मुताबिक, कथित तौर पर सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग करने वाले शूटरों के पास दो बंदूकें थीं और उन्हें 10 राउंड गोलियां चलाने का आदेश दिया गया था. 14 अप्रैल की सुबह, दो व्यक्ति मोटरसाइकिल पर आए और अभिनेता के आवास गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर चार गोलियां चलाईं। घटना के बाद हमलावर तेजी से मौके से भाग गए। निगरानी फुटेज से पता चला कि दोनों संदिग्धों ने टोपी पहन रखी थी और बैकपैक ले रखा था। अनजान लोगों के लिए, गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बरार की धमकियों के बाद 2022 में सलमान की सुरक्षा का स्तर वाई-प्लस तक बढ़ा दिया गया था। अभिनेता को व्यक्तिगत बन्दूक ले जाने के लिए भी अधिकृत किया गया था और अतिरिक्त सुरक्षा के लिए उन्होंने एक नया बख्तरबंद वाहन भी खरीदा है।
Salman Khan फायरिंग केस में आया बिलकुल तड़कता-भड़कता अपडेट,मुंबई क्राइम ब्रांच के हाथ लगा एक और पुख्तासबूत
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Salman Khan House Firing: एक्टर सलमान खान के घर पर फायरिंग करने वाले दोनों आरोपियों को भुज से गिरफ्तार कर लिया गया. मुंबई क्राइम ब्रांच को ये कामयाबी मिली. आरोपी बिहार के पश्चिमी चंपारण के रहने वाले बताए जा रहे हैं. रविवार को गैलेक्सी अपार्टमेंट पर फायरिंग कर भुज फरार हो गए थे. देखें ये वीडियो.
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