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भारत का संविधान दिवस: जस्टिस काटजू का तीखा सवाल—क्या सच में मनाने लायक कुछ बचा है?

जस्टिस मार्कंडेय काटजू ने संविधान दिवस समारोह में शामिल होने से इनकार करते हुए कहा है कि अमल न होने से संविधान खोखला हो गया है। उन्होंने बराबरी, आज़ादी और न्याय की वास्तविक स्थिति पर गंभीर सवाल उठाए हैं।

हस्तक्षेप 24 Nov 2025 2:36 pm

​​​​​​​बहादुरगढ़ बार एसोसिएशन ने CJI जस्टिस सूर्यकांत को दी बधाई:कोर्ट परिसर में बांटे लड्डू, विक्रम बोले- हरियाणा के लिए गौरवपूर्ण क्षण

भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश बनने पर हरियाणा में खुशी का माहौल है। झज्जर जिले के बहादुरगढ़ कोर्ट परिसर में वकील विक्रम सिंह छिल्लर ने बहादुरगढ़ बार एसोसिएशन के वकीलों के साथ मिलकर लड्डू बांटकर नवनियुक्त CJI जस्टिस सूर्यकांत को बधाई दी और खुशी जताई। उन्होंने कहा कि यह क्षण हरियाणा के लिए गौरवपूर्ण है, क्योंकि सूर्यकांत राज्य की मिट्टी से उठकर देश के सर्वोच्च न्यायिक पद तक पहुंचे हैं। विक्रम सिंह छिल्लर ने बताया कि राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सूर्यकांत को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई और खास बात यह रही कि उन्होंने हिंदी में शपथ ली। यह शपथ ग्रहण इसलिए भी ऐतिहासिक रहा, क्योंकि इसमें भूटान, केन्या, मलेशिया, मॉरिशस, नेपाल और श्रीलंका के मुख्य न्यायाधीश सहित सुप्रीम कोर्ट के कई जज शामिल हुए। हिसार जिले में हुआ जन्मे जस्टिस सूर्यकांत उन्होंने कहा कि जस्टिस सूर्यकांत का जन्म 1962 में हरियाणा के हिसार जिले के पेटवार गांव में एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। उनके पिता मदन गोपाल शर्मा संस्कृत शिक्षक थे। उन्होंने 1981 में हिसार के सरकारी स्नातकोत्तर महाविद्यालय से स्नातक और 1984 में एमडीयू रोहतक से विधि स्नातक की डिग्री प्राप्त की। 2011 में उन्होंने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से एलएलएम किया। विक्रम छिल्लर ने बताया कि जस्टिस सूर्यकांत दो कार्य कालों तक राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (NALSA) के सदस्य रहे। उन्होंने कई राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय कानूनी सम्मेलनों में भाग लिया। 5 अक्टूबर 2018 को वे हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश बने। 9 मई 2019 को सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने उन्हें सर्वोच्च न्यायालय में पदोन्नत करने की सिफारिश की और 24 मई 2019 को उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में शपथ ली। कार्यक्रम में ये रहे शामिल इस मौके पर बार के पूर्व प्रधान सतीश छिकारा, संजय शर्मा, संजय गुलिया, संदीप सोलंकी, उमेद सिंह दहिया, उमेद सिंह, देव कौशिक, मनोज बिरला, सुनील शर्मा, अशोक अहलावत, सुमित देशवाल, सुखबीर सुहाग, साहिल, तुषार, विनोद कौशिक सहित कई वकील मौजूद रहे। जस्टिस सूर्यकांत के मुख्य न्यायाधीश बनने की खुशी के फोटो

दैनिक भास्कर 24 Nov 2025 1:29 pm

'फिर नहीं आए राहुल गांधी...', जस्टिस सूर्यकांत के शपथ समारोह में नहीं दिखे नेता प्रतिपक्ष, BJP ने खड़े किए सवाल

Rahul Gandhi: बीजेपी ने जस्टिस सूर्यकांत के शपथ समारोह से लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की गैरमौजूदगी पर सवाल उठाए हैं. राहुल गांधी की अनुपस्थिति को लेकर अमित मालवीय और प्रदीप भंडारी ने निशाना साधा है.

ज़ी न्यूज़ 24 Nov 2025 12:42 pm

आर्टिकल 370 से SIR तक... जस्टिस सूर्यकांत के इन 10 फैसलों ने मचाया था भूचाल, राजनीति भी हिली

Justice Suryakant Major Decisons: भारत के 53वें चीफ जस्टिस के तौर पर शपथ लेने वाले जस्टिस सूर्यकांत देश के कई अहम फैसलों में शामिल हो चुके हैं. उनके इन 10 ऐतिहासिक फैसलों ने देशभर में हलचल मचाई थी.

ज़ी न्यूज़ 24 Nov 2025 11:20 am

भारत के नए 53वें मुख्य न्यायाधीश बने जस्टिस सूर्यकांत, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिलाई शपथ

जस्टिस सूर्यकांत सोमवार को भारत के नए मुख्य न्यायाधीश बने। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें पद की शपथ दिलाई। शपथ लेने के बाद वह देश के लिए 53वें मुख्य न्यायाधीश बन गए हैं

देशबन्धु 24 Nov 2025 10:50 am

जस्टिस सूर्यकांत बने देश के 53वें CJI, राष्ट्रपति ने दिलाई शपथ; कितने महीनों का होगा कार्यकाल?

New CJI OF India: जस्टिस सूर्यकांत देश के 53वें CJI बन गए हैं, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सूर्यकांत को शपथ दिलाई है.

ज़ी न्यूज़ 24 Nov 2025 10:43 am

सुप्रीम कोर्ट के 53वें CJI बनेंगे जस्टिस सूर्यकांत, इन 80 प्रकरणों में दिए फैसले

आज सुप्रीम कोर्ट को नया मुखिया मिलने जा रहा है। जस्टिस सूर्यकांत सोमवार को भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ लेंगे। जस्टिस सूर्यकांत का कार्यकाल लगभग 14 महीनों का होगा। वे 9 फरवरी 2027 को CJI पद से रिटायर होंगे। वह जस्टिस बी. आर. गवई की ...

वेब दुनिया 24 Nov 2025 9:13 am

सम्राट को गृहमंत्री बनाने के लिए कैसे माने नीतीश:नेपाल हिंसा के बाद लिखी स्क्रिप्ट, शाह के साथ 2 बैठक; क्राइम कंट्रोल पर सबसे लंबी बात

बिहार की नई सरकार में सबसे बड़ा राजनीतिक मैसेज किसी मंत्रालय ने दिया है तो वो है गृह विभाग। ये विभाग 20 साल से नीतीश कुमार के पास रहा और अब सम्राट चौधरी को सौंपा गया है। ये सिर्फ विभाग की अदला-बदली भर नहीं है, बिहार में पॉवर ट्रांसफर की तरफ इशारा भी है। यह पॉवर ट्रांसफर अचानक नहीं हुआ है, लंबे समय से बीजेपी के भीतर यह मांग उठ रही थी कि राज्य में कानून व्यवस्था की जवाबदेही अब मुख्यमंत्री से हटकर पार्टी के हाथ आए। ताकि, यहां यूपी की तरह एक रोल मॉडल लागू किया जा सके। इसके लिए कई बार बिहार में योगी के पोस्टर तक लगाए गए। बड़ी बात है कि पॉवर का यह ट्रांसफर अचानक नहीं हुआ है। इसकी पटकथा दिल्ली में नीतीश कुमार और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मुलाकात के साथ ही लिख दी गई थी। सितंबर 2025 में नेपाल में Gen-Z आंदोलन, सीमा पार तस्करी, चिकन नेक सुरक्षा, कट्टरपंथी नेटवर्क, अवैध हथियार कारोबार की संवेदनशीलता के चलते ये फैसला लिया गया। शाह से नीतीश की दो मुलाकात के बाद इस पर अंतिम मुहर लग गई। बिहार में सुरक्षा के किन मुद्दों पर नीतीश माने, किस तरह शाह ने उन्हें पूरी स्ट्रेटजी बताई और किस तरह का एक्शन आगे बीजेपी प्लान कर रही है...पढ़िए एक्सक्लूसिव रिपोर्ट अब जानिए कैसे हुआ यह फैसला...अमित शाह की बैठकों ने बदला गेम सूत्र बताते हैं कि यह फैसला 48 घंटे में नहीं लिया गया। बल्कि यह दो महीने की रणनीति का परिणाम है। चुनाव की घोषणा से पहले दिल्ली में सितंबर में गृह मंत्री अमित शाह, नीतीश कुमार और बीजेपी टॉप लीडरशिप के बीच महत्वपूर्ण बैठक हुई। बैठक में बिहार में बढ़ते साइबर-क्राइम, हथियार तस्करी और संगठित अपराध पर विस्तृत चर्चा हुई। इसमें रिपोर्ट दी गई कि 60% बड़े गैंग बॉर्डर इलाकों से चल रहे हैं। बैठक में यह भी माना गया कि बिहार का अगला राजनीतिक नैरेटिव विकास नहीं—सुरक्षा और शासन होने वाला है। ऐसे में बिहार की कानून व्यवस्था को मजबूत करने के लिए त्वरित निर्णय लेने होंगे। इसके लिए जवाबदेह चेहरा भी तय करना होगा। इसी बैठक में सम्राट चौधरी को जवाब देह चेहरे के रूप में सामने लाया गया। क्योंकि वह बिहार में हार्ड लाइनर के रूप में जाने जाते हैं और लगातार बिहार में यूपी के योगी मॉडल को लागू करने की बात कहते रहे हैं। उन्होंने भी योगी की स्टाइल में ही डायलॉग दिया था-अपराधी या तो जेल में होंगे या कब्र में। इसके बाद ही नीतीश ने गृह मंत्रालय देने की सहमति जता दी। हालांकि आईपीएस के ट्रांसफर की पॉवर उन्होंने खुद अपने पास ही रखी है। बिहार में लॉ एंड ऑर्डर, अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा का दिया गया हवाला...4 पॉइंट में समझिए... 1. नेपाल में Gen-Z आंदोलन और बिहार की सीमा बिहार की 729 किमी लंबी खुली नेपाल सीमा दिल्ली के लिए हमेशा ‘सॉफ्ट ज़ोन’ रही है। 8-9 सितंबर 2025 की रात नेपाल पुलिस की फायरिंग में 21 युवाओं की मौत हो गई थी। इसके बाद नेपाल में Gen-Z का बेरोजगारी को लेकर आंदोलन उग्र हो गया था। पुलिस थानों, मंत्री आवासों और प्रशासनिक भवनों पर हमले हुए। भारत की सुरक्षा एजेंसियों ने आशंका जताई कि इस अस्थिरता का असर सबसे पहले बिहार के सीमावर्ती जिलों सीतामढ़ी, अररिया, किशनगंज, मधुबनी पर पड़ सकता है। पहले भी नेपाल में राजनीतिक अस्थिरता से बिहार में फेक करेंसी, ड्रग सप्लाई, मानव तस्करी और हथियार का नेटवर्क बढ़ता रहा है। इंटेलिजेंस ब्यूरो ने सितंबर की रिपोर्ट में चेतावनी दी कि अगले 18 महीनों में बिहार-नेपाल सीमा सबसे संवेदनशील रहेगी। इसलिए केंद्र एक आक्रामक, तेज-फैसला लेने वाला गृह मंत्री चाहता था, जो पुलिस मशीनरी को स्पीड पर चलाए। केंद्रीय गृह मंत्री से लगातार संपर्क में रहे और दिल्ली में होने वाली बैठकें अटेंड कर सके। दरअसल, नीतीश गृहमंत्री की बैठक में दिल्ली नहीं जाते हैं, वे प्रदेश से डीजीपी को ही भेजते रहे हैं। नेपाल से जुड़े इस मुद्दे में नीतीश संवेदनशीलता को जानते हैं इसलिए वे राजी हो गए। 2. चिकन नेक: बांग्लादेश और पूर्वी भारत बिहार में राष्ट्रीय सुरक्षा का बफर स्टेट सिलीगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक कहा जाता है। भारत के पूर्वोत्तर को देश से जोड़ने वाला 22 किमी का संकरा इलाका है। अगर भारत की सुरक्षा का नक्शा बनाएं तो बिहार उसका बैक सपोर्ट है। 2023–24 में बांग्लादेश से धार्मिक कट्टरपंथी संगठनों, नकली नोट रैकेट और रोहिंग्या घुसपैठ के मामले बढ़े। और ये घुसपैठ बिहार के रास्ते ही हो रही थी। केंद्र को राज्यों के सहयोग की जरूरत थी, जहां गृह विभाग सब कुछ तय करता है। राजनीतिक रूप से भी बीजेपी यह चाहती है कि राष्ट्रीय सुरक्षा का क्रेडिट उसे अकेले मिले। सम्राट चौधरी राष्ट्रवाद के चेहरे हैं, उनके भाषणों में पाकिस्तान, बांग्लादेश, सुरक्षा नियमित विषय रहते हैं। उनके आने के बाद बिहार ATS, STF और केंद्रीय एजेंसियों के समन्वय को तेज किया जा सकता है। यही वजह है कि बीजेपी समर्थक नेताओं ने कहा, बिहार अब सिर्फ राज्य नहीं—नेशनल सिक्योरिटी बेल्ट बन गया है। अब बीजेपी इसे सीधे सेंट्रल से हैंडल करेगी। 3. बिहार नं-1 लॉ-एंड-ऑर्डर स्टेट बनाने का लक्ष्य बीजेपी जानती है कि उद्योग, FDI और स्टार्टअप तब तक नहीं आएंगे जब तक अपराध का ग्राफ नहीं गिरता। 2022 NCRB के अनुसार बिहार में क्राइम पेंडेंसी रेट 88% है। सम्राट चौधरी कई बार कैबिनेट बैठक में कह चुके हैं पुलिस काम करेगी, बहाने नहीं। उनकी पॉलिटिक्स सीधी है, या तो अपराध कम करो या हटो। एनसीआरबी के अनुसार बिहार हिंसक अपराधों में आगे है। यह हत्या व हत्या-प्रयास में लगातार देश के शीर्ष 5 राज्यों में गिना जाता है। बिहार में अपराध का स्वरूप ज़्यादा गंभीर है, यही उसकी सबसे बड़ी चुनौती है। इस इमेज को खत्म करने के लिए सम्राट चौधरी को बड़ा चेहरा बनाया गया है। नीतीश ने भी सहमति जताई और लक्ष्य यह रखा गया कि लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन करने के मामले बिहार को नंबर वन स्टेट बनाया जाए ताकि 2029 तक इसका मैसेज दिया जा सके। 4. सम्राट ‘हार्ड-लाइनर’ हैं इसी बात पर नीतीश को मनाया गया नीतीश कुमार प्रशासनिक, संयमित और संस्थागत शासन चलाते हैं। बीजेपी ने यह तर्क दिया कि अब सोशल मीडिया ट्रोल-ड्रिवन नैरेटिव और हिंसक अपराधों से निपटने के लिए अब ‘हार्ड-लाइन’ छवि वाली पॉलिटिक्स की जरूरत। बीजेपी ने यही प्रस्ताव नीतीश के सामने रखा। इसके लिए सम्राट की वर्किंग के उदाहरण भी दिए गए, जिसमें उन्होंने पंचायत राज मंत्री पद पर 4 महीने में 263 भ्रष्टाचार के आरोपी सस्पेंड किए। प्रदेश अध्यक्ष पद पर रहते हुए पोस्टर वॉर, सड़क आंदोलन, पगड़ी राजनीति से बीजेपी को आक्रामक बनाया। डिप्टी सीएम रहते हुए फील्ड-इंस्पेक्शन, नाइट-पेट्रोलिंग की। इस हिसाब से बीजेपी ने सम्राट को एक्टिव शासक के रूप में प्रजेंट किया। जिस पर नीतीश को भी यह समझ में आया कि उम्र के हिसाब से अब हार्ड पॉलिटिक्स उन पर सूट भी नहीं करेगी। इसीलिए नीतीश विभाग छोड़ने को तैयार हो गए। हालांकि इसमें भी नीतीश ने बुद्धिमानी कि अगर लॉ एंड ऑर्डर बिगड़ा तो अब जवाबदेह बीजेपी होगी। जबकि आईपीएस के ट्रांसफर की जिम्मेदारी उन्होंने खुद अपने पास रखी। इससे यह तो स्प्ष्ट हो गया कि नीतीश भले ही गृह विभाग दे दिया है लेकिन बिना उनकी मर्जी से सम्राट बड़े फैसले नहीं ले पाएंगे। रेगुलर लॉ एंड ऑर्डर में वह आक्रामक फैसले ले सकते हैं।

दैनिक भास्कर 24 Nov 2025 5:21 am

जस्टिस सूर्यकांत आज 53वें CJI पद की शपथ लेंगे:समारोह में 7 देशों के मुख्य न्यायाधीश शामिल होंगे; 14 महीने का होगा कार्यकाल

जस्टिस सूर्यकांत सोमवार को देश के 53 वें मुख्य न्यायाधीश (CJI) के रूप में शपथ लेंगे। राष्ट्रपति भवन में होने वाले इस समारोह में ब्राजील समेत सात देशों के मुख्य न्यायाधीश और सुप्रीम कोर्ट के जज भी मौजूद रहेंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय न्यायपालिका के इतिहास में पहली बार किसी CJI के शपथ ग्रहण में इतने बड़े अंतरराष्ट्रीय न्यायिक प्रतिनिधिमंडल की मौजूदगी होगी। समारोह में भूटान, केन्या, मलेशिया, मॉरिशस, नेपाल और श्रीलंका के मुख्य न्यायाधीश और उनके परिवार के सदस्य शामिल होंगे। वर्तमान CJI बीआर गवई का कार्यकाल रविवार 23 नवंबर को खत्म हो गया। उनके बाद अब जस्टिस सूर्यकांत यह जिम्मेदारी संभालेंगे। जस्टिस सूर्यकांत 9 फरवरी 2027 को रिटायर होंगे और उनका कार्यकाल लगभग 14 महीने का होगा। CJI सूर्यकांत के शपथ ग्रहण में पूरा कुनबा शामिल होगा जस्टिस सूर्यकांत का पूरा परिवार हिसार के पेटवाड़ गांव में रहता है। उनके बड़े भाई मास्टर ऋषिकांत गांव में परिवार के साथ रहते हैं, वहीं एक भाई हिसार शहर में और तीसरा भाई दिल्ली में रहता है। सूर्यकांत के अलावा, उनके तीनों भाइयों - ऋषिकांत, शिवकांत और देवकांत को भी कार्यक्रम में शामिल होने का न्योता मिला है। बड़े भाई मास्टर ऋषिकांत ने बताया कि पूरा परिवार एक दिन पहले दिल्ली रवाना होगा और हरियाणा भवन में ठहरेगा। जस्टिस सूर्यकांत के परिवार में पत्नी और 2 बेटियां सूर्यकांत के बड़े भाई देवकांत ने बताया कि जस्टिस सूर्यकांत की पत्नी सविता सूर्यकांत हैं और वह कॉलेज में प्रिंसिपल के पद से रिटायर हुई हैं। वह इंग्लिश की प्रोफेसर रही हैं। उनकी 2 बेटियां हैं- मुग्धा और कनुप्रिया। दोनों बेटियां पढ़ाई कर रही हैं। जस्टिस सूर्यकांत के यादगार फैसले सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस सूर्यकांत कई कॉन्स्टिट्यूशनल बेंच का हिस्सा रहे हैं। अपने कार्यकाल के दौरान वे संवैधानिक, मानवाधिकार और प्रशासनिक कानून से जुड़े मामलों को कवर करने वाले 1000 से ज्यादा फैसलों में शामिल रहे। उनके बड़े फैसलों में आर्टिकल 370 को निरस्त करने के 2023 के फैसले को बरकरार रखना भी शामिल है। बिहार SIR मामले की सुनवाई भी की जस्टिस सूर्यकांत ने बिहार में SIR से जुड़े मामले की सुनवाई भी की। चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता को रेखांकित करने वाले एक आदेश में जस्टिस सूर्यकांत ने चुनाव आयोग को निर्देश दिया था कि बिहार में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन के बाद ड्राफ्ट वोटर लिस्ट से बाहर किए गए 65 लाख नामों की डीटेल सार्वजनिक की जाए। ------------ ये खबर भी पढ़ें... जस्टिस सूर्यकांत के भाई बोले- पिता जातिगत के खिलाफ रहे, चारों बेटों के नाम के पीछे कांत जोड़ा जस्टिस सूर्यकांत के भाई ऋषिकांत ने बताया कि शुरू से ही वह संयुक्त परिवार में रहे हैं। पिता और दो ताऊ सभी एक साथ रहते थे। पिता जातिगत भेदभाव में विश्वास नहीं रखते थे। उनके परदादा टीचर थे। पिता भी संस्कृत के टीचर रहे। इसलिए चारों भाइयों का ऋषिकांत, शिवकांत, देवकांत और सूर्यकांत नाम रखा, ताकि समाज में एक अलग पहचान बने। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 24 Nov 2025 5:10 am

जस्टिस सूर्यकांत आज बनेंगे CJI:हरियाणा से पहले चीफ जस्टिस होंगे, पूरा परिवार दिल्ली रवाना, राष्ट्रपति संग भोजन करेंगे

जस्टिस सूर्यकांत सोमवार को देश के 53वें चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) बनेंगे। वह हरियाणा के ऐसे पहले व्यक्ति हैं जो CJI बनेंगे। सोमवार सुबह राष्ट्रपति भवन में उनका शपथ ग्रहण समारोह होगा। इस कार्यक्रम में सूर्यकांत का पूरा कुनबा शामिल होगा। सूर्यकांत का परिवार एक दिन पहले रविवार को दिल्ली रवाना हो गया था। दैनिक भास्कर एप से बातचीत में उनके बड़े भाई डॉ. शिवकांत ने बताया कि शपथ ग्रहण समारोह में पूरे परिवार को बुलाया है। तीनों भाई, उनकी पत्नियां, बच्चे, बेटी-दामाद, बहन का परिवार, गांव के लोग, उनके पिता के मित्र, सभी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। भाई शिवकांत ने बताया कि तीनों भाई व पत्नियां व बच्चे राष्ट्रपति के साथ भोज में भी शामिल होंगे। उसके लिए जो ड्रेस कोड होगा, वह पहनकर जाना होगा। हालांकि, भाई ने नहीं बताया कि ड्रेस कोड क्या होगा। वहीं हिसार में सीजेआई की शपथ से पहले डिस्ट्रिक बार एसोसिएशन हवन यज्ञ का कार्यक्रम करेगा। इसके बाद ब्लड डोनेशन कैंप लगाया जाएगा। सीजेआई की शपथ लेते ही ढोल बजाकर मिठाई बांटी जाएगी। हिसार से जस्टिस सूर्यकांत का विशेष जुड़ाव रहा... जस्टिस सूर्यकांत के बारे में उनके भाई की अहम बातें...

दैनिक भास्कर 24 Nov 2025 5:00 am

इंडियन जस्टिस रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा:पुलिस की लापरवाही से 15 हजार बच्चों को नहीं मिल रहे मां-बाप, 72 बच्चे 12 से 18 साल के हुए...

मप्र में 18 साल से कम उम्र के 15 हजार से अधिक बच्चों को न्याय का इंतजार है। ये वे मामले हैं, जिनमें परिवार त्यागी बच्चे, अनाथ बच्चे या प्रताड़ित बच्चे शामिल हैं। हाल ही में सामने आई इंडियन जस्टिस रिपोर्ट से इस बात का खुलासा हुआ। रिपोर्ट के अनुसार इसकी बड़ी वजह है बच्चों को रेस्क्यू करके बाल कल्याण समिति और जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने पेश करने वाली पुलिस यूनिट में करीब 40% पद खाली है। 60% में से आधे पुलिसकर्मी दूसरे काम में व्यस्त रहते हैं। जिसकी वजह से न तो रेस्क्यू हो पाता है और न ही इन्हें घर पहुंचा पा रहे हैं। इसमें ऐसे बच्चे भी शामिल हैं, जिन्हें समय पर लीगल फ्री नहीं किया जा रहा है। सेंट्रल एडॉप्शन रिसोर्स अथॉरिटी (कारा) ने इस संबंध में 6 महीने पहले मप्र एवं महिला एवं बाल विकास विभाग से सवाल–जवाब भी किया था। पूरी सूची जारी करके बताया था कि मप्र में करीब 150 बच्चे ऐसे हैं, जिन्हें अब तक विधिमुक्त (लीगल फ्री) नहीं किया गया है। इसके बाद विभाग की तरफ से कुछ बैठकें की गई, लेकिन संख्या घटने की बजाय बढ़ गई है। अब मप्र के 50 जिलों के मिलाकर करीब 180 बच्चे ऐसे हैं, जिन्हें लीगल फ्री होने का इंतजार है। इनमें से करीब 40% बच्चे लीगल फ्री होने के इंतजार में 12 से 18 साल की आयु में पहुंच गए हैं और उन्हें अब कोई गोद लेने को तैयार नहीं है। गोदनामे पर भी काम नहीं हो रहा है। विभागीय मंत्री निर्मला भूरिया का कहना है कि कार्रवाई हो रही है। दो दिन पहले केंद्रीय महिला बाल विकास की समिति आई थी। उसने बजट पर भी आपत्ति जताई है। सबसे अधिक बच्चे इंदौर संभाग के, भोपाल नंबर 2 मप्र में विधिमुक्त होने का इंतजार कर रहे 180 बच्चों में से सबसे अधिक इंदौर संभाग में हैं और इसके बाद भोपाल संभाग के बच्चे हैं। नर्मदापुरम संभाग का तो यह है ​कि यहां न तो बालिका गृह है और न ही बालक का गृह है। ​इस चक्कर में यहां के बच्चों को भोपाल या जबलपुर भेजा रहा है। क्योंकि निजी संस्थाओं को सरकार ने फंड देना बंद कर दिया, जिसकी वजह से अब इन्हें सरकारी संस्थाओं में रखना पड़ रहा है। मप्र की सरकारी संस्थाओं में लगभग दोगुने बच्चे हो गए हैं। छिंदवाड़ा, जब​लपुर, बेतूल, भिंड, ग्वालियर, कटनी, मुरैना, नरसिंहपुर, नीमच, राजगढ़, रतलाम, गुना, शिवपुरी, मंदसौर, नीमच समेत दूसरे जिलों में 5 से 15 बच्चे तक ऐसे हैं, जिन्हें लीगल फ्री नहीं किया गया है। बच्चों को विधिमुक्त करने का काम जिलों में बाल कल्याण स​मिति (सीडब्ल्यूसी) द्वारा किया जाता है। मार्च में सभी इनकी नियुक्ति का काम पूरा हो गया, लेकिन विधिमुक्त हाेने का काम अधूरा है।

दैनिक भास्कर 24 Nov 2025 4:17 am

युद्ध और आंतकवाद रोकने के प्रभावी कदम उठाए UN:लखनऊ के अंतरराष्ट्रीय चीफ जस्टिस सम्मेलन में घोषणा पत्र जारी किया, मेयर रहीं मौजूद

CMS में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 26वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के समापन पर रविवार को न्यायविदों और कानूनविदों ने संयुक्त राष्ट्र संघ में सुधार करने पर सहमति जतायी। देशों के बीच आपसी युद्ध और हिंसा को रोके। संयुक्त राष्ट्र संघ युद्ध, आतंकवाद और उग्रवाद रोकने के प्रभावी कदम उठाए। सम्मेलन में शामिल 52 देशों के 160 से अधिक न्यायाधीशों और कानूनविदों के साथ विभिन्न देशों से आए राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, संसद के अध्यक्ष व प्रतिष्ठित हस्तियों ने मेयर सुषमा खर्कवाल की अगुवाई में सर्वसम्मति से लखनऊ में घोषणा पत्र जारी किया। घोषणा पत्र में न्यायविदों व कानूनविदों ने संयुक्त राष्ट्र संघ में तत्काल सुधार का आह्वान किया है। सभी ने भावी पीढ़ी को स्वच्छ वातावरण एवं शान्तिपूर्ण विश्व व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिये दुनिया के सभी देश एकजुट होकर ठोस कदम उठाने की अपील की। गोमतीनगर के विशाल खण्ड स्थित सीएमएस में रविवार की शाम न्यायविद और कानून विदों के सम्मान में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये गए। मेयर ने जारी किया घोषणा पत्र मेयर सुषमा खर्कवाल ने कहा कि मुख्य न्यायाधीशों व अन्य अतिथियों ने भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप सारे विश्व में एकता एवं शांति स्थापना के लिये सर्वसम्मति से जो लखनऊ घोषणा पत्र जारी किया है। इसके माध्यम से भावी पीढ़ी को सुरक्षित भविष्य का अधिकार अवश्य ही मिलेगा। एकता, शान्ति व समता की भावना आधारित नवीन विश्व व्यवस्था का निर्माण होगा। विश्व एकता व विश्व शान्ति के लिये ठोस कदम उठाएं सभी ने एक स्वर से कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य संयुक्त राष्ट्र में अविलम्ब सुधार की तत्काल आवश्यकता है। एक नई विश्व व्यवस्था के गठन तक हमारा प्रयास निरन्तर जारी रहेगा। घोषणा पत्र में सभी ने विश्व एकता व विश्व शान्ति के लिये ठोस कदम उठाने की जरूरत बतायी। साथ ही मूलभूत अधिकारों, सभी धर्मों का आदर करने एवं विद्यालयों में नागरिक शिक्षा, शान्ति शिक्षा और अन्तर सांस्कृतिक समझ की शिक्षा देने के लिए भी कहा। न्यायविदों ने संकल्प व्यक्त किया कि वे अपने-अपने देश जाकर अपनी सरकार के सहयोग से इस मुहिम को आगे बढायेंगे। जिससे विश्व के सभी नागरिकों को नवीन विश्व व्यवस्था की सौगात मिल सके। 20 से 23 नवम्बर तक सीएमएस कानपुर रोड में आयोजित विश्व के मुख्य न्यायाधीशों का 26वां अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन रविवार को खत्म हुआ। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51 पर आधारित यह सम्मेलन विश्व एकता, विश्व शान्ति एवं विश्व के ढाई अरब से अधिक बच्चों के सुन्दर एवं सुरक्षित भविष्य को समर्पित था। सीएमएस प्रबन्धक प्रो. गीता गांधी किंगडन ने कहा कि परिचर्चा में दुनिया भर के न्यायविदों व कानूनविदों ने विश्व एकता, विश्व शान्ति एवं भावी पीढ़ी के सुरक्षित भविष्य की जो अलख जगाई है। विभिन्न देशों के बीच संवाद कायम करने, गरीबी, अशिक्षा, आतंकवाद, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन जैसी वैश्विक समस्याओं के समाधान प्रस्तुत करने एवं संयुक्त राष्ट संघ में रचनात्मक बदलाव के साथ ही आने वाली पीढ़ियों को न्याय आधारित विश्व व्यवस्था उपलब्ध कराने हेतु सभी देशों को प्रेरित करेगा। सीएमएस के हेड कम्युनिकेशंस ऋषि खन्ना ने बताया कि सम्मेलन के तहत रविवार को बिल्डिंग टुमारोज लीगल आर्किटेक्चर: इन्हैन्स्ड आर्बिट्रेशन एण्ड ज्यूडिशियल कार्पोरेशन विषय पर चर्चा हुई। मांग पत्र में ये रहे मुख्य बिन्दु 1-संयुक्त राष्ट्र संघ युद्ध, आतंकवाद और उग्रवाद रोकने के प्रभावी कदम उठाएं। 2-विश्व संसद की स्थापना पर विचार करें। 3-भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाएं और अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार न्यायालय की स्थापना पर विचार करें। 4-जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में किये गए समझौतों के अनुसार ग्लोबल वार्मिंग को कम करने के लिये त्वरित कदम उठाएं। 5-इंसान और पृथ्वी के हित में सामूहिक विनाश के हथियारों के उपयोग पर प्रतिबंध लगाएं

दैनिक भास्कर 23 Nov 2025 7:42 pm

देश का मुसलमान राष्ट्रपति, चीफ जस्टिस... मदनी के भेदभाव वाले बयान पर बीजेपी पलटवार

जमीयत उलेमा-ए-हिंद (JUH) के प्रेसिडेंट मौलाना अरशद मदनी के हाल के बयानों पर सियासी घमासान मच गया है. मदनी ने हाल ही में भारत में मुसलमानों के साथ भेदभाव का आरोप लगाया था और दावा किया था कि वे अलग-अलग नेशनल इंस्टीट्यूशन में ऊंचे पदों पर नहीं आ सकते.

ज़ी न्यूज़ 23 Nov 2025 5:27 pm

अमेरिका से जस्टिस काटजू की पुकार: ‘जागो मोहन प्यारे’

अमेरिका से जस्टिस मार्कंडेय काटजू ने राग भैरव में ‘जागो मोहन प्यारे’ गाकर देश को जगाने का संदेश दिया। यह भारत को फिर महान बनाने का प्रतीकात्मक आह्वान है।

हस्तक्षेप 23 Nov 2025 9:50 am

देश में 1 दिसंबर से केस लिस्टिंग का नया सिस्टम:जस्टिस सूर्यकांत बोले- मेरा फोकस अदालतों में पेंडिंग केसों की संख्या कम करना; कल शपथ ग्रहण

जस्टिस सूर्यकांत 24 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट के 53वें CJI के तौर पर शपथ लेने वाले हैं। इससे पहले उन्होंने दैनिक भास्कर से बातचीत में संकेत दिए कि वे 1 दिसंबर को देश को सरप्राइज देंगे। उन्होंने केवल इतना इशारा किया कि सरप्राइज केसों की लिस्टिंग को लेकर है। लिस्टिंग की व्यवस्था इतनी अच्छी होगी कि सब इसका स्वागत करेंगे। देश के सबसे बड़े ज्यूडिशियल ऑफिस का चार्ज संभालने से पहले, चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) डेजिग्नेटेड, जस्टिस सूर्यकांत ने शनिवार को कहा कि उनका मेन फोकस देश की अदालतों में पेंडिंग केसों की भारी संख्या को कम करना होगा। जस्टिस सूर्यकांत सुप्रीम कोर्ट के उन मामलों का निपटारा करेंगे, जो हाईकोर्ट में लास्ट स्टेज में हैं और सुप्रीम कोर्ट में लंबित होने के कारण लटके हैं। जस्टिस सूर्यकांत ने मीडिएशन को भी एक गेम चेंजर बताया। उन्होंने कहा कि यह लिटिगेंट्स को कोर्ट के बाहर तेजी से सेटलमेंट दिला सकता है। अगर पेंडिंग और प्री-लिटिगेशन केस मीडिएशन से सुलझाए जाते हैं, तो कोर्ट पर बोझ काफी कम हो जाएगा। जस्टिस सूर्यकांत दिल्ली में अपने सरकारी आवास पर लीगल जर्नलिस्ट्स के एक ग्रुप को एड्रेस कर रहे थे। जस्टिस सूर्यकांत की बकेटलिस्ट में क्या-क्या शपथ ग्रहण में 7 देशों के चीफ जस्टिस और उनके परिवार आएंगे राष्ट्रपति भवन में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में ब्राजील समेत दुनिया के सात देशों के मुख्य न्यायाधीश और सुप्रीम कोर्ट के जज शामिल होंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय न्यायपालिका के इतिहास में यह पहला मौका होगा जब किसी CJI के शपथ ग्रहण में इतनी बड़ी संख्या में दूसरे देशों के न्यायिक प्रतिनिधिमंडल की मौजूदगी होगी। समारोह में भूटान, केन्या, मलेशिया, मॉरिशस, नेपाल और श्रीलंका के चीफ जस्टिस उनके साथ आए परिवार के सदस्य शामिल होंगे। CJI सूर्यकांत के शपथ ग्रहण में पूरा कुनबा शामिल होगा CJI पद के शपथ ग्रहण के लिए राष्ट्रपति भवन में इस कार्यक्रम के लिए निमंत्रण पत्र बनकर तैयार हो गए हैं। जस्टिस सूर्यकांत का पूरा परिवार हिसार के पेटवाड़ गांव में रहता है। उनके बड़े भाई मास्टर ऋषिकांत गांव में परिवार के साथ रहते हैं, वहीं एक भाई हिसार शहर में और तीसरा भाई दिल्ली में रहता है। सूर्यकांत के अलावा, उनके तीनों भाइयों - ऋषिकांत, शिवकांत और देवकांत को भी कार्यक्रम में शामिल होने का न्योता मिला है। बड़े भाई मास्टर ऋषिकांत ने बताया कि पूरा परिवार एक दिन पहले दिल्ली रवाना होगा और हरियाणा भवन में ठहरेगा। जस्टिस सूर्यकांत के परिवार में पत्नी और 2 बेटियां सूर्यकांत के बड़े भाई देवकांत ने बताया कि जस्टिस सूर्यकांत की पत्नी सविता सूर्यकांत हैं और वह कॉलेज में प्रिंसिपल के पद से रिटायर हुई हैं। वह इंग्लिश की प्रोफेसर रही हैं। उनकी 2 बेटियां हैं- मुग्धा और कनुप्रिया। दोनों बेटियां पढ़ाई कर रही हैं। जस्टिस सूर्यकांत के यादगार फैसले सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस सूर्यकांत कई कॉन्स्टिट्यूशनल बेंच का हिस्सा रहे हैं। अपने कार्यकाल के दौरान वे संवैधानिक, मानवाधिकार और प्रशासनिक कानून से जुड़े मामलों को कवर करने वाले 1000 से ज्यादा फैसलों में शामिल रहे। उनके बड़े फैसलों में आर्टिकल 370 को निरस्त करने के 2023 के फैसले को बरकरार रखना भी शामिल है। बिहार SIR मामले की सुनवाई भी की जस्टिस सूर्यकांत ने बिहार में SIR से जुड़े मामले की सुनवाई भी की। चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता को रेखांकित करने वाले एक आदेश में जस्टिस सूर्यकांत ने चुनाव आयोग को निर्देश दिया था कि बिहार में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन के बाद ड्राफ्ट वोटर लिस्ट से बाहर किए गए 65 लाख नामों की डीटेल सार्वजनिक की जाए।

दैनिक भास्कर 23 Nov 2025 9:44 am

सीजेआई की शपथ लेने से पहले जस्टिस सूर्यकांत ने बताई अपनी सबसे बड़ी प्राथमिकता

भारत के नामित प्रधान न्यायाधीश सूर्यकांत ने शपथ ग्रहण से पहले मीडिया से मुलाकात की और कहा कि सुप्रीम कोर्ट और पूरे देश में मुकदमों के बढ़ते बोझ को घटाने के लिए समानांतर योजनाएं लागू करेंगे

देशबन्धु 23 Nov 2025 9:10 am

राजस्थान में कानून-व्यवस्था पर होगी निगरानी:9 एडीजी को रेंज प्रभारी लगाया, क्राइम कंट्रोल पर देंगे विशेष ध्यान

राजस्थान में कानून-व्यवस्था पर निगरानी और क्राइम कंट्रोल को ओर अधिक मजबूत करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी हुए आदेश से 9 एडीजी अफसरों को रेंज प्रभारी नियुक्त किया गया है। एडीजी कानून-व्यवस्था ने शनिवार रात एक आदेश जारी किए हैं। आदेश के अनुसार, एडीजी प्रशाखा माथुर को जयपुर कमिश्नरेट का प्रभारी बनाया गया है। बीजू जॉर्ज जोसफ को बीकानेर रेंज, संजीव कुमार नार्जरी को उदयपुर रेंज और विशाल बंसल को जोधपुर कमिश्नरेट की जिम्मेदारी दी गई है। इसी तरह एस. सेंगाथिर को जयपुर रेंज का प्रभारी नियुक्त किया गया है। बिपिन कुमार पाण्डेय को भरतपुर रेंज, रूपिन्दर सिंघ को अजमेर रेंज और भूपेन्द्र साहू को जोधपुर रेंज का कार्यभार सौंपा गया है। बी.एल. मीणा को कोटा रेंज का प्रभारी बनाया गया है। नियुक्ति के बाद सभी अधिकारियों को अपने-अपने रेंज में कानून-व्यवस्था की स्थिति और अपराध नियंत्रण पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं।

दैनिक भास्कर 23 Nov 2025 8:43 am

LIVE: CJI गवई आज होंगे रिटायर, सोमवार को शपथ लेंगे नए चीफ जस्टिस सूर्यकांत

Latest News Today Live Updates in Hindi : सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस बीआर गवई आज रिटायर हो रहे हैं और सोमवार को न्यायमूर्ति सूर्यकांत देश के 53वें सीजेआई के रूप में शपथ लेंगे। पल पल की जानकारी...

वेब दुनिया 23 Nov 2025 7:41 am

CJI की शपथ लेने से पहले ही जस्टिस सूर्यकांत ने किया ऐसा ऐलान, जिसका बरसों से था लोगों को इंतजार

Justice Surya Kant On Pending Cases In SC: देश की सुप्रीम कोर्ट में 90 हजार से ज्यादा मुकदमे लंबित पड़े हैं. इसको लेकर जस्टिस सूर्यकात का कहना है कि वह चीफ जस्टिस का पद संभालने के बाद पहले इस समस्या को निपटाएंगे.

ज़ी न्यूज़ 23 Nov 2025 7:16 am

बुलंदशहर में दरोगा ने पति की कमर में तमंचा खोसा:शिकायत लेकर गई पत्नी को क्राइम सीन समझाया; फिर रटाए सवाल पूछे

बुलंदशहर में एक दरोगा की दबंगई सामने आई है। एक महिला खुर्जा के नव दुर्गा मंदिर पुलिस चौकी पहुंची। पुलिस से कहने लगी- मेरा पति तमंचा लेकर घूमता है। इस पर दरोगा ने कहा- इधर आओ। जैसे कह रहा हूं, वैसे कहना। दरोगा ने महिला के सबसे पहले पूरा सीन समझाया। महिला को क्या कहना है, ये बात फिल्मी डायलॉग की तरह रटाया। फिर उसके पति को पास बुलाया। कमर में तमंचा खोसा और जेब में कारतूस डाल दिए। मामला खुर्जा कोतवाली क्षेत्र का है। पहले मामले को जानते हैं…उस्मानपुर गांव में अजय सोलंकी (40) अपनी पत्नी पूजा (35) के साथ रहता है। शनिवार रात करीब 9 बजे पूजा ने 112 पर पुलिस को सूचना दी कि उसका पति तमंचा लेकर घूम रहा है। इसके बाद वो नवदुर्गा मंदिर चौकी पहुंची। इस पर पति को पुलिस पकड़ लाई। अजय के पास से तमंचा बरामद हुआ। यहां चौकी प्रभारी मनीष कुमार ने फिल्मी अंदाज में सीन क्रिएट किया। उसकी पत्नी को बताया कि कैसे और क्या बोलना है? पढ़िए दरोगा ने महिला को पूरा सीन कैसे समझाया… दरोगा- सुनो, तुम इधर आ जाओ। हम पूछेंगे कि तुम्हारा नाम क्या है? नाम तेज बताना। पति का नाम क्या है? उम्र कितनी है? कहां की रहने वाली हो? क्या हुआ जब पूछूंगा तो कहना- ये मेरा पति है। तमंचा लेकर घूम रहा। जितना बोला है उतना ही कहना, ठीक है। ज्यादा बकवास नहीं। ​​​​​​दरोगा महिला के पति से- तू कहना कि साहब गलती हो गई। पति- साहब ऐसे घूमा नहीं, लेकिन.... दरोगा- गलती हुई है या जानबूझकर लेकर घूम रहा। पति- हां, साहब बिल्कुल गलती हुई है। दरोगा- यही कहना है कि साहब गलती हो गई। मुझे माफ कर दो। अब नहीं करूंगा। इसके बाद दरोगा तमंचा लेकर महिला के पति की कमर में खोस देता है और कारतूस जेब में डाल दिए। दरोगा- आओ, दीवान जी इधर आ जाओ। इसके बाद एक सिपाही फोन से वीडियो बनाने लगता है। फिर दरोगा पूछताछ करने लगता है। दरोगा महिला से- क्या हुआ 112 पर क्यों सूचना दी थी आपने? महिला- साहब ये मेरा पति है। दरोगा- क्या नाम है तुम्हारा? महिला- पूजा। दरोगा- पूजा, क्या हुआ था? महिला- ये मुझे पिस्टल लेकर मारने की कोशिश कर रहे थे। दरोगा- पिस्टल कहा है? महिला- इसके पास है। दरोगा- तलाशी लो इसकी। तलाशी लेने के बाद दरोगा उसकी कमर से पिस्टल निकालता है। और कारतूस गिनता है। एक, दो, तीन, चार, पांच। दरोगा- क्यों लेकर घूम रहा था तमंचा? पति- मैं जंगल में था, तो सुरक्षा के लिए लिया था। दरोगा- क्या नाम है तेरा? पति- अजय सोलंकी। दरोगा- ये तेरे को पता है नहीं है कि तमंचा रखना अपराध है? पति- आत्म सुरक्षा के लिए रखा था।------------------------- ये खबर भी पढ़ें...'मेरे सामने बच्चे की चोट पर फेवीक्विक लगाया':मेरठ में पिता बोले- मुझसे ही मंगवाया, भगवान किसी के बेटे को ऐसा दर्द न दें बच्चे का खून देखकर मैं घबरा गया था। जल्दी से अस्पताल भागा। अस्पताल स्टॉफ ने बताया- घाव गहरा है। उसे असहनीय दर्द हो रहा था। मैंने टांके का विकल्प पूछा। मुझे क्या पता था वे ऐसा करेंगे। मुझसे ही फेवीक्विक मंगाया। मेरे सामने ही बच्चे की आंख के ऊपर लगी चोट पर फेवीक्विक लगा दिया। ये कहना है ढाई साल के मासूम मनराज के पिता सरदार जसपिंदर सिंह का। मेरठ के सरदार जसपिंदर के बेटे की चोट पर भाग्यश्री अस्पताल में फेवीक्विक डाल कर चिपका दिया गया था। अस्पताल की इस लापरवाही की वजह से बच्चा रात भर दर्द से तड़पता रहा। उसकी तकलीफ बयां करते हुए पिता की आंखें भर आईं। पढ़ें पूरी खबर...

दैनिक भास्कर 22 Nov 2025 10:40 pm

₹5.90 लाख की ब्राउन शुगर के साथ पकड़ाया ड्राइवर:सस्ते में लाकर शहर में महंगे दाम पर बेचता था; क्राइम ब्रांच ने घेरकर दबोचा

क्राइम ब्रांच ने पांचवीं पास एक बदमाश को पकड़ा है। उसके पास से 50.92 ग्राम ब्राउन शुगर मिली, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 5 लाख 90 हजार रुपए है। वह गार्डन में घूमता हुआ मिला था। फिलहाल क्राइम ब्रांच उससे पूछताछ कर रही है। डीसीपी क्राइम ब्रांच राजेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि अवैध मादक पदार्थों की सप्लाई करने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसी कड़ी में मुखबिर से सूचना मिली कि लोखंडे पुल के पास सरस्वती नदी गार्डन में एक संदिग्ध व्यक्ति खड़ा है। सूचना पर टीम तुरंत मौके पर पहुंची और उसे घेर लिया। टीम को देखकर वह भागने लगा, लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया। टीम ने पूछताछ की तो उसने अपना नाम अब्दुल खालिद पिता मो.इलयास, बालाराम की कुटिया नागदा उज्जैन का होना बताया। उसकी तलाशी ली तो उसके पास से 50.92 ग्राम ब्राउन शुगर बरामद की गई। टीम ने केस दर्ज कर लिया है। पूछताछ में उसने बताया कि ज्यादा पैसा कमाने के लिए वह यह काम कर रहा था। वह सस्ते दाम पर ब्राउन शुगर लाता था और शहर में नशा करने वालों को महंगे दामों में बेचा करता था। वह पांचवीं तक पढ़ा हुआ और पेशे से ड्राइवर है, दैनिक वेतन पर ड्राइवरी करता है। टीम उससे ओर भी जानकारी निकाल रही है। बता दें कि जनवरी से अब तक क्राइम ब्रांच की टीम 5 करोड़ से ज्यादा की ड्रग्स बरामद कर चुकी है। प्रतापगढ़ की मिली लिंक डीसीपी ने बताया कि पूछताछ में पता चला है कि वह पहले भी इंदौर में आकर लोगों को ड्रग्स की सप्लाई कर चुका है। इसकी लिंक राजस्थान के प्रतापगढ़ की मिली है। वह प्रतापगढ़ में किससे ड्रग्स लेकर आता था, उसकी तलाश भी की जा रही है। उसे भी जल्द पकड़ा जाएगा। आरोपी मूल रूप से नागदा उज्जैन का रहने वाला है। प्रतापगढ़ और अन्य जिलों से ड्रग्स लेकर इंदौर में सप्लाई करने आता था। पूरी प्लानिंग के साथ अब्दुल खालिद को पकड़ा गया है।

दैनिक भास्कर 22 Nov 2025 2:51 pm

CJI का शपथ ग्रहण-7 देशों के मुख्य न्यायाधीश आएंगे:सुप्रीम कोर्ट के इतिहास में ऐसा पहली बार; जस्टिस सूर्यकांत 53वें चीफ जस्टिस होंगे

जस्टिस सूर्यकांत 24 नवंबर को देश के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ लेंगे। राष्ट्रपति भवन में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में ब्राजील समेत दुनिया के सात देशों के मुख्य न्यायाधीश और सुप्रीम कोर्ट के जज शामिल होंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय न्यायपालिका के इतिहास में यह पहला मौका होगा जब किसी CJI के शपथ ग्रहण में इतनी बड़ी संख्या में दूसरे देशों के न्यायिक प्रतिनिधिमंडल की मौजूदगी होगी। समारोह में भूटान, केन्या, मलेशिया, मॉरिशस, नेपाल और श्रीलंका के चीफ जस्टिस उनके साथ आए परिवार के सदस्य शामिल होंगे। मौजूदा CJI गवई का कार्यकाल 23 नवंबर को खत्म हो रहा है। अगले CJI जस्टिस सूर्यकांत 9 फरवरी 2027 को रिटायर होंगे। उनका कार्यकाल लगभग 14 महीने का होगा। CJI सूर्यकांत के शपथ ग्रहण में पूरा कुनबा शामिल होगा CJI पद के शपथ ग्रहण के लिए राष्ट्रपति भवन में इस कार्यक्रम के लिए निमंत्रण पत्र बनकर तैयार हो गए हैं। जस्टिस सूर्यकांत का पूरा परिवार हिसार के पेटवाड़ गांव में रहता है। उनके बड़े भाई मास्टर ऋषिकांत गांव में परिवार के साथ रहते हैं, वहीं एक भाई हिसार शहर में और तीसरा भाई दिल्ली में रहता है। सूर्यकांत के अलावा, उनके तीनों भाइयों - ऋषिकांत, शिवकांत और देवकांत को भी कार्यक्रम में शामिल होने का न्योता मिला है। बड़े भाई मास्टर ऋषिकांत ने बताया कि पूरा परिवार एक दिन पहले दिल्ली रवाना होगा और हरियाणा भवन में ठहरेगा। जस्टिस सूर्यकांत के परिवार में पत्नी और 2 बेटियां सूर्यकांत के बड़े भाई देवकांत ने बताया कि जस्टिस सूर्यकांत की पत्नी सविता सूर्यकांत हैं और वह कॉलेज में प्रिंसिपल के पद से रिटायर हुई हैं। वह इंग्लिश की प्रोफेसर रही हैं। उनकी 2 बेटियां हैं- मुग्धा और कनुप्रिया। दोनों बेटियां पढ़ाई कर रही हैं। जस्टिस सूर्यकांत के यादगार फैसले सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस सूर्यकांत कई कॉन्स्टिट्यूशनल बेंच का हिस्सा रहे हैं। अपने कार्यकाल के दौरान वे संवैधानिक, मानवाधिकार और प्रशासनिक कानून से जुड़े मामलों को कवर करने वाले 1000 से ज्यादा फैसलों में शामिल रहे। उनके बड़े फैसलों में आर्टिकल 370 को निरस्त करने के 2023 के फैसले को बरकरार रखना भी शामिल है। बिहार SIR मामले की सुनवाई भी की जस्टिस सूर्यकांत ने बिहार में SIR से जुड़े मामले की सुनवाई भी की। चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता को रेखांकित करने वाले एक आदेश में जस्टिस सूर्यकांत ने चुनाव आयोग को निर्देश दिया था कि बिहार में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन के बाद ड्राफ्ट वोटर लिस्ट से बाहर किए गए 65 लाख नामों की डीटेल सार्वजनिक की जाए।

दैनिक भास्कर 22 Nov 2025 1:27 pm

यूपी स्टाइल में बिहार में होगा क्राइम कंट्रोल:20 साल बाद सत्ता का पावर सेंटर बदला, डिप्टी सीएम सम्राट अब गृह मंत्री

'अपराधी या तो जेल में होंगे या कब्र में' सम्राट चौधरी का यह डायलॉग अब सिर्फ बयान नहीं, बिहार की नई सत्ता का पावर सेंटर बन गया। 20 साल तक गृह विभाग नीतीश कुमार के पास रहा, लेकिन 2025 में पहली बार यह विभाग बीजेपी को गया और सीधा सम्राट चौधरी के पास। इसका मतलब है कि नीतीश अब केवल चेहरा हैं, सत्ता का कंट्रोल अब एक अणे मार्ग से 5 देशरत्न मार्ग शिफ्ट हो गया। सम्राट चौधरी पर क्राइम, माफिया पर कार्रवाई, दंगों की रोकथाम, पुलिस सिस्टम, खुफिया रिपोर्ट पर एक्शन लेने की जिम्मेदारी होगी। यह बदलाव नीतीश की सबसे बड़ी राजनीतिक कमजोरी और बीजेपी की सबसे बड़ी ताकत बनकर उभरेगा। गृह मंत्रालय बीजेपी के पास जाने से क्या होगा? बिहार के पॉलिटिक्स में क्या बदलाव आ सकता है? बीजेपी इससे क्या निशाना साधेगी? नीतीश के हाथ क्या रहेगा? पढ़िए भास्कर एनालिसिस... 4 पॉइंट में समझिए गृह विभाग जाने के मायने 1- नीतीश की शक्ति टूटी, लॉ एंड ऑर्डर के सारे फैसले BJP के पास नीतीश को पुलिस के बल पर ही सुशासन बाबू कहा जाता था। वे अपनी पुलिस के जरिए से ही अपराधियों पर नकेल लगाने के लिए जाने जाते हैं और बिहार में यह कहा भी जाता है कि जिसके पास गृह विभाग, वही राज्य की असली शक्ति चलाता है। 2005–2025 तक यह शक्ति नीतीश कुमार के पास थी, लेकिन 2025 में पहली बार उनके हाथ से चली गई। अब अपराधियों के खिलाफ सारे फैसले भाजपा के सम्राट चौधरी लेंगे। भास्कर कार्टूनिस्ट चंद्रशेखर हाड़ा की नजर से..... 2- पुलिस पोस्टिंग से होता है राजनीतिक नियंत्रण बिहार में आईपीएस, डीएसपी, थानेदार इनकी नियुक्ति ही जमीन पर राजनीतिक लाभ तय करती है। अब यह सत्ता नीतीश से निकलकर बीजेपी के पास चली गई है। बड़े ऑपरेशन, सीआईडी, आर्थिक अपराध, अपराधी-राजनेताओं की फाइलों पर कौन कार्रवाई करेगा, कौन बचेगा यह अब नीतीश तय नहीं करेंगे। अब इस पर सम्राट चौधरी फैसला लेंगे। 3- कानून व्यवस्था का दबाव BJP पर, उसी की परफॉर्मेंस दिखेगी कानून-व्यवस्था पर विपक्ष का सवाल अब सीधे नीतीश पर नहीं, बीजेपी पर आएगा यानी नीतीश राजनीतिक दबाव से मुक्त और बीजेपी अब अपनी परफॉर्मेंस से सत्ता के केंद्र में दिखाई देगी। गृह विभाग जाने का मतलब यह भी है कि नीतीश के पास सिर्फ “प्रशासनिक चेहरा” रह जाएगा। उनके पास शक्ति नहीं होगी। वे मुख्यमंत्री तो हैं पर शक्ति-संतुलन अब बदल गया है। 4- सम्राट अब 'UP-स्टाइल' पुलिस मॉडल की ओर जाएंगे? पिछले विधानसभा सत्र में सम्राट चौधरी ने एक डायलॉग दिया, 'बिहार में अपराधी अब जेल में होंगे या कब्र में' सम्राट के इस डायलॉग को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जोड़कर देखा गया। सम्राट की कार्यशैली और उनके बयान साफ संकेत देते हैं कि वे “कानून-व्यवस्था का UP मॉडल” लाना चाहेंगे। वे अवैध हथियारों के बड़े ऑपरेशन, गुंडा एक्ट, संपत्ति जब्ती, बुलडोजर कल्चर, नशे और माफिया के खिलाफ रातों-रात कार्रवाई करेंगे तो इसका स्टेट-वाइड राजनीतिक असर होगा। क्या भाजपा 2029 की तैयारी है? 3 पॉइंट में समझिए 1- सम्राट को बिहार में सबसे बड़ा चेहरा बनाने की तैयारी बीजेपी बिहार में अपना भविष्य का चेहरा तैयार करना चाहती है। और गृह विभाग जैसा बड़ा मंत्रालय एक ऐसे नेता को दिया जाता है जो भविष्य में CM फेस भी बन सके। सम्राट BJP के लिए उसी प्रोफाइल में फिट बैठते हैं। 2- तेजस्वी यादव Vs सम्राट चौधरी: बिहार की नई राजनीतिक लड़ाई बिहार की राजनीति लंबे समय तक लालू vs नीतीश पर टिकी रही। अब बीजेपी इसे धीरे-धीरे बदलकर तेजस्वी Vs सम्राट के मुकाबले में लाएगी। क्योंकि दोनों युवा हैं, दोनों के पास ओबीसी का आधार है। दोनों आक्रामक भाषा बोलते हैं। सम्राट के पास अब जो राजनीतिक हथियार आया है- गृह विभाग। वह तेजस्वी के खिलाफ ‘कानून बनाम अव्यवस्था’ का नरेटिव खड़ा करेगा। 3- नीतीश पर मनोवैज्ञानिक दबाव बिहार का पावर सेंटर अब BJP के पास है। ड्रग्स, सैंड माफिया, जमीन माफिया, हथियार तस्करी इन सबके बड़े ऑपरेशन अब बीजेपी के निर्देश पर चलेंगे। यह 2029 के लिए पार्टी को मजबूत आधार देगा। हीं नीतीश का प्रशासनिक कंट्रोल खोता हुआ दिखाई देगा। इससे बीजेपी मनोवैज्ञानिक रूप से बढ़त लेती दिखाई देगी। एक्सपर्ट बोले- योगी स्टाइल में काम नहीं हो पाएगा सम्राट चौधरी को गृह विभाग मिलने के बाद बिहार की पुलिसिंग पर इसका क्या असर पड़ेगा? क्या बिहार में भी पड़ोसी राज्य यूपी के तर्ज पर यहां भी योगी मॉडल को पुलिसिंग में लागू किया जाएगा? इन सवालों का जवाब जानने के लिए रिटायर्ड IPS एसके भारद्वाज से बात की गई। उनके अनुसार गृह विभाग देने से बिहार की पुलिसिंग पर कोई असर नहीं पड़ेगा। क्योंकि, IPS अधिकारियों के ट्रांसफर का पावर मुख्यमंत्री के पास ही रहेगा। हां, गृह मंत्री के पास DSP स्तर के पुलिस अधिकारियों के ट्रांसफर का अधिकार जरूर रहेगा। IPS का ट्रांसफर-पोस्टिंग वो तब ही कर पाएंगे जब को कानून में किसी प्रकार का बदलाव होगा। निश्चित तौर पर गृह एक महत्वपूर्ण विभाग है। जहां तक बात यूपी की है तो योगी स्टाइल से काम नहीं हो पाएगा। क्योंकि, नीतीश कुमार कानून के तहत चलने वाले हैं। --------------- ये खबर भी पढ़िए... बिहार में 20 साल बाद नीतीश ने गृह मंत्रालय छोड़ा:BJP के सम्राट चौधरी को जिम्मेदारी, फाइनेंस JDU के पास, मंगल पांडे फिर स्वास्थ्य मंत्री नीतीश मंत्रिमंडल में बड़ा बदलाव किया गया है। 20 साल बाद नीतीश कुमार ने गृह विभाग छोड़ा है। ये विभाग अब BJP के पास चला गया है। डिप्टी CM सम्राट चौधरी गृह विभाग की जिम्मेदारी संभालेंगे। BJP ने वित्त विभाग JDU को दिया है। बिजेंद्र यादव ऊर्जा के साथ वित्त विभाग का जिम्मा भी देंखेंगे। इसके साथ ही मंगल पांडे को फिर से स्वास्थ्य विभाग का जिम्मा सौंपा है। पहली बार मंत्री बनीं नेशनल शूटर श्रेयसी सिंह को खेल विभाग दिया गया है। HAM के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सुमन का विभाग नहीं बदल गया। वे फिर से लघु जल संसाधन विभाग के मंत्री होंगे। पूरी खबर पढ़िए

दैनिक भास्कर 22 Nov 2025 8:28 am

क्राइम कंट्रोल पर एक्शन:कमिश्नरेट में पहली बार 19 सर्किलों में 1-1 अतिरिक्त इंस्पेक्टर लगाए

क्राइम कंट्रोल, कानून-व्यवस्था और पें​डेंसी कम करने के लिए दिल्ली-मुंबई की तर्ज पर अब जयपुर कमिश्नरेट में पहली बार सर्किल स्तर पर 1-1 इंस्पेक्टर लगाए गए हैं। ये एसीपी के सुपरविजन में सर्किल में दर्ज होने वाले आईटी एक्ट, धोखाधड़ी और महिला अपराध के मामलों का अनुसंधान करेंगे, ताकि पीड़ितों को समय पर न्याय मिले। पुलिस कमिश्नर सचिन मित्तल ने आदेश जारी कर इंस्पेक्टर मंजू तंवर को एसीपी कार्यालय कोतवाली, ओमवीर सिंह को एसीपी कार्यालय माणक चौक, मंजू कुमारी को एसीपी कार्यालय रामगंज, रामेश्वर लाल को एसीपी कार्यालय शास्त्री नगर, दशरथ सिंह को एसीपी कार्यालय आमेर, शंकरलाल को एसीपी कार्यालय मानसरोवर, बाबूलाल को एसीपी कार्यालय अशोक नगर, रजनीश कुमार को एसीपी कार्यालय सोढ़ाला, लक्ष्मीनारायण को एसीपी कार्यालय चाकसू लगाया है। भास्कर इनसाइट कमिश्नरेट की प्रशासनिक व्यवस्था में ऐसा बदलाव पहली बार किया गया हैं। इससे पहले दिल्ली-मुम्बई कमिश्नरेट के कई महत्वपूर्ण थानों में दो-दो एसएचओ लगे हैं, जो क्राइम कंट्रोल और कानून-व्यवस्था का काम देखते है। अब जयपुर कमिश्नरेट में विस्तार किया गया और प्रथम फेज में सर्किल स्तर पर 1-1 इंस्पेक्टर लगाए जा रहे हैं। ये इंस्पेक्टर संबंधित एसीपी के सुपरविजन में सर्किल के थानों में दर्ज पुराने मामले, आईटी एक्ट, धोखाधड़ी, दुष्कर्म, आर्थिक अपराध से जुड़े मुकदमों की जांच करेंगे। क्योंकि थानों के एसएचओ का कानून-व्यवस्था और अन्य प्रशासनिक कार्यों के कारण मुकदमों की पेंडेंसी लगातार बढ़ रही है। इससे पीड़ितों को भी न्याय मिलने में देरी होती है। इन्हें भी दी पोस्टिंग कमिश्नर मित्तल ने एक और आदेश जारी कर इंस्पेक्टर नंदलाल नेहरा को जिला विशेष शाखा नॉर्थ, रामेश्वरी को महिला अनुसंधान इकाई नॉर्थ, विशंभरदयाल को डीएसटी साउथ, वर्षा गोदारा को महिला अनुसंधान इकाई साउथ, अनिता चौधरी को महिला अनुसंधान इकाई ईस्ट, सुखवीर सिंह को डीएसटी ईस्ट, आरती सिंह को अपराध सहायक वेस्ट, सुनीता चौधरी को महिला अनुसंधान इकाई वेस्ट, छगनलाल, राजेन्द्र प्रसाद मीणा, वंदना नरूला को क्राइम ब्रांच कमिश्नरेट, संदीप कुमार को स्टाफ ऑफिसर एडिशनल कमिश्नर कानून-व्यवस्था व इंद्रा अहलावत को महिला पेट्रोलिंग यूनिट कालिका में लगाया गया है।

दैनिक भास्कर 22 Nov 2025 4:55 am

लखनऊ क्राइम ब्रांच SP बन डिजिटल अरेस्ट किया:प्रयागराज पुलिस ने साइबर ठगों को पकड़ा, सीबीआई, पुलिस अफसर बन टार्गेट करते थे

प्रयागराज पुलिस ने साइबर ठगी, डिजिटल अरेस्ट कर लाखों रुपये उड़ाने वाले गिरोह के तीन शातिरों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए जालसाजों ने प्रयागराज की एक टीचर को डिजिटल अरेस्ट कर सवा लाख रुपये खाते में ट्रांसफर कराए थे।जालसाज ने खुद को लखनऊ क्राइम ब्रांच का SP आलोक पाठक बताते हुए टीचर को डराया था। कहा था आपके अश्लील/आपत्तिजनक फोटोग्राफ मेरे पास मौजूद हैं। मैं जैसा कहूं वैसा करो और फोन मत काटना और न ही किसी को बताना। नहीं तो अभी अपके वीडियो और फोटो टीवी व सोशल मीडिया पर वायरल हो जाएगा। साथ ही न्यूज पेपर में भी छप जाएगा। अफसरों जैसी भाषा, काल ट्रांसफर की सेटिंग और जेल का डर दिखाते हुए जालसाजों ने महिला को इतना डराया कि वह उनके झांसे में आ गई। इसके बाद एक लाख 15 हजार रुपये खाते में ट्रांसफर कर दिया। यह वारदात 10 सितंबर को हुई थी। इसके बाद साइबर थाने की पुलिस और स्पेशल टीमें जांच में जुटी थीं। टार्गेट कर सोशल मीडिया से खंगालते थे प्रोफाइल साइबर थाने की पुलिस ने शुक्रवार को शिव मोहन, दीपक और मोहन नामक युवकों को गिरफ्तार कर पूरी घटना से पर्दा उठा लिया। पूछताछ में इन शातिरों ने करीब 26 साइबर ठगी की बात कबूल की है। पूछताछ में शातिरों ने बताया कि वह सीबीआई अफसर, आईपीएस, क्राइम ब्रांच, एसटीएफ, एसओजी की टीम बनकर कॉल करते हैं। कॉल करने से पहले उस शख्स की प्रोफाइल खंगाल लेत हैं। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर उसका सबकुछ जानने के बार फोटो वीडियो अपलोड कर लेते हैं। इसके बाद कोई ऐसा क्लू पकड़कर उसे फोन कर बताते हैं कि जांच एजेंसी से या फिर कोई अफसर बोल रहे हैं। नीचे के अफसर के बात होने के बाद गिरोह के साथी बड़े अधिकारी के नाम पर कॉल ट्रांसफर करते हैं ताकि उसे यकीन हो जाए कि मामला सही है। गिरोह के निशाने पर ज्यादातर महिलाएं रहती हैं। रिटायर्ड अधिकारियों की पत्नियों को भी टारगेट किया जाता है। पकड़े गए साइबर ठग 1. शिवमोहन उर्फ लालू चौहान पुत्र धनीराम चौहान नि0 ग्राम नरायनपुरवा थाना अकबरपुर कोतवाली जिला कानपुर देहात उम्र करीब 20। 2. दीपक सिंह पुत्र दुर्गा प्रसाद नि० ग्राम नरायनपुरवा थाना अकबरपुर कोतवाली जिला कानपुर देहात उम्र करीब 19 वर्ष। 3. मोहन सिंह उर्फ धीरू पुत्र स्वा) जगपाल सिंह नि0 ग्राम नरायनपुरवा थाना अकबरपुर कोतवाली जिला कानपुर देहात उम्म्र करीब 21 वर्ष। डीसीपी गंगा नगर कुलदीप सिंह गुणावत के मुताबिक यह बदमाश फर्जी आईडी पर लिए गए सिम के मोबाइल नंबरों से पुलिस, सीबीआई, क्राइम ब्रांच, साइबर क्राइम का अधिकारी बनकर लोगों को ठग रहे थे। पहले तो अफसर बनकर यह शातिर युवती, महिला आदि को काल कर कहते कि आपके द्वारा गूगल क्रोम पर पोर्न वीडियो/अश्लील सामग्री को बहुत देखा गया है, जिसकी शिकायत हमारे पास आयी है। पुलिस प्रशासन को आपकी गिरफ्तारी करने के लिये आपके घर पर भेजा जा रहा है। इसके बाद यह ब्लैकमेलिंग पर उतर आते हैं। कहते हैं आपका अश्लील/आपत्तिजनक फोटोग्राफ हम लोगों के पास मौजूद है। हम लोग जैसा कहते हैं वैसा करो नहीं तो आपका अश्लील/आपत्तिजनक फोटोग्राफ टीवी व सोशल मीडिया पर चला दिया जायेगा व पेपर में निकलवा दिया जाएगा। इस पर जो व्यक्ति डर जाता है उससे ये लोग पैसे की मांग करते हैं और बैंक खाता/गूगलपे/फोनपे नम्बर आदि भेजकर पैसा मंगा लेते हैं और निकाल कर आपस में बांट लेते है व अन्य माध्यमो से कैश निकलवा लेते है। 10 मोबाइल मिले बदमाशों के कब्जे से 10 मोबाइल, फर्जी आर्डडी के 6 सिम कार्ड, बैंंक की चेकबुक, एडीएम कार्ड, पासबुक आदि बरामद हुई है।

दैनिक भास्कर 22 Nov 2025 12:08 am

20 साल बाद बिहार में सत्ता का पावर सेंटर बदला:नीतीश अब सिर्फ प्रशासनिक चेहरा, BJP स्टाइल में होगा क्राइम कंट्रोल, क्या योगी मॉडल लागू होगा

'अपराधी या तो जेल में होंगे या कब्र में' सम्राट चौधरी का यह डायलॉग अब सिर्फ बयान नहीं, बिहार की नई सत्ता का पावर सेंटर बन गया। 20 साल तक गृह विभाग नीतीश कुमार के पास रहा, लेकिन 2025 में पहली बार यह विभाग बीजेपी को गया और सीधा सम्राट चौधरी के पास। इसका मतलब है कि नीतीश अब केवल चेहरा हैं, सत्ता का कंट्रोल अब एक अणे मार्ग से 5 देशरत्न मार्ग शिफ्ट हो गया। सम्राट चौधरी पर क्राइम, माफिया पर कार्रवाई, दंगों की रोकथाम, पुलिस सिस्टम, खुफिया रिपोर्ट पर एक्शन लेने की जिम्मेदारी होगी। यह बदलाव नीतीश की सबसे बड़ी राजनीतिक कमजोरी और बीजेपी की सबसे बड़ी ताकत बनकर उभरेगा। गृह मंत्रालय बीजेपी के पास जाने से क्या होगा? बिहार के पॉलिटिक्स में क्या बदलाव आ सकता है? बीजेपी इससे क्या निशाना साधेगी? नीतीश के हाथ क्या रहेगा? पढ़िए भास्कर एनालिसिस... 4 पॉइंट में समझिए गृह विभाग जाने के मायने 1- नीतीश की शक्ति टूटी, लॉ एंड ऑर्डर के सारे फैसले BJP के पास नीतीश को पुलिस के बल पर ही सुशासन बाबू कहा जाता था। वे अपनी पुलिस के जरिए से ही अपराधियों पर नकेल लगाने के लिए जाने जाते हैं और बिहार में यह कहा भी जाता है कि जिसके पास गृह विभाग, वही राज्य की असली शक्ति चलाता है। 2005–2025 तक यह शक्ति नीतीश कुमार के पास थी, लेकिन 2025 में पहली बार उनके हाथ से चली गई। अब अपराधियों के खिलाफ सारे फैसले भाजपा के सम्राट चौधरी लेंगे। भास्कर कार्टूनिस्ट चंद्रशेखर हाड़ा की नजर से..... 2- पुलिस पोस्टिंग से होता है राजनीतिक नियंत्रण बिहार में आईपीएस, डीएसपी, थानेदार इनकी नियुक्ति ही जमीन पर राजनीतिक लाभ तय करती है। अब यह सत्ता नीतीश से निकलकर बीजेपी के पास चली गई है। बड़े ऑपरेशन, सीआईडी, आर्थिक अपराध, अपराधी-राजनेताओं की फाइलों पर कौन कार्रवाई करेगा, कौन बचेगा यह अब नीतीश तय नहीं करेंगे। अब इस पर सम्राट चौधरी फैसला लेंगे। 3- कानून व्यवस्था का दबाव BJP पर, उसी की परफॉर्मेंस दिखेगी कानून-व्यवस्था पर विपक्ष का सवाल अब सीधे नीतीश पर नहीं, बीजेपी पर आएगा यानी नीतीश राजनीतिक दबाव से मुक्त और बीजेपी अब अपनी परफॉर्मेंस से सत्ता के केंद्र में दिखाई देगी। गृह विभाग जाने का मतलब यह भी है कि नीतीश के पास सिर्फ “प्रशासनिक चेहरा” रह जाएगा। उनके पास शक्ति नहीं होगी। वे मुख्यमंत्री तो हैं पर शक्ति-संतुलन अब बदल गया है। 4- सम्राट अब 'UP-स्टाइल' पुलिस मॉडल की ओर जाएंगे? पिछले विधानसभा सत्र में सम्राट चौधरी ने एक डायलॉग दिया, 'बिहार में अपराधी अब जेल में होंगे या कब्र में' सम्राट के इस डायलॉग को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जोड़कर देखा गया। सम्राट की कार्यशैली और उनके बयान साफ संकेत देते हैं कि वे “कानून-व्यवस्था का UP मॉडल” लाना चाहेंगे। वे अवैध हथियारों के बड़े ऑपरेशन, गुंडा एक्ट, संपत्ति जब्ती, बुलडोजर कल्चर, नशे और माफिया के खिलाफ रातों-रात कार्रवाई करेंगे तो इसका स्टेट-वाइड राजनीतिक असर होगा। क्या भाजपा 2029 की तैयारी है? 3 पॉइंट में समझिए 1- सम्राट को बिहार में सबसे बड़ा चेहरा बनाने की तैयारी बीजेपी बिहार में अपना भविष्य का चेहरा तैयार करना चाहती है। और गृह विभाग जैसा बड़ा मंत्रालय एक ऐसे नेता को दिया जाता है जो भविष्य में CM फेस भी बन सके। सम्राट BJP के लिए उसी प्रोफाइल में फिट बैठते हैं। 2- तेजस्वी यादव Vs सम्राट चौधरी: बिहार की नई राजनीतिक लड़ाई बिहार की राजनीति लंबे समय तक लालू vs नीतीश पर टिकी रही। अब बीजेपी इसे धीरे-धीरे बदलकर तेजस्वी Vs सम्राट के मुकाबले में लाएगी। क्योंकि दोनों युवा हैं, दोनों के पास ओबीसी का आधार है। दोनों आक्रामक भाषा बोलते हैं। सम्राट के पास अब जो राजनीतिक हथियार आया है- गृह विभाग। वह तेजस्वी के खिलाफ ‘कानून बनाम अव्यवस्था’ का नरेटिव खड़ा करेगा। 3- नीतीश पर मनोवैज्ञानिक दबाव बिहार का पावर सेंटर अब BJP के पास है। ड्रग्स, सैंड माफिया, जमीन माफिया, हथियार तस्करी इन सबके बड़े ऑपरेशन अब बीजेपी के निर्देश पर चलेंगे। यह 2029 के लिए पार्टी को मजबूत आधार देगा। हीं नीतीश का प्रशासनिक कंट्रोल खोता हुआ दिखाई देगा। इससे बीजेपी मनोवैज्ञानिक रूप से बढ़त लेती दिखाई देगी। एक्सपर्ट बोले- योगी स्टाइल में काम नहीं हो पाएगा सम्राट चौधरी को गृह विभाग मिलने के बाद बिहार की पुलिसिंग पर इसका क्या असर पड़ेगा? क्या बिहार में भी पड़ोसी राज्य यूपी के तर्ज पर यहां भी योगी मॉडल को पुलिसिंग में लागू किया जाएगा? इन सवालों का जवाब जानने के लिए रिटायर्ड IPS एसके भारद्वाज से बात की गई। उनके अनुसार गृह विभाग देने से बिहार की पुलिसिंग पर कोई असर नहीं पड़ेगा। क्योंकि, IPS अधिकारियों के ट्रांसफर का पावर मुख्यमंत्री के पास ही रहेगा। हां, गृह मंत्री के पास DSP स्तर के पुलिस अधिकारियों के ट्रांसफर का अधिकार जरूर रहेगा। IPS का ट्रांसफर-पोस्टिंग वो तब ही कर पाएंगे जब को कानून में किसी प्रकार का बदलाव होगा। निश्चित तौर पर गृह एक महत्वपूर्ण विभाग है। जहां तक बात यूपी की है तो योगी स्टाइल से काम नहीं हो पाएगा। क्योंकि, नीतीश कुमार कानून के तहत चलने वाले हैं। --------------- ये खबर भी पढ़िए... बिहार में 20 साल बाद नीतीश ने गृह मंत्रालय छोड़ा:BJP के सम्राट चौधरी को जिम्मेदारी, फाइनेंस JDU के पास, मंगल पांडे फिर स्वास्थ्य मंत्री नीतीश मंत्रिमंडल में बड़ा बदलाव किया गया है। 20 साल बाद नीतीश कुमार ने गृह विभाग छोड़ा है। ये विभाग अब BJP के पास चला गया है। डिप्टी CM सम्राट चौधरी गृह विभाग की जिम्मेदारी संभालेंगे। BJP ने वित्त विभाग JDU को दिया है। बिजेंद्र यादव ऊर्जा के साथ वित्त विभाग का जिम्मा भी देंखेंगे। इसके साथ ही मंगल पांडे को फिर से स्वास्थ्य विभाग का जिम्मा सौंपा है। पहली बार मंत्री बनीं नेशनल शूटर श्रेयसी सिंह को खेल विभाग दिया गया है। HAM के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सुमन का विभाग नहीं बदल गया। वे फिर से लघु जल संसाधन विभाग के मंत्री होंगे। पूरी खबर पढ़िए

दैनिक भास्कर 21 Nov 2025 6:40 pm

अंबाला में विभिन्न मामलों में वांछित 16 आरोपी गिरफ्तार:कान पकड़कर मांगी माफी, बोले- अब कभी भी क्राइम नहीं करेंगे

अंबाला कैंट के सदर थाना पुलिस ने विभिन्न मामलों में वांछित 16 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सभी ने पुलिस के सामने कान पकड़कर कहा कि अब कभी भी क्राइम नहीं करेंगे, माफ कर दीजिए। पुलिस द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन ट्रैकडाउन के तहत की गई इस कार्रवाई में कुल 5 मामलों में आरोपियों को पकड़ा गया है। इनसे 1 लाख 52 हजार रुपए नकद और 12 मोबाइल भी बरामद किए गए हैं। जुआ सट्टा का काम कर रहा था आरोपी आपराधिक मामलों में वांछित आरोपियों के लिए ऑपरेशन ट्रैकडाउन चलाया जा रहा है इसी कड़ी में अंबाला कैंट की सदर थाना पुलिस ने 5 मामलों में 16 आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिसमें पहले मामले में पुलिस ने आरोपी प्रदीप उर्फ पण्डु को गिरफ्तार किया है, जो हाल ही में जेल से आया था। यहां जुआ सट्टा का काम कर रहा था। जिसमें 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनसे 1 लाख 52 हजार रूपए और कई मोबाइल बरामद किए है। प्रदीप किसी गैंग से संबंध रखता है और उसपर पहले भी कई मामले दर्ज है। अस्पताल में नौकरी के नाम पर ठगी वहीं दूसरे मामले में व्यक्ति पर चाकू से हमला करने में 1 अन्य आरोपी को गिरफ्तार किया है। वही नागरिक अस्पताल में नौकरी लगवाने के नाम पर एक अन्य आरोपी सुमित को गिरफ्तार किया है। इसमें पहले 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, ये लोगों को नागरिक अस्पताल में नौकरी लगवाने का झांसा देकर उनसे 1 से डेढ़ लाख रुपए लेते थे। वहीं अन्य मामल में पहले से गिरफ्तार अंबाला कैंट से पूर्व पार्षद को रिमांड पर लिया। जिसमें उसने अन्य चोरी के सामान को खरीदने की वारदात को कबूला है। इसके अलावा चोरी के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पहले मामले में 12 आरोपी पकड़े पहले मामले में पुलिस ने प्रदीप उर्फ पंडु को गिरफ्तार किया, जो हाल ही में जेल से बाहर आया था और इलाके में जुआ-सट्टा चलाने में शामिल था। इस मामले में प्रदीप सहित 12 आरोपी पकड़े गए हैं। प्रदीप का आपराधिक रिकॉर्ड पहले से भी रहा है और कई मामले उसके खिलाफ दर्ज हैं। दूसरे मामले में पुलिस ने एक व्यक्ति पर चाकू से हमला करने के आरोपी को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा, नागरिक अस्पताल में नौकरी लगवाने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले मामले में एक आरोपी सुमित को पकड़ा गया है। इस केस में पहले ही चार आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। यह गिरोह लोगों से नौकरी लगवाने का झांसा देकर 1 से डेढ़ लाख रुपए तक वसूलता था। पुलिस ने एक अन्य मामले में अंबाला कैंट के पूर्व पार्षद को रिमांड पर लिया है। पूछताछ में उसने चोरी का सामान खरीदने की वारदात में शामिल होने की बात कबूल की है। वहीं, चोरी के एक अलग मामले में भी एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों से पूछताछ जारी है और आगे भी इस अभियान के तहत कार्रवाई जारी रहेगी।

दैनिक भास्कर 21 Nov 2025 4:43 pm

पंचकूला में लूटी कार, हिमाचल में मर्डर का था प्लान:क्राइम ब्रांच ने दबोचे 3 बदमाश; मोहाली से बुक की टैक्सी, 2 पिस्टल-कारतूस बरामद

हरियाणा के पंचकूला में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए टैक्सी लूटकर हिमाचल प्रदेश में हत्या करने जा रहे तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से दो कंट्री मेड पिस्टल और छह जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। आरोपियों को अदालत में पेश कर रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। खरड़ से बुक की थी टैक्सी, पंचकूला में की लूट डीसीपी क्राइम ब्रांच मनप्रीत कुमार सूदन के अनुसार, 19 नवंबर की सुबह करीब साढ़े पांच बजे बदमाशों ने पंजाब के मोहाली जिले के खरड़ से इन-ड्राइव ऐप के जरिए पंचकूला के रामगढ़ के लिए टैक्सी बुक की। रामगढ़ पहुंचने पर आरोपियों ने सुनसान जगह पर ड्राइवर को पिस्टल दिखाकर कार से उतार दिया और टैक्सी लेकर फरार हो गए। क्राइम ब्रांच ने पोंटा साहिब से पकड़े आरोपी टैक्सी ड्राइवर ने तुरंत चंडीमंदिर पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही क्राइम ब्रांच की टीमें सक्रिय हुईं और हिमाचल प्रदेश के पोंटा साहिब निवासी तीन आरोपियों — रोहित धीमान, सतबीर और बिट्टू ठाकुर — को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान रोहित धीमान ने कार को यमुनानगर के किशनगढ़ गांव से बरामद करवाया। बिट्टू ठाकुर ने कार के डैशबोर्ड से एक पिस्टल और चार कारतूस, जबकि सतबीर ने अपने घर से एक पिस्टल और दो कारतूस बरामद करवाए। हिमाचल में हत्या की थी साजिश पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी पोंटा साहिब में ऋषभ नामक युवक की हत्या करने की योजना बना रहे थे। उनके चौथे साथी हमजा की ऋषभ के साथ पुरानी रंजिश थी। हत्या की साजिश को अंजाम देने के लिए ही आरोपियों ने टैक्सी लूटी थी। गाड़ी बुक करने के लिए जिस मोबाइल का इस्तेमाल किया गया, वह भी आरोपियों ने 18 नवंबर को चंडीगढ़ से छीना था। दो आरोपी पहले से हत्या के प्रयास के मामलों में नामजद पुलिस के अनुसार, आरोपियों सतबीर और हमजा के खिलाफ पोंटा साहिब थाना में हत्या के प्रयास के मामले पहले से दर्ज हैं। सभी आरोपी गांजे के नशे के आदी हैं। पुलिस रिमांड के दौरान यह पता लगाने का प्रयास किया जाएगा कि हथियार उन्हें कहां से मिले और क्या वे किसी बड़े गिरोह से जुड़े हैं।

दैनिक भास्कर 21 Nov 2025 12:42 pm

गाजियाबाद में क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर रिश्वत लेते अरेस्ट:4 लाख देने वाला कारोबारी भी गिरफ्तार, 4 ट्रक कफ सिरप छोड़ने वाला था

गाजियाबाद पुलिस ने क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर रमेश सिंह सिंधु को 4 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ अरेस्ट किया है। पुलिस ने उसके पास से 4 लाख कैश बरामद किया। वहीं, रिश्वत देने वाला कारोबारी राहुल भी भागते समय पकड़ा गया। गाजियाबाद में 3 नवंबर को 3.5 करोड़ का 4 ट्रक कफ सिरप पकड़ा था। उन्हीं 4 ट्रक को छोड़ने के एवज में इंस्पेक्टर ने रिश्वत मांगी थी। शुक्रवार को क्राइम ब्रांच ऑफिस में कारोबारी रिश्वत लेकर पहुंच गया। वहां इंस्पेक्टर को दिया। जैसे ही इंस्पेक्टर ने रिश्वत लेकर अपने ऑफिस में रखी। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। DCP सिटी धवल जायसवाल ने बताया- आरोपी इंस्पेक्टर के खिलाफ भ्रष्टाचार संबंधी धाराओं में केस दर्ज किया जा रहा है। जो व्यक्ति घूस दे रहा था, वो भी हमारी गिरफ्त में है। सूत्रों के मुताबिक, इंस्पेक्टर की एक्टिविटी को लेकर कमिश्नर को शिकायत मिली थी। इसके बाद उस पर नजर रखी जा रही थी। 3 नवंबर को पकड़ा था 4 ट्रक कफ सिरपगाजियाबाद पुलिस के मुताबिक, 18 अक्टूबर को सोनभद्र पुलिस ने दो ट्रक कफ सिरप पकड़े थे। पूछताछ में खुलासा हुआ कि ये सिरप गाजियाबाद के गोदामों में स्टॉक किए जाते हैं। यहां से देशभर में सप्लाई की जाती है। इसके बाद गाजियाबाद पुलिस ने एडीसीपी पीयूष सिंह और क्राइम ब्रांच प्रभारी अनिल राजपूत को जांच की जिम्मेदारी सौंपी। गाजियाबाद पुलिस ने 3 नवंबर को मेरठ रोड स्थित मछली गोदाम से छापा मारा। गोदाम की तलाशी ली तो दो ट्रक और दो कैंटर मिले। चूने की बोरियों के बीच इनमें कफ सिरप को छिपाया गया था। यहां से 1,57,350 शीशियां Eskuf और Phensedyl कफ सिरप मिला। इसमें 850 पेटी Eskuf ब्रांड की थी जबकि 300 पेटी Phensedyl ब्रांड की। हर पेटी में 100 मिलीलीटर की शीशियां थीं। कुल मात्रा 15,735 लीटर निकली। एक शीशी की कीमत 210 से 212 रुपए के बीच है, यानी कुल कीमत 3.40 करोड़ रुपए से अधिक। जहां शराब बंद, वहां सबसे ज्यादा मांगपुलिस के मुताबिक, इन सिरप में कोडीन नामक तत्व होता है, जो मादक पदार्थ की श्रेणी में आता है। आरोपी इन सिरप की बांग्लादेश और अन्य देशों में तस्करी करते थे। भारत में यह 210 रुपए की शीशी 600 से 1000 रुपए तक बांग्लादेश में बिकती थी। सूत्रों के मुताबिक, जहां-जहां शराब प्रतिबंधित है, वहां यह सिरप नशे के रूप में इस्तेमाल होता है। 3 साल में 550 से ज्यादा ट्रक सिरप खपायापूछताछ में सामने आया कि गैंग का मास्टरमाइंड सौरव त्यागी और संतोष भड़ाना ने पिछले तीन साल में 550 से ज्यादा ट्रकों से कफ सिरप की सप्लाई की। गाजियाबाद के गोदाम में एक ट्रक खड़ा करने के 20 हजार रुपए रोज दिए जाते थे। मुख्य आरोपी सौरव त्यागी ने पुलिस को बताया कि प्रतिबंधित कफ सीरप दिल्ली से यूपी, बिहार, झारखंड के रास्ते बांग्लादेश तक भेजे जाते थे। दुबई से ऑपरेट हो रहा है नेटवर्कइस सिंडिकेट का सरगना आसिफ है, जो मेरठ निवासी है और दुबई से पूरी गैंग को ऑपरेट करता है। उसके साथ मेरठ का ही वसीम और वाराणसी का शुभम जायसवाल भी शामिल है। तीनों फिलहाल फरार हैं। आसिफ और वसीम की मदद से सौरव त्यागी कफ सिरप को एनसीआर में इकट्ठा करता था और फिर देशभर में सप्लाई कराता था। फर्जी फार्मा कंपनियों के जरिए होता था कारोबारसौरव त्यागी के पास RS फार्मा, इंदिरापुरम गाजियाबाद का लाइसेंस है। उसने कई फर्जी फर्मों-जैसे वान्या इंटरप्राइजेज, लेबोरेट फार्मा (पोंटा साहिब) और एबॉट फार्मा (बद्दी) के नाम पर सिरप खरीदा। इन सिरप को मछली गोदाम परिसर, गाजियाबाद में रखकर वहां से ट्रकों में लोड कर झारखंड, बंगाल, असम भेजा जाता था। हर बार ट्रकों में सिरप को छिपाने का तरीका बदल दिया जाता था, ताकि पकड़ा न जा सके। .................................. ये खबर भी पढ़िए- बेटे को छोड़ जिम ट्रेनर संग भागी महिला:बरेली में समझाने आए भाई को प्रेमी ने पीटा; हिंदू संगठनों का हंगामा बरेली में पति और 5 साल के बेटे को छोड़कर जिम ट्रेनर के साथ रह रही महिला को समझाने पहुंचे भाई पर प्रेमी शोएब और उसके साथियों ने हमला कर दिया। भाई को पीटकर अधमरा करने के बाद हंगामा बढ़ गया। पढ़ें पूरी खबर...

दैनिक भास्कर 21 Nov 2025 11:18 am

CJI गवई बोले-बौद्ध धर्म को मानने वाला, लेकिन सेक्युलर हूं:धर्मनिरपेक्षता पिता से सीखी; चीफ जस्टिस का आज आखिरी वर्किंग डे, 23 नवंबर को रिटायरमेंट

चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) बीआर गवई ने गुरुवार को एक फेयरवेल प्रोग्राम में कहा- मैं बौद्ध धर्म को मानने वाला हूं, लेकिन वास्तव में एक सेक्युलर (धर्मनिरपेक्ष) व्यक्ति हूं। हिंदू, सिख, इस्लाम समेत सभी धर्मों में विश्वास रखता हूं। जस्टिस गवई ने आगे कहा कि मैंने धर्मनिरपेक्षता अपने पिता से सीखी है। मेरे पिता भी पूरी तरह से सेक्युलर थे और डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर के अनुयायी थे। ये सभी बातें CJI ने एडवोकेट्स ऑन रिकॉर्ड एसोसिएशन (SCAORA) की ओर से आयोजित उनके विदाई समारोह में कही। CJI बीआर गवई का आज शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में आखिरी वर्किंग डे है। वे 23 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं। जस्टिस सूर्यकांत देश के अगले मुख्य न्यायाधीश होंगे। वे 24 नवंबर को पदभार संभालेंगे। जस्टिस कांत 53वें CJI के तौर पर 14 महीने का कार्यकाल पूरा करेंगे। वे 9 फरवरी, 2027 को रिटायर होंगे। जस्टिस गवई बोले- बचपन से ही सभी धर्मों का सम्मान करना सीखा CJI गवई ने बताया कि जब मैं छोटा था। उस समय पिताजी राजनीतिक कार्यक्रमों के लिए अलग-अलग जगहों पर जाते थे। तब उनके (पिता के) दोस्त कहते थे- सर चलिए, यहां की दरगाह मशहूर है या गुरुद्वारा बहुत अच्छा है तो मैं उनके साथ जाता था। इस तरह सभी धर्मों का सम्मान करने के माहौल में बड़ा हुआ। CJI गवई के पिछले 3 चर्चित बयान... 4 नवंबर- संविधान में न्याय और समानता के सिद्धांत CJI बीआर गवई ने 4 नवंबर को कहा था कि लोकतंत्र के तीनों अंग कार्यपालिका, अदालत और संसद ये तीनों मिलकर जनता के कल्याण के लिए काम करते हैं, कोई भी अकेले काम नहीं कर सकता। स्वतंत्रता, न्याय और समानता के सिद्धांत भारतीय संविधान में हैं, जो हर संस्था की कार्यप्रणाली का आधार हैं। उन्होंने कहा- न्यायपालिका के पास न तो तलवार की ताकत है और न ही शब्दों की। ऐसे में जनता का विश्वास ही उसकी सबसे बड़ी ताकत है। कार्यपालिका की भागीदारी के बिना न्यायपालिका और कानूनी शिक्षा को पर्याप्त बुनियादी ढांचा देना कठिन है। पूरी खबर लिखें... 11 अक्टूबर: डिजिटल युग में लड़कियां सबसे ज्यादा असुरक्षित, टेक्नॉलॉजी शोषण का जरिया बनी मुख्य न्यायाधीश (CJI) बीआर गवई ने कहा था कि डिजिटल दौर में लड़कियां नई तरह की परेशानियों और खतरों का सामना कर रही हैं। टेक्नॉलॉजी सशक्तिकरण नहीं, शोषण का जरिया बन गई है। लड़कियों के लिए आज ऑनलाइन हैरेसमेंट, साइबर बुलिंग, डिजिटल स्टॉकिंग, निजी डेटा के दुरुपयोग और डीपफेक तस्वीरें बड़ी चिंता बन गई हैं। पूरी खबर पढ़ें... 4 अक्टूबरः बुलडोजर एक्शन का मतलब कानून तोड़ना चीफ जस्टिस (CJI) बीआर गवई ने कहा था कि भारतीय न्याय व्यवस्था रूल ऑफ लॉ यानी (कानून के शासन) से चलती है, इसमें बुलडोजर एक्शन की जगह नहीं है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने हाल के फैसले में अदालत ने स्पष्ट किया था कि किसी आरोपी के खिलाफ बुलडोजर चलाना कानून की प्रक्रिया को तोड़ना है। पूरी खबर पढ़ें... देश के 53वें चीफ जस्टिस बनेंगे जस्टिस सूर्यकांत सुप्रीम कोर्ट के सीनियर जज जस्टिस सूर्यकांत को देश के 53वां चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) होंगे। वे 24 नवंबर को शपथ लेंगे। कानून मंत्रालय ने गुरुवार, 30 अक्टूबर को ये जानकारी दी। वे मौजूदा CJI भूषण रामकृष्ण गवई की जगह लेंगे। CJI बनने वाले हरियाणा के पहले शख्स होंगे जस्टिस सूर्यकांत जस्टिस सूर्यकांत इंडियन ज्यूडीशियरी की टॉप पोस्ट पर पहुंचने वाले हरियाणा से पहले शख्स होंगे। उनके नाम की सिफारिश करते हुए CJI गवई ने कहा कि जस्टिस सूर्यकांत सुप्रीम कोर्ट की कमान संभालने के लिए उपयुक्त और सक्षम हैं। 10वीं की परीक्षा देने गए तब पहली बार शहर देखा था जस्टिस सूर्यकांत की हरियाणा की यात्रा हिसार के एक गुमनाम से गांव पेटवाड़ से शुरू हुई। वे सत्ता के गलियारों से जुड़े विशेषाधिकारों से दूर पले-बढ़े। उनके पिता एक शिक्षक थे। 8वीं तक उन्होंने गांव के स्कूल में ही पढ़ाई की, जहां बैठने के लिए बेंच नहीं थी। दूसरे गांव वालों की तरह जस्टिस सूर्यकांत ने अपने परिवार का पालन-पोषण करने के लिए खाली समय में खेतों में काम किया। पहली बार शहर तब देखा जब वे 10वीं की बोर्ड परीक्षा देने हिसार के एक छोटे से कस्बे हांसी गए थे। ------------------------------ ये खबर भी पढ़ें... CJI बोले-न्याय की सक्रियता जरूरी लेकिन यह आतंक न बने, नागरिकों की रक्षा करने कोर्ट को आगे आना पड़ता है चीफ जस्टिस बीआर गवई ने 17 नवंबर को कहा कि देश में न्यायिक सक्रियता (ज्यूडिशियल एक्टिविज्म) जरूरी है, लेकिन इसकी एक सीमा होनी चाहिए। यह सक्रियता कभी भी न्यायिक आतंकवाद (ज्यूडिशियल टेररिज्म) में नहीं बदलनी चाहिए। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 21 Nov 2025 8:39 am

सर हमलोग अपने घर जाना चाहते हैं... चीफ जस्टिस का निर्देश- प्रक्रिया सरल करें

झारखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस तरलोक सिंह चौहान गुरुवार को अचानक नाबालिग लड़कियों के आश्रयगृह ‘प्रेमाश्रय’ पहुंचे। उन्होंने प्रेमाश्रय का चारों ओर निरीक्षण किया। वहां रह रही बच्चियों के लिए उपलब्ध सुविधाएं, साफ-सफाई, उनके भोजन-पीने के पानी आदि की जानकारी ली। इस दौरान चीफ जस्टिस ने आश्रयगृह में रह रही बच्चियों से एक-एक कर बातचीत की। अपने बीच चीफ जस्टिस को पाकर लड़कियों ने अपने मन की बात भी कह दी। कई लड़कियों ने कहा कि सर हमलोग वापस अपने घर जाना चाहते हैं। इस पर चीफ जस्टिस ने उपस्थित कर्मचारियों से पूछा कि जब बच्चियां स्वयं अपने घर जाना चाहती हैं। उनके माता-पिता उन्हें लेने के लिए तैयार हैं, तो फिर क्यों उन्हें घर नहीं भेजा जा रहा है। इस पर उन्हें बताया गया कि प्रशासनिक औपचारिकताओं की वजह से बच्चियों को घर नहीं भेजा जा रहा है। इस पर चीफ जस्टिस ने कहा कि बच्चियों को जटिल प्रशासनिक प्रक्रियाओं से गुजरने का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में प्रक्रिया सरल और शीघ्र होनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए, ताकि बच्चियों को तत्काल घर जाने की सुविधा मिले। चीफ जस्टिस ने बच्चियों को भरोसा देते हुए कहा कि वे जल्द ही दुबारा उनसे मिलने आएंगे। चीफ जस्टिस को बताया गया कि कुछ बच्चियां अपने परिवार या स्वजनों के बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं दे पाईं। उनके परिवार का पता लगाया जा रहा है। इसके बाद चीफ जस्टिस ने बच्चियों के लिए तैयार भोजन भी चखा। उन्होंने आश्रयगृह की स्वच्छता, सुरक्षा और व्यवस्थाओं के लिए आश्रयगृह की अधीक्षक की सराहना भी की। महिला अधिकारियों की विशेष टीम समस्याएं पूछेगी चीफ जस्टिस को डालसा सचिव ने बताया कि विशेष आवश्यकता वाली बच्चियों को रखने में काफी दिक्कत होती है। क्योंकि, रांची में ऐसी बच्चियों के लिए समर्पित कोई संस्थान नहीं है। चीफ जस्टिस ने इस मामले में विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर देने को कहा, ताकि उस पर तत्काल ठोस कदम उठाया जा सके। चीफ जस्टिस ने डालसा सचिव को महिला अधिकारियों की एक टीम बनाने का निर्देश दिया, जो बच्चियों से व्यक्तिगत रूप से वार्ता करके उनकी समस्याओं का समाधान करेंगी। उन्होंने जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी को निर्देश दिया कि वे बच्चियों के पुनर्वास की प्रक्रिया में देरी न करें। त्वरित कार्रवाई करें, ताकि बच्चियों का पुनर्वास हो सके। उन्होंने कहा कि जिन मामलों में अभिभावक उपलब्ध नहीं हैं, वहां बच्चियों को समयबद्ध तरीके से फॉस्टर केयर या अन्य उपयुक्त विकल्प में भेजने की व्यवस्था करें।

दैनिक भास्कर 21 Nov 2025 4:33 am

क्राइम सीन पर हत्या-आत्महत्या के बीच फर्क करना मुश्किल:फॉरेंसिंक सबूतों से अपराधियों को कड़ी सजा, पुलिसकर्मियों की एफएसएल ट्रेनिंग

कोटा फॉरेंसिंक टीम को नए मोबाइल वाहन और किट्स मिले है। जिसके साथ एफएसएल के लिए अहम सबूत जुटाने को लेकर पुलिसकर्मियों के साथ कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। कोटा एफएसएल की अतिरिक्त निदेशक डॉ. राखी खन्ना ने बताया कि पुलिसकर्मियों को क्राइम सीन पर सबूत इकट्ठा करने को लेकर लगातार ट्रेनिंग सेशन किए जा रहे है। कोटा संभाग के झालावाड़, बारा, बूंदी एवं कोटा ग्रामीण से 40 पुलिसकर्मियों का ट्रेनिंग सेशन किया जा रहा है। इसके तहत कोटा टीम को मिले नए मोबाईल वाहन किटस का प्रेक्टिकल पुलिसकर्मियों को करवाया गया। कार्यशाला में एफएसएल की टीमों की तरफ से अलग अलग क्राइम सीन से इकट्ठा किए गए सबूतों और उनसे कैसे अपराधियों को सजा मिली इसके बारे में जानकारी दी गई। नारकोटिक्स, ड्रग्स, रसायन, डीएनए, पोस्को, हत्या, आत्महत्या, जैसे मामलों में एफएसएल टीम किस तरह से सबूतों की जांच कर रिपोर्ट तैयार करती है इसके बारे में बताया जा रहा है।कार्यशाला में बताया कि क्राइम सीन पर से सही प्रकार सबूत इकट्ठा नहीं करने और उसकी वैज्ञानिक तरीक से जांच नहीं होने से जांच अधिकारी के केस पर भी प्रभाव पड़ता है। कई बार बेगुनाह लोग जेल पहुंच सकते है। ऐसे में पुलिसकर्मी एफएसएल टीमों के साथ मिलकर सबूतों को वैज्ञानिक तरीके से परीक्षण के बाद जांच में शामिल करें तो असली अपराधी को कड़ी सजा होगी। वहीं मौके से समय पर सबूत लेने, उनका परीक्षण और जांच के अनुसार आरोपी के जेल की अवधि पर प्रभाव पड़ता है। इसी के चलते इन कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें बताया जा रहा है कि किस केस में कौनसे साक्ष्य जरूरी होते है। डॉ. राखी ने बताया कि क्राइम सीन पर स्थितियां जटिल होती है। कई बार हत्या और आत्महत्या के बीच अंतर करना भी मुश्किल होता है। ऐसी स्थितियों में एफएसएल की भूमिका और मौके पर मिले सबूत बहुत जरूरी हो जाते है। क्राइम सीन पर मिले सबूत एफएसएल में जांच के लिए भिजवाए जाने और उसकी रिपोर्ट जांच में शामिल करने से केस ऑफिसर के लिए अपराधी को सजा दिलाना आसान हो जाता है।

दैनिक भास्कर 20 Nov 2025 10:21 am

लखनऊ टुडे, 20 नवंबर - आपके काम की खबर:चीफ जस्टिस कॉन्फ्रेंस में जजों का स्वागत, दिव्य कला मेले का छठवां दिन

नमस्कार लखनऊ, मुस्कुराइए, आज 20 नवंबर, दिन गुरुवार है... हम आपके लिए आज के इवेंट और आपसे जुड़ी काम की बातों को लेकर आए हैं। इसमें बता रहे हैं कि शहर में कहां और क्या-क्या हो रहा है। बिजली किन इलाकों में कटेगी, पानी किन इलाकों में नहीं आएगा। संगीत-संस्कृति, आर्ट, ड्रामा के इवेंट्स कहां हो रहे हैं। शहर का मौसम, सिटी का ट्रैफिक, सिनेमा, स्कूल-कॉलेज से जुड़ी जानकारियां भी हैं। पढ़िए क्या कुछ हैं, आपके काम की बातें... शहर में आपसे जुड़ी सुविधाएं और इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर- दैनिक भास्कर लखनऊ रिपोर्टिंग टीम से संपर्क करें-

दैनिक भास्कर 20 Nov 2025 9:55 am

गैंगस्टर अनमोल से 40 सवाल करेगी NIA:अमेरिकन पुलिस के सर्विलांस में कैसे कराए भारत में क्राइम? मुंबई, पंजाब के बाद पूछताछ करेगी राजस्थान पुलिस

अमेरिका में डेढ़ साल पहले पकड़े गए गैंगस्टर अनमोल बिश्नोई को भारत डिपोर्ट कर दिया गया है। अनमोल लॉरेंस का भाई है। वह पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला, एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या और सलमान खान के घर फायरिंग समेत कई मामलों में आरोपी है। अनमोल के खिलाफ राजस्थान में 21 केस हैं। एनआईए ने 10 लाख रु. का इनाम घोषित कर रखा था। अनमोल को 200 उन भारतीयों के साथ डिपोर्ट कर भारत भेजा है, जो गलत तरीके और दस्तावेजों के साथ अमेरिका में घुसे थे। अनमोल विश्नोई पर डेढ़ साल से अमेरिकन पुलिस की नजर थी। पिछले डेढ़ साल से डिटेंशन सेंटर में अनमोल अमेरिकन पुलिस के सर्विलांस पर था। उसकी हर हरकत पर नजर थी। ऐसे में बड़ा सवाल है कि अनमोल अगर सर्विलांस में था तो डेढ़ साल में हुई कई बड़ी वारदातों में उसका नाम कैसे आया? अमेरिका में बैठकर उसने कैसे इन वारदातों को अंजाम दिलवाया? ऐसे ही सवालों के जवाब जानने के लिए सबसे पहले एनआईए अनमोल को गिरफ्तार कर रिमांड पर लेगी। एनआईए ने बना ली है अनमोल के लिए सवालों की लिस्टNIA ने अनमोल के डिपोर्ट होने के 10 दिन पहले ही हर राज्य से उसके सभी अपराधों और एफआईआर का डेटा मांग लिया था। इन सभी केस के आधार पर एनआईए ने करीब 40 सवाल तैयार किए हैं। पहला महत्वपूर्ण सवाल सलमान खान के घर पर फायरिंग को लेकर है। साथ ही एक सवाल सलमान के घर के पास पार्क में चिट्ठी छोड़ने से भी जुड़ा है। बाबा सिद्धीकी की हत्या को लेकर भी एनआईए पूछताछ करेगी। सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में अनमोल के इनवॉल्वमेंट को लेकर भी पूछताछ की जाएगी, जबकि लॉरेंस ने एक प्राइवेट चैनल को दिए इंटरव्यू में साफ कहा था कि सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में उसका ही हाथ है। अनमोल का हत्याकांड में क्या सहयोग रहा? फायरिंग के लिए हथियार बदमाशों तक कैसे पहुंचाते थे? बदमाशों के लिए आगे की व्यवस्था कैसे और किन लोगों के माध्यम से होती है? कैसे ये लोग नकली पासपोर्ट के सहारे देश छोड़ कर भाग जाते हैं…ऐसे ही कई सवालों के जवाब एनआईए जानना चाहेगी। एनआईए के बाद मुंबई क्राइम ब्रांच लेगी अनमोल का रिमांडअनमोल को रिमांड पर लेने का मुंबई क्राइम ब्रांच के पास एक बड़ा ग्राउंड है। सलमान खान के घर फायरिंग और जान से मारने की धमकी। बाबा सिद्धीकी की हत्या में इस्तेमाल हथियार बदमाशों तक पहुंचाने के पूरे प्रोसेस के बारे में पुलिस जानना चाहती है। लॉरेंस और अनमोल विश्नोई के खिलाफ कई फिल्म निर्माता और निर्देशकों को रंगदारी के लिए धमकाने की भी शिकायतें दर्ज हैं। इन्हीं मामलों को लेकर मुंबई क्राइम ब्रांच को अनमोल से पूछताछ करनी है। हर प्रदेश की क्राइम ब्रांच भेजेगी रिमांड के लिए प्रस्तावएनआईए को अनमोल के खिलाफ करीब 13 राज्यों में क्राइम का रिकॉर्ड मिला है। हर राज्य में कई एफआईआर हैं। सभी राज्यों की क्राइम ब्रांच ने एनआईए के पास रिमांड के लिए प्रस्ताव भेजा है। अब एनआईए तय करेगी कि किस राज्य में संगीन अपराध और राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर पूछताछ पहले जरूरी है। राजस्थान में अनमोल के खिलाफ हत्या, रंगदारी ओर फायरिंग से जुड़े 21 से ज्यादा केस दर्ज हैं। पंजाब में भी रंगदारी, हत्या, हथियारों की तस्करी, फायरिंग के मामले दर्ज हैं। एनआईए और मुंबई क्राइम ब्रांच के बाद पंजाब और फिर राजस्थान पुलिस अनमोल विश्नोई से पूछताछ करेगी। जानिए कौन है अनमोल विश्नोईअनमोल विश्नोई गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई का छोटा भाई है। साल 2016 में लॉरेंस ने अनमोल को पढ़ाई के लिए जोधपुर भेजा था। उस समय अनमोल विश्नोई के खिलाफ मारपीट और अवैध हथियार रखने के तीन मामले दर्ज किए गए थे। लॉरेंस गैंग राजस्थान, पंजाब और हरियाणा के व्यापारियों को डरा-धमकाकर फिरौती वसूल रहा था। अनमोल भी इस काले कारोबार में शामिल हो गया। लॉरेंस 2015 से जेल में है। लॉरेंस के निर्देश पर गोल्डी और अनमोल विश्नोई ही गैंग चला रहे हैं। आरोप है कि जेल में रहते हुए लॉरेंस राजस्थान, पंजाब, दिल्ली राज्यों के व्यापारियों, बिल्डरों और राजनेताओं को फिरौती के लिए धमकाता। फिरौती न मिलने पर गोल्डी बराड़ और अनमोल विश्नोई शूटर भेजकर मर्डर करा देते। इसके बाद सोशल मीडिया पर जिम्मेदारी लेते। कई देशों में फैला है अनमोल का क्राइम नेटवर्कसूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अनमोल बिश्नोई ने बड़ा क्राइम नेटवर्क बना रखा है। पुर्तगाल, इटली, अमेरिका, बुल्गारिया, तुर्की, दुबई में इसके सदस्य मौजूद हैं। इनका काम होता है वॉट्सऐप, सिग्नल ऐप और वीपीएन खातों के लिए इंटरनेशनल मोबाइल नंबर उपलब्ध कराना। भगोड़ों के लिए छिपने के ठिकाने बनाना। हाई क्वालिटी हथियारों की सप्लाई। नए शार्प शूटर तैयार करना। ब्लैक मनी को व्हाइट करना। नकली आईडी बनवाना। नाबालिगों को गैंग में शामिल करना। जैसे गोल्डी बराड़ अमेरिका के कैलिफोर्निया में रहकर भारत में क्राइम करा रहा है।

दैनिक भास्कर 20 Nov 2025 5:53 am

विदेश जाने की फिराक में था चेयरमैन सिद्दीकी:ED का दावा-अलफलाह की कमाई ‘प्रोसीड्स ऑफ क्राइम, बड़ा हिस्सा पर्सनल यूज किया

दिल्ली ब्लास्ट के बाद जांच एजेंसियों के निशाने पर आई अल-फलाह यूनिवर्सिटी का चेयरमैन जावेद अहमद सिद्दीकी विदेश जाने की फिराक में था। उसने किसी ऐसे देश में जाने की प्लानिंग बनाई थी, जो इंडियन पासपोर्ट को ऑन अराइवल वीजा प्रोवाइड करवाते हैं। ED को उसके ट्रैवल से जुड़ी कुछ एयर टिकटें और बुकिंग की जानकारी मिली है। ईडी ने कोर्ट में पेश किए गए रिमांड पेपर में भी विदेश जाने की जानकारी दी। उसके करीबी रिश्तेदार भी खाड़ी देशों में बसे हुए हैं। उन्हीं के माध्यम से वह विदेश जाने की तैयारी में था। उसके मोबाइल की भी फोरेंसिक जांच करवाई जा रही है। ED ने अपनी जांच में पाया कि 2018 से 2025 तक यूनिवर्सिटी ने स्टूडेंट्स से फीस और अन्य मदों से 415 करोड़ रुपए से अधिक राशि ली। यूनिवर्सिटी ने स्टूडेंट्स को गलत दावे दिखाकर इतनी बड़ी रकम ली। इसमें से अधिकतर राशि उन कंपनियों में ट्रांसफर की गई, जो उसके परिवार के सदस्यों के नाम रजिस्टर्ड हैं। जांच के दौरान 50 बैंक अकाउंट्स के डॉक्यूमेंट्स खंगाले जा रहे हैं। सस्पेक्टेड ट्रांजैक्शन के कारण ED ने इस रकम को ‘प्रोसीड्स ऑफ क्राइम’ माना है। ईडी अधिकारियों का दावा है कि 415 करोड़ शुरुआती आंकड़ा है। जांच आगे बढ़ने पर और भी बड़ी रकम और प्रॉपर्टी का खुलासा हो सकता है। सिद्दीकी 1 दिसंबर तक ईडी की हिरासत में है। जानिए ED ने क्यों मानी अल फलाह की कमाई ‘प्रोसीड्स ऑफ क्राइम’... ये कंपनियां ED के निशाने पर रिमांड के दौरान झूठे दावे और फंडिंग को लेकर पूछताछ होगीED के स्पेशल प्रोसिक्यूटर साइमन बेंजामिन ने कोर्ट में बताया कि जांच में यूनिवर्सिटी ने अपनी वेबसाइट, ब्रोशर और एडमिशन विज्ञापनों में झूठा दावा किया कि वह UGC की धारा 12B के तहत मान्यता प्राप्त है और NAAC से ‘A’ ग्रेड प्राप्त है। जबकि सच यह है कि UGC ने कभी 12B मान्यता नहीं दी और NAAC ने तो यूनिवर्सिटी को शो-कॉज नोटिस तक जारी कर फर्जी दावे हटाने को कहा था। जांच में यह भी सामने आया कि छात्रों से वसूली गई फीस और लोगों से ठगे गए पैसे का इस्तेमाल निजी और व्यक्तिगत खर्चों में किया गया। कई गवाहों ने स्वीकार किया है कि सारे फाइनेंशियल फैसले चेयरमैन लेते थे। ईडी अधिकारियों का कहना है रिमांड के दौरान सर्चिंग में जब्त ₹48 लाख कैश, डिजिटल डिवाइस, रिकॉर्ड्स और शेल एंटिटी काे लेकर जावेद अहमद सिद्दकी से पूछताछ की जाएगी। साथ ही उसके विदेशी कनेक्शन और फंडिंग का सोर्स पता किया जाएगा। अभी तक ये पता चल रहा था कि खाड़ी देशों में उसके परिवार के सदस्य रहते हैं और वहां से फंडिंग की जा रही है।

दैनिक भास्कर 20 Nov 2025 5:00 am

डीजीपी बोले- आतंकवादी घटनाओं को देखते हुए सतर्कता बरतें:क्राइम मीटिंग में वीसी से जुड़े सभी रेंज आईजी-एसपी, कहा- भ्रष्टाचार की शिकायतों पर जीरो टॉलरेंस

राजस्थान के डीजीपी राजीव कुमार शर्मा ने बुधवार को क्राइम मीटिंग ली। राजस्थान के सभी रेंज के आईजी और एसपी वीडियो कॉन्फ्रेंस (वीसी) से मीटिंग में जुड़े। डीजीपी शर्मा ने देश की आतंकवादी घटनाओं को देखते हुए पूरी सतर्कता बरतने के दिए निर्देश दिए। पुलिस मुख्यालय (PHQ) में बुधवार को डीजीपी राजीव कुमार शर्मा ने क्राइम मीटिंग ली। मीटिंग में सभी रेंज आईजी और एसपी वीसी के जरिए जुड़े। डीजी (लॉ एंड ऑर्डर) संजय अग्रवाल, डीजी (स्पेशल ऑपरेशन) आनंद श्रीवास्तव और अन्य सीनियर पुलिस अफसर भी वीसी में मौजूद रहे। डीजीपी शर्मा ने राज्य के क्राइम, कानून-व्यवस्था, ट्रैफिक, अवैध मादक पदार्थ, अवैध हथियार, फायरिंग, लेन ड्राइविंग, आइगोट प्लेटफार्म से कोर्स करने के संबंध में महत्वपूर्ण निर्देश दिए। तकनीकों का यूज कर क्राइम कंट्रोल करें देश की आतंकवादी घटनाओं को देखते हुए पूरी सतर्कता बरतने के भी निर्देश दिए। तकनीकों का यूज कर क्राइम कंट्रोल करने का सुझाव दिया। टीम राजस्थान पुलिस को प्रो-एक्टिव होकर काम करने के लिए प्रोत्साहित किया। भ्रष्टाचार की शिकायतों पर जीरो टोलरेंस की बात कहीं। टूरिस्ट सीजन में पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं-सहयोग देने की कहा गया। सार्वजनिक स्थानों और बार्डर एरिया के CCTV कवरेज, अभय कमांड सेंटर से लिंकेज करने पर जोर दिया।

दैनिक भास्कर 19 Nov 2025 7:32 pm

इंडिया जस्टिस रिपोर्ट पर भड़के पूर्व सीएम हुड्डा:बोले- हरियाणा पुलिस रैकिंग में 6 स्थान की गिरावट; इससे अच्छा बिहार-पंजाब

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि भाजपा सरकार ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था को पूरी तरह बर्बाद कर दिया है। इंडिया जस्टिस रिपोर्ट ने एक बार फिर भाजपा सरकार को आइना दिखाया है। रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 5 साल में हरियाणा पुलिस की रैंकिंग 8वें स्थान से खिसककर 14वें स्थान पर पहुंच गई है। 18 बड़े राज्यों में हरियाणा पुलिस 14वें नंबर पर है। यहां तक कि बिहार भी हरियाणा से 4 पायदान ऊपर है, जबकि पड़ोसी राज्य पंजाब 7वें स्थान पर है। हुड्डा ने कहा कि इसका सीधा कारण भाजपा सरकार का कानून-व्यवस्था के प्रति पूरी तरह लापरवाह रवैया है। प्रदेश में 80 से अधिक गैंग सक्रिय हैं, जो लूट, डकैती, फिरौती, गोलीबारी और हत्या जैसी वारदातें कर रहे हैं। SC-OBC से भी कर रही सरकार भेदभाव ​​​​​​​इतना ही नहीं, जस्टिस इंडिया के इस रिपोर्ट से पता चलता है कि बीजेपी सरकार किस तरह एससी और ओबीसी के साथ भेदभाव कर रही है। पुलिस में एससी ऑफिसर्स के मामले में हरियाणा 18 राज्यों में 17वें नंबर पर है। क्योंकि सरकार एससी ऑफिसर्स को न के बराबर नियुक्ति दे रही है। जबकि एससी सिपाहियों के मामले में भी हरियाणा फिसड्डी है। ओबीसी कॉन्स्टेबल के मामले में भी हरियाणा का स्थान 17वां है। कॉन्स्टेबल के 38.9% पद खाली ​​​​​​​पूर्व सीएम ने कहा, पुलिस विभाग की हालत यह है कि कॉन्स्टेबल स्तर के 38.9% पद खाली पड़े हैं। महिला पुलिस अधिकारियों के 17.8% पद रिक्त हैं। यही वजह है कि कर्मचारियों पर अत्यधिक कार्यभार है। उन्होंने कहा- प्रति व्यक्ति पुलिस खर्च मात्र 1 हजार 908 रुपए है, जबकि पंजाब में 2 हजार 604 रुपए है। ग्रामीण क्षेत्र में 1 लाख 9 हजार 325 की आबादी पर एक पुलिस थाना है, जबकि केरल में सिर्फ 23 हजार 992 की आबादी पर एक थाना है। पुलिस अधिकारी सुसाइड को मजबूर ​​​​​​​हुड्डा ने कहा कि मौजूदा सरकार ने पुलिस विभाग को इस कगार पर पहुंचा दिया है कि न केवल जनता, बल्कि खुद विभाग के अधिकारी-कर्मचारी भी अपना विश्वास खो चुके हैं। यही कारण है कि हाल ही में एडीजीपी रैंक के एक अधिकारी और एक एएसआई ने आत्महत्या कर ली। कांग्रेस ने सिटिंग जज की निगरानी में सीबीआई जांच की बार-बार मांग की है, लेकिन सरकार टालमटोल कर रही है। इससे साफ जाहिर है कि सरकार पूरे मामले में लीपापोती करना चाहती है।

दैनिक भास्कर 19 Nov 2025 4:58 pm

अनुराग कश्यप की क्राइम ड्रामा फिल्म निशांची का फर्स्ट लुक पोस्टर आया सामने, इस दिन सिनेमाघरों में देगी दस्तक

एमेजन एमजीएम स्टूडियोज इंडिया ने अपनी आगामी थियेट्रिकल रिलीज फिल्म 'निशांची' का धमाकेदार फर्स्ट लुक पोस्टर रिलीज कर दिया है। अजय राय और रंजन सिंह द्वारा जार पिक्चर्स के बैनर तले, फ्लिप फिल्म्स के साथ मिलकर प्रोड्यूस की गई ये फिल्म एक रोमांचकारी ...

वेब दुनिया 31 Jul 2025 2:27 pm

राणा नायडू सीजन 2: नए किरदारों के साथ क्राइम, एक्शन और इमोशन का जबरदस्त तड़का

राणा नायडू सीजन 2' में गालियों में कमी और ड्रामा में बढ़ोतरी हुई है। अर्जुन रामपाल का 'रॉफ' और कृति खरबंदा जैसे नए किरदार कहानी को नया मोड़ देते हैं। राणा और नागा के किरदार पहले की तरह दमदार हैं, जो परिवार को मुश्किलों से निकालते हैं। सीरीज की ...

वेब दुनिया 17 Jun 2025 6:15 am

अनुराग कश्यप लेकर आए क्राइम ड्रामा फिल्म निशांची, इस दिन सिनेमाघरों में होगी रिलीज

अनुराग कश्यप एक नई गहन क्रामइ ड्रामा फिल्म 'निशांची' लेकर आ रहे हैं। अमेजन एमजीएम स्टूडियो ने इस फिल्म का टीजर शेयर करते हुए इसकी थिएट्रिकल रिलीज डेट का ऐलान कर दिया है। अनुराग कश्यप द्वारा निर्देशित ये फिल्म हालात को हूबहू पर्दे पर उतारने वाली और ...

वेब दुनिया 16 Jun 2025 6:07 pm

अभिषेक बनर्जी की क्राइम थ्रिलर स्टोलन का धमाकेदार ट्रेलर रिलीज, इस दिन प्राइम वीडियो पर दस्तक देगी फिल्म

प्राइम वीडियो ने अपनी आगामी रोमांचक इन्वेस्टीगेटिव क्राइम थ्रिलर 'स्टोलन' का दमदार ट्रेलर लॉन्च कर दिया है। अनुराग कश्यप, किरण राव, निखिल आडवाणी और विक्रमादित्य मोटवानी जैसे दिग्गज फिल्ममेकर्स की एग्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर टीम के साथ 'स्टोलन' करण ...

वेब दुनिया 28 May 2025 2:05 pm

सोनू सूद की फतेह इस ओटीटी प्लेटफॉर्म पर हुई स्ट्रीम, साइबर क्राइम की काली दुनिया को दिखाती है फिल्म

बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद की फिल्म 'फतेह' को सिनेमाघरों में मिलाजुला रिस्पॉन्स मिला था। इस फिल्म से सोनू सूद ने निर्देशन के क्षेत्र में भी कदम रखा है। साइबर क्राइम पर आधारित इस फिल्म में सोनू सूद के साथ जैकलीन फर्नांडिस मुख्य भूमिका में नजर आईं। वहीं ...

वेब दुनिया 7 Mar 2025 3:25 pm

क्राइम फ्री धड़कपुर से चोरी हुई बाइक, प्राइम वीडियो की सीरीज दुपहिया का मजेदार ट्रेलर हुआ रिलीज

web series dupahiya trailer: प्राइम वीडियो ने अपनी आगामी ओरिजिनल सीरीज 'दुपहिया' का दिलचस्प ट्रेलर जारी कर दिया है। सलोना बैंस जोशी और शुभ शिवदासानी द्वारा उनके बैनर बॉम्बे फिल्म कार्टेल के तहत रचित और कार्यकारी निर्मित है। यह सीरीज़ एक काल्पनिक ...

वेब दुनिया 24 Feb 2025 3:20 pm

क्राइम पेट्रोल एक्टर नितिन चौहान का निधन, 35 साल की उम्र में ली अंतिम सांस

मनोरंजन जगत से एक दुखद खबर सामने आई है। टीवी के जाने-माने एक्टर नितिन चौहान का निधन हो गया है। वह महज 35 साल के थे। एक्टर की मौत की वजह की कोई आधिकारिक जानकरी सामने नहीं आई है। नितिन रियलिटी शो 'दादागिरी 3 के विनर रह चुके हैं।

वेब दुनिया 8 Nov 2024 11:01 am

Mirzapur 3 के बाद Prime Video ने किया एक और क्राइम-थ्रिलर सीरीज का एलान, 'मटका किंग' बनकर धूम मचाएगा ये एक्टर

Mirzapur 3 के बाद Prime Video ने किया एक और क्राइम-थ्रिलर सीरीज का एलान, 'मटका किंग' बनकर धूम मचाएगा ये एक्टर

समाचार नामा 13 Jun 2024 10:00 am

गशमीर महाजनी और Surbhi Jyoti की नई क्राइम-थ्रिलर सीरीज Gunaah का टीजर हुआ लॉन्च, जाने कब और कहां होगी स्ट्रीम

गशमीर महाजनी और Surbhi Jyoti की नई क्राइम-थ्रिलरसीरीज Gunaah का टीजर हुआ लॉन्च, जाने कब और कहां होगी स्ट्रीम

समाचार नामा 25 May 2024 10:00 am

सस्पेंस, क्राइम और थ्रिलर का रखते है शौक तो OTT पर फौरन निपटा डाले ये जबरदस्त साउथ फिल्में, हॉलीवुड भी लगने लगेगा फीका

सस्पेंस, क्राइम और थ्रिलर का रखते है शौक तो OTT पर फौरन निपटा डाले ये जबरदस्तसाउथ फिल्में,हॉलीवुड भी लगने लगेगा फीका

समाचार नामा 8 May 2024 2:00 pm

सलमान खान के घर फायरिंग मामला: मुंबई क्राइम ब्रांच ने पांचवें आरोपी को राजस्थान से गिरफ्तार किया

सलमान खान के घर फायरिंग मामले में ताजा घटनाक्रम में मुंबई क्राइम ब्रांच ने मंगलवार को पांचवें आरोपी मोहम्मद चौधरी को राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया है। इंडिया टीवी के अतुल सिंह की एक रिपोर्ट के अनुसार, मोहम्मद चौधरी ने दो शूटरों, सागर पाल और विक्की गुप्ता को पैसे देकर और रेकी करके भी मदद की। क्राइम ब्रांच के मुताबिक, चौधरी को आज मुंबई लाया जा रहा है जहां उसे किला कोर्ट में पेश किया जाएगा और पांच दिन की हिरासत की मांग की जाएगी। इसे भी पढ़ें: Kareena Kapoor Khan ने Saif Ali Khan के बड़े बेटे इब्राहिम की नवीनतम तस्वीरों पर सबसे मनमोहक टिप्पणी की इससे पहले, अनुज थापन नाम के एक आरोपी ने पुलिस हिरासत में चादर से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। बता दें, अनुज पर शूटरों को हथियार मुहैया कराने का आरोप है। थापन को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इससे पहले, बांद्रा में अभिनेता के आवास के बाहर गोलीबारी करने वाले दोनों शूटर विक्की गुप्ता और सागर पाल को गुजरात के भुज से हिरासत में लिया गया था। इसे भी पढ़ें: सलमान खान के घर के बाहर गोली चलाने के मामले में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का सदस्य गिरफ्तार सलमान खान के घर फायरिंग मामले की जानकारी मुंबई क्राइम ब्रांच के मुताबिक, कथित तौर पर सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग करने वाले शूटरों के पास दो बंदूकें थीं और उन्हें 10 राउंड गोलियां चलाने का आदेश दिया गया था. 14 अप्रैल की सुबह, दो व्यक्ति मोटरसाइकिल पर आए और अभिनेता के आवास गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर चार गोलियां चलाईं। घटना के बाद हमलावर तेजी से मौके से भाग गए। निगरानी फुटेज से पता चला कि दोनों संदिग्धों ने टोपी पहन रखी थी और बैकपैक ले रखा था। इस महीने की शुरुआत में मुंबई क्राइम ब्रांच ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करने का अनुरोध किया था. अनमोल बिश्नोई ने घटना के कुछ घंटों बाद अपने फेसबुक प्रोफाइल के जरिए सलमान खान के घर पर हुई फायरिंग की जिम्मेदारी ली थी। सलमान खान की नवीनतम सार्वजनिक उपस्थिति सलमान खान हाल ही में लंदन में थे जहां उन्होंने ब्रिटेन के ब्रेंट नॉर्थ निर्वाचन क्षेत्र से सांसद बैरी गार्डिनर से मुलाकात की। इंटरनेट पर कई तस्वीरें वायरल हुईं, जिनमें बैरी और सलमान दोनों वेम्बली स्टेडियम के अंदर नजर आ रहे हैं।

प्रभासाक्षी 7 May 2024 2:37 pm

Nikkhil Advani Birthday Special : रोमांस-क्राइम और थ्रिलर के बेताज बादशाह है निखिल अडवानी, पढ़िए उनका पूरा फिल्मी सफरनामा

Nikkhil Advani BirthdaySpecial :रोमांस-क्राइम और थ्रिलर के बेताज बादशाह है निखिल अडवानी, पढ़िए उनका पूरा फिल्मी सफरनामा

समाचार नामा 28 Apr 2024 9:00 am

Salman Khan फायरिंग मामले में पुलिस को मिली अबतक की सबसे बड़ी कामयाबी, क्राइम ब्रांच के हाथ लगे दो और अपराधी

Salman Khan फायरिंग मामले में पुलिस को मिली अबतक की सबसे बड़ी कामयाबी, क्राइम ब्रांच के हाथ लगे दो और अपराधी

मनोरंजन नामा 26 Apr 2024 9:15 am

Salman Khan Firing Case: मुंबई क्राइम ब्रांच ने गृह मंत्रालय से अनमोल बिश्नोई के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करने का अनुरोध किया

सलमान खान के घर फायरिंग मामले में अहम घटनाक्रम में मुंबई क्राइम ब्रांच ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करने का अनुरोध किया है। अनमोल बिश्नोई ने घटना के कुछ घंटों बाद अपने फेसबुक प्रोफाइल के जरिए सलमान खान के घर पर हुई फायरिंग की जिम्मेदारी ली थी. इस सप्ताह की शुरुआत में, मुंबई क्राइम ब्रांच ने गोलीबारी की घटना में इस्तेमाल की गई दूसरी बंदूक बरामद की। सूरत की तापी नदी से तीन मैगजीन के साथ बंदूक बरामद की गई। इसे भी पढ़ें: Tamannaah Bhatia Summoned by cyber cell | 'अवैध' IPL Streaming ऐप मामले में तमन्ना भाटिया को साइबर सेल ने तलब किया 16 अप्रैल को कच्छ पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर मुंबई क्राइम ब्रांच को सौंप दिया। बाद में, शहर की एक अदालत ने गोलीबारी की घटना के सिलसिले में दोनों आरोपियों को 25 अप्रैल तक मुंबई अपराध शाखा की हिरासत में भेज दिया। आरोपियों की पहचान बिहार के विक्की गुप्ता (24) और सागर पाल (21) के रूप में हुई, जिन्हें मेडिकल जांच के बाद अदालत में पेश किया गया। इसे भी पढ़ें: काला जादू- टोना-टोटका करने का Kangana Ranaut पर आरोप लगाने के बाद अब एक्ट्रेस के बारे Adhyayan Suman क्या सोचते है? मुंबई क्राइम ब्रांच की जांच अभी भी जारी है मुंबई क्राइम ब्रांच के मुताबिक, कथित तौर पर सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग करने वाले शूटरों के पास दो बंदूकें थीं और उन्हें 10 राउंड गोलियां चलाने का आदेश दिया गया था. 14 अप्रैल की सुबह, दो व्यक्ति मोटरसाइकिल पर आए और अभिनेता के आवास गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर चार गोलियां चलाईं। घटना के बाद हमलावर तेजी से मौके से भाग गए। निगरानी फुटेज से पता चला कि दोनों संदिग्धों ने टोपी पहन रखी थी और बैकपैक ले रखा था। अनजान लोगों के लिए, गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बरार की धमकियों के बाद 2022 में सलमान की सुरक्षा का स्तर वाई-प्लस तक बढ़ा दिया गया था। अभिनेता को व्यक्तिगत बन्दूक ले जाने के लिए भी अधिकृत किया गया था और अतिरिक्त सुरक्षा के लिए उन्होंने एक नया बख्तरबंद वाहन भी खरीदा है।

प्रभासाक्षी 25 Apr 2024 2:57 pm

Salman Khan फायरिंग केस में आया बिलकुल तड़कता-भड़कता अपडेट, मुंबई क्राइम ब्रांच के हाथ लगा एक और पुख्ता सबूत

Salman Khan फायरिंग केस में आया बिलकुल तड़कता-भड़कता अपडेट,मुंबई क्राइम ब्रांच के हाथ लगा एक और पुख्तासबूत

मनोरंजन नामा 22 Apr 2024 3:00 pm

Salman Khan फायरिंग केस में क्राइम ब्रांच को गुजरात से मिला बड़ा कनेक्शन, मामले में हुआ अबतक का सबसे सनसनीखेज खुलासा

Salman Khan फायरिंग केस मेंक्राइम ब्रांच को गुजरात से मिला बड़ा कनेक्शन, मामले में हुआ अबतक का सबसे सनसनीखेज खुलासा

समाचार नामा 22 Apr 2024 2:50 pm

रोंगटे खड़े कर देंगी सीरियल किलर्स पर बनी ये क्राइम-थ्रिलर, खून ख्राबार देखकर उड़ जाएगी रातों की नींद

रोंगटे खड़े कर देंगी सीरियल किलर्स पर बनी येक्राइम-थ्रिलर, खून ख्राबार देखकर उड़ जाएगी रातों की नींद

मनोरंजन नामा 22 Apr 2024 8:17 am

Salman Khan के घर हुई फायरिंग के मामले में आया नया मोड़, क्राइम ब्रांच को पुर्तगाल से मिला बड़ा कनेक्शन, जाने क्या है मामला

Salman Khan के घर हुई फायरिंग के मामले में आया नया मोड़,क्राइम ब्रांच कोपुर्तगाल से मिला बड़ा कनेक्शन, जाने क्या है मामला

समाचार नामा 16 Apr 2024 2:45 pm

Salman Khan के घर हुई फायरिंग के केस में क्राइम ब्रांच को मिली बड़ी सफलता, इस राज्य में पकड़े गए दोनों आरोपी

Salman Khan के घर हुईफायरिंग के केस में क्राइम ब्रांच को मिली बड़ी सफलता, इस राज्य में पकड़े गए दोनों आरोपी

समाचार नामा 16 Apr 2024 8:43 am

धमाकेदार बीतने वाला है अप्रैल का ये हफ्ता, क्राइम-थ्रिलर के साथ देशभक्ति का तड़का लगाने आ रही है ये धांसू फिल्में और सीरीज

धमाकेदार बीतने वाला है अप्रैल का ये हफ्ता, क्राइम-थ्रिलर के साथ देशभक्ति का तड़का लगाने आ रही है ये धांसूफिल्में और सीरीज

मनोरंजन नामा 16 Apr 2024 8:30 am

मुंबई क्राइम ब्रांच का एक्शन, सलमान के घर फायरिंग करने वाले दोनों शूटर दबोचे

Salman Khan House Firing: एक्टर सलमान खान के घर पर फायरिंग करने वाले दोनों आरोपियों को भुज से गिरफ्तार कर लिया गया. मुंबई क्राइम ब्रांच को ये कामयाबी मिली. आरोपी बिहार के पश्चिमी चंपारण के रहने वाले बताए जा रहे हैं. रविवार को गैलेक्सी अपार्टमेंट पर फायरिंग कर भुज फरार हो गए थे. देखें ये वीडियो.

आज तक 16 Apr 2024 8:04 am

Salman Khan के घर हुई फायरिंग में क्राइम ब्रांच के हाथ लगी बड़ी सफलता, नवी मुंबई में पकड़े गए 2 संदिग्ध

Salman Khan के घर हुई फायरिंग मेंक्राइम ब्रांच के हाथ लगी बड़ी सफलता,नवी मुंबई में पकड़े गए 2 संदिग्ध

मनोरंजन नामा 15 Apr 2024 3:30 pm

सलमान खान के घर पर हुई फायरिंग की जांच करेगी मुंबई क्राइम ब्रांच, इन धाराओं में दर्ज किया केस

Salman Khan firing case: बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान के घर गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर रविवार तड़के दो अज्ञात हमलावरों ने गोलीबारी कर दी। इस हमले के बाद हर कोई सलमान खान की सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर कर रहा है। बांद्रा पुलिस ने दो अज्ञात शख्स के ...

वेब दुनिया 15 Apr 2024 11:27 am

April में OTT पर तहलका मचाने आ रही है ये धमाकेदार फिल्में और सीरीज, मिलेगा एक्शन से लेकर क्राइम-थ्रिलर तक का मजा

April में OTT पर तहलका मचाने आ रही है ये धमाकेदार फिल्में और सीरीज, मिलेगा एक्शन से लेकर क्राइम-थ्रिलर तक का मजा

मनोरंजन नामा 1 Apr 2024 12:02 pm

क्राइम-थ्रिलर कंटेंट देखने के है शौकीन! तो फौरन देख डाले UP के माफियाओं पर बनी ये वेब सीरीज, खौफनाक कहानियां खड़े कर देंगी रोंगटे

क्राइम-थ्रिलर कंटेंट देखने के है शौकीन! तो फौरन देख डाले UP के माफियाओं पर बनी येवेब सीरीज,खौफनाक कहानियां खड़े कर देंगी रोंगटे

मनोरंजन नामा 31 Mar 2024 2:30 pm