रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अपने दो दिवसीय भारत दौरे पर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भरोसेमंद दोस्त राष्ट्रपति पुतिन का भव्य स्वागत किया
दिल्ली में पुतिन का भव्य स्वागत, राष्ट्रपति भवन में औपचारिक समारोह
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अपनी दो दिवसीय यात्रा पर भारत आए थे। इस दौरान उन्होंने राजधानी दिल्ली में आयोजित 23वें भारत-रूस शिखर सम्मेलन में भाग लिया
भारत-रूस: संयुक्त राष्ट्र और बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग के लिए दोनों देश एकजुट
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अपनी दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर भारत आए थे। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आर्थिक संबंधों को मजबूत करने और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग का विस्तार करने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई
भारत-रूस: दोनों देशों के बीच ऊर्जा साझेदारी, परिवहन और संपर्क समेत कई मुद्दों पर सहमति
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आर्थिक संबंधों को मजबूत करने और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग का विस्तार करने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई
मेक-इन-इंडिया को मिली रूस की ताकत, अब भारत में बनेंगे रूसी हथियारों के स्पेयर पार्ट्स
Make in India: भारत-रूस ने शेष परमाणु ऊर्जा संयंत्र इकाइयों के निर्माण के साथ-साथ केकेएनपीपी के कार्यान्वयन में हुई प्रगति का स्वागत किया है. इतना ही नहीं उपकरणों और ईंधन की आपूर्ति के लिए दोनों पक्षों ने समय-सीमा का पालन करने पर सहमति भी जताई है.
Cyclone Ditwaha: दित्वाह ने श्रीलंका में किया 'चक्का जाम', लाइफसेवर की भूमिका में उतरा भारत
Cyclone Ditwaha: 28 नवंबर को चक्रवात दित्वाह से श्रीलंका में उत्पन्न भीषण बाढ़ के कारण हुई जनहानि और व्यापक तबाही के बाद भारत ने मोर्चा संभाला और तत्काल खोज एवं बचाव तथा मानवीय सहायता और आपदा राहत समर्थन के लिए ऑपरेशन सागर बंधु शुरू किया था.
Bangladesh: एयर एम्बुलेंस में आई खराबी, बेहतर इलाज के लिए खालिदा जिया की लंदन यात्रा स्थगित
Khaleda Zia Health News: फखरुल के अनुसार खालिदा जिया के ब्रिटेन जाने का अंतिम निर्णय यात्रा के दिन उनके स्वास्थ्य पर निर्भर करेगा. उन्होंने आगे कहा कि गुरुवार रात उनकी हालत थोड़ी बिगड़ गई थी. उन्होंने कहा कि अभी उनका हेल्थ चेकअप किया जाना है, जिसके बाद डॉक्टर तय करेंगे कि वह यात्रा के लिए फिट हैं या नहीं.
जापान पहुंचे पंजाब के सीएम भगवंत मान, आसोका में किया बिजनेस रोड शो
Bhagwant Mann Japan visit: उन्होंने आज ओसाका में उच्च-स्तरीय बैठकों की शृंखला भी की, जिसमें एयर वाटर इंक के साथ औद्योगिक गैसों और इंजीनियरिंग उपकरणों में नए अवसरों पर चर्चा भी शामिल रही.मुख्यमंत्री ने व्यापार, प्रौद्योगिकी और एसएमई सहयोग की संभावनाएं तलाशने के लिए ओसाका चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (ओसीसीआई) के साथ भी आधिकारिक बातचीत की.
पुतिन को 'श्रीमद्भगवद्गीता' देने पर कांग्रेस सांसद ने उठाए सवाल, बोले- फिर कुरान शरीफ भी देते
PM Modi: उन्होंने कहा कि मुझे पीएम का मकसद समझ नहीं आया और मैं इस पर ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहूंगा, लेकिन पीएम को कुरान शरीफ और गुरु ग्रंथ साहिब भी दिए देने चाहिए था. हुसैन ने पीएम की तरफ से पुतिन को श्रीमद्भगवद्गीता के साथ-साथ महाभारत की किताब देने की भी बात कही.
इंडिगो एयरलाइंस की हर 10 में से 9 फ्लाइट्स देरी से उड़ रही या रद्द हो चुकी हैं। पिछले 72 घंटों में 1700 से ज्यादा फ्लाइट्स रद्द हुई, जिससे लाखों यात्री परेशान हैं। इंडिगो का कहना है कि फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन यानी FDTL के नए नियमों को लागू करने में चूक हुई। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि नियम 5 महीने पहले लागू हुए, इंडिगो रियायत पाने के लिए सरकार को 'ब्लैकमेल' करना चाहती थी। फिलहाल नागरिक उड्डयन महानिदेशालय DGCA ने नियमों में अस्थायी राहत दे दी, लेकिन हालात सामान्य होने में वक्त लगेगा। आखिर हजारों फ्लाइट्स थमने की असली वजह क्या है, समस्या की शुरुआत कैसे हुई, इंडिगो को ही सबसे ज्यादा दिक्कत क्यों और अब आगे क्या होगा; भास्कर एक्सप्लेनर में 7 जरूरी सवालों के जवाब... सवाल-1: आखिर पिछले 2-3 दिनों में ऐसा क्या हुआ कि देशभर में हजारों फ्लाइट्स थम गईं? जवाबः दरअसल, पायलट यूनियन ने ज्यादा वर्किंग और थकान के चलते जनवरी 2024 में दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। कोर्ट के आदेश के बाद DGCA ने फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन यानी FDTL नियमों में बदलाव किए। 1 जुलाई 2025 को पायलट्स को आराम देने के लिए 'फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) के नियम लागू किए गए थे। इसके तहत एयरलाइन कंपनियों के लिए पायलटों को हफ्ते में 36 घंटे के बजाय 48 घंटे आराम, यानी दो दिनों का वीकली रेस्ट देना अनिवार्य कर दिया था। इस दौरान किसी छुट्टी को वीकली रेस्ट गिनने पर रोक लगा दी थी। FDTL के दूसरे फेज में 1 नवंबर से नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने पायलटों और अन्य क्रू मेंबर्स के लगातार नाइट शिफ्ट पर भी पाबंदी लगा दी थी। इन नए नियमों के आने के बाद इंडिगो पायलट्स और दूसरे स्टाफ की कमी दूर नहीं कर पाई और पिछले 4 दिनों में इंडिगो ने 1700 से ज्यादा फ्लाइट्स रद्द कीं... DGCA ने कहा है कि FDTL फेज 2 की प्लानिंग में कमी के चलते क्रू की शॉर्टेज हुई है। इंडिगो किसी न किसी तरह के बहाने बनाती रही। जब एक हजार से ज्यादा फ्लाइट्स रद्द हुईं, तो इंडिगो ने आखिरकार गलती मानते हुए यात्रियों से माफी मांगी है। सवाल-2: इंडिगो सॉल्यूशन की बजाय लगातार बहाने क्यों बनाता रहा? जवाबः 2 दिसंबर को फ्लाइट्स रद्द होने के बाद से इंडिगो ने कई बार आधिकारिक बयान जारी करके इसकी अलग-अलग वजहें बताईं, लेकिन साफ तौर पर यह नहीं कहा कि नए नियमों के तहत पायलट्स और क्रू को ज्यादा आराम देने के लिए उसके पास पर्याप्त स्टाफ नहीं हैं… इंडिगो ने माना कि क्रू रिक्वायरमेंट अनुमान से ज्यादा था। इंडिगो ने कहा कि नए क्रू रोस्टरिंग नियमों और बाकी तकनीकी कारणों, मौसम आदि के सम्मिलित प्रभाव के चलते उसकी फ्लाइट्स प्रभावित हुईं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इंडिगो को नए पायलट्स और बाकी स्टाफ हायर करने के लिए 9 महीने का समय दिया गया था, लेकिन इंडिगो ने जरूरत के मुताबिक नई भर्तियां नहीं कीं। इंडिगो ने एक लंबा नोट लिखकर यात्रियों से माफी भी मांगी और जल्दी ही सर्विस बहाल करने की बात कही है। हालांकि कॉमेडियन अभिजीत गांगुली जैसे कई लोगों ने इंडिगो पर आरोप लगाया है कि उसने सरकार को ब्लैकमेल करने के लिए फ्लाइट्स रद्द कीं, ताकि यात्रियों को तकलीफ हो और सरकार इंडिगो को FDTL के नियमों में छूट देने के लिए राजी हो जाए। एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा गया है कि जब नवंबर में दूसरे फेज के रूल्स लागू हुए, तभी बेंगलुरु में फ्लाइट्स प्रभावित होने लगी थीं। इंडिगो का स्टाफ कह रहा था कि अभी यह स्थिति करीब एक महीने तक चलेगी। वही हुआ और आखिरकार सरकार इंडिगो को नए रूल्स से राहत देने को तैयार हो गई। एविएशन एक्सपर्ट अनंत सेठी भी कहते हैं कि इंडिगो ने एक सोची समझी हड़ताल की है। नए नियमों को अचानक लागू नहीं किया गया था। स्टाफ की कमी पूरी करने के लिए इंडिगो के पास पर्याप्त समय था, लेकिन इंडिगो के पास भारतीय एविएशन सेक्टर में करीब 65% की हिस्सेदारी है। उसने अपना खर्च कम करने के लिए नए स्टाफ की भर्ती नहीं की और दबाव बनाने के लिए फ्लाइट्स प्रभावित की गईं। सवाल-3: पायलट-क्रू के आराम का पूरा नियम क्या है? जवाबः FDTL के नियमों के तहत… एयरलाइन्स को हर महीने थकान-जोखिम रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी। ऐसा न करने पर 1 करोड़ रुपए तक का जुर्माना लग सकता है। सवाल-4: सरकार ने ये नियम क्यों बनाए और इन्हें लागू करना क्यों जरूरी था? जवाबः DGCA ने पायलटों की थकान से जुड़ी रिपोर्ट्स की समीक्षा करने के बाद ये नियम लागू किए हैं। पिछले 3-4 सालों में समय-समय पर कई पायलेट्स एसोसिएशन ने DGCA को पत्र लिखकर इन नियमों को लागू करने की मांग की थी, ताकि पायलेट्स को जरूरी आराम मिल सके। दिल्ली हाई कोर्ट में 2019 से चली आ रही इन याचिकाओं के बाद DGCA ने ये नियम बनाए हैं। DGCA का कहना है कि पायलेट्स की थकान बड़े हादसों को जन्म दे सकती है। दुनियाभर की एयरलाइंस भी इसे एक बड़ा जोखिम मानती हैं। थकान की वजह से खराब परिस्थितियों में फैसला लेने और रात के वक्त प्लेन लैंड कराने की क्षमता भी प्रभावित हो सकती है। इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, DGCA ने 2023 में 1,622 कॉमर्शियल पायलट्स को लाइसेंस जारी करने की बात कही थी, लेकिन फिर भी अगले 5 सालों में 2,375 पायलटों की कमी रह जाएगी। 2029 तक कुल 22,400 पायलटों की जरूरत होगी, जबकि अभी सिर्फ 11,745 पायलेट्स ही हैं। 2022 से 2025 के बीच उड़ानें बढ़ने से पायलेट्स खासकर कैप्टन पर काम का बोझ बढ़ा है। भारत के पायलट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट्स की क्षमता भी कम है। हर साल सिर्फ 1200-1500 पायलट्स को ही ट्रेनिंग के बाद लाइसेंस मिल पाता है। जबकि रिक्वायरमेंट इससे कहीं ज्यादा है। सवाल-5: अमेरिका और यूके में पायलट्स को कितना रेस्ट मिलता है? जवाबः अमेरिका के फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FFA) और यूरोप की यूनियन एविएशन सेफ्टी एजेंसी (EASA) ने पायलटों को जरूरी आराम देने के लिए कुछ ऐसे ही नियम बनाएं हैं, जो अमेरिका और यूरोपीय देशों की लगभग सभी एयरलाइंस पर लागू होते हैं… सवाल-6: नए नियमों से सबसे ज्यादा इंडिगो ही क्यों प्रभावित हुआ? जवाबः नए नियमों से इंडिगो सबसे ज्यादा प्रभावित इसलिए है क्योंकि भारत के एयरलाइंस मार्केट में उसकी सबसे ज्यादा 60% हिस्सेदारी है। एयरलाइन दिन भर में लगभग 2,300 घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें ऑपरेट करती है। यह संख्या एअर इंडिया के एक दिन में संचालित उड़ानों की लगभग दोगुनी है। इतने बड़े पैमाने पर यदि 10–20 प्रतिशत उड़ानें भी देर से चलें या रद्द हों, तो इसका मतलब होता है 200–400 उड़ानें प्रभावित होना। इंडस्ट्री इनसाइडर की रिपोर्ट के मुताबिक, इंडिगो भारत में बड़े पैमाने पर काम करता है। उसका एयरलाइंस मार्केट में दबदबा है। इंडिगो की सबसे ज्यादा और लगातार फ्लाइट रहती है। देर रात और सुबह की उड़ानों पर इंडिगो सबसे ज्यादा ध्यान देता है। इंडस्ट्री इनसाइडर के मुताबिक इसकी तुलना में अन्य एयरलाइंस कंपनियां नए विमानों की डिलीवरी में देरी और मरम्मत के लिए खड़े विमानों से जूझ रही है। ऐसे में इनकी उड़ाने कम और स्टॉफ ज्यादा है। यह एयरलाइंस नए नियमों के हिसाब से आसानी में पायलट्स की ड्यूटी शेड्यूल कर पा रहे हैं। अभी इंडिगो के पास 5,456 पायलट और 10,212 केबिन क्रू मेंबर हैं। 41 हजार से ज्यादा स्थायी कर्मचारी हैं। इंडिगो का कहना है कि नए फ्लाइट टाइम लिमिटेशन नियमों के कारण पायलट और क्रू की कमी हुई है। नए नियमों में पायलटों के उड़ान भरने के नियमों को घटाकर रोजाना 8 घंटे कर दिया गया है। नाइट लैंडिंग 6 से घटाकर 2 कर दी गई हैं। क्रू के लिए 24 घंटे में 10 घंटे आराम का समय रखा है। सवाल-7: इस पूरे मामले में आगे क्या हो सकता है? जवाबः एविएशन एक्सपर्ट अनंत सेठी कहते हैं‘अभी सरकार के पास यात्रियों की समस्या दूर करने का विकल्प नहीं है, इसलिए अभी इंडिगो से बात की जा रही है। DGCA ने इंडिगो से पूछा है कि वह कितने फेज में और किस तरह से नए नियम लागू करेंगे। हो सकता है कि कुछ दिनों में इंडिगो नया शेड्यूल जारी करके कुछ फ्लाइट्स कम कर दे, क्योंकि यही एक चारा है, अचानक पायलट्स बढ़ाना आसान काम नहीं है।’ अनंत के मुताबिक, पायलट्स को 48 घंटे आराम देना जरूरी है, इसलिए सरकार उनके घंटे कम करने पर आसानी से राजी नहीं होगी। ------------------ ये खबर भी पढ़ें... हवा में दो विमानों की टक्कर:पहला विमान पिघलकर क्रैश, पायलट की मौत, दूसरा कैसे सुरक्षित लैंड हुआ; 3D और Ai से देखिए ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर से 60 किलोमीटर की दूरी पर है NSW स्पोर्ट्स एयरक्राफ्ट क्लब। यहां हर वीकेंड पर पायलट्स हवा में कलाबाजियां करने की प्रैक्टिस करने जाते हैं। 30 नवंबर की दोपहर 4 प्लेन हवा में उड़ान भरते हैं। कलाबाजियां करने के बाद सभी प्लेन जैसे ही रनवे पर लौटने के लिए अलग होते हैं, तभी एक प्लेन दूसरे प्लेन के फ्यूलसेज से टकराता है और क्रैश कर जाता है। 3D मैप, वीडियो और AI के जरिए देखिए पूरी कहानी...
रूसी टूरिस्टों को 30 दिन के लिए फ्री मिलेगा भारत का E-VISA, जानें नॉर्मल वीजा से है कितना अलग
Indian e visa: ई-टूरिस्ट वीजा के लिए आवेदन कर्ता को ऑनलाइन पोर्टल पर अपनी संबंधित जानकारी सांझा करनी होगी.पीएम मोदी की तरफ से रूसी नागरिकों के लिए 30 दिन का फ्री ई-टूरिस्ट वीजा देने की घोषणा के बाद भारत में पर्यटन के लिए रूसी नागरिकों की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है.
महिलाओं के लिए सबसे सुरक्षित हैं ये देश, आधी रात बेखौफ घूमनी हैं महिलाएं
Countries Best For Women: महिलाओं के लिए सबसे बड़ा मुद्दा सुरक्षा का होता है. महिला सुरक्षा कानून के साथ साथ एक नैतिक जिम्मेदारी का भी मुद्दा है. चलिए जानते हैं ऐसे कौन से देश हैं जो महिला सुरक्षा के मामले में टॉप पर हैं या महिलाओं के लिए सबसे सुरक्षित हैं.
हिंदू या मुस्लिम नहीं, रूस में सबसे ज्यादा रहते हैं इस धर्म के लोग
Religion Population in Russia: रूस की बात करें तो ये क्षेत्रफल के हिसाब से दुनिया का सबसे बड़ा देश है. रूस 2 महाद्वीप में फैला देश है. रूस की कुल आबादी लगभग 14 करोड़ है. ऐसे में चलिए जानते हैं रूस में किस धर्म के कितने लोग रहते हैं.
Zelenskiy Drone Security Alert: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की डबलिन यात्रा के दौरान एयरक्राफ्ट के फ्लाइट पाथ के पास पांच संदिग्ध ड्रोन देखे गए हैं, जिसके कारण बड़े सुरक्षा अलर्ट जारी किया गया.
अमेरिका ने वर्क परमिट की अवधि कम की, हजारों भारतीय पेशवरों पर पड़ेगा असर
अमेरिका के इमिग्रेशन सिस्टम में एक बड़ा बदलाव करते हुए यूएस सिटीजनशिप एंड इमीग्रेशन सर्विसेज (यूएससीआईएस) ने यह घोषणा की है कि अब एम्प्लॉयमेंट ऑथराइजेशन डॉक्यूमेंट्स यानी ईएडी की अधिकतम वैधता अवधि घटा दी जाएगी
इमरान खान से नहीं मिल पाएंगी उनकी बहन, मंत्री तरार बोले- अब हर दिन तमाशा नहीं होगा
पाकिस्तान के सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार ने कहा कि सरकार ने फैसला किया है कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संस्थापक इमरान खान की बहन उज्मा को अब अदियाला जेल में उनसे नहीं मिलने दिया जाएगा
मॉस्को टू दिल्ली: पुतिन की फ्लाइट पर थी पूरी दुनिया की नजर, विमान ने बनाया नया रिकॉर्ड
Putin Flight: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत दौरे पर हैं. गुरुवार शाम वह राजधानी दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर पहुंचे थे. जब वो रूस से भारत के लिए निकले तो पूरी दुनिया की नजर उन पर थी. उनके विमान ने एक नया रिकॉर्ड बनाया है. ये रिकॉर्ड बताता है कि पुतिन के भारतीय दौरे पर सभी की नजर है.
Putin India Visit:एक तरफ रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन की यात्रा पर भारत पहुंच चुके हैं. जिस अंदाज में पीएम मोदी और पुतिन की मुलाकात हुई है, जिसकी खूर्च चर्चा हो रही है. अब इसी बीच ट्रंप ने बहुत बड़ा दावा कर दिया है. जानें पूरी बात.
Pendant Theft New Zealand: यह घटना न्यूजीलैंड की है जहां एक शख्स ने ज्वेलरी शॉप से 17 लाख रुपये का कीमती पेंडेंट चोरी कर उसे निगल लिया. रिपोर्ट के मुताबिक, 6 दिन तक पुलिस उसकी निगरानी करती रही और आखिरकार पेंडेंट टॉयलेट के जरिए बाहर आने पर बरामद कर लिया गया है.
79 साल के एक करोड़पति अपनी जायदाद संभालने के लिए कम से कम दो बेटों की चाह रखते हैं। वे जिस महिला से शादी करेंगे, उसे सालाना लगभग 60 लाख रुपए देने को तैयार हैं, लेकिन उनकी पत्नी बनना बिल्कुल आसान नहीं है, क्योंकि उन्होंने कई अनोखी और कड़ी शर्तें रखी हैं। पूरा मामला जानने के लिए ऊपर दी गई इमेज पर क्लिक कर वीडियो देखें।
'हुमायूं कबीर ने मस्जिद के लिए जो जमीन खरीदी है, उसका एग्रीमेंट दिखाए। उसने कोई जमीन खरीदी ही नहीं है, न ही वो कुछ बनाने वाला है। सिर्फ राजनीति कर रहा है। अब उसने मेरा और दूसरे विधायकों का नाम लेना शुरू कर दिया है कि हम अड़ंगा लगा रहे हैं। जब उसने घोषणा की थी, तभी से तय था कि वो सिर्फ इसे राजनीतिक मुद्दा बनाएगा। जब मस्जिद नहीं बन पाएगी तो कहेगा इन विधायकों ने नहीं बनने दी।' मुर्शिदाबाद के बेलडांगा से TMC विधायक हसनुज्जमां शेख बाबरी के नाम पर मस्जिद बनाने के हुमायूं कबीर के ऐलान को बस चुनावी तैयारी बताते हैं। उनका मानना है कि हुमायूं खुद इस ऐलान को लेकर गंभीर नहीं है। ये सिर्फ सियासी फायदे के लिए उठाया गया मुद्दा है। दरअसल, मुर्शिदाबाद के बेलडांगा ब्लॉक के जिस हिस्से में हुमायूं ने 6 दिसंबर को मस्जिद का शिलान्यास करने की बात कही है, वो तीन विधायकों के क्षेत्र में आती है। इसमें हुमायूं के अलावा बेलडांगा के TMC विधायक हसनुज्जमां शेख और रेजिनगर से TMC विधायक रबीउल आलम चौधरी का क्षेत्र भी शामिल है। हुमायूं अब इन दोनों पर जमीन न खरीदने देने का आरोप लगा रहे हैं। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या अब तक मस्जिद के लिए सच में जमीन नहीं मिली है? क्या 6 दिसंबर को बाबरी के नाम पर असल में मस्जिद का शिलान्यास किया जाएगा या फिर ये चुनाव में फायदा लेने के लिए सिर्फ एक सियासी हथकंडा है। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… हुमायूं के प्लान में सिर्फ ऐलान, वो मस्जिद नहीं बनाएगाबाबरी के ऐलान और विवाद को लेकर हमने TMC के उन दोनों विधायकों से बात की, जिन पर हुमायूं जमीन न खरीदने देने का आरोप लगा रहे हैं। इनमें पहला नाम मुर्शिदाबाद के बेलडांगा से विधायक हसनुज्जमां शेख और दूसरा नाम रेजिनगर (मुर्शिदाबाद) से विधायक रबीउल आलम चौधरी का था। हुमायूं का आरोप है कि जिन किसानों से वो जमीन लेने की बात कर रहे हैं, ये दोनों विधायक उन्हें डरा-धमका रहे हैं। जमीन खरीदने में अड़ंगा लगा रहे हैं। इस पर मुर्शिदाबाद के बेलडांगा से TMC विधायक हसनुज्जमां शेख कहते हैं, 'वो सिर्फ ऐलान कर रहा है। उसका प्लान राजनीति करना है, मस्जिद बनाना नहीं। अगर होता तो वो जमीन का मुद्दा ही क्यों उठाता। ये बात वो पिछले साल से कह रहा है। वो चुपचाप जमीन खरीदता और नींव रख देता। उसे शोर मचाना है क्योंकि उसे अपनी राजनीति करनी है।' वो पहले से राजनीति ही तो कर रहे हैं, आखिर वो TMC से विधायक बने, अब और क्या करना है? 'उसके लिए पार्टी में पहले से ही कुछ ठीक नहीं चल रहा था। तीन अलग-अलग मामलों में नोटिस मिल चुका है। इस मुद्दे पर भी फटकार लगी।' इस विवाद के बाद TMC ने हुमायूं को पार्टी से सस्पेंड भी कर दिया है। हुमायूं तो कह रहे हैं कि मस्जिद बनाने के लिए वो जान भी दे देंगे? आप समझिए पहले उसने ऐलान किया। फिर कहा कि हम मस्जिद बनाने नहीं दे रहे हैं। अब नहीं बनाएगा और फिर कहेगा मैं जान दे रहा हूं। मस्जिद का दुश्मन हमें ठहराएगा। लोगों के बीच हमें विलेन बनाकर खुद उनका नेता बन जाएगा और दंगा भड़काएगा। उसका बस इतना ही प्लान है। हम पूरी तरह अलर्ट हैं। यहां दंगा नहीं होने देंगे।' सियासी फायदे उठाने के लिए हुमायूं झूठ बोल रहामुर्शिदाबाद के रेजिनगर से TMC विधायक रबीउल्ला आलम चौधरी तो हुमायूं के सारे दावों को खारिज करते हैं। वो हुमायूं के बारे में ज्यादा कुछ नहीं बोलना चाहते हैं। बस इतना कहते हैं, 'हुमायूं झूठ बोल रहा है और मस्जिद का ऐलान करके सिर्फ राजनीति कर रहा है। वो कुछ नहीं बनाने वाला है, सिर्फ इसी तरह बयान देता रहता है।' 'इसके बाद वो मीडिया इकट्ठा करके कहेगा कि दूसरे विधायक उसके काम में टांग अड़ा रहे हैं। फिर कहानी बनाएगा कि वो पार्टी छोड़ देगा। जबकि वो ऐसा करेगा नहीं क्योंकि पार्टी से उसे पहले ही कई नोटिस मिल चुके हैं, लेकिन अब तक उसने कोई कदम नहीं उठाया।' हुमायूं बोला- मस्जिद मेरी तो नाम भी मैं ही तय करूंगा...इन दोनों विधायकों से बात करने के बाद हमनें हुमायूं कबीर से भी बात की। जमीन के बारे में पूछने पर वो भड़कते हुए कहते हैं, 'आपको सब जानने की इतनी जल्दी क्यों है। मैं हर किसी को एग्रीमेंट तो नहीं दिखाऊंगा न। जो देखना या सुनना है, वो 6 दिसंबर को वेन्यू पर आकर देख लीजिएगा। वहीं हम सबकुछ बोलेंगे और दिखाएंगे।' क्या आपने कुछ जमीन खरीद ली है, क्योंकि आपकी ही पार्टी के विधायकों ने साफ कहा है कि आपके पास कोई जमीन नहीं है? हुमायूं इस पर भड़कते हुए कहते हैं, 'मैंने जमीन पहले ही ले ली थी, लेकिन मैं किसी को कुछ नहीं दिखाऊंगा। मर जाऊंगा, लेकिन मस्जिद की नींव 6 दिसंबर को रखी ही जाएगी।' आपने मस्जिद का नाम बाबरी ही क्यों रखा? जवाब में हुमायूं कहते हैं, अरे बच्चा मेरा तो मैं ही नाम रखूंगा। मस्जिद मेरी है तो नाम भी मैं ही तय करूंगा।' आप कह रहे हैं कि दो विधायक आपको जमीन नहीं खरीदने दे रहे। आपने एक साल पहले मस्जिद बनाने का ऐलान किया था, तब भी ये अड़ंगा लगा रहे थे या अभी शुरू किया है? इस पर हुमायूं भड़कते हुए फिर कहते हैं, 'आपको इतनी जल्दी क्यों है, आपको इतना परेशान नहीं होना चाहिए? 6 दिसंबर को मैं सब बताऊंगा भी और दिखाऊंगा भी। मस्जिद की नींव रखी जाएगी। मेरी जिम्मेदारी मुझे निभाने दीजिए।' हुमायूं मस्जिद का कंस्ट्रक्शन प्लान बताते हुए कहते हैं, '6 दिसंबर को नींव रखी जाएगी। 3 महीने का वक्त DPR (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) अप्रूवल में लगेगा। 3 साल में मस्जिद बनकर तैयार हो जाएगी।' आप अभी किसी को जमीन का एग्रीमेंट नहीं दिखाएंगे क्या? इसके जवाब में हुमायूं कहते हैं, 'क्यों दिखाऊं, मैं अपना प्लान तो बता रहा हूं। जो दिखाना चाहिए, वो दिखा रहा हूं और बता रहा हूं।' TMC बोली- हुमायूं BJP का एजेंट, शुभेंदू अधिकारी के कॉन्टैक्ट में थाTMC प्रवक्ता मानव जायसवाल से जब इस बारे में पूछा गया तो वो कहते हैं, 'पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी ने इस मामले को लेकर जांच बैठाई है। हुमायूं कबीर ने ये ऐलान क्यों किया, किसके कहने पर किया, वो BJP का एजेंडा किसके उकसाने पर चला रहा है, क्या इसके पीछे शुभेंदू अधिकारी हैं? इन सबको लेकर जांच की जा रही है।' अब तक की जांच में क्या निकला? मानव बताते हैं, 'अभी जांच चल रही है। हालांकि BJP लीडर शुभेंदू अधिकारी हुमायूं के संपर्क में थे।' फिर क्या ये सब BJP ने करवाया? इस पर मानव कहते हैं, 'हुमायूं BJP का पुराना साथी रहा है, लेकिन इंटरनल जांच रिपोर्ट आने के बाद ही हम कुछ स्पष्ट कह पाएंगे।' मानव ये भी साफ करते हैं कि पार्टी का मस्जिद बनाने के ऐलान से कोई लेना-देना नहीं है। वे आगे कहते हैं, ‘हम मस्जिद बनाने के समर्थक नहीं हैं। मस्जिद या मंदिर बनाना सरकार का काम नहीं है। ये सब संस्थाओं का जिम्मा है।‘ इसके साथ ही मानव कुछ मंदिरों के नाम भी गिनवाते हैं और कहते हैं, ‘दीघा में जगन्नाथ मंदिर हमने बनवाया, कालीघाट कॉरिडोर रि-डेवलप कराया, दक्षिणेश्नवर कॉरिडोर बनवाया और शांति निकेतन को भी रि-डेवलप किया। हम हर तरह की संस्था के लिए काम करते हैं।' बाबरी के नाम पर मस्जिद बनाने के ऐलान को लेकर TMC ने हुमायूं कबीर को पार्टी से बाहर कर दिया है। 2015 में भी पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते उसे TMC ने 6 साल के लिए निष्कासित किया था। लिहाजा 2018 में वो BJP में शामिल हो गए। 6 साल का निष्कासन पूरा होने के बाद वो फिर TMC में आ गए और भरतपुर सीट से विधायक बने। BJP बोली- विधायक ने ऐसा ऐलान क्यों किया, TMC जवाब देTMC के आरोपों पर BJP प्रवक्ता श्रीरूपा भट्टाचार्या कहती हैं, ‘जवाब तो TMC को देना चाहिए। उनके विधायक रहते हुए कोई इतना विवादित ऐलान कैसे कर सकता है। उसे क्यों सस्पेंड किया गया, ये सब पहले उन्हें बताना है।‘ ‘BJP या शुभेंदु अधिकारी पर आरोप लगाने की बात करें तो इस पर किसी का जोर नहीं है। कोई भी कुछ भी कह सकता है।‘ ये कितना अजीब आरोप है कि उनका विधायक BJP के संपर्क में था इसलिए ऐसा काम किया और फिर उसे सस्पेंड करना पड़ा। BJP ऐसे आरोपों पर जवाब नहीं देगी। मस्जिद को लेकर विवाद साल भर पुरानापूरा विवाद नवंबर 2024 में शुरू हुआ। तब TMC विधायक हुमायूं कबीर ने अयोध्या वाली बाबरी मस्जिद की छोटी प्रतिकृति बनाने की बात कही थी। जब बाबरी नाम के इस्तेमाल को लेकर विवाद खड़ा हो गया, तब उन्होंने कहा था कि बाबरी मस्जिद मुसलमानों के लिए भावनात्मक मुद्दा है। इसके बाद दिसंबर 2024 में ही BJP ने मुर्शिदाबाद में राम मंदिर बनाने की बात कही। हालांकि तब भी BJP नेता शंकर घोष का कहना था कि राम मंदिर को मस्जिद के जवाब के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए। मंदिर संस्कृति का हिस्सा है, जबकि बाबरी मस्जिद का एक खराब इतिहास है, ये बंगाल में कैसे बन सकती है। ‘100 मुसलमान शहीद होंगे तो 500 को ले जाएंगे‘इसके बाद 25 नवंबर को TMC विधायक हुमायूं कबीर ने फिर कहा कि हम 6 दिसंबर को बाबरी मस्जिद की नींव रखेंगे। बाबरी मस्जिद बनाने को लेकर 28 नवंबर 2025 को हुमायूं कबीर ने एक और विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा, ‘जो कोई उन्हें रोकने की कोशिश करेगा, उसे गंभीर नतीजे भुगतने होंगे। अगर 100 मुसलमान शहीद होंगे तो वे अपने साथ 500 लोगों को ले जाएंगे।‘ हुमायूं कबीर पहले भी विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहे हैं। 2024 में लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान के समय मुर्शिदाबाद के शक्तिपुर में हुमायूं कबीर ने एक जनसभा में कहा, ‘मैं राजनीति छोड़ दूंगा अगर दो घंटे में तुम्हें (हिंदुओं को) भागीरथी नदी में डुबो न दिया। तुम 30% हो, हम 70% (मुस्लिम) हैं। मैं तुम्हें शक्तिपुर में रहने नहीं दूंगा।‘ इस बयान के बाद चुनाव आयोग ने उन्हें नोटिस जारी किया था। वहीं TMC ने इस बयान से दूरी बना ली थी। .............................ये खबर भी पढ़ें... ’मुर्शिदाबाद में बाबरी बनना तय, हिम्मत है तो गिराओ’ ‘6 दिसंबर (2025) को 12 बजे ही बाबरी मस्जिद का शिलान्यास होगा। मुसलमानों का सेंटिमेंट टूटा है, कुछ तो करना पड़ेगा। 1992 में जिन्होंने बाबरी मस्जिद तोड़ी, उनमें हिम्मत है तो मुर्शिदाबाद में आकर गिरा दें।‘ मुर्शिदाबाद के भरतपुर से TMC विधायक हुमायूं कबीर पश्चिम बंगाल में बाबरी नाम से मस्जिद बनाने का दावा कर रहे हैं। पढ़िए पूरी खबर...
पाकिस्तान: महरंग बलूच की हिरासत को कोर्ट ने बताया गलत, माना 'सबूत मनगढ़ंत'
पाकिस्तान की एक अदालत ने मानवाधिकार कार्यकर्ता महरंग बलूच को नौ महीने से बिना किसी ठोस सबूत के हिरासत में रखने पर सवाल खड़े किए हैं
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारत पहुंचते ही सिक्योरिटी प्रोटोकॉल तोड़ दिया। उन्होंने रूस से एयरलिफ्ट करके आई अपनी ऑरस सीनेट कार छोड़ी और पीएम मोदी के साथ एक गाड़ी में बैठकर एयरपोर्ट से रवाना हुए। पुतिन का सिक्योरिटी प्रोटोकॉल दुनिया में सबसे सख्त माना जाता है। उनके खाने की जांच रूस से लाई मोबाइल लैब में होती है। सबसे अनोखी बात- पुतिन का मल-मूत्र तक सील्ड बैग में मॉस्को भेजा जाता है। भास्कर एक्सप्लेनर में पुतिन का पूरा सिक्योरिटी प्रोटोकॉल जानेंगे... **** ग्राफिक्स: अजित सिंह, द्रगचंद्र भुर्जी और अंकुर बंसल ****References and further reading... ------ ये स्टोरी भी पढ़िए... रनवे पर हमेशा तैयार मिलता है एयरफोर्स-1:बाइडेन को बाथरूम में भी अकेला नहीं छोड़ते; अमेरिकी राष्ट्रपति का पूरा सिक्योरिटी प्रोटोकॉल अमेरिकी राष्ट्रपति की विदेश यात्रा के दौरान उनका एयरफोर्स-1 विमान रनवे पर हमेशा तैयार मिलेगा। किसी भी इमरजेंसी में महज कुछ सेकेंड में वो उड़ान भर सकता है। राष्ट्रपति के पहुंचने से पहले एजेंट्स आस-पास के मेंटल हॉस्पिटल से छोड़े गए मरीजों की जानकारी तक खंगालते हैं। इन्हें पोटेंशियल थ्रेट माना जाता है। पूरी खबर पढ़िए...
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान-तहरीक-ए-इंसाफ के संस्थापक इमरान खान ने इस्लामाबाद हाई कोर्ट में एक अर्जी दी है। उन्होंने शौकत खानम अस्पताल में अगले तीन दिनों में अपने मेडिकल टेस्ट और जांच कराने की इजाजत मांगी है। स्थानीय मीडिया ने गुरुवार को यह जानकारी दी
Donald Trump Social Media Post: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारतीय दौरे पर पहुंच गए हैं.इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर एक चौंकाने वाला बयान दिया है.
युद्ध और मौत के तांडव के बीच गाजा में बजी शहनाई, 54 जोड़ों ने एक साथ रचाई शादी
Group Marriage in Gaza Patti: हमास इजरायल युद्ध के बीच गाजा पट्टी में54 जोड़ों ने सामूहिक विवाह किया. दक्षिणी गाजा के खान यूनिस में जहां एक तरफ बम और गोलियों के हमलों से इमारतों के मलबे दिखाई दे रहे हैं वहां मंगलवार को शहनाई की गूंज सुनाई दी.
बांग्लादेश चुनाव सिर्फ एक बनावटी रस्म है, नतीजा असल में पहले से तय: अवामी लीग
बांग्लादेश की अवामी लीग पार्टी ने अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। दावा किया है कि अवामी लीग की सभी गतिविधियों पर पाबंदी लगाकर देश के 40 फीसदी मतदाताओं को फरवरी 2026 में चुनाव में हिस्सा लेने से रोका जा रहा है
बीच रेत में अचानक प्रकट हुआ चमचमाता जहाज, सोने-चांदी की होने लगी बारिश; खोला 500 साल पुराना राज
500 Year Old Treasure Ship Found: नामीबिया की रेत में एक 500 साल पुराना जहाज मिला है. यह जहाज 7 मार्च साल 1533 को पुर्तागल के लिस्बन से भारत के लिए निकला था.
पुतिन नई दिल्ली पहुंचने के लिए मॉस्को से हुए रवाना, आज शाम 6 बजे तक पर पहुंचेंगे भारत
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत दौरे पर राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली पहुंचने के लिए मॉस्को से रवाना हो चुके हैं। पुतिन आज शाम करीब 6 बजकर 35 मिनट पर भारत पहुंचेंगे। स्थानीय मीडिया की ओर से यह जानकारी साझा की गई है
42 अमेरिकी सांसदों ने मार्को रुबियो को लिखा पत्र, पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाने का किया आग्रह
पाकिस्तान में हो रहे दमनकारी अभियानों का शोर अमेरिका तक पहुंच रहा है। इस सिलसिले में भारतीय मूल की अमेरिकी कांग्रेस सदस्य महिला प्रमिला जयपाल और कांग्रेस सदस्य ग्रेग कैसर के नेतृत्व में करीब 42 टॉप अमेरिकन सांसदों ने अमेरिकी मंत्री मार्को रुबियो से पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाने का आग्रह किया है
हद से ज्यादा काम करते हैं इन देशों के लोग, डिमांड या कल्चर का हिस्सा? जानें
Workaholic Countries Name: भारत में ज्यादातर कंपनियों में एक दिन में 8 से 9 घंटे काम किया जाता है. इस तरह भारतीय लोग हफ्ते में 45 से 48 घंटे काम करते हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि सबसे ज्यादा काम किस देश के लोग करते हैं और कितने घंटे काम करते हैं. चलिए जानते हैं.
6,000 साल पुराने शंख में छिपा मिला ऐसा खजाना, अंदर से आती है आवाज! सुनकर सहमे साइंटिस्ट
Spain Catalonia 6000 Year Old Shell: स्पेन में मिली हजारों साल पुरानी शंख-टरंपेट्स दुनिया के सबसे पुराने संगीत वाद्य हो सकते हैं. वैज्ञानिकों का दावा है कि ये नियोथलिक काल में संगीत और लंबी दूरी की सूचना देने के लिए इस्तेमाल होते थे.
धरती से 1.8 KM ऊपर बना फुटबॉल ग्राउंड, खिलाड़ियों ने मारा गोल और लगा दी नीचे छलांग! देखें Video
Hot Air Balloon Football Match: रूसी एक्सट्रीम स्पोर्ट्स एथलीट्स ने 5,900 फीट की ऊंचाई पर गर्म हवा के गुब्बारों के सहारे लटका मैदान बनाकर फुटबॉल मैच खेला. यह रोमांचक स्टंट अब वर्ल्ड रिकॉर्ड बन चुका है और सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
ऑस्ट्रेलिया ने यूक्रेन के लिए बढ़ाया मदद का हाथ, 6.2 करोड़ अमेरिकी डॉलर की सैन्य सहायता का किया ऐलान
ऑस्ट्रेलिया ने गुरुवार को यूक्रेन के लिए 9.5 करोड़ ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (6.2 करोड़ अमेरिकी डॉलर) के नए सैन्य सहायता पैकेज की घोषणा की, जिसमें रक्षा बल सामग्री एवं उपकरण शामिल हैं
Pakistan PIA Sale: पाकिस्तान ने अपनी कर्ज में डूबी राष्ट्रीय एयरलाइन PIA को IMF की शर्तों के तहत बेचने का फैसला कर लिया है, जिसकी बोली 23 दिसंबर 2025 को होने वाली है. नकली लाइसेंस वाले पायलट, लगातार नुकसान और खराब प्रबंधन ने एयरलाइन को 200 अरब रुपये से अधिक कर्ज में धकेल देने का काम किया है.
‘6 दिसंबर (2025) को 12 बजे ही बाबरी मस्जिद का शिलान्यास होगा। मुसलमानों का सेंटिमेंट टूटा है, कुछ तो करना पड़ेगा। 1992 में जिन्होंने बाबरी मस्जिद तोड़ी, उनमें हिम्मत है तो मुर्शिदाबाद में आकर गिरा दें।‘ मुर्शिदाबाद के भरतपुर से TMC विधायक हुमायूं कबीर पश्चिम बंगाल में बाबरी नाम से मस्जिद बनाने का दावा कर रहे हैं। हुमायूं कहते हैं कि जिस दिन अयोध्या में बाबरी मस्जिद गिराई गई थी, उसी तारीख पर यानी 6 दिसंबर 2025 को मुर्शिदाबाद के बेलडांगा में वे बाबरी मस्जिद का शिलान्यास करेंगे। उनके समर्थकों ने मुर्शिदाबाद में कई जगहों पर शिलान्यास के पोस्टर भी लगाए हैं। इसके जवाब में BJP और एक हिंदूवादी संगठन ने मुर्शिदाबाद में ही अयोध्या की तर्ज पर दो अलग-अलग राम मंदिर बनाने का दावा किया है। BJP का ये भी कहना है कि कोई भी अपनी जमीन पर मस्जिद बना सकता है, लेकिन बाबर के नाम पर इस देश में मस्जिद नहीं बनेगी। जिस मुर्शिदाबाद में मस्जिद और मंदिर बनाने के दावे किए जा रहे हैं, वो बांग्लादेश के बॉर्डर वाला संवेदनशील इलाका है। इसी साल अप्रैल में वक्फ कानून के खिलाफ हुए प्रोटेस्ट के दौरान यहां हिंसा भड़की थी, जिसमें 3 लोगों की जान चली गई थी। बंगाल में अप्रैल 2026 में चुनाव भी होने हैं। ऐसे में मुर्शिदाबाद में मंदिर-मस्जिद पर बयानबाजी क्या चुनावी रणनीति का हिस्सा है? हुमायूं कबीर इस ऐलान के जरिए क्या साधने की कोशिश कर रहे? TMC और BJP इसे लेकर क्या सोचती हैं? दैनिक भास्कर ने विधायक हुमायूं कबीर, पॉलिटिकल पार्टियों और सीनियर जर्नलिस्ट से बात कर ये समझने की कोशिश की। सबसे पहले हुमायूं कबीर और उनके दावों की बात…बाबरी मस्जिद बनना तय, किसी को नाम पर एतराज क्यों पूरे विवाद के केंद्र में भरतपुर से TMC विधायक हुमायूं कबीर हैं। वे इससे पहले कांग्रेस और BJP में भी रह चुके हैं। बाबरी मस्जिद बनाने के दावों को लेकर हमने हुमायूं से बात की। वे दावा करते हैं कि जगह पहले से तय है और निर्माण निश्चित रूप से होगा। हुमायूं ने पहले बेलडांगा में मस्जिद के लिए जो जगह देखी थी, उसे जमीन मालिक ने देने से मना कर दिया। अब वे नई जगह तलाश रहे हैं। हुमायूं कहते हैं, ‘सभी जगह देख ली है। जमीन के छह हिस्सेदार हैं। उनमें से चार देने को तैयार हैं, लेकिन दो नहीं। इनमें लोकल TMC विधायक हसनुज्जमां शेख, रबीउल आलम चौधरी और उनके बेटे पुलिस की मदद से जमीन देने से रोकने की कोशिश कर रहे हैं। पहले एक जगह विरोध हुआ तो मैंने वहां मना कर दिया।‘ बाबरी नाम को लेकर विवाद के सवाल पर हुमायूं कहते हैं, ‘नाम पर आपत्ति कैसे है? अगर मेरा बेटा पैदा हो तो मैं उसका क्या नाम रखूं, ये बताने वाली BJP कौन होती है।‘ अपनी ही पार्टी के साथ न देने पर हुमायूं कहते हैं, 'पार्टी का इससे कोई लेना-देना नहीं है। पार्टी का सिद्धांत मानूंगा, लेकिन ये मेरे कौम का मामला है। कौम के लोग मदद कर रहे हैं, पार्टी का बोलना मेरे लिए अहमियत नहीं रखता।' ‘100 मुसलमान शहीद होंगे तो 500 को ले जाएंगे‘मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद बनाने को लेकर मीडिया से बात करते हुए 28 नवंबर 2025 को हुमायूं कबीर ने एक और विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा, ‘जो कोई उन्हें रोकने की कोशिश करेगा, उसे गंभीर नतीजे भुगतने होंगे। अगर 100 मुसलमान शहीद होंगे तो वे अपने साथ 500 लोगों को ले जाएंगे।‘ हुमायूं कबीर पहले भी विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहे हैं। 2024 में लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान के समय मुर्शिदाबाद के शक्तिपुर में हुमायूं कबीर ने एक जनसभा में कहा, ‘मैं राजनीति छोड़ दूंगा अगर दो घंटे में तुम्हें (हिंदुओं को) भागीरथी नदी में डुबो न दिया। तुम 30% हो, हम 70% (मुस्लिम) हैं। मैं तुम्हें शक्तिपुर में रहने नहीं दूंगा।‘ इस बयान के बाद चुनाव आयोग ने उन्हें नोटिस जारी किया था। वहीं TMC ने इस बयान से दूरी बना ली थी, लेकिन कोई औपचारिक कार्रवाई नहीं की गई। TMC बोली- उस विधायक का कोई मोल नहीं, SIR पर फोकसTMC पहले ही हुमायूं कबीर के बयान से किनारा कर चुकी है। TMC सांसद कल्याण बनर्जी कहते हैं, ‘हम हुमायूं कबीर के बयानों को तवज्जो नहीं देते। उस विधायक का कोई मोल नहीं है। पश्चिम बंगाल में लोग सिर्फ एक ही व्यक्ति से प्यार करते हैं और उसी पर भरोसा करते हैं। वो ममता बनर्जी हैं। पार्टी उन्हीं के नाम पर चलती है।‘ पार्टी में ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के करीबी सोर्स ने बताया कि अभी हुमायूं कबीर के मुद्दे को पार्टी तूल नहीं देना चाहती। SIR अभी बड़ा मुद्दा है। इसलिए हुमायूं कबीर पर कोई एक्शन नहीं लिया जाएगा। सोर्स के मुताबिक, ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी के संज्ञान में मामला लाया गया है, लेकिन एक्शन नहीं होगा। हुमायूं कबीर पर कार्रवाई करने पर BJP इस मुद्दे को तूल देगी। इसीलिए फिलहाल कोई नोटिस भी जारी नहीं किया जाएगा। पार्टी ने अपने सभी ऑफिशियल प्रवक्ताओं को इस पर बोलने से बचने की हिदायत दी है। 26 दिसंबर को मुर्शिदाबाद में राम मंदिर का शिलान्यास TMC भले ही इस मामले को तवज्जो न दे रही हो, लेकिन BJP इसे लेकर TMC को लगातार घेर रही है। मुर्शिदाबाद में BJP के पूर्व जिलाध्यक्ष शाखारव सरकार ने जिले में ही राम मंदिर बनाने की बात कही है। हमने शाखारव सरकार से बात की। वे कहते हैं कि बाबरी नाम की मस्जिद मंजूर नहीं है। हुमायूं कबीर पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए शाखारव कहते हैं, ‘भारत में कोई बाबरी मस्जिद नहीं बनाना चाहता है। आप सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन कर रहे हैं। बाबर की मस्जिद मुर्शिदाबाद में नहीं बनेगी। इब्राहिम लोधी भारतीय मुस्लिम थे, उनका कत्ल कर दिया गया। मस्जिद बनानी है, तो अबुल कलाम, नजुल इस्लाम, रिजवान करीम या जामा मस्जिद के नाम पर बने।’ शाखारव ने 26 दिसंबर को मुर्शिदाबाद में राम मंदिर का शिलान्यास करने का दावा किया है। आक्रमणकारी के नाम पर मस्जिद बनी तो विरोध होगा पश्चिम बंगाल में BJP के लीडर दिलीप घोष कहते हैं कि कोई भी अपनी जमीन पर मस्जिद बना सकता है, लेकिन बाबर के नाम पर इस देश में मस्जिद नहीं बनेगी। वो आक्रांता था। उसके नाम पर किसी ने भी मस्जिद बनाने की कोशिश की तो देशभर में विरोध होगा। हुमायूं कबीर के बयानों को दिलीप घोष TMC की बैकग्राउंड पॉलिटिक्स बताते हैं। वे कहते हैं, ‘हुमायूं को मिनिस्ट्री चाहिए इसलिए वे इस तरह की बात कर रहे हैं। मुर्शिदाबाद में मुस्लिम आबादी ज्यादा है और कम्युनल चीजें होती रहती हैं। आप उनके पिछले स्टेटमेंट देखिए। वे कहते थे कि हिंदुओं को काटकर गंगा में बहा देंगे। ऐसा बोलकर वो अटेंशन क्रिएट करते हैं। उन्हें पार्टी से बार्गेनिंग करनी है क्योंकि उन्हें मिनिस्ट्री चाहिए।‘ बाबर के नाम वाली मस्जिद का अयोध्या जैसा हाल होगाBJP की हिंदूवादी छवि वाली नेता उमा भारती ने चेतावनी दी कि बाबर के नाम पर बनी इमारत का वही हाल होगा जो अयोध्या में हुआ था। उन्होंने X पर लिखा, ‘खुदा, इबादत, इस्लाम के नाम पर मस्जिद बने हम सम्मान करेंगे। अगर बाबर के नाम से इमारत बनी तो उसका वही हाल होगा, जो 6 दिसंबर को अयोध्या में हुआ था। ईंटें तक नहीं बची थीं।‘ ‘मेरी मित्र ममता बनर्जी जी को सलाह है कि बाबर के नाम पर मस्जिद बनाने की बात कहने वालों पर कार्रवाई करें। पश्चिम बंगाल और देश में अस्मिता और सद्भाव के लिए आपकी भी जिम्मेवारी है।‘ उमा भारती के एक-एक ईंट गायब वाले बयान पर विधायक हुमायूं उन्हें मुर्शिदाबाद आने की चुनौती देते हैं। वे कहते हैं कि उमा भारती को ईंट खोलने के लिए मुर्शिदाबाद आना पड़ेगा। हिम्मत है तो आकर गिरा दें। अगर तोड़ दिया तो दोबारा बनाएंगे, तीसरी बार भी बनाएंगे। हालांकि उमा भारती ने इस बयान पर कोई जवाब नहीं दिया है। मस्जिद को लेकर विवाद साल भर पुराना पूरा विवाद नवंबर 2024 में शुरू हुआ। तब TMC विधायक हुमायूं कबीर ने अयोध्या वाली बाबरी मस्जिद की छोटी प्रतिकृति बनाने की बात कही थी। जब बाबरी नाम के इस्तेमाल को लेकर विवाद खड़ा हो गया, तब उन्होंने कहा था कि बाबरी मस्जिद मुसलमानों के लिए भावनात्मक मुद्दा है। इसके बाद दिसंबर 2024 में ही BJP ने मुर्शिदाबाद में राम मंदिर बनाने की बात कही। हालांकि तब भी BJP नेता शंकर घोष का कहना था कि राम मंदिर को मस्जिद के जवाब के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए। मंदिर संस्कृति का हिस्सा है, जबकि बाबरी मस्जिद का एक खराब इतिहास है, ये बंगाल में कैसे बन सकती है। राम मंदिर बनाने का ऐलान करने वाला ट्रस्ट बोला- हालात बिगाड़ने की कोशिश एक हिंदूवादी संगठन बोंगियो राम सेवक परिषद ट्रस्ट ने भी दिसंबर 2024 में राम मंदिर बनाने की बात कही थी। 22 जनवरी 2025 को अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को साल भर पूरा होने पर सागरदिघी विधानसभा क्षेत्र के अलंकार गांव में मंदिर का शिलान्यास भी हुआ। ट्रस्ट के प्रेसिडेंट अंबिकानंद महाराज दोबारा मस्जिद का मुद्दा उठाने को राजनीति से प्रेरित मानते हैं। वे कहते हैं, ‘ये बयानबाजी हालात बिगाड़ने के लिए हो रही है। सुप्रीम कोर्ट का राम मंदिर पर दिया आदेश सर्वोच्च है। बाबर की दलाली एंटी-नेशनल है। हुमायूं कबीर को एंटी-सोशल घोषित करके लॉकअप में डाल देना चाहिए। मुर्शिदाबाद सेंसिटिव इलाका है, यहां दंगे हो चुके, लेकिन मुस्लिम समुदाय अब कोई टेंशन नहीं चाहता।‘ अंबिकानंद महाराज कहते हैं कि ये फ्लिपल माइंडेड पॉलिटिशियन TMC में खराब स्थिति में है, वो अपनी नई पार्टी शुरू करने की सोच रहा है। इसके बयानों का कोई मूल्य नहीं। बाबरी मस्जिद के साथ भारतीय मुस्लिमों का कोई लेना-देना नहीं है। अब जान लीजिए एक्सपर्ट क्या कह रहे...SIR के मुद्दे पर पिछड़ रही BJP हुमायूं को मुद्दा बनाना चाह रही इस मामले को लेकर हमने सीनियर जर्नलिस्ट प्रभाकर मणि तिवारी से भी बात की। वे मंदिर-मस्जिद के मामले को इलेक्शन से पहले सांप्रदायिक राजनीति की कोशिश मानते हैं। वे कहते हैं कि TMC ने SIR का मुद्दा पकड़ा है, ये BJP पर भारी पड़ रहा है। इसीलिए BJP हुमायूं कबीर के मुद्दे को भुनाना चाहती है। हालांकि प्रभाकर कहते हैं, ‘बंगाल में सांप्रदायिक राजनीति का फायदा नहीं होता। 2021 के विधानसभा और फिर 2024 के लोकसभा चुनावों में कोशिश हुई, लेकिन वोटरों ने ठुकरा दिया।‘ TMC का रुख: कोई इत्तफाक नहीं, वोट बैंक को नुकसानहुमायूं कबीर के बयानों पर TMC की प्रतिक्रिया को लेकर प्रभाकर मानते हैं, ‘पार्टी जानबूझकर इससे दूरी बना रही है। TMC के सीनियर लीडर ये समझ गए हैं कि अंदर-खाने पार्टी इससे इत्तफाक नहीं रखती। इसीलिए इसे अपने हाल पर छोड़ दिया गया है। बंगाल में SIR बड़ा मुद्दा है, ममता सरकार का फोकस उसी पर है।‘ प्रभाकर 6 दिसंबर को मुर्शिदाबाद में माहौल बिगड़ने की आशंका जताते हैं। वे कहते हैं, ‘मुर्शिदाबाद में अप्रैल में CAA संशोधन पर दंगे, हिंसा और पलायन हुआ। BJP ने मुद्दा बनाया, लेकिन हफ्ते भर में शांत हो गया। अब BJP मस्जिद को चुनावी मुद्दा बना सकती है।‘ ‘हालांकि ममता BJP की रणनीति जानती हैं, इसलिए पार्टी-सरकार स्तर पर ही इस मसले को रोकने की कोशिश करेंगी। वे हुमायूं कबीर को आखिरी मौके पर रोक सकती हैं। पहले भी हुमायूं कबीर अपनी पार्टी बनाना चाहते थे, लेकिन तब अभिषेक बनर्जी के साथ बैठक के बाद पीछे हट गए।‘....................... ये खबर भी पढ़ें....11 बार विधायक-सांसद रहे आजम खान अब कैदी नंबर 425 17 नवंबर 2025, दोपहर का वक्त, पुलिसवाले यूपी के पूर्व मंत्री आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला को रामपुर के MP-MLA कोर्ट से जिला जेल ले जा रहे थे। पुलिस की गाड़ी से उतरकर आजम जेल के मेन गेट पर उतरे, तो मीडिया ने घेर लिया। हाथ में चश्मे का केस और बिस्किट के 2 पैकेट थे। पीछे बेटे अब्दुल्ला भी गाड़ी से उतरे। आजम से पूछा गया- फर्जी पैन कार्ड मामले में आपको 7 साल की सजा हुई है, क्या कहना चाहते हैं? जवाब में आजम ने क्या कहा? पढ़िए पूरी खबर...
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 2 दिन के दौरे पर भारत आ रहे हैं। उनके साथ करीब 100 लोगों की टीम है, लेकिन इसमें परिवार का एक भी सदस्य नहीं है। 2012 में आखिरी बार पुतिन अपनी पत्नी के साथ दिखे थे। इसके बाद विदेश दौरे तो क्या रूस में भी पुतिन का परिवार कहीं नहीं दिखा। भास्कर एक्सप्लेनर में जानेंगे पुतिन की बीवी, गर्लफ्रेंड, बच्चों समेत सीक्रेट फैमिली की पूरी कहानी... वर्ल्ड वॉर-2 के दौरान सोवियत यूनियन के लेनिनग्राद (अब सेंट पीटर्सबर्ग) शहर को जर्मन सेना ने 872 दिनों तक सीज कर रखा था। यहां इतनी ताबड़तोड़ बमबारी हुई कि शहर पूरी तरह से तबाह हो गया। इसी शहर में 7 अक्टूबर 1952 को व्लादिमीर पुतिन का जन्म हुआ। उनके पिता व्लादिमीर स्पिरिडोनोविच, सोवियत नेवी में थे और मां मारिया इवानोव्ना पुतिन एक फैक्ट्री में काम किया करती थीं। पुतिन के दादा सोवियत नेता व्लादिमीर लेनिन और जोसेफ स्टालिन के चीफ शेफ रह चुके थे। पुतिन अपने माता-पिता की इकलौती जिंदा संतान हैं। वर्ल्ड वॉर शुरू होने से पहले उनके सबसे बड़े भाई अल्बर्ट की मौत हो गई थी। युद्ध के बाद जब शहर तबाह हो गया तो छोटे बच्चों को भुखमरी से बचाने अनाथालय भेजा जा रहा था। पुतिन के दूसरे भाई विक्टर को भी ले जाया गया, लेकिन यहां उसकी मौत हो गई। परिवार को यह भी नहीं पता चल पाया कि उसे कहां दफनाया गया है। जंग में जब शहर तबाह हुआ तो पुतिन का परिवार बहुत गरीब हो गया। वे लोग लेनिनग्राद के कम्युनल अपार्टमेंट में रहने लगे। बिल्डिंग के पांचवे फ्लोर पर उनका एक कमरे का घर था। यहां कई परिवारों के साथ किचन और बाथरूम शेयर करना पड़ता। जब पुतिन 12 साल के हुए तो उन्होंने सोवियत रेड आर्मी ने मार्शल आर्ट्स सैम्बो और जूडो की क्लास जॉइन कर ली। पुतिन की मां को ये फैसला पसंद नहीं आया। पुतिन की ऑफिशियल बायोग्राफी के मुताबिक, ‘जब भी पुतिन जूडो क्लास के लिए घर से निकलते तो उनकी मां बड़बड़ाते हुए कहतीं कि फिर से अपनी फाइट के लिए जा रहा है।’ पुतिन बचपन से ही सीक्रेट एजेंट बनना चाहते थे। 23 साल की उम्र में उन्होंने रूस की खुफिया एजेंसी KGB ज्वाइन भी कर ली। इसी बीच एक मूवी शो के दौरान पुतिन के दोस्त ने उन्हें एयरहोस्टेस ल्यूडमिला ओचेरत्नाया से मिलवाया। पुतिन को ल्यूडमिला बहुत अच्छी लगीं और वो दोनों अक्सर मिलने लगे। 1983 में दोनों ने शादी कर ली। ल्यूडमिला कहती हैं, व्लादिमीर में कुछ ऐसा था, जिसने मुझे आकर्षित किया। 3-4 महीने बाद मुझे एहसास हो गया कि ऐसे ही इंसान की मुझे जरूरत थी। KGB के काम से पुतिन को जर्मनी शिफ्ट होना पड़ा तो ल्यूडमिला भी उनके साथ चली गईं। 1990 में पुतिन वापस रूस आ गए और 1996 में उनका राजनीतिक करियर शुरू हो गया। 1999 में वो रूस के प्रधानमंत्री और 2000 में राष्ट्रपति बने। पुतिन की बायोग्राफी लिखने वालीं नताल्या गेवोरक्यान 1999 में ल्यूडमिला से मिली थीं। इस मुलाकात के बारे में वो बताती हैं, पुतिन की शादी में प्यार खत्म हो चुका था। उनकी पत्नी को लगता था कि पुतिन उनसे प्यार नहीं करते। ल्यूडमिला ने उस समय कहा था, 'कुछ औरतें ऐसी होती हैं जिनकी मर्द तारीफ करते हैं। मुझे लगता है मैं उस तरह की औरत नहीं हूं। वो मुझे अपनी बाहों में नहीं लेंगे।' पुतिन के पहले कार्यकाल के दौरान ल्यूडमिला लगभग सभी विदेश यात्राओं में उनके साथ गईं, लेकिन दूसरे कार्यकाल में पुतिन हमेशा अकेले ही दिखे। इस दौरान उनके दूसरी लड़कियों से अफेयर की अफवाह उड़ी, लेकिन पुतिन इन्हें खारिज करते रहे। 2013 में आखिरकार दोनों की दूरियां पब्लिक के सामने आ गई। तब 60 साल के पुतिन ने बताया कि वो और ल्यूडमिला अलग हो गए हैं। उनकी पत्नी ने कहा, 'हम दोनों मुश्किल से मिल पाते हैं, इसलिए हम अलग हो रहे हैं। ये हम दोनों का साझा फैसला है।' शादी के दो साल बाद पुतिन की बड़ी बेटी मारिया वोरोत्सोवा का जन्म हुआ और जर्मनी जाकर 1986 में छोटी बेटी कैटरीना तिखोनोवा पैदा हुई। पुतिन ने अपनी दोनों बेटियों के नाम अपनी मां के नाम पर रखे हैं। जब पुतिन प्रधानमंत्री बने तो उनका परिवार आइसोलेशन में चला गया। सुरक्षा के चलते उनकी बेटियों की पढ़ाई भी घर में कराई जाने लगी। हर समय उनके चारों और बॉडीगार्ड्स रहते। दोनों का यूनिवर्सिटी में एडमिशन भी नकली नामों से हुआ। पुतिन ने अपनी बेटियों के बारे में पब्लिकली बस इतना बताया, मेरी दोनों बेटियों की पढ़ाई रूस में ही हुई है। वो मॉस्को में ही रहती हैं। नताल्या गेवोरक्यान के मुताबिक पुतिन की बेटियां उनका बहुत सम्मान करती थीं लेकिन उन्हें अपने पिता के साथ कभी ज्यादा वक्त नहीं मिल पाता। कैटरीना एक रॉक-एन-रोल डांसर रही हैं और इंटरनेशनल लेवल पर कई डांस पर्फोमेंस कर चुकी हैं। वहीं मारिया ने मेडिसिन की पढ़ाई की है और अब एक मेडिकल रिसर्चर और बिजनेस वुमन हैं। रॉयटर्स के मुताबिक, वो एक अरबपति हैं। रूस से युद्ध शुरू होने के बाद वहां के टेलिग्राम चैनलों पर यह खबर भी चली की मारिया बॉर्डर के पास जवानों के लिए फील्ड हॉस्पिटल बनाने पहुंची हैं। उन्होंने वहां कई घायल सिपाहियों का इलाज भी किया। दोनों ही बेटियां अपने पति और बच्चों के साथ रहती हैं। 2017 में एक इंटरव्यू में पुतिन में बताया था कि उनके नाती-नातिन भी हैं, लेकिन वो चाहते है कि बच्चे आम जिंदगी जिएं। कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुतिन कि एक 22 साल की नाजायज बेटी एलिजावेटा ओलेगोवना भी है। यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से वो पेरिस में रह रही है। उसने अपना सोशल मीडिया अकाउंट भी डिएक्टिवेट कर दिया है। 2000 के दशक में एक तरफ पुतिन की उनकी पत्नी से अलग होने की खबरें आने लगी थी। वहीं दूसरी तरफ उनके रूस की जिमनास्टिक में ओलिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट एलिना काबेवा से अफेयर के भी चर्चे थे। काबेवा जिस साल पैदा हुई थीं, उसी साल पुतिन ने शादी की थी। 42 साल की काबेवा, पुतिन से 31 साल छोटी है। 2008 में एक शो में काबेवा ने बताया था कि उन्हें अपना 'मिस्टर परफेक्ट' मिल चुका है, लेकिन वो उसका नाम नहीं बता सकतीं। इसी इंटरव्यू में उनसे पूछा गया कि क्या वो अपने प्यार के लिए किसी पत्नी से उसका पति छीन सकती हैं? इस पर काबेवा ने जवाब दिया कि अगर किसी शादी में पहले से ही समस्या है और पुरुष दूसरी स्त्री को तवज्जो दे रहा है तो ऐसा करने में कोई बुराई नहीं है। 2011 के बाद से काबेवा के हाथ में हमेशा एक एंगेजमेंट रिंग दिखी है। द डोजियर सेंटर की रिपोर्ट के मुताबिक, इसके बाद से पुतिन के दोस्तों की तरफ से काबेवा और उनके परिवार को कई प्रॉपर्टी गिफ्ट में मिलने लगी। हालांकि दोनों ने शादी की है या नहीं, इसकी जानकारी नहीं मिल पाई। काबेवा रूस की संसद की सदस्य रह चुकी हैं। 2014 में उन्हें रूस के नेशनल मीडिया ग्रुप का बोर्ड ऑफ डायरेक्टर बना दिया गया। बिना अनुभव इस पद पर चुना जाना काफी विवादित रहा। डोजियर की रिपोर्ट की मुताबिक, 2014 में काबेवा स्विट्जरलैंड गई। यहीं 2015 में रूसी मूल की डॉक्टर ने उनकी डिलीवरी कराई। इसी डॉक्टर ने स्विट्जरलैंड में ही 2019 में उनके दूसरे बेटे की डिलीवरी कराई थी। डोजियर के सूत्रों के मुताबिक ये दोनों बेटे व्लादिमीर पुतिन के हैं। बड़े बेटे का नाम इवान पुतिन और छोटे का व्लादिमीर पुतिन जूनियर है। अब काबेवा बच्चों और युवाओं को जिमनास्टिक सिखाती हैं। डोजियर सेंटर की रिपोर्ट के मुताबिक, पुतिन ने अपने दोनों बेटों को पूरी तरह से छिपा कर रखा है। स्टेट डेटाबेस में उनके नाम नहीं है। इनके नकली दस्तावेज बनाए गए हैं, जोकि आमतौर पर जासूसों के लिए बनाए जाते हैं। बच्चों की सुरक्षा के लिए उनके आस-पास हर समय पुतिन के ही बॉडीगार्ड तैनात रहते हैं। उनकी पढ़ाई भी घर पर ही होती है। बच्चों की देखरेख और पढ़ाई के लिए स्टाफ भी पुतिन के दोस्तों की कंपनियों के जरिए हायर किए जाते हैं। 2024 में एक इंग्लिश नैनी एजेंसी ने विज्ञापन छापा था- सेंट पीटर्सबर्ग में 4 और 8 साल के दो लड़कों के लिए इंग्लिश टीचर की जरूरत है। परिवार आइसोलेशन में रहता है। साउथ अफ्रीकी पासपोर्ट धारक को तवज्जो दी जाएगी। टीचर को भी आइसोलेशन में रहकर ही पढ़ाना होगा। नौकरी शुरू करने से पहले दो हफ्ते तक मेडिकल जांच होगी। समय-समय पर नैनी एजेंसी इस तरह के विज्ञापन छापती रहती है। डोजियर सेंटर के मुताबिक ये विज्ञापन पुतिन के बेटों के लिए ही टीचर हायर करने के हैं। रूस के साउथ अफ्रीका से अच्छे राजनीतिक संबंध होने के कारण पुतिन अपने बच्चों को किसी साउथ अफ्रीकी से अंग्रेजी सिखाना सुरक्षित समझते हैं। ब्रिटेन और न्यूजीलैंड के टीचर भी इन्हें पढ़ा चुके हैं। पुतिन के बेटे अपने घर से बाहर भी नहीं निकल सकते। पुतिन के आधिकारिक आवास के पास ही एक इमारत में उनके बच्चे और स्टाफ रहता है। यहां वे सुबह 8-9 बजे आते हैं। दिन भर पढ़ाई, खेल-कूद और बाकी एक्टिविटी होती है। रात में दोनों अपने माता-पिता के पास आ जाते हैं। यह दोनों इमारतों के बीच कुछ मीटर का अंतर होने के बावजूद दोनों बेटों को हमेशा गाड़ी में ही ट्रैवल करना होता है। कभी-कभी बच्चों से मिलने काबेवा के दोस्तों के बच्चे आ जाते हैं। हालांकि इन्हें भी इवान और व्लादिमीर जूनियर से मिलने से पहले दो हफ्ते क्वारैंटाइन में रहना पड़ता है। डोजियर की रिपोर्ट के मुताबिक कई बार पुतिन अपने बच्चों के साथ शाम को खेलते भी हैं। पुतिन और उनके बेटे इवान के हॉकी खेलने के लिए पुतिन के आवास के पास ही एक हॉकी फील्ड भी तैयार की गई है। इस गेम में पिता-पुत्र के अलावा सिर्फ पुतिन के बॉडीगार्ड हिस्सा लेते हैं। इवान को हॉकी सिखाने कोच भी आते हैं। अपनी फेक आईडी के जरिए वो कई प्रतियोगिताओं में हिस्सा भी लेते हैं। पुतिन अपने बच्चों के साथ कई मौकों पर सीक्रेट ट्रिप पर भी जाते हैं। इसके लिए वो अपने पर्सनल एयरक्राफ्ट, ट्रेन या फिर यैच का इस्तेमाल करते हैं। कई बार इन ट्रिप्स पर बच्चों के टीचर भी साथ होते हैं। पुतिन अपने बच्चों के टीचर्स के लिए अलग से भी ट्रिप प्लान करते हैं। **** References and further reading... Dossier Center Report: https://dossier.center/succession-en/ Putin Official Biography: https://www.reuters.com/investigates/special-report/russia-capitalism-daughters/ Reuters Report: https://www.reuters.com/investigates/special-report/russia-capitalism-daughters/ ------- पुतिन के भारत दौरे से जुड़ी ये खबर भी पढ़िए... पुतिन का मल-मूत्र भी उठा ले जाते हैं बॉडीगार्ड:किले जैसी सुरक्षित कार, खाने की जांच के लिए लैब; पुतिन का पूरा सिक्योरिटी प्रोटोकॉल रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 4 दिसंबर को भारत आ रहे हैं। दो दिन के इस दौरे का सिक्योरिटी इंतजाम हफ्तों से चल रहा है। पुतिन भारत में जो भी खाएंगे, उसकी जांच रूस से लाई गई लैब में होगी। उनकी खास ऑरस सीनेट कार पहले ही एयरलिफ्ट होकर भारत पहुंच जाएगी। पूरी खबर पढ़िए...
कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर पीएम नरेंद्र मोदी का एक AI-जनरेटेड वीडियो पोस्ट किया, जिसमें उन्हें चायवाला दिखाया गया है। यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस ने पीएम पर व्यक्तिगत हमला किया हो। लेकिन अक्सर कांग्रेस के हमले उसी पर भारी पड़ जाते हैं, जिसका भाजपा चुनावी फायदा उठा लेती है। लेकिन कैसे ? ये जानने के लिए ऊपर दी गई इमेज पर क्लिक कर वीडियो देखें।
‘मेरे पति नौकरी के लिए रूस गए थे। वहां उन्हें धोखे से जंग में भेज दिया। 15 अक्टूबर को उनसे आखिरी बार बात हुई थी। उन्होंने कहा था कि अगर तीन दिन तक कॉल न आए, तो समझ लेना कि मैं नहीं हूं। अब उनसे कोई कॉन्टैक्ट नहीं है। रूस के राष्ट्रपति भारत आ रहे हैं। सरकार उनसे कहे कि भारत के जो लोग रूस में फंसे हैं, उन्हें वापस भेज दें।’ जयपुर की रहने वाली दिव्या अपने पति को बचाने के लिए ये गुहार लगा रही हैं। उनके पति मनोज सिंह शेखावत जून, 2025 में रूस गए थे। वहां उन्हें जबरन रूसी सेना के साथ यूक्रेन के बॉर्डर पर भेज दिया गया। रूस-यूक्रेन के बीच करीब 4 साल से जंग चल रही है। रूसी सेना में कितने भारतीय हैं, इसके अलग-अलग नंबर हैं। विदेश मंत्रालय ने 7 नवंबर को बताया था कि 44 भारतीय रूसी सेना में हैं। वहीं, सांसद हनुमान बेनीवाल ने लोकसभा में ये संख्या 61 बताई है। 4 दिसंबर को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के लिए भारत आ रहे हैं। इसकी खबर लगते ही रूस में फंसे लोगों के परिवार दिल्ली आ गए। एक और तीन दिसंबर को प्रदर्शन किया। उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय, विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय को लेटर भी लिखा है, ताकि पुतिन की यात्रा के दौरान इस मुद्दे को उठाया जा सके। दैनिक भास्कर ने 3 पीड़ित परिवारों से बात की और समझा कि किस तरह उनके रिश्तेदार रूस पहुंचे और वहां जंग में धकेल दिए गए। पहली कहानी: मनोज सिंह शेखावत मनोज सिंह शेखावत रूस जाने से पहले दिल्ली में टूर एंड ट्रैवल्स के काम से जुड़े थे। जयपुर के एक एजेंट शंकर सिंह ने उन्हें रूस में काम दिलवाने का वादा किया था। उसने मनोज से 4 लाख रुपए लिए थे। 1 दिसंबर को मनोज की पत्नी दिव्या भी दिल्ली में प्रदर्शन के लिए आई थीं। वे बताती हैं कि एजेंट ने मनोज को 80-90 हजार रुपए महीने सैलरी दिलाने का वादा किया था। इसके बाद वे ई-वीजा के जरिए रूस चले गए। पहले 15 दिन एक फैक्ट्री में काम किया। बदले में उन्हें पैसे नहीं दिए गए। अगले 15 दिन दूसरी फैक्ट्री में लगाया गया। वहां भी सैलरी नहीं मिली। दिव्या कहती हैं, ‘मनोज तीन महीने तक अलग-अलग जगह पर काम करते रहे। उन्हें कहीं पैसे नहीं मिले। ई-वीजा भी सिर्फ 20 दिन के लिए था। इसलिए मनोज वहीं फंस गए।' 'सितंबर में एजेंट के एक साथी जीतू बोचालिया ने मनोज से रूसी सेना का एग्रीमेंट साइन करवा लिया। ये एग्रीमेंट रूसी भाषा में था। उन्हें पता नहीं चला कि उसमें क्या लिखा है। उन्हें बोला गया कि हेल्पर या बंकर खुदवाने का काम दिया जाएगा, लेकिन ऐसा कुछ नहीं था।’ दिव्या आगे बताती हैं, ‘जिस दिन से उन्होंने एग्रीमेंट साइन किया, बातचीत बंद हो गई। 15-20 दिन बाद बात हुई, तो पता चला कि उन्हें मॉस्को से 1600 किमी दूर कहीं भेज दिया गया था। 15 दिन बाद फिर बात हुई तो मनोज ने बताया कि बहुत बड़ा धोखा हो गया है।’ दिव्या कहती हैं, ‘मैंने उनसे कहा कि वहां से भाग जाओ। मनोज ने बताया कि रूस के सैनिक सिर पर राइफल तानकर रखते हैं। कहते हैं कि यहीं मारकर दफना देंगे। रूसी सेना किसी को निकलने नहीं देती है। आगे नहीं जाने की बात करने पर मारपीट करते हैं। उनके एक साथी ने आगे जाने के डर से खुद के पैर पर गोली मार ली थी। वो अभी वहीं हॉस्पिटल में है। मनोज के बारे में कुछ पता नहीं है।’ ‘15 अक्टूबर को मेरी उनसे आखिरी बार बात हुई थी। हमने भारतीय दूतावास से संपर्क किया। दो बार प्रदर्शन किया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। मनोज को अंदाजा नहीं था कि सिर्फ 15 दिन की ट्रेनिंग देकर उन्हें सीधे वॉर जोन में भेज दिया जाएगा।' 'मैंने उनसे लोकेशन मंगवाई थी। वे यूक्रेन बॉर्डर पर थे। उन्हें 20 किलोमीटर और दूर जाना था। वहां से रूस यूक्रेन पर अटैक करता है। उन्होंने एक ऑडियो मैसेज भेजा था, उसमें गोलियों की आवाज आ रही थी।’ मनोज के परिवार ने 18 नवंबर को जयपुर के करधनी थाने में एजेंट्स के खिलाफ केस दर्ज करवाया है। शिकायत में कहा गया है कि एजेंटों ने गिरोह बना रखा है, जो पैसे लेकर राजस्थान और दूसरे राज्यों के लोगों को विदेश भेजते हैं। परिवार का आरोप है कि शिकायत करने पर एक एजेंट की तरफ से कॉल करके जान से मारने की धमकी दी गई। दूसरी कहानी: सुरेंद्र दहिया मनोज की तरह ही कहानी सुरेंद्र दहिया की भी है। उनके साथ पत्नी के भाई महावीर प्रसाद भी रूस गए थे। दोनों से तीन महीने से बात नहीं हो पाई है। सुरेंद्र खेती करते थे। परिवार के मुताबिक, एक अप्रैल को एजेंट को 3.5 लाख रुपए देकर रूस गए थे। उनसे कहा गया था कि कंस्ट्रक्शन का काम मिलेगा। उन्होंने वहां तीन-चार महीने काम किया। फिर प्रदीप नाम के एक एजेंट ने सुरेंद्र को सेना में भर्ती करा दिया। बताया कि उसे गड्ढे खोदने और बंकर बनाने जैसे छोटे-मोटे काम मिल जाएंगे। सुरेंद्र के ममेरे भाई सुनील दिल्ली में प्रदर्शन करने पहुंचे थे। वे बताते हैं, ‘सुरेंद्र से रूसी भाषा में कॉन्ट्रैक्ट साइन करवाया गया था। वे उसे पढ़ नहीं पाए। वहां सारे भारतीय एजेंट ही फंसा रहे हैं। अगस्त में सुरेंद्र और महावीर को सेना में भर्ती कराया गया था। शुरुआत में उन्हें सेंट्रल रूस के इवानोवो शहर ले गए। बाद में दक्षिण की तरफ यूक्रेन बॉर्डर के करीब रोस्तोव भेजा गया। आखिरी बार उनसे 7 सितंबर को बात हुई थी। उन्होंने बताया था कि हमें फ्रंटलाइन पर भेज रहे हैं। अगर 2-3 दिन तक कॉन्टैक्ट न हो, तो हमें वापस लाने की कोशिश करना।’ सुनील कहते हैं कि पिछले तीन महीने से हम लगातार रूस में भारतीय दूतावास से संपर्क कर रहे हैं। एक ही तरह का जवाब आता है कि हम रूसी अधिकारियों के संपर्क में हैं, जल्द अपडेट देंगे। सारे लोगों को ऐसे ही मैसेज आ रहे हैं। अब तक कोई जानकारी नहीं दी गई है।’ सुनील बताते हैं, ‘हम लोग ईमेल कर-करके थक गए हैं। अभी संसद का सत्र शुरू हुआ है। 4 तारीख को रूस के राष्ट्रपति भारत आ रहे हैं। हमने यही सोचा था कि अगर हम प्रदर्शन करेंगे तो हमारी बात मीडिया में जाएगी। धरने के बाद हम पीएमओ, विदेश मंत्रालय, राष्ट्रपति कार्यालय और गृह मंत्रालय में ज्ञापन देकर आए हैं। हमारे बच्चे वापस आ जाएं, इससे ज्यादा हमारी कोई मांग नहीं है।’ तीसरी कहानी: संदीप कुमार संदीप कुमार सितंबर, 2024 में स्टडी वीजा पर रूस गए थे। एक एजेंट ने 6 लाख रुपए लेकर उन्हें मॉस्को के एक रेस्टोरेंट में काम करने भेजा था। कुछ महीने काम करने के बाद बीमार हो गए और भारत आ गए। तीन महीने यहां रहे, फिर जुलाई में वापस रूस चले गए। एक महीने बाद संदीप को रूस में अंबाला का एक एजेंट मिला। उसी ने संदीप को आर्मी में भर्ती करवा दिया। उन्हें बताया गया कि कुक का काम करना है और अच्छी सैलरी मिलेगी। संदीप के मामा श्री भगवान बताते हैं, ‘संदीप की मां ने उसे रूस भेजने के लिए गहने तक बेच दिए थे। कुछ पैसे कर्ज भी लिए। एग्रीमेंट साइन करवाने के बाद एजेंट ने संदीप के अकाउंट में 10 लाख रुपए भेज दिए, लेकिन ये पैसे वो कभी घर नहीं भेज पाया।’ ‘उसे बताया गया था कि तीन महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी, लेकिन सिर्फ 10-12 दिन की ट्रेनिंग के बाद उसे रूस के कब्जे वाले यूक्रेन के इलाकों में भेज दिया गया।' 25 सितंबर को किसी रूसी कमांडर ने उसे फोन दिया था। तब संदीप ने बात की थी। 5 दिन लगातार बात होती रही। वो बता रहा था कि यहां जान का खतरा है। गश्त और वॉर फ्रंट पर सामान पहुंचाने जैसे काम दिए जा रहे हैं। संदीप ने एक अक्टूबर को रूस से एक वीडियो भेजा था। इसमें वो कह रहे हैं, ‘प्लीज मुझे यहां से निकलवाओ। मुझे फंसाया गया है। हमें आगे भेजने के लिए बोल रहे हैं। ढाई किलोमीटर दूर रूसी सेना ने यूक्रेन के एक शहर पर कब्जा किया हुआ है, उधर ही मुझे भेजेंगे। वहां बहुत ज्यादा खतरा है। यहां अभी एक बंकर में रखा हुआ है। मेरी मदद करें।’ भगवान कहते हैं कि 1 अक्टूबर को संदीप की परिवार के साथ आखिरी बार बात हुई थी। दो महीने से कोई संपर्क नहीं है। क्या पता वो जिंदा भी है या नहीं। संदीप ने अपने भाई को बताया था कि घरवालों को संभाल लेना। मेरा पता नहीं, वापस आऊंगा या नहीं। मेरा वॉट्सएप ब्लॉक कर दिया जाएगा। मोबाइल लेकर फ्रंटलाइन पर भेजा जाएगा।’ भगवान कहते हैं कि सोशल मीडिया के जरिए पता चला कि संदीप फंस गया है। उसके बाद से परिवार ने लगातार अधिकारियों से संपर्क किया, लेकिन रिस्पॉन्स नहीं मिला है। सरकार डेड बॉडी वहां से ला सकती है, तो जिंदा लोगों को क्यों नहीं ला सकती है। सांसद ने लोकसभा में बताया- 61 भारतीय फंसे हैं1 दिसंबर को पीड़ित परिवारों ने राजस्थान के नागौर से लोकसभा सांसद हनुमान बेनीवाल से मदद मांगी थी। 3 दिसंबर को बेनीवाल ने लोकसभा में रूस में फंसे भारतीयों का मुद्दा उठाया था। उन्होंने बताया कि रूस-यूक्रेन युद्ध में फ्रंटलाइन पर 61 भारतीय फंसे हैं। काम का झांसा देकर इस तरीके से युद्ध में भेजा जाना गंभीर चिंता का विषय है। रूसी सरकार से बात करके उनकी वापसी सुनिश्चित कराई जाए। इससे पहले 24 जुलाई को विदेश मंत्रालय ने राज्यसभा में बताया था कि रूसी सेना में 127 भारतीय नागरिक थे। भारत और रूस सरकार से बातचीत के बाद इनमें से 98 लोगों को निकाला गया। रूसी सेना में गए 12 लोग लापता हैं। 7 नवंबर को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि रूसी सेना में शामिल 44 भारतीयों की पहचान की गई है। उसी दौरान मंत्रालय ने बताया कि भारत सरकार रूसी अधिकारियों और पीड़ित परिवारों के संपर्क में है। जायसवाल ने कहा था, ‘हमें जानकारी मिली है कि कई भारतीय नागरिकों को रूसी सेना में भर्ती किया गया है। हमने रूसी अधिकारियों के सामने ये मुद्दा उठाया है। हमने जल्द इन भारतीयों को छोड़ने और इस प्रैक्टिस को खत्म करने की मांग की है। भारत सरकार पीड़ित परिवारों को लगातार अपडेट दे रही है। उनकी सुरक्षित वापसी के लिए मॉस्को से लगातार बातचीत कर रही है।’ हमने पीड़ित परिवारों के मुद्दों पर विदेश मंत्रालय और मॉस्को में भारतीय दूतावास को ई-मेल किया है। जवाब मिलने पर हम रिपोर्ट अपडेट करेंगे। रूस-यूक्रेन जंग में अभी क्या चल रहाआने वाली फरवरी में रूस-यूक्रेन जंग को 4 साल पूरे हो जाएंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने जंग रोकने के लिए 28 पॉइंट का प्लान तैयार किया है। इसके मुताबिक यूक्रेन को अपना लगभग 20% हिस्सा रूस को देना होगा। इसमें पूर्वी यूक्रेन का डोनबास का इलाका शामिल है। इसके अलावा यूक्रेन सिर्फ 6 लाख जवानों वाली सेना रख सकेगा। NATO में यूक्रेन की एंट्री नहीं होगी। नाटो सेनाएं यूक्रेन में नहीं रहेंगी। रूस के शांति प्रस्ताव मानते ही उस पर लगे सभी प्रतिबंध हटा दिए जाएंगे। साथ ही यूरोप में जब्त की गई लगभग 2000 करोड़ रुपए की संपत्ति डीफ्रीज होगी। इस जंग में यूरोपीय देश यूक्रेन के साथ हैं। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 2 दिसंबर को यूरोपीय देशों को चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि रूस यूरोप से युद्ध नहीं चाहता, लेकिन अगर यूरोप युद्ध शुरू करता है तो मामला इतना जल्दी खत्म नहीं होगा। बातचीत करने वाला कोई नहीं बचेगा।
Japan news:जापानी सांसद उमेमुरा ने कहा, ‘मुस्लिम कब्रिस्तानों की मांग स्वीकार नहीं है. जापान में दाह-संस्कार परंपरा है. मुसलमानों के लिए उचित तरीका यही है कि वे अपने प्रियजनों के शव अपने देशों को भेजें और वहां दफनाएं.’ शवों को दफनाने से पानी की क्वालिटी खराब हो रही है.
Trending Video:विजया नायर, जिनको इंटरनेट पर @poland_mallu_girl के नाम से जाना जाता है, ने वीडियो को बहुत ज्यादा शेयर किए जाने के बाद डिलीट कर दिया. वायरल रीपोस्ट में से एक, जिसका कैप्शन था 'क्या यह हैरेसमेंट नहीं है?' में उसे बच्चे को किस करने के लिए झुकते हुए दिखाया गया, जो अनकम्फर्टेबल लग रहा था.
राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन पीस प्लान को सिरे से खारिज नहीं किया, दावे गलत : रूस
क्रेमलिन प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने स्पष्ट किया कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका के सुझाए यूक्रेन पीस प्लान को सिरे से खारिज नहीं किया है
DNA: पुतिन ने चेताया, जर्मनी ने 'हमला' कर दिया! रूस पर यूरोप के पहले 'अटैक' का DNA टेस्ट
Russia-Europe: पुतिन ने कहा कि हम यूरोप से जंग नहीं चाहते लेकिन अगर वह ऐसा चाहते हैं तो हम तैयार हैं. यह बयान जर्मनी, फ्रांस और ब्रिटेन जैसे यूरोप के बड़े देशों को पुतिन की बड़ी धमकी है.
बांग्लादेश में अराजकता की स्थिति बनी हुई है। राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ-साथ छात्र और शिक्षक तक, सभी अपनी मांग को लेकर सड़कों पर उतर रहे हैं। वहीं, आए दिन हिंसा की तस्वीरें भी सामने आ रही हैं। बांग्लादेश के शिक्षकों ने बुधवार को अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर देश भर के सभी सरकारी प्राइमरी स्कूलों को पूरी तरह बंद कर दिया
भारत ने पाकिस्तान से इमरान खान को सौंपने का अनुरोध नहीं किया, वायरल दस्तावेज फर्जी है
बूम को विदेश मंत्रालय द्वारा जारी किए गए ऐसे किसी लेटर का कोई रिकॉर्ड नहीं मिला. पीआईबी ने भी इसका खंडन करते हुए दस्तावेज को फर्जी बताया है.
सिपरी: यूक्रेन युद्ध ने करवाई जर्मन हथियारों की रिकॉर्ड बिक्री
सिपरी की नई रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेन और गाजा युद्ध समेत वैश्विक तनावों के कारण 2024 में दुनिया की सबसे बड़ी हथियार कंपनियों ने रिकॉर्ड कमाई की है
Peace Bull Story: दो देशों के बीच विवाद, बंटवारे और उम्मीद से जुड़ी यह कहानी आपको हैरान कर देगी. साल 1996 में उत्तर कोरिया में आई बाढ़ से बहकर दक्षिण कोरिया पहुंचा एक बैल अब फिर चर्चा में है. शांति का प्रतीक माना जाने वाले इस बैल को करीब दो दशक बाद आधिकारिक रूप से अमर कर दिया गया है. इसके अवशेषों को दक्षिण कोरिया ने अपनी सीमा के पास एक विशेष प्रदर्शनी में रखा है, जहां से उत्तर कोरिया का इलाका साफ दिखाई देता है.
मैं अपने पति से बोर हो गई हूं, अब उनमें कोई स्पार्क नहीं रहा, शादी को 30 साल हो गए हैं; क्या करूं?
Husband-Wife Relation Problem:आज के दौर में रिश्तों में उतार-चढ़ाव आना आम बात हो गई है. लंबे समय तक साथ रहने के बाद कई बार शादीशुदा ज़िंदगी में ऐसा समय आता है जब सब कुछ एक जैसा और उबाऊ लगने लगता है. कुछ ऐसा ही अनुभव ब्रिटेन की एक महिला ने साझा किया है, जिसके बाद YOU Magazine की मशहूर रिलेशनशिप एक्सपर्ट Caroline West-Meads ने उसे महत्वपूर्ण सलाह दी है.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप काफी समय से दावा करते आ रहे हैं कि उन्होंने कई युद्धों को रुकवाया है। आलम ये है कि उन्होंने खुद के लिए शांति का नोबल पुरस्कार की मांग भी कर दी थी। ट्रंप इस बात का भी लगातार दावा कर रहे हैं कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच उन्होंने ही सीजफायर करवाया। एक बार फिर से उन्होंने युद्ध रुकवाने के शानदार रिकॉर्ड पर जोर देते हुए भारत और पाकिस्तान का जिक्र किया।
S400 के बाद अब खलबली मचाने आया S500, जंग की तस्वीर बदल देगा ये रूसी कवच; भारत करेगा डील?
Russia S500: ऑपरेशन सिंदूर में S400 के दमखम दिखाने के बाद अब रूस S500 लेकर आया है. दोनों एयर डिफेंस सिस्टम में कई बड़े अंतर हैं. क्या भारत इसे भी खरीदने वाला है?
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संस्थापक इमरान खान की सेहत स्थिर है। इमरान की बहन उज़मा खान ने मंगलवार को अदियाला जेल में उनसे मिलने के बाद यह बात कही
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उनके कार्यकाल में देश की अर्थव्यवस्था में अब तक का सबसे बड़ा सुधार हुआ है। उनके अनुसार, अमेरिका में अभी तक लगभग 18 ट्रिलियन डॉलर से अधिक के निवेश की नई घोषणाएं हुई हैं। उन्होंने दावा किया कि महंगाई में कमी आ रही है और टैक्स को लेकर बड़े बदलाव किए गए हैं। यह सब अमेरिका में रहने वाले भारतीय मूल के पेशेवरों, कारोबारियों और टेक्नॉलॉजी क्षेत्र के लोगों के लिये खास महत्व रखता है।
Trump Says Ilhan Omar Garbage:अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमाली प्रवासियों को अमेरिका में न आने देने की बात कही है उन्हें 'कचरा' बताया है. इसके साथ ही ट्रंप ने डेमोक्रेट मुस्लिम सांसदइल्हान उमर को भी कचरा कह दिया है. यही नहीं ट्रंपउन्हें अपने देश सोमालिया वापस जानें की भी सलाह दी है. आइए जानते हैं कौन हैंइल्हान उमर. जिससे ट्रंप ने बताया कचरा. भारत के खिलाफ जहर उगलने से क्या है रिश्ता. हिजाब, भाई से निकाह का क्या है मामला.
Afghanistan Public Execution: अफगानिस्तान के पूर्वी खोस्त प्रांत में एक 13 साल के लड़के ने एक आम आदमी को फांसी दी. यह फांसी अफगान सुप्रीम कोर्ट के आदेश और तालिबान के सबसे बड़े नेता हिबतुल्लाह अखुंदजादा की मंजूरी के बाद हुई. इसे देखने के लिए 80,000 लोगों की भीड़ जमा हुई थी.
पाकिस्तान में रहने वाले तीन भाइयों को एक ऐसी दुर्लभ बीमारी है, जिसमें सूरज डूबते ही उनका शरीर लकवाग्रस्त होने लगता है। लेकिन उन्हें ये बीमारी कैसे हुई? और कैसे सिर्फ एक गोली पर उनकी पूरी जिंदगी टिकी हुई है? जानने के लिए ऊपर दी गई इमेज पर क्लिक पर देखें वीडियो..........
17 नवंबर 2025, दोपहर का वक्त, पुलिसवाले यूपी के पूर्व मंत्री आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला को रामपुर के MP-MLA कोर्ट से जिला जेल ले जा रहे थे। पुलिस की गाड़ी से उतरकर आजम जेल के मेन गेट पर उतरे, तो मीडिया ने घेर लिया। हाथ में चश्मे का केस और बिस्किट के 2 पैकेट थे। पीछे बेटे अब्दुल्ला भी गाड़ी से उतरे। आजम से पूछा गया- फर्जी पैन कार्ड मामले में आपको 7 साल की सजा हुई है, क्या कहना चाहते हैं? जवाब में आजम इतना ही कह पाए- 'बेहतर है। कोर्ट ने गुनहगार समझा, तो सजा सुनाई है।' आजम के इस जवाब में उनकी बेबसी साफ दिखी। आजम 5 साल में 50 महीने जेल में रहे। रामपुर के लोग भी कहते हैं कि अब किसी नए मामले में आजम खान के जेल जाने पर हैरानी नहीं होती, फिर भी CM योगी आदित्यनाथ को उन पर रहम करना चाहिए। आजम पर फर्जी डॉक्यूमेंट देने, जमीन कब्जाने और हेट स्पीच के 104 केस दर्ज हुए, इनमें 11 में फैसला आ चुका है। 6 मामलों में सजा हुई, 5 में बरी हो गए। 2 महीने पहले 23 सितंबर को आजम जमानत पर सीतापुर जेल से बाहर आए थे। 55 दिन तक घरवालों के साथ रहे। अब फर्जी पैन कार्ड मामले में फिर से जेल पहुंच गए हैं। आजम और उनके बेटे अब्दुल्ला रामपुर जेल की बैरक नंबर 1 में कैद हैं। यहां आजम की पहचान कैदी नंबर 425 की है। ये बैरक उनके घर से सिर्फ 200 मीटर दूर है। ये फासला सिर्फ इतना है कि उनके मोहल्ले की मस्जिद में नमाज होती है, तो उसकी आवाज उन्हें सुनाई देती है। एक FIR, जिसने आजम को फिर सलाखों के पीछे पहुंचाया17 नवंबर को फर्जी पैनकार्ड से जुड़े 2 मामलों में आजम और अब्दुल्ला पेशी पर MP-MLA कोर्ट पहुंचे थे। तब तक ये तय नहीं था कि उन्हें सजा मिल जाएगी। ये मामला दिसंबर 2019 में सामने आया था, जब BJP नेता आकाश सक्सेना ने आजम-अब्दुल्ला के खिलाफ FIR दर्ज करवाई थी। 6 साल तक लगातार जांच और सुनवाई चलती रही। आकाश सक्सेना अब रामपुर के विधायक हैं। सुनवाई के दिन कोर्ट में मौजूद थे। जज शोभित बंसल के सामने बहस शुरू हुई। सुनवाई के दौरान आकाश सक्सेना ने आरोप लगाया कि अब्दुल्ला आजम के साथ उनके पिता आजम खान भी दोषी हैं। 2017 में अखिलेश सरकार में नगर विकास मंत्री रहते हुए आजम ने रसूख के दम पर लखनऊ नगर निगम से बेटे का फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट बनवाया। उसी के आधार पर फर्जी पैन कार्ड बनवाकर अब्दुल्ला को चुनाव लड़वाया। कोर्ट में पेश सबूतों के मुताबिक, अब्दुल्ला आजम ने दो अलग-अलग जन्म तिथियों के आधार पर दो पैन कार्ड बनवाए। एक पैन कार्ड में डेट ऑफ बर्थ 1 जनवरी 1993 थी, जबकि दूसरे में 30 सितंबर 1990 दर्ज कराई गई। ऐसे में अब्दुल्ला अपनी असली जन्मतिथि के हिसाब से 2017 के विधानसभा चुनाव में 25 साल की न्यूनतम उम्र पूरी नहीं करते थे। बावजूद इसके चुनाव लड़वाने के लिए आजम ने उनका दूसरा पैन कार्ड बनवाया। कोर्ट ने आजम और अब्दुल्ला को धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश की धाराओं में दोषी माना। 7 साल की सजा और 50 हजार रुपए का जुर्माना लगाया। इसके बाद पुलिस ने कोर्ट रूम में ही सपा नेता और उनके बेटे को हिरासत में ले लिया। BJP विधायक बोले- सपा सरकार में सुनवाई नहीं हुईBJP विधायक आकाश सक्सेना कहते हैं, ‘आजम खान और उनके परिवार ने सत्ता में रहते हुए बहुत गलत काम किए। कानून ताक पर रखकर हमेशा फायदा उठाने की कोशिश की। इसका नतीजा आज उन्हें भुगतना पड़ रहा है। 2017 में आजम खान ने बेटे का नामांकन दाखिल करवाया, तभी हमने उनके खिलाफ शिकायत की थी, लेकिन उस समय सपा सरकार होने की वजह से किसी ने नहीं सुनी।’ सच्चाई सामने होते हुए भी हर चीज को छिपाया गया। बावजूद इसके हमने हार नहीं मानी। हमने RTI के जरिए सबूत इकट्ठा किए और कानूनी तरीके से 2019 में आजम खान और अब्दुल्ला के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। आकाश आगे कहते हैं, ‘आजम खान को बेवजह जेल नहीं हुई। चाहे जौहर यूनिवर्सिटी के लिए रामपुर के लोगों की जमीनें कब्जाना हो या बेटे को चुनाव लड़वाने के लिए फर्जी दस्तावेज बनवाना, उन पर दर्ज सभी मुकदमे उनके निजी फायदे के लिए थे। सबको पता था कि इसका अंत जेल ही होने वाला था।’ लोग बोले- बुरे वक्त में अखिलेश ने साथ छोड़ारामपुर के शाहबाद गेट पर बेकरी की दुकान चलाने वाले जाहिद हिंदुस्तानी कहते हैं, ‘आजम खान की उम्र 75 साल है। इस हिसाब से तो उनका राजनीतिक करियर खत्म हो चुका है। सक्रिय राजनीति करना भी उनके दायरे से बाहर है।' 'अखिलेश यादव चाहते तो आजम खान को परेशानियां न झेलनी पड़तीं। उन्होंने भी बुरे वक्त में साथ छोड़ दिया। अब जितना जीवन उनके पास बचा है, उन्हें परेशान नहीं किया जाना चाहिए।’ आजम खान के घर के पास जेल रोड पर रहने वाले फुकरान की फुटवेयर की दुकान है। वे कहते हैं, ‘आजम साहब गरीबों के नेता हैं। उन्होंने मंत्री रहते हुए पक्की सड़कों से लेकर बाजार और यूनिवर्सिटी बनवाई। बीड़ी मजदूरों के साथ बैठकर खाना खाते थे। अब सरकार बदल चुकी है, अपनी ताकत दिखा रही है।’ आजम खान के बंद पड़े रामपुर पब्लिक स्कूल के पास रेहड़ी लगाने वाले नसीम, फुकरान और जाहिद से अलग बात कहते हैं। उनके मुताबिक, आजम को जो सजा मिली, वे इसके हकदार थे। उन्होंने सत्ता में रहते हुए यहां की चीनी मिल बंद करवा दी। गरीब के बच्चों को बेरोजगार भटकने के लिए छोड़ दिया। उनकी वजह से मुसलमान सड़क पर आ गए। ऊपर वाला सब देखता है। उन्हें उनके किए की सजा मिल रही है। 2027 तक चुनाव नहीं लड़ सकते आजम और अब्दुल्लायूपी सरकार में कभी कैबिनेट मंत्री रहे आजम ने बीते 5 साल में 50 महीने जेल में काटे। योगी सरकार आने के बाद 2 बार जेल गए। पहली बार फरवरी 2020 से मई 2022 तक और फिर अक्टूबर 2023 से सितंबर 2025 तक जेल में रहे। भड़काऊ भाषण के मामले में 2022 में आजम को सजा हुई और उनकी विधायकी चली गई। 2023 में अब्दुल्ला को भी जेल जाना पड़ा। उनकी भी विधायकी चली गई। अब फर्जी पैनकार्ड केस में बाप-बेटे 7 साल जेल की सजा काट रहे हैं। दोनों कानूनी तौर पर 2027 का चुनाव भी नहीं लड़ सकते हैं। ऐसे में बड़ा सवाल उठता है कि लगातार हो रही सजा के बाद क्या आजम का पॉलिटिकल करियर खतरे में है। रामपुर के सीनियर जर्नलिस्ट तमकीन फयाज खान कहते हैं, ‘आजम खान सिर्फ रामपुर के नहीं, पूरे यूपी के बड़े सियासी चेहरे रहे हैं। अब उन्हें जिस तरह सजाएं मिल रही हैं, ये कहना गलत नहीं होगा कि इसमें सियासत का दखल नहीं है। ये भी सच है कि कानून और अदालतें सबूत देखती हैं, तो फैसले भी उसी हिसाब से लिए जा रहे हैं।’ ‘जेल से रिहा होने के बाद भी वे शांत नहीं बैठे। वे लंबे वक्त के बाद जमानत पर घर आए थे। उन्हें खुद को संभालना चाहिए था, सेहत पर ध्यान देना चाहिए था, लेकिन सियासत ने कभी उनका साथ नहीं छोड़ा। वे बयानों को लेकर चर्चा में बने रहे। आजम इस कदर पॉलिटिक्स में घुस गए कि सपा नेता और रामपुर के सांसद मोहिबुल्लाह नदवी ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया।’ तमकीन के मुताबिक, आजम 9 बार विधायक, 2 बार सांसद रहे, 4 बार यूपी सरकार में मंत्री रहे। जाहिर है कि अब उन्हें इतना बड़ा पद फिर से मिल पाना मुश्किल है। बड़ा पॉलिटिकल फिगर होने के बावजूद उन पर जो मुकदमे और पुलिस कार्रवाई हुई, उससे न तो संसद बचा पाई और न ही उनकी विधायकी का लंबा रिकॉर्ड काम आया।' 'यहां तक कि सपा भी उनके सपोर्ट में कभी खुलकर खड़ी नहीं दिखी। उनके लिए अब यही अच्छा रहेगा कि वो सियासत छोड़ सेहत और यूनिवर्सिटी पर ध्यान दें।' रिश्तेदार बोले- सरकार नहीं चाहती आजम चैन से रहें23 सितंबर को सीतापुर जेल से रिहा होकर आजम खान रामपुर पहुंचे थे। उनके घर पर मिलने वालों का हुजूम लगने लगा। नेता-विधायक से लेकर समर्थक मकान के बाहर घंटों खड़े रहते। अब सब गायब हैं। आजम की पत्नी तंजीन फातिमा और बड़ा बेटा अदीब केस से जुड़ी कानूनी प्रक्रिया देख रहे हैं। हम उनसे बात करने पहुंचे। वहां हमें बताया कि तंजीम की सेहत ठीक नहीं है और अदीब रामपुर से बाहर हैं। हमने बताए गए फोन नंबरों पर दोनों से संपर्क किया, लेकिन रिस्पॉन्स नहीं मिला। जवाब आने पर रिपोर्ट में अपडेट किया जाएगा। आजम और अब्दुल्ला के जेल जाने पर उनके करीबी रिश्तेदार और सपा नेता आसिम खान कहते हैं, ‘जब हुकूमत ही नहीं चाहती कि आजम चैन से रहें, तो क्या किया जा सकता है। अपील भी आप हैं, दलील और वकील भी आप के हैं, तो जो मनमर्जी आए वो कीजिए, जिसे चाहे हलाल कह दीजिए, जिसे चाहे हराम कह दीजिए।’ क्या 2017 के बाद से टारगेट पर हैं आजमआजम के समर्थकों का मानना है कि 2017 के बाद से आजम खान और उनकी फैमिली को टारगेट किया जा रहा है। आजम ने कभी सीधे तौर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन वे हमेशा उन पर हावी रहे हैं। हालांकि रामपुर के इतिहास और आजम की पॉलिटिक्स पर करीब से नजर रखने वाले पॉलिटिकल एनालिस्ट विवेक गुप्ता इस बात से इत्तफाक नहीं रखते। विवेक कहते हैं, ‘अखिलेश सरकार में आजम के नाम का सिक्का चलता था। लखनऊ में विधानसभा चलती थी, तब हर रोज एक हेलिकॉप्टर उन्हें रामपुर छोड़ने आता था। दिसंबर 2017 की वो तस्वीर कोई कैसे भूल सकता है, जिसमें आजम और योगी हाथ पकड़कर विधानसभा की गैलरी में चल रहे थे।' 'CM योगी के लिए आजम खान कभी भी बड़ी चुनौती नहीं रहे। योगी हमेशा से हिंदू फायर ब्रांड चेहरा रहे हैं और आजम मुसलमानों के नेता। दोनों एक-दूसरे की राजनीति को पसंद नहीं करते।’ ‘आजम और अब्दुल्ला 2029 तक कोई चुनाव नहीं लड़ सकते। उनकी पत्नी तंजीम लंबे समय से राजनीति से दूर हैं। बड़े बेटे अदीब को पॉलिटिक्स में रुचि नहीं है। उनकी बहू सिदरा खान भविष्य में चुनाव लडेंगी या नहीं, ये कोई नहीं जानता। इसे देखते हुए यही लगता है कि आजम और उनके परिवार का पॉलिटिकल फ्यूचर गहरे संकट से गुजर रहा है।’ ........................................ये खबर भी पढ़ेंआजम खान के पास कितनी संपत्ति बची कभी यूपी सरकार में सबसे ताकतवर मंत्री रहे आजम खान योगी सरकार आने के बाद 2 बार जेल गए। कैद में रहते हुए आजम की करोड़ों की प्रॉपर्टी पर बुलडोजर चला। हमसफर रिसॉर्ट से लेकर उनके ड्रीम प्रोजेक्ट जौहर यूनिवर्सिटी में हॉस्टल घोटाला सामने आने पर बड़ी बदनामी हुई। रामपुर में आजम पर दर्ज किए गए 90 मामलों में अकेले 30 जौहर यूनिवर्सिटी से जुड़े केस हैं। पढ़िए पूरी खबर...
DNA: कौन हैं पुतिन के 'सिलोविकी'? मर्जी के बिना कोई आसपास फटक नहीं सकता; क्या है काम
Putin Security: पुतिन के बारे में कहा जाता है कि वो कुछ गिने-चुने लोगों से ही घिरे रहते हैं. कुछ खास लोगों के अलावा और कोई उनके करीब फटक भी नहीं सकता है. इन चुनिंदा लोगों के घेरे को सिलोविकी कहा जाता है.
रूस ने ये भी साफ कर दिया है कि भारत के साथ व्यापार में वो बाहरी दखल की इजाजत नहीं देगा. ये संकेत विशेषकर अमेरिका के लिए है, जो पिछले कुछ महीनों से भारत-रूस के बीच व्यापार में बाधा बनने की कोशिश कर रहा है.
US 'Doomsday Plane':बोइंग E-6B मर्करी, जिसे 'डूम्सडे प्लेन' भी कहा जाता है, हाल ही में ये अटलांटिक महासागर के ऊपर उड़ान भरते समय रडार की रेंज से लापता हो गया. संपर्क टूटने के बाद इस विमान का क्या हुआ कोई नहीं जानता है.
Putin Love Story: जंग भी जीती और दिल भी...पुतिन की सीक्रेट लव लाइफ का आखिर क्या सच है?
Putin Girlfriends:प्रेसिडेंट पुतिन, जिनके आक्रामक तेवर किसी के भी होश फाख्ता कर सकते हैं. पुतिन की मौजूदगी भर से ही दुश्मन का कलेजा दहला सकता है. मगर हम आपको पुतिन का एंग्री अवतार नहीं बल्कि वो रोमांटिक अंदाज दिखाएंगे, जो आजतक दुनिया की नजरों से छिपा हुआ था, अनदेखा और अनसुना था.
Gen-Z violence: जब नेपाल में जेन-जी हिंसा की घटना हुई थी तब सिर्फ कैदी ही नहीं भागे थे. बल्कि नेपाल की जेलों से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी लूट लिया गया था. नेपाल पुलिस की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार 1200 से अधिक राइफल और पिस्टल के अलावा लगभग 1 लाख राउंड गोलियां भी चोरी हुई थी.
नेपाल: जेन-जी हिंसा में भागे 4,552 कैदी अब भी फरार, सरकार के लिए बड़ी चुनौती
नेपाल में सितंबर में हुई जेन-जी हिंसा के दौरान सरकारी प्रतिष्ठानों, इमारतों और जेलों को काफी नुकसान पहुंचा था
ट्रंप ने 'बीबी' को क्यों दिखाई आंख? पश्चिम एशिया में रूस और ईरान के विस्तार से अमेरिका परेशान
Trump warns Israel: पश्चिम एशिया के नक्शे में सीरिया को चौराहा कहा जाता है. क्योंकि, सीरिया का भूगोल युद्ध और गठबंधन से कहीं ज्यादा ताकतवर माना जाता है, जिसकी वजह से इसे राजनीतिक भाषा में की स्टोन भी कहा जाता है. इसी के चलते अब सीरिया को लेकर ट्रंप का बयान सुर्खियों में आ गया है.
पाकिस्तान फिर सुलग रहा है। इमरान खान की पार्टी 'पीटीआई' सरकार को बख्शने के मूड में नहीं है। समर्थक पूर्व पीएम की सेहत को लेकर पुख्ता जवाब मांग रहे हैं। फिर पार्टी ने ऐलान किया कि मंगलवार को आदियाला जेल और राष्ट्रीय राजधानी में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। इसके बाद ही ट्विन सिटिज इस्लामाबाद और रावलपिंडी में धारा 144 लागू (1 से 3 दिसंबर) करने का ऐलान किया गया। गृह राज्य मंत्री तलाल चौधरी ने धमकी भरे अंदाज में कहा है कि जो इसका उल्लंघन करेगा उस पर कार्रवाई निश्चित तौर पर होगी
NCP warnspolitical confusion ahead of 2026 Bangladesh elections: बांग्लादेश अगले साल चुनाव से पहले बढ़ती अनिश्चितता और राजनीतिक उथल-पुथल का सामना कर रहा है. ऐसे समय में राजनीतिक दलों के बीच सुधारों को लेकर मतभेद और सत्ता की दौड़ ने देश की राजनीतिक स्थिरता पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
What is siloviki:भारत में पुतिन आने वाले हैं. पुतिन दौरे के साथ उनके'सिलोविकी' की चर्चा भी होने लगी है. इससे पहले आप लोग दिमाग पर जोर दे, हम आपको बता दें किपुतिन जब भी कहीं जाते हैं, उनके साथ एक बहुत छोटा और भरोसेमंद ग्रुप होता है. इन्हें आम भाषा में 'सिलोविकी' कहते हैं. यानी वो लोग जो कभी KGB या खुफिया एजेंसी में थे और आज भी पुतिन के सबसे करीब हैं. इनके बिना पुतिन कहीं नहीं जाते. आइए जानते हैं 'सिलोविकी' की कहानी?

