आतंकवाद के खिलाफ भारत की जंग जारी, अफगानिस्तान को दिया साफ संदेश, आतंकियों को ना दें पनाह

भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की है. उसने साफ कहा है कि लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकवादी संगठनों को अफगानिस्तान में अपनी गतिविधियां चलाने की इजाजत नहीं मिलनी चाहिए.

ज़ी न्यूज़ 18 Sep 2025 12:39 pm

ये ANTIFA क्‍या है? चार्ली किर्क की हत्या के बाद जिसे डोनाल्‍ड ट्रंप ने घोषित किया आतंकी संगठन

Charlie Kirk Murder: अमेरिकि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरूवार को ANTIFA को एक प्रमुख आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया. यह घोषणा उन्होंने करीबी सहयोगी कार्यकर्ता चार्ली किर्क की हत्या के कुछ दिनों बाद की है.

ज़ी न्यूज़ 18 Sep 2025 9:03 am

टैरिफ तनाव के बावजूद भारत-अमेरिका रक्षा संबंध मजबूत, पूर्व अमेरिकी अधिकारी ने मोदी-ट्रंप को लेकर कह दी ये बात

भारत और अमेरिका के बीच हाल के तनाव के बावजूद, दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग मजबूत बना हुआ है. पूर्व उप-सहायक रक्षा सचिव विक्रम सिंह ने कहा कि रक्षा संबंधों में कोई कमी नहीं आई है और दोनों देशों के बीच बातचीत जारी है. बता दें कि अगस्त में अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए 50% टैरिफ ने तनाव को बढ़ा दिया था.

ज़ी न्यूज़ 18 Sep 2025 8:53 am

पेंसिल्वेनिया में हुई गोलीबारी से हिला अमेरिका, दिनदहाड़े 3 पुलिस अधिकारियों की मौत, हमलावर भी ढेर

US Pennsylvania shooting: पेंसिल्वेनिया के कोडोरस टाउनशिप में अचानक गोलीबारी की घटना हुई, जिसमें तीन पुलिस अधिकारियों की जान चली गई और दो पुलिस अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए. जहां पुलिस की जवाबी कार्रवाई में हमलावर को भी मार गिराया गया.

ज़ी न्यूज़ 18 Sep 2025 8:26 am

Melania Outfit Trolled: ब्रिटिश किंग चार्ल्‍स ने ट्रंप कपल के लिए रखी शाही दावत, मेलानिया अपनी ड्रेस को लेकर हुईं ट्रोल

Melania Royal Banquet: किंग चार्ल्स की शाही दावत में अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप की पत्नी मेलानिया ब्राइट येलो ड्रेस में पहुंची. सोशल मीडिया पर लोग ट्रोल कर रहे हैं. लेकिन एक्सपर्ट का मानना है कि इसके पीछे कुछ सीक्रेट मैसेज है.

ज़ी न्यूज़ 18 Sep 2025 8:22 am

US-British Relations: प्रिंसेस डायना से नहीं अमेरिकन प्रेसिडेंट... की बेटी से होने वाली थी किंग चार्ल्स की शादी, ट्रंप को डिनर पर सुनाया किस्सा

King Charles Trump Dinner: अमेरिका और ब्रिटेन के बीच गहरा और पुराना रिश्ता है. किंग चार्ल्स ने अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप को डिनर पर इससे जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा सुनाया. उन्होंने बताया कैसे पूर्व प्रेसिडेंट रिचर्ड निक्सन अपनी बेटी ट्रिसिया की शादी उनसे करवाना चाहते थे.

ज़ी न्यूज़ 18 Sep 2025 7:22 am

भारत-मोजाम्बिक राजनयिक संबंधों की 50वीं वर्षगांठ पर नौसेना का स्क्वाड्रन पहुंचा मोजाम्बिक

भारत और मोजाम्बिक के राजनयिक संबंधों को 50 वर्ष पूरे हो गए हैं। दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की इस 50वीं वर्षगांठ पर भारतीय नौसेना का फर्स्ट ट्रेनिंग स्क्वाड्रन मोजाम्बिक की राजधानी मापुटो पहुंचा है

देशबन्धु 18 Sep 2025 6:40 am

स्पॉटलाइट-आइसक्रीम-बर्गर बोलने पर होगी जेल:तानाशाह किम जोंग के अजीबो-गरीब नियमों की कहानी, देखें वीडियो

अगर नॉर्थ कोरिया में रहते हुए मुंह से आइसक्रीम, हैमबर्गर और हॉट डॉग जैसे शब्द निकल गए तो इसे देशद्रोह समझा जाएगा. और इसके लिए जेल या फांसी की सजा भी हो सकती है.लेकिन क्यों? किम जोंग उन का ये अजीबो-गरीब फैसला किस ओर इशारा करता है. नॉर्थ कोरिया में ऐसे और कौन से अजीबो गरीब नियम हैं, पूरी जानकारी के लिए ऊपर दी गई इमेज पर क्लिक कर देखें वीडियो....

दैनिक भास्कर 18 Sep 2025 4:45 am

राबड़ी CM बनीं, 9वें दिन 34 भूमिहारों का कत्ल:मुख्यमंत्री बोलीं- ऊ लोग हमारा वोटर नहीं, क्यों जाएं वहां; आरोपी 77 लेकिन दोषी 0

दैनिक भास्कर की इलेक्शन सीरीज 'नरसंहार' के सातवें एपिसोड में आज कहानी सेनारी नरसंहार की... ये कहानी है 18 मार्च 1999 की। अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे। बिहार में राबड़ी देवी को दूसरी बार मुख्यमंत्री बने 9 दिन ही हुए थे। अरवल जिले में एक गांव है सेनारी। तब ये गांव जहानाबाद में पड़ता था। रात के 7.30 बजे थे। करीब 400-500 लोगों की भीड़ बंदूक और देसी हथियार लिए गांव की ओर तेजी से बढ़ रही थी। कुछ लोग पुलिस की वर्दी में थे और कुछ ने लुंगी बनियान पहन रखी थी। गांव से करीब 2 किलोमीटर पहले सहरसा नाम की पुलिस चौकी थी। थाने में हल्की लाइट जल रही थी। 5-6 जवान इधर-उधर टहल रहे थी। भीड़ में शामिल लंबे कद काठी का एक आदमी बोला- ‘आधे लोग यहीं रुक जाओ। थाने को घेर लो।’ ये आदमी इस भीड़ का कमांडर था। करीब 200 लोगों ने थाने को घेर लिया और बाकी गांव की तरफ चल दिए। कुछ ही देर में भीड़ सेनारी पहुंच गई। आधे लोग गांव के बाहर ही ठहर गए और आधे 20-30 लोगों का गुट बनाकर गांव में घुस गए। एक घर के बाहर 5 लोग बैठकर बातें कर रहे थे। अचानक हथियारबंद लोगों को देखकर भागने लगे। पुलिस की वर्दी पहना एक अधेड़ बोला- ‘भागो मत, हम कुछ नहीं करेंगे। बस ठाकुरबाड़ी का रास्ता बता दो।’ 20-25 साल का एक लड़का डरते हुए बोला- ‘चलो हम रास्ता दिखा देते हैं।’ अधेड़ बोला- ‘सब साथ चलो ना, वहां मिलकर भजन-कीर्तन करेंगे।’ डरे सहमे पांचों लोग इनके साथ चल दिए। कुछ ही देर में सभी ठाकुरबाड़ी पहुंच गए। अब कमांडर बोला- ‘इनके हाथ बांध दो।’ इतना सुनते ही पांचों समझ गए कि वे फंस चुके हैं। बचाओ, बचाओ... चिल्लाने लगे। तभी 30 साल के एक लड़के ने बंदूक तान दी- ‘@#$%@# ज्यादा चिल्लाया तो तुम्हारी खोपड़ी में गोली मार देंगे।’ हमलावरों ने पांचों के हाथ बांधकर ठाकुरबाड़ी में बैठा दिया। इधर, हमलावरों के दूसरे गुट ने एक घर को घेर रखा था। जोर-जोर से दरवाजा पीट रहे थे, पर कोई आवाज नहीं आ रही थी। 40-45 साल का एक हमलावर गुस्से में बोला- ‘टाइम खराब मत करो, डायनामाइट लगाकर उड़ा दो।’ उन लोगों ने वैसा ही किया। जोरदार धमाका हुआ। दरवाजा और दो तरफ से दीवार ढह गईं। हमलावर अंदर घुसे। 70 साल की एक महिला पलंग पर लेटी थी। पीछे 30-35 साल का उसका बेटा खड़ा था। ‘@#$%#$% दरवाजा क्यों नहीं खोल रहा था।’ ये कहते हुए हमलावर ने लड़के की छाती पर गड़ासा मार दिया। लड़का चीख उठा। हमलावर ने फिर से गड़ासा उठाया, तभी लड़के की मां उसके पैरों पर गिर पड़ी। बिलखते हुए बोली- ‘हमरा बचवा के छोड़ द।’ हमलावर ने महिला के सीने पर जोर से लात मारी। वो दूर जा गिरी। इसी बीच हमलावर ने लड़के की गर्दन पर कुल्हाड़ी मार दी। फिर उसे घसीटते हुए बाहर लेकर चले गए। महिला अंदर चीखती रह गई। अब हमलावर दूसरे घर में घुसे। एक महिला खाना पका रही थी। पास ही लालटेन की रोशन में 15 साल का उसका बेटा पढ़ाई कर रहा था। हमलावर ने जोर से थप्पड़ मारा, लड़का तखत से नीचे गिर गया। मां उसे बचाने दौड़ी, तो दूसरे हमलावर ने उसका बाल पकड़कर अपनी तरफ खींच लिया। गालों पर जोर का थप्पड़ मारते हुए बोला- ‘@#$%^# तू तो पेट से है ना, दूसरा बच्चा पैदा कर लेना।’ महिला ने उसके हाथ में दांत से काट दिया। गुस्से में हाथ छुड़ाते हुए हमलावर ने उसके पेट पर कुल्हाड़ी मार दी। वो वहीं गिर पड़ी। हमलावर बोला- %$#@%$# लो अब तुम्हारा वंश ही नहीं रहेगा।’ फिर लड़के का हाथ बांधा और बाहर खींचते हुए ठाकुरबाड़ी की तरफ चल दिए। अब कमांडर बोला- ‘अरे कोई थाने जाकर बता दो कि गांव में तैयारी हो गई है। वो लोग अपना काम शुरू कर दें।’ 10-12 आदमी भागते हुए थाने के पास पहुंचे। अपने आदमियों से कहा- ‘थाने पर हमला बोल दो। देखना कोई पुलिस वाला गांव नहीं पहुंचना चाहिए।’ इधर, गांव में ठाकुरबाड़ी के पास 40-45 लोग लाइन में खड़े थे। सबके हाथ-पैर बंधे थे। 300 से ज्यादा हमलावरों ने उन्हें घेर रखा था। ‘एमसीसी जिंदाबाद, रणवीर सेना मुर्दाबाद’ के नारे लग रहे थे। एक हट्टा-कट्टा हमलावर बोला- ‘एक-एक करके सबकी गर्दन काट दो। जल्दबाजी नहीं करना। आराम-आराम से मारना है। तड़पा तड़पाकर।’ लाइन में खड़े सब एक दूसरे का मुंह देख रहे थे। 30 साल के एक शख्स ने तलवार उठाई और सबसे दाएं खड़े अधेड़ की गर्दन पर दे मारी। उसी लाइन में 25 साल का उसका बेटा भी था। पिता को देख वो चीख उठा। गाली देते हुए बोला- ‘$#@#$% पहले मुझे काटो, बूढ़े को मारकर मर्दानगी क्यों दिखा रहा।’ हमलावर बोला- ‘#@#$#@ घबराओ नहीं। तुम्हारी बारी भी आएगी। रणवीर सेना का साथ देने वालों को आसान मौत नहीं देंगे।’ हमलावर आगे बढ़ा और 15 साल के एक लड़के की गर्दन पर गड़ासा दे मारा। उसकी आधी गर्दन कट गई। वह वहीं गिर पड़ा। खून के छींटे अगल-बगल खड़े लोगों पर पड़े। लाइन में खड़ा 45-50 साल का एक शख्स दहाड़ मारकर चीखने लगा- ‘अरे मेरे बेटवा को काट दिया। मार दिया। इसने तुम्हारा क्या बिगाड़ा था।’ ‘चुप रह #$@^%$.’ इतना कहते हुए हमलावर दनादन गड़ासा चलाने लगा। गांव चीखों से दहल गया। बेटे के सामने बाप की हत्या, बाप के सामने बेटे का कत्ल… 10-12 लोगों की गर्दन काटने के बाद हमलावर थक गया। गड़ासा फेंकते हुए बोला- ‘तुम सब मुंह क्यों देख रहा। सब मिलकर #$%$$#$ को काटो ना।’ अब 15-20 हमलावर टूट पड़े। कोई गड़ासा तो कोई कुल्हाड़ी लेकर। गांव की महिलाएं ठाकुरबाड़ी की तरफ आना चाहती थीं, लेकिन हमलावर बार-बार उन्हें लाठी-डंडे से पीटकर भगा दे रहे थे। हमलावरों ने कुछ महिलाओं के साथ बदसलूकी भी की। किसी के निजी अंग में बंदूक से वार किया तो किसी के स्तन पर। कुछ ने महिलाओं की इज्जत भी लूटी। रात 12 बजे तक हमलावर गांव में तांडव मचाते रहे। फिर ‘एमसीसी जिंदाबाद… एमसीसी जिंदाबाद, रणवीर सेना मुर्दाबाद’ का नारा लगाते हुए तेजी से निकल गए। हर तरफ कटी-फटी लाशें बिखरी पड़ी थीं, लग रहा था कोई बूचड़खाना हो रात के 12.15 बजे, जहानाबाद पुलिस मुख्यालय में फोन बजा- ‘साहब मैं करपी थाना प्रभारी बोल रहा हूं। सेनारी गांव में हमला हो गया। फोर्स भेजिए।’ फौरन जहानाबाद से पुलिस की कई टुकड़ियां सेनारी के लिए भेजी गईं। रास्ते में जगह-जगह डायनामाइट लगा रखे थे। रास्ते ब्लॉक कर रखे थे। तीन घंटे तक पुलिस और हमलावरों के बीच मुठभेड़ चलती रही। करीब 3 बजे करपी थाना प्रभारी जैसे-तैसे कुछ पुलिस वालों के साथ सेनारी पहुंचे। ठाकुरबाड़ी के पास चीख-पुकार मची थी। थाना प्रभारी जमुना सिंह ने टॉर्च जलाया- हर तरफ लाशें ही लाशें दिख रही थीं। कंठ से रिसता खून का फौव्वारा, पेट से निकली आतें। लग रहा था जैसे कोई बूचड़खाना हो। थाना प्रभारी सिहर गए। वो टॉर्च जलाते हुए लाशों के पास पहुंचे। 34 लोगों की कटी-फटी लाश मिलीं। आंखों और पेट में गोली मारी गई थी। 6 लोग लहूलुहान मिले। उनके शरीर में हरकतें हो रही थीं। थाना प्रभारी ने सिपाहियों से कहा- ‘जल्दी गाड़ी बुलाओ। इन्हें अस्पताल ले जाओ।’ पुलिस को लाशों के बीच कुछ पर्चे मिले। जिस पर लिखा था- ‘गरीब भूमिहार भाइयों…रणवीर सेना या जातपात के फेरे में न पड़ें, अमीरी गरीबी की लड़ाई में कूद पड़ें। लक्ष्मणपुर बाथे, शंकर बिगहा व नारायणपुर नरसंहार का ही परिणाम है सेनारी घटना। …एमसीसी जिंदाबाद।’ ये सेनारी नरसंहार था। 34 लोगों का कत्ल हुआ था। सभी के सभी भूमिहार थे। आरोप माओवादी संगठन एमसीसी यानी माओइस्ट कम्युनिस्ट सेंटर पर लगा। थाना प्रभारी जमुना सिंह ने पूछा- ‘किसी ने हत्यारों को देखा क्या?’ भीड़ में खड़ी एक महिला चिल्लाते हुए बोली- ‘मैंने अपनी आंखों से देखा है। मेरे पति-बेटे को मार दिया उन लोगों ने।’ थाना प्रभारी- ‘ नाम क्या है तुम्हारा? आंसू पोछते हुए महिला बोली- चिंतामणी। क्या देखा पूरी बात बताओ… बिलखते हुए चिंतामणी बोलने लगीं- ‘ रात के 8 बज रहे थे। छत पर बेटा लालटेन जलाकर पढ़ाई कर रहा था। मैं उसके पास ही बैठी थी। उसके पापा नीचे कमरे में चाय पी रहे थे। अचानक शोर सुनाई पड़ा। मैंने और बेटे ने छत से देखा- 20-25 लोग बगल के इंजीनियर साहब के घर के बाहर खड़े थे। दरवाजा खटखटा रहे थे। कोई दरवाजा नहीं खोल रहा था। बेटे ने कहा- ‘उनके घर कोई पुरुष नहीं है।’ भीड़ में से एक आदमी ने मेरे बेटे को बुला लिया। हमें लगा कि वे लोग किसी का पता पूछ रहे हैं। वो लालटेन लेकर नीचे उतरने लगा। मैं भी उसके साथ नीचे आ गई। दरवाजा खोलकर हम बाहर निकले। गांव के ही रामाशीष भुइयां, रामलखन भुइयां, साधु भुइयां, मुर्गी भुइयां सहित 15-20 लोग सामने खड़े थे। इनमें से ज्यादातर लोग मेरे गांव के ही थे। कुछ लोग लुंगी और बनियान पहने थे और कुछ लोग पुलिस की वर्दी में थे। अचानक मुर्गी भुइयां ने बेटे का हाथ पकड़कर खींच लिया। वे उसे घसीटते हुए गांव के उत्तर दिशा में ठाकुरबाड़ी की तरफ ले जाने लगे। मैं चीखने लगी। तभी मुझे गोली चलने की आवाज सुनाई दी। दर्जनों लोग ‘एमसीसी जिंदाबाद, लालू यादव जिंदाबाद, रणवीर सेना जिंदाबाद का नारा लगाते हुए आ रहे थे। मैं समझ गई नक्सली गांव में आ गए हैं। इसी बीच उन लोगों ने मेरे पति को भी पकड़ लिया। दोनों को घसीटते हुए ले जाने लगे। मैं भी उनके पीछे-पीछे चल दी। मैंने देखा कि ठाकुरबाड़ी के पास सैकड़ों लोग जमा हुए थे। उनके हाथों में कुल्हाड़ी, गड़ासा और हसिया थे। सब नारा लगा रहे थे। उन लोगों ने पति और बेटे के हाथ-पैर बांध दिए। फिर लाइन में ले जाकर खड़ा कर दिया। इसी बीच एक आदमी ने पसुली से बेटे की गर्दन पर वार कर दिया। मैं उसे बचाने के लिए दौड़ी, तो उन लोगों ने धक्का दे दिया। मैं भूसे के ढेर पर जा गिरी। कुछ पल के लिए बेहोश सी हो गई। फिर सिर उठाकर देखा- एक अधेड़ ने पति की गर्दन पर जोर से गड़ासा मारा। वो चीख उठे। उसने फिर से गड़ासा मार दिया। वो वहीं गिर पड़े।’ थाना प्रभारी- ‘गड़ासा कौन मारा, पहचानते हो क्या?’ चिंतामणी- ‘हां… वो लोग टॉर्च जला रहे थे। दुखन राम था वो। मैंने चेहरा देख लिया था।’ और क्या देखा… गहरी सांस लेते हुईं चिंतामणी बोलीं- ‘एमसीसी वाले गांव के मर्दों को घसीटते हुए ला रहे थे और गला काटते जा रहे थे। दुखन राम और रमेश यादव, ये दो लोग ही ज्यादातर लोगों का गला काट रहे थे। इससे आगे देखने की मेरी हिम्मत नहीं हो सकी। मैं भागते हुए घर पहुंची। छाती पीट-पीटकर रोने लगी। दो-तीन घंटे बाद मुझे जोरदार धमाके सुनाई दिए। वे लोग नारा लगा रहे थे- एमसीसी जिंदाबाद। लाल सलाम जिंदाबाद। फिर उनकी आवाज बंद हो गई। मैं समझ गई कि वे लोग चले गए।’ अपने परिवार की 8 लाशें देखकर पटना हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार को हार्ट अटैक बिहार के सीनियर जर्नलिस्ट श्रीकांत प्रत्यूष सुबह-सुबह सेनारी पहुंचे थे। वे याद करते हैं- ‘मैं गांव पहुंचा तो भीड़ जुटी थी। ठाकुरबाड़ी के बाहर अधकटी लाशें बिखरी पड़ी थीं। लोग गुस्से में थे। महिलाएं छाती पीट-पीटकर रो रही थीं। जब लाशों की फोटो खींचने लगा, तो दर्जनों लोग खुद के ऊपर कपड़े डालकर लाशों के बीच लेट गए। एक बुजुर्ग ने गुस्से में कहा- ‘30-35 लाशों की फोटो मत लो। जितने लोग लेटे हैं सबकी फोटो खींचो। लोगों को पता तो चले कि यहां कितना बड़ा नरसंहार हुआ है।’ वे लोग बहुत गुस्से में थे। उन्हें समझाना या मना करना मुमकिन नहीं था। मैंने सबकी फोटो खींची। लोगों से बात की, फिर पटना आ गया। हालांकि मैंने 34 लोगों के नरसंहार की ही खबर प्रकाशित की।’ 19 मार्च 1999 को सुबह करीब 10 बजे एसआई जमुना सिंह ने 38 लोगों के खिलाफ हत्या, अपहरण, आगजनी जैसी धाराओं में केस दर्ज किया। पुलिस लाशें उठाना चाहती थी, लेकिन गांव वाले तैयार नहीं हुए। भीड़ ने पुलिस को घेर लिया। लोग एमसीसी और लालू यादव के खिलाफ नारा लगाने लगे। पुलिस से कहने लगे- ‘हमें राइफल चाहिए, राइफल। हम लोग खुद सुरक्षा करेंगे। कोई प्रशासन नहीं है यहां। प्रशासन मुर्दा है मुर्दा।’ 19 मार्च को ही पटना हाईकोर्ट के तत्कालीन रजिस्ट्रार पद्मनारायण सिंह सेनारी पहुंचे। यहां उनके परिवार के 8 लोग मारे गए थे। अपने परिवार वालों की लाशें देखकर उन्हें हार्ट अटैक आ गया। कुछ ही देर बाद उनकी मौत हो गई। गांव वाले और नाराज हो गए। कुछ देर बाद अटल सरकार में मंत्री रहे जॉर्ज फर्नांडिस, यशवंत सिन्हा और नीतीश कुमार सेनारी पहुंचे। तीनों नेताओं ने गांव के लोगों को समझाया-बुझाया, तब जाकर वे लोग माने। शाम 4 बजे लाशों का पोस्टमॉर्टम शुरू हुआ। पुलिस ने मौके से खून के थक्के, खून से सनी मिट्टी, खून लगा फरसा और गड़ासा बरामद किया। जब CM राबड़ी बोलीं- ‘वो लोग हमारे वोटर्स नहीं हैं, मैं क्यों जाऊं वहां' जनवरी में शंकर बिगहा और फरवरी में नारायणपुर नरसंहार के बाद केंद्र सरकार ने राबड़ी सरकार बर्खास्त कर दी थी, लेकिन राज्यसभा में बहुमत नहीं होने के चलते 8 मार्च को राष्ट्रपति शासन वापस ले लिया था। 9 मार्च को राबड़ी देवी फिर से सीएम बनीं और अब 9 दिन बाद ही सेनारी नरसंहार हो गया। बीजेपी, समता पार्टी और जनता दल के नेता राबड़ी देवी का इस्तीफा मांग रहे थे। प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा- ‘इस नरसंहार के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है। उसने एक ऐसे दल को सपोर्ट किया है, जो नरसंहारों के लिए जिम्मेदार है।’ सरकार में शामिल होने के बाद भी कांग्रेस का एक गुट आरजेडी का विरोध कर रहा था। लेखक मृत्युंजय शर्मा अपनी किताब ब्रोकेन प्रॉमिसेज में लिखते हैं- ‘जब लोगों ने राबड़ी देवी को सेनारी जाने के लिए कहा तो उन्होंने जवाब दिया- ‘वो लोग हमारे वोटर्स नहीं हैं। मैं क्यों जाऊं वहां।’ राबड़ी के इस बयान पर खूब बवाल हुआ। जनता दल के नेता रामविलास पासवान ने सेनारी से लौटने के बाद कहा- ‘मुझे बहुत दुख है। मुख्यमंत्री राबड़ी देवी कहती हैं कि जो लोग वोट नहीं करते, उनके यहां क्यों जाना। उनका ये बयान शर्मनाक है। लोकतंत्र के खिलाफ है।’ 20 मार्च 1999 को बिहार के राज्यपाल जस्टिस बीएम लाल सेनारी पहुंचे। उनसे गांव वालों ने बंदूक की मांग की। वापस पटना लौटने के बाद राज्यपाल ने आदेश जारी किया कि गांव वालों को बंदूक का लाइसेंस दिया जाएगा। सेनारी नरसंहार में जख्मी हुए लोगों को प्रशासन ने गया के सरकारी अस्पताल के एक खास वार्ड में भर्ती कराया था। इसी वार्ड में एक महीना पहले हुए नारायणपुर नरसंहार के घायलों का इलाज किया जा रहा था। ये फैसला थोड़ा चौंकाने वाला था, क्योंकि नारायणपुर में रणवीर सेना ने नरसंहार किया था और सेनारी में एमसीसी ने। उस समय के अखबारों के मुताबिक नारायणपुर के घायलों को जब पता चला कि सेनारी के लोग भी यहां आ रहे हैं, तो वे डर गए। अस्पताल में भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। नरसंहार के तीन महीने बाद यानी 16 जून 1999 को जहानाबाद पुलिस ने अपनी जांच रिपोर्ट जहानाबाद के चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट के सामने भेजा। 27 अक्टूबर 1999 को सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की गई। बाद में पुलिस ने दो और चार्जशीट दाखिल की। कुल 77 आरोपियों को ट्रायल के लिए भेजा गया। इनमें से 45 आरोपियों के खिलाफ सेशन कोर्ट में आरोप तय हुए। पत्रकार का माइक लेकर लालू बन गए रिपोर्टर, कहा- ‘बोलने आता ही नहीं है’ नरसंहार के कुछ महीने बाद लालू-राबड़ी जहानाबाद गए। दोनों ने कुल 6 रैलियां कीं। इस दौरान लालू ने एक पत्रकार के हाथ से माइक ले लिया। लालू ने रिपोर्टर के अंदाज में भीड़ से पूछा- बताओ कोई है डर है? ऐ कस के बोलिए कोई डर है? भीड़ से आवाज आई- जी ना, कोई डर नहीं है। लालू ने पूछा- उग्रपंथी के खिलाफ हो? भीड़ बोली- हां। उन्होंने फिर पूछा- रणवीर सेना के खिलाफ हो। भीड़ बोली- हां। लालू ने पत्रकार को माइक देते हुए कहा- ‘बोलने आता ही नहीं है।’ सेनारी नरसंहार के सात महीने बाद अक्टूबर 1999 में लोकसभा चुनाव हुए। तब बिहार में कुल 54 सीटें थीं। बीजेपी ने इनमें से 23 सीटें जीत ली। जदयू को 18 सीटें मिलीं और आरजेडी को 7 सीटें। जबकि कांग्रेस 4 सीटों पर सिमट गई। इससे एक साल पहले 1998 के लोकसभा चुनाव में आरजेडी को 17 सीटें मिली थीं। यानी 10 सीटें कम हो गईं। फरवरी-मार्च 2020 में बिहार में विधानसभा चुनाव हुए। कुल 324 सीटों में से आरजेडी को 124, बीजेपी को 67 और नीतीश की समता पार्टी को 34 और कांग्रेस को 23 सीटें मिलीं। किसी भी दल या गठबंधन के पास बहुमत नहीं था। राज्यपाल विनोद चंद्र पांडेय ने एनडीए को सरकार बनाने के लिए बुला लिया। नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने, लेकिन बहुमत नहीं होने के चलते 7 दिन के भीतर ही इस्तीफा देना पड़ा। आरजेडी ने कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों के साथ मिलकर सरकार बनाई। राबड़ी देवी तीसरी बार मुख्यमंत्री बनीं। समय के साथ बिहार में राजद और कांग्रेस की पकड़ ढीली पड़ती गई। फरवरी 2005 के विधानसभा चुनाव में कुल 243 सीटों में से आरजेडी को 75, नीतीश की जदयू को 55 और बीजेपी को 37 सीटें मिलीं। जबकि कांग्रेस 10 सीटों पर सिमट गई। सत्ता की चाबी नई नवेली रामविलास पासवान की लोजपा के हाथों में थी, जिसे 29 सीटें मिली थीं। पासवान ने किसी भी दल को समर्थन नहीं दिया। बिहार में राष्ट्रपति शासन लग गया। अक्टूबर-नवंबर 2005 में फिर से चुनाव हुए। इस बार बीजेपी-जदयू गठबंधन ने 243 सीटों में से 143 सीटें जीत लीं। जबकि आरजेडी को 54 और कांग्रेस को 9 सीटें मिलीं। नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने। इसके बाद बिहार की सत्ता हमेशा नीतीश के ही इर्द-गिर्द रही। सेनारी नरसंहार के 17 साल बाद यानी 27 अक्टूबर 2016 को जहानाबाद जिला अदालत ने 13 आरोपियों को दोषी करार दिया। 15 नवंबर 2016 को 10 आरोपियों को फांसी और 3 को उम्रकैद की सजा के साथ एक-एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया। तीन दिन बाद यानी 18 नवंबर को अदालत ने एक और आरोपी दुखन राम को भी फांसी की सजा सुना दी। इसके बाद आरोपियों ने पटना हाईकोर्ट से गुहार लगाई। नरसंहार के करीब 22 साल बाद यानी 21 मई 2021 को पटना हाईकोर्ट ने सभी 14 आरोपियों को बरी कर दिया। कोर्ट ने कहा- ‘पुलिस की शुरुआती जांच रिपोर्ट में गवाहों के बयान और बाद की रिपोर्ट में गवाहों के बयान बहुत हद तक बदले हुए थे। घटना रात में हुई थी। अंधेरे में आरोपियों की पहचान करना संदेह के घेरे में है। जिन लोगों के खिलाफ ट्रायल चला, उनका नाम शुरुआती रिपोर्ट में नहीं था। पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश करने से पहले पहचान के लिए परेड भी नहीं कराई। ऐसे में यह तय कर पाना मुश्किल है कि इन्हीं लोगों ने हत्या की है।’ हाईकोर्ट के फैसले के बाद बिहार सरकार इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में गई, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हो सकी है। कल 8वें एपिसोड में पढ़िए बिहार के एक और बड़े नरसंहार की कहानी... (यह सच्ची कहानी पुलिस चार्जशीट, कोर्ट जजमेंट, गांव वालों के बयान, अलग-अलग किताबें और इंटरनेशल रिपोर्ट्स पर आधारित है। क्रिएटिव लिबर्टी का इस्तेमाल करते हुए इसे कहानी के रूप में लिखा गया है।) रेफरेंस :

दैनिक भास्कर 18 Sep 2025 4:45 am

ब्लैकबोर्ड-54 की उम्र में 20 साल छोटे लड़के से शादी:देवर बोला, भाभी कहूं या बुआ; लोग तंज कसते हैं- देखो मां-बेटे जा रहे

‘54 साल की थी जब कनाडा में पति ने मुझे तलाक दे दिया। भारत लौटी तो बहुत परेशान थी। यहां मुझे अपने से 20 साल छोटे लड़के निखिल से प्यार हो गया। शादी के लिए जब हम तैयार हुए तो लोगों ने जमकर विरोध किया। निखिल की मां ने मुझसे कहा कि सोचो, अगर तुम्हारा लड़का 20 साल बड़ी लड़की से शादी करता तो तुम एक मां के तौर पर क्या करती? मैंने जवाब दिया था- हां, मैं भी विरोध करती। फिर उन्होंने कहा- इसलिए चाहती हूं कि निखिल अपने से इतनी बड़ी लड़की से शादी न करे। ये रिश्ता किसी भी तरह सफल नहीं होगा। आखिर बताओ समाज को क्या जवाब दूंगी, रिश्तेदारों से क्या कहूंगी? इस तरह विरोध जारी रहा, लेकिन आखिर में हमने शादी का फैसला किया। शादी हुई तो लोगों ने खूब तंज कसे। सोशल मीडिया पर मुझे कहा गया- 'बूढ़ी आंटी ने पूजा-पाठ की उम्र में शादी की है’, कहीं आने-जाने पर जान-पहचान के लोग कहते हैं देखो- मां-बेटे जा रहे। ब्लैकबोर्ड में कहानी उन महिलाओं की, जिन्होंने अपने से काफी छोटी उम्र के लड़कों से प्यार और शादी की, जिसके बाद लोगों ने उनका जमकर मजाक उड़ाया। आज भी तंज झेल रहे हैं। 60 साल की गीता इस समय मुंबई में रहती हैं। वो बताती हैं, ‘मेरी जब पहली शादी हुई तो तीन साल तक पति के साथ भारत में रही। उसके बाद वो मुझे कुवैत, फिर सऊदी अरब ले गए। वहां उन्होंने अच्छा पैसा कमाया। फिर वहां से हम कनाडा चले गए। वहां लगभग 22 साल साथ गुजारे। वहीं हमें एक बेटा भी पैदा हुआ।’ ‘सब अच्छा चल रहा था। शादी के 28 साल बीत चुके थे, लेकिन पति एक फिलिस्तीनी लड़की के प्यार में पड़ गए। उन्होंने मुझे तलाक देने का फैसला किया। मेरी तो जैसे दुनिया ही उजड़ गई। मामला कोर्ट भी गया, लेकिन कोई फायदा न हुआ। उन्होंने मुझे तलाक दे दिया। उसके बाद मैं भारत वापस लौट आई।’ गीता बताती हैं, ‘भारत लौटी तो बहुत तनाव में रहने लगी। डिप्रेशन में चली गई। तबीयत इतनी खराब होती कि बेहोश हो जाती। हालत ज्यादा खराब होने पर मेरे मम्मी-पापा साथ आकर रहने लगे। बाद में मेरी भतीजी भी आई’। एक दिन वो जिद करके मुझे आवारा कुत्तों के टीकाकरण कार्यक्रम में ले गई। वहां एक लड़का मिला। वो मुझे सोशल मीडिया के जरिए पहचानता था। उसने पास आकर कहा- ‘आप गीता हैं न?’ मैंने सिर हिलाकर कहा- ‘हां’। उसने कहा- ‘मैं आपको फेसबुक पर फॉलो करता हूं। मेरा नाम निखिल है।’ उसके बाद वो मेरे घर अक्सर आने-जाने लगा। धीरे-धीरे उसकी मुझसे नजदीकी बढ़ गई। वो मेरा बहुत ख्याल करता और प्यार भी करने लगा। जिस तरह से वो मेरी देखभाल कर रहा था, उसे देखकर मैं भी उससे प्यार करने लगी थी। एक दिन तनाव में मेरी हालत देखकर उसने मेरे मम्मी-पापा से कहा- ‘मैं गीता से शादी करना चाहता हूं। उन्हें संभाल लूंगा’। लेकिन मेरे मम्मी-पापा ने उसे बहुत समझाया कि ऐसा नहीं हो सकता। आप दोनों की उम्र में 20 साल फर्क है। कोई मेल नहीं है। पर वो नहीं माना, जिद पर अड़ा रहा। आखिर में मम्मी-पापा ने उसे सबसे पहले अपने घर बात करने को कहा और साफ-साफ बताने को कहा कि तुम जिस लड़की से शादी करना चाहते हो, वो 20 साल बड़ी है। निखिल ने कहा- हां अपने घर वालों को ये बात बता दूंगा और उन्हें मना भी लूंगा। उसके बाद वो अपने मम्मी-पापा से मुझसे शादी को लेकर बात की, लेकिन मेरी उम्र के बारे में उनसे कुछ नहीं बताया। घर लंच पर बुलाया, तो मां-बाप देखकर हुए हैरान उसके बाद निखिल ने अपनी मम्मी-पापा से मिलवाने के लिए मुझे अपने घर लंच पर बुलाया। घर गई तो उसने अपने मम्मी-पापा से बताया कि यही हैं गीता, जिनसे शादी करना चाहता हूं। फिर तो वे मुझे देखकर बहुत हैरान हुए। उनकी हैरानी देखकर मैं तनाव में आ गई थी। फिलहाल, हमने साथ में लंच किया। लंच के बाद निखिल की मम्मी मुझे एक अलग कमरे में ले गईं और कहा- 'गीता आप अच्छी हो, तभी निखिल तुमसे शादी के लिए इतना अड़ा हुआ है। उसे कई लड़कियां दिखाईं, लेकिन वह मान नहीं रहा, लेकिन आप जरा अपनी और उसकी उम्र के बारे में सोचो। आखिर शादी के बाद लोगों से क्या बताऊंगी। हमारी बड़ी बदनामी होगी। मेरी जगह तुम होती तो क्या सोचती?' उस दिन उनसे कहा कि देखिए मैं और मेरे मम्मी-पापा ने भी निखिल को बहुत समझा चुके हैं, लेकिन वो नहीं मान रहा। अपने तलाक की बात भी उसे बता चुकी हूं। मैं खुद नहीं चाहती कि जिंदगी में आगे चलकर फिर से तलाक जैसी नौबत आए। उसके बाद मैं और उसके मम्मी-पापा फिर से बहुत समझाने की कोशिश किए, लेकिन वो किसी भी कीमत पर मुझसे शादी करने पर अड़ा रहा। उसके बाद उसकी मम्मी ने कहा- ऐसा करो, तुम दोनों बस दोस्त बनकर रहो, शादी मत करो। मैंने भी कहा- हां यही सही होगा। उसके बाद मैं अपने घर लौट आई। मैं और निखिल दोस्त की तरह रहने लगे, लेकिन उसका समर्पण, मेरी देखभाल करना, दिल जीतने वाला होता था। मुझे भी उससे प्यार हो गया, लेकिन उसकी मुझे चिंता हो रही थी, इसलिए शादी की बात नहीं कह पा रही थी। एक दिन वो मेरे घर आया और बोला- ‘आज तुम साफ-साफ बता दो, मुझसे शादी करोगी या नहीं। अगर आज वापस गया, तो कभी नहीं लौटूंगा।’ उस दिन मैं बहुत परेशानी में पड़ गई। काफी सोच-विचार कर मैंने ‘हां’ कर दी। जब ये बात मेरे मम्मी-पापा को पता चली तो वे मुझ पर बहुत नाराज हुए। उन्होंने कहा- तुम्हें ऐसा फैसला नहीं करना चाहिए था। निखिल को अभी अंदाजा नहीं है। वो कुछ सालों में तुम्हें छोड़ देगा। इस पर मैंने कहा कि देखिए मेरी जिंदगी में पहले ही काफी बुरा हो चुका है। आगे भी वैसा ही हो गया तो क्या ही फर्क पड़ेगा। कम से कम कुछ साल तो खुश होकर जी लूंगी। लड़के के मम्मी-पापा ने अपनाया, किया फूलों से स्वागत उसके बदा मम्मी-पापा मान गए। लेकिन उन्होंने कहा कि निखिल से कहो कि वो किसी भी तरह अपने घर वालों को मनाए। निखिल ने अपने घर वालों को मनाने की बहुत कोशिश की, लेकिन वे तैयार नहीं हुए। आखिरकार, हमने शादी का फैसला ले लिया। 11 दिसंबर 2020 को हम कोर्ट में शादी के लिए पहुंचे। रजिस्ट्रार ऑफिस में शादी की लिखा-पढ़ी चल ही रही थी कि निखिल के मम्मी-पापा भी पहुंच गए। उन्हें देखकर हम दोनों बहुत खुश हुए। वहां उन्होंने हमें आशीर्वाद दिया। यही नहीं, शादी के बाद जब निखिल के घर गई, तो दरवाजे से लेकर मेरे कमरे तक फूल सजाए गए थे, जिसे देखकर मेरी आंखों में आंसू भर आए। गीता आगे बताती हैं कि आज हमारी शादी के 5 साल हो चुके हैं। ससुराल में सभी हमें प्यार करते हैं। सबका सहयोग मिलता है। किसी ने कभी भी मेरी उम्र को लेकर मुद्दा नहीं बनाया। अब तो सोशल मीडिया पर लोग हमें देखकर खुश होते हैं। वे हमसे प्यार और शादी टिप्स मांगते हैं। मम्मी बोलीं- पागल हो गया है, इतनी बड़ी औरत से शादी करेगा वहीं, उनके पति निखिल बताते हैं कि स्ट्रे डॉग वैक्सीनेशन ड्राइव में गीता से पहली मुलाकात के बाद रिश्ता शादी तक पहुंच जाएगा, मैंने कभी सोचा नहीं था। उस मुलाकात के बाद हमारी दोस्ती धीरे-धीरे गहरी होती चली गई। शुरू में 3 साल हम लगातार मिलते रहे। एक दिन फोन पर जब गीता अपने पति की तलाक की बात बताकर रोने लगीं, तो मैंने कहा था- ‘मुझसे शादी कर लो’। उस दिन गीता ने कोई जवाब नहीं दिया और फोन काट दिया था। मुझे लगा था कि नाराज हो गईं। फिर मनाने के लिए इनके घर पहुंचा और माफी मांगी थी। उस दिन इन्होंने भी मुझे समझाया था कि हमारे बीच उम्र का बहुत फर्क है। आखिर लोग क्या कहेंगे, हम लोगों के बीच कैसे रह पाएंगे। अच्छा होगा कि हम दोस्त बनकर रहें। निखिल ने कहा, लेकिन गीता को मैं पसंद करने लगा था। जब अपने मम्मी-पापा से इनसे शादी की बात कही तो वे बहुत नाराज हुए। मम्मी ने तो एक दिन कह दिया- ‘तू पागल हो गया है। इतनी बड़ी औरत से शादी करेगा। किसी मनोचिकित्सक को जाकर दिखा।’ उस दिन मां से कहा था कि गीता भले मुझसे उम्र में 20 साल बड़ी हैं, लेकिन वो बहुत अच्छी हैं। मैं उसके साथ खुश रहूंगा, लेकिन मां नहीं मान रही थीं। दरअसल, उसी समय मेरा भी तलाक हुआ था। मेरे मम्मी-पापा यह सोचकर परेशान थे कि कहीं ये रिश्ता भी लंबा न चला तो फिर क्या होगा, ये भी टूट गया तो? भाई ने मजाक उड़ाया, कहा- भाभी कहूं या बुआ? मेरे भाई को जब इस बारे में पता चला तो वो भी नाराज हुआ। उनसे कहा- शादी के बाद गीता को भाभी कहूंगा या बुआ? मेरे दोस्तों से भी उसने सारी बात बता दी। दोस्तों ने भी मुझे बहुत समझाया और रोका। लेकिन जब नहीं माना, तो वे मेरा साथ देने को तैयार हो गए थे। हालांकि, आज मेरे घर वालों ने बेशक ये रिश्ता स्वीकार कर लिया है, लेकिन रिश्तेदार और आस-पास के अक्सर तंज कसते हैं- ‘तूने बूढ़ी आंटी से शादी कर ली।’ कुछ लोगों ने कहा, ‘तुमने गीता से शादी उसके पैसे देखकर की है।’ एक शख्स ने कहा- ‘जरूर उस औरत ने तुम पर जादू-टोना किया होगा।’ सोशल मीडिया पर भी इसी तरह के ताने मिलते हैं। वहां एक दिन गीता को लेकर एक शख्स ने कमेंट किया- ‘आपको इतनी उम्र में शादी करने की क्या जरूरत थी, ये उम्र तो पूजा-पाठ करने की थी'। लेकिन हम इन सारी बातों को नजरअंदाज कर अपने रिश्ते में खुश हैं। आज शादी के 5 साल बाद भी हमारा रिश्ता पहले जैसा मजबूत है। ट्यूशन देते वक्त 9 साल छोटे लड़के से प्यार इसी तरह आकाश राठी और अरुणिमा बोस राठी ने भी समाज की सोच को चुनौती दी है। कोलकाता की रहने वाली अरुणिमा, आकाश से 9 साल बड़ी हैं, लेकिन उम्र का फर्क उनके रिश्ते में रुकावट नहीं बना अपने रिश्ते के बारे में अरुणिमा कहती हैं- हम एक ही सोसाइटी में रहते थे। हमारे घर आमने-सामने थे। खिड़की खोलते तो एक-दूसरे को देखते थे। शादी से पहले हम पांच साल रिलेशनशिप में रहे। उस समय आकाश मेरे घर ट्यूशन पढ़ने आते थे। इन्हें SAP (सिस्टम एप्लिकेशन एंड प्रोडक्ट्स इन डेटा प्रोसेसिंग) का ट्यूशन देती थी। साथ हमारी क्वांटम फिजिक्स में दिलचस्पी थी। इस वजह से हमारी दोस्ती और गहरी होती गई। आखिर में प्यार में बदल गई। उस वक्त आकाश मेरे लिए एक नोटबुक में चिट्ठियां लेकर आते थे। एक दिन एक चिट्ठी मेरी मां के हाथ लग गई। वो पढ़ते ही रो पड़ीं। मामला बाबा (पापा) तक पहुंचा। उसके बाद तो घर में तूफान मच गया। मम्मी ने आकाश को मेरे घर आने से रोक दिया। सुबह साथ में दौड़ना भी बंद हो गया। बाद में तो मैंने मां को तो किसी तरह मना लिया, लेकिन बाबा इस रिश्ते को किसी भी हालत में स्वीकार करने को तैयार नहीं थे। उधर, आकाश के घर भी बवाल मचा हुआ था। उनके घर में भी इस रिश्ते को कोई स्वीकार करने को तैयार नहीं था। उन्हें 9 साल बड़ी लड़की से शादी मंजूर नहीं थी। आस-पास के लोगों को जब ये बात पता चली तो वे मुझे ताने मारने लगे। कहते- ‘आकाश अरुणिमा को दीदी क्यों नहीं कहता।’ हालांकि, उस कठिन वक्त में भी हम अलग नहीं हुए। मेरी मां मान गई थीं। मैंने आकाश को बुलाया और शादी करने का फैसला कर लिया। शादी तय हुई। बारात में तो मेरे घर से लोग आए। मोहल्ले के लोग भी, जो कि हम पर ताने कसते थे। गिफ्ट देते हुए उन्होंने कहा- आप लोगों की हिम्मत को दाद देनी होगी। हालांकि, आकाश के घर से कोई नहीं आया था। अरुणिमा बताती हैं कि हम दोनों आज सोशल मीडिया पर ‘ऐज-गैप कपल’ के नाम से कंटेंट बनाते हैं। इसमें लोगों को समझाते हैं कि शादी या रिश्ते में उम्र कोई मायने नहीं रखती। लोग समझते हैं और हमारी तारीफ करते हैं। वे कहते हैं- आप इसी तरह लोगों को जागरूक करते रहिए। उम्र वाकई शादी में कोई मायने नहीं रखती। हालांकि, कुछ बुरे कमेंट भी आते हैं। कुछ लोग तो कहते हैं कि फर्जी ज्ञान मत दीजिए। लड़की छोटी होने पर नॉर्मल, पर बड़ी होने पर क्यों नहीं? अरुणिमा आगे कहती हैं कि आखिर लड़की का उम्र में बड़ा होना क्यों अजीब माना जाता है। जब उसका छोटा होना अजीब नहीं होता तो बड़ा होना क्यों? अब लोग अपनी सोच बदलें, इसलिए हम सोशल मीडिया पर इसको लेकर कंटेंट बना रहे हैं। अरुणिमा के पति आकाश कहते हैं कि शादी के बाद जब हम सोशल मीडिया पर पहली बार ‘ऐज गैप’ पर वीडियो कंटेंट लेकर आए, तो लोगों का अच्छा रिस्पॉन्स मिला। लोगों ने तो इस टॉपिक पर और ज्यादा वीडियो बनाने को कहा। हालांकि, मेरे आस-पास के लोग आज मुझ पर तंज कसते हैं- ‘तुमने तो दीदी से शादी कर ली।’ कोई ‘बेबी बॉय विद आंटी’ कहकर चिढ़ाता है। कुछ लोग ‘मां-बेटा’ कहते हैं। आकाश समझाते हैं कि आखिर समाज में जो लंबे समय चला आ रहा है, जरूरी है कि वह आगे भी चलता रहे। जब लड़की को उम्र में छोटा होना सामान्य बात माना जाता है, तो उसकी उम्र ज्यादा होना भी उतना ही सामान्य क्यों नहीं? लोगों में गलत धारणा है कि रिश्ते में लड़का ही बड़ा होना चाहिए। वही घर के सारे फैसले ले सकता है। अब समय बदल चुका है। आज लड़कियां हर फैसला ले सकती हैं। अब मेरी शादी के 7 महीने हो चुके हैं। हमारे बीच कभी कोई मतभेद होता भी है, तो बैठकर सुलझा लेते हैं। शादी के बाद अरुणिमा के घर से मुझे बहुत प्यार मिला। सास तो दोस्त जैसी हैं। अब तो मेरे मम्मी-पापा ने भी इस रिश्ते को स्वीकार कर लिया है। वे अब मेरी तो कम, अरुणिमा की बात ज्यादा मानते हैं। 1-ब्लैकबोर्ड- पति पीरियड्स में भी संबंध बनाता था:पीटकर दांत तोड़ा, दूसरी शादी भी 9 दिन चली; वृंदावन में कृष्ण भक्त महिलाओं की कहानियां वृंदावन आकर रह रहीं हरियाणा की ज्योति बताती हैं- मायके में मेरे ताऊ के लड़के की शादी थी। अपने बेटे कार्तिक के साथ वहां जाने की तैयारी में लगी थी, लेकिन पति चाहते थे कि न जाऊं। जाने से एक दिन पहले वो रात में मेरे कमरे में आए और मुझे पीटने लगे। इतना मारा कि अधमरा कर दिया। कपड़े फाड़ दिए। गर्दन से पकड़ा और मुंह बेड में लड़ा दिया। मेरा एक दांत टूट गया और होंठ कट गए। खून से सारा कपड़ा भीग गया। वो पीरियड्स में भी मेरे साथ सेक्स करता था। आखिरकार मेरा तलाक हो गया। बाद में मायके के दबाव में आकर दूसरी शादी की। दूसरा पति भी मुझे दहेज के लिए ताने मारने लगा। वो मेरे साथ अननेचुरल सेक्स करता था। शादी के 9 दिन बाद ही मैंने उसे तलाक दे दिया और वृंदावन में कृष्ण की शरण में आ गई। ये कहते हुए ज्योति रोने लगती हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें 2- ब्लैकबोर्ड-मंगेतर ने कुत्तों का खर्च रोका तो सगाई तोड़ दी:लोग तंज कसते-शादी करके क्या करोगी, तुम्हें तो कुत्तों संग अच्छा लगता है दिल्ली के आजादपुर की भीड़-भाड़ वाली गलियों में जब चंचल शर्मा एक पिल्ले को बचाने गईं, तो वहां मौजूद लोगों ने उन्हें घेर लिया। ‘कुत्ते बचाती हो, इंसान नहीं,’ कहते हुए उनके कपड़े खींचे और धक्का दे दिया। वह किसी तरह जान बचाकर वापस लौटीं। कुत्तों की देखभाल के कारण चंचल की शादी टूट गई। जिस लड़के से उनकी शादी तय हुई थी, उसने कहा- ‘जो पैसे कुत्तों पर खर्च कर रही हो, उसे बचाओ और आने वाले बच्चों के भविष्य के बारे में सोचो।’ इस पर वो इतना नाराज हुईं कि शादी से 20 दिन पहले सगाई तोड़ दी। शादी टूटने के बाद चंचल पर तंज कसा गया- इन्हें तो कुत्तों के साथ अच्छा लगता है। क्या करेंगी शादी करके! चंचल रोज लगभग 450 आवारा कुत्तों को खाना खिलाती हैं, जिस पर महीने के लगभग 3 लाख रुपए खर्च करती हैं। इनके रिश्तेदार अब घर नहीं आते, पड़ोसियों ने दूरी बना ली है। इसी तरह संध्या रस्तोगी ने तो शादी ही नहीं की, डर था कि पति उन्हें इस काम से रोक देगा। उनको 'कुत्ते वाली आंटी', पागल कहा जाता है। वहीं मानवी राय के खिलाफ तो 'एनिमल वेलफेयर' के नाम पर कुछ लोगों ने झूठे केस दर्ज करा दिए, रेप की धमकियां दीं। पूरी खबर यहां पढ़ें

दैनिक भास्कर 18 Sep 2025 4:42 am

बस स्टॉप-रेलवे स्टेशन पर आंख लगी और बच्चा गायब:7 लाख में सौदा, दिल्ली-यूपी-उत्तराखंड-तेलंगाना-तमिलनाडु में गैंग एक्टिव; 6 बच्चे बरामद

22 अगस्त की बात है। राजस्थान में ईंट-भट्ठे पर मजदूरी करने वाले सुरेश के पांव तले तब जमीन खिसक गई, जब उनका 6 महीने का बेटा गायब हो गया। वो भी तब जब पूरा परिवार स्टेशन पर एक साथ सो रहा था। ये घटना देश की राजधानी दिल्ली की है। सुरेश अगले ही दिन परिवार के साथ राजस्थान के बहरोड़ काम करने जाने वाले थे, लेकिन इस घटना ने उन्हें और उनके पूरे परिवार को परेशान कर दिया। सुरेश ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। दिल्ली पुलिस जब बच्चे की खोजबीन में जुटी तो वो उत्तर प्रदेश में चाइल्ड ट्रैफिकिंग के एक गैंग तक पहुंची। ये गैंग नवजात बच्चों को डॉक्टर या किसी हॉस्पिटल के जरिए लाखों रुपए में बेचता था। सुरेश का बच्चा भी इसका शिकार होने वाला था, लेकिन पुलिस की कार्रवाई के बाद वो बच गया। दिल्ली पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सुरेश के बच्चे के अलावा 5 और बच्चे बरामद किए। इन्हें लखनऊ, आगरा और नैनीताल बेचा गया था। पुलिस ने रैकेट से जुड़े 10 लोगों को अरेस्ट किया है, जिसमें डॉक्टर, मेडिकल स्टूडेंट और कस्टमर समेत दलाल शामिल हैं। ये गैंग बस स्टॉप और रेलवे स्टेशन पर बच्चों को टारगेट करती। इनका नेटवर्क दिल्ली और यूपी ही नहीं, तेलंगाना, तमिलनाडु और उत्तराखंड तक फैला है। दैनिक भास्कर की टीम ने ग्राउंड पर पहुंचकर विक्टिम फैमिली और पुलिस से बात कर पूरा मामला समझा। सबसे पहले जानिए कैसे गायब हुआ बच्चा…सुरेश मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के रहने वाले हैं। पिछले 7-8 सालों से राजस्थान के बहरोड़ में एक ईंट-भट्ठे पर मजदूरी कर रहे हैं। दिहाड़ी पर उन्हें मजदूरी मिलती है। उसी ईंट-भट्टे पर पत्नी गुड़िया और चार बच्चों के साथ रहते भी हैं। 22 अगस्त को वे पूरे परिवार के साथ बांदा से बहरोड़ जाने के लिए निकले थे। पहले ट्रेन से दिल्ली में निजामुद्दीन स्टेशन पहुंचे। फिर वहां से सराय काले खां बस स्टैंड गए। 23 अगस्त की सुबह उन्हें बहरोड़ के लिए बस पकड़नी थी। इसलिए खाना खाकर रात को बस स्टैंड के प्लेटफॉर्म नंबर-2 पर सो गए। रात करीब 11 बजे जब नींद खुली तो उनका सबसे छोटा बेटा गायब था। सुरेश और उनकी पत्नी ने बच्चे को आसपास काफी देर तक ढूंढा लेकिन कुछ पता नहीं चला। फिर उन्होंने PCR पर कॉल करके जानकारी दी। पुलिस ने पहले आसपास छानबीन शुरू की। घटना को याद करते हुए सुरेश बताते हैं, ‘पहले हमने अनाउंसमेंट करवाई। पुलिस भी हमारे साथ बहुत देर तक ढूंढती रही, लेकिन बच्चा नहीं मिला। आसपास की झुग्गियों में जाकर देखा, फिर भी कुछ पता नहीं चला। इसके बाद हमने रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस ने टीम बनाकर जांच शुरू की। सीसीटीवी खंगालने शुरू किए।‘ सुरेश के मुताबिक, इस पूरे घटनाक्रम के दौरान वो कर्जदार भी हो गए। उन्हें बच्चे के मिलने तक दिल्ली में ही रुककर रहने-खाने का इंतजाम करना पड़ा। इसी दौरान उनके एक बच्चे की तबीयत भी बिगड़ गई। उसके इलाज में करीब चार हजार रुपए लग गए। इन तीन-चार दिन में उनके 10 हजार से ज्यादा रुपए खर्च हो गए। इसके लिए उन्हें एक रिश्तेदार से कर्ज लेना पड़ा। सीसीटीवी से पकड़ में आए आरोपी, रैकेट का हुआ खुलासा साउथ-ईस्ट दिल्ली के DCP डॉ हेमंत तिवारी बताते हैं, ‘जब हमने वहां का सीसीटीवी फुटेज खंगाला तो हमें उसमें दो संदिग्ध व्यक्ति बच्चे को साथ लेकर जाते दिखे। इसके बाद हमने स्पेशल स्टाफ की टीम को इस काम पर लगाया। इस टीम ने तकनीकी छानबीन शुरू की। तीन-चार ऐसे नंबर मिले, जो संदिग्ध लगे। हमने टारगेट करते हुए एक नंबर को फोकस किया तो हमें आगरा के फतेहाबाद कस्बे की लोकेशन मिली।’ फतेहाबाद कस्बे में छापेमारी करके पुलिस ने सबसे पहले वीरभान और कालीचरण नाम के लोगों को हिरासत में लिया। पुलिस के मुताबिक, इन दोनों ने पूछताछ में पहले कुछ भी बताने से इनकार किया। जब उनके घर की तलाशी ली तो पुलिस को वो मोबाइल मिल गया, जिसकी लोकेशन घटनास्थल से मिल रही थी। पुलिस ने सख्ती से पूछताछ कि तो दोनों ने बच्चा चोरी की बात भी कबूल कर ली। पूछताछ में दोनों ने बताया कि उन्होंने अपने रिश्तेदार रामबरण के कहने पर बच्चा चुराया था। उसके बदले पैसा देने की बात तय हुई थी। दिल्ली से चोरी के बाद वे बच्चे को आगरा के फतेहाबाद में ही डॉक्टर कमलेश के हॉस्पिटल (केके हॉस्पिटल) में दे दिया। DCP हेमंत बताते हैं, ‘पूछताछ के बाद पुलिस कमलेश के हॉस्पिटल पहुंची। हमारे स्पेशल स्टाफ के इंस्पेक्टर ने हार्ट अटैक का बहाना बनाया और अस्पताल में दाखिल हुए। जब डॉक्टर (कमलेश) देखने आया तो उन्होंने अपनी पहचान जाहिर की। पूछताछ हुई तो कमलेश ने बताया कि उसने बच्चे को एक मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव सुंदर के पास बेच दिया।‘ ‘सुंदर को छापेमारी का पता चल चुका था। वो राजस्थान की तरफ भागने लगा। हमने 50 किलोमीटर तक पीछा करके उसे पकड़ा।‘ आगरा की दो मेडिकल स्टूडेंट समेत दलाल-कस्टमर सबको पकड़ाइस कार्रवाई में शामिल रहे एक पुलिस अधिकारी बताते हैं कि इस केस को सॉल्व करने में स्पेशल स्टाफ (साउथ ईस्ट दिल्ली पुलिस) की पूरी टीम आगरा पहुंची थी। 23 अगस्त की रात पुलिस वहां तीन गाड़ियों में पहुंची। आरोपी का फोन चेक किया तो उसमें बच्चे की फोटो मिली। लोकेशन भी मैच कर गई। इसके बाद हमने उससे सारी जानकारी निकलवाई। हालांकि जिसके कहने पर इन्होंने बच्चे की तस्करी की, वो रामबरण अभी फरार है। अधिकारी के मुताबिक, ये पूरा गैंग आगरा और उसके आसपास का ही है। बरामद हुए दूसरे बच्चों की पहचान कराने के लिए पुलिस जांच कर रही है। हमारा टारगेट था कि किसी तरीके से गरीब परिवार के बच्चे को वापस ले आएं। कहानी यहीं खत्म नहीं हुई। इस केस में एक के बाद एक किरदार सामने आते गए। सुंदर से जब पूछताछ शुरू हुई तो उसने बताया कि बच्चे को आगरा के राजनगर इलाके में रहने वाले कृष्णा शर्मा और प्रीति शर्मा के पास बेचा है। पुलिस के मुताबिक, ये दोनों बहन हैं और BAMS (बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी) कर रही हैं। पुलिस की टीम ने इनके घर छापेमारी की और उन्हें गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने इनके घर से सुरेश के 6 महीने के बच्चे को बरामद कर लिया। पुलिस के मुताबिक, दोनों बहनों ने पूछताछ में बताया कि वे रितु नाम की बिचौलिए के जरिए इस बच्चे को ज्योत्सना को बेचने वाली थीं। इसके बाद पुलिस ने रितु का घर ट्रेस किया और उसे भी गिरफ्तार कर लिया। वहीं पूछताछ के लिए ज्योत्सना को भी हिरासत में लिया। पुलिस ने 48 घंटे में बच्चे को रिकवर कर लिया और परिवार को सौंप दिया। बच्चा तस्कर गैंग का खुलासा, आगरा-लखनऊ में छापेमारी इसके बाद पुलिस मामले में अरेस्ट सभी 10 आरोपियों दिल्ली ले आई। जब इनसे पूछताछ शुरू हुई तो चौंकाने वाले खुलासे हुए। पता चला कि ये लोग एक गैंग की तरह काम कर रहे हैं। सुरेश के बच्चे की तरह ही कई और बच्चों को भी बेचा गया है। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने एक स्पेशल जांच टीम (SIT) बनाई और आगे की कार्रवाई शुरू की। आरोपियों से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने आगरा और लखनऊ में छापेमारी की। पुलिस ने गैंग के जरिए बेचे गए 5 और बच्चों को बरामद कर लिया। DCP हेमंत बताते हैं, ‘पूछताछ में पता चला कि डॉ. कमलेश, कृष्णा या इस तरह के दूसरे डॉक्टरों के जरिए आरोपी पूरा नेक्सस चला रहे है।‘ ‘इसमें कई ऐसे मामले भी मिले, जैसे- शादी से पहले बच्चा होने या पैसों के लिए मां-बाप खुद अपने बच्चे बेच दिए। हमने जो बच्चे रिकवर किए हैं, उनमें से एक को साढ़े सात लाख रुपए में बेचा गया था।‘ DCP ने बताया कि इसमें मुख्य आरोपी सुंदर, कृष्णा और प्रीति हैं, ये लोग करीब ढाई-तीन साल से इस काम में लगे हैं। हो सकता है कि इन्होंने और भी बच्चों को बेचा हो, अभी इसकी जांच चल रही है। डॉक्टर कमलेश और ऐसे दूसरे लोगों इस मामलों में बैकचेन संभालते हैं और रितु, ज्योत्सना जैसे लोग ऐसे पेरेंट्स ढूंढते हैं, जिन्हें बच्चों की जरूरत है। 5 और बच्चे रिकवर किए, फतेहाबाद-नैनीताल बेचे गए थेपुलिस ने जिन 5 और बच्चों को बरामद किया है, उनमें दो लड़कियां और तीन लकड़े हैं। इसमें एक 10 दिन का बच्चा भी। इन सभी को दिल्ली सरकार के चलाए जा रहे स्टे होम 'निर्मल छाया' में रखा गया है। इनके पेरेंट्स की पहचान अब तक नहीं हो सकी है। दो महीने के बच्चे को आगरा में किसी परिवार को बेचा गया है। दिल्ली पुलिस ने बच्चे को रिकवर कर लिया। वहीं आरोपी सुंदर के जरिए एक और दो महीने के बच्चे को बेचा गया था, उसे भी रिकवर किया गया। रचिता नाम की आरोपी के बताने पर आगरा से ही 10 दिन का बच्चा बरामद किया गया। पूछताछ में सुंदर ने बताया कि निखिल नाम के एक व्यक्ति ने उसे एक साल की बच्ची दी थी, जिसे उसने अगस्त महीने में फतेहाबाद में एक परिवार को बेचा था। पुलिस ने उस बच्ची को भी रिकवर कर लिया है। वहीं, कृष्णा शर्मा और प्रीति शर्मा से पूछताछ में खुलासा हुआ कि उन्होंने एक बच्चे को उत्तराखंड के नैनीताल में बेचा है। दिल्ली पुलिस ने नैनीताल से उस दूसरे बच्चे को भी रिकवर कर लिया है। सभी 10 आरोपियों के खिलाफ जुवेनाइल जस्टिस एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि इनसे पूछताछ में कई और बच्चों की तस्करी का पता चल सकता है। DCP हेमंत का कहना है कि जांच में ये भी पता चला है कि दिल्ली, यूपी के साथ ही हैदराबाद, चेन्नई और उत्तराखंड में भी तस्करों का नेटवर्क काम कर रहा है। बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर ये गरीब परिवारों को टारगेट करते हैं और बच्चे चोरी कर बेचते थे। एक्सपर्ट बोले- चाइल्ड ट्रैफिकिंग के लिए दिल्ली हॉट स्पॉटमानव तस्करी के खिलाफ काम करने वाली संस्था 'आश्रय ट्रस्ट' के वकील गौरव कश्यप कहते हैं कि दिल्ली चाइल्ड ट्रैफिकिंग के लिए हॉट स्पॉट है। क्योंकि यहां हर जगह से बच्चे आते हैं। गौरव कहते हैं, ‘बच्चों को चोरी करके संतानहीन कपल को बेचना तस्करी का नया ट्रेंड है। इसमें डॉक्टर समेत एक पूरा नेक्सस शामिल रहता है। ऐसे मामले अभी कम हैं। यात्रा के दौरान ऐसा अक्सर होता है। सरकार को ऐसे मामलों के लिए लोगों को जागरूक करना चाहिए।‘ गौरव बताते हैं कि इसके अलावा बाल तस्करी के दूसरे मामले भी आते हैं। तस्करी से आए बच्चे ढाबों, फैक्ट्रियों में काम करते हैं। वहीं लड़कियों को सेक्स वर्क और घरेलू कामों में धकेला जाता है। दिल्ली में पहले भी सामने आई चाइल्ड ट्रैफिकिंग गैंगदिल्ली में बच्चों की तस्करी का ये पहला मामला नहीं है। इस साल अप्रैल में भी दिल्ली पुलिस ने एक गैंग का भंडाफोड़ किया था। ये गैंग छोटे बच्चों को राजस्थान और गुजरात के अस्पतालों में 5 से 10 लाख रुपए के बीच बेचती थी। पुलिस ने उस दौरान सिर्फ चार-पांच दिन के एक बच्चे को भी बरामद किया था। तब पुलिस ने बताया था कि कम से कम 35 बच्चों की तस्करी की गई है। इन बच्चों को भी संतानहीन कपल को बेचा जाना था। पूरे देश के आंकड़ों को देखें तो बाल तस्करी की समस्या अब भी काफी बड़ी है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के मुताबिक, 2022 में देश भर में 2,878 नाबालिग बच्चों की तस्करी की गई। पिछले महीने सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली में बाल तस्करी के बढ़ते मामलों पर केंद्र सरकार से रिपोर्ट की मांग की थी। कोर्ट ने इस मुद्दे पर खुद संज्ञान लेते हुए चिंता जताई थी और सरकार से पूछा था कि इसे रोकने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं। कोर्ट ने कहा था कि बाल तस्करी के मामलों की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। इसी मामले पर अप्रैल में कोर्ट ने कहा था कि नवजात बच्चों की तस्करी जैसे केस की सुनवाई 6 महीने में पूरी हो जानी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने सभी हाई कोर्ट को निर्देश भी दिया था कि बाल तस्करी के पेंडिंग मामलों का डेटा रिव्यू करें और ट्रायल कोर्ट को 6 महीने में सुनवाई पूरी करने का निर्देश दें। ......................ये खबर भी पढ़ें... ऑनलाइन गेमिंग तो बैन, हमारा करोड़ों का कर्ज कौन चुकाएगा महाराष्ट्र के संतोष गंगाशेट्टी कपड़ों का कारोबार करते थे। अच्छी कमाई थी। ऑनलाइन गेम्स के चक्कर में कर्जदार हो गए। मकान तक बेचना पड़ा। अब किराए के घर में रह रहे हैं। हमारा करोड़ों का कर्ज कौन चुकाएगा। ये कहानी सिर्फ संतोष की नहीं है। देश में लाखों लोग ऑनलाइन मनी गेमिंग की लत से जूझ रहे हैं। पढ़िए पूरी खबर...

दैनिक भास्कर 18 Sep 2025 4:00 am

DNA: 'भेड़िया घात लगाता है और फिर खा जाता है', फौजी वर्दी में दिखे पुतिन तो खौफ में आए पड़ोसी देश; याद आ रहा पुराना कथन

DNA on Vladimir Putin in military uniform: रूस के पड़ोसी देश इन दिनों दहशत में है. बेलारूस के साथ चल रही मिलिट्री एक्सरसाइज में वे फौजी वर्दी में दिखाई दिए. इसके साथ पड़ोसी देशों को उनका एक पुराना कथन याद आ रहा है.

ज़ी न्यूज़ 17 Sep 2025 11:21 pm

DNA: ट्रंप को समझना मुश्किल ही नहीं..नामुमकिन है! अमेरिकी राष्ट्रपति के दिमाग में क्या चल रहा है?

DNA Analysis: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को समझना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है. उनके दिमाग़ में क्या चल रहा है, ये बता पाना असंभव है वो किस बात से ख़ुश हो जाते हैं और किस बात से नाराज़, इसकी भविष्यवाणी करना बहुत मुश्किल है.

ज़ी न्यूज़ 17 Sep 2025 11:10 pm

ट्रंप की दूसरी ब्रिटेन यात्रा में शाही ठाठ-बाट, विरोध प्रदर्शनों के चलते अचूक सिक्योरिटी

Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप यूके के दौरे पर हैं. यहां पर उनकी निगरानी करने के लिए कड़ी सुरक्षा का इंतजाम किया गया है. जानिए ट्रंप की सुरक्षा की निगरानी कैसे हो रही है.

ज़ी न्यूज़ 17 Sep 2025 10:40 pm

हवाई अड्डों से बंदरगाहों तक नाकेबंदी... म्यूजियम से गायब हुई खुद को 'अल्लाह' कहने वाले बादशाह की 3,000 साल पुरानी ये चीज

Egyptian Museum: मिस्र के काहिरा में मौजूद मिस्र म्यूजियम की एक प्रयोगशाला से 3,000 साल पुराना सोने का कंगन गायब हो गया है. मंत्रालय के मुताबिक, यह कंगन मिस्र के इक्कीसवें राजवंश (1070-945 ईसा पूर्व) के फिरौन के शासनकाल का है.

ज़ी न्यूज़ 17 Sep 2025 9:37 pm

Indian Navy: चीन से मुकाबले के लिए हजारों किमी दूर अफ्रीका में पांव जमा रही इंडियन नेवी, इस देश में पहुंचे भारतीय युद्धपोत

India Mozambique News in Hindi: भारत और चीन के बीच अपना प्रभाव बढ़ाने की जंग अफ्रीका तक पहुंच गई है. भारतीय युद्धपोतों का एक बेड़ा अफ्रीका के एक अहम देश में पहुंचे हैं. वे वहां पर विभिन्न ट्रेनिंग प्रोग्राम में भाग लेंगे.

ज़ी न्यूज़ 17 Sep 2025 9:17 pm

Plane Crash: प्लेन क्रैश के बाद बचाने पहुंची रेस्क्यू टीम की फटी रह गई आंखें, बरामद हुई 133 करोड़ रुपये की ये चीज

Brazil Plane Crash News: ब्राजील में उड़ान भरने के कुछ समय बाद प्लेन क्रैश हो गया. इसकी सूचना मिलने के बाद जब रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची तो दंग रह गई. उसे मौके से 133 करोड़ रुपये की खास चीज बरामद हुई.

ज़ी न्यूज़ 17 Sep 2025 7:21 pm

इस मुस्लिम देश ने भारतीयों को दी गुड न्यूज, वीजा के लिए नियम कर दिए आसान, जानें क्या है खास?

Bahrain Visa Process: बहरीन ने भारतीय नागरिकों के लिए वीजा लेने की प्रोसेस को और आसान बना दिया है. यानी बहरीन जाने वाले भारतीयों के लिए वीजा लेना बेहद आसान हो गया है. अगर आप भी भारत से बहरीन का सफर करना चाहते हैं तो आपके पास दो ऑप्शन हैं. चलिए जानते हैं.

ज़ी न्यूज़ 17 Sep 2025 7:18 pm

नौकरी के साथ-साथ X से इस तरह कमाए 67000 रुपये, चंद दिनों में ऐसे बदली किस्मत

X Earnings: सोशल मीडिया पर कई ऐसे प्लेटफॅार्म है जिसके जरिए लोग करते अच्छी-खासी कमाई करते हैं. इनमें से एक्स पर लोग अच्छे पैसे कमाते हैं, एक इंजीनियर ने अच्छी कमाई के बारे में जानकारी दी, जिसे जानकर लोगों के होश उड़ गए.

ज़ी न्यूज़ 17 Sep 2025 6:15 pm

US में हर साल अरबों डॉलर गंवाकर भारत लौट आते हैं IT प्रोफेशनल? ये 'समझौता' छीन रहा गाढ़े पसीने की कमाई

What is Totalization Pact: यूएस में हजारों भारतीय आईटी प्रोफेशनल वहां की अर्थव्यवस्था में अपना अहम योगदान दे रहे हैं. लेकिन वीजा अवधि खत्म होने के बाद वे जब भारत वापस लौटते हैं तो यूएस सरकार उनके खून-पसीने का कमाई का एक बड़ा हिस्सा छीन लेती है.

ज़ी न्यूज़ 17 Sep 2025 5:12 pm

US News: अमेरिका में 'आतंकी हमला'! कार ले जाकर FBI बिल्डिंग के मेन गेट से भिड़ा दिया

Terror Attack on FBI Building News: अमेरिका में संघीय जांच एजेंसी FBI की बिल्डिंग पर आतंकी हमले की खबर है. FBI के अनुसार, एक संदिग्ध ने आज सुबह तेज रफ्तार कार से बिल्डिंग का मेन गेट तोड़ दिया.

ज़ी न्यूज़ 17 Sep 2025 5:07 pm

अब स्पेस एजेंसी नहीं रह जाएगी NASA, बेड़ा गर्क करने पर उतरे ट्रंप, वैज्ञानिकों में हड़कंप

Donald Trump: क्या नासा अब सिर्फ सिर्फ स्पेस एजेंसी नहीं रही? कम से कम कागजों पर तो नहीं. ट्रंप प्रशाशन के एक नए आदेश से नासा की स्थिति बदल गई है. वहीं, ट्रंप सरकार ने 2026 के लिए नासा का बजट कम कर दिया है, लेकिन अमेरिका फिर भी चांद और मंगल पर चीन से पहले जाना चाहते हैं.

ज़ी न्यूज़ 17 Sep 2025 5:05 pm

बुर्के के पीछे खूबसूरती की होड़, तालिबान की बंदिशों के बावजूद बूम कर रहा ये अजीब फैशन

Taliban News: अफगानिस्तान में तालिबान सरकार आने के बाद कई तरह से प्रतिबंध लगाए गए. हालांकि इन दिनों एक चलन तेजी के साथ बढ़ रहा है जहां पर महिलाओं की सर्जरी हो रही है. ये क्यों चर्चा का विषय बना है, जानते हैं.

ज़ी न्यूज़ 17 Sep 2025 3:49 pm

'अमेरिका और यूरोप से इस्लाम का कर देंगे खात्मा'... ट्रंप की समर्थक ने मुसलमानों को बताया 'बलात्कारी'

Valentina Gomez controversial statement about Muslims: ट्रंप की समर्थक और रिपब्लिकन नेता वैलेंटीनी गोमेज ने मुसलमानों को लेकर एक बार फिर से विवादित बयान है. ब्रिटेन में दक्षिणपंथी एक्टिविस्ट टॉमी रॉबिन्सन के समर्थन में एक रैली में उन्होंने मुस्लिमों के खिलाफ भड़काऊ भाषण दिया और कहा कि मुसलमानों को वापस मुस्लिम देशों में भेज दिया जाए.

ज़ी न्यूज़ 17 Sep 2025 10:21 am

'अमेरिका और यूरोप से इस्लाम का कर देंगे खात्मा'... ट्रंप की समर्थक ने मुसलमानों को बताया 'बलात्कारी'

Valentina Gomez controversial statement about Muslims: ट्रंप की समर्थक और रिपब्लिकन नेता वैलेंटीनी गोमेज ने मुसलमानों को लेकर एक बार फिर से विवादित बयान है. ब्रिटेन में दक्षिणपंथी एक्टिविस्ट टॉमी रॉबिन्सन के समर्थन में एक रैली में उन्होंने मुस्लिमों के खिलाफ भड़काऊ भाषण दिया और कहा कि मुसलमानों को वापस मुस्लिम देशों में भेज दिया जाए.

ज़ी न्यूज़ 17 Sep 2025 10:21 am

South Korea: पूर्व राष्ट्रपति की पत्नी को गिफ्ट किए लग्जरी बैग-डायमंड नेकलेस, पादरी के पीछे पड़ी पुलिस

South Korea Corruption News: साउथ कोरिया में पूर्व राष्ट्रपति की पत्नी और फर्स्ट लेडी किम कियोन को रिश्वत देने के आरोप में यूनिफिकेशन चर्च की नेता हान हाक जा से पूछताछ की जा रही है.

ज़ी न्यूज़ 17 Sep 2025 10:13 am

खालिस्तानियों ने कनाडा में दी बड़ी धमकी, वैंकूवर स्थित भारतीय दूतावास पर करेंगे घेराबंदी

SFJ To Seige Indian Consulate: खालिस्तानी आतंकवादी समूह SFJ (सिख फॉर जस्टिस) ने 18 सितंबर 2025 को कनाडा में वैंकूवर स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास की घेराबंदी करने की घोषणा की है.

ज़ी न्यूज़ 17 Sep 2025 9:49 am

डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिक्सन ने पीएम मोदी को लगाया फोन, जताया ये भरोसा

डेनमार्क की प्रधानमंत्री मैटे फ्रेडरिक्सन (Mette Frederiksen) ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बातचीत की. इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत-डेनमार्क ग्रीन स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप को और सुदृढ़ करने की प्रतिबद्धता दोहराई.

ज़ी न्यूज़ 17 Sep 2025 7:53 am

डोनाल्ड ट्रंप पहुंचे ब्रिटेन, किंग चार्ल्स ने बिछाया रेड कार्पेट; अमेरिकी राष्ट्रपति के खिलाफ 'गो होम' के क्यों लगे नारे?

Donald Trump UK Visit 2025: अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप पत्नी मेलानिया के साथ 3 दिन के ब्रिटेन दौरे पर हैं. किंग चार्ल्स उनकी मेजबानी करेंगे. ट्रंप ने इस मुलाकात को बहुत अहम बताया है. वहीं, सड़कों पर लोग गो होम ट्रंप के नारे लगा रहे हैं.

ज़ी न्यूज़ 17 Sep 2025 7:39 am

चार्ली किर्क के संदिग्ध के खिलाफ मिले सबूत, नफरत के चलते ली जान! अब आरोपी को फांसी देने की उठी मांग

Tyler Robinson charged with murder: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीबी रहे कंजर्वेटिव एक्टिविस्ट चार्ली किर्क की हत्या के मामले में अब बड़ा खुलासा हुआ है. दरअसल संदिग्ध टायलर रॉबिन्सन पर औपचारिक रूप से गंभीर हत्या का आरोप लगाया गया है. साथ ही उसके खिलाफ कई सबूत भी मिले हैं.

ज़ी न्यूज़ 17 Sep 2025 7:35 am

ट्रंप के टैरिफ का निकल गया तोड़? भारत के साथ व्यापार बढ़ाएगा यह यूरोपीय देश, सामने रख दिया बड़ा ऑफर

Malta Trade Offer To India: यूरोपीय देश माल्टा ने भारत के सामने भारत के साथ EU- इंडिया फ्री ट्रेड एग्रीमेंट ( FTA) डील का ऑफर रखा है. इसके जरिए वह भारत के साथ व्यापार बढ़ाना चाहता है.

ज़ी न्यूज़ 17 Sep 2025 7:16 am

स्पॉटलाइट-ग्लीडन ऐप पर शादीशुदा छुपकर चला सकेंगे अफेयर:एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर के लिए बना ऐप, कैसे करता है काम देखें वीडियो

भारत में शादी को एक पवित्र बंधन माना जाता है, अग्नि को साक्षी मानकर दो लोग एक दूसरे के साथ 7 जन्म बिताने की कस्में खाते हैं लेकिन इसी भारत में कम से कम 30 लाख लोग शादीशुदा होने के बावजूद बेवफाई या एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर के लिए बने ऐप का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर के लिए ऐप कैसे बन सकता है, ये काम कैसे करता है, इतने लोग इसे इस्तेमाल क्यों कर रहे हैं, क्या इसमें किसी तरह का खतरा नहीं है, पूरी जानकारी के लिए ऊपर दी गई इमेज पर क्लिक कर देखें वीडियो....

दैनिक भास्कर 17 Sep 2025 5:18 am

75वें जन्मदिन पर हीराबा के नरेंद्र की कहानी:लालचौक में तिरंगा फहराकर पहला फोन मां को क्यों किया; हमेशा CM/PM रहते चुनाव लड़े मोदी

गुजरात के वडनगर का काला वासुदेव चौक। खपरैल की छत वाला छोटा सा घर। ये घर था चाय की रेहड़ी चलाने वाले दामोदरदास और हीराबा का। 17 सितंबर 1950 यानी आज ही के दिन 75 साल पहले यहां नरेंद्र मोदी का जन्म हुआ। दामोदरदास, हीराबा, उनके पांच बेटे और एक बेटी। एक कमरे में कुल आठ लोगों का परिवार रहता था। तेज बारिश में छत जगह-जगह टपकने लगती। हीराबा रिस रहे पानी के नीचे बर्तन लगाती जातीं। नरेंद्र अपनी मां को परेशान देख उनकी मदद को दौड़ पड़ते। दामोदरदास की चाय की दुकान रेलवे स्टेशन के बाहर थी। नरेंद्र अक्सर वहां भी पिता का हाथ बंटाते। इतनी सी आमदनी में परिवार का गुजारा संभव नहीं था, इसलिए हीराबा आस-पास के घरों में बर्तन धोतीं, मजदूरी करतीं। इसे याद कर नरेंद्र मोदी अक्सर भावुक हो जाते हैं। 28 सितंबर 2015 को अमेरिकी दौरे पर गए मोदी ने फेसबुक टाउनहॉल में बताया… नरेंद्र मोदी की शुरुआती पढ़ाई वडनगर की कुमारशाला-1 में हुई। 8 साल की उम्र में वे RSS की शाखाओं में जाने लगे। साल 1958, दीवाली का दिन था। 'वकील साहब' के नाम से मशहूर RSS प्रचारक लक्ष्मणराव ईनामदार वडनगर पहुंचे। वहां बाल स्वयंसेवकों को संबोधित किया और शपथ दिलाई। इनमें 8 साल के नरेंद्र मोदी भी थे। यहीं से नरेंद्र के मन में हिंदू राष्ट्रवाद की विचारधारा के बीज पड़े। उम्र बढ़ने के साथ नरेंद्र का मन घर के दायरे से बाहर जाने लगा। उन्होंने अपना उपनाम ‘अनिकेत’ रख लिया यानी जिसका कोई घर नहीं। उनके समाज की परंपरा में शादी तीन चरण में होती थी। 3-4 साल की उम्र में सगाई, 13 की उम्र में शादी और 18-20 की उम्र में गौना। 13 साल के नरेंद्र की शादी भी ब्राह्मणवाड़ा गांव की जशोदाबेन के साथ कर दी गई। गौना होना बाकी था। एक दिन नरेंद्र ने कहा, 'मां! मेरा मन करता है कि बाहर जाकर देखूं, दुनिया क्या है। मुझे स्वामी विवेकानंद जी की राह पर चलना है।' पास बैठे पिता बेटे के मन में उभर रहे वैराग्य से परेशान हो गए, लेकिन हीराबा बेटे का मन पहले से भांप गई थीं। उन्होंने पिता को जन्मपत्री देकर कहा- ज्योतिषी को इसकी जन्मपत्री दिखाओ!' ज्योतिषी ने बताया- 'इसकी तो राह ही अलग है, ईश्वर ने जहां तय किया है, ये वहीं जाएगा!' इस तरह पिता भी माने। नरेंद्र मोदी ने इस अनुभव को याद करते हुए अपने ब्लॉग में लिखा… घर छोड़कर नरेंद्र पहले रामकृष्ण मिशन के बेलूर मठ गए। इसके बाद दिल्ली, राजस्थान, पूर्वोत्तर और फिर हिमालय। सबसे ज्यादा समय उन्होंने गरुड़चट्टी में बिताया। करीब 2 साल बाद मोदी वापस वडनगर लौटे, लेकिन महज 17 दिनों में फिर घर छोड़ दिया। संघ प्रचारक वकील साहब ने अहमदाबाद के ‘डॉ. हेडगेवार भवन’ में मोदी के रहने का इंतजाम कर दिया। यहां वे संघ के स्वयंसेवक, फिर शाखाओं के प्रभारी और फिर प्रचारक बन गए। 15 वर्षों तक मोदी ने देश भर में संगठन के विस्तार के लिए जी-तोड़ काम किया। 1985 में सक्रिय राजनीति में आए और जल्द ही BJP की राष्ट्रीय चुनाव समिति के सदस्य बन गए। उनके माइक्रो-मैनेजमेंट की बदौलत 1989 लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने गुजरात की 14 में से 11 सीटें जीतीं। साल 1990। लालकृष्ण आडवाणी ने राम रथयात्रा निकाली। नरेंद्र मोदी ने सोमनाथ से मुंबई तक इसका बेहद सफल समन्वय किया और राष्ट्रीय नेताओं के करीब आए। जब 2 साल बाद मुरली मनोहर जोशी ने लाल चौक पर तिरंगा फहराने के लिए एकता यात्रा निकाली तो उसमें नरेंद्र मोदी दूसरे नंबर के नेता थे। 24 जनवरी 1992 को एकता यात्रा के दौरान जम्मू में दिया उनका भाषण खूब चर्चित हुआ। पंजाब के फगवाड़ा में एकता यात्रा पर अटैक हुआ। गोलियां चलीं। कई लोग मारे गए। नरेंद्र मोदी जानते थे, मां ये सुनकर परेशान होगी। लाल चौक पर तिरंगा फहराने के बाद जम्मू लौटे नरेंद्र मोदी ने पहला फोन अपनी मां को किया। जनवरी 2025 को निखिल कामत के पॉडकास्ट में मोदी ने बताया… अहमदाबाद लौटने पर मोदी के सम्मान में एक कार्यक्रम रखा गया। यहां पहली बार मां हीराबा सार्वजनिक मंच पर मोदी की सराहना के लिए सामने आईं। गुजरात बीजेपी तब दो खेमों में बंटी थी- शंकर सिंह वाघेला और केशुभाई पटेल। केशुभाई को मोदी अपना राजनीतिक गुरु मानते थे। 1995 में दोनों खेमों में खींचतान मची। पार्टी आलाकमान ने मोदी को दिल्ली बुला लिया और राष्ट्रीय सचिव बनाया। अगले कुछ साल तक नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में रहकर काम किया। 1 अक्टूबर 2001, नरेंद्र मोदी एक टीवी पत्रकार के दाह संस्कार में गए थे। तभी तब के पीएम अटल बिहारी का बुलावा आ गया। मोदी पीएम आवास पहुंचे, तो अटल ने कहा, 'दिल्ली में पंजाबी खाना खाकर तुम काफी मोटे हो गए हो। फिर से गुजरात लौट जाओ।' एक इंटरव्यू में मोदी बताते हैं कि मुझे तब तक ये अंदाजा नहीं था कि अटल जी मुझे गुजरात का मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं। हालांकि मोदी आदेश टाल नहीं सके और अगली सुबह दिल्ली से अहमदाबाद की फ्लाइट पकड़ी। एयरपोर्ट से सीधे मां के पास गए। मोदी ने अपने ब्लॉग में लिखा… ‘खुशी से भरी हुई मां का पहला सवाल यही था कि क्या तुम अब यहीं रहा करोगे? मां मेरा उत्तर जानती थीं।’ 7 अक्टूबर 2001। नरेंद्र मोदी ने पहली बार गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। हीराबा दूसरी बार सार्वजनिक मंच पर बेटे को आशीर्वाद देने पहुंचीं। मोदी को मुख्यमंत्री बने सालभर भी नहीं हुआ था कि 2002 में गुजरात में दंगे हो गए। सरकार पर दंगे प्रायोजित करने के आरोप लगे। तब मोदी ने एक इंटरव्यू में कहा- 'क्रिया और प्रतिक्रिया की चेन चल रही है। हम चाहते हैं कि न क्रिया हो न प्रतिक्रिया।' गुजरात दंगों पर नरेंद्र मोदी को पहले मजिस्टीरियल कोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट से क्लीन चिट मिल गई। इन आरोपों पर वो कभी डिफेंसिव भी नजर नहीं आए। मोदी की 'हिंदू हृदय सम्राट' की छवि के साथ जुड़ा आर्थिक तरक्की का ‘गुजरात मॉडल’ और बीजेपी ने 2014 लोकसभा चुनाव से पहले मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बना दिया। मोदी युग से पहले 1999 में बीजेपी अधिकतम 182 सीटें जीत सकी थी, लेकिन 2014 चुनाव में पहली बार 282 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत हासिल किया। नरेंद्र मोदी बने भारत के 16वें प्रधानमंत्री। पहली बार प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी संसद पहुंचे, तो सीढ़ियों को माथे से लगाया। उस पल को याद करते हुए पीएम मोदी कहते हैं… मोदी के पहली बार प्रधानमंत्री बनने के बाद हीराबा प्रधानमंत्री आवास आईं। वो तस्वीरें मोदी और हीराबा के लिए बेशक महत्वपूर्ण थीं, लेकिन भारतीय लोकतंत्र के लिए उससे भी ज्यादा। दूसरे के घरों में बर्तन धोने वाली एक महिला का बेटा दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का प्रधानमंत्री बन गया था। इलेक्टोरल पॉलिटिक्स में आने के बाद से नरेंद्र मोदी ने अब तक कुल 7 चुनाव लड़े हैं। सभी मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री रहते हुए लड़े और सभी चुनावों में एकतरफा जीत हासिल की है। 2019 और 2024 चुनाव जीतकर मोदी सबसे ज्यादा समय तक पद पर रहने वाले देश के दूसरे प्रधानमंत्री बन गए हैं। उनसे आगे अब सिर्फ नेहरू हैं। 30 दिसंबर 2022 को हीराबा का 100 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। 75 वर्ष के हो चले नरेंद्र मोदी का मां के बगैर आज तीसरा जन्मदिन है। उनके सक्रिय राजनीतिक जीवन का सिलसिला अनवरत जारी है। ********नरेंद्र मोदी से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... मंडे मेगा स्टोरी- हमेशा CM/PM रहते चुनाव लड़े मोदी:10 महीने में छोड़ दी थी पहली सीट, नरेंद्र मोदी की इलेक्टोरल जर्नी मैं पहली बार गुजरात के CM के चैम्बर में तब गया था, जब मैं मुख्यमंत्री बना। मैं गुजरात की विधानसभा में भी पहली बार तब गया जब मैं मुख्यमंत्री बना। मैं यहां (लोकसभा) भी पहली बार ही आया हूं।’ 20 मई 2014 को संसद के केंद्रीय कक्ष में जब BJP के संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री पद के लिए नरेंद्र मोदी के नाम पर मुहर लग गई, तब उन्होंने अपने संबोधन में ये बात कही। PM मोदी की 24 साल की इलेक्टोरल जर्नी में उन्होंने सभी चुनाव बतौर CM या PM ही लड़े हैं। पढ़िए पूरी खबर...

दैनिक भास्कर 17 Sep 2025 5:17 am

‘वॉर्निंग दी थी, लेकिन नहीं सुनी, इसलिए जला नेपाल’:पूर्व विदेश मंत्री बोले- आर्मी रोक सकती थी हिंसा, भारत-चीन की तरक्की देख भड़के GenZ

‘8 सितंबर को प्रदर्शन से ठीक पहले हमारी पार्टी की मीटिंग हुई थी। इसमें बात हुई थी कि बच्चों का आंदोलन खड़ा हो रहा है। अगर उसमें हिंसा होगी, तो लोगों की भावनाएं भड़क जाएंगी। हमें इसकी आशंका थी। मैंने पार्टी के अंदर जनता के असंतोष का मुद्दा उठाया था। कहा था कि अगर हमारे पास बहुमत नहीं है, तो विपक्ष में बैठना चाहिए।’ ये दावा नेपाल के पूर्व विदेश मंत्री एनपी साउद का है। साउद देश की सबसे पुरानी और संसद में सबसे बड़ी पार्टी रही नेपाली कांग्रेस के नेता हैं। नेपाली कांग्रेस की सहमति से ही कम्युनिस्ट पार्टी के केपी ओली जुलाई 2024 में नेपाल के प्रधानमंत्री बने थे। जेनजी प्रोटेस्ट की वजह से उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। दैनिक भास्कर ने केपी शर्मा ओली की सरकार गिराने वाले प्रोटेस्ट में हुई हिंसा, नेताओं के लिए गुस्से, अंतरिम सरकार की चुनौतियों, भारत-चीन से रिश्तों और पॉलिटिकल पार्टियों के भविष्य पर एनपी साउद से बात की। पढ़िए पूरा इंटरव्यू… सवाल: नेपाल में हुए बदलाव को कैसे देखते हैं, जिस तरह हिंसा हुई, सरकार गिरी, क्या इसका अंदेशा था?जवाब: आंदोलन में हुई हिंसा दुखद है। बच्चों की भ्रष्टाचार को लेकर शिकायतें थीं, वे बदलाव चाहते थे। अगर हम उनकी मांगें ठीक से सुनते, तो ये नहीं होता। इतने कम वक्त में जो गुस्सा बाहर आया, ये राजनीतिक दल खड़ा नहीं कर सकते। बच्चों को महसूस हो रहा था कि पढ़ने से लेकर काम करने तक, हमें बाहर जाना पड़ रहा है। नेपाल में आय की असमानता ज्यादा है। उन्हें लगा कि कुछ लोगों के पास बहुत ज्यादा संसाधन हैं और हम लोग पिछड़े हुए हैं। देश आगे नहीं बढ़ रहा है। चीन और भारत बहुत आगे चले गए। राजनीतिक नेताओं का सिंडिकेट सा बना हुआ है। हमारा शासन आम लोगों तक नहीं पहुंचा और इसी वजह से बदलाव की मांग उठी। सवाल: जेनजी प्रोटेस्ट खुद से किया आंदोलन था या दूसरे देश और नेपाल के असामाजिक तत्व इसमें शामिल थे?जवाब: प्रदर्शन के जरिए युवाओं ने आम लोगों की नाराजगी जाहिर करने की कोशिश की। इसमें कई सारे अलग-अलग हितों के लोग शामिल होने की वजह से ये हिंसक हो गया। जहां तक दूसरे देशों के दखल की बात है, तो किसी भी देश की राजनीति अब स्थानीय नहीं रही। किसी भी एक देश को चिह्नित नहीं किया जा सकता। ये साफ है कि आंदोलन में जेनजी से बाहर के लोग शामिल हो गए। बाहर के लोग हिंसा और उत्पात मचाने के मकसद से शामिल हुए। नेपाल की सांस्कृतिक महत्व की जगहों को बर्बाद कर दिया गया। सिंह दरबार को जलाने में जेनजी की क्या दिलचस्पी होगी। सवाल: आपको लगता है कि आर्मी का सरकार में दखल बढ़ेगा?जवाब: नेपाल की आर्मी प्रोफेशनल फोर्स है। ऐसा समय नेपाल के इतिहास में कई बार आया है। तब भी आर्मी ने राजा को सुझाव दिया था कि बातचीत से रास्ता निकाला जाए। आर्मी ने माओवादी हिंसा के वक्त भी प्रोफेशनल रोल निभाया। मुझे नहीं लगता कि आर्मी का इसमें कोई राजनीतिक हित है। बस 9 सितंबर को हिंसा हुई, तब आर्मी को थोड़ा पहले आगे आकर देश को बचाना चाहिए था। रात 10 बजे तक जो तहस-नहस होता रहा, उसे रोका जा सकता था। सवाल: नेपाल की सारी पार्टियां आपस में मिलकर सरकार बनाती रही हैं। वे क्या नहीं कर पाईं, जिसकी वजह से जेनजी में गुस्सा पनपा?जवाब: नेपाल में संसदीय व्यवस्था से चुनाव होते हैं। अलग-अलग पार्टियों के सांसद चुनकर आते हैं। ऐसे में किसी एक पार्टी को बहुमत नहीं मिलेगा, तो गठबंधन बनेंगे। इसलिए सत्ता के लिए राजनीतिक दल आपस में समझौता करते हैं और उसी के इर्द-गिर्द चक्कर लगाते हैं। सवाल: ये भारत में भी होता है, लेकिन ये कभी नहीं हो सकता कि BJP और कांग्रेस मिलकर सरकार बना लें। नेपाल में तो दो सबसे बड़े विरोधी दल सरकार बना लेते हैं, ऐसे में विपक्ष की जगह ही नहीं बचती?जवाब: आपकी ये बात ठीक है। हमारी पार्टी के भीतर भी ये मुद्दा उठा था कि अगर दो विरोधी दल एक जगह आ जाएंगे और उनका प्रदर्शन कमजोर होगा तो असंतुष्टि जाहिर करने के लिए सड़क के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा। छोटी-छोटी पार्टियां विपक्ष में थीं। इसकी वजह से विपक्ष की मजबूत आवाज नहीं दिख रही थी। इसलिए लोगों ने संसद के प्रति अपनी उम्मीद ही छोड़ दी। लोगों ने सड़क से सरकार बदल दी। मैंने पार्टी के अंदर जनता के असंतोष का मुद्दा उठाया था। कहा था कि अगर हमारे पास बहुमत नहीं है, तो विपक्ष में बैठना चाहिए। यहां हर पार्टी सत्ता में आना चाहती है। कई बार नेपाल में तीसरे नंबर की पार्टी का नेता प्रधानमंत्री बन जाता है। नेपाल में पहले नंबर की पार्टी तो प्रधानमंत्री बना ही नहीं पाती। सवाल: क्या सुशील कार्की का अंतरिम प्रधानमंत्री चुना जाना सही है, उनके सामने क्या चुनौतियां होंगी?जवाब: सुशीला जी चीफ जस्टिस रह चुकी हैं। हमारे यहां पहले भी चीफ जस्टिस को प्रधानमंत्री बनाया जा चुका है, लेकिन ये पार्टियों की सहमति से हुआ था। इस बार राष्ट्रपति ने अपने विशेषाधिकार का इस्तेमाल करके अंतरिम प्रधानमंत्री बनाया है। अच्छी बात ये है कि उनकी नियुक्ति के बाद हिंसा थमनी चाहिए। हालात ठीक करना सबसे बड़ी चुनौती होगी। सवाल: अंतरिम सरकार को 6 महीने में चुनाव कराना है। जेनजी ने संविधान में भी बदलाव की मांग की है। फिर नेपाल की पुरानी पार्टियों का क्या होगा?जवाब: पुरानी पार्टियां अब संभलने की कोशिश कर रही हैं। हमारे लिए ये सदमे की तरह हो गया है। दो दिन में दो तिहाई बहुमत की सरकार चली गई। लोगों में डर और आक्रोश दोनों है। हमें पार्टियों को फिर से एकजुट करने की कोशिश करनी होगी। संविधान के तहत अगर चुनाव करवाते हैं, तो पार्टियां इसे पॉजिटिव तरीके से लेंगी। सत्ता का हस्तांतरण लोकतांत्रिक तरीके से होना चाहिए। सवाल: 8 सितंबर के प्रोटेस्ट में 20 छात्रों की मौत हुई, तो क्या आपको लग रहा था कि दूसरे दिन ऐसा कुछ होगा कि संसद, सिंह दरबार, सुप्रीम कोर्ट सब जला दिया जाएगा?जवाब: 8 सितंबर को प्रदर्शन से ठीक पहले हमारी पार्टी की मीटिंग हुई थी। हमने चर्चा की थी कि ये बच्चों का आंदोलन खड़ा हो रहा है। अगर वहां हिंसा होगी, तो लोगों की भावनाएं भड़क उठेंगी। हमें इसी की आशंका थी। मैं उस दिन काठमांडू से दूर चितवन चला गया। हमें वहीं इस बारे में पता चला। इसके बाद से हमारी पार्टी में लगातार चर्चा चल रही है। सवाल: पूरे प्रोटेस्ट में सबसे ज्यादा चर्चा में काठमांडू के मेयर बालेन शाह का नाम रहा। ये भी कहा जा रहा है कि सुशीला कार्की सिर्फ चेहरा हैं, असली सत्ता बालेन शाह के पास है। क्या आप भी ये मानते हैं?जवाब: बालेन शाह युवा हैं। वे काठमांडू के युवाओं में पॉपुलर हैं। वे सोशल मीडिया पर ही एक्टिव हैं। उनका कोई संगठन नहीं है। उनके सिर्फ सोशल मीडिया फॉलोअर्स हैं। जेनजी आंदोलन खड़ा करने में उन्होंने भूमिका निभाई है। बैकग्राउंड से राजनीति चलाना प्रजातंत्र के लिए ठीक नहीं। जवाबदेह व्यक्ति शासन करे, तो बेहतर रहेगा। सवाल: नेपाली कांग्रेस देश की सबसे पुरानी पार्टी है। पार्टी की जब सरकार बनी, नेपाल और भारत के रिश्ते मजबूत हुए। अब नेपाली कांग्रेस का भविष्य क्या होगा, क्या सेकेंड लीडरशिप नेतृत्व संभालेगी?जवाब: नेपाली कांग्रेस के संविधान के मुताबिक कोई भी दो बार से ज्यादा अध्यक्ष नहीं बन सकता। शेर बहादुर देउबा दो बार अध्यक्ष बन चुके थे। अब नए चेहरे को कमान संभालनी ही थी। अब नई पीढ़ी के नेता आगे आएंगे। जेनजी को भी अलग-अलग स्तर पर शामिल करना चाहिए। उनके आंदोलन से सीखने की जरूरत है। हम अभी अपनी पार्टी को एकजुट करना चाहते हैं। सवाल: केपी शर्मा ओली का झुकाव चीन की तरफ ज्यादा था, भारत से दूरियां बढ़ रही थीं। क्या ये बात सही है?जवाब: नेपाल की विदेश नीति गुट निरपेक्षता पर आधारित रही है। ये संविधान में लिखा हुआ है। नेपाल को रणनीतिक रूप से अहम साझेदारों के साथ रिश्ते बनाकर रखना चाहिए था। नेपाल को अपना बेस और ग्राउंड नहीं छोड़ना चाहिए था। हमारा अनुभव है कि हमें दो बड़े राष्ट्रों के साथ अच्छे संबंध रखकर आगे बढ़ने की कोशिश करनी चाहिए। विदेश नीति में असंतुलन दिखा और इसके गंभीर नतीजे दिखे हैं। सवाल: आप विदेश मंत्री रहे हैं, अंतरिम सरकार को विदेश नीति पर क्या सलाह देंगे?जवाब: हमारे पास विदेश नीति पर बड़ा अनुभव है। हमें गुट निरपेक्षता के साथ ही आगे बढ़ना है। हमारे उत्तर में चीन हैं, हम वन चाइना पॉलिसी को मानते हैं। हम चीन जैसी बड़ी ताकत को नाराज नहीं कर सकते। दक्षिण में हमारे कामकाज काफी ज्यादा हैं। हम दो-तिहाई कारोबार भारत के साथ करते हैं। भारत के साथ हमारे संबंध ज्यादा हैं। भविष्य की संभावना के नजरिए से हम भारत को ऊर्जा निर्यात कर सकते हैं। हम भारत के साथ बेहतर और आपसी हित पर आधारित संबंध बनाएं। भारत को भी नुकसान न हो और हमें भी नुकसान न हो। सवाल: आप अंतरिम सरकार को क्या सलाह देंगे, भारत और चीन से बराबरी के संबंध रखें या भारत की तरफ ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है?जवाब: मैं बराबरी शब्द का इस्तेमाल नहीं करना चाहता। मैं संतुलन की बात करता हूं। धरती भी बराबर नहीं झुकी है, वो भी 66 डिग्री पर खड़ी है। हमारी विदेश नीति राष्ट्रीय सुरक्षा, कारोबार, विकास पर आधारित होनी चाहिए। इस पर संतुलन बनाने की जरूरत है। सवाल: भारत किस तरह से विदेश नीति के मोर्चे पर नेपाल की मदद कर सकता है?जवाब: एक साल पहले मैं विदेश मंत्री था, तो पुष्प कमल दहल प्रचंड जी के साथ दिल्ली गया था। PM मोदी साहब के साथ बात हुई। उन्होंने कहा था कि हम नेपाल के साथ अच्छे संबंध बनाना चाहते हैं। हम बॉर्डर के मसले भी बातचीत के जरिए हल करना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि बांग्लादेश के साथ सीमा के मुद्दों पर समाधान हुआ। उसी तरह से बातचीत से भी हम इसको हल करेंगे। हम सरकार में थे, तो हमने साफ तौर पर तय किया था कि हम नेपाल और भारत के संबंधों को लोकल पॉलिटिक्स का हिस्सा नहीं बनाएंगे। हम भारत के साथ रिश्तों का इस्तेमाल राष्ट्रीय हित के लिए करना चाहते हैं। सवाल: आपको क्या लगता है कि अंतरिम सरकार के एजेंडे में सबसे ऊपर क्या होना चाहिए और सबसे बड़ी चुनौतियां क्या हैं?जवाब: अंतरिम सरकार को आगाह करना चाहता हूं कि संविधान और प्रजातंत्र की धरोहर को बचाना चाहिए। सरकार बनती हैं, बिखरती हैं, बदलाव होता रहता है, लेकिन संविधान को मत छोड़िए। आप संविधान के रास्ते ही चुनाव में जाइए। सरकार को सभी पार्टियों को भरोसे में लेना चाहिए। ..................... नेपाल से ये ग्राउंड रिपोर्ट भी पढ़िए... 1. GenZ लीडर बोले- 2 साल से आंदोलन की तैयारी थी 26 साल के अर्जुन शाही और 27 साल के टंका धामी का जेनजी रेवोल्यूशन नेपाल नाम का संगठन है। ये संगठन सरकार के खिलाफ प्रोटेस्ट का हिस्सा रहा। दोनों कहते हैं, ‘ये कोई दो चार दिन का आंदोलन नहीं था। हमने कई महीनों की प्लानिंग और रिसर्च के बाद इसे खड़ा किया। हम पिछले दो साल से लगातार मेहनत कर रहे थे और एक-एक कर युवाओं को जुटाया।‘ पढ़िए पूरी खबर... 2. पूर्व PM-वित्त मंत्री को पीटा, संसद-सुप्रीम कोर्ट जलाए, लोग बोले- हमारी सरकार करप्ट गैंग नेपाल की संसद, सुप्रीम कोर्ट, पॉलिटिकल पार्टियों के ऑफिस, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री-मंत्रियों के घर और सबसे खास काठमांडू का सिंह दरबार, सब एक दिन में जल गया। पूरे काठमांडू के आसमान में काला धुआं दिख रहा है। पूर्व PM झालानाथ खनाल की पत्नी को जिंदा जला दिया गया। 20 से 25 साल के लड़के-लड़कियां सरकार के खिलाफ सड़कों पर हैं। इनका कहना है कि हमारी सरकार करप्ट है। पढ़िए पूरी खबर...

दैनिक भास्कर 17 Sep 2025 5:11 am

किडनी 50 हजार, घुटना 40 हजार; मौत पर भी कमीशन:5 लाख के बिल पर डॉक्टर को 40 हजार, 15 हॉस्पिटल कैमरे पर एक्सपोज

दोनों घुटनों की सर्जरी वाले मरीज पर 40 हजार, IVF वाले मरीज पर 22 हजार और MRI/ CT स्कैन वाले मरीज पर 20 फीसदी कमीशन। ज्यादा मरीज भेजेंगे तो उत्तराखंड में ट्रिप जैसे ऑफर भी हैं। हर मरीज पर 20% कमीशन तय। ये रेट मरीजों की सौदेबाजी का है। सौदा बड़े हॉस्पिटल्स और छोटे हॉस्पिटल्स-क्लिनिक के बीच होता है। पूरे नेक्सस को एक्सपोज करने के लिए भास्कर की नेशनल इन्वेस्टिगेशन टीम ने दिल्ली-NCR, जयपुर और लखनऊ के 15 बड़े अस्पतालों में पड़ताल की। कहीं सीधे डॉक्टर तो कहीं हॉस्पिटल की मार्केटिंग टीम से बात हुई। अस्पताल बातचीत में पेशेंट का इलाज लंबे समय तक करने, महंगी दरों पर करने और जरूरत से ज्यादा दिनों तक एडमिट रखने के लिए भी तैयार होते हैं। बस बिल में हिस्सेदारी बांट दी जाती है। इस सिस्टम का नाम है- रेफरल सिस्टम। अब सिलसिलेवार तरीके से पढ़िए किस हॉस्पिटल ने क्या ऑफर दिया... दिल्ली 1.मेट्रो अस्पताल : बाइलेट्रल नी रिप्लेसमेंट पर ₹20,000 कमीशन किससे बात हुई : सचिन रोहिल्ला, सीनियर मैनेजर सचिन ने बताया कि एंजियोग्राफी पर ₹2,000, PTCA/CABG पर ₹10,000 कमीशन तय है। बाइलेट्रल नी रिप्लेसमेंट पर ₹20,000 कमीशन दे रहे हैं। 2.हार्ट एंड लंग इंस्टीट्यूट : एंजियोप्लास्टी पर ₹15,000 से ₹21,000 किससे बात हुई : विशाल सिंह, डेप्युटी मैनेजर विशाल सिंह ने बताया कि एंजियोप्लास्टी पर ₹15,000 से ₹21,000 और कैंसर/कोविड केस पर 5% कमीशन है। रिपोर्टर: आपके यहां रेफरल का क्या सिस्टम है? विशाल : इंश्योरेंस और कैश का अलग-अलग रहता है। रिपोर्टर: समझा दीजिए। विशाल: सरकारी स्कीम वाले पेशेंट पर 15 हजार देते हैं। रिपोर्टर: ओके। विशाल: TPA का पेशेंट आता है तो 17 हजार देते हैं। कैश वाला पेशेंट आया तो 21 हजार देते हैं। हमारा सीधा हिसाब है 15 हजार, 17 हजार, 21 हजार। रिपोर्टर: जैसे कोई पेशेंट डेथ कर गया, उसने बिल भी पे कर दिया। तो कमीशन मिलेगा न? विशाल: अगर पेशेंट की बिलिंग हुई है तो रेफरल मिलेगा। लेकिन एक लाख से नीचे की बिलिंग है तो हम कुछ नहीं करते है। रिपोर्टर: डेथ केस में रेफरल के लिए मिनिमम कितने लाख की बिलिंग चाहिए? विशाल: एक लाख। फरीदाबाद 3.पार्क अस्पताल : मरीजों का बिल बढ़ाने की पेशकश किससे बात हुई : मुकेश तिवारी, सीनियर मार्केटिंग मैनेजर मुकेश ने बताया कि 'आयुष्मान भारत मरीजों पर ₹5,000, CGHS/ECHS पर ₹6,000 और ESI मरीजों पर ₹6,000-₹8,000 कमीशन है। ज्यादा मरीज भेजने पर कमीशन 25-30% तक बढ़ सकता है। 10 CGHS/ECHS मरीज भेजने पर महीने का ₹1 लाख कमीशन मिल सकता है।' हमारे इशारे भर से अस्पताल मरीजों के बिल को जानबूझकर बढ़ाने की पेशकश करता है, जैसे “एक को दो बना देंगे”। रिपोर्टर: आयुष्मान, CGHS के पेशेंट्स रेगुलर आते हैं। हर पेशेंट आप कह रहे हो 6 हजार रुपए। मुकेश : आयुष्मान का 5 हजार, एंजियोप्लास्टी और CABG, हिप आपरेटिव का भी 5 देते हैं। रिपोर्टर: ठीक है। मुकेश : अगर बल्क में होगा तो सर से पूछकर रिक्वेस्ट कराके उसको इंक्रीज भी करा देंगे। रिपोर्टर: ठीक है। मुकेश: लेकिन ESIC का 6 से 8 हजार है। वो डिपेंड करता है कि उसके 5 पेशेंट आ रहे हैं या 10 आ रहे हैं। रिपोर्टर: ठीक है। मुकेश : ठीक इसी तरह ECHS CGHS और CAPF का है। 10 CGHS मरीज भेज दो, ₹1 लाख कमीशन बन जाएगा। गुरुग्राम 4.सिल्वर स्ट्रीक अस्पताल : कैश / TPA मरीजों पर 20% कमीशन किससे बात हुई : गौरव शर्मा, जनरल मैनेजर गौरव ने बताया कि 'आयुष्मान, CGHS, ECHS मरीजों पर ₹3,000 और कैश/TPA मरीजों पर 20% कमीशन तय है। नी रिप्लेसमेंट पर ₹50,000-₹60,000 और NRI मरीजों पर 30% कमीशन देते हैं। मरीज की अगर इलाज के दौरान मौत भी हो जाए तो भी कमीशन मिलता है। इसके लिए अस्पताल के साथ एक MoU साइन करना होगा।' गौरव ने दावा किया कि 'फिलहाल सिल्वर स्ट्रीक के रेफरल नेटवर्क में 400 से ज्यादा डॉक्टर जुड़े हुए हैं। जीतने मरीज आते हैं उस हिसाब से महीने में दो बार पैसा ट्रांसफर कर दिया जाता है। जयपुर 5.मंगलम प्लस मेडिसिटी अस्पताल : ड्राइवर के अकाउंट में पैसा पहुंच जाएगा किससे बात हुई : मितेश चौधरी, मार्केटिंग मैनेजर मितेश के मुताबिक, 'कैश/TPA मरीजों पर 10%, बाइलेटरल नी रिप्लेसमेंट पर ₹20,000 और चिरंजीवी योजना के कार्डियक मरीजों पर ₹5,000 कमीशन का रेट चल रहा है।' मितेश ने ये भी दावा किया कि 'सरकारी डॉक्टर भी इसमें शामिल हैं और उन्हें भी कमीशन दिया जा रहा है। ये डॉक्टर कमीशन अपने ड्राइवर या रिश्तेदारों के अकाउंट में ट्रांसफर करवाते हैं।' रिपोर्टर: रेफरल कट कमीशन का आपके यहां क्या हिसाब-किताब है? मितेश : कैश, TPA पर 10 पर्सेंट है। चिरंजीवी में हम कार्डियक पर देते हैं। रिपोर्टर: स्टंट पर क्या रहेगा? मितेश: 10 हजार होता है पूरे एक स्टंट का और दो का 15000 के आस-पास पड़ जाता है। दो स्टंट होने पर चिरंजीवी में नहीं दे पाते। सिर्फ तब हो पाता है जब पेशेंट चिरंजीवी में लगातार आ रहे हैं। 5000 एक स्टंट पर चिरंजीवी के तहत। रिपोर्टर: अब मान लो, मेरा जो महीने का है रेफरल 2 लाख बना। तो मोड ऑफ पेमेंट कैसे रहेगा? मितेश : RTGS रहेगा। आप अपना अकाउंट नंबर दे दो। यहां से RTGS चला जाएगा। रिपोर्टर: हम बुक में नहीं आना चाहते। मितेश : आपके किसी भी अकाउंट में डलवा दूंगा। रिपोर्टर: ड्राइवर के अकाउंट में डालने का कहेंगे तो हो जाएगा। मितेश : हां। मितेश : मुझे, बस एक स्क्रीन शॉट चाहिए होगा। कि प्लीज, गिव माई पेमेट ऑन दिस अकाउंट। सौ दैट, मैं यहां भी डॉक्यूमेंट्स में लगा दूं ये पेमेंट है, इसमें जा रहा है। हमारे काफी ऐसे डॉक्टर्स हैं, जो गर्वमेंट में हैं। वो बुक में नहीं आना चाहते। उनके ड्राइवर, भाई, पत्नी के अकाउंट में भेजते हैं। 6.रूंगटा अस्पताल : कार्डियक मरीजों पर ₹10,000 कमीशन किससे बात हुई : देबाशीष बनर्जी, पब्लिक रिलेशन एग्जीक्यूटिव बनर्जी के मुताबिक, कैश मरीजों पर फ्लैट 10% और चिरंजीवी कार्डियक मरीजों पर ₹10,000 कमीशन है। 7.इंडस जयपुर अस्पताल : सरकारी डॉक्टरों को कैश में कमीशन किससे बात हुई : सीनियर मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव वीरेंद्र चौहान और बिजनेस मैनेजर डॉ. भाव्या शर्मा दोनों ने बताया कि कैश/TPA मरीजों पर 10% और नी रिप्लेसमेंट पर ₹8,000-₹10,000 कमीशन है। सरकारी डॉक्टरों को कैश में कमीशन दिया जाता है। अस्पताल ने मरीज की डेथ के बाद भी कमीशन देने की बात स्वीकारी। लखनऊ 8.संजीवनी अस्पताल : हर इलाज पर 25% कमीशन किससे बात हुई : डॉ. अंकित द्विवेदी, मार्केटिंग मैनेजर अंकित ने बताया कि हर इलाज पर 25% कमीशन देते हैं। इसके लिए अस्पताल के साथ नॉन-फाइनेंशियल MoU साइन करना पड़ता है। 9.ग्लोब हेल्थकेयर : CM फंड से आए मरीजों पर 5% किससे बात हुई : श्यामेन्द्र सिंह, डेप्युटी मार्केटिंग मैनेजर सिंह ने बताया कि उनके यहां CM फंड से आए मरीजों पर 5% रेफरल कमीशन दिया जा रहा है। उनके रेफरल नेटवर्क में 1,000 से ज्यादा डॉक्टर हैं। अस्पताल ने माना कि रेफरल का ये कमीशन कैश में भी दिया जाता है। 10.चंदन अस्पताल​​​​​​​ : कैश मरीजों पर 10% किससे बात हुई : शेखर पुनिया, वाइस प्रेजिडेंट शेखर ने बताया कि अस्पताल कैश मरीजों पर 10% और TPA पर 5% कमीशन दे रहा है। 11.नोवा अस्पताल​​​​​​​ : हर इलाज पर 20% कमीशन किससे बात हुई : डॉ. गोपाल गर्ग, मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. गर्ग ने कहा कि अस्पताल हर इलाज पर 20% कमीशन और नी रिप्लेसमेंट पर ₹20,000 दे रहा है। 12.मिडलैंड अस्पताल​​​​​​​ : एंजियोप्लास्टी पर ₹17,000 कमीशन किससे बात हुई : मुरतुल्या सिंह, मार्केटिंग मैनेजर सिंह ने एंजियोप्लास्टी पर ₹17,000 कमीशन और सरकारी योजनाओं से तहत इलाज पर 15% तक कमीशन देने की बात कही। उन्होंने वॉट्सऐप पर पूरी लिस्ट भेज दी। नोएडा 13.कैलाश अस्पताल​​​​​​​ : हर मरीज पर 15% कमीशन किससे बात हुई : पुष्पेंद्र यादव, मार्केटिंग मैनेजर पुष्पेंद्र ने खुलासा किया कि ‘ हर रेफरल मरीज पर 15% कमीशन देते हैं और कुछ खास इलाज के लिए पहले से तय राशि मिलती है।’ जैसे, ‘बाइलेटरल नी रिप्लेसमेंट पर ₹40,000, IVF पर ₹22,000 और MRI/CT स्कैन पर 20% कमीशन तय है। छोटे अस्पतालों के साथ MOU साइन किए जाते हैं, ताकि रेफरल प्रक्रिया ठीक से चले। ज्यादा मरीज भेजने वाले डॉक्टरों को उत्तराखंड में राफ्टिंग ट्रिप जैसे ऑफर भी दिए जाते हैं।’ 14.फेलिक्स अस्पताल​​​​​​​ : विदेशी मरीजों पर 30% तक कमीशन किससे बात हुई : मार्केटिंग मैनेजर कुश और मार्केटिंग कोऑर्डिनेटर श्वेता विराज कुश के मुताबिक, CGHS मरीजों पर ₹7,000, कैश और TPA मरीजों पर 20% कमीशन (अधिकतम ₹50,000 प्रति माह) और विदेशी मरीजों पर 30% तक कमीशन दिया जाता है। कीमोथेरेपी और रेडिएशन की हर सिटिंग पर अलग से कमीशन देते हैं। मार्केटिंग कोऑर्डिनेटर श्वेता विराज ने कहा कि ज्यादा मरीज भेजने पर रेट में बढ़ोतरी और 'स्पेशल फेवर' भी दिए जाते हैं। कुश: ऐसे तो हमारे पास सारे डिपार्टमेंट है, कार्डियो, ऑर्थो, गाइनी, और मेडिसिन, मैक्सिमम हमारे पास जो डिपार्टमेंट है सभी में मिल जाएगा। रिपोर्टर: जो आपके और भी डिपार्टमेंट हैं उससे रिलेटेड कोई भी पेशेंट आएगा, उस पर 20% कमीशन रहेगा? कुश: यह हम कैश और TPA का आपको बता रहे हैं 20%, PSU वाला जो मैंने बताया था CAPF वाला वो तो फिक्स अमाउंट है। रिपोर्टर: अगर PSU के केसेज आते हैं, बाइपास सर्जरी के? कुश: 15 हजार। रिपोर्टर: एक्सीडेंट केस है या डिलीवरी केस है ? कुश: उस पर भी सेम अमाउंट है, न्यूरो सर्जरी में अगर कोई इंप्लांट लगता है तो 15 हजार देते हैं। रिपोर्टर: इंटरनेशनल पेशेंट का क्या है? कुश: इंटरनेशनल पेशेंट पर तो हमारे पास अभी 30% का था, जो हमारा अभी कुछ दिन पहले 2-4 पेशेंट एडमिट हुए थे। उसपे 30% था। 15.यथार्थ सुपर स्पेशियलिटी​​​​​​​ : आयुष्मान पर 5 हजार, ESI पर 8 हजार किससे बात हुई : गोविल त्यागी, मार्केटिंग हेड गोविल ने न केवल कमीशन की पुष्टि की, बल्कि यह भी बताया कि किडनी ट्रांसप्लांट जैसे इलाज पर ₹50,000 फिक्स कमीशन दिया जाता है। नी रिप्लेसमेंट पर ₹20,000 और बाइलेटरल नी रिप्लेसमेंट पर ₹40,000 का फिक्स कमीशन है। सभी इलाजों पर मेडिसिन और कंज्यूमेबल हटाकर कुल बिल का 10% कमीशन देते हैं। इन सरकारी स्कीम्स वाले मरीजों को एडमिट करवाने के लिए ऑफर मरीज को रेफर करने के बदले में कमीशन नहीं ले सकते... नेशनल मेडिकल काउंसिल की गाइडलाइन के मुताबिक, 'कोई भी डॉक्टर किसी मरीज को रेफर करने के बदले में कमीशन, उपहार या किसी भी तरह का फायदा न तो ले सकता है और न ही दे सकता है और अगर कोई डॉक्टर इस तरह की प्रैक्टिस में शामिल पाया जाता है- जैसे कि मरीज भेजने के बदले कमीशन लेना या देना, तो यह मेडिकल प्रोफेशन के नियमों का उल्लंघन माना जाएगा और उस डॉक्टर/अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।' अंतरराष्ट्रीय कंज्यूमर पॉलिसी एक्सपर्ट और इस सब्जेक्ट पर काम कर चुके एक्सपर्ट प्रोफेसर बेजोन कुमार मिश्र कहते हैं, ‘2015 में बनी जांच कमेटी ने इस कमीशन नेटवर्क का खुलासा किया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।' 'क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट (2010) इस समस्या को रोकने के लिए है, पर राज्यों में सही तरीके से लागू नहीं हो पाया।’ वहीं, कंज्यूमर एक्सपर्ट प्रोफेसर राम खन्ना ( मैनेजिंग ट्रस्टी, कंज्यूमर वॉयस) कहते हैं, 'आजकल डॉक्टरी पेशा व्यवसाय बन चुका है और रेफरल सिस्टम इसी का हिस्सा है। इसमें डॉक्टर मरीज को जानबूझकर उसी लैब, फिजियोथेरेपिस्ट या विशेषज्ञ के पास भेजते हैं जहां से उन्हें कमीशन मिलता है। यह मरीज के साथ धोखा और एक तरह की घूसखोरी है, क्योंकि डॉक्टर का निर्णय पैसे से प्रभावित होता है।' कॉन्क्लूजन​​​​​​​ : भारत के कई बड़े निजी अस्पतालों में डॉक्टरों और रेफरल नेटवर्क को मरीज भेजने के बदले कमीशन या रिवॉर्ड दिया जा रहा है। राशि अस्पताल और मरीज के हिसाब से तय होती है। जैसे, कैलाश अस्पताल में 15% कमीशन, पार्क अस्पताल में CGHS/ECHS मरीजों पर ₹6,000, और सिल्वर स्ट्रीक में NRI मरीजों पर 30% दिया जाता है। यह प्रैक्टिस नेशनल मेडिकल काउंसिल (NMC) के नियमों के तहत अनैतिक मानी जाती है। ................................................................ GST के फर्जी बिलिंग से जुड़ा ये खुलासा भी आप पढ़ सकते हैं 5% कमीशन पर 20 करोड़ का फर्जी GST बिल:न माल, न सप्लाई और लाखों की कमाई; GST माफिया कैमरे पर एक्सपोज दिल्ली का वजीरपुर इंडस्ट्रियल एरिया। एक पुरानी और जर्जर सी फैक्ट्री। दीवारों पर जमी धूल, टूटी खिड़कियां और जंग लगी चादरें। बाहर से देखने पर यह किसी बंद पड़े गोदाम जैसी लगती है, जैसे बरसों से यहां कोई काम नहीं हुआ हो, लेकिन जैसे ही टीम अंदर दाखिल होती है, नजारा बदल जाता है। पूरी खबर पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें...।

दैनिक भास्कर 17 Sep 2025 5:11 am

10 सवर्णों के बदले रणवीर सेना ने 34 दलित मारे:वाजपेयी ने राबड़ी सरकार बर्खास्त की; राबड़ी से महिलाएं बोलीं- मुआवजा नहीं, बंदूक दो

दैनिक भास्कर की इलेक्शन सीरीज 'नरसंहार' के छठे एपिसोड में आज शंकर बिगहा नरसंहार और राबड़ी सरकार बर्खास्त करने की कहानी... बात 25 जनवरी 1999 की है। देश 50वां गणतंत्र दिवस मनाने की तैयारी कर रहा था। कुछ देर पहले ही राष्ट्रपति के आर नारायणन ने देश को संबोधित किया था। कहा था, 'दलितों पर अत्याचार बंद होना चाहिए।' पर हुआ कुछ और। बिहार के अरवल जिले का शंकर बिगहा गांव। तब ये जहानाबाद जिले का हिस्सा था। करीब 110 घर होंगे इस गांव में, जिसमें 100 से ज्यादा दलित परिवार थे। न किसी के पास पक्का घर न ही खेती की जमीन। उन्हें तो मजदूरी के लिए यहां बसाया गया था। ठिठुरती सर्दी वाली रात के साढ़े दस बज रहे थे। बंदूक और कुल्हाड़ी लिए करीब 100 लोग गांव में घुसे। शुरुआत में ही भैरों राजवंशी का घर था। वे पत्नी और बच्चों के साथ सो रहे थे। अचानक उन्हें शोर सुनाई पड़ा। वो सकपका गए। बिस्तर लपेटे भागते हुए पत्नी से बोले- ‘अरे बचवा सब को लेकर भागो। सेना वाले आ गए हैं।’ भैरों भाग गए, लेकिन उनकी पत्नी और बच्चे अंदर ही रह गए। हमलावर फायरिंग करते हुए घर में घुसे। पहली गोली भैरों की पत्नी के पैरों में लगी। वह गिर पड़ी। इसी बीच दूसरे ने भैरों के बच्चों को तखत से उठाकर पटक दिया। भैरों की पत्नी चीख उठी- ‘हमरा बचवा सब के छोड़ दो। ई लोग तुम्हारा का बिगाड़ा है।’ एक हमलावर उसके बाल पकड़कर घसीटते हुए बोला- ‘ह#$%@ तुम सब MCC वालों का सपोर्टर है न। आज गांव में कोई बचेगा नहीं। एक-एक आदमी को उड़ा देंगे।’ हमलावर ने दोनों बच्चों को गोली मार दी। दोनों वहीं खत्म हो गए। महिला छाती पीट-पीटकर रोने लगी। गुस्से में हमलावर ने उसकी गर्दन पर तलवार मार दी। तभी चार-पांच और हमलावर अंदर घुस गए। वे कुछ देर तक इधर-उधर अंधाधुंध फायरिंग करते रहे। फिर वहां से चल दिए। एक बड़े से बरामदे में जागरण चल रहा था। 10-15 लोग नाच-गाना कर रहे थे। उन तक अभी गोलियों की गूंज नहीं पहुंची थी। 40-50 हमलावरों ने चारों तरफ से बरामदे को घेर लिया। एक बोला- ‘केरोसिन डालकर सबको जला दें क्या?’ दूसरा बोला- ‘नहीं, सब जगा है भाग जाएगा। ई सब भी गोली बंदूक रखा होगा।’ अपनी धोती कमर में बांधते हुए हमलावर बोला- 'देखो अपने पास ज्यादा टाइम नहीं है। तेजी से बरामदे में जाओ और अटैक कर दो। भागने का मौका ही नहीं देना है।' हमलावरों ने धावा बोल दिया। अंधाधुंध फायरिंग करते हुए बरामदे में घुस गए। कीर्तन कर रहे लोगों पर गोलियों की बौछार कर दी। कुछ ही मिनटों में 10 लाशें बिछ गईं। इक्का-दुक्का लोग जैसे-तैसे खेतों की तरफ भाग निकले। यहां से हमलावर नारा लगाते हुए अलग-अलग घरों में घुसे। जो मिला उसे गोली मार दी। जो गोली लगने से नहीं मरा, उसे कुल्हाड़ी से काट दिया। गांव भर में चीख-पुकार मच गई थी। इसी बीच बगल के गांवों से गोलियों की आवाज आने लगी। हमलावरों का कमांडर सोच में पड़ गया कि दूसरे गांवों में फायरिंग कहां से होने लगी। कहीं MCC वाले तो नहीं आ गए।' वह हड़बड़ाते हुए अपने साथियों से बोला- 'लगता है MCC वाले आ गए हैं। देखो उधर से भीड़ आ रही है। चलो भाग निकलें।' इसके बाद हमलावर हवा में फायरिंग करते हुए, नारा लगाते हुए गांव के पश्चिम से निकल गए। भैरों राजवंशी भूसे के घर में छिपकर सबकुछ देख रहे थे। हमलावरों के जाते ही वे हांफते हुए घर पहुंचे। दरवाजे से ही पत्नी को आवाज लगाई। कोई जवाब नहीं मिला। डरे सहमे भैरों जैसे ही अंदर घुसे, उनके पैरों से कुछ टकराया। कांपते हुए भैरों ने टॉर्च जलाई। सामने पत्नी की लाश पड़ी थी। चारों तरफ खून फैला था। वे आगे बढ़े, देखा खाट के नीचे बड़े बेटे की लाश पड़ी थी। भैरों को चक्कर आने लगा। खुद को संभाला और दूसरे कमरे में गए। वहां तीन लाशें थीं। उनके दो भाई और छोटे बेटे की। उनके परिवार के 5 लोग मारे गए थे। वे बदहवास चीखने लगे- 'मैं बर्बाद हो गया। उन लोगों ने सबको मार दिया। किसी को नहीं छोड़ा।' अब तक रात के 12 बज चुके थे। गांव में हर तरफ रोने-बिलखने की आवाज गूंज रही थी। गलियों में लाशें पड़ी थीं। इसी बीच जहानाबाद थाने में फोन बजा- 'शंकर बिगहा गांव में नरसंहार हो गया है।' रात करीब 2 बजे जहानाबाद के SP मनमोहन सिंह और ASP केके सिंह गांव पहुंचे। एसपी ने घर-घर जाकर देखा। कुल 23 लाशें मिलीं। इनमें 5 महिलाएं और 7 बच्चे थे। एक बच्चा तो महज 10 महीने का था। गोली लगने की वजह से उसकी आंतें बाहर आ गई थीं। हमलावरों ने उसके पेट में बंदूक की नोक सटाकर गोली मारी थी। सीनियर जर्नलिस्ट रमाशंकर मिश्रा उस नरसंहार को याद करते हैं- 'मैं 26 जनवरी की सुबह गांव पहुंचा था। दिल दहला देने वाला मंजर था। कोई गोली से छलनी था, किसी के हाथ कटे थे, किसी की आंखें निकाल दी गई थीं। घर, बरामदे, गलियां सब खून से सन गई थीं।' ये शंकर बिगहा नरसंहार था। हत्या का आरोप रणवीर सेना पर लगा। करीब 20 दिन पहले एक अखबार में रणवीर सेना प्रमुख ने दावा किया था कि अगले हमले की जगह तय हो गई है। और हुआ भी वहीं। दरअसल, 1998 में अरवल जिले के चौरम में 10 सवर्णों की हत्या कर दी गई थी। हत्या का आरोप माओवादी संगठन एमसीसी पर लगा था। रणवीर सेना का मानना था कि शंकर बिगहा गांव के लोगों ने माओवादियों की मदद की थी। इसीलिए रणवीर सेना ने हमले के लिए इस गांव को चुना। भीड़ ने लालू-राबड़ी को घेर लिया, महिलाएं बोलीं- हमें इनाम नहीं बंदूक चाहिए 27 जनवरी की सुबह मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और लालू यादव शंकर बिगहा गांव पहुंचे। भीड़ ने लालू-राबड़ी का खूब विरोध किया। महिलाएं गाली देने लगीं। लोग नारा लगा रहे थे- 'लालू राबड़ी मुर्दाबाद। सामाजिक न्याय धोखा है। रणवीर सेना को खत्म करो। राबड़ी सरकार इस्तीफा दो।' लालू, भीड़ को समझाते हुए बोले- 'देखो हम सबको सजा दिलवाएंगे। जो लोग मारे गए हैं, उनके परिवार को एक-एक लाख रुपए दिया जाएगा। गांव के लोगों को घर बनाने के लिए 20-20 हजार रुपया देंगे। गांव में स्कूल और पंचायत भवन बनेगा।' मुआवजे की बात सुनकर भीड़ और भड़क गई। बच्चे को गोद में लिए एक महिला राबड़ी के नजदीक पहुंच गई। चीखते हुए बोली- ‘हमें तुम्हारा गंदा पैसा नहीं चाहिए। हम तुम्हारे इनाम की @#$%^ कर देंगे। हमें बदला चाहिए बदला। हमें बंदूक दो, गोली दो, हथियार दो। तुम्हारे मीठे-मीठे भाषणों से कुछ नहीं होगा। बगल के लक्ष्मणपुर बाथे में हमारे 58 लोगों को मार दिया। क्या किया तुम्हारी सरकार ने। कुछ नहीं किया।’ जैसे-तैसे भीड़ से निकलते हुए लालू गांव में घुसे। लोगों से मिले। एक घर के बाहर पांच लाशें रखी थीं। घर की चौखट पर सिर पर हाथ रखे महिला बैठी थी। लालू को देखते ही वो गुस्से से लाल हो गई। उसने सामने पड़ी लाश के ऊपर से कपड़ा हटा दिया। खून से सने बच्चे की लाश। उसकी आंतें बाहर आ गई थीं। लाश देखकर लालू-राबड़ी इमोशनल हो गए। महिला चिल्लाते हुए बोली- 'हमें इंसाफ दिलाना चाहते हो, तो बब्बन सिंह को हमारे सामने लाओ। उसे हमारे हवाले कर दो। हम हिसाब बराबर कर लेंगे। तब हम मानेंगे कि आप सरकार हो। आपकी खाकी वर्दी वाले रणवीर सेना वालों से मिले हुए हैं। वे उन्हीं का पक्ष लेते हैं। जब वो लोग गांव में मारकाट मचा रहा था, तब कोई नहीं आया। जब सब चला गया, तब पुलिस वाले आए।' रुआंसे लालू ने कहा- ‘देखो आप जैसा चाहते हो वैसा एक्शन मैं नहीं ले सकता, लेकिन मैं भरोसा दिलाता हूं कि इनसे कायदे से निपटूंगा। केस की सुनवाई जल्दी होगी। 6 महीने के भीतर ट्रायल पूरा हो जाएगा। सबको सजा मिलेगी चिंता मत करो। जो लोग हत्यारे हैं, वे लोग ही इस्तीफा मांग रहे हैं। तुम लोग वैसा मत करो।’ शाम तक लालू और राबड़ी पटना लौट आए। इधर, विपक्ष राबड़ी के इस्तीफे पर अड़ा था। नीतीश कुमार और रामविलास पासवान सरकार को बर्खास्त करने की मांग कर रहे थे। इतना ही नहीं, राबड़ी सरकार में शामिल कांग्रेस के कई नेता भी सीएम का इस्तीफा मांग रहे थे। इस पर लालू भड़क गए। उन्होंने कहा- 'राबड़ी इस्तीफा नहीं देंगी। 26 जनवरी से पहले सरकार को बदनाम करने की साजिश रची गई थी। रणवीर सेना बजरंग दल का एक्सटेंशन है। कांग्रेस कहती है कि हमने जमींदारी प्रथा खत्म कर दी है। सच में ऐसा हुआ होता तो ये नरसंहार नहीं होता।' 27 जनवरी को कांग्रेस ने पूर्व लोकसभा स्पीकर शिवराज पाटिल और मीरा कुमार को शंकर बिगहा भेजा। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का कहना था कि फिलहाल हम सरकार को सपोर्ट कर रहे हैं। नेताओं की फाइंडिंग्स के बाद तय करेंगे कि क्या करना है। मुख्यमंत्री राबड़ी बोलीं- लोग कहे रहे हैं कि 'बाभना सब मारा है' 28 जनवरी को बिहार के डीजीपी केए जैकब ने ऐलान किया- 'जो रणवीर सेना प्रमुख ब्रह्मेश्वर मुखिया का पता बताएगा, उसे पांच लाख रुपए इनाम दिया जाएगा।' इसी दिन राबड़ी ने कहा- '6 आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं। बाकी भी जल्द पकड़े जाएंगे। मैं नरसंहार वाले गांव गई थी। लोग कह रहे थे- ‘बाभना सब मारा है।' तब के अखबारों में राबड़ी का ये बयान छपा था। 29 जनवरी को बिहार के राज्यपाल सुंदर सिंह भंडारी ने गृहमंत्री लालकृष्ण आडवाणी से मुलाकात की। मीडिया में खबरें आने लगीं कि केंद्र बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश कर सकता है। राबड़ी सरकार पर दबाव बढ़ता जा रहा था। 1 फरवरी को बीजेपी नेता सुशील मोदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- 'लालू और रणवीर सेना के बीच साठगांठ है। राजद के कई लोग रणवीर सेना से मिले हुए हैं। लालू ने कई बार रणवीर सेना प्रमुख को छुड़वाया है। 6 महीना पहले ही शास्त्री नगर की पुलिस ने मुखिया को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन लालू ने खुद दखल देकर छुड़वा दिया।' 10 फरवरी 1999, शंकर बिगहा नरसंहार के 15 दिन बाद। पास के ही एक गांव नारायणपुर में रात 9 बजे हमलावरों ने धावा बोल दिया। 11 दलितों की हत्या हो गई। 6 महिलाएं और 5 पुरुष मारे गए। पर्चे बांटकर रणवीर सेना ने इसकी जिम्मेदारी भी ले ली। अगले दिन लालू-राबड़ी गांव पहुंच गए। उन्होंने तीन लोगों को नौकरी और हर मृतक के परिवार को 1.20 लाख रुपए देने की घोषणा की। साथ ही इस नरसंहार से प्रभावित लोगों को इंदिरा आवास योजना के तहत घर बनाने के लिए 20 हजार रुपए देने का वादा किया। दिल्ली में हाईलेवल मीटिंग, विदेश में थे पीएम, रात में बिहार सरकार बर्खास्त करने का ऐलान 12 फरवरी की सुबह केंद्र सरकार ने रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस, केंद्रीय मंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय मंत्री सत्य नारायण जटिया के नेतृत्व में एक टीम जहानाबाद भेजी। ये तीनों मंत्री एयरफोर्स के स्पेशल विमान से पहले पटना पहुंचे, फिर नारायणपुर। इसी दिन दिल्ली में गृहमंत्री ने हाईलेवल मीटिंग की। बैठक में बिहार सरकार को हटाकर राष्ट्रपति शासन लगाने पर सहमति बन गई, लेकिन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी एक समिट के लिए जमैका गए थे। कैबिनेट ने प्रस्ताव जमैका भेज दिया। कुछ देर बाद प्रधानमंत्री ने उस पर मुहर लगा दी। दोपहर बाद एक खास मैसेंजर के जरिए प्रस्ताव को कोलकाता भेजा गया। तब राष्ट्रपति के.आर नारायणन वहीं थे। रात 9 बजे उन्होंने केंद्र की सिफारिश पर मुहर लगा दी। रात 9.15 बजे केंद्रीय मंत्री प्रमोद महाजन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने का ऐलान किया। केंद्र के इस फैसले पर लालू भड़क गए। उन्होंने कहा- 'सरकार ने डेमोक्रेसी की हत्या कर दी है। सड़कों पर बवाल कर दो। तानाशाहों के पैर तोड़ दो। कल से मैं जनता की अदालत में जाऊंगा। और मैं यह नहीं कह सकता कि कल को क्या होगा।' अगले ही दिन लालू यादव और राबड़ी देवी समर्थकों के साथ पटना की सड़कों पर उतर गए। कुछ देर के लिए पुलिस ने उन्हें हिरासत में भी लिया। कई जगह हिंसक प्रदर्शनों में एक दर्जन लोगों की जान जा चुकी थी। एक प्रदर्शन के दौरान लालू ने कहा - 'गोली का जवाब हम हिंसा से देंगे।' राष्ट्रपति शासन लगने के दो घंटे के भीतर राज्यपाल ने मुख्य सचिव और डीजीपी को हटा दिया। विजय शंकर दुबे को मुख्य सचिव बनाया गया और टीपी सिन्हा को डीजीपी। सिन्हा ने रात में ही कमान संभाल ली। राज्यपाल के इस फैसले पर सवाल उठे क्योंकि सिन्हा और दुबे दोनों सवर्ण थे। नरसंहार में मारे गए लोगों से मिलने पहुंचीं सोनिया गांधी ने बेलछी की यादें ताजा कर दीं 13 फरवरी 1999, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी नारायणपुर पहुंच गईं। वो गांव में घूमीं। मृतकों के घर गईं। सोनिया के दौरे को 1977 के इंदिरा के बेलछी दौर से जोड़कर देखा गया। इमरजेंसी के बाद हुए चुनावों में मिली हार के बाद इंदिरा बेलछी नरसंहार में मारे गए लोगों से मिलने पहुंची थीं। उसके बाद केंद्र और बिहार दोनों जगह कांग्रेस ने वापसी की थी। सोनिया के लिए भी इंदिरा जैसे ही हालात थे। 1996 के चुनाव में कांग्रेस को सेटबैक लगा था। राजस्थान और मध्य प्रदेश जैसे राज्य कांग्रेस गंवा चुकी थी। कांग्रेस शंकर बिगहा और नारायणपुर नरसंहार के जरिए फिर से दलितों को साधने की कवायद में जुटी थी। प्रदेश कांग्रेस के नेता लगातार कह रहे थे कि हमें राष्ट्रपति शासन का समर्थन करना चाहिए। तब के अखबारों ने लिखा- 'सोनिया दुविधा में हैं। अगर वे राजद का विरोध करती हैं, तो मुस्लिम वोट बैंक छिटक जाएंगे और अगर समर्थन करती हैं, तो दलित नाराज हो जाएंगे।' हुआ भी वहीं। सोनिया ने राष्ट्रपति शासन के बारे में कुछ नहीं कहा। उन्होंने मृतकों को 10-10 हजार रुपए देने की घोषणा की और फिर पटना होते हुए दिल्ली लौट गईं। गृहमंत्री लालकृष्ण आडवाणी और राज्यपाल में ठन गई, माफी की मांग पर अड़ गए भंडारी सोनिया के बिहार दौरे के बाद केंद्र सरकार भांप गई थी कि कांग्रेस राष्ट्रपति शासन का समर्थन नहीं करेगी। 16 फरवरी को गृह मंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने कहा- 'बिहार के राज्यपाल सुंदर सिंह भंडारी को हटाकर एक गैर राजनीतिक आदमी को राज्यपाल बनाया जाएगा।' इस पर राज्यपाल भंडारी खफा हो गए। अगले ही दिन वो ट्रेन से दिल्ली के लिए निकल गए। कहा गया कि नाराजगी की वजह से राज्यपाल ने फ्लाइट नहीं ली। 18 फरवरी को वे पीएम अटल बिहारी वाजपेयी से मिले। आधे घंटे तक दोनों के बीच बातचीत हुई। तब के अखबारों में छपी खबरों के मुताबिक पीएम ने राज्यपाल से कहा कि बातचीत करके मामला सुलझा लो। पर भंडारी, आडवाणी की माफी पर अड़े रहे। तीन दिन दिल्ली में रहने के बाद 21 फरवरी को वे पटना लौट आए। इसी बीच लालू ने दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात की। सीनियर जर्नलिस्ट संकर्षण ठाकुर अपनी किताब बंधु बिहारी में लिखते हैं- 'सांप्रदायिक ताकतें बढ़ रही हैं। यह आरएसएस की साजिश है। मैडम अगर कांग्रेस इसे नहीं रोकेगी तो कौन रोकेगा। कांग्रेस को उन लोगों से लड़ना पड़ेगा।' 22 फरवरी को कांग्रेस ने साफ कर दिया कि वो सदन में प्रेसिडेंट रूल के खिलाफ वोट करेगी। 'द अनटोल्ड वाजपेयी' के मुताबिक वाजपेयी राष्ट्रपति शासन लगाने को लेकर बहुत खुश नहीं थे, लेकिन समता पार्टी के नेता नीतीश कुमार चाहते थे कि राज्य सरकार को बर्खास्त कर दिया जाए। 6 महीना पहले भी सितंबर 1998 में सुंदर भंडारी ने राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश की थी, लेकिन राष्ट्रपति ने खारिज कर दिया था। तब वाजपेयी ने अपने एक सहयोगी से कहा था- 'समता पार्टी के दबाव में झुकने की कीमत चुकानी पड़ेगी।' 7 मार्च को वाजपेयी, सोनिया गांधी से मिले थे, लेकिन राष्ट्रपति शासन पर समर्थन के लिए राजी नहीं कर पाए। आखिरकार 8 मार्च को केंद्र सरकार ने राष्ट्रपति शासन वापस लेने का ऐलान कर दिया। 9 मार्च को राबड़ी देवी फिर से सीएम बनीं, लेकिन इसके 9 दिन बाद ही एक और बड़ा नरसंहार हो गया। उस नरसंहार की कहानी अगले एपिसोड में। इधर, 15 मार्च को केंद्र सरकार ने राज्यपाल सुंदर भंडारी को हटा दिया। पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस बीएम लाल को राज्यपाल का पदभार दिया गया। दो नरसंहारों में 34 की हत्या, 49 आरोपी, सजा 0, कोर्ट में मुकर गए गवाह शंकर बिगहा नरसंहार मामले में 24 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी। जुलाई 2014 से नवंबर 2014 तक जहानाबाद सेशन कोर्ट में ट्रायल चला। इस दौरान सभी 50 गवाह अपने बयान से मुकर गए। आरोपियों को पहचानने से इनकार कर दिया। मुख्य गवाह भैरों राजवंशी ने कहा- ‘मैं नरसंहार के दिन तो शंकर बिगहा में था ही नहीं। पुलिस ने जबरन मेरा अंगूठा लगवा लिया। पुलिस ने खुद से बयान लिख दिया और पढ़कर सुनाया भी नहीं।’ एक और गवाह रामप्रसाद पासवान ने कहा- 'गोली लगने के बाद मैं गिर गया था तो किसी को पहचानता कैसे? पुलिस ने झूठा बयान लिखा है।' 13 जनवरी 2015 को जहानाबाद सेशन कोर्ट ने सबूतों के अभाव में सभी 24 आरोपियों को बरी कर दिया। दलितों को इस फैसले से इसलिए भी ज्यादा धक्का लगा कि तब राज्य में एक दलित ही मुख्यमंत्री थे। जीतन राम मांझी। आखिर गवाह अपने बयान से क्यों मुकर गए... बाद में भैरों राजवंशी ने एक पत्रकार से इसकी वजह बताई। उन्होंने कहा- 'नरसंहार के लिए बनी अमीर दास कमीशन की इन्क्वायरी के दौरान पुलिस ने हमें सुरक्षा दी थी। पुलिस के लोग साथ पटना लेकर गए थे, लेकिन जहानाबाद में ट्रायल के दौरान हमें सुरक्षा नहीं मिली। हमें पता है कि कुछ भी बोलेंगे तो मारे जाएंगे। हम लोग तो उन्हीं के खेतों में काम करते हैं। रोटी मिलनी भी बंद हो जाएगी।' दरअसल, ट्रायल के आखिरी दिनों यानी 14 नवंबर 2014 को कोर्ट ने अरवल जिले के डीएम को चिट्ठी लिखकर गवाहों को सुरक्षा देने को कहा था। तब तक ज्यादातर गवाह अपने बयान से मुकर चुके थे। डीएम ने दो महीने बाद 9 जनवरी 2015 को गवाहों की सुरक्षा के लिए SP को चिट्ठी लिखी, लेकिन चार दिन बाद ही कोर्ट ने फैसला सुना दिया। शंकर बिगहा की तरह नारायणपुर नरसंहार में भी सभी 25 आरोपी सबूतों के अभाव में बरी कर दिए गए। इस तरह शंकर बिगहा और नारायणपुर दोनों नरसंहारों में कुल 34 दलितों का कत्ल हुआ। दोनों मामलों को मिलाकर 49 लोग आरोपी बनाए गए, लेकिन सजा किसी को नहीं मिली। लेफ्ट पार्टियों ने कहा था कि वे इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। लेकिन 11 साल बाद भी सुप्रीम कोर्ट में इसकी सुनवाई नहीं हो सकी है। लगातार नरसंहारों के चलते बिहार में राजद की सरकार कमजोर होती गई। 1995 में 167 सीटें जीतने वाली लालू की पार्टी साल 2000 में 124 पर आ गई। जबकि बीजेपी ने 67 सीटें जीत लीं। यानी पिछले चुनाव के मुकाबले 26 सीटें ज्यादा। उसके बाद एनडीए का दबदबा बढ़ता गया। आखिरकार अक्टूबर-नवंबर 2005 में बिहार में एनडीए की सरकार बन गई। लगभग 40 सालों तक बिहार में राज करने वाली कांग्रेस खत्म सी हो गई। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि राजद का साथ देने की वजह कांग्रेस ने बिहार में अपना बड़ा बेस गंवा दिया। सवर्ण बीजेपी की तरफ शिफ्ट हो गए और पिछड़े-अति पिछड़ों को लालू और नीतीश ने साध लिया। कल सातवें एपिसोड में पढ़िए बिहार के एक और बड़े नरसंहार की कहानी... (यह सच्ची कहानी पुलिस चार्जशीट, कोर्ट जजमेंट, गांव वालों के बयान, अलग-अलग किताबें और इंटरनेशल रिपोर्ट्स पर आधारित है। क्रिएटिव लिबर्टी का इस्तेमाल करते हुए इसे कहानी के रूप में लिखा गया है।) रेफरेंस :

दैनिक भास्कर 17 Sep 2025 4:56 am

DNA:इजरायल ने 'मुस्लिम सेना' बनाने का जवाब दे दिया? 'ARAB NATO' के आइडिया पर नेतन्याहू ने गिराई बिजली!

ARAB NATO:इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू ने गाजा में जिस नए सैन्य अभियान की घोषणा की थी. वो इजरायली सेना ने शुरु कर दिया है. हजारों सैनिकों के साथ सैकड़ों इजरायली टैंक और हेलीकॉप्टर, हमास पर नए हमलों के लिए गाजा पहुंचे हैं. जिस वक्त इजरायल ने गाजा पर नया हमला किया उस वक्त अमेरिकी विदेश सचिव मार्को रूबियो भी इजरायल में थे.

ज़ी न्यूज़ 17 Sep 2025 2:57 am

GAZA: गाजा पर इजरायल के ऑपरेशन 'गिडियोन' का कोड डिकोड, 19वीं सदी से जुड़ा है कनेक्शन

Gaza News:इजरायल का ये नया सैन्य अभियान न सिर्फ गाजा को नुकसान पहुंचा सकता है बल्कि हमास के ताबूत की आखिरी कील भी साबित हो सकता है. इजरायल ने अपने सबसे बड़े सैन्य अभियान का नाम ऑपरेशन गिडियोन ही क्यों रखा है, आइए बताते हैं.

ज़ी न्यूज़ 17 Sep 2025 2:57 am

Thank You my friend... ट्रंप ने 75वें जन्मदिन पर दी बधाई, PM मोदी ने यूं जताया आभार

Donald Trump wishes PM Modi:भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 सितंबर 2025 को 75 साल के हो गए. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए दोनों देशों के संबंधों को मजबूत बनाने की प्रतिबद्धता दोहराई है. देश-दुनिया के नेता पीएम मोदी के साथ अपने निजी अनुभव सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं.

ज़ी न्यूज़ 17 Sep 2025 12:18 am

DNA: फेडरल रिजर्व की पहली अश्वेत गवर्नर को क्यों हटाना चाहते हैं ट्रंप? जिस पर कोर्ट ने दे दिया है उन्हें बड़ा झटका

Donald Trump and Lisa Cook controversy news: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को पिछले 20 दिनों में तीसरा बड़ा झटका लगा है. फेडरल रिजर्व की पहली महिला अश्वेत गवर्नर को पद से हटाने की ट्रंप की मांग कोर्ट ने खारिज कर दी है.

ज़ी न्यूज़ 16 Sep 2025 11:42 pm

DNA: क्या भारत और अमेरिका के बीच चल रहे टैरिफ वॉर में हो गया है सीजफायर? दोनों देशों के किन कदमों से मिल रहे हैं ये संकेत

India US Trade Deal Updates: क्या भारत और यूएस के बीच चल रहे टैरिफ वार के समाधान का रास्ता साफ हो गया है. यह सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि दोनों ही देशों ने इस संबंध में कई अहम संकेत दिए हैं.

ज़ी न्यूज़ 16 Sep 2025 11:36 pm

नामीबिया की राजधानी में शून्य उत्सर्जन सप्ताह का शुभारंभ

नामीबिया की राजधानी विंडहोक ने जलवायु परिवर्तन के नुकसान और कम कार्बन उत्सर्जन से होने वाले फायदे को लेकर जागरूकता अभियान की शुरुआत की है

देशबन्धु 16 Sep 2025 11:32 pm

मक्का लेलो मक्का... चीज और मक्का बेचने के लिए क्यों बेताब है US; किन मजबूरियों के चलते नहीं खरीद रहा भारत?

India Us Trade Deal:भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता फिर शुरू हो गई है. अमेरिका अब बड़ी मांगों की जगह छोटे और व्यवहारिक प्रस्ताव लेकर आया है. वह भारत में सिर्फ खास किस्म की चीज़ और मकई बेचना चाहता है. यह कदम दोनों देशों के रिश्तों को मजबूत करने और व्यापार बढ़ाने में मदद करेगा.

ज़ी न्यूज़ 16 Sep 2025 9:08 pm

Israel News: 'आपके हाथ में मोबाइल का मतलब आप इजरायल के...', US के सामने नेतन्याहू ने दिया डराने वाला बयान

Benjamin Netanyahu Latest News: इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा में कथित नरसंहार के नाम पर हथियारों की आपूर्ति रोकने वाले पश्चिमी देशों को खरी-खोटी सुनाई है. अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के सामने नेतन्याहू ने एक डराने वाला बयान दिया.

ज़ी न्यूज़ 16 Sep 2025 8:03 pm

New Bizarre Rules: 'आइसक्रीम' या 'हैमबर्गर' बोला तो खैर नहीं, खींच ली जाएगी जुबान; यहां पर लागू हुआ फरमान

Bizarre Rules in Hindi News: अगर आप विदेश घूमने जाना चाहते हैं तो एक खास देश में 'आइसक्रीम' या 'हैमबर्गर' गलती से भी मत बोल देना वरना आपको लेने के देने पड़ सकते हैं. इसमें आपको जेल की सजा से लेकर मौत तक दी जा सकती है.

ज़ी न्यूज़ 16 Sep 2025 7:18 pm

साउथ चाइना सी में बढ़ा तनाव: टकराए चीन और फिलीपींस के जहाज, एक शख्स जख्मी

चीन के तटरक्षक बल (सीसीजी) ने फिलीपींस के जहाज पर दक्षिण चीन सागर में वॉटर कैनन फायर करने का दावा किया है। मंगलवार को स्कारबोरो शोल के पास फिलीपींस के जहाज पर जानबूझकर उसके एक जहाज को टक्कर मारने का आरोप लगाया। वहीं फिलीपींस ने कहा कि उनका जहाज मछुआरों को रसद पहुंचा रहा था

देशबन्धु 16 Sep 2025 5:54 pm

दक्षिण कोरिया के पूर्व प्रधानमंत्री पर मार्शल लॉ लगाने के खिलाफ 30 सितंबर से शुरू होगा मुकदमा, हर सोमवार होगी सुनवाई

दक्षिण कोरिया के पूर्व प्रधानमंत्री हान डक-सू के खिलाफ विद्रोह का मुकदमा इस महीने के अंत से शुरू होगा। अदालत ने मंगलवार को कहा कि ये सप्ताह में एक बार आयोजित किया जाएगा

देशबन्धु 16 Sep 2025 2:53 pm

South Korea: मार्शल लॉ मामले में पूर्व प्रधानमंत्री सू के खिलाफ ट्रायल जल्द, हफ्ते का एक दिन तय

पहली औपचारिक सुनवाई में 3 दिसंबर के सीसीटीवी फुटेज को पेश किया जाएगा. ये उसी दिन का है जिस दिन राष्ट्रपति कार्यालय से मार्शल लॉ लागू करने की घोषणा हुई थी. यून द्वारा मार्शल लॉ घोषित करने से पहले, कथित तौर पर हान के सुझाव पर, उन्होंने राष्ट्रपति कार्यालय में एक कैबिनेट बैठक बुलाई थी.

ज़ी न्यूज़ 16 Sep 2025 2:52 pm

ट्रंप ने 'द न्यूयॉर्क टाइम्स' पर 15 अरब डॉलर का मानहानि केस कराया दर्ज, कहा-चला रहा 'दशकों से झूठ का अभियान'

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फ्लोरिडा में अमेरिकी दैनिक समाचार पत्र 'द न्यूयॉर्क टाइम्स' पर 15 अरब डॉलर का मानहानि केस दर्ज कराया है। ट्रंप का आरोप है कि 'द न्यूयॉर्क टाइम्स' उनके खिलाफ 'दशकों से झूठ का अभियान' चला रहा है और 'कट्टरपंथी वामपंथी डेमोक्रेट पार्टी के मुखपत्र' की तरह काम कर रहा है

देशबन्धु 16 Sep 2025 2:36 pm

नशे के खिलाफ इंटरपोल का बड़ा एक्शन, भारत समेत 18 देशों में मारे छापे, जब्त किए 57,000 करोड़ के ड्रग्स

Operation Lionfish-Mayagh III: इंटरपोल की ओर से नशीले पदार्थों की तस्करी के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया गया है, जिसमें अरबों के सिंथेटिक ड्रग्स को जब्त किया गया है.

ज़ी न्यूज़ 16 Sep 2025 1:52 pm

दिनभर की ताजा खबरें और अपडेट

ट्रेड डील पर बातचीत के लिए भारत में अमेरिकी दल

देशबन्धु 16 Sep 2025 1:02 pm

'डिपोर्ट के लिए तैयार रहें...' चार्ली किर्क की हत्या का जश्न मनाने वालों का वीजा रद्द, अमेरिका से निकाला जाएगा बाहर

Visa revocations underway for foreigners celebrating Kirk death: अमेरिका में चार्ली किर्क की हत्या का जश्न मनाने वाले विदेशियों पर ट्रंप सरकार का बड़ा एक्‍शन सामने आया है. ऐसे लोगों का वीजा रद्द करने की घोषणा की गई है. जानें पूरा मामला.

ज़ी न्यूज़ 16 Sep 2025 12:23 pm

Trump Setback: लीसा कुक मामले ट्रंप को झटका! कोर्ट ने किया गवर्नर को बहाल, ब्याज दरों बैठक में लेंगी हिस्सा

Trump on Back foot :डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी इतिहास के ऐसे पहले राष्ट्रपति हैं जिन्होंने फेडरल रिजर्व गवर्नर को उसके पद से हटाने की कोशिश की है. सोमवार (16 सितंबर) को अमेरिकी राष्ट्रपति को तब करारा झटका लगा जब कोर्ट ने ट्रंप के खिलाफ फैसला सुनाते हुए लीसा कुक को उनके पद पर बने रहने का फैसला सुना दिया.

ज़ी न्यूज़ 16 Sep 2025 11:57 am

ट्रंप जापानी ऑटोमोबाइल पर 15 प्रतिशत टैरिफ लगाना करेगा शुरू, कोरियाई कारों पर 25 % शुल्क

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का प्रशासन द्विपक्षीय व्यापार समझौते के अनुरूप इस सप्ताह जापानी ऑटोमोबाइल पर 15 प्रतिशत टैरिफ लागू करना शुरू कर देगा

देशबन्धु 16 Sep 2025 11:43 am

'द न्यूयॉर्क टाइम्स अमेरिका के इतिहास का सबसे खराब अखबार...,' ट्रंप ने 15 अरब डॉलर का क्यों ठोका मुकदमा?

Trump files $15bn lawsuit against The New York Times:डोनाल्ड ट्रंप ने न्यूयॉर्क टाइम्स पर 15 अरब डॉलर का मानहानि मुकदमा ठोका है. इसके साथ ही इसे 'अमेरिका का सबसे नीच अखबार' बताया है. जानें पूरी खबर.

ज़ी न्यूज़ 16 Sep 2025 11:17 am

चार्ली किर्क के हत्यारे टायलर रॉबिन्सन के खिलाफ मिले डीएनए सबूत, एफबीआई ने किया दावा

अमेरिकी फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (एफबीआई) के निदेशक काश पटेल ने कहा कि जांचकर्ताओं को चार्ली किर्क के कथित हत्यारे टायलर रॉबिन्सन के खिलाफ अपराध स्थल से डीएनए सबूत मिले हैं, जो उसे पिछले हफ्ते हुई घटना से जोड़ते हैं

देशबन्धु 16 Sep 2025 10:09 am

मैं चार्ली किर्क का जिंदगीभर कर्जदार हूं...अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने क्यों कहा ऐसा, हत्या के लिए वामपंथी उग्रवाद को बताया जिम्मेदार

JD Vance host 'The Charlie Kirk Show'?: अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने चार्ली किर्क की हत्या के बाद उनके पॉडकास्ट शो को होस्ट किया.वेंस ने हत्या को वामपंथी उग्रवाद का नतीजा बताया है. जानें वेंस ने खुद को चार्ली किर्क का कर्जदार क्यों बताया है?

ज़ी न्यूज़ 16 Sep 2025 8:56 am

US मिलिट्री का ड्रग्स शिप पर बड़ा हमला, डोनाल्ड ट्रंप ने किया 3 की मौत का दावा; अमेरिका-वेनेजुएला में बढ़ा तनाव

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी पोस्ट में आगे लिखा, 'आज सुबह मेरे आदेश पर अमेरिकी सैन्य बलों ने साउथकॉम क्षेत्र में पुष्टि किए गए अत्यंत हिंसक नशीली दवाओं के तस्करों और नारकोटेररिस्टों के खिलाफ दूसरा बड़ा हमला किया.'

ज़ी न्यूज़ 16 Sep 2025 8:23 am

चार्ली किर्क हत्याकांड में FBI का बड़ा खुलासा, आरोपी से मेल खा रहे घटनास्थल के पास मिले DNA के सबूत

Charlie Kirk Murder Suspect: चार्ली किर्क की हत्या को लेकर FBI डायरेक्टर काश पटेल ने बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि किर्क की हत्या वाली जगह के पास एक राइफल पर लिपटे तौलिये पर पाया गया DNA आरोपी से मैच करता है.

ज़ी न्यूज़ 16 Sep 2025 7:52 am

किम जोंग उन को ताउम्र देता रहा चैलेंज, नॉर्थ कोरिया के अधिकारियों का छूट गया पसीना; सबने कहा-दिलेर शख्‍स

किम सेओंग-मिनके सहकर्मियों ने बताया कि किम का अंतिम संस्कार कर दिया गया और उनकी अस्थियों को उत्तर कोरिया की सीमा के पास एक कोलंबेरियम में रखा गया है. किम के साथ 7 साल तक काम करने वाले चोई जंग-हून ने बताया, 'उत्तर कोरिया छोड़कर भागने वाले लोगों में से हमने एक नेता खो दिया है.'

ज़ी न्यूज़ 16 Sep 2025 7:42 am

इस कनेक्‍शन की वजह से भारत-अमेरिका के बीच ट्रेड डील पर हो रही दोबारा बातचीत, वरना 'टैरिफ जंग' थी तय?

India-US Trade Talks:भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता फिर शुरू हो रही है.ट्रंप ने रूस से तेल खरीदने पर भारत पर 25% टैरिफ और लगा दिया था. जिसके बाद उसके संबंध खराब हो गए थे. लेकिन एक कनेक्‍शन की वजह से भारत और अमेरिका के बीच अब रिश्ते सुधर रहे हैं. जानें पूरी बात.

ज़ी न्यूज़ 16 Sep 2025 7:19 am

'बाइडेन प्रशासन की गलती ने ले ली भारतीय की जान', अमेरिका में सिर काटने के मामले में ट्रंप ने किसे ठहराया दोषी?

Donald Trump Statement: अमेरिका में एक भारतीय व्यक्ति की निर्मम हत्या हुई और अब इसको लेकर अमेरिकी गृह सुरक्षा विभाग और राष्टपति ट्रंप ने बाइडेन प्रशासन की नीतियों पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि अगर बाइडेन प्रशासन ने आरोपी कोबोस-मार्टिनेज को रिहा न किया होता तो यह घटना टाली जा सकती थी.

ज़ी न्यूज़ 16 Sep 2025 6:45 am

आधी रात 58 दलितों की हत्या, 5 लड़कियों का रेप:महिलाओं के स्तन काटे, निजी अंगों में गोली मारी; आरोपी 45 लेकिन दोषी 0

दैनिक भास्कर की इलेक्शन सीरीज 'नरसंहार' के पांचवें एपिसोड में आज कहानी लक्ष्मणपुर बाथे नरसंहार की... राबड़ी देवी को बिहार की मुख्यमंत्री बने पांच महीने भी नहीं हुए थे। लालू यादव चारा घोटाले में जेल में बंद थे। सरकार कांग्रेस के बाहर से समर्थन के सहारे चल रही थी। ये अलग बात है कि उसके सभी 29 विधायक मंत्री बन गए थे। बिहार का जहानाबाद जिला। साल था 1997 और तारीख 1 दिसंबर। ठिठुरती सर्दियों वाली रात के करीब 9 बज रहे थे। 30-35 लोग बात करते हुए तेजी से सोन नदी की तरफ बढ़ रहे थे। हाथों में बंदूक, तलवार, गड़ासा और लाठी-डंडे थे। कुछ ही मिनटों में वे नदी के पास पहुंच गए। दो-तीन लोगों ने आवाज लगाई- ‘अरे कोई नाव वाला है क्या?’ एक मल्लाह भागता हुआ आया, लेकिन हथियारबंद लोगों को देखकर डर गया। कांपते हुए बोला- 'साहब… इतनी रात कहां जाएंगे। सभी नावें तो किनारे बंधी हैं।’ ‘तो खोल दो ना, हमें नदी पार करना है। दो-तीन और नाव वालों को बुलाओ।’ 40-45 साल का अधेड़ कंधे पर बंदूक की बेल्ट ऊपर सरकाते हुए बोला। मल्लाह ने आवाज लगाई- ‘अरे सुन रहे हो… साहब लोग को उस पार जाना है, जल्द नाव लेकर आओ।’ कुछ ही मिनटों में 4 मल्लाह 2 और नाव लेकर आ गए। सभी लोग 3 नावों में बैठ गए। एक घंटे के सफर के बाद नाव उस पार पहुंच गई। वहां पहले से 50-60 हथियारबंद लोग इनका इंतजार कर रहे थे। अब इनकी तादाद 100 के करीब हो गई। सभी घेरा बनाकर आपस में बात करने लगे। तभी एक आदमी बोल पड़ा- ‘इन मल्लाहों को खत्म करो, वर्ना राज खुल जाएगा।’ 10-15 लोगों ने पांचों मल्लाहों को दबोच लिया। हाथ-पैर बांध दिए। 30-35 साल के एक शख्स ने तलवार उठाई और एक मल्लाह की गर्दन पर दे मारी। वह चीख उठा। हमलावर ने फिर से उसकी गर्दन पर जोर से वार किया। मल्लाह की गर्दन कटकर लटक गई। अब भीड़ में शामिल 5-6 लोग तलवार लेकर बाकी मल्लाहों पर झपटे। मल्लाह बिलखने लगे- 'साहब... छोटा-छोटा बच्चा है। उनको कौन देखेगा। हम किसी से कुछ नहीं कहेंगे। मत मारो हमें।' हमलावर नहीं रुके। उन्होंने बाकी चारों मल्लाहों की भी गर्दन उतार दी। नावों में खून फैल गया। आसपास की रेत भी खून से सन गई। एक हमलावर बोला- ‘बोरी में भर लें क्या इन @#$%% को।’ दुबले कद काठी का एक अधेड़ बोल पड़ा- ‘अरे नहीं… सबको किनारे फेंक दो। जितनी लाशें दिखेंगी, उतना ही बढ़िया रहेगा।’ अब हमलावरों का झुंड आगे बढ़ा। सामने लक्ष्मणपुर बाथे नाम का गांव था। इसके एक हिस्से में दलितों की बस्ती है और दूसरे हिस्से में सवर्णों के घर। दलितों के घर मिट्टी के बने थे। उनके घरों में दरवाजे तक नहीं थे। अब रात के साढ़े 10 बज चुके थे। ये लोग तेजी से दलित बस्ती की तरफ चल दिए। 10-15 लोगों का गुट बनाया और अलग-अलग घरों में फायरिंग करते हुए घुसने लगे। एक घर के बरामदे में 3 लोग सो रहे थे। पति-पत्नी और बेटी। गोलियों की आवाज सुनकर पति दीवार फांदकर भाग गया, लेकिन उसकी पत्नी और बच्ची पकड़े गए। एक हमलावर ने दोनों पर बंदूक तान दी। तभी पीछे से दूसरा बोल पड़ा- ‘अरे गोली बर्बाद मत करो। तलवार से काट दो।’ हमलावर ने महिला की छाती पर तलवार मार दी। वो जमीन पर धड़ाम से गिर पड़ी। दूसरे ने महिला की गर्दन पर तीन-चार बार वार किया। उसकी गर्दन कट गई। इसी बीच एक हमलावर ने उसकी बेटी को दबोच लिया। वो कांपने लगी। कहने लगी- ‘भईया हमरा के मत मार.. छोड़ द.. हम तोहरा गोड़ पर गिरत बानी।’ हमलावर दांत पीसते हुए बोला- ‘@#%^ तुम्हें गवाही देने के लिए छोड़ दूं।’ उसने लड़की को जोर से तीन-चार थप्पड़ जड़े। धक्का देकर जमीन पर गिरा दिया और रेप करने लगा। वो लगातार चीखती रही। फिर दूसरे हमलावर ने भी उसकी इज्जत लूट ली। फिर उसके शरीर के निचले हिस्से में गोली मारकर आगे बढ़ गया। 40-45 साल की महिला अपने पति, देवर और दो बच्चों के साथ डरकर कोने में छिपी थी। हमलावर ने उसके पति पर तलवार से वार किया। उसका हाथ कटकर लटक गया। वो जमीन पर गिर पड़ा। तड़पने लगा। इसी बीच दोनों बच्चे और उसका देवर भागने के लिए जैसे ही आगे बढ़े, पीछे से दूसरे हमलावरों ने फायरिंग शुरू कर दी। किसी के सीने में गोली लगी, तो किसी के सिर के आर-पार हो गई। तीनों वहीं खत्म हो गए। अपनी आंखों के सामने अपने ही बेटों का कत्ल महिला से देखा नहीं गया। वो दहाड़ मारकर चीखने लगी। तभी एक हमलावर ने उसके पति की गर्दन पर तलवार मार दी। खून के छींटे दीवारों पर पड़े। दूसरे हमलावर ने उसके हाथ-पैर काट दिए। कुछ ही मिनटों में वह तड़प-तड़पकर शांत पड़ गया। अब 4-5 हमलावर महिला को घसीटते हुए आंगन में ले गए। वो बदहवास चीख रही थी। एक हमलावर बोला- ‘अरे ई @#$%% बहुत चिल्ला रही। मुंह में कपड़ा भर दो।’ एक ने गमछा फाड़ा और महिला के मुंह में ठूंस दिया। दो-तीन हमलावर उसकी साड़ी खींचने लगे। फिर सबने बारी-बारी उसका रेप किया। इसी बीच एक हमलावर बोल पड़ा- 'देखना ये बचनी नहीं चाहिए।' हमलावर ने महिला की छाती पर दो-तीन गोलियां मारीं और चलते बने। एक घंटे बाद दीवार फांदकर भागने वाला शख्स रोते-बिलखते घर लौटा। टॉर्च जलाकर देखा- बरामदे में उसकी पत्नी की कटी-फटी लाश पड़ी थी। हर जगह खून फैला था। कमरे में उसकी बेटी की लाश पड़ी थी। छाती और कमर के नीचे वाले हिस्से से खून बह रहा था। वह सिर पकड़कर बैठ गया। फिर लड़खड़ाते हुए उठा। आगे बढ़ा और टॉर्च जलाई। दूसरे कमरे में उसके दो बेटे और दो पोतों की लाश पड़ी थी। और आंगन में बिन कपड़ों के बहू की लाश। वह बदहवासी में चीखते हुए घर से बाहर निकला। बगल के घर में गया। देखा वहां 5 लोगों की लाशें इधर-उधर बिखरी पड़ी थीं। किसी को गोली मारी गई थी, तो किसी को तलवार-गड़ासे से काटा गया था। 25-30 साल की एक महिला के स्तन काट दिए थे। पेट भी कटा हुआ था। पास ही खून से सना मांस का लोथड़ा पड़ा था। वह चीख उठा- 'अरे ये तो पेट से थी। दरिंदों ने इसे भी मार डाला।' थोड़ी देर बाद कई घरों से रोने-बिलखने की आवाज आने लगी। गांव में हाहाकार मच गया कि नरसंहार हो गया है। दर्जनों लोग मार दिए गए हैं। कई घरों में तो कोई बचा ही नहीं था। कुछ घरों में तो 8-9 लोग तक मारे गए थे। गांव की गलियों में लाशें बिखरी पड़ी थीं। रात करीब 2 बजे औरंगाबाद के एसपी गुप्तेश्वर पांडे 4 पुलिस वालों के साथ लक्ष्मणपुर बाथे पहुंचे। वे घर-घर जाकर लाशें गिनने लगे। एक, दो, तीन, चार…. 34 तक पहुंचने के बाद उनकी सांसें फूलने लगीं। सर्दी वाली रात में भी पसीना आने लगा। खुद को संभालते हुए उन्होंने कॉन्स्टेबल से कहा- ‘पुलिस मुख्यालय फोन लगाओ।’ कॉन्स्टेबल ने फोन लगाकर एसपी को दे दिया। वे बोले- ‘यहां बहुत बड़ा नरसंहार हो गया है। भारी संख्या में पुलिस-फोर्स भेजिए।’ सुबह 5 बजे मेहंदिया थाने की पुलिस गांव पहुंची। ऑफिस इंचार्ज SI अखिलेंद्र सिंह और SI अजय कुमार ने एक-एक करके लाशें गिनीं। 53 लोगों का नरसंहार हुआ था। सभी के सभी दलित। 32 महिलाएं और 10 बच्चे। कई बच्चों की उम्र दो साल से भी कम थी। 5 लड़कियों-महिलाओं के शरीर पर ना के बराबर कपड़े थे। ये बिहार का सबसे बड़ा दलित नरसंहार था। राष्ट्रपति के. आर नारायणन को पता चला, तो बोल पड़े- 'ये तो राष्ट्रीय शर्म की बात है।' ये वो दौर था, जब बिहार में पिछले 5 साल में 4 बड़े नरसंहार हो चुके थे। 1992 में गया जिले के बारा गांव में 34 भूमिहारों की हत्या कर दी गई थी। आरोप माओवादी संगठन MCC पर लगा। आरोपियों में ज्यादातर दलित थे। कहा गया कि लक्ष्मणपुर बाथे उसी नरसंहार का बदला था। नरसंहार के अगले दिन यानी 2 दिसंबर की सुबह अरवल और जहानाबाद से भी पुलिस लक्ष्मणपुर बाथे पहुंच गई। मीडिया वाले पहुंच गए। गांव छावनी में बदल चुका था। SI अखिलेंद्र सिंह ने पूछा- ‘ये नरसंहार किसने किया, किसी ने हमलावरों को देखा क्या?’ भीड़ से निकलकर बिनोद पासवान नाम का शख्स बिलखते हुए बोला- ‘साहब… मैंने देखा है।’ SI- ‘क्या देखा, पूरी बात बताओ?’ बिनोद कहने लगा- ‘कल रात साढ़े 10 बजे हम लोग खाने के बाद सोने जा रहे थे। अचानक गोलियां चलने लगीं। मैं खटिया से उठा ही था कि 10-15 लोग घर में घुस गए। सबके हाथ में हथियार थे। मैं दीवार फांदकर भाग गया। एक घर के छप्पर पर छिपकर बैठ गया। आधे एक घंटे तक गांव में चीख-पुकार मची रही। फिर मैंने देखा कि करीब 100 लोग नारा लगाते हुए गांव से निकल रहे थे। 'रणवीर बाबा की जय, रणबीर बाबा की जय।' सबके हाथ में हथियार थे। वो टॉर्च जलाते हुए जा रहे थे। उसकी लाइट से मैंने 26 लोगों को पहचान लिया। 19 लोग गांव के ही थे।’ फिर क्या देखा? अपने आंसू पोछते हुए बिनोद बोला- ‘रणवीर सेना वालों के जाने के बाद मैं अपने घर गया। वहां पत्नी, बहू, बेटे-पोते सबकी लाश पड़ी थी। मेरे सात सवांग (लोग) खत्म हो गए। कुछ देर बाद मुझे दूसरे घरों से रोने की आवाजें आने लगीं। मैं शिव बच्चन राम के घर गया। वहां 5 लाशें मिलीं। फिर गणेश राजबंशी के घर गया, वहां 3 लाशें मिलीं। देबेश राजबंशी के घर से 5, लक्ष्मण राजबंशी के घर से 6 और यदुनी के घर से 6 लाशें मिलीं। उससे आगे बढ़ने की हिम्मत नहीं जुटा पाया।’ किधर गए वे लोग? ‘वे लोग उत्तर की तरफ निकले। सोन नदी पार किया और फिर छोटकी खरसुन गांव की तरफ बढ़ गए। इसके बाद कहां गए पता नहीं।’ पहले से कोई दुश्मनी थी क्या उनसे? ‘नहीं नहीं… पहले से कोई लड़ाई नहीं थी। हम लोग तो उनके ही खेतों में काम करते थे। बस उन लोगों को लगता था कि हम सीपीआई माले के सपोर्टर हैं। रणवीर सेना वालों की इनसे दुश्मनी है।' इसी बीच 34-35 साल की एक महिला भागती हुई आई। बोलने लगी- ‘साहब उन लोगों ने सिर्फ मारा ही नहीं, कई लड़कियों की इज्जत लूट ली है। बगल के घर में प्रभा नाम की लड़की थी। 2-3 दिन बाद वो ससुराल जाने वाली थी। मैंने देखा कि उसके शरीर पर कपड़े नहीं थे। स्तन कटे हुए थे। शरीर के निचले हिस्से से खून बह रहा था। मैंने अपनी आंखों से देखा कम से कम 5 लड़कियों के स्तन कटे थे। शरीर पर कपड़े नहीं थे। उनके शरीर के निचले हिस्से में गोली मारी गई थी।’ इस महिला का नाम सूरज मणि था। मानवाधिकारों के लिए काम करने वाली एक संस्था ह्यूमन राइट वॉच को उसने ये बात बताई थी। अरवल थाने के DSP श्रीधर मंडल को इस नरसंहार का जांच अधिकारी बनाया गया। उन्होंने गांव पहुंचते ही जहानाबाद डीएम को मैसेज भेजा- ‘फौरन गांव में पोस्टमॉर्टम के लिए डॉक्टरों की टीम भेज दें।’ सुबह 11 बजे इन्वेस्टिगेटिंग ऑफिसर ने अलग-अलग जगहों पर छापा मारा। सोन नदी के दक्षिण किनारे तीन लाशें मिलीं। उत्तरी छोर पर दो लाश मिलीं। रेत पर जगह-जगह खून पड़ा था। एक नाव भी मिली, जो खून से सनी थी। पुलिस ने लाश के साथ खून के निशान वाले बालू और कारतूस के खोखे सीज कर लिए। पुलिस को कुल 58 लाशें मिलीं। 53 गांव में और 5 सोन नदी के पास। दोपहर बाद 3 बजे मेहंदिया थाने में हत्या और अपहरण सहित IPC की कई संगीन धाराओं में केस दर्ज किया गया। इसमें अगड़ी जातियों के प्रतिबंधित संगठन रणवीर सेना से जुड़े 100 से ज्यादा लोगों को आरोपी बनाया गया। 2 दिसंबर को ही SI अजय कुमार ने एक खास मैसेंजर के जरिए FIR और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट जहानाबाद डिस्ट्रिक्ट कोर्ट भेज दी। उसी दिन पुलिस सभी लाशों का अंतिम संस्कार कराना चाहती थी, लेकिन गांव वाले अड़ गए। पुलिस को एक भी लाश उठाने नहीं दी। रात भर 100 से ज्यादा पुलिस वाले गांव में ही रुके रहे। अगले दिन यानी 3 दिसंबर को शाम 5 बजे बिहार की मुख्यमंत्री राबड़ी देवी गांव पहुंचीं। थोड़ी देर बाद सपा सांसद बनी फूलन देवी भी पहुंच गईं। फूलन मल्लाहों की नेता थीं। ये वहीं फूलन थीं जो पहले डकैत थीं, पर सरेंडर करने के बाद राजनीति में आ गई थीं। राबड़ी देवी के समझाने के बाद आखिरकार गांव वाले अंतिम संस्कार के लिए मान गए। दो ट्रैक्टर लाए गए। एक-एक करके 58 लाशें ट्रैक्टरों में भरी गईं। सोन नदी के पास 6 चिताएं तैयार की गईं और सबका सामूहिक संस्कार कर दिया गया। 3 दिसंबर को ही शाम 5.25 बजे पहली गिरफ्तारी हुई और दूसरी गिरफ्तारी 6.15 बजे। एक आरोपी के घर से दोनाली बंदूक भी बरामद हुई। दोनों को थाने भेज दिया गया। 5 दिसंबर को 2 और आरोपी पकड़े गए। 7 दिसंबर को 7 और आरोपी पकड़े गए। सभी रिमांड पर भेज दिए गए। इसी बीच जांच अधिकारी श्रीधर मंडल पर लापरवाही के आरोप लगने लगे। दबाव बढ़ा, तो 10 दिसंबर को श्रीधर मंडल को हटाकर पटना के डीएसपी मिर्जा मकसूद को जांच अधिकारी बना दिया गया। अभी इस नरसंहार को एक महीना ही हुआ था कि जहानाबाद जिले के एक गांव रामपुर-चौरम में नक्सलियों ने 9 सवर्णों की हत्या कर दी। ये लोग रणवीर सेना से जुड़े थे। इसे लक्ष्मणपुर बाथे नरसंहार का बदला कहा गया। 11 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी लक्ष्मणपुर बाथे पहुंचे। उस रोज पटना लौटकर उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- 'मुझे बाथे जाने से रोक गया। परिवार वालों से मिलने से रोका गया। लेकिन मैं वहां पहुंचा और लोगों से मिला। उनकी बातें सुनीं। मैं उनकी मांग राष्ट्रपति तक पहुंचाऊंगा। मौजूदा हालात में बिहार में फेयर लोकसभा इलेक्शन संभव नहीं है।' सेशन कोर्ट में 9 साल तक सुनवाई नहीं हुई, नीतीश ने CM बनते ही जांच आयोग भंग किया 27 फरवरी 1998 को 152 लोगों की गवाही के आधार पर 50 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की गई। 6 जनवरी 1999 को आरोपियों को जहानाबाद जिला अदालत में पेश किया गया, लेकिन 10 महीने तक कोई सुनवाई नहीं हुई। अक्टूबर 1999 में पटना हाईकोर्ट ने इसे सेशन कोर्ट पटना ट्रांसफर कर दिया, लेकिन वहां भी 9 साल तक सुनवाई नहीं हुई। 2005 में बिहार में सत्ता बदल गई। NDA गठबंधन से नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने और शुरुआती महीनों में ही अमीर दास कमीशन को भंग कर दिया। ये वही कमीशन था, जिसे नरसंहार के बाद दिसंबर 1997 में राबड़ी देवी ने बनाया था। पटना हाईकोर्ट के पूर्व न्यायधीश जस्टिस अमीर दास इसे लीड कर रहे थे। इस कमीशन ने 700 लोगों से पूछताछ की। जिसमें बीजेपी नेता मुरली मनोहर जोशी, सीपी ठाकुर, सुशील मोदी और राजद नेता शिवानंद तिवारी जैसे लोग शामिल थे। सीनियर जर्नलिस्ट कुमार नरेंद्र सिंह अपनी किताब 'बिहार में निजी सेनाओं का उद्भव और विकास' में लिखते हैं- 'वामपंथी पार्टियों ने तब राज्यपाल से शिकायत की थी कि रणवीर सेना के साथ राजद और बीजेपी के कुछ नेताओं के संबंध हैं। इसके बाद ही सरकार ने अमीर दास कमीशन बनाया था।' 11 साल बाद 26 दोषी करार, 16 को फांसी की सजा और 10 को उम्रकैद नरसंहार के करीब 11 साल बाद दिसंबर 2008 में 44 आरोपियों के खिलाफ पटना सेशन कोर्ट में सुनवाई शुरू हुई। कुल 14 वकीलों ने पैरवी की। 8 वकील सरकार की तरफ से और 6 आरोपियों की तरफ से। 152 गवाहों में से 91 ने कोर्ट में बयान दिए। पीड़ितों की तरफ से सरकारी वकील सीके सिन्हा ने कोर्ट में बोलना शुरू किया- ‘माय लॉर्ड... ये कोई छोटी-मोटी वारदात नहीं है। ये नरसंहार है। 58 लोगों को बहुत ही क्रूरता से मारा गया है। इन दरिंदों ने गर्भवती महिलाओं और दुधमुंहे बच्चे तक को काट डाला। परिवार के परिवार खत्म हो गए। इन दरिंदों को फांसी से कम सजा हो ही नहीं सकती।’ बचाव पक्ष के वकील सुनील कुमार ने उन्हें टोकते हुए कहा- ‘माय लॉर्ड ये झूठा और बेबुनियाद इल्जाम है। हमला रात के अंधेरे में हुआ था। हमलावर बाहर से आए थे। ऐसे में कोई कैसे पहचान सकता है कि इन्हीं लोगों ने हत्या की है। इनके पास कोई साइंटिफिक एविडेंस नहीं है।’ तभी सरकारी वकील सीके सिन्हा बोल पड़े- ‘माय लॉर्ड, हत्या में सिर्फ बाहर वाले नहीं, बल्कि गांव वाले भी शामिल थे। हमारे गवाह ने टॉर्च की लाइट में उनका चेहरा देखा था। आवाज से पहचान की थी। आदमी गांव वालों की आवाज तो पहचानता ही है।’ 7 अप्रैल 2010 को सेशन कोर्ट पटना ने इसे रेयरेस्ट ऑफ रेयर बताते हुए 16 दोषियों को फांसी की सजा और 10 को उम्रकैद की सजा सुनाई। साथ ही 50-50 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया। बाकी 18 लोगों को बरी कर दिया। हाईकोर्ट ने सभी आरोपियों को बरी किया, जेल में बंद ब्रह्मेश्वर मुखिया को भगोड़ा बताती रही पुलिस 9 अक्टूबर 2013 को पटना हाईकोर्ट ने सेशन कोर्ट के फैसले को पलटते हुए सभी 26 आरोपियों को बरी कर दिया। पटना हाईकोर्ट के जस्टिस वीएन सिन्हा और जस्टिस एके लाल ने फैसला सुनाते हुए कहा- ‘पुलिस ने घटना के 24 घंटे बाद FIR दर्ज की। FIR को जहानाबाद जिला अदालत पहुंचने में तीन दिन लग गए। जबकि मेहंदिया थाने से जहानाबाद कोर्ट की दूरी 50 किलोमीटर ही है। जांच अधिकारी ने यह पता नहीं किया कि सोन नदी पार करने वाले लोग कहां गए। 10 दिन बाद जांच अधिकारी को बदला गया, तब तक देर हो चुकी थी। सोन नदी पार करने वालों के पैरों के निशान मिट चुके थे। पुलिस के पास गवाहों के बयानों के अलावा कोई मजबूत सबूत नहीं है। इसलिए अपील करने वालों को बेनिफिट ऑफ डाउट का फायदा मिलना चाहिए।’ इस नरसंहार केस में रणवीर सेना के ब्रह्मेश्वर मुखिया को भी आरोपी बनाया गया था, लेकिन पुलिस ने उन्हें कभी कोर्ट के सामने पेश नहीं किया। कहा गया कि वे फरार हैं, जबकि उसी दौरान 2002 से 2011 तक वे जेल में बंद थे। 11 साल तक सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई नहीं, 12वें साल आरोपियों के वकील ने कहा- सभी 26 आरोपी मर चुके हैं 13 अक्टूबर 2013 को बिहार सरकार ने इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई। जनवरी 2014 में पहली बार सुप्रीम कोर्ट में ये केस लिस्ट हुआ, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। 2023 में 6 बार केस लिस्ट हुआ, लेकिन सुनवाई टाल दी गई। 1 जनवरी 2025 को बिहार सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में बताया कि 5 आरोपियों की मौत हो चुकी है। तीन महीने बाद अप्रैल 2025 में बचाव पक्ष के वकील ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि सभी 26 आरोपियों की मौत हो चुकी है। तब के सीजेआई संजीव खन्ना ने बिहार सरकार को स्टेटस रिपोर्ट फाइल करने को कहा और मामला स्थगित कर दिया। कल छठे एपिसोड में पढ़िए बिहार के एक और बड़े नरसंहार की कहानी... (यह सच्ची कहानी पुलिस चार्जशीट, कोर्ट जजमेंट, गांव वालों के बयान, अलग-अलग किताबें और इंटरनेशल रिपोर्ट्स पर आधारित है। क्रिएटिव लिबर्टी का इस्तेमाल करते हुए इसे कहानी के रूप में लिखा गया है।) रेफरेंस :

दैनिक भास्कर 16 Sep 2025 5:08 am

जिस देश में घूस लेने पर सजा ए मौत, सेक्स इंडस्ट्री वहां कैसे फली-फूली? इतने लोग जुड़े

Resurgence of prostitution in China: इस रिपोर्ट को आगे बढ़ाने से पहले साल 2022 के उस मामले का जिक्र करना जरूरी हो जाता है जबजिआंगसू की एक महिला नारकीय हालत मेंजंजीरों से जकड़ी मिली थी. उस मामले ने चीन में तस्करी से लाई गई महिलाओं की दुर्दशा की ओर दुनियाभर का ध्यान खींचा था.

ज़ी न्यूज़ 16 Sep 2025 4:40 am

3 दिन और 9 सेंटर्स, क्यों कैंसिल हुआ SSC-CGL एग्जाम:स्टूडेंट बोले- कभी सेंटर बदल रहे, कभी सर्वर डाउन; SSC बोला- सुधार करेंगे

‘कभी पेपर लीक हो जाता है, कभी नकल हो जाती है, कभी सिस्टम खराब तो कभी कुछ। इतने बड़े एग्जाम में ऐसे सर्वर डाउन हो जाना सही है क्या। एग्जाम ही कैंसिल कर दिया गया। इसमें हमारा समय और पैसा दोनों बर्बाद हो रहा है।‘ दिल्ली में रहने वाली सिमरन SSC CGL एग्जाम कैंसिल होने से खफा हैं। 12 सितंबर से SSC की CGL (कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल) एग्जाम शुरू हुए, लेकिन पहले दिन से ही एग्जाम सेंटर्स में तरह-तरह की दिक्कतें आने लगी हैं। 3 दिनों में ही दिल्ली, गुरुग्राम, जम्मू, झारखंड, मुंबई समेत 9 सेंटर्स पर एग्जाम कैंसिल कर दिए गए। सेंटर पर पहुंचने के बाद स्टूडेंट्स को पता चला कि एग्जाम कैंसिल हो गया है। ये तब हो रहा है, जब ऑनलाइन एग्जाम में सुधार की मांग को लेकर पिछले कुछ दिनों में स्टूडेंट्स लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं, इन गड़बड़ियों को लेकर SSC का कहना है कि सेंटर बदले जा रहे हैं। अब गलती नहीं होगी। जरूरत पड़ी तो कानूनी कार्रवाई भी करेंगे। इन गड़बड़ियों के कारण एक बार फिर SSC और एग्जाम कराने वाली एजेंसी एडुक्विटी पर सवाल उठने लगे हैं। दैनिक भास्कर की टीम ने ग्राउंड पर पहुंचकर उन स्टूडेंट्स से बात की, जिन्हें इस बदइंतजामी का सामना करना पड़ा। हमने इन गड़बड़ियों पर SSC के चेयरपर्सन से भी बात की है। पहले गुरुग्राम के सेंटर की बात…पहली शिफ्ट में ही सर्वर डाउन, हंगामे के बाद एग्जाम कैंसिलCGL का एग्जाम पहले 13 अगस्त से 30 अगस्त के बीच होना था, लेकिन जुलाई में सिलेक्शन पोस्ट फेज 13 और फिर स्टेनोग्राफर के एग्जाम में हुई गड़बड़ी के कारण इसमें देरी हुई। SSC ने भरोसा दिलाया था कि CGL के एग्जाम में कोई गड़बड़ी नहीं होगी, लेकिन 12 से 26 सितंबर तक होने वाले एग्जाम में पहले दिन पहली शिफ्ट से ही दिक्कतें शुरू हो गईं। हम गुरुग्राम में एक एग्जाम सेंटर पहुंचे। यहां हमें बिहार के सीतामढ़ी जिले के रहने वाले प्रभात कुमार मिले। वे 2022 से दिल्ली में रहकर CGL की तैयारी कर रहे हैं। उन्हें 12 सितंबर को गुरुग्राम के एमएम पब्लिक स्कूल में बने सेंटर पर तीसरी शिफ्ट में एग्जाम देना था। जब वे सेंटर पहुंचे तो पता चला कि एग्जाम कैंसिल हो गया है। उन्हें गेट भी बंद मिला। इन सब से नाराज प्रभात कहते हैं, ‘एक एग्जाम के लिए आपको मेंटली तैयार होना पड़ता है। उसके बाद जब ऐसी चीजें हो जाएं तो स्टूडेंट्स सिर्फ परेशान ही होता है। अब कहां सेंटर मिलेगा, कब एग्जाम होगा, उस दिन भी एग्जाम होगा या नहीं, कुछ तय नहीं है। आपने तैयारी कर ली है, लेकिन जब एग्जाम में सर्वर और दूसरी तकनीकी दिक्कतें होंगी तो उसका क्या होगा।’ प्रभात कहते हैं, 'तीन दिन पहले पता चला था कि सेंटर गुरुग्राम है। इसके लिए वे रोज वेबसाइट चेक कर रहे थे कि कहीं रीशेड्यूल न हो जाए। वे कहते हैं, ’एग्जाम कैंसिल करने का नोटिस जारी किया गया, लेकिन शिफ्ट का जिक्र नहीं था। जब यहां आया तो पता चला कि हमें ई-मेल आया है। अब 23, 24 या 25 सितंबर को फिर से एग्जाम होगा। आप नोटिस में लिख देते कि सारी शिफ्ट का एग्जाम कैंसिल हो गया, तो लोग बेवजह इतनी दूर नहीं आते।’ प्रभात आगे कहते हैं, ‘CGL एग्जाम में काफी मेहनत है। एक जवाब गलत होने या एक नंबर इधर-उधर होने पर 10 से 20 हजार स्टूडेंट्स की रैंक आगे-पीछे हो जाती है। इसके बावजूद हमें एग्जाम कैंसिल होने जैसे दौर देखने पड़ रहे हैं। सिलेक्शन पोस्ट और स्टेनोग्राफर के एग्जाम में भी यही दिक्कतें आईं थीं। फिर से वही हो रहा है।‘ कभी पेपर लीक-कभी नकल तो कभी सर्वर डाउन और एग्जाम कैंसिलप्रभात की तरह सिमरन वैद भी दिल्ली से गुरुग्राम सेंटर पर एग्जाम देने पहुंची थीं। हालांकि एग्जाम कैंसिल होने की वजह से लौटना पड़ा। तीन साल से SSC की तैयारी कर रहीं सिमरन कहती हैं, ‘पहले तो एग्जाम देरी से शुरू हुआ। अब सर्वर डाउन हो रहा है। पहले इस तरह की दिक्कतें नहीं होती थीं। लोग इतनी दूर-दूर से एग्जाम देने आते हैं। कभी पेपर लीक हो जाता है तो कभी सिस्टम खराब तो कभी कुछ।‘ सिमरन एग्जाम से एक दिन पहले 11 सितंबर की रात एडमिट कार्ड आने को लेकर भी शिकायत करती हैं। वे कहती हैं, ‘सेंटर को लेकर गुरुग्राम मेरी तीनों चॉइस में नहीं था। इसके बावजूद यहां सेंटर दे दिया। एक रात पहले एडमिट कार्ड आया। अगर सेंटर कहीं दूर होता तो मैं एग्जाम देने कैसे जाती? SSC को ये सोचना चाहिए कि दो-तीन दिन पहले एडमिट कार्ड दे।’ वे आगे कहती हैं कि जब गुरुग्राम पहुंची तो यहां आकर पता चला कि एग्जाम कैंसिल हो गया है। इसके बारे में उन्हें पहले से कोई जानकारी नहीं दी गई थी। गुरुग्राम के इस सेंटर पर 13 और 14 सितंबर को होने वाले एग्जाम भी कैंसिल कर दिए गए। ये आगे कब कराए जाएंगे, इसकी तारीख नहीं बताई गई है। SSC ने अपने नोटिस में रद्द करने की वजह 'प्रशासनिक' बताई है। CGL एग्जाम के पहले दिन यानी 12 सितंबर को गुरुग्राम के इस सेंटर के अलावा कई जगहों पर एग्जाम कैंसिल हुए हैं। अब कानपुर सेंटर की बात...SSC चेयरपर्सन तक बात पहुंचे, वरना साल बर्बाद हो जाएगा12 सितंबर को कानपुर के आरसीआरडी कन्या महाविद्यालय में बने एग्जाम सेंटर से भी स्टूडेंट्स का वीडियो सामने आया। स्टूडेंट ने आरोप लगाया कि एडमिट कार्ड लेकर उन्हें बाहर कर दिया गया और बताया कि उनका एग्जाम नहीं होगा। हालात ऐसे हो गए कि स्टूडेंट ने पुलिस को बुला लिया। फर्रुखाबाद की रहने वाली दिव्या पाल का एग्जाम इसी सेंटर पर पहली शिफ्ट में था, लेकिन वो एग्जाम नहीं दे सकीं। वे कहती हैं, ‘सुबह 9-10 के बीच पेपर था, लेकिन सर्वर डाउन हो गया। करीब 25 स्टूडेंट्स को एग्जाम नहीं देने दिया गया। जब हमने मुद्दा उठाया तो इनविजिलेटर ने कहा कि ये SSC की समस्या है, वे कुछ नहीं कर सकते हैं।‘ हमने बार-बार कहा कि नोटिस जारी कर बता दीजिए कि एग्जाम रीशेड्यूल होगा, इसके बावजूद उन्होंने कुछ नहीं किया। वे कहती हैं, ‘हमारी बात SSC चेयरपर्सन तक पहुंचनी चाहिए, नहीं तो सेंटर हमें ऐबसेंट भी दिखा सकता है और इससे उनका पूरा साल बर्बाद हो जाएगा, क्योंकि दोबारा एग्जाम को लेकर उन्हें अभी तक कोई नोटिस नहीं मिला है।‘ दिव्या कहती हैं कि सुबह 7 बजे से वहां भूखे रहने के कारण वो दो बार बेहोश भी हो गई थीं। 24 जुलाई को दिव्या इसी सेंटर पर सिलेक्शन पोस्ट फेज-13 एग्जाम भी देने आई थीं। तब भी सर्वर सही न होने के कारण एग्जाम कैंसिल हो गया था। बाद में दूसरी तारीख पर उन्होंने एग्जाम दिया। क्लासरूम से निकालकर गेट बंद किया, बोले- अब सीट नहींफतेहपुर के रहने वाले शशांक पटेल उन 25 स्टूडेंट्स में शामिल हैं, जिन्हें पेपर देने का मौका नहीं मिला। 2 साल से SSC की तैयारी कर रहे शशांक प्रयागराज से कानपुर एग्जाम देने पहुंचे थे। 12 सितंबर को सेंटर पर हुए विवाद को लेकर वे बताते हैं, ‘सुबह साढ़े 7 बजे एंट्री हो गई। वहां कुल चार लैब थी। इनमें से तीन ही सही थी।‘ ‘इनमें से एक लैब में मुझे 25 स्टूडेंट्स के साथ जाना था। हमें बताया गया कि सर्वर की दिक्कत है। बाद में कहा गया कि आप लोग एडमिट कार्ड दे दीजिए। 9:30 बजे भी एग्जाम शुरू नहीं हुआ। फिर हमें क्लासरूम से बाहर करके गेट बंद कर दिया गया। कई घंटों तक कोई अपडेट नहीं मिला।‘ शशांक सवाल उठाते हुए कहते हैं कि अगर सीट नहीं थी, तो उस सेंटर के लिए एडमिट कार्ड क्यों जारी किया गया। वे आगे कहते हैं, ‘हमें वहां बोला जा रहा था कि हमारा एग्जाम बाद में करा दिया जाएगा, लेकिन ये कोई लिखित में देने को राजी नहीं था। ये सब करते हुए 2 बज गए। बाद में हमें बोला गया कि हम उन्हें लिखकर दे दें कि हमारा एग्जाम बाद में करा दिया जाए। सभी 25 स्टूडेंट्स ने उन्हें ये लिखकर दिया।‘ अब जान लीजिए इन गड़बड़ियों को लेकर SSC क्या कह रही…सेंटर बदल रहे, अब गलतियां हुईं तो कानूनी कार्रवाई करेंगे CGL के एग्जाम कई सेंटर पर कैंसिल हुए। हमने SSC के चेयरपर्सन एस गोपाल कृष्णन से बात की। उन्होंने बताया कि कुछ सेंटर्स पर मिस मैनेजमेंट और तकनीकी वजहों से दिक्कतें हुईं। ऐसे सेंटर्स बंद किए जाएंगे और यहां होने वाले एग्जाम उसी शहर में दूसरे सेंटर पर करवाए जाएंगे। एग्जाम सेंटर्स में हुई गड़बड़ी को लेकर गोपाल कृष्णन कहते हैं, ‘उस सेंटर (गुरुग्राम) की तरफ से कुछ कमियां थीं, इसलिए हम उसे बंद कर रहे हैं। वहां के कैंडिडेट को दिल्ली के दूसरे सेंटर्स में शिफ्ट किया जाएगा और अगले 10 दिन में वो एग्जाम देंगे। कुछ सेंटर्स पर पुरानी मशीनें हैं और वायर हैं। अगर दिक्कत होती है तो हम तुरंत दूसरे सेंटर पर एग्जाम करवा रहे हैं।‘ SSC चेयरपर्सन ने दावा किया कि CGL की परीक्षा 227 सेंटर्स पर हो रही हैं और इनमें 215 सेंटर्स पर एग्जाम सही तरीके से हुए। हमने दिक्कतों का हल निकालने में कोई कमी नहीं की है। एडुक्विटी को हटाने की मांग पर गोपाल कृष्णन कहते हैं, ‘मेरा इस पर यही कहना है कि कुछ जगहों पर एग्जाम रीशेड्यूल हुए हैं। अगर उसके बाद भी गलतियां होंगी तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हालांकि एक बात ये भी है कि हर एग्जाम में कई सारे तकनीकी बदलाव होते रहते हैं। हो सकता है कि उसी वजह से पहले टेस्ट में कुछ जगह दिक्कतें आई हों।‘ सिर्फ इन गड़बड़ियों पर एडुक्विटी को नहीं हटा सकतेएडुक्विटी की तकनीक बेहतर न होने के बावजूद उसे टेंडर क्यों मिला? इस पर गोपाल कृष्णन कहते हैं, ‘इसका जवाब मैं बहुत बार दे चुका हूं। बार-बार दोहराने से कुछ नहीं बदलेगा। टेंडर के प्रोसेस में दोनों (टेक्निकल और फाइनेंस) को वेटेज दिया जाता है। नियम के तहत ही फैसला लिया गया है।‘ टेंडर पर काम शुरू होने के बाद उसे बदलने की परमिशन नहीं है। टेंडर के नियम में है कि पहले एक साल तक उसके पास एग्जाम करवाने का ठेका है, उसके बाद अगर सही है तो बढ़ा सकते हैं। इससे पहले हुए एग्जाम्स में आई शिकायतों पर एडुक्विटी के खिलाफ कोई एक्शन लिया गया? इसके जवाब में SSC के एक सीनियर अधिकारी नाम न बताने की शर्त पर कहते हैं कि बिल्कुल, कंपनी को लिखित में बताया गया कि वो सिस्टम सही करे। इसके बाद उन्होंने सुधार भी किया है। एडुक्विटी ने भी सब-कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर दूसरी कंपनियों को ठेका दे रखा है। सारी कंपनियां इसी तरीके से एग्जाम करवाती हैं। अधिकारी मानते हैं कि एग्जाम प्रक्रिया में कमियां तो हैं, लेकिन इसे लगातार ठीक किया जा रहा है। अभी कुछ जगहों पर दिक्कतें आ रही हैं, लेकिन इसे ठीक किया जा सकता है। सिर्फ इन वजहों से अभी एडुक्विटी को हटाया नहीं जा सकता है, क्योंकि इससे सारी परीक्षाएं लेट होंगी। टेंडर की प्रक्रिया में पूरे एक साल तक लग सकते हैं। अगर कोई फ्रॉड या इस तरह की दिक्कतें आगे भी होंगी तो कंपनी को हटाया जा सकता है। जुलाई में भी SSC एग्जाम में हुई थीं गड़बड़ियांजुलाई में सिलेक्शन पोस्ट फेज-13 एग्जाम के दौरान कई तकनीकी गड़बड़ियां हुई थीं। माउस काम न करना, सर्वर डाउन, सेंटर दूर होने जैसी कई दिक्कतें थीं। इसके बाद एडुक्विटी विवादों में आ गई। स्टूडेंट्स ने सवाल भी उठाया था कि ऐसी एजेंसी को क्यों टेंडर मिला, जिसका रिकॉर्ड खराब रहा है। SSC की परीक्षाएं पहले टाटा कंस्लटेंसी सर्विसेज (TCS) करवाती थी, लेकिन नए टेंडर में एडुक्विटी को चुना गया है। पिछले महीने दैनिक भास्कर ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया था कि तकनीक के मामले में पीछे रहने के बावजूद एडुक्विटी को कैसे टेंडर मिल गया था। सरकारी डॉक्यूमेंट्स के मुताबिक, 2 मार्च 2024 को SSC की एक कमेटी ने लिखा था कि टेंडर में शामिल हुई कंपनियों में TCS की तकनीक सबसे बेहतर है क्योंकि इसका ऑपरेटिंग सिस्टम काफी मजबूत है। कमेटी ने आगे लिखा था कि एडुक्विटी के पास एनक्रिप्टेड तकनीक है, जिससे कैंडिडेट के बारे में किसी को पता नहीं चलेगा, लेकिन वे विंडो पर काम करते हैं। ये बहुत ज्यादा सेफ नहीं है। इससे सभी कैंडिडेट के सिस्टम्स को सुरक्षित नहीं रखा जा सकता है। हालांकि इससे बचने के लिए कंपनी फायरवॉल का इस्तेमाल कर रही है। इसके बाद फाइनेंशियल बिडिंग की प्रोसेस में एडुक्विटी ने सबसे कम 171 रुपए पर कैंडिडेट एग्जाम करवाने की बोली लगाई, जबकि TCS की बोली 311 रुपए थी। आखिरकार सबसे कम बोली लगाने वाली एडुक्विटी करियर टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड को चुना गया था, जिसने SSC एग्जाम करवाने के लिए कुल 273 करोड़ रुपए की बोली लगाई थी। SSC के नोटिफिकेशन के मुताबिक, किसी भी एजेंसी को चुनने के लिए तकनीकी मूल्यांकन को 70% और खर्च की बिडिंग को 30% प्राथमिकता दी जाती है। तब SSC के चेयरपर्सन ने भी यही दलील दी थी कि हर सरकारी टेंडर QCBS (क्वालिटी एंड कॉस्ट बेस्ड सिलेक्शन) फॉर्मूले से ही पूरा होता है। सिर्फ तकनीकी आधार पर किसी को नहीं चुना जाता है। .................... ये खबर भी पढ़ें...विवादों में रही एजेंसी को SSC एग्जाम का ठेका बिहार के गया जिले के रहने वाले मंटू कुमार 2020 से SSC की तैयारी कर रहे हैं। इस बार पर्चा बिगड़ने पर कहते हैं। ‘SSC में हमारा 2022 और 2024 में फाइनल सिलेक्शन नहीं हो सका। 2025 के लिए तैयारी कर रहे थे, लेकिन सब बेकार हो गया। अब सिलेक्शन के लिए होने वाले एग्जाम में इंतजाम पहले से बदतर हो गए हैं। जब तक TCS एग्जाम कराता था, तब तक सब बढ़िया था। जब से एडुक्विटी एग्जाम करा रहा है तो आप हाल देख ही रहे हैं।‘ पढ़िए पूरी खबर...

दैनिक भास्कर 16 Sep 2025 4:00 am

ट्रंप के सलाहकार नवारो ने फिर उगला जहर, बोले- बातचीत की टेबल पर आ रहा भारत वो...

US Tariff on India: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ट्रेड एडवाइजर पीटर नवारो ने एक बार फिर भारत के खिलाफ जहर उगला है.

ज़ी न्यूज़ 16 Sep 2025 3:59 am

DNA: क्या झुक जाएगा इजरायल? मुस्लिम देश बनाएंगे 'इस्लामिक सेना', US के NATO के आगे कितना पावरफुल

Muslim Countries Vs Israel:समिट में 50 से ज्यादा मुस्लिम देशों के राष्ट्रअध्यक्ष शामिल हुए हैं. जो इजरायल पर कतर के हमले के बाद नाराज हैं और मिलकर इस बात की योजना तैयार कर रहे हैं कि इजरायल को जवाब कैसे दिया जाए. इसके लिए एक इस्लामिक सेना तैयार करने का विचार भी सामने आया है.

ज़ी न्यूज़ 15 Sep 2025 11:50 pm

कतर पर अटैक इजरायल Vs मोसाद क्यों हो गया? सबसे ताकतवर खुफिया एजेंसी की चेतावनी को नज़रअंदाज करना नेतन्याहू को पड़ा भारी!

DNA Analysis: इज़रायल ने कतर में हमास के वार्ताकारों को खत्म करने की जिम्मेदारी अपनी खुफिया एजेंसी मोसाद को सौंपी थी. लेकिन मोसाद ने इस आपरेशन को करने से इनकार कर दिया. आप जानकर चौंक सकते हैं मोसाद जैसी एजेंसी, जो इजरायल की सबसे बड़ी ताकत है.

ज़ी न्यूज़ 15 Sep 2025 11:26 pm

मेंटल हेल्थ से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं! सख्त हुआ ये राज्य, सोशल मीडिया पर तंबाकू स्टाइल के दिखाने होंगे डिस्क्लेमर

Social Media: युवाओं के मेंटल हेल्थ पर सोशल मीडिया के प्रभाव को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच कैलिफोर्निया के सांसदों ने एक विधेयक पारित किया है. इसके तहत बच्चों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले सोशल मीडिया ऐप्स पर चेतावनी लेबल लगाना अनिवार्य होगा.

ज़ी न्यूज़ 15 Sep 2025 10:51 pm

DNA: क्या नेपाल में फिर से तख्तापलट होने वाला है? GEN-Z आंदोलन के नेता गुरुंग ने क्यों मांगा कार्की का इस्तीफा

DNA Analysis on latest updates in Nepal Protest: क्या नेपाल में दोबारा से तख्तापलट होने वाला है? यह सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि आंदोलनकारियों के नेता सुदन गुरुंग ने अंतरिम पीएम सुशीला कार्की का इस्तीफा मांग लिया है.

ज़ी न्यूज़ 15 Sep 2025 10:51 pm

इस गल्फ कंट्री में प्लॉट खरीदकर आप भी बन सकते हैं 'शेख'? सरकार ने विदेशियों के खोल दिए दरवाजे, जानें कैसे पूरा करें सपना

How to acquire property in Oman: क्या आपका भी गल्फ कंट्री में प्रॉपर्टी खरीदकर वहां बसने का सपना है. अगर ऐसा है तो आपके लिए शानदार मौका है. ओमान ने विदेशियों के लिए संपत्ति खरीदने के नियम बहुत आसान कर दिए हैं.

ज़ी न्यूज़ 15 Sep 2025 8:12 pm

इस गल्फ कंट्री में प्लॉट खरीदकर आप भी बन सकते हैं 'शेख'? सरकार ने विदेशियों के खोल दिए दरवाजे, जानें कैसे पूरा करें सपना

How to acquire property in Oman: क्या आपका भी गल्फ कंट्री में प्रॉपर्टी खरीदकर वहां बसने का सपना है. अगर ऐसा है तो आपके लिए शानदार मौका है. ओमान ने विदेशियों के लिए संपत्ति खरीदने के नियम बहुत आसान कर दिए हैं.

ज़ी न्यूज़ 15 Sep 2025 8:12 pm

पहले किया TikTok पर बैन की धमकी का ड्रामा, अमेरिका ने अब चुपचाप की चीन से बड़ी डील! ट्रंप बोले- जिनपिंग से...

TikTok विवाद को लेकर अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा चीन के साथ हुई मीटिंग के दौरान उन्होंने एक विशेष कंपनी को लेकर समझौता भी किया है. वहीं, उन्होंने एक और ऐलान किया है.

ज़ी न्यूज़ 15 Sep 2025 8:04 pm

चैटजीपीटी की मदद से गाजा से भागा फिलिस्तीनी एक साल तक भागता रहा, जानें आगे क्या हुआ

Gaza Man Flee to Europe: गाजा के हालात काफी खराब हैं. हमास आतंकियों का खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है. ऐसे में एक नौजवान ने गाजा से भागकर नई जिंदगी शुरू करने की कोशिश की. चीन, लीबिया, मिस्र, इटली से होता हुआ वह समंदर के रास्ते करीब एक साल तक यूं ही भागता रहा. जाने आखिर में क्या हुआ?

ज़ी न्यूज़ 15 Sep 2025 7:05 pm

गैंगरेप-मल त्याग की पेशकश...क्या है पोर्टा-पॉटी पार्टी, जहां दुबई के अमीरजादे खुलकर खेलते हैं गंदे खेल

Dubai Porta-Potty Parties: दुबई के एक हाई-प्रोफाइल सेक्स रिंग का पर्दाफाश हुआ है. लंदन के एक पूर्व बस ड्राइवर चार्ल्स म्वेसिग्वा ने एक रिपोर्टर को 'सेक्स पार्टी के लिए महिलाओं' की पेशकश की. उसने रिपोर्टर को बताया कि महिलाएं ग्राहकों की 'लगभग हर इच्छा' पूरी करेंगी. इस दौरान इस ड्राइवर ने चमकती दुबई की 'काली सच्चाई' बताई, जो बेहद ही खौफनाक है.

ज़ी न्यूज़ 15 Sep 2025 6:22 pm

इंसान के सीने में धड़का 'सूअर' का दिल, मेडिकल हिस्ट्री में डॉक्टरों ने कर दिखाया 'चमत्कार', जानें पूरा मामला

Viral News: अमेरिका में डॉक्टरों ने 58 साल के मरीज को सूअर का दिल ट्रांसप्लांट कर नई जिंदगी दी. जेनेटिक रूप से बदले सूअर के अंगों से जेनो ट्रांसप्लांट संभव हो रहा है. पहले भी प्रयास हुआ था, लेकिन इस बार मरीज स्वस्थ है. यह विज्ञान की बड़ी सफलता मानी जा रही है.

ज़ी न्यूज़ 15 Sep 2025 5:38 pm

गाजा से भागकर जेट स्की से यूरोप तक का सफर

गाजा के मुहम्मद अबू दाखा ने इस्रायल-हमास युद्ध की तबाही से बचने के लिए एक खतरनाक सफर तय किया. 31 साल के दाखा ने एक पुरानी जेट स्की खरीदी और उसके सहारे भूमध्यसागर पार करने की कोशिश की

देशबन्धु 15 Sep 2025 5:12 pm

Nepal Supreme Court: तंबू में चल रहा सुप्रीम कोर्ट, Gen-Z प्रोटेस्ट के बाद कैसी हो गई नेपाल की हालत? सामने आई तस्वीर

कई रिपोर्टों और स्थानीय मीडिया के अनुसार सुप्रीम कोर्ट के कर्मचारियों ने सेवाएं जारी रखने के लिए नेपाल की शीर्ष अदालत के परिसर में टेंट लगा दिए हैं. हालांकि, सुनवाई फिर से शुरू नहीं हुई है.

ज़ी न्यूज़ 15 Sep 2025 2:25 pm

Nepal Goverment: नेपाल में नए मंत्रिमंडल का विस्तार, सुशीला कैबिनेट में किन मंत्रियों को मिली जगह?

Nepal Goverment: नेपाल में केपी शर्मा ओली की सत्ता बेदखल होने के बाद आज सोमवार को नए कैबिनेट का विस्तार हो चुका है. आज 3 प्रमुख मंत्रियों को शपथ दिलाई गई है.

ज़ी न्यूज़ 15 Sep 2025 12:56 pm

नेपाल- फ्रांस के बाद अब फिलीपींस में भड़की चिंगारी, भ्रष्ट सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरे लोग, राष्ट्रपति ने जोड़े हाथ

Corruption Protest In Philippines: फिलीपींस में भ्रष्टाचार को लेकर लोग सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करने लगे हैं. इसको लेकर राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर ने जनता से कुछ आग्रह किया है.

ज़ी न्यूज़ 15 Sep 2025 12:20 pm

Happy Birthday To You POPE...सफेद शर्ट, काली पैंट पहने पेरू की राष्ट्रपति ने देखें किस अंदाज में मनाया पोप LEO XIV का जन्मदिन

Pope Leo XIV 70 Birthday:पेरू की राष्ट्रपति डिना बोलुआर्टे ने पोप लियो XIV के 70वें जन्मदिन पर लंबायेक में स्टेज पर 'हैप्पी बर्थडे' गाना गाकर सबको चौंका दिया. सफेद शर्ट और काली पैंट में लंबायेक और लिमा में स्टेज पर जिस अंदाज में 'हैप्पी बर्थडे' पोप लियो XIV के लिए गाया गया. वह वायरल हो रहा है.पोप लियो, जो मूल रूप से अमेरिकी लेकिन पेरू के ही नागरिक हैं.

ज़ी न्यूज़ 15 Sep 2025 10:13 am

अब NATO और EU को दबाने की कोशिश में ट्रंप, प्रतिबंधों के जरिए रूस से बढ़ाना चाहते है इनकी दूरिया

अमेरिकी राष्‍ट्रपति ने कहा कि मैं रूस पर बड़े प्रतिबंध लगाने के लिए तैयार हूं लेकिन जब सभी नाटो देश और यूरोप भी अपने प्रतिबंधों को रूस पर बढ़ाए. इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ने यूरोप की आलोचना करते हुए कहा कि यूरोप रूस पर जो प्रतिबंध लगा रहे हैं, वे पर्याप्त कड़े नहीं हैं. मैं रूस पर और प्रतिबंध लगाने को तैयार हूं लेकिन यूरोप को मेरे कहने के अनुरूप अपने प्रतिबंधों को और कड़ा करना होगा.

ज़ी न्यूज़ 15 Sep 2025 10:09 am

30 सालों से कैलिफोर्निया में रह रही थी सिख दादी, अचानक ICE ने किया गिरफ्तार, भड़के समुदाय ने किया विरोध प्रदर्शन

Sikh Woman Detained In US: अमेरिका में पिछले 30 सालों से भी ज्यादा समय से रह रही एक सिख महिला को डिटेन कर दिया गया है. महिला के पास जरूरी दस्तावेज नहीं थे.

ज़ी न्यूज़ 15 Sep 2025 9:33 am

यूक्रेन युद्ध खत्म करने के लिए अमेरिका की नई चाल! ट्रंप के सहयोगी लिंडसे ग्राहम ने भारत-चीन पर टैरिफ बढ़ाने की क्यों की मांग?

Lindsey Graham statement: पोलैंड के हवाई क्षेत्र में रूसी ड्रोन घुसने की घटना पर अमेरिका के एक सीनियर पॉलिटिशियन, लिंडसे ग्राहम का बयान सामने आया है. वह यूक्रेन-रूस वॉर खत्म करने के लिए भारत और चीन पर टैरिफ के जरिए दवाब डालने की बात कर रहे हैं.

ज़ी न्यूज़ 15 Sep 2025 9:10 am

निश्चिंत रहें, हम उसे नहीं छोड़ेंगे... अमेरिका में चंद्र नागमल्लैया की सिर काटकर हत्या पर भड़के ट्रंप, बाइडेन की नीतियों को ठहराया दोषी

टेक्सास के डलास में चंद्र नागमल्लैया की कथित तौर पर अमेरिकी राष्ट्रपतिडोनाल्ड ट्रंप का बयान सामने आया है.ट्रंप ने कहा कि संदिग्ध हत्यारे को देश में नहीं होना चाहिए था. उन्होंने हत्यारे पर कानून की पूरी सीमा तक मुकदमा चलाने का संकल्प लिया और अवैध अप्रवासी अपराधियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाने का वादा किया.

ज़ी न्यूज़ 15 Sep 2025 8:07 am

वामपंथी-लिबरल बहुत ‘नीच’, देश का झंडा जलाते-हिंसा फैलाते हैं... ट्रंप ने जिगरी दोस्त चार्ली किर्क की हत्या पर निकाली भड़ास

Charlie Kirk memorial in Arizona:कंजर्वेटिव एक्टिविस्ट चार्ली किर्क की हत्या के बाद अमेरिका में कोहराम मचा हुआ है. अपने जिगरी दोस्त को खोने के बाद ट्रंप को बहुत दुख है. तभी तो उन्होंने अपने दोस्त की हत्या परवामपंथियों और लिबरल्स को ‘नीच’ और ‘उकसावेबाज’ बता दिया.किर्क और ट्रंप का रिश्ता कितना गहरा था इस बात से लगाया जा सकता है किट्रंप 21 सितंबर को एरिजोना में किर्क की स्मृति सभा में भी जाएंगे. जानें ट्रंपवामपंथियों और लिबरल्स पर क्यों भड़क गए?

ज़ी न्यूज़ 15 Sep 2025 7:53 am

17 सितंबर के बाद टिकटॉक 'मर' सकता है...क्यों व्याकुल हो गए ट्रंप? 'जिंदा' रखने के लिए अब चीन ही सहारा!

Tiktok ban trump china deadline:अमेरिका में टिकटॉक के भविष्य पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप नेचुप्पी तोड़ी है. उन्होंने कहा कि टिकटॉक को बचाने या बंद करने का फैसला अब चीन पर निर्भर है. 17 सितंबर की डेडलाइन नजदीक है. ट्रंप ने बहुत साफ शब्दों में कह दिया है कि टिकटॉक मर भी सकता है और बचाया भी जा सकता है. जानें अंदर की बात.

ज़ी न्यूज़ 15 Sep 2025 7:35 am

Charlie Kirk: इन्वेस्टिगेशन टीम का सिरदर्द बना चार्ली किर्क का हत्यारा रॉबिंसन, जांच में नहीं कर रहा सहयोग

Tyler Robinson: अमेरिकन एक्टिविस्ट चार्ली किर्क की हत्या मामले में कस्टडी में लिए गए टायलर रॉबिंसन से पूछताछ की जा रही है. इसको लेकर यूटा के गवर्नर सस्पेंसर कॉक्स का कहना है कि रॉबिंसन जांच में सहयोग नहीं कर रहा है.

ज़ी न्यूज़ 15 Sep 2025 7:28 am

चार्ली किर्क की हत्या को लेकर FBI निदेशक काश पटेल पर फिर उठे सवाल, सीनेट के सामने होंगे पेश

चार्ली किर्क की हत्या के बाद FBI निदेशक काश पटेल का जल्दबाजी में उठाया कदम उनको भारी पड़ सकता है. जानकारी के अनुसार, मंगलवार और बुधवार को काश पटेल को कांग्रेस के सामने निगरानी सुनवाई के लिए पेश होना है जहां उनसे कड़े सवाल पूछे जा सकते हैं.

ज़ी न्यूज़ 15 Sep 2025 7:15 am

टैरिफ की टेंशन देने के बाद डोनाल्‍ड ट्रंप के बदल रहे सुर, कंपनियों से कही ये बात

बीते 90 दिनों से दुनिया को अमेरिकी टैरिफ (US Tariff) की धौंस दिखा रहे अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के सुर कुछ बदले नजर आ रहे हैं. माना जा रहा है कि भारत-रूस-चीन तीनों से एक साथ संबंध खराब करने के बाद उनके रुख में ये बदलाव दिखा है.

ज़ी न्यूज़ 15 Sep 2025 6:57 am