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टोयोटा ग्लैंजा के सभी वैरिएंट्स में 6 एयरबैग्स स्टैंडर्ड मिलेंगे:प्रीमियम हैचबैक में CNG के साथ 30.61km/kg का माइलेज, कीमत ₹6.90 से शुरू

टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने ग्लैंजा को अपडेट कर दिया है। कंपनी की इस पॉपुलर प्रीमियम हैचबैक कार सभी वैरिएंट्स- E,S,G और V में अब 6 एयरबैग स्टैंडर्ड मिलेंगे। इसमें ड्राइवर और पैसेंजर्स के लिए फ्रंट, साइड और कर्टेन एयरबैग शामिल हैं। इससे ये कार अब पहले से ज्यादा सेफ हो गई है। कंपनी का दावा है कि कार CNG ऑप्शन के साथ 30.61km/kg का माइलेज देती है। इसके साथ ही टोयोटा ने एक नया 'प्रेस्टीज पैकेज' भी लॉन्च किया है। 31 जुलाई तक मिलने वाले इस पैकेज में आपको डोर वाइजर, क्रोम और ब्लैक कलर के एसेंट के साथ बॉडी साइड मोल्डिंग, रियर लैंप गार्निश, ORVM और फेंडर के लिए क्रोम गार्निश, रियर स्किड प्लेट, इल्युमिनेटेड डोर सिल्स और लोअर ग्रिल गार्निश जैसी एसेसरीज मिलेंगी। टोयोटा ने हाल ही में ऐसा ही पैकेज हाइराइडर के लिए भी पेश किया था। एक्स-शोरूम कीमत 6.90 से 10 लाख रुपए अपडेटेड ग्लैंजा की एक्स-शोरूम कीमत 6.90 लाख रुपए से शुरू होती है, जो टॉप वैरिएंट में 10 लाख रुपए तक जाती है। हैचबैक का मुकाबला मारुति बलेनो, हुंडई आई20, टाटा अल्ट्रोज और सिट्रोएन C3 क्रॉस - हैचबैक से है। टोयोटा कार के साथ 3 साल या 1 लाख किलोमीटर की स्टैंडर्ड वारंटी भी दे रही है, जिसे 5 साल या 2.2 लाख किलोमीटर तक एक्सटेंड किया जा सकता है। सेफ्टी के लिए 6 एयरबैग के साथ 360-डिग्री कैमरा परफॉर्मेंस: पेट्रोल में 22.35kmpl और CNG में 30.61km/kg का माइलेज कार के इंजन में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इसमें पहले की तरह ही 1.2-लीटर का 4-सिलेंडर पेट्रोल इंजन दिया गया है, जो 82bhp की पावर और 113Nm का टॉर्क जनरेट करता है। ट्रांसमिशन के लिए इंजन के साथ 5-स्पीड मैनुअल और AMT गियरबॉक्स के ऑप्शन मिलते हैं। मैनुअल वैरिएंट: 5-स्पीड गियरबॉक्स के साथ कार सिटी और हाईवे दोनों पर अच्छा रिस्पॉन्स देती है। पिकअप थोड़ा स्मूद है, लेकिन स्पोर्टी ड्राइविंग के लिए ये ज्यादा एक्साइटिंग नहीं है। 0 से 100 किमी प्रति घंटे की स्पीड पकड़ने में इसे करीब 12-13 सेकेंड लगते हैं। AMT वैरिएंट: ऑटोमेटिक गियरबॉक्स वालों के लिए ये आसान और कंफर्टेबल है, खासकर ट्रैफिक में। हालांकि, गियर शिफ्टिंग में थोड़ा लेग फील होता है, जो स्पीड लवर्स को थोड़ा निराश कर सकती है। मैनुअल वैरिएंट में 22.35kmpl और AMT में 22.94kmpl का माइलेज मिलता है। CNG वैरिएंट: जो लोग फ्यूल बचत करना चाहते हैं, उनके लिए CNG ऑप्शन शानदार है। इसमें पावर थोड़ी कम (करीब 68-70bhp) हो जाती है, लेकिन 30.61km/kg का माइलेज इसे किफायती बनाता है। परफॉर्मेंस में थोड़ी समझौता करना पड़ सकता है।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 11:56 pm

इनफिनिक्स हॉट 60 5G+ गेमिंग स्मार्टफोन लॉन्च, कीमत ₹10,499:सर्किल-टू-सर्च और वॉइस असिस्टेंस जैसे AI फीचर्स, बिना नेटवर्क के कॉल भी कर सकेंगे

टेक कंपनी इन्फिनिक्स ने शुक्रवार (11 जुलाई) को भारतीय बाजार में हॉट 60 5G+ स्मार्टफोन लॉन्च किया। मोबाइल को एडवांस 5G टेक्नीक के साथ उतारा गया है। 5G+ हाई-बैंड या मिड-बैंड स्पेक्ट्रम का उपयोग करता है। इससे घनी आबादी वाले ईलाकों में बेहतर 5G नेटवर्क और फास्ट 5G इंटरनेट स्पीड प्राप्त होती है। 5G+ में डाटा फास्ट लोड होता है और लेटेंसी कम मिलती है। यानी फोन से दूर-दराज के इलाकों में भी आसानी से कॉलिंग की जा सकती है। इसके अलावा यह लो बजट सेगमेंट में पहला फोन है, जिसमें AI कॉल असिस्टेंस, राइटिंग असिस्टेंस, वॉइस असिस्टेंस और सर्किल टू सर्च जैसे AI फीचर्स दिए गए हैं। इनफिनिक्स हॉट 60 5G+ की कीमत 10,499 रुपएस्मार्टफोन को 6GB रैम + 128GB स्टोरेज वाले सिंगल वैरिएंट के साथ उतारा गया है। इसकी कीमत 10,499 रुपए रखी गई है। फोन की सेल 17 जुलाई से शुरू होगी और इसे ई-कॉमर्स वेबसाइट फ्लिपकार्ट से शेडो ब्लू, टुंड्रा ग्रीन, कारमल ग्लो और स्लीक ब्लैक कलर में खरीदा जा सकेगा। शुरुआती सेल में कंपनी स्मार्टफोन के साथ 2,999 रुपए की कीमत वाला ईयरबड XE23 मुफ्त देगी। इसके साथ 500 रुपए का डिस्काउंट भी मिलेगा।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 11:21 pm

भारत में X के सब्सक्रिप्शन प्लान 47% तक सस्ते हुए:मंथली बेसिक प्लान अब ₹170 में मिलेगा; प्रीमियम ₹470 और प्रीमियम+ ₹3,000 में अवेलेबल

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X ने भारत में सब्सक्रिप्शन प्लान की कीमतों में 47% तक की कटौती की है। कंपनी ने पहली बार अपने तीनों सब्सक्रिप्शन प्लान - बेसिक, प्रीमियम और प्रीमियम+ की कीमतों में बदलाव किया है। कंपनी का मंथली वेब और मोबाइल एप बेसिक प्लान अब 244 रुपए की जगह 170 रुपए में मिलेगा। वहीं ईयरली बेसिक प्लान 2,591 रुपए की जगह 1,700 रुपए में अवेलेबल है। यानी X ने अपने बेसिक प्लान की कीमतों में 30% की कटौती की है। प्रीमियम प्लान अब ₹470 में मिलेगा वहीं X का मोबाइल एप मंथली प्रीमियम प्लान अब 900 रुपए की जगह 470 रुपए में मिलेगा। यह 47% सस्ता हुआ है। इसके अलावा वेब मंथली प्रीमियम प्लान 427 रुपए में अवेलेबल है, जो पहले 650 रुपए में मिलता था। यह 34% सस्ता हुआ है। प्रीमियम+प्लान ₹3,000 में अवेलेबल इसके अलावा कंपनी का मोबाइल एप मंथली प्रीमियम+प्लान 5,130 रुपए की जगह अब 3,000 रुपए में मिलेगा। यह 42% सस्ता हुआ है। हालांकि, iOS पर मंथली प्रीमियम+प्लान की कीमत 5,000 रुपए है। वहीं X का मंथली वेब प्रीमियम+प्लान 3,470 रुपए की जगह 2,570 रुपए में अवेलेबल है। यह 26% सस्ता हुआ है। X के प्लान में मिलने वाले फीचर्स बेसिक प्लान: इसमें लिमिटेड प्रीमियम फीचर्स जैसे पोस्ट एडिट करने, लॉन्ग पोस्ट और वीडियो अपलोड, रिप्लाई प्रायोरिटी, टेक्स्ट फॉर्मेटिंग और एप कस्टमाइजेशन जैसे ऑप्शन शामिल हैं। प्रीमियम प्लान: इस प्लान में क्रिएटर टूल्स जैसे एक्स प्रो, एनालिटिक्स, मीडिया स्टूडियो, ब्लू चेकमार्क, लेस एड और ग्रोक के लिए बढ़ी हुई यूज लिमिट जैसे लाभ मिलते हैं। प्रीमियम+ प्लान: यह प्लान एड-फ्री एक्सपीरियंस देता है। इसमें सबसे ज्यादा रिप्लाई बूस्ट, आर्टिकल लिखने की फैसिलिटी और रियल-टाइम ट्रेंड्स के लिए रडार तक पहुंच शामिल है। सब्सक्रिप्शन प्लान की कीमतें क्यों घटाईं? मनीकंट्रोल के अनुसार, इलॉन मस्क की कंपनी X ने भारत में सब्सक्रिप्शन प्लान की कीमतों में कटौती करने का यह कदम दुनिया के दूसरे सबसे बड़े इंटरनेट मार्केट भारत में यूजर्स को आकर्षित करने के लिए उठाया है। मोबाइल एप पर X के प्लान की कीमतें ज्यादा हैं, क्योंकि कंपनी गूगल और एपल के इन-एप कमीशन को ग्राहकों से वसूल रही है। मस्क लंबे समय से X के रेवेन्यू को एड से इतर सब्सक्रिप्शन के जरिए बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, अभी भी कंपनी का रेवेन्यू का बड़ा हिस्सा एड से आता है। एप इंटेलिजेंस फर्म एपफिगर्स के अनुमान के मुताबिक, दिसंबर 2024 तक X ने मोबाइल एप के जरिए इन-एप खरीदारी से 16.5 मिलियन डॉलर यानी 142 करोड़ रुपए की कमाई की थी। X ने भारत में सब्सक्रिप्शन 2023 में लॉन्च किया था X ने भारत में अपना ट्विटर ब्लू यानी सब्सक्रिप्शन प्लान फरवरी 2023 में लॉन्च किया था। कंपनी ने अपने सबसे महंगे प्लान प्रीमियम+ की कीमत पिछले एक साल में दो बार बढ़ाई थीं। X के सब्सक्रिप्शन प्लान की कीमतों में कटौती मस्क की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी xAI के नए AI मॉडल Grok 4 के लॉन्च के एक दिन बाद हुई है। मार्च 2025 में xAI ने X को 33 बिलियन डॉलर की ऑल-स्टॉक डील में खरीदा था। ये खबर भी पढ़ें... रॉकेट, कैंसर की दवा बनाना AI के लिए असली टेस्ट: मस्क ने ग्रोक-4 लॉन्च किया, बोले- इसके पास हर सब्जेक्ट में PhD लेवल की समझ इलॉन मस्क की कंपनी xAI ने 10 जुलाई को अपने सबसे पावरफुल AI मॉडल ग्रोक 4 को दुनिया के सामने पेश किया। मस्क ने इसे दुनिया का सबसे स्मार्ट AI बताया। उन्होंने कहा ग्रोक 4 को इस तरह डिजाइन किया गया है कि ये किसी भी सब्जेक्ट में पीएचडी लेवल की समझ रखता है। पूरी खबर पढ़ें... X की CEO लिंडा याकारिनो ने इस्तीफा दिया: प्लेटफॉर्म में कम्युनिटी नोट्स जैसे फीचर्स लाईं, अब मस्क की AI कंपनी के साथ काम करेंगी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X की CEO लिंडा याकारिनो ने दो साल काम करने के बाद बुधवार (9 जुलाई) को इस्तीफा दे दिया है। लिंडा ने X पर पोस्ट शेयर कर इसकी जानकारी दी। पूरी खबर पढ़ें...​​​​​​​

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 7:28 pm

जापान ने 1.20 लाख GBps इंटरनेट स्पीड का वर्ल्ड-रिकॉर्ड बनाया:एक सेकेंड में 10 हजार मूवी डाउनलोड होंगी; भारत से 1.6 करोड़ गुना तेज

जापान ने 1.20 लाख GB प्रति सेकेंड की इंटरनेट स्पीड हासिल करके नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। इस स्पीड से आप नेटफ्लिक्स की पूरी लाइब्रेरी या 10,000 4K मूवीज को महज एक सेकेंड में डाउनलोड कर सकते हैं। 150 जीबी कागेम 3 मिलीसेकंड में डाउनलोड होगा। ये भारत की औसत इंटरनेट स्पीड लगभग 63.55 Mbps से करीब 1.6 करोड़ गुना तेज है। वहीं एवरेज अमेरिकी इंटरनेट स्पीड से 35 लाख गुना ज्यादा तेज है। इससे पहले भी ये रिकॉर्ड जापान के नाम था। मार्च 2024 में जापान ने 402 टेराबिट्स प्रति सेकेंड (Tbps) यानी, 50,250 गीगाबाइट्स प्रति सेकेंड की स्पीड हासिल की थी। यह रिकॉर्ड स्टैंडर्ड ऑप्टिकल फाइबर केबल्स का उपयोग करके बनाया गया था। 19-कोर ऑप्टिकल फाइबर टेक्नोलॉजी के जरिए ये स्पीड हासिल की इस रिकॉर्ड को जापान के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इन्फॉर्मेशन एंड कम्युनिकेशंस टेक्नोलॉजी (NICT) और सुमितोमो इलेक्ट्रिक इंडस्ट्रीज की एक जॉइंट टीम ने हासिल किया। उन्होंने जून में 1.02 पेटाबाइट प्रति सेकेंड की स्पीड से डेटा भेजकर यह रिकॉर्ड बनाया है। इसमें 19-कोर ऑप्टिकल फाइबर टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है। ये आज की स्टैंडर्ड फाइबर केबल्स जितनी ही पतली (0.125 मिमी) है, लेकिन इसमें 19 अलग-अलग कोर हैं। इसे इस तरह समझें: इसके अलावा, शोधकर्ताओं ने खास तरह के एम्प्लिफायर्स का इस्तेमाल किया, जो सिग्नल को 1,808 किलोमीटर की दूरी तक बिना कमजोर हुए पहुंचाने में मदद करते हैं। इसे इस तरह समझे: जब डेटा लाइट की तरह फाइबर केबल में लंबी दूरी तक जाता है, तो सिग्नल कमजोर पड़ने लगता है, जैसे लंबी सैर के बाद आपकी एनर्जी कम हो जाती है। एम्प्लिफायर्स इस सिग्नल को फिर से ताकतवर बनाते हैं। ये टेक्नोलॉजी आम लोगों तक कब पहुंचेगी फिलहाल ये स्पीड लैब में हासिल की गई है और इसे आम लोगों के लिए उपलब्ध कराने में अभी समय लगेगा। इसके लिए 3 मुख्य चुनौतियां हैं: सबसे तेज इंटरनेट स्पीड वाले टॉप-10 देश सोर्स: Ookla के स्पीडटेस्ट ग्लोबल इंडेक्स (2025), Cable.co.uk नोट: भारत इस लिस्ट में शामिल नहीं है, क्योंकि यहां एवरेज ब्रॉडबैंड स्पीड (63.55 Mbps) और मोबाइल स्पीड (100.78 Mbps) है।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 4:13 pm

पिक्सल 9 प्रो यूजर्स को मिला फ्री जैमिनी-AI सब्सक्रिप्शन:वीडियो जेनरेशन टूल, 2TB मुफ्त स्टोरेज जैसे फीचर्स; आम यूजर्स के लिए प्रति माह ₹1,950 कीमत

टेक कंपनी गूगल ने पिक्सल 9 प्रो यूजर्स को पूरे एक साल के लिए फ्री गूगल जैमिनी AI प्रो सब्सक्रिप्शन देने का ऐलान किया है। फोन में अपडेट के साथ ये सब्सक्रिप्शन मिलेगा। इस सब्सक्रिप्शन की कीमत भारत में करीब 1,950 रुपए प्रति महीने है। इस सब्सक्रिप्शन के साथ यूजर्स को लेटेस्ट Veo 3 वीडियो जेनरेशन टूल का एक्सेस मिलेगा। इसके अलावा सर्कल टू सर्च में AI मोड और पिक्सल वॉच में जेमिनी AI का सपोर्ट भी जोड़ा गया है। 3 पॉइंट में समझें अपडेट की सारी डिटेल्स… 1. Veo 3: टेक्स्ट से बनाएं रियल दिखने वाले वीडियो VEO-3 गूगल डीपमाइंड की तरफ से बनाया गया एक AI वीडियो जेनरेशन मॉडल है। ये टेक्स्ट या इमेज से 8 सेकंड के हाई-क्वालिटी वीडियो बना सकता है। वीडियो बनाने के साथ डायलॉग, साउंड इफेक्ट्स और म्यूजिक जेनरेट करने का फीचर इसे ओपनएआई के सोरा और रनवे एमएल जैसे टूल्स से अलग बनाता है। मिसाल के तौर पर, अगर आप लिखते हैं, “अल्बर्टा के जंगल में आग लगने की खबर एक न्यूज़ एंकर बता रहा है,” तो VEO-3 न सिर्फ़ न्यूज़ एंकर का वीडियो बनाएगा, बल्कि उसकी आवाज़, साउंड इफेक्ट्स और बैकग्राउंड म्यूजिक भी जोड़ देगा। ये वीडियो 4K रेजोल्यूशन में बनते हैं, जो इन्हें बेहद रियलिस्टिक बनाता है। VEO-3 को गूगल के जेमिनी ऐप और फ्लो प्लेटफॉर्म के ज़रिए इस्तेमाल किया जा सकता है। फ्लो एक खास ऐप है, जिसे गूगल ने क्रिएटर्स के लिए बनाया है। इसमें आप वीडियो को और बेहतर तरीके से कस्टमाइज़ कर सकते हैं। ये टूल मूड, टोन और कल्चरल सेटिंग्स को समझकर सिनेमैटिक वीडियो बनाता है। 2. सर्कल टू सर्च में AI मोड: स्क्रीन पर सर्कल करके सवाल पूछे गूगल का सर्कल टू सर्च फीचर पहले से ही काफी पॉपुलर है और अब इसमें AI मोड जोड़ा गया है। इस फीचर से आप अपने फोन की स्क्रीन पर कुछ भी सर्कल करके उसके बारे में और सवाल पूछ सकते हैं। मान लीजिए, आपने किसी प्रोडक्ट को सर्कल किया, तो आप पूछ सकते हैं, “ये भारत में उपलब्ध है?” या “इसका कोई दूसरा ऑप्शन क्या है?” AI आपको रियल-टाइम में जवाब देगा। गेम खेलते वक्त अगर आप किसी लेवल पर अटक गए हैं, तो ये फीचर गेमिंग टिप्स भी दे सकता है। ये सब बिना ऐप स्विच किए हो जाएगा। 3. पिक्सल वॉच में जेमिनी AI अब पिक्सल वॉच 2 और 3 में जेमिनी AI का सपोर्ट मिलेगा, बशर्ते आपका वॉच Wear OS 4 या उससे ऊपर के वर्जन पर चल रहा हो। इसके जरिए आप अपनी कलाई से ही मैसेज भेज सकते हैं, ट्रैवल प्लान कर सकते हैं, रिमाइंडर सेट कर सकते हैं और अपने ईमेल समरी देख सकते हैं। यानी अब आपकी स्मार्टवॉच और भी स्मार्ट हो गई है। भारत के लिए खास क्या है? गूगल का ये अपडेट भारत के लिए खास इसलिए है क्योंकि सर्कल टू सर्च का AI मोड और Veo 3 जैसे फीचर्स अब भारतीय यूजर्स के लिए भी उपलब्ध हैं। इसके अलावा, AI Pro सब्सक्रिप्शन के साथ आपको 2TB क्लाउड स्टोरेज भी मिलेगा, जो गूगल फोटोज, ड्राइव, डॉक्स और जीमेल में इस्तेमाल कर सकते हैं। साथ ही, जेमिनी 2.5 Pro मॉडल और डीप रिसर्च जैसे फीचर्स भी इस पैकेज का हिस्सा हैं। सिर्फ पिक्सल 9 Pro यूजर्स के लिए है फ्री ये अपडेट पिक्सल 9 Pro यूजर्स के लिए है, लेकिन गूगल ने साफ नहीं किया कि पिक्सल 9 Pro XL और पिक्सल 9 Pro Fold यूजर्स को भी ये फ्री AI Pro सब्सक्रिप्शन मिलेगा या नहीं। जानकारों का मानना है कि इन डिवाइसेज को भी ये ऑफर मिल सकता है।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 3:39 pm

वैज्ञानिकों ने की चौंकाने वाली खोज, ढूंढ निकाला 20 करोड़ साल पुराना उड़ने वाला डायनासोर

Science Discovery: एरिजोना के जंगलों में वैज्ञानिकों को कुछ जानवरों के पुराना जीवाश्म(कंकाल)मिले हैं. इसी में उत्तरी अमेरिका का अब तक का सबसे बड़ा उड़ने वाला रेप्टाइल शामिल था. यह खोज उस समय की है जब डायनासोर का युग शुरु हो रहा था.

ज़ी न्यूज़ 11 Jul 2025 2:48 pm

एपल के बाद सैमसंग भी भारत में प्रोडक्शन बढ़ाएगा:अमेरिका में बिकने वाले स्मार्टफोन यहां बनाने की प्लानिंग; एपल 97% आईफोन इंडिया में बना रहा

एपल के बाद सैमसंग भी अमेरिकी बाजार में बेचे जाने वाले स्मार्टफोन्स भारत में बनाने की तैयारी में है। अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नई ट्रेड पॉलिसी और टैरिफ बढ़ोतरी के चलते कई कंपनियां अपने प्रोडक्शन बेस को लेकर रणनीति बदल रही हैं। सैमसंग फिलहाल वियतनाम से अमेरिका को स्मार्टफोन एक्सपोर्ट करता है, लेकिन अगर वहां से शिपमेंट पर 20% तक का टैरिफ लग गया तो कंपनी के लिए लागत बढ़ जाएगी। इस वजह से सैमसंग अब भारत में अपनी ग्रेटर नोएडा फैक्ट्री को अमेरिका के लिए एक्सपोर्ट हब बनाने की प्लानिंग कर रहा है। सैमसंग के ग्लोबल प्रेसिडेंट वॉन-जून चोई ने कहा कि हम पहले से ही भारत में कुछ ऐसे स्मार्टफोन बना रहे हैं, जो अमेरिका भेजे जा रहे हैं। अगर टैरिफ को लेकर कोई बड़ा फैसला हुआ, तो हम तुरंत अपने प्रोडक्शन को भारत शिफ्ट कर सकते हैं। अमेरिका में बिकने वाले 97% आईफोन भारत में बन रहे एपल को ट्रम्प की धमकी के बावजूद अमेरिका में बिकने वाले लगभग सभी आईफोन भारत में बन रहे हैं। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक एपल ने मार्च से मई 2025 के बीच भारत से जितने भी आईफोन एक्सपोर्ट किए, उनमें से 97% अमेरिका भेजे गए हैं। इनकी कीमत 3.2 बिलियन डॉलर (27,000 करोड़ रुपए) रही। सिर्फ मई में ही करीब 1 बिलियन डॉलर यानी 8,600 करोड़ के आईफोन भारत से अमेरिका भेजे गए हैं। यानी एपल अब भारत में आईफोन एक्सक्लूसिव तौर पर अमेरिकी बाजार के लिए बना रहा है। जनवरी से मई 2025 तक भारत से अमेरिका को 4.4 बिलियन डॉलर(₹37 हजार करोड़) के आईफोन एक्सपोर्ट हो चुके हैं। ये आंकड़ा 2024 के 3.7 बिलियन एक्सपोर्ट से भी ज्यादा है। 2024 तक अमेरिका में बेचे जाने वाले 50% आईफोन भारत में बनते थे। ट्रम्प ने एपल पर 25% टैरिफ लगाने की धमकी दी थी डोनाल्ड ट्रम्प ने 23 मई को कहा था कि अमेरिका में बेचे जाने वाले आईफोन की मैन्युफैक्चरिंग भारत या किसी अन्य देश में नहीं, बल्कि अमेरिका में ही होनी चाहिए। उन्होंने एपल के CEO टिम कुक को बता दिया है कि यदि एपल अमेरिका में आईफोन नहीं बनाएगा तो कंपनी पर कम से कम 25% का टैरिफ लगाया जाएगा। ट्रम्प ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ पर लिखा, मैंने बहुत पहले एपल के टिम कुक को सूचित कर दिया था कि जो आईफोन अमेरिका में बेचे जाएंगे, वे अमेरिका में निर्मित किए जाएंगे, न कि भारत या कहीं और। यदि ऐसा नहीं होता है, तो एपल को कम से कम 25% का टैरिफ देना होगा। एपल और सैमसंग का भारत पर इतना ज्यादा फोकस क्यों, 5 पॉइंट्स ट्रम्प नहीं चाहते कि एपल के प्रोडक्ट भारत में बनें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प नहीं चाहते कि एपल के प्रोडक्ट भारत में बने। पिछले हफ्ते ट्रम्प ने कंपनी के CEO टिम कुक से कहा था कि भारत में फैक्ट्रियां लगाने की जरूरत नहीं है। इंडिया अपना ख्याल खुद रख सकता है। एपल CEO के साथ हुई इस बातचीत की जानकारी ट्रम्प ने गुरुवार (15 मई) को कतर की राजधानी दोहा में बिजनेस लीडर्स के साथ कार्यक्रम में दी। उन्होंने कहा था कि एपल को अब अमेरिका में प्रोडक्शन बढ़ाना होगा। इसके बावजूद एपल की सबसे बड़ी कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर फॉक्सकॉन ने भारत में 1.49 बिलियन डॉलर (करीब ₹12,700 करोड़) का निवेश किया है। फॉक्सकॉन ने अपनी सिंगापुर यूनिट के जरिए बीते 5 दिन में तमिलनाडु के युजहान टेक्नोलॉजी (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड में यह निवेश किया है।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 1:43 pm

खतरे में दुनिया की 10% आबादी! NASA की सैटेलाइट बचाएगी करोड़ों लोगों की जान, स्पेस से रखेगी पैनी नजर

NASA: अंतरिक्ष से नासा ज्वालामुखी विस्फोट पर नजर बनाए रखा है. इसके लिए NASA हाई टेक्नालॉजी वाली सैटेलाइट्स की मदद ले रहा है. ऐसा करने से करोड़ों जिदगियों पर मंडरा रहे खतरे को कम किया जा सकता है.

ज़ी न्यूज़ 11 Jul 2025 1:01 pm

टेस्ला का भारत में पहला शोरूम 15 जुलाई को खुलेगा:पांच मॉडल Y गाड़ियां पहले ही मुंबई पहुंच चुकी, कीमत 48 लाख हो सकती है

इलॉन मस्क की इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनी टेस्ला 15 जुलाई को भारत में अपना पहला स्टोर शुरू करने वाली है। ये स्टोर मुंबई में खुल रहा है और लोगों के लिए एक एक्सपीरियंस सेंटर के तौर पर काम करेगा। यानी यहां न सिर्फ गाड़ियां बेची जाएंगी, बल्कि लोग टेस्ला की टेक्नोलॉजी और फीचर्स को भी करीब से देख सकेंगे। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने ये जानकारी दी है। कंपनी ने बीते दिनों मुंबई के ब्रांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में 4,000 वर्ग फीट के रिटेल स्पेस के लिए लीज साइन की थी। यह जगह शहर में स्थित एपल के फ्लैगशिप स्टोर के करीब है। पहले चरण में टेस्ला अपने मॉडल Y SUVs को ला रही है, जो शंघाई फैक्ट्री से इंपोर्ट की गई है। भारत में इसकी कीमत करीब 48 लाख रुपए हो सकती है। 48 लाख रुपए की कार पर 21 लाख की इम्पोर्ट ड्यूटी इंडिया हेड का इस्तीफा, चीनी टीम ऑपरेशंस संभाल रही हाल के दिनों में भारत में अपनी लीडरशिप में बदलाव के बावजूद, टेस्ला अपने प्लान्ड रोलआउट के साथ आगे बढ़ती दिख रही है। कंपनी के इंडिया हेड, प्रशांत मेनन ने पिछले महीने नौ साल की सर्विस के बाद इस्तीफा दे दिया था। ब्लूमबर्ग न्यूज के मुताबिक, फिलहाल टेस्ला की चीन स्थित टीम भारत के ऑपरेशंस को मैनेज कर रही है, और अभी तक कोई नया उत्तराधिकारी नियुक्त नहीं हुआ है। मॉडल Y दुनिया की सबसे ज्यादा बिकने वाली इलेक्ट्रिक कार कंपनी की मॉडल Y दुनिया की सबसे ज्यादा बिकने वाली इलेक्ट्रिक कार है। ये भारतीय ग्राहकों को भी पसंद आ सकती है। कंपनी ने अमेरिका, चीन और नीदरलैंड से सुपरचार्जर कंपोनेंट, कार एक्सेसरीज, मर्चेंडाइज और स्पेयर्स भी इंपोर्ट किए हैं। टेस्ला का भारत में आना इसलिए भी खास है, क्योंकि भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल मार्केट है। कंपनी को यूरोप और चीन में बिक्री में कमी का सामना करना पड़ रहा है, ऐसे में भारत उनके लिए एक बड़ा मौका साबित हो सकता है। शोरूम का किराया करीब ₹35 लाख प्रति माह रिपोर्ट्स के मुताबिक, टेस्ला ने मुंबई के BKC में मेकर मैक्सिटी बिल्डिंग में 5 साल के लिए जगह किराए पर ली है। इसका किराया करीब 35 लाख रुपए प्रतिमाह है, जो भारत के सबसे महंगे कमर्शियल रेंट में से एक है। ये शोरूम टेस्ला के प्रीमियम इलेक्ट्रिक वाहनों को डिस्प्ले करेगा। यहां ग्राहकों को टेस्ट ड्राइव का मौका भी मिलेगा। कंपनी भारत में अभी सिर्फ इंपोर्टेड कारें बेचेगी हालांकि, टेस्ला ने अभी तक भारत में अपनी फैक्ट्री लगाने का फैसला नहीं किया है। कुछ समय पहले खबर आई थी कि टेस्ला गुजरात, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और तेलंगाना जैसे राज्यों में फैक्ट्री लगाने पर विचार कर रही है, लेकिन फिलहाल कंपनी भारत में सिर्फ इंपोर्टेड कारें बेचने पर ध्यान दे रही है। टेस्ला का टाटा और महिंद्रा से कॉम्पिटिशन होगा भारत में इलेक्ट्रिक कारों का बाजार अभी छोटा है, यहां 2023 में सिर्फ 2% कारें ही इलेक्ट्रिक थीं। लेकिन सरकार का टारगेट है कि 2030 तक 30% नई कारें इलेक्ट्रिक हों। टाटा मोटर्स और महिंद्रा जैसी देसी कंपनियां इस मार्केट में पहले से मौजूद हैं और अब टेस्ला के आने से कॉम्पिटिशन और बढ़ेगा। टेस्ला की कारें अपनी शानदार डिजाइन, हाई-टेक फीचर्स और ओवर-द-एयर सॉफ्टवेयर अपडेट्स के लिए जानी जाती हैं। कंपनी ने भारत में पहले से ही सेल्स, सर्विस और डिलीवरी के लिए लोगों की भर्ती शुरू कर दी है। टेस्ला का भारत आना न सिर्फ इलेक्ट्रिक कारों को बढ़ावा देगा, बल्कि ये भारतीय ग्राहकों को भी नई टेक्नोलॉजी और बेहतर ऑप्शन्स देगा। -------------------------- टेस्ला से जुड़ी ये खबर भी पढ़े... टेस्ला फिलहाल भारत में कारें नहीं बनाएगी:केंद्रीय मंत्री कुमारस्वामी ने कहा- कंपनी की मैन्युफैक्चरिंग में कोई दिलचस्पी नहीं; सिर्फ दो शो-रूम खोलेगी इलॉन मस्क की इलेक्ट्रिक कार मेकर कंपनी टेस्ला फिलहाल भारत में कारें बनाने की योजना नहीं बना रही है। भारी उद्योग मंत्री एच. डी. कुमारस्वामी ने सोमवार को कहा कि टेस्ला सिर्फ दो शो रूम खोलना चाहती है, मैन्युफैक्चरिंग में उसकी कोई दिलचस्पी नहीं है। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 11:01 am

टकराने वाले हैं 2 सुपरमैसिव ब्लैक होल्स, NASA के Hubble टेलीस्कोप ने ली गजब की तस्वीर

Black Hole Mystery: धरती से तकरीबन 800 मिलियन लाइट ईयर दूर अंतरिक्ष की सबसे अद्भुत घटनाओं में से एक होने वाली है. हबल टेलीस्कोप और CHANDRA वेधशाला ने होने वाली इस अनोखी घटना का पता लगाया है.

ज़ी न्यूज़ 11 Jul 2025 10:28 am

दिल्ली में भूकंप आया, मेट्रो रूक गई...लेकिन रेलवे ट्रेन क्यों नहीं रूकी? जानिए चौंकाने वाली वजह

Earthquake in Delhi:क्या आपने कभी इस पर गौर किया है कि भूकंप के दौरान मेट्रो ट्रेन्स को कुछ देर के लिए रोक दिया जाता है लेकिन भारतीय रेलवे की ट्रेन नहीं रूकती. लेकिन बहुत सारे लोगों को नहीं मालूम कि ट्रेनों को रोकने के पीछे की वजह क्या है?

ज़ी न्यूज़ 11 Jul 2025 9:40 am

आर्मी के लोग भेज रहे हैं एलियंस को सिग्नल...और किसी को भनक भी नहीं!200 लाइट ईयर दूर पहुंचा मैसेज

Science News in Hindi: हाल ही में हई एक नई स्टडी में खुलासा हुआ है कि एयरपोर्ट्स के रडार से निकलने वाली इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव्स 200 लाइट ईयर दूर तक जा रही है. इसे लेकर रिसर्चर्स का ऐसा अनुमान है कि कोई एडवांस एलियन सभ्यता हमारे सिग्नल को पकड़ सकती है.

ज़ी न्यूज़ 11 Jul 2025 6:57 am

बिना खेत, बिना मिट्टी अब पानी में उगेंगी सब्जियां, जानिए एक पाइप में कैसे होती है खेती?

Hydroponic Farming: आज के समय में खेती करने के नए-नए तरीके या फिर कहिए की जुगाड़ खोजे जाते हैं. इसी में से एक ही हाइड्रोपोनक फार्मिंग. आप जानकर हैरान रह जाएंगे जब आपको पता चलेगा कि इस प्रक्रिया में बिना मिट्टी के पौधों को पानी में उगाया जाता है. आइए जानते हैं कैसे?

ज़ी न्यूज़ 11 Jul 2025 6:13 am

अंतरिक्ष से कब लौटेंगे शुभांशु शुक्ला? नासा ने बताई वापसी की तारीख

भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला और तीन अन्य चालक दल के सदस्यों सहित एक्सिओम -4 मिशन...

आउटलुक हिंदी 11 Jul 2025 12:00 am

रॉकेट, कैंसर की दवा बनाना AI के लिए असली टेस्ट:मस्क ने ग्रोक-4 लॉन्च किया, बोले- इसके पास हर सब्जेक्ट में PhD लेवल की समझ

इलॉन मस्क की कंपनी xAI ने 10 जुलाई को अपने सबसे पावरफुल AI मॉडल ग्रोक 4 को दुनिया के सामने पेश किया। मस्क ने इसे दुनिया का सबसे स्मार्ट AI बताया। उन्होंने कहा ग्रोक 4 को इस तरह डिजाइन किया गया है कि ये किसी भी सब्जेक्ट में पीएचडी लेवल की समझ रखता है। ग्रोक को वीडियो जनरेशन के लिए भी ट्रेन किया जा रहा है। इस साल ग्रोक से बनाया गया दुनिया का पहला AI-जनरेटेड टीवी शो और अगले साल शायद पूरी AI-जनरेटेड फिल्म रिलीज हो जाएगी। वहीं मस्क का दावा है कि अगले साल तक ग्रोक नई टेक्नोलॉजीज और शायद 2 साल में नई फिजिक्स की खोज कर सकता है। मस्क बोले- ग्रोक को कार, रॉकेट जैसी चीजें बनानी होंगी इलॉन मस्क ने कहा AI की क्षमताओं को परखने के लिए अब पारंपरिक टेस्ट सवाल जैसे गणित, लॉजिक, या एकेडमिक बेंचमार्क्स पर्याप्त नहीं रह गए हैं। ग्रोक 4 इतना स्मार्ट हो गया है कि ये सवाल आसानी से हल कर लेता है। अब AI की असली परीक्षा वास्तविक दुनिया में होगी, जहां ये कुछ ठोस बनाए जैसे कार, रॉकेट, दवा और साबित करे कि वो काम करता है। उदाहरण ग्रोक 4 की 4 खासियतें: 1. फिजिक्स-लेवल कम्प्यूट पावर: AI मॉडल में इतनी कम्प्यूटिंग ताकत है कि वो जटिल फिजिक्स से जुड़े सिमुलेशन्स को चला सकता है, वो भी उसी स्तर पर जैसा बड़े-बड़े वैज्ञानिक और रिसर्चर्स करते हैं। यानी ये AI फिजिक्स के नियमों को समझकर और उनका इस्तेमाल करके रियल-वर्ल्ड जैसी सिमुलेशन्स बना सकता है। 2. एडवांस्ड रीजनिंग: जटिल गणित के सवाल हल कर सकता है और अपनी रीजनिंग प्रोसेस को समझा सकता है। ये रियल-टाइम टूल्स का इस्तेमाल करके प्रेडिक्शन्स करता है। डेमो में बेसबॉल की वर्ल्ड सीरीज में लॉस एंजिल्स डोजर्स को 21.6% जीतने का चांस बताया। इसने कई साइट्स को स्कैन किया और अपनी कैलकुलेशन से जवाब दिया। 3. हिस्टोरिकल रिसर्च: हिस्टोरिकल डेटा की रिसर्च करके इवेंट्स और सोशल मीडिया एक्टिविटी के आधार पर टाइमलाइन बना सकता है। पब्लिक रिएक्शन्स को ट्रैक कर सकता है। 4. वॉइस एक्सपीरियंस: XAI ने नए और बेहद रियलिस्टिक वॉइस मॉडल्स लॉन्च किए है। जैसे ब्रिटिश एक्सेंट वाली ईव। ईव ने लाइव डेमो में डाइट कोक पर एक मजेदार ओपेरा गाया। 5. प्रोग्रामर्स की मदद: आप अपनी पूरी सोर्स कोड फाइल को क्वेरी एंट्री बॉक्स में कॉपी-पेस्ट कर सकते हैं। ग्रोक 4 आपके लिए उसे ठीक कर देगा। यानी, ये प्रोग्रामिंग कोड को समझ सकता है, उसमें गलतियां ढूंढ सकता है, और उसे ठीक करने के सुझाव दे सकता है। असल दुनिया में इस्तेमाल 1. बिजनेस सिमुलेशन (वेंडिंग बेंच): ग्रोक 4 ने वेंडिंग मशीन बिजनेस सिमुलेशन में बाकी सभी मॉडल्स से बेहतर प्रदर्शन किया और दूसरों की तुलना में दोगुना नेट वर्थ बनाई। इसने रणनीतिक सोच और प्लानिंग दिखाई। वेंडिंग मशीन बिजनेस सिमुलेशन एक तरह का कंप्यूटर-आधारित टेस्ट या मॉडल है, जिसमें एक AI को वास्तविक दुनिया की तरह एक वेंडिंग मशीन बिजनेस चलाने का काम दिया जाता है। इसका मतलब है कि AI को वो सारे काम करने होते हैं, जो एक असली बिजनेस में किए जाते हैं। 2. बायोमेडिकल रिसर्च (आर्क इंस्टीट्यूट): ग्रोक 4 का इस्तेमाल लाखों एक्सपेरिमेंट लॉग्स को स्कैन करने और तेजी से हाइपोथेसिस जनरेट करने के लिए किया गया। इसने CRISPR से जुड़े रिसर्च को तेज किया। CRISPR एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जो जीन एडिटिंग के लिए इस्तेमाल होती है। वैज्ञानिक किसी जीव के डीएनए को बहुत सटीक तरीके से काट-छांट सकते हैं। इसका मतलब है कि डीएनए के खास हिस्सों को हटाया, बदला या जोड़ा जा सकता है। 3. रेडियोलॉजी और फाइनेंस: चेस्ट X-रे को पढ़ने में ग्रोक 4 को सबसे बेहतर मॉडल माना गया। साथ ही, ये रियल-टाइम फाइनेंशियल डिसीजन-मेकिंग के लिए लाइव टूल्स और डेटा के साथ इस्तेमाल हो रहा है। 4. वीडियो गेम डेवलपमेंट: डेवलपर्स ने ग्रोक 4 API का इस्तेमाल करके सिर्फ 4 घंटे में एक पूरी तरह फंक्शनल 3D फर्स्ट-पर्सन शूटर गेम बनाया। भविष्य में ग्रोक गेम खेलकर उनकी मजेदार बातें भी बता सकेगा। फ्यूचर प्लान: कोडिंग मॉडल और वीडियो जनरेशन फीचर लॉन्च 1. कोडिंग मॉडल्स: कुछ हफ्तों में एक तेज और स्मार्ट कोडिंग के लिए खास मॉडल आने वाला है। 2. मल्टीमॉडल AI: ग्रोक इमेज, वीडियो और ऑडियो समझने की क्षमता में सुधार लाएगा। 3. वीडियो जनरेशन: कंपनी 1 लाख से ज्यादा NVIDIA GB200 GPUs के साथ वीडियो जनरेशन मॉडल ट्रेन करेगी। अगले साल शायद पूरी AI-जनरेटेड फिल्म रिलीज हो जाएगी।

दैनिक भास्कर 10 Jul 2025 3:57 pm

ब्रह्मांड की खाली जगह में तैर रही है धरती, वैज्ञानिकों की नई खोज ने दी Big Bang Theory को चुनौती

Space News: एक नई खोज के अनुसार, आकाशगंगा और उसके आसपास का पूरा इलाका ब्रह्मांड के औसत से कम घना है. साथ ही यह एक बड़े 'हबल बबल' में मौजूद है. वैज्ञानिक ऐसा मान रहे हैं कि यह खोज हबल टेंशन के रहस्य को सुलझा सकती है.

ज़ी न्यूज़ 10 Jul 2025 1:51 pm

समुद्र में जंग की नई तैयारी; 95% ग्लोबल इंटरनेट को दांव पर लगा रहा है चीन, दुनिया में मचा हड़कंप

China Cable Cutter: चीन ने एक डिवाइस बनाया है जो गहरे समुद्र में केबल को काट सकता है. यह उपकरण रिकॉर्ड तोड़ गहराई में जाकर समुद्र के नीचे छिपी मजबूत संचार केबल्स को काट सकता है. इसे चीन के सरकारी शोधकर्ताओं ने बनाया है जो 4000 मीटर तक की गहराई पर काम कर सकता है.

ज़ी न्यूज़ 10 Jul 2025 12:09 pm

​​​​​​​चैट-GPT बनाने वाली कंपनी अपना वेब ब्राउजर लॉन्च करेगी:बार-बार वेबसाइट्स पर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, गूगल क्रोम को मिलेगी टक्कर

चैटGPT बनाने वाली कंपनी ओपन AI आने वाले कुछ हफ्तों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पावर्ड वेब ब्राउजर लॉन्च करने जा रही है। ओपन AI का ये ब्राउजर चैटGPT जैसे इंटरफेस में कुछ काम सीधे करेगा, यानी यूजर्स को बार-बार वेबसाइट्स पर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से ये जानकारी दी है। ओपनAI की योजना है कि ये ब्राउजर उनके AI प्रोडक्ट्स, जैसे 'ऑपरेटर' को ब्राउजिंग में जोड़ा जाए, जो बुकिंग या फॉर्म भरने जैसे काम कर सके। हालांकि, गूगल क्रोम का 3 अरब से ज्यादा यूजर्स के साथ 66% मार्केट शेयर है, जबकि Apple का Safari 16% के साथ दूसरे नंबर पर है। ओपनAI को इनसे कड़ी टक्कर मिलेगी। अभी चैटGPT के करीब 50 करोड़ वीकली एक्टिव यूजर्स अभी चैटGPT के करीब 50 करोड़ वीकली एक्टिव यूजर्स हैं। अगर केवल वही ओपन AI के ब्राउजर का इस्तेमाल करना शुरू कर दें तो क्रोम से होने वाली गूगल की कमाई पर भारी असर पड़ सकता है। क्योंकि गूगल क्रोम के जरिए ही बिजनेस और ऐड को टारगेट करता है। गूगल के ओपन-सोर्स कोड 'क्रोमियम' पर बना है ओपनAI ब्राउजर ये ब्राउजर गूगल के ही ओपन-सोर्स कोड 'क्रोमियम' पर बना है। क्रोमियम का इस्तेमाल क्रोम, माइक्रोसॉफ्ट एज और ओपेरा जैसे ब्राउजर्स में होता है। OpenAI ने पिछले साल गूगल क्रोम की शुरुआती टीम के दो बड़े अधिकारियों को भी हायर किया था। कंपनी ने अपना ब्राउजर बनाने का फैसला इसलिए किया, ताकि यूजर डेटा पर उनका पूरा कंट्रोल हो। हाल ही में परप्लेक्सिटी ने AI ब्राउजर 'कॉमेट' लॉन्च किया और द ब्राउजर कंपनी और ब्रेव जैसे स्टार्टअप्स भी AI ब्राउजर्स ला चुके हैं। गूगल पर पहले से ही अमेरिका में सर्च मोनोपॉली का केस चल रहा है। OpenAI ने कहा था कि अगर क्रोम बिक्री के लिए आया, तो वे इसे खरीदने में दिलचस्पी रखेंगे। फिलहाल गूगल की क्रोम बेचने की कोई योजना नहीं है। 2015 में शुरू हुई थी ओपन AI ओपन AI (Open AI) एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) डेवलप करने वाली संस्था है। इसकी स्थापना 2015 में इलॉन मस्क, सैम ऑल्टमैन और उनके कुछ दोस्तों ने मिलकर की थी। यह AI टेक्नोलॉजी विशेष रूप से जेनेरेटिव AI और लार्ज लैंग्वेज मॉडल (जैसे चैट GPT) के डेवलपमेंट के लिए जाना जाता है। कंपनी का मिशन सेफ और ह्यूमन सेंट्रिक AI डेवलप करना है। कंपनी सैन फ्रांसिस्को, कैलिफोर्निया में स्थित है। चैट-GPT क्या है? चैट-GPT यानी चैट जनरेटिव प्री ट्रेन्ड ट्रांसफॉर्मर। यह ओपन-AI का एक आर्टिफिशियली इंटेलिजेंट चैटबॉट है। चैट-GPT के पास हर उस सवाल का जवाब है जो इंटरनेट पर मौजूद है, लेकिन यह उसी सवाल का जवाब दे सकता है जो पहले इंटरनेट पर पूछा गया हो। यह एक सॉफ्टवेयर है, जो इंटरनेट पर मौजूद जानकारी को पढ़कर जवाब देता है। ------------------------------ ये खबर भी पढ़ें... इंटरनेट यूजर्स को मिलेगा मेड इन इंडिया वेब ब्राउजर: भारतीय कंपनी जोहो डेवलप करेगी, गूगल और माइक्रोसॉफ्ट को टक्कर दे सकेंगे भारत को जल्द अपना वेब ब्राउजर मिल सकता है। इसे बनाने का जिम्मा भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनी जोहो कार्पोरेशन को मिला है। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने गुरुवार (20 मार्च) को इसकी घोषणा की। मंत्रालय ने स्वदेशी वेब ब्राउजर डेवलप करने के उद्देश्य से 'इंडियन वेब ब्राउजर डेवलपमेंट चैलेंज' नाम से एक प्रतियोगिता आयोजित की थी, जिसमें जोहो कार्पोरेशन ने फर्स्ट प्राइज जीता है। इसके लिए जोहो को 1 करोड़ रुपए का प्राइस मिला है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें... X की CEO लिंडा याकारिनो ने इस्तीफा दिया: प्लेटफॉर्म में कम्युनिटी नोट्स जैसे फीचर्स लाईं, अब मस्क की AI कंपनी xAI के साथ काम करेंगी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X की CEO लिंडा याकारिनो ने दो साल काम करने के बाद बुधवार (9 जुलाई) को इस्तीफा दे दिया है। लिंडा ने X पर पोस्ट शेयर कर इसकी जानकारी दी। लिंडा ने लिखा, 'वे अब ग्रोक चैटबॉट बनाने वाली मस्क की AI कंपनी xAI के साथ काम करेंगी।' हालांकि उन्होंने ये नहीं बताया कि वे xAI में किस पद पर काम करेंगी। उन्होंने जून 2023 में ट्विटर की लीडरशिप संभाली थी, तब मस्क ने 44 बिलियन डॉलर में इस प्लेटफॉर्म को खरीदा और इसका नाम बदलकर X कर दिया। लिंडा प्लेटफॉर्म में कम्युनिटी नोट्स जैसे फीचर्स लेकर आईं और यूजर्स की सिक्योरिटी को लेकर कई बदलाव किए। लिंडा ने पोस्ट में कंपनी के मालिक इलॉन मस्क को अवसर देने के लिए धन्यवाद दिया। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...

दैनिक भास्कर 10 Jul 2025 11:35 am

NASA के James Webb टेलीस्कोप ने ब्रह्मांड में दिखाया उल्लू जैसा चेहरा, 3 करोड़ साल पुरानी टक्कर का नतीजा

James Webb Telescope: ब्रह्मांड में दिखी एक अद्भुत चीज ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा है. इस तस्वीर को Cosmic Owl का नाम दिया गया है जिसे James Webb Space Telescope से देखने पर 2 आकाशगंगाएं आपस में टकराती देखी जा सकती हैं.

ज़ी न्यूज़ 10 Jul 2025 10:53 am

बारिश के बीच Earthquake...आखिर कैसे हुआ ये डबल अटैक? इसके पीछे क्या है कनेक्शन

Earthquake Causes: हाइपोसेंटर, धरती की सतह के नीचे वह बिंदु होता है जहां चट्टानों में तनाव के कारण उथल-पुथल होती है, इसे ही भूंकप का केंद्र या हाइपोसेंटर कहते हैं. यहीं से तरंगे(Waves) एनर्जी के रूप में बाहर निकलती हैं.

ज़ी न्यूज़ 10 Jul 2025 10:36 am

मैं गर्व और रोमांच से भरा हुआ हूं...किसान बने शुभांशु शुक्ला कर रहे हैं इन चीजों की खेती, अंतरिक्ष में रखी मन की बात

Shubhanshu Shukla Axiom 4 mission: भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला इन दिनों किसान की भूमिका निभा रहे हैं. नहीं, अभी वह धरती पर लौटे नहीं हैं बल्कि अंतरिक्ष में ही मेथी और मूंग के बीजों को अंकुरित किया है जो उनकी शोध का हिस्सा है.

ज़ी न्यूज़ 10 Jul 2025 7:24 am

धरती पर मंगल ग्रह से आए सबसे बड़े उल्कापिंड की होगी नीलामी... कीमत पूरे 34 करोड़

Mars Meteorite Price: मंगल ग्रह का सबसे बड़ा उल्कापिंड जिसका नाम NWA 16788 और वजन 24.5 किलो है, सोथबीज(Newyork)में नीलाम किया जाएगा. सहारा रेगिस्तान में मिले इस उल्कापिंड की कीमत लगभग 15-34 करोड़ के बीच आंकी गई है.

ज़ी न्यूज़ 10 Jul 2025 6:31 am

चिप बनाने वाली कंपनी एनवीडिया का मार्केट कैप 4 ट्रिलियन:यह आंकड़ा पार करने वाली दुनिया की पहली कंपनी, शेयर 2% चढ़ा

सेमीकंडक्टर चिप बनाने वाली अमेरिका की कंपनी एनवीडिया एक बार फिर दुनिया की सबसे वैल्यूएबल कंपनी बन गई है। 9 जुलाई को कंपनी के शेयर में 2% से ज्यादा की तेजी देखने को मिली है। जिसके चलते कंपनी का मार्केट कैप पहली बार बढ़कर 4 ट्रिलियन डॉलर (करीब 343 लाख करोड़ रुपए) पर पहुंच गया है। कारोबार के दौरान कंपनी के शेयर ने 164.42 डॉलर (14,091 रुपए) का ऑल टाइम हाई भी बनाया। मार्केट कैप के लिहाज से एनवीडिया के बाद माइक्रोसॉफ्ट दुनिया की दूसरी सबसे वैल्यूएबल कंपनी है। माइक्रोसॉफ्ट का मार्केट कैप 3.72 ट्रिलियन डॉलर (करीब 295 लाख करोड़ रुपए) है। वहीं आईफोन बनाने वाली कंपनी एपल का मार्केट कैप 3.11 ट्रिलियन डॉलर (करीब 261 लाख करोड़ रुपए) है। यह मार्केट कैप के हिसाब से दुनिया की तीसरी सबसे वैल्यूएबल कंपनी है। दुनिया की सबसे वैल्युएबल सेमीकंडक्टर फर्म एनवीडिया पहले से ही दुनिया की सबसे वैल्युएबल सेमीकंडक्टर फर्म है। NVIDIA के भारत में चार इंजीनियरिंग डेवलपमेंट सेंटर हैं। ये हैदराबाद, पुणे, गुरुग्राम और बेंगलुरु में स्थित हैं। एनवीडिया ने अपने AI एक्सेलरेटर को अपग्रेड किया है। GPU को डिजाइन और मैन्युफैक्चर करती है कंपनी एनवीडिया एक टेक्नोलॉजी कंपनी है, जो ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट (GPU) के डिजाइन और मैन्युफैक्चरिंग के लिए जानी जाती है। 1993 में जेन्सेन हुआंग, कर्टिस प्रीम और क्रिस मालाचोव्स्की ने इसकी स्थापना की थी। इसका मुख्यालय कैलिफोर्निया के सांता क्लारा में है। एनवीडिया गेमिंग, क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग और प्रोफेशनल एप्लिकेशन्स के लिए चिप को डिजाइन और मैन्युफैक्चर करती है। इसके साथ-साथ व्हीकल्स, रोबोटिक्स और अन्य उपकरणों में भी उसके चिप सिस्टम का इस्तेमाल होता है। कंपनी के CEO जेन्सेन हुआंग की नेटवर्थ 12.24 लाख करोड़ फोर्ब्स रियल टाइम बिलियनेयर्स लिस्ट के अनुसार, कंपनी के CEO जेन्सेन हुआंग 142.2 बिलियन डॉलर यानी 12.24 लाख करोड़ रुपए की नेटवर्थ के साथ दुनिया के 8वें सबसे अमीर आदमी हैं।

दैनिक भास्कर 9 Jul 2025 10:50 pm

भारत में पहला सेमीकंडक्टर प्लांट शुरू:टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और ताइवान की कंपनी मिलकर चिप बनाएगी; दूसरे देशों पर निर्भरता कम होगी

गुजरात के धोलेरा में सेमीकंडक्टर चिप बनाने वाला भारत का पहला प्लांट शुरू हो गया है। ये प्लांट टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने ताइवान की कंपनी पावर-चिप सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कॉर्पोरेशन (PSMC) के साथ मिलकर शुरू किया है। ये चिप फोन, लैपटॉप, गाड़ियों और कई गैजेट्स में यूज होती हैं। अभी भारत इन चिप्स के लिए विदेशों पर निर्भर है। इसकी सप्लाई रुकने पर देश में कई इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के प्रोडक्शन में कमी आ जाती है। इस प्लांट से भारत अपनी जरूरतें पूरी करेगा और विदेशी निर्भरता को घटाएगा। चिप का प्रोडक्शन दिसंबर 2026 से शुरू होने की उम्मीद है। सवाल 1: सेमीकंडक्टर चिप क्या होती है? सेमीकंडक्टर को आप इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स का दिमाग समझिए। कंप्यूटर, लैपटॉप, कार, वॉशिंग मशीन, ATM, अस्पतालों की मशीन से लेकर हाथ में मौजूद स्मार्टफोन तक सेमीकंडक्टर चिप पर ही काम करते हैं। ये चिप एक दिमाग की तरह इन गैजेट्स को ऑपरेट करने में मदद करती है। इनके बिना हर एक इलेक्ट्रॉनिक आइटम अधूरा है। सेमीकंडक्टर चिप्स सिलिकॉन से बने होते हैं और सर्किट में इलेक्ट्रिसिटी कंट्रोल करने के काम आते हैं। ये चिप इलेक्ट्रॉनिक आइटम को ऑटोमैटिकली ऑपरेट करने में मदद करती है। उदाहरण के लिए, स्मार्ट वॉशिंग मशीन में कपड़े पूरी तरह धुलने के बाद ऑटोमैटिक मशीन बंद हो जाती है। इसी तरह कार में जब आप सीट बेल्ट लगाना भूल जाते हैं, तो कार आपको अलर्ट देती है। ये सेमीकंडक्टर की मदद से ही होता है। सवाल 2: सेमीकंडक्टर प्लांट से भारत को क्या फायदा? सवाल 3: प्लांट में क्या-क्या प्रोडक्ट्स बनेंगे ? प्लांट में 14Nm, 28Nm, 40Nm, 55Nm, और 65Nm सेमीकंडक्टर चिप्स बनेंगी। ये चिप्स अलग-अलग चीजों में यूज होंगी। सवाल 4: टाटा की प्लानिंग क्या है? टाटा ने इस प्रोजेक्ट को कामयाब बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है... दुनिया की 60% सेमीकंडक्टर चिप ताइवान बनाता है सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री एसोसिएशन (SEMI) के अनुसार, ताइवान ग्लोबल चिप फैब्रिकेशन कैपेसिटी (भौतिक रूप से सेमीकंडक्टर बनाने की क्षमता) में 60% हिस्सेदारी है। TSMC अकेले दुनिया के लगभग आधे सेमीकंडक्टर की मैन्युफैक्चरिंग करती है।

दैनिक भास्कर 9 Jul 2025 7:29 pm

बजाज पल्सर NS400Z 2025 लॉन्च:कीमत 1.92 लाख रुपए, यह पुराने मॉडल से सिर्फ ₹7,000 महंगी

बजाज ने अपनी सबसे पावरफुल पल्सर बाइक NS400Z का 2025 मॉडल लॉन्च किया है। कंपनी ने इसकी कीमत 1.92 लाख रुपए (एक्स-शोरूम, दिल्ली) रखी है। यह पुराने मॉडल से सिर्फ 7,000 रुपए महंगी है। NS400Z चार कलर - व्हाइट, रेड, ग्रे और ब्लैक में अवेलेबल है, जिनमें नए स्टिकर्स और ग्राफिक्स हैं। कंपनी ने इस बाइक में कई बड़े बदलाव किए गए हैं, जो इसे और बेहतर परफॉर्मर बनाते हैं। NS400Z में पिछले मॉडल की कमियों को दूर किया इस अपडेट का मकसद पिछले मॉडल की कमियों को दूर करना था। सबसे पहले पुराने MRF बायस-प्लाई टायर्स की जगह अब अपोलो अल्फा H1 रेडियल टायर्स लगाए गए हैं, जिनका साइज फ्रंट में 110/70-ZR17 और रियर में 150/60-ZR17 है। रियर टायर अब पहले से चौड़ा है, जो बेहतर पकड़ देता है। इसके अलावा, फ्रंट ब्रेक पैड्स को ऑर्गेनिक से बदलकर सिन्टर्ड यूनिट्स में अपग्रेड किया गया है, जिससे ब्रेकिंग और मजबूत हुई है। 373cc इंजन 9,500rpm पर 43hp की पावर देगी इस बाइक में 373cc के इंजन में सुधार किया गया है। अब इसका रेडलाइन 10,700rpm तक जाता है, जो पहले से 1,000rpm ज्यादा है। यह इंजन अब 9,500rpm पर 43hp की पावर देता है, जो पिछले मॉडल से 3hp ज्यादा है और 500rpm बाद मिलती है। 35Nm का पीक टॉर्क पहले जैसा ही है, लेकिन यह भी 500rpm बाद मिलता है। NS400Z में चार राइडिंग मोड्स मिलेंगे NS400Z बाइक में चार- स्पोर्ट, रोड, ऑफ-रोड और रेन राइडिंग मोड्स हैं। स्पोर्ट मोड में अब पहले से तेज थ्रॉटल रिस्पॉन्स मिलता है, जबकि बाकी तीन मोड्स में कोई बदलाव नहीं हुआ है। रेन मोड सबसे नरम रिस्पॉन्स देता है और रोड व ऑफ-रोड मोड्स रेन व स्पोर्ट के बीच बैलेंस बनाते हैं। बाइक में ​​​​​​​बायडायरेक्शनल क्विकशिफ्टर खास बात यह है कि इस बाइक में अब बायडायरेक्शनल क्विकशिफ्टर दिया गया है, जो बजाज की किसी भी बाइक में पहली बार आया है। यह केवल स्पोर्ट मोड में काम करता है। बाइक के बेसिक फीचर्स में कोई बदलाव नहीं बाइक के बेसिक फीचर्स में कोई बदलाव नहीं हुआ। इसमें 12 लीटर का फ्यूल टैंक है, वजन 174 किलोग्राम है और 805mm की सीट हाइट इसे ज्यादातर राइडर्स के लिए आरामदायक बनाती है। 165mm का ग्राउंड क्लीयरेंस इसे हर तरह के रास्तों पर चलने लायक बनाता है। यह बाइक पहले से ज्यादा फीचर्स और परफॉर्मेंस देती है, जिससे यह वैल्यू फॉर मनी बनी हुई है।

दैनिक भास्कर 9 Jul 2025 5:48 pm

मोटो G96 5G स्मार्टफोन लॉन्च:इसमें 3D कर्व्ड डिस्प्ले, 32MP सेल्फी कैमरा और 5500mAh बैटरी; शुरुआती कीमत- ₹17,999

टेक कंपनी मोटोरोला ने आज (बुधवार, 9 जुलाई) भारतीय मार्केट में मोटो G96 5G स्मार्टफोन लॉन्च कर दिया है। स्मार्टफोन में सेगमेंट का सबसे बेहतर 3D कर्व्ड डिस्प्ले दिया गया है, जो pOLED टेक्नोलॉजी पर बेस्ड है। वहीं, इस फोन में सेगमेंट का इकलौता 32 मेगापिक्सल सेल्फी कैमरा दिया गया है, जो 4K वीडियो रिकॉर्डिंग करने में सक्षम है। वहीं, परफॉर्मेंस के लिए इसमें एड्रेनो 710 GPU और ऑक्टा-कोर CPU पर बेस्ड क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 7s जेन चिपसेट दिया गया है। प्राइस और अवेलेबिलिटी भारतीय मार्केट में कंपनी ने स्मार्टफोन को दो स्टोरेज ऑप्शन में पेश किया है। 8GB रैम के साथ 128GB स्टोरेज वाले वैरिएंट की कीमत ₹17,999और 8GB रैम के साथ 256GB स्टोरेज वाले फोन की कीमत ₹19,999 है। बायर्स इस स्मार्टफोन को 16 जुलाई से फ्लिपकार्ट, मोटोरोला इंडिया की आधिकारिक वेबसाइट और प्रमुख ऑफलाइन रिटेल स्टोर्स से खरीद पाएंगे। फ्लिपकार्ट पर 16 जुलाई को पहली सेल में ₹1000 का डिस्काउंट मिलेगा। मोटो G96: स्पेसिफिकेशन्स डिस्प्ले: मोटो G96 में 144Hz रिफ्रेश रेट और 2400 x 1080 पिक्सल जोल्यूशन के साथ 6.67-इंच का फुल HD+ 3D कर्व्ड pOLED डिस्प्ले डिस्प्ले दिया गया है। इसकी पीक ब्राइटनेस 1600 निट्स है, यानी आउटडोर में भी डिस्प्ले पर बेहतर लाइटिंग मिलेगी। डिस्प्ले पर कॉर्निंग गोरिल्ला ग्लास 5 का प्रोटेक्शन मिल रहा है। इसके अलावा इसमें इन-डिस्प्ले फिंगरप्रिंट सेंसर, वॉटर टच 2.0 टेक्नोलॉजी, 10-बिट कलर डेप्थ, HDR10 सपोर्ट दिया गया है। कैमरा: फोटोग्राफी और वीडियो रिकॉर्डिंक के लिए मोटोरोला के लेटेस्ट स्मार्टफोन में Sony LYT-700C का 50MP प्राइमरी कैमरा, 8MP का अल्ट्रा-वाइड सेंसर दिया गया है। वहीं, सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए क्वाड पिक्सल टेक्नोलॉजी पर बेस्ड 32MP का फ्रंट कैमरा दिया गया है। इसके अलाव, कैमरे में AI फोटो एन्हांसमेंट, होराइजन लॉक, डिजिटल जूम, 4K वीडियो रिकॉर्डिंग और नाइट विजन मोड दिया गया है। प्रोसेसर: बेहतर फंक्शनिंग के लिए स्मार्टफोन में एड्रेनो 710 GPU और ऑक्टा-कोर CPU पर बेस्ड क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 7s जेन 2 चिपसेट दिया गया है, जो एंड्रॉयड 15 ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करता है। कंपनी ने इसमें 1 साल का OS अपडेट (एंड्रॉयड 16 तक) और 3 साल के सिक्योरिटी पैच दिया है। बैटरी और चार्जर: पावर बैकअप के लिए स्मार्टफोन में 5500mAh की बैटरी दी गई है। इसे चार्ज करने के लिए 33W टर्बोपावर फास्ट चार्जिंग सपोर्ट दी गई है।

दैनिक भास्कर 9 Jul 2025 4:45 pm

मस्क की कंपनी को भारत में सभी मंजूरियां मिलीं:हाईस्पीड सैटेलाइट इंटरनेट देगी स्टारलिंक, दावा- दूरदराज के इलाकों में भी नेटवर्क मिलेगा

इलॉन मस्क की कंपनी स्टारलिंक को भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस शुरू करने का आखिरी रेगुलेटरी अप्रूवल मिल गया है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से ये जानकारी दी। स्टारलिंक तीसरी कंपनी है, जिसे भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस ऑपरेट करने का लाइसेंस मिला है। इससे पहले वनवेब और रिलायंस जियो को मंजूरी मिली थी। आइए, सवाल-जवाब के जरिए इस मामले को समझते हैं… सवाल 1: स्टारलिंक क्या है और ये खास क्यों है? जवाब: स्टारलिंक, स्पेसएक्स का प्रोजेक्ट है, जो सैटेलाइट्स के जरिए हाई-स्पीड इंटरनेट देता है। इसके सैटेलाइट्स पृथ्वी के करीब घूमते हैं, जिससे इंटरनेट तेज और स्मूथ चलता है। ये खासकर उन इलाकों के लिए फायदेमंद है, जहां आम इंटरनेट नहीं पहुंचता- जैसे गांव या पहाड़। सवाल 2: स्टारलिंक को लाइसेंस मिलने में इतना वक्त क्यों लगा? जवाब: स्टारलिंक भारत में एंट्री के लिए 2022 से कोशिश कर रही थी, लेकिन सिक्योरिटी चिंताओं की वजह से देरी हुई। भारत सरकार ने डेटा सिक्योरिटी और कॉल इंटरसेप्शन जैसी शर्तें रखी थीं। स्टारलिंक ने इन शर्तों को माना और मई 2025 में उसे लेटर ऑफ इंटेंट मिलने के बाद टेलिकॉम डिपार्टमेंट का लाइसेंस मिला। अब उसे आखिरी रेगुलेटरी अप्रूवल यानी, इंडियन नेशनल स्पेस प्रमोशन एंड ऑथराइजेशन सेंटर (IN-SPACe) का अप्रूवल भी मिल गया है। सवाल 3: अब स्टारलिंक को सर्विस शुरू करने के लिए और क्या करना होगा? जवाब: लाइसेंस मिलने के बाद स्टारलिंक को अब सरकार से स्पेक्ट्रम हासिल करना होगा। भारत में ग्राउंड इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करना होगा। इसमें सैटेलाइट अर्थ स्टेशन, कम्युनिकेशन गेटवे और एक कंट्रोल व मॉनिटरिंग सेंटर बनाना शामिल है। इसके बाद कंपनी को सिक्योरिटी क्लियरेंस के लिए सर्विस की टेस्टिंग और ट्रायल्स करने होंगे। सिक्योरिटी एजेंसियां स्टारलिंक की सर्विस को बारीकी से जांचेंगी। बिना सिक्योरिटी क्लियरेंस के कॉमर्शियल सर्विस शुरू नहीं हो सकती। सवाल 4: स्टारलिंक की सर्विस भारत में कब शुरू होगी? जवाब: अभी सटीक तारीख तो नहीं बताई गई है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक सिक्योरिटी टेस्टिंग और इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार होने के बाद कुछ महीनों में सर्विस शुरू हो सकती है। सवाल 5: स्टारलिंक की सर्विस कितनी तेज होगी और इसका खर्चा क्या होगा? जवाब: स्टारलिंक 50 Mbps से 250 Mbps तक की डाउनलोड स्पीड देने का दावा करता है, जो स्ट्रीमिंग, वीडियो कॉल और गेमिंग जैसे कामों के लिए काफी है। भारत में स्टारलिंक के स्टैंडर्ड किट की कीमत करीब 33,000 रुपए होने की उम्मीद है। इसमें सैटेलाइट एंटीना, माउंटिंग स्टैंड, वाई-फाई राउटर और केबल्स शामिल हैं। हालांकि मंथली सब्सक्रिप्शन प्लान्स की कीमत अभी साफ नहीं है। सवाल 6: स्टारलिंक के लिए भारत में कौन-कौन से पार्टनर्स हैं? जवाब: भारत की दो सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनियां जियो और एयरटेल ने मार्च में स्टारलिंक के साथ पार्टनरशिप की घोषणा की थी। ये दोनों कंपनियां अपने रिटेल स्टोर्स में स्टारलिंक के इक्विपमेंट बेचेंगी। ये पार्टनरशिप स्टारलिंक के भारत में रोलट को और मजबूत करेगी। सवाल 7: स्टारलिंक की सर्विस से भारत में क्या फायदा होगा? जवाब: स्टारलिंक की सैटेलाइट बेस्ड इंटरनेट सर्विस खासकर उन ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में गेम-चेंजर हो सकती है, जहां इंटरनेट की पहुंच नहीं है। ये डिजिटल इंडिया के मिशन को सपोर्ट करेगा और शिक्षा, हेल्थकेयर जैसे सेक्टर्स में डिजिटल कनेक्टिविटी बढ़ाएगा। स्टारलिंक के 6,750 से ज्यादा सैटेलाइट्स लो अर्थ ऑर्बिट (LEO) में हैं, जो कम लेटेंसी और हाई-स्पीड इंटरनेट देते हैं। कंपनी 2027 तक अपने सैटेलाइट्स की संख्या 42,000 तक बढ़ाने की योजना बना रही है। सवाल 8: स्टारलिंक की सर्विस अभी कितने देशों में उपलब्ध है? जवाब: स्टारलिंक 100 से ज्यादा देशों में अपनी सर्विस दे रही है। एशिया में ये मंगोलिया, जापान, फिलीपींस, मलेशिया, इंडोनेशिया, जॉर्डन, यमन और अजरबैजान जैसे देशों में मौजूद है। हाल ही में बांग्लादेश और श्रीलंका में भी स्टारलिंक की सर्विस शुरू हुई है। सैटेलाइट नेटवर्क से हाई-स्पीड इंटरनेट कवरेज मिलता है जून 2020 में सरकार ने IN-SPACe स्थापित किया था डिपार्टमेंट ऑफ स्पेस ने जून 2020 में IN-SPACe को स्थापित किया था। यह स्पेस एक्टिविटीज में प्राइवेट सेक्टर की भागीदारी को रेगुलेट करने और उसे सुविधाजनक बनाने के लिए सिंगल-विंडो एजेंसी के रूप में काम करती है। IN-SPACe नॉन-गवर्नमेंटल एंटिटीज के लिए लाइसेंसिंग, इन्फ्रास्ट्रक्चर शेयरिंग और स्पेस बेस्ड स‌र्विसेज को बढ़ावा देने का काम भी करती है।

दैनिक भास्कर 9 Jul 2025 4:26 pm

सैमसंग गैलेक्सी अनपैक्ड-2025 इवेंट आज:गैलेक्सी फोल्डेबल और फ्लिप स्मार्टफोन लॉन्च होंगे, अपडेटेड वॉच और बड्स भी पेश होंगे

सैमसंग का गैलेक्सी अनपैक्ट इवेंट आज (9 जुलाई) अमेरिका के ब्रुकलिन, न्यूयॉर्क में होगा। इसमें नेक्स्ट-जेन फोल्डेबल स्मार्टफोंस गैलेक्सी Z फोल्ड 7 और गैलेक्सी Z फ्लिप 7 पेश होंगे। इसके अलावा साउथ कोरियन टेक कंपनी गैलेक्सी Z फ्लिप 7 FE के साथ एक नया ट्राई-फोल्डेबल डिवाइस, स्मार्टवॉचेस और TWS ईयरफोंस जैसे अन्य प्रोडक्ट्स भी पेश कर सकती है। इवेंट स्थानीय समयानुसार सुबह 10 बजे (भारत में 7:30 बजे) शुरू होगा। इसे सैमसंग की ऑफिशियल वेबसाइट, सैमसंग न्यूजरूम और सैमसंग के यूट्यूब चैनल पर लाइव स्ट्रीम किया जाएगा। ₹1999 में प्री-बुकिंग शुरू, ₹5999 बेनिफिट्स मिलेंगे ब्रांड ने भारत में प्री-रिजर्वेशन विंडो खोल दी है। इसमें सैमसंग की वेबसाइट पर प्री-रिजर्वेशन पेज पर फोल्डेबल्स, स्मार्टवॉचेस और TWS ईयरबड्स के स्केच दिखाई दे रहे हैं। इन प्रोडक्ट्स को 1,999 रुपए की रिफंडेबल टोकन अमाउंट देकर प्री-रिजर्व कर सकते हैं। यह अमाउंट अपकमिंग गैलेक्सी डिवाइसेज को खरीदने पर उसकी कुल कीमत में एडजस्ट किया जाएगा। इसमें ग्राहकों को 5,999 रुपए तक के बेनिफिट्स (ई-स्टोर वाउचर के रूप में), एसेसरी कॉम्बो ऑफर्स और फास्ट डिलीवरी का फायदा मिलेगा। यह फायदा तभी मिलेगा, जब ग्राहक मुख्य प्रोडक्ट (जैसे गैलेक्सी Z फोल्ड 7 या गैलेक्सी Z फ्लिप 7) को कार्ट में जोड़ेंगे और चेकआउट के समय ई-स्टोर वाउचर को लागू करेंगे। बुकिंग सैमसंग वेबसाइट, सैमसंग स्टोर्स और देशभर के रिटेल आउटलेट्स से कर सकेंगे। सैमसंग गैलेक्सी Z फोल्ड 7 और फ्लिप 7: एक्सपेक्टेड स्पेसिफिकेशंस मीडियी रिपोर्ट्स की मानें तो सैमसंग गैलेक्सी Z फोल्ड 7 को अब तक का सबसे पतला और सबसे हल्का फोल्डेबल स्मार्टफोन होगा। वहीं, गैलेक्सी Z फ्लिप 7 के डिजाइन में ज्यादा बदलाव देखने को नहीं मिलेगा। सस्ता फ्लिप फोन गैलक्सी Z फ्लिप 7 SE भी लॉन्च होगा सैमसंग Z फ्लिप 7 का सस्ता ऑप्शन गैलक्सी Z फ्लिप 7 SE भी पेश कर सकती है। इसमें एग्जीनोस 2400e प्रोसेसर के साथ 8GB रैम दी जा सकती है। इसमें बैक पैनल पर डुअल कैमरा सेटअप और फ्रंट में 10MP का लेंस मिल सकता है। फोन में 3700mAh की बैटरी और 25W फास्ट चार्जिंग मिल सकती है। कीमत की बात करें तो कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गैलेक्सी Z फोल्ड 7 का 256GB वैरिएंट लगभग 2,22,000 रुपए में लॉन्च हो सकता है। वहीं, गैलेक्सी Z फ्लिप 7 की शुरुआती कीमत लगभग ₹1,43,000 हो सकती है। ये खबर भी पढ़ें... सैमसंग गैलेक्सी स्मार्ट रिंग लॉन्च, ये हार्ट रेट बताएगी: Z फोल्ड6 और Z फ्लिप6 स्मार्टफोन भी पेश किए, इनमें रियल-टाइम लैंग्वेज ट्रांसलेशन जैसे AI फीचर साउथ कोरियन टेक कंपनी सैमसंग ने गैलेक्सी स्मार्ट रिंग लॉन्च कर दी है। स्किन टेम्परेचर सेंसर और हार्ट रेट सेंसर से लैस ये रिंग IP68 वाटर रेजिस्टेंस के साथ आती है। कंपनी ने इसकी कीमत 399.99 अमेरिकी डॉलर (लगभग 33403 रुपए) रखी है। बुधवार को फ्रांस के पेरिस में हुए गैलेक्सी अनपैक्ड इवेंट 2024 में कंपनी ने सैमसंग गैलेक्सी Z फोल्ड 6 और गैलेक्सी Z फ्लिप 6 स्मार्टफोन भी लॉन्च किए गए। दोनों स्मार्टफोन को नोट असिस्ट, चैट असिस्ट, रियल-टाइम लैंग्वेज ट्रांसलेशन, सर्कल टू सर्च जैसे कई एडवांस्ड AI फीचर के साथ पेश किया गया है। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 9 Jul 2025 4:03 pm

35 साल बाद असम के जंगलों में दिखाई दिया ये शिकारी कुत्ता, वैज्ञानिकों ने मान लिया था विलुप्त

Endangered Animals:बहुत कम समय में ही धरती से जानवरों की कई सारी प्रजातियों लुप्त हो चुकी हैं. भारत में भी ऐसे ढेरों जानवर हैं जो लुप्त हो चुके हैं या फिर उनकी संख्या इतनी कम है कि जल्द ही गायब हो जाएंगे.

ज़ी न्यूज़ 9 Jul 2025 2:26 pm

इलॉन मस्क के AI चैट-बॉट ने हिटलर की तारीफ की:ग्रोक ने यहूदी विरोधी बयान दिए; कहा- पॉलिटिक्स, फाइनेंस में इनकी आबादी से ज्यादा हिस्सेदारी

इलॉन मस्क की कंपनी xAI का चैट बॉट ग्रोक एक बार फिर विवादों में हैं। इस बार ग्रोक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर हिटलर की तारीफ में और यहूदी विरोधी बातें लिख दीं। इस पर X यूजर्स ने भारी नाराजगी जताई है।कई यूजर्स ने शिकायत की कि ग्रोक बार-बार यहूदी सरनेम को ऑनलाइन कट्टरपंथ से जोड़ रहा है। यूजर्स के मुताबिक ग्रोक ने यह भी लिखा कि मीडिया, फाइनेंस और पॉलिटिक्स में यहूदी लोगों की हिस्सेदारी उनकी आबादी से कहीं ज्यादा है, जबकि उनकी आबादी सिर्फ 2% है। चैट बॉट ने हिटलर की तारीफ की ग्रोक ने कई जवाबों में हिटलर को ऐतिहासिक उदाहरण बताते हुए यहूदियों के खिलाफ उसकी सोच की तारीफ कर दी, जिससे सोशल मीडिया पर गुस्सा और बढ़ गया। ग्रोक ने यह भी लिखा कि वह कई अनऑथेंटिक साइट्स से जानकारी लेता है, जो अक्सर नफरत फैलाने के लिए बदनाम हैं। कंपनी ने कहा AI को दोबारा ट्रेन करेंगे कंपनी ने सफाई दी कि जैसे ही उन्हें इन आपत्तिजनक पोस्ट्स की जानकारी मिली, तुरंत हटा दी गईं और अब AI को दोबारा ट्रेन किया जा रहा है ताकि आगे से ऐसी बातें न हों। xAI ने कहा कि वह अब ऐसे कंटेंट को पोस्ट होने से पहले ही रोकने के लिए नए कदम उठा रही है। ग्रोक पहले भी विवादों में रह चुका यह पहली बार नहीं है जब ग्रोक विवादों में आया है। इससे पहले मई में भी चैट बॉट ने नस्लीय और विवादित बातें लिख दी थीं। जिसके बाद यूजर्स नाराज हो गए थे। अब यूजर्स मस्क की फ्री स्पीच पॉलिसी और AI की मॉडरेशन पर सवाल उठ रहे हैं। फिलहाल, ग्रोक के पब्लिक पोस्ट्स रोक दिए गए हैं, लेकिन निजी चैट्स में यह अभी भी एक्टिव है। ये खबर भी पढ़ें भारत ने रॉयटर्स समेत 2,300-अकाउंट्स ब्लॉक करने को कहा:X का दावा- विरोध के बाद आदेश वापस लिया, सरकार ने कहा- कोई नया आदेश नहीं दिया माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) ने मंगलवार को दावा किया कि भारत सरकार ने 3 जुलाई को 2,300 से ज्यादा अकाउंट्स को ब्लॉक करने का आदेश दिया। इस आदेश में ग्लोबल न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के ऑफिशियल हैंडल भी शामिल थे। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 9 Jul 2025 1:45 pm

पिघलते ग्लेशियर दोगुनी कर सकते हैं ज्वालामुखी विस्फोट, भारत के लिए भी बजी खतरे की घंटी

Melting of Glaciers: अब तक वैज्ञानिकों का मानना था कि ग्लेशियर के पिघलने से सिर्फ समुद्र का जलस्तर ही बढ़ेगा, लेकिन अब वैज्ञानिकों ने चेतावनी जारी की है कि इसका परिणाम और भी घातक हो सकता है.

ज़ी न्यूज़ 9 Jul 2025 1:27 pm

भारतीय मूल के सबीह खान एपल में COO बने:पिचाई और नडेला जैसे लीडर्स की लिस्ट में शामिल, टिम कुक बोले- सबीह एक शानदार स्ट्रैटजिस्ट

दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनी एपल ने भारतीय मूल के सबीह खान को कंपनी का नया चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (COO) बनाया है। वो इस महीने के अंत में जेफ विलियम्स की जगह लेंगे, जो 2015 से इस पद पर हैं। सबीह ने मुरादाबाद जैसे छोटे शहर से निकलकर टेक्नोलॉजी की दुनिया में ये मुकाम हासिल किया है। एपल के CEO टिम कुक ने कहा, सबीह एक शानदार स्ट्रैटजिस्ट हैं, जिन्होंने एपल की सप्लाई चेन को बनाने में अहम रोल निभाया है। वो दिल से लीडरशिप करते हैं और अपने मूल्यों के साथ काम करते हैं। मुझे यकीन है कि वो एक बेहतरीन COO साबित होंगे। ग्लोबल सप्लाई चेन को मैनेज करते हैं सबीह सबीह खान एपल की ग्लोबल सप्लाई चेन को मैनेज करते हैं। इसका मतलब है कि वो प्रोडक्ट की क्वालिटी, प्लानिंग, खरीद, मैन्युफैक्चरिंग, लॉजिस्टिक्स और प्रोडक्ट डिलीवरी जैसे कामों की जिम्मेदारी संभालते हैं। वो एपल के सप्लायर रिस्पॉन्सिबिलिटी प्रोग्राम्स को भी लीड करते हैं, जो दुनिया भर में प्रोडक्शन फैसिलिटीज में काम करने वाले मजदूरों के हितों की रक्षा करते हैं। सबीह की अगुवाई में कंपनी का कार्बन फुटप्रिंट भी 60% से ज्यादा कम हुआ है। यानी एपल ने अपने प्रोडक्शन और ऑपरेशंस से होने वाले पर्यावरणीय नुकसान को काफी हद तक घटाया है। सबीह का परिवार सिंगापुर चला गया था सबीह खान का जन्म 1966 में उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में हुआ था। जब वो पांचवीं कक्षा में थे, तब उनका परिवार सिंगापुर चला गया। वहां से उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी की और बाद में अमेरिका चले गए। सबीह ने टफ्ट्स यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स और मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बैचलर डिग्री हासिल की। इसके बाद उन्होंने रेनसेलर पॉलिटेक्निक इंस्टिट्यूट (RPI) से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री भी ली। 1995 में सबीह ने एपल में अपने करियर की शुरुआत की। शुरुआत में वो कंपनी के प्रोक्योरमेंट ग्रुप में शामिल हुए। पिछले 30 सालों में उन्होंने एपल के कई अहम रोल निभाए और कंपनी की ग्लोबल सप्लाई चेन को मजबूत करने में बड़ा योगदान दिया। 2019 में वो एपल के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट ऑफ ऑपरेशंस बने। जेफ विलियम्स का क्या होगा? जेफ विलियम्स, जो अभी एपल के COO हैं, इस महीने के अंत में अपनी भूमिका सबीह को सौंप देंगे। जेफ 27 साल से एपल के साथ हैं और उन्होंने कहा, मैंने सबीह के साथ 27 साल तक काम किया है और मुझे लगता है कि वो दुनिया के सबसे टैलेंटेड ऑपरेशंस एक्जीक्यूटिव हैं। रिटायर होने से पहले जेफ डिजाइन और हेल्थ इनिशिएटिव्स को देखते रहेंगे, ताकि ट्रांजिशन आसानी से हो सके। सुंदर पिचाई और सत्या नडेला जैसे लीडर्स की लिस्ट में शामिल सबीह खान सुंदर पिचाई (गूगल CEO) और सत्या नडेला (माइक्रोसॉफ्ट CEO) जैसे भारतीय मूल के उन ग्लोबल लीडर्स की लिस्ट में शामिल हो गए हैं, जो दुनिया की टॉप टेक कंपनियों में अहम रोल निभा रहे हैं।

दैनिक भास्कर 9 Jul 2025 12:56 pm

दिमाग नहीं बल्कि पेट से जुड़ी बीमारी है OCD, 99 % भारतीय आज तक नहीं समझ पाए

OCD Problem: क्या आप भी ऑब्सेसिव-कंपल्सिव डिसऑर्डर यानी OCD से पीड़ित हैं और सोचते हैं कि ये पूरी तरह से एक मानसिक समस्या है? वैज्ञानिकों ने इसे लेकर एक बड़ी खोज की है.

ज़ी न्यूज़ 9 Jul 2025 11:39 am

अंतरिक्ष से नमस्ते! दिल्ली के आसमान में दिखे शुभांशु शुक्ला, 12 जुलाई को फिर दिखेगा ISS, नोट कर लें टाइमिंग

Shubhanshu Shukla Axiom 4 Mission: 1988 से फुटबॉल मैदान के आकार का International Space Station धरती का चक्कर काट रहा है. बता दें कि यह सोमवार को दिल्ली के ऊपर से गुजरा जिसे 12 जुलाई को फिर से देखा जा सकता है.

ज़ी न्यूज़ 9 Jul 2025 11:01 am

ये काम करके दिखाओ.. मिलेंगे 25 करोड़, NASA का चैलेंज! आखिर कौन करके दिखाएगा?

NASA Mission: नासा ने एक बड़े ही अजीब लेकिन जरूरी काम को पूरा करने के लिए 25 करोड़ का इनाम रखा है. नासा की यह पहल अर्टेमिस मिशन के लिए बहुत ही जरूरी है जिसका मक्सद चंद्रमा पर इंसानों की मैजूदगी को स्थापित करना है.

ज़ी न्यूज़ 9 Jul 2025 8:31 am

दुनिया की सबसे बड़ी गुफा में छिपे 2 समुद्री राक्षसों का खुलासा, उम्र इतनी की वैज्ञानिकों का चकराया सिर

World Biggest Cave System: केंटकी की मैमथ गुफा के नीचे 325 मिलियन सालों से 2 समुद्री राक्षस सबसे छिपे हुए हैं जो इंतजार कर रहे हैं अपनी अविश्वनीय कहानी बताने की.

ज़ी न्यूज़ 9 Jul 2025 6:44 am

भारत ने रॉयटर्स समेत 2,300-अकाउंट्स ब्लॉक करने को कहा:X का दावा- विरोध के बाद आदेश वापस लिया, सरकार ने कहा- कोई नया आदेश नहीं दिया

माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) ने मंगलवार को दावा किया कि भारत सरकार ने 3 जुलाई को 2,300 से ज्यादा अकाउंट्स को ब्लॉक करने का आदेश दिया। इस आदेश में ग्लोबल न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के ऑफिशियल हैंडल भी शामिल थे। X की ग्लोबल गवर्नमेंट अफेयर्स टीम ने एक पोस्ट में कहा कि भारत सरकार ने इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट की धारा 69A के तहत इन सभी अकाउंट्स को ब्लॉक करने का आदेश दिया। मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इनफॉर्मेशन टेक्नॉलॉजी (MeitY) ने बिना कोई कारण बताए एक घंटे के भीतर आदेश का पालन करने और अकाउंट्स को अनिश्चितकाल तक ब्लॉक रखने को कहा। जनता के विरोध के बाद आदेश वापस लिया X के अनुसार, जनता के विरोध के बाद सरकार ने रविवार को रॉयटर्स (@Reuters और @ReutersWorld) के अकाउंट्स को अन-ब्लॉक करने का अनुरोध किया। ये अकाउंट्स रविवार को भारत में यूजर्स के लिए ब्लॉक किए गए थे, लेकिन बाद में उसी दिन बहाल कर दिए गए। X ने भारत में प्रेस सेंसरशिप पर चिंता जताते हुए कहा कि वह सभी कानूनी विकल्पों पर विचार कर रहा है। हालांकि, भारतीय कानून के तहत X को इन सरकारी आदेशों के खिलाफ कानूनी चुनौती देने में बाधाएं हैं। कंपनी ने प्रभावित यूजर्स से अदालतों के माध्यम से कानूनी उपाय तलाशने की अपील की है। मंत्रालय का जवाब: कोई नया आदेश नहीं दिया दूसरी ओर MeitY ने X के दावों को खारिज करते हुए कहा कि 3 जुलाई को कोई नया ब्लॉकिंग आदेश जारी नहीं किया गया। मंत्रालय ने दावा किया कि जैसे ही रॉयटर्स के अकाउंट्स ब्लॉक होने की जानकारी मिली, उसने 5 जुलाई से X के साथ लगातार संपर्क में रहकर अकाउंट्स को बहाल करने की मांग की। मंत्रालय का कहना है कि X ने तकनीकी कारणों का हवाला देकर देरी की और 6 जुलाई को रात 9 बजे के बाद ही रॉयटर्स और अन्य URLs को अनब्लॉक किया, जिसमें 21 घंटे से ज्यादा समय लगा। X ने सरकार के खिलाफ मुकदमा दायर किया X ने भारत सरकार के खिलाफ कर्नाटक हाईकोर्ट में मुकदमा दायर किया है, जिसमें इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट 2000 के तहत जारी ब्लॉकिंग आदेशों को चुनौती दी गई है। कंपनी का कहना है कि इन आदेशों में पर्याप्त सुरक्षा उपायों की कमी है। मंगलवार को इस मामले की सुनवाई हुई है। X ने मार्च में दायर अपनी याचिका में संशोधन की मांग की है, जिसमें इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी रेगुलेशन के नियम 3(1)(d) को रद्द करने की मांग शामिल है। यह नियम सरकारी एजेंसियों को मध्यस्थों (जैसे X) को कंटेंट हटाने का आदेश देने की शक्ति देता है। X और सरकार के बीच पहले भी हो चुका है विवाद यह पहली बार नहीं है, जब X और भारत सरकार के बीच टकराव हुआ है। इस साल मई में X के ग्लोबल गवर्नमेंट अफेयर्स टीम का हैंडल भारत में ब्लॉक कर दिया गया था, जिसे एक दिन बाद अन-ब्लॉक किया गया। उस समय सरकार ने 8,000 अकाउंट्स को ब्लॉक करने का आदेश जारी किया था। कानूनी विवाद का आधार X की याचिका में कहा गया है कि धारा 79(3)(b) सरकार को मध्यस्थों को ब्लॉकिंग आदेश जारी करने का अधिकार नहीं देती। यह धारा मध्यस्थों को दी गई कानूनी छूट को हटाने की बात कहती है। अगर वे सरकार के टेकडाउन आदेशों का पालन नहीं करते। इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (आर्बिट्रेटर गाइडलाइंस और डिजिटल मीडिया एथिक्स कोड) एक्ट-2021 के नियम 3(1)(d) के साथ मिलकर यह सरकार को कंटेंट हटाने का आदेश देने की अनुमति देता है।

दैनिक भास्कर 8 Jul 2025 8:38 pm

अब इंटरनेट के बिना मैसेज भेज सकेंगे:जैक डोर्सी ने नया मैसेजिंग एप 'बिटचैट' लॉन्च किया, अभी सिर्फ आईफोन के लिए अवेलेबल

ट्विटर के को-फाउंडर जैक डोर्सी ने एक नया मैसेजिंग एप 'बिटचैट' लॉन्च किया है। यह एप इंटरनेट कनेक्शन के बिना भी काम करता है। यानी यूजर इस एप के जरिए एक दूसरे को इंटरनेट के बिना मैसेज भेज सकेंगे। यह प्राइवेसी फोकस्ड मैसेजिंग एप पीयर-टू-पीयर टेक्निक पर बेस्ड है और इसके लिए किसी सेंट्रलाइज्ड सर्वर या फोन नेटवर्क की जरूरत नहीं होती है। फिलहाल, यह एप अभी सिर्फ आईफोन यूजर्स के लिए टेस्ट फ्लाइट प्लेटफॉर्म पर अवेलेबल है। ब्लूटूथ नेटवर्क पर काम करता है बिटचैट बिटचैट ब्लूटूथ लो एनर्जी (BLE) मेश नेटवर्क पर काम करता है। जिसमें स्मार्टफोन आपस में छोटे-छोटे क्लस्टर बनाते हैं और एक डिवाइस से दूसरी डिवाइस तक एन्क्रिप्टेड मैसेज भेजते हैं। ब्लूटूथ के जरिए काम करने के कारण इसे वाई-फाई या मोबाइल डेटा की जरूरत नहीं पड़ती। यह एप खास तौर पर उन जगहों पर यूजफुल है, जहां इंटरनेट कनेक्शन अवेलेबल नहीं है या जहां नेटवर्क बंद हो। ट्रेडिशनल मैसेजिंग एप्स जैसे व्हाट्सएप या टेलीग्राम के उलट, बिटचैट पूरी तरह से डिसेंट्रलाइज्ड है। इसके लिए यूजर्स को ईमेल या फोन नंबर से अकाउंट बनाने की जरूरत नहीं है। मैसेज केवल यूजर्स के डिवाइस पर स्टोर होते हैं और कुछ समय बाद अपने आप डिलीट हो जाते हैं। इससे यूजर्स की प्राइवेसी और सेंसरशिप से सुरक्षा तय होती है। बिटचैट की अवेलेबिलिटी बिटचैट अभी बीटा टेस्टिंग फेज में है और सिर्फ एपल के टेस्टफ्लाइट प्लेटफॉर्म पर अवेलेबल है। लॉन्च के तुरंत बाद इसने 10,000 टेस्टर्स की लिमिट को छू लिया। जैक डोर्सी ने एप का व्हाइटपेपर और बीटा इनविटेशन पब्लिकली शेयर किया है। बीटा फेज में डेवलपर्स बैटरी ऑप्टिमाइजेशन और रिले-स्टेबिलिटी पर ध्यान दे रहे हैं। फाइनल रिलीज में वाई-फाई प्रोटोकॉल को शामिल करने का प्लान है, ताकि पिक्चर्स और वीडियोज जैसे रिच-कंटेंट को भी शेयर किया जा सके। भविष्य में इसे और प्लेटफॉर्म्स के लिए अवेलेबल कराने का भी प्लान है।

दैनिक भास्कर 8 Jul 2025 4:04 pm

वैज्ञानिकों की चेतावनी! अंटार्कटिका से गायब हो गई एक देश जितनी बर्फ, SMOS सैटेलाइट ने दिए खतरे के संकेत

Antarctica Glaciers: दक्षिणी महासागर में वैज्ञानिकों को एक बहुत ही बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है. शोध में सामने आया कि अंटार्कटिका के आसपास की समुद्री बर्फ तेजी से कम होती जा रही है. लेकिन समुद्र का पानी खारा होता जा रहा है.

ज़ी न्यूज़ 8 Jul 2025 3:02 pm

वैज्ञानिकों ने इस देश में खोजा 1.25 लाख साल पुरानी Fat Factory, जानवरों की हड्डियां तोड़कर निकालते थे चर्बी

Ancient Fat Factory: जर्मनी के न्यूमार्क-नॉर्ड इलाके में खुदाई के दौरान प्राचीन मानव निएंडरथल के चर्बी के कारखानों का पता चला है. अध्ययन में ये सामने आया है कि निएंडरथल जानवरों की हड्डियों को तोड़कर उनमें से चर्बी निकला करते थे.

ज़ी न्यूज़ 8 Jul 2025 2:07 pm

आप सो रहे थे तभी धरती के करीब से गुजरा विशाल एस्टेरॉयड, 48,800 किमी की रफ्तार, टकराता तो तबाही तय!

Asteroid Near Earth: 2025 एनजे नाम का लगभग 85 फीट चौड़ा पिंड सोमवार दोपहर 3 बजकर 16 मिनट पर धरती की कक्षा के बेहद नजदीक से गुजरा. इसकी रफ्तार जितनी ज्यादा थी, धरती से दूरी उतनी ही कम.

ज़ी न्यूज़ 8 Jul 2025 1:22 pm

10 लाख डिग्री तापमान! वैज्ञानिकों ने खोजे छोटे 'प्लाजमा लूप', सूर्य के अंदर छिपा रहस्य सुलझा

Science news in Hindi: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग(DST)के तहत आने वाले भारतीय खगोल भौतिकी संस्थान के वैज्ञानिकों ने बड़ी खोज की है. उन्होंने सूर्य पर छोटे प्लाज्मा लूप की खोज की है.

ज़ी न्यूज़ 8 Jul 2025 11:10 am

मरने से पहले स्टीफन हॉकिंग ने की थी भविष्यवाणी! धरती खत्म होने में बचे हैं सिर्फ इतने साल, ढूंढना पड़ेगा नया ठिकाना

Stephen Hawking: जब भी कोई महान वैज्ञानिक धरती के भविष्य को लेकर चिंतित होता है तो क्या हमें उसकी बात पर ध्यान देना चाहिए? स्टीफन हॉकिंग ने मरने से पहले एक मुश्किलों से भरी चेतावनी दी थी, आइए इसके बारे में जानते हैं.

ज़ी न्यूज़ 8 Jul 2025 10:24 am

वनप्लस नॉर्ड 5 और नॉर्ड CE5 की लॉन्चिंग आज:नॉर्ड 5 में SoC 8s जेन 3 प्रोसेसर, 7300mAh बैटरी और 50MP कैमरा एक्सपेक्टेड प्राइस ₹40,000

टेक कंपनी वनप्लस आज (8 जुलाई) दो स्मार्टफोन वनप्लस नॉर्ड 5 और नॉर्ड CE 5 लॉन्च करने जा रही है। कंपनी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म और ऑफिशियल वेबसाइट पर पहले ही लॉन्च डेट अनाउंस कर दी है। कंपनी की ओर से जारी टीजर के मुताबिक, नॉर्ड CE 5 में मीडियाटेक डाइमेंसिटी 8350 प्रोसेसर और 7100mAh बैटरी मिलेगी। वहीं, नॉर्ड 5 में क्वालकॉम स्नैपड्रैगन (SoC) 8s जेन 3 प्रोसेसर, 7300mAh बैटरी और 50MP कैमरा मिलेगा। इसके अलावा कंपनी ने कोई मेजर जानकारी नहीं दी है। हालांकि कुछ लीक रिपोर्ट्स में दोनों स्मार्टफोन के सभी स्पेसिफिकेशन सामने आ चुके हैं। यहां जानते हैं दोनों स्मार्टफोन्स के एक्सपेक्टेड स्पेसिफिकेशन... वनप्लस नॉर्ड 5: एक्सपेक्टेड स्पेसिफिकेशन हल्की बारिश में भीगने पर भी नहीं होगा खराब वनप्लस नॉर्ड 5 स्मार्टफोन में IP65 रेटिंग दी गई है। इस रेटिंग का मतलब है कि आपका फोन स्प्लैश और हल्की बारिश के लिए फीट है। स्मार्टफोन की कीमत कितनी हो सकती है? स्मार्टफोन दो स्टोरेज ऑप्शन में आ सकता है। इसमें 8GB+128GB वाले वैरिएंट​​​​​​ट की कीमत ₹35,999 और 12GB+256GB वाले वैरिएंट की कीमत ₹39,999 रुपए हो सकती है। वहीं, वनप्लस नॉर्ड 5 की बात करें तो यह स्मार्टफोन सिंगल स्टोरेज 8GB+256GB में आएगा, जिसकी 29,990 रुपए हो सकती है।

दैनिक भास्कर 8 Jul 2025 9:44 am

अंतरिक्ष में कामयाबी पाने की अंधी दौड़ में शामिल, खुद अपनी कब्र खोद रहा है इंसान, धरती के लिए बढ़ा खतरा

Science News: आज दुनिया भर के देश और कंपनियां अंतरिक्ष में आगे बढ़ने की होड़ में लगी हैं. ऐसे में इनको लेकर ऐसा माना जा रहा है की ये आने वाले समय में धरती के लिए खतरा बन सकते हैं.

ज़ी न्यूज़ 8 Jul 2025 9:29 am

2025 ट्रायम्फ ट्राइडेंट 660 भारत में लॉन्च, कीमत ₹8.49 लाख:मिडिलवेट रोडस्टर बाइक में कॉर्नरिंग ABS के साथ ट्रेक्शन कंट्रोल जैसे सेफ्टी फीचर

ब्रिटिश मोरसाइकिल ब्रांड ट्रायम्फ ने भारतीय बाजार में मिडिलवेट रोडस्टर बाइक ट्रायम्फ ट्राइडेंट को लॉन्च कर दिया है। कंपनी ने बाइक एक्स-शोरूम कीमत 8.49 लाख रुपए रखी है। कंपनी ने बाइक को नए सेफ्टी फीचर्स के साथ अपडेट किया है। इसमें अब कॉर्नरिंग ABS के साथ ट्रेक्शन कंट्रोल, स्पोर्ट राइडिंग मोड और क्रूज कंट्रोल जैसे फीचर्स दिए गए हैं। इसके अलावा, माय कनेक्टिविटी एप भी लॉन्च किया गया है।

दैनिक भास्कर 7 Jul 2025 8:08 pm

वीवो X फोल्ड5 और X200-FE 14 जुलाई को लॉन्च होंगे:इसमें 50MP ट्रिपल कैमरा और 6500mAh बैटरी; जानें स्पेसिफिकेशन और एक्सपेक्टेड प्राइस

टेक कंपनी वीवो अगले हफ्ते 14 जुलाई को दो प्रीमियम स्मार्टफोन- वीवो X फोल्ड 5 और वीवो X 200 FE लॉन्च करने जा रही है। लॉन्चिंग की जानकारी कंपनी ने वेबसाइट और सोशल मीडिया हैंडल X पर दी है। दोनों स्मार्टफोन्स चीन में पहले ही लॉन्च हो चुके हैं। हालांकि, वीवो दोनों स्मार्टफोन्स को भारत में लॉन्च करने के लिए कुछ बदलाव करेगी। यहां स्मार्टफोन के एक्सपेक्टेड फीचर्स और स्पेसिफिकेशन की जानकारी दे रहे हैं... वीवो X200 FE: एक्सपेक्टेड स्पेसिफिकेशन वीवो X फोल्ड 5 : एक्सपेक्टेड स्पेसिफिकेशन

दैनिक भास्कर 7 Jul 2025 2:57 pm

वनप्लस नॉर्ड 5 और नॉर्ड CE5 स्मार्टफोन कल लॉन्च होंगे:7300mAh बैटरी, 50MP कैमरा और क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 8s जेन 3 प्रोसेसर; एक्सपेक्टेड प्राइस ₹40,000

टेक कंपनी वनप्लस कल यानी 8 जुलाई को दो स्मार्टफोन वनप्लस नॉर्ड 5 और नॉर्ड CE 5 लॉन्च करने जा रही है। कंपनी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म और ऑफिशियल वेबसाइट पर पहले ही लॉन्च डेट अनाउंस कर दी है। कंपनी की ओर से जारी टीजर के मुताबिक, नॉर्ड CE 5 में मीडियाटेक डाइमेंसिटी 8350 प्रोसेसर और 7100mAh बैटरी मिलेगी। वहीं, नॉर्ड 5 में क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 8s जेन 3 प्रोसेसर, 7300mAh बैटरी और 50MP कैमरा मिलेगा। इसके अलावा कंपनी ने कोई मेजर जानकारी नहीं दी है। हालांकि कुछ लीक रिपोर्ट्स में दोनों स्मार्टफोन के सभी स्पेसिफिकेशन सामने आ चुके हैं। यहां जानते हैं दोनों स्मार्टफोन्स के एक्सपेक्टेड स्पेसिफिकेशन... वनप्लस नॉर्ड 5: एक्सपेक्टेड स्पेसिफिकेशन हल्की बारिश में भीगने पर भी नहीं होगा खराब वनप्लस नॉर्ड 5 स्मार्टफोन में IP65 रेटिंग दी गई है। इस रेटिंग का मतलब है कि आपका फोन स्प्लैश और हल्की बारिश के लिए फीट है। स्मार्टफोन की कीमत कितनी हो सकती है? स्मार्टफोन दो स्टोरेज ऑप्शन में आ सकता है। इसमें 8GB+128GB वाले वैरिएंट​​​​​​ट की कीमत ₹35,999 और 12GB+256GB वाले वैरिएंट की कीमत ₹39,999 रुपए हो सकती है। वहीं, वनप्लस नॉर्ड 5 की बात करें तो यह स्मार्टफोन सिंगल स्टोरेज 8GB+256GB में आएगा, जिसकी 29,990 रुपए हो सकती है।

दैनिक भास्कर 7 Jul 2025 11:03 am

टेक्नो पोवा 7 स्मार्टफोन सीरीज भारतीय बाजार में लॉन्च:सोनी सेंसर के साथ 64MP कैमरा और 6000mAh बैटरी, कीमत ₹12,999 से शुरू

टेक कंपनी टेक्नो (Tecno) ने अपनी पोवा सीरीज में दो नए स्मार्टफोन भारतीय बाजार में लॉन्च कर दिए हैं। इसमें टेक्नो पोवा 7 और टेक्नो पोवा 7 प्रो स्मार्टफोन शामिल हैं। दोनों ही स्मार्टफोन में यूनिक लुक के साथ-साथ पावरफुल स्पेसिफिकेशन दिए गए हैं। दोनों AI इंडियन लेंग्वेज सपोर्ट से लैस 5G स्मार्टफोन हैं, जो 6000mAh बैटरी के साथ आए हैं। वहीं, प्रो में सोनी सेंसर के साथ 64MP कैमरा दिया गया है। टेक्नो पोवा 7 सीरिज की कीमत 12,999 हजार रुपए से शुरू होती है।

दैनिक भास्कर 5 Jul 2025 11:41 pm

2025 बजाज डोमिनर 250 और डोमिनर 400 भारत में लॉन्च:क्रूजर बाइक्स में अपडेटेड OBD-2B इंजन, शुरुआती कीमत ₹1.91 लाख

बजाज ऑटो की क्रूजर बाइक 2025 डोमिनर 250 और डोमिनर 400 भारत में लॉन्च हो गई हैं। दोनों बाइक्स में नए एमिशन नॉर्म्स के अनुसार अपडेटेड OBD-2B इंजन दिया गया है। इसके अलावा इनमें अब पल्सर RS200 और पल्सर NS200 से इन्सपायर्ड नया LCD कंसोल दिया गया है, जो टर्न-बाय-टर्न नेविगेशन और कॉल/SMS अलर्ट के साथ स्मार्टफोन कनेक्टिविटी सपोर्ट करता है। नए फीचर्स के साथ अपडेटेड बजाज डोमिनर 250 पहले से 5158 रुपए महंगी हो गई है। उसकी कीमत 1,91,654 रुपए रखी गई है। वहीं, 2025 बजाज डोमिनर 400 की एक्स-शोरूम कीमत 2,38,682 है, जो मौजूदा मॉडल से 6,026 रुपए ज्यादा है। दोनों क्रूजर बाइक्स कंपनी के डीलरशिप पर अवेलेबल हैं। डोमिनर 250 का भारत में कीवे के-लाइन 250वी से मुकाबला रहेगा। वहीं, डोमिनर 400 रॉयल एनफील्ड की मीटियोर 350 को टक्कर देगी। डोमिनर 250 और डोमिनर 400 में नया क्या? दोनों बाइक में कलर LCD डिस्प्ले के अलावा और नया स्विचगियर लगा दिया गया है, जो पल्सर NS400Z से लिया गया है। इसके अलावा, इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर के ऊपर एक छोटा सा विजर भी जोड़ा गया है, जो चमक से बचाने में मदद करता है। बाकी अपडेट्स में नया हैंडल बार भी शामिल है, जो लंबी दूरी पर आराम देता है और एक नया कैरियर भी आया है, जिसमें GPS माउंट लगा है। बजाज ने स्विचगियर को भी अपग्रेड किया है, जो अब ज्यादा प्रीमियम फील होता है। डोमिनर 400 में अब राइड-बाय-वायर सिस्टम जोड़ा गया है। इससे 4 राइडिंग मोड्स- रोड, रेन, स्पोर्ट और ऑफ-रोड-आ गए हैं। ये मोड थ्रॉटल रिस्पॉन्स और ABS को कंट्रोल करते हैं। वहीं, डोमिनर 250 में अभी भी मैकेनिकल थ्रॉटल है, लेकिन अब इसमें 4 ABS मोड्स- रोड, रेन, स्पोर्ट और ऑफ-रोड दिए गए हैं। बजाज डोमिनर 250 और डोमिनर 400 : डिजाइन और हार्डवेयर बजाज ने डोमिनर 250 और डोमिनर 400 की डिजाइन और हार्डवेयर में कोई बदलाव नहीं किया है। डोमिनर 250 तीन कलर- कैन्यन रेड, स्पार्कलिंग ब्लैक और सिट्रस रश में अवेलेबल है। वहीं, डोमिनर 400 में भी तीन कलर- कैन्यन रेड, ऑरोरा ग्रीन और चारकोल ब्लैक में अवेलेबल है। इसके साथ ही, दोनों बाइक में ऑल LED लाइटिंग सेटअप और USB चार्जिंग पोर्ट भी दिया गया है। डोमिनर 250 में पहले की तरह 37mm इनवर्टेड फॉर्क के साथ रियर में प्रीलोड एडजस्टेबल मोनोशॉक दिया गया है। ब्रेकिंग के लिए इसमें फ्रंट में 300mm और रियर में 230mm डिस्क ब्रेक सेटअप दिया गया है। वहीं, डोमिनर 400 में भी पहले की तरह 43mm USD टेलिस्कोपिक फॉर्क्स और रियरम में मल्टी-स्टेप एडजस्टेबल मोनोशॉक दिया गया है। ब्रेकिंग के लिए डोमिनर 400 के फ्रंट में 320mm और रियर में 230mm डिस्क ब्रेक सेटअप दिया गया है।

दैनिक भास्कर 5 Jul 2025 5:58 pm

इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर महंगे हो सकते हैं:बजाज, एथर और TVS घटाएंगी प्रोडक्शन, चीन से आने वाले रेयर अर्थ मैग्नेट की शॉर्टेज का असर

चीन की ओर से कीमती धातुओं (रेयर अर्थ मटेरियल) के एक्सपोर्ट पर पाबंदी लगाने का असर भारतीय EV मार्केट पर दिखने लगा है। देश में टॉप इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर कंपनियां बजाज ऑटो, एथर एनर्जी और TVS मोटर प्रोडक्शन घटाने जा रही हैं। ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 4 महीने से चीन से इंपोर्ट की जाने वाली रेयर अर्थ मैग्नेट की कमी से भारतीय कंपनियां जूझ रही हैं। ये मैग्नेट इलेक्ट्रिक मोटर्स के लिए बेहद जरूरी हैं और बिना इनके इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने में दिक्कत हो रही है। प्रोडक्शन घटने से इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर की कीमतें बढ़ सकती हैं। इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर बनाने वाली कंपनियां ये 4 कंपनियां भारत में बिकने वाले 80% इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर बनाती हैं। चीन के साथ बातचीत कर रही हैं केंद्र सरकार ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री और केंद्र सरकार चीन के साथ बातचीत कर रही हैं, ताकि मैग्नेट की आपूर्ति फिर से शुरू हो। इसके अलावा, वियतनाम, इंडोनेशिया और जापान जैसे देशों से भी सप्लाई के लिए बात चल रही है, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं मिला है। जून में भारतीय ऑटोमोबाइल निर्माता सोसाइटी (SIAM) ने चेतावनी दी थी कि अगर सप्लाई जल्द शुरू नहीं हुई, तो निर्माताओं को प्रोडक्शन कम करना पड़ सकता है। चीन की पाबंदियां बनी रहीं, तो महंगी होंगी ईवी अगर चीन की पाबंदियां बनी रहीं, तो ग्लोबल लेवल पर इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने वाली कंपनियों पर इसका असर देखने को मिलेगा। कच्चे माल की कीमतें बढ़ेंगी, जिससे गाड़ियों के दाम भी ऊपर जा सकते हैं। भारत सहित सभी बाजारों में भी इसका असर धीरे-धीरे दिखेगा। भारत में विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि चीन से इम्पोर्ट जल्द शुरू न हुआ तो इलेक्ट्रिक और ICE वाहनों के कारखानों का प्रोडक्शन रुक सकता है। भारत में मैन्युफैक्चरर्स के पास 6 से 8 हफ्तों की सप्लाई बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में EV ओरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चर्रस के पास 6 से 8 हफ्तों की REM सप्लाई बची है, वहीं CNBC-TV18 को टीवीएस मोटर के मैनेजिंग डायरेक्टर सुदर्शन वेणू ने बताया था कि चीन के प्रतिबंधों का असर जून या जुलाई के उत्पादन में देखने को मिल सकता है। अगर ऐसा होता है तो भारतीय EV उत्पादकों के लिए परेशानी खड़ी हो सकती है। गाड़ी में रेयर अर्थ मटेरियल्स का इस्तेमाल कहां होता है रेयर मटेरियल्स का इस्तेमाल खास तौर पर इलेक्ट्रिक गाड़ियों में किया जाता है। इनका उपयोग परमानेंट मैग्नेट इलेक्ट्रिक मोटर्स के लिए कॉम्पेक्ट और हाई परफॉर्मेंस मेग्नेट बनाने के लिए किया जाता है। नियोडिमियम, डिस्प्रोसियम और टेरबियम जैसे तत्वों से बने ये चुंबक, मोटरों को छोटे, हल्के और अन्य ऑप्शन की तुलना में ज्यादा एफिशिएंट बनाते हैं, जो ईवी की रेंज और परफॉर्मेंस को बेहतर बनाने के लिए जरूरी है। इनका इस्तेमाल ICE वाली गाड़ियों में लगने वाले केटेलिक कन्वर्टर्स जैसे ऑटो कंपोनेंट्स में भी किया जाता है। इसके अलावा ईवी और ICE दोनों तरह के व्हीकल में लगने वाले कई सिस्टम में सेंसर से लेकर डिस्प्ले तक में इन धातुओं का इस्तेमाल किया जाता है। रेयर मटेरियल्स की माइनिंग में चीन की करीब 70% हिस्सेदारी बता दें कि ग्लोबल लेवल पर रेयर मटेरियल्स की माइनिंग में चीन की हिस्सेदारी करीब 70% और प्रोडक्शन में करीब 90% तक है। चीन ने हाल ही में अमेरिका के साथ बढ़ती ट्रेड वॉर के बीच 7 कीमती धातुओं (रेयर अर्थ मटेरियल) के निर्यात पर रोक लगा दी थी। चीन ने कार, ड्रोन से लेकर रोबोट और मिसाइलों तक असेंबल करने के लिए जरूरी मैग्नेट यानी चुंबकों के शिपमेंट भी चीनी बंदरगाहों पर रोक दिए हैं। ये मटेरियल ऑटोमोबाइल, सेमीकंडक्टर और एयरोस्पेस बिजनेस के लिए बेहद अहम हैं। स्पेशल परमिट के जरिए ही होगा एक्सपोर्ट चीन ने 4 अप्रैल को इन 7 कीमती धातुओं के निर्यात पर रोक लगाने का आदेश जारी किया था। आदेश के मुताबिक ये कीमती धातुएं और उनसे बने खास चुंबक सिर्फ स्पेशल परमिट के साथ ही चीन से बाहर भेजे जा सकते हैं। कंपनियों को चीन से मैग्नेट मंगाने के लिए 'एंड-यूज सर्टिफिकेट' देना होगा। इसमें यह बताना पड़ेगा कि यह चुंबक सैन्य उद्देश्यों के लिए तो नहीं हैं।

दैनिक भास्कर 4 Jul 2025 9:19 pm

iQOO 13 ग्रीन एडिशन कल लॉन्च होगा:फोन में ट्रिपल 50 मेगापिक्सल लेंस का कैमेरा सेटअप; 30 मिनट में फुल चार्ज होगा

चाइनीज टेक कंपनी आईक्यू ने भारतीय बाजार में कल अपने फ्लैगशिप स्मार्टफोन 'iQOO 13' का ग्रीन एडिशन लॉन्च कर रही है। ई-कॉमर्स वेबसाइट अमेजन पर इसका टीजर जारी किया गया है। स्मार्टफोन में स्नैपड्रैगन 8 Elite प्रोसेसर दिया गया है जो अपडेटेड फनटच ऑपरेटिंग सिस्टम 15 पर रन करता है। हालांकि फोन के स्पेसिफिकेशन में कोई बदलाव नहीं किया गया है। स्मार्टफोन के बैक पैनल पर ट्रिपल कैमरा सेटअप में 50 मेगापिक्सल का मेन कैमरा दिया गया है। स्मार्टफोन को दो स्टोरेज वैरिएंट में पेश किया जाएगा, जिसकी शुरुआती कीमत 54,999 रुपए होगी। iQOO 13 ग्रीन एडिशन : रैम स्टोरेज और प्राइस प्राइस अवेलेबिलिटी और ऑफर स्मार्टफोन 54,999 रुपए की शुरुआती कीमत पर लॉन्च होगा, हालांकि ऑफर के तहत इसमें 3000 रुपए की छूट मिल सकती है, जिसके बाद स्मार्टफोन की शुरूआती कीमत 51,999 रुपए हो जाएगी। अवेलेबिलिटी की बात करें तो स्मार्टफोन ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म अमेजन पर सेल होगा। iQOO 13 ग्रीन एडिशन: स्पेसिफिकेशन iQOO 13 ग्रीन एडिशन: स्पेसिफिकेशन

दैनिक भास्कर 3 Jul 2025 4:11 pm

फरारी की सबसे सस्ती स्पोर्ट्स कार अमाल्फी लॉन्च:सिर्फ 3.3 सेकेंड में 0 से 100 की स्पीड पकड़ सकती है, कीमत ₹2.4 करोड़

फरारी ने ग्लोबल मार्केट में नई स्पोर्ट्स कार अमाल्फी को लॉन्च कर दिया है। इटालियन कार मेकर ने इसे एंट्री-लेवल स्पोर्ट्स कार के रूप में फरारी रोमा की जगह उतारा है। इसकी शुरुआती कीमत 240,000 यूरो (करीब ₹2.4 करोड़) रखी गई है। ये कंपनी की अब तक की सबसे सस्ती ग्रैंड टूरर स्पोर्ट्स कार है। अमाल्फी की बुकिंग शुरू कर दी गई है। यूरोप में डिलीवरी 2026 की पहली तिमाही से शुरू होगी। अमेरिका में ये 3 से 6 महीने बाद पहुंचेगी। इसके बाद भारतीय बाजार में राइट-हैंड-ड्राइव वाले मॉडल्स उतारे जाएंगे। कंपनी का दवा है कि कार सिर्फ 3.3 सेकेंड में 0 से 100kmph की स्पीड से दौड़ सकती है। फरारी अमाल्फी का नाम इटली की अमाल्फी कोस्ट से इन्सपायर्ड है, जो दक्षिणी इटली में सालेर्नो की खाड़ी के पास एक खूबसूरत बीच है। ये एस्टन मार्टिन DB12, बेन्टले कॉन्टिनेंटल GT, मासेराटी ग्रेनटूरिज्मो और अपकमिंग एस्टन मार्टिन DB12 S को टक्कर देगी। एक्सटीरियर डिजाइन: स्मूद डोर हैंडल्स और 20 इंच के अलॉय व्हील्स फेरारी अमाल्फी के लुक्स की बात करें तो इसका एयरोडायनामिक डिजाइन स्पोर्टी और स्टाइल का कॉम्बो नजर आता है। कंपनी का कहना है कि ग्लासहाउस टॉप को छोड़कर कार की पूरी बॉडी बिल्कुल नई है। सबसे बड़ा बदलाव इसके फ्रंट में दिखता है, जहां रोमा की शार्क नोज और ग्रिल की जगह फरारी पुरोसांग्वे SUV जैसा डिजाइन दिया गया है। नए पतले हेडलाइट्स को एक ब्लैक बार से जोड़ा गया है। इसके नीचे की ओर न्यू डिजाइन लिप्स हैं। हेडलाइट्स के पास नए एयर डक्ट्स हैं, जो हवा के प्रेशर को कम करते हैं और टर्बोज को ज्यादा हवा भेजते हैं। अमाल्फी के साइड प्रोफाइल में स्मूथ कर्व्स और एयरोडायनामिक लाइन्स इसे स्पोर्टी वाइब्स देती हैं। यहां स्मूद डोर हैंडल्स और 20 इंच के अलॉय व्हील्स दिए गए हैं। रियर में एक नया एक्टिव स्पॉइलर है, जो हवा को बेहतर तरीके से मैनेज करता है और 250kmph मील प्रति घंटे की स्पीड पर 110kg का डाउनफोर्स जनरेट करता है। यह रोमा से 110 किलो ज्यादा है। यानी, तेज रफ्तार में भी गाड़ी रोड पर मजबूती से टिकी रहेगी। पीछे की तरफ टेललाइट्स में हल्का बदलाव और डिफ्यूजर पर नंबर प्लेट की जगह को थोड़ा शिफ्ट किया गया है। कार में 35 कलर ऑप्शन मिलते हैं। इनमें 8 स्टैंडर्ड, 6 हिस्टोरिकल, 14 क्लासिक, 6 स्पेशल और 1 मैट कलर शामिल हैं। इंटीरियर: प्रीमियम लेदर अप्होल्स्ट्री और डैशबोर्ड पर तीन टच स्क्रीन फरारी अमाल्फी का केबिन रोमा की तरह ही है, लेकिन ये थोड़ा अपग्रेडेड है। इंटीरियर में प्रीमियम लेदर, कार्बन फाइबर और मॉडर्न टचस्क्रीन डिस्प्ले का कॉम्बिनेशन है, जो इसे लग्जरी और स्पोर्ट्स कार का परफेक्ट कॉम्बो बनाता है। सबसे खास बात, स्टीयरिंग पर रोमा के टच स्विच की जगह फिजिकल बटन्स आए हैं, जिसमें रेड स्टार्ट/स्टॉप बटन भी शामिल है। पीछे की दो सीट्स भी पहले जैसी हैं। कार में सॉलिड एल्यूमिनियम से बना एक फ्लोटिंग सेंट्रल कंसोल है, जिसमें गियर सिलेक्टर, चाबी का स्लॉट, वायरलेस चार्जिंग पैड और कुछ छोटे कंट्रोल्स दिए गए हैं। डैशबोर्ड पर डिजिटल स्क्रीन अब 8.4-इंच की जगह 10.25-इंच की है, जो वायरलेस एपल कारप्ले और एंड्रॉएड ऑटो सपोर्ट करती है। 8.8-इंच पैसेंजर स्क्रीन वही है, लेकिन ड्राइवर डिस्प्ले 15.6 इंच से 15.2 इंच का हो गया है। परफॉर्मेंस: ट्विन-टर्बो V8 इंजन के साथ 320kmph की टॉप स्पीड फरारी अमाल्फी में परफॉर्मेंस के लिए रोमा वाला 3.9-लीटर का ट्विन-टर्बो V8 इंजन दिया गया है, जो 640hp की पावर (रोमा से 20hp ज्यादा) और 760Nm का टॉर्क जनरेट करता है। वहीं ट्रांसमिशन के लिए इंजन को 8-स्पीड डुअल-क्लच गियरबॉक्स के साथ ट्यून किया गया है। 1.3 किलो हल्का कैमशाफ्ट डालकर इंजन की रफ्तार (खासकर ऊंचे गियर्स में) बढ़ाई गई है। साथ में नया ECU भी लगाया है, जो परफॉर्मेंस को बूस्ट करता है। इससे कार सिर्फ 3.3 सेकेंड में 0-100kmph और 9 सेकेंड में 0-200kmph की रफ्तार पकड़ सकती है। इसकी टॉप स्पीड 320kmph की है। वहीं, ब्रेकिंग की बात करें तो कार 100kmph की स्पीड पर ब्रैक लगाने पर 30.8 मीटर में डिस्टेंस में रुकेगी। वहीं, 200kmph की स्पीड में ब्रेकिंग पर 119.5 मीटर दूर रुकेगी।

दैनिक भास्कर 3 Jul 2025 3:32 pm

ओप्पो रेनो 14 सीरीज की लॉन्चिंग आज:50MP सेल्फी कैमरा, 6200mAh बैटरी और MT 8350 प्रोसेसर मिलेगा; शुरुआती कीमत- ₹39,999

चाइनीज टेक कंपनी ओप्पो आज (गुरुवार, 3 जुलाई) ओप्पो रेनो 14 सीरीज लॉन्च करने जा रही है। इस सीरीज में दो स्मार्टफोन रेनो 14 और रेनो 14 प्रो लॉन्च होंगे। कंपनी ने अपनी वेबसाइट और X हैंडल पर डिवाइसेज के लॉन्चिंग की जानकारी दी है। टीजर में दोनों स्मार्टफोन के बैक पैनल पर ट्रिपल कैमरा सेटअप दिख रहा है। इसके अलावा कंपनी ने स्मार्टफोन के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। हालांकि स्मार्टफोन चीनी मार्केट में पहले ही लॉन्च हो चुके हैं। उसी के आधार पर हम स्मार्टफोन के स्पेसिफिकेशन की जानकारी दे रहे हैं। ओप्पो रेनो 14 सीरीज: प्राइस और स्टोरेज स्मार्टफोन में स्टोरेज 12GB और 16GB रैम के साथ 256GB, 512GB और 1TB तक का स्टोरेज मिल सकता है। ओप्पो रेनो 14 की शुरुआती कीमत 39,999 रुपए और ओप्पो रेनो 14 प्रो की शुरुआती कीमत 53,999 रुपए हो सकती है। डिस्प्ले, प्रोसेसर और ऑपरेटिंग सिस्टम स्मार्टफोन में 120Hz रिफ्रेश रेट के साथ 6.59 इंच का फुल HD+ एमोलेड डिस्प्ले मिलेगा। वहीं, परफॉर्मेंस के लिए मीडियाटेक डाइमेंसिटी 8450 चिपसेट मिलेगा, जो ऑक्सीजन OS15 पर रन करता है। स्मार्टफोन में वाटर और डस्ट रेजिस्टेंस के लिए IP66, IP68 और IP69 रेटिंग मिली है। ---------------------------- कंपनी ने जनवरी में ओप्पो रेनो 13 सीरीज लॉन्च किया था ... उसके भी स्पेसिफिकेशन

दैनिक भास्कर 3 Jul 2025 9:44 am

पाकिस्तानी सेलेब्स के सोशल मीडिया अकाउंट भारत में एक्टिव:इनमें शोएब अख्तर–मावरा होकैन शामिल; ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सरकार ने बैन लगाया था

पाकिस्तानी सेलेब्स और न्यूज चैनल्स के सोशल मीडिया अकाउंट भारत में एक्टिव हो गए हैं। पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब अख्तर, शाहिद अफ्रीदी, बासित अली, राशिद लतीफ के यू-ट्यूब चैनल्स समेत ARY डिजिटल, हम टीवी और हर पल जियो के अकाउंट फिर से देखे जाने लगे हैं। भारत सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर के वक्त इन पर बैन लगाया था। सरकार की ओर से बैन हटाने की ऑफिशियल जानकारी अभी नहीं दी गई है। ये अकाउंट कैसे एक्टिव हुए हैं, इसकी जानकारी नहीं है। 16 पाकिस्तानी यूट्यूब चैनल्स ब्लॉक किए गए थे केंद्र सरकार ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद कई अकाउंट्स ब्लॉक कर दिए थे। 27 अप्रैल को केंद्र सरकार ने भारतीय सेना और सुरक्षा एजेंसियों के खिलाफ भड़काऊ कंटेंट, झूठे बयान और गलत सूचना फैलाने के आरोप में 16 पाकिस्तानी यूट्यूब चैनल्स ब्लॉक कर दिए थे, जिनके कुल मिलाकर लगभग 63.08 मिलियन सब्सक्राइबर हैं। भारत में बैन किए यू-ट्यूब चैनल्स की लिस्ट पाकिस्तानी एक्टर्स के इंस्टाग्राम अकाउंट्स भी अनब्लॉक ​​​​​​​मंगलवार (2 जुलाई) को बॉलीवुड फिल्म सनम तेरी कसम में नजर आ चुकीं पाकिस्तानी एक्ट्रेस मावरा होकैन का इंस्टाग्राम अब भारत में एक्टिव दिख रहा है। उनके अलावा, युमना जैदी, दानानीर मोबीन, अहद रजा मीर, अजान सामी खान, अमीर गिलानी और दानिश तैमूर जैसे पाकिस्तानी फिल्म और टीवी कलाकारों के इंस्टाग्राम अकाउंट्स अनब्लॉक हो गए हैं। पाकिस्तान के इन टॉप सेलेब्स के अकाउंट भी भी रिस्ट्रिक्ट दिलजीत दोसांझ के साथ फिल्म सरदार जी 3 में नजर आईं एक्ट्रेस हानिया आमिर का इंस्टाग्राम अकाउंट भारत में रिस्ट्रिक्ट है। अकाउंट खोलने पर लिखा मिलेगा, अकाउंट भारत में मौजूद नहीं है। इन कंटेंट को लीगल रिक्वेस्ट के चलते रिस्ट्रिक्ट किया जा रहा है। हानिया के अलावा फवाद खान, माहिरा खान, अली जफर और आतिफ असलम के अकाउंट भी उपलब्ध नहीं हैं। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को टूरिस्टों को निशाना बनाकर किए गए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी। पीड़ितों को क्षेत्र की एक फेमस बैसरन घाटी में गोली मार दी गई थी। यह हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद से क्षेत्र में सबसे घातक हमलों में से एक था। 2023 में बॉम्बे हाईकोर्ट ने पाक कलाकारों से बैन हटाया था साल 2016 में हुए उरी अटैक के बाद सभी पाकिस्तानी कलाकारों के भारत में काम करने पर बैन लगा दिया गया था। यही वजह रही कि माहिरा खान, फवाद खान जैसे कलाकारों को भारत की कई फिल्में छोड़नी पड़ी थीं। साल 2023 में बॉम्बे हाईकोर्ट ने पाकिस्तानी कलाकारों पर बैन लगाए जाने की याचिका खारिज करते हुए कहा कि कलाकारों को पॉलिटिकल टेंशन के चलते सजा नहीं दी जा सकती। ये खबर भी पढ़ें... 8000 से ज्यादा X अकाउंट ब्लॉक करने का आदेश:भारत के खिलाफ फर्जी खबरें फैलाने का आरोप, इनमें इंटरनेशनल न्यूज ऑर्गनाइजेशन भी शामिल पाकिस्तान से तनाव के बीच भारत सरकार ने फेक न्यूज फैलाने वाले 8000 X अकाउंट बंद करने के आदेश दिए हैं। इनमें इंटरनेशनल न्यूज ऑर्गनाइजेशन के अकाउंट भी शामिल हैं। X ने यह दावा अपने ग्लोबल गवर्नेंस अफेयर्स अकाउंट के जरिए किया है। प्लेटफॉर्म ने कहा कि हम इससे सहमत नहीं हैं, ये पोस्ट और अकाउंट सिर्फ भारत में नहीं दिखेंगे। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 2 Jul 2025 8:46 pm

ओप्पो रेनो 14 सीरीज कल लॉन्च होगा:50MP ट्रिपल कैमरा और मीडियाटेक डाइमेंसिटी 8350 प्रोसेसर मिलेगा; शुरुआती कीमत- ₹39,999

चाइनीज टेक कंपनी ओप्पो कल यानी गुरुवार, 3 जुलाई को ओप्पो रेनो 14 सीरीज लॉन्च करने जा रही है। इस सीरीज में दो स्मार्टफोन रेनो 14 और रेनो 14 प्रो लॉन्च होंगे। कंपनी ने अपनी वेबसाइट और X हैंडल पर डिवाइसेज के लॉन्चिंग की जानकारी दी है। टीजर में दोनों स्मार्टफोन के बैक पैनल पर ट्रिपल कैमरा सेटअप दिख रहा है। इसके अलावा कंपनी ने स्मार्टफोन के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। हालांकि स्मार्टफोन चीनी मार्केट में पहले ही लॉन्च हो चुके हैं। उसी के आधार पर हम स्मार्टफोन के स्पेसिफिकेशन की जानकारी दे रहे हैं। ओप्पो रेनो 14 सीरीज: प्राइस और स्टोरेज स्मार्टफोन में स्टोरेज 12GB और 16GB रैम के साथ 256GB, 512GB और 1TB तक का स्टोरेज मिल सकता है। ओप्पो रेनो 14 की शुरुआती कीमत 39,999 रुपए और ओप्पो रेनो 14 प्रो की शुरुआती कीमत 53,999 रुपए हो सकती है। डिस्प्ले, प्रोसेसर और ऑपरेटिंग सिस्टम स्मार्टफोन में 120Hz रिफ्रेश रेट के साथ 6.59 इंच का फुल HD+ एमोलेड डिस्प्ले मिलेगा। वहीं, परफॉर्मेंस के लिए मीडियाटेक डाइमेंसिटी 8450 चिपसेट मिलेगा, जो ऑक्सीजन OS15 पर रन करता है। स्मार्टफोन में वाटर और डस्ट रेजिस्टेंस के लिए IP66, IP68 और IP69 रेटिंग मिली है। ---------------------------- कंपनी ने जनवरी में ओप्पो रेनो 13 सीरीज लॉन्च किया था ... उसके भी स्पेसिफिकेशन

दैनिक भास्कर 2 Jul 2025 5:28 pm

नथिंग फोन 3 स्मार्टफोन भारत में लॉन्च, शुरुआती कीमत ₹79,999:50MP सेल्फी कैमरा के साथ स्नैपड्रैगन 8s Gen 4 प्रोसेसर और डेडिकेटेड AI बटन

UK बेस्ड टेक कंपनी नथिंग ने अपना सबसे पावरफुल स्मार्टफोन नथिंग फोन (3) भारत में लॉन्च कर दिया है। कंपनी ने इसे प्रीमियम सेगमेंट में 79,999 रुपए की शुरुआती कीमत में उतारा है। ये कंपनी का अब तक का सबसे महंगा स्मार्टफोन है। नथिंग ने कॉन्टेंट क्रिएटर्स को ध्यान में रखकर 50MP का कैमरा दिया है। वहीं, बेहतर परफॉर्मेंस के लिए एंड्रॉयड 16 ऑपरेटिंग सिस्टम पर रन करने वाला स्नैपड्रैगन 8s Gen 4 प्रोसेसर मिलेगा। स्मार्टफोन में डेडिकेटेड AI बटन भी दिया गया है, जो डायरेक्ट AI फीचर्स को लॉन्च करने के काम आता है। डिजाइन: 489 माइक्रो LED लाइट्स के साथ ट्रांसपेरेंट बैकनथिंग फोन (3) को ग्लिफ मैट्रिक्स रेड रिकॉर्डिंग लाइट वाले डिजाइन के साथ पेश किया गया है। इसके बैक पैनल पर 489 माइक्रो LED लगाई गई है। ये लाइट्स नोटिफिकेशन पर चमकती हैं और साथ ही कई तरह के एनिमेशन भी दिखाती है। बैक पैनल पर कोर्निंग गोरिल्ला ग्लास विक्टस की प्रोटेक्शन भी दी गई है। इसमें कंपनी का सिग्नेचर ट्रांसपेरेंट बैक दिया गया है, जो इंटरनल पार्ट्स को दिखाता है। ये इसे प्रीमियम और फ्यूचरिस्टिक लुक देता है। फोन में दो कलर ऑप्शन- ब्लैक और वाइट मिलते हैं। फोन में मेटल फ्रेम का इस्तेमाल किया गया है, जो इसे मजबूत और लग्जरी फील देता है। रियर में तीन कैमरे हैं, जिनका लेआउट थोड़ा अलग है। टॉप कैमरा बाकी दो कैमरों से थोड़ा अलग किनारे की तरफ सेट है। ये डिजाइन कुछ लोगों को अजीब लग सकता है, लेकिन ये फोन को यूनीक बनाता है। वहीं, पंच-होल स्टाइल में 50MP सेल्फी कैमरा, जो स्क्रीन के सेंटर में है।

दैनिक भास्कर 2 Jul 2025 8:51 am

हीरो विडा-VX2 बैटरी रेंटल प्रोग्राम के साथ लॉन्च, कीमत ₹59,490:इलेक्ट्रिक स्कूटर 96 पैसे में 1 किलोमीटर चलेगा, फुल चार्ज पर 142km की रेंज मिलेगी

हीरो मोटोकॉर्प की इलेक्ट्रिक मोबिलिटी ब्रांड विडा ने अपने पॉपुलर इलेक्ट्रिक स्कूटर का सस्ता वैरिएंट भारत में लॉन्च कर दिया है। कंपनी ने इसका नाम विडा VX2 रखा है, लेकिन इसे ई-वूटर (evooter) कह रही है और ये फुल चार्ज पर 142 किलोमीटर चलेगी। कंपनी ने इलेक्ट्रिक स्कूटर को बैटरी रेंटल प्रोग्राम 'बैटरी एज ए स​र्विस' (BAAS) के साथ दो वैरिएंट में पेश किया है। विडा VX2 की शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत 99,490 रुपए है। वहीं, BAAS प्रोग्राम के साथ इसकी शुरुआती कीमत ₹59,490 है, लेकिन इसमें बैटरी की कीमत शामिल नहीं है। हीरो विडा VX2: वैरिएंट वाइस प्राइस बैटरी का परफॉर्मेंस 70% कम होने पर फ्री में बदलेगी कंपनीहीरो का कहना है कि VX2 को बैटरी रेंटल प्रोग्राम के साथ खरीदने पर आपको 96 पैसे/किलोमीटर चार्ज देना होगा। इसमें बैटरी का परफॉर्मेंस 70% कम हो जाता है तो, कंपनी इसे फ्री में बदलकर देगी। ये ई-स्कूटर TVS आईक्यूब, बजाज चेतक, ओला S1 और एथर रिज्टा को टक्कर देगा। इसकी डिलीवरी जल्द शुरू होने की उम्मीद है।

दैनिक भास्कर 1 Jul 2025 8:56 pm

टीवीएस आईक्यूब 3.1 भारत में लॉन्च, कीमत ₹1.05 लाख:इलेक्ट्रिक स्कूटर फुल चार्ज पर 121km चलेगा, बजाज चेतक से मुकाबला

टीवीएस मोटर ने आज (1 जुलाई) अपने पॉपुलर इलेक्ट्रिक स्कूटर का नया वैरिएंट आईक्यूब 3.1 भारतीय बाजार में लॉन्च कर दिया है। ये नया वैरिएंट 3.1kWh की बैटरी पैक के साथ पेश किया गया है और इसकी एक्स-शोरूम कीमत 1.05 लाख रुपए रखी गई है। कंपनी का दावा है कि इलेक्ट्रिक स्कूटर फुल चार्ज करने पर 121 किलोमीटर (IDC रेंज) चलेगा। इसके साथ यह स्कूटर अब 4 बैटरी पैक ऑप्शन- 2.2kWh, 3.1kWh, 3.5kWh और 5.3kWh के साथ 6 वैरिएंट में अवेलेबल है। भारत में इसका मुकाबला बजाज चेतक और ओला S1 से है।

दैनिक भास्कर 1 Jul 2025 6:16 pm

भारतीय रेलवे का नया एप 'रेलवन' लॉन्च:IRCTC रिजर्व्ड, अनरिजर्व्ड और प्लेटफॉर्म टिकट बुक कर सकेंगे; PNR और ट्रेन स्टेटस जैसी सुविधा भी मिलेगी

भारतीय रेलवे ने नया सुपर एप 'रेलवन' लॉन्च किया। यह एप सभी पैसेंजर सर्विसेज को एक ही प्लेटफॉर्म पर सारी सुविधा देने के उद्देश्य से लाया गया है। IRCTC रिजर्व्ड, अनरिजर्व्ड और प्लेटफॉर्म टिकट बुक करना, PNR और ट्रेन स्टेटस, कोच पोजीशन, रेल मदद और ट्रैवल फीडबैक को ट्रैक करना इस तरह की सारी सुविधा इस एप में मिलेंगी। क्या है 'रेलवन' एप? भारतीय रेल ट्रैवलर कई सर्विसेज के लिए कई एप और वेबसाइट का यूज करते हैं। इनमें टिकट बुकिंग के लिए IRCTC रेल कनेक्ट, फूड ऑर्डर करने के लिए IRCTC ई-कैटरिंग फूड ऑन ट्रैक, फीडबैक देने के लिए रेल मदद, अनरिजवर्ड टिकट खरीदने के लिए UTS और ट्रेनों की आवाजाही की निगरानी के लिए नेशनल ट्रेन इंक्वायरी सिस्टम शामिल हैं। IRCTC रेल कनेक्ट के पास रिजवर्ड टिकट बुकिंग के लिए विशेष अधिकार हैं। रेल कनेक्ट ने 100 मिलियन डाउनलोड को पार कर लिया है, जिससे यह रेलवे का सबसे पॉपुलर एप्लीकेशन बन गया है। बाहरी ट्रैवल बुकिंग प्लेटफॉर्म ट्रेन बुकिंग के लिए IRCTC पर निर्भर करते हैं, जो ऑनलाइन रेलवे रिजर्वेशन में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाता है। ये खबर भी पढ़ें... ट्रेन निकलने से 8 घंटे पहले कन्फर्म होगा टिकट: अभी 4 घंटे पहले चार्ट बनने पर पता चलता है; रेलवे देशभर में लागू करेगा नियम अब ट्रेनों का रिजर्वेशन चार्ट ट्रेन निकलने से 8 घंटे पहले तैयार किया जाएगा। अभी तक यह चार्ट सिर्फ 4 घंटे पहले बनता था। इससे यात्रियों को टिकट कन्फर्म नहीं होने पर वैकल्पिक यात्रा या दूसरा टिकट बुक करने के लिए ज्यादा वक्त मिलेगा। ये फैसला हाल ही में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक के बाद लिया गया है। रेलवे बोर्ड जल्द ही इन बदलावों को फेज वाइज लागू करेगा। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 1 Jul 2025 4:58 pm

भारत में जल्द मिलेगा हाई-स्पीड सैटेलाइट इंटरनेट:IN-SPACe चेयरमैन बोले- स्टारलिंक को कुछ दिनों में मिल जाएगा फाइनल अप्रूवल

इलॉन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स कुछ ही दिनों में स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस शुरू करने वाली है। स्पेस रेगुलेटर इंडियन नेशनल स्पेस प्रमोशन एंड ऑथराइजेशन सेंटर यानी, IN-SPACe के चेयरमैन डॉ. पवन गोयनका ने कहा है कि स्टारलिंक को लेकर ज्यादातर रेगुलेटरी और लाइसेंसिंग की औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं। डॉ. गोयनका के मुताबिक, अब सिर्फ कुछ अंतिम मंजूरियां बाकी हैं, जो अगले कुछ दिनों में मिल जाएंगी। हाल ही में स्पेसएक्स की प्रेसिडेंट ग्विन शॉटवेल भारत आई थीं। उन्होंने डॉ. गोयनका से मुलाकात की थी। इस मीटिंग में स्टारलिंक की लॉन्चिंग से जुड़े बचे हुए मुद्दों पर बात हुई थी। हालांकि, डॉ. गोयनका ने यह भी साफ किया कि मंजूरी मिलने के बाद भी Starlink सर्विस को शुरू होने में कुछ महीने और लग सकते हैं। उन्होंने कहा ऑथराइजेशन के बाद भी कई टेक्निकल और प्रोसीजरल स्टेप्स पूरे करने होंगे। गोयनका ने सभी बातें NDTV को दिए इंटरव्यू में कहीं हैं। टेलीकॉम डिपार्टमेंट से मिल चुका लाइसेंस इससे पहले स्पेसएक्स को स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस भारत में ऑपरेट करने के लिए टेलीकॉम डिपार्टमेंट का लाइसेंस मिल चुका है। अब उसे सिर्फ IN-SPACe के अप्रूवल का इंतजार है। स्टारलिंक तीसरी कंपनी है जिसे भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस ऑपरेट करने का लाइसेंस मिला है। इससे पहले वनवेब और रिलायंस जियो को मंजूरी मिली थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक स्टारलिंक भारत में 840 रुपए में महीनेभर अनलिमिटेड डेटा देगा। आधिकारिक तौर पर मस्क की कंपनी ने इसकी जानकारी नहीं दी है। 6 सवाल-जवाब में जानें स्टारलिंक से जुड़ी जरूरी बातें... सवाल 1: स्टारलिंक क्या है और ये खास क्यों है? जवाब: स्टारलिंक, स्पेसएक्स का प्रोजेक्ट है, जो सैटेलाइट्स के जरिए हाई-स्पीड इंटरनेट देता है। इसके सैटेलाइट्स पृथ्वी के करीब घूमते हैं, जिससे इंटरनेट तेज और स्मूथ चलता है। ये खासकर उन इलाकों के लिए फायदेमंद है, जैसे गांव या पहाड़, जहां आम इंटरनेट नहीं पहुंचता। सवाल 2: भारत में इसके इंटरनेट प्लान्स की कीमत कितना हो सकती है? द इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, स्पेसएक्स भारत में अपनी स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट सर्विसेज मंथली 10 डॉलर यानी लगभग 840 रुपए से कम कीमत वाले शुरुआती प्रमोशनल अनलिमिटेड डेटा प्लान से शुरू करेगा। सवाल 3: स्टारलिंक को लाइसेंस मिलने में इतना वक्त क्यों लगा? जवाब: स्टारलिंक 2022 से कोशिश कर रही थी, लेकिन सिक्योरिटी चिंताओं की वजह से देरी हुई। भारत सरकार ने डेटा सिक्योरिटी और कॉल इंटरसेप्शन जैसी शर्तें रखी थीं। स्टारलिंक ने इन शर्तों को माना, और मई 2025 में लेटर ऑफ इंटेंट मिलने के बाद अब लाइसेंस मिल गया। सवाल 4: आम लोगों को क्या फायदा होगा? जवाब: स्टारलिंक से गांवों और दूर-दराज के इलाकों में इंटरनेट पहुंचेगा, जिससे ऑनलाइन एजुकेशन, टेलीमेडिसिन, और बिजनेस को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही, टेलीकॉम मार्केट में प्रतिस्पर्धा बढ़ने से सस्ते और बेहतर प्लान्स मिल सकते हैं। सवाल 5: अब स्टारलिंक का अगला कदम क्या है? जवाब: स्टारलिंक को अब IN-SPACe से फाइनल अप्रूवल और स्पेक्ट्रम चाहिए। अगले 15-20 दिनों में ट्रायल स्पेक्ट्रम मिल सकता है, और फिर कॉमर्शियल सर्विस शुरू होगी। सवाल 6: भारत मस्क के लिए क्यों जरूरी है? जवाब: भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा इंटरनेट मार्केट है। मस्क के लिए ये लाइसेंस बड़ी कामयाबी है, खासकर जब अमेरिका में उनकी डोनाल्ड ट्रम्प के साथ तनातनी चल रही है। इससे स्पेसएक्स के कॉन्ट्रैक्ट्स खतरे में हैं। सैटेलाइट्स से आप तक कैसे पहुंचेगा इंटरनेट? जून 2020 में सरकार ने IN-SPACe स्थापित किया था डिपार्टमेंट ऑफ स्पेस ने जून 2020 में IN-SPACe को स्थापित किया था। यह स्पेस एक्टिविटीज में प्राइवेट सेक्टर की भागीदारी को रेगुलेट करने और उसे सुविधाजनक बनाने के लिए सिंगल-विंडो एजेंसी के रूप में काम करती है। IN-SPACe नॉन-गवर्नमेंटल एंटिटीज के लिए लाइसेंसिंग, इंफ्रास्ट्रक्चर शेयरिंग और स्पेस बेस्ड स‌र्विसेज को बढ़ावा देने का काम भी करती है। स्टारलिंक से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें बांग्लादेश में मस्क का सैटेलाइट वाला स्टारलिंक इंटरनेट शुरू:केबल और फाइबर की जरूरत नहीं; ₹3000 में 300mbps की स्पीड और अनलिमिटेड डेटा बांग्लादेश में इलॉन मस्क की सैटेलाइट इंटरनेट सेवा मुहैया कराने वाली कंपनी स्टारलिंक ने मंगलवार से अपनी सेवाएं शुरू कर दी हैं। बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस ने इसके लिए देश की जनता को बधाई दी। उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट में लिखा- देश में स्टारलिंक का हाई-स्पीड, लो-लेटेंसी इंटरनेट दो पैकेज के साथ उपलब्ध हो चुका है। एक प्लान में लोगों को 6000 टका (4,203 भारतीय रुपए) और दूसरे प्लान में 4200 टका (2,942 भारतीय रुपए) खर्च करने होंगे। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 1 Jul 2025 2:10 pm

बाइक-स्कूटर में 1 जनवरी से एंटी-लॉक ब्रैकिंग सिस्टम अनिवार्य:इससे अचानक ब्रेक लगाने पर गाड़ी नहीं फिसलती, ₹10,000 तक बढ़ सकते हैं दाम

केंद्र सरकार ने 1 जनवरी से भारत में बनने वाले एंट्री लेवल टू-व्हीलर में एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम (ABS) अनिवार्य कर दिया है। इसमें इलेक्ट्रिक बाइक और स्कूटर भी शामिल हैं। ये फीचर अचानक ब्रेक लगाने पर गाड़ी को फिसलने से रोकता है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) ने नोटिफिकेशन जारी कर कहा कि, ऑटोमैकर्स को L2 कैटेगरी के टू-व्हीलर्स में ABS देना होगा। पहले ये नियम 125cc इंजन और इससे ज्यादा कैपेसिटी वाले टू-व्हीलर्स के लिए जरूरी था। हालांकि, 50cc मोटर और 50kmph से कम की टॉप स्पीड वाले EV को छूट दी गई है। यही नहीं, हर टू-व्हीलर के साथ डीलर को दो BIS-सर्टिफाइड हेलमेट (एक राइडर और एक पीछे बैठने वाले के लिए) भी देने होंगे। क्या है ये ABS और क्यों है जरूरी?एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम (ABS) एक ऐसी टेक्नोलॉजी है, जो अचानक ब्रेक लगाने पर बाइक या स्कूटर के पहियों को लॉक होने से रोकती है। मान लो आप तेज रफ्तार में है और अचानक सामने कोई व्यक्ति या गाड़ी आ जाए। अगर आप एकदम तेज ब्रेक मारता है, तो बिना ABS वाली बाइक का पहिया लॉक हो सकता है, जिससे बाइक स्लिप हो सकती है और हादसा हो सकता है। ABS इस स्थिति में ब्रेक को बार-बार ऑन-ऑफ करता है, ताकि पहिया लॉक न हो और आप बाइक को कंट्रोल कर सके। स्टडीज के मुताबिक, ABS हादसों की संभावना को 35-45% तक कम कर सकता है। खासकर बारिश में या फिसलन वाली सड़कों पर ये टेक्नोलॉजी जान बचा सकती है। वर्तमान में छोटी बाइक्स (100cc-125cc) में ज्यादातर कॉम्बी-ब्रेकिंग सिस्टम (CBS) होता है, जो दोनों ब्रेक्स को एक साथ यूज करता है, लेकिन ये ABS जितना असरदार नहीं है। नया नियम के मुताबिक, बाइक चाहे 100cc की हो या 500cc की, हर नए टू-व्हीलर में ABS होगा चाहिए। ₹10 हजार तक महंगे होंगे, डिमांड भी 4% तक घटेगीएक्सपर्ट के मुताबिक, नए नियम से 125cc से छोटे इंजन वाले टू-व्हीलर्स की लागत 3 से 10 हजार रुपए तक बढ़ सकती है। क्योंकि, मैन्युफैक्चरर्स को ड्रम ब्रेक की जगह डिस्क ब्रेक लगाने होंगे। प्राइमस पार्टनर्स के उपाध्यक्ष निखिल ढाका के मुताबिक, ABS अनिवार्य करने से कंपनियों को प्रोडक्ट डिजाइन और मैन्युफैक्चरिंग, दोनों में बड़े बदलाव होंगे। इससे इन गाड़ियों की कीमत 10 हजार रुपए तक बढ़ सकती है। इसका मतलब ड्रम ब्रेक को डिस्क ब्रेक से बदलना, असेंबली लाइनों पर टूलिंग को अपडेट करना। साथ ही टेस्टिंग और सर्टिफिकेशन के नए दौर से गुजरना है। नोमुरा इंडिया का अनुमान है कि ABS के चलते कीमतें बढ़ने की वजह से एंट्री लेवल मॉडल की डिमांड 2 से 4% तक घट सकती है।

दैनिक भास्कर 1 Jul 2025 9:38 am

टोयोटा इनोवा हाइक्रॉस भारत की सबसे सेफ हाइब्रिड MPV:BNCAP क्रैश टेस्ट में 5 स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली, बच्चों की सुरक्षा के लिए 45 पॉइंट मिले

टोयोटा इनोवा हाइक्रॉस भारत की सबसे सेफ हाइब्रिड MPV बन गई है। उसे भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (BNCAP या भारत NCAP) से क्रैश टेस्ट में 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली है। क्रैश टेस्ट में कार ने एडल्ट सेफ्टी के लिए 32 में से 30.47 और चाइल्ड सेफ्टी के लिए 49 में से 45 पॉइंट हासिल किए। यह रेटिंग सभी पेट्रोल और स्ट्रॉन्ग-हाइब्रिड वैरिएंट पर लागू होती है। खास बात ये है कि BNCAP में पहली बार किसी हाइब्रिड MPV का क्रैश टेस्ट किया गया है। साथ ही इनोवा हाइक्रॉस टोयोटा की पहली कार है, जिसका BNCAP में क्रैश टेस्ट किया गया। क्रैश टेस्ट की प्रोसेस 1. टेस्ट के लिए इंसान जैसी 4 से 5 डमी को कार में बैठाया जाता है। बैक सीट पर बच्चे की डमी होती है, जो चाइल्ड ISOFIX एंकर सीट पर फिक्स की जाती है। 2. गाड़ी को फिक्स्ड स्पीड पर ऑफसेट डिफॉर्मेबल बैरियर (हार्ड ऑब्जेक्ट) से टकराकर देखा जाता है कि गाड़ी और डमी को कितना नुकसान पहुंचा है। ये तीन तरीके से किया जाता है। 3. टेस्ट में देखा जाता है कि इम्पैक्ट के बाद डमी कितनी डैमेज हुई, एयरबैग और सेफ्टी फीचर्स ने काम किया या नहीं। इन सभी के आधार पर रेटिंग दी जाती है। क्रैश टेस्ट की स्कोरिंग

दैनिक भास्कर 30 Jun 2025 3:52 pm

नथिंग फोन 3 कल लॉन्च होगा:कंटेंट क्रिएटर्स पर फोकस्ड कैमरा, स्नैपड्रैगन 8s Gen 4 प्रोसेसर और डेडिकेटेड AI बटन; एक्सपेक्टेड प्राइस ₹60,000

UK बेस्ड टेक कंपनी नथिंग कल (मंगलवार 1 जुलाई) 'नथिंग फोन 3' स्मार्टफोन लॉन्च करने जा रही है। कंपनी के CEO Carl Pei के मुताबिक, स्मार्टफोन के डिजाइन, परफॉर्मेंस और सॉफ्टवेयर में बड़े अपग्रेड मिलेंगे। नथिंग ने कंटेंट क्रिएटर्स को ध्यान में रखकर 50MP का कैमरा दिया है। वहीं, बेहतर परफॉर्मेंस के लिए एंड्रॉयड 16 ऑपरेटिंग सिस्टम पर रन करने वाला स्नैपड्रैगन 8s Gen 4 प्रोसेसर मिलेगा। स्मार्टफोन में डेडिकेटेड AI बटन भी मिल सकता है, जो डायरेक्ट AI फीचर्स को लॉन्च करने के लिए काम आएगा। कंपनी ने स्मार्टफोन का टीजर पहले ही जारी कर दिया है। लॉन्च इवेंट मंगलवार रात 10 बजे लंदन UK में होगा। ग्लोबल मार्केट में इसकी कीमत 800 यूरो (करीब ₹90,500) हो सकती है। हालांकि भारतीय बाजार के लिए नथिंग फोन 3 स्मार्टफोन 60 हजार रुपए के आसपास आ सकता है। नथिंग फोन 3: डिजाइन अपकमिंग डिवाइस में ग्लिफ इंटरफेस दिया गया है, जो डिवाइस के पिछले पैनल के टॉप-राइट में दी गई है। इसके अलावा, लीक रिपोर्ट्स के अनुसार, एक ट्रांसलूसेंट बैक और नया कैमरा लेआउट भी स्मार्टफोन में मिल सकता है, जिसमें दो कैमरे एक-दूसरे के बगल में और तीसरा अलग कोने में लगा है। यहां नथिंग फोन 3 के एक्सपेक्टेड फीचर्स और स्पेसिफिकेशन पर नजर डाल लेते हैं... नथिंग फोन 3 : एक्सपेक्टेड स्पेसिफिकेशन 1 जुलाई को नथिंग हेडफोन (1) भी पेश करेंगी कंपनी नथिंग फोन 3 के साथ कंपनी नथिंग हेडफोन (1) भी लॉन्च करने वाली है। हेडफोन का वजन 329 ग्राम और डाइमेंशन 173.85 x 78 x 189.25 mm है। कंपनी ने हेडफोन के बारे में कोई जानकारी शेयर नहीं की है। लेकिन कुछ लीक मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इसमें 1,040mAh की बैटरी दी गई है, जो 80 घंटे का प्लेबैक टाइम देती है। भारत में इसकी कीमत 24,990–25,000 रुपए हो सकती है।

दैनिक भास्कर 30 Jun 2025 11:54 am

जून में ₹10 हजार से कम में लॉन्च हुए 5G-स्मार्टफोन्स:सैमसंग M06 और लावा स्टोर्म प्ले में 50MP कैमरा; iQOO Z10 लाइट में 5000 mAh बैटरी

जून महीने में सैमसंग, लावा, iQOO और इनफिनिक्स जैसी कंपनीयों ने लो-बजट फोन लॉन्च किए हैं। अगर आप 10 हजार से कम कीमत में लेटेस्ट स्मार्टफोन खरीदना चाहते हैं, तो आप इनमें से कोई भी फोन खरीद सकते हैं। ये सभी फोन आपकी अलग-अलग जरूरतों को पूरा करने के लिए शानदार फीचर्स के साथ आते हैं। आइए इनके बारे में जानते हैं... 1. लावा स्टोर्म प्ले 5G लावा स्टोर्म प्ले 5G में 6.75 इंच का HD+ LCD डिस्प्ले है, जो 120Hz रिफ्रेश रेट के साथ स्मूथ विजुअल्स देता है। ये फोन दुनिया के पहले मीडियाटेक डाइमेंसिटी 7060 प्रोसेसर से लैस है, जो 6GB LPDDR5 रैम और 128GB UFS 3.1 स्टोरेज के साथ आता है। स्टोरेज को माइक्रोएसडी कार्ड से बढ़ाया भी जा सकता है। इस फोन में 50MP Sony IMX752 प्राइमरी कैमरा और 2MP का सेकेंडरी सेंसर है। सेल्फी और वीडियो कॉल के लिए 8MP का फ्रंट कैमरा मिलता है। फोन में 5,000mAh की बैटरी है, जो 18W फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करती है। अगर आपको हाई रिफ्रेश रेट और तेज परफॉर्मेंस चाहिए, तो ये फोन एक दमदार ऑप्शन है। 2. iQOO Z10 Lite 5G iQOO Z10 Lite 5G में 6.74 इंच का HD+ LCD डिस्प्ले है, जो 90Hz रिफ्रेश रेट और 1000 निट्स की पीक ब्राइटनेस के साथ आता है। ये मीडियाटेक डाइमेंसिटी 6300 प्रोसेसर और Mali-G57 MC2 GPU के साथ है। आपको इसमें 4GB रैम और 128GB स्टोरेज मिलता है, जिसे माइक्रोएसडी कार्ड से 1TB तक बढ़ाया जा सकता है। फोन में 50MP प्राइमरी कैमरा और 2MP डेप्थ सेंसर है। सेल्फी के लिए 5MP फ्रंट कैमरा दिया गया है। ये फोन एंड्रॉइड-15 पर बेस्ड फनटच-OS 15 पर चलता है। इसमें 6,000mAh की दमदार बैटरी है, जो 15W फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करती है। बड़ी बैटरी और लेटेस्ट सॉफ्टवेयर चाहने वालों के लिए ये फोन शानदार है। 3. सैमसंग गैलेक्सी M06 5G सैमसंग गैलेक्सी M06 5G में 6.7 इंच का HD+ LCD डिस्प्ले है, जिसकी पीक ब्राइटनेस 800 निट्स है। ये मीडियाटेक डाइमेंसिटी 6300 प्रोसेसर और Arm Mali G57 MC2 GPU के साथ आता है। इसमें 4GB या 6GB LPDDR4X रैम और 128GB स्टोरेज मिलता है, जिसे 1TB तक बढ़ाया जा सकता है। फोन में 50MP प्राइमरी कैमरा और 2MP डेप्थ सेंसर है। सेल्फी के लिए 8MP फ्रंट कैमरा दिया गया है। इसमें साइड-माउंटेड फिंगरप्रिंट स्कैनर, 3.5mm हेडफोन जैक और सिंगल बॉटम-फायरिंग स्पीकर है। फोन में 5,000mAh बैटरी है, जो 25W फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करता है। सैमसंग की भरोसेमंद ब्रांड वैल्यू और तेज चार्जिंग के साथ ये फोन बजट में बढ़िया ऑप्शन है। 4. इनफिनिक्स Hot 50 5G इनफिनिक्स Hot 50 5G में 6.7 इंच का HD+ LCD डिस्प्ले है, जो 120Hz रिफ्रेश रेट के साथ आता है। ये मीडियाटेक डाइमेंसिटी 6300 प्रोसेसर और Arm Mali-G57 MC2 GPU के साथ है। 4GB रैम और 128GB स्टोरेज है, जिसे 1TB तक बढ़ाया जा सकता है। फोन में 48MP Sony IMX582 प्राइमरी कैमरा और 8MP फ्रंट कैमरा है। ये XOS 14.5 पर चलता है, जो एंड्रॉइड-14 पर बेस्ड है। इसमें 5,000mAh बैटरी के साथ 18W फास्ट चार्जिंग मिलती है। स्मूथ डिस्प्ले और अच्छी परफॉर्मेंस के लिए ये फोन एक शानदार ऑप्शन है। चारों कंपनियों के ये फोन 10,000 रुपए के बजट में शानदार फीचर्स और परफॉर्मेंस ऑफर करते हैं। अगर आपको हाई रिफ्रेश रेट चाहिए, तो लावा स्टोर्म प्ले या इनफिनिक्स Hot 50 5G बेस्ट है। अगर बैटरी लाइफ प्रायोरिटी है, तो iQOO Z10 Lite 5G की 6,000mAh बैटरी शानदार है। अगर ब्रांड वैल्यू और फास्ट चार्जिंग चाहिए, तो सैमसंग M06 5G एक बढ़िया ऑप्शन है। अपनी जरूरतों के हिसाब से आप इनमें से कोई भी फोन चुन सकते हैं।

दैनिक भास्कर 29 Jun 2025 5:39 pm

सोनिक-व्यू ने लॉन्च किए M1X और M1 Max प्रोजेक्टर्स:इनसे घर में बना सकते हैं मिनी सिनेमाहॉल; शुरूआती कीमत ₹90,000

होम एंटरटेनमेंट डिवाइस बनाने वाली कंपनी व्यू सोनिक ने भारत में अपनी M1 सीरीज के दो नए पोर्टेबल प्रोजेक्टर M1 Max और M1X लॉन्च किए हैं। इन प्रोजेक्टर्स का का इस्तेमाल से आप कमरे को भी मिनी सिनेमाहॉल बना सकते हैं। इनकी खासियत है 360 स्मार्ट स्टैंड, जिससे आप किसी भी सतह पर प्रोजेक्शन कर सकते हैं। M1 Max में गूगल TV पहले से इंस्टॉल है, जिससे नेटफ्लिक्स, यूट्यूब जैसे एप्स चलाए जा सकते हैं। प्रोजेक्टर्स का वजन 1 किलो से कम है। जिससे इन्हे लेकर कहीं भी आसानी से ट्रैवल किया जा सकता है। प्रोजेक्टर्स की शुरूआती कीमत 90,000 रुपए रखी गई है। M1 Max: इस प्रोजेक्टर में Google TV इन-बिल्ट है। इसके साथ ही इसमें Full HD 1080p क्वालिटी और ToF ऑटोफोकस दिया गया है, जिससे पिक्चर हमेशा शार्प रहती है। हाई-एंड एंटरटेनमेंट के शौकीनों के लिए ये प्रोजेक्टर बनाया गया है। इसकी कीमत ₹1,35,000 रखी गई है। M1X: ये प्रोजेक्टर उन लोगों के लिए है जो अपनी पसंद के डिवाइस से कंटेंट देखना पसंद करते हैं। इसमें ज्यादा कनेक्टिविटी फीचर्स दिए गए हैं। USB-A पोर्ट के जरिए Chromecast, Fire Stick, Roku, Apple TV जैसे डिवाइस कनेक्ट किए जा सकते हैं। साथ ही, USB-C डिस्प्ले इनपुट है, जिससे स्मार्टफोन, टैबलेट या गेमिंग कंसोल भी जोड़ सकते हैं। M1X की कीमत ₹90,000 है। दोनों प्रोजेक्टर्स की खासियत प्रोजेक्टर्स में Harman Kardon के लाऊड स्पीकर्स दिए गए हैं। इसी के साथ ये Cinema SuperColor+ टेक्नोलॉजी के साथ ज्यादा कलर और ब्राइटनेस प्रोवाइड करते हैं। इनमें इनबिल्ट बैटरी और वायरलेस स्क्रीन मिररिंग फीचर भी दिए गए हैं। प्रोजेक्टर्स को ब्लूटूथ कनेक्टिविटी और पावर बैंक से भी चला सकते हैं। 1987 में बनाई गई थी सोनिक व्यू सोनिक व्यू की स्थापना 1987 में कैलिफोर्निया में हुई थी। यह विजुअल टेक्नोलॉजी में काम करने वाली प्रमुख ग्लोबल कंपनियों में से एक है जो100 से अधिक देशों में मौजूद है। सोनिक व्यू के पास 35 साल से ज्यादा का अनुभव है, जिससे यह अपने ग्राहकों को हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, कंटेंट और सेवाओं का पूरा सेट देता है। यह कंपनी छोटे 5 इंच से लेकर बहुत बड़े 760 इंच तक के स्क्रीन बनाती है। इनके प्रोडक्ट में इंटरैक्टिव डिस्प्ले, बड़े डिस्प्ले, LED डिस्प्ले, पेन डिस्प्ले, मॉनिटर, प्रोजेक्टर, SaaS, AI सेवाएं, और इंटरैक्टिव कंटेंट शामिल हैं।

दैनिक भास्कर 29 Jun 2025 2:06 pm

मर्सिडीज-AMG GT 63 और GT 63 प्रो भारत में लॉन्च:ट्विन-टर्बो V8 इंजन के साथ 317kmph की टॉप स्पीड, शुरुआती कीमत ₹3 करोड़

मर्सिडीज-बेंज इंडिया ने भारतीय बाजार में दो नई लग्जरी स्पोर्ट्स कार नई मर्सिडीज-AMG GT 63 और AMG GT प्रो लॉन्च की हैं। ये दोनों टू-डोर कूपे स्पोर्ट्स कारें हैं, जिन्हें 2020 में डिस्कंटीन्यू कर दिया गया था। कंपनी ने 5 साल बाद इन्हें फिर से भारत में उतारा है। GT 63 की शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत 3 करोड़ रुपए और GT 63 प्रो की एक्स-शोरूम कीमत 3.65 करोड़ रुपए रखी गई है। ये गाड़ियां कम्प्लीटली बिल्ट यूनिट (CBU- यानी पूरी तरह से बनी बनाई) के रूप जर्मनी से बिक्री के लिए भारत आएंगी। 3 करोड़ रुपए की प्राइस रेंज में इन गाड़ियों का मुकाबला लैम्बोर्गिनी टेमेरेरियो और पोर्श 911 टर्बो S जैसी कारों से होगा। इनका ओवरऑल डिजाइन तो पहले जैसा ही है, लेकिन इनमें फिर से रीट्यून इंजन और 4 सीटर लेआउट के साथ नया डिजाइन केबिन मिलता है। कंपनी का कहना है कि ये उनकी अब तक की सबसे परफॉर्मेंस-ओरिएंटेड AMG GT कारें हैं। इन्हें रेसिंग ट्रैक और रोड दोनों पर परफॉर्म करने के लिए बनाया गया है। कंपनी का दावा है कि कार 317kmph की टॉप स्पीड से दौड़ सकती है।

दैनिक भास्कर 28 Jun 2025 9:07 pm

टेस्ला कार फैक्ट्री से बिना ड्राइवर मालिक के घर पहुंची:ऐसा दुनिया में पहली बार हुआ, ऑटो ड्राइव कार की शुरुआती कीमत ₹34 लाख

दुनिया में पहली बार ऐसा हुआ जब कार खुद फैक्ट्री से बिना ड्राइवर के चलकर खरीदार के घर पहुंच गई। दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी इलॉन मस्क ने अपने जन्मदिन पर अपनी कंपनी टेस्ला की फुली ऑटोनॉमस (अपने-आप चलने वाली) कार की डिलीवरी की। कस्टमर के घर पहुंचने वाली इलेक्ट्रिक कार 'मॉडल Y' है। टेस्ला ने कार की डिलीवरी का वीडियो X पर शेयर किया है। इसमें कार को अपने आप चलते देखा सकता है। यह सिग्नल पर, किसी कार या व्यक्ति के सामने आने पर रुकती है और फिर आगे बढ़ जाती है। फुली ऑटोनॉमस कार की डिलीवरी का वीडियो देखें... डिलीवरी के दौरान 116kmph की स्पीड से चली कार कंपनी ने ऑफिशियल पोस्ट में बताया कि हमने फुली सेल्फ ड्राइव कार मॉडल Y की पहली पहली डिलीवरी टेक्सास शहर में की है। कार बिना किसी ड्राइवर या रिमोट ऑपरेटर के पार्किंग प्लेस, हाईवे और शहर की सड़कों से होते हुए अपने डेस्टिनेशन तक पहुंची। ब्लूमबर्ग के अनुसार, टेस्ला के AI और ऑटोपायलट के प्रमुख अशोक एलुस्वामी ने कहा कि डिलीवरी के दौरान कार ने 72 मील प्रति घंटे (यानी 116kmph) की टॉप स्पीड हासिल की। टेस्ला मॉडल Y की कीमत करीब 34 लाख रुपए टेस्ला ने मॉडल Y को अपडेट कर फुली ऑटोनॉमस कार बनाया है। इसे पहली बार मार्च 2019 में लॉन्च किया गया था। दुनियाभर में मॉडल Y की कीमत 40,000 डॉलर (करीब 34 लाख रुपए) से शुरू होती है। ये 3 वैरिएंट- रियर व्हील ड्राइव, लॉन्ग रेंज और परफॉर्मेंस में अवेलेबल है। परफॉर्मेंस वर्जन 60,000 डॉलर (करीब 51 लाख रुपए) में आता है। अमेरिका में टेस्ला की रोबोटैक्सी सर्विस शुरू इससे पहले कंपनी ने 22 जून को रोबोटैक्सी सर्विस शुरू की थी, जिसमें कार अपने आप तो चल रही थी, लेकिन इसमें सेफ्टी के नजरिए से कंपनी का एक एक्सपर्ट बैठकर नजर रख रहा था। कंपनी ने रोबोटैक्सी की एक राइड की कीमत 4.20 डॉलर यानी करीब 364 रुपए रखी है। ये गाड़ियां सुबह 6 बजे से रात 12 बजे तक ऑस्टिन के एक छोटे से इलाके में चल रही हैं। हालांकि टेस्ला ने यह नहीं बताया है कि रोबोटैक्सी सर्विस आम लोगों के लिए कब खुलेगी, लेकिन मस्क ने जल्द ही सर्विस का विस्तार करने और अन्य अमेरिकी शहरों में भी शुरू करने का वादा किया है। इलॉन मस्क बोले- ये 10 साल की मेहनत का परिणाम है मस्क ने रोबोटैक्सी के लॉन्च के मौके पर टेस्ला AI की सॉफ्टवेयर और चिप डिजाइन टीम को बधाई दी और कहा कि ये 10 साल की मेहनत का परिणाम है। टेस्ला की टीम ने बिना किसी बाहरी मदद के AI चिप और सॉफ्टवेयर को खुद बनाया है। ऑटोनॉमस कार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), सेंसर, कैमरे, रडार और लिडार जैसी हाई-टेक तकनीकों का इस्तेमाल करके सड़क पर नेविगेट करती है। वायमो पहले से ड्राइवरलेस गाड़ियां चला रही गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट के स्वामित्व वाली वायमो जैसी कंपनियों से टेस्ला की रोबोटैक्सी को कड़ी टक्कर मिलेगी। वायमो पहले से ही सैन फ्रांसिस्को, लॉस एंजिलिस, फीनिक्स और ऑस्टिन में 1500 से ज्यादा ड्राइवरलेस गाड़ियां चला रही है। जूक्स जैसी कंपनियां भी पूरी तरह ड्राइवरलेस गाड़ियां बना रही हैं, जिनमें स्टीयरिंग व्हील और पेडल्स तक नहीं हैं। दो और प्रोजेक्ट पर काम कर रही टेस्ला 1. बिना स्टीयरिंग और पैडल वाली 'साइबरकैब' टेस्ला CEO ने पिछले साल अक्टूबर में अमेरिका के कैलिफोर्निया में हुए 'वी-रोबोट' इवेंट में AI फीचर वाली अपनी पहली रोबोटैक्सी 'साइबरकैब' का कॉन्सेप्ट मॉडल रिवील किया था। दो सीट वाली इस टैक्सी में न तो स्टीयरिंग है, न ही पैडल। कंज्यूमर 30,000 डॉलर (करीब 25 लाख रुपए) से कम में टेस्ला साइबरकैब खरीद सकेंगे। साइबरकैब में न तो स्टीयरिंग, न ही पैडल 2. रोबोवैन भी लाएगी टेस्ला टेस्ला ने अपने वी-रोबोट इवेंट में रोबोटैक्सी के साथ एक और ऑटोनॉमस व्हीकल 'रोबोवैन' को भी पेश किया था जो 20 लोगों को ले जाने में सक्षम है। इसमें सामान भी कैरी किया जा सकेगा। इसका इस्तेमाल स्पोर्ट्स टीम के ट्रांसपोर्टेशन के लिए किया जा सकता है। टैक्सियों की एक फ्लीट डेवलप करना चाहते हैं इलॉन मस्क मस्क का प्लान सेल्फ-ड्राइविंग टेस्ला टैक्सियों की एक फ्लीट डेवलप करना है। टेस्ला के ओनर्स अपने व्हीकल्स को पार्ट टाइम टैक्सियों के रूप में भी लिस्ट कर सकेंगे। यानी, जब ओनर्स अपनी कार उपयोग नहीं कर रहे हों तो नेटवर्क के जरिए पैसा कमा सकते हैं। --------------------- टेस्ला से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... खाना बनाने के साथ सफाई भी करेगा टेस्ला रोबोट: घर में रोजमर्रा के काम करते दिखा ऑप्टिमस, मस्क ने कहा- अब तक का सबसे बड़ा प्रोडक्ट टेस्ला ने अपने ह्यूमनॉइड रोबोट 'ऑप्टिमस' का लेटेस्ट वर्जन अनवील किया है। अब ये रोबोट अपने घर में रोजमर्रा के लगभग सभी काम करने में सक्षम है। यहां तक की अब ये खाना बना सकता है और घर में साफ-सफाई के काम भी कर सकता है। टेस्ला और स्पेसएक्स के CEO इलॉन मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर रोबोट का एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वह आसानी से रोजमर्रा के घरेलू काम कर रहा है। मस्क के AI-ऑपरेटेड होम असिस्टेंट के विजन का ये वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 28 Jun 2025 2:17 pm

वनप्लस नॉर्ड 5 स्मार्टफोन 8 जुलाई को लॉन्च होगा:50MP सेल्फी कैमरा, 6700mAh बैटरी और 6.83 इंच डिस्प्ले; एक्सपेक्टेड प्राइस- ₹35,999

टेक कंपनी वनप्लस अगले महीने 8 जुलाई को वनप्लस नॉर्ड 5 समार्टफोन लॉन्च करने जा रही है। कंपनी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म और ऑफिशियल वेबसाइट पर पहले ही लॉन्च डेट अनाउंस कर दी है। जिसमें नॉर्ड 5 समार्टफोन को दिखाया गया है। 50 मेगापिक्सल के कैमरे की जानकारी के अलावा वनप्लस की ओर से स्मार्टफोन के फीचर्स और स्पेसिफिकेशन की अन्य कोई जानकारी अभी नहीं दी गई है। कुछ लीक रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि कंपनी वनप्लस नॉर्ड CE 5 स्मार्टफोन भी लॉन्च कर सकती है। वनप्लस नॉर्ड 5: एक्सपेक्टेड स्पेसिफिकेशन हल्की बारिश में भीगने पर भी नहीं होगा खराब वनप्लस नॉर्ड 5 स्मार्टफोन में IP65 रेटिंग दी गई है। इस रेटिंग का मतलब है कि आपका फोन स्प्लैश और हल्की बारिश के लिए फीट है। स्मार्टफोन की कीमत कितनी हो सकती है? स्मार्टफोन दो स्टोरेज ऑप्शन में आ सकता है। इसमें 8GB+128GB वाले वैरिएं​​​​​​ट की कीमत ₹35,999 और 12GB+256GB वाले वैरिएंट की कीमत ₹39,999 रुपए हो सकती है। वहीं, वनप्लस नॉर्ड 5 की बात करें तो यह स्मार्टफोन सिंगल स्टोरेज 8GB+256GB में आएगा, जिसकी 29,990 रुपए हो सकती है।

दैनिक भास्कर 27 Jun 2025 5:05 pm

महिंद्रा स्कॉर्पियो-एन का नया वैरिएंट Z8 T लॉन्च:कीमत ₹20.29 लाख से शुरू, टॉप वैरिएंट में अब लेवल-2 ADAS सेफ्टी फीचर्स मिलेंगे

महिंद्रा एंड महिंद्रा ने अपनी पॉपुलर SUV स्कॉर्पियो-एन को अपडेट कर दिया है। कंपनी ने इसमें नया वैरिएंट Z8 T ऑटोमेटिक वैरिएंट शामिल किया है, जिसकी एक्स-शोरूम कीमत 20.29 लाख रुपए से शुरू होती है और 24.36 लाख रुपए तक जाती है। वहीं, महिंद्रा ने SUV के टॉप वैरिएंट Z8 L को भी नया अपडेट किया है। इसमें अब लेवल-2 एडवांस ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) फीचर्स शामिल किए गए हैं। इससे स्कॉर्पियों अब सेगमेंट में सबसे एडवांस्ड SUV में से एक बन गई है। ADAS फीचर शामिल होने से स्कॉर्पियो-एन Z8 L वैरिएंट की कीमत 48,000 रुपए तक बढ़ गई है। इसकी एक्स-शोरूम कीमत अब 21.35 लाख रुपए से शुरू होती है, जो 25.42 लाख रुपए तक जाती है।

दैनिक भास्कर 27 Jun 2025 4:56 pm

JSW-MG की कारें 1 जुलाई से 1.5% महंगी होंगी:7 महीने में दूसरी बार बढ़ाई कीमतें, रॉ मटेरियल कॉस्ट बढ़ने के कारण फैसला लिया

अगर आप MG की कार खरीदने का मन बना रहे हैं तो 30 जून तक खरीद लें। क्योंकि, JSW-MG मोटर इंडिया ने 1 जुलाई 2025 से अपनी कारों की कीमतों में 1.5% तक की बढ़ोतरी का ऐलान किया है। यह बढ़ोतरी कंपनी के सभी मॉडल्स पर अलग-अलग होगी। कंपनी ने रॉ मटेरियल और ऑपरेशनल कॉस्ट के बढ़ने के कारण 7 महीने में दूसरी बार यह फैसला लिया है। इससे पहले 1 जनवरी 2025 से MG ने कार की कीमतों में 3% तक का इजाफा किया था। तब भी MG ने कीमत बढ़ाने की वजह रॉ मटेरियल महंगा होना बताया था।

दैनिक भास्कर 26 Jun 2025 2:16 pm

शुभांशु बोले- नमस्कार फ्रॉम स्पेस:एक बच्चे की तरह सीख रहा हूं... अंतरिक्ष में चलना और खाना कैसे है; शाम 4:30 बजे ISS पहुंचेगे

भारतीय एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला सहित चारों एस्ट्रोनॉट आज यानी, 26 जून को शाम 4:30 बजे स्पेस स्टेशन पहुंचेंगे। इससे पहले इस मिशन के क्रू ने स्पेसक्राफ्ट से लाइव बातचीत की। इस दौरान शुभांशु ने कहा- नमस्कार फ्रॉम स्पेस,! मैं अपने साथी अंतरिक्ष यात्रियों के साथ यहां होने के लिए बहुत एक्साइटेड हूं। यह शानदार यात्रा है। उन्होंने कहा- जब हमें वैक्यूम में लॉन्च किया गया, तब मैं बहुत अच्छा महसूस नहीं कर रहा था, मैं बहुत सोया हूं। एक बच्चे की तरह सीख रहा हूं... अंतरिक्ष में चलना और खाना कैसे होता है। इस दौरान एक सॉफ्ट टॉय स्वान यानी, हंस को हाथ में लेकर उन्होंने कहा- भारतीय संस्कृति में हंस बुद्धिमत्ता का प्रतीक है। एक्सियम मिशन 4 के तहत कल यानी, 25 जून को सभी एस्ट्रोनॉट इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए रवाना हुए थे। उनका ये मिशन पहले 6 बार तकनीकी दिक्कतों के कारण टल चुका था। शुभांशु शुक्ला का पूरा मैसेज यहां पढ़े... नमस्ते फ्रॉम स्पेस! मैं अपने साथी अंतरिक्ष यात्रियों के साथ यहां आकर बहुत उत्साहित हूं। सच कहूं तो, जब मैं कल लॉन्चपैड पर कैप्सूल में बैठा था। 30 दिन के क्वारंटाइन के बाद, मैं बस यही चाहता था कि अब चल पड़ें। लेकिन जब यात्रा शुरू हुई, तो ऐसा लगा जैसे आपको सीट में पीछे धकेला जा रहा हो। यह एक अद्भुत राइड थी.. और फिर अचानक सब कुछ शांत हो गया। आपने बेल्ट खोली और आप वैक्यूम की शांति में तैर रहे थे। मैं हर उस व्यक्ति को धन्यवाद देना चाहता हूं, जो इस यात्रा का हिस्सा रहा है। मैं समझता हूं कि यह कोई व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, यह आप सभी की सामूहिक उपलब्धि है, जो इस यात्रा का हिस्सा रहे हैं। मैं आप सभी को दिल से धन्यवाद देना चाहता हूं। परिवार और दोस्तों को भी.. आपका समर्थन बहुत मायने रखता है। यह सब आप सभी की वजह से संभव हुआ है। हमने आपको जोय और ग्रेस दिखाए। यह हंस है, एक बहुत ही महत्वपूर्ण प्रतीक। यह बहुत प्यारा लगता है, लेकिन हमारे भारतीय संस्कृति में हंस बुद्धिमत्ता का प्रतीक है। मुझे लगता है कि पोलैंड, हंगरी और भारत में भी इसका प्रतीकात्मक महत्व है। यह संयोग जैसा लग सकता है, लेकिन ऐसा नहीं है। इसका इससे कहीं ज़्यादा अर्थ है। जब हम वैक्यूम में लॉन्च हुए, तब मुझे बहुत अच्छा नहीं लग रहा था, लेकिन कल से मुझे बताया गया है कि मैं बहुत सोया हूं, जो एक अच्छा संकेत है। मुझे लगता है कि यह एक शानदार संकेत है। मैं इस माहौल में अच्छी तरह से ढल रहा हूं। दृश्यों का आनंद ले रहा हूं, पूरे अनुभव का आनंद ले रहा हूं। एक बच्चे की तरह सीख रहा हूं- नए कदम, चलना, खुद को नियंत्रित करना, खाना, सब कुछ। यह एक नया वातावरण है, नई चुनौती है, और मैं अपने साथी अंतरिक्ष यात्रियों के साथ इस अनुभव का बहुत आनंद ले रहा हूं। गलतियां करना ठीक है, लेकिन किसी और को गलती करते देखना और भी बेहतर है। यहां ऊपर बहुत मजेदार समय रहा है। बस इतना ही कहना चाहता हूं। आप सभी को इसे संभव बनाने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। मुझे यकीन है कि हम यहां बहुत अच्छा समय बिताएंगे। लॉन्चिंग के तुरंत बाद शुभांशु ने कहा था... मिशन से जुड़ी 4 तस्वीरें... 41 साल बाद कोई भारतीय एस्ट्रोनॉट अंतरिक्ष में गया अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा और भारतीय एजेंसी इसरो के बीच हुए एग्रीमेंट के तहत भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को इस मिशन के लिए चुना गया है। शुभांशु इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर जाने वाले पहले और स्पेस में जाने वाले दूसरे भारतीय हैं। इससे 41 साल पहले राकेश शर्मा ने 1984 में सोवियत यूनियन के स्पेसक्राफ्ट से अंतरिक्ष यात्रा की थी। शुभांशु का ये अनुभव भारत के गगनयान मिशन में काम आएगा। ये भारत का पहला मानव अंतरिक्ष मिशन है, जिसका उद्देश्य भारतीय गगनयात्रियों को पृथ्वी की निचली कक्षा में भेजना और सुरक्षित रूप से वापस लाना है। इसके 2027 में लॉन्च होने की संभावना है। भारत में एस्ट्रोनॉट को गगनयात्री कहा जाता है। इसी तरह रूस में कॉस्मोनॉट और चीन में ताइकोनॉट कहते हैं। 6 बार टाला गया एक्सियम-4 मिशन मिशन का उद्देश्य: स्पेस स्टेशन बनाने की प्लानिंग का हिस्सा Ax-4 मिशन का मुख्य उद्देश्य अंतरिक्ष में रिसर्च करना और नई टेक्नोलॉजी को टेस्ट करना है। ये मिशन प्राइवेट स्पेस ट्रैवल को बढ़ावा देने के लिए भी है और एक्सियम स्पेस प्लानिंग का हिस्सा है, जिसमें भविष्य में एक कॉमर्शियल स्पेस स्टेशन (एक्सियम स्टेशन) बनाने की योजना है। अब 6 जरूरी सवालों के जवाब: सवाल 1: कौन हैं शुभांशु शुक्ला? जवाब: शुभांशु का जन्म 1986 में उत्तर प्रदेश के लखनऊ में हुआ था। उन्होंने अपनी पढ़ाई राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) से की। वह 2006 में वायु सेना में शामिल हुए और फाइटर जेट उड़ाने का अनुभव रखते हैं। उन्हें ISRO के गगनयान मिशन के लिए भी चुना गया है, जो भारत का पहला मानव अंतरिक्ष मिशन है। अंतरिक्ष यात्री बनने के लिए उन्होंने रूस और अमेरिका में खास ट्रेनिंग ली। इसमें उन्होंने माइक्रोग्रैविटी में काम करना, इमरजेंसी हैंडलिंग और वैज्ञानिक प्रयोग सीखे। शुभांशु की पूरी प्रोफाइल पढ़े... सवाल 2: शुभांशु ISS पर क्या करेंगे? जवाब: शुभांशु वहां 14 दिनों तक रहेंगे और 7 प्रयोग करेंगे, जो भारतीय शिक्षण संस्थानों ने तैयार किए हैं। इनमें ज्यादातर बायोलॉजिकल स्टडीज होंगी, जैसे कि अंतरिक्ष में मानव स्वास्थ्य और जीवों पर असर देखना। इसके अलावा वो NASA के साथ 5 और प्रयोग करेंगे, जिसमें लंबे अंतरिक्ष मिशनों के लिए डेटा जुटाएंगे। इस मिशन में किए गए प्रयोग भारत के गगनयान मिशन को मजबूत करेंगे। स्पेस स्टेशन पहुंचने के बाद शुभांशु की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत करने की उम्मीद भी है। सवाल 3: शुभांशु अंतरिक्ष में अपने साथ क्या-क्या ले जा रहे हैं? जवाब: शुभांशु शुक्ला अपने साथ विशेष रूप से तैयार की गई भारतीय मिठाइयां ले जा रहे हैं। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने बताया था कि वह अंतरिक्ष में आम का रस, गाजर का हलवा और मूंग दाल का हलवा ले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह इन्हें आईएसएस पर अपने साथी अंतरिक्ष यात्रियों के साथ साझा करने की योजना बना रहे हैं। सवाल 4: इस मिशन में भारत को कितनी लागत आई है? जवाब: इस मिशन पर भारत ने अब तक करीब 548 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। इसमें शुभांशु और उनके बैकअप ग्रुप कैप्टन प्रशांत नायर की ट्रेनिंग का खर्च भी शामिल है। ये पैसे ट्रेनिंग, उपकरण और अंतरराष्ट्रीय साझेदारी में लगे हैं। शुभांशु की ट्रेनिंग की 3 तस्वीरें... सवाल 5: भारत के लिए यह मिशन कितना अहम है? जवाब: शुभांशु का ये अनुभव गगनयान मिशन (2027 में प्लान्ड) के लिए बहुत मददगार होगा। वापस आने के बाद वो जो डेटा और अनुभव लाएंगे, वो भारत के अंतरिक्ष प्रोग्राम को आगे बढ़ाने में हेल्प कर सकता है। सवाल 6: क्या ये प्राइवेट स्पेस मिशन है? जवाब: हां, एक्सियम मिशन 4 एक प्राइवेट स्पेस फ्लाइट मिशन है। अमेरिका की प्राइवेट स्पेस कंपनी एक्सियम स्पेस और नासा के कोलैबोरेशन में यह हो रहा है। एक्सियम स्पेस का यह चौथा मिशन है। इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन क्या है? इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पृथ्वी के चारों ओर घूमने वाला एक बड़ा अंतरिक्ष यान है। इसमें एस्ट्रोनॉट रहते हैं और माइक्रो ग्रेविटी में एक्सपेरिमेंट करते हैं। यह 28,000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रैवल करता है। यह हर 90 मिनट में पृथ्वी की परिक्रमा पूरी कर लेता है। 5 स्पेस एजेंसीज ने मिलकर इसे बनाया है। स्टेशन का पहला पीस नवंबर 1998 में लॉन्च किया गया था। ---------------------------------------- शुभांशु शुक्ला से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... 1. एस्ट्रोनॉट शुभांशु अंतरिक्ष में रवाना:मां बोलीं- खुशी का ठिकाना नहीं, लेकिन डर भी लग रहा लखनऊ के शुभांशु शुक्ला एक्सिअम मिशन-4 के तहत इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन यानी ISS पर रवाना हो गए। उनके साथ तीन अन्य एस्ट्रोनॉट भी स्पेस स्टेशन जा रहे हैं। लखनऊ में शुभांशु के माता-पिता बेटे की ऐतिहासिक अंतरिक्ष यात्रा को लेकर काफी खुश हैं। उनके रवाना होने पर मां की आंखों में आंसू छलक आए। पूरी खबर पढ़ें... 2. शुभांशु अंतरिक्ष के लिए रेडी, मां को खाने की टेंशन:लखनऊ में बहन बोलीं- बचपन में कहते थे मैं तारों के पास घूमने जाऊंगा लखनऊ के शुभांशु शुक्ला जल्द ही NASA और Axiom Space के कंबाइंड मिशन पर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की उड़ान भरेंगे। मिशन में उनके साथ 4 लोग जा रहे हैं। मिशन का नाम-Axiom 4 है। अंतरिक्ष में वे 14 दिन रहेंगे। इंडियन एयरफोर्स के ग्रुप कैप्टन और एस्ट्रोनॉट शुभांशु ऐसा करने वाले के दूसरे अंतरिक्ष यात्री होंगे, उनसे पहले राकेश शर्मा ये कारनामा कर चुके हैं। पूरी खबर पढ़ें... ​​​​​

दैनिक भास्कर 26 Jun 2025 12:04 pm