Poorvottar Lok: अरुणाचल प्रदेश में भारी भूस्खलन, चीन सीमा से लगने वाले वाले इलाके से टूटा संपर्क, मिजोरम के कुछ हिस्सों में भारी बारिश

Prabhasakshi News Network के खास कार्यक्रम Poorvottar Lok में आप सभी का स्वागत है। अरुणाचल प्रदेश के कई इलाकों में भारी भूस्खलन होने की खबर है। इसकी वजह चीन से लगने वाली सीमा से सटे इलाके जिसमें दिबांग घाटी के इलाके भी शामिल हैं, से संपर्क टूट गया है। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। निचली दिबांग घाटी में रोइंग को एनीनी से जोड़ने वाले अहम राजमार्ग के एक हिस्से के क्षतिग्रस्त होने से दिबांग घाटी जिले से जमीनी संपर्क टूट गया है। अधिकारी ने बताया कि बुधवार रात भूस्खलन के कारण हुनली और एनीनी के बीच सड़क क्षतिग्रस्त हो गई जिससे सीमावर्ती जिले का मुख्य भूमि से संपर्क कट गया है। इसके अलावा मणिपुर में हुए विस्फोट में राष्ट्रीय राजमार्ग-2 पर एक प्रमुख पुल क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे राज्य की राजधानी इंफाल में आवश्यक वस्तुएं ले जा रहे 150 से अधिक ट्रक बुधवार को सेनापति जिले में फंस गए। एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि अज्ञात लोगों ने देर रात करीब 12:45 बजे शक्तिशाली आईईडी विस्फोट किया, जिससे कांगपोकपी जिले में कोउब्रू लेइखा और सपरमीना के बीच स्थित पुल क्षतिग्रस्त हो गया। इसे भी पढ़ें: Shaurya Path: Middle East tension, Israel-Hamas, Iran-Pakistan और Russia-Ukraine से जुड़े मुद्दों पर चर्चा अरुणाचल प्रदेश अरुणाचल प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश के कारण भूस्खलन हुआ और राष्ट्रीय राजमार्ग-313 का एक हिस्सा धंस गया जिससे यातायात बाधित हो गया है। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। निचली दिबांग घाटी में रोइंग को एनीनी से जोड़ने वाले अहम राजमार्ग के एक हिस्से के क्षतिग्रस्त होने से दिबांग घाटी जिले से जमीनी संपर्क टूट गया है। अधिकारी ने बताया कि बुधवार रात भूस्खलन के कारण हुनली और एनीनी के बीच सड़क क्षतिग्रस्त हो गई जिससे सीमावर्ती जिले का मुख्य भूमि से संपर्क कट गया है। अरुणाचल प्रदेश की चार विधानसभा सीट के आठ मतदान केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा के बीच बुधवार को पुनर्मतदान हुआ और करीब 74 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। हालांकि, मतदान प्रतिशत बढ़ने की संभावना है क्योंकि मतदान के लिए निर्धारित समय समाप्त होने के बाद भी सैकड़ों मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए कतारों में खड़े थे। इसे भी पढ़ें: बैंकिंग और फाइनेंस सेक्टर के कारण बाजार रहे गुलजार, Sensex 74,000 के पार, Nifty भी 22,570 के ऊपर असम करीमगंज से कांग्रेस उम्मीदवार हाफिज अहमद राशिद चौधरी ने कहा है कि पार्टी दो प्रमुख मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करते हुए चुनाव लड़ रही है - लोगों के मौलिक अधिकार और असम के आम नागरिकों के सामने आने वाली विविध चुनौतियों का समाधान। चौधरी ने कहा, “एक तरफ लोगों के सामने नागरिकता की समस्या है तो दूसरी तरफ बढ़ती बेरोजगारी के कारण वे जीवित रहने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।” ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) प्रमुख बदरुद्दीन अजमल ने कहा है कि वह राज्य संचालित मदरसों को बंद करने के असम सरकार के फैसले के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में अपील करेंगे। धुबरी के मौजूदा सांसद ने उम्मीद जताई कि शीर्ष अदालत असम में सभी बंद मदरसों को फिर से खोलने का आदेश देगी। अजमल ने मंगलवार को एक चुनावी सभा से इतर संवाददाताओं को बताया, “उत्तर प्रदेश सरकार ने मदरसों को बंद करने का ऐलान किया और बाद में उच्चतम न्यायालय ने इसकी निंदा की। इस संदर्भ में हम उच्चतम न्यायालय जाएंगे और वहां से आदेश लेंगे।” मणिपुर मणिपुर में हुए विस्फोट में राष्ट्रीय राजमार्ग-2 पर एक प्रमुख पुल क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे राज्य की राजधानी इंफाल में आवश्यक वस्तुएं ले जा रहे 150 से अधिक ट्रक बुधवार को सेनापति जिले में फंस गए। एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि अज्ञात लोगों ने देर रात करीब 12:45 बजे शक्तिशाली आईईडी विस्फोट किया, जिससे कांगपोकपी जिले में कोउब्रू लेइखा और सपरमीना के बीच स्थित पुल क्षतिग्रस्त हो गया। जातीय हिंसा से प्रभावित मणिपुर में हुए विस्फोट में पुल के मध्य भाग में तीन गड्ढे हो गए। हालांकि विस्फोट में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली है। मणिपुर सरकार ने “किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए” एनएच-2 पर सपरमीना और कोउब्रू लेइखा के बीच भारी वाहनों की आवाजाही पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। त्रिपुरा लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की त्रिपुरा इकाई की उपाध्यक्ष पाताल कन्या जमातिया ने पार्टी सहयोगी टिपरा मोथा के प्रमुख प्रद्योत किशोर माणिक्य देबबर्मा पर राज्य में आदिवासियों के बीच नफरत फैलाने का आरोप लगाया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि टिपरा मोथा राजनीति के नाम पर आदिवासियों को धोखा दे रही है। जमातिया ने कहा कि अगर प्रद्योत ने माफी नहीं मांगी तो आदिवासी लोग क्षेत्रीय दल को समर्थन नहीं देंगे। मिजोरम मिजोरम के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के साथ ओलावृष्टि होने से 450 से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो गए। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पिछले दो दिनों के दौरान राज्य में आई आपदा में आइजोल, कोलासिब, चम्फाई और खौजौल जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि असम की सीमा से लगे कोलासिब जिले में बारिश और ओलावृष्टि से कम से कम 265 घर क्षतिग्रस्त हो गए और 13,900 से अधिक लोग प्रभावित हुए।

प्रभासाक्षी 25 Apr 2024 5:30 pm

26/11 हमले के बाद हम बैठे, बहस की, कई विकल्पों पर विचार हुआ, फिर हमने कुछ नहीं करने का विकल्प चुना, मुंबई हमले पर एस जयशंकर का बड़ा बयान

विदेश मंत्री एस जयशंकर कासंयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार पर बड़ा हमला सामने आया है। विदेश मंत्री ने मुंबई हमले पर कहा कि कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। 26/11 का जिक्र करते हुए एस जयशंकर ने कहा कि सबूत के बाद भी कार्रवाई नहीं की गई थी। तत्कालीन सरकार ने कोई भी बड़ा एक्शन नहीं लिया था। पाकिस्तान पर कार्रवाई से दूरी बनाई गई थी।रक्षात्मक युग में हममें गुस्सा था।जयशंकर ने तत्कालीन एनएसए एमके नारायणन के हवाले से कहा कि मुंबई हमलों के बाद पिछली यूपीए सरकार के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) ने लिखा था कि हम बैठे, हमने बहस की और सभी विकल्पों पर विचार किया। तब हमने कुछ नहीं करने का फैसला किया। इसके लिए उन्होंने सफाई दी कि हमें लगा कि पाकिस्तान पर हमला करने की कीमत पर पाकिस्तान पर हमला ना करने की कीमत से अधिक है। इसे भी पढ़ें: Jaishankar ने तेलंगाना में भाजपा प्रत्याशी बी.एन गौड़ के पक्ष में आयोजित रोड शो में हिस्सा लिया उस समय जयशंकर सिंगापुर में भारत के उच्चायुक्त थे। जून 2019 में वह वर्तमान सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए और भगवा पार्टी की नरेंद्र मोदी सरकार में विदेश मंत्री बने। जयशंकर ने बार-बार कांग्रेस पर जवाबी कार्रवाई न करने का आरोप लगाया। 26/11 को लोग भारत के इतिहास में सबसे खराब आतंकवादी हमला बताते हैं। अपने पूर्ववर्ती से तुलना करते हुए भाजपा बार-बार पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में सितंबर 2016 के सर्जिकल स्ट्राइक और फरवरी 2019 में पाकिस्तान के अंदर बालाकोट हवाई हमले को अपनी मजबूत राष्ट्रीय सुरक्षा साख के प्रमाण के रूप में पेश करती है। इसे भी पढ़ें: Mizoram: भारत-म्यांमार सीमा पर बाड़ लगाने पर बोले जयशंकर, सरकार के लिए सबसे पहले देश की सुरक्षा भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी पहले दावा किया था कि यूपीए शासन ने कभी भी आगे बढ़ने की इजाजत नहीं दी बावजूद इसके कि बल एक ऐसे हमले के लिए तैयार था जिसका 100% सफल होना था। अपनी ओर से मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के एनएसए नारायणन ने पहले कहा है कि उन्होंने (नारायणन) खुद किसी प्रकार की तत्काल दिखाई देने वाली प्रतिशोध के लिए दबाव डाला था।

प्रभासाक्षी 24 Apr 2024 12:55 pm