जापान की टोपान स्पेशलिटी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड मध्यप्रदेश में 950 करोड़ रुपए का निवेश करेगी। टोपान समूह धार जिले के पीथमपुर इंडस्ट्रियल एरिया के सेक्टर-7 में 71,200 टन सालाना क्षमता की बीओपीपी एवं सीपीटी फिल्म निर्माण इकाई स्थापित करना चाहता है। इसको लेकर टोपान ग्रुप के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मुलाकात की है। मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश में सभी निवेशकों का स्वागत है। निवेशकों को सरकार अपनी योजनाओं का लाभ देने के साथ इकाई या कारखाना स्थापित करने में सहयोग भी करेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव से प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन राघवेन्द्र कुमार सिंह के नेतृत्व में टोपान स्पेशलिटी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी (जापानी समूह द्वारा अधिग्रहीत) के भारतीय एवं जापानी पदाधिकारियों ने सौजन्य भेंट की। इस कंपनी का मुख्यालय जापान एवं पंजाब में है। यह समूह करीब 950 करोड़ रुपए की लागत से धार जिले के पीथमपुर के औद्योगिक प्रक्षेत्र के सेक्टर-7 में करीब 71,200 टन सालाना क्षमता की बीओपीपी एवं सीपीटी फिल्म निर्माण इकाई स्थापित करना चाहता है। यह शत-प्रतिशत विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआई) के रूप में होगा। इसी सिलसिले में निवेश की अग्रिम कार्यवाही के संबंध में मुख्यमंत्री डॉ. यादव से कम्पनी पदाधिकारियों द्वारा विस्तार से चर्चा की गई। कम्पनी के सीएफओ एवं होल टाइम डायरेक्टर अमित जैन, कमर्शियल हेड रितेश तिरखा, मैनेजिंग एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर हिरोशी सुजुकी, जनरल मैनेजर तासुकु सेना, सेक्टर स्टाफ तोमोहिरो कोमा एवं टेक्निकल एडवाइजर तोशीयुकी माकी सहित अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में मध्यप्रदेश में निवेश की अपनी प्रतिबद्धता दर्शाते हुए पदाधिकारियों ने कहा कि कंपनी द्वारा मध्यप्रदेश पहली बार निवेश किया जा रहा है। कंपनी मध्यप्रदेश की निवेश प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत उपलब्ध निवेश प्रोत्साहन को अधिक से अधिक प्राप्त करना चाहती है। कंपनी पदाधिकारियों ने बताया कि वर्ष 1988 में टोपान समूह की स्थापना एक भारतीय कंपनी के रूप में हुई थी, जिसे आगे चलकर जापानी समूह द्वारा अधिग्रहित किया गया। यह काम करती है कंपनीकंपनी मुख्य रूप से पैकेजिंग फिल्म, लेबल फिल्म, ग्राफिक लेमिनेशन फिल्म के निर्माण का कार्य करती है। इकाई की पंजाब स्थित विनिर्माण इकाई लगभग 45 एकड़ में स्थापित है। इस समूह का वैश्विक टर्नओवर एक लाख 25 हजार करोड़ रुपए (14 बिलियन यू.एस. डॉलर) है। समूह का भारत में टर्नओवर 1500 करोड़ रुपए है। कंपनी का भारत में सिंगल लोकेशन प्लांट पंजाब में है। मध्यप्रदेश में इकाई की स्थापना के लिए औद्योगिक क्षेत्र पीथमपुर सेक्टर-7 में 14 हेक्टेयर भूमि चिन्हित की गई है, जिसका प्राथमिक अवलोकन इकाई के प्रतिनिधियों द्वारा किया जा चुका है।
आगर मालवा में जिला किराना व्यापारी संघ ने बुधवार रात को जैन ओसवाल भवन में दीपावली मिलन समारोह का आयोजन किया। इस अवसर पर संघ के वरिष्ठ सदस्यों को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया। समारोह की अध्यक्षता संघ के वरिष्ठ सदस्य प्रेम जैन ने की। पारस जैन और महेश डूंगरवाल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना और दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। इसके बाद सभी उपस्थित सदस्यों ने एक-दूसरे को दीपावली की शुभकामनाएं दीं। संघ के अध्यक्ष का जयमाला पहनाकर स्वागत किया गया। इस दौरान वरिष्ठ व्यापारी कैलाश जैन सहित कई अन्य सदस्यों को भी सम्मानित किया गया। समारोह में आपसी सौहार्द और पारिवारिक माहौल देखने को मिला। कार्यक्रम में संघ के सदस्य युगल मित्तल को उनकी बेटी छवि मित्तल के सीए बनने की उपलब्धि पर विशेष सम्मान दिया गया। इस सम्मान से पूरे व्यापारी वर्ग में खुशी का माहौल था। यह रहे उपस्थित इस अवसर पर ओम गोयल, रामेश्वर सोनगरा, पंकज जैन, विमल जैन, कमल जैन, आशुतोष शर्मा, शरद मालानी सहित बड़ी संख्या में व्यापारी उपस्थित थे। समारोह का समापन सामूहिक भोजन और आत्मीय संवाद के साथ हुआ।
भीलवाड़ा में दो प्रमुख लोहा व्यापारियों के ठिकानों पर आयकर छापा
भीलवाड़ा। राजस्थान में भीलवाड़ा में आयकर विभाग के दल ने बुधवार को दो प्रमुख लोहा व्यापारियों के ठिकानों पर छापेमारी की। देर शाम तक दल विभिन्न ठिकानों पर जांच कर रहा है। सूत्रों ने बताया कि नंदलाल नारानीवाल के जंभेश्वर नगर स्थित आवास और कारखाने पर आयकर विभाग के दल ने छापा मारा। यहां तलाशी […] The post भीलवाड़ा में दो प्रमुख लोहा व्यापारियों के ठिकानों पर आयकर छापा appeared first on Sabguru News .
भरतपुर में ज्वेलर पर चलाई गोली किराना व्यापारी के गले पर लगी। किराना व्यापारी वही लहूलुहान होकर गिर पड़ा, जिसका गंभीर हालत में हॉस्पिटल में इलाज जारी है। एएसपी हरिराम कुमावत ने बताया- घटना रूपवास थाना इलाके में गांधी पार्क के पास शाम करीब 7 बजे हुई। फिलहाल बाइक पर आए बदमाशों की तलाश की जा रही है। सर्राफा व्यापारी से बैग छीनने की कोशिशसर्राफा व्यापारी अमरनाथ रघुवंशी निवासी बांके बिहारी कॉलोनी ने बताया- मेरी कस्बे के गांधी पार्क पर सर्राफा की दुकान है। आज शाम करीब 7 बजे मेरा बेटा धीरज रघुवंशी दुकान और हमारा कर्मचारी विष्णु दुकान बंद कर घर आ रहे थे। उनके पास ज्वेलरी और कैश से भरा एक बैग भी था। इसी दौरान घर से महज 200 मीटर पहले उनका पीछा कर रहे बाइक सवार बदमाशों ने फायरिंग कर दी। एक बदमाश ने उनसे थैला छीनने की कोशिश की। लेकिन धीरज थैला लेकर अरूण गोयल की किराना की दुकान में घुस गया, जहां बदमाशों ने एक के बाद एक करीब 3 फायर किए। इस दौरान गोली अरूण गोयल के गले पर लगी। उसकी हालत गंभीर है। उसे रूपवास के हॉस्पिटल लेकर गए, वहां से उसे आरबीएम हॉस्पिटल रेफर किया गया है। भीड़ जमा हुई तो बदमाश भागेगोली चलने की आवाज सुन मौके पर लोग इकट्ठे हो गए। इसे देखकर बदमाश वहां से फरार हो गए। बदमाश दो बाइक पर सवार थे। घटना के बाद तुरंत अरूण को रूपवास के अस्पताल लेकर जाया गया। जहां से उसे आरबीएम अस्पताल रेफर कर दिया गया। .............................ये खबर भी पढ़िएजयपुर में ज्वेलर के घर से 100KG की तिजोरी चोरी,VIDEO:सीढ़ियों से घसीटते हुए बाहर निकाली, चांदी के गहने भरे थे जयपुर में एक ज्वेलर के घर से चोर गहनों से भरी 100 किलो वजनी तिजोरी उठा ले गए। तीन नकाबपोश बदमाश बाइक पर आए थे। पूरी खबर पढ़िए
खुदरा महंगाई दर में जबरदस्त टूट, घटकर 0.25 प्रतिशत पर पहुंची; क्यों आई बड़ी गिरावट?
CPI Retail Inflation: खाद्य महंगाई दर अक्टूबर के महीने में -5.02 प्रतिशत रही है, जिससे यह साफ है कि फूड प्रोडक्ट की कीमतें सालाना आधार पर कम हुई हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में खाद्य महंगाई दर अक्टूबर में -4.85 प्रतिशत रही है. आपको बता दें महंगाई दर पर जीएसटी रिफॉर्म का असर देखा जा रहा है.
Share Bazaar में लौटी बहार, Sensex 600 से ज्यादा अंक उछला, Nifty भी 25870 के पार
Share Market Update News : भारतीय शेयर बाजारों में आज लगातार तीसरे दिन भारी तेजी देखने को मिली। सेंसेक्स ने 600 अंकों से ज्यादा की छलांग लगाई, तो वहीं निफ्टी चढ़कर 25875 के स्तर को पार कर गया। भारत-अमेरिका व्यापार समझौते के जल्द फाइनल होने की खबर और ...
कोटपूतली-बहरोड कलेक्टर प्रियंका गोस्वामी की अध्यक्षता में बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में राइजिंग राजस्थान के तहत जिला स्तरीय इन्वेस्टर मीट के एमओयू की प्रगति की समीक्षा बैठक हुई। इसमें एमओयू के समयबद्ध क्रियान्वयन के निर्देश दिए गए। बैठक में बताया गया कि जिले में 340 एमओयू में से 123 धरातल पर उतर चुके हैं और 63 में उत्पादन शुरू हो गया है। जिला कलेक्टर ने सभी विभागों को राइजिंग राजस्थान के तहत हुए एमओयू से संबंधित भूमि प्रकरणों, कनवर्जन, बिजली आपूर्ति और एनओसी के कार्यों को प्राथमिकता से निपटाने का निर्देश दिया। कलेक्टर ने संबंधित विभागों को एमओयू की वन-टू-वन संपर्क कर कैटेगरी ए, बी, सी, माइल स्टोन - 1,2,3,4,5, और टास्क असाइन संबंधी अपडेट राजनिवेश पोर्टल पर करने के निर्देश दिए। उन्होंने एमओयू धारकों को आवश्यक भूमि के लिए संबंधित क्षेत्र एवं विभाग में नियमानुसार आवेदन करने के लिए जागरूक करने को भी कहा। भू-रूपांतरण और सीएलयू पेंडेंसी का शीघ्र निस्तारण करते हुए भूमि विजिट एवं आवंटन संबंधी प्रगति भी पोर्टल पर अपडेट करने पर जोर दिया गया। जिला उद्योग अधिकारी दिलखुश मीणा ने पिछली बैठक के निर्देशों की अनुपालन रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए विभागवार प्रगति की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिला स्तरीय राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट-2024 के तहत कोटपूतली-बहरोड जिले में 121 एमओयू (लगभग 6280 करोड़ निवेश प्रस्तावित) हुए थे। राजनिवेश पोर्टल पर अब तक जिले में कुल 340 एमओयू किए गए हैं, जिनमें कुल प्रस्तावित निवेश लगभग 19000 करोड़ रुपए और प्रस्तावित रोजगार लगभग 65 हजार है। मीणा ने आगे बताया कि जिले में किए गए 340 एमओयू में से 197 के पास भूमि उपलब्ध हो चुकी है। इनमें से 123 एमओयू (36.17 प्रतिशत) ग्राउंड ब्रेकिंग हो चुके हैं, जिनके माध्यम से 4698.05 करोड़ रुपए का निवेश जिले में हुआ है और लगभग 7560 नए रोजगार सृजित हुए हैं। इनमें से 63 एमओयू (18.52 प्रतिशत) में उत्पादन शुरू हो चुका है या वे कार्यान्वित हो चुके हैं। इसके अलावा, 74 एमओयू के लिए भूमि उपलब्ध है या प्रक्रियाधीन है, जिनके जल्द लागू होने की संभावना है।
दतिया नगर पालिका प्रशासन और सब्जी मंडी व्यापारियों के बीच बुधवार को जमकर विवाद हुआ। प्रशासन की कार्रवाई के विरोध में व्यापारियों ने अचानक हड़ताल का ऐलान कर दिया। उनका आरोप है कि नगर पालिका के कर्मचारियों ने उनकी सब्जियां और कांटे जब्त कर लिए और कार्रवाई के दौरान कई जगह सब्जियों की लूट जैसी स्थिति बन गई। इससे गुस्साए व्यापारियों ने मंडी का कामकाज बंद कर हंगामा शुरू कर दिया। मौके पर पहुंचे नगर पालिका अधिकारी अनुपम पाठक ने व्यापारियों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि यह हड़ताल पूरी तरह अवैध है, क्योंकि व्यापारियों ने प्रशासन को कोई पूर्व सूचना नहीं दी थी। इस पर व्यापारियों ने सफाई देते हुए कहा कि हमने हड़ताल नहीं की, आपने ही कहा था सड़क खाली करो, तो हमने खाली कर दी। उनका कहना था कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन कर रहे थे, लेकिन कार्रवाई के नाम पर उनके साथ अन्याय किया गया। इस दौरान अधिकारियों और सब्जी व्यापारियों के बीच तीखी बहस होती रही। अधिकारियों ने उन्हें कार्रवाई का डर और अतिक्रमण हटाने की चेतावनी दी तो व्यापारी बैकफुट पर आ गए। इसके बाद उन्होंने प्रशासन के दबाव में आकर हड़ताल खत्म करने की घोषणा कर दी। सड़क पर अवैध फट्टे लगाकर सब्जी बेचने को लेकर है विवादसड़क पर अवैध फट्टे लगाकर सब्जी बेचने को लेकर सब्जी मंडी में विवाद बढ़ गया है। प्रशासन का कहना है कि सड़क पर बिछाए गए फट्टे अवैध हैं और व्यापारियों को केवल सुबह 8 बजे तक ही सब्जी बेचने की अनुमति है। इसके बाद फुटकर विक्रेता मंडी परिसर में बिक्री कर सकते हैं। लेकिन व्यापारी अपनी सब्जी बेचने का समय बढ़ाकर 10 बजे तक करने की मांग पर अड़े हैं। प्रशासन इस पर सख्त रुख अपनाए हुए है और लगातार कार्रवाई कर रहा है। इसी को लेकर मंगलवार को व्यापारियों ने विरोध जताया और बुधवार की सुबह 11 बजे तक थोक व फुटकर दोनों मंडियां बंद रहीं। अतिक्रमण पर कार्रवाई होती देख बैकफुट पर पहुंचे व्यापारी, इस दौरान प्रशासन ने अवैध दुकानों और अतिक्रमण पर कार्रवाई के लिए नपा ने अतिरिक्त स्टाफ और पुलिस को भी बुला लिया। नपा का अमला और पुलिस आते देख व्यापारियों में अफरातफरी मच गई और वे बैकफुट पर आ गए। ट्रैफिक टीआई सपना शर्मा ने मोर्चा संभाला। उन्होंने व्यापारियों से बात की। माहौल बिगड़ते देख कुछ व्यापारियों ने समझौते के संकेत दिए और मंडी खोलने की बात कही।
भिवानी में भिवानी व्यापार मंडल, मित्र मंडल संगठन और ब्राह्मण सेना सहित विभिन्न संगठनों ने बुधवार को घंटाघर चौक पर आतंकवाद का पुतला फूंका। यह प्रदर्शन दिल्ली में लाल किले के सामने हुए ब्लास्ट के विरोध में किया गया। विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व भिवानी व्यापार मंडल के अध्यक्ष जेपी कौशिक ने किया। इस दौरान संगठनों के सदस्यों ने जमकर नारेबाजी की और सरकार से हमले का मुंहतोड़ जवाब देने की अपील की। जेपी कौशिक ने सदस्यों को संबोधित करते हुए बताया कि सोमवार शाम दिल्ली में लाल किले के सामने हुए ब्लास्ट में 12 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 24 घायल हुए थे। उन्होंने इस घटना को निंदनीय और राष्ट्र विरोधी तत्वों की कायराना हरकत बताया। दो मिनट का मौन रखकर दी मृतकों को श्रद्धांजलि कौशिक ने कहा कि इस हमले का उद्देश्य देश की शांति और सौहार्द को भंग करना था, लेकिन आतंकवादी अपने मकसद में कामयाब नहीं होंगे। उन्होंने सरकार से आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब देने का आग्रह किया। इस अवसर पर संगठनों के सदस्यों ने हमले में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन भी रखा। प्रदर्शनकारियों में संजय वाल्मीकि, राजेश कुमार, लाखन सिंह, बादल, नंदलाल, दिनेश कुमार, रविंद्र कुमार, सुरेंद्र कुमार, बलजीत शर्मा, श्यामलाल, प्रवीण कुमार, मोहनलाल, दीपक कुमार और राजेश कुमार सहित कई सदस्य मौजूद थे।
शाजापुर जिले के मक्सी में सीएम डॉ. मोहन यादव के आगामी दौरे को लेकर तैयारियां जारी है। मुख्यमंत्री 14 नवंबर को मक्सी इंडस्ट्रियल एरिया फेज-2 में आयोजित होने वाले 8000 करोड़ रुपए के निवेश कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस कार्यक्रम में वे भूमि पूजन, लोकार्पण, हितग्राही सामग्री वितरण, रोड शो और सिंगल क्लिक कार्यक्रम में भाग लेंगे। प्रभारी मंत्री ने लिया तैयारियों का जायजा बुधवार दोपहर करीब 12 बजे उज्जैन जिले के प्रभारी मंत्री और कौशल विकास एवं रोजगार विभाग के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गौतम टेटवाल मक्सी पहुंचे। उन्होंने कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया और अधिकारियों से व्यवस्थाओं की जानकारी ली। टेटवाल ने अधिकारियों को सभी तैयारियां समय पर पूरी करने के निर्देश दिए। जैक्सन कंपनी करेगी 8000 करोड़ का निवेश मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मक्सी इंडस्ट्रियल एरिया में जैक्सन कंपनी के 8000 करोड़ रुपए के निवेश से जुड़े भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल होंगे। यह निवेश क्षेत्र के औद्योगिक विकास के लिए एक बड़ा कदम माना जा रहा है। उम्मीद जताई जा रही है कि इससे न केवल रोजगार के अवसर बढ़ेंगे बल्कि मक्सी और आसपास के इलाकों की अर्थव्यवस्था को भी नई गति मिलेगी। भाजपा और प्रशासन जुटे तैयारियों में मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर प्रशासन और भाजपा संगठन दोनों स्तरों पर तैयारियां जोरों पर हैं। प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री के कार्यक्रम से शाजापुर और उज्जैन क्षेत्र में औद्योगिक विकास को नई दिशा मिलेगी। भाजपा कार्यकर्ता और पदाधिकारी गांव-गांव जाकर कार्यक्रम का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं और लोगों से अधिकाधिक संख्या में उपस्थित होने की अपील कर रहे हैं।
Share Market Update News : भारतीय शेयर बाजारों में आज शुरुआती कारोबार में जोरदार तेजी देखने को मिली। सेंसेक्स 600 अंकों से भी ज्यादा चढ़ गया, वहीं निफ्टी भी 25850 के पार निकल गया। शेयर बाजार को बिहार के एग्जिट पोल्स से भी मजबूती मिली, जिसमें ...
श्रीगंगानगर के कपड़ा व्यापारी से लाखों रुपए की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। आरोपियों ने व्यापारी की फर्म से लाखों रुपए का कपड़ा उधार ले लिया और बाद में दुकान बंद कर दी। आरोपी अब व्यापारी के पैसे लौटाने से मना कर रहे हैं और धमकियां दे रहे हैं। मामला श्रीगंगानगर के कोतवाली थाना क्षेत्र का है। कपड़ा उधार लेकर धोखाधड़ी न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट, श्रीगंगानगर में दी शिकायत में कृष्ण कुमार मक्कड़ निवासी 35-ए पब्लिक पार्क (श्रीगंगानगर) ने बताया कि उसकी 35-ए पब्लिक पार्क में मेसर्स साहिल डिस्ट्रीब्यूटर्स के नाम से फर्म है, जहां थोक में कपड़े का व्यापार होता है। उनकी फर्म से घड़साना की फर्म मैसर्स गर्ग ट्रेडिंग कंपनी के मालिक जनक राज गर्ग और उनके बेटे अंकुश गर्ग ने लाखों रुपए का उधार कपड़ा ले लिया। कोर्ट में शिकायत देकर मामला दर्ज करवाया आरोपियों ने पहले विश्वास जीता, फिर लाखों का माल बेचकर दुकान बंद कर दी। आरोपी अब कह रहे हैं कि जो करना हो कर लो। पैसे नहीं देंगे। जिसके बाद व्यापारी ने कोर्ट में शिकायत देकर मामला दर्ज कराया। फिलहाल कोर्ट के आदेश पर कोतवाली थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मामले की जांच हेड कॉन्स्टेबल मुकेश चंद्र कर रहे हैं। पुलिस जांच में जुट गई है।
ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के पांचवें संस्करण (GBC 5.O) में गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) को मिले लक्ष्य ने सबको चौंका दिया है। गीडा को मिला 35000 करोड़ का लक्ष्य नोएडा, ग्रेटर नोएडा एवं यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) से भी बड़ा है। ग्रेटर नोएडा व यीडा को 30-30 हजार करोड़ तो नोएडा को 20 हजार करोड़ का निवेश धरातल पर उतारने का लक्ष्य मिला है। पिछले साल की तुलना करें तो गीडा के लक्ष्य में लगभग 4 गुना की बढ़ोत्तरी की गई है। अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त (IIDC) की ओर से तय किए गए इस लक्ष्य को पूरा करना गीडा के लिए बड़ी चुनौती होगी। हाल में उनके पास ऐसा कोई बड़ा निवेश प्रस्ताव नजर नहीं आ रहा, जिससे इस लक्ष्य के नजदीक पहुंचा जा सके। वहीं गोरखपुर विकास प्राधिकरण (GDA) अपने लक्ष्य को पूरा करने को लेकर आश्वस्त है। यहां 2000 करोड़ का निवेश धरातल पर उतारे की तैयारी है। हालांकि यह संभावना जताई जा रही है कि इंवेस्ट यूपी की ओर से कोई बड़ा निवेश गोरखपुर को दिया जा सकता है। यह निवेश गीडा क्षेत्र में भी होगा। रिन्युएबल एनर्जी के क्षेत्र में भी बड़े निवेश की संभावना है। गीडा प्रबंधन फिलहाल 5 से 6 हजार करोड़ तक के निवेश को धरातल पर उतारे की तैयारी कर चुका है। काफी प्रयास के बाद स्थानीय स्तर से इसे 10 हजार करोड़ तक ले जाने की संभावना है। पिछले साल गीडा का लक्ष्य 8750 करोड़ का था। अभी तय नहीं है GBC की तिथि अभी तक GBC के आयोजन की तिथि तय नहीं है। लेकिन संभावना जताई जा रही है कि नवंबर महीने में ही इसका आयोजन किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इस आयोजन में बुलाने की तैयारी है। इंवेस्ट यूपी की ओर से तिथि तय करने के साथ ही गोरखपुर में भी इसका आयोजन किया जाएगा। गोरखपुर जिले को लगभग 7000 करोड़ का लक्ष्य मिला है। जानिए गीडा के हाथ में अभी कौन से बड़े निवेश प्रस्ताव हैंइस ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में गीडा के पास अडानी समूह, कोका कोला की बाटलिंग कंपनी, केयान डिस्टिलरी जैसे बड़े निवेश के प्रस्ताव हैं। इनमें से कोका कोला की बाटलिंग कंपनी अमृत बाटलर्स की ओर से लगभग 1000 करोड़ का निवेश किया जाएगा। अडानी समूह भी प्रथम चरण में इतना ही निवेश कर सकती है। केयान डिस्टिलरी ने श्रेयांश कंपनी के नाम से धुरियापार में बड़ी जमीन ली है। इनकी ओर से फिलहाल लगभग 2800 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्ताव है। इन तीनों में से अडानी व केयान धुरियापार औद्योगिक टाउनशिप में अपनी इकाइयां लगाएंगे। जबकि कोका कोला का बाटलिंग प्लांट औद्योगिक गलियारे में लगाया जाएगा। इसके साथ ही कई और छोटी-छोटी इकाइयों को मिलाकर अधिक से अधिक निवेश धरातल पर उतारने की तैयारी है। GDA में फाइव स्टार होटल का भी निवेशGDA को लगभग 2000 करोड़ के निवेश को धरातल पर उतारने की जिम्मेदारी मिली है। इसकी तैयारी में प्राधिकरण जुटा है। खोराबार टाउनशिप एवं मेडिसिटी योजना में गैलेंट समूह की ओर से लगभग 600 करोड़ का निवेश किया जा रहा है। इसी तरह ताज विवांता फाइव स्टार होटल पर अलग से इसी ग्रुप द्वारा निवेश किया जा रहा है।मेडिसिटी में हास्पिटल के एक बड़े ग्रुप ने 200 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्ताव दिया है। चंपा देवी पार्क में कन्वेंशन सेंटर से सटे मुंबई की गरुण कंपनी फाइव स्टार होटल बनाएगी। इसी तरह राप्तीनगर विस्तार टाउनशिप एवं स्पोर्ट्स सिटी योजना में भी बड़ा निजी निवेश हो रहा है। 400 वर्ग मीटर क्षेत्रफल से बड़ा मानचित्र पास कराने वालों से कर रहे संपर्कप्राधिकरण ने ऐसे लोगों की सूची तैयार की है, जिन्होंने 400 वर्ग मीटर या इससे बड़े क्षेत्रफल पर निर्माण के लिए मानचित्र पास कराया है। ऐसे लगभग 60 लोग हैं। प्राधिकरण के अधिकारी उनको फोन करके पूछ रहे हैं कि उनका निर्माण कब शुरू होगा। हाल-फिलहाल निर्माण शुरू करने वाले लोगों के निवेश को भी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी की सूची में शामिल किया जाएगा। GDA के उपाध्यक्ष आनन्द वर्द्धन ने बताया कि ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी को लेकर जो लक्ष्य मिला है, उसे पूरा करने का प्रयास है। इस दिशा में प्राधिकरण काम कर रहा है। उम्मीद है कि लगभग 2000 करोड़ के निवेश को धरातल पर उतारा जाएगा। जानिए गोरखपुर मंडल में किसको कितना लक्ष्य मिला गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण - 35000 करोड़गोरखपुर जिला - 7000 करोड़देवरिया - 1500 करोड़कुशीनगर - 1200 करोड़महराजगंज - 1000 करोड़
बुधवार को शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी देखने को मिली.
अहमदाबाद में आयोजित इन्वेस्टर कनेक्ट कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ को 33,321 करोड़ रुपए से अधिक के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। थर्मल पावर, ग्रीन स्टील, फार्मा, मेडिकल फूड सप्लीमेंट, सोलर सेल और सेमिकंडक्टर जैसे क्षेत्रों में निवेश होगा। इससे स्थानीय स्तर पर लगभग 15 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। निवेश की इच्छा जताने वालों में वाडीलाल ग्रुप भी है। ग्रुप के प्रबंध निदेशक देवांशु गांधी ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मुलाकात कर राज्य में आइसक्रीम, फ्रोजन फूड और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों की इकाई स्थापित करने का प्रस्ताव दिया। इसके अलावा अहमदाबाद की टोरेंट पावर लिमिटेड यहां 22,900 करोड़ से 1600 मेगावाट का थर्मल प्लांट लगाएगी। इससे 5000 लोगों को रोजगार मिलेंगे। वहीं सफायर सेमीकॉम नवा रायपुर में सेमिकंडक्टर निर्माण करेगी। इससे 4000 लोगों को रोजगार मिलेगा। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इन्वेस्टर कनेक्ट मीट में उद्योगपतियों को बताया कि राज्य में उद्योग की स्थापना अब बेहद आसान हो गई है। सिंगल विंडो सिस्टम और नई औद्योगिक नीति के तहत निवेशकों को त्वरित स्वीकृति, कर छूट और अनुदान की सुविधाएं दी जा रही हैं। राज्य में थर्मल, सोलर, हाइडल और वन आधारित उद्योगों के साथ-साथ आईटी व एआई डेटा सेंटर हब के रूप में नवा रायपुर को तेजी से विकसित किया जा रहा है। कार्यक्रम में सीएसआईडीसी के अध्यक्ष राजीव अग्रवाल, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह, उद्योग सचिव रजत कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव राहुल भगत, सीएसआईडीसी के प्रबंध संचालक विश्वेश कुमार भी मौजूद रहे। 22 माह में मिले 7.83 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव: राज्य सरकार ने पिछले 22 महीनों के दौरान औद्योगिक नीति में 350 से अधिक सुधार किए हैं। सिंगल विंडो सिस्टम और नई औद्योगिक नीति में विशेष अनुदान और प्रोत्साहन से उद्योग स्थापित करना आसान हुआ है। परिणाम स्वरूप राज्य में अब तक 7.83 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले। अहमदाबाद की ही तरह दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, बस्तर और रायपुर में आयोजित इन्वेस्टर कनेक्ट भी काफी सफल रहे। हाल ही में एनर्जी समिट में 3.5 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव आए। छत्तीसगढ़ और गुजरात मिलकर बनाएंगे विकसित भारत: साय मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि गुजरात देश और विश्व की अर्थव्यवस्था को गति दे रहा है। अब छत्तीसगढ़ उस रफ्तार को ऊर्जा देगा। दोनों राज्य मिलकर विकसित भारत की दिशा तय करेंगे।
Bihar Exit Poll: एग्जिट पोल में NDA रिटर्न, बुधवार को Sensex और Nifty कैसे देंगे रिएक्शन?
मंगलवार को शेयर बाजार में बढ़त देखने को मिली है और निफ्टी 25700 के स्तर के करीब बंद हुआ है. यही एक्शन बुधवार को भी देखने को मिल सकता है.
कानपुर मार्बल एंड टाइल्स एसोसिएशन ने दिल्ली में हुए विस्फोट के विरोध में प्रदर्शन किया। इस विस्फोट में मारे गए निर्दोष राहगीरों और व्यापारियों को श्रद्धांजलि देने के लिए कैंडल मार्च भी निकाला गया। एसोसिएशन के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में व्यापारी शामिल हुए। उन्होंने दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की इस घटना की कड़ी निंदा की। संस्था के महामंत्री हिमांशु पाल ने इस घटना को देश के लिए एक बड़ी त्रासदी बताया। उन्होंने कहा, हम सब इसकी घोर निंदा करते हैं। हम सरकार से निवेदन करते हैं कि इस घटना के बाद दोषियों के खिलाफ चुन-चुनकर उनके ठिकानों पर कार्रवाई की जाए। इस अवसर पर विजय गुप्ता, शेष नरायन त्रिवेदी, वेद प्रकाश वर्मा, हिमांशु शाह, संजय सचान, विनोद शुक्ला, मनोज गुप्ता, आदित्य पाल और हर्षित पाल सहित कई अन्य व्यापारी नेता और सदस्य उपस्थित रहे।
अंबिकापुर में एक घर में देह व्यापार की सूचना पर सीएसपी की टीम ने कार्रवाई की। पुलिस ने मौके से एक महिला को गिरफ्तार किया, जो बाहर से चार लड़कियां बुलाकर देह व्यापार करा रही थी। पुलिस ने बाकी लड़कियों को छोड़ दिया है। मामले की रिपोर्ट महिला थाने में दर्ज की गई है। जानकारी के मुताबिक, अंबिकापुर के आकाशवाणी चौक के पास रहने वाली एक महिला बाहर से लड़कियां बुलाती थी। वह लड़कियों का सौदा कर उनसे कमीशन लेती थी। ग्राहकों के लिए कमरा भी वही उपलब्ध कराती थी। जब बड़ी संख्या में संदिग्ध लोग उसके घर आने लगे, तो मोहल्ले के लोग परेशान हो गए। पुलिस रेड में मिली 4 लड़कियां वेश्यावृत्ति की सूचना पर अंबिकापुर सीएसपी राहुल बंसल की टीम ने छापा मारा। एक युवक को ग्राहक बनाकर भेजा गया। महिला ने लड़कियों का सौदा किया तो युवक के इशारे पर टीम मौके पर पहुंची और कार्रवाई की। पूछताछ में महिला ने कबूल किया कि वह बाहर से लड़कियां बुलाकर देह व्यापार कराती थी। पुलिस ने उसके पास से दो हजार रुपए कैश, एक डायरी और आपत्तिजनक सामान जब्त किया है। महिला के खिलाफ अनैतिक देह व्यापार निवारण अधिनियम 1956 की धारा 3, 4, 5 और 7 के तहत महिला थाने में मामला दर्ज किया गया है। आरोपी महिला को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया। चारों लड़कियां छत्तीसगढ़ की हैं, जिन्हें पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया और कड़ी हिदायत दी गई है।
झाबुआ कलेक्टर के पास कल्याणपुरा की एक वृद्ध महिला मणिबाई राठौर ने अपनी जीवन भर की जमा पूंजी वापस दिलाने और आर्थिक सहायता के लिए गुहार लगाई है। महिला का आरोप है कि एक सरकारी शिक्षक ने उसे बहला-फुसलाकर उसकी राशि एक कंपनी में निवेश करवा दी थी, और अब पैसे मांगने पर वह उसे धमका रहा है। मंगलवार को मणिबाई ने अपने आवेदन में बताया कि उसने कई वर्षों तक लोगों के घरों में पानी भरकर लगभग 3.50 लाख रुपए की राशि जमा की थी। कल्याणपुरा निवासी केशव बुंदेला शिक्षा विभाग में सरकारी शिक्षक हैं। इन्होंने उसे बहला-फुसलाकर यह पूरी राशि सहारा कंपनी में जमा करवा दी। वृद्धा का कहना है कि जब भी वह केशव बुंदेला से अपनी राशि वापस मांगती है, तो वह उसे धमकाता है और साफ शब्दों में कहता है कि पैसा नहीं मिलेगा, जो करना है कर लो। मणिबाई ने बताया कि उसने पहले भी जनसुनवाई में इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद उसे पुलिस थाने भी बुलाया गया था, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। 65 वर्षीय मणिबाई ने कलेक्टर को बताया कि उसका कोई सहारा नहीं है और वह किराए के मकान में रहती है, जिसका मासिक किराया 3000 रुपए है। बढ़ती उम्र और शारीरिक अक्षमता के कारण वह अब मेहनत-मजदूरी करने में सक्षम नहीं है, और उसके भरण-पोषण का कोई साधन नहीं बचा है। दीपावली जैसे त्योहार भी उसके लिए कठिनाई भरे रहे।
देवरिया जिले के सलेमपुर में मंगलवार को सब्जी मंडी के व्यापारियों ने सड़क किनारे दुकानें लगाने वाले विक्रेताओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। व्यापारियों ने उपजिलाधिकारी (एसडीएम) सलेमपुर और नगर पंचायत के सीईओ को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने मांग की कि संबंधित विक्रेताओं को जल्द वैकल्पिक स्थान उपलब्ध कराया जाए और उनके उत्पीड़न की घटनाओं पर रोक लगे। व्यापारियों ने बताया कि सड़क किनारे दुकानें लगने से यातायात बाधित होता है और जाम की समस्या बढ़ जाती है। पहले गांधी चौक से रेलवे स्टेशन तक की सड़क पर रोज सुबह सब्जी की दुकानें लगने से भारी ट्रैफिक जाम लगता था। कुछ माह पूर्व एक एम्बुलेंस जाम में फंस गई थी, जिसके कारण एक व्यक्ति को अपनी बहन को गोद में उठाकर अस्पताल ले जाना पड़ा था। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस घटना के बाद प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया था। तत्कालीन एसडीएम सलेमपुर ने निर्देश जारी किए थे कि सभी सब्जी विक्रेता अपनी दुकानें केवल मंडी परिसर के अंदर ही लगाएं, ताकि सड़क पर जाम न लगे। कुछ समय तक इस आदेश का पालन हुआ, लेकिन अब कुछ विक्रेता फिर से सड़क किनारे दुकानें लगाने लगे हैं। सब्जी मंडी व्यापारियों के संघ ने इस पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई की जानी चाहिए। व्यापारियों का कहना है कि इससे न केवल यातायात प्रभावित हो रहा है, बल्कि मंडी के अंदर कारोबार करने वाले व्यापारियों को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है। व्यापारियों ने प्रशासन से यह भी मांग की कि सड़क किनारे दुकानें लगाने वालों के लिए उचित वैकल्पिक स्थान तय किया जाए। उनका उद्देश्य है कि बाजार व्यवस्था बनी रहे और किसी तरह की अव्यवस्था या जाम की स्थिति उत्पन्न न हो।
शिवपुरी में ऑनलाइन निवेश के नाम पर लाखों की ठगी:कंपनी चलाने वाले तीन आरोपियों पर FIR, सभी फरार
शिवपुरी जिले के कोलारस थाना क्षेत्र में ऑनलाइन निवेश के नाम पर लाखों की ठगी का मामला सामने आया है। जीटी ग्लोबल ट्रैवल मार्केटिंग लिमिटेड नाम की एक फर्जी कंपनी पर निवेशकों को ज्यादा ब्याज और मुनाफे का लालच देकर धोखाधड़ी करने का आरोप है। रेल्वे स्टेशन रोड निवासी दुर्गेश ओझा सहित दर्जनों लोगों ने मंगलवार को कोलारस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। फरियादी दुर्गेश ओझा ने पुलिस को बताया कि करीब ढाई माह पहले लक्ष्मीनारायण धाकड़, राजू धाकड़ और वीरेन्द्र उर्फ वीरू धाकड़ ने उनकी दुकान किराए पर ली थी। इन तीनों ने यहां जीटी कंपनी का कार्यालय खोला। इसके बाद उन्होंने प्रचार-प्रसार कर इलाके के लोगों को कम पैसे में ज्यादा रिटर्न का झांसा दिया। आरोपियों ने निवेशकों को अलग-अलग रकम पर दैनिक कमाई का लालच दिया था। इसमें 1,800 रुपए की आईडी पर प्रतिदिन 60 रुपए, 5,300 रुपए की आईडी पर प्रतिदिन 180 रुपए, 16,800 रुपए की आईडी पर प्रतिदिन 608 रुपए और 47,200 रुपए की आईडी पर प्रतिदिन 1,800 रुपए मिलने का दावा किया गया था। शिकायतकर्ताओं ने लिंक के माध्यम से मोबाइल और फोनपे के जरिए रकम जमा की। कुछ समय बाद यह लिंक बंद हो गई और आरोपी फरार हो गए। दुर्गेश ओझा और उनके परिवार के सदस्यों से ही 1,83,900 रुपए की ठगी की गई है। अन्य कई निवेशकों से भी इसी तरह लाखों रुपए ऐंठे गए हैं। पुलिस ने शिकायत के आधार पर लक्ष्मीनारायण धाकड़, राजू धाकड़ और वीरेन्द्र उर्फ वीरू धाकड़ के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 318(4) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
हिसार जिले के नारनौंद कस्बे में व्यापारियों की एक बैठक हुई। जिसमें सर्वसम्मति से प्रदीप ढांडा उर्फ गुगन को नारनौंद व्यापार मंडल का नया प्रधान चुना गया। बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ व्यापारी लाला रामअवतार मित्तल ने की। व्यापारियों ने प्रदीप ढांडा के नेतृत्व में समस्याओं के समाधान की उम्मीद जताई। बैठक में धर्मपाल मित्तल, मुकेश लोहान, वीरेंद्र मोठिया, जयपाल पेटवाड़, प्रेम दूहन, सुंदर गिरधर, बिट्टू, राजू लोहारी, प्रवीन, महावीर, राजेंद्र, नरेश, पवन सैनी, कुलबीर लोहान, परविंद्र शर्मा, रजनीश जांगड़ा, पवन शर्मा और जितेंद्र पेटवाड़ सहित कई व्यापारी मौजूद रहे। समस्याओं पर चर्चा, चोरियों का मुद्दा उठाया व्यापारियों ने कस्बे की मुख्य समस्याओं पर चर्चा की। इसमें बाजारों में बढ़ती चोरियों का मुद्दा प्रमुख रहा। व्यापारियों ने बताया कि हाल के दिनों में रात के समय दुकानों के ताले तोड़ने और चोरी की घटनाएं बढ़ी हैं, जिससे उनमें रोष है। नवनिर्वाचित प्रधान प्रदीप ढांडा उर्फ गुगन ने कहा कि व्यापारियों की सुरक्षा उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। उन्होंने नारनौंद बाजार को पूरी तरह सुरक्षित बनाने के लिए ठोस कदम उठाने का आश्वासन दिया। इसके तहत जींद-हांसी रोड, बुडाना रोड, मुख्य बाजार और चौक-चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, जिससे आपराधिक गतिविधियों पर त्वरित कार्रवाई हो सके। माला पहनाकर किया नए प्रधान का स्वागत ढांडा ने बताया कि व्यापार मंडल प्रशासन के साथ मिलकर सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने पर काम करेगा। इसके अतिरिक्त, बाजारों में सफाई, पार्किंग व्यवस्था और बिजली की अनियमित आपूर्ति जैसी समस्याओं को भी संबंधित विभागों के संज्ञान में लाया जाएगा। वरिष्ठ व्यापारी लाला रामअवतार मित्तल ने कहा कि नए प्रधान के नेतृत्व में व्यापार मंडल अधिक सक्रिय रहेगा। व्यापारियों की हर समस्या का समाधान प्राथमिकता से किया जाएगा। बैठक के अंत में व्यापारियों ने प्रदीप ढांडा का फूलमालाओं से स्वागत किया। उन्होंने उनके नेतृत्व में एकजुट होकर कस्बे के विकास और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने का संकल्प लिया।
SEBI का अलर्ट : अनियंत्रित डिजिटल गोल्ड में निवेश से बचें, E-Gold हो सकता है खतरनाक
सेबी ने डिजिटल गोल्ड निवेश पर चेतावनी जारी की है। यह स्पष्ट किया गया कि डिजिटल गोल्ड उत्पाद विनियमित नहीं हैं और इनमें निवेश जोखिमपूर्ण है। निवेशक प्लेटफॉर्म की मान्यता, भंडारण प्रमाण और विनियामक विकल्पों की जांच के बाद ही निवेश करें।
रीवा एयरपोर्ट पर पुलिस और व्यापारियों के बीच तीखी बहस और हंगामा हुआ। व्यापारियों ने पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाए और हाईवोल्टेज ड्रामा काफी देर तक चलता रहा। वरिष्ठ व्यापारी मनीष गुप्ता ने व्यापारियों की ओर से प्रतिनिधित्व किया। व्यापारी डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला को ज्ञापन सौंपने एयरपोर्ट पहुंचे थे, लेकिन प्रशासन ने उन्हें रोक दिया। इसी बात को लेकर पुलिस और व्यापारियों में झड़प हुई। कुछ व्यापारी जमीन विवाद में समर्थन देने के लिए मौके पर पहुंचे थे। 40 साल पुराना जमीन विवाद यह विवाद चोरहटा थाना क्षेत्र के 40 साल पुराने जमीन विवाद से जुड़ा है। जमीन का मामला पूर्व सीएसपी पन्नालाल और गुप्ता परिवार के बीच है। कमलेश गुप्ता ने बताया कि 22,000 स्क्वायर फीट जमीन 40 साल पहले खरीदी गई थी, लेकिन बिना सूचना के उनकी बाउंड्री गिरा दी गई। 5 नवंबर को घर में प्रोग्राम होने के कारण ध्यान नहीं दे पाए। इसके बाद जेसीबी मशीन से बाउंड्री गिरवाने के साथ कालम खुदवाकर पूर्व सीएसपी अपनी बाउंड्री बनवाने लगे। गुप्ता परिवार ने आरोप लगाया कि पूर्व सीएसपी ने पुलिसिया रौब दिखाने की कोशिश की। हालांकि अब सहमति बनी है कि पटवारी बुलाकर जमीन की नापजोख कराई जाएगी। पूर्व सीएसपी बोले- आरोप निराधार पूर्व सीएसपी पन्नालाल ने अपने ऊपर लगाए जा रहे आरोपों को निराधार बताया। उनका कहना था कि उनका कोई ऐसा कृत्य नहीं हुआ जो विरोध का कारण बन सके। थाना प्रभारी आशीष मिश्रा ने बताया कि दोनों पक्षों को शांति बनाए रखने की समझाइश दी गई। राजस्व अधिकारियों की मौजूदगी में विवाद का निपटारा कराया जाएगा।
यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने सोमवार को एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए सेक्टर-8 में न्यू हॉलैंड कंपनी को 100 एकड़ भूमि आवंटित करने के प्रस्ताव को सैद्धांतिक मंज़ूरी दे दी है। यह भूमि कंपनी के प्रस्तावित ट्रैक्टर निर्माण संयंत्र के लिए दी जाएगी। कंपनी इसमें करीब 5 हजार करोड़ का निवेश करेगी। यमुना विकास प्राधिकरण इसी साल एस्कॉर्ट कुबोता लिमिटेड को सेक्टर-10 में 190 एकड़ भूमि आवंटित करने ने लेटर ऑफ इंटेंट जारी किया था। कंपनी वहां 4500 करोड़ का निवेश करेगी। 4000 लोगों को रोजगार दोनों ही कंपनियां मॉडर्न टैक्टर की मेन्यूफेक्चरिंग करेंगी। जिनकी देश भर में ऑन डिमांड सप्लाई भी की जाएगी। इससे करीब 4,000 लोगों को रोजगार मिलने की संभावना भी है। अधिकारियों की माने तो देश का प्रमुख ट्रैक्टर मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने की दिशा में भी ये एक बड़ा कदम साबित होगा। अनुमान है कि यूनिट के शुरू होने से हजारों प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होंगे। कृषि उपकरण निर्माण क्षेत्र में नई तकनीक और निवेश आकर्षित होगा। एमएसएमई इंडस्ट्री को मिलेगा फायदा दोनों परियोजनाएं मिलकर यमुना एक्सप्रेसवे के औद्योगिक गलियारे को एक नए आयाम पर ले जाएंगी। YEIDA अधिकारियों के अनुसार, इस तरह के निवेश से एमएसएमई या सहायक इंडस्ट्री जिसमें ऑटो कंपोनेंट्स, मशीनरी पार्ट्स, और सप्लाई चेन सेवाओं की भी तेज़ी से वृद्धि होगी। साथ ही, नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर की निकटता के कारण यहां निर्मित उत्पादों के निर्यात में भी आसानी होगी।
स्कूल में स्टार्टअप पिच और पॉडकास्ट प्रतियोगिता का आयोजन किया
भास्कर न्यूज | लुधियाना मॉडल टाउन एक्सटेंशन स्थित गुरु नानक पब्लिक स्कूल ने नौवीं और बारहवीं के स्टूडेंट्स के लिए दो कार्यक्रम आयोजित किए। एक पॉडकास्ट शो और एक स्टार्टअप पिच प्रतियोगिता। इसका उद्देश्य विद्यार्थियों में रचनात्मकता, आलोचनात्मक सोच और उद्यमशीलता की क्षमता को बढ़ावा देना था। कुल 65 उद्यमी प्रतिभाओं ने जोश और दृढ़ संकल्प के साथ भाग लिया। स्टार्टअप पिच प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने नवोन्मेषी व्यावसायिक मॉडल प्रस्तुत करके सराहनीय उद्यमशीलता का प्रदर्शन किया, जबकि पॉडकास्ट प्रतियोगिता ने डिजिटल जिम्मेदारी और मानसिक स्वास्थ्य आदि के बारे में जागरूकता को बढ़ावा दिया।
फार्मा, इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे सेक्टर में निवेशकों से होगी वन-ऑन-वन चर्चा
छत्तीसगढ़ के उद्योग और वाणिज्य विभाग का इन्वेस्टर कनेक्ट कार्यक्रम मंगलवार को अहमदाबाद में होगा। इसका उद्देश्य गुजरात के औद्योगिक समुदाय के साथ प्रदेश में निवेश साझेदारी को मजबूत करना और नए निवेश अवसरों को आकर्षित करना है। इसके लिए प्रदेश के अधिकारी टेक्सटाइल, मैन्युफैक्चरिंग, नवीकरणीय ऊर्जा, फार्मा, फूड टेक्नोलॉजी-प्रोसेसिंग और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे प्रमुख क्षेत्रों में निवेश संभावनाओं, प्रोत्साहन योजनाओं और लॉजिस्टिक्स सुविधाओं पर निवेशकों के साथ विस्तार से चर्चा करेंगे। इससे पहले दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, बस्तर और रायपुर में आयोजित इन्वेस्टर कनेक्ट कार्यक्रम निवेश प्रस्ताव के लिहाज से काफी सफल रहे हैं। पिछले डेढ़ साल के भीतर छत्तीसगढ़ को 7.5 लाख करोड़ रुपए से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। अफसरों-निवेशकों की बिजनेस मीटिंग समारोह का मुख्य आकर्षण वन-ऑन-वन बिजनेस मीटिंग होगी। इसमें निवेशक सीधे सरकारी प्रतिनिधियों से संवाद कर सकेंगे। राज्य सरकार की ओर से प्रमुख निवेशकों को इनविटेशन टू इन्वेस्ट लेटर भी दिया जाएगा। इससे औद्योगिक परियोजनाओं की स्वीकृति प्रक्रिया को और सुगम बनाया जा सके। साथ ही उन्हें छत्तीसगढ़ के बढ़ते औद्योगिक इकोसिस्टम, प्रगतिशील नीतियों और निवेशक-अनुकूल वातावरण की जानकारी दी जाएगी। छत्तीसगढ़ में निवेशकों को बढ़ रहीं सुविधाएं
जींद जिले के जुलाना में स्थित नई अनाज मंडी में सोमवार को कांग्रेस विधायक विनेश फोगाट पहुंचीं। उन्होंने आढ़तियों के साथ बैठक कर उनकी समस्याएं सुनीं और जल्द समाधान का आश्वासन दिया। इस दौरान मंडी के आढ़तियों ने विधायक के समक्ष कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए। आढ़तियों ने विधायक को बताया कि जुलाना की नई अनाज मंडी में जगह की भारी कमी है, जिससे उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि मंडी क्षेत्र छोटा होने के कारण फसल खरीद के सीजन में लगभग आधे दिन मंडी बंद रखनी पड़ती है। इससे किसानों और आढ़तियों दोनों को भारी नुकसान होता है। आढ़तियों ने विधायक के सामने रखी मांगे इसके अतिरिक्त, आढ़तियों ने शिकायत की कि मंडी परिसर में एक सब्जी मंडी का निर्माण किया गया है, लेकिन वहां कोई सब्जी नहीं आती, जिससे वह क्षेत्र अनुपयोगी पड़ा है। उन्होंने मांग की कि इस सब्जी मंडी को अनाज मंडी में परिवर्तित किया जाए, ताकि स्थान का उचित उपयोग हो सके। आढ़तियों ने मंडी परिसर के पार्क क्षेत्र को पक्का करवाने और मंडी के तीसरे भाग का निर्माण जल्द करवाने की भी मांग रखी, ताकि कामकाज सुचारू रूप से चल सके। किसी भी समस्या को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा- विनेश विधायक विनेश फोगाट ने सभी समस्याओं को विस्तार से सुना और कहा कि वह इन मुद्दों को विधानसभा में उठाएंगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि किसानों और आढ़तियों की सुविधाओं से जुड़ी किसी भी समस्या को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा। विधायक ने मंडी परिसर का निरीक्षण भी किया और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। विधायक ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा किसानों और व्यापारियों के साथ खड़ी है और उनकी हर समस्या का समाधान प्राथमिकता के आधार पर कराया जाएगा। इस अवसर पर कांग्रेस के जिला प्रधान ऋषिपाल सिहाग, मंडी प्रधान पवन लाठर, मार्केट कमेटी सचिव कोमिला और कुलवंत लाठर सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
छत्तीसगढ़ में ट्रेड लाइसेंस की अनिवार्यता को लेकर सियासत गरमा गई है। कांग्रेस ने कहा है कि प्रदेश के 99% व्यापारियों के पास पहले से गुमास्ता लाइसेंस है, फिर नई ट्रेड लाइसेंस की अनिवार्यता का क्या मतलब। प्रदेश कांग्रेस ने सवाल उठाया कि जब व्यापारी सालों से गुमास्ता लाइसेंस के आधार पर व्यवसाय कर रहे हैं, तो अब अलग से लाइसेंस बनवाने और भारी-भरकम फीस देने की मजबूरी क्यों? नगर निगम क्षेत्र में 30,000 रुपए, नगर पालिका में 20,000 रुपए और पंचायत क्षेत्र में 10,000 रुपए सालाना शुल्क वसूला जा रहा है। दो साल बाद 5% फीस बढ़ोतरी और जुर्माने का प्रावधान - ये सब व्यापारियों के लिए सीधी लूट है। कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय ठाकुर ने कहा- प्रदेश में ठेला लगाने वाले से लेकर दुकानदार तक सभी गुमास्ता लाइसेंस से व्यापार कर रहे हैं। अब अचानक ट्रेड लाइसेंस अनिवार्य कर दिया गया और 30,000 रुपए फीस तय कर दी गई, ये तो सीधी वसूली है। धनंजय ठाकुर ने भाजपा सरकार पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाया और कहा कि ये फैसला व्यापारी विरोधी है। जब कांग्रेस की सरकार थी, तब गुमास्ता लाइसेंस की वैधता 5 साल की कर दी गई थी, लेकिन भाजपा ने आते ही इसे खत्म कर दिया। कांग्रेस ने मांग की है कि जिनके पास पहले से गुमास्ता लाइसेंस है, उन्हें फ्री में ट्रेड लाइसेंस जारी किया जाए। पार्टी ने कहा- पहले ही मंदी के दौर से गुजर रहे व्यापारियों पर सरकार नया बोझ डाल रही है। अगर लाइसेंस नहीं बन पाया तो हजारों का कारोबार ठप हो जाएगा, बेरोजगारी बढ़ेगी। अब गुमटी से लेकर मॉल तक सभी को लेना होगा ट्रेड लाइसेंस, राजपत्र में अधिसूचना जारी, बिना लाइसेंस दुकान चलाना गैरकानूनी छत्तीसगढ़ सरकार ने शुक्रवार को बड़ा फैसला लिया है। अब राज्य में हर दुकान, ठेला, गुमटी से लेकर बड़े मॉल तक को ट्रेड लाइसेंस लेना अनिवार्य कर दिया गया है। इस संबंध में राजपत्र में अधिसूचना जारी कर दी गई है। अगर कोई व्यापारी यह लाइसेंस नहीं लेता है तो वह अपनी दुकान नहीं चला पाएगा। नगरीय प्रशासन विभाग ने प्रदेश के सभी 192 नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायतों में ट्रेड लाइसेंस की अनिवार्यता लागू कर दी है। सड़क और बाजार के आधार पर दुकानों के लिए तीन श्रेणियां बनाई हैं - अधिकतम वार्षिक शुल्क तय दो साल में 5% शुल्क बढ़ेगा नियम के अनुसार हर दो साल में लाइसेंस शुल्क में 5% की वृद्धि की जाएगी। व्यापारी चाहें तो 10 साल का शुल्क एक साथ जमा कर सकते हैं। अब तक केवल 45 नगरीय निकायों में ट्रेड लाइसेंस की व्यवस्था थी, लेकिन अब इसे पूरे राज्य में लागू कर दिया गया है। प्रदेश के करीब 99% व्यापारी अब तक श्रम विभाग से गुमास्ता लाइसेंस लेकर कारोबार कर रहे थे। अब उन्हें भी अलग से ट्रेड लाइसेंस लेना पड़ेगा। पहले सिर्फ बैंक लोन वालों को जरूरत अब तक यह लाइसेंस केवल उन्हीं व्यापारियों को लेना पड़ता था जिन्हें बैंक से लोन लेना होता था, लेकिन अब यह हर व्यापारी के लिए जरूरी हो गया है।
ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स को अब पैकेज्ड सामानों के लिए 'कंट्री ऑफ ओरिजिन' का फिल्टर अलग से देना होगा। जिससे प्रोडक्ट सर्च कर रहे कस्टमर को उसका ओरिजिन (सामान मूल रूप से किस देश में बना है) का पता आसानी से पता चल सके। डिपार्टमेंट ऑफ कंज्यूमर अफेयर ने इसे मेंडेटरी करने के लिए प्रस्ताव लाया है। अगर ये पास हो गया, तो 2026 से लागू हो सकता है। मंत्रालय ने सोमवार, 10 नवंबर को कहा है कि ये बदलाव 2011 के लीगल मेट्रोलॉजी रूल्स में संशोधन के जरिए होगा। पैकेज्ड सामानों पर कंट्री ऑफ ओरिजिन लिखने की अनिवार्यता पहले से ही है। नया नियम ई-कॉमर्स पर सर्च के लिए फिल्टर लगाने के लिए लाया जा रहा है। इससे डिजिटल मार्केटप्लेस पर ट्रांसपेरेंसी बढ़ेगी और लोकल मैन्युफैक्चरर्स को बराबरी का मौका मिलेगा। उपभोक्ता मंत्रालय के प्रस्ताव की बड़ी बातें मंत्रालय ने ड्राफ्ट लीगल मेट्रोलॉजी (पैकेज्ड कमोडिटीज) (सेकंड) अमेंडमेंट रूल्स, 2025 जारी किया है। इसमें कहा गया है कि हर ई-कॉमर्स एंटिटी जो इम्पोर्टेड प्रोडक्ट्स बेचती है, उसे प्रोडक्ट लिस्टिंग्स में कंट्री ऑफ ओरिजिन का फिल्टर देना होगा। ये फिल्टर सर्चेबल और सॉर्टेबल होंगे, यानी यूजर्स आसानी से फिल्टर लगा कर लोकल या इम्पोर्टेड आइटम्स छांट सकेंगे। क्यों आया ये प्रस्ताव, बैकग्राउंड में क्या है ई-कॉमर्स का बाजार भारत में तेजी से बढ़ रहा है। 2025 तक ये 3 लाख करोड़ रुपए का हो चुका है, लेकिन कंज्यूमर्स अक्सर प्रोडक्ट्स का ओरिजिन न जान पाने की शिकायत करते रहे हैं। मंत्रालय का मानना है कि ट्रांसपेरेंसी न होने से इम्पोर्टेड सामानों को ज्यादा एडवांटेज मिलता है। पिछले सालों में कई कंज्यूमर कंप्लेंट्स आईं, जहां लोग 'मेड इन इंडिया' प्रोडक्ट्स ढूंढने में परेशान हुए। मंत्रालय ने इसे नोटिस किया और डिजिटल मार्केट को रेगुलेट करने के लिए ये स्टेप उठाया। मंत्रालय ने कहा- ट्रांसपेरेंसी और कंप्लायंस पर जोर मंत्रालय ने स्टेटमेंट में कहा, ‘ये फीचर कंज्यूमर्स को विस्तृत लिस्टिंग्स में ओरिजिन लोकेट करने का टाइम बचाएगा। साथ ही, ये अथॉरिटीज को भी मदद करेगा। अब मैन्युअल रिव्यू की बजाय ऑटोमेटेड चेकिंग से नियमों के उल्लंघन पकड़े जा सकेंगे। ये बदलाव नेशनल प्रायोरिटीज से मैच करता है। कंज्यूमर ट्रस्ट बढ़ेगा और डिजिटल इकोसिस्टम ज्यादा कॉम्पिटिटिव बनेगा। एक सीनियर अधिकारी ने बताया, ‘प्रोडक्ट इंफॉर्मेशन वेरिफाई करना आसान हो जाएगा, जिससे कंप्लायंस मॉनिटरिंग तेज होगी।’ लोकल मैन्युफैक्चरर्स को बूस्ट मिलेगा ये प्रपोजल 'आत्मनिर्भर भारत' और 'वोकल फॉर लोकल' को डायरेक्ट सपोर्ट देगा। कंज्यूमर्स को 'मेड इन इंडिया' प्रोडक्ट्स आसानी से मिलेंगे, जिससे डोमेस्टिक गुड्स की विजिबिलिटी बढ़ेगी। एक्सपर्ट्स का मानना है कि इससे छोटे और लोकल ब्रांड्स को 20-30% ज्यादा सेल्स मिल सकती है, क्योंकि फिल्टर से 'मेड इन इंडिया' कैटेगरी टॉप पर आएगी। ई-कॉमर्स इकोसिस्टम ज्यादा कॉम्पिटिटिव बनेगा लॉन्ग टर्म में ये बदलाव ई-कॉमर्स को ज्यादा कंज्यूमर-फ्रेंडली बनाएगा। कंपनियों को टेक्निकल चेंजेस करने पड़ेंगे, जैसे अमेजन, फ्लिपकार्ट जैसी प्लेटफॉर्म्स पर नया फिल्टर ऐड करना। लेकिन ये नेशनल गोल्स से जुड़े होने से सपोर्ट मिलेगा। ------------------------------ ये खबर भी पढ़ें... 1. ई-कॉमर्स कैश ऑन डिलीवरी पर एक्स्ट्रा चार्ज ले रहे: ऑर्डर के फाइनल स्टेज में छिपे शुल्क भी जोड़े जा रहे; सरकार बोली ये गलत, जांच शुरू सरकार ने ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर कैश ऑन डिलीवरी ऑर्डर्स पर एक्स्ट्रा चार्ज लगाए जाने की औपचारिक जांच शुरू कर दी है। उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, ‘ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स द्वारा सीओडी पर अतिरिक्त शुल्क लगाना एक तरह का ‘डार्क पैटर्न’ है। इस साल प्राप्त शिकायतों के बाद विभाग ने जांच तेज कर दी है।’ पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें... 2. 75% ग्राहकों को पहले कीमत कम दिखी, खरीदते वक्त बढ़ी: ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स किन 5 डार्क पैटर्न से ग्राहकों को गुमराह करते हैं इंस्टाग्राम स्क्रॉल कर रही श्रेया को एक ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म का विज्ञापन दिखा। जिसमें एक ड्रेस की कीमत 750 रुपए थी। श्रेया ने फौरन उसे क्लिक किया, लेकिन खरीदते वक्त उसी ड्रेस की कीमत 1400 रुपए हो गई। श्रेया ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के डार्क पैटर्न का इकलौता शिकार नहीं हैं। पूरी खबर पढ़ेने के लिए यहां क्लिक करें...
दौसा नगर परिषद ने शहर की स्वच्छता व्यवस्था में बड़ा बदलाव किया है। अब व्यापारिक प्रतिष्ठानों से सुबह 9 से 11 और शाम 5 से 7 बजे तक नियमित रूप से कचरा संग्रहण होगा। आयुक्त कमलेश कुमार मीणा ने नियम तोड़ने वालों पर जुर्माना व कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी। “स्वच्छ दौसा, सुंदर दौसा” अभियान को मिला व्यापारियों का समर्थन।
खैरथल-तिजारा जिले के अतिरिक्त जिला कलेक्टर शिवपाल जाट की अध्यक्षता में सोमवार को बैठक आयोजित की गई। यह बैठक जिला सचिवालय खैरथल में राइजिंग राजस्थान के तहत हुए जिला स्तरीय इन्वेस्टर मीट के दौरान किए गए समझौता ज्ञापनों (एमओयू) की प्रगति की समीक्षा के लिए बुलाई गई थी। समयबद्ध तरीके से कार्य प्रारंभ कराने पर दिया जोर अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने सभी विभागों को निर्देश दिए कि राइजिंग राजस्थान के अंतर्गत किए गए एमओयू से संबंधित भूमि प्रकरणों, कन्वर्जन, बिजली आपूर्ति और अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) के कार्यों का प्राथमिकता से निपटारा किया जाए। उन्होंने निवेशकों के साथ बेहतर समन्वय स्थापित करने और नियमानुसार कार्रवाई करते हुए समयबद्ध तरीके से कार्य प्रारंभ करवाने पर जोर दिया। एमओयू धारकों से व्यक्तिगत संपर्क के निर्देश जाट ने संबंधित विभागों को एमओयू धारकों से व्यक्तिगत संपर्क करने का निर्देश दिया। उन्होंने राज निवेश पोर्टल पर कैटेगरी ए, बी, सी, माइलस्टोन -1, 2, 3, 4, 5 और टास्क असाइन से संबंधित अपडेट दर्ज करने को कहा। अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने एमओयू धारकों को आवश्यक भूमि के लिए संबंधित क्षेत्र और विभाग में नियमानुसार आवेदन करने के लिए जागरूक करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने भू-रूपांतरण और सीएलयू (कन्वर्जन ऑफ लैंड यूज) की लंबित फाइलों का जल्द निपटारा करने और भूमि विजिट के साथ आवंटन संबंधी प्रगति को भी पोर्टल पर अपडेट करने को कहा। अब तक जिले में कुल 632 एमओयू दर्ज जिला सूचना अधिकारी (डीआईओ) दिलखुश मीणा ने पिछली बैठक में दिए गए निर्देशों की अनुपालन रिपोर्ट प्रस्तुत की और विभागवार प्रगति की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिला स्तरीय राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट-2024 के तहत जिले में 181 एमओयू हुए थे, जिनमें लगभग 10,764 करोड़ रुपए का निवेश प्रस्तावित था। राज निवेश पोर्टल पर अब तक जिले में कुल 632 एमओयू दर्ज किए गए हैं, जिनमें कुल प्रस्तावित निवेश लगभग 35,600 करोड़ रुपए और प्रस्तावित रोजगार लगभग 1,00,000 है। मीणा ने आगे बताया कि जिले में किए गए 632 एमओयू में से 205 के पास भूमि उपलब्ध हो चुकी है। इनमें से 81 एमओयू का ग्राउंड ब्रेकिंग हो चुका है,जिनके माध्यम से जिले में 8,374 करोड़ रुपए का निवेश हुआ है और लगभग 11,300 नए रोजगार सृजित हुए हैं। इन 81 में से 27 एमओयू में उत्पादन शुरू हो चुका है या वे लागू हो चुके हैं। इसके साथ ही 124 एमओयू भूमि उपलब्ध होने या प्रक्रियाधीन होने की स्थिति में हैं, जिनके जल्द ही लागू होने की संभावना है। इस बैठक में मंडी उपनिदेशक आयुर्वेद विभाग अजीत बाल्यांण, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी अरविंद गेट, सेक्रेटरी राजेश कर्दम, जिला शिक्षा अधिकारी शकुंतला मीणा, वरिष्ठ प्रबंधक रीको यूनिट प्रथम शिवकुमार, नगर परिषद आयुक्त मुकेश कुमार, अभियंता विद्युत विभाग भीम सिंह सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
भिण्ड के गोहद कृषि उपज मंडी में सोमवार दोपहर बाइक सवार दो बदमाश व्यापारी के टेबल से रुपयों से भरा बैग उठाकर फरार हो गए। व्यापारी ने घटना के बाद पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने शिकायत पर एफआईआर में 60 हजार रुपए की चोरी दर्ज की। घटना के बाद आरोपी तेज रफ्तार बाइक से मंडी परिसर से बाजार की ओर फरार हो गए। पहले रेकी की फिर मौका देखकर बैग पार कियाजानकारी के अनुसार, अजय शर्मा, जो सत्य साईं कृषि सेवा केंद्र के संचालक हैं, मंडी परिसर में अपने टेबल पर बैठे थे। तभी दो युवक मोटरसाइकिल से पहुंचे, पहले उन्होंने आसपास की स्थिति देखी और कुछ देर तक रेकी करते रहे। इसी दौरान मौका पाकर उन्होंने टेबल पर रखा बैग उठाया और बाइक स्टार्ट कर भाग निकले। व्यापारी के शोर मचाने पर आसपास के लोग दौड़े, लेकिन तब तक बदमाश मंडी के बाहर निकल चुके थे। घटना की जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी अभिषेक गौतम पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने पूरे क्षेत्र में सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसमें बदमाशों की बाइक और उनकी गतिविधियां कैमरे में कैद मिली हैं। पुलिस ने फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। थाना प्रभारी गौतम ने बताया कि व्यापारी द्वारा थैले में बड़ी रकम होना बताया गया था, लेकिन रिपोर्ट में 60 हजार नकदी चोरी होना दर्ज हुआ है। पूरे मामले में पुलिस ने चोरी की धारा के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मंडी में पहले भी हो चुकी हैं वारदातें गोहद मंडी में इस तरह की यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी व्यापारियों के साथ लूट और चोरी की वारदातें हो चुकी हैं। लंबे समय से व्यापारी मंडी परिसर में स्थायी पुलिस चौकी और सुरक्षा बल की मांग कर रहे हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। इन दिनों धान की भारी आवक के चलते मंडी में 5 से 7 करोड़ रुपए तक का रोजाना लेनदेन हो रहा है। इसके बावजूद मंडी परिसर में न तो पर्याप्त रोशनी है और न ही सुरक्षा बल की तैनाती। अंधेरा और सुनसान इलाका होने से व्यापारी लगातार असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। घटना के बाद व्यापारियों में आक्रोशमंडी सचिव पंजाब सिंह जाटव ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई बार प्रशासन को पत्र भेजे गए हैं, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। लगातार बढ़ रही चोरी और लूट की घटनाओं से व्यापारी वर्ग में आक्रोश है। फिलहाल पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उनकी पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है।
सीएसजेएमयू के सीनेट हाल में सोमवार को स्टार्ट-अप, सस्टेनेबिलिटी और विकसित उत्तर प्रदेश की परिकल्पना विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। वीसी प्रो. विनय कुमार पाठक ने कहा कि भारत को विकसित राष्ट्र बनने के लिए आवश्यक है कि हर आवश्यक वस्तु का उत्पादन देश में ही किया जाए, जैसा कि चीन जैसे देशों ने किया है। उन्होंने कहा कि स्थानीय उत्पादन और नवाचार ही भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में अग्रसर कर सकते हैं। विकसित यूपी का रोडमैप बतायामुख्य अतिथि और एमएसएमई के संयुक्त निदेशक विष्णु कुमार वर्मा ने नवाचार-आधारित विकास, सस्टेनेबिलिटी एवं विकसित उत्तर प्रदेश 2047 के रोडमैप पर प्रकाश डाला। डीन इनोवेशन डा. शिल्पा डी. कायस्था ने नवाचार और उद्यमिता की भूमिका को रेखांकित किया। विश्वविद्यालय स्टार्टअप को कर रहा सपोर्टसीएसजेएम इनोवेशन फाउंडेशन के सीईओ डा. दिव्यांश शुक्ला ने कहा कि विश्वविद्यालय निरंतर सृजनात्मक विचारों को प्रोत्साहन देने और सस्टेनेबल एवं प्रभावशाली उद्यमों के विकास हेतु प्रतिबद्ध है, जो भारत की आर्थिक प्रगति में योगदान दे सकें। कहा कि विवि स्टार्टअप को सपोर्ट कर रहा है। स्टार्ट-अप ने दी प्रस्तुतियांकार्यक्रम में सीएसजेएम इनोवेशन फाउंडेशन से चयनित स्टार्ट-अप्स द्वारा अपने उद्यमशील सफर और नवाचारी समाधानों का प्रदर्शन किया गया। विद्यार्थियों, प्राध्यापकों, शोधार्थियों, नवाचार प्रकोष्ठ के सदस्यों तथा इन्क्यूबेटेड एवं प्री-इन्क्यूबेटेड स्टार्ट-अप्स के प्रतिनिधियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्रस्तुतियों में विविध क्षेत्रों में किए जा रहे नवाचार और सस्टेनेबल विकास के प्रयासों को दर्शाया गया।
खरगोन में श्री नवग्रह मेला व्यापारी संघ ने मुख्यमंत्री से वाहनों के कारोबार में छूट देने की मांग की है। संघ ने यह भी अनुरोध किया है कि मेले की अवधि 1 जनवरी से 25 फरवरी तक बढ़ाई जाए। सोमवार दोपहर 4 बजे व्यापारी प्रतिनिधियों ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर तहसीलदार को इस संबंध में एक मांग पत्र सौंपा। व्यापारी संघ के दीप जोशी ने बताया कि पारंपरिक श्री नवग्रह मेला 1 जनवरी से 25 फरवरी तक आयोजित किया जाना चाहिए। उन्होंने नवग्रह मेले में वाहन और इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम पर कर छूट के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए शासन स्तर पर फंड की भी मांग की। मेला व्यापारी संघ ने अपनी मांगों को लेकर स्थानीय विधायक बालकृष्ण पाटीदार को भी एक मांग पत्र सौंपा। इस दौरान खरगोन जिले को संभाग बनाने का अनुरोध भी किया गया। विधायक ने इस मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। इस अवसर पर संघ के संरक्षक हरीश गोस्वामी, अध्यक्ष गणेश वर्मा, सचिव राजू सोनी, गोपाल यादव, असद भाई, राजू महाजन, अजय वर्मा और गोपाल पाल सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहे।
29,000 पहुंचेगा निफ्टी! गोल्डमैन सैक्स ने किया बड़ा ऐलान, भारत को मिली नई रेटिंग
गोल्डमैन सैक्स रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले दो वर्षों में भारत का प्राइस-टू-अर्निंग्स (P/E) प्रीमियम, जो बाकी एशिया के मुकाबले 85–90% तक पहुंच गया था. अब घटकर लगभग 45% पर आ गया है. ये 20 साल के औसत 35% के करीब है.
Share Market : गिरावट से उबरा बाजार, Sensex 319 अंक उछला, Nifty में भी आई तेजी
Share Market Update News : भारतीय शेयर बाज़ार ने आखिरकार 3 दिन की गिरावट का सिलसिला तोड़ दिया। सोमवार को बाजार हरे निशान में बंद हुआ। Nifty लगभग 25600 के स्तर पर बंद हुआ, जबकि Sensex भी 300 से ज्यादा अंक चढ़ गया। आईटी और वित्तीय शेयरों में खरीदारी ...
भले ही शेयर बाजार में रिस्क हो, भले ही स्टॉक मार्केट उठा-पटक के बीच हिचकोले खाता हो, लेकिन फटाफट धन कमाने का मौका भी होता है. कम समय में अच्छा रिटर्न लोगों को शेयर बाजार की ओर खींच रहा है. लोग शेयर बाजार में निवेश बढ़ा रहे हैं. डीमैट अकाउंट के ताजा आंकड़ें इसी ओर इशारा कर रहे हैं.
Share Bazaar की मजबूत शुरुआत, Sensex और Nifty में आई तेजी
Share Market Update News : कारोबारी हफ्ते के पहले दिन सोमवार को घरेलू शेयर बाजार की मजबूत शुरुआत हुई। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों हरे निशान पर खुले। सेंसेक्स 230 अंक उछलकर खुला और 83447.22 के स्तर पर रहा, वहीं निफ़्टी में भी 75 अंकों की तेजी देखने को मिली और वह 25573 के स्तर पर कारोबार करता नजर आया। एशियाई बाजारों में धारणा काफी हद तक सकारात्मक रही। जापान का निक्केई 225 सूचकांक 0.88 प्रतिशत चढ़ा, जबकि हांगकांग का हैंगसेंग सूचकांक 0.55 प्रतिशत बढ़ा। खबरों के अनुसार, सोमवार को घरेलू शेयर बाजार की मजबूत शुरुआत हुई। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों हरे निशान पर खुले। सेंसेक्स 230 अंक उछलकर खुला और 83447.22 के स्तर पर रहा, वहीं निफ़्टी में भी 75 अंकों की तेजी देखने को मिली और वह 25573 के स्तर पर कारोबार करता नजर आया। ALSO READ: Share Bazaar में लौटी बहार, Sensex 567 अंक उछला, Nifty भी 26000 के करीब एशियाई बाजारों में धारणा काफी हद तक सकारात्मक रही। जापान का निक्केई 225 सूचकांक 0.88 प्रतिशत चढ़ा, जबकि हांगकांग का हैंगसेंग सूचकांक 0.55 प्रतिशत बढ़ा। निवेशकों की नजर अब इस हफ्ते आने वाले घरेलू और अंतरराष्ट्रीय आर्थिक आंकड़ों के साथ-साथ कंपनियों के तिमाही नतीजों पर टिकी हुई है। ALSO READ: Share Bazaar में तूफानी तेजी, Sensex उछलकर 83950 के पार, Nifty भी चढ़ा निवेशक दो प्रमुख आईपीओ घटनाक्रमों पर कड़ी नजर रख रहे हैं। मूल्यांकन संबंधी चिंताओं के बावजूद खुदरा श्रेणी में 7.376 गुना और क्यूआईबी श्रेणी में 23.79 गुना ओवरसब्सक्राइब होने के बाद लेंसकार्ट सॉल्यूशंस का आईपीओ आज सूचीबद्ध होने वाला है। अमेरिका और एशिया भर में प्रमुख एआई-संबंधित शेयरों में भारी गिरावट देखी गई। Edited By : Chetan Gour
कोटा में सोमवार सुबह किराना व्यापारी ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। परिजनों ने सुबह उठकर देखा तो महावीर प्रसाद पालीवाल (50) रोशनदान से लटके हुए मिले। परिजन उन्हें तुरंत एमबीएस अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां ड्यूटी डॉक्टर ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना कोटा के बोरखेड़ा थाना क्षेत्र के बालाजी आवास इलाके में हुई। बोरखेड़ा थाने के हेड कॉन्स्टेबल हरिश्चंद्र ने बताया- देवली रोड स्थित बालाजी आवास में रहने वाले महावीर प्रसाद पालीवाल ने अपने कमरे में बने रोशनदान में चुन्नी से फंदा लगाकर सुसाइड किया। परिवारजन के अनुसार, रात में वे पूरी तरह सामान्य थे। घरवालों से सामान्य रूप से बातचीत करने के बाद अपने कमरे में सोने चले गए थे। सुबह जब कमरे का दरवाजा नहीं खुला और परिजनों ने अंदर झांका तो वे रोशनदान से लटके मिले। परिजनों ने तत्काल उन्हें नीचे उतारा और अस्पताल ले गए, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। पुलिस मामले की जांच में जुटी पुलिस के अनुसार, शुरुआती जांच में घटना आत्महत्या का मामला प्रतीत हो रहा है। शव को एमबीएस अस्पताल के पोस्टमॉर्टम रूम में शिफ्ट किया गया है, जहां परिजनों की मौजूदगी में पोस्टमार्टम की प्रक्रिया जारी है। फिलहाल पुलिस परिजनों के बयान लेकर मामले की विस्तृत जांच में जुट गई है।
सहारनपुर में व्यापारी से 10 लाख की ठगी:सामान के लिए पैसे ट्रांसफर कराए, माल नहीं भेजा, केस दर्ज
सहारनपुर में लोहे के व्यापारी से 10 लाख रुपए की ठगी और जान से मारने की धमकी देने का मामला सामने आया है। पीड़ित ने थाने में तहरीर देकर बताया कि दिल्ली की एक कंपनी से माल दिलाने का झांसा दिया। उसके बाद कंपनी के खाते में 10 लाख रुपए भी ट्रांसफर कर दिए। लेकिन कंपनी ने माल नहीं भेजा। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामला थाना सिटी कोतवाली का है। थाना सिटी कोतवाली के वोमनजी रोड निवासी तालिब अहमद ने तहरीर देकर बताया कि उनकी यूनाइटेड स्टील नाम से एक रजिस्टर्ड फर्म है, जो लोहे की शीट और स्क्रैप के व्यापार से जुड़ी है। तालिब अहमद ने बताया कि उनकी मुलाकात मरगूब आलम से हुई थी। मरगूब आलम ने उन्हें दिल्ली की एक कंपनी से माल दिलाने की बात कही। उस पर भरोसा करते हुए तालिब अहमद ने मरगूब आलम के कहने पर उस कंपनी के खाते में 10 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए, लेकिन कंपनी ने माल नहीं भेजा। जब तालिब अहमद ने मरगूब आलम से इसकी शिकायत की, तो 2 नवंबर 2025 को उसने गाली-गलौच करते हुए उन्हें जान से मारने की धमकी दी। तालिब अहमद ने पहले तो इस घटना को नजरअंदाज कर दिया, लेकिन मामला यहीं नहीं रुका। पीड़ित के अनुसार, 7 नवंबर को जब तालिब अहमद अपने बच्चों के साथ नाला पटरी से गुजर रहे थे और किशनपुरा के सामने पहुंचे, तो मरगूब आलम फिर रास्ते में मिल गया। पीड़ित ने जब फिर से शिकायत की बात कही, तो आरोपी ने उनके साथ उनके बच्चों के सामने गालियां दीं, लात-घूंसों से मारपीट की, और बाद में तमंचा निकालकर जान से मारने की धमकी दी। शोर सुनकर मौके पर पहुंचे लोगों ने बीच-बचाव कर पीड़ित की जान बचाई। तालिब अहमद ने बताया कि उनका काम बाहर आने-जाने का रहता है और अब उन्हें मरगूब आलम से अपनी जान का खतरा है। उन्होंने पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है। पीड़ित की तहरीर के आधार पर कोतवाली नगर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
राज्य स्थापना दिवस... व्यापारियों ने किया रक्तदान, कहा- समाज सेवा प्राथमिकता
रांची | झारखंड राज्य स्थापना दिवस के उपलक्ष्य पर झारखंड चैंबर की ओर से विभिन्न सामाजिक व जनकल्याणकारी कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में रविवार को चैंबर भवन में ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में सदस्यों, व्यापारियों प्रोफेशनल्स और आम नागरिकों ने स्वेच्छा से भाग लेकर रक्तदान किया। रक्तदान शिविर में लाइफ सेवर्स और सदर अस्पताल, रांची की टीम की ओर से तकनीकी सहयोग और ब्लड कलेक्शन की व्यवस्था की गई थी। चैंबर अध्यक्ष आदित्य मल्होत्रा ने कहा कि राज्य स्थापना दिवस हमारे लिए गर्व और संकल्प का दिन है। रक्तदान जैसे जीवनदायी कार्य में समाज की भागीदारी से बेहतर उत्सव कोई नहीं हो सकता। महासचिव रोहित अग्रवाल, उपाध्यक्ष प्रवीण लोहिया, राम बांगड़, महासचिव रोहित अग्रवाल, सह सचिव नवजोत अलग, कोषाध्यक्ष अनिल अग्रवाल, कार्यकारिणी सदस्य अमित शर्मा, शैलेश अग्रवाल, तुलसी पटेलसमेत कई लोग शामिल हुए।
व्यापारी के घर चोरी, आरोपी कार और पर्स लेकर फरार
डिवीजन नंबर 8 थाना इलाके में क्लब रोड पर एक व्यापारी के घर चोरी की वारदात सामने आई है। पुलिस के मुताबिक, देर रात एक अज्ञात व्यक्ति व्यापारी रजनीश सूद के घर के छोटे दरवाजे से अंदर घुस गया। मौके का फायदा उठाकर आरोपी ने टेबल पर रखा पर्स और घर की चाबी उठा ली। पर्स में जरूरी दस्तावेज, पहचान पत्र और विभिन्न बैंकों के क्रेडिट कार्ड थे। इसके बाद आरोपी ने उसी चाबी से घर के बाहर खड़ी एर्टिका कार ले फरार हो गया। जांच अधिकारी परमजीत सिंह ने बताया कि छोटा दरवाजा खुला होने से आरोपी के लिए घर में घुसना आसान हो गया। पुलिस ने कहा कि घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और जल्द ही आरोपी की पहचान कर कार्रवाई की जाएगी।
फर्रुखाबाद के टाउन हॉल तिराहे पर व्यापारियों ने खाद्य विभाग के मुख्य अधिकारी का पुतला फूंका। यह प्रदर्शन विभाग के अधिकारियों और टीम पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के खिलाफ किया गया। व्यापारियों का आरोप है कि खाद्य विभाग की टीम सैंपलिंग के नाम पर उनसे अवैध वसूली कर रही है। व्यापारियों के अनुसार, खाद्य विभाग के अधिकारी दुकानों से खाद्य पदार्थों के सैंपल लेते हैं, लेकिन उन्हें जांच के लिए नहीं भेजते। इसके बजाय, वे प्रत्येक सैंपल के लिए मोटी रकम की मांग करते हैं। आरोप है कि यह राशि सरकारी खाते में जमा न करके टीम के सदस्य अपनी जेब में रख लेते हैं। इस कथित भ्रष्टाचार में खाद्य विभाग की टीम में शामिल एक निजी कार्यकर्ता सूरज बाथम का नाम सामने आया है। व्यापारियों का कहना है कि टीम ने उनसे लेनदेन का सारा काम सूरज बाथम को सौंप रखा है, जिससे उनके प्रति भी व्यापारियों में रोष है। युवा व्यापार मंडल ने जिलाधिकारी से मांग की है कि भ्रष्टाचार में लिप्त मुख्य अधिकारी के नेतृत्व वाली टीम को जिले से बाहर किया जाए और सूरज बाथम को भी फर्रुखाबाद से हटाया जाए। व्यापार मंडल ने चेतावनी दी है कि यदि एक सप्ताह के भीतर इन मांगों पर कार्रवाई नहीं हुई, तो वे आंदोलन और धरना प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे, जिसकी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी। इस प्रदर्शन के दौरान नगर महामंत्री रोहन कश्यप, गोपाल सिंह कश्यप, माजिद अली, सोहन शुक्ला, शान मोहम्मद, अजीम खान, करीम खान, मोनू मिश्रा, राजेंद्र सिंह चौहान, अशोक यादव, गोविंद बाथम, गोविंद दीक्षित, अनुज बाथम, विशाल दीक्षित, तारीख अली, हिमांशु साहब, एहसान अली, मुनव्वर अली, सोनू गुप्ता, हिमांशु गुप्ता, आर्यन गोस्वामी, अंजू सुल्तानी, करण बाथम और शेरू भाई सहित कई व्यापारी मौजूद रहे।
आगरा के तीन दिवसीय फुटवियर महाकुंभ ‘मीट एट आगरा’ ने इस बार रिकॉर्ड तोड़ भागीदारी और ₹18,500 करोड़ के संभावित कारोबार के साथ नई इबारत लिख दी। एफमेक द्वारा आयोजित 17वें संस्करण में देश-विदेश से आए कारोबारियों और उद्यमियों ने भारत के फुटवियर उद्योग को वैश्विक मंच पर नई पहचान दी। फुटवियर मैन्युफैक्चरिंग एक्सपोर्टर्स चैम्बर (एफमेक) के तत्वावधान में आयोजित 17वें ‘मीट एट आगरा’ फुटवियर ट्रेड फेयर का रविवार को उत्साह, उपलब्धियों और नई संभावनाओं के साथ समापन हुआ। तीन दिनों तक चले इस आयोजन में कुल 19,420 विजिटर्स पहुंचे, जिनमें 8,390 बिजनेस विजिटर्स और 1,751 भावी उद्यमी व विद्यार्थी शामिल रहे। यह आयोजन लगभग ₹18,500 करोड़ के संभावित कारोबारी अवसरों का गवाह बना, जिसे फुटवियर उद्योग के लिए नए स्वर्ण युग की शुरुआत माना जा रहा है। एफमेक अध्यक्ष गोपाल गुप्ता ने कहा कि 19 हजार से अधिक विजिटर्स की सहभागिता अपने आप में ऐतिहासिक रही। यह आयोजन व्यापार के साथ-साथ उद्यमिता को भी नई दिशा देने वाला रहा। डीसीएफएलआई चेयरमैन पूरन डावर ने कहा कि फुटवियर सिर्फ एक प्रोडक्ट नहीं, बल्कि विश्व अर्थव्यवस्था का इंजन है। भारत आज विश्व का तीसरा सबसे बड़ा फुटवियर उत्पादक देश है और यह आयोजन इस नेतृत्व की पुष्टि करता है। एफमेक उपाध्यक्ष राजीव वासन ने कहा कि यह मेला अब केवल ट्रेड प्लेटफॉर्म नहीं, बल्कि तकनीक और नवाचार का संगम बन चुका है, जिसने उद्योग को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार किया है।पूर्व कंटेनर कैप्टन ए.एस. राणा ने बताया कि इस आयोजन ने उद्योग को नए अनुबंधों की दिशा दी है और ₹18,500 करोड़ का वॉल्यूम उद्योग की आर्थिक क्षमता का प्रमाण है। उत्कृष्ट एग्ज़ीबिटर्स को सम्मान मेले के समापन पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले एग्ज़ीबिटर्स को सम्मानित किया गया। बेस्ट एग्ज़ीबिटर अवार्ड – वीगन विस्टा (आनंद अग्रवाल), बेस्ट स्टॉल – केएलजे (कमल जैन), मैक्सिमम फुटफॉल – जेटी सोल्स (जतिन खुराना, नितिन खुराना), बेस्ट लुकिंग स्टैंड – विकास ऑर्गेनिक (अश्वनी सिक्का), स्पेशल मेंशन – श्री ओम इंडस्ट्रीज (रोहित व मेघना सबलोक), मॉडर्न टेक्निक एंड रोबोटिक्स – शशि एंटरप्राइजेज (नवीन भैया) अगला आयोजन अक्टूबर 2026 में ऑर्गनाइजिंग कमेटी के चेयरमैन गोपाल गुप्ता ने घोषणा की कि अगला “मीट एट आगरा” 3, 4 और 5 अक्टूबर 2026 को होगा। तिथियां अंतरराष्ट्रीय फुटवियर कैलेंडर को ध्यान में रखते हुए तय की गई हैं ताकि विदेशी प्रतिभागियों की अधिकतम भागीदारी हो। वैश्विक स्तर पर भारत का बढ़ता दबदबा एफमेक महासचिव प्रदीप वासन ने बताया कि वैश्विक फुटवियर बाजार 2025 में 390 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुँच चुका है और 2030 तक 550 अरब डॉलर पार करने का अनुमान है। भारत 10% वार्षिक वृद्धि दर के साथ तेजी से एक्सपोर्ट हब बन रहा है, और ‘मीट एट आगरा’ जैसे आयोजन ‘मेक इन इंडिया’ और ‘वोकल फॉर लोकल’ को नई ऊर्जा दे रहे हैं। आगरा बना वैश्विक ट्रेड हब” – विजय सामा आगरा शू फेक्टर्स फेडरेशन के अध्यक्ष विजय सामा ने कहा कि यह आयोजन अब केवल स्थानीय नहीं रहा। इसमें विभिन्न देशों के कारोबारी, तकनीकी विशेषज्ञ और उद्योग प्रतिनिधि शामिल हुए। इससे भारतीय उत्पादकों को अंतरराष्ट्रीय खरीदारों से जुड़ने का बड़ा अवसर मिला। अप्रैल 2025 में नया फुटवियर फेयर एफएएफएम अध्यक्ष कुलदीप कोहली ने घोषणा की कि 17, 18 और 19 अप्रैल 2025 को फुटवियर बी टू बी फेयर आयोजित किया जाएगा। सीफी (CIFI) के प्रदेश अध्यक्ष ओपिंदर सिंह लवली ने कहा कि मीट एट आगरा अब भारत के उद्योग जगत का वैश्विक मंच बन चुका है, जिसने भारतीय उद्यमियों को अंतरराष्ट्रीय बाजार में पहचान दिलाई है।
यमुनानगर में निवेश के नाम पर 2.96 लाख हड़पे:शेयर मार्केट में मुनाफे का लालच, अनजान नंबर से लिंक भेजा
यमुनानगर जिले में शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर 2.96 लाख रुपए की साइबर ठगी का मामला सामने आया है। शातिर ने मुनाफे का लालच देकर युवक से निवेश कराया, जिसके बाद कोई प्रोफिट नहीं हुआ। ठगी का एहसास होने पर युवक ने साइबर थाना पुलिस में शिकायत दी, जिसके आधार पर अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। शिकायत में छछरौली के आशीष कुमार ने बताया कि 21 सितंबर को उसके मोबाइल पर एक अनजान नंबर से लिंक आया। इस लिंक पर क्लिक करते ही उसका नंबर टेलीग्राम ग्रुप में जुड़ गया। इस ग्रुप में जुड़े लोगों ने शेयर मार्केट में निवेश से मुनाफा कमाने के लिए पहले संदेश आए फिर कॉल आई। खाते से रकम निकालने का प्रयास ग्रुप के लोगों की बातों में आकर ऑनलाइन खाता बनवाकर शेयर मार्केट में निवेश कर दिया। कुछ समय बाद निवेश का मुनाफा ऑनलाइन दिखने लगा। यह देख उसे विश्वास हो गया और फिर अलग-अलग कर दो लाख 96 हजार 600 रुपए निवेश कर दिए। जब उसने इस रकम को निकालने का प्रयास किया, तो नहीं निकली। इन रुपयों को निकालने के लिए कमीशन की मांग की गई। तब इस बारे में परिचितों को बताया, जिस पर पता चला कि उससे साइबर ठगी हो रही है। उसने तुरंत इस बारे हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर शिकायत दी, जिस पर साइबर थाना पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद सनातन पाण्डेय ने रविवार को बलिया में ददरी मेला विवाद को लेकर सरकार और जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि बलिया में बार-बार लोकतंत्र की हत्या हो रही है और यह एक खास वर्ग के साथ होता है। यह बातें उन्होंने सपा कार्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान कहीं। सांसद पाण्डेय ने बलिया की स्थिति को 'लोकतंत्र का उपहास' बताते हुए कहा कि यहां व्यापारियों पर लगातार अन्याय होता है। उन्होंने आरोप लगाया कि व्यापारी दबाव में आकर आत्महत्या तक कर लेते हैं, चाहे वह गोली मारकर हो, फांसी लगाकर हो या जहर खाकर। उन्होंने अपनी बात के समर्थन में उदाहरण देते हुए कहा कि जब समाजवादी पार्टी की सरकार थी और लक्ष्मण गुप्ता अध्यक्ष थे, तब एक घटना के बाद पार्टी ने संज्ञान लिया और दोषी को बाहर कर दिया, जबकि अध्यक्ष को सम्मान दिया गया। उन्होंने सवाल उठाया कि भाजपा सरकार में अजय कुमार समाजसेवी और वर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष संत कुमार उर्फ मिठईलाल गुप्ता के साथ हो रहे अन्याय पर कोई भाजपा नेता आगे क्यों नहीं आया। सांसद ने विशेष रूप से नगर पालिका अध्यक्ष संत कुमार उर्फ मिठईलाल गुप्ता का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें सत्ता विरोधी और बलिया प्रशासन दोनों का विरोध झेलना पड़ रहा है। उन्होंने प्रशासन पर ददरी मेला लगाने के तरीके को गलत बताया और कहा कि नगर पालिका ही मेला लगाती है। सनातन पाण्डेय ने कहा कि विपक्ष में होने के कारण उनका अपमान हो सकता है, लेकिन भाजपा से जुड़े नगर पालिका अध्यक्ष के साथ भी अन्याय हो रहा है। उन्होंने अपनी सांसद बनने के बाद की प्रतिज्ञा दोहराई कि वे लोकतंत्र की गरिमा के साथ मजाक बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि अगर वे जिले में होते तो निश्चित रूप से दिखा देते कि मेला कैसे लगता है।
बड़वानी जिले के कृषि उपज मंडी मुख्यालय में रविवार को किसानों ने कपास की नीलामी में कम भाव मिलने पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। किसानों के हंगामे और अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद व्यापारियों को कपास के दाम बढ़ाने पड़े, जिसके बाद बोली ₹5,000 प्रति क्विंटल से ऊपर शुरू हुई। दरअसल, बड़ी संख्या में किसान अपना कपास लेकर मंडी पहुंचे थे। शुरुआती नीलामी में व्यापारियों द्वारा ₹3,000 से लेकर ₹4,500 प्रति क्विंटल तक के भाव दिए जा रहे थे। किसानों ने इन कम दामों पर कपास बेचने से इनकार कर दिया और एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। किसानों ने कलेक्टर जयति सिंह को फोन कर व्यापारियों द्वारा साठगांठ कर कम भाव में फसल खरीदने की शिकायत की। इसके बाद एसडीएम भूपेंद्र रावत मंडी पहुंचे। अधिकारियों की मौजूदगी और किसानों के हंगामे के चलते व्यापारियों को अंततः दाम बढ़ाने पड़े। किसान सोहन रावत (सजवानी), नटवर चौहान (बोम्या) और बद्रीलाल ने बताया कि विरोध के बाद व्यापारियों ने भाव बढ़ाए, जिससे किसानों को ₹5,500 प्रति क्विंटल से अधिक के दाम मिले। किसानों ने यह भी शिकायत की कि नीलामी के दौरान व्यापारियों द्वारा मंडी में लाए गए कपास पर पैरों से चला जा रहा था, जिससे उसकी गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है। इस दौरान किसानों ने कृषि उपज मंडी में व्याप्त अव्यवस्थाओं और मूलभूत सुविधाओं के अभाव पर भी गहरी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने बताया कि मंडी परिसर में किसानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं है, और सार्वजनिक शौचालयों पर ताले लगे रहते हैं, जिससे किसानों को परेशानी होती है। मंडी परिसर में चारों ओर गंदगी पसरी हुई है, और किसानों के बैठने के लिए बने विश्राम गृह भी जर्जर हालत में हैं।बैलगाड़ी से आए किसानों के पशुओं (बैलों) के लिए भी पानी की कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे उन्हें भी परेशानी झेलनी पड़ती है। अधिकारियों ने झाड़ा पल्ला इस संबंध में जब एसडीएम भूपेंद्र रावत और कृषि उपज मंडी सचिव सुमन बड़ोले से मंडी में व्यापारियों की मनमानी और मंडी में अव्यवस्थाओं और सुविधाओं के अभाव को लेकर चर्चा की गई, तो उन्होंने इन विषयों पर कोई स्पष्ट जवाब देने के बजाय वरिष्ठ अधिकारियों का हवाला देकर पल्ला झाड़ लिया।
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में 900 बोरी अवैध धान पकड़ाया है। 8 नवंबर को जिला प्रशासन की जांच टीम ने कार्रवाई की। जहां एक व्यापारी के गोदाम में दबिश देकर ट्रक में लोड 600 बोरी और गोदाम में भंडारण किया हुआ 300 बोरी धान को जब्त किया गया। जिला प्रशासन ने अवैध धान के परिवहन को रोकने के लिए टीम बनाई गई है। जहां जांच टीम को अवैध धान परिवहन होने की सूचना मिली। ऐसे में टीम ने कार्रवाई की। सूचना के बाद टीम ने दी दबिश जानकारी के मुताबिक 8 नवंबर को छाल तहसीलदार को सूचना मिली कि ग्राम हाटी में व्यापारी प्रहलाद अग्रवाल के द्वारा धान का अवैध परिवहन कराने की तैयारी कर रहा है। जिसके बाद तत्काल तहसीलदार, मंडी के अधिकारी, पटवारी, कोटवार समेत अन्य कर्मचारी मौके पर दबिश दिए। जहां जांच टीम ने देखा कि मौके पर ट्रक में 600 बोरा धान लोड कराकर उसे परिवहन कराने की फिराक में है। जिसके बारे में पूछताछ करने पर वह टालमटोल जवाब देने लगा। वहीं पूछताछ में पता चला कि काफी मात्रा में धान व्यापारी द्वारा सरकारी धान उपार्जन केन्द्र में खपाने के लिए भंडारण कर रखा है। ऐसे में उसके गोदाम में जांच किया गया। जांच टीम ने गोदाम को सील किया वहीं, गोदाम में 300 बोरी धान मिला। जिसके बारे में पूछताछ करने पर उसके पास धान के कोई दस्तावेज नहीं थे। ऐसे में ट्रक लोड 600 व गोदाम के 300 बोरा धान को जब्त किया गया। वहीं जांच टीम ने गोदाम को सील कर दिया। मौके पर मंडी निरीक्षक द्वारा आगे की कार्रवाई की गई।
प्रयागराज में शिक्षक दंपती ने 73 लाख रुपए ठगे:निवेश के नाम पर पैसे ऐंठे, पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
प्रयागराज के झूंसी थाना क्षेत्र स्थित अंदावा में तैनात एक सरकारी शिक्षक और उनकी पत्नी पर 73 लाख रुपए की ठगी का आरोप लगा है। नवाबगंज निवासी सत्यम द्विवेदी ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि शिक्षक जय सिंह यादव और उनकी पत्नी संगीता यादव ने निवेश के नाम पर उनसे लाखों रुपए कैश और ऑनलाइन दोनों माध्यमों से लिए थे। शिकायतकर्ता के मुताबिक, जब उन्होंने अपनी रकम वापस मांगी तो दंपत्ति ने उन्हें धमकाना शुरू कर दिया। आरोप है कि जय सिंह और उनकी पत्नी ने सत्यम को बलात्कार या हत्या जैसे झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकी दी और जान से मारने की बात कही। पीड़ित का कहना है कि आरोपी शिक्षक पहले भी कई लोगों से लाखों रुपए ठग चुका है और अपनी सरकारी नौकरी का रौब दिखाकर लोगों को झांसा देता रहा है। पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद आरोपित दंपति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए वित्तीय लेन-देन और आरोपों की पूरी जांच की जाएगी।
चनपटिया विधानसभा सीट के टिकुलिया की रहने वाली आभा देवी नेपाल के भरतपुर में पति के साथ पकौड़ी बेचती हैं। छठ पूजा में चनपटिया आई हैं। बिहार में विधानसभा चुनाव हैं, इसलिए रुक गईं। 11 नवंबर को वोट डालकर ही लौटेंगी। आभा देवी कहती है, ‘अगर भारत में ही कोई ढंग का काम मिल जाता, तो दूसरे देश में कमाने के लिए नहीं जाते। बच्चे वहां पढ़ाई करते हैं, लेकिन उस पढ़ाई की अपने देश में कहीं वैल्यू नहीं है। नेपाल के लोग हमें ताने मारते हैं। हम बस पेट पालने के लिए नेपाल में रह रहे हैं। चनपटिया में ही कोई रोजगार मिल जाता, तो यहीं काम करते।’ आभा देवी बेबसी भरी आवाज में पलायन और रोजगार का दर्द बता देती हैं। पश्चिम चंपारण जिले के चनपटिया से पटना करीब 210 किमी और नेपाल का भरतपुर करीब 180 किमी दूर है। आभा देवी के काम के लिए भरतपुर को चुना। चनपटिया में 11 नवंबर को सेकेंड फेज में वोटिंग होनी है। जन सुराज ने यहां से फेमस यूट्यूबर मनीष कश्यप को उतारा है। इससे ये सीट चर्चा में है। NDA से BJP के मौजूदा विधायक उमाकांत सिंह और महागठबंधन से कांग्रेस के अभिषेक रंजन चुनाव लड़ रहे हैं। चनपटिया उन सीटों में शामिल हैं, जहां प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज NDA और महागठबंधन को कड़ी टक्कर दे रही है। दैनिक भास्कर ने यहां के लोगों से बात की और उनके मुद्दे, परेशानियां जानीं। इससे पता चला कि रोजगार यहां का सबसे बड़ा मुद्दा है। चीनी मिल बंद हो चुकी है, देश भर में चर्चित स्टार्टअप जोन बंद होने की कगार पर है, स्टील प्लांट में अब तक प्रोडक्शन शुरू नहीं हुआ है। चनपटिया सीट का गणितइस सीट पर पहली बार 1957 में चुनाव हुए थे। तब कांग्रेस की केतकी देवी जीती थीं। BJP को पहली जीत साल 2000 में मिली। इसके बाद से यह सीट BJP के कब्जे में है। 2000 में सतीश मिश्रा, 2005 में सतीश चंद्र दुबे, 2010 में चंद्रमोहन राय, 2015 में प्रकाश राय और 2020 में उमाकांत सिंह ने चुनाव जीता। 2020 में उमाकांत सिंह ने कांग्रेस के अभिषेक रंजन को 13,469 वोट से हराया था। उमाकांत सिंह को 83,828 और अभिषेक रंजन को 70,359 वोट मिले थे। तीसरे नंबर पर निर्दलीय लड़े मनीष कश्यप को 9,239 वोट मिले थे। इस बार मनीष कश्यप जन सुराज की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। चनपटिया सीट पर सबसे ज्यादा भूमिहार वोटर हैं। फिर यादव, ब्राह्मण और मुसलमान हैं। लोगों को शिकायत, बंद पड़ी चीनी मिल शुरू नहीं हो पाईचनपटिया बाजार के रहने वाले मुनींद्र जायसवाल कहते हैं, ‘चुनाव के पहले BJP का कोई बड़ा नेता चनपटिया पहुंचता है, तो कहता है अगली बार आएंगे, तो चीनी मिल में बनी चीनी से ही चाय पिएंगे, लेकिन आज तक चीनी मिल शुरू नहीं हो पाई है। 20 साल से यहां BJP के उम्मीदवार जीत रहे हैं। राज्य में उनकी ही सरकार है, लेकिन 20 साल में BJP ने कुछ नहीं किया है। इस बार तो हम बदलाव करना चाह रहे है।’ चनपटिया बाजार में स्टेशनरी की दुकान चलाने वाले आनंद कुमार कहते है, ‘चनपटिया में कितने मुद्दे गिनाएं, यहां मुद्दों की कमी नहीं है। स्टार्टअप जोन बंद होने की कगार पर है। स्टील प्लांट में प्रोडक्शन बंद है। चीनी मिल चालू नहीं हुई। यहां के लोग बेरोजगार हैं और काम के लिए पलायन कर रहे हैं। आज तक किसी भी पार्टी के नेता या मंत्री ने इस पर चर्चा नहीं की।’ स्टार्टअप जोन और स्टील प्लांट यहां के मुद्देऔरैया के रहने वाले अमित कुमार प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं। उनके लिए पढ़ाई, सुरक्षा, बिजली और सड़क जरूरी मुद्दे हैं। अमित कहते हैं, ‘पढ़ाई सबसे बड़ा मुद्दा है। हम पढ़ेंगे तो खुद से ही हमारा विकास होगा। पढ़े होंगे तो नौकरियां मिलेंगी।’ अमित आगे कहते हैं, ‘नीतीश ने बिहार के लिए बीते 20 साल में बेहतर काम किया है। उन्होंने जो किया, किसी से छुपा नहीं है। आज बिहार के हर गांव मे स्कूल खुल गया। हम सुरक्षित हैं। सरकारी नौकरी की वैकेंसी निकली है। अस्पतालों में सुविधाएं बढ़ी हैं। दूर-दूर से लोग इलाज कराने आते हैं। दवा भी मिल जाती है। सड़कें पहले से बेहतर हुई हैं। इसलिए नीतीश जी को एक बार फिर मौका देना चाहिए।’ चनपटिया के ही रहने वाले अनुराग राय मेडिकल डिपार्टमेंट में काम करते है। वे कहते है, ‘चनपटिया में डॉक्टर हॉस्पिटल आ रहे हैं। कई स्कूल अधूरे पड़े थे, अब वे भी पूरे हो रहे हैं। सरकार लगातार मेहनत कर रही है, उसे कंटिन्यू करने का मौका मिलना चाहिए। मैं खुद प्राइवेट जॉब करता हूं, बेरोजगार नहीं हूं।’ गुजरात में रहकर वेल्डिंग का काम करने वाले मोहम्मद अरमान मानते है कि अगर चनपटिया में कोई फैक्ट्री होती, तो हम यहीं रोजगार या नौकरी करते। अरमान कहते है, ‘सरकार ने चनपटिया में कोई विकास नहीं किया है। यहां के लोग बाहर कमाने के लिए जाते है। यहां फैक्ट्री खोलनी चाहिए। एक स्टार्टअप जोन था, तो वह बंद होने की कगार पर है। स्टील फैक्ट्री भी नहीं चल रही। इस बार हम बदलाव चाहते है, इसलिए कांग्रेस को वोट देंगे।’ ‘योजनाएं लागू नहीं हो रहीं, बिचौलिए पैसे खा रहे’चनपटिया के व्यापारी मुनींद्र कुमार कहते हैं, ‘यहां की जमीन गन्ने के खेती के लिए सबसे उपजाऊ है। यहां चीनी मिल थी, तो किसान खुश थे। 1994 के बाद से मिल बंद है। कई किसानों का पैसा अब भी फंसा है। हर चुनाव में BJP के नेता आते हैं और चीनी मिल फिर से चालू करने का वादा करते है। वे राज्य सरकार की योजनाएं भी सही से लागू नहीं कर पाते। बिचौलिए पैसे खा जाते हैं। इसलिए इस बार हम बदलाव चाह रहे हैं। बदलाव में किसे चुनेंगे? मनींद्र जवाब देते हैं’ ‘दूसरा ऑप्शन कांग्रेस है। हम चाहते हैं कि चनपटिया और पटना दोनों जगह बदलाव हो।’ मनीष कश्यप के बारे में मुनींद्र कहते है कि मनीष कश्यप चनपटिया के ही रहने वाले हैं। विकास की बात करते है, लेकिन अभी नए हैं। उनकी पार्टी भी नई है। सेमुआपुर के रहने वाले 65 साल के पारस सिंह किसान हैं। मनीष कश्यप के बारे में पूछने पर कहते हैं, ‘उम्मीद है कि प्रशांत किशोर की सरकार बनती है, तो रोजगार पर काम करेगी। मनीष कश्यप पर पूरा भरोसा है कि वे चनपटिया का विकास करेंगे। उनके बराबर कोई और नेता हमारे मुद्दे नहीं उठाता। हम चाहते हैं कि मनीष विधायक बनें, ताकि हमारी समस्या की आवाज बन सकें।’ अब कैंडिडेट की बात उमाकांत सिंह, BJP कैंडिडेटउमाकांत सिंह कहते हैं, ‘जनता ने मुझे 5 साल का मौका दिया। इन 5 साल में मैंने हर गली-मोहल्ले में सड़कें बनवाईं, हर घर तक तार, ट्रांसफॉर्मर पहुंचाया। छठ घाट, चबूतरा, बड़े प्रोजेक्ट पूरे किए।' 'बेतिया छावनी से नरकटियागंज रोड, लोरिया से कैथोलिया रोड, आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण केंद्र, ब्लॉक में जीआई टैग वाला चूड़ा स्टार्टअप जोन, टेक्सटाइल पार्क, बिहार स्पेशल इकोनॉमिक जोन के लिए भी काम किया है। चनपटिया में निबंधन कार्यालय खुलवाया। चाहे शिक्षा हो, स्वास्थ्य हो, अधूरे स्वास्थ्य केंद्र हों या +2 स्कूल, जो भी मुद्दा आएगा, उसे पूरा करेंगे।’ मनीष कश्यप, जन सुराजजन सुराज के कैंडिडेट मनीष कश्यप कहते हैं, ‘मेरा एक ही संकल्प है। ये पूरा इलाका चमकाऊंगा। सबसे पहला काम सालों से बंद पड़ी चीनी मिल चालू कराना होगा। ब्लॉक ऑफिस को दुरुस्त करना, हॉस्पिटल में डॉक्टर-दवा की व्यवस्था करना, शिक्षा को ऐसा बनाना कि हर बच्चा अच्छे स्कूल में पढ़े।’ ‘मैं किसानों का दर्द समझता हूं। बाढ़ से फसल बर्बाद होती है, मुआवजा नहीं मिलता। अब उचित मुआवजा दिलवाऊंगा और बाढ़ को स्थायी रूप से कंट्रोल करने का काम करूंगा। यूरिया-खाद समय पर नहीं मिलता, वो भी अब घर-घर पहुंचेगा।’ ‘अलग-अलग बाजारों में सब्जी मार्केट, मछली मार्केट के लिए पक्के शेड बनवाऊंगा। ये कोई हवाई वादे नहीं, बल्कि प्राथमिक मुद्दे हैं, जिनसे चनपटिया का असली विकास होगा।’ एक्सपर्ट बोले- मनीष कश्यप पॉपुलर, सबका खेल बिगाड़ेंगे चनपटिया के पत्रकार मनोज कुमार ओझा कहते हैं, ‘चनपटिया में इस बार जबरदस्त टक्कर है। पिछले चुनाव में मनीष कश्यप निर्दलीय लड़कर तीसरे नंबर पर रहे थे। कांग्रेस से अभिषेक रंजन और BJP से उमाकांत सिंह थे। इस बार भी यही चेहरे हैं, लेकिन मनीष कश्यप अब जन सुराज के टिकट पर हैं।’ ‘मनीष कश्यप का फैक्टर बहुत बड़ा है। उनकी पहचान है। यूट्यूब, फेसबुक पर उनके लाखों फॉलोअर्स हैं। पिछली बार निर्दलीय होने से वोट बंट गए, लेकिन अब वे पार्टी के प्रत्याशी हैं। कैडर तैयार है, युवा उनके लिए पागल हैं। कई लोगों की निगाहें उन पर टिकी हैं। वे वोट काट सकते हैं। सभी का खेल बिगाड़ सकते हैं।’ पॉलिटिकल एक्सपर्ट प्रियदर्शी रंजन कहते है, ‘इस बार BJP के इस किले को मनीष कश्यप चुनौती दे रहे हैं। वे भूमिहार कम्युनिटी से हैं। अगर मनीष जातियों का समीकरण साधने में कामयाब हो गए, तो BJP को कड़ी टक्कर दे सकते हैं। ’ हालांकि, BJP से भूमिहार वोट तोड़ना लोहे के चने चबाने जैसा है। हमेशा से भूमिहारों का रुझान BJP की ओर रहा है और इस चुनाव में भी यही दिख रहा है। अगर भूमिहार वोट मनीष कश्यप की ओर खिसक गए, तो इसे मनीष का करिश्मा माना जाएगा। अगर वे जीत गए, तो यह बहुत बड़ा उलटफेर होगा। फिलहाल BJP का पलड़ा भारी है। उसका गढ़ ढहाना आसान नहीं।’
35 पैक्स और व्यापार मंडल अध्यक्षों व प्रबंधकों को शो-कॉज
भास्कर न्यूज | सीवान सहकारिता विभाग ने जिले के कई पैक्स और व्यापार मंडलों की ओर से सीएमआर आपूर्ति के विरुद्ध धान हस्तांतरण में बरती जा रही लापरवाही पर कड़ा रुख अपनाया है। जिला सहकारिता पदाधिकारी सौरभ कुमार ने जिले के ऐसे 35 सभी पैक्स और व्यापार मंडल अध्यक्षों व प्रबंधकों को स्पष्टीकरण जारी किया है। यह कार्रवाई विभागीय समीक्षा बैठक में आई गंभीर कमियों के आधार पर की गई है। विभागीय जानकारी के अनुसार जिले के 35 पैक्स और व्यापार मंडलों के पास अब भी 697.50 टन धान लंबित है।जिसे संबंधित मिलरों को हस्तांतरित नहीं किया गया है। इस देरी पर संयुक्त निबंधक सहयोग समितियाँ पटना ने गहरी नाराजगी जताई है। अधिकारियों ने कहा है कि सीएमआर आपूर्ति की समयसीमा पूरी होने के बाद भी धान हस्तांतरण न होना गंभीर लापरवाही का संकेत है और यह वरीय अधिकारियों के आदेश की अवहेलना मानी जाएगी। जिला सहकारिता पदाधिकारी ने स्पष्ट किया है कि धान का शत-प्रतिशत हस्तांतरण नहीं करने से समितियों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है, जो समिति हित के खिलाफ है। ऐसे पदाधिकारियों के विरुद्ध नियम संगत कार्रवाई की जाएगी। साथ ही सभी संबंधित पैक्स व व्यापार मंडलों को 24 घंटे के भीतर अपना स्पष्टीकरण जिला सहकारिता कार्यालय में जमा करने का निर्देश दिया गया है।इधर यह भी संदेह जताया जा रहा है कि जिन पैक्स और व्यापार मंडलों के पास धान लंबित दिखाया गया है। उनके गोदामों में वास्तविक रूप से धान मौजूद नहीं है। संभावना यह जताई जा रही है कि इन संस्थाओं ने सरकारी धान की गबन कर खुले बाजार में बिक्री कर दी है। इस कारण संबंधित राइस मिलों को चावल उपलब्ध कराने के बावजूद धान हस्तांतरित नहीं किया जा रहा है।उधर, नए वित्तीय वर्ष के लिए विभाग ने धान खरीद प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। प्रथम चरण में 42 पैक्स और व्यापार मंडलों का चयन किया गया है, ताकि समय पर खरीद और भंडारण की प्रक्रिया पूरी हो सके। हालांकि, पिछले सीएमआर आपूर्ति में हुई लापरवाही से यह सवाल खड़ा हो गया है कि जब पुराने स्टॉक का हिसाब साफ नहीं है तो नए खरीफ सत्र में पारदर्शिता कैसे सुनिश्चित होगी। विभागीय अधिकारी ने स्पष्ट किया कि विभाग स्तर पर इस पूरे प्रकरण की निगरानी की जा रही है और यदि निर्धारित अवधि में स्पष्टीकरण नहीं दिया गया तो संबंधित पदाधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई तय है।
शेयर बाजार में मुनाफे का झांसा दिया, साथी ने ही हड़पे 49.53 लाख
सीकर | शेयर बाजार में ट्रेडिंग के नाम पर अच्छा मुनाफा कमाने का झांसा देकर 49.53 लाख रुपए हड़पने का मामला दर्ज हुआ है। इस्तगासे के जरिए कोतवाली थाने में केस दर्ज हुआ है। पुलिस के अनुसार चांदपोल गेट के पास रहने वाले नितिन कुमार का आरोप है कि डीडवाना- कुचामन का जितेंद्र कुमार उसके साथ पढ़ा था। जितेंद्र ने उसे बताया कि वह शेयर बाजार में ट्रेडिंग करके अच्छा मुनाफा कमाता है। जितेंद्र खुद को भारतीय प्रतिभूति व विनियम आयोग द्वारा पंजीकृत सलाहकार भी बताता था। इसके अलावा मोबाइल में अपना पोर्ट फोलियो दिखाता था। जिसमें भारी मुनाफा हुआ नजर आता था। नितिन के अनुसार इसके बाद जितेंद्र ने कहा कि तुम भी ट्रेडिंग कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हो। इस पर नितिन ने झांसे में आकर नौ निवेशकों से लाखों रुपए उसे जुटाकर दे दिए। पीड़ित का आरोप है कि जितेंद्र ने उससे 49.53 लाख रुपए हड़प लिए। पीड़ित ने जब रुपए वापस मांगे तो जितेंद्र ने धमकी दी कि अब यदि रुपए मांगे तो वह अपने परिवार के साथ आत्महत्या कर लेगा और उल्टा उसे ही फंसा देगा।
उत्तर प्रदेश के महोबा जिले के चर्चित विस्फोटक व्यापारी इंद्रकांत त्रिपाठी हत्याकांड में जेल में बंद तत्कालीन पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार को सुप्रीम कोर्ट ने सशर्त जमानत दे दी है। शीर्ष अदालत ने पाटीदार को अपना पासपोर्ट जमा कराने और उस जिले में प्रवेश न करने का निर्देश दिया है, जहां यह अपराध हुआ था। कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया कि वे केवल ट्रायल से संबंधित आवश्यकता होने पर ही उस जिले में जा सकेंगे। यह मामला कबरई के पत्थर एवं विस्फोटक व्यापारी इंद्रकांत त्रिपाठी से जुड़ा है। 7 सितंबर 2020 को इंद्रकांत ने एक वीडियो जारी कर तत्कालीन एसपी पाटीदार पर 6 लाख रुपए मासिक रिश्वत मांगने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया था। वीडियो होने के अगले ही दिन, 8 सितंबर को वे अपनी कार में गोली लगने से घायल मिले थे। उन्हें कानपुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। जहां 13 सितंबर 2020 को उनकी मौत हो गई थी। मृत व्यापारी के भाई रविकांत त्रिपाठी ने एसपी पाटीदार, कबरई थाना प्रभारी देवेंद्र शुक्ला, व्यापारी ब्रह्मदत्त और सुरेश सोनी के खिलाफ आत्महत्या के लिए प्रेरित करने सहित अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। मामला दर्ज होने के बाद मणिलाल पाटीदार रहस्यमय तरीके से फरार हो गए थे। पुलिस ने उन्हें पकड़ने के लिए राजस्थान समेत कई राज्यों में तलाश की, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। इस दौरान गठित एसआईटी जांच में सिपाही अरुण यादव की भूमिका संदिग्ध पाई गई, जो आय से अधिक संपत्ति का मालिक निकला। जांच के आधार पर आठ इंस्पेक्टर और पांच दरोगाओं पर भी विभागीय कार्रवाई की गई थी। लंबे समय तक फरार रहने के बाद वर्ष 2022 में पाटीदार ने भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट में आत्मसमर्पण किया, जिसके बाद उन्हें जेल भेजा गया। इसी बीच, सरकार ने 2 सितंबर 2022 को उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया था। हाईकोर्ट से जमानत याचिका खारिज होने के बाद पाटीदार ने सुप्रीम कोर्ट में विशेष अनुमति याचिका (SLP) दाखिल की थी, जिस पर अब शीर्ष अदालत ने सशर्त जमानत मंजूर कर ली है।
साइबर अपराधियों ने निवेश पर मुनाफे का झांसा देकर सेवानिवृत्त इंजीनियर के साथ 29 लाख रुपए की ठगी कर ली। करीब दस बार में पीड़ित से ठगों ने विभिन्न खातों में रकम ट्रांसफर कराई। शिकायत पर साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। सेक्टर-11 के पी ब्लॉक में रहने वाले सुनील कुमार गुप्ता इंजीनियर के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। इसी माह 18 सितंबर को कथित मीना जोशी और आरव गुप्ता ने खुद को स्टॉक ब्रोकर बताकर सुनील से संपर्क किया। दोनों ने खुद को एक क्रेडिट सिक्योरिटीज का कर्मचारी बताया। वॉट्सऐप पर बातचीत करने के बाद मीना और आरव ने पीड़ित से कहा कि अगर उसके बताए अनुसार निवेश किया जाए तो कम समय में ही दो से तीन गुना तक मुनाफा हो सकता है। वाट्सऐप ग्रुप से जोड़ाकई दिन तक बातचीत करने के बाद जब इंजीनियर ने निवेश करने का विचार किया तो कथित स्टॉक ब्रोकर ने उन्हें एक वाट्सऐप गुप पर जोड़ लिया। इंजीनियर को वाट्सऐप ग्रुप पर ही शेयर ट्रेडिंग का प्रशिक्षण मिलने लगा। ठगों ने उन्हें एक ऐप भी डाउनलोड करवा दिया। जिसपर निवेश की रकम बढ़ती हुई दिख रही थी। इसके बाद पीड़ित ने मुनाफे के चक्कर में निवेश करना शुरू किया। शुरुआती चरण में निवेश करने पर इंजीनियर को मुनाफा हुआ। उनको मुनाफे समेत रकम निकालने की अनुमति भी दी गई। ग्रुप से किया बाहर, फोन हुआ बंदइसके बाद इंजीनियर को यकीन हो गया कि उनका धन सही जगह पर निवेश कराया जा रहा है। उन्होंने मुनाफे के चक्कर में 10 से अधिक बार में 29 लाख 19 हजार रुपए ठगों द्वारा बताए गए खाते में ट्रांसफर कर दिए। अचानक पीड़ित को रुपए की आवश्यकता पड़ गई। ऐसे में उन्होंने मुनाफे समेत रकम निकालने का प्रयास किया। बताया गया कि विभिन्न करों का भुगतान करने के बाद ही रकम निकल सकेगी। बार-बार रुपए वापस करने के लिए कहने पर ठगों ने इंजीनियर को ग्रुप से ही बाहर कर दिया। जिन दोनों आरोपियों ने पीड़ित को ग्रुप पर जोड़ा था, उनका नंबर भी बंद आने लगा। पीड़ित ने बताया कि उसे जिस ग्रुप में जोड़ा गया था, उसमें कई सदस्य पहले से ही जुड़े थे।
छतरपुर शहर के छत्रसाल चौराहे स्थित मेला ग्राउंड में कोर्ट के स्थगन आदेश के बावजूद एक प्रदर्शनी लगाई जा रही थी। इसकी जानकारी मिलने पर शनिवार को स्थानीय व्यापारी एकजुट होकर मेला ग्राउंड पहुंचे और प्रदर्शनी लगा रहे कर्मचारियों से बहस की। व्यापारियों ने मौके पर ही काम रुकवा दिया। सूचना मिलने पर सिटी कोतवाली थाना प्रभारी अरविंद दांगी पुलिस बल के साथ पहुंचे और स्थिति को शांत कराया। नगर पालिका परिषद ने संजय चौरसिया (निवासी शेखनपुरा महोबा, उत्तर प्रदेश) को 10 नवंबर 2025 से 10 जनवरी 2026 तक मेला लगाने की अनुमति दी थी। हालांकि, व्यापारियों के विरोध के बाद नगर पालिका ने 15 सितंबर 2025 को यह आदेश रद्द कर दिया था। इसके बाद संजय चौरसिया ने कोर्ट से स्थगन आदेश प्राप्त कर लिया, जिसकी अगली सुनवाई अगले सोमवार को होनी है। लेकिन सुनवाई से पहले ही उन्होंने मेला ग्राउंड में प्रदर्शनी का काम शुरू कर दिया। एसडीएम अखिल राठौर ने बताया कि वह शहर से बाहर हैं और उन्होंने मेला लगाने की कोई अनुमति नहीं दी है। उन्होंने जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया। वहीं, नगर पालिका सीएमओ माधुरी शर्मा ने पुष्टि की कि नगर पालिका ने परमिशन रद्द कर दी थी, जिसके बाद आयोजक ने कोर्ट से स्थगन आदेश प्राप्त किया है। व्यापारियों ने ठेकेदार से मिलकर शहर के लोगों पर दलाली करने के आरोप लगाए। धर्म गुप्ता ने बताया कि मेला ग्राउंड में लगने वाली ऐसी प्रदर्शनियों से छोटे दुकानदार बहुत परेशान हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पूरे साल मेला लगाया जाता है, जिसमें बाहर से आने वाले व्यापारी सस्ते और खराब गुणवत्ता वाले सामान बेचकर चले जाते हैं, जिससे ग्राहक भ्रमित होते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले तीन साल से उनकी दुकानदारी पूरी तरह ठप है। धर्म गुप्ता ने यह भी बताया कि वे पहले कलेक्टर, नगर पालिका सीएमओ और एसडीएम को शिकायत दे चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद मेला लगाया जा रहा है।
नारनौल में आज (शनिवार) व्यापार मंडल नारनौल सिटी की कार्यकारिणी गठित की गई। इस मौके पर विधायक ओमप्रकाश यादव मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने नई गठित कार्यकारिणी को बधाई दी। उन्होंने व्यापारियों से उनकी समस्याओं को भी जाना। व्यापार मंडल के प्रधान वैध किशन वशिष्ठ ने बताया कि इसमें संजय गर्ग को शहरी प्रधान बनाया गया है। इसके अलावा नौ उपप्रधान बनाए गए हैं। जिनमें अजय गुप्ता, दीपक बंसल, गोपाल मित्तल, जयप्रकाश, कृष्ण कुमार यादव, जगदीश किंगर, महावीर जैन, विनोद सर्राफ व सुधीर यादव शामिल हैं। 3 सहसचिव बने वहीं प्रदीप संघी को कार्यकारिणी सदस्य बनाया गया है। उन्होंने बताया कि विनोद सोनी व पूर्णचंद सिंघल को महामंत्री, संजय मित्तल, ओमप्रकाश यादव, अनिल गोयल को महासचिव, अमित गर्ग, भारत जोहरी, देवेंद्र नूनीवाल व हरिराम सैनी को सहसचिव बनाया गया है। ये बने कार्यकारिणी सदस्य उन्होंने बताया कि मोनू, अतुल संघी, तरणजीत सिंह, संदीप जैन, संजय सिंघल, मनीष भारद्वाज, रोहताश सैनी, गर्वेश वर्मा, अनूप गोयल, देवेंद्र सैनी, केशव सोनी, हिमांशु सोनी, दीपक वर्मा व मोनू नरुला को कार्यकारिणी सदस्य बनाया गया है। इस मौके पर पूर्व जीएम सुरेंद्र चौधरी, मार्केट कमेटी के पूर्व चेयरमैन जेपी सैनी व बलदेव सिंह चहल भी मौजूद रहे।
ग्वालियर के पॉश सिटी सेंटर गोविंदपुरी इलाके में पुलिस ने शुक्रवार की रात एक फ्लैट से बांग्लादेशी युवती को पकड़ा है। यह युवती ढाका (बांग्लादेश) की रहने वाली है और 8 माह पहले कोलकाता के रास्ते भारत आई थी। पुलिस ने उसके साथ एक युवक को भी हिरासत में लिया है। युवती के मोबाइल से संदिग्ध चैट और विदेशी नंबर मिले हैं। जांच में खुलासा हुआ है कि उसे देह व्यापार के लिए भारत लाया गया था। सीएसपी विश्वविद्यालय हिना खान को सूचना मिली थी कि गोविंदपुरी में एक बांग्लादेशी युवती किराए के फ्लैट में रह रही है। टीम ने देर रात छापा मारा तो वहां युवती एक युवक के साथ मिली। जब पुलिस ने पहचान पत्र मांगे, तो वह कोई दस्तावेज नहीं दिखा सकी। तलाशी में उसके बांग्लादेशी होने के प्रमाण मिले। दोनों को हिरासत में लेकर थाने लाया गया। ढाका से दिल्ली, फिर ग्वालियर आईपूछताछ में युवती ने बताया कि वह ढाका की रहने वाली है और करीब आठ माह पहले कोलकाता होते हुए दिल्ली और फिर ग्वालियर पहुंची थी। उसने यह भी कबूला कि बांग्लादेश के दलाल अनीस शेख की मदद से उसे भारत लाया गया और देह व्यापार में धकेला गया। ग्वालियर में वह राजेंद्र नाम के व्यक्ति के संपर्क में थी और यहां भी अनैतिक गतिविधियों में शामिल थी। संदिग्ध चैट और मोबाइल नंबर मिलेपुलिस को युवती के मोबाइल से कई संदिग्ध चैट और विदेशी मोबाइल नंबर मिले हैं। इससे आशंका है कि उसका नेटवर्क अंतरराज्यीय या अंतरराष्ट्रीय हो सकता है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि युवती के पास भारत आने के लिए फर्जी पासपोर्ट या अन्य दस्तावेज तो नहीं थे। और भी युवतियों के होने की आशंकापूछताछ के दौरान युवती ने पुलिस को बताया कि उसके जैसी और भी कई लड़कियों को देह व्यापार के लिए भारत लाया गया है, जो अलग-अलग शहरों में हैं। पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क की कड़ियां जोड़ने की कोशिश कर रही है कि क्या यह सिर्फ देह व्यापार का मामला है या इसके पीछे कोई बड़ा गिरोह सक्रिय है। पहले भी पकड़ाया था बांग्लादेशी परिवारग्वालियर में बांग्लादेशी नागरिकों की धरपकड़ पुलिस लगातार कर रही है। एक माह पहले महाराजपुरा इलाके से आठ सदस्यों वाले एक बांग्लादेशी परिवार को पकड़ा गया था, जिन्हें फिलहाल पुलिस लाइन के डिटेंशन सेंटर में रखा गया है।एएसपी विनिता डागर ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर गोविंदपुरी इलाके में छापा मारा गया था। पकड़ी गई युवती बांग्लादेशी निकली है और उसका कहना है कि उसे देह व्यापार के लिए भारत लाया गया था। फिलहाल उससे पूछताछ जारी है और उसके नेटवर्क की जांच की जा रही है। ये भी पढ़ें... ग्वालियर में एयरबेस के पास से 8 बांग्लादेशी पकड़ाए करीब एक महीने पहले ग्वालियर के महाराजपुरा इलाके से 8 बांग्लादेशी नागरिक पकड़ाए थे। यह कार्रवाई हरियाणा पुलिस के इनपुट पर की गई थी। पकड़े गए बांग्लादेशी लोग बिना नागरिकता के 12 साल से यहां रह रहे थे। पढ़ें पूरी खबर...
लखनऊ में 51.74 करोड़ की टैक्स चोरी:दो व्यापारियों ने बनाई बोगस फर्में, जीएसटी विभाग ने दर्ज कराई FIR
राजधानी में टैक्स चोरी का बड़ा मामला सामने आया है। विभूतिखंड और बिजनौर इलाके में दो व्यापारियों ने फर्जी फर्में बनाकर करीब 51.74 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी की। दोनों मामलों में राज्य कर विभाग के सहायक आयुक्त और उपायुक्त ने अलग-अलग थानों में एफआईआर दर्ज कराई है। बिजली बिल और पता दोनों गलत निकले, 25 करोड़ का नुकसान राज्य कर खंड-21 के सहायक आयुक्त गौरव कुमार राजपूत ने बताया कि 13 जून 2024 को व्यापारी हसीब खान ने एचके इंपैक्स नाम से एक फर्म का जीएसटी पंजीकरण कराया था। दस्तावेजों में उसने फर्म का पता अयोध्या रोड पर दर्शाया और बिजली बिल को प्रमाण के तौर पर लगाया, जो जांच में फर्जी निकला। अधिकारियों की टीम जब मौके पर पहुंची, तो फर्म अस्तित्व में नहीं मिली। दस्तावेजों की जांच में खुलासा हुआ कि हसीब खान ने नकली इनवॉइस जारी कर करोड़ों का इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) हासिल किया था। जांच में अनुमानित टैक्स चोरी की राशि करीब 25 करोड़ रुपये पाई गई। इसके बाद 3 नवंबर को विभूतिखंड थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई। बिजनौर के ‘सन इंटरप्राइजेज’ से 26.74 करोड़ की टैक्स चोरी वहीं, राज्य कर खंड-19 के उपायुक्त अशोक कुमार त्रिपाठी के अनुसार, व्यापारी सुवेंदु ने 24 मई 2024 को अपनी फर्म सन इंटरप्राइजेज का पंजीकरण बिजनौर क्षेत्र में कराया था। विभाग की जांच टीम जब बताए पते पर पहुंची, तो वहां कोई फर्म नहीं मिली। संदेह बढ़ने पर जीएसटी पोर्टल की जांच की गई, जहां यह सामने आया कि सुवेंदु ने 26.74 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी की है। मामले की गंभीरता को देखते हुए विभाग ने बिजनौर थाने में केस दर्ज कराया है। राज्य कर विभाग सख्त, दस्तावेजों की जांच जारी थानों के प्रभारी निरीक्षकों का कहना है कि विभाग से संबंधित दस्तावेज मांगे गए हैं, ताकि साक्ष्यों के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा सके। विभाग ने साफ किया है कि फर्जी फर्मों और टैक्स चोरी के मामलों में जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी। “दोनों मामलों में सबूत पुख्ता हैं। जांच में और फर्मों के नाम भी सामने आ सकते हैं।”
जरूरी चीजों के घट रहे दाम, अक्टूबर की खुदरा महंगाई दर में आएगी बड़ी गिरावट: रिपोर्ट
अक्टूबर की खुदरा महंगाई दर में 0.4 प्रतिशत से लेकर 0.6 प्रतिशत तक की गिरावट आ सकती है। इसकी वजह जरूरी चीजों की कीमतों में कमी आना है। यह जानकारी शुक्रवार को जारी बैंक ऑफ बड़ौदा की एक रिपोर्ट में दी गई
उत्तर प्रदेश युवा उद्योग व्यापार मंडल और महिला इकाई की बैठक हुई। जिस में निर्णय लिया गया कि स्वदेशी जागरण मंच के संस्थापक दत्तोपंत ठेंगड़ी की जन्म जयंती 10 नवंबर को स्वदेशी संकल्प दिवस के रूप में मनाई जाएगी। दारुलशफा मुख्यालय पर आयोजित इस बैठक की अध्यक्षता अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष संदीप बंसल ने की। उन्होंने बताया कि प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में यह तय किया गया है कि 10 नवंबर को प्रदेश के सभी जनपदों में व्यापारी वर्ग स्वदेशी का संकल्प लेगा। राजधानी में गांधी प्रतिमा हजरतगंज पर व्यापारी और विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि एकत्र होकर स्वदेशी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करेंगे। संदीप बंसल ने कहा कि 10 नवंबर 1920 को जन्मे दत्तोपंत ठेंगड़ी जी ने देशभर में स्वदेशी की अलख जगाई और आत्मनिर्भर भारत के लिए जनजागरण का अभियान चलाया। उनके विचार आज भी देश के आर्थिक स्वावलंबन और राष्ट्र निर्माण की दिशा में प्रेरणा स्रोत हैं। उन्होंने स्वदेशी जागरण मंच की स्थापना कर युवाओं और उद्यमियों को स्थानीय उत्पादों को अपनाने का संदेश दिया। बैठक में महानगर अध्यक्ष सुरेश छाबलानी, युवा नगर अध्यक्ष अश्वन वर्मा, वरिष्ठ महामंत्री राजीव कक्कड़, अनुज गौतम, महिला महामंत्री बीनू मिश्रा, उपाध्यक्ष हिना सिराज खान, मृदुला भार्गव, मनी टंडन, जिला प्रभारी पतंजलि यादव, युवा जिला अध्यक्ष ललित सक्सेना, विकास सक्सेना, सुनीत साहू, सोशल मीडिया प्रभारी संजयनिधि अग्रवाल समेत तमाम पदाधिकारि मौजूद रहे।
श्रीगंगानगर में हनुमानगढ़ रोड स्थित चेताली एनक्लेव के सामने फर्नीचर व्यापारी से लाखों की लूट होने का मामला सामने आया है। व्यापारी शोरूम बंद कर स्कूटी से अपने घर जा रहा था। इस दौरान पीछे से आए बाइक सवार बदमाश व्यापारी की आंखों में मिर्ची पाउडर डालकर पैसों से भरा बैग और लेपटॉप छीनकर भाग गए। बैग में 4 लाख रुपए थे। घटना श्रीगंगानगर के सदर थाना क्षेत्र की है। बाइक सवार बदमाशों ने फेंका मिर्ची पाउडरमनन फर्नीचर के मालिक गुरसिमरन ने बताया- वह शाम के करीब 8 बजे इंद्रा वाटिका स्थित अपना शोरूम बंद कर स्कूटी पर घर जा रहा था। जैसे ही वह हनुमानगढ़ रोड स्थित चेताली एनक्लेव के सामने अपने घर के नजदीक पहुंचा, तो पीछे से आए दो बाइक सवार बदमाशों ने उसकी आंखों में लाल मिर्ची पाउडर डाल दिया। इसके बाद बदमाशों ने व्यापारी से पैसों से भरा बैग व लैपटॉप बैग छीन लिया। 4 लाख रुपए और लेपटॉप लूटकर भाग गएलूट की वारदात देखकर बचाने आए सोनू नाम के युवक व गुरसिमरन पर बदमाशों ने चाकुओं से ताबड़तोड़ वार करने शुरू कर दिए। इसके बाद बदमाश शोरूम मालिक से 4 लाख रुपए व लेपटॉप लूटकर भाग गए। घटना में गुरसिमरन व सोनू घायल हो गए, जिन्हें आस-पास के लोगों ने श्रीगंगानगर के सरकारी हॉस्पिटल में भर्ती कराया, जहां उनका इलाज चल रहा है। घटना की सूचना पर सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और नाकाबंदी करवाई गई। फिलहाल पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश में जुट गई है।
भिंड जिले की गोहद मंडी में बीते आठ दिनों से धान की खरीदी का इंतजार कर रहे किसानों का सब्र आखिर टूट गया। व्यापारियों ने धान नहीं खरीदे जाने से नाराज किसानों ने शनिवार को हंगामा करते हुए सड़क पर जाम लगा दिया। सूचना मिलते ही पुलिस और मंडी अधिकारी मौके पर पहुंचे और किसानों से चर्चा की। प्रकृति की मार झेल चुके किसान अब प्रशासनिक लापरवाही से भी परेशान हैं। भिण्ड जिले की गोहद मंडी में सैकड़ों किसान अपनी धान की फसल लेकर पहुंचे थे, लेकिन व्यापारियों द्वारा खरीदी नहीं की जा रही थी। किसान लगातार आठ दिनों से मंडी में अपने ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर रुके हुए हैं, फिर भी उनकी फसल का तौल नहीं हो पा रहा है। किसानों का आरोप है कि व्यापारी जानबूझकर धान की कीमतें घटा रहे हैं और मंडी कर्मचारियों व अधिकारियों की निगरानी न होने से मनमानी कर रहे हैं। कई किसानों को खरीदी की पर्ची तो दे दी गई, लेकिन उसके बाद भी उनका तौल नहीं कराया गया। इससे नाराज किसानों ने मंडी परिसर के बाहर जाम लगाकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। किसान देवेंद्र सिंह ने बताया कि प्रशासन और मंडी प्रबंधन किसानों की सुनने को तैयार नहीं हैं। व्यापारी बहुत कम दाम दे रहे हैं, जिससे लागत भी नहीं निकल पा रही। वहीं किसान सावंत सिंह ने कहा कि हम दो-दो दिन से ट्रैक्टर लेकर मंडी में खड़े हैं, लेकिन अभी तक धान की बिक्री नहीं हो पाई है। अब सभी किसान आक्रोशित हैं। इस पूरे मामले में मंडी सचिव पंजाब सिंह जाटव ने कहा कि यहां जो धान की खरीदी हो रही है, वह व्यापारी बिजोलिया के माध्यम से होती है। बड़े व्यापारियों की डिमांड के अनुसार ही खरीदी की जाती है। इस बार धान की क्वालिटी कमजोर होने के कारण राइस मिल संचालक सीमित मात्रा में ही धान ले रहे हैं। प्रतिदिन करीब 500 से 1000 ट्रॉली धान मंडी में पहुंच रही है, जबकि खरीदी सिर्फ 100 से 200 ट्रॉली की हो पा रही है, जिससे दबाव बना हुआ है। किसानों द्वारा आक्रोश व्यक्त किए जाने के दौरान व्यवस्थाओं को संभालने के लिए मौके पर पहुंचे गोहद थाने में पदस्थ एसआई आशीष यादव ने मौजूद लोगों को हटाने का प्रयास किया और कहा कि मैं बार-बार निवेदन कर रहा हूं कि मान जाओ, यद्यपि नहीं माने तो सभी पर मुकदमा दर्ज कर दूंगा। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इस पर थाना प्रभारी अभिषेक गौतम ने कहा कि “कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा जाम लगाए जाने के लिए किसानों को उकसाया जा रहा था, इसलिए व्यवस्था संभालने के दौरान यह बात कही गई थी।
मंदसौर जिले के पिपलियामंडी थाना क्षेत्र के ग्राम बोतलगंज में शुक्रवार को पुलिस कार्रवाई का विरोध दिखाई दिया। यह कार्रवाई अवैध मादक पदार्थ तस्करी के एक मामले से संबंधित है। दरअसल, पिपलिया मंडी पुलिस ने 2 नवंबर को ग्राम बोतलगंज निवासी मजीद पिता इब्राहिम मंसूरी और उनके बेटे समीर पिता मजीद मंसूरी को गिरफ्तार कर उनकी किराने की दुकान के बाहर रखे प्याज के बॉक्स से 11 ग्राम एमडी और 54 ग्राम ब्राउन शुगर जब्त की थी। पुलिस के अनुसार, यह कार्रवाई मुखबिर की सूचना पर की गई थी। जब्त किए गए मादक पदार्थों की कुल कीमत लगभग 75 हजार रुपए आंकी गई है। दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। ग्रामीण बोले- आरोपी तस्करी नहीं करतेबोतलगंज के ग्रामीणों ने पुलिस की इस कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि गिरफ्तार किए गए पिता-पुत्र का मादक पदार्थ तस्करी से कोई संबंध नहीं है और वे एक साधारण परिवार से आते हैं। इस विरोध में, ग्रामीणों ने शुक्रवार को पूर्ण रूप से व्यापार बंद रखा। ग्रामवासियों की यह भी मांग है कि पुलिस को मुखबिर से पूछताछ करनी चाहिए कि उसे दुकान के बाहर मादक पदार्थ होने की जानकारी कैसे मिली। ग्रामीणों ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है, ताकि निर्दोषों को न्याय मिल सके और केवल वास्तविक दोषियों पर ही कार्रवाई हो। आरोपी समीर मंसूरी की शादी भी लगभग 15 दिन पहले ही हुई थी। इस संबंध में, ग्रामीणों के एक प्रतिनिधिमंडल ने एसपी विनोद कुमार मीणा से भी मुलाकात कर अपनी बात रखी। उपनिरीक्षक एम.एस. धाकड़ ने कार्रवाई के वक्त बताया था कि आरोपियों से पूछताछ जारी है।
दमोह नगर पालिका की टीम ने शुक्रवार दोपहर शहर में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की। अभियान का नेतृत्व सीएमओ राजेंद्र लोधी ने किया। बस स्टैंड से लेकर कीर्ति स्तंभ चौराहे तक दुकानों के सामने रखी सामग्री हटाई गई। कई जगहों से सामान जब्त किया गया, जबकि कुछ दुकानदारों को चेतावनी देकर छोड़ा गया। दुकानों के सामने से हटाया अतिक्रमण अभियान के दौरान नगर पालिका दल ने दुकानों के सामने रखे गए पाइप, कृषि उपकरण, मशीनें और अन्य सामग्री को सड़क से हटाया। जिन स्थानों पर अधिक अतिक्रमण पाया गया, वहां से सामान जब्त कर कोतवाली परिसर में रखवाया गया। अधिकारियों ने बताया कि बार-बार चेतावनी देने के बाद भी कुछ दुकानदार नियमों का पालन नहीं कर रहे थे, इसलिए सख्त कदम उठाना पड़ा। किसान भवन के सामने व्यापारी को दी चेतावनी कार्रवाई के दौरान टीम किसान भवन के सामने पहुंचे, जहां कृषि उपकरण व्यापारी नारद दुबे के यहां सड़क तक सामान जमा था। सीएमओ राजेंद्र लोधी ने तुरंत यह अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए। व्यापारी ने कुछ समय मांगा, जिस पर सीएमओ ने कहा कि उन्हें पहले ही यह कार्य पूरा कर लेना चाहिए था क्योंकि सड़क पर रखा सामान यातायात में बाधा पैदा कर रहा था।शुरुआत में एक कृषि उपकरण को ट्रॉली में रखकर जब्त किया गया, लेकिन बाद में व्यापारी के निवेदन पर सीएमओ ने कुछ समय की मोहलत दी। सीएमओ बोले- यातायात बाधित करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई सीएमओ राजेंद्र लोधी ने बताया कि बार-बार समझाने के बावजूद कई व्यापारी दुकानों के बाहर सड़क तक सामग्री फैलाकर रखते हैं, जिससे लोगों को आवाजाही में दिक्कत होती है। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण हटाने की यह कार्रवाई शहर के यातायात को सुचारु बनाने के लिए की गई है। सीएमओ ने चेतावनी दी कि जब्त की गई सामग्री पर जुर्माना लगाया जाएगा और भविष्य में अगर कोई फिर से सड़क पर सामान रखकर यातायात बाधित करेगा, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। नगर पालिका के इस अभियान से बस स्टैंड और कीर्ति स्तंभ क्षेत्र की सड़कों पर यातायात में कुछ राहत दिखाई दी। अधिकारियों ने बताया कि आने वाले दिनों में ऐसे अभियान अन्य क्षेत्रों में भी जारी रहेंगे।
हरदा कृषि उपज मंडी में भावांतर भुगतान योजना के तहत सोयाबीन के औसत मूल्य से कम दाम पर बोली लगाने वाले पांच व्यापारियों को नोटिस जारी किए गए हैं। यह कार्रवाई किसानों और किसान संगठनों की शिकायत के बाद की गई है। इन व्यापारियों पर 24 से 30 नवंबर के बीच प्रदेश के औसत मूल्य से कम बोली लगाकर सोयाबीन खरीदने का आरोप है। मंडी बोर्ड को मिली थी शिकायतेंकिसानों द्वारा की गई शिकायतों के बाद मंडी बोर्ड ने इस मामले में जांच शुरू की थी। मंडी बोर्ड की अधिकारी सविता झानिया ने हरदा जिले की मंडियों का दौरा किया और नीलामी प्रक्रिया के दौरान किसानों व व्यापारियों से चर्चा की। उनके निर्देशों के बाद, मंडी सचिव हरनारायण भिलाला ने संबंधित व्यापारियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। इन 5 फर्मों को जारी किए गए नोटिसजानकारी के अनुसार, जिन फर्मों को नोटिस जारी किए गए हैं, उनमें बालाजी ट्रेडर्स, श्याम ट्रेडर्स, वर्धमान ट्रेडर्स, सांवरिया ट्रेडर्स और विजय शंकर रविशंकर शामिल हैं। बताया जा रहा है कि अब तक भावांतर योजना के अंतर्गत करीब पांच हजार से अधिक किसानों से उपज की खरीदी की जा चुकी है। व्यापारी बोले- नमी के कारण भाव कम मिलेदूसरी ओर, मंडी व्यापारियों का कहना है कि बेमौसम बारिश के कारण सोयाबीन की फसल में नमी की मात्रा अधिक थी, जिसके चलते भाव कम मिले। व्यापारियों के अनुसार, जो किसान फसल को सीधे खेत से निकालकर मंडी लाए थे, उनकी उपज गीली थी। उनका दावा है कि साफ और सूखी फसल को अच्छे दाम मिले हैं।
आज धान खरीदी करने वाले व्यापारियों की बैठक
डौंडी| 15 नवंबर से प्रारंभ हो रहे धान खरीदी को मद्देनजर रखते डौंडी ब्लॉक में खरीदी करने वाले व्यापारियांें की बैठक 7 नवंबर को डौंडी के उप मंडी में सुबह 11 बजे रखी गई है। जिसमें मंडी के अधिकारियों द्वारा अगामी सीजन में धान खरीदी करने के संबंध में आवश्यक जानकारी दी जाएगी। बैठक में सभी व्यापारियों को उपस्थित होने कहा है।
मार्बल व्यापारियों ने मनाया दीपावली स्नेह मिलन
मार्बल प्रोसेसर्स समिति के तत्वावधान में दीपावली स्नेह मिलन का आयोजन सॉलिटेयर गार्डन में हुआ। शुभारंभ समिति अध्यक्ष डॉ हितेष पटेल के दिल में हो तुम गीत के साथ किया गया । इस दौरान उदयपुर मार्बल प्रोसेसर्स समिति के सभी सदस्य परिवार के साथ पहुंचे । समिति महासचिव ऋषि कटारिया ने बताया कि आर्केस्ट्रा, म्यूजिक, डांस आदि की रंगारंग प्रस्तुतियों ने मार्बल व्यवसाय में व्यस्त रहने वाले व्यापारियों को ठुमके लगाने पर मजबूर कर दिया अंत में विजेताओं को पुरस्कार दिया गया।
लखनऊ के चिनहट थानाक्षेत्र में एक गारमेंट्स व्यापारी के बेटे ने सैलरी देने के बहाने बुलाकर महिलाकर्मी से दुष्कर्म किया और अश्लील वीडियो बना लिया। इसके बाद आरोपी वीडियो वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल करता रहा। गर्भवती होने पर जबरन गर्भपात कराया। परेशान होकर युवती ने फिनायल पीकर आत्महत्या की कोशिश की। युवती ने परेशान होकर पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई। संतकबीरनगर की रहने वाली पीड़िता लखनऊ में रहकर उमरिया बाजार में एक गारमेंट्स की दुकान पर नौकरी करती थी। दुकान मालिक के बेटे मोनू मौर्या से उसकी जान-पहचान हुई। दोनों में मोबाइल पर बातचीत होने लगी। इसके बाद मोनू ने शादी का प्रस्ताव रखा लेकिन युवती ने इंकार कर दिया। इसके बाद मोनू ने सैलरी देने के बहाने उसे बुलाया और दुष्कर्म करते हुए वीडियो बना लिया। विरोध करने पर आरोपी ने वही वीडियो दिखाकर ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। युवती ने बचने के लिए इलाका छोड़ा लेकिन आरोपी ने खोज लिया युवती ने बताया कि मोनू बार-बार गलत काम करता और वीडियो वायरल करने की धमकी देता था। इसी बीच वह गर्भवती हो गई तो आरोपी ने गर्भपात का दबाव बनाया। युवती उससे छिपकर लखनऊ के पीजीआई इलाके में किराए के मकान में रहने लगी लेकिन आरोपी उसे ढूंढ निकाला। वहां भी धमकाकर यौन शोषण किया। पीड़िता ने बताया कि जब वह चिनहट में आकर रहने लगी तो मोनू वहां भी पहुंच गया और दुष्कर्म किया। सबूत जुटाने पर आरोपी ने उसकी पिटाई कर मोबाइल तोड़ दिया। जिंदगी से तंग आकर उसने दिसंबर 2024 में फिनायल पीकर आत्महत्या का प्रयास किया। करीब एक महीने तक अस्पताल में भर्ती रही। इस बीच आरोपी के पिता रामजीत मौर्या और चाचा ने पीड़िता को समझाया कि वे बेटे से शादी करा देंगे लेकिन केस न करें। जब युवती ने ठीक होकर संपर्क किया तो परिजनों ने गाली-गलौज कर भगा दिया। इंस्पेक्टर दिनेश चंद्र मिश्र ने बताया कि पीड़िता की तहरीर पर मोनू मौर्या, उसके पिता और चाचा के खिलाफ दुष्कर्म, गर्भपात व अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है।
प्रयागराज के करछना क्षेत्र स्थित भडेवरा बाजार में गुरुवार शाम एक भीषण सड़क हादसा हो गया। अनियंत्रित ट्रैक्टर सब्जी मंडी में घुस गया, जिससे एक फल व्यापारी की मौके पर ही मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। यह घटना शाम करीब 7 बजे हुई, जब मंडी में बड़ी संख्या में दुकानदार और खरीदार मौजूद थे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, तेज रफ्तार ट्रैक्टर अचानक अनियंत्रित हो गया। उसने सड़क किनारे फलों और सब्जियों की कई दुकानों को कुचलते हुए एक खंभे में टक्कर मार दी। इस हादसे में भडेवरा बाजार निवासी 25 वर्षीय फल व्यापारी बृजेश सोनकर (सरदार) पुत्र राजेश सोनकर की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि ट्रैक्टर चालक कथित तौर पर नशे की हालत में था। टक्कर के बाद वह मौके से फरार हो गया। हादसे की सूचना मिलते ही भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा। पुलिस ने तुरंत राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया और घायलों को एंबुलेंस की मदद से नजदीकी अस्पताल पहुंचाया।
देवास में गुरुवार शाम को ठेले लगाकर व्यापार करने वाले लोगों ने नगर निगम के सामने प्रदर्शन किया। केला देवी क्षेत्र के इन विक्रेताओं ने सड़क पर सब्जी फेंककर और कुछ देर के लिए चक्का जाम कर अपना विरोध दर्ज कराया। उन्होंने नगर निगम की टीम पर उनके तोल कांटे जब्त करने का आरोप लगाया। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि नगर निगम उन्हें लगातार परेशान कर रहा है और उनके तोल कांटे जब्त कर लिए गए हैं। उनकी मुख्य मांग है कि उन्हें व्यापार के लिए एक निश्चित स्थान उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि निगम कर्मचारी उन्हें अपना धंधा बंद करने के लिए कह रहे हैं, जिससे उनके जीवन यापन पर संकट आ गया है। इस मामले में नगर निगम के एक अधिकारी ने बताया कि वे आयुक्त से चर्चा करेंगे और जो भी निर्णय होगा, उसकी जानकारी दी जाएगी। प्रदर्शन के दौरान एक महिला को बातचीत करते समय चक्कर भी आ गए। चक्का जाम की सूचना मिलने पर कोतवाली थाना प्रभारी श्याम चंद्र शर्मा, पुलिस बल और यातायात थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने स्थिति को नियंत्रित किया और सड़क को सुचारू करवाया। कोतवाली थाना प्रभारी श्याम चंद्र शर्मा ने बताया कि ठेला संचालक अपनी समस्याओं को लेकर नगर निगम पहुंचे थे। उनके द्वारा सड़क पर सब्जी फेंकी गई, जिससे उनका ही नुकसान हुआ।
लखनऊ के राजकीय बालिका इंटर कॉलेज सरोसा भरोसा में गुरुवार को पंख करियर मेले का आयोजन हुआ। इस दौरान छात्राओं को डिजिटल मार्केटिंग, पर्यटन, नर्सिंग, फार्मेसी, टेक्नीशियन और औद्योगिक इकाइयों में रोजगार पाने के अवसर बताए गए। मंडलीय विज्ञान प्रगति अधिकारी डॉ. दिनेश कुमार और क्षेत्रीय सभासद आशा रावत ने करियर मेले का उद्घाटन किया। स्कूल की प्रधानाचार्या अंजू सिंह के निर्देशन में लाइट हाउस कम्युनिटी फाउंडेशन के प्रतिनिधियों ने छात्राओं को डिजिटल मार्केटिंग एवं विकास से जुड़े रोजगारों की जानकारी साझा की। निजी संस्थानों की ली जा रही मदद टाटा स्ट्रा इव की ओर से छात्राओं को पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी से जुड़े रोजगार के अवसर बताए। चरक इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल के प्रतिनिधियों ने छात्राओं को रोजगार परक बीएससी नर्सिंग, एमएससी नर्सिंग ,डी फार्मा, लैब टेक्नीशियन, ICU टेक्नीशियन कोर्स की जानकारी दी। एनएफसीआई संस्थान ने इंडस्ट्रियल प्रशिक्षण के बारे में बताया। सरदार भगत सिंह संस्थान,अंबुजा फाउंडेशन ने रोजगार से जुड़े विभिन्न पाठ्यक्रम साझा किये। छात्राओं का मनोबल बढ़ाया डॉ.दिनेश कुमार ने छात्राओं से कहा कि तकनीकी युग में प्राप्त ज्ञान का पूरा उपयोग करें। करियर के शिखर पर पहुंच कर नाम रोशन करें। उन्होंने कहा कि अभावों में ही प्रतिभाएं पलती हैं, इसलिए परिस्थितियां जो भी हों वे सब कुछ हासिल कर सकती हैं। इस मौके पर शिक्षिका पूनम ओझा, अभिभावक समेत अन्य मौजूद रहे।
लखनऊ में पुलिस और वाहन एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय बनाने के उद्देश्य से गुरुवार को डालीगंज स्थित कार्यालय में संयुक्त पुलिस आयुक्त, कानून एवं व्यवस्था, बबलू कुमार की अध्यक्षता में चार पहिया और दोपहिया वाहन एजेंसी मालिकों एवं मैनेजरों की बैठक आयोजित हुई। बैठक में शहर की बढ़ती व्यापारिक गतिविधियों, यातायात व्यवस्था और सुरक्षा से जुड़े अहम बिंदुओं पर चर्चा की गई। कर्मचारियों का चरित्र सत्यापन और सीसीटीवी जांच पर जोर संयुक्त पुलिस आयुक्त बबलू कुमार ने निर्देश दिए कि सभी वाहन एजेंसी मालिक अपने यहां कार्यरत कर्मचारियों का चरित्र सत्यापन अनिवार्य रूप से UPCOP App या लखनऊ पुलिस की वेबसाइट के माध्यम से कराएं। उन्होंने कहा कि एजेंसी परिसर और बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों की नियमित जांच की जाए ताकि मुख्य प्रवेश और निकास बिंदुओं की पूरी निगरानी बनी रहे। इसके साथ ही हर एजेंसी पर “आप कैमरे की निगरानी में हैं” का स्पष्ट पोस्टर लगाया जाए। सड़क पर वाहनों की पार्किंग से यातायात बाधित न हो बैठक में यातायात व्यवस्था को लेकर विशेष जोर दिया गया। श्री बबलू कुमार ने कहा कि एजेंसी मालिक और मैनेजर अपने शोरूम के बाहर ग्राहकों और कर्मचारियों के वाहनों को इस तरह खड़ा करें कि सड़क पर ट्रैफिक में कोई अवरोध न हो। इसके साथ ही ग्राहकों को केवल हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट (HSRP) वाले वाहन ही सौंपे जाएं। हेलमेट को जरूरी एसेसरी बनाएं संयुक्त पुलिस आयुक्त ने दोपहिया वाहन एजेंसियों को निर्देशित किया कि वे ग्राहकों को वाहन खरीदते समय हेलमेट को अनिवार्य एसेसरी के रूप में लेने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा जनजागरूकता की शुरुआत विक्रेताओं से होनी चाहिए। सुरक्षा अलार्म, अग्निशमन और रात की निगरानी पर फोकस बैठक में यह भी निर्देश दिए गए कि एजेंसी पर लगे अलार्म सिस्टम और फायर सेफ्टी उपकरणों की नियमित जांच की जाए और कर्मचारियों को आपातकालीन ड्रिल की ट्रेनिंग दी जाए। रात के समय एजेंसी बंद होने पर गार्डों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए। साथ ही थाना प्रभारी और पुलिस गश्त टीमों को निर्देशित किया गया कि वे रात के दौरान सुरक्षा गार्डों की उपस्थिति की जांच करें। रिकवरी में बल प्रयोग न करें, SOP का पालन करें संयुक्त पुलिस आयुक्त ने साफ कहा कि वाहनों की रिकवरी किसी भी हालत में बलपूर्वक न की जाए। यह प्रक्रिया केवल सक्षम प्राधिकारी द्वारा निर्धारित मानक कार्यप्रणाली (SOP) के अनुसार ही की जाए। उन्होंने एजेंसियों को सलाह दी कि किसी भी विवाद या आर्थिक धोखाधड़ी की स्थिति में तुरंत पुलिस से संपर्क करें ताकि साइबर फ्रॉड या वित्तीय नुकसान से बचा जा सके। आवश्यकता पड़ने पर 112 पर मदद लें बैठक में यह भी कहा गया कि यदि एजेंसी मालिक देर रात नकदी या सामान लेकर जा रहे हों तो वे 112 पर कॉल कर पीआरवी (Police Response Vehicle) से सुरक्षा सहायता ले सकते हैं। यह कदम व्यवसायियों की सुरक्षा के लिए पुलिस की प्राथमिकता में शामिल रहेगा। थाना स्तर पर नियमित बैठकें और त्वरित निस्तारण संयुक्त पुलिस आयुक्त ने सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया कि वे अपने क्षेत्र के वाहन एजेंसी मालिकों/मैनेजरों के साथ समय-समय पर बैठकें करें। उनके सुझावों और शिकायतों का त्वरित निस्तारण सुनिश्चित करें ताकि पुलिस और व्यापारिक समुदाय के बीच विश्वास का माहौल मजबूत हो।
उधारी के रुपए नहीं लौटाने पर पशु व्यापारी ने सुसाइड नोट लिख कर जान दे दी। व्यापारी ने सुसाइड नोट में 2 लोगों का जिक्र किया है। इसमें लिखा- इस मकान के 2 लाख जमा है, एक लाख देना बाकी है।मंगतराम सहारण से 3 लाख 20 हजार रुपए लेने हैं। इसने गाय बेची है। मंदर से 3.50 लाख के कारण सुसाइड कर रहा हूं। व्यापारी जब घर नहीं लौटा तो छोटे भाई ने गायों के बाड़े में जाकर देखा तो लोहे के गार्डर से बड़ा भाई लटका नजर आया। व्यापारी ने साफे से फंदा बना कर जान दी है। मामला श्रीगंगानगर के सादुलशहर थाना इलाके का सुबह 9 बजे का है। व्यापारी के परिजन अस्पताल की मॉर्च्युरी के बाहर इकट्ठा हैं और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। पुलिस के अनुसार, मांगीलाल (25) निवासी वार्ड नं- 4 सादुलशहर (श्रीगंगानगर) के सुसाइड की सूचना मिली थी। शव को सादुलशहर के सरकारी अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवाया गया है। युवक की जेब से एक सुसाइड नोट मिला है। इसपर जांच की जा रही है। साफे का बनाया था फंदा थाने में रिपोर्ट मांगीलाल के छोटे भाई छिन्द्रपाल ने दी है। इसमें बताया- बड़ा भाई मांगीलाल पशुओं का व्यापारी था। बुधवार देर रात को घर नहीं आया तो चिंता हुई। सुबह करीब 10 बजे गायों के बाड़े में जाकर देखा तो यहां में लगी लोहे की गार्डर से मांगीलाल का शव लटका हुआ था। बाड़े का गेट बाहर से बंद था। इसके बाद परिजनों ने मिलकर शव को साफे के बने फंदे से नीचे उतारा और पुलिस को सूचना दी। सुसाइड नोट में उधारी का जिक्र छिन्द्रपाल ने बताया- मांगीलाल की जेब से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने (मांगीलाल) ने लेनदेन के बारे में लिख रखा है। सुसाइड नोट में मंगतराम सहारण, मंदर से 6 लाख से अधिक पैसे लेने का जिक्र है। परिजनों का आरोप है कि आरोपी, मांगीलाल को पैसे नहीं दे रहे थे, जिसके कारण वह परेशान रहता था। इसी बात से परेशान होकर उसने सुसाइड कर लिया। आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग घटना के बाद परिजन हॉस्पिटल में मॉर्च्युरी के बाहर धरना लगाकर बैठ गए और आरोपियों के गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। परिजनों का धरना प्रदर्शन अभी भी जारी है और शव का पोस्टमॉर्टम नहीं हो पाया है। मृतक शादीशुदा है और उसके दो बच्चे हैं। फिलहाल पुलिस परिजनों से समझाइश कर रही है।
संभल में पुलिस ने हाईस्कूल फेल फर्जी सिपाही को वर्दी में गिरफ्तार किया है। उसने कबाड़ी व्यापारी को उसकी दुकान में जाकर धमकाया था। उससे 5 हजार रुपए की डिमांड की थी। रुपए न देने पर झूठे मुकदमे में फंसाकर एनकाउंटर की धमकी दी। व्यापारी को युवक के हाव–भाव और उसकी भाषा से शक हुआ। उसे बातों में उलझाए रखा। इसके बाद अपने साथियों को बुलाकर उसे पकड़ लिया। उसे थाने लेकर गए। वहां पूछताछ में पता चला वह सिपाही नहीं है। लोगों से वसूली के लिए वर्दी पहनता है। पुलिस ने गुरुवार को आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया। मामला संभल कोतवाली क्षेत्र का है। खुद को सिपाही बताया, 5 हजार रुपए मांगे मोहल्ला चौधरी सराय निवासी गय्यूर पुत्र मकबूल ने बताया– बुधवार रात 11 बजे थाना जुनावाई क्षेत्र का पुशावली निवासी विष्णु बाबू (25) वर्दी पहनकर चौधरी सराय स्थित कबाड़ की दुकान पर पहुंचा। उसने वर्दी पहन रखी थी। कमर में एक गन भी खोंसी थी। युवक ने उसे झूठे मुकदमे में फंसाने और एनकाउंटर की धमकी देकर 5 हजार रुपए मांगे। खुद को कोतवाली का सिपाही बताया। बोली और हाव-भाव से युवक पर शक हुआ विष्णु ने वर्दी के नीचे नीले रंग के स्पोर्ट्स शूज पहन रखे थे। गय्यूर को विष्णु की बोली और हाव-भाव से उस पर शक हुआ। गय्यूर ने उसे 500 रुपए दिए। बाकी रुपए मंगाने की बात कही। इसके बाद गय्यूर ने साथियों के साथ मिलकर विष्णु को मौके पर पकड़ लिया। पकड़े गए युवक को थाने लाया गया। यहां पूछताछ में पता चला कि वह पुलिस विभाग में सिपाही नहीं है, बल्कि फर्जी वर्दी पहनकर लोगों को धमकाकर वसूली करता था। दो साल पहले हरिद्वार में भी पकड़ा गया था पुलिस से पूछताछ में विष्णु ने बताया– वह हाईस्कूल फेल है। लोगों को पुलिस की वर्दी और खिलौना वाली पिस्टल दिखाकर डराता था। जिससे लोग आसानी से पैसे दे देते थे। दो साल पहले भी हरिद्वार (उत्तराखंड) में खुद को क्राइम ब्रांच का दरोगा बताकर लोगों से पैसे वसूलने की कोशिश की थी, लेकिन तब लोगों ने पकड़कर चेतावनी देकर छोड़ दिया था। एक महीने पहले सिलवाई थी वर्दी इस बार चौधरी सराय में वसूली करते समय स्थानीय लोगों ने उसे पकड़ लिया। विष्णु बाबू ने एक महीने पहले बहजोई थाना क्षेत्र के एक टेलर से सिपाही की वर्दी सिलवाई थी। उसने टेलर को बताया था कि वह पुलिस विभाग में सिपाही के पद पर तैनात है। इंस्पेक्टर गजेंद्र सिंह ने बताया– पीड़ित व्यापारी की शिकायत पर आरोपी विष्णु के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। विष्णु के पास से पुलिस की वर्दी और एक टॉय गन मिली है। कोर्ट में पेश करने के बाद उसे जेल भेज दिया गया। ------------------------------ ये खबर भी पढ़िए... घर में घुसी ट्रैक्टर-ट्राली, 2 मासूमों सहित 4 को रौंदा:शाहजहांपुर में सो रहे पति-पत्नी की मौत, पोता-पोती गंभीर, पहले बोलेरो से हुई थी टक्कर शाहजहांपुर में बोलेरो और ट्रैक्टर-ट्रॉली के बीच जोरदार टक्कर हो गई। टक्कर के बाद अनियंत्रित हुए ट्रैक्टर-ट्राली ने एक टीनशेड वाले घर में सो रहे पति-पत्नी सहित चार को रौंद दिया। पति-पत्नी की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दो मासूम बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। पूरी खबर पढ़िए...
छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले की 40 हजार आदिवासी महिलाओं से फ्लोरामैक्स कंपनी ने अरबों रुपए की कथित धोखाधड़ी की है। इस मामले में राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग ने संज्ञान लिया है। आयोग ने राज्य सरकार को इस फ्रॉड के उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दिए हैं। केंद्रीय एजेंसी अब इस मामले की जांच करेगी। पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने आयोग में शिकायत की थी। जिसके बाद आयोग ने मुख्य सचिव को निर्देश दिए हैं। शिकायत में बताया गया था कि महिला समूह (ग्रामीण आजीविका मिशन) के जुड़ी आदिवासी महिलाओं को लालच देकर कंपनी ने 30-30 हजार लोन निकलवाया और कपंनी में 120 करोड़ निवेश किए थे। आयोग ने 30 दिन के अंदर जवाब भी मांगा है। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग ननकीराम कंवर ने 9 दिसंबर 2024 को केंद्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग से शिकायत की थी। उन्होंने मांग की थी कि मामले की जांच केंद्रीय एजेंसी से कराई जाए, दोषियों पर कड़ी कार्रवाई हो और पीड़ित महिलाओं को राहत दी जाए। आयोग ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए मुख्य सचिव छत्तीसगढ़ शासन से रिपोर्ट तलब की थी। प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर आयोग ने 16 अक्टूबर 2025 को मुख्य सचिव को सुनवाई के लिए बुलाया था। मुख्य सचिव की ओर से बिलासपुर संभाग आयुक्त सुनील कुमार जैन आयोग के सामने उपस्थित हुए और अपना पक्ष रखा। धोखाधड़ी मामले में 13 गिरफ्तार, 10 को जमानत संभाग आयुक्त ने आयोग को बताया कि फ्लोरामैक्स धोखाधड़ी मामले में अखिलेश सिंह नामक व्यक्ति की बनाई गई कंपनी से जुड़े 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जिनमें से 10 को जमानत मिल चुकी है। संभाग आयुक्त ने आयोग को सूचित किया कि जांच अधिकारी पीड़ितों को मुआवजा दिलाने के लिए आरोपियों की संपत्तियों की तलाश कर रहे हैं और कुछ संपत्तियां बरामद भी हुई हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि मामले का समाधान जल्द, निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से किया जाएगा। 30 दिन के अंदर मांगा जवाब सुनवाई के बाद आयोग ने मुख्य सचिव छत्तीसगढ़ शासन को पत्र लिखकर सिफारिश की है। आयोग ने कहा कि यह मामला गंभीर वित्तीय अनियमितता और अनुसूचित जनजाति समुदाय की महिलाओं के आर्थिक शोषण से जुड़ा है। इसलिए, प्रथम सूचना रिपोर्ट (FIR) और कोर्ट में प्रस्तुत चालान में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत अपराध दर्ज कर मामले को समयबद्ध तरीके से सुलझाया जा सकता है। आयोग ने यह भी निर्देश दिया है कि जांच एजेंसी द्वारा न्यायालय में प्रस्तुत चालान की पूर्ण प्रमाणित प्रति आयोग को उपलब्ध कराई जाए। इसके अलावा मामले की जांच रिपोर्ट और अब तक की गई कार्रवाई की विस्तृत रिपोर्ट आदेश के 30 दिनों के भीतर प्रस्तुत की जाए। क्या है पूरा मामला दरअसल, साल 2022 में फ्लोरामैक्स कंपनी ने महिला समूह के सदस्यों को बैंक से लुभावने बिजनेस लोन दिलाया। कंपनी ने वादा किया था कि लोन की किस्तें वह खुद जमा करेगी, लेकिन कुछ समय बाद में कंपनी ने लोन की किस्तें देना बंद कर दिया। इसी बीच कंपनी से जुड़े कुछ लोग करोड़ों रुपए लेकर फरार हो गए। कंपनी भी बंद कर दी गई। अब बैंक वाले महिलाओं से कर्ज की वसूली के लिए दबाव बना रहे हैं। अब जानिए आरोपियों ने कैसे की ठगी ? आरोपी अखिलेश सिंह और उसके अन्य साथी फ्लोरा मैक्स सर्विस प्राइवेट लिमिटेड नाम से एक कंपनी चला रहे थे, जिसकी मुख्य शाखा कोरबा और दूसरी शाखा चांपा में खोली गई थी। कंपनी ने फर्जी स्कीम बताकर आम लोगों और महिला समूह के सदस्यों से 30-30 हजार रुपए जमा करवाए। बदले में हर सदस्य को हर महीने 2700 रुपए देने का वादा किया। इसके अलावा कंपनी साड़ी, बर्तन, जूते, ज्वेलरी जैसे 35 हजार रुपए का सामान बेचने के लिए देती थी। सामान बेचने के बाद वे फिर से कंपनी में 35 हजार रुपए जमा करवाते थे। इसके बदले में सदस्यों को 35 रुपए कमीशन मिलता था। कंपनी ने महिलाओं के नाम पर बैंक से लोन लिया था, लेकिन जब अनियमितताएं सामने आईं तो पुलिस प्रशासन ने कंपनी को सील कर दिया। ................................................. इससे जुड़ी ये खबर भी पढ़ें मंत्री ने महिलाओं को धमकाया, कहा-ज्यादा हेकड़ी मत दिखाओ:कोरबा में लखनलाल देवांगन बोले-पुलिस से फेंकवा देंगे; कांग्रेस बोली- ये महतारियों का अपमान छत्तीसगढ़ के उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन ने ठगी की शिकार महिलाओं को धमकाया है। मंत्री ने कहा ज्यादा हेकड़ी दिखाओगे तो पुलिस से फेंकवा देंगे। ये सभी महिलाएं कोरबा की हैं, जिनसे फ्लोरा मैक्स नाम की कंपनी करीब 500 करोड़ की ठगी की है। आरोपियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही थी। पढ़ें पूरी खबर... मंत्री नेताम को 500 महिलाओं ने घेरा...VIDEO:कोरबा में पीड़ितों ने कहा-500 करोड़ की ठगी हुई है, रामविचार बोले-नेतागिरी करने से काम नहीं बनेगा छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में कृषि मंत्री राम विचार नेताम को करीब 500 महिलाओं ने घेर लिया। मंत्री नेताम एक सामाजिक कार्यक्रम में शामिल होने कोरबा पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि सभी महिलाओं से फ्लोरा मैक्स कंपनी ने करीब 500 करोड़ की धोखाधड़ी की है। मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है। पढ़ें पूरी खबर...
झज्जर शहर में बढ़ती आवारा कुत्तों और बंदरों की समस्या से परेशान नागरिकों और व्यापारियों ने आज एक बार फिर प्रशासन से राहत की मांग की है। व्यापार मंडल के प्रतिनिधिमंडल ने डीसी कार्यालय पहुंचकर गंभीर मुद्दे पर चर्चा की और स्थिति की भयावहता से अवगत कराया। व्यापार मंडल के सदस्यों ने कहा कि शहर के विभिन्न इलाकों में आवारा कुत्तों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। रात भर कुत्तों के झुंड भौंकते रहते हैं, जिससे नागरिकों की नींद पूरी नहीं हो पाती। कई इलाकों में कुत्तों के आपसी झगड़े और लोगों पर हमले आम बात हो गई है। व्यापारियों ने बताया कि बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों के साथ कुत्ते काटने की घटनाएं बढ़ रही हैं, जिससे लोगों में भय और असुरक्षा का माहौल बन गया है। आवारा कुत्तों के कारण संक्रमण का खतरा व्यापारियों ने बताया कि गलियों और बाजारों में जगह-जगह कुत्तों की गंदगी फैली रहती है। यह गंदगी पैरों में लगकर घरों तक पहुंच जाती है और संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ा रही है। इसके अलावा बंदरों की बढ़ती संख्या ने भी लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। बंदर छतों पर उधम मचाते हैं, कपड़े फाड़ देते हैं, खाने-पीने की वस्तुएं उठा ले जाते हैं और कभी-कभी लोगों पर हमला भी कर देते हैं। डीसी से मिलकर लगाई गुहार व्यापार मंडल अध्यक्ष राकेश अरोड़ा ने डीसी से आग्रह किया कि जल्द से जल्द आवारा कुत्तों और बंदरों को नियंत्रित करने के ठोस कदम उठाए जाएं। इस अवसर पर व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने कहा कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई, तो मामला ग्रीवांस कमेटी (शिकायत समिति) के समक्ष उठाया जाएगा। डीसी ने व्यापारियों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और आश्वासन दिया कि नगर परिषद के माध्यम से शीघ्र कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि शहरवासियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है, और आवारा पशुओं के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा।
फोर्ड मोटर इंडिया ने भारत में फिर से मैन्युफैक्चरिंग शुरू करने का ऐलान किया है। कार बनाने वाली अमेरिकी कंपनी ने तमिलनाडु सरकार के साथ MOU साइन किया है। फोर्ड ने यह फैसला ट्रंप की US में मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने वाली पॉलिसी के खिलाफ लिया है। कंपनी ने चेन्नई के अपने मराईमलाई नगर प्लांट में 3250 करोड़ रुपए का निवेश करने का ऐलान किया है। इससे कंपनी नेक्स्ट जनरेशन इंजन बनाकर एक्सपोर्ट करेगी। प्रोडक्शन 2029 में शुरू होगा और इस साल के आखिर से साइट प्रिपरेशन शुरू हो जाएगी। इससे 600 से ज्यादा रोजगार पैदा होंगे और भारत की स्किल्ड वर्कफोर्स फायदा मिलेगा। MOU साइन के दौरान मुख्यमत्री एमके स्टालिन और उद्योग, निवेश प्रोत्साहन और वाणिज्य मंत्री टीआरबी राजा मौजूद थे। राजा ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट कर MOU साइन करने की जानकारी दी। 2024 में फोर्ड ने तमिलनाडु सरकार को एक लेटर ऑफ इंटेंट (LOI) सौंपा था, जिसमें मराईमलाई नगर प्लांट को फिर से शुरू करने में दिलचस्पी दिखाई थी। भारत में कोई नई फोर्ड कार आएगी? प्लांट में हर साल 2.35 लाख इंजन बनाएगी कंपनी ₹3,250 करोड़ का यह निवेश फोर्ड+ प्लान का हिस्सा है। चेन्नई प्लांट में सालाना 2.35 लाख इंजन प्रोड्यूस होंगे, जो नई टेक्नोलॉजी वाले होंगे। इंजन टाइप और एक्सपोर्ट डेस्टिनेशन बाद में बताए जाएंगे। यह सिर्फ एक्सपोर्ट के लिए होगा, लोकल मार्केट के लिए नहीं। निवेश से 600 डायरेक्ट जॉब्स क्रिएट होंगी, साथ ही इंडस्ट्री में अप्रत्यक्ष नौकरियां भी बढ़ेंगी। तमिलनाडु पहले से ही ह्यूंडई, रेनॉल्ट और BMW जैसे मैन्युफैक्चरर्स का हब है। आगे का प्लान, ट्रंप पॉलिसी पर क्या असर 2029 तक प्रोडक्शन शुरू होने के बाद फोर्ड ग्लोबल नेटवर्क को स्ट्रेंथ मिलेगी। तमिलनाडु में कंपनी के ग्लोबल बिजनेस ऑपरेशंस से पहले से 12,000 लोग काम कर रहे हैं। यह निवेश ट्रेड टेंशंस के बीच भारत को मैन्युफैक्चरिंग हब बनाएगा। फोर्ड का फोकस एक्सपोर्ट पर रहेगा, जिससे लोकल जॉब्स बढ़ेंगी लेकिन कार सेल्स पर असर कम। कुल मिलाकर, यह कदम इंडियन ऑटो सेक्टर को बूस्ट देगा। 2018 में 10 लाख ग्राहकों का आंकड़ा छुआ था फोर्ड ने भारत में 1995 में महिंद्रा से पार्टनरशिप करके एंट्री की थी। उस वक्त कंपनी का नाम महिंद्रा फोर्ड इंडिया लिमिटेड (MFIL) था। फोर्ड इंडिया ने जुलाई 2018 में 1 मिलियन (10 लाख) ग्राहकों के आंकड़ा छुआ था। तब कंपनी के प्रेसिडेंट और मैनेजिंग डायरेक्टर अनुराग मेहरोत्रा ने कहा था कि भारत में 10 लाख ग्राहकों तक पहुंचने पर हमें गर्व हो रहा है। अपने ग्राहकों के विश्वास के लिए हम ऋणी हैं। फिगो, एस्पायर, इकोस्पोर्ट जैसी कारें बेचती थी फोर्ड फोर्ड भारत में फिगो, एस्पायर, इकोस्पोर्ट और एंडेवर जैसी कारें बेचती थी। फोर्ड साणंद (गुजरात) और मराईमलाई (चेन्नई) प्लांट में अपने व्हीकल्स की मैन्युफैक्चरिंग करती थी। इसमें करीब 4000 कर्मचारी काम करते थे। देशभर में कंपनी के 11,000 से अधिक कर्मचारी थे।
यह महंगाई नहीं, नग्न बाजारवाद का बेशर्म परीक्षण है!
जब आपूर्ति कम होती है तो बाजार में चीजें दिखाई नहीं पड़ती हैं और उनकी कालाबाजारी होती है
'भारत-अमेरिका कृषि व्यापार : अवसर, जोखिम और संतुलन की चुनौती
भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंध लगातार व्यापक होने की संभावनाओं के बीच कृषि क्षेत्र इस साझेदारी का सबसे संवेदनशील और विवादास्पद हिस्सा बना हुआ है
मोदी सरकार व्यापार पैटर्न को संतुलित करे और घरेलू खपत को बढ़ावा दे
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारतीय निर्यात पर 25प्रतिशत टैरिफ लगाने का फैसला किया है जो आज एक अगस्त से लागू हो गया है
व्यापार वार्ता के बीच नई दिल्ली को ट्रंप का संदेश : झुको या टूट जाओ
भारत को और अधिक व्यापार रियायतें देने के लिए मजबूर करने का ट्रंप प्रशासन का दोहरा रवैया, चल रही व्यापार वार्ता में एक नये और विशेष रूप से आक्रामक चरण का संकेत देता है
काजोल ने किया रियल एस्टेट में निवेश, खरीदी इतने करोड़ की कमर्शियल प्रॉपर्टी
बॉलीवुड एक्ट्रेस काजोल ने इंडस्ट्री में एक अलग मुकाम हासिल किया है। काजोल भले ही फिल्मों में कम नजर आती हो, लेकिन वह सुर्खियों में बनी रहती हैं। काजोल ने अब एक्टिंग के साथ-साथ रियल एस्टेट में भी कदम रख दिया है। काजोल ने मुंबई के गोरेगांव वेस्ट ...
जानिए क्यों पैन इंडिया सुपरस्टार प्रभास पर है 2100 करोड़ रुपए निवेश
पैन इंडिया सुपरस्टार प्रभास अपने करियर के शानदार दौर से गुजर रहे हैं, और निर्विवाद रूप से अखिल भारतीय सुपरस्टार के रूप में अपनी जगह पक्की कर रहे हैं। बाहुबली, सलार, कल्कि 2898 एडी जैसी बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाने वाली फिल्मों के साथ, उन्होंने भारतीय ...
'एक रात के 5 लाख' क्या इस महंगाई की वजह बने हैं विक्की कौशल और कैटरीना कैफ
राजस्थान अपने खूबसूरत किलों और महलों के लिए विश्वभर में जाना जाता है। कला और संस्कृति के इस अनूठे संगम, शाही ठाठ बाठ समेत राजपुताना वास्तुकला का आनंद उठाने दुनिया के कोने-कोने से पर्यटक यहां आते हैं..........
खतरों के खिलाड़ी सीजन 14 के कंटेस्टेंट अभिषेक कुमार जिन्होंने बिग बॉस 17 में अपने कार्यकाल से काफी लोकप्रियता हासिल की, अपने आकर्षक व्यक्तित्व से लोगों के दिलों पर राज कर रहे हैं। विवादित रियलिटी शो में उनकी भागीदारी ने उन्हें स्टार बना दिया और उन्हें रातोंरात सफलता दिलाई। अभिषेक जो वर्तमान में रोहित शेट्टी के शो खतरों के खिलाड़ी 14 में हैं, ने साझा किया कि वह एक प्रोडक्शन हाउस खोलना चाहते हैं। इसे भी पढ़ें: Kartik Aaryan का खुलासा, Pyaar Ka Punchnama की सफलता के बावजूद उनके पास ‘कोई ऑफर नहीं था, कोई पैसा नहीं था ईटाइम्स टीवी के साथ एक इंटरव्यू में, अभिषेक ने खुलासा किया कि वह भविष्य के लिए पैसे बचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनके माता-पिता चाहते हैं कि वह मुंबई में एक घर खरीदें, लेकिन वह एक व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं। अभिषेक ने कहा कि वह एक उद्यमी बनना चाहते हैं और उनके बड़े सपने हैं जिन्हें वह हासिल करना चाहते हैं। अभिषेक कुमार मुंबई में घर नहीं खरीदना चाहते इंटरव्यू में, अभिषेक ने कहा कि उन्होंने पैसे बर्बाद करना बंद कर दिया है। उन्होंने कहा कि वह मुंबई में घर नहीं खरीदना चाहते क्योंकि शहर काफी महंगा है और कहा कि किराए पर रहना एक समझदारी भरा फैसला है। उन्होंने यहां तक कहा कि घर खरीदने में बड़ी रकम लगाने और फिर हर महीने लोन के रूप में बैंक को बड़ी EMI चुकाने का कोई मतलब नहीं है। इसे भी पढ़ें: Karan Johar को कोर्ट से मिली राहत, फिल्म Shaadi Ke Director Karan Aur Johar की रिलीज परह लगी रोक अभिषेक ने कहा कि वह अपना पैसा निवेश करना चाहते हैं और उस पर ब्याज पाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वह रवि दुबे और सरगुन मेहता की तरह एक प्रोडक्शन हाउस स्थापित करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि उनका परिवार चंडीगढ़ में घर खरीदे, लेकिन मुंबई में नहीं क्योंकि वे वहीं रह सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह पैसे बचाना चाहते हैं और कोई दूसरा व्यवसाय शुरू करने में निवेश कर सकते हैं। KKK 14 की बात करें तो शिल्पा शिंदे शो से बाहर हो गईं। एक यूट्यूब चैनल के अनुसार, सनी वरुण ने बात की, गश्मीर, करणवीर, अदिति और अभिषेक ने निष्कासन स्टंट किया।

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