चीन को रोकने के लिए भूटान में भारी निवेश कर रहा है भारत
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले हफ्ते पड़ोसी देश भूटान का दौरा किया। इस दौरान पीएम मोदी ने भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक से राजधानी थिंपू में मुलाकात की। बैठक में दोनों देशों ने ऊर्जा, कनेक्टिविटी और सांस्कृतिक क्षेत्र में कई ...
2030 तक 100 बिलियन डॉलर तक पहुंचेगा भारत-रूस द्विपक्षीय व्यापार: एस जयशंकर
विदेश मंत्री एस. जयशंकर इन दिनों रूस की यात्रा पर हैं। उन्होंने बुधवार को येकातेरिनबर्ग और कजान में भारत के महावाणिज्य दूतावासों के उद्घाटन के अवसर पर कहा कि ये वाणिज्य दूतावास 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 100 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक बढ़ाने के हमारे संयुक्त प्रयासों में योगदान देंगे
मेन रोड पर बैठे व्यापारियों को मंडी में शिफ्ट किया, सफाई की जानकारी ली
उदयपुर| नगर निगम आयुक्त अभिषेक खन्ना ने बुधवार को हाथीपोल सब्जी मंडी और आस-पास के शौचालयों का निरीक्षण किया। साथ ही मंडी परिसर में ठेला संचालकों की स्थिति, यातायात व्यवस्था और स्वच्छता की समीक्षा की। आयुक्त खन्ना ने बताया कि मुख्य मार्गों पर ठेले लगने से ट्रैफिक जाम के साथ शहर की छवि भी बिगड़ती है। शहरवासियों और पर्यटकों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कुछ समय पहले हाथीपोल सब्जी मंडी के बाहर सब्जी विक्रेताओं का जमावड़ा लगा था। सभी अव्यवस्थित रूप से व्यवसाय कर रहे थे। ऐसे में बाहर गंदगी फैलने के अलावा ट्रैफिक व्यवस्था भी बिगड़ रही थी। फिर निगम ने लाइसेंस वाले सब्जी विक्रेताओं को मंडी के अंदर निर्धारित स्थान दिया। बुधवार को निरीक्षण के दौरान कुछ सब्जी व्यापारी मुख्य मार्ग और चौराहों के पास बैठकर और ठेला लगाकर सब्जी बेचते मिले। इस पर आयुक्त ने व्यापारियों से मंडी में व्यवसाय करने के लिए समझाइश की। साथ ही अगली बाहर व्यापार करने पर व्यापारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके बाद मंडी क्षेत्र में सार्वजनिक शौचालयों का मुआयना किया। उन्होंने कहा कि हाथीपोल शहर के मुख्य बाजारों में से एक है। यहां शहरवासियों और पर्यटकों की भीड़ रहती है। ऐसे में सार्वजनिक शौचालयों को साफ-सुथरा रखना निगम की प्राथमिक है। उन्होंने शौचालयों की साफ-सफाई और पानी की सुविधा की जानकारी लेते हुए संचालक को व्यवस्थाओं में सुधार के निर्देश दिए। साथ ही लोगों को दी जाने वाली सुविधाओं को मानक अनुरूप व्यवस्थित करने को कहा।
निवेश के लिए हैदराबाद में सीएम करेंगे चर्चा:राजधानी में बड़ा बायोटेक सेंटर बनाएगी मप्र सरकार
22 नवंबर को हैदराबाद में होने वाले निवेश आयोजन में बड़ी बायोटेक कंपनियों के प्रतिनिधि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से सीधी चर्चा करेंगे। दरअसल, मुख्यमंत्री ने उद्योग विभाग को बायोटेक क्षेत्र में निवेश आकर्षित करने के निर्देश दिए हैं। उनका मानना है कि मप्र में बायोटेक्नोलॉजी के क्षेत्र में कई संभावनाएं हैं। हैदराबाद में होने वाले आयोजन के लिए बायोटेक सेक्टर की कई कंपनियों से संपर्क किया जा रहा है। प्रदेश सरकार की योजना राजधानी में एक बड़ा बायोटेक सेंटर स्थापित करने की है। शहर में आइसर, मैनिट, निरेह, एम्प्री और भारतीय मृदा विज्ञान संस्थान जैसे विज्ञान और प्रौद्योगिकी से जुड़े संस्थान मौजूद हैं। भोपाल, मंडीदीप और पीथमपुर में कई बड़ी फार्मा यूनिट्स मौजूद हैं। आईटी पर भी फोकस हैदराबाद में डेल, गूगल, आईबीएम, टीसीएस, विप्रो, माइक्रोसॉफ्ट, ओरेकल, एचसीएल जैसी बड़ी आईटी कंपनियों के कैंपस हैं। इसलिए आयोजन में आईटी, ड्रोन, ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर और एनिमेशन ग्राफिक्स नीतियों का प्रेजेंटेशन करके निवेश आकर्षित किया जाएगा। इसके लिए अलग राउंड टेबल सत्र होगा। उद्योग और पर्यटन की निवेश नीतियां भी सामने रखी जाएंगी। निवेशकों से सीएम वन टू वन बात करेंगे। बेंगलुरू में प्रदेश को टियर II शहरों का इनोवेशन हब बताया एमपीएसईडीसी ने बेंगलुरु टेक समिट में पवेलियन लगाकर मप्र को टियर II शहरों का बड़ा इनोवेशन हब बताया है। पवेलियन में 15 आईटी पार्क, 6 आईटी एसईजेड और 1200 टेक स्टार्टअप के बारे में जानकारी दी गई है।
पीलीभीत के पूरनपुर कस्बे में बुधवार देर शाम जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) विभाग की टीम ने एक प्रतिष्ठित लोहा व्यापारी के प्रतिष्ठान पर छापा मारा। खमरिया रोड स्थित व्यापारी की दुकान और गोदाम पर हुई इस औचक कार्रवाई से बाजार में हड़कंप मच गया। जीएसटी टीम ने अचानक पहुंचकर दुकान और गोदाम को अपने नियंत्रण में ले लिया। अधिकारियों ने मौके पर घंटों तक गहनता से जांच-पड़ताल की। टीम ने विशेष रूप से क्रय-विक्रय से जुड़े सभी महत्वपूर्ण प्रपत्रों, रजिस्टर, स्टॉक बही और लेन-देन के रिकॉर्ड का बारीकी से परीक्षण किया। अधिकारियों का मुख्य ध्यान जीएसटी नियमों के पालन और राजस्व से जुड़ी संभावित अनियमितताओं की जांच पर केंद्रित रहा। व्यापारियों की भारी भीड़ जमा हो गई छापेमारी की खबर फैलते ही व्यापारी की दुकान के बाहर स्थानीय लोगों और अन्य व्यापारियों की भारी भीड़ जमा हो गई। हालांकि, जीएसटी अधिकारियों ने किसी भी बाहरी व्यक्ति को अंदर जाने की अनुमति नहीं दी और जांच को गोपनीयता के साथ जारी रखा। यह कार्रवाई देर रात तक जारी रही, जिससे स्थानीय व्यापारी वर्ग में तनाव और बेचैनी बनी रही। कई प्रमुख व्यापारी नेता सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे, लेकिन उन्हें भी दूर ही रहना पड़ा। अधिकारियों ने छापे की कार्रवाई की पुष्टि की है, लेकिन जांच के परिणाम या किसी संभावित कर चोरी के संबंध में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। टीम के अधिकारियों ने कार्रवाई पूरी होने के बाद ही स्थिति स्पष्ट करने की बात कही है। इस कार्रवाई से पूरनपुर के बाजार में एक कड़ा संदेश गया है, और अन्य छोटे-बड़े व्यापारियों ने भी अपने रिकॉर्ड दुरुस्त करने शुरू कर दिए हैं।
अफगानिस्तान-भारत व्यापार के लिए कितना मायने रखता है अजीजी का दौरा? क्या चाबहार बंदरगाह पर बनेगी बात
India-Afghanistan Relations:अफगानिस्तान के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री अलहाज नूरुद्दीन अजीजी के नेतृत्व में एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भारत के दौरे पर पहुंचा. जानकारी के अनुसार, अफगान प्रतिनिधिमंडल अपनी यात्रा के दौरान प्रगति मैदान अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी का दौरा भी करेगा.
उत्तर प्रदेश बना वैश्विक निवेशकों की पहली पसंद, योगी सरकार की नीतियों से बढ़े उद्योग
Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश आज देश के सबसे आकर्षक निवेश गंतव्यों में तेजी से उभर रहा है। राज्य की निवेश-अनुकूल नीतियां, पारदर्शी प्रोत्साहन व्यवस्था, सुदृढ़ कानून-व्यवस्था और उद्योगों के लिए अनुकूल माहौल ने घरेलू व वैश्विक निवेशकों के बीच ...
औरंगाबाद समाहरणालय सभागार में बुधवार को डीएम श्रीकांत शास्त्री की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण संयुक्त समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिला अभियोजन कार्यों, सिविल एवं फौजदारी वादों, विशेषकर मानव-व्यापार विरोधी, पॉस्को तथा गंभीर आपराधिक मामलों की अद्यतन प्रगति पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में संबंधित विभागों, अभियोजन अधिकारियों तथा पुलिस प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक के दौरान डीएम ने न्यायालयों में लंबित संवेदनशील श्रेणी के वादों की स्थिति का अवलोकन करते हुए कहा कि ऐसे मामलों में किसी भी प्रकार का विलंब अस्वीकार्य है। उन्होंने अभियोजन शाखा को निर्देश दिया कि लंबित वादों की नियमित मॉनिटरिंग की जाए और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि मानव-व्यापार विरोधी और पॉस्को मामले अत्यंत संवेदनशील प्रकृति के होते हैं, इसलिए इनके निष्पादन में गंभीरता और समयबद्धता दोनों आवश्यक हैं। डीएम ने अभियोजन अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश जिला पदाधिकारी ने समन एवं वारंट की तमिला में होने वाली देरी पर चिंता व्यक्त करते हुए पुलिस विभाग और अभियोजन शाखा के बीच बेहतर समन्वय की आवश्यकता बताई। उन्होंने निर्देश दिया कि गवाहों की उपस्थिति में कोई बाधा न आए, इसके लिए थाना प्रभारियों और अभियोजन अधिकारियों के बीच निरंतर संपर्क एवं समन्वय बना रहे। साथ ही उन्होंने उन सभी वादों की एक अलग सूची तैयार करने का निर्देश दिया जिनमें गवाहों की उपस्थिति सुनिश्चित करने में कठिनाई हो रही है, ताकि ऐसे मामलों को प्राथमिकता देते हुए आवश्यक कार्रवाई तुरंत की जा सके। डीएम ने अभियोजन अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे कोर्ट में लंबित मामलों की नियमित समीक्षा करें और संबंधित पुलिस अधिकारियों से समन, वारंट, केस डायरी एवं अन्य कागजात की अद्यतन स्थिति समय पर प्राप्त करते रहें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक माह नए दर्ज वादों की तुलना में अधिक वादों के निष्पादन का लक्ष्य तय किया जाए और उसकी प्राप्ति पर विशेष ध्यान दिया जाए, ताकि न्यायिक प्रक्रिया निर्बाध रूप से आगे बढ़ सके और लंबित मामलों का बोझ कम हो। उन्होंने अधिकारियों को यह भी याद दिलाया कि संवेदनशील मामलों में न्याय दिलाने की प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की लापरवाही या देरी न केवल पीड़ितों के अधिकारों को प्रभावित करती है, बल्कि प्रशासनिक व्यवस्था की विश्वसनीयता पर भी प्रभाव डालती है। इसलिए ऐसे मामलों के प्रति अधिकारियों को अत्यंत संवेदनशीलता, तत्परता और जिम्मेदारी के साथ कार्य करना चाहिए। बैठक में अपर समाहर्ता, विधि शाखा के प्रभारी पदाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक, जिला अभियोजन पदाधिकारी, विशेष लोक अभियोजक, अपर लोक अभियोजक, सहायक सरकारी अधिवक्ता सहित संबंधित विभागों के वरीय अधिकारी मौजूद रहे। सभी अधिकारियों ने जिला पदाधिकारी द्वारा दिए गए निर्देशों का अनुपालन करने तथा न्याय संबंधित कार्यों को और अधिक प्रभावी बनाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
निवेशकों के लिए गोल्डन चांस: 5G की लहर और EV क्रांति से टेलीकॉम-ऑटो सेक्टर में बंपर उछाल संभव
टेक्निकल एनालिस्ट्स मिलन वैष्णव और फोरम छेड़ा ने टेलीकॉम और ऑटो ईवी सेक्टर में जबरदस्त उछाल की संभावना जताई। 5G रोलआउट, टैरिफ बढ़ोतरी और इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती मांग के कारण इन सेक्टरों के चुनिंदा स्टॉक्स पर फोकस करने की सलाह।
Share Bazaar में बहार, Sensex पहली बार 85000 के पार, Nifty में भी उछाल
Share Market Update News : आईटी और सरकारी बैंकों के शेयरों में तेजी से भारतीय शेयर बाजार में आज बहार आ गई। बीएसई के सेंसेक्स में पहली बार 85 हजार अंक से ज्यादा की भारी तेजी देखने को मिली। वहीं दूसरी ओर में भी उछाल देखा गया। सेंसेक्स 513.45 अंक चढ़कर 85,186.47 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 142.60 अंक की बढ़त में 26,052.65 अंक पर बंद हुआ। आईटी कंपनी एचसीएल टेक में सबसे ज्यादा 4.32 फीसदी तेजी आई। इन्फोसिस, टीसीएस, एचयूएल, सन फार्मा और टाइटन में 1 से 3 फीसदी तक तेजी रही। खबरों के अनुसार, आईटी और सरकारी बैंकों के शेयरों में तेजी से भारतीय शेयर बाजार में आज बहार आ गई। बीएसई के सेंसेक्स में पहली बार 85 हजार अंक से ज्यादा की भारी तेजी देखने को मिली। वहीं दूसरी ओर में भी उछाल देखा गया। सेंसेक्स 513.45 अंक चढ़कर 85,186.47 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 142.60 अंक की बढ़त में 26,052.65 अंक पर बंद हुआ। ALSO READ: Share Bazaar में लगातार छठे दिन तेजी, Sensex 388 अंक उछला, Nifty भी 26000 के पार आईटी कंपनी एचसीएल टेक में सबसे ज्यादा 4.32 फीसदी तेजी आई। इन्फोसिस, टीसीएस, एचयूएल, सन फार्मा और टाइटन में 1 से 3 फीसदी तक तेजी रही। कनाडा के कैलगेरी में कार्यालय खोलने की घोषणा के बाद एचसीएल टेक्नोलॉजीज के शेयर सेंसेक्स में सवा चार फीसदी से अधिक चढ़े। एनएसई में आईटी के बाद सार्वजनिक बैंकों के समूह में सबसे अधिक तेजी रही। ALSO READ: Share Market : गिरावट से उबरा बाजार, Sensex 319 अंक उछला, Nifty में भी आई तेजी एशियाई बाजारों में जापान का निक्केई 0.34% गिरकर 48,537 पर बंद हुआ, जबकि कोरिया का कोस्पी 0.61% नीचे 3,929 पर रहा। हॉन्गकॉन्ग का हैंगसेंग 0.38% टूटकर 25,830 पर बंद हुआ। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में मिलाजुला कारोबार हुआ। Edited By : Chetan Gour
जबलपुर की कृषि उपज मंडी में बुधवार दोपहर को स्कूटी सवार होकर आए दो लुटेरे अनाज व्यापारी के मुनीम पर लोहे की राॅड से हमला करते हुए उसके पास रखे 19 लाख रुपए लूटकर फरार हो गए। घटना उस दौरान हुई जब व्यापारी का मुनीम विकास साहू बैंक से रुपए निकालकर आफिस आ रहा था। बाइक पर सवार होकर विकास जैसे ही मंडी के गेट नंबर एक पर पहुंचा, अचानक लुटेरों ने उसे रोका और हमला कर 19 लाख रुपए लेकर फरार हो गए। घटना की जानकारी जैसे ही व्यापारियों को लगी तो बड़ी संख्या में मंडी कार्यालय पहुंचे और चेतावनी दी की जब तक लुटेरों को पकड़ा नहीं जाता, तब तक मंडी में खरीदी नहीं होगी। वारदात के बाद एएसपी आयुष गुप्ता विजय नगर थाना पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने पूरे शहर में नाकाबंदी कर दी है। मंडी में रोजाना 15 से 20 करोड़ रुपए का भुगतान केस में होता है। बुधवार को अनाज व्यापारी मठोरेलाल गुप्ता के यहां पर काम करने वाले मुनीम ने एचडीएफसी बैंक से 19 लाख रुपए निकाले और वापस ऑफिस आ रहे थे, उसी दौरान गेट नंबर एक पर पहले से घात लगाकर बैठे दो लुटेरों ने उसके साथ मारपीट करते हुए 19 लाख रुपए लूट लिए। दिनदहाड़े हुई वारदात से नाराज अनाज व्यापारियों ने मंडी का गेट बंद करते हुए पुलिस-प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। नाराज व्यापारियों का कहना है कि मंडी सचिव को समय पर टैक्स देने के बाद भी सुरक्षा की कोई भी व्यवस्था नहीं है। आए दिन शराबखोरी, मारपीट और नशा करने वाले लोगों का घूमना आम हो गया है। व्यापारियों का कहना है कि कई बार मंडी प्रशासन को लिखित में शिकायत देते हुए सुरक्षा की मांग की गई, पर इस पर ध्यान नहीं दिया गया, लिहाजा आज यह बड़ी घटना हो गई। जबलपुर अनाज एवं तिलहन व्यापारी संघ के अध्यक्ष दीपक डोंगरिया का कहना है, कि अब जब तक आरोपी पकड़े नहीं जाते, तब तक ना ही खरीदी होगी, और ना ही कोई भी व्यापारी नीलामी में शामिल होगा। दिनदहाड़े हुए लूट की जानकारी मिलते ही विजयनगर और गोहलपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। इस दौरान एसपी के निर्देश पर लुटेरों को पकड़ने के लिए शहर मे नाकाबंदी की गई है। ये खबर भी पढ़ें... भोपाल में लूट बढ़ी, चोरी-नकबजनी पर काबू राजधानी भोपाल में पिछले दो सालों के मुकाबले इस साल महज दस महीने में लूट के ग्राफ में इजाफा दर्ज किया गया है। जबकि नकबजनी और चोरी की वारदातों में कमी लाने में भोपाल पुलिस किसी हद तक कामयाब रही है। अपराध और अपराधियों पर नकेल कसने 688 बदमाशों की गुंडा फाइल तैयार की जा चुकी हैं। पूरी खबर पढ़ें
बारां में चोरी की घटनाओं में लगातार इजाफा, व्यापार महासंघ ने पुलिस की उदासीनता पर जताया गहरा रोष
बारां शहर में चोरी की घटनाओं में लगातार इजाफा होने से व्यापारियों में चिंता बढ़ी है। व्यापार महासंघ ने पुलिस की उदासीनता पर रोष जताते हुए त्वरित कार्रवाई की मांग की है। कोटा रोड और सदर बाजार में हुई चोरी की घटनाओं के बाद महासंघ ने चोरों की गिरफ्तारी और सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ करने की अपील की।
भारत‑इज़राइल संबंध मजबूत: व्यापार, तकनीक और निवेश पर हाई‑लेवल चर्चा
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल इस्राइल दौरे पर व्यापार, तकनीक और निवेश पर उच्चस्तरीय वार्ता करेंगे। यह दौरा भारत-इस्राइल आर्थिक और तकनीकी साझेदारी को मजबूत करने तथा व्यापार और निवेश के नए अवसर खोलने में महत्वपूर्ण साबित होगा।
मसाला व्यापारी की स्कूटी से 33 हजार चोरी:दतिया में सिक्के बदलवाने रुका था, लौटा तो डिग्गी खुली मिली
दतिया के नजियाई बाजार में एक मसाला व्यापारी की स्कूटी की डिग्गी से 33 हजार रुपये चोरी हो गए। यह घटना बुधवार दोपहर को भीड़भाड़ वाले बाजार में कुछ ही मिनटों में हुई, जिसके बाद चोर फरार हो गया। रिछरा फाटक मार्ग स्थित आजाद इंटर कॉलेज के पास रहने वाले ध्रुव साहू पुत्र बृजेंद्र साहू ने कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई है। ध्रुव साहू जयदेव एग्रोफूड नाम से एक मसाला फैक्ट्री का संचालन करते हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि बुधवार दोपहर करीब 12:57 बजे वह अपनी फैक्ट्री से स्कूटी क्रमांक एमपी 32 जेडसी 2146 पर 33 हजार रुपये लेकर सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया जा रहे थे। उन्होंने ये रुपये स्कूटी की डिग्गी में रखे थे। रास्ते में, वह नजियाई बाजार स्थित हरिओम गुप्ता की दुकान पर सिक्कों को नोट में बदलवाने के लिए रुके। ध्रुव के अनुसार, सिक्के बदलवाने में कुछ ही मिनट लगे। जब वह अपनी स्कूटी के पास वापस लौटे, तो डिग्गी खुली हुई मिली और उसमें रखे 33 हजार रुपये गायब थे। उन्होंने आसपास के लोगों से पूछताछ की, लेकिन किसी ने भी संदिग्ध व्यक्ति को डिग्गी खोलते नहीं देखा। पीड़ित ने तुरंत कोतवाली थाने पहुंचकर घटना की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने अज्ञात चोर के खिलाफ चोरी की धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली है और घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। पुलिस का कहना है कि आरोपी की जल्द पहचान कर उसे गिरफ्तार किया जाएगा।
इंदौर के भंवरकुआ में एक व्यापारी की पत्नी के घर से जेवर चोरी हो गए। उन्होंने घर पर आने वाली टीचर पर शंका जाहिर की है। पुलिस ने टीचर पर चोरी के मामले को लेकर एफआईआर की है। वहीं उसे हिरासत में लेकर महिला थाने भेजा गया है। बुधवार को पुलिस चोरी के मामले में महिला टीचर से पूछताछ करेगी।भंवरकुआं पुलिस ने बताया कि निशा अग्रवाल निवासी अग्रवाल नगर की शिकायत पर पुलिस ने संजना पति संजय वाधवानी निवासी शिवधाम कॉलोनी खंडवा के खिलाफ एफआईआर की है। पुलिस ने उसे हिरासत में लिया है। पीड़िता ने बताया कि उसके घर की अलमारी में एक प्लास्टिक डब्बे में दो सोने की चूड़ियां,दो चेन,अंगूठी,एक पेंडल और नकदी रखे थे। काम में व्यस्त होने के चलते वह जेवर नहीं देख पाई। 17 नवंबर को उसने अलमारी खोली तो उसमें रुपए नहीं थे। निशा ने बताया कि उसकी गैर मौजूदगी में संजना का घर पर आना-जाना था। वह उनके बच्चों को कोचिंग पढ़ाने आती थी। उसने ही जेवर चुराए हैं। पुलिस अब नामजद एफआईआर कर मामले की जांच कर रही है।लैपटॉप चोर पर एक और FIR, लैपटॉप-मोबाइल चोरीएक अन्य मामले में भंवरकुआं पुलिस ने ओम असाटी की शिकायत पर चोरी के मामले में एफआईआर की है। ओम के मुताबिक वह खंडवा नाका पर किराए पर रहते हैं। 17 नवबंर को उनके रूम मेंट प्रदुम्न,अभिसार के लैपटॉप नहीं थे। वहीं उनके परिचित नितिन वसूनिया,बंशी वर्मा, शिवाजी बुंदेला,अंकित सिंह के दो लैपटाॅप,रुपए, मोबाइल,चंद्रशेखर ठाकुर के तीन मोबाइल, विशाल सिंह का एक लैपटाॅप,विशाल अंजना के दो लैपटॉप और रोशनी आर्या का एक लैपटॉप भी नही मिला। सभी ने थाने पर आवेदन दिया। पुलिस ने मंगलवार को तीसरी एफआईआर आरोपी पर दर्ज की। आरोपी के खिलाफ एक दिन पहले दो एफआईआर दर्ज की गई थी। वह सीसीटीवी कैमरों में भी दिखा था।
हिसार जिले के राजकीय महाविद्यालय उकलाना में प्राचार्या डॉ. रेखा सलूजा के मार्गदर्शन में प्लेसमेंट सेल, भौतिकी विभाग एवं गणित विभाग के संयुक्त तत्वावधान में वित्तीय साक्षरता और पूँजी प्रबंधन विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्देश्य विद्यार्थियों को निवेश, पूँजी बाजार, आर्थिक प्रबंधन और वित्तीय जागरूकता से जुड़ी व्यावहारिक एवं उपयोगी जानकारी प्रदान करना रहा। प्राचार्या डॉ. रेखा सलूजा ने कहा कि वर्तमान समय में आर्थिक गतिविधियां प्रत्येक व्यक्ति के जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुकी हैं। उन्होंने कहा कि “भविष्य को सुरक्षित बनाने के लिए समझदारीपूर्ण निवेश और वित्तीय अनुशासन अत्यावश्यक है। सही निर्णय वित्तीय मजबूती देते हैं, जबकि गलत निवेश आर्थिक असंतुलन पैदा कर सकते हैं।” कार्यशाला में सेबी एवं एन.आई.एस.एम. से आमंत्रित मुख्य वक्ता डॉ. अरुण पुनिया एवं पदमा ने विद्यार्थियों को पूँजी बाजार की कार्यप्रणाली, निवेश के सुरक्षित विकल्प, जोखिम प्रबंधन, धन योजना तथा धोखाधड़ी से बचाव जैसे विषयों पर विस्तृत जानकारी दी। वक्ताओं ने वास्तविक उदाहरणों के माध्यम से बताया कि युवावस्था से ही वित्तीय अनुशासन अपनाने से भविष्य के लिए मजबूत आर्थिक आधार तैयार होता है। कार्यशाला के दौरान विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक प्रश्न पूछकर अपने संदेह दूर किए। वक्ताओं ने सेबी की भूमिका, निवेश से जुड़े सामान्य मिथकों तथा सही वित्तीय निर्णय लेने के तरीकों पर भी विद्यार्थियों को जागरूक किया। सत्र के समापन पर प्लेसमेंट सेल की ओर से मुख्य अतिथियों एवं वक्ताओं का आभार व्यक्त किया गया तथा सफल आयोजन में सहयोग देने के लिए सभी विभागों को बधाई दी गई।
Excelsoft technologies ipo : पहले ही दिन एक्सेलसॉफ्ट ने मचाई धूम; निवेशकों में जबरदस्त उत्साह
Excelsoft technologies ipo : कर्नाटक की लर्निंग-असेसमेंट SaaS कंपनी एक्सेलसॉफ्ट टेक्नोलॉजीज ने आईपीओ से एक दिन पहले एंकर निवेशकों से 150 करोड़ रुपये जुटाए, जिसमें आशीष कचोलिया का फंड सबसे बड़ा निवेशक बना। 114-120 रुपये प्राइस बैंड वाला 500 करोड़ का आईपीओ 19 नवंबर को खुलेगा। ग्रे मार्केट में 15 रुपये प्रीमियम के साथ 12.5% लिस्टिंग गेन की उम्मीद। आवंटन 24 और लिस्टिंग 26 नवंबर को।
चंदौली के मुगलसराय में मंगलवार रात प्रतिष्ठित दवा कारोबारी रोहिताश पाल उर्फ रोमी की हत्या के बाद व्यापारियों में भारी आक्रोश है। बुधवार को दवा कारोबारियों और नगर के व्यापारियों ने जीटी रोड स्थित घटनास्थल के पास धरना प्रदर्शन किया। व्यापारियों ने अपराधियों की गिरफ्तारी होने तक दवा की दुकानें बंद रखने की घोषणा की है। उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि जल्द हत्यारों को नहीं पकड़ा गया, तो वे मुगलसराय बंद और जरूरत पड़ने पर चंदौली बंद का आह्वान करेंगे। धरनास्थल पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने व्यापारियों को समझाने का प्रयास किया। सीओ सदर ने हत्यारों को पकड़ने के लिए 24 घंटे का समय मांगा है, लेकिन व्यापारी अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं। सपा नेताओं ने भी धरनास्थल पर पहुंचकर व्यापारियों के आंदोलन को समर्थन दिया। व्यापारी नेताओं ने इस वारदात की कड़ी निंदा करते हुए पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे खुलेआम इतनी बड़ी घटना को अंजाम देकर फरार हो गए, जबकि घटनास्थल के पास हमेशा पुलिस की ड्यूटी रहती है। व्यापारियों ने नगर में गश्त न होने और पुलिस की निष्क्रियता को अपराधियों की बढ़ती हिम्मत का कारण बताया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए धरनास्थल के आसपास बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
वाराणसी की सारनाथ पुलिस ने मंगलवार रात नासिक से दबिश के दौरान पूर्वांचल में साइबर ठगी के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया। उस पर 50 करोड़ से अधिक की साइबर ठगी करने का आरोप है। वारदात के बाद फरार चल रहे साइबर अपराधी पर पुलिस ने इनाम भी घोषित किया था। सारनाथ की टीम ने ऑपरेशन में इनामियां आरोपी राजेंद्र प्रसाद जायसवार, उसकी पत्नी धनौती देवी और पुत्रवधू संगीता को नासिक से गिरफ्तार किया है। आरोपी मूलत: गोरखपुर का निवासी है और इस वारदात में उसके दोस्त और परिजन भी शामिल हैं। पुलिस की माने तो वह अपने परिवार के साथ मिलकर वाराणसी, गोरखपुर सहित अन्य जिलों से ट्रेडिंग के नाम पर 50 करोड़ की साइबर ठगी की वारदात को अंजाम दे चुका है। पीड़ितों के लगातार शिकायत पर सारनाथ पुलिस ने सटीक जानकारी जुटाते हुए ठगी के आरोपी को नासिक से पकड़कर सारनाथ थाने ले आई। बुधवार को एसीपी विदुष सक्सेना ने पुलिस कार्रवाई का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि साइबर ठगी की शिकायतों के बाद दरोगा अमरजीत कुमार के साथ एक टीम राजेंद्र प्रसाद और उसके परिवार की गिरफ्तार के लिए बनाई गई। साइबर सेल और सर्विलांस से उसकी लोकेशन नासिक में मिली। टीम पहुंची तो एक मकान में दबिश दी और स्थानीय पुलिस बल की मदद से राजेंद्र प्रसाद, उसकी पत्नी और पुत्रवधू को हिरासत में ले लिया। उसने बताया कि हम लोग मिलकर ट्रेडिंग के बहाने लोगों को गुमराह करते थे। उन्हें झांसे में लेकर बड़े मुनाफे का लालच देते थे। फर्म की फर्जी साइट और बैंक डिटेल भेजकर गुमराह करते थे, इसमें रुपयों को 1 साल में 3 गुना पैसा वापस करने की बात कहते थे। झांसा देकर के फ्राड में मेरे गांव के कई लोग, रिश्तेदार आ गए और हम लोगो को पहली बार करोड़ों रुपया बिना कुछ किए कमा लिया। उनके पास से पुलिस ने नगदी और दस्तावेज बरामद किए हैं। इसमें 3 ATM कार्ड, 1 लैपटाप LENOVO कम्पनी, 3 आधार कार्ड, 1 पैनकार्ड, 2 चेक बुक, 5 मोबाइल, 1 फर्जी मोहर मय पेज 10 पासबुक, 1 चेक धनौती देवी, 1 मोहरयुक्त लेटर पैड स्टाक ब्रोकर का समेत खातों को सीज किया गया है ।
दुर्ग जिले के पाटन थाना क्षेत्र में एक किसान-निवेशक ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग धोखाधड़ी का शिकार हुआ है। उससे 31 लाख 50 हजार रुपए की ठगी की गई है। पीड़ित ने पाटन थाने में शिकायत दर्ज कराई है, जिसके बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शिकायतकर्ता की पहचान ग्राम तर्रीघाट निवासी खिलेश्वर सिन्हा के रूप में हुई है, जो खेती के साथ-साथ शेयर बाजार में भी निवेश करते हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि वे यूट्यूब के जरिए शेयर बाजार की जानकारी लेते थे। 18 अगस्त 2025 को उन्हें '47 SBSBL कम्युनिटी' नामक एक वॉट्सऐप ग्रुप में जोड़ा गया। ऐप के माध्यम से ट्रेडिंग की सलाह यह ग्रुप शेयर बाजार में भारी मुनाफे का दावा करता था और सदस्यों को स्टॉक खरीदने की सलाह देता था। ग्रुप एडमिन अंकुश सुरेश जैन ने खिलेश्वर सिन्हा से संपर्क किया और उन्हें 'श्री बाहुबली ब्रोकरेज फर्म' नामक एक ऐप के माध्यम से ट्रेडिंग करने की सलाह दी। पीड़ित के अनुसार, अंकुश ने यह ऐप उनके मोबाइल में खुद इंस्टॉल किया था। निवेश और निकासी में समस्या शुरुआत में उन्हें निवेश बढ़ने और बड़े मुनाफे का भरोसा दिलाया गया। इस पर विश्वास करते हुए खिलेश्वर सिन्हा ने अलग-अलग चरणों में कुल 31 लाख 50 हजार रुपए का निवेश कर दिया। कुछ समय बाद जब सिन्हा ने अपनी निवेश की गई रकम निकालने का प्रयास किया, तो ऐप में निकासी का विकल्प काम नहीं कर रहा था। पैसे निकालने में टालमटोल उन्होंने ग्रुप एडमिन अंकुश जैन से उनके मोबाइल नंबरों पर संपर्क किया। आरोप है कि अंकुश ने उन्हें यह कहकर टाल दिया कि 'प्रॉफिट कॉम्पीटिशन' चल रहा है, इसलिए अभी पैसे निकालना संभव नहीं है। साथ ही उन पर और अधिक पैसा निवेश करने का दबाव भी बनाया गया। ठगी का एहसास और फर्जी ऐप का खुलासा कई प्रयासों के बावजूद जब न तो पैसा निकला और न ही अंकुश जैन ने कोई संतोषजनक जवाब दिया, तब पीड़ित को ठगी का एहसास हुआ। उन्होंने जब ब्रोकरेज ऐप की जांच की, तो पता चला कि यह एक पूरी तरह से फर्जी ऐप था, जिसके जरिए उनसे 31 लाख रुपए ठगे गए थे। पुलिस में शिकायत और जांच शुरू पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि आरोपी अंकुश जैन का असली लोकेशन क्या है, व्हाट्सऐप ग्रुप किसने संचालित किया और फर्जी एप किस नेटवर्क से जुड़ा था। पुलिस का कहनाहै कि तकनीकी जांच के बाद ठगी के इस गिरोह का पूरा नेटवर्क उजागर किया जाएगा।
सिवनी हवाला कांड में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं। एसआईटी की जांच में पता चला है कि पूरे घटनाक्रम की शुरुआत हवाला से जुड़े खिलौना व्यापारी पंजू गिरी गोस्वामी ने की थी। उसने ही सबसे पहले क्राइम ब्रांच के आरक्षक प्रमोद सोनी को हवाला रकम के मूवमेंट की सूचना दी, जिसके बाद यह जानकारी एक–एक कर बाकी पुलिस अधिकारियों और आरोपियों तक पहुंची। जांच में सामने आया है कि सूचना की यह कड़ी खिलौना व्यापारी से शुरू होकर आरक्षक प्रमोद सोनी तक पहुंची, फिर वहां से बालाघाट में पदस्थ हॉकफोर्स प्रभारी डीएसपी पंकज मिश्रा तक और आखिर में डीएसपी पूजा पांडे व उनके नेटवर्क तक। इधर, डीएसपी पूजा पांडे ने अपनी जमानत के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। माना जा रहा है कि जस्टिस देवनारायण मिश्रा की अदालत में इसी सप्ताह पूजा पांडे की याचिका पर सुनवाई हो सकती है। डीएसपी-साली के चक्कर में जीजा भी गिरफ्तार इस बहुचर्चित मामले में एसआईटी ने मंगलवार को डीएसपी पूजा पांडे के जीजा वीरेंद्र दीक्षित को भी गिरफ्तार किया। वह जबलपुर में मेडिकल स्टोर संचालक हैं और बताया जा रहा है कि पूजा पांडे की गतिविधियों की जानकारी उन्हें रहती थी। जांच में सामने आया कि साली के कहने पर जीजा भी प्लान में शामिल हुआ, और लूट की रकम को ठिकाने लगाने में उसकी भूमिका संदिग्ध पाई गई। इसी आधार पर एसआईटी ने उसे हिरासत में लिया। चार नई गिरफ्तारियां, अब तक 15 आरोपी पकड़े गए एसआईटी ने मंगलवार को कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया आईजी प्रमोद वर्मा के अनुसार अब तक 15 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, और जैसे–जैसे जांच आगे बढ़ रही है, नए तार खुल रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह मामला हवाला से अधिक करोड़ों की लूट है। कैसे हुआ था बहुचर्चित लूटकांड 8 और 9 अक्टूबर की दरमियानी रात जब महाराष्ट्र के व्यापारी सोहनलाल परमार के दो ड्राइवर सतना से 2.96 करोड़ रुपए लेकर जालना जा रहे थे, तब बंडोल थाना पुलिस ने उनकी कार (एमएच 13 ईके 3430) को रोका। पुलिसकर्मी उन्हें जंगल में ले गए, पूछताछ की, रकम जब्त की और लगभग सवा करोड़ रुपए वापस देकर ड्राइवरों को छोड़ दिया। महाराष्ट्र पहुंचकर ड्राइवरों ने पूरी बात मालिक सोहनलाल को बताई। वे अगले दिन सिवनी पहुंचे तो पुलिस ने बिना एफआईआर उन्हें थाने में बैठाया, मारपीट की और धमकाकर छोड़ दिया। बाद में पीड़ित ने कोतवाली में शिकायत की। शुरुआत में एसडीओपी पूजा पांडे ने लूट से इनकार किया। मामला बढ़ा तो डीआईजी ने जांच के आदेश दिए और गंभीर अनियमितताएं सामने आईं। इसके बाद आईजी ने 9 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया और डीजीपी ने पूजा पांडे को सस्पेंड कर विस्तृत जांच के निर्देश दिए। अब तक की बरामदगी और कार्रवाई एसआईटी और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में अब तक 1 करोड़ 45 लाख रुपए पुलिसकर्मियों से, 1 करोड़ 20 लाख रुपए हवाला कारोबारियों से बरामद किए जा चुके हैं। करीब 25 लाख रुपए अभी भी गायब हैं, जिसे बरामद करना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन चुका है। आईजी प्रमोद वर्मा ने स्पष्ट कहा कि जांच में जिनके भी खिलाफ सबूत मिलेंगे, उन पर कड़ी कार्रवाई होगी चाहे वह पुलिस अधिकारी हों या कोई व्यापारी। विभाग की छवि खराब करने वालों को बिल्कुल नहीं बख्शा जाएगा। कौन–कौन हैं आरोपी एफआईआर भारतीय न्याय संहिता की धारा 310(2) (डकैती), 126(2) (गलत तरीके से रोकना), 140(3) (अपहरण), 61(2) (आपराधिक षड्यंत्र)के तहत दर्ज की गई है। 11 पुलिसकर्मियों में शामिल है, एसडीओपी पूजा पांडे, एसआई अर्पित भैरम, प्रधान आरक्षक माखन, राजेश जंघेला, आरक्षक रविंद्र उईके, चालक रितेश, गनमैन केदार, गनमैन सदाफल, कॉन्स्टेबल योगेंद्र, नीरज और जगदीश। सभी आरोपियों को सिवनी जेल से नरसिंहपुर जेल शिफ्ट किया गया है। ये खबर भी पढ़ें... सिवनी हवाला कांड- बालाघाट DSP समेत 4 गिरफ्तार सिवनी में 8-9 अक्टूबर की दरमियानी रात हुए 3 करोड़ रुपए के हवाला लूट मामले में जबलपुर क्राइम ब्रांच ने बालाघाट के डीएसपी पंकज मिश्रा, साइबर सेल के कॉन्स्टेबल प्रमोद सोनी और पंजू गिरी गोस्वामी और पूजा पांडे के जीजा वीरेंद्र दीक्षित को गिरफ्तार किया है। पूरी खबर पढ़ें...
प्रयागराज के सिविल लाइंस इलाके में साइबर ठगों ने महिला डॉक्टर समेत तीन लोगों से 34.77 लाख रुपए ठगी कर ली। दो मामलों में व्हॉट्सएप के जरिए शेयर बाजार में भारी मुनाफे का लालच देकर रकम ट्रांसफर कराई गई, जबकि तीसरे मामले में खाते से बिना ओटीपी आए ही रुपए गायब हो गए। साइबर थाना पुलिस ने तीनों मामलों में अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सिविल लाइंस की रहने वाली महिला डॉक्टर ने बताया कि तीन सितंबर को उनके व्हॉट्सएप पर एक अंजान नंबर से मैसेज आया। सामने वाले ने खुद को शेयर बाजार का सलाहकार बताकर भरोसा जीता और कहा कि उन्हें मुनाफे वाले आईपीओ में निवेश कराना है। जल्द ही उन्हें एक व्हॉट्सएप ग्रुप में जोड़ लिया गया और किस्तों में कुल 8.10 लाख रुपए ट्रांसफर करा लिए। जब उन्होंने रुपए निकालने चाहे तो ट्रांजेक्शन फीस और टैक्स क्लियरेंस के नाम पर बार-बार पैसे मांगे जाने लगे। ठगी का अहसास होते ही उन्होंने साइबर थाने में शिकायत दी। इसी तरह, सिविल लाइंस के एक व्यक्ति ने बताया कि अगस्त में उनके मोबाइल पर ऐसे ही एक नंबर से मैसेज आया था। ठगों ने उन्हें टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ा, जहां पहले से कई लोग मुनाफे की बातचीत करते दिखे। भरोसा जमने के बाद उन्होंने भी लाखों रुपए निवेश कर दिए, जो गुम हो गए।तीसरे पीड़ित ने बताया कि उनके खाते से बिना किसी ओटीपी के ही 10 लाख रुपए की निकासी हो गई। फिलहाल तीनों मामलों की जांच साइबर थाना पुलिस कर रही है।
इंदौर में सराफा चौपाटी को लेकर अभी तक निर्णय नहीं होने से सराफा के व्यापारी और इंदौर चांदी-सोना जवाहरात व्यापारी एसोसिएशन के पदाधिकारी नाराज हैं। हाल ही में हुई घटना ने इस नाराजगी को ओर बढ़ा दिया है। इधर, मामले में मेयर पुष्यमित्र भार्गव का कहना है कि सराफा चौपाटी का प्लान तैयार है, जल्द ही इसका एक्जीक्यूशन करेंगे। बता दें कि सराफा चौपाटी को शिफ्ट करने की मांग सराफा चांदी-सोना जवाहरात व्यापारी एसोसिएशन के पदाधिकारियों द्वारा की जा रही थी। इसे लेकर पदाधिकारियों ने मौन धरना प्रदर्शन करने के साथ ही व्यापारियों के साथ बैठकें की थीं। मामला बढ़ने पर महापौर ने व्यापारियों के साथ नगर निगम में मीटिंग की, जिसके बाद समन्वय बना और एक कमेटी का गठन किया गया, जो सराफा चौपाटी के नए स्वरूप को विकसित करेगी। इस कमेटी में सराफा एसोसिएशन, सराफा चौपाटी एसोसिएशन के साथ ही नगर निगम के अधिकारियों सहित जनप्रतिनिधियों को भी शामिल किया गया था। पदाधिकारियों का कहना है कि उस वक्त कहा गया था कि श्राद्धपक्ष के बाद सराफा चौपाटी को लेकर रूपरेखा तैयार कर ली जाएगी और पारंपरिक दुकानों को ही अनुमति दी जाएगी। मगर दीपावली का त्योहार भी गुजरने के बाद अब तक इस मामले में कुछ नहीं हुआ। मारपीट की घटना के बाद पदाधिकारियों में बढ़ी नाराजगी सोमवार रात सराफा चौपाटी में दो व्यापारी ग्राहकी को लेकर आपस में भिड़ गए। उनके बीच थप्पड़, घूंसे और चिमटा तक चल गया। घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस मामले में सराफा पुलिस ने दोनों व्यापारियों पर कार्रवाई भी की। इस घटना के बाद सराफा व्यापारी एसोसिएशन के पदाधिकारियों में नाराजगी और बढ़ गई है। उनका कहना है कि इस तरह की कई घटनाएं यहां हो चुकी हैं, जिसके कारण सराफा का नाम खराब हो रहा है और यहां की छवि पर भी असर पड़ रहा है। पदाधिकारियों का कहना है कि उनके पास व्यापारियों के लेटर रखे हैं। इन लेटरों में व्यापारियों ने सहमति जताई है कि वे अपनी दुकानों के ओटलों पर चौपाटी नहीं चाहते हैं। अगर जल्द ही इसका निर्णय नहीं होता है तो वे इस ओर अपनी रूपरेखा तैयार करेंगे। मेयर बोले- जल्द करेंगे एक्जीक्यूशन इस मामले में मेयर पुष्यमित्र भार्गव से दैनिक भास्कर ने चर्चा की। मेयर ने बताया कि दो बार मीटिंग हो गई है। कुछ ही दिनों में उसका एक्जीक्यूशन हम शुरू कर देंगे। कुछ सुझाव भी आए हैं, कमेटी उस पर चर्चा कर रही है। सुझावों पर अमल करके बहुत जल्द ही सराफा चौपाटी का स्वरूप बदलेगा। घटना को लेकर कहा कि निश्चित तौर पर इसी सब के लिए सभी ने निर्णय किया है। सराफा इंदौर की धरोहर, गौरवशाली परंपरा है और जिस कारण से इंदौर जाना जाता है। उसकी सुविधा अच्छी रहे, ये हम सभी कि जिम्मेदारी है। प्लान बन गया है। उसका एक्जीक्यूशन जल्दी करेंगे।
पंडरा में मतगणना कार्यों से व्यापार प्रभावित
झारखंड चैंबर ने टर्मिनल मार्केट यार्ड, पंडरा में चुनावी मतगणना कार्यों के लिए प्रशासन द्वारा लगातार उपयोग किए जाने के मुद्दे पर चिंता व्यक्त करते हुए राज्य निर्वाचन आयुक्त और रांची उपायुक्त को पत्राचार कर इस मामले में उच्च न्यायालय के निर्देशों का पालन करने का आग्रह किया। चैंबर महासचिव रोहित अग्रवाल ने कहा कि पिछले कई वर्षों से यह मुद्दा हाईकोर्ट के संज्ञान में रहा है। हाल ही में 19 सितंबर से 14 नवंबर 2025 के आदेशों में भी न्यायालय ने स्पष्ट रूप से कहा कि पंडरा स्थित टर्मिनल मार्केट यार्ड जैसे व्यावसायिक क्षेत्रों को ईवीएम संग्रहण, स्ट्रांग रूम या काउंटिंग सेंटर के रूप में उपयोग करना अनुचित है और यह व्यापारियों के अधिकारों का उल्लंघन करता है। चैंबर ने कृषि मंडी परिसर की दुकान-गोदामों को बार-बार अधिग्रहित करने से व्यापार पूरी तरह बाधित हो जाता है, जिससे दुकानदारों, कामगारों और थोक व्यापारियों को आर्थिक नुकसान होता है। इससे आम जनता को भी आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता में परेशानी का सामना करना पड़ता है। चैंबर ने उच्च न्यायालय के निर्देशों का पालन करने का किया आग्रह, कहा- चैंबर ने यह भी रेखांकित किया कि आगामी नगर निकाय चुनावों को देखते हुए यह आवश्यक है कि जिला प्रशासन समय रहते न्यायालय के निर्देशों का पालन सुनिश्चित करे। चुनावी गतिविधियों के लिए नए नगड़ी स्थित सरकारी भवन या किसी अन्य उपयुक्त सरकारी परिसर का उपयोग किया जा सकता है, ताकि व्यावसायिक गतिविधियां प्रभावित न हों।
प्रतापनगर इलाके से बस ऑपरेटर के अपहरण मामले में गिरफ्तार मास्टर माइंड सुरेंद्र चौधरी उर्फ फौजी निवासी द्वारिका दिल्ली ने पूछताछ में अहम खुलासे किए हैं। फौजी ने धारा सिंह का अपहरण कराने के लिए इलाके के पूर्व से चालानशुदा 34 बदमाशों की सूची तैयार की थी। फिर संपर्क कर 20 लाख रुपए में अपहरण कराने के लिए हायर किया। साथ ही 20 हजार रु. एडवांस दिए। फौजी ने धारा सिंह की 6 दिन रैकी की थी। फौजी ने ही बदमाशों को बताया था कि कार कहां से किराए पर लेनी है। उसके बाद अपहरण करने का स्थान और समय बताया था। पुलिस ने मुख्य आरोपी सहित 3 जनों को गिरफ्तार किया है, जिन्हें 3 दिन के रिमांड पर लिया है। अब बदमाशों को कोर्ट में पेश किया जाएगा। थानाधिकारी राजेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि वारदात को अंजाम देने के लिए फौजी ने बदमाशों को कहा कि धारा सिंह के परिवार से 50 लाख रुपए मांगने हैं। पैसा मिले तो ठीक है, नहीं तो उसे मार देना। लेकिन बदमाशों को दोनों तरफ से पैसा नहीं मिला, ऐसे में उन्होंने धारा सिंह को जान से मारने के बजाय रास्ते में ही पटक दिया। फौजी बदमाशों के लिए खुद हरियाणा से देशी कट्टा सहित अन्य सामान लाया था। बस ड्राइवर से बना था ऑपरेटर यह पूरा विवाद जयपुर सिटी मिनी बस के रूट नंबर-55 का था। जिस पर पीड़ित धारा सिंह और मुख्य आरोपी सुरेंद्र चौधरी उर्फ फौजी की बसें चलती है। सुरेंद्र चौधरी पूर्व में बस ड्राइवर था। करीब 7 साल पहले उसने धारा सिंह की मदद से बसों को खरीदा था। इसके बाद से दोनों ही एक दूसरे के प्रतिद्वंदी बन गए थे। यह सिटी रूट शहर का सबसे लंबा रूट है। यहां पर ऑपरेटर्स का आए दिन किसी ना किसी बात को लेकर विवाद चलता रहता है। धारा सिंह ने हाल ही में कुछ बसों को बेचा था, जिसका अमाउंट उसके पास में था।
कपड़े के व्यापार में 26 लाख की ठगी, दो आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
लुधियाना| आनंदपुरी के रहने वाले पुनीत बंसल से कपड़ा कारोबार से 26 लाख रुपए की ठगी होने का मामला सामने आया है। पीड़ित की शिकायत पर कमिश्नर ऑफिस की निगरानी में हुई जांच में आरोप सही पाए गए हैं। शिकायत में पुनीत बंसल ने बताया कि उनका अनिल बंसल और लविश बंसल के साथ कपड़ा व्यापार में लेन-देन चलता था। दोनों आरोपियों ने अलग-अलग समय पर उनसे करीब 26 लाख रुपए का माल उठाया, लेकिन बार-बार मांगने के बाद भी भुगतान नहीं किया। पीड़ित ने यह भी आरोप लगाया कि जब उन्होंने बकाया राशि की मांग की तो आरोपियों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी। शिकायत पर कार्रवाई करते हुए कमिश्नर ऑफिस ने फाइल को बस्ती जोधेवाल थाना भेजा। यहां प्राथमिक जांच पूरी होने के बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ ठगी और धमकी देने की धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।
लखनऊ में मंगलवार को अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष संदीप बंसल के नेतृत्व में व्यापारियों ने वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना से मुलाकात की। बढ़ते साइबर अपराधों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की। प्रतिनिधिमंडल ने विशेष रूप से जोर देकर कहा कि पुलिस महानिदेशक स्तर पर गठित व्यापारी सुरक्षा प्रकोष्ठ को अधिक प्रभावी बनाया जाए। संदीप बंसल ने मंत्री को अवगत कराया कि प्रदेश भर में व्यापारियों और उद्यमियों के साथ करोड़ों रुपए की साइबर ठगी के मामले सामने आ रहे हैं। जिनमें बड़ी संख्या में लोग अज्ञानता या जागरूकता की कमी के कारण शिकार बनते हैं। मासिक बैठकें आयोजित की जाएं उन्होंने सुझाव दिया कि व्यापारी सुरक्षा प्रकोष्ठ की मासिक बैठकें नियमित रूप से आयोजित की जाएं और उनमें अधिकारियों द्वारा साइबर अपराध से बचाव संबंधी विशेष जानकारी दी जाए । इससे व्यापारी समय-समय पर अपडेट रहेंगे और सतर्कता बढ़ेगी, जिससे साइबर अपराधों में कमी आएगी। व्यापारियों ने कहा- इस पर त्वरित और प्रभावी कार्रवाई बेहद आवश्यक है। जिससे व्यापारियों को बढ़ते साइबर धोखाधड़ी से सुरक्षा मिल सके। संदीप बंसल ने बताया कि वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने व्यापार मंडल की मांगों पर सहमति जताई। मुद्दे के शीघ्र निस्तारण के निर्देश दिए संबंधित साइबर क्राइम अधिकारियों से तत्काल वार्ता कर मुद्दे के शीघ्र निस्तारण के निर्देश दिए। मंत्री से मिलने वाले प्रतिनिधिमंडल में महामंत्री अनुपम अग्रवाल, महानगर अध्यक्ष सुरेश छबलानी, युवा प्रदेश महामंत्री आकाश गौतम, महानगर अध्यक्ष अश्विन वर्मा तथा महामंत्री शुभम मौर्य प्रमुख रूप से शामिल रहे।
रीवा शहर के व्यावसायिक क्षेत्र में कई दिनों से चर्चा में रहे हाईप्रोफाइल भूमि विवाद मामले में प्रशासन ने अब कड़ा रुख दिखाया है। विवादित जमीन की बाउंड्री गिराए जाने की घटना पर पुलिस ने मंगलवार देर शाम FIR दर्ज कर ली है, जिससे लंबे समय से चल रहे तनावपूर्ण माहौल में हलचल तेज हो गई है। मामले में पूर्व सीएसपी पन्नालाल अवस्थी और गुप्ता परिवार के बीच विवाद प्रमुख रूप से सामने आया था। हालांकि FIR अज्ञात आरोपियों के खिलाफ दर्ज की गई है, लेकिन गुप्ता परिवार ने संदेह अवस्थी पर जताया है और उन पर बाउंड्री ध्वस्त कराने का आरोप लगाया है। दूसरी ओर पन्नालाल अवस्थी इन आरोपों को लगातार निराधार बताते रहे हैं। जानिए कहां से शुरू हुआ विवादविवाद की शुरुआत उस समय हुई जब 40 साल पहले खरीदी गई जमीन पर बनी बाउंड्री को 5 नवंबर की रात अज्ञात व्यक्तियों ने तोड़ दिया। कमलेश गुप्ता के अनुसार, उन्होंने 22,000 वर्ग फीट भूमि लगभग चार दशक पहले खरीदी थी, जबकि उसी क्षेत्र में अवस्थी ने करीब दस वर्ष पूर्व जमीन खरीदी थी। गुप्ता का कहना है कि जिस समय वे एक कार्यक्रम में व्यस्त थे, उसी दौरान पूरी बाउंड्री धराशायी कर दी गई। घटना के बाद गुप्ता परिवार और क्षेत्र के प्रमुख व्यापारियों ने नाराजगी जताते हुए पहले एयरपोर्ट पर डिप्टी सीएम से मिलने की कोशिश की और बाद में कलेक्ट्रेट का घेराव कर प्रशासन से कार्रवाई की मांग उठाई। लंबे समय से लगातार तनाव और असुरक्षा महसूस कर रहे व्यापारियों ने इसे अपने अधिकारों पर सीधा हमला बताया था। विरोध बढ़ने के बाद दर्ज हुई FIRव्यापारियों का आरोप था कि विवादित भूखंड पर कुछ लोग लगातार दबाव बना रहे थे और शिकायतों के बावजूद आवश्यक कदम नहीं उठाए गए। अचानक बाउंड्री गिराए जाने से उनके बीच आक्रोश फैल गया। विरोध बढ़ने पर पुलिस ने प्रारंभिक जांच पूरी करते हुए FIR दर्ज की, जिसे व्यापारियों ने बड़े कदम के रूप में देखा। FIR दर्ज होने के बाद व्यापारिक समुदाय ने इसे न्याय की दिशा में सकारात्मक कार्रवाई बताया और प्रशासन के प्रति आभार प्रकट किया। उनका कहना है कि यह विवाद केवल जमीन तक सीमित नहीं था, बल्कि शहर के व्यावसायिक माहौल और सुरक्षा की भावना से भी सीधे जुड़ा था। व्यापारियों ने उम्मीद जताई कि आगे भी ऐसे मामलों में निष्पक्ष कार्रवाई जारी रहेगी, ताकि शहर में कारोबार का भरोसेमंद वातावरण बना रहे।
सरकारी कर्मचारियों के लिए खुशखबरी! महंगाई भत्ता बढ़ा, जानें कब से मिलेगा फायदा?
DA Hike :मिजोरम के मुख्यमंत्री लालदुहोमा की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद की बैठक में ये फैसला लिया गया है. इस बढ़ोतरी के बाद सरकारी कर्मचारी अब अपने मूल वेतन का 44 प्रतिशत DA के रूप में पाएंगे, जो पहले 40 प्रतिशत था.
बांका जिले के रजौन प्रखंड अंतर्गत नवादा बाजार स्थित कोतवाली चौक के पास मंगलवार की सुबह उस समय सनसनी फैल गई, जब स्थानीय गल्ला व्यापारी और जमीन प्लॉटर बलराम सिंह (45 वर्ष) का शव उनकी दुकान के अंदर संदिग्ध हालत में पाया गया। मृतक कोतवाली गांव के निवासी थे। रात में घर नहीं लौटे तो बढ़ी चिंता मृतक की पत्नी सुनैना देवी के अनुसार, बलराम रोज की तरह सोमवार सुबह दुकान गए थे। देर शाम तक घर नहीं लौटने पर पत्नी ने फोन किया। पहली बार में उन्होंने रात तक घर आने की बात कही, लेकिन रात 12 बजे तक भी नहीं पहुंचे। दोबारा फोन करने पर उन्होंने 2 बजे तक आने की बात कही, जिसके बाद सभी लोग सो गए। सुबह तक भी जब वह नहीं लौटे तो परिजन चिंतित हो उठे। बेटे ने दुकान में पाया अचेत मंगलवार सुबह बलराम का बेटा दुकान पहुंचा तो देखा कि दुकान का ताला बाहर से खुला हुआ था। शटर उठाकर अंदर देखा तो पिता जमीन पर पड़े थे। कई बार हिलाने-डुलाने के बाद भी शरीर में कोई हलचल नहीं हुई। तुरंत परिवार को सूचना दी गई। कुछ ही देर में भीड़ जुट गई और स्पष्ट हो गया कि उनकी मौत हो चुकी है। जमीन विवाद में हत्या का आरोप घटना की जानकारी पर नवादा थाना प्रभारी सुजीत कुमार पुलिस बल के साथ पहुंचे। इस दौरान मृतक की पत्नी ने आरोप लगाया कि जमीन विवाद को लेकर गांव के आठ लोगों ने मिलकर उनके पति को जहरीला पदार्थ देकर हत्या कर दी है। बलराम जमीन खरीद-फरोख्त का काम करते थे और इसी को लेकर विवाद चल रहा था। गुस्साए लोगों ने किया सड़क जाम घटना के बाद आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने कोतवाली–सनहोला मुख्य मार्ग जाम कर दिया। बांस-बल्ला लगाकर सड़क पर बैठकर हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग की गई। करीब 4 घंटे तक जाम लगा रहा, जिससे दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई और यात्री परेशान हुए। पुलिस ने दिया जांच का भरोसा उच्च अधिकारियों के आश्वासन पर जाम हटाया गया। थाना प्रभारी ने कहा कि मामला गंभीर है, पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। जिन लोगों के नाम परिजनों ने बताए हैं, उनसे पूछताछ की जाएगी। कहीं और मारकर लाया गया या दुकान पर ही दी गई मौत? पुलिस को दुकान में संघर्ष के निशान या खून के धब्बे नहीं मिले हैं। इससे संभावना जताई जा रही है कि या तो बलराम को कहीं और जहरीला पदार्थ दिया गया या फिर चुपचाप दुकान पर ही उन्हें साजिशन बेहोश किया गया। स्थानीय लोग भी हैरान, क्षेत्र में दहशत का माहौल स्थानीय लोगों के अनुसार, बलराम काफी मिलनसार और लोकप्रिय थे। वे कई वर्षों से व्यापार और जमीन के सौदे से जुड़े थे। कुछ महीने से विवाद चल रहा था, लेकिन किसी ने नहीं सोचा था कि बात हत्या तक पहुंच जाएगी। पुलिस जांच में जुटी, पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार फिलहाल पुलिस हत्या के सभी पहलुओं की जांच कर रही है। परिजन और ग्रामीण आरोपी पक्ष की तत्काल गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण स्पष्ट होने की उम्मीद है।
रतलाम में नगर निगम द्वारा शहर में सड़क किनारे सब्जी व फल फ्रूट की ठेला गाड़ी हटाने के साथ अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई दूसरे दिन मंगलवार को भी चली। कुछ स्थानों पर लोगों ने विरोध भी किया। सब्जी व फल फ्रूट विक्रेता नगर निगम पहुंच गए। महापौर प्रहलाद पटेल से मिले। महापौर ने सभी को स्पष्ट कर दिया कि सड़क किनारे ना तो सब्जी बेची जाएगी और नहीं फल फ्रूट की ठेला गाड़ियां रहेगी। उचित स्थानों पर जगह दी जा रही है वहीं पर सब्जी मार्केट लगेगा। शहर में जितना भी अतिक्रमण है वह भी हटेगा। बाजारों में घर के आगे खड़ी कार भी सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक खड़ी नहीं रहने दी जाएगी। जिसकी पार्किंग होगी उसकी गाड़ियां खड़ी रहेगी। महापौर ने सब्जी और फल विक्रेताओं से बात कीमहापौर ने सब्जी व फल फ्रूट विक्रेताओं को कहा कि शहर को सुंदर व स्वच्छ बनाने में सहयोग करे। हम भी आपका पूरी तरह से सहयोग करेंगे। इसके पहले नगर निगम टीम ने चांदनी चौक, घास बाजार, माणकचौक, नौलाईपुरा, त्रिपोलिया गेट क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई कर सब्जी विक्रेताओं को भी हटाया। विक्रेता बोले पहले व्यवस्था करे शहर के चांदनीचौक, नीम चौक, लौहार रोड, घास बाजार, बाजना बस स्टैंड समेत अन्य क्षेत्रों में सड़क किनारे सब्जी बेचने व फल-फ्रूट की ठेलागाड़ी लगाने वालों को रोड से हटाने की कार्रवाई की जा रही है। लेकिन विक्रेताओं का कहना कि शहर से बाहर स्थान देने पर कोई नहीं आएगा। यहां तक बैठने के लिए कहा जा रहा है वहां पर कोई व्यवस्था भी नहीं है। मंगलवार दोपहर महापौर के चैंबर में करीब दो घंटे तक सब्जी व फल फ्रूट विक्रेता महापौर व निगम कमिश्नर अनिल भाना से चर्चा करते रहे। महापौर व कमिश्नर ने स्पष्ट कर दिया कि केवल 8 दिन आप हमें दो हमारी व्यवस्था देखो। किसी भी गरीब को परेशान नहीं किया जाएगा। ठेले वालों का आरोप, प्रशासन पक्षपात कर रहा विक्रेताओं को कहना था कि सड़कों से हमें हटाया जा रहा है। लेकिन बड़े-बड़े व्यापारियों ने भी बाजार क्षेत्र में अतिक्रमण कर रखा है उन पर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है। तब महापौर ने कहा कि पहले आप सहयोग करो। सभी का एक-एक कर नंबर आएगा। बाजार में जिन लोगों के घर के बाहर दिनभर कारे खड़ी रहती है वह भी नहीं रह पाएगी। सुबह 9 से रात 9 बजे तक कारे खड़ी नहीं रहने दी जाएगी। या तो वह लोग अपनी पार्किंग में खड़ा करें। भाजपा पार्षद के देवर का हंगामा नगर निगम की टीम सुबह की कार्रवाई के बाद शाम को एक बार फिर शहर में अतिक्रमण देखने निकली। तो माणकचौक क्षेत्र में कपड़े बेचने वाले ने अपनी ठेलागाड़ी वापस लगा ली। निगम के कर्मचारियों ने इस पर आपत्ति ली तो भाजपा पार्षद के देवर कालू सोनी ने हंगामा करते हुए ठेलागाड़ी से सामान फेक दिया। निगम कर्मचारियों पर तेजाब फेंकने का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। इसका वीडियो भी सामने आया है। निगम कर्मचारियों पर आरोप लगाते हुए दुकानदार थाने पहुंच गया। हालांकि बाद में वह वापस लौट आया। निगम अधिकारियों की माने तो ठेलागाड़ी संचालक ने ही खुद कपड़े सड़क पर फेक दिए। बुधवार को भी नगर निगम की टीम शहर में अतिक्रमण हटाने उतरेगी। नगर निगम के राजस्व व स्वास्थ्य अधिकारी राजेंद्रसिंह ने बताया कि शहर में सड़कों से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जा रही है। मंगलवार सुबह माणकचौक क्षेत्र से सब्जी व कपड़ा ठेलागाड़ियों को हटाया था। दोपहर बाद निगम अमला वापस जांच करने गया तो एक कपड़ा ठेला चालक ने वापस ठेला लगाकर हंगामा कर दिया। खुद ने कपड़े सड़के पर फेक दिए। जो भी आरोप लगा लगाए जा रहे है वह झूठे है। कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। शहर को सुंदर बनाना है- महापौर महापौर प्रहलाद पटेल ने बताया कि शहर में जनसंख्या लगातार बढ़ रही है। मुख्य बाजार में आए दिन अतिक्रमण हो रहा है। प्लानिंग के तहत कार्रवाई की जा रही है। किसी गरीब का नुकसान नहीं होगा। शहर में अलग-अलग सब्जी विक्रेताओं के लिए अमृतसागर तालाब रोड किनारे, काशीनाथ का नोहरा, घांस बाजार में हनुमान जी के मंदिर के पास बड़ा चौक व वार्ड 16 में जैन स्कूल के पीछे सब्जी मंडी स्थानांतरित की जाएगी।
अंबाला में देह व्यापार मामले में दो आरोपी काबू:पुलिस ने स्पा सेंटर में की थी रेड, 7 पकड़े थे
हरियाणा के अंबाला के थाना बलदेव नगर पुलिस ने अनैतिक देह व्यापार के एक मामले में महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया, जबकि एक अन्य आरोपी को अदालत के आदेशानुसार शामिल-जांच किया गया है। घटना के अनुसार, 27 अक्तूबर 2025 को थाना बलदेव नगर पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ लोग स्पा की आड़ में देह व्यापार कर रहे हैं। सूचना के आधार पर उप पुलिस अधीक्षक अपराध शाखा वीरेंद्र कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए बलदेव नगर क्षेत्र स्थित गोल्डन इरा सैलून एंड थेरेपी सेंटर में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान आरोपी अक्षित उर्फ विक्की निवासी चान्दना कॉलोनी नारायणगढ़, मोहित निवासी शालीमार कॉलोनी (जैन कॉलेज के नजदीक) अम्बाला शहर, आरोपी महिला सहित अन्य लोग मौके पर पाए गए। सभी को काबू कर थाना बलदेव नगर में मामला दर्ज किया गया था। इसी मामले में आगे की जांच के दौरान 17 नवम्बर 2025 को पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनमें जोगिंद्र निवासी गांव शाहपुर, तहसील इसराना, जिला पानीपत तथा एक आरोपी महिला शामिल है। दोनों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश जारी किए गए। इसके अतिरिक्त, मामले में संलिप्त पाए गए आरोपी कप्तान सिंह निवासी न्यू मॉडल टाउन, गुरु नानक नगर, खन्ना (जिला लुधियाना, पंजाब) को अदालत के आदेशानुसार शामिल-जांच किया गया है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में सभी आरोपियों के खिलाफ साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई आगे बढ़ाई जा रही है। अंबाला पुलिस ने स्पष्ट किया है कि अनैतिक देह व्यापार, नशा, अवैध कारोबार और संगठित अपराधों के खिलाफ लगातार अभियान जारी रहेगा। पुलिस का कहना है कि शहर और आसपास के क्षेत्रों में ऐसे अपराधों पर नकेल कसने के लिए नियमित रूप से चेकिंग अभियान, छापेमारी और गुप्त सूचनाओं पर तत्काल कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने आम जनता से भी अपील की है कि ऐसे अवैध गतिविधियों की जानकारी तुरंत पुलिस को दें, ताकि समाज में आपराधिक गतिविधियों पर प्रभावी तरीके से रोक लगाई जा सके।
सहारनपुर में व्यापारी की दुकान में तोड़फोड़:कर्मचारी से मारपीट, मालिक ने जनकपुरी थाने में दी तहरीर
सहारनपुर के जनकपुरी थाना क्षेत्र में एक व्यापारी के प्रतिष्ठान पर हमला कर तोड़फोड़ और कर्मचारी से मारपीट का मामला सामने आया है। पीड़ित व्यापारी ने मंगलवार को थाना जनकपुरी में तहरीर देकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। गुरुअर्जन नगर निवासी पीड़ित व्यापारी सुरेन्द्र पाल सिंह के अनुसार, यह घटना सोमवार शाम की है। उनका कर्मचारी हुसैन प्रतिष्ठान पर काम कर रहा था, तभी 20 से 25 लोग मौके पर पहुंचे और कथित तौर पर गाली-गलौज करने लगे। भीड़ ने दुकान के बाहर और अंदर रखे सामान में तोड़फोड़ शुरू कर दी। रोड के पास बने स्ट्रक्चर को उखाड़ दिया गया और कई औजार, फावड़े, रॉड तथा अन्य लोहे का सामान क्षतिग्रस्त कर दिया। कर्मचारी हुसैन अपनी जान बचाने के लिए भीतर भागा, लेकिन हमलावर उसके पीछे अंदर घुस गए और उसके साथ मारपीट की, जिससे वह घायल हो गया। हंगामे के दौरान उपद्रवी प्रतिष्ठान से कई औजार और सामान उठाकर ले गए। स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर नाराजगी है और उन्होंने पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की है। पीड़ित ने थाना जनकपुरी प्रभारी को सौंपे ज्ञापन में आरोप लगाया है कि आरोपी लगातार धमकियां दे रहे हैं, जिससे वह और उसका परिवार भयभीत है। उसने अपने प्रतिष्ठान और परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित कराने की भी मांग की है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी है।
Today 's Share Market : मार्केट में अचानक झटका; निफ्टी ने छोड़ा 26,000+ का दम
Today 's Share Market : भारतीय शेयर बाजार में छह दिनों की तेजी पर मंगलवार को ब्रेक लग गया। सेंसेक्स 278 अंक और निफ्टी 103 अंक टूटकर बंद हुए। वैश्विक बाजारों की कमजोरी, आईटी और मेटल शेयरों में बिकवाली तथा ब्याज दरों पर अनिश्चितता ने निवेश धारणा को दबाया। एशियाई और यूरोपीय बाजारों में भी गिरावट जारी रही।
व्यापारियों से भरा ऑटो पलटा, 7 व्यापारी घायल:डीग से भरतपुर मंगल हाट में दुकान लगाने आ रहे थे
डीग जिले के मांडेरा गांव के पास एक ऑटो पलट गया। घटना में ऑटो में बैठे 7 व्यापारी घायल हो गए। सभी व्यापारी डीग से भरतपुर की मंगल हाट में दुकान लगाने के लिए आ रहे थे। घटना के बाद एक घायल महिला को आरबीएम अस्पताल लाया गया। वहीं अन्य घायलों को डीग अस्पताल में प्राथमिक इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई। घायल महिला व्यापारी ममता ने बताया- हम 7 व्यापारी डीग से मंगल हाट में दुकान लगाने के लिए आ रहे थे। तभी मांडेरा गांव के पास अचानक ऑटो अनियंत्रित होकर पलट गया। ऑटो के पलटते ही मौके पर चीख पुकार मच गई। इसके बाद वहां से गुजर रहे लोगों ने सभी को ऑटो से बाहर निकाला। मौके पर पहुंची एम्बुलेंस से सभी को डीग अस्पताल लेकर जाया गया। 6 व्यापारियों को इलाज के बाद दी छुट्टी6 लोगों के मामूली चोटें आई थी। वहीं एक महिला ममता को भरतपुर आरबीएम अस्पताल के लिए रेफर किया गया है, जहां उसका इलाज जारी है। सभी घायल डीग के रहने वाले हैं। 6 लोगों को प्राथमिक इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है।
इंदौर के तिलक नगर में स्क्रैप व्यापारी पर हमला करने वाले तीन नाबालिगों को पुलिस ने पकड़ा है। एक नाबालिग ने पूछताछ में बताया कि स्क्रैप व्यापारी की उसकी मां से दोस्ती थी। दोनों की बातचीत करना उसे ठीक नहीं लगता था। इसलिए दोस्त के साथ मिलकर उसने अकेला देखकर स्क्रैप व्यापारी पर चाकू और पत्थर से हमला किया था। हमले के बाद वे घर नहीं गए, बल्कि दोस्तों के घर जाकर सो गए थे। एडिशनल DCP अमरेंद्र सिंह की टीम ने स्क्रैप व्यापारी गौरव पर हुए हमले के मामले में तीन नाबालिगों को पकड़ा है। आरोपी छोटी ग्वालटोली इलाके के रहने वाले हैं। तीन दिन पहले आरोपियों ने पत्थर और चाकू से हमला किया था। लोगों के बचाव में आने पर तीनों वहां से भाग गए थे। घटना सीसीटीवी कैमरों में कैद हुई। पुलिस ने एफआईआर दर्ज की और तीनों नाबालिगों को मंगलवार को हिरासत में ले लिया। हालांकि एक नाबालिग ने घर की महिला से गौरव की दोस्ती होने की बात कही, जो उसे ठीक नहीं लगती थी। वह स्क्रैप व्यापारी की हत्या करना चाहता था। पुलिस सभी पर चाकूबाजी के साथ प्रतिबंधात्मक धाराओं में कार्रवाई कर रही है।
सोना-चाँदी का बाजार: 24 कैरेट सोना ₹12,343 प्रति ग्राम, निवेशक हुए सतर्क
आज भारत में सोना और चाँदी की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। 24 कैरेट सोना प्रति ग्राम ₹12,343 और 10 ग्राम ₹1,23,430 पर रहा, जबकि चाँदी प्रति ग्राम ₹162 और प्रति किलोग्राम ₹1,62,000 पर कारोबार हुई।
किराना व्यापारी बेटे के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए 80 साल की मां कलेक्ट्रेट के सामने 2 दिन से धरने पर बैठी हैं। 15 महीने बाद भी पुलिस उनके बेटे के मर्डर का खुलासा नहीं कर पाई है। इससे नाराज किराना व्यापारी के परिजन तीसरी बार धरने पर हैं और इस बार अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की चेतावनी दी है। 28 अगस्त 2024 को गणपत सिंह की निर्मम हत्या हुई थी। उनका शव दुकान से 500 मीटर दूर औंधे मुंह कीचड़ में पड़ा मिला था। परिजनों का आरोप है पुलिस ने अब तक किसी भी आरोपी को नहीं पकड़ा। हमें ये ही नहीं मालूम चल पाया कि आखिर हत्या क्यों की गई? मामला जालोर का मंगलवार का कोतवाली थाना इलाके के कलेक्ट्रेट के बाहर का है। जालोर एसपी शैलेन्द्र सिंह इंदौलिया ने कहा- मामले में पहले जांच सांचौर सीओ चरण गोपी नाथ कांबले के पास थी। अब जालोर एएसपी मोटाराम गोदारा के पास है। इसमें कुछ पॉइंट पर जांच चल रही हैं। जल्द खुलासा करेंगे। पत्नी अमित शाह से गुहार लगा चुकी धरने पर गणपत सिंह की पत्नी भारती कंवर (40), मां हवा कंवर (80), भाई अभय सिंह (54), भाभी प्रकाश कंवर (45), भाभी धीरज कंवर (42) सोमवार से कलेक्ट्रेट के सामने अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल पर बैठे हैं। गणपत की पत्नी भारती कंवर ने अगस्त महीने में गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिख कर मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की थी। भूख हड़ताल के दूसरे दिन मंगलवार की दोपहर में कोतवाली थाने के एएसआई रामूराम विश्नोई, डॉ. रमेश चौधरी ने धरना स्थल पर पहुंचे थे। यहां भूख हड़ताल पर बैठे पूरे परिवार का मेडिकल चेकअप किया था। फिलहाल सभी स्वस्थ हैं। कीचड़ में शव मिला था, सिर पर चोट व्यापारी के भाई अभय सिंह ने कहा- मेरा भाई गणपत सिंह (42) निवासी मांडोली नगर (जालोर) 27 अगस्त 2024 की शाम दुकान से घर के लिए निकला था। रात तक घर नहीं लौटा तो हमने रामसीन थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। अगले दिन 28 अगस्त को सिकवाड़ा रोड पर सुनसान जगह उनकी लाश मिली। जांच में पुलिस ने हत्या की आशंका जताई थी। लेकिन खुलासा नहीं कर सकी। उनका शव कीचड़ में पड़ा मिला था। सिर पर चोट के निशान थे और पास में ही बाइक गिरी हुई थी। मुख्य सचेतक दे चुके आश्वासन फिर भी खुलासा नहीं अभय सिंह कहते हैं- इसके बाद नवंबर 2024 में हत्याकांड के खुलासे की मांग को लेकर रामसीन थाने के सामने धरने पर बैठ गए थे। तब पुलिस ने 10 से 15 दिन में खुलासा करने के आश्वासन के धरना समाप्त कराया था। इसके बाद कोई खुलासा नहीं होने पर जिला मुख्यालय पर करीब 15 दिन धरना दिया। अभय सिंह ने बताया- इस दौरान फिर जालोर विधायक और मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने कलेक्टर एसपी के साथ आकर धरना समाप्त कराया था। आश्वासन दिया था कि इस मामले में जल्दी खुलासा किया जाएगा। जिसके बाद करीब 6 माह से अधिक समय बीत गया। लेकिन पुलिस अभी तक मामले का खुलासा नहीं कर सकी हैं। हम सोमवार से धरने पर हैं और आज दूसरा दिन है। अब तक कोई हमसे बात करने नहीं आया है।
इंदौर की मशहूर रात्रिकालीन सराफा चौपाटी में सोमवार देर रात दो व्यापारियों के बीच जमकर विवाद और मारपीट का मामला सामने आया। ग्राहक को लेकर शुरू हुआ मामूली विवाद देखते ही देखते इतना बढ़ गया कि दोनों व्यापारियों ने एक-दूसरे पर थप्पड़, घूसे और यहां तक कि चिमटा तक बरसा दिया। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आया है। ग्राहक को लेकर बिगड़ा मामला सूत्रों के अनुसार रात में सराफा चौपाटी पर हमेशा की तरह विभिन्न व्यंजनों की दुकानें लगी थीं। उसी दौरान एक ग्राहक को अपनी दुकान पर लाने को लेकर दो छोटे सराफा व्यापारियों में कहासुनी शुरू हुई। बात बढ़ती गई और देखते ही देखते मामला मारपीट में बदल गया। दोनों व्यापारी सड़क पर ही भिड़ गए। वीडियो वायरल, पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची घटना के समय मौजूद कुछ लोगों ने मारपीट का वीडियो बना लिया जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल है। वीडियो सामने आने के बाद सराफा पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों व्यापारियों को थाने ले जाकर कार्रवाई की। व्यापारी संगठन ने उठाया सवाल घटना के बाद इंदौर चांदी–सोना जवाहरात व्यापारी एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि सराफा चौपाटी से जुड़े मुद्दों को लेकर पहले भी मांग उठाई गई थी और इस संबंध में एक कमेटी भी बनाई गई थी। इसके बावजूद चौपाटी का मसला अब तक हल नहीं हो सका है। उन्होंने कहा कि लगातार बढ़ रहे विवादों को देखते हुए इस दिशा में ठोस व्यवस्था की जरूरत है। तस्वीरों में देखिए मारपीट की घटना राजीनामे की कोशिश, पुलिस ने की कार्रवाई पुलिस दोनों व्यापारियों को पकड़कर थाने ले गई। थाने पहुंचने के बाद दोनों पुलिस से राजीनामे की बात करने लगे। सराफा टीआई राजकुमार लिटोरिया ने बताया कि छोटा सराफा में दो दुकानदारों ने आपस में विवाद किया। दोनों के बीच ग्राहकी को लेकर विवाद हुआ। दोनों व्यापारी ग्राहक को अपनी दुकान पर लाना चाह रहे थे। इसके चलते दोनों में विवाद हुआ था। दोनों पक्षों को थाने लाए तो वे दोनों राजीनामा करने की बात कहने लगे। मगर पुलिस बर्दाश्त नहीं करेगी कि थाना क्षेत्र में शांतिभंग हो। इस मामले में कैलाश गुर्जर निवासी जनता कॉलोनी बड़ा गणपति और दिनेश व्यास निवासी शक्कर बाजार के खिलाफ कार्रवाई की गई है। इनके पुराने रिकॉर्ड भी चेक किए जा रहे हैं। दोनों पर कार्रवाई कर जेल भेज दिया है। अब तक नहीं हुआ चौपाटी का निराकरण बता दें कि इंदौर चांदी-सोना जवाहरात एसोसिएशन के पदाधिकारियों द्वारा चौपाटी को शिफ्ट करने की मांग की थी, जिसे लेकर प्रदर्शन और व्यापारियों के साथ बैठकें भी की गईं। बाद में महापौर ने एक कमेटी बनाई और श्राद्धपक्ष के बाद चौपाटी के मसले का निराकरण करने की बात कही थी। इधर, एसोसिएशन पदाधिकारी व कमेटी सदस्य अजय लाहोटी का कहना है कि श्राद्धपक्ष के बाद दीपावली का त्योहार भी निकल चुका है, लेकिन अभी तक सराफा चौपाटी को लेकर कोई निराकरण नहीं हुआ है ना ही इसे लेकर कमेटी की कोई मीटिंग हुई है। बीती रात हुई इस तरह की मारपीट से सराफा का नाम खराब हो रहा है। जल्द सराफा चौपाटी को लेकर निर्णय लिया जाना चाहिए। इस मामले में उन्होंने महापौर से भी चर्चा करने की बात कहीं है।
डिंडोरी में मीट मार्केट हटाने का विरोध:व्यापारियों ने CMO को दिया ज्ञापन, आजीविका पर संकट बताया
डिंडोरी जिले के शहपुरा नगर परिषद में मंगलवार को मीट मार्केट के व्यापारियों ने मार्केट हटाए जाने के विरोध में मुख्य नगर पालिका अधिकारी (CMO) रीना राठौर को ज्ञापन सौंपा। व्यापारियों ने मार्केट को दूसरी जगह स्थानांतरित न करने का अनुरोध किया है। सीएमओ रीना राठौर ने व्यापारियों को आश्वासन दिया कि नगर परिषद की बैठक आयोजित कर इस विषय को समिति के समक्ष रखा जाएगा। व्यापारी संदीप बर्मन और पंचम लाल ने आरोप लगाया कि उमरिया रोड पर नाले के ऊपर स्थित शासकीय जमीन, जहां पिछले 40 वर्षों से मीट मार्केट संचालित हो रहा है, उस पर पिछले तीन साल से राजनीतिक और भू-माफियाओं की नजर है। उनका कहना है कि ये लोग जमीन पर कब्जा करने की फिराक में हैं। व्यापारियों ने यह भी बताया कि नगर परिषद की ओर से उन्हें मार्केट हटाने के संबंध में कोई पूर्व सूचना नहीं दी गई है। उनका दावा है कि दुकानें नियमानुसार संचालित की जा रही हैं और वर्तमान स्थान उपभोक्ता सुविधा, परिवहन उपलब्धता तथा बाजार की पारंपरिक व्यवस्था के दृष्टिकोण से उपयुक्त है। व्यापारियों के अनुसार, यदि दुकानें दूसरी जगह स्थानांतरित की जाती हैं, तो लगभग 40 परिवारों की आजीविका पर संकट आ जाएगा। उन्होंने यह भी शिकायत की कि नए चिन्हित मार्केट में अभी तक कोई मूलभूत व्यवस्था उपलब्ध नहीं कराई गई है। इस संबंध में नगर परिषद अध्यक्ष शालिनी अग्रवाल ने बताया कि एसडीएम ने खसरा नंबर 116 में जगह चिन्हित कर दी है। वहां साफ-सफाई करवाई गई है और बिजली के पोल भी लगवाए गए हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही पानी की व्यवस्था भी की जाएगी।
कैसी रही फिजिक्सवाला की शेयर बाजार में लिस्टिंग, ग्रो का मार्केट कैप 1 करोड़ पार
Share Market news in hindi : शेयर बाजार में मंगलवार को फिजिक्सवाला (PhysicsWallah) आईपीओ की धमाकेदार लिस्टिंग हुई। इस बीच ग्रो (Groww) का मार्केट कैप भी 1 करोड़ के पार पहुंच गया।
यमुनानगर जिले के तीन बिजनेसमेन से भारत-भूटान बॉर्डर पर स्टोन क्रशर दिलाने के नाम पर करीब 82 लाख रुपए ठग लिए गए। तीनों पीड़ित आपस में दोस्त हैं। पश्चिम बंगाल के आरोपी ने तीनों को जिस स्टोन क्रशर को दिलाने का दावा किया था, काेराेना टाइम में जब जांच की, तो वह भूटान में निकला। पीड़ितों का आरोप है कि अब जब वह आरोपियों से अपनी रकम वापिस मांग रहे हैं, तो उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है। पुलिस ने तीनों की शिकायत पर आरोपी अतुल चावला निवासी जयगांव, पश्चिम बंगाल और संजीव कुमार निवासी शास्त्री कॉलोनी यमुनानगर के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पश्चिम बंगाल में करता है व्यापार यमुनानगर सिटी थाना पुलिस को दी शिकायत में जनक राज चावला, मनोज कुमार मेहंदीरत्ता निवासी मॉडल टाउन और सरबजीत सिंह निवासी गांव मंडेबर ने बताया कि वे तीनों अच्छे दोस्त हैं। आरोपी अतुल चावला सरबजीत के भाई गुरचरण के साथ कॉलेज में पढ़ता था और उसका सरबजीत के घर भी आना-जाना रहता था। दूसरा आरोपी संजीव कुमार, अतुल चावला का साला है और उसका ट्रांसपोर्ट का काम है। वह मनोज कुमार मेहंदीरत्ता के ट्रांसपोर्ट से जुड़े कार्य भी किया करता था। इन सब कारणों से उन तीनों की इन दोनों व्यक्तियों के साथ अच्छी जान-पहचान हो गई थी। स्टोन क्रशर दिलाने का दिया लालच अतुल चावला पिछले काफी सालों से जयगांव, पश्चिम बंगाल में रह रहा है, जहां वह पन्नाजी हार्डवेयर एंड इलेक्ट्रिकल के नाम से व्यापार करता है। यमुनानगर में उसका विवाह होने के कारण उसका अक्सर यमुनानगर आना-जाना लगा रहता था। 2019 में संजीव कुमार ने उन्हें अपने जीजा अतुल चावला का एक शानदार बिजनेस प्रस्ताव दिया था। अतुल चावला ने चामोरची (भारत-भूटान बॉर्डर) क्षेत्र में एक पुराना स्टोन क्रशर मात्र कुछ करोड़ में दिलवाने का लालच दिया, जबकि इसकी असली कीमत कई गुना ज्यादा बताई। 82 लाख रुपए से ज्यादा राशि ठगी आरोपियों ने शिकायतकर्ताओं को कई बार जयगांव बुलाया, स्टोन क्रशर दिखाया और हिसाब-किताब की रजिस्टर तक दिखाकर विश्वास जीता। पीड़ितों ने मई 2019 से नवंबर 2019 के बीच कुल 82 लाख 68 हजार 945 रुपए नकद और बैंक ट्रांसफर के माध्यम से आरोपियों को दिए। अधिकांश राशि संजीव कुमार ने यमुनानगर में नकद ली, जबकि कुछ रकम सीधे अतुल चावला के फर्म “पन्नाजी हार्डवेयर एंड इलेक्ट्रिकल” के खाते में RTGS की गई। इसके बाद आरोपी उन्हें विश्वास दिलाते रहे की स्टोन क्रशर उनका हो चुका है। रकम वापिस मांगने पर मारने की धमकी कोरोना काल में जब उन्होंने जांच पड़ताल की तो पता चला कि दिखाया गया स्टोन क्रशर भारत में नहीं, बल्कि भूटान की सीमा में है और वहां भारतीय नागरिक न तो जमीन खरीद सकते हैं और न ही ऐसा कारोबार चला सकते हैं। इसके बाद उन्होंने आरोपियों से अपनी रकम वापिस मांगी। पहले वे टालमटोल करते रहे, फिर पैसे लौटाने के नाम पर अतुल चावला की कार गुरचरण को दे दी और कहा कि 25 लाख रुपए इसमें से एडजस्ट कर लेना। इसके बाद आरोपियों ने उनके फोन उठाना बंद कर दिए। जब पीड़ितों ने सख्ती की, तो आरोप है कि संजीव कुमार ने उन्हें जान से मारने की धमकियां दीं। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।
PhysicsWallah के आईपीओ की शेयर बाजार में आज होगी लिस्टिंग, कितने पर खुलने की उम्मीद?
PhysicsWallah Share Listing: यूट्यूब चैनल से शुरुआत करने वाले फिजिक्सवाला (PhysicsWallah) आज हाइब्रिड एडटेक दिग्गज बन चुकी है. जून 2025 तक इसके 1.37 करोड़ सब्सक्राइबर, 44.6 लाख पेड यूजर्स और देशभर में 303 ऑफलाइन सेंटर हैं.
साइबर ठगों ने क्रिप्टो करेंसी में निवेश के नाम पर ग्रेटर नोएडा के रहने वाले एक इंजीनियर से 13 लाख रुपए ठग लिए। ठगों ने टेलीग्राम मैसेज से संपर्क कर मुनाफा होने का झांसा दिया। मुनाफा समेत रकम नहीं निकलने पर पीड़ित को साइबर ठगी होने का एहसास हुआ। पीड़ित ने साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस मामले में जांच कर रही है। ग्रेटर नोएडा के रहने वाले रवि मलिक इंजीनियर हैं। वह शेयर बाजार में भी रुचि रखते हैं। 24 अगस्त को टेलीग्राम पर एक मैसेज आया था। ठग ने क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर मोटा मुनाफा कमाने की योजना बताई थी। बातचीत करने पर ठग ने के वाट्स अप ग्रुप से जोड़ दिया। फिर ठगों ने बिटकॉइन नाम की एक एप डाउनलोड कराई। रवि ने एक सितंबर को 10 हजार रुपए का निवेश कर दिया। कुछ समय में ही एप पर मुनाफा दिखने लगा। रवि ने रकम निकालकर बैंक खाते में डाली तो वह क्लिक करते ही आ गई। रकम निकालने का प्रयास ग्रुप से किया बाहररवि ने विश्वास कर रकम निवेश करने का मन बनाया। फिर क्या था। जैसे-जैसे ठग कहते जाते। वैसे-वैसे रवि करता जाता। रवि ने 24 सितंबर तक पांच बार में 13 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। पीड़ित ने रकम निकालने का प्रयास किया तो ठग ने कर के रूप में और रकम जमा करने को बोला। यह सुनकर रवि चौक गए। उन्होंने और रकम नहीं होने से मना कर दिया। रवि के रकम नहीं देने पर ठगों ने संपर्क तोड़ लिया। रवि ने एनसीआरपी पोर्टल और साइबर क्राइम थाना पुलिस से शिकायत की।
व्यापार साझेदारी में 50 लाख की ठगी, महिला समेत 2 पर पर्चा
भास्कर न्यूज | लुधियाना शक्ति विहार निवासी नवीन गुप्ता ने अपने कारोबारी साथी किरण कुमार (ओमैक्स रेजिडेंसी) और उसकी सास नीना मनहतरो (नाभा, पटियाला) पर साझेदारी के नाम पर करीब 50 लाख रुपये की ठगी और बैंक लिमिट के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। नवीन गुप्ता के अनुसार किरण कुमार ने इलेक्ट्रॉनिक्स गुड्स के व्यापार में बड़े मुनाफे का झांसा देकर 22 नवंबर से 29 दिसंबर 2023 के बीच उनकी फर्म ‘भवानी इंटरप्राइजेज’ के खाते में 1 करोड़ रुपये निवेश करवा लिए। जांच में सामने आया कि किरण कुमार ने खुद पार्टनर बनने की बजाय टैक्स से बचने के बहाने अपनी सास नीना मनहतरो को पार्टनर बनवाया। नीना द्वारा 50 लाख रुपये हिस्सेदारी के तौर पर खाते में डाले गए, लेकिन उसी दिन वापस निकाल लिए गए, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि रकम केवल कागजों पर दिखाने के लिए डाली गई थी। जांच में यह भी पाया गया कि फर्म के खाते से 31 लाख रुपये किरण कुमार की पत्नी रितु अग्रवाल की फर्म ‘वासुदेवा एंटरप्राइजेज’ में ट्रांसफर किए गए। बाद में फर्म घाटे में जाने पर किरण ने नवीन को विश्वास में लेकर एचडीएफसी बैंक से 50 लाख रुपये की सीसी लिमिट भी निकलवाई, जिसे लेने के बाद करीब 40 लाख रुपये उसने अपनी निजी कंपनी ‘अपैक्स’ में ट्रांसफर करवा लिए। पैसे और हिसाब मांगने पर किरण कुमार ने नवीन को धमकियां भी दीं। एडीसीपी की जांच में आरोप सही पाए जाने पर किरण कुमार और नीना मनहतरो के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया।
ठगी का नया तरीका:निवेश का झांसा देकर भोपाल के युवकों ने मर्चेंट नेवी कर्मी से 23 दिन में 61 लाख ठगे
शेयर मार्केट में आईपीओ में निवेश कर भारी मुनाफा दिलाने का झांसा देकर भोपाल के तीन युवकों ने करोड़ों की ठगी की। यूपी की कौशांबी साइबर क्राइम पुलिस ने गैंग के तीन सदस्यों रणदीप मडावी, धीरज मालवीय और शुभम पटेल को भोपाल से गिरफ्तार किया है। इन पर तमिलनाडु, महाराष्ट्र, हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, कर्नाटक और यूपी के लोगों से करीब 2.56 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी करने का आरोप है। कौशांबी एसपी राजेश कुमार ने बताया कि कौशांबी निवासी मर्चेंट नेवी कर्मी रामदत्त त्रिपाठी से 1 से आईपीओ में निवेश के नाम पर 23 सितंबर 2025 के बीच 61.19 लाख रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर करवाए गए थे। उन्होंने अपनी पत्नी की एफडी तुड़वाकर पैसे ट्रांसफर किए। भरोसा दिलाने के लिए उन्हें खाते में पैसा दिखाया गया, लेकिन बाद में पता चला कि खाता फर्जी है। पत्नी की एफडी तुड़वाकर किया था इन्वेस्टमेंट गूगल पर देखकर भरोसा हुआ पुलिस पूछताछ में सामने आया कि यह गैंग, सोशल मीडिया/टेलीग्राम/कॉल सेंटर के जरिए लोगों को आईपीओ में निवेश पर मोटा रिटर्न देने का झांसा देता था। गैंग ने गूगल पर कंपनी का प्रोफाइल बना रखा है। रामदत्त ने गूगल पर सर्च किया तो कंपनी दिख रही थी। इससे रामदत्त झांसे में आ गए। ठगों ने निवेश कई किस्तों में कराया था। आयकर कर सकता है जांच... साइबर थाना प्रभारी विनोद सिंह का कहना है कि फॉड कंपनी के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। उनके मुताबिक ऐसे मामलों में आयकर विभाग की टीम भी जांच कर सकती है। बरामदगी: 4 मोबाइल, लैपटॉप, फिंगरप्रिंट डिवाइस, 16 एटीएम, 11 आधार, चेकबुक, पासपोर्ट/वीजा कॉपी और 20 लाख की राशि होल्ड/फ्रीज कराई है।
शेख हसीना को मौत की सजा, बांग्लादेश की सियासत में भूचाल, भारत के साथ व्यापार पर क्या पड़ेगा असर?
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के मामले में आज इंटरनेशनल क्राइम ट्रिब्यूनल बांग्लादेश (आईसीटीबीडी) ने बहुत बड़ा फैसला सुनाते हुए उन्हें फांसी की सजा सुना दी. ढाका की इंटरनेशनल क्राइम्स ट्रिब्यूनल ने मानवता के खिलाफ अपराधों का दोषी शेख हसीना को ठहराया है.
Tata Motors ने पैसेंजर व्हीकल व्यवसाय में अगले 5 वर्षों में ₹33,000–35,000 करोड़ का निवेश किया घोषित
Tata Motors ने अगले 5 वर्षों में पैसेंजर व्हीकल व्यवसाय में ₹33,000–35,000 करोड़ का निवेश किया, Q4 FY25 में रीवन्यू ₹12,500 करोड़ दर्ज, इलेक्ट्रिक और SUV लाइनअप पर जोर।
Share Bazaar में लगातार छठे दिन तेजी, Sensex 388 अंक उछला, Nifty भी 26000 के पार
Share Market Update News : भारतीय शेयर बाजार में सोमवार को लगातार छठे कारोबारी सत्र में तेजी रही और दोनों मानक सूचकांक लाभ में रहे। बीएसई सेंसेक्स 388 अंक चढ़ा, जबकि एनएसई निफ्टी 26000 अंक के पार बंद हुआ। विशेषज्ञों के अनुसार, चौतरफा लिवाली और ...
देवास शहर जिला कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष मनोज राजानी ने सोमवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखकर एमजी रोड चौड़ीकरण से प्रभावित व्यापारियों को टीडीआर (स्थानांतरणीय विकास अधिकार) देने की मांग की है। देवास नगर निगम द्वारा एमजी रोड को 15 मीटर चौड़ा करने के लिए मार्ग पर आने वाले मकानों और दुकानों को हटाया जा रहा है, जिसे व्यापारी अतिक्रमण नहीं बल्कि अपनी निजी भूमि बता रहे हैं। व्यापारियों का कहना है कि उनके भवन और दुकानें अतिक्रमण में नहीं हैं, बल्कि नगर निगम उनकी निजी भूमि का अधिग्रहण कर रहा है। इसलिए उन्हें उनकी भूमि के बदले टीडीआर दिया जाना चाहिए। व्यापारियों ने नगर निगम के अधिकारियों द्वारा एफएआर (फ्लोर एरिया रेशियो) का लाभ देने के प्रस्ताव को अनुचित बताया है, क्योंकि एमजी रोड पर बने पुराने भवनों में अतिरिक्त मंजिल का निर्माण संभव नहीं है। राजानी ने इस पत्र की प्रतिलिपि क्षेत्र के सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी, विधायक गायत्री राजे पवार, नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, नगर निगम महापौर और सभापति को भी भेजी है। उन्होंने इन सभी से अनुरोध किया है कि वे व्यापारियों के हित में शासन से उचित निर्णय करवाएं। राजानी ने नगर निगम का विशेष सम्मेलन बुलाकर व्यापारियों के तोड़े गए निर्माण के बदले टीडीआर देने का निर्णय लेने की भी मांग की है। उल्लेखनीय है कि मनोज राजानी इससे पहले भी व्यापारियों के समर्थन में एमजी रोड पर पहुंचे थे और उनसे चर्चा की थी। इस दौरान एमजी रोड पर चल रही कार्रवाई को लेकर उनकी नगर निगम कार्यपालन यंत्री से बहस भी हुई थी।
बस्ती में कोतवाली पुलिस ने धोखाधड़ी और ठगी करने वाले चार टप्पेबाजों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने रविवार देर शाम ईसाई कब्रिस्तान गड़गोड़िया के पास संदिग्ध गतिविधियों की सूचना पर कार्रवाई करते हुए इन आरोपियों को दबोचा। गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से आठ मोबाइल फोन, 19 सिम कार्ड, एक घड़ी, 1925 रुपये नकद, कागज की गड्डी, भारतीय और विदेशी मुद्रा के साथ कई फर्जी दस्तावेज बरामद किए गए हैं। पुलिस के अनुसार, यह गिरोह देश के विभिन्न राज्यों में घूमकर लोगों को धोखे से निशाना बनाता था और उनसे धन ऐंठता था। इन चारों आरोपियों के खिलाफ पहले भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। विशेष रूप से, फिरोज मीर पर लखनऊ के काकोरी, पारा और अन्य थानों में लूट व चोरी के गंभीर धाराओं में कई केस पंजीकृत हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान पश्चिम बंगाल निवासी सिकन्दर अली उर्फ इशहाक (55), गाजियाबाद निवासी सलमान (32), बिहार निवासी मोहम्मद दिलबर हुसैन (46) और पश्चिम बंगाल निवासी फिरोज मीर उर्फ उज्जवल (33) के रूप में हुई है। सीओ सदर सत्येंद्र भूषण तिवारी ने बताया कि यह गिरोह संगठित रूप से लोगों से ठगी कर उन्हें आर्थिक नुकसान पहुंचाता था। गिरफ्तारी करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली दिनेश चन्द चौधरी के नेतृत्व में एसआई सभाशंकर यादव, एसआई राजेन्द्र यादव, एसआई पवन कुमार मौर्या तथा अन्य पुलिसकर्मी शामिल रहे। पुलिस ने यह भी बताया कि गिरोह के नेटवर्क और अन्य सहयोगियों के बारे में जांच जारी है।
सेंसेक्स में 388 अंक की बढ़त ; शेयर बाजार में RBI राहत, निफ्टी लौटा 26,000 के पार
भारतीय शेयर बाजार में RBI द्वारा निर्यातकों को दी गई राहत से बुधवार को बड़ा उछाल आया। सेंसेक्स में 388 अंक की बढ़त और निफ्टी का 26,000 अंक पोर पार करना पुष्टि करता है कि वित्तीय शेयरों में निवेशकों का भरोसा लौट रहा है।
दमोह जिले की पथरिया कृषि उपज मंडी में किसानों को अनाज रखने की जगह नहीं मिल पा रही है। व्यापारियों का खरीदा गया अनाज मंडी परिसर में ही रखा है, जिसके कारण किसान को अपना अनाज सड़क पर रखने को मजबूर हैं। मंडी परिसर के टीन शेड के नीचे भी व्यापारियों का ही अनाज रखा है। किसानों का आरोप है कि उन्हें कई दिनों तक खुले आसमान के नीचे अपना अनाज रखकर इंतजार करना पड़ता है। समय पर अनाज की डाक भी नहीं होती और व्यापारी अपना अनाज परिसर से नहीं हटा रहे हैं। किसानों की इस समस्या को लेकर क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि मंडी पहुंचे। इनमें ग्रामीण मंडल अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह और नगर मंडल अध्यक्ष रमेश कुशवाहा सहित कई अन्य जनप्रतिनिधि शामिल रहे। उन्होंने मौके पर ही एसडीएम निकेत चौरसिया को बुलाया। जनप्रतिनिधियों ने एसडीएम से मांग की कि व्यापारियों का अनाज तत्काल मंडी परिसर से हटवाया जाए, ताकि किसानों को अपना अनाज रखने के लिए उचित जगह मिल सके। अधिकारी बोले- शेड से अनाज को हटाया जाएगा एसडीएम निकेत चौरसिया ने जनप्रतिनिधियों को आश्वासन दिया कि वे मंडी प्रबंधन से बात करेंगे और सभी व्यापारियों की बैठक बुलाएंगे। उन्हें निर्देश दिए जाएंगे कि वे एक-दो दिन के भीतर अपना अनाज मंडी परिसर से उठा लें, जिससे किसानों के लिए जगह उपलब्ध हो सके। एसडीएम ने यह भी भरोसा दिलाया कि भविष्य में किसानों को ऐसी किसी समस्या का सामना न करना पड़े, इसके लिए प्रयास किए जाएंगे।
Maruti Suzuki की पहली Electric Car हुई लॉन्च ; फीचर्स देख निवेशकों में बढ़ी हलचल
मारुति सुजुकी दिसंबर 2025 में अपनी पहली इलेक्ट्रिक SUV eVitara लॉन्च करने जा रही है। 61 kWh बैटरी, 500 किमी रेंज, डुअल डिजिटल स्क्रीन और लेवल-2 ADAS जैसी आधुनिक सुविधाओं के साथ यह SUV भारतीय EV बाजार में नया मानक स्थापित करने की तैयारी में है। इसके डिजाइन, फीचर्स और सुरक्षा तकनीक ने लॉन्च से पहले ही उत्सुकता बढ़ा दी है।
रेवाड़ी में ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर एक व्यापारी से 28.54 लाख रुपए की ठगी के मामले में पुलिस ने दूसरे आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान पंजाब के मोहाली जिले के गांव कान्सल निवासी जाफर खान के रूप में हुई है। पुलिस इस मामले में एक आरोपी को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। ऑनलाइन निवेश के झांसे में आया व्यापारीपुलिस के अनुसार, 25 अगस्त को शहर के नई आबादी मोहल्ला निवासी व्यापारी योगेश गोयल ने शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि इंटरनेट पर ऑनलाइन ट्रेडिंग से मोटा मुनाफा कमाने का विज्ञापन देखने के बाद उन्होंने दिए गए नंबरों पर संपर्क किया। ठगों ने उन्हें बताया कि उनकी साइट पर पैसा निवेश करने पर अच्छा ब्याज और बोनस मिलेगा तथा किसी प्रकार की धोखाधड़ी नहीं होगी। वॉलेट बनवाकर कराई गई ठगीठगों ने योगेश गोयल का एक वॉलेट बनवाया, जिसमें उन्होंने 17 अगस्त को 10 लाख रुपये का निवेश किया। कुछ समय बाद ठगों ने बताया कि उनके वॉलेट में 4 लाख रुपए का मुनाफा आ गया है और कुल राशि 14 लाख रुपए हो गई है। राशि निकालने के लिए उन्हें 10 लाख रुपए और जमा करने को कहा गया, जो उन्होंने जमा कर दिए। इसके बाद ठगों ने बताया कि उनका बोनस और मुनाफा बढ़कर 30 लाख रुपए हो गया है। जीएसटी के नाम पर मांगे गए और पैसेइस राशि को निकालने के लिए जीएसटी सहित 8,54,430 रुपए और जमा करने की मांग की गई। योगेश गोयल ने यह राशि भी जमा कर दी। जब उन्होंने अपने वॉलेट से पैसे निकालने का प्रयास किया, तो उनसे और पैसे जमा करने के लिए कहा गया। तब उन्हें ठगी का एहसास हुआ और उन्होंने पुलिस में शिकायत दी। आरोपी के खाते में गए थे ठगी के पैसेपुलिस जांच में सामने आया कि ठगी के 8 लाख 54 हजार 430 रुपए जाफर खान के खाते में ट्रांसफर हुए थे। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया, जहां से उसे तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है।
हरियाणा के भिवानी में नगर व्यापार मंडल के अध्यक्ष के बेटे पर हफ्ता न देने पर दुकान में घुसकर बदमाशों ने हमला कर दिया। बदमाशों ने दुकानदार पर ताबड़तोड़ लाठी-डंडे बरसाए। वो बचने के लिए पड़ोसी दुकान में भी घुसा, लेकिन आरोपी पीछा कर यहां तक भी पहुंच गए। यहां भी दुकानदार को जमकर पीटा। बदमाशों ने कहा कि सुविधा शुल्क तो देना पड़ेगा। ये पूरी घटना दुकान में लगे CCTV कैमरों में कैद हो गई। वारदात के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। घायल दुकानदार को तुरंत वहां से अस्पताल ले जाया गया। जहां वह उपचाराधीन है। मामले की शिकायत पुलिस को दी गई। SP सुमित कुमार ने बताया कि शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है। दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। बाकियों की तलाश जारी है। अब सिलसिलेवार ढंग से पढ़िए, क्या है पूरा मामला... नगर व्यापार मंडल अध्यक्ष बोले- फिरौती न देने पर पीटानगर व्यापार मंडल के अध्यक्ष भानू प्रकाश ने बताया कि उसके बेटे ने हलवाई की दुकान कर रखी है। उसका बेटा मक्का खाने के लिए हालु चौक पर गया। वहां कुछ लड़कों ने उससे रुपयों की डिमांड की। आरोपियों ने कहा कि यहां दुकान करते हैं तो कुछ सुविधा शुल्क देते हैं, फिरौती देते हैं। इसने मना कर दिया तो हाथापाई हो गई। इसके बाद आसपास के लोगों ने बीच-बचाव किया। इसके बाद उसका बेटा दुकान पर आ गया। इसके बाद उसका बेटा पड़ोस की दुकान पर चला गया। जबकि आरोपियों ने अपने साथियों को बुला लिया। जो लाठी-डंडे लेकर आ गए। आरोपियों ने मिलकर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। इस दौरान हाथ, पीठ और मुंह आदि शरीर पर चोटें आई हैं। इससे दुकानदारों में भय का माहौल है। प्रशासन इनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करें।
अजमेर रेलवे स्टेशन पर सोमवार को नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलाइज यूनियन के बैनर तले रेलवे कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। रनिंग स्टाफ ने प्रदर्शन कर अपनी विभिन्न मांगों को जल्द पूरा करने की चेतावनी दी है। मांग पूरी नहीं होने पर रेल का चक्का जाम करने की चेतावनी दी गई है। नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलाइज यूनियन के मंडल अध्यक्ष मोहन चेलानी ने बताया- भारतीय रेल में रनिंग स्टाफ जिसमें लोको पायलट सहित अन्य कर्मचारी है। यह कर्मचारी गाड़ी के संचालन के साथ-साथ सुरक्षा और अन्य भूमिका निभाने का काम करते हैं। लेकिन पिछले कुछ सालों से भारत सरकार का रेल मंत्रालय अलग-अलग आदेश जारी कर कर्मचारियों की जितनी भी डिमांड है, उन्हें इग्नोर करने का काम किया जा रहा है। मंडल अध्यक्ष ने कहा- डेढ़ साल बाद भी महंगाई भत्ते की बढ़ोतरी अभी तक कर्मचारियों की नहीं की गई है। रनिंग स्टाफ के 25 से 30% पद रिक्त पड़े हुए हैं। बिना किसी कर्मचारी के गाड़ी का संचालन संभव नहीं है। कर्मचारियों को इसके कारण लगातार 12 से 15 घंटे लगातार काम करना पड़ रहा है। 130 की स्पीड में 4 घंटे तक कोई स्टॉप नहीं मिलता है। इससे रेल की सुरक्षा भी प्रभावित होगी। इन सभी मुद्दों को लेकर आज नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलाइज के बैनर तले रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन कर भारत सरकार से कर्मचारियों के विभिन्न मांगे पूरी करने की मांग रखी गई। अगर जल्द मांगों को पूरा नहीं किया तो एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा। जिसकी जिम्मेदारी भारत सरकार की होगी।
Fujiyama Power Systems IPO से निवेशकों हुए हैरान; लगदार तीसरे दिन भी धुआंधार बुकिंग जारी
Fujiyama Power Systems IPO : फुजियामा पावर सिस्टम्स आईपीओ के तीसरे और अंतिम दिन सदस्यता धीमी रही और जीएमपी लगातार ₹0 बना रहा। कुल बुकिंग दोपहर तक 68% रही, जबकि QIB हिस्से को सबसे अधिक सब्सक्रिप्शन मिला। ₹828 करोड़ के इस आईपीओ पर ब्रोकरेज फर्मों ने लंबी अवधि के निवेश को लेकर सकारात्मक रुझान दिखाया है।
सहरसा में धान व्यापारी से 40 हजार लूटे:पुराने विवाद में गांव के 3 युवकों पर मारपीट का आरोप
सहरसा के सिमरी बख्तियारपुर थाना क्षेत्र में एक धान व्यापारी से मारपीट कर 40 हजार रुपए लूट लिए गए। घायल व्यापारी का इलाज सहरसा सदर अस्पताल में चल रहा है। पुलिस ने मामले की जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है। घायल व्यापारी की पहचान सिमरी बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के भटपुरा वार्ड नंबर 5 निवासी अमित कुमार (26) के रूप में हुई है। अमित कुमार ने बताया कि वह सिमरी बख्तियारपुर में धान बेचकर अपनी घर से वापस लौट रहा था और उसके पास 40 हजार रुपए नगद थे। 6 महीने पहले खेत से चोरी हुए थे 2 मोटर अमित कुमार के अनुसार, घर के रास्ते में गांव के ही तीन युवकों ध्रुव कुमार, प्रीतम कुमार और उत्तम कुमार ने उसे रोककर मारपीट की और पैसे लूट लिए। उसने बताया कि करीब 6 महीने पहले उसके खेत से दो मोटर चोरी हो गए थे, जिनमें से एक मोटर प्रीतम के खेत से मिला था। इसी बात को लेकर प्रीतम से उसका पुराना विवाद चल रहा था। पैर और सिर में गंभीर चोटें आई मारपीट में अमित कुमार के एक पैर और सिर में गंभीर चोटें आई हैं, जिसका इलाज सदर अस्पताल में जारी है। सिमरी बख्तियारपुर थानाध्यक्ष अमरनाथ कुमार ने बताया कि पीड़ित के आवेदन के आधार पर मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
डीमर्जर के बाद टाटा मोटर्स के शेयर बुरी तरह से टूट गए. सोमवार को शेयर बाजार तेजी के साथ खुला, लेकिन Tata Motors Passenger Vehicles (TMPV) के शेयर 6 फीसदी से ज्यादा लुढ़क गए.
देवास की आदर्श नगर कॉलोनी के रहवासियों ने रविवार को एक घर में देह व्यापार और संदिग्ध गतिविधियां होने का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। लोगों का कहना है कि घर में दिनभर कई महिला-पुरुषों का आना-जाना लगा रहता है। शिकायत के बाद सिविल लाइन थाना पुलिस मौके पर पहुंची और एक महिला व एक पुरुष को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। कॉलोनी के लोगों ने सिविल लाइन थाने में एक शिकायती आवेदन दिया। इसमें कहा गया है कि कॉलोनी के एक मकान में सुबह से ही कई महिला-पुरुषों का आना-जाना लगा रहता है, जिससे उन्हें देह व्यापार का संदेह है। निवासियों ने मामले की जांच कर कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने महिला-पुरुष को हिरासत में लियाशिकायत मिलने के बाद सिविल लाइन पुलिस मौके पर पहुंची और कॉलोनी से एक महिला और एक पुरुष को पकड़ा। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। थाना प्रभारी बोले- आपत्तिजनक सामग्री नहीं मिलीइस संबंध में सिविल लाइन थाना प्रभारी हितेश पाटिल ने बताया कि पुलिस टीम मौके पर गई थी, लेकिन उन्हें किसी प्रकार की आपत्तिजनक सामग्री नहीं मिली। उन्होंने यह भी कहा कि फिलहाल यह देह व्यापार का मामला नहीं लग रहा है। पुलिस मकान के मालिक की जानकारी जुटा रही है।
बजाजा बाजार में व्यापारियों ने नए साइन बोर्ड लगाए, सभी दुकानों पर +
अलवर| व्यापारियों की नगर निगम आयुक्त के साथ हुई वार्ता के बाद बजाजा बाजार के व्यापारियों ने प्रशासन के बताए अनुसार दुकानों पर साइन बोर्ड लगाने का काम रविवार से शुरू कर दिया है। कई व्यापारियों ने निगम की चेतावनी के बाद भी रविवार शाम तक अपनी दुकानों से पुराने साइन बोर्ड नहीं हटाए। शनिवार सुबह निगम की ओर से होपसर्कस और बजाजा बाजार में दुकानों से साइन बोर्ड हटाने को लेकर विवाद हो गया था। इसके बाद निगम की ओर से शनिवार शाम तक दुकानदारों को अपने आप साइन बोर्ड हटाने का समय दिया था। नगर निगम में शनिवार शाम को आयुक्त के साथ व्यापारियों की हुई बैठक में इस विषय पर भी चर्चा हुई। इसमें साइन बोर्ड का रंग और डिजायन तय हुआ। आयुक्त ने बैठक में मौजूद व्यापार मंडल के अध्यक्षों से व्यापारियों के वॉट्स एप ग्रुप पर चयनित साइन बोर्ड का मॉडल डालने को कहा था। जिससे की व्यापारी यह नहीं कहे उन्हें कैसे साइन बोर्ड लगाने है। निगम आयुक्त सोहन सिंह नरुका ने बताया कि शहर में नाइट टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए प्रशासन की ओर से होपसर्कस और बजाजा बाजार का चयन किया गया है। दुकानों पर एक जैसे साइन बोर्ड लगाए जाएंगे। ये बोर्ड दुकानदारों अपने खर्चे पर लगाएंगे। दुकानदार चाहे तो फ्लैक्स लगवाए या पेंटर से लिखवाएं।
भरतपुर जिले के रूपवास इलाके में व्यापारी पर फायरिंग करने के मामले में चौथे आरोपी की गिरफ्तारी कर ली गई है। 14 नवंबर को पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। पूछताछ में चौथे आरोपी का नाम सामने आया था। फिलहाल पुलिस सभी आरोपियों से पूछताछ कर रही है। आरोपियों से और भी वारदातों का खुलासा होने का अंदेशा है। 12 नवंबर को व्यापारी पर की थी फायरिंग रूपवास थाना अधिकारी विनोद मीणा ने बताया कि 12 नवंबर की देर शाम तीन बदमाशों द्वारा सर्राफा व्यापारी धीरज रघुवंशी के साथ लूट की वारदात को अंजाम देने की कोशिश की गई थी। जब बदमाश सर्राफा व्यापारी से उसका गहनों से भरा बैग नहीं लूट पाए तो, बदमाशों ने तीन राउंड फायर किए। सर्राफा व्यापारी को तो, नहीं लगी लेकिन, वहां पास में खड़े किराना व्यापारी अरुण सिंघल के चेहरे के पास गोली लग गई। 50 CCTV खंगालने के बाद आरोपी हुए गिरफ्तार बदमाश फायरिंग करने के बाद मौके से फरार हो गए थे। घटना के बाद किराना व्यापारी अरुण सिंघल को तुरंत आरबीएम अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया और, आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की टीमों का गठन किया गया। करीब 50 सीसीटीवी कैमरे खंगालने के बाद 14 नवंबर को तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। चौथा नाबालिग आरोपी गिरफ्तार आरोपी गुर्जर और सौरभ निवासी बांगड़ कॉलोनी भाई हैं। इसके अलावा चंद्रकेश उर्फ़ लुक्का निवासी बांगड़ कॉलोनी तीसरा आरोपी है। तीनों आरोपियों से पूछताछ में चौथे आरोपी का नाम सामने आया। जिसे आज गिरफ्तार कर लिया गया। चौथा आरोपी नाबालिग है। जो लूट के प्लान में शामिल था। फिलहाल पुलिस सभी आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
शिवपुरी जिले के भौंती थाना क्षेत्र के रैपुरा गांव में मूंगफली की फसल की तौल में कथित गड़बड़ी का मामला थम नहीं रहा है। उचित कार्रवाई न होने से आहत किसान रामदास लोधी मनपुरा बस स्टैंड पर भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। उन्हें भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी के पदाधिकारियों का समर्थन मिल रहा है। मामला रविवार का है जब किसान रामदास लोधी ने व्यापारी वीरेंद्र विलैया को अपनी मूंगफली की फसल तुलवाई। किसान के अनुसार, तौल कांटे में लगभग दो किलो की गड़बड़ी पकड़ी गई। इस पर किसान और व्यापारी के बीच विवाद हो गया। पुलिस पर व्यापारी के साथ मिलकर परेशान करने का आरोप लगायारामदास लोधी का आरोप है कि व्यापारी ने उन पर दबाव बनाकर झूठा केस दर्ज कराने की कोशिश की और इसमें भौंती पुलिस ने उसका साथ दिया। किसान का दावा है कि उन्हें रातभर थाने में बैठाए रखा गया और उनका मोबाइल भी तोड़ दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि थाने में आरक्षक आलोक जैन ने उनके साथ बदसलूकी की। ग्रामीणों ने किया हंगामा, आरक्षक लाइन अटैच रविवार को इस घटना के विरोध में ग्रामीणों ने भौंती थाने का घेराव किया था। लगभग छह घंटे के विरोध के बाद एसपी अमन सिंह राठौर ने आरक्षक आलोक जैन को तत्काल लाइन अटैच कर दिया। प्रदर्शन ग्रामीणों को व्यापारी पर भी कार्रवाई का आश्वासन देकर समाप्त कराया गया। किसान रामदास लोधी का कहना है कि व्यापारी वीरेंद्र विलैया पर अब तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई है, इसी कारण उन्होंने भूख हड़ताल शुरू की है। उनकी प्रमुख मांग है कि व्यापारी वीरेंद्र विलैया के खिलाफ तुरंत एफआईआर दर्ज की जाए। आरक्षक आलोक जैन को निलंबित किया जाए।
डीडवाना में CGST जोधपुर की टीम ने देर रात एक बड़े गुटखा व्यापारी के ठिकानों पर कर चोरी के संदेह में बड़ी कार्रवाई की। यह कार्रवाई 20 घंटे से अधिक समय तक चली, जिसमें शहर के आधा दर्जन से अधिक ठिकानों जैसे दुकान, गोदाम और आवास पर छापेमारी की गई। सूत्रों के अनुसार, यह मामला करोड़ों रुपए की जीएसटी चोरी से संबंधित है। छापेमारी के दौरान टीम ने व्यापारी के स्टॉक की गहन जांच की और 13,61,863 से अधिक गुटखा, बीड़ी, सिगरेट और सुपारी के पाउच जब्त किए। जब्त किए गए सभी स्टॉक को गोदामों और कई दुकानों पर नोटिस चस्पा कर सीज कर दिया गया। कार्रवाई के दौरान व्यापारी के एक ट्रक में हाल ही में आया गुटखा भी मौके पर सीज किया गया। इसके अतिरिक्त, एक अन्य वाहन को भी कब्जे में लिया गया है। टीम ने विभिन्न ठिकानों पर मौजूद स्टॉक के रिकॉर्ड की जांच की ताकि टैक्स चोरी की वास्तविक मात्रा का आकलन किया जा सके। सूत्रों ने बताया कि इस व्यापारी पर कुछ महीने पहले SGST विभाग भी कार्रवाई कर चुका है। लगातार दूसरी बार हुई इस बड़ी छापेमारी से व्यापारिक जगत में हलचल मच गई है। देर रात 3 बजे तक चली इस छापेमारी के बावजूद, CGST अधिकारियों ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। हालांकि, सूत्रों का दावा है कि यह मामला बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी से संबंधित है, जिसके कारण कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, स्टॉक और वाहनों को टीम ने अपने कब्जे में लिया है। डीडवाना में हुई इस बड़ी कार्रवाई ने क्षेत्र में गुटखा कारोबार और टैक्स चोरी के मामलों पर एक बार फिर ध्यान आकर्षित किया है।
इंदौर के तिलक नगर में एक स्क्रैप व्यापारी पर चार से ज्यादा लोगों ने चाकू से हमला कर दिया। हमले में उसे गंभीर चोटें आई हैं, जिसके बाद उसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उधर, पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई है। तिलक नगर पुलिस के मुताबिक घायल युवक का नाम गौरव पुत्र सतू है। घटना शनिवार दोपहर साईं विहार कॉलोनी की है। आरोप है कि छोटी ग्वालटोली के कुछ युवकों ने गौरव पर चाकू से हमला किया। हमले के दौरान गौरव भागकर किसी तरह अपनी जान बचाने में सफल रहा। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों में यह घटना कैद हो गई है। देर रात पुलिस अस्पताल पहुंची थी, लेकिन गौरव आईसीयू में होने के कारण उसका बयान नहीं लिया जा सका। स्क्रैप व्यापार को लेकर विवाद पुलिस को शुरुआती जांच में पता चला है कि गौरव और आरोपियों के बीच स्क्रैप व्यापार को लेकर पुराना विवाद चल रहा है। रंजिश के चलते ही हमले की आशंका है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर संदिग्धों की तलाश कर रही है। इंदौर के तिलक नगर में एक स्क्रेप व्यापारी पर चार से अधिक लोगो ने चाकू से हमला कर दिया। इस हमले में उसे गंभीर चोट आई है। उसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इधर पहचान के आधार पर पुलिस आरोपियो की तलाश में जुट गई है।तिलक नगर पुलिस के मुताबिक घायल युवक का नाम गौरव पुत्र सतू है। शनिवार दाेपहर घटना सांई विहार कॉलोनी की है। यहां पर छोटी ग्वालटोली के कुछ युवको ने गौरव पर हमला कर दिया था। हमले के दौरान आरोपी गौरव ने भागकर अपनी जान बचाई। यहां लगे कैमरो में घटना कैद हुई। इसके बाद पुलिस देर रात मामले में गौरव के बयान लेने अस्पताल भी पहुंची थी। लेकिन आईसीयू में होने के चलते उसने बयान नही हो पाए थे।स्क्रेप के व्यापार को लेकर है विवादपुलिस को मामले में प्रारभिंक जानकारी मिली है। उनके बीच स्क्रेप व्यापार को लेकर विवाद है। आरोपियो से गौरव की पूर्व से रंजिश चली आ रही है। हालाकि पुलिस फुटेज के आधार पर संदिग्धो की तलाश कर रही है।
देवास के एमजी रोड पर रविवार को तीसरे दिन भी अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जारी रही। इस अभियान के तहत कई घरों और दुकानों को तोड़ा गया। कार्रवाई के दौरान एक व्यक्ति ने अपना पूरा मकान तोड़े जाने का आरोप लगाया। इस दौरान उसकी आंखों में आंसू आ गए, जिससे मौके पर भावुक माहौल बन गया। कांग्रेस के पूर्व शहर अध्यक्ष मनोज राजानी मौके पर पहुंचे और कार्रवाई को अन्यायपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि व्यापारियों के साथ गलत व्यवहार किया जा रहा है, जिससे उनके रहने और खाने की समस्या खड़ी हो गई है। राजानी ने आरोप लगाया कि व्यापारियों को निर्माण हटाने के लिए पर्याप्त समय नहीं दिया जा रहा है और सीधे मशीन से तोड़फोड़ की जा रही है। उन्होंने देवास को 'गाजा पट्टी' बनाने की बात कही और महापौर व सभापति से भी इस 'ड्रीम' प्रोजेक्ट पर सवाल उठाए। उन्होंने नगर निगम से व्यापारियों को डीडीआर देने की मांग की। प्रभावितों में से एक भोजराज आहूजा ने बताया कि उनका पूरा मकान गिरा दिया गया है, जिससे उनके पास रहने की कोई व्यवस्था नहीं बची है। उन्होंने ठंड के मौसम में बच्चों के परेशान होने की चिंता व्यक्त की।
वेस्ट यूपी का कुख्यात बदमाश आसिफ उर्फ टिड्डा और इलियास उर्फ दीनू गैंग मुरादाबाद के डॉक्टर्स, निर्यातकों और व्यापारियों को आसामी बनाने की फिराक में था। गैंग की योजना थी कि पीतल कारोबारी हाजी जफर और एक अन्य निर्यातक को किडनैप करके पीतल नगरी को गैंग की ओर से एक मैसेज पास किया जाए। ताकि गैंग का खौफ व्यापारियों में बैठ जाए और इसके बाद फोन कॉल पर ही गैंग का रंगदारी का धंधा चलने लगे। लेकिन पूर्व में मेरठ और मुजफ्फरनगर में तैनात रह चुके मुरादाबाद के SSP सतपाल अंतिल इस गैंग के कारनामों से वाकिफ थे।सितंबर माह में जब पीतल कारोबारी हाजी जफर ने पुलिस को सूचना दी कि उनसे कॉल करके एक करोड़ की रंगदारी मांगी गई है तो थाना लेवल की पुलिस इसे गंभीरता से लेने को तैयार नहीं थी। इसकी वजह भी थी, क्योंकि मुरादाबाद इस तरह के अपराधों से अछूता रहा है। लेकिन जैसे ही रंगदारी की इस कॉल के पीछे आसिफ उर्फ टिड्डा का नाम आया तो एसएसपी ने पूरा ऑपरेशन अपने हाथों में ले लिया। उन्होंने तुरंत आसिफ उर्फ टिड्डा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई और गैंग की इलेक्ट्रानिक सर्विलांस शुरू करा दी। पता चला कि यूपी, हरियाणा, उत्तराखंड और पंजाब में 65 से अधिक संगीन वारदात कर चुका आसिफ टिड्डा मुरादाबाद में पैर जमाने की फिराक में है। वो मुरादाबाद को साफ्ट टारगेट की तरह देख रहा था और उसकी योजना थी कि यहां अपनी दहशत फैलाकर व्यापारियों से पैसा उगाही का धंधा शुरू करे।उसने शुरुआती आसामी के रूप में पीतल कारोबारी हाजी जफर काे चुना। हाजी जफर ने जब एक करोड़ रुपए देने से इंकार किया तो उसने उसके ऊपर फायरिंग करा दी। हाजी जफर ने 2 लाख रुपए देकर बाकी रकम देने के लिए मोहलत मांगी। SSP सतपाल अंतिल समझ चुके थे कि आसिफ टिड्डा महज हाजी जफर तक रुकने वाला नहीं है। एक बार हाजी जफर से वसूली करने के बाद वो शहर के दूसरे व्यापारियों का रुख करेगा।SSP ने हाजी जफर को सुरक्षा दे दी थी। लेकिन उन्हें इस बात का एहसास था कि आसिफ टिड्डा और दीनू गैंग जल्द हाजी जफर को किडनैप करने की कोशिश करेंगे या फिर हमला करेंगे। क्योंकि गैंग पीतलनगरी को अपनी दहशत का मैसेज देने के लिए उतावला था।लिहाजा इस गैंग को निपटाने के लिए एसएसपी सतपाल अंतिल ने शासन में बात करके एसटीएफ की मेरठ यूनिट की भी मदद लेना शुरू कर दिया। अंतत: सोमवार रात को मुरादाबाद में हुई मुठभेड़ में SSP सतपाल अंतिल ने खुद दोनों कुख्यात बदमाशों को ढेर कर दिया। पूरे ऑपरेशन को एसएसपी ने खुद लीड किया। पहला मौका है जब किसी जिले के SSP ने एनकाउंटर टीम को न सिर्फ लीड किया बल्कि आगे बढ़कर पूरे ऑपरेशन को अंजाम तक पहुंचाया। ऑपरेशन के दौरान उनकी जान बाल-बाल बची। बदमाशों की ओर से की गई फायरिंग में एक गोली उनकी बुलेट प्रूफ जैकेट में जाकर धंस गई। खुद एसएसपी ही इस एनकाउंटर के मुकदमे के वादी भी हैं।अब आसिफ टिड्डा और दीनू के ढेर होने के बाद शहर के व्यापारियों ने राहत की सांस ली है। एनकाउंटर के बाद से व्यापारी संगठनों, अधिवक्ताओं, किसान संगठनों, निर्यातकों और अन्य सामाजिक संगठनों द्वारा एसएसपी को सम्मानित करने का क्रम जारी है। आसिफ टिड्डा के टारगेट पर रहे पीतल कारोबारी हाजी जफर ने भी अपने परिवार के साथ पुलिस ऑफिस पहुंचकर SSP को सम्मानित किया है।
शहीदी दिवस पर बाबा दीप सिंह गुरुद्वारे में उमड़ी संगत, गुल्लक में विदेशी मुद्रा निकली
लुधियाना| अमर शहीद बाबा दीप सिंह जी के शहीदी दिवस पर अमर शहीद बाबा दीप सिंह गुरुद्वारा साहिब में सुबह से भारी संगत पहुंची। संगत ने मिलकर नाम सिमरन किया। दोपहर में श्री जपजी साहिब, श्री चौपाई साहिब और श्री सुखमणि साहिब के पाठ हुए। शाम को रागी जत्थों ने गुरबाणी कीर्तन कर संगत को आध्यात्मिक शांति से जोड़ा। इसी दौरान हर शनिवार होने वाली साप्ताहिक गुल्लक गिनती भी की गई, जिसमें कनाडा, अमेरिका और दुबई की विदेशी मुद्रा निकली। कमेटी सदस्य सुखविंदर पाल सिंह सरना ने बताया कि इस पावन स्थान पर देश-विदेश से संगत दर्शन के लिए आती है। हर बुधवार होने वाले जप तप समागम में भी विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु नतमस्तक होते हैं। संगत की सुविधा के लिए अलग-अलग हॉल में बैठने की व्यवस्था की जाती है। हरप्रीत सिंह राजधानी ने कहा कि हर सप्ताह प्रसिद्ध रागी जत्थे बुलाए जाते हैं। नवप्रीत सिंह बिंद्रा ने बताया कि संगत के लिए मेडिकल कैंप और धार्मिक यात्राएं भी कराई जाती हैं। अमरजीत सिंह टिक्का ने जानकारी दी कि संग्राद के अवसर पर भी आज विशेष कीर्तन समागम होगा, जिसमें संगत मिलकर नाम सिमरन करेगी।
लखनऊ में चिट फंड के नाम पर देशभर में करीब 56 सौ करोड़ रुपए की ठगी कर चुकी हीरा गोल्ड एक्सिम कंपनी की सीईओ नौहेरा नन्ने साहब शेख के खिलाफ अब लखनऊ में भी पहला मुकदमा दर्ज हुआ है। हीरे और सोने में निवेश कराकर मोटे मुनाफे का लालच दिया। कुछ समय तक मुनाफा दिया। फिर देना बंद कर दिया। पीड़ित ने जब पैसा मांगा तो धमकी देने लगा। गोमतीनगर के विश्वासखंड-3 निवासी कारोबारी सैयद लरैब और आइशा लरैब ने निवेश के नाम पर 15 लाख रुपए हड़पने का आरोप लगाते हुए गोमतीनगर थाने में रिपोर्ट लिखाई है। पीड़ित दंपती ने बताया कि उनकी मुलाकात 2016 में नौहेरा से हुई थी। उसने हीरा और सोने में निवेश कर 36 फीसदी से ज्यादा मुनाफा देने का लालच दिया। भरोसा कर दोनों ने कई किश्तों में 15 लाख रुपए जमा कर दिए। शुरू में नौहेरा ने 18 अगस्त 2017 तक मुनाफा भेजा। इसके बाद भुगतान बंद कर दिया। काफी खोजबीन के बाद भी रकम नहीं मिली तो पीड़ितों ने कंपनी से संपर्क किया लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। नौहेरा ने पैसे लौटाने के बजाय जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद दोनों ने सहायक पुलिस आयुक्त गोमतीनगर से मिलकर शिकायत की। इंस्पेक्टर ब्रजेश चंद्र तिवारी ने बताया पीड़ितों से दस्तावेज लेकर जांच शुरू कर दी गई है। नौहेरा शेख 2018 से ही पुराने मामलों में जेल में बंद है। इस बड़े चिट फंड घोटाले की जांच ईडी भी कर रहा है।
ई-कॉमर्स में AI से विक्रेता अनुपालन बढ़ा:डिजिटल ऑनबोर्डिंग, साझेदारी से मजबूत हो रहा विश्वास
भारत में डिजिटल कॉमर्स एक सुदृढ़ और मजबूत शासन प्रणाली पर आधारित है। ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म विक्रेताओं के व्यवहार को आकार देने, अनुपालन बढ़ाने और पूरी वैल्यू चेन में विश्वास स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। ऑन-बोर्डिंग से लेकर उत्पाद वितरण तक, प्रत्येक चरण शासन, पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने का अवसर प्रदान करता है। डिजिटल अर्थव्यवस्था में लाखों विक्रेता शामिल हैं, और ये प्लेटफॉर्म हर स्तर पर अनुपालन सुनिश्चित करके जवाबदेह व्यापार को संभव बना रहे हैं। फ्लिपकार्ट के एसवीपी एवं हेड ऑफ मार्केटप्लेस, साकेत चौधरी के अनुसार, डिजिटल कॉमर्स का भविष्य एक ऐसे परिवेश के निर्माण पर निर्भर करता है, जहाँ प्रौद्योगिकी और विश्वास मिलकर प्रत्येक विक्रेता को सशक्त और जवाबदेह बनाते हैं। केवाईसी, जीएसटी सत्यापन और उत्पाद लिस्टिंग जैसे कार्य अब एआई टूल्स की मदद से तेजी से पूरे होते हैं डिजिटल ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया में उल्लेखनीय परिवर्तन आया है, जिससे अनुपालन के लिए एक स्पष्ट आधार स्थापित हुआ है। केवाईसी, जीएसटी सत्यापन और उत्पाद लिस्टिंग जैसे कार्य अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) टूल्स की मदद से तेजी से पूरे होते हैं। यह सुविधा छोटे और मध्यम उद्यमों (एसएमई) के लिए विशेष रूप से सहायक है, क्योंकि यह प्रक्रिया शुरुआत से ही नियमों का अनुपालन सुनिश्चित करती है। ईवाई की एल्डी 2025 रिपोर्ट के अनुसार, भारत के रिटेल और ई-कॉमर्स सेक्टर में जनरेटिव एआई के उपयोग से ग्राहक जुड़ाव, उत्पाद विकास और परिचालन दक्षता में नवाचार के माध्यम से वर्ष 2030 तक उत्पादकता में 35 से 37 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है। यह उन नए विक्रेताओं और एमएसएमई के लिए महत्वपूर्ण है जिनके पास पारंपरिक अनुपालन बुनियादी ढांचा नहीं है। विक्रेताओं द्वारा अनुपालन में वृद्धि सहयोगात्मक ढांचे सरकारी संस्थाओं, औद्योगिक संगठनों और डिजिटल प्लेटफॉर्म के बीच संपर्क स्थापित कर रहे हैं, जिससे विक्रेताओं द्वारा अनुपालन में वृद्धि हो रही है। 'डिजिटल इंडिया' जैसे अभियान इंटरऑपरेबिलिटी को बढ़ावा दे रहे हैं और एक पारदर्शी तथा मानकीकृत विक्रेता परिवेश स्थापित कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त, ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म स्थानीय कर नियमों, उपभोक्ता संरक्षण और डेटा गवर्नेंस पर स्थानीय सामग्री और प्रासंगिक सहयोग के साथ प्रशिक्षण प्रदान कर रहे हैं। ये पहलें विशेष रूप से टियर 2 और टियर 3 बाजारों में बदलाव ला रही हैं, जहाँ कई विक्रेताओं को व्यावहारिक मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है। टेक-इनेबल्ड लॉजिस्टिक्सः करता है अनुपालन का चक्र पूर्ण लॉजिस्टिक्स इन्फ्रास्ट्रक्चर सर्विस लेवल के एग्रीमेंट्स, रिटर्न पॉलिसी और टैक्स डॉक्यूमेंटेशन के साथ अनुपालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। प्रोडक्टिव एनालिटिक्स, आईओटी और ऑटोमेटेड समाधानपूर्ति से विक्रेताओं को अपने नियामक दायित्व पूरे करने में मदद मिल रही है। डेलॉयट की इंडिया ई-कॉमर्स आउटलुक रिपोर्ट के अनुसार लॉजिस्टिक्स की लागत जीडीपी की लगभग 14 प्रतिशत है। परिवहन मैनेजमेंट सिस्टम्स और ग्लोबल ट्रेड मैनेजमेंट जैसी टेक्नोलॉजी से ऑपरेशंस को स्ट्रीमलाईन करने, लागत पर नियंत्रण पाने और चुस्त लॉजिस्टिक्स सुनिश्चित करने में रणनीतिक मदद मिल रही है। टियर 2 और टियर 3 शहरों में स्मार्ट लॉजिस्टिक्स विक्रेताओं की पहुंच और अनुपालन बढ़ाने में सहयोग कर रहे हैं। अनुपालन से मिल रही है रणनीतिक मदद भारत में विक्रेताओं द्वारा अनुपालन उनके विकास, विश्वास और बाजार के विस्तार में रणनीतिक सहयोग दे रहा है। सरल ऑनबोर्डिंग, अनुपालन के सशक्त ज्ञान और मजबूत टेक्नोलॉजी इन्फ्रास्ट्रक्चर से डिजिटल अर्थव्यवस्था में पारदर्शिता और जवाबदेही आ रही है। नीति, टेक्नोलॉजी और प्लेटफॉर्म इनोवेशन विक्रेताओं को सशक्त बनाने और जवाबदेह कॉमर्स के अगले अध्याय की शुरुआत कर रहे हैं।
गोरखपुर में बिजली विभाग की गंभीर लापरवाही का नतीजा सामने आया। शिवपुर शाहबाजगंज में मिलन चौराहा के पास जर्जर बिजली पोल अचानक गिर गया, जिससे नीलकंड ज्वेलरी हाउस का टीन शेड टूट गया और व्यापारी को नुकसान उठाना पड़ा। वहां रह रहे लोगों का कहना है कि अगर विभाग समय रहते सचेत हो जाता, तो यह हादसा टाला जा सकता था। दरअसल, घटना वाले स्थान पर ट्रांसफार्मर के बगल में लगा बिजली पोल लंबे समय से खराब हालत में था। लोगों ने कई बार विभाग को इसकी जानकारी दी थी। शिकायतों के बावजूद न तो निरीक्षण हुआ और न ही मरम्मत। लोग बताते हैं कि पोल धीरे-धीरे और झुकता जा रहा था, लेकिन विभाग ने किसी भी तरह की कार्रवाई जरूरी नहीं समझी। पोल हटाने में भी नहीं हुआ सुरक्षा मानकों का पालन घटना के बाद जब बिजली विभाग की टीम आखिरकार पोल हटाने पहुंची, तो काम में फिर से लापरवाही दिखी। कर्मचारियों ने बिना किसी सुरक्षा उपाय के पोल को जोर से खींचा, जिससे वह नियंत्रण खोकर सीधे नीलकंड ज्वेलरी हाउस पर जा गिरा। इस हादसे में दुकान का टीन शेड टूट गया और अंदर रखी वस्तुओं को भी नुकसान पहुंचा। दुकानदार ज्योति कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि यह नुकसान पूरी तरह बिजली विभाग की लापरवाही के कारण हुआ है। उनका कहना है कि पोल पहले से आधा टूटा हुआ था और तकनीकी तरीके से हटाए जाने की आवश्यकता थी। लेकिन समय रहते न सुधार किया गया और न ही हटाने के दौरान एहतियात बरती गई। पहले भी चुकाई है कीमत घटना के बाद स्थानीय लोग मौके पर जुट गए और विभागीय अनदेखी पर रोष जताया। उनका कहना है कि यह पहली बार नहीं है जब विभाग की लापरवाही से खतरा पैदा हुआ हो। इलाके में कई बार इस तरह की शिकायतें उठाई गईं, लेकिन विभाग ने गंभीरता नहीं दिखाई। लोगों ने कहा कि अगर समय रहते पुराने टूटे हुए जर्जर पोल हटाए जाएं, तो ऐसे हादसों से बचा जा सकता है।
विंध्य क्षेत्र के लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी है। रीवा से दिल्ली के लिए हवाई सेवा शुरू होने के बाद अब रीवा-इंदौर के बीच भी हवाई कनेक्टिविटी प्रारंभ होने जा रही है। इंडिगो एयरलाइंस 22 दिसंबर से रीवा और इंदौर के बीच नियमित उड़ान संचालित करेगी, जिससे लाखों यात्रियों को तेज और सुविधाजनक यात्रा का नया विकल्प मिलेगा। इंडिगो सेल्स से जुड़े उत्तम एसोसिएट के उत्तम अग्रवाल ने बताया कि विंध्य वासियों का लंबे समय से इंतजार अब खत्म होने वाला है। नई हवाई सेवा के तहत: इस सेवा में 72 सीटर ATR विमान का उपयोग किया जाएगा। रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, मैहर, मऊगंज, पन्ना और आसपास के जिलों के यात्रियों को इस सुविधा से बड़ा लाभ मिलेगा। जहां पहले इंदौर तक सड़क या रेल मार्ग से लंबी दूरी तय करनी पड़ती थी, वहीं अब कुछ ही घंटों की हवाई यात्रा से यह सफर बेहद आसान हो जाएगा। यह सेवा व्यापार, शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यटन से जुड़े क्षेत्रों को भी नई गति प्रदान करेगी। जानकारी के अनुसार, यह उड़ान सेवा उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल के प्रयासों का परिणाम है, जिन्होंने विंध्य क्षेत्र में हवाई कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए लगातार पहल की है। नई उड़ान के ऐलान के बाद स्थानीय लोगों में उत्साह का माहौल है और इसे क्षेत्र के विकास की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।
शिवपुरी शहर में शनिवार सुबह प्रशासन, नगर पालिका और यातायात पुलिस की संयुक्त टीम ने मानस भवन के पास स्थित थोक सब्जी मंडी पर कार्रवाई की। टीम ने थोक व्यापारियों और किसानों को स्पष्ट निर्देश दिए कि अब मुख्य मार्ग पर मंडी नहीं लगाई जाएगी। उन्हें अपनी दुकानें सड़क से हटाकर निर्धारित स्थान पर स्थानांतरित करने को कहा गया। यातायात प्रभारी रणवीर सिंह यादव ने बताया कि मानस भवन और कोर्ड रोड क्षेत्र में लगने वाली इस मंडी के कारण अक्सर जाम की स्थिति बनती थी, जिससे आम लोगों को भारी परेशानी होती थी। उन्होंने पुष्टि की कि सड़क पर लगने वाली थोक सब्जी मंडी को अब अनाज मंडी परिसर में स्थानांतरित किया जाएगा। इससे यातायात सुचारु रहेगा और व्यवस्था में सुधार होगा। यह कार्रवाई 12 नवंबर को ऊर्जा मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर के शिवपुरी प्रवास के बाद तेज की गई है। मंत्री तोमर ने पुरानी गल्ला मंडी का निरीक्षण किया था और प्रशासन को निर्देश दिए थे कि कोर्ट रोड तथा मानस भवन के पास सड़क पर लगने वाली फल एवं सब्जी मंडी को हटाकर पुरानी गल्ला मंडी में शिफ्ट किया जाए। प्रशासन वर्षों से इस स्थानांतरण का प्रयास कर रहा था। प्रशासन के अनुसार, इस नई व्यवस्था से न केवल यातायात जाम की समस्या समाप्त होगी, बल्कि व्यापारियों और खरीदारों को भी एक सुव्यवस्थित मंडी का लाभ मिलेगा।
भरतपुर जिले के रूपवास इलाके में व्यापारी पर फायरिंग करने वाले कल तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। आज तीनों आरोपियों को पैदल क्राइम सीन तक ले जाया गया। आरोपियों को देखने के लिए काफी लोगों और व्यापारियों की भीड़ लग गई। पुलिस ने क्राइम सीन पर ले जाकर घटना को रिक्रिएट करवाया। 12 नवंबर को व्यापारी पर की थी फायरिंग रूपवास थाना अधिकारी विनोद मीणा ने बताया कि 12 नवंबर की देर शाम तीन बदमाशों द्वारा सर्राफा व्यापारी धीरज रघुवंशी के साथ लूट की वारदात को अंजाम देने की कोशिश की गई थी। जब बदमाश सर्राफा व्यापारी से उसका गहनों से भरा बैग नहीं लूट पाए तो, बदमाशों ने तीन राउंड फायर किए। सर्राफा व्यापारी को तो, नहीं लगी लेकिन, वहां पास में खड़े किराना व्यापारी अरुण सिंघल के चेहरे के पास गोली लग गई। 50 CCTV खंगालने के बाद आरोपी हुए गिरफ्तार बदमाश फायरिंग करने के बाद मौके से फरार हो गए थे। घटना के बाद किराना व्यापारी अरुण सिंघल को तुरंत आरबीएम अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया और, आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की टीमों का गठन किया गया। करीब 50 सीसीटीवी कैमरे खंगालने के बाद कल तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों को घटना स्थल पर ले जाकर करवाया क्राइम सीन रिक्रिएट आरोपी गुर्जर और सौरभ निवासी बांगड़ कॉलोनी भाई हैं। इसके अलावा चंद्रकेश उर्फ़ लुक्का निवासी बांगड़ कॉलोनी तीसरा आरोपी है। आज तीनों आरोपियों को मौके पर ले जाकर घटना को रिक्रिएट किया गया। तीनों आरोपियों को पैदल क्राइम सीन तक ले जाया गया। इस दौरान काफी पुलिसकर्मी तैनात रहे। आरोपियों को देखने के लिए लोगों और व्यापारियों की भीड़ लग गई। फिलहाल आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
यमुना सिटी के सेक्टर-8 में सौर ऊर्जा के उपकरण तैयार करने के लिए 200 एकड़ में प्लांट बनाया जाएगा। इसके लिए सील सोलर पी6 प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को यमुना प्राधिकरण ने जमीन आवंटित कर दी है। कंपनी पैनल शीट और अन्य संयंत्र तैयार करेगी। मेगा श्रेणी में किया गया शामिलयमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) के ओएसडी शैलेंद्र भाटिया ने बताया कि यह क्षेत्र में नई ग्रीनफील्ड परियोजना होगी। इसे अल्ट्रा मेगा श्रेणी में रखा गया है। इस श्रेणी में तीन हजार करोड़ रुपए या इससे अधिक निवेश करने वाली कंपनियों को शामिल किया जाता है। कंपनी ने यीडा से सेक्टर-8 में प्लांट स्थापित करने के लिए जमीन मांगी थी। इस साल 24 फरवरी को प्राधिकरण ने कंपनी को लेटर ऑफ इंटेंट (एलओआई) जारी करते हुए प्रस्ताव शासन को भेज दिया। 10 जुलाई को जारी किया था पत्रबीते 10 जुलाई को इंवेस्ट यूपी ने कंपनी के प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए इसका पत्र जारी किया। अब प्राधिकरण ने भी कंपनी को भूमि आवंटित कर दी। कंपनी के पास भारत में 6.7 गीगावॉट से ज्यादा की सोलर परियोजना है। इनमें कुछ चल रहे हैं और कुछ निर्माणाधीन हैं। कंपनी के पास पहले से 3.5 गीगावॉट की टॉप कोन सोलर मॉड्यूल तैयार करने की क्षमता है।
रूपवास में सर्राफा व्यापारी से लूट के प्रयास की वारदात का पुलिस ने 45 घंटे में पर्दाफाश कर दिया। पुलिस ने तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर वारदात में प्रयुक्त बाइक भी जब्त की है। 12 नवंबर की रात महादेव चौक, मनुआ वाली गली में व्यापारी को घर जाते समय बदमाशों ने सोने-चांदी से भरे बैग को लूटने की कोशिश की। जिस पर धीरज व नौकर बाइक से गिर गए। धीरज ने अपना बैग किराना व्यापारी की दुकान में फेंक दिया। जिस पर गुस्साए बदमाशों ने तीन फायर किए। फायरिंग तो सर्राफा व्यापारी पर की थी, लेकिन गोली किराना व्यापारी को लगी जिससे किराना व्यापारी अरुण गोयल गोली घायल हो गया। जिसे प्राथमिक उपचार के बाद भरतपुर रैफर कर दिया। घटना के बाद पुलिस अधीक्षक दिगंत आनंद के निर्देशन में विशेष टीम गठित की गई। करीब 40 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालकर आरोपियों की पहचान की गई। इसके बाद दबिश देकर तीनों को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपियों ने वारदात की योजना और लूट के प्रयास को स्वीकार किया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान चंद्रकेश उर्फ लुक्का उर्फ शिवा पुत्र शिम्भू, गुर्जर पुत्र योगेंद्र और सौरभ पुत्र योगेंद्र, निवासी बांगड़ कॉलोनी, सिरसौंदा रूपवास के रूप में हुई है। थाने पर आरोपियों के परिजनों ने किया हंगामा, समझाइश पर माने आरोपियों के परिजनों ने रूपवास थाने पहुंचकर पुलिस पर पैसे लेकर मुख्य आरोपियों को छोड़ने व उनके बेकसूर बच्चों को झूठे मुकदमे में फंसाने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों के परिजनों को समझाइश कर घर भेज दिया। परिजनों का कहना है कि हमारे बच्चों को बेवजह फंसाया जा रहा है। कई दिन से रैकी कर रहे थे आरोपी भरतपुर पुलिस जांच में सामने आया कि रूपवास में सर्राफा व्यापारी से लूट के प्रयास में पकड़े गए तीनों आरोपी गांजा, शराब और सिगरेट जैसे नशे के आदी थे। नशे के लिए पैसे की कमी होने पर उन्होंने लूट की योजना बनाई। आरोपियों को जानकारी थी कि व्यापारी रोजाना बाइक से बैग में सोने-चांदी के आभूषण और नकदी लेकर जाता है। तीनों ने तय किया कि चलते वाहन से बैग छीनकर फरार हो जाएंगे। वारदात के दौरान व्यापारी के साथी युवक ने बैग पास की किराना दुकान में फेंक दिया। असफल होने और नशे की हालत में घबराए आरोपियों ने लोगों को डराने के लिए फायरिंग कर दी और फरार हो गए। एसपी ने घटना को लेकर विभिन्न टीमों का किया था गठन जिला पुलिस अधीक्षक दिगंत आनंद ने आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बयाना हरिराम कुमावत आर.पी.एस. के सुपरविजन एवं वृत्ताधिकारी वृत बयाना,नीरज भारद्वाज सीओ के नेतृत्व में विभिन्न टीमों का गठन किया।
रजत जयंती ; व्यापारी बोले- प्रगति कर रहे हम, संसाधनों का उपयोग कर अव्वल बनेगा झारखंड
झारखंड के 25 वर्ष पूरे होने पर रांची के व्यापारी राज्य की अब तक की उपलब्धियों और भविष्य की संभावनाओं को लेकर बेहद सकारात्मक नजर आते हैं। उनका मानना है कि बीते ढाई दशकों में सड़कों, फ्लाईओवर, एयरपोर्ट, शिक्षा और उद्योग आदि क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है, जिसने रांची को एक आधुनिक और तेजी से उभरते शहर की पहचान दिलाई है। व्यापारियों का कहना है कि झारखंड संसाधनों से समृद्ध राज्य है और यदि प्रशासनिक व्यवस्था व नीतियों को और सशक्त किया जाए, तो यह देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो सकता है। रोजगार सृजन, उद्योग विस्तार और सामाजिक सेवाओं में सक्रिय योगदान देने वाले ये उद्यमी मानते हैं कि झारखंड में असीम संभावनाएं मौजूद हैं, जिन्हें मिलकर साकार किया जा सकता है। भागचंदजी पोद्दार : मारवाड़ी समाज के कई संस्थाओं में अध्यक्ष रह चुके हैं। अग्रवाल सभा के बैनर तले परिचय सम्मेलन सह सामूहिक विवाह शुरू किया। झारखंड ने काफी तरक्की की है और समाज को अलग पहचान मिली है।
आगरा के संजय प्लेस में होम एप्लायंस का व्यापार करने वाली कंपनी के संचालक ने थाना हरीपर्वत में ई-कॉमर्स कंपनी आरजू पर लाखों रुपये हड़पने, धमकाने और मारपीट करने का मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। भारत व्यवसाय प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर आदित्य अग्रवाल ने तहरीर दी थी कि ई-कॉमर्स कंपनी Arzoo (Sterne India Pvt. Ltd.) ने अक्टूबर 2023 से नवंबर 2023 के बीच कई बार उनसे लाखों रुपये का सामान खरीदा। बार–बार भरोसा दिलाया कि उनके द्वारा सप्लाई किए गए ई-कॉमर्स आइटम का भुगतान 30 दिन में कर दिया जाएगा। साथ ही 16 सितंबर से 15 नवंबर 2023 के बीच बड़े व्यापार पर गोल्ड कॉइन, बैंकॉक-दुबई ट्रिप, BMW बाइक और टाटा टियागो कार जैसे रिवॉर्ड देने की स्कीम भी बताई गई। आदित्य अग्रवाल के अनुसार उनकी कंपनी ने निर्धारित समय में करीब 2 करोड़ रुपये की खरीद कर दी। लेकिन Arzoo कंपनी ने न तो कोई रिवॉर्ड दिया और न ही 16,36,480 रुपये का भुगतान लौटाया। आरोप है कि कंपनी ने एक परचेज ऑर्डर को कैंसिल कर दिया। परचेज ऑर्डर 2,55,744 रुपये का था। पीड़ित ने बताया कि जनवरी 2024 में जब वह कंपनी के बेंगलुरु दफ्तर पहुंचा, तो कंपनी के डायरेक्टर हुसैनुद खान, ऋषिराज सिंह राठौर, सीनियर मैनेजर अनस रफ़त और दो अन्य लोगों ने उसके साथ मारपीट कर कार्यालय से बाहर निकाल दिया। शिकायत में यह भी कहा गया है कि 14 जनवरी 2024 को कंपनी के सेल्स मैनेजर ने संजय प्लेस में रोककर उसे जान से मारने की धमकी दी और बकाया रकम मांगने पर गाली-गलौज की। हरीपर्वत थाना पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कानपुर में व्यापारियों ने मनाया जश्न:बिहार में NDA की जीत पर कोपरगंज मार्केट में बांटे 11 किलो लड्डू
कानपुर के कोपरगंज स्थित होजरी व रेडीमेड मार्केट में व्यापारियों ने बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की जीत का जश्न मनाया। यह आयोजन भारतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के प्रदेश अध्यक्ष ज्ञानेश मिश्र और जिला अध्यक्ष गुरुजिंदर सिंह के नेतृत्व में किया गया। इस अवसर पर व्यापारियों ने 11 किलो लड्डू बांटकर अपनी खुशी का इजहार किया। यह जश्न भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले एनडीए को बिहार में मिली भारी जीत को लेकर मनाया गया। लड्डू बांटने वालों में प्रमुख रूप से जिला कोषाध्यक्ष विजय गुप्ता गोरे, जिला वरिष्ठ अध्यक्ष राजेश आहूजा, उपाध्यक्ष कुंदन शर्मा और मनीष वंसदानी शामिल थे। इनके अतिरिक्त, उदयकांत शर्मा, मंदीप सिंह, राकेश मेलवानी, नंदलाल खत्री, मनीष पमनानी, नरेंद्र यादव, संजय सिंह, बृजेंद्र यादव, मो शमीम खान, विपिन यादव और विनय शर्मा भी उपस्थित रहे।
इंदौर की विजयनगर पुलिस ने ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट के नाम पर ठगी करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने फर्जी लिंक भेजकर लोगों से लाखों रुपए निवेश कराए और अब तक करीब 40 लाख रुपए का फर्जीवाड़ा करने की बात कबूल की है। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि लोगों से हड़पे गए रुपए उन्होंने ऐशो-आराम में उड़ा दिए। पुलिस अब उनसे रुपयों के उपयोग और अन्य पीड़ितों की जानकारी जुटा रही है। टीआई चंद्रकांत पटेल के अनुसार, मामले की शिकायत मिली थी कि ‘ऑनलाइन ट्रेडिंग’ के नाम पर नागरिकों के साथ ठगी की जा रही है। आरोपियों ने “mexcapitalprime.in” जैसे लिंक भेजकर लोगों को इन्वेस्टमेंट का लालच दिया और पैसे डलवाए। पुलिस ने जांच के बाद शिवेंद्र पुत्र जितेंद्र सिंह चंदेल निवासी नंदानगर, चिराग पुत्र पंडित पंवार निवासी महालक्ष्मी नगर और प्रवीण पुत्र दूलेसिंह गोयल निवासी शाजापुर को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे खुद को कंपनी के प्रतिनिधि बताकर डबलिंग स्कीम में निवेश का झांसा देते थे। इसके तहत वे कॉल कर कहते कि रुपए लगाकर कम समय में मोटा मुनाफा मिलेगा। इस तरीके से उन्होंने करीब दो दर्जन से अधिक लोगों से निवेश कराए। फिलहाल पुलिस उनसे और जानकारी जुटा रही है। गिरफ्तार आरोपी शिवेंद्र मूल रूप से हमीरपुर (उत्तर प्रदेश) का रहने वाला है, जबकि चिराग पंवार बैतूल के खंजनपुर का निवासी है। तीनों विजयनगर इलाके की एक बिल्डिंग में फर्जी कंपनी बनाकर यह काम कर रहे थे। पुलिस ने दो वाहन चोर पकड़े, 7 बाइक जब्त सेंट्रल कोतवाली पुलिस ने वाहन जांच के दौरान दो बाइक चोरों को पकड़ा है। आरोपियों की पहचान अनवर पुत्र अफजल हुसैन निवासी ग्रीन पार्क कॉलोनी और शोएब पुत्र करामत अली निवासी हाजी कॉलोनी के रूप में हुई है। दोनों ब्रिज के पास बाइक लेकर जा रहे थे और पुलिस को देखकर भागने लगे। पकड़कर पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि बाइक चोरी की है, जिसे उन्होंने बुरहानपुर से चुराया था। पुलिस ने आगे की कार्रवाई में आरोपियों से करीब 7 लावारिस वाहन भी जब्त किए हैं। पूछताछ में दोनों ने स्वीकार किया कि वे अपनी शौक–पूर्ति के लिए बाइक चोरी करते थे। अब पुलिस उनके आपराधिक रिकॉर्ड खंगाल रही है। ड्रग मामले में 5 हजार का इनामी गिरफ्तार इंदौर क्राइम ब्रांच ने एमडी ड्रग मामले में फरार चल रहे 5 हजार रुपए के इनामी आरोपी रेहान खान निवासी प्रतापगढ़ को गिरफ्तार कर लिया है। एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया के अनुसार, कुछ दिन पहले दो आरोपी नसीब खान और साहिल मंसूरी गिरफ्तार किए गए थे। पूछताछ में दोनों ने रेहान खान का नाम बताया था, जिसके बाद यह इनामी आरोपी पुलिस के रडार पर था। क्राइम ब्रांच टीम को गुरुवार को रेहान की लोकेशन मंदसौर के पास मिली। घेराबंदी कर उसे दबोच लिया गया और रात में उसे थाने लाया गया। अफसरों द्वारा उससे पूछताछ जारी है।
बहादुरगढ़ में साइबर ठगों ने टीचर कॉलोनी के व्यापारी मुकेश कुमार से वॉट्सऐप पर भेजे गए फर्जी लिंक के जरिए बैंक अकाउंट से 6 लाख 11 हजार 500 रुपए निकाल लिए। पीड़ित की शिकायत पर साइबर थाना झज्जर ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मुकेश कुमार ने बताया कि वह वार्ड-21 में रहते हैं और बहादुरगढ़ में बेकरी चलाते हैं। 13 अक्टूबर को उनके मोबाइल नंबर पर एक अनजान कॉल आई, जिसमें कॉलर ने खुद को इंडसइंड बैंक का कर्मचारी बताते हुए कहा कि उनकी मोबाइल एप काम नहीं कर रही है और इसके लिए एक लिंक भेजा गया है। लिंक पर क्लिक करते ही फोन हैक जैसे ही उन्होंने लिंक पर क्लिक किया, उनका फोन हैक हो गया। अगले दिन 14 अक्टूबर को दोपहर करीब 12 बजे खाते से पैसे कटने के लगातार मैसेज आने लगे। बैंक से स्टेटमेंट निकलवाने पर पता चला कि उनके इंडसइंड बैंक खाते से बंधन बैंक के तीन अलग-अलग खातों में तीन बार 1 लाख 99 हजार रुपए, और एक ट्रांजैक्शन में 14 हजार 500 रुपए, कुल मिलाकर 6 लाख 11 हजार 500 रुपए ट्रांसफर कर लिए गए। मोबाइल रीसेट कराया तो पूरा डेटा डिलीट ठगी का एहसास होने पर उन्होंने कंपनी से मोबाइल रीसेट करवाया, जिससे कॉल करने वाले नंबर सहित पूरा डेटा डिलीट हो गया। इसके बाद उन्होंने अपने दामाद योगेश मित्तल की मदद से साइबर पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई। राज्य से बाहर होने के कारण वे साइबर थाना झज्जर नहीं आ पाए थे। अब थाना पहुंचकर उन्होंने लिखित शिकायत और बैंक स्टेटमेंट जमा कराते हुए आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और अपनी राशि वापस दिलाने की मांग की है। साइबर थाना पुलिस मामले की तकनीकी जांच में जुट गई है।
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में खाद्य, राजस्व और मंडी विभाग की संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए 220 बोरी धान जब्त किया है। दो व्यापारियों ने अवैध तरीके से भंडारण किया था। इस मामले में जांच टीम ने मंडी अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है। जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार को लैलूंगा ब्लाॅक के रजिस्टर्ड 7 व्यापारियों के गोदामों पर संयुक्त टीम ने जांच की। इनमें से किसी भी व्यापारी के पास धान का स्टॉक नहीं पाया गया, जबकि एक स्थान पर नियमित भंडारण का स्टॉक सही पाया गया। इसके बाद मुकडेगा तहसील के बैसकीमुड़ा में फुटकर व्यापारी रमेश बेहरा के गोदाम में जांच की गई, जहां 150 बोरी (60 क्विंटल) धान अवैध रूप से भंडारित मिला। टीम ने इसे मौके पर ही जब्त कर लिया। जिसके बाद ग्राम कमरगा में व्यापारी बिहारीलाल गुप्ता के गोदाम में दबिश दी गई। जहां 70 बोरी (28 क्विंटल) अवैध धान बरामद हुआ। इसे भी जब्त करते हुए दोनों व्यापारियों के खिलाफ मंडी अधिनियम के तहत केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। लगातार निगरानी कर रहे फूड इंस्पेक्टर खुशी नायक ने बताया कि राजस्व, खाद्य और मंडी की संयुक्त जांच टीम बनाई गई है। शुक्रवार को 7 व्यापारियों के यहां छापा मारा गया। जिसमें 2 व्यापारियों के यहां से 220 बोरी अवैध धान भंडारण मिला। संयुक्त जांच टीम अवैध धान परिवहन से लेकर भंडारण पर लगातार निगरानी कर रही है।
भरतपुर के रूपवास में सर्राफा व्यापारी से लूट की कोशिश के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने पहले सर्राफा व्यापारी की रैकी की उसके बाद लूट की वारदात को अंजाम दिया। जब वह सर्राफा व्यापारी से गहनों से भरा बैग छीन नहीं पाए तो, उन्होंने फायरिंग कर दी। गोली सीधे पास ही स्थित किराना व्यापारी के चेहरे के पास लगी। किराना व्यापारी के चेहरे के पास लगी गोली एसपी दिगंत आनंद ने बताया कि 12 नवंबर को रूपवास कस्बे के महादेव चौक के पास मनुआ वाली गली में तीन बदमाशों ने सर्राफा व्यापारी धीरज रघुवंशी के साथ लूट की घटना को अंजाम देने की कोशिश की थी। जब बदमाश सर्राफा व्यापारी धीरज से जेवर और कैश से भरा बैग नहीं लूट पाए तो, उन्होंने फायरिंग कि इस दौरान वहां मौजूद किराना व्यापारी अरुण सिंघल के चेहरे के पास गोली लग गई। इस घटना के बाद पुलिस ने सीसीटीवी इकट्ठे किए। बदमाशों को पकड़ने के लिए पुलिस की टीमों का गठन किया गया। 50 सीसीटीवी खंगालने के बाद आरोपियों का पता लगा पुलिस की टीमों ने करीब 50 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक कर आरोपियों की पहचान कि जिससे यह पता लगा कि आरोपी रूपवास कस्बे के रहने वाले थे। जिस पर तीनों बदमाशों को चिन्हित कर थाने पर लाया गया। उनसे सर्राफा व्यापारी की लूट की वारदात को लेकर पूछताछ की गई। जिसके बाद आरोपियों ने वारदात को अंजाम देना कबूल किया। तीनों आरोपी में गुर्जर और सौरभ निवासी बांगड़ कॉलोनी भाई हैं। इसके अलावा चंद्रकेश उर्फ़ लुक्का निवासी बांगड़ कॉलोनी तीसरा आरोपी है। तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। फिलहाल आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। लूट से पहले आरोपियों ने की थी रेकी एसपी दिगंत आनंद ने बताया कि आरोपियों का 3 से 4 लोगों का गिरोह था। जिसमें से कुछ लोग रैकी कर रहे थे। जब वह लूट की वारदात को अंजाम देने में विफल रहे तो, उन्होंने फायरिंग कर दी। आरोपियों ने वारदात को अंजाम देने में जो बाइक का इस्तेमाल किया था। वह जब्त कर ली गई है। आरोपियों से हथियारों को लेकर पूछताछ की जा रही है।
बिहार में NDA की जीत पर व्यापारियों ने मनाया जश्न:25 किलो लड्डू बांटकर खुशी का इजहार किया
मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश संयुक्त व्यापार मंडल ने शुक्रवार को बिहार में एनडीए गठबंधन की जीत का जश्न मनाया। मंडल के अध्यक्ष अरविंद अग्रवाल जॉनी के नेतृत्व में शहर के व्यापारियों ने 25 किलो लड्डू बांटे। इस दौरान ढोल-नगाड़ों के साथ एक-दूसरे को मिठाइयां खिलाई गईं और विकास की जीत के नारे लगाए गए। कार्यक्रम में उपस्थित व्यापारियों ने कहा कि बिहार में एनडीए को मिली यह जीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की विकासवादी नीतियों, सुशासन और जनता के भरोसे का परिणाम है। अध्यक्ष अरविंद जॉनी ने इसे जनता द्वारा विकास, स्थिरता और प्रगतिशील शासन के साथ खड़े होने का प्रमाण बताया। प्रदेश महामंत्री विपिन गुप्ता ने कहा कि बिहार की जीत से पूरे एनडीए परिवार का मनोबल बढ़ा है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि उत्तर प्रदेश में भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में एनडीए सरकार तीसरी बार प्रचंड बहुमत से सत्ता में वापस आएगी। उन्होंने उत्तर प्रदेश में चल रही विकास योजनाओं, कानून-व्यवस्था और सुशासन की नीतियों को जनता के एनडीए से जुड़ने का कारण बताया। जश्न के दौरान बड़ी संख्या में व्यापारी एकत्र हुए। वातावरण ‘विकास की विजय’ और ‘एनडीए फिर से सरकार’ के नारों से गूंज उठा। कार्यक्रम में टोनी सहगल, सुरेश श्रीवास्तव, सुनील अग्रवाल, प्रियम गुप्ता, अक्षय अग्रवाल, सुप्रीत खन्ना, हिमांशु अग्रवाल, दीपक कत्याल, मोंटू दिवाकर, राहुल भटनागर सहित कई प्रमुख व्यापारी मौजूद रहे। व्यापारियों ने इस जीत को पूरे व्यापारी समुदाय के लिए उत्साहवर्धक बताया। उन्होंने उम्मीद जताई कि इससे आने वाले दिनों में व्यापारिक माहौल और विकास कार्यों को गति मिलेगी। कार्यक्रम का समापन मिठाइयां वितरित कर और एक-दूसरे को बधाई देकर किया गया।
कासगंज में व्यापारियों का प्रदर्शन:स्मार्ट मीटर का विरोध किया, बोले-बिजली बिल ज्यादा आ रहा
उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बनवारी लाल कंछल अपने प्रदेशव्यापी भ्रमण के तहत कासगंज पहुंचे। यहां व्यापारियों ने उनका स्वागत किया। इस दौरान कंछल ने व्यापारियों से संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं और सुझावों को सुना। इसी क्रम में, जिला अध्यक्ष सतीश गुप्ता ने प्रांतीय अध्यक्ष को स्मार्ट मीटरों से संबंधित समस्याओं को लेकर एक ज्ञापन सौंपा। उन्होंने बताया कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद उपभोक्ताओं को पहले से अधिक बिजली बिलों का भुगतान करना पड़ रहा है, जिससे वे परेशान हैं। नगर अध्यक्ष अखिलेश अग्रवाल ने घरेलू और व्यावसायिक बिजली दरों को समान करने की मांग की। उन्होंने तर्क दिया कि जब बिजली एक ही है, तो शुल्क में अंतर अनुचित है। अग्रवाल ने व्यावसायिक उपभोक्ताओं पर लगाए जाने वाले फिक्स चार्ज को भी समाप्त करने की मांग की। जिला उपाध्यक्ष संजय माहेश्वरी ने सुझाव दिया कि सरकार को जीएसटी पंजीकृत व्यापारियों के बकाया भुगतान सुनिश्चित करने चाहिए, ठीक उसी तरह जैसे वह अपना बकाया सख्ती से वसूलती है। उन्होंने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) से जुड़े मामलों के त्वरित समाधान की आवश्यकता पर भी जोर दिया। प्रांतीय अध्यक्ष को ज्ञापन सौंपा इस कार्यक्रम के दौरान होड़ीलपुर के विकास मिश्रा को जिला उपाध्यक्ष पद पर नियुक्त किया गया, जिसका उपस्थित व्यापारियों ने स्वागत किया। इस अवसर पर जय सिंह वर्मा, अनिल अग्रवाल, राकेश गर्ग, रजत बिरला, अंकिश अग्रवाल, असरार सेफी, मनोज अग्रवाल, प्रदीप गुप्ता, गौरव गुप्ता, राहुल भारद्वाज, सतवीर सिंह मनकु, अजय तिवारी, राजवीर सोलंकी, गुंजन अग्रवाल, मिंकी अग्रवाल, किशन शर्मा, संभव जैन सहित कई अन्य व्यापारी उपस्थित थे।
छतरपुर में मेला ग्राउंड में लगने वाली प्रदर्शनी के विरोध में व्यापारियों ने मोर्चा खोल दिया है। जिला व्यापारी संघ के बैनर तले व्यापारियों ने कलेक्टर को एक शिकायती आवेदन सौंपा है, जिसमें प्रदर्शनी को बंद करने की मांग की गई है। व्यापारियों ने मांग पूरी न होने पर धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी है। इस मामले में कोर्ट में 17 नवंबर को सुनवाई होनी है। यह मामला छतरपुर नगर पालिका परिषद द्वारा संजय चौरसिया और परमेश्वरी दयाल चौरसिया (निवासी शेखनपुर, महोबा, उत्तर प्रदेश) को 10 नवंबर 2025 से 10 जनवरी 2026 तक मेला लगाने की अनुमति देने से जुड़ा है। स्थानीय व्यापारियों के विरोध के बाद, नगर पालिका परिषद ने 15 सितंबर 2025 को इस आदेश को निरस्त कर दिया था। इसके बाद संजय चौरसिया ने कोर्ट से स्थगन आदेश प्राप्त कर लिया। इस मामले की सुनवाई 17 नवंबर को होनी है। हालांकि, सुनवाई से पहले ही मेला ग्राउंड में प्रदर्शनी लगाने का काम शुरू कर दिया गया है, जिससे व्यापारियों में रोष है। इससे पहले भी व्यापारी एसडीएम, तहसीलदार, नगर पालिका और कलेक्टर को ज्ञापन दे चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद मेला प्रदर्शनी बंद नहीं कराई जा रही है। व्यापारी बोले- मेला प्रदर्शनी से व्यापार प्रभावितजिला व्यापारी संघ के कार्यवाहक अध्यक्ष महेश कुमार गुप्ता ने बताया कि मेला प्रदर्शनी लगाए जाने से शहर के व्यापारियों की रोजी-रोटी पर बुरा असर पड़ रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि पहले मेला साल में एक बार लगता था, लेकिन अब प्रदर्शनी के नाम पर लगातार मेले लगाए जा रहे हैं, जिससे स्थानीय व्यापार प्रभावित हो रहा है। गुप्ता ने यह भी आरोप लगाया कि इन प्रदर्शनियों में लॉटरी का नकली माल बेचा जाता है और जीएसटी की चोरी की जा रही है। उन्होंने कहा कि नगर पालिका द्वारा मेले को निरस्त करने के बावजूद इसे लगाया जा रहा है। व्यापारियों ने विधायक ललिता यादव से शिकायत करने और यदि मेला बंद नहीं हुआ तो धरना प्रदर्शन करने की बात कही है।
मंदसौर में पीडब्ल्यूडी इंजीनियर के 22 वर्षीय बेटे हर्शुल जैन उर्फ हनी ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर खुद के अपहरण की कहानी रच डाली और परिवार से 50 लाख रुपए की फिरौती मांगने की योजना बनाई। पुलिस ने तकनीकी जांच के बाद 24 घंटे से भी कम समय में सुलझा दिया। शामगढ़ पुलिस के मुताबिक, पीडब्ल्यूडी इंजीनियर कमल जैन का परिवार सर्किट हाउस के पीछे बने सरकारी बंगले में रहता है। इंजीनियर कमल जैन ने गुरुवार को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उनका बेटा हर्शुल सुबह करीब 8 बजे कोटा जाने के लिए निकला था, लेकिन रास्ते में उसका अपहरण हो गया। दोपहर करीब 4 बजे परिवार को हर्शुल के मोबाइल नंबर से कॉल आया, जिसमें अपहरणकर्ताओं ने 50 लाख रुपए की फिरौती की मांग की थी। मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल में विरोधाभास इस सूचना के बाद मंदसौर पुलिस तुरंत सक्रिय हो गई। एसपी विनोद कुमार मीणा के निर्देश पर विशेष टीम गठित की गई और तलाशी अभियान तेज कर दिया गया। कोटा और राजस्थान के कई इलाकों में पुलिस ने लोकेशन के आधार पर जांच शुरू की। शुरू में यह मामला एक गंभीर अपहरण की तरह सामने आ रहा था, लेकिन पुलिस को हर्षिल के मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल में कई विरोधाभास नजर आए। करीबी दोस्त को पकड़ा तो हुआ फर्जी अपहरण का खुलासा जांच के दौरान पुलिस ने हर्शुल के सबसे करीबी दोस्त गणपत सिंह को हिरासत में लिया। कड़ी पूछताछ में गणपत ने वह सच बताया, जिसने केस की दिशा ही बदल दी। उसने खुलासा किया कि हर्शुल गहरे कर्ज में था और आर्थिक दबाव के चलते उसने खुद ही किडनैपिंग का प्लान बनाया। उसके तीन दोस्त गणपत सिंह, जनरल सिंह (बलौदा, बूंदी) और कुलदीप अमरालिया (चौराया, बूंदी) इस साजिश में शामिल थे। कोटा में शुरू करने वाला था कूलर की जाली बनाने की फैक्ट्री गणपत ने बताया कि हर्शुल को उम्मीद थी कि परिवार फिरौती की भारी रकम जुटा लेगा और इससे वह अपना कर्ज चुका सकेगा। पुलिस को यह भी पता चला कि हर्शुल कोटा में इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान चलाता था और कुछ समय पहले वहां कूलर की जाली बनाने की एक फैक्ट्री शुरू करने की तैयारी कर रहा था। इसके अलावा वह स्थानीय स्तर पर एक देशी चाय दुकान का संचालन भी करता था। इन सभी कामों में हुए घाटे और बढ़ते कर्ज ने उसे इस अपराध की ओर धकेल दिया। दो आरोपियों की तलाश में कोटा और बूंदी में पुलिस की दबिश पुलिस ने हर्शुल और गणपत को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है, जबकि दो अन्य आरोपी जनरल सिंह और कुलदीप अमरालिया अभी भी फरार हैं। उनकी तलाश में कोटा, बूंदी और आसपास के क्षेत्रों में पुलिस की टीमें दबिश दे रही हैं। एसपी विनोद कुमार मीणा ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हो गया कि यह पूरा अपहरण हर्शुल ने रचा था। उन्होंने कहा कि पुलिस सभी तकनीकी पहलुओं और पैसों के लेनदेन की जानकारी खंगाल रही है। जल्द ही फरार आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
सिरोही के गोयली चौराहा व्यापार मंडल ने मांगूसिंह देवड़ा और छोगाराम माली का सम्मान किया। मांगूसिंह देवड़ा को अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा का सिरोही जिलाध्यक्ष मनोनीत किया गया है, जबकि छोगाराम माली श्रीआशापुरा माताजी टेकरी ट्रस्ट सिरोही के अध्यक्ष पद पर निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। व्यापारियों ने उन्हें साफा और माला पहनाकर अभिनंदन किया। गोयली चौराहा व्यापार मंडल के अध्यक्ष प्रकाश बी माली ने बताया कि मांगूसिंह देवड़ा व्यापार मंडल के संरक्षक हैं। उनके मार्गदर्शन में 36 कौम को साथ लेकर समाज सेवा के कार्य किए जाते हैं। प्रकाश माली ने यह भी बताया कि छोगाराम माली के नेतृत्व में पिछले 10 वर्षों से आशापुरा माताजी टेकरी पर भव्य गरबा का आयोजन होता है, जिसमें प्रतिदिन हजारों की संख्या में बहन-बेटियां भाग लेती हैं। उनके अध्यक्ष रहते हुए आशापुरा टेकरी पर भव्य मंदिर का निर्माण भी हुआ है। इन्हीं कार्यों के लिए व्यापार मंडल ने उनका सम्मान किया। मांगूसिंह देवड़ा और छोगाराम माली का किया सम्मान, देखें फोटोज... अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के सिरोही जिलाध्यक्ष मांगूसिंह देवड़ा ने व्यापारियों को संबोधित करते हुए कहा कि पद रहे या न रहे, व्यक्ति को सामाजिक और जनहित के कार्य निष्ठा के साथ करते रहना चाहिए। उन्होंने जोर दिया कि किसी भी सामाजिक संस्था का पद हो, न्याय और निष्ठा के लिए सदैव मजबूती से संघर्ष करना चाहिए। उन्होंने कहा कि व्यापारियों द्वारा मिले इस मान-सम्मान ने उनकी जिम्मेदारियों को और बढ़ा दिया है, जिसके लिए वे सदैव तत्पर रहेंगे। श्रीआशापुरा माताजी टेकरी मंदिर के अध्यक्ष छोगाराम माली ने व्यापारी भाइयों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने आश्वासन दिया कि जब भी व्यापारियों को अपने संगठन की बैठक के लिए हॉल या स्थान की आवश्यकता होगी, वे हर संभव मदद के लिए तैयार रहेंगे। इस अवसर पर संरक्षक प्रवीण चौधरी, आदाराम माली, सचिव रतनलाल चौहान, कोषाध्यक्ष हरीश माली, संगठन मंत्री कुलदीप प्रजापत, गोमाराम माली, सिरोही व्यापार महासंघ के पूर्व अध्यक्ष भरत डी छिपा, सिरोही कपड़ा व्यापार मंडल के अध्यक्ष माधोसिंह देवड़ा आंकुना, चंपालाल, हरिभाई चौधरी, खेतपाल सिंह राव, रूपाराम देवासी, वसंत सुथार, गोपाल माली, हिम्मत सुथार, तरुण मारू, हीरा भाई स्वामी नारायण, जगदीश माली, प्रकाश कुमावत, वनेपाल सिंह, ललित सैन, मनोज माली, अनिल उपाध्याय और उम्मेद सिंह सहित बड़ी संख्या में व्यापारी मौजूद रहे।
ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स को अब पैकेज्ड सामानों के लिए 'कंट्री ऑफ ओरिजिन' का फिल्टर अलग से देना होगा। जिससे प्रोडक्ट सर्च कर रहे कस्टमर को उसका ओरिजिन (सामान मूल रूप से किस देश में बना है) का पता आसानी से पता चल सके। डिपार्टमेंट ऑफ कंज्यूमर अफेयर ने इसे मेंडेटरी करने के लिए प्रस्ताव लाया है। अगर ये पास हो गया, तो 2026 से लागू हो सकता है। मंत्रालय ने सोमवार, 10 नवंबर को कहा है कि ये बदलाव 2011 के लीगल मेट्रोलॉजी रूल्स में संशोधन के जरिए होगा। पैकेज्ड सामानों पर कंट्री ऑफ ओरिजिन लिखने की अनिवार्यता पहले से ही है। नया नियम ई-कॉमर्स पर सर्च के लिए फिल्टर लगाने के लिए लाया जा रहा है। इससे डिजिटल मार्केटप्लेस पर ट्रांसपेरेंसी बढ़ेगी और लोकल मैन्युफैक्चरर्स को बराबरी का मौका मिलेगा। उपभोक्ता मंत्रालय के प्रस्ताव की बड़ी बातें मंत्रालय ने ड्राफ्ट लीगल मेट्रोलॉजी (पैकेज्ड कमोडिटीज) (सेकंड) अमेंडमेंट रूल्स, 2025 जारी किया है। इसमें कहा गया है कि हर ई-कॉमर्स एंटिटी जो इम्पोर्टेड प्रोडक्ट्स बेचती है, उसे प्रोडक्ट लिस्टिंग्स में कंट्री ऑफ ओरिजिन का फिल्टर देना होगा। ये फिल्टर सर्चेबल और सॉर्टेबल होंगे, यानी यूजर्स आसानी से फिल्टर लगा कर लोकल या इम्पोर्टेड आइटम्स छांट सकेंगे। क्यों आया ये प्रस्ताव, बैकग्राउंड में क्या है ई-कॉमर्स का बाजार भारत में तेजी से बढ़ रहा है। 2025 तक ये 3 लाख करोड़ रुपए का हो चुका है, लेकिन कंज्यूमर्स अक्सर प्रोडक्ट्स का ओरिजिन न जान पाने की शिकायत करते रहे हैं। मंत्रालय का मानना है कि ट्रांसपेरेंसी न होने से इम्पोर्टेड सामानों को ज्यादा एडवांटेज मिलता है। पिछले सालों में कई कंज्यूमर कंप्लेंट्स आईं, जहां लोग 'मेड इन इंडिया' प्रोडक्ट्स ढूंढने में परेशान हुए। मंत्रालय ने इसे नोटिस किया और डिजिटल मार्केट को रेगुलेट करने के लिए ये स्टेप उठाया। मंत्रालय ने कहा- ट्रांसपेरेंसी और कंप्लायंस पर जोर मंत्रालय ने स्टेटमेंट में कहा, ‘ये फीचर कंज्यूमर्स को विस्तृत लिस्टिंग्स में ओरिजिन लोकेट करने का टाइम बचाएगा। साथ ही, ये अथॉरिटीज को भी मदद करेगा। अब मैन्युअल रिव्यू की बजाय ऑटोमेटेड चेकिंग से नियमों के उल्लंघन पकड़े जा सकेंगे। ये बदलाव नेशनल प्रायोरिटीज से मैच करता है। कंज्यूमर ट्रस्ट बढ़ेगा और डिजिटल इकोसिस्टम ज्यादा कॉम्पिटिटिव बनेगा। एक सीनियर अधिकारी ने बताया, ‘प्रोडक्ट इंफॉर्मेशन वेरिफाई करना आसान हो जाएगा, जिससे कंप्लायंस मॉनिटरिंग तेज होगी।’ लोकल मैन्युफैक्चरर्स को बूस्ट मिलेगा ये प्रपोजल 'आत्मनिर्भर भारत' और 'वोकल फॉर लोकल' को डायरेक्ट सपोर्ट देगा। कंज्यूमर्स को 'मेड इन इंडिया' प्रोडक्ट्स आसानी से मिलेंगे, जिससे डोमेस्टिक गुड्स की विजिबिलिटी बढ़ेगी। एक्सपर्ट्स का मानना है कि इससे छोटे और लोकल ब्रांड्स को 20-30% ज्यादा सेल्स मिल सकती है, क्योंकि फिल्टर से 'मेड इन इंडिया' कैटेगरी टॉप पर आएगी। ई-कॉमर्स इकोसिस्टम ज्यादा कॉम्पिटिटिव बनेगा लॉन्ग टर्म में ये बदलाव ई-कॉमर्स को ज्यादा कंज्यूमर-फ्रेंडली बनाएगा। कंपनियों को टेक्निकल चेंजेस करने पड़ेंगे, जैसे अमेजन, फ्लिपकार्ट जैसी प्लेटफॉर्म्स पर नया फिल्टर ऐड करना। लेकिन ये नेशनल गोल्स से जुड़े होने से सपोर्ट मिलेगा। ------------------------------ ये खबर भी पढ़ें... 1. ई-कॉमर्स कैश ऑन डिलीवरी पर एक्स्ट्रा चार्ज ले रहे: ऑर्डर के फाइनल स्टेज में छिपे शुल्क भी जोड़े जा रहे; सरकार बोली ये गलत, जांच शुरू सरकार ने ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर कैश ऑन डिलीवरी ऑर्डर्स पर एक्स्ट्रा चार्ज लगाए जाने की औपचारिक जांच शुरू कर दी है। उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, ‘ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स द्वारा सीओडी पर अतिरिक्त शुल्क लगाना एक तरह का ‘डार्क पैटर्न’ है। इस साल प्राप्त शिकायतों के बाद विभाग ने जांच तेज कर दी है।’ पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें... 2. 75% ग्राहकों को पहले कीमत कम दिखी, खरीदते वक्त बढ़ी: ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स किन 5 डार्क पैटर्न से ग्राहकों को गुमराह करते हैं इंस्टाग्राम स्क्रॉल कर रही श्रेया को एक ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म का विज्ञापन दिखा। जिसमें एक ड्रेस की कीमत 750 रुपए थी। श्रेया ने फौरन उसे क्लिक किया, लेकिन खरीदते वक्त उसी ड्रेस की कीमत 1400 रुपए हो गई। श्रेया ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के डार्क पैटर्न का इकलौता शिकार नहीं हैं। पूरी खबर पढ़ेने के लिए यहां क्लिक करें...
व्यापार समझौते की शर्त के रूप ट्रंप चाहते हैं भारत रूसी तेल आयात में कमी लाए
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कूटनीतिक परेशानियां बढ़ती जा रही हैं क्योंकि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की 5 और 6 दिसंबर को प्रस्तावित भारत यात्रा के दिन नज़दीक आ रहे हैं
यह महंगाई नहीं, नग्न बाजारवाद का बेशर्म परीक्षण है!
जब आपूर्ति कम होती है तो बाजार में चीजें दिखाई नहीं पड़ती हैं और उनकी कालाबाजारी होती है
'भारत-अमेरिका कृषि व्यापार : अवसर, जोखिम और संतुलन की चुनौती
भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंध लगातार व्यापक होने की संभावनाओं के बीच कृषि क्षेत्र इस साझेदारी का सबसे संवेदनशील और विवादास्पद हिस्सा बना हुआ है
मोदी सरकार व्यापार पैटर्न को संतुलित करे और घरेलू खपत को बढ़ावा दे
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारतीय निर्यात पर 25प्रतिशत टैरिफ लगाने का फैसला किया है जो आज एक अगस्त से लागू हो गया है
काजोल ने किया रियल एस्टेट में निवेश, खरीदी इतने करोड़ की कमर्शियल प्रॉपर्टी
बॉलीवुड एक्ट्रेस काजोल ने इंडस्ट्री में एक अलग मुकाम हासिल किया है। काजोल भले ही फिल्मों में कम नजर आती हो, लेकिन वह सुर्खियों में बनी रहती हैं। काजोल ने अब एक्टिंग के साथ-साथ रियल एस्टेट में भी कदम रख दिया है। काजोल ने मुंबई के गोरेगांव वेस्ट ...
जानिए क्यों पैन इंडिया सुपरस्टार प्रभास पर है 2100 करोड़ रुपए निवेश
पैन इंडिया सुपरस्टार प्रभास अपने करियर के शानदार दौर से गुजर रहे हैं, और निर्विवाद रूप से अखिल भारतीय सुपरस्टार के रूप में अपनी जगह पक्की कर रहे हैं। बाहुबली, सलार, कल्कि 2898 एडी जैसी बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाने वाली फिल्मों के साथ, उन्होंने भारतीय ...
'एक रात के 5 लाख' क्या इस महंगाई की वजह बने हैं विक्की कौशल और कैटरीना कैफ
राजस्थान अपने खूबसूरत किलों और महलों के लिए विश्वभर में जाना जाता है। कला और संस्कृति के इस अनूठे संगम, शाही ठाठ बाठ समेत राजपुताना वास्तुकला का आनंद उठाने दुनिया के कोने-कोने से पर्यटक यहां आते हैं..........
खतरों के खिलाड़ी सीजन 14 के कंटेस्टेंट अभिषेक कुमार जिन्होंने बिग बॉस 17 में अपने कार्यकाल से काफी लोकप्रियता हासिल की, अपने आकर्षक व्यक्तित्व से लोगों के दिलों पर राज कर रहे हैं। विवादित रियलिटी शो में उनकी भागीदारी ने उन्हें स्टार बना दिया और उन्हें रातोंरात सफलता दिलाई। अभिषेक जो वर्तमान में रोहित शेट्टी के शो खतरों के खिलाड़ी 14 में हैं, ने साझा किया कि वह एक प्रोडक्शन हाउस खोलना चाहते हैं। इसे भी पढ़ें: Kartik Aaryan का खुलासा, Pyaar Ka Punchnama की सफलता के बावजूद उनके पास ‘कोई ऑफर नहीं था, कोई पैसा नहीं था ईटाइम्स टीवी के साथ एक इंटरव्यू में, अभिषेक ने खुलासा किया कि वह भविष्य के लिए पैसे बचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनके माता-पिता चाहते हैं कि वह मुंबई में एक घर खरीदें, लेकिन वह एक व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं। अभिषेक ने कहा कि वह एक उद्यमी बनना चाहते हैं और उनके बड़े सपने हैं जिन्हें वह हासिल करना चाहते हैं। अभिषेक कुमार मुंबई में घर नहीं खरीदना चाहते इंटरव्यू में, अभिषेक ने कहा कि उन्होंने पैसे बर्बाद करना बंद कर दिया है। उन्होंने कहा कि वह मुंबई में घर नहीं खरीदना चाहते क्योंकि शहर काफी महंगा है और कहा कि किराए पर रहना एक समझदारी भरा फैसला है। उन्होंने यहां तक कहा कि घर खरीदने में बड़ी रकम लगाने और फिर हर महीने लोन के रूप में बैंक को बड़ी EMI चुकाने का कोई मतलब नहीं है। इसे भी पढ़ें: Karan Johar को कोर्ट से मिली राहत, फिल्म Shaadi Ke Director Karan Aur Johar की रिलीज परह लगी रोक अभिषेक ने कहा कि वह अपना पैसा निवेश करना चाहते हैं और उस पर ब्याज पाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वह रवि दुबे और सरगुन मेहता की तरह एक प्रोडक्शन हाउस स्थापित करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि उनका परिवार चंडीगढ़ में घर खरीदे, लेकिन मुंबई में नहीं क्योंकि वे वहीं रह सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह पैसे बचाना चाहते हैं और कोई दूसरा व्यवसाय शुरू करने में निवेश कर सकते हैं। KKK 14 की बात करें तो शिल्पा शिंदे शो से बाहर हो गईं। एक यूट्यूब चैनल के अनुसार, सनी वरुण ने बात की, गश्मीर, करणवीर, अदिति और अभिषेक ने निष्कासन स्टंट किया।

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