मध्यप्रदेश में विदेशी निवेश को नई गति: जर्मन टेक कंपनियों का दौरा शुरू
मुख्यमंत्री डॉ. यादव के प्रयासों से मध्यप्रदेश में विदेशी निवेश को बढ़ावा मिला है। जर्मन कंपनियाँ AI, IoT और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन जैसे क्षेत्रों में तकनीकी सहयोग के लिए प्रदेश के दौरे पर हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के प्रयासों से राज्य में विदेशी निवेश को मिली एक नई दिशा भोपाल: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के ... Read more
उदयपुर में युवक की हत्या के आरोप में शिक्षक सहित 6 आरोपी अरेस्ट
उदयपुर। राजस्थान में उदयपुर जिले के पाटिया थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक युवक की हत्या के मामले में एक सरकारी शिक्षक सहित छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल ने रविवार को बताया कि गत 12 अगस्त को रात में नवीन भगोरा अपने दोस्त के साथ से घर लौट रहा था […] The post उदयपुर में युवक की हत्या के आरोप में शिक्षक सहित 6 आरोपी अरेस्ट appeared first on Sabguru News .
उपराष्ट्रपति पद के लिए सीपी राधाकृष्णन राजग उम्मीदवार घोषित
नई दिल्ली। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में महाराष्ट्र के राज्यपाल चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन को उम्मीदवार बनाने की घोषणा की है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के एक साधारण कार्यकर्ता से उठकर राजनीति का लम्बा सफर करने वाले 68 वर्षीय राधाकृष्णन को राजग का उम्मीदवार बनाए जाने की घोषणा रविवार शाम […] The post उपराष्ट्रपति पद के लिए सीपी राधाकृष्णन राजग उम्मीदवार घोषित appeared first on Sabguru News .
बंधकों की रिहाई और युद्ध समाप्ति की मांग पर इज़राइल में जबरदस्त विरोध-प्रदर्शन, 30 से अधिक गिरफ्तार
Massive protest in Israel demanding the release of hostages and an end of the war, more than 30 arrested
दिनभर की बड़ी खबरें 17 अगस्त 2025
Big news of the day 17 August 2025, 17 August 2025 Bulletin, Top 10 News headlines on 17 August 2025, स्कूल की सुबह की सभा के लिए हेडलाइन्स 18 अगस्त 2025, 18 अगस्त की स्कूल असेंबली के लिए प्रमुख हेडलाइंस, 17 अगस्त 2025 की मुख्य सुर्खियाँ, Headlines for school morning assembly 18 August 2025, Top headlines for school assembly 18 August, Top headlines for 17 August,Big news of the day of 17 August 2025 Bulletin in Hindi,Top 10 News headlines on 17 August 2025,
दिया कुमारी ने की भीलवाड़ा में विभिन्न कार्यों की समीक्षा
भीलवाड़ा। राजस्थान की उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी रविवार को भीलवाड़ा जिले के गुलाबपुरा उपखंड कार्यालय में आयोजित समीक्षा बैठक में सार्वजनिक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी), पर्यटन विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यों की गहनता से समीक्षा की। बैठक में उन्होंने विभागीय अधिकारियों से चल रहे कार्यों की जानकारी ली और सरकार की जनकल्याणकारी […] The post दिया कुमारी ने की भीलवाड़ा में विभिन्न कार्यों की समीक्षा appeared first on Sabguru News .
इंडिया गठबंधन की चेतावनी, बिहार में सफल नहीं होने देंगे वोट चोरी का षड्यंत्र
सासाराम। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष तथा लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा शुरू होने होने से पहले यहां आयोजित विशाल रैली में जुटे इंडिया गठबंधन के नेताओं ने कहा है कि भाजपा पूरे देश में वोट चोरी करवा रही है और अब मतदाता पुनरीक्षण के नाम पर बिहार में भी […] The post इंडिया गठबंधन की चेतावनी, बिहार में सफल नहीं होने देंगे वोट चोरी का षड्यंत्र appeared first on Sabguru News .
संविधान के झंडाबरदार ही देते रहे बाबा साहब की भावनाओं को दगा : मोदी
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस का नाम लिए बिना उस पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए रविवार को कहा कि संविधान के झंडाबरदार बनने वाले कुछ लोगों ने किस तरह से संविधान को कुचला है उसे सुनकर लोग सन्न रह जायेंगे जबकि उनकी सरकार पिछली सरकारों की गलतियों को सुधारने में लगी […] The post संविधान के झंडाबरदार ही देते रहे बाबा साहब की भावनाओं को दगा : मोदी appeared first on Sabguru News .
जौनपुर में अश्लील डांस कराने के आरोप में प्रभारी निरीक्षक निलंबित
जौनपुर। उत्तर प्रदेश में जौनपुर के पुलिस अधीक्षक डॉ कौस्तुभने शनिवार की रात श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर बदलापुर थाना परिसर में अश्लील डांस कराने के आरोप में वहां के प्रभारी निरीक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण आतिश कुमार सिंह ने बताया कि श्री कृष्ण जन्माष्टमी के […] The post जौनपुर में अश्लील डांस कराने के आरोप में प्रभारी निरीक्षक निलंबित appeared first on Sabguru News .
रायपुर में नाबालिग ने जन्मा बच्चा, 61 वर्षीय बुजुर्ग आरोपी अरेस्ट
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी के पुरानी बस्ती इलाके में 15 वर्षीय नाबालिग के गर्भ से बच्चे के जन्म के बाद दुष्कर्म का राज सामने आया। यह गंभीर मामला सामने आने के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। पुलिस ने बताया कि आरोप 61 वर्षीय सेवानिवृत्त बुजुर्ग पर है जिसने मासूम के साथ दुष्कर्म किया। […] The post रायपुर में नाबालिग ने जन्मा बच्चा, 61 वर्षीय बुजुर्ग आरोपी अरेस्ट appeared first on Sabguru News .
अपना घर मुक बधिर के 18 बच्चों को कराया भोजन
अजमेर। भारत विकास परिषद महाराणा प्रताप शाखा की ओर से महेंद्र डोसी की माता की पुण्य स्मृति में अपना घर मुक बधिर एवं दृष्टिहीन विद्यालय कोटडा में रविवार को 81 बच्चों को भोजन करवाया गया। इसी तरह 18 अगस्त को शाम 5 बजे केके अग्रवाल और नीतू अग्रवाल की ओर से परिषद के बेनर तले […] The post अपना घर मुक बधिर के 18 बच्चों को कराया भोजन appeared first on Sabguru News .
ब्रह्माकुमारीज़ रक्तदान का बनाएगी गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड
23 अगस्त को जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में रक्त दान शिविर देशभर में छह हजार सेवाकेंद्रों पर लगाए जाएंगे रक्तदान शिविर अजमेर। ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान की पूर्व मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी प्रकाशमणि की 18वीं पुण्यतिथि (25 अगस्त 2025) को विश्व बंधुत्व दिवस के उपलक्ष्य में भारत सहित नेपाल में रक्तदान महाअभियान चलाकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड […] The post ब्रह्माकुमारीज़ रक्तदान का बनाएगी गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड appeared first on Sabguru News .
राहुल गांधी के आरोपों पर मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने पलटवार किया। कहा — “7 दिन में हलफनामा दें या देश से माफी मांगें।”...
बिहार से राहुल गांधी और INDIA गठबंधन की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ की शुरुआत, वोट चोरी के खिलाफ सीधी जंग
खरगे, राहुल गांधी और INDIA गठबंधन नेताओं ने बिहार से ‘वोटर अधिकार यात्रा’ शुरू की। BJP और चुनाव आयोग पर वोट चोरी के गंभीर आरोप...
ब्लैक कट-आउट ड्रेस में पूनम पांडे का सुपर बोल्ड अंदाज, सिजलिंग तस्वीरों से इंटरनेट पर मचाया तहलका
एक्ट्रेस और मॉडल पूनम पांडे अपने हॉट एंड बोल्ड अंदाज के लिए छाई रहती हैं। पूनम पांडे की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर आते ही वायरल हो जाती है। इस बार पूनम पांडे ने ब्लैक कट-आउट ड्रेस में अपनी कुछ सुपर सिजलिंग तस्वीरें शेयर की है। इस डीपनेक ड्रेस में पूनम पांडे का बोल्ड लुक देख फैंस मदहोश हो गए हैं। पूनम में ग्लॉसी मेकअप और खुले कर्ली बालों के साथ अपना लुक कम्प्लीट किया है। इसके साथ उन्होंने लेयर्ड गोल्ड ज्वेलरी, स्लीक ब्रेसलेट और अंगूठियां कैरी की है। तस्वीरों में पूनम एक से बढ़कर एक अंदाज में पोज देती नजर आ रही हैं। वह अपना कर्वी फिगर फ्लॉन्ट करती दिख रही हैं। तस्वीरों में पूनम का अंदाज देखने लायक है। 34 साल की पूनम पांडे की सोशल मीडिया पर जबरदस्त फैन फॉलोइंग है। इंस्टाग्राम पर उनके 3.9 मिलियन फॉलोअर्स है।
एशिया कप में अर्शदीप और प्रसिद्ध के अलावा कौन संभालेगा तेज गेंदबाजी की कमान?
एशिया कप 2025 में अब ज्यादा दिन नहीं बचे हैं और इसके लिए भारतीय टीम का ऐलान भी जल्द ही होने वाला है। एशिया कप का यह संस्करण टी20 फॉर्मेट में होने जा रहा है क्योंकि अगले साल टी20 विश्व कप भी प्रस्तावित है। ऐसे में कई तरह के सवाल सभी के जेहन में चल रहे हैं कि भारतीय दल में कौन-कौन होगा?लिहाजा इसी कड़ी में आज हम तेज गेंदबाजों की बात करने जा रहे हैं और जानने की कोशिश करेंगे कि मौजूदा फ़ॉर्म, टीम संयोजन और आंकड़ों के हिसाब से किसका खेलना तय है तो किसे मिल सकता है वापसी का मौका। अर्शदीप सिंह (करीब-करीब तय ) अर्शदीप सिंह ने जबसे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया है, वह भारत के सर्वश्रेष्ठ टी20 गेंदबाज़ बनकर उभरे हैं। 63 टी20 मैचों में उनके नाम 18.30 की बेहतरीन औसत से 99 विकेट हैं और एशिया कप के दौरान वह अपने विकेटों का शतक पूरा करना चाहेंगे। इस साल के आईपीएल में भी उन्होंने 17 मैचों में 21 विकेट झटके और अपनी टीम पंजाब किंग्स को फाइनल तक ले गए। पिछले साल के टी20 विश्व कप के आठ मैचों में सर्वाधिक 17 विकेट लेकर उन्होंने भारत की खिताबी जीत में अहम भूमिका निभाई थी और अगले साल के विश्व कप में भी वह अपनी इस भूमिका को बरकरार रखना चाहेंगे। इंग्लैंड दौरे पर टेस्ट डेब्यू ना कर पाने वाले इस एकमात्र तेज गेंदबाज का एशिया कप में चयन लगभग तय है। अब देखना होगा कि उनका जोड़ीदार कौन होगा? प्रसिद्ध कृष्णा यूं तो भारतीय चयनकर्ताओं ने अब तक प्रसिद्ध कृष्णा को सीमित ओवर क्रिकेट से ज़्यादा टेस्ट क्रिकेट में तरजीह दी है, लेकिन आईपीएल 2025 में 15 पारियों में सर्वाधिक 25 विकेट लेकर उन्होंने दिखाया है कि मौका मिलने पर वह क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट में भी कमाल कर सकते हैं। प्रसिद्ध ने अब तक सिर्फ पांच टी20 मैच खेले हैं, जिसमें उनके नाम 15 की बेहतरीन स्ट्राइक रेट से आठ विकेट दर्ज हैं। हालांकि उनकी इकॉनमी 11 की रही है, जिसमें वह जरूर से सुधार करना चाहेंगे। इस साल के आईपीएल में उन्होंने अपनी इकॉनमी को 8.25 के क़रीब लाया था, जो दिखाता है कि वह बेहतर हो रहे हैं। हर्षित राणा जनवरी में भारत की पिछली टी20 सीरीज का हिस्सा रहे हर्षित राणा ने आईपीएल 2025 में 15 विकेट लिए थे। वह नई गेंद के साथ-साथ बीच के और अंतिम ओवरों में भी गेंदबाजी कर सकते हैं और जरूरत पड़ने पर निचले क्रम में अपना बल्ला भी चला सकते हैं। मुख्य कोच गौतम गंभीर की वह खास पसंद हैं और इस साल की शुरूआत में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ जब उन्होंने पुणे में डेब्यू किया था, तब उन्होंने तीन विकेट भी झटके थे। अर्शदीप और प्रसिद्ध के साथ हर्षित की भी जगह करीब-करीब पक्की मानी जा रही है। मोहम्मद शमी आप इसे मोहम्मद शमी की वापसी भी कह सकते हैं, लेकिन हकीकत यह है कि शमी, भारत की पिछली टी20 सीरीज का हिस्सा थे, जो घर में ही इग्लैंड के खिलाफ जनवरी में खेला गया था। 2023 वनडे विश्व कप की चोट के बाद वास्तव में यह उनकी वापसी थी और उन्होंने पांच मैचों की सीरीज में दो मैच खेलते हुए तीन विकेट लिए थे। इसमें भी तीन विकेट उन्होंने एक ही पारी में लिए थे। अगर शमी का चयन एशिया कप के लिए होता है, तो इससे यह भी पता लग जाएगा कि वह भारतीय टीम प्रबंधन की विश्व कप योजनाओं का हिस्सा हैं या नहीं। मोहम्मद सिराज एशिया कप में भारत को शायद ही दो से अधिक विशुद्ध तेज गेंदबाज़ों की जरूरत अपने एकादश में पड़े। इसलिए यह भी संभव है कि मोहम्मद सिराज को इसके लिए आराम दिया जाए। वह इंग्लैंड दौरे पर सभी पांच टेस्ट मैच खेलने वाले एकमात्र तेज गेंदबाज थे और उन्होंने सीरीज में कुल 185.3 ओवर गेंदबाजी की। हालांकि सिराज कभी भी आराम के पक्ष में नहीं रहे हैं। जब उन्हें इस साल चैंपियंस ट्रॉफी की टीम में जगह नहीं मिली थी, तब उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए अपनी निराशा जताई थी। उन्होंने भारत के लिए अपना पिछला सीमित ओवर अंतर्राष्ट्रीय मैच (टी20 और वनडे दोनों) पिछले साल जुलाई-अगस्त में श्रीलंका दौरे पर खेला था और सफल इंग्लैंड दौरे के बाद वह निश्चित रूप से अपनी वापसी चाहेंगे। जसप्रीत बुमराह यूं तो वर्कलोड मैनेजमेंट के चलते बहुत संभव है कि सिराज के साथ-साथ जसप्रीत बुमराह को भी आराम दिया जाए, लेकिन चूंकि यह एक मल्टी नेशन सीरीज़ है और बुमराह निश्चित रूप से अगले साल होने वाले टी20 विश्व कप योजनाओं का हिस्सा भी हैं, तो हो सकता है कि बुमराह भी 16 या 15-सदस्यीय दल का हिस्सा हों। उन्होंने अपना पिछला वनडे, 2023 में वनडे विश्व कप फाइनल के समय और पिछला टी20, 2024 में टी20 विश्व कप फाइनल के समय खेला था।
लगभग 1,000 गुजराती भी डॉक्टर बनने के लिए बांग्लादेश पहुँचते हैं
भारतीय छात्रों में विदेश पढ़ाई का ट्रेंड बदल रहा है। बांग्लादेश में मेडिकल शिक्षा की डिमांड बढ़ी, कज़ाकिस्तान नई पसंद, जबकि कनाडा-यूके में गिरावट..
रजनीकांत की कुली का बॉक्स ऑफिस पर तहलका, पहले वीकेंड किया इतना कलेक्शन
साउथ सुपरस्टार रजनीकांत की फिल्म 'कुली : द पावरहाउस' बॉक्स ऑफिस पर हर दिन तहलका मचा रही है। सन पिक्चर्स की फिल्म 'कुली' का निर्देशन लोकेश कनगराज ने किया है। यह फिल्म 14 अगस्त को सिनेमाघरों में रिलीज हुई है। रजनीकांत के अभिनय से सजी इस फिल्म को सिनेप्रेमी बेहद पसंद कर रहे है। रजनीकांत अपने अनोखे अंदाज़ और स्वैग के साथ पर्दे पर छा जाते हैं, वहीं नागार्जुन, अपने गंभीर ख़तरनाक अंदाज़ के साथ नजर आते हैं। फिल्म में आमिर खान का भी कैमियो है। ट्रेड वेबसाइट सैकनिल्क की रिपोर्ट के अनुसार, फिल्म 'कुली' ने पहले दिन भारतीय बाजार में 65 करोड़ रुपए की शानदार कमाई की। वहीं, दूसरे दिन फिल्म ने 54.75 करोड़ रुपए की कमाई की। वहीं, अब तीसरे दिन कलेक्शन भी सामने आ गया है। ALSO READ: कुली: द पावर हाउस रिव्यू– रजनीकांत का जलवा बरकरार, लेकिन कहानी में लगा ब्रेक सैकनिल्क की अर्ली रिपोर्ट के अनुसार फिल्म कुली ने तीसरे दिन 38.6 करोड़ रुपए का कारोबार किया है। इस तरह फिल्म कुली भारतीय बाजार में अपने पहले वीकेंड के दौरान तीन दिनों में 158 करोड़ रुपए से अधिक की कमाई कर चुकी है। उम्मीद की जा रही कि 'कुली' जल्द ही 200 करोड़ के क्लब में शामिल हो जाएगी। फिल्म कुली, देवा नाम के एक पूर्व स्वर्ण तस्कर की कहानी है, जो पुरानी सुनहरी घड़ियों में छिपी चोरी की गई तकनीक से अपने पुराने गिरोह को पुनर्जीवित करके अपनी पुरानी पहचान वापस पाना चाहता है। फिल्म का निर्माण कलानिधि मारन ने सन पिक्चर्स के बैनर तले किया है। इस फिल्म में रजनीकांत, नागार्जुन और आमिर खान के अलावा सत्यराज, उपेंद्र, श्रुति हासन की अहम भूमिका है।
पाकिस्तान की एशिया कप टीम में बाबर और रिजवान को नहीं मिली जगह
पाकिस्तान ने अनुभवी खिलाड़ियों बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान को एशिया कप के लिए टी-20 टीम में शामिल नहीं किया है।पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चयनकर्ताओं ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में होने वाली त्रिकोणीय श्रृंखला और एशिया कप के लिए सलमान आगा की अगुवाई वाली 17 सदस्यीय टीम की घोषणा कर दी है। इन दोनों सीरीज के लिए बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान को टीम में जगह नहीं मिली है। बाबर ने आखिरी बार पाकिस्तान के लिए अंतरराष्ट्रीय टी-20 में दिसंबर 2024 में प्रतिनिधित्व किया था। पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) 2025 में उन्होंने पेशावर जलमी के लिए सात मैच खेले थे जिसमें नाबाद 56, नाबाद 53 और 94 का स्कोर शामिल है। हाल ही में वह वेस्टइंडीज में हुई एकदिवसीय सीरीज टीम का भी हिस्सा थे। इस सीरीज में उन्होंने 47, शून्य और नौ रन बनाए थे। इसी के साथ रिजवान भी पाकिस्तान की टी-20 टीम से बाहर चल रहे है। उन्हें भी वेस्टइंडीज और बंगलादेश के खिलाफ हुई टी-20 सीरीज से बाहर रखा गया था। हालांकि रिजवान अभी भी वेस्टइंडीज के साथ हुई एकदिवसीय सीरीज में टीम के कप्तान थे। जहां उन्होंने पहले मैच में 53 रन बनाए थे लेकिन उसके बाद 16 और शून्य का स्कोर किया था। यूएई त्रिकोणीय सीरीज और एशिया कप के लिए पाकिस्तान की 17 सदस्यीय टीम इस प्रकार है:- सलमान आगा (कप्तान), अबरार अहमद, फहीम अशरफ, फखर जमान, हारिस रऊफ, हसन अली, हसन नवाज, हुसैन तलत, खुशदिल शाह, मोहम्मद हारिस (विकेटकीपर), मोहम्मद नवाज, मोहम्मद वसीम, साहिबजादा फरहान, सैम अयूब, सलमान मिर्जा, शाहीन अफरीदी और सूफियान मूकीम।
मध्य प्रदेश सरकार ने जन्माष्टमी पर मंदिर सजावट के लिए की पुरस्कारों की घोषणा
1.51 लाख रुपये तक के पुरस्कार, रायसेन में 136 करोड़ के विकास कार्यों का हुआ लोकार्पण भोपाल: मध्य प्रदेश सरकार ने जन्माष्टमी के अवसर पर राज्यभर के मंदिरों की सजावट और श्रृंगार के लिए विशेष पुरस्कार योजना की घोषणा की है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन के प्रसिद्ध सांदीपनि आश्रम में दर्शन-पूजन के बाद ... Read more
Bundelkhand News टीकमगढ़ में दर्दनाक हादसा, तालाब में डूबने से तीन बच्चों की मौत
सागर: टीकमगढ़ जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर पलेरा थाना क्षेत्र के जवाहरपुरा गांव में शनिवार दोपहर तालाब में डूब जाने से एक ही परिवार के तीन बच्चों की मौत हो गई। थाना प्रभारी निरीक्षक मनोज सोनी ने बताया कि मृतकों की पहचान यश (8), संस्कार (10) और नेन्स (11) के रूप में हुई ... Read more
कभी बी ग्रेड फिल्मों में काम करती थीं दिशा वकानी, तारक मेहता शो से हर महीने करती थीं इतनी कमाई
तारक मेहता का उल्टा चश्मा में दयाबेन का किरदार आज भी लोगों के जेहन में ताजा है। इस रोल को बहुत ही उम्दा तरीके से तारिका दिशा वकानी अभिनीत किया करती थीं। जब से वे शो से गईं, लौटी ही नहीं। दर्शकों को आज भी इंतजार है कि दिशा की शो में वापसी हो सकती है और शो की रौनक और बढ़ सकती है। दिशा को आज याद करने का जो कारण है, उसकी खास वजह है। दिशा का 17 अगस्त को जन्मदिन है। दिशा वकानी ने गुजराती थिएटर में स्टेज आर्टिस्ट के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद वह इंडस्ट्री में जगह बनाने के लिए संघर्ष करने लगीं। करियर के शुरुआती दौर में दिशा वकानी को बी ग्रेड फिल्मों में भी काम करना पड़ा। इसके बाद दिशा ने टीवी की दुनिया का रुख किया और कई सीरियल्स में काम किया। 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' में दयाबेन का किरदार निभाकर दिशा छोटे परदे की बड़ी एक्ट्रेस बन गईं। 'तारक मेहता' शो में दिशा वकानी की फीस बहुत तगड़ी थी। बताया जाता है कि वे हर एपिसोड में एक्टिंग करने के बदले में एक लाख पचास हजार रुपए लिया करती थीं। इस तरह से महीने में वे लगभग बीस लाख रुपए की कमाई कर लेती थीं। दिशा वकानी शो में तीसरी ऐसी एक्ट्रेस थीं, जिन्हें सबसे ज्यादा पैसा मिलता था। पहले नंबर पर दिलीप जोशी और दूसरे पर शैलेश लोढ़ा थे। दिशा वकानी 2017 से शो से गायब हैं।
बतौर निर्देशक आर्यन खान करने जा रहे बॉलीवुड में एंट्री, शो 'बैड्स ऑफ बॉलीवुड' की पहली झलक आई सामने
बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान की बेटी सुहाना फिल्म 'द आर्चीज' से एक्टिंग की दुनिया में कदम रख चुकी हैं। वहीं अब शाहरुख के बेटे आर्यन खान भी बॉलीवुड में एंट्री करने के लिए तैयार है। हालांकि आर्यन अपने पिता की तरह बतौर एक्टर नहीं बल्कि निर्देशक के तौर पर बॉलीवुड डेब्यू करेंगे। आर्यन खान अपना डेब्यू से कर रहे हैं। उनके निर्देशन में बने शो 'बैड्स ऑफ बॉलीवुड' की पहली झलक भी सामने आ गई है। आर्यन की यह सीरीज नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम होने वाली है। शो का वीडियो नेटफ्लिक्स ने ही अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया है। View this post on Instagram A post shared by Netflix India (@netflix_in) 1 मिनट 26 सेकेंड के वीडियो में सबसे पहले आर्यन खान की झलक दिखती है। वो अपने शो के बारे में बताते हैं। इसके बाद लक्ष्य लालवानी और आन्या सिंह नजर आते हैं। दोनों की लव स्टोरी दिखाई जाती है। वीडियो में किसी बॉलीवुड फिल्म की तरह एक्शन और ड्रामा नजर आ रहा है। वीडियो में आर्यन खान कहते हैं, अब तक आपने बॉलीवुड को बहुत सारा प्यार और वॉर दिया है। मेरे शो में भी आपको बहुत सारा प्यार और थोड़ा सा वॉर देखने को मिलेगा, क्योंकि ये कहानी है बॉलीवुड की। पिक्चर तो कई साल से बाकी है, लेकिन शो अब शुरू होगा। नेटफ्लिक्स इंडिया की ओरिजनल सीरीज ‘बैड्स ऑफ बॉलीवुड’ की झलक शेयर करते हुए लिखा गया है, 'ज्यादा हो गया? आदत डाल लो। द बैड्स ऑफ बॉलीवुड प्रीव्यू 20 अगस्त को आ रहा है।' आर्यन खान ने ‘बैड्स ऑफ बॉलीवुड’ को न सिर्फ डायरेक्ट किया है बल्कि लिखा भी है। इस सीरीज में शाहरुख खान भी कैमियो करने वाले हैं। इस सीरीज को रेड चिलीज़ एंटरटेनमेंट के बैनर तले गौरी खान द्वारा निर्मित किया गया है।
शाहरुख खान को फैन ने दी रिटायरमेंट लेने की सलाह, किंग खान ने दिया मजेदार जवाब
बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान की दुनियाभर में जबरदस्त फैन फॉलोइंग हैं। फैंस उनकी फिल्मों का बेसब्री से इंतजार करते हैं। एक्टिंग के अलावा शाहरुख अपनी हाजिर जवाबी के लिए भी जाने जाते हैं। वह अक्सर फैंस के साथ एक्स पर जुड़ते हैं और उनके सवालों का मजेदार अंदाज में जवाब देते हैं। हाल ही में शाहरुख खान ने एक्स पर आस्क मी एनीथिंग सेशन रखा। इस दौरान उन्होंने फैंस के अटपटे सवालों के जवाब दिए। इस दौरान एक यूजर ने किंग खान को रियाटर होने की भी सलाह दे दी। Bhai Tere sawaalon ka bachpana jab chala jaaye…Phir kuch acchha saa puchna! Tab tak temporary retirement mein reh please. https://t.co/56hKhyC6zo — Shah Rukh Khan (@iamsrk) August 16, 2025 Dumbells and Action can break my bones…but words can never hurt me!! I am too busy listening to the music in my heart man. https://t.co/JzinW4lfw1 — Shah Rukh Khan (@iamsrk) August 16, 2025 यूजर ने लिखा, 'भाई अब उम्र हो गई है रिटायरमेंट ले लो। दूसरे लोगों को आगे आने दो।' इस पर शाहरुख ने जवाब दिया, 'भाई तेरे सवालों का बचपना जब चला जाए फिर कुछ अच्छा सा पूछना। तक तक टेम्पररी रिटायरमेंट में रह प्लीज।' Black coffee with dark fantasy cookies…. https://t.co/cfJ4e8Sddz — Shah Rukh Khan (@iamsrk) August 16, 2025 Nowadays…just physio…a bit of reading….and rehearsing lines for King….and sleeping a lot https://t.co/MkC97MuCF5 — Shah Rukh Khan (@iamsrk) August 16, 2025 एक अन्य यूजर ने पूछा, पहला नेशनल अवॉर्ड जीतने के बाद आपको कैसा लग रहा है। इस पर उन्होंने कहा, 'वाह!!!!! मैं देश के राजा जैसा महसूस कर रहा हूं!!! इतना सम्मान और इतनी ज़िम्मेदारी कि आगे बढ़ने और कड़ी मेहनत करने की कोशिश करना मुश्किल हो गया है।' As long as it says tomorrow is a good day…u will come into lots of money….and my Mars tastes like chocolate! https://t.co/Us1AlSC8cF — Shah Rukh Khan (@iamsrk) August 16, 2025 एक अन्य यूजर ने उनकी अपकमिंग मूवी को लेकर पूछा, आपकी अगली फिल्म कब आ रही है। इस पर शाहरुख बोले, 'अच्छी शूटिंग की... जल्द ही फिर से शुरू करेंगे। पहले सिर्फ पैरों के शॉट्स फिर ऊपर की बॉडी के... इंशाअल्लाह जल्दी पूरा होगा। सिद्धार्थ आनंद काफी मेहनत कर रहे हैं, इसे खत्म करने में।' वर्क फ्रंट की बात करें तो शाहरुख खान जल्द ही फिल्म 'किंग' में नजर आने वाले हैं। इस फिल्म में वह अपनी बेटी सुहाना खान के साथ दिखेंगे। हालांकि शाहरुख को चोट लगने की वजह से फिल्म की शूटिंग फिलहाल रूकी हुई है।
अफगानिस्तान: क्या 4 साल बाद भी अलग-थलग पड़ा हुआ है तालिबान?
अगस्त 2021 में अमेरिका ने अफगानिस्तान से अपनी सेना वापस बुला ली थी। सेना के हटने के तुरंत बाद, काबुल की तत्कालीन सरकार गिर गई और सत्ता में तालिबान की वापसी हो गई। चार साल बाद, अफगानिस्तान की सत्ता पर तालिबान की पकड़ बहुत मजबूत लग रही है। वास्तव में, ...
मेष राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ रां राहवे नम:।' Today 17 August horoscope in Hindi 2025 : घर में अतिथियों का आगमन होगा। व्यय होगा। दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। नौकरी में संतोष रहेगा। निवेश शुभ रहेगा। आत्म विश्वास में वृद्धि होगी। विरोध होगा। विवाद से क्लेश होगा, इससे बचें। पुराना रोग उभर सकता है। परिवार की चिंता रहेगी। जल्दबाजी न करें। वृषभ राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ बुं बुधाय नम:।' शत्रु सक्रिय रहेंगे। शारीरिक कष्ट संभव है। दूसरों के कार्य में हस्तक्षेप न करें। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। निवेश मनोनुकूल लाभ देगा। परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता प्राप्त होगी। भाग्य का साथ मिलेगा। प्रसन्नता रहेगी। मिथुन राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ सों सोमाय नम:।' अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। बात बढ़ सकती है। परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। तनाव रहेगा। पुराना रोग उभर सकता है। लेन-देन में सावधानी रखें। किसी भी व्यक्ति की बातों में न आएं। महत्वपूर्ण निर्णय सोच-समझकर करें, लाभ होगा। कर्क राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ रां राहवे नम:।' धनहानि संभव है, सावधानी रखें। किसी व्यक्ति के व्यवहार से स्वाभिमान को ठेस पहुंच सकती है। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। विवाद से बचें। शत्रु शांत रहेंगे। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा लाभदायक रहेगी। व्यापार मनोनुकूल चलेगा। नौकरी में चैन रहेगा। सिंह राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ शं शनैश्चराय नम:।' कष्ट, तनाव व चिंता का वातावरण बन सकता है। शत्रु पस्त होंगे। धन प्राप्ति सुगम तरीके से होगी। नई योजना बनेगी। तत्काल लाभ नहीं होगा। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। सामाजिक कार्य करने में रुझान रहेगा। मान-सम्मान मिलेगा। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड इत्यादि से मनोनुकूल लाभ होगा। ALSO READ: सूर्य का सिंह राशि में गोचर, जानिए 12 राशियों का राशिफल कन्या राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ शं शनैश्चराय नम:।' आज परिवारसंग पूजा-पाठ में मन लगेगा। किसी साधु-संत का आशीवार्द मिल सकता है। कोर्ट व कचहरी के कार्य मनोनुकूल रहेंगे। व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेंगे। नौकरी में प्रभाव वृद्धि होगी। मातहतों का सहयोग प्राप्त होगा। लंबित कार्य पूर्ण होंगे। घर-बाहर समय ठीक रहेगा। प्रमाद न करें। तुला राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ चं चन्द्रमसे नम :।' पुराना रोग उभर सकता है। दूर से दु:खद समाचार मिल सकता है। व्यर्थ भागदौड़ रहेगी। किसी व्यक्ति के व्यवहार से अप्रसन्नता रहेगी। अपेक्षित कार्य विलंब से होंगे। प्रयास अधिक करना पड़ेंगे। किसी व्यक्ति विशेष की नाराजी झेलना पड़ेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। ALSO READ: सूर्य सिंह संक्रांति कब है, क्या है इसका महत्व, कर लें 5 अचूक उपाय वृश्चिक राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ बृं बृहस्पतये नम:।' कानूनी अड़चन दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। थकान व कमजोरी रह सकती है। जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। निवेश में जल्दबाजी न करें। नौकरी में शांति रहेगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। मित्रों का सहयोग रहेगा। कार्य समय पर पूर्ण होंगे। धनु राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ बुं बुधाय नम:।' जल्दबाजी न करें। कोई समस्या खड़ी हो सकती है। शरीर शिथिल हो सकता है। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। भूमि व भवन इत्यादि की खरीद-फरोख्त की योजना बनेगी। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। आय में वृद्धि होगी। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेगे। प्रमाद न करें। मकर राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ ह्रीं सूर्याय नम:।' यात्रा मनोरंजक रहेगी। स्वादिष्ट भोजन का आनंद प्राप्त होगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता प्राप्त करेगा। कारोबार में वृद्धि के योग हैं। व्यस्तता के चलते स्वास्थ्य प्रभावित होगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। मित्रों का सहयोग समय पर प्राप्त होगा। रुके कार्यों में गति आएगी। प्रसन्नता रहेगी। जोखिम न उठाएं। कुंभ राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ सों सोमाय नम:।' जल्दबाजी से चोट लग सकती है। दूर से शोक समाचार मिल सकता है। वाणी पर नियंत्रण रखें। किसी अपने ही व्यक्ति से कहासुनी हो सकती है। थकान व कमजोरी रह सकती है। स्वास्थ्य पर खर्च होगा। चिंता तथा तनाव रहेंगे। नौकरी में कार्यभार रहेगा। भागदौड़ रहेगी। आय होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। मीन राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ अं अंगारकाय नम:।' व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। बेचैनी रहेगी। प्रयास सफल रहेंगे। धनलाभ के अवसर हाथ आएंगे। सामाजिक कार्य करने में रुचि रहेगी। मान-सम्मान मिलेगा। निवेश शुभ रहेगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। कार्यसिद्धि होगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। ALSO READ: कब से होंगे गणेश उत्सव प्रारंभ, क्या है गणपति स्थापना और पूजा का शुभ मुहूर्त, मंगल प्रवेश
मेरा नाम सुखदेव सिंह है। मैं एम्बुलेंस ड्राइवर हूं और पंजाब के नंगल का रहने वाला हूं। लोग कई बार एम्बुलेंस का हूटर बजाने पर भी रास्ता नहीं देते, जबकि उस हूटर के पीछे एक जिंदगी मौत से जूझ रही होती है। उस हालत में परिजन चिल्लाकर मेरे ऊपर प्रेशर बनाते हैं तो दिमाग में धुंध छा जाती है, सांस अटक जाती है। आम ड्राइवर रास्ते में कुछ खा-पी भी लेते हैं। हंसी-मजाक कर लेते हैं, लेकिन हम एम्बुलेंस ड्राइवर बस भागते रहते हैं। कई बार तो पेशाब रोककर रखना पड़ता है। डेडबॉडी छोड़कर वापस लौटते वक्त अक्सर हम अकेले होते हैं। उस वक्त शव को याद कर डर जाता हूं। सालों से बच्चों को कहीं घुमाने नहीं ले जा सका हूं। घर के किसी कार्यक्रम में शरीक नहीं हो पाता। पत्नी और बच्चे इस काम को छोड़ने को कहते हैं, लेकिन नहीं छोड़ पाता। दरअसल, एम्बुलेंस ड्राइवर की जिंदगी 24 घंटे काम पर होती है। फोन पर दिन-रात बस डेडबॉडी और मरीज की बातें होती हैं। अब खुशी, खुशी नहीं लगती, पत्थर जैसे हो गए हैं हम। डेडबॉडी और मरीज ही रोजगार हो गए हैं। दरअसल, अरसा पहले मेरा परिवार चंडीगढ़ आ गया था। यहां आने पर मेरे पापा ने कई काम शुरू किए, लेकिन किसी में सफल नहीं हुए। उन्होंने पहले ट्रक, फिर ऑटो खरीदा, लेकिन सभी काम में नाकाम रहे। अब आखिर में मैंने एम्बुलेंस खरीदी है। इसे कमाई के लिए नहीं ली, बल्कि एक बेबसी को लेकर खरीदी थी। करीब 12 साल पहले जिंदगी में एक हादसा हुआ, जिसकी वजह से यह फैसला लिया। चंडीगढ़ से लगभग 10 किमी दूर पंजाब के खुड्डा लाहौरा गांव का मेरा एक दोस्त जीतू है। उसके भाई का रोड एक्सीडेंट हो गया था। वह चंडीगढ़ पीजीआई में लगभग एक महीने एडमिट रहा। डिस्चार्ज होने के बाद उसे वापस घर ले जाना था, लेकिन कोई एम्बुलेंस नहीं मिल रही थी। एम्बुलेंस ड्राइवरों का कहना था कि हम इतना नजदीक हम नहीं जाते, घाटा होता है। उस वक्त पीजीआई से खुड्डा लाहौरा जाने के लिए 300 रुपए लगते थे, लेकिन हमें उन्हें 1000 रुपए दे रहे थे, तब भी वे जाने को तैयार नहीं थे। उस दिन बड़ी मुश्किल से हमने मोहाली से 1100 रुपए में एम्बुलेंस मंगवाई थी। तब लगा था आखिर ये कैसे लोग हैं कि ज्यादा पैसे देने पर भी जाने को तैयार नहीं हैं। क्यों न मैं ही एम्बुलेंस खरीद लूं। इस पर विचार करते-करते लगभग दो साल बीत गए। उसके बाद फिर एक हादसा हुआ। जीतू के बड़े भाई रामबाबू को हार्ट अटैक आ गया। वह तड़प रहे थे। उस समय भी कई एम्बुलेंस वालों को फोन किया, लेकिन कोई आने को तैयार नहीं था। बड़ी मुश्किल से एक ड्राइवर लेकर आया। रामबाबू को ले जाते वक्त रास्ते में भारी ट्रैफिक था। हम उन्हें समय पर अस्पताल नहीं पहुंचा पाए, रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। मौत के तीन दिन के बाद जब हम उनकी अस्थियां हरिद्वार लेकर गए तब भी हमारे पास कोई गाड़ी नहीं थी, उसी दिन सोच लिया था कि अब चाहे जो हो जाए एम्बुलेंस लेकर रहूंगा। उसके बाद मैंने एम्बुलेंस खरीदी और तब से इसे चला रहा हूं। लोग अक्सर रास्ता नहीं देते। कई बार मरीज पूरी तरह ऑक्सीजन पर होते हैं। कई बार घंटों ट्रैफिक में फंसने से ऑक्सीजन खत्म हो जाती है और मरीज की एम्बुलेंस में ही मौत हो जाती है। उस दौरान मुझे लगता है कि एम्बुलेंस में जिंदगी-मौत से जूझ रहा मरीज मेरी एक सेकेंड की देर जिंदगी की जंग हार जाएगा और मैं खुद को माफ नहीं कर पाऊंगा। एक बार नंगल से एक मरीज चंडीगढ़ पीजीआई के ट्रॉमा सेंटर आया था। उसे बहुत खून बह रहा था। वहां कोई बेड खाली नहीं था, इसलिए उसे एडमिट नहीं किया जा रहा था। उस दिन मैं वहां किसी काम से गया था। उसके परिजन मेरे पास आए और हाथ जोड़ते हुए उसे किसी प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराने को कहा। मैंने तुरंत उसे अपनी एम्बुलेंस में डाला और लेकर निकल पड़ा। किसी तरह उसे मोहाली के एक प्राइवेट अस्पताल भर्ती कराया। रास्ते में एम्बुलेंस का गद्दा पूरी तरह खून में सन गया। बाद में उसे फेंकना पड़ा। फिलहाल, वह बच गया। अभी चार दिन पहले उसके परिवार का फोन आया था कि वह अब ठीक हो रहा है। वे लोग बार-बार मेरा धन्यवाद कर रहे थे। मैंने वाहेगुरु का शुक्रिया अदा किया कि आखिर वह मेरी वजह से बच गया। उस दौरान मैंने परिजनों से उसे ले जाने के लिए 1500 रुपए मांगे थे, लेकिन उनके पास एक हजार रुपए ही थे, बाकी 500 रुपए बाद में देने को कहा था, तब भी मैंने उन्हें मना नहीं किया। एक दूसरा मामला है, जो मुझे कभी नहीं भूलता। पंजाब के लांडरां में एक रोड एक्सीडेंट हुआ था। सड़क पर एक सरदार जी बेसुध पड़े थे। उनकी पगड़ी निकलकर दूर पड़ी थी। उन्हें देखते ही पहचान लिया कि यह तो जसबीर सिंह हैं। तुंरत उन्हें एम्बुलेंस में डाला और मोहाली के सरकारी अस्पताल के लिए निकल पड़ा। रास्ते में उनका सिर लुढ़क गया। मेरी तो सांस ही अटक गई कि अगर वह जिंदा नहीं बचे, तो उनका परिवार मुझे छोड़ेगा नहीं। अस्पताल पहुंचा तो डॉक्टरों ने मुझे अंदर बुलाया और कहा कि देखो इनका गला कट चुका है। दरअसल, लुढ़कने से एम्बुलेंस में लगा लोहे का एंगल उनके गले में घुस गया था। फिलहाल, डॉक्टरों ने ऑपरेशन शुरू किया और फिर मैंने उनके बेटे को फोन करके बुलाया। समय पर इलाज मिलने से उनकी जान बच गई। आज भी उनका परिवार मुझे फोन करके एहसान जताता है। मुझे बहुत सुकून मिलता है। हाल ही में बिहार से एक महिला चंडीगढ़ आई हुईं थीं, जिनके जवान बेटे और बहू दोनों की मौत हो गई थी। तीन महीने का उनका पोता गोद में था। उन्होंने कहा- मुझे दूध का एक डिब्बा और ट्रेन का टिकट दिला दें तो घर पहुंच जाऊंगी। हमने उनके लिए पैसे जुटाकर ट्रेन का टिकट खरीदा और बच्चे के लिए दूध का डिब्बा और कुछ सामान दिया, फिर वह वापस अपने घर गईं। एक बार पीजीआई के डॉक्टरों ने एक लड़की को जवाब दे दिया कि अब वह नहीं बचेगी। परिवार की जिद पर मैं उसे लुधियाना के डीएमसी अस्पताल लेकर जा रहा था। मेरी एम्बुलेंस डीएमसी के गेट पर ही पहुंची थी कि उसकी मौत हो गई। परिवार मुझ पर गुस्सा हो रहा था कि मैंने एम्बुलेंस धीमी चलाई, जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई। इस तरह के बहुत सारे केस झेलने पड़ते हैं। एक बार एक महिला को एम्बुलेंस में लेकर जा रहा था। उसके दो छोटे बच्चे- एक पांच दिन का और एक दो साल का था। महिला अपनी बूढ़ी मां के पैरों पर सिर रखकर रो रही थी। कह रही थी कि अगर वह नहीं बची तो उसके बच्चे का क्या होगा और उसकी बूढ़ी मां लगातार उसे हौसला दे रही थीं। उसे किसी तरह अस्पताल छोड़कर आया। अभी कल ही उसके एक परिजन का फोन आया कि महिला की मौत हो गई है, उसके शव को बरनाला ले जाना है। उनके फोन रखने के बाद मैं रोने लगा। मुझे उस महिला के छोटे बच्चे का चेहरा बार-बार याद आ रहा था कि वह तो अभी पांच दिन का ही है, आखिर उसका क्या होगा! अब तो इस तरह के कुछ चेहरे हैं, जो हमेशा साथ चलने लगे हैं। इस वक्त मेरे पास चार एम्बुलेंस हैं। मेरा एक ड्राइवर बॉडी लेकर गुजरात, एक जम्मू और एक बिहार गया हुआ है। हम मुंबई, असम, छत्तीसगढ़ तक बॉडी लेकर जाते हैं। नॉन स्टॉप जाना, फिर डेडबॉडी को पहुंचाकर तुरंत वापस आना होता है। उस दौरान न नींद, न खाना, न आराम कुछ नहीं मिलता। ठीक से नींद और आराम न करने से कई बार एक्सीडेंट भी हुआ, क्योंकि ड्राइवरों को सुबह तीन से पांच बजे के बीच अक्सर नींद आ जाती है। इस तरह हमारे कई एम्बुलेंस ड्राइवरों की मौत हो चुकी है। हाल ही में बाप-बेटा दोनों की मौत हुई है। ऐसे में लगता है डेडबॉडी लेकर जा रहे हैं, कहीं खुद कफन में वापस न लौटें। (सुखदेव सिंह ने अपने ये जज्बात भास्कर रिपोर्टर मनीषा भल्ला से साझा किए हैं।) --------------------------------------------------- 1- संडे जज्बात-'हमारे अंधेपन का मजाक उड़ाने पर हमने रास्ते बदले':लोग बहाने से हाथ छूते हैं, ससुर की बेइज्जती से तंग आकर घर छोड़ा मेरा नाम समता है। मैं 75 फीसदी विजुअली इम्पेयर्ड यानी दृष्टिबाधित हूं। मेरी बहन सुमन भी ठीक से देख नहीं पाती और पापा तो 100 फीसदी दृष्टिबाधित हैं। लोग कुछ भी लेते-देते समय हाथ छूते हैं। मेरी अंधेपन का फायदा उठाकर ऑटो वाले कई बार मुझे गलत रास्ते से लेकर गए। शादी होने के बाद ससुराल में बहुत जलालत झेली। मेहमान घर पर आते, तो मैं डर जाती थी क्योंकि मेरे ससुर उन्हीं के सामने बेइज्जती करना शुरू कर देते थे। कहते थे- देखो मैंने कितना बड़ा उपकार किया है, ब्लाइंड बहू लाया हूं। आखिरकार तंग आकर मैंने घर ही छोड़ दिया। दरअसल, मेरे परिवार में सभी लोग दृष्टिबाधित हैं। बस मां हैं, जिन्हें दिखाई देता है, लेकिन उनका एक पैर पूरी तरह पोलियोग्रस्त है। पूरी खबर यहां पढ़ें 2- संडे जज्बात-बेटे की मौत पर भगवान की मूर्तियां हटा दी:शेखर सुमन बोले-आज की कॉमेडी में फूहड़ता, बेहूदगी चल रही, बहुत गुस्सा आता है एक छोटा सा परिचय है मेरा, नाम है शेखर सुमन और मैं एक अभिनेता हूं। मैंने कॉमेडी अच्छे मकसद से की, लेकिन आज की कॉमेडी दिशाहीन है। उसमें छिछोरापन है। चार्ली चैपलिन ने द ग्रेट डिक्टेटर में कॉमेडी की थी, जिसके पीछे एक अच्छा मकसद और संदेश था। सोशल मीडिया पर कोई रोक-टोक नहीं है, जिसका जो मन कर रहा है, वो परोस रहा है। लोग वहां गालियां देते हैं। टीवी डिबेट्स में एंकर कूदते-उछलते हैं। लोगों के साथ बदतमीजी से पेश आते हैं। यह सब देखकर बहुत हैरानी होती है। आखिर समाज किधर जा रहा है? पूरी खबर यहां पढ़ें
‘उस दिन शनिवार था, तारीख 8 मार्च। मेरे पति राघवेंद्र ने बच्चों के साथ खाना खाया। फिर आराम करने चले गए। कुछ देर बाद बोले कि कपड़े ला दो, सीतापुर जाना है। फिर तैयार होकर चले गए। दोपहर करीब 3 बजे उनके दोस्त का फोन आया कि राघवेंद्र का हाईवे पर एक्सीडेंट हो गया है। उन्हें अस्पताल ले जा रहे हैं। मैं अस्पताल पहुंची। देखा कि राघवेंद्र स्ट्रेचर पर हैं। उन्हें तीन गोलियां लगी थीं।’ राघवेंद्र वाजपेयी की पत्नी रश्मि पति की मौत के बारे में बताते हुए जितना दुखी हैं, उतना ही गुस्से में भी हैं। राघवेंद्र की हत्या को 5 महीने 9 दिन बीत गए, लेकिन पुलिस अब भी कह रही है कि हत्या की साजिश किसने रची, इसकी जांच चल रही है। इस बीच दो बदमाशों का एनकाउंटर भी हुआ, जिन्हें राघवेंद्र की हत्या करने वाला शूटर बताया गया। पुलिस ने एक थ्योरी और दी कि राघवेंद्र ने एक मंदिर के पुजारी को सेवादार से संबंध बनाते देख लिया था। वे उससे 20 लाख रुपए मांग रहे थे। इस वजह से पुजारी ने सुपारी देकर उनकी हत्या करा दी। पुलिस ने पुजारी समेत तीन लोगों को अरेस्ट किया है। हालांकि पुलिस की थ्योरी पर राघवेंद्र के परिवार को यकीन नहीं है। घर के बाहर पुलिस तैनात, बच्चों की पढ़ाई छूटीयूपी के सीतापुर जिले से 25 किलोमीटर दूर महोली कस्बा है। यहां के विकासनगर मोहल्ले में पत्रकार राघवेंद्र वाजपेयी रहते थे। राघवेंद्र की हत्या के बाद घरवालों की सुरक्षा के लिए घर के बाहर 4-5 पुलिसवाले तैनात रहते हैं। हम यहां पहुंचे तो पुलिसवालों ने कुछ देर पूछताछ की, फिर अंदर जाने दिया। राघवेंद्र के दो बच्चे हैं। 4 साल का छोटा बेटा घर के बाहर खेल रहा था। अंदर सोफे पर राघवेंद्र की मां किरण और पत्नी रश्मि बैठी थीं। राघवेंद्र की मौत के बाद से परिवार डरा हुआ है। रश्मि बताती हैं कि अब हम बच्चों को स्कूल भी नहीं भेज रहे हैं। ‘घोटालों पर खबर लिखते थे, उन्हें अक्सर धमकी मिलती थी’रश्मि बताती हैं, ‘राघवेंद्र एक अखबार में काम करते थे। 2 साल से तहसील ऑफिस में जमीन की धांधली और धान खरीद में हो रहे घोटाले पर खबरें लिख रहे थे। ज्यादातर खबरें तहसील ऑफिस के अधिकारियों के खिलाफ रहती थीं। उनकी खबरों के बाद लेखपाल और तहसीलदारों के ट्रांसफर भी हुए थे। इसी बात से अधिकारी नाराज थे। राघवेंद्र को कई बार जान से मारने की धमकियां मिल चुकी थीं।’ रश्मि को शक हैं कि इन्हीं अफसरों ने भूमाफिया के साथ मिलकर राघवेंद्र के मर्डर की सुपारी दी है। वे कहती हैं, ‘सीतापुर के SP चक्रेश मिश्रा ने कहा था कि हमें इंसाफ मिलेगा, लेकिन पुलिस अब तक असली अपराधियों तक नहीं पहुंच पाई है। सिर्फ एनकाउंटर करके वाहवाही लूट रही है।’ मां बोलीं- तीन बेटे थे, तीनों छोड़कर चले गएराघवेंद्र के दो बड़े भाइयों का पहले ही निधन हो चुका है। परिवार की जिम्मेदारी राघवेंद्र के पास ही थी। उनकी मां किरण वाजपेयी कहती हैं, ‘राघवेंद्र ही हमारे बुढ़ापे का सहारा था। मैंने अस्पताल में उसे आखिरी बार देखा था। उसे तीन गोलियां लगी थीं। दो सीने और कंधे पर, तीसरी कमर पर। एक गोली उनके कपड़े में फंसी थी।’ ‘राघवेंद्र बच्चों की पढ़ाई का, हम सबका बहुत ख्याल रखता था। उसे मार डाला। CM योगी से हाथ जोड़कर गुजारिश है कि मेरे बेटे के कातिलों को सजा दिलवाएं।’ राघवेंद्र के मर्डर के 33 दिन बाद 3 गिरफ्तारी, 2 शूटर्स का एनकाउंटर पुलिस के मुताबिक महोली में बाइक से आए बदमाशों ने हेमपुर ओवरब्रिज पर राघवेंद्र को गोलियां मारी थीं। शुरुआत में घटना को एक्सीडेंट बताया गया। पोस्टमॉर्टम से मर्डर की बात पता चली। मुद्दा विधानसभा में उठा, तो पुलिस पर दबाव बढ़ा। इसके बाद सीतापुर के SP रहे चक्रेश मिश्रा ने 5 टीमें बनाईं। CCTV खंगालने शुरू किए गए। राघवेंद्र की कॉल डिटेल्स चेक की गईं। 33 दिन तक पुलिस ने राघवेंद्र के परिवार सहित 20 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की। 10 अप्रैल, 2025 को तीन आरोपी बाबा शिवानंद उर्फ विकास राठौड़, निर्मल सिंह और असलम गाजी को गिरफ्तार कर लिया गया। इन गिरफ्तारियों के बाद पुलिस ने दावा किया कि बाबा शिवानंद के मंदिर के एक सेवादार से संबंध थे। इसका पता राघवेंद्र को चल गया था। वे बाबा को ब्लैकमेल कर रहे थे। खबर न छापने के लिए पैसों की डिमांड कर रहे थे। इससे परेशान होकर बाबा शिवानंद ने असलम और निर्मल की मदद से शूटर्स को सुपारी दी और राघवेंद्र की हत्या करवा दी। राघवेंद्र की हत्या के 153 दिन बाद 7 अगस्त को पुलिस ने शूटर राजू तिवारी उर्फ रिजवान खान और संजय तिवारी उर्फ अकील खान को एनकाउंटर में मार गिराया। दावा किया कि ये दोनों राघवेंद्र के मर्डर में शामिल हो सकते हैं। दोनों पर सीतापुर में 40 केस दर्ज हैं। पुलिस ने बताया कि राजू और संजय बाइक से हरदोई के पिहानी की तरफ जा रहे थे। हमने घेराबंदी की, तो उन्होंने कार्बाइन और पिस्टल से पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में दोनों बदमाश मारे गए। दोनों सगे भाई थे। उनके पास मिले बैग से एक डायरी और डॉक्यूमेंट मिले हैं, जिनकी जांच हो रही है। हालांकि राघवेंद्र के परिवार का आरोप है कि पुलिस लेखपाल और तहसील के अफसरों को बचाने के लिए एनकाउंटर और ब्लैकमेलिंग की झूठी थ्योरी बना रही है। मंदिर के महंत बोले- शिवानंद ने गलती की है, तो उसे फांसी पर चढ़ा दोआखिर में हम कारेदेव मंदिर भी गए, जिसे राघवेंद्र की हत्या से जोड़ा जा रहा है। ये महोली कस्बे का प्रसिद्ध देवस्थल है। राघवेंद्र के घर से ये मंदिर 4 किमी दूर है। राघवेंद्र अक्सर यहां पूजा करने आते रहते थे। इसी दौरान उनकी पहचान बाबा शिवानंद से हो गई। गिरफ्तारी के बाद बाबा शिवानंद ने पुलिस को बताया कि राघवेंद्र ने दिसंबर-जनवरी में मुझे एक सेवक के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया। उसने हमारी फोटो ले ली थी। इस बात को दबाने के लिए वह 20 लाख रुपए मांग रहा था। मैंने कुछ पैसे देकर मामला खत्म करने के लिए कहा, लेकिन राघवेंद्र नहीं माना। बदनामी के डर से मैंने असलम और निर्मल के जरिए शूटर्स को 4 लाख देकर उसे मरवा दिया। इस मामले पर हमने कारेदेव मंदिर के महंत रमाकांत से बात की। वे कहते हैं, ‘राघवेंद्र जब भी मंदिर आते थे, शिवाकांत से जरूर मिलते थे। शिवानंद ने 4 साल पहले मंदिर में अनुष्ठान करवाया था। इसके बाद से वह यहीं रहता था। मंदिर में रुद्राभिषेक, कथा और शनि-राहू दोष मुक्ति के लिए लोग शिवानंद से मिलते थे। मंदिर में ही उसका कमरा था। अनुष्ठान के समय वह 17-18 साल के सेवकों के साथ रहता था। शिवानंद पर लगे आरोपों पर महंत रमाकांत कहते हैं, ‘इस बारे में हम नहीं जानते, लेकिन ये बात सच है कि शिवानंद सेवकों के साथ ही कमरे में रहता था। अगर उसने मंदिर परिसर में ऐसी गंदी हरकत की है, तो उसे तुरंत फांसी पर चढ़ा देना चाहिए। अगर हमें पता होता, तो उसे मंदिर में घुसने नहीं देते।’ पत्रकार बोले- राघवेंद्र की ईमानदारी उसकी मौत की वजह बनीराघवेंद्र की हत्या के विरोध में सीतापुर के पत्रकारों ने महोली में प्रदर्शन किया। सीतापुर के सीनियर जर्नलिस्ट जीशान कदीर कहते हैं, ‘राघवेंद्र बहुत बेबाकी से खबर लिखते थे। उन्होंने सीतापुर में जमीन खरीद में हुए बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा किया था। इसमें सरकारी कर्मचारी, भूमाफिया के साथ मिलकर विवादित जमीनों की खरीद और उनका अवैध बैनामा कर रहे थे।’ ‘राघवेंद्र पत्रकार के साथ-साथ RTI एक्टिविस्ट भी थे। उन्होंने सीतापुर में धान खरीद में धांधली और घोटालों की बिना डरे रिपोर्टिंग की थी।’ सीतापुर SP का दावा- जिनका एनकाउंटर हुआ, उन्होंने ही राघवेंद्र को माराराघवेंद्र हत्याकांड के वक्त सीतापुर के SP रहे चक्रेश मिश्रा ने शुरुआती जांच के बाद खुलासा किया था कि आरोपी बाबा शिवानंद ने शूटर्स के जरिए हत्या करवाई थी। वहीं जिले के नए SP अंकुर अग्रवाल का कहना है कि मर्डर के लिए शूटरों को पैसा किसने दिया, हत्याकांड की साजिश किसने रची, इसकी जांच चल रही है। अंकुर अग्रवाल कहते हैं, ‘अब तक की जांच में पता चला है कि राघवेंद्र पर गोलियां चलाने वाले शूटर ही 7 अगस्त को एनकाउंटर में मारे गए। हमारे पास उनका CCTV फुटेज और टेक्निकल एविडेंस हैं। इससे पता चलता है कि शूटर उस दिन घटना वाली जगह मौजूद थे और हत्या करके भाग गए थे।’ पॉलिटिकल पार्टियां क्या कह रहीं... राघवेंद्र की हत्या सीतापुर-दिल्ली हाईवे पर की गई। यहां लगातार वाहन गुजरते हैं। हाईवे पर दिनदहाड़े हत्या होने से विपक्ष लॉ एंड ऑर्डर पर सवाल खड़े कर रहा है। समाजवादी पार्टी: पत्रकार सुरक्षित नहीं, सरकार खामोश समाजवादी पार्टी के मुखिया और यूपी के पूर्व CM अखिलेश यादव ने राघवेंद्र के परिवार को एक करोड़ रुपए मुआवजा देने की मांग की है। उन्होंने कहा, ‘इस सरकार में इतना भ्रष्टाचार है कि गंभीर मामलों को उजागर करने वाले पत्रकारों को धमकियां मिल रही है। उनकी हत्या तक हो जाती है। सीतापुर में पत्रकार की हत्या पर सरकार खामोश है। अगर पत्रकार सुरक्षित नहीं है, तो आम जनता की क्या स्थिति होगी।’ कांग्रेस: जनता की आवाज उठाने वाले यूपी में सुरक्षित नहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा, ‘यूपी में डर का माहौल है। कोई भी सुरक्षित नहीं है। राघवेंद्र लगातार धान खरीद में हो रही गड़बड़ियों पर खबरें लिख रहे थे। इसी वजह से उनकी हत्या करवाई गई। ये दिखाता है कि प्रदेश में अपराधी बेलगाम हो चुके हैं।’ सरकार का जवाब: राघवेंद्र के हत्यारे बख्शे नहीं जाएंगे यूपी के डिप्टी CM ब्रजेश पाठक ने कहा, ‘सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है। हत्याकांड में शामिल अपराधी बख्शे नहीं जाएंगे। सबकी गिरफ्तारी होने पर फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाया जाएगा, ताकि पीड़ित परिवार को जल्द न्याय मिल सके।’ .................................. यूपी से ये ग्राउंड रिपोर्ट भी पढ़िए...मुलायम के ड्रीम प्रोजेक्ट इटावा सफारी के लिए न बजट, न डॉक्टर, 11 साल में 34 शेर मरे इटावा सफारी पार्क में 2014 से लेकर 2025 तक 34 शेरों की मौत हो चुकी है। बीते एक साल में ही 5 शावकों की जन्म लेते ही मौत हो गई। यूपी के पूर्व CM अखिलेश यादव का दावा है कि मुलायम सिंह यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट रही जिस सफारी को 2014 में शुरू किया गया, आज सरकार उसकी अनदेखी कर रही है। सफारी के लिए न तो बजट जारी हुआ, न ही ट्रेंड डॉक्टर रखे गए हैं। पढ़िए पूरी खबर...
गोविंदा आला रे.. की गूंज के साथ पूरा देश हुआ कृष्णमय
नई दिल्ली। भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव पर ‘कृष्ण जन्माष्टमी’ का पर्व शनिवार को मथुरा और वृंदावन के साथ साथ पूरे देश में पूरी श्रद्धा और भक्तिभाव के साथ मनाया गया। रात ठीक 12 बजे मंदिरों से श्रीकृष्ण के जयकारे गूंज उठे। भगवान श्रीकृष्ण के बालरूप को पालना झुलाने की होड लगी रही। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु […] The post गोविंदा आला रे.. की गूंज के साथ पूरा देश हुआ कृष्णमय appeared first on Sabguru News .
बेंगलूरु में आग लगने से एक ही परिवार के 4 सदस्यों सहित 5 लोगों की मौत
बेंगलूरु। हलासुरू गेट पुलिस क्षेत्र के अंतर्गत नगरतापेटे स्थित एक चार मंजिला व्यावसायिक इमारत में शनिवार तड़के लगी भीषण आग में एक ही परिवार के चार सदस्यों समेत पांच लोगों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान मदन कुमार (36), उनकी पत्नी संगीता (33), उनके बच्चे मितेश (8) और विहान (5) और दूसरी मंजिल पर […] The post बेंगलूरु में आग लगने से एक ही परिवार के 4 सदस्यों सहित 5 लोगों की मौत appeared first on Sabguru News .
जयपुर प्रांत घोष दिवस : संगीत की गूंज के साथ निकला घोष वादक स्वयंसेवकों का पथसंचलन
जयपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ऋषि गालव भाग की ओर से जयपुर प्रांत घोष दिवस के अवसर पर नाद गोविंदम् कार्यक्रम आयोजित किया गया। तोपखाना संघ स्थान से, पांच बत्ती, एम आई रोड, अजमेरी गेट, न्यू गेट होते हुए रामनिवास बाग स्थित अल्बर्ट हॉल तक घोष पथ संचलन निकाला। घोष वाद्य यंत्रों की स्वरलहरियों के […] The post जयपुर प्रांत घोष दिवस : संगीत की गूंज के साथ निकला घोष वादक स्वयंसेवकों का पथसंचलन appeared first on Sabguru News .
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर को रामगंजमंडी की बहनों ने बांधी राखी
कोटा। राजस्थान के शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर को कोटा जिले में रामगंजमंडी की बहनों ने हर वर्ष आयोजित होने वाले लाडली बहन रक्षा सूत्र समारोह में राखी बांधी। दिलावर द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित किए जाने वाले लाडली बहन रक्षा सूत्र समारोह के क्रम में शनिवार को रामगंजमंडी नगर के अग्रसेन अतिथि गृह बाजार […] The post शिक्षा मंत्री मदन दिलावर को रामगंजमंडी की बहनों ने बांधी राखी appeared first on Sabguru News .
भजनलाल ने गोविन्द देव मंदिर में दर्शन कर की प्रदेश में खुशहाली की प्रार्थना
जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शनिवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर जयपुर के आराध्य देव श्री गोविन्द देवजी मंदिर में दर्शन कर प्रदेश की सुख-समृद्धि एवं आमजन की खुशहाली की प्रार्थना की। शर्मा ने मंदिर में सपत्नीक पूजा-अर्चना कर यह प्रार्थना की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत में कहा कि […] The post भजनलाल ने गोविन्द देव मंदिर में दर्शन कर की प्रदेश में खुशहाली की प्रार्थना appeared first on Sabguru News .
प्रयागराज में दोस्त की पत्नी से ब्याह रचाने के लिए कबूल किया इस्लाम
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में धर्मांतरण का एक दिलचस्प मामला सामने आया है जिसमें एक शख्स अपने मुस्लिम दोस्त की पत्नी से ब्याह रचाने के लिए इस्लाम कबूल कर लिया। पुलिस ने शनिवार को बताया कि कैंट इलाके में राजापुर का निवासी राहुल कुशवाहा अपने दोस्त के जेल जाने के बाद उसकी पत्नी राबिया […] The post प्रयागराज में दोस्त की पत्नी से ब्याह रचाने के लिए कबूल किया इस्लाम appeared first on Sabguru News .
औरैया में 65 वर्षीय मामा ने 17 वर्षीय भांजी को बनाया हवस का शिकार, अरेस्ट
औरैया। उत्तर प्रदेश में औरैया जिले के कुदरकोट क्षेत्र में रिश्तों को शर्मशार करने वाला एक मामला सामने आया है। जहां एक 17 वर्षीय नाबालिग के साथ उसके सगे मामा ने दुष्कर्म किया। पीड़िता मैनपुरी जिले के ओंछा थाना क्षेत्र की रहने वाली है। पुलिस सूत्रों ने शनिवार को बताया कि घटना 15 अगस्त की […] The post औरैया में 65 वर्षीय मामा ने 17 वर्षीय भांजी को बनाया हवस का शिकार, अरेस्ट appeared first on Sabguru News .
शायद मुझे भारत के खिलाफ 25 प्रतिशत और आयात शुल्क लगाने की जरूरत ही न पड़े : ट्रंप
वॉशिंगटन। अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिए हैं कि संभवतः अमेरिका को 27 अगस्त से भारतीय वस्तुओं पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त आयात शुल्क लगाने की जरूरत ही न पड़े। अमरीका ने भारत में उच्च आयात शुल्क का हवाला देते हुए अगस्त की शुरुआत में जवाबी कार्रवाई के रूप में भारतीय उत्पादों पर 25 […] The post शायद मुझे भारत के खिलाफ 25 प्रतिशत और आयात शुल्क लगाने की जरूरत ही न पड़े : ट्रंप appeared first on Sabguru News .
मध्यप्रदेश के शिवपुरी में वैन-ट्रक भिडंत में 4 गुजराती कलाकारों की मौत, 12 घायल
भोपाल। मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में शनिवार सुबह वैन और ट्रक की टक्कर में गुजरात के एक स्टेज गायक समेत चार कलाकारों की मौत हो गई जबकि एक दर्जन अन्य घायल हो गए। पुलिस ने कहा कि मंच कलाकारों का एक समूह उत्तर प्रदेश के काशी विश्वनाथ में शिव कथा कार्यक्रम के बाद गुजरात […] The post मध्यप्रदेश के शिवपुरी में वैन-ट्रक भिडंत में 4 गुजराती कलाकारों की मौत, 12 घायल appeared first on Sabguru News .
किशनगढ़ के संजना हत्याकांड मामले में पति की प्रेमिका भी अरेस्ट
किशनगढ़/अजमेर। राजस्थान में अजमेर जिले के किशनगढ़ थाना क्षेत्र में पत्नी की हत्या करने के आरोपी पति रोहित सैनी की प्रेमिका को भी पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दीपक शर्मा ने बताया की संजू उर्फ संजना सैनी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार उसके पति रोहित सैनी ने पूछताछ के […] The post किशनगढ़ के संजना हत्याकांड मामले में पति की प्रेमिका भी अरेस्ट appeared first on Sabguru News .
The Fascist Connection: The Rashtriya Swayamsevak Sangh and the hundred-year-old roots of hatred against minorities
स्वतंत्रता दिवस : भारतीय किसान संघ के प्रदेश कार्यालय पर झण्डारोहण
जयपुर। भारतीय किसान संघ के प्रदेश कार्यालय पर स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ध्वजारोहण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि वायु सेना से सेवानिवृत्त डाल सिंह रहे। उन्होंने कहा कि देश की सेना पहले और अब के समय में काफी परिवर्तनशील हो चुकी है। आज सरकार ने सेना को खुली छूट […] The post स्वतंत्रता दिवस : भारतीय किसान संघ के प्रदेश कार्यालय पर झण्डारोहण appeared first on Sabguru News .
कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने श्रद्धालुओं संग मनाया भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव
जयपुर। भगवान श्रीकृष्ण के प्राकट्योत्सव के पावन अवसर पर वैशाली नगर स्थित चित्रकूट स्टेडियम में आयोजित गोकुलम 2025 जन्माष्टमी उत्सव एवं सप्तम दही हांडी व बाल गोपाल प्रतियोगिता में कैबिनेट मंत्री एवं झोटवाड़ा विधायक कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने सहभागिता की। कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने समस्त श्रद्धालुओं के साथ भगवान श्रीकृष्ण दही हांडी उत्सव में प्रतिभागियों […] The post कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने श्रद्धालुओं संग मनाया भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव appeared first on Sabguru News .
डॉग को सड़कों से हटाकर शेल्टर हाउस में भेजेने के सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का देशभर में विरोध हो रहा है। सेलिब्रेटी से लेकर आम लोगों तक डॉग के पक्ष में विरोध कर रहे हैं और सुप्रीम कोर्ट से अपना आदेश वापस लेने की मांग कर रहे हैं। ALSO READ: न्याय के दरबारों से जारी ये फरमान जानवरों को इंसानों द्वारा दिए जा रहे सबसे बड़े धोखे हैं इंदौर में यह प्रोटेस्ट बिल्कुल अलग अंदाज में किया गया। यहां हाथों में तख्तियां और जबान पर डॉग को बचाने की गुहार के साथ हजारों लोग सड़कों पर उतरे। उन्होंने नारा दिया कि जो बेजुबानों को बचाएगा, हमारा वोट पाएगा। उन्होंने साफ साफ कहा कि जो भी सरकार बेजुबान जीवों को बचाने में हमारी मदद करेगी, उसे हमारा वोट मिलेगा। ALSO READ: इंदौर में सफाई के साइड इफेक्ट, शहर के ढाई लाख कुत्तों पर भोजन का संकट, भूख के मारे 1 हजार लोगों को काट रहे रोज बता दें कि दिल्ली में लगातार डॉग लवर्स प्रदर्शन कर कोर्ट से अपील कर रहे हैं कि स्ट्रीट डॉग्स को शेल्टर हाउस न भेजा जाए। इसी तर्ज पर इंदौर में 15 अगस्त को पलासिया स्क्वैयर पर शहर के डॉग लवर्स ने प्रदर्शन किया। इसमें हजारों डॉग लवर्स, आम नागरिक और एनिमल एक्टिविस्ट शामिल हुए। ALSO READ: 7 महीने में 24 हजार लोगों को काटा, अब भी 30 हजार से ज्यादा कुत्तों की नहीं हुई नसबंदी, कहां सो रहा निगम प्रशासन वैक्सिनेशन में विफल रहे प्रशासन : डॉग के अधिकारों के लिए लडने वाले और एनिमल लवर मल्खान सिंह ने वेबदुनिया को बताया कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश से कुत्तों की समस्या हल नहीं होगी, कोर्ट को अन्य विकल्पों पर विचार करना चाहिए। उन्होंने बताया कि डॉग सोसायटी का हिस्सा है, उन्हें शेल्टर हाउस में भेजने से उनका जीवन नर्क हो जाएगा। उन्होंने कहा कि हकीकत यह है कि प्रशासन कुत्तों के वैक्सिनेशन में पूरी तरह से विफल रहा है। उनका सही तरीके से वैक्सिनेशन हो, और उन्हें खाने की व्यवस्था हो तो कोई भी डॉग इंसानों के बेहतरीन दोस्त और कंपेनियन साबित होंगे। उन्होंने कहा कि जब तक इन बेजुबानों के पक्ष में फैसला नहीं आ जाता तब तक यह प्रोटेस्ट जारी रहेगा। अनिता गुप्ता , पूजा बोरासी , रिशिका , अर्पित कुमावत , अनिता शर्मा , अभिषेक यादव और भाग्यश्री आदि डॉग लवर्स और बेजुबानों के अधिकारों के लिए लड़ने वाले नागरिकों ने बताया कि यह कुत्तों के साथ किया जा रहा बहुत बड़ा अन्याय है। डॉग्स इंसानों के सबसे अच्छे और खास दोस्त हैं। पशुप्रेमियों ने इस दौरान नारेबाजी भी की और वे अपने साथ पोस्टर्स बनाकर भी लाए थे। इंदौर शहर को डॉग्स के प्रति जागरूक करने और सरकार से डॉग रूल 2023 को लागू कराने के लिए इसका आयोजन किया गया। आई लव इंदौर पॉइंट (पलासिया) पर हुए इस आयोजन में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। सुबह 11 बजे शुरू हुई यह सभा दोपहर 1 बजे तक चलती रही और इसमें लोगों ने सड़कों पर बैनर और पोस्टर लेकर प्रदर्शन भी किया। हजारों हस्ताक्षर पहुंचाएंगे राष्ट्रपति तक : उन्होंने कहा कि हम इस प्रोटेस्ट के जरिये अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं। इस कार्यक्रम के दौरान लोगों से उनकी राय लेकर उनके हस्ताक्षर लिए गए जिन्हें अब महामहिम राष्ट्रपति एवं चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को भेजा जाएगा। कम्युनिटी एनिमल्स के हित में पोस्टर बैनर लगाकर और पर्चे बांटकर लोगों को समाज और धर्म में जीवों की उपयोगिता बताई गई। आजीवन सजा सुना दी गई : सुप्रीम कोर्ट द्वारा 79 स्वतंत्रता दिवस पर दिल्ली के कम्युनिटी डॉग्स को अजीवन कारावास की सजा सुना दी गई है। उसकी अपील के समर्थन में माननीय सुप्रीम कोर्ट से हम अनुरोध कर रहे हैं। यह आयोजन किसी संस्था संगठन द्वारा नहीं किया गया बल्कि इंदौर के आम एनिमल लवर्स द्वारा राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस पर जीवहित में लोगों को जोड़ने एवं जागरूक करने के लिए किया गया है। इस वजह से होते हैं हिंसक : डॉग लवर मनीषा गोस्वामी ने बताया कि आए दिन कुत्तों के प्रति हिंसा, उनके साथ दुर्व्यवहार और दुत्कारने की वजह से उन पर मनोवैज्ञानिक असर हुआ है। ऐसे में खाना भी नहीं मिलता है तो वे कई बार हिंसक हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि 50 लोग उनके साथ दुर्व्यवहार करते हैं ऐसे में कुत्ते इंसानों पर भरोसा नहीं कर पा रहे हैं। नतीजा यह होता है कि अच्छे इरादे से उनके पास जाने वाले को भी वे काट लेते हैं। शहरों से हटाना कोई हल नहीं : प्रियंका बुधोलिया ने बताया कि हमारी डॉग लवर कम्यूनिटी कोर्ट के आदेश से पूरी तरह से असहमत है, कुत्तों की समस्या से ऐसे नहीं निपटा जा सकता। अगर दिल्ली से कुत्ते हटा लिए गए तो 3 लाख कुत्ते पास के गाजियाबाद से दिल्ली में आ जाएंगे और यह सिलसिला चलता रहेगा। उन्हें शहरों से हटा देना कोई समाधान नहीं है। कुल मिलाकर दिल्ली से लेकर इंदौर, भोपाल, जबलपुर, लखनऊ, बैंगलोर समेत कई राज्यों के शहरों में सुप्रीम कोर्ट के आदेश को लेकर लोगों में गुस्सा है और प्रदर्शन किए जा रहे है। क्या है सुप्रीम कोर्ट का आदेश : बता दें कि हाल ही में मुंबई में कबूतरों को खतरा मानते हुए हाईकोर्ट ने उन्हें दाना डालने पर एफआईआर दर्ज करने का प्रावधान किया है— जबकि दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट ने कुत्तों को ‘गंभीर समस्या’ मानते हुए उन्हें राजधानी की सड़कों से साफ करने का निर्देश दिया है। उन्हें शेल्टर हाउस भेजा जा रहा है, जहां पहले से ही बेहद खराब स्थिति है। सोशल मीडिया में एबीसी सेंटर्स यानी एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर की हालत को लेकर लोग वीडियो शेयर कर रहे हैं, जहां पहले ही कुत्ते बेहद खराब हालत में नारकीय जीवन जी रहे हैं। ऐसे में अगर लाखों कुत्तों को शहरों से बाहर किया गया तो उन्हें रहने खाने से लेकर उनकी देखभाल को लेकर कोई व्यवस्था हो सकेगी, इसकी उम्मीद किसी को भी नहीं है। शेल्टर हाउस और एबीसी सेंटरों में तो और ज्यादा हिंसक, बीमार और बेसहारा हो जाएंगे। सेलिब्रेटी भी कर रहे विरोध : बता दें कि डॉग के अधिकारों के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, मेनका गांधी, कपिल देव, जॉन अब्राहिम, भूमि पेडेनकर, जान्हवी कपूर, वरुण धवन समेत कई सेलिब्रेटीज और नागरिक सामने आ रहे हैं। इनका कहना है कि कुत्तों को शहरों से बेदखल करने की बजाए शहरों में ही उनके लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था तय की जाना चाहिए। कुत्तों के अधिकारों के लिए सोशल मीडिया में भी लगातार ट्रेंड चल रहा है।
ये है भारत का सबसे खूबसूरत और आधुनिक एयरपोर्ट, सुविधाओं में 5-स्टार होटल से भी है आगे
Bengaluru kempegowda airport terminal 2: कभी-कभी हवाई अड्डे सिर्फ यात्रा का जरिया नहीं होते, बल्कि खुद में एक शानदार मंजिल बन जाते हैं। बेंगलुरु का केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (Kempegowda International Airport), जिसे हम प्यार से बेंगलुरु ...
hurun india rich list 2025: भारत, जो दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, एक अनोखी आर्थिक विरोधाभास का सामना कर रहा है। एक तरफ, यह विकास और प्रगति की नई उंचाइयों को छू रहा है, वहीं दूसरी तरफ, देश की संपत्ति का एक बड़ा हिस्सा कुछ ...
लंगड़ा त्यागी से लेकर उदयभान सिंह तक, देखिए सैफ अली खान 10 यादगार किरदारों की लिस्ट
सैफ अली खान बॉलीवुड के 'एक्सीडेंटल चेमेलियन' हैं। एक पल वो गिटार लेकर प्यार जता रहे होते हैं, अगले ही पल फ्रेंच दाढ़ी और व्हिस्की ग्लास के साथ कत्ल की साजिश रचते दिखते हैं। जब सब लोग सिर्फ तीन खानों की बात कर रहे थे, सैफ चुपचाप खुद को फिर से बना रहे थे – बार-बार। 90s की रोमांटिक कॉमेडी से लेकर शेक्सपियर, स्ट्रीमिंग सीरीज और ज़ॉम्बी हंटिंग तक, सैफ ने सब कुछ किया – और हमेशा थोड़े अंडररेटेड ही रह गए। वो आते हैं, कुछ अजीब ट्राय करते हैं, और फिर चुपचाप आपकी रिस्पेक्ट जीतकर निकल जाते हैं। 1. ओमकारा (2006) ये वो रोल था जिसने सबको सैफ की रोम-कॉम इमेज पर हंसना बंद करवा दिया। एक चालाक, लंगड़ा खलनायक जो शुद्ध वेस्टर्न यूपी एक्सेंट में बात करता है – सैफ ने इस किरदार को जिया नहीं, निगल लिया। शेक्सपियर मिला चंबल से और सैफ को मिला एक्टिंग का निर्वाण। 2. दिल चाहता है (2001) वो प्यारा लेकिन बदकिस्मत दोस्त जिसने प्यार में कभी सही नहीं किया। इस फिल्म ने जहां दोस्ती को नई परिभाषा दी, वहीं सैफ ने अपने किरदार में क्यूटनेस, कॉमिक टाइमिंग और 'वो लड़की है कहां' जैसे आइकोनिक मोमेंट्स डाल दिए। 3. बीइंग साइरस (2005) मरे हुए जैसे भावों वाला एक रहस्यमयी ड्रिफ्टर जो खतरनाक इरादों से भरा हुआ है – सैफ को इस तरह देखना वाकई खास था। अगर आपको ये फिल्म याद है, तो आप जानते हैं इसे जितने अवॉर्ड मिले, उससे कहीं ज़्यादा मिलने चाहिए थे। 4. हम तुम (2004) वो झगड़ालू, शिकायत करने वाला कार्टूनिस्ट जो धीरे-धीरे मैच्योर होता है। इस स्लो-बर्न रोम-कॉम में सैफ एक लड़के से मर्द बनते हैं – और वो भी बिना बोर किए। इस फिल्म के लिए उन्हें नेशनल अवॉर्ड भी मिला – क्योंकि आसान दिखने वाली चीज़ें अक्सर मुश्किल होती हैं। 5. सेक्रेड गेम्स (2018–2019) अंदर से टूटा हुआ इंस्पेक्टर, जो सिस्टम से थक चुका है और अपने पापा की छाया से बाहर नहीं निकल पा रहा। नेटफ्लिक्स की पहली बड़ी इंडियन सीरीज में सैफ का सरताज सिंह सबसे रियल और दिलचस्प किरदारों में से एक था। और हां, दाढ़ी शानदार थी। 6. उदयभान राठौड़ – तान्हाजी (2020) इतिहास का खलनायक, मगर फुल ड्रामा के साथ। खून का प्यासा, पागल, और ओवर-द-टॉप – सैफ इस रोल में एकदम फन मोड में थे। आईलाइनर, फर कोट, स्लो-मो स्माइल्स – उन्हें पता था कि वो किस फिल्म में हैं। 7. गो गोवा गॉन (2013) इंडिया की पहली ज़ॉम्बी कॉमेडी और सैफ का पहला ब्लीच-ब्लॉन्ड अवतार – दोनों ही यादगार हैं। वो खुद को रूसी बताते हैं, दिखते हैं जैसे इबीज़ा से बहकर आए हों, और ज़ॉम्बी मारने में माहिर भी हैं। इस कल्ट फिल्म की दीवानगी और सैफ का कमिटमेंट – दोनों कमाल हैं। 8. लव आज कल (2009) दो टाइमलाइन, एक दिल टूटना और ढेर सारे आंसू। इस इम्तियाज़ अली फिल्म में सैफ ने एक ही साथ दो किरदार निभाए – आज का जय और पुराने ज़माने का वीर। दोनों ही अंदाज़ों में उन्होंने बैलेंस और चार्म दिखाया। और हां, बारिश में “दूरियां” मत गुनगुनाने का नाटक मत करो। 9. एक हसीना थी (2004) उसने मुस्कराया, आपने भरोसा किया – और यहीं गलती हो गई। इस थ्रिलर में सैफ एक चालाक ठग बने हैं, जो अपनी मासूम प्रेमिका को धीरे-धीरे नर्क में धकेल देता है। उनका अंदाज़ ठंडा, सटीक और दिल दहला देने वाला है। 10. परिणीता (2005) शरतचंद्र के उपन्यास पर बनी इस खूबसूरत फिल्म में सैफ ने कुरता-पायजामा पहनकर, दर्द और मोहब्बत को पूरी शिद्दत से निभाया। विद्या बालन के साथ उनकी केमिस्ट्री बिजली जैसी थी, और पियानो पर वो जैसे दिल ही बजा रहे थे।
6 हफ्ते बाद हरे निशान में सेंसेक्स और निफ्टी, ट्रंप पुतिन मीटिंग का क्या होगा शेयर बाजार पर असर?
Share Market review market ki baat : भारतीय शेयर बाजार आखिर 6 हफ्ते बाद एक बार फिर तेजी दिखाई दी। स्थानीय स्तर पर लगातार आई सकारात्मक खबरों ने निवेशकों में उत्साह का संचार किया। ट्रंप और पुतिन के बीच अलास्का में भले ही कोई समझौता नहीं हुआ हो लेकिन रूस यूक्रेन सीजफायर की उम्मीदों ने ट्रंप के तेवर नरम जरूर किए हैं। भारतीय शेयर बाजारों पर अगले हफ्ते इसका असर दिख सकता है। जानिए आने वाले हफ्ते में कैसा रहेगा मार्केट ट्रैंड और क्या करें निवेशक? कैसी रही सेंसेक्स और निफ्टी की चाल : 11 अगस्त को पहले के पहले दिन सेंसेक्स 746 अंक उछल गया जबकि निफ्टी में 222 अंकों की तेजी रही। हालांकि 12 अगस्त को सेंसेक्स 368 अंक टूटा जबकि निफ्टी को 98 अंकों का नुकसान हुआ। 13 अगस्त को शेयर बाजार में एक बार फिर तेजी रही। सेंसेक्स 304 अंक की तेजी के साथ 80,540 अंक और एनएसई निफ्टी 132 अंक चढ़कर 24,619 अंक पर बंद हुआ। 14 अगस्त को बाजार में ज्यादा उतार चढ़ाव नहीं रहा। सेंसेक्स 58 अंक चढ़कर 80,598 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी 12 अंकों की मामूली बढ़त के साथ 24,631 अंक पर रहा। 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर भारतीय शेयर बाजार बंद रहे। इस तरह 6 हफ्ते बाद सेंसेक्स में इस सप्ताह 740 अंक की तेजी रही जबकि निफ्टी 268 अंक की बढ़त पर रहा। इन फैक्टर्स से तय हुई बाजार की चाल : विदेशी संस्थागत निवेशकों के पूंजी प्रवाह और अमेरिका में महंगाई दर स्थिर रहने के बीच वैश्विक बाजारों में आई तेजी ने भी इस हफ्ते भारतीय शेयर बाजार को मजबूती दी। रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति और थोक मुद्रास्फिति की दर ने भी शेयर बाजार को सकारात्मक दिशा में धकेला। एसएंडपी ने लगभग 19 वर्षों के अंतराल के बाद भारत की सरकारी क्रेडिट रेटिंग में सुधार करते हुए स्थिर दृष्टिकोण के साथ 'बीबीबी' कर दिया है। सप्ताह के आखिरी करोबारी दिन निवेशक ट्रंप और पुतिन की वार्ता को लेकर सतर्क दिखे। इस हफ्ते 3 दिन शेयर बाजार हरे निशान में बंद हुए और मात्र 1 दिन बाजार लाल निशान में रहे। क्या कहते हैं एक्सपर्ट : मार्केट एक्सपर्ट सागर अग्रवाल ने कहा कि ट्रंप पुतिन की मुलाकात के बाद भी स्थिति स्पष्ट नहीं है। सोमवार को ट्रंप और जेलेंस्की की भी मुलाकात होगी। कुल मिलाकर वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता बनी हुई है। हालांकि देश में महंगाई दर कम हुई है। मोदीजी ने जीएसटी की दर कम करने की घोषणा की है। नौकरियों को प्रोत्साहन के साथ ही कंपनियों में निवेश बढ़ने की संभावना है। कुल मिलाकर स्थानीय फैक्टर्स बाजार में सकारात्मकता का संकेत दे रहे हैं लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो रही उठापटक भारतीय शेयर बाजार के लिए ठीक नहीं है। एल्डो ट्रेडिंग पर क्या बोला सेबी : पूंजी बाजार नियामक सेबी ने अनुपालन का बोझ कम करने के लिए बुधवार को शेयर ब्रोकरों से संबंधित नियमों में सुधार के तहत ‘एल्गो ट्रेडिंग’ की परिभाषा तय करने का प्रस्ताव रखा। इस प्रस्ताव के मुताबिक, ‘एल्गो ट्रेडिंग’ का मतलब ऐसे किसी भी शेयर लेनदेन ऑर्डर से होगा जो स्वचालित निष्पादन तंत्र के जरिये तैयार या जारी किया गया हो। मौजूदा नियमों में अभी तक इसकी कोई परिभाषा तय नहीं है। इसके तहत ऐसे डिजिटल या ऑनलाइन मंच आएंगे जो म्यूचुअल फंड की प्रत्यक्ष निवेश योजनाओं में खरीद, बिक्री और दूसरी योजना में निवेश जैसी सुविधा दें। इसके अलावा सेबी ने शेयर ब्रोकरों को सरकारी प्रतिभूतियों के लेनदेन के लिए प्रचलित समझौता-आधारित आदेश मिलान मंच 'एनडीएस-ओएम' तक पहुंच देने का भी प्रस्ताव रखा है। यह सुविधा फिलहाल बैंकों और प्राथमिक डीलरों को ही मिली हुई है। सेबी ने इस प्रस्ताव पर 3 सितंबर तक सार्वजनिक रूप से सुझाव आमंत्रित किए हैं। डीएचएफएल मामले में सेबी की सख्ती : बाजार नियामक सेबी ने DHFL के पूर्व चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक कपिल वधावन, पूर्व निदेशक धीरज वधावन और चार अन्य को प्रतिभूति बाजार से पांच साल तक के लिए प्रतिबंधित करने के साथ ही उन पर 120 करोड़ रुपए का जुर्माना भी लगाया है। प्रतिबंधित किए गए सभी लोगों पर कोष की हेराफेरी करने और खातों में फर्जीवाड़ा करने के आरोप हैं। इन सभी लोगों को किसी भी सूचीबद्ध कंपनी में किसी भी अहम पद पर नियुक्त होने से भी रोक दिया गया है। अस्वीकरण : यह लेख केवल सूचना के उद्देश्य से है। यह कोई निवेश सलाह नहीं है। किसी भी निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श जरूर लें।
द बंगाल फाइल्स का दिल दहलाने वाला ट्रेलर रिलीज, दिखी 1946 दंगों की रूह कंपा देने वाली कहानी
निर्देशक-प्रोड्यूसर विवेक रंजन अग्निहोत्री की अपकमिंग फिल्म 'द बंगाल फाइल्स' काफी समय से सुर्खियों में हैं। रिलीज से पहले इस फिल्म को लेकर खूब विवाद हो रहा है। 16 अगस्त को फिल्म का ट्रेलर पश्चिम बंगाल में रिलीज होना था, लेकिन कई सिनेमाघरों में इसे लॉन्च करने से मना कर दिया। हालांकि तमाम विवादों के बावजूद 'द बंगाल फाइल्स' का ट्रेलर रिलीज हो गया है। ट्रेलर में 1946 में बंगाल में हुए दंगों के दर्द को दिखाया गया है। ट्रेलर में बंगाल विभाजन का दर्द दिखाया गया है, जो आज भी पश्चिम बंगाल को व्यथित करता है। 3 मिनट 32 सेकेंड के ट्रेलर में खून-खराना और दंगे के रोंगटे खड़े कर देने वाले सीन देखने को मिल रहे हैं। फिल्म में दो कहानियां साथ में चल रही है। एक ओर 1946 में हुए दंगों की कहानी दिखाई गई है। वहीं दूसरी और मौजूदा वक्त की घटनाओं को दिखाया गया है। ट्रेलर में गांधी जी की अहिंसा से लेकर राज्य में अवैध प्रवासियों की समस्या तक की बात की गई है। ट्रेलर में दिखाया गया है कि कैसे धर्म की राजनीति के कारण पश्चिम बंगाल में हजारों लोग मारे गए। फिल्म में अनुपम खेर माहत्मा गांधी के रोल में नजर आने वाले हैं। द बंगाल फाइल्स को विवेक रंजन अग्निहोत्री ने लिखा और डायरेक्ट किया है। इसे अभिषेक अग्रवाल और पल्लवी जोशी ने प्रोड्यूस किया है। इसमें मिथुन चक्रवर्ती, पल्लवी जोशी, अनुपम खेर और दर्शन कुमार नज़र आएंगे। यह फिल्म 5 सितंबर 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज होने के लिए तैयार है।
पवन खेड़ा का प्रधानमंत्री पर हमला: “लाल क़िले से संघ का नाम लेकर संविधान का अपमान”
Pawan Khera's attack on the Prime Minister: Insulting the Constitution by taking the name of the Sangh from the Red Fort
सिनेमा जगत में रजनीकांत को 50 साल हुए पूरे, पीएम मोदी ने दी बधाई
साउथ सुपरस्टार रजनीकांत की दुनियाभर में जबरदस्त फैन फॉलोइंग हैं। रजनीकांत इन दिनों अपनी हालिया रिलीज फिल्म 'कुली' को लेकर छाए हुए हैं। इसी बीच उन्होंने भारतीय सिनेमा जगत में 50 साल भी पूरे कर लिए हैं। फैंस और सेलेब्स रजनीकांत को बधाई दे रहे हैं। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी रजनीकांत को उनके शानदार सफर के लिए बधाई दी है। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर रजनीकांत के साथ अपनी एक तस्वीर शेयर की है। इसके साथ उन्होंने लिखा, 'बधाई हो रजनीकांत जी सिनेमा की दुनिया में 50 साल पूरे होने पर। pic.twitter.com/WUk1nl6Squ — Narendra Modi (@narendramodi) August 15, 2025 उन्होंने लिखा, इनकी जर्नी काफी आइकॉनिक रही है, उनके अलग-अलग किरदारों ने फैंस के दिल में खास जगह बनाई है। मैं आने वाले समय में उनकी निरंतर सफलता और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूं। पीएम मोदी की पोस्ट पर रजनीकांत ने धन्यवाद देते हुए लिखा, 'आदरणीय नरेंद्र मोदी जी, आपकी शुभकामनाओं को पाकर मैं काफी खुश हूं। यह सचमुच सम्मान की बात है कि मुझे ऐसे नेता से यह सम्मान मिला है, जिनका मैं लंबे समय से सर्वोच्च सम्मान करता रहा हूं। थैंक्यू इतने अच्छे शब्दों के लिए। जय हिंद।' बतादें कि रजनीकांत 74 साल की उम्र में भी फिल्म इंडस्ट्री में काफी एक्टिव हैं। उन्होंने 15 अगस्त 1975 को बालाचंदर की फिल्म 'अपूर्वा रागंगल' से एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा था। हाल ही में रिलीज हुई रजनीकांत की फिल्म 'कुली' बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा रही है।
Happy Birthday: जन्मदिन की शुभकामनाओं के साथ आपका स्वागत है वेबदुनिया की विशेष प्रस्तुति में। यह कॉलम नियमित रूप से उन पाठकों के व्यक्तित्व और भविष्य के बारे में जानकारी देगा जिनका उस दिनांक को जन्मदिन होगा। पेश है दिनांक 17 को जन्मे व्यक्तियों के बारे में जानकारी : ALSO READ: सूर्य का सिंह राशि में गोचर, जानिए 12 राशियों का राशिफल दिनांक 17 को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 8 होगा। आप अपने जीवन में जो कुछ भी करते हैं उसका एक मतलब होता है। आपके मन की थाह पाना मुश्किल है। आपको सफलता अत्यंत संघर्ष के बाद हासिल होती है। कई बार आपके कार्यों का श्रेय दूसरे ले जाते हैं। यह ग्रह सूर्यपुत्र शनि से संचालित होता है। इस दिन जन्मे व्यक्ति धीर गंभीर, परोपकारी, कर्मठ होते हैं। आपकी वाणी कठोर तथा स्वर उग्र है। आप भौतिकतावादी है। आप अदभुत शक्तियों के मालिक हैं। शुभ दिनांक : 8, 17, 26 शुभ अंक : 8, 17, 26, 35, 44 शुभ वर्ष : 2042 ईष्टदेव : हनुमानजी, शनि देवता शुभ रंग : काला, गहरा नीला, जामुनी जन्मतिथि के अनुसार भविष्यफल : शत्रु वर्ग प्रभावहीन होंगे, स्वास्थ्य की दृष्टि से समय अनुकूल ही रहेगा। सभी कार्यों में सफलता मिलेगी। जो अभी तक बाधित रहे है वे भी सफल होंगे। व्यापार-व्यवसाय की स्थिति उत्तम रहेगी। राजनैतिक व्यक्ति भी समय का सदुपयोग कर लाभान्वित होंगे। नौकरीपेशा व्यक्ति प्रगति पाएंगे। बेरोजगार प्रयास करें, तो रोजगार पाने में सफल होंगे। ALSO READ: मथुरा कृष्ण जन्मभूमि और वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में कब मनेगी जन्माष्टमी, रात को क्या है पूजा का समय?
बॉलीवुड के इंटरटेनर नंबर वन हैं डेविड धवन, गोविंदा के साथ किया इतनी फिल्मों में काम
बॉलीवुड के जाने-माने निर्देशक डेविड धवन को इंडस्ट्री में इंटरटेनर नंबर वन के रूप में शुमार किया जाता है। डेविड धवन का जन्म 16 अगस्त को अगरतला में हुआ था। उनके पिता बैंक में मैनेजर थे, जिनका ट्रांसफर कानपुर हो गया था। डेविड ने कानपुर से अपनी पढ़ाई की। डेविड धवन को बचपन के दिनों से ही फिल्में देखने का बेहद शौक था। पुणे फिल्म इंस्टीट्यूट में पढ़ाई पूरी करने के बाद वह मुंबई आ गए। उन्होंने अपने सिने करियर की शुरूआत बतौर निर्देशक वर्ष 1989 में प्रदर्शित फिल्म 'आंधिया' से की लेकिन यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कोई खास कमाल नहीं दिखा सकी। वर्ष 1989 में ही डेविड धवन को गोविंदा के साथ 'ताकतवर' में काम करने का अवसर मिला। इस फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर औसत सफलता प्राप्त हुई लेकिन इस फिल्म के बाद डेविड धवन और गोविंदा की जोड़ी बन गई और दोनों ने कई फिल्मों में एक साथ काम कर दर्शकों का मनोरंजन किया। वर्ष 1991 में रिलीज फिल्म 'स्वर्ग' डेविड धवन के सिने करियर की पहली सुपरहिट फिल्म साबित हुई। इस फिल्म में सुपरस्टार राजेश खन्ना और गोविंदा ने मुख्य भूमिका निभाई थी। वर्ष 1993 में रिलीज फिल्म 'आंखें' डेविड धवन के सिने करियर की सर्वाधिक कामयाब फिल्म में शुमार हुई। इस फिल्म में एक बार फिर से डेविड धवन के पसंदीदा अभिनेता गोविंदा ने अभिनय किया। हास्य से परिपूर्ण इस फिल्म में गोविंदा ने चंकी पांडे के साथ दोहरी भूमिका निभाकर दर्शकों को रोमांचित कर दिया। डेविड धवन के सिने सफर में उनकी जोड़ी गोविंदा के साथ काफी पसंद की गई। आंखें की ब्लॉकबस्टर सफलता के बाद दोनों की जोड़ी ने एक से बढक़र एक फिल्म बनाकर दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। इन फिल्मों में कुली नंबर वन, हीरो नंबर वन, साजन चले ससुराल, बड़े मियां छोटे मियां, राजा बाबू, दीवाना मस्ताना, दुल्हे राजा, हसीना मान जाएगी, जोड़ी नंबर वन और पार्टनर आदि शामिल है। 1990 से 2000 के बीच डेविड धवन की फिल्मों के टाइटल में वन का उपयोग किया जाता और ये फिल्में टिकट खिडक़ी पर सुपरहिट हुआ करती थी इसी को देखते हुए दर्शक उन्हें इंटरटेनर नंबर वन कहना शुरू कर दिया। गोविंदा के अलावा डेविड धवन ने संजय दत्त, सलमान खान, ऋषि कपूर और अनिल कपूर को भी लेकर कामयाब फिल्मों का निर्देशन किया। डेविड धवन ने अपने ढ़ाई दशक लंबे सिने करियर में 40 से अधिक फिल्मों का निर्देशन किया है। उनके करियर की अन्य उल्लेखनीय फिल्मों में कुछ है शोला और शबनम, बोल राधा बोल, अंदाज, इना मिना डीका, याराना, लोफर, मिस्टर एंड मिसेज खिलाड़ी, बीबी नंबर वन, दुल्हन हम ले जायेगें, ये है जलवा, हम किसी से कम नही, मुझसे शादी करोगी, मैने प्यार क्यूं किया, चश्मेबद्दूर, मैं तेरा हीरो, जुड़वा 2, कुली नंबर वन शामिल है।
केएससीए चुनाव लड़ेंगे पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद
पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) के चुनावों में हिस्सा लेंगे। ये चुनाव अक्टूबर और नवंबर के बीच होने की संभावना है। अनुभवी कोच, चयनकर्ता और प्रशासक 56 वर्षीय प्रसाद ने 2013 से 2016 तक केएससीए के उपाध्यक्ष के रूप में कार्य किया था। तब अनिल कुंबले केएससीए के अध्यक्ष थे। लेकिन उसके बाद से प्रसाद ने प्रशासनिक कार्यों से दूरी बना ली और कोचिंग करियर पर ध्यान केंद्रित किया तथा साथ ही मीडिया जगत में क्रिकेट विशेषज्ञ के रूप में भी काम किया। प्रसाद भारतीय टीम के गेंदबाजी कोच भी रह चुके हैं। उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग की फ्रेंचाइजी पंजाब किंग्स (पूर्व में किंग्स इलेवन पंजाब) के साथ भी कोच के रूप में काम किया था। प्रसाद के पैनल में अनुभवी प्रशासक विनय मृत्युंजय भी होंगे। मृत्युंजय केएससीए के पूर्व कोषाध्यक्ष और बीसीसीआई की वित्त समिति के सदस्य हैं। पता चला है कि प्रसाद और मृत्युंजय आने वाले दिनों में अपने पैनल के पूरे सदस्यों की घोषणा करेंगे। रघुराम भट्ट की अध्यक्षता वाली केएससीए की कार्यकारिणी का कार्यकाल 30 सितंबर को समाप्त होगा। गौरतलब है कि पूर्व भारतीय कप्तान और भारतीय क्रिकेट बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली भी क्रिकेट प्रशासन में वापसी करने के लिए तैयार हैं और पूरी संभावना है कि वह बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) के आगामी चुनावों में अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करेंगे। (भाषा)
- गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर हर प्राणी केवल एक ही वस्तु खोज रहा है और वह है आनंद। चाहे कोई कहीं भी ढूंढ रहा हो और कुछ भी खोज रहा हो, चाहे वह भौतिक हो या आध्यात्मिक, फिल्मों या बार में, चर्च या मंदिर में हो, चाहे वह धन, यश या सत्ता हो, असली खोज केवल आनंद की ही है; और परमात्मा ही संपूर्ण आनंद है। ALSO READ: क्या था भगवान श्रीकृष्ण का पहला नाम? जानें पुराणों में क्या लिखा है ईश्वर सत्, चित् और आनंद है। आनंद का परिष्कृत रूप ही परमानंद है, ऐसा आनंद जिसमें कोई व्याकुलता, पीड़ा या दुःख न हो; और कृष्ण उस परम आनंद के प्रतीक हैं। भगवान कृष्ण चंचल और नटखट हैं, और चंचलता निर्मल आनंद से ही उपजती है। किसी भी तरह की परिस्थिति कृष्ण से उनका आनंद छीन नहीं पाती। नटखटपन आनंद का स्वाभाविक परिणाम है। कृष्ण ने अनेक बार असत्य कहा और अपने आसपास के लोगों को खिझाया, वे लोग स्वयं चाहते थे कि कृष्ण उन्हें सताएं। वे क्रोध में भर कर कृष्ण की शिकायत करने आते, पर जैसे ही वह उनके सामने आते, खिलखिलाने लगते, और उनका सारा क्रोध मिट जाता। शुद्ध आनंद की उपस्थिति में शिकायतें विलीन हो जाती हैं और जीवन एक खेल सा लगता है। कृष्ण इतने आनंदित कैसे थे? क्या उनका जीवन केवल सुख-सुविधाओं से भरा था? नहीं, उनके जीवन में तो सब कुछ उलझा हुआ और अस्त-व्यस्त था, फिर भी उनकी मुस्कान सबको मोह लेती थी। उनकी मुस्कान इतनी मंत्रमुग्ध कर देने वाली थी कि लोग अपना दुःख भूल जाते और आनंद से भर जाते। जब सब कुछ स्थिर और सुचारु चल रहा हो, तब मुस्कुराना आसान है, पर जब सब उलट-पुलट हो और तब भी आप मुस्कुराएं, तो यह सचमुच एक उपलब्धि है। रणभूमि में, जब चारों ओर अराजकता हो और स्पष्टता न हो, फिर भी जो व्यक्ति अपने मित्र को गहरी जागरूकता, निर्मल मन और उच्चतम ज्ञान दे सके, वह अद्भुत और अकल्पनीय है। कृष्ण का हर पहलू हमें विस्मित कर देता है। आनंद जीवन का नृत्य है, और कृष्ण का जीवन वही शाश्वत नृत्य है। उनके खड़े होने का ढंग ही उनके संपूर्ण दर्शन को व्यक्त करता है, हाथों में बांसुरी और एक पांव दृढ़ता से जमीन पर। नृत्य तभी संभव है जब पांव पहले धरती को छूए। यदि पांव कीचड़ में धंसे हों तो नृत्य नहीं हो सकता, और यदि पांव धरा से ऊपर हों तो भी नहीं। एक पांव धरती पर दृढ़ता से टिके और दूसरा हवा में हो, तभी नृत्य घटित होता है। कृष्ण हमारे भीतर छिपी सभी संभावनाओं का पूर्ण प्रस्फुटन हैं। भगवान कृष्ण का दिव्य नृत्य समाज के हर वर्ग को उनकी ओर आकर्षित करता था। कठोर तपस्वी संत हों या सरल, सहज गोपियां, सब समान रूप से उनकी ओर खिंच जाते थे। सबसे बड़ा आकर्षण तो दिव्यता का ही होता है, वह ऊर्जा जो सबको अपनी ओर खींच लेती है। कृष्ण वह निराकार केंद्र हैं, जो हर जगह है। संसार में जो भी आकर्षण है, वह केवल कृष्ण से ही आता है। अक्सर लोग आकर्षण के पीछे छिपी आत्मा को नहीं देख पाते और केवल बाहरी खोल को थाम लेते हैं; जैसे ही वे उस खोल को पाने की कोशिश करते हैं, कृष्ण एक लीला करते हैं, अपना आत्मभाव खींच लेते हैं, और तब उनके हाथ केवल खाली खोल और आंखों में आंसू रह जाते हैं। राधा की तरह चतुर बनो, कृष्ण की लीला में मत उलझो। कृष्ण राधा से कभी बच नहीं पाए, क्योंकि राधा का सम्पूर्ण जगत कृष्ण से ही भरा था। यदि तुम देख सको कि जहां भी आकर्षण है, वहां कृष्ण हैं, तो तुम राधा बन जाओगे! तब तुम अपने केंद्र में स्थित हो जाओगे। ALSO READ: जन्माष्टमी पर अपनाएं श्री कृष्ण नीति के ये 5 गुण, सफलता चूमेगी आपके कदम
जन्माष्टमी 15 या 16 अगस्त को, जानिए सही डेट क्या है?
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व भाद्रपद कृष्ण अष्टमी को शून्य काल में मनाई जाती है, लेकिन जन्माष्टमी मनाए जाने को लेकर लोगों में भ्रम है कि यह त्योहार कब मनाएं। 15 अगस्त को मनाएं या कि 16 अगस्त को, क्योंकि भाद्रपद कृष्ण अष्टमी की तिथि दोनों दिन ही पड़ रही है। कुछ ज्योतिष 15 को और कुछ 16 को बता रहे हैं। ऐसे में जानिए कि सही डेट क्या है। अष्टमी तिथि प्रारम्भ- 15 अगस्त 2025 को रात्रि 11:49 बजे। अष्टमी तिथि समाप्त- 16 अगस्त 2025 को रात्रि 09:34 बजे। 15 अगस्त का समर्थन करने वाले ज्योतिष: इस तारीख का समर्थन करने वालों का कहना है कि श्रीकृष्ण का जन्म अष्टमी तिथि के दिन मध्यरात्रि में शून्य काल के समय हुआ था। इसे निशीथ काल भी कहते हैं। यह समय 15 अगस्त की रात्रि को ही रहेगा 16 अगस्त को नहीं। इसलिए 15 अगस्त की रात्रि को जन्माष्टमी मनाना चाहिए। स्मार्त मत में इसी दिन जन्माष्टमी मनाएंगे। शास्त्रानुसार भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में मध्यरात्रि में 12 बजे हुआ था। अत: जिस दिन यह सभी संयोग बने उसी दिन भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाना श्रेयस्कर है। स्मार्त मत से अष्टमी 15 अगस्त को रहेगी। हालांकि 15 और 16 अगस्त दोनों ही दिन रोहिणी नक्षत्र नहीं रहेगा। 15 अगस्त निशिथ पूजा का समय- मध्यरात्रि 12:04 से 12:47 तक। 16 अगस्त का समर्थन करने वाले ज्योतिष: 15 अगस्त को तिथि मध्यरात्रि से ही प्रारंभ हो रही है जबकि श्री कृष्ण का जन्म अष्टमी तिथि के मध्यकाल में हुआ था। अष्टमी दोनों दिन आधी रात को व्याप्त हो तो जन्माष्टमी व्रत और पूजा दूसरे दिन किया जाता है। इस मान से उदयातिथि की अष्टमी ही मान्य है। इस व्रत में अष्टमी के उपवास और पूजन के बाद नवमी के पारणा से व्रत की पूर्ति होती है। यानी पारण 17 तारीख को सुबह होगा। इसलिए 16 अगस्त को अष्टमी मान्य है। वैष्णव मत से अष्टमी 16 अगस्त को रहेगी। निष्कर्ष: शास्त्रानुसार अर्द्धरात्रि में रहने वाली तिथि अधिक मान्य होती है किन्तु शास्त्रीय सिद्धांत अनुसार अष्टमी यदि सप्तमी विद्धा (संयुक्त) हो तो वह सर्वर्था त्याज्य होती है चूंकि 15 अगस्त को अष्टमी सप्तमी विद्धा (संयुक्त) है अत: वह शास्त्रानुसार सर्वर्था त्याज्य है वहीं 16 अगस्त को अष्टमी तिथि नवमीं विद्धा (संयुक्त) है जो शास्त्रानुसार ग्राह्य है इसलिए स्मार्त व वैष्णव सभी श्रद्धालुओं को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 16 अगस्त 2025 को ही मनाना श्रेयस्कर रहेगा।
पीएम मोदी ने लाल किले से स्वतंत्रता दिवस के दिन सुदर्शन चक्र मिशन का ऐलान किया. जिसके तहत ऐसे एयर डिफेंस सिस्टम को तैयार किया जाएगा, जो सैन्य ठिकानों के साथ कई शहरों के हॉस्पिटल, रेलवे स्टेशन और धार्मिक स्थानों को भी दुश्मन की मिसाइलों से बचाएगा. ये दुनिया का सबसे बेहतरीन इजराइल के एयर डिफेंस सिस्टम आयरन डोम की तरह होगा. लेकिन ये कैसे काम करेगा और इससे भारतीय सेना को क्या फायदा होगा; पूरी जानकारी के लिए ऊपर दी गई इमेज पर क्लिक कर देखें वीडियो...
‘एमटेक, बीटेक, LLB, बीफार्मा, डीफार्मा, जीएनएम, एएनएम, बीएड, बीएएमएस, बीएससी नर्सिंग और रेडियोलॉजिस्ट। 3 से 10 लाख रुपए जेब में हैं, तो डिग्री बिना एडमिशन, बिना क्लास, बिना एग्जाम, घर बैठे मिल जाएगी। वह भी सिर्फ 15 दिन में।' 'पटना और नरकटियागंज छोड़िए, यूपी की सरकारी यूनिवर्सिटी में सेटिंग है। हरियाणा, मणिपुर, अरुणाचल और सिक्किम से भी मिल जाएगी। ऐसी डिग्री मिल जाएगी कि UPSC भी न पकड़ पाए। ये डिग्रियां लेकर लोग विदेशों में नौकरी कर रहे हैं।’ नरकटियागंज तारकेश्वर प्रसाद वर्मा कॉलेज में बीएड डिपार्टमेंट के हेड अनंत झा, कंकड़बाग में करियर काउंसलिंग सेंटर चलाने वाले शिवम कुमार और बेतिया के बरगदवा में सलीम मेमोरियल एजुकेशनल संस्था के मैनेजर उज्ज्वल बर्नवाल डिग्री दिलाने के दावे खुलेआम करते हैं। साथ ही वो ये भी बता रहे हैं कि बिहार सरकार लगातार नौकरियों की घोषणा कर रही है, इसलिए डिग्रियों की डिमांड भी बढ़ रही है। बिहार में इन डिग्रियों की जरूरत कहां पड़ रही है? इन्हें बनवाने वालों का नेटवर्क कैसे काम कर रहा है? डिग्री की कीमत क्या है? और ये कैसे मिलेगी? दैनिक भास्कर की इन्वेस्टिगेटिव टीम ने एजेंट से लेकर कॉलेज और युनिवर्सिटी तक छानबीन की। पढ़िए स्टिंग ऑपरेशन...। सबसे पहले अलग-अलग कोर्स के लिए फर्जी डिग्री का रेट जानिए अब कैमरे पर बेनकाब एजेंट्स से पूरी डील जानिए छानबीन के दौरान भास्कर की टीम को सबसे पहला नाम तारकेश्वर प्रसाद वर्मा कॉलेज का मिला। जानकारी मिली कि यहां से आसानी से डिग्री खरीदी जा सकती है। ये कॉलेज पटना से लगभग 250 किलोमीटर दूर नेपाल सीमा पर नरकटियागंज में है। भास्कर रिपोर्टर कैंडिडेट बनकर डिग्री खरीदने पहुंचा। यहां कॉलेज के बीएड विभाग के हेड अनंत झा से मिला। पहली मुलाकात में उन्होंने डिग्री खरीदे-बेचे जाने की बातचीत करने से इनकार कर दिया। हालांकि उन्होंने रिपोर्टर का मोबाइल नंबर ले लिया। 15 दिन बाद उनका कॉल आया। उन्होंने रिपोर्टर को मिलने बुलाया। रिपोर्टर: बिहार में वैकेंसी आ रही हैं, हमारे कुछ कैंडिडेट हैं, जिन्हें बैक डेट में डिग्री चाहिए। अनंत झा: कौन सी डिग्री चाहिए? रिपोर्टर: मेडिकल से जुड़े टेक्निकल पदों के लिए डी-फार्मा और बी-फार्मा की चाहिए। अनंत झा: डी फार्मा (डिप्लोमा इन फार्मेसी) और बी फार्मा (बैचलर ऑफ फार्मेसी) दोनों डिग्री मिल जाएगी। डी फार्मा 2 और बी फार्मा 4 साल का कोर्स होता है। बैचलर का फायदा होगा कि इंटर्नशिप की जरूरत नहीं होगी। आप कब कंपलीट करना चाहते हैं? रिपोर्टर: विधानसभा चुनाव से पहले भर्ती हो जाएगी, इसलिए जल्दी चाहिए? अनंत झा: अरुणाचल की हिमालयन यूनिवर्सिटी की डिग्री ठीक है। वहां की डिग्री मिल जाएगी और वेरिफिकेशन भी हो जाएगा। रिपोर्टर- कितना खर्च आएगा? अनंत झा- 3.5 लाख में हो जाएगा। आप यूनिवर्सिटी के अकाउंट में पैसा जमा कीजिएगा और रसीद मुझे दे दीजिएगा। बाकी का काम मेरा है। आप पैसा दीजिए, चार साल का कोर्स 15 दिन में बिना पढ़ाई के होगा और बिना एग्जाम के डिग्री मिल जाएगी। रिपोर्टर- जीएनएम के लिए कितना खर्च आएगा? अनंत झा: जीएनएम की डिग्री भी 3.5 से 4 लाख में मिल जाएगी। वेरिफिकेशन की पूरी गांरटी होगी, कहीं से भी सरकार नहीं पकड़ पएगी, लेकिन पहले आधा पैसा जमा करना होगा। रिपोर्टर: चार साल का कोर्स है, 15 दिन में डिग्री दे रहे हैं। कोर्स शुरू कबसे दिखाएंगे? अनंत झा: 2020 से आपका मेंटेन हो जाएगा, आपकी पूरी डिटेल यूनिवर्सिटी में दर्ज हो जाएगी। रिपोर्टर: सरकारी नौकरी का मामला है, वेरिफिकेशन में तो कोई दिक्कत नहीं होगी? अनंत झा: कहीं कोई दिक्कत नहीं आएगी। लोग एमटेक-बीटेक की डिग्रियां लेकर विदेश गए हैं। जज तक के पैसे आते हैं। अभी एक हाईकोर्ट के जज के बेटे का कराया है। पैसा देते ही आप काे स्कैन कॉपी मिल जाएगी, यहां कभी किसी का फंसा नहीं है। रिपोर्टर: टीचर की नौकरी में कई फर्जी डिग्री वाले पकड़े गए हैं? अनंत झा: मैंने कई बीएड की डिग्री दी हैं, लोग नौकरी कर रहे हैं। हम लोग कई यूनिवर्सिटी से डील करते हैं। जैसी कैंडिडेट की डिमांड होती है, वैसी डिग्री दी जाती है। रिपोर्टर: डॉक्टर की डिग्री के लिए कोई जुगाड़ है? अनंत झा: बीएएमएस (बैचलर्स ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसन एंड सर्जरी) का हो जाएगा। आप पैसा दीजिए कौन सी ऐसी डिग्री है, जो नहीं मिलेगी। मैट्रिक से लेकर बीएएमएस तक सबका जुगाड़ हो जएगा। एक यूनिवर्सिटी में जुगाड़ है, वीसी चेंज हो रहा है, नए वीसी के आते ही डॉक्टर वाला भी हो जाएगा। रिपोर्टर: यूनिवर्सिटी बाद में दिक्कत तो नहीं करेगी? अनंत झा: कोई दिक्कत नहीं होगी। फॉर्म भरवाएंगे, तो उसमें सेशन मेंशन रहेगा। समझिए प्राइवेट यूनिवर्सिटी छोटी सी दुकान है, सब कंप्यूटर पर चढ़ा लेगा। रिपोर्टर: क्या यूनिवर्सिटी चलाने वाले लोगों को पता है कि ये सब हो रहा है? अनंत झा: सबको पता होता है, नहीं करेंगे तो माल कहां से आएगा भाई। यूपी की सरकारी यूनिवर्सिटी में भी सेटिंग, डॉक्टर की डिग्री दे देंगे अनंत झा ने बातचीत में पश्चिमी यूपी के एक सरकारी यूनिवर्सिटी में भी सेटिंग होने का दावा किया। अनंत झा ने कहा, ‘वहां अपना एक आदमी है। वह डॉक्टर की डिग्री दे देगा। वह जब तक है, कोई दिक्कत नहीं है। रजिस्ट्रेशन हो जाएगा, जितनी प्रक्रिया है, सब हो जाएगी। 5 साल बाद रजिस्ट्रेशन वाला काम भी कर देगा। सब काम सेट करके कीजिए, तो कोई दिक्कत नहीं होगी।’ इसमें 25 लाख तक लग जाएगा। डिग्री लो, नौकरी करो, नौकरी करते हुए काम सीख लेना रिपोर्टर ने अनंत झा से टेक्निकल रिलेटेड डिग्री जैसे फार्मासिस्ट या इंजीनियरिंग पर सवाल किया तो उसका जवाब चौंकाने वाला था। रिपोर्टर: डिग्री तो आप दे देंगे, लेकिन फार्मासिस्ट को इंजेक्शन भी लगाना न आया तो नौकरी कैसे करेगा? अनंत झा: डिग्री से कहीं नौकरी नहीं फंसेगी। नौकरी के दौरान सुई लगवाकर नहीं देखा जाता है। सरकारी में हो जाए, ताे बाद में सीखते रहना सुई-दवाई करना। बहुत लोग ऐसे ही कर रहे हैं, नौकरी पाने वाला हर कोई काबिल थोड़े होता है। नौकरी लगने के बाद सब कोई सुई लगाना सीख जाता है। 150 कैंडिडेट ले आओ, आपको भी 10 लाख की कमाई करवा देंगे अनंत झा ने रिपोर्टर को भी फर्जी डिग्री बेचने वाले इस रैकेट में शामिल होने का ऑफर दिया। अनंत बोला- ‘बीएड के लिए आप 100 से 150 बच्चे पकड़िए। बच्चे ज्यादा होंगे, तो फीस कम लगेगी। हरियाणा का एकदम लास्ट कॉलेज ले लिया जाएगा। एक बच्चे पर कम से कम 10 हजार रुपए बचेंगे। बैठे-बैठे साल का 5 से 10 लाख तक की कमाई हो जाएगी।’ अनंत का दावा है, ‘बीएड में तो जितनी चाहिए, उतनी डिग्री दे देंगे। हरियाणा में जैसे बच्चों की संख्या होती है, वैसी फीस कम-ज्यादा होती है। फीस दो साल के लिए एक लाख तीन हजार रुपए है। बिना एग्जाम दिए तुरंत डिग्री चाहिए तो डबल या तीन गुना तक देना होगा। LLB की डिग्री भी मिल जाएगी। अगर बिना पढ़ाई पहले ही डिग्री चाहिए, तो भी हो जाएगा। यूनिवर्सिटी सिर्फ एक दिन बुलाएगी और एक ही दिन में सब करा देगी।’ अनंत आगे बताता है कि डिग्री लेने के तीन ऑप्शन हैं। रेट भी इसी तरह तय होता है। अनंत के मुताबिक, ‘3 तरह के आप्शन हैं, एक एग्जाम दिलाने का, दूसरा बिना एग्जाम वाला और तीसरा स्टूडेंट्स को कहीं आना-जाना ही नहीं होगा, घर बैठे डिग्री मिल जाएगी। प्राइवेट यूनिवर्सिटी, प्राइवेट कॉलेज में कोई एग्जाम नहीं देना होगा।’ छानबीन के दौरान पटना के कंकड़बाग स्थित कैरियर मार्गदर्शक के सेंटर इंचार्ज शिवम कुमार का नाम सामने आया। रिपोर्टर खुद करियर काउंसलर और कंप्यूटर सेंटर का इंचार्ज बनकर मिलने पहुंचा। रिपोर्टर: बेतिया से आए हैं। मेरा एक कंप्यूटर सेंटर चलता है, जिसमें हम लोग कुछ एडमिशन भी लेते हैं। अभी हम गोरखपुर से जुड़कर काम कर रहे हैं, एडमिशन वहीं देते हैं? शिवम: कौन से कोर्स में आपका एडमिशन होता है, बीटेक, डिप्लोमा या अन्य कोई? रिपोर्टर: नर्सिंग और बीएड ज्यादा होता है। आपके यहां कौन सा कोर्स होगा? शिवम- (फोन बजता है, शिवम फोन पर किसी से कहता है) एग्जामिनेशन सेंटर का अलग से रहेगा, लेकिन सेंटर मैनेज के लिए अभी बात नहीं हुई है। बाद में बात करते हैं। रिपोर्टर: कितने दिनों से सेंटर चल रहा है? शिवम: मेरी संस्था बिहार में 10 साल से चल रही है। अगर नर्सिंग करना है, तो सबसे पहला ऑप्शन शिवम कॉलेज पटना का ही आता है। पास में मां तारा नर्सिंग कॉलेज भी है, वहां से भी करा सकते हैं। तीसरा पटना का श्रीराज नर्सिंग कॉलेज है, वहां से भी करा सकते हैं। अपने संपर्क में कई कॉलेज हैं, वहां करा सकते हैं। रिपोर्टर: क्या कुछ सुविधाएं मिल सकती हैं? शिवम: ANM के लिए एक लाख लगेगा। इसमें अटेंडिंग और नॉन-अटेंडिंग दोनों है। स्टूडेंट्स को सिर्फ एग्जाम देने आना होगा। बच्चा क्लास नहीं करता है, तो अलग से पैसा देना होता है। BSC नर्सिंग के लिए अलग-अलग स्कूलों की अलग-अलग फीस है। रिपोर्टर: अगर क्लास नहीं करेंगे, तो नॉलेज कैसे होगा? शिवम: ग्रुप बना दिया जाता है, उस ग्रुप से सारी जानकारी मिल जाती है। खुद पढ़ लेगा। रिपोर्टर: अभी नर्सिंग की वैकेंसी आने वाली है, तो बैक डेट में कोई व्यवस्था है क्या? शिवम: बैक में जो चल रहा है, वो भी बता देंगे। रिपोर्टर: स्टूडेंट्स को आने की जरूरत है? शिवम: नहीं, आने की जरूरत नहीं, बस एग्जाम देना होगा। रिपोर्टर: एग्जाम सेंटर मैनेज होगा न? शिवम: हां, एग्जाम सेंटर मैनेज हो जाएगा। सेंटर मैनेज करने का चार्ज 5 हजार रुपए अलग से लगेगा। रिपोर्टर: एग्जाम में स्टूडेंट्स को आना होगा, इसमें कोई सुविधा मिलेगी क्या? शिवम: एग्जाम में अपने किसी जानने वाले को बैठा दीजिएगा। रिपोर्टर: बैक में किस-किस कोर्स का हो जाएगा? शिवम: अभी एक ऑप्शन है GNM का। इसमें 21-24, 22-25, और 23-26 साल के बैच का विकल्प है। 22-25 और 23-26 के लिए 4.5 लाख रुपए लगेंगे, प्लस एग्जाम और रजिस्ट्रेशन फीस अलग से। 21-24 के लिए 3.5 लाख रुपए प्लस एग्जाम और रजिस्ट्रेशन फीस लगेगी। एग्जाम दो महीने के अंदर होगा और रिजल्ट भी मिल जाएगा। इन्वेस्टिगेशन के दौरान अगला नाम बेतिया के बरगदवा की सलीम मेमोरियल एजुकेशनल संस्था पता चला। यहां रिपोर्टर की मुलाकात संस्था के मैनेजर उज्ज्वल बर्नवाल से हुई। उज्जवल के मुताबिक संस्था के 16 एकड़ के कैंपस से 4 अलग-अलग कॉलेज चल रहे हैं। उज्जवल आसानी से कमीशन पर एडमिशन, बिना कॉलेज आए डिग्री देने और मेडिकल की डिग्री देने के लिए राजी हो गया। रिपोर्टर: कौन-कौन सी डिग्री का हो जाता है? उज्ज्वल: नर्सिंग और एएनएम, जीएनएम की पढ़ाई के लिए स्टूडेंट्स को कॉलेज नहीं आना होगा। इस इंतजाम के लिए अलग से चार्ज लगेगा। हमारे कैंपस में 4 कॉलेज हैं। एग्जाम सेंटर एक-दूसरे के कॉलेज में दिखाकर मैनेज कर लिया जाता है। फुल कैश में बैक डेट सीट मिल जाती है। बच्चा बस एग्जाम में लिखना जानता हो, प्रैक्टिकल और बाकी सब हम मैनेज कर देंगे। रिपोर्टर: टेक्निकल डिग्री में प्रैक्टिकल कैसे मैनेज होता है? उज्ज्वल: पॉलिटेक्निक और बाकी कोर्स के लिए पैसे देकर बिना क्लास और प्रैक्टिकल वाला सिस्टम भी है। ये रेट एडमिशन के समय तय होता है। सेंटर भी मैनेज कर देते हैं, स्टूडेंट को हर सुविधा मिलती है। आप स्टूडेंट लेकर आएंगे, तो आपको भी कमीशन देंगे। कमीशन का रेट तय कर लेंगे। इस छानबीन के दौरान हमें कुछ ऐसी यूनिवर्सिटी के नाम मिले, जो बिहार-यूपी में नहीं बल्कि नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों में हैं। यहां से 15 दिन में डिग्री देने का दावा किया जा रहा था। ऐसी डिग्री देने वाली यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर मौजूद फोन नंबर्स पर हमने कॉल कर बातचीत की। रिपोर्टर ने सबसे पहले मणिपुर की एशियन इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी में कॉल लगाया। कॉल पर हमारी बातचीत खुद को एडमिशन काउंसलर बताने वाली विजेता श्रीवास्तव से हुई। विजेता ने दावा किया कि किसी भी टेक्निकल कोर्स की डिग्री 15 दिन में दे देंगे, सेशन आप तय करके बता दीजिए। विजेता ने बताया, ‘जनवरी 2022 में एडमिशन लेंगे और जनवरी 2024 में डिग्री फाइनल दिखा देंगे। डिग्री की सॉफ्ट कॉपी 15 दिन और हार्ड कॉपी 60 दिन में आपको घर बैठे मिल जाएगी। फीस आपको यूनिवर्सिटी के अकाउंट में जमा करनी होगी। फीस रिसीव होने के बाद रिजल्ट आएगा।’ डिग्री के वेरिफिकेशन के सवाल पर विजेता ने कहा, ‘बैक डेट की डिग्री देंगे, जिसकी पूरी डिटेल यूनिवर्सिटी सर्वर पर अपडेट होगा। बैक डेट में सब कर देते हैं। मेडिकल के किसी भी कोर्स में बैक डेट एडमिशन हो जाएगा। कुछ 2022 से देंगे, कुछ का 2023 से कराएंगे। आप चाहें तो स्टूडेंट लाइए आपको कमीशन देंगे।’ मणिपुर के बाद रिपोर्टर ने सिक्किम स्किल यूनिवर्सिटी को फोन लगाया। रिपोर्टर की बात खुद को यूनिवर्सिटी का एडमिशन काउंसलर बताने वाले देव से हुई। देव ने भी फोन पर बातचीत में ही मेडिकल और इंजीनियरिंग के टेक्निकल कोर्सेज की डिग्री बिना पढ़ाई के देने की बात की। रिपोर्टर ने काउंसलर देव से एक डमी कैंडिडेट की बात कराई। इस बातचीत में बैचलर ऑफ रेडियोलॉजी की डिग्री को लेकर बात हुई। देव ने कहा, ‘बैक डेट में एडमिशन दे देंगे। कहीं से कोई दिक्कत नहीं होगी, सरकारी और प्राइवेट किसी भी नौकरी में कोई समस्या नहीं होगी। 2022 में एडमिशन और 15 दिन में डिग्री दे देंगे। पेमेंट यूनिवर्सिटी के बैंक अकाउंट में ऑनलाइन जमा करा दीजिए, बाकी सब हो जाएगा।’ जिस एजेंट ने UPI ID भेजी उसे, यूनिवर्सिटी ने फर्जी बताया इंवेस्टिेगेशन के दौरान एजेंट्स से एशियन इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी और सिक्किम स्किल यूनिवर्सिटी का नाम मिला था। दोनों की वेबसाइट पर दिए गए नंबरों पर हमने कॉल किया, इसके बाद हमारे पर अलग-अलग नंबरों से कॉल आनी शुरू हो गई। कॉल करने वालों ने खुद को यूनिवर्सिटी का एडमिशन काउंसलर होने का दावा किया। यूनिवर्सिटी का पक्ष जानने के लिए हमने दोनों यूनिवर्सिटी को मेल किया, सिक्किम स्किल यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर 3 मेल आईडी दी गई हैं। वहीं एशियन इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी ने कोई जवाब नहीं दिया। सिक्किम स्किल यूनिवर्सिटी ने मेल पर जवाब दिया कि खुद को एडमिशन काउंसलर बताने वाला यूनिवर्सिटी का है ही नहीं। जबकि एडमिशन काउंसलर ने हमारे साथ डील में यूनिवर्सिटी की यूपीआई आईडी के साथ बैंक की पूरी डिटेल दी थी। एजेंट ने पैसे यूनिवर्सिटी के इसी अकाउंट में यूपीआई करने की बात कही थी। एक्सपर्ट बोले- ये ईमानदार कैंडिडेट्स के साथ अन्याय है वकील बोले- पकड़े जाने पर नौकरी जाएगी, केस भी होगा
‘गाजा में जंग के बाद से न नौकरियां हैं, न कारोबार और न टूरिज्म बचा है। महंगाई बढ़ गई है। हम फिलिस्तीनी काम करने के लिए इजराइल जाते थे। पिछले 2 साल से वो भी बंद है। कमाने-खाने के लाले पड़े हैं। हमारे पास तो फिर भी खाने को है, गाजा में तो लोग भूखे मर रहे हैं। घर में पानी से लेकर बिजली सप्लाई तक सब कुछ इजराइली कंट्रोल में है।’ फिलिस्तीन की राजधानी रामल्लाह में रहने वाले जयाद होटल में शेफ हैं। वो गाजा में पिछले दो साल से बने युद्ध के हालात और इजराइली पाबंदियों से परेशान हैं। वो कहते हैं, ‘ऐसा लगता है कि हमारी जिंदगी का रिमोट कंट्रोल इजराइल के हाथ में है।‘ अक्टूबर 2023 में गाजा-इजराइल जंग शुरू होने के बाद से हालात और बदतर हैं। रामल्लाह में ही रहने वाली लीना कहती हैं, 'हम जिंदा तो हैं, लेकिन अंदर से मर चुके हैं।' फिलिस्तीन के दो हिस्से हैं- एक गाजा पट्टी और दूसरा वेस्ट बैंक। गाजा पट्टी पूरी तरह से इजराइली कंट्रोल में है। वेस्ट बैंक इजराइल के पूर्वी हिस्से और जॉर्डन नदी के पश्चिमी हिस्से में है, इसलिए इसे वेस्ट बैंक कहते हैं। इसका भी कुछ इलाका इजराइली कब्जे में है। अब इजराइल ने इसे भी बांटने की तैयारी शुरू कर दी है। इजराइल के मिनिस्टर बेजालेल स्मोट्रिच का 14 अगस्त को किया ऐलान इसी की ओर इशारा है। उनका कहना है कि वेस्ट बैंक में ईस्ट यरुशलम के पास मौजूद E1 इलाके में 3000 मकानों वाली नई यहूदी बस्ती बसाएंगे। इजराइल वेस्ट वैंक को कैसे जेल में तब्दील करता जा रहा है, वहां के लोग किन पाबंदियों में जी रहे हैं, गाजा-इजराइल जंग के बीच वेस्ट बैंक में कैसे हालात हैं? पढ़िए इस रिपोर्ट में… (दैनिक भास्कर के रिपोर्टर इजराइल-ईरान जंग के दौरान 19 जून से 3 जुलाई तक इजराइल में थे। वेस्ट बैंक से ये रिपोर्ट तभी की गई थी।) चप्पे-चप्पे पर इजराइली फोर्स और कैमरे से निगरानीवेस्ट बैंक की कवरेज के लिए हमने ईस्ट यरुशलम से सफर शुरू किया। ये इजराइल के कब्जे वाला इलाका है। यहां इजराइली सुरक्षाबलों का कंट्रोल है। इसीलिए इसे ऑक्यूपाइड ईस्ट यरुशलम कहा जाता है। यहां चप्पे-चप्पे पर इजराइली पुलिस फोर्स है। हर 10 मीटर पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। शहर का हर कोना 100% सर्विलांस पर है ताकि कोई विरोध, तनाव या हिंसा के हालात बनने पर कंट्रोल किया जा सके। ईस्ट यरुशलम में करीब 6 लाख लोग रहते हैं। इसमें से 60% मुस्लिम और 40% यहूदी हैं। यहां रहने वाले ज्यादातर मुस्लिम खुद को फिलिस्तीनी मानते हैं और इलाके में इजराइली फोर्सेज के दखल को कब्जा। इजराइली सुरक्षाबलों और मुस्लिमों के बीच संघर्ष की वजह भी यही है। दरअसल यहीं पर इस्लाम में तीसरी सबसे पवित्र जगह अल अक्सा मस्जिद मौजूद है। यहूदी मानते हैं कि ये मस्जिद उनके सबसे पवित्र धार्मिक स्थल टेंपल माउंट को तोड़कर बनाई गई है। फिलिस्तीन का न कोई बॉर्डर है और न ही कोई वीजाहमने कवरेज के लिए फिलिस्तीन यानी वेस्ट बैंक की राजधानी रामल्लाह को चुना। इजराइल और वेस्ट बैंक के बीच कोई इंटरनेशनल बॉर्डर नहीं है। यहां दाखिल होने वाले हर व्यक्ति को इजराइली चेकपोस्ट से होकर गुजरना होता है। अगर किसी विदेशी को यहां आना है, तो इजराइली वीजा पर ही आना होगा। फिलिस्तीन का ना तो कोई बॉर्डर है, ना ही कोई वीजा है। सिर्फ इजराइली चेक पोस्ट पार करके फिलिस्तीन जाया जा सकता है। हमने ईस्ट यरुशलम से टैक्सी ली और रामल्लाह के लिए निकले। ड्राइवर ने सलाह दी कि अगर किसी चेक पॉइंट पर रोका जाए तो मैं उसे बात करने दूं। हम कलंदिया चेक पॉइंट पर पहुंचे, जो यरुशलम और रामल्लाह के बीच पड़ने वाले आखिरी मेन चेक पॉइंट से ठीक पहले आता है। हमारी गाड़ी इजराइली नंबर प्लेट वाली थी इसलिए कोई रोक-टोक नहीं हुई। इजराइली इलाकों को फिलिस्तीन से अलग करती 700 किमी लंबी दीवार ईस्ट यरुशलम के ओल्ड टाउन से आगे बढ़ते ही हमें एक ऊंची-लंबी दीवार दिखी, जो वेस्ट बैंक के फिलिस्तीनी इलाके को इजराइली इलाकों से अलग करती है। इन्हें सेपरेशन वॉल या अपार्थाइड वॉल कहते हैं। ये करीब 700 किमी लंबी है और इजराइल को फिलिस्तीन से अलग करने के साथ ही यहूदी सेटलमेंट को सेफ रखने के लिए बनाई गई है। हालांकि, ये दीवारें ग्रीन लाइन से अलग हैं। ग्रीन लाइन वो सीजफायर लाइन है, जिसे अंतर्राष्ट्रीय तौर पर तय किया गया था। व्यावहारिक तौर पर देखें तो ये ग्रीन लाइन अब सिर्फ नक्शे पर ही रह गई है, इसे इजराइल नहीं मानता है। हमने रामल्लाह की तरफ बढ़ते हुए कई लोगों से पूछा कि इजराइल और वेस्ट बैंक को अलग करने वाली ग्रीन लाइन कहां हैं? सटीक जवाब नहीं मिल सका। इसके बाद हम वेस्ट बैंक के एरिया सी पहुंचे, जो पूरी तरह से इजराइली कंट्रोल में है। यहां से निकलकर एरिया बी पहुंचे, जिसे फिलिस्तीन और इजराइल दोनों कंट्रोल करते हैं। फिर एरिया बी से करीब 10 मिनट का सफर तय कर हम एरिया ए में पहुंच गए, जो फिलिस्तीनी कंट्रोल वाला इलाका है। इस इलाके में किसी भी इजराइली को दाखिल होने की सख्त मनाही है। वहीं वेस्ट बैंक में रहने वाले फिलिस्तीनियों को बिना वर्क परमिट इजराइल में दाखिल होने की इजाजत नहीं है। इजराइली चेक पॉइंट पार किए बिना फिलिस्तीन में एंट्री नहींहर फिलिस्तीनी को वेस्ट बैंक से बाहर जाने या देश में दाखिल होने के लिए इजराइली सुरक्षा चेक पॉइंट से ही होकर गुजरना होता है। कई बार उनकी फिलिस्तीनी मुस्लिम पहचान होने की वजह से ये तकलीफदेह हो जाता है। इजराइल सभी फिलिस्तीनियों का फेस रिकग्निशन डेटा मेनटेन करता है। इससे कौन, कब और कहां जा रहा है, सब कुछ उसकी जानकारी में होता है। रामल्लाह में दाखिल होने के पहले हमें एक दूसरा चेक पॉइंट मिला। गाजा-इजराइल जंग के बाद इसे हाल ही लगाया गया है। ये अलग-अलग एंट्री पॉइंट पर लगाए गए आयरन गेट हैं, जहां आमतौर पर सुरक्षाकर्मी तैनात नहीं होते। हालांकि कभी भी इजराइली फोर्स ये गेट बंद कर देती है। इन आयरन गेट्स की वजह से फिलिस्तीनियों को परेशान होता पड़ता है। उनके आने-जाने पर पाबंदी लग जाती है। दूसरी तरफ इजराइल तर्क देता है कि उनकी सुरक्षा के लिए ये जरूरी है। ईस्ट यरुशलम से करीब 30 मिनट का सफर कर हम रामल्लाह पहुंचे। ये रास्ता सिर्फ 20 किमी का है, लेकिन बीच-बीच में चेक पॉइंट्स की वजह से ज्यादा समय लगता है। रामल्लाह में दाखिल होने के बाद पहली बार फिलिस्तीनी झंडे दिखने शुरू हुए। फिलिस्तीनी बोले…पानी से लेकर बिजली तक सब पर इजराइली कंट्रोलरामल्लाह में हमने कुछ फिलिस्तीनियों से बात करके यहां के हालात समझने की कोशिश की लेकिन ज्यादातर लोग बात करने से हिचकते दिखे। लोगों ने बताया कि इजराइल सभी फिलिस्तीनियों का डेटा ट्रैक करता है, वो सोशल मीडिया से इंटीग्रेट होता है। अगर हम इजराइल के खिलाफ कुछ भी लिखते हैं, तो वो हमारे आइडेंटिटी डेटा में अपडेट हो जाता है। इसके बाद हमारे लिए इजराइली चेक पॉइंट्स से गुजरना मुश्किल हो जाता है। यहां के मार्केट में हमारी मुलाकात जयाद से हुई। वो होटल में शेफ का काम करते हैं और काफी गुजारिश के बाद बात करने को राजी हुए। हमने पूछा कि पिछले 2 साल में गाजा में युद्ध शुरू होने के बाद से वेस्ट बैंक के लोगों की जिंदगी पर क्या असर पड़ा? इस पर जयाद बताते हैं, गाजा युद्ध के बाद से कोई फिलिस्तीन में इन्वेस्ट नहीं कर रहा। हमारे पास न काम है, न पैसा। ‘इस जंग में सिर्फ हर तरह से तबाही ही हो रही है। दोनों ही तरफ के हजारों लोगों की मौत हो चुकी है। अब मेरी इजराइल से गुजारिश है कि युद्ध बंद कर दे। हम शांति से रहना चाहते हैं और अपने बच्चों के लिए एक बेहतर जिंदगी चाहते हैं।‘ जयाद आगे कहते हैं, ‘हमारे घर में पानी से लेकर बिजली की सप्लाई तक सब कुछ इजराइली कंट्रोल में है। हम अपनी मर्जी से एक कुआं या बोरवेल तक नहीं खोद सकते। पानी पर भी इजराइल का ही पूरा कंट्रोल है। गाजा जंग शुरू होने के बाद से पानी की कटौती बढ़ गई है। कई बार बिजली भी नहीं रहती है।' 'वेस्ट बैंक में कई जगहों पर अब भी इजराइली फोर्स लोगों को मार रही है। माइग्रेशन हो रहा है। आखिर कोई जवाब देगा कि ये कब तक चलेगा।’ ‘हम डिप्नेशन में जीने को मजबूर, अपनी जिंदगी के फैसले तक नहीं ले पा रहे’लीना कासिस मार्केट में बेटी के साथ शॉपिंग करने निकली हैं। वो एक मीडिया कंपनी में काम करती थीं, लेकिन एक साल पहले उनकी नौकरी चली गई। कंपनी की आर्थिक स्थिति बिगड़ गई थी, इसलिए उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया। लीना कहती हैं, ‘घर से लेकर बाहर तक जिंदगी पूरी तरह बदल गई है। हम डिप्रेशन में जीने को मजबूर हैं। दुख इस बात का है कि हमारी जिंदगी के फैसले ही हमारे हाथों में नहीं है। हमारी बिजली और पानी तक किसी और के कंट्रोल में है। हमारी इकोनॉमी इजराइल के रहमो करम पर चल रही है।‘ मैंने बचपन से लेकर अब तक फिलिस्तीन में जिंदगी जी है। मैं कह सकती हूं कि ये अब तक का सबसे बुरा दौर है। ‘हालात इतने खराब हैं कि लगता ही नहीं कि हम जिंदा हैं, हम अंदर से मर चुके हैं। कोई भी घटना होते ही सबसे पहले हमारा बिजली-पानी बंद कर दिया जाता है। हमें हर वक्त परेशान किया जाता है। इजराइली फोर्स शहर से बाहर जाने वाले चेक पॉइंट तक बंद कर देती है।‘ एक फिलिस्तीनी महिला के तौर पर आपकी जिंदगी में क्या बदलाव आया है? इस पर लीना कहती हैं, ‘समाज में पहले से ही महिलाओं की स्थिति अच्छी नहीं थी। अब ऐसे माहौल में भी सबसे ज्यादा बुरा असर महिलाओं पर ही हुआ है। डिप्रेशन हमारे अंदर घर कर गया है।’ जंग में नौकरी छूटी, अब सड़क किनारे कपड़े बेच रहे7 अक्टूबर 2023 के बाद के इजराइल-हमास युद्ध और उससे जुड़े प्रतिबंधों के कारण वेस्ट बैंक में जॉब मार्केट बेहद प्रभावित हुआ। सितंबर 2024 में आई UNCTAD रिपोर्ट के मुताबिक बेरोजगारी दर 12.9% से बढ़कर 32% हो गई। करीब 3 लाख लोगों की नौकरियां चली गईं। मेन मार्केट के किनारे 28 साल के नुसेर आलमरबोआ रेहड़ी लगाकर कुछ पुराने कपड़े बेच रहे हैं। अक्टूबर 2023 के पहले वे वर्क परमिट पर इजराइल की कंपनी में काम करने जाया करते थे। पिछले 2 साल से उनके पास कोई काम नहीं है। बेरोजगारी का आलम ये है कि अच्छा खासा कमाने वाले नुसेर सड़क किनारे कपड़े बेचने को मजबूर हैं। नुसेर कहते हैं, ‘मेरे ज्यादातर दोस्तों के पास नौकरियां नहीं है। इक्के-दुक्के लोग ही काम पर जाते हैं। उनकी भी सैलरी ठीक से नहीं आ रही है। गाजा में युद्ध शुरू होने के बाद से हम ना तो ठीक से कुछ एक्सपोर्ट कर पा रहे हैं और इंपोर्ट पर भी सख्ती है। हम वर्क परमिट पर काम करने इजराइल जाते थे, अब वो भी बंद हो गया है।’ नुसेर भावुक होकर कहते हैं, ‘अगर हम गाजा में हो रही मौतों के बारे में बोल रहे हैं, तो हम पर आफत आ सकती है। ना हमारी जेब में पैसे हैं, ना हमारे पास बोलने की आजादी है। भूखे पेट मुंह पर पट्टी बांधकर भला कोई कैसा महसूस करेगा आप तो समझ सकते हैं ना।’ वो आगे कहते हैं, ‘मैं अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प और इजराइली पीएम नेतन्याहू से पूछना चाहता हूं कि दो साल से इतने लोगों को परेशान करके आपको क्या मिला। क्या आपको लगता है कि इससे शांति आ जाएगी। हम तो यही चाहते हैं कि शांति आए। हालांकि मुझे नहीं लगता कि ऐसे शांति आएगी।‘ .................. ये खबर भी पढ़ें...'गाजा में नरसंहार बंद हो, इजराइल से बात करे भारत' 20 महीने से ज्यादा हो गए, इजराइल और हमास के बीच जंग जारी है। गाजा और वेस्ट बैंक में हर दिन हालात बिगड़ते ही जा रहे हैं। इजराइल-ईरान सीजफायर के बाद गाजा का हाल जानने दैनिक भास्कर फिलिस्तीन पहुंचा। वेस्ट बैंक में फिलिस्तीन की अस्थायी राजधानी रामल्ला में हम यहां की विदेश मंत्री वार्सेन आगाबेखेन से मिले और गाजा के हालात पर बात की। वो कहती हैं कि हमारी पहली प्राथमिकता है कि गाजा में चल रहा नरसंहार बंद हो और सभी की रिहाई हो। पढ़िए पूरी खबर...
'मालेगांव ब्लास्ट के सभी 7 आरोपी बरी हो गए। ये सरासर गलत फैसला है। इंसाफ के खिलाफ है। अगर सब छूट गए, तो फिर बताओ मुजरिम कौन है, हमें इंसाफ कौन देगा। ये फैसला सरकार के दबाव में आया। सरकार रियाया से बनती है या इन 7 लोगों से। मैं अजहर के लिए हर दरवाजा खटखटाऊंगा, इंसाफ लेकर रहूंगा।' 80 साल के निसार अहमद का शरीर ये बात बोलते हुए गुस्से में कांपने लगता है। जिस अजहर को निसार अहमद इंसाफ दिलाना चाहते हैं, वो उनका बेटा था। 8 सितंबर, 2008 को मालेगांव के भीकू चौक पर हुए ब्लास्ट में 19 साल के अजहर के अलावा, मार्केट गई 10 साल की शगुफ्ता, काम पर गए 72 साल के हारुन शाह और 21 साल के मुश्ताक समेत 6 लोग मारे गए थे। ATS ने जांच शुरू की, तो ब्लास्ट में साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर, सेना में कर्नल श्रीकांत प्रसाद पुरोहित, मेजर रमेश उपाध्याय के अलावा 4 और नाम सामने आए। 31 जुलाई, 2025 को मालेगांव ब्लास्ट पर कोर्ट का फैसला आया। सातों आरोपी बरी कर दिए गए। मालेगांव का भीकू चौक, जहां से ये कहानी शुरू हुईभीकू चौक का पूरा एरिया दुकानों और भीड़भाड़ वाला है। यहीं निसार होटल नाम से मिठाई की दुकान है। दुकान में लगी घड़ी में वक्त बीते 17 साल से 9:35 बजे पर ठहरा है। ये दुकान उसी जगह है, जहां ब्लास्ट हुआ था। दुकान की शटर पर बम के छर्रों से बने छेद आज भी हैं। और 9:35 वही वक्त है, जब ब्लास्ट हुआ था। होटल के मालिक एजाज कहते हैं, ‘मैंने सोचा था कि फैसला आएगा, तभी घड़ी में वक्त बदलूंगा। न फैसला आया, न वक्त बदला।' तभी मिठाई बनाने वाले मोहम्मद रिजवान बोले पड़े, ‘फैसला तो आ गया, लेकिन इंसाफ मिला क्या। सब बेगुनाह हैं, तो फिर दोषी कौन है। 6 लोग मरे, उनका अपराधी कौन है।’ भीकू चौक से उठ रहा ये सवाल पूरा मालेगांव पूछ रहा है। ब्लास्ट के बाद यहां का माहौल जानने दैनिक भास्कर उन घरों तक पहुंचा, ब्लास्ट में जिन्होंने अपनों को खो दिया था। अजहर के पिता निसार अहमद मालेगांव में बड़े बेटे के साथ रहते हैं। निसारकहते हैं, 'अजहर गुड़ बाजार की जामा मस्जिद से नमाज पढ़कर लौट रहा था। वह अंजुमन चौक पर एक दुकान पर काम करता था। उसे दुकान ही आना था। रास्ते में भीकू चौक से गुजर रहा था, तभी धमाका हो गया।' निसार का गला रुंधने लगता है, वे कहते हैं, 'अजहर मेरा दूसरे नंबर का बेटा था। सिर्फ 19 साल का था। बहुत मिलनसार। कोई कुछ काम कह देता, तो तुरंत हां कर देता था। मुझे तो दो-ढाई घंटे बाद पता चला। किसी की हिम्मत नहीं हो रही थी कि मुझे बता पाए, अजहर की मौत हो गई है। मेरे बड़े भाई रात करीब 11:30 बजे आए। बोले, चलो कुछ काम है। मुझे अस्पताल ले गए। वहां बेटे की जली हुई लाश थी।’ 'उसे कपड़े में लपेटा गया था। हमें ज्यादा देखने नहीं दिया। पोस्टमॉर्टम के बाद सबकी लाशें घर पहुंचाई गईं, तब ठीक से देखा। उसका शरीर पीछे से पूरा जल गया था।' निसार कहते हैं, 'अजहर हिफ्ज यानी बिना देखे कुरान पढ़ना सीखना चाहता था। हाफिज बनने की तैयारी कर रहा था। उसे ये कोर्स करने के लिए सऊदी जाना था। मैं कहता था कि कब तुम्हारे पीछे खड़े होकर नमाज अदा करूंगा। उस दिन मैं भी उसके साथ नमाज में था। मैं घर आ गया। वो दुकान के लिए चला गया।’ कोर्ट के फैसले के बारे में पूछने पर निसार कहते हैं- ये फैसला इंसाफ के खिलाफ है। अगर सब आरोपी छूट गए, तो फिर मुजरिम कौन है। ये फैसला सरकार के दबाव में आया है। भाई बोला-अजहर की बॉडी देखते ही बेहोश हो गयाअजहर के बड़े भाई सैयद अबरार बताते हैं, 'पूरा मंजर मेरे सामने से गुजरा था। धमाके के बाद मैं फौरन उस जगह पहुंच गया था। ढाई घंटे तक मुझे पता नहीं था कि इसमें मरने वाला मेरा भाई भी है। पता चला तो अस्पताल पहुंचा। उसके शरीर का 25% हिस्सा नहीं था। शरीर का पिछला हिस्सा छर्रों से छलनी था। मैं उसे देखते ही बेहोश हो गया।' 'रमजान का 28वां दिन था। ईद में सभी को नया कपड़ा पहनना होता है। वो अम्मी से कहकर गया था, आप बेफिक्र रहो, मैंने सबके लिए सबकुछ ले लिया है। अम्मी के लिए कपड़े, चूड़ी, चप्पल लाया था। वालिद साहेब और खुद के लिए नए कपड़े लाया था। आखिरी बात उससे यही हुई थी। इंशाअल्लाह अब उससे जन्नत में मिलेंगे।' भीकू चौक से कुछ दूर इकबाल और मुश्ताक का घर है। ब्लास्ट में उनके अब्बू हारुन शाह की मौत हो गई थी। मुश्किल से 4 फीट चौड़ी गली में इकबाल का घर है। अंदर घुसते ही एक छोटा सा बरामदा आता है। एक पलंग पर 90 साल की बुजुर्ग महिला लेटी हैं। ये हारुन शाह की पत्नी हैं। बड़े बेटे मुश्ताक कहते हैं, ‘अब्बू के जाने के बाद से ही अम्मी बीमार रहने लगीं। अब तो उम्र भी हो गई है। न सुन पाती हैं, न बोलती हैं।’ हारुन शाह के बारे में पूछने पर छोटे बेटे इकबाल युसुफ जवाब देते हैं। कहते हैं, 'अब्बू एक कारखाने में सूत रंगने का काम करते थे। तब रमजान चल रहा था। वे रोजा खोलने कारखाने से बाहर निकले थे। कारखाना भीकू चौक के करीब ही है। वे निकले ही थे कि ब्लास्ट हो गया। अब्बू के साथ दो और लोग थे। अच्छा हुआ कि अब्बू ने उन्हें आने से रोक दिया था। नहीं तो उनकी मौत भी पक्की थी।' इकबाल आगे कहते हैं, ‘बाहर शोर होने लगा तो हमें ब्लास्ट का पता चला। मोबाइल पर फोटो आने लगीं। शुरुआत में लगा कि सिलेंडर फटा है। तभी अब्बू के जख्मी होने की खबर आई। उन्हें इरफान हॉस्पिटल ले गए थे। हम हॉस्पिटल पहुंचे। अब्बू बुरी तरह जख्मी थे। पूरा शरीर जला हुआ था, लेकिन उनकी सांसें चल रही थीं।' 'वे 10-15 दिन उसी हॉस्पिटल में रहे। फिर डॉक्टर ने जवाब दे दिया, तो दूसरे हॉस्पिटल ले गए। वहां वे 10 दिन रहे, लेकिन बचे नहीं। एक रात 3 बजे उनकी मौत हो गई।' ‘जरा से फसाद में सजा हो जाती है, फिर अब्बू की तो जान गई है’इकबाल आरोपियों के बरी होने पर सवाल उठाते हुए कहते हैं, 'अगर जरा सा झगड़ा-फसाद हो जाए, थोड़ा भी खून निकल जाए तो केस हो जाता है। 3 महीने की सजा हो जाती है। मर्डर पर 10 साल की सजा है, तो फिरकापरस्त इतना बड़ा धमाका करके चले गए, उन्हें कोई सजा नहीं मिली। सब आरोपी बरी हो गए। कैसा फैसला है ये।' ‘सब कह रहे हैं कि फैसला हो गया। इंसाफ नहीं मिला और फैसला हो गया। इतने लोगों की जान गई, इतने लोग घायल हो गए और अपराधियों को कोई सजा नहीं मिली।’ भीकू चौक पर ब्लास्ट में मरने वालों में 21 साल के मुश्ताक भी थे। मुश्ताक ड्राइवर थे। उनकी मां शेख हसीना कहती हैं, 'वह रोज सुबह काम पर निकलता था और रात को आता था। खाना घर पर ही खाता था। रमजान चल रहा था और उस दिन उसे देर हो गई। उसने सोचा कि बाहर ही रोजा खोल ले। वो चौक पर रुक गया। तभी बम फट गया।' ‘हमने टीवी पर देखा। मेरा बड़ा बेटा हॉस्पिटल भागा। शौहर दमा के मरीज थे, इसलिए वे नहीं गए। बेटा हॉस्पिटल पहुंचा, तब तक मुश्ताक मर चुका था।’ शेख हसीना थोड़ा रुकती हैं, फिर पूछती हैं, 'उसकी क्या गलती थी, उसे क्यों मारा गया। मुश्ताक के नाम से मेरा दिल धड़कता है। कोर्ट का फैसला आया है, तब से मेरा दिल रो रहा है।' हसीना रोने लगती हैं, कहती है, 'उसकी शादी को सिर्फ 10 महीने हुए थे। उसकी पत्नी प्रेग्नेंट थी। बेटे के मरने के 3 दिन बाद उसे एक बेटी हुई।' भीकू चौक से करीब 4 किलोमीटर दूर दो कमरों का घर है। एक कमरे में फरीदा लियाकत का बिस्तर है और दूसरे में शेख लियाकत का। दोनों 10 साल की बच्ची शगुफ्ता उर्फ फरहीन के अम्मी-अब्बू हैं। मालेगांव ब्लास्ट में मरने वालों में शगुफ्ता भी शामिल थी। फरीदा को करीब 8 साल पहले लकवा मार गया। शेख लियाकत को उसी दिन अटैक पड़ा, जिस दिन मालेगांव ब्लास्ट का फैसला आया। फरीदा न बोल पातीं है और न बिना सहारे के चल पाती हैं। रोटी का एक निवाला भी खुद से नहीं खा पातीं। दूसरे कमरे में बिस्तर पर पड़े उनके पति शेख लियाकत की सांसें ऑक्सीजन सिलेंडर पर निर्भर हैं। लियाकत के बेटे इरफान कहते हैं, 'डॉक्टर ने कहा है, अब ये जब तक जिंदा रहेंगे, इसी हालत में रहेंगे।’ वहीं बैठे फरीदा के भांजे मो. जुबैर लियाकत के बारे में बताते हैं, 'इनकी बाईपास सर्जरी हो चुकी है। डॉक्टर ने कहा है कि हार्ट का सिर्फ 30% हिस्सा ही काम करता है।' परिवार कह रहा था कि लियाकत बोल नहीं पाएंगे, लेकिन उन्होंने इशारा किया कि वे बोलना चाहते हैं। लड़खड़ाती जुबान से बोले, 'मेरी बेटी ब्लास्ट में मारी गई। फैसला गलत आया है। हाईकोर्ट जाऊंगा, सुप्रीम कोर्ट जाऊंगा।’ बोलते-बोलते उन्हें खांसी आने लगती है। दूसरे कमरे में फरीदा ने भी हमें इशारा किया। वो कुछ बोल रहीं थीं। मैंने पूछा- आपकी एक और बेटी थी? फरीदा ने जवाब दिया, 'बाबू।' फरीदा की बड़ी बेटी कहती हैं,' शगुफ्ता को हम सब बाबू कहते थे।' उस दिन क्या हुआ था, इसका जवाब शगुफ्ता के भाई इरफान ने दिया, ‘चाचा हमारे घर आए थे। अम्मी ने शगुफ्ता को भजिए लेने भेजा था। वो चौक चली गई। वहां एक बाइक खड़ी थी। उससे कुछ आवाज आ रही थी। वो रुककर सुनने लगी और तभी धमाका हो गया। किसी ने उसे हॉस्पिटल पहुंचाया।' 'अम्मी-अब्बू हॉस्पिटल पहुंचे, लेकिन डॉक्टर ने शगुफ्ता का चेहरा नहीं देखने दिया। कहा, देखने की हालत में नहीं है। अब्बू ने उसे उसके कपड़ों से पहचाना।' इरफान आगे कहते हैं, ‘दूसरे दिन अब्बू ने उसकी लाश देखी। उसके दोनों जबड़े नहीं थे। पूरा शरीर जला हुआ था।’ शगुफ्ता 4 किमी दूर चौक गई थी? इरफान जवाब देते हैं, ‘नहीं, तब हम भीकू चौक के पास रहते थे। सामान लेने अम्मी बच्चों को भेजती रहती थीं। उस दिन अम्मी ने शगुफ्ता को भेजा था।' ‘बम फटा तो लोग चिल्लाए- सिलेंडर फट गया’इरफान कहते हैं, 'धमाका हुआ तो सभी को यही लगा कि गैस सिलेंडर फटा है। बाद में पता चला कि बम है। आसपास छर्रे बिखरे थे। शगुफ्ता के शरीर में छर्रे ही छर्रे थे। वहां मौजूद लोगों ने बताया कि जिस बाइक की आवाज सुनकर शगुफ्ता रुकी थी, उसी में फिट बम से धमाका हुआ था।’ 'केस चला, आरोपियों को पकड़ा गया, लेकिन 17 साल बाद सबको छोड़ दिया। सरकार को किसी को तो सजा देनी चाहिए। हम ये केस आगे भी लड़ेंगे। जमीयत उलेमा ए हिंद जहां तक ये केस ले जाएगी, वहां तक जाएंगे। हम उनके साथ मिलकर लड़ेंगे।' ‘सपा और AIMIM के नेता बस फोटो खिंचवाने आए’शगुफ्ता के ममेरे भाई मो. जुबैर हमारी बातें चुपचाप सुन रहे थे। हमने इरफान से पूछा- अम्मी-अब्बू के इलाज में किसी ने मदद की? जवाब जुबैर की तरफ से आया। वे कहते हैं, 'किसी ने मदद नहीं की। अभी फूफा के इलाज में 45-50 हजार रुपए खर्च हुए। पूरे परिवार ने मिलकर दिए। AIMIM से सांसद रहे चुके इम्तियाज जलील साहब आए थे। समाजवादी पार्टी के मुस्तकीन आए, फोटो खिंचवाकर चले गए।' पैरवीकार बोले- केस अभी बाकी है, हम हाईकोर्ट जाएंगेडॉ. अखलाक अंसारी शुरुआत से मालेगांव के पीड़ितों को इंसाफ दिलाने की मुहिम से जुड़े हैं। वे बताते हैं, ‘मालेगांव में दो बार बम ब्लास्ट हुए। पहली बार 2006 में सीरियल ब्लास्ट हुए थे। तब शब-ए-बरात का दिन था। धमाकों में 31 लोगों की जान गई थी। 300 लोग घायल हुए थे। उसमें हमारी ही कौम के लोग पकड़े गए थे। खुदा का शुक्र कि कुछ साल जेल काटने के बाद सब छूट गए।’ 'उस वक्त ये थ्योरी बनाई जा रही थी कि शब-ए-बरात को नहीं मानने वाले मुस्लिमों ने ब्लास्ट किया है। हालांकि, उन धमाकों का असली दोषी कभी पकड़ा नहीं गया।' डॉ. अंसारी कहते हैं, सितंबर 2008 के बम ब्लास्ट के बाद हमें लगा था कि हमारे ही लोग उठाए जाएंगे। उस वक्त के ATS चीफ हेमंत करकरे ने ईमानदारी से जांच की। उम्मीद जागी थी कि दोषियों को सजा होगी, लेकिन सब बरी हो गए। वे आगे कहते हैं, ‘करकरे साहेब ने कहा था कि मैं दूध का दूध और पानी का पानी करुंगा। इन्वेस्टिगेशन बिल्कुल ठीक थी, लेकिन फैसला बिल्कुल गलत हुआ। आरोपी पकड़े तो गए, लेकिन 17 साल बाद सारे छोड़ दिए गए। 26/11 के हमले में करकरे साहब शहीद हो गए। अगर वे होते तो इंसाफ होता।' डॉ. इकबाल अंसारी कहते हैं, 'कोर्ट में फैसला सुनाया गया, तब मैं भी वहां था। कोर्ट ने कहा- सभी आरोपियों को बेनिफिट ऑफ डाउट के आधार पर बरी किया जाता है। ये बाइज्जत बरी नहीं हुए हैं। सभी को 25-25 हजार रुपए की जमानत राशि भी कोर्ट में भरनी पड़ी।' जांच करने वाले IPS हेमंत करकरे के नाम पर चौकमुंबई ATS के चीफ रहे हेमंत करकरे ने मालेगांव ब्लास्ट की जांच की थी। हेमंत करकरे 1982 बैच के IPS अधिकारी थे। मालेगांव ब्लास्ट में पुलिस की शुरुआती जांच के बाद ये केस मुंबई ATS के पास भेज दिया गया। कई लोगों की गिरफ्तारी हुई, जिनमें साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का नाम सबसे ऊपर था। मालेगांव ब्लास्ट से जुड़ी ये खबरें भी पढ़िए...1. कर्नल पुरोहित की पत्नी का दावा- ISI-दाऊद की जांच का बदला लिया मालेगांव ब्लास्ट केस में सेना में कर्नल श्रीकांत प्रसाद पुरोहित भी आरोपी थे। उनकी पत्नी अपर्णा दावा करती हैं कि ATS ने कर्नल पुरोहित को गैरकानूनी तरीके से उठाया था। कर्नल ने जाकिर नाईक, फेक करेंसी के रैकेट, दाऊद इब्राहिम और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI पर रिपोर्ट तैयार की थीं। ATS वाले इन रिपोर्ट्स के सोर्स के बारे में पूछते थे। पढ़िए पूरी खबर… 2. ATS में रहे अफसर बोले- ACP कहते थे, मोहन भागवत को उठाकर लाओ मालेगांव ब्लास्ट में कोर्ट का फैसला आने के बाद ATS के पूर्व अधिकारी रहे महबूब मुजावर सामने आए। उन्होंने दावा किया कि ATS के अधिकारियों ने RSS चीफ मोहन भागवत को ब्लास्ट केस में फंसाने की साजिश रची थी। महबूब के मुताबिक, मुंबई के ACP रहे परमबीर सिंह ने उन्हें नागपुर से RSS चीफ मोहन भागवत को उठाकर लाने का आदेश दिया था। पढ़ें पूरी खबर…
दिल्ली में दरगाह फ़तेह की दीवार गिरने से 3 महिलाओं समेत 6 लोगों की मौत
नई दिल्ली। दक्षिण पूर्वी दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित दरगाह फ़तेह की दीवार गिरने से तीन महिलाओं समेत छह लोगों की शुक्रवार को मौत हो गई, जबकि छह अन्य घायल हो गए। यह दुर्घटना हज़रत निज़ामुद्दीन स्थित हुमायूं के मकबरे के पीछे हुई। पुलिस ने बताया कि उसे शाम करीब चार बजे इस दुर्घटना की सूचना […] The post दिल्ली में दरगाह फ़तेह की दीवार गिरने से 3 महिलाओं समेत 6 लोगों की मौत appeared first on Sabguru News .
सेंट एंसलम नॉर्थ सिटी स्कूल में धूमधाम से मनाया स्वतंत्रता दिवस
जयपुर। झोटवाडा स्थित सेंट एंसलम नॉर्थ सिटी स्कूल में शुक्रवार को स्वतंत्रता दिवस समारोह उत्साह और देशभक्ति के साथ मनाया गया। मुख्य अतिथि ब्रिगेडियर विशंभर सिंह निर्वाण ने ध्वजारोहण किया। राष्ट्रगान के बाद एनसीसी कैडेट्स ने परेड कर ध्वज को सलामी दी। गोल्ड हाउस ने देशभक्ति से ओतप्रोत मेजर ऋषि नायर के जीवन पर आधारित […] The post सेंट एंसलम नॉर्थ सिटी स्कूल में धूमधाम से मनाया स्वतंत्रता दिवस appeared first on Sabguru News .
राजनांदगांव में ट्रक से टकराई कार, 6 युवकों की मौत, एक घायल
राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के बागनदी थाना क्षेत्र में सड़क चिरचारी नेशनल हाईवे चौराहे के पास शुक्रवार को एक भीषण सड़क हादसे में कार सवार छह युवकों की मौत हो गई जबकि चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। मिली जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश की कार में सात लोग सवार थे, जो इंदौर से […] The post राजनांदगांव में ट्रक से टकराई कार, 6 युवकों की मौत, एक घायल appeared first on Sabguru News .
डोटासरा ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी मुख्यालय पर फहराया राष्ट्रीय ध्वज
जयपुर। राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने शुक्रवार को यहां स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी मुख्यालय पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली सहित कांग्रेस विधायक, विधायक प्रत्याशी, पार्टी पदाधिकारी एवं बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता एवं कार्यकर्ता मौजूद थे। इस मौके […] The post डोटासरा ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी मुख्यालय पर फहराया राष्ट्रीय ध्वज appeared first on Sabguru News .
रेलवे अजमेर मंडल पर 79वां स्वतन्त्रता दिवस धूमधाम से मनाया
अजमेर। उत्तर पश्चिम रेलवे अजमेर मंडल का 79वां स्वतंत्रता दिवस समारोह शुक्रवार को एडीएसए स्पोर्ट्स ग्राऊन्ड में आयोजित किया गया। मंडल रेल प्रबंधक राजू भूतड़ा ने सुबह 9 बजे ध्वजारोहण किया। समारोह में राष्ट्रगान के पश्चात मंडल रेल प्रबंधक ने रेलवे सुरक्षा बल तथा स्काउट/गाइड परेड का निरीक्षण किया। उन्होंने रेल कर्मियों के नाम स्वतंत्रता […] The post रेलवे अजमेर मंडल पर 79वां स्वतन्त्रता दिवस धूमधाम से मनाया appeared first on Sabguru News .
राइजिंग राजस्थान से विकास को मिली नई गति : दिया कुमारी
कोटपूतली-बहरोड़। राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने कहा है कि राइजिंग राजस्थान से राज्य में विकास की नई गति आई है और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राजस्थान 350 बिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में अग्रसर है। दिया कुमारी शुक्रवार को स्वतत्रता दिवस के अवसर पर कोटपुतली मुख्यालय पर आयोजित जिला स्तरीय […] The post राइजिंग राजस्थान से विकास को मिली नई गति : दिया कुमारी appeared first on Sabguru News .
पूजा पाल अब कभी नहीं बन पाएंगी विधायक : शिवपाल यादव
इटावा। समाजवादी पार्टी महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि उनकी पार्टी से अनुशासनहीनता के आरोप में निकाली गई पूजा पाल भविष्य में अब कभी भी विधायक नहीं बन पाएंगी और उनका हाल केशव प्रसाद मौर्य जैसा होगा। अपने गृह जिले इटावा में जिला सहकारी बैंक में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर झंडारोहण करने के […] The post पूजा पाल अब कभी नहीं बन पाएंगी विधायक : शिवपाल यादव appeared first on Sabguru News .
किश्तवाड़ में बादल फटने के बाद आई बाढ के मलबे से 65 शव बरामद
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में किश्तवाड़ जिले के सुदूरवर्ती चोसिटी गांव में कल बादल फटने के बाद आई विनाशकारी बाढ़ के मलबे से अब तक 65 शव बरामद किए जा चुके हैं। जम्मू-कश्मीर सरकार में मंत्री जाविद डार ने बारामूला जिले में स्वतंत्रता दिवस समारोह में शुक्रवार को राष्ट्रीय ध्वज फहराने और सलामी लेने के बाद संवाददाताओं […] The post किश्तवाड़ में बादल फटने के बाद आई बाढ के मलबे से 65 शव बरामद appeared first on Sabguru News .
अजमेर में जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने किया ध्वजारोहण
मार्च पास्ट की ली सलामी, प्रतिभाओं का किया सम्मान अजमेर। जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने 79वें स्वाधीनता दिवस समारोह में अजमेर के पुलिस लाइन मैदान में ध्वजारोहण किया। उन्होंने यहां मार्चपास्ट की सलामी लेने के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले 98 व्यक्तियों, संस्थाओं व अन्य प्रतिभाओं को सम्मानित किया। […] The post अजमेर में जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने किया ध्वजारोहण appeared first on Sabguru News .
भारतीय लोकतंत्र पर खतरा: खरगे का आरोप, चुनाव में वोट कटवाने की साज़िश
Threat to Indian democracy: Kharge accuses conspiracy to divide votes in elections
अजमेर। महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय में शुक्रवार को 79वां स्वतंत्रता दिवस हर्षोल्लास एवं देशभक्ति के उत्साह के साथ मनाया गया। विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. सुरेश कुमार अग्रवाल ने बृहस्पति भवन की प्राचीर पर ध्वजारोहण कर सभी को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं प्रेषित कीं। इस अवसर पर अपने संबोधन में प्रो. अग्रवाल ने कहा कि भारत […] The post महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय में ध्वजारोहण, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में झलका देशभक्ति का जज्बा appeared first on Sabguru News .
बालिका सीनियर सेकेंडरी स्कूल बनेवड़ा में धूमधाम से मनाया स्वतंत्रता दिवस
नसीराबाद। बाघसुरी ग्राम पंचायत के बनेवड़ा गांव में बालिका सीनियर सेकेंडरी स्कूल में स्वतंत्रता दिवस उत्साह के साथ मनाया गया। स्कूली छात्राओं ने रंगारंग प्रस्तुतियों से मन मोह लिया। आतंकवादियों के हमले और भारतीय सेना की वीरता को दर्शाती ऑपरेशन सिंदूर की प्रस्तुति देख तालियों की गडगडाहट से बच्चों का हौसला बढाया। छात्रा जागृति ने […] The post बालिका सीनियर सेकेंडरी स्कूल बनेवड़ा में धूमधाम से मनाया स्वतंत्रता दिवस appeared first on Sabguru News .
राष्ट्रीय तिरंगा और आरएसएस की धोखाधड़ी – आज़ादी, अपमान और राजनीतिक इस्तेमाल की कहानी
National Flag and RSS's fraud - A story of freedom, humiliation and political exploitation. अपनी इस टिप्पणी में प्रोफेसर शम्सुल इस्लाम राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे झण्डे और आरएसएस की धोखाधड़ी को बता रहे हैं...
राष्ट्रीय खेल नीति से भारतीय खेलों का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित होगा : प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को एक विकसित देश बनाने के सफर में खेलों को महत्वपूर्ण पहलू बताते हुए शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रीय खेल नीति (एनएसपी) से दूर दराज के स्कूलों से ओलंपिक स्तर तक खेलों का विकास सुनिश्चित होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने 79वें स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में लालकिले से राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा कि एक समय में खेलों को कैरियर का विकल्प नहीं माना जाता था लेकिन आज स्थिति ऐसी नहीं है। उन्होंने कहा ,‘‘ खेल विकास का महत्चपूर्ण पहलू है और मुझे खुशी है कि जहां एक समय बच्चों को खेलने पर माता पिता से डांट पड़ती थी लेकिन आज हम उस स्थिति में पहुंच गए हैं जहां यह बदल गया है। अगर अब बच्चे खेलों में रूचि लेते हैं तो माता पिता को खुशी होती है।’’ उन्होंने कहा ,‘‘ मैं इसे अच्छा शगुन मानता हूं। मुझे यह देखकर गर्व होता है कि भारतीय परिवारों में खेलों की जगह बन रही है। भारत के भविष्य के लिये यह अच्छा है।’’ खेल प्रशासन में जवाबदेही तय करने और खेल क्षेत्र में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा, निष्पक्षता और नैतिक आचरण को बढावा देने के लिये एनएसपी को एक जुलाई को कैबिनेट की मंजूरी के बाद लागू किया गया। इसमें त्वरित कार्रवाई और मुद्दों के प्रभावी समाधान के लिए राष्ट्रीय एजेंसियों और अंतर-मंत्रालय समितियों के गठन का प्रस्ताव है। नीति में एक नए सिरे से वित्त पोषण तंत्र का भी प्रस्ताव है, जिसमें जहाँ भी संभव हो, ‘एक एथलीट गोद लें’, ‘एक ज़िला गोद लें’, ‘एक स्थल गोद लें’, ‘एक कॉर्पोरेट-एक खेल‘ और ‘एक सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम-एक राज्य’ जैसी पहल शामिल हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा ,‘‘ खेलों को बढावा देने के लिये हमने कई दशक बाद राष्ट्रीय खेल नीति लाई है। इससे स्कूल से लेकर ओलंपिक स्तर तक खेलों का विकास सुनिश्चित होगा।’’ उन्होंने कहा ,‘‘ हम ऐसा इकोसिस्टम तैयार करेंगे जो चाहे कोचिंग हो, फिटनेस या बुनियादी ढांचा। हम ऐसा इकोसिस्टम बनायेंगे कि देश के दूर दराज के कोनों तक खेलों का विकास हो।’’ एनएसपी आने के कुछ सप्ताह बाद ही खेलमंत्री मनसुख मांडविया ने कई वर्षों से लंबित राष्ट्रीय खेल प्रशासन विधेयक भी संसद में पारित कराने पर जोर दिया और पारित कराया। यह विधेयक राष्ट्रीय खेल महासंघों के लिये एक सख्त नियामक ढांचे और सुपरिभाषित विवाद समाधान प्रणाली सुनिश्चित करता है । भारत को ओलंपिक में प्रदर्शन अभी तक औसत रहा है और तोक्यो ओलंपिक 2021 में एक स्वर्ण समेत सात पदक ही अब तक खेलों के इस महासमर में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि फिटनेस खेल संस्कृति का अहम अंग है और दोहराया कि खाने में तेल का प्रयोग कम करके भारत को मोटापे से लड़ना है। उन्होंने कहा ,‘‘जब मैं फिटनेस की बात करता हूं तो मैं मोटापे के बारे में भी बात करना चाहता हूं ।यह देश में बड़ी समस्या है। ऐसा अनुमान है कि भविष्य में हर तीसरा व्यक्ति मोटापे का शिकार होगा । मोटापे के खिलाफ जंग जीतने के लिये हमें खाने में तेल का प्रयोग कम करना है।’’ (भाषा)
लाल किले की प्राचीर से पहली बार मोदी ने की RSS की सराहना, शताब्दी वर्ष की दी शुभकामनाएं
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर शुक्रवार को पहली बार ऐतिहासिक लाल किले के प्राचीर से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सराहना करते हुए शताब्दी वर्ष पर उसे शुभकामनाएं दी और कहा कि संघ राष्ट्र निर्माण के काम में जुटा हुआ है। मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर संबोधन में लाल […] The post लाल किले की प्राचीर से पहली बार मोदी ने की RSS की सराहना, शताब्दी वर्ष की दी शुभकामनाएं appeared first on Sabguru News .
गिल बना यूथ टीम का लीडर, इंग्लैंड में मचाई धूम, युवराज सिंह ने की खुलकर तारीफ
भारत के पूर्व बल्लेबाज युवराज सिंह को लगता है कि हाल के इंग्लैंड दौरे पर शुभमन गिल का प्रदर्शन अविश्वसनीय था क्योंकि पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला से पहले विदेशी हालात में उनकी बल्लेबाजी पर सवाल उठाए जा रहे थे। हाल में एंडरसन-तेंदुलकर टेस्ट श्रृंखला के दौरान गिल ने चार शतक बनाए और 754 रन के साथ शीर्ष स्कोरर रहे। इस उपलब्धि ने उन्हें सेना (दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया) देश में टेस्ट श्रृंखला में 700 से अधिक रन बनाने वाला पहला एशियाई बल्लेबाज बना दिया और इस प्रदर्शन ने मेहमान टीम को पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला 2-2 से ड्रॉ कराने में मदद की। भारत के तीन दिग्गज विराट कोहली, रोहित शर्मा और रविचंद्रन अश्विन के लंबे प्रारूप के क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद 25 वर्षीय गिल ने इस मुश्किल दौरे पर युवा टेस्ट टीम का नेतृत्व किया। युवराज ने महिला क्रिकेट विश्व कप टूर्नामेंट के 50 दिन की उलटी गिनती पर आयोजित ‘50 डेज टू गो’ कार्यक्रम के इतर आईसीसी डिजिटल से कहा, ‘‘उनके विदेशी रिकॉर्ड पर कई सवालिया निशान थे। वह (गिल) कप्तान बने और चार टेस्ट शतक जड़े। यह अविश्वसनीय है कि जब आपको जिम्मेदारी दी जाती है तो आप उसे कैसे लेते हैं। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए मुझे उन पर (भारतीय टीम पर) बहुत गर्व है। मुझे निश्चित रूप से लगता है कि यह हमारी जीत है, हालांकि यह श्रृंखला ड्रॉ रही क्योंकि यह युवा टीम है। और इंग्लैंड में जाकर खेलना और खुद को साबित करना आसान नहीं है। ’’ विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत, आकाशदीप और अर्शदीप सिंह के चोटिल होने और उनके मुख्य तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के कार्यभार के कारण केवल तीन मैच खेलने के बावजूद श्रृंखला में भारत का दृढ़ संकल्प दिखा और उन्होंने ओवल में पांचवें टेस्ट में छह रन से रोमांचक जीत हासिल कर श्रृंखला बराबर कर दी। गिल के ‘मेंटोर’ (मार्गदर्शक) रहे युवराज ने कहा कि कोहली और रोहित जैसे खिलाड़ियों के बिना भी भारतीय टीम ने चुनौती का डटकर सामना किया। उन्होंने कहा, ‘‘यह वाकई शानदार है क्योंकि मुझे लगता है कि जब आपके पास इंग्लैंड जाने वाली युवा टीम होती है तो बहुत दबाव होता है। आप विराट कोहली, रोहित शर्मा जैसे खिलाड़ियों की जगह ले रहे होते हैं, यह आसान नहीं होता। खिलाड़ियों ने इसका डटकर सामना किया। ’’ उन्होंने ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर के प्रयासों की भी सराहना की, जिनकी लंबी साझेदारी की बदौलत भारत ने मैनचेस्टर में चौथा टेस्ट ड्रॉ कराया। युवराज ने कहा, ‘‘टूर्नामेंट में वह पल शानदार था जब भारत ने टेस्ट श्रृंखला ड्रॉ कराई। मैंने बहुत लंबे समय से वाशिंगटन और जडेजा को शतक बनाते और टेस्ट मैच ड्रॉ कराते नहीं देखा। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह बहुत कुछ कहता है। निश्चित रूप से जडेजा लंबे समय से टीम में हैं। लेकिन मुझे लगता है कि टीम में युवा खिलाड़ी वाशिंगटन सुंदर ने जो किया वह अविश्वसनीय था। ’’ (भाषा) ALSO READ: 36 साल के मैक्सवेल का बल्ला खामोश फिर भी इस कारण है T20I टीम में
पूर्वी बर्दवान में भीषण बस दुर्घटना में 10 लोगों की मौत, 35 घायल
कोलकाता। पश्चिम बंगाल के पूर्वी बर्दवान में राष्ट्रीय राजमार्ग 19 पर नवाब-हट फागुपुर इलाके में गुरुवार को एक भीषण हादसे में कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई और 35 से ज़्यादा घायल हो गए। पुलिस के अनुसार यह हादसा सुबह करीब सात बजे हुआ जब तारकेश्वर से आसनसोल जा रही एक यात्री […] The post पूर्वी बर्दवान में भीषण बस दुर्घटना में 10 लोगों की मौत, 35 घायल appeared first on Sabguru News .
दिवाली पर मिलेगा तोहफा, जीएसटी में कम होंगी दरें : मोदी
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि इस साल दिवाली पर देशवासियों को नई पीढ़ी के जीएसटी सुधारों का तोहफा मिलने वाला है। मोदी ने लाल किले के प्राचीर से 79वें स्वतंत्रता दिवस पर देश को संबोधित करते हुए कहा कि देश में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को लागू किए आठ […] The post दिवाली पर मिलेगा तोहफा, जीएसटी में कम होंगी दरें : मोदी appeared first on Sabguru News .
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नागपुर स्थित मुख्यालय में ध्वजारोहण
नागपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने शुक्रवार को नागपुर स्थित अपने मुख्यालय में 79वें स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। संघ प्रमुख मोहन भागवत के शहर से बाहर होने के कारण, नागपुर महानगर संघचालक राजेश लोया ने महल स्थित संघ मुख्यालय में तिरंगा फहराया। इस समारोह में संघ के अनेक स्वयंसेवक और प्रचारक शामिल हुए। लोया […] The post राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नागपुर स्थित मुख्यालय में ध्वजारोहण appeared first on Sabguru News .
मिशन सुदर्शन चक्र करेगा देश के चप्पे-चप्पे की सुरक्षा : मोदी
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को सीमाओं के साथ साथ महत्वपूर्ण सैन्य और असैन्य प्रतिष्ठानों को सुरक्षा कवच प्रदान करने के लिए प्रौद्योगिक आधारित प्रणालियां विकसित करने के उद्देश्य से मिशन सुदर्शन चक्र शुरू करने की घोषणा की। मोदी ने लाल किले की प्राचीर से मिशन सुदर्शन चक्र की घोषणा की जिसके तहत […] The post मिशन सुदर्शन चक्र करेगा देश के चप्पे-चप्पे की सुरक्षा : मोदी appeared first on Sabguru News .
1857 की जनक्रांति में हरियाणा के बल्ला गांव की अभूतपूर्व वीरता और बलिदान की दास्तान, जिसमें जाट, रोड, गुर्जर, दलित, सिख और सभी समुदायों ने मिलकर अंग्रेजी हुकूमत और उसके सहयोगियों को ललकारा। एक ऐतिहासिक पुनर्मूल्यांकन….
नरेंद्र मोदी की पात्रता पर विश्लेषण: राजनीति, कॉरपोरेट और समर्थकों की पड़ताल
नरेंद्र मोदी की प्रधानमंत्री के रूप में पात्रता पर विस्तृत विश्लेषण — कॉरपोरेट, आरएसएस, समर्थक वर्ग और अंतर्राष्ट्रीय राजनीति के दृष्टिकोण से डॉ. प्रेम सिंह का लेख
लाल किले से PM: दिवाली पर GST रिफॉर्म से टैक्स राहत, 3.5 करोड़ रोजगार वाली नई योजना
79वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश को दो बड़े तोहफे की घोषणा की। दिवाली पर नेक्स्ट जेनेरेशन GST रिफॉर्म और ... Read more
सिंगरौली: वीरों के बलिदान और त्याग से मिली है आजादी, हर व्यक्ति को इसका मोल समझना चाहिए –महापौर
विंध्य भास्कर डैक्स, सिंगरौली: 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर नगर निगम कार्यालय परिसर में एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया। महापौर श्रीमती रानी अग्रवाल ने निगम अध्यक्ष देवेश ... Read more
भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक: भारत का स्थान गिरकर 96वां, चिंताजनक स्थिति
ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल द्वारा जारी वार्षिक भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक (Corruption Perceptions Index – CPI) 2024 में भारत की स्थिति में गिरावट दर्ज की गई है। भारत 180 देशों की सूची में ... Read more
चाहे रोजमर्रा के काम में मदद लेनी हो या हेल्थ चार्ट बनवाना. चैट जीपीटी बेहद कम समय में हमारे जीवन का हिस्सा बन गया है. लेकिन एक शख्स को इससे ऐसी सलाह मिली कि उसकी दिमागी हालत बिगड़ गई. इसके बाद एआई पर सवाल खड़े हो रहे हैं. आखिर क्या है ये पूरा मामला और चैट जीपीटी के जवाब पर कितना भरोसा किया जा सकता है; पूरी जानकारी के लिए ऊपर दी गई इमेज पर क्लिक कर देखें वीडियो...
तारीख: 25 जुलाईजगह: दुर्ग, छत्तीसगढ़ नारायणपुर के रहने वाले सुखमन मंडावी अपनी बहन सुखमती के साथ सुबह करीब 5 बजे दुर्ग रेलवे स्टेशन पहुंचे। उनके साथ दो लड़कियां ललिता उसेंडी और कमलेश्वरी प्रधान भी थीं। यहीं से 10 बजे उन्हें आगरा के लिए ट्रेन पकड़नी थी। वो आगे के सफर के लिए प्लेटफॉर्म पर इंतजार ही कर रहे थे कि तभी टीटी ने टिकट मांगा। उनके पास सिर्फ प्लेटफॉर्म टिकट था। उन्होंने बताया कि स्टेशन पर उनसे दो नन वंदना फ्रांसिस और प्रीति मैरी मिलने वाली हैं। टिकट उन्हीं के पास है। वो तीनों उन्हीं के साथ आगरा जा रही हैं। वंदना और प्रीति ने स्टेशन पहुंचकर टीटी को टिकट दिखाया। ट्रेन आती उससे पहले हिंदूवादी नेता ज्योति शर्मा बजरंग दल के सदस्यों के साथ स्टेशन पहुंच गईं। वो दोनों नन पर जबरन धर्म परिवर्तन और ह्यूमन ट्रैफिकिंग का आरोप लगाकर हंगामा करने लगीं। बजरंग दल ने GRP थाने में नन समेत सुखमन मंडावी के खिलाफ धर्म परिवर्तन और ह्यूमन ट्रैफिकिंग का आरोप लगाते हुए FIR दर्ज कराई। इसके बाद सुखमन समेत दोनों नन को अरेस्ट कर लिया गया। वहीं सुखमन की बहन सुखमती और दोनों लड़कियों को सखी सेंटर भेज दिया गया। अब 2 अगस्त को NIA कोर्ट ने 50-50 हजार के मुचलके पर इन्हें जमानत दी है। हालांकि जिन लड़कियों के धर्मांतरण और ह्यूमन ट्रैफिकिंग के आरोप लगे, वे हिंदूवादी नेता और बजरंग दल पर आरोप लगा रही हैं। उनका कहना है कि वो परिवार की मर्जी से काम करने जा रही थीं, उनसे कोई झूठा वादा नहीं किया गया। उन्हें मारपीट कर बयान बदलने के लिए कहा गया। हम इस पूरे केस को समझने के लिए ग्राउंड पर पहुंचे। हमने मामले से जुड़े सभी किरदारों से उनका पक्ष जाना और ये समझने की कोशिश की आखिर ये सब क्यों और कैसे हुआ। सबसे पहले विक्टिम की बात...'टिकट में नाम देखकर किसी ने बजरंग दल को बुलाया'सबसे पहले हम ललिता उसेंडी से मिले। वो उस दिन का पूरा घटनाक्रम बताते हुए कहती हैं, 'हमें काम के लिए नारायणपुर से आगरा जाना था। हम बस से दुर्ग रेलवे स्टेशन पहुंचे और वहां से हमें आगरा के लिए ट्रेन पकड़नी थी। मेरे साथ सुखमन भइया, उनकी बहन सुखमती और कमलेश्वरी थी।' 'हम नारायणपुर से 24 जुलाई की रात 9.45 बजे की बस से दुर्ग के लिए निकले। अगले दिन सुबह करीब 5 बजे हम दुर्ग रेलवे स्टेशन पहुंच गए। आगरा के लिए ट्रेन सुबह 10 बजे की थी इसलिए हम स्टेशन पर ही इंतजार करने लगे। इसी दौरान टीटी ने हमसे टिकट मांगा। हमारे पास सिर्फ प्लेटफॉर्म टिकट था। इसलिए टीटी हमसे 250 रुपए जुर्माना मांगने लगे।' ललिता बताती हैं, 'ट्रेन का टिकट सिस्टर वंदना फ्रांसिस और प्रीति मैरी के पास था। वे दोनों हमें दुर्ग स्टेशन पर ही मिलने वाली थीं। इन्हीं के साथ हमें आगरा जाना था। दोनों सिस्टर जब स्टेशन पहुंचीं और उन्होंने टिकट दिखाया तो टीटी ने हमें छोड़ दिया। हालांकि हमारी ट्रेन आने से पहले ही किसी ने बजरंग दल वालों को कह दिया कि हमें जबरदस्ती ले जाया जा रहा है। 100 से 150 लोग स्टेशन पहुंच गए।’ ‘वो दोनों सिस्टर्स (नन) पर हमें आगरा सप्लाई करने का आरोप लगाने लगे और स्टेशन पर हंगामा खड़ा कर दिया। हमें दुर्ग स्टेशन के GRP थाने ले जाया गया। वहां लोगों ने हमारे साथ धक्का-मुक्की की। भीड़ को देखते हुए हमें GRP थाने के एक कमरे में रखा गया। इसी दौरान वहां ज्योति शर्मा नाम की महिला आई। उसने हमारे साथ बहुत बदतमीजी की।‘ हमें मारा-पीटा और जातिसूचक गालियां दीं, रेप कराने की भी धमकी दीललिता आगे बताती हैं, ‘ज्योति ने पहले सबको कमरे से बाहर निकाला। फिर GRP वालों से पूछा यहां सीसीटीवी कैमरा तो नहीं लगा है? जैसे ही उसे पता चला कि वहां कैमरा नहीं है, तो उसने हमें तरह-तरह से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। उसने हमें मारा-पीटा और हमारा रेप तक करवाने की धमकी दी। हम सब बहुत डर गए थे।' 'हमने बताया कि हम परिवार की मर्जी से इनके साथ काम करने जा रहे हैं।' हमें किसी तरह का कोई लालच नहीं दिया है, हमें आगरा के अस्पताल में सफाई और खाना बनाने का काम मिला है। हमारी बहन पहले भी सिस्टर के साथ काम कर चुकी है, लेकिन वो हमारी बात सुनने को तैयार नहीं थीं, बल्कि हमें थप्पड़ मारे जा रही थीं। ललिता बताती हैं, 'ज्योति हम पर झूठा बयान देने के लिए दबाव बना रही थीं। वो धमकाते हुए कहती कि जैसा कह रही हूं, अगर वैसा नहीं कहा तो हमारे भाई को जेल भिजवा देंगी। वो लगातार हम पर दोनों सिस्टर और सुखमन भइया के खिलाफ बोलने का दबाव बना रही थीं।' 'वो यहीं नहीं रुकी। उसने हमें जाति सूचक गालियां देते हुए कहा कि तुम लोग मेरे जूते के लायक भी नहीं हो। इसके बाद पुलिस ने बड़ी मुश्किल से ज्योति शर्मा से कमरे का दरवाजा खुलवाया और हमें बाहर निकाला। पुलिस ने हमसे एक पेपर पर साइन कराया और फोन भी जमा कर लिया। इसके बाद हम सबको अलग-अलग कर दिया गया। हम तीनों को एक कमरे में रखा, जबकि दोनों सिस्टर को अलग कमरे में रखा गया।' खाना बनाने का काम मिला था, किसी ने झूठा वादा नहीं कियाललिता बताती हैं कि इस घटना की जानकारी मिलते ही दुर्ग स्टेशन पर ईसाई कम्युनिटी के लोग और तमाम चर्च से लोग उनकी मदद करने पहुंचे। हमने ललिता से पूछा कि ज्योति शर्मा वायरल वीडियो में कह रही है कि आठवीं पढ़ी लड़कियां कैसे नर्स बन सकती हैं? क्या आप लोग सिर्फ आठवीं तक ही पढ़ी हो और नर्सिंग करने जा रही थी? ललिता जवाब में कहती हैं, 'मैं 10वीं तक पढ़ी हूं और मुझे खाना बनाने के लिए ही ले जाया जा रहा था। हां अगर मैं आगे पढ़ना चाहती तो मेडिकल के किसी भी फील्ड में बढ़ने की संभावना थी, लेकिन नर्सिंग का झूठा वादा करके नहीं ले जाया जा रहा था।' ‘हम पिछले 10 साल से चर्च जा रहे हैं। रविवार की प्रार्थना हमारे गांव में ही होती है। जब कुछ बड़ा कार्यक्रम होता है तो हम नारायणपुर जाते हैं। दोनों सिस्टर्स को हम लोग कई सालों से जानते हैं। हम आगरा के लिए निकलने ही वाले थे कि उससे पहले ये सब हो गया।‘ इस घटना के बाद से सुखमती, ललिता और कमलेश्वरी की जिंदगी बिल्कुल बदल गई है। ललिता बताती हैं, 'अब हमारे लिए लोगों का नजरिया एकदम बदल गया है।' नन बोलीं- परिजन ही लड़कियों को काम पर भेज रहे थेइस मामले को लेकर हमने नारायणपुर क्रिश्चियन अस्पताल और स्कूल में लंबे समय से काम करने वाली एक सिस्टर से संपर्क किया। उन्हें ही केस के बारे में सबसे पहले जानकारी मिली थी। नाम न लिखने की शर्त पर उन्होंने बताया, ‘सिस्टर वंदना फ्रांसिस फिलहाल आगरा कॉन्वेंट के अंडर में आने वाले अस्पताल में काम कर रही हैं। इससे पहले 6 साल तक वे नारायणपुर में एक फॉर्मासिस्ट के तौर पर मिशन अस्पताल (क्रिश्चियन) में काम कर रही थीं। पिछले साल ही उनका ट्रांसफर आगरा हो गया। जबकि सिस्टर प्रीति जबलपुर कॉन्वेंट से जुड़ी हुई हैं।' यहां काम करने के दौरान हमारी कई लोगों से जान-पहचान होती हैं। हमारा काम गांव-गांव लोगों तक सुविधा पहुंचाना है। हमने पहले भी कई लड़कियों को उनकी शैक्षणिक योग्यता के आधार काम पर लगाया है। इस बार भी ऐसा ही हुआ। 'आगरा और जबलपुर में महिलाओं की जरूरत थी। सिस्टर वंदना ने यहां लोकल में एक महिला से संपर्क किया, जो चर्च आती थी। उसी ने तीनों लड़कियों को काम के लिए भेजा था।' वे आगे कहती हैं, 'मामला बस इतना था कि दोनों ही सिस्टर्स (नन) दुर्ग आकर लड़कियों को काम पर ले जाने वाली थीं क्योंकि नारायणपुर से ले जाने में 6 से 7 घंटे का एक्स्ट्रा टाइम लग जाता। इसलिए उन्होंने परिजन से लड़कियों को दुर्ग स्टेशन पर ही छोड़ने की बात कही थी। लड़कियां अपने भाई के साथ दुर्ग रेलवे स्टेशन पहुंची थीं। इसी दौरान वहां बजरंग दल वाले आए और उन्होंने सिस्टर्स के साथ जो किया, वो सोशल मीडिया और खबरों में हर जगह है।' अब हिंदूवादी नेता की बात...ये धर्मांतरण का पूरा रैकेट, मैं एक बेटी को बचाने आईइस मामले में ललिता ने जिस ज्योति शर्मा पर मारपीट और जातिसूचक गालियां देने के आरोप लगाए, हमने उनका भी पक्ष जानने की कोशिश की। इस घटना से जुड़ा ज्योति शर्मा का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल है, जो GRP थाने के अंदर का बताया जा रहा है। वीडियो में दोनों नन भी नजर आ रही हैं। वीडियो में ज्योति किसी पर चिल्लाती दिख रहीं और कह रही हैं, 'समझ में आ रहा है? बोलोगे या फिर एक मारूं?' इसके बाद वो ननों की ओर मुड़कर धमकी देती हैं, 'अगर नहीं बोलोगी तो तुम्हारा चेहरा तोड़ दूंगी, मैं तुम्हें चेतावनी दे रही हूं।' हालांकि दैनिक भास्कर इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। जब हमने ज्योति से इस बारे में बात की तो वे दोनों ननों पर ह्यूमन ट्रैफिकिंग और धर्मांतरण के रैकेट में शामिल होने का आरोप लगाती हैं। वो ये भी दावा करती हैं कि उनके बैग से एक बाइबिल, एक फोटो, एक पासबुक, एक ATM कार्ड और पादरियों के नंबरों वाली डायरी मिली है। घटना के बाद स्टेशन पर भीड़ जुटने को लेकर उन्हें वीडियो में कहते सुना जा सकता है, 'ये नंबर साबित करते हैं कि ये रैकेट है। अगर रैकेट नहीं है तो दो ननों के लिए इतनी भीड़ क्यों इकट्ठी हो रही है? जबकि वो यहां की रहने वाली भी नहीं हैं, मैं एक हिंदू संगठन से हूं इसलिए अपनी बेटी को बचाने आई हूं। ये किसे बचाने आए हैं? ज्योति बिना कैमरे पर आए आगे कहती हैं, 'हमने कोई लड़ाई-झगड़ा नहीं किया है। न हमने किसी को मारा। ये सुबह करीब 8:30 बजे की बात है। हमसे जुड़े एक व्यक्ति अपनी मां को छोड़ने दुर्ग रेलवे स्टेशन गए थे। उन्होंने स्टेशन पर एक लड़की को रोते देखा। पूछने पर पता चला कि कुछ लोग लड़की को जबरदस्ती आगरा ले जा रहे हैं। वो उनके साथ नहीं जाना चाहती थी। उन्होंने ही मुझे कॉल करके सारी बात बताई।' 'मैंने उनसे अनुरोध किया कि आप बच्ची को GRP थाने में बैठा दें। मैं वहां पहुंच रही हूं। मुझे पहुंचने पर पता चला कि एक लड़का तीनों लड़कियों को दुर्ग स्टेशन लेकर आया। इन्हें दो नन के हवाले किया। उसी बीच एक लड़की रोने लगी और घर वापस जाने की बात कहने लगी।' 'जब मैंने पूछा तो लड़की ने बताया कि उन्हें खाना बनाने और नर्सिंग के काम के लिए आगरा ले जाया जा रहा है। वो लड़कियां 10वीं पास भी नहीं हैं। उनसे नर्सिंग का कौन सा काम कराया जाएगा।' लोगों ने अफवाह फैलाई, झूठे आरोप से बचने के लिए बनाया वीडियोअपने ऊपर लगे आरोपों पर ज्योति कहती हैं, 'ये सब अफवाह है। थाने के अंदर कमरे की बात करें तो वहां मेरे अलावा पुलिस वाले भी मौजूद थे। मुझे पता है लोग झूठा आरोप लगाते हैं इसलिए मैं जब कमरे में घुसी, तो मैंने माइक लगाया और वीडियो बनाना शुरू कर दिया। वीडियो सोशल मीडिया पर लाइव चला है।' वो आरोप लगाते हुए कहती हैं, 'पिछले कुछ समय में छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण बहुत तेजी से फैला है। बस्तर और सरगुजा बेल्ट पूरी तरह से धर्मांतरित हो चुकी है। गांवों में छोटे-छोटे चर्च बन गए हैं। वहां के लोग कहते हैं कि हमारा धर्म नहीं बदला गया है। अगर धर्मांतरण नहीं हुआ है तो ये चर्च क्यों बने हैं?' 'मैं भिलाई में रहती हूं। यहां सेक्टर-16 में एक बड़ा चर्च है। दावा किया जाता है कि वहां कोई धर्मांतरण नहीं हो रहा, लेकिन ऐसा नहीं है। बस्ती और मोहल्लों में बने इन चर्च के अंदर धर्मांतरण होता है। इसकी जांच होनी चाहिए।' क्या छत्तीसगढ़ में ईसाइयों पर बढ़ रहे हिंसा के मामलेरिपोर्ट्स के मुताबिक, बस्तर और आसपास के आदिवासी इलाकों में ईसाई कम्युनिटी पर हिंसा, सामाजिक बहिष्कार और जबरन धर्म परिवर्तन के मामले बार-बार सामने आते रहे हैं। दिसंबर 2022 में तो कोंडागांव और नारायणपुर के करीब 33 गांवों में लगभग 1,000 आदिवासी ईसाइयों को उनके घरों से बेदखल कर दिया गया था। कई मामलों में धार्मिक स्थलों को नुकसान पहुंचाया गया और पीड़ित परिवारों को गांव छोड़ने पर मजबूर किया गया। एक्सपर्ट्स का मानना है कि छत्तीसगढ़ में इस तरह की घटनाओं के पीछे न सिर्फ सांप्रदायिक तनाव बल्कि स्थानीय राजनीतिक समीकरण भी जिम्मेदार हैं। हमने इसे लेकर छत्तीसगढ़ क्रिश्चियन फोरम के उपाध्यक्ष रत्नेश बेंजमिन से बात की। वे बताते हैं, 'छत्तीसगढ़ में हुई घटना पूरे समाज को झकझोर रही है। एक तरफ सिस्टर्स गरीब असहाय लोगों की मदद करती हैं, दूसरी तरफ बजरंग दल के लोग उन पर अटैक कर रहे हैं।' छत्तीसगढ़ में ईसाइयों की स्थिति को लेकर वे कहते हैं, ‘पुलिस के सामने ईसाइयों पर हमला किया जा रहा है। इसी केस में थाने में जो कुछ हुआ उसे सभी ने देखा। भारतीय संविधान के अनुछेद 26, 27, 28, 29, 30, 31 अल्पसंख्यकों के अधिकारों की बात करते हैं, लेकिन दुर्ग में जो हुआ, वहां हमारे अधिकारों का पूरी तरह से हनन किया गया है। छत्तीसगढ़ में ईसाइयों पर हो रहे हमले का कोई सटीक डेटा तो बता पाना मुश्किल हैं, लेकिन मरने के बाद दफनाने, चर्च में तोड़फोड़ करने और पास्टर्स को मारने जैसी घटनाएं हर हफ्ते सुनने को मिलती हैं। बस्तर की स्थिति ये है कि अगर कोई ईसाई यहां बीमार पड़ जाता है तो उसे चिंता होती है कि अगर मृत्यु हो गई तो दफनाने के लिए बहुत परेशानी आएगी। आज कहां किसी ईसाई पर अटैक हो जाए, कोई नहीं जानता।' ................................. ये खबर भी पढ़ें...‘कागज दिखाए, फिर भी पूछ रहे, बांग्लादेश से कब आए’ ‘हमारा परिवार बंगाल से दिल्ली काम करने के लिए आया, लेकिन यहां हमें परेशान किया जा रहा है। हम बंगाली बोलते हैं और मुस्लिम भी हैं। भाषा और धर्म के आधार पर हमें टारगेट किया जा रहा है। हमें बांग्लादेशी बताकर बेदखल क्यों किया जा रहा है। हम तो अपने देश में ही सुरक्षित नहीं हैं।‘ अमानुर शेख पश्चिम बंगाल के नदिया जिले से 20 साल पहले दिल्ली आ गए थे। अचानक बदले माहौल से परेशान हैं। पढ़िए पूरी खबर...
कल यानी 16 अगस्त को पूरे देश में जन्माष्टमी मनाई जाएगी। देशभर के कृष्ण मंदिरों में उत्सव और उल्लास खास होगा। ये जन्माष्टमी आपके लिए भी खास होगी। क्योंकि दैनिक भास्कर एप पर आप देश के तीन सबसे प्रसिद्ध कृष्ण मंदिरों के गर्भगृह में वर्चुअल प्रवेश कर पाएंगे। यही नहीं, हर मंदिर में वहां के पूरे विधि-विधान से पूजा भी कर पाएंगे। दैनिक भास्कर एप पर आप इन 3 कृष्ण मंदिरों में दर्शन और पूजा कर पाएंगे- आम जनता के लिए इन मंदिरों के गर्भगृह में प्रवेश करना मुश्किल है और जन्माष्टमी पर अमूमन इतनी भीड़ होती है कि यहां भगवान की एक झलक भी मुश्किल से मिल पाती है। लेकिन दैनिक भास्कर का खास इंटरैक्टिव आपको इन मंदिरों के गर्भगृह में प्रवेश करने जैसा अहसास दिलाएगा। गर्भगृह में विराजे श्रीकृष्ण विग्रह के दर्शन होंगे। साथ ही आप इन तीनों मंदिरों के अलग-अलग विधि-विधानों से जल, फूल-तुलसी और प्रसाद चढ़ा पाएंगे। इसके बाद आप हर मंदिर में भगवान की पूरी आरती भी कर पाएंगे। तो बस कल का इंतजार कीजिए और जन्माष्टमी पर घर बैठे द्वारकाधीश, बांके बिहारी और श्रीकृष्ण जन्मभूमि में दर्शन, पूजन और पूर्ण आरती कीजिए।