भोपाल मंडल की 8 ट्रेनों का रूट बदला:हजरत निज़ामुद्दीन-तिरुवनंतपुरम एक्सप्रेस, कर्नाटक एक्सप्रेस शामिल
उत्तर मध्य रेलवे के झांसी मंडल के ग्वालियर-झांसी खंड में तीसरी लाइन के कार्य के संदर्भ में संदलपुर-आंतरी स्टेशनों के बीच अप लाइन पर कट और कनेक्शन कार्य के चलते भोपाल मंडल से गुजरने वाली यात्री गाड़ियों का मार्ग परिवर्तित किया गया हैं। इसमें हजरत निज़ामुद्दीन-तिरुवनंतपुरम एक्सप्रेस, कर्नाटक एक्सप्रेस, एर्नाकुलम एक्सप्रेस व जबलपुर श्रीधाम एक्सप्रेस शामिल हैं।
भारत में तेजी से बढ़ रहा पब्लिक ईवी चार्जर नेटवर्क, कर्नाटक और महाराष्ट्र शीर्ष पर
नई दिल्ली, 20 दिसंबर . भारत में अब तक इंस्टॉल हुए पब्लिक इलेक्ट्रिक व्हीकल (ईवी) चार्जर की संख्या 25,000 को पार कर गई है. सरकार द्वारा शुक्रवार को दी गई जानकारी में बताया गया कि देश में पब्लिक ईवी चार्जर की कुल संख्या 25,202 हैं. भारी उद्योग और इस्पात राज्य मंत्री भूपतिराजू श्रीनिवास वर्मा ने ... Read more
बिहार के समस्तीपुर के AI इंजीनियर अतुल सुभाष की मां अंजू मोदी ने 4 साल के पोते की कस्टडी के लिए सुप्रीम कोर्ट पहुंचीं हैं। उन्होंने बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की है। न्यायमूर्ति बीवी नागरत्ना और न्यायमूर्ति एन कोटिश्वर सिंह की पीठ ने उत्तर प्रदेश, हरियाणा और कर्नाटक सरकारों को स्थिति स्पष्ट करने के लिए नोटिस जारी किया है। अगली सुनवाई 7 जनवरी को होगी। अंजू मोदी की याचिका में दावा किया गया है कि न तो अतुल की अलग रह रही पत्नी निकिता सिंघानिया और न ही उसके परिवार के सदस्यों (जो वर्तमान में हिरासत में हैं) ने बच्चे के ठिकाने का खुलासा किया है। निकिता ने कथित तौर पर पुलिस को बताया कि बच्चे का नाम फरीदाबाद के एक बोर्डिंग स्कूल में दर्ज है और वह उसके चाचा सुशील सिंघानिया की देखरेख में है। हालांकि, सुशील ने बच्चे के बारे में कोई जानकारी होने से इनकार किया है। याचिका के अनुसार अंजू मोदी का कहना है कि सिंघानिया परिवार ने बच्चे को खोजने के प्रयासों में बाधा डाली है। सुभाष के पिता पवन कुमार ने भी सार्वजनिक रूप से बच्चे की कस्टडी की मांग की है। 8 दिसंबर को आत्महत्या करने वाले अतुल ने अपने पीछे वीडियो और लिखित नोट छोड़े हैं, जिसमें उसने अपनी पत्नी और ससुराल वालों पर उत्पीड़न और झूठे आरोप लगाने का आरोप लगाया है। 16 अगस्त को निकिता, उसकी मां, भाई हुआ था गिरफ्तार सुभाष की आत्महत्या के मामले में कई लोगों की गिरफ़्तारी हुई हैं। निकिता सिंघानिया, उसकी मां निशा सिंघानिया और भाई अनुराग सिंघानिया को 16 दिसंबर को गिरफ़्तार किया गया था। कर्नाटक पुलिस ने अतुल सुभाष की ओर से छोड़े गए सुसाइड नोट और वीडियो के सबूतों का हवाला देते हुए तीनों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया। वे फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं। अतुल सुभाष के परिवार ने आरोप लगाया है कि निकिता और उसके परिवार ने झूठे कानूनी मामलों और पैसे की मांग के ज़रिए उसे परेशान किया। सुभाष के पिता पवन कुमार और भाई विकास कुमार ने न्याय मिलने तक सुभाष की अस्थियों को विसर्जित न करने की कसम खाई है। विकास कुमार ने कहा कि इस घटना के पीछे जो लोग हैं, उन्हें भी गिरफ्तार किया जाना चाहिए। जब तक हमारे खिलाफ दर्ज सभी झूठे मामले वापस नहीं लिए जाते, हमें न्याय नहीं मिलेगा। जब तक हमें न्याय नहीं मिल जाता, हम अपने भाई की अस्थियों का विसर्जन नहीं करेंगे। हमारी लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने कहा था कि मैं अपने भतीजे (सुभाष के बेटे) के बारे में भी उतना ही चिंतित हूं। उसकी सुरक्षा हमारे लिए गंभीर चिंता का विषय है। हमने उसे हाल की तस्वीरों में नहीं देखा है। मैं मीडिया के माध्यम से उसके ठिकाने के बारे में जानना चाहता हूं। हम चाहते हैं कि उसे जल्द से जल्द हिरासत में लिया जाए। बेटे व्योम के लिए अतुल सुभाष ने छोड़ा था गिफ्ट भास्कर से परिवार वालों ने बताया, 'अतुल की इच्छा थी कि गिफ्ट उसके बेटे को 18वें बर्थडे पर मिले। उसने गिफ्ट के ऊपर एक मैसेज भी लिखा है- 'मेरे प्यारे बेटे व्योम मोदी को यह गिफ्ट 20 फरवरी 2038 को उसके 18वें जन्मदिन पर देना। तब तक यह गिफ्ट मेरे भाई विकास के पास रहेगा।' यह गिफ्ट अतुल के भाई विकास ने पूरी पैकिंग और मैसेज के साथ संभाल के रखा है, ताकि वह अपने भतीजे को समय आने पर दे सके। पोते के लिए लगता है डर अतुल के पिता पवन मोदी ने कहा- 'मैं अपने भारत के न्याय प्रणाली पर कोई सवाल नहीं उठा रहा हूं। हमारी न्याय प्रणाली बहुत अच्छी है, लेकिन उसका दुरुपयोग भी हो रहा है। मैं तो उस पोते का दादा हूं, जिसका पता अभी तक नहीं चल पाया है। जिसका चेहरा मैंने आज तक कभी सामने से नहीं देखा। मुझे डर है कि अगर वह आपराधिक किस्म के लोगों के साथ रहेगा तो कहीं वह भी अपराधी ना कहलाए।' अतुल की मां अंजू मोदी ने कहा- मैं हर चीज को सह लेती थी, लेकिन अब मेरी बस यही इच्छा है कि मैं अपने पोते को अपने सामने देखूं। व्योम को याद करते हुए उसकी दादी की आंख भर आती है। अंजू रोते हुए कहती हैं- 'मेरा पोता, मेरा दूसरा अतुल सुभाष होगा। मैं अपने पोते के सहारे जी लूंगी। मेरे पोते को कोई दिलवा दो।' अभी तक व्योम का कोई पता नहीं चल पाया है। वह कहां है, किसके साथ है। पुलिस भी उसकी लगातार छानबीन कर रही है।
कर्नाटक की महिला मंत्री बोलीं, भाजपा के विधान पार्षद के व्यवहार से लगा सदमा
Karnataka news in hindi : कर्नाटक में भाजपा के विधान पार्षद सी.टी. रवि पर अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल करने का आरोप लगाने वालीं मंत्री लक्ष्मी हेब्बालकर ने शुक्रवार को कहा कि वह इस घटना से बेहद सदमे में और दुखी हैं। मंत्री ने कहा कि कांग्रेस नेता एवं ...
BJP MLC C T Ravi arrested for derogatory remarks: मंत्री हेब्बालकर द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर भाजपा नेता के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 75 के तहत गुरुवार को मामला दर्ज किया गया. शुक्रवार को सीटी रवि को गिरफ्तार कर लिया गया. जानें पूरा मामला.
कर्नाटक में महिला मंत्री की शिकायत पर भाजपा नेता हिरासत में, सीटी रवि ने भी दर्ज कराई शिकायत
Karnataka news in hindi : कर्नाटक में महिला मंत्री लक्ष्मी हेब्बालकर पर आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद विवादों में घिरे भाजपा नेता सीटी रवि के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने उन्हें देर रात हिरासत में ले लिया। सीटी रवि ने भी उन पर हमला करके जान ...
हरियाणा के बैडमिंटन खिलाड़ियों ने कर्नाटक के बेंगलुरू में आयोजित योनेक्स सनराइज 77वीं इंटर स्टेट-इंटर जोनल और 86वीं सीनियर नेशनल बैडमिंटन चैंपियनशिप-2024 शानदार प्रदर्शन किया। जिसमें हरियाणा की सीनियर महिला टीम ने स्वर्ण पदक जीत कर खिताब अपने नाम किया। यह हर स्टेट का एक सपना होता है और हम जो इतने सालों से मेहनत कर रहे थे आज पूरा हुआ। हरियाणा बैडमिंटन एसोसिएशन के प्रधान रिटायर्ड आईएएस देवेंद्र सिंह एवं बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया के उपाध्यक्ष व हरियाणा बैडमिंटन एसोसिएशन के महासचिव अजय सिंघानिया ने इस उपलब्धि पर हर्ष जाहिर करते हुए विजेता खिलाड़ियों को बधाई दी । उन्होंने खिलाड़ियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने आशा जताई कि हरियाणा की टीम इसी तरह बेहतरीन खेल प्रदर्शन करते हुए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी देश व प्रदेश के नाम का परचम लहराएगी। दूसरी लड़कियों को करेगी प्रेरितअजय सिंघानिया ने बताया कि बेंगलुरू में 18 व 19 दिसंबर तक आयोजित इस मुकाबले में हरियाणा की टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि ये ऐतिहासिक उपलब्धि हरियाणा की अन्य लड़कियों को भी बैडमिंटन खेल में आगे आने के लिए प्रेरित करेगी। ताकि अन्य लड़कियां भी खेल के लिए प्रोत्साहित होकर खेल पाएं और अपना बेहतर प्रदर्शन कर पाएं। लड़कियों के लिए बैडमिंटन में अपना भविष्य संवारने का भी मौका है।
रांची| रायपुर में खेले जा रहे बीसीसीआई अंडर-23 स्टेट ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट में गुरुवार को झारखंड की टीम ने कर्नाटक को 20 रनों से हरा िदया। झारखंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवर में 9 विकेट पर 230 रन बनाए। राजनदीप ने 54, कुनैन कुरैशी ने नाबाद 82 रन, शिखर मोहन ने 18, रॉबिन मिंज 18 एवं सत्य सेतु ने 17 रन बनाए। कर्नाटक की ओर से मनवथ ने चार और यशोवर्धन ने तीन विकेट लिए। जवाब में कर्नाटक की पूरी टीम 210 रन बना सकी। कार्तिकेय ने 58 एवं यशोवर्धन ने 24 रनों का योगदान दिया। झारखंड की ओर से साहिल राज ने 4, हर्ष राज ने दो, कुनैन कुरैशी ने एक विकेट लिए। हरियाणा ने मणिपुर को 10 विकेट से हराया : बीसीसीआई अंडर-23 स्टेट ए ट्रॉफी क्रिकेट में गुरुवार को हरियाणा ने मणिपुर को दस विकेट से हराया। इसके अलावा आंध्र प्रदेश, केरल एवं दिल्ली ने भी जीत दर्ज की। मेकन ग्राउंड में खेले गए मैच में मणिपुर ने पहले खेलते हुए 20.2 ओवर में मात्र 58 रन बनाए। जवाब में हरियाणा ने 6 ओवर में बिना कोई विकेट खोए बना लिए। जेएससीए स्टेडियम में खेले गए एक अन्य मैच में दिल्ली ने सौराष्ट्र को पांच विकेट से हराया। सौराष्ट्र ने 50 ओवर में 8 विकेट पर 293 रन बनाए। जवाब में दिल्ली ने आयुष दोसेजा एवं मयंक के शतकों की बदौलत मैच जीत लिया। आयुष ने 115 एवं मयंक ने 117 रन बनाए। ओवल मैदान में खेले गए मैच में केरल ने उत्तराखंड को 80 रनों से हराया। केरल ने पहले खेलते हुए 49.4 ओवर में 309 रन बनाए। जवाब में उत्तराखंड की टीम 43.2 ओवर में 229 रन ही बना सकी। वहीं, उषा मार्टिन मैदान में आंध्र प्रदेश ने नागालैंड को सात विकेट से हराया। नागालैंड ने पहले खेलते हुए 46.2 ओर में 159 रन बनाए । जवाब में आंध्र प्रदेश ने 32.1 ओवर में तीन विकेट पर 163 रन बनाकर मैच जीत लिया।
पिंक फ्लॉवर उ. मा. विद्यालय ने 45वें वार्षिक उत्सव 'गूंज 2024' का आयोजन रवींद्र नाट्य गृह में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ किया। इस समारोह में कर्नाटक के राज्यपाल डॉ. थावरचंद गहलोत मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। इस अवसर पर उन्होंने शिक्षा, सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण, बच्चों के समग्र विकास में माता-पिता और शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की वंदना और दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई, जो ज्ञान और प्रकाश का प्रतीक है। प्राचार्य शांता सोनी ने विद्यालय प्रबंधन के साथ उपस्थित अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने वार्षिक विद्यालय रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें विद्यालय की शैक्षणिक, सहशैक्षणिक और विद्यार्थियों के समग्र विकास में उल्लेखनीय उपलब्धियों को रेखांकित किया। दर्शकों को कार्यक्रम में एक के बाद एक अद्भुत प्रस्तुतियों ने मंत्रमुग्ध कर दिया। सरस्वती वंदना की मधुर प्रस्तुति से लेकर गुजरात, झारखंड, संबलपुर और रामस्तकुम के रंगीन लोक नृत्यों तक, हर प्रस्तुति छात्रों की कड़ी मेहनत और प्रतिभा को प्रदर्शित कर रही थी। कृष्ण चरित्र की भावपूर्ण नाट्य प्रस्तुति, कालबेलिया नृत्य और जंगल-थीम पर आधारित प्रस्तुति मुख्य आकर्षण रहे। नन्हे किंडरगार्टन छात्रों ने अपनी उत्साही और दिल छू लेने वाली प्रस्तुति से सभी का दिल जीत लिया। इस अवसर पर राज्य और राष्ट्रीय स्तर के मेधावी छात्रों को सम्मानित किया गया। अतिथियों ने स्टूडेंट्स को शील्ड और प्रमाण पत्र प्रदान कर उनकी सफलता और समर्पण की सराहना की।
प्रदेश के पूर्व पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल के पोते रोहित पटेल के विवाह समारोह में शामिल होने के लिए कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गेहलोत बुधवार शाम करीब 5 बजे सुस्तीखेड़ा गांव पहुंचे। पूर्व मंत्री ने राज्यपाल का परंपरागत रूप से स्वागत किया और तीर-कमान के रूप में प्रतीक चिह्न भेंट किए। अजजा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष भगवती प्रसाद शिंदे ने बताया कि राज्यपाल गेहलोत बुधवार सुबह 10 बजे नागदा से दोपहर 12 बजे इंदौर के रवींद्र नाट्यगृह में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इसके बाद दोपहर 1.30 बजे इंदौर से कार के जरिये खलघाट, ठीकरी, जुलवानिया, राजपुर, पलसूद होते हुए शाम 5 बजे सुस्तीखेड़ा पहुंचे। रात 7 बजे इंदौर एयरपोट के लिए रवाना हो गए। इस दौरान सुस्तीखेड़ा में राज्यपाल ने ग्रामीणों से चर्चा की।
यूपी में अब ऑक्सफोर्ड और मॉस्को सहित विश्व की जानी-मानी यूनिवर्सिटी के कैंपस खुलने का रास्ता साफ हो गया है। ऑक्सफोर्ड और मॉस्को यूनिवर्सिटी के प्रतिनिधियों ने कुछ महीने पहले यूपी में कैंपस स्थापित करने के लिए सरकार से संपर्क किया था, लेकिन तब एक्ट इसकी परमिशन नहीं थी। इसलिए मंजूरी नहीं मिली थी। अब एक्ट में संशोधन के अध्यादेश को विधानसभा से मंजूरी मिल गई है। उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने बताया कि अब दोनों विश्वविद्यालयों से संपर्क कर उन्हें यूपी में कैंपस खोलने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। योगी सरकार ने मंगलवार को विधानसभा में उत्तर प्रदेश निजी विश्वविद्यालय (सातवां संशोधन) अधिनियम पारित कराया है। इस अधिनियम के बाद अब दूसरे राज्यों में रजिस्टर्ड शिक्षण संस्थान भी यूपी में विवि स्थापित कर सकेंगे। अभी तक केवल यूपी में पंजीकृत संस्थानों को ही यूपी में विश्वविद्यालय स्थापित करने की अनुमति मिलती थी। महाराष्ट्र और कर्नाटक के बाद हब बनेगा UP उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय का मानना है कि एक्ट में संशोधन के बाद यूपी, महाराष्ट्र और कर्नाटक के बाद उच्च शिक्षा का हब बनेगा। उन्होंने बताया कि वर्तमान में महाराष्ट्र और कर्नाटक में ही विदेशी शिक्षण संस्थानों के कैंपस स्थापित हैं। अब यूपी में भी स्थापित होंगे। उच्च शिक्षा मंत्री ने बताया कि दूसरे प्रदेशों में रजिस्टर्ड शिक्षण संस्थानों को यूपी में विश्वविद्यालय स्थापित करने के लिए यूजीसी से अनुमति लेनी होगी। अगर संस्थान यूजीसी के मानक पर खरा उतरेगा तो ही अनुमति दी जाएगी। यूपी बड़ा मार्केट है एक निजी विश्वविद्यालय के संचालक का कहना है कि यूपी में उच्च शिक्षा विभाग के 19 राज्य विश्वविद्यालय हैं। एक मुक्त विवि है। जबकि, 30 निजी विश्वविद्यालय संचालित हैं। यूपी में 60 फीसदी युवा आबादी है। यूपी के नौजवानों को अभी भी प्रोफेशनल कोर्स के लिए दूसरे राज्यों में या विदेश जाना पड़ता है। यूपी में विश्व के बड़े उच्च शिक्षण संस्थान के कैंपस स्थापित होने से स्थानीय युवाओं को मदद मिलेगी। उनका कहना है कि यूपी प्राइवेट यूनिवर्सिटी का बड़ा मार्केट है, इसलिए एक्ट में संशोधन की जरूरत पड़ी। इसके बाद अब दक्षिण भारत के साथ ही विदेशों की कई यूनिविर्सिटी यूपी में कैंपस स्थापित करने आएंगी। दक्षिण की यूनिवर्सिटीज की UP में दिलचस्पी उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि यूपी में अब दक्षिण के विश्वविद्यालय आने लगे हैं। कर्नाटक की जेएसएस यूनिवर्सिटी नोएडा में अपना विवि स्थापित कर रही है। वहीं चंड़ीगढ़ विवि ने भी उन्नाव में यूनिवर्सिटी स्थापित की है। प्रतिभा का पलायन बंद होगाशिक्षाविद मोलेंदु मिश्रा कहते हैं कि विदेश की यूनिवर्सिटी जब यूपी में विवि स्थापित करेंगी तो प्रदेश में निवेश आएगा। साथ ही रोजगार भी बढ़ेगा। युवाओं को हायर एजुकेशन के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। अब तक का अनुभव है कि युवा विदेश पढ़ने जाते हैं, वहीं नौकरी करते हैं। यूपी में अंतरराष्ट्रीय स्तर के शिक्षण संस्थान खुलने से प्रतिभा का पलायन बंद होगा। -------------------------------- विधानसभा सत्र के दूसरे दिन के मोमेंट्स देखिए... सतीश महाना ने पल्लवी से कहा- सॉरी, रागिनी का शायराना तंज; गुस्से में आए मंत्री...वीडियो देखने के लिए क्लिक करें
गया में ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ अभियान के तहत कर्नाटक के 50 युवा प्रतिनिधियों का दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) में रविवार की देर रात पारंपरिक अंदाज में स्वागत हुआ। कुलपति प्रो. कामेश्वर नाथ सिंह के नेतृत्व में यूनिवर्सटी परिवार ने ढोल-नगाड़ों, शंखनाद, तिलक और गुलाब के साथ मेहमान युवाओं का अभिनंदन किया। इस मौके पर विश्वविद्यालय के कई अधिकारी, शिक्षक और छात्र मौजूद रहे। पीआरओ मुदस्सिर आलम ने बताया कि यह कार्यक्रम पांच प्रमुख आयामों- पर्यटन, परंपरा, प्रगति, परस्पर संपर्क और प्रौद्योगिकी पर आधारित है। इन आयामों के तहत कर्नाटक के प्रतिनिधियों को बिहार की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर से रूबरू कराया जाएगा। पांच दिवसीय यात्रा कर्नाटक के युवा राजगीर, नालंदा, बोधगया और पटना के ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण करेंगे। वे दशरथ मांझी की गहलौर घाटी, महाबोधि मंदिर, शांति स्तूप, पावापुरी जल मंदिर और तख्त श्री हरमंदिर साहिब जैसे स्थलों की संस्कृति और इतिहास को समझेंगे। इसके अलावा राजभवन में महामहिम राज्यपाल से भेंट, बोधगया के शंकराचार्य मठ में नागरिक सम्मान और स्थानीय मंत्री प्रेम कुमार की मौजूदगी में विशेष समारोह का आयोजन भी होगा। युवाओं का दल पथरकट्टी के शिल्पकारों, जीविका परियोजना और बिपार्ड की अत्याधुनिक नेक्स्ट जेन लैब का दौरा करेगा। सीयूएसबी में विशेष गतिविधियां सीयूएसबी कैंपस में योग सत्र, पौधारोपण अभियान और खेल गतिविधियों के माध्यम से युवाओं को बिहार के पर्यावरण और जीवन शैली से जोड़ा जाएगा। वहीं, अंतिम दिन सांस्कृतिक समारोह में कर्नाटक और बिहार की संस्कृतियों का संगम देखने को मिलेगा।
राजीव गांधी हेल्थ सांइंस यूनिवर्सिटी, कर्नाटक की सिंडिकेट मीटिंग में डॉ. निशांत राज चौरसिया को बोर्ड ऑफ़ स्टडीज़ के एक्सटर्नल एक्सपर्ट मेंबर के रूप में नियुक्त किया गया है। इसके साथ ही एसोसिएशन ऑफ़ ओरल एवं मैक्सिलोफ़ेशियल सर्जन्स ऑफ़ इंडिया (AOMSI) की हाल ही में कोलकाता में संपन्न हुई कांफ्रेंस में उन्हें जॉइंट एडिटर के पद पर निर्वाचित किया गया है। डॉ. चौरसिया ने पिछले 16 वर्षों में भोपाल में 1000 से अधिक जबड़े और चेहरे के फ्रैक्चर, ट्यूमर जैसी जटिल शल्य क्रियाओं को सफलतापूर्वक किया है। उन्हें बधाई देने वालों का सिलसिला जारी है।