जिले में नियमों को ताक पर रखकर संचालित हो रहे मेडिकल स्टोर्स पर चल रहीं कार्रवाइयों को लेकर बुधवार को जिला औषधि विक्रेता संघ ने हड़ताल कर दी। खाद्य औषधि विभाग द्वारा की जा रही जांच बंद करने और कटरा के सिंघई मेडिकल स्टोर का निलंबित लाइसेंस तत्काल बहाल करने की मांग को लेकर पूरे दिन शहर के मेडिकल स्टोर बंद रहे। संघ का कहना है कि प्रशासन मनमानी पूर्ण कार्रवाई कर रहा है। जिला प्रशासन द्वारा तानाशाही करते हुए दवा विक्रेताओं पर अनैतिक रूप से बिना सुनवाई करे अनावश्यक दबाव बनाया जा रहा है। लेकिन जब संघ के अध्यक्ष अशोक कुमार जैन से पूछा कि प्रशासन किस तरह मनमानी कर रहा है तो वह कुछ स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए और बाद में बात करने का बोलते हुए फोन रख दिया। हालांकि प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ हुई बैठक के बाद शाम 6 बजे के करीब हड़ताल समाप्त करते हुए मेडिकल स्टोर्स खुल गए। ऐसे हड़ताल पर नहीं जा सकते: सीएमएचओ डॉ. ममता तिमोरी ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाएं, जिसमें मेडिकल स्टोर्स भी शामिल हैं, अति आवश्यक वस्तु अधिनियम के दायरे में आते हैं। इन्हें इस तरह से बंद नहीं किया जा सकता। प्रदेश में इतने सारे बच्चों की मौत हो गई। उसका कारण सिरप हो या अन्य कोई वजह हो। इस घटना से शासन-प्रशासन के साथ हर व्यक्ति दुखी है। ऐसे में यदि मेडिकल संचालक जांच और कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं, तो यह समझ आता है कि यह लोग भी गलत चीज में शामिल हैं। जो भी गलत हैं उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई होना चाहिए। सीधी बात - अशोक कुमार जैन, जिला औषधि विक्रेता संघ अध्यक्ष सवाल पूछने पर अध्यक्ष बोले- बाद में बात करेंगे Q. बंद को लेकर आपकी क्या मांग है? - सिंघई मेडिकल खुलवाने की है, और कोई मांग नहीं है। Q. जिसे मनमानी कार्रवाई बता रहे हैं, उसमें क्या बताना चाह रहे हैं? - दो माह से जो अखबारों में छप रहा है, उससे शिकायत है, इस तरह से नहीं छपना चाहिए। Q. किस तरह की शिकायत है, स्पष्ट बताएं? - लिखा जा रहा है कि नशे की दवाइयां बेची जा रहीं और भी अन्य चीजें, जरूरत के हिसाब से सब दवाएं रखनी पड़ती हैं। Q. नशे की दवाइयां तो मिल रही हैं मेडिकल पर, फार्मासिस्ट नहीं हैं, बिल नहीं हैं, क्या यह सही है? - सही तो नहीं है, मैं अभी बात नहीं कर पाऊंगा, बाद में बात करते हैं। नियम विरुद्ध संचालन किया तो कार्रवाई हाेगी ^सिटी मजिस्ट्रेट ने मेडिकल स्टोर संचालक व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ संयुक्त बैठक की थी। उनकी मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया है। लेकिन नियम विरुद्ध मेडिकल स्टोर्स संचालन पर कार्रवाई की जाएगी।- संदीप जीआर, कलेक्टर
बारिश खुलने के बाद दिन के तापमान में उछाल
बारिश खुलने के बाद शहर में दिन के तापमान में एक बार फिर से उछाल दर्ज किया गया। बुधवार को पूरे दिन तेज धूप निकली रही, जिसके कारण लोग उमस भरी गर्मी से परेशान हुए। मंगलवार को शहर का अधिकतम तापमान 30.7 डिग्री था, जो बुधवार को 1.3 डिग्री की बढ़त के साथ 32 डिग्री पर पहुंच गया। वहीं न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
निगम कर्मियों को नहीं मिला दो माह का वेतन, 14 से हड़ताल की चेतावनी
नगर निगम कर्मचारी संघ की बैठक मध्यप्रदेश नगर पालिका कर्मचारी संघ के प्रांतीय सचिव राजेश सिंह राजपूत, कर्मचारी कल्याण मोर्चा के अध्यक्ष हरेन्द्र खटीक एवं पदाधिकारियों की मौजूदगी में बुधवार को हुई। बैठक में कर्मचारियों ने दो माह का वेतन, पदोन्नति एवं पूर्व का बकाया एरियर न दिए जाने पर आक्रोश व्यक्त किया। बैठक में चर्चा के बाद निर्णय लिया गया कि गुरुवार को कर्मचारियों के दो माह का वेतन, पूर्व की एरियर्स राशि एवं पदोन्नति के संबंध में महापौर, निगमाध्यक्ष एवं निगमायुक्त को ज्ञापन देकर मांग की जाएगी। साथ ही कहा जाएगा कि 14 अक्टूबर तक अगर दो माह का वेतन, एरियर्स का भुगतान एवं पदोन्नति नहीं की गई तो अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी।
यात्री वाहन नहीं चलते वहां बना डाले प्रतीक्षालय, डूब क्षेत्र में भी लगवाए
सागर जिले में 4 साल में विधायक-सांसद निधि से 10.45 करोड़ रुपए में 392 यात्री प्रतीक्षालय लगवाए गए। माननीयों ने निधि को किस तरह ठिकाने लगाया, इसका अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि जहाँ बसें और यात्री वाहन नहीं चलते, वहाँ भी मंजूरी दे दी। बांध के डूब क्षेत्र में जहाँ कोई निर्माण नहीं होता, वहाँ भी यात्री प्रतीक्षालय लगवा डाले। विधायक निधि से 323 और सांसद निधि से 92 प्रतीक्षालय बने हैं। विधायक निधि से चार विधानसभा क्षेत्र बंडा, देवरी, नरयावली और बीना में ही 264 प्रतीक्षालय बनाए गए, जबकि अन्य चार विधानसभा क्षेत्र सुरखी, सागर, खुरई और रहली में महज 55 प्रतीक्षालय बने। बंडा में सबसे अधिक 82, देवरी में 77, नरयावली में 62 और बीना में 43 प्रतीक्षालय लगवाए गए हैं। जिन चार विधानसभा क्षेत्रों में अधिक प्रतीक्षालय बनाए गए, भास्कर ने उनकी ग्राउंड रिपोर्ट की तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। कई प्रतीक्षालय उपयोग न होने से जर्जर हो गए हैं और खाली पड़े हैं। नरयावली: बहेरिया साहनी में 400 मीटर में 4 प्रतीक्षालय बनवा दिए नरयावली विधानसभा के रजौआ, आमेठ और बदौना कछवारा गांव में 13.40 लाख रुपए की लागत से 5 यात्री प्रतीक्षालय बने हैं। इनमें से चार विधायक निधि और एक सांसद निधि से बना है। इन रूट पर आज तक कभी यात्री बसें नहीं चलीं। बदौना कछवारा गांव में मंदिर के ठीक सामने ही प्रतीक्षालय बना दिया, जिसका कोई उपयोग नहीं है। आमेठ में सड़क से नीचे यात्री प्रतीक्षालय बना है जो जर्जर हो गया है। बहेरिया साहनी गांव में 400 मीटर के दायरे में 4 यात्री प्रतीक्षालय बना दिए। दोनों निधि के कारण रिपीट हो गए होंगे ^मैंने पिछले तीन-चार साल में कम ही यात्री प्रतीक्षालय स्वीकृत किए हैं। विधायक निधि के साथ सांसद निधि से भी यात्री प्रतीक्षालय बनते हैं, इसलिए कुछ पंचायतों में रिपीट हो गए होंगे। आपकी बात सही है, आगे से स्वीकृति से पहले उनकी उपयोगिता का ध्यान रखा जाएगा। -प्रदीप लारिया, विधायक नरयावली बीना: तीन गांव जहाँ बसें व यात्री वाहन नहीं चलते, वहाँ लगवाए बीना विधानसभा क्षेत्र के भानगढ़ गांव में गुरयाना तिराहे पर आस-पास दो यात्री प्रतीक्षालय बना दिए गए हैं। देवल गांव जो उप्र की सीमा से लगा है, यहाँ घर की दीवार से सटकर यात्री प्रतीक्षालय बनवा दिया। इसका उपयोग लोग कपड़ा सुखाने के लिए कर रहे हैं। पुरा-पण्धव गांव में अंदर प्रतीक्षालय बनवा दिया। इन तीनों गांवों के रूट पर बसें व यात्री वाहन नहीं चलते। यहाँ प्रतीक्षालयों का उपयोग नहीं हो रहा। जहां बस नहीं, वहां शाम को लोग बैठेंगे ^अभी सरपंच जहाँ यात्री प्रतीक्षालय की डिमांड करते हैं, वहाँ स्वीकृति दे देते हैं। जिन रूट पर बसें नहीं चलतीं, वहाँ शाम के समय लोगों को बैठने के लिए प्रतीक्षालय स्वीकृत करा लेते हैं। मैंने तो कम ही यात्री प्रतीक्षालय स्वीकृत किए हैं, अब आगे से स्वीकृति से पहले उनकी वहाँ जरूरत है या नहीं, इसका सर्वे भी कराया जाएगा। - निर्मला सप्रे, विधायक बीना बंडा: उल्दन बांध के डूब क्षेत्र में बना दिए दो यात्री प्रतीक्षालय बंडा विधानसभा का उल्दन और पिपरिया इल्लाई गांव बांध बनने के चलते डूब में जा रहे हैं। इसके बाद भी विधायक निधि से इन गांवों में 5.30 लाख रुपए की लागत से दो यात्री प्रतीक्षालय बनवा दिए। बंडा बांध परियोजना के तहत 2019-20 से जमीनों के सर्वे व अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है, इसकी जानकारी होने के बाद भी डूब क्षेत्र में प्रतीक्षालय बनवाए गए, जो राशि का दुरुपयोग है। सेमरादांत पंचायत के रूट पर बसें नहीं चलतीं, लेकिन प्रतीक्षालय बना दिए। लोग मानते नहीं हैं इसलिए स्वीकृत किए डूब क्षेत्र में जो यात्री प्रतीक्षालय हैं, वो मेरे कार्यकाल के पहले के हैं, मैंने डूब क्षेत्र में अब तक कोई कार्य स्वीकृत नहीं किया है। कार्यकाल के पहले वर्ष में तो एक भी यात्री प्रतीक्षालय भी नहीं दिया। अब पंचायत के लोग मानते नहीं हैं तो कुछ स्वीकृत किए हैं, लेकिन उनकी जरूरत का आगे से ध्यान रखा जाएगा। -वीरेंद्र सिंह लोधी, विधायक बंडा देवरी: केसली में अगल-बगल बनाए दो यात्री प्रतीक्षालय देवरी विधानसभा के केसली में सहकारी बैंक की शाखा के बाहर विधायक-सांसद ने स्वयं के प्रचार-प्रसार के लिए अगल-बगल ही यात्री प्रतीक्षालय बनवा दिए। एक पर सांसद और प्रधानमंत्री का फोटो और दूसरे पर विधायक व मुख्यमंत्री का फोटो लगा है। आसपास दो प्रतीक्षालय बने होने से उपयोग सिर्फ एक का ही हो पाता है, एक खाली पड़ा रहता है। सांसद निधि से पहले प्रतीक्षालय बना, उसी के बाजू में विधायक निधि से बना दिया। जरूरत पता करके ही स्वीकृति देता हूं पंचायतों से जो प्रस्ताव आते हैं, उन्हीं के आधार पर स्वीकृति देता हूं। मेरे कार्यकाल के पहले जो प्रतीक्षालय बने हैं, उनके बारे में कुछ नहीं कह सकता, लेकिन मैं अपने कार्यकर्ताओं से भी पता करवाता हूं कि वहाँ जरूरत है कि नहीं। आगे से जो भी प्रतीक्षालयों की स्वीकृति दी जाएगी, उसमें उनके उपयोग का ध्यान रखा जाएगा। -बृजबिहारी पटेरिया, विधायक देवरी
ठंड की दस्तक: सीजन में पहली बार रात का पारा 19 डिग्री पर
मानसून की विदाई के बीच सुबह-शाम ठंड ने दस्तक दे दी है। सीजन में पहली बार मंगलवार- बुधवार की रात का पारा 19 डिग्री पर पहुंच गया। मौसम विभाग भोपाल के अनुसार पश्चिम मानसून की वापसी रेखा वैरावल, भरूच, उज्जैन और झांसी से गुजर रही है। मप्र, उप्र के साथ महाराष्ट्र के कुछ भागों में दक्षिण-पश्चिमी मानसून की वापसी के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। बुधवार को सुबह हल्के बादल छाए रहे। ठंडी हवा भी महसूस की गई। गत वर्ष नवंबर के दूसरे सप्ताह में ठंड की शुरुआत हुई थी। शासकीय जीवाजी वेधशाला के अनुसार बुधवार को अधिकतम तापमान 31 डिग्री रहा, जो कि मंगलवार के अधिकतम तापमान 31.4 से 0.4 डिग्री कम है। न्यूनतम तापमान 19 डिग्री रहा, जो मंगलवार के न्यूनतम तापमान 21 डिग्री से 2 डिग्री कम है। आर्द्रता सुबह 79 और शाम को 40 फीसदी रही। हवा की रफ्तार सुबह-शाम 4-4 किलोमीटर रही। 1 सितंबर से अब तक शहर में 11 मिमी बारिश हुई है। उज्जैन में नवंबर की शुरुआत से लेकर फरवरी, मार्च के पहले सप्ताह तक मौसम ठंडा रहता है। ठंडी हवा चलती है। दिन के साथ रात के तापमान में गिरावट दर्ज की जाती है। सबसे ठंडा समय प्राय: दिसंबर और जनवरी महीने होते हैं।
खेल विभाग में आउटसोर्स कर्मियों का आधा वेतन हड़पने वाली कंपनी की अब खैर नहीं
खेल विभाग में आउटसोर्स कर्मचारियों के खुलेआम हो रहे शोषण के मामले को लेकर श्रम विभाग अलर्ट मोड में आ गया है। सहायक श्रमायुक्त ने इस मामले की अपने स्तर से जाँच शुरू करवा दी है। इसके लिए अलग से अधिकारी तैनात कर दिया गया है। इधर, खेल विभाग के अधिकारियों की इस मामले में अब तक चुप्पी नहीं टूटी है। ज्ञात रहे, खेल विभाग ने प्रदेश भर के खेल मैदानों में कर्मचारी रखने के लिए एक निजी कंपनी, संध्या सिक्योरिटी, को ठेका दिया है। कंपनी ने प्रदेश भर के कई जिलों में करीब 150 युवाओं को काम पर रखा। इन कर्मचारियों के मानदेय के नाम पर कंपनी ने खेल विभाग से 12 और 16 हजार रुपए लिए। इसमें से आधा कर्मचारियों को, यानी 6 और 10 हजार रुपए, मानदेय चुकाकर कंपनी जमकर मुनाफा कमाने में लगी है। यह बात श्रम विभाग के संज्ञान में आते ही उन्होंने अपने स्तर से इसकी छानबीन शुरू करवा दी। जाँच में गड़बड़ी साबित होने पर श्रम विभाग ने कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी भी कर ली है। इधर, विभागीय स्तर पर भी संबंधित कंपनी का वेरिफिकेशन शुरू हो चुका है। सहायक श्रमायुक्त राखी जोशी के अनुसार, आउटसोर्स कर्मचारियों को निजी कंपनी द्वारा कम और कई महीनों तक वेतन नहीं देने के मामले में जाँच शुरू करवा दी गई है। इसके लिए अलग से अधिकारी नियुक्त कर दिए गए हैं। जाँच में गड़बड़ी मिलेगी तो कानूनी कार्रवाई भी करेंगे। भास्कर ने उठाया था मुद्दा: विभाग का रुख बदला खेल विभाग में चल रही आउटसोर्स कंपनी की मनमानी और विभागीय अधिकारियों की चुप्पी को लेकर दैनिक भास्कर ने प्रमुखता से मुद्दा उठाया। 5 अक्टूबर के अंक में खेल विभाग में आउटसोर्स कर्मचारियों का तय मानदेय... शीर्षक से प्रमुखता से खबर प्रकाशित की। सामने आए मामले को श्रम विभाग ने संज्ञान में लेकर अपने स्तर से जाँच पड़ताल शुरू करा दी। खेल विभाग का रुख भी अब कुछ बदला हुआ दिखाई दे रहा है।
पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने गोरखपुर जंक्शन स्टेशन पर परिचालनिक सुगमता बढ़ाने के लिए पिट संख्या-01 और 02 पर इंजीनियरिंग कार्य शुरू किया है। इस कारण पहले से निरस्त, शार्ट टर्मिनेट और शार्ट ओरिजिनेट की गई ट्रेनों की अवधि को रेलवे ने फरवरी 2026 तक बढ़ाने का निर्णय लिया है। इससे कुछ ट्रेनों का संचालन अस्थायी रूप से गोरखपुर स्टेशन से प्रभावित रहेगा। रेलवे के अनुसार, इन कार्यों का उद्देश्य स्टेशन पर ट्रेनों के रखरखाव और परिचालन क्षमता को बेहतर बनाना है, ताकि भविष्य में यात्रियों को और अधिक सुविधा मिल सके। इंजीनियरिंग कार्य पूरा होने तक कुछ ट्रेनों का संचालन आंशिक रूप से सीमित रहेगा। निरस्त की गई ट्रेनेंइंजीनियरिंग कार्य के चलते निम्नलिखित ट्रेनें अब फरवरी 2026 तक निरस्त रहेंगी— 05057 गोरखपुर-दिल्ली विशेष गाड़ी — 26 फरवरी 2026 तक निरस्त 05058 दिल्ली-गोरखपुर विशेष गाड़ी — 27 फरवरी 2026 तक निरस्त 05053 गोरखपुर-बांद्रा टर्मिनस विशेष गाड़ी — 27 फरवरी 2026 तक निरस्त 05054 बांद्रा टर्मिनस-गोरखपुर विशेष गाड़ी — 28 फरवरी 2026 तक निरस्तशार्ट टर्मिनेशन और शार्ट ओरिजिनेशन वाली ट्रेनेंकुछ ट्रेनों का संचालन आंशिक रूप से किया जाएगा, यानी वे अपने पूरे मार्ग पर नहीं चलेंगी— 01027 दादर-गोरखपुर विशेष गाड़ी अब 26 फरवरी 2026 तक मऊ जंक्शन तक ही चलेगी। मऊ से गोरखपुर के बीच यह ट्रेन नहीं चलेगी। 01028 गोरखपुर-दादर विशेष गाड़ी 28 फरवरी 2026 तक मऊ से चलेगी। 22921 बांद्रा टर्मिनस-गोरखपुर एक्सप्रेस अब 22 फरवरी 2026 तक बलरामपुर तक ही पहुंचेगी। 22922 गोरखपुर-बांद्रा टर्मिनस एक्सप्रेस 24 फरवरी 2026 तक बलरामपुर से शुरू होगी। 15031 गोरखपुर-लखनऊ जंक्शन एक्सप्रेस 24 फरवरी 2026 तक गोमतीनगर में शार्ट टर्मिनेट होगी। 15032 लखनऊ जंक्शन-गोरखपुर एक्सप्रेस 24 फरवरी 2026 तक गोमतीनगर से चलेगी।विस्तारित मार्ग पर चलने वाली ट्रेनेंकुछ ट्रेनों का संचालन अस्थायी रूप से दूसरे स्टेशनों से किया जाएगा ताकि यात्रियों को वैकल्पिक सुविधा मिल सके— 11055 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-गोरखपुर एक्सप्रेस अब 27 फरवरी 2026 तक गोंडा तक चलाई जाएगी। 11056 गोरखपुर-लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस 01 मार्च 2026 तक गोंडा से चलेगी। 20103 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-गोरखपुर एक्सप्रेस 27 फरवरी 2026 तक आजमगढ़ तक विस्तारित रहेगी। 20104 गोरखपुर-लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस 28 फरवरी 2026 तक आजमगढ़ से चलेगी। 19409 साबरमती-गोरखपुर एक्सप्रेस 26 फरवरी 2026 तक थावे तक जाएगी। 19410 गोरखपुर-साबरमती एक्सप्रेस 28 फरवरी 2026 तक थावे से चलेगी। 11037 पुणे-गोरखपुर एक्सप्रेस 26 फरवरी 2026 तक बढ़नी तक चलेगी। 11038 गोरखपुर-पुणे एक्सप्रेस 28 फरवरी 2026 तक बढ़नी से चलेगी।रेलवे ने दी यात्रियों को सलाहपूर्वोत्तर रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा से पहले अपनी ट्रेन की स्थिति रेलवे की वेबसाइट, NTES ऐप या हेल्पलाइन से अवश्य जांच लें, ताकि उन्हें किसी असुविधा का सामना न करना पड़े। रेलवे प्रशासन ने कहा है कि गोरखपुर स्टेशन पर चल रहा यह इंजीनियरिंग कार्य दीर्घकालिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है। इसके पूरा होने के बाद स्टेशन की क्षमता बढ़ेगी, रखरखाव कार्य अधिक तेज़ी से होंगे और ट्रेनों की समयबद्धता में सुधार आएगा।
महेंद्रगढ़ जिले के नारनौल में इस बार बाजरे की सरकारी खरीद नहीं हो रही है। निजी खरीद एजेंसी द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य से कम दाम में खरीदा जा रहा है। ऐसे में किसान बाजरे को लेकर परेशान हैं। सरकारी एजेंसी ने केवल बाजरे के सैंपल ही लिए हैं। वहीं प्राइवेट एजेंसी इसको कम दामों में खरीद रहे हैं। सरकार द्वारा बाजरे की खरीद का कार्य शुरू किया गया है। नई मंडी में बाजरे की खरीद के लिए एजेंसियां निर्धारित की गई हैं। जहां पर बाजरे की सरकारी खरीद हो रही है। मगर इस बार बारिश अधिक होने के कारण बाजरा खराब हो गया। जिसकी वजह से सरकारी खरीद एजेंसी किसानों द्वारा लाए गए बाजरे को रिजेक्ट कर रही हैं। कम दाम में खरीद रहे बाजारा गांव मंडलाना निवासी किसान कृष्ण कुमार ने बताया कि वैसे तो बाजरा की एमएसपी 2 हजार 775 रुपए प्रति क्विंटल है, मगर यहां पर जब वे बाजरा लेकर आए तो यहां पर उसके बाजरे के दाम प्राइवेट एजेंसी ने 1700 रुपए प्रति क्विंटल लगाए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार खरीद के नाम पर ढकोसला कर रही है। उन्होंने कहा कि किसी भी किसान को 2 हजार 775 रुपए नहीं मिल रहे। उन्होंने बताया कि कितना भी बढ़िया बाजरा हो, 1800 से ऊपर ले ही नहीं रहे। नहीं मिल रहा भावांतर बाजरा बेचने आई महिला किसान शशि यादव ने बताया कि किसान 5 से 6 दिन तक मंडियों में पड़ा रहता है, मगर उनकी फसल नहीं खरीदी जा रही। उन्होंने कहा कि उनको न तो कोई भावांतर मिल रहा है, और न ही कोई मुआवजा मिला। सरकार एमएसपी पर खरीद करें और भावांतर स्कीम के तहत किसानों को उसकी फसल की भरपाई करें। सरकारी एजेंसी नहीं रही खरीद नारनौल अनाज मंडी में अपना बाजार लेकर पहुंचे किसानों का साफ तौर पर कहना है कि सरकार ने बाजरे को 2 हजार 775 रुपए प्रति क्विंटल खरीदने की बात कही गई थी, लेकिन अब सरकारी एजेंसियां बाजार नहीं खरीद रही हैं। वहीं सरकार ने भावांतर की बात कही की जो किसान जे फार्म के द्वारा अपना बाजार बचेगा उसे भावांतर मिलेगा लेकिन प्राइवेट व्यापारी उनका बाजार 1800 से लेकर 2 हजार तक प्रति क्विंटल ही खरीद रहे हैं। मार्केट कमेटी सचिव बोलीं-भी तैयारियां पूरी हैं वहीं मार्केट कमेटी सचिव नकुल यादव का कहना है की मार्केट कमेटी द्वारा सभी तैयारियां पूरी हैं, सरकारी एजेंसी भी बाजार खरीदने के लिए पहुंच रही हैं, लेकिन जो बाजरा अब तक मंडी में आया है वह खराब होने के कारण एजेंसी द्वारा रिजेक्ट कर दिया गया। जिसके चलते सरकारी खरीद नहीं हो पाई है अब तक तकरीबन 50 से 60 बाजरे की ढेरियां रिजेक्ट की गई हैं। अगर कोई बाजार सही पैमाने पर पास होता है तो उसे सरकारी एजेंसी द्वारा खरीदा जाएगा।
इंदौर में गुरुवार को नगर पालिका निगम परिषद सम्मेलन होने वाला है। ये सम्मेलन सुबह श्री अटल बिहारी बाजपेयी परिषद सभागृह अटल सदन निगम मुख्यालय में होगा। इसमें वैसे तो कई विषयों पर चर्चा की जाएगी, लेकिन इसमें खास मुद्दा अनवर कादरी को पार्षद पद से हटाने को लेकर निर्णय हो सकता है। मामले में विपक्ष ने भी अपनी तैयार कर ली है। नगर निगम नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे का कहना है कि निगम ने जो नोटिस जारी किया है। उसका जवाब अनवर कादरी की पत्नी की तरफ से दिया जाएगा। इसके साथ ही शहर में गड्ढों को लेकर हम अपनी बात रखेंगे। विभिन्न मुद्दों पर होगी चर्चा नगर पालिका निगम परिषद सम्मेलन में अनवर कादरी को पार्षद पद से हटाने जाने के संबंध में चर्चा की जाएगी। ये मुद्दा सम्मेलन मे सबसे पहले इस विषय पर ही चर्चा की जाएगी। नर्मदा जलप्रदाय योजना के तीसरे चरण क्षमता 363 एम.एल.डी के तीन साल के लिए संचालन संधारण के काम के संबंध में, अमृत 2.0 परियोजना के जारी दिशा-निर्देश अनुसार पीपीपी मॉडल के आधार पर कबीट खेड़ी स्थित 245 एम.एल.डी एसटीपी पर कम्प्रेस्ड बायो गैस प्लांट स्थापित करने संबंध में, कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय में पीपीपी मॉडल पर फिश एक्वेरियम बनाने के लिए ऑनलाइन निविदा जारी करने के संबंध में। इसके साथ ही विभिन्न विषयों पर चर्चा की जाएगी। चार मुद्दों पर दमदारी से रखेंगे अपनी बात इधर, नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे का कहना है कि अनवर कादरी का जो विषय आया है वह राजनीति का सबसे निम्न स्तरीय काम भाजपा कर रही है। जो इतिहास में आजतक नहीं हुआ कि किसी पार्षद को आप इसलिए हटा रहे तो क्योंकि उस पर FIR दर्ज हो गई है। चूंकि अनवर कादरी के ना फोटो है ना वीडियो हैं। दो लोगों ने बोल दिया कि अनवर कादरी ने फंडिंग की है। हमारे पार्षद को फंसाया गया है। इसकी मैं निंदा करता हूं। भाजपा के एक पार्षद को जेल जाना पड़ा, लेकिन उन्हें हटाया क्या? ये तो दुरुपयोग है। हमें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। अनवर कादरी जेल में है उनसे मुलाकात पर प्रतिबंध लगा है। हम उनकी पत्नी की तरफ से जवाब दिलवा रहे हैं कि वे खुद आएंगे और अपनी बात रखेंगे। अभी सिर्फ मुकदमा दर्ज हुआ है, दोष साबित नहीं हुआ है।इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नर्मदा के पानी को लेकर, अनुदान के एजेंडे पर चर्चा होना है, लेकिन सब महत्वपूर्ण मुद्दा शहर में हो रहे गड्ढे, यातायात अव्यवस्थित हो रहा है, नगर निगम को कंगाल कर दिया और आने वाले समय में ओर लोन लेने वाले है। इन चार विषयों पर हम अपनी बात रखेंगे।
हरियाणा में चाइनीज ग्रेनेड के साथ पकड़े बदमाशों को कुरुक्षेत्र जिले में पुलिस स्टेशन को उड़ाने का टारगेट मिला था। इस काम के लिए उनको 24 हजार रुपए एडवांस के तौर पर दिए गए थे। फिलहाल पुलिस ने दोनों बदमाश गुरविंदर उर्फ गग्गू (19) निवासी शशा गुजरान और संदीप (22) हाल निवासी जिला पटियाला को कोर्ट में पेश कर 7 दिन के रिमांड पर लिया है। उधर, घटना के बाद NIA समेत अन्य सुरक्षा एजेंसियां भी अलर्ट हो गई। NIA की टीम ने भी कुरुक्षेत्र आकर जानकारी ली। अब पुलिस ग्रेनेड मुहैया करवाने वाले का सुराग जुटाने में लगी हुई है। इसके अलावा उनको वेपन देने आने वाले को भी पुलिस तलाश रही है। बदमाशों को लेकर लुधियाना जाएगी टीम सोर्स के मुताबिक, आज CIA की टीम दोनों बदमाशों को लेकर पंजाब के लुधियाना लेकर जाएगी। पुलिस उनसे उस जगह की निशानदेही करवाएगी, जहां से उनको हैंड ग्रेनेड पड़ा मिला था। यही से आरोपियों को 5 राउंड कारतूस भी मिले थे। आरोपी यहां से ग्रेनेड लेकर कुरुक्षेत्र जा रहे थे। आकाओं के इशारे पर उठाया था कदम दोनों बदमाश अमेरिका और इंग्लैंड में बैठे अपने आकाओं के संपर्क में थे। उन्हीं के इशारे पर दोनों ग्रेनेड लेकर कुरुक्षेत्र जा रहे थे। हालांकि ग्रेनेड किस पुलिस स्टेशन पर और किस समय फेंकना था, उसकी जानकारी उनको नहीं मिली थी। उनकी मंशा ज्यादा से नुकसान करने की थी। स्लीपर सेल की तरह कर रहे थे काम इस घटना में शामिल आरोपी स्लीपर सेल की तरह काम कर रहे थे। कोई एक-दूसरे को जानता नहीं है। घटना को अंजाम देने के लिए सबको अलग-अलग काम दिए गए थे। काम पूरा होने पर आरोपी उसका स्टेट्स अमेरिका-इंग्लैंड में बैठे अपने आका तक पहुंचाते थे। उसके बाद वे लोग अगले गुर्गे को काम सौंप देते थे। पंजाब पुलिस भी अलर्ट घटना के बाद पंजाब पुलिस भी अलर्ट मोड पर है। पंजाब पुलिस आरोपी गुरविंदर और संदीप से जुड़े लोगों से पूछताछ कर रही है, इसलिए पंजाब पुलिस कुरुक्षेत्र भी पहुंची थी। हालांकि कल पूरे दिन उन दोनों से ज्यादा इन्वेस्टिगेशन नहीं हो सकी।पुलिस उन सब लोगों का सुराग जुटाने में लगी है, जो मामले में शामिल हैं। इसके अलग-अलग टीमें काम कर रही हैं। सीक्रेट इन्फॉर्मेशन पर पकड़े गए DSP निर्मल सिंह ने बताया कि CIA की टीम को सीक्रेट इन्फॉर्मेशन मिली थी कि कुरुक्षेत्र-पिहोवा रोड पर मुर्तजापुर गांव के रकबे में नेशनल हाईवे-152 D के पास 2 संदिग्ध युवक घूम रहे हैं। उनके पास एक्सप्लोसिव या आर्म है। इस सूचना पर टीम ने नाकाबंदी कर दी और हाईवे के पास पंजाब नंबर की बाइक PB11DK 2672 के साथ 2 युवकों को काबू किया। ड्रोन की जरिए देश की सीमा में फेंका सूत्रों के हवाले से पता चला कि यह ग्रेनेड चीन का बना हुआ था, जिसे ड्रोन के जरिए देश की सीमा में फेंका गया था। पुलिस को कई दिन पहले जिले के किसी थाने को बम से निशाना बनाए जाने की धमकी मिली थी। उसी दिन से पुलिस अलर्ट मोड में चल रही थी। यमुनानगर के गैंगस्टर का नाम आया सामने सूत्रों के मुताबिक, घटना के पीछे यमुनानगर के गैंगस्टर का नाम सामने आया है, जिसने इंग्लैंड में बैठकर पूरा प्लान बनाया था। इसके लिए उसने अपने अमेरिका में रह रहे दूसरे साथी से मदद मांगी थी। पुलिस ने इन दोनों को भी आरोपी बनाया है। फिलहाल हर एंगल से मामले की जांच में जुटी है। पुलिस की सतर्कता से बड़ा हादसा होने से भी टल गया।
उज्जैन में गलत इलाज से हुई बच्ची की मौत के मामले में अब तक जिम्मेदारों पर FIR नहीं हो सकी है। फर्जी डॉ. तैयबा घटना के एक हफ्ते से अधिक समय बीत जाने के बाद भी खुलेआम घूम रही है। वहीं, स्वास्थ्य विभाग की टीम ने माना है कि वो फर्जी डिग्रीधारक है, उसे डिलीवरी और इलाज करने की अनुमति नहीं है। अब पुलिस और स्वास्थ विभागों के आपसी तालमेल के नहीं होने के कारण उस पर FIR तक दर्ज नहीं हो पाई है। आरोपी फर्जी महिला डॉक्टर खुलेआम मृत बच्चे के परिजन को फोन पर आपस में बैठकर मामला निपटा लेने की धमकी भी दे रही है। महिला डॉक्टर का ऑडियो भी सामने आया है। जिसमें वह बोल रही है कि मेरा कुछ बिगड़ने वाला नहीं है। बात आगे मत बढ़ाओ, बैठकर बात कर लो। मामले में 3 अक्टूबर को अस्पताल में हुए हंगामे और फर्जी महिला डॉक्टर के अस्पताल को सील करने के बाद डॉ. तैयबा ने मृत बच्ची के मामा महेश मालवीय को फोन लगाकर सेटलमेंट करने की बात कही थी। जिसके बाद परिजनों ने डॉक्टर के खिलाफ पंवासा थाने में आवेदन दिया, लेकिन अब तक उस पर FIR तक दर्ज नहीं हो पाई है। इसके बाद भी स्वास्थ विभाग ने उसका अस्पताल सील करके पल्ला झाड़ लिया। मामले में जब डॉ तैयबा शेख का पक्ष जानना चाहा तो उनका मोबाइल स्विच ऑफ था। CMHO बोले-पुलिस करेगी, पुलिस का जवाब- स्वास्थ्य विभाग करवाएगा FIR डॉ. तैयबा शेख की डिग्री फर्जी निकली है। इससे पहले भी एक बच्चे की मौत के मामले में उसका क्लिनिक सील हो चुका है। उस दौरान उस पर FIR दर्ज की गई थी, लेकिन इस बार एक हफ्ता बीत जाने के बाद भी क्लिनिक सील की ही कार्रवाई की गई है। डॉ. तैयबा शेख पर FIR को लेकर स्वास्थ्य अमला और पुलिस विभाग दोनों एक दूसरे पर FIR नहीं करने का आरोप लगा रहे हैं। पंवासा थाना प्रभारी जीएस मंडलोई ने बताया- बच्चे के परिजन आवेदन दे गए हैं। मामले में जांच स्वास्थ विभाग के अधिकारियों को करनी है। उनके यहां से जो प्रतिवेदन बनकर आएगा। उसके बाद FIR दर्ज की जाएगी। चूंकि पुलिस को नहीं पता कि उसकी डिग्री फर्जी है या नहीं। रही बात बच्चे की तो उसकी जन्म से पहले ही मौत हो चुकी थी। बच्ची की मौत लापरवाही से हुई ये बात स्वास्थ्य विभाग की ओर से लिखकर आएगी। डिग्री को लेकर भी विभाग बताएगा। जिसके बाद तत्काल आरोपी डॉक्टर के खिलाफ FIR दर्ज कर ली जाएगी। अब पढ़िए, तैयबा शेख और परिजन की बातचीत 6 माह पहले क्लिनिक सील, दूसरी बार खोल लियासंजू मालवीय नाम के युवक की पत्नी गर्भवती थी। उसके पेट में अचानक दर्द उठा तो उसकी सास श्यामू बाई उसे चरक अस्पताल लेकर पहुंच गई। यहां पर अस्पताल के बाहर मौजूद रिश्तेदार माया ने पांड्याखेड़ी में संचालित होने वाली क्लिनिक में नॉर्मल डिलीवरी कराने का आश्वासन दिया। यहां पर तैयबा शेख की ओर से 10 हजार रुपए लेकर डिलीवरी कराई। जब नवजात शिशु की हालत बिगड़ने लगी तो उसे चरक अस्पताल के आईसीयू वार्ड में भर्ती कराने के लिए ले जाया गया। यहां पर उसकी मौत हो गई। दलाल माया प्रसूता को अस्पताल में छोड़कर भाग गई। साथ डॉ. तैयबा भी क्लिनिक से भी भाग गई थी। शिकायत होने पर स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई करते हुए क्लिनिक की जांच की तो वहां न तो संचालन का लाइसेंस था न ही तैयबा के पास डिलीवरी कराने के लिए जरूरी दस्तावेज थे। इसके बाद टीम ने कार्रवाई करते हुए क्लिनिक को सील कर दिया था। इसके बाद बच्चे का पीएम होने के बाद आरोपी डॉ. तैयबा के खिलाफ FIR भी दर्ज की गई थी। सिर्फ 6 माह में उसने दूसरी बार अपना गोरखधंधा शुरू कर दिया और इस बार फिर एक बच्चे की जान ले ली। 3 अक्टूबर को किया था सील माधव अस्पताल के अधीक्षक डॉ जितेंद्र रघुवंशी, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ प्रदीप कुमार सोमेश ,डीएचओ जितेंद्र सिंह राजपूत सहित स्वास्थ्य विभाग के अमले ने घटना के अगले ही दिन 3 अक्टूबर को डॉक्टर शेख का मक्सी रोड स्थित आशीर्वाद अस्पताल सील कर दिया था। 6 अक्टूबर को फ्रीगंज स्थित विशेष अस्पताल भी पहुंचे। यहां भी टीम ने मरीज की दी दवाई किस डॉक्टर ने अटेंड किया। सभी जरूरी कागजात लिए थे। टीम ने कहा था कि जांच कलेक्टर को सौंपेंगे जिसके बाद आगे की कार्रवाई वहीं से होगी। मामले में अब तक क्या हुआ ये खबर भी पढ़ें... फर्जी डॉक्टर का क्लिनिक सील किया तो दूसरा खोला उज्जैन में विवादित डॉ. तैय्यबा का दूसरा अस्पताल भी सील कर दिया गया। गुरुवार को डिलीवरी के लिए पहुंची एक महिला और उसके परिजनों ने डॉक्टर की लापरवाही से बच्चे की मौत के आरोप लगाए हैं। पूरी खबर पढ़ें नवजात की मौत के मामले में हंगामा उज्जैन में फर्जी डॉक्टर के इलाज से नवजात की मौत के बाद स्वास्थ विभाग की टीम कार्रवाई के लिए सोमवार को विशेष अस्पताल पहुंची। जहां फर्जी डॉक्टर में गर्भवती महिला को भेजा था। यहां टीम जांच कर रही थी कि मरीज के परिजन भी विशेष अस्पताल पहुंच गए। पूरी खबर पढ़ें
इंदौर में आज कांग्रेस गांधी भवन से कलेक्ट्रेट तक ''कांग्रेस लाओ देश बचाओ'' जन आक्रोश रैली निकालेगी। इंदौर शहर कांग्रेस कमेटी के कार्यवाहक अध्यक्ष देवेंद्र सिंह यादव ने बताया कि कई वर्षों से कांग्रेस पार्टी द्वारा परंपरागत रैली निकाली जाती है। इस वर्ष भी रैली आयोजित की गई हैं। रैली का उद्देश्य भूख, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और महंगाई के साथ ही बढ़ती नशाखोरी हैं। यादव ने बताया कि रैली के समापन के दौरान कलेक्टर कार्यालय पर सत्याग्रह आंदोलन कर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा। कांग्रेस नेताओं ने बताया कि बढ़ते अपराध के साथ ही केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ इंदौर शहर कांग्रेस कमेटी और पार्षद दल के साथ कांग्रेस नेता सुबह 11:00 बजे गांधी भवन कांग्रेस कार्यालय से कलेक्टर कार्यालय तक कांग्रेस लाओ देश बचाओ जन आक्रोश रैली निकालेंगे। यह रैली गांधी भवन से प्रारंभ होकर मच्छी बाजार चौराहा, पंढरीनाथ चौराहा, हर सिद्धि, मोती तबेला से होते हुए कलेक्टर कार्यालय पर खत्म होगी। देवेंद्र यादव ने बताया है कि जहां देश और प्रदेश और शहर में आम जनता की कई समस्याएं बनी हुई है, भाजपा सरकार देश के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। भारत में युवाओं की सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी है जिसका सीधा रिश्ता वोट चोरी से है क्योंकि चोरी की जीत से बनी सरकार को नौकरियां देना भर्ती प्रक्रिया सुधारने या युवाओं के सपनों की रक्षा करने की कोई परवाह नहीं रहती है। भाजपा सरकार और अधिकारी मस्त हैं। बढ़ती नशाखोरी, महिलाओं-बच्चियों के साथ हो रही बलात्कार, लूट, डकैती और हत्या की घटनाओं के साथ ही हिंसा चोरी बढ़ रही है।
उज्जैन आकाशवाणी केंद्र की तैयारी पूरी, अब केवल शुभारंभ का इंतजार
उज्जैन में आकाशवाणी केंद्र के लिए अधिकारियों ने करीब एक महीने पहले से पूरी तैयारी कर रखी है लेकिन इंतजार केवल केंद्र के शुभारंभ का किया जा रहा है, ताकि यहां से प्रसारण किया जा सके। उम्मीद की जा रही हैं कि इसी महीने से केंद्र से प्रसारण शुरू होगा। नानाखेड़ा के विद्यापतिनगर में आकाशवाणी का केंद्र बनाया है। स्थानीय स्तर पर प्रसारण व संपूर्ण जवाबदारी के लिए भोपाल से अनामिका चक्रवती और सौरभ अवस्थी को उज्जैन पदस्थ कर दिया है। उज्जैन आकाशवाणी केंद्र को सुनने के लिए श्रोताओं को एफएम बैंड 102.5 मेगा हर्टज़ पर अपने रेडियो-मोबाइल आदि को सेट करना होगा। केंद्र का प्रसारण सुबह 5.55 से रात 11.10 बजे तक चालू रहेगा। गौरतलब है कि इस केंद्र के लिए करीब 70 युवाओं को भर्ती कर इन्हें ट्रेनिंग भी दे दी गई है। इन तमाम तैयारियों के बाद 4 सितंबर को केंद्र से प्रसारण शुरू करने की तैयारी थी लेकिन बाद में स्थगित कर दिया गया। आकाशवाणी केंद्र के भोपाल प्रमुख राजेश भट्ट ने बताया हमारी पूरी तैयारी है। शासन स्तर से शुभारंभ कार्यक्रम की तिथि का इंतजार किया जा रहा है।
आरोप : हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद पूर्व अनुदेशक को नियुक्ति नहीं दी
डीपीसी बोले- छानबीन समिति की बैठक हुई, इसी सप्ताह नियुक्ति संविदा शिक्षक वर्ग तीन के पदों पर पूर्व अनुदेशक को नियुक्ति देने से जुड़े मामले में घट्टिया तहसील के ग्राम पंचेड़ निवासी मांगीलाल पिता नाहर ने प्रेसनोट जारी कर लिखा है कि उच्च न्यायालय इंदौर ने एक स्पष्ट आदेश 21 फरवरी 2025 रिट याचिका संख्या 6294/2025 को पारित किया था। इसमें जिला प्रशासन को योग्य पूर्व अनुदेशकों को संविदा शिक्षक वर्ग तीन के पद पर नियुक्ति देने के निर्देश दिए थे। डीपीसी अशोककुमार त्रिपाठी पात्र अनुदेशकों को नियुक्ति देने के लिए प्रस्ताव कलेक्टर रोशनकुमार सिंह को भेज चुके हैं। नाहर का आरोप है हाइकोर्ट के आदेश के बावजूद जिला प्रशासन द्वारा पालन नहीं किया जा रहा है। इधर, इस संबंध में डीपीसी त्रिपाठी से चर्चा की तो उन्होंने कहा कि मामले में प्रक्रिया चल रही है। छानबीन समिति की बैठक कर ली गई है। संभवत: इसी सप्ताह में नियुक्ति हो जाएगी।
सीएम उन्हेल-इंगोरिया मार्ग का कल करेंगे भूमि पूजन
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 10 अक्टूबर को शहर आएंगे। कलेक्टर रोशनकुमार सिंह ने बताया कि सीएम 127 करोड़ की लागत से बनने वाले उन्हेल-इंगोरिया मार्ग के लिए भूमि पूजन करेंगे। इसके अलावा स्थानीय कार्यक्रमों में भाग लेंगे। सीएम एक निजी महाविद्यालय में युवाओं से जुड़े संगठन द्वारा आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम का शुभारंभ भी करेंगे।
विधानसभा चुनाव से पहले पवन सिंह और ज्योति सिंह फिर आमने-सामने हैं। पवन सिंह ने कहा है कि चुनाव पास है इसलिए टिकट के लिए वो मेरे पास आ रही। इधर ज्योति सिंह ने कहा है कि लोकसभा चुनाव में आप मेरे पास क्यों आए थे। मेरी मांग क्यों भरी। इससे पहले ज्योति सिंह पवन से मिलने लखनऊ में उनके फ्लैट पर गई थीं, लेकिन वहां से वो रोते-रोते लौटीं। बयानों से समझें तो दोनों के बीच दूरियां और बढ़ती जा रही हैं। इन सब के बीच हमने भोजपुर में पवन सिंह के परिवार और गांव वालों से बात की। लोगों का यही कहना है कि दोनों फिर से एक हो जाएं। जिस काराकाट से पवन सिंह ने लोकसभा चुनाव लड़ा वहां के किन्नर भी पवन सिंह और ज्योति के फिर एक होने की दुआ मांग रहे हैं। पढ़िए पवन सिंह-ज्योति के विवाद को लेकर जोकहरी गांव के लोग क्या चाहते हैं... पहले पवन सिंह के परिवार को जानिए 5 जनवरी 1986 में मिडिल क्लास परिवार में जन्मे पवन सिंह के पिता सेंट्रल गवर्मेंट के मालवाहक जहाज के कप्तान थे। काम के सिलसिले में वे कोलकाता (तब कलकत्ता) में ही रहते थे। पवन सिंह की मां प्रतिमा सिंह कभी आरा के पकड़ी वाले मकान में तो कभी लखनऊ वाले मकान में रहती हैं। पवन सिंह के दो बड़े भाई रानू और गुड्डू सिंह हैं, जो आरा में ही रहते हैं। गुड्डू आरा के परशुराम स्कूल में टीचर हैं, जबकि पवन सिंह के सबसे बड़े भाई रानू सिंह प्रॉपर्टी डिलिंग का काम करते हैं। तीनों भाइयों की एक बहन माला सिंह हैं, जिनकी शादी बक्सर जिले के राजपुर थाना क्षेत्र के कुरैनी गांव में हुई है। पवन सिंह की 5वीं तक की पढ़ाई जोकहरी गांव में ही बने प्राइमरी (अब मिडिल स्कूल) से हुई है। 5वीं की पढ़ाई के बाद पवन सिंह ने आगे की पढ़ाई आदर्श जनता प्राथमिक सह माध्यमिक उच्च संस्कृत विद्यालय रूप चकिया से की। उन्होंने बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड से 10वीं की परीक्षा साल 2004 में पास की। 5 साल की उम्र में पहली बार चाचा ने गाते सुना, रियाज कराने लगे दैनिक भास्कर से बात करते हुए पवन सिंह के चाचा अशोक कुमार सिंह ने बताया, 'पवन को बचपन से ही गाना गाने का बहुत ज्यादा शौक था। चूंकि मेरे बड़े भाई और पवन सिंह के पापा कोलकाता में रहते थे, इसलिए पवन सिंह बचपन में कोलकाता गए थे। एक बार पवन गाना गा रहे थे, तब मेरे बड़े भाई अजित सिंह ने सुना था। अजीत भइया को पवन की गायकी पसंद आई। जब पवन सिंह वापस गांव लौटे तो अजीत भइया उन्हें साइकिल पर बैठाकर रियाज कराने ले जाते थे।' उन्होंने कहा, 'जब दिक्कत आने लगी तो पवन सिंह के भविष्य को देखते हुए भइया ने आरा में किराए का कमरा ले लिया और वहीं रहने लगे और पवन सिंह को प्रैक्टिस कराने लगे। धीरे-धीरे पवन सिंह अपनी गायकी फिर अपनी अदाकारी और अब राजनीति में पहुंच मजबूत कर ली है।' हम लोग चाहते हैं कि पवन सिंह और ज्योति साथ में रहें पवन सिंह के पड़ोसी मुन्ना सिंह ने बताया, 'दो-तीन घर के बाद ही मेरा घर आता है। जब भी पवन सिंह गांव आते हैं तो सभी बच्चों और युवकों को इकट्ठा कर उनसे बातचीत करते हैं। गांव के बच्चों को खेल से जुड़े जो भी सामान की जरूरत होती है, वे सब पवन सिंह उपलब्ध कराते हैं।' 'गांव के लड़कों को वे काफी सपोर्ट करते हैं। वे हम लोगों से कहते हैं कि तुम लोगों का जिस काम में मन लगे, उसी को करो, एक दिन जरूर सफल हो जाओगे। पवन सिंह के अंदर कोई भेदभाव नहीं है, वे छोटों का सम्मान करते हैं, जबकि बड़ों का आदर।' ज्योति सिंह से जुड़े सवाल पर मुन्ना कहते हैं, 'अंदर क्या चल रहा है, मुझे नहीं पता, लेकिन गांव के लोग यही चाहते हैं कि पवन सिंह और ज्योति सिंह साथ ही रहे। पवन सिंह जब भी गांव आते हैं, लोगों के चेहरों पर खुशी आ जाती है।' वहीं, गांव के 11 साल के शिवम ने कहा, 'पवन भइया जिस स्कूल में पढ़ते थे, उसी स्कूल में मैं पढ़ाई करता हूं। मैं 7वीं में पढ़ता हूं, जबकि पवन सिंह ने मेरे स्कूल में 5वीं तक पढ़ाई की है। उस वक्त ये स्कूल पांचवीं तक ही था। पवन सिंह पर मुझे गर्व है कि वह हमारे गांव के भाई हैं। आज पूरे देश में उनके गानों की धूम मची हुई है। मैं उनसे यही सिखाता हूं कि कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती है। वह बचपन से अच्छे सिंगर हैं। मेरे पापा भी उनके बारे में बताते हैं।' मंदिर में अक्सर भजन गाते थे, उनमें त्याग और तपस्या की भावना है जोकहरी गांव के काली माता मंदिर के पुजारी सत्य नारायण सिंह ने कहा, 'मैं पवन सिंह को बचपन से देख रहा हूं। उनमें अभी भी बचपना है, लेकिन वे परिश्रम काफी करते हैं। उनमें त्याग की भी भावना है, तपस्या वाली भावना भी है। बचपन में पवन सिंह मंदिर में आकर पूजा करते थे, माता का भजन भी गाते थे। पवन सिंह का एक भक्ति गाना काफी फेमस है, जिसके बोल 'माई डोली चढ़ी चलली, सेवक घरवा' है, ये गाना भी पवन सिंह काली माता के मंदिर में आकर गाते थे। बाद में इस गाने को उन्होंने रिलीज किया, जो आज भी पूजा पंडालों में बजता है।' ज्योति सिंह से जुड़े सवाल पर पुजारी कहते हैं, 'पता नहीं क्या मामला है, ये उनका अपना मामला है, लेकिन ज्योति सिंह को पवन सिंह के साथ रहना चाहिए। जब राधा-कृष्ण एक हैं, तो पति-पत्नी को भी एक होना ही चाहिए।' 'पवन सिंह जब भी बिहार आते हैं, तो घर जरूर आते हैं। खासकर त्योहार में उनके घर का माहौल भक्तिमय हो जाता है। पवन सिंह से मिलने और उन्हें गाते हुए सुनने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं।' पवन सिंह दूसरे के लिए जीते हैं, उनसे किसी को तकलीफ नहीं होती पवन सिंह के गांव के रहने वाले 70 साल के दिनेश सिंह बताते हैं, 'मैंने तो पवन सिंह को बचपन से देखा है। उसे शारीरिक रूप से भी बड़ा होते देखा है, नाम भी कमाते देखा है। पवन बड़ा नेक दिल का बच्चा है। उसे मैंने अपनी गोद में घुमाया है।' पवन सिंह से जुड़े विवादों पर दिनेश सिंह ने कहा, ''जो लोग दिल से अच्छे होते हैं और दूसरों की मदद करते हैं, उन्हें अक्सर परेशानियों को झेलना पड़ता है। पवन सिंह हमारे गांव में एकमात्र ऐसा लड़का है, जो दूसरों के लिए जीता है। किसी के घर शादी हो, किसी बच्चे का जन्म हुआ हो, किसी बच्चे की पढ़ाई में मदद करनी हो, इन सभी मामलों में वो आगे रहते हैं। पवन सिंह से दूसरे लोगों को फायदा ही है, उनसे किसी को कोई नुकसान नहीं होता है।' पवन सिंह की दूसरी पत्नी ज्योति से तलाक के मामले पर दिनेश सिंह कहते हैं, ''ये तो हर घर में लगभग हो रहा है। पति-पत्नी के बीच का आपस का मामला है। जितना मुझे पता है, तो समझ लीजिए कि पूरे मामले में गलती हमारी बहू ज्योति की है। किसी भी औरत को अपने पति की बात तो माननी ही चाहिए, जिस महिला ने अपने पति का कहना नहीं माना, फिर ये गलत होता है। घर में इस तरह के झगड़े होते हैं, जो बाहर तक जाते हैं।' पवन सिंह ने अपने लिए नहीं, जनता के लिए संघर्ष किया है पावर स्टार के विधानसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर जवाब देते हुए दिनेश सिंह कहते हैं कि पवन सिंह जाति से राजपूत हैं, लेकिन फिर भी उनका व्यवहार ऐसा है कि वे गांव के निचली जाति के भी बड़ों के पैर छूकर आशीर्वाद लेते हैं, प्रणाम करते हैं। 'भले ही पवन सिंह ने अमित शाह और जेपी नड्डा से मुलाकात की है, अगर इस बार भी वे निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे तो उनकी जीत पक्की है, पिछले चुनाव में जात-पात करके लोगों ने उन्हें चुनाव हरवा दिया था। पवन सिंह ने अपने लिए नहीं बल्कि जनता के लिए संघर्ष किया था, अभी भी कर रहे हैं। उनकी पूरी जिंदगी संघर्ष में ही गुजर रही है।'
शहर के 66 सहित कुल 171 वार्ड व 255 पंचायतों में वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने-हटाने और दूसरे संशोधन की औपचारिक शुरुआत बुधवार से हो गई। इससे पहले स्टेंडिंग कमेटी की बैठक हुई। इसमें सभी दलों के नेता बुलाए गए थे पर बड़े नेता नहीं पहुंचे। वोटर लिस्ट में सुधार ठीक हो इसके लिए 27 सितंबर को सभी दलों से बीएलए के नाम मांगे गए थे पर अभी तक एक ने भी नहीं भेजे हैं। बात यदि पहले दिन की करें तो शहर की तुलना में गांव में लोग अधिक सक्रिय रहे। ऐसी भी खबर है कि अभी सभी वार्ड में प्राधिकृत कर्मचारी तैनात ही नहीं हुए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक पहले दिन शाम तक पूरे जिले में एक भी फॉर्म जमा नहीं हुआ था। वोटर लिस्ट को अपडेट करने का काम 17 अक्टूबर तक चलेगा। अपर कलेक्टर सीबी प्रसाद ने प्रारूप वोटर लिस्ट सौंपी। इसी आधार पर सभी राजनैतिक दलों से उन्होंने सहयोग मांगा। कहा कि वे अपने-अपने स्तर पर बीएलए नियुक्त कर दें। प्रसाद ने कहा कि सभी 426 केंद्रों पर प्राधिकृत कर्मचारी 17 अक्टूबर तक कार्यालयीन समय में बैठेंगे। वहीं उप जिला निर्वाचन अधिकारी भूमिजा सक्सेना ने कहा कि दावा आपत्ति के फार्म प्राधिकृत कर्मचारियों के पास फ्री उपलब्ध रहेंगे। यदि वोटर चाहें तो mpsecerms.mp.gov.in/SECSearch Engine लिंक पर ऑनलाइन भी अपना नाम देख सकते हैं। वार्ड पर जरूरी दस्तावेज लेकर ही पहुंचें ऐसे वोटर जो किसी भी तरह का सुधार, नाम जुड़वाना या हटवाना चाहता है उन्हें दस्तावेज साथ में लेकर जाना होगा। यदि वोटर लिस्ट में नाम नहीं है तो जुड़वाने के लिए ER-1 फार्म भरना होगा। इसके साथ फोटो, अंक सूची व एड्रेस संबंधी दस्तावेज लगेगा। नाम है पर जानकारी में सुधार करवाना है तो ER-2 और यदि परिवार के किसी सदस्य का नाम हटवाना है तो फॉर्म ER-3 भरकर देना होगा।
त्योहारी सीजन के चलते लैंडफिल साइट पर रोजाना बढ़ा 175 टन कचरा, विधानसभा वार एक्शन टीम बनाईं
लैंडफिल साइट पर इन दिनों कचरे की मात्रा में 150- 175 टन का इजाफा होना लगेगा। हालांकि जिस तरह से त्योहारी सीजन में घरों, दुकानों, संस्थानों और हर जगह चल रही सफाई के दौरान कचरा निकल रहा है। इतना ही कचरा 66 वार्डों की सड़कों पर मौजूद है। सड़कें, गली-मोहल्ले दीपोत्सव पर्व पर साफ दिखें। इसे ध्यान में रखकर नगर निगम के अफसरों ने प्लानिंग कर चारों विधानसभा में रैपिड एक्शन टीमें बना दी है। इधर अपर आयुक्त टी प्रतीक राव ने त्योहार पर सफाई व्यवस्था के लेकर बैठक ली और मैदानी अमले को सफाई व्यवस्था बेहतर करने के निर्देश दिए। त्योहार के लिए लागू किए गए प्लान के अनुसार डोर-टू-डोर कचरा वाहन और सेकेंड्री वेस्ट वाहनों के फेरे एक-दो बढ़ा दिए है। साथ ही कचरा ट्रांसफर स्टेशन में ट्रिपल आईटीएम, बुद्धा पार्क और मेला ग्राउंड को दो शिफ्ट में चालू किया गया है। इससे रात्रि में आने वाला कचरा लैंडफिल साइट पर कंपोज्ड होकर पहुंच सके। उपायुक्त अमर सत्य गुप्ता का कहना है कि प्लान बनाकर काम शुरू कर दिया है। ये है प्रस्तावित प्लान अभी छुट्टी के दिन 50 प्रतिशत कम उठ रहा कचरा निगम में रविवार की छुट्टी के दिन अधिकांश सफाई कर्मचारी अवकाश पर रहते है। इस कारण से डोर-टू-डोर वाहन तो घरों पर जाते ही नहीं है। ऐसी स्थिति में वर्तमान में 600 टन से ज्यादा कचरा लैंडफिल साइट पर पहुंच रहा है। लेकिन रविवार एवं त्योहारी छुट्टी के दिन इसकी मात्रा 325-350 टन तक ही रह जाती है। भवन अधिकारी सीएंडडी वेस्ट पर करें कार्रवाई दीपावली के पर्व पर साफ सफाई अभियान हर घर में चलता है तथा आम दिनों की अपेक्षा इन दिनों कचरा बहुत अधिक निकलता है। सभी संबंधित स्वास्थ्य अधिकारी, सहायक स्वास्थ्य अधिकारी एवं जोनल स्वास्थ्य अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि शहर की सड़कों पर कचरा न दिखे, प्रतिदिन समय पर गाडियां निकलें और समय पर कचरा उठकर कचरा ट्रांसफर स्टेशन पर पहुंच जाए। ये निर्देश अपर आयुक्त टी प्रतीक राव ने बाल भवन के टीएलसी कक्ष में आयोजित बैठक में दिए। उन्होंने कार्यशाला प्रभारी को निर्देश दिए कि जो अतिरिक्त संसाधन चाहिए उन्हें उपलब्ध करायें। भवन अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी भवन अधिकारी अपने अपने क्षेत्र में प्रतिदिन निरीक्षण करें जहां भी सीएंडडी वेस्ट डला हो वहां संबंधित पर जुर्माना करें तथा सीएंडडी वेस्ट उठाने की कार्यवाही करें।
बिहार की धरती से ही लगभग तीन हजार वर्ष पहले चाणक्य ने कहा, ‘कोष मूलो हि दण्ड:’ अर्थात राजकोष ही राजसत्ता (देश, राज्य, साम्राज्य) की रीढ़ है। चाणक्य की इस सूक्ति का अनुवाद करते रुद्रपट्टण शामाशास्त्री कहते हैं, श्रेष्ठ काम और कामना (आशय नागरिक, समाज व राज्य कल्याण से) की पूर्ति के लिए वित्त ही मुख्य स्रोत है। 19वीं सदी में मार्क्स की क्रांतिकारी विचारधारा-दर्शन का सूक्त था कि आर्थिक कारण ही इतिहास बदलते हैं। बाहरी हमलों व अंग्रेजों की लूट, कुप्रबंधन से गरीबी, अविकास, पिछड़ेपन वगैरह का जो अभिशाप मिला, उससे ही पूर्णतया मुक्त होना, और पुराना गौरव पाना बिहार की चुनौती है। इस दृष्टि से आर्थिक मुद्दों की कसौटी पर बिहार आज कहां है? यह हर बिहारी को जानना जरूरी है, जो खुद, राज्य व देश के भविष्य पर सोचता है। बिहार से रेशम व सूती के कपड़े बाहर भेजे जाते थे यह जानने से पहले याद रखें, हजारों वर्ष पहले से 17वीं-18वीं सदी तक बिहार का अतीत समृद्ध-वैभव का रहा है। प्रो. राधाकृष्ण चौधरी के अनुसार, पहले अंग्रेज पर्यटक ने लिखा है, पटना एक बहुत बड़ा व लंबा शहर था। पुर्तगाली पर्यटक बरबोसा ने इस कथन का समर्थन किया है। इटली के पर्यटक वार सेमा ने लिखा, पटना संसार के सुंदर नगरों में से एक है। यहां से रेशम व सूती के कपड़े बाहर भेजे जाते थे। फ्रांसीसी यात्री फ्रांस्वा बर्नियर ने 17वीं शताब्दि में अपनी भारत यात्रा के वृतांत में लिखा है (पेज 440 ट्रेवल्स इन मुगल एम्पायर ए डी 1656-1668), पटना में आठ सरकार और दो सौ पैंतालीस परगने थे। पटना में चीनी, लाख, पोटेशियम नाईट्रेट (जिससे बारुद, बनाया जाता है, उसकी रिफाइनरी के लिए छपरा में फ्रेंच, पुर्तगाली, और डच कम्पनियों की फैक्टरियां भी थी), अफीम, लौंग,घी और कई तरह की औषधियां इत्यादि का काफी उत्पादन होता था। इसे गंगा नदी के जरिए कलकत्ता ले जा कर निर्यात किया जाता था। टैवर्नियर ने लिखा है, पटना एक प्रधान व्यापारिक केंद्र था। मैनुक्की ने भी इसका उल्लेख किया है। इसी युग में गुरु गोविंद सिंह का जन्म पटना में हुआ था। आजादी बाद, उसी बिहार में 1950 से 1980 के दशकों में विकास ठहर गया था। अवरूद्ध, स्थिर या गति विहीन विकास के दशक थे। उस दौर में प्रति व्यक्ति राष्ट्रीय औसत आमद की तुलना में बिहार में प्रति व्यक्ति औसत आमद में गिरावट हुई। 1990 से प्रति व्यक्ति आमद में गिरावट हुई 1990-91 से कृषि क्षेत्र के योगदान के साथ-साथ, औद्योगिक क्षेत्र व सेवा क्षेत्र के योगदान में मामूली आमद शुरू हुई, पर, प्रति व्यक्ति आमद में गिरावट हुई या ठहराव या मामूली प्रगति की स्थिति रही। आज दुनिया में आर्थिक ताकत ही मूल है। देश में भी यही स्थिति है। आर्थिक प्रगति-विकास ही राज्यों की राजनीति का केंद्र बिंदू बन रहा है। इस माहौल में बिहार की अर्थव्यवस्था ने मजबूत उड़ान भरी है। वर्ष 2024-25 में राज्य का सकल घरेलू उत्पाद (GSDP) मौजूदा कीमतों पर 9.92 लाख करोड़ पहुंच गया है। पिछले साल की तुलना में 13 फीसदी अधिक। पीछे मुड़कर देखें, 1989-90 में यह सकल घरेलू उत्पाद केवल 22,610 करोड़ था, यानी पिछले 35 वर्षों में राज्य की अर्थव्यवस्था 44 गुना बढ़ी है। अब बिहार की अर्थव्यवस्था करीब 12 गुना बढ़ी है 2005 के बाद से इसकी रफ्तार और तेज हुई, जब वार्षिक चक्रवृद्धि दर लगभग 14 फीसदी रही। अगर 2005-06 को आधार मानें, जब मौजूदा शासन ने कमान संभाली थी, तो उस समय से अब तक बिहार की अर्थव्यवस्था करीब 12 गुना बढ़ चुकी है। रोचक तथ्य है कि शराबबंदी के बावजूद यह उछाल जारी है। 2016 में बिहार में शराबबंदी लागू हुई। इस फैसले से राज्य को अब तक अनुमानित 40,000 करोड़ का आबकारी राजस्व नुकसान हुआ, लेकिन इसके बावजूद आर्थिक प्रगति थमी नहीं। शराबबंदी से असहमत लोगों का यह तर्क था कि राज्य की अर्थव्यवस्था पर इसका असर होगा। भारत सरकार के सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय के अनुसार, 2023-24 में बिहार का मौजूदा कीमतों पर GSDP 8,77,197 करोड़ था। यह 2024-25 में बढ़कर 9,91,997 करोड़ हो गया। यह साल-दर-साल 13.09 फीसदी की बढ़ोतरी है। आम पाठक के लिए सरल शब्दों में, मौजूदा कीमतों पर GSDP का मतलब है, ‘आज की अर्थव्यवस्था का आकार रुपये में।’ यही पैमाना राज्यों की तुलना करने और बजट, कर और कर्ज जैसे आंकड़ों से जोड़ने के लिए उपयोग होता है। बिहार ने साबित किया है कि बाधाएं चाहे कितनी भी हों, उसकी अर्थव्यवस्था की रफ्तार थमने वाली नहीं।
'पवन सिंह कहते हैं कि मैं बच्चे के लिए तरस रहा हूं। मैं पूछना चाहती हूं कि बच्चा चाहिए था तो मुझे अबॉर्शन की दवा क्यों खिलाते थे। वो मुझे दवा देते थे तो मैं उन्हें टोकती थी। वो मुझे टॉर्चर करते थे। मैं एक बार इतनी परेशान हो गई थी कि नींद की ज्यादा गोलियां खाकर सुसाइड की कोशिश की थी।' ये बयान है भोजपुरी एक्टर पवन सिंह की दूसरी पत्नी ज्योति सिंह का। दरअसल, पवन सिंह बिहार चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन चुनाव से पहले उनके और ज्योति सिंह के बीच विवाद बढ़ता ही जा रहा है। दोनों के रिश्ते में कलेश अब खुलकर सामने आने लगे हैं। पवन सिंह का आरोप है कि ज्योति चुनाव लड़ना चाहती हैं। वो विधायक बनना चाहती है, इसलिए मेरे पास आ रही है। इसपर, ज्योति सिंह ने जवाब देते हुए कहा, '15 साल में वो भाजपा के स्टार प्रचारक हैं। खुद टिकट नहीं ले पाए तो मैं किस मुंह से उनसे टिकट लेने जाऊंगी, वो हमें टिकट क्या दिलवाएंगे। पवन सिंह और ज्योति सिंह के बीच विवाद का पूरा वीडियो देखने के लिए ऊपर क्लिक करें...
सीएम हेल्पलाइन:181 पर एक व्यक्ति की 215 शिकायतें, 3 विभागों ने छांटे 5 आदतन
सीएम हेल्पलाइन पर राजेश जाटव की 215 शिकायतें हैं। इस आधार पर इन्हें जिले का टॉपर माना जा सकता है। वहीं झूठी व आदतन शिकायत करने वालों की तलाश में मनमानी होने लगी है। सरकार के कहने पर कलेक्टर ने 42 विभागों से ऐसी जानकारी मांगी थी। इनमें से 10 ने भेज दी है। 7 में ऐसे शिकायतकर्ता नहीं मिले हैं जबकि तीन ने पांच लोगों के नाम भेजे हैं। अभी 32 और विभागों की सूची का इंतजार है। इसके बाद सूचियां भोपाल मुख्यालय भेजी जाएंगी। विभाग दो तरह के शिकायत करने वाले तलाश रहे हैं। एक सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत करने वाले आदतन और दूसरे झूठे। अलग-अलग विभागों से संपर्क करने पर जानकारी मिली कि जन अभियान, सड़क विकास, कमांड क्षेत्र, मंडी के डबरा-भितरवार दफ्तर, माधव कॉलेज, माधव संगीत विवि में झूठे-आदतन शिकायत करने वाले नहीं मिले हैं। नगर निगम, राजस्व व पुलिस में ऐसे लोगों की संख्या अधिक रहेगी। अभी तक डबरा के वृंदा सहाय कॉलेज से रामू साहू, डबरा मंडी से आनंद राठौर गुना, जनजाति दफ्तर में तीन जबर सिंह, राम कृपाल सिंह व जुबेर शाक्य के नाम छांटकर सूची तैयार हो चुकी है। भ्रष्टाचार हो रहा है तो शिकायत तो करेंगे ही
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने आज गुरुवार को अपनी पार्टी की इमरजेंसी बैठक बुलाई है। इस बैठक में पार्टी के चुनाव सह प्रभारियों, सांसदों, पार्टी के प्रधान महासचिव, प्रदेश उपाध्यक्ष और पार्टी के सभी प्रकोष्ठों के अध्यक्षों को बुलाया गया है। जानकारी के मुताबिक, बैठक में चुनाव को लेकर तैयारी और सीट शेयरिंग पर चर्चा की जाएगी। पटना में पार्टी दफ्तर में सुबह 10 बजे सांसद अरुण भारती इस इमरजेंसी मीटिंग की अध्यक्षता करेंगे। हालांकि, चिराग बैठक में शामिल नहीं होंगे। वे दिल्ली रवाना हो गए हैं। दिल्ली रवाना होने से पहले चिराग ने कहा, 'पार्टी के चुनाव की रणनीतियों पर चर्चा होगी। केंद्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद सभी चीजों पर मुहर लग जाएगी।' दरअसल, चिराग पासवान BJP से 35+ सीटों की डिमांड कर रहे हैं, लेकिन BJP उन्हें 20 सीट ही देना चाहती है। ऐसे में आज होने वाली LJP(R) की बैठक को बेहद अहम माना जा रहा है। वहीं, सीएम नीतीश कुमार ने एक अणे मार्ग में JDU के बड़े नेताओं की बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में उम्मीदवार ने नाम तय करने की संभावना है। इधर, NDA में सीट शेयरिंग को लेकर HAM प्रमुख जीतन राम मांझी भी नाराज चल रहे हैं। वे 15 सीटों की मांग कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, बीजेपी उन्हें 8 सीट देना चाहती है। पटना में बीजेपी नेताओं की बैठक इधर, पटना में बुधवार शाम बीजेपी ऑफिस में सीट शेयरिंग और कैंडिडेट्स सिलेक्शन को लेकर बैठक हुई। बैठक में बीजेपी के तमाम सांसद और विधायक शामिल हुए। बैठक के बाद डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कहा कि NDA मजबूत है। बीजेपी के नेता NDA के सभी दलों के नेताओं से बात कर रहे हैं। जल्दी ही सबकुछ क्लियर हो जाएगा। चिराग बोले- सही समय पर सही फैसला लेंगे भाजपा, चिराग पासवान को मनाने में जुटी है। चिराग 35 सीटें चाहते हैं। भाजपा 20 + सीटें देने को तैयार है। इसके साथ उनकी पार्टी को केंद्र या राज्य के उच्च सदन में भी एक सीट मिलेगी। चिराग बड़ा मंत्रालय भी चाहते हैं। चिराग ने वैशाली, हाजीपुर, समस्तीपुर, खगड़िया, जमुई में 2-2 सीटों की डिमांड की है। इन 5 लोकसभा सीटों में उनकी पार्टी के सांसद हैं। दावेदारी गोविंदगंज सीट पर भी है। यह सीट लोजपा (आर) के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी के लिए चाहिए। इस सीट से भाजपा विधायक हैं। चिराग को मनाने के लिए उनसे भाजपा के वरीय नेता धर्मेंद्र प्रधान, विनोद तावड़े और मंगल पांडेय मिले। भाजपा की तरफ से अंतिम निर्णय केंद्र के निर्देश पर होगा। इधर, चिराग ने बुधवार को कहा कि सही समय पर सही फैसला होगा। उन्होंने ये भी कहा कि वो नाराज नहीं हैं। ना ही उनकी कोई डिमांड है। दिनकर की कविता के जरिए मांझी की 15 सीटों की डिमांड इधर, जीतन राम मांझी 15 से ज्यादा सीटों की मांग पर अड़े हुए हैं। मांझी ने अपने X अकाउंट से रामधारी सिंह दिनकर की कविता के जरिए 15 सीटों की डिमांड की है। उन्होंने X पर दिनकर की कविता की पंक्ति लिखी, 'हो न्याय अगर तो आधा दो, यदि उसमें भी कोई बाधा हो, तो दे दो केवल 15 ग्राम, रखो अपनी धरती तमाम, HAM वही खुशी से खाएंगे, परिजन पे असी ना उठाएंगे' इस कविता की असली पंक्ति है तो दे दो केवल 5 ग्राम। मांझी ने इसकी जगह 15 का जिक्र किया है। मोरवा विधानसभा सीट से HAM नेता की दावेदारी NDA में सीट शेयरिंग का ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन HAM के नेता बीके सिंह ने समस्तीपुर के मोरवा विधानसभा सीट से नामांकन की घोषणा कर दी है। बुधवार को बीके सिंह ने कहा कि 13 अक्टूबर को मैं मोरवा विधानसभा से नामांकन करूंगा। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष मांझी से अनुमति मिल चुकी है। बीके सिंह ने कहा कि मैं एनडीए प्रत्याशी के रूप में नामांकन करूंगा। इसके साथ ही उन्होंने जदयू के पूर्व विधायक विद्यासागर सिंह निषाद पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला भी उठाया है। पूर्व सांसद अजय निषाद BJP में हो सकते हैं शामिल वहीं, खबर है कि पूर्व सांसद अजय निषाद एक बार फिर बीजेपी में वापसी कर सकते हैं। सूत्रों के अनुसार, उनकी बीजेपी नेताओं से बातचीत चल रही है। अजय निषाद पहले भी दो बार बीजेपी से सांसद रह चुके हैं, लेकिन लोकसभा चुनाव में टिकट कटने के बाद उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया था। अब उनके दोबारा बीजेपी में लौटने की चर्चा सियासी गलियारों में तेज हो गई है।
बिहार में अब मौसम करवट बदल रहा है। सुबह और शाम की हवा में हल्की ठंडक महसूस होने लगी है। हालांकि, दोपहर में धूप अभी भी तीखी बनी हुई है। मौसम विज्ञान केंद्र की मानें तो प्रदेश से जल्द ही मानसून की विदाई लेने वाला है। मौसम विज्ञान केंद्र ने आज यानी गुरुवार को प्रदेश के किसी भी जिले में बारिश को लेकर अलर्ट जारी नहीं किया है। आने वाले एक हफ्ते तक प्रदेश में मौसम सामान्य रहने की संभावना है। हालांकि, लोगों को उमस से अभी राहत नहीं मिलेगी। पिछले 24 घंटे में 26 जिलों में बारिश का अलर्ट था, लेकिन सिर्फ बेगूसराय में बारिश हुई। वहीं, पटना में मौसम सामान्य रहा। वहीं, पिछले 24 घंटे में राजधानी का अधिकतम तापमान में 4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। मानसून की विदाई की तैयारी पटना मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, अगले कुछ दिनों में मानसून की गतिविधियां और कमजोर पड़ेंगी। बंगाल की खाड़ी की तरफ से कोई निम्न दबाव का क्षेत्र नहीं बन रहा है, जिसके कारण बारिश की संभावना कम हो गई है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि, 10 से 15 अक्टूबर के बीच बिहार से मानसून की औपचारिक विदाई हो सकती है। उत्तर बिहार के कुछ हिस्सों में हल्की-फुल्की बूंदाबांदी को छोड़ दें तो अब पूरे राज्य में बारिश की संभावना नहीं है। उत्तर-पश्चिम से आ रही हवा से बदला मौसम दरअसल, मानसून के कमजोर होने के साथ-साथ उत्तर-पश्चिम से आने वाली शुष्क हवा प्रदेश के मौसम को प्रभावित करने लगी हैं। यही कारण है कि सुबह और शाम की हवा में ठंडापन महसूस की जा रही है। वहीं, रात के तापमान में मामूली गिरावट दर्ज की जा रही है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, अगले 48 घंटों में प्रदेश के अधिकतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हो सकती है, जबकि न्यूनतम तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होगा। इस दौरान मौसम शुष्क रहेगा और दिन में हल्की गर्मी और उमस बढ़ सकती है। पटना का मौसम फिलहाल रहेगा सामान्य पटना में पिछले कुछ दिनों से मौसम शुष्क बना हुआ है। सुबह और शाम के वक्त हल्की ठंडी हवा बह रही है, जिससे मौसम सुहावना महसूस की जा रही है। फिलहाल शहर में बारिश की कोई संभावना नहीं है। अगले एक हफ्ते तक आसमान साफ रहेगा और अधिकतम तापमान 33 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की उम्मीद है। वहीं, न्यूनतम तापमान 23 से 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहेगा। हवा की दिशा में भी परिवर्तन देखने को मिल रहा है।
बाढ़ पीड़ित किसानों को राहत नहीं, सरकार सोई हुई है : संजय मोरे
शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय मोरे ने महाराष्ट्र सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि राज्य के बाढ़ प्रभावित किसानों की हालत बेहद दयनीय है
तिघरा में वारदात:डेढ़ साल पहले हुई थी शादी, तभी से आरोपी दे रहे थे धमकियां
फायरिंग कर घर में घुसे 15 बदमाश, सास-ससुर को पीट गर्भवती बहू को उठा ले गए तिघरा में बुधवार रात गुर्जर परिवार पर बदमाशों ने हमला कर दहशत फैला दी। करीब 15 बदमाश हथियारों से लैस होकर घर में घुसे और दनादन फायरिंग की। बंदूक के बटों से परिवार को पीटा और घर की बहू को उठाकर ले गए। बहू के सास-ससुर, चाचा और दादी घायल हुए हैं। घटना तिघरा थाना क्षेत्र के गिर्जा गांव की है। घायलों का जयारोग्य अस्पताल में इलाज चल रहा है। शादी के बाद से चल रहा था विवाद: गिर्जा गांव निवासी गिर्राज गुर्जर (23) की शादी डेढ़ साल पहले श्योपुर जिले के सेसईपुरा गांव की अन्नू गुर्जर से हुई थी। शादी के बाद से ही मुरैना जिले के तिलौंदा गांव का रहने वाला योगेंद्र गुर्जर उर्फ योगी महिला के पति गिर्राज को लगातार धमकाता और परेशान करता था। बुधवार रात 8.30 बजे योगेंद्र अपने साथियों कल्ली उर्फ किलेदार, डीपी, तहसिला, शेरू, भोला, बिज्जी, सत्यवीर और प्रदीप सहित करीब 15 लोगों के साथ गिर्राज के घर पहुंचा। किंग ऑफ मुरैना नाम से सोशल मीडिया पर फोटो वायरल करते हैं बदमाश 10 बदमाश फायरिंग करते रहे, 5 घर में घुस पीटते रहेबदमाशों ने घर पर हमला कर दिया। 10 बदमाश फायरिंग करते रहे। पांच गिर्राज के पिता ब्रजलाल (50), मां भगवती, दादी धनवंती (80) और चाचा रामेश्वर (32) को बंदूक के बटों से पीटते रहे। इसके बाद बदमाश बहू अन्नू को उठा ले गए। मुझे और परिवार को मारा, पत्नी को उठा ले गएगिर्राज का कहना है कि मेरी शादी के बाद से ही योगेंद्र उर्फ योगी मुझे और मेरे परिवार को जान से मारने की धमकी देता था। योंगेंद्र और उसके साथी बागी हैं। घर आकर मुझे और मेरे परिवार को पीटा। फायरिंग की और मेरी पत्नी को उठाकर ले गए। अन्नू को चाहता था आरोपी योगेंद्र पुलिस सूत्रों के मुताबिक आरोपी योगेंद्र का अन्नू से प्रेम प्रसंग था। अन्नू की किसी कारणवश योगेंद्र से शादी नहीं हो पाई। योगेंद्र प्रेमिका को उठाने की फिराक में था। इसी कारण करवा चौथ से ठीक दो दिन पहले उठा ले गया। बहू गर्भवती है, इसी महीने गूंजनी थी किलकारीससुर ब्रजलाल का कहना है कि बहू अन्नू नौ महीने की गर्भवती है। इसी महीने घर में बच्चे की किलकारी गूंजने वाली थी। बदमाश आए। मुझे, मेरी पत्नी, मां और भाई को पीटा और बहू को उठाकर ले गए। मुरैना निवासी हैं बदमाश, पहले से कई केस दर्ज हैंसीएसपी कृष्ण पाल सिंह ने बताया कि तिघरा पुलिस ने घायलों को जेएएच में भर्ती कराया। डॉक्टर का कहना है कि गोली किसी को नहीं लगी है। मारपीट से सभी लोग घायल हुए हैं। रामेश्वर की हालत गंभीर है। पुलिस ने गिर्राज की शिकायत पर मुरैना निवासी योगेंद्र और उसके साथियों पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बदमाशों पर पहले से कई केस दर्ज हैं।
पीआरडी जवान ने इंस्पेक्टर के फर्जी साइन कर निकाला मानदेय:जांच में खुलासा, कार्रवाई की तैयारी
आगरा में एक बड़ा घोटाला सामने आया है, जहां लोहामंडी थाने में तैनात पीआरडी जवान योगेंद्र सिंह ने बिना ड्यूटी किए फर्जी तरीके से मानदेय निकाल लिया। इसके लिए उसने थाना प्रभारी के फर्जी हस्ताक्षर किए और उनकी मुहर लगाई। इतना ही नहीं, उसने पुराने उपस्थिति रजिस्टर को फाड़कर फेंक दिया ताकि उसके खिलाफ कोई सबूत न बचे। जिला युवा कल्याण एवं प्रादेशिक विकास दल के उपनिदेशक वीसी श्रीवास्तव ने बताया कि फर्जी तरीके से मानदेय निकालने की शिकायत मिली थी। इसके बाद जिला युवा कल्याण अधिकारी और थाना लोहामंडी के प्रभारी निरीक्षक को दो बार नोटिस दिया गया था, लेकिन दोनों ने तय समय में जवाब नहीं दिया। इसके बाद तीन सदस्यीय टीम की जांच में यह खुलासा हुआ। आगरा जिले में पीआरडी के 454 जवानों की तैनाती है, जिनमें से 312 विभागीय और 142 गैर विभागीय ड्यूटी करते हैं। इन जवानों को सरकार की तरफ से 500 रुपये प्रतिदिन मानदेय मिलता है। अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या यह घोटाला अकेले योगेंद्र सिंह ने किया है या इसमें और भी लोग शामिल हैं। उपनिदेशक ने बताया कि जांच में पीआरडी जवान योगेंद्र को दोषी पाया गया है। इसमें कार्यालय के बाबू और अधिकारी की मिलीभगत भी रही होगी। बिना ड्यूटी किए क्षेत्रीय अधिकारी और जिला युवा कल्याण अधिकारी ने कैसे मानदेय निकाल दिया, इसकी भी जांच की जा रही है। साथ ही जनपद में ऐसे कितने लोगों का मानदेय निकाला गया है, इसकी भी जांच होगी और शासन को पत्र लिखकर इसके बारे में अवगत कराया जा रहा है
गोरखपुर में खाद्य सुरक्षा विभाग ने दीपावली के मद्देनजर खराब मिठाई व मिलावटी खाद्य पदार्थों के विरुद्ध अभियान शुरू किया है। पहले ही दिन बड़े पैमाने पर मिठाई व बिस्किट नष्ट कराया गया। शहर के सूरजकुंड में महीनों से 300 किलोग्राम से अधिक बिस्किट रखे थे। इसे नष्ट करा दिया गया। इसी तरह लालडिग्गी में पुराने शीरे से बनी लगभग 400 किलो मिठाई को भी नष्ट कराया गया। टीम ने सूरजकुंड में 26 हजार 400 रुपये मूल्य की कचरी जब्त की। आशंका है कि इसमें लाल रंग मिलाया गया था। खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने हरियाणा व दिल्ली की ओर से आने वाली बसों की जांच की। इन बसों में खोया या पनीर लाने की संभावना है। राजस्थान से बड़ी मात्रा में रसगुल्ला की खेप मंगाए जाने की सूचना पर भी सख्ती बरती जा रही है। बिस्किट देख हैरान हुए अधिकारीसहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा डा. सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि सूरजकुंड कालोनी स्थित समृद्धि ट्रेडर्स की जांच कराई गई। यहां से 8 नमूने लिए गए हैं। जांच में एक्सपायर बिस्किट रखे मिले। इसे देखकर अधिकारी भी हैरान रह गए। इसका वजन 300 किलोग्राम मिला है। टीम ने बिस्किट तत्काल नष्ट करा दिया। इसी दुकान से कचरी भी बरामद किया गया। उसे जब्त कर लिया गया है।एक अन्य टीम ने लालडिग्गी में मिठाई की जांच की। यह मिठाई पुराने शीरे से बनाई गई थी। इसे दीपावली में खपाने की तैयारी थी। मिठाई को तत्काल नष्ट करा दिया गया। कार्रवाई करने वाली टीम में खाद्य सुरक्षा अधिकारी शैलेंद्र कुमार, नरेंद्र कुमार, उमाशंकर, विजयानंद आदि शामिल रहे। बाहर से आने वाली निजी बसों की हो रही जांच खाद्य सुरक्षा विभाग को इस बात की सूचना मिली है कि दिल्ली, हरियाणा से आने वाली निजी बसों में मिठाई, खोया एवं अन्य खाद्य पदार्थ मंगाए जाएंगे। इन खाद्य पदार्थों के अधोमानक होने की आशंका है। जिसको देखते हुए मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी हितेंद्र मोहन त्रिपाठी के नेतृत्व में बसों की जांच की जा रही है। खाद्य सुरक्षा अधिकारी स्वामीनाथ, प्रतिमा, विनय शामिल रहे। बस में लायी जा रही खाद्य सामग्री की गुणवत्ता, लेबलिंग एवं इस्तेमाल की तिथि की जांच भी की जाएगी। पनीर का नमूना लिया गयामेडिकल कालेज रोड स्थित शैलेंद्र प्रताप पनीर वाला से पनीर का नमूना लिया गया। सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा ने लोगों से अपील की है कि खाद्य पदार्थ खरीदते समय निर्माण तिथि, उपयोग की अंतिम तिथि एवं लाइसेंस नंबर जरूर देखें। पैकेट पर दर्ज करनी होगी इस्तेमाल की अंतिम तिथिसहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा डा. सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि मिठाई के बंद पैकेट पर अब अनिवार्य रूप से यह दर्ज करना होगा कि इसके प्रयोग की अंतिम तिथि क्या है। कई बार पैक मिठाई एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के हाथ होते हुए भेजी जाती है। कुछ लोग ताजा होने की संभावना में कई दिन बाद मिठाई का सेवन करते हैं। उन्हें इससे कई तरह की दिक्कतें होती हैं। मिठाई पर इस्तेमाल करने की आखिरी तिथि दर्ज रहेगी तो सभी के लिए सहूलियत होगी। उन्होंने बताया कि इसे अनिवार्य रूप से कराना होगा। पैकेट बंद मिठाई बेचने वाले सभी दुकानदारों को इसके निर्देश दिए गए हैं।विभाग द्वारा पैक मिठाई एवं अन्य पैक खाद्य पदार्थ बेचने वाले दुकानदारों को निर्देशित किया गया है कि वे प्रत्येक पैक पर “Use By Date” (उपयोग की अंतिम तिथि) अनिवार्य रूप से अंकित करें। निर्देशों का पालन न करने पर कार्यवाही की जाएगी।
भिवानी टीचर मनीषा डेथ मिस्ट्री:CBI ने परिवार और पुलिस से की पूछताछ; हत्या के लिहाज से कर रही जांच
भिवानी जिले के गांव ढाणी लक्ष्मण निवासी शिक्षिका मनीषा मौत मामले में दिल्ली से लौटी CBI की टीम मनीषा के घर पर पहुंची। जहां काफी समय तक परिवार से सवाल-जवाब किए। इसके बाद मनीषा मौत मामले को लेकर स्थानीय पुलिस से भी पूछताछ की। हालांकि मनीषा मौत मामले की अभी भी गुत्थी नहीं सुलझी है। सभी की निगाहें CBI जांच पर हैं। चाहे परिवार हो या अन्य सब लोग उम्मीद लगा रहे हैं कि CBI इस मामले का पटाक्षेप करेगी। मनीषा के पिता संजय ने कहा कि CBI की टीम सोमवार को उनके घर पर आई थी। इस दौरान उसके पिता रामकिशन (मनीषा के दादा) और रामकिशन के भाई से पूछताछ की थी। इस दौरान मनीषा के बारे में पूछा। साथ ही घटना को लेकर सवाल किए थे। जब CBI घर पहुंची तो वे बाहर थे। CBI की टीम पूछताछ करके चली गई। सीबीआई मान रही हत्यासंजय ने बताया कि CBI अभी खुलकर तो कुछ नहीं बता रही। हालांकि इतना जरूर है कि CBI इसे हत्या मान रही है। उसी के आधार पर जांच कर रही है। वहीं घटनास्थल से दिल्ली से पहुंची एफएसएल टीम द्वारा लिए गए साक्ष्यों की रिपोर्ट आना अभी बाकी है। वहीं बिसरा रिपोर्ट भी अभी तक CBI को नहीं मिली, न ही CBI ने रिपोर्ट की जानकारी उन्हें दी है। दिल्ली से 6 को 5 सदस्य टीम पहुंची भिवानीइधर, CBI की टीम 6 अक्टूबर को दोबारा दिल्ली से भिवानी पहुंची थी। 5 सदस्यों की टीम जांच के लिए पहुंची है। हालांकि पहले के मुकाबले टीम में सदस्य कम ही रहे। इसके बाद CBI की 4 सदस्यों वाली टीम सोमवार को गांव ढाणी लक्ष्मण निवासी मनीषा के घर पहुंची। जहां पर परिवार से पूछताछ की। इसके बाद CBI की टीम भिवानी के रेस्ट हाउस में ठहरी हुई है। जहां अपने रिकार्ड को खंगाल रही है। साथ ही पुलिस से भी पूछताछ कर ही है। भिवानी पहुंचने के बाद CBI की टीम मनीषा मामले से जुड़े स्थानीय पुलिस के कर्मचारियों से पूछताछ भी की। हालांकि CBI टीम अपने स्तर पर मनीषा मौत मामले की जांच कर रही है, जो जानकारी चाहिए, उसके लिहाज से पूछताछ कर रही है।
एमपी में अब दिन में धूप, रात में ठंडक:पूर्वी हिस्से में 2 दिन बूंदाबांदी के आसार; मानसून भी लौटेगा
मध्यप्रदेश में दिन में तेज धूप खिलेगी और रात में गुलाबी ठंड का अहसास होने लगेगा। मौसम विभाग ने 2 से 3 दिन में पूरे प्रदेश से मानसून की विदाई के संकेत दिए हैं। पूर्वी हिस्से में 3 दिन तक बूंदाबांदी के आसार जरूर है। बुधवार को प्रदेश में कहीं भी बारिश रिकॉर्ड नहीं की गई। मौसम विभाग के मुताबिक, प्रदेश के 12 जिले- ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, गुना, आगर-मालवा, नीमच, मंदसौर और रतलाम से मानसून पूरी तरह से विदा हो चुका है, जबकि राजगढ़ और अशोकनगर के कुछ हिस्से से लौटा है। अभी प्रदेश में बारिश होने का कोई सिस्टम एक्टिव नहीं है। इन वजहों से पूरे प्रदेश से मानसून के लौटने की परिस्थितियां अनुकूल हुई है। अगले 3 दिन धूप-छाव और बूंदाबांदी वाला मौसममौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि अगले 3 दिन धूप-छाव और बूंदाबांदी वाला मौसम रहेगा। पूर्वी हिस्से के जिलों में कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो सकती है। वहीं, भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर में दिन में तेज धूप खिली रहेगी। इधर, कई शहरों में रात का पारा 18 डिग्री तक पहुंच गया है। 8-9 सितंबर की बात करें तो धार, इंदौर, राजगढ़ में तापमान 17.6 से 17.7 डिग्री के बीच रहा। भोपाल में 19.6 डिग्री, उज्जैन में 19 डिग्री, ग्वालियर में 22.1 डिग्री और जबलपुर में 21 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। एमपी में मानसूनी सीजन में इतनी बारिश... गुना में सबसे ज्यादा बारिश इस बार गुना में सबसे ज्यादा पानी गिरा है। 65.6 इंच बारिश दर्ज हुई। मंडला-रायसेन में 62 इंच से अधिक और श्योपुर-अशोकनगर में 56 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। वहीं, शाजापुर, खरगोन, खंडवा, बड़वानी और धार सबसे कम बारिश वाले टॉप-5 जिलों में शामिल हैं। शाजापुर में 28.9 इंच, खरगोन में 29.6 इंच, खंडवा में 32 इंच, बड़वानी में 33.5 इंच और धार में 33.6 इंच पानी गिरा है। इंदौर संभाग की तस्वीर भी सुधरीइस मानसूनी सीजन में शुरुआत से ही इंदौर और उज्जैन संभाग की स्थिति ठीक नहीं रही। एक समय तो इंदौर में प्रदेश की सबसे कम बारिश हुई थी। ऐसे में अटकलें थीं कि क्या इस बार इंदौर में सामान्य बारिश भी होगी? लेकिन सितंबर महीने में तेज बारिश की वजह से इंदौर में सामान्य बारिश का कोटा पूरा हो गया। संभाग के सभी जिलों में भी बारिश की बेहतर तस्वीर हो गई। दूसरी ओर, उज्जैन जिले में अब भी कोटा पूरा नहीं हुआ। सबसे कम बारिश वाले जिलों में शाजापुर पहले नंबर पर है। ग्वालियर, चंबल-सागर सबसे बेहतरएमपी में जब से मानसून एंटर हुआ, तब से पूर्वी हिस्से यानी, जबलपुर, रीवा, सागर और शहडोल संभाग में तेज बारिश हुई है। यहां बारिश के स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव रहे। छतरपुर, मंडला, टीकमगढ़, उमरिया समेत कई जिलों में बाढ़ आ गई। ग्वालियर-चंबल में भी मानसून जमकर बरसा है। यहां के सभी 8 जिलों में कोटे से ज्यादा पानी गिर चुका है। इनमें ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, भिंड, मुरैना, दतिया और श्योपुर शामिल हैं। अगले 2 दिन ऐसा रहेगा मौसम... जानिए, अक्टूबर में कब कैसा रहा 5 बड़े शहरों का मौसम... भोपाल: 2012 में रिकॉर्ड 38 डिग्री रहा था तापमानभोपाल में अक्टूबर का सामान्य औसत अधिकतम तापमान 32.7 और न्यूनतम तापमान 19.1 डिग्री सेल्सियस रहा है। पिछले 10 साल में तापमान 33 डिग्री के पार ही रहा। 2015 में यह 37.3 डिग्री तक पहुंच चुका है। 2012 में पारा रिकॉर्ड 38 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। वहीं, न्यूनतम तापमान 11.7 डिग्री 12 अक्टूबर 2012 को रहा था। इस महीने बारिश का भी ट्रेंड है। साल 1955 में पूरे महीने साढ़े 7 इंच बारिश हुई थी। 6 अक्टूबर 2009 को 24 घंटे में रिकॉर्ड 5 इंच पानी गिरा था। इंदौर: 25 साल पहले रिकॉर्ड 6.2 डिग्री रहा था न्यूनतम तापमानइंदौर में भी तीनों मौसम देखने को मिलते हैं। पिछले 10 साल 2015 से 2024 की बात करें, तो दिन में एक बार 36 डिग्री और तीन बार 35 डिग्री सेल्सियस तापमान रह चुका है। रात का टेम्प्रेचर 14 से 16 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में रात में ठंड का असर बढ़ जाता है। इस महीने इंदौर में बारिश होने का ट्रेंड है। साल 2013 में सबसे ज्यादा 4 इंच बारिश दर्ज की गई थी। पिछले साल 1 इंच पानी गिरा। इंदौर में 22 अक्टूबर 2000 को दिन का तापमान 37.8 डिग्री तक पहुंच गया था। यह अब तक का रिकॉर्ड है। 25 साल पहले 22 अक्टूबर 1999 को रात का तापमान 6.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। यह अब तक की सबसे ठंडी रात रही थी। वर्ष 1985 में अक्टूबर महीने में 9 इंच से ज्यादा बारिश हो गई थी। 24 घंटे में सबसे ज्यादा बारिश 9 अक्टूबर 1985 को 6.19 इंच हुई थी। ग्वालियर: 39 डिग्री तक पहुंच जाता है दिन का तापमानग्वालियर में अक्टूबर महीने में भी दिन में तेज गर्मी पड़ती है। वर्ष 2015 में अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है। पिछले 10 साल में अमूमन तापमान 35 से 39 डिग्री के बीच ही रहा है। 27 अक्टूबर 1994 को दिन का तापमान 40.1 डिग्री दर्ज किया गया था, जो अब तक का सबसे ज्यादा है। यहां का औसत अधिकतम तापमान 34.2 डिग्री और औसत न्यूनतम तापमान 19.3 डिग्री सेल्सियस है। यहां जिस तरह से गर्मी पड़ती है, उसी तरह से ठंड का असर भी रहता है। 2018 में तापमान 11.9 डिग्री दर्ज किया गया था। 31 अक्टूबर 1952 को न्यूनतम तापमान 8.9 डिग्री रहा था। 10 में से 8 साल बारिश का दौर भी रहा। वर्ष 2013 और 2022 में 4 इंच से ज्यादा बारिश हुई थी। सर्वाधिक मासिक बारिश वर्ष 1956 में 8.68 इंच हुई थी। 24 घंटे में सबसे ज्यादा बारिश 13 अक्टूबर 1955 को हुई थी। इस दिन 6 इंच पानी बरस गया था। जबलपुर: 73 साल पहले सबसे सर्द रही थी रातजबलपुर में अक्टूबर महीने में औसत अधिकतम तापमान 31.8 और औसत न्यूनतम तापमान 20.3 डिग्री सेल्सियस रहता है। हालांकि, पिछले 10 साल में दिन-रात का पारा इससे अधिक ही रहा। 11 अक्टूबर 2015 को तापमान 36.1 डिग्री रहा था जबकि पिछले 2 साल से रात में तापमान 14 से 17.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। 5 अक्टूबर 1966 को अधिकतम तापमान 37.9 डिग्री दर्ज किया गया था, जो अब तक का सबसे ज्यादा है। 30 अक्टूबर 1952 को न्यूनतम तापमान 10.5 डिग्री रहा था। वर्ष 1916 में सबसे ज्यादा 10.46 इंच मासिक बारिश हुई थी। 24 घंटे में सर्वाधिक 5 इंच बारिश 4 अक्टूबर 1977 को हुई थी। पिछले साल हल्की बारिश दर्ज की गई थी। उज्जैन: 10 में से 3 साल बारिश नहीं हुईउज्जैन में पिछले 10 में से 3 साल अक्टूबर महीने में बारिश नहीं हुई। वर्ष 2009 में सर्वाधिक मासिक बारिश 4.46 इंच हुई थी। 24 घंटे में सबसे ज्यादा 5 अक्टूबर 2009 को हुई थी। इस दिन 92 मिमी यानी 3.62 इंच बारिश हो गई थी। दूसरी ओर, 5 अक्टूबर 2002 को दिन का तापमान 39 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो अब तक का सबसे अधिक है। 29 अक्टूबर 1983 को न्यूनतम तापमान 8.1 डिग्री रहा था।
शाहपुरा में कॉलोनी के अंदर नाले पर बनी सड़क के बीच में हुआ गड्ढा
शाहपुरा की त्रिलंगा-गुलमोहर कॉलोनी के अंदर सड़क के बीचों-बीच गड्ढा हो गया। यहां से नाला सड़क से क्रॉस होते हुए जाता है। इस कारण यह गड्ढा खतरनाक हो गया है। यहां पर करीब 850 घर के लोगों का आना-जाना होता है। रहवासी तीन दिन से शिकायत कर रहे हैं, लेकिन अब तक गड्ढे को किसी ने गंभीरता से नहीं लिया। लोगों का कहना है कि बड़ी घटना होने के बाद ही निगम की नींद खुलेगी। हालांकि सहायक इंजीनियर का कहना है कि शिकायत बुधवार दोपहर 3.30 बजे आई। निगम की एकमात्र सड़क नहीं है, जो खराब हैं। शहर में 38 इलाकों में तो खराब सड़कों को ठीक करने और नई बनाने के लिए टेंडर भी जारी हो चुके हैं। बारिश के बाद हर दिन 10 से ज्यादा शिकायतें निगम तक सड़क खराब होने की पहुंची। शिकायत, फिर भी समाधान नहीं शाहपुरा हाउस ओनर एसोसिएशन के सह सचिव नवीन चौहान ने बताया कि सोसायटी में 850 घर हैं। यहां से 15 से 20 चौड़ा बड़ा नाला शाहपुरा तक जाता है। यह बीच में कई जगह रोड क्रॉस करता है। इस पर त्रिलंगा और गुलमोहर की रोड में मकान नंबर-444 के सामने तीन दिन पहले एक बड़ा गड्ढा हो गया। हमने इसकी शिकायत निगम से की, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। मकान मालिक धीरेंद्र गुप्ता ने भी सीएम हेल्प लाइन 181 पर शिकायत की, लेकिन किसी ने पूछा तक नहीं। दिन में यहां से निकलने में डर लगने लगा है। रात को अंधेरा रहता है। ऐसे में इससे कभी भी कोई घटना हो सकती है। निगम का कहना है कि जल्द ही ठीक करा देंगे, लेकिन अब तक कोई नहीं आया। ^बुधवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे नवीन चौहान का फोन आया था। उन्होंने शिकायत दर्ज कराई है। अगले चौबीस घंटों में हब उसे ठीक करवा देंगे। तीन दिन पहले कोई शिकायत नहीं आई। - मयंक शर्मा, सहायक इंजीनियर जोन-6
कोहेफिजा से खानूगांव तक 50 मीटर दायरे में 30 से ज्यादा निर्माण... मसूद के कॉलेज का हिस्सा भी
बड़े तालाब की हद तय करने बुधवार को प्रशासन की टीम मैदान में उतरी। राजस्व, नगर निगम, वन विभाग और पुलिस के अफसरों समेत 10 से ज्यादा पटवारी और नायब तहसीलदार इसमें शामिल थे। शुरुआत खानूगांव स्थित सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के भीतर से हुई। टीम इसके बाद विधायक आरिफ मसूद के कॉलेज के पास पहुंची, लेकिन दलदली जमीन के कारण केवल टॉयलेट तक मार्किंग हो पाई। यहां से तालाब की ओर 50 मीटर का दायरा देखकर आगे का पाइंट तय किया जाएगा। टीम रिजवान बाग भी पहुंची, लेकिन पानी भरे होने की वजह से यहां सीमांकन में मुश्किल हुई। यहां 200 फीट भीतर जाकर पॉइंट लगाना था, लेकिन यहां घर, क्रिकेट मैदान बने हैं। बैरागढ़ सर्कल के रिकॉर्ड के मुताबिक राजाभोज प्रतिमा से खानूगांव तक करीब 5 किमी क्षेत्र में सीमांकन कर 84 पॉइंट लगाए गए। तालाब किनारे 50 मीटर दायरे में 30 से ज्यादा अतिक्रमण मिले हैं। इनमें निजी घर, करबला के पास मल्टीस्टोरी बिल्डिंग और रिजवान बाग की निजी जमीनें शामिल हैं। कांग्रेस विधायक मसूद के कॉलेज का हिस्सा भी जद में आ सकता है। अभी पानी से दिक्कत ^खानूगांव में जिस जगह पर सीमांकन खत्म किया गया था, उसी जगह से जिला प्रशासन, नगर निगम, टीएडंसीपी, वन विभाग के अधिकारी व पटवारियों की टीम ने सीमांकन शुरू किया। बैरागढ़ क्षेत्र में भैंसाखेड़ी तक सीमांकन किया जाएगा। फिलहाल पानी के चलते दलदल हो रही है। इसलिए टीम को मौके पर उतरने में दिक्कत हो रही है। -हर्ष विक्रम सिंह,तहसीलदार, बैरागढ़
यह बात खरी है... इसमें आप देखेंगे बिहार के नेताओं और अफसरों के बीच अंदरखाने क्या चल रहा है, और दिनभर की ऐसी बड़ी हलचल जो आपको हंसाएगी भी और जिम्मेदारों को आइना भी दिखाएंगी। ऊपर VIDEO पर क्लिक करें...
अब मेडिकल स्टोर्स में फार्मासिस्ट ही देंगे दवा, नहीं तो 2 लाख जुर्माना-जेल
प्रदेश की दवा दुकानदार बिना पंजीकृत फार्मासिस्ट के दवा नहीं बेच सकेंगे। ऐसा करते पाए जाने पर उनके खिलाफ फार्मेसी अधिनियम 1948 की धारा 42 और जन विश्वास (संशोधन) अधिनियम 2023 के तहत कार्रवाई होगी। इस प्रावधान के तहत आरोपी को तीन महीने की जेल, दो लाख रुपए जुर्माना या दोनों ही सजा दी जा सकती है। अभी तक ऐसे मामलों में सिर्फ एक हजार रुपए जुर्माने और छह महीने की जेल का प्रावधान था। इसलिए दुकानदार मानमानी करते थे। कई दुकानों पर फार्मासिस्ट नहीं होने की भी शिकायत मिली थी। स्टेट फार्मेसी काउंसिल ने बुधवार को निर्देश जारी कर सभी मेडिकल स्टोर, अस्पताल और फार्मेसी को इस संबंध में चेतावनी जारी की है। रजिस्ट्रार भव्या त्रिपाठी ने कहा कि गैर-पंजीकृत व्यक्ति द्वारा दवा बेचना मरीजों की सुरक्षा के लिए खतरा है। उन्होंने सीएमएचओ को जांच अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। फूड एंड ड्रग विभाग भी ऐसी दुकानों पर कार्रवाई करेगा। बार-बार शिकायतें तो रजिस्ट्रेशन निरस्त ^काउंसिल ने यह भी स्पष्ट किया कि बार-बार यदि पंजीकृत फार्मासिस्ट नियमों का उल्लंघन करता पाया गया, तो उसका रजिस्ट्रेशन निरस्त किया जा सकता है। साथ ही, संबंधित संस्थान या स्टोर के खिलाफ भी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा कार्रवाई की जाएगी।-संजय जैन, अध्यक्ष, स्टेट फर्मेसी काउंसिल मप्र 50 से ज्यादा दवा दुकानों पर एफडीए की जांच, कॉम्बिनेशन सिरप के 22 सैंपल लिए फूड एंड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने प्रतिबंधित और काम्बिनेशन कफ सिरप पर बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। बुधवार को प्रदेशभर में ड्रग इंस्पेक्टरों ने छापेमारी करते हुए 22 सिरप के सैंपल जांच के लिए लैब भेजे। इनमें मैक्सट्रा (ज़ुवेंटस), नोकॉल्ड डीएस (सिप्ला), डोलोकॉल्ड डीएस, सायनावेल और विकोरिल (एलेम्बिक) शामिल हैं। ये सभी फिनाइलएफ्रिन और क्लोरफेनिरामिन वाले सिरप हैं, जिन्हें चार साल से कम उम्र के बच्चों को देना खतरनाक हो सकता है। इससे पहले टीम ने छिंदवाड़ा और भोपाल में प्रतिबंधित सिरप ‘रेस्पिफ्रेश डी और एएनएफ की बोतलें जब्त कीं थी। इधर, दवा कंपनियों ने संदिग्ध बैचों का स्टॉक बाजार से वापस बुलाना शुरू कर दिया है। ड्रग कंट्रोलर दिनेश श्रीवास्तव ने बताया कि भोपाल के 50 से ज्यादा मेडिकल स्टोर्स पर जांच की गई है। संदिग्ध सिरप के सैंपल लैब भेजे गए हैं और स्टॉक रजिस्टर की भी जांच की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा कि चार साल से कम उम्र के बच्चों को कोई भी काम्बिनेशन कफ सिरप न दें। इनमें मौजूद घटक बच्चों में नींद, दौरे, सांस रुकना या विषाक्त प्रतिक्रिया जैसी जटिलताएं पैदा कर सकते हैं। डॉक्टरों की सलाह है कि छोटे बच्चों को सर्दी-जुकाम या खांसी में सिरप न दें।
‘अगर हमें 15 सीटें नहीं मिलतीं हैं, तो हम चुनाव नहीं लड़ेंगे। मैं अपमानित महसूस कर रहा हूं।’- जीतन राम मांझी, HAM लीडर ‘पापा हमेशा कहते थे, जुर्म करो मत, जुर्म सहो मत। जीना है तो मरना सीखो, कदम-कदम पर लड़ना सीखो।’- चिराग पासवान, LJP (R) ये दो बयान बताते हैं कि NDA का सीट शेयरिंग फॉर्मूला पूरी तरह सुलझा नहीं है। जीतनराम मांझी खुलकर गुस्सा जाहिर कर रहे हैं और चिराग पासवान इशारों में। सोर्स बताते हैं कि दोनों डिमांड से कम सीटें दिए जाने से नाखुश हैं। अब तक खबरें थीं कि NDA में सीट शेयरिंग फाइनल हो गई है और सभी पार्टियां इस पर राजी हैं। बदले माहौल में सीट शेयरिंग के दो फॉर्मूलों पर बात चल रही है। पहले फॉर्मूले के तहत JDU को 110 और दूसरे फॉर्मूले के तहत 105 सीटें मिल सकती हैं। दोनों लिहाज से JDU फायदे में रहेगी। सीट बंटवारे का फाइनल फॉर्मूलाबिहार की 243 विधानसभा सीटों में से JDU ने अपने लिए 110 सीटें लॉक कर ली हैं। गठबंधन में सहयोगी जीतनराम मांझी की HAM को 6 और उपेंद्र कुशवाहा की RLM को 4 सीटें मिल सकती हैं। हालांकि, BJP कोशिश कर रही है कि JDU 105 सीट पर मान जाए। इसके बाद बची 133 सीटें BJP और चिराग पासवान की LJP (R) में बंटेंगी। सूत्र बताते हैं कि BJP 103 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है, 20 सीटें चिराग के खाते में जा सकती हैं। JDU में हमारे सोर्स बता रहे हैं कि पार्टी के अंदर सब तय हो चुका है। गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर कोई नाराजगी नहीं है। JDU केंद्र में मजबूत, इसलिए मनमुताबिक सीटेंJDU और BJP जब भी मिलकर चुनाव लड़े, JDU बड़े भाई की भूमिका में रही। सीटों के बंटवारे में उसे सबसे ऊपर रखा गया। चीजें 2020 के चुनाव में बदलीं। नीतीश सिर्फ 43 सीटें जीत पाए। BJP 74 सीटें जीतकर NDA में सबसे बड़ी पार्टी बन गई। लगा जैसे अब बड़े भाई का रोल BJP निभाएगी। लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा। सोर्स के मुताबिक, JDU इस बार भी सबसे ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इस बार JDU को 110 सीटें मिल सकती हैं। इस उलटफेर के पीछे सबसे बड़ी वजह दिल्ली की सियासत है। केंद्र में JDU मजबूत स्थिति में है। पार्टी के पास 12 सांसद हैं। मोदी सरकार सहयोगी पार्टियों पर निर्भर है। इसी निर्भरता ने NDA में नीतीश कुमार का कद बढ़ा दिया है। सीनियर जर्नलिस्ट संतोष कुमार बताते हैं, ‘केंद्र के गणित के हिसाब से BJP JDU के दबाव में है। ऐसे में नीतीश कुमार जो चाहेंगे, वही करेंगे। नीतीश कुमार ने इसी का फायदा उठाकर केंद्र से बिहार के लिए बड़ी योजनाएं मंजूर करवाई हैं। दिल्ली की राजनीति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की व्यस्तता और बिहार को नीतीश कुमार पर छोड़ने की रणनीति ने भी JDU को यह बढ़त दिलाई है।’ कम मार्जिन वाली सीटों पर डमी कैंडिडेट की स्ट्रैटजी 2015 के मुकाबले 2020 के चुनाव में JDU की सीटें और वोट शेयर दोनों घट गए। सीटें 71 से 43 रह गईं और वोट शेयर 17.3% से घटकर 15.39% रह गया। 43 सीटों में से 11 ऐसी थीं, जहां हार-जीत का फैसला एक हजार से भी कम वोट से हुआ था। इन कमजोर सीटों को साधने के लिए JDU ने स्ट्रैटजी तैयार कर ली है। सूत्रों के मुताबिक, इन सीटों पर JDU विपक्षी उम्मीदवार के वोट काटने के लिए डमी कैंडिडेट उतार सकती है। ये कैंडिडेट विपक्षी पार्टी के वोट बांटेंगे। सबसे बड़ा सवाल चिराग और मांझी कैसे मानेंगेसूत्र बता रहे हैं कि लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के चीफ और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान 40 सीटें मांग रहे है। इसकी वजह 2024 के लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी का शानदार प्रदर्शन है। चिराग को तब 5 सीटें मिली थीं और उनके कैंडिडेट सभी 5 सीटों पर जीते थे। हालांकि, BJP अपने हिस्से में बची 133 में से सिर्फ 20 सीटें देने को तैयार है। चिराग इतनी सीटों पर नहीं मान रहे हैं। उनके एक करीबी नेता पहचान छिपाते हुए कहते हैं, ‘बिहार में सम्मानजनक सीटें कैबिनेट में एक पद से ज्यादा मायने रखती हैं।’ चिराग पासवान ने कह दिया कि मैं सब्जी में नमक की तरह हूं। हर सीट पर 20 से 25 हजार वोट प्रभावित कर सकता हूं। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के नेता और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने रामधारी सिंह दिनकर की रचना 'रश्मिरथी' की पंक्तियों से अपनी मांग रखी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा- ‘हो न्याय अगर तो आधा दो,यदि उसमें भी कोई बाधा हो,तो दे दो केवल 15 ग्राम,रखो अपनी धरती तमाम’ मांझी ने चेतावनी दी है कि अगर हमें 15 सीटें नहीं मिलतीं, तो हम चुनाव नहीं लड़ेंगे। हालांकि वे कह चुके हैं कि मैं NDA का साथ नहीं छोड़ेंगे। सहयोगियों को मनाना BJP के सामने बड़ी चुनौती 1. चिराग की मांग: 40 सीटें मांग रहे हैं, BJP 20 सीटें देने को तैयार है। 2. मांझी का दबाव: 15 सीटों की मांग, BJP 5 सीटें देने को तैयार है। 3. प्रशांत किशोर की एंट्री: चिराग के प्रशांत किशोर के साथ गठजोड़ की अटकलें हैं। हालांकि, प्रशांत किशोर इससे इनकार कर चुके हैं। चिराग पासवान ने 2020 में NDA से अलग 135 सीटों पर चुनाव लड़ा था। इससे JDU को बड़ा नुकसान हुआ। JDU ने सहयोगियों को मनाने की जिम्मेदारी BJP पर छोड़ी है। चिराग पासवान और जीतन राम मांझी की डिमांड ने उसे फंसा दिया है। दोनों नेताओं की दलित समुदाय में पैठ है। इसलिए BJP सोच-समझकर आगे बढ़ रही है। उधर, 3 अक्टूबर को 1 अणे मार्ग पर नीतीश ने पूरे राज्य से पार्टी के नेताओं को बुलाया था। यहां उन्होंने मैसेज दिया कि JDU को इस बार सबसे बड़ी पार्टी बनाना है। इस लिहाज से भी JDU ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है। अगले 2-3 दिन में पटना में NDA की मीटिंग होनी है। उसमें कोई समाधान निकलने की उम्मीद है। ........................................... 25 से 30 विधायकों के टिकट काटेगी BJP, राजस्थान-MP की तर्ज पर सांसदों को उतारेगी बिहार में BJP के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने संभावित कैंडिडेट की लिस्ट केंद्रीय चुनाव समिति को भेज दी है। BJP के एक प्रदेश स्तर के नेता ने भास्कर को बताया कि इस बार 25 से 30 मौजूदा विधायकों टिकट कट सकते हैं। ये भी प्लान है कि बिहार में भी मध्यप्रदेश और राजस्थान की तरह सांसदों को चुनाव लड़ाया जाए। दोनों राज्यों में ये प्रयोग कामयाब रहा था। पढ़ें पूरी खबर...
कोर्ट में याचिका-:अनुमति से ज्यादा निर्माण, रिटा. आईएएस मोहंती, जुलानिया को नोटिस
केरवा डैम रोड पर बनी व्हिसपरिंग पाम्स कॉलोनी पर गंभीर आरोप लगे हैं। कॉलोनी को लो-डेन्सिटी रेजिडेंशियल जोन में स्वीकृति मिली थी, लेकिन यहां नियमों से कई गुना ज्यादा निर्माण किया जा रहा है। इसे लेकर नागरिकों और संगठनों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। याचिकाकर्ता के वकील हर्षवर्धन तिवारी ने बताया कि टाउन एंड कंट्री प्लानिंग (टीएंडसीपी) विभाग ने इस इलाके को लो-डेन्सिटी जोन के तौर पर स्वीकृत किया था। इसमें सिर्फ 6% एफएआर (फ्लोर एरिया रेशो) की छूट है। यानी 100 एकड़ जमीन पर सिर्फ 6 एकड़ तक निर्माण की अनुमति होती है। आरोप है कि कॉलोनी में 50% से ज्यादा निर्माण किया गया है, यानी तय सीमा से लगभग 8 गुना ज्यादा। मामले की सुनवाई करते हुए देखते हुए हाईकोर्ट ने नगरीय प्रशासन, भोपाल नगर निगम, टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के साथ ही पूर्व आईएएएस राधेश्याम जुलानिया और पूर्व मुख्य सचिव एसआर मोहंती, चंद्रभान लालचंदानी व एसएस रियलिटी को नोटिस जारी किया है। केरवा डैम के आसपास की हरियाली पर असर याचिका में कहा गया है कि पर्यावरणीय स्वीकृति, जल निकासी व्यवस्था, हरित क्षेत्र और कैचमेंट जोन के मानकों की अनदेखी और कंक्रीट निर्माण से केरवा डैम और आसपास की हरियाली पर असर पड़ सकता है। साथ ही भू-उपयोग नियमों (लैंड यूज रूल) और मास्टर प्लान 2005 का भी उल्लंघन हुआ है। ग्राम मेंडोरी के निवासी महेश सिंह परिहार और राजपाल सिंह चंदेल ने याचिका में आरोप लगाया है कि “व्हिस्परिंग पाम्स” नामक आवासीय कॉलोनी में नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई गई हैं। निर्माण ध्वस्त कराने की मांग... परिहार और चंदेल ने बताया कि उन्होंने कलेक्टर, नगर निगम आयुक्त, टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग और मुख्य सचिव तक शिकायतें पहुंचाईं, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। कॉलोनी में निर्माण जारी है, जिससे सड़क, सीवेज, जल आपूर्ति और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन जैसी नागरिक सुविधाओं पर असहनीय दबाव पड़ रहा है। याचिका में कॉलोनी संचालक/डेवलपर, टाउन एंड कंट्री प्लानिंग, नगर निगम, पर्यावरण विभाग और राज्य सरकार को पक्षकार बनाते हुए निर्माण गिराने की मांग की गई है।
चिराग पासवान NDA में रहेंगे कि नहीं? यह सवाल इस वक्त बिहार की सियासी गलियारे में घूम रहा है। क्या पहली बार चिराग पासवान नीतीश कुमार के लिए विधानसभा चुनाव में वोट मांगेंगे? दरअसल, अगर चिराग पासवान NDA में रहते हैं तो यह पहली बार होगा कि वह नीतीश कुमार के साथ विधानसभा चुनाव लड़ रहे होंगे। नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाने के लिए वोट मांग रहे होंगे? चिराग के मन में क्या है, NDA छोड़कर वह कहां जा सकते हैं, जानेंगे, आज के एक्सप्लेनर बूझे की नाहीं में… सवाल-1ः चिराग पासवान अपनी पार्टी LJP(R) के लिए क्या मांग कर रहे हैं और क्यों? जवाबः राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में सीटों के पेच को चिराग पासवान ने उलझा दिया है। बाकी पार्टियों में समझौता हो गया है। कहा जा रहा है कि चिराग अपनी पार्टी LJP (R) के लिए कम से कम 30 सीट चाहते हैं। उनका तर्क है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में LJP(R) ने 5 सीटें जीतीं। बिहार में एक लोकसभा सीट पर औसतन 6 विधानसभा सीटें हैं। इस हिसाब से LJP(R) को कम से कम 30 सीटें मिलनी चाहिए। चिराग ने कुछ ऐसी सीटें भी मांगी हैं, जिस पर भाजपा और JDU चुनाव लड़ती रही हैं। JDU ऐसी सीटें छोड़ने के मूड में नहीं है। इनमें से 9 सीटें ये हैं… सवाल-2ः NDA की ओर से चिराग को क्या ऑफर किया गया है? जवाबः NDA में भाजपा-JDU में करीब-करीब सहमति बन गई है। नीतीश कुमार ने बाकी पार्टियों से डील करने की जिम्मेदारी भाजपा को दी है। यही कारण है कि भाजपा चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान लगातार सहयोगी पार्टी LJP(R), HAM और RLM नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं। संभव है कि आज शाम या कल तक सीटों का बंटवारा हो जाएगा। NDA ने पहले चिराग को 18 से 20 सीटों का ऑफर दिया था। इसके बाद 7 अक्टूबर की देर शाम उनको 25 सीटों का फाइनल ऑफर दिया है, लेकिन फिलहाल बात नहीं बनी। इस बीच भाजपा और JDU ने अपने प्रत्याशियों के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। सवाल-3: आखिर चिराग NDA के ऑफर को क्यों नहीं मान रहे हैं? जवाबः NDA में भाजपा-JDU मिलकर करीब 203 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली हैं। बाकी 40 सीटें अलायंस पार्टनर के लिए हैं। पॉलिटिकल एनालिस्ट संजय सिंह कहते हैं, ‘NDA में तीसरे सबसे बड़े पार्टनर चिराग पासवान हैं। BJP-JDU से बची 40 सीटों में से सबसे ज्यादा 25 सीटें चिराग पासवान की पार्टी LJP(R) को ऑफर की गई हैं। अगर इससे ज्यादा सीटें उनको दी गई तो अन्य साथी पार्टियों के हिस्से की सीटें घटेगी। ऐसा भाजपा नहीं करेगी।’ चिराग के आखिरी समय तक टसल करने के 2 बड़े कारण... 1. सीटों की सौदेबाजी: पॉलिटिकल एनालिस्ट अरुण पांडेय कहते हैं, 'चिराग सीटों की सौदेबाजी के लिए कर रहे हैं। भाजपा उन्हें 25 सीटें दे रही। आगे एक या दो सीट और दी जाएगी। इसके बाद चिराग मान जाएंगे।' 2. कार्यकर्ताओं को मैसेज: अंत तक लड़े: सीनियर जर्नलिस्ट संजय सिंह कहते हैं, 'चिराग पासवान अपने समर्थकों को यह बताना चाहते हैं कि हम आपके लिए अंत तक लड़े। बड़ी-बड़ी पार्टियां हैं, इसलिए सीटों पर समझौता करना पड़ा। दरअसल, अभी तक बिहार की पॉलिटिक्स में लालू यादव और नीतीश कुमार को ही हार्ड बार्गेनर माना जाता रहा है। चिराग भी ऐसी छवि बनाना चाहते हैं।' सवाल-4: अगर चिराग के मन मुताबिक समझौता नहीं हुआ तो क्या चिराग NDA छोड़ सकते हैं? जवाबः चिराग के NDA से अलग होने की संभावना बेहद कम है। एक्सपर्ट इसके 3 बड़े कारण बताते हैं… 1. केंद्र में मंत्री पद छोड़ना होगा चिराग पासवान फिलहाल मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री हैं। पॉलिटिकल एनालिस्ट अरुण पांडेय कहते हैं, ‘अगर चिराग NDA छोड़ते हैं तो सबसे पहले उन्हें केंद्रीय मंत्री का पद छोड़ना होगा। यह शायद ही चिराग करेंगे।’ अरुण पांडेय कहते हैं, ‘चिराग की राजनीति सत्ता सुख से ही शुरू हुई है। ग्राउंड की राजनीति और सत्ता की राजनीति में बहुत फर्क होता है।’ पॉलिटिकल एनालिस्ट अभिरंजन कुमार कहते हैं, ‘2005 में रामविलास पासवान मनमोहन सरकार में मंत्री रहते बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के खिलाफ चुनाव लड़े थे। केंद्र की गठबंधन पर कोई फर्क नहीं पड़ा था, लेकिन अब ऐसा नहीं हो सकता। अभी केंद्र में मोदी सरकार है और उनकी पॉलिटिक्स कांग्रेस के बिल्कुल अलग है। चिराग केंद्र में मंत्री रहते बिहार में अलग चुनाव नहीं लड़ सकते। उनको पद छोड़ना ही होगा।’ 2. बिना गठबंधन चिराग कुछ भी नहीं 2020 विधानसभा चुनाव में वह अकेले लड़े। 135 सीटों पर प्रत्याशी उतारे। एक सीट जीती। 10 सीटों पर दूसरे नंबर पर रही। कुल 5.8% वोट मिला। पॉलिटिकल एनालिस्ट संजय सिंह कहते हैं, 'बिना गठबंधन के चिराग पासवान का जीतना मुश्किल है। लेकिन इतना जरूर है कि वह सामने वाले को हरा सकते हैं। 2020 विधानसभा चुनाव इसका उदाहरण हैं। वह भले एक सीट जीते, लेकिन JDU को 30 से अधिक सीटों पर हरा दिया।’ 2020 चुनाव में LJP को 135 में से 90 सीटों पर 10 हजार से अधिक वोट मिला था। पार्टी को कुल 23,83,457 वोट मिला। 16 अगस्त को एक इंटरव्यू में चिराग ने कहा था, 'मैं गठबंधन में 'नमक' की भूमिका निभाऊंगा. बिना नमक के किसी भी व्यंजन में स्वाद नहीं आता। कुछ लोग 2020 में मेरे अकेले चुनाव लड़ने के प्रदर्शन को कमतर आंकने की कोशिश करते हैं। लेकिन मेरी पार्टी हर महत्वपूर्ण सीट पर 10,000-15,000 वोटों का अंतर पैदा कर सकती है।' 3. पार्टी टूटने का खतरा पॉलिटिकल एनालिस्ट अरुण पांडेय बताते हैं, ‘चिराग पासवान NDA में शामिल हैं, इसलिए ही वे बड़े लीडर हैं। उनके पास लोग हैं। जैसे बाहर होंगे, आस-पास के लोग साथ छोड़ देंगे। पार्टी तक टूट सकती है।’ अरुण पांडेय कहते हैं, ‘चिराग फिलहाल विनिंग कॉम्बिनेशन BJP-JDU के साथ हैं। उनके साथ के लोग भी विधायक-सांसद बनना चाहेंगे। जब उन नेताओं को लगेगा कि चिराग जीता नहीं सकते तो अलग हो जाएंगे। जैसे- उनके चाचा पशुपति कुमार पारस NDA से अलग हुए, उसके बाद से उन्हें कौन पूछ रहा है?’ सवाल-5: पिछले विधानसभा चुनावों में चिराग और उनकी पार्टी ने किसके साथ गठबंधन किया, नतीजे क्या रहे? जवाबः 2000 में बिहार के बंटवारे के बाद हुए 5 विधानसभा चुनाव लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) लड़ चुकी है। इसमें से एक बार भी पार्टी नीतीश कुमार के साथ चुनाव नहीं लड़ी है। 2015 में LJP NDA का हिस्सा थी, लेकिन उस वक्त नीतीश कुमार साथ नहीं थे। नीतीश कुमार ने लालू यादव के साथ गठबंधन बनाकर चुनाव लड़ा। हालांकि, 2019 और 2024 लोकसभा चुनाव नीतीश और LJP ने साथ लड़ा। हर विधानसभा चुनाव में बदला गठबंधन सवाल-6ः अब तक नीतीश के साथ पासवान परिवार ने विधानसभा चुनाव क्यों नहीं लड़ा? जवाबः इसका जवाब जानने के लिए आपको थोड़ा पीछे जाना होगा। चिराग पासवान के पिता दिवंगत रामविलास पासवान, लालू यादव और नीतीश कुमार के सीनियर रहे हैं। पॉलिटिकल एनालिस्ट अरविंद मोहन बताते हैं, ‘रामविलास पासवान 1977 में सांसद बन गए थे। उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई। दिल्ली की राजनीति करने लगे। इधर लालू-नीतीश दिल्ली की राजनीति छोड़ बिहार विधानसभा में लौट आए। यहीं पासवान से चूक हो गई। अरविंद मोहन बताते हैं, ‘90 के दशक में मंडल का दौर उभरा। लालू यादव नेता बन गए। उनके विरोध में नीतीश कुमार चेहरा बने। पासवान जब तक पटना लौटते तब तक दोनों नेताओं ने स्पेस को भर दिया था। नीतीश से सीनियर होने के नाते रामविलास दावा करते थे कि हमारा भी हक है, लेकिन वह ले नहीं पाए। यह बात उनके बेटे चिराग पासवान को भी लगती है कि पिता के साथ हकमारी हुई है।’ नीतीश से विरोध का एक कारण यह भी… राजनीति के जानकार मानते हैं कि रामविलास पासवान के नीतीश कुमार से नाराजगी का एक कारण उनकी दलितों में बंटवारा की राजनीति भी रही है।
अपर आयुक्त की पॉवर घटी...:अब सिर्फ 5 लाख तक की फाइल साइन कर सकेंगे
मुख्यालय स्तर पर होने वाले 5 लाख रुपए से अधिक के कार्यों के लिए अब कमिश्नर की मंजूरी जरूरी होगी। पहले 50 लाख रुपए तक के काम अपर आयुक्त ही पास कर देते थे। अब अपर आयुक्त सिर्फ 5 लाख रुपए तक के कार्यों को ही मंजूरी दे सकेंगे। यह निर्देश तत्कालीन कमिश्नर हरेंद्र नारायण ने ट्रांसफर होने के दिन जारी किए थे। इधर, कमिश्नर संस्कृति जैन का कहना है कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। गुरुवार को रिव्यू कर करेंगे। भोपाल नगर निगम में पिछले महीने 4 सितंबर को अपर आयुक्तों के मध्य कार्य विभाजन किया गया था। इसमें हर अपर आयुक्त को उनके विभागों से संबंधित कार्यों के लिए 50 लाख रुपए तक की राशि की फाइल को पास करने के पॉवर दिए गए थे। इस आदेश को 30 सितंबर को संशोधित किया गया। इसमें कहा गया कि आंशिक संशोधन किया जाता है। यह पॉवर का उपयोग केवल पार्षद निधि, एमआईसी निधि, अध्यक्ष निधि एवं महापौर निधि के लिए ही किया जा सकेगा। मुख्यालय निधि से 5 लाख रुपए से अधिक राशि के होने वाले कामों के लिए फाइल मंजूरी के लिए कमिश्नर को भेजना होगा। यह असर होगा... फाइल के हिसाब से अटकेंगे काम मुख्यालय निधि से शहर में सड़क, नाली, सीवेज, बिजली और पानी सप्लाई समेत कई तरह के आम लोगों से जुड़े विकास कार्य होते हैं। अभी तक 50 लाख रुपए के कार्यों को अपर आयुक्त स्तर पर ही पास किया जाता था। यहां से पास होने के बाद यह ऑडिट में भेजे जाते हैं। उसके बाद फाइनेंस के पास फाइल जाती है। अब अपर आयुक्त के माध्यम से यह फाइल कमिश्नर को भेजी जाएगी। ऐसे में सभी विभागों की फाइल कमिश्नर के पास जाएंगी। फाइल मूवमेंट बढ़ने से कार्यों को पास कराने में देरी हो सकती है।
दैनिक भास्कर की इलेक्शन सीरीज ‘अपहरण’ के तीसरे एपिसोड में आज कहानी किसलय किडनैपिंग कांड की… 19 जनवरी 2005, सुबह के करीब 6:15 बजे थे। पटना के शांत कहे जाने वाले पटेल नगर इलाके में हल्की धुंध थी और बच्चे रोज की तरह स्कूल जाने की तैयारी में थे। गलियों में दूध वालों की आवाजें, साइकिलों की घंटियां और बच्चों के स्कूल बैग की झनक- सब कुछ रोज की तरह था। डीपीएस पटना का 9वीं का छात्र किसलय गुप्ता, कपड़े पहनकर तैयार हुआ। बैग कंधे पर डालते हुए उसने मां से कहा, 'निकलता हूं मम्मी, बस छूट जाएगी।' मां ने जल्दी से टिफिन पकड़ाया- 'धीरे जाना, सड़क पार करते वक्त ध्यान रखना।' किसलय मुस्कुराया, 'हां मम्मी,' और वो घर से निकल गया। गलियों में हल्की रोशनी, आसमान पर धुंध की सफेद परत। बस स्टॉप की तरफ जाते कुछ और बच्चे भी थे- कोई ठंड से कांपते हुए हाथ रगड़ रहा था, कोई कॉपी बैग से निकालकर अपने होमवर्क देख रहा था। किसलय ने उन्हें देखकर हाथ हिलाया और तेज कदमों से आगे बढ़ गया। जैसे ही वह बस स्टॉप के करीब पहुंचा, पीछे से एक टाटा सूमो आती दिखी- काली खिड़कियों वाली, बिना नंबर प्लेट की। गाड़ी धीरे-धीरे किसलय के पास आकर रुकी। अगले ही पल, दरवाजा खुला और दो आदमी बाहर कूदे। किसलय चौंका- 'कौन हैं आप?' जवाब में सिर्फ एक झटके की आवाज आई- 'चलो, गाड़ी में बैठो!' किसलय ने भागने की कोशिश की, पर एक ने उसका हाथ मरोड़ दिया, दूसरे ने मुंह पर कपड़ा रख दिया। वह जोर से चिल्लाया- 'छोड़ो मुझे! कहां ले जा रहे हो?' लेकिन वे उसे गाड़ी में डाल वहां से निकल लिए। पास खड़े बच्चे घबरा गए। कोई चीखा- 'देखो किसलय को उठा लिया!' कुछ बच्चों के बैग सड़क पर गिर गए, कोई कांपते हुए रोने लगा। सड़क पर कुछ पल के लिए सिर्फ एक आवाज गूंज रही थी- 'किसलय को ले गए… किसलय को किडनैप कर लिया!' हिंदुस्तान टाइम्स ने लिखा- ‘कुछ ही देर में पटना के इस शांत मोहल्ले में कोहराम मच गया।’ कोना-कोना छान मारिए, हर हाल में हमें सुरक्षित किसलय चाहिए सुबह के 7 बजते-बजते पटेल नगर की गली में अफरा-तफरी मच गई। किसी ने स्कूल को फोन किया, किसी ने पुलिस स्टेशन को, लेकिन हर तरफ एक ही जवाब मिला- 'अभी देख रहे हैं, टीम भेज रहे हैं।' किसी पड़ोसी ने दौड़कर किसलय की मां को बताया, 'दीदी, सूमो में दो लोग आए थे… बच्चे चिल्ला रहे थे… किसलय को ले गए…' यह सुनते ही वो सन्न रह गईं। एक ही बात दोहराते हुए- 'मेरा किसलय… कहां ले गए मेरे किसलय को…' कहते हुए मां सड़क की ओर दौड़ पड़ीं। सूचना के बाद वहां पुलिस आई। बच्चे रोते हुए बता रहे थे- 'सफेद सूमो थी… दो लोग थे… उन्होंने किसलय के मुंह पर कपड़ा रख दिया…' पुलिस उसके बाद तुरंत तलाश में जुट गई, लेकिन दोपहर तक कोई खबर नहीं मिली। अब तक एक घंटे बीत चुके थे। किसलय के पिता केके गुप्ता उस समय बिहार सरकार में वाणिज्य कर विभाग में असिस्टेंट कमिश्नर थे। उन्हें जैसे ही पता चला, वो तुरंत अपनी गाड़ी से पुलिस स्टेशन पहुंचे। काफी घबराए हुए। थाने के काउंटर पर खड़े होते ही उन्होंने कहा- 'मेरा बेटा किसलय गायब हो गया है, एफआईआर दर्ज कीजिए। दो लोग उसे अपनी कार में डालकर ले गए हैं। वे बिना नंबर प्लेट की गाड़ी से आए थे।' पुलिस वाले भी हड़बड़ा गए। एक सिपाही आस-पास के अफसरों को फोन घुमाने लगा। अब तक एसएसपी एनएच खान तक खबर पहुंच चुकी थी। खान उसी वक्त अपनी यूनिफॉर्म में थाने पहुंचे। उन्होंने सीधे कहा, 'ये कोई साधारण मामला नहीं -बच्चे को सुरक्षित हालत में वापस लाना है। कोना-कोना छान मारिए।’ खान ने तुरंत अपने सबसे भरोसेमंद इंस्पेक्टरों को इकट्ठा किया। आदेश दिया- 'कॉल‑ट्रेसिंग तुरंत शुरू करो; उस इलाके के मोबाइल टावर के रिकॉर्ड निकालो; जीपीएस‑डेटा और आस‑पास के सीसीटीवी फुटेज इकट्ठा करके देखो। साथ ही शहर के सभी प्रवेश‑निकास पर नाकाबंदी कराओ, ताकि आरोपी शहर से बाहर न जा सकें।' इंस्पेक्टरों ने अपनी अलग-अलग टीमें बनाईं, दल के कुछ लोग कॉल‑ट्रेस यूनिट और कुछ तकनीकी शाखा के साथ लगे, कुछ ने पटेल नगर और आस‑पास के मोहल्लों में हाउस‑टु‑हाउस तलाशी की जिम्मेदारी ली और कुछ लोग शहर के बस अड्डों, रेलवे स्टेशन व बड़े चौराहों पर तैनात हुए। हर टीम के साथ एक सीनियर अफसर था- किसी भी हल्की जानकारी पर फौरन रिपोर्ट करने का आदेश था। थाने के भीतर किसलय के पिता बार‑बार घटना का बयान दोहरा रहे थे- किस समय वह घर से निकला, किस रूट से गया, किन लोगों से मिला और किस तरह की गाड़ी थी। इस बीच पुलिस टीम को गुप्त मुखबिरों से सूचना मिली कि इस पूरे कांड का मास्टरमाइंड जेल में ही है। चुन्नू ठाकुर- कुख्यात अपराधी, जो जेल से अपनी गैंग चला रहा है। इस घटना को उसके गुर्गे विक्की ठाकुर उर्फ पप्पू ठाकुर ने अंजाम दिया है।' उसके बाद पुलिस टीम के लोगों ने तुरंत एसएसपी एनएच खान को इसकी जानकारी दी। खान ने कहा- 'अब सबसे पहले अपराधियों की कॉल ट्रेस करो और उनकी घेरेबंदी की तैयारी करो’। रात गहरी हो गई थी और पटना की गलियां सूनी‑सी लग रही थीं, लेकिन पुलिस की टीमें हर मोड़ पर सक्रिय थीं। एसएसपी एनएच खान ने अपने अफसरों से कहा, 'विक्की ठाकुर का ठिकाना ट्रैक करने में कोई कसर नहीं छोड़नी है। बच्चे की जान पर कोई खतरा नहीं होना चाहिए।' टीम ने आस-पास के मुखबिरों और स्थानीय दुकानदारों से पूछताछ शुरू की। हर छोटी‑छोटी सूचना को नाकेबंदी और ट्रेसिंग के लिए तुरंत नोट किया गया। जब अटल ने भरी रैली में पूछा- कहां है मेरा किसलय 27 जनवरी 2005 को बिहार के भागलपुर में अटल बिहारी वाजपेयी की रैली हुई। उन्होंने मंच से सवाल दागा- ‘कहां है मेरा किसलय? मुझे मेरा किसलय लौटा दो। इस सवाल ने उस समय की आरजेडी सरकार की साख पर गहरा वार किया और पूरे राज्य की राजनीति हिला दी। पूर्व पीएम का यह सवाल जनता के गुस्से को बाहर लाया। उसके बाद लोग सड़कों पर उतरने लगे। उस समय देशभर के अखबारों में किसलय के अपहरण की खबर छपी। यह मुद्दा राष्ट्रीय स्तर पर छा गया। अटल के उस बयान ने बिहार चुनाव 2005 में सत्ता परिवर्तन की दिशा तय कर दी। डीपीएस समेत राज्यभर के स्कूलों के बच्चों ने स्कूलों में टिफिन ले जाना बंद कर दिया। पहली बार स्कूली छात्र सड़क पर नजर आए। इस दौरान वे सड़कों पर पोस्टर-बैनर के साथ निकले। जिस पर नारे लिखे थे- ‘ब्रिंग बैक किसलय’ यानी किसलय को वापस लाओ, ‘हम डरते नहीं’। ‘जब तक किसलय वापस नहीं आता, हम स्कूल में टिफिन लेकर नहीं जाएंगे’। लालू बोले- वोटिंग से पहले हर हाल में बच्चा मिल जाना चाहिए 1 फरवरी की ठंडी सुबह। अब तक किसलय का अपहरण हुए 11 दिन हो चुके थे। 3 फरवरी 2005 को बिहार में पहले चरण की वोटिंग होनी थी। पूरे बिहार में चुनावी हलचल चरम पर थी। राबड़ी देवी की सरकार तनाव में थी, क्योंकि किसलय किडनैपिंग का मामला न केवल आम लोगों की संवेदना को झकझोर रहा था, बल्कि चुनावी माहौल पर भी सीधे असर डाल रहा था। 2 फरवरी 2005 की रात तक पूरे पटना में हर तरफ तलाश जारी थी। इस बीच, लालू प्रसाद यादव ने पटना के एसएसपी एनएच खान को फोन किया। उनकी आवाज में गंभीरता और बेचैनी साफ थी। उन्होंने कहा, 'किसी भी हालत में बच्चा मिलना चाहिए। मैं खुद व्यक्तिगत रूप से इस मामले की निगरानी कर रहा हूं। वोटिंग होने जा रही है, अगर यह मामला समय पर हल नहीं हुआ, तो हमें बहुत नुकसान उठाना पड़ेगा।' एसएसपी खान ने तुरंत जवाब दिया, 'सर, आप चिंता न करें। हमारी टीम पूरी तरह सक्रिय है। किसी भी हालत में बच्चे को चुनाव से पहले ढूंढ निकालेंगे। हर जगह छानबीन जारी है और हमें यकीन है कि हम उसे सुरक्षित वापस लाएंगे।' उसी रात पुलिस को अचानक सूचना मिली कि किसलय को सिपारा इलाके में छिपा कर रखा गया है। एसएसपी एनएच खान ने तुरंत अपनी टीम को जुटाया। उन्होंने आदेश दिया- 'सभी सिपारा इलाके में पहुंचो और किसी भी हालत में बच्चे को सुरक्षित निकालो। कुछ भी हो जाए, उसे चोट नहीं पहुंचनी चाहिए।' पुलिस टीम धीरे-धीरे इलाके में फैल गई। घर-घर तलाशी लेना शुरू किया। गली-गली चक्कर लगाया। किसी भी आवाज और हलचल पर ध्यान रखा। सुबह के करीब 6:30 बज रहे थे। पुलिस एक पुराने मकान के कमरे तक पहुंची। भीतर से हल्की आवाज सुनाई दी। किसलय की कांपती हुई आवाज थी- 'मुझे निकालिए इसमें से, वे लोग मुझे अंदर बंद करके भाग गए हैं।' एक पुलिस वाले ने एसएसपी खान को जानकारी दी। वो तुरंत पहुंचे और कहा- 'ठीक है बेटा, चिंता मत करो, हम ताला तोड़ रहे हैं।' एक पुलिस वाला पत्थर लेकर आया। उसने कई बार ताले पर मारा। काफी जद्दोजहद के बाद ताला टूट गया। दरवाजा खोला तो किसलय था- सहमा, डर हुआ, लेकिन सुरक्षित। पुलिस ने उसे तुरंत गले लगाया, पानी पिलाया और कहा- 'अब चिंता मत करो, हम आ गए हैं। कुछ नहीं होगा।' धीरे-धीरे उसे कमरे से बाहर निकाला गया। एसएसपी खान ने कहा, ‘अब हमारे साथ चलो। तुम्हारे मम्मी-पापा थाने में इंतजार कर रहे हैं।’ सूरज की पहली किरणें पटना की सड़कों पर धीरे-धीरे चमक रही थीं। सुबह के 8 बज रहे थे, जब पुलिस किसलय को सुरक्षित जीरो माइल थाने लेकर पहुंची। एसएसपी एनएच खान ने तुरंत फोन उठाया और किसलय के पिता केके गुप्ता को कॉल किया। फोन की दूसरी तरफ से केके गुप्ता की बेचैन आवाज सुनाई दी- 'हां सर, बोलिए, मेरा बेटा मिल गया क्या?' खान ने थोड़ी राहत भरी आवाज में कहा- 'हां, आपका बेटा सुरक्षित मिल गया है। कृपया थाने आएं।' केके गुप्ता ने तुरंत गाड़ी निकाली और पत्नी को साथ लिया। थोड़ी देर में वे जीरो माइल थाने पहुंच गए। थाने का दरवाजा खुला और उनके सामने किसलय खड़ा था, साथ में एसएसपी खान। केके गुप्ता और उनकी पत्नी की आंखें भर आईं। बिना कुछ बोले उन्होंने किसलय को अपनी बाहों में भर लिया। पुलिस ने आरोपियों को दबोचना शुरू किया, गिरोह का पर्दाफाश किसलय के सुरक्षित मिलने के बाद भी पुलिस की जिम्मेदारी खत्म नहीं हुई थी। अब सबसे जरूरी काम था- अपराधियों को पकड़ना। पटना के कई इलाकों में पुलिस टीम ने छापेमारी शुरू कर दी। हर गली, हर नुक्कड़ की तलाशी ली गई। इस दौरान 10 से अधिक संदिग्धों को हिरासत में लिया गया। इस बीच पुलिस को सूचना मिली कि मामले का आरोपी विक्की ठाकुर शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र में छिपा हुआ है। एसएसपी खान ने टीम से कहा- ‘तुरंत बेली रोड के पास शास्त्री नगर के जनरमुरा आउटपोस्ट का घेराव करो’। पुलिस ने 9 फरवरी 2005 को तड़के सुबह पटना के शास्त्रीनगर इलाके का घेराव किया और तलाशी शुरू कर दी। तभी अचानक विक्की ठाकुर और उसका एक साथी भागते हुए दिखाई दिए। एक पुलिस वाले ने तेज आवाज में कहा- 'देखो, विक्की ठाकुर और उसका साथी भाग रहे हैं।' पुलिस टीम ने तुरंत पीछा किया। दोनों तरफ से गोलीबारी शुरू हो गई। इस दौरान दानापुर के डीएसपी दिलनवाज अहमद और दो अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए। तनाव और डर के बीच, पुलिस की एक गोली विक्की और उसके साथी को लगी। वह गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने दोनों को दबोच कर अस्पताल पहुंचाया, लेकिन विक्की ने इलाज से पहले ही दम तोड़ दिया। वहीं दूसरी तरफ चुन्नू ठाकुर के तीन साथी पटना छोड़कर दिल्ली भाग गए थे, लेकिन दिल्ली पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। कुछ ही दिनों बाद उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर पटना लाया गया। पटना पहुंचते ही पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ सबूत और गवाहों की रिपोर्ट के साथ चार्जशीट तैयार की। इसे पटना के सीजेएम यानी चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट में सुनवाई शुरू हुई, आरोपियों की पेशी हुई। मुख्य गवाह के तौर पर किसलय के पिता, केके गुप्ता और खुद किसलय कोर्ट में मौजूद था। पुलिस अधिकारी एसएसपी एनएच खान और उनकी टीम ने कॉल ट्रेस की रिपोर्ट और चार्जशीट को कोर्ट के सामने रखा। किसलय ने खुद गवाही दी, बताते हुए कि कैसे वह 13 दिन तक बंद कमरे में रहा और पुलिस के पहुंचने पर सुरक्षित महसूस किया। केके गुप्ता ने भी गवाही देते हुए बताया कि पुलिस ने मामले की जांच की हर संभव कोशिश की और हर कदम पर उन्हें जानकारी दी। एसएसपी खान ने कोर्ट में कहा, 'मामले में हमारी टीम ने बिजली की गति से काम किया। हर दिन राष्ट्रपति के सचिवालय तक कार्रवाई की रिपोर्ट भेजी जा रही थी।' पलट गई बिहार की सत्ता, दोबारा RJD का फिर मुख्यमंत्री नहीं बना किसलय के अपहरण से आरजेडी सरकार की साख को बहुत नुकसान हुआ। तब देश-विदेश में भी बिहार के अपहरण की घटनाओं की चर्चा होने लगी थी। बिहार में अपहरण उद्योग मुहावरा सा बन गया था। आए दिन अपहरण होते थे। टाइम मैगजीन के मुताबिक 1992 से 2001 के बीच बिहार में करीब 24 हजार अपहरण हुए। यानी हर दिन लगभग 6 अपहरण। तब टाइम ने लिखा था कि बिहार में अपहरण करियर चॉइस बन गया है। बीजेपी नेताओं ने अपहरण को लेकर आरजेडी सरकार के साथ-साथ सीधे तौर पर लालू-राबड़ी को जिम्मेदार ठहराया था। किडनैपिंग की घटना ने बिहार की राजनीति में भूचाल ला दिया। फरवरी 2005 में हुए विधानसभा चुनाव में किसी भी दल या गठबंधन को बहुमत नहीं मिला। अक्टूबर 2005 में फिर से चुनाव हुए। इस बार NDA को बहुमत मिल गया। जदयू को 88 और बीजेपी को 55 सीटें मिलीं। जबकि आरजेडी 54 सीटों पर सिमट गई। नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने। उसके बाद हुए चुनावों में भी बीजेपी और जदयू ने लगातार जंगलराज का मुद्दा उठाया और आरजेडी को घेरा। इसका उसे फायदा भी मिला। 2005 के बाद से अबतक बिहार की सत्ता लगातार नीतीश के इर्द-गिर्द ही रही है। अपहरण और जंगल राज आरजेडी के लिए इतना बड़ा मुद्दा बना कि 2020 के चुनाव में इसके लिए तेजस्वी यादव को माफी मांगनी पड़ी। तब तेजस्वी ने कहा था- 'बिहार में राजद 15 साल तक सरकार में रहा। इस दौरान जो भी भूल या गलती हुई इसके लिए हम माफी मांगते हैं।'
भ्रम दूर, 21 अक्टूबर को दीपावली मनाना सही नहीं, इस दिन सिर्फ स्नान दान की अमावस्या 2024 की तरह इस साल भी कार्तिक मास की अमावस्या तिथि दो दिन रहेगी, जिससे दीपावली की सही तिथि को लेकर संशय बना हुआ था। लेकिन वरिष्ठ ज्योतिषाचार्यों ने स्पष्ट किया है कि दीपावली 20 अक्टूबर सोमवार को ही मनाई जाएगी। उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर मेंं भी दिवाली इसी दिन मनाई जाएगी। 20 तारीख को अमावस्या प्रदोष और निशीथ काल में होने के कारण इसी दिन लक्ष्मी पूजन करना शुभ माना गया है। 21 अक्टूबर को अमावस्या सूर्यास्त से पहले समाप्त हो जाएगी, इसलिए इस दिन दीपावली मनाने का काेई औचित्य नहीं है। वो सबकुछ, जो आपके लिए जानना जरूरी है? अमावस्या तिथि : 20 को दोपहर 3:44 बजे से 21 काे शाम 5:43 तक इस बार दिवाली 20 अक्टूबर को ही क्यों मनाई जाना चाहिए? दीपावली पर लक्ष्मी पूजन अमावस्या तिथि की रात, प्रदोष और निशीथ काल में होता है। इस बार अमावस्या तिथि 20 अक्टूबर को दोपहर 3:44 बजे से शुरू होकर 21 अक्टूबर शाम 5:43 बजे तक रहेगी। 20 को ही अमावस्या तिथि प्रदोष और रात्रिकाल में रहेगी। इसलिए इसी दिन दीपावली मनाना शास्त्रसम्मत है। प्रदोष व निशीथ काल क्या है?सूर्यास्त से लगभग 1.5-2 घंटे पहले और बाद का शुभ समय प्रदोष काल कहलाता है। वहीं, निशीथ काल आधी रात का समय होता है, लगभग रात 12 बजे से 1:30 बजे तक। लक्ष्मी पूजन के लिए विशेष और शुभ माना जाता है। 21 अक्टूबर को अमावस्या तिथि रहते हुए भी दीपावली क्यों नहीं मनाई जाएगी?क्योंकि 21 अक्टूबर को अमावस्या सूर्यास्त से पहले ही समाप्त हो जाएगी और शाम तक प्रतिपदा तिथि शुरू हो जाएगी। 21 तारीख को अमावस्या ना तो प्रदोषकाल में रहेगी, ना रात्रि में। दीपावली पूजन अमावस्या की रात को ही होता है, इसलिए 21 को नहीं मनाई जाएगी। भास्कर एक्सपर्ट पं. भंवरलाल शर्मा, पूनम श्रीवास्तव (भोपाल), प्रो. विनय कुमार, बनारस हिंदू विवि, आचार्य कमलेश शास्त्री (बनारस), पं. विजय दीक्षित, अर्चना सरमंडल (उज्जैन)। शुभ योग 20 अक्टूबर को दीपावली पर हस्त नक्षत्र, रवि और सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग भी रहेगा खास। 25 साल में 11 बार अक्टूबर में दिवाली... ज्योतिषियों के अनुसार पिछले 25 सालों में यह तीसरी बार होगा, जब सोमवार को दीपावली मनाई जाएगी। इसके अलावा, पिछले 25 साल में अक्टूबर में 11 बार दीपावली मनी, जबकि इतने सालों में नवंबर में 13 बार दीपावली मनाई जा चुकी है।
मध्यप्रदेश के 10 लाख से ज्यादा दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को वेतन से जुड़ा बड़ा झटका लगा है। सरकार ने उनका महंगाई भत्ता (डीए) बढ़ाया जरूर है, लेकिन सिर्फ 1 रुपए रोजाना। यानी अब दैनिक वेतन भोगी को हर दिन 1 रुपए ज्यादा और महीने में करीब 30 रुपए ज्यादा मिलेंगे। श्रम आयुक्त ने 1 अक्टूबर 2025 को नोटिफिकेशन जारी किया। इसमें कहा गया है कि 1 अक्टूबर 2025 से 31 मार्च 2026 तक के लिए नई दरें लागू होंगी। सरकार ने यह बढ़ोतरी उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई इंडेक्स) के आधार पर की है। जनवरी से जून 2025 की औसत दर 414 रही, जबकि पिछली बार यह 413 थी। इसी 1 अंक के फर्क के कारण महंगाई भत्ते में 1 रुपए रोज का इजाफा किया गया है। जानकारों के मुताबिक, इतनी कम बढ़ोतरी पहले कभी नहीं हुई। एक्सपर्ट बोले- कम से कम 150 रुपए प्रतिदिन बढ़ना चाहिए था
पुलिस को सीएम के निर्देश...:यहां बांग्लादेशी घुसपैठियों को रहने की इजाजत नहीं, जेल भेजो
कलेक्टर‑कमिश्नरों एवं पुलिस अधिकारियों की बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने स्पष्ट निर्देश दिए कि मध्यप्रदेश में किसी भी बांग्लादेशी घुसपैठिया को रहने की इजाजत नहीं होगी। इन्हें देखो, पकड़ो और जेल भेजो। उन्होंने कहा। ऐसे लोग सामान्य लोगों में छिप जाते हैं- इन पर नजर रखो।’ गृह विभाग ने बताया कि अब तक 19 घुसपैठियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। संकरी गलियों में अपराधियों का अड्डा, 3 माह में दें जोनल प्लान
अमृतसर के खासे से घर वापसी के दौरान भगवान वाल्मीकि सेवा सोसाइटी के प्रमुख बाबा लाड़ी नाथ पर दो अज्ञात युवकों द्वारा जानलेवा हमला किया गया। बाबा लाड़ी नाथ ने बताया कि अपनी गाड़ी में सवार होकर घर लौट रहे थे। उसी समय, दो अज्ञात युवक मोटरसाइकिल पर आए और चलते वाहन पर फायरिंग कर दी। गनीमत यह रही कि इस हमले में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। हमले के बाद हमलावर मौके से फरार हो गए। घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल बन गया है। लोगों में रोष व्याप्त है और उन्होंने प्रशासन से जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की है। किसी प्रकार का जानी नुकसान नहीं लाड़ी नाथ ने बताया कि हमला पूरी तरह से सुनियोजित लग रहा है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ उनके नहीं, बल्कि पूरी समाज की आवाज को दबाने की कोशिश है। वहीं प्रशासन ने भी मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारी का कहना है कि इलाके के CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं और जल्द ही आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। प्रशासन की कार्रवाई और भरोसा प्रशासन ने लाड़ी नाथ और उनके समर्थकों को भरोसा दिलाया है कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे और दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
दुआ कीजिए... दवा सही हो:प्रदेश में साल में जितनी जरूरी, उसकी 15% दवाओं की ही जांच हो रही
जहरीले कफ सिरप से बच्चों की मौत ने यह तो साफ कर दिया है कि मध्यप्रदेश में दवाओं की जांच और निगरानी का पूरा सिस्टम बीमार है। भास्कर ने सैंपलिंग में देरी की वजह की पड़ताल की तो चौंकाने वाली जानकारी सामने आई। प्रदेश में सालभर में 40 हजार दवाओं के सैंपल की जांच होनी चाहिए, पर 6 हजार की ही टेस्टिंग हो पा रही है। यानी एक साल में सिर्फ 15% दवाओं की ही जांच हो पाती है। भोपाल की ईदगाह हिल्स ड्रग लैब की सालाना क्षमता महज 2 हजार सैंपल की है। जबलपुर और इंदौर की लैब को मिलाकर यह 6 हजार तक पहुंचती है। अभी प्रदेश में 5 हजार सैंपल जांच पेंडिंग हैं। इनमें से कई सैंपल की रिपोर्ट महीनों से अटकी है। विशेषज्ञों का कहना है कि रिपोर्ट आने तक दवाओं का पूरा बैच बिक चुका होता है, यानी रिपोर्ट में अगर दवा ‘जहरीली’ भी निकले, तब तक नुकसान हो चुका होता है। यानी दुआ कीजिए कि दवा सही हो।राज्य की तीनों सरकारी लैब में सिर्फ 4 ड्रग एनालिस्ट हैं। आउटसोर्स के जरिये 12 से 15 सहायक कर्मचारी हैं। एक सैंपल की रिपोर्ट बनाने में औसतन 10 घंटे लगते हैं। यानी एक एनालिस्ट दिनभर में दो से तीन सैंपल ही जांच पाता है। विभागीय आंकड़ों के मुताबिक एक लैब में महीनेभर में 100 जांच संभव हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, इन सैंपलों की जांच के लिए कम से कम 100 सहायक कर्मचारियों की जरूरत है। ड्रग कंट्रोलर एमपी दिनेश श्रीवास्तव के अनुसार, पेंडिंग दवाओं के सैंपल व स्टाफ को बढ़ाया जाएगा। मशीनें अपग्रेड की जाएंगी। हर ड्रग इंस्पेक्टर को माह में कम से कम 5 सैंपल जांचने जरूरी छिंदवाड़ा आ सकते हैं राहुल गांधी, तारीख का ऐलान जल्द कफ सिरप से बच्चों की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के मध्यप्रदेश दौरे की चर्चा तेज हो गई है। सूत्रों के मुताबिक, राहुल छिंदवाड़ा और बैतूल जिलों का दौरा कर सकते हैं, जहां वे पीड़ित परिवारों से मुलाकात करेंगे। राहुल गुरुवार को विदेश दौरे से लौट रहे हैं। इसके बाद वे पहले रायबरेली जाएंगे। इसके बाद वे मप्र के लिए रवाना हो सकते हैं। मप्र में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि राहुल गांधी के दौरे की तारीख हाईकमान तय करेगा, हम उसके बाद औपचारिक घोषणा करेंगे।
लुधियाना का युवक रूस से लापता:आखिरी कॉल में कहा था- मैं ठीक हूं, पापा अपना और मम्मी का ख्याल रखना
पंजाब के लुधियाना का युवक रूस में लापता हो गया है। 21 साल का समरजीत सिंह जुलाई में करियर बनाने वहां गया था। उसकी आखिरी बार 8 सितंबर को परिवार से वीडियो कॉल पर बात हुई थी। कॉल पर समरजीत ने कहा— “मैं ठीक हूं, पापा अपना और मम्मी का ख्याल रखना।” इतना कहकर कॉल कट गई। इसके बाद पिता चरणजीत बार-बार फोन मिलाते रहे, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया। बाद में पता चला कि समरजीत को जबरन रूसी सेना में भर्ती किया गया था और अब उसका कोई सुराग नहीं है। इससे परिवार टेंशन में है। मां का रो-रोकर बुरा हाल है। उन्होंने केंद्र सरकार से बेटे को वापस लाने की मांग की। पिता ने 7 लाख रुपए कर्ज लेकर उसे रूस भेजा था। युवक कैसे विदेश गया, क्या पढ़ाई की और कैसे उसके रूस आर्मी में भर्ती होने का पता चला, यह जानने के लिए दैनिक भास्कर ऐप की टीम उसके घर पहुंची। वहां समरजीत के माता-पिता ने पूरी कहानी बताई... समरजीत ने एक्सरे टेक्नीशियन का डिप्लोमा कियापिता चरणजीत ने बताया कि समरजीत ने 2020 में 12वीं कक्षा पास की थी। उसके बाद एक्सरे टेक्नीशियन का डिप्लोमा किया। डिप्लोमा करके वह यहां पर नौकरी कर रहा था। अचानक उसने बाहर जाने की जिद्द पकड़ी। उसे रूस भेजने के लिए उन्होंने 7 लाख रुपए कर्ज लिया। 16 जुलाई को लुधियाना से रूस गया था पिता चरणजीत ने बताया कि 16 जुलाई को समरजीत लुधियाना से रूस जाने के लिए निकला। उसके बाद वह रूस पहुंचा। वहां पर कुछ दिन रहने के बाद उसे कहा गया कि रशियन लैंग्वेज सीखने के लिए 3 महीने का कोर्स करना होगा। उसने वह कोर्स शुरू किया और कहा कि कोर्स पूरा होने के बाद उसे नौकरी मिल जाएगी। उन्होंने बताया कि वह बहुत खुश था। कोर्स के बीच में उसे नौकरी मिली और ट्रेनिंग शुरू हुईचरणजीत सिंह ने बताया कि समरजीत जब कोर्स कर रहा था तो बीच में उसने बताया कि उसे नौकरी मिल गई है और अब उसकी ट्रेनिंग शुरू हो गई है। ट्रेनिंग के दौरान भी उससे बात होती रही। लेकिन नेटवर्क कम होने की वजह से ज्यादा बात नहीं हो पाती थी। उसने इतना जरूर बताया था कि उसे डॉक्टर के साथ नौकरी करनी है। धोखे से किया आर्मी में भर्ती चरणजीत सिंह ने बताया कि ट्रेनिंग के कुछ दिन बाद जब उन्होंने समरजीत को आर्मी की वर्दी दी तो उसने सवाल किया कि उसे वर्दी क्यों दी जा रही है। जिस पर उन्होंने कहा कि उन्हें आर्मी के डॉक्टर के साथ काम करना है, इसलिए वर्दी पहननी जरूरी है। कुछ दिन बाद समरजीत पता चला कि उसे धोखे से आर्मी में भर्ती करवा दिया। 8 सितंबर की कॉल ने परिवार को हिलाकर रख दियाचरणजीत सिंह ने बताया कि आठ सितंबर को छह बजे उन्होंने समरजीत सिंह को कॉल की। करीब 22 सेकेंड की इस वीडियो कॉल में सिर्फ छह से सात सेकेंड ही बात हुई। सत श्री अकाल बोलने के बाद उसने कहा कि पापा मैं ठीक हूं, अपना और मम्मी का ख्याल रखना। इतना बोलते ही उसकी कॉल कट गई। उन्होंने बताया कि वीडियो कॉल में भी वह स्पष्ट नहीं दिख रहा था। 8 सितंबर की उस आखिरी कॉल ने सबको हिलाकर रख दिया। बूटा सिंह से बात हुई तो उसने डरा ही दियाउन्होंने बताया कि रूस की आर्मी में शामिल किए गए बूटा सिंह का वीडियो कॉल आया और उसने कहा कि लुधियाना का समर लापता है। इसके बाद उन्होंने बूटा सिंह से बात की। पहले तो उसने ऐसे शब्द कहे कि वो डर गए। उसने फिर बात की तो कहा कि वह लापता है, फिर थोड़ा सी चैन की सांस ली। केंद्रीय मंत्री रवनीत बिट्टी के जरिए विदेश मंत्री को दिया आवेदनचरणजीत सिंह ने बताया कि उन्होंने केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू व लुधियाना डीसी को एक मांग पत्र दिया और बेटे को वापस लाने की मांग की। उन्होंने बताया कि रवनीत बिट्टू के जरिए उन्होंने केंद्रीय विदेश मंत्री को भी आवेदन भेजा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि उनके बेटे को वापस लाया जाए। कर्ज लेकर भेजा विदेश, छोटी सी दुकान से चलता है घर का गुजाराचरणजीत सिंह ने बताया कि उन्होंने बेटे को विदेश भेजने के लिए जी तोड़ मेहनत की और पैसा पूरा नहीं हुआ तो 7 लाख रुपए मकान की रजिस्ट्री रखकर लोन लिया। उन्होंने बताया कि घर का गुजारा चलाने के लिए एक छोटी सी दुकान है। दूसरा बेटा 12वीं कक्षा में पढ़ रहा है। परिवार में उनकी पत्नी, बेटा और ताई हैं। एयरपोर्ट की फोटो अपलोड करने पर दोस्तों किए कमेंट, तो जागी विदेश जाने की चाहचरणजीत सिंह के चाचा कनाडा में रहते हैं। वो करीब एक साल पहले उन्हें छोड़ने दिल्ली एयरपोर्ट गया। दिल्ली एयरपोर्ट पर उसने लगेज ट्रॉली के साथ फोटो क्लिक की और अपने दोस्तों को भेजी। दोस्तों ने उस पर कमेंट किए तो उसके मन में विदेश जाने की इच्छा जाहिर हुए। उसके पिता ने बताया कि उस दिन के बाद समरजीत ने विदेश जाने की ठान ली।
छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में सुप्रीम कोर्ट ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) और आर्थिक अपराध शाखा (EOW) को 3 महीने के अंदर जांच पूरी करने कहा है। कोर्ट ने दिसंबर के आखिरी सप्ताह तक फाइनल रिपोर्ट मांगी है। सितंबर के आखिरी सप्ताह में सुप्रीम कोर्ट की ओर से ऑर्डर अपलोड किया गया है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ED और EOW ने मामले की जांच तेज कर दी है। शराब मामले में जुड़े आरोपी अधिकारियों और अन्य लोगों से पूछताछ जारी है। ED आबकारी विभाग के 30 अधिकारियों के बयान करने में जुटी है। इनमें 7 रिटायर्ड अधिकारी भी शामिल हैं। ED के वकील सौरभ पांडे ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि इन्वेस्टिगेशन को करीब 2 साल हो गए हैं। इस केस को मुकाम तक पहुंचाना होगा। हम अपनी फाइनल जांच सुप्रीम कोर्ट के दिए गए निर्धारित समय के अंदर पेश करेंगे। 13 याचिकाओं पर हुई थी सुनवाई इससे पहले सुप्रीम कोर्ट में छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले से संबंधित 13 याचिकाओं पर सुनवाई हुई थी। जस्टिस एम.एम. सुन्दरेश और जस्टिस सतीश चन्द्र शर्मा की खंडपीठ ने सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया था। इन याचिकाओं में छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश में दर्ज की गई अलग-अलग FIR, प्रवर्तन निदेशालय ECIR और जमानत याचिकाएं थी। इसमें आईएएस अधिकारी अनिल टुटेजा की जमानत याचिका भी शामिल थी। कोर्ट ने सभी याचिकाओं को खारिज करते हुए ED और राज्य एजेंसियों को निर्देश दिया कि वे 3 महीने में जांच पूरी करें और पूरक आरोपपत्र दायर करें। इसके बाद याचिकाकर्ता नियमित या अग्रिम जमानत के लिए आवेदन कर सकते हैं। भूपेश बघेल के बेटे समेत 10 से ज्यादा लोगों अरेस्ट EOW ने बताया कि विदेशी शराब पर सिंडिकेट द्वारा लिए गए कमीशन का विश्लेषण किया जा रहा है। इस मामले में पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा, अरुणपति त्रिपाठी, अरविंद सिंह, अनवर ढेबर, त्रिलोक सिंह ढिल्लन, अनुराग द्विवेदी, अमित सिंह, दीपक दुआरी, दिलीप टुटेजा और सुनील दत्त को गिरफ्तार किया गया है। पूर्व मंत्री कवासी लखमा के बाद पूर्व सीएम भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को भी शराब घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। जानिए क्या है छत्तीसगढ़ का शराब घोटाला छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में ED जांच कर रही है। ED ने ACB में FIR दर्ज कराई है। जांच के अनुसार 3 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के घोटाले की बात कही गई है। ED ने अपनी जांच में पाया कि तत्कालीन भूपेश सरकार के कार्यकाल में IAS अफसर अनिल टुटेजा, आबकारी विभाग के एमडी AP त्रिपाठी और कारोबारी अनवर ढेबर के सिंडिकेट के जरिए घोटाले को अंजाम दिया गया था। अनवर ने रिश्तेदारों और CA के नाम से निवेश सिंडिकेट बनाने वाले कारोबारी अनवर ढेबर को 90 करोड़ से ज्यादा मिले। अनवर ढेबर ने इन पैसों को रिश्तेदारों और CA के नाम कई कंपनियों में इन्वेस्ट किया। EOW की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है। EOW की चालान के अनुसार शराब डिस्टलर्स से कमीशन और बी पार्ट की शराब बिक्री से मिलने वाले पैसे का 15 प्रतिशत कारोबारी अनवर ढेबर को जाता था। अनवर ढेबर इन पैसों को अपने करीबी विकास अग्रवाल और सुब्बू की मदद से लेता था। विकास अग्रवाल और सुब्बू शराब दुकानों से पैसा वसूलने का काम करते थे। फरवरी 2019 में बना था सिंडिकेट कारोबारी अनवर ढेबर ने सिंडिकेट बनाने के लिए फरवरी 2019 में जेल रोड स्थित होटल वेनिंगटन में प्रदेश के 3 डिस्टलरी मालिकों को बुलाया। इस मीटिंग में छत्तीसगढ़ डिस्टलरी से नवीन केडिया, भाटिया वाइंस प्राइवेट लिमिटेड से भूपेंदर पाल सिंह भाटिया और प्रिंस भाटिया शामिल हुए। साथ ही वेलकम डिस्टलरी से राजेंद्र जायसवाल उर्फ चुन्नू जायसवाल के साथ हीरालाल जायसवाल और नवीन केडिया के संपर्क अधिकारी संजय फतेहपुरिया पहुंचे। मीटिंग में इनके अलावा एपी त्रिपाठी और अरविंद सिंह भी मौजूद थे। मीटिंग में अनवर ढेबर ने तय किया कि डिस्टलरी से जो शराब सप्लाई की जाती है, उसमें प्रति पेटी कमीशन देना होगा। कमीशन के बदले रेट बढ़ाने का आश्वासन डिस्टलरी संचालकों को दिया गया। पैसे का हिसाब-किताब करने के लिए आरोपियों ने पूरे कारोबार को ए, बी और सी पार्ट में बांटा। A, B और C कैटेगरी में बांटकर किया गया घोटाला A: डिस्टलरी संचालकों से कमीशन 2019 में डिस्टलरी संचालकों से प्रति पेटी 75 रुपए और बाद के सालों में 100 रुपए कमीशन लिया जाता था। कमीशन को देने में डिस्टलरी संचालकों को नुकसान ना हो, इसलिए नए टेंडर में शराब की कीमतों को बढ़ाया गया। साथ ही फर्म में सामान खरीदी करने के लिए ओवर बिलिंग करने की राहत दी गई। B: नकली होलोग्राम वाली शराब को सरकारी दुकानों से बिकवाना C: डिस्टलरीज की सप्लाई एरिया को कम/ज्यादा कर अवैध धन उगाही करना देशी शराब को CSMCL के दुकानों से बिक्री करने के लिए डिस्टलरीज के सप्लाई एरिया को सिंडिकेट ने 8 जोन में विभाजित किया। इन 8 जोन में हर डिस्टलरी का जोन निर्धारित होता था। 2019 में सिंडिकेट की ओर से टेंडर में नई सप्लाई जोन का निर्धारण प्रतिवर्ष कमीशन के आधार पर किया जाने लगा। एपी त्रिपाठी ने सिंडिकेट को शराब बिक्री का जोन अनुसार विश्लेषण मुहैया कराया था, ताकि क्षेत्र को कम-ज्यादा करके पैसा वसूल किया जा सके। इस प्रक्रिया को करके सिंडिकेट डिस्टलरी से कमीशन लेने लगा। EOW के अधिकारियों को जांच के दौरान साक्ष्य मिले हैं कि 3 वित्तीय वर्ष में देशी शराब की सप्लाई के लिए डिस्टलरीज ने 52 करोड़ रुपए पार्ट C के तौर पर सिंडिकेट को दिया है।
गुरुग्राम में स्वास्थ्य विभाग ने कोल्ड्रिफ कफ सिरप की बिक्री पर रोक लगा दी है। सीएमओ डॉ. अल्का सिंह ने मेडिकल स्टोर और सभी हेल्थ सेंटरों से इस दवा का स्टॉक जब्त करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही एडवाइजरी जारी करते हुए खांसी की दवाओं के लिए डॉक्टर की प्रिस्क्रिप्शन पर्ची जरूरी कर दी है। जिला स्वास्थ्य प्राधिकरण और दवा नियंत्रण अधिकारी इस एडवाइजरी के कड़ाई से अनुपालन को सुनिश्चित करेंगे। किसी भी संदिग्ध दवा-संबंधी घटना या उल्लंघन की तत्काल सूचना राज्य निगरानी इकाई और राज्य दवा नियंत्रक को दी जाएगी। इसके अतिरिक्त, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) और इंडियन फार्मासिस्ट एसोसिएशन (आईपीए) के साथ बैठक की जाएगी। सीएमओ ने यह कदम स्वास्थ्य मंत्रालय के हालिया दिशा-निर्देशों के अनुरूप उठाया गया है, जिसमें खांसी की दवाओं के असुरक्षित और अनियंत्रित उपयोग पर चिंता जताई गई थी। खतरनाक रसायन की पहचान और तत्काल कार्रवाईसीएमओ डॉ. अल्का सिंह ने बताया कि तमिलनाडु के कांचीपुरम में निर्मित कोल्ड्रिफ कफ सिरप में डायथिलीन ग्लाइकॉल की मात्रा मानक से अधिक पाई गई है। यह एक विषाक्त रासायनिक तत्व है, जो बच्चों और वयस्कों दोनों के लिए गंभीर स्वास्थ्य जोखिम पैदा कर सकता है। इसी के मद्देनजर गुरुग्राम जिले में इस सिरप की बिक्री और उपयोग पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है। साथ ही सभी रिटेल स्टोर, डिस्ट्रीब्यूटर, और स्वास्थ्य केंद्रों से इस दवा का बचा हुआ स्टॉक जब्त करने के निर्देश दिए गए हैं। चिकित्सकों और फार्मासिस्टों के लिए दिशा-निर्देशविभाग की तरफ से जारी एडवाइजरी में निर्देश दिया गया है कि बच्चों में खांसी के लिए सिरप का अनावश्यक उपयोग न किया जाए, क्योंकि अधिकांश खांसी स्वतः ठीक हो जाती है। साथ ही कॉम्बिनेशन ड्रग्स और अनियंत्रित मिश्रणों के उपयोग से बचने की सलाह दी गई है। किसी भी असामान्य दवा प्रतिक्रिया या स्वास्थ्य समस्या होने पर तुरंत संबंधित प्राधिकरण को सूचित करने का निर्देश दिया गया है। इसके अतिरिक्त, फार्मासिस्टों को बिना वैध प्रिस्क्रिप्शन के खांसी की दवाएं बेचने के लिए मना किया गया है। स्वास्थ्य विभाग को रिपोर्ट देना जरूरीसभी सरकारी और निजी स्वास्थ्य केंद्रों को इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम (आईडीएसपी) और इंटीग्रेटेड हेल्थ इन्फॉर्मेशन प्लेटफॉर्म (आईएचआईपी) के माध्यम से इन्फ्लूएंजा जैसे रोग (आईएलई), गंभीर तेज सांस संक्रमण और इनकी दवाओं से संबंधित असामान्य घटनाओं की समयबद्ध रिपोर्ट सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है। लोगों के लिए एडवाइजरीस्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि बच्चों में होने वाली अधिकांश खांसी के लिए सिरप की आवश्यकता नहीं होती, क्योंकि ये स्वतः ठीक हो सकती हैं। साथ ही, किसी भी दवा का उपयोग करने से पहले पंजीकृत चिकित्सक से परामर्श लेना अनिवार्य है।
मशहूर हरियाणवी डांसर-परफॉर्मर सपना चौधरी का एक पॉडकास्ट चर्चा में है। इसमें उन्होंने कहा- विवाद मेरा पीछा नहीं छोड़ते। जहां जाती हूं विवाद पीछे-पीछे आ जाते हैं। विवादों और मुकदमों की अब तो आदत हो गई है। मुझ पर 35 मुकदमे चल रहे हैं। इसी दौरान उन्होंने हरियाणा की एक्ट्रेस अंजलि राघव की भोजपुरी स्टार पवन सिंह के साथ हुई कॉन्ट्रोवर्सी को बेतुका बताया। लखनऊ में एक स्टेज परफॉर्मेंस के दौरान पवन सिंह ने सरेआम अंजलि की कमर पर हाथ फेरा था। इसके बाद से यह विवाद सुर्खियों में है। सपना ने कहा कि अंजलि राघव के साथ जब मंच पर यह सब हुआ, तभी विरोध करना चाहिए था। बाद में इसका विरोध किया, यह गलत था। उल्लेखनीय है कि अंजलि राघव ने सफाई दी थी कि मंच पर इस वजह से कुछ नहीं बोल पाई क्योंकि वहां पवन सिंह के फैंस ज्यादा थे। कुछ कहती तो बड़ा विवाद हो सकता था। सपना बोलीं- पवन सिंह के साथ अच्छा एक्सपीरियंससपना चौधरी ने भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री पर कहा कि यहां लड़कियां अपने आप को सेफ फील नहीं करतीं। उन्होंने भी पवन सिंह के साथ गाना किया है, लेकिन उनका अच्छा एक्सपीरियंस था। सपना चौधरी ने आगे बताया, 'मैंने जब गाना किया तो पवन सिंह को बोल दिया था कि मुझे गाने में ये दो-तीन लाइनें नहीं चाहिए। उन्होंने वे लाइनें तुरंत बदल दीं।' सपना ने कहा- मैं हैरान थी कि पवन सिंह ने तुरंत लाइनें काट दीं और कहा कि इसे दोबारा मंगवाते हैं। अब जानिए, सपना ने अपनी जिंदगी के पन्ने कैसे पलटे गिरवी घर को छुड़वाने के लिए डांस प्रोफेशन चुनना पड़ासपना चौधरी ने अपनी निजी और बाहरी जिंदगी के अनछुए पहलुओं को सामने रखा। बताया कि कैसे उनका परिवार गरीब हो गया और संघर्ष करना पड़ा। सपना ने बताया- मेरी मां इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट कंपनी में सुपरवाइजर थीं और पिता उसी कंपनी में इलेक्ट्रिशियन थे। दोनों बहुत अच्छा पैसा कमाते थे। वेल सेट बिजनेस था उनका। सपना ने बताया- जिस घर में मेरे पिता का निधन हुआ, मां उसी घर में रहती थीं और मैं फ्लैट में शिफ्ट हो गई। उसी घर में जाकर ही हमें सुकून मिलता था। यही कारण था कि अपना गिरवी घर को छुड़वाने के लिए मुझे डांस के प्रोफेशन में आना पड़ा। मंच पर डांस के दौरान एक लड़के ने किस कियासपना चौधरी ने बताया- एक बार शो के दौरान एक लड़के ने मुझे गाल पर किस किया था और वह किस कर भाग गया था। हुआ कुछ यूं कि एक बार हमारा शो था तो एक लड़का बार-बार मेरे पास पैसे देने आ रहा था। इसके बाद वह कान में कुछ बोलकर जा रहा था। सपना ने बताया- जब हमारे मेल आर्टिस्ट ने उसे पकड़ा तो उस लड़के ने थप्पड़ मारे। इससे वे सब भाग गए। इसके बाद लड़के स्टेज पर चढ़ गए। मेरी मां ने कहा कि हमें जाने दो तो लड़के ने कहा कि पहले डांस करना पड़ेगा। जैसे ही मैंने डांस शुरू किया तो लड़का दोबारा स्टेज पर आया और गाल पर किस करके भाग गया। सपना चौधरी ने कहा- मैं 5 बार मौत से लड़ीसपना चौधरी ने बताया कि वह 5 बार मौत के मुंह से निकलकर बाहर आईं। बोलीं- एक बार मुझे गोली लगी। दूसरा जब मेरा बेटा हुआ तो मेरी हालत बहुत गंभीर थी। मेरा बेटा भी बहुत क्रिटिकल था। एक बार मेरी एप्टोमिक सर्जरी हुई। स्टेज पर डांस करते-करते मेरी ट्यूब ब्लास्ट हो गई थी और एक बार मैंने सुसाइड करने की कोशिश की थी। सुसाइड की कोशिश के बारे में सपना चौधरी ने बताया- एक 36 जात की रागिनी है, जो मैंने गाई। मुझसे पहले सीनियर आर्टिस्ट उसे कई बार गा चुके थे। मैंने उनसे ही सीखकर यह रागिनी गाई थी। उस दौरान एक बंदा उठकर आया और कहा कि इसने हमारे समाज को गाली दी है। उस टाइम पर लोगों ने मुझे बहुत परेशान कर दिया था। मैंने जगह-जगह घर-घर जाकर माफी मांगी। बहुत सारे केस उस टाइम पर लग गए थे। हाथ पर पति का टैटू, कमर पर लिखवाया 'देसी क्वीन'सपना चौधरी ने बताया- मेरी बॉडी पर 5 टैटू हैं। सीधे हाथ पर टैटू मैंने मम्मी और पापा के लिए बनवाया था। दूसरे हाथ पर पति के नाम (वीर साहू) का टैटू बनवाया। पैर पर तीन स्टार बनवाए हुए हैं। अब इन्हें मैं 5 कर दूंगी। अब मुझे फाइव स्टार लगने लगे हैं। मेरी कमर पर 'देसी क्वीन' का टैटू लिखा है। वह मुझे पब्लिक ने दिया है। इसलिए, एक टैटू मैंने पब्लिक के लिए अपनी कमर पर गुदवाया है। राजनीति से तौबा, चुनाव नहीं लड़ेंगीसपना चौधरी ने खुलासा किया कि उनका चुनाव लड़ने का कोई इरादा नहीं है। उन्होंने कहा- मैंने बीजेपी बस वैसे ही जॉइन कर ली थी। कोई इलेक्शन लड़ने की इच्छा नहीं थी और न ही आगे है। कई बार चुनाव लड़ने के लिए टिकट ऑफर हुआ, मगर मैंने हर बार मना कर दिया। सपना चौधरी ने कहा- मुझे पता है कि मैं अच्छी पॉलिटिशियन नहीं बन सकती। क्योंकि मुझे वे लोग पसंद ही नहीं हैं जो अपने काम को शिद्दत से न करें। अगर मैं पॉलिटिशियन बनी तो मैं सब छोड़ दूंगी। मुझे सब छोड़ना पड़ेगा, क्योंकि मेरी शिद्दत वहीं चली जाएगी। अंजलि के गाने सॉलिड बॉडी पर परफॉर्म कर चुकीं सपनाअंजलि राघव और सपना चौधरी दोनों ही हरियाणवी व भोजपुरी इंडस्ट्री में काम कर चुकी हैं। साल 2015 में अजय हुड्डा के साथ अंजलि राघव का सॉलिड बॉडी गाना रिलीज हुआ, जो बहुत हिट हुआ। कई स्टेज कार्यक्रमों में सपना चौधरी ने सॉलिड बॉडी गाने पर परफॉर्म किया। दोनों ही भोजपुरी सिंगर-हीरो पवन सिंह के साथ भी गाने कर चुकी हैं। पिछले दिनों जब अंजलि राघव की ट्रोलिंग हुई तो सॉलिड बॉडी गाने की क्लिप वायरल कर इसे अश्लील बताया गया। ॰॰॰॰॰॰॰॰॰ यह खबर भी पढ़ें... हरियाणवी एक्ट्रेस ने की दिल्ली पुलिस से ट्रोलर्स की शिकायत:20 इंस्टा ID की लिस्ट सौंपी; बोलीं- भोजपुरी स्टार पवन ने माफी मांग मेरे पीछे ट्रोलर लगा दिए लखनऊ में लाइव परफॉर्मेंस के दौरान पवन सिंह द्वारा हरियाणवी सिंगर अंजलि राघव को गलत तरीके से छूने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। अंजलि ने आरोप लगाया है कि पवन सिंह ने माफी मांगने के बाद उनके पीछे ट्रोलर्स को लगा दिए हैं। पूरी खबर पढ़ें...
हरियाणा के सीनियर IPS वाई पूरन कुमार ने आत्महत्या करने से पहले 9 पेज का आखिरी नोट लिखा था। इसमें उन्होंंने आठ पेज में अपने साथ हुई प्रताड़ना की कहानी बयां की है। सुसाइड नोट के लास्ट पेज मेंं आईएएस पत्नी अमनीत पी कुमार के नाम पर वसीयत लिखी है। यह नोट इंग्लिश में टाइप किया गया है और आखिर में हरे पेन से हस्ताक्षर हैं। 7 अक्टूबर की तारीख लिखी है। सुसाइड नोट में प्रदेश के 15 मौजूदा और पूर्व अफसरों के नाम शामिल हैं। इनमें मुख्य सचिव (CS) अनुराग रस्तोगी, DGP शत्रुजीत कपूर, पूर्व मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद, पूर्व एसीएस राजीव अरोड़ा, पूर्व डीजीपी मनोज यादव और पीके अग्रवाल का नाम है। मौजूदा पुलिस अफसरों में डीजीपी के अलावा 9 IPS अफसरों अमिताभ ढिल्लो, संदीप खिरवार, संजय कुमार, कला रामचंद्रन, माटा रवि किरण, सिबास कविराज, पंकज नैन, कुलविंद्र सिंह और एसपी रोहतक नरेंद्र बिजारणिया मुख्य हैं। आखिरी नोट के लास्ट पैरे में दो महत्वपूर्ण पॉइंट CM के मुख्य प्रधान सचिव को दी जानकारीआखिरी नोट में लिखा कि 15 नवंबर 2024 को मैंने मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर से उनके कैंप ऑफिस में मुलाकात की। उनसे खुद पर हो रहे जातिवादी हमले और अत्याचारों के बारे में विस्तार से बताया। खुल्लर ने मेरी बात सुनकर सहमति जताई, साथ ही लिखित दस्तावेज भी दिए। इसके बाद 27 दिसंबर 2024 को फिर से उनसे मुलाकात की। इसमें मुझे 26 दिसंबर 2024 को प्रकाशित एक समाचार पत्र के जरिए जानकारी मिली कि मुझे चार्जशीट करने की तैयारी की जा रही है।खुल्लर ने मुझे आश्वासन दिया और एसीएस होम को फिर से पूरे प्रकरण की जांच करने के आदेश दिए। लिखा कि यह सारी कार्रवाई डीजीपी हरियाणा के निर्देश पर मीडिया में आई। इससे उनके सम्मान को ठेस पहुंची। अब यहां 6 पॉइंट में पढ़ें…वाई पूरन के किन अधिकारियों पर किए वॉर वसीयत में खोली प्रॉपर्टी डिटेलपूरन कुमार ने अपनी आईएएस पत्नी अमनीत पी कुमार ने नाम पर सारी संपत्ति करने के लिए वसीयत भी लिखी है। यह वसीयत एक दिन पहले 6 अक्टूबर को बनाई गई थी। इसमें एचडीएफसी बैंक में अकाउंट, डी.मैट शेयर, चंडीगढ़ के सेक्टर 11 स्थित कोठी में 25 फीसदी हिस्सा, मोहाली में प्लॉट और गुरुग्राम में ऑफिस की प्रॉपर्टी शामिल है। हरे पेन से साइन किए, आखिरी पैराग्राफ बोल्ड कियाटाइप किए गए सुसाइड नोट में आखिर में हरे रंग के पेन से साइन किए गए हैं। आमतौर पर अधिकारी साइन के लिए हरे रंग की स्याही इस्तेमाल करते हैं। आखिरी पैराग्राफ बोल्ड किया गया है। इस पैरा में DGP शत्रुजीत कपूर और रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारणिया के नामों का जिक्र है। लिखा है-डीजीपी की ओर से नरेंद्र बिजारणिया को ढाल बनाकर मुझे झूठे मामले में फंसाने की कोशिश की जा रही है, ताकि मेरे सम्मान को ठेस पहुंचाई जा सके। सोशल मीडिया पर दिन भर शिकायतकर्ता की वीडियो वायरलइसी बीच बुधवार को दिन पर सोशल मीडिया ग्रुपों में एक वीडियो वायरल होती रही। जिसमें रोहतक में उस केस का जिक्र है, जिसमें IPS पूरन कुमार के गनमैन सुशील कुमार द्वारा शराब कारोबारी से 2 से ढाई लाख की मंथली मांगे जाने की शिकायत है। 6 अक्टूबर को गनमैन का नाम आया। उसके अगले दिन इस मामले में वाई पूरन कुमार का नाम आया। 7 अक्टूबर को ही पूरन कुमार ने गोली मारकर सुसाइड कर लिया। बुधवार को वायरल हुई वीडियो में शराब कारोबारी मुंह ढककर पूरी बात बता रहा है। पढ़िए आईपीएस पूरन कुमार का आखिरी नोट...
फरीदाबाद के बल्लभगढ़ में अग्रवाल कॉलेज विदेशी डांसर के बेली डांस के चलते सुर्खियों में आ गया। कॉलेज में इंटरनेशनल कल्चरल अवेयरनेस प्रोग्राम में 16 देशों की फीमेल मॉडल व डांसर आईं। इसी दौरान विदेशी मॉडलों ने जहां 52 गज का दामण पहनूंगी, मटक के चालूंगी…जैसे गानों पर रैंपवॉक किया वहीं ठुमके भी लगाए। उसके बाद जब बेली डांस शुरू हुआ तो स्टूडेंट्स हुल्लड़बाजी पर उतर गए और पुलिस कर्मियों के लिए उन्हें संभालना मुश्किल हो गया। इसी बीच कार्यक्रम में खास मेहमानों के रूप में आगे सौफे पर बैठे DC विक्रम सिंह और जॉइंट पुलिस कमिश्नर (JCP) राजेश दुग्गल उठकर चले गए। बेली डांस का वीडियो वायरल होने के बाद अभिभावक एकता मंच ने इस पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है। हरियाणा एकता अभिभावक मंच के महासचिव कैलाश शर्मा ने कहा विद्या के मंदिर में ऐसा नहीं होना चाहिए। यह एक को-एड कॉलेज है, जिसमें लड़के व लड़कियों के सामने ऐसा डांस हुआ। कार्यक्रम से जुड़े PHOTOS देखिए... 16 देशों की मॉडल और डांसर पहुंचींअग्रवाल कॉलेज में मंगलवार से शुरू हुए इंटरनेशनल कल्चरल अवेयरनेस प्रोग्राम में भारत के अलावा रूस, किर्गिस्तान, कजाकिस्तान, इजिप्ट, न्यूजीलैंड, एस्टोनिया, कोरिया, अमेरिका समेत 16 देशों के कलाकारों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि JCP राजेश दुग्गल और अति वशिष्ठ अतिथि डीसी फरीदाबाद विक्रम सिंह रहे। भाजपा नेता गोपाल शर्मा, बल्लभगढ़ से विधायक मूलचंद शर्मा के भाई टिपर चंद शर्मा भी कार्यक्रम में मौजूद रहे। बेली डांस पर शुरू होते ही मचा शोरप्रोग्राम के शुरू में स्टेज पर मॉडल और डांसरों ने प्रस्तुति दी। विदेश मॉडल हरियाणवी घाघरे में दिखीं और 52 गज का दामण…गीत पर रैम्प वॉक किया। तब तक सभी ठीक रहा। उसके बाद स्टेज पर कजाकिस्तान की डांसर ने रेड ड्रेस में बेली डांस करना शुरू कर दिया। इसके बाद तो कॉलेज के छात्रों ने एक दूसरे के कंधों पर बैठकर डांस करना और शोर मचाना शुरू कर दिया। जिस समय बेली डांस किया जा रहा था उस समय कालेज की छात्राओं से लेकर, कालेज का महिला स्टाफ भी मौके पर ही मौजूद था। कालेज का पूरा कैंपस चिल्लाने की आवाजों से गूंजने लगा। पुलिस कर्मियों के लिए स्टूडेंट्स संभालने मुश्किल हुएबेली डांस देखकर बॉय स्टूडेंट्स अपनी कुर्सियों से खड़े हो गए। कोई किसी के कंधे पर चढ़कर नाचने लगा तो कोई परना (साफा) लहराने लगा। इसी बीच कुछ स्टूडेंट्स ने मंच के पास जाने की कोशिश की। उन्होंने संभालने के लिए पुलिस मशक्कत करती दिखी। महिला पुलिस कर्मी भी युवकों को बैठने के लिए कहती दिखीं। DC और JCP उठकर चले गएस्टेज पर जैसे ही डांसर का डांस शुरू हुआ तो DC विक्रम सिंह कुछ असहज दिखे और स्टेज की ओर देखने की बजाय मोबाइल देखने लगे। फिर बगल में बैठे व्यक्ति से बात की। जिसके बाद DC और JCP सौफे से उठकर चल दिए। उनके साथ कॉलेज चेयरमैन देवेन्द्र गुप्ता समेत दूसरे लोग भी उठ गए। चेयरमैन दोनों अधिकारियों को अपने ऑफिस में ले गए और बाहर कैंपस में बेली डांस लगातार जारी रहा। विद्या के मंदिर में आगे ऐसा ना होहरियाणा एकता अभिभावक मंच के महासचिव कैलाश शर्मा ने कहा कि प्रत्येक कॉलेज व स्कूल में वार्षिक उत्सव और अन्य कार्यक्रम करने के लिए एक अलग से सांस्कृतिक विभाग होता है। पूरी रूप रेखा तैयार करने की उसी की जिम्मेदारी होती है। अग्रवाल प्रचारिणी सभा इस शहर की सबसे पुरानी और सम्मानित शिक्षण संस्था है, उसको अपने सांस्कृतिक कल्चरल कार्यक्रमों में इस प्रकार के डांस दिखाने से बचना चाहिए और ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए कि विद्या के मंदिर में आगे ऐसा ना हो। चेयरमैन बोले- वीडियो वायरल होने दोइस संबंध में कॉलेज के चेयरमैन देवेन्द्र गुप्ता से मोबाइल पर संपर्क किया गया। उन्होंने कहा कि जो वीडियो वायरल हो रहा है, इसमें हम क्या करें। जिसके बाद उन्होंने आगे बात करने से पहले ही फोन काट दिया और बाद में कॉल रिसीव नहीं की।
हरियाणा के सीनियर IPS अफसर वाई पूरन कुमार के शव का आज (9 अक्टूबर) पोस्टमॉर्टम हो सकता है। बुधवार को उनकी IAS अफसर पत्नी अमनीत पी. कुमार जापान दौरे से चंडीगढ़ लौट आईं थी, लेकिन वह पोस्टमॉर्टम के लिए राजी नहीं हुईं। उन्होंने अधिकारियों से कहा था कि जब उनकी बड़ी बेटी अमेरिका से चंडीगढ़ पहुंच जाएगी, तब ही इस पर फैसला होगा। पारिवारिक सूत्रों का कहना है कि अमनीत पी. कुमार ने स्पष्ट कहा है कि वह पोस्टमॉर्टम के समय खुद मौजूद रहेंगी और वीडियोग्राफी भी कराएंगी। इसके बाद ही अंतिम संस्कार किया जाएगा। इसी बीच अमनीत पी. कुमार ने चंडीगढ़ के सेक्टर-11 थाने में हरियाणा के DGP शत्रुजीत कपूर और रोहतक के SP रोहतक एसपी नरेंद्र बिजारणिया के खिलाफ शिकायत दी। उन्होंने आरोप लगाया कि DGP और SP ने उनके पति का उत्पीड़न किया, जातिगत भेदभाव किया और उन्हें प्रताड़ित भी किया। वरिष्ठ IAS अफसर ने दावा किया कि उनके पति को SC/ST समुदाय से होने के कारण जातिसूचक गालियां दी गईं और सार्वजनिक रूप से अपमानित किया गया। फिलहाल, IG का शव चंडीगढ़ के सेक्टर-16 स्थित गवर्नमेंट अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखा गया है। अमनीत पी. कुमार के चंडीगढ़ पहुंचने के बाद क्या-क्या हुआ... शराब ठेकेदार से मंथली मांगने का मामलाजिस मामले में IG पूरन कुमार के गनमैन की गिरफ्तारी हुई, वह शराब ठेकेदार की शिकायत से जुड़ा है। जिसमें आरोप हैं कि गनमैन मंथली दो से ढ़ाई लाख रुपए मांग रहा था। इसी मामले के बाद IG पूरन कुमार को रोहतक रेंज आईजी की फील्ड ड्यूटी से हटाकर पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज, सुनारिया (रोहतक) में लगा दिया गया। पुलिस विभाग में इस तरह की तैनाती पनिशमेंट पोस्ट मानी जाती है। पत्नी को भेजा था सुसाइड नोट, वसीयत भी छोड़ीपूरन कुमार ने मंगलवार को सुसाइड करने से पहले यह नोट अपनी पत्नी और 2 अफसरों को भेजा था। पूरन कुमार ने घटनास्थल पर वसीयत भी छोड़ी। इस वसीयत पर 6 अक्टूबर और सुसाइड नोट पर 7 अक्टूबर की डेट लिखी मिली। वसीयत में उन्होंने सारी प्रॉपर्टी अपनी पत्नी के नाम की है।
पंजाबी सिंगर राजवीर जवंदा का आज (9 अक्टूबर), को लुधियाना के पैतृक गांव पौना में अंतिम विदाई दी जाएगी। सुबह करीब 11 बजे घर से करीब 30 मीटर दूरी पर ही सरकारी स्कूल के ग्राउंड में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। यहीं पर उनकी यादगार भी बनाई जा सकती है। जवंदा का कल, बुधवार (8 अक्टूबर) को मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में निधन हुआ था। उन्होंने 35 साल की छोटी उम्र में सुबह 10.55 बजे आखिरी सांस ली। फोर्टिस अस्पताल ने मेडिकल बुलेटिन में बताया कि जवंदा का मल्टी ऑर्गन फेलियर हो गया था। निधन के बाद उनकी डेडबॉडी पहले मोहाली में उनके सेक्टर 71 स्थित घर में ले जाई गई। जहां मां और पत्नी व बच्चों ने उनके अंतिम दर्शन किए। इसके बाद मोहाली के फेज-6 स्थित सरकारी अस्पताल में पोस्टमॉर्टम कराया गया। इसके बाद उनका शव देर शाम ही पैतृक गांव पौना पहुंचाया गया। यहां उनकी पार्थिव देह को पैतृक घर में रखा गया है। कल सुबह पहले उनका शव अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। सिंगर को अंतिम विदाई के लिए रात से ही गांव में फैंस की भीड़ जुटी हुई है। गोल्डन ऑवर में जवंदा को फर्स्ट एड की मदद नहीं मिल पाईजवंदा की मौत के बाद इलाज करने वाले डॉक्टर के सोर्सेज से यह भी सामने आया कि अगर हादसे के तुरंत बाद उन्हें स्पाइन इंजरी को लेकर फर्स्ट एड दिया जाता तो शायद उनकी जान बचाने के चांस हो सकते थे। इसको लेकर जवंदा के साथी कलाकार रेशम अनमोल ने भी कहा कि स्कूलों में बच्चों को स्पाइन इंजरी में फर्स्ट एड के बारे में बताया जाना चाहिए। 27 सितंबर को जब जवंदा का एक्सीडेंट हुआ तो उन्हें पहले 2 अस्पतालों में ले जाया गया। इसी बीच उन्हें हार्ट अटैक आ गया। इसके बाद फोर्टिस अस्पताल लाया गया। फोर्टिस अस्पताल में बिगड़ती रही तबीयतजवंदा को 27 सितंबर को दोपहर करीब पौने 2 बजे फोर्टिस अस्पताल लाया गया। इसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें पहले 4 लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा। यहां सिर्फ 29 सितंबर को उनकी सेहत में हल्का सा सुधार दिखा लेकिन रीढ़ की हड्डी की चोट के साथ उनका ब्रेन बहुत डैमेज हो चुका था। ब्रेन में ऑक्सीजन सप्लाई नहीं जा रही थी। इस वजह से डॉक्टरों ने भी 3 अक्टूबर के बाद मेडिकल बुलेटिन यह कहकर बंद कर दिया कि 'उनकी सेहत में सुधार के बारे में बताने के लिए कुछ नहीं है।' पत्नी ने हादसे वाले दिन टूर पर जाने से रोका थाजवंदा के करीबी दोस्त ने एक पंजाबी चैनल से बातचीत में खुलासा किया कि 27 सितंबर को जवंदा को BMW बाइक पर टूर करने से उनकी पत्नी अशविंदर कौर ने रोका था। पत्नी ने 1300CC वाली बाइक से हादसे की आशंका जताई थी। हालांकि लगातार बाइकिंग करने वाले जवंदा ने भरोसा दिलाया कि कुछ नहीं होगा, मैं जल्दी लौटूंगा। हालांकि उसी दिन हादसा हो गया। जिसके बाद जवंदा जीवित घर नहीं लौट सके। दूरदर्शन टीम की तारीफ से सिंगिंग का रियाज शुरू कियाराजवीर जवंदा को सिंगिंग का शौक था। उन्होंने इसे सीरियसली तब लिया, जब दूरदर्शन की टीम ने तारीफ की। पहले उनकी मां परमजीत कौर गांव की सरपंच हुआ करती थीं। तब दूरदर्शन की टीम मेरा पिंड-मेरा खेत की शूटिंग करने गांव में आई। उसकी कुछ शूटिंग राजवीर के घर भी हुई। तब दूरदर्शन की टीम के सामने राजवीर ने 2 लाइनें गाईं तो टीम के सदस्यों ने उसे शाबाशी दी और कहा कि तेरी आवाज अच्छी है। वहीं से उनका सिंगिंग की तरफ झुकाव हुआ। उन्होंने रियाज शुरू कर दिया। बाइकिंग का शौक था, उसी में हादसा हो गयाराजवीर जवंदा को बाइकिंग का बहुत शौक था। वह डिफेंडर गाड़ी होते हुए भी बाइक पर लंबे टूर करते थे। जिसमें वह बाइकर्स ग्रुप के साथ पहाड़ी क्षेत्रों में घूमने के लिए जाते थे। इस दौरान वह होटल में ठहरने के बजाय रोड साइड पर ही कैंपिंग करते थे। फैंस के पूछने पर वह कहते थे कि बाइक के बारे में वही बता सकता है जो उसे यूज करता है। बाइक से व्यूज दिखता है। उसके साथ टॉकिंग करते हो। एक्सपीरियंस ज्यादा होता है।
सशस्त्र बल के आगमन के पहले ही स्कूल में पढ़ाई बंद
भास्कर न्यूज | समस्तीपुर विधानसभा चुनाव को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए जिले के विभिन्न महाविद्यालय, उच्च माध्यमिक विद्यालय, माध्यमिक विद्यालय और मध्य विद्यालयों को सशस्त्र बल के ठहराव के लिए चयनित किया गया है। इसके तहत 3 अक्टूबर 2025 से कई विद्यालयों का पठन-पाठन कार्य, कक्षा 9 व 11 का पंजीकरण और कक्षा 10 व 12 की परीक्षा फॉर्म भरने की प्रक्रिया निकटवर्ती विद्यालयों में स्थानांतरित कर दी गई है। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों द्वारा जारी पत्र को 6 दिन बीत जाने के बाद भी चयनित विद्यालयों में सशस्त्र बल का आगमन नहीं हुआ है। सशस्त्र बल आने से पहले ही विद्यालय हस्तांतरित कर दिए जाने से कक्षाएं बाधित हो रही हैं, जिससे विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। विद्यार्थियों को पंजीकरण और परीक्षा फॉर्म भरने के लिए दूसरे विद्यालयों में चक्कर काटने पड़ रहे हैं। शैक्षणिक गतिविधियों में बाधा से छात्रों के शिक्षा का अधिकार, भोजन का अधिकार, समता का अधिकार, खेल का अधिकार और बाल अधिकार प्रभावित हो रहे हैं। कई विद्यालयों में सशस्त्र बल को रखने के बाद भी पर्याप्त कक्षाएं खाली हैं, जिनमें पढ़ाई जारी रखी जा सकती थी। वहीं, निजी महाविद्यालयों के उपयोग की संभावना पर भी विचार नहीं किया गया। सामाजिक एवं शैक्षणिक कार्यकर्ता डॉ. मिथिलेश कुमार ने कहा है कि प्रशासनिक अधिकारियों की नजर इस अवसर पर पड़ी ही नहीं या निष्पक्ष चुनाव के नाम पर छात्रों से ही सुरक्षा का भय जताया जा रहा है। उन्होंने इसे सरकार की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर एक बड़ा प्रश्नचिन्ह बताया है।
तीन बाइकसवारों से वसूला गया जुर्माना
डालमियानगर|विधानसभा चुनाव के तारीख की घोषणा तथा सड़क दुर्घटना की रोकथाम व यातायात व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए स्थानीय थाना द्वारा विभिन्न चौक चौराहा पर चेकिंग अभियान चलाया गया। पुलिस ने मंगलवार व बुधवार को चेकिंग अभियान चलाया। थानाध्यक्ष ने बताया कि एस आई प्रिंस कुमार मिश्रा के नेतृत्व में कोयला डिपो के पास वाहन चेकिंग के दौरान बिना हेलमेट के वाहन चला रहे तीन बाइक चालकों के विरुद्ध कार्रवाई की गई है। इनसे एक-एक हजार रुपए का चालान काटा गया है। बताया कि पुलिस अधीक्षक द्वारा दिए गए दिशा निर्देश के अनुसार होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर शहर के विभिन्न चौक चौराहा पर सघन वाहन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है।
आरपीएफ ने यात्री का खोया बैग ढूंढ़कर लौटाया
डालमियानगर| आरपीएफ ने ट्रेन संख्या 13010 डाउन से यात्रा कर रहे यात्री सुब्रतो कुमार देव जो असम के रहने वाले हैं । हरिद्वार से यात्रा के दौरान ट्रॉली बैग ट्रेन में ही छूट गया था। जिसको बरामद कर सही सलामत उन्हें सुपुर्द किया गया। इंस्पेक्टर ने बताया कि बैग की अनुमानित कीमत ₹5000 बताई गई है। वही एक अन्य मामले में ट्रेन संख्या 12874 डाउन यात्रा कर रहे यात्री अमित कुमार का सामान ट्रेन के जनरल बोगी में ही छूट गया था जिसे बरामद कर सही सलामत वापस किया गया। बैग में पूजा पाठ का सामान था।
नामांकन प्रक्रिया को लेकर 9 अक्टूबर को प्रशिक्षण
सिटी रिपोर्टर | समस्तीपुर बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 की घोषणा के साथ ही जिले में आदर्श आचार संहिता प्रभावी हो गई है। समस्तीपुर जिले के सभी दस विधानसभा क्षेत्रों में प्रथम चरण के तहत 6 नवंबर को मतदान निर्धारित किया गया है। इस चरण की अधिसूचना 10 अक्टूबर को जारी होगी और इसी दिन से नामांकन प्रक्रिया की औपचारिक शुरुआत भी हो जाएगी। संभावित अभ्यर्थियों को नामांकन प्रक्रिया में किसी प्रकार की कठिनाई न हो, इसके लिए जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिला पदाधिकारी रोशन कुशवाहा के निर्देश पर 9 अक्टूबर को सभी निर्वाची पदाधिकारियों के कार्यालयों में विशेष प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया जाएगा। बताया कि इस प्रशिक्षण में अभ्यर्थियों को नामांकन पत्र भरने की प्रक्रिया, आवश्यक दस्तावेज, जमानत राशि, समय-सीमा, और अन्य निर्वाचन संबंधी विधिक प्रावधानों की विस्तृत जानकारी दी जाएगी। सभी संभावित प्रत्याशियों से अपील की गई है कि वे अपने-अपने निर्वाची पदाधिकारी के कार्यालय में उपस्थित होकर प्रशिक्षण लें।
बॉर्डर एरिया से आवागमन पर पैनी नजर रखने के लिए एफएसटी व एसएसटी का हुआ गठन
भास्कर न्यूज | हसनपुर विधानसभा चुनाव को लेकर हसनपुर विधानसभा क्षेत्र संख्या 140 के अंतर्गत आने वाले हसनपुर प्रखंड में बॉर्डर एरिया से होकर आवागमन पर पैनी नजर रखने के लिए एफएसटी अर्थात फ्लाइंग सर्विलांस टीम एवं एसएसटी अर्थात स्टेटिक सर्विलांस टीम का गठन किया गया है। इन दोनों महत्वपूर्ण टीमों का काम बॉर्डर एरिया से होकर असामाजिक तत्वों, शराब व अन्य नशीले पदार्थ, अधिकतम नगद राशि, अवैध हथियार सहित अन्य मूल्यवान सामग्रियों के साथ जा रहे लोगों पर पैनी नजर रखना है। ताकि क्षेत्र में किसी भी प्रकार के चुनावी प्रलोभन से संबंधित गतिविधि एवं अन्य अपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लग सके। टीम में शामिल सदस्यों व निर्धारित स्थलों से संबंधित प्रस्ताव पत्र सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी सह बीडीओ मनोज कुमार ने रोसड़ा डीसीएलआर सह निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी को भेज दिया है। एफएसटी में अंचल अधिकारी को शामिल किया गया है। वहीं एसएसटी में रामपुर सीमा पर पंचायत सचिव अमित कुमार, गढ़पुरा मौजी सीमा पर राजस्व कर्मचारी दीपक कुमार, डुमरा चौक पर पंचायत सचिव धर्मेंद्र कुमार, नयानगर सिहमा चौक पर राजस्व कर्मचारी राजू कुमार, मेदो चौक पर पंचायत सचिव आनंदी कुमार, दूधपुरा में राजस्व कर्मचारी विकास कुमार को शामिल किया गया है। बीडीओ सह सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि चुनाव को लेकर बॉर्डर एरिया पर बनाए जाने वाले चेक पोस्ट के कार्य व निगरानी में टीम के सदस्यों को लगाया जाएगा। हसनपुर विस क्षेत्र में 99 पदाधिकारी व सहयोगी कोषांगों का करेंगे संचालन हसनपुर विधानसभा क्षेत्र में चुनाव की सफलता को लेकर कुल 10 कोषांगों का गठन किया गया है। इन कोषांगों के संचालन के लिए 6 वरीय पदाधिकारी, 15 प्रभारी पदाधिकारी, 74 सहयोगी सहायक, 4 कार्यालय परिचारी को कार्य पर लगा कर दायित्व सौंपा गया है। इनमें कार्मिक कोषांग में 1 प्रभारी पदाधिकारी, 13 सहयोगी सहायक व 1 कार्यालय परिचारी, वाहन कोषांग में 1 वरीय पदाधिकारी, 5 प्रभारी पदाधिकारी, 14 सहयोगी सहायक व 1 कार्यालय परिचारी, सामग्री कोषांग में 1 प्रभारी पदाधिकारी, 8 सहयोगी सहायक व 1 कार्यालय परिचारी, प्रेक्षक कोषांग में 1 वरीय पदाधिकारी, 2 प्रभारी पदाधिकारी व 6 सहयोगी सहायक, आवासन कोषांग में 1 वरीय पदाधिकारी, 1 प्रभारी पदाधिकारी, 8 सहयोगी सहायक व 1 कार्यालय परिचारी, आदर्श आचार संहिता कोषांग में 1 वरीय पदाधिकारी, 1 प्रभारी पदाधिकारी व 5 सहयोगी सहायक, कंट्रोल रूम एवं हेल्प लाइन कोषांग में 1 वरीय पदाधिकारी, 1 प्रभारी पदाधिकारी व 7 सहयोगी सहायक, मिडिया कोषांग में 1 प्रभारी पदाधिकारी व 1 सहयोगी सहायक, मतदाता जागरूकता एवं प्रशिक्षण कोषांग में 1 वरीय पदाधिकारी, 1 प्रभारी पदाधिकारी व 9 सहयोगी सहायक, आईटी कोषांग में 1 प्रभारी पदाधिकारी व 3 सहयोगी सहायक को दायित्व सौंपा गया है। सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी सह बीडीओ मिडिया कोषांग व आईटी कोषांग की अगुवाई करेंगे।
चुनाव को लेकर बखरी में प्रशासन अलर्ट अर्धसैनिक बलों ने निकाला फ्लैग मार्च
सिटी रिपोर्टर|बखरी आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर बखरी प्रशासन पूरी तरह से सतर्क और अलर्ट मोड में है। क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बनाए रखने तथा मतदाताओं में विश्वास पैदा करने के उद्देश्य से मंगलवार की शाम बखरी थाना परिसर से पुलिस और अर्धसैनिक बलों द्वारा फ्लैग मार्च निकाला गया। फ्लैग मार्च का नेतृत्व अनुमंडल पदाधिकारी सन्नी कुमार सौरभ और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी कुंदन कुमार ने संयुक्त रूप से किया। इस दौरान थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर शैलेन्द्र कुमार, अपर थानाध्यक्ष पवन कुमार समेत बड़ी संख्या में पुलिस बल और अर्धसैनिक जवान शामिल थे।फ्लैग मार्च की शुरुआत थाना परिसर से हुई जो कारगिल चौक, अंबेडकर चौक, बखरी बाजार होते हुए मुख्य मार्गों से होकर गुजरी। इस दौरान एसडीएम सन्नी कुमार सौरभ ने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया और अधिकारियों को चुनाव को लेकर विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। वहीं एसडीपीओ कुंदन कुमार ने कहा कि फ्लैग मार्च का उद्देश्य आम लोगों में सुरक्षा का भरोसा जगाना और असामाजिक तत्वों को सख्त संदेश देना है। उन्होंने बताया कि चुनाव के दौरान क्षेत्र में शांति एवं निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित कराने के लिए हर स्तर पर निगरानी बढ़ा दी गई है। साथ ही किसी भी तरह की अराजकता या गड़बड़ी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शाम्हो| शाम्हो प्रखंड में निष्पक्ष और शांतिपूर्ण विधानसभा चुनाव सम्पन्न कराने के लिए बुधवार को शाम्हो थाना पुलिस के साथ अर्द्ध सैनिक बलों ने फ्लैग मार्च किया। फ्लैग मार्च में शामिल अंचलाधिकारी नवीन कुमार और शाम्हो थानाध्यक्ष चितरंजन कुमार ने लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। अर्द्ध सैनिक बल के साथ शाम्हो थाना पुलिस ने प्रखंड के सलहा सैदपुर बरारी पंचायत संख्या दो के साथ सलहा सैदपुर बरारी पंचायत एक और अकबरपुर बरारी पंचायत में मार्च किया। इस दौरान शामिल अधिकारी ने लोगों से भ्रामक प्रचार नहीं करने और सोशल मीडिया पर अफवाहों से बचने की अपील की। थानाध्यक्ष ने कहा कि प्रखंड में चुनाव आचार संहिता के दौरान शरारती और अपराधी चरित्र के लोगों पर विशेष नजर है।
वृंदावन के पंप संचालक छह वर्षों से मानदेय के लिए भटक रहे हैं
सिटी रिपोर्टर | नावकोठी नल जल योजना द्वारा संचालित जलापूर्ति योजना के तहत कार्यरत पंप संचालक विगत छह वर्षों से मानदेय के लिए टपला खा रहे हैं। मामला डफरपुर पंचायत के वार्ड संख्या 03 के वृंदावन का है। पंप संचालक श्री राम सिंह ने बताया कि सात निश्चय के तहत ग्रामीण क्षेत्र में हर घर नलजल योजना के तहत थाना संख्या 202 खाता संख्या 84 खेसरा संख्या 422,426 पर पंप छह वर्ष पूर्व लगाया गया था। स्थापना काल से ही उन्हें बतौर पंप संचालक के रूप तैनात किया गया था। स्थापना काल से आज तक एक भी रूपया मानदेय के रूप में भुगतान नहीं किया गया है। मानदेय भुगतान हेतु प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी तथा जिलाधिकारी के कार्यालय में लिखित आवेदन दिया। कई बार मौखिक भी गुहार लगाया, पर पदाधिकारियों के द्वारा केवल आश्वासन ही मिला। मानदेय भुगतान नहीं होने से परिवार अब भूखमरी के कगार पर पहुँच गया है। मानदेय भुगतान नहीं होने से बच्चों की पढ़ाई तथा परिवार के बीमार सदस्यों के इलाज में भी कठिनाई हो रही है। उन्होंने वरीय पदाधिकारी से अविलंब मानदेय भुगतान कराने की गुहार लगाई है।
फ्लाईओवर निर्माण में सुरक्षा मानक का पालन नहीं
भास्कर न्यूज | बेगूसराय बेगूसराय शहर के बीचों-बीच होकर गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-31 पर निर्माणाधीन फ्लाईओवर परियोजना को लेकर रेल रोड यात्री संघ ने गंभीर सवाल उठाए हैं। संगठन का कहना है कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा बनाए जा रहे इस एलिवेटेड फ्लाईओवर में न तो सर्विस लेन की व्यवस्था की गई है और न ही मानक सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन हो रहा है। इस स्थिति को जनसुरक्षा के साथ सीधा खिलवाड़ बताया गया है। रेल रोड यात्री संघ के संस्थापक सह महासचिव राजीव कुमार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि कई वर्षों से चल रहे इस निर्माण कार्य में टाउनशिप और वीआईपी एरिया के पास आंशिक सर्विस लेन जरूर बनाई गई है, लेकिन रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और ट्रैफिक चौक जैसे सबसे अधिक भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में सर्विस लेन या तो अधूरी है या बिल्कुल नहीं बनी। भारतीय सड़क कांग्रेस और सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा तय मानकों के अनुसार शहरी व घनी आबादी वाले इलाकों में सर्विस लेन, बैरिकेडिंग, चेतावनी संकेत, रात्रिकालीन प्रकाश व्यवस्था, यातायात डायवर्जन योजना और आपातकालीन सहायता केंद्र अनिवार्य होते हैं, लेकिन बेगूसराय में इन सभी मानकों की अनदेखी की गई है।
लोकनायक जयप्रकाश नारायण व मुंशी प्रेमचंद्र को स्मृति दिवस पर किया याद
सिटी रिपोर्टर| बेगूसराय शहीद सुखदेव सिंह समन्वय समिति द्वारा सर्वोदय नगर में मुंशी प्रेमचंद्र एवं लोकनायक नायक जयप्रकाश नारायण की स्मृति दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित किया गया है। इसकी अध्यक्षता संपूर्ण क्रांति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अमरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि 8 अक्टूबर 1936 को प्रेमचंद्र का निधन एवं 8 अक्टूबर 1979 को लोकनायक जयप्रकाश नारायण का निधन हुआ था। इन विभूतियों ने तत्कालीन समाज में व्याप्त, रूढ़िवाद, अंधविश्वास एवं भ्रष्टाचार के खिलाफ इंकलाब की मशाल जलाई थी। आज जरूरत है, उनके अधूरे सपनों को साकार करने की, जिससे की उन कुरीतियों से समाज मुक्त हो सके। उन्होंने कहा कि प्रेमचंद के साहित्य को पाठ्यक्रमों से निकाला जा रहा है। वहीं दूसरी ओर जेपी के कंधों पर चढ़कर सत्ता के शीर्ष पर बैठने वाले लोग उनके सिद्धांतों को दरकिनार कर रहे हैं। यह दुखद स्थिति है। इस अवसर पर जेपी सेनानी के जिला सचिव सुनीता देवी ने कहा कि प्रेमचंद्र ने जमींदारों के खिलाफ अपनी लेखनी से जन आंदोलन किया। वहीं जेपी ने संपूर्ण क्रांति के माध्यम से व्यवस्था परिवर्तन की अलख जगाई। इस अवसर पर इंजीनियर आलोक कुमार, राजेश सिन्हा, डॉ चंद्रशेखर चौरसिया, पवन कुमार, नाथू शाह, अधिवक्ता राजेन्द्र महतो, आर्यन कुमार, अनन्या कुमारी, प्राचार्या अर्चना आदि ने श्रद्धांजलि अर्पित किया है।
स्नातक फोर्थ सेमेस्टर की परीक्षा होगी नवंबर में, इसी माह भराएगा फॉर्म
मुजफ्फरपुर | बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में स्नातक सत्र 2023-27 के फोर्थ सेमेस्टर की परीक्षा नवंबर के पहले सप्ताह में शुरू होगी। इसी महीने परीक्षा फॉर्म भरवाया जाएगा। 6 व 11 नवंबर को विधानसभा चुनाव को लेकर मतदान है और 14 नवंबर को मतगणना होनी है। ऐसे में चुनाव की महत्वपूर्ण तिथियांे को बचाते हुए परीक्षा का शेड्यूल जारी किया जाएगा। परीक्षा नियंत्रक प्रो. राम कुमार ने बताया कि स्नातक में सेमेस्टर सिस्टम लागू होने के बाद परीक्षा विभाग पर दबाव बढ़ गया है। अब साल में दो बार परीक्षा लेनी है, जबकि परीक्षार्थियों की संख्या भी बढ़ गई है। हर 6 महीने पर परीक्षा कराने के साथ ही समय से मूल्यांकन करा रिजल्ट जारी करना भी बड़ी चुनौती है। सत्र 2023-27 के चौथे सेमेस्टर की परीक्षा नवंबर में निर्धारित है। हालांकि, इसके पहले कॉलेज स्तर पर इंटरनल परीक्षा भी होनी है। इधर,बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में पीजी सत्र 2023-25 के फोर्थ सेमेस्टर की परीक्षा 16 अक्टूबर से शुरू होगी। वहीं, 9 से 15 अक्टूबर तक संबंधित विभागों में प्रायोगिक परीक्षा होगी। विश्वविद्यालय ने परीक्षा कार्यक्रम जारी कर दिया है।
स्कूलों में 11 को नहीं होगी अभिभावक संगोष्ठी
मुजफ्फरपुर | सरकारी प्रारंभिक विद्यालयों में 11 अक्टूबर को अभिभावक-शिक्षक संगोष्ठी नहीं होगी। बिहार विधान सभा चुनाव को लेकर राज्य में लागू आदर्श आचार संहिता को देखते हुए विभाग ने अगले आदेश तक संगोष्ठी को स्थगित कर दिया है। उप निदेशक प्रफुल्ल कुमार मिश्र ने इस संबंध में सभी जिलों के डीईओ व डीपीओ एसएसए को पत्र भेजकर जानकारी दी है। कहा है कि समय से सभी स्कूलों को इसकी जानकारी दे दें, ताकि बच्चों या अभिभावकों को कोई परेशानी नहीं हो। विद्यालयों में 11 अक्टूबर को अभिभावक-शिक्षक संगोष्ठी का आयोजन किया जाना था।
वेस्ट टू आर्ट प्रतियोगिता में शामिल हुए 61 विद्यार्थी
भास्कर न्यूज | नोखा नोखा नगर परिषद मे स्वच्छ भारत अभियान के तहत स्वच्छता ही सेवा है कार्यक्रम के अंतर्गत नोखा नगर परिषद कार्यालय में वेस्ट टू आर्ट प्रतियोगिता का भव्य आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य छात्रों में स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण और पुन: उपयोग की भावना को बढ़ावा देना था। कार्यक्रम में नगर परिषद क्षेत्र के विभिन्न विद्यालयों के कुल 61 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। प्रतियोगिता में बच्चों ने घर और आसपास से एकत्रित अनुपयोगी वस्तुओं को रचनात्मक तरीके से उपयोगी व आकर्षक वस्तुओं में बदलकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। प्लास्टिक की बोतलों, पुराने कार्डबोर्ड, कागज, लकड़ी, टायर और धातु के टुकड़ों से बच्चों ने सुंदर सजावटी सामान, उपयोगी उपकरण और कलाकृतियां तैयार कीं। उनकी रचनाओं में साफ-सफाई के महत्व और कचरे के पुन: उपयोग के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का गहरा संदेश झलक रहा था। कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर परिषद सभापति राधेश्याम सिंह ने की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि “स्वच्छता केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं बल्कि यह हर नागरिक का कर्तव्य और सेवा का प्रतीक है।” सिटी प्रबंधक प्रवीण कुमार ओझा ने कहा कि ऐसे आयोजन बच्चों में रचनात्मकता के साथ-साथ स्वच्छता के प्रति जागरूकता भी बढ़ाते हैं। नगर परिषद की स्वच्छता अधिकारी नेहा प्रसाद ने स्वच्छता अभियान से जुड़े रहने का आह्वान किया।
रामविलास पासवान की पांचवीं पुण्यतिथि मनाई गई
नोखा |नोखा नगर परिषद क्षेत्र के रवि कॉम्प्लेक्स परिसर में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के द्वारा पार्टी संस्थापक रामविलास पासवान की पांचवीं पुण्यतिथि मनाई गई। अध्यक्षता नोखा प्रखंड अध्यक्ष रामजी पासवान ने की। वक्ताओं ने कहा कि रामविलास पासवान ने सदैव दलित, पिछड़ों, वंचितों और समाज के कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए संघर्ष किया। उनके बताए गए मार्ग पर चलना ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी। कार्यकर्ताओं ने संकल्प लिया कि वे उनके विचारों और नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य करेंगे। इस अवसर पर पूर्व जिला पार्षद सदस्य रवि शंकर सिंह, सुषमा देवी, कन्हैया राम, जनेश्वर पासवान, रंजीत पासवान, मनोज कुमार, महेंद्र कुमार, रामनाथ पासवान, उपेंद्र राम, शशिभूषण प्रसाद, लाल बाबू पासवान, प्रमोद पासवान, गुप्तेश्वर पासवान, रामायण राम, अरुण पासवान, भोला पासवान, और जोगेंद्र पासवान आदि मौजूद थे।
भाजपा की बैठक में संगठन को और मजबूती करने पर जोर
भास्कर न्यूज | नोखा नोखा नगर परिषद क्षेत्र के महावीर मंदिर के पीछे निजी परिसर में भारतीय जनता पार्टी की नोखा विधानसभा स्तरीय बैठक आयोजित की गई। मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश सरकार के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री एवं काराकाट लोकसभा प्रभारी सतीश चंद्र शर्मा उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता नोखा नगर अध्यक्ष मनोज चंदेल ने की। बैठक में भाजपा के प्रखंड अध्यक्ष, नगर अध्यक्ष, महामंत्री, मंडल अध्यक्ष, शक्ति केंद्र प्रमुखों एवं विभिन्न मोर्चा के पदाधिकारियों ने भाग लिया। इस दौरान पार्टी संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत करने, कार्यकर्ताओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने तथा आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा को और अधिक सशक्त बनाने पर विस्तृत चर्चा की गई। नोखा विधान सभा प्रभारी सत्येंद्र सिंह, जिला उपाध्यक्ष विजय सिंह, तथा मंडल महामंत्री तारानंद शाह ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि सभी को एकजुट होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनकल्याणकारी योजनाओं को घर-घर तक पहुंचाना चाहिए। उन्होंने आपसी मतभेद भुलाकर पूर्ण समर्पण से विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटने का आह्वान किया। इस अवसर पर नोखा पश्चिम मंडल के महामंत्री के रूप में संतोष कुमार मनोनीत किए गए।
त्योहारी सीजन में मिठाई की दुकानों के 12 नमूने लिए
भास्कर न्यूज | जालंधर त्योहारी सीजन में फूड सेफ्टी टीम ने बुधवार को मिठाई की दुकानों की चेकिंग की और 12 सैंपल लिए। खाद्य सुरक्षा अधिकारी राशु महाजन, मुकल गिल, रॉबिन कुमार, रमन विरदी और प्रभजोत कौर ने सिटी और आसपास के विभिन्न क्षेत्रों से देसी घी से बनी मिठाइयों, चांदी के वर्क वाली मिठाइयों, पैक्ड मिठाइयों और अन्य विभिन्न मिठाइयों के नमूने लिए। इन नमूनों को राज्य खाद्य प्रयोगशाला खरड़ में जांच करने के लिए भेजा गया है। इसकी रिपोर्ट प्राप्त होने पर खाद्य सुरक्षा नियमों के तहत उचित कार्रवाई की जाएगी।
गाड़ी टो का जुर्माना 1150, रसीद मिली 500 की
भास्कर न्यूज | जालंधर शहर के प्रमुख चौक-चौराहों के पास से ट्रेफिक पुलिस की गाड़ियां नो पार्किंग में खड़े वाहनों को टो करके पुलिस लाइन में ले जाती हैं। टो वैन का दायरा सिर्फ बीएमसी चौक, गुरु नानक मिशन चौक, कचहरी चौक, लाडोवाली लोड और बस स्टैंड तक ही सीमित है यानी तीन किलोमीटर के एरिया से ही गाड़ियां टो होती हैं। नो पार्किंग से गाड़ियां टो करने का जुर्माना ट्रेफिक पुलिस व निजी कंपनी द्वारा 1150 रुपए निर्धारित किया गया है। लेकिन ट्रेफिक पुलिस थाने के अंदर बने काउंटर से मात्र 500 रुपए की रसीद दी जा रही है। उक्त आरोप कैंट के रहने वाले दीपक कौल ने लगाए हैं। उन्होंने इस मामले की शिकायत सीएम भगवंत सिंह मान को की जिन्होंने ई-मेल के जरिए डीसी जालंधर को जांच के लिए कहा है। दीपक कौल ने कहा कि किसी काम से सिविल लाइन के प्लाजा चौक के पास गए थे। उन्होंने अपनी गाड़ी डिवाइडर के उपर चढ़ा कर खड़ी की। जब वापस आए तो देखा कि उनकी गाड़ी वहां नहीं थी। पता चला कि ट्रेफिक पुलिस उनकी गाड़ी टो करके ले गई है। वहीं से ट्रेफिक पुलिस थाने पहुंचे। जहां से टो करने का जुर्माना पूछा तो कर्मचारी ने 1150 रुपए मांगे। पैसे देने के बाद उन्हें 500 रुपए की रसीद थमा दी। जब उन्होंने पूछा गया कि पैसे 1150 रुपए लिए हैं और रसीद 500 रुपए की दी है तो उसने रसीद पर लिख दिया कि 650 रुपए टोइंग वैन का है। दो रसीद मिलीं, पूछा तो बोला- पाजी रेहन दिओ सौरभ ने कहा कि वह अपने दोस्त के साथ मिशन चौक के पास स्थित मॉल में आया था। गाड़ी वह किसी से मांग कर लाया था। गाड़ी बाहर खड़ी कर अंदर गए तो यह टो हो गई। पुलिस लाइन पहुंचे तो वहां काफी घूमना पड़ा। फिर उस विंडो तक पहुंचे जहां जुर्माने भरे जाते हैं। वहां बैठे कर्मचारी ने गाड़ी का नंबर बताने पर दो रसीदें दी। एक में 500 रुपए तो दूसरी रसीद 550 रुपए थे। जब पूछा कि जुर्माना 1150 रुपए हैं तो रसीद एक ही मिलती चाहिए। पर कर्मचारी ने कहा कि दो रसीद ही दी जाती हैं। सौरभ से जब शिकायत करने की बात कही तो उसने आगे से कहा कि पाजी रेहन दिओ काहतों पंगे च पैणा, अग्गे तो ध्यान रखांगे, न असीं अमीर बन जाणा ते न ऐहनां ने। ट्रेफिक पुलिस देख रही तमाशा : कोर्ट में अपने दोस्त के साथ आए रविंदर सिंह ने कहा कि कोर्ट के पास से उनकी गाड़ी टो हुई थी। उन्हें भी दो रसीद ही दी गई हैं। प्राइवेट ठेके पर बैठे कर्मचारी सरेआम लूट रहे हैं और ट्रेफिक पुलिस के उच्च अधिकारी बैठ कर तमाशा देख रहे हैं। दीपक ने कहा कि प्लाजा चौक से लेकर पुलिस लाइन तक 3 किलोमीटर का एरिया है। 650 रुपए टोइंग वैन ले रही है। जो कि गलत है। ऊपर से रसीद भी नहीं मिलती। इससे साफ लगता है कि ट्रैफिक पुलिस की कंपनी के साथ मिलीभगत है और पुलिस मुलाजिम मोटी कमाई कर रहे हैं। शहर में रोजाना 50 गाड़ियां टो जो जाती है। इससे एक दिन का 57 हजार तो एक महीने का 17 लाख रुपए बनता है। मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। टो वैन का जुर्माना 1150 रुपए ही है। किसी भी हालत में गलत नहीं होने दिया जाएगा और न ही हो रहा है। फिलहाल मामले की जांच करेंगे। -महेश कुमार, एसीपी ट्रेफिक
तिलयुगा और खड़ग नदी के जलस्तर में कमी, लोगों को फिर भी राहत नहीं मिली
भास्कर न्यूज | निर्मली तिलयुगा एवं खड़ग नदी का जलस्तर कम होने के बाद भी नगर पंचायत से उत्तर अभी भी बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। तकरीबन 200 एकड़ में लगी धान का फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है। उधर, जरौली ढाला के पास खड़ग नदी पर बने नवनिर्मित पुल में भारी संख्या में जलकुंभी लग गया था। जिससे पुल एवं एप्रोच पर पानी का दबाव बढ़ जाने से लोंगो को एप्रोच टूटने की आशंका थी। हालांकि, मंगलवार शाम से नदी के जलस्तर में कमी आने के बाद जलकुंभी खुद पानी में बहने लगा। जिससे लोगो ने राहत की सांस ली है। किसानों का कहना है की बीते 5 दिनों से इलाके भर में बाढ़ के कारण खेतों में लगे फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है। फसल क्षति होने पर लोगो ने मुआवजे की भी मांग की है। लोगो ने बताया कि अक्सर तिलयुगा एवं खड़ग नदी में जलस्तर बढ़ने के बाद हर साल नगर से उत्तर कई सौ एकड़ में धान की फसल पूरी तरह नष्ट हो जाती है।
आदेश के बाद भी कई जगहों पर लगे हैं बैनर-पोस्टर
भास्कर न्यूज | सिमराही बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर आदर्श आचार संहिता लागू हो चुकी है। लेकिन राघोपुर प्रखंड क्षेत्र में अब भी इसका उल्लंघन खुलेआम जारी है। जिलाधिकारी के सख्त आदेश के बावजूद विभिन्न राजनीतिक दलों और नेताओं के बैनर-पोस्टर जगह-जगह लटके हुए हैं। आदर्श आचार संहिता लगते ही राघोपुर प्रशासन ने अभियान चलाकर सड़कों, चौक-चौराहों और सार्वजनिक भवनों से राजनीतिक बैनर और पोस्टर हटाए थे। बावजूद, प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न स्थानों के दीवारों पर और कई ई-रिक्शों पर राजनीतिक संदेशों वाले पोस्टर लगा हुआ ही है। जिला प्रशासन ने सभी राजनीतिक दलों से अपील की है कि वे आचार संहिता का पूर्ण पालन करें और किसी भी तरह का प्रचार-प्रसार सार्वजनिक स्थानों पर बिना अनुमति के ना करें। साथ ही आम नागरिकों से भी आग्रह किया गया है कि वे ऐसे उल्लंघन की सूचना तुरंत स्थानीय प्रशासन को दें। ताकि कार्रवाई की जा सके। निर्मली एसडीएम सह निर्मली विधानसभा निर्वाची पदाधिकारी धीरज कुमार सिन्हा ने बताया कि सभी बैनर पोस्टर को जल्द ही हटा दिया जाएगा।
पहल: लोगों को भयमुक्त मतदान के लिए जवानों ने प्रेरित किया
भास्कर न्यूज | पिपरा आचार संहिता लागू होते ही बुधवार को अर्ध सैनिक बलों द्वारा फ्लैग मार्च निकाला गया। जिसका नेतृत्व थानाध्यक्ष राजेश कुमार झा कर रहे थे। राजेश ने बताया कि विधानसभा चुनाव की तिथि की घोषणा होते ही आदर्श आचार संहिता लागू हो गया है। इसको लेकर प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है। चुनाव को शांतिपूर्ण निष्पक्ष और भय मुक्त वातावरण में संपन्न करने के लिए अर्धसैनिक बलों द्वारा थाना से फ्लैग मार्च निकाला गया। फ्लैग मार्च नगर पंचायत क्षेत्र के हॉस्पिटल, बुलंदी स्थान चौक, सुपौल चौक, त्रिवेणीगंज बस स्टैंड चौक, सिमरिया, वीरपुर बस स्टैंड चौक होते हुए कटिंग चौक सहित महेशपुर पंचायत भ्रमण कर लोगों में भय मुक्त मतदान के लिए प्रेरित किया। आदर्श आचार संहिता लगते ही प्रशासन हरकत में नजर आए। प्रखंड क्षेत्र में लगे राजनीतिक दलों के बैनर पोस्टर को हटा दिया गया।
किचन में साफ-सफाई हो, समय पर बाढ़ प्रभावित लोगों को भोजन दें : एसडीएम
भास्कर न्यूज | सुपौल सदर अनुमंडल स्थित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चलाए जा रहे राहत कैंप का मंगलवार की संध्या सदर एसडीएम इंद्रवीर कुमार ने निरीक्षण किया। इस दौरान कम्युनिटी किचन का भी अवलोकन किया। एसडीएम द्वारा स्थानीय लोगों से बाढ़ के पानी के संबंध में जानकारी प्राप्त की। स्थानीय लोगों के द्वारा बताया गया की बाढ़ का पानी अब कम हो चुका है, लेकिन अभी भी कहीं-कहीं पर जल जमाव की स्थिति है जिसके कारण आवागमन अभी भी बाधित है। इस संदर्भ में सदर सीओ को निर्देश देते हुए कहा कि बाढ़ के पानी को देखते हुए आवश्यकता अनुसार जहां भी संभव हो किचन चलाया जाए एवं लोगों को भोजन खिलाने का काम किया जाए। कुछ जगहों पर कम्युनिटी किचन में कम लोग आ रहे थे, जिसके कारण एसडीएम द्वारा अंचलाधिकारी को निर्देश दिया गया कि जहां पानी घटने के कारण अब कम्युनिटी किचन की आवश्यकता नहीं है, वहां स्थानीय लोगों से विमर्श कर किचन को बंद भी किया जा सकता है। लोहा सिंह डैम के पास चलाए जा रहे कम्युनिटी किचन में बाढ़ प्रभावित लोगों के बीच एसडीएम ने बैठकर स्वयं भी खाना खाया। इसके साथ ही कम्युनिटी किचन में साफ-सफाई बनाए रखने तथा समय पर खाना खिलाए जाने का निर्देश दिया गया।
लाडो प्रोत्साहन और जननी सुरक्षा योजना के केसेज का भुगतान शत प्रतिशत हो : एडीएम
शहर के कलेक्ट्रेट बैठक हॉल में बुधवार को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक एडीएम भुवनेश्वरसिंह चौहान की अध्यक्षता में आयोजित हुई। एडीएम चौहान ने कहा कि समस्त चिकित्सा संस्थानों पर जननी सुरक्षा योजना व लाडो प्रोत्साहन योजना के ड्यू केसेज का भुगतान शत प्रतिशत करें। उन्होंने टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत समस्त संस्थानों पर समस्त चिकित्सा अधिकारी प्रभारी को आशा व एएनएम, सीएचओ की ओर से निर्धारित समय पर हो टीबी एसीएफ सर्वे और अति जोखिम समूह का टीबी स्पुटम सेम्पल शत प्रतिशत जांच करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चिकित्सा संस्थानों में मौसमी बीमारियों से बचने के लिए माकूल व्यवस्थाएं रहे। एडीएम ने निर्देश दिए कि मौसमी बीमारियों की पूर्व से तैयारी कर घर घर सर्वे कराना सुनिश्चित करें। यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि राजकीय चिकित्सा संस्थानों में पर्याप्त मात्रा में दवाइयां उपलब्धता रहे। टीबी स्पुटम की जांच शत प्रतिशत हो व उनका समय समय पर फोलो अप हो। सीएमएचओ डॉ. वांकाराम चौधरी ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुदृढ़ बनाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। उन्होंने मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य शिविरों की प्रगति रिपोर्ट ली और इनमें स्वास्थ्य सेवाओं को पूर्ण गुणवत्ता के साथ पात्र लाभार्थियों को कैशलेस चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध करवाए जाने के निर्देश दिए। सीएमएचओ डॉ. वांकाराम चौधरी ने रैबीज कार्यक्रम के तहत समय समय पर राज्य स्तर के गाइड लाइन के अनुसार निर्धारित मात्रा में डोज व निर्धारित फॉर्मेट में रिपोर्टिंग करने के निर्देश दिए। साथ ही मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना के तहत सम्बद्ध राजकीय एवं निजी अस्पतालों में अधिक से अधिक पात्र मरीजों को इसका लाभ देकर कैशलेस उपचार के पैकेज बुक किए जाने के निर्देश दिए। जिला कार्यक्रम अधिकारी विजयसिंह ने बताया कि आमजन के लिए दवाइयों के बारे में एडवाइजरी के लिए पोस्टर विमोचन एडीएम किया गया। आरसीएचओ डॉ. ताराचंद ने मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े कार्यक्रमों की प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा के बाद एडीएम ने सब सेंटर लेवल पर एएनसी रजिस्ट्रेशन बढ़ाने, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से लेकर उप जिला अस्पताल एवं जिला अस्पताल स्तर तक संस्थागत प्रसव को और अधिक बढ़ावा देने, नियमित टीकाकरण का लाभ सभी शिशुओं को प्रदान करने तथा परिवार कल्याण कार्यक्रम के निर्धारित टारगेट पूरे करने के निर्देश दिए। बैठक में जिला स्तर से आरसीएचओ डॉ. ताराचंद, अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संदीप देवात, उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रोहिताश पंचारिया, डीपीएम विजयसिंह, डीएनओ मेहबूब खां तथा समस्त पीएमओ, बीसीएमओ एवं चिकित्सा अधिकारी, बीपीओ व बीएनओ मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज यानी गुरुवार को झांसी आ रहे हैं। वे भानी देवी गोयल इंटर कॉलेज में खेलकूद समारोह में हिस्सा लेंगे और फिर विकास कार्यों और कानून व्यवस्था की समीक्षा करेंगे। इसको लेकर आयोजन स्थल के आसपास का ट्रैफिक डायवर्ट किया गया है। इस दौरान कई रूट को बंद रखा जाएगा। सीओ ट्रैफिक रामवीर सिंह ने बताया- अंसल तिराहा से बूढ़ा पुल पर दिन भर भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। अंसल से गणेश चौराहा की ओर आने वाले वाहन फ्लाईओवर के जरिए सिद्धश्वेर मंदिर भेजे जाएंगे। दतिया गेट बाहर से गणेश चौराहा की तरफ आने वाले वाहन रेलवे क्रॉसिंग से पंचवटी होते हुए आगे जाएंगे। दतिया गेट बाहर से गणेश चौराहा होते हुए अंसल तिराहा की ओर जाने वाले वाहन दतिया गेट बाहर से सिद्धेश्वर मंदिर के रास्ते आगे जाएंगे। इसी तरह कार्यक्रम स्थल मुख्य प्रवेश द्वार की सड़क बंद रहेगी। न्यू आरटीओ की तरफ से गणेश चौराहा की तरफ आने वाला रास्ता बंद रहेगा। गणेश चौराहा से पंचवटी क्रॉसिंग की तरफ आने वाले वाहनों का आवागमन पूरी तरह से बंद रहेगा। सीएम के जाने के बाद ही इन रास्तों को आवागमन के लिए खोला जाएगा। सीएम के लिए 900 पुलिसकर्मियों का रहेगा सुरक्षा घेरा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। सीएम की सुरक्षा केे लिए 900 पुलिस कर्मियों का घेरा रहेगा। झांसी समेत ललितपुर, कानपुर समेत आसपास से पुलिस बल बुलाया गया है। दो कंपनी पीएसी भी तैनात रहेगी। पुलिस ड्रोन के जरिए आयोजन स्थल के आसपास की निगरानी करेगी। सीएम के आने से पहले एडीजी आलोक सिंह, आईजी आकाश कुलहरि, एसएसपी बीबी जीटीएस मूर्ति समेत अन्य पुलिस अफसरों ने नवनिर्मित कन्वेंशन सेंटर से भानी देवी गोयल इंटर कॉलेज के बीच रूट का जायजा लिया। पुलिस कर्मियों की फुल ड्रेस रिहर्सल कराई गई। सीएम के काफिले की तरह गाड़ियों को आयोजन स्थल तक ले जाया गया। सुरक्षा घेरा टूटने न पाए इसके लिए ग्वालियर रोड फ्लाई ओवर के नीचे, गणेश चौराहा समेत अन्य लिंक स्थानों पर अवरोध खड़े किए गए हैं। छतों पर तैनात रहेंगे पुलिसकर्मी कन्वेंशन सेंटर से भानी देवी विद्यालय के बीच के आवास एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठानों की छत पर पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। कार्यक्रम स्थल पर सिर्फ आमंत्रित सदस्यों को जाने की इजाजत होगी। प्रवेश गेट पर अपर पुलिस अधीक्षक रैंक के पुलिस अधिकारी तैनात किए जाएंगे।
आचार संहिता लागू होते ही हटाए गए बैनर
निर्मली| विधानसभा क्षेत्र में आदर्श आचार संहिता लागु होने के बाद निर्वाचन पदाधिकारी सह एसडीएम धीरज कुमार सिन्हा के निर्देश पर पदाधिकारी व कर्मी ने युद्ध स्तर पर राजनीतिक बैनर-पोस्टर हटाना शुरू कर दिया है। बुधवार को राजनीतिक दलों के पोस्टर, बैनर व उनके द्वारा होर्डिंग हटाया गया। इस कार्य में सीओ विजय प्रताप सिंह ने दिनभर अधिकारी के निर्देश का पालन करते हुए सभी सभी राजनीतिक दलों के बैनर, पोस्टर व होर्डिंग हटाने के कार्य में जुटे हुए थे। एसडीएम ने बताया कि शहर सहित प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर लगाए गए राजनीतिक दलों का बैनर, पोस्टर, होर्डिंग आदि हटाए गए। पोस्टर व बैनर हटाने को लेकर मध्य रात्रि तक अधिकारियों की गाड़ियां सड़क पर दौड़ती रही।
आदर्श आचार संहिता के अनुपालन को लेकर सहकारिता विभाग हुआ सतर्क
भास्कर न्यूज | सीवान बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 की घोषणा के साथ ही जिले में चुनावी हलचल तेज हो गई है। निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान शांति एवं कानून-व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से जिला दंडाधिकारी आदित्य प्रकाश ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के अंतर्गत पूरे जिले में निषेधाज्ञा लागू कर दी है। यह आदेश चुनाव प्रक्रिया समाप्त होने तक अथवा अधिकतम 60 दिनों की अवधि तक प्रभावी रहेगा।जिला प्रशासन द्वारा जारी आदेश के अनुसार इस अवधि में किसी भी राजनीतिक दल, व्यक्ति या संगठन द्वारा बिना सक्षम पदाधिकारी की पूर्वानुमति के सभा, जुलूस, धरना या प्रदर्शन का आयोजन नहीं किया जा सकेगा। साथ ही ध्वनि विस्तारक यंत्र (लाउडस्पीकर) के प्रयोग पर कड़ी पाबंदियां लगाई गई हैं। भास्कर न्यूज | सीवान आसन्न बिहार विधान सभा आम चुनाव 2025 के मद्देनज़र सभी सहकारी संस्थानों को आदर्श आचार संहिता के सख्त अनुपालन का निर्देश जारी किया है। इसको लेकर निबंधक सहयोग समितिया पटना के निबंधक रजनीश कुमार सिंह ने पत्र जारी किया है। उन्होंने जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक, सभी केन्द्रीय सहकारी संस्थानों, प्रखंड स्तरीय सहकारी समितियों तथा प्राथमिक कृषि साख समितियों (पैक्स) को पत्र भेजकर यह स्पष्ट किया है कि चुनाव अवधि में किसी भी प्रकार का नया नीतिगत निर्णय अथवा नये कार्य प्रारंभ नहीं किए जाएंगे।उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा 6 अक्टूबर 2025 को बिहार विधान सभा आम चुनाव की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिता प्रभावी हो चुकी है। ऐसे में सहकारी संस्थानों पर भी आचार संहिता के सभी प्रावधान लागू होंगे। चुनाव के दौरान यदि किसी संस्था द्वारा कोई ऐसा निर्णय लिया गया जिससे संहिता का उल्लंघन होता है, तो उस पर निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार कार्रवाई की जा सकती है।निबंधक ने यह भी निर्देश दिया है कि किसी भी संस्था,समिति को यदि किसी कार्य अथवा निर्णय को लेकर संदेह की स्थिति हो, तो बिना मार्गदर्शन प्राप्त किए कोई कदम न उठाया जाए। बिहार लाउडस्पीकर नियंत्रण अधिनियम, 1955 के तहत रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक ध्वनि विस्तारक यंत्रों का प्रयोग वर्जित रहेगा।प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि इस अवधि में कोई भी राजनीतिक दल, उम्मीदवार या संगठन किसी प्रकार के पोस्टर, पर्चे, आलेख या फोटो आदि का प्रकाशन या वितरण नहीं करेगा, जो किसी व्यक्ति विशेष या समुदाय के प्रति आपत्तिजनक हो या आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करता हो। सोशल मीडिया, व्हाट्सऐप, एसएमएस या किसी भी इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से भड़काऊ अथवा आपत्तिजनक संदेशों के प्रसार पर भी पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।धार्मिक स्थलों का राजनीतिक उपयोग भी पूर्णतः निषिद्ध किया गया है। कोई भी व्यक्ति या संगठन धार्मिक भावनाओं को भड़काने का प्रयास नहीं करेगा। साथ ही मतदाताओं को डराने, धमकाने या किसी प्रकार के प्रलोभन देने की भी अनुमति नहीं होगी।आदेश में यह भी कहा गया है कि आग्नेयास्त्र, लाठी, भाला, गड़ासा, तीर-धनुष जैसे किसी भी प्रकार के हथियारों का प्रदर्शन नहीं किया जा सकेगा। हालांकि यह प्रतिबंध पारंपरिक रूप से शस्त्र धारण करने वाले समुदायों, विधि-व्यवस्था में लगे अधिकारियों/कर्मचारियों तथा शस्त्र अनुज्ञप्तिधारकों के निरीक्षण व शस्त्र जमा करने के विशेष अवसरों पर शिथिल रहेगा।भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों के विरुद्ध कोई भी गतिविधि नहीं की जा सकेगी।
वोट प्रतिशत बढ़ाने के लिए चलाया जागरुकता अभियान
रघुनाथपुर| अगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर जिले भर में चलाये जा रहे मतदाता जागरूकता अभियान के तहत रघुनाथपुर प्रखंड के निखती कला गांव स्थित उपस्वास्थ्य केन्द्र की ओर से एक विशेष मतदाता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।इस अभियान का संचालन एएनएम सुहानी शर्मा के नेतृत्व में किया गया, जिसमें ग्रामीणों को मतदान के महत्व की जानकारी दी गई और युवाओं को मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए प्रेरित किया गया। अभियान की विशेषता यह रही कि इसमें स्वास्थ्य विभाग की ओर से बढ़ चढ़कर भागीदारी की गई। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. संजीव कुमार सिंह की अगुवाई में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, रघुनाथपुर में एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें आमजन को स्वच्छ और निष्पक्ष चुनाव की जानकारी दी गई। डॉ. सिंह ने लोगों से अपील की कि वे लोकतंत्र के इस महापर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और सुनिश्चित करें कि उनका नाम मतदाता सूची में दर्ज हो। इस अभियान की सबसे खास बात यह रही कि इसमें आंगनबाड़ी सेविकाएं, सहायिकाएं और जीविका दीदियों ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया। इसके साथ ही, निखती कला के समीपवर्ती विद्यालय के बच्चों और शिक्षकों ने भी इस अभियान में भाग लिया। स्कूल की शिक्षिका किरण कुमारी, शिल्पी सिंह, सुधा कुमारी, संगीता कुमारी और अंजना कुमारी ने बच्चों के साथ मिलकर रैली निकाली।
रेलवे अंडरपास सड़क में चार माह से जलजमाव, नाराज लोगों ने सीवान- गोपालगंज पथ को चार घंटे किया जाम
भास्कर न्यूज | सीवान अमलोरी में रेलवे अंडरपास सड़क पर चार माह से जलजमाव है। इस वजह से 10 गांवों के लोगों का आवागमन प्रभावित हो रहा है।इससे बुधवार की सुबह लोग नाराज हो गए। नाराज लोगों ने सीवान गोपालगंज सड़क को जाम कर दिया। छोटपुर मोड़ पर ग्रामीणों ने चार घंटे तक बांस बल्ला लगाकर सड़क जाम कर दिया। जिससे लोगों को काफी परेशानी हुई। बुधवार की सुबह करीब 8:00 बजे के आसपास छोटपुर, अमलोरी, सरसर सहित आसपास के ग्रामीण सड़क पर उतर गए और जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। ग्रामीण मुख्य सड़क को लगभग चार घंटा तक बंद किया। ग्रामीणों ने बताया कि मुख्य सड़क से होकर गांव में जाने वाली एक अंडरपास रेलवे के द्वारा बनाया गया था। जो कि 4 माह से जल जमाव का शिकार हो चुका है। जलजमाव होने के कारण लगभग 10 से अधिक गांव प्रभावित हो रहा है। लोगों को लगभग चार से पांच किलोमीटर की दूरी तय कर घर जाना पड़ रहा है। स्कूली छात्र छात्राओं को बस या अन्य संसाधनों से स्कूल भेजने के लिए बहुत परेशानी झेलनी पड़ रही है। जिसकी शिकायत एसडीओ, सदर प्रखंड विकास पदाधिकारी, सीओ सहित अन्य पदाधिकारी को आवेदन दिया गया था बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। बार-बार अधिकारियों के द्वारा आश्वासन दिया जा रहा है।
चुनावी तैयारी तेज, 136 मतदान केंद्र बनाए गए
हसनपुरा| बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर हसनपुरा प्रखंड में चुनावी तैयारियां जोर पकड़ चुकी हैं। प्रशासन पूरी मुस्तैदी से तैयारी में जुटा हुआ है। प्रखंड प्रशासन की ओर से चुनावी कार्यों में तेजी लाते हुए संबंधित अधिकारियों की तैनाती कर दी गई है। प्रखंड विकास पदाधिकारी सह सहायक निर्वाची पदाधिकारी आनंद प्रकाश सिंह ने जानकारी दी कि प्रखंड अंतर्गत कुल 14 सेक्टर पदाधिकारी और 14 पुलिस पदाधिकारी तैनात किए जाएंगे। इनमें दरौंदा विधानसभा क्षेत्र के लिए 9 तथा रघुनाथपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए 5 अधिकारी शामिल हैं। चुनाव को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराने के लिए क्षेत्र में कुल 136 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।इसमें दरौंदा विधानसभा के 86 और रघुनाथपुर विधानसभा के 50 मतदान केंद्र शामिल हैं।
बाइक की टक्कर में तीन लोग हुए घायल
सीवान| छपिया गांव के समीप बुधवार की सुबह दो बाइक की टक्कर में तीन युवक घायल हो गए। स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उनका इलाज चल रहा है। घायलों की पहचान नगर थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर निवासी विकास कुमार, अजय साह व चैनपुर निवासी सुभाष सिंह के रूप में हुई। घायल विकास ने बताया कि हम दोनों बाइक पर सवार होकर सिसवन जा रहे थे। तभी सामने से आ रही बाइक ने सामने से टक्कर मार दिया। इससे हम दोनों घायल हो गए। वहीं घायल सुभाष ने बताया कि वह बाइक से शहर आ रहे थे।
मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए किया जा रहा है जागरूक
भास्कर न्यूज | सीवान जिले में मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए विभिन्न स्तर से तैयारी की जा रही है। इसके लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है। जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. आदित्य प्रकाश के निर्देश पर जिले के सभी विधानसभा क्षेत्र में आंगनवाड़ी सेविका व सहायिका, आशा कार्यकर्ता, एएनएम, जीविका दीदी के द्वारा मतदाता जागरूकता हेतु पोस्टर्स, बैनर, रंगोली,स्लोगन राइटिंग,मतदान शपथ , रैली चौपाल , चुनावी पाठशाला, रात्रि चौपाल, व एक दीप स्वीप के नाम के माध्यम से टोलो में जाकर जन जागरूकता (स्वीप कार्यक्रम) का आयोजन किया जा रहा है। जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी ने कहा कि स्वीप कार्यक्रम मतदाताओं में जागरूकता फैलाने और मतदाता साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा संचालित कार्यक्रम है। यह एक बृहद कार्यक्रम है जो विभिन्नप्रकार के गतिविधियों के माध्यम से नागरिकों, मतदाताओं और मतदाताओं को चुनावी प्रक्रिया के बारे में शिक्षित करता है। ताकि उनकी जागरूकता बढ़ाई जा सके और मतदान में उनकी भागीदारी को बढ़ावा दिया जा सके। स्वीप कार्यक्रम को जिला की सामाजिक-आर्थिक, सांस्कृतिक और जनसांख्यिकीय स्थिति के साथ-साथ पिछले चुनावों में मतदाताओं की भागीदारी के इतिहास को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है। भारत निर्वाचन आयोग मतदाता जागरूकता अभियान के लिए सामग्री को तैयार करता है और विभिन्न संचार माध्यमों, प्लेटफ़ॉर्म जैसे प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, सोशल मीडिया आदि के माध्यम से उनका प्रसार करता है। भारत निर्वाचन आयोग का प्रत्येक नागरिक को मतदाता के रूप में पंजीकरण कराने और प्रत्येक चुनाव में सूचित एवं नैतिक तरीके से मतदान करने के लिए जागरूक, सक्षम एवं सशक्त बनाना उद्देश्य है।स्वीप गतिविधियों को लेकर स्वीप कोषांग के नोडल पदाधिकारी ने कहा कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मतदाता शिक्षा, मतदाता जागरूकता का प्रचार-प्रसार करने एवं मतदाता की जानकारी बढ़ाने के लिए प्रेरित करना है। उन्होंने स्वीप गतिविधियों को बड़े स्तर पर व उत्सवी माहौल के रूप में मनाने की अपील की है। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पोस्टर्स बैनर व रैली आदि के माध्यम से मतदाता जागरूकता बढ़ाना है। स्वीप गतिविधियों में भाग लेकर अधिक से अधिक लोगों को मतदान हेतु जागरूक करना व अपने अधिकार, मतदान का प्रयोग करना है।
अमेरिका में बैठे गैंगस्टर भानु राणा का गुर्गा करनाल जेल से लाई पुलिस, 3 दिन का रिमांड
भास्कर न्यूज | जालंधर गांव रसूलपुर में सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर नवदीप सिंह उर्फ रोजर के घर हुए हैंड ग्रेनेड अटैक की साजिश में अमेरिका में लॉरेंस बिश्नोई के करीबी गैंगस्टर भानु राणा के गुर्गे दीपेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ विकास को देहात पुलिस करनाल जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई है। उसे कोर्ट में पेश कर 3 दिन के रिमांड पर लिया है। इस केस में कुल 18 आरोपी सामने आए थे। पुलिस अब तक 9 आरोपी पकड़कर जेल भेज चुकी है और दीपेंद्र राणा केस का 10वां आरोपी है। 11वें आरोपी नवतेज सिंह दीपा वासी औजला (गुरदासपुर) की 4 अप्रैल को मौत हो चुकी है। 7 अन्य आरोपी विदेश में है। दीपेंद्र से पूछताछ की जा रही है कि करनाल में उसके साथ ब्लैक रंग की स्कार्पियो गाड़ी में आया शख्स कौन थे। इसके पास तीन पिस्टल है। बता दें कि मार्च महीने में गांव रसूलपुर में रोजर के घर हुए हैंड ग्रेनेड अटैक हुआ था। ग्रेनेड फेंकने वाले 19 साल के हार्दिक की गिरफ्तारी के बाद 9 आरोपी पकड़े गए थे। जांच में यह बात आई थी कि फगवाड़ा में सुखप्रीत सिंह सुक्खा को हैंड ग्रेनेड लॉरेंस गैंग के गुर्गे कर्ण उर्फ कप्तान समाना (करनाल ) ने दी थी। कर्ण को अरेस्ट किया तो उसने कहा था कि वह दोस्त वंश संग मिलकर गुरदासपुर से 2 ग्रेनेड व 3 पिस्टल लेकर आया था। भाना के कहने पर वह खेप करनाल लेकर पहुंच गया था। यहां पर उसे विकास अपने साथी संग गाड़ी में आया। उसने दोनों ग्रेनेड व 3 पिस्टल उसे दे दिए थे। जिसके बाद फिर राणा के कहने पर वह विकास से एक ग्रेनेड लेकर फगवाड़ा आ गया था। यहां पर 8 मार्च को देकर चला गया था। पुलिस ने जांच की तो पता चला कि विकास का असली नाम दीपेन्द्र प्रताप सिंह है।
3 महीने पहले ही बना देंगे, लक्ष्मीबाई नगर जनवरी तक तैयार होगा : रेलवे इंदौर सहित आसपास के रेल प्रोजेक्टों को लेकर बुधवार को रेलवे अफसरों के साथ जनप्रतिनिधियों की रेसीडेंसी में बुधवार को बैठक हुई। इसमें इंदौर रेलवे स्टेशन के री-डेवलपमेंट, इंदौर-दाहोद, महू-खंडवा गेज कन्वर्जन, इंदौर-मनमाड़ सहित अन्य प्रोजेक्टों को लेकर चर्चा हुई। बैठक में केंद्रीय राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर, सांसद शंकर लालवानी, सांसद सुमेरसिंह सोलंकी, सांसद अनिता चौहान आदि शामिल हुए। सभी ने कहा कि सारे प्रोजेक्टों पर तेज़ी से काम हो और जल्द से जल्द प्रोजेक्ट पूरे किए जाएँ। जिन प्रोजेक्टों में रेलवे को परेशानी आ रही है, उनके निराकरण की बात भी कही गई। बैठक में जो चर्चा हुई, उसके मुख्य अंश: ओवरब्रिज का मुद्दा भी उठा बैठक के दौरान शहर और आसपास बन रहे ओवरब्रिज को लेकर भी चर्चा हुई। सांसद लालवानी ने कहा कि सारे ब्रिज तय समय सीमा में पूरे हों। साथ ही लोकल एडमिनिस्ट्रेशन से भी समन्वय बनाकर रेलवे काम करे। बैठक के दौरान पश्चिम रेलवे के चीफ एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर विनीत गुप्ता, डीआरएम अश्विनी कुमार, विशाल गिदवानी सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
विद्यार्थियों ने स्वच्छता की शपथ ली
भास्कर न्यूज | जालंधर पीसीएमएसडी कॉलेज फॉर विमेन के रोटरेक्ट क्लब ने स्वच्छता शपथ समारोह आयोजित किया। इस मौके पर अभियान के उद्देश्य बताए गए। छात्रों, शिक्षकों और रोटरैक्ट सदस्यों ने दैनिक जीवन में स्वच्छता के सिद्धांतों को बनाए रखने का संकल्प लिया। उन्होंने स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने, एकल-उपयोग वाले प्लास्टिक का उपयोग न करने और परिसर के भीतर और बाहर स्वच्छता अभियानों में सक्रिय रूप से भाग लेने का संकल्प लिया। इस मौके पर प्राचार्या डॉ. पूजा पराशर, अध्यक्ष नरेश बुधिया, वरिष्ठ उपाध्यक्ष विनोद दादा, क्लब प्रभारी कवलजीत कौर और सीमा तिवारी आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आयोजकों ने कहा कि हमें अपने आसपास स्वच्छता हमेशा रखनी चाहिए। कभी भी गंदगी नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जहां स्वच्छता होती है, वहीं ईश्वर का भी निवास होता है।
पुलिस डीएवी में करवाई हिंदी कविता गायन गतिविधि
जालंधर| पुलिस डीएवी पब्लिक स्कूल के प्री-प्राइमरी विंग में नर्सरी, एलकेजी, यूकेजी और पहली कक्षा के लिए सुपरवाइजर सविता शर्मा की देखरेख में हिंदी कविता गायन गतिविधि का आयोजन किया गया। इस गतिविधि में 200 से ज्यादा छात्रों ने भाग लिया और पूरे आत्मविश्वास और भावों के साथ अपनी कविताएं सुनाईं। प्रधानाचार्य डॉ. रश्मि विज ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की और बच्चों के प्रयासों और सराहनीय प्रदर्शन की सराहना की। इस अवसर पर अध्यापिका आशिमा और प्रीति भी उपस्थित थीं। कक्षा पहली के विद्यार्थियों ने एक अद्भुत नृत्य प्रस्तुति दी।
इनवेस्टिचर समारोह में छात्राओं को सौंपी जिम्मेदारियां
भास्कर न्यूज | जालंधर कन्या महाविद्यालय ने इनवेस्टिचर समारोह आयोजित किया। इस अवसर पर सभी पदाधिकारियों को शपथ दिलाई गई, जिसमें उन्होंने संस्थान की नीतियों का पालन करते हुए निष्ठापूर्वक अपने दायित्वों का निर्वहन करने का संकल्प लिया। छात्र परिषद् में सभी संकायों, खेल, छात्रावास और सह- पाठ्यक्रम गतिविधियों की प्रतिनिधियों को शामिल किया गया। सदस्यों को अनुशासन, छात्र परामर्श, परिसर सौंदर्यीकरण, पुस्तकालय एवं कार्यक्रम प्रबंधन जैसी विभिन्न समितियों में विभाजित किया गया, जिनका नेतृत्व प्रत्येक संकाय की कप्तान छात्राओं ने किया। इस मौके पर प्राचार्या प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने सदस्यों को इस प्रतिष्ठित एवं जिम्मेदार पद पर चयनित होने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि छात्र परिषद् का उद्देश्य छात्राओं में नेतृत्व और प्रबंधकीय कौशल का विकास करना है। उन्होंने सभी सदस्यों को आगे बढ़कर पहल करने और अन्य छात्राओं के लिए उदाहरण स्थापित करने के लिए प्रेरित किया। इस मौके पर डॉ. मधुमीत (डीन, छात्र कल्याण विभाग), रश्मि शर्मा, नीतू चोपड़ा, मनी खेहरा, डॉ. प्रदीप आदि मौजूद रहे। कन्या महा विद्यालय में छात्राओं के साथ उपस्थित प्रबंधक।
प्रियंका को मिला मिस करवाचौथ का खिताब
जालंधर| सेंट सोल्जर ग्रुप ऑफ इंस्टीटूशन द्वारा करवाचौथ धूमधाम से मनाया। स्कूल प्रिंसिपल दिवप्रीत कौर ने स्टाफ का स्वागत किया। अध्यापिकाओं ने डांस, सिंगिंग आदि गतिविधियों में हिस्सा लिया। मिस करवाचौथ मिस. प्रियंका, फर्स्ट रनरअप मिस. मनप्रीत, सेकंड रनरअप मिस. वंदना, बेस्ट हेयर डू मिस. पूजा, बेस्ट पोशाक का खिताब मिस. कन्नू को मिला। ग्रुप वाइस चेयरपर्सन संगीता चोपड़ा ने सभी को इस दिन की बधाइयां दीं।
सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना ही हमारा मुख्य लक्ष्य: बेनीवाल
भास्कर न्यूज | बालोतरा सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने को स्पॉट का चिह्निकरण कर दुर्घटनाओं में कमी लाना ही हमारा लक्ष्य हो। यह बात सांसद उमेदराम बेनीवाल ने कलेक्ट्रेट सभागार में सांसद सड़क सुरक्षा समिति की बैठक के दौरान कही। बैठक में सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता व सुधारात्मक उपायों पर दिया गया। जिले में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने, यातायात नियमों के पालन को सुनिश्चित करने, स्कूल व कॉलेज स्तर पर सड़क सुरक्षा को लेकर जनजागरूकता अभियान चलाने तथा दुर्घटना संभावित स्थलों की पहचान कर वहां उपयुक्त सुधारात्मक उपाय किए जाने जैसे अहम मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया। सांसद उमेदराम बेनीवाल ने कहा कि सड़क सुरक्षा केवल प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि समाज के हर वर्ग को इसके प्रति जागरूक होने की आवश्यकता है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि दुर्घटना ग्रस्त क्षेत्रों में जल्द से जल्द आवश्यक संकेतक, ब्रेकर, लाइटिंग और चेतावनी बोर्ड लगाए जाए। उन्होंने सड़क के आसपास उगी झाड़ियों को काटने एवं सड़क की पटरियों को व्यवस्थित करने के निर्देश दिए। सांसद बेनीवाल ने दीपावली के पूर्व क्षतिग्रस्त सड़कों के पेचवर्क के निर्देश दिए।
युवक पर जानलेवा हमला करने का मामला दर्ज
थाने में बुधवार को युवक पर जानलेवा हमला करने का मामला दर्ज हुआ है। थानाधिकारी बुद्धाराम चौधरी ने बताया कि कस्बे निवासी वालाराम पुत्र तेजाराम ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि उसका छोटा भाई अशोक मंगलवार रात करीब 9.30 बजे नागाणा रोड स्थित भोजनालय पर बैठा था। तभी कल्याणपुर निवासी हीरसिंह पुत्र देवीसिंह, विजयसिंह पुत्र कोलसिंह, दिलीपसिंह पुत्र कोलसिंह, मनोहरसिंह पुत्र नेनसिंह व दो अन्य युवक शराब के नशे में धुत होकर आए व उसके भाई को दुकान से बाहर खींचकर मोबाइल, नकदी व कागजात छीन लिए। वहीं लाठी डंडों से मारपीट की, इससे वह बेहोश हो गया। इसे घायल अवस्था में सीएचसी पहुंचाया गया, जहां से जोधपुर रेफर किया।
शिक्षक पर छात्र से मारपीट का आरोप, मामला दर्ज
गिड़ा | गिड़ा थाना क्षेत्र के एक स्कूल में शिक्षक की आेर से छात्र से मारपीट करने का मामला दर्ज हुआ है। प्रार्थी विरधाराम मेघवाल ने रिपोर्ट दी कि उसका पुत्र देवाराम रोजाना की तरह स्कूल गया था। इसी दौरान स्कूल शिक्षक अनिल ने किसी बात को लेकर लाठी से उसकी पिटाई कर दी, जिससे वह बेहोश होकर गिर पड़ा। इस दौरान उसके साथ पढ़ने वाले छात्रों ने देवाराम को घर पहुंचाया। परिजन उसे तत्काल गिड़ा अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उसे भर्ती कर उपचार शुरू किया। प्रार्थी की रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया।
उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए पूरी पारदर्शिता से कार्य करें: सांसद
ऊर्जा विभाग की केंद्रीय योजनाओं के तहत वितरण प्रणाली को और अधिक मजबूत बनाने एवं लक्ष्यों की प्राप्ति में लोगों की भागीदारी और निगरानी सुनिश्चित करने के लिए जिला कलेक्ट्रेट सभागार में सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल की अध्यक्षता में जिला स्तरीय बिजली समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में केंद्र सरकार की योजनाओं से संबंधित मुद्दे एवं प्रगति, उप-पारेषण व वितरण नेटवर्क का सुदृढीकरण एवं रख-रखाव तथा आवश्यकतानुसार वितरण क्षेत्रों की पहचान एवं सुदृढीकरण, पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना एवं प्रगति, निर्बाध एवं गुणवत्तापूर्ण बिजली आपूर्ति की सुनिश्चितता, उपभोक्ता सेवाओं एवं विद्युत आपूर्ति गुणवत्ता के मानकों की समीक्षा, ऊर्जा क्षेत्र से सम्बन्धित शिकायतें एवं उनके निस्तारण प्रक्रिया की समीक्षा की गई। सांसद बेनीवाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए पूरी पारदर्शिता और गति से कार्य करें, जिससे बिजली वितरण प्रणाली को और अधिक कुशल बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि 2019 के बाद से घरेलू कनेक्शन से वंचित रहे लोगों को राहत देने के लिए कार्य में तेजी लाएं। उन्होंने ठेकेदारों को निर्देशित किया कि इस बार किसी भी सूरत में कोई भी घर एवं ढाणी विद्युत कनेक्शन से वंचित ना रहे। उन्होंने ठेकेदारों को नये टावरों के फाउंडेशन में विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिये ताकि तेज आंधी से ना गिरे। जिसकी जांच के लिए कमेटी बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को रबी की सीजन में किसानों को पर्याप्त बिजली उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों का जले टांसफार्मर को समय पर बदलने, कृषि कनेक्शन जारी करने और गुणवतापूर्ण बिजली उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए।