दिल के दौरे से होने वाली मौतों का कोविड के टीके से कोई संबंध नहीं, कर्नाटक के मंत्री का स्पष्टीकरण
Covid vaccine does not cause heart attack: कर्नाटक के मंत्री शरणप्रकाश पाटिल (Sharanprakash Patil) ने मंगलवार को कहा कि राज्य में हृदय रोगियों की मृत्यु दर अथवा हृदय संबंधी बीमारियों के कारण अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या में कोई वृद्धि नहीं ...
इलाहाबाद हाईकोर्ट और लखनऊ खंडपीठ के चार न्यायाधीशों का ट्रांसफर अन्य राज्यों के उच्च न्यायालयों में किया गया है। लखनऊ बेंच से न्यायमूर्ति विवेक चौधरी और न्यायमूर्ति ओम प्रकाश शुक्ला को दिल्ली हाईकोर्ट भेजा गया है। न्यायमूर्ति अश्वनी कुमार मिश्रा को पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट और न्यायमूर्ति जयंतीलाल बनर्जी को कर्नाटक हाईकोर्ट में नियुक्त किया गया है। केंद्र सरकार ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट की अनुशंसा पर ट्रांसफर की अधिसूचना जारी की। बुधवार को फुल कोर्ट रेफरेंस में इन न्यायाधीशों को विदाई दी जाएगी। न्यायमूर्ति विवेक चौधरी 2017 में हाईकोर्ट जज बने। इससे पहले वे इलाहाबाद हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में वकालत करते थे। न्यायमूर्ति ओम प्रकाश शुक्ला ने लखनऊ विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई की है। वे लखनऊ पीठ, दिल्ली हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में वकालत कर चुके हैं। 2022 में उन्हें हाईकोर्ट का जज नियुक्त किया गया। न्यायमूर्ति अश्वनी कुमार मिश्रा दिल्ली विश्वविद्यालय से कानून स्नातक हैं। उन्हें 2014 में हाईकोर्ट का जज बनाया गया। न्यायमूर्ति जयंतीलाल बनर्जी इलाहाबाद हाईकोर्ट में वकालत करने के बाद 2017 में हाईकोर्ट जज बने।
राजकीय सम्मान के साथ होगा बी सरोजा देवी का अंतिम संस्कार: कर्नाटक मुख्यमंत्री सिद्दारमैया
बेंगलुरु, 15 जुलाई . कर्नाटक के Chief Minister सिद्दारमैया ने ऐलान किया है कि दिवंगत भारतीय अभिनेत्री बी. सरोजा देवी के अंतिम संस्कार में उन्हें राज्य सम्मान दिया जाएगा. Tuesday को बेंगलुरु में अभिनेत्री को श्रद्धांजलि देने के बाद Chief Minister सिद्दारमैया ने पत्रकारों से बात की. सीएम ने बताया कि उन्होंने अधिकारियों को जरूरी ... Read more
Karnataka Cave: सांपों वाले खतरनाक जंगल में गुफा से निकालकर एक विदेशी महिला को उसके दो बच्चों के साथ केयर सेंटर में शिफ्ट कर दिया गया है. इस बीच, महिला ने जंगल में अपनी आपबीती को लेकर जो बताया है वो हैरान कर देगा. चारों तरफ वहां सांप थे लेकिन कभी कोई नुकसान नहीं पहुंचा. वे इंसानों से जरूर डर रही थीं.
धर्मांतरण गैंग के मास्टरमाइंड जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा की शिकार युवक–युवतियों ने सोमवार को लखनऊ में प्रेस वार्ता की। विश्व हिंदू रक्षा परिषद के बैनर तले आयोजित प्रेस वार्ता में पीड़िताओं ने रोते हुए अपना दर्द बयां किया। उन्होंने कहा कि छांगुर बाबा और उसके गुर्गों ने सिर्फ धर्मांतरण ही नहीं कराया, बल्कि गैंगरेप भी करवाया। उसके सऊदी अरब में 500 से ज्यादा एजेंट हैं। सऊदी अरब, पाकिस्तान और मुस्लिम देशों में हिंदू लड़कियां भेजी जा रही थीं। पुलिस छांगुर से पैसे लेकर कार्रवाई नहीं करती थी। उसे विदेश से फंडिंग होती है। उसका ISI से भी कनेक्शन हो सकता है। कई स्थानों पर गैंगरेप हुआ एक पीड़िता ने कहा, 'मेरा धर्म परिवर्तन कराया गया। कई बार मेरा रेप हुआ। सहारनपुर, बलरामपुर, कर्नाटक में गैंगरेप हुआ। मैंने सहारनपुर के थाने में तहरीर दी। औरैया की पीड़िता ने कहा कि सपा का नेता भी धर्मांतरण के धंधे में छांगुर से मिला हुआ है। छांगुर बलरामपुर के बाद फरीदाबाद और हरियाणा में धर्मांतरण का जाल फैला रहा था। पीड़िता ने हाथ जोड़कर सीएम योगी से न्याय की गुहार लगाई। पीड़िता ने कहा कि योगी बाबा हिन्दू महिलाओं और युवतियों की रक्षा करो। इस्लाम कबूल करने से मना किया तो मुकदमा करा दिया पीड़ित युवक ने बताया कि जब हमने इस्लाम कबूल करने से किया मना किया तो छांगुर और उसके लोगों ने फर्जी मुकदमा दर्ज करवा दिया। छांगुर पहले अंगूठी बेचता था। उसके बाद धर्मांतरण का धंधा शुरू किया और करोड़पति बन गया। ISI से जुड़े हो सकते हैं कनेक्शन विश्व हिंदू रक्षा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल राय ने बताया कि छांगुर बाबा ने पहले धमकाया फिर पीड़ितों को इस्लाम कबूल करवाया। उसका देशभर में नेटवर्क है। वो किशोरियों, युवतियों और महिलाओं को शिकार बनाकर धर्म परिवर्तन करवाता था। उनके साथ रेप कराता था। हिंदू पुरुष भी छांगुर के हुए शिकार हुए हैं। वो युवकों पर इस्लाम कबूल करने का दबाव बनाता था। छांगुर को पाकिस्तान, दुबई सऊदी अरब और अन्य देशों फंडिंग होती है। उसका नेपाल में भी नेटवर्क है। उसके तार आईएसआई से भी जुड़े हो सकते हैं। पढ़िए क्या है पूरा मामला… यूपी एटीएस ने बलरामपुर के रेहरा माफी निवासी जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा और उसके बेटे महबूब समेत 10 लोगों पर नवंबर 2024 में एफआईआर दर्ज की थी। एफआईआर में नवीन रोहरा उर्फ जमालुद्दीन भी नामजद है। जिसे छांगुर बाबा ने पत्नी नीतू नवीन रोहरा उर्फ नसरीन समेत इस्लाम धर्म स्वीकार कराया था। एफआईआर दर्ज होने के बाद एटीएस ने 8 अप्रैल को दो आरोपियों नवीन उर्फ जमालुद्दीन और छांगुर बाबा के बेटा महबूब को गिरफ्तार किया था। इन गिरफ्तारियों के बाद से ही छांगुर बाबा और नवीन रोहरा की पत्नी नीतू उर्फ नसरीन अंडरग्राउंड हो गई थी। यूपी एटीएस उनकी तलाश में छापेमारी कर रही थी। छांगुर बाबा की गिरफ्तारी के लिए कोर्ट ने गैर-जमानती वारंट जारी किया था। उस पर 50 हजार रुपए का इनाम भी रखा था। छांगुर बाबा और नसरीन को ATS ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। एटीएस अफसरों जमालुद्दीन खुद को हाजी पीर जलालुद्दीन बताता था। लड़कियों को बहला-फुसलाकर उनका धर्मांतरण करवाता था। उसके टारगेट पर हिंदू लड़कियां होती थीं। हर जाति की लड़कियों का रेट फिक्स कर रखा था।
महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (MPUAT) उदयपुर के नए कुलगुरु (वाइस चांसलर) के लिए राज्यपाल एवं कुलाधिपति हरिभाऊ बागड़े ने सर्च कमेटी का गठन किया है। राज्यपाल बागड़े ने सर्च कमेटी का चेयरमेन प्रोफेसर बी.एल. चौधरी को नियुक्त किया है, जो गवर्नर के नॉमिनी भी होंगे। प्रोफेसर बी. एल. चौधरी मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति एवं राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष रह चुके हैं। इधर, पिछले महीने विश्वविद्यालय की बॉम बैठक में सर्च कमेटी में मेंबर (सदस्य) के तौर पर प्रोफेसर भगवती प्रकाश शर्मा का नाम भेजा है जो कि नोएडा विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति रहे है। राज्य सरकार की ओर से राजस्थान पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, जोबनेर के वाइस चांसलर प्रोफेसर त्रिभुवन शर्मा को तो आईसीएआर (ICAR) की तरफ से सर्च कमेटी में आई.सी.ए.आर. के महानिदेशक (D.G.) एवं सेक्रेटरी डेयर (DARE) को कुलाधिपति ने सदस्य (मेंबर) नियुक्त किया है। गौरतलब है, कि MPUAT, उदयपुर के कुलगुरु डॉ. अजीत कुमार कर्नाटक का अक्टूबर 2025 में कार्यकाल पूरा होने वाला हैं। सर्च कमेटी नए कुलगुरु के लिए अपना पैनल राजभवन को सौंपेगी।