झारखंड के सीएम के नाम पर कर्नाटक के डिप्टी सीएम को परेशान कर रहा था बंगाल का युवक

रांची | झारखंड के मुख्यमंत्री के नाम से कर्नाटक के डिप्टी सीएम को फोन कर परेशान करने वाले आरोपी की पुलिस ने पहचान कर ली है। आरोपी का नाम अभिजीत है और वह बंगाल के हावड़ा का रहने वाला है। अभिजीत ने पिछले 4 साल में दूसरी बार झारखंड के सीएम को परेशान किया है। इससे पहले भी वह वर्ष 2021 में सीएम को फोन कर धमकी दी थी, जिसके बाद गोंदा थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। प्राथमिकी दर्ज कराए जाने के बाद टेक्निकल सेल की मदद से पुलिस ने अभिजीत को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इस बार भी अभिजीत ने ही झारखंड सीएम के नाम से कर्नाटक के डिप्टी सीएम को फोन कर परेशान किया है। हालांकि रांची पुलिस की एक टीम जब आरोपी अभिजीत को गिरफ्तार करने के लिए बंगाल स्थित उसके घर पहुंची तो कागजी प्रक्रिया बाधा बन गई। आरोपी की गिरफ्तारी में मदद करने के बजाए बंगाल पुलिस ने कोर्ट से कागजी प्रक्रिया पूरी कराने के बाद ही आरोपी को गिरफ्तार करने की बात कही। आरोपी की मां ने रांची पुलिस टीम के समक्ष बेटे के मानसिक विक्षिप्त होने का दावा करते हुए कई कागजात प्रस्तुत किए। इसके बाद रांची पुलिस की टीम उसे गिरफ्तार किए बगैर ही वापस लौट गई। अब आरोपी को नोटिस भेजकर रांची स्थित गोंदा थाना बुलाने की तैयारी की जा रही है ताकि उससे पूछताछ की जा सके।

दैनिक भास्कर 19 Nov 2025 5:23 am

डॉ. उमर तैयार कर रहा था सुसाइड बॉम्बर टीम:70 वीडियो जांच के दायरे में, 12 उमर ने शूट किए; हरियाणा-यूपी-केरल व कर्नाटक भेजे

दिल्ली में लाल किले के सामने खुद को विस्फोट से भरी कार समेत उड़ाने वाले डॉ. उमर नबी को लेकर NIA व अन्य एजेंसियों की जांच में रोज नए खुलासा हो रहे हैं। एजेंसियों का दावा है कि डॉ. नबी अपने जैसे और भी सुसाइडल बॉम्बर तैयार करने की कोशिश में था। वह लगातार मोटिवेशनल वीडियो बनाकर शेयर करता था, जिससे यूथ का ब्रेन वॉश हो। NIA सूत्रों के मुताबिक पकड़े गए आरोपियों के मोबाइल खंगाले गए तो डॉ. उमर का वीडियो सामने आया। इस तरह के वीडियो 11 लोगों के भेजे गए थे। जिनमें से 7 युवा कश्मीरी मूल के थे और किसी न किसी तरह उन सभी का लिंक अल फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़ा है। बाकी 4 लोग उत्तर प्रदेश, केरल व कर्नाटक के बताए जा रहे हैं। कश्मीर के जिस आमिर रशीद अली ने उसे I -20 कार दिलवाई थी, उसने सुसाइड बॉम्बर बनने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद उसे इस तरह के वीडियो भेजे गए। डॉ. उमर नबी के वायरल वीडियो की जांच में पता चला है कि वह सुसाइड बॉम्बर के रूप में अकेला फिदायीन नहीं बनना चाहता था। बल्कि सुसाइड बॉम्बर की एक पूरी टीम तैयार कर रहा था। मंगलवार को दिनभर जांच एजेंसियों की मूवमेंट तेज रही। सुबह सवेरे ED अल फलाह यूनिवर्सिटी पहुंची तो कार्यवाहक डीजीपी ओपी सिंह भी चार घंटे तक मौजूद रहे। धार्मिक स्थलों को खंगालने के निर्देश दिए। दोपहर बाद केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुज्जर ने भी अल फलाह यूनिवर्सिटी के बाहर पत्रकारों से बात कर दोषियों का पक्का इलाज करने की बात कही। 70 वीडियो जांच के दायरे मेंजांच कर रही टीम के दिल्ली से जुड़े एक अधिकारी के मुताबिक इस तरीके के करीब 70 वीडियो इंटरसेप्ट किए गए हैं, जिनमें से 12 वीडियो में डॉ. उमर के द्वारा शूट किए गए हैं। ये वीडियो उन शिक्षित युवाओं को भेजा जाता था, जिन्हें वह सुसाइड बॉम्बर बनाने के लिए टारगेट पर रखा हुआ था। इंग्लिश टोन भी जांच के दायरे मेंडॉ. उमर के वीडियो की टोन को लेकर भी NIA को शक है। डॉ. उमर की इंग्लिश फ्लूएंट तो है, लेकिन उसमें आर्टिफिशियल टोन नजर आ रही है। यह न तो भारतीय और न ही अमेरिकी व ब्रिटिश की लग रही। NIA की साइबर और लैंग्वेज फोरेंसिक टीम इसकी जांच कर रही है कि इंग्लिश का यह खास लहजा कहां सिखाया जाता है। NIA ने मिलिट्री इंटेलिजेंस से भी इस लहजे की पहचान के लिए जानकारी मांगी है। ED की रेड में मिली शेल कंपनियांअल फलाह यूनिवर्सिटी में मंगलवार सुबह 5 बजे शुरू हुई ED की सर्चिंग लेट नाइट तक जारी रही। सर्च में 9 शेल कंपनियों का पता चला है, जो एक ही पते पर रजिस्टर्ड थीं। इनके प्रमोटर्स भी एक हीं हैं। 4 बजे के बाद नहीं रुकेगा स्टाफअल फलाह यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने शाम चार बजे के बाद पूरे स्टाफ को कैंपस से बाहर जाने के निर्देश दिए हैं। ड्यूटी समाप्त होने के बाद किसी भी कर्मचारी को कैंपस में रुकने की अनुमति नहीं है। इसके साथ है 20 से अधिक पैरामेडिकल स्टाफ छुट्टी लेकर घर चला गया, जिसके चलते यूनिवर्सिटी अस्पताल में एक्स-रे और एमआरआई सेवाओं को अस्थायी रूप से बंद करना पड़ा। केंद्रीय राज्य मंत्री बोले- पक्का इलाज करेंगेमंगलवार को केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर धौज गांव से निकल रहे थे, तो अल फलाह यूनिवर्सिटी के बाहर पत्रकारों ने उन्हें रोक लिया। दिल्ली ब्लास्ट में फरीदाबाद मॉड्यूल सामने आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि दोषियों को किसी भी कीमत पर नहीं बक्शा जाएगा और उनका पूरा इलाज किया जाएगा। भाजपा सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आतंकवाद को लेकर सख्त है। DGP चार घंटे रहे अल फलाह यूनिवर्सिटीकार्यवाहक डीजीपी ओपी सिंह मंगलवार सुबह ADIG/CID के साथ अल फलाह यूनिवर्सिटी पहुंचे। वे यहां चार घंटे तक रहे और उन्होंने सुरक्षाकर्मियों, प्रशासनिक अधिकारी, फैकल्टी, छात्रों, ग्रामीणों एवं मस्जिद के मौलवी के परिवार से बात की। साथ आतंकियों के ठिकानों का दौरा किया। जानिए DGP के दौरे की अहम बातें... ---------------------------------- ये खबर भी पढ़ें :- सुसाइड बॉम्बर डॉ. उमर के आखिरी 10 दिन की कहानी:नूंह के कमरे में बंद रहा, कपड़े नहीं बदले, फर्श पर टॉयलेट किया दिल्ली में लाल किले के सामने खुद को विस्फोटक से भरी कार समेत उड़ाने वाले डॉ. उमर नबी के आखिरी 10 दिनों की कहानी सामने आई है। फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी के मेडिसिन विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. नबी ने नूंह की हिदायत कॉलोनी में खुद को एक कमरे में 10 दिन बंद रखा। पढ़ें पूरी खबर...

दैनिक भास्कर 19 Nov 2025 5:00 am

बेंगलुरु के बाहर बनेगी नई IT सिटी! DK शिवकुमार ने बताया क्या है कर्नाटक सरकार का प्लान?

बेंगलुरु टेक समिट 2025 के पहले बातचीत करते हुएउपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि कई देशों के प्रतिनिधि मुझसे मिलते रहते हैं. वे बेंगलुरु में निवेश करने को लेकर उत्साहित हैं और हम उनके निवेश को हर संभव तरीके से समर्थन दे रहे हैं. इस साल बेंगलुरु टेक समिट 2025 में 60 देशों के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं.

ज़ी न्यूज़ 18 Nov 2025 11:12 pm

Karnataka : कर्नाटक में 31 काले हिरणों की मौत से मचा हड़कंप

black deer death in Karnataka : कर्नाटक के बेलगावी तालुक के भुतारामनहट्टी गांव स्थित कित्तूर रानी चन्नम्मा मिनी चिड़ियाघर में सोमवार को एक और हिरण की संदिग्ध जीवाणु संक्रमण से मौत के साथ हो गई। इसके साथ ही मरने वालों की संख्या बढ़कर 31 हो गई। ...

वेब दुनिया 17 Nov 2025 7:41 pm

कर्नाटक: मिनी जू में काले हिरणों की मौतों का आंकड़ा पहुंचा 30, कौन है जिम्मेदार; कब होगी कार्रवाई?

Zoo Authority of Karnataka: इतनी बड़ी तादाद में काले हिरणों की मौत से लोगों में आक्रोश है. पर्यावरण संतुलन के लिहाज से भी ये खबर कोई शुभ संकेत नहीं दे रही हैं.

ज़ी न्यूज़ 17 Nov 2025 3:16 pm

हेमंत के नाम पर फोन कर कर्नाटक के डिप्टी सीएम को कर रहे परेशान

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नाम पर फोन कर कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री को परेशान करने का मामला सामने आया है। इस संबंध में हेमंत सोरेन के प्राइवेट असिस्टेंट जय प्रसाद ने रविवार को गोंदा थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। एफआईआर में कहा गया है कि मोबाइल नंबर 7439077614 से कोई अनजान व्यक्ति खुद को झारखंड का मुख्यमंत्री बताते हुए फोन कर रहा है। इस नंबर से शनिवार रात 9:50 बजे कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री को फोन किया गया। कहा कि अपनी प|ी को फोन करने के लिए कहें। जय प्रसाद ने बातचीत का ऑडियो भी पेन ड्राइव में पुलिस को सौंपा है। इसमें बातचीत स्पष्ट है। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। टेक्निकल टीम की मदद से आरोपी की जानकारी जुटाई जा रही है, ताकि उसे गिरफ्तार किया जा सके। ट्रू कॉलर में फोन करने वाले का नाम आ रहा ‘अभिजीत न्यू सीम जीम पीटी’ जिस मोबाइल नंबर से कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री को फोन किया गया है, ट्रू कॉलर में जांच करने पर यह नंबर “अभिजीत न्यू सीम जीम पीटी” के नाम से आ रहा है। पहले इस नंबर की जांच की गई, लेकिन जब फोन करने वाले के बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं मिली तो एफआईआर दर्ज कराई गई। एफआईआर में पूरी घटना को निंदनीय बताते हुए कहा गया है कि यह झारखंड के मुख्यमंत्री की छवि धूमिल करने का प्रयास है। राजस्थान के पूर्व सीएम को भी किया था ऐसा फोन एफआईआर के मुताबिक इससे पहले राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत को भी इसी तरह फोन करके प​रेशान किया गया था। शिकायतकर्ता ने कहा है कि झारखंड के सीएम के नाम पर ख्याति प्राप्त लोगों को फोन पर परेशान करना चिंता की बात है। ऐसे लोगों को तत्काल चिह्नित कर उस पर कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है। ताकि ऐसी घटनाएं फिर न हो।

दैनिक भास्कर 17 Nov 2025 4:00 am