मुरैना जिले की नूराबाद पुलिस ने रविवार को एन एच 44 पर कृषि अनुसंधान केंद्र के पास चेकिंग के दौरान एक लक्जरी वाहन से अवैध देशी शराब की 25 पेटियां जब्त की हैं। आरोपी चालक को गिरफ्तार कर मामले में कार्रवाई की गई है। पकड़ी गई शराब की कीमत लगभग एक लाख रुपए बताई जा रही है। रविवार देर रात ग्वालियर से मुरैना की ओर आ रही सफेद महिंद्रा एसयूवी (क्रमांक MP07 CF/7866) को पुलिस ने चेकिंग प्वाइंट पर रोकने की कोशिश की। पुलिस को देखते ही ड्राइवर गाड़ी पलटाने लगा, लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ कर तलाशी ली। तलाशी के दौरान वाहन में से अवैध देशी शराब की 25 पेटियां बरामद हुईं। आरोपी चालक अभिषेक उर्फ अभी गुर्जर निवासी ग्वालियर को गिरफ्तार किया गया। वाहन की कीमत लगभग 8 लाख रुपए आंकी गई है। नूराबाद थाना प्रभारी सौरभ पूरी ने बताया कि अवैध शराब तस्करी की लगातार सूचना मिल रही थी, इसलिए चेकिंग प्वाइंट लगाया गया था। इसी कार्रवाई के दौरान यह सफलता हासिल हुई। आरोपी से पूछताछ जारी है।
बाड़मेर में इस साल दीपावाली आज यानि 20 अक्टूबर सोमवार को मनाई जा रही है। इस बार पर्व को लेकर बीते साल की तरह कोई भ्रम नहीं है। लक्ष्मी पूजन को लेकर लोगों ने तैयारियों एक दिन पहले से शुरू कर दी है। पंडित ओमप्रकाश जोशी ने बताया कि आज 3 बजकर 45 मिनट पर अमावस्या शुरू होगी। रात में प्रदोषकाल व आधी रात में अमावस्या रहने के कारण लक्ष्मी पूजन आज ही किया जाएगा। 21 अक्टूबर मंगलवार को अमावस्या तिथि दोपहर 5:45 बजे तक रहेगी। पंडित ओमप्रकाश ने बताया कि आच चौदस और अमावस्या एक ही दिन है। अमावस्या की घड़ियां सोमवार आज दोपहर 3 बजकर 45 मिनट पर अमावस्या शुरू होगी। शाम 5 बजकर 55 मिनट से 9 बजकर 29 मिनट तक दीपावली मना सकते हो। 21 अक्टूबर को शाम 5 बजकर 45 मिनट अमावस्या की घड़ियां रहने की वजह से दीपावली बना सकते हो। 20 अक्टूबर की पूरी रात 21 अक्टूबर का पूरा दिन शाम तक दीपावली पर्व मनाया जा सकता है। इसमें तिथि और अमावस्या को प्रमुखता दी गई है। अलग-अलग ज्योतिषाचार्य के अलग-अलग मत है। 20 से 21 अक्टूबर की शाम तक दीपावली आराम से मना सकते हो। पंडित जोशी ने कहा कि मेरे अनुभव के आधार पर दीपावली में दीपक का ही महत्व होता है। वो प्रदोषकाल में प्रज्ज्वलित करना चाहिए। यह है श्रेष्ठ मुहूर्त पंडित जोशी ने बताया- सोमवार को गोधुली वेला, वृषभ लगन से जुड़कर 5:55 मिनट से 9:29 मिनट तक सबसे श्रेष्ठ मुहूर्त है। व्यापारियों के लिए जो रात को देरी से घर आते है। उनके लिए सिंह लगन है। वो रात को 2 बजे से 4 बजे के बीच में कर सकते है। यह दोनों सर्वश्रेष्ठ और स्थिर लगन है। लेकिन परिस्थिति के अनुसार गोधुली और व्यापारियों के लिए सिंह लगन है। 21 अक्टूबर को दिन में भी लक्ष्मी पूजन कर सकते हो। शाम तक अमावस्या की घड़ियां रहेगी। दीपावली में लक्ष्मी पूजा के तीन काल सबसे महत्त्वपूर्ण माने गए हैं—प्रदोषकाल, वृष लग्न और सिंह लग्न। सूर्यास्त के लगभग 72 मिनट बाद तक प्रदोषकाल रहता है। इसी समय वृष लग्न का योग बनता है और ढलती रात में सिंह लग्न आता है। इन तीनों में से प्रदोषकाल और वृष लग्न को पूजा के लिए सर्वश्रेष्ठ माना गया है।
बीकानेर से करीब सौ किलोमीटर दूर स्थित गांव तोलियासर में इस बार अनूठी दीपावली मनाई जा रही है। आम आदमी के लिए दीपाली तो हर कोई मना रहा है लेकिन इस गांव में दस हजार पक्षियों के लिए दीपोत्सव का आयोजन किया गया। रविवार की रात इस गांव में बनी खेतेश्वर वाटिका में 5500 दीपक से रोशनी की गई। इस वाटिका में दस हजार से ज्यादा पक्षियों के घर बने हुए हैं। इतना ही नहीं, पक्षियों के लिए स्वीमिंग पूल भी बना हुआ है। वाटिका में पक्षियों के लिए बने इन पक्के टावरनुमा आवास में 5000 गौरैया का भी डेरा बना हुआ है। खास बात ये है कि इस वाटिका को सजाने में पूरा गांव जुटा। खेतेश्वर वाटिका से जुड़े गणेश राजपुरोहित ने बताया कि यहां 17 टॉवर बने हुए हैं, जिसमें पक्षी रहते हैं। करीब दस हजार पक्षी एक साथ इन टॉवर्स के अंदर रहते हैं। इनके लिए भी दीपावली का महत्व है, इसलिए दीपोत्सव का आयोजन किया जाता है। छोटी दीवाली के दिन रात के समय टॉवर से बाहर अलग-अलग आकृतियों में दीपक सजाएं गए। कहीं दीप की आकृति में दीपक लगे तो कहीं तितली की आकृति में सजावट की गई। पंचवटी वाटिका भी बनाई इस परिसर में पंचवटी वाटिका पिछले दिनों बनाई गई है। यहां पर भी दीपोत्सव हो रहा है। गांव के युवा, बुजुर्ग और लड़कियों ने एक साथ दीप जलाकर लगाने का सिलसिला शुरू किया तो करीब आधा घंटे में पूरे क्षेत्र में पांच हजार पांच सौ दीपक लगा दिए गए। वाटिका के गणेश मंदिर में कीर्तन का भी आयोजन किया गया। आरएसएस 100 की आकृति भी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में स्वयंसेवकों ने दीपकों से 'आरएसएस 100' की प्रतिकृति भी बनाई। क्षेत्र में बड़ी संख्या में लोग आरएसएस से जुड़े हुए हैं, ऐसे में RSS100 की आकृति में भी दीपक लगाए गए। दीपावली पर आकर्षक स्थल गांव के राजूराम राजपुरोहित ने बताया कि खेतेश्वर वाटिका पर्यावरण प्रेमियों के लिए एक आकर्षक स्थल बन गई है। वर्ष 2021-22 से यहां पर्यावरण संरक्षण के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसी वर्ष वाटिका में एक हजार नए पौधे लगाए गए हैं। इनका रहा सहयोग पक्षियों की इस दीपावली को सफल बनाने में सरपंच प्रतिनिधि गिरधारीसिंह राजपुरोहित, राज सर, इंद्रजीत, स्वयंसेवक लक्ष्मीनारायण, किशोर, पर्यावरण प्रेमी गणेशसिंह, राजूराम राजपुरोहित, मालसिंह, नवरत्नसिंह, प्रकाश, डूंगरसिंह, राजूसिंह, रामचंद्र का सहयोग रहा।
25 अक्टूबर तक साफ रहेगा मौसम:अब 4 से 5 दिन तापमान में भी ज्यादा बदलाव नहीं,जारी रहेगी गुलाबी सर्दी
सीकर में आज दीपावली और अगले 4 से 5 दिन मौसम पूरी तरह से साफ रहने वाला है। सीकर में गुलाबी सर्दी लगातार जारी रहेगी। लेकिन तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होगा। आज सीकर में न्यूनतम तापमान 15 डिग्री के करीब आ गया है। सीकर के कृषि अनुसंधान केंद्र फतेहपुर पर आज सुबह न्यूनतम तापमान 15 डिग्री दर्ज किया गया। इससे पहले यहां रविवार को न्यूनतम तापमान 15.5 डिग्री और अधिकतम तापमान 33.8 डिग्री दर्ज किया गया था। पिछले करीब दो सप्ताह सीकर में लगातार मौसम साफ है। मौसम एक्सपर्ट्स का मानना है कि प्रदेश में अब उत्तरी हवाओं का दौर कमजोर पड़ चुका है। ऐसे में अब न्यूनतम तापमान में मामूली बढ़ोतरी दर्ज की गई है। हालांकि अब गुलाबी सर्दी का एहसास सुबह और रात के समय रहेगा। जयपुर मौसम केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा के अनुसार प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान सीकर में दर्ज किया गया। अब प्रदेश में 25 अक्टूबर तक मौसम ड्राई रहने का अनुमान है। इस दौरान ज्यादातर समय मौसम साफ रहने के आसार हैं। तापमान में भी कोई खास बदलाव नहीं होगा। सीकर में 5 दिनों का न्यूनतम तापमान
शाजापुर प्रशासन दीपावली पर अलर्ट:सुरक्षा और सफाई की पुख्ता व्यवस्था की गई
शाजापुर में दीपावली पर्व के मद्देनजर प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है। सुरक्षा और सफाई के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। शहर के बाजारों में सुबह से ही जबरदस्त चहल-पहल देखने को मिल रही है। पर्व के सुचारू संचालन के लिए पुलिस, नगर पालिका और स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हैं। नगर पालिका सीएमओ भूपेंद्र कुमार दीक्षित ने बताया कि दीपोत्सव के लिए सभी सफाई कर्मचारियों को सुबह-शाम की शिफ्ट में तैनात किया गया है, ताकि शहर में स्वच्छता बनी रहे।किसी भी आपात स्थिति, खासकर आगजनी से निपटने के लिए तीन फायर ब्रिगेड वाहनों को पानी से भरकर तैयार रखा गया है। आग की सूचना पर दल तुरंत मौके पर पहुंचेगा। फायर ब्रिगेड के लिए आपातकालीन नंबर 101 और 112 डायल किया जा सकता है। सुरक्षा और यातायात व्यवस्था के लिए भी विशेष इंतजाम किए गए हैं। यातायात थाना प्रभारी सौरव शुक्ला ने बताया कि सभी प्रमुख चौराहों पर पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।दोपहिया वाहन चालकों से सावधानीपूर्वक वाहन चलाने की अपील की गई है, क्योंकि गली-मोहल्लों में बच्चे पटाखे फोड़ते हैं। पुलिस रातभर चेकिंग अभियान भी चलाएगी ताकि हुड़दंग मचाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जा सके। शाजापुर एसपी यशपाल सिंह राजपूत ने जिले के सभी थाना प्रभारियों को सतर्क रहने और गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। गुंडे-बदमाशों पर नजर रखने के लिए नगर बीट पार्टियों को लगातार भ्रमण करने को कहा गया है। जिला अस्पताल में भी प्रशासन ने आपातकालीन स्थितियों से निपटने की तैयारी कर ली है। सिविल सर्जन डॉ. बी.एस. मीणा ने बताया कि दीपावली पर्व पर 24 घंटे डॉक्टर ड्यूटी पर तैनात रहेंगे। किसी भी दुर्घटना या हादसे की स्थिति में मरीजों को तत्काल उपचार उपलब्ध कराया जाएगा।
मधुबनी के झंझारपुर में अड़रियासंग्राम थाना क्षेत्र में लापता चौकीदार के बेटे का शव घर से कुछ ही दूरी पर धान के खेत में बरामद हुआ है। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि आदित्य कुमार (12) का अपहरण फिरौती के लिए किया गया था। अपहरणकर्ताओं ने 25 लाख रुपए की मांग की थी। मृतक आदित्य कुमार, अड़रियासंग्राम थाना में पदस्थापित चौकीदार शिव कुमार चौपाल का बेटा था। वह 13 अक्टूबर को अचानक लापता हो गया था। परिवार ने खोजबीन की, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। इसी बीच अपहरणकर्ताओं ने इंस्टाग्राम ID के माध्यम से 25 लाख रुपए की फिरौती मांगी थी। मामले में फिरौती 5 लाख नगद और 20 लाख खाता में डलवाने की मांग की गई। घर से 500 मीटर दूर धान के खेत में मिला शव पुलिस ने तकनीकी जांच शुरू की, लेकिन जांच में हुई देरी के कारण बच्चे की जान नहीं बचाई जा सकी। रविवार को छोटी दीपावली के दिन, आदित्य का शव उसके घर और NH-27 से मात्र 500 मीटर दूर धान के खेत में मिला। शव से दुर्गंध आने के बाद ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। अनुमान है कि उसकी हत्या तीन दिन पहले कर शव खेत में फेंक दिया गया था। मामले में पुलिस ने पिपरौलिया गांव के एक ही परिवार के 3 सदस्यों मुमताज, उसकी बेटी और एक बेटे को हिरासत में लिया है। पूछताछ के दौरान उन्हीं के निशानदेही पर शव की बरामदगी की गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई के निर्देश घटना की जानकारी मिलते ही SP योगेंद्र कुमार और SDPO सुबोध कुमार सिन्हा ने घटनास्थल पहुंचकर जांच की। SP ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
आज दीपावली है। देश में करोड़ों लोग त्योहार की खुशियां मनाने और बांटने में मशगूल रहेंगे। त्योहारों पर खुशियों को अनुभव करने और करीबियों के साथ साझा करने का खास तरीका होता है। दीपावली पर पटाखे जलाकर सेलीब्रेट करना इनमें से एक है। छत्तीसगढ़ समेत अन्य जगहों पर आतिशबाजी और पटाखे की आवाज गूंजने लगी है। गली-मोहल्ले में जमकर पटाखे फोड़े जा रहे हैं। लेकिन कई बाद पटाखे से लोग हादसे का शिकार हो जाते हैं। पटाखों से चोट लग जाती है या झुलस जाते हैं। समस्या तब और बड़ी जाती है, जब हम खुद पर प्रयोग करने लग जाते हैं। यानी हादसा होने पर जल्द राहत पाने की जुगत में दूसरों की सलाह पर या खुद ही उपचार के नाम पर कुछ ऐसा कर बैठते हैं, जो बाद में तकलीफ को और बढ़ाता है। ऐसे में दीपावली पर दुर्भाग्यवश कुछ हो जाए तो डु एंड डोन्ट़स मालूम होने चाहिए। यानी पटाखे जलाने का सही तरीका, पटाखों से जल जाने पर प्राइमरी ट्रीटमेंट, लोकल एडमिनिस्ट्रेशन के हेल्पलाइन नंबर्स और हॉस्पिटल की स्थिति की जानकारी होनी चाहिए। ऐस में आपकी दीपावली सेफ और हैप्पी रहे, इसलिए इस रिपोर्ट में कुछ टिप्स और स्टैंडर्ड प्रोटोकॉल आपके साथ शेयर कर रहे हैं.... फर्स्ट टिप: पटाखों के छेड़खानी न करें, ये खतरनाक दीपावली पर खुशियों में ग्रहण कब लगता है, जब पटाखों से आप या आपका अपना काेई जल जाए। इसलिए जरूरी है कि पटाखों को सावधानी के साथ जलाएं। राजधानी रायपुर के पटाखा व्यापारी अभिषेक शर्मा बताते हैं कि इन दोनों मार्केट में चीनी पटाखे ना के बराबर हैं। वहीं जो कुछ मार्केट में आए भी है उनकी बिक्री मुश्किल से हो रही है। कारण, यह सेफ नहीं होते। इंडियन मेड पटाखे सेफ भी हैं और इको फ्रेंडली भी। लेकिन ये भी खतरनाक हो सकते हैं अगर इन पटाखों के साथ छेड़खानी की जाए। इसलिए जरूरी है कि पटाखों को हाथ में लेकर या अन्य ऐसे दूसरे तरीके से ना जलाएं जो उनके प्रकृति के उलट है। जैसे रॉकेट, अनार दाना या किसी दूसरे पटाखे को हाथ में लेकर जलाना। सेकेंड टिप: ट्रेडिशनल मेथेड सेफ है, प्रोसिजर फॉलो करें अभिषेक शर्मा बताते हैं कि पटाखे जलाने का सबसे सेफ तरीका यह है कि हम ट्रेडिशनल मेथड फॉलो करें। यानी लाइटर या माचिस से सीधे पटाखों को जलाने के बजाय अगरबत्ती या फुलझड़ी का उपयोग करें। इसके अलावा कुछ पटाखे जल्दी जलते हैं। ऐसे में ध्यान रखें कि जब भी आप इस तरह के पटाखे को जला रहे हैं तो आपके के आसपास के 20 मीटर का रेडियस खाली हो। ताकि आप पटाखा जलाने के बाद तुरंत पीछे सेफली भाग सके। अब ये समझिए कि हादसा हो जाए तो क्या करना है... थर्ड टिप: जले पर टूथपेस्ट रब करने जैसा प्रयोग न करें रायपुर स्थित डॉ भीमराव अंबेडकर अस्पताल के ENT विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. मान्या ठाकुर बताती हैं कि कई लोग झुलस जाने या जल जाने पर प्राथमिक उपचार के तौर पर टूथपेस्ट का इस्तेमाल करते हैं। ये गलत है। प्राथमिक उपचार के तौर पर सबसे पहले पटाखे से जल जाने वाले स्थान पर ठंडे पानी से धो लेना चाहिए। घर में किसी भी तरह का लेप लगाना सही नहीं होता है। कोशिश करनी चाहिए कि अपने निकटतम डॉक्टर से संपर्क करें। फोर्थ टिप: दीपावली जोर से मनाइए, शोर से नहीं डॉ मान्या कहती हैं कि दीपावली जोर से मनाएं, शोर से नहीं। यानी ज्यादा बारूद और तेज आवाज वाले पटाखों से बचना चाहिए। बारूद जलने से निकलने वाला आंखों-गले में जलन पैदा कर सकता है। कानों की सेफ्टी के लिए कम आवाज और स्काई शॉट वाले पटाखे प्रिफर करना चाहिए। वहीं बुजुर्गों, अस्थमा या एलर्जी के मरीज, 2 साल से छोटे बच्चे और गर्भवती महिलाओं को फायर शो से दूर रखना ही सबसे बेस्ट है। फिफ्थ टिप: ड्रेस कोड फॉलो करें, ये बहुत जरूरी पटाखे जलाते वक्त भी ड्रेस कोड फॉलो करना बहुत जरूरी है। ढीले या लहराते कपड़े (जैसे दुपट्टा, लंबा कुर्ता, साड़ी का पल्लू, या खुली बाजू वाले कपड़े) आसानी से आग पकड़ सकते हैं। पटाखे जलाते समय जब चिंगारी या जलती फुलझड़ी उड़ती है, तो ये कपड़ों से टकराकर कपड़े में आग लगा सकती हैं। वहीं व्यक्ति कॉटन के फिट कपड़े पहनता, तो चिंगारी गिरने के बाद भी जल्दी बुझ जाती और बड़ा हादसा नहीं होता। आखिरी टिप: इमरजेंसी यूटिलिटी किट तैयार रखिए फेस्टिव इमरजेंसी यूटिलिटी किट तैयार करके रखिए। इसमें दिवाली के दौरान जरूरी सेफ्टी और मेडिकल आइटम्स रखे जाते हैं। ये किट घर में ऐसी जगह रखिए, जहां से जरूरत पड़ने पर तुरंत इस्तेमाल की जा सके। परिवार के सभी सदस्यों को इसकी जानकारी होनी चाहिए। दिवाली में पटाखों, दीयों और बिजली की सजावट से हादसों का खतरा बढ़ जाता है। अगर ये किट पहले से तैयार हो, तो छोटी-मोटी चोट, जलन या बिजली कट जैसी समस्याओं से तुरंत निपटा जा सकता है। ये किट समझदारी का छोटा-सा कदम है, जो बड़े हादसों को रोकता है। अस्पतालों और इमरजेंसी नंबर के बारे में भी जान लीजिए... मेकाहारा में आज OPD बंद, इमरजेंसी सर्विस 24 घंटे दीपावली पर 20 अक्टूबर 2025 (सोमवार) को डॉ. भीमराव अंबेडकर स्मृति चिकित्सालय (मेकाहारा) में शासकीय छुट्टी रहेगी। इस दिन अस्पताल का बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) बंद रहेगा। लेकिन मरीजों की सुविधा के लिए आपात चिकित्सा (इमर्जेंसी) विभाग 24 घंटे चालू रहेगा। अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि इमर्जेंसी में इलाज के लिए पर्याप्त डॉक्टर, स्टाफ और जीवन रक्षक दवाओं की व्यवस्था की गई है। वहीं 21 अक्टूबर (मंगलवार) को ओपीडी सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक सीमित समय के लिए खोली जाएगी ताकि जरूरतमंद मरीज इलाज करा सकें। DKS में तीन शिफ्ट में स्पेशल डॉक्टर ड्यूटी करेंगे डीकेएस सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल प्रबंधन की टीम ने बताया कि 20 और 21 अक्टूबर दोनों ही दिन तीन शिफ्ट में बर्न एंड प्लास्टिक सर्जरी में स्पेशल डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई है। ताकि कोई भी समस्या होने पर तुरंत मरीजों को इलाज मिल सके। शहर के अस्पतालों में बेड की उपलब्धता मेकाहारा के इमरजेंसी में-20 बिस्तरजिला अस्पताल पंडरी-10 बिस्तरसिविल अस्पताल राखी-5 बिस्तरसिविल अस्पताल माना-5 बिस्तरसामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में प्राथमिक उपचार की सुविधा ये इमरजेंसी नंबर नोट कर लें मुख्यमंत्री हेल्पलाइन: 1076राज्य अग्निशमन और आपातकालीन सेवा (नियंत्रण कक्ष): 771-2512330, 771-2512331, 771-2512332, 771-2512333108 आपातकालीन प्रतिक्रिया सेवा: 108 (यह एक सामान्य नंबर है जो स्वास्थ्य आपात स्थितियों के लिए है)रायपुर जिला कॉल सेंटर: 9977222564, 9977222574, 9977222584, 9977222594इसके अतिरिक्त, रायपुर जिला कॉल सेंटर के भी संपर्क नंबर हैं: 9977222564, 9977222574, 9977222584, 9977222594 स्वीपिंग मशीन से होगी भी सफाई रायपुर नगर निगम के अफसरों ने बताया कि दीपावली त्योहार के दौरान शहर में सफाई व्यवस्था रोजाना की तरह रहेगी। सफाईकर्मी नियमित जो सफाई करते हैं वैसे ही काम चलता रहेगा। इसके अलावा स्वीपिंग मशीन शहर की अन्य सड़कों में चलाई जाएगी। रोजाना के मुकाबले दीपावली और उसके अगले दिन शहर के अलग-अलग इलाकों में शिपिंग मशीन से सफाई का काम होगा ताकि शहरों में कचरा ना रहे। वहीं दीपावली से पहले शहर के 100 से अधिक स्थान पर स्ट्रीट लाइट सुधारी गई है।
कटनी: मिशन चौक पर खूनी संघर्ष:पुराने विवाद में एक ही परिवार के पाँच लोग चाकू-तलवार से घायल
कटनी के कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत मिशन चौक इलाके में रविवार देर शाम पुराने विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच खूनी संघर्ष हो गया। इस घटना में ईश्वरी पूरा वार्ड के एक ही परिवार के पाँच सदस्य चाकू और तलवार के हमले से गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायल दानिश राजा ने पुलिस को बताया कि यह घटना रविवार रात करीब 10 बजे हुई। दानिश अपने भाइयों और बड़े पिताजी के साथ घर के बाहर खड़े थे, तभी आसिफ खान, काशिफ खान, शहजान खान सहित 10 से 15 युवक चाकू, तलवार और कट्टा लेकर आए और उन पर अचानक हमला कर दिया। दानिश के अनुसार, उनका इन युवकों से पहले भी विवाद हुआ था, जिसकी शिकायत थाने में दर्ज कराई गई थी। इस हमले में दानिश राजा के सिर और पेट में चाकू से गंभीर चोटें आई हैं। उनके चाचा शकील अहमद कुरैशी और भाई जीशान कुरैशी, तौफीक कुरैशी, आशाक कुरैशी भी चाकू और तलवार के वार से घायल हुए हैं। घटना के बाद घायल सभी पाँचों लोगों को अस्पताल ले जाया गया। वहीं, दोनों पक्षों ने कोतवाली थाने पहुंचकर एक-दूसरे पर हमला करने और विवाद भड़काने के आरोप लगाए। कोतवाली थाना प्रभारी राखी पांडे ने बताया कि पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायतें दर्ज कर ली हैं और मामले की विस्तृत जाँच शुरू कर दी गई है। उन्होंने पुष्टि की कि यह घटना पुरानी रंजिश के कारण हुई है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
दीवाली पर चंडीगढ़ में वारदात:सो रही मा के गले पर तेजधार हथियार से वार कर की हत्या, बेटा फरार
चंडीगढ़ के सेक्टर 40 में दीवाली पर युवक ने मा का गला काटकर उसकी हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि महिला रात को सो रही थी तभी युवक ने उसका गला काट दिया। सुबह हत्या के संबंध में पता चला है। चंडीगढ़ पुलिस मौके पर जांच के लिए पहुंच गई है। जानकारी के अनुसार सेक्टर 40 की निवासी सुशीला नेगी सुबह मृतक अपने कमरे में मिली हैं। उसके छोटे बेटे रवि ने उसकी हत्या की है, जो पंजाब यूनिवर्सिटी का मुलाजिम है।
नालंदा जिले के हिलसा शहर में रविवार देर रात एक कबाड़खाने में भीषण आग लग गई। घनी आबादी वाले रिहायशी इलाके में स्थित कबाड़खाने में लगी आग को बुझाने में दमकल विभाग को तीन घंटे से अधिक का समय लग गया। हालात की गंभीरता को देखते हुए नालंदा के साथ-साथ आसपास के जिलों से भी दर्जन भर से अधिक दमकल गाड़ियां मौके पर बुलानी पड़ी। पीड़ित छोटू कुमार ने बताया कि छोटू कुमार ने बताया कि रात करीब 10 बजे फोन आया कि दुकान में आग लग गई है। आधे घंटे में दमकल की गाड़ी आ गई थी, लेकिन आग इतनी भयंकर थी कि करीब तीन घंटे तक धधकती रही। करीब 10 से 15 लाख का नुकसान हुआ है। सारा सामान जलकर राख हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दिवाली के मौके पर पटाखे की चिंगारी से यह आग लगी। दूर से ही उसकी लपटें दिखाई दे रही थीं। आसपास के दुकानदार अपनी दुकानें खाली करने में जुट गए, जबकि पड़ोस के घरों में रहने वाले लोग भी डर से सड़कों पर आ गए। एएसपी की गाड़ी पर हमला, शहर में तनाव मामले ने तब और गंभीर रूप ले लिया जब मौके पर पहुंची हिलसा एएसपी शैलेजा की गाड़ी पर भीड़ में शामिल उपद्रवी तत्वों ने हमला कर दिया। गाड़ी को आंशिक क्षति पहुंची। हालात बिगड़ते देख प्रशासन ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की तैनाती कर पूरे शहर को छावनी में तब्दील कर दिया। बिहार शरीफ सदर वन डीएसपी को छोड़कर दर्जन भर थानों की पुलिस के साथ सभी अनुमंडल अधिकारियों को मौके पर बुलाया गया। केंद्रीय बल की मौजूदगी में पूरा इलाका सुरक्षा के कड़े घेरे में है। सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही पुलिस प्रत्यक्षदर्शी दीपक कुमार ने बताया कि पटाखे की वजह से कबाड़ी दुकान में आग लग गई। भीड़ में से उपद्रवी तत्वों ने हिलसा एएसपी की गाड़ी पर हमला कर दिया। पुलिस जांच के लिए मेरी और आसपास की दुकानों में लगे सीसीटीवी फुटेज की हार्ड डिस्क ले गई है। विधि-व्यवस्था पर सवाल हिलसा से आरजेडी प्रत्याशी शक्ति सिंह यादव ने पीड़ित कारोबारी को मुख्यमंत्री से सहायता राशि उपलब्ध कराने की मांग की। साथ ही अपने सोशल मीडिया पेज पर लिखा कि दीपावली पर्व के मौके पर भी विधि-व्यवस्था कमजोर रही। दीवाली के समय प्रशासन को अलर्ट मोड में रहना होता है। फिलहाल पुलिस घटना की जांच में जुटी है। सीसीटीवी फुटेज की जांच कर उपद्रवियों की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है। प्रशासन का कहना है कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
शाजापुर में दीपावली पर फूलों की मांग बढ़ी:गेंदा 100, गुलाब 500 रुपए प्रति किलो तक पहुंचा
दीपावली पर्व के चलते शाजापुर में फूलों की मांग में भारी वृद्धि हुई है। घरों और प्रतिष्ठानों की सजावट के लिए बड़ी मात्रा में फूलों का उपयोग किया जा रहा है, जिससे थोक फूल मंडी में सुबह से ही भारी भीड़ देखी गई। मांग बढ़ने के कारण फूलों के दामों में भी तेजी आई है। फूल व्यापारी राधेश्याम गहलोत के अनुसार, दीपावली पर लगभग 200 क्विंटल से अधिक फूलों का कारोबार होता है। इस बार गेंदा और अन्य फूल 50 से 100 रुपये प्रति किलोग्राम तक बिक रहे हैं, जबकि गुलाब की कीमत 500 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है। व्यापारियों ने बताया कि इस वर्ष कम बारिश होने के कारण फूलों की खेती प्रभावित हुई है। विशेषकर गुलाब की आपूर्ति कम रही, जो कीमतों में वृद्धि का एक प्रमुख कारण है। शहर की फूल मंडी में आगर, उज्जैन, देवास, राजगढ़ और सीहोर जैसे आसपास के जिलों से भी फूल आ रहे हैं। मां राजराजेश्वरी मेला प्रांगण में लगी मंडी और बाजारों में सजावट के लिए फूल खरीदने वालों की लंबी कतारें लगी हुई हैं, जिससे पूरे शहर में पर्व की रौनक बनी हुई है।
मुंगेर के कल्याणपुर गांव में दीपावली की पूर्व संध्या पर भव्य दीपोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया गया। होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. नीतीश दुबे के नेतृत्व में हुए इस आयोजन में 11 लाख दीपों से पूरा गांव जगमगा उठा। इस दीपोत्सव के तहत कल्याणपुर के बड़ी दुर्गा मंदिर सहित आसपास के क्षेत्रों को दीपों से सजाया गया। इस अद्भुत नजारे को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग उमड़ पड़े, जिन्होंने अपने मोबाइल कैमरों में इन पलों को कैद किया। कार्यक्रम की शुरुआत बड़ी दुर्गा मंदिर परिसर में आरती के साथ हुई। मां दुर्गा और गंगा की महाआरती के बाद दीपोत्सव का विधिवत शुभारंभ किया गया, जिसमें उपस्थित लोगों ने मिलकर 11 लाख दीप प्रज्ज्वलित किए। आयोजन समिति द्वारा रंग-बिरंगी आतिशबाजी का भी प्रबंध किया गया था। लगभग दो घंटे तक लगातार हुई आतिशबाजी ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। ड्रोन शो बना आकर्षण का केंद्र इस वर्ष दीपोत्सव में ड्रोन शो भी आकर्षण का केंद्र रहा। बाहर से आए कलाकारों ने ड्रोन के माध्यम से मां दुर्गा, भगवान महावीर और अन्य देवी-देवताओं की कलाकृतियां आकाश में प्रदर्शित कीं। दर्शकों ने मोबाइल फ्लैश जलाकर इस अद्भुत दृश्य का स्वागत किया। होम्योपैथिक के नाम से जाना जाता था कल्याणपुर डॉ. नीतीश दुबे ने बताया कि कल्याणपुर को पहले होम्योपैथिक के नाम से जाना जाता था, लेकिन अब मां दुर्गा की कृपा से यह गांव राज्य ही नहीं, देश भर में प्रसिद्ध हो रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले कई वर्षों से नवरात्र के दौरान आकर्षक पंडाल बनाए जाते हैं और दुर्गा पूजा के बाद ही दीपावली की तैयारियां शुरू हो जाती हैं। प्रत्येक वर्ष यहां राज्य की सबसे बड़ी दीपावली मनाई जाती है। एक लाख से शुरू हुआ दीपोत्सव अब 11 लाख दीपों से आयोजित होता है। इस मौके पर दुर्गा पूजा के दौरान जो तीन दिनों तक डांस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था उसमें भी सफल बच्चों को पहला दूसरा और तीसरा पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
उन्नाव में दीपावली से एक दिन पहले एक महिला सिपाही की सड़क हादसे में मौत हो गई। वो रेप के एक मामले में नाबालिग का मेडिकल परीक्षण कराकर बाइक से थाने लौट रही थी। उसके साथ पीड़िता के रिश्तेदार भी थे। रास्ते में स्पीड ब्रेकर पर बाइक उछली तो महिला सिपाही उछलकर सिर के बल सड़क पर गिरी। गंभीर चोट आने के कारण बेहोश हो गईं। राहगीरों ने नजदीकी अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। रिश्तेदार को मामूली चोटें आई हैं। महिला सिपाही की एक साल की बेटी है, जिसका 12 दिन पहले ही धूमधाम से बर्थडे मनाया था। घटना सफीपुर थाना क्षेत्र की है। 3 तस्वीरें देखिए... मूलरूप से मऊ जिले की रहने वाले महिला सिपाही प्रियंका यादव (29) उन्नाव के बांगरमऊ थाने में तैनात थीं। थाने के पास ही एक किराये के मकान में एक साथी महिला सिपाही के साथ रहती थीं। 19 वर्षीय युवती से रेप के मामले में पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराने के लिए प्रियंका यादव रविवार दोपहर 11 बजे जिला अस्पताल गई थीं। पर शाम तक मेडिकल नहीं हो सका। वे पीड़िता के 55 वर्षीय रिश्तेदार के साथ बाइक से 5:30 बजे थाना लौट रही थीं। जिला अस्पताल से 35 किलोमीटर दूर सफीपुर थाना क्षेत्र के जमालदीपुर गांव के पास शाम करीब 7:30 बजे स्पीड ब्रेकर पर तेज रफ्तार बाइक उछल गई। जिससे प्रियंका उछलकर सड़क पर गिर पड़ीं। सिर फट गया और खून बहने लगा। स्थानीय लोगों ने एंबुलेंस की मदद से उन्हें जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। बाइक सवार को हल्की-फुल्की खरोंचें आई हैं। कोतवाल एसएन त्रिपाठी ने बताया- प्रियंका के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजते हुए परिजनों को सूचना दे दी गई है। परिजनों के पहुंचने के बाद शव का अंतिम संस्कार कराया जाएगा। सहकर्मी ने बताया- फोन पर हुई थी आखिरी बातप्रियंका के साथ कमरे में रहने वाली सिपाही ज्योति ने बताया- शाम करीब 7 बजे प्रियंका से बात हुई थी। उसने कहा था कि अब मैं उन्नाव से निकल रही हूं। नहीं सोचा था कि यह उसकी आखिरी बात होगी। उन्होंने बताया कि प्रियंका अपनी बेटी के साथ बांगरमऊ में रहती थीं और अक्सर ड्यूटी के बाद परिवार से वीडियो कॉल पर बात करती थीं। एक वर्ष की बेटी हुई अनाथप्रियंका यादव मूल रूप से मऊ के घोसी थाना अंतर्गत बरकोला गांव की रहने वाली थीं। वह 2018 बैच की महिला सिपाही थीं। 10 जून 2023 को उनकी शादी बब्लू यादव से हुई थी, जो उत्कर्ष फाइनेंशियल बैंक में कार्यरत हैं। उनकी एक साल तीन महीने की बेटी वैष्णवी है। 7 अक्टूबर को ही बेटी का पहला जन्मदिन मनाया गया था। हादसे से पूरा परिवार और पुलिस विभाग गहरे सदमे में है। विभाग ने कर्तव्यनिष्ठ सिपाही खो दिया- एसपीपुलिस अधीक्षक जय प्रकाश सिंह ने कहा- प्रियंका यादव एक कर्तव्यनिष्ठ और मेहनती सिपाही थीं। विभाग ने एक समर्पित कर्मचारी को खो दिया है। परिजनों को हर संभव सहायता दी जाएगी। वहीं, सीओ सफीपुर सोनम सिंह ने बताया कि “घटना शाम करीब साढ़े 7 बजे की है। महिला सिपाही उन्नाव जिला अस्पताल से मेडिकल कराकर लौट रही थीं, तभी जमालदीपुर गांव के पास हादसा हो गया। ---------------------------------- ये खबर भी पढ़िए... आगरा-दिल्ली हाईवे पर चलती बस में लगी आग, 3 झुलसे:पूरी बस जलकर राख; दिवाली पर घर जा रहे थे, यात्री बोले- पीछे बैठे लोग पी रहे थे सिगरेट मथुरा में आगरा-दिल्ली नेशनल हाईवे पर रविवार रात चलती बस में आग लग गई। आग इतनी भयानक थी कि पूरी बस जलकर खाक हो गई। सिर्फ उसका ढांचा ही बचा। बस में 50 से 60 लोग सवार थे। सभी दिवाली पर अपने-अपने घर जार रहे थे। उन्होंने किसी तरह कूदकर अपनी जान बचाई। हालांकि, तीन लोग आग की चपेट में आने से झुलस गए। आग की सूचना फायर ब्रिगेड की टीम को दी गई। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। यात्रियों ने बताया कि पीछे बैठे कुछ यात्री सिगरेट पी रहे थे। उसी की वजह से आग लगी होगी। घायलों का इलाज कराया जा रहा है। हालांकि, हादसे की असली वजह जांच के बाद ही सामने आएगी। हादसा थाना रिफाइनरी क्षेत्र में हुआ। पढ़ें पूरी खबर...
13 जुआरी गिरफ्तार, 26 हजार रुपए जब्त:लखनादौन पुलिस की सिहोरा में जुआ फड़ पर दबिश
दीपावली पर्व से पहले लखनादौन पुलिस ने जुए के खिलाफ रात्रि में बड़ी कार्रवाई की है। सिहोरा ग्राम के पास एक जुआ फड़ पर दबिश देकर 13 जुआरियों को गिरफ्तार किया गया। उनके पास से 26 हजार रुपये से अधिक की नकदी जब्त की गई है। लखनादौन थाना प्रभारी कीरत प्रसाद धुर्वे ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि सिहोरा ग्राम स्थित पावर हाउस के पास कुछ लोग जुआ खेल रहे हैं। पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मेहता के मार्गदर्शन में एक टीम गठित की गई, जिसने रात्रि में जुआ फड़ पर छापा मारा। छापेमारी के दौरान सिहोरा निवासी दीपक, एजाज खान, भगवान अहिरवार, रामप्रसाद गोल्हानी, सुधीर पटवा, नीतेश पटवा, दुलीचंद गोल्हानी, चुरका निवासी राजकुमार अहिरवार, सुशील विश्वकर्मा, अनिल अहिरवार, पथरिया निवासी अंतुलाल साहू, खमरिया गोसाई निवासी चूरामन और सेवकराम गोल्हानी को जुआ खेलते हुए पकड़ा गया। गिरफ्तार किए गए सभी 13 जुआरियों के खिलाफ जुआ एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने उनके पास से कुल 26 हजार रुपए की राशि जब्त की है। पुलिस ने बताया कि क्षेत्र में जुआड़ियों पर अंकुश लगाने के प्रयास जारी हैं। दीपावली की रात को भी जुआ खेलने की संभावना को देखते हुए पुलिस गश्त बढ़ाएगी।
दीपोत्सव पर शहर में 20 एवं 21 अक्टूबर को भी विशेष यातायात व्यवस्था रहेगी। इस दौरान शहर के मुख्य बाजारों में सुबह से रात 12 बजे तक तीन पहिया और चौपहिया वाहनों का प्रवेश बंद रहेगा। साथ ही वाहन पार्क करने के लिए स्थान भी चिह्नित किए गए है। यहां रहेगी तिपहिया व चार पहिया वाहनों की आवाजाही बंद यहां से आ-जा सकेंगे वाहन यहां होगी चौपहिया वाहन पार्किंग यहां होगी दोपहिया वाहन पार्किंग
लुधियाना को मिलेगा पहला एग्जीबिशन ग्राउंड:दो साइट्स पर हो रहा विचार उद्योग जगत में बढ़ी उम्मीदें
लुधियाना शहर की इंडस्ट्री के लिए लंबे समय से उठ रही एक बड़ी मांग अब पूरी होती दिख रही है। सरकार ने लुधियाना को उसका पहला एग्जीबिशन ग्राउंड देने की दिशा में कदम बढ़ा दिया है। उद्योग मंत्री संजीव अरोड़ा ने बताया कि प्रोजेक्ट को लेकर दो साइट्स पर विचार चल रहा है एक जालंधर बायपास के पास और दूसरी चंडीगढ़ रोड पर वर्धमान के सामने।मंत्री अरोड़ा ने कहा कि फिलहाल जालंधर बायपास के पास डॉ. अंबेडकर भवन के नजदीक, पनसप की करीब 10 एकड़ जमीन इस प्रोजेक्ट के लिए सबसे उपयुक्त मानी जा रही है। यह लोकेशन शहर के बीचोंबीच होने के साथ-साथ सभी आवश्यक सुविधाओं से लैस है। 25 साल से अधूरी थी इंडस्ट्री की यह मांग लुधियाना की इंडस्ट्री को अपने स्थायी एग्जीबिशन स्थल का इंतजार करीब 25 साल से था। अब तक उद्योगों को अपने प्रोडक्ट शोकेस के लिए होटल हॉल, स्कूल ग्राउंड या किराए के मैदानों का सहारा लेना पड़ता था। इस घोषणा के साथ ही शहर के उद्योगपतियों में नई उम्मीद जगी है। कई सरकारों ने दिए थे आश्वासन इस मुद्दे को पहली बार साल 2007 में पीएयू में कमल एसोसिएशन की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री स्व. प्रकाश सिंह बादल के समक्ष उठाया गया था। बादल ने घोषणा भी की थी, लेकिन प्रोजेक्ट आगे नहीं बढ़ सका। इसके बाद कई सरकारों ने इसे लेकर वादे किए, मगर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के आखिरी दौर में ग्लाडा ग्राउंड को प्रस्तावित किया गया, लेकिन योजना अधूरी रह गई। अब आप सरकार ने इस मांग को हकीकत में बदलने का रास्ता खोल दिया है। अब उद्योगों को मिलेगा अपना स्थायी मंच इस एग्जीबिशन सेंटर के बनने से न सिर्फ लुधियाना, बल्कि आस-पास के इलाकों के उद्योगों को भी फायदा होगा। टेक्सटाइल, मशीन टूल्स, साइकिल, गारमेंट्स और ऑटो कंपोनेंट्स जैसे सेक्टर अब अपने ट्रेड फेयर और शो बड़े स्तर पर कर सकेंगे। इंडस्ट्रियल वर्ग को उम्मीद है कि यह प्रोजेक्ट अब सिर्फ कागज़ों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि वाकई लुधियाना को ‘इंडस्ट्री एक्सपो हब’ के रूप में नई पहचान दिलाएगा।
बाघिन रिद्धि का मेल शावक हुआ घायल:आगे दाहिने पैर में दिखा घाव, वन विभाग कर रहा है मॉनिटरिंग
रणथंभौर टाइगर रिजर्व से बाघिन रिद्धि के घायल होने की खबर सामने आई है। यहां पर्यटकों ने बाघिन के मेल शावक के आगे के पैर में घायल देखा। हालांकि वन विभाग की ओर बाघिन के साथ सभी शावकों की मॉनिटरिंग की जा रही है और शावक की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। पर्यटकों को दिखा आगे के पैर में घाव जानकारी के अनुसार पर रविवार को पर्यटकों को बाघिन व उसके शावक जोन नंबर तीन में दिखाई दिए थे। इसी दौरान एक पर्यटक को बाघिन के मेल शावक के आगे वाले दाहिने पैर में एक गांव दिखाई दिखा। हालांकि घाव चार से पांच पुराना लग रहा था। वन विभाग के अनुसार आगे के पैर में घाव होने के चलते चिंता बात नहीं है। शावक के घाव को जीभ से चाटकर सही करने की संभावना है। हालांकि वन विभाग की ओर से शावक की लगातार मॉनिटरिंग और ट्रेकिंग की जा रही है। साल 2023 में दिया था शावकों को जन्म बाघिन रिद्धि की उम्र लगभग सात साल है। इसने 2023 में तीन शावकों को जन्म दिया, जिसमें से सबसे बड़ी शावक मीरा के साथ रिद्धि का संघर्ष भी हुआ था। जिसके बाद मेल शावक के घायल होने की खबर सामने आई है।
आरा-बक्सर फोरलेन पर तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने सवारियों से भरी ई-रिक्शा में टक्कर मार दी। हादसे में सगी बहन समेत 5 लोग घायल हो गए। इलाज के लिए सदर अस्पताल में एडमिट कराया गया है। घटना गजरागंज ओपी क्षेत्र के बामपाली के पास की है। घायलों में सीवान जिला के मेरवा थाना क्षेत्र के इंग्लिश गांव निवासी रतन पांडेय, उसी गांव के हिमांशु तिवारी और उदवंतनगर थाना क्षेत्र के सेमरिया गांव निवासी राज किशोर राम, उनकी दो भतीजी सुनीता कुमारी, सुगम कुमारी शामिल है। पीछे से मारी टक्कर रतन पांडेय ने बताया कि टीचर का एग्जाम देने के लिए अपने दोस्त हिमांशु तिवारी के साथ अपना सेंटर देखने के लिए बामपाली जा रहा था। जबकि राज किशोर राम अपने दोनों भतीजी सुनीता कुमारी औल मुगम कुमारी के साथ थे। बामपाली के पास पीछे से आ रही फोर व्हीलर ने ई-रिक्शा में जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में 5 लोग जख्मी हो गए। वहीं, नवल किशोर ने बताया कि पत्नी सोनी देवी जीरो माइल स्थित एक निजी अस्पताल में काम करती है। उसी के पास हमलोग गए हुए थे। स्कॉर्पियो ने रॉन्ग साइड से आकर जोरदार टक्कर मार दी। ऑन ड्यूटी चिकित्सक ने बताया कि सुगम समेत सभी को काफी गंभीर चोटें आई हैं। इमरजेंसी वार्ड में सभी का प्राथमिक उपचार कर दिया गया है। हालांकि एक बच्ची की हालत नाजुक है। जिसे बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया है।
अलवर शहर के अखेपुरा थाना इलाके के कालाकुआं बनिया का बाग में पिता के पुराने मकान को लेकर भाइयों के परिवारों में जमकर लात-घूसे और वाइपर चले। इस झगड़े का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। मारपीट में करीब 6 लोग घायल हो गए, जिन्हें अलवर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मामला रविवार रात करीब साढे 9 का है पीड़ित पक्ष का कहना है कि आरोपी फर्जीवाड़ा कर मकान पर कब्जा करना चाहते हैं। घायल मदन लाल सैनी ने बताया कि वह अपने घर की ऊपरी मंजिल पर खाना खा रहा था, तभी उसके बच्चे ने फोन कर बताया कि उसे आरोपियों ने दुकान पर पकड़ लिया और पीटा जा रहा है। जब वह नीचे आया तो उस पर हमला कर दिया गया। हमला करने वालों में सोनू, मोनू, रामलाल, रामस्वरूप, मुकेश, कमलेश, चेनू और गून्नू शामिल बताए जा रहे हैं। यह झगड़ा दो भाइयों के परिवारों के बीच हुआ। घायल मदन लाल सैनी, रामजीलाल सैनी, खेमचंद सैनी, सचिन सैनी और बाबूलाल सैनी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मदन लाल सैनी ने बताया कि यह मकान उनके पिता नानक राम सैनी का था। इस मकान को लेकर पहले से पारिवारिक विवाद चल रहा था। 20 साल तक केस चलने के बाद मकान उनके नाम हुआ, लेकिन अब बड़े भाइयों के परिवार उस पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। फिलहाल अखेपुरा थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है
दीपावली का त्योहार रोशनी, मिठास और खुशियों के साथ-साथ पटाखों की धमक से भी जुड़ा होता है, लेकिन यही धमक कभी-कभी खतरनाक हादसों में तब्दील हो जाती है। हर साल दीपावली पर कई लोग आंखों, त्वचा और हाथों की जलन या चोटों से परेशान होकर अस्पताल पहुंचते हैं। इसको लेकर गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज (GSVM) के विशेषज्ञों ने आमजन को सजग रहने की सलाह दी है। आंखों की सुरक्षा को न करें नजरअंदाज नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. शालिनी मोहन ने बताया कि पटाखों से निकली चिंगारियां या धुआं सबसे पहले आंखों को नुकसान पहुंचाते हैं। उन्होंने कहा, पटाखा जलाते समय बच्चों और बड़ों दोनों को आंखों पर चश्मा पहनना चाहिए। यह कोई मेडिकल चश्मा नहीं, बल्कि साधारण सुरक्षात्मक चश्मा भी हो सकता है। इससे उड़ती चिंगारियों से आंखों की रक्षा होती है। साफ और ठंडे पानी से धोएं आंख उन्होंने बताया कि यदि किसी कारणवश आंख में धूल या पटाखे की राख चली जाए, तो तुरंत साफ और ठंडे पानी से आंखों को धोएं, लेकिन बिना डॉक्टर की सलाह के कोई दवा या आई ड्रॉप न डालें। अगर जलन बनी रहती है या आंखें लाल हो जाएं तो तुरंत पास के नेत्र चिकित्सक या अस्पताल में दिखाएं। त्वचा की जलन से ऐसे करें बचाव स्किन रोग विशेषज्ञ डॉ. डीपी शिवहरे ने दीपावली के मौके पर पटाखों से जलने वाली त्वचा की चोटों के प्रति भी लोगों को सतर्क किया है। उन्होंने कहा, पटाखों को हमेशा उचित दूरी से जलाएं और खासकर बच्चों के साथ कोई न कोई व्यस्क जरूर मौजूद रहे। अक्सर बच्चे जल्दबाजी या लापरवाही में पटाखों को हाथ में पकड़कर या बहुत पास से जलाने की कोशिश करते हैं, जो त्वचा पर जलन या फफोले का कारण बनती है। ठंडे पानी से धोएं उन्होंने बताया कि यदि किसी की त्वचा जल जाए तो घबराने की बजाय सबसे पहले उस हिस्से को ठंडे साफ पानी से धोएं और फिर हल्के हाथों से पोछकर कोई एंटीबायोटिक क्रीम लगा सकते हैं। लेकिन अगर जली हुई त्वचा ज्यादा जगह पर फैली हो या दर्द ज्यादा हो, तो तुरंत नजदीकी प्राथमिक चिकित्सा केंद्र या अस्पताल में डॉक्टर से परामर्श लें। पटाखों के दौरान बरतें ये जरूरी सावधानियां
मेरठ के परीक्षितगढ़-मेरठ मार्ग पर रविवार देर रात हुए सड़क हादसे में दो युवकों की मौत हो गई, जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया। यह दुर्घटना ब्लॉक कार्यालय के समीप दो बाइकों की आमने-सामने की भिड़ंत के कारण हुई। मृतकों की पहचान थाना भावनपुर क्षेत्र के गांव मुबारिकपुर निवासी विक्रांत (23) पुत्र देवेंद्र और इंचौली थाना क्षेत्र के महल निवासी महेश पुत्र बिन्नी के रूप में हुई है। विक्रांत अपने साथी प्रशांत के साथ परीक्षितगढ़ से गांव लौट रहा था, तभी सामने से आ रही महेश की बाइक से उनकी टक्कर हो गई। हादसा इतना गंभीर था कि विक्रांत की मौके पर ही मौत हो गई। महेश और प्रशांत गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना मिलने पर थाना प्रभारी विजय राय पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और घायलों को सीएचसी भेजा। वहां से उन्हें मेरठ रेफर किया गया, लेकिन महेश ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। पुलिस ने दोनों मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं। थाना प्रभारी ने बताया कि हादसे के समय दोनों बाइक सवारों ने हेलमेट नहीं पहना था। मृतक विक्रांत अविवाहित था और अपने दो भाइयों में दूसरे नंबर का था।
बिहार में विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण के लिए नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। सिवान जिले के जीरादेई विधानसभा का मतदान भी इसी चरण में होगा। यहां से प्रत्याशी ई. प्रमोद कुमार मल्ल (पीके मल्ल) की इन दिनों गोरखपुर में खूब चर्चा है। दरअसल पीके मल्ल का गोरखनाथ मंदिर से गहरा जुड़ाव रहा है। वह उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा गठित हिन्दू युवा वाहिनी (हियुवा) में प्रदेश प्रभारी रहे हैं। प्रदेश महासचिव की जिम्मेदारी भी निभा चुके हैं। अब वह 'हाथी' पर सवार हो चुके हैं। यानी जीरादेई से बसपा के टिकट पर अपना भाग्य आजमा रहे हैं। पीके मल्ल मूल रूप से बिहार के सिवान जिले के पुनक के रहने वाले हैं। गोरखपुर उनका कर्मक्षेत्र रहा है। राजनीतिक करियर के लिहाज से उन्होंने सिवान जिले को चुना है। माना जा रहा था कि गोरखनाथ मंदिर, हिन्दू युवा वाहिनी से जुड़ाव के कारण वह भाजपा के साथ रहेंगे लेकिन उन्होंने अपनी राह बदल ली है। ई. पीके मल्ल को बसपा की संशोधित सूची में प्रत्याशी बनाया गया है। वह नामांकन भी कर चुके हैं। अब जानिए बिहार की राह क्यों चुनी हिन्दू युवा वाहिनी एक गैर राजनीतिक संगठन है। यही कारण है कि सामाजिक एवं सांस्कृतिक कार्यों के अलावा मल्ल कभी राजनीतिक मंचों पर सक्रिय नजर नहीं आए। गोरखनाथ मंदिर के आयोजनों में उनकी प्रमुख भूमिका होती थी। लेकिन योगी आदित्यनाथ के दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने भी राजनीतिक को करियर के रूप में चुना। राजनीति के जानकार बताते हैं कि उनकी प्रबल इच्छा थी कि गोरखपुर से महापौर का चुनाव लड़ें। भाजपा से टिकट पाने वालो की सूची में वह अपना नाम काफी आगे मानकर चल रहे थे। लेकिन जब सूची जारी हुई तो भाजपा प्रत्याशी के रूप में डा. मंगलेश श्रीवास्तव का नाम सामने आया। इसी के बाद पीके मल्ल ने बिहार का रास्ता पकड़ा और सिवान से लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गए। भाजपा से लोकसभा टिकट के लिए खूब किया प्रयासगोरखपुर में महापौर के लिए टिकट न मिलने के बाद पीके मल्ल सिवान चले गए। यह उनका मूल जिला है। यहीं के एक गांव पुनक के वह मूल निवासी हैं। लोकसभा क्षेत्र में उनकी सक्रियता बढ़ गई। भाजपा से टिकट की दावेदारी भी की। लेकिन यह सीट जनता दल यूनाइटेड के खाते में चली गई। टिकट न मिलने पर वह चुनाव नहीं लड़े लेकिन उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र जीरादेई में सक्रियता बढ़ा दी। पिछले दो वर्षों में गोरखपुर में नहीं रही सक्रियतापीके मल्ल पिछले दो वर्षों से गोरखपुर में सक्रिय नहीं रहे। उन्होंने अपना अधिकतर समय सिवान एवं जीरादेई विधानसभा में दिया। लोकसभा का टिकट न मिलने के बाद वह भाजपा या उसकी सहयोगी पार्टी से जीरादेई से टिकट चाहते थे। लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने बसपा की राह पकड़ी। बसपा बिहार में अकेले चुनाव लड़ रही है। पहली सूची में बसपा ने मदन प्रसाद गोंड को जीरादेई से प्रत्याशी बनाया था लेकिन अंतिम मौके पर टिकट बदलकर पीके मल्ल को सिंबल दिया। बसपा के टिकट पर मल्ल अपना पर्चा दाखिल कर चुके हैं और 6 नवंबर को होने वाले मतदान के लिए जोर-शोर से लगे हैं।
ट्रेन की चपेट में आने से व्यक्ति की मौत:पानीपत रेलवे जंक्शन के पास रेलवे लाइन पार कर रहा था व्यक्ति
पानीपत रेलवे जंक्शन के पास अंबाला की ओर जाने वाली रेलवे लाइन पर सोमवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया। यहां एक 48 वर्षीय व्यक्ति ट्रेन की चपेट में आ गया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। ट्रेन में सफर कर रहे एक यात्री ने घटना की सूचना रेलवे कंट्रोल नंबर पर दी, जिसके बाद जीआरपी टीम तुरंत मौके पर पहुंची। जीआरपी थाना प्रभारी राजेश कुमार ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि व्यक्ति रेलवे लाइन पार कर रहा था तभी अचानक गुजर रही ट्रेन की चपेट में आ गया। हादसा इतना भीषण था कि व्यक्ति ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पानीपत सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है। थाना प्रभारी ने बताया कि मृतक की फिलहाल पहचान नहीं हो पाई है। व्यक्ति की उम्र करीब 48 वर्ष बताई जा रही है। पुलिस ने शव की पहचान के लिए आसपास के थानों में सूचना भेज दी है और मृतक की तस्वीरें भी साझा की गई हैं। जिससे जल्द से जल्द शिनाख्त की जा सके। सावधानी से करें सफर उन्होंने कहा कि रेलवे लाइन पार करते समय सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। लोगों को केवल निर्धारित फाटकों और ओवरब्रिज का ही प्रयोग करना चाहिए। दीवाली के मौके पर यात्रियों की भीड़ बढ़ जाती है। इसलिए सभी को रेल पटरियों और प्लेटफॉर्म पर सतर्क रहने की सलाह दी जाती है। जीआरपी ने कहा कि पहचान होने पर शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा और मामले की आगे की कार्रवाई की जाएगी।
कांके रोड स्थित चौपाटी रेस्टोरेंट के संचालक विजय नाग की हत्या के मुख्य आरोपी अभिषेक सिंह की रविवार देर रात पुलिस से मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ सुकुरहुट्टू क्षेत्र में हुई, जहां पुलिस की जवाबी कार्रवाई में अभिषेक के दोनों पैरों में गोली लगी। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उसे इलाज के लिए रिम्स में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने उसके संपर्क में रहने वाले हरेंद्र सिंह और जेठा को भी हिरासत में लिया है। शनिवार रात बिरयानी को लेकर हुए विवाद में विजय नाग की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने घटनास्थल से कई सुराग जुटाए थे। लगातार आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही थी। बिहार भागने की फिराक में था आरोपी पुलिस जांच में पता चला है कि अभिषेक सिंह मूल रूप से बिहार का निवासी है और फिलहाल कांके स्थित भिट्ठा में रहता था। वह कांके इलाके में जमीन खरीद-बिक्री के कारोबार से जुड़ा हुआ था और कई लोगों से जमीन विवाद में भी उलझा था। हत्या के बाद वह बिहार भागने की फिराक में था। पुलिस की सक्रियता के कारण वह रिंग रोड के पास ही पकड़ लिया गया। एएसपी के निर्देश पर बॉर्डर इलाकों में पहले से निगरानी बढ़ा दी गई थी, इसी दौरान उसकी गाड़ी पुलिस की नजर में आ गई। पुलिस ने उसे रुकने का इशारा किया तो उसने फायरिंग शुरू कर दी, जवाबी कार्रवाई में उसके पैरों में गोली लगी। हत्या के विरोध में कांके रोड जाम इधर, विजय नाग की हत्या से आक्रोशित स्थानीय दुकानदारों और नागरिकों ने रविवार सुबह करीब 9 से 10 बजे तक कांके रोड को जाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी और सख्त सजा की मांग की। सड़क जाम की सूचना पर कांके थाना प्रभारी और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और लोगों को आश्वासन दिया कि अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी होगी। पुलिस की तत्परता से 24 घंटे के अंदर तीन लोगों की गिरफ्तारी ने लोगों में आंशिक संतोष तो दिलाया, लेकिन घटना को लेकर आक्रोश कम नहीं हुआ है। चैंबर बोली- अपराधियों में नहीं बचा पुलिस का खौफ विजय नाग की हत्या के बाद झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स ने राजधानी की बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर गंभीर चिंता जताई है। रविवार को चैंबर भवन में आपात बैठक आयोजित की गई, जिसमें अध्यक्ष आदित्य मल्होत्रा, उपाध्यक्ष प्रवीण लोहिया, महासचिव रोहित अग्रवाल, सह सचिव नवजोत अलंग और कोषाध्यक्ष अनिल अग्रवाल उपस्थित थे। लॉ एंड ऑर्डर उप समिति के चेयरमैन मुकेश अग्रवाल ने घटनास्थल का दौरा कर अधिकारियों से सख्त कार्रवाई की मांग की। होटल और बैंक्वेट उप समिति के चेयरमैन त्रिलोचन सिंह ने कहा कि राजधानी में दिनदहाड़े हत्या और गोलीकांड की घटनाएं हो जा रही हैं। अपराधियों में प्रशासन का भय समाप्त हो गया है। उन्होंने पुलिस से मांग की कि अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई कर राजधानी में कानून का खौफ बहाल किया जाए।
दीपावली, रोशनी और खुशियों का त्योहार, हर साल दस्तक देता है, लेकिन भिंड जिले में एक ऐसा परिवार है जिसके लिए यह सिर्फ अहसासों का त्योहार बनकर रह जाता है। मुकुट सिंह का पुरा गांव में रहने वाले रामशरण सिंह चौहान के परिवार के दस सदस्य जन्मजात अंधे (दृष्टिहीन) हैं। पति-पत्नी, चार बेटियां और चार नातिन शामिल हैं।सरस्वती, जो खुद और उनके पति दोनों अंधे हैं, बताती हैं कि दिवाली उनके लिए अहसासों का त्योहार है। वे पूजा नहीं कर सकते, पकवान नहीं बना सकते और बच्चे पटाखे भी नहीं फोड़ सकते। सरस्वती कहती हैं कि जब उनकी सास जिंदा थीं, तब पूजा अच्छी तरह होती थी, लेकिन अब उन्हें दूसरों पर निर्भर रहना पड़ता है। रामशरण भावुक होकर कहते हैं कि दिवाली सबके लिए खुशी लेकर आती है, लेकिन उनके लिए यह सिर्फ अहसासों का त्योहार है। वे न तो पकवान देख पाते हैं, न मिठाई का आनंद ले पाते हैं और न ही आतिशबाजी कर पाते हैं। उनकी बेटी पूजा कहती है कि वह सिर्फ दीवार पर मारने वाले पटाखे ही चला सकती है, बाकी कुछ नहीं। यह परिवार दीपावली की खुशियों से वंचित है, लेकिन फिर भी वे अपनी तरह से त्योहार मनाने की कोशिश करते हैं। दीपावली पर्व पर जब दैनिक भास्कर टीम रामशरण सिंह चौहान के घर पहुंची, तो घर सजा हुआ था, मिठाइयां भी रखी थीं, लेकिन लक्ष्मी पूजा होगी या नहीं, यह कहना मुश्किल था। पढ़िए पूरी रिपोर्ट... रामशरण का परिवार: अंधेरा ही जिंदगी बनादैनिक भास्कर की टीम जब भिंड के मुकुट सिंह का पुरा में रहने वाले रामशरण सिंह चौहान के घर पहुंची, तो बुजुर्ग रामशरण आंगन में बैठे थे। उनकी बेटी पूजा आंगन को गोबर से लीप रही थी। सरस्वती घर के अंदर छोटे-मोटे काम कर रही थी।दीपावली त्योहार को लेकर रामशरण की पत्नी सरस्वती ने कहा कि मेरे और मेरे पति दोनों जन्मजात अंधे हैं। हमारी चार बेटियां हैं—सबसे बड़ी चांदनी, फिर अंकिता, रचना और छोटी पूजा। तीन बेटियों की शादी हो चुकी है। चांदनी और अंकिता के दो-दो बेटे भी हैं, उन्हें भी दिखाई नहीं देता है। सरस्वती बोलीं- पूजा भी दूसरों से कराते हैं सरस्वती कहती हैं-दिवाली मेरे लिए अहसासों का त्योहार है। हम पूजा नहीं कर सकते, पकवान नहीं बना सकते और बच्चे पटाखे भी नहीं फोड़ सकते। जब मेरी सास जिंदा थीं, तब पूजा अच्छी तरह होती थी। अब मुझे दूसरों पर निर्भर रहना पड़ता है। कभी दामाद को बुलाकर पूजा कराती हूं तो कभी ननद को। कई बार नाते-रिश्तेदार नहीं आते, तो गांव के आस-पास के लोगों को बुलाकर पूजा कराती हूं।सरस्वती अपने दिल का दर्द बयां करते हुए कहती हैं, हर घर में दिवाली पर तरह-तरह की मिठाइयां बनती हैं, लेकिन हमारे घर में मिठाई और पूजा सामग्री देने के लिए केवल कुछ समाजसेवी ही आते हैं, तब थोड़ी खुशी मिलती है। अगर कोई नहीं आता तो घर में मिठाई बनाना भी मुश्किल हो जाता है। रामशरण ने कहा-यह दुनिया हम जैसे लोगों के लिए नहीं हैसरस्वती के पति रामशरण का कहना है कि दिवाली सबके लिए खुशी लेकर आती है, लेकिन मेरे लिए यह अहसासों का त्योहार है। कोई घर में अच्छा पकवान बनाता है या मिठाई देता है, हम उसे देखकर आनंद नहीं ले पाते। चारों ओर आतिशबाजी की आवाजें आती हैं, जो सुनने में अच्छी लगती हैं, लेकिन हम कुछ नहीं कर सकते। मैंने या मेरे बच्चों ने कभी आतिशबाजी नहीं की। इस बात का मलाल हमेशा रहता है।इतना बोलकर रामशरण भावुक हो जाते हैं और हाथ जोड़ते हुए कहते हैं-हे भगवान, किसी को अंधा मत बनाना। यह दुनिया हम जैसे लोगों के लिए नहीं है। पूजा बोली-पटाखों की आवाज अच्छी लगती हैसरस्वती की बेटी पूजा बताती हैं, दिवाली पर मैं सिर्फ दीवार पर मारने वाले पटाखे ही चला सकती हू। बाकी कोई पटाखा नहीं चला सकती। पटाखों की आवाज़ बहुत अच्छी लगती है, लेकिन आंखें न होने के कारण आग नहीं जला सकती। लगता है कि अगले जन्म में ही पटाखे चला पाऊंगी। मिलजुलकर करते हैं सारा काम रचना के पति धर्मेंद्र ने बताया कि मेरी शादी जनवरी 2019 में हुई थी। जब मेरे ससुरजी मुझे रचना को दिखाने आए थे, तभी उन्होंने स्पष्ट कहा था कि मेरी बेटियों को दिखाई नहीं देता। शादी के बाद हम सभी लोग मिलजुलकर घर का सारा काम करते हैं। खाना-पीना हम खुद ही बना लेते हैं। वे लोग गरीब हैं और हम भी साधारण परिवार से हैं, इसलिए हमने यह सोचकर शादी की थी कि गरीब परिवार की लड़की से विवाह करेंगे तो साथ मिलकर जीवन को अच्छे से निभा लेंगे। हम अपने जीवन से खुश हैं। हमारे दो बच्चे हैं, जिन्हें भी दिखाई नहीं देता, लेकिन वे भी अच्छे से रहते हैं। मेरे छोटे भाई की पत्नी, रचना की बहन है। उसके भी दो बच्चे हैं और उन्हें भी दिखाई नहीं देता। रचना की छोटी बहन को भी नहीं दिखता, लेकिन इसके बावजूद हम सब मिलजुलकर रहते हैं और हमें किसी तरह की कोई परेशानी नहीं है। अंकुर बोला-समझदार और भोली-भाली है पूजा पूजा के मंगेतर अंकुर का कहना है कि मैं ऐसी लड़की से शादी करना चाहता था जो मुझे समझे। भले ही पूजा को दिखाई नहीं देता परंतु पूजा एक समझदार भोली-भाली लड़की है। ऐसे साधारण परिवार की लड़की ही मुझे चाहिए थी। इसलिए मैंने पूजा के साथ शादी करना स्वीकार किया है। हम लोगों की सगाई हो चुकी है। 30 नवंबर को शादी होने जा रही है। मैं जेसीबी चालक हूं परिवार का भरण-पोषण अच्छे से कर सकता हूं। पूजा भी परिवार के साथ अच्छे से मिलजुलकर रह सकती है। एक्सपर्ट व्यू-आनुवांशिक बीमारी है नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. रविकांत जैन का कहना है कि यह एक तरह की आनुवांशिक बीमारी है। इसमें आंख की पुतली छोटी होती है और रोशनी नहीं होती। ऐसे परिवारों की गहन जांच और आधुनिक इलाज के जरिए ही आने वाली पीढ़ियों में आंखों की रोशनी लौटाई जा सकती है। हालांकि, यह उपचार केवल बड़े शहरों में संभव है।
पाली में आज मनाया जाएगा दीपोत्सव:देर रात तक माता महालक्ष्मी के पूजन के लिए कई श्रेष्ठ मुहूर्त
खुशी और समृद्धि का पर्व दीपावली का त्योहार आज यानि 20 अक्टूबर को मनाया जा रहा है। शुभ मुहूर्त में शहरवासी धन और वैभव की देवी माता महालक्ष्मी का पूजन कर खुशहाली की कामना करेंगे। आतिशबाजी कर खुशी जताएंगे। दीपावली को लेकर शहरवासियों ने अपने मकान को भी आकर्षक रोशनी से सजाए है। व्यापारियों ने अपनी शॉप और मार्केट को डेकोर किया है। तो प्रशासन ने भी सरकारी ऑफिस, चौराहों को आकर्षक रोशनी से सजाया है। ऐसे में पूरा शहर इन दिनों आकर्षक रोशनी से सजा नजर आ रहा है। पाली के पंडित चैतन्य श्रीमाली के अनुसार 20 अक्टूबर सोमवार को चोपड़ा लाने ,गादी स्थापना एवं स्याही भरना,दवात कलम संवारना के लिए सुबह मुहूर्त प्रातः 9:33 से 10:59 शुभ,दोपहर 01:51 से 3:17 चर, दोपहर 3:17 से 4:43 लाभ, शाम 4:43 से 6:09 अमृत रहेंगे।साथ ही चौघड़िया अनुसार दीपावली पूजन के शुभ मुहूर्त दोपहर 01:51 से 3:17 चर, दोपहर 3:17 से 4:43 लाभ, शाम 4:43 से 6:09 अमृत, शाम 6:09 से 7:43 चर, रात्रि 10:51 से 12:25 लाभ का रहेगा।इसी तरह लग्नानुसार यह मुहूर्त रहेंगे- वृश्चिक लग्न प्रातः 8:49 से 11:06 तक, धनु लग्न दोपहर 11:06 से 01:10 बजे तक, अभिजीत दोपहर 12:02 से 12:48 तक, कुंम्भ लग्न दोपहर 02:56 से 4:27 बजे तक, गोधूलिक वेला शाम 5:46 से 6:12 बजे तक, वृषभ लग्न शाम 7:34 से 9:31 तक, मिथुन लग्न रात्रि 9:31 से 11:45 तक, सिंह लग्न रात्रि 02:03 से 04:16 बजे तक रहेगा।इसके साथ ही पूजा उत्थापन रोकड़ मिलान लेखन,नावा कार्य शुभारंभ एवं गोवर्धन पूजा 22 अक्टूबर 2025 बुधवार को प्रातः 6:44 से 9:33 लाभ-अमृत, दोपहर 10:58 से 12:25 शुभ वेला, दोपहर 03:10 से 5:59 चर -लाभ का रहेगा। भाई दूज का तिलक कार्तिक शुक्ल द्वितीया 23 अक्टूबर को रहेगा। बैठक कर आज 20 अक्टूबर को दीपावली मनाने का लिया निर्णय हिंदू महोत्सव समिति के तत्वाधान में रविवार शाम को शहर के सर्राफा बाजार में मीटिंग हुई। जिसमें दीपावली दीपोत्सव मनाने को लेकर वापस विचार किया गया और सर्व सहमति से 20 अक्टूबर को दीपावली मनाने का निर्णय लिया गया। शहर के मार्केट में रोशनी की सजावट भी 20 अक्टूबर की शाम को होगी और माता महालक्ष्मी का पूजन भी शुभ मुहूर्त में किया जाएगा। बैठक में बाजार के सभी व्यापारी एवं अन्य संगठनों संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे। बता दे कि गत दिनों विश्व हिंदू परिषद ने बैठक कर 21 अक्टूबर को दीपावली मनाने का निर्णय लिया गया था। लेकिन बैठक कर 20 अक्टूबर को दीपावली मनाने का निर्णय लिया गया। 21 अक्टूबर को पूजन के यह रहेंगे मुहूर्त इस बार तिथि के संशय को लेकर कई जने 21 अक्टूबर को माता महालक्ष्मी का पूजन करेंगे। पाली के पंडित शंभूलाल शर्मा के अनुसार 21 अक्टूबर को माता महालक्ष्मी के पूजन के लिए शाम को प्रदोष वेला में 559 से 832 तक पूजन किया जा सकता है। इसके साथ ही वृषभ लग्न शाम 7:24 से 9:21 बजे तक, चौघ लाभ- 7:35 से 9:10 बजे तक, मिथुन लग्न - 9:21 से 11:34 बजे तक, चौघ शुभ- 10:46 से 12:21 तक, कर्क लग्न- 11:34 से 01:52 तक, चौघ अमृत- 12:21 से 01:57 तक, सिंह लग्न - 01:52 से 4:07 तक, चौघ चंचल- 1:57 से 3:31 तक और कन्या लग्न में 4:07 से 6:22 तक पूजन का मुहूर्त रहेगा। उत्थापन का मुहूर्त 22 अक्टूबर लाभ, अमृत सुबह 6:45 से 9:32 तक और चौघ शुभ सुबह 10:56 से 12:21 तक रहेगा।
हरियाणा में इसी महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आ सकते हैं। संभव है कि 25 नवंबर को कुरुक्षेत्र में होने वाली गीता जयंती के कार्यक्रम प्रधानमंत्री शामिल हों। इससे पहले हरियाणा सरकार के एक साल पूरे होने पर 17 अक्टूबर को सोनीपत में प्रधानमंत्री की रैली तय हुई थी, लेकिन बाद में कार्यक्रम रद्द कर दिया गया था। इसके पीछे का कारण सीनियर आईपीएस ऑफिसर वाई पूरन कुमार की सुसाइड के कारण मचे सियासी घमासान को बताया जा रहा था। सोनीपत में कार्यक्रम रद्द होने के बाद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने दोबारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से समय मांगा था। पटना में सीएम ने शाह से की चर्चा हरियाणा सीएम नायब सैनी के बिहार दौरे के दौरान 18 अक्टूबर को बिहार की राजधानी पटना में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के दौरान भी पीएम मोदी के दौरे को लेकर चर्चा हुई थी। अमित शाह ने मुख्यमंत्री सैनी को पीएम का कार्यक्रम जल्द कराने का आश्वासन दिया था। इससे पूर्व 17 अक्टूबर को सोनीपत में पीएम मोदी की रैली को लेकर तैयारियां पूरी हो चुकी थीं। राज्य सरकार इस दिन को एक साल में हासिल की गई उपलब्धियों के उत्सव के रूप में मनाने के साथ सभी सरकारी योजनाओं की झलक दिखाने वाली प्रदर्शनी भी लगवाने वाली थी। तीसरी बार हरियाणा आएंगे पीएम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पिछले एक वर्ष में हरियाणा में यह तीसरा दौरा होगा। 8 दिसंबर 2024 को उन्होंने पानीपत में बीमा सखी योजना का शुभारंभ किया था। इसके बाद 14 अप्रैल 2025 को हिसार में हरियाणा के पहले एयरपोर्ट से अयोध्या के लिए उड़ान शुरू की और यमुनानगर में 800 मेगावाट बिजली की थर्मल यूनिट का शिलान्यास किया था। अब कुरुक्षेत्र में मोदी का एक साल में तीसरा दौरा होगा।
भोजपुर पुलिस और पटना एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई की है। इमादपुर थाना क्षेत्र के राजपुर गांव में छापेमारी कर कारतूस और मैगजीन के साथ एक बदमाश को गिरफ्तार किया है। जिसकी पहचान संजय यादव के तौर पर हुई है। 315 बोर के आठ जिंदा कारतूस, तीन खोखा और एक मैगजीन मिला है। घटनास्थल से कोई हथियार बरामद नहीं हो सका। आर्म्स एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। एसटीएफ को गुप्त सूचना मिली थी कि इमादपुर सोन दियारा क्षेत्र में कुछ अपराधी अवैध हथियार और कारतूस के साथ किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं। सूचना के सत्यापन के बाद एसटीएफ की टीम राजपुर पहुंची और इमादपुर थाना पुलिस के सहयोग से छापेमारी की। इस दौरान संजय यादव को मौके से दबोच लिया गया। छापेमारी अभियान में इमादपुर थानाध्यक्ष सुनीत सिंह, डीआईयू के अफसर और एसटीएफ के जवान शामिल थे। पूरे अभियान का नेतृत्व एसटीएफ के पटना स्थित यूनिट के अधिकारियों ने किया। नेटवर्क खंगाल रही है पुलिस थानाध्यक्ष सुनीत सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी संजय यादव का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड रहा है। वर्ष 2020 में मारपीट और चोरी के मामलों में भी वह आरोपी रह चुका है। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि हाल के दिनों में उसका किन आपराधिक तत्वों से संपर्क रहा है। बरामद कारतूसों और मैगजीन की जांच कर यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि वे किन हथियारों के हैं और कहां से सप्लाई हुए। साथ ही आपराधिक नेटवर्क और संभावित वारदात की योजना की भी पड़ताल की जा रही है।
पाली का रामासिया गांव। जहां 10 मुस्लिम परिवारों की आजीविका मिट्टी और चाक पर निर्भर है। दीपावली का सीजन इनके घर अच्छी आमदनी से रोशन कर देता है। पीढ़ियों से चाक पर हाथों से दीपक बनाने वाले इ दस परिवारों के लिए दीपावली ही सबसे बड़ा त्योहार है। इन दिनों इन परिवारों की महिलाएं और बच्चे भी काम में जुटे हैं। नई पीढ़ी सीख रही नई इबारत.. पाली जिला मुख्यालय से 6 किमी दूर रामासिया गांव पाली जिला मुख्यालय से महज 6 KM की दूरी पर है। छोटी आबादी वाले इस गांव में 10 मुस्लिम मोयला परिवार चाक पर मिट्टी के बर्तन बनाने का काम कई पीढ़ियों से करते आए हैं। इन परिवारों को खास तौर पर दीपावली का इंतजार रहता है। नवरात्र के बाद से ही ये परिवार अपने काम में जुट जाते हैं। कोशिश रहती है दीपावली के लिए ज्यादा से ज्यादा धुपड़, दीपक, चरी, कलश और अन्य बर्तन बनाने की। दीपावली पर खरीदारी भी अच्छी होती है और बेहतर मुनाफा मिलता है। इनका यह काम सिर्फ रोजगार का साधन नहीं, बल्कि सामाजिक समरसता का प्रतीक भी है। 'पत्नी और बच्चे भी काम में हाथ बंटा रहे' रामासिया गांव में चाक के कारीगर यूसुफ मोयला (52) दीपक बनाने में व्यस्त दिखे। उनकी पत्नी मदीना और बेटी दीपकों को व्यवस्थित कर जमा रही थीं। बाकी बच्चे धूप-दीप करने के काम आने वाले धूपड़ पर कलर कर रहे थे। यूसुफ ने बताया- हमारे परिवार की मैं चौथी पीढ़ी हूं जो मिट्टी के दीपक और दूसरे आइटम बना रही है। दीपावली की सीजन है। फिलहाल दीपक और धूपड़ बनाने से फुर्सत नहीं है। मिट्टी के आइटम बना कर ही 5 बच्चों को पाला है। एक बेटा मार्बल फिटिंग का काम करता है। सीजन के अनुसार होता है काम यूसुफ ने बताया- दीपक और धुपड़ के अलावा गल्ला, करबा, मटकी, सिकोरे, थाली, जग, गिलास और दूसरे कई आइटम बनाते हैं। अलग-अलग सीजन में अलग अलग आइटम बनते हैं। यहां तैयार हुआ माला पाली, उदयपुर के अलावा गुजरात के पालनपुर, अहमदाबाद और बड़ौदा तक जाता है। उन्होंने बताया- हेमावास बांध की चिकनी मिट्टी काम में ली जाती है। एक ट्रॉली 3000 रुपए में आती है। दीपावली से पहले मिट्टी का स्टॉक कर लेते हैं। खास तरह के रंग ब्यावर से 50 रुपए किलो के हिसाब से आते हैं। मोकलसर की मिट्टी से सफेद मटकियां बनाते हैं। यह मिट्टी 18 हजार रुपए प्रति ट्रॉली आती है। विदेश तक ले गए मिट्टी के गिलास यूसुफ ने बताया- मेरे परिचित सऊदी अरब में जॉब करते हैं। उन्हें मिट्टी से बने बर्तन काफी पसंद है। जब भी वे इंडिया आते हैं तो मिट्टी से बने कप-गिलास बनवाकर लेकर जाते हैं। परिचित का कहना है कि दूसरे देश में अपने वतन की मिट्टी के बर्तन अपने घर और देश की मिट्टी की याद दिलाते हैं। विदेश रहकर भी हम वतन की मिट्टी के करीब रहते हैं। पति-पत्नी बनाते हैं मिट्टी के बर्तन रासासिया गांव के एक और कारीगर सिकंदर खान (45) घर के बाड़े में पत्नी रजिया के साथ मिट्टी के बर्तन बनाते मिले। उन्होंने कहा- गांव में बरकत खान, शरीफ खान, रसूल खान, रमजान खान, शकूर खान, असगर खान, सलीम खान और इंसाफ खान के परिवार भी मिट्टी के दीपक और अन्य सामान बनाते हैं। सिकन्दर ने बताया- चाक पर दीपक बनाकर उन्हें सूखने के लिए खुले में रख देते हैं। इसके बाद 2 से 3 घंटे भट्टी में तेज आंच पर पकाते हैं। कुछ आइटम पर कलर करते हैं।
जैसलमेर जिले में ओरण-गोचर भूमि को राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज करवाने की मांग को लेकर 34 दिनों से चल रहा धरना रविवार को खत्म हो गया। ओरण टीम का अनिश्चितकालीन धरना आखिरकार दीपावली की पूर्व संध्या पर समाप्त हो गया। प्रशासन और ओरण टीम के बीच हुई समझौता वार्ता में 3 महीने के भीतर ओरण भूमि को रिकॉर्ड में दर्ज करने का आश्वासन दिया गया। दरअसल, शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने ओरण टीम के साथ ही धरने पर दीपावली मनाने और उनका हौसला बढ़ाने के लिए रात्रि विश्राम भी धरने पर बिताने के मैसेज आने के बाद प्रशासन ने जैसलमेर-पोकरण विधायकों के साथ बातचीत कर ओरण टीम के साथ बैठक कर 3 महीने में ओरण को रेवेन्यू रिकॉर्ड में दर्ज करवाने का आश्वासन देकर धरना समाप्त करवाया। शिव विधायक ने कहा- अगर मेरे आने से पहले ही टीम ओरण को आश्वासन देकर राजी किया जाता है तो उनकी खुशी में, मैं भी खुश हूं, मैं पहले भी उनके साथ था और आगे भी उनके साथ रहूंगा। कलेक्ट्रेट में हुई निर्णायक वार्ताजैसलमेर कलेक्ट्रेट परिसर में रविवार देर शाम हुई बातचीत में जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी, पोकरण विधायक महंत प्रतापपुरी, कलेक्टर प्रताप सिंह और ओरण टीम के प्रतिनिधि शामिल रहे। लंबी चर्चा के बाद प्रशासन ने ओरण टीम की अधिकतर मांगों को मान लिया। कलेक्टर प्रताप सिंह ने कहा कि “तीन महीने के भीतर ओरण भूमि को राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज करने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। जो पत्रावलियां शेष हैं, उन्हें भी शामिल किया जाएगा।” प्रशासन के इस आश्वासन के बाद ओरण टीम ने धरना समाप्त करने की घोषणा की। विधायक भाटी के हस्तक्षेप से टूटी गतिरोध की स्थितिधरने में चल रहा गतिरोध उस समय टूटा जब शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी देर शाम जैसलमेर पहुंचे। उन्होंने पहले ही कहा था, “दीपावली धरने पर ही मनाऊंगा और रात यहीं बिताऊंगा।” जैसलमेर पहुंचकर उन्होंने कहा— “अगर मेरे आने से प्रशासन सक्रिय हुआ और ओरण टीम को समाधान मिला, तो यह मेरी खुशी की बात है। ओरण का संघर्ष मैं अपना संघर्ष मानता हूं और आगे भी इनके साथ रहूंगा।” ओरण टीम ने जताई संतुष्टिओरण टीम के प्रतिनिधि सुमेर सिंह और भोपाल सिंह ने बताया कि दोनों विधायकों और कलेक्टर ने उन्हें भरोसा दिलाया है कि 3 महीने के भीतर ओरण भूमि को राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन जिले के लिए ऐतिहासिक रहा, क्योंकि पहली बार प्रशासन ने स्पष्ट समय सीमा तय की है। इस अवसर पर भाजपा प्रदेश मंत्री आईदान सिंह भाटी, बाबूलाल शर्मा, हाथीसिंह मूलाना, विमल गोपा सहित ओरण टीम के कई सदस्य मौजूद रहे। 34 दिन का संघर्ष — धूप, ठंड और हौसले की जीतपिछले 34 दिनों से चल रहे इस आंदोलन में ओरण टीम के सदस्यों ने दिन-रात डटे रहकर अपने अधिकारों के लिए संघर्ष किया। धूप, ठंडी रातें और सीमित संसाधनों के बीच भी उनका हौसला कायम रहा। स्थानीय ग्रामीणों और सामाजिक संगठनों ने भी लगातार समर्थन दिया। ओरण टीम ने आक्रोश रैली भी निकाली जिसमें कई साधु संत भी शामिल हुए। आखिरकार दीपावली की पूर्व संध्या पर हुए समझौते के साथ यह धरना समाप्त हुआ, जिससे जिले में राहत और संतोष का माहौल है। लोगों का कहना है कि अब उम्मीद है कि ओरण-गोचर भूमि को स्थायी रूप से संरक्षित किया जाएगा और आने वाले समय में इस दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे।
मेरठ में ट्रक ने हाथरस के दो युवकों को कुचला:पानीपत से दिवाली मनाने लौट रहे थे गांव, मौके पर ही मौत
मेरठ के पास एक सड़क हादसे में दो युवकों की मौत हो गई। ये युवक पानीपत (हरियाणा) से काम खत्म कर दिवाली मनाने अपने गांव सादाबाद के जटोई लौट रहे थे। हादसा तड़के करीब 3:30 बजे हुआ, जब एक अज्ञात वाहन ने उन्हें रौंद दिया। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे की सूचना सादाबाद क्षेत्र के गांव जटोई पहुंचते ही पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। दोनों युवकों के घरों में मातम पसर गया और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। गांव में हर आंख नम है और पीड़ित परिवारों को ढांढस बंधाने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी है। बताया जा रहा है कि मृतक युवक अपने-अपने परिवार के इकलौते कमाने वाले थे। वे मेहनत-मजदूरी कर परिवार का पालन-पोषण कर रहे थे। दिवाली पर घर लौटते समय यह हादसा हुआ। गांव के बुजुर्गों और स्थानीय लोगों, जिनमें चंद्रवीर सिंह, ईशान चौधरी, जगवेंद्र चौधरी, सुआ पहलवान, बहादुर सिंह और गिरेन्द्र चौधरी शामिल हैं, ने प्रशासन से पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता देने और आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की है। मामले को लेकर सीओ सादाबाद अमित पाठक ने बताया सादाबाद के जटोई गांव के दो युवकों की सड़क दुघर्टना में मौत हुई है। हम लगातार मेरठ पुलिस और प्रशासन के संपर्क में हैं युवकों के शव का पीएम कराया जा रहा है वाहन को पकड़ लिया गया है आवश्यक वैधानिक कार्यवाही कि जा रही है मुआवजे से जो भी संबंधित विधिक प्रक्रिया प्रचलन में है वो की जाएगी।
पूर्व नपा अध्यक्ष ने बांटी दीपावली सामग्री:सीहोर में जरूरतमंदों को दिए पटाखे, स्वदेशी अपनाने की अपील
सीहोर में पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष राकेश राय ने इंदिरा नगर बस्ती में जरूरतमंदों को दीपावली सामग्री वितरित की। उन्होंने बच्चों को आतिशबाजी भी प्रदान की और उनसे यह पर्व आस्था व उत्साह के साथ मनाने की अपील की। इस अवसर पर राय ने स्थानीय दुकानदारों से सामग्री खरीदने का आग्रह किया। उन्होंने लोगों से ऑनलाइन खरीदारी से बचने और स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने की अपील की, ताकि स्थानीय कारीगरों और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिल सके। उन्होंने कहा कि इस त्योहारी सीजन में पारंपरिक मिट्टी के दीये, सजावटी सामान और अन्य उपहार स्वदेशी वस्तुओं से खरीदे जा सकते हैं, जो 'आत्मनिर्भर भारत' के लक्ष्य को भी पूरा करेंगे। राय ने क्षेत्रवासियों को दीपावली की बधाई देते हुए इसे प्रकाश का पर्व बताया। उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था में त्योहारों के महत्वपूर्ण योगदान पर जोर दिया, जिसमें हर समाज और उनके द्वारा निर्मित वस्तुओं का विशेष महत्व होता है। ज्योतिष पद्म भूषण स्वर्ण पदक प्राप्त ज्योतिषाचार्य डॉ. पंडित गणेश शर्मा ने बताया कि हर साल कार्तिक अमावस्या पर दिवाली मनाई जाती है। इस वर्ष कार्तिक अमावस्या की तिथि 20 अक्टूबर 2025 को दोपहर 3 बजकर 44 मिनट से प्रारंभ होकर 21 अक्टूबर को शाम 5 बजकर 54 मिनट पर समाप्त होगी। चूंकि दिवाली पर लक्ष्मी पूजन सूर्यास्त के बाद किया जाता है, इसलिए इस साल दिवाली 20 अक्टूबर 2025 मनाई जाएगी। इस दिन शाम 7 बजकर 8 मिनट से रात 8 बजकर 18 मिनट तक पूजा का शुभ मुहूर्त रहेगा।
प्रयागराज में विश्व जनचेतना ट्रस्ट भारत की शाखा ‘युवा चेतना शक्ति’ ने जरूरतमंद परिवारों के साथ दीपावली मनाई। संस्था के सदस्यों ने शहर की सड़कों और झुग्गी बस्तियों में जाकर वहां रहने वाले गरीब परिवारों के साथ दीपावली की खुशियाँ साझा कीं। दीपावली के पर्व पर बच्चों को पुस्तकें, मिठाइयाँ, दीपावली सजावट सामग्री और खाने-पीने का सामान वितरित किया। ताकि दीपों की रोशनी के साथ-साथ ज्ञान का प्रकाश भी फैले। अध्यक्ष संध्या कनौजिया ने कहा कि हमारा उद्देश्य केवल दीप जलाना नहीं बल्कि उन चेहरों पर मुस्कान लाना है जिनके जीवन में अंधकार है। भविष्य में भी ऐसे सेवाभाव से भरे कार्य निरंतर जारी रहेंगे। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. राहुल शुक्ल ने कहा दीपावली केवल उत्सव नहीं करुणा का उत्सव है। जब हम दूसरों के जीवन में उजाला भरते हैं तभी सच्चे अर्थों में दीप जलाते हैं। कार्यक्रम में साकिब सिद्दीकी ‘बादल’, सरजीत गौतम, दीप किशन कनौजिया, प्रदीप किशन कनौजिया तथा अन्नु विश्वकर्मा सहित कई स्वयंसेवक सक्रिय रूप से मौजूद रहे। सभी ने दीप जलाकर समाज में एकता, प्रेम और करुणा का संदेश फैलाया। विश्व जनचेतना ट्रस्ट की यह मुहिम न केवल दीपावली के पारंपरिक उत्सव को एक नई दिशा देती है बल्कि समाज के वंचित वर्गों के जीवन में आशा और रोशनी का संचार भी करती है। संस्था ने शहरवासियों से अपील की कि वे भी अभियान से जुड़कर किसी जरूरतमंद के जीवन में “एक दिया करुणा का” जलाएँ।
बहादुरगढ़ समेत पूरे दिल्ली-एनसीआर में दिवाली पर प्रदूषण का स्तर 300 माइक्रोग्राम को पार कर गया है। बढ़ते प्रदूषण स्तर को देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने GRAP स्टेज-2 (Graded Response Action Plan) लागू करने के आदेश जारी कर दिए हैं। यह फैसला तब लिया गया जब एनसीआर में वायु गुणवत्ता “बहुत खराब” श्रेणी में पहुंच गई।अब हरियाणा के 14 जिले जिसमें गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, नूह, झज्जर, सोनीपत, पानीपत, चरखी दादरी, रोहतक, रेवाड़ी, करनाल, भिवानी, महेंद्रगढ़ और जींद शामिल हैं भी GRAP-2 की पाबंदियों के दायरे में आ गए हैं। सीएक्यूएम ने सभी जिलों के जिला प्रशासन, शहरी स्थानीय निकायों, प्रदूषण नियंत्रण बोर्डों और पुलिस विभाग को निर्देश दिए हैं कि प्रदूषण को रोकने के लिए निर्धारित सभी उपायों को सख्ती से लागू किया जाए। प्रदूषण कम करने के उपायों पर जोरइसके तहत निर्माण कार्यों पर नियंत्रण, सड़कों की सफाई और पानी का छिड़काव, डीजल जनरेटर सेटों के उपयोग पर रोक, और सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने जैसे कदम अनिवार्य होंगे। अब बीएस-6 मॉडल, सीएनजी और इलेक्ट्रिक वाहनों को छोड़कर एनसीआर राज्यों से आने वाली डीजल बसों को दिल्ली में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। केवल इलेक्ट्रिक, सीएनजी या बीएस-6 डीजल बसें ही चल सकेंगी। ऑल इंडिया टूरिस्ट परमिट वाली बसें और टेम्पो ट्रैवलर इस दायरे से बाहर रखे गए हैं।ग्रेप-1 की पाबंदियां भी लागू रहेंगीप्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए GRAP स्टेज-1 और स्टेज-2 के सभी प्रावधानों को सख्ती से लागू किया जाए। इसके तहत सड़कों पर मैकेनिकल और वैक्यूम स्वीपिंग, दैनिक पानी का छिड़काव और डस्ट सप्रे सेंट का उपयोग सुनिश्चित किया जाएगा।भारी यातायात वाले इलाकों और प्रदूषण हॉट स्पॉट्स में पानी का छिड़काव पीक ट्रैफिक टाइम से पहले किया जाना जरूरी होगा। एकत्र धूल को तयशुदा स्थलों या लैंड फिल साइट्स पर निस्तारित किया जाएगा। निर्माण और विध्वंस स्थलों पर धूल नियंत्रण उपायों का सख्त पालन कराने के लिए निरीक्षण अभियान को तेज करने के आदेश दिए गए हैं। पार्किंग शुल्क और मेट्रो के फेरे बढ़ाने के आदेशवायु गुणवत्ता प्रभावित करने वाले क्षेत्रों में केंद्रित सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे। डीजल जनरेटर सेटों के उपयोग को हतोत्साहित करने के लिए निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। लोगों को जागरूक करने के लिए समाचार पत्रों, टीवी और रेडियो के माध्यम से अलर्ट जारी किए जाएंगे, जिनमें बताया जाएगा कि क्या करें और क्या न करें।निजी वाहनों के उपयोग को कम करने के लिए पार्किंग शुल्क बढ़ाया जाएगा, और सार्वजनिक परिवहन सेवाओं -विशेष रूप से सीएनजी व इलेक्ट्रिक बसों और मेट्रो की आवृत्ति बढ़ाई जाएगी। इसके साथ ही लोगों को ऑफ-पीक समय में यात्रा करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। RWA भी अपने गार्ड्स को मुहैया कराएं इलैक्ट्रिक हीटरआरडब्ल्यूए (रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन) से कहा गया है कि वे सुरक्षा, सफाई और बागवानी कर्मचारियों को सर्दियों में इलेक्ट्रिक हीटर उपलब्ध कराएं, ताकि ठोस कचरा या बायोमास जलाने की जरूरत न पड़े।प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने भी प्रदूषण कम करने के लिए लोगों से सहयोग की अपील की है।बोर्ड के अधिकारियों ने कहा है कि लोग सार्वजनिक परिवहन का प्रयोग करें, वाहनों के एयर फिल्टर नियमित रूप से बदलें, ठोस कचरा न जलाएं, और अक्टूबर से जनवरी के बीच धूल फैलाने वाले निर्माण कार्यों से बचें।प्रदूषण रोकने के लिए सघन कार्रवाई के आदेशदिवाली के बाद वायु गुणवत्ता में और गिरावट की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने सभी एजेंसियों को सघन निगरानी और त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। अब चुनौती यह है कि उत्सव के साथ-साथ लोग स्वच्छ और जिम्मेदार दीवाली मनाएं, ताकि बहादुरगढ़ की हवा फिर से सांस लेने लायक बन सके। बहादुरगढ़ में भी 300 पार हुआ प्रदूषणबहादुरगढ़ में भी दिवाली के दिन हवा बेहद खराब हो गई। सोमवार सुबह बहादुरगढ़ का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 313 दर्ज किया गया, जो इस सीजन का सबसे अधिक स्तर है। यह पहली बार है जब शहर का प्रदूषण स्तर 300 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर से ऊपर पहुंचा है। यह स्थिति “बहुत खराब” श्रेणी में आती है। इससे लोगों को परेशानी होने लगी है। लोग बोले-प्रदूषण रोकने के कदम उठाए जाएंबहादुरगढ़ निवासी पप्पू दलाल ने बताया कि वह सुबह एक किलोमीटर दूर से पैदल जाकर दूध लाता है। दिवाली पर पटाखे फोड़ने की अनुमति देते ही रात के समय काफी पटाखे छोड़े गए। ऐसे में प्रदूषण काफी फैल गया। प्रशासन को प्रदूषण रोकने के उपाय करने चाहिए। सड़कों पर उड़ती धूल को रोने के लिए पानी का छिड़काव करना चाहिए।ग्रेप-2 में ये रहेगा सिटीजन चार्टर बहादुरगढ़ में पिछले कुछ दिनों का एक्यूआई
मोतिहारी के छतौनी थाना पुलिस ने चोरी की एक घटना का 2 घंटे के भीतर खुलासा कर बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने चोरी किया गया मोबाइल और अन्य सामान बरामद कर लिया है। इस मामले में 2 नाबालिग चोरों और चोरी का सामान खरीदने वाले एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। छतौनी थानाध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया कि राजेंद्र नगर मोहल्ले के निवासी मुकेश वर्मा ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि उनके घर से अज्ञात चोरों ने मोबाइल और नगदी चोरी कर ली थी। शिकायत मिलने के बाद पुलिस टीम तुरंत सक्रिय हुई और आसपास के CCTV फुटेज खंगाले गए। छापेमारी कर दोनों को हिरासत में ले लिया जांच के दौरान पता चला कि मोहल्ले में कचरा चुनने वाले 2 नाबालिग लड़के चोरी किया गया मोबाइल ले जाते हुए दिखे। पुलिस ने तत्काल छापेमारी कर दोनों को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में नाबालिगों ने स्वीकार किया कि उन्होंने मोबाइल चोरी कर उसे शंकर कुमार नामक व्यक्ति को लॉक तोड़ने के लिए दिया था। शंकर कुमार के घर पर बैग से चोरी का मोबाइल बरामद इसके बाद पुलिस ने शंकर कुमार के घर पर छापेमारी की, जहां एक बैग से चोरी का मोबाइल बरामद हुआ। तीनों आरोपियों को थाने लाकर पूछताछ की गई, जिसमें उन्होंने कई अन्य चोरी की घटनाओं में शामिल होने की बात कबूल की। पुलिस ने गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान कर ली है और उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। थानाध्यक्ष ने बताया कि पुलिस की तत्परता और तकनीकी साक्ष्य के कारण यह सफलता मिली है। इस खुलासे से क्षेत्र में हुई कई अन्य चोरी की घटनाओं के पर्दाफाश की उम्मीद बढ़ गई है।
बीसलपुर बांध के गेट एक-दो दिन में हो सकते बंद:इस बार सबसे ज्यादा दिनों तक खुलने का बना है रिकॉर्ड
बीसलपुर बांध में पानी की आवक काफी कम होने से अब बांध का एक मात्र खोल रखा गेट भी बंद होने के कगार पर पहुंच गया है। बीते 13 घंटे में ही बांध में पानी की आवक कम पड़ने से बीती रात 10 बजे दूसरी बार बांध से पानी निकासी घटाई है।बांध के गेट नंबर 11 को महज 5 सेंटीमीटर खोलकर 89वें दिन सोमवार को भी प्रति सेकंड 300 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। जबकि इससे पहले रविवार को भी इस गेट को 10 सेंटीमीटर खोलकर प्रति सेकंड 600 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही थी। वहीं शनिवार को इस गेट को 25 सेंटीमीटर खोलकर 1503 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही थी। गेट खुलने का आज 89वां दिनअब लगातार पानी की निकासी कम होने से बांध के एक मात्र खोल रखे गेट को कभी भी बंद किया जा सकता है। संभवत आज या कल यह गेट बंद हो सकता है। हालांकि इस साल अब तक सबसे ज्यादा दिन बांध के गेट खोलने का रिकॉर्ड बन चुका है। पहले अधिकतम 64 दिन गेट खुले थे, अब आज गेट खुलने का 89वां दिन है। अभी तक इस सीजन में करीब 130 टीएमसी पानी बांध से बनास नदी में बह चुका है। जिले में मौसम साफउधर जिले रविवार को भी मौसम साफ रहा। हालांकि हल्की सर्दी ने दस्तक दे दी है। आज अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस तक रहने के आसार बने हुए है। वहीं न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस रहा। न्यूनतम तापमान करीब सप्ताह भर से एवरेज 20 डिग्री सेल्सियस रहा है। वहीं अधिकतम तापमान भी ज्यादातर 30-31 डिग्री सेल्सियस रहा है।
महागठबंधन ने टिकारी से अजय दांगी को दिया टिकट:राजद जिला महासचिव पर जताया भरोसा
महागठबंधन ने टिकारी विधानसभा सीट से राजद के जिला महासचिव अजय दांगी को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। सोमवार को उनके नाम की आधिकारिक घोषणा की गई। अजय दांगी इमामगंज के जिला पार्षद पति भी हैं और लंबे समय से राजद संगठन में सक्रिय रहे हैं। टिकट पर काफी चर्चा चलने के बाद पार्टी ने लिया फैसलाटिकट की घोषणा से पहले टिकारी विधानसभा क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक संभावित प्रत्याशियों के नामों पर चर्चा चल रही थी। स्थानीय प्रत्याशी को टिकट देने की मांग भी उठ रही थी, लेकिन अंततः पार्टी हाईकमान ने दांगी के नाम पर मुहर लगाई। इस अवसर पर राजद नेता तेजस्वी यादव ने उन्हें पार्टी का चुनाव चिह्न प्रदान किया। अजय दांगी सोमवार सुबह 11 बजे टिकारी अनुमंडल कार्यालय में अपना नामांकन दाखिल करेंगे। इस दौरान बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं और समर्थकों के मौजूद रहने की संभावना है। टिकट मिलने के बाद दांगी ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का आभार व्यक्त किया। समर्थकों ने दी शुभकामनाएं दांगी ने कहा कि वे टिकारी की जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने का हरसंभव प्रयास करेंगे। उन्होंने बताया कि इस चुनाव में विकास, शिक्षा, रोजगार और किसानों के हित जैसे मुद्दे प्रमुख रहेंगे। टिकट की घोषणा के बाद कोंच-टिकारी के महागठबंधन नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने उन्हें बधाई दी और जीत के लिए शुभकामनाएं दी।
बागपत में सड़क हादसे में युवक घायल:अज्ञात वाहन ने बाइक को मारी टक्कर, पुलिस मामले की जांच में जुटी
बागपत के हमीदाबाद गांव के पास रविवार-सोमवार की मध्य रात्रि एक सड़क हादसे में एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तुरंत एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है। जानकारी के अनुसार, युवक अरुण बागपत से टटीरी स्थित अपने घर लौट रहा था। हमीदाबाद गांव के पास पहुंचते ही पीछे से आ रहे एक अज्ञात वाहन ने उसकी बाइक में टक्कर मार दी। टक्कर लगने से अरुण सड़क पर गिर गया और गंभीर रूप से चोटिल हो गया। हादसे के बाद अज्ञात वाहन चालक मौके से फरार हो गया। स्थानीय ग्रामीणों ने तत्काल पुलिस को घटना की सूचना दी और घायल को निजी अस्पताल पहुंचाया। चिकित्सकों के मुताबिक, युवक के सिर और पैर में चोटें आई हैं, लेकिन उसकी हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और अज्ञात वाहन व चालक की पहचान के लिए आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। ग्रामीणों ने बताया कि इस मार्ग पर रात के समय तेज रफ्तार वाहन गुजरते हैं, जिससे अक्सर हादसे होते रहते हैं। उन्होंने प्रशासन से सड़क पर स्पीड ब्रेकर लगाने और पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था करने की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके।
कटनी के फर्नीचर गोदाम में लगी आग:4 फायर बिग्रेड ने पांच घंटे में बुझाई, लाखों का सामान जलकर खाक
कटनी के माधव नगर इलाके में रविवार रात फर्नीचर गोदाम में भीषण आग लग गई। शॉर्ट सर्किट को आग का कारण बताया जा रहा है। इस घटना में लाखों रुपए का फर्नीचर जलकर खाक हो गया, हालांकि कोई जनहानि नहीं हुई। यह घटना डर्बी होटल के पास स्थित शिवा इंटरप्राइजेज के फर्नीचर गोदाम में रात करीब 10 बजे हुई। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि देखते ही देखते पूरे इलाके में काले धुएं का गुबार छा गया, जिससे घनी आबादी वाले क्षेत्र में हड़कंप मच गया। आग की सूचना मिलते ही स्थानीय लोगों ने नगर निगम और फायर ब्रिगेड को सूचित किया। दमकल विभाग की टीमें तत्काल मौके पर पहुंचीं और आग बुझाने का काम शुरू किया। गोदाम घनी आबादी वाले क्षेत्र में होने के कारण आग के आसपास के मकानों तक फैलने का गंभीर खतरा था। एहतियात के तौर पर प्रशासन ने आस-पास के मकानों को तुरंत खाली करवा लिया, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। आग इतनी भीषण थी कि नगर निगम की चार दमकल गाड़ियों और फायर ब्रिगेड की टीम को इस पर काबू पाने के लिए लगभग पांच घंटे तक कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। सुबह तक आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया और स्थिति नियंत्रण में आ गई। एसडीएम प्रमोद चतुर्वेदी ने बताया कि प्रथम दृष्टया जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट प्रतीत हो रहा है। उन्होंने पुष्टि की कि घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है, लेकिन गोदाम में रखा लाखों रुपये का तैयार और कच्चा फर्नीचर पूरी तरह जलकर खाक हो गया है। नुकसान का आकलन बाद में किया जाएगा।
बहादुरगढ़ शहर में ऑटो में सफर के दौरान चोरी की वारदात हो गई। ऑटो में सवार अन्य महिलाओं व एक बच्चे ने एक महिला का पर्स चोरी कर लिया। पर्स में लाखों रुपए कीमत की सोने की चेन, लोकेट व चार हजार रुपए भी थे। पीड़िता की शिकायत पर थाना शहर पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। पीड़िता शहर के महावीर पार्क की गली नंबर 5 निवासी सोनीलता पत्नी धर्मपाल सिंह ने बताया कि ऑटो में सफर के दौरान रास्ते में चलते समय ऑटो में ही सवार एक महिला ने उनके पर्स पर हाथ साफ किया है। जब वह अपने गंतव्य स्थान पर उतरीं तो उन्हें अपने पर्स के गायब होने का पता चला। पर्स में लगभग तीन तोले वजन की सोने की चेन और लोकेट, 4,000 रुपए नकद और एक अलमारी की चाबी रखी हुई थी।ऑटो में बच्चे के साथ बैठी महिला पर चोरी का आरोपपीड़िता ने बताया कि उन्हें शक है कि बच्चे के साथ बैठी महिला ने ही यह चोरी की वारदात की है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से अपील की है कि उनके चोरी हुए पर्स और कीमती सामान को जल्द से जल्द बरामद कराया जाए और आरोपी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।पुलिस की ओर से ऑटो व अन्य यात्रियों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपी महिला की पहचान कर गिरफ्तारी की जाएगी।
सतना जिले में कुपोषण का एक गंभीर मामला सामने आया है, जहां 4 माह का मासूम हुसैन रजा अति गंभीर कुपोषण के कारण जिला अस्पताल में भर्ती है। इस मामले के संज्ञान में आते ही भोपाल से लेकर जिला स्तर तक के अधिकारी हरकत में आ गए हैं। एनएचएम शिशु स्वास्थ्य की डिप्टी डायरेक्टर डॉ. हिमाली यादव और रीवा संभाग की अतिरिक्त स्वास्थ्य संचालक डॉ. एसबी अवधिया ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला मुख्यालय के अधिकारियों से जानकारी मांगी है। चित्रकूट क्रमांक-2 की परियोजना अधिकारी रीता द्विवेदी ने मरवा आंगनवाड़ी केंद्र की कार्यकर्ता को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। मासूम हुसैन को परिजन 18 अक्टूबर को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे थे, जहां उसे पीआईसीयू में भर्ती किया गया है। डॉक्टरों के अनुसार, हुसैन अब खतरे से बाहर है। यह भी सामने आया है कि 4 माह का मासूम हुसैन कुपोषण से पहले भी दो बार गंभीर रूप से बीमार हो चुका है। जन्म के एक सप्ताह बाद उसे निमोनिया हुआ था, जिसके बाद उसे जिला अस्पताल के एसएनसीयू में भर्ती कराया गया था। स्वस्थ होने पर 10 दिन बाद उसे छुट्टी दे दी गई थी। डिस्चार्ज होने के 15 दिन बाद हुसैन को दोबारा निमोनिया हुआ, तब उसे पीआईसीयू में भर्ती किया गया था। पांच दिन भर्ती रहने के बाद परिजन उसे अपनी मर्जी से निजी अस्पताल ले गए थे। ठीक होने के बाद परिजन उसे लेकर पुणे चले गए थे। हुसैन रजा का जन्म 2 जुलाई को जैतवारा पीएचसी में संस्थागत प्रसव के दौरान हुआ था। जन्म के समय उसका वजन 3 किलोग्राम था। निमोनिया और अब गंभीर कुपोषण की चपेट में आने के बाद उसका वजन घटकर 2.5 किलोग्राम रह गया है। डॉक्टरों ने बताया कि राहत की बात यह है कि हुसैन का हीमोग्लोबिन 11 ग्राम से अधिक है। लैब रिपोर्ट में ब्लड इन्फेक्शन की पुष्टि हुई है, जिसका इलाज जारी है। उधर, सूत्रों ने बताया कि पैदा होने के बाद हुसैन मरवा आंगनवाड़ी केन्द्र में रजिस्टर्ड तो हुआ, लेकिन पोषण ट्रैकर एप में पंजीयन नहीं है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने बताया कि होम विजिट के लिए जब भी आसमा बानो के घर गई वहां कोई नहीं मिला। परिजन भी लापरवाहहुसैन रजा के गंभीर कुपोषित होने के बाद भी उसके परिजन लापरवाही कर रहे हैं। 18 अक्टूबर को भी भर्ती कराने के बाद सब लोग घर चले गए। सिर्फ कुपोषित की मां उसके साथ है। बच्चे को डॉक्टरों द्वारा बताई गई डाइट के मुताबिक चम्मच से फीड कराने में भी लापरवाही की जा रही है। डीपीओ राजीव सिंह ने बताया कि परियोजना स्तर की टीम पूरे मामले की जांच कर रही है। अभी संबंधित कार्यकर्ताओं से जवाब-तलब किया गया है। अस्पताल में भर्ती कुपोषित बच्चे के परिजन भी उसकी केयर में लापरवाही कर रहे हैं।
CM योगी ने दिवाली की सुबह यानी 20 अक्टूबर को राम मंदिर पहुंचे और रामलला के दर्शन किए। दर्शन के बाद मलिन बस्ती में वाल्मीकि समाज के लोगों से मुलाकात की। एक बच्चे से मुलाकात के दौरान पूछा कैसी हो तो उसने कहा- जयश्री राम। इसके बाद परिवार के लोगों को फलों की टोकरी दी। जबकि छोटे बच्चों को दुलारा और उन्हें चॉकलेट दिया। CM योगी ने कहा-दिवाली के अवसर पर मैं यहां के सभी बहनों और भाइयों को दिवाली की शुभकामनाएं देने और राज्य सरकार की ओर से उन्हें मिठाई बांटने आया हूं। मैं यह देखकर बहुत प्रभावित हूं कि आपका मोहल्ला इतना साफ़ है। उन्होंने कहा- प्रधानमंत्री ने प्रत्येक भारतीय से स्वच्छता के प्रति प्रतिबद्ध होने का आग्रह किया है। मैंने अभी हनुमान गढ़ी और राम जन्मभूमि मंदिर का दौरा किया है। दिवाली के अवसर पर, आप आज शाम पटाखे फोड़ेंगे, लेकिन सावधानी और सतर्कता के साथ। आपको अपना ध्यान रखना है और यह भी सुनिश्चित करना है कि किसी को चोट न लगे। उन्होंने कहा- हर घर में एक दीया अवश्य जलना चाहिए क्योंकि वह दीया अयोध्या का भी प्रतीक बनेगा। इससे पहले सीएम योगी ने हनुमानगढ़ी मंदिर में दर्शन पूजन किए। इसके बाद प्राचीन गजेंद्र मंदिर पहुंचे। 4 तस्वीरें देखिए... CM योगी और दिवाली से जुड़े अपडेट्स के लिए नीचे लाइव ब्लॉग से गुजर जाइए
सहारनपुर थाना नकुड़ क्षेत्र के गांव मेहल्ड निवासी एक बीएएमएस डॉक्टर ने मासूम बच्चे को बेचने की साजिश रच डाली। डॉक्टर ने रुड़की निवासी एक दंपती को 3.50 लाख रुपए में बच्चा देने का सौदा तय किया था। इस पूरे मामले में डॉक्टर का बेटा, तीन महिलाएं और दो अन्य आरोपी शामिल थे। पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि मासूम बच्चे को सकुशल बरामद कर परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है। एसएसपी आशीष तिवारी ने बताया कि बीएएमएस डॉक्टर गोपाल निवासी जगहैता गुर्जर का बेटा अंकुश मानकमऊ में कास्टमेटिक की दुकान करता है। उसी दुकान के पास आरोपी सलमान और एक नाबालिग लड़का रहता था। अंकुश ने दोनों की मुलाकात अपने पिता डॉक्टर गोपाल से कराई। डॉक्टर ने उन्हें बताया कि उसे एक बच्चा चाहिए, जो चोरी करके लाना होगा। इसके लिए 50 हजार रुपये देने का वादा किया गया। डॉक्टर से पहले से जान-पहचान रखने वाली नैना पत्नी मोनू कुमार निवासी मोहल्ला भगतो वाला गली, झबरेड़ा (रुड़की) ने बताया कि उसके भाई की शादी को 20 साल हो चुके हैं, लेकिन उन्हें कोई बच्चा नहीं हुआ। इस पर डॉक्टर और उसकी आया प्रीति ने बच्चा चोरी करने की योजना बनाई। इस साजिश में दीपा और नैना भी शामिल थीं। आरोपियों ने रुड़की के दंपती से 3.50 लाख रुपये में बच्चा देने की बात तय की थी। फुटपाथ से मासूम की चोरी, सीसीटीवी से खुला राज 14 अक्टूबर की रात खलासी लाइन स्थित झुग्गी में रहने वाला मजदूर दंपती अपने एक वर्षीय बेटे अनिकेत के साथ कोर्ट रोड पुल स्थित फुटपाथ पर सो रहा था। उसी दौरान रात के अंधेरे में आरोपियों ने मासूम को चोरी कर लिया। जब सुबह बच्चा गायब मिला तो परिवार में कोहराम मच गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया तो दो संदिग्ध व्यक्तियों को बाइक पर जाते हुए देखा गया। फुटेज के आधार पर पुलिस ने आरोपियों की पहचान की और उन्हें पकड़ने के लिए टीम गठित की। रुड़की में बेचने की थी तैयारी पूछताछ में सामने आया कि डॉक्टर गोपाल ने सलमान और नाबालिग की मदद से मासूम अनिकेत को कोर्ट रोड पुल से उठाया था। इसके बाद बच्चा झबरेड़ा (रुड़की) निवासी दंपती को बेचने की तैयारी चल रही थी। नैना, जो उसी दंपती की बहन है, इस सौदे की मध्यस्थता कर रही थी। पुलिस ने सभी आरोपियों को किया गिरफ्तार रविवार को पुलिस ने खलासी लाइन के पास खंडहर पड़े रेलवे क्वार्टर से डॉक्टर गोपाल, उसका बेटा अंकुश, सलमान, प्रीति, दीपा और नैना को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उनके कब्जे से दो मोबाइल फोन और 1560 रुपए नकद बरामद किए। एसएसपी आशीष तिवारी ने बताया कि बीएएमएस डॉक्टर गोपाल इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड है। उसने रुपये के लालच में मासूम को बेचने की योजना बनाई थी। पुलिस ने सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है, जबकि बच्चे को सकुशल परिजनों के हवाले कर दिया गया है। थाना सदर बाजार पुलिस और सर्विलांस टीम की संयुक्त कार्रवाई में पूरे गिरोह का भंडाफोड़ हुआ। एसएसपी ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ अपहरण और मानव तस्करी की धाराओं में केस दर्ज किया गया है। पुलिस अब गिरोह के नेटवर्क और अन्य संभावित संलिप्त लोगों की जांच कर रही है।
मौसम विभाग ने आज छत्तीसगढ़ के 24 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश और आंधी की संभावना जताई गई है। रायपुर और दुर्ग-भिलाई में सुबह से बादल छाए हुए हैं।इससे पहले रविवार को बस्तर को ओडिशा और आंध्र प्रदेश से जोड़ने वाली किरंदुल-कोत्तावालसा रेल लाइन पर लैंड स्लाइड हो गया। चट्टानों के बड़े टुकड़े पटरियों पर गिरने से रेल यातायात प्रभावित हुआ है। स्थिति को देखते हुए रेलवे ने किरंदुल-विशाखापट्टनम ट्रेन को रद्द कर दिया है। पिछले 24 घंटे में प्रदेश में सबसे अधिक तापमान 33.2C दुर्ग में और न्यूनतम तापमान 15.8C अंबिकापुर में दर्ज किया गया है। अगले 5 दिनों तक तापमान में कोई विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं है। किरंदुल-कोत्तावालसा रेल लाइन पर लैंड स्लाइड जानकारी के मुताबिक रविवार की सुबह करीब 4 बजे छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में स्थित त्याडा और चिपुरूपल्ली रेलवे स्टेशनों के बीच भूस्खलन हुआ। इस घटना में एक मालगाड़ी भी बीच रास्ते रुक गई। सूचना मिलते ही रेलवे के अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंचे और रास्ता साफ करने का कार्य शुरू किया। इस मार्ग पर चलने वाली सभी ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। अक्टूबर में अब तक 109% ज्यादा बरसा पानी इस बार अक्टूबर में अब तक सामान्य से 85% अधिक बारिश दर्ज की गई है। आमतौर पर 16 अक्टूबर तक राज्य में औसतन 42.7 मिमी वर्षा होती है, लेकिन इस बार अब तक 79.1 मिमी से ज्यादा बारिश हो चुकी है। 10-12 दिन देरी से लौटा मानसून मौसम विभाग के मुताबिक, 30 सितंबर तक हुई बारिश को मानसून की बारिश माना जाता है, जबकि इसके बाद की बारिश को 'पोस्ट मानसून' यानी मानसून के बाद की बारिश माना जाता है। फिलहाल देशभर से मानसून लौट चुका है। छत्तीसगढ़ में आमतौर पर 5 अक्टूबर के आसपास सरगुजा की तरफ से मानसून लौटना शुरू होता है, लेकिन इस बार वापसी में देरी हुई। इस बार प्रदेश में मानसून सामान्य से करीब 10-12 दिन देरी से लौटा है। बलरामपुर में सामान्य से 52% ज्यादा बारिश प्रदेश में अब तक 1167.4 मिमी औसत बारिश हुई है। बेमेतरा जिले में अब तक 524.5 मिमी पानी बरसा है, जो सामान्य से 50% कम है। अन्य जिलों जैसे बस्तर, राजनांदगांव, रायगढ़ में वर्षा सामान्य के आसपास हुई है। जबकि बलरामपुर में 1520.9 मिमी बारिश हुई है, जो सामान्य से 52% ज्यादा है। ये आंकड़े 30 सितंबर तक के हैं।
दिवाली पर्व पर लक्ष्मी माता को बताशे का भोग लगाना बहुत शुभ और लाभदायक माना जाता है। मान्यता है कि इससे देवी प्रसन्न होती हैं और उनकी कृपा परिवार पर बनी रहती है। लेकिन, बिलासपुर में बनने वाले बताशे की न कोई शुद्धता है और न ही सफाई। जिस शीट पर बताशे की टिक्की तैयार किया जा रहा है, उस पर गंदगी के बीच चप्पल पहनकर मजदूर चाशनी गिराते नजर आया। पढ़िए दैनिक भास्कर की ये खास रिपोर्ट... देखिए पहले ये तस्वीरें... पहले जानिए खील-बताशे का पौराणिक महत्व दरअसल, दीपावली पर्व से जुड़ी अनेक मान्यताएं और परंपराएं हैं। ऐसी ही एक परंपरा है दिवाली पूजन में देवी लक्ष्मी को खील-बताशे का भोग लगाना। दिवाली की इस परंपरा के पीछे व्यवहारिक, दार्शनिक और ज्योतिषीय कारण हैं। धन-वैभव का दाता शुक्र ग्रह माना गया है। शुक्र ग्रह का प्रमुख धान्य धान ही होता है। शुक्र को प्रसन्न करने के लिए हम लक्ष्मी को खील-बताशे का प्रसाद चढ़ाते हैं। खील यानी मूलत: धान (चावल) का ही एक रूप है। यह चावल से बनती है और यह प्रमुख अन्न भी है। दीपावली के पहले ही इसकी फसल तैयार होती है, इस कारण लक्ष्मी को फसल के पहले भोग के रूप में खील-बताशे चढ़ाए जाते हैं। बताशे को सुख और प्रेम का प्रतीक माना गया है। इसे मां लक्ष्मी को अर्पित करने से जीवन में सुख, शांति और सौभाग्य बढ़ता है। अब देखिए दुकानों में कैसे बना रहे बताशे दीपावली पर्व पर बताशे की डिमांड बढ़ जाती है। हर चौक-चौराहे पर लाई-बताशे बेचने के लिए छोटे से बड़े व्यापारी दुकान सजाकर बैठे। ऐसे में दैनिक भास्कर ने बताशे बनाने वाले दुकानों का जायजा लिया। यहां जिस तरह से बताशे बनाए जा रहे हैं, उसे देखकर लोग मां लक्ष्मी में प्रसाद लगाना तो खुद खाना पसंद नहीं करेंगे। जिस जगह पर बताशे बनाए जा रहे हैं, वहां न तो कोई साफ-सफाई है और न ही ढंकने के लिए बर्तन। बताशा बनाने वाले हलवाई और मजदूर चप्पल पहन उसी जगह पर आना-जाना कर रहे हैं, जहां बताशा बनाने के लिए चाशनी गिराई जा रही है। चाशनी उबालने वाला गंजा और बर्तन भी साफ नहीं है। जिस शीट पर टिक्की, उस पर चप्पल पहनकर चल रहा मजदूर बताशा बनाने के लिए न तो कोई साफ जगह किचन है और न ही रखरखाव में साफ-सफाई का ध्यान। जहां मजदूर बताशे की टिक्की बनाने के लिए चाशनी गिरा रहा है, वहां खुद चप्पल पहन कर काम रहा है। जिस जगह पर वो चप्पल पहनकर गुजर रहा है, वहीं टिक्की बना रहा है। घर के बाहर गोबर और गंदगी शनिचरी बाजार सहित शहर के कई जगहों पर इस तरह से घरों के बाहर बताशे बनाए जा रहे हैं। बिना सफाई के घरों के बाहर ही बताशे बना रहे हैं। घर से लगी सड़क पर जगह-जगह गोबर बिखरा पड़ा है और उसी के पास बैठकर चाशनी तैयार किया जा रहा है। इस दौरान शक्कर के मिठास की वजह से गोबर और चाशनी के आसपास मक्खियां उड़ती दिख रही है। मक्खियां पहले गोबर और फिर चाशनी तक पहुंच रही हैं। शक्कर को उबालकर बनाए जाते हैं बताशे बताशा बनाने के लिए पानी में शक्कर डालकर उबाला जाता है। शक्कर कड़ाही में सफेद पाउडर की जैसे चिपकने लगती है, तब उसमें बेकिंड सोडा मिलाकर पकाया जाता है। जिसके बाद उसका टिकिया बनाकर सुखाते हैं। सुखी हुई टिकिया को ही बताशे के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए मां लक्ष्मी को लगाते हैं बताशे और खील का प्रसाद खील यानी फूला हुआ धान और बताशे यानी चीनी से बने छोटे गोले, दोनों ही समृद्धि और मिठास के प्रतीक हैं। खील को धन और वैभव से जोड़ा गया है, जबकि बताशे को सुख और प्रेम का प्रतीक माना गया है। दिवाली के दिन माता लक्ष्मी को बताशे का भोग लगाना बहुत लाभदायक माना जाता है। इससे देवी प्रसन्न होती हैं और उनकी कृपा परिवार पर बनी रहती है। दिवाली के दिन-रात में जागरण के समय आप बताशे का भोग लगाकर आप उसे प्रसाद के रूप में बांट सकते हैं। साथ ही, इसका संबंध चंद्रमा से होता है। इसके अलावा बताशे का इस्तेमाल धार्मिक अनुष्ठानों में भी किया जाता है। न बनाने वाले को परवाह और न जिम्मेदारों की है नजर वैसे तो पर्व के दौरान धार्मिक उपयोग में आने वाले खाद्य पदार्थों की सुरक्षा और शुद्धता के साथ ही सही रखरखाव की जिम्मेदारी व्यापारी को होनी चाहिए। लेकिन, व्यावसायिकता के इस दौर में इसका ख्याल गिने-चुने कारोबारी ही करते हैं। ऐसे में खाद्य पदार्थों की सुरक्षा और उसकी जांच के लिए जिला प्रशासन के खाद्य सुरक्षा विभाग को निगरानी करना है। लेकिन, जिले के खाद्य सुरक्षा विभाग के अफसर केवल ऑफिस में बैठकर विभागीय काम-काज कर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। विभाग के अफसर न तो कभी ऐसी जगहों की जांच करने जाते हैं और न ही गुणवत्ता परखने के लिए सैंपल लेते हैं। दीपावली पर्व पर कुछ होटल और मिठाई दुकान में जाकर मिठाइयों का सैंपल लेकर अफसरों ने जांच के लिए भेजा है। लेकिन, जहां इसे बनाया जाता है, वहां झांकने तक नहीं जाते। ....................................... यह खबर भी पढ़ें... बिलासपुर में केमिकल से बन रहा नकली दूध, पनीर: होटलों-रेस्टोरेंट्स में सप्लाई, 200 रुपए किलो में बिक रहा; लीवर को कर सकता है डैमेज छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में मिलावटी पनीर का धंधा बड़े पैमाने पर फैल चुका है। शहर की कई छोटी फैक्ट्रियों और दूध यूनिट्स में स्किम्ड मिल्क पाउडर से पनीर तैयार किया जा रहा है। चौंकाने वाली बात यह है कि तेल, यूरिया, कास्टिक सोडा और चीनी मिलाकर नकली दूध बनाया जा रहा है। शहर के कई होटल-रेस्टोरेंट्स में इसकी सप्लाई हो रही है। पढ़ें पूरी खबर...
किशनगंज में JDU अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के नए जिला अध्यक्ष की नियुक्ति की गई है। पूर्व जिलाध्यक्ष आमिर मिन्हाज के इस्तीफे के बाद जियाउल हक को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अशरफ अंसारी ने रविवार रात मनोनयन पत्र जारी का इसकी जानकारी दी। जहां जिले भर से जियाउल हक को बधाइयां मिल रही है। यह नियुक्ति विधानसभा चुनाव के हलचल के बीच हुई है। जब कई पार्टियों के कार्यकर्ता टिकट वितरण से नाराज होकर सामूहिक इस्तीफा दे रहे हैं। इसी क्रम में JDU अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष आमिर मिन्हाज ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, उनके द्वारा अपने इस्तीफे का कारण स्पष्ट नहीं किया गया है। 'किसी के जाने से पार्टी कमजोर नहीं होती' JDU के कार्यकारी जिलाध्यक्ष फैसल अहमद ने इस जानकारी की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि किसी के जाने से पार्टी कमजोर नहीं होती है और JDU जिले भर में पहले भी मजबूत थी, अब भी है। अहमद ने इस बार विधानसभा चुनाव में एनडीए के सरकार बनाने और किशनगंज की सभी सीटों पर जीत का दावा किया। बिहार विधानसभा चुनाव के नामांकन के साथ ही चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। विभिन्न पार्टियों ने अपने अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है, जिसमें महागठबंधन, NDA, AIMIM और जन सुराज जैसे दल चुनावी मैदान में हैं।
पंजाबी सिंगर कौर बी के वीडियो से छेड़छाड़ हुई है। कुछ समय पहले वह गायक हंसराज हंस की पत्नी के भोग में शामिल हुई थीं, जबकि कुछ शरारती लोगों ने सोशल मीडिया ऐप टिक-टॉक पर उसे गलत जानकारी के साथ पेश कर उनके सम्मान को ठेस पहुंचाने की कोशिश की है। सिंगर का कहना है कि पांच छह महीने से वह वीडियो को इग्नोर कर रहीं है। लेकिन अब दोबारा से इसे किसी ने वायरल करना शुरू कर दिया है। खासकर वे लोग जो बाहर रहते हैं और टिक-टॉक प्रयोग करते हैं, उनके द्वारा इसके बारे में पूछा जा रहा है। जिस करके मुझे आज यह पोस्ट डालनी पड़ी है। उन्होंने आखिर में लिख जिसे मेरे से मतलब, सिर्फ मेरे काम तक रखो। न किसी को मैं गलत बोलूं और न गलत सुनूं। कौर बीर ने चार प्वाइंटों ने अपना जवाब दिया है - 1. जिसे काम पसंद नहीं, फाॅलो न करे जिन्हें हमारा कामकाज पसंद नहीं है, मैं पहले भी कहती हूं कि कृपया वे मुझे फॉलो न करें। अनफॉलो कर सकते हो। ऐसे लोग न मुझे पसंद हैं और न ही इनके प्यार की जरूरत है। किसी की मौत तो छोड़ो, बेशर्मों, आपके भी परिवार होंगे। वाहेगुरु करें किसी के भी परिवार पर इस तरह का समय न आए। पर अगर कुछ होता है, जितने भी लोग हैं, हम साथ हैं। लेकिन मैं जरूरी नहीं समझती कि ये बातें बताना कि हम कहां गए मुझे दूसरे के व्यवहार के बारे में पता नहीं। 2.आदत नहीं भोग पर आकर कैमरे में बात करूं जहां तक मेरा नाम आता है सुनो: मेरा स्वाभाव नहीं है कि मैं किसी की डेथ या भोग पर जाकर किसी भी कैमरे पर आकर बात करू या इंटरव्यू दूं। एक तो किसी के घर का कोई चला जाए, ऊपर से आप आकर पूछते हो (मीडिया वाले) कैसा लग रहा है। ऐसी सोच को धिक्कार है। आपको क्या बता सकती हू? मेरे जैसे ने क्या बताना है। जिन्होंने एक दिन जाकर अपने काम में लग जाना है, जिनके चले जाते हैं, वे नहीं बता सकते मरते दम तक भी क्या लग रहा है। किसी की मौत पर भी आप दूसरे के परिवार का जीना हराम कर दो। उनके रिश्तेदार बॉडी तक को मिलने नहीं पहुचते हैं, जिन्हें उम्र साथ बिताई होती है केवल आप जैसे लोगों की वजह से। 3.भोग के समय की है वीडियो मैं चुप रहती हूं, लेकिन आज बहुत गुस्सा आया। यह वीडियो मेरी जो हंसराज हंस की वाइफ के भोग के समय गुरुद्वारे के बाहर की है, जो कोई रोज़ मुझे भेज देता है। लेकिन मैं नहीं बोली। लेकिन थैंक्यू परमजीत हंस भाई, आपने जवाब दे दिया। मैंने आज देखा। आप जैसे बहुत से अच्छे परिवार हमारे साथ जुड़े हैं, जिनके साथ काम करके अच्छा लगता है। 4.किसी के घर तक न जाया करो आख़िर में उन्होंने मीडिया को लेकर लिखा है कि मीडिया से विनती है कि ऐसे समय में जो भी कलाकार आपसे काम के लिये जुड़े होते हैं, आप उनसे बात किया करो। जो बात नहीं करना चाहते हैं, उनका पीछा न किया करो। किसी के घर के अंदर तक न जाया करो। यह दिन आप भी आ सकते हैं। कुछ ऐसे लोग अच्छे मीडिया को भी बदनाम कर देते हैं। ऐसे लोगों को वाहेगुरु अकल दे।
अररिया में आगामी काली पूजा, दीपावली, चित्रगुप्त पूजा, भैया दूज और छठ पर्व को शांतिपूर्ण व सौहार्दपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई है। जिला प्रशासन ने इन पर्वों के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं। जिलाधिकारी अनिल कुमार और पुलिस अधीक्षक अंजनी कुमार ने संयुक्त आदेश जारी कर विधि-व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। काली पूजा और दीपावली 20 अक्टूबर को, चित्रगुप्त पूजा और भैया दूज 23 अक्टूबर को मनाए जाएंगे। इन पर्वों के लिए अररिया अनुमंडल में 33 और फारबिसगंज अनुमंडल में 36 स्थानों पर दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी, सशस्त्र बल और लाठी बल की तैनाती 19 से 23 अक्टूबर तक की गई है। इसके अतिरिक्त, अररिया में 16 और फारबिसगंज में 15 गश्ती दल भी गठित किए गए हैं। अररिया में 13, फारबिसगंज में 8 नियंत्रण कक्ष स्थापित किए जाएंगे छठ पर्व 27-28 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दौरान अररिया में 18 और फारबिसगंज में 19 स्थानों पर सुरक्षा बल तैनात रहेंगे। दोनों अनुमंडलों में क्रमशः 47 और 34 गश्ती दल सक्रिय रहेंगे। छठ घाटों पर विशेष व्यवस्था के तहत अररिया में 13 और फारबिसगंज में 8 नियंत्रण कक्ष स्थापित किए जाएंगे। संवेदनशील स्थानों पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश जिलाधिकारी ने सभी संवेदनशील स्थानों पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने छठ घाटों तक पहुंच पथ, साफ-सफाई, बैरिकेडिंग, लाइटिंग और चेंजिंग रूम की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा है। साथ ही, गोताखोरों, मोटर बोट और खतरनाक घाटों पर बैरिकेडिंग के साथ सूचना प्रदर्शन का भी आदेश दिया गया है। दायित्वों का पूरी मुस्तैदी से निर्वहन करने का निर्देश जिला नियंत्रण कक्ष (06453-222309) अपर समाहर्ता, आपदा प्रबंधन नवनील कुमार के नेतृत्व में कार्यरत रहेगा। अररिया (06453-222070) और फारबिसगंज (06455-295202) में भी अनुमंडल नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं। जिले की विधि-व्यवस्था की जिम्मेदारी अपर समाहर्ता अनिल कुमार झा और पुलिस उपाधीक्षक (मु.) मनोज कुमार सिंह को सौंपी गई है। जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों को अपने दायित्वों का पूरी मुस्तैदी से निर्वहन करने का निर्देश दिया है।
विदिशा में दीपावली पर्व पर नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक रोहित काशवानी ने रामलीला ग्राउंड स्थित आतिशबाज़ी बाजार का निरीक्षण किया। उन्होंने दुकानदारों से सुरक्षा इंतज़ामों की जानकारी ली और मौके पर मौजूद टीम के साथ सभी व्यवस्थाओं का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान एसपी ने दुकानदारों को शासन के दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करने की समझाइश दी। उन्होंने कहा कि सुरक्षा नियमों की अनदेखी से बड़ा हादसा हो सकता है, इसलिए प्रत्येक दुकान पर अग्निशमन यंत्र और पानी की पर्याप्त व्यवस्था अनिवार्य रूप से होनी चाहिए। एसपी काशवानी ने मौके पर ही अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। इनमें आतिशबाजी की दुकानों की सुव्यवस्थित संरचना, हर दुकान पर कार्यशील अग्निशमन यंत्र, आग लगने की स्थिति में तुरंत कार्रवाई के लिए पानी और रेत की व्यवस्था, सुरक्षित बिजली के तार व फिटिंग, और नियंत्रित पार्किंग व्यवस्था शामिल है। एसपी काशवानी ने जोर देकर कहा कि दीपावली के उत्सव में सुरक्षा सर्वोपरि है। उन्होंने सभी दुकानदारों और नागरिकों से नियमों का पालन करने का आग्रह किया ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस बल लगातार निगरानी में रहेगा और फायर ब्रिगेड सहित सभी सुरक्षा एजेंसियां मुस्तैद रहेंगी। दीपावली के दौरान नागरिकों की सुरक्षा को लेकर विदिशा पुलिस पूरी तरह सतर्क और प्रतिबद्ध है।
दीपावली पर्व को देखते हुए कोटपूतली शहर में पुलिस ने सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए हैं। दीपावली की पूर्व संध्या पर पुलिस अधीक्षक देवेंद्र बिश्नोई ने स्वयं पुलिस टीम के साथ बाजार का दौरा किया और व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान एसपी ने भीड़भाड़ वाले इलाकों में पुलिस जाब्ते की मौजूदगी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने ट्रैफिक व्यवस्था, पार्किंग एरिया और सुरक्षा बिंदुओं पर विशेष निगरानी रखने पर जोर दिया। एसपी बिश्नोई ने कहा कि दीपावली खुशियों का त्योहार है, जिसे सुरक्षा के साथ मनाना आवश्यक है। उन्होंने लोगों से आतिशबाजी करते समय सावधानी बरतने और कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करने की अपील की। इस मौके पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वैभव शर्मा, डीएसपी राजेंद्र बुरड़क और एसएचओ राजेश शर्मा सहित पुलिस टीम मौजूद रही। शहर के लगभग 15 प्रमुख स्थानों पर पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।
औरंगाबाद के गोह और नवीनगर सीट से आरजेडी ने दूसरे फेज के नामांकन के अंतिम दिन प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी है। गोह से आरजेडी विधायक भीम यादव टिकट कट गया है। उनकी जगह जिलाध्यक्ष अमरेंद्र कुशवाहा को टिकट दिया गया है। नवीनगर सीट से कुमार सिंह उर्फ डब्लू सिंह की जगह मुखिया आमोद चंद्रवंशी को टिकट दिया है। दोनों आज पर्चा दाखिल करेंगे। अमरेंद्र कुशवाहा दाउदनगर में और आमोद चंद्रवंशी औरंगाबाद में नामांकन करेंगे। अमरेंद्र कुशवाहा पार्टी के जिलाध्यक्ष भी हैं। मदनपुर के दधपी पंचायत के पैक्स अध्यक्ष हैं। टिकट मिलने के बाद उन्होंने कहा कि जनता का आशीर्वाद मिला तो गोह विधानसभा का विकास उनकी पहली प्राथमिकता होगी। इसके अलावा युवाओं को रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य पर विशेष कार्य करेंगे। आमोद चंद्रवंशी को मिला टिकट नवीनगर सीट से देर रात आमोद चंद्रवंशी को सिंबल मिला। डब्लू सिंह का टिकट कटने के बाद इस सीट पर कुटुंबा प्रखंड प्रमुख धर्मेंद्र कुमार के नाम की चर्चा जोरों पर थी। उनके समर्थक टिकट मिलने के बाद नवीनगर पहुंचने पर स्वागत की तैयारी में जुटे थे। लेकिन सारी तैयारी धरी की धरी रह गई। पार्टी ने आमोद चंद्रवंशी के नाम की घोषणा कर दी। आमोद चंद्रवंशी लंबे समय से आरजेडी से जुड़े हैं। पिछले कई बार से चंद्रगढ़ पंचायत के मुखिया हैं। पार्टी ने इस बार उन्हें बड़ी जिम्मेवारी सौंपी है। टिकट मिलने के बाद उन्होंने कहा कि मैं नबीनगर का बेटा हूं। यहां की जनता किसी बाहरी को नहीं चुनेगी। चुनाव जीतने के बाद क्षेत्र का विकास करेंगे। आरजेडी के 4 प्रत्याशी चुनावी मैदान में औरंगाबाद में महागठबंधन के 6 सीटों में से दो पर कांग्रेस और आरजेडी के 4 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है। औरंगाबाद विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी आनंद शंकर सिंह पहले ही नामांकन कर चुके हैं। इस सीट पर उनका सीधा मुकाबला भाजपा के त्रिविक्रम नारायण सिंह से है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार कुटुंबा से चुनाव लड़ेंगे। आज अपना नामांकन दाखिल करेंगे। उनका मुकाबला हम पार्टी के ललन राम से होगा। जबकि आरजेडी कोटे के चार सीटों पर प्रत्याशियों के नाम की घोषणा अंतिम दिन की गई। रफीगंज से गुलाम शाहिद, ओबरा विधानसभा सीट से ऋषि कुमार के नाम की घोषणा की जा चुकी है। आरजेडी के चारों प्रत्याशी आज अपना नामांकन करेंगे।
जौनपुर के मड़ियाहूं तहसील क्षेत्र के पाली गांव में पुश्तैनी जमीन के विवाद को लेकर दो पक्षों में जमकर मारपीट हुई। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि दोनों पक्षों के लोग एक-दूसरे पर लाठी, फावड़े और ईंट से हमला कर रहे हैं। यह विवाद पुश्तैनी आबादी की विवादित जमीन पर कब्जे को लेकर हुआ था। बरसठी थाना पुलिस ने प्रथम पक्ष के वादी विवेक तिवारी की तहरीर पर संतोष तिवारी निवासी पाली और अन्य के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। इनमें धारा 1914(2), 191(3), 115(2), 118(1), 125, 352, 351(3), 110 बीएनएस शामिल हैं। इस मारपीट में प्रथम पक्ष के विवेक तिवारी सहित पांच लोगों को चोटें आई हैं, जिनका इलाज कराया जा रहा है। पुलिस ने बताया कि दूसरे पक्ष संतोष तिवारी की ओर से अभी तक कोई तहरीर प्राप्त नहीं हुई है। तहरीर मिलने पर उस पर भी मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस के अनुसार, इसी विवाद को लेकर दो दिन पहले संतोष तिवारी निवासी पाली, थाना बरसठी, जौनपुर के खिलाफ धारा 170/126/135 बीएनएस के तहत माननीय न्यायालय में चालान किया गया था।
भगवान श्रीराम की तपोभूमि सतना के चित्रकूट में पांच दिवसीय दीपोत्सव पर्व के दूसरे दिन रविवार को 15 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे। इन श्रद्धालुओं ने मंदाकिनी नदी में स्नान कर दीपदान किया और कामदगिरी पर्वत की परिक्रमा लगाकर सुख-समृद्धि की कामना की। प्रशासन ने मेला क्षेत्र में व्यवस्था बनाए रखने के लिए इसे 11 जोन में विभाजित किया है। सुरक्षा के लिए 2 हजार से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। पूरे मेला परिक्षेत्र को आकर्षक रोशनी से सजाया गया है। बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मेला परिक्षेत्र में 7 आश्रय स्थल बनाए गए हैं। ये आश्रय स्थल प्रमोद वन, मोहकमगढ़ तिराहा, रजौला, भरत घाट, सती अनसुईया, गुप्त गोदावरी और हनुमान धारा में स्थित हैं। इन स्थानों पर हजारों श्रद्धालु ठहरे हुए हैं, जिनके लिए टेंट, बिजली, पानी और अलाव की व्यवस्था की गई है। पांच दिवसीय दीपोत्सव पर्व की निगरानी के लिए प्रशासन ने व्यापक व्यवस्था की है। मेला क्षेत्र में 120 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिनसे लगातार नजर रखी जा रही है। चित्रकूट में स्थापित अस्थाई कंट्रोल रूम के अतिरिक्त, सभी कैमरों को एनबीआर तकनीक के माध्यम से सतना स्थित स्मार्ट सिटी के इंटीग्रेटेड कंट्रोल एवं कमांड सेंटर (आईसीसीसी) से जोड़ा गया है। यह पहली बार है जब चित्रकूट मेले की गतिविधियों पर स्मार्ट सिटी के आईसीसीसी की बड़ी स्क्रीन से निगरानी की जा रही है। इस व्यवस्था के तहत, चित्रकूट की सभी गतिविधियों को सतना से भी देखा जा सकता है। स्मार्ट सिटी के कंट्रोल रूम में 10 कर्मचारी मेला गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं और भीड़ की स्थिति में तत्काल चित्रकूट के कंट्रोल रूम को सूचित करते हैं। सेटअप बनाने में लगे 4 दिनस्मार्ट सिटी के ई गवर्नेंस मैनेजर दीपेंद्र सिंह ने बताया कि चित्रकूट मेला परिक्षेत्र में लगे कैमरों को स्मार्ट सिटी के कंट्रोल एंड कमांड सेंटर से कनेक्ट करने में 3 से 4 दिन का समय लगा है। बीएसएनएल के नेटवर्क का उपयोग करते हुए एनबीआर तकनीक का उपयोग किया गया है। यह काम कलेक्टर डा. सतीश कुमार एस और नगर निगम कमिश्नर शेर सिंह मीणा के निर्देश पर हुआ है। इसमें सहायक यंत्री उत्कर्ष सिंह, उपयंत्री प्रवीण जायसवाल, अश्विनी सिंह की विशेष भूमिका रही है। देखिए तस्वीरें...
गोविंद नगर थाना क्षेत्र के दबौली में सोमवार तड़के वाजपेई डिपार्टमेंटल स्टोर में अचानक भीषण आग लग गई। आग लगने से दुकान में रखा लाखों रुपए का सामान जलकर राख हो गया। गनीमत यह रही कि समय रहते लोगों की सतर्कता से आग पहली मंजिल तक नहीं पहुंची, वरना बड़ा हादसा हो सकता था। दुकान के ऊपर रहता था परिवार जानकारी के अनुसार, वाजपेई डिपार्टमेंटल स्टोर के मालिक अपने परिवार के साथ दुकान के ऊपर पहली मंजिल पर रहते हैं। रोज की तरह सोमवार तड़के आसपास के लोग टहलने निकले थे, तभी उन्होंने स्टोर से धुआं निकलते देखा। उन्होंने तत्काल इसकी सूचना दुकान मालिक को दी और फायर ब्रिगेड को फोन किया। दमकल की दो गाड़ियां मौके पर पहुंची सूचना पर पहुंची दमकल की दो गाड़ियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। तब तक दुकान के अंदर रखा अधिकांश सामान जलकर खाक हो चुका था। बताया जा रहा है कि आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट हो सकता है, हालांकि पुलिस और फायर विभाग के अधिकारी घटनास्थल की जांच कर रहे हैं। आग लगते ही मची अफरा-तफरी आग की लपटें इतनी तेज थीं कि आसपास के दुकानदारों और राहगीरों में अफरा-तफरी मच गई। मोहल्ले के लोगों ने भी पानी डालकर आग बुझाने में मदद की। फिलहाल नुकसान का आकलन किया जा रहा है, लेकिन अनुमान है कि लाखों रुपए का सामान नष्ट हो गया है। फायर विभाग ने दिखाई सक्रियता घटना के बाद फायर विभाग ने सक्रियता दिखाई। इसके चलते आग पर समय रहते नियंत्रण पाया जा सका और कोई जनहानि नहीं हुई। पुलिस और फायर विभाग ने आग लगने के कारणों की जांच शुरू कर दी है।
भटनी के शिवदत्त छपिया में अज्ञात शव मिला:पुलिस मौके पर पहुंची, शिनाख्त में जुटी
देवरिया जिले के भटनी थाना क्षेत्र के शिवदत्त छपिया गांव में एक अज्ञात शव मिलने से सनसनी फैल गई। सुबह शौच के लिए खेत गए ग्रामीणों ने शव देखा, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। शव खेत में पड़ा हुआ था और उसकी हालत देखकर लग रहा था कि वह कई दिनों से वहीं पड़ा है। शव आंशिक रूप से सड़ा हुआ था। सूचना मिलते ही भटनी पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लिया। पुलिस अब शव की शिनाख्त करने और यह पता लगाने में जुटी है कि शव किसका है और यहां कैसे पहुंचा।
बाड़मेर में एनजीओ के नाम पर 2 युवतियों ने एक मेडिकल स्टोर संचालक के साथ 39 हजार रुपए की ठगी कर दी। युवतियों ने मेडिकल की शॉप पर आकर छोटे बच्चों की मदद का हवाला देते हुए आर्थिक सहयोग मांगा। कैश रुपए लेने से इनकार करते हुए ऑनलाइन खाते में ट्रांजैक्शन करने का झांसा दिया। मेडिकल संचालक ने रिपोर्ट पुलिस थाने में दी है। पूरी वारदात मेडिकल में लगे सीसीटीवी में कैद हो गई। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। युवतियों ने नहीं लिया कैशमेडिकल स्टोर संचालक कौशल कुमार मेवाड़ा ने बताया- शुक्रवार 17 अक्टूबर को 2 युवतियां मेडिकल दुकान आई। उन्होंने एनजीओ के मार्फत छोटे बच्चों को मदद करने का झांसा दिया। मैंने 500 रुपए नकद देने की बात कही। लेकिन युवतियों ने कैश लेने से इनकार कर दिया और कहा कि सहयोग उनकी संस्था के खाते में ऑनलाइन ट्रांजैक्शन से करें, जिससे संस्था में सहयोग की रसीद प्राप्त हो सके। इसके बाद दोनों युवतियों ने संचालक को उसके मोबाइल से एनजीओ की साइट पर लिंक पर जाकर सीधे एनजीओ के खाते में राशि जमा करने को कहा। अगले दिन चला ठगी का पताजब मेडिकल संचालक ने साइट खोली तो 500 रुपए का ट्रांजैक्शन किया तो ट्रांजैक्शन फेल बता दिया। इसके बाद वह दोनों युवतियां निकल गई और मेडिकल संचालक का मोबाइल अचानक व्हाइट स्क्रीन दिखाने लगा और सिस्टम हैक हो गया। अगले दिन सुबह जब संचालक ने फोन देखा तो मोबाइल में सभी मैसेज डिलीट हो चुके थे और स्क्रीन पर एरर दिखा रहा था। जब सुबह शनिवार 18 अक्टूबर को पेट्रोल भरवाने गए तो ऑनलाइन पेमेंट करने की कोशिश की, तो ट्रांजैक्शन फेल हुआ तब घटना का पता चला। इसके बाद मेडिकल संचालक बैंक में जाकर खाते का स्टेटमेंट देखा तो उसके खाते में जमा 39 हजार की पूरी राशि गायब थी।
दीपोत्सव पर अयोध्या की भव्यता ने न केवल देशवासियों का हृदय मोह लिया, बल्कि विदेशों से आए मेहमान भी इस दृश्य को देख अभिभूत हो गए। दीपोत्सव में बड़ी संख्या में विदेशी अतिथि परिजनों के साथ अयोध्या पहुंचे।रुस, पोलैंड, यूक्रेन, श्रीलंका सहित कई देशों से पर्यटकों ने यहां आकर अपनी खुशी जाहिर की। जय श्रीराम के नारे लगाए अयोध्या के आनंद की सराहना की। राम की पैड़ी और सरयू घाट पर दीपों की झिलमिलाहट, पुष्पवर्षा और ‘जय श्रीराम’ के नारों के बीच विदेशी मेहमान भी खुद को रोक नहीं सके और उन्होंने भी मुक्त कंठ से जय श्रीराम के नारे लगाए। विदेशियों में दिखा दीपोत्सव का उत्साहअयोध्या में उमड़े श्रद्धालुओं के जनसैलाब को देखकर विदेशी मेहमानों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। वे दीपों की रेखाओं के बीच अपने साथियों के साथ फोटो लेते और सेल्फी खींचते नजर आए। राम की पैड़ी, धर्मपथ और सरयू घाट के दिव्य नजारे ने उन्हें मंत्रमुग्ध कर दिया। कई विदेशी पर्यटक अपने कैमरों में दीपोत्सव की हर झलक कैद करते रहे। दीपोत्सव से उत्साहित होकर उन्होंने जय श्रीराम के नारे लगाए। पोलैंड की सिवोना बोली, अयोध्या के लोग बहुत खुश और फ्रैंडली हैंपोलैंड से आई सिवोना ने कहा कि वे अपने दोस्तों के साथ पहली बार अयोध्या आई हैं। यहां के लोग हमेशा मुस्कुराते रहते हैं। बहुत खुशमिजाज और फ्रैंडली हैं। अयोध्या भले ही दिल्ली जैसा बड़ा शहर नहीं है, लेकिन यहां आकर हमें बहुत शांति और प्रसन्नता मिली। यूक्रेन की नतालिया बोलीं, अयोध्या बहुत अद्भुत हैयूक्रेन से आई नतालिया ने कहा कि यहां के लोग बेहद मिलनसार हैं। अयोध्या को देखकर मुझे बहुत अद्भुत अनुभव हुआ। यह स्थान शांति और सकारात्मकता से भरा है। नतालिया ने बताया कि उन्होंने पहले कभी इतना बड़ा सांस्कृतिक और धार्मिक आयोजन नहीं देखा। दीपों का यह समुद्र उन्हें किसी स्वर्गिक दृश्य जैसा लगा। पोलैंड की महिला श्रद्धालु ने कहा कि अयोध्या आई हूं, बहुत इम्प्रेस हूंपोलैंड से आई एक अन्य अतिथि ने कहा, मैं यहां पहली बार आई हूं। अयोध्या आकर मुझे बहुत अच्छा लगा। मैं यहां की भक्ति और लोगों के प्यार से बहुत इम्प्रेस हूं। उन्होंने जय श्रीराम का उदघोष भी किया। उनकी आवाज में भक्ति और उत्साह का ऐसा सम्मिश्रण था कि आस-पास मौजूद भारतीय श्रद्धालु भी भाव विभोर हो उठे।
हरियाणा के पंचकूला में पति की विदेश में नौकरी से परेशान महिला घर छोड़कर चली गई। पीड़ित पति की सूचना पर सेक्टर-14 थाना पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज करते हुए महिला की तलाश शुरू कर दी है। फिलहाल महिला का कोई सुराग नहीं लगा है। पंचकूला के सेक्टर-15 निवासी अमित ने बताया कि वह श्रीलंका के कोलंबो में नौकरी करता है। उसका एक बेटा 12 साल का है। मेरी पत्नी हाऊस वाइफ है। मेरे विदेश में नौकरी पर होने व मेरा बेटा स्कूल में होने के कारण वह अकेलापन महसूस कर रही थी। उसके कहने पर मैं अपने ही देश में अपनी नौकरी ढूंढने में प्रयासरत हैं। लेकिन अभी मेरी बात नहीं बन पाई थी। वह मानसिक तनाव के कारण 19 अक्टूबर सुबह 7 बजे घर से बिना किसी को बताए कही चली गई, जो वापस नहीं लौटी। महिला के पति ने बताया कि उसके राइट हैंड पर स्कोर मार्क बना हुआ है। चल रही है जांच : SI करनैलपंचकूला सेक्टर-14 थाना के जांच अधिकारी SI करनैल सिंह ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर गुमशुदगी दर्ज कर ली गई है। महिला की तलाश के प्रयास चल रहे हैं, घर के आसपास के CCTV चेक किए जा रहे हैं। महिला सुबह ही घर से निकली थी, जो नाइट सूट में है।
शॉर्ट सर्किट से शॉपिंग मॉल में लगी आग:मऊ में अफरा-तफरी, फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया
मऊ जनपद के थाना कोतवाली क्षेत्र के आजमगढ़ मोड़ स्थित एक शॉपिंग मॉल में सोमवार सुबह आग लग गई। आग की तेज लपटें और धुएं का गुबार देखकर मॉर्निंग वॉक पर निकले लोगों ने स्थानीय पुलिस को सूचना दी। इसके बाद आसपास अफरा-तफरी का माहौल बन गया। सूचना मिलते ही पुलिस और फायर विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं। दमकल की चार गाड़ियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। इस घटना में मॉल में रखे करीब एक लाख रुपये के कपड़े और अन्य सामान जलकर राख हो गए। अग्निशमन अधिकारी सुनील यादव ने बताया कि आग मॉल के द्वितीय तल पर लगी थी। अंदर पूरा धुआं भरा हुआ था, जिसके कारण बंद दरवाजों को तोड़कर प्रवेश करना पड़ा। उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया आग लगने का कारण बिजली का शॉर्ट सर्किट प्रतीत हो रहा है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।
गोंडा जिले की मेहनौन विधानसभा से भाजपा विधायक विनय कुमार द्विवेदी के बड़े भाई और श्रीनगर मठ के महंत ओंकार बन बाबा का देर रात हृदय गति रुकने से निधन हो गया है। उन्हें तत्काल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन बचाया नहीं जा सका है। उनके पार्थिव शरीर को गोंडा शहर में स्थित आवास से शव यात्रा के माध्यम से ले जाकर अंतिम दर्शन के लिए श्रीनगर मठ पर रखा गया है।महंत ओंकार बन बाबा अपने सरल और मिलनसार स्वभाव के लिए क्षेत्र में लोकप्रिय थे। वे केवल एक महंत ही नहीं, बल्कि विधायक विनय कुमार द्विवेदी के राजनीतिक और सामाजिक कार्यों में भी महत्वपूर्ण सहयोगी थे। क्षेत्र में उनकी काफी मजबूत पकड़ भी मानी जाती थी और यह हर चुनाव में अपनी अहम भूमिका भी निभाते थे। निधन की सूचना मिलते ही देर रात से ही उनके आवास पर शोक व्यक्त करने वालों का तांता लग गया। बड़ी संख्या में स्थानीय लोग, राजनीतिक दलों के नेता, कार्यकर्ता और शुभचिंतक उनके घर पहुंचकर संवेदनाएं व्यक्त कर रहे हैं। ओंकार बन बाबा का निधन विधायक विनय कुमार द्विवेदी और उनके परिवार के लिए एक बड़ी क्षति है। उन्होंने महंत के रूप में आध्यात्मिक और सामाजिक दोनों क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। उनके प्रति संवेदना व्यक्त करने के लिए लोगों का आना जारी है। सारे परिवार के लोग दीपावली त्यौहार को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर चुके थे लेकिन देर रात निधन होने से पूरा दिवाली का त्योहार खराब हो गया।
हाथरस में सड़क हादसा, युवक की मौत:अलीगढ़ रोड पर कार ने मारी टक्कर, पुलिस ने शव पोस्टमार्टम को भेजा
हाथरस में सिकंद्राराऊ कोतवाली क्षेत्र के अलीगढ़ रोड पर एक सड़क हादसे में 25 वर्षीय युवक की मौत हो गई। गांव बिलार के पास सड़क पार करते समय एक कार ने उसे टक्कर मार दी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। मृतक की पहचान गांव बिलार निवासी श्यामवीर सिंह (25) पुत्र हरपाल सिंह के रूप में हुई है। यह घटना देर रात उस समय हुई जब श्यामवीर गांव के पास सड़क पार कर रहा था। कार की टक्कर इतनी भीषण थी कि उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई करते हुए शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भिजवाया। श्यामवीर सिंह चिनाई का काम करता था। उसके परिवार में पत्नी और तीन छोटे बच्चे हैं। घटना के बाद उसके परिवार के लोगों में कोहराम मच गया।
सतना के अस्पताल में प्रसूता की मौत:एम्बुलेंस में शिफ्टिंग के दौरान ऑक्सीजन सपोर्ट हटाने का आरोप
सतना के सरदार वल्लभ भाई पटेल शासकीय जिला चिकित्सालय में रविवार को एक प्रसूता की मौत हो गई। परिजनों ने आरोप लगाया है कि एम्बुलेंस में शिफ्ट करते समय ऑक्सीजन सपोर्ट हटाए जाने के कारण उसकी जान गई। जानकारी के अनुसार, रामपुर बघेलान की 22 वर्षीय रूपा कोल को रविवार सुबह 10 बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से सतना जिला अस्पताल रेफर किया गया था। दोपहर 12 बजकर 45 मिनट पर उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। भर्ती प्रक्रिया पूरी होने से पहले ही रूपा को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई और उन्हें लेबर रूम ले जाया गया, जहां उन्होंने बच्चे को जन्म दिया। मेटरनिटी विंग की इंचार्ज डॉ. मंजू सिंह ने बताया कि प्रसूता का हीमोग्लोबिन 4 ग्राम था, जिसके कारण उन्हें हाईरिस्क जोन में रखा गया और बी पॉजिटिव ब्लड चढ़ाया गया। इस दौरान रूपा को पेशाब नहीं आ रही थी और उनकी नब्ज भी धीमी पड़ रही थी। विशेषज्ञों ने किडनी फेल होने की आशंका जताई, जिसके बाद उन्हें 108 एम्बुलेंस से रीवा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। परिजनों का आरोप है कि जब रूपा को वार्ड से एम्बुलेंस में शिफ्ट किया जा रहा था, उससे पहले ही उनका ऑक्सीजन सपोर्ट हटा दिया गया। नतीजतन, एम्बुलेंस में ही उनकी मौत हो गई। मृतका के रिश्तेदार अजय रावत ने दावा किया कि रेफर करने से लगभग 15 मिनट पहले ऑक्सीजन सपोर्ट हटा दिया गया था, जिसके कारण रूपा की मृत्यु हुई।
बदायूं में पंचायत कर्मी व परिवार पर हमला:दो महिलाओं समेत पांच पर केस, सभी फरार
बदायूं में एक पंचायत कर्मी और उनके परिवार पर घर में घुसकर हमला किया गया है। गाली-गलौज का विरोध करने पर हुई इस घटना में दो महिलाओं सहित पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया है और जांच शुरू कर दी है।यह घटना सिविल लाइन थाना क्षेत्र के लखनपुर गांव की है। पूनम पटेल ने पुलिस को बताया कि उनके पति कृष्ण सिंह दातागंज में ड्यूटी पर थे। वह अपने बेटे प्रतीक के साथ घर में काम कर रही थीं, तभी पड़ोसी धर्मेंद्र और जसवीर सिंह उनके दरवाजे पर आकर गाली-गलौज करने लगे।पूनम पटेल ने यह बात अपने पति कृष्ण सिंह को बताई, जिसके बाद वे ड्यूटी से घर लौट आए। जब कृष्ण सिंह ने गाली देने से मना किया, तो धर्मेंद्र सिंह, जसवीर सिंह, प्रवेश देवी, निवेदिता उर्फ गायत्री और सनी पटेल लाठी-डंडे लेकर उनके घर में घुस आए। आरोपियों ने कृष्ण सिंह को जमीन पर गिराकर जान से मारने की नीयत से मारपीट की। बीच-बचाव करने आईं पूनम पटेल और उनके बेटे प्रतीक के साथ भी मारपीट की गई। गायत्री उर्फ निवेदिता ने पूनम पटेल के सिर पर ईंट मार दी, जिससे वह बेहोश होकर गिर पड़ीं। चीख-पुकार सुनकर पड़ोसी मौके पर पहुंचे, तो आरोपी जान से मारने की धमकी देकर भाग गए। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायल पूनम पटेल, कृष्ण सिंह और प्रतीक पटेल को जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां उनका मेडिकल परीक्षण कराया गया। पूनम पटेल की तहरीर पर धर्मेंद्र, जसवीर, सनी पटेल, गायत्री उर्फ निवेदिता और प्रवेशा देवी सहित पांच आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
आरा से बीजेपी के पूर्व सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री राज कुमार सिंह (आरके सिंह) ने डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, जेडीयू के अनंत सिंह, आरजेडी के सूरजभान सिंह को हत्या का आरोपी बताया है। साथ ही आरजेडी के प्रत्याशियों पर भी निशाना साधा है। ऐसे लोगों को वोट नहीं देने की अपील की है। उन्होंने लिखा है कि, ऐसे लोगों को वोट देने से अच्छा है चुल्लू भर पानी में डूब कर मर जाना। आरके सिंह ने फेसबुक पर बिहारवासियों को दीपावली की शुभकामनाएं दीं। उसके बाद एनडीए और आरजेडी प्रत्याशियों की लिस्ट जारी करते हुए लिखा कि 'अपने राज्य और परिवार का भविष्य तय करने का समय आ गया है। आपका मत तय करेगा, बिहार का और हमलोगों के बाल-बच्चों का भविष्य। यदि आप बिहार और अपने बच्चों का भविष्य उज्ज्वल देखना चाहते हैं तो मेरा निवेदन है कि किसी आपराधिक पृष्ठभूमि वाले अथवा भ्रष्ट व्यक्ति को वोट ना दें। आपके सामने जितने प्रत्याशी हैं, सभी भ्रष्ट या आपराधिक प्रवृति के हैं तो अपना वोट नोटा को दे दें।' राज कुमार सिंह ने आगे लिखा है कि यदि आप आपराधिक पृष्ठभूमि अथवा भ्रष्ट नेता को चुनिएगा तो अपराध और भ्रष्टाचार का बिहार में बोलबाला रहेगा। बिहार का कभी विकास नहीं होगा। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने अपने सोशल मीडिया पर कुछ प्रत्याशियों के नाम के साथ आपराधिक मामले को भी दर्शाया है। 1. मोकामा से NDA प्रत्याशी अनंत सिंह हैं- इन पर हत्या, नरसंहार और अपहरण जैसे गंभीर आरोप रहे हैं। इन आरोपों के लिए जेल में भी रहे हैं। जब मैं 1985 में पटना का जिलाधिकारी था तो यह व्यक्ति अपने भाई दिलीप सिंह और विवेका सिंह के साथ अनुमंडल के सामने उपद्रव कर रहा था। मैं पटना से वहां पहुंच कर उनको पीट कर भगाया था। मोकामा से RJD प्रत्याशी सूरजभान सिंह की पत्नी हैं । सूरजभान सिंह खुद आपराधिक मुकदमे के कारण चुनाव नहीं लड़ सकते हैं इसलिए अपनी पत्नी के माध्यम से खड़े है। इनपर 2-3 राज्यों में ह्त्या,नरसंहार,अपहरण इत्यादि में आरोप रहे हैं। जब मैं बिहार का गृह सचिव था तो यह बिहार क नं. 1 डॉन था। मैंने नालंदा के तत्कालीन आरक्षी अधीक्षक को किसी भी परिस्थिति में इनको गिरफ्तार करने का आदेश दिया था। 2. नवादा से NDA प्रत्याशी राजबल्लभ यादव की पत्नी विभा देवी हैं । राजबल्लभ यादव बलात्कार जैसे जघन्य अपराध के लिये POCSO एक्ट के आरोपी है। खुद चुनाव नहीं लड़ सकते हैं। इसलिए अपने पत्नी विभा देवी के माध्यम से चुनाव लड़ रहे है। गया के मंच पर प्रधानमंत्री जी के सभा के दौरान पार्टी के कुछ व्यक्ति ने अंधेरे में रख कर उनसे राजबल्लभ यादव की पत्नी का माल्यापर्ण उनसे करा दिया। ये शर्म की बात थी। 3. रघुनाथपुर से RJD प्रत्याशी शाहबुद्दीन के बेटे ओसामा हैं । शाहबुद्दीन एक दुर्दांत अपराधी थे, जिन पर ह्त्या के कई आरोप थे। 4. तारापुर से NDA प्रत्याशी सम्राट चौधरी हैं। इनपर हत्या का आरोप और उम्र के सर्टिफिकेट फोर्जरी कर के बेल पर बाहर होने का आरोप एक पार्टी ने खुलेआम लगाया। जिसका जवाब आज तक नहीं दे सके । 5. जगदीशपुर (आरा) से NDA प्रत्याशी भगवान सिंह कुशवाहा हैं । ये इचरी में सात व्यक्तियों के नरसंहार के आरोपी रहे हैं। 6. संदेश से NDA प्रत्याशी राधा चरण साह हैं। ये एक बालू माफिया हैं जो अभी हाल में ही जेल से छूटे है। ED की रेड के बाद 10 महीने जेल में रहे। संदेश (आरा) से RJD प्रत्याशी अरुण यादव के बेटे दीपू सिंह राणावत हैं । अरुण यादव POCSO एक्ट के आरोपी है। खुद चुनाव नहीं लड़ सकते है। इन लोगों को वोट करने से बेहतर होगा चुल्लू भर पानी में डूब मरना। अपराधी और भ्रष्ट नेता जनता का खून चूस रहे हैं। उन्हें भगा कर ही हम अपने बिहार को रौशन कर सकते हैं।
बदायूं पुलिस लाइन में 19 अक्टूबर 2025 को दीपावली पर्व के उपलक्ष्य में एक भव्य दीपोत्सव का आयोजन किया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. बृजेश कुमार सिंह की पहल पर हुए इस कार्यक्रम में 35,000 दीप जलाकर पुलिस ग्राउंड को रोशन किया गया। यह आयोजन के तहत किया गया। पुलिस परिवार के सदस्यों ने भी बड़ी संख्या में इसमें भाग लिया। पी.एम.एस. के विद्यार्थियों और पुलिस परिवार के सदस्यों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ और देशभक्ति गीत प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम के दौरान रंगोली बनाने वाली टीम, पी.एम.एस. के विद्यार्थियों, दीपक प्रज्वलित करने वाली टीम और प्रतिसार निरीक्षक व उनकी सहयोगी टीम को 5000-5000 रुपये के नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया। स्पोर्ट्स टीम को भी 2000 रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान किया गया। अधिकारियों ने प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। सभी उपस्थित लोगों ने दीपोत्सव के इस आनंदमय आयोजन में सहभागिता करते हुए एकता, सौहार्द और उत्सव की भावना को साझा किया। एसएसपी डॉ ब्रजेश सिंह ने सभी को दीपावली की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि यह पर्व अंधकार पर प्रकाश और असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक है। इस दीपोत्सव ने पुलिस परिवार में एकता, सौहार्द और सकारात्मक ऊर्जा का संचार किया।
इंदौर के राजवाड़ा स्थित प्राचीन महालक्ष्मी मंदिर लोगों की आस्था का प्रमुख केंद्र बना हुआ है। 1831 में हरिराव होलकर महाराज द्वारा बनवाया गया यह मंदिर देवी महालक्ष्मी के अद्भुत स्वरूप और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। दीपावली पर मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ रहने की संभावना है। मंदिर समिति ने दर्शन व्यवस्था और सुरक्षा के विशेष प्रबंध किए हैं, ताकि श्रद्धालु सहजता से मां लक्ष्मी के दर्शन कर सकें। हर वर्ष दीपावली के अवसर पर यहां श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ती है। मंदिर में इस बार भी विशेष तैयारियां की गई हैं। दीपावली के दिन महालक्ष्मी की पोशाक तीन बार बदली जाएगी और आकर्षक फूलों, आभूषणों व रोशनी से मंदिर को सजाया गया है। मंदिर में रोजाना सैकड़ों भक्त मां के दर्शन के लिए पहुंचते हैं। खास बात यह है कि कई श्रद्धालु अपने परिवारजनों को देश-विदेश में वीडियो कॉल के जरिए माता के दर्शन कराते हैं। मंदिर परिसर में यह दृश्य आम हो चला है। यहां एक विशेष मान्यता भी प्रचलित है, जो भक्त अपने घर की छोटी प्रतिकृति (मॉडल) मां के चरणों में अर्पित करते हैं, उनकी घर बनाने की मनोकामना शीघ्र पूरी होती है। यही कारण है कि हर साल कई लोग आस्था लेकर यहां पहुंचते हैं। ताकि राजघराने के लोग देवी के दर्शन कर सकें मंदिर के पुजारी भानू प्रकाश दुबे ने बताया कि राजवाड़ा के पास यह मंदिर इसलिए बनाया गया, ताकि राज परिवार के लोग अपनी सहूलियत के हिसाब से भगवान के दर्शन कर सकें। यहां महालक्ष्मी की करीब दो फीट ऊंची अद्भुत प्रतिमा है। यहां मां का चमत्कार देखते हुए 55 साल से अधिक समय हो गया है। दीपावली के समय महालक्ष्मी पूजन का विशेष महत्व रहता है। दुबे बताते हैं कि नवरात्रि और दीपावली पर माता का विशेष शृंगार किया जाता है। ग्यारस से दीपावली तक रोजाना तीन बार मां का शृंगार किया जाता हैं। नई पोषाक पहनाई जाती है। हजारों लोग अपनी मनोकामना लेकर मां के दर्शन करने आते हैं। दीपावली के दिन भी सुबह 7 बजे, दोपहर 12 बजे और शाम 5 बजे माताजी की पोषाक बदली जाएगी और सुंदर शृंगार किया जाएगा। मकान की प्रतिकृति लेकर आते हैं उन्होंने बताया कि किसी भक्त की नए मकान की मनोकामना रहती है, तो वह उसकी प्रतिकृति लेकर आते हैं और माताजी को अर्पित करते हैं। मंदिर में कई छोटी प्रतिकृति हैं जो भक्तों ने अपनी मनोकामना के लिए महालक्ष्मी को अर्पित की हैं। किसी की बाइक की मनोकामना रहती है। किसी को बच्चों की शादी की, किसी को संतान की इच्छा रहती है। मान्यता है कि यहां भक्तों की मनोकामना पूरी होती है। लोगों की बड़ी आस्था है इस मंदिर से। कई ऐसे भक्त हैं, जिनकी मनोकामना यहां पूरी हुई है। बैरिकेड और रेलिंग लगाएं हैं, 5 से 7 मिनट कर सकेंगे दर्शन दीपावली पर बड़ी संख्या में भक्त मंदिर में दर्शन करने आते हैं। प्रत्येक भक्त को 5 से 7 मिनट महालक्ष्मी के दर्शन हो सकें ऐसी व्यवस्था की गई है, यानी मंदिर के गेट से माताजी के सामने आने तक 5 से 7 मिनट का समय भक्तों को मिल जाता है और वे आसानी से माता के दर्शन कर सकते हैं। मंदिर के बाहर जहां बैरिकेड लगाए गए हैं, वहीं मंदिर के अंदर रेलिंग की व्यवस्था की गई है। एक तरफ से मंदिर में प्रवेश करने के बाद लोग दूसरी तरफ से बाहर निकलेंगे। दीपावली के समय 40 से 50 हजार भक्त यहां दर्शन करने आएंगे। मंदिर को फूलों और लाइटिंग से सुंदर सजाया गया है। भक्तों को मिलती है वीडियो कॉल करने की छूट मंदिर में रोजाना बड़ी संख्या में भक्त दूर-दूर से आते हैं। इसमें कई भक्त ऐसे हैं, जो अपने परिवार के लोगों को भी माताजी के दर्शन कराना चाहते हैं। ऐसे में उन्हें वीडियो कॉल करने की सुविधा दी जाती है। पुजारी दुबे बताते हैं कि वीडियो कॉल के माध्यम से भक्त देश-विदेश में अपने लोगों को माताजी के दर्शन कराते हैं। यहां कई बुजुर्ग भक्त आते हैं, जिनके बच्चे विदेश में हैं। वे यहां पर वीडियो कॉल कर अपने बच्चों को माताजी के दर्शन कराते हैं, वहीं कई युवा आते हैं, जो अपने बुजुर्ग माता-पिता को माताजी के दर्शन वीडियो कॉलिंग के माध्यम से कराते हैं। ऐसे भक्तों को मंदिर में वीडियो कॉल करने की छूट दी जाती है, ताकि वे अपनों को भी माताजी के दर्शन करा सकें। रोजाना 5 से 10 भक्त ऐसे आते हैं जो वीडियो कॉलिंग करके अपने परिवार के लोगों को माताजी के दर्शन कराते हैं। अब जान लेते हैं भक्तों के अनुभव माता की कृपा रही ओमेक्स सिटी क्षेत्र से मंदिर में आईं रत्ना वर्मा ने बताया कि वे जब भी राजवाड़ा क्षेत्र में आती हैं मंदिर में दर्शन करने जरूर आती हैं। माताजी की काफी कृपा उन पर रही है। आज उनकी बेटी बैंगलुरु में एक अच्छी कंपनी में काम कर रही है। उन्होंने बेटी को लेकर मनोकामना मांगी थी। दीपावली पर मां को निमंत्रण दिया बंगाली चौराहा क्षेत्र में रहने वाली उर्वशी जायसवाल ने बताया कि वह कई सालों से मां की चौखट पर माथा टेकने आती हैं। दीपावली पर वे मां को निमंत्रण देने आई हैं, ताकि दीपावली और आने वाला साल शुभ रहे। उनका अनुभव है कि मां विनती स्वीकार करती हैं। उन्हें 30-32 साल हो गए हैं मंदिर में आते हुए। वे बताती हैं कि एक समय ऐसा आया कि उनके पति नहीं रहे, जीवन खाली सा हो गया था। मगर मां के आशीर्वाद से सब ठीक हो गया है। उनका खुद का घर भी हो चुका है। उन्हें मां पर पूरा विश्वास हैं। अब जान लेते हैं दीपावली पर पूजन के शुभ मुहूर्त 20 अक्टूबर को दीपावली का पर्व पूरे उत्साह और धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। घरों में दीपावली पर शुभ मुहूर्त में पूजन होगा। पं.डॉ.मनीष शर्मा के मुताबिक श्री शुभ संवत 2082 कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी पर अमावस्या सोमवार 20 अक्टूबर 2025 को सांयकाल सूर्यास्त के समय 5.55 मिनट से रात में 8.24 मिनट तक धर्मशास्त्र सम्मत प्रदोषकाल में श्री महालक्ष्मी पूजन का सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त है। चौघड़िया के मान से दिन में 3.4 मिनट से 4.29 मिनट तक लाभ का चौघड़ियाशाम 4.30 मिनट से 5.55 मिनट तक अमृत का चौघड़ियासूर्यास्त के बाद 5.55 मिनट से रात 7.30 मिनट तक चल का चौघड़िया (जिसमें चल संपदा,वाहन,मशीनरी आदि की पूजा शुभ प्रद है)रात में 10.39 मिनट से 12.15 मिनट तक लाभ का चौघड़िया रहेगा। शास्त्र प्रमाणित सिद्धहोरा (सूक्ष्मवार ) को भी शुभ ग्रहों की होरा में पूजा अर्चना व शुभ मंगल कार्यों के लिए श्रेष्ठ मानी गई हैदिन में 3.30 मिनट (स्टे टा 15 :30 से 16 :29) 4.29 मिनट तक गुरु की होरासांयकाल 6.30 मिनट से 9.29 मिनट तकरात्रि 10.30 मिनट से 11.29 मिनट तक गुरु की होरा रहेगी।उपयुक्त किसी भी प्रदोष, लग्न, चौघड़िया अथवा होरा के शुभ और श्रेष्ठ मुहूर्त में अपनी-अपनी कुल परंपरा अनुसार श्रद्धा भक्ति से और प्रसन्नचित होकर सपरिवार यथाविधि यथाशक्ति यथासामर्थ श्री गणेश, महाकाली (मूर्ति कलम पेन), मसी (स्याही ) पात्रादि श्री महालक्ष्मी (मूर्ति, चांदी, सोने के सिक्के पर छापादि चित्र-श्रीविग्रह-श्री यंत्रादि) कुबेर- इंद्र और महा सरस्वती (मूर्ति, पुस्तक, बहीखाता, पंचांग आदि) का पूजन-अर्चन, जप, अभिषेक, स्त्रोत पाठादि यथामति स्वयं अथवा किसी योग्य विद्वान से संपन्न कराएं। ये खबर भी पढ़िए... 40 लाख के नोटों से सज रहा गज लक्ष्मी मंदिर उज्जैन के नई पेठ स्थित प्राचीन मां गज लक्ष्मी मंदिर को दिवाली के मौके पर 40 लाख रुपए के नए नोटों से सजाया जा रहा है। धन तेरस पर मंदिर के गर्भगृह को नोटों से सजा दिया गया है। यह कार्य दिवाली के एक दिन पहले तक जारी है। आज पूरी तरह मंदिर को नोटों से सजा दिया जाएगा। यहां श्रद्धालु 50,100, 200,ओर 500 के नोट की माला बना रहे हैं। दिवाली पर्व पर सुबह 7 से 11 बजे तक मां लक्ष्मी का 5000 लीटर दूध से अभिषेक किया जाएगा। पढ़ें पूरी खबर...
एमवाय अस्पताल की दूसरी नई बिल्डिंग के प्लान में बदलाव किया गया है। पहले 1450 बेड की अस्पताल बिल्डिंग बनाई जा रही थी, लेकिन मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अब 1700 बेड का अस्पताल बनाया जाएगा। नए अस्पताल को लेकर पिछले दिनों से भोपाल और इंदौर में अधिकारियों की बैठक हुई। इसमें तय हुआ कि अभी इसका बजट 773 करोड़ है, उसे भी बढ़ाया जाएगा। मरीजों की बढ़ती संख्या को लेकर अगले 50 साल को देखते हुए प्लान अपडेट किया है। दरअसल अभी रोज 2500 से ज्यादा मरीज ओपीडी में उपचार के लिए आते हैं। इसके अलावा ओपीडी में भी काफी मरीज रहते हैं। तीन ब्लॉक में बनेगी नई बिल्डिंग अस्पताल की नई बिल्डिंग तीन ब्लॉक में बनाई जाएगी। अभी मौजूदा बिल्डिंग में एक ही ब्लॉक में वार्ड, एडमिनिस्ट्रेशन, ट्रामा सेंटर सभी शामिल हैं। नई बिल्डिंग तल मंजिल सहित नौ मंजिला होगी। बिल्डिंग बनाने के लिए जिस जगह का चयन किया गया है, वहां से चाचा नेहरू, सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल, कैंसर अस्पताल काफी नजदीक रहेंगे। ऐसे में मरीजों को अस्पतालों में आने-जाने में भी सुविधाएं मिलने लगेगी। लोनिवि ने दी बिल्डिंग के रिनोवेशन की रिपोर्ट वर्तमान में एमवायएच की बेड क्षमता 1150 बेड की है। जर्जर होने के कारण अस्पताल की बिल्डिंग की दीवारों में अब जगह-जगह सीलिंग की समस्या आने लगी है। हाल ही लोक निर्माण विभाग ने भी इस पुरानी बिल्डिंग के रिनोवेशन की रिपोर्ट बनाई है। 1700 बेड के अस्पताल से मरीजों को फायदा मिलेगाडॉ. अरविंद घनघोरिया (डीन) ने बताया कि मप्र भवन निर्माण कार्पोरेशन लिमिटेड भोपाल द्वारा नियुक्त एजेंसी डिजाइन ऐड फोरम कंसल्टेंट न्यू दिल्ली ने काम शुरू कर दिया है। बिल्डिंग के साथ ही नया 550 बेड का नर्सिंग होस्टल, स्टाफ और मरीजों के अटेंडर के लिए वाहन पार्किंग का भी निर्माण प्रस्तावित है। 1700 बेड के अस्पताल निर्माण से मरीजों को फायदा मिलेगा। ये खबर भी पढ़िए... पूरे अस्पताल पर संकट; MY की उम्र 25 साल बची इंदौर का 77 साल पुराना एमवाय अस्पताल अब खुद बीमार और जर्जर होता जा रहा है। यह अस्पताल अंदर और बाहर दोनों ही ओर से कई समस्याओं से घिरा हुआ है। 1948 में महाराजा यशवंतराव होल्कर प्रथम द्वारा स्थापित इस गौरवशाली अस्पताल की हालत अब इतनी खराब हो गई है कि इसे ‘इलाज’ की जरूरत है। सरकार को इसके सुधार के लिए भारी रकम खर्च करनी पड़ेगी, वरना स्थिति और भी चिंताजनक हो सकती है। पढ़ें पूरी खबर...
अम्बेडकरनगर डीएम ने एनटीपीसी प्रभावितों से संवाद किया:दीपावली मिलन समारोह में दिया सहयोग का आश्वासन
अंबेडकरनगर में जिलाधिकारी अनुपम शुक्ला ने कलेक्ट्रेट परिसर में एनटीपीसी विस्तारीकरण परियोजना से प्रभावित और विस्थापित परिवारों के साथ रविवार देर रात दीपावली मिलन समारोह का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए। जिलाधिकारी ने उपस्थित परिवारों से आत्मीय संवाद स्थापित करते हुए कहा कि जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन हर समय उनके साथ खड़ा है। उन्होंने किसी भी समस्या या कठिनाई के लिए निःसंकोच कलेक्ट्रेट में संपर्क करने को कहा। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि प्रशासन का उद्देश्य प्रत्येक प्रभावित परिवार को सुरक्षा, सम्मान और सहयोग प्रदान करना है, ताकि कोई भी परिवार स्वयं को उपेक्षित महसूस न करे। उन्होंने बताया कि प्रभावित परिवारों को प्रधानमंत्री-मुख्यमंत्री आवास योजना का लाभ देने के साथ ही उन्हें जमीन का पट्टा भी दिया जाएगा। इस अवसर पर किसानों ने अपनी समस्याएं बताईं, जिस पर जिलाधिकारी ने उन्हें जिला प्रशासन से पूर्ण सहयोग का भरोसा दिलाया। दीपावली मिलन समारोह के दौरान जिलाधिकारी ने प्रभावित परिवारों के सदस्यों को अंगवस्त्र पहनाकर सम्मानित किया। उन्हें भेंट स्वरूप बर्तन, मिष्ठान और बच्चों को चॉकलेट भी वितरित किए गए, जिससे कार्यक्रम में आपसी सौहार्द और खुशियों का वातावरण बना रहा। कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक अभिजित आर. शंकर, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) डॉ. सदानंद गुप्ता, अपर पुलिस अधीक्षक (पश्चिमी) और उप जिलाधिकारी टांडा डॉ. शशि शेखर उपस्थित रहे। एनटीपीसी टांडा के कार्यकारी निदेशक जयदेव परीदा, महाप्रबंधक (परिचालन एवं अनुरक्षण) ए.एस. यादव, महाप्रबंधक (ईंधन प्रबंधन) राम नारायण त्रिपाठी और मानव संसाधन प्रमुख रजनीश खेतान सहित एनटीपीसी तथा जिला प्रशासन के अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
रतलाम कोर्ट ने 4 साल पहले हुई हत्या के मामले में पांच आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। साथ ही सभी पर 4-4 हजार का जुर्माना लगाया है। हत्या के बाद से 4 आरोपी गिरफ्तार होने के बाद से जेल में थे। एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। मामला गांव धराड़ का है। जहां दो अलग-अलग खेत में पाणत करने वाले युवकों में हुए विवाद में हत्या की गई थी। है। फैसला सप्तम अपर सत्र न्यायाधीश राजेश नामदेव ने दिया है। आरोपियों में भरत निनामा (29), जितेंद्र (25) पिता कैलाश वसुनिया दोनों निवासी निवासी-छोटा उंडवा (धार), राहुल (26) पिता वंशीलाल हुवर, निवासी नयाखेड़ा रतलाम, जगदीश (29) पिता सुखराम चारेल निवासी कमलपाड़ा रतलाम, सुरेश (30) पिता रामप्रसाद मुनिया निवासी पीपलीपाड़ा रतलाम शामिल हैं। अपर लोक अभियोजक समरथ पाटीदार ने बताया जगदीश पिता सुखराम निनामा धराड़ के दिनेश पाटीदार के खेत पर पाणत करने का काम करता था। पास के ही खेत पर भरत निनामा भी पाणत का काम करता था। इनमें आपसी विवाद काफी समय से चल रहा था। 18 फरवरी 2021 को इटावा माताजी की पहाड़ी के पास जगदीश निनामा की लाश मिली। इसके सिर में व दाढ़ी पर किसी धारदार हथियार की चोटें के निशान मिले। मुखबिर तंत्र से पकड़ाए थे आरोपीपुलिस ने मुखबिर तंत्र की सूचना पर आरोपियों को गिरफ्तार किया। इसमें आरोपियों के कपड़ों पर मृतक का खून मिला। जांच में आरोपियों व मृतक के मोबाइल की लोकेशन इटावा माताजी, बिलपांक व धराड़ के टॉवर पर हत्या के कुछ समय पहले एक ही जगह पर पाई। बाद में मृतक जगदीश व आरोपी भरत के बीच विवाद की बात भी सामने आई। लाश मिलने पर पंचनामा पर किए हस्ताक्षरहत्या के मामले में आरोपी भरत, राहुल, जगदीश व सुरेश हत्या के बाद गिरफ्तारी होने से अब तक जेल में ही हैं। वहीं एक अन्य आरोपी जितेंद्र को अब जेल भेजा है। इसमें से जगदीश और सुरेश जिस दिन लाश मिली उस दिन मौके पर ही थे। उन्होंने लाश मिलने के पंचनामा पर हस्ताक्षर किए थे।
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय (पूविवि), जौनपुर में सेमेस्टर परीक्षाओं की तैयारियां तेज हो गई हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन ने सभी विभागों को नवंबर के अंत तक पाठ्यक्रम पूरा करने के निर्देश दिए हैं, जिसके बाद दिसंबर के पहले सप्ताह से परीक्षाएं शुरू होने की संभावना है। विश्वविद्यालय परिसर में संचालित कई पाठ्यक्रमों में काउंसलिंग देर से शुरू हुई थी, जिसके कारण अभी तक पाठ्यक्रम पूरा नहीं हो पाया है। ऐसे विभागों को पाठ्यक्रम पूरा करने के लिए अतिरिक्त समय दिया जाएगा। परीक्षा नियंत्रक डॉ. विनोद कुमार सिंह ने बताया कि सेमेस्टर परीक्षाओं का कार्यक्रम नवंबर के अंतिम सप्ताह तक जारी कर दिया जाएगा। उन्होंने पुष्टि की कि दिसंबर के पहले सप्ताह से 25 से अधिक पाठ्यक्रमों की परीक्षाएं शुरू होने की उम्मीद है। परीक्षा विभाग द्वारा पत्र जारी होने के बाद परिसर के सभी विभागों में पठन-पाठन कार्य में तेजी आई है। शिक्षक छात्रों को समय पर पाठ्यक्रम पूरा कराने में जुटे हैं ताकि उन्हें किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
हमीरपुर में दो हादसों में दो बाइक सवार घायल:सड़क किनारे खड़े वाहनों से टकराए, हायर सेंटर रेफर
हमीरपुर में रविवार रात दो अलग-अलग सड़क हादसों में दो बाइक सवार गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों युवक सड़क किनारे खड़े वाहनों से टकरा गए। घायलों में से एक को कानपुर और दूसरे को जिला अस्पताल रेफर किया गया है। जानकारी के अनुसार, हादसे के समय किसी भी युवक ने हेलमेट नहीं पहना था। पहला हादसा हमीरपुर सदर कोतवाली क्षेत्र में सिटी फॉरेस्ट के पास हुआ। यहां जलालपुर थाना क्षेत्र के धरौंदा गांव निवासी 35 वर्षीय संदीप जो दीपावली का सामान खरीदकर बाइक से अपने गांव लौट रहा था। सिटी फॉरेस्ट के पास उसकी बाइक सड़क पर खड़े नगर पालिका के ट्रैक्टर-ट्रॉली से टकरा गई, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायल संदीप को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस ने उनके परिजनों को भी हादसे की जानकारी दी। जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद संदीप को कानपुर रेफर कर दिया गया। दूसरा हादसा मौदहा कोतवाली कस्बे में हुआ। यहां बैंक ऑफ बड़ौदा के पास रहने वाला 29 वर्षीय अंकित साहू अपनी तेज रफ्तार बाइक से सड़क किनारे खड़ी एक कार से टकरा गया। इस टक्कर में अंकित गंभीर रूप से घायल हो गया। राहगीरों की मदद से घायल अंकित को मौदहा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उसे भी जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।
चित्रकूट दीपोत्सव के अवसर पर धर्मनगरी चित्रकूट के पौराणिक महत्व की चर्चा की जा रही है। वाल्मीकि रामायण के अनुसार, त्रेता युग में भगवान श्रीराम के वनवास काल के दौरान श्रीकामदगिरि पर्वत ऋषि-मुनियों की धर्मसभाओं का प्रमुख केंद्र था। यह पर्वत मणि-माणिक, सुरम्य वनों और कलकल करती नदियों से सुशोभित था। इन धर्मसभाओं में प्रायः लोमश मुनि, अत्रि, वशिष्ठ, वामदेव, और्व, विश्वामित्र, दालभ्य, कपिल, सुतीक्ष्ण, दत्तात्रेय, सरभंग, गौतम, श्रृंगी और अगस्त्य ऋषि जैसे महान संत उपस्थित रहते थे। श्रीमद् भागवत पुराण में सुग्रीव, हनुमान, नील-नल, पनस, जामवंत, जाम्बवान, अंगद, मर्यद, केशरी, दधिमुख, सुषेण, गन्धमादन और कपिध्वज जैसे प्रमुख वानरों द्वारा भगवान श्रीराम की सेवा करने का भी वर्णन मिलता है। पद्म पुराण में श्रीकामदगिरि पर्वत के विस्तृत वर्णन के अनुसार, इसके मध्य स्थित सन्तानकश वन के केंद्र में ब्रह्माजी द्वारा निर्मित एक सरोवर था। इस सरोवर की उत्तर दिशा में कामना देवी विराजमान थीं। यहां इंद्रनील, महानील, कौस्तुभ मणि और पद्मराग जैसी असंख्य मणियां शोभायमान थीं। इसी वेदी के पूर्व में मंदार, दक्षिण में परिजात, पश्चिम में सन्तान और उत्तर में हरिचंदन नामक वृक्षों का उल्लेख मिलता है। श्रीकामदगिरि के पूर्वी द्वार से सरस्वती और शतुद्रष नदियां उद्गमित होकर प्रवाहित होती थीं। इन उद्गम स्थलों के समीप नंदन वन, प्रियाल, चंम्पक, अशोक, आम्र, देवदारु, हरिताल, तमाल, कृतमाल, शीशम, साखु, कुदाल, कदम्ब, परिजात और मंदार जैसे वृक्षों के सघन वन थे। पद्म पुराण में ही श्रीकामदगिरि पर्वत के दक्षिणी द्वार पर धर्मराज के विराजने का वर्णन है। यहां कृतमाला और ताम्रवर्णी नदियां उद्गमित होती थीं, जिनके तटों पर कदम्ब, किंसुक, एकोल, लवंग, पाटल, अशोक, मौलश्री, कुंद, स्वर्णछीरी, शतपत्र, बांस और चमेली के मनोरम वृक्ष थे। पर्वत के पश्चिमी द्वार पर वरुण भगवान विराजमान थे। पुण्य भद्र वन के समीप से चन्दभागा और कौशिकीय नदियां उद्गमित होती थीं। इन क्षेत्रों में कनेर, एकरज, आम्र, जामुन, पद्माक्ष, सुपारी, सरपत, बरगद, पीपल, भिलाचा, बिल्व, इमली, गुलाब, अशोक और बैर के वृक्ष बहुतायत में पाए जाते थे। श्रीकामदगिरि पर्वत की उत्तर दिशा में लोकपाल कुबेर का वास बताया गया है। इन्हीं के समीप सरयू और यमुना नदियों का उद्गम स्थल भी वर्णित है। यहां चैत्ररथ वन में हरीतिका, आमला, खजूर, भोजपत्र, केतकी, मालती, जूही, प्रतिका, नाग चंपक और हरिचंदन के वृक्षों के साथ-साथ नीले, लाल, पीले और सफेद कमल से सुशोभित सरोवर भी विद्यमान थे।
कोपिया शिव मंदिर 21 हजार दीपों से जगमगाया:बघौली ब्लाक में दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन
संतकबीरनगर: बघौली ब्लाक क्षेत्र के कोपिया शिव मंदिर के पोखरे पर रविवार देर शाम दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान 21,000 दीपकों की रोशनी से पूरा पोखरा जगमगा उठा। कार्यक्रम में जिलाधिकारी आलोक कुमार, पुलिस अधीक्षक संदीप कुमार मीणा, पूर्व विधायक राकेश सिंह बघेल, पूर्व विधायक जय चौबे और प्रमुख योगेंद्र प्रताप सिंह सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। जैसे ही लोगों ने एक-एक कर दीप जलाना शुरू किया, दृश्य अत्यंत मनमोहक हो गया। कार्यक्रम स्थल को विशेष रूप से सजाया गया था, जो आकर्षण का केंद्र बना रहा। अयोध्या से आए संतों ने शाम 6:30 बजे भव्य महाआरती के साथ शंखनाद किया, जिससे सरोवर स्थल गुंजायमान हो उठा और माहौल धार्मिक हो गया। पोखरे के चारों ओर मिट्टी और गाय के गोबर से बने दीयों को सजाकर रोशन किया गया था। आसमान में रंगबिरंगी आतिशबाजी ने भी लोगों का मन मोह लिया। इस अवसर पर जिलाधिकारी आलोक कुमार और पुलिस अधीक्षक संदीप कुमार मीणा ने दीप प्रज्वलन करते हुए कहा कि असत्य पर सत्य की विजय ही सच्चा दीपोत्सव है। उन्होंने यह भी कहा कि जिले में ऐसे कार्यक्रमों से मन को शांति मिलती है। पूर्व विधायक राकेश सिंह बघेल ने बताया कि भगवान श्रीराम के लंका विजय के बाद अयोध्या वापस आने पर दीपोत्सव मनाया गया था। उन्होंने कहा कि सदियों से जनमानस इसी परंपरा का निर्वहन करता आ रहा है और आज भी इसी कार्यक्रम को मनाने के लिए सभी लोग एकत्रित हुए हैं।इसी क्रम में पूर्व विधायक जय चौबे ने कहा कि दीपावली का पर्व शांति और एकता का परिचायक है। दीपक की रोशनी से अंधकार दूर करने से जीवन में उजाला आता है। प्रमुख प्रतिनिधि योगेंद्र प्रताप सिंह उर्फ बबलू सिंह ने कहा कि अंधकार को मिटाकर प्रकाश की ओर बढ़ने के लिए दीपोत्सव का विशेष महत्व है।
भास्कर अपडेट्स:असम के नलबाड़ी में 3.2 तीव्रता का भूकंप, 13 किलोमीटर की गहराई में था केंद्र
असम के नलबाड़ी जिले में सोमवार सुबह 5:54 बजे रिक्टर पैमाने पर 3.2 तीव्रता का भूकंप आया। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के मुताबिक, भूकंप 13 किलोमीटर की गहराई पर दर्ज किया गया। इससे पहले, शनिवार सुबह असम में एक और भूकंप आया था जिसकी तीव्रता 2.7 रिक्टर स्केल दर्ज की गई थी। एनसीएस के अनुसार, वह झटका सुबह 3:29 बजे महसूस किया गया था, जिसका केंद्र कछार ज़िले में 10 किलोमीटर की गहराई पर था।
ग्रेनो वेस्ट की कई सोसाइटियों में दीपावली पर पार्किंग और फ्लैटों की बालकनी में पटाखे जलाने पर रोक लगाई गई है। सोसाइटी की एओए या बिल्डर प्रबंधन ने इस संबंध में दिशा निर्देश जारी किए हैं। पटाखे जलाने के लिए सोसाइटी में अलग स्थान तय किए हैं, जहां पर निवासी पटाखे जला सकते हैं। पिछली साल दीपावली पर कई सोसाइटियों में आग लगने से कई घटनाएं हो चुकी हैं। ऐसे में सुरक्षा के मद्देनजर पार्किंग और बालकनी में पटाखे न जलाने के दिशा निर्देश दिए गए हैं। लोगों से कहा गया है कि वह घर जाते समय दिए जलाते हुए रखकर न जाएं। ऐस में डिवीनों, हवेलियां वैलेंसिया, आम्रपाली गोल्फ होम्स और किंग्स वुड सोसाइटी में दीपावली के समय सावधानी बरतने के लिए कहा गया है। हवेलियां वैलेंसिया के एओए अध्यक्ष विनय ने बताया कि लोगों से घरों से बाहर जाते समय मोमबत्ती और दीपक को जला न छोड़ने के अपील की गई है। इन सोसाइटियों में एहतियात की अपीलवेलेंशिया होम्स सोसाइटी, ऐस डिवीनों, हवेलिया वैलेंसिया, आम्रपाली गोल्फ होम्स और किंग्स वुड सोसाइटी, हवेलियां वैलेंसिया सहित कई अन्य सोसाइटी में एहतियात के लिए दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। 247 अग्निशमनकर्मी तैनात रहेंगेदीपावली पर आग की घटनाएं होने पर रोकथाम के लिए अग्निशमन विभाग ने रणनीति तैयार की है। विभाग के छोटे-बड़े 20 वाहन अलग अलग स्थानों पर तैनात होंगे। मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रदीप कुमार चौबे ने बताया कि जिले में कुल 12 फायर स्टेशन में चार एफएसओ और 163, फायरमैन समेत कुल 247 अग्निशमनकर्मी तैनात रहेंगे। अस्पताल में बर्न वार्ड बनाएजिला अस्पताल में 24 घंटे इलाज की सुविधा मिलेगी। यहां 15 बर्न वार्ड बनाए गए हैं। इसमें मामूली रूप से झुलसे लोगों का भी इलाज हो सकेगा। 10 बेड आईसीयू में आरक्षित रखे गए हैं। अस्पताल ने दो आपातकालीन नंबर भी जारी किए हैं। विशेषज्ञ डॉक्टर जरूरत पड़ने पर मरीजों के इलाज के लिए उपलब्ध होंगे। हेल्पलाइन नंबर
पुलिस के हाथ लगा हत्या के प्रयास का आरोपी:भाइयों के झगड़े में बोलने पर भाजपा नेता को मारी थी गोली
ग्वालियर के महाराजपुरा थाना पुलिस को रविवार रात बड़ी सफलता मिली है। पांच दिन पहले भाजपा नेता को गोली मारने वाले हत्या के प्रयास के आरोपी को पुलिस ने राइफल समेत गिरफ्तार कर लिया था। आरोपी अपने भाई से झगड़ा कर रहा था। भाजपा नेता बीच बचाव करने आया तो उसने गोली चला दी थी। गोली भाजपा नेता के गाल को रगड़कर निकली थी। घटना महाराजपुरा के डीडी नगर इलाके की थी। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। शहर के महाराजपुरा थाना के टीआई धर्मेंद्र सिंह यादव ने बताया कि पांच दिन पहले आनंद नगर निवासी रोबिन शर्मा अपने मित्रों के साथ डीडी नगर में अपने दोस्त रोहित गुर्जर से मिलने आए थे। जब वह दोस्त के घर पहुंचे तो पार्क में दोस्त और उसका भाई मोहित गुर्जर आपस में विवाद कर रहे थे। मोहित अपने भाई को गालियां दे रहा था। रोबिन ने दोनों को बीच बोलने की कोशिश की तो यह मोहित गुर्जर को पसंद नहीं आई। तभी मोहित अपनी थार से राइफल निकाल लाया और उस पर फायरिंग कर दी। गोली चलाते देखकर रोहित तो भाग गया था, लेकिन रोबिन के गाल में गोली लगी। गोली मारने के बाद आरोपी भाग गया। मामले का पता चलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर लिया था।लक्ष्मणगढ़ पुलिया के पास से पकड़ारविवार रात को पुलिस को सूचना मिली थी कि भाजपा नेता पर गोली चलाकर हत्या के प्रयास का आरोपी मोहित गुर्जर को लक्ष्मणगढ़ पुलिया के पास देखा गया है। इसके बाद से ही पुलिस उसकी तलाश में लगी थी। इसी बीच पता चला कि आरोपी लक्ष्मणगढ़ के पास देखा गया है, इसका पता चलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और उसे गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की निशानदेही पर उससे राइफल व थार जीप बरामद कर ली है।
मुक्तिधाम में एक तरफ चिता चल रही थी दूसरी तरफ दीपदान से श्मशान जगमगा गया। बच्चों से लेकर बड़े सभी सज-धज कर श्मशान में आतिशबाजी कर रहे थे। रंग-बिरंगी रांगोली बनाई गई। यह नजारा था रविवार रात शहर के त्रिवेणी मुक्तिधाम का। अपने पूर्वजों को याद करते हुए शहरवासी बड़ी संख्या में त्रिवेणी मुक्तिधाम पहुंचे। मुक्तिधाम को दीपों से रोशन कर आतिशबाजी कर दीपावली का त्योहार मनाया। यह नजारा त्रिवेणी मुक्तिधाम के अलावा शहर के अन्य मुक्तिधामों पर भी नजर आया। कई परिवार ऐसे भी थी काफी समय से आ रहे हैं तो कई पहली बार भी मुक्तिधाम में दीपदान करने पहुंचे। चेतना जोशी ने बताया सुना था पित्रों के साथ दीवाली मनाई जाती है। इसलिए हम भी यहां पहली बार आए हैं। दीपदान कर आतिशबाजी की है। आखरी समय सभी को यहीं पर आना है तो डर किस बात का। प्रेमलता प्रजापत ने बताया कि वह परिवार के साथ आई हैं। 17 साल से दीवाली पर मुक्तिधाम आ रहे हैं। पति की याद में और उनको मोक्ष मिलने इसी कामना के साथ आकर दीपदान किया जाता है। 2006 से शुरू हुआ सिलसिला रतलाम के मुक्तिधामों में दीपावली पर रोशन करने का सिलसिला 2006 से प्रेरणा संस्था द्वारा शुरू किया गया। शुरुआत में कम लोग आते थे। लेकिन अब काफी संख्या में शहरवासी अपने परिवार के साथ छोटे बच्चों को लेकर दीपावली के एक दिन पहले मुक्तिधामों में पहुंच दीपावली मनाते हैं। संस्था के गोपाल सोनी बताते हैं कि दीपावली के 5 दिवसीय उत्सव का दूसरा दिन जो नरक चौदस (यम चौदस) के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन हमारे वेद व शास्त्रों में उल्लेखित एक महत्वपूर्ण कार्य को हम सभी करना भूल जाते हैं। यह दिन है हमारे पूर्वजों को याद करने और यदि वे किन्ही कारणों से अंधकार में हैं तो उन्हें प्रकाश की और ले जाने की प्रार्थना करने का। वहीं हमारी हमारे पूर्वजों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होती है। क्योंकि आज हम जो कुछ भी हैं, उसमें हमारे पूर्वजों का योगदान एवं आशीर्वाद है। शास्त्रानुसार इस दिन हमें हमारे पूर्वजों की आत्मिक शांति के लिए यमराज को दीपदान करना चाहिए।
मुजफ्फरपुर जिले के गायघाट विधानसभा क्षेत्र में राजद विधायक निरंजन राय को शुक्रवार को स्थानीय लोगों के तेज विरोध का सामना करना पड़ा। घटना उस समय हुई जब विधायक अपने क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेने और पीड़ितों से मिलने पहुंचे थे। जैसे ही वे बाढ़ग्रस्त बेनीबाद और आसपास के गांवों में पहुंचे, लोगों ने उन्हें घेर लिया और सवाल दागने शुरू कर दिए।ग्रामीणों ने विधायक से सवाल किया —“पिछले पांच साल आप कहां थे? अब बाढ़ आई है तो क्यों आए हैं?”लोगों ने कहा कि जब वे परेशानी में थे तब कोई जनप्रतिनिधि उनका हाल जानने नहीं आया। ग्रामीणों का आरोप था कि बाढ़ राहत, सड़कों और नालों की सफाई को लेकर सिर्फ वादे किए गए, लेकिन जमीन पर कुछ नहीं हुआ। विरोध का वीडियो वायरल मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने विधायक से सवाल-जवाब के दौरान पूरे घटनाक्रम का मोबाइल से वीडियो रिकॉर्ड किया। वीडियो में कुछ ग्रामीण यह कहते सुने गए कि —“लक्ष्मण नगर का रोड देखा है? वहां जाना मुश्किल है।”जब कुछ लोगों ने वीडियो बनाना शुरू किया तो विधायक समर्थकों ने आपत्ति जताई, जिससे स्थिति और बिगड़ गई। समर्थकों और ग्रामीणों के बीच तीखी झड़प और नोकझोंक की नौबत आ गई। कुछ देर के लिए माहौल पूरी तरह तनावपूर्ण हो गया।लोगों का कहना था कि क्षेत्र में पिछले कई वर्षों से बाढ़ राहत की कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई है। हर साल बाढ़ आती है और जनप्रतिनिधि सिर्फ दौरे और आश्वासन तक सीमित रह जाते हैं। विवाद बेनीबाद और आसपास के इलाकों में घटना बेनीबाद और उसके आसपास के बाढ़ग्रस्त गांवों की बताई जा रही है। यहां के लोग बाढ़ और सड़कों की जर्जर हालत को लेकर लंबे समय से परेशान हैं। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि लक्ष्मण नगर रोड और बेनीबाद-गायघाट मार्ग में जगह-जगह गड्ढे हैं, जिससे आवाजाही मुश्किल हो गई है।स्थानीय लोगों ने कहा कि बाढ़ के दौरान घरों में पानी घुस गया है, मवेशी और राशन डूब गए हैं, लेकिन अब तक किसी तरह की राहत या सहायता नहीं मिली है। विधायक से संपर्क नहीं हो सका इस घटना को लेकर जब राजद विधायक निरंजन राय से उनका पक्ष जानने के लिए संपर्क करने की कोशिश की गई, तो उनसे संपर्क नहीं हो सका।हालांकि, स्थानीय राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि विधायक के इस दौरे का उद्देश्य आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए क्षेत्र में उपस्थिति दर्ज कराना था। स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया गांव के कई लोगों ने कहा कि उन्हें अब केवल वादों से भरोसा नहीं है। एक ग्रामीण संतोष कुमार ने कहा —“हर चुनाव में नेता आते हैं, तस्वीर खिंचवाते हैं, फिर पांच साल तक कोई नजर नहीं आता। अब जनता सब समझ चुकी है। ”घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें लोग बाढ़ग्रस्त इलाकों में विधायक को घेरकर सवाल करते दिखाई दे रहे हैं। कुछ लोग राहत की मांग करते नजर आए, जबकि कुछ ने उनकी मौजूदगी पर नाराजगी जताई।
ग्वालियर पुलिस के हाथ एक शातिर चोर लगा है। उसने दीपावली पर शहर के बाजारों में भीड़ के बीच में घुसकर एक दिन में 12 मोबाइल, एक सोने की चेन चोरी की है। वारदात करने के बाद वह वापस भागने की तैयारी में था, लेकिन तभी पड़ाव पुलिस की रेंडम चेकिंग में फंस गया। जब पुलिस ने इतने सारे मोबाइल देखे तो थाने लाकर पूछताछ की। पूछताछ में पता लगा कि चोर झारखंड का रहने वाला है। दीपावली पर ग्वालियर के बाजारों में घुसकर चोरी करने के लिए एक दिन पहले आया था। वारदात के बाद वापस भागता उससे पहले ही पकड़ा गया। पुलिस ने 12 मोबाइल, एक सोने की चेन बरामद कर ली है। फिलहाल पुलिस उससे विस्तार से पूछताछ कर रही है। शहर के पड़ाव थाना प्रभारी आलोक सिंह परिहार ने बताया कि रविवार को एसआई संतोष सिंह भदौरिया, आरक्षक चंद्रशेखर व अन्य पुलिस बल के साथ चेकिंग करते हुए जब वह होटल एम्बियंस के पास पहुंचे तो एक संदेही युवक दिखाई दिया। संदेही युवक पुलिस बल को देखकर घबरा रहा था और स्टेशन की ओर जाने लगा। शंका होने पर पुलिस उसके पास पहुंची और उसकी तलाशी ली तो उसके पास से एक दर्जन मोबाइल व एक सोने की चेन बरामद हुई। इतने मोबाइल एक साथ बरामद होने पर पुलिस का संदेह यकीन में बदल गया कि यह कोई मोबाइल चोर है। इस पर पुलिस ने थाना लाकर पूछताछ की तो पकड़े गए मोबाइल चोर की पहचान झारखंड निवासी गणेश महतो के रूप में हुई है।झारखंड से दीपावली पर चोरी करने आया था ग्वालियरपूछताछ में गणेश महतो ने पुलिस को बताया है कि वह झारखंड स्टेट से विशेष तौर पर बाजारों में चोरी करने ही ग्वालियर आया था। जब पुलिस ने उससे पूछा कि ग्वालियर ही क्यों आया तो उसका कहना था कि वह कुछ साल पहले ग्वालियर रहा है। यहां उसने बाजारों में भीड़ देखी है। इसलिए उसने ग्वालियर आकर एक दिन रुककर वारदात के बाद वापस जाने का प्लान बनाया था।पकड़ में नहीं आता तो निकल जाताचोरी के माल को लेकर वह ग्वालियर से भागने वाला था और स्टेशन जा रहा था, लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने उसे पकड़ लिया है। पुलिस जरा भी देर करती तो आरोपी मोबाइल और चेन लेकर भाग जाता। अब पुलिस के सामने यह भी चुनौती है कि वह पता लगाए कि यह मोबाइल कहां-कहां से चोरी हुए हैं। सोने की चेन कहां से चोरी हुई है। पुलिस का कहना है टीआई पड़ाव आलोक परिहार का कहना है कि पकड़े गए मोबाइल चोर से पूछताछ की जा रही है कि इससे पहले भी वह कभी ग्वालियर आया है और चोरी की है। यहां किस तरह आया और क्या सोचकर आया था।
अयोध्या रविवार की शाम भक्ति और आलोक से जगमगाई। सीएम योगी आदित्यनाथ ने सरयू तट पर मां सरयू की आरती की। लाखों दीपों से आलोकित अयोध्या में उन्होंने कहा कि रामभक्तों के लहू से लथपथ की गई यह नगरी आज दीपों के सागर में नहा रही है और यही नया भारत है, जो अपनी आस्था, अस्मिता और विकास तीनों में आत्मविश्वास से जगमगा रहा है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दीपोत्सव का यह नवां संस्करण उत्तर प्रदेश की नई पहचान है। उन्होंने रामभक्तों से स्मार्टफोन की लाइट जलाकर जय श्री राम का उद्घोष करने को कहा, जिससे पूरा पार्क ज्योति से जगमगा उठा। उन्होंने कहा कि डबल इंजन सरकार ने अयोध्या को अपमान से मुक्ति दिलाई है। पहले जो लोग आस्था का मजाक उड़ाते थे, राम भक्तों और कारसेवकों से पटी अयोध्या की गलियों को लहूलुहान करते थे, आज उन्हें 26 लाख 17 हजार से अधिक दीपों की यह रोशनी चुभ रही है। ये दीप स्थानीय प्रजापति और कुम्हार समुदाय के परिश्रम से बने हैं, जो रोजगार का स्रोत भी हैं। लेकिन राम द्रोही इसे पचा नहीं पा रहे। जनता को गुलामी की मानसिकता में धकेलने का प्रयास कर रहा विपक्ष सीएम योगी ने कहा कि श्री राम जन्मभूमि पर पहला दीप प्रज्ज्वलित करने का सौभाग्य उन्हें मिला। रामलला का भव्य मंदिर भारत की आस्था का सम्मान है, जो एक भारत-श्रेष्ठ भारत का प्रतीक है। उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि राम को नहीं मानने वाले, भक्तों पर गोलियां चलवाने वाले और अयोध्या को लहू लुहान करने वालों को यह रास नहीं आ रहा है। कहा कि ये लोग पहले सत्ता में रहकर दीपावली से दूरी बनाते थे, लेकिन सैफई में और कब्रिस्तान की बाउंड्री पर करोड़ों खर्च करते थे। अपने जन्मदिन पर बर्किंघम की बग्धी पर सवारी कर जनता को गुलामी की मानसिकता में धकेलते थे। अब वे फिर जातिवाद और विद्वेष के जाल में जनता को फंसाने की कोशिश कर रहे हैं। सीएम योगी ने कहा कि ऐसे रामद्रोही दीपोत्सव को कैसे पसंद करेंगे। सरकार बिना रुके, बिना झुके विकास की यात्रा जारी रखेगीसीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश अंधरे से उजाले की ओर बढ़ रहा है। दीपोत्सव जनता के सहयोग से वैश्विक पहचान बना रहा है। सरकार बिना रुके, बिना झुके विकास की यात्रा जारी रखेगी। भारत एक रहेगा तो कोई आस्था का अपमान नहीं कर पाएगा। सीएम योगी ने कहा कि लाखों श्रद्धालु इस कार्यक्रम के साक्षी बने, जो संतों, अधिकारियों और सलाहकारों की मेहनत का नतीजा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरे प्रदेशवासियों को दीपोत्सव व दीपावली की शुभकामनाएं दीं।
हजारीबाग के कटकमदाग थाना क्षेत्र के टाउन रेलवे स्टेशन के समीप एक युवक को अज्ञात अपराधियों ने गोली मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। घटना में कुद निवासी उमेश प्रजापति को निशाना बनाया गया है। उन्हें गंभीर हालत में स्थानीय निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों ने उनकी स्थिति नाजुक बताई। परिजनों के मुताबिक, उमेश रोज की तरह दूध बेचने के बाद घर लौट रहे थे, तभी रेलवे स्टेशन के पास पहले से घात लगाए बैठे हमलावरों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी। गोली लगने के बाद उमेश मौके पर गिर पड़े, स्थानीय लोगों ने तुरंत उन्हें अस्पताल पहुंचाया। कमर, चेहरे और जांघ में लगी तीन गोलियां डॉक्टरों के अनुसार, उमेश प्रजापति को कमर, चेहरे और जांघ में तीन गोलियां लगी हैं। अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टरों ने तुरंत ऑपरेशन कर गोलियां निकालीं, लेकिन लगातार खून बहने से उनकी हालत गंभीर बनी रही। परिजन और स्थानीय लोग बड़ी संख्या में अस्पताल में मौजूद रहे। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी अस्पताल पहुंचे और घायल से पूछताछ की कोशिश की, लेकिन उनकी स्थिति नाजुक होने के कारण बयान दर्ज नहीं किया जा सका। आज उसकी मौत हो गई है। जमीन विवाद बताया जा रहा कारण, छह लोगों पर आरोप परिजनों ने इस हमले के पीछे पुराने जमीन विवाद को कारण बताया है। उन्होंने दीपू गढ़ा निवासी राम प्रसाद राम, उनके बेटों पप्पू कुमार, शंभू कुमार, अविनाश कुमार, पवन कुमार और शंभू प्रजापति पर गोली चलाने का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि जमीन को लेकर दोनों पक्षों के बीच पहले भी कई बार विवाद और झड़पें हो चुकी हैं। पुलिस ने परिजनों के बयान पर मामला दर्ज कर आरोपितों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस ने शुरू की छापेमारी घटना की सूचना पर एडिशनल एसपी अमित कुमार, एसडीपीओ अमित आनंद, पुलिस निरीक्षक शाहीद रजा और थाना प्रभारी प्रमोद कुमार राय मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने घटनास्थल का मुआयना किया और अस्पताल जाकर उमेश की स्थिति की जानकारी ली। एएसपी अमित कुमार ने बताया कि अपराधियों की पहचान कर जल्द गिरफ्तारी की जाएगी। पुलिस ने आरोपितों के संभावित ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी है। स्थानीय लोगों के मुताबिक, पिछले कुछ महीनों से इलाके में जमीन विवाद को लेकर तनाव बना हुआ था। इस वारदात ने एक बार फिर से क्षेत्र में असुरक्षा की भावना बढ़ा दी है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।
नर्मदापुरम में दीपावली से पहले पुलिस जुआरियों की धरपकड़ पकड़ कर रही है। दो दिन में जिले की पुलिस ने 10 प्रकरणों में 39 जुआरियों को पकड़ा है। जिनसे 26,060 रुपए की नगद राशि जब्त की है। बनखेड़ी पुलिस ने 6 केस, पिपरिया, इटारसी और सिवनी मालवा थाना पुलिस ने अलग-अलग कार्रवाई की हैं। बनखेड़ी पुलिस द्वारा जुआ फड पर बड़ी कार्रवाई कर करते हुए कुल 6 प्रकरण दर्ज किए। पहले प्रकरण में आरोपी राजेश विश्वकर्मा (27) निवासी अन्हाई, सचिन ढ़िमोले (31) निवासी बारछी, गुड्डन कहार (34) निवासी बारछी, दिनेश चौधरी (30) निवासी खैरी रंधीर उक्त चारों आरोपियों से कुल 1990 रुपए नगद जब्त किया। दूसरे प्रकरण में आरोपी गंगाराम अहिरवार (32) अभिषेक अहिरवार (25), अंकुर मेहरा (23), वीरेन्द्र अहिरवार (28) सभी निवासी ग्राम अन्हाई, तीसरे प्रकरण में अशोक अहिरवार (30), भगवानदास अहिरवार (28), चैन सिंह गुर्जर (43), राहुल विश्वकर्मा (21) सभी निवासी ग्राम अन्हाई, चौथे प्रकरण में आरोपी प्रहलाद (40), पुरुषोत्तम (40), निवासी मालहनवाडा, तीरथ राय (52) निवासी पनागर जिला नरसिंहपुर, कोमल सिंह ठाकुर, मानसिंह (42), पांचवे प्रकरण में आरोपी सुनील ठाकुर (25) 2. मनोज ठाकुर(27), हेमंत ठाकुर (27), अमोल यादव (30), अखिलेश ठाकुर (28) सभी निवासी कोठरी, छठवें प्रकरण में आरोपी राहुल वंशकार (27), जसवंत ठाकुर (50), पप्पू ठाकुर (45), तेजराम ठाकुर (30), परसराम ठाकुर (30) सभी निवासी कोठरी। थाना पिपरिया पुलिस आरोपी सुनील ठाकुर, अंकित अहिरवार, दीपक कैथवास, अमन विश्वकर्मा, सोहेल खां, राजकुमार, इरफान पठान सभी निवासी सरदार वार्ड पिपरिया को गिरफ्तार कर 3390 रुपए नगद जब्त किए। इटारसी पुलिस ने दो दर्ज कर कुनाल यादव (20) निवासी बंगाली कॉलोनी इटारसी, स्वयं यादव (20) निवासी खेड़ापति मंदिर के पीछे इटारसी, अनिकेत विश्वकर्मा (19) निवासी मातापुरा इटारसी कुल 1450 रुपए नगद, दूसरे प्रकरण में आरोपी प्रेम ठाकुर (18) वर्ष निवासी तालाब मोहल्ला खेड़ा इटारसी, राकेश यादव (18) निवासी मातपुरा खेड़ा इटारसी, सिवनी मालवा थाना पुलिस द्वारा जुआरी आरोपी वसीम खान (24) वर्ष निवासी सिवनी मालवा, रिंकू कुचबंदिया (39),सुखनंदन उर्फ मोनू धुर्वे (18), निखिल कुरेले (18) तीनों निवासी दो पीपल बाबा कॉलोनी सिवनी मालवा के कब्जे से 8300 रुपए नगद एवं 52 तास के पत्ते जब्त केस दर्ज किया। इस प्रकार तीनों अनुभागों में की 39 जुआ के आरोपियों 26,060 रुपए की राशि जब्त कर 10 प्रकरण दर्ज किए गए।
छत्तीसगढ के बस्तर की आराध्य देवी मां दंतेश्वरी को आज 7 प्रकार की जड़ी बूटी के पानी से स्नान कराया गया है। कतियार समाज के लोगों ने दिवाली के दिन यह विधान पूरा कर करीब 800 साल से चली आ रही परंपरा निभाई। मान्यता है कि ऐसा करने से शुद्धिकरण होता है। वहीं देवी के मंदिर में विशेष पूजा अर्चना कर सबसे पहले दिवाली का त्योहार मनाया गया है। आज माता के दर्शन करने लोगों की भी भीड़ उमड़ी है। दरअसल, दिवाली से ठीक एक दिन पहले दंतेवाड़ा जिले के कतियार समाज के लोग जंगल से जड़ी बूटी लेकर आए। समाज की माने तो इस जड़ी बूटी का नाम नहीं बताया जाता और न ही इसकी पहचान बताई जाती है। यह जड़ी बूटी काफी रेयर है। यानी मुश्किल से ही जंगलों में मिलती है। जिसकी पहचान सिर्फ कतियार समाज के सदस्य ही कर पाते हैं। इसलिए इसका नाम और पहचान गुप्त रखा जाता है। समाज के सदस्य शिवचंद कतियार ने बताया कि, हर साल की तरह इस साल भी एक दिन पहले 7 अलग-अलग तरह की जड़ी बूटी लाई गई। जिसे रात में हंडी में डालकर उबाला गया था। वहीं आज दिवाली के दिन इसी जड़ी बूटी पानी से देवी दंतेश्वरी समेत मंदिर में स्थित अन्य देवी-देवताओं की मूर्ति को स्नान करवाया गया। शिवचंद कहते हैं कि ऐसा करने से शुद्धिकरण होता है। जड़ी बूटी की फोटो-वीडियो लेना भी मना जिस 7 जड़ी बूटी से स्नान करवाया जाता है इसकी फोटो-वीडियो बनाने की भी अनुमति नहीं होती। यहां तक कि जिस जगह इसे उबाला जाता है, वहां भी किसी दूसरे को प्रवेश करने नहीं दिया जाता है। समाज का कहना है कि ये परंपरागत रस्में हैं, जो पुरखों के समय से चली आ रही है, जिसे हम निभा रहे हैं। इसलिए गोपनीयता बनाए रखते हैं। पुजारी बोले- रोग मुक्त के लिए भी आता है काम मंदिर के पुजारी लोकेंद्र नाथ जिया ने कहा कि, देवी-देवताओं को स्नान करवाने के बाद जो जड़ी बूटी पानी बचता है उसे भक्तों को भी दे दिया जाता है। मान्यता है कि यदि किसी को कोई रोग हो या फिर कोई कष्ट हो तो वो भी इससे दूर हो जाता है। बस्तर की आराध्य देवी हैं मां दंतेश्वरी बता दें कि, मां दंतेश्वरी बस्तर की आराध्य देवी हैं। 52 शक्तिपीठों में से एक दंतेवाड़ा में मां दंतेश्वरी का भव्य मंदिर है। हर साल लाखों की संख्या में भक्त माता के दर्शन के लिए यहां पहुंचते हैं। नवरात्र से लेकर नए वर्ष और किसी भी त्योहार के समय यहां परंपरा अनुसार अलग-अलग विधान किए जाते हैं। ...................................... यह खबर भी पढ़ें... शारदीय-नवरात्रि...मां दंतेश्वरी को पहनाए गए स्वर्ण आभूषण: बम्लेश्वरी देवी को लगेंगे 56 भोग, रायपुर में भक्तों की भीड़, बिलासपुर में प्रदेश का सबसे बड़ा पंडाल देशभर में सोमवार से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो गई है। सुबह से शाम तक देवी मंदिरों में पूजा-अर्चना होती रही। छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध देवी मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालु मां के दर्शन के लिए पहुंचे। मंदिर परिसरों को आकर्षक लाइट, रंग-बिरंगे फूलों से सजाया गया है। पढ़ें पूरी खबर...
आज (20 अक्टूबर) पूरे देश में दिवाली बनाई जा रही है। इस दिन भगवान राम वनवास पूरा कर वापस अयोध्या लौटे थे। पूरी अयोध्या दीपों से जगमगा उठी थी। अलग-अलग धर्मों में इस पर्व को अपने-अपने तरीके से मनाया जाता है। साथ ही अलग-अलग मान्यताएं भी हैं। सबसे पहले जानिए कौनसे धर्म में दीपोत्सव पर क्या खास... गौतम बुद्ध पिता के कहने पर कपिलवस्तु आए थेबौद्ध समाज में दीपावली का महत्व गौतम बुद्ध और सम्राट अशोक से जुड़ा हुआ है। बौद्ध समाज में दीपावली का पर्व दीपदान उत्सव के रूप में मनाया जाता है। समाज से जुडे़ लोग धम्म ज्योति बुद्ध विहार में साधना करते हैं। कोटा के खेड़ली फाटक स्थित बौद्ध विहार के संस्थापक धम्माचार्य डॉ. एचएन बुद्ध ने बताया- जब सिद्धार्थ गौतम को बोधि प्राप्ति हुई और उसके उन्हें पहली बार पिता ने कपिलवस्तु बुलाया। वे पिता के बुलावे अपने बौद्ध संघ के साथ वहां पहुंचे। पिता ने कपिलवस्तु को दीपों से सजाया और उत्सव मनाकर उनका स्वागत किया गया। यह महोत्सव इस दिन से जुड़ा हुआ है। धम्माचार्य डॉ. एचएन बुद्ध ने बताया- दूसरा प्रसंग सम्राट अशोक से जुड़ा हुआ है। कलिंग युद्ध के बाद सम्राट अशोक बहुत व्यथित हुए थे। युद्ध में उनके कई सैनिक मारे गए थे। कई दिन शोक में रहने के बाद उन्हें बौद्ध भिक्षु की दीक्षा लेकर शांति मिली। दीपावली के दिन ही बौद्ध भिक्षु बनकर पहली बार मगध पहुंचे थे। जनता ने उनकी आने के खुशी में दीप जलाए थे। इससे पहले उन्होंने भगवान बुद्ध की अस्थि पर बने बुद्ध विहार में से 8 विहार से अस्थियों को निकालकर उनको बारीक कर 84 हजार बुद्ध विहारों की स्थापना की थी। जो आज के म्यांमार, पाकिस्तान, अफगानिस्तान में निर्माण किए गए। कार्तिक अमावस्या को उन बुद्ध विहारों को दीपों से सजाया गया था। तब से ही यह दीपदान उत्सव के रूप में मनाया जाता है। भगवान महावीर का निर्वाण, 108 किलो का लडडू चढ़ता हैजैन समाज में भी दीपावली का दिन यानी कार्तिक अमावस्या अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। जैन समाज उत्साह उमंग के बीच भगवान महावीर का निर्वाण दिवस मनाता है। जैन समाज के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर का मोक्ष निर्वाण कार्तिक अमावस्या पर दीपावली के दिन हुआ था। दादाबाड़ी नसियां जी मंदिर के अध्यक्ष जम्बुकुमार जैन ने बताया- कार्तिक अमावस्या को महावीर भगवान को मोक्ष प्राप्त हुआ था। इसी दिन उनके शिष्य गौतम गणधर को ज्ञान प्राप्त हुआ था। 30 साल की उम्र में उन्होंने घर त्याग कर तपस्या की थी। इस दिन समाज के लोग अपने घर दीये जलाकर रोशनी करते हैं। जिनालयों में पूजन और अनुष्ठान होता है। भगवान महावीर को निर्वाण का लड्डू अर्पित किया जाता है। जम्बुकुमार जैन ने बताया- इस दीवाली पर 21 अक्टूबर को भगवान महावीर को 108 किलो लड्डू निर्वाण का चढ़ेगा। इसमें अलग-अलग निर्वाण लडडू चढ़ेंगे। इसमें सबसे बड़ा 24 किलो का होगा। उन्होंने बताया- लड्डू गोल होता है। इसका अर्थ होता है, जिसका न आरंभ न अंत है। अखंड लड्डू की तरह आत्मा होती है। इसका न आरंभ होता है और न ही अंत होता है। जैन धर्म में लक्ष्मी का अर्थ होता है निर्वाण, सरस्वती का अर्थ होता है केवल ज्ञान, इसलिए इस दिन सुबह जैन मंदिरों में भगवान महावीर स्वामी का निर्वाण उत्सव मनाते समय भगवान की पूजा में लड्डू चढ़ाए जाते हैं। सुबह पांच बजे पूजा होती है। घरो पर दीपक जलते है। विशेष पूजन किया जाता है। सिख समाज में बंदीछोड़ दिवस के रूप में मनाते हैं दीपावलीसिख समाज के लिए भी दीपावली पर्व का विशेष महत्व है। सिख समाज में दीपावली को बंदी छोड़ दिवस के रूप में मनाया जाता है। कोटा सेंट्रल श्री गुरुसिंह सभा के अध्यक्ष तरूमीत सिंह बेदी ने बताया- मुगल बादशाह जहांगीर ने छठे धर्मगुरु हरगोबिंद सिंह साहब सहित 52 हिंदू राजाओं को ग्वालियर के किले की जेल से कैद से रिहा किया था। इनको जब रिहा किया गया तो कार्तिक अमावस्या की रात थी। गुरु साहिब ने इन राजाओं के सम्मान में एक विशेष वस्त्र बनवाया। इसकी 52 कलियां थीं। हर राजा ने एक-एक कली पकड़कर किले से बाहर निकले। इससे उन्हें बंदी छोड़ के नाम से जाना जाने लगा। ऐसे में 1619 से इसे बंदी छोड़ दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को सिख समाज उत्सव के रूप में मनाते हैं। कोटा के अगमगढ़ गुरुद्वारे में इस दिन कई संगत आती हैं। गुरुद्वारे में दीप जलाए जाते हैं। शाम को आतिशबाजी होती है। बंदी छोड़ दिवस को नानकशाही कैलेंडर में औपचारिक रूप से अपनाया गया था। इस दिन अखंड पाठ होते हैं। सिंधी समाज में बही-खाते और हठरी का पूजनसिंधी समाज में दीपावली पर हिंदू रिति रिवाज के साथ कुछ परंपराएं भी निभाई जाती हैं। पूज्य सिंधी जनरल पंचायत के कोटा शहर अध्यक्ष ओम आडवाणी ने बताया- त्योहार में सभी कार्य हिंदू रिति रिवाज से ही होते हैं। लेकिन दो तीन अलग परंपरा है। इसमें दिवाली वाले दिन रात को बही-खाते की पूजा करते हैं। साथ ही मंदिर में हठरी पूजन किया जाता है। हठरी मिट्टी की संरचना बनाई जाती है। इसके मंदिर में रखकर उसकी पूजा की जाती है। यह हटरी बच्चों और बड़ों के नाम की रखी जाती है। सिंधी समाज के लोग दीपावली के दिन अपने घरों में लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा तो करते ही हैं। साथ ही भगवान झूलेलाल की पूजन किया जाता है। पूजन के बाद दीपदान किया जाता है। दीपावली के बाद दौज के दिन मंदिर पर समाज का भंडारा होता है। भगवान का बेहराणा निकाला जाता है। बंगाली समाज में आधी रात काली की पूजाबंगाली समाज में दीपावली पर मां काली की विशेष पूजा अर्चना की परंपरा है। कोटा के छावनी बंगाली कॉलोनी के निशिकांत बाला ने बताया कि दीपावली की अमावस्या को काली माता मंदिर में रात 12 बजे मां की विशेष पूजा अर्चना होती है। मां की आरती की जाती है। समाज की महिला इस दिन व्रत रखती है। मंदिर में 108 दीए जलाए जाते हैं। उसके बाद सुबह 4 बजे महिलाएं खिचड़ी प्रसाद से व्रत खोलती हैं। वहीं मलयाली समाज में दीपावली को धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन समाज के लोग अपने इष्टदेव अय्यपा की पूजा करते हैं। घरों में रंगोली और दीप मालाएं सजाई जाती हैं। मंदिर में दीपदान किया जाता है। मंदिर को रोशनी से सजाया जाता है। स्केच: संदीप पाल
इस साल दीपावली सोमवार, 20 अक्टूबर को मनाई जा रही है। इस बार पर्व को लेकर पिछले साल की तरह कोई भ्रम नहीं है। आज दोपहर 2 बजकर 27 मिनट पर अमावस्या शुरू होगी और रात में प्रदोषकाल व मध्यरात्रि में अमावस्या रहने के कारण लक्ष्मी-पूजन आज ही किया जाएगा।21 अक्टूबर मंगलवार को अमावस्या तिथि दोपहर 15:56 बजे तक रहेगी। इस दिन पितरों का श्राद्ध एवं दान पुण्य करना चाहिए। सूर्यास्त के बाद प्रदोषकाल में अमावस्या नहीं होने से इस दिन दीपावली लक्ष्मीपूजा का मुहूर्त नहीं मिलेगा। जयादित्य पंचांग के संपादक पंडित अमित शर्मा ने बताया कि दीपावली में लक्ष्मी पूजा के तीन काल सबसे महत्त्वपूर्ण माने गए हैं—प्रदोषकाल, वृष लग्न और सिंह लग्न। सूर्यास्त के लगभग 72 मिनट बाद तक प्रदोषकाल रहता है। इसी समय वृष लग्न का योग बनता है और ढलती रात में सिंह लग्न आता है। इन तीनों में से प्रदोषकाल और वृष लग्न को पूजा के लिए सर्वश्रेष्ठ माना गया है। दीपावली के सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त रात्रि में लक्ष्मीपूजा के श्रेष्ठ मुहूर्त रात्रि के शुभ चौघड़िया व्यापारिक प्रतिष्ठानों और दुकानों के लिए दिन के श्रेष्ठ मुहूर्त अन्य शहरों के दीपावली लक्ष्मी पूजन मुहूर्त शहर प्रदोष काल वृष लग्न दिल्ली 05:44 - 08:08 07:09 - 09:05वाराणसी 05:22 - 07:54 06:51 - 08:48जयपुर 05:49 - 08:13 07:20 - 09:16मुंबई 06:10 - 08:34 07:43 - 09:42 पंडित शर्मा के अनुसार, दीपावली पर लक्ष्मी-पूजन प्रदोषकाल या वृष लग्न में करने से मां लक्ष्मी की कृपा सबसे ज्यादा मानी जाती है। उन्होंने बताया कि जो व्यापारी और गृहस्थ शाम के समय पूजा नहीं कर पाते, वे निशीथ या मध्यरात्रि मुहूर्त में भी लक्ष्मी-पूजन कर सकते हैं।
भिंड जिले में दीपोत्सव पर्व की रौनक है। रविवार को छोटी दीपावली के अवसर पर जिलेभर में मंदिरों, घरों और गलियों में दीपों की जगमग रोशनी फैल गई। कालका माता और तालेश्वर महादेव मंदिरों पर भक्तों ने हजारों दीप जलाकर आस्था का अनोखा संदेश दिया। आज (सोमवार) लक्ष्मी पूजन के साथ दीपावली पर्व का मुख्य उत्सव मनाया जाएगा, जिसके लिए घर-द्वार सजाए जा चुके हैं। रविवार को रन क्षेत्र स्थित बघेली बहादुरपुरा के कालका माता मंदिर पर भव्य दीपोत्सव का आयोजन किया गया। श्रद्धालुओं ने यहां 2 लाख 51 हजार दीप जलाकर देवी मां के चरणों में अपनी श्रद्धा अर्पित की। दीपमालाओं की जगमगाहट से पूरा मंदिर परिसर प्रकाशमय हो उठा। इस अवसर पर संत समाज के जिला अध्यक्ष संत कालिदास महाराज सहित बड़ी संख्या में समाजसेवी और भक्त मौजूद रहे। इससे पहले राम रथ यात्रा भिंड शहर से रवाना होकर मंदिर पहुंची, जहां श्रद्धालुओं ने दीप जलाकर एक-दूसरे को छोटी दीपावली की शुभकामनाएं दीं। वहीं लहार कस्बे के भाटन ताल स्थित तालेश्वर महादेव मंदिर पर भी भक्तों ने 51 हजार दीप जलाकर छोटी दीपावली का पर्व मनाया। मंदिर परिसर की रोशनी ने ताल क्षेत्र को स्वर्णिम आभा से भर दिया। श्रद्धालु रवि पाराशर ने बताया कि दीपोत्सव में सैकड़ों लोग शामिल हुए और भगवान महादेव से सुख-समृद्धि की कामना की। जिलेभर में “एक दीप शहीदों के नाम” कार्यक्रम भी आयोजित हुए, जिनमें लोगों ने दीप जलाकर राष्ट्र के वीरों को नमन किया। आज शाम लक्ष्मी पूजा के साथ दीपावली का मुख्य पर्व मनाया जाएगा। लोगों ने अपने घरों की सफाई, रंगोली और सजावट पूरी कर ली है। बाजारों में चहल-पहल बनी हुई है और घर-द्वार रोशनी से जगमगा उठे हैं।
चित्तौड़गढ़ जिले के मंगलवाड़ थाना क्षेत्र में एक नर्सरी में पानी से भरे गड्ढे में एक महिला की लाश तैरती हुई मिली। जैसे ही ग्रामीणों की नजर शव पर पड़ी, इलाके में अफरा-तफरी मच गई। लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को बाहर निकलवाया। घटना रविवार रात की बताई जा रही है। पुलिस और ग्रामीणों की मदद से शव बाहर निकालासूचना मिलने पर बड़ीसादड़ी डीएसपी कुलदीप देशराज और मंगलवाड़ थानाधिकारी भगवान लाल अपने जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से शव को पानी से बाहर निकाला। शव दो से तीन दिन पुराना बताया जा रहा है। पहचान के प्रयास जारीथानाधिकारी भगवान लाल ने बताया कि मृतका की अभी पहचान नहीं हो पाई है। महिला की तस्वीर आसपास के सभी पुलिस थानों में भेजी गई है ताकि शिनाख्त की जा सके। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर भी महिला की फोटो साझा की गई है। फिलहाल शव को जिला हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखवाया गया है। 35 साल की बताई जा रही है उम्रपुलिस के अनुसार मृतका की उम्र करीब 30 से 35 साल के बीच है। उसका रंग सांवला और शरीर पतला-दुबला है। महिला ने पीले रंग की कुर्ती पहनी हुई थी और दोनों हाथों में लाल प्लास्टिक की चूड़ियां थीं। उसके हाथ में एक पीली प्लास्टिक की थैली भी मिली, जिसमें एक छाता और एक शॉल रखी थी। पुलिस का कहना है कि महिला का मुंह थोड़ा खुला हुआ था, संभव है कि पानी में रहने के कारण जीव-जंतुओं ने काटा हो। फिलहाल हादसा मान रही पुलिसथानाधिकारी भगवान लाल ने बताया कि शुरुआती जांच में हत्या जैसी कोई बात सामने नहीं आई है। फिलहाल यह मामला एक हादसा लग रहा है। महिला की पहचान होने के बाद ही आगे की जांच की दिशा तय की जाएगी। पुलिस कर रही हर एंगल से जांचघटना की खबर फैलते ही आसपास के गांवों में तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गईं। कोई इसे आत्महत्या बता रहा है तो कोई दुर्घटना। पुलिस फिलहाल हर पहलू से जांच में जुटी है और आसपास के गांवों से संपर्क कर महिला की पहचान का कोशिश कर रही है। फिलहाल पोस्टमॉर्टम पहचान होने के बाद की जाएगी।
पंजाबी सिंगर बब्बू मान का तीन दिन पहले लॉन्च हुए नए गीत पर पंजाब में कॉन्ट्रोवर्सी पैदा हो गई। गीत के बोल और म्युजिक को लोग खूब पसंद कर रहे हैं, लेकिन गीत के टाइटल को लेकर हिंदू संगठनों के साथ साथ उनके फेंस में भी रोष है। फेंस कमेंट बॉक्स में टाइटल को लेकर विरोध भी जता रहे हैं। पंजाब में अक्सर जब भी कोई बड़ी घटनाएं होती हैं तो अलग-अलग संगठनों द्वारा काली दिवाली मनाने की बात की जाती है। बब्बू मान ने दिवाली से ठीक तीन दिन पहले अपना गीत लॉन्च किया और उसका टाइटल 'ब्लैक दिवाली' रख दिया। गीत के टाइटल पर हिंदू संगठनों के नेता और उनके फेंस सवाल खड़े कर रहे हैं। दिवाली हिंदुओं की आस्था का प्रतीक शिव सेना नेता अमित अरोड़ा ने बब्बू मान के गीत के टाइटल पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि दिवाली को काली कहना या लिखना यह सनातनियों की आस्था के साथ खिलवाड़ है। उनका कहना है कि दिवाली सनातन की आस्था का प्रतीक है। इस दिन भगवान राम अयोध्या लौटकर आए थे। फेंस की अपील, गीत का टाइटल बदले बब्बू मान इंस्टाग्राम पर फेंस ने बब्बू मान को लिखा है कि वो उसके फैंस हैं। जो गीत लॉन्च किया है उसके बोल भी अच्छे हैं लेकिन टाइटल हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाता है। उन्होंने कमेंट में लिखा है भाजी प्लीज गाने का टाइटल बदल दो। यूट्यूब पर 5.92 लाख लाइक्स, 5923 कमेंट यू ट्यूब पर तीन दिन पहले बब्बू मान ने अपने ऑफिशियल चैनल पर लांच किया। इस गीत को उनके फेंस खूब प्यार दे रहे हैं। यू ट्यूब पर इस गीत पर 5.92 लाख लाइक्स आ चुके हैं और 5923 कमेंट हो चुके हैं। इंस्टाग्राम पर अपलोड रील पर 93.8 हजार लाइक्स इंस्टाग्राम पर बब्बू के इस गीत की एक रील पर 93.8 हजार लाइक्स आए हैं जबकि 6261 लोगों ने कमेंट किया है और 13.3 हजार लोगों ने इसे शेयर किया है।
सिरसा जिले में स्कूल फ्रेंड लड़का-लड़की दोनों अपने-अपने घर से फरार हो गए। दोनों ही प्रेमी करीब 5 दिनों तक एक-साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रहे। वो भी धर्मशाला व अन्य पर रहे। दोनों घर से भी बस से निकले थे और बस से सफर करते हुए सिरसा से फतेहाबाद, टोहाना, भूना और झज्जर एरिया में ठहरे। जब पुलिस को लोकेशन से ट्रेस करवाने पर पता चला तो दोनों पकड़े गए। पुलिस जांच में यह सामने आया है कि लड़की नाबालिग है। युवक नाबालिग के साथ स्कूल में पढ़ा-लिखा है। स्कूल में ही उनकी मुलाकात हुई और उनकी आपस में बातचीत होने लगी। करीब 4 से 5 माह से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। इसका घरवालों को पता चल गया तो इस पर ऐतराज जताया। 10वीं पास करने के बाद लड़की ने स्कूल जाना छोड़ दिया था। युवक भी स्कूल छोड़ गया और घर रहने लगा। बाद में उनकी फोन पर बातचीत होने लगी। दोनों एक ही गांव के रहने वाले पुलिस के अनुसार, लड़की की उम्र 16 साल है और युवक की उम्र 24 साल है। दोनों एक ही गांव के रहने वाले हैं और आपस में शादी करना चाहते थे। मगर घरवाले माने नहीं। दोनों मौका पाकर एक दिन घर से फरार हो गए। दोनों के पास बाहर रहने का स्थायी ठिकाना नहीं था और न ही पैसों का जुगाड़ था। ऐसे में युवक लड़की को पुलिस थाने के पास छोड़कर चला गया, जिसके बाद उसे पुलिस ने काबू कर लिया। परिजनों दर्ज करवाई थी गुमशुदगी रिपोर्ट हालांकि मामले में 12 अक्टूबर को पीड़िता की मां ने पुलिस को गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी। 11 अक्टूबर को लड़की घर से मिसिंग हुई थी। गांव के ही एक युवक पर बहला-फुसलाकर ले जाने का आरोप लगाया था। लड़की बरामद करने के बाद पुलिस ने उसकी काउंसलिंग करवाई और मेडिकल जांच करवाई। इसके बाद पुलिस ने आरोपी युवक के खिलाफ नाबालिग लड़की से रेप करने ओर पोक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया। डर से लड़की को वापस लेकर पहुंचा पुलिस के अनुसार, जब युवक को लड़की के घरवालों द्वारा पुलिस को शिकायत देने का पता चला और लड़की के नाबालिग होने पर कार्रवाई होना तय है। इस डर से युवक लड़की को झज्जर से लेकर वापस सिरसा पहुंचा और थाने से कुछ दूरी पर छोड़ दिया। उसके बाद लड़की ने पुलिस को आपबीती बताई। मामले में जांच जारी : प्रभारी डिंग थाना प्रभारी प्रदीप कुमार ने बताया कि लड़की की काउंसलिंग करवाई जा रही है। युवक और लड़की दोनों एक दूसरे से संपर्क में थे। युवक उसे बहला-फुसलाकर भगाकर अपने साथ ले गया। दोनों ही पांच से छह दिन तक बाहर एक साथ रहे, मामले में जांच जारी है।
दीपावली पर्व पर पटाखों की डिमांड बढ़ी है। जिस कारण व्यापारियों ने पटाखों का बड़ी मात्रा में स्टाक कर रखा है। जबकि रहवासी इलाकों में पटाखा के स्टाक कर प्रतिबंध लगाया गया है। ऐसे में सागर में रविवार को प्रशासन को सूचना मिली कि खुरई रोड पर स्थित ताले वाले की दुकान के पास गोदाम में बड़ी मात्रा में पटाखा रखा है। सूचना मिलते ही प्रशासन की टीम पुलिस के साथ मौके पर पहुंची। गोदाम पर दबिश दी। जहां पर 500 किलो से अधिक के पटाखा रखे पाए गए। तहसीलदार राहुल गौड़ ने बताया कि कलेक्टर ने निर्देश जारी किए हैं कि भारत सरकार से जारी पत्र में स्पष्ट निर्देश है कि कोई भी लाइसेंसधारी विक्रेता घनी बस्ती में पटाखा का अधिक अपनी दुकान पर भंडारित कर विक्रय नहीं करेगा। इसी के चलते रमेश ताले वाले के गोदाम पर कार्रवाई की गई। दुकान के पास वाले कमरे में 500 किलो से अधिक के पटाखे पाए गए। कार्रवाई करते हुए तत्काल कमरे को सील किया गया है। साथ ही दुकानदार को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।