झांसी के बड़े कारोबारी के षुरूम पर गुरुवार को सेंट्रल GST टीम ने छापा मारा है। बीते 12 घंटे से अधिकारी लगातार यहां दस्तावेज खंगालने में जुटे हैं। पूरा बाजार बंद होने के बाद भी टीम शोरूम में छानबीन कर रही है। यहां काम करने वाले वर्कर भी अंदर ही मौजूद हैं, रात 12 बजे तक यहां सेंट्रल जीएसटी के अधिकारी टैक्स में गड़बड़ी पकड़ने की कवायद में जुटे हैं। बता दें कि नवाबाद थाना क्षेत्र के झोकनबाग इलाके में हार्डवेयर और प्लाईवुड की7 tutui6 थोक की दुकाने और गोदाम हैं। यहीं झोकनबाग से जेल चौराहा जाने वाले रास्ते पर पेट्रोल पंप के सामने ही जय मां दुर्गे हार्डवेयर और जय मां अंबे प्लाईवुड नाम से बड़े शोरूम हैं। इन्हीं शोरूम को लेकर सेंट्रल जीएसटी को इनपुट मिला था कि यहां टैक्स में गड़बड़ी की जा रही है। इसी के बाद टीम गुरुवार को यहां छापा मारने पहुंची और दस्तावेज कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी। इसके साथ ही यहां से टीम ने तीन बोरों में दस्तावेज जुटाए और उन्हें अपनी गाड़ी में डाल लिया। लेकिन, टीम मुतमईन नहीं थी। इसके बाद फिर से सर्च शुरू किया गया। कमिश्नर प्रभा भंडारी की अगुआई में पहुंची अधिकारियों की टीम ने शोरूम के मालिकों से भी स्टॉक और बिलिंग को लेकर पूछताछ की गई है। हालांकि, टीम किस नतीजे पर पहुंची इस बात की जानकारी नहीं हो सकी है। फिलहाल, रात के 12 बजे तक जीएसटी अधिकारी जांच में जुटे रहे। कर्मचारी भी शोरूम में बंद सेंट्रल जीएसटी की टीम जब जय मां दुर्गे हार्डवेयर औए जय मां अंबे प्लाईवुड के शोरूम पर छापा मारने पहुंची तो उस समय यहां काम करने वाले लगभग 15 वर्कर मौजूद थे। जब जीएसटी की टीम को उन्होंने देखा तो सभी भागने की जुगत लगाने लगे। लेकिन टीम ने शोरूम का शटर डाउन कर सभी को अंदर ही रोक लिया।
गोरखपुर के मदन मोहन मालवीय यूनिवर्सिटी में आयोजित 'आईडियाथॉन 2025' के दूसरा दिन भी उत्साह, कंपटीशन और इनोवेटिव एनवायरनमेंट से भरपूर रहा। इस दिन इनोवेटिव आइडिया के प्रेसेंटेशन और स्टूडेंट्स का सेलेक्शन हुआ। पहले राउंड में 350 से ज्यादा स्टूडेंट्स ने हिस्सा लिया, जिसमें से दूसरे राउंड के लिए 100 विद्यार्थियों को चुना गया। इसके बाद चुने गए सभी स्टूडेंट्स ने अपने नए, मौलिक क्रिएटिव आइडिया के साथ इस राउंड में हिस्सा लिया। उन्होंने जो आइडिया दिए उसमें तकनीकी नवाचार, सामाजिक और औद्योगिक समस्याओं के व्यावहारिक समाधान के साथ भविष्य की संभावनाओं का प्रभावशाली समावेश देखने को मिला। यूनिक, पेटेंट योग्य आइडिया देने वाले हुए सेलेक्ट विशेषज्ञ निर्णायक मंडल ने सभी प्रस्तुतियों का गहन और निष्पक्ष मूल्यांकन किया। विचारों की विशिष्टता, नवीनता, तकनीकी व्यवहारिकता और पेटेंट योग्य संभावनाओं को देखते हुए जिन विद्यार्थियों के विचार यूनिक व पेटेंट योग्य पाए गए, उन्हें अगले राउंड के लिए सेलेक्ट किया गया। समापन समारोह में होंगे सम्मानित दूसरे राउंड में सेलेक्ट हुए स्टूडेंट्स को अगले दिन आयोजित होने वाले समापन समारोह में उनके उत्कृष्ट नवाचार के लिए प्रमाण पत्र, पदक और ट्रॉफी के साथ सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान विद्यार्थियों के नवाचारात्मक प्रयासों को प्रोत्साहन देने के साथ-साथ उनमें अनुसंधान और उद्यमिता की भावना को और अधिक सुदृढ़ करेगा।यह आयोजन विश्वविद्यालय में नवप्रवर्तन एवं तकनीकी उत्कृष्टता की संस्कृति को निरंतर सशक्त बनाने की दिशा में एक सार्थक पहल है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट प्रशासन ने निजी सचिव संवर्ग के 62 अधिकारियों को प्रोन्नति प्रदान की है। महानिबंधक मंजीत सिंह श्योरण की अधिसूचना के अनुसार निजी सचिव संवर्ग में बालगोपाल सिंह एवं राम प्रकाश द्विवेदी को निबंधक सह प्रमुख निजी सचिव बनाया गया है। सैयद फहीम हुसैन, सैयद फ़हीम अहमद, मोहम्मद तारिक, कलीम उद्दीन सिद्दीकी, राजकुमार व सुशील कुमार सिंह को संयुक्त निबंधक सह निजी के पद पर भेजा गया है। सचिव ग्रेड चतुर्थ, धीरेंद्र तमांग, अनिल कुमार शुक्ल, नृपेंद्र सिंह राठौर, आशीष प्रसाद, अजय कुमार, साज़िया अक़ील, नितेंद्र तिवारी, आनंद वर्मा, अमित कुमार मिश्र, चंद्र प्रकाश, मुकेश श्रीवास्तव, शशि प्रकाश, जसवंत कुमार, मनीष त्रिपाठी, धीरेन्द्र कुमार, अरुण कुमार सिंह, प्रियंका कुशवाहा, सुमायरा अक़ील, दिगंबर सिंह, अरविंद कुमार गुप्ता, कुलदीप सिंह, आनंद पांडे, फहाद नियाज़, मनीष कुमार, सिद्धार्थ श्रीवास्तव, गौरव कुलश्रेष्ठ, अनूप कुमार सिंह, फरीदुल हसन, शौकत अली, अंकिता श्रीवास्तव को उप निबंधक सह निजी सचिव ग्रेड तृतीय और शालिनी जायसवाल, मधुरिमा गर्ग, रवि प्रकाश, सिद्धांत साहू, अखिलेश त्रिपाठी, शुभम चौरसिया, दीपक कुमार श्रीवास्तव, अजय कुमार सिंह, मोहम्मद अकबर, सविता सिंह, रुचि अग्रहरि, बृजेश कुमार, दीपक कुमार पांडे, उज्जल प्रजापति, नदीम आलम, अनुपम कुमार पांडे, नीरज कुमार सिंह, अभिषेक मंधानी, नितिन कुमार वर्मा, ऋषभ कुमार, दीपिका सिंह, आनंद प्रकाश पांडे, सरफरोज़ आलम, शैलेश कुमार श्रीवास्तव व नुमान अहमद को सहायक निबंधक सह निजी सचिव ग्रेड द्वितीय पद पर पदोन्नत किया गया है। उच्च न्यायालय कर्मचारी अधिकारी संघ के महासचिव निखिल कुमार सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष विजयानंद द्विवेदी, कनिष्ठ उपाध्यक्ष आशीष प्रताप सिंह, संयुक्त सचिव बृजेश यादव, सहायक सचिव अंकुर, कोषाध्यक्ष प्रकर्ष मालवीय एवं खेल सचिव जुनैद अहमद और कार्यकारिणी सदस्यों ने हर्ष व्यक्त करते हुए प्रोन्नत अधिकारियों को बधाई दी है।
आजमगढ़ जिले के मुबारकपुर थाना क्षेत्र में मेरठ से वाराणसी जा रहे कार सवारों की गाड़ी दुर्घटना का शिकार होने के बाद तीन लोगों की मौत हो गई। जिसमें चार घायलों को इलाज के लिए आजमगढ़ के मंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गुरुवार देर रात जिले के एसपी सिटी मधुबन कुमार सिंह क्षेत्राधिकारी सदर आस्था जायसवाल जिले के डीएम रविंद्र कुमार और एसएसपी डॉक्टर अनिल कुमार के निर्देश पर अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल-चाल लिया। इसके साथ ही घायलों को तत्काल उपचार के लिए डॉक्टर को निर्देश भी दिया। वहीं सड़क दुर्घटना में मृतकों के डेड बॉडी को पोस्टमार्टम करने का भी निर्देश दिया। हालांकि देर रात्रि तक मेरठ से परियां आजमगढ़ जिले तक पहुंच नहीं सके थे। गुरुवार को सुबह आजमगढ़ के मुबारकपुर थाना क्षेत्र के पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर सठियांव के निकट स्टोन नंबर 254 पर तेज रफ्तार कार कोहरे के कारण हादसे का शिकार हो गई थी। मामले की जानकारी मिलने के बाद आसपास के लोगों की मदद से मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया। हालांकि तीन घायल कोमा में है। कोहरे के कारण हुआ हादसा मेरठ के सरधना के रहने वाले सात लोग एक कार पर सवार होकर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से काशी जा रहे थे। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर चल रही ट्रक के पीछे ओमनी कार चल रही थी। इसी दौरान कार का संतुलन बिगड़ गया और पीछे से ट्रक में जोरदार टक्कर मार दी। इस हादसे में सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया। जिनमें तीन की मौत हो गई है। मृतकों में विशेष 31 पुत्र ओमवीर, एक अज्ञात जबकि एक 12 वर्ष का विशेष का बच्चा है। जबकि घायलों में विशेष की पत्नी डाली 31, अंशिका देवी 14, सत्या, कार्तिक 12 वर्ष है। सभी लोग मेरठ जिले के सरधना थाना क्षेत्र के अलीपुर गांव के रहने वाले थे और वाराणसी जा रहे थे। इसी दौरान हादसे का शिकार हो गए। इस घटना की भयावता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता था कि सभी घायलों और मृतकों को गैस कटर के माध्यम से गाड़ी को काटकर बाहर निकाला गया। इसके साथ ही क्रेन की मदद से कार को एक्सप्रेस वे से हटाया गया। सीएनजी में ब्लास्ट होता तो ना बचती किसी की जान जिस तरह से आजमगढ़ में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर ट्रक से टक्कर लगने के बाद कार में पीछे से भी टक्कर मारी गई। गनीमत इस बात की रही की दुर्घटनाग्रस्त कर में लगी सीएनजी ब्लास्ट नहीं हुई। यदि कार में लगे सीएनजी में ब्लास्ट हो जाता तो शायद कार में बैठे किसी भी शख्स की जान ना बचती।
दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने गुरुवार को बताया कि ‘नो PUC, नो फ्यूल’ अभियान के तहत 24 घंटे में 3,746 वाहनों का चालान किया गया। इस दौरान नियमों का पालन न करने वाले या बिना काम के करीब 570 वाहनों को दिल्ली के बॉर्डर से वापस भेजा गया। अधिकारियों के मुताबिक, दिल्ली ट्रैफिक पुलिस और परिवहन विभाग की संयुक्त टीमों ने अभियान के पहले दिन राजधानी के प्रमुख एंट्री पॉइंट्स पर करीब 5,000 वाहनों की जांच की। मंत्री ने बताया कि दिल्ली में अनावश्यक प्रवेश रोकने के लिए 217 बिना काम के ट्रकों को ईस्टर्न और वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे की ओर डायवर्ट किया गया। दो दिन में 61000 नए पॉल्यूशन सर्टिफिकेट बने इस कार्रवाई के बीच PUCC की मांग में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई। 17 और 18 दिसंबर के बीच 61,000 से ज्यादा सर्टिफिकेट जारी किए गए। सिरसा ने कहा कि आंकड़े सख्त कार्रवाई के साथ-साथ बढ़ते जन सहयोग को भी दिखाते हैं। उन्होंने बताया कि बॉर्डर से वाहनों को लौटाने के बाद बाहरी वाहनों की एंट्री में साफ कमी आई है। साथ ही, प्रभावी क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण के लिए पड़ोसी राज्यों के साथ समन्वय जरूरी है। दिल्ली सरकार ने कहा कि प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों के खिलाफ कार्रवाई गंभीर वायु प्रदूषण के दौरान उत्सर्जन घटाने की व्यापक रणनीति का हिस्सा है। इसमें सड़क की धूल, औद्योगिक प्रदूषण और कचरा प्रबंधन से जुड़े उपाय भी शामिल हैं। अधिकारियों ने चेतावनी दी कि आने वाले दिनों में भी कार्रवाई जारी रहेगी। वाहन मालिकों से अपील की गई है कि जुर्माने और असुविधा से बचने के लिए अपने उत्सर्जन प्रमाणपत्र अपडेट रखें। GRAP-4 लागू होने के बाद दिल्ली में ट्रैफिक घटा: सरकार दिल्ली सरकार ने कहा है कि GRAP-4 के तहत प्रदूषण नियंत्रण उपायों को सख्ती से लागू किए जाने के बाद शहर की सड़कों पर वाहनों की आवाजाही में कमी आई है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कैबिनेट सहयोगियों और संबंधित विभागों से मिले फीडबैक की समीक्षा की। समीक्षा में सामने आया कि लागू किए गए उपायों का जमीनी स्तर पर सकारात्मक असर पड़ा है। दिल्ली सरकार ने कहा कि वह वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) के निर्देशों का पूरी तरह पालन कर रही है। फिलहाल राजधानी में ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान- 4 (GRAP-4) लागू है। इसके तहत गहन निरीक्षण और सख्त प्रवर्तन अभियान चलाए जा रहे हैं। दिल्ली में GRAP-4 लागू होने के बाद की 3 तस्वीरें... पुरानी कारों की एंट्री पर ₹20 हजार जुर्माना या बॉर्डर से यू-टर्न दिल्ली परिवहन विभाग के अधिकारी दीपक ने बताया कि दिल्ली के बाहर रजिस्टर्ड गैर-BS6 कॉमर्शियल और निजी वाहनों की सख्ती से जांच की जा रही है। नियमों का उल्लंघन करने पर 20 हजार रुपए का चालान किया जा रहा है या वाहन को यू-टर्न करवाया जा रहा है। जिन वाहनों के पास वैध और अपडेटेड पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल सर्टिफिकेट (PUC) नहीं है, उन पर 10 हजार रुपए जुर्माना लगाया जा रहा है। मोटर वाहन अधिनियम के तहत, बार-बार नियम तोड़ने पर वाहन को जब्त करने का प्रावधान है। CNG, इलेक्ट्रिक वाहन और जरूरी सेवाओं वाले वाहनों को छूट दिल्ली में GRAP-4 के तहत निर्माण सामग्री ले जाने वाले वाहनों पर पूरी तरह बैन है। CNG, इलेक्ट्रिक वाहन, पब्लिक ट्रांसपोर्ट और जरूरी सेवाओं को छूट दी गई है। ट्रैफिक जाम रोकने के लिए 100 हॉटस्पॉट्स पर गूगल मैप मदद लेगा। नियम तोड़ने पर वाहन जब्ती, जुर्माना और कानूनी कार्रवाई होगी। पर्यावरण अधिनियम 1986 के तहत सजा मिलेगी। सभी सरकारी और प्राइवेट दफ्तरों में 50% कर्मचारियों के लिए वर्क फ्रॉम होम अनिवार्य कर दिया गया है। प्राइमरी स्कूलों में बच्चों की ऑनलाइन क्लासेज चलेंगी। सेकेंडरी और हायर सेकेंडरी के स्टूडेंट्स को अपनी मर्जी से ऑनलाइन या फिजिकल क्लास चुनने का ऑप्शन दिया गया है। दिल्ली में धुंध-कोहरे के कारण 22 उड़ानें रद्द दिल्ली-NCR में गुरुवार सुबह धुंध के साथ घना कोहरा छाया रहा, जिससे विजिबिलिटी काफी कम हो गई। इससे यातायात प्रभावित हुआ। पालम एयरपोर्ट पर विजिबिलिटी घटकर 150 मीटर रह गई, जबकि सफदरजंग एयरपोर्ट पर 200 मीटर विजिबिलिटी रिकॉर्ड की गई। एयरपोर्ट अधिकारियों के मुताबिक, आज सुबह 11 बजे तक दिल्ली से 22 उड़ानें रद्द हुई है। इस बीच एअर इंडिया ने आने वाले कुछ दिनों में उड़ान परिचालन प्रभावित होने की आशंका जताई है। एयरलाइन के मुताबिक, दिल्ली समेत उत्तर और पूर्वी भारत के कई एयरपोर्ट्स पर कोहरे के कारण कम दिखाई देने की वजह से उड़ानों में देरी या रद्द होने की स्थिति बन सकती है। दिल्ली में अगले 5 दिन AQI बहुत खराब रहने का अनुमान मौसम विभाग ने बताया कि दिल्ली में सर्दी बढ़ने के साथ आने वाले दिनों में सुबह के समय कोहरे की स्थिति बनी रह सकती है। IMD ने शुक्रवार भी को घने कोहरे का पूर्वानुमान जताया है। इस बीच, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार राजधानी की वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी हुई है। एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 358 दर्ज किया गया। दिल्ली में अगले 6 दिन तक AQI ‘बहुत खराब’ और ‘गंभीर’ श्रेणी में रहने का पूर्वानुमान है। प्रवेश वर्मा बोले- पॉल्यूशन एक साल में पैदा हुई समस्या नहीं दिल्ली में प्रदूषण को लेकर दिल्ली सरकार के मंत्री प्रवेश वर्मा ने गुरुवार को संसद में हो रही चर्चा का हवाला देते हुए आम आदमी पार्टी (AAP) पर निशाना साधा। प्रवेश वर्मा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदूषण के कारणों का जिक्र करते हुए कहा कि AAP सरकार ने अपने 11 साल के कार्यकाल में एक भी जरूरी काम नहीं किया प्रवेश वर्मा ने कहा- यमुना की सफाई, फुटपाथ का निर्माण जैसे काम किसी भी सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी होती है। ये सभी काम पिछले 11 सालों में AAP सरकार को करने चाहिए थे। अगर पिछली सरकार ने इन कामों का आधा भी पूरा किया होता, तो मौजूदा सरकार को सिर्फ बचे हुए काम करने पड़ते। प्रवेश वर्मा ने कहा- पॉल्यूशन एक साल में पैदा हुई समस्या नहीं है। दिल्ली सरकार पिछले 9 महीनों से काम कर रही है और 20 फरवरी 2025 से मुख्यमंत्री और सभी मंत्री सड़कों पर उतरकर योजनाओं को लागू कर रहे हैं। दिल्ली में निर्माण कार्य करने वाले मजदूरों को ₹10 हजार मुआवजा दिल्ली सरकार सभी रजिस्टर्ड और वेरिफाइड निर्माण मजदूरों के खातों में मुआवजे के तौर पर ₹10,000 भी ट्रांसफर करेगी। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री कपिल मिश्रा ने 17 दिसंबर को बताया कि दिल्ली में 16 दिनों तक ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान का तीसरा फेज, (GRAP-3) लागू रहा। इस दौरान निर्माण कार्य बंद थे। इससे दिहाड़ी मजदूर प्रभावित हुए हैं। पूरी खबर पढ़ें... दिल्ली प्रदूषण से जुड़ी यह खबर भी पड़ें... राहुल ने कहा- सरकार प्रदूषण रोकने का प्लान बनाए, रिजिजू बोले- हम संसद में चर्चा को तैयार कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने 12 दिसंबर को लोकसभा में वायु प्रदूषण का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा, 'हमारे देश के ज्यादातर बड़े शहर जहरीली हवा की चपेट में हैं। लाखों बच्चे फेफड़ों की बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं। राहुल ने कहा, 'यह एक अहम मुद्दा है। मुझे पूरा यकीन है कि सरकार हमारे साथ इस मामले पर चर्चा के लिए एकमत होगी।' पूरी खबर पढ़ें...
जरौली में गुरुवार देर रात एक युवक की छत पर नवजात पड़ा मिला, जिसे सर्दी में खुली छत पर झोले में भरकर फेंका गया था। हालांकि उसके रोने की आवाज सुनकर युवक अपनी छत पर गया, तो बच्चे को देखकर उनके होश उड़ गए। उसे नीचे लाकर पुलिस को सूचना दी। इस बीच उसकी जान बचाने के लिए उसे अंगीठी से गर्माहट दी। डीसीपी साउथ दीपेंद्र नाथ चौधरी ने बताया कि इंसानियत को झकझोर देने वाला यह मामला बर्रा थाना क्षेत्र की जरौली फेज वन की मायावती कॉलोनी में सामने आया, जहां एक नवजात शिशु को किसी निर्दयी ने बबलू भदौरिया के मकान की छत पर लावारिस हालत में छोड़ दिया। छत से आती मासूम की कमजोर रोने की आवाज सुनी तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। ऊपर जाकर देखा तो नवजात शिशु ठंड और असहाय अवस्था में झोले में पड़ा रो रहा था। उसे नीचे लाने के बाद आसपास के संवेदनशील नागरिकों अमिता सिंह, निशा किरण और संदीप ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए बिना देर किए शिशु को साई राम हॉस्पिटल, विवेकानंद नगर में भर्ती कराया। डॉक्टरों के मुताबिक समय पर इलाज मिलने से नन्ही जान बच सकी। इलाज के बाद शिशु को अस्थायी रूप से उसकी देखभाल हेतु बबलू भदौरिया को सुपुर्द किया गया। वहीं, बच्चे को किसने फेंका इसके बारे में पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
गोरखपुर के बौद्ध संग्रहालय में हास्य नाटक 'चोर, कौन चोर' का शानदार मंचन किया गया। यह नाटक 'वर्चुअस ब्लरगर' का हिंदी वर्जन है, जिसे मशहूर नाटककार दारियो फो ने लिखा है। इसका आयोजन रूपांतर नाट्य मंच की ओर से किया जा रहा है। कलाकारों ने इस नाटक के हर एक कैरेक्टर को इस कदर मंच पर उतारा कि सभी दर्शक जमकर ठहाके लगा रहे थे। इस नाटक के माध्यम से चोरी के कथानक पर मध्यवर्गीय जीवन के यथार्थ, उथलेपन, विडंबनाओ और ढोंग का हास्य शैली में प्रस्तुति की गई। क्या कहती है कहानी इस नाटक को निर्देशित करने वाले अपर्णेश मिश्र ने नाटक की कहानी बताते हुए कहा कि नाटक में एक कर चोर (प्रखर कृष्ण त्रिपाठी) एक सूने मकान में चोरी के लिए जाता है, जहां मकान का मालिक (आदित्य राजन) पत्नी की जगह अपनी महिला दोस्त (निकिता श्रीवास्तव) के साथ चुपचाप उपस्थित होता है। चोर की पत्नी (श्वेता शर्मा) के अपने पति के ऊपर शक और मकान मालिक की स्थिति को समेटते हुए यह नाटक मध्यम वर्ग में नैतिक पतन, शारीरिक प्रेम और सामाजिक दायित्वहीन उपभोक्ता वादी समाज के उथलेपन का सटीक चित्रण है। मकान मालकिन (आकृति तिवारी),महिला मित्र के पति (अंकित केसरी) और चोर के साथी (विक्की प्रजापति) की भूमिका नाटक में जटिल हास्यास्पद परिस्थिति पैदा करने में मदद करती है। दारिया फो के इस नाटक के सैकड़ों मंचन विश्व के विभिन्न भाषाओं और शैली में किए जा चुके हैं। रूपांतर नाट्य मंच ने पिछले कई वर्षों की परम्परा को कायम रखते हुए इस साल विश्वस्तरीय और प्रभावशाली प्रस्तुति दी। नाटक में पात्रों के अभियान, दृश्य विधान, पात्रों के बीच समन्वय और सटीक दृश्य श्रव्य प्रभाव ने नाटक के आकर्षण और कथ्य की प्रस्तुति को कलात्मक रूप दिया। इस दौरान रंग मंच की टीम आदित्य राजन, नीतीश भारद्वाज, चंदन, पंकज सैनी, ऋचा मालवीय, सृष्टि गौड़, निशिकांत, सुनील जायसवाल, रवि कुमार सिंह के साथ नाटक देखने के लिए बड़ी संख्या में दर्शक, कलाकार, रंगकर्मी और अन्य लोग मौजूद रहे।
यूपी के पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर गुरुवार शाम से वाराणसी सेंट्रल जेल के कारागार में हैं। उन्हें बी वारंट पर देवरिया जेल से वाराणसी लाया गया है। अमिताभ को केंद्रीय कारागार के तन्हाई बैरक में रखा गया है, जहां गुरुवार की पूरी रात अमिताभ ठाकुर करवटें बदलते रहे। आज यानि शुक्रवार को वाराणसी जिला सत्र न्यायालय के स्पेशल सीजेएम कोर्ट में अमिताभ ठाकुर को पेश किया जाएगा। तन्हाई बैरक से उन्हें कड़ी सुरक्षा और पुख्ता इंतजाम के बीच कोर्ट लाया जाएगा। हिन्दू संगठन के आक्रोश के चलते अंदर भी कड़ी सुरक्षा रहेगी। इसके लिए अतिरिक्त फोर्स तैनात की गई है। आजाद अधिकार सेना के अध्यक्ष एवं पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर को गुरुवार शाम 6:30 बजे कड़ी सुरक्षा में वाराणसी के केंद्रीय कारागार लाया गया। वे फर्जीवाड़े के एक मामले में ट्रेन से गिरफ्तारी के बाद देवरिया जेल में रखे गए थे। चौक थाने में हियुवा नेता एवं वीडीए बोर्ड के सदस्य अम्बरीश सिंह ‘भोला’ की ओर से बीते 8 दिसंबर को केस दर्ज कराया था। इसी मामले में अमिताभ ठाकुर को वारंट (बी) पर चौक पुलिस ने बयान लेने और कोर्ट में पेश करने के लिए तलब किया। मामले में चौक पुलिस ने देवरिया की कोर्ट में वारंट (बी) के तहत अर्जी दी थी। जिसपर अदालत ने अमिताभ ठाकुर को पेशी के लिए वाराणसी ले जाने की अनुमति दी। देवरिया जेल में होने के चलते पुलिस ने तामीला कराया और चौक पुलिस ने सुपुर्दगी लेकर वाराणसी सेंट्रल जेल में दाखिल कर दिया। एसीपी दशाश्वमेध डॉ. अतुल अंजान त्रिपाठी ने बताया कि आज समय से कोर्ट में लाया जाएगा और उनका बयान दर्ज कराया जाएगा। नियम के तहत शुक्रवार को वाराणसी के स्पेशल सीजेएम कोर्ट में पेश किया जाएगा। जेल सूत्रों ने बताया कि अमिताभ ठाकुर रात में सोते कम ही दिखे, बैरक में करवटें बदलते रहे। उन्हें ओढ़ने के लिए दो कंबल दिए गए थे। तन्हाई बैरक में अमिताभ ठाकुर चौक पुलिस देवरिया जेल से कड़ी सुरक्षा में अमिताभ ठाकुर को वाराणसी ले आई। जेल के वाहन सीधे उन्हें लेकर शिवपुर थाना क्षेत्र में स्थित केंद्रीय कारागार पहुंचे, जहां सभी बैरक बंद करने के बाद अमिताभ ठाकुर को उतारा गया। इसके बाद नाम पता और विवरण दर्ज करने के साथ बी-वारंट की प्रति जेल कार्यालय में दरोगा ने प्रस्तुत की। वाराणसी लाने के बाद अमिताभ ठाकुर को केंद्रीय कारागार के तन्हाई बैरक में रखा गया है। इसमें अन्य कैदियों से संपर्क नहीं हो पता। बैरक के बाहर सुरक्षा के लिए अलग से बंदी रक्षक तैनात रहते हैं। आज वाराणसी के स्पेशल सीजेएम कोर्ट में पेश किया जाएगा। इसके बाद उन्हें देवरिया जेल पहुंचाया जाएगा। पहले आपको बताते हैं पूरा मामला हिन्दू युवा वाहिनी नेता बड़ी पियरी निवासी अम्बरीष सिंह ने पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर और उनकी पत्नी डॉ. नूतन ठाकुर के खिलाफ चौक थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप है कि 30 नवंबर को अमिताभ ठाकुर ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें उन पर कफ सिरप तस्करी में संलिप्त होने के झूठे आरोप लगाए गए, जिससे उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा को गहरा आघात पहुंचा। चौक थाने में तहरीर देते हुए अंबरीश सिंह भोला ने बताया- अमिताभ ठाकुर पूर्व आईपीएस ने अपने एक्स हैंडल @amitabhthakur से 30 नवंबर को एक लेटर पोस्ट किया। जिसमें नूतन ठाकुर का एक तरफ नाम लिखा है। दोनों के नाम के नीचे अध्यक्ष और महासचिव आजाद अधिकार सेना लिखा है। इस लेटर के साथ ही एक वीडियो भी पोस्ट किया गया है। जिसमें मेरे खिलाफ कथित रूप से आपराधिक प्रकरण में संलिप्तता का झूठा और मनगढंत आरोप लगाया है। जिससे मेरी छवि धूमिल हुई है। ऐसे में हमने एफआईआर दर्ज करवाने के लिए तहरीर दी है। मंत्री के खिलाफ भी बेबुनियाद आरोप अमिताभ ठाकुर ने इस लेटर और वीडियो को अन्य सोशल मीडिया साइट्स पर भी प्रेषित किया जिसे लोगों ने पढ़ा। इससे मेरी छवि समाज में धूमिल हुई है। साथ ही अमिताभ ठाकुर ने नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधि राज्य के एक मंत्री के विरुद्ध भी बेबुनियाद आरोप लगाए हैं। ऐसे में सम्बन्धित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर अमिताभ और नूतन ठाकुर के ऊपर कार्रवाई की जाए। तहरीर मिलने के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। थाना प्रभारी दिलीप कुमार मिश्रा ने बीएनएस की धारा 196, 229, 356 (2), और 356(3) में बी वारंट कोर्ट से लेकर कार्रवाई आगे बढ़ाई। एक घर से कफ सिरप हटाए जाने का जारी किया था वीडियो आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने कफ सिरप मामले में वाराणसी के भाजपा नेता अंबरीश सिंह भोला के संबंध में उन्हें प्राप्त नए तथ्यों को यूपी के डीजीपी सहित समस्त संबंधित अधिकारियों को प्रेषित कर तत्काल जांच की मांग की थी। उन्होंने वीडियो जारी करते हुए कहा था कि उन्हें दो वीडियो भेजे गए हैं। इनमें 5 सेकेंड का वीडियो 2 दिन पूर्व अंबरीश सिंह भोला के रामकटोरा बड़ी पियरी, वाराणसी स्थित मकान का बताया गया है, जिसमें उनके मकान से कफ सिरप से जुड़े सामानों के उठाए जाने की बात कही गई है। दो वीडियो किए थे जारी पूर्व आईपीएस ने 22 सेकेंड के दूसरे वीडियो में अमरीश सिंह भोला शेर ए पूर्वांचल बताते हुए 0045 नंबर के काले रंग की गाड़ी के काफिले से चलने की बात कही थी। अमिताभ ठाकुर ने कहा था कि उन्हें दी गई जानकारी के अनुसार कफ सिरप से जुड़े शुभम जायसवाल द्वारा अंबरीश सिंह भोला को भारी धनराशि दिए जाने की बात कही गई है। जिसके मद्देनजर उन्होंने इस संबंध में जांच और कार्रवाई की मांग की थी। जिसे लेकर अब FIR दर्ज हुई है।
गोरखपुर के गोरखनाथ क्षेत्र की रहने वाली 15 साल की 10वीं में पढ़ने वाली छात्रा को एक युवक बहला फुसलाकर भगा ले गया था। परिजनों ने थाने जाकर अपहरण की एफआईआर कराई थी। पुलिस ने सर्विलांस की मदद से गुरुवार को बस स्टेशन से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से छात्रा को बरामद कर मेडिकल परिक्षण कराकर परिजनों को सौंप दिया। आरोपी की पहचान संतकबीरनगर जिला के मेहदावल थाना क्षेत्र के ब्रह्मचारी मुहल्ला निवासी 19 साल के मोहम्मद दानिश उर्फ अबुल के रूप में हुई। पुलिस ने पूछताछ कर उसे कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेजवा दिया गया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ पाक्सो एक्ट की धारा मुकदमे में बढ़ाई है। नाबालिग छात्रा ने बताया कि एक साल पहले इंस्टाग्राम से दानिश से फ्रेंडशिप हुई थी। इसके बाद वह बार-बार फिल्मी कहानियां सुनाता था। बोलता था कि फिल्माें हीरो हिराइन भाग कर शादी करते हैं। कुछ समय के लिए परिवार नाराज होता है। इसके बाद सब ठीक हो जाता है। आरोपी क्लास 6 तक पढ़ा है। वह घरों में जाकर इलेक्ट्रीशियन का काम करता है। अब विस्तार से जानें पूरा मामला गोरखपुर क्षेत्र में माता-पिता अपनी बेटी के साथ रहते हैं। कालोनी में अक्सर आरोपी दानिश का आना जाना था। स्कूल आते-जाते उसकी नजर 15 साल की 10वीं की छात्रा पर पड़ी। उसने कहीं से छात्रा का इंस्टाग्राम आईडी ढूंढ निकाला। इसके बाद उसे मैसेज कर दोस्ती कर ली। धीरे-धीरे मोबाइल नंबर का आदान-प्रदान कर लिया। स्कूल आते-जाते वह मिलने-जुलने लगा। दानिश छात्रा से मोबाइल पर लंबी-लंबी बातें करने लगा। हमेशा छात्रा को वह घर से भागने के लिए उकसाता था। हर बार छात्रा मना कर देती थी। तब वह छात्रा को फिल्मी कहानियां सुनाने लगा। वह कहता था कि सभी हीरो ने लव मैरिज ही की है। हमलोग चाहकर भी घरवालों की मर्जी से शादी नहीं कर सकते हैं। इसलिए हमलोगों को भागकर ही शादी करनी पड़ेगी। तभी हमारी प्रेम कहानी पूरी होगी। इस तरह करके वह छात्रा को उकसाता रहा। एक दिन छात्रा भी उसके उकसाने पर घर से भागने का फैसला कर लिया। दानिश के कहने पर घर से भाग गई। 15 दिसंबर को घर से भागी छात्रा छात्रा की मां ने गोरखनाथ थाने जाकर तहरीर दी। महिला ने बताया कि 15 दिसंबर को मेरी बेटी घर से पढ़ने निकली थी। इसके बाद वह वापस नहीं आई। महिला ने बताया कि बेटी के मोबाइल से दानिश का नाम के लड़के का नंबर मिला है। उससे वह हमेशा बातें करती थी। वही बेटी को बहला फुसला कर भगा ले गया है। महिला ने आरोप लगाया कि उसके घर जाने पर परिजन मार-पीट करने की धमकी देने लग रहे हैं। छात्रा की मां की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया। इस मामले की जांच उप निरीक्षक संदीप कुमार को सौंपी गई। इसके बाद स्पेशल टीम बनाकर आरोपी दानिश और लड़की की तलाश पुलिस ने शुरू की। सर्विलांस की मदद से 17 दिसंबर को पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी की लोकेशन बस स्टेशन के पास मिली है। इस सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी कर आरोपी को अरेस्ट कर लिया। उसके साथ छात्रा को भी ढूंढ निकाला।
प्रयागराज में डंपर ने दो बाइक सवारों को कुचला:बाइक सवार को एक किलोमीटर तक घसीटा, आंते बाहर आईं
प्रयागराज के शास्त्री ब्रिज पर तेज रफ्तार डंपर ने दो बाइक सवार को कुचल दिया। जिससे मौके पर ही दोनों की मौत हो गई। एक्सीडेंट के बाद ट्रक में एक बॉडी फंस गई । जिसके बाद ट्रक चालक ने करीब एक किलोमीटर तक उसे घसीटा। जब लोगों ने उसे रोकने की कोशिश की तो चालक ने डंपर को डिवाइडर में टकरा दिया और खुद मौके पर भाग गया। तस्वीरें देखिए... यह दर्दनाक हादसा गुरुवार रात करीब साढ़े 10 बजे हुआ। जब दो बाइक सवार प्रयागराज वाराणसी रोड पर जा रहे थे। इस दौरान जब वह शास्त्री ब्रिज पर पंहुचे तभी पीछे से एक तेज रफ्तार डम्पर उन्हें जोरदार टक्कर मारी। जिससे पीछे बैठा व्यक्ति गिरा गया। फिर दोनों को डम्पर कुचलते हुए गुजर गई। गुजरने के दौरान बाइक और बाइक चालक ट्रक में फंस गए। करीब एक किलोमीटर बाइक चालक की व्यक्ति को घसीटती रही। और डम्पर चालक फुल स्पीड में भगाता रहा। जिससे व्यक्ति की अंतड़ियां बाहर आ गई। डम्पर के नीचे आई बाइक पूरी तरह चकना चूर हो गई। लोगों ने जब डंपर में फंसा व्यक्ति देखा तो उसे रोकने की कोशिश की। चालक डंपर को डिवाइडर में भिड़ा कर भाग निकला। पुलिस के मुताबिक ट्रक/डंपर संख्या up 70 GT 8444 जो दारागंज की तरफ से अंदावा जा रही थी कि अचानक टू व्हीलर up 70 BS4494 पर सवार दो व्यक्ति जिसमें एक विशाल मिश्र निवासी मोरी दारागंज उम्र करीब 34 वर्ष दूसरा अज्ञात की चपेट में आने से मौके पर मृत्यु हो गई। शव को SRN मर्चरी हाउस भेजवाया गया तथा ट्रक को कब्जे में लिया गया।।
इंजन में तकनीकी खराबी से मुंबई फ्लाइट रद्द:टेकऑफ से पहले रोकी गई उड़ान; 180 यात्री प्रभावित
राजा भोज एयरपोर्ट से गुरुवार दोपहर मुंबई के लिए रवाना होने वाली एअर इंडिया की फ्लाइट एआई-634 तकनीकी कारणों से उड़ान नहीं भर सकी। विमान के इंजन में खराबी पाए जाने के बाद सुरक्षा जांच के दौरान टेकऑफ की अनुमति नहीं दी गई, जिसके चलते फ्लाइट को रद्द करना पड़ा। इस घटनाक्रम से करीब 180 यात्रियों की यात्रा प्रभावित हुई। जानकारी के अनुसार, मुंबई से भोपाल आने वाली एअर इंडिया की फ्लाइट एआई-633 निर्धारित समय 12:45 बजे के बजाय करीब 35 मिनट की देरी से भोपाल एयरपोर्ट पर लैंड हुई थी। इसके बाद यही विमान मुंबई के लिए एआई-634 के रूप में उड़ान भरने वाला था, लेकिन तकनीकी जांच के दौरान इंजन में गड़बड़ी सामने आने पर उड़ान निरस्त कर दी गई। वैकल्पिक इंतजाम, यात्रियों को राहत उड़ान रद्द होने के बाद एयरलाइन की ओर से यात्रियों को वैकल्पिक व्यवस्था उपलब्ध कराई गई। कुछ यात्रियों ने इंडिगो की मुंबई जाने वाली उड़ान से यात्रा करना स्वीकार किया, जबकि कुछ ने टिकट रद्द कर रिफंड का विकल्प चुना। शेष यात्रियों को आगामी दिनों में एअर इंडिया की अन्य उड़ानों से मुंबई भेजने की व्यवस्था की गई। अन्य उड़ानें भी देरी से पहुंचीं गुरुवार को मौसम के असर के चलते भोपाल एयरपोर्ट पर अन्य शहरों से आने-जाने वाली उड़ानों पर भी प्रभाव पड़ा। दिल्ली, रायपुर, अहमदाबाद और बेंगलुरु रूट की कुल छह उड़ानें 30 से 45 मिनट की देरी से संचालित हुईं। हालांकि एयरपोर्ट प्रशासन के अनुसार परिचालन व्यवस्था सामान्य रही और यात्रियों को आवश्यक सहयोग प्रदान किया गया।
वाराणसी जिला एवं सत्र न्यायालय ने 17 साल पुराने मामले में फैसला सुनाया। कोर्ट ने गवाह, साक्ष्य और पुलिस चार्जशीट के आधार उसे दोषी पाया। विवाहिता को आत्महत्या के लिए उकसाने में पति को अदालत ने दंडित किया है। विशेष न्यायाधीश (भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम प्रथम) अवधेश कुमार की अदालत ने बेनीपुर (मिर्जामुराद) निवासी राजकुमार पटेल को पांच साल की कैद की सजा सुनाई है। कोर्ट ने आरोपी पर 20 हजार रुपये अर्थदण्ड भी लगाया है। अभियोजन की ओर से सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता श्रवण कुमार रावत एवं वादी के अधिवक्ता सर्वेन्द्र कुमार सिंह ने पक्ष रखा। अभियोजन के अनुसार राजकुमार के ससुर ने अदालत के आदेश पर मिर्जामुराद थाने में केस दर्ज कराया था। बताया कि उसकी बेटी राजकुमारी को पति राजकुमार दहेज के लिए प्रताड़ित करता था। फरवरी 2008 को राजकुमारी की मौत हो गई। तहरीर के आधार पर पुलिस ने राजकुमार के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में केस दर्ज किया था। जानलेवा हमला के आरोपी को जमानत वाराणसी। पुरानी रंजिश में शादी में शामिल होने आए युवक को गोली मारने के मामले में आरोपी बलुआ (चंदौली) निवासी आकाश यादव की जमानत अर्जी विशेष न्यायाधीश (भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम चतुर्थ) रवींद्र कुमार श्रीवास्तव ने मंजूर कर ली। बचाव पक्ष की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता अनुज यादव, नरेश यादव, विकास यादव एवं संदीप यादव ने पक्ष रखा। केस सारनाथ थाने में दर्ज था।
वाराणसी में दैनिक भास्कर एप के वस्त्रदान अभियान की धूम है। शहर से लेकर देहात तक हर दिन सैकड़ों लोगों को सर्दी से राहत मिल रही है। भास्कर की टीम जगह-जगह कैंप लगाकर जरूरतमंदों को कपड़े बांट रही है। इसके अलावा रैन बसेरों में भी लोगों तक कपड़े पहुंचाए जा रहे हैं। सामाजिक संस्थाओं से जुड़कर शहर के स्कूल और सोसाइटियां लगातार जरूरतमंदों के लिए वस्त्रदान कर रहे हैं। लोगों से एकत्रित होने वाले इन कपड़ों को भास्कर जरूरतमंदों तक पहुंचा रहा है, जिससे सर्दियों में उन्हें राहत दी जा सके। वाराणसी में भास्कर के अभियान से अब तक शहर के 200 से ज्यादा स्कूल और सोसाइटियां जुड़ चुकी हैं, जहां पर भास्कर के बॉक्स रखे हैं। लोग दिल खोलकर जरूरतमंदों के लिए वस्त्रदान कर रहे हैं। इसमें नदेसर, सिगरा, महमूरगंज, चेतगंज, लंका, मंडुवाडीह, कैंट समेत कई सोसाइटी में वस्त्रदान लिए जा रहे हैं। इसके अलावा पिंडरा, राजातालाब, मिर्जामुराद, जंसा, सेवापुरी, रोहनिया में वस्त्र वितरण जारी है। जरूरतमंदों को भीषण सर्दी से बचाने के लिए दैनिक भास्कर एप का वस्त्रदान अभियान लगातार चलाया जा रहा है। शिक्षण संस्थान, सोसाइटी के सहयोग से लगातार जरूरतमंदों के लिए वस्त्र जुटाए जा रहे हैं। गुरूवार को शहर के तीन इलाकों में भास्कर ने जरूरतमंदों को कपड़े वितरित किए, जिससे उन्हें सर्दी में राहत पहुंचाई जा सके। जिसमें बड़ी संख्या में जरूरतमंदों तक सर्दी से बचाव के लिए कपड़े वितरित किए गए। भास्कर एनजीओ की सहायता से जरूरतमंदों में वितरित कर रहा है। इस दौरान शिवशंकर मिश्रा, निखिल मिश्रा मौजूद रहे।
राजस्थान में बड़े पैमाने पर सट्टा कारोबार चल रहा है। जयपुर कमिश्नरेट की CST टीम ने बड़े सट्टा कारोबार का भंडाफोड़ किया। बगरू थाना क्षेत्र से क्रिकेट मैच पर लगाए जा रहे सट्टा कारोबार में चार सटोरियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से 67 मोबाइल फोन, 02 लैपटॉप, 01 वाई-फाई सेटअप बॉक्स, 02 वाई-फाई राउटर, 15 मोबाइल चार्जर, 02 माउस, 02 की-बोर्ड, 01 एलईडी टीवी और 90 हजार रुपए नगद सट्टा राशि बरामद की गई है। यह कार्रवाई एडिशनल पुलिस कमिश्नर (संगठित अपराध) लाल मीना के नेतृत्व में सी.एस.टी. जयपुर की टीम ने की। पकड़े गए सट्टेबाज भारत और साउथ अफ्रीका के टी-20 क्रिकेट मैच पर सट्टा लगा रहे थे। हालांकि ये मैच रद्द हो गया था, लेकिन सट्टा नेटवर्क पूरी तरह एक्टिव था। पकड़े गए आरोपियों में विजय, सिद्धांत सोनी, जयकुमार और अक्षय मनशानी शामिल हैं। सिद्धांत सोनी चित्रकूट जयपुर, जयकुमार दौनाली मॉडल टाउन मालवीय नगर, विजय भगतानी अग्रवाल फॉर्म मानसरोवर और अक्षय मनशानी स्वर्णपथ मानसरोवर के रहने वाले हैं। ये आरोपी नामी सटोरिए भावेश बच्चनी और भानू शर्मा की लाइन लेकर अपने इस काले कारोबार को चला रहे थे। स्पेशल कमिश्नर (ऑपेरशन) राहुल प्रकाश ने बताया- आरोपी संगठित गिरोह बनाकर क्रिकेट मैचों पर सट्टा संचालन कर रहे थे। आरोपी जयपुर शहर के निवासी होने के बावजूद शहर से दूर किराये के फ्लैट लेकर खुले स्थानों पर सट्टा चला रहे थे। पूछताछ में सामने आया कि सट्टे की लाइन भावेश और भानू शर्मा नामक व्यक्तियों से ली जा रही थी, जिनकी तलाश पुलिस द्वारा की जा रही है। उन्होंने बताया- मोबाइल और इंटरनेट के जरिए लाइव मैच के भाव पर सट्टा लगाया जा रहा था। सीएसटी टीम के एएसआई कमल सिंह डागर और जितेंद्र को इस सट्टा नेटवर्क की पुख्ता सूचना मिली थी। इसके बाद कमिश्नरेट की सीएसटी टीम ने पूरी योजना के तहत बगरू इलाके के एक फ्लैट पर रेड की, जहां से पूरे सट्टा नेटवर्क का पर्दाफाश हो गया। पुलिस अब सट्टा नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों और मास्टरमाइंड तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। फिलहाल गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है और आने वाले दिनों में और खुलासे होने की संभावना है
आजमगढ़ के डीएम रविंद्र कुमार ने कलेक्ट्रेट सभागार में पशुपालन विभाग की जिला स्तरीय अनुश्रवण मूल्यांकन और समीक्षा समिति की बैठक की। इस बैठक में डीएम ने निर्देश दिया कि गौशालाओं मे संरक्षित गोवंश को ठण्ड से बचाव हेतु सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि कोटेदारों से बोरे लेकर गोवंश के लिए काऊ कोट बनवाएं तथा सभी गौशालाओं को तिरपाल से चारों तरफ से ढक दें। डीएम ने निर्देश दिया कि समस्त निकायों में स्थापित गौशालाओं में अलाव की व्यवस्था भी सुनिश्चित कराई जाए। परन्तु केयरटेकर की उपस्थिति में ही अलाव जलाया जाए। ठंड से बचाव हेतु गौशालाओं में गोवंश के नीचे पुआल आदि बिछायें। गौशालाओं में विद्युत तारों को प्रॉपर ऊंचाई पर ही रहे तथा पशुओं की पहुंच से दूर रहे।डीएम ने निर्देश दिया कि गौशाला में संरक्षित नर/मादा, बच्चे तथा बीमार पशुओं को अलग-अलग बाड़े में रखा जाए। उन्होंने कहा की सहभागिता योजना अंतर्गत दिए गए गोवंश का सत्यापन कराने के पश्चात ही पशुपालकों को सहायता राशि दी जाए। सीडीपीओ के माध्यम से आंगनबाड़ी केंद्रों पर आने वाले कुपोषित बच्चों के परिवारों को गौशाला में से अच्छी गुणवत्ता की गाय सुपुर्द की जाए। मृत पशुओं का प्रॉपर तरीके से हो निस्तारण डीएम ने कहा कि मृत होने वाले गोवंशों का प्रॉपर तरीके से निस्तारण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि यदि किसी भी प्रकार के लापरवाही पाई जाती है तो संबंधित के विरुद्ध पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 के तहत कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि दो दिन के अंदर समस्त गौशालाओं का निरीक्षण करें एवं दिए गए निर्देशों के संबंध में केयरटेकर को अवगत करा दिया जाए। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी के प्रस्ताव पर गौशालाओं में रहने वाले केयरटेकर का मानदेय 6000 के स्थान पर 7000 करने की सहमति प्रदान की।बैठक में मुख्य विकास अधिकारी परीक्षित खटाना सहित बड़ी संख्या में अधिकारी उपस्थित रहे।
इंदौर एयरपोर्ट पर यात्रियों को हो रही परेशानियों और बढ़ते यात्री दबाव को लेकर सांसद शंकर लालवानी ने गुरुवार को नई दिल्ली में नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू से मुलाकात की। इस दौरान एयरपोर्ट से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे। सांसद लालवानी ने यात्रियों को रोजमर्रा में आ रही व्यावहारिक समस्याओं को एक-एक कर मंत्री के सामने रखा। सांसद लालवानी ने बताया कि इंदौर एयरपोर्ट पर पार्किंग एरिया में लगातार भीड़ बनी रहती है। पार्किंग के बाद टर्मिनल में प्रवेश के दौरान विशेष रूप से सुबह के समय लंबी कतारें लग जाती हैं, क्योंकि एक ही समय पर कई फ्लाइट्स का शेड्यूल रहता है। इसके अलावा सुरक्षा जांच के दौरान भी यात्रियों को काफी देर तक लाइन में खड़ा रहना पड़ता है, जिससे असुविधा बढ़ जाती है। उन्होंने यह भी बताया कि जब एक साथ कई फ्लाइट्स आती हैं, तब एयरपोर्ट के वेटिंग एरिया में यात्रियों के बैठने के लिए पर्याप्त जगह नहीं रहती। इसका सबसे ज्यादा असर बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों पर पड़ता है, जिन्हें खड़े होकर इंतजार करना पड़ता है। बैठक में यह मुद्दा भी उठाया गया कि एयरपोर्ट पर रात के समय चल रहे रनवे के कारपेटिंग कार्य के कारण कई बार फ्लाइट संचालन प्रभावित होता है और देरी की स्थिति बनती है। साथ ही एयरपोर्ट परिसर में सीमित जगह होने के बावजूद अलग-अलग ऑफिस स्पेस विकसित किए जाने से ऑपरेशनल एरिया कम हो रहा है, जबकि यात्रियों की सुविधाएं बढ़ाने की जरूरत है। विस्तृत रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौंपें नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू ने सभी बिंदुओं को गंभीरता से सुनते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि एयरपोर्ट अथॉरिटी के ऑपरेशन डायरेक्टर और प्लानिंग डायरेक्टर स्वयं अगले सप्ताह इंदौर का दौरा करें। वह स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर मौके पर सभी व्यवस्थाओं का अध्ययन करेंगे और एक विस्तृत रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौंपेंगे। सांसद ने दिया सुझाव- सुविधाओं को किया जाए मजबूत इस दौरान सांसद लालवानी ने सुझाव दिया कि भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए इंदौर एयरपोर्ट के डेवलपमेंट प्लान में यात्रियों की सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट पर उपलब्ध स्थान का बेहतर और व्यावहारिक उपयोग करते हुए पार्किंग, वेटिंग एरिया, सिक्योरिटी चेक और टर्मिनल एंट्री जैसी सुविधाओं को मजबूत किया जाना चाहिए। सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि रिपोर्ट के आधार पर इंदौर एयरपोर्ट पर यात्रियों की सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए ठोस और दीर्घकालिक समाधान किए जाएंगे, ताकि आने वाले समय में इंदौर से हवाई यात्रा और अधिक सुगम, सुरक्षित और सुविधाजनक बन सके।
मध्यप्रदेश के पहले री-डेवलपमेंट प्रोजेक्ट रविशंकर शुक्ल मार्केट के विकास का रास्ता साफ हो गया है। भोपाल के 5 नंबर स्थित आरएसएस मार्केट प्रोजेक्ट को हाउसिंग बोर्ड की संचालक मंडल की बैठक में प्रशासकीय स्वीकृति मिल गई। टाउन एंड कंट्री प्लानिंग (टीएनसीपी) से भी इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी गई है। अब नए साल में बोर्ड इसके लिए टेंडर जारी करेगा। वहीं, 210 एकड़ में 371 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर 2.0 प्रोजेक्ट के पहले चरण का टेंडर फाइनल हो गया। यह 121 करोड़ रुपए का टेंडर था। बोर्ड बैठक की अध्यक्षता मंडल के चेयरमैन व नगरीय आवास एवं विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने की। बैठक में विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय दुबे, वित्त विभाग के उप सचिव आनंद पटले, टीएनसीपी के संयुक्त संचालक केएस गवली, हाउसिंग बोर्ड के कमिश्नर राहुल हरिदास फटिंग, बोर्ड की मुख्य प्रशासकीय अधिकारी तृप्ति श्रीवास्तव मौजूद थे। हर सुविधा एक ही छत के नीचेराजधानी की बैरसिया तहसील के ग्राम बांदीखेड़ी में इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर (ईएमसी 2.0) के डेवलपमेंट का टेंडर फाइनल हो गया। पहले राउंड का यह टेंडर 121 करोड़ रुपए का है। 371 करोड़ रुपए की लागत से 210.21 एकड़ में यह प्रोजेक्ट विकसित किया जा रहा है। इस पूरे प्रोजेक्ट में इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिजाइन व विनिर्माण इंडस्ट्री से जुड़ी हर सुविधा एक ही छत के नीचे होगी। पूरे प्रोजेक्ट को कवर्ड कैंपस में बिजनेस पार्क के तौर पर विकसित किया जाएगा। इसमें एक एकड़ से लेकर 5 एकड़ तक के कमर्शियल प्लाट आईटी मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों को अलर्ट किए जाएंगे। इस कैंपस में एसटीपी, इटीपी से लेकर कैफेटेरिया जैसी सुविधाएं होंगी। यहां एमपीएसईडीसी का एक प्रशासनिक भवन भी बनेगा। यह प्रोजेक्ट सरकार डिजिटल इंडिया एवं मेक इन इंडिया के तहत विकसित कर रही है। इस प्रोजेक्ट की लागत 371 करोड़ 95 लाख है। इसमें से 146 करोड़ 63 लाख रुपए केंद्र और 225 करोड़ 32 लाख रुपए राज्य का होगा।
अजाक्स के सम्मेलन में हाईकोर्ट को एससी-एसटी वर्ग के युवाओं को सिविल जज न बनने के लिए जिम्मेदार बताने और ब्राह्मणों की बेटियों को लेकर विवादित बयान देने वाले आईएएस संतोष वर्मा का एक और वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें वे समाज के लोगों से एक बार फिर 'माई का लाल' बनने का आह्वान कर रहे हैं। इसी सम्मेलन में बयान देने वाली एक महिला आईएएस मीनाक्षी सिंह का बयान भी अब वायरल हो रहा है। जिसमें वे कह रही हैं कि जातिगत पहचान और जातिवादी होना आज के समय की सबसे बड़ी मांग है। उन्होंने कहा कि सवर्ण समाज के लोग पक्षपात करते हैं। यह जातिवादी मानसिकता हमारे लिए जरूरी है। 23 नवम्बर को राजधानी के अंबेडकर पार्क में हुए अजाक्स के सम्मेलन में ब्राह्मणों की बेटियों और हाईकोर्ट पर टिप्पणी करने वाले आईएएस संतोष कुमार वर्मा के नए वायरल वीडियो में वे कह रहे हैं कि साल 2016 में हमने जो ताकत दिखाई थी, वह एकदम अलग थी और उस ताकत के दिखाने के बाद हम 'माई के लाल' बन गए थे। आज हमारी स्थिति वैसी बिल्कुल नहीं है। अब स्थिति बदल गई है। हमें हर तरह से तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। इसलिए फिर वैसी ही ताकत दिखानी होगी। आईएएस मीनाक्षी सिंह बोली- जातिगत पहचान और जातिवादी होना जरूरी इसी सम्मेलन में वक्ता के रूप में आईएएस अधिकारी मीनाक्षी सिंह ने कहा है कि अजाक्स को केवल हमारे संगठन तक नहीं बल्कि समाज तक जाना होगा। वायरल वीडियो में वे कह रही हैं कि समाज को जोड़ने के लिए सबसे पहली धुरी हमारा परिवार है। हमारे बच्चों को बताना पड़ेगा कि हम आदिवासी हैं। हमारी जाति क्या है? जातिगत पहचान और जातिवादी होना, आज के समय की सबसे बड़ी मांग है। वीडियो में उन्होंने कहा कि सवर्ण समाज के लोग पक्षपात करते हैं। यह जातिवादी मानसिकता हमारे लिए जरूरी है। हम अपने लोगों को ढूंढें और उनकी मदद करें। मेरे आदिवासी भाई बंधु संकोच करते हैं कि कैसे जाएं, यह बड़े पद पर हैं। ऐसा मत सोचिए, जब भी भोपाल आएं तो हमसे मिलने जरूर आएं। अपने दिल की बात रखें और समस्या बताएं, मिलेंगे- बैठेंगे, बात करेंगे तभी हम समाज के लिए कुछ कर पाएंगे। हमारा सरकारी सिस्टम कितना कॉम्प्लिकेटेड है यह भी हम देख रहे हैं। 'नौकरशाही में जाति के आधार पर काम करने की सोच खतरनाक' मंत्रालय अधिकारी-कर्मचारी सेवा संघ के अध्यक्ष सुधीर नायक ने आईएएस मीनाक्षी सिंह के वायरल नए वीडियो को लेकर कहा कि आईएएस संतोष वर्मा जी का मामला निपटा नहीं कि एक और आईएएस अधिकारी का विवादित और असंवैधानिक बयान आया है। वह भी अजाक्स के ही मंच से। वरिष्ठ आईएएस अधिकारी मीनाक्षी सिंह कह रहीं हैं कि हमें जातिवादी होकर काम करना चाहिए। जातिवादी होना समय की मांग है। हमें अपने लोगों के काम ढूंढ ढूंढ़कर करने चाहिए। आईएएस अधिकारी संविधान की शपथ लेते हैं। संविधान कहता है कि जाति, धर्म, भाषा, क्षेत्र, जेंडर से ऊपर उठकर सभी नागरिकों को एक नजर से देखा जाएगा। यदि देश की सर्वोच्च नौकरशाही के मन में इस तरह का जहर भर दिया गया है तो फिर इस देश का भगवान ही मालिक है। नायक कहते हैं कि सामान्य वर्ग को अब जागने का समय आ गया है। ऐसा माहौल बना दिया गया है कि लोग किसी अधिकारी के पास काम से जाने के पहले इधर, उधर पूछताछ कर पहले उसकी जाति का पता लगाते हैं, फिर मिलने जाते हैं। यह वीडियो सामान्य वर्ग के लिए एक अलार्म है।
इंदौर-उज्जैन के बीच बनने वाले ग्रीन फील्ड कॉरिडोर में अधिग्रहित होने वाली जमीन के बाजार भाव से दाम दिलाने के लिए किसान संघर्ष कर रहे हैं, इस बीच सरकार ने इस कॉरिडोर को बनाने का ठेका मंजूर कर दिया है। यह ठेका 1089 करोड़ में लुधियाना की सौगल इन्फा. प्रोजेक्ट प्रा.लि. कंपनी को मिला है। 48 किलोमीटर लम्बे इस ग्रीन फील्ड कॉरिडोर के लिए फिलहाल धारा 21 के तहत भू-अर्जन की प्रक्रिया चल रही है। इसके लिए किए जाने वाले भू-अर्जन का विरोध भी किसानों द्वारा किया जा रहा है। इस रोड पर तीन फ्लाईओवर और छोटे-बड़े 35 पुल-पुलियाएं बनाए जाएंगे। यह एक एक्सेस-कंट्रोल्ड फोर लेन हाईवे होगा, जिसमें दोनों तरफ सर्विस लेन भी होगी, जिससे इंदौर से उज्जैन की यात्रा केवल 30 मिनट में पूरी हो सकेगी और सिंहस्थ 2028 के लिए यह मार्ग बहुत महत्वपूर्ण होगा। इसके बनने से यात्रा का समय भी घटकर 40-45 मिनट रह जाएगा। ऐसे चल रहा है जमीन अधिग्रहण का काम एसडीएम घनश्याम धनगर के मुताबिक, पूर्व में अधिग्रहित की जाने वाली जमीनों के अधिग्रहण के लिए धारा 19 के तह प्रकाशन किया जा चुका है। इसमें किसानों के स्वामित्व, रकबे की जमीन, जमीन का विवरण सार्वजनिक किया गया और उसके आधार पर सुनवाई सहित अन्य प्रक्रिया जारी है। अभी धारा 21 के तहत कार्रवाई की है। कुछ समय में फिर भूअर्जन अधिनियम के तहत अवॉर्ड पारित किया जाएगा। उज्जैन से पीथमपुर की सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी इस कॉरिडोर का निर्माण एयरपोर्ट के आगे गोम्मटगिरी के पास पितृ पर्वत से शुरू होकर उज्जैन के चिंतामण गणेश तक बनेगा, जिससे सिंहस्थ के मद्देनजर इंदौर से उज्जैन जाने के लिए एक और महत्वपूर्ण सड़क उपलब्ध हो सकेगी। इससे पीथमपुर से भी कनेक्टिविटी बढ़ेगी और एयरपोर्ट से भी सीधे उज्जैन पहुंचा जा सकेगा। किसान इसलिए कर रहे विरोध किसानों की प्रमुख मांग है कि जमीन का मुआवजा वर्तमान बाजार मूल्य के आधार पर तय किया जाए, न कि केवल सरकारी गाइडलाइन के अनुसार। इसके साथ ही किसानों ने ग्रीन फील्ड रोड की ऊंचाई कम करने और इसे सामान्य हाईवे के रूप में विकसित करने की मांग की, ताकि आसपास के गांवों के किसानों और ग्रामीणों को भी इसका लाभ मिल सके।
जयपुर में मोबाइल चोरी की बढ़ती वारदातों पर लगाम कसते हुए क्राइम ब्रांच कमिश्नरेट, जयपुर की सी.एस.टी. टीम ने बजाज नगर थाना क्षेत्र में बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। अन्तरराज्यीय मोबाइल चोरी गैंग का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने करीब 22 लाख रुपए कीमत के 31 महंगे मोबाइल फोन बरामद किए हैं। स्पेशल कमिश्नर (ऑपेरशन) राहुल प्रकाश ने बताया- 17 दिसंबर को सी.एस.टी. को सूचना मिली कि बाहरी राज्यों से आए कुछ अपराधी भीड़भाड़ वाले इलाकों, रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड पर मोबाइल फोन छीनने और चोरी करने का काम संगठित गैंग के रूप में कर रहे हैं। सूचना के आधार पर सी.एस.टी., डी.एस.टी. पूर्व और पुलिस थाना बजाज नगर की संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को डिटेन/गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 7 आईफोन सहित कुल 31 महंगे मोबाइल फोन (24 विभिन्न कंपनियों के एंड्रॉयड फोन) बरामद किए, जिनकी अनुमानित कीमत करीब 22 लाख रुपए है। पूछताछ में आरोपियों ने चोरी व छीने गए मोबाइल फोन को संगठित गिरोह के अन्य सदस्यों के माध्यम से बांग्लादेश में बेचने का खुलासा किया है। ये गैंग ना केवल जयपुर में बल्कि नागपुर, मुंबई, बैंगलोर, दिल्ली पटना सहित कई बड़े शहरों में मोबाइल स्नेचिंग की वारदात की है। आरोपियों के विरुद्ध विभिन्न राज्यों में भी प्रकरण दर्ज होना सामने आया है। इस संबंध में पुलिस थाना बजाज नगर, जयपुर (पूर्व) में मामला दर्ज कर 02 आरोपियों सूरज महतो (30 वर्ष) पुत्र मंटू महतो, निवासी ग्राम नया टोला कल्याणी, पोस्ट महाराजपुर, ब्लॉक तालझाहरी, थाना तेलमारी, जिला साहेबगंज और को गिरफ्तार किया गया, जबकि 01 नाबालिग को डिटेन किया है। पुलिस गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों और अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्क की कड़ियों को लेकर पूछताछ कर रही है।
जयपुर पुलिस ने जाली नोट छापने और बाजार में चलाने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गिरोह के मुख्य सूत्रधार गौरव पुंडीर को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया है। आरोपी को ट्रांजिट रिमांड पर जयपुर ले जाया गया है। इनपुट मिलने के बाद राजस्थान पुलिस की टीम बुधवार देर रात सहारनपुर पहुंची थी। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस गौरव पुंडीर के घर पहुंची, जहां नकली नोटों का बड़ा जखीरा बरामद हुआ। उसके पास से जाली नोट छापने के उपकरण और 6.51 लाख रुपए के नकली नोट बरामद किए गए हैं। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि गौरव पुंडीर के खिलाफ पहले भी जाली नोट से जुड़े मामले दर्ज हैं। स्पेशल कमिश्नर (ऑपरेशन) राहुल प्रकाश ने गुरुवार को इसका खुलासा किया। उन्होंने बताया- चित्रकूट थाना पुलिस ने जाली नोट के मामले में झालावाड़ के दुबालिया निवासी गोविंद चौधरी और चित्रकूट निवासी देवेश फांडा को गिरफ्तार किया था। उनसे पूछताछ में पता चला कि वे जाली नोट उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से लाए थे। पुलिस ने मास्टरमाइंड को जाली नोट खरीदने के बहाने बुलाया इस जानकारी के आधार पर पुलिस की एक टीम ने डिकॉय ऑपरेशन चलाया। टीम जाली नोट के खरीदार बनकर उत्तर प्रदेश के सहारनपुर पहुंची। वहां गिरोह के मास्टरमाइंड गौरव पुडीर को जाली नोट खरीदने के बहाने मिलने बुलाया गया और उसे मौके पर ही धर दबोचा गया। आरोपी गौरव पुडीर ने सहारनपुर में नकली नोट छापने की एक फैक्ट्री लगा रखी थी। पुलिस ने फैक्ट्री से एक कंप्यूटर, तीन प्रिंटर और अन्य संबंधित उपकरण जब्त किए हैं। इसके साथ ही वहां से छापे गए नकली नोट भी बरामद किए गए। छह महीनों से चला रहा था नकली नोटों का कारोबार, 6 लाख चंडीगढ़ और 3 लाख रुपए कश्मीर भेजें प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया है कि वह पिछले छह महीनों से नकली नोटों का कारोबार कर रहा था। उसने छह लाख रुपए के नकली नोट चंडीगढ़ में एक व्यक्ति को दिए थे। पुलिस की एक टीम उस व्यक्ति की तलाश में चंडीगढ़ पहुंच गई है। इसके अलावा, आरोपी ने कश्मीर में भी तीन लाख रुपए के जाली नोट भेजने की बात स्वीकार की है, जिसकी पड़ताल भी जारी है। एक लाख के बदले तीन लाख के नकली नोट स्पेशल कमिश्नर (ऑपरेशन) राहुल प्रकाश ने बताया- आरोपी एक लाख रुपए लेकर तीन लाख रुपए के नकली नोट देता था। प्रिंटर से छपे होने के कारण इनकी क्वालिटी बहुत अच्छी नहीं है, लेकिन कम जानकर लोगों को यह नोट खपाने की फिराक में ये बदमाश रहते हैं। इन नकली नोटों को रात के अंधेरे में सब्जी मंडियों, भीड़भाड़ वाले बाजारों और खासतौर पर बुजुर्गों को निशाना बनाकर खपाया जाता था। इसके साथ ही रात के अंधेरे में ये लोग इन नोटों को खपाने का प्रयास करते हैं। इस गिरोह से जुड़े लोगों की नागौर में भी गिरफ्तारी हुई है। उनका कहना है कि आरोपी से गहनता से पूछताछ में इस गिरोह से जुड़ी कई अहम जानकारी सामने आने की संभावना है।
राज्य संग्रहालय ने स्कूल में लगाई विशेष प्रदर्शनी:छात्रों को कला-संस्कृति और विरासत से जोड़ा
कला एवं संस्कृति के संरक्षण और नई पीढ़ी को अपनी विरासत से जोड़ने के उद्देश्य से राज्य संग्रहालय, लखनऊ द्वारा विभिन्न विद्यालयों में अस्थायी प्रदर्शनियों का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में गोमती नगर स्थित स्टडी हॉल स्कूल के विद्यार्थियों के लिए दो दिवसीय विशेष प्रदर्शनी आयोजित की गई। इस प्रदर्शनी में संग्रहालय में संग्रहीत महत्वपूर्ण कलाकृतियों के छायाचित्रों के साथ-साथ फाइबर कास्ट मॉडल भी प्रदर्शित किए गए, जिन्हें विद्यार्थियों ने रुचि के साथ देखा और समझा। यह कार्यक्रम 17 दिसंबर को शुरू हुआ। पहले दिन कक्षा 1 से 5 तक के लगभग 700 छात्र-छात्राओं ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्हें भारतीय संस्कृति, सभ्यता और इतिहास से परिचित कराते हुए संग्रहालयों की भूमिका और उनके महत्व पर विस्तार से जानकारी दी गई। बच्चों को सरल भाषा में समझाया गया कि संग्रहालय किस प्रकार हमारी ऐतिहासिक धरोहर को संरक्षित कर आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाते हैं। 800 छात्र-छात्राओं को व्याख्यान के माध्यम से बताया प्रदर्शनी के दूसरे दिन कक्षा 6 से 12 तक के लगभग 800 छात्र-छात्राओं को व्याख्यान के माध्यम से अवलोकन कराया गया। इसमें नृत्यरत गणेश, राग-रागिनी, अग्निदेव, भगवान विष्णु के दशावतार, महिषासुर मर्दिनी, देवी सरस्वती तथा समुद्र मंथन विषयक लघुचित्रों सहित विभिन्न प्रतिकृतियां शामिल थीं। इन कलाकृतियों के माध्यम से विद्यार्थियों को भारतीय कला परंपरा, धार्मिक मान्यताओं और सांस्कृतिक मूल्यों की गहरी समझ मिली। ये लोग शामिल हुए इस सफल प्रदर्शनी का संपादन संग्रहालय निदेशालय की निदेशक डॉ. सृष्टि धवन एवं राज्य संग्रहालय, लखनऊ के निदेशक डॉ. विनय सिंह के निर्देशन में किया गया। कार्यक्रम प्रभारी अल-शाज फात्मी, सहायक निदेशक थीं। आयोजन को सफल बनाने में शारदा प्रसाद त्रिपाठी, प्रीती साहनी, पूनम देवी, सतपाल, रामू, अनुराग द्विवेदी, पुनीत सहित संग्रहालय के अन्य कर्मचारियों का सराहनीय सहयोग रहा।
पीलीभीत में गुरुवार को दो पक्षों में विवाद हो गया। इस दौरान युवक सड़क पर गिर पड़ा। इसी दौरान तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने युवक को रौंद दिया। जिससे युवक की मौके पर ही मौत हो गई। मामला न्यूरिया थाना क्षेत्र के ग्राम पिपरिया का है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, मृतक चंद्रसेन का अपने पड़ोसी से किसी बात को लेकर विवाद हो गया था। पहले दोनों के बीच गाली-गलौज हुई, जो बाद में मारपीट में बदल गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, इसी दौरान धक्का लगने से चंद्रसेन संतुलन खो बैठा और सड़क पर गिर पड़ा। इसी समय वहां से गुजर रहे एक अज्ञात वाहन ने उसे कुचल दिया। आसपास मौजूद लोग उसे तत्काल जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक की मां नन्हीं देवी ने पुलिस को बताया कि यदि पड़ोसियों के साथ मारपीट न होती, तो उनका बेटा आज जीवित होता। चंद्रसेन अपने पीछे दो छोटे बच्चों को छोड़ गया है, जिससे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। न्यूरिया थाना प्रभारी सुभाष मावी ने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। फिलहाल परिजनों की ओर से केवल पोस्टमॉर्टम की मांग की गई है। अभी तक कोई लिखित तहरीर प्राप्त नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि तहरीर मिलने पर मारपीट करने वालों और अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी।
लखनऊ के कॉल्विन तालुकेदार्स कॉलेज में ओल्ड बॉयज़ वीक के दूसरे दिन का आयोजन बुधवार को हुआ। इस अवसर पर इंडोर खेल और राइफल शूटिंग प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं, जिनमें पूर्व छात्रों और वर्तमान विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस आयोजन ने कॉल्विनियन समुदाय के बीच सौहार्द और परंपरा की भावना को मजबूत किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रतिष्ठित पूर्व कॉल्विनियन जयंत कृष्णा और विशिष्ट अतिथि शरद राज थे। प्रधानाचार्य (आई.एस.सी. विंग) सचिदानंद सिंह ने पुष्पगुच्छ और स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका स्वागत किया तथा उनकी गरिमामयी उपस्थिति के लिए आभार व्यक्त किया। वर्तमान पीढ़ी में घटती पठन संस्कृति पर चिंता व्यक्त की मुख्य अतिथि जयंत कृष्णा ने अपने छात्र जीवन की यादें साझा करते हुए बताया कि कॉलेज ने उनके व्यक्तित्व निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने वर्तमान पीढ़ी में घटती पठन संस्कृति पर चिंता व्यक्त की और विद्यार्थियों से अध्ययन को जीवन का अभिन्न अंग बनाने का आग्रह किया। उन्होंने कॉलेज को शिक्षा और खेलों का उत्कृष्ट संगम बताया। विशिष्ट अतिथि शरद राज ने अपने संबोधन में साहित्य और पठन-पाठन को जीवन का प्रतिबिंब बताया और उसकी प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कॉलेज परिसर में फिल्म एवं पटकथा लेखन पर कार्यशाला आयोजित करने की इच्छा भी व्यक्त की, जिससे विद्यार्थियों की रचनात्मक क्षमताओं को बढ़ावा मिल सके। ये लोग शामिल हुए इस अवसर पर कॉलेज प्रबंधन समिति के सचिव एवं प्रबंधक कुँ. मनीष वर्धन सिंह, राजा राकेश प्रताप सिंह, राय स्वरेश्वर बली, वासुधेन्द्र प्रताप सिंह, हेडमिस्ट्रेस संगीता सिंह चौहान, प्रधानाचार्या (यू.पी. बोर्ड विंग) अनुपमा सिंह सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित थे। कार्यक्रम के दूसरे चरण में पूर्व छात्रों और वर्तमान विद्यार्थियों के बीच शतरंज, कैरम, टेबल टेनिस और राइफल शूटिंग की रोमांचक प्रतियोगिताएं हुईं। इन खेलों के दौरान परिसर में उत्साह, प्रतिस्पर्धा और पुरानी यादों का माहौल रहा, जो खेल भावना और संस्थान से जुड़े आत्मीय रिश्तों का जीवंत उदाहरण बना।
गोरखपुर के BRD मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य सेवाओं को व्यापक स्तर पर मजबूत करने की तैयारी है। मरीजों की सुविधा बढ़ाने के लिए कॉलेज परिसर में स्थित पुराने प्राइवेट वार्ड को पूरी तरह ध्वस्त कर उसकी जगह अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त नया प्राइवेट वार्ड बनाया जाएगा। यह परियोजना उन करीब 50 करोड़ रुपये की स्वास्थ्य योजनाओं में शामिल है, जिनका इसी सप्ताह योगी आदित्यनाथ शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे। मेडिकल कॉलेज प्रशासन के अनुसार वर्तमान प्राइवेट वार्ड पुराने ढांचे पर आधारित है, जिसे अब नए मानकों के अनुरूप विकसित किया जाएगा। प्रस्तावित प्राइवेट वार्ड में आधुनिक कमरे, बेहतर चिकित्सकीय सुविधाएं और मरीजों के लिए सहायक सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इससे निजी श्रेणी में भर्ती होने वाले मरीजों को कॉलेज परिसर में ही बेहतर इलाज और सुविधा मिल सकेगी। बाल रोग विभाग को मिलेगा पीडियाट्रिक कैंसर वार्ड मुख्यमंत्री बाल रोग विभाग में बने पीडियाट्रिक कैंसर वार्ड का भी लोकार्पण करेंगे। करीब एक करोड़ रुपये की लागत से तैयार यह वार्ड बच्चों में कैंसर के इलाज के लिए समर्पित होगा। इसके शुरू होने से गंभीर रोग से पीड़ित बच्चों को इलाज के लिए बाहर के बड़े शहरों में रेफर करने की जरूरत कम होगी। ICMR सहयोग से मेडिकल रिसर्च यूनिट शुरू BRD मेडिकल कॉलेज में स्थापित मेडिकल रिसर्च यूनिट का भी लोकार्पण प्रस्तावित है। यह यूनिट भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के सहयोग से संचालित होगी। करीब दो करोड़ रुपये की लागत से बनी इस यूनिट के शुरू होने से मेडिकल कॉलेज में शोध कार्यों को बढ़ावा मिलेगा और इलाज की गुणवत्ता सुधारने में मदद मिलेगी। बच्चों के लिए पहली डेडीकेटेड मॉड्यूलर OT बाल रोग चिकित्सा संस्थान में बनी मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर भी मुख्यमंत्री द्वारा लोकार्पित की जाएगी। इस OT के निर्माण पर करीब तीन करोड़ रुपये की लागत आई है। यह बच्चों के लिए पहली डेडीकेटेड OT होगी, जहां केवल बच्चों की सर्जरी की जाएगी। 500 बेड वाले चिकित्सा संस्थान में इसके लिए पीडियाट्रिक सर्जन की तैनाती भी कर दी गई है। इन सभी परियोजनाओं के शुरू होने से BRD मेडिकल कॉलेज में इलाज की सुविधाओं के साथ-साथ चिकित्सा शोध को भी नई दिशा मिलेगी। प्रशासन का मानना है कि इससे पूर्वांचल के मरीजों को बेहतर और उन्नत स्वास्थ्य सेवाएं स्थानीय स्तर पर उपलब्ध हो सकेंगी।
लखनऊ लोक संस्कृति शोध संस्थान द्वारा आयोजित दो दिवसीय 'लोक विमर्श' का शुभारंभ गुरुवार को उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान के निराला सभागार में हुआ। यह विमर्श संस्कारों पर केंद्रित है। उद्घाटन सत्र में लोक संस्कृति के संरक्षण, संस्कारों की प्रासंगिकता और आधुनिकता के साथ परंपरा के संतुलन पर गहन चर्चा की गई। कार्यक्रम में साहित्यकारों, शिक्षाविदों, कलाकारों और शोधार्थियों की उल्लेखनीय भागीदारी रही। चिन्मय मिशन के प्रमुख आचार्य कौशिक चैतन्य ब्रह्मचारी ने मुख्य अतिथि के रूप में कहा कि संस्कार ही व्यक्ति, परिवार और समाज को सही दिशा प्रदान करते हैं। उन्होंने लोक संस्कृति के संरक्षण को समाज की आत्मा की सुरक्षा के लिए आवश्यक बताया। आचार्य चैतन्य ने तकनीकी प्रगति के साथ सांस्कृतिक मूल्यों को बचाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया, चेतावनी दी कि संस्कारों के कमजोर होने से समाज दिशाहीन हो सकता है। आधुनिक विज्ञान और परंपरा एक-दूसरे के पूरक लखनऊ विश्वविद्यालय के विज्ञान संकाय की डीन प्रो. शीला मिश्रा ने विशिष्ट अतिथि के रूप में कहा कि आधुनिक विज्ञान और परंपरा एक-दूसरे के विरोधी नहीं, बल्कि पूरक हैं। उन्होंने संस्कारों को मानव व्यक्तित्व के वैज्ञानिक, नैतिक और सामाजिक निर्माण का आधार बताया। अध्यक्षीय उद्बोधन में कला मर्मज्ञ शाखा वन्द्योपाध्याय ने लोक संस्कृति को केवल अतीत की स्मृति नहीं, बल्कि वर्तमान और भविष्य को दिशा देने वाली एक जीवंत परंपरा बताया।सांस्कृतिक सत्र में नृत्य प्रस्तुतियों के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि समाज भले ही तकनीकी रूप से उन्नत हो रहा हो। कलाकारों ने मनोहारी प्रस्तुतियां दीं संगीत भवन की निदेशक निवेदिता भट्टाचार्य के निर्देशन में सौम्या, सुमन, स्मिता, शुभ्रा, सान्वी, वान्या, पूजा, माधुरी सोनी और प्रवीण गौर सहित कई कलाकारों ने मनोहारी प्रस्तुतियां दीं।इस अवसर पर वरिष्ठ कठपुतली कलाकार नौशाद को जे.पी. लम्बोदर स्मृति लोक संस्कृति सम्मान से सम्मानित किया गया। उन्होंने कठपुतली के माध्यम से 'गुलाबो-सिताबो' की रोचक प्रस्तुति दी। लोक संस्कृति शोध संस्थान के अध्यक्ष इंजी. जीतेश श्रीवास्तव ने आभार व्यक्त करते हुए 'लोक विमर्श' के उद्देश्य पर प्रकाश डाला, जो संस्कार परंपरा के महत्व को रेखांकित करता है।कार्यक्रम का शुभारंभ प्रख्यात कवि कमलेश मौर्य 'मृदु' द्वारा वाणी वंदना से हुआ। इसका संचालन मुख्य संयोजक अर्चना गुप्ता ने किया।
महाराजा अग्रसेन स्कूल में वार्षिकोत्सव:विद्यार्थियों ने नृत्य, नाटक और योग से दिखाई प्रतिभा
लखनऊ के जानकीपुरम स्थित महाराजा अग्रसेन पब्लिक स्कूल में वार्षिकोत्सव धूमधाम से मनाया गया। यह कार्यक्रम अत्यंत सफल रहा, जिसमें विद्यार्थियों ने अपनी बहुआयामी प्रतिभाओं का जीवंत प्रदर्शन किया। उपस्थित अभिभावकों ने अपने बच्चों की प्रस्तुतियों का आनंद लिया और गर्व की अनुभूति की। छात्र-छात्राओं ने मनमोहक नृत्य, प्रभावशाली नाट्य मंचन, योग प्रदर्शन और मधुर संगीत प्रस्तुत कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रत्येक प्रस्तुति को दर्शकों की लगातार तालियों और प्रशंसा मिली। यह आयोजन बच्चों के आत्मविश्वास, रचनात्मकता और अंतर्निहित क्षमताओं को प्रदर्शित करने का सशक्त मंच सिद्ध हुआ। नाट्य मंचन द्वारा सोशल मीडिया के प्रभाव को दिखाया प्रस्तुतियों के माध्यम से विद्यार्थियों ने समाज को प्रेरणादायक संदेश दिए। नाट्य मंचन द्वारा सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव और उसके सकारात्मक-नकारात्मक पहलुओं को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया गया। योग प्रदर्शन ने शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य के महत्व को रेखांकित किया। नृत्य, भाषण और नाटकों के जरिए समय प्रबंधन जैसे समकालीन विषयों पर भी सार्थक संदेश दिए गए। वार्षिकोत्सव के माध्यम से सामाजिक जागरूकता प्रधानाचार्या भावना सिंह की गरिमामयी उपस्थिति में अतिथियों के स्वागत एवं दीप प्रज्वलन से कार्यक्रम की शुरुआत हुई, जो ज्ञान, प्रकाश और प्रबोधन का प्रतीक है।मीडिया प्रभारी सुधीश गर्ग ने बताया कि वार्षिकोत्सव के माध्यम से विद्यार्थियों ने सामाजिक जागरूकता, नैतिक मूल्यों और जीवन कौशलों को प्रभावी रूप में प्रस्तुत किया। समारोह में स्व. रमेश चंद अग्रवाल (टाटा) छात्रवृत्ति तथा निर्मला देवी बंसल सर्वश्रेष्ठ शिक्षक पुरस्कार योग्य छात्रों और समर्पित शिक्षकों को प्रदान किए गए। ये लोग शामिल हुए कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अरविंद कुमार राव, अपर नगर आयुक्त, तथा विशिष्ट अतिथि डॉ. सुमित रुंगटा, डीपीएम (टीबी), एनएचएम, लखनऊ उपस्थित रहे। अन्य गणमान्य अतिथियों में लोकराम अग्रवाल (अध्यक्ष, ए.एस.एस), राजेंद्र कुमार अग्रवाल (पूर्व अध्यक्ष, ए.एस.एस), भरत भूषण गुप्ता (पूर्व अध्यक्ष, ए.एस.एस) तथा प्रबंध समिति के सदस्य अनिल कुमार अग्रवाल (अध्यक्ष), कमल किशोर अग्रवाल (सचिव), गोविंद कृष्ण अग्रवाल (कोषाध्यक्ष) सहित कई पदाधिकारी मौजूद थे।
ललितपुर में शिक्षा विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर 48 लाख रुपए से अधिक की ठगी का मामला सामने आया है। एक सरकारी विद्यालय के चपरासी ने अपने साथियों के साथ मिलकर कई लोगों को निशाना बनाया। इस मामले में एक महिला अभ्यर्थी को फर्जी नियुक्ति पत्र भी थमाया गया। जिस पर विशेष सचिव की मोहर लगी थी। पीड़ित की शिकायत पर जखौरा पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। थाना जखौरा के ग्राम चकनगवास निवासी देवेंद्र सिंह पुत्र लाखन सिंह ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत दी। उन्होंने बताया कि करीब दो साल पहले थाना जखौरा के मोहल्ला डूंगरा निवासी एक युवक, जो एक स्कूल में चपरासी के पद पर तैनात है। उनसे संपर्क किया था। 19 जनवरी 2024 को सरकारी नौकरी लगवाने का झांसा देकर उससे पैसे लिए गए। शिकायतकर्ता के अनुसार, उक्त युवक ने झांसी और लखनऊ के कुछ लोगों को मिलाकर एक गिरोह बनाया। इस गिरोह ने 40 से अधिक लोगों से नौकरी लगवाने के नाम पर 48 लाख रुपए से अधिक की ठगी की। जब देवेंद्र सिंह ने 22 दिसंबर को अपने पैसे वापस मांगे, तो आरोपी ने इकरारनामा लिखकर पैसे लौटाने का वादा किया। हालांकि, पैसे वापस नहीं किए गए। दोबारा मांगने पर आरोपी के परिजनों ने 19 मई 2025 तक पैसे वापस दिलाने की बात कही। ठगों ने कुछ अभ्यर्थियों को फर्जी ज्वाइनिंग लेटर भी दिए। एक महिला अभ्यर्थी को राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में संविदा पर लिपिक के पद के लिए नियुक्ति पत्र थमाया गया। इस नियुक्ति पत्र पर उत्तर प्रदेश शिक्षा विभाग के विशेष सचिव की फर्जी मुहर भी लगाई गई थी। पुलिस अधीक्षक मोहम्मद मुश्ताक के निर्देश पर गुरुवार देर शाम ठगी करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि ठगी करने वालों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
KGMU की टेलीमेडिसिन सेवाओं को और सशक्त बनाने के लिए 'सेंटर ऑफ एक्सीलेंस' की स्थापना की मंजूरी मिली है। नोडल इंचार्ज डॉ. शीतल वर्मा द्वारा प्रस्तुत इस प्रस्ताव का उद्देश्य राज्यभर में ई-संजीवनी प्लेटफॉर्म के माध्यम से दी जाने वाली टेली-परामर्श सेवाओं को अधिक सुरक्षित, मानकपूर्ण और विश्वसनीय बनाना है। आसानी से मिल सकेगा उपचार KGMU अब तक करीब आठ लाख मरीजों को टेलीमेडिसिन सेवाएं दे चुका है। अस्पतालों की ओपीडी में बढ़ते दबाव और सामान्य बीमारियों (जैसे बुखार, सर्दी-जुकाम) के कारण बढ़ती भीड़ को कम करने में यह तकनीक वरदान साबित हो रही है। इस नए केंद्र के माध्यम से डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि वे डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सटीक रोग पहचान, उपचार और प्रभावी संवाद कर सकें। इनको मिलेगा बड़ा फायदा डॉ. शीतल वर्मा ने बताया कि इस पहल से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि घर बैठे मिलने वाला परामर्श भी अस्पताल जितना ही प्रभावी हो। इससे विशेषकर ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों के मरीजों को समय पर विशेषज्ञ सलाह, उचित दवाएं और आवश्यक रेफरल मिल सकेंगे।
मथुरा हादसे के दो और घायल एसएन में भरती:एक को किया गया डिस्चार्ज, 14 मरीजों का चल रहा है इलाज
मथुरा में यमुना एक्सप्रेसवे पर हुए भीषण हादसे में कई लोग घायल हो गए थे। हादसे के दो और घायलों को आगरा के एसएन मेडिकल काॅलेज में भर्ती कराया गया है। अब 14 घायलों का मेडिकल काॅलेज में इलाज चल रहा है। हादसे में घायल दो और लोगों को बृहस्पतिवार को एसएन मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में भर्ती कराया गया। दोनों की हालत स्थिर है। वहीं दो घायलों को लखनऊ के लिए रेफर किया गया और एक को डिस्चार्ज कर दिया गया। एक मरीज के परिजन उसे इमरजेंसी से निजी अस्पताल लेकर चले गए। अभी भी 14 घायलों का इलाज चल रहा है। प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने बताया कि हादसे के बाद 17 मरीज एसएन में भर्ती हुए थे। इनमें से बुधवार को उस्मान की मौत हो गई थी। उनकी पत्नी नसीमा के सिर का सीटी स्कैन कराया, जिसमें कोई चोट नहीं मिली। हालत ठीक होने पर उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। वे अपने बेटों के साथ पति का शव लेकर हमीरपुर अपने घर चली गईं। बृहस्पतिवार को आंबेडकर नगर निवासी गिरीश चंद्र और मऊ निवासी शिवमूरत को इमरजेंसी में भर्ती कराया गया। दोनों की हालत स्थिर है। जरूरी जांचें कराई जा रही हैं। दो घायल अपराजिता और पवन कुमार क्रमश: एसजीपीजीआई और केजीएमयू रेफर किए गए हैं। पुरुषोत्तम त्रिपाठी के छाती में चोट थी। परिजन उन्हें लेकर चले गए। 14 घायलों का इलाज सर्जरी और हड्डी रोग विभाग में उपचार चल रहा है।
मेरठ के चर्चित सौरभ राजपूत हत्याकांड में बृहस्पतिवार को आईओ रमाकांत पचौरी के बयानों पर जिरह हुई। बता दें कि रमाकांत पचौरी इस केस के विवेचक हैं। पिछली तारीख पर उनका एग्जामिनेशन चीफ हुआ था। लेकिन जिरह गुरुवार को हुई, लगभग एक घंटे तक उनसे सवाल जबाव हुआ। इसके बावजूद जिरह पूरी नहीं हुई। अब अगली तारीख सोमवार की लगी है। तब दोबारा उनके बयानों पर जिरह होगी। इस केस में अब तक 14 गवाहियां पूरी हो चुकी हैं। बता दें कि मेरठ के ब्रहमपुरी में मर्चेंट नेवी ऑफिसर सौरभ की उसकी पत्नी मुस्कान ने अपने प्रेमी साहिल के साथ मिलकर हत्या कर दी थी। लाश को टुकड़ों में काटकर नीले ड्रम में भरकर सीमेंट के घोल से पैक कर दिया था। 18 मार्च से मुस्कान-साहिल मेरठ जिला जेल में बंद हैं। सौरभ का ये केस जिला जज की कोर्ट में ट्रायल पर आ चुका है। मुस्कान-साहिल की वकील ने पूछे कई सवाल गुरुवार को मुस्कान-साहिल की तरफ से उनकी वकील रेखा जैन ने आईओ रमाकांत पचौरी से तमाम सवाल पूछे। रेखा जैन मुस्कान-साहिल को सरकार की तरफ से मिली सरकारी वकील हैं। जो उनका केस लड़ रही हैं। सोमवार को कंटीन्यू रहेगी जिरह गुरुवार को जिरह पूरी नहीं हो सकी। अब सोमवार को जिरह कंटीन्यू होगी। पहले कोर्ट ने शुक्रवार की तारीख लगाई थी लेकिन आईओ ने कोर्ट से रिक्वेस्ट की थी, कि जुम्मे के कारण उन्हें रिलीफ दिया जाए सुनवाई की तारीख और रखी जाए। क्योंकि उनका क्षेत्र संवेदनशील है इसलिए जुम्मे के दिन उनका फील्ड में रहना जरुरी है। कोर्ट ने उनकी रिक्वेस्ट को जरुरी मानते हुए स्वीकार किया अगली तारीख सोमवार की है। क्योंकि शनिवार, रविवार कोर्ट ऑफ रहेगी। अब मुस्कान साहिल की वकील के सवाल और आईओ के जवाब पढ़िए... सवाल- 18 मार्च 2025 को आप कहां पोस्टेड थे? जबाव- मैं मेरठ के ब्रहमपुरी थाने में पोस्टेड था। सवाल- ये मुकदमा आपकी मौजूदी में हुआ या नहीं? जबाव- मुकदमा मेरी गैरमौजूदगी में कायम हुआ था। मेरे दूसरे साथी कर्मवीर सिंह इसके फर्स्ट आईओ हैं, उन्होंने इसकी प्रिलिमनरी विवेचना की इसके बाद मुझे 22 मार्च 2025 को इस केस की विवेचना मिली थी। इसके बाद मैंने केस की जांच की थी। सवाल- आपने केस में थाने की फुटेज लगाई या नहीं? जबाव- केस में थाने की फुटेज की जरुरत नहीं थी, वो आवश्यक नहीं होता। इसलिए उसे विवेचना में शामिल नहीं किया। हालांकि 18 मार्च की सारी फोटो, वीडियो मौके वाली घटना के इंस्पेक्शन की सभी फुटेज को विवेचना का हिस्सा बनाया है। सवाल- सौरभ गवाह अलग से केस में क्यों लाया गया? जबाव- वो झूठा गवाह नहीं था, उसने 3 मार्च 2025 को साहिल को सौरभ के घर जाते अपनी आंखों से देखा था इसलिए उसे लाया गया।
खंडवा में चार महीने की कड़ी मेहनत से उगाई फसल बेचकर लौट रहे एक किसान के साथ लूट की बड़ी वारदात सामने आई है। ग्राम कोहदड़ की रेलवे मोरी के पास बदमाशों ने किसान की आंखों में मिर्च डालकर उससे एक लाख 50 हजार रुपए लूट लिए। घटना के बाद किसान की आंखें अब तक नहीं खुल पा रही हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम कोहदड़ निवासी किसान टंट्या पिता काशीराम बारेला सोमवार रात करीब 9.30 बजे खंडवा से अपनी मक्का की फसल बेचकर दो ट्राली मक्का के पैसे लेकर दोपहिया वाहन (क्रमांक MP12ML0825) से गांव लौट रहा था। इसी दौरान रेलवे मोरी के पास तीन से चार अज्ञात बदमाशों ने उसे रोक लिया और आंखों में मिर्च डालकर 90 हजार और 60 हजार रुपए, कुल एक लाख 50 हजार रुपए लूट लिए। घटना के बाद किसान दर्द से तड़पता रहा। वहां से गुजर रहे राहगीरों ने इसकी सूचना ग्रामवासियों को दी। गांव घटनास्थल से करीब एक किलोमीटर दूर है। सूचना मिलते ही ग्रामवासी मौके पर पहुंचे और किसान को संभाला। इसके बाद बोरगांव चौकी को घटना की जानकारी दी गई। सूचना पर चौकी प्रभारी राम प्रकाश यादव अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे, घटनास्थल का जायजा लेकर पीड़ित किसान से पूछताछ की। इधर, प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि वारदात को तीन से चार बदमाशों ने अंजाम दिया। ग्रामीणों का कहना है कि चार-पांच साल पहले भी इस क्षेत्र में इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन लंबे समय बाद इतनी बड़ी चोरी की वारदात सामने आई है। चौकी प्रभारी रामप्रकाश यादव ने बताया कि आसपास के सभी गांवों में सूचना दे दी गई है। सुबह क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की जाएगी। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही हैं। घटनास्थल से जुड़े फोटोज देखिए...
डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय में नैक मूल्यांकन की तैयारी को लेकर प्रदेश की कुलाधिपति एवं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित की गई। कौटिल्य प्रशासनिक सभागार में हुई इस बैठक में एट्रीब्यूट (मानदंड) 1 से लेकर एट्रीब्यूट 11 तक की प्रगति का पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से गहन परीक्षण किया गया। राज्यपाल ने स्पष्ट कहा कि नैक मूल्यांकन के लिए सभी मानदंडों को निर्धारित मानकों के अनुरूप तैयार किया जाए और प्रस्तुत किया जाने वाला डेटा पूरी तरह प्रमाणित, सुसंगत और अद्यतन हो। बैठक में एट्रीब्यूट-1 के अंतर्गत पीओएस, सीओ, पीएसओ, एकेडमिक काउंसिल, फीडबैक मैकेनिज्म, स्पोर्ट्स मैनेजमेंट, भारतीय भाषा शिक्षण, सीबीसीएस, एनईपी एलाइनमेंट और सेमिनार गतिविधियों की समीक्षा की गई। एट्रीब्यूट-2 में लैब कार्य, शोध गतिविधियां, अयोध्या की प्राचीन सांस्कृतिक विरासत से जुड़े अकादमिक कार्य और असाइनमेंट की स्थिति पर चर्चा हुई। एट्रीब्यूट-3 व 4 के तहत वित्तीय प्रावधानों और खेल गतिविधियों से संबंधित बिंदुओं पर प्रस्तुति दी गई। मानदंड-5 में कोलैबोरेटिव लर्निंग, लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम, पियर्स असाइनमेंट, एग्जामिनेशन रिपोर्ट डे, एकेडमिक ग्रीवेंस सेल और चैलेंज इवैल्यूएशन की प्रगति की समीक्षा की गई। एट्रीब्यूट-6 और 7 के अंतर्गत छात्र परामर्श, स्पोर्ट्स क्लब, सांस्कृतिक व सामाजिक क्लबों के गठन, ग्रीवेंस हैंडलिंग और ई-गवर्नेंस में आवश्यक सुधार के निर्देश दिए गए। एट्रीब्यूट-8 के तहत अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. नीलम पाठक ने स्टूडेंट-डिमांड रेशियो, सीट उपलब्धता, प्रवेश प्रतिशत, प्लेसमेंट मैट्रिक्स और उत्तीर्ण छात्रों के प्रतिशत से संबंधित डेटा प्रस्तुत किया। एट्रीब्यूट-9 में राज्यपाल ने शिक्षकों को शोध परियोजनाओं पर अधिक फोकस करने, केंद्र व राज्य सरकार की शोध योजनाओं में सक्रिय भागीदारी बढ़ाने और शोध पत्र प्रकाशन के लिए प्रेरित किया। साथ ही एट्रीब्यूट-10 और 11 के मानकों की भी समीक्षा कर आवश्यक परिवर्तन के निर्देश दिए। बैठक में कुलपति कर्नल डॉ. बिजेंद्र सिंह, राज्यपाल के विशेष कार्य अधिकारी, कुलसचिव, वित्त अधिकारी, आईक्यूएसी निदेशक सहित बड़ी संख्या में शिक्षक और अधिकारी उपस्थित रहे।
बाड़मेर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक और ड्रग्स की फैक्ट्री को पकड़ा है। इस बार पुलिस ने सदर थाना इलाके के चवा गांव में एक मकान में दबिश दी है। हालांकि पुलिस की टीम ने एनसीबी को सूचना दी है। वहीं पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है। एसपी नरेंद्र सिंह मीना ने बताया कि ड्रग्स फैक्ट्री को पकड़ा है। फिलहाल पुलिस की कार्रवाई चल रही है। प्रेसवार्ता कर पूरे मामला का खुलासा करने की बात कही है। बाड़मेर में दो पकड़ी थी एमडी फैक्ट्री बाड़मेर में रामसर थाना इलाके के खारा राठौड़ान् गांव धोरों के बीच में एक फैक्ट्री पकड़ी थी। इसके बाद बाड़मेर पुलिस ने सेड़वा थाना इलाके में करोड़ों रुपए के केमिकल के साथ में ड्रग्स फैक्ट्री पकड़ी थी। इसके बाद राजस्थान में चार से पांच फैक्ट्री पकड़ी जा चुकी है। राजस्थान की ड्रग फैक्ट्री से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… पूर्व-सरपंच के भतीजे ने बनाई 100 करोड़ की ड्रग्स फैक्ट्री:10 किलो MD, केमिकल और मशीनें मिली; बोला- दोस्त ने 50 हजार किराए पर ली जगह भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर ड्रग्स की फैक्ट्री पकड़ी:धोरों में सुनसान इलाके में चल रहा था अवैध कारोबार, 2 तस्कर पकड़े बाड़मेर में बॉर्डर पर 420 करोड़ की हेरोइन पकड़ी:BSF, राजस्थान-पंजाब पुलिस का जॉइंट ऑपरेशन; इंटरनेशनल ड्रग सिंडिकेट से जुड़े 9 लोग गिरफ्तार 40 करोड़ की ड्रग्स बननी थी, मुंबई से लाए मशीनें-केमिकल:भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर बनाई फैक्ट्री, शुरू होने के एक दिन पहले ही रेड
प्रयागराज के कैंट थाना क्षेत्र स्थित राजापुर कछार में बृहस्पतिवार रात एक सनसनीखेज वारदात सामने आई, जहां एक युवक की सिर में गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान 26 साल के आकाश सोनी उर्फ गोलू के रूप में हुई है। वह राजापुर कछार का रहने वाला था और नारियल के व्यापार से जुड़ा हुआ था। कैसे हुई वारदात बताया जा रहा है कि बृहस्पतिवार की रात आकाश अपने कुछ जानने-पहचान के युवकों के साथ राजापुर कछार इलाके में बैठा हुआ था। इसी दौरान किसी बात को लेकर विवाद हो गया और अचानक उस पर गोली चला दी गई। गोली उसकी कनपटी में लगी, जिससे वह मौके पर ही गिर पड़ा और उसकी मौत हो गई। गोली की आवाज से मची अफरातफरी गोली चलने की आवाज सुनकर कुछ दूरी पर बैठे लोगों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही कैंट थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने घटनास्थल से एक पिस्टल और एक खोखा बरामद किया है। अस्पताल में किया गया मृत घोषित आकाश को तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। विवाद के बाद हत्या की आशंका फिलहाल हत्या के पीछे की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है। पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आकाश अपने जिन लोगों के साथ बैठा था, उन्हीं से किसी बात को लेकर उसका विवाद हुआ था और उसी दौरान वारदात को अंजाम दिया गया। पुलिस जांच में जुटी डीसीपी सिटी मनीष कुमार शांडिल्य ने बताया कि परिजनों से पूछताछ की जा रही है और घटना के समय मौके पर मौजूद लोगों की पहचान की जा रही है। तहरीर मिलने के बाद मुकदमा दर्ज कर आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी। इलाके में दहशत का माहौल घटना के बाद राजापुर कछार इलाके में दहशत फैल गई है। पुलिस आसपास के इलाकों में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच कर रही है और जल्द ही पूरे मामले के खुलासे का दावा कर रही है।
पिता की डांट से नाराज छात्र ने लगाई फांसी:स्कूल न जाने पर पड़ी थी डांट, कमरे में लटकता मिला शव
लखनऊ के नाका थाना क्षेत्र में पिता की डांट से आहत दसवीं के छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना गुरुवार दोपहर की है। परिजन उसे गंभीर हालत में केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस के मुताबिक कायमखेड़ा निवासी घनश्याम शर्मा मजदूरी करते हैं। उनका छोटा बेटा अंश शर्मा (15) डीएवी कॉलेज में कक्षा 10 का छात्र था। गुरुवार को अधिक सर्दी होने के कारण अंश स्कूल नहीं गया था। इसी बात को लेकर पिता ने उसे डांट दिया और मजदूरी करने चले गए। दोपहर करीब 2:30 बजे मां स्मिता ने अंश को कमरे में मफलर के फंदे से पंखे के सहारे लटका देखा। शोर मचाने पर आसपास के लोग पहुंचे और उसे नीचे उतारकर तत्काल केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। थाना प्रभारी श्रीकांत राय ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
बलौदाबाजार जिले में संत गुरु घासीदास बाबा की जयंती मनाई गई। ग्राम सुहेला में आयोजित जयंती समारोह में राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर पारंपरिक पंथी नृत्य का प्रदर्शन किया गया, जिसमें मंत्री वर्मा युवाओं के साथ शामिल होकर नृत्य किया। टंकराम वर्मा ने गुरु घासीदास बाबा के संदेशों को याद किया। उन्होंने लोगों से उनके जीवन दर्शन से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। टंकराम वर्मा ने समाज के सभी वर्गों और छत्तीसगढ़ के नागरिकों को गुरु घासीदास बाबा की जयंती की बधाई-शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि गुरु घासीदास बाबा ने 'मनखे मनखे एक समान' जैसे सिद्धांतों से समाज को नई दिशा प्रदान की। उनका जीवन सादगी, समता, न्याय और करुणा का प्रतीक है। टंकराम वर्मा ने कहा कि आज के दिन हम सभी को उनके बताए मार्ग पर चलने और सामाजिक समरसता को मजबूत करने का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार गुरु घासीदास बाबा के विचारों को आगे बढ़ाते हुए सभी वर्गों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।
अलीगढ़ में युवक ने की आत्महत्या:जहरीला पदार्थ खाने से हुई मौत, पुलिस कर रही जांच
गभाना थाना क्षेत्र के ग्राम भरतरी में एक युवक ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान धीरज सिंह के 25 वर्षीय पुत्र जयंत कुमार के रूप में हुई है। परिजनों ने जयंत की तबीयत बिगड़ने पर उसे तुरंत उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया। हालांकि, डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही गभाना थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह आत्महत्या का मामला प्रतीत होता है। इसके बाद शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
बदायूं में कड़ाके की सर्दी और शीतलहर के कारण कक्षा 1 से 8 तक के सभी स्कूल 19 और 20 दिसंबर 2025 को बंद रहेंगे। बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। पिछले पांच दिनों से जिले में सर्दी का प्रकोप जारी है। घने कोहरे और शीतलहर के चलते जनजीवन प्रभावित हुआ है। रात का तापमान 8 से 9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया जा रहा है, जबकि दिन में यह 21 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच रहा है। कोहरे के कारण दृश्यता (विजिबिलिटी) भी 5 से 10 मीटर तक सीमित रह गई है। बीएसए के आदेश के अनुसार, सभी परिषदीय, सहायता प्राप्त और मान्यता प्राप्त विद्यालय इन दो दिनों तक बंद रहेंगे। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों, खंड शिक्षा अधिकारियों और विद्यालय प्रबंधन को इस आदेश का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
सड़क हादसे में युवती की मौत, भाई-बहन घायल:स्कूटी को कार ने मारी टक्कर, भाई का इलाज करवाने जा रही थी
गोंडा के करनैलगंज कोतवाली क्षेत्र में देर शाम सड़क हादसे में 17 साल की युवती मल्लू की मौत हो गई। इस दुर्घटना में उसकी 15 वर्षीय बहन रोशनी और 10 वर्षीय भाई हर्षित घायल हो गए। तीनों एक ही स्कूटी पर सवार होकर दवा लेने करनैलगंज कस्बे जा रहे थे।कांजेंमऊ गांव की निवासी मल्लू अपनी बहन रोशनी और भाई हर्षित के साथ करनैलगंज जा रही थी। हर्षित की तबीयत खराब होने के कारण वे दवा लेने के लिए निकले थे। त्रिलोकी नाथ तिवारी के घर के पास मोड़ पर करनैलगंज से सरयू डिग्री कॉलेज रोड पर आ रही एक अर्टिगा कार ने सामने से आ रही स्कूटी को जोरदार टक्कर मार दी।टक्कर इतनी भीषण थी कि मल्लू की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि रोशनी और हर्षित गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। घटना की सूचना मिलते ही करनैलगंज कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने अर्टिगा कार को कब्जे में ले लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। मृतक युवती के शव का पंचायतनामा कराकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। करनैलगंज कोतवाल नरेंद्र प्रताप राय ने बताया कि एक लड़की की मौत हुई है, जबकि उसकी बहन और भाई घायल हैं, जिन्हें इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। उन्होंने पुष्टि की कि तीनों भाई-बहन एक ही स्कूटी पर सवार होकर भाई का इलाज करवाने करनैलगंज आ रहे थे, तभी यह हादसा हुआ। पुलिस परिजनों को सूचित कर आगे की कार्रवाई कर रही है।
अकराबाद थाना क्षेत्र में एक तेज रफ्तार ट्रैक्टर ने बाइक सवार दो युवकों को रौंद दिया। इस हादसे में एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना सिकंदरपुर के समीप हुई। जानकारी के अनुसार, अलीगढ़ की नई बस्ती निवासी 25 वर्षीय अदनान पुत्र अकबर और तरहां पुत्र यूसुफ अपनी बाइक से छर्रा से अलीगढ़ जा रहे थे। रास्ते में उनकी बाइक अनियंत्रित होकर सड़क पर फिसल गई, जिससे दोनों युवक नीचे गिर गए। इसी दौरान पीछे से आ रहे एक तेज रफ्तार ट्रैक्टर ने सड़क पर गिरे दोनों बाइक सवारों को कुचल दिया। इस भीषण हादसे में अदनान की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तरहां गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल तरहां को एंबुलेंस से तत्काल स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। डॉक्टरों ने उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया। पुलिस ने मृतक अदनान के शव का पंचनामा कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। हालांकि, मृतक के परिजन पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर रहे हैं।
सहकारी बैंक के कैशियर ने ग्राहक के चुराए 1000 रुपए:घटना CCTV में कैद, शाखा प्रबंधक ने किया निलंबित
महोबा के हमीरपुर डिस्ट्रिक्ट कोऑपरेटिव बैंक की अजनर शाखा में एक गंभीर अनियमितता का मामला सामने आया है। आरोप है कि बैंक कैशियर ने एक किसान ग्राहक द्वारा जमा की गई नगदी में से 100 रुपए के 10 नोट चोरी कर लिए। पूरी घटना शाखा में लगे सीसीटीवी में कैद हो गई। जिसके बाद बैंक प्रबंधन ने त्वरित कार्रवाई की। किसान ने बैंक प्रबंधन से शिकायत की जानकारी के अनुसार, एक किसान अपनी नगदी जमा करने के लिए अजनर शाखा पहुंचा था। कैश काउंटर पर रुपए गिनते समय कैशियर ने कथित तौर पर चुपचाप 100 रुपए के 10 नोट अलग कर लिए और बाद में ग्राहक को यह कहकर गुमराह किया कि जमा की गई राशि में एक हजार रुपए कम हैं। राशि कम बताए जाने से परेशान किसान ने तत्काल बैंक प्रबंधन से शिकायत की। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए शाखा प्रबंधक ने सीसीटीवी फुटेज की जांच कराई। फुटेज देखने पर सच्चाई सामने आ गई, जिसमें कैश काउंटर पर कैशियर को नोट अलग करते हुए स्पष्ट रूप से देखा गया। कैशियर के सेवा समाप्ति की मांग मामले की पुष्टि होते ही आरोपी कैशियर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। साथ ही उसकी सेवा समाप्ति की कार्रवाई के लिए बैंक मुख्यालय को रिपोर्ट भेजते हुए कड़ी कार्रवाई की संस्तुति की गई है। हालांकि, इस पूरे मामले पर बैंक अधिकारी मीडिया से बचते नजर आए। हमीरपुर डिस्ट्रिक्ट कोऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष किसी निजी कार्य से जिले से बाहर बताए जा रहे हैं। घटना के बाद से बैंक ग्राहकों में आक्रोश है।
अयोध्या के बाद अब त्रिनिदाद और टोबैगो में ‘मिनी अयोध्या’ के रूप में भव्य राम मंदिर का निर्माण किया जाएगा। इसकी जानकारी राम लला का दर्शन करने अयोध्या पहुंचे जयपुर फुट यूएसए के चेयरमैन और एनआरआई प्रेम भंडारी ने मीडिया से बातचीत के दौरान दी। प्रेम भंडारी रामलला के दर्शन-पूजन के लिए अयोध्या पहुंचे थे।उन्होंने बताया कि त्रिनिदाद में बनने वाले राम मंदिर के लिए प्रभु श्रीराम की प्रतिमा पहले ही वहां पहुंच चुकी है, जो अयोध्या में विराजमान रामलला की प्रतिमा से मिलती-जुलती है। उन्होंने कहा कि इस मंदिर का उद्देश्य उत्तरी अमेरिका और कैरेबियाई देशों में रहने वाले राम भक्तों को आध्यात्मिक केंद्र उपलब्ध कराना है। यह परियोजना स्थानीय सरकार के सहयोग से संचालित होगी, जिसमें लगभग 40 हिंदू संगठन सहभागी हैं। उन्होंने मंदिर परिसर को ‘मिनी अयोध्या’ के रूप में विकसित किया जाएगा। रामलला के दर्शन के बाद भावुक हुए प्रेम भंडारी ने कहा कि यह मंदिर भारतीय संस्कृति और सनातन परंपरा को वैश्विक स्तर पर और सशक्त करेगा। Byte - प्रेम भंडारी, एनआरआई
एटा में तेज रफ्तार ट्रक ने युवक को कुचला, मौत:शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया, परिवार में मातम
एटा के कोतवाली नगर क्षेत्र में शिकोहाबाद रोड पर एक तेज रफ्तार ट्रक ने पैदल जा रहे 28 वर्षीय युवक को कुचल दिया। हादसे के बाद उसे जिला मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। यह घटना गुरुवार रात करीब 8:30 बजे केनरा बैंक के पास हुई। मृतक की पहचान सोनू पुत्र राजेंद्र (28 वर्ष) के रूप में हुई है, जो हाजीपुरा, कोतवाली नगर, एटा का निवासी था। सोनू पैदल अपने घर जा रहा था, तभी यह हादसा हुआ। सूचना मिलने पर कोतवाली नगर पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची। थाना कोतवाली नगर प्रभारी प्रेमपाल सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस बल को मौके पर भेजा गया था। पुलिस ने बताया कि मृतक के शव को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया गया है। पुलिस फरार ट्रक की तलाश कर रही है। युवक की मौत की खबर से परिजनों में शोक व्याप्त है।
विदिशा में भारतीय जनता पार्टी के भीतर जारी आपसी टकराव ने जिले की राजनीति में हलचल बढ़ा दी है। भाजपा जिला अध्यक्ष महाराज सिंह दांगी डाबरी ने गुरुवार को प्रदेश कार्यसमिति सदस्य मनोज कटारे को नोटिस जारी किया है। सोशल मीडिया पर यह नोटिस वायरल होने के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं। जिला अध्यक्ष द्वारा जारी नोटिस में आरोप लगाया गया है कि मनोज कटारे लगातार सोशल मीडिया पर भाजपा विधायक, नगर पालिका अध्यक्ष और पार्टी संगठन के खिलाफ अनुचित टिप्पणियां कर रहे हैं। इन टिप्पणियों से पार्टी पदाधिकारी आहत हैं और आम जनता के बीच संगठन की छवि भी प्रभावित हो रही है। राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि इससे पहले भी जिला अध्यक्ष ने नगर पालिका अध्यक्ष और जिला पंचायत अध्यक्ष को इसी तरह के नोटिस जारी किए थे। हालांकि, एक विरोधाभासी स्थिति भी सामने आई है। विदिशा नगर पालिका के भाजपा पार्षद पिछले लगभग एक महीने से धरने पर बैठे हैं। वे विधायक, नपा अध्यक्ष और शासन-प्रशासन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगा रहे हैं। इसके बावजूद, जिला अध्यक्ष न तो धरना स्थल पर पहुंचे और न ही अब तक इन पार्षदों पर कोई संगठनात्मक कार्रवाई की गई है। यह स्थिति पार्टी के भीतर दोहरे मापदंडों पर सवाल उठा रही है। कटारे बोले- मुझे जानकारी नहींइस पूरे मामले पर प्रदेश कार्यसमिति सदस्य मनोज कटारे ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें नोटिस मिलने की कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है। उन्होंने बताया कि उन्हें कुछ लोगों के माध्यम से ही इस बारे में पता चला है। वहीं, नोटिस को लेकर भाजपा जिला अध्यक्ष महाराज सिंह दांगी डाबरी से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनका फोन नहीं उठ सका।
वायु प्रदूषण की गंभीर स्थिति को देखते हुए सोनीपत जिला प्रशासन ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप-4) के तहत पर्यावरण प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों पर एक बार फिर सख्त रुख अपनाया है। उपायुक्त सुशील सारवान के नेतृत्व में जिलेभर में व्यापक छापेमारी और निरीक्षण अभियान चलाकर सैकड़ों औद्योगिक इकाइयों की जांच की गई। ग्रेप-4 के तहत जिलेभर में ताबड़तोड़ कार्रवाई सुप्रीम कोर्ट और सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के दिशा-निर्देशों के अनुरूप जिला प्रशासन सोनीपत ने गुरुवार को बड़े स्तर पर अभियान शुरू किया। देर शाम तक 19 संयुक्त टीमों ने 500 से अधिक औद्योगिक प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया। उपायुक्त सुशील सारवान की अगुवाई में चारों उपमंडल अधिकारियों, शुगर मिल प्रबंधन और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में कुल 19 टीमें बनाई गईं। इन टीमों में 70 से अधिक अधिकारी और भारी पुलिस बल शामिल रहा। राई रेस्ट हाउस बना अस्थायी कंट्रोल रूम सभी अधिकारी और पुलिस बल राई रेस्ट हाउस में एकत्रित हुए, जिसे अस्थायी कंट्रोल रूम बनाया गया। उपायुक्त ने मौके पर टीमों को दिशा-निर्देश देकर तत्काल कार्रवाई के लिए रवाना किया और पूरे अभियान की निगरानी की। टीमों ने उन औद्योगिक इकाइयों की जांच की, जिन पर प्रदूषण फैलाने या नियमों की अनदेखी के आरोप थे। निरीक्षण के दौरान ईंधन के प्रकार, प्रदूषण नियंत्रण उपकरण, उत्सर्जन मानकों और निर्माण गतिविधियों की गहन जांच की गई। अनियमितताओं पर सीलिंग व बिजली कटौती की सिफारिश जहां भी नियमों का उल्लंघन पाया गया, वहां मौके पर रिपोर्ट तैयार कर कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (सीएक्यूएम) को भेजी गई। सीलिंग, बिजली कनेक्शन काटने, जुर्माना लगाने जैसी सख्त कार्रवाई की सिफारिश की जा रही है। उपायुक्त ने बताया कि जब एयर क्वालिटी इंडेक्स 450 से ऊपर गंभीर श्रेणी में पहुंचता है, तब ग्रेप-4 लागू किया जाता है। इस स्थिति में निर्माण कार्य, डीजल जनरेटर, कोयला आधारित उद्योग और प्रतिबंधित वाहनों पर रोक लगाई जाती है। फिरोजपुर बांगर में 20 पिट फर्नेस बंद खरखौदा क्षेत्र में निरीक्षण के दौरान फिरोजपुर बांगर में करीब 20 उद्योगों में पिट फर्नेस जलती हुई पाई गईं। इन्हें तत्काल बंद करवाकर सीएक्यूएम को कार्रवाई के लिए रिपोर्ट भेजी गई। गोहाना उपमंडल में कुंडली और प्याऊ मनियारी क्षेत्र की फैक्ट्रियों में भारी मात्रा में डस्ट और प्रतिबंधित डीजल जनरेटर पाए गए। कई उद्योगों में एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग सिस्टम भी नहीं मिले। गन्नौर क्षेत्र में कई फैक्ट्रियों और चावल मिलों में निर्माण गतिविधियां और कोयला जलता हुआ पाया गया, जो ग्रेप-4 के तहत प्रतिबंधित है। संबंधित इकाइयों के खिलाफ कार्रवाई की गई। आयुर्वेदिक दवा कंपनियों में भी खामियां उजागर सोनीपत उपमंडल में आयुर्वेदिक दवा कंपनियों की जांच के दौरान भी कई अनियमितताएं सामने आईं। इनकी रिपोर्ट भी सीएक्यूएम को भेजी गई है। डीसी सुशील सारवान ने स्पष्ट किया कि एनसीआर में बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिला प्रशासन आमजन से भी प्रदूषण नियंत्रण में सहयोग की अपील करता है।
जालौन में लंबित विवेचनाओं और पुलिस कार्यों में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ एडीजी कानपुर परिक्षेत्र के निर्देशों के क्रम में पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार ने गुरुवार को सख्त कार्रवाई की है। इस दौरान तीन थाना व चौकी प्रभारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया, जिससे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। एसपी द्वारा थाना रेंढर के प्रभारी निरीक्षक विनोद सिंह, उरई कोतवाली अंतर्गत बल्लभ नगर चौकी प्रभारी तथा कोंच कोतवाली की सागर चौकी प्रभारी दिलीप मिश्रा को निलंबित किया गया है। इन अधिकारियों के विरुद्ध विवेचनाओं के अनावश्यक रूप से लंबित रहने, मामलों का समयबद्ध निस्तारण न करने तथा पीड़ितों की शिकायतों की अनदेखी किए जाने की लगातार शिकायतें मिल रही थीं। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि प्राप्त शिकायतों की जांच में आरोपों की पुष्टि होने पर यह कठोर कदम उठाया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के साथ-साथ विवेचनाओं का निष्पक्ष, गुणवत्तापूर्ण और समयबद्ध निस्तारण पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता है। मेडिकल चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक संदीप के विरुद्ध भी गंभीर शिकायत सामने आई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी ने उपनिरीक्षक संदीप के खिलाफ प्रारंभिक जांच बैठाने के निर्देश दिए हैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की विभागीय कार्रवाई की जाएगी। डॉ. दुर्गेश कुमार ने सभी थाना प्रभारियों और विवेचकों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि विवेचनाओं में देरी, पीड़ितों की उपेक्षा और कार्यालयी कार्यों में लापरवाही किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने फरियादियों के साथ संवेदनशील व्यवहार, पारदर्शी कार्यप्रणाली अपनाने और जनपद में लंबित मामलों के शीघ्र निस्तारण को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
मदरसे के शिक्षक ने छात्रा से किया दुष्कर्म:कमरे की सफाई के बहाने बुलाया था, आरोपी गिरफ्तार
बहराइच जिले के रूपईडीहा इलाके में एक मदरसे के शिक्षक पर नाबालिग छात्रा से दुष्कर्म का आरोप लगा है। पुलिस ने पीड़िता के बयान के आधार पर आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। रूपईडीहा थाना क्षेत्र के रंजीत बोझा गांव में स्थित मदरसे में सलमान नामक युवक हाफिज के पद पर कार्यरत है। थाना क्षेत्र की ही एक नाबालिग छात्रा इस मदरसे में पढ़ने आती थी। आरोप है कि इसी दौरान शिक्षक सलमान ने छात्रा को डरा-धमकाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। पीड़िता की मां ने बुधवार को स्थानीय थाने में तहरीर दी। उन्होंने बताया कि उनकी 14 वर्षीय बेटी मदरसे में पढ़ती है। बीते 12 दिसंबर को सलमान ने बच्ची को अपने कमरे की साफ-सफाई के लिए बुलाया और उसी दौरान उसके साथ दुष्कर्म किया। आरोपी ने बच्ची को किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी भी दी थी। डर के कारण बच्ची ने शुरुआत में कुछ नहीं बताया, लेकिन गुमसुम रहने पर जब मां ने उससे बात की तो उसने पूरी घटना बताई।मां की तहरीर के आधार पर स्थानीय पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 65/1 के तहत मामला दर्ज किया। पुलिस ने गुरुवार को आरोपी सलमान को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। नानपारा क्षेत्राधिकारी (सीओ) पहुप सिंह ने बताया कि बुधवार को एक महिला ने मदरसे के शिक्षक पर अपनी नाबालिग बेटी से दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए तहरीर दी थी। आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
रायपुर के विधानसभा थाना क्षेत्र के ग्राम पिरदा स्थित जेडी फार्म हाउस में देर रात पार्टी कर हुल्लड़बाजी करने वाले 22 युवक-युवतियों के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई की है। जानकारी के अनुसार फार्म हाउस में 15 युवक और 7 युवतियां देर रात पार्टी करते हुए शोर-शराबा कर रहे थे। सूचना मिलने पर एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट और विधानसभा पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस के अनुसार, मौके पर मौजूद युवक-युवतियों को समझाने और शांत कराने का प्रयास किया गया। लेकिन वे पुलिस की मौजूदगी में भी हंगामा करते रहे। आसपास के लोगों की शिकायत को देखते हुए स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने सभी के खिलाफ प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत कार्रवाई की। इसके साथ ही जेडी फार्म हाउस के संचालक अमन दुलानी (29), निवासी डॉल्फिन प्लाजा, दलदल सिवनी, मोवा के खिलाफ भी विधानसभा थाने में प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत कार्रवाई की गई है। गिरफ्तार युवक-युवतियों के नाम
भिंड में नसबंदी के दौरान महिला की मौत:फूप सीएचसी में ऑपरेशन के दौरान बिगड़ी थी हालत; जांच दल गठित
भिंड जिले के फूप स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में गुरुवार को नसबंदी ऑपरेशन के दौरान एक महिला की मौत हो गई। हालत बिगड़ने पर महिला को जिला अस्पताल भिंड लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग ने मामले की जांच के लिए जांच दल गठित किया गया है। मृतका की पहचान ज्ञानपुरा गांव निवासी सुखदेवी पत्नी नरेन्द्र भदौरिया (45) वर्ष के रूप में हुई। सुखदेवी ने करीब चार माह पहले एक बेटे को जन्म दिया था। इससे पहले उसकी तीन बेटियां थीं। चौथे बच्चे के जन्म के बाद उसने नसबंदी कराने का निर्णय लिया था। आज फूप के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नसबंदी शिविर लगाया गया था। महिला आशा कार्यकर्ता के साथ केंद्र पहुंची थी, जहां उसके साथ देवरानी रेखा भी मौजूद थी। बताया गया कि शिविर में पहले चार नसबंदी ऑपरेशन सफलतापूर्वक किए जा चुके थे। पांचवां ऑपरेशन सुखदेवी का चल रहा था, जिसे भिंड से आए सर्जन डॉ. जे.आर. शाक्य द्वारा किया जा रहा था। हालत बिगड़ने पर रेफर किया गया थाऑपरेशन के दौरान अचानक महिला की तबीयत बिगड़ गई। बेहोश होने पर उसे तत्काल ऑपरेशन टेबल से हटाकर सीपीआर दिया गया, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ। इसके बाद उसे तत्काल एम्बुलेंस से जिला अस्पताल भिंड रेफर किया गया, जहां जांच के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए पीएम हाउस में रखवाया गया है। घटना की सूचना फूप थाना पुलिस को भी दे दी गई है। वहीं, स्वास्थ्य विभाग की बैठक के दौरान जब जिला स्वास्थ्य अधिकारियों और फूप सीएचसी के बीएमओ डॉ. तपीश शर्मा को मामले की जानकारी मिली, तो उन्होंने कलेक्टर करोड़ी लाल मीणा को पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया। इसके बाद जांच दल गठित कर मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है। फूप बीएमओ डॉ. तपीश शर्मा ने बताया कि नसबंदी ऑपरेशन के दौरान महिला की मौत हुई है। मौत के वास्तविक कारणों का पता लगाने के लिए जांच कराई जा रही है। महिला का पोस्टमॉर्टम शुक्रवार को कराया जाएगा, पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
ग्वालियर के बाजार में दो सांडों की लड़ाई, वीडियो वायरल:कई वाहन क्षतिग्रस्त; नगर निगम पर उठे सवाल
ग्वालियर में सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें दो सांड बीच सड़क पर लड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस घटना से बाजार में हड़कंप मच गया और लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। वीडियो में देखा जा सकता है कि दोनों सांड काफी देर तक एक-दूसरे पर हमला करते रहे। इस दौरान बाजार में खड़ी कई दोपहिया गाड़ियां उनकी चपेट में आकर क्षतिग्रस्त हो गईं। कुछ दुकानों के बाहर रखा सामान भी अस्त-व्यस्त हो गया। इस घटना में किसी के गंभीर रूप से घायल होने की कोई सूचना नहीं है। आसपास मौजूद लोगों ने हिम्मत दिखाते हुए सांडों को शांत करने का प्रयास किया। स्थानीय निवासियों ने सांडों पर पानी डालकर और शोर मचाकर उन्हें अलग-अलग दिशाओं में भगाया, जिसके बाद स्थिति पर काबू पाया जा सका। यह पूरी घटना वहां मौजूद किसी व्यक्ति ने अपने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड कर ली, जो कुछ ही देर में सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। वीडियो में स्पष्ट देखा जा सकता है कि सांडों की लड़ाई से बाजार में किस तरह भगदड़ मची और लोग सुरक्षित स्थानों की ओर भागे। इस घटना के बाद नगर निगम की व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। शहर के कई इलाकों में आवारा पशुओं की समस्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन नगर निगम की पशु पकड़ने वाली टीमों की सक्रियता न के बराबर है। नगरीय प्रशासन को भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए जल्द ही ठोस कदम उठाने चाहिए।
जोधपुर के घोड़ों का चौक क्षेत्र में दुकानदारों के बीच चल रहे विवाद ने फिर से तनाव की स्थिति पैदा कर दी। गुरुवार को पुलिस एक व्यापारी को पकड़कर पूछताछ के लिए थाने ले गई। इसी के विरोध में व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद कर दीं और काफी देर तक विरोध प्रदर्शन किया। सदर बाजार थानाधिकारी माणकराम ने बताया- सुदर्शन ज्वैलर्स के मालिक की रिपोर्ट पर पिछले दिनों एफआईआर दर्ज की गई थी। इसकी जांच की जा रही है। दूसरी ओर इसी मुद्दे को लेकर ज्वैलर्स और स्वर्णकार समाज के पदाधिकारियों के साथ दोनों पक्षों के लोगों की देर रात तक मीटिंग जारी है। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों सुदर्शन ज्वैलर्स के मालिक ओमप्रकाश सोनी ने सदर बाजार थाने में लिखित शिकायत दी थी। इसमें घोड़ों का चौक क्षेत्र के ही कुछ व्यापारियों पर ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाया था। शिकायत में बताया गया कि वे पिछले कई वर्षों से सोने-चांदी के आभूषण बनाकर बेच रहे हैं। कुछ समय पहले ही उन्होंने दुकान में मुनाफा यानी 5 प्रतिशत मेकिंग चार्जेज पर काम करना शुरू किया था, जिसके प्रचार-प्रसार के लिए मैसेज एवं वीडियो डाले थे। सोशल मीडिया पर गलत दावे का आरोपशिकायतकर्ता के अनुसार दिनेश सोनी, नरेश सोनी एवं अन्य दुकानदारों ने स्वर्णकार निर्माता’ के नाम से वॉट्सऐप ग्रुप बनाया और इस ग्रुप में उनके व्यापार को लेकर कमेंट करना व तरह-तरह की धमकियां देना शुरू कर दिया। शिकायत में दावा किया गया कि उनके व्यापार के प्रति गलत प्रचार किया जा रहा है। मैंने 5 प्रतिशत मेकिंग चार्जेज के व्यापार के प्रमोशन के जो वीडियो डाले थे, वे दिनेश सोनी ने मुझे धमकाकर हटवा दिए। इधर, व्यापारियों का दावा- प्रचार झूठा व भ्रामकपिछले कई दिनों से चल रहे इस विवाद को लेकर ही घोड़ों का चौक क्षेत्र में फिर से तनाव की स्थिति बनी। सुदर्शन ज्वैलर्स के प्रचार को झूठा बताने के साथ ही एक व्यापारी के खिलाफ कथित रूप से झूठी एफआईआर कराने के विरोध में उतरे व्यापारियों ने दोपहर बाद बाजार बंद कर दिया। इन व्यापारियों का आरोप है कि गलत तथ्यों और झूठे दावे करते हुए सोशल मीडिया पर लागत से कम कीमत पर ज्वैलरी देने का प्रचार करके लोगों के साथ धोखाधड़ी की जा रही है और वे इसी के विरोध में हैं। देर रात तक दोनों पक्षों के साथ समाज प्रतिनिधियों की बैठकइसी विवाद को लेकर गुरुवार रात को ज्वैलर्स एसोसिएशन और स्वर्णकार समाज के विभिन्न पदाधिकारियों के साथ ज्वैलर्स की मीटिंग हुई। इसमें मुख्य मुद्दा मेकिंग चार्जेज और इसी से उपजे विवाद पर केंद्रित बताया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में एफआईआर वापस लेने का दबाव बनाने पहुंचे जमानत पर रिहा तीन युवकों ने चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। इस घटना में बीच-बचाव कर रहे दो युवक घायल हो गए, जिनमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है। गंभीर रूप से घायल युवक को इलाज के लिए राजनांदगांव रेफर किया गया है। घटना दल्लीराजहरा थाना क्षेत्र की है। गुरुवार शाम करीब 4.30 बजे वार्ड क्रमांक 24 स्थित खेल मैदान में कुछ दिन पहले हुए मारपीट के मामले में मुचलके पर रिहा हुए आरोपी एक स्कूटी से पहुंचे। आरोपियों ने पीड़ित चुम्मन ठाकुर को एफआईआर वापस लेने के लिए धमकाते हुए चाकू दिखाया। इसी दौरान बीच-बचाव के लिए सामने आए नारायण नेताम (29) और अंकित यादव (25) पर आरोपियों ने चाकू से हमला कर दिया। दोनों को दौड़ा-दौड़ाकर चाकू मारा गया। जिससे खेल मैदान में अफरा-तफरी मच गई। पेट में फंसा चाकू निकाला गया घायल नारायण नेताम को आनन-फानन में दल्लीराजहरा अस्पताल ले जाया गया। जहां पेट में फंसे चाकू को बाहर निकाला गया। प्राथमिक उपचार के बाद परिजन उसे जिला अस्पताल बालोद लेकर पहुंचे। लेकिन वहां भी पेट और कमर से लगातार खून बहता रहा। डॉक्टरों ने काफी प्रयास के बाद खून का रिसाव रोका, हालांकि हालत गंभीर होने के कारण उसे तत्काल राजनांदगांव रेफर कर दिया गया। ऑपरेशन जरूरी, इसलिए किया रेफर डॉक्टरों के अनुसार, नारायण नेताम के शरीर में चाकू गंभीर जगह पर लगा है और तत्काल ऑपरेशन की आवश्यकता है, इसी वजह से उसे हायर सेंटर भेजा गया। एफआईआर वापस लेने बना रहे थे दबाव– घायल घायल नारायण नेताम ने बताया कि पुरानी रंजिश के चलते तीन युवक लगातार एफआईआर वापस लेने का दबाव बना रहे थे। इसी दौरान अचानक चाकू निकालकर मुझ पर और अंकित यादव पर हमला कर दिया गया। अंकित के हाथ और पैर में चाकू लगा है, जबकि नारायण की पीठ में रीड की हड्डी के पास चोट आई है। बाद में चाकू पेट में फंस गया। आरोपियों की तलाश जारी- टीआई दल्लीराजहरा थाना प्रभारी संतोष कुमार भुआर्य ने बताया कि जमानत पर रिहा आरोपी पीड़ित को धमकाने पहुंचे थे। इस दौरान चाकूबाजी की घटना हुई है। मामले में शामिल आरोपियों की तलाश जारी है और जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
जयपुर में भिक्षावृत्ति में शामिल लोगों को बचाने और पुनर्वास के लिए अधिकृत संस्था ने ही उन्हें अवैध रूप से बंधक बनाकर रख रखा था। 18 लोगों को पिछले आठ महीने से लेकर 3 वर्ष से गैर-कानूनी तरीके से एनजीओ के परिसर में बंधक बनाकर रखा गया था। राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (रालसा) की टीम ने 'मेरी पहल' संस्था के झोटवाड़ा स्थित एनजीओ परिसर पर बुधवार शाम कार्रवाई की। इस दौरान 18 लोगों को अवैध रूप से बंधक बनाए जाने के मामले का खुलासा हुआ है। पुलिस ने संस्था परिसर से 11 महिलाओं और 7 पुरुषों को रेस्क्यू किया। बंधक बनाए गए लोगों में दो युवतियां भी शामिल थीं, जिन्होंने लव मैरिज की थी। रालसा की महिला अधिकारियों ने युवतियों से बात की तो उन्होंने भावुक होकर बार-बार यही कहा कि “हमें घर जाना है”। रालसा के कार्यकारी अध्यक्ष जस्टिस एस.पी. शर्मा ने बताया- परिसर में प्रवेश करते ही जांच दल को सीसीटीवी कैमरों की कड़ी निगरानी और असामान्य सुरक्षा व्यवस्था देखने को मिली। जांच में सामने आया कि परिसर के मुख्य द्वार और पीछे 20 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए थे। इनसे परिसर में कैद लोगों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थी। संस्था का दावा था कि वह कौशल विकास के लिए कार्य करती है, लेकिन मौके पर ऐसा कोई कार्य होता नहीं मिला। वहीं एक बुजुर्ग पीड़ित ने संस्था से जुड़े एक व्यक्ति पर बंधक महिलाओं के साथ अश्लील व्यवहार करने का आरोप भी लगाया। महिलाओं का आरोप है कि उन्हें भूखा रखकर मजदूरी कराई जाती है। पहले देखें PHOTOS लड़की ने बयान दिए तो हुआ मामले का खुलासाकुछ दिनों पहले चौमूं थाना क्षेत्र की एक लड़की के दिए बयान के आधार पर यह कार्रवाई की गई। बयान में संस्था में अवैध गतिविधियों का जिक्र किया गया था। इसके बाद रालसा ने इस पर संज्ञान लिया। एडीजे पल्लवी शर्मा ने बताया- 'मेरी पहल' संस्था में निरीक्षण के दौरान 11 महिलाएं मिलीं। इनमें से तीन महिलाएं पुलिस के आदेश पर संस्था में आई थीं, लेकिन उनकी उपस्थिति संस्था के रिकॉर्ड में दर्ज नहीं पाई गई। महिलाओं के साथ अश्लील व्यवहार और विरोध करने पर लाठी-डंडों से पिटाई का आरोपरेस्क्यू किए पीड़ितों ने जांच टीम के सामने एनजीओ पर गंभीर आरोप लगाए। एक बुजुर्ग पीड़ित ने संस्था से जुड़े एक व्यक्ति पर बंधक महिलाओं के साथ अश्लील व्यवहार करने का आरोप भी लगाया। वहीं महिलाओं ने कहा- उन्हें बाउंसरों की निगरानी में रखा जाता था, बल्कि विरोध करने या आदेश न मानने पर लाठी-डंडों से पिटाई की जाती थी। पीड़ितों का कहना है कि उनसे जबरन मजदूरी करवाई जाती थी, लेकिन इसके बदले कभी कोई मेहनताना नहीं दिया गया। कई बार काम से इनकार करने या सवाल उठाने पर भोजन तक नहीं दिया जाता था। महिलाओं के विरोध किए जाने पर उनके साथ मारपीट की जाती थी और सजा के तौर पर उन्हें भूखा रखा जाता था। इस आरोप को लेकर जांच एजेंसियां साक्ष्य जुटाने में लगी हुई हैं। पीड़ितों को रेलवे स्टेशन और शहर से उठाकर लाएजांच में सामने आया कि कई पीड़ितों को रेलवे स्टेशन और शहर के अलग-अलग इलाकों से उठाकर यहां लाया गया था। भरतपुर निवासी बालकृष्ण को जनवरी 2023 में रेलवे स्टेशन से उठाया गया था और तब से वह संस्था परिसर में कैद था। उससे सभी कैद लोगों के लिए खाना बनवाया जाता था, लेकिन न तो उसे किसी प्रकार का पारिश्रमिक दिया गया और न ही उसका नाम किसी आधिकारिक रिकॉर्ड में दर्ज था। इसी तरह उत्तर प्रदेश के दिलीप को 35 माह से, धौलपुर के राजेश, गंगापुर सिटी के इंद्र, यूपी के महाराजगंज के रंजन व शंकरलाल और बिहार के बाबूलाल को 8 महीने से लेकर 3 वर्ष तक कैद में रखा गया था। डॉक्टरी की पढ़ाई करने वाली युवती सहित मानसिक कमजोर लोग भी मिलेबंधक बनाए गए लोगों में दो युवतियां भी शामिल थीं, जिन्होंने लव मैरिज की थी। परिजनों की शिकायत के बाद पुलिस ने उन्हें दस्तयाब कर नारी निकेतन भेजने के बजाय ‘मेरी पहल’ संस्था में रखा। इनमें से एक युवती चौमूं की निवासी है, जिसने डॉक्टर की पढ़ाई पूरी कर रखी है। युवती के परिजनों के साथ जाने से इनकार के बाद उसे इस एनजीओ में भेज दिया गया। इसी तरह झोटवाड़ा और चौमूं थाना पुलिस के पत्रों के आधार पर दो अन्य युवतियों को भी यहां रखा गया था। रेस्क्यू किए गए लोगों ने संबंधित थाना पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। रेस्क्यू किए कुछ लोग मानसिक कमजोर पाए गए, लेकिन संस्था ने उनके लिए न तो चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई और न ही देखभाल की व्यवस्था थी। स्किल डेवलपमेंट के नाम पर कुछ लोगों को ढोलक बजाना सिखाने की बात सामने आई, जबकि कई पीड़ित पढ़े-लिखे और सक्षम थे, जिन्हें किसी तरह के प्रशिक्षण की आवश्यकता नहीं थी। रजिस्टर में रहने वाले लोगों के नाम नहीं मिलेजिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने संस्था के रजिस्टर जब्त कर जांच की, जिसमें कई गंभीर अनियमितताएं सामने आईं। रजिस्टर में दर्ज कुछ लोग मौके पर मौजूद नहीं थे, जबकि मौके पर मौजूद कई लोगों के नाम रजिस्टर में दर्ज ही नहीं मिले। जांच दल के सामने यह तथ्य भी आया कि संस्था खुद को भिक्षुक पुनर्वास केंद्र बताती रही, जबकि वास्तविक रूप से वहां किसी भी तरह का पुनर्वास या कौशल विकास कार्य नहीं किया जा रहा था। अभियान में रालसा के सदस्य सचिव हरिओम शर्मा, निदेशक नीरज कुमार भारद्वाज, सीजेएम नवीन किलानिया, डीएलएसए सचिव एडीजे पल्लवी शर्मा और पवन कुमार जीनवाल सहित पुलिस बल मौजूद रहा। वहीं दो दर्जन पुलिसकर्मियों की टीम पर पहुंची। सभी रेस्क्यू की गई महिलाएं 18 वर्ष से अधिक आयु की हैं और वे अपने घर जाना चाहती हैं। संस्था ने उनके पुनर्वास के लिए कोई कार्रवाई नहीं की थी। 3 घंटे से ज्यादा चली कार्रवाईराज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य सचिव हरिओम अत्री ने बताया- जयपुर पुलिस कमिश्नर के निर्देश पर एसीपी हनुमान मीणा के नेतृत्व में संयुक्त टीम गठित की गई थी। कार्रवाई करीब 3 घंटे तक चली। रेस्क्यू किए गए सभी लोगों को पुलिस वैन से सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया, जहां उनका चिकित्सकीय परीक्षण कराया जाएगा। महिला काउंसलरों द्वारा काउंसलिंग भी की जाएगी। उपलब्ध तथ्यों, बयानों एवं निरीक्षण के बाद लोगों और संस्था के खिलाफ FIR दर्ज कर जांच की जाएगी। RSLSA द्वारा यह निर्णय लिया गया कि सभी व्यक्तियों को तत्काल रेस्क्यू किया जाए।• पुरुषों के नाम, पहचान एवं बयान दर्ज कर उन्हें तत्काल मुक्त किया गया।• युवतियों/महिलाओं के नाम-पते दर्ज कर उन्हें सुरक्षित रूप से नारी निकेतन/बालिका गृह में ट्रांसफर किया जा रहा है।• दो महिला चिकित्सकों द्वारा उनका चिकित्सीय परीक्षण सुनिश्चित किया गया है।• जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर के माध्यम से दो वरिष्ठ महिला काउंसलरों की नियुक्ति की गई है, जो उन्हें भावनात्मक संबल प्रदान करेंगी तथा परिवार से पुनर्मिलन की प्रक्रिया में सहयोग करेंगी।
जयपुर में आयोजित हरियालो राजस्थान पर्यावरण कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि प्रकृति के प्रति सम्मान भारतीय संस्कृति की मूल भावना है, यही राज्य सरकार की नीतियों और अभियानों की प्रेरणा है। हमें पर्यावरण संरक्षण को व्यक्तिगत संकल्प के रूप में अपनाने की आवश्यकता है। शर्मा ने कहा कि विकास के साथ पर्यावरण सुरक्षा जरूरी है, ताकि आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित भविष्य मिल सके। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन, वायु प्रदूषण और जल संकट जैसी चुनौतियों से निपटने के लिए सरकार ने पर्यावरण संरक्षण को जनआंदोलन का रूप दिया है। वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के जरिए पारंपरिक जल स्रोतों के पुनर्जीवन और बारिश का पानी संचयन को बढ़ावा दिया गया है। वहीं कर्मभूमि से मातृभूमि अभियान के तहत प्रवासी राजस्थानियों की भागीदारी से 14 हजार से अधिक ग्राउंड वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि हरियालो राजस्थान अभियान के अंतर्गत दो वर्षों में करीब 20 करोड़ पौधे लगाए गए हैं। ग्रीन बजट को जलवायु परिवर्तन के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि क्लाइमेट एक्शन प्लान-2030 और क्लीन-ग्रीन टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देने के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किए जा रहे हैं। वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए प्रदेश में सतत वायु गुणवत्ता निगरानी केंद्रों के जरिए रियल टाइम मॉनिटरिंग की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ जागरूकता अभियान, सर्कुलर इकोनॉमी इंसेंटिव स्कीम-2025 और ई-वेस्ट, प्लास्टिक वेस्ट और बैटरी वेस्ट के सुरक्षित निस्तारण पर भी जोर दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सौर ऊर्जा उत्पादन में राजस्थान देश में पहले स्थान पर है, इसके साथ ही 22 जिलों में किसानों को दिन में बिजली मिल रही है। कार्यक्रम में संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने भी पर्यावरण संरक्षण को समाज की सामूहिक जिम्मेदारी बताया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने पोस्टर का विमोचन किया और प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
आगर मालवा जिला पंचायत सदस्य के उपचुनाव से पहले जिले में ग्रामीणों का आक्रोश सामने आया है। गुरुवार को ग्राम अमरकोट और सरदारपुरा के ग्रामीणों ने सड़क निर्माण की मांग को लेकर विरोध रैली निकाली और चुनाव बहिष्कार का ऐलान किया। रैली के दौरान ग्रामीणों ने “सड़क नहीं तो वोट नहीं” के नारे लगाए। 78 साल से सड़क का इंतजार ग्रामीणों का कहना है कि अमरकोट से सरदारपुरा तक करीब ढाई किलोमीटर लंबी सड़क पिछले 78 वर्षों से नहीं बन पाई है। सड़क नहीं होने से अमरकोट, सरदारपुरा, त्रिलोकपुर, धतुरिया, मैनपुर और रामपुरिया सहित छह गांवों के करीब 3000 ग्रामीण प्रभावित हो रहे हैं। जनप्रतिनिधियों को दिए कई आवेदन, समाधान नहीं ग्रामीणों ने बताया कि सड़क निर्माण को लेकर सांसद, विधायक और जिला कलेक्टर तक कई बार आवेदन और ज्ञापन सौंपे गए, लेकिन आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। लगातार उपेक्षा से नाराज ग्रामीणों ने अब लोकतांत्रिक तरीके से विरोध का रास्ता अपनाया है। उपचुनाव से पहले चुनाव बहिष्कार का फैसला ग्रामीणों ने साफ कहा कि 28 दिसंबर को होने वाले जिला पंचायत सदस्य उपचुनाव में तब तक मतदान नहीं करेंगे, जब तक सड़क निर्माण का कार्य शुरू नहीं किया जाता। उनका कहना है कि बुनियादी सुविधा सड़क के बिना विकास की बातें बेकार हैं। रैली में बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल रैली के दौरान ग्रामीण हाथों में बैनर-पोस्टर लेकर गांव की गलियों से गुजरे और प्रशासन व जनप्रतिनिधियों के खिलाफ नारेबाजी की। इस प्रदर्शन में कैलाश विश्वकर्मा, रामनारायण विश्वकर्मा, अशोक सोलंकी, महेश चौधरी, नेमीचंद जैन, अनिल जैन, सीताराम गुर्जर, प्रभुलाल गुर्जर, अमरलाल मेघवाल, रामकिशन सहित दोनों गांवों के बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि जब तक सड़क निर्माण की मांग पूरी नहीं होती, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।
भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत एक बार फिर सुर्खियों में हैं। हरियाणा के कैथल जिले के खरक पांडवा गांव में एक किसान पंचायत को संबोधित करते हुए उन्होंने पाखंड और फर्जी बाबाओं पर निशाना साधा। इस दौरान उन्होंने हरियाणवी रैपर ढांडा न्योलीवाला का भी जिक्र किया। टिकैत ने कहा कि, बाबे अपना काम कर रहे हैं, ढांडा अपना काम कर रहा है। उनके इस बयान को फर्जी धार्मिक ठेकेदारों और विवादास्पद हस्तियों पर सीधा तंज माना जा रहा है, जो समाज में पाखंड फैलाते हैं। किसानों से एकजुट रहने की अपील टिकैत खरक पांडवा में किसानों को एकजुट रहने की अपील कर रहे थे। उनका यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। कुछ लोग इसे फर्जी बाबाओं पर करारा प्रहार बता रहे हैं, जबकि आलोचक इसे राजनीतिक स्टंट करार दे रहे हैं। ढांडा न्योलीवाला हरियाणा के एक प्रसिद्ध रैपर हैं, जिनके गाने अक्सर विवादों में रहते हैं। इस बयान के बाद राकेश टिकैत की छवि और उनके उद्देश्यों को लेकर पुराने तथा नए सवाल फिर से उठ खड़े हुए हैं। आलोचकों का कहना है कि वे किसान हितों से अधिक राजनीतिक गतिविधियों में लिप्त रहते हैं।
छत्तीसगढ़ के धमतरी जिला जेल में गुरु घासीदास जयंती मनाई गई। इस अवसर पर जेल के विचाराधीन कैदियों ने पंथी नृत्य प्रस्तुत किया और बाबा गुरु घासीदास के सत्य, अहिंसा, समानता और मानवता के संदेशों का प्रचार-प्रसार किया। बंदियों ने जेल में स्थापित जैतखाम पर श्वेत ध्वजा चढ़ाकर पूजा-अर्चना की। इस दौरान विचाराधीन बंदियों को प्रसाद के रूप में खीर, पूड़ी, हलवा और सब्जी वितरित की गई। जेल के अधिकारी-कर्मचारियों सहित सभी बंदियों ने नशामुक्ति की शपथ ली और गुरु घासीदास के संदेशों पर चलने का संकल्प लिया। सहायक जेल अधीक्षक एन.के. डहरिया ने बताया कि बाबा गुरु घासीदास जयंती के उपलक्ष्य में जेल में विशेष आहार की व्यवस्था की गई थी, जिसमें पूड़ी, सब्जी, हलवा और खीर शामिल थे। उन्होंने बताया कि जयंती शांतिपूर्ण और उत्साहपूर्ण माहौल में संपन्न हुई। जेल में मद्य निषेध दिवस पर दिलाई गई नशामुक्ति की शपथ जयंती समारोह के साथ ही धमतरी जिला जेल में मद्य निषेध दिवस का भी आयोजन किया गया। इस दौरान जेल के अधिकारी-कर्मचारियों और बंदियों ने स्वयं नशा न करने और अपने समुदाय, परिवार और मित्रों को भी नशामुक्त रहने के लिए प्रेरित करने की शपथ ली। इसका उद्देश्य लोगों को शराब और अन्य नशीली दवाओं से दूर रहने के लिए जागरूक करना था। बाबा गुरु घासीदास के संदेशों पर चलने का आह्वान सहायक जेल अधीक्षक एन.के. डहरिया ने बंदियों को संबोधित करते हुए बाबा गुरु घासीदास के सत्य, अहिंसा, समानता और मानवता के मूल्यों पर चलने और नशा से मुक्त रहने का आह्वान किया। उन्होंने बताया कि बाबा जी का संदेश 'मनखे-मनखे एक बरोबर' समाज में समानता का संदेश देता है और अंधविश्वास, भेदभाव-जातिवाद के खिलाफ सभी मनुष्यों को जागरूक रहने तथा सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।
मथुरा में सड़क हादसे में युवक की मौत:शिनाख्त में जुटी पुलिस, सीसीटीवी खंगाल रही
मथुरा के थाना छाता क्षेत्र में आगरा-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक सड़क हादसे में एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई। यह घटना इंडियन पेट्रोल पंप के पास दिल्ली से आगरा की ओर जाने वाले मार्ग पर हुई, जहां सड़क पार कर रहे युवक को अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, युवक अचानक सड़क पार कर रहा था, तभी तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने उसे टक्कर मारी। टक्कर इतनी भीषण थी कि युवक सड़क पर गिर गया और गंभीर चोटों के कारण घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया। वाहन चालक मौके से फरार हो गया। सूचना मिलने पर थाना छाता पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है, लेकिन पुलिस के अनुसार उसकी उम्र लगभग 35 से 40 वर्ष के बीच है। पुलिस अज्ञात वाहन और चालक की पहचान के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। इसके साथ ही आसपास से गुजरने वाले अन्य वाहनों की जानकारी भी जुटाई जा रही है। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि यदि किसी को मृतक के बारे में कोई जानकारी हो तो वे थाना छाता से संपर्क करें। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मृतक की शिनाख्त के प्रयास जारी हैं और पहचान होने पर उसके परिजनों को सूचित किया जाएगा। अज्ञात वाहन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा रही है। यह घटना राष्ट्रीय राजमार्गों पर सड़क सुरक्षा और पैदल यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल खड़ा करती है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) पटना की टीम अवैध हथियार एवं गोला-बारूद तस्करी के मामले में फिर से कुरुक्षेत्र के शाहाबाद पहुंची। टीम ने तस्करी के मास्टरमाइंड कमलकांत वर्मा उर्फ अंकल जी के ड्राइवर की निशानदेही पर यहां कई होटल्स के रिकॉर्ड और सीसीटीवी फुटेज की छानबीन की गई। सूत्रों के मुताबिक, टीम गुरुवार देर शाम कमलकांत वर्मा के ड्राइवर शत्रुघन को साथ लेकर आई थी। टीम ने उसकी निशानदेही पर दिल्ली-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे-44 के कई होटल्स की जांच की। कमलकांत इन होटल में ही शाहाबाद के गन हाउस के संचालक के साथ हथियार और गोला-बारूद की खरीद डील करता था। पुलिस को नहीं दी गई कोई सूचना इस कार्रवाई को NIA की टीम ने गुप्त ही रखा। स्थानीय पुलिस प्रशासन तक को सूचना नहीं दी। हालांकि शाम के समय टीम ने जिले के एक बड़े अधिकारी के साथ मीटिंग जरूर की। टीम ने पूरी कार्रवाई के दौरान किसी स्थानीय अधिकारी को अपने साथ नहीं रखा। शाहाबाद से बाप-बेटे की गिरफ्तारी बताते दें कि 4 दिसंबर को NIA की टीम ने शाहाबाद के कालड़ा गन हाउस के ओनर विजय कालड़ा के दफ्तर और ग्रीन हाउस काॅलोनी स्थित घर पर रेड डाली थी। जांच-पड़ताल के बाद टीम विजय कालड़ा और उसके छोटे बेटे कुश कालड़ा को गिरफ्तार करके अपने साथ पटना ले गई थी।गन हाउस को किया सील टीम ने अगले दिन यानी 5 दिसंबर को फिर से दबिश देकर गन हाउस को सील कर दिया था, जबकि कार्रवाई से पहले विजय कालड़ा का बड़ा बेटा लक्ष्य कालड़ा टीम को देखते ही मकान की छत से फरार हो गया था। अब फिर टीम लगातार 2 दिन से मामले में सबूत जुटाने की कोशिश में लगी है। अंकल जी तस्करी का मास्टरमाइंड NIA की ओर से प्रेस नोट में बताया गया कि अंतरराज्यीय अवैध हथियार और गोला-बारूद तस्करी नेटवर्क के मास्टरमाइंड कमलकांत वर्मा उर्फ अंकल जी निवासी पटना (बिहार) को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में ये 11वीं गिरफ्तारी है, जो RC01/2025/एनआईए/पीएटी के तहत दर्ज है। हरियाणा समेत उत्तर भारत में नेटवर्क जांच में सामने आया है कि अंकल जी, हरियाणा समेत उत्तर भारत के कई गन हाउस के ओनर्स से अवैध रूप से गोला-बारूद की खरीदता था। इसे यूपी के रास्ते बिहार व अन्य स्टेट्स में सप्लाई करता था। NIA ने 4 दिसंबर को यूपी, बिहार और हरियाणा में 23 ठिकानों पर एकसाथ छापेमारी कर नेटवर्क का भंडाफोड़ किया था। कई गन हाउस ओनर्स गिरफ्तार इस छापामारी के बाद टीम ने रवि रंजन, शशि प्रकाश, विजय कालड़ा और कुश कालड़ा समेत कई आरोपियों को गिरफ्तार किया था। साथ ही उनके कब्जे से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया। उधर, टीम विजय कालड़ा के बेटे और अन्य फैमिली मेंबर्स पर सरेंडर कराने का दबाव बना रही है।
मंदसौर में गुरुवार शाम भारतीय जैन संघटना (बीजेएस) और सकल जैन समाज महिला प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वावधान में सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से “सुरक्षा का संकल्प: हेलमेट वितरण अभियान” का आयोजन किया गया। भारतीय जैन संघटना की अध्यक्ष श्वेता पोरवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि सेवा और सुरक्षा की भावना को साकार करने के लिए यह अभियान भारतीय जैन संघटना की गुरु श्रीमती रश्मि मुकेशजी संघई के सहयोग से और रश्मि जी के सुपुत्र डॉ. श्री वैभव संघई की नेक सोच एवं अभिलाषा के परिणामस्वरूप आयोजित किया गया। अभियान के अंतर्गत बीपीएल चौराहा स्थित पुलिस चौकी, मंदसौर पर राहगीरों को आईएसआई मार्क युक्त सर्वोत्तम गुणवत्ता के कुल 50 हेलमेट वितरित किए गए, जिससे दोपहिया वाहन चालकों को सुरक्षित यातायात के प्रति जागरूक किया जा सके और दुर्घटनाओं में होने वाली जनहानि को कम किया जा सके। यह कार्यक्रम एडिशनल एसपी तेर सिंह बघेल, सीएसपी जितेंद्र भास्कर, वायडी नगर थाना प्रभारी शिवांशु मालवीय, ट्रैफिक थाना प्रभारी मनोज सोलंकी, भाजपा नेता गौरव अग्रवाल और उपनिरीक्षक संदीप मौर्य के साथ तमाम पुलिसकर्मियों की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। इस दौरान भारतीय जैन संघटना एवं सकल जैन समाज महिला प्रकोष्ठ की सक्रिय सहभागिता देखने को मिली। इस अवसर पर श्वेता पोरवाल, सरिका बाकलीवाल, शशि मारू, अंगूरबाला पितलिया, रेखा रातड़िया, स्वाति रिछावरा, अपर्णा जैन, प्रेमलता मिंडा, सरिता जैन, सुनीता गोधा, नीता जैन, साक्षी जैन, बरखा डूंगरवाल, प्रतिक्षा जैन वैष्णव, रानी पोखरना एवं स्वरा पोरवाल सहित अनेक सदस्याएँ उपस्थित रहीं।
ट्रेन की चपेट में आने से बुजुर्ग की मौत:संतकबीरनगर में रेलवे क्रॉसिंग पार करते समय हुआ हादसा
संतकबीर नगर में ट्रेन की चपेट में आने से एक बुजुर्ग की मौत हो गई। यह हादसा गुरुवार देर शाम खलीलाबाद कोतवाली थाना क्षेत्र के त्रिपाठी मार्केट स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर हुआ। मृतक की पहचान विधियानी निवासी कृपाशंकर लाल श्रीवास्तव उर्फ छेदीलाल श्रीवास्तव के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार, कृपाशंकर लाल श्रीवास्तव रजिस्ट्री विभाग कार्यालय में प्राइवेट मुंशी का काम करते थे। गुरुवार शाम करीब 7 बजे वह बैंक चौराहे से अपने घर लौट रहे थे। त्रिपाठी मार्केट होते हुए पैदल चलते हुए, जब वह रेलवे क्रॉसिंग पार कर रहे थे, तभी तेज गति से आ रही बिहार सप्तक्रांति एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आ गए। हादसा इतना भीषण था कि बुजुर्ग के शरीर के कई अंग क्षत-विक्षत हो गए और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई और आसपास के लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। कुछ देर के लिए आवागमन भी प्रभावित रहा। लोगों ने तत्काल घटना की सूचना रेलवे पुलिस को दी। सूचना मिलते ही रेलवे पुलिस के साथ स्थानीय पुलिस भी मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
धार जिले के रिंगनोद ग्राम के मालपुरिया लिमडीपाड़ा में गुरुवार शाम 'मिशन डी-4' के तहत एक ग्राम सभा का आयोजन किया गया। इस सभा का उद्देश्य सामाजिक कुरीतियों पर नियंत्रण और समाज को सशक्त बनाना था। इसमें रिंगनोद चौकी प्रभारी जीएस भयडिया और जिला समन्वयक दिलीप मछार विशेष रूप से उपस्थित रहे। बैठक में दहेज प्रथा, डीजे, शराब और धर्मांतरण जैसे गंभीर मुद्दों पर चर्चा हुई। ग्राम सभा ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि क्षेत्र में दहेज को न्यूनतम स्तर पर रखा जाएगा, जबकि डीजे, शराब और धर्मांतरण पर पूर्ण प्रतिबंध लागू होगा। इसके अतिरिक्त, नुक्ता घाटे में होने वाले अनावश्यक खर्चों को समाप्त कर प्रतीकात्मक रूप से एक बकरे की परंपरा अपनाने का भी फैसला किया गया, जिससे लाखों रुपए की बचत हो सकेगी। चौकी प्रभारी जीएस भयडिया ने बताया कि दहेज, शराब और डीजे जैसी सामाजिक बुराइयां आर्थिक बोझ बढ़ाती हैं और सामाजिक तनाव पैदा करती हैं। उन्होंने कहा कि इन्हें नियंत्रित करने से परिवार आर्थिक रूप से मजबूत होंगे। इस अवसर पर जिला समन्वयक दिलीप मछार ने कहा कि शादियों में अनावश्यक खर्च और नशे पर रोक लगाने से गरीब परिवार कर्ज से बचेंगे और आदिवासी समाज का अन्य राज्यों में पलायन भी रुकेगा। उन्होंने समाज के लोगों से अपनी पूर्वजों की संस्कृति, परंपरा और रीति-रिवाजों को बनाए रखने का आग्रह किया। इस अवसर पर प्रधान आरक्षक मेहरसिंह बड़ोले ने ग्रामीणों को कानून संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी दी। बैठक में उपस्थित महिला-पुरुषों ने सभी प्रस्तावों का एकमत होकर समर्थन किया। ग्राम सभा में आरक्षक शिव, ग्राम तड़वी अर्जुन मेडा, मडिया मौरी, दलपत पाल सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
अयोध्या में जिला एवं महानगर कांग्रेस कमेटी द्वारा भाजपा सरकार की कथित बदनीयत, राजनीतिक प्रतिशोध और संवैधानिक संस्थाओं के दुरुपयोग के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया गया। यह प्रदर्शन जिला अध्यक्ष चेत नारायण सिंह के नेतृत्व में आयोजित हुआ। कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता पुष्पराज चौराहे से नारेबाजी करते हुए भाजपा के सिविल लाइन स्थित कार्यालय की ओर मार्च करने लगे। मार्च के दौरान “ईडी-सीबीआई का दुरुपयोग बंद करो”, “तानाशाही नहीं चलेगी” और “लोकतंत्र बचाओ” जैसे नारे लगाए गए। मार्च के दौरान कृष्णा पैलेस होटल के पास पुलिस ने बैरिकेडिंग कर कार्यकर्ताओं को रोक लिया। इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ता वहीं शांतिपूर्ण धरने पर बैठ गए। मौके पर पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट ने कांग्रेस नेताओं से ज्ञापन प्राप्त किया और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद धरना शांतिपूर्ण ढंग से समाप्त कराया गया। कांग्रेस प्रवक्ता सुनील कृष्ण गौतम ने कहा कि माननीय न्यायालय के आदेश ने यंग इंडियन प्रकरण में ईडी की कार्रवाई को अधिकार क्षेत्र से बाहर, निराधार और राजनीतिक द्वेष से प्रेरित साबित कर दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र की मोदी सरकार संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर विपक्ष की आवाज को दबाना चाहती है। सुनील कृष्ण गौतम ने कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ वर्षों से की जा रही प्रतिशोधात्मक कार्रवाई अब पूरी तरह बेनकाब हो चुकी है। न्यायालय ने स्पष्ट कर दिया कि इस मामले में न मनी लॉन्ड्रिंग हुई और न ही किसी प्रकार का अवैध लेन-देन। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि पार्टी सत्य, संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्ष जारी रखेगी।
अम्बेडकरनगर के अकबरपुर थाने के अरिया बाजार में 13 दिसंबर को जेसीबी की तेज आवाज गूंजी। चंद मिनटों में वह मकान, जिसमें कभी परिवार की रोजमर्रा की आवाजें गूंजती थीं, मलबे में तब्दील हो गया। यह कोई सामान्य कार्रवाई नहीं थी, बल्कि एक ऐसे जमीन विवाद की तस्वीर थी, जो वर्षों से अदालत की फाइलों में कैद है। बावजूद इसके, कानून की मुहर लगे बुलडोजर चला दिया गया। इसी घटना को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने गुरुवार सरकार को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा हमारे पूर्व मंत्री बता रहे थे कि अंबेडकरनगर में एक व्यक्ति का घर गिरा दिया गया। जब यह कार्रवाई कानूनी रूप से सही नहीं थी, तो अब पूरा प्रशासन समझौता कराने में क्यों जुटा है। ग्राउंड पर हालात कुछ और कहानी कहते हैं। अरिया बाजार में खसरा संख्या 78 के अनुपालन के नाम पर कार्रवाई दिखाई गई, लेकिन जेसीबी की चोट खसरा संख्या 76 पर खड़े मकान पर पड़ी। यानी कागज कुछ और, जमीन कुछ और। जिस विवाद पर अदालत फैसला सुनाने वाली है, वहां फैसला पहले ही सुना दिया गया। हैरानी की बात यह रही कि यह सब कानूनगो, लेखपाल की मौजूदगी में हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, जब जेसीबी चली, उस वक्त न तो कोई कोर्ट आदेश था। बाद में पहुंचे नायब तहसीलदार ने साफ कहा हमारे पहुंचने से पहले ही मकान गिराया जा चुका था। यह बयान अपने आप में पूरी व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है। हालांकि पुलिस ने कहा घटना के समय लेखपाल और कानूनगो की मौजूदगी थी। पीड़ित महेंद्र सिंह ने कहा था- हमारा मामला कोर्ट में है। फिर भी पुलिस के सामने हमारा घर गिरा दिया गया। यह सिर्फ मकान नहीं टूटा, हमारा भरोसा टूटा है। स्थानीय लोगों ने भी प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया। उनका कहना है कि यदि समय रहते कार्रवाई रोकी जाती, तो यह घटना टल सकती थी। मामला तूल पकड़ने के बाद पुलिस ने दो जेसीबी मशीनों को सीज कर जांच शुरू कर दी है। वहीं डीएम अनुपम शुक्ला ने बताया- इसमें धारा 134 राज्य से संहिता के अंतर्गत एक आदेश अपर जिलाधिकारी के यहां से पारित किया गया। गाटा संख्या 378 पर बदखली का आदेश था। इसके अलावा 376 पर भी आदेश था कि जो सिविल कोर्ट का आदेश 1977 में था उसका अनुपालन कराया जाए। जानकारी मिली कि वहां पर कुछ बिल्डिंग बुलडोजर से गिराया गया है। एक जांच कमेटी गठित कर दिया गया है। इसमें इशू है कि 376 गाटा के पीछे 377 और उसके पीछे 378 377 सरकारी जमीन है। उसी के अगल-बगल एक तलाब की जमीन है और एक बंजर की जमीन है। मामले में विस्तृत जांच की जा रही है। जो रिपोर्ट आएगी उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
प्रयागराज में वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त मनीष गर्ग ने गुरुवार को विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (एसआईआर) कार्यक्रम के तहत चल रहे कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने सभी निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों (ईआरओ) को निर्देश दिए कि मतदाता सूची को अद्यतन, त्रुटिरहित और विसंगतियों से मुक्त बनाने का लक्ष्य पूरी पारदर्शिता और निर्धारित समय-सीमा में पूरा किया जाए। सर्किट हाउस में आयोजित इस समीक्षा बैठक में मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तर प्रदेश नवदीप रिणवा, अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी अखण्ड प्रताप सिंह, मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल और जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा सहित सभी ईआरओ मौजूद रहे। जिलाधिकारी ने वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त को जनपद में एसआईआर की प्रगति से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि बीएलओ द्वारा घर-घर जाकर गणना प्रपत्रों का वितरण, संग्रहण और डिजिटाइजेशन तेजी से किया गया है। जिलाधिकारी ने यह भी बताया कि एएसडी (अनुपस्थित, स्थानांतरित या मृत) मतदाताओं की पहचान कर सूची तैयार की गई है, जिसकी गहन जांच के लिए तीन दिवसीय विशेष अभियान चलाया जा रहा है। वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त ने स्पष्ट किया कि एसआईआर का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी पात्र मतदाता सूची से न छूटे और कोई भी अपात्र मतदाता सूची में शामिल न हो। गर्ग ने एएसडी सूची की गंभीरता से जांच, सही वर्गीकरण और गलत वर्गीकरण होने पर तत्काल रोलबैक के निर्देश दिए। उन्होंने 'बुक ए कॉल विद बीएलओ स्टेटस' पहल की सराहना करते हुए प्रत्येक प्रकरण का 48 घंटे के भीतर समाधान सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने फार्मों की मैपिंग, डिजिटाइजेशन की गुणवत्ता, फोटो की स्पष्टता और दस्तावेजों की 100 प्रतिशत जांच पर भी जोर दिया। नए मतदाताओं के पंजीकरण के लिए फार्म-6 के व्यापक प्रचार-प्रसार और स्कूल-कॉलेजों में अभियान चलाने के निर्देश भी दिए गए। इस अवसर पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले 12 बीएलओ को प्रशस्ति पत्र और दीवार घड़ी देकर सम्मानित किया गया। साथ ही, 01 जनवरी 2026 तक 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने वाले 30 छात्र-छात्राओं को फार्म-6 वितरित किए गए, जिन्हें नए मतदाता बनने के लिए प्रेरित किया गया। बैठक के बाद मनीष गर्ग ने महर्षि वाल्मीकि इंटरमीडिएट कॉलेज पहुंचकर बूथों का स्थलीय निरीक्षण किया और अधिकारियों व बीएलओ को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
कोटा रिवर फ्रंट पर जो सबसे आकर्षित चीज बनने वाली थी, लगता है वह नहीं बन पाएगी। इसके लिए तत्कालीन समय के कर्ताधर्ता जिम्मेदार हैं। उन्होंने इसका लोकार्पण करने में जल्दबाजी की। उस जल्दबाजी में जो लापरवाही हुई। वह उसका मूल कारण था। उसमें मर्ग दर्ज हुई थी। कोटा सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत में यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने यह कहा। उन्होंने कहा- रिवर फ्रंट को लेकर विशेषज्ञों से बात हुई तो उनका कहना था विश्व के सबसे बड़े घंटी को खोलने वाला विशेषज्ञ अब तक नहीं मिला है। जो सही सलामत खोल दे। लगता है ये खंडहर के रूप में ही देखने को मिले। एंट्री फीस पर मंत्री बोले रिवर फ्रंट हमारे लिए सफेद हाथीरिवर फ्रंट व सिटी पार्क की एंट्री फीस कम करने के सवाल पर यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा- रिवर फ्रंट आज की तारीख में हमारे लिए सफेद हाथी है। वहां मूलभूत सुविधाएं विकसित नहीं हो पाई। पौधरोपण व हरियाली नहीं हो पाई। इस संबंध में मंथन कर रहे हैं कि रिवर फ्रंट किस प्रकार आर्थिक रूप से ना लाभ, ना हानि की स्थिति में कैसे आए? लोगों की रुचि रिवर फ्रंट की तरफ बढ़े। पर्यटकों को भी आकर्षित करने के लिए क्या प्रयास किया जा सकते हैं। इस दिशा में मंथन चल रहा है। कोशिश करेंगे कि जनवरी में यहां के जनप्रतिनिधियों के साथ बैठकर चर्चा करेंगे। चंबल गार्डन को लेकर नगर निगम ने किया प्लान यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा- चंबल गार्डन को लेकर नगर निगम ने कुछ प्लान किया है, लेकिन उसमें पर्यावरण की समस्या, एनजीटी प्रकरण है। जैसे अजमेर में सेवन वंडर के साथ हुआ। सारे विधिक परीक्षण के बाद ही इस दिशा में आगे बढ़ेंगे। कोटा में नई आवासीय योजना नहीं आने के सवाल के जवाब में मंत्री खर्रा ने कहा- प्रदेशभर के नगर निगम, नगर परिषद , नगर विकास न्यास, विकास प्राधिकरण, आवासन मंडल को निर्देश दिए हैं कि वह मांग का आकलन करें। मांग के आकलन के अनुसार योजनाएं सृजित करें। अधिकारियों का लेंगे फीडबैकसरकार के दो साल में कोटा में सबसे बड़ी उपलब्धि क्या रही के सवाल पर यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा- हम तो पूरे राजस्थान को लेकर चलते हैं। कोटा का फीडबैक लेने आए हैं। सुबह अधिकारियों से फीडबैक लेंगे। इससे पहले कोटा सर्किट हाउस में कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा व भाजपा जिलाध्यक्ष राकेश जैन की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने मंत्री झाबर सिंह खर्रा का स्वागत किया। यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा शुक्रवार को नगर निगम कोटा व कोटा विकास प्राधिकरण में आयोजित फॉलोअप शिविर में चल रहे कार्यक्रमों की समीक्षा करेंगे।
हरदोई में 'माता' कहकर आंगनबाड़ी कार्यकत्री से ठगी:टप्पेबाज सोने के जेवर और नकदी लेकर फरार
हरदोई शहर में टप्पेबाजों ने एक आंगनबाड़ी कार्यकत्री को निशाना बनाया है। शातिर ठग 'माता' कहकर महिला को झांसे में लेकर सोने के कुंडल, चेन और 700 रुपये नकद लेकर फरार हो गए। यह घटना कोतवाली शहर क्षेत्र में हुई। पीड़िता की पहचान खंजन पुरवा निवासी गजाला कुसुम के रूप में हुई है, जो बावन ब्लॉक में आंगनबाड़ी कार्यकत्री हैं। गुरुवार को वह रोडवेज बस से हरदोई बस स्टॉप पहुंची थीं। वहां से अपने ननिहाल, बड़ा डाकखाना वाली गली जाने के लिए ई-रिक्शा ढूंढ रही थीं, तभी दो युवक उनके पास आए और 'माता' कहकर बात शुरू की। गजाला कुसुम के अनुसार, एक युवक ने खुद को परेशान बताते हुए शाहजहांपुर जाने के लिए किराए के पैसे न होने की बात कही। उसने विश्वास दिलाने के लिए 2000 रुपये के नोटों की एक गड्डी भी दिखाई। इसके बाद दोनों युवक उन्हें बहाने से रोडवेज परिसर के भीतर ले गए और बातों में उलझाए रखा। आरोप है कि टप्पेबाजों ने गजाला कुसुम को अपने कानों के कुंडल और गले की सोने की चेन सुरक्षित रखने के लिए बैग में रखने को कहा। इसी दौरान, शातिरों ने उनके बैग में 2000 रुपये की गड्डी डालने का नाटक किया और चालाकी से कुंडल व चेन निकाल लिए। इसके बाद पीड़िता ने किराए के नाम पर युवक को अपने बैग से 700 रुपये भी दे दिए। कुछ देर बाद, आरोपी चाय पिलाने की बात कहकर मौके से फरार हो गए। जब पीड़िता को ठगी का एहसास हुआ, तो उन्होंने आसपास के लोगों को पूरी घटना बताई। मामले की सूचना पुलिस को दे दी गई है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर टप्पेबाजों की तलाश कर रही है।
हिसार जिले के थाना बरवाला पुलिस ने सरकारी ड्यूटी में बाधा डालने और पुलिस कर्मियों के साथ मारपीट करने के मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जांच अधिकारी एएसआई मेहनपाल ने बताया कि 16 दिसंबर को पुलिस टीम केस की जांच के सिलसिले में वार्ड नंबर-8, बरवाला पहुंची थी। पुलिस टीम पूर्व में दिए गए नोटिसों की अवहेलना करने पर आरोपी संतरेस पत्नी राजपाल को मुकदमे की जांच में शामिल करने के लिए हिरासत में ले रही थी। इसी दौरान आरोपियों राजपाल, वंच, भावना और संतरेस ने अचानक पुलिस टीम पर हमला कर दिया। आरोपियों ने पुलिस कर्मचारियों के साथ धक्का-मुक्की और हाथापाई करते हुए सरकारी ड्यूटी में गंभीर बाधा डाली। इन आरोपियों को किया गिरफ्तार इसके बाद थाना बरवाला में आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। कार्रवाई करते हुए वार्ड नंबर-8, बरवाला निवासी भावना, राजपाल और संतरेस उर्फ संतोष को गिरफ्तार कर लिया गया है।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर ग्रैप-4 (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान-4) लागू है। इसके नियमों का उल्लंघन करने वालों पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण सख्त कार्रवाई कर रहा है। प्राधिकरण ने अब तक 46 कंपनियों और व्यक्तियों पर कुल 49.45 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। एनजीटी के आदेशों के तहत एनसीआर में GRAP-4 लागू होने के साथ ही निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी गई है। इसके अतिरिक्त, निर्माण सामग्री को ढककर रखने और नियमित रूप से पानी का छिड़काव करने के निर्देश भी जारी किए गए हैं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने सख्ती से निर्देश दिए हैं कि सभी नियमों का पालन किया जाए। एसीईओ सुमित यादव के नेतृत्व में परियोजना विभाग की टीम लगातार क्षेत्र में निगरानी कर रही है। नियमों का उल्लंघन मिलने पर टीम तुरंत कार्रवाई कर जुर्माना लगा रही है। विगत दो दिनों में 46 जगहों पर उल्लंघन मिलने पर कुल 49.45 लाख रुपये की पेनल्टी लगाई गई। इसमें ईटा वन के 22 निवासियों को भी जुर्माना लगाया गया, जो GRAP-4 के नियमों की अनदेखी कर निर्माण कार्य कर रहे थे। प्राधिकरण ने सभी से जुर्माने की रकम एक सप्ताह के भीतर जमा कराने के निर्देश दिए हैं। कंपनी/आवंटी का नाम-- सेक्टर-- पेनल्टी(रुपए)1. एटीएस -सेक्टर-1 -5 लाख2. बृंदा (स्काई वार्ड) -सेक्टर-1 -5 लाख3. मनोज शर्मा -खेड़ा चौगानपुर -5 लाख4. बटुकनाथ शुक्ल -खेड़ा चौगानपुर -5 लाख5. एबीएस डेवलपर्स -खेड़ा चौगानपुर -5 लाख6. ऐस ग्रुप -12 -1 लाख7. सिवीटेक -12 -1 लाख8. फ्यूजन -12 -1 लाख9. फ्यूजन फैबरिक्स -10 -1 लाख10. एनडीकॉन कंस्ट्रक्शन -ईकोटेक-8 -1 लाख11. सुविज फोइल -ईकोटेक-8 -1 लाख12. स्पार्किंग ह्यूज जेम्स -ईकोटेक-8 -1 लाख13. संदीप कुमार -भनौता -1 लाख14. धर्मवती -भनौता -1 लाख15. सतेंद्र -भनौता -1 लाख16. जयपाल आदि -भनौता -1 लाख17. मनोज गौतम -छपरौला -1 लाख18. हाइवे मैनशन -सहारा सिटी -1 लाख19. मुकेश -छपरौला -1 लाख20. शिवम सैनी -छपरौला -1 लाख21. हर्षवर्धन -छपरौला -1 लाख22. हरीश सिंघल -छपरौला -1 लाख23. कंपलेंट कनवेयर सिस्टम -ईकोटेक-6 -50 हजार24. बीएलसी इंजीनियरिंग सर्विसेज -ईकोटेक-6 -25 हजार25. 22 अन्य -ईटा वन -6.70 लाख
सहारनपुर में पुलिस और बदमाश के बीच मुठभेड़:तमंचा और कारतूस बरामद, हत्या के केस में था वांछित
सहारनपुर पुलिस ने मुठभेड़ और हत्या के प्रयास के मामलों में वांछित शातिर अपराधी नाजिम उर्फ नजीम को गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से एक देशी तमंचा और एक जिंदा कारतूस भी बरामद हुआ है। यह कार्रवाई अपराध नियंत्रण के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत की गई। एसएसपी के निर्देश पर जिले में अपराधियों की धरपकड़ के लिए गश्त और चेकिंग अभियान जारी है। गुरुवार शाम थाना मंडी पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि वांछित बदमाश मंडी समिति परिसर के पास एक खंडहरनुमा इमारत के आसपास छिपा हुआ है। सूचना पर पुलिस टीम ने घेराबंदी कर नाजिम उर्फ नजीम को कूड़े के ढेर के पास से दबोच लिया। गिरफ्तार आरोपी की पहचान नाजिम उर्फ नजीम, पुत्र अल्लादिया, निवासी पीर वाली गली, थाना मंडी, सहारनपुर के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, आरोपी हाल ही में हुई एक पुलिस मुठभेड़ में शामिल था और तभी से फरार चल रहा था। गिरफ्तारी के समय उसके पास वही हथियार मिला, जिसका इस्तेमाल पूर्व की घटना में किया गया था। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, नाजिम उर्फ नजीम आदतन अपराध में लिप्त है। उसके खिलाफ जिले के विभिन्न थानों में मारपीट, हत्या के प्रयास, अवैध हथियार रखना, मादक पदार्थों की तस्करी, चोरी और गैंग से जुड़े एक दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस लंबे समय से उसकी तलाश कर रही थी। गिरफ्तारी के बाद आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी गई है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पूछताछ से कई अन्य आपराधिक घटनाओं से जुड़े महत्वपूर्ण सुराग मिलने की संभावना है। आरोपी के खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है और क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए पुलिस सतर्क है।
पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को गुरुवार शाम कड़ी सुरक्षा के बीच देवरिया जेल से वाराणसी ले जाया गया। उनके खिलाफ वाराणसी के चौक थाना क्षेत्र में एक नया मुकदमा दर्ज किया गया है, जिसमें शुक्रवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) न्यायालय में उनकी पेशी होनी है। देवरिया सीजेएम न्यायालय में भी उनकी जमानत याचिकाओं पर शुक्रवार को सुनवाई होगी। वाराणसी में दर्ज यह नया मामला कफ सिरप तस्करी से जुड़े प्रकरण में फर्जी वीडियो वायरल कर दुष्प्रचार करने के आरोप से संबंधित है। यह मुकदमा हिंदू युवा वाहिनी (हियुवा) नेता और वाराणसी विकास प्राधिकरण (वीडीए) के मानद सदस्य अंबरीश सिंह भोला ने दर्ज कराया है। इधर, देवरिया में दर्ज धोखाधड़ी के मामले में भी अमिताभ ठाकुर की ओर से सीजेएम कोर्ट में जमानत अर्जी दाखिल की गई है। इस पर भी शुक्रवार को सुनवाई निर्धारित है। इस मामले को लेकर भी प्रशासनिक और राजनीतिक हलकों में चर्चाएं तेज हैं। वाराणसी ले जाते समय जेल परिसर से बाहर निकलते वक्त अमिताभ ठाकुर ने मीडिया से बात की। उन्होंने आरोप लगाया कि कफ सिरप तस्करी मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के करीबी व्यक्ति के इशारे पर उनके खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज कराया गया है। उन्होंने यह भी दावा किया कि उन्हें धनंजय सिंह और उनकी टीम को बचाने के लिए फंसाया जा रहा है। अमिताभ ठाकुर ने कहा कि वे इस मामले में पीछे हटने वाले नहीं हैं और कफ सिरप तस्करी से जुड़े प्रकरण को न्यायालय में पूरी मजबूती से लड़ते रहेंगे। उन्होंने देवरिया जिला कारागार में अपने साथ हो रही परेशानियों का भी जिक्र किया, हालांकि इस संबंध में उन्होंने कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी। पूर्व आईपीएस अधिकारी के खिलाफ एक के बाद एक मुकदमे दर्ज होने से यह मामला अब राजनीतिक और कानूनी दोनों ही दृष्टि से अहम बन गया है। शुक्रवार को वाराणसी और देवरिया की अदालत में होने वाली सुनवाई पर निगाहें टिकी हैं।
फरीदाबाद की कोर्ट ने एक चर्चित रेप मामले में फैसला सुनाते हुए आरोपी युवक को सभी आरोपों से बरी कर दिया। यह मामला वर्ष 2022 में दर्ज हुआ था, जिसमें एक महिला ने युवक पर शादी का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाने का आरोप लगाया था। करीब तीन साल तक चले ट्रायल के बाद कोर्ट ने स्पष्ट किया कि दोनों के बीच बने संबंध आपसी सहमति से थे और अभियोजन पक्ष आरोपों को साबित नहीं कर सका। मामले के अनुसार 24 अप्रैल 2022 को फरीदाबाद के एनआईटी महिला थाना में फरीदाबाद की एनआईटी में रहने वाली महिला ने युवक के खिलाफ रेप का मुकदमा दर्ज कराया था। शिकायत के आधार पर पुलिस ने 26 अप्रैल 2022 को युवक को गिरफ्तार कर लिया और कोर्ट में पेश किया। इसके बाद युवक को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया, जहां वह करीब सात महीने तक जेल में रहा। सात महीने बाद सुनवाई के दौरान तत्कालीन अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश राजेश शर्मा की अदालत ने युवक को जमानत दे दी, जिसके बाद मामला ट्रायल में चलता रहा। लंबे समय से एक दूसरे को जानते थे महिला और युवक युवक की ओर से केस की पैरवी वरिष्ठ अधिवक्ता राजेश खटाना ने की। ट्रायल के दौरान कोर्ट के सामने यह तथ्य आया कि महिला और युवक लंबे समय से एक-दूसरे को जानते थे और उनके बीच संबंध आपसी सहमति से बने थे। दोनों की पहली मुलाकात गुजरात के अहमदाबाद में 2021 में एक कार्यक्रम के दौरान हुई थी। इसके बाद दोनों ने मोबाइल नंबरों का आदान-प्रदान किया और बातचीत शुरू हुई, जो आगे चलकर मुलाकात और नजदीकियों में बदल गई। कोर्ट में पेश किए गए साक्ष्यों के अनुसार युवक और युवती के बीच अलग-अलग होटलों में 40 से 50 बार शारीरिक संबंध बने, जो दोनों की मर्जी से थे। ट्रायल में यह भी सामने आया कि किसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया था। इसी विवाद के बाद महिला ने एनआईटी महिला थाना पहुंचकर युवक पर शादी का झांसा देकर रेप का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया। ऐसे कमजोर हुई कहानी मामले की सुनवाई के दौरान महिला की मां को भी गवाह के रूप में पेश किया गया। उन्होंने कोर्ट में स्वीकार किया कि युवक और युवती एक-दूसरे को जानते थे और मिलते-जुलते थे, लेकिन उन्हें इस पूरे मामले की जानकारी नहीं थी, क्योंकि बेटी ने उन्हें इस बारे में कुछ नहीं बताया था। इस बयान से भी अभियोजन पक्ष की कहानी कमजोर होती चली गई। ट्रायल के दौरान यह तथ्य भी सामने आया कि महिला पहले से तलाकशुदा थी, जबकि युवक शादीशुदा है और उसके दो बच्चे हैं। सभी गवाहों के बयान, परिस्थितिजन्य साक्ष्यों और दस्तावेजी सबूतों का गहन अध्ययन करने के बाद फरीदाबाद की अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश पुरुषोत्तम कुमार की कोर्ट ने यह माना कि अभियोजन पक्ष आरोपों को साबित करने में असफल रहा है। अंततः वर्ष 2022 से 2025 तक चले इस केस में कोर्ट ने युवक को रेप के आरोप से बरी कर दिया। करीब सात महीने जेल में रहने और तीन साल तक कोर्ट की प्रक्रिया झेलने के बाद आए इस फैसले से युवक को बड़ी राहत मिली। गुरुवार दोपहर युवक बरी हो गया है।
हरदा कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी सिद्धार्थ जैन ने गुरुवार को भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 163 के तहत हरदा कलेक्ट्रेट परिसर में तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किए हैं। इन आदेशों के तहत अब सामूहिक रूप से ज्ञापन सौंपने के लिए पूर्वानुमति लेना अनिवार्य होगा। जारी आदेश के अनुसार, ज्ञापन सौंपने के इच्छुक व्यक्ति या संगठन को आवेदन में आयोजक तथा ज्ञापन सौंपने वाले अधिकतम पांच व्यक्तियों के नाम, पता और मोबाइल नंबर का स्पष्ट उल्लेख करना होगा। साथ ही, ज्ञापन सौंपने की दिनांक और समय भी स्पष्ट रूप से बताना अनिवार्य होगा। अनुमति प्राप्त समय से अधिकतम 30 मिनट तक का विलंब स्वीकार्य होगा, लेकिन इससे अधिक देरी मान्य नहीं होगी। सक्षम प्राधिकारी द्वारा अनुमत अधिकतम पांच व्यक्तियों के अतिरिक्त किसी भी व्यक्ति का कलेक्ट्रेट परिसर में प्रवेश पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। आदेश में यह भी कहा गया है कि कोई भी व्यक्ति या संगठन पुलिस को पूर्व सूचना दिए बिना कोई सभा, जुलूस या वाहन रैली का आयोजन नहीं करेगा। सक्षम अधिकारी अनुविभागीय दंडाधिकारी की पूर्व अनुमति के बिना रैली अथवा जुलूस का आयोजन भी प्रतिबंधित है। इसके अतिरिक्त, कार्यालय कलेक्टर परिसर में लाठी-डंडा, पत्थर, किसी प्रकार का घातक या ज्वलनशील पदार्थ, अन्य शस्त्र, बारूद, पटाखे या पेट्रोल जैसे ज्वलनशील पदार्थ लेकर प्रवेश नहीं किया जा सकेगा। कलेक्ट्रेट परिसर के भीतर व्यवसायिक वाहनों के आवागमन पर भी पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। इन आदेशों का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता की धारा 223 के तहत दंडनीय अपराध की श्रेणी में आएगा। यह आदेश तत्काल प्रभाव से एकपक्षीय रूप से लागू किया गया है।
टीकमगढ़ कोतवाली थाना क्षेत्र में जमीन के अंदर धन होने का लालच देकर एक परिवार से 70 हजार रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि उसके दो साथी फरार हैं। घर में गड़ा धन होने का दिया झांसा गड़ाघाट निवासी गुड्डी बाई अहिरवार ने पुलिस को बताया कि दो दिन पहले किशोर अहिरवार अपने दो साथियों के साथ उनके घर आया था। आरोपियों ने दावा किया कि उनके घर में जमीन के नीचे धन दबा हुआ है और विशेष पूजा के बाद उसे निकाला जा सकता है। नकली सोने के बिस्किट देकर लिए 70 हजार रुपए आरोपियों ने घर के अंदर खुदाई कर एक पोटली निकालने का नाटक किया और उसमें रखे नकली सोने के बिस्किट महिला को सौंप दिए। इसके बदले महिला से 70 हजार रुपए ले लिए गए। जाते समय आरोपियों ने कहा कि पोटली को 13 दिन तक पूजा में रखना है और इस दौरान खोलना नहीं है। पोटली खुली तो निकले नकली बिस्किट महिला को शक होने पर उसने अपने रिश्तेदार राजकुमार अहिरवार को जानकारी दी। राजकुमार के पहुंचने पर पोटली खोली गई, जिसमें सोने के बजाय नकली बिस्किट निकले। दोबारा पैसे लेने आया आरोपी, पकड़ा गया इसी बीच गुरुवार को आरोपी किशोरी अहिरवार 20 हजार रुपए और लेने महिला के घर पहुंच गया। धोखाधड़ी का मामला समझ में आने पर महिला और राजकुमार ने उसे पकड़ लिया और सीधे कोतवाली थाने ले जाकर पुलिस के हवाले कर दिया। दो आरोपी फरार, पुलिस कर रही तलाश पुलिस पूछताछ में सामने आया कि इस ठगी में अजीज खान और एक अन्य व्यक्ति भी शामिल थे, जो फिलहाल फरार हैं। पुलिस ने नकली सोने के बिस्किट जब्त कर लिए हैं और मामले की जांच के साथ फरार आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
टेलीकॉम दुकान से बिजली मीटर चोरी:कानपुर में सीसीटीवी में कैद हुए चोर, पुलिस कर रही तलाश
कानपुर के जाजमऊ थाना क्षेत्र में एक टेलीकॉम दुकान से बिजली का मीटर चोरी हो गया। यह घटना जाजमऊ थाने से मात्र 150 मीटर की दूरी पर स्थित रोहित टेलीकॉम शॉप पर हुई। चोरी की यह वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है, जिसमें एक चोर मीटर ले जाते हुए दिखाई दे रहा है। ताड़बगिया निवासी रेखा और उनके बेटे नीरज इस दुकान का संचालन करते हैं। रेखा ने बताया कि उनके पति रोहित कुमार का मार्च 2025 में बीमारी के कारण निधन हो गया था, जिसके बाद से वह अपने बेटे के साथ दुकान चला रही हैं। बुधवार रात को रेखा रोज की तरह दुकान बंद करके घर चली गई थीं। गुरुवार सुबह 10 बजे जब वह दुकान खोलने पहुंचीं, तो उन्होंने देखा कि दुकान के बल्ब नहीं जल रहे थे। जांच करने पर पता चला कि दुकान पर लगा बिजली का मीटर गायब था। मीटर गायब होने के बाद रेखा और उनके बेटे नीरज ने दुकान के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। फुटेज में एक संदिग्ध व्यक्ति मीटर हाथ में ले जाता हुआ स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। इसके बाद रेखा ने 112 पर पुलिस को सूचना दी और जाजमऊ थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कानपुर में पहली ग्रामीण स्पेस लैब का उद्घाटन:डीएम बोले- यह बच्चों में वैज्ञानिक सोच विकसित करेगी
कानपुर के बिधनू ब्लॉक की नगवां ग्राम पंचायत स्थित सरकारी विद्यालय में कानपुर की पहली ग्रामीण स्पेस लैब का उद्घाटन किया गया। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने व्योमिका स्पेस लखनऊ और इसरो के अंतरिक्ष उपयोगिता केंद्र (सैक), अहमदाबाद के सहयोग से स्थापित इस लैब का शुभारंभ किया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि ऐसी आधुनिक प्रयोगशालाएं ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों में वैज्ञानिक सोच विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। उन्होंने जोर दिया कि इससे छात्र केवल किताबों तक सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि प्रयोग और अवलोकन के माध्यम से विज्ञान को बेहतर ढंग से समझ सकेंगे। जिलाधिकारी ने स्पेस लैब का निरीक्षण किया, जहां बच्चों के लिए टेलिस्कोप, यूएवी, रोबोट, चंद्रयान, मंगलयान, पीएसएलवी, जीएसएलवी, सैटेलाइट मॉडल, हाइड्रो रॉकेट और प्रज्ञान रोवर के प्रोटोटाइप लगाए गए हैं। उन्होंने इसे प्राथमिक विद्यालय स्तर पर एक बड़ी उपलब्धि बताया और अन्य विद्यालयों में भी इसे लागू करने की बात कही। यह स्पेस लैब इसरो सैक अहमदाबाद के 'विलेज वैज्ञानिक कार्यक्रम' के तहत स्थापित की गई है। इसमें खगोल विज्ञान, रोबोटिक्स, ड्रोन तकनीक, रॉकेट और सैटेलाइट से जुड़े 62 बड़े और छोटे विज्ञान आधारित प्रोजेक्ट्स शामिल हैं। यह प्रयोगशाला नगवां के साथ-साथ पूरे बिधनू ब्लॉक के छात्रों के लिए व्यावहारिक शिक्षा का केंद्र बनेगी। इस लैब की स्थापना में ग्राम प्रधान आशीष वाजपेयी का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने अपने मुख्यमंत्री प्रोत्साहन पुरस्कार की राशि में से 7 लाख रुपए इस परियोजना के लिए उपलब्ध कराए। जिला प्रशासन ने इसे स्थानीय संसाधनों से संभव हुआ एक प्रेरणादायी शैक्षिक नवाचार बताया है। ग्रामीण बच्चों को मिलेगा राष्ट्रीय संस्थानों का मार्गदर्शन मुख्य विकास अधिकारी दीक्षा जैन ने कहा कि यह पहल ग्रामीण क्षेत्रों में अंतरिक्ष और आधुनिक विज्ञान शिक्षा को जमीन तक पहुंचाने की दिशा में मील का पत्थर है। इसरो जैसे राष्ट्रीय संस्थान के सहयोग से बच्चों और शिक्षकों का आत्मविश्वास बढ़ेगा और तकनीकी कौशल विकसित होगा। बच्चों से किया संवाद, कंबल भी बांटे कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी ने बच्चों से संवाद कर उन्हें जिज्ञासा, प्रयोग और निरंतर सीखने की भावना के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक सोच जीवन में सही निर्णय लेने और समस्याओं के समाधान करती है।
गोरखपुर में कड़ाके की ठंड और लगातार पड़ रहे घने कोहरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने स्कूली बच्चों की सुरक्षा के लिए बड़ा फैसला लिया है। DM के आदेश पर कक्षा 1 से 12 तक के सभी स्कूलों और कोचिंग संस्थानों के खुलने के समय में बदलाव किया गया है। जारी आदेश के अनुसार अब सभी विद्यालय और कोचिंग संस्थान सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक ही संचालित होंगे। यह व्यवस्था तत्काल प्रभाव से लागू कर दी गई है। सभी बोर्डों के स्कूल और कोचिंग शामिल यह आदेश बेसिक शिक्षा परिषद, CBSE, ICSE, UP बोर्ड, संस्कृत बोर्ड, मदरसा बोर्ड सहित सभी मान्यता प्राप्त बोर्डों के स्कूलों और सभी कोचिंग संस्थानों पर लागू होगा। जिला प्रशासन का कहना है कि सुबह के समय अत्यधिक ठंड और घने कोहरे के कारण बच्चों को स्कूल आने-जाने में दिक्कत हो रही थी। इसी वजह से समय में बदलाव का निर्णय लिया गया है। आदेश न मानने पर होगी कार्रवाई DM दीपक मीणा ने स्कूल प्रबंधन और कोचिंग संचालकों को आदेश का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए हैं। आदेश की अनदेखी करने वाले संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। प्रशासन ने अभिभावकों से अपील की है कि वे बच्चों को तय समय के अनुसार ही स्कूल भेजें और ठंड से बचाव के जरूरी इंतजाम जरूर करें।
धार जिले में गुरुवार को गो तस्करी के एक प्रयास को विफल किया गया है। इंदौर-अहमदाबाद फोरलेन पर गौतम स्कूल के पास 20 मवेशियों से भरा एक वाहन पकड़ा गया। यह कार्रवाई गो सेवकों की मदद से नौगांव थाना पुलिस ने की। यह घटना तब सामने आई जब गोवंश से भरे एक वाहन से दो बछड़े अचानक सड़क पर गिर गए। इसकी सूचना मिलने पर गो सेवक और नौगांव थाना पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। उन्होंने गिरे हुए बछड़ों को सुरक्षित किया। इसी दौरान, पास से गुजर रहे एक आईसर वाहन (क्रमांक आरजे 09 जेई 3379) पर गो सेवकों की नजर पड़ी। संदेह होने पर उन्होंने वाहन को रोका। वाहन की जांच करने पर उसमें 20 मवेशियों को अमानवीय तरीके से ठूंस-ठूंसकर भरा गया था। मवेशियों को इस तरह बांधा गया था कि वे ठीक से खड़े भी नहीं हो पा रहे थे। पूछताछ में वाहन चालक मोहम्मद वजीर कुरैशी (निवासी जावरा) ने मवेशियों को कानवन पशु बाजार ले जाने की बात कही। वहीं, कंडक्टर अब्दुल हमीद पठान (निवासी रतलाम) ने उन्हें दूध डेयरी ले जाने का दावा किया। गो सेवकों ने बताया कि आरोपी मवेशियों को अवैध रूप से महाराष्ट्र की ओर ले जा रहे थे। दोनों के बयानों में विरोधाभास मिलने से संदेह और बढ़ गया। पुलिस द्वारा मवेशियों के परिवहन से संबंधित वैध दस्तावेज मांगे जाने पर आरोपी कोई परमिट या कागजात पेश नहीं कर सके। इसके बाद पुलिस ने वाहन को जब्त कर लिया। दोनों आरोपियों, मोहम्मद वजीर कुरैशी और अब्दुल हमीद पठान, के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। फरियादी गो सेवक विश्वास शर्मा और धर्मेंद्र जोशी ने इस कार्रवाई में सहयोग किया। नौगांव थाना प्रभारी हीरुसिंह रावत ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह गो तस्करी का मामला पाया गया है। सभी 20 मवेशियों को सुरक्षित रूप से वात्सल्य गोशाला भेज दिया गया है। मामले की आगे की जांच जारी है।
सड़क सुरक्षा को लेकर मऊगंज यातायात पुलिस ने गुरुवार को नियम तोड़ने वाले वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई की। इस दौरान चालान काटे गए और साथ ही घने कोहरे को देखते हुए लोगों से सतर्कता बरतने की अपील भी की गई। नियम उल्लंघन पर चालानी कार्रवाई यातायात प्रभारी नरेश प्रताप सिंह ने बताया कि जांच अभियान के दौरान 6 वाहन चालकों के चालान काटे गए। इन चालकों से कुल 20,500 रुपये का समन शुल्क वसूला गया। यह अभियान गुरुवार देर शाम तक चला और आगे भी नियमित रूप से जारी रहेगा। यातायात प्रभारी ने कहा कि नियमों का पालन न करने से केवल चालक ही नहीं, बल्कि सड़क पर चल रहे अन्य लोगों की जान भी खतरे में पड़ती है। पुलिस का उद्देश्य केवल जुर्माना वसूलना नहीं, बल्कि लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करना है। कोहरे में सावधानी बरतने की अपील घने कोहरे और बदलते मौसम को देखते हुए यातायात पुलिस ने वाहन चालकों से विशेष सावधानी बरतने की अपील की है। प्रभारी सिंह ने कहा कि यदि बहुत जरूरी न हो तो कोहरे के समय यात्रा से बचें। उन्होंने सलाह दी कि यात्रा करनी पड़े तो वाहन की गति धीमी रखें, फॉग लैंप और लो-बीम हेडलाइट का उपयोग करें, अनावश्यक ओवरटेक न करें और वाहनों के बीच सुरक्षित दूरी बनाए रखें। वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का उपयोग न करने की भी हिदायत दी गई। पैदल यात्रियों से भी सतर्क रहने की अपील यातायात पुलिस ने पैदल चलने वालों से भी सड़क पार करते समय सतर्क रहने और आसपास के वाहनों पर ध्यान देने की अपील की है। यातायात प्रभारी ने कहा कि सड़क सुरक्षा सभी की जिम्मेदारी है और नियमों का पालन कर ही दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है।
900 करोड़ रुपए के जल जीवन मिशन घोटाले में एसीबी ने पकड़े गए पांचों आरोपियों को गुरुवार सुबह कोर्ट में पेश किया। जहां से पांचों आरोपियों को एक दिन की पुलिस रिमांड पर सौंपा गया। अदालत ने एसीबी की तीन दिन की मांग के बावजूद उन्हें एक दिन की रिमांड पर दिया। एसीबी टीम सभी पांचों आरोपियों को आमने सामने बैठाकर पूछताछ करेगी। अब तक हुई पूछताछ में जलदाय विभाग के कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध मिली है। वहीं दूसरी ओर एसीबी टीम ने गुरुवार दोपहर पीएचडी डिपार्टमेंट से कुछ फाइलें और डॉक्यूमेंट जब्त किए हैं। 5 आरोपियों को किया था गिरफ्तारएसीबी डीजी गोविंद गुप्ता ने बताया- जल जीवन मिशन घोटाले मामले में वर्ष 2023 में दर्ज एफआईआर पर कार्रवाई की गई थी। एसीबी की गठित एसआईटी ने बुधवार को 5 आरोपी महेश कुमार मित्तल (प्रोपराइटर- गणपति ट्यूबवेल), उनके बेटे हेमंत मित्तल उर्फ गोलू, पीयूष जैन (प्रोपराइटर- श्याम ट्यूबवेल), उमेश कुमार शर्मा (मैनेजर/ लाइजनिंग ऑफिसर, श्याम ट्यूबवेल) और गोपाल कुमावत (तत्कालीन लेखाधिकारी, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग (पीएचईडी)) को गिरफ्तार किया था। एसीबी ने पांचों आरोपियों को गुरुवार को कोर्ट में पेश कर एक दिन की रिमांड पर लिया है। इसके साथ इन आरोपियों से नक्शा मौका तस्दीक करवाने के लिए इनके ठिकानों पर लेकर जाएगी। एसीबी की एक टीम गुरुवार को जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के मुख्यालय जल भवन पहुंची थी। वहां से जल जीवन मिशन से जुड़ी फाइल जुटाई गई है। एसीबी की ओर से इस पूरे मामले में जांच को और आगे बढ़ाया गया है। आने वाले दिनों में जांच का दायरा और बढे़गायह कार्रवाई ग्रामीण जल आपूर्ति परियोजनाओं में कथित भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के आरोप में पांच आरोपियों की गिरफ्तारी के एक दिन बाद की गई। गिरफ्तार किए गए लोगों में विभागीय अधिकारी भी शामिल है। एसीबी ने जेजेएम से जुड़े सभी मामलों की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। इस टीम ने पीएचईडी कार्यालय का दौरा कर निविदाओं, अनुमोदनों, स्वीकृति नोट्स, भुगतान जारी करने और जेजेएम कार्यों के निष्पादन से संबंधित महत्वपूर्ण आधिकारिक रिकॉर्ड जब्त किए। सूत्रों के अनुसार, आने वाले दिनों में जांच का दायरा और बढ़ सकता है। अधिकारियों ने बताया कि नए दस्तावेजी साक्ष्य से यह स्थापित करने में मदद मिलेगी कि निविदाएं कैसे आवंटित की गईं, कार्य कैसे निष्पादित हुए और कथित अनियमितताओं में धन का प्रवाह कैसे हुआ। कंपनियों ने टेंडर कैसे हासिल किए, लेंगे जानकारीजांच का मुख्य केंद्र पॉइंट यह पता लगाना है कि गणपति ट्यूबवेल और श्याम ट्यूबवेल को टेंडर कैसे आवंटित किए गए। साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि इन फर्मों को किस आधार पर प्राथमिकता दी गई और क्या अनुमोदन प्रक्रिया के दौरान मानदंडों का उल्लंघन हुआ। राज्य सरकार ने 9 दिसंबर को पीएचईडी के छह अधिकारियों, जिनमें एक पूर्व अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) शामिल हैं, के खिलाफ विस्तृत जांच की स्वीकृति दी थी। एजेंसी ने यह संभावना नहीं जताई है कि एसआईटी के सभी प्रासंगिक दस्तावेजों की जांच पूरी करने के बाद पूर्व वरिष्ठ अधिकारियों को नोटिस जारी किए जा सकते हैं। जेजेएम मामला ग्रामीण जल आपूर्ति अनुबंधों के आवंटन में भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण गहन जांच के अधीन आ गया है, जिसमें जांचकर्ताओं को संदेह है कि ठेकेदारों और अधिकारियों के बीच जाली दस्तावेज, फर्जी बिल और साठगांठ की प्रथाएं हो सकती हैं। 5 पॉइंट में समझें, क्या है जल जीवन मिशन घोटाला?
पलवल में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल ने भाजपा सरकार के मंत्रियों और जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि यमुना किनारे सुल्तानपुर गांव में वन विभाग की सैकड़ों एकड़ जमीन पर अवैध रूप से खनन किया जा रहा है। दलाल ने ये आरोप गुरुवार को अपने निवास पर आयोजित एक पत्रकार वार्ता के दौरान लगाए। दलाल ने बताया कि यमुना नदी के किनारे सुल्तानपुर गांव में वन विभाग की कुल 343 एकड़ जमीन है। इस भूमि पर अवैध तरीके से रेत का खनन हो रहा है, जबकि वन विभाग की जमीन से रेत का उठान कानूनी रूप से प्रतिबंधित है। उन्होंने आरोप लगाया कि खनन माफिया ग्रामीणों को धमकाकर डराते हैं और इस अवैध कार्य में भाजपा सरकार के मंत्री और जिला प्रशासन के अधिकारी भी शामिल हैं। पूर्व मंत्री ने कहा कि बार-बार लिखित शिकायतें देने के बावजूद प्रशासनिक अधिकारी अवैध खनन माफियाओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। दलाल ने चेतावनी दी कि यदि इस मामले में जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो वे न्याय के लिए राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) का दरवाजा खटखटाएंगे। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस प्रवक्ता महावीर तंवर और सुल्तानपुर गांव के धर्मेंद्र व प्रमोद भी मौजूद थे। दलाल ने शहर में कूड़ा उठाने वाली कंपनी पर भी भ्रष्टाचार में संलिप्तता का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पूरा शहर कूड़े के ढेर में तब्दील हो गया है, जबकि कूड़ा उठाने वाली कंपनी को तीन महीने के टेंडर के तहत करोड़ों रुपए का भुगतान किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि शहर में हर जगह कूड़े के ढेर लगे हैं, जिससे लोग बीमार पड़ रहे हैं और प्रदूषण बढ़ रहा है, लेकिन नगर परिषद के अधिकारी इस पर कोई संज्ञान नहीं ले रहे हैं।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) अपने शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में रायसेन जिले में विशाल हिंदू सम्मेलनों का आयोजन कर रहा है। इन सम्मेलनों का मुख्य लक्ष्य सकल हिंदू समाज में सामाजिक समरसता स्थापित करना है। ये आयोजन 20 दिसंबर से 20 जनवरी 2026 तक चलेंगे। रायसेन जिले में कुल 150 हिंदू सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। RSS की संगठनात्मक संरचना के अनुसार, जिले में 91 हिंदू सम्मेलन निर्धारित हैं। इन आयोजनों के लिए सभी मंडल और बस्तियों में हिंदू सम्मेलन संचालन समिति तथा समाज के प्रबंध वर्ग द्वारा आयोजन समितियों का गठन किया गया है। 4 हजार लोग पहुंचने की उम्मीदइन सम्मेलनों में 1000 से 4000 लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। कुछ सम्मेलन जनजातीय क्षेत्रों और सेवा बस्तियों में भी आयोजित किए जाएंगे, जिससे व्यापक भागीदारी सुनिश्चित हो सके। जिले का पहला हिंदू सम्मेलन गंज खंड में 20 दिसंबर को आयोजित होगा, जिसमें लगभग 5000 लोगों के शामिल होने की संभावना है। गंज (गैरतगंज) खंडनगर में तीन बस्तियों में अलग-अलग तिथियों पर हिंदू सम्मेलन आयोजित होंगे। जन जागरण के उद्देश्य से इन आयोजनों के तहत भारत माता की आरती, प्रभात फेरी और हनुमान चालीसा के पाठ जैसे कार्यक्रम भी किए जा रहे हैं। इन हिंदू सम्मेलनों का मुख्य उद्देश्य सकल हिंदू समाज में सामाजिक समरसता स्थापित करना और 'पंच परिवर्तन' के विषय को समाज तक पहुंचाना है।
रोहतक जिले के कलानौर में निगाना मोड़ पर गुरुवार को एक सड़क हादसे में 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। महिला को एक निजी सवारी बस ने टक्कर मार दी थी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। मृतका की पहचान कलानौर के वार्ड नंबर 8 निवासी ओमपति के रूप में हुई है। वह रविदास मंदिर के पास रहती थीं। हादसा उस समय हुआ जब ओमपति अपने घर से पेंशन लेने के लिए बैंक जा रही थीं। रोहतक पीजीआई में तोड़ा दम बस की टक्कर लगने से महिला गंभीर रूप से घायल हो गईं। बताया जाता है कि सड़क पर काफी खून फैल गया था। परिजन उन्हें तुरंत कलानौर के सामान्य अस्पताल ले गए, जहां गंभीर हालत को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया गया। पीजीआई रोहतक में इलाज के दौरान ओमपति की मौत हो गई। कलानौर पुलिस ने बताया कि बस की टक्कर से महिला के दोनों पैरों में गंभीर चोटें आई थी। पुलिस ने बस को कब्जे में ले लिया है और मामले में आगे की कार्रवाई जारी है।
भोपाल में बैंक-बीमा कर्मचारियों का प्रदर्शन:एफडीआई के विरोध में एकजुट हुए; बड़े आंदोलन की चेतावनी
भोपाल के होशंगाबाद रोड स्थित भारतीय जीवन बीमा निगम के मध्य क्षेत्र कार्यालय के सामने बैंक और बीमा कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। वे एफडीआई के विरोध में गुरुवार की शाम को एकजुट हुए। प्रदर्शन के दौरान ही उन्होंने बड़े आंदोलन की चेतावनी भी दी। बता दें कि 16 दिसंबर को केंद्रीय वित्त मंत्री ने लोकसभा में बीमा कानून (संशोधन) विधेयक 2025 पेश किया। इसके तहत बीमा क्षेत्र में एफडीआई को 100% तक बढ़ाने का प्रावधान है। इस पर संगठनों की स्थानीय इकाइयों के बैनरतले गुरुवार की शाम को प्रदर्शन किया गया। ऑल इंडिया बैंक एम्प्लॉइज एसोसिएशन, ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कॉन्फेडरेशन, नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ बैंक एम्प्लॉइज, फेडरेशन ऑफ एलआईसी क्लास वन ऑफिसर्स एसोसिएशन, ऑल इंडिया इंश्योरेंस एम्प्लॉइज एसोसिएशन, जनरल इंश्योरेंस एम्प्लॉइज ऑल इंडिया एसोसिएशन, ऑल इंडिया एलआ सी एम्प्लॉइज फेडरेशन, ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन और बैंक एम्प्लॉइज फेडरेशन ऑफ इंडिया के आह्वान पर यह प्रदर्शन हुआ। नारेबाजी कर विरोध दर्ज करायासंगठन के पदाधिकारियों ने प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। इसके बाद सभा हुई। जिसे बैंक और बीमा कर्मचारी-अधिकारी संगठन के पदाधिकारी वीके शर्मा, संजय मिश्रा, दीपक रत्न शर्मा, निर्भय सिंह ठाकुर, पूषण भट्टाचार्य, योगेश गुप्ता, दिनेश झा, भगवान स्वरूप कुशवाहा, नजीर कुरैशी आदि ने संबोधित किया। वक्ताओं ने कहा कि विधेयक का नाम 'सबका बीमा सबकी रक्षा (बीमा कानूनों में संशोधन) विधेयक 2025' रखा गया है। सरकार ने एक ऐसी नीति को सही ठहराने के लिए लोगों के हित में होने वाली बातें कही हैं, जो असल में जनता के हित को कमजोर करती है। यह विधेयक तीन कानूनों में संशोधन करना चाहता है: बीमा अधिनियम 1938, जीवन बीमा निगम अधिनियम 1956 और बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण अधिनियम 1999। संशोधनों के बताए गए उद्देश्य बीमा क्षेत्र के विकास को तेज करना, पॉलिसीधारकों की सुरक्षा बढ़ाना, व्यापार करने में आसानी में सुधार करना और नियामक पारदर्शिता और निगरानी को मजबूत करना है। हालांकि, करीब से देखने पर यह साफ हो जाता है कि असली मकसद कुछ और ही खतरनाक है। इसका मकसद भारत की कीमती घरेलू बचत को विदेशी पूंजीपतियों को थाली में सजाकर सौंपना है। यह विधेयक भारतीय बीमा कंपनियों में 100% तक विदेशी निवेश की अनुमति देना चाहता है। FDI को 100 प्रतिशत तक बढ़ाने से न तो भारतीय अर्थव्यवस्था को फायदा होगा और न ही बीमा कराने वाली जनता को कोई फायदा होगा। इससे केवल विदेशी पूंजी को घरेलू बचत पर ज्यादा पहुंच और नियंत्रण मिलेगा। यह आम जानकारी है कि अर्थव्यवस्था के विकास में घरेलू बचत सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। एक कल्याणकारी राज्य के रूप में भारत को संवैधानिक दायित्वों को पूरा करने के लिए घरेलू बचत पर अधिक नियंत्रण होना चाहिए। सभी प्रमुख विदेशी कंपनियां पहले से ही घरेलू बीमा कंपनियों के साथ साझेदारी में देश में काम कर रही हैं। मौजूदा 74% FDI सीमा पर्याप्त से अधिक है और बीमा व्यवसाय में निजी क्षेत्र के विकास और विस्तार में कोई बाधा नहीं है। वक्ताओं ने जन एवं देश हित में केंद्र सरकार से अपील की है कि बीमा क्षेत्र में 100% प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की बढ़ाई गई सीमा को अविलंब वापस लें। अन्यथा आगे आने वाले दिनों में आंदोलन का सामना करने के लिए तैयार रहें।
राज्य सरकार द्वारा नई पंचायत समितियों के गठन और पुनर्गठन के आदेशों के बाद से कई स्थानों पर विरोध के स्वर उठ रहे हैं। जिले में श्रीबालाजी के स्थान पर अलाय को पंचायत समिति मुख्यालय बनाने को लेकर आंदोलन दो दिनों से जारी है। वहीं आज मेड़ता रोड़ के स्थान पर गोटन को पंचायत समिति बनाने की मांग को लेकर एक बैठक में जनप्रतिनिधियों ने आवाज़ उठाई है। इसके लिए मेड़ता में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के दौरे के वक्त उनसे समय लेकर अपनी बात रखने की रणनीति बनाई गई है। गोटन के जनप्रतिनिधियों का कहना है कि मेड़ता रोड़ के बजाय गोटन को पंचायत समिति मुख्यालय बनाया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री से मुलाकात कर रखेंगे अपनी बात मेड़ता रोड की जगह गोटन को पंचायत समिति बनाए जाने की मांग को लेकर गोटन में सर्वदलीय जनप्रतिनिधियों की एकजुटता देखने को मिली। गोटन रेलवे स्टेशन स्थित धर्मशाला में आयोजित सर्वदलीय जनप्रतिनिधि बैठक में क्षेत्र के राजनीतिक, सामाजिक और पंचायत स्तर के प्रतिनिधि एक मंच पर नजर आए। बैठक में 23 दिसंबर को मुख्यमंत्री के प्रस्तावित दौरे के दौरान उनसे प्रत्यक्ष मुलाकात कर गोटन पंचायत समिति की मांग मजबूती से रखने की ठोस और संगठित रणनीति पर विस्तार से चर्चा की गई। भौगोलिक दृष्टि से गोटन मुख्यालय जनहित में बैठक में वक्ताओं ने कहा कि गोटन क्षेत्र भौगोलिक दृष्टि से केंद्र में स्थित है, यहां पर्याप्त प्रशासनिक संसाधन, बेहतर कनेक्टिविटी और बड़ी आबादी है। ऐसे में मेड़ता रोड के बजाय गोटन को पंचायत समिति मुख्यालय बनाए जाना जनहित और प्रशासनिक सुगमता दोनों के लिहाज से आवश्यक है। जनप्रतिनिधियों ने स्पष्ट किया कि यह किसी दल विशेष की नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र की सामूहिक मांग है। मुख्यमंत्री के समक्ष पेश करेंगे दस्तावेज बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान जनसंख्या, दूरी, पंचायतों की संख्या, यातायात सुविधा और विकास की संभावनाओं से जुड़े तथ्यात्मक दस्तावेज प्रस्तुत किए जाएंगे, ताकि सरकार तक गोटन का मजबूत पक्ष पहुंचे। सभी वक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि यदि मांग पर शीघ्र निर्णय नहीं हुआ तो आगे की रणनीति जनभावनाओं के अनुरूप तय की जाएगी। ये रहे मौजूद इस महत्वपूर्ण बैठक में सरपंच संघ अध्यक्ष रामस्वरूप कसवां, गोटन प्रशासक भंवरलाल जमेरिया, पूर्व सरपंच नारायण सिंह, ऋषभ राठी, देवीसिंह सिसोदिया, रामेश्वरलाल जांगिड़, अलानुर खान, हरदेव जोशी, नेमीचंद शर्मा, रविन्द्र खोखर, हनुमान खोखर सहित अनेक जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। बैठक के अंत में सभी ने एकजुटता बनाए रखने और संवैधानिक दायरे में रहकर संघर्ष जारी रखने का संकल्प लिया।
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने अरावली की ऊंचाई 100 मीटर से कम करने और इसके संरक्षण को लेकर केंद्रीय वन और पर्यावरण मंत्री पर निशाना साधा है। जूली ने कहा- अरावली के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है। अरावली को बचाने की लड़ाई अब किसी दल विशेष की नहीं, बल्कि प्रदेश के अस्तित्व और हमारी आने वाली पीढ़ियों की सांसों को बचाने का सामाजिक धर्म है। जूली ने कहा- यह लोकतंत्र की सबसे बड़ी विडंबना है कि जिनके कंधों पर पर्यावरण संरक्षण की जिम्मेदारी है। वही आज विनाश की पटकथा लिख रहे हैं। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री की शिक्षा अजमेर में हुई और वे अलवर का प्रतिनिधित्व करते हैं। दोनों ही क्षेत्र अरावली की गोद में बसे हैं और पुष्कर जैसे तीर्थों की रक्षा करते हैं। जूली ने कहा- मंत्री 'धृतराष्ट्र' बनकर अरावली का विनाश देख रहे हैं। क्या उन्हें अपनी ही मिट्टी और आने वाली पीढ़ी के भविष्य की चिंता नहीं है? अरावली की परिभाषा बदलकर 90% अरावली को नीलाम करने की तैयारीजूली ने कहा- केंद्र के फॉरेस्ट एक्ट और अरावली की परिभाषा में किए गए मनमाने संशोधनों से राजस्थान के लगभग 90 प्रतिशत पहाड़ संरक्षण के दायरे से बाहर हो जाएंगे। इसका सीधा अर्थ है- खनन माफिया के लिए रेड कारपेट बिछाना। यदि 11 हजार से अधिक पहाड़ियों वाला यह प्राकृतिक रक्षा कवच टूट गया तो थार के मरुस्थल को दिल्ली और पूर्वी राजस्थान तक पहुंचने से कोई नहीं रोक पाएगा। वर्ष 2023 के संशोधनों के जरिए केंद्रीय अधिकार प्राप्त समिति (CEC) जैसी स्वतंत्र निगरानी संस्थाओं को कमजोर कर, उन्हें पूरी तरह पर्यावरण मंत्रालय के अधीन कर दिया गया है। स्वतंत्र आवाज को दबाकर सरकार अब अरावली जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में मनमाने फैसले ले रही है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। राजनीतिक मतभेद भुलाकर अरावली बचाने एकजुट हों प्रदेशवासीजूली ने कहा- अरावली हमारे लिए केवल पत्थरों का ढेर नहीं, बल्कि आस्था का केंद्र है। यहां पांडुपोल हनुमानजी और राजा भर्तृहरि जैसे महान तीर्थ वास करते हैं। बुजुर्ग हमें हरे-भरे पहाड़ और कुएं सौंप कर गए थे, लेकिन आज हमारा लालच भू-जल को 1500 फीट नीचे ले गया है। अगर अब भी नहीं संभले, तो आने वाली पीढ़ी हमें कभी माफ नहीं करेगी। जूली ने कहा- यह लड़ाई अब केवल बयानों तक सीमित नहीं रहेगी। अरावली बचाओ अभियान को जनआंदोलन बनाना होगा। प्रदेशवासियों से अपील है कि वे दलगत राजनीति और मतभेदों को भुलाकर अपनी प्रकृति, अपनी संस्कृति और अपनी सांसों की रक्षा के लिए एकजुट हों। हम सरकार को इन विनाशकारी संशोधनों पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर कर देंगे। यह खबर भी पढ़ें... 'अरावली आंधी को रोकती है, इसके बिना स्थिति डरावनी होगी:गहलोत पहाड़ी बचाने के अभियान से जुड़े, बोले- इसकी ऊंचाई फीते से नहीं नापें पूर्व सीएम अशोक गहलोत 'अरावली बचाओ मुहिम' के समर्थन में उतर गए हैं। गहलोत ने कहा- ये पहाड़ियां और यहां के जंगल एनसीआर और आस-पास के शहरों के लिए 'फेफड़ों' का काम करते हैं। ये धूल भरी आंधियों को रोकते हैं और प्रदूषण कम करने में अहम भूमिका निभाते हैं। जब अरावली के रहते हुए स्थिति इतनी गंभीर है तो अरावली के बिना स्थिति कितनी वीभत्स होगी, इसकी कल्पना भी डरावनी है। (पूरी खबर पढ़ें)
दमोह में दो शिकारी गिरफ्तार, देसी बम बरामद:जंगली सुअर का मांस और इंडियन सीवेज कछुआ भी मिला
दमोह के हटा वन परिक्षेत्र में वन विभाग ने जंगली सुअर का शिकार करते हुए बाप-बेटे को गिरफ्तार किया है। उनके पास से बड़ी मात्रा में देसी बम, जंगली सूअर का मांस और एक इंडियन सीवेज टाइटल कछुआ बरामद किया गया। यह कार्रवाई दहा बीट में की गई। गुरुवार शाम वन परिक्षेत्र अधिकारी ऋषि तिवारी और एसडीओ एमडी माणिक पुरी ने इस मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि ग्राम दहा बीट प्रभारी हरीश तंतवाय पीएफ 343 के चड़वा बारी इलाके में बाघ गणना कर रहे थे। इसी दौरान उन्हें कुछ हलचल महसूस हुई। जब बीट प्रभारी ने आवाज दी, तो शिकारी भागने लगे। हरीश तंतवाय ने चौकीदार मोहन और नन्नाई आदिवासी की मदद से घेराबंदी कर दोनों शिकारियों को रंगे हाथों पकड़ लिया। पूछताछ में पकड़े गए शिकारियों ने अपनी पहचान दिलक्शन (42 वर्ष) पुत्र बड़े भाई पारदी और भूपेंद्र (24 वर्ष) पुत्र दिलक्शन आदिवासी के रूप में बताई। वे ग्राम भिलोनी टपरिया, फतेहपुर चौकी, थाना मगरोंन के निवासी हैं। मांस बेचते थे दोनों रेंजर ने जानकारी दी कि आरोपी चूड़ियां बेचने का काम करते हैं। वे बिहार से देसी हथगोले लाकर जंगल में अलग-अलग स्थानों पर रख देते थे। जंगली सुअर के चबाते ही ये बम फट जाते थे, जिसके बाद वे सूअर को फंदे से पकड़कर उसका मांस बेच देते थे। आरोपियों के कब्जे से एक बल्लम, कुल्हाड़ी, एक इंडियन सीवेज टाइटल कछुआ (वन्य जीव) और दर्जनों देसी बम बरामद किए गए हैं। उनके विरुद्ध वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है। इस संबंध में नजदीकी पुलिस थाने को भी सूचित कर दिया गया है। आरोपियों के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत भी कार्रवाई की जाएगी।
वरिष्ठ नागरिक निशुल्क तीर्थ यात्रा के लिए उदयपुर से भी वरिष्ठ नागरिक यात्री ट्रेन में सवार हुए। राणा प्रताप नगर रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को उनके परिवारजनों ने विदा किया। इस दौरान स्टेशन पर यात्रियों ने कामाख्या मैया का जयकारा लगाया। डूंगरपुर रेलवे स्टेशन से रवाना होकर ट्रेन दोपहर बाद उदयपुर के राणाप्रताप नगर स्टेशन पर ट्रेन आई। यहां स्टेशन से उदयपुर, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, सलूंबर एवं प्रतापगढ़ जिले के 300 वरिष्ठ नागरिक सवार हुए। इससे पहले डूंगरपुर से 170 यात्री ट्रेन में सवार होकर आए। वहीं जयपुर रेलवे जंक्शन से 500 वरिष्ठ नागरिक इस यात्रा में शामिल होंगे। राणा प्रताप नगर स्टेशन पर निरीक्षक शिवराज सिंह राठौड़ एवं प्रबंधक सुमित्रा सिंह के नेतृत्व में देवस्थान विभाग के कार्मिकों ने वरिष्ठ नागरिकों के आवेदन पत्र जांच कर टिकट दिए। ट्रेन 20 दिसंबर को कामाख्या देवी पहुंचेगी। वहीं 25 दिसंबर को उदयपुर होकर डूंगरपुर लौटेगी। ट्रेन में 970 यात्री हुए रवानादेवस्थान विभाग के सहायक आयुक्त जतिन गांधी ने बताया- ट्रेन में 970 यात्री एवं एक ट्रेन प्रभारी राजपत्रित अधिकारी, मेडिकल टीम, अनुरक्षक सहित 30 का स्टाफ को मिलाकर कुल 1000 जने सवार हैं। भगवत सिंह झाला को ट्रेन प्रभारी बनाया गया है। गांधी ने बताया कि अगली ट्रेन 26 दिसंबर को डूंगरपुर से उदयपुर होकर रामेश्वरम-मदुरई जाएगी।
भोपाल के 19 से 21 दिसंबर तक बिट्टन मार्केट में फूड फेस्टिवल आयोजित किया जाएगा। यहां एक से बढ़कर एक फूड स्टॉल्स होंगे, जहां प्रदेश के अलग-अलग इलाकों के जायके लोगों को लुभाएंगे। खाने के साथ-साथ इस फेस्ट में भरपूर फन और एंटरटेनमेंट होगा। म्यूजिक, इंटरएक्टिव एक्टिविटीज और मजेदार कॉन्टेस्ट्स इसे और खास बनाएंगे। परिवार, दोस्त और फूड एक्सप्लोरर्स, सभी के लिए यह फेस्टिवल एक यादगार मौका साबित होने वाला है। एक ही मंच पर एमपी के लोकप्रिय टेस्टफूड लवर्स के लिए MY FM की ओर से एक ही मंच पर मध्य प्रदेश के पारंपरिक और लोकप्रिय स्वाद प्रस्तुत किए जाएंगे। यह ‘Taste of Madhya Pradesh’ सिर्फ एक फूड इवेंट नहीं, बल्कि स्वाद, संस्कृति और मनोरंजन का संगम है। जहां हर उम्र के लोग एक साथ खुशियों का स्वाद ले सकेंगे। यहां अजब MP का गजब स्वाद मिलेगा जो हमारी मिट्टी, संस्कृति और परंपरा से जुड़ा महसूस कराएगा।

