झज्जर में इस बार दीपों का त्योहार दीपावली नजदीक आते ही झज्जर शहर रोशनी और उमंग से भर उठा है। बाजारों में रौनक लौट आई है, मिठाई की दुकानों पर भीड़ लगने लगी है। गलियों में रंगोली और झालरों की चमक दिखाई दे रही है। वहीं लोगों में भी पर्व को लेकर उत्साह बना हुआ है। मंदिरों को भी सजाया जा रहा है। मुख्य बाजार, पुराना बस स्टैंड रोड, अंबेडकर चौक, सिलानी गेट चौक और बाजार इन दिनों शाम ढलते ही जगमगाने लगते हैं। दुकानदारों ने ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए सुंदर सजावट की है, वहीं महिलाएं घरों की साफ-सफाई करने और दीयों की खरीददारी में जुटी हैं। प्रशासन ने भी की तैयारियां पूरीझज्जर जिला प्रशासन ने दीपावली को शांतिपूर्ण और सुरक्षित ढंग से मनाने के लिए विशेष व्यवस्था की है। पुलिस विभाग ने मुख्य चौक-चौराहों पर अतिरिक्त गश्त की व्यवस्था की है। वहीं, नगर परिषद की शहर की सड़कों और सार्वजनिक स्थलों की साफ रखने की जिम्मेदारी है। वहीं डीसी स्वप्निल रविंद्र पाटिल की ओर से पटाखे न बजाने के निर्देश भी दिए गए हैं। झज्जर के कई स्कूलों और सामाजिक संगठनों ने इस बार “ग्रीन दीपावली” मनाने का अभियान शुरू किया है। बच्चों और युवाओं को पटाखों की जगह दीपक जलाने और पर्यावरण की सुरक्षा का संदेश दिया जा रहा है। बाजारों में बढ़ी रौनक, व्यापारियों में उत्साहव्यापारियों के अनुसार, इस बार पिछले साल की तुलना में बिक्री में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। मिठाई की दुकानों, गिफ्ट शॉप्स और कपड़ों के शो-रूम में ग्राहकों की भीड़ लगनी शुरू हो गई है। खुशियों का त्योहार, नई उम्मीदों की किरण लेकर आया है, शहरवासी इस उम्मीद में हैं कि दीपावली का यह पर्व हर घर में सुख, समृद्धि और खुशहाली लेकर आए। दीपों की जगमगाहट से अंधेरा मिटे और नई रोशनी जले।
छत्तीसगढ़ में जगदलपुर के रेलवे कॉलोनी में स्थित करीब 32 घरों पर रेलवे प्रशासन ने बुलडोजर चलाया है। रेलवे का कहना है कि ये जमीन रेलवे की है। यहां अवैध कब्जा कर मकान बना लिए थे। पहले नोटिस थमाकर खाली करने कहा था। नहीं किए तो दिवाली त्योहार से पहले कार्रवाई की। इधर, उस इलाके के रहवासियों का कहना है कि हमें कोई नोटिस नहीं मिला। हम घर में भी नहीं थे और रेलवे प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर घर तोड़ दिया है। वहीं इस मामले में अब सियासत भी शुरू हो गई है। कांग्रेस और भाजपा के नेता एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। ये है पूरा मामला दरअसल, यह मामला संजय गांधी वार्ड का है। शनिवार को यहां रेलवे के अफसर और पुलिस जवान पहुंच गए। फिर एक-एक कर अवैध तरीके से बने सारे मकानों पर बुलडोजर चलाया गया। कार्रवाई की जानकारी मिलते ही कांग्रेस के जिला अध्यक्ष सुशील मौर्य, पार्षद कोमल सेना और पार्टी कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे। जमकर हुआ बवाल प्रशासनिक कार्रवाई का विरोध करते हुए जमकर हंगामा किया। कांग्रेस जिला अध्यक्ष का कहना है कि रेलवे प्रशासन ने यहां के रहवासियों को बिना सूचना दिए इस तरह की कार्रवाई की, जिससे 50 से ज्यादा परिवार बेघर हो गए हैं। दिवाली त्योहार से पहले रेलवे प्रशासन ने उनके घरों पर बुलडोजर चला दिया है। ये लोग अब कहां रहेंगे? हमें नहीं दिया कोई नोटिस - पीड़ित रहवासियों ने कहा कि उन्हें पूर्व में कोई सूचना नहीं दी गई थी। सभी सुबह जब अपने-अपने काम पर गए थे, तभी पुलिस और रेलवे के कर्मचारी उनके घरों पर बुलडोजर चढ़ा दिए। जिनसे उनका सब कुछ तबाह हो गया। नगर निगम को टैक्स और नल बिल का भुगतान करने के बावजूद निगम सरकार ने उनकी कोई मदद नहीं की। उन्होंने कहा कि, कई बार प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए आवेदन भी किए। जिनमें कुछ लोगों को मकान का लाभ मिला लेकिन अब 50 से ज्यादा परिवार बेघर हो गए हैं। रहने के लिए कोई ठिकाना नहीं है। अफसर बोले- रेलवे की संपत्ति पर अवैध कब्जा रेलवे प्रशासन के एडीएम नागा पसर ने कहा कि यह जमीन रेलवे की संपत्ति है, जिस पर अवैध रूप से मकान बनाकर लोग निवास कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विभाग ने पूर्व में सभी को नोटिस दिया था। हाई लेवल से भूमि खाली कराने के निर्देश मिले थे। पिछले दो माह से नोटिस जारी कर रहे थे। उन्होंने कहा कि, यह जगह रेलवे कर्मियों के लिए जरूरी क्षेत्र में आती है। 2 अक्टूबर को अतिक्रमण हटाने की तिथि तय की गई थी। हालांकि, दशहरा त्योहार के चलते कार्रवाई स्थगित कर दी गई थी। जिसके बाद शनिवार 11 अक्टूबर को अभियान दोबारा शुरू किया गया है। पार्षद बोलीं- मुझे भी नहीं दिए जानकारी संजय गांधी वार्ड की पार्षद कोमल सेना (कांग्रेस) ने भी प्रशासनिक कार्रवाई पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि वार्ड पार्षद होने के नाते रेलवे विभाग ने मुझे किसी तरह की सूचना नहीं दी। अधिकारियों ने कहा था कि सिर्फ दो लाइनें तोड़ी जाएंगी, लेकिन बाद में बाकी झोपड़ियों को भी गिरा दिया गया। मैंने पहले भी प्रशासन से अनुरोध किया था कि जब तक इन लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान न मिल जाए, तब तक इन्हें थोड़ा समय दिया जाए। लेकिन रेलवे अधिकारियों ने नहीं माना और बिना सूचना, नोटिस दिए मकानों पर बुलडोजर चला दिए। दिवाली तक मांगा गया है समय नगर निगम के महापौर संजय पांडेय ने कहा कि साल 2022 में कांग्रेस सरकार के दौरान भी इसी वार्ड में घर तोड़ने की प्रक्रिया शुरू की गई थी। तब भाजपाइयों ने आंदोलन कर प्रभावितों के नल और बिजली कनेक्शन बहाल करवाए थे। महापौर ने कहा कि अभी उन्हें घर तोड़ने की जानकारी मिली तो डीआरएम से बात कर दिवाली तक का समय मांगा गया है। जिसके बाद फिलहाल आगे के बचे मकानों पर बुलडोजर की कार्रवाई रोक दी गई है। इन प्रभावितों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिले इसके लिए निगम प्रशासन की कोशिश जारी है।
बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनाक्षी सिन्हा को पति जहीर के साथ मस्जिद की फोटो शेयर करना काफी भारी पड़ गया है. दरअसल सोशल मीडिया पर एक्ट्रेस को जमकर ट्रोल किया जा रहा है.
ऑल इंडिया राजगीर ट्रैक 2025 के तहत आयोजित एनसीसी कैंप में देश के अलग-अलग राज्यों से करीब 510 कैडेट पहुंचे। इन्होंने शुक्रवार को नालंदा के प्रमुख पर्यटन स्थलों का दौरा किया। इस दौरान कैडेटों ने गिरियक डैम की प्राकृतिक सुंदरता और नालंदा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी की भव्यता को करीब से देखने का अवसर हासिल किया। कैंप प्रबंधन ने बेहतर व्यवस्था के लिए कैडेटों को दो समूहों में विभाजित किया। पहले समूह को गिरियक डैम की यात्रा कराई गई, जहां उन्होंने प्राकृतिक छटा का आनंद लिया। दूसरे समूह को नालंदा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी ले जाया गया, जो पुराना नालंदा विश्वविद्यालय की गौरवशाली परंपरा को आगे बढ़ा रहा है। ज्ञान की इस भूमि को देखकर कैडेट अत्यंत प्रसन्न और उत्साहित नजर आए। खेल प्रतियोगिताओं में बिहार-झारखंड का दबदबा कैंप के दौरान आयोजित विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में बिहार व झारखंड निदेशालय के कैडेटों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए वॉलीबॉल फाइनल जीतकर ट्रॉफी अपने नाम कर ली। यह रोमांचक फाइनल मुकाबला बिहार-झारखंड और उत्तर प्रदेश निदेशालय के बीच खेला गया, जिसमें स्थानीय खिलाड़ियों ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए जीत हासिल की। रस्साकशी प्रतियोगिता का फाइनल मुकाबला शनिवार को खेला जाएगा, जिसमें उत्तर पूर्वी राज्यों के कैडेट और उत्तर प्रदेश निदेशालय के कैडेट आमने-सामने होंगे। समस्त खेल प्रतियोगिताओं का संचालन हवलदार भीम बुद्ध और एम बहादुर अधिकारी के कुशल निर्देशन में हो रहा है। सांस्कृतिक कार्यक्रम की तैयारियां जोरों पर कैंप के समापन दिवस पर आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम की तैयारियां भी पूरे जोरों पर हैं। जीसीआई प्रीति कुमारी और एनसीसी पदाधिकारी मधुकांत के निर्देशन में कैडेट विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का अभ्यास कर रहे हैं। इस प्रतियोगिता में देशभर से आए कैडेट अपने-अपने राज्यों की सभ्यता और संस्कृति को गीत-संगीत व नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत करेंगे। यह कार्यक्रम भारतीय सांस्कृतिक विविधता और एकता का अनूठा प्रदर्शन होगा। कैंप कमांडेंट कर्नल राजेश बाहरी ने बताया कि यह कैंप कैडेटों के लिए एक ऐतिहासिक अनुभव साबित होगा। उन्होंने कहा कि इस कैंप के माध्यम से कैडेट न केवल ज्ञान अर्जित करेंगे, बल्कि भाईचारा, एकता और राष्ट्रीय मूल्यों को भी आत्मसात करेंगे। नालंदा जैसी ऐतिहासिक भूमि पर आयोजित यह कैंप उनके व्यक्तित्व विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। कैंप की सफलता में सूबेदार मेजर नरेंद्र टीका, सूबेदार सुरेंद्र सिंह, रूपेश गुरु, राजकुमार सर सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी अहम योगदान दे रहे हैं। उनकी मेहनत और समर्पण से ही यह आयोजन सुचारू रूप से संचालित हो रहा है।
हिसार जिले के हांसी शहर में एक युवक द्वारा महिलाओं के कपड़े पहनकर अश्लील वीडियो बनाने का मामला सामने आया है। यह घटना भगवान विश्वकर्मा चौक और राम मंदिर पर हुई, जहां युवक ने सार्वजनिक और धार्मिक स्थल पर भद्दे इशारे करते हुए और अपने निजी अंगों को छूते हुए वीडियो रिकॉर्ड की। बाद में इस वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपलोड कर दिया गया, जिससे समाज में गहरा रोष उत्पन्न हो गया है। वीडियो में युवक ने राम मंदिर के सामने भी अभद्र हरकतें कीं। गौरतलब है कि इस चौक के पास तोरण द्वार और श्री श्याम मंदिर भी स्थित हैं, जिनसे लाखों लोगों की आस्था जुड़ी हुई है। मर्यादा के खिलाफ है यह काम शुक्रवार 10 अक्टूबर को यह मामला सामने आने के बाद विश्वकर्मा समाज के लोगों ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह कृत्य न केवल धार्मिक भावनाओं का अपमान है, बल्कि समाज की मर्यादा के भी खिलाफ है। विश्वकर्मा समाज के प्रधान बिजेंद्र जांगड़ा और विश्वकर्मा चौक प्रधान प्रवीण जांगड़ा ने इस घटना की निंदा की। उन्होंने कहा, भगवान विश्वकर्मा के पवित्र स्थल के पास इस तरह की अभद्र वीडियो बनाना पूरे समाज के लिए शर्मनाक है। हरियाणा बैकवर्ड कमीशन के पूर्व चेयरमैन तेलु राम जांगड़ा ने पुलिस प्रशासन से मिलकर दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने जोर देकर कहा कि सोशल मीडिया की आड़ में धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दोषी के खिलाफ होगी कार्रवाई मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए पुलिस अधीक्षक अमित यशवर्धन ने बताया कि घटना का वीडियो हमारे संज्ञान में आया है। इसकी जांच की जा रही है और दोषी युवक के खिलाफ कानून के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
कानपुर में दो त्योहार स्पेशल ट्रेनें चलेंगी:वाराणसी-लोकमान्य तिलक टर्मिनस रूट पर मिलेंगी सुविधा
कानपुर में रेलवे ने गुरुवार को दो और त्योहार स्पेशल ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया है। यात्रियों को त्यौहार पर अपने घर पहुंचने में सुविधा रहे,इसलिए रेलवे ने ये निर्णय लिया है ।ये ट्रेनें वाराणसी और लोकमान्य तिलक टर्मिनस के बीच चलेंगी। उत्तर-मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शशिकांत त्रिपाठी ने बताया कि ट्रेन नंबर 04226/04225 वाराणसी-लोकमान्य तिलक टर्मिनस त्योहार स्पेशल वाराणसी से 13 अक्तूबर से 17 नवंबर तक हर सोमवार को चलेगी। वहीं, लोकमान्य तिलक टर्मिनस से यह ट्रेन 14 अक्तूबर से 18 नवंबर तक हर मंगलवार को रवाना होगी। वाराणसी से यह ट्रेन सोमवार रात 01:35 बजे रवाना होकर सुबह 08:25 बजे कानपुर सेंट्रल स्टेशन पहुंचेगी। इसी तरह, लोकमान्य तिलक टर्मिनस से मंगलवार शाम 04:55 बजे चलकर बुधवार रात 07:30 बजे कानपुर सेंट्रल पहुंचेगी।
दीपावली-दशहरा मेला शुरू, पहले दिन रंगत रही फीकी, सांस्कृतिक कार्यक्रम कल से होंगे
नगर निगम का 15 दिवसीय दीपावली-दहशरा मेला गुरुवार शाम से शुरू हुआ। पूरा निगम परिसर लाइटों से जगमगाता हुआ दिखा, लेकिन पहले दिन ना के बराबर ही मेलार्थी दिखे। हालांकि इस बार शुरुआत से ही सांस्कृतिक संध्या नहीं रखी गई। ये शनिवार से स्थानीय प्रतिभाओं की प्रस्तुतियों के साथ शुरू होगी। ऐसे में शहरवासी मेले में नहीं पहुंचे। मेले में झूले और दुकानें लगाने का काम भी चल रहा है, जो शुक्रवार तक पूरा हो जाएगा। शाम को राज्यसभा सांसद चुन्नीलाल गरासिया, शहर विधायक ताराचंद जैन, आयुक्त अभिषेक खन्ना, पूर्व उपमहापौर पारस सिंघवी सहित कई जनप्रतिनिधियों ने दीप प्रज्जवलित कर मेले का उद्घाटन किया। मास्टर बैंड की स्वागत धुन ने मेले में रंग भर दिया। इस दौरान राज्यसभा सांसद गरासिया ने कहा कि दीपावली मेला केवल मनोरंजन का साधन नहीं, बल्कि संस्कृति को जीवित रखने का एक सराहनीय प्रयास है। ऐसे आयोजनों से नई पीढ़ी अपनी परंपराओं से जुड़ी रहेगी। विधायक जैन ने कहा कि निगम उदयपुर की जनता के हित में लगातार विकास कार्यों को अंजाम दे रहा है। मेला स्थानीय लोगों के साथ पर्यटकों को भी आकर्षित करता है। प्रतिभाओं को मंच देने वाला इकलौता निगम: आयुक्त खन्ना निगम के सामने पार्क में छोटे-बड़े झूले लगाए है। निगम के पिछले हिस्से में खाने-पीने के स्टॉल, परिधान, जूते, घर की सज्जा व मनिहारी की दुकानों के साथ विभिन्न राज्यों की कलात्मक वस्तुओं का प्रदर्शन किया गया है। मेला 11 अक्टूबर से 23 अक्टूबर तक चलेगा। इसमें 11 से 16 अक्टूबर तक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां होगी। कलाकारों के प्रदर्शन के सुखाड़िया रंगमंच के बाहर मंच बनाया गया है। साथ बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई गई है। दूर बैठे दर्शक भी इसमें प्रस्तुतियां देख सकेंगे। सुरक्षा के लिए पुलिस और होमगार्ड जवान तैनात किए है। सीसीटीवी कैमरों से भी संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।
दशहरा महोत्सव में रंगझाझर लोक कला मंच की प्रस्तुति ने जमाया रंग
भास्कर न्यूज | छुरा ग्राम सेंदबाहरा में दशहरा महोत्सव के पावन अवसर पर छत्तीसगढ़ी लोक संस्कृति से सजी एक भव्य सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। इस अवसर पर लोक कला मंच रंगझाझर बटरेल (पाटन) की मनमोहक प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा के विधायक जनक ध्रुव के सुपुत्र चित्रांश ध्रुव थे। अध्यक्षता ग्राम पंचायत सेम्हरा की सरपंच ललिता कंवर ने की। अतिथियों में जिलाध्यक्ष सर्व आदिवासी समाज गरियाबंद नीलकंठ ठाकुर, जनपद सदस्य छुरा नारायण सिंहा, उप सरपंच ग्राम पंचायत सेम्हरा रेणु चंद्राकर, छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज गरियाबंद जिला मीडिया प्रभारी पुनितराम ठाकुर, उप सरपंच संघ अध्यक्ष रुपनाथ बंजारे, सोनू शर्मा, भूपेन्द्र सिन्हा, थानेश्वर सोरी, डोला नागेश, गुहन सिंह नागेश, प्रीतराम सिन्हा, ठाकुर राम चन्द्राकर, भीखम ठाकुर और राधेश्याम ठाकुर सहित अनेक जनप्रतिनिधि शामिल रहे। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्वलित व पूजा-अर्चना से की गई। इसके बाद अतिथियों का पुष्पगुच्छ व शाल से स्वागत किया गया। अतिथियों ने दशहरा पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कार्यक्रम की सराहना की। सांस्कृतिक कार्यक्रम देर रात तक चलता रहा, जिसमें आसपास के ग्रामीणों की भारी उपस्थिति रही। रंगझाझर लोक कला मंच द्वारा प्रस्तुत लोकनृत्य, करमा, सुवा नृत्य, गौरा-गौरी गीत और छत्तीसगढ़ी लोक परंपराओं से सजे गीत-संगीत ने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। यह आयोजन न केवल मनोरंजन का माध्यम बना, बल्कि छत्तीसगढ़ की लोककला और सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण व प्रसार का सशक्त प्रयास भी सिद्ध हुआ। कार्यक्रम में लोमेश ठाकुर, प्रमोद नागेश, नीलकमल, संजय नागेश, थानेश्वर सोरी आदि मौजूद थे।
पूर्णिया पूर्व प्रखंड के बेगमाबाद पोखरिया स्थित काली मंदिर में काली पूजा के अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों को लेकर गुरुवार को एक बैठक हुई। इसमें मंदिर समिति और स्थानीय ग्रामीणों ने भाग लिया। बैठक में तीन दिवसीय मेले और विधि व्यवस्था पर विशेष चर्चा की गई। मंदिर समिति के सचिव शिव शंकर कुमार और कोषाध्यक्ष मंगल महलदार ने बताया कि हर साल की तरह इस वर्ष भी कालीपूजा का आयोजन किया जाएगा।20 अक्टूबर को मां काली की प्रतिमा स्थापित कर विधिवत पूजा-अर्चना की जाएगी। इसके बाद 21 और 22 अक्टूबर को रात्रि सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन सुनिश्चित किया गया है। बैठक में इन कार्यक्रमों के लिए विधि व्यवस्था बनाए रखने और पूरे आयोजन की रूपरेखा तैयार करने पर जोर दिया गया। मेले के सफल संचालन और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी विस्तृत चर्चा हुई। इस अवसर पर मंदिर समिति के अध्यक्ष हरिगोपाल महलदार, उपाध्यक्ष अजित भगत, सचिव शिव शंकर कुमार, कोषाध्यक्ष मंगल महलदार, अरुण भगत, जय प्रकाश मंडल, गोविंद साह, अजय साह, रंजीत पासवान, ज्योतिष ठाकुर, विनय जयसवाल सहित दर्जनों सदस्य और ग्रामीण मौजूद रहे।
सेवा भारती झालावाड़ ने गुरुवार को करवा चौथ से पहले जरूरतमंद बालिकाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से एक दिवसीय मेहंदी केंद्र का आयोजन किया। दोपहर 2 बजे तक इन केंद्रों पर 175 से अधिक महिलाओं ने मेहंदी लगवाई। यह आयोजन देर शाम तक जारी रहेगा। यह पहल 'अपना त्योहार अपनों को रोजगार' के आह्वान को आगे बढ़ाती है। झालावाड़ और झालरापाटन में खोले गए इन केंद्रों पर सेवा भारती की लगभग 60 बालिकाओं ने महिलाओं के हाथों में सुंदर मेहंदी लगाई। इसका मुख्य लक्ष्य गरीब और जरूरतमंद बालिकाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है। केंद्र झालावाड़ के आदर्श विद्या मंदिर और झालरापाटन नगर के सेवाधाम छात्रावास में दोपहर 12 बजे से शुरू हुए। मेहंदी लगवाने आई महिला अनिता ने इस पहल को अच्छी शुरुआत बताया, जिससे गरीब बालिकाओं की मदद करके उन्हें खुशी मिली। एक अन्य महिला सुरभि ने कहा कि बाजारों में मेहंदी के लिए अधिक शुल्क लिया जाता है, जबकि यहां नाममात्र का शुल्क है। इन केंद्रों पर हथेली-कलाई तक मेहंदी के लिए 50 रुपए और हथेली के ऊपर कोहनी तक के लिए 100 रुपए का शुल्क निर्धारित किया गया है। मेहंदी लगाने वाली सभी बालिकाएं कक्षा 3 से 8 में पढ़ती हैं और शहर के वंचित वर्ग से आती हैं। सेवा भारती ने इन बालिकाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने और त्योहारों को बेहतर ढंग से मनाने में मदद करने के लिए यह सफल प्रयोग दूसरी बार किया है। ये बालिकाएं सिलाई और मेहंदी डिजाइन का प्रशिक्षण भी ले रही हैं। केंद्र की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलित कर की गई। इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा समिति की विभाग सह सेवा प्रमुख शुमनलता गोड, सेवा भारती प्रांत छात्रावास प्रमुख दुलीचंद और जिला मंत्री आनंद गौतम सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
जयपुर में राष्ट्रीय अल्पसंख्यक विकास एवं वित्त निगम भारत सरकार और राजस्थान अल्पसंख्यक वित्त एवं विकास सहकारी निगम लिमिटेड के सहयोग से बुधवार को एक ऋण मेला सह जागरूकता शिविर आयोजित किया गया। यह शिविर जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी, जयपुर के कार्यालय परिसर में हुआ। इसका मुख्य उद्देश्य अल्पसंख्यक वर्ग के युवाओं और उद्यमियों को विभिन्न ऋण योजनाओं की जानकारी देकर आत्मनिर्भरता के लिए प्रेरित करना था। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी अभिषेक सिद्ध ने बताया कि शिविर में प्रतिभागियों को व्यवसाय आमुखीकरण, ऋण अदायगी प्रोत्साहन और बिजनेस अकाउंटिंग सिस्टम जैसे विषयों पर तकनीकी सत्रों के माध्यम से मार्गदर्शन दिया गया। इस दौरान लाख की चूड़ियां, जयपुरी जूती, हैंडमेड उत्पाद और आरा तारी कार्य जैसे स्थानीय हस्तशिल्प उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसने आगंतुकों का ध्यान आकर्षित किया। कार्यक्रम में राज्य सरकार की एकमुश्त समाधान योजना के तहत ऋण की बकाया मूलधन राशि जमा कराने वाले लाभार्थियों को एनओसी प्रमाण पत्र भी वितरित किए गए। इस पहल की उपस्थित उद्यमियों और सामाजिक संगठनों ने सराहना की। इस अवसर पर पूर्व अध्यक्ष राजस्थान राज्य अल्पसंख्यक आयोग जसवीर सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथियों में हमीद खान मेवाती (प्रदेशाध्यक्ष भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा), हिदायत खान धोलिया (पूर्व चेयरमैन राजस्थान मदरसा बोर्ड), पदम बिलाला (प्रांतीय अध्यक्ष धर्म जागृति संस्थान), प्रज्ञा मित्र बोध (अध्यक्ष राजस्थान बोध महासंघ), रजनी सिंह (प्रबंध निदेशक RMFDCC), पार्षद प्रतिनिधि हाजी जाकिर खान (खो-नागोरियान क्षेत्र) और समाजसेवी निशात हुसैन शामिल थे। शिविर में जयपुर की विभिन्न एनजीओ और समाजसेवी संगठनों ने सक्रिय भागीदारी निभाई। बड़ी संख्या में स्थानीय उद्यमियों, महिला स्व-सहायता समूहों और युवाओं ने इसमें हिस्सा लिया। सभी ने ऐसे शिविरों को आर्थिक सशक्तिकरण, रोजगार सृजन और सामाजिक जागरूकता की दिशा में एक सार्थक कदम बताया। इस कार्यक्रम में सभी अल्पसंख्यक समुदायों की भागीदारी रही।
आगरा के जॉन मिल्टन पब्लिक स्कूल में बुधवार से तीन दिवसीय हस्तशिल्प प्रदर्शनी और कार्यशाला की शुरुआत हुई। इस आयोजन का मकसद भारतीय हस्तशिल्प को बढ़ावा देना और कारीगरों के हुनर को लोगों तक पहुँचाना है। यह कार्यक्रम भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय के तहत हैंडीक्राफ्ट डिपार्टमेंट और आगरा जरी जरदोजी कार्य निर्माता कंपनी की साझेदारी में हो रहा है। कार्यक्रम का उद्घाटन स्कूल के नए रमनलाल हीरो देवी ऑडिटोरियम में हुआ। इस खास मौके पर आगरा, मथुरा, हाथरस और आसपास के इलाकों से आए करीब 20 हस्तशिल्पी अपने-अपने हुनर का लाइव प्रदर्शन कर रहे हैं। यहाँ साँझी कला, तारकशी, हाथ छपाई, मधुबनी और गोंड चित्रकला, फसल अवशेष से बनी वस्तुएँ, संगमरमर पर पच्चीकारी, और जरी जरदोजी की कढ़ाई जैसी पारंपरिक कलाएँ देखने को मिल रही हैं। इस आयोजन में दिल्ली की नेशनल अवॉर्ड विनर शिल्पगुरु श्वेता कायस्था और मैनपुरी की स्टेट अवॉर्ड विजेता मेघा कश्यप और विकास वर्मा ने भी भाग लिया और बच्चों से अपने अनुभव साझा किए। स्कूल के सैकड़ों बच्चों ने इन कलाओं को नजदीक से देखा, सीखा और समझा। बच्चों ने कलाकारों से सवाल भी पूछे और हस्तशिल्प में गहरी रुचि दिखाई। कार्यक्रम के संयोजक बृजमोहन शर्मा एडवोकेट ने कहा कि हमारे शिल्पकार अपने हाथों के हुनर से न सिर्फ कला को ज़िंदा रखे हुए हैं, बल्कि समाज को स्वावलंबन की सीख भी दे रहे हैं। हैंडीक्राफ्ट विभाग के सहायक निदेशक रंजीत कुमार ने बच्चों को हस्तशिल्प की जानकारी दी और उनकी जिज्ञासाओं का समाधान किया। एचपीओ श्रीरामजी त्रिपाठी ने कारीगरों के लिए सरकारी योजनाओं के बारे में बताया। इस मौके पर पूर्व राज्य मंत्री देवेंद्र चुल्लू, चेयरमैन विनोद बंसल, डायरेक्टर मोहित बंसल, प्रिंसिपल ममता दुबे, सीनियर कोऑर्डिनेटर अंकिता लवानिया और अन्य अतिथि भी मौजूद रहे। रीमा बैनर्जी ने मंच संचालन किया।
जवाहर कला केंद्र में मंगलवार शाम 28वें लोकरंग महोत्सव का भव्य शुभारंभ हुआ। लोक संस्कृति, लोक नृत्य और लोक कला के इस उत्सव की शुरुआत शिल्पग्राम में पारंपरिक ध्वज फहराकर की गई। शिल्पग्राम के मुख्य मंच पर कला, साहित्य, संस्कृति, पर्यटन एवं पुरातत्व विभाग के प्रमुख शासन सचिव राजेश यादव ने मुख्य अतिथि के रूप में, और रूडा के चेयरमैन हेमंत कुमार गेरा ने विशिष्ट अतिथि के रूप में ध्वज फहराकर महोत्सव का उद्घाटन किया।इस मौके पर केंद्र की अतिरिक्त महानिदेशक प्रियंका राठौड़, अन्य पदाधिकारी व बड़ी संख्या में कलाकार व दस्तकार मौजूद रहे। लोकरंग महोत्सव 17 अक्टूबर तक जारी रहेगा। इसमें प्रात: 11 से रात्रि 10 बजे तक शिल्पग्राम में हस्तशिल्प मेला लगेगा, यहां मुख्य मंच पर शाम 6:30 बजे से लोक कला प्रस्तुति होगी, रात्रि 8:00 से लोक जागरण का आयोजन होगा। मध्यवर्ती में शाम 7 बजे से विभिन्न राज्यों के कलाकार लोक गायन, वादन और नृत्य के साथ लोक संस्कृति की छटा बिखेरेंगे। इस अवसर पर प्रमुख शासन सचिव राजेश यादव ने कहा कि लोक संस्कृति हमारी पहचान है, और यही पहचान आज से अगले 11 दिनों तक जवाहर कला केंद्र जीवंत हो रहेगी। उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार लगातार लोककला को नई पहचान और मंच प्रदान कर रही है ताकि हर कलाकार को सम्मान, हर परंपरा को स्थान और हर दर्शक को गर्व का अनुभव हो। जवाहर कला केंद्र की अतिरिक्त महानिदेशक प्रियंका राठौड़ ने कहा कि लोकरंग महोत्सव हमारे देश की लोक संस्कृति, परंपरा और सृजनशीलता का सजीव उत्सव है। मध्यवर्ती के मंच पर मंगलवार शाम राष्ट्रीय लोक नृत्य की ऐसी छटा बिखरी कि दर्शक मंत्रमुग्ध रह गए। देश के विभिन्न राज्यों की समृद्ध लोकनृत्य परंपराओं की झलकियों ने सभागार को तालियों की गूंज से भर दिया। शाम की शुरुआत राजस्थान की शुभ मंगलकामना से जुड़ी पारंपरिक मांगलिक चरी नृत्य की मोहक प्रस्तुति से हुई। इसके बाद जम्मू-कश्मीर की वादियों की रौनक लिए रउफ नृत्य ने मंच पर आकर्षण बिखेरा। असम के उल्लास से सराबोर बीहू ने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। उत्तराखंड की पर्वतीय मिठास से भरे थडिया नृत्य और हरियाणा के रोमांचक बीन सपेरा नृत्य ने अपनी अदाओं और लय से तालियाँ बटोरीं। हिमाचल प्रदेश की सिरमौरी नाटी ने पहाड़ी लोकजीवन का मनमोहक चित्र प्रस्तुत किया। राजस्थान की प्रसिद्ध कालबेलिया नृत्य शैली में पद्मश्री गुलाबो सपेरा की जीवंत प्रस्तुति ने पूरे वातावरण को उत्साह से भर दिया। समापन में पंजाब के ऊर्जावान भांगड़ा ने ऐसा जोश भरा कि दर्शक भी थिरकने लगे। विभिन्न राज्यों के कलाकारों की इन सजीव प्रस्तुतियों ने लोकरंग के मध्यवर्ती मंच को विविधता, उमंग और लोकसंस्कृति की समृद्ध परंपरा के रंगों से सराबोर कर दिया।
कोंडागांव में सुशासन त्योहार के तहत एक आवासहीन महिला लक्ष्मीबाई विश्वकर्मा को अपना घर, राशन कार्ड और पेंशन का लाभ मिला है। नगर के वार्ड निवासी लक्ष्मीबाई, पति हेमू विश्वकर्मा, लंबे समय से फुटपाथ पर झिल्ली डालकर जीवनयापन कर रही थीं। लक्ष्मीबाई अशिक्षित होने के कारण सरकारी योजनाओं की जानकारी नहीं रखती थीं। वर्षों से उनके पास न तो राशन कार्ड था और न ही वे किसी पेंशन योजना से जुड़ी थीं। जनप्रतिनिधियों के सहयोग से उन्हें अपना आवास बनाने में सहयोग मिला। पीएम आवास के लिए आवेदन भरवाया जनप्रतिनिधियों को जब यह जानकारी मिली कि लक्ष्मीबाई के पास रहने के लिए घर नहीं है, तो उनके लिए तुरंत प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवेदन भरा गया। कुछ ही दिनों में प्रक्रिया पूरी कर उन्हें उनका खुद का आवास उपलब्ध कराया गया। आवास की चाबी मिलने पर लक्ष्मीबाई ने कहा, अब हमें भी अपना घर मिल गया है। अब ठंड और बारिश में बाहर नहीं रहना पड़ेगा। हम अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सभी अधिकारियों को धन्यवाद देते हैं। इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष नरपति पटेल ने बताया कि सुशासन त्योहार का उद्देश्य हर जरूरतमंद तक शासन की योजनाओं को पहुंचाना और उनके जीवन में बदलाव लाना है। उपाध्यक्ष जसकेतु उसेंडी ने कहा कि नगर पालिका की टीम यह सुनिश्चित कर रही है कि कोई भी गरीब, वंचित या आवासहीन व्यक्ति योजनाओं से वंचित न रहे। सुशासन त्योहार के आयोजन के दौरान नगर पालिका अध्यक्ष नरपति पटेल, उपाध्यक्ष जसकेतु उसेंडी, पार्षद लक्ष्मी ध्रुव, सोनामनी पोयम और सती बघेल सहित नगर पालिका के अधिकारियों ने सक्रियता दिखाई। उन्होंने मौके पर ही लक्ष्मीबाई का आवेदन भरवाया, जिसके बाद उन्हें राशन कार्ड और पेंशन योजना का लाभ प्रदान किया गया।