पूर्णिया पूर्व प्रखंड के बेगमाबाद पोखरिया स्थित काली मंदिर में काली पूजा के अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों को लेकर गुरुवार को एक बैठक हुई। इसमें मंदिर समिति और स्थानीय ग्रामीणों ने भाग लिया। बैठक में तीन दिवसीय मेले और विधि व्यवस्था पर विशेष चर्चा की गई। मंदिर समिति के सचिव शिव शंकर कुमार और कोषाध्यक्ष मंगल महलदार ने बताया कि हर साल की तरह इस वर्ष भी कालीपूजा का आयोजन किया जाएगा।20 अक्टूबर को मां काली की प्रतिमा स्थापित कर विधिवत पूजा-अर्चना की जाएगी। इसके बाद 21 और 22 अक्टूबर को रात्रि सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन सुनिश्चित किया गया है। बैठक में इन कार्यक्रमों के लिए विधि व्यवस्था बनाए रखने और पूरे आयोजन की रूपरेखा तैयार करने पर जोर दिया गया। मेले के सफल संचालन और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी विस्तृत चर्चा हुई। इस अवसर पर मंदिर समिति के अध्यक्ष हरिगोपाल महलदार, उपाध्यक्ष अजित भगत, सचिव शिव शंकर कुमार, कोषाध्यक्ष मंगल महलदार, अरुण भगत, जय प्रकाश मंडल, गोविंद साह, अजय साह, रंजीत पासवान, ज्योतिष ठाकुर, विनय जयसवाल सहित दर्जनों सदस्य और ग्रामीण मौजूद रहे।
सेवा भारती झालावाड़ ने गुरुवार को करवा चौथ से पहले जरूरतमंद बालिकाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से एक दिवसीय मेहंदी केंद्र का आयोजन किया। दोपहर 2 बजे तक इन केंद्रों पर 175 से अधिक महिलाओं ने मेहंदी लगवाई। यह आयोजन देर शाम तक जारी रहेगा। यह पहल 'अपना त्योहार अपनों को रोजगार' के आह्वान को आगे बढ़ाती है। झालावाड़ और झालरापाटन में खोले गए इन केंद्रों पर सेवा भारती की लगभग 60 बालिकाओं ने महिलाओं के हाथों में सुंदर मेहंदी लगाई। इसका मुख्य लक्ष्य गरीब और जरूरतमंद बालिकाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है। केंद्र झालावाड़ के आदर्श विद्या मंदिर और झालरापाटन नगर के सेवाधाम छात्रावास में दोपहर 12 बजे से शुरू हुए। मेहंदी लगवाने आई महिला अनिता ने इस पहल को अच्छी शुरुआत बताया, जिससे गरीब बालिकाओं की मदद करके उन्हें खुशी मिली। एक अन्य महिला सुरभि ने कहा कि बाजारों में मेहंदी के लिए अधिक शुल्क लिया जाता है, जबकि यहां नाममात्र का शुल्क है। इन केंद्रों पर हथेली-कलाई तक मेहंदी के लिए 50 रुपए और हथेली के ऊपर कोहनी तक के लिए 100 रुपए का शुल्क निर्धारित किया गया है। मेहंदी लगाने वाली सभी बालिकाएं कक्षा 3 से 8 में पढ़ती हैं और शहर के वंचित वर्ग से आती हैं। सेवा भारती ने इन बालिकाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने और त्योहारों को बेहतर ढंग से मनाने में मदद करने के लिए यह सफल प्रयोग दूसरी बार किया है। ये बालिकाएं सिलाई और मेहंदी डिजाइन का प्रशिक्षण भी ले रही हैं। केंद्र की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलित कर की गई। इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा समिति की विभाग सह सेवा प्रमुख शुमनलता गोड, सेवा भारती प्रांत छात्रावास प्रमुख दुलीचंद और जिला मंत्री आनंद गौतम सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
जयपुर में राष्ट्रीय अल्पसंख्यक विकास एवं वित्त निगम भारत सरकार और राजस्थान अल्पसंख्यक वित्त एवं विकास सहकारी निगम लिमिटेड के सहयोग से बुधवार को एक ऋण मेला सह जागरूकता शिविर आयोजित किया गया। यह शिविर जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी, जयपुर के कार्यालय परिसर में हुआ। इसका मुख्य उद्देश्य अल्पसंख्यक वर्ग के युवाओं और उद्यमियों को विभिन्न ऋण योजनाओं की जानकारी देकर आत्मनिर्भरता के लिए प्रेरित करना था। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी अभिषेक सिद्ध ने बताया कि शिविर में प्रतिभागियों को व्यवसाय आमुखीकरण, ऋण अदायगी प्रोत्साहन और बिजनेस अकाउंटिंग सिस्टम जैसे विषयों पर तकनीकी सत्रों के माध्यम से मार्गदर्शन दिया गया। इस दौरान लाख की चूड़ियां, जयपुरी जूती, हैंडमेड उत्पाद और आरा तारी कार्य जैसे स्थानीय हस्तशिल्प उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसने आगंतुकों का ध्यान आकर्षित किया। कार्यक्रम में राज्य सरकार की एकमुश्त समाधान योजना के तहत ऋण की बकाया मूलधन राशि जमा कराने वाले लाभार्थियों को एनओसी प्रमाण पत्र भी वितरित किए गए। इस पहल की उपस्थित उद्यमियों और सामाजिक संगठनों ने सराहना की। इस अवसर पर पूर्व अध्यक्ष राजस्थान राज्य अल्पसंख्यक आयोग जसवीर सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथियों में हमीद खान मेवाती (प्रदेशाध्यक्ष भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा), हिदायत खान धोलिया (पूर्व चेयरमैन राजस्थान मदरसा बोर्ड), पदम बिलाला (प्रांतीय अध्यक्ष धर्म जागृति संस्थान), प्रज्ञा मित्र बोध (अध्यक्ष राजस्थान बोध महासंघ), रजनी सिंह (प्रबंध निदेशक RMFDCC), पार्षद प्रतिनिधि हाजी जाकिर खान (खो-नागोरियान क्षेत्र) और समाजसेवी निशात हुसैन शामिल थे। शिविर में जयपुर की विभिन्न एनजीओ और समाजसेवी संगठनों ने सक्रिय भागीदारी निभाई। बड़ी संख्या में स्थानीय उद्यमियों, महिला स्व-सहायता समूहों और युवाओं ने इसमें हिस्सा लिया। सभी ने ऐसे शिविरों को आर्थिक सशक्तिकरण, रोजगार सृजन और सामाजिक जागरूकता की दिशा में एक सार्थक कदम बताया। इस कार्यक्रम में सभी अल्पसंख्यक समुदायों की भागीदारी रही।
आगरा के जॉन मिल्टन पब्लिक स्कूल में बुधवार से तीन दिवसीय हस्तशिल्प प्रदर्शनी और कार्यशाला की शुरुआत हुई। इस आयोजन का मकसद भारतीय हस्तशिल्प को बढ़ावा देना और कारीगरों के हुनर को लोगों तक पहुँचाना है। यह कार्यक्रम भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय के तहत हैंडीक्राफ्ट डिपार्टमेंट और आगरा जरी जरदोजी कार्य निर्माता कंपनी की साझेदारी में हो रहा है। कार्यक्रम का उद्घाटन स्कूल के नए रमनलाल हीरो देवी ऑडिटोरियम में हुआ। इस खास मौके पर आगरा, मथुरा, हाथरस और आसपास के इलाकों से आए करीब 20 हस्तशिल्पी अपने-अपने हुनर का लाइव प्रदर्शन कर रहे हैं। यहाँ साँझी कला, तारकशी, हाथ छपाई, मधुबनी और गोंड चित्रकला, फसल अवशेष से बनी वस्तुएँ, संगमरमर पर पच्चीकारी, और जरी जरदोजी की कढ़ाई जैसी पारंपरिक कलाएँ देखने को मिल रही हैं। इस आयोजन में दिल्ली की नेशनल अवॉर्ड विनर शिल्पगुरु श्वेता कायस्था और मैनपुरी की स्टेट अवॉर्ड विजेता मेघा कश्यप और विकास वर्मा ने भी भाग लिया और बच्चों से अपने अनुभव साझा किए। स्कूल के सैकड़ों बच्चों ने इन कलाओं को नजदीक से देखा, सीखा और समझा। बच्चों ने कलाकारों से सवाल भी पूछे और हस्तशिल्प में गहरी रुचि दिखाई। कार्यक्रम के संयोजक बृजमोहन शर्मा एडवोकेट ने कहा कि हमारे शिल्पकार अपने हाथों के हुनर से न सिर्फ कला को ज़िंदा रखे हुए हैं, बल्कि समाज को स्वावलंबन की सीख भी दे रहे हैं। हैंडीक्राफ्ट विभाग के सहायक निदेशक रंजीत कुमार ने बच्चों को हस्तशिल्प की जानकारी दी और उनकी जिज्ञासाओं का समाधान किया। एचपीओ श्रीरामजी त्रिपाठी ने कारीगरों के लिए सरकारी योजनाओं के बारे में बताया। इस मौके पर पूर्व राज्य मंत्री देवेंद्र चुल्लू, चेयरमैन विनोद बंसल, डायरेक्टर मोहित बंसल, प्रिंसिपल ममता दुबे, सीनियर कोऑर्डिनेटर अंकिता लवानिया और अन्य अतिथि भी मौजूद रहे। रीमा बैनर्जी ने मंच संचालन किया।
जवाहर कला केंद्र में मंगलवार शाम 28वें लोकरंग महोत्सव का भव्य शुभारंभ हुआ। लोक संस्कृति, लोक नृत्य और लोक कला के इस उत्सव की शुरुआत शिल्पग्राम में पारंपरिक ध्वज फहराकर की गई। शिल्पग्राम के मुख्य मंच पर कला, साहित्य, संस्कृति, पर्यटन एवं पुरातत्व विभाग के प्रमुख शासन सचिव राजेश यादव ने मुख्य अतिथि के रूप में, और रूडा के चेयरमैन हेमंत कुमार गेरा ने विशिष्ट अतिथि के रूप में ध्वज फहराकर महोत्सव का उद्घाटन किया।इस मौके पर केंद्र की अतिरिक्त महानिदेशक प्रियंका राठौड़, अन्य पदाधिकारी व बड़ी संख्या में कलाकार व दस्तकार मौजूद रहे। लोकरंग महोत्सव 17 अक्टूबर तक जारी रहेगा। इसमें प्रात: 11 से रात्रि 10 बजे तक शिल्पग्राम में हस्तशिल्प मेला लगेगा, यहां मुख्य मंच पर शाम 6:30 बजे से लोक कला प्रस्तुति होगी, रात्रि 8:00 से लोक जागरण का आयोजन होगा। मध्यवर्ती में शाम 7 बजे से विभिन्न राज्यों के कलाकार लोक गायन, वादन और नृत्य के साथ लोक संस्कृति की छटा बिखेरेंगे। इस अवसर पर प्रमुख शासन सचिव राजेश यादव ने कहा कि लोक संस्कृति हमारी पहचान है, और यही पहचान आज से अगले 11 दिनों तक जवाहर कला केंद्र जीवंत हो रहेगी। उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार लगातार लोककला को नई पहचान और मंच प्रदान कर रही है ताकि हर कलाकार को सम्मान, हर परंपरा को स्थान और हर दर्शक को गर्व का अनुभव हो। जवाहर कला केंद्र की अतिरिक्त महानिदेशक प्रियंका राठौड़ ने कहा कि लोकरंग महोत्सव हमारे देश की लोक संस्कृति, परंपरा और सृजनशीलता का सजीव उत्सव है। मध्यवर्ती के मंच पर मंगलवार शाम राष्ट्रीय लोक नृत्य की ऐसी छटा बिखरी कि दर्शक मंत्रमुग्ध रह गए। देश के विभिन्न राज्यों की समृद्ध लोकनृत्य परंपराओं की झलकियों ने सभागार को तालियों की गूंज से भर दिया। शाम की शुरुआत राजस्थान की शुभ मंगलकामना से जुड़ी पारंपरिक मांगलिक चरी नृत्य की मोहक प्रस्तुति से हुई। इसके बाद जम्मू-कश्मीर की वादियों की रौनक लिए रउफ नृत्य ने मंच पर आकर्षण बिखेरा। असम के उल्लास से सराबोर बीहू ने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। उत्तराखंड की पर्वतीय मिठास से भरे थडिया नृत्य और हरियाणा के रोमांचक बीन सपेरा नृत्य ने अपनी अदाओं और लय से तालियाँ बटोरीं। हिमाचल प्रदेश की सिरमौरी नाटी ने पहाड़ी लोकजीवन का मनमोहक चित्र प्रस्तुत किया। राजस्थान की प्रसिद्ध कालबेलिया नृत्य शैली में पद्मश्री गुलाबो सपेरा की जीवंत प्रस्तुति ने पूरे वातावरण को उत्साह से भर दिया। समापन में पंजाब के ऊर्जावान भांगड़ा ने ऐसा जोश भरा कि दर्शक भी थिरकने लगे। विभिन्न राज्यों के कलाकारों की इन सजीव प्रस्तुतियों ने लोकरंग के मध्यवर्ती मंच को विविधता, उमंग और लोकसंस्कृति की समृद्ध परंपरा के रंगों से सराबोर कर दिया।
कोंडागांव में सुशासन त्योहार के तहत एक आवासहीन महिला लक्ष्मीबाई विश्वकर्मा को अपना घर, राशन कार्ड और पेंशन का लाभ मिला है। नगर के वार्ड निवासी लक्ष्मीबाई, पति हेमू विश्वकर्मा, लंबे समय से फुटपाथ पर झिल्ली डालकर जीवनयापन कर रही थीं। लक्ष्मीबाई अशिक्षित होने के कारण सरकारी योजनाओं की जानकारी नहीं रखती थीं। वर्षों से उनके पास न तो राशन कार्ड था और न ही वे किसी पेंशन योजना से जुड़ी थीं। जनप्रतिनिधियों के सहयोग से उन्हें अपना आवास बनाने में सहयोग मिला। पीएम आवास के लिए आवेदन भरवाया जनप्रतिनिधियों को जब यह जानकारी मिली कि लक्ष्मीबाई के पास रहने के लिए घर नहीं है, तो उनके लिए तुरंत प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवेदन भरा गया। कुछ ही दिनों में प्रक्रिया पूरी कर उन्हें उनका खुद का आवास उपलब्ध कराया गया। आवास की चाबी मिलने पर लक्ष्मीबाई ने कहा, अब हमें भी अपना घर मिल गया है। अब ठंड और बारिश में बाहर नहीं रहना पड़ेगा। हम अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सभी अधिकारियों को धन्यवाद देते हैं। इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष नरपति पटेल ने बताया कि सुशासन त्योहार का उद्देश्य हर जरूरतमंद तक शासन की योजनाओं को पहुंचाना और उनके जीवन में बदलाव लाना है। उपाध्यक्ष जसकेतु उसेंडी ने कहा कि नगर पालिका की टीम यह सुनिश्चित कर रही है कि कोई भी गरीब, वंचित या आवासहीन व्यक्ति योजनाओं से वंचित न रहे। सुशासन त्योहार के आयोजन के दौरान नगर पालिका अध्यक्ष नरपति पटेल, उपाध्यक्ष जसकेतु उसेंडी, पार्षद लक्ष्मी ध्रुव, सोनामनी पोयम और सती बघेल सहित नगर पालिका के अधिकारियों ने सक्रियता दिखाई। उन्होंने मौके पर ही लक्ष्मीबाई का आवेदन भरवाया, जिसके बाद उन्हें राशन कार्ड और पेंशन योजना का लाभ प्रदान किया गया।
मैहर जिले के गठन की दूसरी वर्षगांठ पर रविवार को गौरव दिवस उत्साहपूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर नवीन संयुक्त कलेक्ट्रेट भवन और राजस्व विभाग के 39 आवास गृहों के निर्माण कार्यों का भूमिपूजन किया गया। कार्यक्रम में पंचायत और ग्रामीण विकास राज्यमंत्री और मैहर जिले की प्रभारी मंत्री श्रीमती राधा सिंह व सांसद गणेश सिंह सहित कई जनप्रतिनिधि और नागरिक उपस्थित रहे। प्रभारी मंत्री राधा सिंह ने बताया कि नवगठित मैहर जिले में ₹39.74 करोड़ की लागत से नवीन संयुक्त कलेक्ट्रेट भवन का निर्माण किया जाएगा। इसका निर्माण मध्यप्रदेश भवन निगम की ओर से 18 माह में पूरा करने का लक्ष्य है। इसी तरह, ₹14.67 करोड़ की लागत से राजस्व विभाग के 39 आवास गृहों का निर्माण लोक निर्माण विभाग (भवन) द्वारा 18 माह में किया जाएगा। ये सभी भवन धतूरा में राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे बनाए जाएंगे, जिससे वे सभी के लिए सुलभ और सुविधाजनक हों। गौरव दिवस पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन प्रभारी मंत्री ने निर्माण एजेंसियों को गुणवत्ता और समयबद्धता का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। सांसद गणेश सिंह ने मैहर जिले को यह सौगात देने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के प्रति आभार व्यक्त किया। गौरव दिवस के अंतर्गत 4 और 5 अक्टूबर को मैहर, अमरपाटन और रामनगर में खेलकूद, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। समापन अवसर पर उस्ताद अलाउद्दीन खां स्टेडियम में रंगारंग सांस्कृतिक संध्या का आयोजन हुआ। इसमें छात्र-छात्राओं ने पारंपरिक लोकनृत्य और नृत्य नाटिका प्रस्तुत की। कोलकाता के सुप्रसिद्ध कलाकार सुदीप गुप्ता और उनकी टीम ने डाल्स थियेटर की शानदार प्रस्तुति दी। 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों का रैम्प वॉक, विद्यालयों और महाविद्यालयों की छात्राओं का लोक नृत्य और फूड फेस्टिवल इस कार्यक्रम के विशेष आकर्षण रहे। अतिथियों ने स्थानीय व्यंजनों का भी स्वाद लिया।उल्लेखनीय है कि इस अवसर पर 3.5 किलोमीटर लंबी चूनर यात्रा को एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया।
लोक कला यात्रा 2025 . हैदराबाद में छत्तीसगढ़ की लोक कला को देशभर के कलाकारों ने सराहा
भास्कर न्यूज | गरियाबंद दक्षिण मध्य सांस्कृतिक केंद्र नागपुर जोन द्वारा हैदराबाद के शिल्पारामम में आयोजित लोक कला यात्रा 2025 में छत्तीसगढ़ के लोक सांस्कृतिक दल ने अपनी अमिट छाप छोड़ी है। गरियाबंद के प्रेम यादव के नेतृत्व में पहुंचे सांस्कृतिक दल ने अपने शानदार प्रस्तुति से दर्शकों का मन मोह लिया। कार्यक्रम का आयोजन 30 सितंबर से 2 अक्टूबर तक हुआ। जिसमें छत्तीसगढ़ के अलावा पंजाब, जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश समेत कई राज्यों के सांस्कृतिक दलों ने भाग लिया। इसमें गरियाबंद जिले से प्रेम यादव के नेतृत्व में पहुंची लोक संस्कृति पारंपरिक लोक नृत्य संस्था की प्रस्तुति विशेष आकर्षण का केंद्र रही। 15 सदस्यीय टीम ने पारंपरिक वेशभूषा, लोकनृत्य और सुगम वाद्य यंत्रों के साथ मंच पर जीवंत प्रस्तुति दी। दर्शक उनकी नृत्य मुद्राओं और संगीत की ताल पर झूमते नजर आए। दर्शकों ने उत्साहपूर्वक छत्तीसगढ़ी लोकनृत्य की सराहना की। मालूम हो कि प्रेम यादव की टीम पहले भी दिल्ली लालकिला, उत्तराखंड, जयपुर, हैदराबाद और प्रदेश के विधानसभा भवन सहित कई राष्ट्रीय मंचों पर छत्तीसगढ़ का गौरव बढ़ा चुकी है। टीम ने 15 अगस्त को देश के यशस्वी प्रधानमंत्री के समक्ष प्रस्तुति दी थी। इसके अलावा प्रदेश के विधानसभा भवन और मुख्यमंत्री निवास जैसे अनेक महत्वपूर्ण स्थलों पर भी शानदार प्रस्तुतियाँ दी हैं। दल प्रमुख प्रेम यादव के नेतृत्व में छगन यादव, प्रहलाद यादव, उत्तम यादव, मुकेश यादव, झंकार यादव, टंकेश्वर यादव, चम्मन यादव, जोहत राम, राधेश्याम यादव, सावित्री यादव, चेतना यादव, किरण, सरोज, गूंजा, खुशलता, राजदुलारी और अजय यादव ने अपनी-अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
डंडई : ग्यारहवीं शरीफ का त्योहार अकीदत व मुसर्रत के साथ संपन्न
गढ़वा | जिला मुख्यालय सहित विभिन्न क्षेत्रों में ग्यारहवीं शरीफ का त्योहार आज शनिवार को अकीदत व मसर्रत के साथ मनाया गया। इस अवसर पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अपने-अपने घरों में हजरत गौस-ए-पाक के नाम से सिरनी फातिहा कराया। वहीं शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न कमेटियों के द्वारा कुरआन ख्वानी व जश्ने गौसुलवरा का आयोजन किया गया। शहर के सभी मस्जिदों में फजीर नमाज के बाद कुरआन ख्वानी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान अकीदतमंदों ने कुरआन-ए-पाक की तिलावत की। इसके बाद जश्ने गौसुलवरा का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की शुरूआत कुरआन शरीफ की आयत तिलावत कर की गई। तत्पश्चात शायरों के द्वारा हजरत गौस-ए-पाक से संबंधित नातिया कलाम पेश किया गया। भास्कर न्यूज | डंडई प्रखंड मुख्यालय डंडई सहित आसपास के क्षेत्र में 11वीं शरीफ का त्योहार अकीदत व मुसर्रत के साथ संपन्न हो गया। इस दौरान डंडई, लवाही, बैलाझखड़ा, रारो, बैरयादामर, जरही, तसरार सहित अन्य गांव में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने गौसे आजम हजरत शेख अब्दुल कादिर जिलानी रहमतुल्ला अलैह की याद में मिलाद ए पाक का आयोजन किया। वही बैलाझखड़ा पूर्वी भाग स्थित जामा मस्जिद में गौसे आजम अब्दुल कादिर जिलानी की याद में गौसुल वरा कांफ्रेस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत गोसे पाक की शान में नात ए पाक पढ़कर किया गया। शायर शहादत हुसैन ने गौसे आजम तेरा रुतबा बड़ा आला है.. नात शरीफ पढ़कर किया। गौश की शान में नात पढ़ते ही उपस्थित लोगों द्वारा सुभान अल्लाह, माशाल्लाह, नारे तकबीर अल्लाह हू अकबर, नारे रिसालत या रसूल अल्लाह, गैस का दामन नहीं छोड़ेंगे आदि के नारे लगाए। वहीं कार्यक्रम में उपस्थित बालाझखड़ा मदरसा के प्रिंसिपल मुफ्ती अबसार अहमद मिसबाही ने गौसे पाक की जीवनी के बारे में तफसील से बयान किया। उन्होंने कहा कि ग्यारहवीं शरीफ हमें सच्चाई, ईमानदारी और इंसानियत का पैगाम देती है। हजरत जिलानी ने अपने जीवन में अल्लाह कि रजा और गरीबों कि खिदमत को सबसे अहम बताया था। गौसे आजम ने अपने जीवन से साबित किया कि इंसानियत सबसे बड़ी इबादत है। गौसुल वरा कॉन्फ्रेंस को मौलाना शहादत हुसैन, कारि नौशाद आलम सहित अन्य उलेमाओं ने भी संबोधित किया। कॉन्फ्रेंस में मुख्य रूप से सदर नसीम अंसारी, सचिव मौलाना अब्दुल रशीद अंसारी, सगीर हसन अंसारी, गफूर अंसारी अली हसन अंसारी, मौलवी रुस्तम, मौलवी शमसुद्दीन सहित बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग शामिल हुए। इधर शनिवार कि सुबह से महिलाएं अपने अपने घरों की साफ सफाई कि। ग्यारहवीं शरीफ का त्यौहार को लेकर बच्चे, बड़े और महिलाएं तैयारी करते देखे गए। मुस्लिम समुदाय के सभी लोगों ने अपने-अपने घरों में पीराने पीर दस्तगीर गौसे आजम शेख अब्दुल कादिर जिलानी की याद में फातिहा खानी व लंगर खानी का आयोजन किया। वही गौसे आजम के नाम से फातिहा पढ़कर लोगों के बीच शीरनी का वितरण किया गया।
गाजियाबाद में त्योहारों से पहले वाहनों का दबाव बढ़ने लगा है। शनिवार को दोपहर को पहले दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस पर गाजीपुर बार्डर पर वाहनों की लंबी लाइन लगी रही। यहां 4 से 5 किमी तक वाहनों की लाइन लग गई। वहीं शाम होते ही शहर के अलग अलग स्थानों पर जाम की स्थिति बनी रही। दिल्ली रोड पर शाम को मोदीनगर, मुरादनगर और दुहाई में भी वाहनों की लंबी लाइन लगी रहीं। दिन में सपा सांसदों को रोकने पर जाम आज दिन में दिल्ली बार्डर पर सपा से मुजफ्फरनगर सांसद हरेंद्र मलिक, कैराना सांसद इकरा हसन और रामपुर सांसद का काफिला बरेली जाने से रोका। इस दौरान 5 किमी तक वाहनों की लंबी लाइन लग गई। जहां जाम खुलवाने में पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। शाम को शहर में जाम लगना शुरू शाम को शहर में जाम लगना शुरू हुआ। दिल्ली राेड पर वाहन रेंगते रहे। ट्रैफिक पुलिस जाम खुलवाने में जूझती रही। एक स्थान पर जाम खुलवाया जाता तो दूसरे स्थान पर जाम लग जाता। शहर में हापुड़ चुंगी, बस अड्डा, विजयनगर में भी जाम लगा रहा। बाजारों में भी ट्रैफिक बढ़ने लगा है।
एसएसबी ने 12 दिवसीय कार्यशाला शुरू की:ग्रामीण महिलाओं को मिथिला कला, हस्तशिल्प में आत्मनिर्भर बनाएगी
48वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) जयनगर ने शनिवार को मधुबनी के मिथिला चित्रकला संस्थान में 12 दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन किया। इसका उद्देश्य सीमावर्ती ग्रामीण महिलाओं को मिथिला कला और हस्तशिल्प के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाना तथा उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त करना है। कार्यक्रम का शुभारंभ पारंपरिक दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। 48वीं वाहिनी के एसएसबी कमांडेंट गोविंद सिंह भंडारी ने कार्यशाला का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि यह कार्यशाला केवल कला सीखने का अवसर नहीं, बल्कि आत्मनिर्भरता, सम्मान और स्वाभिमान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। कमांडेंट भंडारी ने जोर दिया कि महिलाओं के सशक्त होने से परिवार और समाज दोनों मजबूत होते हैं। मिथिला चित्रकला संस्थान, मधुबनी के उप निदेशक/प्रशासक अधिकारी नितीश कुमार ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने इसे संस्थान के लिए गर्व का क्षण बताया कि उसे ग्रामीण महिलाओं के कौशल विकास से जुड़ने का अवसर मिला है। संस्थान के फैकल्टी सदस्यों में पद्मश्री बौआ देवी, पद्मश्री दुलारी देवी और पद्मश्री शिवन पासवान का विशेष उल्लेख किया गया। इन कलाकारों ने मिथिला कला को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई है और वे प्रतिभागियों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। इस कार्यशाला में कुल 30 ग्रामीण महिलाएँ भाग ले रही हैं। उन्हें अगले 12 दिनों तक मिथिला पेंटिंग, पारंपरिक डिज़ाइन, हस्तशिल्प और व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जाएगा। उद्घाटन समारोह के बाद प्रतिभागियों और अतिथियों के लिए जलपान की व्यवस्था की गई। इस अवसर पर 48वीं वाहिनी एसएसबी जयनगर के अधिकारी, संस्थान के प्रशिक्षक और स्थानीय गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
इंसानियत, भाईचारे और सामाजिक एकता का संदेश देने के उद्देश्य से राजधानी भोपाल में ‘नेशनल सोशल-कल्चरल एक्सपो 2025 एवं पैगाम-ए-इंसानियत कार्यक्रम’ का आयोजन 24 से 26 अक्टूबर तक सेंट्रल लाइब्रेरी मैदान में किया जाएगा। यह कार्यक्रम प्रतिदिन दोपहर 3 बजे से आरंभ होगा। इसमें स्कूल, कॉलेज और मदरसों के छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में भाग लेंगे। यह आयोजन एमपी मुस्लिम माइनोरिटी एसोसिएशन की और से किया जा रहा है। आयोजन समिति के मोटीवेशनल स्पीकर और ऑर्गेनाइजर आमिर महबूब ने बताया कि यह कार्यक्रम सभी धर्मों और समाज के लोगों के लिए खुला है। उन्होंने कहा, “यह एक्सपो तीनों दिन अलग-अलग लेवल के प्रोग्राम्स के साथ आयोजित किया जाएगा, जिसमें एजुकेशन, कल्चर और इंसानियत के संदेश को आगे बढ़ाया जाएगा। सभी आयु वर्ग के बच्चों और युवाओं के लिए इसमें करियर प्रोग्राम, क्विज और गाइडेंस सेशन होंगे। रजिस्ट्रेशन पूरी तरह फ्री है। छात्र-छात्राएं बढ़-चढ़कर हिस्सा लेकर न सिर्फ ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं बल्कि कई लाख रुपए के इनाम भी जीत सकते हैं। आमिर महबूब ने बताया कि एक्सपो में एक्सपर्ट्स, स्कॉलर्स, एकेडमीशियंस और अलग-अलग क्षेत्रों के विशेषज्ञ मौजूद रहेंगे, जो बच्चों को करियर गाइडेंस और मोटिवेशन देंगे ताकि वे अपने भविष्य की सही दिशा चुन सकें। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शहर काजी मुफ्ती मुश्ताक अली नदवी भी मौजूद रहे। पहला दिन (24 अक्टूबर)कार्यक्रम की शुरुआत सुन्नत तरीके से बिना दहेज के सामूहिक निकाह से होगी। इसके साथ ही निकाह क्विज प्रतियोगिता और फन-ए-किरात (कुरआन पाठ शैली) का प्रदर्शन होगा। दूसरा दिन (25 अक्टूबर)इस दिन बच्चों के लिए ‘नेशनल हीरोज फैंसी ड्रेस शो’, सामान्य ज्ञान क्विज चैंपियनशिप और ‘India: Vision Mission’ विषय पर चर्चा मंच का आयोजन होगा। साथ ही प्रेरणादायक भाषण, करियर काउंसलिंग और पर्सनैलिटी डेवलपमेंट सेशन भी रखे गए हैं। तीसरा दिन (26 अक्टूबर)अंतिम दिन जूनियर इस्लामिक क्विज, महिलाओं का विशेष संबोधन (खवालीन का बयान) और सीरत प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। समापन अवसर पर सभी धर्मों के धर्मगुरु मंच साझा कर कौमी एकता और गंगा-जमुनी तहजीब पर अपने विचार रखेंगे। यह भी देखें
हनुमानगढ़ में गुरुद्वारा मेहताबगढ़ में हिंसा के बाद धार्मिक स्थल को पुलिस ने अपने नियंत्रण में ले लिया है। यहां से सभी पक्षों के लोगों को बाहर निकाल दिया गया है। केवल 5 लोगों को अंदर रहने की अनुमति दी गई। गोलूवाला कस्बे के इस गुरुद्वारा में शुक्रवार सुबह भड़की हिंसा के बाद से पूरे क्षेत्र में इंटरनेट बंद है। शनिवार को लगातार दूसरे दिन एरिया के स्कूलों में भी छुट्टी रही। हिंसा के आरोप में अब तक 19 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। गुरुद्वारा में प्रबंधन कमेटी को लेकर विवाद गुरुद्वारा मेहताबगढ़ में नई प्रबंधन कमेटी बनाने को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है। इसी के चलते शुक्रवार (3 अक्टूबर) की सुबह 3:15 बजे 50 से ज्यादा लोगों ने गुरुद्वारे में घुसकर हमला कर दिया था। इस झड़प में बच्चों सहित 8 लोग घायल हुए थे। हालात को देखते हुए कस्बे में 15 थानों की पुलिस और RAC के जवान तैनात हैं। वहीं, पुलिस ने 17 नामजद समेत अन्य लोगों के खिलाफ मारपीट, लूट और राजकार्य में बाधा का मामला दर्ज किया था। थाना अधिकारी को बनाया गया रिसीवर प्रशासन ने शुक्रवार रात को गुरुद्वारे को खाली करवाकर अपने नियंत्रण में ले लिया। पीलीबंगा एसडीएम ने गोलूवाला थाना अधिकारी को गुरुद्वारा मेहताबगढ़ का रिसीवर नियुक्त किया है। इसके बाद शुक्रवार रात को ही थाना अधिकारी ने गुरुद्वारे का नियंत्रण संभाल लिया। फिलहाल गुरुद्वारे में एक पाठी समेत केवल पांच लोग रहेंगे। इंटरनेट बंद और स्कूलों में छुट्टी गुरुद्वारा में विवाद के चलते गोलूवाला में शुक्रवार रात से इंटरनेट बंद है। वहीं, एहतियातन सभी सरकारी और निजी स्कूलों में भी छुट्टी है। वहीं, हनुमानगढ़ ASP जनेश तंवर ने बताया- मामला संवेदनशील जरूर है, लेकिन पूरी तरह नियंत्रण में है। गुरुद्वारे के संचालन और देखरेख को लेकर जो भी कानूनी प्रक्रिया होगी, वह नियमानुसार पूरी की जाएगी। साथ ही उन्होंने आमजन से अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखे। घटना से संबंधित ये खबर भी पढ़ें ... हनुमानगढ़ में गुरुद्वारे पर कब्जे का विवाद, हिंसक झड़प:बच्चों समेत 8 घायल, बाहरी लोग जबरन घुसे; स्कूल बंद, 15 थानों की पुलिस तैनात हनुमानगढ़ के गोलूवाला कस्बे में गुरुद्वारा मेहताबगढ़ साहिब में प्रबंधन कमेटी को लेकर लंबे समय से चल रहे विवाद ने शुक्रवार को हिंसक रूप ले लिया। (पूरी खबर पढ़ें)
बारिश से दशहरा की रौनक फीकी सभी सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए रद्द
भास्कर नयूज| खरियार रोड इस साल दशहरा की रौनक भारी बारिश की भेंट चढ़ गई। केवल रावण दहन और आतिशबाजी ही हो सकी। आयोजक कमेटी नवयुवक समाज को गुरुवार को भारी बारिश और शुक्रवार को भी बारिश के अलर्ट के चलते दशहरा पर होने वाले सभी सांस्कृतिक कार्यक्रम रद्द करना पड़ा। गुरुवार को दशहरा उत्सव के लिए हजारों की भीड़ जुटी थी। शाम को पुराने एफसीआई गोदाम के पास रावण दहन व आतिशबाजी का कार्यक्रम चल ही रहा था कि जोरदार बारिश शुरु हो गई जो पूरी रात होती रही। बारिश के तेवर को देखते हुए खास दशहरा के लिए बाहर से आमंत्रित किए गए सभी सांस्कृतिक कार्यक्रम को रद्द करना पड़ा। बता दें कि शहर का दशहरा आसपास के ग्रामीण इलाकों में प्रसिद्ध है। विशेष कर दशहरा पर रावण दहन के साथ होने वाली आतिशबाजी और पश्चात विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम दर्शकों के लिए मुख्य आकर्षण होते हैं जिसके चलते शहर में मेले जैसा माहौल होता है। दशहरा पर जुटने वाली भीड़ को देखते हुए आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से काफी फुटकर दुकानें, चाय, नाश्ता आदि की सैकड़ों अस्थायी दुकानें सजती हैं। पर गुरुवार शाम को हुई वर्षा ने सबकी आशाओं पर पानी फेर दिया। दशहरा वाले दिन रामलीला मंच पर छत्तीसगढ़ी सांस्कृतिक कार्यक्रम अनुराग शर्मा ,डागा चौक में छत्तीसगढ़ी सुआ नृत्य, बनका चौक दुर्गा पंडाल के पास छत्तीसगढ़ी सांस्कृतिक कार्यक्रम रंग सरोवर, शांति नगर दुर्गा पंडाल के पास छत्तीसगढ़ी सांस्कृतिक कार्यक्रम मया के संदेश, जोंक थाना दुर्गा पंडाल के पास सांस्कृतिक कार्यक्रम मधुरिमा, बेलटुकरी चौक दुर्गा पंडाल के पास जय गुरुदेव संकीर्तन मंडली व छत्तीसगढ़ी सांस्कृतिक कार्यक्रम लोकरंग पंडवानी पार्टी को आमंत्रित किया गया था। लेकिन बारिश के चलते इन सभी सांस्कृतिक कार्यक्रमों को रद्द करना पड़ा।
किशनगंज के ठाकुरगंज में विजयादशमी के अवसर पर दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया। पुलिस प्रशासन की चाक-चौबंद व्यवस्था के बीच शहर के विभिन्न पूजा पंडालों से मां दुर्गा की प्रतिमाओं का बारी-बारी से विसर्जन किया गया। विसर्जन जुलूस के दौरान बैंड-बाजे, डीजे और ढोल-नगाड़ों के साथ सैकड़ों युवा एवं महिलाएं थिरकते हुए चल रहे थे। मां दुर्गा की अंतिम झलक पाने के लिए खासकर महिलाओं और बच्चों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। पूरा शहर जय माता दी के जयकारों से गूंज उठा। पंडालों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन विभिन्न पूजा पंडालों में महाप्रसाद का वितरण भी किया गया, जहां भक्तों की भारी भीड़ देखी गई। वही कई पूजा पंडालों में कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। कुछ स्थानों पर माता की प्रतिमाओं का विसर्जन शुक्रवार को किया जाएगा। इस दौरान ठाकुरगंज रेलवे स्टेशन पर भी लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी, जहां लोग पूजा देखने के साथ-साथ घूमने भी आए थे। गुरुवार देर शाम को हजारों की संख्या में लोग रेलवे स्टेशन पर मौजूद थे। विसर्जन स्थलों पर पुलिसकर्मी रहे मुस्तैद सुरक्षा व्यवस्था को लेकर ठाकुरगंज सहित पूरे जिले में पुलिस बल तैनात किए गए थे। विसर्जन स्थलों में भी जगह-जगह पुलिसकर्मी मुस्तैद रहे। पुलिस अधीक्षक (एसपी) सागर कुमार और जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) विशाल राज लगातार सभी पूजा पंडालों पर नजर बनाए हुए थे। सीसीटीवी कैमरों से भी पैनी निगरानी रखी जा रही थी।
होली को छपरियों का त्योहार बताकर फंसीं फराह खान, दर्ज हुआ केस
फिल्ममेकर-कोरियोग्राफर फराह खान इन दिनों कुकिंग रियलिटी शो 'सेलिब्रिटी मास्टशेफ' को जज करती नजर आ रही हैं। हाल ही में शो के एक एपिसोड में फराह खान ने होली को 'छपरी लोगों का फेवरेट फेस्टिवल' बताया था। इसके बाद फराह मुश्किलों में घिर गई हैं। फराह खान ...