सरगुजा में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि, रामगढ़ को हमने राम वन गमन पर्यटन परिपथ में शामिल किया था। रामगढ़ में हजारों साल पुरानी ऐतिहासिक धरोहर है, जिसे सरकार उजाड़ने जा रही है। SECL ने प्रभावितों को मुआवजा नहीं दिया और जमीन खोदना शुरू कर दिया। रायगढ़ के तमनार में आग लगी हुई है। ये भाजपाई सत्ता में मदमस्त हैं और हर जगह लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बन रही है। दरअसल, भूपेश बघेल निजी प्रवास पर सरगुजा पहुंचे थे। जहां भूपेश बघेल के दौरे पर जमकर गुटबाजी दिखी। देर रात उनका स्वागत पूर्व मंत्री अमरजीत भगत और समर्थकों ने किया। स्वागत से लेकर भूपेश बघेल से मिलने वालों में भी जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष और टीएस समर्थक नेता नहीं दिखे। पूर्व सीएम बोले- रामगढ़ भी खतरे में भूपेश बघेल ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि, रामगढ़ के पहाड़ को हमने राम वनगमन पर्यटन परिपथ में शामिल किया और सौंदर्यीकरण किया था। यह हमारा ऐतिहासिक धरोहर है, यह 5000 साल पुराना है। यहां प्राचीन नाट्यशाला है। यहां भगवान राम-सीता रुके थे। ये हर जगह हमारे प्राकृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को नष्ट करते जा रहे हैं। भूपेश बघेल ने कहा कि, सरगुजा में SECL के मामले में प्रभावितों को मुआवजा नहीं दिया और जमीन खोदनी शुरू कर दी। इससे लोग आक्रोशित हुए और लाठीचार्ज हुआ। उन्होंने रायगढ़ के तमनार मामले में कहा कि वहां आग लगी हुई है। तमनार में लोग 14 दिन से हड़ताल पर बैठे थे, लेकिन उनकी नहीं सुनी गई। इस दौरान एक व्यक्ति की मौत भी हो गई। यह स्थिति हर जग बनी हुई है। ये लोगों की बात सुन नहीं रहे हैं। इस वजह से लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। लेकिन ये सत्ता में मदमस्त हैं, हर जगह लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बन रही है। धीरेंद्र शास्त्री को बताया ढोंगी भूपेश बघेल ने पंडित धीरेंद्र शास्त्री का सरगुजा में भी ढोंगी बताया। उन्होंने कहा कि वे अंधविश्वास फैला रहे हैं और पैसे बटोरकर ले जाते हैं। वह चंदा लेना बंद कर दे और रोज प्रवचन करें। हर महीने वे चंदा लेने आ जाते हैं। कुछ एजेंट लगे हुए हैं। जो पैसा बटोरते हैं और कार्यक्रम कराते हैं। भूपेश बघेल ने कहा कि वे पर्ची पर स्वयं भरोसा नहीं करते, वरना कैंसर हॉस्पिटल क्यों खोला है। हॉस्पिटल के सामने पर्ची लेकर बैठे रहते। प्रवास को बताया निजी कार्यक्रम सरगुजा आगमन को लेकर भूपेश बघेल ने कहा कि साथियों से बहुत दिन से नहीं मिला था। इस वजह से आया हूं। सूरजपुर में शशि सिंह नई अध्यक्ष बनी हैं। उन्हें बधाई देने और कार्यकर्ताओं से मुलाकात के बाद पेंड्रा-मरवाही जाऊंगा। इस कार्यक्रम में सरगुजा जिलाध्यक्ष बालकृष्ण पाठक के नहीं पहुंचने पर उन्होंने कहा कि यह कोई राजनीतिक कार्यक्रम तो था नहीं। पारिवारिक कार्यक्रम में आया हूं। इसके बाद वे सूरजपुर के लिए रवाना हो गए।
जोधपुर के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में चल रहे पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव 2026 में फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता का रंगारंग आयोजन हुआ। लघु उद्योग भारती महिला इकाई की ओर से आयोजित इस प्रतियोगिता में 30 से अधिक बच्चों ने भारत माता, व्योमिका सिंह, झांसी की रानी और सैनिक के रूपों में देशभक्ति और संस्कृति का जीवंत प्रदर्शन किया। व्योमिका सिंह की वेशभूषा धारण करने वाली हृदया पुरोहित ने प्रथम स्थान हासिल किया। देशभक्ति और परंपरा का संगम मेला सह-संयोजक मीनू दुग्गड ने बताया कि जैसे ही नन्हे प्रतिभागी विविध परिधानों में मंच पर उतरे, दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया। बच्चों का उत्साह, आत्मविश्वास और रचनात्मकता में देशभक्ति, परंपरा और आधुनिकता का सुंदर समन्वय देखने को मिला। कार्यक्रम में एसीपी छवि शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं, जबकि शास्त्री नगर थानाधिकारी जुल्फिकार अली विशिष्ट अतिथि रहे। उत्सव सह-संयोजक मोना हरवानी ने बताया कि रश्मि परिहार एवं कपिल मधुकर ने निर्णायक की भूमिका निभाई। प्रतियोगिता समन्वयक निशा पंवार के अनुसार, पारंपरिक राजस्थानी परिधानों में सजी नन्ही बालिकाओं ने दर्शकों का दिल जीत लिया, वहीं कुछ बच्चों ने आधुनिक परिधानों के माध्यम से अपनी सशक्त सोच का परिचय दिया। व्योमिका सिंह से आर्मी तक के किरदार प्रतियोगिता के दौरान बच्चों ने व्योमिका सिंह, भारत माता, झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, आर्मी, ग्रामीण परिधान और पंजाबी वेशभूषा सहित विभिन्न आकर्षक रूपों में प्रस्तुति दी। इस अवसर पर लघु उद्योग भारती महिला इकाई की प्रांत सचिव बिंदु जैन, कंचन लोहिया, सह-समन्वयक शिल्पा अग्रवाल, सह-सचिव निधि सिंह, कार्यकारिणी सदस्य मिनाक्षी हर्ष, सुधा गर्ग, रिनू जैन, चंदा मित्तल एवं रिचा डागा सहित अनेक पदाधिकारी उपस्थित रहे। हृदया पुरोहित बनीं विजेता कार्यक्रम समन्वयक रश्मि शर्मा ने प्रतियोगिता के परिणाम घोषित करते हुए बताया कि व्योमिका सिंह की वेशभूषा पहनकर सभी को प्रभावित करने वाली हृदया पुरोहित ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। पारंपरिक राजपूती वेशभूषा में सजी दुर्गा चौहान को द्वितीय स्थान मिला, जबकि भारत माता के स्वरूप में मंच पर उतरी वंशिका ने तृतीय स्थान हासिल किया। वहीं मॉडल बनी अवनी शर्मा एवं भारतीय परिधान में सजी प्रियांशी चौहान को सांत्वना पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया।
मनियां इलाके में धार्मिक स्थल पर तोड़फोड़:पुलिस ने मौके का मुआयना किया, जांच जारी
धौलपुर के मनियां थाना क्षेत्र के एदलपुर गांव में एक धार्मिक स्थल पर असामाजिक तत्वों द्वारा तोड़फोड़ का मामला सामने आया है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति का जायजा लिया। बताया गया है कि इस धार्मिक स्थल पर दोनों समुदायों के लोग पूजा और इबादत करते थे। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, तोड़फोड़ की यह घटना रात के समय हुई। सुबह नुकसान देखे जाने के बाद गांव में लोग जमा हो गए। पुलिस की तत्परता से स्थिति नियंत्रण में है और एहतियातन क्षेत्र में पुलिस बल तैनात किया गया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वैभव शर्मा ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद मामले में कानूनी कार्रवाई करते हुए प्रकरण दर्ज किया जाएगा। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने फोरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) टीम को भी मौके पर बुलाया, जिसने साक्ष्य जुटाए हैं। पुलिस का कहना है कि सभी पहलुओं की जांच की जा रही है और दोषियों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है।
सहरसा के सेकेंडरी स्कूल में सांस्कृतिक कार्यक्रम कार्यक्रम:बच्चों ने किया डांस, अभिभावक भी हुए शामिल
सहरसा के न्यू कॉलोनी स्थित श्रीराम सेकेंडरी स्कूल परिसर में रविवार को एक भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में स्कूल के छात्र-छात्राओं ने पारंपरिक और आधुनिक संस्कृति का सुंदर समन्वय प्रस्तुत करते हुए मनमोहक नृत्य और प्रस्तुतियां दीं। दीप प्रज्वलन से हुई शुरुआत कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और स्वागत गीत से हुई। छात्राओं ने शास्त्रीय नृत्य, लोकनृत्य और देशभक्ति गीतों पर आधारित मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किए। वहीं, छात्रों ने समूह नृत्य और सांस्कृतिक झलकियों के माध्यम से भारतीय संस्कृति की विविधता को मंच पर जीवंत किया। इस दौरान दर्शकों में उत्साह का माहौल बना रहा। सर्वांगीण विकास पर जोर इस अवसर पर स्कूल के प्राचार्य शिवम कुमार ने बताया कि बच्चों के सर्वांगीण विकास को ध्यान में रखते हुए हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया है। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन बच्चों में आत्मविश्वास, अनुशासन और टीमवर्क की भावना विकसित करते हैं, साथ ही उन्हें अपनी प्रतिभा निखारने का अवसर भी मिलता है। प्राचार्य ने जताया आभार प्राचार्य ने कार्यक्रम की सफलता के लिए सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं, अभिभावकों और छात्रों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग से यह कार्यक्रम सफल रहा और बच्चों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद का 17वां तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन शनिवार को बालोतरा-नाकोड़ा स्थित लालबाग परिसर में दूसरे दिन भी जारी रहा। इस दौरान कार्यस्थल पर महिला अधिवक्ताओं से संबंधित मुद्दों और चुनौतियों पर गहन मंथन किया गया। अधिवेशन में देश के सभी राज्यों से बड़ी संख्या में अधिवक्ता भाग ले रहे हैं। कार्यक्रम में उच्चतम न्यायालय और विभिन्न उच्च न्यायालयों के न्यायाधीश, भारत सरकार के वरिष्ठ विधि अधिकारी तथा कानून जगत की प्रतिष्ठित हस्तियां उपस्थित रहीं। अधिवेशन का उद्घाटन सत्र शनिवार दोपहर 11:30 बजे मां भारती, अधिवक्ता परिषद के संस्थापक दत्तोपंत ठेंगड़ी और संविधान निर्माता डॉ. बी.आर. अंबेडकर के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया था। दूसरे दिन का केंद्रीय विषय 'कार्यस्थल पर महिला अधिवक्ताओं से संबंधित मुद्दे और चुनौतियां' रहा, जिस पर विस्तृत चर्चा और विचार-विमर्श किया गया। यह सत्र महिला अधिवक्ताओं के सामने आने वाली व्यावहारिक समस्याओं और उनके समाधान पर केंद्रित था। अधिवेशन के पहले दिन, शुक्रवार रात 9 बजे, भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के पश्चिमी क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के तत्वावधान में 'कल्चरल नाइट' का आयोजन किया गया। पोरबंदर से आए कलाकारों ने शौर्य गीत पर तलवार रास की प्रभावशाली प्रस्तुति दी, जबकि पंजाबी कलाकारों ने प्रस्तुत भांगड़ा नृत्य से पूरा पंडाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। इसके अतिरिक्त, मयूर नृत्य, कथक नृत्य, राठवा और मांगणियार कलाकारों की प्रस्तुतियों ने भी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
लखनऊ में तीन दिवसीय BYS तरंग फेस्ट 2025 में प्रदर्शनी में तीसरे दिन गुरुवार को भी धूम रही। इसमें हस्तशिल्प, लाइफस्टाइल, फूड और घर के सजावटी सामान के स्टॉल लगे थे। इसका आयोजन गोमतीनगर स्थित डीएलएफ मायपैड होटल में किया गया। बिल्ड योरसेल्फ सेवा संस्था ने इसके समापन के मौके पर उत्तर प्रदेश स्टेट हॉर्टिकल्चरल को-ऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन के चेयरमैन नवलेश प्रताप सिंह को बुलाया था। इस मौके पर नवलेश प्रताप सिंह ने कारीगरों, उद्यमियों और आमजन को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन कारीगरों को सीधा बाजार उपलब्ध कराते हैं, उनकी मेहनत को पहचान दिलाते हैं और स्थानीय कला एवं संस्कृति को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने कारीगरों को गुणवत्ता, नवाचार और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया।इस अवसर पर बिल्ड योरसेल्फ के संस्थापक सैयद वासिउल अब्बास ने कहा कि BYS तरंग फेस्ट केवल एक प्रदर्शनी नहीं, बल्कि कारीगरों के सपनों को वैश्विक मंच प्रदान करने का माध्यम है। उन्होंने घोषणा की कि भविष्य में BYS तरंग फेस्ट का आयोजन देश के विभिन्न शहरों के साथ-साथ विदेशों में भी किया जाएगा।
लखीमपुर खीरी में क्रिसमस का त्योहार धूमधाम से मना:चर्चों में देर रात तक दिखा उत्सव और जश्न का माहौल
लखीमपुर खीरी में क्रिसमस का त्योहार हर्षोल्लास, आस्था और भाईचारे के माहौल में मनाया गया। शहर के डॉन बॉस्को चर्च, मेन रोड स्थित चर्च और हिदायतनगर के चर्चों को इस अवसर पर विशेष रूप से सजाया गया था। चर्च परिसरों को रंग-बिरंगी लाइटों, फूलों और क्रिसमस ट्री से आकर्षक ढंग से सजाया गया, जिससे पूरे क्षेत्र में उत्सव का माहौल बन गया। प्रभु यीशु मसीह के जन्म से जुड़ी आकर्षक झांकियां श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहीं। सुबह से ही सभी चर्चों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। लोगों ने प्रार्थनाएं कीं और कैंडल जलाकर प्रभु यीशु के प्रति अपनी आस्था व्यक्त की। क्रिसमस की पूर्व संध्या पर भी विशेष प्रार्थना सभाओं का आयोजन किया गया, जिनमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। डॉन बॉस्को चर्च के फादर जॉन नोरोन्हा ने बताया कि क्रिसमस प्रेम, शांति और भाईचारे का पर्व है। उन्होंने कहा कि प्रभु यीशु का जन्म मानवता को सत्य, करुणा और सेवा का संदेश देता है। फादर नोरोन्हा ने आगे कहा कि इस पर्व के माध्यम से समाज में आपसी सौहार्द और मानवता का संदेश दिया गया। क्रिसमस पर्व के मद्देनजर सभी चर्चों में सुरक्षा और व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। धार्मिक कार्यक्रम शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुए। देर रात तक श्रद्धालु उत्सव का आनंद लेते रहे, जिससे पूरे शहर में जश्न का माहौल बना रहा। तस्वीरें देखिए
ओटेबंद में सांस्कृतिक कार्यक्रम 27 दिसंबर को
करही बाजार | ग्राम ओटेबंद में ग्राम वासियों के द्वारा शनिवार को छत्तीसगढ़ी लोककला मंच तोर माया के सुरता बेजलपर के छत्तीसगढ़ी सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन 27 दिसंबर को किया जाएगा। वही कार्यक्रम में आसपास के गांव के ग्रामीण बड़ी संख्या में सांस्कृतिक कार्यक्रम देखने पहुंचेंगे। कार्यक्रम की तैयारी में समिति जुटी है।
जोधपुर के रामलीला मैदान (रावण का चबूतरा मैदान) में चल रहे 35वें पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव 2026 में शुक्रवार को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा शिरकत करेंगे। मुख्यमंत्री 26 दिसंबर को सुबह 11:15 बजे जोधपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगे और 11:30 से 12:45 बजे तक उत्सव स्थल पर विभिन्न स्टॉल्स व ऑपरेशन सिंदूर थीम आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन करेंगे। इस बार पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव ऑपरेशन सिंदूर की थीम पर आयोजित किया जा रहा है। उत्सव में सेना, बीएसएफ और एयरफोर्स की ओर से चल रही भर्ती प्रक्रियाओं और गतिविधियों की जानकारी युवाओं को दी जा रही है। संक्षिप्त दौरा, सीधे जयपुर वापसी मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा उत्सव में भाग लेने के बाद दोपहर 12:55 बजे जोधपुर एयरपोर्ट के लिए रवाना होंगे। कार्यक्रम के अनुसार वे दोपहर 1 बजे जोधपुर से जयपुर के लिए प्रस्थान करेंगे। प्रशासन और आयोजक मंडल ने सुरक्षा और व्यवस्थाओं को लेकर तैयारियां पूरी कर ली हैं, ताकि सीमित समय के इस दौरे में मुख्यमंत्री उत्सव की मुख्य झलकियां और थीम आधारित प्रदर्शनी देख सकें। आधुनिक हथियारों की प्रदर्शनी रामलीला मैदान में बनाए गए विशेष डोम में भारतीय सेना के प्रमुख वेपन ब्रह्मोस और एस-400 की प्रतिकृति लगाई गई है, जो युवाओं और आमजन के लिए बड़ा आकर्षण है। साथ ही आधुनिक हथियारों की प्रदर्शनी और आत्मनिर्भर भारत अभियान से जुड़े लाइव मैन्युफैक्चरिंग यूनिट भी लगाए गए हैं, जहां मौके पर ही उत्पाद तैयार होते दिखाए जा रहे हैं। 15 डोम, 800 से ज्यादा स्टॉल्स और पंच गौरव उत्सव में 15 अलग-अलग डोम बनाए गए हैं, जिनमें 800 से अधिक स्टॉल्स पर उद्योग, हस्तशिल्प, कृषि व विभिन्न सरकारी योजनाओं से जुड़े उत्पाद और सेवाएं प्रदर्शित की जा रही हैं। करीब 220 स्टॉल्स केंद्र और राज्य सरकार के विभिन्न विभागों के लिए आरक्षित हैं, जहां योजनाओं और सब्सिडी से जुड़ी जानकारी दी जा रही है। राज्य सरकार की पंच गौरव पहल के तहत हर जिले के एक प्रमुख उत्पाद, एक खेल, एक कृषि उत्पाद, एक पर्यटन स्थल और एक वन उत्पाद को अलग डोम में विशेष रूप से प्रदर्शित किया जा रहा है, ताकि जिले की विशिष्ट पहचान और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मंच मिल सके। बिजनेस सेमिनार, सांस्कृतिक संध्या और प्रतियोगिताएं उत्सव में रोजाना दोपहर में MSME, आत्मनिर्भर भारत, महिला उद्यमिता, पंच गौरव योजना, श्रम कानून और सामाजिक सरोकारों पर बिजनेस सेमिनार और वर्कशॉप आयोजित हो रहे हैं। शाम 7 से 10 बजे तक सांस्कृतिक संध्या में देशभक्ति थीम, राजस्थानी लोक नृत्य, फैशन शो, कवि सम्मेलन और कॉमेडी कार्यक्रम सहित विविध प्रस्तुतियां दी जा रही हैं। महिलाओं और बच्चों के लिए मेहंदी, ड्राइंग, फैंसी ड्रेस, अग्नि रहित पाककला, कशीदाकारी, गायन, चेस और पॉट पेंटिंग जैसी प्रतियोगिताएं रखी गई हैं, जिनमें बड़ी संख्या में प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं। आमजन के लिए बोइंग विमान पर नाम मात्र शुल्क में सेल्फी की विशेष व्यवस्था भी उत्सव का आकर्षण है।
Paush Month Festivals: पौष महीना 2025-2026: प्रमुख व्रत और त्योहारों की सूची
Paush Vrat and Festival List 2025: पौष मास में कुछ विशेष पर्व होते हैं जो धार्मिक, सांस्कृतिक और पारंपरिक दृष्टि से बहुत महत्व रखते हैं। पौष मास की शुद्ध एकादशी का व्रत भगवान विष्णु की पूजा के लिए समर्पित होता है।इसे विशेष रूप से आत्म-संयम और पापों ...
Traditional Punjabi Recipe: कैसे बनाएं पारंपरिक पंजाबी भोजन सरसों का साग और मक्के की रोटी
Sarson Ka Saag Aur Makki Ki Roti: सरसों का साग और मक्के की रोटी न केवल एक लाजवाब व्यंजन बनाता है, बल्कि सर्दी की डाइट के लिए एक संपूर्ण और हेल्दी मील भी बनाता है। क्या आप सरसों का साग बनाने की पारंपरिक रेसिपी जानना चाहेंगे? यदि हां, तो आपकी पारंपरिक ...
होली को छपरियों का त्योहार बताकर फंसीं फराह खान, दर्ज हुआ केस
फिल्ममेकर-कोरियोग्राफर फराह खान इन दिनों कुकिंग रियलिटी शो 'सेलिब्रिटी मास्टशेफ' को जज करती नजर आ रही हैं। हाल ही में शो के एक एपिसोड में फराह खान ने होली को 'छपरी लोगों का फेवरेट फेस्टिवल' बताया था। इसके बाद फराह मुश्किलों में घिर गई हैं। फराह खान ...

