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Gold ETF पर टूट पड़े लोग, महीनेभर में ₹7500 करोड़ से ज्यादा का निवेश, इस दीवानगी की वजह भी समझिए

सोने को लेकर लोगों की दीवानगी किसी से छिपी नहीं है. सिर्फ फिजिकल गोल्ड ही नहीं गोल्ड ईटीएफ भी लोगों की पहली पसंद बनता जा रहा है. भारत में Gold Exchange-Traded Funds (ETFs) के प्रति निवेशकों की दिलचस्पी लगातार बढ़ रही है.

ज़ी न्यूज़ 7 Nov 2025 10:05 pm

SEBI ने दी क्लीन चिट; IPO वैल्यू सही, बस सुरक्षा पर रखो नज़र

सेबी के सदस्य कमलेश वार्ष्णेय ने कहा कि आईपीओ वैल्यूएशन में किसी तरह की कमी नहीं है, लेकिन खुदरा निवेशकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए और कदम उठाने की ज़रूरत है। उन्होंने संकेत दिया कि बाजार की पारदर्शिता और निवेशकों के भरोसे को बनाए रखना सेबी की प्राथमिकता है।

प्रातःकाल 7 Nov 2025 7:21 pm

इधर ट्रंप टैरिफ लगाते रहे, उधर अमेरिकियों ने भारत में लगा दिया ₹67,81,88,56,500 का दांव, 3 महीने के बाद बाजार में विदेशी निवेशकों की जोरदार वापसी

भले ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारतीय अर्थव्यवस्था को कमजोर करने के लिए नए-नए हथकंडे अपनाते रहे. कभी टैरिफ लगाकर तो कभी अमेरिकी कंपनियों को भारत छोड़ने के लिए धमकी देकर ट्रंप भारत पर निशाना साधते रहे हैं.

ज़ी न्यूज़ 7 Nov 2025 3:47 pm

बाजार में हाहाकार, बुरी तरह क्रैश हुआ सेंसेक्स, तीन दिन में 1300 अंक लुढ़का, गिरावट का गुनहगार कौन ?

Share Market Crash: हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शेयर बाजार में बड़ी गिरावट देखने को मिली. शुक्रवार, 7 नवंबर को सेसेंक्स बुरी तरह से क्रैश हो गया. स्टॉक्स मार्केट में अगर बीते दिन कारोबारी दिन का आंकलन करें तो सेंसेक्स में 1300 अंकों से अधिक की गिरावट देखने को मिली है.

ज़ी न्यूज़ 7 Nov 2025 11:37 am

राज-शिल्पा के खिलाफ ₹60 करोड़ की धोखाधड़ी का मामला:EOW की जांच में खुलासा - कंपनी में निवेशकों के पैसों का गलत इस्तेमाल हुआ

धोखाधड़ी केस में बिजनेसमैन राज कुंद्रा और एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) की जांच में सामने आया है कि राज कुंद्रा और शिल्पा शेट्टी की कंपनी 'बेस्ट डील टीवी' से जुड़ा धोखाधड़ी का मामला 60 करोड़ रुपए से भी ज्यादा का है। समाचार एजेंसी आईएएनएस के अनुसार, मुंबई पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान सामने आया कि राज कुंद्रा से जुड़ी कंपनियों के पूर्व CFO (मुख्य वित्त अधिकारी), अकाउंटेंट और पूर्व डायरेक्टर्स के बयानों से पता चला कि निवेशकों के पैसे का गलत इस्तेमाल किया गया था। ये रकम राज कुंद्रा से जुड़ी कंपनियों, जैसे स्टेटमेंट मीडिया सॉल्यूशंस और लॉजिस्टिक्स के जरिए हेराफेरी की गई। रिकॉर्ड पर कई पेमेंट्स दिखाए गए, लेकिन असल में पैसे दिए ही नहीं गए। अब मुंबई पुलिस ने बैंक खातों का फोरेंसिक ऑडिट कराने का आदेश दिया है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि धोखाधड़ी का पूरा पैमाना कितना बड़ा है। चार कर्मचारियों को पूछताछ के लिए किया गया तलब इससे पहले EOW ने शिल्पा और राज की कंपनी बेस्ट डील टीवी प्राइवेट लिमिटेड के चार कर्मचारियों को इस मामले में पूछताछ के लिए तलब किया था। NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि चार में से एक कर्मचारी ने पिछले हफ्ते EOW के सामने अपना बयान दर्ज कराया था और जरूरत पड़ने पर उसे दोबारा बुलाया जा सकता है। बाकी तीन कर्मचारियों के बयान आने वाले दिनों में दर्ज किए जाएंगे। ये सभी उस समय राज कुंद्रा की कंपनी में सीनियर पोजिशन पर थे। EOW की पूछताछ का मकसद यह पता लगाना है कि राज कुंद्रा द्वारा बताए अनुसार क्या वाकई 20 करोड़ रुपए ऑफिस की सजावट (furnishings) पर खर्च किए गए थे। साथ ही, यह भी जांच की जा रही है कि कर्मचारियों की सैलरी कंपनी की कमाई से दी गई थी या किसी अन्य स्रोत से। EOW इन कर्मचारियों से पूछताछ करके पैसों के लेनदेन की पूरी कड़ी (money trail) जोड़ने की कोशिश कर रही है। EOW जल्द ही उन प्रोडक्ट सप्लायरों और कंपनियों से भी पूछताछ करेगी, जिन्होंने राज कुंद्रा की कंपनी के लिए विज्ञापन बनाए थे। सभी पूछताछ पूरी होने के बाद, ज़रूरत पड़ने पर कुंद्रा को दोबारा बुलाया जाएगा। क्या है 60 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का मामला? अगस्त 2025 में मुंबई के एक बिजनेसमैन दीपक कोठारी ने शिल्पा शेट्टी और राज कुंद्रा पर 60 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी के आरोप में शिकायत दर्ज करवाई है। दीपक कोठारी के मुताबिक, उनकी मुलाकात 2015 में एजेंट राजेश आर्या के जरिए शिल्पा और कुंद्रा से हुई थी। उस समय दोनों बेस्ट डील टीवी के डायरेक्टर थे और शिल्पा के पास कंपनी के 87% से ज्यादा शेयर थे। शिकायत के अनुसार, एक मीटिंग में तय हुआ कि शिल्पा और राज कुंद्रा की कंपनी को दीपक लोन देंगे। कंपनी के लिए 75 करोड़ रुपए का लोन मांगा था, जिस पर 12% सालाना ब्याज तय हुआ। दीपक कोठारी का आरोप है कि बाद में शिल्पा और कुंद्रा ने उनसे कहा कि लोन पर टैक्स की परेशानी आ सकती है, इसलिए इसे इन्वेस्टमेंट के रूप में दिखाते हैं और हर महीने रिटर्न देंगे। अप्रैल 2015 में कोठारी ने करीब 31.95 करोड़ रुपए की पहली पेमेंट की। टैक्स से जुड़ी परेशानी जारी रहने पर सितंबर में दूसरी डील हुई और जुलाई 2015 से मार्च 2016 के बीच उन्होंने 28.54 करोड़ रुपए और ट्रांसफर किए। कुल मिलाकर उन्होंने 60.48 करोड़ रुपए दिए, साथ ही 3.19 लाख रुपए स्टांप ड्यूटी के रूप में चुकाए। कोठारी का दावा है कि अप्रैल 2016 में शिल्पा ने उन्हें पर्सनल गारंटी भी दी थी, लेकिन उसी साल सितंबर में उन्होंने कंपनी के डायरेक्टर पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद शिल्पा की कंपनी पर 1.28 करोड़ रुपए का कर्ज न चुकाने का मामला सामने आया। कोठारी को इसकी कोई जानकारी नहीं थी। उन्होंने कई बार अपने पैसे वापस मांगे, लेकिन कोई जवाब और पैसे नहीं मिले। पहले मामला जुहू पुलिस स्टेशन में धोखाधड़ी और जालसाजी के तहत दर्ज हुआ। चूंकि रकम 10 करोड़ से ज्यादा थी, इसलिए जांच आर्थिक अपराध शाखा (EOW) को सौंप दी गई है। EOW इस केस की जांच कर रही है। शिल्पा से हुई थी साढ़े 4 घंटे तक पूछताछ 7 अक्टूबर को धोखाधड़ी के मामले में EOW (इकोनॉमिक ऑफेंस विंग) की टीम ने शिल्पा शेट्टी के घर पहुंचकर करीब साढ़े 4 घंटे तक पूछताछ की थी। शिल्पा के अलावा राज कुंद्रा का बयान भी दर्ज किया गया गया था। जब राज से अक्टूबर के महीने में पूछताछ हुई थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि बेस्ट डील को दीपक कोठारी द्वारा दी गई रकम को बिपाशा बसु, नेहा धूपिया और प्रोड्यूसर एकता कपूर को बतौर प्रोफेशनल फीस दी जा चुकी थी। ............... शिल्पा शेट्टी और राज कुंद्रा से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें 'जिंदगी में कभी गलत नहीं किया, सच सामने आएगा':शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा ने ₹60 करोड़ की ठगी के आरोपों पर चुप्पी तोड़ी बिजनेसमैन और शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा ने 60 करोड़ रुपए की ठगी के मामले पर 11 सितंबर को चुप्पी तोड़ी थी। उन्होंने कहा था कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है। पूरी खबर यहां पढ़ें....

दैनिक भास्कर 7 Nov 2025 10:41 am

शेयर बाजार में धूम मचा देगा SBI का नया IPO! इस कंपनी की ब‍िकेगी 6 प्रतिशत ह‍िस्‍सेदारी

SBIMFL IPO: बैंक सब्‍स‍िड‍ियरी कंपनी एसबीआई फंड्स मैनेजमेंट लिमिटेड (SBIMFL) में 6.3 प्रतिशत हिस्सेदारी आईपीओ (IPO) के जरिये बेचने जा रहा है. इस कदम के साथ बैंक को पूंजी जुटाने में मदद मिलेगी.

ज़ी न्यूज़ 6 Nov 2025 7:28 pm

Share Bazaar में चौथे दिन भी रही गिरावट, बिकवाली के दबाव में टूटे Sensex और Nifty

Share Market Update News : भारतीय शेयर बाजार में आज चौथे कारोबारी दिन भी गिरावट रही। सेंसेक्स 148 अंक की गिरावट के साथ आज 83311.01 अंक पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 88 अंक फिसलकर 25509.70 अंक पर बंद हुआ। मिडकैप शेयरों में भी आज पूरे दिन उतार-चढ़ाव भरा माहौल रहा। ऑटो और आईटी इंडेक्स को छोड़कर सभी सेक्टर में बिकवाली हावी रही। इसके पहले मंगलवार को सेंसेक्स 519.34 अंक की कमजोरी के साथ 83,459.15 अंक के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं निफ्टी ने 165.70 अंक की गिरावट के साथ 25,597.65 अंक के स्तर पर कारोबार का अंत किया था। खबरों के अनुसार, शेयर बाजार में आज चौथे कारोबारी दिन भी गिरावट रही। सेंसेक्स 148 अंक की गिरावट के साथ आज 83311.01 अंक पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 88 अंक फिसलकर 25509.70 अंक पर बंद हुआ। मिडकैप शेयरों में भी आज पूरे दिन उतार-चढ़ाव भरा माहौल रहा। ऑटो और आईटी इंडेक्स को छोड़कर सभी सेक्टर में बिकवाली हावी रही। सबसे ज्यादा गिरावट निफ्टी मीडिया और मेटल इंडेक्स में देखने को मिली, जो 2 से ढाई फीसदी तक टूट गए। ALSO READ: Share Bazaar में बड़ी गिरावट, Sensex 593 अंक लुढ़का, Nifty भी 26000 के नीचे बाजार में गिरावट की अहम वजहों में विदेशी निवेशकों की बिकवाली, डॉलर के 5 महीने के ऊंचाई पर होना और अहम सेक्टर्स में प्रॉफिट बुकिंग है। भारतीय शेयर बाजार में आज शुरुआती कारोबार के दौरान उतार-चढ़ाव के बीच मजबूती नजर आई, लेकिन अमेरिकी डॉलर के ऊपरी स्तर पर टिके रहने और विदेशी निवेशकों की बिकवाली से शेयर बाजार पर दबाव आया। ALSO READ: Share Bazaar में तूफानी तेजी, Sensex उछलकर 83950 के पार, Nifty भी चढ़ा इसके पहले पिछले कारोबारी दिन मंगलवार को सेंसेक्स 519.34 अंक यानी 0.62 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 83,459.15 अंक के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं निफ्टी ने 165.70 अंक यानी 0.64 प्रतिशत की गिरावट के साथ 25,597.65 अंक के स्तर पर कारोबार का अंत किया था। Edited By : Chetan Gour

वेब दुनिया 6 Nov 2025 4:29 pm

कोरबा में फ्लेरामैक्स फ्रॉड की उच्च स्तरीय जांच होगी:40 हजार महिलाओं के नाम से लोन निकलवाया; कपंनी में 120 करोड़ निवेश कर धोखाधड़ी की

छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले की 40 हजार आदिवासी महिलाओं से फ्लोरामैक्स कंपनी ने अरबों रुपए की कथित धोखाधड़ी की है। इस मामले में राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग ने संज्ञान लिया है। आयोग ने राज्य सरकार को इस फ्रॉड के उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दिए हैं। केंद्रीय एजेंसी अब इस मामले की जांच करेगी। पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने आयोग में शिकायत की थी। जिसके बाद आयोग ने मुख्य सचिव को निर्देश दिए हैं। शिकायत में बताया गया था कि महिला समूह (ग्रामीण आजीविका मिशन) के जुड़ी आदिवासी महिलाओं को लालच देकर कंपनी ने 30-30 हजार लोन निकलवाया और कपंनी में 120 करोड़ निवेश किए थे। आयोग ने 30 दिन के अंदर जवाब भी मांगा है। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग ननकीराम कंवर ने 9 दिसंबर 2024 को केंद्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग से शिकायत की थी। उन्होंने मांग की थी कि मामले की जांच केंद्रीय एजेंसी से कराई जाए, दोषियों पर कड़ी कार्रवाई हो और पीड़ित महिलाओं को राहत दी जाए। आयोग ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए मुख्य सचिव छत्तीसगढ़ शासन से रिपोर्ट तलब की थी। प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर आयोग ने 16 अक्टूबर 2025 को मुख्य सचिव को सुनवाई के लिए बुलाया था। मुख्य सचिव की ओर से बिलासपुर संभाग आयुक्त सुनील कुमार जैन आयोग के सामने उपस्थित हुए और अपना पक्ष रखा। धोखाधड़ी मामले में 13 गिरफ्तार, 10 को जमानत संभाग आयुक्त ने आयोग को बताया कि फ्लोरामैक्स धोखाधड़ी मामले में अखिलेश सिंह नामक व्यक्ति की बनाई गई कंपनी से जुड़े 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जिनमें से 10 को जमानत मिल चुकी है। संभाग आयुक्त ने आयोग को सूचित किया कि जांच अधिकारी पीड़ितों को मुआवजा दिलाने के लिए आरोपियों की संपत्तियों की तलाश कर रहे हैं और कुछ संपत्तियां बरामद भी हुई हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि मामले का समाधान जल्द, निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से किया जाएगा। 30 दिन के अंदर मांगा जवाब सुनवाई के बाद आयोग ने मुख्य सचिव छत्तीसगढ़ शासन को पत्र लिखकर सिफारिश की है। आयोग ने कहा कि यह मामला गंभीर वित्तीय अनियमितता और अनुसूचित जनजाति समुदाय की महिलाओं के आर्थिक शोषण से जुड़ा है। इसलिए, प्रथम सूचना रिपोर्ट (FIR) और कोर्ट में प्रस्तुत चालान में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत अपराध दर्ज कर मामले को समयबद्ध तरीके से सुलझाया जा सकता है। आयोग ने यह भी निर्देश दिया है कि जांच एजेंसी द्वारा न्यायालय में प्रस्तुत चालान की पूर्ण प्रमाणित प्रति आयोग को उपलब्ध कराई जाए। इसके अलावा मामले की जांच रिपोर्ट और अब तक की गई कार्रवाई की विस्तृत रिपोर्ट आदेश के 30 दिनों के भीतर प्रस्तुत की जाए। क्या है पूरा मामला दरअसल, साल 2022 में फ्लोरामैक्स कंपनी ने महिला समूह के सदस्यों को बैंक से लुभावने बिजनेस लोन दिलाया। कंपनी ने वादा किया था कि लोन की किस्तें वह खुद जमा करेगी, लेकिन कुछ समय बाद में कंपनी ने लोन की किस्तें देना बंद कर दिया। इसी बीच कंपनी से जुड़े कुछ लोग करोड़ों रुपए लेकर फरार हो गए। कंपनी भी बंद कर दी गई। अब बैंक वाले महिलाओं से कर्ज की वसूली के लिए दबाव बना रहे हैं। अब जानिए आरोपियों ने कैसे की ठगी ? आरोपी अखिलेश सिंह और उसके अन्य साथी फ्लोरा मैक्स सर्विस प्राइवेट लिमिटेड नाम से एक कंपनी चला रहे थे, जिसकी मुख्य शाखा कोरबा और दूसरी शाखा चांपा में खोली गई थी। कंपनी ने फर्जी स्कीम बताकर आम लोगों और महिला समूह के सदस्यों से 30-30 हजार रुपए जमा करवाए। बदले में हर सदस्य को हर महीने 2700 रुपए देने का वादा किया। इसके अलावा कंपनी साड़ी, बर्तन, जूते, ज्वेलरी जैसे 35 हजार रुपए का सामान बेचने के लिए देती थी। सामान बेचने के बाद वे फिर से कंपनी में 35 हजार रुपए जमा करवाते थे। इसके बदले में सदस्यों को 35 रुपए कमीशन मिलता था। कंपनी ने महिलाओं के नाम पर बैंक से लोन लिया था, लेकिन जब अनियमितताएं सामने आईं तो पुलिस प्रशासन ने कंपनी को सील कर दिया। ................................................. इससे जुड़ी ये खबर भी पढ़ें मंत्री ने महिलाओं को धमकाया, कहा-ज्यादा हेकड़ी मत दिखाओ:कोरबा में लखनलाल देवांगन बोले-पुलिस से फेंकवा देंगे; कांग्रेस बोली- ये महतारियों का अपमान छत्तीसगढ़ के उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन ने ठगी की शिकार महिलाओं को धमकाया है। मंत्री ने कहा ज्यादा हेकड़ी दिखाओगे तो पुलिस से फेंकवा देंगे। ये सभी महिलाएं कोरबा की हैं, जिनसे फ्लोरा मैक्स नाम की कंपनी करीब 500 करोड़ की ठगी की है। आरोपियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही थी। पढ़ें पूरी खबर... मंत्री नेताम को 500 महिलाओं ने घेरा...VIDEO:कोरबा में पीड़ितों ने कहा-500 करोड़ की ठगी हुई है, रामविचार बोले-नेतागिरी करने से काम नहीं बनेगा छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में कृषि मंत्री राम विचार नेताम को करीब 500 महिलाओं ने घेर लिया। मंत्री नेताम एक सामाजिक कार्यक्रम में शामिल होने कोरबा पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि सभी महिलाओं से फ्लोरा मैक्स कंपनी ने करीब 500 करोड़ की धोखाधड़ी की है। मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है। पढ़ें पूरी खबर...

दैनिक भास्कर 6 Nov 2025 3:10 pm

Share Bazaar शुरुआती गिरावट से उबरा, Sensex और Nifty में आई तेजी

Share Market Update News : भारतीय शेयर बाजार में आज शुरुआती कारोबार के दौरान उतार-चढ़ाव के बीच मजबूती नजर आ रही है। अमेरिकी डॉलर के ऊपरी स्तर पर टिके रहने और विदेशी निवेशकों की बिकवाली से शेयर बाजार पर दबाव आया। आज बाजार में तेज उतार-चढ़ाव देखने को ...

ज़ी न्यूज़ 6 Nov 2025 1:09 pm

पंचकूला में 1.75 करोड़ ठगी का मास्टरमाइंड गिरफ्तार:खाते में मिली डेढ़ करोड़ की रकम, गुजरात से पकड़ा; अब तक 7 अरेस्ट

हरियाणा के​ पंचकूला में पुलिस की साइबर क्राइम टीम ने रेड कर मास्टरमाइंड चेतन को गुजरात से गिरफ्तार किया है। आरोपी को पंचकूला कोर्ट में पेश कर 6 दिन के पुलिस रिमांड के दौरान पूछताछ की जा रही है। मामला एक करोड़ 75 लाख रुपए की ठगी से जुड़ा है। शिकायतकर्ता ने 31 जुलाई 2024 को साइबर थाना पंचकूला में शिकायत दर्ज करवाई थी। शिकायत के अनुसार 5 जुलाई 2024 को शिकायतकर्ता को फेसबुक पर शेयर मार्केट से संबंधित एक विज्ञापन दिखाई दिया, जिसे उसने लाइक किया। इसके बाद उसे वॉट्सऐप के माध्यम से एक लिंक प्राप्त हुआ, जिसके जरिए उसे शेयर बाजार में निवेश कर दुगुना लाभ कमाने का लालच दिया गया। इसी झांसे में आकर शिकायतकर्ता ने बड़ी राशि का निवेश कर दिया और कुल मिलाकर उससे करीब 1 करोड़ 75 लाख रुपए की ठगी की गई। अब तक इस केस में 7 आरोपी गिरफ्तार हो चुके थे। आरोपी के खाते में डेढ़ करोड़ रकमजांच अधिकारी भूप सिंह के अनुसार पौने 2 करोड़ की ठगी में डेढ़ करोड़ रुपए इसी आरोपी के खाते में गई है। साथ ही जांच में यह भी सामने आया है कि इसी बैंक खाते में अन्य साइबर ठगी के मामले कुल साढ़े 3 करोड़ रकम गई है। पुलिस द्वारा आरोपी के अन्य बैंक खातो को भी रिमांड के दौरान चेक किया जा रहा है। रेड के दौरान सिपाही राहुल और एसपीओ विक्रमजीत की भी आरोपी को पकड़ने मे भूमिका रही।

दैनिक भास्कर 5 Nov 2025 7:08 pm

भारत-जापान साझेदारी में नई उड़ान; निवेश से बदलेगा भविष्य!

भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भारत-जापान हिंद-प्रशांत फोरम में कहा कि आने वाले दशक में दोनों देश 10 ट्रिलियन येन निवेश का लक्ष्य हासिल करेंगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत-जापान साझेदारी हिंद-प्रशांत क्षेत्र में आर्थिक और रणनीतिक स्थिरता की नई दिशा तय करेगी।

प्रातःकाल 5 Nov 2025 2:42 pm

मुंबई पुलिस की चेतावनी : 'कोस्टा सेविंग्स ऐप' से निवेशकों को करोड़ों का नुकसान

मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने निवेशकों को एक बड़े ऑनलाइन घोटाले से आगाह किया है

देशबन्धु 5 Nov 2025 7:42 am

कैनविज कंपनी के सीएमडी ने की 1.35 करोड़ की ठगी:बरेली में महिला एजेंट से निवेश के लिए रुपए लिए, रकम हड़पने पर FIR

बरेली में कैनविज कंपनी के सीएमडी पर ठगी का एक और मुकदमा दर्ज हुआ है। आरोप है कि उन्होंने बरेली की एक महिला एलआईसी एजेंट से 1.35 करोड़ रुपए का निवेश कराया और फिर रकम हड़प ली। पीड़िता ने बताया कि उसने ये पैसा मकान गिरवी रखकर दिया था, अब हालत ऐसी हो गई है कि घर बिकने की नौबत आ चुकी है। ठगी का ये ताजा मामला बारादरी थाना क्षेत्र से सामने आया है। अधिक ब्याज का लालच देकर जाल में फंसाया कैनविज नाम से चिटफंड कंपनी चलाने वाला कन्हैया गुलाटी पर आरोप है कि वे ऊंचे ब्याज का लालच देकर लोगों से करोड़ों रुपये जुटाती रहे। फिर अचानक दफ्तर बंद कर गायब हो गए। बताया जा रहा है मुकदम दर्ज होने के बावजूद गुलाटी अब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। महिला एजेंट बोली-पहले ब्याज मिला, फिर सब बंद महावीर एंक्लेव (जाटवपुरा) निवासी मीरा गुप्ता एलआईसी की एजेंट हैं। उन्होंने बताया कि मॉडल टाउन निवासी कन्हैया गुलाटी, उसके साथी हरेंद्र पटेल और जगतपाल सिंह ने उन्हें भरोसे में लेकर कैनविज एसोसिएट्स में निवेश कराया था।मीरा गुप्ता के मुताबिक, आरोपियों ने वादा किया था कि निवेश पर पांच प्रतिशत मासिक ब्याज मिलेगा। शुरुआत के कुछ महीनों तक ब्याज दिया भी गया, जिससे भरोसा बढ़ गया। लेकिन बाद में न ब्याज मिला और न मूलधन। कंपनी के दफ्तर पर जाने पर ताले लटके मिले। 1.35 करोड़ में से 39 लाख खुद के, बाकी परिचितों के मीरा गुप्ता ने बताया कि उन्होंने अपने नाम से 39 लाख रुपये मकान गिरवी रखकर और बैंक से लोन लेकर लगाए थे। बाकी रकम उनके परिचित निवेशकों की थी, जो उन पर भरोसा कर पैसा लगाए थे। अब जब कंपनी ने सबका पैसा डुबा दिया, तो लोग रोज उनके घर आकर पैसा मांगते हैं।मीरा ने बताया कि वह कई महीनों से तनाव में हैं और आर्थिक तंगी के कारण उन्हें हार्ट अटैक भी पड़ चुका है। उन्होंने पुलिस को तहरीर देकर साफ कहा कि अगर उन्हें कुछ होता है तो इसके जिम्मेदार यही तीनों आरोपी होंगे। मकान बिकने की नौबत, लोन की किस्तें बंद पीड़िता ने बताया कि बैंक की किस्तें नहीं भर पाने की वजह से अब मकान नीलामी की कगार पर पहुंच गया है। परिवार पर कर्ज का बोझ है और ब्याज बढ़ता जा रहा है। मीरा गुप्ता ने कहा कि कंपनी के झूठे वादों ने उनकी जिंदगी तबाह कर दी है।उन्होंने कहा कि वे रोज अपने निवेशकों के फोन सुन-सुनकर टूट चुकी हैं। कई बार पुलिस से मदद मांगी, लेकिन कार्रवाई न होने से अब न्याय पर भरोसा डगमगाने लगा है। बारादरी पुलिस बोली-जांच चल रही, जल्द गिरफ्तारी बारादरी थाना प्रभारी धनंजय पांडेय ने बताया कि मीरा गुप्ता की तहरीर पर कन्हैया गुलाटी, हरेंद्र पटेल और जगतपाल सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। पुलिस मामले की जाँच कर रही है। देश भर में फैला है कन्हैया गुलाटी का नेटवर्क कन्हैया गुलाटी का ठगी का नेटवर्क केवल बरेली में नहीं बल्कि देश के कई शहरों में फैला हुआ है। दिल्ली, लखनऊ, जयपुर, भोपाल और देहरादून में भी उस पर निवेशकों को ठगने के केस दर्ज हैं।हर बार वह ऊंचे ब्याज का झांसा देकर निवेश करवाता है और कुछ महीनों तक ब्याज देकर विश्वास जमा लेता है। उसके बाद दफ्तर बंद कर देता है। हजारों लोग अब तक अपनी जीवनभर की कमाई गंवा चुके हैं। बरेली में पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे मामले बरेली और आसपास के जिलों में पिछले कुछ सालों में चिटफंड कंपनियों का मकड़जाल तेजी से फैला है। इससे पहले अमर ज्योति कंपनी ने भी हजारों लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी की थी, जिसमें कई नेता और व्यापारी तक फंस चुके हैं।इन कंपनियों की खासियत यही होती है कि शुरू में भरोसा जीतने के लिए थोड़ी रकम लौटाई जाती है, फिर धीरे-धीरे करोड़ों का फंड इकट्ठा कर ठग गायब हो जाते हैं।

दैनिक भास्कर 4 Nov 2025 6:00 am

नोएडा में निवेश के नाम पर 22 लाख ठगे:वॉट्सऐप ग्रुप से जोड़ा, 15 बार किया ट्रांजैक्शन, ग्रुप से किया बाहर

सेक्टर 10 में एक फर्नीचर बिजनेस मैन के साथ में साइबर ठगों शेयर ट्रेडिंग का झांसा देकर 22 लाख रुपए ठग लिए। पीड़ित को एक महिला ने मैसेज कर साइड बिजनेस करने की सलाह दी। साथ ही एक वॉट्सऐप ग्रुप पर जोड़ लिया। यहां पर महिला ने पीड़ित को कई दिनों तक शेयर ट्रेडिंग की ट्रेनिंग दिलाई और स्टॉक, ओटीसी, म्यूचुअल फंड व आइपीओ में निवेश करने पर डबल मुनाफा होने की जानकार दी। पीड़ित ने अपने नाम से एक खाता ओपन किया और पहली बार में ही 2 लाख रुपए ठगों के खाते में ट्रांसफर किए। डबल मुनाफा दिखाठगों ने कुछ मुनाफे की रकम उन्हें ट्रांसफर भी की और भरोसा होने पर पीड़ित ने कुल 15 बार में 22 लाख 76 हजार 762 रुपए ट्रांसफर कर दिए। पीड़ित डबल मुनाफा होने पर रुपए निकाले की कोशिश की तो उसे ग्रुप से बाहर कर दिया गया। मामले में साइबर थाने की पुलिस केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शेयर ट्रेडिंग के लिए ऐप डाउनलोड करायापुलिस को धीरपाल सिंह ने बताया कि इसी साल 8 अगस्त को उनके वॉट्सऐप नंबर पर एक सलोनी चौधरी नाम की महिला मैसेज की। पीड़ित से बातचीत कर काम काज के बारे में जानकारी ली। इसके बाद महिला ने उन्हें काम के साथ साइड बिजनेस करने की सलाह दी। साथ ही एक वॉट्सऐप ग्रुप पर जोड़ लिया। वहां से उन्हें शेयर ट्रेडिंग की ट्रेनिंग दी गई। रकम को डबल करने की बात कर पीड़ित को शेयर बाजार में निवेश करने के लिए राजी कर लिया। साथ ही ठगों ने एक ऐप भी डाउनलोड कराया। जिस पर शेयर बाजार के ट्रेडिंग दिखाई देते थे। टैक्स जमा करने की बात कहीजब उन्होंने 22 लाख रुपए निवेश कर दिए तो उन्हें डबल मुनाफा दिखाई देने लगा। पीड़ित उसे निकालने की कोशिश किए तो उनसे कई प्रकार के टैक्स जमा करने के लिए कहा गया। वहीं पीड़ित ने रुपए नहीं होने की बात कही तो उन्हें ग्रुप से बाहर कर दिया। मामले में साइबर थाने की पुलिस केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

दैनिक भास्कर 3 Nov 2025 5:47 am

शेयर ट्रेडिंग में निवेश के नाम पर 5.60 करोड़ ठगे:20 करोड़ का मुनाफा दिखाया था, वॉट्सऐप से जोड़ा; डाउनलोड कराया एक ऐप

नोएडा सेक्टर-50 में रहने वाली एक महिला से शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 5.60 करोड़ रुपए की ठगी हो गई। महिला ने इंस्टाग्राम पर विज्ञापन देखकर लिंक पर क्लिक किया था । उन्हें एक वॉट्सऐप ग्रुप पर जोड़ लिया गया और शेयर ट्रेडिंग करने की ट्रेनिंग दी गई। महिला दो सप्ताह तक ग्रुप में जुड़े रहने के बाद निवेश करना शुरू की। ट्रेडिंग ऐप पर 3.50 करोड़ निवेश की रकम पर 20 करोड़ रुपए मुनाफा दिखाकर ठगों ने 2 करोड़ रुपए की मांग की। पीड़िता ने रुपए नहीं होने की बात कही तो उन्हें पुलिस केस में फंसाने की धमकी देकर और कुल 18 से अधिक बार में ठगों ने खाते में 5 करोड़ 60 लाख रुपए ट्रांसफर करा लिए। बाद में ग्रुप से बाहर कर दिया गया। इसके बाद पीड़िता को ठगी होने की जानकारी हुई। मामले में साइबर थाने की पुलिस केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शेयर ट्रेडिंग की ट्रेनिंग दी पुलिस को रीना तिवारी ने बताया कि 3 जुलाई को उन्हें इंस्टाग्राम ऐप उपयोग करते समय @aarkay 13 नाम की आईडी से एक विज्ञापन दिखाई दिया। जिस पर शेयर ट्रेडिंग एक्सपर्ट के साथ जुड़कर ट्रेनिंग लेने की बात कही गई थी। लिंक पर क्लिक करते ही उन्हें एक वॉट्सऐप ग्रुप पर जोड़ लिया गया। इसी दौरान खुद को दिव्या राव नाम की महिला पर्सनल नंबर से मैसेज कर बातचीत शुरू कर दी। उसने खुद को ग्रुप असिस्टेंट बताया था। साथ ही शेयर ट्रेडिंग की ट्रेनिंग भी देने लगी। एप्लिकेशन डाउनलोड करवाया इसके बाद पीड़िता के फोन में एक एप्लिकेशन डाउनलोड कराई। जिस पर रजिस्टर्ड करने के बाद एक खाता चालू कर दिया। पीड़िता लगभग दो सप्ताह तक वॉट्सऐप ग्रुप पर जुड़ी रही। जिस पर कुछ लोग रोजाना मुनाफा कमाने का स्क्रीन शॉट डालते थे। साथ ही हर दिन शाम 4 बजे प्राजक्त सामंत नाम का एक व्यक्ति जोकि खुद को प्लेटफॉर्म का सीईओ बताकर एक मीटिंग करता था। जिसमें स्टॉक, ओटीसी, म्यूचुअल फंड और आईपीओ के साथ शेयर बाजार के बारे में सलाह देता था। 20 करोड़ का दिखाया गया मुनाफा पीड़िता को भरोसा हुआ तो उन्होंने 15 जुलाई से निवेश करना शुरू कर दिया। पहले स्टॉक, ओटीसी, म्यूचुअल फंड में निवेश कीं। 13 अगस्त तक पीड़िता ने 50 लाख तक निवेश कर दिया था। लेकिन इसी दौरान उन्हें आईपीओ में निवेश करने की सलाह दी गई और 1.4 करोड़ रुपए आईपीओ आवंटित कर दिया गया। महिला कुछ दिन बाद अपने मुनाफे की 10 लाख रुपए रकम निकालने की कोशिश की। ठगों ने बताया कि आपका खाता फ्रीज हो गया है। जिसमें कुल मुनाफा 20 करोड़ रुपए हुए हैं। अब 2 करोड़ देने पर ही खाता ओपन होगा। महिला रुपए नहीं होने की बात कही तो उन्हें पुलिस केस में फंसाने की धमकी देकर कई धीरे-धीरे 5 करोड़ 60 लाख रुपए ट्रांसफर करा लिए गए। मामले में साइबर थाने की पुलिस केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

दैनिक भास्कर 2 Nov 2025 5:51 am

आरयू अब शिक्षकों व कर्मियों की पीएफ राशि का करेगा स्मार्ट निवेश

रांची विश्वविद्यालय अपने शिक्षकों और कर्मचारियों की आर्थिक सुरक्षा को लेकर अब बड़ा और दूरदर्शी कदम उठाने जा रहा है। विश्वविद्यालय में जमा करोड़ों रुपए की प्रॉविडेंट फंड (पीएफ) राशि अब ऐसे खातों या निवेश विकल्पों में लगाई जाएगी, जहां से उच्च ब्याज और सुरक्षित रिटर्न दोनों मिल सकें। यह फैसला विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति प्रो. डी.के. सिंह की निगरानी में हुई एक महत्वपूर्ण बैठक के बाद लिया गया है। फिलहाल रांची विश्वविद्यालय के करीब डेढ़ हजार शिक्षकों और कर्मचारियों के पीएफ खाते में करोड़ों रुपए जमा हैं, लेकिन इन खातों पर बहुत ही कम लगभग तीन प्रतिशत ब्याज दर मिलने के कारण शिक्षकों- कर्मचारियों में असंतोष था। इसी स्थिति को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने यह ठोस पहल शुरू की है। इसका उद्देश्य पीएफ फंड का स्मार्ट निवेश करना है। ताकि उन्हें सेवानिवृत्ति के समय बेहतर आर्थिक लाभ मिले। फंड मैनेजमेंट की बारीकियों को समझने के लिए रांची विश्वविद्यालय की चार सदस्यीय टीम सोमवार, 3 नवंबर को आईआईटी धनबाद जाएगी। यह टीम वहां विशेषज्ञों से सीखेगी कि बड़े स्तर पर फंड को कैसे इस तरह मैनेज किया जाए कि वह सुरक्षित भी रहे और अधिक ब्याज भी दे। फंड मैनेजमेंट के लिए इन्हें किया गया है अधिकृत आईआईटी धनबाद से प्रशिक्षण के बाद विश्वविद्यालय ने तय किया है कि पीएफ राशि के प्रबंधन और निवेश की जिम्मेदारी फाइनेंशियल एडवाइजर डॉ. अजय कुमार और फाइनेंस अफसर डॉ. दिलीप प्रसाद को दी जाएगी। इन दोनों अधिकारियों को फंड निवेश की प्रक्रिया, ब्याज दरों की तुलना, जोखिम मूल्यांकन और रिटर्न मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी दी जाएगी ताकि हर निर्णय पारदर्शिता और जवाबदेही के साथ लिया जाए। फंड मैनेजमेंट का यह है उद्देश्य यूनिवर्सिटी प्रशासन का कहना है कि शिक्षकों और कर्मचारियों की गाढ़ी कमाई को न सिर्फ सुरक्षित रखना है, बल्कि उसे इस तरह निवेश करना है कि भविष्य में उन्हें उसका वास्तविक लाभ मिले। रांची विश्वविद्यालय अब पारंपरिक ढर्रे से हटकर आधुनिक वित्तीय प्रबंधन की ओर कदम बढ़ा रहा है। टीम में ये अधिकारी हैं शामिल इस टीम में फाइनेंशियल एडवाइजर डॉ. अजय कुमार, रजिस्ट्रार डॉ. गुरुचरण साहू, फाइनेंस अफसर डॉ. दिलीप प्रसाद और डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ. विप्लव किशोर पांडेय शामिल हैं। ये अधिकारी आईआईटी के विशेषज्ञों से प्रशिक्षण लेकर लौटने के बाद रांची विश्वविद्यालय में इस प्रणाली को लागू करेंगे। सामान्य अकाउंट में अभी सिर्फ 3% मिलता है ब्याज 1500 शिक्षकों व कर्मचारियों को मिलेगा बेहतर लाभ विश्वविद्यालय प्रशासन का मानना है कि इस पहल से करीब 1500 शिक्षकों और कर्मचारियों को सीधा लाभ मिलेगा। नई प्रणाली लागू होने के बाद न केवल ब्याज दरों में सुधार होगा, बल्कि विश्वविद्यालय की आर्थिक स्थिति भी अधिक सुदृढ़ होगी।

दैनिक भास्कर 2 Nov 2025 4:00 am

फोर्ड 2029 में भारत वापस आएगी:ट्रंप के खिलाफ अमेरिकन कंपनी का फैसला, चेन्नई प्लांट में ₹3,250 करोड़ के निवेश से इंजन बनाएगी

फोर्ड मोटर इंडिया ने भारत में फिर से मैन्युफैक्चरिंग शुरू करने का ऐलान किया है। कार बनाने वाली अमेरिकी कंपनी ने तमिलनाडु सरकार के साथ MOU साइन किया है। फोर्ड ने यह फैसला ट्रंप की US में मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने वाली पॉलिसी के खिलाफ लिया है। कंपनी ने चेन्नई के अपने मराईमलाई नगर प्लांट में 3250 करोड़ रुपए का निवेश करने का ऐलान किया है। इससे कंपनी नेक्स्ट जनरेशन इंजन बनाकर एक्सपोर्ट करेगी। प्रोडक्शन 2029 में शुरू होगा और इस साल के आखिर से साइट प्रिपरेशन शुरू हो जाएगी। इससे 600 से ज्यादा रोजगार पैदा होंगे और भारत की स्किल्ड वर्कफोर्स फायदा मिलेगा। MOU साइन के दौरान मुख्यमत्री एमके स्टालिन और उद्योग, निवेश प्रोत्साहन और वाणिज्य मंत्री टीआरबी राजा मौजूद थे। राजा ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट कर MOU साइन करने की जानकारी दी। 2024 में फोर्ड ने तमिलनाडु सरकार को एक लेटर ऑफ इंटेंट (LOI) सौंपा था, जिसमें मराईमलाई नगर प्लांट को फिर से शुरू करने में दिलचस्पी दिखाई थी। भारत में कोई नई फोर्ड कार आएगी? प्लांट में हर साल 2.35 लाख इंजन बनाएगी कंपनी ₹3,250 करोड़ का यह निवेश फोर्ड+ प्लान का हिस्सा है। चेन्नई प्लांट में सालाना 2.35 लाख इंजन प्रोड्यूस होंगे, जो नई टेक्नोलॉजी वाले होंगे। इंजन टाइप और एक्सपोर्ट डेस्टिनेशन बाद में बताए जाएंगे। यह सिर्फ एक्सपोर्ट के लिए होगा, लोकल मार्केट के लिए नहीं। निवेश से 600 डायरेक्ट जॉब्स क्रिएट होंगी, साथ ही इंडस्ट्री में अप्रत्यक्ष नौकरियां भी बढ़ेंगी। तमिलनाडु पहले से ही ह्यूंडई, रेनॉल्ट और BMW जैसे मैन्युफैक्चरर्स का हब है। आगे का प्लान, ट्रंप पॉलिसी पर क्या असर 2029 तक प्रोडक्शन शुरू होने के बाद फोर्ड ग्लोबल नेटवर्क को स्ट्रेंथ मिलेगी। तमिलनाडु में कंपनी के ग्लोबल बिजनेस ऑपरेशंस से पहले से 12,000 लोग काम कर रहे हैं। यह निवेश ट्रेड टेंशंस के बीच भारत को मैन्युफैक्चरिंग हब बनाएगा। फोर्ड का फोकस एक्सपोर्ट पर रहेगा, जिससे लोकल जॉब्स बढ़ेंगी लेकिन कार सेल्स पर असर कम। कुल मिलाकर, यह कदम इंडियन ऑटो सेक्टर को बूस्ट देगा। 2018 में 10 लाख ग्राहकों का आंकड़ा छुआ था फोर्ड ने भारत में 1995 में महिंद्रा से पार्टनरशिप करके एंट्री की थी। उस वक्त कंपनी का नाम महिंद्रा फोर्ड इंडिया लिमिटेड (MFIL) था। फोर्ड इंडिया ने जुलाई 2018 में 1 मिलियन (10 लाख) ग्राहकों के आंकड़ा छुआ था। तब कंपनी के प्रेसिडेंट और मैनेजिंग डायरेक्टर अनुराग मेहरोत्रा ने कहा था कि भारत में 10 लाख ग्राहकों तक पहुंचने पर हमें गर्व हो रहा है। अपने ग्राहकों के विश्वास के लिए हम ऋणी हैं। फिगो, एस्पायर, इकोस्पोर्ट जैसी कारें बेचती थी फोर्ड फोर्ड भारत में फिगो, एस्पायर, इकोस्पोर्ट और एंडेवर जैसी कारें बेचती थी। फोर्ड साणंद (गुजरात) और मराईमलाई (चेन्नई) प्लांट में अपने व्हीकल्स की मैन्युफैक्चरिंग करती थी। इसमें करीब 4000 कर्मचारी काम करते थे। देशभर में कंपनी के 11,000 से अधिक कर्मचारी थे।

दैनिक भास्कर 1 Nov 2025 7:20 pm

ठेकेदार से बोले हम तुम्हे करोड़पति बनाएंगे:विश्वाश में आकर लगाए रुपए, ठगो ने 3 करोड़ से अधिक की ठगी

जोधपुर में ठगों ने लोगों को मुनाफे का लालच देकर 3 करोड़ रुपए की ठगी कर ली। ठगों ने सबसे पहले एक ठेकेदार से संपर्क किया। आरोपियों ने उसे यह कहकर फंसाया कि वे उसे रातों-रात करोड़पति बना देंगे, बस उसे उनके कहे अनुसार चलना होगा। ठेकेदार ने अपनी जीवन भर की जमा पूंजी और परिवार के शुभ कार्यों के लिए रखी गई राशि, कुल 12 लाख रुपए नकद निवेश कर दिए। इतना ही नहीं, उसने अपने रिश्तेदारों को भी भरोसे में लेकर लगभग 3 करोड़ रुपए का निवेश करवाया। लेकिन जब पीड़ितों ने अपनी रकम वापस मांगी, तो आरोपी भड़क उठे और उन्हें धमकाने लगे। उन्होंने कहा कि उनकी पुलिस और राजनीति में ऊंची पहुंच है, अगर शिकायत की तो उलटा उन्हें ही फंसा देंगे। पीड़ित ने महामंदिर थाना क्षेत्र में मामला दर्ज करवाया, जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। इस ठगी के चलते पीड़ित का व्यवसाय पूरी तरह से ठप हो गया है, और उनका परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। सदमे के कारण उनके पिता को दिल का दौरा पड़ा। अब 5 पॉइंट में समझिए पूरी ठगी की पूरी कहानी... 1. बड़े बिजनेसमैन मिलकर एक निवेश कंपनी चला रहेठेकेदार पुरुषोत्तम मारू ने पुलिस को रिपोर्ट दी। रिपोर्ट में पुरुषोत्तम मारू ने बताया कि वे पिछले 15 सालों से प्रॉपर्टी डीलिंग और मकान निर्माण का कार्य कर रहे हैं। उनके परिचित घनश्याम अग्रावत, निवासी नागौरी गेट ने फोन कर बताया कि कुछ बड़े बिजनेसमैन मिलकर एक निवेश कंपनी चला रहे हैं, जो शेयर बाजार में पैसे लगाकर हर महीने 4 से 8 प्रतिशत ब्याज देती है। पुरुषोत्तम मारू ने आगे बताया कि जब उनसे मिलने की बात मानी, तो 20 जुलाई 2022 को वे घनश्याम के साथ मानजी का हत्था स्थित उस कंपनी के ऑफिस पहुंचे, जहां पहले से ही 5 लोग बैठे थे। नरपत चौहान, नरेंद्र गहलोत, महेंद्र, जितेंद्र और हीरालाल ट्रेडर। उन्होंने दावा किया कि कंपनी पिछले 2 सालों से काम कर रही है और सभी निवेशकों को समय पर लाभांश दे रही है। यहां तक कि उन्होंने पूजा-पाठ, उद्घाटन समारोह और होटल कार्यक्रमों की तस्वीरें दिखाकर कंपनी की विश्वसनीयता साबित करने की झूठी कोशिश की। 2. रिश्तेदारों ने भी लगा दी जीवन भर की कमाईपुरुषोत्तम मारू ने कहा कि उन्होंने दस्तावेज देखने की मांग की, लेकिन आरोपियों ने गोलमोल जवाब देते हुए उन्हें और उनके परिवार को सपनों की जिंदगी दिखाने का लालच दे डाला। उन्होंने कहा कि वे उन्हें कुछ ही समय में करोड़पति बना देंगे। ऐसे वादों पर भरोसा कर उन्होंने अपनी जमा पूंजी और परिवार की शादी-ब्याह की रकम, कुल 12 लाख रुपए, 21 जुलाई 2022 को ऑफिस में नकद देकर निवेश कर दी। इसके बाद पुरुषोत्तम के रिश्तेदारों और परिचितों जैसे जगदीश मारू, अशोक मारू, राजेश जावा, यतिश शर्मा, चंवरसिंह भाटी सहित कई लोगों ने भी उनके कहने पर कंपनी में पैसा लगाया। धीरे-धीरे जोधपुर समेत अन्य जिलों के निवेशकों से लगभग 60 करोड़ रुपए कंपनी ने इकट्ठे कर लिए। 3. शेयर मार्केट में बड़ा मुनाफा होआरोप है कि कंपनी मालिकों ने पीड़ित और एजेंटों को फर्जी विश्वास दिलाने के लिए समय-समय पर बड़े होटलों - श्रीराम इंटरनेशनल, इण्डाना पैलेस, मारुगढ़ रिसॉर्ट और कान्हा होटल - में भव्य पार्टी और पुरस्कार वितरण समारोह रखे। इन समारोहों में कहा जाता था कि कंपनी को शेयर मार्केट में बड़ा मुनाफा हो रहा है और जल्दी ही सभी निवेशक अमीर बन जाएंगे। पुरुषोत्तम मारू को पूरी तरह विश्वास में लेने के लिए आरोपियों ने उनके नाम से महिंद्रा XUV-700 कार का मुहूर्त शो-रूम में करवाया। कहा गया कि यह कंपनी की सफलता का प्रतीक है और उन्हें सम्मान देने के लिए गिफ्ट की जा रही है। लेकिन कुछ ही समय बाद वही कार कंपनी के मालिक अपने पास ले गए। यह घटना भी अन्य निवेशकों के सामने करवाई गई ताकि सबको भ्रम हो कि कंपनी वाकई सफल है। 4. शिकायत की तो उलटा तुम्हें ही फंसा देंगेजब पुरुषोत्तम ने कंपनी के असली लेनदेन की जांच शुरू की तो पता चला कि यह पैसे फॉरेक्स मार्केट में लगा रही है और दुबई से संचालित अवैध काम में संलिप्त है। जब उन्होंने रकम लौटाने को कहा तो आरोपी भड़क गए और धमकी दी। उन्होंने कहा कि उनकी पुलिस-राजनीति में ऊंची पहुंच है, अगर शिकायत की तो उलटा तुम्हें ही फंसा देंगे। 5. पिता को सदमे में हार्ट अटैक आयापुरुषोत्तम मारू ने बताया कि ठगी के कारण उनका व्यवसाय बंद हो गया, परिवार आर्थिक तंगी में आ गया और पिता को सदमे में हार्ट अटैक हो गया। अब हाल यह है कि उन्हें और उनके रिश्तेदारों को अपने ही पैसों के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। फिलहाल महामंदिर पुलिस ने रिपोर्ट के आधार पर मामले की जांच शुरू की है।

दैनिक भास्कर 1 Nov 2025 4:22 pm

रिलायंस-फेसबुक ने मिलकर नई AI कंपनी बनाई:रिलायंस एंटरप्राइज इंटेलिजेंस लिमिटेड नाम रखा, ₹855 करोड़ का निवेश किया

रिलायंस इंडस्ट्रीज ने फेसबुक के साथ मिलकर एक नई AI कंपनी बनाई है। दोनों कंपनियों ने इस जॉइंट वेंचर का नाम रिलायंस एंटरप्राइज इंटेलिजेंस लिमिटेड (REIL) रखा है। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने शनिवार (25 अक्टूबर) को रेगुलेटरी फाइलिंग में इसका ऐलान किया। इस जॉइंट वेंचर में मुकेश अंबानी और मार्क जुकरबर्ग की कंपनियों ने मिलकर शुरुआती तौर पर 855 करोड़ रुपए का निवेश किया है। रिलायंस इंटेलिजेंस लिमिटेड ने फेसबुक की इंडियन आर्म के साथ मिलकर यह नई कंपनी बनाई है। यह नई कंपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सर्विसेज को डेवलप करने, मार्केटिंग करने और बेचने पर काम करेगी। REIL में किसकी कितनी हिस्सेदारी? इस कंपनी का मकसद क्या है? अगस्त में रिलायंस की एनुअल जनरल मीटिंग (AGM) में इस जॉइंट वेंचर का ऐलान किया था। REIL का फोकस मेटा के ओपन-सोर्स लामा मॉडल्स और रिलायंस की बिजनेस पहुंच का इस्तेमाल करके अलग-अलग सेक्टर्स के लिए AI टूल्स तैयार करना होगा। REIL दो मेजर प्रोडक्ट्स पर काम करेगी - लामा-बेस्ड AI मॉडल्स बनाने की एक्सपर्टीज देगा मेटा मेटा इस पार्टनरशिप में लामा-बेस्ड AI मॉडल्स बनाने की टेक्निकल एक्सपर्टीज देगा। वहीं रिलायंस अपने डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और भारत की हजारों कंपनियों और छोटे बिजनेस तक पहुंच का फायदा उठाएगा। ये AI सॉल्यूशंस क्लाउड, ऑन-प्रिमाइसेस और हाइब्रिड एनवायरनमेंट में इस्तेमाल किए जा सकेंगे, और इनका मकसद कंपनियों के लिए लागत को कम करना होगा। REIL को कोई सरकारी मंजूरी की जरूरत नहीं पड़ी रिलायंस की फाइलिंग के मुताबिक, REIL का फॉर्मेशन रिलेटेड पार्टी ट्रांजैक्शन के तहत नहीं आता है और न ही रिलायंस के प्रमोटर्स या ग्रुप कंपनियों का इसमें कोई निजी हित है। साथ ही इस कंपनी को बनाने के लिए किसी सरकारी या रेगुलेटरी मंजूरी की जरूरत नहीं पड़ी है। इस पार्टनरशिप से भारत के बिजनेस को AI टेक्नोलॉजी का फायदा आसानी से मिल सकेगा। रिलायंस की मार्केट पहुंच और मेटा की टेक्नोलॉजी छोटे-बड़े बिजनेस को और स्मार्ट और किफायती बनाने में मदद करेगा। ये खबर भी पढ़ें... रिलायंस इंडस्ट्रीज का मुनाफा 16% बढ़कर ₹22,146 करोड़ हुआ: दूसरी तिमाही में कमाई ₹2.63 लाख करोड़ रही, कंपनी का रेवेन्यू 10% बढ़ा मार्केट वैल्यू के लिहाज से देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज की वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में कुल कमाई (टोटल इनकम) 263,380 करोड़ रुपए रही। यह पिछले साल के मुकाबले करीब 10% ज्यादा है। पिछले साल की पहली तिमाही में कंपनी ने 2,40,357 करोड़ रुपए की कमाई की थी। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 25 Oct 2025 2:07 pm

अरशद वारसी पर लगा शेयर मार्केट में बैन, जानिए क्या है मामला

बॉलीवुड एक्टर अरशद वारसी और उनकी पत्नी मारिया गोरेट्टी समेत 57 लोगों पर शेयर बाजार नियामक SEBI ने बैन लगा दिया है। उन्हें 1 साल के लिए सिक्योरिटी मार्केट से प्रतिबंधित कर दिया है। सेबी का कहना है कि ये लोग मार्केट में धोखाधड़ी जैसे कामों में पाए गए।

वेब दुनिया 30 May 2025 12:15 pm

काजोल ने किया रियल एस्टेट में निवेश, खरीदी इतने करोड़ की कमर्शियल प्रॉपर्टी

बॉलीवुड एक्ट्रेस काजोल ने इंडस्ट्री में एक अलग मुकाम हासिल किया है। काजोल भले ही फिल्मों में कम नजर आ‍ती हो, लेकिन वह सुर्खियों में बनी रहती हैं। काजोल ने अब एक्टिंग के साथ-साथ रियल एस्टेट में भी कदम रख दिया है। काजोल ने मुंबई के गोरेगांव वेस्ट ...

वेब दुनिया 12 Mar 2025 4:02 pm

जानिए क्यों पैन इंडिया सुपरस्टार प्रभास पर है 2100 करोड़ रुपए निवेश

पैन इंडिया सुपरस्टार प्रभास अपने करियर के शानदार दौर से गुजर रहे हैं, और निर्विवाद रूप से अखिल भारतीय सुपरस्टार के रूप में अपनी जगह पक्की कर रहे हैं। बाहुबली, सलार, कल्कि 2898 एडी जैसी बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाने वाली फिल्मों के साथ, उन्होंने भारतीय ...

वेब दुनिया 23 Oct 2024 11:58 am

कंगना रनौत के किस बयान पर भड़की CISF की महिला जो सरेआम एक्ट्रेस को जड़ दिया थप्पड़, जानिए पूरा मामला

चंडीगढ़: हिमाचल की मंडी लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी सांसद एवं एक्ट्रेस कंगना रनौत से चंडीगढ़ हवाईअड्डे पर बदसलूकी के पश्चात् हंगामा मचा हुआ है. दरअसल, 6 जून को कंगना दिल्ली जाने के लिए चंडीगढ़ हवाईअड्डे पर पहुंची थीं. तभी सिक्योरिटी चेक के पश्चात् CISF की एक महिला जवान कुलविंदर कौर ने उनको थप्पड़ मार दिया. हालांकि CISF की अपराधी महिला कर्मी को निलंबित कर दिया गया है तथा उनके खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है. ऐसे में सवाल ये उठता है कि CISF की जवान ने थप्पड़ क्यों मारा, तो इसका जवाब है कंगना का 4 वर्ष पुराना एक ट्वीट. कंगना रनौत ने इस ट्वीट में 3 कृषि कानूनों के खिलाफ हुए किसान आंदोलन के चलते पंजाब की 80 वर्षीय एक बुजुर्ग महिला किसान की गलत पहचान करते तथा उन्हें बिलकिस बानो कहा था. कंगना ने जो ट्वीट किया था उसमें एक वृद्ध महिला नजर आ रही थीं, जो भले ही झुककर चल रही थीं, लेकिन उन्होंने किसान आंदोलन का झंडा बुलंद किए हुए था. उनका नाम मोहिंदर कौर था. कंगना ने मोहिंदर कौर की फोटो को ट्वीट करते हुए लिखा था कि ''हा हा. ये वही दादी हैं जिन्हें टाइम मैगज़ीन की 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की लिस्ट में सम्मिलित किया गया था.... और ये 100 रुपये में उपलब्ध हैं. हालांकि कंगना रनौत ने बाद में ये ट्वीट डिलीट कर दिया था. बता दें कि कंगना ने जिस बिलकिस बानो का जिक्र किया था, वह 82 वर्षीय बुजुर्ग महिला हैं तथा उन्होंने दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में CAA प्रोटेस्ट के चलते अंतरराष्ट्रीय सुर्खियां बटोरी थीं. कंगना के इस बयान को लेकर CISF की महिला जवान भड़की हुई थी. चंडीगढ़ हवाईअड्डे पर कंगना से बदसलूकी का वीडियो सामने आया था, इसमें CISF की यह जवान कहती नजर आ रही है कि 'इसने बोला था किसान आंदोलन में 100-100 रुपये में महिलाएं बैठती थीं. वहां मेरी मां भी थी'. राहुल गांधी ने भाजपा पर लगाया शेयर बाजार में हेराफेरी का आरोप, बताया देश का सबसे बड़ा घोटाला उत्तर भारत में भीषण गर्मी का कहर जारी, यूपी के कुछ क्षेत्रों में राहत की उम्मीद बिहार के गया जिले में भीषण सड़क हादसा, तीन लोगों की मौत

न्यूज़ ट्रॅक लाइव 7 Jun 2024 10:05 am