पंचकूला में पिंजौर थाने से पॉक्सो एक्ट का एक आरोपी छत से कूदकर फरार हो गया है। इस घटना के बाद पुलिस ने आरोपी की तलाश में व्यापक अभियान शुरू कर दिया है। पिंजौर थाना और क्राइम ब्रांच की टीमें आस-पास के क्षेत्रों में लगातार छापेमारी कर रही हैं। पुलिस ने सभी रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और प्रमुख स्थानों पर अपने जवानों को तैनात किया है। आरोपी के गृह जिला किशनगंज (बिहार) के पिंजौर में रहने वाले लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। पुलिस आरोपी के परिवार के सदस्यों के बारे में भी जानकारी जुटा रही है ताकि उनके माध्यम से आरोपी का कोई सुराग मिल सके। पुलिस ने इस आरोपी को कुछ दिन पहले ही असम से गिरफ्तार किया था और कोर्ट में पेश करके रिमांड पर लिया था। थाना प्रभारी पिंजौर इंस्पेक्टर बच्चू सिंह ने बताया कि उनकी टीम पूरे प्रयासों के साथ आरोपी की तलाश में है और जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। एसएचओ को कारण बताओ नोटिस जारी इस मामले में लापरवाही के कारण डीसीपी पंचकूला सृष्टि गुप्ता ने तुरंत प्रभाव से संतरी ड्यूटी पर तैनात सिपाही को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही एसएचओ को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। नोटिस में पूछा गया है कि किन पुलिसकर्मियों की लापरवाही या किन कारणों से यह चूक हुई। डीसीपी ने एसीपी कालका को पूरे मामले की जांच सौंपी है। पुलिस आरोपी को फिर से गिरफ्तार करने के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।
भिंड के वीरेन्द्र नगर में खड़ी स्कार्पियो की चोरी के मामले में खुलासा हुआ है। चोरी को अंजाम देने के लिए भिंड के आरोपी ने असम से अपने शातिर साथी को बुलाया था। दोनों की मुलाकात आगरा जेल में हुई थी, जहां से उन्होंने मिलकर स्कार्पियो चुराने और बेचने की योजना बनाई। चोरी के बाद गाड़ी नागालैंड में बेच दी गई और सौदे की 1.5 लाख रुपए की रकम आरोपी की पत्नी के खाते में भेजी गई। पुलिस ने खाते को फ्रीज कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। घटना 10-11 जुलाई की रात की है। वीरेन्द्र नगर निवासी दीपक शिवहरे ने 11 जुलाई की सुबह कोतवाली थाने पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी स्कार्पियो (MP07-ZV8392) घर के बाहर से चोरी हो गई है। थाना प्रभारी ब्रजेंद्र सिंह सेंगर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए दो टीमों और साइबर सेल को जांच में लगाया। CCTV से मिला सुरागपुलिस ने CCTV खंगालते हुए शहर के होटलों की जांच की। इस दौरान एक होटल में असम से आए संदिग्ध युवक की जानकारी मिली। सब-इंस्पेक्टर सोहनेश तोमर के नेतृत्व में टीम ने आरोपी का पीछा करते हुए असम के बरपेटा जिले से खलील उरू रहमान को पकड़ा। पूछताछ में सामने आया कि उसे भिंड के धर्मेंद्र शाक्य नामक आरोपी ने कार चोरी के लिए बुलाया था। चोरी करके वह स्कॉर्पियो को नगालैंड-मणिपुर के एक डेविड नामक व्यक्ति को साढ़े तीन लाख में बेच चुका है। सौदे की रकम में से डेढ़ लाख अपनी पत्नी के खाते में ट्रांसफर करवा चुका था, जिसे पुलिस ने तत्काल फ्रीज करवा दिया। आगरा जेल में हुई थी दोस्तीअसम के आरोपी ने बताया कि उसकी आगरा जेल में मुलाकात भिंड के धर्मेंद्र शाक्य से हुई थी, जहां से दोनों की दोस्ती हुई। जेल से छूटने के बाद भिंड निवासी आरोपी धर्मेंद्र ने चोरी की योजना बनाई और असम के साथी को बुलाकर इटावा स्टेशन से बाइक पर लाकर वारदात को अंजाम दिया। भिंड पुलिस ने दूसरे आरोपी को सुभाष नगर से गिरफ्तार कर लिया है और घटना में प्रयुक्त प्लेटिना बाइक भी जब्त कर ली है। दोनों आरोपी आदतन अपराधी हैं। स्कार्पियो कार और एक अन्य फरार आरोपी की तलाश जारी है। इस कार्रवाई में निरीक्षक ब्रजेंद्र सिंह सेंगर, निरी. सतेन्द्र राजपूत, निरी. शिवप्रताप सिंह राजावत, उनि सोहनेश तोमर समेत अन्य अधिकारी गण शामिल रहे।
कुछ बरसों में 50 फीसदी हो जाएगी असम में मुस्लिमों की आबादी, हिमंता ने क्यों कही ये बात
Assam News: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने आज कहा कि असम के मूल निवासी लोगों के सामने अपने ही राज्य में अल्पसंख्यक बनने का खतरा मंडरा रहा है. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो एक दिन मुसलामनों की जंसख्या 50 फीसदी हो सकती है.
अल कायदा के निशाने पर असम से लेकर गुजरात, आईएसआई के खौफनाक मंसूबे उजागर
गुजरात में अल-कायदा के आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ एक बार फिर देश में इस संगठन के खतरनाक मंसबों की तरफ इशारा कर रहा है
गुरुग्राम में अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या को आईडेंटिफाई करने के अभियान को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। पश्चिमी बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और सीपीआई ने पश्चिमी बंगाल के मुस्लिम लोगों को परेशान करने का आरोप पुलिस पर लगाया है। इनमें असम औद्योगिक सुरक्षा बल के कॉन्स्टेबल सन्नत अली का 23 वर्षीय बेटा अशरफुल इस्लाम भी बताया गया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनके राज्य के लोगों को हिरासत में रखने की निंदा करते हुए इसे 2026 के राज्य चुनावों से पहले अल्पसंख्यक मतदाताओं को दबाने की राजनीतिक साजिश करार दिया है। उन्होंने बताया कि पश्चिम बंगाल के 7 जिलों से 52 लोगों की पृष्ठभूमि सत्यापन के लिए गुरुग्राम पुलिस द्वारा जिला प्रशासन से संपर्क किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी शासित राज्यों में बंगाली-भाषी समुदायों के उत्पीड़न का विरोध किया जाएगा। भारतीय नागरिकों को देश में कहीं भी काम करने का अधिकार है। यह हमारी मातृभाषा और अस्मिता का अपमान है। इसके खिलाफ 27 जुलाई से भाषा आंदोलन शुरू किया जाएगा। पुलिस जवान के बेटे को पकड़ने का आरोप असम औद्योगिक सुरक्षा बल के कॉन्स्टेबल सन्नत अली के बेटे अशरफुल को भी होल्डिंग सेंटर में भेजने का आरोप पुलिस पर लगाया गया है। वह असम के बारपेटा जिले के बारवाला गांव का निवासी है और कॉलेज की परीक्षाएं पूरी करने के बाद 13 जुलाई को गुरुग्राम पहुंचा था। उसने सेक्टर 10ए में एक निर्माण स्थल पर काम शुरू किया था। सन्नत अली के मुताबिक रविवार सुबह पुलिस ने अशरफुल और बारपेटा के 8 अन्य लोगों को काम के दौरान हिरासत में ले लिया। अली का आरोप है कि उनके बेटे ने वोटर आईडी, आधार, पैन कार्ड और स्कूल सर्टिफिकेट जैसे वैध दस्तावेज पेश किए, लेकिन पुलिस ने इन्हें स्वीकार नहीं किया और उसे अवैध बांग्लादेशी बताया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मैंने अपना सेवा पहचान पत्र और मतदाता पहचान पत्र जैसे अतिरिक्त दस्तावेज भेजे हैं। असम पुलिस के एक अधिकारी ने आश्वासन दिया है कि वे अशरफुल की रिहाई के लिए हरियाणा पुलिस के साथ कॉर्डिनेटर कर रहे हैं। सीपीआई टीम ने किया दौराइस मामले को लेकर सीपीआई एमएल-लिबरेशन की एक टीम ने गुरुग्राम के होल्डिंग सेंटर का दौरा किया। टीम ने इस सेंटर को अनहाइजेनिक बताया है। उनका कहना है कि यहां मजदूरों को एक छोटे हॉल में रखा गया है और दस्तावेज सत्यापन में देरी हो रही है। हिरासत में लिए गए लोगों में हफीजुल भी शामिल है, जिसे 19 जुलाई को डूंडाहेड़ा गांव से कबाड़ इकट्ठा करते समय पकड़ा गया। उनके भाई अमनूर शेख के मुताबिक वे पश्चिम बंगाल के नादिया जिले के निवासी हैं। हफीजुल ने आधार, वोटर आईडी, पैन कार्ड और पासपोर्ट दिखाया, जिसमें सऊदी अरब और मलेशिया की यात्रा का प्रमाण था। फिर भी पुलिस ने इन्हें हिरासत में ले लिया।इसी तरह असम के ग्वालपाड़ा जिले के मिन्हाज अली के पास एनआरसी का सबूत और स्थानीय पुलिस से प्रमाण पत्र है। उसे भी हिरासत में रखा गया है। मिन्हाज का कहना है कि पुलिसवाले उसकी बात नहीं सुन रहे।पश्चिम बंगाल के हरीरामपुर से आए एक परिवार ने बताया कि पुलिस ने हमारे तीन लोगों को दस्तावेज दिखाने के बावजूद हिरासत में लिया है और बंगाल से प्रमाण पत्र मांगा। परिवार वालों के फोन आ रहे हैं अखिल भारतीय श्रमिक स्वराज केंद्र के सदस्य और कूड़ा बीनने वाले मुकुल हसन शेख ने पुलिस पर बंगाली-भाषी मुस्लिमों को निशाना बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि मैंने सेक्टर गुरुग्राम के होल्डिंग केंद्रों का दौरा किया। परिवारों से सैकड़ों घबराहट भरे फोन आ रहे हैं। उन्हें लगता है कि गुरुग्राम में 200 से अधिक मजदूर हिरासत में हैं। गुरुग्राम पुलिस का पक्ष इस बारे में पुलिस प्रवक्ता संदीप कुमार ने बताया कि पुलिस गृह मंत्रालय के दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन कर रही है। हम संदिग्ध व्यक्तियों का विवरण उनके गृह राज्य के जिला मजिस्ट्रेट को सत्यापन के लिए भेजते हैं। पॉजिटिव रिपोर्ट मिलने पर छोड़ दिया जाता है और अगर पुष्टि नहीं होती है तो उसके निर्वासन की प्रक्रिया शुरू की जाती है। चार पुलिस जोन में होल्डिंग सेटर बनाए गए हैं और सही नागरिकों को परेशानी न हो, इसका ध्यान रखा जा रहा है।
दिल्ली से असम जा रही ट्रक दरभंगा में पलटी:ड्राइवर-खलासी जख्मी, स्थानीय लोगों ने गाड़ी से निकाला बाहर
दिल्ली से असम जा रही पतंजलि की जड़ी-बूटियों से भरी ट्रक दरभंगा के पास पलट गई। हादसा सुबह करीब 10:30 बजे हुई। घटना एनएच-27 के मब्बी-शोभन के बीच की है। ये सड़क इतनी व्यस्त है कि यहां से हजारों गाड़ियां गुजरती है। ड्राइवर की सूझबूझ के कारण कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ है। घटना के बाद स्थानीय लोगों की भीड़ लग गई। फिर सकुशल ड्राइवर और खलासी को गाड़ी से बाहर निकाला गया। दोनों को हल्की चोट लगी है। घायलों का इलाज निजी अस्पताल में करवाया गया। ट्रक चालक सुरेंद्र ने बताया कि वह 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गाड़ी चला रहे थे। तभी एक मोड़ पर एक बाइक सवार अचानक रुक गया। बाइक पर दो लोग सवार थे। उन्हें बचाने के लिए ट्रक को डिवाइडर पर चढ़ा दिया। इससे ट्रक बेकाबू होकर पलट गया। असम जा रही थी ट्रक घटना के समय ट्रक के बराबर में एक कार भी चल रही थी। चालक की सूझबूझ से बाइक और कार सवार सभी लोग सुरक्षित बच गए। हादसे में किसी को चोट नहीं आई। केवल ट्रक को नुकसान हुआ है। ट्रक में पतंजलि की जड़ी-बूटियां लदी थीं। ट्रक दिल्ली से चला था और असम जा रहा था। चालक ने बताया कि जैसे ही ट्रक डिवाइडर पर चढ़ा, वह सीट से उछल गया। ट्रक लोडेड था, इसलिए नियंत्रण नहीं रहा और पलट गई। गनीमत रही कि कोई हताहत नहीं हुआ है। ऐसा हुआ तो लोगों की जान जा सकती थी। सिमरी थाना की पुलिस मौके पर पहुंची। घटना स्थल का मुआयना किया। थानाध्यक्ष मनीष कुमार ने बताया कि एक ट्रक पलट गई थी। उसमें जड़ी बूटी भरी थी। ट्रक को तुरंत सीधा करवाकर सड़क से हटवाने का निर्देश दिया गया। ताकि सड़क पर आवाजाही सुचारू रूप से चलता रहे।
हिमाचल में 2023 में आई बाढ़ का वीडियो असम का बताकर वायरल
बूम ने पाया कि असम के गुवाहाटी में आई बाढ़ से जोड़कर वायरल हो रहा वीडियो हिमाचल स्थित सैंज वैली का है.
घर पर ताला लगाकर गायब हुए रणवीर अल्लाहबादिया, खाली हाथ लौटी मुंबई और असम पुलिस!
कॉमेडियन समय रैना के शो 'इंडियाज गॉट लेटेंट' में माता-पिता पर भद्दा कमेंट करके यूट्यूबर रणवीर अल्लाहबादिया मुश्किलों में घिर चुके हैं। देश के कई राज्यों में रणवीर के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है। वहीं यह मामला संसद तक उठ चुका है। अब खबर आ रही है कि ...
Ramen Baruah missing : मनोरंजन जगत से एक हैरान करने वाली खबर सामने आ रही है। असम के प्रख्यात गायक, संगीतकार और निर्देशक रमन बरुआ तीन दिन से लापता हैं। रमन बरुआ बीते सोमवार गुवाहाटी के लतासिल इलाके में अपने घर से पास के मंदिर में दर्शन करने के लिए ...