संक्रमण का इलाज कराने गया था शख्स, डॉक्टर ने काट दिया प्राइवेट पार्ट, अस्पताल से हुआ फरार
Assam News: असम से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है, यहां एक डॉक्टर ने एक मरीज का प्राइवेट पार्ट ही हटा दिया. जबकि मरीज संक्रमण का इलाज कराने के लिए अस्पताल गया था.
असम पुलिस ने राजा रघुवंशी से जुड़े एक पुराने वीडियो को लेकर उसकी मौसेरी बहन सृष्टि रघुवंशी के खिलाफ केस दर्ज किया है। इस वीडियो में सृष्टि ने दावा किया था कि राजा की हत्या असम में नरबलि के तहत की गई है। पुलिस का कहना है कि इस तरह की टिप्पणी धार्मिक भावनाएं भड़काने और क्षेत्रीय तनाव पैदा करने वाली है। पुलिस ने उस पर बीएनएस की धारा 196 (2), 299, 302 के तहत केस दर्ज किया है। वहीं राजा के भाई विपिन ने कहा कि इस मामले में हमें कोई जानकारी नहीं है। हालांकि नरबलि की आशंका राजा की मां उमा और भाई विपिन भी जता चुके हैं। सृष्टि ने सोशल मीडिया पर मांगी माफी राजा के लापता होने से लेकर शव बरामद होने तक सृष्टि सोशल मीडिया पर लगातार सक्रिय रही थी और मदद की गुहार लगाती रही। इसी दौरान उसने एक वीडियो में नरबलि जैसा बयान दिया, जो अब विवाद में आ गया है। मामले के तूल पकड़ने के बाद सृष्टि ने सोशल मीडिया पर माफी मांगते हुए कहा कि उसने यह बयान भावुक होकर दिया था। उसका उद्देश्य किसी धर्म या समुदाय की भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था। सृष्टि के भाई विपिन रघुवंशी ने कहा कि सृष्टि पहले ही सार्वजनिक रूप से माफी मांग चुकी है। अगर जरूरत पड़ी, तो वे असम जाकर भी अपनी बात स्पष्ट करेंगे। सोनम और राजा की शादी 11 मई को इंदौर में हुई थी। वे 21 मई को हनीमून के लिए असम के गुवाहाटी से होते हुए मेघालय पहुंचे थे। 23 मई को पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहरा में नोंगरियाट गांव से लापता हो गए थे। राजा का क्षत-विक्षत शव 2 जून को वेइसाडोंग फॉल्स के पास एक घाटी में मिला था। सोनम 9 जून को यूपी के गाजीपुर में मिली थी। बयान और वीडियो के बाद ट्रोल हो चुकी हैं सृष्टि सृष्टि पेशे से सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर है। वह अलग-अलग प्रतिष्ठानों के लिए विज्ञापन भी करती हैं। इसके चलते सृष्टि के बड़ी संख्या में फॉलोअर्स भी हैं। राजा के मेघालय में लापता होने के बाद से ही सृष्टि ने सोशल मीडिया पर कैंपेन शुरू किया था। वह लगातार वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर रही थी। राजा की हत्या और सोनम के पकड़े जाने के बाद भी सृष्टि ने कई वीडियो वायरल किए। इसके चलते उसे काफी ट्रोल किया गया। यहां उसका जमकर विरोध हुआ। कहा गया कि सृष्टि यह सब वायरल होने के लिए कर रही है। हालांकि सृष्टि के समर्थन में भी कई सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर आए थे। मां और भाई ने भी जताई थी नरबलि की आशंका राजा की मां उमा और भाई विपिन रघुवंशी भी 11 जून को नरबलि की आशंका जताई थी। उन्होंने कहा था कि आखिर सोनम राजा को लेकर क्यों शिलॉन्ग जाना चाहती थी? राजा की मां ने दावा किया था कि बेटे राजा पर तंत्र क्रिया की गई होगी। सोनम ने मेरे बेटे की नरबलि दे दी। हम सब पर भी सोनम ने वशीकरण किया था। जैसा वह लोग बोल रहे थे, हम वैसे ही चल रहे थे। अब हमें इसका एहसास हो रहा है। परिजन ने आशंका जताई थी कि हो सकता है सोनम ने मन में नरबलि देने के लिए मनोकामना की हो। क्योंकि कामाख्या देवी में पूजा करने के बाद आरोपियों ने राजा के गले पर वार किया था। जिस दिन राजा की हत्या हुई, उस दिन ग्यारस थी। राजा की मां ने दावा किया है कि इस हत्याकांड के पीछे 15 लोग हो सकते हैं। कामाख्या देवी मंदिर प्रशासन ने किया था इनकार नरबलि के आरोपों पर जवाब देते हुए कामाख्या मंदिर के पुजारी सरू डोलोई हिमाद्रि ने कहा, हम इस तरह के बयानों की निंदा करते हैं। कामाख्या मंदिर में मानव बलि की कोई रस्म नहीं है। सदियों से कामाख्या मंदिर अपने वैदिक अनुष्ठानों के लिए जाना जाता है। मंदिर के पुजारी ने कहा- इस मामले के अलावा भी, जब भी कामाख्या मंदिर के आसपास कोई हत्या का मामला होता है तो मंदिर में मानव बलि का मुद्दा उठाया जाता है। इस तरह के आरोपों से यहां के लोगों की भावनाएं भी आहत हुई हैं। हर साल देश और विदेश के विभिन्न हिस्सों से लाखों श्रद्धालु कामाख्या मंदिर आते हैं। इस तरह के आरोपों से मंदिर की छवि खराब होगी, जिसकी उम्मीद नहीं है। मेरी असम सरकार से विनती है कि इसको लेकर सख्त नियम बनाए जाएं ताकि देश के प्रतिष्ठित शक्ति पीठों में से एक कामाख्या माता मंदिर पर ऐसे आरोप न लगाए जा सकें। ये खबर भी पढ़ें.. पुलिस को सोनम के दो मंगलसूत्र मिले, राजा का भाई बोला- एक हमने दिया दूसरे का पता नहीं, हो सकता प्रेमी से शादी की हो इंदौर के राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में राजा के भाई विपिन रघुवंशी ने नया दावा किया है। विपिन का कहना है कि मेघालय पुलिस ने उसे बताया गया कि सोनम के पास से दो मंगलसूत्र मिले हैं। इनमें से एक मंगलसूत्र हमारे परिवार ने दिया था, दूसरा कहां से आया, इसकी जानकारी नहीं है। हो सकता है सोनम और राज कुशवाह ने शादी कर ली हो और ये दूसरा मंगलसूत्र उसी का हो सकता है। पूरी खबर पढ़ें..
ट्रक के कंटेनर से 90 लाख की शराब जब्त:ड्राइवर और खलासी गिरफ्तार, असम से दरभंगा ले जा रहे थे खेप
पूर्णिया पुलिस ने 90 लाख की शराब जब्त की है। ट्रक के कंटेनर में तहखाना बना था, उसी में खेप छिपाकर रखी गई थी। पुलिस ने ट्रक से प्रीमियम ब्रांड की 7392 लीटर विदेशी शराब जब्त की है। शराब असम से दरभंगा ले जाई जा रही थी। पुलिस ने शराब की खेप के साथ यूपी के रहने वाले ट्रक के चालक और उप चालक को गिरफ्तार किया है। चालक मो. रासिद (30) और दानिश (25) को गिरफ्तार किया है। दोनों उत्तर प्रदेश के हापुर जिला के देहात थाना के हापुर गांव के निवासी हैं। पूछताछ में स्पष्ट जवाब नहीं दिया एसपी स्वीटी सहरावत ने बताया कि गश्त कर रही जलालगढ़ पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि CG04PL-8660 नंबर प्लेट वाली एक डीसीएम ट्रक से विदेशी शराब की बड़ी खेप पूर्णिया होते हुए दरभंगा की ओर जाने वाली है। गश्ती दल ने NH-27 स्थित झाजी चौक पर वाहनों की चेकिंग शुरू की। इसी क्रम में ट्रक आता दिखा। जिसे संदेह के आधार पर रोका गया। पूछने पर ट्रक के खलासी और ड्राइवर ने स्पष्ट जवाब नहीं दिया। इस पर पुलिस को शक हुआ। पुलिस ने खेप के अलावा ट्रक, 10650 रुपए कैश, 3 मोबाइल, 1 फास्ट टैग और एक अतिरिक्त नंबर प्लेट RJ19GA.6678 जब्त किया है। राजस्थान से असम पहुंचे पूछताछ में चालक और खलासी ने बताया है कि वे राजस्थान के भिवंडी से खाली ट्रक लेकर असम के तिनसुकिया पहुंचे। यहां ट्रक में शराब की खेप भरी गई। जिसके बाद वे खेप को पूर्णिया होकर अररिया जीरो माइल होते हुए दरभंगा की ओर जाने थे। खेप अमित नाम के शख्स की है। शराब तस्करी के बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंकेज खंगाले जा रहे हैं। फिलहाल बरामद खेप को जब्त कर लिया गया है। साथ ही ड्राइवर और खलासी दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है।
पूर्णिया के सदर थाना की पुलिस ने ट्रांसपोर्ट के 10.63 लाख गबन करने के आरोप में ट्रक के ऑनर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने ट्रक मालिक को गुवाहाटी से अरेस्ट किया है। ट्रक पर 35 हजार 40 किलो चावल लदा था। एक महीने पहले 30 मई को ही ड्राइवर चावल की बोरियों से लदे ट्रक को लेकर असम के लिए निकला था। रविवार शाम पुलिस ने ट्रक के ऑनर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। हालांकि ट्रक मालिक ने इसके लिए अपने ड्राइवर को जिम्मेदार ठहराया है, जो एक महीने से फरार है। लाखों के चावल के गबन के आरोपी ट्रक ऑनर की पहचान गुवाहाटी निवासी गुरमीत सिंह के बेटे जितेंद्र सिंह (50) के रूप में की गई है। पीड़ित चावल व्यवसायी का नाम मनोज कुमार गुप्ता है। जो मरंगा थाना क्षेत्र के ततमा टोली इलाके के रहने वाले हैं। गुलाब बाग मार्केटिंग यार्ड में पीड़ित व्यवसायी का मुकेश कुमार रंजीत कुमार नाम के प्रोपराइटर शिप फर्म है, जहां चावल का कारोबार होता है। 40 किलोग्राम चावल की हुई थी चोरी मामले की जानकारी देते पीड़ित चावल व्यापारी मनोज कुमार गुप्ता ने बताया कि उनके ग्राहकों का माल राजा पासवान के ट्रासपोर्ट से भेजा जाता है। 30 अप्रैल को ट्रांसपोर्ट के जरिए असम नंबर प्लेट वाली 16 चक्का ट्रक AS25FC 6438 से 35 हजार 40 किलोग्राम चावल असम के एक ग्राहक को भेजी गई थी। जिसकी कीमत 10.63 लाख रुपए हैं। चावल की बोरियों की डिलीवरी 2 मई को होनी थी। हालांकि देर शाम होने के बाद भी उनके कस्टमर तक जब ये माल नहीं पहुंचा, तो कस्टमर ने फोन किया और अब तक माल की डिलीवरी नहीं मिलने की बात बताई। कस्टमर की ये बात सुनकर वे काफी परेशान हो गए। अपने ट्रांसपोर्टर राजा पासवान से कॉन्टैक्ट किया। इस पर राजा ने ट्रक ड्राइवर का नाम और नंबर दिया। ट्रक के चालक अब्दुल को जब उन्होंने फोन किया, तो उसका मोबाइल लगातार स्विच्ड ऑफ आता रहा। जिसके बाद ट्रक मालिक जितेंद्र सिंह और उसकी पत्नी से संपर्क किया गया। इस पर दोनों पहले बहानेबाजी करने लगे। बाद में जितेंद्र सिंह ने ट्रांसपोर्टर राजा पासवान को धमकी दी और बताया कि उसने ट्रक पर लदा चावल बेच दिया है। उसे जो करना है वो कर ले। इसके बाद उन्होंने ट्रक मालिक के खिलाफ स्थानीय सदर थाना में लिखित शिकायत दी। पीड़ित व्यापारी ने आरोप लगाया कि ट्रक मालिक पर पहले भी कई व्यापारियों का समान गवन करने का आरोप है। जिसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए सदर थाना की पुलिस ने मामला दर्ज किया और छापेमारी करते हुए गुवाहाटी से ट्रक के मालिक जितेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया और फिर उसे जेल भेज दिया है। पुलिस अब फरार ट्रक चालक की तलाश कर रही है, जो एक महीने बाद भी पुलिस की पहुंच से दूर है।
छत्तीसगढ़ में हिमाचल प्रदेश, पंजाब, गुजरात और असम से नकली और अमानक दवाएं आ रही हैं। यह खुलासा खाद्य एवं औषद्यि विभाग में जब्त की गई दवाओं की जांच के बाद हुआ है। पिछले तीन महीने में 100 से अधिक दवाइयों की जांच करवाई गई, इसमें सात ऐसी दवाइयां पकड़ी गई हैं, जिनमें मिलावट होना पाया गया है। ये दवाइयां बुखार, डायबिटीज और एंटीबायोटिक हैं। विभाग ने जांच में पाया है कि ये जिस इलाज के लिए दी जा रही हैं, उनका असर ही मरीज पर नहीं हो रहा होगा। मरीज को फायदे की जगह यह नुकसान भी पहुंचा सकती हैं। यही वजह है कि इन दवाइयों के बैच नंबर को प्रदेश में बैन कर दिया गया है। दवा कंपनियों को तत्काल इन दवाओं को वापस ले जाने के लिए भी कहा गया है। ऐसे चलता है नकली दवा का रैकेट: एक ड्रग इंस्पेक्टर ने बताया कि छत्तीसगढ़ में दवा कंपनियां न के बराबर हैं। इसलिए हिमाचल, पंजाब, गुजरात और असम के लिए छत्तीसगढ़ सबसे सॉफ्ट टारगेट रहता है। यहां हर साल करीब 100 करोड़ रुपए से अधिक की नकली और मिलावटी दवाइयां पकड़ी जाती हैं। हम संबंधित राज्यों को कार्रवाई के लिए लिखते हैं, लेकिन वे छोटी-मोटी कार्रवाई कर छोड़ देते हैं। यही वजह है कि यह अवैध कारोबार घटने के बजाय बढ़ता ही जाता है। ऐसे पकड़ में आई दवाइयां, विभाग का अलर्ट छत्तीसगढ़ में हर ड्रग इंस्पेक्टर को महीने में दो सैंपल लेना अनिवार्य है। इसी क्रम में इन सातों दवाओं को भी जांच के लिए भेजा गया। इसमें एजीथ्रोमाइसिन में जो ड्रग बताए गए थे, उनकी मात्रा कम मिली। वाइल्डमैड में तो लेवल ही गलत लगाया हुआ था। इन सातों के सैंपल फेल होने के बाद विभाग ने संबंधित राज्यों को पत्र लिखकर इन कंपनियों पर प्रशासनिक कार्रवाई करने के लिए लिखा है। साथ ही कंपनी के डिस्ट्रीब्यूटर को इस बैच की सारी दवाइयां कंपनी को वापस करने भी आदेश दिए गए हैं। सभी मेडिकल स्टोर को अलर्ट भी जारी किया गया है कि इस बैच की दवा मिली तो कार्रवाई होगी। इन कंपनियों से आईं दवाएं असर कम हो तत्काल करें शिकायतनकली दवाओं को पकड़ने का सबसे सरल तरीका एक ही है। पहले तो दवाओं की एक्सपायरी अच्छे से चेक कर लें। दवा अगर एक-दो दिन में अपना असर नहीं दिखाती है, तो तत्काल उस दवा की शिकायत खाद्य एवं औषधि विभाग में करें या किसी लेबोरेटरी को जांच के लिए भेजें। दवा का कोई साइड इफेक्ट आए तब भी तुरंत संबंधित डॉक्टर को बताना चाहिए और जांच के लिए दवा को भेजना चाहिए। अगर आप ब्रांड की दवा ले रहे हैं तो नामी को ही चुनें। हमने राज्यों को पत्र लिख दिया है तीन महीने में सात अमानक दवाओं का पकड़ा जाना चिंता का विषय है। जिन राज्यों से ये दवाएं आई हैं, हमने वहां के विभाग को प्रशासनिक कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा है। साथ ही उस बैच की सभी दवाओं को कंपनी वापस लौटाने के निर्देश भी दिए हैं। -दीपक अग्रवाल, नियंत्रक, खाद्य एवं औषधि विभाग
सीकर जिले में बाजौर के पास एक बड़ा हादसा हो गया। गुजरात से असम जा रहा टाइलों से भरा एक ट्रक बेकाबू होकर पलट गया। हादसे में ट्रक में लदी करीब 50 लाख की टाइलें सड़क पर बिखर गईं, जिससे सड़क पर लंबा जाम लग गया। स्थानीय लोगों और पुलिस के अनुसार- ट्रक के सामने अचानक एक गाय आ गई थी, जिसे बचाने की कोशिश में चालक ने तेजी से ब्रेक लगाया। इससे ट्रक अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पलट गया। हादसे के बाद सड़क पर टाइल्स के टुकड़े बिखर गए, जिससे वाहनों की आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई। लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने क्रेन की मदद से ट्रक को हटाने और सड़क साफ करने का काम शुरू किया। जाम के कारण कई घंटों तक वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। हादसे में ट्रक चालक को मामूली चोटें आई हैं, जिन्हें नजदीकी अस्पताल में प्राथमिक इलाज दिया गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क पर आवारा पशुओं के कारण रोजाना सड़क हादसे होते हैं, लेकिन प्रशासन इसकी ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। उन्होंने प्रशासन से उचित कार्रवाई की मांग की।
घर पर ताला लगाकर गायब हुए रणवीर अल्लाहबादिया, खाली हाथ लौटी मुंबई और असम पुलिस!
कॉमेडियन समय रैना के शो 'इंडियाज गॉट लेटेंट' में माता-पिता पर भद्दा कमेंट करके यूट्यूबर रणवीर अल्लाहबादिया मुश्किलों में घिर चुके हैं। देश के कई राज्यों में रणवीर के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है। वहीं यह मामला संसद तक उठ चुका है। अब खबर आ रही है कि ...
Ramen Baruah missing : मनोरंजन जगत से एक हैरान करने वाली खबर सामने आ रही है। असम के प्रख्यात गायक, संगीतकार और निर्देशक रमन बरुआ तीन दिन से लापता हैं। रमन बरुआ बीते सोमवार गुवाहाटी के लतासिल इलाके में अपने घर से पास के मंदिर में दर्शन करने के लिए ...