महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) का नाम बदलने के विरोध में रविवार को बिलासपुर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। कांग्रेस भवन से नेहरू चौक तक जुलूस निकाला गया, जिसमें केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। यह हफ्ते भर में केंद्र सरकार के खिलाफ कांग्रेस का चौथा विरोध प्रदर्शन था। इस धरना आंदोलन में पूर्व विधायक सियाराम कौशिक, कांग्रेस नेता विजय केशरवानी, विजय पांडेय, समीर बबला, जावेद मेमन, संतोष दुबे, गायत्री लक्ष्मीनाथ साहू और शिल्पी तिवारी सहित कई प्रमुख नेता शामिल हुए। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि केंद्र की मोदी सरकार जनहितैषी योजनाओं को बंद करने की साजिश रच रही है। उन्होंने विशेष रूप से कहा कि केंद्र सरकार कांग्रेस शासनकाल में शुरू की गई योजनाओं को निशाना बना रही है। कांग्रेस शासन में शुरू हुई थी मनरेगा शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सिधांशु मिश्रा और जिलाध्यक्ष महेंदर गंगोत्री ने बताया कि गरीब जनता को 100 दिन का रोजगार देने के उद्देश्य से महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना की शुरुआत 2006 में कांग्रेस शासनकाल में की गई थी। इसका लक्ष्य ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना और ग्रामीण जनता को नकद राशि प्रदान करना था। भाजपा सरकार पर योजना कमजोर करने का आरोप उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने न केवल योजना से महात्मा गांधी का नाम हटा दिया, बल्कि पूरी योजना को ही समाप्त कर दिया है। कांग्रेस नेताओं ने यह भी दावा किया कि मनरेगा के लिए केंद्र सरकार की ओर से दिया जाने वाला 90 प्रतिशत अनुदान घटाकर 60 प्रतिशत कर दिया गया है। उनके अनुसार, नई योजना में कई ऐसे बदलाव किए गए हैं, जिससे मूल योजना का उद्देश्य ही समाप्त हो गया है।
लखीमपुर खीरी की निघासन कोतवाली पुलिस ने नकली सोने की ईंट दिखाकर ठगी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से नेपाली करेंसी, एक बाइक और नकली सोने की ईंट बरामद हुई है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सिंगहा खुर्द निवासी जैनुद्दीन पुत्र वसीर अली और पठाननपुरवा निवासी रिजवान पुत्र अग्गा खां के रूप में हुई है। पुलिस ने यह कार्रवाई एक नेपाली नागरिक की शिकायत पर की है। पुलिस के मुताबिक, आरोपियों के कब्जे से 1 लाख 25 हजार नेपाली करेंसी, एक पल्सर बाइक और 322 ग्राम की नकली सोने की ईंट बरामद की गई है। निघासन कोतवाल महेश चंद्र ने बताया कि नेपाली नागरिक की तहरीर पर दोनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। गिरफ्तारी के बाद दोनों को जेल भेज दिया गया है। दरअसल नेपाल राष्ट्र के जिला कंचन पुर थाना महेंद्र नगर, वेद कोट नगर पालिका नम्बर 01 के रहने वाले यज्ञ राज ने शनिवार को पुलिस को तहरीर देकर बताया कि उन्हें एक नम्बर से वॉट्सऐप कॉल आई की पुराने घर की खुदाई के दौरान एक पुराने जमाने की सोने की ईंट मिली है। जिसका आधा हिस्सा वह बेंच चुके हैं, अगर सोने की ईंट लेना तो तो 20 लाख रुपए नेपाली लेकर एक मंदिर पर आ जाना और ईंट ले जाना। आरोपी जैनुद्दीन और रिजवान ने उसे बीते 19 दिसंबर की शाम निघासन पलिया रोड पर खैराहनी गांव के पास स्थित बाला जी मंदिर पर बुलाया जहां नेपाली नागरिक अपनी पत्नी के साथ पहुंचा तो दोनों ने उसे नकली सोने की ईंट दिखाई,जो देखने पर असली लग रही थी। नेपाली नागरिक ने पैसे कम करने की बात कही तो दोनों आरोपियों ने नेपाली नागरिक को डरा धमका कर पैसे लेकर नकली सोने की ईंट थमा दी और फरार हो गए। जब नेपाली नागरिक ने ईंट की जांच कराई तो वह नकली निकली। ठगी का एहसास होने पर वह पुलिस ने पास पहुंचा और दोनों आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई।
कानपुर में फर्जीवाड़े का एक मामला सामने आया है। जिसमें यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले आरोपी अपनी अपाचे बाइक पर स्कूटी की फर्जी नंबर प्लेट लगाकर वाहन चला रहे हैं। यह स्कूटी आरपीएफ के एक सीओ की पत्नी के नाम पर रजिस्टर्ड है। नियमों के उल्लंघन के बाद जब अपाचे का चालान कटा तो इसका मैसेज आरपीएफ सीओ के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर पहुंचा। कानपुर में चालान देखकर उनके होश उड़ गए और उन्हें फर्जीवाड़े की जानकारी हुई। उन्होंने चालान में छपी फोटो देखी तो उन्हें पता चला की उनकी स्कूटी की नंबर प्लेट लगाकर आरोपी कानपुर में अपाचे बाइक चला रहे हैं। आरोपियों ने बनवाई फर्जी HSRP नंबर प्लेट कानपुर में जिस अपाचे बाइक का चालान हुआ, उसमें आरपीएफ सीओ की एक्टिवा स्कूटी की HSRP नंबर प्लेट लगी हुई थी। ऐसे में जब भी आरोपी यातायात नियम तोड़ रहे हैं तो चालान सीओ की स्कूटी का हो रहा है। जबकि सीओ की स्कूटी इस समय अलीगढ़ में उनके परिवार के पास है। सीओ की पत्नी और बच्चे ही स्कूटी का इस्तेमाल करते हैं और अलीगढ़ में पिछले 4 सालों से स्कूटी चल रही है। जबकि इसका चालान अपाचे बाइक के रूप में कानपुर में हुआ है। बाइक में अपनी स्कूटी का नंबर देखकर उन्हें सारे मामले की जानकारी हुई। जिसके बाद उन्होंने सारे मामले की शिकायत की है। कानपुर में तैनात रहे हैं अधिकारी रेलवे सुरक्षा बल (RPF) में बतौर सहायक सुरक्षा आयुक्त (ASC) कार्यरत एक अधिकारी की तैनाती इस समय पश्चिम बंगाल में सीओ के रूप में है। वह कानपुर में आरपीएफ थाने के प्रभारी भी रह चुके हैं। कानपुर में तैनाती के दौरान उन्होंने अपनी पत्नी के नाम पर एक स्कूटी खरीदी थी। जिसे उनकी पत्नी और बच्चे चलाते हैं। कानपुर में कार्यकाल पूरा होने के बाद उनका ट्रांसफर अन्य जिले में हुआ। वर्ष 2022 में उन्हें अलीगढ़ जंक्शन रेलवे स्टेशन पर बतौर आरपीएफ थाना प्रभारी पोस्टिंग मिली थी। जिसके बाद से उनका परिवार अलीगढ़ में ही है। तीन साल का कार्यकाल पूरा होने पर उन्हें बतौर सीओ प्रमोशन मिला और वह इस समय पश्चिम बंगाल में तैनात हैं। लेकिन परिवार अलीगढ़ में ही रह रहा है। स्कूटी में हुए कई फर्जी चालान आरपीएफ अधिकारी की स्कूटी पर इस समय कई चालान हैं। जिसकी जांच करने पर उन्हें पता चला कि कानपुर में अपाचे बाइक में लगी उनकी नंबर प्लेट के कारण लगातार चालान हो रहे हैं। जिसके बाद उन्होंने इस मामले की शिकायत ऑनलाइन पोर्टल और परिवहन विभाग से भी की है। डीपीपी बोले, जांच के बाद निरस्त होंगे चालान डीसीपी ट्रैफिक रवींद्र कुमार ने बताया कि अभी इस मामले की शिकायत उन्हें नहीं मिली है। लिखित शिकायत मिलने पर मामले की जांच की जाएगी और सत्यता मिलने पर चालान निरस्त किए जाएंगे। वहीं जो आरोपी फर्जी नंबर प्लेट लगाकर वाहन चला रहे हैं, उनकी जांच करके भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पाली की लेखनी शर्मा ने की पीएचडी:रसायन विज्ञान में रिसर्च के बाद मिली उपाधि
पाली शहर के बसंत विहार में रहने वाली लेखनी शर्मा पत्नी चिंतन शर्मा को रसायन विज्ञान में रिसर्च करने पर पीएचडी की उपाधि दी गई। उन्होंने डॉ. प्रकाश सी चौधरी की देख रेख में मेवाड़ यूनिवर्सिटी गंगरार, चित्तौड़गढ़ से पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। लेखनी के पिता पुष्करराज शर्मा वेयर हाऊस से सेवानिवृत्त मैनेजर है, जबकि माता उषा शर्मा सेवानिवृत्त व्याख्याता है। लेखनी शर्मा वर्तमान में राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय मिल एरिया, पाली में उपप्राचार्य के पद पर कार्यरत है।
सहारनपुर में महापौर ने चलाया घर-घर दस्तक अभियान:SIR अभियान के तहत मतदाता सूची शुद्धिकरण पर दिया जोर
सहारनपुर में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान के तहत रविवार को महापौर डॉ. अजय कुमार सिंह ने घर-घर दस्तक दी। उन्होंने वार्ड संख्या 39 के अनमोल विहार व विनय विहार और वार्ड संख्या 21 के कपिल विहार में नागरिकों से संवाद किया। इस दौरान महापौर ने पात्र नागरिकों को उनके मताधिकार का महत्व समझाया और मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने, संशोधन करवाने तथा त्रुटियों को दूर करने के लिए जागरूक किया। महापौर डॉ. अजय कुमार सिंह ने इस अवसर पर कहा कि सक्रिय, सजग और जागरूक मतदाता ही सशक्त लोकतंत्र की नींव होते हैं। उन्होंने बताया कि प्रत्येक पात्र नागरिक का नाम मतदाता सूची में होना न केवल उसका संवैधानिक अधिकार है, बल्कि यह लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है। महापौर ने स्पष्ट किया कि SIR अभियान का मुख्य उद्देश्य मतदाता सूची की शुद्धता सुनिश्चित करना है, ताकि चुनाव प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष बनी रहे। डॉ. सिंह ने नागरिकों से अपील की कि वे स्वयं अपनी मतदाता सूची की जांच करें। उन्होंने परिवार के उन सदस्यों का नाम जुड़वाने का आग्रह किया, जिनका नाम अब तक सूची में शामिल नहीं हो पाया है। इसके अतिरिक्त, यदि किसी मृत व्यक्ति, स्थानांतरित नागरिक या अपात्र व्यक्ति का नाम सूची में दर्ज है, तो उसकी जानकारी समय रहते निर्वाचन कार्यालय को देने को कहा, ताकि आवश्यक कार्रवाई की जा सके। महापौर ने जोर दिया कि मतदाता सूची में अपात्र नामों का होना लोकतंत्र के लिए एक गंभीर चुनौती है। इससे न केवल चुनाव प्रक्रिया प्रभावित होती है, बल्कि जनविश्वास भी कमजोर पड़ता है। उन्होंने कहा कि SIR अभियान के माध्यम से प्रशासन का प्रयास है कि प्रत्येक पात्र नागरिक को उसका अधिकार मिले और लोकतांत्रिक प्रक्रिया और अधिक सुदृढ़ बने। घर-घर संवाद के दौरान नागरिकों ने महापौर से खुलकर बातचीत की। उन्होंने मतदाता सूची, नगर निगम से जुड़ी समस्याओं और विकास कार्यों को लेकर अपने सुझाव भी रखे। महापौर ने सभी समस्याओं के समाधान का भरोसा दिलाते हुए कहा कि जनभागीदारी से ही शासन और प्रशासन को मजबूत बनाया जा सकता है। इस अवसर पर महापौर के साथ वार्ड पार्षद राजकुमार शर्मा, पार्षद सुनील पंवार और भाजपा नेता शिवमंगल सिंह भी उपस्थित थे। सभी जनप्रतिनिधियों ने नागरिकों से SIR अभियान को सफल बनाने के लिए अधिक से अधिक सहभागिता करने की अपील की।
खेत में करंट लगने से महिला की मौत:अयोध्या में चारा काटते समय हादसा, पुलिस ने शव पोस्टमार्टम को भेजा
जिले के तारुन थाना क्षेत्र के जयसिंह मऊ गांव में खेत में चारा काटने गई एक महिला की विद्युत करंट लगने से मौत हो गई। यह घटना दोपहर करीब 12:45 बजे हुई। ग्रामीणों और परिजनों ने महिला को गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मिली जानकारी के अनुसार, जयसिंह मऊ गांव निवासी 45 वर्षीय प्रभावती पत्नी सुरेश निषाद अपने पशुओं के लिए चारा लाने और गेहूं का खेत देखने गई थीं। चारा काटते समय वह गांव के ही कृष्ण सिंह द्वारा फसल की सुरक्षा के लिए खेत में लगाए गए तार की चपेट में आ गईं, जिसमें विद्युत करंट प्रवाहित था। प्रभावती को करंट लगने के बाद वह गंभीर रूप से घायल हो गईं। सूचना मिलने पर ग्रामीण और परिवार के सदस्य मौके पर पहुंचे और किसी तरह उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तारुन ले गए। हालांकि, चिकित्सकों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही डायल 112 पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंची और ग्रामीणों से पूछताछ की। अस्पताल प्रशासन की सूचना पर थानाध्यक्ष तारून संदीप कुमार त्रिपाठी ने भी मौके पर पहुंचकर शव का पंचनामा कराया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना के समय प्रभावती के पति सुरेश मजदूरी करने गए हुए थे। सूचना मिलने पर वह घर वापस लौटे। मृतका प्रभावती के तीन बच्चे हैं, जिनमें दो बेटियां गुंजा और गोल्डी और एक बेटा अमरेश शामिल हैं। बड़ी बेटी गुंजा की शादी हो चुकी है। परिवार में इस घटना के बाद दुख का माहौल है।
राजधानी की सड़कों में बर्थडे सेलिब्रेशन करने और नियम विरूद्ध गाड़ी चलाकर सोशल मीडिया में माहौल खराब करने वाले 65 आरोपियों को रायपुर पुलिस ने जेल भेजा है। रायपुर ट्रैफिक पुलिस के अधिकारियों ने इस कार्रवाई का आंकड़ा सार्वजनिक किया है। ट्रैफिक पुलिस के अधिकारियों का कहना है, कि सोशल मीडिया में माहौल खराब करने वाले और यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले आरोपियों पर ये कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। पहले पढ़े ये तीन केस जिसमें रायपुर पुलिस ने कार्रवाई की मेयर के बेटे ने बीच सड़क पर काटा केक रायपुर की मेयर मीनल चौबे के बेटे मेहुल चौबे ने 27 फरवरी की देर रात सड़क में केक काटकर कानून तोड़ा। मेहुल चौबे ने चंगोरा भाटा इलाके में सड़क पर दोस्तों के साथ केक काटा। आतिशबाजी कर जन्मदिन मनाया। जबकि सड़क पर ऐसा करना बैन है। सोशल मीडिया में वीडियो वायरल हुआ तो पुलिस ने एफआईआर दर्ज की। वीडियो वायरल होने पर महापौर मीनल चौबे ने माफी भी मांगी थी। मामले में मेहुल चौबे, अविनाश चंदेल, मनोज गौतम, छगन देवांगन और रोशन कुमार देवांगन समेत 10 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। रायपुर में बीच सड़क कांग्रेस नेता ने काटा केक फवरी 2025 में रायपुर में यूथ कांग्रेस जिला अध्यक्ष के जन्मदिन पर बीच सड़क जमकर बवाल हुआ। नेता विनोद कश्यप उर्फ भक्कू के समर्थकों ने रविवार रात करीब 20 मिनट तक आतिशबाजी की और फिर हंगामे के बीच केक भी काटा। इस बीच लोग परेशान होते रहे। वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ तो एसएसपी के निर्देश पर जिला अध्यक्ष समेत 10 कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। रायपुर में NH पर रईसजादों की स्टंटबाजी सितंबर 2025 में रईसजादों का काफिला रायपुर के केनाल रोड से नेशनल हाईवे होते हुए आरंग की ओर जा रहा था। युवकों ने सड़क पर कर रहे हुड़दंगी का वीडियो बनाया। उसे इंस्टाग्राम पर अपलोड भी किया। रील्स अपलोड होते ही वायरल हो गई। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करके 6 गाड़ियां जब्त की थी और 15 लोगों को गिरफ्तार किया था। अब पढ़े इस कार्रवाई की जरूरत क्यों छत्तीसगढ़ में सड़क दुर्घटना की स्थिति 2025 में और गंभीर होती जा रही है। प्रदेश के 19 जिलों में तेज रफ्तार के कारण सड़क हादसों का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। राज्य पुलिस के आंकड़ों के अनुसार, 1 जनवरी से 31 अगस्त 2025 के बीच कुल 6,500 सड़क हादसों में 2,960 लोगों की मौत और 5,650 लोग घायल हुए हैं। पिछले साल की तुलना में इस अवधि में 505 हादसों में 313 अधिक मौतें हुई हैं, जबकि घायल होने वालों की संख्या में 782 का इजाफा देखा गया है। एसएसपी बोले कार्रवाई जारी रहेगी रायपुर पुलिस अधिकारियों द्वारा जारी आंकड़ों को लेकर दैनिक भास्कर ने एसएसपी डॉ. लाल उम्मेद सिंह से चर्चा की। एसएसपी ने बताया, कि नियम तोड़ने वाले और सोशल मीडिया में माहौल खराब करने वाले आरोपियों पर यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। नए साल के सेलीब्रेशन के मद्देनजर चेकिंग प्वांइट लगाकर नियम तोड़ने वाले वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
धार शहर के व्यस्त टीवीएस चौराहा क्षेत्र में पैदल यात्रियों के लिए बनी सर्विस रोड पर अवैध पार्किंग की समस्या गंभीर हो गई है। एचडीएफसी बैंक के सामने यह सड़क अब वाहनों के पार्किंग स्थल में बदल गई है, जिससे पैदल चलने वालों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दोपहिया और चारपहिया वाहन पूरी सर्विस रोड पर खड़े कर दिए जाते हैं। इसके परिणामस्वरूप, पैदल यात्रियों को मुख्य सड़क या डिवाइडर के किनारे चलने पर मजबूर होना पड़ता है। यह स्थिति विशेष रूप से बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों के लिए जोखिम भरी है। सर्विस रोड पर बेतरतीब खड़े वाहनस्थानीय नागरिकों अखिलेश कुमार और अजय मंडलोई ने बताया कि यह सर्विस रोड विशेष रूप से पैदल यात्रियों के आवागमन के लिए बनाई गई थी। हालांकि, बैंक कर्मचारियों और अन्य वाहन चालकों द्वारा यहां नियमित रूप से वाहन पार्क किए जा रहे हैं। उनकी शिकायत है कि कई बार शिकायत के बावजूद यातायात पुलिस या नगर प्रशासन ने इस संबंध में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। यह चौराहा और बैंक क्षेत्र दिनभर लोगों की आवाजाही से व्यस्त रहता है। ऐसी स्थिति में, पैदल यात्रियों की सर्विस रोड पर वाहनों की अवैध पार्किंग किसी बड़े हादसे का कारण बन सकती है। चालानी कार्रवाई की जाएगीस्थानीय निवासियों ने प्रशासन से इस सर्विस रोड को अवैध पार्किंग से मुक्त कराने की मांग की है। उन्होंने नियमों का सख्ती से पालन कराकर आम जनता को राहत प्रदान करने की अपील की है। इस संबंध में, नगर पालिका के सीएमओ विश्वनाथ सिंह ने कहा है कि मामला उनके संज्ञान में आ गया है और जल्द ही वाहन पार्किंग करने वालों के खिलाफ चालानी कार्रवाई की जाएगी।
छत्तीसगढ़ में विदेशी ऑनलाइन फॉरेक्स ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म या ऐप से डॉलर में भी निवेश के नाम पर ठगी हो रही है। ऐसा ही मामला दुर्ग में सामने आया है। लोगों को रकम कई गुना करने, विदेश घुमाने का लालच देकर यूबीट, रेनबो, यश वर्ड, योएक्स, बॉड-ब्रो, एल-जीनियस जैसे ऐप से निवेश कराकर फंसाया जा रहा है। अब ठगी के शिकार भी सामने आ रहे हैं। कोरबा में 46 लोगों ने एसपी से धोखाधड़ी की शिकायत की है। बिलासपुर में ऐसे ही मामले में FIR भी दर्ज हो चुकी है। दरअसल, खुद को 2400 करोड़ की ठगी के मास्टरमाइंड लवीश चौधरी का साथी बताने वाला कोलकाता निवासी सनातन चरण अभी भिलाई मेंं है। बैठकें कर वह लोगों को ऐप और वेब लिंक से डॉलर में निवेश करने का लालच दे रहा है। 8 अक्टूबर को सुपेला के एक होटल में हुई ऐसी बैठक में लोकल एजेंट के जरिए भास्कर रिपोर्टर बतौर कस्टमर शामिल हुआ। सनातन चरण ने बताया कि 'उसने इस बार ‘डूफी’ ऐप लॉन्च किया है। यह ब्लॉक चेन पर आधारित है। इसे डॉलर में 6 लोगों को बेचने पर 9 दिन में रकम दोगुनी हो जाएगी। ED के भारी दबाव के कारण ‘ब्रॉड-ब्रो’ को बंद कर ‘डूफी’ शुरू किया है। उसने यह भी बताया कि लवीश चौधरी ओमान गया हुआ है। इस तरह चल रहा लालच देकर ठगी करने का खेल केस 1- BSP कर्मियों को फंसाने के लिए मीटिंग 7 अक्टूबर 2025 समय: शाम 03:52 से 04:06 बजे जगह: पावर हाउस। ब्रिज के नीचे बैठे 4 लोग रिटायर्ड बीएसपी कर्मियों और अन्य से डॉलर में निवेश से लाभ कमाने का षडयंत्र रच रहे थे। खुद को कारोबारी बताकर भास्कर रिपोर्टर इन्हीं के बीच बैठ गया। उनमें से एक को वे डॉलर में निवेश का टेक्निकल एक्सपर्ट सुनील सिंह, दूसरे को बीएसपी कर्मी मनोज चौहान और तीसरे को बिरयानी विक्रेता रियाज बता रहे थे। रियाज रिपोर्टर से निवेश को कह रहा था। फायदा पूछने पर चौथे ने कहा कि पहले काम कर लेते तो एक करोड़ चित्त होते। केस 2- दावा- मैंने भिलाई में नेटवर्कर खड़े किए 11 अक्टूबर 25 समय: शाम 03:40 से 03:52 बजे जगह: सब्जी मंडी सुपेला चाय की दुकान पर दो व्यक्ति बैठे थे, तीसरा टहल रहा था। रिपोर्टर भी बगल में बैठ गया। बातचीत में एक व्यक्ति दोनों को राजिक-साजिक पुकार रहा था। तभी कथित साजिक ने कहा कि नेटवर्क के काम का हाई-लेवल उसने सबको सिखाया। भिलाई में उसने अशोक साहू और सुनील चौकसे व दो अन्य को लगा रखा है। बाकी उसका काम बाहर-बाहर है। उसके साथ जुड़कर 500 डाॅलर लगाने पर मोटा फायदा मिलेगा। यहां बड़े नेटवर्कर-लीडर उसने खड़े किए हैं। केस 3- लालच दे रहे: 4 दिन में 10 से 20 हजार डॉलर 12 अक्टूबर 25 समय: सुबह 10:10 से 10:48 बजे तक जगह: सेक्टर-6 ए मार्केट। 3 लोगों में बात हो रही थी। एक व्यक्ति ने दूसरे को बताया कि उसके लाखों रुपए डूब गए। दूसरे ने कहा कि मेरे पास दो-तीन कराेड़ आए हैं। उसने कहा कि श्रीलंका गया था, वहां 10 हजार डॉलर डूब गए। उसने मोबाइल दिखाया- नया प्लान है, तुम जुड़ो, चार दिन में 10 से 20 हजार डाॅलर कमवाऊंगा। ऐसे होती है ठगी पैसा जमा करने के बाद ऐप बंद, दूसरा ऐप बनाकर ठगी विदेशों में बैठे ठग पहले ऐप या वेब लिंक डेवलप करवाते हैं। फिर उसे लोकल साथियों को भेज देते हैं। वह लोग कम समय में रकम दो गुना, तीन गुना, चार गुना का लालच देकर लोगों से मोबाइल के जरिए संबंधित ऐप या वेब लिंक पर डॉलर में निवेश कराते हैं। ऐप के प्रचार-प्रसार मीटिंग आदि के लिए वहां से फंड लेते हैं। रुपए लेकर डॉलर का इंतजाम वहीं कराते हैं। निश्चित अमाउंट मिलने के बाद ऐप अचानक क्रैश हो जाता है और निवेशकों की रकम डूब जाती है। लेकिन नेटवर्क चलाने वालों का नुकसान नहीं होता, क्योंकि उनको मोटा कमीशन पहले मिल गया होता है। यह है कानून भारत में डॉलर या किसी भी विदेशी मुद्रा में निवेश करना गैरकानूनी नहीं है, लेकिन विदेशी ऑनलाइन फॉरेक्स ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म या ऐप से निवेश करना, जिन्हें रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) या सेबी की मंजूरी नहीं है, गैर-कानूनी है। ........................ क्राइम से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... टेलीग्राम पर 100 रुपए में बिक रहे इंटिमेट VIDEO: दलाल बोला- छत्तीसगढ़ी कपल्स का रेट ज्यादा, बच्ची-महिलाओं के प्राइवेट मोमेंट्स भी बेच रहे '19 मिनट 34 सेकेंड वायरल वीडियो’ पिछले दिनों सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सबसे ज्यादा ट्रेंड होने वाला की-वर्ड था। ये की-वर्ड हाल ही में वायरल हुए एक बंग्ला कपल के वीडियो से जुड़ा हुआ है। कपल के एक करीबी दोस्त ने सोशल मीडिया पर उनका इंटिमेट वीडियो पोस्ट किया था। पढ़ें पूरी खबर...
बागपत में भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) एक बड़े आंदोलन की तैयारी कर रही है। यह आंदोलन किसान नेता प्रदीप धामा की पत्नी की सांप काटने से हुई मौत के मामले में स्वास्थ्य विभाग की कथित लापरवाही के विरोध में किया जा रहा है। बीकेयू कार्यकर्ताओं का आरोप है कि अस्पताल में भर्ती के दौरान स्वास्थ्य कर्मचारियों की लापरवाही के कारण उनकी मौत हुई और अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। प्रदीप धामा ने तीन दिन पहले विकास भवन सभागार में अधिकारियों के समक्ष यह मामला उठाया था। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं होने से बीकेयू कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों में रोष है। इसी क्रम में, भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत के बेटे गौरव टिकैत आज बागपत पहुंचे। उन्होंने प्रदीप धामा से मुलाकात की और संगठन के कार्यकर्ताओं से भी बातचीत की। गौरव टिकैत ने प्रदीप धामा को आश्वासन दिया कि स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा। गौरव टिकैत ने कहा कि लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ आंदोलन की जिम्मेदारी वह स्वयं लेंगे। उन्होंने प्रदीप धामा से कहा कि आंदोलन की रणनीति वह खुद तैयार करेंगे और जल्द ही स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा। प्रदीप धामा ने यह भी बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री से मुलाकात का समय मांगा है। जल्द ही वे प्रदेश के मुख्यमंत्री से मिलकर इस पूरे मामले से उन्हें अवगत कराएंगे।
साल की अंतिम राष्ट्रीय लोक अदालत में भीड़:हजारों मामलों का त्वरित निस्तारण
कोटा में वर्ष की अंतिम राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन जिलेभर में उत्साह और व्यापक सहभागिता के साथ किया गया। सुबह से ही न्यायालय परिसर में लोगों की भारी भीड़ देखने को मिली। बड़ी संख्या में नागरिक अपनी विभिन्न जनसमस्याओं को लेकर लोक अदालत पहुंचे, जिससे पूरे दिन न्यायालय परिसर में चहल-पहल बनी रही। लोक अदालत में बिजली, पानी, नगर निगम, राजस्व, बैंक ऋण, बीमा, चेक अनादरण, पारिवारिक विवाद और सड़क दुर्घटना क्षतिपूर्ति जैसे अनेक मामलों की सुनवाई की गई। लोक अदालत की पीठ ने प्रकरणों को गंभीरता से सुनते हुए संबंधित विभागों के अधिकारियों को मौके पर ही समाधान करने तथा लंबित मामलों में शीघ्र कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। आपसी सहमति से कई मामलों का निस्तारण किया गया, जिससे वर्षों से लंबित प्रकरणों में फरियादियों को तुरंत राहत मिली। प्रशासनिक अधिकारियों और अधिवक्ताओं की सक्रिय भूमिका के चलते बड़ी संख्या में प्रकरणों का मौके पर ही समाधान संभव हो सका। डिस्ट्रिक्ट जज सत्यनारायण व्यास ने बताया कि लोक अदालत में सभी वर्गों के लोग पहुंच रहे हैं, क्योंकि यहां मामलों का त्वरित निस्तारण होता है। उन्होंने जानकारी दी कि लोक अदालत में दो मामलों में क्रमशः 60 लाख और 20 लाख रुपये का आपसी समझौता हुआ है। इससे स्पष्ट है कि लोक अदालत के माध्यम से बड़े आर्थिक विवादों का भी सौहार्दपूर्ण समाधान हो रहा है। उन्होंने बताया कि कोटा मुख्यालय सहित रामगंज मंडी, इटावा, सांगोद और दीगोद सहित कुल 10 स्थानों पर लोक अदालत का गठन किया गया है। पिछली लोक अदालत में 1 लाख 52 हजार प्रकरणों का निस्तारण किया गया था, जबकि इस बार 38,500 प्रकरण रेफर किए गए हैं और लक्ष्य इससे अधिक मामलों के निस्तारण का है। लोक अदालत में बिजली, टेलीफोन और अन्य बिलों से जुड़े विवादों का भी पूर्ण निस्तारण किया जा रहा है। आमजन ने लोक अदालत को समय, धन और मानसिक तनाव बचाने वाली प्रभावी वैकल्पिक न्याय व्यवस्था बताया।
बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर वन परिक्षेत्र अंतर्गत भगवानपुर गांव में घने कोहरे के कारण एक बुजुर्ग ग्रामीण हाथी के हमले में गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है। जानकारी के अनुसार, यह घटना शनिवार रात की है। भगवानपुर निवासी 66 वर्षीय राम लखन गोड़ अपने घर के पास मौजूद थे। घने कोहरे के कारण अचानक उनका सामना एक हाथी से हो गया, जिसने उन पर हमला कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही ग्रामीणों ने तत्काल वन विभाग को जानकारी दी। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की सहायता से घायल बुजुर्ग को सिविल अस्पताल वाड्रफनगर में भर्ती कराया। प्राथमिक उपचार के बाद उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें अंबिकापुर रेफर कर दिया गया है। घायल राम लखन गोड़ का इलाज जारी है। वन विभाग ने क्षेत्र में सतर्कता बढ़ा दी है और ग्रामीणों से सावधानी बरतने की अपील की है। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि क्षेत्र में हाथियों की आवाजाही को लेकर ग्रामीणों को लगातार सतर्क किया जा रहा है।
भोपाल चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज (बीसीसीआई) के चुनाव फरवरी 2026 में संभावित हैं। सोमवार को चुनाव अधिकारी प्रदीप कुमार तिवारी और पर्यवेक्षक डॉ. पीसी कोठारी अधिसूचना (चुनाव कार्यक्रम) जारी करेंगे, इसके साथ ही चुनाव प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। वोटिंग फरवरी के पहले हफ्ते में कराई जा सकती है। बीसीसीआई ने तिवारी को चुनाव अधिकारी और वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ. कोठारी एवं सीए वैभव जैन को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया। कोहेफिजा स्थित चैंबर ऑफिस में कार्यकारी अध्यक्ष आकाश गोयल की अध्यक्षता में बैठक हुई। जिसमें महामंत्री आदित्य जैन मनया, प्रवक्ता अजय देवनानी समेत अन्य पदाधिकारी-सदस्यों की सहमति से चैंबर के सचिव तिवारी को पदेन निर्वाचन अधिकारी/चुनाव अधिकारी नियुक्त किया गया। इसका प्रस्ताव सदन के समक्ष रखा गया था। इसके बाद तिवारी को चुनाव अधिकारी घोषित कर दिया गया। उनकी सहमति से डॉ. कोठारी और जैन को पर्यवेक्षक घोषित किया गया। अब चुनाव अधिकारी और पर्यवेक्षक मिलकर चुनाव की पूरी प्रक्रिया करेंगे। सोमवार को अधिसूचना जारी होते ही चुनाव की शुरुआत भी हो जाएगी, जो करीब डेढ़ महीने तक चलेगी। चैंबर में कुल 2224 मतदाताचैंबर की बैठक में महामंत्री जैन ने सदस्य और पदाधिकारियों के सामने मतदाता सूची प्रस्तुत की। इसमें उन्होंने बताया कि अभी यह प्राथमिक मतदाता सूची है। वर्तमान में भोपाल चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज में कुल 2224 मतदाता हैं। कार्यकारी अध्यक्ष गोयल ने बताया कि निवृतमान अध्यक्ष तेजकुल पाल सिंह पाली के त्यागपत्र के बाद 4 अक्टूबर से 30 नवंबर तक कुल 171 नए सदस्य बने। वहीं, 209 ऐसे सदस्य हैं, जिन्होंने अपनी गतिविधि शुल्क जमा कर अपनी सदस्यता सुरक्षित रखी। चैंबर करोड़पति, 1 करोड़ रुपए से ज्यादा राशिकार्यकारी अध्यक्ष गोयल, उपाध्यक्ष अरविंद जैन, सदस्य संजीव जैन ने बताया कि नवीन सदस्यता शुल्क एवं गतिविधि शुल्क के रूप में कुल 20 लाख 63 हजार 837 रुपए प्राप्त हुए हैं। इस प्रकार इस प्रबंध समिति के कार्यकाल (4 वर्ष) में कुल 1 करोड़ 9 लाख 91 हजार 509 रुपए की राशि चैंबर के पास है।
बुलंदशहर के खुर्जा नगर क्षेत्र में एक किशोरी को परेशान करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि एक युवक ने किशोरी के घर की छत पर मोबाइल नंबर लिखी पर्ची फेंकी और उसके साथ घर में घुसकर छेड़छाड़ भी की। पीड़िता ने अपने परिजनों के साथ खुर्जा कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई है। किशोरी ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि आरोपी पिछले कुछ दिनों से लगातार उसका पीछा कर रहा था, जिससे वह परेशान थी। आरोप है कि आरोपी ने पीछा करते हुए उसके घर की छत पर मोबाइल नंबर लिखी पर्ची फेंकी। पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया है कि आरोपी उसके घर में घुस आया और उसके साथ अभद्रता व छेड़छाड़ की। घटना के बाद किशोरी ने परिजनों को इसकी जानकारी दी, जिसके बाद उन्होंने पुलिस से संपर्क किया। खुर्जा कोतवाली प्रभारी धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि पीड़िता की तहरीर के आधार पर मामले की जांच की जा रही है। जांच-पड़ताल के बाद मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मदनपुरा के गांव कालिया खेडी के तीन बच्चों को पालनहार योजना का फायदा मिल सकेगा। जिससे उनके सामने आर्थिक और पारिवारिक समस्या नहीं रहेगी। गांव की रहने वाली महिला ने मंत्री शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर के सामने तीन अनाथ बच्चों को लाकर गुहार लगाई कि इन बच्चों के मां-बाप की मृत्यु हो गई है। यह तीनों बच्चे अनाथ हैं। अब इनके लालन पालन का सारा बोझ मेरे ऊपर आ गया है। मेरे पास कोई कमाई का जरिया नहीं है। महिला ने बताया कि उसके रिश्तेदार के बच्चे है लेकिन उसके खुद के घर की हालत खराब है। इस पर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने अनाथ तीनों बच्चों को पालनहार योजना में ढाई हजार रुपए प्रति बालक हर माह देने के लिए आवेदन भरने के निर्देश ग्राम विकास अधिकारी रुखसाना बानो को दिए। ग्राम पंचायत मदनपुरा के सरपंच सुनीता धाकड़ ने कहा कि वह बच्चों का पालनहार योजना में आवेदन भरवाकर जल्द ही पूरी कार्यवाही कर तीनों बच्चों को कुल 7.50 हजार रुपए की आर्थिक मदद शुरू करवा दी जाएगी। मदनपुरा के स्कूल में खुलेगी आर्टस सब्जेक्ट ग्राम पंचायत मदनपुरा में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने मदनपुरा के राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल में आर्टस सब्जेक्ट शुरू करने की घोषणा की। सरपंच ने अनुरोध किया था कि गांव के स्कूल में पर्याप्त संख्या में बच्चों का नामांकन है, लेकिन आर्टस सब्जेक्ट नहीं होने से बच्चों को दूसरी जगह प्रवेश लेने जाना पड़ता है। इस पर शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने आगामी सत्र 1अप्रैल 2026 से राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल , मदनपुरा में कला संकाय प्रारंभ करने की घोषणा की। 2 ग्राम पंचायत में किया बर्तन बैंक का लोकार्पणशिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने आज सुशासन पखवाड़ा विकास रथ यात्रा के तहत 2 ग्राम पंचायत में बर्तन बैंक का शुभारंभ किया। सबसे पहले ग्राम पंचायत मदनपुरा में नवीन स्थापित बर्तन बैंक का शुभारंभ किया! ग्राम पंचायत कार्यालय में संचालित की जाने वाली इस बर्तन बैंक में विधायक मदन दिलावर ने अपने कोष से एक लाख रुपए राशि देकर प्रारंभ किया है। बर्तन बैंक में 500 बर्तन सेट स्थापित किए गए हैं जिन्हें ग्रामवासी अपने सार्वजनिक आयोजनों में भोजन के उपयोग के लिए सिर्फ तीन रूपए प्रति सेट देकर किराए पर ले सकेंगे। एक बर्तन सेट में एक थाली,दो कटोरी, एक गिलास एवं एक चम्मच शामिल है।
कोटपूतली थाना पुलिस ने प्रॉपर्टी कारोबारी के अपहरण और करोड़ों की फिरौती मांगने के मामले में फरार चल रही एक महिला आरोपी को गिरफ्तार किया है। इससे पहले पुलिस इस मामले में चार अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। जिला पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार बिश्नोई ने बताया कि 12 दिसंबर को दिनदहाड़े हुए इस अपहरण की घटना को गंभीरता से लेते हुए त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे। पुलिस ने मामले में सक्रिय गैंग का पर्दाफाश कर आरोपियों को गिरफ्तार किया है। महिला आरोपी नीमकाथाना से पकड़ी पुलिस ने गैंग की महिला साथी कोसर खान (41) को नीमकाथाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। वह कोटा जिले के रेलवे कॉलोनी थाना क्षेत्र के रंगपुर इलाके की निवासी है। इससे पहले पुलिस विकास उर्फ विक्का, संदीप उर्फ धोलाराम, कृष्ण गुर्जर और शेरसिंह को गिरफ्तार कर चुकी है। क्या था मामला परिवादी कैलाश विजयवर्गीय ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 12 दिसंबर की सुबह मंदिर से पूजा कर लौटते समय उसका अपहरण कर लिया गया। आरोपियों ने उसे सुनसान जगह ले जाकर मारपीट की, डराने के लिए फायर किया और एक महिला के साथ जबरन अश्लील वीडियो बनाकर वायरल करने की धमकी दी। इसके बदले उनसे करोड़ों रुपए की फिरौती मांगी गई और रकम जुटाने के लिए समय दिया गया। पुलिस दबाव के चलते आरोपी कुछ ही घंटों में उन्हें सुरक्षित छोड़कर फरार हो गए थे। मामले में जांच जारी है।
प्रतापगढ़ में सई नदी पुल से युवती ने लगाई छलांग:डूबने से मौत, पुलिस ने शव बार निकलवाया
प्रतापगढ़ के पट्टी कोतवाली क्षेत्र के कठार गांव की रहने वाली 18 वर्षीय अंतिमा पाल ने रविवार की सुबह जामताली स्थित सई नदी पुल से छलांग लगा दी। घटना के तुरंत बाद ही उसकी मौत हो गई। परिजनों के अनुसार, अंतिमा मानसिक रूप से परेशान बताई जा रही थी। सुबह घर से निकलने के बाद वह सीधे जामताली पुल पहुंची और नदी में कूद गई। घटना की जानकारी मिलने पर क्षेत्र में हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से शव बाहर निकाला और पंचनामा बनाकर कब्जे में ले लिया। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। दिलीपपुर थाना अध्यक्ष बलराम सिंह ने बताया कि तहरीर मिलने पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। परिजनों से पूछताछ की जा रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। घटना के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है। कठार गांव में शोक का माहौल है और ग्रामीण इस दुखद घटना से स्तब्ध हैं।
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के नाम और स्वरूप में बदलाव के विरोध में जिला कांग्रेस कमेटी ने रविवार को बड़वानी में धरना-प्रदर्शन किया। जिला कांग्रेस अध्यक्ष नानेश चौधरी के नेतृत्व में यह प्रदर्शन दोपहर 12:30 बजे जिला मुख्यालय स्थित पुराने कलेक्टर कार्यालय पर आयोजित किया गया। जिला अध्यक्ष बोले- नाम हटाना एक सोची-समझी राजनीतिक साजिश धरना-प्रदर्शन को संबोधित करते हुए जिला कांग्रेस अध्यक्ष नानेश चौधरी ने कहा कि मनरेगा जैसी जनकल्याणकारी योजना से महात्मा गांधी का नाम हटाना एक सोची-समझी राजनीतिक साजिश है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार महापुरुषों के नाम और विचारधारा को खत्म करने की कोशिश कर रही है। साथ ही केंद्र सरकार राज्यों पर आर्थिक बोझ डालकर अपनी जिम्मेदारियों से बच रही है। उन्होंने कहा कि यह बदलाव गरीबों के ‘काम के कानूनी अधिकार’ को कमजोर करने का प्रयास है। विधायक मंडलोई बोले- गांधी जी को मिटाया नहीं जा सकता कांग्रेस विधायक राजन मंडलोई ने कहा कि भाजपा नाथूराम गोडसे के महिमामंडन की राजनीति के तहत गांधी जी की स्मृति को कमजोर करना चाहती है। उन्होंने कहा कि किसी योजना से गांधी जी का नाम हटाने से उन्हें देश की चेतना से अलग नहीं किया जा सकता। गांधी जी भारत के जन-जन में बसे हैं। मनरेगा एक कानून, सिर्फ योजना नहीं विधायक मंडलोई ने कहा कि मनरेगा कोई साधारण योजना नहीं, बल्कि जन आंदोलनों से निकला कानून है। यह ‘हर हाथ को काम दो, काम का पूरा दाम दो’ के सिद्धांत पर आधारित है। इस कानून ने ग्रामीणों को 100 दिन के रोजगार की कानूनी गारंटी दी, महिलाओं और भूमिहीन मजदूरों को सशक्त किया और गांवों में विकास को मजबूती दी। कांग्रेसी बोली- नए बदलाव से खत्म होगी रोजगार की गारंटी कांग्रेस नेताओं का कहना है कि नया प्रस्ताव रोजगार की कानूनी गारंटी को खत्म कर मांग आधारित अधिकार की जगह केंद्र नियंत्रित योजना लागू करना चाहता है। इससे न तो काम की गारंटी रहेगी और न ही समय पर भुगतान सुनिश्चित होगा। आपदा या आर्थिक संकट के समय ग्रामीणों को रोजगार सुरक्षा भी नहीं मिलेगी। बजट कटौती और भुगतान में देरी का आरोप विधायक मंडलोई ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार के पिछले 11 वर्षों में मनरेगा के बजट में लगातार कटौती की गई। हर साल 30 से 35 प्रतिशत तक बजट घटाया गया, जबकि मजदूरी में नाममात्र की बढ़ोतरी हुई। महंगाई बढ़ने के बावजूद मजदूरों की आय नहीं बढ़ी और भुगतान में देरी आम बात हो गई है। यूपीए सरकार का दौर याद दिलाया कांग्रेस ने कहा कि यूपीए सरकार के समय हर ग्रामीण परिवार को 100 दिन का गारंटेड रोजगार मिलता था। सड़क, तालाब, कुएं, जल संरक्षण और सूखा राहत जैसे काम कराए जाते थे। 15 दिन में काम नहीं मिलने पर बेरोजगारी भत्ता भी दिया जाता था। कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा शासन में न काम मिल रहा है और न ही समय पर भुगतान हो रहा है। ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष बाबूदादा कोटवाल ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस के निर्देश पर यह प्रदर्शन किया गया है। कांग्रेस श्रमिकों के अधिकारों को कमजोर करने वाली नीतियों के खिलाफ सड़क पर उतरकर संघर्ष जारी रखेगी। कई नेता और कार्यकर्ता रहे मौजूद धरना-प्रदर्शन में जिला कांग्रेस अध्यक्ष नानेश चौधरी, विधायक राजन मंडलोई, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष बाबूदादा कोटवाल, महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुभद्रा परमार, प्रदेश महासचिव गिरीश जायसवाल, युवक कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष सचिन यादव सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
हिंदू राष्ट्र की मांग को लेकर फर्रुखाबाद शहर में एक यात्रा निकाली गई। इस यात्रा में अंतर्राष्ट्रीय विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल सहित कई हिंदू संगठनों के पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हुए। यह यात्रा फर्रुखाबाद के त्रिपोलिया चौक से शुरू होकर लाल गेट पर समाप्त हुई। इसमें 500 से अधिक लोग हाथों में भगवा ध्वज लिए 'जय श्री राम' के नारे लगाते हुए चल रहे थे। सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात थे। यात्रा अंतर्राष्ट्रीय विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री सनी गुप्ता के नेतृत्व में निकाली गई। यात्रा में सबसे आगे 'सनातन हिंदू यात्रा' लिखा एक वाहन चल रहा था, जिसके पीछे युवा भगवा ध्वज के साथ चल रहे थे। डीजे पर 'जय श्री राम', 'भारत माता की जय' और 'जात-पात की करो विदाई, हम सब हिंदू भाई-भाई' जैसे नारे गूंज रहे थे। बजरंग दल के महामंत्री सनी गुप्ता ने बताया कि इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य देश को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग करना है। यात्रा सुबह 11 बजे शुरू होकर दोपहर 1 बजे लाल गेट पर संपन्न हुई। यात्रा मार्ग को भगवा ध्वजों से सजाया गया था, जिसमें लालगेट पर फव्वारे के पास भी ध्वज लगाए गए थे। यात्रा के दौरान जगह-जगह पुष्प वर्षा की गई और शुरुआत में आतिशबाजी भी की गई। हिंदू यात्रा में शामिल हुए श्री पंचदस नाम जूना अखाड़ा संत समिति के अध्यक्ष सत्यागिरी महाराज ने कहा कि गौ माता की रक्षा, गंगा माता की रक्षा, सनातन धर्म की रक्षा, साधु संतों की रक्षा हेतु यह हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए यात्रा निकाली गई है। और सभी सनातन धर्मियों को अपने-अपने जनपद में हिंदू रक्षा यात्रा निकालनी चाहिए जिससे कि देश हिंदू राष्ट्र बन सके। अंतरराष्ट्रीय विश्व हिंदू परिषद के प्रदेश महामंत्री अरविंद सिंह सेंगर ने कहा की बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर द्वारा निकाली गई हिंदू राष्ट्र यात्रा से प्रेरणा लेकर फर्रुखाबाद में भव्य और दिव्य यात्रा निकाली गई है। हिंदुओं को एकत्रित करना और हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए यह यात्रा निकाली गई है। अंतरराष्ट्रीय विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष साहिल मिश्रा ने कहा की बाबा बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री द्वारा दिल्ली से मथुरा तक निकाली गई हिंदू राष्ट्र यात्रा से प्रेरणा मिली है वह उसमें शामिल हुए थे। यात्रा में करीब एक से डेढ़ हजार लोग शामिल हुए। और कहां की इस यात्रा को हर शहर हर कस्बे में निकल जाना चाहिए जिस की सरकारों की आंखें खुले और इस देश को हिंदू राष्ट्र घोषित कर सकें। भगवा ध्वज लेकर चली महिलाएंयात्रा शुरू हुई वैसे ही महिलाएं भी इसमें शामिल हो गई वह हाथों में भगवान लेकर आगे चल रही थी। वह भारत माता की जय जय श्री राम जय श्री राम के नारे लगा रही थी। महिला व्यापार मंडल की पदाधिकारी भी यात्रा में शामिल हुई। भाजपा महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष भी यात्रा में शामिल होने पहुंची। यात्रा में संत भी हुए शामिलहिंदू यात्रा में संत समिति के अध्यक्ष सत्यागिरी महाराज भी बड़ी संख्या में संतों के साथ पहुंचे और शामिल हुए। जहां यात्रा का नेतृत्व कर रहे पदाधिकारी ने संतों का माला पहनाकर स्वागत किया। यात्रा को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग भी पहुंचे। सुरक्षा के भी रहे व्यापक इंतजामयात्रा के बारे में पूर्व में ही बता दिया गया था। ऐसे में सुरक्षा के भी व्यापक इंतजाम रहे। चौक से लेकर लाल गेट तक पुलिस के जवान मौजूद रहे। लाल गेट पर अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह, सीओ सिटी ऐश्वर्या उपाध्याय, कादरी गेट प्रभारी कपिल कुमार, शहर कोतवाली प्रभारी दर्शन सिंह के अलावा यातायात प्रभारी सत्येंद्र कुमार सहित अन्य पुलिस कर्मी मौजूद रहे। वहीं यात्रा में राष्ट्रीय बजरंग दल के विवाह का अध्यक्ष कमल पांडेय, विष्णु मिश्रा, कार्तिकेय शुक्ला, राजन वर्मा, अमल परिहार, प्रशांत मिश्रा, राम मिश्रा सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
कानपुर शहर से कोडीन युक्त कफ सिरप की सप्लाई बिहार समेत 9 राज्यों में की जा रही थी। इसके अलावा यह सिरप नेपाल भी जा रहा था। इसकी सप्लाई दवा के तौर पर नहीं, बल्कि नशे के लिए की जा रही थी। यह खुलासा बिरहाना रोड में कोडीन युक्त कफ सिरप और ट्रामाडोल की बिक्री के कागज न दिखा पाने वाले अग्रवाल ब्रदर्स की जांच में सामने आया है। फिलहाल शहर में कोडीन युक्त कफ सिरप की बिक्री के मामले में 11 एफआईआर दर्ज हो चुकी है। ड्रग विभाग की जांच में हुए खुलासे अग्रवाल ब्रदर्स में हुई छापेमारी में गड़बड़ियां मिलने के बाद ड्रग विभाग की जांच में कई अहम खुलासे हुए हैं। जांच में सामने आया है कि अग्रवाल ब्रदर्स द्वारा देश के नौ राज्यों में कोडीन युक्त कफ सिरप (एसकफ) की सप्लाई की जा रही थी। इनमें वह राज्य भी शामिल हैं, जिनमें राज्य सरकार द्वारा शराब को प्रतिबंधित किया गया है। ड्रग विभाग मान रहा है कि इन सिरप को उन राज्यों में नशे के तौर पर उपयोग में लाया जा रहा था। इस फर्म पर ट्रामाडोल की बिक्री में भी गड़बड़ी का आरोप है। संदेह है कि इसकी सप्लाई भी नशे के लिए की गई है। बताते चलें कि अग्रवाल ब्रदर्स में गड़बड़ी की सूचना पर लखनऊ से औषधि एवं खाद्य सुरक्षा आयुक्त डॉ. रोशन जैकब ने छापा मारा था। तीन के लाइसेंस हुए निरस्त जांच में ड्रग विभाग अब अग्रवाल ब्रदर्स व उन सभी फर्मों के कागजात की जांच करा है, जिन पर कोडीन युक्त कफ सिरप मामले में मुकदमा दर्ज हुआ है। इनको जवाब देने के लिए नोटिस भी जारी किया गया है। मामले में बीते गुरुवार ड्रग विभाग ने तीन दवा फर्मों के ड्रग लाइसेंस निरस्त किए हैं।इनमें बिरहाना रोड स्थित मां लक्ष्मी फार्मा, मेसर्स एएस फार्मास्यूटिकल कल्याणपुर और मेसर्स अग्रवाल ब्रदर्स बिरहाना रोड शामिल हैं। एफआईआर 11, अरेस्टिंग शून्य ड्रग विभाग की कार्रवाई में शहर में 11 दवा फर्मों पर कोडीन युक्त कफ सिरप मामले में एफआईआर कराई गई। इनमें से अग्रवाल ब्रदर्स समेत कई पर एनडीपीसी की धाराओं में मुकदमा है। लेकिन फिलहाल किसी की अरेस्टिंग पुलिस द्वारा नहीं की गई है। अरेस्टिंग के रुकने के लिए एफआईआर में नामजद आरोपी हाईकोर्ट जाने की तैयारी में है। मामले में दो फर्म हाईकोर्ट पहुंच भी चुकी हैं।
राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले में एक व्यक्ति की हत्या के आरोप में उसकी पत्नी और बेटे को गिरफ्तार किया गया है। यह घटना पारसोला थाना क्षेत्र के बावड़ीखेड़ा गांव में शराब के नशे में हुए पारिवारिक विवाद के बाद हुई। मृतक की पहचान गोतिया मीणा के रूप में हुई है। मृतक की बेटी ने शिकायत दर्ज कराई पारसोला थाना अधिकारी राकेश कटारा ने बताया- 18 दिसंबर को मृतक की बेटी ललीता मीणा(19) ने पारसोला थाने में एक लिखित रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 17 दिसंबर की शाम करीब 7 बजे वो और उसकी मां चौखली मीणा (50) दोनों घर पर ही थे। तभी उसके पिता गोतिया मीणा बाहर से शराब पीकर आए और उनके साथ चुल्हे पर आग तापने लगे। उसी दौरान उसके पिता और मां के बीच शराब पीने को लेकर झगड़ा शुरू हो गया। गोतिया मीणा चौखली मीणा के साथ गाली-गलौज करने लगे। पति-पत्नी के बीच लाठी-डंडे चले झगड़ा इतना बढ़ गया कि गोतिया मीणा ने चूल्हे से जलती हुई लकड़ी निकाल कर चौखली मीणा के सिर पर मारी जिससे उनके चहरे पर भी थोड़ी चोट लग गई। तभी चौखली मीणा ने भी पलटवार करते हुए पास पड़ी एक लाठी उठाकर गोतिया के सिर पर मारा। बेटे के सामने पिता पर हमला गोतिया मीणा के चिल्लाने पर उनका बेटा सूरजमल (27) भी मौके पर पहुंच गया जिसके बाद चौखला मीणा ने 3-4 बार और लाठी से गोतिया के सिर पर वार कर दिया जिससे वो बेसुध होकर जमीन पर गिर गए। परिवारजनों ने गोतिया मीणा को उठाकर खाट पर लिटाया और बाद में अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम का गठन मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तत्काल धारा 103(1) बीएनएस के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की। जिला पुलिस अधीक्षक बी. आदित्य के निर्देशन और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गजेंद्र सिंह जौधा के मार्गदर्शन में थानाधिकारी राकेश कटारा के नेतृत्व में एक पुलिस टीम का गठन किया गया। फरार आरोपी बेटा और मां गिरफ्तार पुलिस टीम ने घटना के बाद से फरार चल रहे आरोपी सूर्या उर्फ सूरजमल (गोतिया मीणा का बेटा) और अभियुक्ता चौखली (गोतिया मीणा की पत्नी) को हिरासत में लेकर गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया है। टाइल्स लगाने का काम करता है सूरजमल मीणा मृतक के बेटा सूरजमल जोधपुर, जैसलमेर व बाड़मेर समेत आसपास के जिलों में घरों की छतों पर टाइल्स लगाने का काम करता है। लेकिन दिवाली के बाद वो घर पर आया था उसके बाद से वो वापिस नहीं गया। मृतक गोतिया मीणा गांव में ही रह कर खेती-बाड़ी का काम करते थे।
रिश्तेदार के मकान में महिला ने की आत्महत्या:फंदे पर लटका मिला शव, शनिवार दोपहर से लापता थी
दतिया के भांडेर थाना अंतर्गत टीवी टावर मोहल्ले में एक महिला ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतिका की पहचान हीरा पत्नी प्रीतम दोहरे निवासी टीवी टावर मोहल्ला के रूप में हुई है। महिला शनिवार दोपहर से लापता थी। परिजन उसकी तलाश में जुटे हुए थे, इसी दौरान रविवार सुबह करीब 9 बजे राहगीरों ने मोहल्ले में बने रिश्तेदार के खाली मकान में महिला को फांसी के फंदे पर लटका देखा। इसकी सूचना तुरंत परिजनों और पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा कि महिला ने रस्सी का फंदा बनाकर बीम के पिलर से फांसी लगाई थी। पुलिस ने शव को फंदे से उतरवाकर कब्जे में लिया और पंचनामा कार्रवाई के बाद पोस्टमार्टम के लिए भांडेर अस्पताल भेजा। बताया गया है कि मृतका के दो बच्चे हैं। एक बेटा और एक बेटी है। बेटा पानी-पूरी का ठेला लगाता है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। भांडेर थाना पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है और आत्महत्या के कारणों की जांच में जुटी हुई है।
बुरहानपुर में शहर के बीच स्थित एसडीएम और तहसील कार्यालय का नया भवन बहादरपुर रोड पर बनकर तैयार हो गया है। पुराने कार्यालय से सभी सामान नए भवन में स्थानांतरित कर दिया गया है। सोमवार से इन कार्यालयों का कामकाज नए भवन से ही संचालित होगा। नए भवन में एसडीएम और तहसील कार्यालय एक ही छत के नीचे होंगे। तहसीलदार की नाजिर शाखा का रिकॉर्ड भी नए परिसर में शिफ्ट कर दिया गया है। कुछ ही दिनों में जनपद पंचायत का कार्यालय भी इसी भवन में स्थानांतरित किया जाएगा। तहसीलदार बोले-सामान को किया गया शिफ्ट तहसीलदार प्रवीण ओहरिया ने बताया कि सोमवार से सभी कामकाज नए भवन से ही संचालित होंगे। एसडीएम अजमेर सिंह गौड़ ने जानकारी दी कि इंदौर संभागायुक्त डॉ. सुदाम खाड़े ने हाल ही में बुरहानपुर का दौरा किया था और कार्यालयों को जल्द शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद से यहां कामकाज शुरू कर दिया गया है। यह नया भवन पुनर्घनत्वीकरण योजना के तहत तीन साल में बनकर तैयार हुआ है और इसका संचालन बिना औपचारिक लोकार्पण के ही शुरू कर दिया गया है। नए भवन में आमजन को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। पुराने कार्यालय में बैठने की पर्याप्त सुविधा नहीं थी, जबकि नया भवन सभी आधुनिक सुविधाओं से युक्त है। हालांकि, कार्यालय दूर होने से लोगों को आने-जाने में कुछ परेशानी हो सकती है। यह नया परिसर कलेक्टर कार्यालय से कुछ ही दूरी पर स्थित है, जहां पहले से ही अधिकांश सरकारी दफ्तर मौजूद हैं। इसी मार्ग पर सरकारी अस्पताल, यातायात थाना और केंद्रीय विद्यालय भी स्थित हैं, जिससे यह क्षेत्र एक प्रशासनिक हब के रूप में विकसित हो रहा है। तीन तस्वीरों में देखिए नया भवन
लुधियाना के जगराओं में लोन दिलाने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। एक फर्जी फाइनेंस गिरोह ने भोले-भाले लोगों को निशाना बनाया। पीड़ितों ने लुधियाना के एसएसपी डॉ. अंकुर गुप्ता को शिकायत सौंपकर कार्रवाई की मांग की है। शिकायतकर्ता अगवाड़ पोना, जगराओं निवासी इमरोज ने बताया कि उन्हें घर बनाने के लिए पैसों की आवश्यकता थी। इसी दौरान उन्हें कस्बा जोधां में एक फाइनेंस कंपनी के दफ्तर के बारे में जानकारी मिली। दफ्तर से जुड़े मोबाइल नंबरों पर संपर्क करने पर उन्हें 6 लाख रुपए का लोन आसानी से दिलाने का आश्वासन दिया गया। प्रोसेसिंग फीस के लिए मांगे डेढ़ लाख इमरोज जब जोधां स्थित दफ्तर पहुंचे, तो वहां मौजूद लोगों ने लोन प्रोसेसिंग के नाम पर लगभग डेढ़ लाख रुपए खर्च होने की बात कही। उनकी बातों में आकर इमरोज ने बताए गए खाते में 61 हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर किए और शेष रकम नकद दी। पीड़ित का आरोप है कि दफ्तर में काम करने वाली युवतियां ग्राहकों का विश्वास जीतती थीं। आरोपियों ने इमरोज से बैंक चेक पर हस्ताक्षर करवाए, एटीएम कार्ड और जरूरी दस्तावेज अपने पास रख लिए, साथ ही अपना मोबाइल नंबर भी उनके बैंक खाते से लिंक करवा लिया। इंतजार करने की बात कहकर टालते रहे जब भी इमरोज लोन के बारे में पूछताछ करते, आरोपी उन्हें 10-15 दिन इंतजार करने को कहकर टाल देते थे। इसी बीच, इमरोज को एक अज्ञात व्यक्ति का फोन आया, जिसने बताया कि उसके खाते से पैसे ट्रांसफर कराए गए हैं, लेकिन काम नहीं हुआ है। इसके बाद इमरोज जब बैंक पहुंचे, तो उन्हें पता चला कि फर्जी फाइनेंस गिरोह ने अलग-अलग समय पर उनके खाते में कुल 5 लाख 71 हजार 808 रुपए किसी अन्य व्यक्ति के खाते में ट्रांसफर करवाकर खुद ही निकाल लिए थे। जब इमरोज जोधां स्थित फाइनेंस दफ्तर पहुंचे, तो वहां ताला लगा मिला। आसपास पूछताछ करने पर पता चला कि आरोपी धोखाधड़ी को अंजाम देकर फरार हो चुके हैं। बताया जा रहा है कि दफ्तर का कथित मुखिया पास के ही एक गांव का रहने वाला है। गेटकीपर से 15 हजार रुपए ठगे इसी तरह, सेक्रेड हार्ट कॉन्वेंट स्कूल अलीगढ़ (जगराओं) के एक गेटकीपर ने भी शिकायत दर्ज कराई है। आरोप है कि कच्चा मलक रोड पर खोले गए एक फर्जी फाइनेंस दफ्तर के संचालकों ने उससे लोन दिलाने के नाम पर 15 हजार रुपए ठग लिए। सभी पीड़ितों ने एसएसपी डॉ. अंकुर गुप्ता से मामले की गहन जांच कर फर्जी फाइनेंस गिरोह के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और ठगी गई रकम वापस दिलाने की मांग की है। पुलिस ने शिकायत मिलने की पुष्टि करते हुए बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। एसएसपी की ओर से जांच डीएसपी को सौंपी गई है और जल्द इंसाफ दिलाने का भरोसा दिया गया है।
हाथरस से वृंदावन गई संकीर्तन पदयात्रा:श्रीनाथजी मंदिर से निकली, सैकड़ों श्रद्धालु शामिल
हाथरस से श्री वृन्दावन पदयात्रा सेवा समिति के तत्वावधान में 25वां विशाल संकीर्तन पदयात्रा रविवार को वृंदावन के लिए रवाना हुई। यह पदयात्रा हाथरस से शुरू होकर श्रीधाम वृंदावन तक जाएगी। यह विशाल पदयात्रा श्रीनाथजी मंदिर, नयागंज से प्रारंभ हुई। शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए यह वृंदावन धाम की ओर प्रस्थान किया। प्रमुख समाजसेवी डॉ. विकास शर्मा ने ठाकुर जी की आरती उतारकर यात्रा को रवाना किया। जगह-जगह पर हुआ स्वागत... इस पदयात्रा में सैकड़ों की संख्या में महिलाएं और पुरुष श्रद्धालु शामिल थे। यात्रा में शामिल लोग भजन-कीर्तन करते हुए चल रहे थे, जिससे मार्ग में भक्तिमय वातावरण बन गया। पदयात्रा में कुछ झांकियां भी शामिल थीं।पदयात्रा में श्याम वार्ष्णेय, रामकुमार वाष्र्णेय, दीपक अग्रवाल, दीपक वाष्र्णेय, गोपाल टेंट वाले, राम दयाल, दाउदयाल और हरिबल्लभ सहित काफी लोग मौजूद थे। यात्रा का जगह-जगह पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया गया।
जबलपुर के कटंगा क्षेत्र के बाद अब माढ़ोताल स्थित एक प्रार्थना सभा में भी हंगामे की घटना सामने आई है। आरोप है कि शिव शक्ति नगर के पास स्थित एक चर्च में हिंदू संगठन के कार्यकर्ता पहुंचे और वहां पथराव के साथ मारपीट हुई, जिसमें महिलाओं और बच्चों के घायल होने की बात कही जा रही है। घटना की सूचना मिलते ही माढ़ोताल थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और हालात को नियंत्रित किया। हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि प्रार्थना सभा की आड़ में धर्मांतरण कराया जा रहा था। उनका कहना है कि जब उन्होंने इसका विरोध किया तो चर्च में मौजूद लोगों ने लोहे की रॉड और हॉकी से हमला कर दिया। वहीं, पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायतें दर्ज कर ली हैं और पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। धर्मांतरण का आरोप रविवार सुबह करीब 11 बजे हिंदू सेवा परिषद के कार्यकर्ताओं को सूचना मिली कि शिव शक्ति नगर के पास स्थित एक चर्च में बड़ी संख्या में लोग एकत्र हैं, जिनमें कुछ हिंदू दूसरे जिले से आए बताए जा रहे थे। सूचना के बाद कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे, जहां उन्होंने देखा कि प्रार्थना भवन में महिलाएं, बच्चे और पुरुष बड़ी संख्या में मौजूद थे। कार्यकर्ताओं का कहना है कि उन्होंने केवल इतनी जानकारी चाही कि यहां इतनी भीड़ क्यों जुटी है और ये लोग कहां के हैं। आरोप है कि इसी बात पर वहां मौजूद लोग भड़क गए और प्रार्थना भवन में मौजूद लोगों ने विवाद करते हुए अचानक हमला कर दिया, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई। हिंदू सेवा परिषद के प्रदेश सचिव निखिल कनोजिया का आरोप है कि उक्त चर्च में लंबे समय से पैसे और जमीन का लालच देकर भोले-भाले हिंदुओं का धर्मांतरण कराया जा रहा है। उनका कहना है कि मौके पर करीब 100 से अधिक लोग मौजूद थे, जिनमें हिंदू और ईसाई दोनों समुदाय के लोग शामिल थे। आरोप है कि हिंदू लोगों से प्रार्थना करवाई जा रही थी और इसके जरिए उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित किया जा रहा था। निखिल कनोजिया का यह भी कहना है कि पहले इस तरह की गतिविधियां आदिवासी इलाकों तक सीमित थीं, लेकिन अब शहरों में भी धर्मांतरण का नेटवर्क सक्रिय हो गया है। परिषद ने मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। प्रार्थना सभा में लगे जय श्रीराम के नारे हिंदू सेवा परिषद के कार्यकर्ता प्रार्थना सभा के भीतर पहुंचे और जय श्रीराम के नारे लगाने लगे। इस दौरान वहां मौजूद लोगों से उनकी कहासुनी हो गई, जिसके बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई और हंगामा शुरू हो गया। आरोप है कि कार्यकर्ताओं ने प्रार्थना सभा में रखी कुर्सियों को उछाल दिया, जिससे दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। विवाद बढ़ने पर दोनों ओर से पथराव भी हुआ। सूचना मिलते ही माढ़ोताल थाना पुलिस मौके पर पहुंची और हंगामा कर रहे युवकों को हिरासत में लेकर स्थिति को नियंत्रित किया। यहां आराधना होती है, धर्मांतरण नहीं चर्च में मौजूद महिला मनीषा पाखरे ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यहां मानवता का काम किया जाता है और प्रभु की आराधना होती है, न कि धर्मांतरण। उन्होंने बताया कि वर्षों से लोग अपनी मर्जी से यहां आते हैं और प्रार्थना करते हैं। मनीषा के मुताबिक, जब प्रार्थना सभा चल रही थी, तभी 15 से 20 युवक जय श्रीराम के नारे लगाते हुए अंदर घुस आए और महिलाओं व बच्चों के साथ मारपीट की। उन्होंने सवाल उठाया कि जब दूसरे लोग अपने-अपने पूजा स्थल पर पूजा करते हैं तो कोई वहां हस्तक्षेप नहीं करता, फिर उनकी प्रार्थना सभा में आकर हंगामा क्यों किया गया। कुछ लड़कों को पकड़ा गया है शिव शक्ति नगर स्थित चर्च में हंगामे की सूचना मिलते ही माढ़ोताल थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में लिया। पुलिस ने हंगामा कर रहे कुछ युवकों को पकड़कर पूछताछ शुरू कर दी है। इस मामले में एसआई विनीता गारोत ने बताया कि फिलहाल कुछ लड़कों को हिरासत में लिया गया है। दोनों पक्षों की शिकायत के आधार पर जांच की जा रही है और जिस पक्ष की ओर से एफआईआर दर्ज कराई जाएगी, उसके अनुसार आगे की विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी। शनिवार को कटंगा में भी हुआ था हंगामा इससे पहले शनिवार को कटंगा स्थित एक चर्च में भी इसी तरह का विवाद सामने आया था। यहां हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया था कि ब्लाइंड बच्चों को जबरन चर्च लाया जा रहा है। आरोपों के बाद दोनों पक्षों के बीच कहासुनी बढ़ गई और स्थिति हंगामे में बदल गई। सूचना मिलते ही गोरखपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और हस्तक्षेप कर हालात को नियंत्रित किया।
ई-रिक्शा डीलरशिप के नाम पर ठगी:बरेली में युवक से छह लाख हड़पे, जान से मारने की धमकी
बरेली में ई-रिक्शा कंपनी की डीलरशिप दिलाने के नाम पर एक युवक से छह लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। पीड़ित को न तो डीलरशिप मिली और न ही बिक्री पर मुनाफा। पैसे वापस मांगने पर उसे जान से मारने की धमकी भी दी गई। प्रेमनगर थाना पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्रेमनगर थाना क्षेत्र के ब्राह्मपुरा निवासी सुनील कुमार ने बताया कि शिव शक्ति स्टेट कॉलोनी के मोहित खंडेलवाल ने खुद को एनईयूओएन मोटर कंपनी से जुड़ा बताया। मोहित ने सुनील को ई-रिक्शा डीलर बनाने का प्रस्ताव दिया था। आरोपी ने संजय नगर में दुकान, सर्विस सेंटर और आरटीओ कार्यालय में ट्रेड कोड खुलवाने का आश्वासन भी दिया था। मोहित ने प्रत्येक ई-रिक्शा की बिक्री पर 20 प्रतिशत मुनाफा देने का वादा किया। इसके बाद उसने सुनील से अलग-अलग तारीखों पर कई बार में रकम ली। 1 अक्टूबर को गोपाल ट्रेडर्स के खाते में 50 हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर किए गए। 17 अक्टूबर को 5 हजार रुपये नकद लिए गए। आरटीओ में ट्रेड कोड खुलवाने के नाम पर 1.5 लाख रुपये और शेष 4 लाख रुपये पीड़ित के बड़े भाई के खाते से ट्रांसफर कराए गए। सुनील का आरोप है कि रकम देने के बाद उसने गोपाल ट्रेडर्स के बिल पर तीन ई-रिक्शा बेचे भी, लेकिन उसे न तो कोई मुनाफा मिला और न ही जमा की गई रकम वापस की गई। जब सुनील ने हिसाब-किताब और पैसे लौटाने की मांग की, तो आरोपी मोहित ने उसे जान से मारने की धमकी देकर भगा दिया। प्रेमनगर थाना पुलिस ने पीड़ित सुनील कुमार की तहरीर पर आरोपी मोहित खंडेलवाल के खिलाफ धोखाधड़ी और जान से मारने की धमकी देने के आरोप में मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है और तथ्यों के आधार पर उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
आम आदमी पार्टी के फायर ब्रांड नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह सोमवार को रामपुर पहुंचे। यहां उन्होंने बापू समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की और प्रार्थना की। इसके बाद वे थोड़ी देर में एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे। जनसभा के बाद ‘संविधान बचाओ–वोट बचाओ यात्रा’ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जाएगा, जिसमें वे खुद भी पदयात्रा में शामिल होंगे। बापू समाधि पर प्रार्थना करते हुए संजय सिंह ने कहा कि उन्होंने महात्मा गांधी से लोकतंत्र को बचाने और नफरत की राजनीति को खत्म करने की शक्ति मांगी है। उन्होंने कहा कि नफरत की बुनियाद पर न देश बन सकता है और न ही दुनिया चल सकती है। गांधी जी ने पूरे जीवन अहिंसा, भाईचारे और साथ लेकर चलने की राजनीति की वकालत की। ‘सभी धर्मों का सम्मान करने वाला भारत चाहिए’ संजय सिंह ने कहा कि गांधी जी ऐसे हिंदुस्तान की कल्पना करते थे, जहां सभी धर्मों के लोग सम्मान के साथ रहें। आज रामपुर की ऐतिहासिक धरती से उन्होंने उसी भारत के लिए संघर्ष का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि रामपुर से मुरादाबाद, अमरोहा और कांशीराम कॉलोनी तक यह पदयात्रा जाएगी। वोट कटने पर उठाए सवाल आप नेता ने कहा कि अगर वोट काटने की राजनीति इसी तरह चलती रही तो लोकतंत्र का क्या मतलब रह जाएगा। उन्होंने दावा किया कि तमिलनाडु में 97 हजार वोट कटे हैं और उत्तर प्रदेश में यह आंकड़ा तीन से चार करोड़ तक पहुंच सकता है। इससे संविधान द्वारा मिले अधिकार खतरे में पड़ जाएंगे। सरकार पर नफरत फैलाने का आरोप संजय सिंह ने मौजूदा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज राजनीति में गांधी जी के विचारों को खत्म किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार नफरत फैलाने की राजनीति कर रही है, जबकि देश को जोड़ने और लोकतंत्र बचाने की जरूरत है। इसी मकसद से आम आदमी पार्टी संविधान और वोट की रक्षा के लिए पदयात्रा कर रही है।
छत्तीसगढ़ के कोरबा में शादी के 6 महीने बाद नवविवाहिता की संदिग्ध मौत हो गई। मायके आरोप है कि पति उसे प्रताड़ित करता था। उसने ही पत्नी को कीटनाशक पिलाया है। जबकि पति का कहना है कि उसे खुद ही कीटनाशक पी लिया था। मामला करतला थाना क्षेत्र के ग्राम बांधाखार का है। जानकारी के मुताबिक, पति का नाम जयकिशन सिदार (24) है। जबकि पत्नी का नाम मालती (23) है। दोनों ने लव मैरिज की थी। इस मामले में कार्यपालिक दंडाधिकारी ने पुलिस की मौजूदगी में मृतिका के परिजनों से पूछताछ की है। जानिए क्या है पूरा मामला ? दरअसल, जयकिशन पेशे से किसान है। 27 जून 2025 को उसकी शादी खरसिया के ग्राम लोधिया की रहने वाली मालती सिदार से हुई। दोनों परिवारों में रिश्तेदारी थी। जयकिशन और मालती के बीच जान-पहचान के बाद प्रेम विवाह हुआ था। 16 दिसंबर की सुबह मालती ने घर में रखे कीटनाशक का सेवन कर लिया। इसकी जानकारी परिजनों को देर शाम तब हुई जब उसकी तबीयत बिगड़ने लगी। उसे तत्काल करतला स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद रेफर कर दिया गया। कार्यपालिक दंडाधिकारी ने की पूछताछ परिजन उसे टीपी नगर स्थित एक निजी अस्पताल ले गए। जहां 19 दिसंबर की रात इलाज के दौरान मौत उसकी मौत हो गई। अस्पताल प्रबंधन ने सीएसईबी पुलिस को मेमो भेजकर घटना की सूचना दी। मामला नवविवाहिता की मौत से जुड़ा था, पुलिस ने कार्यपालिक दंडाधिकारी को सूचित किया। कार्यपालिक दंडाधिकारी ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचकर पुलिस की मौजूदगी में मृतिका के परिजनों से पूछताछ की। पूछताछ में पति जयकिशन सिदार और ससुराल पक्ष के अन्य लोगों ने कहा कि उन्हें उसके आत्महत्या करने के कारण की कोई जानकारी नहीं है। दोनों परिवारों में थी रिश्तेदारी वहीं, मायके पक्ष के लोगों ने पति जयकिशन पर मालती को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि दोनों परिवारों में रिश्तेदारी थी। जयकिशन मालती के बीच जान-पहचान के बाद प्रेम विवाह हुआ था। मायके पक्ष के अनुसार, जयकिशन शादी के महज एक सप्ताह बाद से ही अपनी पत्नी के साथ मारपीट करता था। मृतिका की बुआ उमा सिदार ने बताया कि मालती ने बचपन में ही अपने माता-पिता को खो दिया था। पहले उल्टी-दस्त की जानकारी दी गई शादी के बाद से जयकिशन ने मालती का मोबाइल तोड़ दिया था। 18 दिसंबर को जयकिशन ने जानकारी दी की मालती को उल्टी-दस्त हो रहा है। उसे अस्पताल में भर्ती किया गया। लेकिन रास्ते में कीटनाशक वाली बातें हमको पता चला। जब हमारी मालती से बात हुई तो बताया कि उसने कीटनाशक नहीं पिया है। मामले की जांच जारी- पुलिस इस पूरे मामले में पुलिस का कहना है कि मायके और ससुराल पक्ष का बयान दर्ज किया जा रहा है। मामले की जांच की जा रही है। जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
करनाल में भाजपा सरकार के जनविरोधी फैसलों के खिलाफ कांग्रेस ने शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक तरीके से विरोध- प्रदर्शन किया। ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण व शहरी करनाल की ओर से महात्मा गांधी चौक पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रदर्शन में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के फैसलों पर नाराजगी जताई और कहा कि मनरेगा जैसी ऐतिहासिक योजना के साथ छेड़छाड़ करना गरीबों के अधिकारों पर सीधा हमला है। मनरेगा का नाम बदलना गांधी के विचारों का अपमान कार्यक्रम में जिला कांग्रेस अध्यक्ष पराग गाबा ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के नाम में बदलाव करना और इस योजना को कमजोर करने के प्रयास महात्मा गांधी के विचारों का अपमान हैं। उन्होंने कहा कि यह योजना ग्रामीण गरीबों, मजदूरों और महिलाओं के लिए जीवन रेखा रही है। इसे कमजोर करना संविधान की मूल भावना के खिलाफ है। कांग्रेस ऐसे किसी भी फैसले का पुरजोर विरोध करेगी। 2005 में कांग्रेस ने दी थी रोजगार की गारंटी वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजेश वैद ने कहा कि महात्मा गांधी के नाम पर सामाजिक और आर्थिक क्रांति की यह योजना 2005 में कांग्रेस सरकार ने सभी पार्टियों के सहयोग से लागू की थी। इसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को 100 दिन के रोजगार की गारंटी दी गई थी, जिससे लाखों परिवारों को फायदा हुआ और महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूती मिली। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार का मौजूदा कदम देश में बेरोजगारी बढ़ाने वाला है। डिमांड आधारित योजना से रोजगार पर संकटराजेश वैद ने बताया कि अब भाजपा सरकार विकसित भारत, रोजगार एवं आजीविका मिशन ग्रामीण योजना लेकर आई है, जिसका कांग्रेस विरोध करती है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में 8 लाख मनरेगा मेट रजिस्टर हैं। उन्होंने कहा कि, 2022-23 में 3544 लोगों को काम मिला, 2023-24 में करीब 3200 लोगों को रोजगार दिया गया, जबकि 2024-25 में यह संख्या घटकर मात्र 2000 रह गई। पहले रोजगार की गारंटी थी, लेकिन अब योजना को डिमांड आधारित बना दिया गया है। राज्य सरकारें अगर डिमांड ही नहीं भेजेंगी तो ग्रामीणों को रोजगार कैसे मिलेगा। कांग्रेस ने इस नीति को गरीब विरोधी बताते हुए इसे वापस लेने की मांग की।
रोहतक में भाजपा प्रदेश कार्यालय पहुंचे प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि विधानसभा में भाजपा के 48 विधायक और 3 निर्दलीय है। कांग्रेस को सब पता है। लेकिन उनकी मंशा थी कि अविश्वास प्रस्ताव से सरकार की बुराइयां रख पाए, लेकिन कांग्रेस की मानसिकता उस प्रकार की भी नहीं रही कि वह बहस में भाग ले सके। मोहन लाल बड़ौली ने कहा कि कांग्रेस की आदत बन गई हे कि शोर शराबा करना, झूठ बोलना और सदन छोड़कर भाग जाना। अविश्वास प्रस्ताव पर नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा के साइन तक नहीं थे। इससे साफ है कि कांग्रेस के नेता उन्हें कितनी अहमियत देते है। उनके साइन करवाना भी जरूरी नहीं समझा। राम के नाम से कांग्रेस को क्यों हो रही दिक्कत मोहन लाल बड़ौली ने कहा कि मनरेगा पुरानी स्कीम है, जिसमें कांग्रेस ने 2009 में महात्मा गांधी का नाम जोड़ा था। अब इसमें राम का नाम जोड़ देने से कांग्रेस को क्यों दिक्कत हो रही है। भाजपा को महात्मा गांधी के नाम से कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन कांग्रेस को दर्द क्यों हो रहा है, यह तो वही बता सकते है। हरियाणा में कानून व्यवस्था मजबूत मोहन लाल बड़ौली ने कहा कि हरियाणा में कानून व्यवस्था मजबूत है। आज अपराध के तुरंत बाद अपराधियों को पकड़कर सजा दी जा रही है। रोहित धनखड़ हत्या मामले में भी सब आरोपियों को पकड़ा जाएगा, पुलिस अच्छे से कार्रवाई कर रही है। कई बार अपराध करने के बाद अपराधी छुप जाता है, लेकिन वह बच नहीं सकता। सांसद निधि के लिए पैरवी करने की सांसद की जिम्मेदारी मोहन लाल बड़ौली ने कहा कि सांसद निधि का पैसा लगाने को लेकर सरकार की कोई कमी नहीं रही। सांसद की जिम्मेदारी बनती थी कि उसकी पैरवी करे। जब भी कोई पैसा लगता है तो उसकी निगरानी होती है। दीपेंद्र हुड्डा देश में अकेला सांसद नहीं है। सभी सांसदों के पैसे लगते है और सही तरीके से लगते है। मोहन लाल बड़ौली ने कहा कि कुछ लोगों की आदत है झूठा मुद्दा बनाना। खेल स्टेडियम का कोई वास्तविकता का मुद्दा नहीं है। कोई भी सांसद निधि के काम को कैसे रोक सकता है। जो पैसा नहीं लगा, उसकी जांच चल रही है। राजीव गांधी स्टेडियम के लिए बजट पास होना, उस पर योजना बनना, फिर प्रोसेस होना, इसमें समय लगता है। जो घोषणा की है, उसे पूरा किया गया है।
मुरैना के सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र में 12वीं कक्षा के छात्र को दिनदहाड़े अगवा करने की कोशिश का मामला सामने आया है। तीन युवकों ने छात्र को जबरन अपनी बाइक पर बैठाकर ले जाने का प्रयास किया, लेकिन तभी वहां से गुजरे पीड़ित के भाई के दोस्त ने उसे बचा लिया। घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें खींचतान दिखाई दे रही है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। नशे के लिए घर से पैसे लाने का बनाते थे दबाव विवेकानंद कॉलोनी के पास शनिवार (20 दिसंबर) को यह घटना हुई। बताया जा रहा है कि तीनों आरोपी अक्सर छात्र का रास्ता रोकते थे। वे उससे सिगरेट, पुड़िया और गुटखा के लिए पैसों की मांग करते थे। इतना ही नहीं, वे छात्र पर घर से पैसे चुराकर लाने का दबाव भी बनाते थे। कोचिंग से लौट रहा था, भाई के दोस्त ने बचाया पुलिस को दिए आवेदन में पीड़ित छात्र सक्षम शर्मा (पुत्र योगेश शर्मा) ने बताया कि वह शनिवार दोपहर 12:30 बजे अपनी कोचिंग से घर वापस आ रहा था। तभी राजावत हाउस के पास रॉबिन गुर्जर, शेरा गुर्जर और एक अन्य युवक बाइक से आए। उन्होंने सक्षम को रोका और जबरन उठाकर अपनी बाइक पर बैठाने लगे। वे उसे कहीं ले जाने की फिराक में थे। छात्र ने इसका विरोध किया और चिल्लाने लगा। इसी दौरान वहां से छात्र के बड़े भाई का दोस्त शैलेंद्र यादव गुजरा। उसने मामला भांपते ही बीच-बचाव किया और छात्र को आरोपियों के चंगुल से छुड़ाया। फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश सिटी कोतवाली थाना प्रभारी अमित भदौरिया ने बताया कि छात्र की शिकायत ले ली गई है। घटना का सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस के हाथ लगा है। उसी के आधार पर आरोपियों की पहचान और धरपकड़ की कार्रवाई की जा रही है।
झुंझुनू पुलिस ने बहुचर्चित हिस्ट्रीशीटर डेनिश बावरिया हत्याकांड में मुख्य आरोपी दीपक मालसरिया को गिरफ्तार कर लिया है। 50 हजार रुपये का ईनामी यह बदमाश पुलिस की नजरों से बचने के लिए जयपुर में 'खोले के हनुमान जी' मंदिर के सामने भिखारी बनकर फरारी काट रहा था। भिखारी का भेष और सिर मुंडवाकर बदला हुलिया पुलिस अधीक्षक बृजेश ज्योति उपाध्याय ने बताया कि आरोपी दीपक मालसरिया पर गिरफ्तारी का भारी दबाव था। फरारी के दौरान उसके तमाम रास्ते बंद हो चुके थे। नए कानूनों के खौफ के कारण उसके किसी भी मददगार ने उसे शरण नहीं दी, जिससे वह दाने-दाने को मोहताज हो गया। खुद को छिपाने के लिए उसने अपना सिर आधा मुंडवा लिया, फटे-पुराने कपड़े पहने और हाथ में कटोरा लेकर जयपुर, दिल्ली और ऋषिकेश के मंदिरों के बाहर भीख मांगने लगा। वह आम भिखारियों के बीच बैठकर रोटी और चिल्लर मांगकर अपना पेट भर रहा था। दो दिन तक पुलिस ने की 'रेकी' कोतवाली पुलिस की टीम को कांस्टेबल प्रवीण कुमार के जरिए पुख्ता सूचना मिली कि दीपक जयपुर के 'खोले के हनुमान जी' मंदिर के पास देखा गया है। पुलिस ने तत्काल जाल बिछाया। टीम ने दो दिनों तक मंदिर के बाहर आम नागरिक बनकर भिखारियों की रेकी की। जब हुलिया पुख्ता हो गया, तो घेराबंदी कर उसे दस्तयाब कर लिया गया। पूछताछ के बाद उसे आधिकारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया गया है। फिल्मी स्टाइल में किया था हमला घटना 19 अक्टूबर 2025 की रात करीब 9:30 बजे की है। मृतक डेनिश उर्फ नरेश बावरिया अपने दोस्तों के साथ अपनी स्कॉर्पियो गाड़ी में पटाखों का हिसाब कर 3 लाख रुपये लेकर जा रहा था। चूरू बाईपास के पास घात लगाकर बैठे आरोपियों ने खूनी खेल खेला सबसे पहले प्रशांत उर्फ पोखर ने अपनी सफेद कैम्पर से डेनिश की गाड़ी को टक्कर मारी। इसके तुरंत बाद दीपक मालसरिया और मनदीप उर्फ मदीया ने अपनी-अपनी कैम्पर गाड़ियों से डेनिश की गाड़ी को पीछे और साइड से टक्कर मारकर पूरी तरह रोक दिया। आरोपियों ने बंदूक की नोक पर डेनिश को अगवा किया और उसे रसोड़ा गांव के जोहड़ में ले गए। जोहड़ में दीपक मालसरिया, सुनील मेघवाल, हितेश मील और अजय जाट ने लोहे के पाइपों और सरियों से डेनिश के हाथ-पैर और सिर पर तब तक वार किए जब तक वह अधमरा नहीं हो गया। आरोपी डेनिश की सोने की चेन, चांदी की अंगूठी, गाड़ी में रखे 3 लाख रुपये और पटाखे लूटकर उसे मरा हुआ समझकर वहां से भाग निकले। इलाज के दौरान डेनिश ने दम तोड़ दिया। अपराध की दुनिया का पुराना खिलाड़ी गिरफ्तार आरोपी दीपक मालसरिया का लंबा आपराधिक इतिहास है। उसके खिलाफ दर्ज मुख्य मामले इस प्रकार हैं। थाना गोठड़ा: जानलेवा हमला और बीएनएस की विभिन्न धाराएं। थाना कोतवाली: मारपीट और गाली-गलौज के मामले। थाना सदर व नवलगढ़: चोरी और हमले के मामले। थाना गुढ़ा गौड़जी: अपहरण और मारपीट के गंभीर प्रकरण। सराहनीय पुलिस टीम इस सफल ऑपरेशन को अंजाम देने वाली टीम में कोतवाली थानाधिकारी श्रवण कुमार नील, कांस्टेबल प्रवीण कुमार (विशेष भूमिका), कांस्टेबल रूपेन्द्र ओला और कांस्टेबल चेनाराम शामिल थे।
डबवाली में महिला की संदिग्ध हालत में मौत:बाथरूम में मिली लाश, गीजर की गैस से दम घुटने की आशंका
सिरसा जिले के डबवाली में एक विवाहिता की बाथरूम में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। यह घटना पुराना हनुमान मंदिर के पीछे रिहायशी इलाके में हुई। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, बाथरूम में लगे गैस गीजर से निकली गैस या ऑक्सीजन की कमी मौत का कारण हो सकती है। डबवाली के प्रॉपर्टी डीलर राकेश मोंगा ने बताया कि वह शाम करीब 4:30 बजे खाना खाकर बाहर गए थे। जब वे शाम 6:30 बजे घर लौटे, तो घर में अंधेरा था और उनकी पत्नी मोनिका कहीं दिखाई नहीं दीं। बाथरूम का दरवाजा अंदर से बंद था। काफी आवाज लगाने पर भी जब कोई जवाब नहीं मिला, तो राकेश ने धक्का मारकर दरवाजा खोला। अंदर मोनिका बेसुध अवस्था में पड़ी हुई थीं। राकेश ने तुरंत पड़ोस की महिलाओं को बुलाया और मोनिका को बाहर निकाला। 3 साल का बच्चा है पास ही प्रैक्टिस कर रहे एक डॉक्टर को बुलाया गया, जिन्होंने तुरंत अस्पताल ले जाने की सलाह दी। परिजन पहले एक निजी अस्पताल गए, लेकिन वहां डॉक्टर उपलब्ध नहीं थे। इसके बाद उन्हें दूसरे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मोनिका को मृत घोषित कर दिया। मोनिका की शादी 2019 में हुई थी और उनका एक 3 वर्षीय बेटा है। मोनिका की मौत की खबर मिलते ही उनके मायके पक्ष में दुख छा गया। मृतका के भाई अतुल सेठी, निवासी गांव दड़बी, ने डबवाली शहर थाना में अपनी बहन की मौत को संदिग्ध बताया। सूचना मिलते ही पुलिस मोंगा निवास पर पहुंची और शव को कब्जे में ले लिया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में होगा खुसाला डबवाली शहर थाना प्रभारी अनिल सोढ़ी ने बताया कि शव को डबवाली के सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया है। परिजनों के बयानों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से मौत की असली वजह सामने आएगी।
यूपी एसटीएफ ने अधिवक्ता आजाद अहमद हत्याकांड के मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर सिराज अहमद को सहारनपुर मुठभेड़ में मार गिराया। उसके ऊपर एक लाख रुपए का इनाम था। सिराज 6 अगस्त 2023 को अधिवक्ता आजाद अहमद की हत्या के बाद से फरार चल रहा था। सिराज के एनकाउंटर के बाद सुल्तानपुर में आजाद अहमद के परिवार ने मिठाई बांटी। आजाद की मां ने कहा- बेटा लौटकर तो आएगा नहीं लेकिन एक तरफ खुशी है कि अपराधी मारा गया। हम प्रशासन और योगी बाबा का शुक्रिया अदा करते हैं। हमें विश्वास था योगी बाबा की सरकार में ये काम होगा। पिता बोले- हमें अब भी जान का खतरा हैआजाद अहमद के पिता मो. सलीम ने कहा- कप्तान साहब (पुलिस अधीक्षक) और मुख्यमंत्री का हम आभार व्यक्त करते हैं। जीवन भर उनके ऋणी रहेंगे। मैं पिछले ढाई साल से घर पर ही बैठा हूं। उन्होंने बताया कि इस दौरान उनपर दो बार हमला भी करवाया गया था। उन्होंने अपनी जान को अभी भी खतरा बताया है। उनका कहना है कि एनकाउंटर होने के बाद भी खतरा कम नहीं हुआ है। इसलिए उन्होंने प्रशासन से अपनी सुरक्षा बनाए रखने की गुहार लगाई है। आजाद अहमद के भाई मुनव्वर ने सहारनपुर में हुए पुलिस एनकाउंटर पर खुशी जाहिर की। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, पुलिस विभाग, STF और एसपी को इस कार्रवाई के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा- आज उन्हें न्याय मिलने का एहसास हो रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि मुख्यमंत्री इसी तरह प्रदेश में अपराधियों का सफाया करते रहेंगे और उनके लंबे जीवन की प्रार्थना की। सिराज ने साथियों के साथ मिलकर आजाद को गोली मारी थी दरअसल, सिराज और उसके साथियों ने कोतवाली देहात के भुल्की चौराहे के पास अधिवक्ता आजाद की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस घटना में आजाद के भाई मुनव्वर भी घायल हुए थे, जो लंबे इलाज के बाद घर लौटे। सिराज के खिलाफ कोर्ट ने वारंट जारी किया था और पुलिस ने उस पर एक लाख रुपए का इनाम भी घोषित किया था। इससे पहले, उसके घर पर बुलडोजर चलाया गया था और उसकी करोड़ों रुपए की संपत्ति जब्त की गई थी। एनकाउंटर के बाद सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाईसिराज के एनकाउंटर के बाद जिले में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। संभावित तनाव और कानून-व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए सिराज के घर के आसपास स्थानीय पुलिस और पैरामिलिट्री बल तैनात किया गया है। कोतवाली देहात थानाध्यक्ष धर्मवीर सिंह स्वयं स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त बल तैनात किया गया है। स्थानीय लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की जा रही है। अधिवक्ता आजाद के घर पर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। अधिवक्ता के पिता मो. सलीम की तहरीर पर नगर कोतवाली के लोलेपुर गांव निवासी सिराज अहमद उर्फ पप्पू, मेराज अहमद और इकराम उर्फ इमरामुद्दददीन, घरहा कला के इस्माइल उर्फ प्रिंस, शहर के खैराबाद मोहल्ले के सलमान, सोहराब और शहजाद और मृतक के गांव के शमीम उर्फ लड्डन और उसकी पत्नी अख्तरुल निशा को केस में आरोपी बनाया गया है। जबकि लोलेपुर गांव के मो. वसीम के खिलाफ आरोपियों को संरक्षण देने के आरोप में केस दर्ज किया गया है।----------इससे जुड़ी ये खबर भी पढ़ें...सहारनपुर में एक लाख का इनामी एनकाउंटर में ढेर:सुल्तानपुर में मर्डर करके फरार हो गया था, STF कर रही थी तलाश सहारनपुर के गंगोह में एसटीएफ और एक लाख के इनामी बदमाश सिराज अहमद में मुठभेड़ हो गई। पुलिस ने सिराज को देखते ही रोकने का प्रयास किया। सिराज पुलिस पर गोली चलाते हुए भागने लगा। पुलिस ने जवाबी फायरिंग की। गोली लगते ही सिराज घायल हो गया। उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। सुल्तानपुर जिले में एक अधिवक्ता का मर्डर हुआ था। पुलिस इस हत्याकांड के बाद से फरार चल रहा था। पुलिस कई दिनों से सिराज की तलाश कर थी। उसके ऊपर इनाम रखा गया था। बाद में उसे पकड़ने की जिम्मेदारी एसटीएफ को सौंपी गई थी।
हापुड़ में ठेकेदारों की कथित क्रूरता का एक मामला सामने आया है। बहादुरगढ़ थाना क्षेत्र के पसवाड़ा गांव में काम से इनकार करने पर एक मजदूर को गुड़ की गर्म कढ़ाई में धकेल दिया गया। मजदूर सूरजपाल गंभीर रूप से झुलस गया है और दिल्ली के एक अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। पीड़ित की पत्नी किरन ने बहादुरगढ़ थाने में तहरीर दी है। उन्होंने बताया कि उनके पति सूरजपाल गांव के ठेकेदार बिरजू और मांगे के कोल्हू पर काम करते थे। आरोप है कि दोनों ठेकेदार सूरजपाल को जबरन शराब पिलाकर अधिक काम करवाते थे, ताकि वह विरोध न कर सके। किरन के अनुसार, 17 दिसंबर को सूरजपाल दिनभर कोल्हू पर काम करने के बाद थक गया था और घर लौट रहा था। इसी दौरान, आरोपियों ने उसे दो शराब के पव्वे पिलाए और दोबारा काम पर लगा दिया। जब सूरजपाल ने काम करने में असमर्थता जताई और आराम करने की बात कही, तो दोनों ठेकेदार कथित तौर पर भड़क गए। आरोप है कि गुस्से में आकर उन्होंने सूरजपाल को पकड़ा और गुड़ की गर्म कढ़ाई में धक्का दे दिया। गर्म गुड़ में गिरते ही सूरजपाल बुरी तरह झुलस गया। इसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। घटना के बाद परिजन सूरजपाल को गंभीर हालत में दिल्ली के एक अस्पताल ले गए। डॉक्टरों के अनुसार, उसका लगभग 80 प्रतिशत शरीर जल चुका है और उसकी हालत बेहद नाजुक बनी हुई है। बहादुरगढ़ थाना प्रभारी निरीक्षक धीरज मलिक ने बताया कि तहरीर के आधार पर दो लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है और आरोपियों की तलाश के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं। पुलिस जल्द ही उनकी गिरफ्तारी का दावा कर रही है।
लखनऊ के पारा थानाक्षेत्र में तेज रफ्तार कार की टक्कर से स्कूटी सवार वकील की मौत हो गई। वकील अपने दोस्त के साथ स्कूटी पर बैठकर जा रहे थे। तभी रानी लक्ष्मीबाई पुल के पास सामने से आ रही कार ने टक्कर मार दी। जिससे वह उछलकर दूर जा गिरे। इलाज के लिए लोकबंधु अस्पताल पहुंचाया गया। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। आलमनगर अशोक विहार निवासी चांद बाबू सैनी उर्फ़ लालू (38) अधिवक्ता थे। शनिवार शाम अपने दोस्त आशु के साथ स्कूटी से जा रहे थे। रानी लक्ष्मीबाई पुल से नीचे उतर रहे थे। तभी सामने से आ रही तेज रफ्तार स्कोडा ने स्कूटी में टक्कर मार दी। पीछे बैठे चांद बाबू उछलकर दूर जाकर गिरे। जिससे उनके सिर में गंभीर चोटे आई। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया। जहां डॉक्टर मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों का सौंप दिया है। परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप चांद बाबू के भाई ने बताया उनके साथ साजिश के तहत घटना कराई गई है। पूनम सैनी, सर्वेश सैनी और नीलम सैनी से उनका जमीनी विवाद चल रहा था। जिसके चलते उन्होंने परिचित आशु को साथ ले जाने के लिए भेजा था। शनिवार शाम 6 बजे आशु काफी समय बाद खुद से कॉल करके बुलाया था। इसके एक घंटे बाद घटना की सूचना मिली। जब अस्पताल पहुंचे तो मौत हो चुकी थी। वही गाड़ी चला रहे आशु को एक खरोच तक नहीं आई है। ऐसे में साजिश की पूरी आशंका है। परिवार में पत्नी मेघा और 5 साल की बेटी है। घटना के बाद से पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल है। मामले में पुलिस का कहना है शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है। तहरीर के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पिता ने नशे में ली मासूम बेटे की जान:भदोही के गुवाली गांव में घटना से हड़कंप, आरोपी पिता गिरफ्तार
भदोही के सुरियांवा थाना क्षेत्र के गुवाली गांव में रविवार आधी रात एक घटना सामने आई। शराब के नशे में धुत एक पिता ने अपने चार वर्षीय बेटे की जान ले ली। इस घटना से पूरे गांव में सनसनी फैल गई। जानकारी के अनुसार, शनिवार रात करीब 11:30 बजे गुवाली गांव निवासी रामजी वनवासी शराब के नशे में अपनी पत्नी और परिवार के अन्य सदस्यों से विवाद करने लगा। गुस्से में उसने अपने चार वर्षीय बेटे विकास वनवासी को उठाकर जमीन पर पटक दिया। गंभीर चोट लगने से विकास गंभीर रूप से घायल हो गया। परिजन उसे तत्काल अस्पताल ले गए, जहां सोमवार सुबह इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। इस घटना के बाद परिवार में मातम छा गया और गांव में तनाव का माहौल बन गया। बताया जा रहा है कि आरोपी रामजी वनवासी की आर्थिक स्थिति पहले से ही खराब है और वह नशे का आदी है। घटना की सूचना मिलते ही सुरियांवा थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। सुरियांवा थाना प्रभारी मोहम्मद शकील खां ने बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है। आरोपी पिता को हिरासत में ले लिया गया है और उसके विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
विश्व ध्यान दिवस पर आगर मालवा के पुलिस कोतवाली परिसर में सामूहिक ध्यान कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह आयोजन मध्य प्रदेश पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना के निर्देश पर प्रदेशव्यापी गतिविधियों का हिस्सा था। इसका उद्देश्य पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को मानसिक रूप से सशक्त, एकाग्र और तनावमुक्त बनाना है। कार्यक्रम के दौरान कोतवाली परिसर में एक बड़ी स्क्रीन लगाई गई थी। इसके जरिए हार्टफुलनेस संस्था के वैश्विक मुख्यालय कान्हा शांति वनम, हैदराबाद में आयोजित मुख्य कार्यक्रम से वर्चुअल सीधा जुड़ाव स्थापित किया गया। हैदराबाद के इस वैश्विक आयोजन में उपराष्ट्रपति, तेलंगाना के राज्यपाल और मुख्यमंत्री भी उपस्थित रहे। ध्यान मानवता और वैश्विक एकता को जोड़ने का माध्यम कान्हा शांति वनम से हार्टफुलनेस के वैश्विक आध्यात्मिक मार्गदर्शक कामलेश डी. पटेल, जिन्हें 'दाजी' के नाम से जाना जाता है, ने प्रतिभागियों को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि ध्यान केवल आत्मिक शांति का माध्यम नहीं है, बल्कि यह मानवता, करुणा और वैश्विक एकता को जोड़ने का एक सशक्त साधन भी है। दाजी ने सभी से ध्यान को नियमित रूप से अपने जीवन में अपनाने का आग्रह किया। पुलिसकर्मियों ने किया सामूहिक मेडिटेशन दाजी के मार्गदर्शन में हार्टफुलनेस पद्धति से सामूहिक मेडिटेशन कराया गया। इसमें आगर मालवा जिले के सभी थानों-सोयत, सुसनेर, बड़ौद, कानड़ और नलखेड़ा के पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों ने भाग लिया। ध्यान सत्र के दौरान उपस्थित लोगों ने मानसिक शांति, सकारात्मक ऊर्जा और संतुलन का अनुभव किया। कार्यक्रम के समापन पर पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह ने अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि पुलिस सेवा अत्यंत जिम्मेदारीपूर्ण और तनावपूर्ण होती है। ऐसे में ध्यान और मेडिटेशन पुलिसकर्मियों की मानसिक दृढ़ता, आत्मसंयम और निर्णय क्षमता को मजबूत बनाता है। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे आयोजन सकारात्मक, संवेदनशील और जनहितैषी पुलिस व्यवस्था के निर्माण में सहायक सिद्ध होते हैं। इस कार्यक्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रविंद्र कुमार बोयत, शहर के समस्त थाना प्रभारी, सूबेदार जगदीश यादव और जितेंद्र शुक्ला सहित 100 से अधिक पुलिस अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।
सीहोर जिले की सभी मंडियों में भावांतर योजना में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए वीडियो निगरानी शुरू कर दी गई है। कलेक्टर बालागुरू के. ने वीडियोग्राफी अनिवार्य कर दी है। अब मंडी में आते ही किसान का चेहरा और ट्रैक्टर-ट्रॉली का नंबर रिकॉर्ड किया जा रहा है। मंडी गेट पर किसानों की पंजीकरण, आधार और ऋण पुस्तिका की जांच भी हो रही है। मंडी उपनिरीक्षक जगदीश मौर्य ने बताया कि अब केवल पंजीकृत किसान, उसका बेटा या भाई ही उपज बेच सकता है। इससे पहले कुछ व्यापारी फर्जी तरीके से किसानों का रिकॉर्ड इस्तेमाल कर अपना माल बेच देते थे। कुछ किसान इस व्यवस्था का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि मंडियों में लंबी लाइनें लग रही हैं और समय बर्बाद हो रहा है। साथ ही रकबे का पूरा माल एक ही वाहन में नहीं आ पाता, जिससे परेशानी होती है। फर्जीवाड़ा रोकने के लिए वीडियोग्राफी होगी वीडियो रिकॉर्डिंग के अलावा, मंडी में आए वाहनों की संख्या और पोर्टल पर दर्ज डेटा का मिलान वीडियो साक्ष्य से किया जाएगा। नोडल अधिकारियों को व्यापारियों के स्टॉक का भौतिक सत्यापन करने के निर्देश भी दिए गए हैं। यदि किसी मंडी में उपज की आवक अचानक बढ़ती है, तो वहां की जांच की जाएगी। अंतिम तारीख 15 जनवरी भावांतर योजना के तहत सोयाबीन बेचने की अंतिम तारीख 15 जनवरी है। इसके बाद खरीदी बंद हो जाएगी। प्रशासन शेष 26 हजार किसानों की उपज खरीदने के लिए प्रयासरत है। सचिव नरेंद्र महेश्वरी ने बताया कि यह व्यवस्था केवल फर्जीवाड़ा रोकने के लिए लागू की गई है।
जयपुर में सुबोध कॉलेज के गेट पर शनिवार रात युवक से लूट का मामला सामने आया है। मोबाइल पर बात करते हुए पैदल जाते समय बाइक पर रॉन्ग साइड आए बदमाश ने वारदात को अंजाम दिया। गांधी नगर थाना पुलिस CCTV फुटेजों को खंगालने के साथ बाइक सवार लुटेरे की तलाश कर रही है। हेड कॉन्स्टेबल भरतलाल ने बताया- डीग के कुम्हेर निवासी रोताश सिंह (33) के साथ लूट की वारदात हुई। शनिवार रात करीब 10:30 बजे वह नारायण सिंह सर्किल पहुंचा था। नारायण सिंह सर्किल से (आईफोन-13 प्रो) मोबाइल पर बात करते हुए पैदल नगर निगम ऑफिस की तरफ जा रहा था। सुबोध कॉलेज के गेट के पास रॉन्ग साइड आए बदमाश ने झपट्टा मारकर आईफोन छीन लिया। शोर मचाकर पीछा करने पर बदमाश तेजी से बाइक लेकर आरबीआई की तरफ जाकर तख्तेशाही रोड पर चला गया। मोबाइल स्नेचिंग की सूचना पर गांधी नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर FIR दर्ज की। पुलिस वारदात स्थल के आस-पास लगे CCTV फुटेजों को खंगालने के साथ बदमाश की तलाश कर रही है।
नर्मदापुरम के रसूलिया चंदननगर में रविवार को नगरपालिका की बड़ी लापरवाही सामने आई। यहां पानी की टंकी से अचानक तेज रफ्तार में पानी गिरने लगा, जिससे कुछ ही देर में कॉलोनी में बारिश जैसे हालात बन गए। सड़क पर करीब डेढ़ से दो फीट तक पानी भर गया और करीब 15 घरों के अंदर पानी घुस गया। नगरपालिका के पेयजल शाखा कर्मियों की लापरवाही से हुए इस हादसे को लेकर कॉलोनी के लोग आक्रोशित हैं। जानकारी के मुताबिक, चंदन नगर फेस-1 वार्ड नंबर 23 में पानी की टंकी बनी हुई है। इस टंकी का वॉल्व ठीक करने के लिए नगरपालिका के कर्मचारी रविवार सुबह 11.15 बजे यहां पहुंचे थे। लापरवाही पूर्वक काम करने के दौरान वॉल्व पाइपलाइन से अलग हो गया। चूंकि टंकी पूरी भरी हुई थी, इसलिए भारी मात्रा में पानी ऊंचाई से बहने लगा। पानी का प्रेशर इतना तेज था कि देखते ही देखते 10-15 घरों में पानी भर गया। रहवासी बोले- टंकी भरी थी, पहले खाली करनी चाहिए थी कॉलोनी के शिवम चौहान, सिद्धार्थ उपाध्याय और दिलीप कुमार ने बताया कि वॉल्व की मरम्मत का काम सावधानी से किया जाना चाहिए था। जब टंकी पानी से लबालब थी, तो पहले घरों के नल के माध्यम से सप्लाई देकर टंकी को खाली करना था। उन्होंने आरोप लगाया कि काम के दौरान मौके पर कोई भी टेक्निकल अधिकारी मौजूद नहीं था। सिर्फ नगरपालिका के छोटे कर्मचारी काम कर रहे थे। सुरक्षा साधनों का भी ध्यान नहीं रखा गया। कर्मचारियों की नासमझी के कारण ही यह घटना घटी, जिससे कॉलोनी वालों का नुकसान हुआ। वीडियो बनाने पर कर्मचारियों ने की बदसलूकी रहवासियों ने आरोप लगाया कि जब टंकी से पानी बहकर उनके घरों में घुस रहा था, तो वे उसका वीडियो बनाने लगे। इस दौरान वहां मौजूद नगरपालिका के कर्मचारियों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया। इंजीनियर बोले- स्पिंडल खराब था, घुमाते ही फ्री हो गया नगर पालिका के सब इंजीनियर ने बताया कि टंकी के वॉल्व का स्पिंडल खराब हो गया था। पानी की सप्लाई करने के लिए जैसे ही वॉल्व को थोड़ा घुमाया, वह अचानक से फ्री हो गया। चूंकि पानी की टंकी पूरी भरी हुई थी, इसलिए प्रेशर बहुत तेज था और पानी तेजी से बाहर निकलने लगा।
अयोध्या कैंट स्टेशन पर रेलवे सुरक्षा बल ने दो किशोरियों को अजमेर गरीब नवाज एक्सप्रेस से बरामद किया। ये किशोरियां मां की डांट के बाद बिहार से भागकर दिल्ली जा रही थीं। आरपीएफ ने उन्हें चाइल्ड लाइन को सौंप दिया। चाइल्ड लाइन ने किशोरियों का जिला अस्पताल में मेडिकल परीक्षण कराया। इसके बाद उन्हें बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया। समिति ने काउंसलिंग के बाद दोनों को उनकी माताओं को सौंप दिया। मामले को आगे की देखभाल और निगरानी के लिए सीडब्ल्यूसी मुजफ्फरपुर भेजा जा रहा है। यह घटना तब सामने आई जब बिहार के किशनगंज से राजस्थान के अजमेर जा रही अजमेर गरीब नवाज एक्सप्रेस अयोध्या कैंट स्टेशन पहुंची। आरपीएफ की जांच के दौरान, ट्रेन में दो किशोरियां लावारिस हालत में मिलीं। उनकी उम्र क्रमशः 14 और 15 वर्ष थी। आरपीएफ जवानों की पूछताछ में किशोरियों ने बताया कि वे बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के दामू चौक थाना क्षेत्र की निवासी हैं। उन्होंने यह भी बताया कि वे दिल्ली में अपनी एक सहेली से मिलने जा रही थीं, जिसकी हाल ही में शादी हुई है। चाइल्ड लाइन द्वारा उनके परिवारों से संपर्क करने पर पता चला कि दोनों किशोरियां बिना बताए घर से निकली थीं। एक किशोरी की मां ने बताया कि उसने अपनी बेटी को मोबाइल पर किसी से बात करने से मना किया था और उसका फोन छीन लिया था। इसी बात से नाराज होकर किशोरी ने अपनी सहेली के साथ दिल्ली भागने की योजना बनाई थी। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष सर्वेश अवस्थी ने पुष्टि की उन्होंने बताया कि दोनों किशोरियों की माताएं जिला मुख्यालय पहुंचीं। समिति के सामने पेश होने और काउंसलिंग के बाद, किशोरियों को उनकी माताओं को सौंप दिया गया।
दमोह देहात थाना क्षेत्र की सागर नाका चौकी अंतर्गत एक गांव में महिला से छेड़छाड़ के मामले में पुलिस की ओर से सही रिपोर्ट दर्ज न करने के आरोप में ग्रामीणों ने रविवार सुबह चौकी का घेराव किया। ग्रामीणों ने काफी देर तक हंगामा किया, जिसके बाद पुलिस ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। जानकारी के अनुसार, सागर नाका चौकी क्षेत्र में 15 दिसंबर की दोपहर एक महिला के साथ गांव के ही आशीष अहिरवार ने घर में घुसकर छेड़खानी की थी। महिला और उसकी सास ने घटना का विरोध किया, तो आरोपी ने सास पर हमला कर दिया और फरार हो गया। महिला ने सागर नाका चौकी में रिपोर्ट दर्ज कराई थी, लेकिन उसका आरोप है कि पुलिस ने छेड़छाड़ की धाराएं नहीं लगाईं और केवल धारा 151 के तहत मामला दर्ज किया। रविवार सुबह महिला के समर्थन में उसके समाज के सैकड़ों लोग एकत्रित हुए। उन्होंने पंचायत करने के बाद सागर नाका चौकी पहुंचकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। ग्रामीणों की मांग थी कि जब महिला के साथ दिनदहाड़े छेड़खानी हुई है और उसकी सास पर भी हमला किया गया है, तो पुलिस को छेड़छाड़ का मामला दर्ज करना चाहिए। प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने क्षेत्र में अवैध शराब की बिक्री पर रोक लगाने की भी मांग की। काफी देर तक चले हंगामे के बाद पुलिस ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद ग्रामीण अपने घरों की ओर लौट गए। देहात थाना प्रभारी रचना मिश्रा ने बताया कि महिला ने जिस प्रकार की शिकायत दर्ज कराई थी, उसी के अनुसार आरोपी पर मामला दर्ज किया गया था। उन्होंने यह भी कहा कि यदि महिला के साथ छेड़खानी हुई है, तो उसे थाने बुलाकर बयान लेने के बाद उचित धाराओं में मामला दर्ज किया जाएगा।
करौली में 'रन फॉर विकसित राजस्थान':कलेक्टर ने मुंशी त्रिलोक चंद माथुर स्टेडियम में दिखाई हरी झंडी
करौली जिला मुख्यालय पर रविवार को 'रन फॉर विकसित राजस्थान' रैली का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य राजस्थान को अग्रणी और विकसित राज्य बनाने का संकल्प दोहराना था। जिला कलेक्टर नीलाभ सक्सेना ने मुंशी त्रिलोक चंद माथुर स्टेडियम से इस रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली में स्कूली छात्र-छात्राएं, स्काउट-गाइड, विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के प्रतिनिधि और आम नागरिक बड़ी संख्या में शामिल हुए। प्रतिभागियों ने दौड़ के माध्यम से प्रदेश के सर्वांगीण विकास, सुशासन और जनभागीदारी के प्रति जागरूकता का संदेश दिया। उन्होंने राजस्थान को देश के अग्रणी राज्यों की श्रेणी में ले जाने का संकल्प लिया। यह कार्यक्रम प्रदेश में भाजपा सरकार के 2 साल का कार्यकाल पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आयोजित जन-जागरूकता कार्यक्रमों की श्रृंखला का हिस्सा था। आयोजन का मुख्य उद्देश्य सरकार की उपलब्धियों से आमजन को जोड़ना, स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देना और सकारात्मक सामाजिक सहभागिता को प्रोत्साहित करना था।इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर हेमराज परिड़वाल, राजकीय महाविद्यालय के कार्यवाहक प्राचार्य रफीक अहमद, जीतू शुक्ला सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी और भाजपा के पदाधिकारी मौजूद रहे। कार्यक्रम शांतिपूर्ण और उत्साहपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ।
विश्व ध्यान दिवस के अवसर पर ग्वालियर पुलिस लाइन में पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए एक विशेष ध्यान एवं योग सत्र आयोजित किया गया। इसका उद्देश्य जीवनशैली में बढ़ते तनाव और शारीरिक-मानसिक परेशानियों से निपटने में मदद करना था। इस सत्र में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान आईजी अरविंद सक्सेना ने बताया कि पुलिस अधिकारी और कर्मचारी निरंतर मानसिक और शारीरिक श्रम करते हैं। ध्यान और मेडिटेशन के माध्यम से उन्हें कम समय में ही तनाव से मुक्ति और विश्राम की भावना का अनुभव कराया जा सकता है। यह कार्यक्रम प्रदेश स्तर पर आयोजित किया गया था, जिसमें पूरे प्रदेश से लगभग 50,000 से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों ने वर्चुअल माध्यम से जुड़कर लाभ उठाया। सत्र में बताया गया कि ध्यान को अपनी जीवनशैली में कैसे शामिल किया जाए, ताकि विभिन्न कारणों से होने वाले तनाव को कम किया जा सके और जीवन में सुखद अनुभूति प्राप्त हो। सत्र के दौरान यह भी बताया गया कि पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की ड्यूटी टाइमिंग और कार्य समय अलग-अलग हो सकता है। ऐसे में वे अपने तनाव को कम करने के लिए घर पर भी ऐसे ध्यान सत्रों का अभ्यास कर सकते हैं। तनाव मुक्त वातावरण में काम करने से जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं। आईजी अरविंद सक्सेना ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि उन्होंने पहले भी ऐसे सत्रों में भाग लिया है। उनके अनुसार, ये सत्र हर बार उनमें नई ऊर्जा का संचार करते हैं और इसका सकारात्मक प्रभाव उनके निजी जीवन में भी दिखाई देता है। उन्होंने सुझाव दिया कि हर व्यक्ति को तनाव मुक्त रहने के लिए ध्यान या योग जैसी गतिविधियों को अपनी दैनिक दिनचर्या में अवश्य शामिल करना चाहिए।
प्रतापगढ़ के पट्टी कोतवाली क्षेत्र में की 18 वर्षीय युवती रविवार सुबह जामताली स्थित सई नदी पुल से छलांग लगा दी। इस घटना में उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर युवती का शव बरामद किया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। मानसिक रूप से परेशान थी युवती मृतका की पहचान कठार गांव निवासी अंतिमा पुत्री राजकुमार पाल के रूप में हुई है। राजकुमार मुंबई में टैक्सी चलाने का काम करते हैं। युवती मां के साथ गांव में अकेले रहती थी। मां के अनुसार युवती रविवार सुबह बिना कुछ बताए ही घर से निकल गई। वह कुछ दिनों से मानसिक रूप से परेशान रहती थी। जिस कारण यह कदम उठाए जाने की आशंका जताई जा रही है। घटना की जानकारी मिलते ही इलाके में हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से शव को नदी से बाहर निकलवाया। पुलिस ने बताया कि युवती घर पर ही रहती थी और उसने आठवीं कक्षा तक पढ़ाई की थी। मामले की जांच के लिए पुलिस परिजनों से पूछताछ कर रही है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। थानाध्यक्ष दिलीपपुर बलराम सिंह ने बताया परिजनों ने लिखित शिकायत नहीं की है, तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जन्म जयंती वर्ष के अवसर पर इंदौर में रविवार को ‘शून्य से शतक’ कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन डेली कॉलेज स्थित धीरूभाई अंबानी सभागृह में होगा, जिसमें देश और प्रदेश के कई शीर्ष पदाधिकारी शामिल होंगे। कार्यक्रम में देश के उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन, मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। इस अवसर पर चार विशिष्ट विद्वानों को ‘अटल अलंकरण’ से सम्मानित किया जाएगा। पूरे वर्ष चले अटल शताब्दी कार्यक्रम स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के 100वें जन्म जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में पूरे देश में वर्षभर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसी श्रृंखला में वर्ष के समापन से पहले 21 दिसंबर को इंदौर में यह विशेष आयोजन किया जा रहा है, जिसे अटल जी के जीवन सफर को समर्पित करते हुए ‘शून्य से शतक’ नाम दिया गया है। वंदे मातरम से होगा कार्यक्रम का शुभारंभ कार्यक्रम की शुरुआत बीएसएफ के बैंड द्वारा ‘वंदे मातरम’ की संगीतमय प्रस्तुति से की जाएगी। इसके बाद अटल जी के जीवन, विचार और योगदान पर आधारित एक लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया जाएगा। चार विभूतियां होंगी अटल अलंकरण से सम्मानित इस अवसर पर प्रसिद्ध कवि सत्यनारायण सत्तन, पूर्व केंद्रीय मंत्री सत्यनारायण जटिया, भारतीय क्रिकेट टीम की चयन समिति के पूर्व चयनकर्ता संजय जगदाले और सागर के पारंग शुक्ला को ‘अटल अलंकरण’ से सम्मानित किया जाएगा। ‘सदा अटल महाग्रंथ’ के तीसरे संस्करण का लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान अटल जी से जुड़े संस्मरणों पर आधारित पुस्तक ‘सदा अटल महाग्रंथ’ के तीसरे संस्करण के कवर पेज का भी लोकार्पण किया जाएगा। कई वरिष्ठ नेता रहेंगे मौजूद इस आयोजन में लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष सुमित्रा महाजन सहित विभिन्न राज्यों के मंत्री, सांसद और अनेक गणमान्य अतिथि भी शामिल होंगे। कार्यक्रम को लेकर आयोजकों और अटल समर्थकों में खासा उत्साह देखा जा रहा है। यह आयोजन अटल बिहारी वाजपेयी के विचारों, काव्य, राष्ट्रवाद और जनसेवा के योगदान को स्मरण करने का एक महत्वपूर्ण अवसर माना जा रहा है। मुख्यमंत्री पहुंचे पराठा हाउस, पोहा-जलेबी का लुत्फ उठाया ‘शून्य से शतक’ कार्यक्रम में शामिल होने इंदौर आए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एयरपोर्ट जाते हुए अचानक मौसा पराठा हाउस पहुंच गए। यहां उन्होंने इंदौरी पोहा-जलेबी और गरमा गरम चाय का लुत्फ उठाया। साथ ही रेस्टोरेंट के सभी वर्कर के साथ फोटो खिंचाई। इस मौके पर जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट और अन्य नेता भी उनके साथ थे।
ग्वालियर की जूली शर्मा ने रियलिटी शो 'कौन बनेगा करोड़पति' (KBC) में 12 लाख 50 हजार रुपए की राशि जीती है। एक साधारण परिवार से आने वाली जूली ने दैनिक भास्कर के साथ अपने अनुभव साझा किए। उनके कार्यक्रम का प्रसारण 15 दिसंबर को हुआ था। जूली ने बताया कि उन्होंने 24 मई को KBC के लिए ऑडिशन दिया था। मुंबई जाने के दौरान उन्होंने पहली बार हवाई जहाज में यात्रा की, जो उनके लिए एक नया अनुभव था। उन्होंने KBC टीम के सहयोग और अच्छी व्यवस्था की सराहना की। पिता का सपना पूरा किया जूली मूल रूप से मुरैना जिले की अंबाह तहसील के सुनावली गांव की रहने वाली हैं। उन्होंने बताया कि उनके किसान पिता का सपना था कि उनके पांच बच्चों में से कोई एक KBC तक पहुंचे, क्योंकि वे अमिताभ बच्चन के बड़े प्रशंसक थे। उनके पिता शिक्षा को लेकर भी काफी जागरूक थे और उन्होंने गांव में एक स्कूल भी खुलवाया था, ताकि लड़कियां पांचवीं के बाद भी पढ़ाई जारी रख सकें। गांव से ग्रेजुएशन करने वाली पहली लड़की KBC में अमिताभ बच्चन ने मुरैना के नाम का जिक्र करते हुए कहा था कि उन्हें इस नाम से डर लगता है। जूली ने बताया कि वह अपने गांव की पहली लड़की थीं, जिन्होंने बीए की पढ़ाई पूरी की। आगे की पढ़ाई में उनके ससुराल वालों ने भी पूरा सहयोग किया। KBC में पहुंचने के बाद जूली को पहले ही दिन हॉटसीट पर बैठने का मौका मिला। उन्होंने अपनी बहन के साथ गेम खेला और हर पड़ाव को पार करते हुए 12 लाख 50 हजार रुपए तक पहुंच गईं। जीती राशि बेटियों की शिक्षा पर खर्च करेंगी 12 लाख 50 हजार रुपए जीतने के बाद, जब 25 लाख रुपए के लिए अगला सवाल आया, तो जूली दुविधा में पड़ गईं। सभी लाइफलाइन खत्म हो जाने के कारण उन्होंने खेल वहीं रोकने का फैसला किया और जीती हुई राशि के साथ वापस लौट आईं। उन्होंने बताया कि इस राशि का उपयोग वह अपनी बेटियों की शिक्षा के लिए करेंगी।
लालगंज में हत्या के दो आरोपी गिरफ्तार:पुलिस ने डंडे बरामद किए, बाकियों की तलाश जारी
लालगंज के सांगीपुर थाना क्षेत्र में हुई मारपीट और इलाज के दौरान मौत के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। हत्या सहित गंभीर धाराओं में वांछित इन आरोपियों से घटना में प्रयुक्त डंडे भी बरामद किए गए हैं। यह घटना 7 दिसंबर 2025 की शाम को हुई थी। वादी और उसके परिजनों पर हॉकी व कुल्हाड़ी से हमला किया गया, जिसमें वादी गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे सीएचसी सांगीपुर से लखनऊ रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इस मामले में पहले मारपीट का मुकदमा दर्ज किया गया था, जिसे बाद में हत्या की धारा में परिवर्तित कर थाना सांगीपुर में आठ नामजद और चार-पांच अज्ञात आरोपियों के खिलाफ दर्ज किया गया। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर चलाए जा रहे अभियान के तहत सांगीपुर थाना पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर लखनपुरशूर मोड़ के पास से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान अरविंद कुमार विश्वकर्मा (27) और दशरथ सरोज (25) के रूप में हुई है। ये दोनों लखनपुरसूर, थाना सांगीपुर के निवासी हैं। पुलिस ने इनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त दो डंडे भी बरामद किए हैं। दोनों आरोपियों के खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास और एससी-एसटी एक्ट सहित गंभीर धाराओं में विधिक कार्रवाई की जा रही है। पुलिस का कहना है कि मामले में अन्य नामजद और फरार आरोपियों की तलाश जारी है।
शाहजहांपुर में कड़ाके की शीतलहर के बीच एडीएम अरविंद कुमार अपनी पत्नी सौम्या के साथ देर रात बेसहारा लोगों की तलाश में निकले। उन्होंने रोडवेज बस अड्डे, रेलवे स्टेशन और रैन बसेरों का दौरा किया। इस दौरान एक रैन बसेरे में उन्हें एक बीमार बुजुर्ग महिला मिली, जिसकी उन्होंने तत्काल मदद की। महिला ने एडीएम को अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि वह बीमार है और उसके पास इलाज के लिए पैसे नहीं हैं। एडीएम ने तुरंत महिला को कंबल दिया और दवा के लिए रुपए देकर तत्काल इलाज की व्यवस्था कराई। उन्होंने महिला को आश्वस्त किया कि भविष्य में भी किसी समस्या पर हरसंभव मदद की जाएगी। शाहजहांपुर में पिछले तीन-चार दिनों से ठंड का जबरदस्त असर देखा जा रहा है। प्रशासन ने शीतलहर से बचाव के लिए अलाव की व्यवस्था की है और रैन बसेरों में बिस्तर व कंबल उपलब्ध कराए हैं, ताकि लोग ठंड से बच सकें। एडीएम एफआर अरविंद कुमार और उनकी पत्नी सौम्या विशेष रूप से उन बेसहारा लोगों से मिलने निकले थे, जो रैन बसेरों तक नहीं पहुंच पाए थे और अपनी रातें स्टेशन या फुटपाथ पर गुजार रहे थे। उन्होंने सबसे पहले रेलवे स्टेशन का दौरा किया, जहां ठंड से कांपते कई लोगों को कंबल वितरित किए। स्टेशन की सीढ़ियों पर बैठे लोगों को भी उन्होंने कंबल देकर मदद की। एडीएम ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि यदि कहीं भी कोई बेसहारा व्यक्ति मिले, तो उसे तुरंत रैन बसेरे में लाया जाए और उसकी हरसंभव सहायता की जाए।
रोहतक के भाजपा प्रदेश कार्यालय में जिला कार्यकारिणी की मीटिंग में पहुंचे राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने कांग्रेस को हाड़े हाथों लेते हुए कहा कि महात्मा गांधी के नाम को भाजपा नहीं, बल्कि कांग्रेस ने ही मिटाने का काम किया है। कांग्रेस अब निरर्थक प्रचार कर रही है। रामचंद्र जांगड़ा ने कहा कि कांग्रेस ने महात्मा गांधी को तो छोड़ ही दिया और दूसरे गांधी परिवार की तरफ ले गई। महात्मा गांधी ने शुरू में ही जवाहर लाल नेहरु से कहा था कि अब देश में हमारी सरकार आ गई है तो जो चीज हाथ से बन सकती है, उसे कारखाने में न बनाया जाए। लेकिन जवाहर लाल नेहरु ने उनकी बात नहीं मानी। ये सिस्टम तो कांग्रेस की देन है। अभय चौटाला को दे चुके जवाब, अब बिल्कुल चुप रामचंद्र जांगड़ा और रामकुमार गौतम पर भाईचारे को खराब करने का आरोप लगाने वाले अभय चौटाला के बयान पर रामचंद्र जांगड़ा ने कहा कि यह बात पुरानी हो चुकी है। इस मामले में पहले ही जवाब दे चुके हैं और उसके बाद से अभय चौटाला बिल्कुल चुप बैठे हुए है। नरेगा के नाम में कांग्रेस ने महात्मा गांधी को जोड़ा रामचंद्र जांगड़ा ने कहा कि मनरेगा का नाम पहले नरेगा था, जिसमें कांग्रेस ने महात्मा गांधी का नाम जोड़ा था। लेकिन भाजपा का नाम बदलने का कोई मकसद नहीं है। मनरेगा में बहुत बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार की बू आ रही थी। निष्पक्षता से काम नहीं हो रहा था। केंद्र सरकार जो ग्रामीण रोजगार के लिए पैसा भेजती थी, उसमें घोटाला हो रहा था। रामचंद्र जांगड़ा ने कहा कि सरकार ने उसमें परिवर्तन किया है। पहले 90 प्रतिशत पैसा केंद्र सरकार और 10 प्रतिशत राज्य सरकार देती थी। लेकिन अब केंद्र शासित प्रदेशों को छोड़कर बाकी राज्यों में 40 प्रतिशत राज्य सरकार और 60 प्रतिशत केंद्र सरकार पैसा देगी। मजदूरी को 100 से दिन बढ़ाकर 125 दिन किया रामचंद्र जांगड़ा ने कहा कि रोजगार आजीविका मिशन को गति शक्ति एप के साथ जोड़ा गया है। अब बायोमेट्रिक हाजिरी लगेगी और जीपीएस से मॉनिटरिंग भी की जाएगी। पहले धांधली की शिकायत पूरे देश से मिल रही थी, लेकिन अब इसमें पारदर्शिता आएगी और मजदूरी को 100 से दिन बढ़ाकर 125 दिन किया गया है। सरकार ने विदेशी निवेश को बढ़ाने का किया काम रामचंद्र जांगड़ा ने कहा कि सरकार ने विदेशी सामान को बढ़ावा नहीं दिया, बल्कि विदेशी निवेश को बढ़ावा दिया है। विदेशी कंपनी अगर भारत में निवेश करना चाहती है तो वह अपना सामान भारत में ही बनाएंगी। बाहर से सामान को आयात नहीं करेंगे। भारत में कम से कम आयात किया जाए और निर्यात को बढ़ाया जाए, इस पर काम हो रहा है।
मुगलसराय में युवती का हाथ पकड़कर युवक ने फायरिंग की:युवती सिंगर है, युवक एक नेता का साथी
पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर के अलीनगर थाना क्षेत्र से एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक युवक और एक युवती घर के आंगन में असलहों का प्रदर्शन करते हुए हर्ष फायरिंग करते दिख रहे हैं। वायरल वीडियो में दोनों बेखौफ होकर फायरिंग कर रहे हैं। यह घटना घर के निजी आंगन में हुई बताई जा रही है, जहां वे खुलेआम हथियारों का इस्तेमाल कर रहे थे। बताया जा रहा है कि वीडियो में दिख रहा युवक एक स्थानीय जनप्रतिनिधि का साथी है, जबकि युवती को एक सिंगर बताया जा रहा है। हालांकि, उनकी पहचान और वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि अभी नहीं हुई है। इस मामले पर अलीनगर के क्षेत्राधिकारी (सीओ) ने संज्ञान लिया है। उन्होंने बताया कि वीडियो की जांच की जा रही है और जांच पूरी होने के बाद उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
बरेली हाईवे पर एक्सीडेंट में दो युवकों की मौत:बाइक से जा रहे थे, ट्रक ने मारी टक्कर
बरेली-पीलीभीत हाईवे पर शनिवार रात एक सड़क हादसे में बाइक सवार दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। सिथरा गांव के पास तेज रफ्तार ट्रक ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। इस हादसे में एक तीसरा युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस के अनुसार, यह हादसा तब हुआ जब पीलीभीत जिले के थाना जहानाबाद क्षेत्र के अजीतडांडी गांव निवासी प्रेमपाल (34), सुनील कुमार (17) और गोपाल बरेली में पुताई का काम कर एक ही बाइक से अपने घर लौट रहे थे। रात करीब 7:30 बजे सिथरा गांव के पास नवाबगंज की ओर से आ रहे एक ट्रक ने उनकी बाइक को चपेट में ले लिया। टक्कर इतनी भीषण थी कि प्रेमपाल और सुनील कुमार की मौके पर ही मौत हो गई। प्रेमपाल ने हेलमेट पहन रखा था, लेकिन वह भी उनकी जान नहीं बचा सका। तीसरा युवक गोपाल गंभीर रूप से घायल हो गया। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने घायल गोपाल को पहले सीएचसी नवाबगंज भेजा, जहां से गंभीर हालत को देखते हुए उसे जिला अस्पताल बरेली रेफर कर दिया गया। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। मृतकों के परिजनों को सूचना दे दी गई है। हाफिजगंज थाना प्रभारी प्रवीण सोलंकी ने बताया कि हादसे के बाद ट्रक चालक वाहन सहित फरार हो गया। पुलिस उसकी तलाश कर रही है और तहरीर के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
मैनपुरी के बरनाहल थाना क्षेत्र में 17 वर्षीय किशोरी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। यह घटना शनिवार शाम करीब 5 बजे की बताई जा रही है। बरनाहल थाना क्षेत्र के ग्राम नगला महान दाता निवासी ध्यान पाल की 17 वर्षीय पुत्री गीतांश की मौत हुई है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, शनिवार शाम करीब 5 बजे उसने घर के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। पुलिस ने घटना से जुड़े सभी तथ्यों की जांच शुरू कर दी है और परिवार के सदस्यों से भी जानकारी जुटाई जा रही है। क्षेत्राधिकार आलोक चौहान ने बताया कि पुलिस को गांव से 17 वर्षीय किशोरी द्वारा आत्महत्या करने की सूचना मिली थी। उन्होंने कहा कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की उचित कार्रवाई की जाएगी।
कोडरमा जिले में कफ सिरप पीने के बाद डेढ़ वर्षीय बच्ची की मौत का मामला सामने आने से स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है। मृत बच्ची की पहचान रवि भुइयां की पुत्री रागिनी कुमारी के रूप में हुई है। परिजनों के अनुसार, रागिनी को पिछले दो दिनों से खांसी की शिकायत थी। इसी को लेकर परिवार के लोगों ने दूधीमाटी चौक के पास स्थित एक मेडिकल दुकान से खांसी का सिरप खरीदा था। परिजनों ने जैसे ही बच्ची को सिरप पिलाया, कुछ ही समय बाद उसकी तबीयत अचानक बिगड़ने लगी। बच्ची को बेचैनी होने लगी। उसकी हालत तेजी से खराब होने लगी, जिससे घर में अफरातफरी मच गई। सदर अस्पताल में मृत घोषित बच्ची की हालत गंभीर होते देख परिजन आनन-फानन में उसे कोडरमा सदर अस्पताल लेकर पहुंचे। अस्पताल में मौजूद चिकित्सकों ने बच्ची की जांच की, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने जांच के बाद रागिनी को मृत घोषित कर दिया। बच्ची की मौत की खबर मिलते ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया और अस्पताल परिसर में मातम पसर गया। मृत बच्ची की मां ने बताया कि गुरुवार शाम को अचानक रागिनी की तबीयत ज्यादा खराब हो गई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि खांसी के लिए जो सिरप मेडिकल स्टोर से लिया गया था, उसी के सेवन के बाद बच्ची की हालत बिगड़ी और उसकी जान चली गई। ड्रग इंस्पेक्टर को जांच का निर्देश इस घटना की जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया है। कोडरमा के सिविल सर्जन डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि कफ सिरप पीने के बाद बच्ची की मौत की सूचना मिली है। मामले को गंभीरता से लेते हुए ड्रग इंस्पेक्टर को पूरे प्रकरण की जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि सिरप किस कंपनी का था। उसकी एक्सपायरी डेट क्या थी। उसे किस तरह से दिया गया, इन सभी बिंदुओं की जांच की जाएगी। साथ ही मेडिकल दुकान की भूमिका की भी जांच होगी। सिविल सर्जन ने स्पष्ट किया कि बच्ची की मौत के वास्तविक कारणों का खुलासा जांच पूरी होने के बाद ही हो सकेगा।
इंदौर के एरोड्रम थाना क्षेत्र में रहने वाली 21 वर्षीय युवती के साथ उसके पूर्व प्रेमी द्वारा छेड़छाड़ और मारपीट किए जाने का मामला सामने आया है। आरोपी ने बीच सड़क युवती के साथ बदसलूकी की और उसे धमकी भी दी। पुलिस के अनुसार पीड़िता की शिकायत पर अर्जुन पुत्र जगदीश चौहान निवासी ग्राम चापड़ा जिला देवास के खिलाफ मारपीट और छेड़छाड़ की धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। बहन को छोड़ने आई थी, तभी पहुंचा आरोपी पीड़िता ने पुलिस को बताया कि वह घरेलू काम करती है। शनिवार को वह अपनी बहन को दोपहिया वाहन से एमपी पब्लिक स्कूल छोड़ने आई थी। जब वह वहां से लौट रही थी और वाहन मोड़ रही थी, तभी पीछे से आरोपी अर्जुन आ गया। आरोपी ने गाली-गलौज करते हुए उससे मोबाइल मांगा और जब उसने विरोध किया तो आरोपी ने उसका गला पकड़ लिया, थप्पड़ मारे। इस दौरान दोनों वाहन समेत गिर गए। आरोपी ने युवती पर दबाव बनाते हुए कहा कि उसे उससे बात करनी होगी, नहीं तो अंजाम ठीक नहीं होगा। पहले थी दोस्ती, बातचीत बंद करने से नाराज था आरोपी पीड़िता ने बताया कि आरोपी अर्जुन उसका पूर्व मित्र था और दोनों के बीच काफी समय तक बातचीत होती रही थी। आरोपी की हरकतों से परेशान होकर उसने मोबाइल पर बातचीत बंद कर दी थी। इसी बात से नाराज होकर आरोपी ने उसके साथ छेड़छाड़ और मारपीट की। पुलिस का कहना है पुलिस का कहना है कि मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है और आरोपी की तलाश की जा रही है। युवती की सुरक्षा को लेकर आवश्यक कदम भी उठाए जा रहे हैं।
देवरिया। पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर की पत्नी नूतन ठाकुर ने औद्योगिक क्षेत्र में प्लाट आवंटन से जुड़े कथित धोखाधड़ी मामले में अग्रिम जमानत के लिए याचिका दाखिल की है। यह याचिका शनिवार को देवरिया जिला एवं सत्र न्यायालय में प्रस्तुत की गई। जिला जज की अदालत में इस पर 23 दिसंबर को सुनवाई होगी। इस मामले में पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर फिलहाल देवरिया जिला कारागार में बंद हैं। मामला लखनऊ के गोमतीनगर स्थित विराम खंड निवासी अमिताभ ठाकुर से संबंधित है। आरोप है कि उन्होंने वर्ष 1999 में देवरिया में पुलिस अधीक्षक रहते हुए अपनी पत्नी के नाम से औद्योगिक क्षेत्र में एक प्लाट खरीदा था। प्लाट आवंटन के दौरान पत्नी नूतन ठाकुर का नाम 'नूतन देवी' और पति का नाम 'अभिजात' अंकित कराया गया था, जबकि उनका वास्तविक नाम अमिताभ ठाकुर है। इसी को लेकर फर्जीवाड़े और धोखाधड़ी का आरोप सामने आया है। इस संबंध में सितंबर 2025 में लखनऊ के तालकटोरा थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए बाद में जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया। जांच के दौरान देवरिया सदर कोतवाली में भी इस मामले में एक और केस दर्ज किया गया। पुलिस ने 10 दिसंबर को पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर को गिरफ्तार कर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) न्यायालय में पेश किया था। न्यायालय ने उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। पुलिस के अनुसार, इस मामले में मुख्य आरोपी पूर्व आईपीएस अधिकारी की पत्नी नूतन ठाकुर हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है। इसी बीच, गिरफ्तारी से राहत पाने के उद्देश्य से अधिवक्ता प्रवीण दुबे और अभिषेक शर्मा की ओर से नूतन ठाकुर की अग्रिम जमानत याचिका जिला जज के समक्ष दाखिल की गई है। उधर, पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर की ओर से भी जमानत के लिए सीजेएम न्यायालय में प्रार्थना पत्र दिया गया है, जिस पर सोमवार को सुनवाई निर्धारित की गई है। इस मामले को लेकर जिले में चर्चाएं जारी हैं और सभी की निगाहें आगामी सुनवाई पर टिकी हुई हैं।
राजस्थान अन्य पिछड़ा वर्ग (राजनैतिक प्रतिनिधित्व) आयोग, राजस्थान सरकार द्वारा 22 दिसंबर से 3 जनवरी तक विभिन्न जिलों में जिला स्तरीय जनसंवाद एवं परिचर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। ओबीसी आयोग के जनसंपर्क अधिकारी विक्रम राठौड़ ने बताया- आयोग के अध्यक्ष न्यायाधीश (सेनि.) मदनलाल भाटी 22 दिसंबर को जैसलमेर और फलोदी, 23 दिसंबर को बाड़मेर और बालोतरा, 24 दिसंबर को जालोर और सिरोही, 29 दिसंबर को गंगानगर और हनुमानगढ़, 30 दिसंबर को पाली में कार्यक्रम आयोजित करेंगे। इस दौरान सदस्य गोपाल कृष्ण शर्मा भी मौजूद रहेंगे। 26 को डीडवाना -कुचामन-नागौर और 31 को ब्यावर और भीलवाड़ा में जनसंवाद कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। आयोग के सदस्य प्रो. राजीव सक्सेना एवं सदस्य गोपाल कृष्ण शर्मा द्वारा संयुक्त रूप से दिसंबर माह में 22 को दौसा और डींग, 23 को धौलपुर-करौली में जनसंवाद कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। आयोग के सदस्य मोहन मोरवाल, पवन मंडाविया संयुक्त रूप से 22 दिसंबर को चित्तौड़गढ़ और राजसमंद, 23 दिसंबर को प्रतापगढ़ और बांसवाड़ा, 24 दिसंबर को डूंगरपुर और सलूंबर में जनसंवाद कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। आयोग के सदस्य मोहन मोरवाल द्वारा दिसंबर माह में 26 को टोंक -सवाई माधोपुर में जनसंवाद कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। आयोग के सदस्य गोपाल कृष्ण शर्मा और पवन मंडाविया संयुक्त रूप से दिसंबर माह में 29 को झुंझुनूं-चूरू और 30 दिसंबर को सीकर-कोटपुतली-बहरोड़ में जनसंवाद कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। आयोग के सदस्य प्रो. राजीव सक्सेना एवं मोहन मोरवाल संयुक्त रूप से 30 दिसंबर को अलवर-खैरथल, 2 जनवरी को झालावाड़, 3 जनवरी को बांरा-बूंदी में जनसंवाद कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। पहले भी आयोजन किया जा चुका गौरतलब है कि आयोग द्वारा इसके पूर्व में 7 संभागों जोधपुर, उदयपुर, भरतपुर, बीकानेर, अजमेर, जयपुर, कोटा में संभाग स्तरीय जनसंवाद कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन किया जा चुका है। जिला स्तरीय जनसंवाद कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आयोग द्वारा समस्त जिलों के जिला कलेक्टर और जिला पुलिस अधीक्षकों को व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए हैं। आयोग ने जनसंवाद कार्यक्रम में संबंधित जिले के वर्तमान-पूर्व सांसद, विधायक, जिला प्रमुख/प्रधान, जिला परिषद सदस्य, पंचायत समिति सदस्य, नगर पालिका/नगर परिषद/नगर निगम के सदस्य एंव अध्यक्ष, बार काउंसिल सदस्य, सामाजिक एवं शैक्षणिक संस्थाए, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद एंव नगरीय निकायों के अधिशाषी अधिकारी सहित अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण से जुड़े पदाधिकारी तथा आमजन के साथ प्रत्यक्ष संवाद करेगा। साथ ही आयोग द्वारा वर्तमान एवं पूर्व जनप्रतिनिधियों, पंचायत राज संस्थाओं एवं नगरीय निकायों के प्रतिनिधियों के साथ ही सांसदों एवं विधायकों को जनसुनवाई में भागीदारी के लिए आमंत्रित किया गया है। आयोग संबंधित हितधारकों से जुड़े मुद्दों पर सुनवाई कर आवश्यक प्राथमिक टिप्पणियां एवं सुझाव लेगा। आयोग के अध्यक्ष न्यायाधीश (सेनि.) मदनलाल भाटी ने कहा कि राज्य में अन्य पिछडा वर्ग का अनुभवजन्य तरीके से अध्ययन करने के लिए आयोग ने 7 संभाग मुख्यालयों पर आयोजित हुई जनसुनवाई के पश्चात तय किया है कि शेष समस्त जिला मुख्यालयों पर पहुंचकर इस विषय में जनसुनवाई हेतु कार्यक्रम आयोजित किए जाए। इसमें आम जनता, राजनैतिक व्यक्तियों, हितबद्ध व्यक्तियों एंव संस्थाओं के विचार जानने हेतु उनसे चर्चा की जाए। यदि कोई व्यक्ति / संस्था इस संबंध में अभ्यावेदन प्रस्तुत करना चाहे तो उसे लिया जाए। आयोग राजस्थान प्रदेश के अन्य पिछड़े वर्गों के समग्र उत्थान एवं राजनीतिक प्रतिनिधित्व के लिए प्रतिबद्ध हैं। एक परिचय : राजस्थान राज्य अन्य पिछड़ा वर्ग (राजनैतिक प्रतिनिधित्व) आयोग सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार आयोग को राज्य के भीतर स्थानीय निकायों (ग्रामीण / शहरी) में सभी स्तरों पर अन्य पिछड़ा वर्ग के पिछड़ेपन की प्रकृति एंव उसके निहितार्थों की समसामयिक एंव अनुभवजन्य तरीके से गहन जांच / अध्ययन कर राज्य की पंचायतीराज संस्थाओं एंव नगरीय निकायों के निर्वाचनों में अन्य पिछडा वर्ग के आरक्षण के संबंध में अनुशंषाएं राज्य सरकार को एक निश्चित समय में प्रस्तुत करनी है। इस हेतु राज्य सरकार द्वारा वरिष्ठ विधिवेत्ता एवं न्यायाधीश (सेनि.) मदन लाल भाटी की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय राज्य स्तरीय ओबीसी आयोग का गठन किया गया है, जिसने प्रदेश में कार्य करना शुरू कर दिया है। यह आयोग राजस्थान प्रदेश की सामाजिक एवं शैक्षिक रूप से पिछड़े वर्गों के कल्याण एवं स्थानीय निकायों में उनके समुचित राजनीतिक प्रतिनिधित्व को सुनि निश्चित करने हेतु पंचायती राज और शहरी निकायों में ओबीसी जातियों को आरक्षण देने का फॉर्मूला तय कर अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को प्रस्तुत करेगा। इसी रिपोर्ट के आधार पर प्रदेश में आरक्षण लागू किया जाएगा। इस सबंध में आयोग नें राज्य के जन साधारण/अन्य पिछड़ा वर्ग के कल्याण हेतु कार्यरत संस्थाओं/हितबद्ध/हितधारको से अपील की है कि राज्य के वह अन्य पिछड़ा वर्ग के पिछड़ेपन के अध्ययन के संबंध में अपना प्रत्यावेदन/सुझाव आयोग की E-MAIL ID obccommission25@gmail. com पर अथवा जरिये डाक या किसी भी कार्य दिवस में कार्यालय समय में और संभाग स्तर पर आयोजित होने वाले जनसंवाद कार्यक्रम में प्रतिभागिता निभा करप्रस्तुत कर सकते हैं।
शनिवार सुबह जबलपुर के शहपुरा थाना क्षेत्र के पौड़ी गांव के पास एक अज्ञात शव मिला है। बॉडी अर्धनग्न अवस्था में है। शव देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि युवक की उम्र 25 से 30 साल के बीच है। ये शव नेशनल हाईवे 45 के किनारे सीता सरोवर वेयर हाउस के पास मिला है। जानकारी सामने आने के बाद से ही इलाके में सनसनी है। पूरी बॉडी पर चोटों के निशान हैं। साथ ही रोशनी और पापा का टैटू भी बना हुआ है। शव मिलने के 24 घंटे बाद भी उसकी पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस जांच के जुटी हुई है। शरीर पर घसीटने और पीटने जैसे चोटों के निशान शव देखने पर ऐसा प्रतीत होता है कि उसे लाठी डंडों से पीता गया हो फिर घसीटकर नेशनल हाईवे के किनारे फेंक दिया गया हो। पुलिस को मृतक के शरीर पर कई चोट के निशान मिले हैं। मारपीट में गंभीर चोट के कारण मौत की आशंका जताई जा रही है। पुलिस को घटना स्थल पर किसी प्रकार के संघर्ष के साक्ष्य नहीं मिले हैं। शव पर कोई कपड़े भी नहीं थे, वह निर्वस्त्र पड़ा हुआ था। यह देखकर प्रतीत होता है कि उसके साथ किसी और जगह पर मारपीट की गई है। शव के पास ऐसा कोई सामान नहीं था जिससे उसकी पहचान की जा सके। शहपुरा थाना के थाना प्रभारी प्रवीण धुर्वे ने कहा, मामला जांच के लिया गया है। अभी शव की पहचान नहीं हो पाई है। जांच में जो भी सामने आएगा अवगत कराया जाएगा।
भिंड में पारा 7 डिग्री पर स्थिर:कोहरे के कारण दोपहर तक धुंध, रात 8 बजे से सूनी हो रहीं सड़कें
भिंड में पिछले चार दिनों से लगातार कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस पर स्थिर बना हुआ है। लगातार चौथे दिन कोहरे के कारण भगवान सूर्यदेव के दर्शन नहीं हो सके। रविवार सुबह भी घने कोहरे के बीच लोगों की 'गुड मॉर्निंग' देरी से हुई। हालात ऐसे थे कि दोपहर 12 बजे तक भी कोहरा साफ नजर आ रहा था। भिंड शहर इन दिनों पहाड़ों से आने वाली सर्द हवाओं से ठिठुर रहा है। उत्तर भारत से दिन में 8 से 10 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से ठंडी हवाएं चल रही हैं। रात 8 बजे के बाद कोहरा और घना हो जाता है। हालात यह हैं कि रात में सड़क पर 50 फीट की दूरी तक भी कुछ दिखाई नहीं देता। घना कोहरा सुबह 8 बजे तक बना रहता है। इसके बाद तापमान बढ़ने के साथ कोहरा थोड़ा छंटने लगता है, लेकिन पूरी तरह साफ नहीं हो रहा है। दिन का पारा 2 डिग्री लुढ़का, विजिबिलिटी 5 किमी रही रविवार को दिन का पारा दो डिग्री गिरकर अधिकतम 21 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस पर टिका हुआ है। दिन में हवाएं लगातार चल रही हैं। दोपहर 12 बजे शहर में आर्द्रता 57 प्रतिशत और दृश्यता करीब 5 किलोमीटर दर्ज की गई। सुबह-शाम सड़कों पर छाया सन्नाटा सर्दी और घने कोहरे का असर शहर की रफ्तार पर भी पड़ा है। सुबह 7 बजे तक शहर की सड़कें कोहरे से घिरी रहती हैं और इक्का-दुक्का वाहन ही नजर आते हैं। यही दृश्य रात में भी दिखाई देता है। रात 8 बजे के बाद शहर की कई सड़कें खाली हो जाती हैं और बाजारों में भी सन्नाटा छा जाता है। घर-घर बन रहा गाजर का हलवा, गजक की बिक्री बढ़ी बदले मौसम में लोग चाट-पकौड़े जैसे गर्म व्यंजनों का मजा ले रहे हैं। शहर में गाजर की मांग बढ़ गई है और घर-घर में गाजर का हलवा बन रहा है। वहीं, शाम के समय गर्म मूंगफली और गजक की बिक्री तेजी से बढ़ी है। गजक विक्रेता रामदास राठौर ने बताया- सर्दी बढ़ने के साथ शाम को लोग घरों से निकलकर मूंगफली और गजक खरीदने आते हैं। इसलिए इन दिनों मांग ज्यादा बनी हुई है।
चूरू में 'रन फॉर विकसित राजस्थान':विधायक, कलेक्टर ने दिखाई हरी झंडी, साइकिल रैली भी निकाली
चूरू में प्रदेश सरकार के 2 साल पूरे होने पर रविवार को 'रन फॉर विकसित राजस्थान' का आयोजन किया गया। इस दौड़ को टाउन हॉल से विधायक हरलाल सहारण और जिला कलेक्टर अभिषेक सुराणा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।यह दौड़ टाउन हॉल से शुरू होकर भरतीया अस्पताल होते हुए जिला स्टेडियम पहुंची। इस अवसर पर एडीएम अर्पिता सोनी और पंकज गुप्ता भी मौजूद रहे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक सहारण ने कहा कि भाजपा के कार्यकाल में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली, पानी, रोजगार और सामाजिक कल्याण के क्षेत्रों में महत्वपूर्ण कार्य हुए हैं। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहते हुए विकास यात्रा में भागीदार बनें।सहारण ने यह भी कहा कि 'रन फॉर विकसित राजस्थान' जैसे कार्यक्रम जनभागीदारी को बढ़ावा देते हैं। जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा ने स्वस्थ जीवनशैली के लिए खेल और दौड़ जैसी शारीरिक गतिविधियों को नियमित रूप से जीवनचर्या में शामिल करने की आवश्यकता पर जोर दिया। इस मौके पर डीएसपी सुनील झाझड़िया, सीडीईओ संतोष महर्षि, सीएमएचओ डॉ. मनोज शर्मा, पशुपालन संयुक्त निदेशक डॉ. सुनील मेहरा, कोतवाली थानाधिकारी सुखराम चोटिया, डीईओ प्रारंभिक ओमप्रकाश प्रजापत, जिला खेल अधिकारी सीताराम प्रजापत, शिशुपाल बुडानिया, सूर्यकांत चोटिया और विनय सोनी सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। इसी कड़ी में, राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद जयपुर के निर्देश पर 'साइकिल पर संडे' कार्यक्रम के एक वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में एक राष्ट्रव्यापी आयोजन के तहत साइकिल रैली भी निकाली गई। अतिथियों ने इस रैली को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह साइकिल रैली भी टाउन हॉल से शुरू होकर जिला स्टेडियम तक निकाली गई।
रायपुर के चंगोराभाठा इलाके में पुरानी रंजिश के चलते दो युवकों पर चाकू से हमला करने का मामला सामने आया है। इस घटना का सीसीटीवी वीडियो भी सामने आया है जिसमें आरोपी एक युवक पर एक के बाद एक करीब नौ बार चाकू से हमला कर रहा है। इस घटना में युवक बुरी तरह घायल हो गया उसे एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस मामले में डीडी नगर पुलिस ने FIR दर्ज कर आरोपी को जेल भेज दिया है। मिली जानकारी के अनुसार, धनवंतरी मेडिकल के पास रहने वाली नेहा देवांगन ने थाना पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई कि 13 दिसंबर की रात उसके पति जीवन देवांगन पर सुभाष देवांगन और राजू देवांगन ने हमला किया। नेहा ने बताया कि रात करीब 9.30 बजे उसका पति जीवन देवांगन अपने दोस्त पियुष सोनी के साथ बैटरी का इंतजाम करने शीतला मंदिर के पास गया था। वहां सुभाष देवांगन उसके पति का नाम लेकर गाली-गलौज कर रहा था। चाकू से अचानक किया हमला जब जीवन ने उसे मना किया तो आरोपियों ने चाकू से वार कर दिया। बीच-बचाव करने आए पियुष सोनी पर भी हमला किया गया। हमले में जीवन देवांगन के गर्दन, पेट, हाथ और पैरों में गंभीर चोटें आईं वहीं पियुष सोनी के पेट में चोट पहुंची। घटना के बाद दोनों घायलों को अस्पताल ले जाया गया। जीवन देवांगन को एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि पियुष सोनी का इलाज मेकाहारा अस्पताल में चल रहा है। पुलिस ने पीड़िता की रिपोर्ट पर सुभाष देवांगन और राजू देवांगन के खिलाफ मारपीट, गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज कर लिया है। इस मामले में पुलिस ने आरोपी को जेल भी भेज दिया है।
सीधी में ललितपुर-सिंगरौली रेल लाइन परियोजना में 100 करोड़ रुपए की रॉयल्टी के कथित गबन का मामला सामने आया है। पूर्व विधायक पंडित केदारनाथ शुक्ला ने इस मामले में गंभीर आरोप लगाए हैं। यह परियोजना बीते लगभग पांच सालों से निर्माणाधीन है, जिसमें पटरी बिछाने का काम तेजी से चल रहा है। खनिज विभाग को देय रॉयल्टी न देने का आरोप पूर्व विधायक का आरोप है कि इस दौरान मिट्टी और मुरुम जैसी खनिज सामग्री का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया गया, लेकिन खनिज विभाग को देय रॉयल्टी जमा नहीं की गई। नियमानुसार, ठेकेदारों को खनिज इस्तेमाल से पहले अनुमति लेनी और रॉयल्टी जमा करनी होती है, जिसका कथित तौर पर सालों तक उल्लंघन होता रहा। लगभग 100 करोड़ रुपए के गबन का आरोप इस पूरे प्रकरण में सीधी जिला प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। बताया गया है कि लंबे समय तक इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। हाल ही में कलेक्टर स्वरोचिस सोमवंशी और खनिज अधिकारी कपिल मुनि शुक्ला ने रेलवे अधिकारियों और संबंधित ठेकेदार से जवाब मांगा। इसके बाद ठेकेदार गोपाल सिंह जोधा ने 30 लाख रुपए की रॉयल्टी जमा की, हालांकि, अभी भी लगभग 100 करोड़ रुपए के गबन का आरोप है। सांसद-विधायक पर केवल निरीक्षण करने का आरोप भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और सीधी से पांच बार विधायक रहे पंडित केदारनाथ शुक्ला ने इस मुद्दे पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने क्षेत्रीय सांसद डॉ. राजेश मिश्रा और विधायक रीति पाठक पर निशाना साधते हुए कहा कि वे केवल निरीक्षण करते रहे, लेकिन इतने बड़े पैमाने पर हुए रॉयल्टी गबन पर किसी ने सवाल नहीं उठाया। लगभग 100 करोड़ रुपए के गबन का आरोप इस पूरे प्रकरण में सीधी जिला प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। बताया गया है कि लंबे समय तक इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। हाल ही में कलेक्टर स्वरोचिस सोमवंशी और खनिज अधिकारी कपिल मुनि शुक्ला ने रेलवे अधिकारियों और संबंधित ठेकेदार से जवाब मांगा। इसके बाद ठेकेदार गोपाल सिंह जोधा ने 30 लाख रुपए की रॉयल्टी जमा की, हालांकि, अभी भी लगभग 100 करोड़ रुपए के गबन का आरोप है। सांसद-विधायक पर केवल निरीक्षण करने का आरोप भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और सीधी से पांच बार विधायक रहे पंडित केदारनाथ शुक्ला ने इस मुद्दे पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने क्षेत्रीय सांसद डॉ. राजेश मिश्रा और विधायक रीति पाठक पर निशाना साधते हुए कहा कि वे केवल निरीक्षण करते रहे, लेकिन इतने बड़े पैमाने पर हुए रॉयल्टी गबन पर किसी ने सवाल नहीं उठाया। पूर्व विधायक ने की मामले की जांच और सख्त कार्रवाई की मांग पंडित केदारनाथ शुक्ला ने सीधे तौर पर पूछा कि 100 करोड़ रुपए की रॉयल्टी का गबन किसके इशारे पर हुआ और अधिकारियों को कार्रवाई करने से किसने रोका। उन्होंने इस पूरे मामले की निष्पक्ष और उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। साथ ही, जांच में दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों, ठेकेदारों और अन्य जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की भी मांग की गई है।
डीग में रविवार सुबह 'रन फॉर विकसित राजस्थान 2025' का आयोजन किया गया। यह दौड़ राज्य सरकार के 2 साल पूरे होने और 'विकसित राजस्थान' के संकल्प को साकार करने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी। गृह, गोपालन, पशुपालन, डेयरी तथा मत्स्य विभाग राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म और जिला कलेक्टर उत्सव कौशल ने ऐतिहासिक जल महल प्रांगण से इसे हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस कार्यक्रम में युवाओं, खिलाड़ियों, पुलिस कर्मियों और शहर के गणमान्य लोगों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। जल महल के मुख्यद्वार पर सुबह से ही भीड़ उमड़ पड़ी थी। हरी झंडी दिखाते ही 'भारत माता की जय' और 'विकसित राजस्थान' के नारों से पूरा वातावरण गूंज उठा।यह दौड़ जल महल से शुरू होकर शहर के मुख्य बाजारों और मार्गों से गुजरी। इसका समापन ऐतिहासिक लक्ष्मण मंदिर पर हुआ। रास्ते भर शहरवासियों ने दौड़ में शामिल प्रतिभागियों का उत्साह बढ़ाया। दौड़ को रवाना करने से पहले गृह राज्य मंत्री बेढ़म ने कहा, स्वस्थ युवा और सशक्त समाज ही विकसित राजस्थान की पटकथा लिखेंगे। यह दौड़ केवल शारीरिक व्यायाम नहीं, बल्कि उस गति और ऊर्जा का प्रतीक है जिसके साथ हमारी सरकार प्रदेश के विकास के लिए काम कर रही है।
सवाई माधोपुर के मानटाउन थाना क्षेत्र में दर्ज मामले में विदेश से लौटे एक स्थाई वारंटी को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी के खिलाफ पहले से गिरफ्तारी वारंट और लुकआउट सर्कुलर जारी था। SP अनिल कुमार ने बताया कि थाना मानटाउन में मुस्लिम महिला विवाह अधिकार संरक्षण अधिनियम 2019 के तहत मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में इफरोज खान (26) पुत्र हनीफ खान निवासी दोबड़ा कला थाना कुण्डेरा, जिला सवाई माधोपुर, वांछित चल रहा था। वह अपने पिता की मौत पर भारत लौटा था। गिरफ्तारी से बचने के लिए गया था सऊदी अरब मुकदमा दर्ज होने के बाद आरोपी गिरफ्तारी से बचने के लिए जेद्दाह, सऊदी अरब चला गया था। न्यायालय ने 9 जनवरी को आरोपी के खिलाफ स्थाई गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। आरोपी के विदेश में होने की संभावना को देखते हुए एसपी कार्यालय सवाई माधोपुर ने अपराध शाखा पुलिस मुख्यालय जयपुर के माध्यम से इंटरपोल से लुकआउट सर्कुलर जारी करवाया। पिता की मौत पर लौटा भारत 19 दिसंबर को आरोपी अपने पिता की मृत्यु के कारण जेद्दाह से मुंबई एयरपोर्ट पहुंचा। वहां इमिग्रेशन अथॉरिटी ने लुकआउट सर्कुलर के आधार पर उसे डिटेन कर लिया। इसके बाद आरोपी को पुलिस थाना सहार, ग्रेटर मुंबई के सुपुर्द किया गया। मुंबई से सवाई माधोपुर लाया गया आरोपी मानटाउन थानाधिकारी के नेतृत्व में गठित विशेष टीम मुंबई पहुंची। टीम ने आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय, रेलवे कोर्ट अंधेरी से ट्रांजिट रिमांड प्राप्त किया और उसे सवाई माधोपुर लाया गया। वॉट्सऐप पर 3 तलाक देने का आरोप पुलिस के अनुसार आरोपी की पत्नी ने 15 जुलाई 2024 को मामला दर्ज कराया था। शिकायत में दहेज की मांग कर परेशान करने और विदेश से वाट्सऐप के माध्यम से तीन तलाक देने का आरोप लगाया गया था। जांच में अपराध प्रमाणित पाए जाने पर आरोपी के खिलाफ आरोप पत्र न्यायालय में पेश किया गया। अवकाशकालीन न्यायालय में पेश किया जाएगा गिरफ्तार आरोपी को अवकाशकालीन न्यायालय में पेश किया जाएगा। पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है।
उदयपुर के ऋषभदेव थाना क्षेत्र में नेशनल हाईवे-48 पर कुछ बदमाशों ने रविवार को चलते वाहनों पर पथराव किया। पथराव से आठ-10 वाहनों के कांच टूट गए। एक ट्रक अनियंत्रित होकर सड़क से उतर गया। वहीं, डूंगरपुर डिपो की रोडवेज बस पर अचानक पत्थर बरसने से यात्री सहम गए। गनीमत रही कि किसी को चोट नहीं लगी। ये घटना कागदर आवासीय स्कूल के सामने ओवरब्रिज की है। जहां ट्रक, बस और कार पर पथराव हुआ। अचानक पथराव होता देख वाहनों चालकों ने गाड़ियां रोक ली। वे वाहनों से बाहर आ गए और विरोध जताने लगे। घटना के बाद हाईवे पर कुछ देर के लिए लंबा जाम लग गया। सूचना पर ऋषभदेव थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घटना की जानकारी ली। पकड़े गए युवक की मानसक हालत ठीक नहीं: थानाधिकारीमामले में थानाधिकारी हेमंत अहारी ने बताया कि एक ट्रक ड्राइवर ने एक व्यक्ति को पत्थर मारते हुए देखा था। उस आधार पर एक युवक को पकड़ा है। हालांकि वह युवक मानसिक रूप से कमजोर लग रहा है। पूछताछ में स्पष्ट नहीं बता रहा। हालांकि पुलिस इस घटना में और भी लोगों के शामिल होने की आशंका पर जांच में जुटी है।
रायपुर नगर निगम ने बकाया कर नहीं चुकाने पर यूनियन क्लब और नेताजी होटल सील कर दिया है। यूनियन क्लब पर जहां साल 2017-18 से 2025-26 तक करीब 14.86 लाख रुपए का बकाया था। वहीं होटल पर साल 2019-20 से 2025-26 तक करीब 7.65 लाख रुपए का बकाया था। बकाया राजस्व वसूली अभियान के तहत नगर निगम आयुक्त के आदेश पर 20 दिसंबर को यह कार्रवाई की गई। वहीं, यूनियन क्लब प्रबंधन ने तुरंत 3 लाख और होटल प्रबंधन ने 2 लाख रुपए का धनादेश जमा किया, जिसके बाद सील हटा दिया गया। टैक्स भरने का दिया आश्वासन राजस्व विभाग अध्यक्ष अवतार सिंह बागल की उपस्थिति में यूनियन क्लब के अध्यक्ष गुरुचरण सिंह होरा ने कहा कि क्लब में किसी तरह की व्यावसायिक गतिविधि नहीं होती। उन्होंने नियमानुसार टैक्स निर्धारण करने और शेष राशि का भुगतान इसी माह करने का आश्वासन दिया है। कटोरा तालाब स्थित नेताजी होटल पर भी कार्रवाई इसी अभियान के तहत पंडित भगवती चरण शुक्ल वार्ड क्रमांक-57, कटोरा तालाब स्थित नेताजी होटल पर भी निगम ने सीलिंग की कार्रवाई की। होटल पर साल 2019-20 से 2025-26 तक करीब 7.65 लाख रुपए का बकाया था। बकाया राशि नहीं चुकाने पर जोन-4 की राजस्व टीम ने स्थल पर सीलिंग शुरू की। कार्रवाई के दौरान होटल प्रबंधन ने 2 लाख रुपए का धनादेश तत्काल जमा किया और 10 जनवरी 2026 तक पूरी बकाया राशि चुकाने का लिखित आश्वासन दिया। इसके बाद निगम ने फिलहाल सीलिंग की कार्रवाई रोक दी। नगर निगम अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि बकायादारों के खिलाफ आगे भी सख्त कार्रवाई जारी रहेगी और समय पर कर भुगतान नहीं करने वालों पर सीलिंग जैसी कार्रवाई की जाएगी। लगातार जारी है कार्रवाई पिछले दिनों निगम की टीम ने शहर के प्रमुख व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और बड़े बकायेदारों पर शिकंजा कसा था। इसी कार्रवाई के तहत गौरव गार्डन और मधुबन को प्रॉपर्टी टैक्स बकाया होने पर डिमांड बिल और नोटिस जारी किया गया है। निगम की टीम ने अम्बुजा मॉल, डिकैथलॉन, श्रीराम बिजनेस पार्क, सफायर ग्रीन, राम वर्ल्ड, अमर मैरिज पैलेस, गोयल गोडाउन और वाइन शॉप सहित कई प्रतिष्ठानों का औचक निरीक्षण कर प्रॉपर्टी टैक्स से जुड़े दस्तावेजों की जांच भी की गई। 100% राजस्व वसूली का है लक्ष्य नगर निगम आयुक्त विश्वदीप ने कहा कि प्रॉपर्टी टैक्स वसूली में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने सभी 10 जोनों को आदेश दिए हैं कि बड़े बकायेदारों को तुरंत डिमांड बिल सहित नोटिस जारी किए जाएं और राजस्व वसूली में तेजी लाई जाए। जिसके बाद गौरव गार्डन, मधुबन, ओमाया और अमायरा में सर्वे कर प्रॉपर्टी टैक्स की जांच की गई। इसके बाद आज गौरव गार्डन और मधुबन को नोटिस जारी कर दिया गया है। अंबुजा मॉल और डिकैथलॉन, श्रीराम बिजनेस पार्क और सफायर ग्रीन को भी जल्द ही नोटिस देने की तैयारी चल रही है।
भोपाल में खाने के शौकीनों के लिए MYFM का एक अनोखा फूड फेस्टिवल चल रहा है, जहां एक ही मंच पर देश-विदेश के व्यंजनों के साथ मध्यप्रदेश की मिट्टी से जुड़े पारंपरिक स्वाद भी चखने को मिल रहे हैं। खाने के साथ-साथ मनोरंजन भी भरपूर है। आज शाम लाइव परफॉर्मेंस देंगे ‘सूफी- द आलम्स बैंड’, जो अपनी सूफी धुनों से माहौल को यादगार बनाएंगे। यह फूड फेस्टिवल बिट्टन मार्केट ग्राउंड, भोपाल में आयोजित किया जा रहा है। आज 21 दिसंबर इसका आखिरी दिन है और प्रवेश पूरी तरह निःशुल्क रखा गया है। भोपालवासी परिवार और दोस्तों के साथ पहुंचकर आज आख़िरी दिन “अजब एमपी का ग़ज़ब स्वाद” का आनंद ले सकते हैं। देश विदेश के स्वाद एक जगह पर फेस्टिवल में उत्तर भारत के पारंपरिक व्यंजन जैसे सरसों का साग और छोले-भटूरे से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्वादों में थाई रामयुन और नेपाली फूड उपलब्ध हैं। इसके साथ ही मध्यप्रदेश के प्रामाणिक जनजातीय व्यंजन भी खास आकर्षण का केंद्र हैं, जो प्रदेश की संस्कृति और परंपरा को दर्शाते हैं। मीठा पसंद करने वालों के लिए पैनकेक, वॉफल्स समेत कई डेज़र्ट ऑप्शंस मौजूद हैं। वहीं नॉन-वेज के शौकीनों के लिए शावरमा, रोल्स, टिक्का, बिरयानी सहित कई लजीज व्यंजन परोसे जा रहे हैं।
जबलपुर में तेंदुओं की बढ़ती मौजूदगी एक बार फिर चिंता का कारण बन गई है। शहर की जीसीएफ फैक्ट्री के क्वार्टर्स क्षेत्र में तेंदुए का मूवमेंट देखा गया है। जिस स्थान पर तेंदुआ दिखाई दिया, वहीं विद्यानगर स्कूल भी स्थित है। तेंदुए की मौजूदगी सीसीटीवी फुटेज में कैद हुई है, जिसके बाद स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है। बताया जा रहा है कि तेंदुआ के यह फुटेज शुक्रवार तड़के 4:08 बजे एवं 5:23 बजे के हैं, जो शनिवार को सामने आए हैं। इससे पहले भी जबलपुर के शहरी और ग्रामीण इलाकों में तेंदुओं की आवाजाही की खबरें सामने आ चुकी हैं। कुछ ग्रामीणों पर तेंदुए के हमले की घटनाएं भी हो चुकी हैं। रेस्क्यू दल मौके पर, फिलहाल मूवमेंट नहीं तेंदुए की मूवमेंट को लेकर डीएफओ ऋषि मिश्र ने बताया कि क्षेत्रीय अमले को सतर्क कर दिया है। रेस्क्यू दल को मौके पर भेजा है। वे कहते हैं कि वीडियो तड़के 4:08 और 5:23 बजे के हैं। रेस्क्यू टीम ने बताया है कि फिलहाल वहां तेंदुए का मूवमेंट नहीं है, लेकिन पिछले दो-तीन दिन से क्षेत्र में तेंदुआ दिख रहा है। मूवमेंट वाली जगह पर हमारी टीम मौजूद है और लगातार निगरानी की जा रही है। जैसे ही कोई पुख्ता जानकारी मिलेगी, त्वरित कार्रवाई की जाएगी।” स्ट्रीट डॉग्स बन रहे तेंदुओं के शहरी इलाकों में आने की वजह डीएफओ ऋषि मिश्र ने बताया कि शहरी क्षेत्रों में तेंदुओं के मूवमेंट का बड़ा कारण स्ट्रीट डॉग्स हैं। उन्होंने स्थानीय प्रशासन से कहा है कि जिन इलाकों में तेंदुआ दिखा है, वहां से आवारा कुत्तों को तुरंत हटाया जाए। उन्होंने कहा कि,“यह लगातार देखा गया है कि शहरी इलाकों में तेंदुए स्ट्रीट डॉग्स की वजह से पहुंच रहे हैं। लोगों को इस ओर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।” बता दें कि डॉग तेंदुओं का सबसे प्रिय भोजन हैं। सुरक्षा को लेकर किए गए पुख्ता इंतजाम वन विभाग ने स्थानीय लोगों को सतर्क किया है और कर्मचारियों को सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं। वहीं जीसीएफ फैक्ट्री के गार्ड्स को लेकर डीएफओ ने बताया कि उनके पास पर्याप्त सुरक्षा संसाधन मौजूद हैं और उन्हें भी सतर्क कर दिया गया है। जबलपुर में 30 से अधिक तेंदुओं की मौजूदगी डीएफओ ने स्वीकार किया है कि जबलपुर शहर और आसपास के क्षेत्रों में फिलहाल 30 से अधिक तेंदुए सक्रिय हैं। पिछले डेढ़ महीने से लगातार शहरी और ग्रामीण इलाकों में तेंदुओं का मूवमेंट देखा जा रहा है। शहरी क्षेत्रों में जीसीएफ, खमरिया, तिघरा, ट्रिपल आईटी, डुमना और नया गांव में तेंदुए दिखाई दे रहे हैं। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में सिहोरा, मझौली, कटंगी और पाटन में भी तेंदुए देखे जाने की घटनाएं सामने आई हैं। ग्रामीणों में डर और आक्रोश लगातार तेंदुए दिखने से ग्रामीणों में डर के साथ आक्रोश भी बढ़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि तेंदुओं की वजह से वे अपने खेतों तक जाने से डर रहे हैं और जल्द से जल्द तेंदुए को पकड़ने की मांग कर रहे हैं। 2023 में दर्ज हुए थे 17 तेंदुए राज्य वन अनुसंधान केंद्र की लेपर्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2023 में जबलपुर के शहरी क्षेत्र में करीब 17 तेंदुए दर्ज किए गए थे। पिछले दो वर्षों में यह संख्या लगभग दोगुनी हो चुकी है, जो वन विभाग और प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है।
धौलपुर में सैंपऊ क्षेत्र में तसीमो माइनर टूटने से किसानों को भारी नुकसान हुआ है। माइनर टूटने के कारण लगभग 40 से 50 बीघा कृषि भूमि जलमग्न हो गई, जिससे खड़ी फसलें पूरी तरह खराब हो गईं। इस घटना से प्रभावित किसानों में गहरा आक्रोश है।किसानों का आरोप है कि नहर और माइनर की समय पर सफाई नहीं की गई, जिसके कारण पानी का दबाव बढ़ा और माइनर टूट गया। किसान घूरे ने बताया कि नहर में लंबे समय से गाद जमी हुई थी। किसानों के अनुसार, इस समस्या को लेकर नहर अध्यक्ष योगेश तिवारी और सिंचाई विभाग के अधिकारियों को कई बार शिकायतें दी गई थीं, लेकिन उन पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।माइनर टूटने के बाद पानी तेजी से खेतों में फैल गया, जिससे सरसों, गेहूं और अन्य फसलें नष्ट हो गईं। किसानों का कहना है कि यदि समय रहते नहर की सफाई हो जाती, तो यह हादसा टाला जा सकता था। इस संबंध में नहर अध्यक्ष योगेश तिवारी (सैंपऊ) ने बताया कि माइनर टूटने की सूचना मिलते ही उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता राजकुमार मित्तल को सूचित किया। इसके बाद तुरंत माइनर का पानी बंद कराया गया। उन्होंने आश्वासन दिया कि माइनर की मरम्मत जल्द कराई जाएगी। किसानों ने दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए नहरों की नियमित सफाई सुनिश्चित करने की मांग की है। साथ ही, उन्होंने खराब हुई फसलों के लिए मुआवजे की भी मांग की है।
विज्ञान जहां भूत-प्रेत की अवधारणा को मिथक मानता है, वहीं जोधपुर स्थित राजस्थान प्राच्य विद्या प्रतिष्ठान में सुरक्षित प्राचीन पांडुलिपियां इतिहास के ऐसे रहस्यमय पन्ने खोलती हैं, जो लोक विश्वास और पुरानी परंपराओं से गहराई से जुड़े हैं। यहां संरक्षित दुर्लभ हस्तलिखित मैन्युस्क्रिप्ट में भूत-प्रेत, पिशाच और अदृश्य शक्तियों को नियंत्रित करने की विधियों का उल्लेख मिलता है, जो तांत्रिक-आध्यात्मिक परंपराओं के साथ-साथ प्राचीन भारत की धार्मिक मान्यताओं और लोककथाओं की झलक भी पेश करते हैं। प्रतिष्ठान की निदेशक गोमती शर्मा ने बताया कि संस्थान में कई महत्वपूर्ण पांडुलिपियां संरक्षित हैं, जिनमें से कई भारत के सांस्कृतिक इतिहास और लोक विश्वास के महत्त्वपूर्ण पन्ने समेटे हुए हैं। वरिष्ठ अनुसंधान अधिकारी डॉ. कमल किशोर सांखला ने बताया कि इन दुर्लभ पांडुलिपियों का गहन अध्ययन कर रहे हैं और उनके संरक्षण‑सुरक्षा की दिशा में लगातार काम कर रहे हैं। तांत्रिक परंपराएं और पीर-नाम आज भी लोकसंस्कृति का अभिन्न हिस्सा संस्थान के अभिलेख बताते हैं कि राजस्थान के कई इलाकों में तांत्रिक परंपराएं और पीर-नाम आज भी लोकसंस्कृति का अभिन्न हिस्सा हैं। शोधकर्ताओं का मानना है, कि ये पांडुलिपियां न केवल धार्मिक धरोहर हैं, बल्कि भारत की पुरानी सोच और रहस्यमयी मान्यताओं को भी उजागर करती है। सांखला ने बताया कि राजस्थान प्राच्य विद्या प्रतिष्ठान में 12वीं से 20वीं शताब्दी तक के कई अलग-अलग पांडुलिपियों से लेकर ऐतिहासिक दस्तावेज और उससे संबंधित ग्रन्थ है। इसमें ताड़पत्र, भोजपत्र, आयुर्वेद से लेकर ऋषि मुनियों के 25 विषयों के ग्रंथ यहां पर मौजूद है। तंत्र मंत्र सेक्शन में रक्षा स्तोत्र लक्ष्मी की प्राप्ति, भूत भगाने के यंत्र का जिक्र इसी क्रम में तंत्र मंत्र सेक्शन में रक्षा स्तोत्र लक्ष्मी की प्राप्ति, भूत भगाने के यंत्र आदि का जिक्र किया गया है। 18वीं शताब्दी में उस समय ग्रामीण क्षेत्रों में विज्ञान को लेकर इतनी तरक्की नहीं थी। उस समय लोग आस्था और इन्हीं के आधार पर लोगों का विश्वास था, जो आज भी यह दिखाई पड़ता है। साहित्य में पीर नामा में इसका जिक्र किया गया है। जिसमें भूत, पिशाच और डाकिन को भगाने का जिक्र किया गया है। इसके अलावा छोटे बच्चों की पीड़ा को दूर करने, सर्प दंश का असर कम करने सहित कई प्रमुख विषयों को लेकर भी जिक्र किया गया है। इसे शोधार्थियों के लिए भी उपयोगी माना गया है।
राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर के आदेशानुसार भीलवाड़ा कोर्ट परिसर में इस साल की अंतिम राष्ट्रीय लोक अदालत शुरू हो गई है। राजीनामे के लिए चिन्हित प्रकरणों के निस्तारण हेतु कुल 20 बेंचों का गठन किया गया है। इन बेंचों में न्यायिक अधिकारी, राजस्व अधिकारी और अनुभवी वकील सदस्य पक्षकारों को समझाइश देकर मामलों का समाधान कर रहे हैं। जिला एवं सेशन न्यायाधीश अभय जैन ने बताया कि इस बार राष्ट्रीय लोक अदालत में 19500 प्रकरणों को चिन्हित कर रखा गया है। उन्होंने बताया कि पिछली बार राजस्थान को पांचवां स्थान मिला था और इस बार प्रयास है कि जनता की भागीदारी से यह स्थान और बेहतर हो। सिविल के मामलों पर रहेगा फोकस राष्ट्रीय लोक अदालत में न्यायालयों के सिविल और फौजदारी मामलों के साथ-साथ राजस्व प्रकरणों का भी निपटारा किया जा रहा है। इसका उद्देश्य आमजन को त्वरित और सरल न्याय का फायदा देना है, ताकि अधिक से अधिक लोग इससे लाभान्वित हो सकें। आपसी समझाइश से विवाद सुलझाने की प्रक्रिया प्राधिकरण के सचिव विशाल भार्गव ने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत में राजीनामा योग्य सभी प्रकार के मुकदमों को आपसी बातचीत और समझाइश के जरिए सुलझाया जा रहा है। मुकदमा पूर्व रखे गए बैंक, बिजली और अन्य संस्थाओं से जुड़े मामलों में मूल राशि से भी कम पर तथा ब्याज माफ कर हाथों-हाथ फैसले किए जा रहे हैं। दोनों पक्षों की सहमति से ही फैसला सचिव ने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत का माहौल सामान्य न्यायालय जैसा नहीं होता, बल्कि यह अधिक सहज और अनौपचारिक रहता है। यहां दोनों पक्ष अपनी बात खुलकर रख सकते हैं। किसी पर भी राजीनामा थोपा नहीं जाता और केवल दोनों पक्षों की स्वैच्छिक सहमति होने पर ही आदेश पारित किया जाता है।
लुधियाना में थाना डिवीजन नंबर-2 के अधीन आते इलाके जनक पुरी में चोरों ने दहशत फैलाई है। इलाके में जहां नशा धड़ल्ले बिकने के लोग आरोप लगाते है, वहीं अब रात के समय चोर दुकानों को टारगेट कर रहे हैं। जनकपुरी की 16 नंबर गली के नजदीक एक दुकान को 3 चोरों ने निशाना बनाया। चोरों ने दुकान का शटर उखाड़ दिया। दुकान के अंदर से जब वह सामान चोरी करने लगे तो अचानक सड़क पर चौकीदार चक्कर लगाने आ गया, जिसके बाद बदमाश भाग गए हैं। दुकान का शटर खुला देख चौकीदार ने मचाया शोर चौकीदार ने दुकान का शटर खुला देखा तो उसे शक हुआ। उसने चोर-चोर कहकर शोर मचाया तो इतने में बदमाश घटना स्थल से फरार हो गए। बदमाश ने कुल 1 से 4 मिनट के बीच में दुकान का शटर उखड़ा दिया। तीनों चोरों के चेहरे ढके हुए थे। दुकान के मालिक ने मनोज कुमार ने कहा कि वह बीती रात सो रहा था। तभी सुबह करीब 5 बजे उसकी दुकान के नीचे से चौकीदार के शोर मचाने की आवाज आने लगी। उसकी दुकान सैलून और बिड़ी-सिगरेट की है। दुकान के बाहर लगे कैमरों में ये घटना कैद हो गई। पहले एक चोर ने शटर उखाड़ने के लिए काफी जोर लगाया। जब उससे शटर नहीं उखाड़ा गया तो कुछ देर बाद उसने अपने दूसरे साथी को इशारा करके बुलाया। जब दोनों से शटर नहीं उठा तो उसने तीसरे साथी को बुलाया। तीनों बदमाशों ने मिलकर शटर खींच कर उखाड़ दिया। शटर खुलने की आवाज से मैं भी जाग गया था। शोर मचने पर तीनों बदमाश भाग गए। तीनों के चेहरे कपड़े से ढके हुए थे। इस मामले की शिकायत पुलिस को भी जल्द करेंगे।
सिंगरौली जिले में परिवहन विभाग ने अवैध खनिज परिवहन के विरुद्ध अभियान चलाया है। इस दौरान कई चेक-पॉइंट्स पर जांच की गई, जिसमें नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों से 15 लाख 10 हजार रुपए का राजस्व वसूला गया। परिवहन विभाग ने बंधा-उज्जैनी माइंस क्षेत्र को अवैध खनिज परिवहन के लिए 'हाई-रिस्क जोन' घोषित किया है। जांच में पाया गया कि कई वाहन बिना पंजीयन, फिटनेस, बीमा और वैध परमिट के खनिज का परिवहन कर रहे थे। इससे शासन को राजस्व का नुकसान हो रहा था और सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम भी बढ़ रहा था। करोटी चेकिंग अभियान के दौरान शासकीय कार्य में बाधा डालने पर एक वाहन स्वामी के विरुद्ध थाना बैढन में एफआईआर दर्ज की गई है। परिवहन विभाग ने चेतावनी दी है कि भविष्य में ऐसे मामलों में केवल वाहन जब्त नहीं किए जाएंगे, बल्कि सीधे आपराधिक प्रकरण दर्ज किए जाएंगे। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि आने वाले दिनों में परिवहन और खनिज विभाग मिलकर संयुक्त अभियान चलाएंगे। इसमें बार-बार नियम तोड़ने वाले वाहन संचालकों पर भारी जुर्माना, एफआईआर और परमिट निरस्तीकरण जैसी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
धौलपुर में 19 दिसंबर को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने एक प्रदेश स्तरीय महिला सम्मेलन में दावा किया कि पिछले 2 साल में जिले में 2000 करोड़ रुपए के विकास कार्य हुए हैं। इस बयान पर कांग्रेस के राजाखेड़ा और बसेड़ी विधायकों ने पलटवार करते हुए इसे 'सफेद झूठ' बताया है। सौतेला व्यववहार करने का आरोपबसेड़ी विधायक और कांग्रेस जिलाध्यक्ष संजय जाटव ने आरोप लगाया कि धौलपुर जिले में भाजपा का कोई विधायक न होने के कारण प्रदेश सरकार सौतेला व्यवहार कर रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हुए विकास कार्यों को अपनी 2 साल की उपलब्धियों में गिनाया है।जाटव ने यह भी कहा कि सरकार को यदि मतभेद रखना है तो वह विधायकों से रखे, धौलपुर की जनता से नहीं। उन्होंने जिले में मनरेगा कार्यों की स्थिति को लेकर भी भजनलाल सरकार पर निशाना साधा। लोगों को गुमराह करने का आरोपवहीं, राजाखेड़ा विधायक और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष रोहित बोहरा ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म पर धौलपुर की जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया।बोहरा ने बताया कि मुख्यमंत्री के दौरे से एक दिन पहले गृह राज्य मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जिले के विधायकों को 30-30 करोड़ रुपए देने की बात कही थी। विधायक बोहरा ने गृह राज्य मंत्री के इस बयान को 'सफेद झूठ' करार दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि पिछले 2 वर्षों में विधायकों को केवल 25 करोड़ रुपए दिए गए हैं। बोहरा के अनुसार, इन फंड्स से विधायकों ने घोषणाएं तो की हैं, लेकिन सरकार उन्हें धरातल पर उतारने के लिए तैयार नहीं है, जिससे बजट मिलना और न मिलना बराबर है। गृह जिले में पूर्व मुख्यमंत्री को नहीं किया शामिलकांग्रेस विधायक रोहित बोहरा ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का महिला सम्मेलन में नाम तक ना लिए जाने पर प्रदेश सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि धौलपुर पूर्व मुख्यमंत्री का गृह जिला हैं। जिनका सम्मेलन के दौरान नाम तक नहीं लिया गया।
छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में DRG के एक जवान की सर्विस राइफल से अचानक फायरिंग हुई और गोली सिर पर जा लगी। इस घटना में जवान की इलाज के दौरान मौत हो गई। घटना रविवार यानि आज सुबह की है। मामला छोटे डोंगर थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक, 20 दिसंबर को नक्सलियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन चलाया गया था। आज 21 दिसंबर की सुबह जवान ऑपरेशन से कड़ेनार कैंप पहुंचे थे। जहां DRG जवान बलदेव सिंह हुर्रा की सर्विस राइफल से अचानक फायरिंग हुई थी। जवान के सिर पर गोली लगते ही वह गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसके बाद साथियों ने उसे धौड़ाई के अस्पताल लाया। इलाज के दौरान जवान की मौत हो गई है। जवान के शव का पोस्टमॉर्टम किया गया है। जिसके बाद पार्थिव शव को परिजनों को सौंपा जाएगा। इस घटना की पुष्टि नारायणपुर पुलिस ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर की है। पूरी जानकारी अलग से दी जाएगी।
कांकेर जिले के चारामा विकासखंड अंतर्गत ग्राम जैसाकर्रा में 20 दिसंबर को नशा मुक्ति अभियान चलाया गया। इस दौरान ग्राम पंचायत में एक महासभा का आयोजन किया गया, जिसमें गांव को नशामुक्त बनाने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने मिलकर सर्व समाज की एक बैठक में फैसला लिया कि गांव में शराब बनाने, पीने और शराब पीकर माहौल खराब करने वालों पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। बैठक में निर्णय लिया गया कि शराब बनाने या बेचने वालों पर 50,000 रुपए का आर्थिक दंड लगाया जाएगा। इसी तरह, गांजा तस्करी करने या उसका सेवन करते पाए जाने पर भी 50,000 रुपए का जुर्माना निर्धारित किया गया है। शांति भंग करने वालों पर 10,000 जुर्माना समाज में घर-परिवार की शांति भंग करने वालों पर 10,000 रुपए का जुर्माना लगेगा। साहू समाज के सदस्यों के लिए विशेष रूप से यह तय किया गया है कि शराब बनाने या बेचने पर 50,000 रुपए और शराब पीते पाए जाने पर 10,000 रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा। नशा मुक्ति अभियान के लिए रैली निकाली ग्राम सरपंच रवि लाल नायक ने बताया कि सर्व समाज ने मिलकर यह निर्णय लिया है कि शराब बनाने या बेचने वाले समाज के लोगों पर 75,000 से 1,00,000 रुपए तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। उन्होंने यह भी दोहराया कि शराब बनाने वालों पर 50,000 रुपए, शराब पीकर शांति भंग करने वालों पर 10,000 रुपए और गांजा का सेवन करने वालों पर 10,000 रुपए का जुर्माना लगेगा। बैठक के बाद, ग्रामीणों ने नशा मुक्ति अभियान के प्रचार-प्रसार के लिए एक रैली भी निकाली।
झालावाड़ के कोतवाली थाना पुलिस पर एक युवक को पीट-पीटकर पैर तोड़ने का गंभीर आरोप लगा है। मामला जिले के नई जेल कच्ची बस्ती निवासी अनिल से जुड़ा है, जो चाकूबाजी के एक मामले में आरोपी था। उस पर 18 दिसंबर को मुकदमा दर्ज हुआ था और वह फरार चल रहा था। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने अनिल को हिरासत में लिया और उसके बाद बेरहमी से मारपीट की, जिससे उसका एक पैर टूट गया। कथित मारपीट में गंभीर रूप से घायल अनिल को पहले झालावाड़ अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन हालत बिगड़ने पर उसे कोटा के मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया, जहां वह फिलहाल बेहोशी की हालत में इलाजरत है। परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है। वहीं, पुलिस का कहना है कि जब वे अनिल को पकड़ने पहुंचे तो वह हाथ छुड़ाकर भागने लगा, इसी दौरान गिरने से उसकी टांग में फ्रैक्चर हो गया। पुलिस के अनुसार, उन्होंने अनिल के साथ कोई मारपीट नहीं की। विवाद को लेकर सामने आए 2 बयान 1. मां ने लगाया पुलिस पर मारपीट का आरोप झालावाड़ में घायल अनिल की मां ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बताया कि कल कई पुलिसकर्मी उनके घर पहुंचे और दरवाजा खुलवाने के बाद उनके छोटे बेटे अनिल को पकड़कर अपने साथ ले गए। परिजन जब कोतवाली थाने पहुंचे तो पुलिस ने अनिल के वहां होने से इनकार कर दिया। बाद में उन्हें जानकारी मिली कि अनिल के साथ मारपीट की गई है। उसकी टांग तोड़ दी गई है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मां का कहना है कि अनिल का नाम एक मामूली लड़ाई-झगड़े के मामले में लिख दिया गया था, जबकि उसने कोई बड़ा अपराध नहीं किया, इसके बावजूद उसके साथ बेरहमी से मारपीट की गई। 2. एसपी ने आरोपों को किया खारिज, बताया भागने के दौरान हुआ फ्रैक्चरझालावाड़ पुलिस अधीक्षक अमित बुडानिया ने आरोपों को सिरे से खारिज किया है। एसपी के अनुसार अनिल चाकूबाजी के एक मामले में आरोपी था, जिस पर 18 दिसंबर को मुकदमा दर्ज हुआ था और वह फरार चल रहा था। पुलिस जब उसे पकड़ने पहुंची तो वह हाथ छुड़ाकर भागने लगा, इसी दौरान गिरने से उसकी टांग में फ्रैक्चर हो गया। उन्होंने स्पष्ट किया कि पुलिसकर्मी उसे सीधे थाने नहीं ले गए, बल्कि तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, परिजनों को सूचना दी गई और बड़े भाई की मौजूदगी में इलाज शुरू कराया गया। एसपी का कहना है कि मारपीट के आरोप गलत हैं और मामले में नियमों के तहत कार्रवाई की गई है।
चंडीगढ़ में खुद से किडनैप हुआ व्यक्ति:पत्नी से बोला- जान से मार देंगे, छोड़ने के लिए 50 हजार चाहिए
नौकरी की तलाश में चंडीगढ़ आए एक व्यक्ति ने आर्थिक तंगी के चलते खुद के अपहरण की झूठी कहानी रच दी। युवक ने अपनी पत्नी को फोन कर कहा कि उसे किडनैप कर लिया गया है और अगर 50 हजार रुपए नहीं दिए गए तो किडनैपर उसे जान से मार देंगे। मामले की सूचना मिलते ही उत्तर प्रदेश पुलिस ने चंडीगढ़ पुलिस से संपर्क साधा। चंडीगढ़ पुलिस ने कुछ ही घंटों में युवक को ट्रेस कर पूरे मामले का खुलासा कर दिया। उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले के रामनगर निवासी रामवृक्ष यादव ने अपनी पत्नी संतोषी को मोबाइल फोन पर कॉल किया। कॉल के दौरान वह रो रहा था और कह रहा था कि उसे किडनैप कर लिया गया है, उसकी पिटाई की जा रही है और उसे एक कमरे में बंद कर दिया गया है। उसने धमकी दी कि अगर 50 हजार रुपए नहीं दिए गए तो उसे जान से मार दिया जाएगा। इसके बाद फोन बंद हो गया। पति की इस कॉल से घबराई संतोषी ने तुरंत परिजनों को इसकी जानकारी दी। परिजन रात में ही नजदीकी थाने पहुंचे और पुलिस को पूरे मामले से अवगत कराया। यूपी पुलिस के संपर्क पर सक्रिय हुई चंडीगढ़ पुलिस मामले की गंभीरता को देखते हुए यूपी पुलिस ने इसकी जानकारी चंडीगढ़ पुलिस को दी। सूचना मिलते ही क्राइम ब्रांच ने कॉल करने वाले युवक की लोकेशन ट्रेस की और उसे कुछ ही समय में ढूंढ लिया। पुलिस ने रामवृक्ष को हिरासत में लेकर पूछताछ की। शुरू में वह पुलिस को गुमराह करता रहा और दावा करता रहा कि उसे किडनैप किया गया था और वह किसी तरह जान बचाकर भाग निकला है। लेकिन जब उससे सख्ती से पूछताछ की गई, तो उसने पूरी सच्चाई कबूल कर ली। पूछताछ में रामवृक्ष ने माना कि उसे किसी ने किडनैप नहीं किया था। पैसों की जरूरत के चलते उसने खुद ही अपहरण की कहानी बनाई थी, ताकि पत्नी और परिजनों से 50 हजार रुपए मंगवाए जा सकें। पुलिस ने पूरे मामले की जानकारी परिजनों को दी और रामवृक्ष को उनके हवाले कर दिया। संतोषी ने पुलिस को बताया कि उसका पति नौकरी के लिए चंडीगढ़ गया था और उसने फोन पर बताया था कि उसे किसी दवा कंपनी में नौकरी मिली है, हालांकि कंपनी का नाम उसने नहीं बताया था।
छत्तीसगढ़ सरकार के दो साल पूरे होने पर जांजगीर-चांपा जिले के पुलिस ग्राउंड में 'जनादेश परब' का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के साथ मंत्रिमंडल के सदस्य, सांसद और विधायक भी उपस्थित रहेंगे। यह राज्य स्तरीय कार्यक्रम 22 दिसंबर को आयोजित होगा। इसमें प्रदेश भर के प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों को गृह प्रवेश की चाबियां सौंपी जाएंगी। साथ ही शिवरीनारायण धार्मिक पर्यटन स्थल को सुंदर बनाने की दिशा में भी पहल की जाएगी। विभिन्न विभागों के स्टॉल भी लगाए जाएंगे। सरकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार की व्यवस्था जिनके माध्यम से सरकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार किया जाएगा। कार्यक्रम स्थल पर 50 हजार कुर्सियां लगाई गई हैं और सुरक्षा के लिए 900 से अधिक पुलिस जवान तैनात किए गए हैं। राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री साय के सुशासन के दो वर्ष पूरे होने पर 'जनादेश परब विश्वास, निर्माण और गौरव' का नया नारा दिया है। कार्यक्रम की तैयारियों में जुटा प्रशासन कार्यक्रम को सफल और व्यवस्थित बनाने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस विभाग विशेष तैयारियां कर रहा है। कलेक्टर और एसपी ने कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण कर विभागीय स्टॉलों के माध्यम से योजनाओं के प्रचार-प्रसार और आम जनता की सुविधा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। राज्य स्तरीय समारोह को लेकर जनता में उत्साह जांजगीर-चांपा जिले में आयोजित इस राज्य स्तरीय समारोह को लेकर स्थानीय लोगों में उत्सुकता है। उम्मीद की जा रही है कि इस कार्यक्रम के बाद प्रदेश के विकास के साथ-साथ जांजगीर-चांपा जिले में भी विकास का एक नया अध्याय शुरू होगा। जनसभा के लिए विशाल डोम और बैठक व्यवस्था जनसभा के लिए तीन डोम लगाई गई है जिसमें 50 हजार से अधिक कुर्सी बैठने के लिए लगाई गई। सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गई है जिसमें बिलासपुर संभाग से 900 से अधिक पुलिस जवानों की तैनाती पंडालों,सड़को के चौक चौराहों,पार्किंग एरिया में लगाई जाएगी। 19 पार्किंग स्थल चिह्नित पुलिस अधीक्षक विजय पाण्डेय ने बताया कि अन्य जिलों से आने वाले लोगों के लिए कार्यक्रम स्थल के 500 मीटर की दूरी पर है 19 जगहों को पार्किंग बनाया गया है। जहां अपनी वाहन बाइक को पार्क कर कार्यक्रम में आ सके।
पलवल जिले में पलवल -नूंह मार्ग पर युवक का बीच सड़क से अपहरण कर लिया गया। बदमाशों ने पहले गाड़ी से टक्कर मारकर पीड़ित की कार को पलटाया, फिर फायरिंग करते हुए युवक के साथ मारपीट की और उसे अपनी गाड़ी में डालकर फरार हो गए। हालांकि, पुलिस की मुस्तैदी के कारण आरोपी युवक को सिकरावा गांव के पास छोड़कर भाग निकले। पुलिस ने इस मामले में 2 नामजद सहित 15 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। नूंह जिले के बैंसी गांव निवासी शाहरुख अपने भाई सलमान और 4 अन्य लोगों के साथ साइबर थाना पलवल से अपने गांव लौट रहे थे। जब उनकी स्विफ्ट कार हथीन मोड़ से नूंह रोड पर करीब एक किलोमीटर आगे बढ़ी, तभी एक सफेद रंग की बिना नंबर की बलेनो कार ने उनकी गाड़ी का रास्ता रोक लिया। असलम और अलीम ने साथियों के साथ किया हमला शाहरुख ने शिकायत में बताया कि उन्होंने अपनी गाड़ी पीछे करने की कोशिश की, तभी पीछे से एक और सफेद गाड़ी और 6 बाइकों पर सवार करीब 10 लोग आ गए और उन्हें घेर लिया। इन बदमाशों ने लाठी-डंडों से उनकी कार पर हमला कर दिया और उसे सड़क किनारे गड्ढे में गिरा दिया। शाहरुख का आरोप है कि असलम और अलीम ने अपने साथियों के साथ मिलकर उन पर हमला किया। 50 हजार रुपए भी लूट ले गए आरोपी शिकायतकर्ता के अनुसार, अलीम ने दहशत फैलाने के लिए फायरिंग भी की। बदमाशों ने सलमान को कार से बाहर निकाला, उसके कपड़े उतारे और उसके साथ मारपीट की। इसके बाद आरोपी सलमान को अपनी गाड़ी में डालकर साथ ले गए। इतना ही नहीं, उन्होंने पीड़ित की गाड़ी में रखे 50 हजार रुपए भी लूट लिए। पुलिस ने 15 के खिलाफ दर्ज किया मामला शहर थाना प्रभारी प्रकाश चंद ने बताया कि पुलिस की सक्रियता के कारण बदमाश अपहृत युवक सलमान को सिकरावा गांव के पास छोड़कर फरार हो गए। पुलिस ने शाहरुख की शिकायत पर दो नामजद आरोपियों सहित कुल 15 लोगों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। आरोपियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है।
कोटा में झोपड़ियों में लगी आग:फैलती उससे पहले ही दमकल ने पा लिया काबू
कोटा में रविवार सुबह ढकनिया स्टेशन के पास टापरियों में आग लग गई। आग लगने से वहां हड़कंप मच गया। सूचना पर मौके पर पहुंची दमकल ने आग पर समय रहते काबू पा लिया। मुख्य अग्निशमन अधिकारी राकेश व्यास ने बताया कि ढकनिया रेलवे स्टेशन के पास मजदूरों की कुछ झोपडिय़ां बनी हैं। ये कच्ची झोपड़ियां करीब एक दर्जन से ज्यादा यहां बनी हुई हैं। रविवार सुबह अचानक एक झोपड़ी में आग लग गई। गनीमत थी कि उस समय मजदूर अंदर नहीं थे और काम के लिए निकलने लग गए थे। पास की झोपड़ियों में जरूर कुछ परिवार थे। उन्होंने धुआं उठता देखा तो शोर मचाया। मौके पर भीड़ इकट्ठा हो गई। जिसके बाद लोगों ने पुलिस और दमकल विभाग को सूचना दी। सूचना पर दमकल की एक गाड़ी मौके पर पहुंची। दमकल ने करीब पंद्रह मिनट की मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह काबू पा लिया। राकेश व्यास ने बताया कि आग दो झोपड़ियों में फैल गई थी। समय रहते दोनों पर काबू पा लिया गया और आग को पूरी तरह कंट्रोल कर लिया गया। कोई जनहानि नहीं हुई और आग को आगे नहीं फैलने दिया गया। उन्होंने बताया कि झोपड़ी में रखे कपउ़े और कुछ घरेलू सामान में जले हैं। आग लगने का कारण सुबह मजदूरों की ओर से चूल्हा जलाना हो सकता है, फिलहाल कारण स्पष्ट नहीं है।
डबवाली क्षेत्र के गांव रामगढ़ के पास राजपुरा माइनर में एक व्यक्ति का शव गली-सड़ी हालत में मिला है। यह शव रिसालियाखेड़ा-रामगढ़ पुल के नजदीक नहर में फंसा हुआ पाया गया। राहगीरों ने शव देखकर तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलने पर गोरीवाला चौकी की पुलिस टीम तत्काल मौके पर पहुंची। स्थानीय लोगों की सहायता से शव को नहर से बाहर निकाला गया। पुलिस के प्रारंभिक आकलन के अनुसार, शव काफी पुराना और अत्यधिक गली-सड़ी अवस्था में था। मृतक की उम्र लगभग 45 वर्ष बताई जा रही है। पुलिस का अनुमान है कि शव रत्ताखेड़ा की ओर से बहकर यहां पहुंचा होगा। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर उसकी पहचान के प्रयास तेज कर दिए हैं। पहचान के लिए शव को 72 घंटे तक सिरसा नागरिक अस्पताल की मोर्चरी में रखा गया है। यदि इस अवधि में शव की शिनाख्त नहीं हो पाती है, तो नियमानुसार पोस्टमॉर्टम करवाकर आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी। पुलिस आसपास के थानों में दर्ज गुमशुदगी के मामलों से शव की शिनाख्त कराने का प्रयास कर रही है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और शव की पहचान होने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल पाएगा। फिलहाल, पुलिस ने मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी है।
सागर के सुरखी थाना क्षेत्र के ग्राम रैपुरा में एसएएफ (SAF) के एक जवान ने शनिवार देर रात घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों ने उसे फंदे पर झूलते देखा, तो तुरंत रस्सी काटकर अस्पताल ले गए। वहां डॉक्टरों ने जवान को मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। रविवार को शव का पंचनामा बनाकर पोस्टमार्टम कराया गया है। FSL सागर में अटैच था जवान जानकारी के अनुसार, एसएएफ जवान महेंद्र (35) पिता भैयालाल अहिरवार ग्राम रैपुरा का रहने वाला था। वह वर्तमान में एफएसएल (FSL) सागर में अटैच था। घटना के वक्त वह अपने घर पर था। उसने अज्ञात कारणों के चलते कमरे में फंदा लगा लिया। जब परिवार के लोग कमरे में पहुंचे, तो महेंद्र फंदे पर लटक रहा था। उन्होंने तत्काल रस्सी काटी और उसे अस्पताल लेकर भागे, लेकिन उसकी जान नहीं बच सकी। घर में विवाद नहीं, 2 बच्चों का पिता था मृतक के पिता भैयालाल अहिरवार ने बताया कि उनके दो बेटे हैं, जिनमें महेंद्र बड़ा था। उसकी शादी हो चुकी है और उसके दो बच्चे हैं। पिता ने बताया कि घर में किसी प्रकार का कोई विवाद नहीं था। साथ ही, उन्हें किसी तरह के विभागीय तनाव की भी जानकारी नहीं है। भोपाल से आया था युवती का फोन, CDR की मांग पिता ने मामले में एक संदिग्ध पहलू बताया है। उनका कहना है कि भोपाल से एक युवती का फोन आया था। वह महेंद्र से बात कराने के लिए बोल रही थी। पिता ने मांग की है कि मृतक बेटे के मोबाइल की कॉल डिटेल (CDR) निकाली जानी चाहिए। उनका मानना है कि कॉल डिटेल से ही आत्महत्या का असली कारण सामने आ सकेगा। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आत्महत्या के कारणों की पड़ताल कर रही है।
गिरिडीह जिले के बगोदर में राष्ट्रीय राजमार्ग-19 पर रविवार सुबह मवेशी तस्करी का बड़ा मामला सामने आया है। बगोदर जीटी रोड स्थित बेको मोड़ के पास ग्रामीणों ने संदिग्ध हालत में जा रहे एक कंटेनर को रोककर उसकी जांच की। भीतर का नजारा देख सभी सन्न रह गए। कंटेनर में करीब 35 मवेशियों को ठूंस-ठूंस कर भरा गया था। मवेशियों की हालत दयनीय थी, कई के शरीर आपस में सटकर दबे हुए थे। सांस लेने तक की जगह नहीं थी। यह देख मौके पर मौजूद ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। ग्रामीणों ने तत्परता दिखाते हुए कंटेनर को अपने कब्जे में ले लिया और इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी। इस दौरान पूरी घटना का वीडियो भी ग्रामीणों ने अपने मोबाइल में रिकॉर्ड किया। पुलिस ने मवेशियों को भेजा गौशाला सूचना मिलने के बाद बगोदर थाना प्रभारी विनय कुमार यादव पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने कंटेनर समेत सभी मवेशियों को अपने कब्जे में ले लिया। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि मवेशियों को बेहद क्रूरता के साथ ले जाया जा रहा था, जो कानून का सीधा उल्लंघन है। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए सभी मवेशियों को सुरक्षित हजारीबाग स्थित गौशाला भेजने की व्यवस्था की। वहीं, कंटेनर चालक मौके से फरार बताया जा रहा है। पुलिस उसके बारे में जानकारी जुटा रही है। वाहन से जुड़े दस्तावेजों की भी जांच की जा रही है। बिहार से बंगाल ले जाए जा रहे थे मवेशी थाना प्रभारी विनय कुमार यादव ने मवेशी तस्करी की पुष्टि करते हुए बताया कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार मवेशियों को बिहार से पश्चिम बंगाल ले जाया जा रहा था। उन्होंने कहा कि मवेशियों के साथ की गई क्रूरता को गंभीरता से लिया गया है। संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर विधिसम्मत कार्रवाई की जा रही है। इस घटना के बाद इलाके में मवेशी तस्करों के खिलाफ लोगों में गहरा रोष है। ग्रामीणों ने प्रशासन से इस तरह की तस्करी पर पूरी तरह अंकुश लगाने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
मुंबई में एक 16 साल पुराने रेप मामले का अब खुलासा हुआ है। पुलिस ने आरोपी महेश पवार को 13 दिसंबर को गिरफ्तार किया। मामले की जानकारी रविवार को सामने आई। न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, पीड़ित मूक-बधिर है। वह बोल और सुन नहीं सकती। पुलिस के मुताबिक, पीड़ित 2009 में नाबालिग थी, जब उसके साथ रेप हुआ। वह शादीशुदा है और मुंबई के वेस्टर्न सबर्ब में रहती है। जांच के दौरान पता चला कि वह इकलौती नहीं है, जिसके साथ आरोपी ने दरिंदगी की है। आरोपी एक सीरियल रेपिस्ट है। वह मूक-बधिर महिलाओं को निशाना बनाता था। पुलिस के मुताबिक, शुरुआती जांच में सात महिलाओं के शोषण के सबूत मिले हैं, लेकिन पीड़ित की संख्या 24 से ज्यादा हो सकती है। आरोपी महिलाओं को न्यूड वीडियो कॉल के लिए मजबूर करता था और उन्हें रिकॉर्ड कर ब्लैकमेल करता था। मामला का खुलासा कैसे हुआ, सिलसिलेवार पढ़िए... हाल ही में पीड़ित की एक मूक-बधिर साथी ने आरोपी पवार से तंग आकर आत्महत्या की कोशिश की। पवार काफी समय से उसका रेप कर रहा था। इस घटना ने पीड़ित को झकझोर दिया। वह मानसिक रूप से परेशान हो गई और उसने आगे आकर अपनी और अपने जैसी महिलाओं की आपबीती दुनिया को बताने का फैसला किया। पुलिस के अनुसार, उसने अपने दोस्तों और साथ काम करने वाले लोगों को एक व्हाट्सएप ग्रुप में वीडियो कॉल किया। इस दौरान उसने साइन लैंग्वेज (हाथों, शरीर और चेहरे के हाव-भाव) के जरिए सबसे बात की और बताया कि वह पिछले 16 सालों से एक सदमे के साथ जी रही है। पीड़ित को उसकी दोस्त आरोपी के घर ले गई थी पीड़ित ने बताया कि जुलाई 2009 में एक महिला मित्र उसे मुंबई घुमाने के बहाने आरोपी के सांताक्रूज (वाकोला) स्थित घर ले गई थी। वहां आरोपी ने जन्मदिन के बहाने उसे समोसे और एक ड्रिंक दिया गया। पीड़ित का आरोप है कि पवार ने उसे जबरन ड्रिंक पिलाई, जिसमें नशीला पदार्थ मिला था। पीड़ित के मुताबिक, ड्रिंक पीने के कुछ समय बाद उसकी दोस्त उसे छोड़कर वहां से चली गई। इसके बाद आरोपी ने उसके साथ रेप किया और घटना का वीडियो भी बनाया। इसके बाद वह वीडियो के एवज में उसे ब्लैकमेल करता रहा। आरोपी अश्लील वीडियो के जरिए चुप रहने के लिए धमकाता जांच में सामने आया है कि आरोपी ने इसी तरह कई अन्य सुनने और बोलने में असमर्थ महिलाओं को नशीला पदार्थ देकर उनका रेप किया और अश्लील वीडियो के जरिए उन्हें चुप रहने के लिए धमकाया। पुलिस का कहना है कि इन वीडियो के जरिए आरोपी ने महिलाओं से पैसे, सोना और मोबाइल फोन भी ऐंठे। वह महिलाओं को न्यूड वीडियो कॉल के लिए मजबूर करता था और उन्हें रिकॉर्ड कर ब्लैकमेल करता था। पीड़ित ने अपने पति को भी मामले की जानकारी दी। इसके बाद वह ठाणे डेफ एसोसिएशन के अध्यक्ष वैभव घाइसिस, साइन लैंग्वेज इंटरप्रेटर मधु केनी और अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस के पास पहुंची। पुलिस अधिकारी के अनुसार, आरोपी फिलहाल न्यायिक हिरासत में है। अब तक किसी अन्य महिला ने औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई है। साइन लैंग्वेज इंटरप्रेटर मधु केनी ने बताया कि आरोपी से प्रभावित सभी महिलाएं शिकायत दर्ज कराना चाहती हैं। --------------------------- क्राइम की यह खबर भी पढ़ें... तेलंगाना में गर्लफ्रेंड के घर पर इंजीनियरिंग स्टूडेंट की हत्या:परिवारवालों ने शादी की बात करने के लिए बुलाया था; बैट से पीट-पीटकर जान ली तेलंगाना के संगारेड्डी जिले में एक इंजीनियरिंग स्टूडेंट की उसकी गर्लफ्रेंड के परिवार ने क्रिकेट बैट से पीट-पीटकर हत्या कर दी। युवक कई सालों से रिलेशनशिप में था। युवक-युवती एक-दूसरे को दसवीं कक्षा से जानते थे। दोनों के परिवारों को उनके रिश्ते के बारे में पता था। हाल ही में युवती के परिवार पता चला कि वह तीन महीने की प्रेग्नेंट है। इसके बाद उसके परिवार ने युवक को शादी पर बात करने के बहाने अपने घर बुलाया था। पूरी खबर पढ़ें...
गोरखपुर में शुक्रवार शाम सीएम योगी गोरखनाथ ओवरब्रिज का उद्घाटन करने पहुंचे। योगी की कार रुकी। सबसे पहले सांसद रवि किशन उतरे, फिर योगी कार से उतरते हैं। इसी बीच एक गाय दौड़ती हुई उनकी कार के पास पहुंच गई। आनन-फानन सुरक्षा जवानों ने गाय को घेर लिया। गाय सीएम योगी की तरफ बढ़ रही थी। इसी बीच पुलिस और अन्य जवानों ने गाय को रोका। फिर गाय दूसरी तरफ भाग गई। अब योगी की सुरक्षा में लापरवाही की जांच शुरू हो गई है। शुरुआती जांच में गोरखनाथ इलाके के नगर निगम के सुपरवाइजर अरविंद कुमार की लापरवाही सामने आई है। इन्हें सस्पेंड कर दिया गया है। पूरे एरिया में नगर निगम से जुड़े कामों की मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी अरविंद कुमार की ही थी। योगी के उतरने के 4 सेकेंड बाद ही गाय पहुंची25 सेकेंड का वीडियो सामने आया है। इसमें दिख रहा कि 6 सेकेंड पर कार से सांसद रवि किशन उतरते हैं। फिर 10 सेकेंड पर इसी कार से सीएम योगी उतरते हैं। योगी के उतरने के 4 सेकेंड बाद ही गाय उनकी कार के पास आ जाती है। सीएम की सुरक्षा में तैनात करीब 15 जवानों ने घेरकर गाय को रोक लिया। अब सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की जाएगीगोरखपुर नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल के निर्देश पर मामले की इंटरनल जांच चल रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि सुरक्षा घेरा होते हुए भी गाय कैसे अंदर आ गई। अधिकारियों का कहना है कि VVIP मूवमेंट से पहले पूरे रास्ते और कार्यक्रम स्थल की जांच तय नियमों के अनुसार की जाती है। इसके बावजूद ऐसी घटना होना एक बड़ी चूक मानी जा रही है। नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने कहा है कि VVIP सुरक्षा से जुड़ी किसी भी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रशासन ने बताया कि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए सुरक्षा व्यवस्था की पूरी समीक्षा की जाएगी। आने वाले समय में VVIP कार्यक्रमों के समय निगरानी और सतर्कता को और सख्त किया जाएगा। 4 दिसंबर को योगी के काफिले के सामने बस आ गई थीयह पहली बार नहीं है, जब मुख्यमंत्री के काफिले के दौरान सुरक्षा में कमी सामने आई हो। इससे पहले 4 दिसंबर को जब मुख्यमंत्री स्पोर्ट्स कॉलेज से एयरपोर्ट जा रहे थे, तब असुरन इलाके में वॉर्निंग पॉइंट के आगे अचानक एक बस पहुंच गई थी। उस मामले में भी सुरक्षा में लापरवाही पाए जाने पर संबंधित पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई थी। केवल 15 दिनों के भीतर दूसरी बार ऐसी घटना सामने आने से सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासनिक तैयारियों पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। जिस ओवरब्रिज का उद्घाटन हुआ, उसे जानिए- गोरखपुर शहर को 19 दिसंबर को एक नया ओवरब्रिज मिल गया है। नाम है गोरखनाथ ओवरब्रिज। इस रूट पर पहले से एक ओवरब्रिज था। इस तरह अब यह शहर का पहला डबल लेन का पुल है। मतलब- लेन 1. गोरखनाथ मंदिर से धर्मशाला की तरफ आती है। लेन 2. धर्मशाला की तरफ से गोरखनाथ मंदिर की तरफ जाती है। बीच में रेलवे लाइन के ऊपर 76 मीटर लंबे स्टील के स्पॉन लगाए गए हैं, ये गर्डर 750 टन भारी हैं। 19 दिसंबर को CM योगी आदित्यनाथ ओवरब्रिज का उद्घाटन करने वाले हैं। इस ओवरब्रिज का फायदा गोरखपुर के 10 लाख लोगों को मिलने वाला है। नेपाल तक कनेक्टिविटी बेहतर हो जाएगी। अड़चनों को कैसे दूर किया?गोरखनाथ क्रॉसिंग पर पहला ओवरब्रिज 1980 में बनाया गया था। मगर जाम की समस्या सॉल्व नहीं हुई। 8 जुलाई, 2023 को एक और ओवरब्रिज के लिए 137.83 करोड़ की लागत स्वीकृत कर ली गई। ये प्रोजेक्ट रेलवे की मदद से बनना था। मगर ओवरब्रिज का काम शुरू होने के बाद रेलवे इस प्रोजेक्ट से बैकफुट हो गया। स्टेट गवर्नमेंट ने पूरा बजट दिया। 10 अक्टूबर, 2024 को आदेश जारी होने के बाद ओवरब्रिज का काम दोबारा शुरू हो सका। ओवरब्रिज का फायदा- कैसे शुरू हुआ था प्रोजेक्ट?CM योगी आदित्यनाथ ने विकास कार्यों की समीक्षा बैठक के दौरान नए ओवरब्रिज के निर्माण के निर्देश दिए थे। लखनऊ–गोरखपुर रेल मार्ग के डोमिनगढ़ और गोरखपुर जंक्शन के बीच पहले से बना ओवरब्रिज जाम का बड़ा कारण बन चुका था। इसलिए उसी के पास दूसरा आरओबी बनाने का निर्णय लिया गया। इसके बाद उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम लिमिटेड, गोरखपुर इकाई ने इस परियोजना की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार की। ------------------------- ये खबर भी पढ़िए- यूपी में SI- ASI के 537 पदों पर भर्ती निकली: सबसे ज्यादा दरोगा क्लर्क की पोस्ट; जानिए सिलेक्शन और अप्लाई करने का प्रोसेस यूपी पुलिस में सब इंस्पेक्टर और असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर की भर्ती निकली है। उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (UPPBPB) ने शनिवार को 537 पदों पर सीधी भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया है।सब इंस्पेक्टर (गोपनीय यानी कॉन्फिडेंशियल), असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर (क्लर्क या स्टेनो) और असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर (अकाउंटेंट) के लिए भर्ती होनी है। पढ़ें पूरी खबर...
शाजापुर के पुलिस लाइन परेड ग्राउंड में विश्व ध्यान दिवस के मौके पर रविवार को पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों के लिए एक ध्यान और हार्टफुलनेस अभ्यास कार्यशाला हुई। इस कार्यशाला का मकसद पुलिस बल की कार्यकुशलता में बढ़ोतरी करना और तनाव प्रबंधन को मजबूत बनाना था। हार्टफुलनेस रिलैक्सेशन, ध्यान और प्रार्थना का कराया अभ्यास कार्यक्रम के दौरान पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को हार्टफुलनेस रिलैक्सेशन, ध्यान और प्रार्थना का अभ्यास कराया गया। हार्टफुलनेस संस्था की प्रशिक्षक रजनी ने ध्यान, रिलैक्सेशन और हार्टफुलनेस पद्धति के लाभों को सरल और प्रभावी ढंग से समझाया। प्रशिक्षक रजनी ने बताया कि नियमित ध्यान अभ्यास से मानसिक तनाव कम होता है, एकाग्रता बढ़ती है और सकारात्मक सोच विकसित होती है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मानसिक रूप से सशक्त और तनावमुक्त पुलिस बल न केवल अपने कर्तव्यों का बेहतर निर्वहन करता है, बल्कि आम नागरिकों के प्रति अधिक संवेदनशील और सहयोगात्मक व्यवहार भी सुनिश्चित करता है। हार्टफुलनेस ध्यान के कई प्रमुख फायदे बताए गए हार्टफुलनेस ध्यान व्यक्ति को मानसिक रूप से मजबूत, संतुलित और शांत बनाने में सहायक है, जिससे व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन दोनों में लाभ मिलता है। हार्टफुलनेस ध्यान के कई प्रमुख फायदे बताए गए। इनमें नियमित अभ्यास से मानसिक तनाव, चिंता और दबाव में कमी आना शामिल है। यह एकाग्रता और स्मरण शक्ति में वृद्धि करता है, जिससे मन शांत रहता है और निर्णय लेने की क्षमता बेहतर होती है। ट्रेनर बोले-हार्टफुलनेस मानसिक-शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है इसके अलावा, यह भावनात्मक संतुलन स्थापित करने में मदद करता है, जिससे क्रोध और चिड़चिड़ापन जैसी नकारात्मक भावनाओं पर नियंत्रण पाया जा सकता है। शांत और सकारात्मक मन से कार्यकुशलता में सुधार होता है, जिससे व्यक्तिगत प्रदर्शन बेहतर होता है। हार्टफुलनेस मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है, जिससे नींद अच्छी आती है और थकान कम महसूस होती है। यह जीवन और कार्य के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करता है, साथ ही संवेदनशीलता और सहानुभूति बढ़ने से रिश्तों में भी सुधार आता है।
गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म ने राज्य सरकार के 2 साल के सुशासन और सेवाकाल के उपलक्ष्य में नगर विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीण अंचल में सघन जनसंपर्क किया। इस दौरान उन्होंने एक सजग प्रहरी और जनसेवक की भूमिका में जनता के बीच पहुंचकर सरकार की लोक-कल्याणकारी नीतियों को प्रस्तुत किया। मंत्री के स्वागत में महिलाओं ने सांस्कृतिक गानों पर हर्षोल्लास से नृत्य किया। बड़ी संख्या में मौजूद ग्रामीणों ने भी गर्मजोशी से फूलों और मालाओं से मंत्री का स्वागत किया। इस दौरान बेढ़म ने 2 वर्ष के विकास कार्यों को गिनाया। उन्होंने कांग्रेस के पूर्व विधायक वाजिब अली पर निशाना साधते हुए कहा कि अब उनकी पार्टी में कोई जगह नहीं रही और उन्हें कोई पूछता नहीं है।बेढ़म ने आरोप लगाया कि जब वे अपराधियों का इलाज करते हैं तो पूर्व विधायक वाजिब अली को पेट में दर्द होता है। उन्होंने पूर्व विधायक के रेड बुल एनर्जी ड्रिंक पीने के बयान पर भी टिप्पणी की। मंत्री ने कहा कि विधायक खुद लोगों को रेड बुल पीने के लिए बयान देते हैं, जबकि उन्हें गाय-भैंस का दूध पीने और शिक्षा की तरफ प्रेरित करना चाहिए। उन्होंने सवाल किया कि क्यों इस क्षेत्र के लोगों की सेहत से खिलवाड़ किया जा रहा है। अपने भविष्य में मुख्यमंत्री बनने की अटकलों पर गृह राज्य मंत्री ने पलटवार किया। उन्होंने इसे 'मुंगेरी लाल के सपने' जैसा बताया। बेढ़म ने कहा कि वह जिस हैसियत में हैं, उससे संतुष्ट हैं और उन्हें कभी उम्मीद भी नहीं थी कि वे बृज नगर से विधायक बनेंगे या सरकार और पार्टी के नेता उन्हें मंत्री बनाएंगे। उन्होंने कहा कि उन्हें जो कुछ मिला है, वह उनकी हैसियत से ज़्यादा है, और वह आमजन की सेवा करके अपने संकल्प को पूरा करने में लगे हुए हैं।

