उन्नाव में फर्जी डिग्री प्रकरण को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई की है। गुरुवार सुबह सोहरामऊ थाना क्षेत्र के टोल प्लाजा के पास स्थित सरस्वती मेडिकल कॉलेज में ईडी की टीम ने छापेमारी की। यह कार्रवाई सुबह करीब 11 बजे शुरू हुई और देर दोपहर तक जारी रही। सूत्रों के अनुसार, ईडी के अधिकारी दो गाड़ियों के काफिले में कॉलेज पहुंचे और परिसर को अपने कब्जे में ले लिया। टीम ने प्रशासनिक दफ्तरों की तलाशी शुरू की। ईडी की टीम में लगभग आधा दर्जन अधिकारी शामिल थे, जिन्होंने कॉलेज प्रशासन से लगातार पूछताछ की। जांच टीम ने कॉलेज के अकाउंट सेक्शन, एडमिशन विभाग और प्रशासनिक रिकॉर्ड रूम की गहन पड़ताल की। इस दौरान कई कर्मचारियों के मोबाइल फोन भी जांच के लिए जब्त किए जाने की जानकारी सामने आई है। सरस्वती मेडिकल कॉलेज पर लंबे समय से फर्जी डिग्री और एडमिशन में अनियमितताओं के आरोप लगते रहे हैं। आरोप है कि कुछ छात्रों को फर्जी एमबीबीएस डिग्री दी गई थी और कॉलेज प्रशासन की मिलीभगत से फर्जी दस्तावेज तैयार कर रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी की गई थी। इस मामले की प्रारंभिक जांच पहले विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने की थी, जिसमें कई गड़बड़ियाँ सामने आई थीं। उसी रिपोर्ट के आधार पर अब ईडी ने वित्तीय लेन-देन और मनी ट्रेल की जांच शुरू की है। छापेमारी के दौरान कॉलेज के बाहर भारी भीड़ जमा हो गई, जिसमें कई छात्र और अभिभावक भी शामिल थे। वे कार्रवाई की जानकारी लेने का प्रयास कर रहे थे। हालांकि, कॉलेज प्रशासन ने मीडिया से दूरी बनाए रखी और किसी भी अधिकारी ने आधिकारिक बयान देने से इनकार कर दिया। सूत्रों के मुताबिक, ईडी टीम कॉलेज से जुड़े बैंक खातों, फीस रसीदों और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेजों की पड़ताल कर रही है। इसका उद्देश्य यह पता लगाना है कि फर्जी डिग्रियों के माध्यम से कितनी राशि का लेन-देन हुआ। टीम को संदेह है कि यह एक बड़े फर्जीवाड़े और मनी लॉन्ड्रिंग रैकेट का हिस्सा हो सकता है। फिलहाल ईडी की छापेमारी जारी है और कॉलेज परिसर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। स्थानीय पुलिस ने कॉलेज गेट तक रास्ता बंद कर दिया है। बताया जा रहा है कि जांच पूरी होने तक किसी भी बाहरी व्यक्ति को कॉलेज परिसर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जा रही है।
नेपाल सीमा से सटे थारू बहुल गांवों में इन दिनों दहशत का माहौल है। वन विभाग द्वारा दर्ज किए गए पुराने मुकदमों ने सैकड़ों आदिवासी परिवारों की जिंदगी दूभर कर दी है। आरोप है कि विभाग ने फर्जी केस दर्ज किए हैं—इनमें जन्मांध, मानसिक रूप से अस्वस्थ और यहां तक कि मृत व्यक्तियों को भी अभियुक्त बना दिया गया है। अदालतों से जारी वारंट और सम्मन के डर से कई निर्दोष थारू ग्रामीण अब भारत-नेपाल सीमा के जंगलों में छिपने को मजबूर हैं। ग्रामीणों को नहीं सालों पुराने केस की जानकारीये मुकदमे 2012 से 2016 के बीच दर्ज किए गए थे। सरियापारा, भूड़ा, बिरिया, ढकिया, सुंडा, पिपरौला, बजाही, बनकटी और कजरिया समेत करीब एक दर्जन गांवों के हजारों थारू आदिवासियों पर अवैध कब्जे और वन भूमि से जुड़ी धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं। अधिकांश ग्रामीणों को यह तक नहीं पता कि उनके खिलाफ मामला कब और किस वजह से दर्ज हुआ। जन्म से नेत्रहीन और विक्षिप्त भी आरोपी ग्राम सरियापारा के रामभजन, जो जन्म से नेत्रहीन हैं, कहते हैं – “मैंने आज तक अपनी मां का चेहरा नहीं देखा, तो जंगल जाकर लकड़ी कैसे काटूंगा? सरकार हमारी मदद करे।”इसी गांव के रज्जन मानसिक रूप से विक्षिप्त हैं, जिन्हें घरवाले सुरक्षा के लिए खूंटे से बांधकर रखते हैं। वन विभाग ने इन दोनों के खिलाफ भी केस दर्ज कर दिए हैं। ग्राम प्रधान भी जेल जा चुका, फिर भी नहीं थमी कार्रवाई सरियापारा के ग्राम प्रधान राम बहादुर राणा भी इन मुकदमों की वजह से नौ महीने जेल में रह चुके हैं। राणा का कहना है, “हमने कभी जंगल से पेड़ नहीं काटे। फिर भी पूरा गांव अपराधी बना दिया गया।” विधायक बोले – यह अन्याय की पराकाष्ठा है पलिया विधायक रोमी साहनी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उच्च स्तरीय जांच की मांग की थी। उनका कहना है, “वन विभाग ने थारू समाज के निर्दोष लोगों, महिलाओं और मृत व्यक्तियों तक पर फर्जी मुकदमे ठोक दिए। यह अन्याय की पराकाष्ठा है।”विधायक ने सीसीएफ कानपुर और मुख्यमंत्री को भेजी सूची में करीब 1500 ग्रामीणों के नाम शामिल किए हैं। उनका कहना है कि 2013 से 2016 के बीच गलत ढंग से चार गांवों के लोगों पर मुकदमे दर्ज किए गए। वन विभाग बोला – जांच करेंगे, न्याय होगा दुधवा टाइगर रिजर्व के निदेशक डॉ. ए. राजा मोहन ने बताया कि, “2012 से 2016 के बीच कुछ केस दर्ज हुए थे। मामला संज्ञान में आया है। मैं फाइलों का अध्ययन कर रहा हूं, जांच की जाएगी और न्यायसंगत कार्रवाई होगी।” थारू समाज में बढ़ा डर, न्याय की राह देख रहे ग्रामीण थारू बहुल गांवों में इस समय लोगों में खौफ का माहौल है। अदालतों से लगातार वारंट आने के डर से कई परिवार गांव छोड़ चुके हैं। ग्रामीणों की मांग है कि इन फर्जी मामलों की निष्पक्ष जांच हो और निर्दोष आदिवासियों को राहत दी जाए।
भदोही के सुंदरबन में विश्व के सबसे ऊंचे और पहले विशाल धातु मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। इस मंदिर में विश्व का सबसे ऊंचा शिवलिंग स्थापित किया जाएगा। पीठाधीश्वर राज लक्ष्मी मंडा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी। यह मंदिर 180 फीट ऊंचा और 150 फीट चौड़ा होगा, जिसे शुद्ध धातु से बनाया जा रहा है। मंदिर का गर्भगृह भूमि की सतह से 45 फीट नीचे निर्मित किया जा रहा है। गर्भगृह के अंदर विश्व और देश का सबसे विशाल 9 फीट ऊंचा और 9 टन वजनी शिवलिंग स्थापित किया जाएगा। इसके साथ ही डेढ़ फीट ऊंचाई के 12 ज्योतिर्लिंगों की भी स्थापना की जाएगी। पीठाधीश्वर राज लक्ष्मी मंडा ने इन 12 ज्योतिर्लिंगों को स्वयं 12 चक्के के ट्रेलर ट्रक पर रखकर अकेले ही यात्रा की थी। उन्होंने रामेश्वरम, श्रीशैलम, घृष्णेश्वर, त्र्यंबकेश्वर, भीमाशंकर, सोमनाथ, नागेश्वर, ओंकारेश्वर, महाकालेश्वर, केदारनाथ, बैद्यनाथ और काशी विश्वनाथ सहित विभिन्न ज्योतिर्लिंगों के दर्शन और अभिषेक किए। यह यात्रा 10,780 किलोमीटर लंबी थी, जो 22 राज्यों और 315 से अधिक जनपदों से होकर 48 दिनों में पूरी हुई। 17 अप्रैल 2022 को ज्योतिर्लिंगों को सकुशल सुंदरबन, भदोही लाया गया। भदोही के लिए यह गौरव की बात है कि उनके जिले में द्वादश ज्योतिर्लिंग संगम क्षेत्र की स्थापना की जा रही है।
तरनतारन उपचुनाव में कांग्रेस के प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने पूर्व गृहमंत्री बूटा सिंह के खिलाफ अभ्रद टिप्पणी की। उसके बाद से ही राजा वड़िंग विरोधी दलों के निशाने पर हैं। वहीं कांग्रेस ने भी अब राजा वड़िंग के बचाव के लिए अपनी पूरी फौज जमीन पर उतार दी। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा से लेकर विधायक व पूर्व विधायक वड़िंग का बचाव करने पर लगे हैं। प्रताप सिंह बाजवा वीरवार को सामने आए और उन्होंने कहा कि प्रधान जी को अब माफ कर दो। उन्होंने कोई ऐसी वैसी बात कही है तो इसके लिए माफी मांग ली। इसको लंबा नहीं खींचना चाहिए। तरनतारन चुनाव में विपक्षियों ने बनाया मुद्दा आम आदमी पार्टी के विधायक, भाजपा व शिअद लगातार इस मुद्दे पर तरनतारन उपचुनाव में राजा वड़िंग को घेरने में जुटे हैं। उन्होंने इस मुद्दे को पूरा राजनीतिक मुद्दा बना दया। पहले कांग्रेस के गिने चुने नेता ही इस मुद्दे पर सफाई देने आ रहे थे लेकिन वीरवार को प्रताप सिंह बाजवा भी सामने आ गए प्रताप सिंह बाजवा बोले, कांग्रेस सभी वर्गों की पार्टी है प्रताप सिंह बाजवा ने तरनतारन में शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं आपको स्पष्ट कर दूं की कांग्रेस अल्पसंख्यक, दलित भाईचारे, पिछड़ी श्रेणियों, नेशनलिस्ट व सेकुलर लोगों की पार्टी है। यह सभी की पार्टी है। अगर प्रधान जी से बाइ चांस कोई बात निकली है तो उन्होंने माफी मांग ली है। हम सब को माफ कर देना चाहिए। पंजाबी तो ऐसे हैं जब कोई माफी मांगता है या गलती कबूल करता है तो उस गलती को कबूल कर लेते हैं। उस बात को छोड़ देना चाहिए। उनके शब्दों में जो कमी पेशी हे तो उन्होंने माना है कि गलती हुई है। माफी मांग ली है। इस बात को लंबा नहीं खींचना चाहिए। माफी के बाद मामले काे विराम दे देना चाहिए: आदमपुर से विधायक सुखविंदर सिंह कोटली ने कहा कि कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग से जाने अनजाने में जो शब्द कहे गए उससे समाज में रोष फेला। इस संबंध में राजा वड़िंग ने स्पष्ट कर दिया कि अगर उनके शब्दों से किसी की भावना को ठेस पहुंची है तो वो माफी मांगते हैं। अगर राजा वड़िंग ने इस बयान पर माफी मांग ली तो समाज के लोगों को इस मामले को विराम दे देना चाहिए ताकि समाज में आपसी सौहार्द खराब न हो। पहले ये नेता कर चुके हैं राजा वड़िंग के लिए माफी वकालत राजा वड़िंग के बयान पर कांग्रेस पार्टी के सीनियर नेता व पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, पूर्व मंत्री राजकुमार वेरका, पूर्व विधायक व एससी विंग के चेयरमैन कुलदीप सिंह वैद व अन्य नेता राजा वड़िंग के शब्दों पर उन्हें माफी देने की वकालत कर चुके हैं।
खन्ना में नशा तस्कर का अवैध मकान ध्वस्त:आरोपी जेल में, दो केस दर्ज; बिना मंजूरी बनाया था मकान
खन्ना में नशा विरोधी अभियान के तहत बुलडोजर कार्रवाई की गई। एसएसपी डॉ. ज्योति यादव बैंस के नेतृत्व में करतार नगर में एक नशा तस्कर के मकान को ध्वस्त कर दिया गया। नशा तस्कर विक्की के खिलाफ दो मामले दर्ज हैं। नगर कौंसिल के अधिकारियों ने पुलिस बल की सहायता से यह कार्रवाई की। एसएसपी डॉ. ज्योति यादव बैंस ने बताया कि विक्की पहले नशा तस्करी के केंद्र माने जाने वाले मीट मार्केट में रहता था और वहीं से नशा बेचता था। पुलिस ने उसे दो बार गिरफ्तार किया था और वह इस समय जेल में है। नशे की कमाई से मकान बनाया लगभग दो महीने पहले उसने नशे से अर्जित अवैध कमाई से करतार नगर में एक नया मकान बनवाया था और अपने परिवार के साथ वहां रहने लगा था। नगर कौंसिल को पुलिस से सूचना मिली थी कि विक्की ने यह निर्माण बिना किसी मंजूरी के किया है, जो कि अवैध है। नगर कौंसिल ने मकान तोड़ने के लिए पुलिस बल का अनुरोध किया, जिसके बाद आज यह कार्रवाई की गई। एसएसपी ने स्पष्ट किया कि नशा तस्करों को बख्शा नहीं जाएगा। उनकी अवैध संपत्तियों को ध्वस्त किया जाएगा। नगर कौंसिल अधिकारी हरमिंदर सिंह ने बताया कि इस मकान से नशा बेचा जाता था। इसलिए पुलिस के साथ मिलकर यह कार्रवाई की गई। उन्हें तीन बार नोटिस जारी किए गए थे, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद आज यह कार्रवाई की गई।
हरदोई जिले में अपराधियों के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि अब किसान नेता तक सुरक्षित नहीं रह गए। शाहाबाद कोतवाली क्षेत्र के तड़ेर गांव में भूमि विवाद को लेकर दबंगों ने किसान यूनियन के कार्यकर्ता राहुल दीक्षित को दिनदहाड़े गोली मार दी। गंभीर रूप से घायल राहुल को सीएचसी शाहाबाद से प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। डॉक्टरों ने उन्हें खतरे से बाहर बताया है, लेकिन ग्रामीणों में आक्रोश है। जानकारी के मुताबिक, ग्राम तड़ेर निवासी राहुल दीक्षित पुत्र रामदेव दीक्षित गुरुवार सुबह अपने चाचा का मेडिकल कराने सीतापुर जा रहे थे। इसी दौरान लालपुर रोड पर कमलेश, रामभजन, नरेंद्र, मुकेश, धर्मेश और आदेश ने उन्हें घेर लिया। गाली-गलौज के बाद कमलेश ने तमंचे से राहुल पर फायर झोंक दिया। गोली उनके बाएं पैर में लगी, जिससे वे लहूलुहान होकर गिर पड़े। ग्रामीणों की मदद से उन्हें सीएचसी शाहाबाद पहुंचाया गया। बताया जा रहा है कि बुधवार को भी इन्हीं दबंगों से राहुल का घूरा और गोबर को लेकर विवाद हुआ था, जिसकी शिकायत पुलिस को दी गई थी। बावजूद इसके शाहाबाद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। पीड़ित परिवार का आरोप है कि यदि समय रहते पुलिस ने दबंगों पर कार्रवाई की होती, तो आज यह गोलीकांड टल सकता था। यह पहली बार नहीं है जब शाहाबाद क्षेत्र में गोली चली हो। बुधवार को ही पचदेवरा थाना क्षेत्र में गर्रा नदी के पास दो भाइयों पर फायरिंग की गई थी, जिसमें एक युवक को गोली आर-पार लग गई थी। लगातार दो दिनों में गोलीकांड की घटनाओं से पूरे इलाके में दहशत है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस की ढिलाई और दबंगों पर सख्त कार्रवाई न होने से अपराधियों के हौसले बढ़ते जा रहे हैं। वहीं, पुलिस प्रशासन अब भी सिर्फ “जांच जारी है” की रट लगाए बैठा है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी और एसपी से मांग की है कि लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों पर सख्त विभागीय कार्रवाई की जाए।
हाथरस में 40 घंटे चली जीएसटी की कार्रवाई:दो फैक्ट्रियों पर छापा, वित्तीय अनियमितताओं की आशंका
हाथरस में केंद्रीय और राज्य जीएसटी की टीमों ने दो अलग-अलग फैक्ट्रियों पर 40 घंटे से अधिक समय तक छापेमारी की। यह कार्रवाई वित्तीय अनियमितताओं की सूचना के बाद मंगलवार दोपहर शुरू हुई थी। पहली कार्रवाई हसायन कोतवाली क्षेत्र स्थित महाकाल कानकॉस्ट लिमिटेड स्क्रैप संयंत्र पर की गई। सेंट्रल और स्टेट जीएसटी की संयुक्त टीम ने मंगलवार दोपहर 12 बजे इस संयंत्र पर छापा मारा। यह संयंत्र हाथरस-सिकंदराऊ राजमार्ग पर स्थित गांव जाऊ वीरेंद्र नगर में संचालित है। जीएसटी टीम में कुल बारह सदस्य शामिल थे। उन्होंने संयंत्र में स्क्रैप और लोहे के कार्य से संबंधित पत्रावलियों की जांच की। इसमें स्क्रैप लोहे से तैयार होने वाले सामान के आने-जाने और अन्य व्यावसायिक गतिविधियों से जुड़े दस्तावेज खंगाले गए। इसी दौरान, हाथरस में सासनी-इगलास रोड स्थित सीक्वेंस फेरो प्राइवेट लिमिटेड नामक सरिया फैक्ट्री पर भी जीएसटी विभाग ने मंगलवार दोपहर छापा मारा। यह कार्रवाई भी 40 घंटे से अधिक समय तक जारी रही। विभाग ने वित्तीय अनियमितताओं की सूचना मिलने के बाद यह कार्रवाई की थी। जीएसटी टीम ने फैक्ट्री के दस्तावेजों, खातों की फाइलों और स्टॉक की गहनता से जांच की। सूत्रों के अनुसार, जांच में बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितताओं के संकेत मिले हैं, जिसके कारण गहन ऑडिट किया गया। जांच के दौरान फैक्ट्री में कर्मचारियों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। सूत्रों ने बताया कि जीएसटी टीम ने जांच पूरी होने तक सभी कर्मचारियों और उच्च अधिकारियों को परिसर के अंदर ही रोका था ताकि साक्ष्यों को सुरक्षित रखा जा सके। इस मामले में अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। छापेमारी से मची रही खलबली... इस छापेमारी से पूरे औद्योगिक क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। जीएसटी विभाग की इस कार्रवाई से यह संकेत मिलता है कि विभाग अब टैक्स चोरी और वित्तीय अनियमितताओं के मामलों में सख्ती बरतने को तैयार है। इधर, फैक्ट्रियों का प्रबंधन भी इसे लेकर खामोश है।
नर्मदापुरम के माखननगर के ग्राम गुजरबाड़ा में 25 अक्टूबर को जमीन विवाद में हुई हवाई फायरिंग और मारपीट का वीडियो गुरुवार को सामने आया। वीडियो में कुछ लोग एक व्यक्ति को जमीन पर पटककर मारते दिख रहे हैं। झगड़े में शामिल अक्षय तिवारी ने कमर में रखी पिस्टल निकाल हवाई फायरिंग कर दी। गोली दवा दुकान के शटर पर लगी, जिससे बड़ी दुर्घटना टल गई। वहीं मारपीट में यादव परिवार के तीन लोग घायल हुए। सिर में चोट लगने पर लिखिराम यादव को नर्मदापुरम हॉस्पिटल रेफर किया गया। जमीन विवाद से जुड़ा मामला25 अक्टूबर को शाम लगभग 4 बजे जमीन में फसल काटने को लेकर विवाद शुरू हुआ। पीयूष यादव के अनुसार, उन्होंने जमीन पहले अंजईया कलार को दी थी, जिसने फर्जी दस्तावेज बनाकर खेत सौजन्य जैन को बेच दिया। बाद में जैन ने यह जमीन 2024 में अक्षय तिवारी को बेच दी। अक्षय तिवारी और सुनील शर्मा कई लोगों के साथ खेत पर पहुंचे और इसे खाली करने को कहा। विरोध करने पर मारपीट शुरू हो गई और झगड़ा रोड तक फैल गया। इस दौरान अक्षय तिवारी ने पिस्टल से हवाई फायरिंग की। दूसरे पक्ष के सुनील शर्मा के अनुसार, वे अपने मालिक के साथ खेत में काम करने गए थे। तभी लल्ली यादव उन्हें देखकर गालियां देने लगा और सिर पर हमला कर दिया, जिससे खून निकलने लगा। माखननगर पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत पर काउंटर केस दर्ज किया है। पुलिस ने हवाई फायरिंग करने वाले अक्षय तिवारी और सुनील शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है। फसल काटने से रोकने पर हुआ विवाद 25 अक्टूबर को शाम 4 बजे गुजरवाड़ा में जमीन से फसल काटने पर विवाद हुआ था। एक पक्ष के फरियादी पीयूष यादव के अनुसार उन्होंने जमीन अंजईया कलार को सिकमी पर दी थी, जिसने फर्जी दस्तावेज तैयार कर खेत सौजन्य जैन को बेच दिया। बाद में जैन ने वर्ष 2024 में यह जमीन अक्षय तिवारी को बेच दी।
मैनपुरी में मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान शुरू:डीएम के निर्देश पर एसडीएम करहल ने बांटे प्रपत्र
मैनपुरी में मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम (SIR) तेजी से शुरू हो गया है। जिलाधिकारी के निर्देश पर इस अभियान की औपचारिक शुरुआत कर दी गई है। करहल में उप जिलाधिकारी (एसडीएम) सुनिष्ठा सिंह ने स्वयं मोहल्लों में पहुंचकर मतदाता प्रपत्र वितरित किए और नागरिकों को जागरूक किया। एसडीएम सुनिष्ठा सिंह सबसे पहले मोहल्ला कानूनगोआन और सिंघईयान पहुंचीं। उन्होंने वहां के निवासियों से अपने नाम, पता और आयु संबंधी विवरणों को सही करवाने की अपील की। उन्होंने बताया कि अभियान के तहत चार दिसंबर तक बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) घर-घर जाकर मतदाताओं के फॉर्म भरेंगे। इसके लिए आवश्यक टीमें सक्रिय कर दी गई हैं। मतदाता को फॉर्म भरने में परेशानी न हो इस अभियान का मुख्य लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी पात्र मतदाता सूची में नाम दर्ज होने से न छूटे और गलत प्रविष्टियों को सुधारा जा सके। एसडीएम ने नागरिकों के बीच प्रपत्र बांटते हुए कहा कि लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए एक सही और त्रुटिरहित मतदाता सूची अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस दौरान, उन्होंने बीएलओ को स्पष्ट निर्देश दिए कि किसी भी मतदाता को फॉर्म भरने में परेशानी न हो। विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगजनों की मदद के लिए विशेष ध्यान दिया जाए। एसडीएम करहल सुनिष्ठा सिंह ने बताया, जिला प्रशासन के निर्देश पर करहल में SIR अभियान शुरू हो गया है। हमारी टीमें घर-घर जाकर फॉर्म भरवा रही हैं। मैं सभी नागरिकों से अपील करती हूं कि वे सही जानकारी दें और मतदाता सूची में अपना नाम सुनिश्चित करें। यह अभियान चार दिसंबर तक चलेगा और हम हर पात्र व्यक्ति का नाम जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी महिला क्रिकेट टीम की सदस्य रोहतक की शेफाली वर्मा से फोन पर बात की। सीएम ने महिला विश्व कप जीतने और फाइनल में प्लेयर ऑफ द मैच रहने पर बधाई दी। मुख्यमंत्री ने शेफाली वर्मा को सपरिवार संत कबीर कुटीर पर आने का न्योता दिया। सीएम ने फोन पर कहा, पूरे प्रदेश को आपके प्रदर्शन पर गर्व है। इससे पहले महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप टीम विजेता टीम में शामिल रही हरियाणा की क्रिकेटर शैफाली वर्मा को महिला आयोग ने साल 2026 के लिए अपना ब्रांड एंबेसडर बनाने की घोषणा की है। हरियाणा महिला आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया ने शैफाली के पिता संजीव वर्मा को फोन पर भी बधाई भी दे चुकी हैं। मनु भाकर भी रह चुकीं 2024 में एंबेसडर शूटर मनु भाकर को भी महिला आयोग साल 2024 में अपना ब्रांड एंबेसडर बना चुका है। महिला आयोग ने नशे के खिलाफ मुहिम में मनु भाकर व नीरजा चौपड़ा, दोनों खिलाड़ियों को अपना एंबेसडर बनाया था। नशे के खिलाफ अभियान में दोनों ने युवाओं के रोल मॉडल के तौर पर प्रेरित करने का काम किया था। कौन हैं शेफाली वर्मा और वह कैसे क्रिकेटर बनीं रोहतक की MDU से ग्रेजुएशन कर रहीं शेफाली वर्मा का जन्म 28 जनवरी 2004 को रोहतक में हुआ था। उन्होंने अपनी शिक्षा की शुरुआत सेंट पॉल स्कूल से की, लेकिन वह 10वीं कक्षा में फेल हो गईं। इसके बाद उन्होंने मनदीप सीनियर सेकेंडरी स्कूल में दाखिला लिया और 10वीं कक्षा 52 प्रतिशत अंकों के साथ पास की। 12वीं कक्षा में उन्होंने 80 प्रतिशत अंक हासिल किए। फिलहाल वह रोहतक की महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी (MDU) से ग्रेजुएशन कर रही हैं। सचिन तेंदुलकर को देखकर क्रिकेटर बनने की ठानी शेफाली वर्मा 2013 में रोहतक के लाहली ग्राउंड पर रणजी ट्रॉफी का मैच देखने गई थीं। यहां सचिन तेंदुलकर बैटिंग करने आए। भीड़ ने जब सचिन-सचिन चिल्लाना शुरू किया तो शेफाली ने क्रिकेटर बनने की ठान ली। शेफाली के पिता संजीव को जब अपनी बेटी में भी क्रिकेट के प्रति लगाव दिखा तो उन्हें घर पर ही ट्रेनिंग देना शुरू कर दी। एकेडमी में एडमिशन नहीं मिला पिता ने बॉय कटिंग कराई पिता ने शेफाली का क्रिकेट एकेडमी में एडमिशन कराने की कोशिश की, लेकिन लड़की होने की वजह से उन्हें एडमिशन नहीं मिला। इसके बाद पिता ने शेफाली की बॉय कटिंग करा दी। बाद में शेफाली के स्कूल ने ही लड़कियों के लिए क्रिकेट टीम बनाने का निर्णय ले लिया। 12 साल की उम्र में शेफाली ने एकेडमी में प्रोफेशनली खेलना शुरू कर दिया। 15 साल की उम्र में इंटरनेशनल मैच में डेब्यू किया 15 वर्ष की आयु में ही 2019 के टी-20 वर्ल्ड कप से पहले शेफाली वर्मा ने टीम इंडिया में जगह बनाई और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ इंटरनेशनल मैच में डेब्यू किया। शेफाली ने वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना पहला शतक भी जड़ा। ऐसा करने वाली वह पहली भारतीय महिला क्रिकेटर बन गईं और उन्होंने सचिन तेंदुलकर का 30 साल पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ दिया।
प्रदेश में लगातार बड़े सड़क हादसे सामने आ रहे हैं जिनको लेकर सरकार कई बार परिवहन महकमे को निर्देश दे चुकी है लेकिन इन हादसों को रोकने के लिए परिवहन महकमा केवल खानापूर्ति करता नजर आ रहा है। लाडनूं उपखंड क्षेत्र के हाईवे भी बड़े हादसों को न्योता दे रहे हैं, जहां सड़क पर खड़े ट्रक और अधिकारियों की लापरवाही मिलकर कभी भी किसी बड़े हादसे का कारण बन सकती है। पूरे प्रदेश में सड़क हादसों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है, लेकिन सबसे गंभीर चिंता का विषय यह है कि इन दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए जमीनी स्तर पर कोई ठोस और प्रभावी मॉनिटरिंग नहीं हो रही है। ऐसा प्रतीत होता है कि अधिकारी कार्रवाई के नाम पर केवल खानापूर्ति करने में लगे हैं, जिससे आमजन की जान जोखिम में पड़ रही है। लाडनूं में विशेष रूप से रेलवे ओवरब्रिज और आसोटा ब्रिज के बीच का इलाका अब एक दुर्भाग्यपूर्ण 'हादसों का पॉइंट' बन चुका है। यहां आए दिन भारी-भरकम ट्रक और ट्रेलर सड़क के किनारे या उससे भी ज्यादा खतरनाक ढंग से आधी सड़क को घेरकर खड़े रहते हैं। ये अवैध रूप से खड़े वाहन हाईवे पर तेज गति से आ रहे दूसरे चालकों के लिए अचानक एक बाधा बन जाते हैं, जिससे अचानक ब्रेक लगाने या दिशा बदलने के कारण कई बार दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। इस अव्यवस्था को और बल मिल रहा है सड़क के किनारे लगी अवैध तिरपालों की दुकानों से, जिनके सामने ट्रकों की लंबी कतारें स्थायी रूप से जमी रहती हैं, जिससे सड़क की चौड़ाई और उपयोगिता कम हो जाती है। इतना ही नहीं, हाईवे पर एक अवैध कट भी बना हुआ है, जो सीधे किशनगढ़-हनुमानगढ़ मेगा हाईवे से जुड़ता है। इस अनियंत्रित रास्ते से कई बसें और ट्रक बिना किसी सावधानी के अचानक मुख्य हाईवे पर चढ़ जाते हैं, जिससे हर वक्त आमने-सामने की या साइड से टक्कर का गंभीर खतरा बना रहता है। स्थिति की भयावहता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि तहसील, पुलिस थाना, पंचायत समिति, पीडब्ल्यूडी और एसडीएम कार्यालय आने-जाने वाले अधिकारी और आमजन रेलवे फाटक बंद होने के कारण इसी खतरनाक रास्ते का उपयोग करते हैं। इसके बावजूद, परिवहन विभाग और स्थानीय प्रशासन ने इस गंभीर स्थिति से बेफिक्र नजर आ रहे हैं। उनकी उदासीनता और लापरवाही के कारण ये जानलेवा हालात दिन-ब-दिन बिगड़ते जा रहे हैं। नेशनल हाईवे पर स्थित कई होटल भी नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। इनके पास पर्याप्त पार्किंग सुविधा नहीं है, जिसका नतीजा यह होता है कि भारी वाहन चालक अपने ट्रक सीधे सड़क पर खड़ा कर देते हैं। बैरा की ढाणी के पास का एक होटल इसका ज्वलंत उदाहरण है, जहां ट्रकों की कतारें एक आम दृश्य बन चुकी हैं। ये खड़े वाहन हाईवे पर चल रहे वाहनों की गति को अचानक बाधित करते हैं, जिससे किसी भी क्षण एक बड़ा और विनाशकारी हादसा हो सकता है। इस मामले में भास्कर ने जब डीडवाना डीटीओ सुप्रिया बिश्नोई से बात की तो उनका कहना था कि परिवहन विभाग द्वारा समय समय पर रोड़ ऑडिट करवाई जाती है लाडनूं में हाइवे पर होटल्स के पास हैवी व्हीकल खड़े रहते हैं इसके लिए हम एक दो दिन में ही होटल संचालकों से बात करके वहां खड़े रहने वाले वाहनों के लिए सीमा निर्धारित करवाएंगे और पूरे क्षेत्र में एक बार फिर से रोड़ ऑडिट करवाएंगे ताकि ऐसी स्थिति न बने। भजनलाल सरकार सड़क सुरक्षा को लेकर लगातार प्रयास करने और उच्च अधिकारियों को दुर्घटनाओं की रोकथाम के दिशा-निर्देश जारी करने का दावा कर रही है, लेकिन धरातल पर इन आदेशों का कोई असर या पालना दिखाई नहीं देती। परिणाम यह है कि सड़कों पर फैली यह लापरवाही और अव्यवस्था खुलेआम मौत को न्योता दे रही है। यदि जिम्मेदार विभाग अब भी इस खतरे को गंभीरता से नहीं लेंगे और ठोस कदम नहीं उठाएंगे, तो लाडनूं का यह हाईवे निश्चित रूप से किसी बड़े हादसे का गवाह बन सकता है।
मंडला जिले के सिझोरा के नजदीक खैराकी वाटरफॉल में चट्टान से एक युवक फिसल गया। स्थानीय लोगों की सतर्कता से उसकी जान बच गई। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है। यह घटना बुधवार को हुई। गुरुनानक देव जयंती की छुट्टी होने के कारण खैराकी वाटरफॉल में बड़ी संख्या में लोग पिकनिक मनाने पहुंचे थे। इसी दौरान एक युवक का पैर चट्टान पर फिसल गया और वह पानी के तेज बहाव में बहने लगा। चट्टानों के बीच भंवर में फंसा युवक युवक कुछ ही सेकेंड में चट्टानों के बीच भंवर में फंस गया। मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत कपड़े और गमछे की मदद से युवक को पानी से बाहर खींच लिया। इस घटना का वीडियो किसी टूरिस्ट ने बनाया था, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो सामने आने के बाद लोग खैराकी वाटरफॉल में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाने की मांग कर रहे हैं। फिलहाल, युवक की पहचान नहीं हो सकी है।
बुलंदशहर में नवंबर 'यातायात माह' घोषित:डीएम-एसएसपी ने संयुक्त रूप से जागरुकता अभियान शुरू किया
बुलंदशहर में नवंबर माह को यातायात माह के रूप में मनाया जा रहा है। इस अभियान की शुरुआत जिलाधिकारी (डीएम) श्रुति और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) दिनेश कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर की। पुलिस लाइन परिसर में आयोजित उद्घाटन कार्यक्रम में ट्रैफिक पुलिसकर्मी, स्कूली बच्चे और विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। इस दौरान यातायात जागरूकता अभियान का शुभारंभ किया गया। एसएसपी दिनेश कुमार सिंह ने जनता से अपील करते हुए कहा कि दोपहिया वाहन चलाते समय हमेशा हेलमेट पहनें और कार चलाते समय सीट बेल्ट का उपयोग करें। उन्होंने चेतावनी दी कि शराब पीकर या नशे की हालत में वाहन चलाने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यातायात जागरूकता और सुरक्षा को समर्पित किया डीएम श्रुति ने सड़क हादसों में लगातार हो रही जनहानि पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने नागरिकों से यातायात नियमों का कड़ाई से पालन करने और दूसरों को भी इन नियमों के प्रति जागरूक करने का आग्रह किया। अधिकारियों ने बताया कि रॉन्ग साइड से वाहन चलाने वाले चालकों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जाएगा। ऐसे चालकों का चेतावनी के साथ-साथ चालान भी किया जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यातायात नियमों की अनदेखी न केवल चालक बल्कि सड़क पर चलने वाले अन्य लोगों के लिए भी खतरा पैदा करती है। इस अवसर पर स्कूली बच्चों ने पोस्टर और नारों के माध्यम से लोगों को यातायात नियमों का पालन करने का संदेश दिया। उन्होंने सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने में अपनी भूमिका निभाई। डीएम और एसएसपी ने कहा कि सावधानी से वाहन चलाकर जीवन को सुरक्षित रखा जा सकता है। उन्होंने बताया कि छोटी सी लापरवाही बड़े हादसे का कारण बन सकती है। बुलंदशहर पुलिस और प्रशासन ने इस पूरे माह को यातायात जागरूकता और सुरक्षा को समर्पित किया है।
भाजपा नेता की भीड़ में फंसी कार:जनता ने सुनाई खरी खरी,वीडियो हुआ वायरल
मथुरा में भाजपा नेता का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वायरल वीडियो में भाजपा नेता भीड़ भरे बाजार में अपनी गाड़ी लेकर पहुंचते हैं जिसके बाद वहां पब्लिक उन्हें घेर लेती और जमकर खरी-खरी सुनाती है। वायरल हो रहा यह वीडियो बुधवार देर शाम का है। जब भाजपा नेता यमुना घाटों पर हुए दीपदान कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। विश्राम घाट के समीप का है मामला भाजपा नेता और चौमुंहा ब्लॉक प्रमुख के प्रतिनिधि शोभाराम शर्मा बुधवार शाम को यमुना घाट पर हुए दीपदान कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। शोभाराम शर्मा जब वापस जाने के लिए विश्राम घाट से आगरा होटल की तरफ चले तभी वहां संकरा रास्ता होने के कारण जाम की स्थिति बन गई। जाम में फंसी पब्लिक गाड़ी और संकरे रास्ते के कारण जाम लगा तो वहां से निकलने वाले लोग फंस गए। जाम बढ़ता गया जिससे लोगों का धैर्य जवाब देने लगा। लोग भाजपा नेता और प्रशासन को खरी खरी सुनाने लगे। भाजपा नेता की गाड़ी के कारण लगे जाम का किसी ने वीडियो बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। लोगों ने की हूटिंग शोभाराम शर्मा की गाड़ी के कारण मौके पर करीब 45 मिनट तक जाम की स्थिति बनी रही। इस दौरान लोग हूटिंग करते नजर आए तो कुछ लोगों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की। इस मामले में शोभाराम शर्मा से वीडियो बनाने वाला व्यक्ति कहता है अरे कहां फंस गए आज। जिसके बाद वह मुस्कुराते हुए निकल जाते हैं।
हरियाणा के झज्जर में पुलिस ने एक ऐसे दंपत्ति को गिरफ्तार किया है, जिसने बीते एक साल में छह से ज्यादा सोने-चांदी की चोरी की वारदातों को अंजाम दिया। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि ये दोनों चोरी इसलिए कर रहे थे ताकि अपनी बेटी की शादी के लिए गहने जोड़ सकें। आरोपियों की पहचान मेरठ निवासी कन्हैया और उसकी पत्नी राधा के रूप में हुई है। कमिश्नर डॉ. राजश्री सिंह ने पत्रकार वार्ता कर मामले को लेकर खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि दोनों पिछले कई महीनों से यूपी के मेरठ से निकलकर हरियाणा के अलग-अलग जिलों में चोरी की वारदातें कर रहे थे। यह दंपत्ति पहले मेट्रो से मेरठ से बहादुरगढ़ आता और फिर वहां से बस द्वारा झज्जर या आस-पास के इलाकों में पहुंचता था। राधेश्याम ज्वैलर्स में दूसरी बार की चोरी पुलिस के मुताबिक, 27 अक्टूबर को दोनों पति-पत्नी ग्राहक बनकर झज्जर शहर की राधेश्याम ज्वैलर्स दुकान पर पहुंचे थे। उस समय दुकान में बुजुर्ग दुकानदार अकेला था। इसी मौके का फायदा उठाकर दोनों ने लाखों रुपए के सोने के आभूषण चोरी कर लिए। पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि यह दंपत्ति इसी दुकान में पहले भी चोरी कर चुका था। पहली बार उन्होंने दो चांदी की पाजेब चुराई थीं, जबकि दूसरी बार करीब 14 तोला सोना लेकर फरार हो गए। जिसके बाद सारी घटना दुकान में लगे सीसीटीवी में कैद हो गई। घर में मिला गहनों का खजाना पुलिस ने जब मेरठ में छापा मारा तो कन्हैया और राधा के घर से चोरी से भी अधिक गहने बरामद हुए। इनमें पायल, झुमके, मंगलसूत्र, हार और अंगूठी तक शामिल थीं। अनुमान है कि ये गहने हरियाणा और पश्चिमी यूपी के कई जिलों से चोरी किए गए हैं। बेटी की शादी के लिए जोड़ रहे थे गहने पुलिस पूछताछ में दंपत्ति ने खुलासा किया कि वे चोरी इसीलिए कर रहे थे ताकि अपनी बेटी की शादी के लिए गहने और पैसा जुटा सकें। आर्थिक तंगी के चलते उन्होंने यह रास्ता अपनाया, लेकिन धीरे-धीरे यह उनका ‘धंधा’ बन गया। कमिश्नर ने बताया कि सीआईए पुलिस ने सीसीटीवी और मोबाइल लोकेशन के जरिए आरोपियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। पुलिस ने लिया एक दिन का रिमांड झज्जर पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें एक दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। रिमांड अवधि में पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उन्होंने चोरी किए गहने किन दुकानों से उठाए और क्या वे किसी गैंग से जुड़े हुए हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में बुधवार रात नमोघाट वाराणसी के 4 पूर्व मेयरों को अपमान का सामना करना पड़ा। भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के सामने उन्हें सीएम सिक्योरिटी ने धक्का दे दिया। क्रूज के रैंप पर चढ़ने के दौरान इन पूर्व मेयरों से अभद्रता हुई और महिला पूर्व महापौर को धक्का देकर गिरा दिया। सीएम योगी आदित्यनाथ सुरक्षा में तैनात कर्मचारियों ने पहले पूर्व मेयर रामगोपाल मोहले को धक्का दिया, क्रूज पर जाने से रोकते हुए भला-बुरा कहा। उन्हें फंसा देखकर मंत्री रविंद्र जायसवाल आगे आए और सुरक्षाकर्मियों से खींचकर अंदर ले गए। इसके साथ ही उनके पीछे मौजूद पूर्व मेयर कौशलेंद्र पटले को सबसे ज्यादा बेइज्जती का सामना करना पड़ा। सीएम सुरक्षा के सिपाही ने कौशलेंद्र का कॉलर पकड़ लिया। उनके अंदर जाने के प्रयास को रोकते हुए पीछे धक्का दे दिया और देर तक शर्ट के साथ कालर पकड़े रहा। जब कौशलेंद्र ने नाराजगी जताई तो सुरक्षाकर्मी भी उन पर हॉवी हो गया। हालांकि राज्यमंत्री रविंद्र जायसवाल फिर आगे आए और किसी तरह खींचते हुए अंदर ले गए। इसके पीछे पूर्व सांसद की पुत्रवधू और निवर्तमान मेयर मृदुला जायसवाल की भी हालत खराब हो गई। सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें कई बार धक्का दिया। जब वे आगे आएं तो पीछे कर दिया। पहले तो वे गंगा में रैंप पर चढ़ने से पहले ही फिसल गई। संतुलित होकर आगे बढ़ी तो गंगा में गिरने से बच गई धक्का मुक्की के बीच वे पीछे लौटने लगी तो रैंप पर फिसल गई। वे सीएम के साथ नहीं जा सकीं। इसके अलावा भाजपा जिला, महानगर और क्षेत्रीय संगठन के कई पदाधिकारी सीएम के साथ क्रूज पर चढ़ने की मशक्कत करते रहे। सीएम योगी आदित्यनाथ की ओर से भंग इकाई हिन्दू युवा वाहिनी के कई पदाधिकारी क्रूज पर जाना चाहते थे जिन्हें सिक्योरिटी इंचार्ज ने जमकर फटकार लगाई। नेताओं को डांटने के साथ ही धक्का देकर कई फिट पीछे धकेल दिया। हालांकि बाद में क्रूज चल दिया और कई नेता लौटने का इंतजार करते रहे।
गोरखपुर में जू की बदली टाइमिंग:सुबह में 9 बजे खुलेगा गेट, शाम 4 बजे तक ही मिलेगी एंट्री
गोरखपुर के शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणी उद्यान (जू) ने विज़िटर्स की सुविधा और मौसम में बदलाव को ध्यान में रखते हुए टाइमिंग में बदलाव किया है। अब जू थोड़ा देर से खुलेगा और टिकट मिलने का समय भी आधा घंटा पहले बंद होगा। नई व्यवस्था कल यानी शुक्रवार से लागू होगी। जू मैनेजमेंट के मुताबिक अब मुख्य गेट और टिकट काउंटर सुबह 9:30 बजे खुलेंगे। वहीं, शाम 4:30 बजे तक आखिरी एंट्री टिकट जारी किया जाएगा। इससे पहले यह समय सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक था। यानी अब जू के खुलने और टिकट बंद होने दोनों में 30-30 मिनट का बदलाव किया गया है। विज़िटर्स को ध्यान में रखकर लिया गया फैसला जू के डायरेक्टर डॉ. वी.सी. ब्रह्मा ने कहा कि “सर्दियों में दिन छोटा हो जाता है। विज़िटर्स को घूमने और एनक्लोजर देखने में पूरा समय मिल सके, इसलिए जू की टाइमिंग को एडजस्ट किया गया है। यह बदलाव पूरी तरह विज़िटर्स की सुविधा को ध्यान में रखकर किया गया है।” उन्होंने बताया कि सुबह के समय ठंड और फॉग की वजह से एनक्लोजर एरिया में एक्टिविटी भी कम रहती है, इसलिए जू को आधे घंटे बाद खोलना ज्यादा उपयुक्त है। 7 नवंबर से नया टाइम लागू, विज़िटर्स को दी गई अपील यह नया टाइमटेबल कल यानी शुक्रवार से प्रभावी होगा। जू प्रशासन ने अपील की है कि विज़िटर्स अपनी विज़िट नए समय के अनुसार प्लान करें। जो लोग देर शाम घूमने आते हैं, उन्हें ध्यान रखना चाहिए कि अब टिकट काउंटर शाम 4:30 बजे बंद हो जाएगा। जू के स्टाफ के अनुसार, पिछले कुछ दिनों से सर्दी बढ़ने के कारण दोपहर बाद एनक्लोजर क्षेत्रों में भीड़ कम होने लगी थी। इस वजह से टाइम एडजस्टमेंट जरूरी माना गया। गर्मियों में पुराना समय होगा लागू जू मैनेजमेंट ने बताया कि यह बदलाव केवल सर्दियों के सीजन के लिए अस्थायी है। तापमान बढ़ने और दिन लंबे होने पर गर्मियों में फिर से पुरानी टाइमिंग- सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक- लागू कर दी जाएगी।
एमपी यूथ कांग्रेस के चुनाव परिणाम घोषित कर दिए गए हैं। जबलपुर विधायक और पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया के बेटे यश घनघोरिया ने एमपी युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव में जीत दर्ज की है। यश को सबसे ज्यादा 3 लाख 13 हजार 730 वोट मिले हैं। जबकि भोपाल के अभिषेक परमार 2,38,780 वोट पाकर दूसरे नंबर पर रहे हैं। 15 लाख युवाओं ने भरे थे मेंबरशिप फार्म18 अप्रैल को एमपी में यूथ कांग्रेस के चुनावों की घोषणा के साथ ही सदस्यता शुरू हुई थी। ऑनलाइन मोड पर एप के जरिए कराई गई मेंबरशिप में हर नए सदस्य को 50 रुपए सदस्यता शुल्क भी अदा करना था। 20 जून से 19 जुलाई तक चलाए गए सदस्यता अभियान में 15,37,527 युवाओं ने सदस्यता फॉर्म भरे। इनमें से 63,153 युवाओं ने सदस्यता शुल्क जमा नहीं किया। सदस्यता शुल्क के साथ 14 लाख 74 हजार 374 युवाओं ने मेंबरशिप के लिए फॉर्म भरे। युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के उम्मीदवारों में किसे कितने वोट मिले
छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने CG-PSC को लेकर राज्य सरकार की अपील खारिज कर दी है। कोर्ट ने सिंगल बेंच के फैसले को सही ठहराते हुए 37 चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति देने का आदेश दिया है। दरअसल, CG-PSC 2021 में हुई गड़बड़ी के बाद राज्य शासन ने 37 चयनित उम्मीदवारों को भर्ती से वंचित रखा है, जिसके खिलाफ प्रतियोगियों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। हाईकोर्ट की सिंगल बेंच ने प्रतियोगियों को नियुक्ति देने का आदेश दिया था। लेकिन, राज्य सरकार ने सिंगल बेंच के आदेश का पालन करने के बजाए उसके खिलाफ डिवीजन बेंच में अपील कर दी। पिछली सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट में बताया गया कि परीक्षा नियंत्रक को हाल ही में गिरफ्तार किया गया है। इस पर हाईकोर्ट ने पूछा कि इसके बाद भी जांच अधूरी क्यों है? हाईकोर्ट यह भी पूछा कि चयन होने के बाद भी जब 37 उम्मीदवारों को अब तक नियुक्ति आदेश क्यों जारी नहीं हुए, उन्हें अनिश्चितता में क्यों रखा गया है? डिवीजन बेंच ने खारिज की सरकार की अपीलचीफ जस्टिस रमेश कुमार सिन्हा व जस्टिस बीडी गुरु की बेंच में सुनवाई के दौरान सीबीआई की ओर से बताया गया कि 17 उम्मीदवारों की भूमिका की जांच चल रही है, जबकि अन्य आरोपियों पर अभी चार्जशीट दाखिल नहीं हुई है। गुरुवार को इस मामले की सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने सिंगल बेंच के फैसले को सही ठहराया है। कोर्ट ने राज्य सरकार की अपील को खारिज करते हुए याचिकाकर्ताओं को नियुक्ति देने का आदेश दिया है।
अंता उपचुनाव में प्रचार चरम पर है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा गुरुवार दोपहर को मांगरोल पहुंचे। भाजपा प्रत्याशी मोरपाल सुमन के समर्थन मे रोड शो कर रहे हैं। रोड शो सुभाष चौक से शुरू हुआ, जो सीसवाली तिराहे पर समाप्त होगा। सीएम के साथ वसुंधरा राजे और प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ भी मौजूद हैं। पार्टी इस रोड शो को संगठन की एकजुटता दिखाने के मौके के रूप में देख रही है। पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। बता दें, 11 नवंबर को मतदान और 14 नवंबर को मतगणना होगी। इस उपचुनाव में भाजपा के मोरपाल सुमन, कांग्रेस के प्रमोद जैन भाया और निर्दलीय नरेश मीणा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है। रोड शो से पहले मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा चार्टर प्लेन से झालावाड़ पहुंचे। जहां से हेलीकॉप्टर द्वारा मांगरोल दोपहर करीब 2 पहुंचे। रोड शो को लेकर पुलिस और प्रशासन ने व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए हैं। मांगरोल में चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात है। मुख्यमंत्री के विशेष रथ पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़, सांसद दुष्यंत सिंह, भाजपा प्रत्याशी मोरपाल सुमन और जिलाध्यक्ष नरेश सिंह सिकरवार भी मौजूद हैं। कार्यक्रम के दौरान जगह-जगह पुष्पवर्षा कर स्वागत किया जाएगा। रोड शो के लिए 51 से अधिक स्वागत द्वार लगाए गए हैं। गौरतलब है कि अंता उपचुनाव में भाजपा द्वारा टिकट देने में हुई देरी को लेकर पार्टी के अंदर असंतोष की चर्चाएं थीं। विपक्ष भी लगातार भाजपा पर गुटबाजी के आरोप लगाता रहा है। ऐसे में मुख्यमंत्री का यह रोड शो एकता और शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है।
हरियाणा के नारनौल में लघु सचिवालय स्थित सभागार में आज दो दिवसीय जिला स्तरीय युवा महोत्सव की शुरुआत हुई। इसका शुभारंभ डीसी कैप्टन मनोज कुमार ने किया। इस मौके पर बड़ी संख्या में युवाओं ने हिस्सा लिया। युवा अधिकारिता एवं उद्यमिता मंत्रालय द्वारा प्रायोजित और इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग विभाग हरियाणा द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में अब तक 405 युवाओं ने विभिन्न विधाओं में अपना पंजीकरण करवाया है। डीसी कैप्टन मनोज कुमार ने कहा कि दो दिवसीय यह युवा महोत्सव युवाओं की प्रतिभा को निखारने का उत्कृष्ट अवसर है। उन्होंने बताया कि 15 से 29 वर्ष की आयु वर्ग के युवा इस प्रतियोगिता में भाग ले सकते हैं। कैप्टन मनोज कुमार ने कहा कि यह सौभाग्य की बात है कि इस महोत्सव के दौरान राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम की 150वीं जयंती मनाई जा रही है, जिसे विशेष रूप से कल के कार्यक्रम में शामिल किया गया है। राष्ट्रीय स्तर तक जाएंगे विजेता उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे इस तरह के आयोजनों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें ताकि अपनी प्रतिभा को आगे बढ़ाने का मौका प्राप्त हो। वहीं आईटीआई नारनौल के प्रिंसिपल विनोद कुमार ने जानकारी दी कि हर वर्ष स्वामी विवेकानंद की जयंती पर 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है। इसी अवसर पर राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचने से पहले जिला और प्रदेश स्तरीय युवा महोत्सवों का आयोजन किया जाता है। दिया जाएगा नकद इनाम उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर विजेताओं को आकर्षक नगद पुरस्कार दिए जाएंगे प्रथम स्थान पर 31 हजार रुपए, द्वितीय स्थान पर 21 हजार रुपए और तृतीय स्थान पर 11 हजार रुपए का इनाम दिया जाएगा। कल के समापन समारोह में 10 प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। प्रतिभा दिखाने को मिलता मंच कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे युवाओं तमन्ना, हरीश व कल्पना ने कहा कि सरकार द्वारा ऐसे आयोजनों से युवा वर्ग को अपनी प्रतिभा दिखाने का मंच मिलता है। उन्होंने कहा कि इस तरह के सांस्कृतिक आयोजनों से न केवल युवाओं में आत्मविश्वास बढ़ता है बल्कि हरियाणवी संस्कृति और फिल्मों को भी प्रोत्साहन मिलता है। प्रतिभागियों ने राज्य सरकार से आग्रह किया कि ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन समय-समय पर निरंतर किया जाए ताकि युवा अपनी कला, प्रतिभा और परंपराओं को आगे बढ़ा सकें।
एमआर-9 से एलआईजी लिंक रोड चौड़ीकरण के काम में बाधक मकानों को हटाने की कार्रवाई गुरुवार को फिर की गई। आज 182 मकानों-दुकानों के हिस्सों को तोड़ा जा रहा है। मंगलवार को नगर निगम की टीम ने 140 से ज्यादा मकानों पर ये कार्रवाई की थी। आज रोड के दूसरी तरफ बने मकानों-दुकानों को तोड़ा जा रहा है। सुबह से ही बड़ी संख्या में नगर निगम का अमला दलबल के साथ यहां पहुंच गया था। नगर निगम की कार्रवाई के पहले ही रहवासियों ने अपने-अपने मकानों को तोड़ने का काम शुरू कर दिया था। साथ ही मकानों में रखा सामान भी शिफ्ट कर दिया था। बता दें कि नगर निगम की टीम ने पहले ही नोटिस देकर मकानों पर मार्किंग कर दी थी। जिसके चलते लोगों ने उतने हिस्से को तोड़ने का काम पहले ही शुरू कर दिया था। 182 मकानों-दुकानों पर कार्रवाई मालवीय नगर गली नंबर 2 से एलआईजी लिंक रोड तक सड़क चौड़ीकरण का काम किया जाना है। इसकी जद में आने वाले मकानों-दुकानों को तोड़ने की कार्रवाई नगर निगम द्वारा की जा रही है। बाधक मकानों को कुछ महीने पहले ही नोटिस जारी कर दिए गए थे। मंगलवार को नगर निगम के अमले ने 5 जेसीबी और 5 पोकलेन मशीन की मदद से रोड के एक तरफ बने मकानों को तोड़ने की कार्रवाई की गई थी। गुरुवार को दोबारा निगम का अमला 5 जेसीबी और 5 पोकलेन मशीन के साथ मौके पर पहुंचा और आज रोड के दूसरे तरफ के मकानों को तोड़ने की कार्रवाई शुरू की। ये कार्रवाई शाम तक जारी रहेगी। जिसके बाद मलवा उठाया जाएगा। आज 182 मकानों को हटाने की कार्रवाई की जा रही है। वहीं बाधक मकान में रहने वाले 28 परिवारों को पीएम आवास योजना के अंतर्गत शिफ्ट किया गया है। नगर निगम आयुक्त दिलीप कुमार यादव के निर्देश पर ये कार्रवाई की जा रही है। इस कार्रवाई के दौरान अपर आयुक्त रोहित सिसोनिया, भवन अधिकारी विनोद अग्रवाल, भवन निरीक्षक सचिन गहलोत, रिमूवल अधिकारी बबलू कल्याणे, निगम का रिमूवल अमला और पुलिस बल मौजूद रहा।
डूंगरपुर के बिछीवाड़ा थाना क्षेत्र में एक सड़क हादसे में बाइक सवार एक युवक की मौत हो गई। कनबा गांव के पास तेज रफ्तार ब्रेजा कार ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। इस दुर्घटना में युवक के दो अन्य साथी गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनका डूंगरपुर अस्पताल में इलाज चल रहा है। तीनों दोस्त गुजरात के शामलाजी मेले से लौट रहे थे। बिछीवाड़ा थाना एएसआई शिशुपाल सिंह ने बताया कि जीवतराम (24) पुत्र कोदर मीणा निवासी माल चौकी ने इस संबंध में रिपोर्ट दर्ज करवाई है। रिपोर्ट के अनुसार बुधवार को जीवतराम अपने साथी गोपाल पुत्र हुरजी रोत और निलेश पुत्र कृष्ण लाल रोत के साथ गुजरात के शामलाजी में पूर्णिमा पर लगने वाले मेले में गए थे। देर शाम तीनों बाइक से अपने घर लौट रहे थे। कनबा गांव के पास सामने से आ रही एक तेज रफ्तार ब्रेजा कार ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें हाथ-पैर व सिर पर गंभीर चोटें आईं। सूचना पर 108 एंबुलेंस से तीनों घायलों को डूंगरपुर अस्पताल लाया गया। यहां डॉक्टरों ने जांच के बाद निलेश को मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही बिछीवाड़ा थाना पुलिस और परिवार के सदस्य भी अस्पताल पहुंचे। मृतक निलेश के शव को डूंगरपुर अस्पताल के मॉर्च्युरी में रखवाया गया था। गुरुवार को पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया। वहीं, घायल गोपाल और जीवतराम का अस्पताल में इलाज जारी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जिलाधिकारी डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी ने कलेक्ट्रेट स्थित कार्यालय कक्ष में जूम मीटिंग के माध्यम से विभिन्न कार्यों और योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने योजनाओं के संचालन और समस्या संबंधी आवेदन पत्रों के कम संतुष्टिपूर्ण निस्तारण पर अप्रसन्नता व्यक्त की। जिलाधिकारी ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने विभाग से संबंधित योजनाओं और प्रार्थना पत्रों की नियमित समीक्षा करें,ताकि संचालन और निस्तारण गुणवत्तापूर्ण हो और संतुष्टि प्रतिशत में वृद्धि हो। उन्होंने उन विभागीय अधिकारियों को आगाह किया, जिनका निस्तारण संतुष्टि प्रतिशत कम है। जिलाधिकारी ने कहा कि वे निस्तारण प्रक्रिया में स्वयं संज्ञान लेकर जिम्मेदारी के साथ गुणवत्तापूर्ण और संतुष्टिपूर्ण निस्तारण सुनिश्चित करें, जिससे प्रतिशत में बढ़ोतरी हो। जूम मीटिंग में प्रभारी जिला विद्यालय निरीक्षक कमलेश पाण्डेय के समय से प्रतिभाग न करने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने पाण्डेय को आगाह किया कि वे भविष्य में जूम मीटिंग में समय से उपस्थित होना सुनिश्चित करें, ताकि विभागीय कार्यों की विस्तृत समीक्षा हो सके। मतदाता सूची से संबंधित कार्यों पर भी जिलाधिकारी ने निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि डुप्लीकेट मतदाताओं की पहचान कर उन्हें मतदाता सूची से हटाने की प्रक्रिया आज ही पूरी कर अपलोड की जाए, ताकि अग्रिम कार्यवाही की जा सके। स्नातक/शिक्षक मतदाता बनाए जाने के कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया गया। विभागीय योजनाओं और कार्यों के साथ-साथ प्राप्त प्रार्थना पत्रों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करें। इससे संतुष्टि प्रतिशत बढ़ेगा और जनपद की रैंकिंग में प्रगति होगी।
दौसा जिले से गुजर रहे जयपुर-आगरा नेशनल हाईवे पर सड़क हादसे में बाइक सवार एक जने की मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। घटनाक्रम गुरुवार तड़के करीब 4 बजे सदर थाना क्षेत्र में खेड़ली मोड़ के पास हुआ, जहां कार ने बाइक को टक्कर मार दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों को जिला अस्पताल पहुंचाया। इमरजेंसी यूनिट में जांच के बाद डॉक्टर ने एक जने को मृत घोषित कर दिया, दूसरे घायल का इलाज चल रहा है। पुलिस ने बताया कि कार की टक्कर से बाइक सवार मोहन महावर और रामेश्वर महावर निवासी कठूमर जिला अलवर घायल हो गए। इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाने पर पुलिस ने मोहन को मृत घोषित कर दिया। वहीं गंभीर रूप से घायल रामेश्वर का इलाज चल रहा है। परिजनों के पहुंचने पर पोस्टमार्टम की कार्रवाई के बाद शव परिजनों को सुपुर्द किया जाएगा। पुलिस हादसे के कारणों की जांच में जुटी है।
देवरिया में सवर्ण आर्मी संगठन ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी दिव्या मित्तल को ज्ञापन सौंपकर अपनी तीन सूत्रीय मांगें रखीं। इन मांगों में जातिगत आरक्षण समाप्त करना, एससी/एसटी एक्ट में सुधार या उसे खत्म करना और सवर्ण आयोग का गठन शामिल है। संगठन के सदस्यों ने कहा कि देश की आजादी के बाद से जाति के आधार पर आरक्षण व्यवस्था लागू है। इससे सामान्य वर्ग के गरीब और प्रतिभाशाली युवा सरकारी नौकरियों व योजनाओं से वंचित रह जाते हैं। उन्होंने तर्क दिया कि सामान्य वर्ग में भी बड़ी संख्या में लोग गरीबी और बेरोजगारी का सामना कर रहे हैं, लेकिन आरक्षण के कारण उन्हें समान अवसर नहीं मिल पाते। एससी/एसटी एक्ट का कई बार दुरुपयोग किया जा रहा सवर्ण आर्मी के अंगद पाठक ने इस संबंध में कहा कि यदि आरक्षण नीति को आर्थिक आधार पर लागू किया जाए या पूरी तरह समाप्त कर दिया जाए, तो हर वर्ग के प्रतिभाशाली युवाओं को आगे बढ़ने के समान अवसर मिलेंगे। इससे राष्ट्र अधिक सशक्त बनेगा।ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि एससी/एसटी एक्ट का कई बार दुरुपयोग किया जा रहा है। संगठन का आरोप है कि इस कानून के तहत कई निर्दोष लोगों को फंसाया जाता है, जिससे उन्हें मानसिक और सामाजिक पीड़ा झेलनी पड़ती है। सवर्ण आर्मी ने सरकार से इस कानून की समीक्षा कर आवश्यक संशोधन करने की मांग की। इसके अतिरिक्त, ज्ञापन में सामान्य वर्ग आयोग (सवर्ण आयोग) के गठन का आग्रह किया गया। संगठन का मानना है कि इस आयोग के माध्यम से सामान्य वर्ग की समस्याओं और मुद्दों को शासन तक प्रभावी ढंग से पहुंचाया जा सकेगा।
नशे में बस चला रहा था ड्राइवर, हुआ गिरफ्तार:यात्रियों ने दी सूचना, भदेसर पुलिस ने बस रुकवाई
चित्तौड़गढ़ जिले के भदेसर थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए शराब पीकर रोडवेज बस चलाने वाले ड्राइवर को गिरफ्तार किया है। यह बस कोटा से उदयपुर जा रही थी और उसमें 60 से ज्यादा यात्री सवार थे। बताया जा रहा है कि बस के रवाना होते ही ड्राइवर ने शराब पीना शुरू कर दिया था। रास्ते में वह बस को लहराते हुए चला रहा था, जिससे यात्रियों में डर और घबराहट फैल गई। बस में सवार यात्रियों ने डरकर किया पुलिस को फोन बस में बैठी कुछ सवारियों ने देखा कि ड्राइवर बार-बार गाड़ी को तेज और तिरछा चला रहा है। उन्हें लगा कि कहीं कोई बड़ा हादसा न हो जाए। इस पर कुछ यात्रियों ने तुरंत पुलिस को फोन कर सूचना दी। यात्रियों की सूचना मिलते ही भदेसर थाना पुलिस हरकत में आई और आगे नाकाबंदी कर दी। थोड़ी ही देर में बस को भदेसर थाना क्षेत्र में रोक लिया गया। भदेसर पुलिस ने मौके पर की कार्रवाई पुलिस टीम में एएसआई सुनील महाजन मय जाब्ता मौके पर पहुंचे। उन्होंने बस को रोकते ही ड्राइवर की जांच की। ड्राइवर की हालत देखकर पुलिस को शक हुआ और उसका मेडिकल टेस्ट करवाया गया। मेडिकल में पुष्टि हुई कि ड्राइवर शराब के नशे में था। आरोपी की पहचान बूंदी निवासी दीपक शर्मा के रूप में हुई है। पुलिस ने मौके पर ही उसे गिरफ्तार कर लिया और बस को जब्त कर लिया। यात्रियों को दूसरी बस से रवाना किया गया पुलिस ने यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी सवारियों को बस से उतार लिया। इसके बाद यात्रियों को दूसरी बस की व्यवस्था कर सुरक्षित उदयपुर के लिए रवाना किया गया। यात्रियों ने भदेसर पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना की और कहा कि समय पर पुलिस ने बस को रोककर बड़ा हादसा होने से बचा लिया। सरकार के सख्त आदेशों के बाद लगातार हो रही कार्रवाई गौरतलब है कि जयपुर में हुए बड़े सड़क हादसे के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की सरकार ने सख्त निर्देश जारी किए थे कि कोई भी ड्राइवर शराब पीकर वाहन चलाते हुए पाया जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। इसी के तहत पुलिस लगातार सख्ती दिखा रही है। भदेसर पुलिस की यह कार्रवाई भी उसी अभियान का हिस्सा है।
उन्नाव से भाजपा विधायक पंकज गुप्ता ने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने कहा कि आगामी चुनाव में राष्ट्रवाद और 'वंदे मातरम्' मुख्य मुद्दा रहेगा। विधायक गुप्ता के अनुसार, यह चुनाव केवल सत्ता परिवर्तन की नहीं, बल्कि विचारधारा की लड़ाई है, जो 'वंदे मातरम्' मानने वालों और न मानने वालों के बीच होगी। विधायक गुप्ता ने 'वंदे मातरम्' के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि राष्ट्रवाद की चर्चा होने पर यह गीत भारत के मन में गूंजता है। उन्होंने कहा कि देश की राजनीति में अब राष्ट्र की एकता, अखंडता और सम्मान सर्वोच्च विषय बन गए हैं। भाजपा इन्हीं मूल्यों के साथ आगे बढ़ रही है, जिनकी जड़ें 'वंदे मातरम्' में निहित हैं। उन्होंने 'वंदे मातरम्' को भारत की आत्मा का प्रतीक बताया, जिसने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान लाखों देशभक्तों को प्रेरित किया था। विधायक ने विपक्ष पर भी निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी दल ईवीएम और मतदाता सूची की विश्वसनीयता पर बार-बार सवाल उठाकर जनता को गुमराह करने का प्रयास करते हैं। गुप्ता ने कहा कि 2003 की मतदाता सूची के आधार पर वर्षों से चुनाव हो रहे हैं। उनके अनुसार, जब विपक्षी दल जीतते हैं तो ईवीएम या सूची में कोई गड़बड़ी नहीं होती, लेकिन हारने पर वे मशीन और व्यवस्था पर सवाल उठाने लगते हैं। स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) प्रक्रिया पर भी विधायक ने अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यदि यह प्रक्रिया मतदाता सूची को पारदर्शिता और ईमानदारी से दुरुस्त करने के लिए की जा रही है, तो इसका स्वागत किया जाना चाहिए। इससे मतदान प्रक्रिया अधिक निष्पक्ष बनेगी। विधायक गुप्ता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करते हुए कहा कि उनकी सरकार लोकतंत्र को मजबूत करने की दिशा में लगातार काम कर रही है। उन्होंने जोर दिया कि मतदाता सूची का पारदर्शी और त्रुटिरहित होना लोकतंत्र की सबसे बड़ी गारंटी है, जिससे देश की जनता निष्पक्ष रूप से मतदान कर सके। उन्होंने अंत में कहा कि भाजपा का लक्ष्य केवल चुनाव जीतना नहीं, बल्कि राष्ट्र की एकता और अखंडता को बनाए रखना है।
पीलीभीत में विवाहिता की संदिग्ध मौत:भाई ने दहेज हत्या का आरोप लगाया, पुलिस जांच में जुटी
दियोरिया कला के नौगवां नवीनगर गांव में एक विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने विवाहिता के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया है। मृतका के भाई ने ससुराल वालों पर दहेज हत्या का आरोप लगाया है। उन्होंने पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। बरखेड़ा थाना क्षेत्र के डड़िया भगत निवासी मुकेश कुमार पुत्र मेवाराम ने अपनी तहरीर में यह आरोप लगाए हैं। मुकेश कुमार ने बताया कि उन्होंने अपनी बहन संगीता देवी की शादी वर्ष 2022 में दियोरिया थाना क्षेत्र के नौगवां नवीनगर निवासी तेजराम के पुत्र रामसिंह से की थी। शादी में उन्होंने अपनी हैसियत के अनुसार दान-दहेज दिया था। हालांकि, ससुराल वाले इससे संतुष्ट नहीं थे और लगातार अतिरिक्त दहेज की मांग कर रहे थे। आरोप है कि दहेज की मांग पूरी न होने पर संगीता देवी को मारपीट कर प्रताड़ित किया जा रहा था। संगीता देवी ने इस बारे में अपने मायके वालों को बताया था। मायके वालों ने आकर रामसिंह और उनके पिता तेजराम को समझाने का प्रयास किया, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। मुकेश कुमार ने आरोप लगाया है कि 5 नवंबर को पति रामसिंह, ससुर तेजराम, सास दुलारो देवी, देवर रामवीर और ननद रेखा ने मिलकर उनकी बहन की पीट-पीटकर हत्या कर दी। घटना की सूचना मुकेश के भाई संतोष को फोन पर मिली, जिन्होंने मौके पर संगीता देवी को मृत अवस्था में पाया। प्रभारी निरीक्षक दिगंबर सिंह ने बताया कि नौगवां नवीनगर गांव में विवाहिता की संदिग्ध मौत की सूचना मिली थी। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही मौत का सही कारण स्पष्ट हो पाएगा। मृतका के भाई की तहरीर के आधार पर पांच लोगों के विरुद्ध दहेज हत्या का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है।
पंजाब में आई बाढ़ ने किसानों की कमर तोड़ दी। ऐसे में अब पड़ोसी राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के किसान आगे आए हैं और पंजाब में बाढ़ से प्रभावित किसानों की मदद करने में जुटे हैं। जिले से सैकड़ों किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली और बिजाई मशीनें लेकर पंजाब पहुंचे हुए हैं और बाढ़ग्रस्त खेतों में खुद बुवाई-बिजाई कर रहे हैं, ताकि पंजाब के किसान फिर से उभर सकें। श्रीगंगानगर जिले के किसान इंद्रदीप सिंह ने बताया- पंजाब के फाजिल्का जिले में बाढ़ ने किसानों की फसलें बर्बाद कर दीं। हमने सोचा, पड़ोसी की मदद करना हमारा फर्ज है। अब तक हमारे संगठनों ने 250 बीघा से अधिक पर बुवाई पूरी कर दी है। पूरा खर्च हम ही उठा रहे हैं। 300 बीघा की और लिस्ट आ चुकी है, जल्द ही वो काम भी पूरा हो जाएगा। श्रीगंगानगर जिले से किसान 11 से ज्यादा ट्रैक्टर-ट्रॉली और कृषि यंत्र लेकर किसान पंजाब गए हैं। ये किसान दिन-रात खेतों में जुटे हैं, ताकि प्रभावित किसान इस संकट से जल्द उबर सकें। उन्होंने कहा- हमारे पास सब कुछ है, लेकिन वहां के किसान बाढ़ से टूट चुके हैं। ये भाईचारा सीमाओं से परे है। इंद्रदीप ने बताया- यह मदद अभियान किसान संगठनों की पहल पर चल रहा है। श्रीगंगानगर के किसान न सिर्फ बुवाई कर रहे हैं, बल्कि बीज, खाद और अन्य जरूरी सामान भी खुद लेकर जा रहे हैं। वहीं, पंजाब के किसानों का कहना है कि बाढ़ के बाद पंजाब में हजारों हेक्टेयर फसल बर्बाद हो चुकी है, लेकिन श्रीगंगानगर के किसानों के इस कदम से उम्मीद जगी है।
गुरुग्राम में पुलिस की सेक्टर 17 क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जिसके सदस्य भारत और नेपाल में चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे। आरोपी त्योहारों पर ऐसे घरों को निशाना बनाते थे, जहां अंधेरा दिखाई देता था। आरोपियों की पहचान अनिल कुमार (34 वर्ष) निवासी राहु बुध विहार कॉलोनी गोसांईपुर, जिला लखनऊ और सूरज (31 वर्ष) निवासी गांव जगतपुर, जिला औरया (उत्तर -प्रदेश) के रूप में हुई। चोरी किए गए सामान को ये लोग बस द्वारा नेपाल ले जाकर बेचते और फिर वहीं पर अगली चोरी की वारदात को अंजाम देते। इनके कब्जे से पुलिस ने दो डायमंड व सोने की अंगूठी तथा वारदात को अंजाम देने में प्रयोग की गई एक बाइक व एक स्क्रू-ड्राइवर (पेचकस) बरामद किया है। सेक्टर 10 में हुई चोरी में तलाश थी 24 अक्टूबर को सेक्टर 10 ए में एक मकान में चोरी हुई थी। मकान मालिक ने पुलिस को बताया था कि वह 21 अक्टूबर को दीवाली का त्योहार मनाने के लिए अपने घर उत्तर-प्रदेश गया हुआ था। 23 अक्टूबर को जब यह लौटा तो से ज्वेलरी व नकदी चोरी का पता चला। इस संबंध में सेक्टर 10 में मामला दर्ज किया गया और जांच क्राइम ब्रांच सेक्टर 17 की टीम को सौंपी गई। एक वकील के पास मुंशी, दूसरा ऑटो ड्राइवर पूछताछ में पता चला कि आरोपी चोरी व नशा करने के आदी हैं। आरोपी अनिल कुमार लखनऊ में एक वकील के मुंशी का काम करता है व आरोपी सूरज गुरुग्राम में ऑटो चलाता है। आरोपियों ने बताया कि ये रेकी करके ऐसे मकाम को ढूंढते है जो बन्द है या जब रैकी के दौरान मकान में कोई व्यक्ति उपस्थित नहीं होता। ये मौका पाकर घुस जाते हैं और चोरी करने की वारदात को अंजाम देते हैं। त्योहारों पर ज्यादा वारदात आरोपियों ने यह भी बताया कि ये त्योहारों के समय जैसे दीवाली या अन्य कोई बड़ा त्योहार पर चोरी करने के लिए आते है, क्योंकि त्योहारों पर बहुत से लोग अपने मकानों को बंद करके अपने पैतृक निवास स्थान चले जाते हैं। जिन घरों में दो तीन दिन से लाईट नहीं जल रहीं हो या मकान के बाहर ताला लगा हो ऐसे मकानों को ये निशाना बनाते थे। चोरी का सामान नेपाल ले जाते आरोपियों से पुलिस पूछताछ में पता चला कि ये चोरी करने के बाद चोरी किए हुए सामान को बस में लेकर उत्तर-प्रदेश के शहर लखनऊ से होते हुए नेपाल बॉर्डर पर जाते हैं और नेपाल बॉर्डर पर चोरी किए गए सामान को बेचकर बस के माध्यम से ही वापस आ जाते थे और अगली चोरी करने की योजना बनाते है। आरोपियों ने सैक्टर-9A में भी चोरी करने की बात स्वीकार की है। आरोपियों के आपराधिक रिकॉर्ड पता चला कि अनिल पर घर में घुसकर चोरी करने के कुल 15 केस उत्तर-प्रदेश में पहले भी दर्ज हैं तथा नेपाल में भी यह आधा दर्जन चोरी करने की वारदातों को अंजाम दे चुका है।
लखनऊ के गुडम्बा थाना क्षेत्र में रहने वाले एक युवक से ऑनलाइन मोबाइल मंगाने के नाम पर जालसाजों ने ठगी कर ली। पेमेट होने के बाद आरोपी ने फोन उठाना बंद कर दिया। फिर कुछ समय के बाद उसको बंद कर दिया। इस मामले में पीड़ित ने जानकीपुरम थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है। जानकीपुरम सेक्टर-एच निवासी संजय सिंह ने बताया कि 24 जून को उनकी बात व्हाट्सएप नंबर से हुई, जो ‘दर्शिता इलेक्ट्रॉनिक्स’ के नाम से सेव था। सामने वाले व्यक्ति ने कंपनी का पैन नंबर AAFCD6883Q और जीएसटी नंबर 09AAFCD6883Q1ZO साझा करते हुए मोबाइल फोन्स का क्वोटेशन ₹2,83,542.85 भेजा। संजय ने विश्वास कर अपने इंडियन ओवरसीज बैंक खाते से इंडियन बैंक खाते से 1 जुलाई को दोपहर 3:30 बजे ₹2,83,542.85 RTGS के माध्यम से भेज दिए। पैसे ट्रांसफर होने के बाद आरोपी ने कॉल उठाना बंद कर दिया और फिर उसको बंद भी कर दिया। सामान भी नहीं भेजा। पीड़ित ने बताया कि उन्होंने साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत दर्ज कराई है। इसके साथ ही पीड़ित ने पुलिस से गुहार लगाई है कि मामले की जांच कर ठगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
जमशेदपुर के मानगो में चार दिवसीय नेशनल आर्ट कैंप और पेंटिंग वर्कशॉप का शुभारंभ हुआ है। वन विभाग के सभागार में आयोजित इस शिविर में देश के विभिन्न हिस्सों से लगभग 25 प्रतिष्ठित कलाकार भाग ले रहे हैं। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य कला के विविध स्वरूपों पर चर्चा करना, नई पीढ़ी में कला के प्रति रुचि जागृत करना और कलाकारों को एक साझा मंच प्रदान करना है। यह कला प्रेमियों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। शहर की जानी-मानी पेंटर मुक्ता गुप्ता इस राष्ट्रीय स्तर के कला शिविर का संचालन कर रही हैं। उन्होंने बताया कि वर्कशॉप में आधुनिक कला, लोककला और एब्सट्रैक्ट पेंटिंग जैसी विभिन्न शैलियों पर व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जाएगा। साथ ही, कला क्षेत्र की चुनौतियों, नई तकनीकों और कला बाजार की बदलती प्रवृत्तियों पर भी विचार-विमर्श होगा। पहले दिन के उद्घाटन सत्र में स्थानीय कलाकारों, कला विद्यार्थियों और संस्कृति प्रेमियों की उल्लेखनीय उपस्थिति दर्ज की गई। मुक्ता गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा, आज के समय में कला केवल अभिव्यक्ति का माध्यम नहीं, बल्कि समाज से संवाद का सशक्त ज़रिया है। हमें युवा पीढ़ी को इस दिशा में प्रेरित करना चाहिए ताकि वे अपनी कल्पनाओं को रंगों के माध्यम से समाज के सामने प्रस्तुत कर सकें। वर्कशॉप के दौरान प्रतिभागियों को प्रायोगिक कला सत्र, ओपन डिस्कशन, लाइव पेंटिंग प्रदर्शन और मेंटरशिप प्रोग्राम के माध्यम से प्रशिक्षित किया जाएगा। इसमें दिल्ली, मुंबई, जयपुर, रांची, पटना, कोलकाता और भोपाल सहित विभिन्न शहरों के कलाकार शामिल हैं। सेमिनार के अंतिम दिन एक कला प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा। इसमें चार दिनों के दौरान तैयार की गई चुनिंदा पेंटिंग्स को प्रदर्शित किया जाएगा। आम नागरिकों को भी इस प्रदर्शनी में आमंत्रित किया जाएगा ताकि वे देश के विभिन्न हिस्सों की कलात्मक विविधता को देख सकें।
डीडवाना में कस्टोडियन जमीनों को सरकारी घोषित करने के विरोध में किसानों ने 10 नवंबर को जिला कलेक्ट्रेट के सामने महापड़ाव की घोषणा की है। इस मुद्दे पर विवाद लगातार बढ़ रहा है। यह महापड़ाव अखिल भारतीय किसान सभा के आह्वान पर आयोजित किया जाएगा। इसमें सैकड़ों प्रभावित किसान और कई किसान नेता शामिल होंगे। किसान सभा की टीमें इन दिनों ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा कर किसानों को आंदोलन में शामिल होने के लिए प्रेरित कर रही हैं। किसान नेता भागीरथ यादव ने बताया कि इससे पहले 27 अक्टूबर को डीडवाना जिला कलेक्ट्रेट का घेराव और धरना प्रदर्शन किया गया था। इसमें पूर्व राज्यसभा सांसद वृंदा करात, सीकर सांसद अमराराम, लाडनूं विधायक मुकेश भाकर, पूर्व विधायक बलवान पूनिया और डीडवाना के पूर्व विधायक चेतन डूडी जैसे प्रमुख नेता शामिल हुए थे। इन सभी ने किसानों की जमीनों को सरकारी घोषित करने के प्रयासों का विरोध किया था। भागीरथ यादव ने बताया कि कांग्रेस, माकपा, आरएलपी और किसान सभा जैसी पार्टियों ने इस मुद्दे पर किसानों का समर्थन किया है। हालांकि, निर्दलीय विधायक यूनुस खान ने अब तक कोई सहयोग नहीं दिया है, जबकि उनके क्षेत्र के किसान सर्वाधिक प्रभावित हैं। यादव ने बताया कि 1947 में भारत विभाजन के दौरान पाकिस्तान पलायन करने वाले परिवारों की संपत्तियों को कस्टोडियन भूमि के रूप में दर्ज किया गया था। डीडवाना के लगभग 19 गांवों में ऐसी जमीनें हैं, जिन पर स्थानीय किसान पिछले 78 वर्षों से खेती और आवास कर रहे हैं। हाल ही में जिला प्रशासन ने इन जमीनों को सरकारी संरक्षण में लेना शुरू किया है और अब उन्हें सरकारी कार्यालयों के लिए आवंटित करने की प्रक्रिया चल रही है। किसानों का आरोप है कि प्रशासन मनमाने ढंग से उनकी पुश्तैनी जमीनें हड़प रहा है, जबकि इन पर लंबे समय से वैध कब्जा और खेती होती आ रही है। कई स्थानों पर तो घनी आबादी बस चुकी है और भवन निर्माण भी हो चुके हैं। इसी प्रशासनिक कार्रवाई के विरोध में किसान सभा ने 10 नवंबर को डीडवाना जिला कलेक्ट्रेट के सामने महापड़ाव करने की घोषणा की है। इस आंदोलन को प्रशासनिक कार्रवाई के खिलाफ किसानों की निर्णायक लड़ाई माना जा रहा है।
छत्तीसगढ़ में अग्रवाल समाज ने 'दाऊ कल्याण सिंह अग्रवाल' के नाम से अगले साल राज्य अलंकरण शुरू करने की मांग की है। समाज के केंद्रीय अध्यक्ष अनुराग अग्रवाल ने मुख्यमंत्री विष्णु देव से अनुरोध करते हुए कहा कि दाऊ कल्याण सिंह अग्रवाल ने 1 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि राज्य के विकास के लिए दी थी। उनके नाम से अगले साल राज्य अलंकरण शुरू किया जाए। साथ ही उन्होंने 2025 में राज्य अलंकरण पाए हुए सभी महानुभाव को बधाई दी। कौन थे दाऊ कल्याण सिंह बिलासपुर के तरेंगा में सन 1876 में दाऊ कल्याण सिंह का जन्म हुआ था। उनके पिता बिसेसर नाथ प्रशासन और जनसेवा का काम करते थे। जब दाऊ कल्याण सिंह सिर्फ 27 साल के थे, तभी उनके पिता का निधन हो गया। इस कम उम्र में उन्होंने अपने पिता का काम संभाला। उस समय उन्हें ब्रिटिश शासन की ओर से कई उपाधियां भी मिलीं। छत्तीसगढ़ में दानदाता कहलाएं बताया जाता है कि रायपुर में बना डीकेएस हॉस्पिटल की जमीन दाऊ कल्याण सिंह ने दान में दी थी। इसके साथ ही इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए 1729 एकड़ भूमि भी दान की थी। कॉलेज के निर्माण के लिए 1 लाख 12 हजार रुपए नकद दिए थे। उन्होंने अपनी माता पार्वती देवी की याद में टूरी हटरी स्थित जगन्नाथ मंदिर और श्री राम-जानकी मंदिर बनवाया। रायपुर के कालीबाड़ी में एक स्कूल भवन का निर्माण कराया। भाटापारा में धर्मशाला बनवाई। उन्होंने कई तालाब बनवाए। पशु चिकित्सालय जैसी कई परियोजनाएं भी जनहित में शुरू कीं थी। अग्रवाल समाज के सदस्यों का कहना है कि 'दाऊ कल्याण सिंह अग्रवाल' ने 1000 करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि छत्तीसगढ़ के विकास के लिए दी थी, उनके नाम से राज्य अलंकरण शुरू किया जाए।
मऊ जिले के कोपागंज थाना क्षेत्र के रेवड़ीडीह में देर रात एक युवक पर हमला किया गया। शराब के नशे में कुछ लोगों ने श्यामनारायण राजभर को डंडे और ईंट से मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। उन्हें तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। यह घटना सहरोज मोड़ ओवरब्रिज के पास हुई। हमलावर घटना को अंजाम देने के बाद मौके से फरार हो गए। श्यामनारायण राजभर मुर्गी के दाने की ट्रांसपोर्टिंग का काम देखते हैं। पीड़ित के चाचा दिनेश राजभर ने बताया कि सहरोज ओवरब्रिज के पास रेवड़ीडीह में दो लोग शराब के नशे में कहासुनी कर रहे थे। बीच-बचाव के बाद मामला शांत हो गया था। कुछ देर बाद, उनके भतीजे श्यामनारायण राजभर को अकेला पाकर उन पर हमला किया गया। पुलिस कर रही मामले की जांच दिनेश राजभर के अनुसार, हमलावरों में रेवड़ीडीह निवासी अर्जुन पाल और कन्हैया साहनी सहित चार लोग शामिल थे। आरोपियों के खिलाफ कोपागंज थाने में तहरीर दी गई है। पीड़ित परिवार ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। कोपागंज थाना प्रभारी रविंद्र नाथ राय ने बताया कि मारपीट की सूचना मिली है और मामले की जांच की जा रही है।
विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने लगाया रक्तदान शिविर:हुतात्मा दिवस पर बागपत जिला अस्पताल में आयोजन
बागपत में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने हुतात्मा दिवस के अवसर पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया। यह शिविर जिला अस्पताल में लगाया गया, जहाँ बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं और युवाओं ने स्वेच्छा से रक्तदान किया। शिविर का शुभारंभ संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कार्यक्रम में वक्ताओं ने हुतात्मा दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि यह दिवस उन वीर सपूतों को समर्पित है, जिन्होंने देश की एकता, अखंडता और सुरक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया। वक्ताओं ने रक्तदान को समाज सेवा का महत्वपूर्ण माध्यम बताया, जिससे जरूरतमंद मरीजों की जान बचाई जा सकती है। वक्ताओं ने युवाओं से आह्वान किया कि वे समाजसेवा के कार्यों में सक्रिय रूप से भाग लें और रक्तदान को अपनी वार्षिक दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। रक्तदान शिविर में डॉक्टरों की एक टीम ने रक्तदाताओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया और उन्हें प्रमाणपत्र भी प्रदान किए। इस अवसर पर विभाग संयोजक रवि शर्मा, जिला सह-संयोजक दीपक त्यागी, नगर अध्यक्ष अमित सैनी और महिला प्रमुख रीना चौधरी सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे। इस आयोजन को सफल बनाने में जिला अस्पताल प्रशासन का विशेष सहयोग रहा।
कुशीनगर में युवक का शव फंदे से लटका मिला:स्थानीयों ने पुलिस के दी सूचना, पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया
कुशीनगर के हाटा कोतवाली क्षेत्र के टिकरी गांव में गुरुवार सुबह एक युवक का शव फंदे से लटका मिला। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक की पहचान 26 वर्षीय संजय तिवारी पुत्र रामचंद्र तिवारी के रूप में हुई है। उसका शव घर के भीतर फंदे पर लटका हुआ पाया गया। आसपास के लोगों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। प्रभारी निरीक्षक रामसहाय चौहान अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे, तब तक परिजनों ने शव को फंदे से नीचे उतार लिया था। ग्रामीणों के अनुसार, संजय तिवारी शराब के आदी थे और कुछ दिन पहले ही नशा मुक्ति केंद्र से घर लौटे थे। उनकी शादी नहीं हुई थी, जिसके कारण वे अक्सर अवसाद में रहते थे। उनके पिता का पहले ही निधन हो चुका है। संजय तीन भाई थे। उनके बड़े भाई बैजनाथ तिवारी अपने परिवार के साथ गोरखपुर में रहते हैं, जबकि मंझले भाई संगम तिवारी अपनी पत्नी और एक छोटी बच्ची के साथ घर पर रहते हैं। कोतवाल रामसहाय चौहान ने बताया कि मृतक के भाई की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची थी। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। परिजनों की ओर से अभी तक कोई तहरीर नहीं दी गई है।
फतेहाबाद जिले के भूना क्षेत्र के गांव गोरखपुर में पांच दिनों से लापता अधेड़ व्यक्ति की डेडबॉडी नहर से मिली है। अधेड़ के मर्डर का आरोप उसके भतीजे पर लगा है। आरोप है कि गला घोंटकर आरोपी ने चाचा को मार दिया। इसके बाद उसे नहर में फेंक आया। पुलिस ने आरोपी भतीजे को राउंडअप कर लिया है। फिलहाल पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। जानकारी के अनुसार, गांव गोरखपुर निवासी लक्ष्मण सिंह (55) गांव में अकेला ही रहता था। लक्ष्मण सिंह अविवाहित था। लक्ष्मण के बड़े भाई का नाम मनफूल सिंह था। लक्ष्मण खेत में ही ढाणी बनाकर रहता था। वह गांव में कभी-कभार आता जाता था। 31 अक्टूबर के बाद से वह नजर नहीं आया। भतीजा भी अविवाहित, कभी बाबा भी बना जिस भतीजे पर मर्डर का आरोप लगा है, वह भी अविवाहित है। बिजेंद्र सिंह काफी दिन पहले भगवा कपड़े धारण कर बाबा भी बन गया था। इन दिनों भगवा त्यागा हुआ था। बिजेंद्र सिंह का एक छोटा भाई मंजीत सिंह है, जो इससे अलग ही गांव में रहता है। तीन-चार दिन से बंद थी नहर पुलिस को दी शिकायत में लक्ष्मण के चचेरे भाई दिलबाग ने बताया है कि उसकी भाई लक्ष्मण चार-पांच दिन से लापता था। उसको ढूंढ रहे थे, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। गुरुवार सुबह उसकी डेडबॉडी भाखड़ा ब्रांच नहर में गिरा हुआ मिला। हालांकि, उस समय नहर में पानी नहीं बह रहा था। तीन-चार दिन पहले ही नहर बंद हुई है। सूचना पाकर भूना पुलिस मौके पर पहुंची। इसके बाद शव को नहर से बाहर निकाल कर पोस्टमॉर्टम के लिए फतेहाबाद सिविल अस्पताल भिजवाया गया। लक्ष्मण सिंह और उसके भाई की थी इकट्ठी जमीन यहां मृतक के रिश्तेदार नेकीराम ने बताया कि लक्ष्मण सिंह और मनफूल सिंह दोनों भाईयों के नाम पर तीन एकड़ जमीन थी। उसके भतीजे ने जमीन हथियाने के लालच में अपने चाचा की हत्या कर दी। लक्ष्मण और मनफूल सिंह की जमीन इकट्ठी है। बिजेंद्र सिंह के मन में यह लालच था कि अगर चाचा मर जाए तो उसके हिस्से की जमीन भी उन दोनों भाईयों के हिस्से आ जाएगी। इससे दोनों भाई डेढ़-डेढ़ एकड़ के मालिक बन जाएंगे। फिलहाल बिजेंद्र सिर्फ तीन कनाल में ही फसल बिजाई करता था। आरोप है कि इसी के चलते बिजेंद्र सिंह ने अपने चाचा की गला घोंटकर हत्या कर दी। आरोपी राउंडअप कर लिया-प्रवक्ता पुलिस प्रवक्ता विनोद कुमार ने बताया कि इस मामले में आरोपी बिजेंद्र सिंह को पुलिस ने राउंडअप कर लिया है। दिलबाग सिंह की शिकायत पर भतीजे बिजेंद्र सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
भारतीय शास्त्रीय संगीत की मधुर ध्वनियों से शहर की शाम एक बार फिर सुरमयी होने जा रही है। संगम कल्चरल फाउंडेशन द्वारा आयोजित पंडित चिरंजी लाल तंवर को समर्पित सीरीज “मासिक संगीत सभा” की 26वीं कड़ी में इस बार पंडित हरिहर शरण भट्ट सितार वादन की प्रस्तुति देंगे। यह कार्यक्रम 7 नवंबर, शाम 6:45 बजे आर्य निवास होटल में आयोजित होगा। पंडित हरिहर शरण भट्ट के साथ तबले पर महेंद्र शंकर डांगी और पखावज पर ऐश्वर्य आर्य संगत करेंगे। शास्त्रीय संगीत प्रेमियों के लिए यह शाम ताल और राग की अनूठी जुगलबंदी का अद्भुत अनुभव कराएगी। संस्था के अध्यक्ष एवं कला प्रवर्तक सुनील सिंह तंवर ने बताया कि “संगम कल्चरल फाउंडेशन” पिछले 18 वर्षों से भारतीय शास्त्रीय संगीत और कला संरक्षण के लिए लगातार कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि हर महीने इस तरह की ‘मासिक संगीत सभा’ का आयोजन होता रहेगा, ताकि शास्त्रीय संगीत प्रेमियों को निरंतर सुरों का संगम मिलता रहे। यह आयोजन संगीत प्रेमियों के लिए एक सांगीतिक साधना और परंपरा के संरक्षण का अवसर बनेगा, जिसमें सुर, ताल और भाव का संगम श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर देगा।
एलजी मनोज सिन्हा 7-8 नवंबर को गाजीपुर आएंगे:दो दिवसीय दौरे पर साहित्य महोत्सव का उद्घाटन करेंगे
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा का 7 और 8 नवंबर 2025 को गाजीपुर का दो दिवसीय दौरा प्रस्तावित है। इस दौरान वे विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे और साहित्य महोत्सव का उद्घाटन करेंगे। अपने दौरे के पहले दिन, शुक्रवार को उपराज्यपाल वाराणसी एयरपोर्ट से सड़क मार्ग द्वारा गाजीपुर के लिए प्रस्थान करेंगे। वे सबसे पहले ग्राम मोहनुपरा, तहसील मुहम्मदाबाद पहुंचकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे। इसके बाद, उपराज्यपाल ग्राम रूकुण्डीपुर में अल्प प्रवास करेंगे। तत्पश्चात, वे ग्राम सुहवल, जंगीपुर में दिवंगत डिप्टी एस.पी. लक्ष्मण राय के आवास पर पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। ग्राम मतसा, जंगीपुर में स्थानीय नागरिकों से संवाद करने के उपरांत, वे वाराणसी स्थित सुल्तानकेश्वर मंदिर के गंगाधर लॉज पहुंचकर धार्मिक दर्शन करेंगे। दौरे के पहले दिन का समापन जौनपुर के होटल Ada Abode में रात्रि विश्राम के साथ होगा। अगले दिन, शनिवार सुबह, उपराज्यपाल जौनपुर से गाजीपुर शहर पहुंचेंगे। पूर्वाह्न 11 बजे वे होटल नन्द रेजीडेंसी, गाजीपुर में आयोजित साहित्य महोत्सव का उद्घाटन करेंगे। इस कार्यक्रम में वे साहित्यकारों, शिक्षाविदों और स्थानीय बुद्धिजीवियों से मुलाकात करेंगे तथा प्रदेश के सांस्कृतिक परिदृश्य पर अपने विचार साझा करेंगे। साहित्य महोत्सव के उपरांत, उपराज्यपाल का शास्त्रीनगर आवास पर अल्प विश्राम का कार्यक्रम है। दोपहर लगभग 2:30 बजे वे वाराणसी एयरपोर्ट के लिए प्रस्थान करेंगे। पूरे दौरे के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा सुरक्षा और प्रोटोकॉल की सभी आवश्यक तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं।
छत्तीसगढ़ के क्रांति सेना के प्रमुख अमित बघेल द्वारा भगवान झूलेलाल पर की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणी ने सिंधी समाज में भारी रोष पैदा कर दिया है। आस्था पर चोट से क्षुब्ध समाज के लोगों ने दतिया में जोरदार प्रदर्शन करते हुए आरोपी का पुतला फूंका और तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। गुरुवार को शहर के किला चौक पर सिंधी समाज के सैकड़ों लोग एकत्र हुए और छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के प्रमुख अमित बघेल के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान समाज के लोगों ने बघेल का पुतला दहन कर अपना विरोध दर्ज कराया। समाज के प्रतिनिधि मोहन ज्ञानानी ने कहा कि, अमित बघेल की टिप्पणी से पूरे सिंधी समाज की धार्मिक भावनाएं गहराई से आहत हुई हैं। भगवान झूलेलाल हमारे आराध्य हैं, उनका अपमान किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वहीं समाजसेवी दीपक बमबानी ने कहा कि, किसी भी धर्म या आराध्य का अपमान समाज को अस्वीकार्य है। प्रशासन यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं करता तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। विरोध के बाद समाज के पदाधिकारियों ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपा, जिसमें अमित बघेल को तुरंत गिरफ्तार कर उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की गई। समाज ने चेतावनी दी है कि यदि आरोपी पर कार्रवाई नहीं हुई, तो आगामी दिनों में देशव्यापी बंद और उग्र आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी।
क्रांतिवीर तात्या टोपे यूनिवर्सिटी में मंगलवार को ABVP के कार्यकर्ताओं की तोड़फोड़ और मारपीट के विरोध में गुरुवार को NSUI ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में NSUI कार्यकर्ताओं ने ABVP का पुतला फूंका और वाइस चांसलर के समर्थन में नारेबाजी की। दरअसल, मंगलवार को ABVP के कार्यकर्ता यूनिवर्सिटी में ज्ञापन देने पहुंचे थे। गेट पर उन्होंने नारेबाजी की और वाइस चांसलर से मिलने की जिद पर अड़े। उस समय वाइस चांसलर परीक्षा नियंत्रण कक्ष में एग्जाम पेपर की स्क्रुटनी कर रहे थे। ABVP कार्यकर्ताओं और सुरक्षाकर्मियों के बीच बहस हुई, जिसके बाद कार्यकर्ता धक्का-मुक्की करते हुए अंदर घुस गए। वाइस चांसलर के चैंबर के गेट का कांच तोड़ दिया गया और स्टाफ के साथ मारपीट भी हुई। मारपीट में एक कर्मचारी को कंधे, हाथ, गले और पीठ पर चोटें आईं। सूचना मिलते ही तहसीलदार गौरीशंकर बैरवा और कैंट TI अनूप भार्गव सहित पुलिस मौके पर पहुंचे। उनकी मौजूदगी में कुलगुरु ने ABVP के कार्यकर्ताओं से ज्ञापन लिया। ज्ञापन में लाइब्रेरी समेत अन्य सुविधाओं की मांग की गई और यूनिवर्सिटी में अनियमितताओं के आरोप लगाए गए। NSUI ने किया प्रदर्शन, ABVP का पुतला फूंका ABVP के हंगामे और मारपीट के विरोध में गुरुवार को NSUI कार्यकर्ता यूनिवर्सिटी पहुंचे। सुरक्षा के मद्देनजर कैंपस में सुबह से ही भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई थी। दोपहर 12 बजे NSUI कार्यकर्ताओं ने ABVP मुर्दाबाद के नारे लगाए और वाइस चांसलर के समर्थन में नारेबाजी की। इसके बाद NSUI कार्यकर्ताओं ने ABVP का पुतला फूंका। यूनिवर्सिटी अध्यक्ष शिवम ने कहा कि विद्यार्थी परिषद का यही चेहरा है। ये हमेशा अनैतिक और आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहते हैं। प्रदेश के कई जिलों में उन्होंने इसी तरह की घटनाएं की हैं। हम परिजनों से अपील करते हैं कि अपने बच्चों को विद्यार्थी परिषद के प्रति सचेत करें और उनसे बचाएं।
ग्वालियर में गुरुवार सुबह पुलिस और डकैतों के बीच हुई मुठभेड़ में बेहट थाना प्रभारी महावीर परिहार घायल हो गए। उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मुठभेड़ बेहट और हस्तिनापुर के बीच जंगलों में तब हुई, जब पुलिस का सामना योगी गुर्जर गैंग के 3 से 4 सदस्यों से हुआ। बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी, जिसमें थाना प्रभारी परिहार को गोली लगी। जवाबी कार्रवाई के बावजूद डकैत मौका पाकर जंगल में फरार हो गए। पुलिस के अनुसार यह वही गैंग है जिसने 9 सितंबर रात तिघरा थाना क्षेत्र में एक परिवार पर हमला कर गर्भवती महिला अंजू गुर्जर का अपहरण किया था। योगी गुर्जर पर 30 हजार रुपए का इनाम घोषित है। जंगल में सर्च ऑपरेशन शुरू घटना के बाद पुलिस ने जंगल में सघन सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। पांच अलग-अलग टीमें बदमाशों की तलाश में लगी हैं। वरिष्ठ अधिकारी भी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। ग्वालियर, मुरैना,धौलपुर में पुलिस का सिरदर्द बना योगी सिरफिरे आशिक डकैत योगी गुर्जर ने ग्वालियर, मुरैना और धौलपुर के बेल्ट में पुलिस का सिरदर्द बढ़ा दिया है। सिरफिरे योगी ने 22 दिन पहले फिल्मी स्टाइल में तिघरा के गुर्जा गांव में अपनी गर्भवती गर्लफ्रेंड का अपहरण किया था। किडनैपिंग से पहले डकैतों ने गांव में ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं थी। डकैत योगी ने प्रेमिका के घर में जो मिला, उसे बेरहमी से बंदूक की बट से पीटा और सबके सामने प्रेमिका को उसकी ससुराल से अपहरण कर ले गया। 22 दिन से जंगल की खाक छान रही पुलिस करीब 10 साल बाद पुलिस को एंटी डकैत स्क्वॉड, दो आईपीएस ऑफिसर के नेतृत्व में बनाकर ग्वालियर-चंबल के जंगल में उतारनी पड़ी। 22 दिन से पुलिस जंगल की खाक छान रही है, लेकिन डकैत योगी पुलिस के हाथ नहीं आ रहा है। पुलिस फंदा कसती जा रही है, लेकिन डकैत कभी प्रेमिका के ससुराल तो कभी मायके (श्योपुर) में धमका रहा है। बीहड़ में हथियारों से लैस गैंग सक्रिय दशकों से खामोश पड़े चंबल के बीहड़ (जंगल) में एक बार फिर डकैत गैंग पनपने की आहट सुनाई देने लगी है। डकैत गुड्डा गुर्जर गैंग का साथी योगेंद्र उर्फ योगी गुर्जर अपनी गैंग के साथ जंगल में उतर गया है। पता चला है कि डकैत योगी की गैंग में 16 सदस्य हैं। उनके पास पिस्टल से लेकर बंदूक और माउजर तक हैं। हथियारों से लैस डकैत गिरोह ग्वालियर, मुरैना और धौलपुर के जंगलों में डेरा डाले हुए हैं। दशकों बाद एंटी डकैत स्क्वॉड एक्टिव चंबल के जंगल में लंबे समय से आतंक का पर्याय माने जाने वाले डकैत गुड्डा गुर्जर गिरोह के सदस्य योगेन्द्र उर्फ योगी गुर्जर अब मध्यप्रदेश पुलिस के लिए सिरदर्द बने हुए हैं। अपनी प्रेमिका का विवाह ग्वालियर के गुर्जा गांव में हो जाने के बाद से योगी बागी हो गया था। ये खबरें भी पढ़िए... 1. ग्वालियर के गुर्जा गांव से गर्भवती के अपहरण का मामला ग्वालियर के तिघरा स्थित गुर्जा गांव में 8 अक्टूबर की रात को 15 से ज्यादा बदमाशों ने डकैतों की स्टाइल में वारदात को अंजाम दिया था। बदमाशों का मास्टर माइंड अपनी शादीशुदा गर्भवती प्रेमिका को बंदूक की नोक पर अपहरण कर ले गया था। बदमाशों ने करीब आधे घंटे तक ताबड़तोड़ फायरिंग की थी और गर्भवती का अपहरण से सनसनी फेल गई थी। हालांकि पुलिस घेराबंदी के बाद लंका पहाड़ी के जंगल में गर्भवती छोड़कर बदमाश भाग गए थे। पढ़ें पूरी खबर... 2. एक्स गर्लफ्रेंड के चक्कर में ‘स्क्वॉड’ से घिरा प्रेमी डकैत ग्वालियर-चंबल के जंगलों में सालों बाद बागियों का डेरा जम गया है। सिरफिरे आशिक डकैत योगी गुर्जर ने ग्वालियर, मुरैना और धौलपुर के बेल्ट में पुलिस का सिरदर्द बढ़ा दिया है। सिरफिरे योगी ने 22 दिन पहले फिल्मी स्टाइल में तिघरा के गुर्जा गांव में अपनी गर्भवती गर्लफ्रेंड का अपहरण किया था। किडनैपिंग से पहले डकैतों ने गांव में ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं थी। पढ़ें पूरी खबर...
2 नवंबर को डीग जिला पुलिस ने मेवात इलाके के साइबर ठगों के खिलाफ दबिश दी थी। जिसमें 61 साइबर ठग गिरफ्तार किए गए थे। इस मामले को लेकर आज कामां की पूर्व विधायक जाहिदा खान आईजी से मिलने पहुंची। इस दौरान उन्होंने कहा कि पुलिस ने जो लोग गिरफ्तार किए हैं। वह साइबर ठग नहीं हैं। वह निर्दोष हैं। इसलिए उन्हें पुलिस की कार्रवाई से बाहर निकाला जाए। पुलिस ने कुछ निर्दोष लोगों को गिरफ्तार किया पूर्व विधायक जाहिदा खान ने कहा कि 2 नवंबर की रात हेबतका और नवादा गांव में पुलिस ने दबिश दी थी। पुलिस को जो भी मिला उन्हें उठा लाई। उसमें से जिन लोगों को पुलिस ने मुजरिम माना है। उसमें से कुछ लोगों की लिस्ट हमने आईजी कैलाश चंद विश्नोई को दी है। वह लोग निर्दोष हैं। उन्हें बारे में जांच करवाएं। आईजी ने कहा है उन लोगों के बारे में जांच करवाकर जो भी उन्हें इंसाफ होगा वह दिलाया जाएगा। मेवात के पुलिस का अलग कानून पूर्व विधायक जाहिदा खान ने कहा कि साइबर ठगी सभी जगह हो रही है लेकिन, मेवात के लिए अलग कानून चल रहा है। बाकी जगह के लिए अलग कानून है। मेरी पुलिस से यही अपील है कि जो लोग साइबर ठगी कर रहे हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई करें। नाजायज लोगों को परेशान न करें। घर में घुसकर पुलिस ने तोड़ा सीसीटीवी कैमरा 2 नवंबर को जब पुलिस ने दबिश दी थी उस समय का एक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें साफ दिखाई दे रहा है। पुलिस के अंधेरे में मुंह पर कपड़ा बांधकर हाथों में लाठियां लेकर एक व्यक्ति के मकान की दीवारों को फांदकर उसके घर में घुस जाते हैं। इस दौरान एक सादा वर्दी में पुलिसकर्मी है जिसके मुंह पर कपड़ा बंधा है। जैसे भी घर मे लगे सीसीटीवी कैमरे को देखता है तो, वह लाठी से सीसीटीवी कैमरे को तोड़ देता है। इतने ने दूसरे पुलिस लात मारकर घर के गेट तोड़ने की कोशिश करते हैं।
अलवर जिले में गुरुवार को हुई परिचालक (कंडक्टर) सीधी भर्ती परीक्षा समाप्त हो गई। परीक्षा में कुल साढ़े 9 हजार अभ्यर्थियों में से लगभग 80 प्रतिशत यानी करीब साढ़े 7 हजार परीक्षार्थियों ने उपस्थिति दर्ज कराई। प्रशासन ने परीक्षा के लिए 37 परीक्षा केंद्र बनाए थे। इस परीक्षा में पटवारी, LDC, चपरासी, पुलिस, VDO और टीचर भर्ती परीक्षाएं दे चुके अभ्यर्थियों ने भी भाग लिया। पेपर में 100 प्रश्न पूछे गए। खास बात यह रही कि इसमें नेगेटिव मार्किंग नहीं होगी, जिससे अधिकांश अभ्यर्थियों ने सभी सवालों के जवाब दिए। कुछ प्रश्न सिलेबस के बाहर से आए नारायणपुर निवासी राहुल यादव ने बताया कि गणित के सवाल थोड़े कठिन थे, जबकि इंडिया जीके के कुछ सवाल सिलेबस से बाहर थे, लेकिन बाकी प्रश्न 10वीं स्तर के थे। उन्होंने कहा कि नेगेटिव मार्किंग नहीं होने के कारण पूरा पेपर हल कर लिया। कोटपूतली के मनोज मक्कड़ ने कहा कि पेपर एवरेज स्तर का था और सभी प्रश्नों को हल किया जा सका। वहीं महेंद्र सिंह (कोटपूतली) ने बताया कि पेपर अच्छा और संतुलित था, जिसमें करंट अफेयर्स से भी सही सवाल पूछे गए। करंट अफेयर के सवाल कठिन थे बानसूर निवासी गुरदयाल गुर्जर ने कहा कि पेपर 10वीं लेवल का था, हालांकि करंट अफेयर्स के कुछ सवाल थोड़े मुश्किल थे, बाकी परीक्षा सही रही। यह परीक्षा एक पारी में शांतिपूर्ण ढंग से आयोजित की गई।
अचानक शक्तिनगर थाने पहुंचे सोनभद्र के SP:रजिस्टर, काउंसलिंग कक्ष और महिला सहायता डेस्क देखी
पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने शक्तिनगर थाना का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने थाना परिसर की साफ-सफाई, अनुशासन और व्यवस्था का देखा निरीक्षण के दौरान, पुलिस अधीक्षक ने विशेष रूप से मिशन शक्ति केंद्र का जायजा लिया। उन्होंने केंद्र पर तैनात महिला आरक्षियों से बातचीत कर महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और सशक्तिकरण से संबंधित गतिविधियों की जानकारी ली। उन्होंने शिकायत रजिस्टर, काउंसलिंग कक्ष और महिला सहायता डेस्क की स्थिति भी परखी। पुलिस अधीक्षक ने निर्देश दिए कि प्रत्येक महिला फरियादी के प्रति पुलिस का व्यवहार संवेदनशील, सहानुभूतिपूर्ण और सहयोगी होना चाहिए। उन्होंने कहा, मिशन शक्ति केंद्र महिलाओं के आत्मविश्वास का प्रतीक है; यहां आने वाली प्रत्येक महिला को यह महसूस होना चाहिए कि पुलिस उसके साथ है। भोजन की गुणवत्ता परखी इसके बाद एसपी ने थाना परिसर में पुलिस कर्मियों के रहने-सहने की व्यवस्था, भोजन की गुणवत्ता, स्वच्छता और अनुशासन का भी निरीक्षण किया। संबंधित अधिकारियों को सुधार के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मियों की बेहतर सुविधा और स्वास्थ्य उनकी कार्यक्षमता का आधार है। पुलिस अधीक्षक ने थाना कार्यालय, अभिलेखागार, मालखाना, हवालात और शस्त्रागार का देखा और जानकारी ली । उन्होंने अभिलेखों के रख-रखाव, समयबद्ध प्रविष्टि और दस्तावेज़ों की सुव्यवस्था की समीक्षा भी किया। इस दौरान उन्होंने लंबित प्रकरणों के शीघ्र निस्तारण और प्रत्येक कार्य में पारदर्शिता बनाए रखने का निर्देश भी दिया। उन्होंने वर्तमान में संचालित मिशन शक्ति, यातायात माह, नशा उन्मूलन, साइबर क्राइम जागरूकता और अपराध नियंत्रण जैसे अभियानों की प्रगति के बारे में भी जानकारी लिया। उन्होंने सभी कर्मियों को जनहित से जुड़े इन अभियानों में जागरूकता, जनसंवाद और निष्ठा के साथ कार्य करने के लिए प्रेरित भी किया। अंत में,एसपी ने समस्त पुलिस कर्मियों को अपने कार्यों में कर्तव्यपरायणता, अनुशासन और जनसेवा की भावना बनाए रखने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा, जनता का विश्वास पुलिस की सबसे बड़ी पूंजी है, इसे समर्पण और संवेदनशीलता से बनाए रखना हम सभी की जिम्मेदारी है।
आजमगढ़ जिले के सगड़ी तहसील के हरैया ब्लॉक प्रमुख का चुनाव 4 अक्टूबर को कड़ी सुरक्षा के बीच हुआ था। ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की गुटबाजी पहली बार खुलकर सामने आई थी। इस अच्छा बाजी करो ब्लॉक प्रमुख पद के प्रत्याशी संदीप पटेल के प्रतिनिधि संतोष सिंह ने लगाया था। 4 अक्टूबर को हुए मतदान के फैसले को 30 अक्टूबर को आना था। पर इस पूरे मामले की रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट ने तालाब की थी। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट ने आज इस मामले में अपना फैसला सुनाते हुए संदीप पटेल को विजई घोषित किया। ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में फ्लोर टेस्टिंग कराई गई थी। इस फ्लोर टेस्टिंग में एक तरफ कौशलेंद्र सिंह उर्फ मिंटू थे जबकि दूसरी तरफ संदीप पटेल और उनके प्रतिनिधि संतोष सिंह थे। ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में 54 क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने मतदान किया था। जिले के निर्वाचन अधिकारी रविंद्र कुमार ने वैलेट पेपर से गुप्त मतदान कराया था और मतदान प्रक्रिया समाप्त होने के बाद तुरंत मतगणना कराई गई थी। यह समस्त कार्रवाई सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के अनुसार की गई थी। परिणाम को सीलबंद लिफाफे में सुप्रीम कोर्ट भेज दिया गया था। खुलकर सामने आई थी भाजपा की गुटबाजी आजमगढ़ में ब्लॉक प्रमुख चुनाव के होने वाले फ्लोर टेस्ट में भारतीय जनता पार्टी की गुटबाजी खुलकर सामने आई थी। भाजपा में हो रही इस गुटबाजी का आरोप भाजपा समर्थित प्रत्याशी संदीप पटेल के प्रतिनिधि संतोष सिंह ने लगाया था। संतोष सिंह का कहना है कि जहां एक तरफ भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष ध्रुव कुमार सिंह, पूर्व जिला अध्यक्ष जयनाथ सिंह, भाजपा के क्षेत्रीय कार्य समिति सदस्य अखिलेश कुमार मिश्रा गुड्डू और सगड़ी की पूर्व विधायक वंदना सिंह हमारे साथ खड़ी है। वहीं भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय, भाजपा के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व प्रत्याशी अरविंद जायसवाल, भाजपा के रौनापार के मंडल अध्यक्ष वीरेंद्र पटेल, हरैया के मंडल अध्यक्ष सुधीर कुमार राय समाजवादी पार्टी समर्थित प्रत्याशी की मदद कर रहे थे। ब्लॉक प्रमुख चुनाव से शुरू हुई गुटबाजी सरकार के मंत्री अनिल राजभर के कार्यक्रम तक जारी रही। अनिल राजभर के कार्यक्रम में भी भाजपा के दो गुटों के बीच जमकर मारपीट हुई थी। भाजपा जिला इकाई ने झोंकी थी ताकत भारतीय जनता पार्टी के लिए ब्लॉक प्रमुख का यह चुनाव कठिन परीक्षा बन चुका है। भाजपा को अपने ही लोगों से अपने ही जिले में लड़ना पड़ रहा है। भाजपा में किस कदर आंतरिक गुटबाजी हॉबी है। यह सीधे-सीधे ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में सामने आ गई थी। क्षेत्र पंचायत सदस्य ने लाया था अविश्वास प्रस्ताव आजमगढ़ के हरैया ब्लाक की क्षेत्र पंचायत सदस्य वंदना ने अविश्वास प्रस्ताव लाया था। जिसका फ्लोर टेस्ट 4 अक्टूबर को हुआ था। एक तरफ जहां भाजपा समर्थित प्रत्याशी संदीप पटेल और उनके प्रतिनिधि संतोष सिंह लगातार क्षेत्र पंचायत सदस्यों के साथ बैठक कर चुके हैं। वहीं दूसरी तरफ अविश्वास प्रस्ताव लाने वालों के समर्थन में कौशलेंद्र सिंह और आशीष सिंह राय लगातार बड़ी अपने पक्ष में करने की जुगत में लगे हुए थे।
मेड़ विवाद को लेकर हुई हत्या का VIDEO:मरने से पहले युवक ने ही बनाया, बात करते-करते मारी गोली
शाहजहांपुर जिले के परौर थाना क्षेत्र में एक किसान की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना बुधवार को हुई थी और गुरुवार को इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो में आरोपी मामूली कहासुनी के बाद तमंचा निकालकर गोली चलाते हुए दिख रहा है। घटना बुधवार को शाहजहांपुर जिले के परौर थाना क्षेत्र के गहोड़ी गांव में हुई। बदायूं के उसावां वार्ड चार निवासी अरवेश यादव पुत्र शिप्टर सिंह की गोली लगने से मौत हो गई। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, वार्ड सात के कल्लू सिंह पुत्र नेत्रपाल का अरवेश से खेत की मेड काटने को लेकर विवाद हुआ था। विवाद बढ़ने पर कल्लू अपने भाई और एक अज्ञात व्यक्ति के साथ बाइक से खेत पर पहुंचा। वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कल्लू और अरवेश के बीच बहस हो रही है। बहस के दौरान कल्लू ने तमंचा निकालकर अरवेश को गोली मार दी। गोली लगने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। परौर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हालांकि, घटना के आरोपियों को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। पुलिस वायरल वीडियो और अन्य साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों की तलाश कर रही है। इस मामले में कल्लू ठाकुर समेत तीन के खिलाफ शाहजहांपुर के परौर थाने में एफआईआर दर्ज हो चुकी है।
फरीदाबाद में किसानों को 15 दिन बाद मिली खाद:सरकारी रेट पर वितरण, लाइन में खड़े रहकर करना पड़ा इंतजार
फरीदाबाद जिले में किसानों को आखिरकार 15 दिन के लंबे इंतजार के बाद यूरिया और डीएपी खाद मिलना शुरू हुआ है, लेकिन राहत मिलने के बावजूद भी किसानों को खाद केंद्रों पर लंबी-लंबी लाइनों में खड़ा होना पड़ रहा है। किसानों का कहना है कि पिछले 10 से 15 दिनों से वे खाद केंद्रों के चक्कर लगा रहे थे, लेकिन हर बार यह कहकर लौटा दिया जाता था कि खाद उपलब्ध नहीं है। आज जब खाद मिलना शुरू हुआ, तब भी किसानों को कई घंटे लाइन में खड़े रहकर इंतजार करना पड़ा। इस समय फसलों की बुआई का सीजन पनहेड़ा गांव से आए गंगाराम, मोहला गांव से आये जय कुमार, घरौंडा गांव से तारा चंद ने बताया कि हर साल इस समय फसलों की बुआई का सीजन होता है, ऐसे में समय पर खाद न मिलने से उन्हें भारी परेशानी झेलनी पड़ती है। कई किसानों ने कहा कि सरकार को इस समस्या का समाधान निकालना चाहिए, लेकिन इसके बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। किसानों ने यह भी बताया कि जितनी जरूरत होती है, उतनी खाद नहीं मिलती अक्सर दो से तीन कट्टे कम ही दिए जाते हैं। इस वजह से उन्हें अपनी फसल की बुआई में देरी करनी पड़ती है और उत्पादन पर भी असर पड़ता है। जिन किसानों का पहले से रजिस्ट्रेशन, उन्हें दी वहीं कृभको खाद केंद्र के सेल्समेन नरेंद्र शर्मा ने बताया कि कल शाम को ही यूरिया और डीएपी खाद की खेप केंद्र पर पहुंची थी और आज सुबह से किसानों को वितरण शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि खाद उन्हीं किसानों को दी जा रही है जिनका रजिस्ट्रेशन पहले से हुआ है। सरकार की ओर से जो रेट तय किया गया है, उसी फिक्स रेट पर खाद दी जा रही है। किसी भी तरह की कोई मनमानी या अतिरिक्त चार्ज नहीं लिया जा रहा है।
सीतापुर में डीएम राजागणपति आर ने गुरुवार सुबह मिश्रिख सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का औचक निरीक्षण किया और अस्पताल की व्यवस्थाओं का गहन परीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने ओपीडी, आईपीडी, केएमसी, महिला वार्ड, लेबर रूम, पैथोलॉजी, ऑक्सीजन प्लांट, किचन, काउंसलिंग कक्ष और एनबीएसयू यूनिट का निरीक्षण करते हुए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। डीएम ने अस्पताल में आवश्यक दवाओं की उपलब्धता, स्वच्छता व्यवस्था और अवस्थापना सुविधाओं में सुधार के निर्देश दिए। विशेष रूप से उन्होंने शौचालयों और अस्पताल परिसर में गंदगी मिलने पर नाराजगी व्यक्त की और साफ-सफाई का समुचित प्रबंध सुनिश्चित करने को कहा। निरीक्षण के दौरान प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. प्रखर श्रीवास्तव के अनुपस्थित पाए जाने पर डीएम ने नाराजगी जताई और निर्देश दिए कि उन्हें नोटिस जारी कर एक दिन का वेतन काटा जाए। इसी तरह कार्यों में लापरवाही पाए जाने पर ब्लॉक एकाउंट्स मैनेजर (बालक राम), फार्मासिस्ट (रवि यादव) और स्टाफ नर्स (सीता) के विरुद्ध 15 दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए। डीएम ने मरीजों को दिए जा रहे भोजन और नाश्ते की गुणवत्ता को मानकों के अनुरूप न पाकर नाराजगी जताई। इस सेवा को संचालित कर रहे सखी स्वयं सहायता समूह का टेंडर रद्द करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही बीपीएम, बीसीपीएम और बैम को कारण बताओ नोटिस जारी करने के आदेश भी दिए। जन्म प्रमाणपत्र डिस्चार्ज के समय ही परिजनों को दिया जाए उन्होंने ऑक्सीजन प्लांट को तत्काल दुरुस्त कर संचालन में लाने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि बेडशीट नियमित रूप से बदली जाए। चिकित्सक भ्रमणशील रहें और मरीजों को दी जा रही दवाओं एवं इंजेक्शनों का विवरण पर्चे में दर्ज किया जाए। डीएम ने यह भी निर्देश दिया कि सभी कर्मचारी निर्धारित यूनिफॉर्म में रहें, डिलीवरी रजिस्टर सही तरीके से भरा जाए तथा जन्म प्रमाणपत्र डिस्चार्ज के समय ही परिजनों को दिया जाए। उन्होंने फैमिली प्लानिंग काउंसलिंग को प्रभावी ढंग से संचालित करने पर भी बल दिया। निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुरेश कुमार समेत संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
सीकर में सिंधी समाज का विरोध-प्रदर्शन:सिंधी समाज के ईष्टदेव पर टिप्पणी की निंदा, कार्रवाई की मांग
सीकर में आज सिंधी समाज ने समाज के ईष्टदेव पर टिप्पणी को नाराजगी जताई है। सिंधी समाज के लोग हाथों में पोस्टर लेकर विरोध रैली के रुप में कलेक्ट्रेट पहुंचे और जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। पूज्य सिंधी समाज के अध्यक्ष नरेश नारवानी ने कहा कि छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के अध्यक्ष व जोहर छत्तीसगढ़ पटरी के प्रमुख अमित बघेल ने पूज्य सिंधी समाज के ईष्टदेव व सिंधी समाज के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की। अध्यक्ष नरेश नारवानी ने बताया कि छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के अध्यक्ष और जोहर छत्तीसगढ़ पटरी के प्रमुख अमित बघेल ने जो आपत्तिजनक टिप्पणी की है, उससे समाज में गहरा आक्रोश है। अमित बघेल ने समाज के आराध्य देव का अपमान किया और पूरे सिंधी समाज की देशभक्ति पर भी सवाल उठाया है। सिंधी समाज हमेशा से ही देश की सेवा के लिए तत्पर रहा है और अपना जीवन समर्पित किया है। सिंधी समाज सभी धर्मों में आस्था रखता है। समाज पर इस तरह की आपत्तिजनक टिप्पणियां असहनीय है। समाज में शांति और आपसी भाईचारे के लिए दोषी अमित बघेल पर कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए।
नेपाल सीमा के समानांतर बनेगी नई सड़क:नो मैन्स लैंड जैसा होगा ट्रैफिक प्लान, सात जिलों को जोड़ेगी
भारत-नेपाल सीमा के पास सात जिलों को जोड़ने वाली एक नई सड़क परियोजना पर काम तेज हो गया है। इस प्रस्तावित सड़क का निर्माण 'नो मैन्स लैंड' के समानांतर किया जाएगा, जिसका उद्देश्य सीमावर्ती क्षेत्रों में बेहतर निगरानी और आवागमन की सुविधा प्रदान करना है। इससे सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की चौकियों तक पहुंच आसान होगी और सीमा से सटे गांवों की कनेक्टिविटी भी मजबूत होगी। अधिकारियों ने सड़क का नया एलाइनमेंट तय करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसका मुख्य लक्ष्य जंगलों को न्यूनतम नुकसान पहुंचाना और निर्माण लागत को नियंत्रित रखना है। इस संबंध में जल्द ही भारत सरकार के अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक प्रस्तावित है, जिसमें परियोजना को अंतिम मंजूरी मिलने की संभावना है। इन जिलों को जोड़ेगी सीमा क्षेत्र में एक ओर नेपाल की पहाड़ियां हैं, जबकि भारतीय सीमा की ओर घना वन क्षेत्र फैला हुआ है। कई स्थानों पर दोनों देशों को जोड़ने वाले छोटे रास्ते और पगडंडियां हैं, जिनकी निगरानी एसएसबी करती है। यह नई सड़क उत्तर प्रदेश के सात सीमावर्ती जिलों - पीलीभीत, लखीमपुर, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर और महाराजगंज को सीधे जोड़ेगी। बलरामपुर जिले में लगभग 91 किलोमीटर लंबी सड़क परियोजना प्रस्तावित है। वर्ष 2018-19 में कंचनपुर से गंधैला नाका के बीच 7.26 किलोमीटर सड़क का निर्माण पूरा हो चुका है, जिस पर अब तक 23 करोड़ 69 लाख रुपये खर्च किए गए हैं। शेष 84 किलोमीटर सड़क का निर्माण होना है, जिसमें से 72 किलोमीटर हिस्सा सोहेलवा वन्यजीव प्रभाग के अंतर्गत आता है। इस हिस्से के निर्माण के लिए लगभग आठ हजार पेड़ों की कटाई करनी पड़ सकती है। लोक निर्माण विभाग (इंडो-नेपाल खंड) और वन विभाग की एक संयुक्त टीम ने नए सर्वे के आधार पर संशोधित प्रस्ताव शासन को भेजा है। पहले एसएसबी द्वारा भेजे गए प्रस्ताव में सड़क मुख्य मार्ग के काफी नजदीक थी, लेकिन नए एलाइनमेंट के तहत पर्यावरणीय नुकसान और लागत दोनों को कम करने का प्रयास किया गया है। सोहेलवा वन्यजीव प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी गौरव गर्ग ने बताया कि ग्रामीण अभियंत्रण विभाग और वन विभाग ने संयुक्त सर्वे पूरा कर लिया है। उन्होंने कहा कि नए सिरे से तैयार की गई रिपोर्ट शासन को भेजी गई है और जल्द ही उच्चाधिकारियों के साथ बैठक कर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
बदलती जीवनशैली और खान-पान की गलत आदतें कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को जन्म दे रही हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अब यह बीमारी किसी एक लिंग या उम्र तक सीमित नहीं रही है, बल्कि महिला और पुरुष दोनों में समान रूप से देखने को मिल रही है। आगरा, सैफई और लखनऊ के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने बताया कि अगर समय रहते लक्षणों को पहचाना जाए तो कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी को शुरुआती दौर में ही रोका जा सकता है। कानपुर में आयोजित UPASICON 2025 कार्यक्रम में गुरुवार को विभिन्न प्रदेशों से तमाम विशेषज्ञ इसमें शामिल हुए। आंतों का कैंसर अब दोनों में समान, वेस्टर्न फूड बना वजह आगरा की कैंसर स्पेशलिस्ट डॉ. अंशिका गुप्ता ने बताया कि आंतों के कैंसर के मामलों में अब पुरुष और महिलाएं बराबर संख्या में सामने आ रहे हैं। लगभग 50-50 प्रतिशत मरीज दोनों में हैं। उन्होंने कहा कि इसका सबसे बड़ा कारण है वेस्टर्न लाइफस्टाइल, यानी फास्ट फूड, जंक फूड, रिफाइंड ऑयल और मैदे से बने उत्पादों का अत्यधिक सेवन। डॉ. अंशिका के अनुसार, कैंसर बनने की प्रक्रिया धीरे-धीरे होती है, इसे पूरी तरह विकसित होने में लगभग 10 साल का समय लगता है। उन्होंने चेताया कि बड़ी आंत का कैंसर अक्सर बवासीर के लक्षणों जैसा लगता है, लेकिन इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यदि किसी को बिना कारण एनीमिया, लैट्रिन रुकना, या खून की कमी जैसी समस्या हो रही है तो यह गंभीर संकेत हो सकते हैं और जांच करानी जरूरी है। कम उम्र की महिलाओं में बढ़ रहा ब्रेस्ट कैंसर का खतरा सैफई मेडिकल कॉलेज के डॉ. सोमेंद्र पाल सिंह ने बताया कि अब ब्रेस्ट कैंसर केवल 40 वर्ष से ऊपर की महिलाओं में नहीं, बल्कि कम उम्र की महिलाओं में भी तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, “जो महिलाएं स्तनपान नहीं करतीं, उनमें ब्रेस्ट कैंसर का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। इसके अलावा जिनका कोलेस्ट्रॉल स्तर बढ़ा हुआ रहता है या जिम में भारी वर्कआउट करती हैं, उनमें भी यह खतरा तेजी से बढ़ रहा है।” डॉ. सिंह ने सलाह दी कि हर महिला को नियमित सेल्फ एग्जामिनेशन और साल में कम से कम एक बार मेडिकल चेकअप जरूर कराना चाहिए ताकि शुरुआती स्टेज में कैंसर का पता चल सके। गलत सर्जरी से बढ़ रहा हर्निया आरएमएल हॉस्पिटल लखनऊ के डॉ. विकास सिंह ने बताया कि हर्निया के मरीजों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। उन्होंने कहा कि “गलत सर्जरी या गलत सिलाई तकनीक की वजह से हर्निया के मामलों में लगभग 30 से 40 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी देखी जा रही है।” इसके अलावा स्मोकिंग, भारी वजन उठाना, और खराब लाइफस्टाइल भी इसके प्रमुख कारण हैं। हर्निया के लक्षणों में पेट में गांठ, लगातार दर्द, उल्टी, पेट की लाइन में सूजन शामिल हैं। डॉ. विकास के अनुसार, “ऐसे लगभग 8 से 10 प्रतिशत मरीजों में दोबारा हर्निया होने की संभावना बनी रहती है, इसलिए सही सर्जन से इलाज करवाना जरूरी है।”
जालौन कोतवाली के ग्राम सिकरी राजा निवासी अरुण कुमार देवपुरिया ने अपनी पुत्री सोनम की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मृत्यु के मामले में उसके ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने जालौन पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है। अरुण कुमार देवपुरिया के अनुसार, उनकी बेटी सोनम का विवाह 1 जून 2021 को जालौन थाना क्षेत्र के खण्डेराव निवासी संजय नगायच पुत्र सोमकाश नगायच से हुआ था। शादी में लगभग 15 लाख रुपए खर्च कर आधुनिक घरेलू सामान और एक मोटरसाइकिल दी गई थी। विवाह के तुरंत बाद, सोनम के पति संजय नगायच, ससुर सोमकाश और सास प्रभा देवी सहित अन्य ससुरालजन दहेज में कार की मांग करने लगे। यह मांग पूरी न होने पर सोनम को लगातार शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाने लगा। पिता का आरोप है कि निरंतर शारीरिक और मानसिक यातनाओं के कारण सोनम की तबीयत बिगड़ने लगी और वह टीबी की बीमारी से ग्रसित हो गई। ससुराल पक्ष ने उसकी बीमारी का उचित इलाज नहीं कराया, जिससे उसकी हालत और बिगड़ गई। अरुण देवपुरिया ने स्वयं अपनी बेटी का इलाज कराया। इसके बाद भी जब सोनम ससुराल लौटी, तो उसके साथ फिर से लापरवाही और उपेक्षा बरती गई। 8 अक्टूबर 2025 को जब अरुण कुमार सोनम को वापस लेने ससुराल पहुंचे, तो ससुराल पक्ष ने उसे भेजने से इनकार कर दिया। उन्होंने जबरन सोनम के डेढ़ साल के बेटे कान्हा को उससे छीन लिया। काफी विवाद और पुलिस को सूचना देने के बाद सोनम को उसके पिता के साथ भेजा गया। इसके बाद अरुण कुमार ने सोनम का इलाज भोपाल स्थित एम्स और ग्वालियर के अस्पतालों में कराया। हालांकि, उसकी हालत नाजुक बनी रही और 17 अक्टूबर को स्पर्श हेल्थ केयर में इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। पिता अरुण कुमार का आरोप है कि सोनम की मौत उसके ससुराल पक्ष द्वारा की गई प्रताड़ना, उसे भूखा रखने और उचित इलाज न कराने के कारण हुई है। कोतवाली पुलिस द्वारा शव का पंचनामा कराया गया और पोस्टमॉर्टम मेडिकल कॉलेज उरई में हुआ। हालांकि, इस मामले में अब तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। पीड़ित पिता ने पुलिस अधीक्षक से मांग की है कि सोनम के पति संजय नगायच सहित सभी ससुरालजनों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न और गैर-इरादतन हत्या की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए।
कोटा में तैयार हुआ आयुर्वेद कॉलेज:स्पीकर ओम बिरला और डिप्टी सीएम डॉ. बैरवा ने किया उद्घाटन
कोटा में आयुर्वेद, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा महाविद्यालय का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। इस कॉलेज के नए भवन का लोकार्पण लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा, विधायक संदीप शर्मा और राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय जोधपुर के कुलगुरु वैद्य गोविंद सहाय शुक्ला मौजूद रहे। राजस्थान सरकार ने इस परियोजना के लिए 2189 लाख रुपए की स्वीकृति 20 मार्च 2023 को जारी की थी। करीब 21.89 करोड़ की लागत से बना यह भवन प्रदेश में स्वीकृत 6 आयुर्वेद कॉलेजों में सबसे पहले तैयार हुआ है। अन्य कॉलेजों में अब भी निर्माण कार्य जारी है। प्रदेश का पहला आयुर्वेद कॉलेज राजस्थान में 6 आयुर्वेद कॉलेज बने थे। इनमें से सबसे पहले कोटा का आयुर्वेद कॉलेज बनकर तैयार हुआ। ये सुविधाएं मिलेंगी आयुर्वेद अस्पताल परिसर में ग्राउंड फ्लोर पर 32,485 वर्गफीट और फर्स्ट फ्लोर पर 31,960 वर्गफीट क्षेत्र में यह भवन बना है। इसमें 7 लेक्चर हॉल, एक विशाल ऑडिटोरियम, रिफ्रेशमेंट लॉबी, फैकल्टी रूम, लैब्स, ब्लड बैंक और पुस्तकालय जैसी सुविधाएं शामिल हैं। इलाज का लाभ मिलेगा नए भवन में एक साथ 450 विद्यार्थी अध्ययन कर सकेंगे। इससे हाड़ौती अंचल में आयुर्वेद शिक्षा, चिकित्सा और रोजगार के नए अवसर खुलेंगे। जनता को भारतीय चिकित्सा पद्धति से उपचार का लाभ मिलेगा। डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा ने बताया- 22 करोड़ रुपए की लागत से इस बिल्डिंग का निर्माण हुआ है, कोटा की जनता को इस आयुर्वेद भवन से बहुत फायदा मिलेगा। रोजाना क्लास लगेगी आयुर्वेद स्टूडेंट ने बताया- कॉलेज के बनने के बाद हमें काफी अच्छी सुविधा मिलेगी यहां पर रोजाना क्लास लगेगी। पहले पढ़ने के लिए काफी दूर जाना पड़ता था, अब कोटा के बीचो-बीच कॉलेज बन चुका है। यहां पर सारी फैसिलिटी है। लैबोरेटरी, पुस्तकालय, ऑडिटोरियम, अभी जूनियर बच्चे भी आए हैं। सभी को अपना कॉलेज देखकर बहुत अच्छा लग रहा है।
फिरोजाबाद में पति ने पत्नी को पीटा:बचाव में आए साढ़ू-साढ़वाइन से भी मारपीट, गली में आकर की मारपीट
फिरोजाबाद के संतोष नगर में गुरुवार को एक घरेलू विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। पति ने अपनी पत्नी के साथ मारपीट की। जब बीच-बचाव करने रिश्तेदार पहुंचे तो उनके साथ भी हाथापाई की गई। सूचना मिलने पर थाना उत्तर पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को शांत कराया। जानकारी के अनुसार, संतोष नगर निवासी ललितेश का उसके पति कृष्णा से किसी बात को लेकर विवाद हो गया। विवाद बढ़ने पर कृष्णा ने अपनी पत्नी ललितेश की पिटाई शुरू कर दी। चीख-पुकार सुनकर पड़ोसी और रिश्तेदार मौके पर पहुंचे। इस दौरान ललितेश के साढ़ू विनय कुमार (पुत्र अशोक कुमार) और साढ़वाइन ममता ने बीच-बचाव करने का प्रयास किया। आरोप है कि कृष्णा ने उनके साथ भी मारपीट की। घटना की सूचना मिलते ही थाना उत्तर पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया और घायलों के बयान दर्ज किए। थाना उत्तर के इंस्पेक्टर संजुल पांडे ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। तहरीर मिलने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल मामले को समझा बुझाकर शांत कर दिया गया है।
गाजियाबाद में ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर ठगी:साइबर फ्रॉड में 6.36 लाख रुपए गंवाए, केस दर्ज
गाजियाबाद के नंदग्राम निवासी मुन्ना कुमार ऑनलाइन ठगी का शिकार हो गए हैं। उन्हें सोशल मीडिया के माध्यम से एक महिला ने संपर्क किया और ऑनलाइन ट्रेडिंग में भारी मुनाफा कमाने का लालच दिया। बातचीत के दौरान, महिला ने मुन्ना कुमार को एक व्यक्ति से मिलवाया, जिसने खुद को वित्तीय सलाहकार बताया। इस व्यक्ति ने दावा किया कि एक विशेष ऑनलाइन ग्रुप के ज़रिए 30 से 50 प्रतिशत तक का मुनाफा कमाया जा सकता है। उसके झांसे में आकर मुन्ना कुमार ने शुरुआत में 10 हजार रुपए का निवेश किया। कुछ समय बाद उन्हें मुनाफे के झूठे स्क्रीनशॉट दिखाए गए, जिससे उनका विश्वास बढ़ गया। विश्वास जीतने के बाद, ठगों ने मुन्ना कुमार से बार-बार निवेश करवाया। शिकायत के अनुसार, उन्होंने अलग-अलग बैंक खातों और यूपीआई आईडी के माध्यम से कई बार रकम ट्रांसफर की। कुल मिलाकर, मुन्ना कुमार ने लगभग 6 लाख 36 हजार 948 रुपए भेजे। यह राशि 10 हजार से लेकर 70 हजार रुपए तक की किस्तों में दी गई थी। ठगों ने अकाउंट एक्टिवेशन फीस, कमीशन और निकासी शुल्क जैसे विभिन्न बहानों से पैसे मंगवाए। हर बार उन्हें बताया गया कि अगला भुगतान करने पर मुनाफा बढ़ेगा। हालांकि, जब मुन्ना कुमार ने अपनी पूंजी वापस निकालने का प्रयास किया, तो उनसे कहा गया कि निकासी तभी संभव होगी जब वे और रकम जमा करेंगे। इसके बाद आरोपियों ने उनसे संपर्क तोड़ लिया। इस संबंध में पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस टीम ठगों के बैंक खातों और मोबाइल नंबरों की ट्रैकिंग कर रही है, ताकि आरोपियों की पहचान कर उन्हें पकड़ा जा सके। लेनदेन से जुड़े खातों की जानकारी भी एकत्र की जा रही है।
कैथल में पुलिस ने 6 किलो 190 ग्राम गांजा फूल पत्ती सप्लाई करने के मामले में पुलिस ने मुख्य सप्लायर को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने कैथल व हरियाणा में सप्लाई करने के लिए दो तस्करों को नशा उपलब्ध करवाया था। पकड़े गए सप्लायर की पहचान बिहार के जिला सुपौल निवासी देवनारायण के रूप में हुई है। आरोपी के कब्जे से तीन हजार रुपए ड्रगमनी भी बरामद हुई है। दो तस्कर पकड़े थे बता दें कि दो नवंबर को सीआईए 1 पुलिस द्वारा 2 नशा तस्करों को 6 किलो 190 ग्राम गांजा फूल पत्ती सहित काबू कर लिया गया था। पुलिस की टीम सायंकालीन गश्त के दौरान बस अड्डा मुंदडी पर मौजूद थी। वहां एक गुप्त जानकारी मिली कि कमालपुर जिला सुपौल बिहार निवासी मदजावेद अख्तर व गांव अरराहा जिला सुपौल बिहार निवासी पवन गांजा फूल पत्ती बेचने का काम करते हैं। तलाशी के दौरान मिला नशा दोनों अभी गांव मुंदड़ी से पूंडरी की तरफ सिरसा ब्रांच नहर से आगे किसी वाहन के इंतजार में खड़े हैं। अगर तुरंत रेड की जाए तो दोनों को गांजा फूल पत्ती सहित काबू किया जा सकता है। पुलिस ने उपरोक्त स्थान पर दबिश देकर संदिग्ध बिहार निवासी मदजावेद अख्तर व पवन को काबू कर लिया था। एईटीओ कैथल जतिन सिंह के समक्ष ली गई तलाशी के दौरान आरोपियों के कब्जे में एक बैग से 6 किलो 190 ग्राम गांजा फुल पत्ती बरामद हुई थी। दोनों आरोपियों के खिलाफ थाना पूंडरी में मामला दर्ज करके मौके पर पहुंचे एएसआई गुरदान सिंह द्वारा दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों आरोपियों का व्यापक पूछताछ के लिए 8 दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया गया था। पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि उनको यह नशा देवनारायण ने उपलब्ध करवाया था। आरोपी देवनारायण जेल भेज दिया है।
ईदगाह मोहल्ले में मुंबई से आए परिवार पर हमला:तलवार लहराते हुए युवक का CCTV वीडियो सामने आया
चूरू शहर के मोहल्ला ईदगाह में मुंबई से आए एक परिवार पर जानलेवा हमला, वाहन में तोड़फोड़ और नकदी लूटने का मामला सामने आया है। घटना 31 अक्टूबर की है जिसका सीसीटीवी वीडियो आज सामने आया है। जानकारी के अनुसार वीडियो 31 अक्टूबर की रात करीब साढ़े नौ बजे का बताया जा रहा है। वीडियो में कुछ लोगों को तलवारें लेकर भागते और हमला करते हुए देखा जा सकता है। हालांकि बताया गया कि तलवारें बिना धार की थीं, लेकिन वीडियो से यह साफ होता है कि परिवार पर हमला हुआ था। फुटेज में मौके पर भीड़ भी नजर आ रही है। ईदगाह मोहल्ले के 36 वर्षीय इब्राहिम खत्री ने कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। रिपोर्ट के अनुसार, वह मुंबई से अपने परिवार के साथ चूरू में एक शादी समारोह में शामिल होने आए थे। जब वे वापसी के लिए घर के बाहर सामान रख रहे थे, तभी अचानक कुछ लोगों ने उन पर हमला कर दिया। इब्राहिम ने सैफ पावटिया, युसुफ, उसकी पत्नी और साहिल पर तलवारों और लोहे की सरियों से हमला करने का आरोप लगाया है। आरोपियों ने उनकी गाड़ी के शीशे तोड़ दिए और वाहन में रखे करीब एक लाख रुपए नकद लूट लिए। घटना की सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और दो तलवारें बरामद कीं। पुलिस ने सैफ पावटिया, साहिल, यूसुफ और एक महिला के खिलाफ बीएनएस की संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा गुरुवार को बारां जिले के अंता विधानसभा उपचुनाव के सिलसिले में झालावाड़ पहुंचे। वे हेलिकॉप्टर से कोलाना एयरपोर्ट पर उतरे और यहां से बारां जिले के मांगरोल के लिए रवाना हो गए। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री को सुबह 11:20 बजे झालावाड़ पहुंचना था, लेकिन वे दोपहर 1 बजे एयरपोर्ट पहुंचे। प्रशासन ने उनके आगमन को लेकर सभी आवश्यक तैयारियां की थीं। एयरपोर्ट पर जिला कलेक्टर अजय सिंह राठौड़ और एसपी अमित कुमार ने मुख्यमंत्री की अगवानी की। इसके बाद मुख्यमंत्री ने हेलीपैड पर मौजूद भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं से मुलाकात की। कार्यकर्ताओं ने उन्हें गुलदस्ते भेंट कर अभिनंदन किया। कुछ देर रुकने के बाद, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा दोपहर करीब 1:25 बजे झालावाड़ से रवाना हो गए। इस दौरान उन्होंने ड्राई फ्रूट्स, नारियल पानी और चाय का सेवन किया। वे अंता में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे।
रतलाम में सात महीने बाद शुरू हुए नगर निगम के सम्मेलन की शुरुआत गुरुवार को विवाद और हंगामे के साथ हुई। कांग्रेस पार्षदों ने समय पर एजेंडा न मिलने और शहर की प्राथमिक समस्याओं को इसमें शामिल न करने का विरोध किया। विरोध के दौरान दो पार्षद सड़क पर बैठ गए और एजेंडे की कॉपी लेकर प्रदर्शन किया। कांग्रेस पार्षदों ने आरोप लगाया कि एजेंडे में शहर की समस्याओं को दरकिनार कर देश के मुद्दे शामिल कर दिए गए हैं। सम्मेलन सुबह 11 बजे शुरू हुआ। कांग्रेस पार्षदों ने वार्डों में अमृत 2 योजना में काम न होने और भुगतान की बात उठाई। इस पर नगर निगम अध्यक्षा और महापौर प्रहलाद पटेल ने कहा कि काम होना बाकी है। अगर भुगतान हो गया है तो मैं इस्तीफा दे दूंगा। अगर नहीं हुआ है तो आप इस्तीफा दे दीजिए। कांग्रेस पार्षदों ने वार्डों में विकास कार्य नहीं होने के आरोप लगाए। तब महापौर ने कहा कि वार्डों में जाकर देखिए कितने काम हुए है। ऐसे सवाल कीजिए जिससे कि नगर निगम हंसी का पात्र ना बने। भाजपा पार्षदों ने भी उठाए सवाल सम्मेलन में भाजपा पार्षदों ने भी निगम के अधिकारियों की कार्यशैली को सुधारने की बात कही। पार्षदों का कहना है कि अधिकारी सुनते नहीं है। भाजपा पार्षद शक्ति सिंह, परमानंद योगी ने अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठाए। पार्षद योगी ने वार्डों में सफाई नहीं होने की बात भी कही। स्वच्छता प्रभारी राजेंद्र सिंह ने कहा कि 15-15 कर्मचारियों की टीम सभी वार्डों में भेजी गई है। इसके जवाब में पार्षद योगी ने कहा, “मेरे वार्ड में तो टीम आई ही नहीं।” इसके बाद अधिकारी वर्क रेस्पॉन्सिबिलिटी समझाते रहे और अंत में स्वच्छता प्रभारी को बैठा दिया गया। देखिए सम्मेलन की तस्वीरें...
सीएम योगी ने गुरुवार को बिहार के सीतामढ़ी में चुनावी रैली की। इस दौरान मैदान में जगह नहीं मिली तो योगी को देखने के लिए भीड़ पेड़ पर चढ़ गई। कई समर्थक बैरिकेडिंग पर बैठे गए। यही नहीं, मीडिया के लिए बनाए गए मंच पर भी लोग चढ़ गए। यह देखकर योगी मुस्कुराने लगे। भाषण बीच में ही रोककर उन्होंने कहा-मंच टूट जाएगा, पत्रकार नीचे गिर जाएंगे। थोड़ा पीछे हट जाइए। बुजुर्ग महिलाओं को आगे आने दीजिए। सीतामढ़ी के बाद योगी पश्चिम चंपारण जिले के बेतिया और बगहा में चुनावी रैली करेंगे। बिहार में गुरुवार को 18 जिले की 121 विधानसभा सीटों के लिए पहले फेज में वोटिंग हो रही है। पहले रैली की दो तस्वीरें... अब सीएम की 3 बड़ी बातें पढ़िए- 1- यूपी के अंदर माफिया पस्त हैं, नौजवान मस्तयोगी ने चुनावी रैली में कहा- कांग्रेस के लोग कहते थे कि राम हैं ही नहीं। बिहार में उन्होंने मंदिर की यात्रा को रोकने का प्रयास किया था। यूपी में इनके सहयोगी सपा ने राम भक्तों पर गोलियां चलाई थीं। लेकिन, अयोध्या में राम मंदिर बन गया है। सीतामढ़ी में भी मां जानकी का मंदिर बनना शुरू हो गया है। यूपी के अंदर माफिया पस्त हैं, नौजवान मस्त हैं। बिहार में भी माफिया की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। जो खानदानी माफिया हैं, उनकी हालत अब पतली होने वाली है। 2- राजद बिहार में फिर ठगी का मायाजाल फैला रहीसीएम ने कहा- राजद बिहार पर फिर ठगी का मायाजाल फैला रही है। कांग्रेस और राजद को मौका नहीं मिलना चाहिए। पहले चरण के चुनाव ने साबित कर दिया है कि कांग्रेस और राजद के लिए कोई जगह नहीं है। अब बिहार में वही होगा, जो बिहार का नौजवान चाहेगा। 3- 11 साल में बिहार बदला, इंजीनियरिंग-मेडिकल कॉलेज बने सीएम ने कहा- इच्छाशक्ति हो तो सबकुछ बदला जा सकता है। मोदी के नेतृत्व में 11 साल में भारत की तकदीर और तस्वीर बदली है। 11 साल में बिहार भी बदला है। इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज बने हैं। विकास और गरीबों के लिए योजनाएं चल रही हैं। ------------- सीएम योगी से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें- योगी का वेलकम करने बुलेट से पहुंची लड़की:बोली- हमारे हीरो हैं यूपी के सीएम योगी ने बिहार के दरभंगा में 10 किलोमीटर रोड शो किया। इसमें एक लड़की बुलेट पर सवार होकर आई। उसने भगवा रंग के कपड़े पहने थे। हाथ में बीजेपी का झंडा था। वो योगी-मोदी के नारे लगाती दिखी। रोड शो के बाद आस्था शेखर ने कहा- योगी जी हमारे हीरो हैं, दिल से उनको सपोर्ट करते हैं। पढ़ें पूरी खबर
बागपत जेल में बंदी की मौत:खून की उल्टी के बाद तोड़ा दम, परिजनों ने लगाए मारपीट के आरोप
बागपत जिला कारागार में बंद एक कैदी विकास (27) की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि उसे खून की उल्टी हुई थी, जिसके बाद उसने दम तोड़ दिया। इस घटना से जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया है। विकास छपरौली थाना क्षेत्र के तुगाना गांव का निवासी था। उसे 13 अक्टूबर को मारपीट के एक मामले में जेल भेजा गया था। परिजनों का आरोप है कि जेल जाते समय विकास पूरी तरह स्वस्थ था। मृतक के भाई सुरेश ने बताया कि उन्हें जेल से फोन पर विकास की तबीयत खराब होने की सूचना मिली थी। जब वे जिला अस्पताल पहुंचे, तो विकास मृत पाया गया। सुरेश ने आरोप लगाया है कि उनके भाई के साथ मारपीट की गई या किसी अन्य घटना को अंजाम दिया गया, जिससे उसकी मौत हुई। उन्होंने लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। वहीं, जेल अधिकारियों का कहना है कि विकास पहले से ही अस्वस्थ था और उसका वजन भी काफी कम था। अधिकारियों के अनुसार, उसकी मौत बीमारी के चलते हुई है। फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है। विकास की मौत का वास्तविक कारण पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।
भिवानी में NHM में कार्यरत महिला MPHW की काफी लंबे समय से चली आ रही मांगों को लेकर कर्मचारी एकत्रित हुए। यहां पर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और कहा कि सरकार की तरफ से अनदेखी की जा रही है। मांगों के ज्ञापन सभी विधायक व सांसदों के द्वारा सरकार के पास भेजे जा चुके हैं, लेकिन सरकार हठधर्मिता पर अड़ी हुई है। इनके विरोध में सभी कर्मचारी रोष प्रदर्शन कर रहे हैं। फिर भी सरकार इन मांगों पर कोई ठोस कदम नहीं उठाती रही तो एमपीएचई वर्ग कोई बड़ा फैसला लेने पर मजबूर होगा। बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी संगठन हरियाणा के जिला प्रधान रविंद्र कुमार ने कहा कि एनएचएम के तहत लगी एमपीएचडब्ल्यू महिला कर्मचारी पिछले काफी समय से अपनी जायज मांगों को लेकर सरकार से गुहार लग चुकी हैं। लेकिन उनकी मांग आज तक पूरी नहीं हुई। इसके विरोध में प्रदर्शन करने को मजबूर हुए हैं और एक दिवसीय उन्होंने रोष प्रदर्शन किया है। इस दौरान नरेश कुमार, महिपाल, हरी निवास, रामपति, बबीता, गीता, सुनीता, राजेश, सोनू, नीतू, कविता, राजेश, जगदीश, रामकुमार, राजेंद्र आदि मौजूद रहे। कर्मचारियों ने ये रखी मांगे
अयोध्या स्वास्थ्य विभाग ने संस्थागत प्रसव के मामले में पांच साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। अक्टूबर तक कुल 16,344 संस्थागत प्रसव दर्ज किए गए, जो पिछले पांच वर्षों में सर्वाधिक हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) ने इस उपलब्धि पर स्वास्थ्यकर्मियों को बधाई दी है। जिले में बढ़ती आबादी के बावजूद, पिछले कई वर्षों से संस्थागत प्रसव की संख्या में वृद्धि नहीं हो रही थी। दलाली प्रथा, अस्पतालों में लापरवाही, चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों की शिथिलता और संसाधनों का अभाव इसके प्रमुख कारण थे। लगभग पांच साल से संस्थागत प्रसव का ग्राफ स्थिर बना हुआ था। इस स्थिति को देखते हुए, सीएमओ ने एक विशेष अभियान चलाया। उन्होंने प्रथम संदर्भन इकाइयों (FRUs) सहित सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) पर संस्थागत प्रसव की गति बढ़ाई। पांचों एफआरयू पर सिजेरियन प्रसव सेवाओं को भी सुदृढ़ किया गया। इन प्रयासों के परिणामस्वरूप, अक्टूबर तक संस्थागत प्रसव की संख्या 16,344 तक पहुंच गई। मिशन किलकारी के तहत निशुल्क प्रसव सेवाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार किया गया। एक कंट्रोल रूम का मोबाइल नंबर सार्वजनिक किया गया और सिजेरियन प्रसव से जन्मे शिशुओं व माताओं को किट प्रदान की गईं। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस पर पोषण संबंधी खाद्य सामग्री भी वितरित की गई। संस्थागत प्रसव में शिथिलता बरतने वाली आशा कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई की गई और सीएचसी के निष्क्रिय पड़े ऑपरेशन थिएटरों को फिर से चालू किया गया। इन सभी उपायों से सरकारी अस्पतालों में प्रसूताओं की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई। संस्थागत प्रसव के आंकड़ों में महिला अस्पताल सबसे आगे रहा, जहां सर्वाधिक 2,295 प्रसव हुए। सीएचसी रुदौली 2,228 प्रसव के साथ दूसरे स्थान पर रहा। अन्य प्रमुख केंद्रों में मेडिकल कॉलेज में 1,291, सीएचसी सोहावल में 1,409, बीकापुर में 1,333, मवई में 1,217 और अमानीगंज में 1,092 प्रसव दर्ज किए गए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुशील कुमार बनियान ने बताया कि संस्थागत प्रसव बढ़ाना उनकी पहली प्राथमिकता रही है। इसी उद्देश्य से सभी सीएचसी-पीएचसी को हर तरह से सुदृढ़ किया गया। अवैध रूप से संचालित नर्सिंग होमों पर भी कार्रवाई की गई, जिससे गरीब परिवारों की महिलाओं को जननी सुरक्षा योजना का लाभ मिल सका।
प्रतापगढ़ में दो बाइक की टक्कर:देल्हूपुर थाने के दीवान सहित तीन लोग घायल, अस्पताल में भर्ती
प्रतापगढ़ में लखनऊ-वाराणसी राज्यमार्ग पर दो बाइक की आमने-सामने टक्कर हो गई। इस दुर्घटना में देल्हूपुर थाने के एक दीवान सहित तीन लोग घायल हो गए। घटना गुरुवार सुबह रानीगंज थाना क्षेत्र के फतेपुर देवकी विद्यामंदिर के पास हुई। गुरुवार सुबह लगभग 11 बजे देल्हूपुर थाने में तैनात दीवान हरिकेश (30) रानीगंज से बादशाहपुर की ओर जा रहे थे। इसी दौरान गाजीबाग की तरफ से सोनू अपनी पत्नी छोटी राधा के साथ आ रहा था। फतेपुर स्थित स्कूल के पास दोनों बाइकें आमने-सामने टकरा गईं। टक्कर में तीनों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सोनू और छोटी राधा बिलासपुर, छत्तीसगढ़ के निवासी हैं और गाजीबाग के पास एक ईंट भट्टे पर मजदूरी करते हैं। दुर्घटना के बाद पीछे से आ रहे ट्रॉमा सेंटर के डॉ. सुनील पाल ने घायलों को एम्बुलेंस की मदद से रानीगंज ट्रॉमा सेंटर भेजा। वहां से सभी की नाजुक हालत को देखते हुए उन्हें मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। सूचना मिलने पर कस्बा चौकी प्रभारी राकेश चौरसिया और दुर्गागंज चौकी प्रभारी अमित सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस मामले की जांच-पड़ताल कर रही है।
झाबुआ में ओवरटेक करने पर विवाद, कार पर हमला:धार जा रहे परिवार से मारपीट; तीन आरोपी गिरफ्तार
झाबुआ जिले के पेटलावद थाना क्षेत्र में ओवरटेक को लेकर हुए विवाद में एक बाइक पर सवार तीन युवकों ने धार जा रहे एक परिवार की कार पर हमला कर दिया। युवकों ने कार में तोड़फोड़ की और विरोध करने पर मारपीट भी की। यह घटना बुधवार शाम 6 बजे की जिसमें कार सवार एक व्यक्ति को चोटें आई हैं। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे पूछताछ जारी है। धार जिले के रहने वाले एक दंपति अपने बेटे के साथ अपनी बलेनो कार (क्रमांक एमपी-09-सीएस-4497) से घर लौट रहे थे। पेटलावद-करड़ावद मार्ग पर उनकी कार का एक बाइक (क्रमांक एमपी-11-जे-0619) पर सवार तीन युवकों से ओवरटेक को लेकर विवाद हो गया। जानकारी के अनुसार, युवकों ने करड़ावद में संतोष होटल के पास कार को ओवरटेक किया। इसके बाद उन्होंने ड्राइवर साइड के शीशे पर धक्का मारा और कार सवार व्यक्ति से ओवरटेक करने का कारण पूछते हुए अपशब्द कहे। इसी दौरान बाइक पर पीछे बैठे एक युवक ने चाकू दिखाकर धमकी दी। इस घटना से घबराकर कार सवार व्यक्ति तेजी से कार भगाकर करड़ावद चौराहे पर पहुंचे और वहां मौजूद लोगों को घटना के बारे में बताया। तभी वे तीनों युवक वापस लौटकर आए और वहां मौजूद लोगों से भी अपशब्द कहने लगे। मोटरसाइकिल चला रहे आरोपी ने कार सवार को धमकी देते हुए खुद को ग्राम दोत्रिया के सरपंच का लड़का और स्थानीय 'दादा पहलवान' बताया। जब कार सवार ने वहां से निकलने की कोशिश की, तो आरोपी युवक ने चाकू निकालकर कार के आगे, पीछे और बाईं तरफ के शीशे तोड़ दिए। इस तोड़फोड़ में कार को लगभग 40 हजार रुपये का नुकसान हुआ है। हमले में कार सवार युवक के दाहिनी तरफ सिर और बाएं हाथ में चोटें भी आई हैं।
छत्तीसगढ़ के धमतरी में बुधवार को गुरु नानक देव जी की 556वीं जयंती मनाई गई। इस अवसर पर सिंधी समाज की ओर से शहर में एक भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में समाजजनों ने भाग लिया। बुधवार देर शाम निकाली गई इस शोभायात्रा में समाजजन गुरु नानक देव जी के भजनों पर थिरकते हुए आगे बढ़ रहे थे। शोभायात्रा का कई सामाजिक संगठनों और नागरिकों ने जगह-जगह पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में धमतरी जिले में सुबह से देर शाम तक सिख और सिंधी समाज की ओर से कई आयोजन किए गए। शहर के मकई चौक स्थित गुरुद्वारे में सुबह से गुरु ग्रंथ साहिब का अखंड पाठ हुआ। प्रकाश पर्व का मुख्य आयोजन बुधवार देर रात शहर के आमापारा में किया गया। इस दौरान सिंधी और पंजाबी समाज के लोगों ने बड़ी संख्या में गुरुद्वारे पहुंचकर निशान साहब की सेवा में सहयोग दिया। संगत में सभी ने गुरुवाणी का श्रवण किया और शबद कीर्तन में लीन रहे। सिंधी समाज ने इस दिन अपनी प्रतिष्ठानों को बंद रखा था। दिनभर अलग-अलग आयोजन हुए। शोभायात्रा आमापारा से शुरू होकर शहर के विभिन्न मोहल्लों से गुजरी और वापस आमापारा स्थित पूज्य सिंधी समाज भवन पहुंचकर समाप्त हुई। एकता और भाईचारे का संदेश सिंधी समाज के लोगों ने बताया कि प्रकाश पर्व जिले भर में एकता, भाईचारा और सेवा भावना का संदेश देते हुए संपन्न हुआ। शहर में प्रकाश पर्व के कार्यक्रमों की शुरुआत सुबह से ही हो गई थी। गुरु नानक देव जन्मोत्सव संबंधी प्रभातफेरी निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में सिंधी, पंजाबी समाज के लोग शामिल हुए और गुरु नानक देव जी के जमकर जयघोष लगाए। बताया गया कि गुरु नानक देव जी ने ही सिख धर्म की नींव रखी थी। 15वीं शताब्दी के अंत में गुरु नानक देव जी पंजाब में सिख धर्म स्थापित किया। यह धर्म मानवता, समानता, निस्वार्थ सेवा और एक ईश्वर की भक्ति पर केंद्रित है। गुरु नानक देव जी ने अपने विचारों, करुणा और सादगी से मानवता को एक नई दिशा दी। उन्होंने अपने पूरे जीवन काल में लोगों को प्रेम, सत्यता, सेवा और समानता की दिशा दिखाई। उन्होंने लोगों को सिखाया कि सच्ची भक्ति पूजा और उपवास से नहीं, बल्कि जरूरतमंदों की मदद और स्वयं की ईमानदारी से होती है। सच्चे भक्त वहीं होते हैं जो निस्वार्थ भाव से लोगों की सेवा करते हैं।
मेरठ में हिंदू स्वाभिमान परिषद ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। परिषद ने भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को वोट देने की अपील की। इस दौरान जगद्गुरु रामभद्राचार्य की भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की अपील का भी संतों ने समर्थन किया। यह प्रदर्शन हिंदू स्वाभिमान परिषद और गुरु गोरखनाथ कामधेनु गौसेवा समिति के तत्वावधान में आयोजित किया गया था। राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित भारद्वाज और संस्थापक अध्यक्ष प्रभारी सुशील वर्मा के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी डॉ वीके सिंह माध्यम से राष्ट्रपति को एक ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि 1947 में धर्म के आधार पर भारत भूमि का विभाजन होने के बाद जिहादी मुसलमानों को इस्लामिक देशों में चले जाना चाहिए। परिषद का तर्क है कि भारत में भारतीय संविधान का शासन है, लेकिन कुछ राष्ट्रविरोधी मुस्लिम शरीयत के अनुसार चलना चाहते हैं, जो संभव नहीं है। उन्होंने हिंदुओं के लिए एक अलग देश की व्यवस्था की भी मांग की। यह भी आरोप लगाया गया कि जिहादियों और राष्ट्रविरोधी ताकतों द्वारा प्रतिदिन राष्ट्रीय चिन्हों, राष्ट्रीय ध्वज का अपमान, गौ हत्या और प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के अपमान के वीडियो सामने आते रहते हैं, जो निंदनीय कृत्य हैं। दूसरी मुख्य मांग ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ को भारत रत्न से सम्मानित करने की थी। परिषद ने बताया कि उन्होंने सामाजिक भेदभाव को समाप्त करने के लिए सार्थक प्रयास किए, सनातन धर्म का प्रचार-प्रसार किया, अनेक मठ-मंदिरों की स्थापना की और राम जन्मभूमि आंदोलन में भी अग्रणी भूमिका निभाई। ज्ञापन सौंपने वालों में मूलचंद शर्मा, अमित तोमर, विशाल शर्मा, प्रवीन चौहान, मोहित शर्मा, विक्रांत जाटव, भूपेंद्र मीणा, उमेश, सचिन, देवेंद्र कुमार, मनन सिंघल, मनीष राणा, अमित रोहिला, मोनू, मृदुल शास्त्री, बिजेंद्र सोम, मीनू, लक्ष्मी और गौतम सहित कई कार्यकर्ता शामिल थे।
मैडम मेरा पति गे है। उसका अपने दोस्त के साथ वाइफ वाला रिलेशन है। उसके जेब में मुझे कई बार आपत्तिजनक चीजें मिली है। मैंने जब विरोध किया तो उसने मुझे मारापीटा। यह बातें गुरुवार राज्य महिला आयोग की सदस्य अनीता गुप्ता की सर्किट हाउस में चल रही सुनवाई के दौरान एक विवाहिता ने बताई। पति नहीं बनाता रिलेशन नम आंखों से शिकायत करने पहुंची 26 वर्षीय विवाहिता ने बताया कि उसकी अप्रैल 2021 में दिल्ली में शादी हुई थी। उनके पति का पब्लिकेशन का बिजनेस है। शादी के बाद से वह उसके साथ रिलेशन नहीं बनाते थे। काफी दवाब के बाद मुझे एक बेटा हुआ, जिसके बाद से वह फिर अपने पुराने रवैये पर लौट आए हैं। मेरे साथ वह वाइफ वाला रिलेशन नहीं रखना चाहते हैं। जेब में मिलती आपत्तिजनक चीजें पीड़िता ने बताया कि उनके पति के अपने एक दोस्त के साथ संबंध हैं। उसको अपने पति के जेब में अक्सर आपत्तिजनक चीजें मिलती है। जब वह कहती है कि मेरे साथ जब तुम्हारे संबंध नहीं तो यह तुम्हारे पास कैसे आ गई। तो उसके साथ मारपीट की जाती है। विरोध करने पर पति के साथ परिवारीजन भी मारते पीटते हैं। महिला थाने को कार्रवाई के निर्देश बीते पांच अगस्त को जेब में आपत्तिजनक चीजें मिलने के बाद उसके साथ मारपीट की गई, जिसके बाद वह रक्षाबंधन में घर आई है। उसके बाद से ले नहीं जा रहे हैं। उसके सारे शैक्षिक व अन्य दस्तावेज भी ससुरालीजनों ने अपने पास रख लिए हैं। मामला सुनने के बाद राज्य महिला आयोग की सदस्य ने महिला थाना इंस्पेक्टर से कार्रवाई करने के लिए कहा। तुम दुबली हो मुझे डिवोर्स चाहिए घंटाघर निवासी एक विवाहिता ने अपनी शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि जालौन जिले में साल 2022 में उसकी शादी हुई थी। शादी के बाद से कपड़े के कारोबारी ससुरालीजन उसे परेशान कर रहे हैं। अब उनके पति का कहना है कि तुम दुबली हो और तुम्हारे बच्चे नहीं हो रहे हैं। अब हम तुमको अपने साथ नहीं रखना चाहते हैं। तुम मुझे डिवोर्स दे दो। कई महिलाएं शिकायत लेकर पहुंची इसके अलावा सुनवाई के दौरान महिला संबधी कई मामले सामने आए, जिनको सुनने के बाद महिला आयोग की सदस्य ने संबंधित अधिकारी को कार्रवाई के निर्देश दिए। सबसे ज्यादा मामले शादी के बाद विवाद के सामने आए।
मुरैना में 45 हजार की अवैध शराब जब्त:एसएएफ मंदिर के पीछे से आरोपी गिरफ्तार, कार से मिली 12 पेटी शराब
कोतवाली पुलिस ने एस ए एफ मंदिर के पीछे से कार में तस्करी कर ले जाई जा रही अवैध शराब पकड़ी है । इस कार्यवाही में पुलिस ने 12 पेटी अवैध अंग्रेजी और देसी शराब पकड़ी है। एक आरोपी और कार भी जब्त की गई है । शराब की कीमत 45 हजार रुपए और कार की कीमत 8 लाख 25 हजार रुपए बताई गई है । पुलिस को सूचना मिली थी कि आरोपी कार क्रमांक MP07-ZV-8578 में अंग्रेजी और देसी शराब की तस्करी कर रहा है। तुरंत घेराबंदी कर कार और आरोपी को पकड़ा गया। कार की तलाशी में 12 पेटियां शराब बरामद हुईं। आरोपी के खिलाफ पहले से कई मामले दर्जकोतवाली थाना प्रभारी अमित भदौरिया ने बताया कि आरोपी दीपक पर पहले भी शराब तस्करी के आधा दर्जन से अधिक मामले कई थानों में दर्ज हैं। अभियुक्त से पूछताछ की जा रही है कि शराब कहां से लाई गई और कहां ले जाई जा रही थी। पुलिस इस मामले में और जानकारी जुटा रही है और आवश्यक कानूनी कार्रवाई कर रही है।
पाकुड़ जिले के हिरणपुर प्रखंड मुख्यालय में कुरमी, कुड़मी और महतो समुदाय को आदिवासी समुदाय में शामिल करने के विरोध में 'आदिवासी अधिकार रक्षा मंच' द्वारा एक दिवसीय 'आदिवासी आक्रोश महारैली' निकाली गई। इस दौरान रैली में शामिल लोगों ने अपने अधिकारों को लेकर जमकर नारेबाजी की। रैली का नेतृत्व मंच के अध्यक्ष रसका हेंब्रम ने किया। यह रैली हाई स्कूल के पास से शुरू हुई और फिर प्रखंड क्षेत्र में भ्रमण किया। मौके पर मौजूद अध्यक्ष रसका हेंब्रम ने बताया कि झारखंड में आदिवासी समुदाय ने जल, जंगल और जमीन की लड़ाई वर्षों तक लड़ी और इस राज्य को अलग करवाया। लेकिन, वर्तमान में आदिवासियों के अधिकारों को बांटने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कुरमी, कुड़मी और महतो समुदाय को आदिवासी समुदाय में शामिल करने की साजिश का आरोप लगाते हुए इसका विरोध किया। उग्र आंदोलन की दी चेतावनी आदिवासी नेता निर्मल मुर्मू ने कहा कि काफी संघर्ष के बाद अलग राज्य मिला है, लेकिन अब आदिवासी समुदाय के अधिकारों में लगातार कटौती करने का प्रयास हो रहा है। उन्होंने महतो समेत अन्य जातियों को आदिवासी में शामिल किए जाने के विरोध में लगातार आंदोलन चलाने की बात कही और चेतावनी दी कि यदि ऐसा होता है तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे हमेशा राज्य के विकास के पक्षधर रहे हैं और किसी जाति या समुदाय का विरोध नहीं करते हैं। हालांकि, जब उनके अधिकारों पर डाका डालने का प्रयास किया जाता है, तो वे जोरदार आवाज उठाते हैं। उन्होंने कहा कि वे विकास के नाम पर आदिवासियों को छलने का विरोध करते हैं और उनके अधिकारों को छीनने के प्रयासों की निंदा करते हैं। रैली का समापन सुभाष चौक पर किया गया।
रेवाड़ी में 4 लोग गिरफ्तार, जुआ खेल रहे थे:पुलिस ने रंगे हाथ पकड़ा, ताश के पत्ते और कैश बरामद
रेवाड़ी पुलिस ने जुआ खेलते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से 35,560 रुपए नकद और ताश के पत्ते बरामद किए गए हैं। पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ जुआ अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान नवीन (निवासी गांव लुखी), कालूराम (निवासी गांव गोरिया, जिला झज्जर, हाल आबाद कोसली), दीपक (निवासी गांव दखोरा) और अनिल (निवासी गांव दखोरा) के रूप में हुई है। सूचना के आधार पर कार्रवाई जानकारी के अनुसार पुलिस को सूचना मिली थी कि गांव झाडोदा के जोहड़ के किनारे कुछ लोग ताश के पत्तों से पैसे दांव पर लगाकर जुआ खेल रहे हैं। इस सूचना पर तुरंत कार्रवाई करते हुए पुलिस ने एक रेड करने वाली टीम तैयार की। पुलिस टीम बताए गए स्थान पर पहुंची और चारों आरोपियों को मौके से पकड़ लिया। तलाशी लेने पर उनके पास से जुए में इस्तेमाल हो रहे ताश के पत्ते और 35,560 रुपए नकद बरामद हुए। थाना कोसली में आरोपियों के खिलाफ जुआ अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। रेवाड़ी पुलिस ने चेतावनी दी है कि जिले में सरेआम जुआ खेलते पाए जाने पर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उकलाना मंडी के लोटस इंटरनेशनल स्कूल ने एक बार फिर अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से क्षेत्र का नाम रोशन किया है। स्कूल के कक्षा पांचवीं के प्रतिभाशाली छात्र मानव गर्ग ने शतरंज की जिला स्तरीय प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन करते हुए अंडर-11 वर्ग में दूसरा स्थान हासिल किया। अपनी अपराजित खेल शैली के दम पर मानव ने अब राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए जगह पक्की कर ली है। प्रिंसिपल आरती कुनर ने बताया कि 5 नवंबर को गांव धांसू में आयोजित जिला स्तरीय शतरंज प्रतियोगिता में जिलेभर के विभिन्न स्कूलों के दर्जनों प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इस प्रतिस्पर्धा में मानव ने उत्कृष्ट रणनीति और शांत स्वभाव के साथ एक के बाद एक मुकाबले जीते और अंत में उपविजेता बनकर उभरे। उनके इस प्रदर्शन के आधार पर उन्हें अब 8 नवंबर को रोहतक में आयोजित होने वाली राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेने का अवसर मिला है। स्कूल प्रिंसिपल आरती कुनर ने बताया कि मानव शुरू से ही अध्ययन के साथ-साथ मानसिक खेलों में विशेष रुचि रखता है। उन्होंने कहा कि इस उपलब्धि से न केवल स्कूल, बल्कि पूरे उकलाना क्षेत्र का गौरव बढ़ा है। वहीं, स्कूल चेयरमैन महेंद्र कुनर ने मानव को बधाई देते हुए कहा कि ऐसे विद्यार्थी ही आने वाले समय में देश और प्रदेश का नाम ऊंचा करते हैं। स्कूल पहुंचने पर मानव का जोरदार स्वागत किया गया। विद्यार्थियों, शिक्षकों और स्टाफ ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच विजेता खिलाड़ी का अभिनंदन किया। प्रिंसिपल आरती कुनर ने कहा कि स्कूल प्रबंधन मानव जैसे मेधावी बच्चों को हर संभव सहयोग प्रदान करता रहेगा ताकि वे अपनी प्रतिभा को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचा सकें।
पंजाब यूनिवर्सिटी सीनेट-सिंडिकेट मामले को लेकर आम आदमी पार्टी नेताओं ने आज गवर्नर गुलाब चंद कटारिया से मुलाकात की। इस दौरान नेताओं ने बताया कि सीनेट-सिंडिकेट को भंग करने का संवैधानिक हक केंद्र के पास नहीं है। नेताओं ने कहा कि सीनेट और सिंडिकेट पंजाब विधानसभा में पारित हुए एक्ट के बाद बनाया गया था, इस लिए केंद्र सरकार का कोई भी विभाग इसे रद्द नहीं कर सकता है और न ही इसमें बदलाव कर सकता है। उन्होंने मांग की कि यह नोटिफिकेशन ही रद्द नहीं होना चाहिए बल्कि सीनेट के लंबित पड़े चुनाव की तारीख का भी ऐलान होना चाहिए। राज्यपाल से मुलाकात करने वाले नेताओं में कैबिनेट मंत्री हरपाल सिंह चीमा, सांसद मालविंदर कंग, सांसद हरमीत सिंह मीत हेयर, विधायक दलविंदर सिंह लाडी ढोंस, गोल्डी कंबोज, सीनेट सदस्य रहे आईपी सिंह, रविंदर पाल सिंह, स्टूडेंट नेता वतनवीर सिंह आदि मौजूद थे। पढ़ें राज्यपाल से मिलने के बाद क्या बोले हरपाल चीमा.... सांसद मालविंदर कंग क्या बोले... सांसद हरमीत सिंह मीत हेयर ने यह मांग उठाई...
इंदौर कांग्रेस में एक बार फिर अंदरूनी टकराव खुलकर सामने आ गया है। शहर कांग्रेस अध्यक्ष चिंटू चौकसे की नियुक्ति के बाद से जारी विरोध के बीच अब एक कथित फोन कॉल की ऑडियो रिकॉर्डिंग वायरल होने से विवाद और गहरा गया है। इस ऑडियो में चौकसे और पूर्व शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत चड्ढा के बीच बातचीत बताई जा रही है, जिसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के लिए आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया गया है। इसी मुद्दे को लेकर शहर कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष देवेंद्र सिंह यादव ने राष्ट्रीय अध्यक्ष को पत्र लिखकर शहर अध्यक्ष चिंटू चौकसे के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। यादव का कहना है कि यह घटना संगठनात्मक अनुशासन और पार्टी नेतृत्व की गरिमा के खिलाफ है। ऑडियो और हालिया घटनाओं की निष्पक्ष जांच कराए पार्टी देवेंद्र सिंह यादव ने आरोप लगाया कि इससे पहले भी इंदौर दौरे के दौरान पार्टी के प्रदेश प्रभारी संजय दत्त की उपस्थिति में चिंटू चौकसे ने बैठक में कहा था कि उनकी अनुमति के बिना कोई बड़ा नेता इंदौर नहीं आएगा और न कार्यक्रम करेगा। यादव का कहना है कि यह बयान न केवल वरिष्ठ नेताओं का अपमान है, बल्कि संगठन को क्षति पहुंचाने वाला है। यादव ने कहा कि वायरल ऑडियो और हालिया घटनाओं की निष्पक्ष जांच कर पार्टी अनुशासन के तहत सख्त कार्रवाई आवश्यक है, ताकि संगठन की एकता और गरिमा बनी रहे। इधर, मामले पर चिंटू चौकसे की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। विवाद के बढ़ने के साथ आने वाले दिनों में इंदौर कांग्रेस की राजनीतिक सरगर्मियां और तेज होने के आसार हैं। यादव ने राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे से किए सवाल इंदौर कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे से 4 सवाल भी किए हैं। यह है इंदौर कांग्रेस का ऑडियो कांड ऑडियो कांड तथाकथित तौर पर शहर अध्यक्ष चिंटू चौकसे और पूर्व शहर अध्यक्ष सुरजीत सिंह सुरजीत चड्ढा के बीच मोबाइल पर हुई बातचीत का है। इसमें चौकसे खुलकर दिग्विजय सिंह को गालियां दे रहे हैं। साथ ही कह रहे हैं कि किसी के बाप के नौकर नहीं हैं। वे कहते हैं कि पिता तुल्य हैं तो अपने बेटे जयवर्धन सिंह को ऐसे सार्वजनिक डांटे। हालांकि चौकसे और चड्ढा दोनों ही इसे फेक बता रहे हैं।
महिला वर्ल्ड कप विनर टीम इंडिया ने PM मोदी से मुलाकात की। मोदी ने आगरा की दीप्ति शर्मा से पूछा- आप हनुमानजी का टैटू लगाकर घूमती हो, क्या ये मदद करता है। इस पर दीप्ति बोलीं- मुझे खुद से उन पर विश्वास रहता है, क्योंकि जब भी कुछ परेशानी आती है तो मैं उनका नाम लेती हूं और उस परेशानी से बाहर आ जाती हूं। मुझे उन पर इतना विश्वास है। मोदी ने पूछा- आप अपने इंस्टाग्राम पर जयश्री राम लिखती हैं। इस पर दीप्ति ने कहा- हां जी। दीप्ति ने कहा- सर आपने 2017 में मुझसे कहा था कि वही सच्चा प्लेयर है जो उठकर चलना सीखे। उठ कर अपने फेल्योर से बाहर आना सीखे। बस लगे रहो, मेहनत करते रहो। आपका यह वर्ड मुझे हमेशा मोटिवेट करता रहे। आपकी स्पीच सुनती रहती हूं। आप बहुत कूल और काम रहते हैं। बता दें कि रविवार को नवी मुंबई में खेले गए फाइनल मुकाबले में साउथ अफ्रीका को 52 रन से हराकर इंडिया ने वर्ल्ड कप जीता था। दीप्ति शर्मा ने 58 रन बनाए थे। ऊपर फोटो पर क्लिक कर देखिए VIDEO…
वाराणसी में संविदा कर्मचारी अतुल कुमार गुप्ता की सड़क दुर्घटना में मौत के बाद कर्मचारियों ने सीएमओ ऑफिस के बाहर विरोध प्रदर्शन किया उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में स्वास्थ्य विभाग द्वारा संविदा कर्मचारियों पर दबाव बनाया रहा है। धरने पर बैठे कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि मिशन के अंतर्गत लंबे समय से कार्यरत कर्मियों के साथ निरंतर अमर्यादित व्यवहार, अत्यधिक कार्यदबाव और नियमविरुद्ध आदेशों की स्थिति बनी हुई है। अब जानिए क्या है मामला पिंडरा ब्लांक में ब्लॉक अकाउंटेंट मैनेजर के पद पर तैनात अतुल कुमार सिंह रविवार की रात ड्यूटी करके घर गये थे और सोमवार की सुबह 8 बजे पुनः उनको बुलाया गया वह काफी दबाव में थे इस चिंता में उनका एक्सीडेंट हो गया और उनकी मौतहो गई। अब कर्मचारियों ने इस बात का विरोध किया है कि जिस तरह से परमानेंट कर्मचारियों को सुविधा मिलती है इस तरह से संविदा कर्मचारियों को भी सुविधा दिया जाए। कर्मचारियों की नाराजगी संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि महिला कर्मियों से देर रात तक मीटिंग कराना, कार्यस्थल पर कैमरों की अनुचित स्थापना कर निगरानी रखना तथा मेडिकल अवकाश तक से वंचित करना जैसी शिकायतें लगातार की जाती रही हैं। इन विषयों पर कई बार उच्च अधिकारियों को मौखिक और लिखित रूप से अवगत कराया गया, लेकिन कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई। सीएमओ ने दिया आश्वासन सीएमओ ऑफिस के बाहर करीब 1 घंटे तक प्रदर्शन के बाद सीएमओ नीचे उतर कर आए और कर्मचारियों के मांग पत्र को लिया उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा जो भी संभव होगा वह मदद परिवार को किया जाएगा साथी उन्होंने यह भी कहा कि कर्मचारियों ने जो भी मांग की है उसे पर विचार किया जाएगा। धरना-प्रदर्शन में कर्मचारियों ने दो प्रमुख मांगें रखीं— 1. अतुल कुमार गुप्ता की मृत्यु की निष्पक्ष जांच कराते हुए संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए और पिंडरा के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को तत्काल प्रभाव से हटाया जाए। 2. सभी मीटिंग केवल निर्धारित कार्यालय समय में ही हों तथा छुट्टी के दिनों और रात्रि समय में ऑनलाइन या ऑफलाइन मीटिंग बंद की जाए। 3.मृतक अतुल कुमार सिंह के परिवार के एक सदस्य को नौकरी मिले और मुआवजा भी दिया जाए।
चिकित्सा संस्थानों का निरीक्षण अभियान:5 से 7 नवंबर तक चलेगा, व्यवस्थाएं सुधारने पर रहेगा जोर
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने मंगलवार को अधिकारियों को निर्देश दिए कि 5 से 7 नवंबर तक सभी चिकित्सा संस्थानों का सघन निरीक्षण किया जाए। यह अभियान स्वास्थ्य मानकों को पूरा न करने वाले संस्थानों में सुधार सुनिश्चित करने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है। सीएमएचओ डॉ. आशीष सिंह शेखावत ने बताया कि 5 से 7 नवंबर तक जिले के सभी चिकित्सा संस्थानों का सघन निरीक्षण किया जाएगा। इस दौरान पाई गई कमियों को दूर कर व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएंगी। निरीक्षण में दवा उपलब्धता, जांच सुविधाएं, साफ-सफाई और वार्डों की स्थिति पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त, सभी संस्थानों पर राज हेल्थ पोर्टल पर नियमित डेटा अपडेट करने, एनसीडी स्क्रीनिंग का दायरा बढ़ाने और यूडीआईडी के लंबित प्रकरणों का शीघ्र निस्तारण करने सहित अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं की भी समीक्षा की जाएगी। जिला नोडल अधिकारी रविकांत जांगिड़ ने जानकारी दी कि सघन निरीक्षण अभियान के तहत जिले में संचालित एम्बुलेंस सेवाओं की भी जांच की जाएगी। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि एम्बुलेंस संचालन योग्य हों, उनमें सभी जीवन रक्षक उपकरण उपलब्ध और क्रियाशील स्थिति में हों। विभाग ने सघन निरीक्षण अभियान की ऑनलाइन निगरानी के लिए एक ओडीके ऐप भी विकसित किया है। इस अभियान के लिए सीएमएचओ स्तर पर एक टीम का गठन किया गया है, जिसमें डॉ. प्रमोद सिंह भदौरिया, डॉ. जयभगवान (डिप्टी सीएमएचओ), डॉ. अरविंद अग्रवाल (आरसीएचओ), योगेश सिंगल (डीपीएम) और रविकांत जांगिड़ (जिला नोडल अधिकारी) शामिल हैं। ब्लॉक स्तर पर समस्त बीसीएमओ और चिकित्सा अधिकारी प्रभारियों को भी आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।
सीधी जिले के सेमरिया थाना क्षेत्र में एक मानसिक रोगी ने मां ने अपने 8 वर्षीय बेटे की गला घोटकर हत्या कर दी। इस मामले में पुलिस ने बेटे का शव बरामद करने के बाद मां को गिरफ्तार कर लिया। ग्राम कतरी काडी में रहने वाली फूल कुमारी बैगा ने कबूल किया है कि उसने ही अपने 8 वर्षीय बेटे आशिक बैगा की गला दबाकर हत्या कर दी। पड़ोसियों के अनुसार, फूल कुमारी बीते कई सालों से मानसिक रूप से असामान्य (Mentally Disturbed) बताई जा रही थी। उसकी दो बेटियां और एक बेटा था। 4 अक्टूबर की शाम से ही फूल कुमारी और उसका बेटा लापता थे। 5 अक्टूबर की दोपहर जब गांव के चरवाहे पशुओं को चराते हुए पहाड़ पर पहुंचे, तो वहां बच्चे का शव दिखाई दिया। उन्होंने तुरंत गांव आकर परिजनों और ग्रामीणों को सूचना दी। सूचना के बाद पुलिस पहुंची और शव को बरामद कर पंचनामा तैयार किया। मौके पर पहुंची आरोपी मां ग्रामीणों के अनुसार जब बच्चे का शव मिला तक कोई भी उसके पास नहीं थी। वहीं मां भी उसके साथ ही लापता थी। लेकिन पुलिस के पहुंचने पर वह भी मौके पर आ गई। यहां परिजनों और पुलिस ने उससे पूछताछ की। यहां उसने बताया कि उसने की बेटे की हत्या की है। घर से एक किमी दूर लेकर की हत्या पुलिस के पहुंचने के बाद मौके पर फूल कुमारी भी मौजूद थी। वारदात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मां बच्चे को घर से लगभग 1 किलोमीटर दूर पहाड़ पर ले गई और वहीं उसकी हत्या कर दी।रात अधिक होने के कारण पोस्टमॉर्टम नहीं हो सका, जिसे अगले दिन गुरुवार को कराया गया। इसके उपरांत आरोपी मां को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। महिला की मानसिक स्थिति ठीक नहीं चुरहट के एसडीओपी आशुतोष द्विवेदी ने बताया कि पुलिस को घटना की जानकारी एक दिन बाद मिली। प्रथम दृष्टया ग्रामीणों ने महिला की मानसिक स्थिति ठीक न होने की बात कही है। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, जिसमें यह पता लगाया जा रहा है कि महिला ने यह कदम मानसिक असंतुलन के कारण उठाया या इसके पीछे कोई अन्य वजह थी।
राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से उप निरीक्षक दूरसंचार (गृह विभाग) परीक्षा-2024 का आयोजन 9 नवंबर 2025 को होगा। इसके लिए एडमिट कार्ड अपलोड कर दिए गए है। यह भर्ती 98 पदों पर होगी। यह परीक्षा अजमेर सहित प्रदेश के 5 संभाग जिला मुख्यालयों पर होगी। इसके लिए कुल 77 हजार से ज्यादा कैंडिडेट्स रजिस्टर्ड है। आयोग सचिव रामनिवास मेहता ने बताया- प्रवेश-पत्र आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध एडमिट कार्ड लिंक के माध्यम से आवेदन-पत्र क्रमांक और जन्म दिनांक प्रविष्ट कर डाउनलोड कर सकते हैं। अतिरिक्त एसएसओ पोर्टल पर लॉगिन कर सिटीजन ऐप्स में उपलब्ध रिक्रूटमेंट पोर्टल लिंक से भी प्रवेश-पत्रों को डाउनलोड किया जा सकता है। इन परीक्षाओं में प्रत्येक प्रश्न पत्र हेतु ओएमआर उत्तर पत्रक के पांचवें विकल्प को भरने के लिए 10 मिनट का अतिरिक्त समय भी दिया जाएगा। ADMIT CARD डाउनलोड करने के लिए यहां करें CLICK एक घंटे पहले मिलेगी एंट्री परीक्षा केन्द्र पर किसी भी परीक्षार्थी को परीक्षा प्रारंभ होने के 60 मिनट पूर्व तक ही प्रवेश दिया जाएगा। इसके बाद किसी भी परीक्षार्थी को परीक्षा केंद्र पर प्रवेश नहीं दिया जाएगा। अभ्यर्थी परीक्षा के दिन प्रत्येक परीक्षा सत्र में परीक्षा केंद्र पर प्रवेश के लिए नीयत समय से पर्याप्त समय पूर्व परीक्षा केंद्रों पर आवश्यक रूप से उपस्थित हो जाएं, ताकि सुरक्षा जांच एवं पहचान का कार्य समय पर पूर्ण हो सके। देरी से आने पर तलाशी में समय लगने के कारण परीक्षा में शामिल होने से वंचित हो सकते हैं। फोटो युक्त पहचान पत्र जरूरी अभ्यर्थियों को पहचान हेतु परीक्षा केंद्र पर मूल आधार कार्ड (रंगीन प्रिंट) लेकर उपस्थित होना होगा। यदि मूल आधार कार्ड पर फोटो पुरानी अथवा अस्पष्ट है तो अन्य मूल फोटो युक्त पहचान-पत्र यथा मतदाता पहचान-पत्र, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस जिसमें रंगीन एवं नवीनतम स्पष्ट फोटो हो, लेकर परीक्षा केंद्र पर उपस्थित होंगे। ॉ साथ ही अभ्यर्थी प्रवेश-पत्र पर भी नवीनतम रंगीन फोटो ही चस्पा करना सुनिश्चित करें। मूल फोटो युक्त पहचान-पत्र के अभाव में परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। अभ्यर्थी प्रवेश-पत्र के साथ जारी आवश्यक अनुदेशों का अवलोकन अवश्य कर लेवें। किसी के बहकावे में नहीं आएं-आयोग आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा में सम्मिलित होने वाले अभ्यर्थी किसी दलाल, मीडिएटर, समाजकंटक या अपराधी के बहकावे में न आएं। यदि कोई परीक्षा में पास कराने के नाम पर रिश्वत की मांग या अन्य कोई प्रलोभन व झांसा देता है तो प्रमाण सहित इस संबंध में जांच एजेंसी एवं आयोग कंट्रोल रूम नंबर 0145-2635200, 2635212 एवं 2635255 पर सूचित करें। परीक्षा में अनुचित साधन अपनाये जाने एवं अनुचित कृत्यों में संलिप्त होने पर राजस्थान सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम, 2022 के तहत आजीवन कारावास, 10 करोड़ रुपए तक के जुर्माने से दण्डित एवं चल अचल संपत्ति कुर्क कर जब्त की जा सकती है।
एमडी ड्रग्स जब्त, दो आरोपी गिरफ्तार:इनमें एक बाल अपचारी, नशा मुक्ति अभियान के तहत कार्रवाई
शहर के निर्माणाधीन बस स्टैंड क्षेत्र से पुलिस ने एमडी ड्रग्स जब्त कर एक बाल अपचारी और 22 वर्षीय आरोपी आसिम पिता अब्दुल, निवासी गांधी कॉलोनी, को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 10-56 ग्राम एमडी ड्रग्स जब्त की, जिसकी कुल कीमत लगभग 60 हजार रुपए बताई जा रही है। आरोपी आसिम शहर में छोटी-छोटी पुड़ियों में ड्रग्स बेचता था। प्रारंभिक पूछताछ में बाल अपचारी ने बताया कि उसने एमडी ड्रग्स आसिम से खरीदी थी। पुलिस को सूचना मिली थी कि बस स्टैंड पर एक नाबालिग एमडी ड्रग्स लेकर खड़ा है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस को देखकर दो युवकों ने भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने घेराबंदी कर उन्हें पकड़ लिया। दोनों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपी आसिम को कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड लेगी, ताकि ड्रग्स उपलब्ध कराने वाले और खरीदारों की सूची तैयार की जा सके। बाल अपचारी को पुलिस बाल न्यायालय में पेश करेगी। सीएसपी सुजवाल जग्गा आईपीएस के निर्देशन में साबाइर क्राइम ब्रांच और कोतवाली पुलिस ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया। थाना प्रभारी समीर पाटीदार ने बताया कि शहर में ड्रग्स की बिक्री की लगातार शिकायतें मिल रही थीं, जिसमें एक से दो ग्राम की पुड़िया 500 से 1 हजार रुपए में बेची जा रही थी।
मध्य प्रदेश के जबलपुर में 3 दिन पहले जन्मी बच्ची के दिल में छेद है। इलाज के लिए आज यानी गुरुवार को उसे मुंबई के लिए एयरलिफ्ट किया जा रहा है। बच्ची की बीमारी पता चलने पर बुधवार को गुरु नानक जयंती की छुट्टी के दिन राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम का ऑफिस खोला गया और डेढ़ घंटे में प्रक्रिया पूरी की गई। जानकारी के मुताबिक, जबलपुर जिले के सिहोरा में रहने वाले सत्येंद्र दाहिया की पत्नी शशि दहिया ने सोमवार दोपहर जुड़वां बच्चों को जन्म दिया। डॉक्टर ने दोनों बच्चों की जांच की तो पता चला कि लड़का तो पूरी तरह से स्वस्थ है, लेकिन बच्ची के दिल में छेद है। डॉक्टरों ने उसे मुंबई में इलाज कराने की सलाह दी। ऐसे में एक परेशान पिता की मदद के लिए स्वास्थ्य विभाग आगे आया। विभाग ने न केवल राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (RBSK) के तहत मिलने वाली सहायता के लिए चंद घंटों में सभी दस्तावेज तैयार किए, बल्कि मुख्यमंत्री एयर एम्बुलेंस की व्यवस्था कर बच्ची को मुंबई भेजा। सत्येंद्र ने दैनिक भास्कर डिजिटल को धन्यवाद देते हुए कहा, “आपकी वजह से ही हमें इतनी बड़ी मदद मिल सकी।” गुरुवार को सत्येंद्र अपनी तीन दिन की बेटी को लेकर इलाज के लिए मुंबई रवाना किया जा रहा है जबकि उनकी पत्नी अपने दूसरे बेटे के साथ जबलपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती हैं। एयर एम्बुलेंस से मुंबई रवाना हो रही बच्ची गुरुवार दोपहर करीब 1 बजे मुख्यमंत्री एयर एम्बुलेंस जबलपुर डुमना एयरपोर्ट पर पहुंची।यहां सीएमएचओ डॉ. संजय मिश्रा, डॉ. सुभाष शुक्ला (RBSK जिला प्रबंधक), स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और सिहोरा विधायक संतोष बरकड़े मौजूद थे। मुंबई पहुंचते ही बच्ची को नारायणा अस्पताल में भर्ती कर इलाज शुरू कर दिया जाएगा। विधायक ने सरकार का जताया आभार विधायक संतोष बरकड़े ने कहा, मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मोहन यादव का धन्यवाद देना चाहता हूं। उनकी संवेदनशील योजनाएं विषम परिस्थितियों में भी जरूरतमंदों को सहायता दे रही हैं। मुझे जब इस मामले की जानकारी मिली, तो मैंने तुरंत कलेक्टर और सीएमएचओ से संपर्क किया। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (RBSK) योजना के माध्यम से हम उस बच्ची को मुंबई रवाना कर रहे हैं। हमारी सभी की कोशिशें सफल रहे। सीएमएचओ संजय मिश्रा बोले, दहिया परिवार की महिला को जुड़वा बच्चे हुए- एक लड़का और एक लड़की। लड़का पूरी तरह स्वस्थ है, जबकि लड़की के दिल में छेद पाया गया। डॉक्टरों ने उसे मुंबई रेफर करने की सलाह दी। इस स्थिति में हमारे यहां राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (RBSK) के तहत मदद उपलब्ध है। जब हमारे स्टाफ को इसकी जानकारी मिली, तो उन्होंने गुरुनानक जयंती की छुट्टी के दिन भी कार्यालय खोलकर पूरी प्रक्रिया पूरी की और बच्ची को इलाज के लिए मुंबई भेजने की व्यवस्था की।
हिसार जिले के उकलाना क्षेत्र में वीरवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसा उस समय हो गया जब प्रभुवाला-उकलाना रोड पर एक बाइक और कार की आमने-सामने टक्कर हो गई। इस हादसे में बाइक सवार युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। राहगीरों की मदद से घायल युवक को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है। जानकारी के अनुसार, गुरुवार सुबह एक युवक अपनी बाइक पर सवार होकर उकलाना मंडी से प्रभुवाला गांव की ओर जा रहा था। इसी दौरान सामने से प्रभुवाला की ओर से आ रही एक कार से उसकी आमने-सामने भिड़ंत हो गई। बताया जा रहा है कि बाइक सवार युवक के आगे एक अन्य गाड़ी चल रही थी, जिसे ओवरटेक करने के प्रयास में उसने बाइक को जैसे ही सड़क के बीच में निकाला। तभी सामने से तेज रफ्तार में आ रही कार से उसकी जोरदार टक्कर हो गई। युवक की हालत नाजुक टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बाइक सड़क पर घिसटती चली गई और बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। आसपास मौजूद लोगों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर घायल युवक को उठाया और मदद से अस्पताल भेजा। फिलहाल युवक की हालत नाजुक बताई जा रही है। दुर्घटना की यह पूरी वारदात पास के एक मकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जिसमें हादसे का पूरा दृश्य साफ तौर पर देखा जा सकता है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इस सड़क पर वाहनों की तेज रफ्तार पर लगाम लगाने के लिए गति-नियंत्रक (स्पीड ब्रेकर) और चेतावनी बोर्ड लगाए जाएं, ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने शाहबानो केस पर आधारित फिल्म ‘हक’ की रिलीज पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है। अदालत ने गुरुवार को दिए फैसले में कहा- यह किसी की निजता का हनन नहीं है। इसके साथ ही हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ ने शाहबानो की बेटी और कानूनी वारिस सिद्दिका बेगम खान की उस याचिका को भी खारिज कर दिया, जिसमें फिल्म की रिलीज, प्रदर्शन और प्रमोशन पर तत्काल रोक लगाने की मांग की थी। याचिका में सिद्दिका बेगम का कहना था कि फिल्म मेकर्स ने शाहबानो पर फिल्म बनाने से पहले उनकी कानूनी वारिस से कोई अनुमति नहीं ली है। फिल्म में शरिया कानून की नकारात्मक छवि दिखाई गई है, जिससे मुस्लिम समुदाय की भावनाएं आहत हो सकती हैं। उन्होंने फिल्म के डायरेक्टर सुपर्ण एस. वर्मा, जंगली पिक्चर्स, बावेजा स्टूडियोज और केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) के चेयरपर्सन को कानूनी नोटिस भी भेजा था। इससे पहले हाईकोर्ट ने 4 नवंबर को दो घंटे चली सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था। बता दें कि फिल्म 'हक' 7 नवंबर को रिलीज होने वाली है। निर्माता की दलील- फिल्म काल्पनिक कथा पर आधारितफिल्म निर्माता जंगली पिक्चर्स के अधिवक्ता ऋतिक गुप्ता और अजय बगड़िया ने कहा- हमने अदालत में दलील दी थी कि फिल्म एक काल्पनिक कथा पर आधारित है। इसका उद्देश्य किसी व्यक्ति या समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं है। अदालत ने हमारे तर्कों से सहमति जताते हुए याचिका को खारिज कर दिया है। कहा- फिल्म के डायलॉग खराब और आपत्तिजनक4 नवंबर को हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता सिद्दीका बेगम की ओर से एडवोकेट तौसीफ वारसी, जंगली पिक्चर की ओर से सीनियर एडवोकेट अजय बागडिया, इंसोमनिया मीडिया एंड कंटेट सर्विसेज लिमिटेड की तरफ से हितेश मेहता और मिनिस्ट्री ऑफ ब्रॉडकास्ट की ओर से एडवोकेट रोमेश दवे उपस्थित हुए थे। एडवोकेट तौसीफ वारसी ने तर्क रखते हुए कहा था- फिल्म के टीजर और ट्रेलर में कुछ ईवेंट्स ऐसे दिखाए हैं, जो मेरी मुवक्किल की मां की प्रतिष्ठा, सम्मान को धूमिल करते हैं। इसमें डायलॉग के कुछ वर्जन खराब और आपत्तिजनक हैं। वास्तविक जिंदगी में उनके माता-पिता के बीच ऐसे संवाद कभी नहीं रहे। एक तरफ तो फिल्म के निर्माता कहते हैं कि शाहबानो बेगम ने संघर्ष किया था। खासकर महिला होकर, जबकि उस समय महिला सशक्तिकरण इतना मजबूत नहीं था, जितना आज है। शाहबानो ने पति से अधिकार की लड़ाई लड़ी। धर्म के पहलू का ध्यान रखा और कोर्ट से खुद का अधिकार हासिल किया। दूसरी तरफ फिल्म के डायलॉग परिवार की प्रतिष्ठा को धूमिल करते हैं, वह भी तब जब शाहबानो इस दुनिया में नहीं हैं। याचिका में कहा- तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश कियाएडवोकेट वारसी ने कहा था कि यह फिल्म शाहबानो के जीवन और 1970 के दशक में महिलाओं के अधिकारों को लेकर चले ऐतिहासिक मुकदमे पर आधारित है, लेकिन इसमें बिना अनुमति और तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। शाहबानो की बेटी की याचिका में ये भी कहा गया था कि फिल्म स्वर्गीय शाहबानो बेगम की निजी जीवन को दर्शाती है, जिसमें उनके परिवार से जुड़े कई संवेदनशील घटनाक्रम, पर्सनल एक्सपीरियंस और सामाजिक परिस्थितियां शामिल हैं। वकील ने कहा था कि उनकी मुवक्किल सिद्दिका के पास अपनी मां शाहबानो के जिंदगी के मोरल और लीगल अधिकार सुरक्षित हैं। फिल्म निर्माता की दलील- प्रतिष्ठा धूमिल करने जैसी बात नहींकोर्ट में जंगली पिक्चर की ओर से सीनियर एडवोकेट अजय बागड़िया और इंसोमनिया मीडिया एंड कंटेंट सर्विसेज लिमिटेड की ओर से हितेश मेहता ने तर्क रखे थे कि फिल्म के डायलॉग में कुछ आपत्तिजनक नहीं है। न ही परिवार की प्रतिष्ठा को धूमिल करने जैसी बात है। ईवेंट्स अच्छे नजरिए और बेहतर तरीके से फिल्माया है।
राजस्थान के सरकारी स्कूलों में क्लासरूम को ठीक करने के लिए सरकार के रोडमैप को हाईकोर्ट ने आज लौटा दिया है। जस्टिस महेन्द्र गोयल और जस्टिस अशोक जैन की खंडपीठ ने सरकार द्वारा पेश रोडमैप को अधूरा बताते हुए नाराजगी जाहिर की। बैंच ने मामले में मौखिक टिप्पणी करते हुए कहा- सरकार 2047 के विजन की बात करती है, लेकिन आपके पास स्कूलों के लिए कल की ही प्लानिंग नहीं है। अदालत ने कहा- बजट में स्कूल और कॉलेज खोलने की घोषणाएं होती है, लेकिन जहां वास्तव में आवश्यकता हो, वहां पर स्कूल और कॉलेज खोले जाएं। सरकार चुनावी वादों के हिसाब से नहीं, धरातल पर काम करें। बैंच आज झालावाड़ स्कूल हादसे को लेकर स्वप्रेरणा से दर्ज जनहित याचिका पर सुनवाई कर रही थी। स्कूल भवनों का इन्फ्रास्ट्रक्चर गाइड लाइनों के अनुरूप है या नहीं खंडपीठ ने सुप्रीम कोर्ट के उस निर्णय का उल्लेख किया, जिसमें नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट गाइडलाइन फॉर स्कूल सेफ्टी 2016 के पालन को जरूरी बताया गया है। कोर्ट ने राज्य सरकार से यह स्पष्ट करने को कहा कि क्या वर्तमान में स्कूल भवनों का इन्फ्रास्ट्रक्चर इन गाइड लाइनों के अनुरूप है या नहीं। अलग-अलग मद में बजट की दे जानकारी राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) की ओर से पेश वकील वागीश सिंह ने बताया कि अदालत ने सरकार को पिछले दिशा निर्देशों के अनुसार अलग-अलग मद में जानकारी पेश करने के लिए कहा है। इसमें जर्जर भवनों, मरम्मत भवनों और नए भवनों के लिए कितना बजट दिया गया है, इसकी जानकारी पेश करनी हैं। कोर्ट ने कहा कि सर्वे के मुताबिक करीब 86 हजार कमरे जो कि जर्जर हालत में है। इस प्लान रिपोर्ट में उन सभी कमरों को कैसे रिपेयर किया जाएगा, इसकी जानकारी नहीं मिल पा रही है। झालावाड़ स्कूल हादसे में हुई थी 7 बच्चों की मौत करीब तीन महीने पहले 25 जुलाई को झालावाड़ जिले के पिपलोदी स्कूल हादसे में 7 बच्चों की मौत हो गई थी। बच्चे सुबह क्लास रूम में बैठे हुए थे, तभी कमरे की छत गिर गई। इसमें क्लास में मौजूद 35 बच्चे दब गए थे। घटना के बाद हाईकोर्ट के दो जजों ने मामले में स्वप्रेरित प्रसंज्ञान लिया था। जिसे जनहित याचिका के तौर पर दर्ज करके हाईकोर्ट सुनवाई कर रहा है। ये भी पढ़ें... हाईकोर्ट ने कहा- झालावाड़ की घटना दिल झकझोरने वाली:राजस्थान सहित 12 राज्यों में 22% स्कूलों की बिल्डिंग जर्जर; केंद्र-राज्य सरकार से मांगी रिपोर्ट झालावाड़ स्कूल हादसे पर हाईकोर्ट ने प्रसंज्ञान लेते हुए केंद्र और राज्य सरकार से 14 बिंदुओं पर रिपोर्ट मांगी है। जस्टिस अनूप ढंड की कोर्ट ने इसे 'दिल झकझोर देने वाली घटना' बताया। कोर्ट ने राज्य सरकार पर टिप्पणी करते हुए कहा- सरकार अपने कुल बजट का 6 प्रतिशत शिक्षा पर खर्च करती है। उसके बाद भी सरकार लगातार बुनियादी ढांचे के विकास में पिछड़ रही है। (पूरी खबर पढ़ें)
भिंड के दबोह थाना क्षेत्र के अंधियारी गांव में गुरुवार सुबह मकान को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद बढ़ गया। इस दौरान एक पक्ष के चार लोगों ने युवक की लाठी-डंडों से जमकर पिटाई कर दी। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार, अंधियारी गांव निवासी ओमप्रकाश का विवाद गांव के बल्लू कौरव और लखन कौरव से लंबे समय से चल रहा था। फरियादी के परिवार ने कई साल पहले एक मकान बल्लू और लखन को बेच दिया था, लेकिन ओमप्रकाश उस पर अब भी कब्जा किए हुए थे। गुरुवार की सुबह लगभग 10 बजे, जब बल्लू और लखन ने ओमप्रकाश से मकान खाली करने को कहा तो विवाद बढ़ गया। इसी दौरान बल्लू, लखन और उनके परिवार के दो अन्य युवक मिलकर ओमप्रकाश की लाठी-डंडों से पिटाई कर दी। घायल ओमप्रकाश गंभीर रूप से घायल हो गए। चार लोगों पर FIR दर्ज घायल ओमप्रकाश ने दबोह थाना पहुंचकर चारों आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। थाना प्रभारी ने बताया कि पूरे मामले की पड़ताल की जा रही है और आरोपियों की पहचान के बाद उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।
छत्तीसगढ़ के खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले में 17 लाख की इनामी महिला नक्सली ने सरेंडर किया है। कमला सोड़ी उर्फ उंगी उर्फ तरूणा (30 साल) पिछले 14 साल से नक्सली संगठन से जुड़ी थी। वह हार्डकोर नक्सली थी। जिसने 6 नवंबर को पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। कमला 3 राज्यों में सक्रिय थी। वह माड़ डिवीजन, बस्तर एमएमसी (मध्य प्रदेश-महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़) जोन की सक्रिय सदस्य थी और एमएमसी जोन प्रभारी रामदर की टीम में प्रमुख भूमिका निभाती थी। इस दौरान वह कई हिंसक वारदातों और पुलिस बलों पर हमले की योजनाओं में शामिल रही। साल 2011 में नक्सली संगठन से जुड़ी कमला सोड़ी मूल रूप से सुकमा जिले के अरलमपल्ली गांव की रहने वाली थी। साल 2011 से प्रतिबंधित संगठन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) से जुड़ी थी। महाराष्ट्र (गोंदिया जिला) और मध्य प्रदेश के सीमावर्ती पहाड़ी क्षेत्रों में सक्रिय थी। तीनों राज्यों की पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर कुल 17 लाख रुपए का इनाम घोषित किया था। नक्सलियों को मुख्यधारा में लौटने के लिए कर रहे प्रेरित पुलिस अधिकारियों के अनुसार, शासन की विकासोन्मुखी नीतियों, ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहे निर्माण कार्यों, सड़क और संचार सुविधाओं के विस्तार तथा सिविक एक्शन कार्यक्रमों के कारण नक्सल प्रभावित इलाकों में विश्वास का माहौल बन रहा है। सुरक्षा बलों द्वारा निरंतर संवाद और जनसंपर्क से नक्सलियों को मुख्यधारा में लौटने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसी मुहिम से प्रभावित होकर कमला सोड़ी ने हिंसा का रास्ता छोड़कर समाज की मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया। सरेंडर करने पर मिला 50 हजार आत्मसमर्पण के बाद कमला सोड़ी को छत्तीसगढ़ शासन की नीति के तहत तत्काल 50,000 रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई। साथ ही, पुनर्वास नीति-2025 के अंतर्गत अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। राजनांदगांव आईजी अभिषेक शांडिल्य ने कहा कि यह आत्मसमर्पण शासन की नीतियों और सुरक्षा बलों की निरंतर कोशिशों का नतीजा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि कमला सोड़ी का यह कदम अन्य सक्रिय नक्सलियों के लिए भी प्रेरणास्रोत बनेगा। यह आत्मसमर्पण शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति-2025 के तहत हुआ है, जिसे नक्सल उन्मूलन अभियान के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि माना जा रहा है।
कानपुर जाजमऊ थाने से चंद कदम की दूरी पर शातिर चोरों ने एक मोबाइल शॉप को निशाना बनाते हुए सेंध लगाकर लाखों रुपए का माल चोरी कर ले गए। सुबह दुकानदार पहुंचा तो शटर खोलते ही दंग रह गया। दुकान में रखे मोबाइल, कैश और कीमती सामान गायब था। सूचना पर जाजमऊ थाने की पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर जांच करने पहुंची। अब आसपास के सीसीटीवी फुटेज के जरिए चोरों की शिनाख्त करने का प्रयास किया जा रहा है। CCTV में नाबालिग चोर दिखे, फोरेंसिक टीम ने जुटाए साक्ष्य जाजमऊ के तिवारीपुर में रहने वाले सचिन वर्मा की नई चुंगी पर आरुषी टेलीकॉम नाम से मोबाइल शॉप है। सचिन ने बताया कि रोजाना की तरह गुरुवार सुबह 11 बजे जब दुकान पहुंचे तो शटर खोलते ही दंग रह गए। दुकान के पिछले हिस्से की दीवार में सेंध लगाकर शातिर चोर दुकान का कीमती सामान उठा ले गए थे। यह देखते ही उन्होंने डायल-112 पर दुकान में चोरी की सूचना दी। जाजमऊ थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह फोर्स के साथ मौके पर जांच करने पहुंचे। फोरेंसिक टीम ने भी मौक से साक्ष्य जुटाया। दूसरी दुकान में भी सेंध लगाने की कोशिशजांच में सामने आया कि शातिर चोरों ने आरुषी टेलीकॉम में चोरी की घटना को अंजाम देने के बाद बगल में मौजूद आरजे टेलीकॉम में भी सेंध लगाकर चोरी का प्रयास किया। दीवार ना टूटने के कारण चोर दूसरी दुकान में चोरी करने में सफल नहीं हाे सके। दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे बंद होने पर दुकानदार ने बताया कि एक साल पहले दुकान में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई थी। इस वजह से वह दुकान बंद करने के दौरान बिजली की एमसीबी गिरा देते हैं। इस वजह से सीसीटीवी भी बंद हो गया था। दुकानदार सचिन ने बताया कि 1.50 लाख के 10 एंड्रॉयड फोन और करीब 15 हजार रुपए कैश व अन्य सामान चोरी करके ले गए हैं। एसीपी कैंट आकांक्षा पांडेय ने बताया कि आसपास लगे सीसीटीवी चेक करवाए जा रहें हैं। जांच के लिए टीम लगाई है। जांच के दौरान उन्हें कुछ अहम इनपुट भी मिले हैं। जल्द ही चोरी की वारदात को खुलासा करके शातिर चोरों के गैंग को जेल भेजा जाएगा। छत पर मिले दो मोबाइल, बच्चा गैंग पर शक जाजमऊ थाना प्रभारी ने बताया कि जांच के दौरान दुकान की छत पर दो कीपैड फोन और कुछ ईयरबड समेत ऐसेसरीज मिली है। इसके साथ ही छेनी हथौड़ी भी बरामद हुई है। चोरी करने के बाद शातिर चोर उसे छोड़कर भाग निकले हैं। जिस तरह से दुकान में सेंध लगाई गई है उससे किसी उम्रदराज व्यक्ति का दुकान में घुसना मुश्किल है। आशंका है कि गैंग में कम उम्र का बच्चा भी शामिल था। जिसने सेंधमारी के बाद दुकान में घुसकर पूरी वारदात को अंजाम दिया है।

