भारत निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशन में एसआईआर की प्रक्रिया मथुरा में तेजी के साथ आगे बढ़ चुकी है। अब तक 19.43 लाख मतदाताओं तक एसआईआर फार्म पहुंच चुके हैँ, जो कुल मतदाताओं का 99.80 प्रतिशत है। यह कार्य 4 दिसंबर तक पूरा करना है। 154581 ने जमा किये फॉर्म इसकी जानकारी देते हुए जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह ने बताया कि मथुरा में फिलहाल मतदाताओं की संख्या 1947368 है। इसमें से 1943442 मतदाताओं को एसआईआर का फॉर्म घरों पर पहुंचा दिए गए हैँ। इसमें से 154581 ने फॉर्म को भरकर भी वापस जमा कर दिया है। जिसकी फीडिंग भी भारत निर्वाचन आयोग के निर्धारित पोर्टल पर भी कर दी गई है। फॉर्म भरने में न हों परेशान जिलाधिकारी ने बताया कि किसी भी व्यक्ति को एसआईआर को लेकर परेशान होने की जरूरत नहीं है। बीएलओ से प्राप्त फॉर्म पर सभी को सबसे पहले वर्तमान डाटा के अनुसार जन्म तिथि, आधार नंबर, मोबाइल नंबर, पिता का नाम, पिता का वोटर कार्ड नंबर, मां का नाम तथा वोटर कार्ड नंबर, पत्नी/पति का नाम व वोटर कार्ड संख्या दर्ज करनी है। इसके बाद 2003 की वोटर लिस्ट में दर्ज नाम के अनुसार (अगर है तो) अपना विवरण देना है। अगर 2003 की मतदाता सूची में व्यक्ति का नाम नहीं है तो दाई ओर के बाक्स में अपने माता - पिता का विवरण 2003 की मतदाता सूची के अनुसार दर्ज करना है। एक से अधिक फॉर्म जमा करने पर हो सकती है एक साल की जेल जिलाधिकारी ने बताया कि 2003 की मतदाता सूची सभी बीएलओ के पास मौजूद है। इसे भारत निर्वाचन आयोग कि वेबसाइट पर भी देखा जा सकता है। उन्होंने बताया कि 2003 में मथुरा जनपद में मतदाताओं की संख्या 1248924 थी, अब इसमें 698444 मतदाता बढ़ गए हैँ। उन्होंने बताया कि मृतक , डुप्लीकेट और स्थानांतरित मतदाता के नाम हटा दिए जाएंगे। जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह ने बताया कि जो लोग एक से अधिक स्थान पर एसआईआर फ़ार्म दाखिल करते हैँ तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसमें एक साल की जेल और अर्थ दंड का भी प्रावधान है। इस दौरान उपजिला निर्वाचन अधिकारी पंकज वर्मा ने बताया कि किसी भी परेशानी को लेकर अपने बीएलओ और कंट्रोल रुम के फोन नंबर 1950 पर संपर्क कर सकते है। एसआईआर के कार्य में मथुरा तहसील फिसड्डी , छाता नंबर वन पर एसआईआर के कार्य में अब तक मथुरा विधानसभा क्षेत्र फिसड्डी बना हुआ है। छाता विधानसभा क्षेत्र इस कार्य में अबतक जिले में अव्वल है। दूसरे पायदान पर मांट विधानसभा और तीसरे पर बलदेव विधान सभा क्षेत्र की प्रगति है। गोवर्धन चौथे नंबर पर है। मथुरा तहसील की स्थिति सबसे जायदा खराब है। मथुरा में इस कार्य के लिए 484 बीएलओ, छाता मे 396, मांट में 413, गोवर्धन में 390 और बलदेव में 447 बीएल ओ कार्यरत है। इस तरह मथुरा जिला में 2130 बीएलओ कार्य कर रहे हैँ। कांग्रेस नहीं बना पायी बूथ लेबल एजेंट SIR की प्रक्रिया पूरी करने के लिए प्रशासन के अधिकारियों ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ हुई। जिसमे सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से बूथ लेबल एजेंट बनवाने के लिए कहा। इस प्रक्रिया में कांग्रेस पीछे रह गयी,कांग्रेस पार्टी बूथ लेबल एजेंट नहीं बना सकी। इस मामले में सपा सबसे आगे रही। समाजवादी पार्टी ने मथुरा में 2041,भाजपा ने 2130 जबकि बसपा ने 2103 बूथ लेबल एजेंट बनाये हैं। वहीं कांग्रेस,CPI (M) और आप एक भी बूथ लेबल एजेंट नहीं बना सके।
शाहाबाद में एक्सीडेंट का लाइव VIDEO:तेज रफ्तार बाइक से गिरे युवक, सड़क पर घसीट गए
हरदोई जिले के शाहाबाद थाना क्षेत्र के अल्लापुर में बालाजी पेट्रोल पंप के सामने एक सड़क हादसा हुआ। इस घटना में तेज रफ्तार बाइक पर सवार दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे का एक लाइव वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि दोनों युवक तेज गति से बाइक चला रहे थे। बाइक लहराती हुई सड़क पर आती है और अचानक अनियंत्रित होकर जोरदार टक्कर हो जाती है। टक्कर इतनी भीषण थी कि आसपास मौजूद लोग मौके पर जमा हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसे में दोनों युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका उपचार जारी है। वीडियो में स्पष्ट है कि तेज रफ्तार और नियंत्रण खोने के कारण यह दुर्घटना हुई।तस्वीरों में देखिए हादसा... स्थानीय निवासियों ने इस घटना पर चिंता व्यक्त की है। उनका कहना है कि अल्लापुर और शाहाबाद क्षेत्र में लगातार ओवर स्पीड और बाइक रेसिंग की घटनाएं बढ़ रही हैं। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि पुलिस की ओर से इन घटनाओं पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है। उन्होंने प्रभारी निरीक्षक की भूमिका पर सवाल उठाते हुए चेतावनी दी कि यदि इन पर नियंत्रण नहीं किया गया, तो भविष्य में कोई बड़ा हादसा हो सकता है। परमार्थ आवाज ने भी प्रशासन से ऐसे असामाजिक स्टंटबाजों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है ताकि आम जनता सुरक्षित रह सके।
शहर में मौसम का मिजाज बदलने लगा है और ठंड धीरे-धीरे अपना असर दिखा रही है। बीते कुछ दिनों से दिन में हल्की धूप के बावजूद शाम होते ही तापमान में काफी गिरावट दर्ज की जा रही है। वातावरण में नमी बढ़ने के कारण शाम ढलते ही आसमान पर धुंध की हल्की परत छा जाती है,कोहरे का असर रात में देखने को मिल रहा है। दिनभर धूप लेकिन शाम होते ही ठंड का असर तेज सुबह के समय हल्की ठंडक महसूस होती है, लेकिन दोपहर तक धूप निकलने से मौसम सामान्य हो जाता है। इसके बावजूद शाम ढलते ही ठिठुरन बढ़ जाती है। शहर के कई इलाकों में सूरज ढलने के बाद हवा में गलन महसूस की जा रही है। रात में तापमान में तेजी से गिरावट रात के समय तापमान में सबसे अधिक गिरावट दर्ज की जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार, शहर में आज का न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से कम है। रात का तापमान धीरे-धीरे और नीचे जाता दिख रहा है, जिससे रात में ठंड का असर और बढ़ रहा है। हल्की धुंध और कोहरे की शुरुआत शहर में सुबह और शाम दोनों समय हल्की धुंध और कोहरे के लक्षण दिखाई दे रहे हैं। हवा में नमी और तापमान में गिरावट के कारण कोहरे की पतली परत बन रही है। फिलहाल दृश्यता पर इसका बड़ा असर नहीं है, लेकिन अगले कुछ दिनों में इसके बढ़ने की पूरी संभावना है। मौसम विभाग का अलर्ट मौसम विभाग ने 21 नवम्बर से ठंड में और बढ़ोतरी होने की चेतावनी जारी की है। इस दौरान सुबह-शाम तापमान और गिर सकता है। साथ ही कोहरा भी घना हो सकता है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तर-पश्चिमी हवाओं के सक्रिय होने के कारण ठंड बढ़ रही है और आने वाले दिनों में तापमान में और गिरावट दर्ज की जा सकती है।
एमवाय अस्पताल में कबड्डी की नेशनल प्लेयर रोशनी को एक्सपायरी दवाई चढ़ाने के मामले में चार सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई है, लेकिन इसमें अभी किसी के बयान नहीं हुए हैं। मामले में अस्पताल प्रशासन द्वारा एक्सपायर्ड दवाई मरीज को लगाने को शुरू से ही खारिज किया गया है। इसे लेकर सफाई दी गई है कि नर्स ने एक्सपायरी डेट देखते ही वहां से तुरंत हटा ली थी। इसे लेकर अब नेशनल प्लेयर के पति सागर सिंह ने एक वीडियो जारी किया है। इसमें उन्होंने अस्पताल प्रशासन के बयान को झुठलाया है। उन्होंने कहा कि हम क्यों झूठ बोलेंगे, हम उप्र के हैं और मरीज डिस्चार्ज के बाद चले जाएंगे लेकिन मामला गंभीर है। सागर सिंह ने वीडियो में बेबाकी से अपनी बात कही है। उन्होंने कहा कि इसमें डॉक्टरों की कोई गलती नहीं है और न ही नर्स ने मेरी पत्नी को दवाई चढ़ाई है। उन्होंने कहा कि घटना वाली सुबह नर्सिंग स्टूडेंट्स ने यह दवाई चढ़ाई थी। उनके जाने के बाद मेरा ध्यान गया। पूरी गलती दवाई का स्टॉक मेंटेन करने वाले स्टाफ की है। मेरा जब ध्यान गया तो दवाई की बोतल पर एक्सपायरी अगस्त 2025 थी। मैंने तुरंत नर्स को कहा तो उसने बोतल निकालकर दूसरी लगाई। इस दौरान मैंने इसका वीडियो बना दिया। यह दवाई दो दिनों से चढ़ाई जा रही थी। इस बीच मैंने अंदर लॉट में रखी इसी बेच की एक्सपायर्ड डेट की दवाइयों का वीडियो भी बना लिया। फिर बताया तो पूरा स्टॉक भी हटा लिया गया। वह दवाइयां छिपा दी गईं या ले गए नहीं पता। ऐसा इसलिए किया ताकि हम कुछ बोल न पाए। सागर सिंह का कहना है कि इसे लेकर अस्पताल के वरिष्ठ अधिकारी ने सफाई दी है कि नर्स ने एक्सपायर्ड दवाई देखते ही हटा ली थी। वे मेरे लिए सम्मानीय है, लेकिन उनका यह बयान सरासर गलत है। यह वाकया मरीज यानी मेरी पत्नी रोशनी और मैंने देखी है कि एक्सपायर्ड दवाई थी। अब हमें झुठलाया जा रहा है, इसमें हमारा कुछ नहीं है। हम तो यहां इलाज के लिए आए हैं। हमारा यहां व्यक्तिगत किसी से कोई द्वेष नहीं है। यहां कई गरीब और अनपढ़ लोग इलाज के लिए आते हैं। वे तो ऐसी गंभीर गलती देख ही नहीं पाते। मैं अगर यह नहीं देखता तो क्या होता यह विचारणीय है। अब ड्रिप वाली दवाई नहीं, टैबलेट दी जा रही पति ने कहा कि पत्नी की हालत ठीक है । इस घटना के बाद पत्नी को पहले वाली (ड्रिप) की दवाई अब टैबलेट के रूप में दी जा रही है। दूसरे मरीज जिन्हें ड्रिप के रूप में जरूरत है डॉक्टरों के प्रिस्क्रिप्शन पर ही दी जा रही है। हर फ्लोर, हर यूनिट में कसावट इस घटना के बाद अस्पताल के सारे फ्लोर, यूनिट इंचार्ज को इसे लेकर सख्त हिदायत दी है कि जो भी एक्सपायर्ड दवाइयां हैं उसे बायो वेस्ट के लिए दें। गुरुवार को अधिकांश फ्लोर पर इसे लेकर काफी हलचल रही। यहां तक कि जिन दवाइयों की एक्सपायरी डेट नजदीक है, उस पर भी रिमार्क किया गया ताकि पहले जैसी गंभीर चूक न हो। चार सदस्यीय कमेटी में कौन यह स्पष्ट नहीं इस मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय कमेटी बनाई गई है लेकिन इस कमेटी में कौन-कौन लोग शामिल हैं इसे लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं की गई है। इसमें महिला, उसके पति, अन्य मरीज, नर्सिंग स्टाफ, इंचार्ज, स्टोर कीपर सहित अन्य के बयान होंगे। केस में महिला के पति का कहना है कि मैं अपने बयान पर कायम हूं और मैंने ही वीडियो बनाए हैं ताकि सच्चाई झुठलाई नहीं जा सके। ये डिजिटल और मजबूत साक्ष्य हैं। ये खबर भी पढ़ें... इंदौर में नेशनल प्लेयर को एक्सपायर्ड सलाइन चढ़ाई इंदौर के एमवाय अस्पताल में भर्ती कबड्डी की नेशनल प्लेयर को एक्सपायर्ड सलाइन चढ़ाई गई। हालांकि महिला खिलाड़ी की हालत सामान्य है। परिवार की शिकायत के बाद अस्पताल प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है। वार्ड नंबर 21 की रहने वाली रोशनी सिंह (27) को 12 नवंबर से पेट में एसिटिक फ्लूइड की समस्या के चलते भर्ती किया गया है।पूरी खबर पढ़ें
आज भोपाल आएंगे पूर्व उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़:मनमोहन वैद्य की किताब के विमोचन में होंगे शामिल
पूर्व उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ आज (शुक्रवार) भोपाल आएंगे। वे सुबह करीब 11:30 बजे भोपाल एयरपोर्ट से सीधे राजभवन पहुंचेंगे। राजभवन में करीब साढे़ चार घंटे तक रुकने के बाद वे 4:15 बजे रवीन्द्र भवन में एक पुस्तक विमोचन समारोह में शामिल होंगे। इसी साल 21 जुलाई को संसद के मानसून सत्र के पहले ही दिन उप राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बाद धनखड़ का यह पहला सार्वजनिक कार्यक्रम होगा। जिसमें वे संबोधन देंगे। वे रात करीब आठ बजे वापस दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे। मनमोहन वैद्य की किताब के विमोचन में होंगे शामिलआज भोपाल के रवीन्द्र भवन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य मनमोहन वैद्य की किताब हम और यह विश्व का विमोचन होगा। इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में पूर्व उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ संबोधन देंगे। कार्यक्रम में वृंदावन के श्री आनंदम धाम आश्रम के पीठाधीश्वर रीतेश्वर जी महाराज और वरिष्ठ पत्रकार विष्णु त्रिपाठी विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगे। इस्तीफा देने के बाद उप राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण में आए थे नजर21 जुलाई को उप राष्ट्रपति के पद से इस्तीफा देने के बाद जगदीप धनखड़ नजर नहीं आए। 12 सितंबर को नवनिर्वाचित उप राष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन के शपथ ग्रहण समारोह में वह शामिल हुए थे, लेकिन पद छोड़ने के बाद जगदीप धनखड़ किसी ऐसे कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। जिसमें उन्होंने मंच से कोई भाषण या मीडिया में कोई बयान दिया हो। इस्तीफे के ठीक 4 महीने बाद होगा सार्वजनिक कार्यक्रम उप राष्ट्रपति पद छोड़ने के ठीक चार महीने बाद जगदीप धनखड़ का यह पहला कार्यक्रम होगा। जिसमें वे संबोधन देंगे। 21 जुलाई को उन्होंने इस्तीफा दिया था और 21 नवंबर को ठीक चार महीने बाद वे सार्वजनिक कार्यक्रम में मंच पर नजर आएंगे। जगदीप धनखड़ से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें.... उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने इस्तीफा दिया:स्वास्थ्य को वजह बताया; संसद सत्र के बीच इस्तीफा देने वाले पहले उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने 21 सितंबर को उप राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दिया था। उन्होंने स्वास्थ्य कारणों को इस्तीफे की वजह बताया था। वे 74 साल के हैं। धनखड़ का कार्यकाल 10 अगस्त 2027 तक था। राष्ट्रपति को पत्र में उन्होंने लिखा- स्वास्थ्य की प्राथमिकता और डॉक्टरी सलाह का पालन करते हुए मैं भारत के उपराष्ट्रपति पद से तत्काल प्रभाव से त्यागपत्र दे रहा हूं। पत्र में उन्होंने राष्ट्रपति को उनके सहयोग और सौहार्दपूर्ण संबंधों के लिए धन्यवाद दिया। साथ ही प्रधानमंत्री और मंत्रिमंडल को भी सहयोग के लिए आभार जताया। पढ़ें पूरी खबर... उपराष्ट्रपति का केंद्र सरकार से सवाल:कृषि मंत्री शिवराज से पूछा- किसानों से किए वादे क्यों नहीं निभाए, हम कुछ नहीं कर रहे पिछले साल दिसंबर में मुंबई में हुए एक कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने किसान आंदोलन को लेकर सीधे कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से कई सवाल किए। उन्होंने शिवराज की ओर इशारा करते हुए कहा, कृषि मंत्री जी, आपका एक-एक पल भारी है। मेरा आपसे आग्रह है और भारत के संविधान के तहत दूसरे पद पर विराजमान व्यक्ति आपसे अनुरोध कर रहा है कि कृपया करके मुझे बताइए कि किसान से क्या वादा किया गया था? और जो वादा किया गया था, वह क्यों नहीं निभाया गया? वादा निभाने के लिए हम क्या कर रहे हैं? बीते साल भी आंदोलन था, इस साल भी आंदोलन है। कालचक्र घूम रहा है। हम कुछ नहीं कर रहे हैं। पढ़ें पूरी खबर... उपराष्ट्रपति ने शिवराज सिंह को कहा- किसान के लाड़लेदो दिन पहले मुंबई में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से भरे मंच पर किसानों से किए वादों को लेकर सवाल पूछने वाले उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने उन्हें नया नाम दिया। संसद की कार्यवाही के दौरान उपराष्ट्रपति ने शिवराज सिंह को 'किसान के लाड़ले' कहा। राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ ने कृषि मंत्री को ये नाम तब दिया, जब कृषि मंत्रालय से संबंधित सवाल पूछे जा रहे थे। उन्होंने शिवराज सिंह से कहा कि मैंने आज आपका नामांकन कर दिया है। पढ़ें पूरी खबर...
ग्वालियर में निर्मित भगवान श्रीराम के वनवासी स्वरूप की 51 फीट ऊंची प्रतिमा अब मुरैना जिले के एंती पर्वत स्थित शनिधाम में स्थापित की जाएगी। यह प्रतिमा मूल रूप से छत्तीसगढ़ के चंद्रखुरी स्थित कौशल्या मंदिर में स्थापित की जानी थी, लेकिन भुगतान विवाद के कारण इसे अब मध्यप्रदेश में ही लगाया जा रहा है। यह प्रतिमा छत्तीसगढ़ सरकार की रामपथ गमन परियोजना का हिस्सा है, जिसके तहत भगवान श्रीराम के वनवास काल से जुड़े स्थलों पर उनकी मूर्तियां स्थापित की जानी हैं। इसी परियोजना के लिए ग्वालियर के मूर्तिकार दीपक विश्वकर्मा को प्रतिमा निर्माण का काम सौंपा गया था। पांच माह पहले तैयार हुई प्रतिमा प्रतिमा का निर्माण ग्वालियर सेंड स्टोन आर्ट एंड क्राफ्ट सेंटर में किया गया है। पांच महीने पहले प्रतिमा पूरी तरह तैयार हो चुकी थी और केवल चंद्रखुरी में स्थापना का इंतजार था। हालांकि, मूर्तिकार दीपक विश्वकर्मा का कहना है कि छत्तीसगढ़ के ठेकेदार ने केवल 10 लाख रुपए का अग्रिम भुगतान दिया था, जबकि करीब 70 लाख रुपए का बकाया अब तक नहीं मिला है। लगातार बढ़ते दबाव और भुगतान न मिलने के कारण प्रतिमा को बेचने व दूसरी जगह स्थापित करने का निर्णय लेना पड़ा। भुगतान हुआ तो नई प्रतिमा बनाएंगे विश्वकर्मा ने बताया कि यदि ठेकेदार बकाया राशि का भुगतान करता है, तो वे छत्तीसगढ़ सरकार की परियोजना के लिए नई प्रतिमा बना देंगे, लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए रामपथ गमन परियोजना में और देरी की आशंका बढ़ गई है।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NIA) का संचालन की तैयारियां तेज कर दी गई है। अधिकारियों के अनुसार, सभी निरीक्षणों के सफलतापूर्वक पूरा होने की स्थिति में एयरपोर्ट को 30 नवंबर तक एयरोड्रम लाइसेंस मिल सकता है। यह लाइसेंस मिलते ही उत्तर प्रदेश के पहले ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट से व्यवसायिक उड़ानें शुरू करने का रास्ता पूरी तरह साफ हो जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि औपचारिक उद्घाटन प्रधानमंत्री की उपलब्धता पर निर्भर करेगा। लाइसेंस मिलने के बाद निजी कंसैशनेयर, एयर इंडिया, अकासा एयर और इंडिगो संयुक्त रूप से ऑपरेशन्स शुरू करने की तारीख तय करेंगे। NIAL के नोडल अधिकारी शैलेंद्र भाटिया ने बताया कि 24 नवंबर को सुरक्षा संबंधी व्यापक जांच निर्धारित है। “यह व्यवसायिक संचालन शुरू होने से पहले की अंतिम बड़ी बाधा है। अगर सभी सिस्टम मानकों के अनुरूप पाए गए, तो एक सप्ताह के भीतर एयरोड्रम लाइसेंस जारी कर दिया जाएगा,” 24 नवंबर की जांच तय करेगी लाइसेंस की तारीखगुरुवार को एयरपोर्ट पर हुई उच्चस्तरीय बैठक में DGCA, यूपी सिविल एविएशन विभाग, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय, NIAL, CISF और विभिन्न एयरलाइंस के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। बैठक में एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) टावर, टर्मिनल बिल्डिंग और अन्य महत्वपूर्ण सुविधाओं का निरीक्षण किया गया। 3 नवंबर की प्रारंभिक जांच में चिह्नित सुरक्षा से जुड़े मामूली मुद्दों को अब पूरी तरह सुलझा लिया गया है। 24 नवंबर की व्यापक जांच यह तय करेगी कि लाइसेंस जारी होने की प्रक्रिया समय पर आगे बढ़ेगी या नहीं। इन चीजों को परखा जाएगाएयरोड्रम मैनुअल के अनुसार, लाइसेंस जारी करने से पहले रनवे की क्षमता, सेफ्टी एरिया अनुपालन, टैक्सी वे और एप्रन की कार्य शीलता, लाइटिंग और नेविगेशनल एड्स, अपडेटेड मौसम व एयरोनॉटिकल डेटा समेत कई तकनीकी मापदंड पूरे करना अनिवार्य होता है। साथ ही प्रशिक्षित कर्मचारी, फायर एवं रेस्क्यू कवरेज, आपातकालीन प्रतिक्रिया योजना, वन्यजीव प्रबंधन और ग्राउंड-हैंडलिंग व्यवस्था भी जांच का हिस्सा होती हैं। ये टेस्ट हो चुके पूरेDGCA ने 31 अक्टूबर और 4 नवंबर को दो चरणों में फ्लाइट केलिब्रेशन टेस्ट पूरे किए। BCAS पहले ही 15 सितंबर को सुरक्षा तैयारी को मंजूरी दे चुका है। AAI ने कम्युनिकेशन, नेविगेशन और सर्विलांस/एयर ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम की स्थापना की निगरानी की है।टर्मिनल की रुफिंग पूरी हो चुकी है और ORAT कार्यक्रम के तहत बैगेज सिस्टम, सुरक्षा उपकरण, चेक-इन और बोर्डिंग गेट्स सहित सभी प्रणालियों के ट्रायल जारी हैं।
सीमावर्ती गांव करणीसर भाटियान में सोलर प्लांट लगाने के लिए बुधवार पूरी रात खेजड़ी के पेड़ों पर आरी चलती रही और वन विभाग सोया रहा। एक ही रात में खेजड़ी के 418 पेड़ काट डाले गए। यह वही जगह है जहां पेड़ काटने पर पूगल थाने में जून में एफआईआर दर्ज हुई, लेकिन पांच महीने बाद भी किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। करणीसर भाटियान में मैसर्स देशराज सोलर एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने सोलर प्लांट लगाने के लिए किसानों से हजारों बीघा जमीन लीज पर ले रखी है। यहां पर पाइलिंग करने के लिए बुधवार देर रात अज्ञात लोगों ने खेजड़ी के पेड़ काट डाले। घटना का पता चलने पर सुबह वहां ग्रामीणों की भीड़ लग गई। सूचना मिलने पर पूगल एसडीएम दिव्या बिश्नोई, तहसीलदार अशोक पारीक, गिरदावर, पटवारी, वन विभाग और पुलिस का दल मौके पर पहुंचा। जीव रक्षा सभा के अध्यक्ष मोखराम धारणिया भी पर्यावरण प्रेमियों सहित पहुंचे। उन्होंने बताया कि कंपनी ने 300 मेगावाट का सोलर प्लांट लगाने के लिए 2280 बीघा भूमि लीज पर ले रखी है। खेजड़ी के पेड़ दूर-दूर तक छितराए हुए हैं। पक्षियों के घोसले तक नष्ट हो गए हैं। तहसीलदार ने बताया कि लीजधारक कंपनी के खिलाफ फर्द रिपोर्ट तैयार हो गई है। टीनेंसी एक्ट के तहत उपखंड अधिकारी के समक्ष पेश कर जुर्माना वसूली की कार्यवाही की जाएगी। गौरतलब है कि इस प्लांट पर मई में 179 पेड़ काटे गए थे। परिवादी चांद सिंह ने जीतू सिंह, कालूसिंह, श्रवणसिंह, गणेशसिंह सहित 50 अन्य के खिलाफ पूगल थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। जांच तत्कालीन एसएचओ पवन सिंह ने की, लेकिन अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। वर्तमान एसएचओ समरवीर सिंह ने बताया कि मुकदमा पेंडिंग है। मौके पर ‘वारी’ कंपनी के बोर्ड, काम दूसरी कंपनी कर रही कानूनी अड़चनों से बचने के लिए सोलर कंपनियों ने काम करने का नया तरीका अपना लिया है। करणीसर भाटियान में दिल्ली की मैसर्स देशराज सोलर प्राइवेट लिमिटेड सोलर प्लांट लगा रही है। रिकॉर्ड में लीज भी इसके नाम दर्ज है, जबकि मौके पर वारी सोलर के बोर्ड लगे हुए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि प्लांट लगने के बाद यह वारी के हैंडओवर होगा। पूगल, छत्तरगढ़, गजनेर, कोलायत, नोखा दैया सहित सभी जगह पर अब यही हो रहा है। जमीन पर काम मूल कंपनी की जगह ठेकेदार फर्म कर रही है। मई में काटे थे 179 पेड़, शपथ पत्र का भी पालन नहीं किया करणीसर भाटियान में मैसर्स देशराज सोलर एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड की लीज पर मई में 179 खेजड़ी के पेड़ काटे गए थे। पूगल एसडीएम ने टीनेंसी एक्ट के तहत प्रति पेड़ 100 रुपए के हिसाब से जुर्माना वसूला। इसके साथ ही कंपनी से शपथ पत्र लिया गया कि एक पेड़ की जगह दस पेड़ लगाने होंगे। नए पेड़ लगाने तो दूर, खेजड़ी के 418 पेड़ काट डाले गए। तहसीलदार अशोक पारीक ने बताया कि शपथ पत्र का उल्लंघन करने पर कंपनी के खिलाफ अवमानना की कार्यवाही की जाएगी। “पूगल क्षेत्र में सोलर प्लांट पर खेजड़ी कटाई के सभी प्रकरणों का निस्तारण किया जा चुका है। करणीसर भाटियान में 418 पेड़ काटे गए हैं। तहसीलदार को कंपनी के खिलाफ परिवाद पेश करने के निर्देश दिए गए हैं।” -दिव्या बिश्नोई, उपखंड अधिकारी, पूगल
मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग ने गुरुवार से इंदौर-उज्जैन-ओंकारेश्वर-इंदौर के लिए हेलिकॉप्टर सेवा शुरू की है। कई खूबियों और समय की बचत के साथ शुरू हुई यह हेली सेवा का किराया लोगों को ज्यादा लग रहा है। इस सेवा का शुरुआती डिस्काउंट के बाद भी किराया 5 हजार रुपए है। यह सेवा इंदौर से सप्ताह में तीन दिन संचालित होगी। वहीं उज्जैन से इस सेवा का इंदौर के लिए संचालन सप्ताह में दो दिन किया जाएगा, जबकि ओंकारेश्वर से इंदौर का संचालन सप्ताह में पांच दिन किया जाएगा। इस सेवा का संचालन करने वाली कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट कैप्टन भट्टाचार्य का कहना है कि संचालन के लिए इंदौर एयरपोर्ट प्रबंधन से भी चर्चा की जा रही है। पहले जानिए इस हेली सेवा की 3 चुनौतियां 1. किराया- इंदौर से उज्जैन का एक तरफ का टिकट 10 हजार रुपए है। लेकिन कंपनी वर्तमान में 50 प्रतिशत डिस्काउंट के बाद इसका टिकट 5 हजार रुपए में दे रही है। यानी जब कंपनी का यह ऑफर खत्म होगा, तब यात्री को 10 हजार रुपए किराया देना पड़ सकता है। वहीं इंदौर से उज्जैन के लिए शुरू हुई फ्लाय-ओला की सीधी फ्लाइट का किराया 3 हजार रुपए था, लेकिन यह फ्लाइट दो-तीन महीने भी ठीक से नहीं चल पाई और बंद हो गई। 2. टाइमिंग-इंदौर से इस सेवा का वर्तमान में समय दोपहर 2 बजे का है। यानी इंदौर से अभी यह रोजाना दोपहर 2 बजे उज्जैन के लिए उड़ान भरेगी। जबकि इंदौर से उज्जैन जाने वाले अधिकांश लोग दिल्ली-मुंबई-जयपुर की फ्लाइट से सुबह या शाम को इंदौर एयरपोर्ट आकर उज्जैन दर्शन करने जाते हैं। हालांकि कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि बुकिंग के हिसाब से समय को एडजस्ट किया जाएगा। बुकिंग के अनुसार आने वाले समय में इस हेलिकॉप्टर का संचालन इंदौर से सुबह 8 बजे और दोपहर 12 बजे किया जा सकता है। 3. दूरी और समय-इंदौर से पीएम श्री हेली सेवा का संचालन बिचौली मर्दाना के आगे अंबामोलिया में स्थित हेलीपैड से किया जाएगा। इस हेलीपैड की राजवाड़ा से दूरी लगभग 15 किमी है। वहीं इंदौर एयरपोर्ट से हेलीपैड की दूरी लगभग 21 किमी है। यात्री को इंदौर एयरपोर्ट या शहर से इस सेवा को लेने के लिए पहले अंबामोलिया आना होगा। यानी यात्री को हेलीपैड तक आने और जाने में ही लगभग दो घंटे का समय अतिरिक्त लग सकता है। वहीं ट्रैवल एजेंट्स का कहना है कि इस सेवा में एक यात्री से, जो किराया लिया जा रहा है, उससे कम में इंदौर से लग्जरी कार किराए पर लेकर 4 लोग एक ही दिन में आराम से उज्जैन और ओंकारेश्वर के दर्शन कर सकते हैं। इंदौर से उज्जैन सीधी फ्लाइट एक-दो महीने में हो गई थी बंद जुलाई 2024 में इंदौर से उज्जैन के लिए पीएम श्री पर्यटन वायु सेवा (सीधी फ्लाइट) का संचालन शुरू किया गया था। इंदौर से उज्जैन की यह वायु सेवा एक-दो माह के अंदर ही बंद हो गई थी। शुरुआत में इसे अच्छा रिस्पॉन्स मिला, लेकिन बाद में इंदौर-उज्जैन और इंदौर-जबलपुर रूट पर यात्रियों की कमी होने लगी। कंपनी ने शुरुआत में इसे 50 प्रतिशत डिस्काउंट और बाद में 35 प्रतिशत डिस्काउंट के साथ संचालित किया था। इस वायु सेवा में इंदौर से उज्जैन का किराया 3 हजार रुपए प्रति यात्री था, लेकिन कुछ ही दिनों में यात्री न मिल पाने और उज्जैन हवाई पट्टी की सुरक्षा पर सवाल खड़े करते हुए कंपनी ने इसे बंद कर दिया था। खास बात यह है कि कंपनी ने इस सेवा को शुरू करने के दो सप्ताह के अंदर बंद कर दिया था, लेकिन शासन के दबाव में इसे दोबारा शुरू किया गया, फिर भी यह सेवा एक-दो माह से ज्यादा नहीं चल सकी। कांग्रेस बोली-यह भाजपा नेताओं के वीआईपी टूरिज्म का नया साधन मप्र कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अमित चौरसिया ने कहा कि पीएम श्री हेलिकॉप्टर सेवा नहीं, भाजपा नेताओं के वीआईपी टूरिज्म का नया साधन है। भाजपा मध्यप्रदेश में पीएम श्री हेलिकॉप्टर सेवा के शुभारंभ को विकास का महोत्सव बताने में जुटी है, लेकिन सच्चाई यह है कि यह सेवा जनता की जरूरतों से ज्यादा चुनावी प्रचार को ध्यान में रखकर लाई गई है। हेली सेवा को लेकर कांग्रेस ने किए बीजेपी से तीन सवाल... इस तरह से कर सकते है हेली सेवा की बुकिंग ऑनलाइन टिकट आईआरसीटीसी, फ्लाई ओला और ट्रांस-भारत की वेबसाइट, पर जाकर बुक कर सकते हैं। https://transbharat.in/ और www.flyola.in पर ऑफर, शेड्यूल और किराए से जुड़ी सारी जानकारी मिल जाएगी। सूत्रों की मानें तो जल्द ही इंदौर उज्जैन और ओंकारेश्वर में एयरपोर्ट पर बुकिंग काउंटर भी बनाए जाएंगे। जानिए हेलिकॉप्टर का पूरा शेड्यूल क्या है? कब-कहां से हेलिकॉप्टर उड़ेगा और कितने समय में पहुंच जाएगा? कितना किराया चुकाना होगा?... एक हेलिकॉप्टर में 6 यात्री बैठ पाएंगे सफर एक साथ 6 यात्रियों के साथ पूरा किया जाएगा। इससे परिवार और छोटे ग्रुप आसानी से यात्रा कर सकेंगे। आसमान से सतपुड़ा की हरी-भरी वादियों, पहाड़ों और टाइगर रिजर्व के घने जंगलों का दृश्य पर्यटक लाइव देख पाएंगे। ये खबर भी पढ़ें.. इंदौर से ओंकारेश्वर 25 मिनट में पहुंच सकेंगे, भोपाल से पचमढ़ी का समय 5 घंटे कम होगा इंदौर से ओंकारेश्वर जाने में सिर्फ 25 और भोपाल से पचमढ़ी पहुंचने में 40 मिनट लगेंगे। मध्य प्रदेश टूरिज्म विभाग 8 बड़े शहर और 3 नेशनल पार्क के लिए हेलिकॉप्टर सेवा 20 नवंबर से शुरू कर दिया है। इकलौता हिल स्टेशन पचमढ़ी हो या कान्हा, बांधवगढ़-STR (सतपुड़ा टाइगर रिजर्व) और दोनों ज्योतिर्लिंग। पीएमश्री पर्यटन हेलिकॉप्टर सेवा की नियमित उड़ानें यहां के लिए रहेंगी। इंदौर-ओंकारेश्वर का किराया 2500 और भोपाल से पचमढ़ी का किराया 5 हजार रुपए तय किया गया है। पढ़िए पूरी खबर।
आपको हम बता रहे हैं, भोपाल शहर में आज कहां-क्या हो रहा है। यहां हर वो जानकारी होगी, जो आपके काम आएगी। संगीत-संस्कृति, आर्ट, ड्रामा के इवेंट से लेकर मौसम, सिटी ट्रैफिक, बिजली-पानी की सप्लाई से जुड़ा हर अपडेट मिलेगा। काम की जरूरी लिंक्स
सिक्किम के राज्यपाल ओम माथुर की लाडली पोती कोमल 22 नवंबर को शुभ मुहूर्त में मानित के साथ वैवाहिक बंधन में बंधेंगी। 21-22 नवंबर को दो दिवसीय प्रोग्राम पाली जिले के रणकपुर रोड स्थित लाल बाग होटल में होंगे। जिन्हें आशीर्वाद देने के लिए गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित राजस्थान, दिल्ली, सिक्किम सहित देश भर से पॉलिटिशियन और बिजनेसमैन भी आएंगे। दो दिनों तक VIP मूवमेंट रहने के चलते जिला कलेक्टर एलएन मंत्री, एसपी आदर्श सिधु के नेतृत्व में पुलिस-प्रशासनिक अमला भी मुस्तैद से सुरक्षा व्यवस्था में जुटा है। बनाएं पांच हेलीपेडराणकपुर रोड पर मानाव होटल और लाल बाग होटल के पास 5 हेलीपेड बनाए गए है। जहां VIP गेस्ट के हेलिकॉप्टर लैंड होंगे। सुरक्षा को लेकर भी यहां व्यापक प्रबंध किए गए है। सिकिम्म के राज्यपाल माथूर के परिवार के साथ कई बड़े भाजपा नेता भी व्यवस्था संभालने में जुटे हुए है। रणकपुर में तैयारियां जोरों परविवाह समारोह के लिए रणकपुर और लालबाग में बड़े पैमाने पर तैयारियां की जा रही हैं। विशिष्ट अतिथियों के आगमन को ध्यान में रखते हुए पांच हेलीपैड बनाए गए हैं।
प्रयागराज की रहने वाली रंजीता गुप्ता से मिलिए। ये राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, बिहार प्रतापगढ़ में बतौर प्रवक्ता तैनात हैं। छात्राओं को पढ़ाने का इनका तरीका औरों से जरा हटके है। गांव की बच्चियों को साइंस से जोड़ने के लिए इन्होंने एक से बढ़कर एक मॉडल तैयार किया है। अपने घर में ही इन्होंने इसके लिए एक कमरा रिजर्व कर दिया है। इसमें यह अलग अलग तरीके का मॉडल बना रखा है। हवा से चलने वाली पनचक्की हो या फिर कचरा प्रबंधन के लिए नया तरीका, ऐसे तमाम मॉडलों से इनका कमरा भरा हुआ है। अलग अलग दिनों में यह अपने साथ कॉलेज ले जाती हैं और उसके जरिए गांव की छात्राओं को इसे समझाने का प्रयास करती हैं। राज्य स्तर पर कई पुरस्कार पा चुकी हैं रंजीता गुप्ता रंजीता गुप्ता को इस तरह के अनूठे कार्यों के लिए कई बार जनपद, मंडल व राज्यस्तर पर सम्मानित किया जा चुका है। वह कहती हैं, हमारा कॉलेज ग्रामीण परिवेश में है। ऐसे में वहां जो छात्राएं पढ़ने आती हैं उन्हें आसानी से साइंस आदि के बारे में समझा सकें बस इसी उद्देश्य से इस तरह का कार्य कर रही हूं। यही बेटियां आगे चलकर कुछ नया करेंगी और देश का नाम रोशन करेंगी। इनके पति राम औतार गुप्ता भी सोरांव के मेवालाल इंटर काॅलेज में गणित के टीचर हैं। मंडल स्तरीय प्रतियोगिता में मिला पहला स्थान पीएम श्री राजकीय इंटर कॉलेज प्रयागराज में गुरुवार को 53वीं मंडल स्तरीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी आयोजित हुई थी। इसमें प्रवक्ता रंजीता गुप्ता को ‘कचरा प्रबंधन और प्लास्टिक के विकल्प’ पर माडल बनाने के लिए प्रथम पुरस्कार भी मिला। अब वह राज्यस्तर पर आयोजित प्रदर्शनी में हिस्सा लेने के लिए लखनऊ भी जाएंगी। उनकी इस उपलब्धि के लिए कॉलेज के स्टाफ ने भी बधाई दी है।
हाथरस के सादाबाद स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में गुरुवार को एक छात्रा को सांप ने डस लिया। कक्षा आठ की छात्रा दीपा पुत्री मनवीर सिंह निवासी नगला कली को सांप ने डस लिया। घटना के बाद स्कूल में मौजूद छात्राओं और शिक्षिकाओं में अफरा-तफरी मच गई। बताया गया है कि सांप खेतों की ओर से आकर विद्यालय परिसर में घुस गया था, जिसे बाद में मौके से भगाया गया। इससे वहां अफरा तफरी मच गई। विद्यालय प्रशासन ने अधिकारियों को भी इसकी जानकारी दे दी।सूचना मिलने पर खंड शिक्षा अधिकारी पूनम चौधरी, प्रधानाध्यापक जितेंद्र सिंह और धर्मेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे। छात्रा को तत्काल एसएन मेडिकल कॉलेज आगरा में भर्ती कराया गया है, वहां उसका उपचार जारी है।
गोरखपुर में स्वास्थ व्यवस्थाओं को और अधिक मजबूत बनाने के लिए प्रशासन ने एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। पहले की तुलना अपग्रेडेड चेकप्वाइंट्स के आधार पर सभी सीएचसी और पीएचसी की जांच के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजेश झा ने छह टीमें गठित की हैं। यह टीमें इन अस्पतालों का निरीक्षण कर चेक प्वाइंट्स के आधार पर जांच करेंगी। जांच के बाद गैप एनालिसिस कर उन्हें दूर करने की कार्रवाई होगी। पिछले दिनों जिलाधिकारी दीपक मीणा ने सहजनवां सीएचसी का दौरा किया था। वहां मिले गैप के साथ ही सभी अस्पतालों के गैप्स दूर करने का सीएमओ को निर्देश दिया था। जिलाधिकारी के दिशा-निर्देशन में इस दिशा में काम शुरू कर दिया गया है। इस कड़ी में सभी जांच टीमों के साथ सीएमओ ने गुरुवार को बैठक की और चेक प्वाइंट्स ब्रीफ किया। साथ एक अन्य समीक्षा बैठक में सीएमओ ने प्रेरणा श्री सभागार में गैर संचारी रोग (एनसीडी) कार्यक्रम से जुड़े चिकित्सा अधिकारियों और स्टॉफ को आवश्यक निर्देश दिए। चेकलिस्ट पर तैयार रहे सभी अस्पताल सीएमओ ने डॉ. राजेश झा ने बताया- अस्पतालों की जांच से संबंधित जो पहले की चेकलिस्ट को और भी अपग्रेडेड किया गया है। इन चेकलिस्ट पर सभी अस्पतालों को तैयार रखने का निर्देश दिया गया है। दवाओं की उपलब्धता, साफ-सफाई, कंडम सामानों का निस्तारण और सभी आवश्यक जांचों की सुविधा और अन्य चेकलिस्ट का हिस्सा हैं। जिला स्तर से एसीएमओ और डिप्टी सीएमओ के साथ एनएचएम कंसल्टेंट्स और सहयोगियों को मिला कर छह टीमें गठित की गई हैं। सहजनवां सीएचसी में पाई गई कमियों का होगा रिव्यू यह टीमें अलग-अलग सीएचसी-पीएचसी जाएंगी और वहां की जांच करेंगी। जिलाधिकारी ने सहजनवां सीएचसी पर जो कमियां पाई थीं, उनका रिव्यू किया जा रहा है। उनके निर्देश के अनुसार एक बार फिर वहां का दौरा कर देखा जाएगा कि कमियां दूर हुई हैं या नहीं। सभी अस्पतालों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा देने का निर्देश दिया गया। तीस साल से अधिक उम्र के सभी लोगों की हो स्क्रिनिंग वहीं गैर- संचारी रोग कार्यक्रम से संबंधित समीक्षा बैठक में सीएमओ ने कहा- तीस साल से अधिक उम्र के सभी लोगों की शुगर, ब्लड प्रेशर और कैंसर के लिए स्क्रिनिंग अवश्य की जानी चाहिए। आशा कार्यकर्ता की मदद से इस आयु वर्ग के सभी लोगों का सी-बैक फॉर्म अवश्य भरवाया जाए। फॉर्म के आधार पर रिस्क एसेसमेंट कर जोखिम वाले वर्ग की प्राथमिकता के साथ स्क्रिनिंग की जाए। बदलते दौर में गैर- संचारी रोग महत्वपूर्ण चुनौतीस्क्रिनिंग के बाद संभावित रोगियों को चिकित्सक के पास जांच और इलाज के लिए भेजा जाए और इसकी रिपोर्टिंग भी होनी चाहिए। सीएमओ ने कहा कि बदलते दौर में गैर संचारी रोग समुदाय के सामने एक महत्वपूर्ण चुनौती है, इसलिए इस कार्यक्रम का संचालन गंभीरता के साथ किया जाए। इस अवसर पर एसीएमओ आरसीएच डॉ. एके चौधरी, डिप्टी सीएमओ डॉ. राजेश कुमार, डॉ. एसके मिश्रा, चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रतीक श्रीवास्तव, डॉ. अमित शाही, डीपीएम पंकज आनंद और सहयोगी आदिल सहित विभिन्न ब्लॉकों और जिला स्तर से गैर संचारी रोगों से जुड़े कर्मी मौजूद रहे। कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम की हुई समीक्षा गुरुवार को ही जिला कुष्ठ अधिकारी डॉ. ए.के. सिंह ने भी जिला कुष्ठ रोग कार्यालय पर कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम की समीक्षा की। उन्होंने सभी को निर्देश दिया कि अपने क्षेत्रों में नए कुष्ठ रोगी को जल्द तलाश कर तत्काल इलाज में लाएं। साथ ही सभी मरीजों का विवरण निकुष्ठ पोर्टल पर भी अपलोड करे। लेप्रा रिएक्शन वाले मरीज को चिह्नित कर इलाज करें और रिएक्शन रजिस्टर में अंकित करे। बैठक में जिला कुष्ठ रोग परामर्शदाता डॉ. भोला गुप्ता, स्वास्थ्य शिक्षक एम.डी.सिंह सहित सभी एनएमएस, एनएमए और पीएमडब्ल्यू मौजूद रहें।
बरेली के इज्जतनगर थाना क्षेत्र में बुधवार को उस समय हंगामा मच गया, जब एयू फिटनेस जिम में ट्रेनर के रूप में काम करने वाली एक शादीशुदा हिंदू महिला और जिम के ही मुस्लिम ट्रेनर शोएब को लेकर विवाद खड़ा हो गया। देखते ही देखते मामला इतना बढ़ा कि जिम के बाहर जुटी भीड़ हाईवे तक पहुंच गई। लोगों ने नारेबाजी शुरू कर दी और सड़क पर जाम लगा दिया। हालात बिगड़ते देख पुलिस को कई थानों की फोर्स बुलानी पड़ी। नारेबाजी कर जाम लगाने की कोशिशहिंदू संगठनों को सूचना मिली कि इज्जतनगर थाना क्षेत्र के मिनी बाईपास पर स्थित एयू फिटनेस जिम के ट्रेनर शोएब एक हिंदू महिला के साथ है। जिसके बाद लोग इक्कठे हो गए और नारेबाजी करने लगे। लोग सड़क पर ही बैठ गए। इस बीच जब जाम लगने लगा तो पुलिस ने लोगों को समझाकर हाईवे से हटाया। इंस्ट्राग्राम के जरिए महिला की शोएब से ही थी बातचीतएयू फिटनेस जिम का मालिक अभय उपाध्याय है। इसी जिम में शोएब ट्रेनर है, जो इज्जतनगर क्षेत्र का ही रहने वाला है। छह महीने पहले यहां एक शादीशुदा हिंदू महिला ने भी ट्रेनर के रूप में जॉब शुरू की थी। इस बीच दोनों के बीच प्रेम प्रसंग हो गया। बताया ये भी जाता है कि महिला की इंस्ट्राग्राम के जरिए बातचीत शुरू हुई थी। जिसके बाद युवती ने अपने पति को छोड़ दिया और शोएब के पास बरेली आ गई। महिला के पति ने गुरुग्राम में दर्ज कराई पत्नी की गुमशुदगीमहिला के पति ने 5 नवंबर को अपनी पत्नी की गुमशुदगी दर्ज करवाई। इस बीच महिला के भाई को जानकारी हुई कि उसकी बहन जिम में मौजूद है। तो वो वहां पहुंच गया। जिम में मौजूद शोएब, अभय और अन्य लोगों ने मिलकर महिला के भाई की पिटाई कर दी। जिसके बाद हंगामा बढ़ गया। इस बीच महिला की मां, बहन और परिवार के अन्य लोग भी मौके पर पहुंच गए। क्योंकि महिला की मां भी हिंदूवादी संगठन से जुड़ी हुई है। इसलिए उन्होंने संगठन के लोगों को जानकारी दे दी। जिस पर हिंदूवादी संगठनों के लोग इक्कठे हो गए। अब जाने विस्तार सेमहिला का मायका बरेली के फतेहगंज पश्चिमी में है, जबकि ससुराल मैनपुरी में। छह साल पहले महिला की शादी हुई थी। शादी के बाद पति पत्नी गुरुग्राम चले गए। वही पर महिला का पति प्राइवेट जॉब करने लगा। शादी के एक साल बाद महिला ने एक बेटे को जन्म दिया। अब बेटा 5 साल का हो गया है। महिला के ससुर विद्वान पंडित है और श्रीमद भागवत करते है। जबकि महिला का पिता सीआरपीएफ में एसआई है। इस समय वो झारखंड में पोस्टेड है। करीब छह महीने पहले पति-पत्नी के बीच विवाद बढ़ गया, जिसके बाद महिला अपने मायके बरेली लौट आई और इज्जतनगर क्षेत्र के इसी जिम में ट्रेनर की नौकरी करने लगी। परिवार को हुआ शक, तो भेज दिया वापस ससुरालमहिला की मां ने बताया कि मुझे एक महीने पहले जानकारी हुई कि मेरी बेटी सही नहीं है। तो हमने उसे ससुराल भेज दिया। वहां से 15 दिन पहले वो भागकर चली आई। 5 नवंबर को वह अचानक पति और बेटे को छोड़कर फिर बरेली लौट आई। पति ने गुरुग्राम सेक्टर 65 थाने में पत्नी की गुमशुदगी दर्ज करा दी थी। भाई को मिली सूचना, जिम पहुंचे तो मारपीट शुरूगुरुवार को महिला के भाई को किसी तरह पता चला कि उसकी बहन फिर से एयू फिटनेस जिम में मौजूद है। वह तुरंत जिम पहुंच गया। भाई का आरोप है कि वहां शोएब, जिम मालिक अभय उपाध्याय और कुछ अन्य लोगों ने उसके साथ मारपीट की। हिंदू संगठन मौके पर पहुंचे, हाईवे पर जामकुछ ही मिनटों में बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद सहित कई हिंदूवादी संगठनों के लोग मौके पर पहुंच गए। लोगों ने नारेबाजी शुरू कर दी और मिनी बाईपास पर हाईवे को जाम कर दिया। जाम की सूचना मिलते ही इज्जतनगर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने भीड़ हटाने की कोशिश की तो लोग और भड़क गए। देखते ही देखते माहौल तनावपूर्ण हो गया। स्थिति को बिगड़ता देख सीओ सिटी पंकज श्रीवास्तव, इज्जतनगर, सीबीगंज और बारादरी थानों की पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई। बाद में एसपी सिटी मानुष पारीक भी पहुंचे और स्थिति को संभाला। दोनों आरोपियों पर गंभीर धाराओं में केस दर्जमहिला के भाई की तहरीर पर पुलिस ने शोएब और जिम मालिक अभय उपाध्याय के खिलाफ गंभीर धाराओं में FIR दर्ज कर ली है। उधर पुलिस ने महिला को भी बरामद कर लिया है। SP CITY मानुष पारीक का वर्जनइज्जतनगर थाना क्षेत्र के मिनी बाईपास पर दो पक्षों में मारपीट होती दिखाई दी तो गश्त के दौरान मौजूद पुलिस ने तुरंत हस्तक्षेप किया। थोड़ी ही देर में वहां भीड़ इकट्ठी हो गई और नारेबाजी शुरू हो गई। पुलिस ने बातचीत कर भीड़ को शांत कराया और जाम हटवाया। महिला को सुरक्षित बरामद कर लिया गया है। वह 15 दिन पहले ही पति के पास से आई है। पूरे मामले में गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। कल महिला को कोर्ट में पेश कर बयान दर्ज कराए जाएंगे। महिला की मां का वर्जनमेरी बेटी गलत संगत में पड़ गई थी। हमें जब शोएब के साथ उसके संबंधों की जानकारी हुई तो हमने उसे वापस मैनपुरी भेज दिया था, लेकिन वह फिर से यहां आ गई। हम चाहते हैं कि पुलिस सख्त कार्रवाई करे ताकि हमारी बेटी दोबारा ऐसी गलती न करे। महिला के भाई का वर्जनमैं बहन को लेने जिम गया था, लेकिन वहां शोएब, जिम मालिक और कुछ लोगों ने मुझे पीटा। इसके बाद क्षेत्र में माहौल बिगड़ गया। हमने सिर्फ इतना कहा कि मेरी बहन को सुरक्षित हमारे हवाले कर दिया जाए। पुलिस ने आज हमारी FIR लिखकर कार्रवाई शुरू कर दी है।
हरियाणा में करनाल जिले के गगसीना गांव की बेटी सुमन संधू ने क्रिकेट की दुनिया में बड़ा मुकाम हासिल कर लिया है। बचपन में गली क्रिकेट से शुरू हुआ सफर अब हरियाणा वीमेन्स क्रिकेट टीम तक पहुंच गया है। लगातार मेहनत और लगन का परिणाम है कि सुमन को राज्य की महिला टीम में जगह मिली है। परिवार और कोच के मार्गदर्शन के साथ उसने अपने सपने को सच कर दिखाया है। 18 साल की उम्र से खेल रही है क्रिकेट गांव गगसीना की रहने वाली सुमन संधू (21 वर्ष) बीए प्रथम वर्ष की छात्रा है। उसने बताया कि मैं बचपन में अपने भाई के साथ गली क्रिकेट खेलती थी। वहीं से क्रिकेट में रुचि बढ़ी और मैंने तय कर लिया था कि अब इसे ही अपना करियर बनाना है। सुमन पिछले तीन साल से करनाल की क्रिकेट अकादमी में ट्रेनिंग ले रही है, जहां वह सुबह फिटनेस, दोपहर में बैटिंग और शाम को नेट व फील्डिंग सेशन करती थी। हरियाणा कैंप में दिखाई प्रतिभा, चयन की आई खुशखबरी सुमन ने बताया कि हाल ही में हरियाणा में ट्रायल और कैंप आयोजित किए गए थे। कैंप में खिलाड़ियों को तकनीक, फिटनेस और मैच सिचुएशन पर प्रशिक्षण दिया गया। वहीं उसने अपनी प्रतिभा दिखाई। सुमन ने कहा कि कैंप के दो दिन बाद बुधवार को मुझे कॉल आया कि मेरा चयन हरियाणा वीमेन्स टीम में हो गया है। कॉल आते ही खुशी का ठिकाना नहीं रहा। अब टीम को त्रिवेंद्रम जाना है, जहां पूरा स्क्वाड इकट्ठा होगा और 24 नवंबर को उनका पहला मैच खेला जाएगा। सुमन का कहना है कि वह अपनी परफॉर्मेंस से हरियाणा और परिवार का नाम रोशन करना चाहती है। परिवार ने दिया पूरा साथ सुमन के पिता किसान हैं और मां गृहणी। दोनों ने अपनी बेटी का हर कदम पर साथ दिया। सुमन कहती है कि मेरे माता-पिता ने हमेशा हौसला बढ़ाया और मुझे कभी पीछे नहीं हटने दिया। मेरा भाई पहले अकादमी में प्रैक्टिस करता था, लेकिन उसने छोड़ दी। मैंने नहीं छोड़ा। मेरा मकसद है कि इंडियन वीमेन्स टीम में खेलकर देश का नाम रोशन करूं। कोच का भी मिला सहयोग सुमन ने बताया कि उसके कोच ने न सिर्फ तकनीकी रूप से मजबूत किया बल्कि मानसिक रूप से भी तैयार किया। अकादमी में अच्छे माहौल और नियमित अभ्यास ने उसकी क्षमता को निखारा। गगसीना की यह बेटी अब हरियाणा राज्य की जर्सी पहनने को तैयार है। गांव और जिले के लोग उसकी सफलता से गर्व महसूस कर रहे हैं। अब सबकी निगाहें त्रिवेंद्रम में होने वाले उसके पहले मुकाबले पर टिकी हैं।
गोरखपुर का महिला जिला अस्पताल इस वक्त बदहाली की ऐसी तस्वीर पेश कर रहा है जो व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है। अस्पताल में महिला वार्ड की छत से लगातार पानी टपक रहा है, और यह पानी सीधे मरीजों के बेड पर गिर रहा, जिससे यहां भर्ती महिलाओं और नवजात शिशुओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बारिश का मौसम हो या सामान्य दिन, वार्ड की यह स्थिति मरीजों के लिए संक्रमण का खतरा भी पैदा कर रही है। छत से गिरता पानी न सिर्फ इलाज के माहौल को खराब कर रहा है, बल्कि यह भी दिखाता है कि सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं के रखरखाव में कितनी लापरवाही बरती जा रही है। बजट पास होने तत्काल शुरू होगा मरम्मत हालांकि इस मामले में अस्पताल के एसआईसी डॉ. जय कुमार का कहना है कि बिल्डिंग की जर्जर हालत को लेकर हमने तकनीकी स्वीकृति (TS) के लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव भेज दिया है। जैसे ही बजट पास हो जाएगा, छत की मरम्मत का काम तुरंत शुरू करा दिया जाएगा। तब तक के लिए जिस बेड पर पानी टपक रहा है, उसे किसी पेशेंट को अलॉट नहीं किया गया। अन्य बेड पर ही पेशेंट हैं। हालांकि, अस्पताल प्रशासन का यह जवाब उन मरीजों को तत्काल राहत नहीं दे रहा है, जो हर दिन इस मुसीबत से जूझ रहे हैं। छत से टपकते पानी की समस्या के साथ ही, अस्पताल में भर्ती प्रसूता महिलाओं ने एक और गंभीर शिकायत की है। बाहर से खा रहे खाना डिलीवरी के बाद अस्पताल में भर्ती मरीजों का कहना है कि उन्हें अस्पताल की ओर से खाना नहीं मिल रहा है। हमें अपने घर या फिर बाहर से ही खाना मंगा कर खाना पड़ रहा है। रुस्तमपुर की रीना देवी ने बताया- बुधवार को मेरी डिलीवरी हुई, हमें अपने घर से, या बाहर से खाना मंगाना पड़ रहा है। हॉस्पिटल की ओर से अभी तक कोई पूछने नहीं आया कि खाना कैसे खा रहे हो। वहीं उनवल के पास भिउरा से हॉस्पिटल में एडमिट पूनम ने बताया- मेरी डिलीवरी को एक दिन से ज्यादा हो गया है लेकिन अभी तक हॉस्पिटल की ओर से खाना नहीं आ रहा है। हम लोग रिश्तेदार के घर से मंगा कर खा रहे हैं। कुछ ने कहा मिलता है खाना जबकि ज्यादातर मरीजों ने बताया है कि खाना और नाश्ता दोनों मिल रहा है। सुबह- शाम खाना और नाश्ता समय पर आता है। जिसको इच्छा होती है लेता है नहीं तो बाहर से मंगाता है। वहीं इस मामले पर जवाब देते हुए एसआईसी डॉ. जय कुमार ने कहा- खाना हर दिन समय पर मरीजों को पहुंचाया जाता है। जिनकी डिलीवरी जल्द ही हुई है, उनको लगभग 24 घंटे तक अनाज नहीं देता होता है। इसीलिए कुछ समय के लिए उनको खाना नहीं दिया जाता है। ऐसे लोग ही शिकायत करते हैं। इनके अलावा सभी प्रसूति महिलाओं को बिल्कुल समय पर दिया जाता है। साथ ही समय- समय पर इस बात की पुष्टि के लिए मॉनिटरिंग भी की जाती है।
मध्य प्रदेश की राजनीति, नौकरशाही और अन्य घटनाओं पर चुटीली और खरी बात का वीडियो देखने के लिए ऊपर क्लिक करें। इन खबरों को आप पढ़ भी सकते हैं। 'बात खरी है' मंगलवार से रविवार तक हर सुबह 6 बजे दैनिक भास्कर ऐप पर मिलेगा। विधायक बोलते गए, सीएम को रोकना पड़ामुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपनी ही पार्टी के विधायक का भाषण बीच में ही रोक दिया और खुद सभा को संबोधित करने लगे। ये वाकया पन्ना जिले के शाहपुर का है। सीएम बुधवार को यहां हितग्राही सम्मेलन में शामिल होने पहुंचे थे। दरअसल, हुआ यूं कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव कार्यक्रम में तय समय से देरी से पहुंचे थे। उन्हें बिहार जाना था। ऐसे में तय किया गया कि पहले पवई से भाजपा विधायक प्रहलाद लोधी बोलेंगे। इसके बाद सीएम संबोधित करेंगे। भाजपा विधायक ने बोलना शुरू किया तो रुके ही नहीं। बोलते गए। जिसके बाद सीएम खुद उठकर माइक पर आ गए। उन्होंने भाजपा विधायक के भाषण को बीच में ही रोककर अपना संबोधन शुरू कर दिया। हालांकि, इस दौरान उन्होंने विधायक की तारीफ की। सीएम ने कहा- प्रहलाद जी हमारे भोले-भाले, लेकिन बहुत सक्रिय विधायक हैं। इनके लिए जोरदार अभिनंदन करें। सीएम ने जल्दी-जल्दी कई घोषणाएं भी कीं। वे अपना भाषण खत्म करते ही फौरन कार्यक्रम से चले गए। मंत्री गोविंद सिंह का हुआ सवालों से सामनागुना आए कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का जनता की समस्याओं से जुड़े कुछ सवालों से सामना हो गया। खाद संकट के सवाल को उन्होंने अनसुना कर दिया। वहीं, खराब सड़क का सवाल पूछा तो वो उठकर चले गए। गोविंद सिंह राजपूत गुना जिले के प्रभारी मंत्री भी हैं। वे यहां एकता दिवस पर आयोजित यूनिटी मार्च में शामिल होने आए थे। उन्होंने यहां एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर बात की। अपनी बातें रखीं लेकिन सवालों के जवाब नहीं दिए। राजधानी भोपाल में एक्टिव हुआ कोई 'पुष्पा'लगता है कि मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोई 'पुष्पा' एक्टिव हो गया है। तभी तो वन विभाग के दफ्तर से ही चंदन के पेड़ चोरी हो गए। चोरों ने जहां सेंध लगाई, वो हाई सिक्योरिटी एरिया है। 74 बंगला इलाके में कई मंत्रियों के बंगले भी हैं। इसी इलाके में स्थित डीएफओ ऑफिस परिसर में चोर चंदन का पेड़ काटकर ले गए। फिल्मी 'पुष्पा' तो जंगल में चंदन के पेड़ काटकर तस्करी कर रहा था। यहां तो सरकार की नाक के नीचे कांड हो गया। जिसके बाद इस वीवीआईपी इलाके की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए। वन विभाग भी घेरे में आ गया। जिस महकमे पर जंगल और पेड़ों की सुरक्षा की जिम्मेदारी है, उस विभाग के कैंपस ही सुरक्षित नहीं है। अब सवाल उठाने वाले तो उठाएंगे ही। मध्य प्रदेश पुलिस की 'जनसेवा' का नजारामध्य प्रदेश पुलिस का स्लोगन है। देशभक्ति-जनसेवा। सतना में पुलिस की इसी जनसेवा का नजारा देखकर आप हैरान रह जाएंगे। पुलिस अपराधियों की सेवा करती नजर आई। सतना में एक प्रधान आरक्षक चोरी के दो आरोपियों को मेडिकल कराने के लिए जिला अस्पताल लेकर आया था। दोनों आरोपियों के हाथ में हथकड़ी लगी थी। ऐसे में पुलिसकर्मी ने खुद अपने हाथों से खैनी रगड़ी और उसे तैयार कर दोनों अपराधियों को खिलाई। किसी ने इस घटना को अपने मोबाइल कैमरे में कैद कर लिया। अब इसका वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। लोग एमपी की पुलिस पर सवाल उठा रहे हैं। बात खरी है सीरीज की ये कड़ी भी पढ़ें... कसम खाई.. अब नंगे पैर ही घूम रहे विधायक: नेताजी ने जान हथेली पर लेकर किया माल्यार्पण एमपी में डॉ. मोहन यादव मंत्रिमंडल में फेरबदल की संभावना के चलते भाजपा विधायक और मंत्री एक्टिव हो गए हैं। कोई मंत्री बनने की जुगाड़ में है, तो कोई मंत्री पद बचाने के लिए फिल्डिंग में जुटा है। राजधानी में एक कार्यक्रम में तीन मंत्री और एक विधायक मंच पर सीएम से गुफ्तगू करते नजर आए। इसके कई मायने निकाले जा रहे हैं। पढ़ें पूरी खबर...
27 जिलों में इकाइयां सक्रिय, हर विधानसभा में बनेगा श्री परशुराम भवन
सागर | मध्यप्रदेश सर्व विप्र महासंगठन अपने विस्तार और नवाचारों के साथ तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सुखदेव मिश्र ने बताया कि संगठन की अब तक 27 जिलों में इकाइयां सक्रिय रूप से कार्य कर रही हैं और समाजहित के विभिन्न उद्देश्यों की पूर्ति के लिए लगातार प्रयासरत हैं। उन्होंने कहा कि महासंगठन का मुख्य लक्ष्य समाज को संगठित करना, सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित रखना और सामाजिक उत्तरदायित्व को मजबूत बनाना है। महासचिव एवं विदिशा जिला प्रभारी रामकुमार तिवारी ने चर्चा के दौरान बताया कि संगठन की प्रेरणा और सदस्यों के सहयोग से प्रदेश की प्रत्येक विधानसभा में श्री परशुराम भवन निर्माण कराया जाएगा। यह भवन समाज के लिए सांस्कृतिक, शैक्षणिक और सामाजिक गतिविधियों का केंद्र बनेगा। सागर ग्रामीण जिलाध्यक्ष डॉ. डीपी चौबे ने कहा कि संगठन प्रतिवर्ष निर्धन और जरूरतमंदों को कंबल वितरण करता है। इस वर्ष भी एक दिसंबर से कंबल वितरण अभियान प्रारंभ किया जाएगा। बैठक में सियाहरि फाउंडेशन की चेयरपर्सन रीता मिश्रा ने संगठन में मातृशक्ति की भागीदारी बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि रामचरितमानस की प्रतियां अधिक से अधिक घरों तक पहुंचाने का कार्य मातृशक्ति की सहभागिता से और तेजी से हो सकेगा। आशालता सिलाकारी ने ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को जोड़ने की रणनीति साझा की। बैठक में विजय गौतम, केदार शर्मा, गोविंद दुबे, शशि शर्मा, हरिओम पांडे, अनिल भट्ट, पवन शर्मा और राम शर्मा सहित पदाधिकारी उपस्थित थे।
अरब सागर से सीधे जुड़ेगा राजस्थान:262 किलोमीटर लंबी नहर बनाकर समुद्र को लाएंगे जालोर-बाड़मेर सीमा तक
करीब 10 साल पूर्व 2015 में बाड़मेर और जालोर सीमा पर बाखासर के पास सूखा बंदरगाह बनाने की मांग उठी थी। इसके लिए सरकार ने पहला प्रस्ताव अडाणी ग्रुप को दिया, लेकिन करीब 10 साल तक इस ड्राईपोर्ट की मांग कागजों तक सीमित थी। अब प्रदेश में बनी नई भाजपा सरकार के बाद भाजपा नेताओं की ओर से लगातार सूखा बंदरगाह को लेकर मांग की। इसके बाद आईआईटी मद्रास की ओर से इनलैंड पोर्ट की डीपीआर तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी थी। अब डीपीआर की रिपोर्ट आईआईटी मद्रास ने राज्य सरकार को सौंप दी है। केंद्र सरकार की ओर से इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई तो जल्द जालोर-बाड़मेर से सटे कच्छ के रण में सूखा बंदरगाह बनने का सपना पूरा होगा। 262 किमी. लंबी नहर को बाखासर रण तक लाया जाएगा। 2015 में मंत्री गडकरी की योजना, अब उम्मीद जगी 2015 में बाड़मेर के बाखासर के पास जालोर सीमा पर सूखा बंदरगाह बनाने के सर्वे के प्रस्ताव को तत्कालीन केंद्रीय जहाजरानी और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने मंजूरी दी थी। इसके लिए मुंदड़ा पोर्ट बाखासर तक हवाई सर्वे किया था। इसके बाद अडाणी ग्रुप को कच्छ के रण वाले इस इलाके में सूखा बंदरगाह बनाने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन अडाणी ग्रुप ने लवणीय क्षेत्र होने और लागत ज्यादा होने की वजह से रूचि नहीं दिखाई। इनलैंड पोर्ट के लिए बनने वाले जलमार्ग की जमीन बंजर है और लवणीय क्षेत्र है। इस इलाके की भौगोलिक परिस्थितियां समुद्री बंदरगाह जैसी ही है। यह सूखा बंदरगाह जवाई, लूणी व रण ऑफ कच्छ नदी प्रणाली पर विकसित होगा। इसे केंद्र ने जलमार्ग–48 (NW-48) घोषित किया है। निर्यात का हब बनेगा, यहां तेल-गैस, टैक्सटाइल, ग्रेनाइट, लिग्नाइट जालोर, बाड़मेर और आस-पास के क्षेत्रों से टेक्सटाइल, ग्रेनाइट-पत्थर, ग्वार, दालें, बाजरा, तिलहन और कृषि उत्पादों का हब है। देश की हाईटेक रिफाइनरी बाड़मेर के पचपदरा में बन रही है, इससे करीब 150 से ज्यादा तरह के उत्पाद बनेंगे। इसके अलावा तेल-गैस और लिग्नाइट का भी अथाह भंडार है। कच्चे तेल की विदेशों ढुलाई के लिए यह जलमार्ग एक किफायती विकल्प बनेगा। इसके अलावा बाड़मेर-जालोर में नए उद्योग, वेयरहाउस, कोल्ड स्टोरेज और लॉजिस्टिक क्लस्टर विकसित होंगे। DPR राज्य सरकार को सौंपी, 10 हजार करोड़ लागत आएगी इनलैंड पोर्ट यानि जो समुद्र से दूर, किसी नदी, झील या नहर जैसे अंतर्देशीय जलमार्ग पर स्थित है। यह समुद्री और भूमि परिवहन के बीच माल के हस्तांतरण का काम करता है। इसे सूखा बंदरगाह भी कह सकते हैं। यहा कंटेनर यार्ड, इंटर मॉडल टर्मिनल और गोदाम जैसी सुविधाएं विकसित होगी। राजस्थान सरकार डीपीआर का अध्ययन कर रही है और जल्द ही साइट विजिट के बाद अंतिम रिपोर्ट जारी करेगी। गत माह मुंबई में राजस्थान रिवर बेसिन एंड वाटर रिसोर्सेज प्लानिंग अथॉरिटी और इनलैंड वाटरवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया के बीच इस प्रोजेक्ट के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए थे। अरब सागर से एक जलमार्ग बनाया जाएगा, यानि एक नहर खोद कर समुद्री पानी को बाड़मेर-जालोर सीमा तक लाया जाएगा। इस जलमार्ग की गहराई करीब न्यूनतम 20 मीटर या इससे अधिक भी हो सकती है। जलमार्ग की चौड़ाई करीब 50 मीटर और कहीं मुख्य हिस्से पर 200 मीटर से ज्यादा होगी। इसमें समुद्री जहाज एक साथ आमने-सामने क्रॉस भी हो सकेंगे। कांडला पोर्ट की तरह विदेश से बड़े-बड़े कंटेनर से माल इस जलमार्ग के रास्ते बाखासर तक आएगा और इसके बाद ट्रकों से देश के अलग-अलग हिस्सों तक पहुंचेगा। सरकार को इस पर करीब 10 हजार करोड़ से ज्यादा की लागत आएगी।
मंत्री राजपूत ने प्रतिमा का अनावरण किया
सागर | पट्टाचार्य विशुद्ध सागर महाराज के ससंघ सानिध्य में सिरोंजा शांतिधाम स्थित शांतिनाथ जिनालय के पंचकल्याणक जिनबिंब प्रतिष्ठा महोत्सव में गुरुवार को खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने सहभागिता की। उन्होंने आचार्यश्री का आशीर्वाद लिया तथा बाबूलाल-ताराबाई की प्रतिमा का अनावरण किया। मंत्री ने कहा कि संतों का आगमन क्षेत्र की सुख-समृद्धि का संकेत है। आयोजन समिति ने मंत्री का सम्मान किया। कार्यक्रम में कैलाश सिंघाई, देवेंद्र लोहारी, महेंद्र जैन, सौरव जैन घड़ी, सुखदेव मिश्रा, डॉ. वीरेंद्र पाठक, देवेंद्र पप्पू फुसकेले, नेमी जैन, सुबोध जैन व शुभम जैन सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित थे।
शांतिनाथ जिनालय में आध्यात्मिक उल्लास, आज मोक्ष कल्याणक
सागर | सिरोंजा स्थित शांतिनाथ जिनालय में आचार्य विशुद्ध सागर महाराज के ससंघ सानिध्य में आयोजित पंचकल्याणक जिनबिंब प्रतिष्ठा महोत्सव में गुरुवार को ज्ञान कल्याणक का आयोजन हुआ। इसमें पूरे परिसर में आध्यात्मिक उल्लास और भक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिला। शुक्रवार को मोक्ष कल्याणक के साथ महोत्सव का समापन होगा। इसमें भव्य फेरी एवं विज्ञान रथ शोभायात्रा निकाली जाएगी। महोत्सव में पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव, पूर्व मंत्री जयंत मलैया, उद्यानिकी मंत्री नारायण सिंह कुशवाह और मंत्री लखन पटैल सहित जनप्रतिनिधियों ने भाग लेकर आचार्यश्री को श्रीफल भेंट कर आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर अखिल भारतवर्षीय दिगंबर जैन शास्त्री परिषद ने पुण्यार्जक परिवार के आयोजक एवं मुख्य यजमान संतोष जैन घड़ी को श्रावक शिरोमणि और सकल दिगंबर जैन समाज की ओर से सेठ की उपाधि से अलंकृत किया। गुरुकुल दिगंबर जैन उदासीन आश्रम द्रोणगिरी द्वारा सम्मान पत्र भी दिया गया। पूर्व मंत्री भार्गव ने भगवान शांतिनाथ के समवशरण का उद्घाटन करते हुए कहा कि यह स्थान किसी महातीर्थ से कम नहीं है। उन्होंने पुण्यार्जक परिवार की धर्म परायणता की सराहना करते हुए उन्हें श्रीमंत सेठ कहे जाने योग्य बताया।
2 दुकानों के लाइसेंस एक्सपायर मिले
भास्कर संवाददाता|सागर प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे मिलावट के विरुद्ध अभियान के तहत खाद्य औषधि विभाग ने शहर के कटरा, नमक मंडी सहित अन्य क्षेत्रों से जांच के लिए खाद्य पदार्थों के नमूने लिए हैं। निरीक्षण के दौरान अमित पावभाजी व गोपाल चाट भंडार के एफएसएसएआई रजिस्ट्रेशन एक्सपायर पाए गए। टीम ने गोपाल चाट भंडार से फुलकी, मधुर पावभाजी से पावभाजी, कुकिंग यूज्ड ऑइल और मोमोज के नमूने लिए। साथ ही तीर्थंकर परिसर स्थित कोमल ट्रेडर्स से किशमिश, पिंड खजूर और एप्रीकोट के नमूने भी लिए गए। इन सभी नमूनों की प्राथमिक जांच चलित खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला में कराई गई और आगे राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला भोपाल में जांच के लिए भेजा गया है। इसके अलावा टीम ने ग्वालियर चाट, रीवा चाट, भोपाल मॉल और मधुर पावभाजी प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया। इस दौरान खाद्य विभाग की टीम ने स्ट्रीट फूड वेंडर्स को खाद्य प्रतिष्ठानों के रखरखाव, साफ-सफाई और अजीनोमोटो के अति सूक्ष्म उपयोग का प्रशिक्षण भी चलित खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला के माध्यम से दिया गया।
दानवीर डॉ. गौर की जयंती पर पहली बार रक्तदान शिविर आज
भास्कर संवाददाता| सागर दानवीर, सागर विवि के संस्थापक डॉ. हरीसिंह गौर की 156वीं जयंती पर 8 दिवसीय गौर उत्सव के विभिन्न कार्यक्रम चल रहे हैं। पहली बार गौर जयंती पर रक्तदान शिविर भी लगाया जा रहा है। विश्वविद्यालय के स्वास्थ्य केंद्र के तत्वावधान में होने वाला यह रक्तदान शिविर शुक्रवार को सुबह 10 से दोपहर 3 बजे तक विश्वविद्यालय परिसर स्थित अभिमंच सभागार में लगेगा। रक्तदान शिविर में विवि के विद्यार्थियों, शिक्षकों, कर्मचारियों, अधिकारियों के साथ ही शहरवासी भी रक्तदान करेंगे। कई लोगों ने अपने रजिस्ट्रेशन कराए हैं। इसके साथ ही मौके पर भी रजिस्ट्रेशन कराने की व्यवस्था की गई है। शिविर का शुभारंभ पूर्व गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह एवं प्रभारी कुलपति प्रो. वायएस ठाकुर करेंगे। यहां पर रक्तदान के लिए 10 बेड लगाए गए हैं। यानी एक बार में 10 लोग एक साथ रक्तदान कर सकेंगे। रक्तदान के लिए जिला अस्पताल एवं बीएमसी की टीमें भी मौजूद रहेंगी। एक्सपर्ट व्यू: 18 से 62 वर्ष का स्वस्थ व्यक्ति कर सकता है रक्तदान - विवि के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अभिषेक जैन ने बताया कि 18 से 62 वर्ष की आयु के बीच का कोई भी स्वस्थ महिला या पुरुष रक्तदान कर सकता है। व्यक्ति वर्ष में 3 से 4 बार यानी 3 से 4 माह के अंतर से रक्तदान कर सकता है। रक्तदान करने से शरीर में आयरन का संतुलन बना रहता है, जिससे हृदय रोग का खतरा कम होता है। यह रक्त की चिपचिपाहट कम करता है, जिससे रक्त का थक्का जमने, दिल के दौरे और स्ट्रोक की संभावना कम हो जाती है। रक्तदान करने पर शरीर की लगभग 650 कैलोरी बर्न होती हैं। रक्तदान के बाद, शरीर नए रक्त कोशिकाओं का निर्माण करता है।
शराब दुकान के बाहर युवक को जांघ में चाकू मारा
सागर| कोतवाली थानांतर्गत गुजराती बाजार में शराब दुकान के बाहर युवक को बदमाश ने चाकू मार दिया। शराबखोरी को लेकर हुए विवाद में बदमाश ने युवक की जांघ में चाकू घोंप दिया, जिससे वह गिर गया। चीख-पुकार सुनकर लोग इकट्ठा हो गए। सूचना पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और घायल को अस्पताल भेजा गया। कोतवाली थाना प्रभारी मनीष सिंघल ने बताया कि शराबखोरी में विवाद हुआ था। घायल को जांघ के पास घाव लगा है। हालत खतरे से बाहर है। वह आरोपी को पहचानता नहीं है।
बाल सप्ताह में छात्राओं को अधिकारों की जानकारी दी
भास्कर संवाददाता | उज्जैन शासकीय कालिदास कन्या महाविद्यालय में 14 से 20 नवंबर तक बच्चों को खेल एवं सृजनात्मकता के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से बाल सप्ताह का आयोजन किया गया। सप्ताह के अंतर्गत बाल सुरक्षा एवं संरक्षण, बालकों का स्वास्थ्य एवं पोषण, बाल शिक्षा एवं अधिगम, बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य एवं पर्यावरणीय रूप से अनुकूल माहौल को सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। समापन अवसर पर बाल अधिकार एवं बाल संरक्षण के लिए कानून विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में महिला एवं बाल विकास अधिकारी प्रियंका त्रिपाठी ने छात्राओं को बच्चों के अधिकारों के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि किस प्रकार वे अपनी सुरक्षा कर सकती हैं। उज्जैन जिले के जेंडर क्लब के प्रभारी नीलेश दुबे ने बच्चों के संरक्षण के लिए अधिनियमों की जानकारी दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. वंदना गुप्ता ने कहा बच्चों की आवाज सुनी जाए, उन्हें भावनात्मक संरक्षण दिया जाए, क्योंकि आज के बच्चे कल के युवा बनकर देश का भविष्य निर्धारित करते हैं। संचालन डॉ. भावना नागर ने किया। आभार डॉ. पूजा साहू ने माना।
डॉ. आंबेडकर नगर-पटना स्पेशल ट्रेन के समय में आंशिक संशोधन, 7.50 पर आएगी
उज्जैन | पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल के डॉ. आंबेडकर नगर रेलवे स्टेशन से संचालित गाड़ी संख्या 09343 डॉ. आंबेडकर नगर-पटना स्पेशल ट्रेन के रतलाम मंडल के विभिन्न स्टेशन पर आगमन एवं प्रस्थान समय में आंशिक परिवर्तन किया गया है। यह संशोधन ट्रेन के सुचारू एवं सुरक्षित परिचालन को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा है। 27 नवंबर से डॉ. आंबेडकर नगर से रवाना होने वाली गाड़ी संख्या 09343 डॉ. आंबेडकर नगर-पटना स्पेशल शाम 18.00 बजे प्रस्थान करेगी। रतलाम मंडल के अंतर्गत यह ट्रेन क्रमशः इंदौर (18.30 बजे आगमन व 18.40 बजे प्रस्थान), फतेहाबाद चंद्रावतीगंज (19.18 बजे आगमन व 19.20 बजे प्रस्थान), उज्जैन (19.50 बजे आगमन व 20.00 बजे प्रस्थान) आैर मक्सी में 20.35 बजे आगमन व 20.37 बजे प्रस्थान करेगी। यात्री नई जानकारी के लिए रेलवे की अधिकृत वेबसाइट पर, रेल मदद एप अथवा हेल्पलाइन नंबर 139 का उपयोग कर सकते हैं।
एसआईआर सर्वे : सूची में नाम ढूंढने की मशक्कत, बीएलओ को नहीं मिल रहे मतदाता
उज्जैन | 4 नवंबर से शुरू हुए एसआईआर सर्वे को लेकर आम मतदाता भी चिंता में है। मतदाता सूची से उनका नाम कट न जाए, इसलिए वे 2003 की सूची में नाम ढूंढते हुए परेशान हो गए। इधर, पुरानी सूची में दर्ज मतदाताओं को ढूंढने में बीएलओ के भी पसीने छूट गए। गुरुवार को ऐसे दो दृश्य देखने को मिले। ऋषि नगर के सरस्वती शिशु मंदिर परिसर में पोलिंग बूथ से जुड़े मतदाता पुरानी सूची में अपना नाम ढूंढते हुए परेशान होते दिखाई दिए। जिनका नाम सूची में मिल गया, उन्होंने लगे हाथ फॉर्म भी जमा करा दिया। इधर, साल 2003 की सूची के मुताबिक फ्रीगंज िस्थत दुर्गा प्लाजा में रहने वाले मतदाताओं का फॉर्म लेकर पहुंची बीएलओ अद्विता श्रीवास्तव ने बताया कि पोलिंग बूथ पर कुल 1800 मतदाता है। इसमें से करीब 100 मतदाता ऐसे हो जो अब तक नहीं मिले। 5 से 10 प्रतिशत को अन्यत्र शिफ्ट हो जाने की जानकारी मिली है। फॉर्म पर ही मृत, विस्थापित और मिसिंग नोट कर रहे हैं, जो अन्य पते पर रह रहे हैं, उनसे भी फॉर्म पर हस्ताक्षर कराएंगे। ज्ञात रहे एसआईआर सर्वे के तहत 4 दिसंबर तक सभी मतदाताओं से फॉर्म भरवाकर जमा किए जाना है।
ट्रैक्टर से कार की भिड़ंत में महिला की मौके पर मौत
भास्कर संवाददाता | उज्जैन भैरवगढ़-उन्हेल मार्ग स्थित सारी बारी मोड़ पर बुधवार-गुरुवार देररात ट्रैक्टर और कार में जोरदार भिड़ंत हुई, जिसमें एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई। कार में सवार ड्राइवर समेत दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। भिड़ंत इतनी जोरदार थी कि पूरी कार ही चकनाचूर हो गई। उन्हेल के खोरी गांव निवासी गीताबाई पति जस्सू (50 साल) अपने ससुर की तबीयत खराब होने पर इलाज के लिए पति समेत देवर चंदर, डूंगरसिंह व जगदीश के साथ उज्जैन कार से आ रहे थे। इसी दौरान हादसा हुआ है। कार को ड्राइवर प्रकाश चला रहा था। सारीबारी मोड़ पर रात को अचानक सामने ट्रैक्टर आने से ड्राइवर कार को नियंत्रित नहीं कर पाया और उससे भिड़ंत हो गई। वाहन की स्पीड तेज होने से पूरी कार चकनाचूर हो गई। गीता बाई ने मौके पर ही दम तोड़ दिया जबकि ड्राइवर प्रकाश व महिला के वृद्ध ससुर गंभीर घायल हो गए। भैरवगढ़ थाना प्रभारी आरएस शक्तावत ने बताया कि हादसा कैसे हुआ, इसकी जांच की जाएगी। प्रथम दृष्टया ट्रैक्टर चालक की लापरवाही प्रतीत हो रही है ,केस दर्ज कर कार्रवाई कर रहे है। लोग कार की भयावह हालत ही देखते रहे हादसे के बाद गुरुवार सुबह भैरवगढ़ क्षेत्र के रहवासी तथा राहगीर भी घटनास्थल पर रुकते रहे तथा कार की भयावह स्थिति को देख कहने लगे कि कौन लोग इसमें सवार थे, कोई बचा भी कि नहीं। कार इस कदर क्षतिग्रस्त हुई कि उसकी पूरी छत तक टूटकर अलग हो गई तथा गाड़ी की बॉडी व पार्ट्स भी टूटकर सड़क पर बिखर गए थे।
यूनिटी मार्च पदयात्रा आज शहीद पार्क से निकालेंगे
उज्जैन | सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में शुक्रवार सुबह 9 बजे से शहीद पार्क से पदयात्रा निकलेगी। सांसद अनिल फिरोजिया हरी झंड़ी दिखाकर यात्रा को रवाना करेंगे। पदयात्रा चामुंडा माता चौराहा, देवास गेट, मालीपुरा होते हुए फव्वारा चौक पर सुभाषचंद्र बोस की प्रतिमा पर माल्यार्पण कार्यक्रम के साथ संपन्न होगी। ऐसे ही 25 नवंबर को नागदा में दोपहर 12 बजे यूनिटी मार्च पदयात्रा निकाली जाएगी। कलेक्टर रोशन कुमार सिंह ने इन पदयात्राओं के लिए विभिन्न अधिकारियों की ड्यूटी लगाई है। इधर सांसद फिरोजिया ने बताया युवा खेल मंत्रालय के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देशभर में 150 संकल्प यात्राएं निकाली जा रही हैं, जो सरदार पटेल के एक भारत, एक संविधान के विचार को आगे बढ़ा रही हैं। सांसद ने कहा सरदार पटेल ने देश की एकता की नींव रखी और पीएम उसी एकता को आत्मनिर्भरता के साथ नए भारत की शक्ति बना रहे हैं।
रायचंद नागड़ा स्कूल में शिक्षक-पालक संवाद हुआ
खंडवा| रायचंद नागड़ा उत्कृष्ट विद्यालय में गुरुवार को शिक्षक-पालक संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें अर्धवार्षिक परीक्षा परिणाम घोषित किए गए। कक्षा-वार और संकाय-वार प्रथम स्थान प्राप्त विद्यार्थियों को उनके पालकों सहित सम्मानित कर पारितोषिक प्रदान किया। संस्था प्राचार्य भूपेंद्रसिंह चौहान ने पालकों से विद्यार्थियों को नियमित विद्यालय भेजने, अतिरिक्त समय में उनकी दिनचर्या पर निगरानी रखने व मोबाइल उपयोग पर प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया। कार्यक्रम का संचालन ललिता दुबे ने किया। शिक्षक नीतीश लाड, राजकुमारी सोनी, राजेश शुक्ला, बी.बी. गाठिया और दीक्षा रघुवंशी उपस्थित रहे।
भरतपुर पुलिस ने क्रिप्टो और फॉरेक्स निवेश के नाम पर चल रहे एक बड़े फर्जी नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह ने राजस्थान में लाखों लोगों को ऊंचे मुनाफे और बोनस का लालच देकर निवेश कराया और 4.5 लाख लोगों से करीब 3500 करोड़ रुपये का निवेश कराया। पुलिस ने कार्रवाई करते 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। नेटवर्क ने लोगों को 1000 करोड़ रुपए रिटर्न कर दिया है। अभी लोगों का 2500 करोड़ रुपए फंसे हैं। इनके कब्जे से 40 लाख रुपये नकद, सोने-चांदी के जेवरात, 5 लग्जरी गाड़ियां और 40 लाख रुपए की क्रिप्टोकरेंसी बरामद हुई है। पूरा मामला तब सामने आया जब 12 नवंबर को थाना मथुरागेट में शिकायत दर्ज हुई। शिकायत में बताया गया कि एक्सपीओ डॉट कॉम नामक वेबसाइट और मोबाइल एप विदेशी बाजारों में निवेश का दावा कर रही थी। यह प्लेटफॉर्म निवेशकों को ऊंचे लाभ और नए लोगों को जोड़ने पर अतिरिक्त बोनस का लालच देकर तेजी से फैल रहा था। जांच में खुलासा हुआ कि कंपनी भारत में किसी भी प्राधिकरण से पंजीकृत नहीं थी। वेबसाइट खुद को 2016 से रूस में संचालित बताती थी, जबकि असल में इसका संचालन नवंबर 2022 से जयपुर से शुरू हुआ। मुख्य भूमिका संदीप सिगर और रजत शर्मा की पाई गई। वेबसाइट 47 लाख उपयोगकर्ताओं और 4.3 बिलियन डॉलर फंड प्रबंधन का दावा करती थी, जबकि वास्तविक संख्या केवल 4.7 लाख उपयोगकर्ताओं और लगभग 3100 करोड़ रुपए की जमा राशि निकली। यही गिरोह डिजिक्स डॉट कम नामक दूसरी फर्जी वेबसाइट भी चला रहा था, जिसमें 9000 निवेशकों से 500 करोड़ रुपये से अधिक की राशि ली जा चुकी थी। सेमीनार में लोगों को देते थे प्रलोभन सेमिनार और एजेंटों के जरिए ठगी फर्जी नेटवर्क ने लोगों को फसाने के लिए जगह-जगह सेमिनार आयोजित किए। इन सेमिनारों में एजेंट ऊँचे मुनाफे और जल्दी रिटर्न का वादा कर निवेशकों को आकर्षित करते थे। शुरुआत में वे कैश और ऑनलाइन दोनों माध्यम से निवेश करवाते और कुछ ही दिनों में 1–2 प्रतिशत तक का रिटर्न देकर भरोसा जीत लेते। जब निवेशक को यह व्यवस्था सुरक्षित लगने लगी तो वे बड़े अमाउंट में पैसा लगाने लगे। भरतपुर में इस नेटवर्क का एजेंट राकेश कुमार शर्मा पुत्र अशोक कुमार, निवासी भुसावर सक्रिय था, जो लोगों से सीधे संपर्क कर उनके नाम से आईडी बनाता और उन्हें निवेश के लिए प्रेरित करता था। इसी तरह एजेंटों के जरिए हजारों लोगों को झांसे में लेकर करोड़ों रुपये की ठगी की गई। लोन लेकर निवेश का जाल फर्जी निवेश कंपनी एक्सपीओ ने 15 से 20 प्रतिशत मासिक रिटर्न का दावा कर लोगों को इतना भरोसा दिलाया कि कई निवेशक लोन लेकर भी इसमें फंस गए। आमतौर पर बैंक या निजी संस्थाओं से लिए गए लोन पर 1 से 2 प्रतिशत मासिक ब्याज देना पड़ता है, लेकिन कंपनी के ऊंचे मुनाफे के वादे ने लोगों को लालच के दलदल में फंसा दिया। नामचीन लोग व सरकारी कर्मचारी भी शिकार भरतपुर जिले में करीब 8 से 10 हजार लोगों ने करोड़ों रुपये निवेश किए, जिनमें पुलिसकर्मी, एडवोकेट और सरकारी कर्मचारियों का वर्ग सबसे ज्यादा शामिल रहा। जिले के भीतर ही 100 करोड़ रुपये से अधिक की राशि लोगों ने इस नेटवर्क में लगा दी थी। आरोपियों में एक भुसावर का पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें भरतपुर के भुसावर क्षेत्र के राकेश पांडेय पुत्र अशोक कुमार, अतुल पुत्र देवेंद्र कुमार,निवासी सांगानेर जयपुर, कृष्णा पुत्र मुकेशचंद निवासी शिवदासपुर, जयपुर, मुकुल कुमार पुत्र देवेंद्र कुमार निवासी जयपुर, और उमरावमल पुत्र दुल्हाराम निवासी मानसरोवर, जयपुर शामिल हैं। आईओ पंकज यादव ने केवल तीन से 5 दिन की रिमांड लेकर पूछताछ की। 18 नवंबर को 3 आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया, जबकि राकेश पांडेय को पांच दिन की रिमांड के बाद 20 नवंबर को जेसी किया गया। फर्जी कंपनी बनाकर मनी लॉन्ड्रिंग की जा रही थी। जांच के लिए हम प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को पत्र भेज रहे हैं, ताकि वित्तीय लेन-देन और विदेशी कनेक्शन की परतें खोली जा सकें। पुलिस स्तर पर जो तथ्य सामने आए हैं, उन्हें ईडी के साथ साझा किया जाएगा, जिससे ठगी के इस बड़े मामले की पूरी सच्चाई उजागर हो सके। – दिगंत आनंद, पुलिस अधीक्षक भरतपुर
कानपुर में दरोगा की लापरवाही से लुटेरी दुल्हन दिव्यांशी चौधरी को कोर्ट से रिहा कर दिया गया। जांच में पता चला कि जांच अधिकारी शुभम ने केस में दुल्हन के खिलाफ ना तो सबूत पेश किए और ना ही गंभीर धाराओं में कोर्ट से रिमांड की मांग की। वह अधूरे दस्तावेजों के साथ कोर्ट में पहुंचे थे। इस वजह से आरोपी दिव्यांशी को कोर्ट से छोड़ दिया गया। जांच में पता चला कि एक रिटायर सीओ दिव्यांशी की पैरवी में कानपुर पहुंचे थे। वह शुभम के साथ कई घंटे तक रहे। जांच अधिकारी को लाखों रुपए का ऑफर दिया। जांच में लुटेरी दुल्हन के संपर्क में 5 पुलिसकर्मी समेत कई लोग सामने आए हैं। पुलिस जल्द ही इन सभी के खिलाफ एक्शन ले सकती है। ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आशुतोष कुमार ने दरोगा शुभम पर विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही लुटेरी दुल्हन के पूरे सिंडीकेट का पर्दाफाश करने के लिए एक जांच कमेटी बनाई है। जांच अधिकारी आधी-अधूरी तैयारी के साथ कोर्ट क्यों गए थे? आरोपी लुटेरी दुल्हन से उनका क्या कनेक्शन है? इस सिंडिकेट में कौन-कौन शामिल है? क्या इन लोगों से दरोगा शुभम की बात हुई? इन सभी बिंदुओं पर पुलिस जांच कर रही है। पढ़िए रिपोर्ट... DCP की जांच में दरोगा की लापरवाही मिली, CO से कनेक्शन मिला दरोगा पति आदित्य लोचव की शिकायत पर ग्वालटोली पुलिस ने FIR दर्ज कर दिव्यांशी को अरेस्ट किया था। मंगलवार को ACJM-7 अमित सिंह की कोर्ट में पेश कर पुलिस ने 14 दिनों की रिमांड मांगी। लेकिन, कोर्ट ने पुलिस को फटकार लगाते हुए रिमांड देने से मना कर दिया। कोर्ट ने दिव्यांशी को अरेस्ट करने में सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस का उल्लंघन पाया। इसके बाद दिव्यांशी को रिहा कर दिया गया। पुलिस की किरकिरी होने पर फौरन डीसीपी सेंट्रल श्रवण कुमार सिंह ने अपने ऑफिस में एक मीटिंग बुलाई। इसमें डीसीपी सेंट्रल, एडीसीपी अर्चना सिंह, विवेचक शुभम सिंह और शिकायत करने वाले दरोगा आदित्य लोचव को बुलाया गया। ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आशुतोष कुमार ने लुटेरी दुल्हन केस में चल रही जांच की समीक्षा की। दिव्यांशी की कॉल डिटेल और बैंक खाते चेक किए गए। पता चला कि दिव्यांशी के इटावा निवासी और मेरठ मंडल के कई सर्किल में तैनात रहे एक रिटायर सीओ, मेरठ के 2 इंस्पेक्टर, दरोगा और एक बैंक मैनेजर से संबंध हैं। वह लगातार इन लोगों के टच में है। इन सभी की लुटेरी दुल्हन से बात होती रहती है। उसके बैंक खाते से लाखों रुपए का ट्रांजैक्शन सामने आया है। दिव्यांशी के सिंडीकेट से जुड़े लोगों के बयान ही नहीं लिए जेसीपी आशुतोष कुमार ने विवेचक शुभम से पूछा कि जब इतने पुलिस कर्मियों का दिव्यांशी से संबंध है, तो इन लोगों के बयान क्यों नहीं लिए गए? इन पुलिस कर्मियों और बैंक अफसर की भूमिका की जांच क्यों नहीं की गई? आखिर दिव्यांशी से इन सभी का क्या कनेक्शन है, जो लाखों का ट्रांजैक्शन है? दरोगा शुभम कोई जवाब नहीं दे सके। इस पर जेसीपी ने शुभम को जमकर फटकार लगाई। ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर ने पूरे मामले की जांच में अब एक इंस्पेक्टर को भी शामिल किया है। जेसीपी ने कहा है कि अब इस पूरे सिंडीकेट का खुलासा होना चाहिए। जिन पुलिस अफसरों और बैंक अफसर समेत अन्य की कॉल डिटेल और लाखों का ट्रांजैक्शन मिला है। एक-एक व्यक्ति की जांच होगी। जांच के बाद सिंडीकेट में शामिल सभी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पुलिस कोर्ट में दोबारा करेगी अपीलडीसीपी सेंट्रल श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि अब डीजे कोर्ट में दोबारा सभी साक्ष्यों के साथ अपील करेंगे। ताकि आरोपी को दोबारा अरेस्ट करके जेल भेजा जाए। पुलिस टीम अब नए सिरे से दोबारा जांच करके एक-एक साक्ष्य जुटा रही है। जल्द ही पूरे सिंडीकेट के खिलाफ पुलिस कड़ी कार्रवाई करेगी। अब जानिए पूरा मामला 17 फरवरी, 2024 को हुई थी दरोगा से शादीबुलंदशहर के बीबीनगर में रहने वाले आदित्य कुमार लोचव 2019 बैच के सब-इंस्पेक्टर हैं। आदित्य के पिता ऋषिपाल किसान और मां राजेश देवी घरेलू महिला थीं। पिता के बाद मां की भी कैंसर से मौत हो गई थी। घर में एक दिव्यांग भाई है। एक रिश्ते के ताऊ आदित्य के लिए 30 साल की दिव्यांशी का रिश्ता लेकर आए। बताया कि दिव्यांशी आदित्य के घर से 50 किलोमीटर दूर मेरठ के मवाना में रहती है। दहेज में स्कॉर्पियो, लाखों के जेवर और धूमधाम से शादी की बात कही। खूबसूरत लड़की देखकर दरोगा आदित्य कुमार लोचव और उनके परिवार ने भी हामी भर दी। इसके बाद दोनों के परिवार वालों की रजामंदी से 17 फरवरी, 2024 को आदित्य और दिव्यांशी की शादी हो गई। दरोगा को पत्नी पर शक इस तरह हुआ आदित्य ने बताया- शादी के बाद से दिव्यांशी बीएड और सीटेट की तैयारी का हवाला देकर मेरे घर में नहीं रुकती थी। जब घर आती थी, तो अपने मोबाइल फोन से गूगल-पे, फोन-पे समेत अन्य यूपीआई एप डिलीट कर देती थी। जब मैं ड्यूटी पर होता था, तो दिव्यांशी उनसे ऑनलाइन रुपए मांगती थी। इस पर मुझे शक हुआ। शादी के 4 महीने बाद मैं छुट्टी पर घर गया था। दिव्यांशी भी घर पर ही थी। मैंने जैसे ही उसका मोबाइल लिया, तो वह बेचैन हो गई। मैंने उससे पूछा कि जब मैं घर आता हूं तो सभी यूपीआई एप क्यों डिलीट कर देती हो? इसका दिव्यांशी ने कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद मैंने जबरन सभी यूपीआई एप डाउनलोड कराए। जब मैंने एप चेक किए, तो मेरे होश उड़ गए। ट्रांजैक्शन हिस्ट्री में 10 से ज्यादा खातों में करोड़ों का ट्रांजैक्शन किया गया था। खातों के बारे में पूछने के बाद दिव्यांशी मुझसे झगड़ा करके मायके चली गई। दिव्यांशी ने 25 नवंबर को पुलिस कमिश्नर से की शिकायत25 नवंबर को कानपुर पुलिस कमिश्नर ऑफिस अखिल कुमार में दिव्यांशी ने हाई वोल्टेज ड्रामा किया। उसने ग्वालटोली थाने में तैनात अपने पति आदित्य पर परेशान करने और 14.50 लाख रुपए हड़पने का आरोप लगाया। कहा कि दरोगा पति के कई महिलाओं से अवैध संबंध हैं। वो सोशल मीडिया पर लड़कियों को अपने चंगुल में फंसाता है। इसके बाद उनसे दोस्ती कर शारीरिक संबंध बनाता है। फोटो-वीडियो निकालकर महिलाओं को ब्लैकमेल करता है। पुलिस कमिश्नर ने जांच बैठाई थी दरोगा आदित्य की पत्नी दिव्यांशी की शिकायत और दरोगा के पक्ष रखने के बाद पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने जांच बैठा दी थी। तत्कालीन स्टाफ ऑफिसर अमिता सिंह इस केस की जांच कर रही थीं। दरोगा से समझौते के नाम पर दिव्यांशी ने एक करोड़ की मांग की थी। इसके बाद दरोगा ने दिव्यांशी चौधरी के खिलाफ सैकड़ों साक्ष्य दिए। जिनसे यह साबित हुआ कि दिव्यांशी ब्लैकमेलर है। दरोगा ने कहा- पुलिस अधिकारियों ने किया ब्लैकमेलदरोगा आदित्य ने बताया कि दिव्यांशी चौधरी के लिए पुलिस के कई अधिकारी काम करते हैं। मेरठ में तैनात रहे कई अधिकारियों के खातों में करोड़ों के ट्रांसफर से इस बात का खुलासा होता है। दिव्यांशी के करीब 10 खाते हैं, जिनमें वह पैसों का हेर-फेर करती है। दरोगा ने कहा- तत्कालीन पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार का तबादला होते ही दिव्यांशी के गिरोह से जुड़े कई पुलिसकर्मी कानपुर आकर अधिकारियों को भ्रमित करने में लग गए। इसमें एक रिटायर्ड सीओ के साथ एडीजी जोन मेरठ के कार्यालय में रेडियो ऑपरेटर के पद पर तैनात दरोगा भी दिव्यांशी की पैरवी के लिए आ चुके हैं। दिव्यांशी ने 3 सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ रेप केस कराया था, लेकिन सभी मामलों में समझौता हो गया। इसके साथ ही कई लोगों के खिलाफ झूठी एफआईआर दर्ज कराईं, जिनमें फाइनल रिपोर्ट लग चुकी है। --------------------------- ये खबर भी पढ़ें... दरोगा देवर की शादी से पहले भाभी का सुसाइड, जालौन में बेटियों के साथ कमरा बंद करके आग लगाई, तीनों की मौत जालौन में एक महिला ने दरोगा देवर की शादी से एक दिन पहले दो बेटियों के साथ सुसाइड कर लिया। उसका किसी बात को लेकर पति से झगड़ा हुआ। इसके बाद बेटियों और खुद को कमरे में बंद कर लिया और डीजल उड़ेलकर आग लगा ली। पढ़ें पूरी खबर...
दिल्ली से आए 8 सदस्यीय दल ने किया शैक्षणिक भ्रमण
भास्कर संवाददाता | खंडवा भारत सरकार के नीति आयोग द्वारा चयनित आकांक्षी जिलों में शामिल खंडवा में इंडियन स्कूल आफ डेवेलपमेंट मैनेजमेंट दिल्ली के विद्यार्थियों का 12 दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम गुरुवार को पूरा हुआ। इस दल में महाराष्ट्र, दिल्ली, मणिपुर, झारखंड, उत्तरप्रदेश, तेलंगाना व केरल के विद्यार्थी शामिल थे। 9 नवंबर से 20 नवंबर तक भारतीय विकास प्रबंधन विद्यालय (आईएसडीएम) के आठ छात्रों ने खंडवा में खालवा और पंधाना ब्लॉकों पर केंद्रित 12-दिवसीय जिला शैक्षणिक भ्रमण कार्यक्रम किया। इस दल ने सामुदायिक वास्तविकताओं, सार्वजनिक प्रणालियों और विकास चुनौतियों को समझा। दल में शामिल देवीचंद आर. पवार, मनस्वनी वत्स, जी. पीटर, श्रेयांश गांगुली, गिरीश ए गुलुकुमकर, सौम्या, जयलक्ष्मी अरिपिना और सूर्यकिरण सी की टीम ने बिजपुरी, सेमल्या और रोशनी में समुदायों के साथ बातचीत की। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, राष्ट्रीय बाल विकास केंद्रों और स्कूलों के दौरे में कुपोषण, स्कूल छोड़ने की उच्च दर और कम उपस्थिति जैसे मुद्दों की वास्तविक स्थिति पर अध्ययन किया। इस दौरान मुश्त समाज सेवा संस्था के संस्थापक तौसीफ अलीशाह ने जिले के सामाजिक-आर्थिक संदर्भ के बारे में बताया। स्पंदन समाज सेवा समिति के सीमा प्रकाश और प्रकाश माइकल ने बाजरे की घटती खेती, आदिवासी परंपराओं के क्षरण और समुदाय-आधारित कुपोषण प्रबंधन, अनाज बैंकों और वन पुत्री महिला प्रशिक्षण कार्यक्रम जैसे नवाचारों पर अपने विचार साझा किए। भ्रमण के अंतिम दिन खंडवा में शुरूआत सामाजिक संस्था की अध्यक्ष शबीना सिद्दीकी और सचिव आसिफ सिद्दीकी ने महिला स्वावलंबन और बच्चों की शिक्षा में किए जा रहे नवाचारों से अवगत कराया गया। निमाड़ क्लब में जिला खेल प्रशिक्षक अमीन अहमद ने विभिन्न जानकारी दी।
तारीख- 19 नवंबरजगह- कानपुर राहुल को दुबई जाना था, उसका वीजा आ गया था। अमित की 20 नवंबर की रात साढ़े 9 बजे दिल्ली से जिम्बाब्वे की फ्लाइट थी। इस खुशी में पनकी इंडस्ट्रियल एरिया की एक फैक्ट्री में राहुल-अमित और उसके चार अन्य दोस्तों ने जमकर पार्टी की। सभी ने चिकन खाया। शराब पी। फिर एक कमरे में 4 और 2 दोस्त दूसरे कमरे में सो गए। सुबह करीब 6 बजे जब नागेंद्र दोस्तों को जगाने पहुंचा। लेकिन कोई हलचल नहीं हुई। दरवाजा तोड़ा गया। अंदर लोग दाखिल हुए तो सभी दंग रह गए। राहुल, दाऊद, अमित और संजू की मौत हो चुकी थी। बिस्तर पर इनके शव पड़े थे। चारों मृतक दोस्त देवरिया जिले में एक ही गांव तवक्कलपुर के रहने वाले थे। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पता चला कि चारों दोस्तों की मौत दम घुटने से हुई है। उन्होंने रात में कोयला जलाया था। चारों की सांस नली में कार्बन मोनो ऑक्साइड मिला है। जांच के लिए बिसरा सुरक्षित किया गया है। पोस्टमॉर्टम के बाद परिजन शव लेकर चले गए। शुक्रवार को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। फैक्ट्री में साथ काम करने वाले प्रवीण बर्नवाल ने बताया कि अमित मेरा मौसेरा भाई था। मुझे और अमित को शुक्रवार को जिम्बाब्वे जाना था। रात 9.30 बजे दिल्ली एयरपोर्ट से हमारी फ्लाइट थी। हम दोनों 6 महीने वहां रहने वाले थे। जबकि राहुल को दुबई जाना था। इसलिए दाऊद, राहुल, नागेंद्र और संजू के कहने पर हमने फैक्ट्री में पार्टी रखी थी। पार्टी में चिकन बना। क्या पता था कि यह हमारी आखिरी पार्टी होगी। हम कभी नहीं मिल पाएंगे। एक साल से काम कर रहे थे, विदेशों में भी कर चुके काम कुशीनगर के हाटा के रहने वाले प्रवीण ने बताया कि हम लोग तकरीबन एक साल से रिफाइनरी फैक्ट्री में काम कर रहे थे। हम दोनों केन्या, साउथ अफ्रीका, कनाडा जैसे कई देशों में रिफाइनरी फैक्ट्री में काम कर चुके हैं। मैं दीपावली पर अपने घर गया था। बुधवार को ही मैं कानपुर आया था। जिम्बाब्वे जाना था। इसलिए सभी दोस्तों ने पार्टी मांगी थी। दाऊद ने हमसे कहा था कि अब तुम और अमित 6 महीने बाद मिलोगे। पार्टी नहीं दोगे क्या? हमने पार्टी देने की हामी भर दी। रात 10 बजे अमित, संजू सिंह, राहुल सिंह, दाऊद, अमित का भाई अरुण, नागेंद्र काम से लौटे। जिसके बाद हमने चिकन बनाया। रात करीब 12 बजे तक पार्टी करके हम अपने कमरे में सोने चले गया। अमित की शादी हो चुकी है। 8 फरवरी 2026 को उसकी शादी की 6 साल पूरे होने वाले थे। बॉयलर से कोयला लेकर आए थे राहुल और अमित तवकलपुर गांव निवासी नागेंद्र ने बताया कि अमित और राहुल को बहुत ठंड लग रही थी, जिस पर वह दोनों ही बॉयलर के पास से कोयला लेकर आए थे। रात करीब 12 बजे तक हमने पार्टी की, फिर मैं करीब 100 मीटर दूर अपने कमरे में सोने के लिए चला गया था। अरुण और प्रवीण फैक्ट्री से 200 मीटर दूर किराए पर कमरा लेकर रहते थे, वो दोनों अपने कमरे में चले गए थे। इसके बाद अमित और संजू ने ही सुलगता कोयला कमरे में रख लिया, जो चारों की मौत का कारण बन गया। सुबह 8 बजे ड्यूटी पर जाना होता है। मैं सुबह उठा, फिर अमित और राहुल को जगाने पहुंचा। मैंने दरवाजा खटखटाया। आवाज लगाई कि अमित-राहुल उठो। खाना बनाना है। नहीं तो ड्यूटी जाने के लिए लेट हो जाएंगे। फिर मैं फ्रेश होने चला गया। लौटकर आया तो दरवाजा बंद था। मैंने फिर दरवाजा खटखटाया। इसके बाद फोन कर मैंने अन्य साथियों को बुलाया। उन्होंने भी दरवाजा खटखटाया। फिर भी दरवाजा नहीं खुला। इसके बाद मालिक के भाई अरुण आए। दरवाजा तोड़ा गया। देखा अंदर सभी एक साथ चादर ओढ़े हुए लेटे हुए थे। फिर चादर हटाया। पता चला कि उनकी मौत हो चुकी है। रविंद्र कुमार ने बताया कि अमित और उसके भाई के साथ गांव के करीब 60 से 70 युवक काम कर रहे हैं। चारों की मौत से पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है। परिवार का इकलौता कमाऊ सदस्य था दाऊद दाऊद अंसारी (28 वर्ष) पुत्र यासीन अंसारी परिवार का इकलौता कमाने वाला सदस्य था। उसकी मौत की सूचना घर पहुंचते ही पत्नी शकीना खातून का रो रो कर बुरा हाल था। उसका निकाह 3 साल पहले हुआ था। उसकी दो वर्ष की बेटी आयत है। छोटा भाई अनिस अंसारी है। दाऊद की पत्नी रोते हुए बस इतना कह पा रही थीं। “अब हमारा क्या होगा? आयत को कौन संभालेगा?” गांव की महिलाएं शकीना को संभालने की कोशिश करती रहीं, पर वह खुद को काबू नहीं कर पा रहीं थीं। परिवार की स्थिति को देख कानपुर कमाने गया था संजू संजू सिंह (26 वर्ष), पुत्र फतेह बहादुर सिंह परिवार की स्थिति भी बेहद दुखद है। छोटा भाई सूरज घर रहता है। उसकी शादी नहीं हुई थी। संजू मेहनतकश और जिम्मेदार युवक माना जाता था। वह अपने परिवार की आर्थिक उम्मीद था। सूरज बिलखते हुए कह रहा था। भइया कहिन रहन कि पसुका ओढ़नी लेके आवत हईं, लेकिन उ फिर ना लौटेन। गांव के लोग बताते हैं कि संजू शांत स्वभाव का और मेहनती लड़का था, जो पिछले कई महीनों से पनकी की कंपनी में काम कर रहा था। विदेश जाने की तैयारी में था राहुल तवक्कलपुर का राहुल सिंह (26) दुबई जाने की तैयारी में था। उसने पासपोर्ट बनवाया था। कानपुर से उसे गुरुवार को गांव जाना था। दुबई के लिए उसका वीजा आ गया था। राहुल अपने घर का इकलौता बेटा था। राहुल की मौत से परिवार गहरे सदमे में है। राहुल की मां नर्बदा का रो-रोकर बुरा हाल है। वह बार-बार यह कह रही है कि मेरा बेटा तो विदेश जाने वाला था। ये कहां चला गया। अब किसके सहारे जीएंगे। राहुल की दो बहनें हैं। जिसकी एक की शादी हो गई है। एक छोटी बहन अमृता है। अब जानिए पूरा मामला…. पनकी साइड–2 में गोविंद नगर निवासी वरुण कटारिया की ऑयल रिफाइनरी की फैक्ट्री है। जिसके निर्माण का जिम्मा इंदौर की आदित्य इंटरप्राइजेज को मिला था। फैक्ट्री में फ्रेब्रिकेटिंग का काम देवरिया के तरकुलवां थाना क्षेत्र के तवकलपुर गांव निवासी अरुण उसका भाई अमित बर्नवाल, राहुल सिंह (22), संजू सिंह (22), दाऊद (32), प्रवीण बर्नवाल, नागेंद्र कर रहे थे। बुधवार देर रात खाना खाने के बाद अमित, राहुल, संजू और दाऊद फैक्ट्री के कंपाउंड में बने कमरे में कोयला जलाकर सोने चले गए थे। वहीं नागेंद्र कंपाउंड में बने कुछ दूर स्थित अपने कमरे में सोने चला गया। प्रवीण और अरुण फैक्ट्री से 200 मीटर दूर स्थित कमरे में सोने चले गए। सुबह करीब 6 बजे तक सोकर न उठने पर नागेंद्र जगाने पहुंचा तो दरवाजा नहीं खुला, जिस पर उसने अरुण और प्रवीण को फोन किया। मौके पर पहुंचे अरुण के कई बार आवाज लगाने पर भी दरवाजा नहीं खुला तो उसने दरवाजा तोड़ अंदर पहुंचा, जहां चारो लोग मृत पड़े हुए थे। ................................... ये खबर भी पढ़िए- कानपुर में कोयला जलाकर सो रहे 4 दोस्तों की मौत:ठंड से बचने के लिए अंगीठी जलाई थी; कमरा छोटा था, दम घुट गया कानपुर में एक कमरे में सो रहे चार दोस्तों के शव गुरुवार सुबह मिले। बताया जा रहा है कि ठंड के कारण उन्होंने तसले में कोयला जलाया था। कमरे को अंदर से बंद कर सो गए थे। शुरुआती जांच के मुताबिक, चारों की मौत दम घुटने से हुई है। पनकी थाना के इंडस्ट्रियल एरिया में रहने वाले ये चारों दोस्त गुरुवार सुबह काफी देर तक नहीं उठे। पढ़ें पूरी खबर
दंडवत करते हुए कुमठी पहुंचे पथिक मुनि
कुमठी | गुजरात के राजकोट निवासी पथिक मुनि ने 12 ज्योतिर्लिंग दर्शन का अनोखा संकल्प लिया है। वे दंडवत करते हुए एक से दूसरे ज्योतिर्लिंग पहुंचते हैं। पथिक मुनि दंडवत करते हुए गुरुवार को मूंदी पहुंचे। वे सोमनाथ से ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग दर्शन करने जा रहे हैं। कुमठी में ग्रामीणों ने पथिक मुनि का पुष्पहार से स्वागत किया। पथिक मुनि ने बताया यह यात्रा केवल आस्था नहीं बल्कि आत्म शुद्धि और ईश्वर के प्रति समर्पण का प्रतीक है।
भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा 21 को
खंडवा | भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा 2025-26 का आयोजन 21 नवंबर को आयोजित होगी। गायत्री परिवार से जुड़े अजय लाड़ ने बताया नवीन पीढ़ी के नैतिक, चारित्रिक, सांस्कृतिक नव निर्माण तथा भारतीय संस्कृति के विकास के लिए ये परीक्षा गायत्री परिवार द्वारा आयोजित की जा रही है। वेद मूर्ति पंडित श्रीराम शर्मा आचार्यजी, माता भगवती देवी के सूक्ष्म संरक्षण में 21 नवंबर 2026 को खंडवा जिले के समस्त प्राथमिक, मिडिल, हाईस्कूल, कॉलेज में यह परीक्षा दोपहर 12 से 1 बजे तक संपन्न होने के जा रही है। परीक्षा के जिला संयोजक सुखपाल सिंह पवार एवं जिला समन्वयक जगदीश सामेडिया ने बताया इस वर्ष परीक्षा में जिले में 15000 बच्चे सम्मिलित हो रहे हैं।
शाह इंटरप्राइजेज अब गोदरेज इंटीरियो का अधिकृत विक्रेता
खंडवा। भवानी माता रोड स्थित शाह इंटरप्राइजेज ने शहर में प्रीमियम फर्नीचर की नई शुरुआत कर गोदरेज इंटीरियो का अधिकृत शोरूम शुरू किया। यह खंडवा में गोदरेज इंटीरियो का पहला ऐसा केंद्र है, जहां घर, ऑफिस और व्यावसायिक उपयोग के लिए आधुनिक व टिकाऊ फर्नीचर की पूरी रेंज एक ही स्थान पर मिलेगी।संस्थापक अतुल शाह ने बताया कि वे अब स्टाइल, कम्फर्ट और क्वालिटी सब खंडवा में उपलब्ध करवा रहे हैं। गोदरेज इंटीरियो शोरूम में लिविंग रूम के लिए सोफा सेट, रिक्लाइनर, कॉफी टेबल, टीवी यूनिट और बेडरूम के लिए लकड़ी व हाइड्रोलिक बेड, मॉड्यूलर व स्टील वार्डरोब और स्टोरेज यूनिट उपलब्ध हैं। डाइनिंग सेक्शन में डाइनिंग सेट व स्मार्ट स्टोरेज अपमॉड्स सीरीज़, जबकि ऑफिस और स्टडी के लिए एर्गोनॉमिक चेयर्स और वर्क टेबल्स उपलब्ध हैं। साथ ही शू-रैक, लॉकर, बीन बैग और किचन ऑर्गनाइजर जैसे प्रोडक्ट भी ग्राहकों के लिए उपलब्ध हैं। संचालक प्रतीक शाह और कार्तिक शाह ने कहा कि यह शोरूम खंडवा में आधुनिक फर्नीचर का नया अनुभव देगा।
भरतपुर–जयपुर रोड स्थित छौंकरवाड़ा कस्बा ग्राम पंचायत मुख्यालय है। पूर्व जिला प्रमुख द्वारिका प्रसाद गोयल बताते हैं कि पहले कभी यहां छौंकरा के पेड़ों की बहुतायत थी। इसलिए नाम छौंकरवाड़ा पड़ा, लेकिन अब छौंकरवाड़ा अचार–मुरब्बे कारोबार का हब बनता जा रहा है। क्योंकि यहां छोटी–बड़ी करीब सात यूनिट हैं, जो आम, नींबू, टेंटी, मिर्च, लिसौड़ा, अदरक, गाजर, करेला, कटहल, लहसुन, आंवला, सेब, बांस, बेल आदि 20 से अधिक प्रकार के अचार, मुरब्बे, चटनी, सॉस बना रहे हैं, जिनकी सप्लाई देश भर में है। कारोबारी एवं पूर्व पार्षद विवेक गर्ग कहते हैं कि छौंकरवाड़ा वैर–भुसावर क्षेत्र का इलाका है। यह इलाका मुगलकाल से बागवानी और अचार के लिए प्रसिद्ध रहा है। छौंकरवाड़ा चूंकि नेशनल हाईवे पर है, इसलिए यहां अचार–मुरब्बे बनाने वाली कई इकाइयों ने अब सेल पॉइंट बना रखे हैं, जहां हाईवे से गुजरने वाले यात्री अचार–मुरब्बे की काफी खरीददारी करते हैं। छौंकरवाड़ा क्षेत्र में अब आंवला और अमरूदों की बागवानी भी तेजी से बढ़ी है। दो साल पहले ग्राम पंचायत प्रशासन ने 25 बीघा चारागाह जमीन पर करीब ढाई हजार से ज्यादा पौधे रोपे, जिनमें करीब एक हजार पौधे सर्वाइव कर रहे हैं। इनमें ज्यादातर फलदार पौधे हैं। छौंकरवाड़ा में दो गांव छौंकरवाड़ा कला और छौंकरवाड़ा खुर्द हैं। यह कस्बा वैर विधानसभा क्षेत्र का भी सेंटर पॉइंट है, इसलिए यहां पॉलिटिकल एक्टिविटी काफी रहती हैं। यहां के लोग राजनीतिक रूप से जागरूक हैं। सरपंच फूलवती देवी हैं। सरपंच प्रतिनिधि नरेंद्र सिंह ने बताया कि यहां शिक्षा का स्तर अच्छा है। यहां जवाहर नवोदय विद्यालय, छात्र और छात्राओं के लिए अलग–अलग सीनियर सेकेंडरी विद्यालय हैं। फिर भी यहां कॉलेज की डिमांड लंबे समय से है। यहां जल जीवन मिशन में पानी की टंकी बन गई है और लगभग सभी इलाकों में जरूरत के मुताबिक सप्लाई हो रही है। सरपंच प्रतिनिधि ने सरकार से अग्रवाल धर्मशाला से ओम शिव स्कूल तक सड़क निर्माण कराए जाने की मांग की। यहां डिस्कॉम का एईएन कार्यालय भी है। फैक्ट फाइल सीएचसी के लिए नहीं मिल रही जमीन... पीएचसी भवन में चल रहा सीएचसी छौंकरवाड़ा के लिए सीएचसी स्वीकृत है, लेकिन भवन नहीं बना है। सीएचसी चार साल पहले मंजूर हुई थी और 5.5 करोड़ का बजट भी स्वीकृत हुआ था, किंतु जमीन के अभाव में निर्माण नहीं हो पाया है। जबकि क्षेत्र के भामाशाह जमीन डोनेट करने को तैयार हैं। सीएचसी के लिए 5 डॉक्टर स्वीकृत हैं, लेकिन दो ही कार्यरत हैं, जिनमें एक डेपुटेशन पर है। जबकि यहां ओपीडी करीब 250 रहती है। इसके अलावा यहां बस स्टैंड नहीं है, जिससे बारिश के मौसम में यात्रियों को दुकानों की तिरपाल से बचाव करना पड़ता है।
मेरठ के सौरभ का मर्डर 8 महीने पहले हुआ था। मगर अब तक लोगों के जेहन में मुस्कान और नीले ड्रम की दहशत बनी हुई है। नतीजा ये हुआ कि मुस्कान के माता-पिता शहर छोड़कर कहीं और शिफ्ट होना चाहते हैं। मगर उनका ब्रह्मपुरी का 2 मंजिला मकान कोई खरीदने नहीं आ रहा है। 4 नवंबर को इस घर पर ‘बिकाऊ है’ का पोस्टर लगा था। 16 दिन में 4-5 खरीदार इस मकान को खरीदने के लिए आए, लेकिन सौदा नहीं हो सका। इसके पीछे 3 कारण बताए जा रहे हैं। पहला- लोगों में आज भी मुस्कान ने जिस तरह से पति को मार डाला, उसकी दहशत है। दूसरा- लोग इस परिवार और उससे जुड़ी प्रॉपर्टी को अपशगुन और विवाद से जोड़कर देख रहे हैं। तीसरा- मार्केट वैल्यू से इस मकान की कीमत ज्यादा बताई जा रही है। इस मकान की कीमत 75 लाख रुपए रखी गई है। 'बिकाऊ हैं' का पोस्टर लगाने के 3 दिन बाद ही हटा लिया गया था। मगर अंदर ही अंदर मुस्कान के पिता प्रमोद रस्तोगी और उसकी मां कविता इस मकान को कुछ प्रॉपर्टी डीलर्स के जरिए गुपचुप बेचने की तैयारी कर रहे हैं। परिवार को इसमें क्या दिक्कत आ रही है? मकान क्यों नहीं बिक रहा है? मुस्कान के नाम की दहशत अभी भी क्यों बनी हुई है? ये जानने दैनिक भास्कर टीम ब्रह्मपुरी के इंदिरा नगर पहुंची। पढ़िए रिपोर्ट… घर का माहौल 2 मंजिला मकान के नीचे शॉप, शादी से पहले मुस्कान यहीं रहीमुस्कान के पिता प्रमोद का घर ब्रह्मपुरी के इंदिरा नगर में है। यह कॉर्नर की प्रॉपर्टी है। 2 मंजिला मकान के नीचे एक शॉप है। इस पर श्रीराम ज्वैलर्स लिखा था। गली 25 फीट चौड़ी रही होगी। ये घर 100 गज में बना हुआ है। उत्तर-पश्चिम फेसिंग के इस मकान के नीचे प्रमोद अपनी दुकान चलाते हैं। अंदर घर में पूरा परिवार रहता है। शादी से पहले मुस्कान इसी घर में रहती थी। घर पहुंचने के बाद हमने परिवार से बात करने का प्रयास किया, मगर उन्होंने कैमरे पर बात करने से इनकार कर दिया। घर का स्ट्रक्चर कुछ ऐसा है कि 2 मंजिला इस मकान के ग्राउंड फ्लोर पर कमरा, किचन, दुकान, वॉशरूम और एक गलियारा है। जबकि ऊपर पहली मंजिल पर कमरे, वॉशरूम, लॉबी बनी हुई है। मकान सड़क के लेवल पर बना हुआ है। लोगों ने बताया कि इसको मुस्कान के पिता ने खुद ही तैयार कराया था। इसलिए मजबूती से कोई कंप्रोमाइज नहीं हुआ था। दुकान के शीशे पर ट्यूशन पॉइंट का बोर्ड लगा हुआ था। लिखा था- पहली क्लास से 10वीं तक सभी सब्जेक्ट पढ़ाए जाते हैं। आसपास रहने वालों से बात करने के बाद समझ आया कि यहां मुस्कान के पिता प्रमोद रस्तोगी, मां कविता, छोटा भाई और बहन रहते हैं, उनके साथ मुस्कान और सौरभ की बेटी पीहू भी रहती है। मकान की शुरुआती कीमत 84 लाख, घटते-घटते 75 तक आई पड़ोसियों ने हमें बताया कि मुस्कान के पिता ने 3 साल पहले ये मकान खरीदा था। मौजूदा वक्त में ये मकान उनके नाम पर रजिस्टर्ड है। 2 साल पहले ही इस मकान को नए सिरे से रेनोवेट कराया था। उन्होंने इस मकान को एक मिडिल क्लास फैमिली के रहने के लायक बनवाया था। पड़ोसियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इस घर की शुरुआती कीमत 84 लाख रुपए थी। वो पहले इससे कम में मकान बेचने को तैयार नहीं थे, क्योंकि घर कॉर्नर का है, नीचे शॉप है। कॉमर्शियल कैटेगरी में रख रहे थे। हाल में रेनोवेशन भी किया गया। मगर जब कस्टमर नहीं मिले, तो मकान की कीमत घटते-घटते 75 लाख रुपए तक आ गई है। इस घर के आसपास रहने वालों की बात जानिए पड़ोसी बोले- सुना है कि घर बिक रहा..ज्यादा मालूम नहीं घर के सामने सड़क से जाते हुए हमारी मुलाकात अनमोल वर्मा से हुई। हमने पूछा- क्या आपको पता है कि ये मकान बिक रहा है? वह कहते हैं- ये घर मुस्कान का है, हम जानते हैं। मुस्कान के पिता मकान बेच रहे हैं, ये हमने सुना था। करीब ढाई साल पहले ही मुस्कान का परिवार यहां रहने आया था, ये मकान अभी बिका नहीं है, क्यों नहीं बिक रहा, इसके बारे में कुछ पता नहीं। मुस्कान के घर के सामने ही किराना दुकान दिखी, इसके काउंटर पर एक महिला बैठी थी। उन्होंने बिना नाम बताए कहा- जो किया, वो बेटी ने किया, लेकिन इसकी सजा मुस्कान का परिवार उठा रहा है। उनका मकान खरीदने कुछ लोग बीच-बीच में आए थे, लेकिन उन्हें शायद कीमत ज्यादा लगी, फिर मुस्कान से जुड़ी प्रॉपर्टी भी वो लोग खरीदना नहीं चाहते थे। दुकान के काउंटर से नीचे उतरकर हमें एक और पड़ोसी मिले। वह कहते हैं- प्रमोद का परिवार व्यवहार में अच्छा है। हम इस विवाद में कुछ कहना नहीं चाहते हैं। मगर पिछले दिनों जो लोग इस मकान को खरीदने गए थे। शायद लोगों को ये भी डर है कि कहीं मकान पर सौरभ का परिवार हक न जता दे और उन्हें नुकसान हो जाए। इसलिए कस्टमर नहीं आ रहे, हालांकि मुस्कान के पिता तो प्रयास कर रहे हैं। प्रॉपर्टी डीलर बोले- घर की कीमत ज्यादा लगा दीअब हमने एरिया में एक्टिव प्रॉपर्टी डीलर्स से बात की। बिना कैमरे पर आए प्रॉपर्टी डीलर कहते हैं- ब्रह्मपुरी एरिया में प्रॉपर्टी का मार्केट रेट 50 हजार रुपए गज है, जबकि यहां सरकारी सर्किल रेट 20 हजार रुपए गज का चल रहा है। यहां प्रापर्टी की सेल और परचेज मार्केट रेट पर ही होती है। दोनों ही रेट के हिसाब से मुस्कान के मकान की कीमत काफी ज्यादा लगाई गई है। इसकी वजह से कस्टमर आने से कतरा रहे हैं। मुस्कान का घर बिक रहा है या नहीं, इसको लेकर लोग कन्फ्यूज भी दिखे, ऐसे में हमें 5 बातें समझ आईं... अब जानिए सौरभ-मुस्कान की लव स्टोरी, सौरभ की हत्या, लाश को कैसे नीले ड्रम में जमाया और पुलिस कैसे आरोपियों तक पहुंची 2016 : सौरभ पहली बार मुस्कान से मिला, परिवार से बगावत कीसौरभ राजपूत की जॉब मर्चेंट नेवी में थी। पोस्टिंग लंदन में थी। वह भारत आते-जाते रहते थे। ज्यादातर शिप पर विदेशों में ही रहते थे। 2016 में सौरभ मेरठ आए थे। यहीं पर पहली बार मुस्कान रस्तोगी से मुलाकात हुई। मुस्कान सौरभ के प्रोफाइल पर फिदा हो गई। दोनों घर वालों से छिपकर मिलने लगे। जब बात शादी तक पहुंची, तब परिवार का विरोध सामने आया। सौरभ के पिता मुन्नालाल, भाई राहुल और मां रेनू तैयार नहीं थे। मगर परिवार के खिलाफ जाकर सौरभ कुमार ने मुस्कान से लव मैरिज कर ली। इसी बात को लेकर परिजनों से विवाद चल रहा था। परिवार ने उन्हें प्रॉपर्टी से बेदखल कर दिया था। सौरभ मुस्कान के साथ इंद्रानगर में ओमपाल के मकान में किराए पर रहने लगे थे। जहां पत्नी मुस्कान रस्तोगी और 8 साल की बेटी पीहू के साथ रह रहे थे। पीहू सेकेंड क्लास की स्टूडेंट है। कोरोना काल में पीहू की पढ़ाई नहीं होने से वह 2 क्लास पीछे है। 2019 : साहिल से प्यार हुआ, शादी करने की प्लानिंग कीमुस्कान की कहानी के मुताबिक, इस लव स्टोरी में ट्विस्ट 2019 में आया। तब पीहू प्ले स्कूल में थी। मुस्कान बेटी को छोड़ने स्कूल जाती थी, क्योंकि सौरभ ज्यादातर बाहर रहते थे। स्कूल के बाहर ही पहली बार साहिल शुक्ला से मुस्कान की मुलाकात हुई। मुस्कान घर पर अकेली रहती थी। इसका फायदा साहिल ने उठाया। दोनों घर से बाहर मिलने लगे। दोनों के शारीरिक संबंध भी बने। मुस्कान के मुताबिक, 2022 तक सब कुछ सही चल रहा था। सौरभ सालभर में 2 से 3 महीने ही मेरठ में रहता था। बाकी वक्त मुस्कान साहिल के साथ गुजारती थी। मगर अब साहिल दबाव बनाने लगा कि शादी करेंगे और साथ रहेंगे। सौरभ को तलाक दे दो। सौरभ के सोने के बाद मुस्कान ने चाकू घोपा25 फरवरी, 2025 को मुस्कान का जन्मदिन था। ठीक एक दिन पहले 24 फरवरी को सौरभ जन्मदिन मनाने मेरठ आया था। सौरभ के वापस आने के बाद साहिल परेशान रहने लगा। तय हुआ कि 4 मार्च को सौरभ को रास्ते से हटाना है। मुस्कान ने पहले पीहू को बेडरूम के बगल वाले कमरे में सुला दिया। उस रात डिनर में नशे की दवा मिला दी। सौरभ खाने के बाद जल्दी सो गया। इसके बाद मुस्कान ने साहिल को फोन किया। साहिल के आने के बाद मुस्कान ने सौरभ के सीने में चाकू घोंप दिया। सौरभ की मौत होने के बाद उसकी लाश को घसीटकर बाथरूम में ले गए। मुस्कान और साहिल ने मिलकर लाश के 4 टुकड़े किए। उन्हें छिपाने के लिए बाजार से पानी भरने वाला एक बड़ा प्लास्टिक का ड्रम लाए। लाश के टुकड़े इसी ड्रम में भर दिए गए। लाश के साथ रातभर दोनों लॉबी में रहेमुस्कान और साहिल को पता था कि सड़ने के बाद लाश से बदबू आएगी। इसलिए लाश के ऊपर पानी डाला और सीमेंट भर दी। इसके बाद दोनों साथ में रातभर उसी लॉबी में रहे। 5 मार्च की सुबह मुस्कान ने पीहू को उठाया। पीहू को अपनी मां कविता के घर ले जाकर छोड़ दिया। फिर वापस आई और साहिल के साथ शिमला-मनाली घूमने चली गई। मुस्कान अपने साथ सौरभ का मोबाइल लेकर गई थी। वहीं से सौरभ का वॉट्सऐप चलाती रही। साहिल ने पुलिस को बताया कि शिमला के एक मंदिर में हम दोनों ने शादी की। मगर होटल, खाने-पीने और घूमने में हमारे पैसे खत्म हो रहे थे। सौरभ के बैंक अकाउंट में 6 लाख रुपए थे। मुस्कान उन रुपयों को निकाल नहीं पा रही थी। मां कविता के कहने पर 17 मार्च को मुस्कान साहिल के साथ मेरठ वापस लौट आई। इसके बाद पूरा मामला खुलता चला गया। मुस्कान गर्भवती, कोर्ट में सुनवाई चल रही इस वक्त मुस्कान और साहिल मेरठ की जिला जेल में बंद हैं। उनके खिलाफ पुलिस चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। मुस्कान गर्भवती है। उसको जेल के अस्पताल में रखा गया है। जबकि साहिल जेल में बागवानी के काम कर रहा है। इस केस में ड्राइवर, सीमेंट, चाकू और मेडिकल स्टोरी के संचालक के बयान हो चुके हैं।..... ये भी पढ़ें - मेरठ जेल में नीले ड्रम वाली मुस्कान मोटी हुई:बॉयफ्रेंड साहिल ने बदला लुक; कोर्ट में देख कैब ड्राइवर चौंका, बोला- मेरी गाड़ी से उत्तराखंड गए थे मेरठ जेल में बंद नीले ड्रम वाली मुस्कान का वजन बढ़ गया है। पति सौरभ हत्याकांड में गिरफ्तारी के वक्त वह दुबली-पतली थी। लेकिन अब मोटी दिखने लगी है। मुस्कान के बॉयफ्रेंड साहिल ने भी अपना लुक बदल लिया है। पहले उसके बाल बड़े थे। मगर छोटे हो गए हैं। वह पहले से तंदरुस्त हो गया है। पढ़िए पूरी खबर...
झारखंडवासियों को दो दिन ठंड से थोड़ी राहत मिलने की संभावना है। 21 और 22 नवंबर तक न्यूनतम तापमान में दो डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हो सकती है। इससे लोगों को ठंड से थोड़ी राहत मिलेगी। हालांकि इसके बाद न्यूनतम तापमान में फिर से कमी आ सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, 23 नवंबर से मौसम में बदलाव होने के संकेत है। सुबह में कोहरा धुंध छा सकता है जबकि इस दौरान आसमान में बादल भी रह सकते हैं। उत्तर भारत में बर्फबारी के कारण 3 दिन बाद झारखंड में भी ठंडी हवा चल सकती है। 26 और 27 नवंबर को न्यूनतम तापमान में कमी होने की संभावना है। सुबह में रहेगा हल्के से मध्यम दर्जे का कोहरा इधर, मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार को सुबह में हल्के से मध्यम दर्जे का कोहरा और बाद में आसमान मुख्यत साफ रहेगा। ऐसा ही मौसम शनिवार को भी रहेगा। हालांकि 23 नवंबर को सुबह में कोहरा या धुंध और बाद में आसमान में आंशिक रूप से बादल छाए रह सकते हैं। कैसा रहा पिछले 24 घंटे में मौसम पिछले 24 घंटे में राज्य में मौसम शुष्क रहा। सबसे अधिक अधिकतम तापमान 31.4 डिग्री सेल्सियस चाईबासा में जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 10.0 डिग्री सेल्सियस गुमला में दर्ज किया गया। रात में ठंड बढ़ने के हैं संकेत मौसम विज्ञान केंद्र रांची ने झारखंड के सभी जिलों के लिए पांच दिनों का तापमान पूर्वानुमान जारी किया है। रिपोर्ट के मुताबिक 19 से 23 नवंबर के बीच अधिकतम और न्यूनतम तापमान में हल्का उतार–चढ़ाव देखने को मिलेगा। हालांकि, अधिकतर जिलों में दिन का तापमान सामान्य से थोड़ा अधिक बना रहेगा, जबकि रात में ठंड बढ़ने के संकेत हैं। देवघर, दुमका, गोड्डा, पाकुड़ और साहिबगंज जैसे जिलों में अधिकतम तापमान 30 से 32 डिग्री तक रहने की संभावना है। वहीं, न्यूनतम तापमान 15 से 19 डिग्री के बीच दर्ज होगा। दुमका और जामताड़ा जैसे क्षेत्रों में रात का तापमान 15–17 डिग्री सेल्सियस तक रहने के संकेत हैं।
अमेरिका से डिपोर्ट हुए अनमोल विश्नोई से सुरक्षा एजेंसियां उसके पाकिस्तान कनेक्शन को लेकर गहन पूछताछ करेगी। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) के अनुसार अनमोल भारत में आतंक के लिए चीन और तुर्किए के हथियारों का इस्तेमाल करता था। राजस्थान में राजू ठेहट मर्डर, मुंबई में बाबा सिद्दिकी मर्डर और पंजाब में सिद्धू मूसेवाला जैसे चर्चित हत्याकांड में भी तुर्किए में बने हथियारों के इस्तेमाल की पुष्टि हुई है। राजस्थान एटीएस की मानें तो ये हथियार राजस्थान से सटे भारत-पाकिस्तान इंटरनेशनल बॉर्डर से ड्रोन के जरिए भारत पहुंचाए जाते थे। हाल ही में गुजरात एटीएस के हत्थे चढ़े तीन संदिग्ध आतंकियों को भी राजस्थान के हनुमानगढ़ से हथियार पहुंचाए गए थे। ये हथियार भी ड्रोन के जरिए पहुंचे थे। अनमोल हथियारों को कैसे चीन और तुर्किए से पाकिस्तान लाया और फिर भारत में इनकी डिलीवरी की? पाकिस्तान में कौन है जो लॉरेंस गैंग को सपोर्ट कर रहा है? इन सभी सवालों के जवाब एजेंसियां अनमोल से पूछताछ कर रही हैं। कई वारादातों में इस्तेमाल विदेशी हथियार सूत्रों के अनुसार देश में लॉरेंस गैंग ऐसी पहली गैंग है जो आतंक फैलाने में चीन और तुर्किए में बने हथियारों का इस्तेमाल करती है। बाकी ज्यादातर गैंग के पास होम मेड वेपन हैं। चीन और तुर्किए में लॉरेंस गैंग की अच्छी पकड़ होने के कारण इन्हें आसानी से हथियार मिल जाते हैं। इनकी कीमत इंडियन वेपन से कई गुना अधिक होती है। ये एक बार में 30 से 40 राउंड भी फायर कर सकते हैं। आशंका- पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए सप्लाई राजस्थान के बॉर्डर इलाकों में पाकिस्तान के मादक पदार्थ आने की घटनाएं आम हैं। IG एटीएस विकास कुमार ने बताया कि करीब 3 साल से पाकिस्तान भारत में ड्रोन की मदद से मादक पदार्थ की सप्लाई कर रहा है। बीएसएफ सहित लोकल पुलिस और एटीएस इस संबंध में कई बार कार्रवाई कर चुकी है। ऐसे में राजस्थान एटीएस को आशंका है कि पाकिस्तान ने लंबी दूरी तय करने वाले ड्रोन का इस्तेमाल कर हथियार डिलीवर किए जा रहे हैं। हाल ही में गुजरात एटीएस की रडार में आए 3 संदिग्ध मोहियुद्दीन, सुलेमान शेख एवं मोहम्मद सुहैल ने भी खुलासा किया था कि उनके पास हथियार हनुमानगढ़ से पहुंचे थे। अनमोल के पाकिस्तान कनेक्शन की पुष्टि करेगी एनआईए NIA लॉरेंस के पाकिस्तान कनेक्शन की पुष्टि कर चुकी है कि कैसे वह पाकिस्तान के आतंकियों के साथ मिलकर भारत में हथियार मंगवाता था। उसका भाई अनमोल पाकिस्तान में किस ग्रुप के साथ जुड़ा था, अब इसे लेकर उससे पूछताछ की जानी बाकी है। हालांकि, एनआईए ने माना है कि अनमोल अपने भाई लॉरेंस विश्नोई के आतंकी सिंडिकेट का ही हिस्सा है। अनमोल विश्नोई के ड्रग्स के धंधे से भी जुड़े होने का दावा किया जा रहा है। जांच एजेंसियों का कहना है कि ये लोग फेक करेंसी में भी डील कर रहे थे। गैंग रंगदारी से रिकवर किए गए पैसों को एक देश से दूसरे देश में भेजती है। अनमोल के पास था हथियारों की डिलीवरी का जिम्मा अनमोल भारत-पाक सीमा से जुड़े कई जिलों और राज्यों में ड्रोन की मदद से किन जगहों पर हथियार मंगवाते और फिर कैसे वह हथियार एक-दूसरे तक सर्कुलेट करते थे, इसे लेकर एजेंसियां पूरा नेटवर्क खंगालने में लगी हुई हैं। अनमोल की गैंग का मुख्य काम केवल हथियारों की डिलीवरी करना था। लोकेशन मिलने के बाद हथियार कैसे और कब पहुंचेगा इसकी जानकारी अनमोल के पास होती थी। डिलीवरी के लिए अलग-अलग जिलों में गैंग के युवकों से यह काम कराया जाता था, जिसके लिए उन्हें पैसा भी दिया जाता। अनमोल गैंग के गुर्गों को देता था विदेश में सैटल करने का झांसा गैंग के पकड़े गए सदस्यों ने पूछताछ में कई बार बताया है कि वो अनमोल के निरंतर संपर्क में रहते थे। हथियार डिलीवर की जानकारी देते थे। इसके बाद अनमोल उन्हें कब क्या करना है, इसे लेकर जानकारी देता। काम होने पर कैश भिजवाने का काम भी अनमोल ही करता था। दो से तीन माह के बीच में अनमोल अपनी गैंग के युवकों से इंटरनेट कॉलिंग के जरिए बात करता। उनको विदेश में सेटल करने का झांसा देता। दावा करता कि गैंग के किसी भी सदस्य को भारत में अगर कोई परेशानी होती है तो वह उसके परिवार को भी विदेश में शिफ्ट करा देगा। 6 देशों में गैंग के 18 गुर्गेNIA के अनुसार अनमोल विश्नोई की गैंग से जुड़े 18 सदस्य 6 देशों में मौजूद हैं। ज्यादातर साथी पुर्तगाल, इटली, अमेरिका, बुल्गारिया, तुर्की, दुबई में हैं। गोल्डी बरार कैलिफोर्निया, अमेरिका में और ऐसे 9 सहयोगी हाल ही में नकली नई पहचान पर पासपोर्ट बनाकर भारत से भाग गए हैं। अनमोल विश्नोई पर सबसे ज्यादा राजस्थान में 22 मुकदमे अनमोल विश्नोई के खिलाफ राजस्थान और पंजाब राज्यों में लगभग 31 मामले दर्ज हैं। राजस्थान में अनमोल विश्नोई के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, जबरन वसूली और शस्त्र अधिनियम की धाराओं के तहत 22 मामले दर्ज हैं। वर्ष 2017 में, जोधपुर के व्यवसायी वासुदेव की लॉरेंस विश्नोई और अनमोल विश्नोई ने फिरौती की रकम न मिलने पर हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड के शूटरों की अनमोल विश्नोई ने मदद की थी। .... गैंगस्टर अनमोल विश्नोई से जुड़ी ये खबर भी पढ़िए... 10-लाख के इनामी अनमोल को राजस्थान पुलिस रिमांड पर लेगी:अमेरिकन पुलिस के सर्विलांस में कैसे कराए भारत में क्राइम? गैंगस्टर से 40 सवाल करेगी NIA अमेरिका में डेढ़ साल पहले पकड़े गए गैंगस्टर अनमोल विश्नोई को भारत डिपोर्ट कर दिया गया है। अनमोल लॉरेंस का भाई है। वह पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला, एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या और सलमान खान के घर फायरिंग समेत कई मामलों में आरोपी है...(CLICK कर पढ़ें)
मेरे भाई का अपहरण कर उसपर 15 थप्पड़ बरसाए, कार में चाकू दिखाकर उसे डराते रहे। गर्दन दबाकर उसे मारने की भी कोशिश की गई। महराजगंज का ठेकेदार कोचिंग में पढ़ने वाली एक लड़की से बात करने पर नाराज था। वह तो जान लेने के इरादे से भाई का अपहरण किया था। 30 मिनट तक टॉर्चर किए। पुलिस ने घेराबंदी की तब वह जल्दी जल्दी मार-पीट कर भाई को अचेत हालत में रेल म्यूजिम के पास फेक कर भाग गया। नीट छात्र के अपहरण के मामले में उसके बड़े भाई ने पुलिस को चौंका देने वाली बातें बताई। बड़े भाई की तहरीर पर कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। दो नाबालिग को पकड़कर पूछताछ की जा रही है। नीट छात्र का अपहरण करने वाले मुख्य आरोपी की पहचान पुलिस ने कर ली है। आरोपी महराजगंज जिले के रिटार्यड शिक्षक का बेटा है। वह ठेकेदारी करता है। उसकी गर्लफ्रेंड से बात करने पर वह नाराज होकर नीट छात्र को मारने के लिए उसका अपहरण किया था। पीड़ित नाबालिग नीट छात्र के बड़े भाई ने यह बातें पुलिस को बताई। बड़े भाई की तहरीर पर कोतवाली थाने में बुधवार की देर रात मुकदमा दर्ज कर लिया गया। इस घटना में शामिल दो नाबालिग युवकों को पुलिस ने पकड़ लिया। मुख्य आरोपी महराजगंज के रहने वाले रिटायर्ड शिक्षक के ठेकेदार बेटे की तलाश में पुलिस जगह-जगह दबिश दे रही है। शिक्षक के ठेकेदार बेटे ने किया था अपहरण गोरखपुर कोतवाली इलाके में फिजिक्स वाला कोचिंग के बाहर से 17 वर्षीय छात्र के अपहरण बुधवार रात बलेनो कार से किया गया था। पुलिस जांच में सामने आया है कि वारदात का मास्टरमाइंड महाराजगंज के पनियरा निवासी रिटायर्ड शिक्षक जय प्रकाश सिंह का ठेकेदार बेटा आशुतोष सिंह है। जिसने अपने नाबालिग साथियों के साथ मिलकर छात्र को अगवा किया था। मुख्य आरोपी पहले से साथियों के जरिए छात्र की रेकी भी करा रहा था। पुलिस ने मामले में छात्र के बड़े भाई की तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ अपहरण, हत्या की कोशिश और जान से मारने की धमकी जैसी गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर मुख्य आरोपी की तलाश तेज कर दी है। कोचिंग में नीट की तैयारी कर रहा था छात्र महराजगंज के पनियरा निवासी प्राइवेटकर्मी का 17 वर्षीय छोटा बेटा गोरखनाथ बनकटवा ग्रीन सिटी में रहकर 11वीं की पढ़ाई करता है। साथ ही बैंक रोड स्थित फिजिक्स वाला कोचिंग में नीट की तैयारी करने के लिए जाता है। छात्र के बड़े भाई शिवम के अनुसार बुधवार कोचिंग के बाद जब उसका भाई बाहर निकला तो सफेद रंग की बलेनो कार सवार तीन युवकों ने जबरन उसे कार में बैठा लिया। रास्ते भर उसे चाकू दिखाकर मारपीट की। यहीं नहीं महराजगंज के के पनियरा निवासी आशुतोष सिंह ने जान से मारने की नीयत से उसका गला दबाया, जिससे वह बेहोश हो गया। डायल 112 पर सूचना मिलते ही पुलिस सक्रिय हुई। कुछ ही देर बाद आरोपी छात्र को रेल म्यूजियम के पास मरणासन्न हालत में फेंककर भाग निकले। होश आने पर परिजन उसे थाने लाए, जहां मेडिकल कराया गया। बाद में पुलिस को घटना में इस्तेमाल कार बिछिया पीएसी कॉलोनी से बरामद कर दो नाबालिग आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। वहीं मुख्य आरोपी की तलाश में दबिश दे रही है। कार में मिला मुख्य आरोपी को क्रेडिट कार्ड कोतवाली प्रभारी छत्रपाल सिंह ने बताया कि पुलिस का दबाव बढ़ते ही आरोपी अपनी कार पीएसी कॉलोनी के पास छोड़कर भाग निकले थे। कार की तलाशी ली गई तो उसके मुख्य आरोपी का पर्स, क्रेडिट, डेबिट कार्ड व अन्य दस्तावेज बरामद हुए। इसके बाद पुलिस की टीम उसकी गिरफ्तारी के लिए घर पहुंची, लेकिन वह नहीं मिला। ऐसे में पुलिस ने आरोपी के शहर में ही छिपे होने की आशंका जाहिर करते हुए सर्विलांस की मदद से उसकी तलाश में जुटी है। इस संबंध में एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि छात्र के बड़े भाई शिवम की तहरीर पर आशुतोष सिंह समेत तीन नामजद व अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। दो नाबालिग आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की जा रही है। वहीं फरार मुख्य आरोपी की तलाश में दबिश दी जा रही है। पुलिस ने घेराबंदी कर 45 मिनट में छात्र को ढूंढ निकाला गोरखपुर में बुधवार की रात एक नाबालिग NEET छात्र को किडनैप कर लिया गया। लड़की से दोस्ती करने पर नाराज उसके एक्स बॉयफ्रेंड ने दोस्तों के साथ मिलकर उसका अपहरण कर लिया। फिल्मी अंदाज में की गई इस किडनैपिंग की जानकारी पुलिस को मिली तो शहर में अलर्ट कर नाकाबंदी कर दी। हर चौराहे, मुख्य सड़कों और एंट्री पॉइंट्स पर चेकिंग शुरू हो गई। इसी दौरान रेलवे स्टेशन के पास संदिग्ध बलेनो कार दिखाई दी, लेकिन पुलिस को देखते ही ड्राइवर तेज़ रफ्तार से भागने लगा। पीछा करते-करते पुलिस शाहपुर बिछिया क्षेत्र तक पहुंची, जहां पीएसी गेट के पास आरोपी कार छोड़कर फरार हो गए। कार की तलाशी लेने पर अंदर अपहृत छात्र मिल गया। पुलिस ने मात्र 45 मिनट में छात्र को सुरक्षित बरामद कर लिया। इसके बाद पुलिस ने अपहरणकर्ताओं की तलाश शुरू कर दी। दो संदिग्धों को अरेस्ट भी कर लिया। जांच में सामने आया कि सभी आरोपी नाबालिग हैं और लड़की से बात करने की नाराजगी में ही इस किडनैपिंग की साजिश रची गई थी। महराजगंज के पनियरा इलाके का रहने वाला छात्र गोरखपुर के एक स्कूल में 11वीं क्लास में पढ़ाई करता है। इंटरमीडिएट में पढ़ रहा स्टूडेंट, शहर के ही बैंक रोड पर एक कोचिंग सेंटर में नीट की तैयारी करता है। कोचिंग सेंटर में उसकी एक लड़की से दोस्ती हुई। दोनों के बीच बातचीत भी होने लगी। दोनों की बातचीत लड़की के एक्स बॉयफ्रेंड को नागवार लगी। वह कई बार छात्र को इसके लिए मना कर चुका था। जब वह नहीं माना तो एक्स बॉयफ्रेंड ने लड़की के दोस्त को सबक सिखाने के लिए किडनैप का प्लान बनाया। किडनैपिंग के प्लान में उसने अपने दोस्तों को शामिल किया। फिर बुधवार देर शाम को कोचिंग पहुंच गए प्लान को अंजाम देने। छात्र के बाहर आते ही उसे बहला फुसलाकर कार में बैठा लिया। फिर उससे बातचीत के बारे में पूछने लगा। इस दौरान उसे थप्पड़ मारा तो उसने शोर मचाया, जिसके बाद कार सवार उसे लेकर भागने लगे। साथी छात्रों ने ये देख सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को दे दी। कार सवार 4 आरोपी भाग निकलेसूचना पर सक्रिय हुई पुलिस ने शहर में नाकाबंदी कर दी। चारों तरफ तलाश शुरू कर दी गई। एसपी सिटी अभिनव त्यागी, सीओ कैंट योगेंद्र सिंह खुद तलाश में जुट गए। इसके बाद आरोपी बिछिया की ओर सुनसान जगह पर भागे, लेकिन पुलिस को पीछे आता देखकर कार छोड़कर फरार हो गए। हालांकि, बाद में दो युवकों को पुलिस ने पकड़ लिया। लेकिन चार युवक अभी भी फरार हैं। पकड़े गए युवकों से पुलिस पूछताछ कर रही है।
झांसी मोहल्ले में की नालियों की सफाई
भास्कर संवाददाता | भिंड शहर के झांसी मोहल्ले में बुधवार को नगर पालिका द्वारा सफाई अभियान चलाया गया, जिसमें सफाई कर्मचारियों ने नालियों की गंदगी और कचरा साफ किया। लंबे समय से बंद और गंदगी से भरी नालियों के कारण क्षेत्र में जलभराव और गंदा पानी सड़क पर फैल रहा था, जिससे लोगों को आवागमन में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। बदबू फैलने और मच्छरों के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए निवासियों ने कई बार शिकायत की थी। गौरतलब है कि शिकायतों को ध्यान में रखते हुए नगर परिषद ने सफाई कर्मियों की टीम को मौके पर भेजा। टीम ने हाथों से की मदद से नालियों में जमा मिट्टी, कचरा और प्लास्टिक को बाहर निकाला। करीब दो घंटे तक चले इस अभियान के दौरान आसपास की सड़कें भी साफ की गईं। सफाई दरोगा भगवान सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर नपाध्यक्ष वर्षा वाल्मीकि और सीएमओ यशवंत वर्मा ने गंभीर हैं। उन्होंने मोहल्ले के लोगों से आह्वान करते हुए कहा कि लोगों को भी जागरूक होकर कचरा नालियों में न फेंकने की आदत डालनी होगी, ताकि सफाई बनी रहे।
किसान ने प्याज बेची, लागत भी नहीं निकली
भास्कर संवाददाता | तनोड़िया महंगा बीज,कीटनाशक, मजदूरी और मौसम की मार के बीच सरकारों की नीतियों के चलते परंपरागत खेती को छोड़कर प्याज, लहुसन व अन्य मसाला खेती करने वाले किसानों की हालात बड़ी खस्ताहाल है। फसलों के निर्यात आयात को लेकर सरकार की अदूरदर्शी नीतियों का खामियाजा किसानों को उठाना पड़ रहा है। हजारों रुपए खर्च करने के बाद लंबे समय तक प्याज,लहसुन की फसल की देखभाल के बाद भी किसान को फायदा नहीं मिल रहा। ग्राम थड़ौदा निवासी किसान रणछोड़ सिंह आंजना ने बताया कि ढाई बीघा के प्याज में बीज से लेकर मंडी तक जाने में कुल 86 हजार रुपए खर्च हुए और जब मंडी में प्याज बेचे तो ढाई रुपए किलो का दाम मिलने के बाद कुल 15 हजार रुपए मिले। इस तरह 71 हजार रुपए का नुकसान उठाना पड़ा।
मऊ जिले में डेढ़ साल के सूर्यांश के शरीर में पूंछ निकल आई, जो उम्र के साथ बढ़ने लगी। यह देख उसके घरवाले उसे हनुमानजी मानकर पूजने लगे। बच्चे को चलने और कहीं पूंछ छू जाने से तेज दर्द होता था। उसके मां-बाप बच्चे को लेकर लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने उनकी काउंसलिंग की। सर्जरी करके बच्चे की पूंछ हटा दी। डॉक्टरों के मुताबिक, जन्म से बच्चे की पीठ पर पूंछ निकली थी। पूंछ की लंबाई 14 सेमी मापी गई। ऐसे में सवाल यह है कि बच्चे के शरीर में पूंछ कैसे निकली? मेडिकल साइंस इसे क्या कहता है? कितने बच्चों में ऐसा देखने को मिलता है? जानवरों की तरह इंसान की पूंछ क्यों काम नहीं करती? सारे सवालों के जवाब भास्कर एक्सप्लेनर में जानिए... सवाल: बच्चे के शरीर में पूंछ क्यों निकली? जवाब: जब बच्चा मां के गर्भ में बन रहा होता है, तो शुरुआत में उसके शरीर में एक छोटी सी पूंछ होती है। इसे एम्ब्रायोनिक टेल कहा जाता है। जैसे-जैसे बच्चा बड़ा होता है, यह पूंछ अपने-आप गायब हो जाती है। लेकिन कभी-कभी यह पूंछ खत्म नहीं होती और बच्चा इसी के साथ पैदा हो जाता है। कुछ मामलों में यह जीन म्यूटेशन की वजह से भी होता है। अगर परिवार में पहले किसी बच्चे में ऐसा हुआ हो, तो इसका खतरा और बढ़ सकता है। बलरामपुर अस्पताल के पीडियाट्रिक सर्जन डॉ. अखिलेश कुमार बताते हैं कि बच्चा लंबे समय से पूंछ की वजह से दर्द सह रहा था। ये एक तरह की ह्यूमन टेल थी, जो रीढ़ की हड्डियों (वर्टिब्रा) के बीच स्पाइनल कॉर्ड की झिल्लियों से गहराई से जुड़ी थी। पूंछ काफी संवेदनशील थी। इसे छूने से भी बच्चे को दर्द होता था। मेदांता अस्पताल के पीडियाट्रिक विभाग के डॉ. आकाश के मुताबिक, ये बच्चे में जेनेटिक ही होता है। दरअसल, गर्भावस्था के शुरुआती दिनों में हर इंसानी भ्रूण में एक छोटी पूंछ बनती है। विकास के साथ यह धीरे-धीरे सिकुड़कर शरीर के अंदर समा जाती है और कॉक्सिक्स यानी रीढ़ की हड्डी का अंतिम हिस्सा बन जाती है। लेकिन कुछ दुर्लभ मामलों में यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाती। ऐसे में पूंछ जैसा हिस्सा बाहर की ओर बढ़ने लगता है। डॉक्टर बताते हैं कि यह 2 तरह की हो सकती है सवाल: इसका इलाज क्या है ? जवाब: एक्सपर्ट बताते हैं कि पहले के समय में जब कोई बच्चा पूंछ के साथ पैदा होता था, तो लोग इसे भगवान का रूप या किसी चमत्कार से जोड़ देते थे। उस समय इलाज की सुविधा नहीं थी, इसलिए लोग इसे अंधविश्वास से देखते थे। लेकिन आज मेडिकल साइंस बहुत आगे बढ़ चुका है। अब ऐसी पूंछ को सर्जरी करके आसानी से और सुरक्षित रूप से हटाया जा सकता है। आमतौर पर जन्म के कुछ महीनों बाद या बच्चा थोड़ा बड़ा हो जाए, तब डॉक्टर ऑपरेशन करके पूंछ निकाल देते हैं। सर्जरी के बाद बच्चा बिल्कुल सामान्य जीवन जी सकता है। सवाल: कितने बच्चों ने लिया पूंछ के साथ जन्म ? जवाब: मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अब तक जिन इंसानी बच्चों के पूंछ के साथ जन्म लेने के मामले दर्ज हुए हैं, उनमें पूंछ की लंबाई करीब 18 सेंटीमीटर तक पाई गई है। आधिकारिक रिकॉर्ड के मुताबिक, दुनिया में ऐसे केवल 40 मामले ही सामने आए हैं। इन बच्चों की पूंछ आमतौर पर मुलायम होती है, इनमें हड्डी नहीं होती और आकार उंगली जैसा दिखता है। डॉक्टर इसे सर्जरी के जरिए आसानी से हटाकर बच्चे को नॉर्मल जीवन दे सकते है। सवाल: जानवर और इंसानों की पूंछ में क्या फर्क ? जवाब: जानवरों जैसे कुत्ता, बिल्ली, बंदर, गाय आदि की पूंछ उनकी हड्डी का हिस्सा होती है। यह उनकी रीढ़ की हड्डी से जुड़ी रहती है और लगातार हिलती है। वे इसे संतुलन बनाने, खतरे का संकेत देने, या भावनाएं दिखाने के लिए इस्तेमाल करते हैं। जानवर के पूंछ और इंसान के पूंछ में फर्क बस इतना ही होता है कि इंसान के बच्चे अगर पूंछ के साथ जन्म लेते हैं तो पूंछ में हड्डी नहीं होती है। वहीं, जानवरों के पूंछ में हड्डी होती है। सवाल: मेडिकल साइंस इसको लेकर क्या कहता है ? जवाब: पुरानी थ्योरी के मुताबिक हमारे पूर्वज चिम्पैंजी थे, जिनकी पूंछ होती थी। समय के साथ उनमें बदलाव आया, उनकी पूंछ धीरे-धीरे खत्म होती गई और आगे चलकर इंसान का विकास हुआ। इस वजह से माना जाता था कि अगर आज भी कोई बच्चा पूंछ के साथ जन्म लेता है तो यह हमारे पुराने पूर्वजों वाली खासियत है। चार्ल्स डार्विन की थ्योरी के बाद ही इंसान में पूंछ को लेकर गलतफहमियां शुरू हुईं। उन्होंने कहा था कि इंसान में पूंछ का दिखना एक ऐसी घटना है जो हमारे पुराने पूर्वजों से जुड़ी है, क्योंकि इंसान का शरीर विकास की एक लंबी प्रक्रिया से गुजरा है। 1980 के दशक में वैज्ञानिकों ने भी इसे माना और बताया कि इंसान के जीन में समय के साथ कई बदलाव हुए। इन्हीं बदलावों ने इंसानों में पूंछ खत्म कर दी। लेकिन कभी-कभी यह जीन बदलाव उल्टा हो जाता है, जिससे बच्चा पूंछ के साथ पैदा हो सकता है। 1985 में वैज्ञानिकों ने इंसान की दो तरह की पूंछ को परिभाषित किया ट्रू टेल और प्सूडो टेल। अगर इसे बिल्कुल आसान भाषा में समझें, तो जब महिला के पेट में बच्चा 5 हफ्ते का होता है, तब उसमें एक छोटी सी पूंछ जैसी संरचना बनती है। शुरुआत में यह छोटी रीढ़ की तरह होती है। सामान्यतः बच्चे के बढ़ने के साथ यह पूंछ गायब हो जाती है। लेकिन कई बार ये गलत लाइफस्टाइल के वजह से रह जाती है, जिसे सर्जरी करके हटा दिया जाता है। सवाल: इंसानों की पूंछ क्यों गायब हो गई? जवाब: 25 मिलियन सालों के बाद 2024 में वैज्ञानिकों ने ये ढूंढने का प्रयास किया कि मनुष्यों ने अपनी पूंछ क्यों खो दी। क्या इससे हमें फायदा हुआ? नेचर जर्नल में प्रकाशित नई स्टडी में बताया गया कि इंसानों के डीएनए में हुआ एक खास बदलाव लाखों साल पहले पूंछ के खत्म होने की वजह बना। सवाल: रिसर्च की शुरुआत कैसे हुई? जवाब: न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र और अब ब्रॉड इंस्टीट्यूट में वैज्ञानिक बो जिया की टेलबोन में चोट लगी। इसी चोट के बाद उन्हें यह जानने की जिज्ञासा हुई कि इंसान में टेलबोन तो है, लेकिन असली पूंछ क्यों नहीं। इसी से रिसर्च की शुरुआत हुई। इस दौरान वैज्ञानिकों ने तीन प्रजातियों के डीएनए की तुलना की इंसान, बिना पूंछ वाले वानर और पूंछ वाले बंदर। तुलना में पता चला कि इंसानों और बिना पूंछ वाले वानरों के डीएनए में AluY नाम का डीएनए स्निपेट जुड़ा हुआ है। यह बदलाव पूंछ वाले बंदरों में नहीं मिला। यही छोटा-सा बदलाव पूंछ के विकास को रोकने का कारण बना। शोधकर्ताओं का अनुमान है कि इंसानों के पूर्वजों में एक से ज्यादा जेनेटिक बदलाव हुए होंगे, जिनकी वजह से पूंछ धीरे-धीरे गायब हो गई। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह रिसर्च बताती है कि मानव शरीर कैसे विकसित हुआ और क्यों कुछ अंग समय के साथ खत्म हो गए। आने वाले समय में और रिसर्च से इंसान के विकास से जुड़ी कई और महत्वपूर्ण बातें सामने आ सकती हैं। .............. पढ़िए पूरी खबर... बच्चे को पूंछ निकली, हनुमानजी मानकर पूजने लगे घरवाले:लखनऊ में डॉक्टरों ने सर्जरी कर हटाई, चलने-छूने पर तड़प उठता था यूपी में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। डेढ़ साल के बच्चे के शरीर में पूंछ निकल आई, जो उम्र बढ़ने के साथ बढ़ रही थी। यह देख उसके घरवाले उसे हनुमानजी मानकर पूजने लगे थे।बच्चे को चलने और कहीं वह पूंछ छू जाने से तेज दर्द होता था। इस पर उसके मां-बाप लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल पहुंचे। यहां डॉक्टरों उनकी काउंसलिंग कर सर्जरी करके बच्चे की पूंछ हटा दी। डॉक्टरों के मुताबिक, जन्म से बच्चे की पीठ पर पूंछ निकली थी। पूंछ की लंबाई 14 सेमी मापी गई। बच्चे को लेटने या चलने पर असहनीय दर्द होता था। ऐसे में डॉक्टरों ने बिना देरी किए सर्जरी करने की ठानी। पढ़िए पूरी खबर....
दतिया । दतिया में अवैध शराब के विरूद्ध चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत आबकारी विभाग ने कलापुरम कॉलोनी के पीछे दबिश देकर युवक को गिरफ्तार कर 25 लीटर अवैध शराब जब्त की। आबकारी विभाग ने प्रकरण दर्ज किया है। आबकारी उड़न दस्ता ने गुरुवार को आरोपी सुनमान पुत्र हीरालाल कुशवाहा को गिरफ्तार किया।
उत्तर भारत से चल रही सर्द हवाओं का प्रभाव राजस्थान में अब थोड़ा कम हो रहा है। इस कारण सीकर, चूरू, झुंझुनूं, माउंट आबू समेत कई शहरों में न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी हुई। हिल स्टेशन माउंट आबू में गुरुवार को तापमान जमाव बिंदु से ऊपर दर्ज हुआ। मौसम केन्द्र जयपुर के अनुसार, प्रदेश में अगले 2 सप्ताह का पूर्वानुमान जारी किया। इसमें अगले 2 सप्ताह तक आसमान साफ रहने और तापमान इसी तरह का रहने की संभावना जताई है। गुरुवार को माउंट आबू में न्यूनतम तापमान 1 डिग्री सेल्सियस, नागौर में 6.2, फतेहपुर में 6.1, सिरोही में 7.2, सीकर में 7.5, अलवर में 9.5, उदयपुर में 9.2, चित्तौड़गढ़, चूरू में 9, बारां, करौली में 9.9, जालौर में 8, जयपुर में 12.3, अजमेर में 10.8, वनस्थली (टोंक) में 10.3, बाड़मेर, जैसलमेर में 13.8, जोधपुर में 10.9, बीकानेर में 12.8 और गंगानगर में न्यूनतम तापमान 11.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। अधिकतम तापमान में उतार-चढ़ावसर्द हवाओं के कमजोर होने के प्रभाव से प्रदेश के अधिकतम तापमान में भी उतार-चढ़ाव रहा। चित्तौड़गढ़, कोटा, अलवर, जालोर में कल अधिकतम तापमान में 1 डिग्री तक की बढ़ोतरी हुई, जबकि शेखावाटी के शहरों में गिरावट दर्ज हुआ। कल दिन में सबसे अधिक अधिकतम तापमान 32.5 डिग्री सेल्सियस बाड़मेर में दर्ज हुआ। जैसलमेर, बीकानेर में 31.2, जोधपुर में 31, फलोदी में 29.2, जालौर में 30.2, नागौर में 29.7, चूरू, चित्तौड़गढ़ में 29.4, अलवर में 28.8 और जयपुर में 27.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। कल सबसे ठंडा दिन सिरोही में रहा, जहां का अधिकतम तापमान 23.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। अगले 2 सप्ताह मौसम रहेगा शुष्कमौसम केन्द्र जयपुर ने राज्य में अगले दो सप्ताह कैसा मौसम रहेगा इसका पूर्वानुमान जारी किया है। विभाग से जारी पूर्वानुमान के मुताबिक 4 दिसंबर तक प्रदेश में दिन का तापमान सामान्य के आसपास रहने की संभावना है, जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से 2 या 3 डिग्री नीचे रह सकता है। इसके अलावा राज्य में अगले 2 सप्ताह मौसम बिल्कुल साफ रहेगा और दिन में तेज धूप रहेगी।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बेटे डोनाल्ड ट्रम्प जूनियर गुरुवार को पहली बार ताजमहल देखने पहुंचे। उन्होंने गर्लफ्रेंड के साथ डायना बेंच पर बैठकर फोटो खिंचवाई। मुगल बादशाह शाहजहां और उनकी पत्नी मुमताज का मकबरा भी देखा। वह करीब 45 मिनट तक ताजमहल परिसर में रहे। उनकी गर्लफ्रेंड लाल रंग की वेस्टर्न ड्रेस में और ट्रम्प जूनियर वाइट आउटफिट में नजर आए। VIDEO देखिए...
कलेक्टर के आदेश कृषि अनुसंधान केंद्र के अधिकारियों ने नहीं माने। नतीजा— छोटी सतगुरु कॉलोनी स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय के 127 स्कूली बच्चे गुरुवार को अर्द्धवार्षिक परीक्षा देने से वंचित रह गए।दरअसल सतगुरु कॉलोनी स्थित राजकीय विद्यालय असुरक्षित हो चुका है। कलेक्टर ने विद्यालय के बच्चों के लिए अन्य विद्यालय में व्यवस्था की, लेकिन वह करीब 4 किमी दूर है, जिससे बच्चे वहां पहुंच नहीं पा रहे थे। इस पर कृषि अनुसंधान केंद्र (एआरएस) में अस्थायी तौर पर पढ़ाई करने के आदेश किए गए। आदेश की पालना में विद्यालय प्रधानाचार्य, अध्यापिकाएं बच्चों को साथ लेकर कृषि अनुसंधान केंद्र पहुंचे तो विभाग के अधिकारियों ने बच्चों को बाहर निकाल कर गेट को ताला जड़ दिया। इस दौरान कई अध्यापिकाएं केंद्र के अंदर ही रह गईं। हैरान करने वाली बात यह रही कि इस दौरान सीआईडी से जानकारी लेने पहुंचे जवानों के लिए भी ताला नहीं खोला गया। काफी मशक्कत के बाद कुछ लोगों को केंद्र में प्रवेश दिया गया। ग्रामीण-जनप्रतिनिधियों का केंद्र के बाहर धरना सूचना पर एडीएम सुभाष कुमार, एसडीएम नयन गौतम सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और समझाइश की। लेकिन गुस्साए ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने केंद्र के बाहर धरना शुरू कर दिया।अधिकारियों ने आनन-फानन में 7 दिन की ऑप्शनल व्यवस्था पुलिस लाइन स्थित विद्यालय में कर दी है। गांव के उपसरपंच अमित सुडिया ने कहा कि कृषि अनुसंधान केंद्र के अधिकारी कलेक्टर के आदेश को भी नहीं मान रहे।सीडीईओ गिरजेश कांत शर्मा, एडीपीसी समसा अरविंदर सिंह भी मौके पर पहुंचे। इन अधिकारियों का कहना था कि कक्षा 1 से 8 में लोकल स्तर पर ही पेपर तैयार होते हैं। परीक्षा आगे कभी भी ली जा सकती है। कलेक्टर मैडम के आदेश की अवहेलना नहीं की है। स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय बीकानेर ही इस संबंध में कोई निर्णय कर सकता है। वहां से जैसे आदेश मिलेंगे, पालना सुनिश्चित होगी। -एन.के. शर्मा, क्षेत्रीय निदेशक, कृषि अनुसंधान केंद्र, श्रीगंगानगर अध्यापकों, अभिभावकों व कृषि अनुसंधान केंद्र के अधिकारियों से वार्ता की गई। फिलहाल बच्चों के लिए पुलिस लाइन में व्यवस्था की गई है। -नयन गौतम, एसडीएम, श्रीगंगानगर
बिहार चुनाव में कांग्रेस की दुर्गति हुई। 61 सीटों पर चुनाव में उतरी कांग्रेस 10% स्ट्राइक रेट से 6 सीट ही जीत सकी। कांग्रेस की यह दुर्गति यूपी में सपा के लिए परेशानी का सबब बन गई है। बिहार की तरह यूपी में भी महागठबंधन का सामना भाजपा के एनडीए गठबंधन के साथ होना है। बिहार में राजद की तरह यूपी में सपा का भी मूल जनाधार MY समीकरण ही है। बिहार की तरह यूपी में भी कांग्रेस का खुद का अपना कोई खास वोट बैंक नहीं है। यही वह पहलू है, जिसकी वजह से सपा यूपी में कोई रिस्क नहीं उठाना चाहती है। सपा के एक बड़े नेता का दावा है कि पार्टी यूपी विधानसभा में 340 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। मतलब सहयोगियों के लिए वह अधिकतम 63 सीट ही छोड़ने को तैयार है। जबकि कांग्रेस खुद यूपी के सभी 75 जिलों में सीटों की दावेदारी कर रही है। आखिर सपा खुद क्यों 340 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है? कांग्रेस की यूपी में राजनीतिक हैसियत क्या वाकई में 63 सीटों से अधिक की नहीं है? पिछले चुनावों में दोनों पार्टियों का कैसा प्रदर्शन रहा था? पढ़िए ये रिपोर्ट… पहले पढ़ते हैं सपा 350 सीट पर क्यों लड़ना चाहती हैसपा ने 2022 का यूपी विधानसभा चुनाव गठबंधन में लड़ा था। तब उसके गठबंधन में दो बड़े सहयोगी थे। पहला- राष्ट्रीय लोक दल (रालोद), जिसे 33 सीटें मिली थी। दूसरा बड़ा सहयोगी सुभासपा थी, जिसे 17 सीट मिली थी। 10 अन्य सीटों में 5 अपना दल (कमेरावादी), शिवपाल की पार्टी को 1, महानदल को 2, जनवादी पार्टी व राकपा को 1–1 सीट समझौते में मिली थी। अपना दल कमेरावादी की पल्लवी पटेल सपा की सिंबल पर लड़ी थीं। शिवपाल की पार्टी का अब सपा में विलय हो चुका है। इस हिसाब से सपा सहयोगियों के लिए 50–60 सीट छोड़ सकती है। मतलब सपा खुद 340 सीट पर लड़ेगी। सपा के एक नेता बताते हैं कि सहयोगियों को संगठन की जमीनी हकीकत के आधार पर सीट मिलेगी। कांग्रेस के लिए क्यों 63 सीट की तय की गई लिमिटसपा के एक बड़े नेता का दावा है कि कांग्रेस भले ही खुले तौर पर 100 से 125 सीटों पर लड़ने की बात करती हो, लेकिन वह प्रदेश के सभी 75 जिलों में न्यूनतम 1–1 विधानसभा पर लड़ना चाहती है। जिससे उसकी मौजूदगी पूरे प्रदेश में दर्ज हो। पर यहां दिक्कत ये है कि आजमगढ़, अम्बेडकरनगर, कौशाम्बी व शामली में सभी सीटें सपा ने जीती थी। ऐसे में यहां कांग्रेस को सीट देना उसके लिए मुश्किल होगा। कांग्रेस अमेठी व रायबरेली लोकसभा की सभी 10 विधानसभाओं पर लड़ना चाहती है। यहां भी सपा के विधायक हैं, इसकी वजह से ये मांग भी पूरी नहीं हो पाएगी। सपा इस बार पीडीए के फार्मूले पर सहयोगियों को साधने में जुटी है। पल्लवी पटेल की अपना दल (कमेरावादी) के हालिया बयानों के चलते अभी तय नहीं है कि ये गठबंधन आगे बना रहेगा या नहीं। हालांकि पिछले दिनों सपा मुखिया अखिलेश यादव पार्टी की एक बैठक में पल्लवी पटेल को संकेतों ये कहते हुए ऑफर दिया है कि इस बार आपका ज्यादा ख्याल रखा जाएगा। गठबंधन होगा तो 8 सीट तक उन्हें मिल सकती है। 340 सपा लड़ती है तो सिर्फ 55 सीट ही बचती है। दूसरा आधार 2022 का विधानसभा और 2024 का लोकसभा चुनाव में प्रदर्शन है। 2022 में कांग्रेस ने अकेले 399 सीटों पर चुनाव लड़ा था। फरेंदा और रामपुर खास से उसके दो प्रत्याशी वीरेंद्र चौधरी व आराधना मिश्रा ही जीत पाए थे। जबकि 4 सीटों पर वह नंबर दो रही थी। उसे पूरे प्रदेश में कुल 21 लाख 51 हजार 234 वोट मिले थे। ये कुल 2.33% था। मतलब यूपी में कांग्रेस का जनाधार 2–3 प्रतिशत के बीच ही बचा है। 2024 के लोकसभा में कांग्रेस सपा के साथ गठबंधन में उतरी थी। तब उसे 17 सीटें मिली थी। 6 पर कांग्रेस को जीत मिली थी। जबकि इतने ही सीट पर उसने टक्कर दी थी। 5 सीट पर वह बड़े अंतर से हारी थी। महागठबंधन में चुनाव लड़ने से कांग्रेस का वोटबैंक बढ़कर 9.46% पहुंचा था। इन 17 लोकसभा में विधानसभा की 85 सीटें हैं। विधानसभावार कांग्रेस को 85 में 39 सीटों पर बढ़त मिली थी। मतलब लोकसभा के पैटर्न पर महागठबंधन को वोट मिले तो कांग्रेस ये 39 सीटें जीत सकती है। पर पेंच ये है कि इसमें भी कई पर मौजूदा समय में सपा के विधायक हैं। सपा कम से कम अपने मौजूदा विधायकों वाली और करीबी अंतर से हारी सीटों को सहयोगी दलों को सौंपेगी, इस पर जानकार भी संशय व्यक्त करते हैं। सपा के साथ 2022 में सहयोगी के तौर पर चुनाव लड़े रालोद और सुभासपा अब उससे अलग होकर एनडीए का हिस्सा बन चुके हैं। ऐसे में उनके खाते की 50 सीटें बचती हैं। सपा को ये सीटें कांग्रेस को देने में कोई समस्या भी नहीं आएगी। 2017 विधानसभा में 100 सीटें देने वाली सपा क्यों पीछे हट रहीकांग्रेस के नेताओं का तर्क है कि 2017 में सपा के साथ गठबंधन में उसके हिस्से में 100 सीटें आई थी। हालांकि उसने 114 सीटों पर चुनाव लड़ा था। कुछ सीटों पर बिहार की तरह फ्रेंडली मुकाबला भी हुआ था। रिजल्ट भी बिहार की तरह तब आया था। भाजपा नीत एनडीए गठबंधन को तब 325 (312 अकेले बीजेपी को) सीटें मिली थीं। जबकि सपा की अगुआई वाले गठबंधन में शामिल कांग्रेस 114 सीटों पर लड़ी थी। उसे 7 सीटों पर और 311 सीटों पर लड़ी सपा को 47 सीटों पर जीत मिली थी। तब कांग्रेस 44 सीटों पर नंबर दो पर थी। उसे कुल 54 लाख 16 हजार 540 वोट ( 6.25%) मिले थे। मतलब तब भी उसकी ताकत 51 सीटों पर ही मजबूत थी। इसी आधार पर सपा विधानसभा 2027 में कांग्रेस को 50 से अधिक सीटें देने को तैयार नहीं है। अब बिहार चुनाव का परिणाम भी बना सपा के दावे का आधारसपा से जुड़े एक बड़े नेता कहते हैं कि बिहार में जिस तरीके से महागठबंधन में शामिल कांग्रेस का प्रदर्शन सबसे खराब रहा, उससे भी उनका दावा कमजोर हुआ है। बिहार में महागठबंधन MY समीकरण के भरोसे रहा। पिछड़े के तौर पर वीआईपी के मुकेश सहनी के बहाने निषाद वोटबैंक को जोड़ा था। बिहार में निषाद वोटबैंक लगभग 2.61% के लगभग है। बिहार में मुस्लिम 17 तो यादव 14 फीसदी हैं। मतलब महागठबंधन का कोर वोट बैंक 33% के लगभग था। पोल्स मैन और लोकनीति का सर्वे बताता है कि इस बार महागठबंधन को 74% यादव और 69% मुसलमानों का समर्थन मिला। 2020 की तुलना में इसमें गिरावट साफ नजर आयी। तब 84 फीसदी यादव और 76 फीसदी मुस्लिमों का समर्थन मिला था। मतलब साफ है कि सीमांचल में ओवैसी के चलते मुस्लिम वोटर महागठबंधन से दूर गए। इसी तरह इस बार 28 यादव विधायकों में महागठबंधन से 12 ही जीते हैं। 15 एनडीए और 1 बसपा से यादव विधायक बने हैं। यादव वोटर्स का झुकाव पार्टी की बजाय अपनी जाति के प्रत्याशियों की तरफ गया। राजद 25 सीटें और कांग्रेस 6 सीटें ही जीत पाई। राजद ने 143 सीटों पर चुनाव लड़ा था। जबकि कांग्रेस को गठबंधन में 61 सीटें मिली थी। अन्य सीटें दूसरे सहयोगियों को मिली थी। 11 सीटों पर फ्रेंडली मुकाबला भी हुआ था। बिहार में महागठबंधन को 37 प्रतिशत तो एनडीए को 47 प्रतिशत वोट मिले थे। दोनों में 10 प्रतिशत का गैप रहा। कांग्रेस की कमजोरी और मजबूत वोटबैंक न होने का खामियाजा महागठबंधन को मिला। यही कारण है कि यूपी में सपा भी कांग्रेस को अधिक सीटें नहीं देना चाहती है। यूपी में पीडीए का नारा कितना कारगर होगायूपी में महागठबंधन के लिए 2024 का लोकसभा चुनाव पीडीए की पहली परीक्षा थी। इसमें वह अच्छे नंबर से पास रही। विधानसभा उप चुनाव में महागठबंधन का ये पीडीए नारा नहीं चला। 9 सीटों पर सपा सिर्फ 2 पर जीत पाई। 2024 लोकसभा में बसपा का प्रदर्शन निराशाजनक रहा था। पर बसपा प्रमुख मायावती की सक्रियता और 9 अक्टूबर की रैली के बाद बसपा का कोर वोट बैंक फिर से एकजुट हो रहा है। मतलब दलितों का वोट बसपा की बजाय किसी और के पाले में जाना मुश्किल होगा। दूसरा बिहार की तरह ओवैसी की AIMIM ने यूपी में दम दिखाया तो मुस्लिमों के भी बिखरने का डर है। अब बची बात पिछड़ों की तो भाजपा ने सुभासपा को फिर से अपने पाले में लाकर इस समीकरण को मजबूत ही किया है। निषाद पार्टी और अपना दल पहले से भाजपा के साथ हैं। ऐसे में यहां भी महागठबंधन की दाल बहुत अधिक नहीं गलने की उम्मीद है। हालांकि कांग्रेस पिछड़ों को एकजुट करने के लिए गांव–गांव में चौपाल लगाकर संविधान पर चर्चा का कार्यक्रम करने का 26 नवंबर से अभियान शुरू करने जा रही है। पिछड़ों को वह कितना साध पाएगी, ये विधानसभा से पहले पंचायत और एमएलसी की 11 सीटों के परिणाम से स्पष्ट हो जाएगा। --------------- ये खबर भी पढ़ें- यूपी में SIR हेल्पलाइन नंबर उठ नहीं रहा:4 दिसंबर तक बिना डॉक्यूमेंट जमा करना है फॉर्म; पढ़िए SIR की हर टेंशन का जवाब क्या आप भी भारत निर्वाचन आयोग की ओर से कराए जा रहे SIR (स्पेशल इंटेंसिव रिव्यू) में मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर- 1950 पर फोन कर रहे हैं। लेकिन, मदद नहीं मिल रही? इस तरह की शिकायतें लखनऊ में हर दूसरे व्यक्ति की हैं। ऐसा इसलिए हो रहा, क्योंकि बड़े अफसरों की नाक के नीचे काम करने वाले कर्मचारी ही लापरवाही कर रहे हैं। दैनिक भास्कर की पड़ताल में खुलासा हुआ है कि 1950 कंट्रोल रूम में काम करने वाले कर्मचारी फोन के रिसीवर को सेट से हटाकर अलग रख दे रहे, जिससे उन्हें कोई परेशानी न हो। फोन करने वाला परेशान हो, अपनी बला से। जब से SIR की प्रक्रिया शुरू हुई, तभी से इस तरह की शिकायतें लगातार आ रही थीं। 1950 पर अव्वल तो फोन नहीं लग रहा, लग भी रहा तो उसे रिसीव नहीं किया जा रहा। हमने इस शिकायत को पहले खुद कॉल करके चेक किया। फिर अफसरों से इसका जवाब मांगा। पढ़िए पूरी खबर...
राजस्थान के बीएड और एमएड कॉलेजों में काउंसलिंग के बाद खाली रही सीटों को भरने का रास्ता जल्द साफ हो सकता है। राजस्थान हाईकोर्ट में राज्य सरकार ने आश्वासन दिया है कि वह तीन सप्ताह के भीतर इस संबंध में उचित आदेश जारी कर देगी । जस्टिस सुनील बेनीवाल की कोर्ट ने निजी कॉलेज समिति जोधपुर संभाग की याचिका पर सुनवाई करते हुए मामले का निस्तारण कर दिया। याचिकाकर्ता निजी कॉलेज समिति जोधपुर संभाग के निदेशक वीरेंद्र माथुर ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। इसमें नोडल एजेंसी राजस्थान विश्वविद्यालय की ओर से केंद्रीकृत काउंसलिंग के बाद भी खाली रही सीटें भरने के लिए कॉलेजों को डायरेक्ट एडमिशन देने की छूट देने का आग्रह किया गया। समिति ने कहा: 85 प्रतिशत सीटें खाली निजी कॉलेज समिति की ओर से बताया कि प्री-एमएड प्रवेश परीक्षा (PMET) और प्री बीएड-एमएड प्रवेश परीक्षा (PBMET) की 2405 सीटों पर हुई थी। केंद्रीयकृत प्रवेश प्रक्रिया में स्टूडेंट्स का रूझान नजर नहीं आया और 51 एमएड कॉलेजों के लिए की गई काउंसलिंग से केवल 370 सीटें ही भर पाईं। ऐसे में 85 प्रतिशत सीटें खाली रह गईं। कई कॉलेजों में तो जीरो सेशन की स्थिति बन गई है। याचिकाकर्ता के वकील ने कोर्ट से आग्रह किया कि सरकार को निर्देश दिया जाए कि केंद्रीकृत काउंसलिंग के बाद खाली सीटें भरने के लिए एक नीति तैयार करें। यह भर्ती या तो ‘ओपन फिजिकल काउंसलिंग’ से या कॉलेज स्तर पर ‘डायरेक्ट एडमिशन’ के माध्यम से भर सकें, बशर्ते की छात्र पात्रता पूरी करते हों। वकील का तर्क- पहले भी मिली है छूट याचिकाकर्ता के वकील ने कोर्ट को बताया कि राज्य सरकार ने पहले भी कई बार ऐसी स्थितियों में संस्थानों को खाली सीटें भरने की अनुमति दी है। अपने दावे के समर्थन में वकील ने 29 अगस्त 2024 के एक आदेश का हवाला दिया, जिसमें कुछ संस्थानों को खाली सीटें भरने की छूट दी गई थी। 2405 सीटें, 655 परीक्षार्थियों में भी 370 ने ही लिया एडमिशन उल्लेखनीय है कि पीएमईटी और पीबीएमईटी 2405 सीटों पर हुई थी। इन 2405 सीटों में से 655 अभ्यर्थियों ने ही प्री टेस्ट दिया था। लेकिन एडमिशन लेने वालों की संख्या 370 ही रहा। इनमें एमएड पाठ्यक्रम की 2155 सीटों पर 331 अभ्यर्थियों ने प्रवेश लिया और 1824 सीटें खाली रही थीं। तीन वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएड-एमएड कोर्स की 250 सीटों पर 39 ने एडमिशन लिया जिससे 211 सीटें खाली रह गई थीं। सरकार का जवाब- डेटा जुटा रहे हैं सुनवाई के दौरान उच्च शिक्षा विभाग और अन्य प्रतिवादियों के वकील ने कोर्ट को बताया कि सरकार अभी इस मामले में संबंधित डेटा जुटाने की प्रक्रिया में है। सरकारी वकील ने कोर्ट में आश्वासन दिया- हम डेटा एकत्र कर रहे हैं और आज से तीन सप्ताह की अवधि के भीतर कानून के अनुसार उचित आदेश जारी करेंगे। हाईकोर्ट ने सरकारी वकील की दलीलों और तीन सप्ताह में फैसला लेने के आश्वासन को रिकॉर्ड पर लेते हुए याचिका का निस्तारण कर दिया। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि यदि कोई अन्य प्रार्थना पत्र लंबित है, तो उसका भी निस्तारण माना जाए।
राजस्थान में 52,490 बीएलओ 5.48 लाख मतदाताओं से जुड़ा विशेष गहन पुनरीक्षण 2026 (एसआईआर) पर काम कर रहे हैं। हाल ही में एक बीएलओ ने सुसाइड किया है और परिजनों ने आरोप लगाया है कि एसआईआर के कामकाज में दबाव के चलते ऐसा हुआ है। उधर सवाईमाधोपुर में भी बीएलओ की मौत के मामले में परिजनों ने तहसीलदार के खिलाफ दबाव बनाने के आरोप लगाए हैं। इस मामले में बीएलओ ने सिस्टम के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। इस मामले में बीएलओ से बात की गई तो उनका कहना है कि टारगेट के दबाव से लगातार मानसिक तनाव बढ़ रहा है। प्रदेश में ईआरओ ने बीएलओ को प्रतिदिन 200-200 वोटरों के घर जाने, फॉर्म भरवाने, इसके बाद डिजिटाइज यानी ऑनलाइन जानकारी अपलोड करने के काम में लगाया हुआ है। ऐसे में हालात यह हैं कि बीएलओ लगातार 18-18 घंटे काम कर रहे हैं। इस काम का तनाव और तब बढ़ रहा है जब सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक दो या ढाई घंटे के अंतराल में खुद द्वारा किए गए कामकाज की रिपोर्ट देनी पड़ रही है। बीएलओ के सामने हर दिन नई समस्याएं 17 CCA का नोटिस और निलंबन की प्रताड़ना भी सुबह 10 बजे, दोपहर 12 बजे, दोपहर 2 बजे, शाम 4 बजे से लेकर रात 10 बजे तक ऑनलाइन रिपोर्ट या अपडेट करने का दबाव भी है। ऐसे में ईआरओ, जो कि राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अफसर हैं, लगातार अपडेट करने का दबाव और लापरवाही करने पर 17 CCA का नोटिस देने से लेकर निलंबन कराने की चेतावनी देते हुए दिखाई दे रहे हैं। बीएलओ चाहते हैं, निर्वाचन विभाग यह कदम उठाए
वर्ल्ड बॉक्सिंग कप फाइनल 2025 में भिवानी की बॉक्सरों का शानदार प्रदर्शन रहा। 57 किलोग्राम भारवर्ग में जैस्मिन लंबोरिया ने गोल्ड मेडल जीता। वहीं भिवानी की बॉक्सर नूपुर श्योराण ने 80 प्लस किलोग्राम भारवर्ग में गोल्ड मेडल व 80 किलोग्राम भारवर्ग में पूजा रानी ने सिल्वर मेडल जीता। भिवानी की रहने वाली जैस्मिन ने फाइनल मुकाबले में शानदार प्रदर्शन करते हुए ओलिंपिक मेडलिस्ट चीनी ताइपे की खिलाड़ी वू शिह यी को 4–1 से मात दी। जैस्मिन लंबोरिया के चाचा एवं कोच संदीप लंबोरिया ने कहा कि वर्ल्ड बॉक्सिंग कप फाइनल 2025 ने चोटिल होते हुए भी इस खिताब को जीता। उन्होंने बताया कि जैस्मिन पहली मुक्केबाज बनी है, जिसने एक ही साल में 3 वर्ल्ड खिताब जीते हैं। जैस्मिन ने ब्राजील में आयोजित वर्ल्ड कप में गोल्ड मेडल जीता था। वहीं इसके बाद इंग्लैंड के लीवरपुल में आयोजित विश्व चैंपियनशिप में जैस्मिन लंबोरिया ने गोल्ड मेडल जीता था। वहीं अब वर्ल्ड कप फाइन में भी गोल्ड मेडल जीता है। इंजरी के बाद जीता गोल्ड मेडलसंदीप लंबोरिया ने बताया कि जैस्मिन ने ओलिंपिक मेडलिस्ट चाइना ताइपे की खिलाड़ी वू शिह यी को एक तरफा मुकाबले में हराने का काम किया है। जबकि जैस्मिन इस मुकाबले से पहले ही चोटिल थी। उनके हाथ में इंजरी थी। हालांकि इंजरी होते हुए भी वह खुलकर खेली और गोल्ड मेडल अपने नाम किया। जैस्मिन ने जीत के बाद बातचीत करते हुए अपने अनुभव को भी चाचा एवं कोच संदीप लंबोरिया के साथ सांझा किया। पूजा बोहरा ने जीता सिल्वर मेडलभिवानी के गांव निमड़ीवाली रहने वाली पूजा बोहरा ने वर्ल्ड बॉक्सिंग कप फाइनल में सिल्वर मेडल जीता। फाइनल मुकाबले में ऊर्जा के साथ संघर्ष किया। वहीं दो बार की एशियाई चैंपियन पूजा रानी ने विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल्स 2025 में रजत पदक जीता। वहीं अगाता काज्मार्स्का ने महिलाओं के 80 किलोग्राम भारवर्ग में स्वर्ण पदक जीता। इससे पहले पूजा बोहरा ने इंग्लैंड के लीवरपुल में अयोजित वर्ल्ड चैंपियनशिप में ब्रांज मेडल जीता था। नूपुर श्योराण ने जीता गोल्ड मेडलचरखी दादरी जिले के गांव उमरवास हाल भिवानी निवासी नूपुर श्योराण ने बॉक्सिंग वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीता। नूपुर श्योराण के पिता एवं कोच कैप्टन हवासिंह एकेडमी संचालक संजय श्योराण ने कहा कि नूपुर श्योराण ने वर्ल्ड बॉक्सिंग कप फाइनल 2025 में 80 प्लस किलोग्राम भारवर्ग में शानदार प्रदर्शन किया। नूपुर श्योराण ने उज्बेकिस्तान की सोटिम्बोएवा ओल्टिनोय को 5-0 से हराकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया। उन्होंने कहा कि उज्बेकिस्तान की सोटिम्बोएवा ओल्टिनोय की लंबाई नूपुर श्योराण से करीब एक इंच अधिक है। इसके बाद भी नूपुर श्योराण ने जीत हासिल की।
पहाड़ों पर बर्फबारी के बाद मैदानी इलाके सुबह और रात के समय ठिठुर रहे हैं। दिन में तेज धूप खिलने से राहत मिली हुई है। अभी आने वाले दिनों में बारिश के कोई आसार नजर नहीं आ रहे। वहीं वातावरण में नमी बढ़ने से सुबह के समय हल्की धुंध देखी जा रही है। उत्तर-पश्चिमी हवाएं चलने से रात्रि तापमान में 4.8 डिग्री तक की गिरावट देखने को मिली है। नारनौल में सबसे कम 7 डिग्री तापमान देखने को मिला। पश्चिमी विक्षोभ के कारण पहाड़ों पर बर्फबारी के कारण के मैदानी इलाकों में और ठंड बढ़ रही है। नारनौल के बाद हिसार दूसरा सबसे ठंडा शहर रहा। यहां पारा 8.4 डिग्री देखने को मिला। मौसम एक्सपर्ट डॉ. मदन खीचड़ के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के असर से ठंड और बढ़ सकती है। दिन में बीच-बीच में हल्के बादल छाने से औसत तापमान में 1 से 2 डिग्री की गिरावट आ सकती है। वहीं हरियाणा के 8 शहरों में तापमान अब भी 10 डिग्री से नीचे चल रहा है। मौसम एक्सपर्ट बोले- बार-बार हवा बदलेगीचौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि राज्य में मौसम आमतौर पर 23 नवंबर तक खुश्क व परिवर्तनशील बना रह सकता है। इस दौरान पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से बीच-बीच में आंशिक बादलवाई रहने की भी संभावना है। इससे दिन के तापमान में हल्की गिरावट और रात्रि तापमान में हल्की बढ़ोतरी हो सकती है। इस दौरान हवा में बार-बार बदलाव होने और हवाएं हल्की गति से चलने की संभावना है। वातावरण में नमी बढ़ने से कुछ एक स्थानों पर अलसुबह हल्की धुंध भी रहने की संभावना है।
नमस्कार, कल की सबसे बड़ी खबर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प के बयान को लेकर रही। उन्होंने कहा कि मैंने 350% टैरिफ की धमकी देकर भारत-पाकिस्तान युद्ध रुकवाया। वहीं, दूसरी खबर मऊ से सपा विधायक के निधन को लेकर रही। ⏰ आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... कल की बड़ी खबरें... 1. नीतीश कुमार 10वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री; 26 मंत्रियों ने भी शपथ ली, इनमें भाजपा के 14, जदयू के 8 नीतीश कुमार ने 10वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। पटना के गांधी मैदान में हुए समारोह में PM मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा समेत कई बड़े नेता शामिल हुए। सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा डिप्टी सीएम बने। कुल 26 मंत्रियों ने शपथ ली। इसमें 14 बीजेपी, 8 जदयू, 2 लोजपा(R), हम और RLM से 1-1 मंत्री बनाया गया। जदयू ने जमा खान को फिर से मंत्री बनाकर कैबिनेट में एक मुस्लिम चेहरा भी शामिल किया। बिना चुनाव लड़े कुशवाहा के बेटे बने मंत्री: नीतीश ने अपने सभी 8 मंत्रियों को रिपीट किया, जबकि बीजेपी में 7 नए चेहरे हैं, जो पहली बार मंत्री बने हैं। मंत्रियों की लिस्ट में एक नाम रालोमा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के बेटे दीपक प्रकाश का भी है। उन्होंने बिना चुनाव लड़े मंत्री पद की शपथ ली। वे न MLA हैं और न MLC। उन्हें 6 महीने में MLC बनना होगा। पढ़ें पूरी खबर... 2. ट्रम्प बोले- 350% टैरिफ की धमकी पर मोदी का फोन आया, उन्होंने कहा- हम जंग नहीं करेंगे अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने दावा किया है कि उन्होंने 350% टैरिफ लगाने की धमकी देकर भारत-पाकिस्तान के बीच जंग रुकवाई थी। उन्होंने कहा कि 'मुझे सबसे पहले पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ का फोन आया था। उन्होंने शुक्रिया कहा और बताया कि मैंने लाखों जानें बचाई हैं। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी का फोन आया और उन्होंने कहा कि अब हम जंग नहीं करेंगे।' 60 से ज्यादा बार जंग रुकवाने का दावा: ट्रम्प ने सोशल मीडिया पर सबसे पहले भारत-PAK सीजफायर की जानकारी दी थी। इसके बाद से वे 60 बार से ज्यादा दोहरा चुके हैं कि भारत-पाकिस्तान के बीच जंग उन्होंने ही रुकवाई। पढ़ें पूरी खबर... 3. मऊ के सपा विधायक सुधाकर सिंह का निधन, मुख्तार के बेटे की शादी के बाद तबीयत बिगड़ी थी मऊ की घोसी विधानसभा से सपा विधायक सुधाकर सिंह का गुरुवार सुबह निधन हो गया। वे 67 साल के थे। सुधाकर सिंह 17 नवंबर को दिल्ली में उमर अंसारी के मैरिज रिसेप्शन में शामिल हुए थे। वह 18 नवंबर की रात दिल्ली से लौटे थे। उसी रात उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। सुधाकर सिंह को तुरंत लखनऊ के मेदांता में भर्ती कराया गया था। पैतृक गांव भावनपुर में उनके पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेटकर 19 किमी की शव यात्रा निकाली गई। सैफई परिवार से आजमगढ़ से सांसद धर्मेंद्र यादव उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए। शाम 7 बजे सरयू नदी के दोहरी घाट पर राजकीय सम्मान के साथ सुधाकर सिंह का अंतिम संस्कार हुआ। बड़े बेटे अजीत प्रताप सिंह ने पिता को मुखाग्नि दी। अखिलेश मेदांता अस्पताल पहुंचे, बेटा पकड़कर रोया विधायक सुधाकर सिंह की मौत की खबर पाकर अखिलेश यादव गुरुवार सुबह मेदांता अस्पताल पहुंचे थे। इस दौरान सुजीत सपा मुखिया को पकड़कर फूट-फूट कर रोए। अखिलेश ने उन्हें ढांढस बंधाया। पढ़ें पूरी खबर... 4. दिल्ली ब्लास्ट केस: 10 दिन की NIA कस्टडी में चार आरोपी, इनमें तीन डॉक्टर दिल्ली ब्लास्ट मामले में NIA ने डॉक्टर मुजम्मिल, शाहीन सईद, आदिल अहमद और मुफ्ती इरफान को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें 10 दिन की कस्टडी मिली। ED ने अल-फलाह यूनिवर्सिटी के चेयरमैन जवाद सिद्दीकी को गिरफ्तार कर 13 दिन की रिमांड पर भेज दिया है। उसका परिवार खाड़ी देशों में बसा है। वह भी विदेश भागने की तैयारी में था। अगर उसे गिरफ्तार नहीं किया जाता तो वो विदेश भागकर जांच से बच सकता था। सबूत मिटा सकता था। पुलिस बोली- पढ़े लिखे आतंकी ज्यादा खतरनाक: सुप्रीम कोर्ट में 2020 दिल्ली दंगा मामले में सुनवाई हुई। इस दौरान दिल्ली पुलिस ने कहा कि पढ़े-लिखे आतंकवादी ज्यादा खतरनाक होते हैं। ये सरकारी पैसों से डॉक्टर-इंजीनियर बनाते हैं और फिर दंगे करते हैं। पढ़ें पूरी खबर... 5. ट्रम्प के बेटे ने पूछा- ताजमहल बनाने मजदूर कहां से आए, गर्लफ्रेंड के साथ फोटो खिंचवाई अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बेटे डोनाल्ड ट्रम्प जूनियर गुरुवार को पहली बार ताजमहल देखने पहुंचे। उन्होंने गर्लफ्रेंड बेटिना एंडरसन के साथ डायना बेंच पर बैठकर फोटो खिंचवाई। मुगल बादशाह शाहजहां और उनकी पत्नी मुमताज का मकबरा भी देखा। उनकी गर्लफ्रेंड लाल रंग की वेस्टर्न ड्रेस में और ट्रम्प जूनियर वाइट आउटफिट में नजर आए। ट्रम्प जूनियर दोपहर 1.30 बजे विशेष विमान से आगरा के खेरिया एयरपोर्ट पहुंचे। एयरपोर्ट से होटल अमर विलास ओबेरॉय गए। यहां उनके लिए कोहिनूर सुइट बुक था। इस सुइट का एक रात का चार्ज 7 से 8 लाख रुपए है। यहां लंच में उन्हें कॉन्टिनेंटल और इंडियन डिशेज सर्व की गईं। ट्रंप जूनियर ने पूछा- ताजमहल बनाने में कितने मजदूर लगे ? डोनाल्ड ट्रंप जूनियर और उनकी गर्लफ्रेंड को गाइड नितिन ने घुमाया। उन्होंने नितिन ने पूछा- ताजमहल बनाने में कितने मजदूर लगे, ये कहां से आए थे? संगमरमर कहां से और कैसे लाया गया था। इसके साथ-साथ उन्होंने ताजमहल में लगे कीमती पत्थरों के बारे में भी जानकारी ली। पढ़ें पूरी खबर... 6.अमेरिकी रिपोर्ट में दावा- ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान जीता, पहलगाम अटैक को भी आतंकी हमला नहीं माना एक अमेरिकी रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान ने भारत को हराया। इसमें पहलगाम अटैक को आतंकी नहीं, बल्कि विद्रोही हमला बताया गया है। 800 पन्नों की USCC की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान ने इस लड़ाई में चीन से मिले हथियारों का इस्तेमाल किया, जिससे राफेल जैसे लड़ाकू विमान गिराए गए। PAK बोला- हमारी जीत पर मुहर लगी: पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ ने कहा कि अमेरिकी रिपोर्ट ने हमारी जीत की पुष्टि कर दी है। पाकिस्तानी सेना के प्रदर्शन ने भारत को घुटनों पर ला दिया और इसमें फील्ड मार्शल आसिम मुनीर की भूमिका सबसे अहम रही। कांग्रेस बोली- क्या पीएम विरोध जताएंगे: कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने रिपोर्ट का विरोध जताते हुए इस पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि क्या प्रधानमंत्री और विदेश मंत्रालय इस पर अपनी आपत्ति दर्ज कराएंगे और विरोध जताएंगे? हमारी कूटनीति को एक और बड़ा झटका लगा है। पढ़ें पूरी खबर... आज का कार्टून ⚡ कुछ अहम खबरें हेडलाइन में… ️ बयान जो चर्चा में है... खबर हटके... UP में बच्चे के घाव पर फैवीक्विक चिपकाया मेरठ में ढाई साल के बच्चे की चोट पर अस्पताल के वार्ड बॉय ने टांके लगाने की जगह फैवीक्विक लगा दिया। विरोध करने पर कहा कि यहां ऐसे ही इलाज होता है। फैवीक्विक लगते ही बच्चा चीख उठा और रातभर दर्द से रोता रहा। परिजन ने अगले दिन उसे दूसरे अस्पताल में भर्ती करवाया। मामला सामने आने पर CMO ने जांच के आदेश दिए। पढ़ें पूरी खबर ... फोटो जो खुद में खबर है भास्कर की एक्सक्लूसिव स्टोरीज, जो सबसे ज्यादा पढ़ी गईं… करेंट अफेयर्स ⏳आज के दिन का इतिहास बाजार का हाल ️ मौसम का मिजाज मिथुन राशि वालों की नौकरी में तरक्की के योग बन रहे हैं। कन्या राशि वालों को रुका पैसा मिल सकता है। जानिए आज का राशिफल... आपका दिन शुभ हो, पढ़ते रहिए दैनिक भास्कर ऐप… मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ को और बेहतर बनाने के लिए हमें आपका फीडबैक चाहिए। इसके लिए यहां क्लिक करें...
छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में तंबाकू नहीं देने पर युवक ने दोस्त की पीट-पीटकर हत्या कर दी। आग तापने के दौरान दोनों के बीच विवाद हुआ था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। घटना नारायणपुर थाना क्षेत्र के ग्राम कोनकेल-चराईखारा की है। जानकारी के मुताबिक अशोक राम (35) और संदीप एक्का (35) गांव के ही एक दोस्त के घर के आंगन में आग ताप रहे थे। इसी दौरान संदीप ने अशोक से तंबाकू मांगी। जिस पर अशोक ने मना कर दिया। इसी बात को लेकर दोनों झगड़ा करने लगे। इस दौरान संदीप ने अशोक की छाती पर लात मार दी। अशोक के सीने में तेज दर्द होता रहा। अगले दिन उसने परिजनों को अस्पताल चलने कहा। लेकिन उसकी अस्पताल पहुंचने से पहले मौत हो गई। पुलिस ने मृतक के चाचा की शिकायत पर केस दर्ज किया और आरोपी को गिरफ्तार किया। जानिए क्या है पूरा मामला ? दरअसल, अशोक राम और संदीप एक्का मजदूरी करते थे। 18 नवंबर की शाम करीब 6 बजे आग ताप के दौरान संदीप ने अशोक से तंबाकू मांगी। अशोक ने पैसे की कमी का हवाला देते हुए रोज-रोज तंबाखू देने से इनकार कर दिया। जिस पर दोनों के बीच कहासुनी शुरू हो गई। विवाद बढ़ने पर अशोक अपने घर की ओर चला गया, लेकिन संदीप उसके पीछे-पीछे घर तक पहुंच गया। वहां संदीप ने अशोक को मुक्के मारकर जमीन पर गिरा दिया और उसके सीने में जोर से लात मारी। मारपीट के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। गांववालों ने घटना की जानकारी सरपंच को दी। सरपंच मौके पर पहुंचे तो अशोक ने बताया कि संदीप एक्का ने उसके सीने में लात मारी थी। अशोक ने अगले दिन सुबह अस्पताल जाने की बात कही। अस्पताल ले जाने के दौरान मौत 19 नवंबर की सुबह अशोक राम को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही उसकी तबीयत बिगड़ गई और उसने दम तोड़ दिया। अशोक के चाचा विद्याधर राम (57) ने नारायणपुर थाने में घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई। न्यायिक रिमांड पर भेजा जेल पुलिस ने आरोपी संदीप एक्का के खिलाफ बीएनएस की धारा 103(1) और 332(A) के तहत हत्या का मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में उसने अपराध स्वीकार किया। पुलिस ने आरोपी कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है। ......................................... क्राइम से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें... शराब पार्टी में गाली-गलौज...6 दोस्तों ने युवक को मार-डाला: 5 ने पकड़कर रखा, एक ने लाठी से सिर फोड़ा, गला घोंटा; लाश फेंककर भागे छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में 6 दोस्तों ने युवक को डंडे से जमकर पीटा, फिर गला घोंटकर मार डाला। बताया जा रहा है कि गाली-गलौज करने के बाद विवाद बढ़ा। हत्या कर लाश फेंककर आरोपी भाग गए थे। मामला चांपा थाना क्षेत्र का है। पढ़ें पूरी खबर...
हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। दो सदस्यों का इस्तीफा हो चुका है, हालांकि वो अभी मंजूर नहीं हुआ। इस्तीफा देने वाले दोनों सदस्य साधुराम जाखड़ और सुभाष सिंह अभी पंचकूला स्थिति एचएसएससी कार्यालय में आ रहे हैं। दोनों के इस्तीफों पर अभी सस्पेंस बरकरार है। चर्चा है कि अगले 3 से 4 दिन में हरियाणा सरकार की ओर से इन पर फैसला आ सकता है। हिसार के बरवाला निवासी साधूराम जाखड़ और सिरसा के सुभाष सिंह ने अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में सीएम को अपना इस्तीफा भेज दिया था। बताया जा रहा है कि दोनों सदस्यों से इस्तीफा मांगा गया था। इस्तीफा क्यों मांगा गया है, इसकी कोई स्पष्ट वजह सार्वजनिक नहीं हुई है। लेकिन दोनों के द्वारा निजी कारण ही बताए जा रहे हैं। एक सदस्य से चर्चा में तो यहां तक सामने आया है कि इस्तीफे पर डेट ही नहीं लिखी है। हरियाणा सरकार के द्वारा अगर HSSC सदस्यों के इस्तीफों को मंजूर किया जाता है, तो कमीशन का कोरम पूरा नहीं होगा। वर्तमान में कमीशन के 6 सदस्यों में से 5 ही पद पर मेंबर नियुक्त हैं। अगर 2 मेंबर ओर कम हो जाते हैं तो सदस्यों की संख्या केवल 3 रह जाएगी। सभी ग्रुप-C के पदों की भर्ती प्रक्रिया भी कमीशन करने की तैयारी कर रहा है। ऐसे समय में इस्तीफे और नई नियुक्तियां काफी अहम हैं। राज्यपाल को मंजूर करना होता है इस्तीफाएचएसएससी के सदस्यों की नियुक्ति 25 जून 2024 को नायब सरकार ने की थी। सदस्यों का कार्यकाल 3 साल का रहता है। ऐसे में इन सदस्यों का कार्यालय अभी करीब डेढ़ साल बचा हुआ है। आयोग ग्रुप सी और डी की भर्ती करता है। इस्तीफा राज्यपाल मंजूर करते हैं। सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों में भागेदारी वजहसियासी गलियारों में चर्चा है कि दोनों सदस्यों से इस्तीफा मांगने की एक वजह दोनों की सामाजिक व राजनीतिक गतिविधियों में अधिक भागेदारी करना है। हाईकमान की ओर से इसको लेकर चेतावनी भी दी गई। 2 पॉइंट में समझिए इस्तीफा देने वाले दोनों सदस्य बारे... 3 पॉइंट में समझिए कमीशन मेंबर की नियुक्ति और संख्या...
बांके बिहारी मंदिर हाई पावर्ड मैनेजमेंट कमेटी की आठवीं बैठक रिटायर्ड न्यायमूर्ति उच्च न्यायालय इलाहाबाद अशोक कुमार की अध्यक्षता में कमेटी के लक्ष्मण शहीद स्मारक भवन स्थित कार्यालय के सभागार में संपन्न हुई। बैठक में 16 पॉइंट पर चर्चा की गयी। जिसमें सबसे अहम बांके बिहारी जी के प्राकट्य दिवस बिहार पंचमी पर की जाने वाली व्यवस्थाओं और खर्चे की जाने वाली रकम पर चर्चा रही। परंपरा अनुसार भव्यता से मनाया जायेगा उत्सव मीटिंग में तय किया गया कि बांके बिहारी जी का प्राकट्य उत्सव भव्यता से मनाया जाए। मीटिंग में बताया गया कि पिछले वर्ष शोभायात्रा और मंदिर पर की गयी सजावट पर 4 लाख 60 हजार रुपये खर्च किये गए। इसके बाद कमेटी अध्यक्ष,सचिव और अन्य सदस्यों ने तय किया कि इस बार 7 लाख रुपये खर्च किये जायेंगे। जिससे उत्सव में कोई कमी न रहे। गोलक खोलते समय नहीं रहेंगे वकील मौजूद अक्टूबर तक मंदिर में गोलक खोलने की प्रक्रिया पहले की तरह चल रही थी। जिसमें गोलक खुलने के समय बैंक स्टाफ,मंदिर कर्मियों के अलावा मथुरा मुंसिफ कोर्ट द्वारा निर्धारित 4 वकील मौजूद रहते थे। गुरुवार देर शाम हुई मीटिंग में तय किया गया कि अब गोलक खुलने के समय कोई एडवोकेट नहीं रहेंगे। इससे उनको दिए जाने वाले अनुदान की बचत होगी। नबंवर में अब जब गोलक खुलेंगी उस समय मंदिर सेवायतों में से एक पर्यवेक्षक के रूप में रहेंगे। इसके अलावा बैंक स्टाफ गोलक में आयी धनराशि की गिनती करेगा। मंदिर आंगन में लग सकती है रेलिंग बैठक में मंदिर के सेवायत और कमेटी सदस्य दिनेश गोस्वामी ने कहा कि भीड़ नियंत्रण के लिए मंदिर परिसर स्थित आंगन में रेलिंग लगायी जाए। इसके लिए IIT रुड़की से सर्वे के लिए आई टीम ने भी सहमति दे दी थी। Covid के दौरान मंदिर के आंगन में कराये गए काम के दौरान काफी गहराई तक पाइलिंग की गयी थी। इस सुझाव पर कमेटी सदस्यों ने जल्द विचार करने के लिए कहा। सफाई व्यवस्था के लिए खरीदे जायेंगे आधुनिक उपकरण कमेटी के कार्यालय में हुई मीटिंग में सफाई व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े किये गए। जिसके बाद तय किया गया कि ठाकुर श्री बांके बिहारी जी मन्दिर के प्रांगण की सुव्यवस्थित दैनिक सफाई व्यवस्था में सुधार करने हेतु प्रेशर मशीन, वैक्यूम क्लीनर, फ्लोर क्लीनिंग मशीन एवं अन्य उपकरण खरीदने एवं उन्हें संचालित करने हेतु तकनीकी रूप से सक्षम अस्थाई कर्मचारियों की व्यवस्था की जाएगी। सुरक्षा एजेंसी को पेमेंट के नाम पर हुई वित्तीय अनियमितता बैठक में मंदिर के लेखा जोखा रखने के लिए एक एकाउंटेंट रखने पर विचार किया गया। जिस पर सभी सदस्यों ने सहमति जाता दी। कमेटी के अध्यक्ष रिटायर्ड न्यायधीश हाई कोर्ट अशोक कुमार ने बताया कि कमेटी ने डेढ़ महीने पहले सीए फर्म की नियुक्ति की थी। वाई के गुप्ता एण्ड कम्पनी चार्टर्ड एकाउटेंट द्वारा किये गये मन्दिर के ऑडिट में वित्तीय अनियमितता की तरफ इशारा किया। जिसमे मुख्य रूप से सुरक्षा कर्मचारियों को किये गए पेमेंट से जुड़ा है। उन्होंने बताया कि एक वर्ष में एक करोड़ तो दूसरे वर्ष में पौने 2 करोड़ खर्च दिखाए गए हैं। इतना चेंज क्यों आया इस पर फर्म से डिटेल मांगी है। जिसके बाद पूर्व प्रबंधन से इस बारे में जानकारी की जाए। लाइव स्ट्रीमिंग से भीड़ नियंत्रण में मिलेगी सहायता कमेटी के अध्यक्ष रिटायर्ड न्यायधीश हाई कोर्ट अशोक कुमार ने बताया कि भीड़ नियंत्रण के लिए चर्चा की गयी। इसके लिए सबसे पहले लाइव स्ट्रीमिंग कराई जाएगी। लाइव स्ट्रीमिंग के लिए 2 कंपनी आई थीं। जिसमें से सुयोग्य मीडिया को चयनित किया है। यह कंपनी खुद के खर्चे पर लाइव स्ट्रीमिंग की व्यवस्था करेगी। उम्मीद है होली तक लाइव दर्शन की व्यवस्था शुरू हो जाएगी। जिससे भक्त घर बैठे दर्शन कर सकेंगे और भीड़ नियंत्रित करने में सहायता मिलेगी। मंदिर चबूतरे से हटाया जायेगा अतिक्रमण मीटिंग में बताया गया कि मन्दिर के चबूतरे पर गेट नं-1, 2 व 3 के पास रैन बसेरा,कमरे व दुकानों के द्वारा हुए अतिक्रमित स्थल को खाली कराया जायेगा। इसके अलावा मंदिर परिसर के आसपास मौजूद भवनों,दुकानों को कैसे व्यवस्थित किया जाए इसके लिए रिटायर्ड जिला एवं सत्र न्यायाधीश मुकेश मिश्रा के नेतृत्व में बनाई समिति विचार विमर्श कर निर्णय लेगी। यह समिति मन्दिर के आस-पास श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत विकास किये जाने हेतु भवन,संपत्तियों को क्रय किये जाने की प्रक्रिया एवं भवन ,संपत्तियों के स्वामित्व निर्धारण, प्रक्रिया,स्वामियों को दिये जाने वाले क्रय मूल्य एवं भवन स्वामियों,किरायेदारों के पुर्नव्यवस्थापन हेतु देय धनराशि के सम्बन्ध में चर्चा करेगी। यह रहे मौजूद बैठक में जिला एवं सत्र न्यायाधीश और कमेटी सदस्य विकास कुमार, मुंसिफ -सिविल जज श्रीमती शिप्रा दुबे, जिला मजिस्ट्रेट और कमेटी सचिव चन्द्र प्रकाश सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार, नगर आयुक्त मथुरा-वृन्दावन नगर निगम जग प्रवेश, उपाध्यक्ष मथुरा वृन्दावन विकास प्राधिकरण श्याम बहादुर सिंह, अधीक्षण पुरातत्वविद् भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण आगरा डॉ स्मिता एस कुमार, गोस्वामी राजभोग समूह से शैलेन्द्र गोस्वामी,श्रीवर्धन गोस्वामी शयन भोग समूह से दिनेश कुमार गोस्वामी,विजय कृष्ण गोस्वामी (बब्बू) उपस्थित रहे।
भिवानी में पूर्व सीपीएस एवं कांग्रेस नेता राव दान सिंह ने दावा किया उन्हें वोट चोरी से हराया गया है। राहुल गांधी ने भी महेंद्रगढ़ के इस मुद्दे को उठाया। राव दान सिंह ने कहा कि अगर वोट चोरी नहीं होते तो वे चुनाव जरूर जीतते। जो चार बार के विधायक हैं। उन्होंने कांग्रेस की टिकट पर महेंद्रगढ़ विधानसभा से 2024 का चुनाव लड़ा और 2648 वोटों से हारे। भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से भी कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा था। लेकिन 2024 लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। दोनों ही जगह भाजपा उम्मीदवारों की जीत हुई थी। पूर्व सीपीएस राव दान सिंह की दैनिक भास्कर से बातचीत रिपोर्टर: कांग्रेसियों की मीटिंग चल रही है, उसके उद्देश्य क्या हैं? राव दान सिंह: वोट चोर गद्दी छोड़, इस नारे की पूरे हिंदुस्तान में गूंज है। राहुल गांधी व मल्लिकार्जुन खड़गे ने पूरे प्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे देश में इस आंदोलन को चलाने की बात कही है। इसी संदर्भ में हरियाणा के बाकी जिलों से होते हुए अब 4 दिसंबर को विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। ताकि भाजपा को इस बात का अहसास हो कि वे जो कर रहे हैं, उसका आम आदमी को पता लग गया है। इसलिए इस वोट चोरी को रोकें। इसके लिए सजग व आगाह करने के लिए यह काम कांग्रेस ने नीतिगत तरीके से किया है। रिपोर्टर: बिहार चुनाव में कांग्रेस की हार हुई। वहां क्या कारण रहा? राव दान सिंह: एक तरफ तो रेवड़ी बांटने के खिलाफ बात करते हैं। दूसरी तरफ से आचार संहिता लागू होने के बाद भी खातों में पैसे ट्रांसफर करते हैं। यह एक प्रलोभन है और प्रजातंत्र की हत्या है।रिपोर्टर: राहुल गांधी ने हरियाणा में वोट चोरी के मुद्दे को उठाया। आपको (राव दान सिंह) भी वोट चोरी से हराया था? राव दान सिंह: बिल्कुल। इसमें कोई दोराय नहीं। उन्होंने (राहुल गांधी) ने नाम भी लिया है, महेंद्रगढ़ का। वोट चोरी हुई है। अगर वोट चोरी नहीं होती तो वे 100 प्रतिशत जीतते। रिपोर्टर: वोट चोरी रोकने के लिए कांग्रेस क्या कदम उठाएगी? राव दान सिंह: प्रदर्शन के माध्यम से रोकेंगे। ताकि इस तरह की गलती ना हो और भारतीय जनता पार्टी दोबारा यह करने का प्रयास ना करे। रिपोर्टर: पिछले दिनों बरसात से हुए जलभराव के कारण फसलें खराब हुई थी, सरकार ने मुआवजा नहीं दिया है? राव दान सिंह: यह सरकार की विफलता है, जो किसान के हक की बात नहीं करती। सरकार ने आपस में बांटने के अलावा किसान के हित की कोई बात नहीं की है। सरकार की उपलब्धियां देख लें कि एक साल में हालात क्या हैं। महंगाई सिर पर चढ़कर बोल रही है। बेरोजगारी शीर्ष पर जा चुकी है। कानून व्यवस्था बिगड़ी हुई है। इन सबको देखते हुए कहूंगा कि एक साल सरकार का असफल सरकार का है। विधानसभा व लोकसभा चुनाव हारे राव दान सिंह महेंद्रगढ़ विधानसभा से 4 बार (साल 2000, 2005, 2009 व 2019) विधायक बने। राव दान सिंह ने 2024 का विधानसभा चुनाव कांग्रेस की टिकट पर लड़ा। जिन्हें कंवर सिंह यादव ने हराया। राव दान सिंह को 60 हजार 388 वोट मिले थे। जबकि राव दान सिंह को 2648 वोट से हार का सामना करना पड़ा। 2024 लोकसभा चुनाव में राव दान सिंह ने कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा। इस चुनाव में राव दान सिंह को हराकर भाजपा के धर्मबीर सिंह ने जीत दर्ज की। राव दान सिंह को 5 लाख 47 हजार 154 वोट मिले थे और 41 हजार 510 वोट से हार का सामना करना पड़ा था।
झांसी समेत उत्तर प्रदेश में चुनाव आयोग ने वोटर लिस्ट का स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) शुरू कर दिया है। यानी मतदाताओं की सूची अपडेट करने का काम किया जा रहा है। झांसी के कई इलाकों में इसको लेकर जानकारी का अभाव भी है। ऐसे में लोगों को समझ नहीं आ रहा कि वह SIR फॉर्म कैसे भरें। ऐसे ही मतदाताओं की समस्या का हल मदरसा महादुल मआरिफ़ मस्जिद शहीदैन ने करने की शुरुआत की है। इसके लिए आज से यहां कैंप आयोजित किए जा रहे हैं। जिसमें फॉर्म भरने से लेकर वक्फ संपत्तियों का डिजिटल रजिस्ट्रेशन भी किया जाएगा। ऑल इंडिया पयाम-ए-इंसानियत फोरम के अध्यक्ष मुफ़्ती इमरान नदवी ने बताया कि SIR प्रक्रिया में शामिल होना अहम है। साथ ही इसे वक्त पर पूरा करने के लिए चुनाव आयोग भी आह्वान कर रहा है। लेकिन, महानगर में ऐसे लोग बड़ी संख्या में जिन्हें इसको लेकर कुछ भ्रांतियां हैं या फिर उन्हें फॉर्म भरने में परेशानी हो रही है। जानकारी के अभाव के चलते ही लोग तहसील और दूसरे सेंटर के चक्कर काट रहे हैं, जबकि ये प्रक्रिया काफी आसान है। कहा कि लोगों की मदद के लिए ही मदरसे में कैंप आयोजित किया जा रहा है। जिसमें एक्सपर्ट यहां आने वाले लोगों को न सिर्फ फॉर्म भरने की जानकारी देंगे बल्कि, फॉर्म भरेंगे भी। उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग की गाइडलाइन के मुताबिक वोटर्स से वही दस्तावेज मांगे गए हैं, जो लगभग सभी लोगों के पास मौजूद हैं। लेकिन, सही जानकारी नहीं होने की वजह से लोग तहसील में निवास प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र जैसे कागज तैयार करने में जुटे हैं। उन्होंने बताया कि फॉर्म भरना काफी आसान है। आपको फॉर्म, फोटो, वोटर आईडी, अभिभावक की जानकारी देनी है। मुफ़्ती इमरान नदवी ने कहा कि जिन लोगों को साल 2003 की वोटर लिस्ट नहीं मिल रही है तो भी वह परेशान न हों, कैंप में वह लिस्ट भी उपलब्ध कराई जाएगी। सुबह-शाम लगेगा कैंप जीवनशाह कब्रिस्तान के पास बने मदरसा इस्लामिया महादुल मआरिफ़, मस्जिद शहीदैन में SIR फॉर्म भरने के लिए वॉलंटियर्स की टीम सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक उपलब्ध होगी। वहीं, शाम 4 बजे से रात 10 बजे तक दूसरी शिफ्ट में कैंप लगेगा। यहां वोटर ऑनलाइन भी SIR फॉर्म भर पाएंगे। वक्फ संपत्तियों का भी होगा रजिस्ट्रेशन मदरसे के मुफ़्ती इमरान नदवी ने बताया कि SIR के अलावा कैंप में वक्फ संपत्तियों का रजिस्ट्रेशन कराने की भी सुविधा दी जा रही है। यहां वक्फ से जुड़े जिम्मेदार दस्तावेजों के साथ ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
म्यांमार में बैठकर साइबर फ्रॉड का खेल खेलने वाले चीनी हैंडलर आईटी इंजीनियर्स और कंप्यूटर की जानकारी वाले युवाओं को फंसा रहे हैं। इन युवाओं को फंसाने में भारतीय एजेंट्स उनकी मदद कर रहे हैं।म्यांमार में चीनी हेंडलर्स के चंगुल में फंसे युवकों को खूब प्रताड़ित किया जाता है। उन्हें कंपनी के परिसर से बाहर नहीं निकलने दिया जाता है। फतेहाबाद के युवकों ने बताया है कि जिस जगह पर उनको रखा जाता था, वहां का मेन गेट कभी-कभार ही खुलता है। उन्हें मात्र 25-30 हजार रुपए सैलरी दी जाती थी। वह भी इसलिए ताकि वे यह पैसा अपने घर भेज सकें। इससे घरवालों को उनके मुसीबत में फंसने का शक नहीं होगा। मोबाइल से बात भी उनके पास खड़े होकर करवाते थे। हर सप्ताह मोबाइल चेक होता है। हर किसी का मोबाइल ट्रेसिंग पर रखते हैं, ताकि नजर रखी जा सके। कोई रुल फॉलो न करे तो उसको ज्यादा प्रताड़ित किया जाता है। कैंपस बना रखे हैं, उनमें अलग-अलग देशों के लोगों के साथ रखा जाता है ताकि एक-दूसरे की भाषा न समझ सकें। पासपोर्ट छीनने की भी धमकी देते थे। फतेहाबाद के युवक को दोस्त ने ही फंसाया इस मामले में यह भी खुलासा हुआ है कि वहां फंसे युवक खुद को बचाने के लिए या तो भारी भरकम पैसा देते हैं या अपनी जगह कोई और बुलाकर अपनी जान छुड़ाते हैं। फतेहाबाद के युवकों के साथ भी ऐसा ही हुआ है। उन्हें दोस्त ने ही फंसा दिया। फतेहाबाद पुलिस ने इस मामले में भूना खंड के गांव धोलू निवासी युवक राहुल की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की है। इस एफआईआर में राहुल, उसी के गांव के अंकित और गांव काताखेड़ी के अमरदीप का भी जिक्र है। पुलिस को दी शिकायत में इन्होंने फंसाने से लेकर वापसी तक का पूरा सफर बयां किया है। सिलसिलेवार पढ़िए... पुलिस को क्या बताया जानिए... कैसे फंसाते थे युवकों को युवक बताते हैं कि यह सारा खेल थाइलैंड और कुछ भारतीय एजेंट्स की मिलीभगत से होता है। थाइलैंड के एजेंट्स से लालच मिलने के बाद भारत के एजेंट्स वहां नौकरी संबंधी विज्ञापन सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर डालते हैं। युवाओं को मोटा पैसा कमाने का ऑफर दिया जाता है। मगर बाद में उन्हें साइबर फ्रॉड के काम में जुटा दिया जाता है। एसपी बोले-इस नेटवर्क की पूरी जांच होगी फतेहाबाद के एसपी सिद्धांत जैन ने बताया कि जिले के तीनों युवकों के मामले में राहुल की शिकायत पर तीन लोगों पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। अब इस पूरे नेटवर्क की जांच होगी। जो भी संलिप्त लोग मिलेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। युवाओं को भी विदेश जाते समय सारी जांच करनी चाहिए। ऐसे लोगों के चंगुल में नहीं फंसना चाहिए।
महेंद्रगढ़ जिले के नारनौल में मामा ने अपनी भांजी की शादी के उपलक्ष्य में उसे घोड़ी पर बैठाकर बनवारा निकाला। भांजी को घोड़ी पर बैठे देख इलाके में उत्साह का माहौल रहा और लोगों ने इस कदम की सराहना की। खास बात यह रही कि लड़की झांसी की रानी के वेश में नजर आई, जिसने कार्यक्रम की शोभा बढ़ा दी। मोहल्ला पुरानी सराय के एस्ट्रोलॉजर पुनीत शास्त्री अपनी भांजी निशा की शादी कर रहे हैं। निशा की शादी 22 नवंबर को है और बारात महेंद्रगढ़ के गांव खेड़की से आएगी। दूल्हा योगेंद्र गुरुग्राम की एक मोटर्स कंपनी में सुपरवाइजर के पद पर कार्यरत है, जबकि लड़की ने बीए किया हुआ है। बचपन से रहती नाना के घर रहती थी निशा लड़की के नाना एवं पब्लिक हेल्थ से रिटायर्ड रघुनंदन शर्मा ने बताया कि निशा बचपन से ही उनके पास रहती है। जिसके कारण उन्होंने ही लड़की की शादी की जिम्मेवारी ली है। उन्होंने बताया कि उसके मामा पुनीत शास्त्री ही लड़की को विदा करेंगे। इसी खुशी में मामा की ओर से ही आज बनवारा दिया गया। घोड़ी पर बैठाकर घुमाया बनवारे के अवसर पर लड़की को सफेद घोड़ी पर बैठाकर घुमाया गया। इस दौरान निशा ने झांसी की रानी की वेशभूषा धारण की। जिसके बाद ढोल बाजे की धुन पर मोहल्ला पुरानी सराय में घोड़ी पर बैठाकर लड़की का बनवारा निकाला गया। लड़कियां किसी से कम नहीं निशा ने बताया कि आज लड़कियां किसी भी क्षेत्र में कम नहीं हैं। उन्होंने बताया कि उसके नाना-मामा ने उसको बड़े लाड़ व प्यार से पाला है। अब वे ही उसकी शादी कर रहे हैं। वे नाना-मामा से बहुत खुश हैं। उन्होंने कहा कि घोड़ी पर बैठते हुए उन्हें बहुत गर्व हुआ है। वहीं मामा ने बनवारा दिया। इससे वे ज्यादा खुशी महसूस कर रही हैं। लड़का-लड़की में कोई भेदभाव नहीं- मामा मामा पुनीत शास्त्री ने बताया कि उन्होंने समाज को एक संदेश देने के लिए भांजी का बनवारा घोड़ी पर निकाला है। उन्होंने बताया कि आज हमें लड़का-लड़की में कोई भेदभाव नहीं करना चाहिए तथा सबको समान दृष्टि से देखना चाहिए। सहभोज भी कराया गया इस मौके पर मोहल्ले के लोगों, रिश्तेदारों व परिचितों ने सहभोज भी किया। बनवारा दिए जाने की खुशी में मामा ने ही सभी को भोजन कराया तथा खुशियां मनाई। इस मौके पर शहर की कई लोग मौजूद रहे।
शहर के रेलवे स्टेशन रोड स्थित सिंचाई विभाग के नलकूप परिसर में एकीकृत मंडलीय कार्यालय बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस काम के लिए कार्यदायी संस्था के रूप में नियुक्त गोरखपुर विकास प्राधिकरण (GDA) इन आवासों एवं कार्यालयों को खाली करने का नोटिस चस्पा कर दिया है। 25 नवंबर तक इसे खाली करने को कहा गया है। उसके बाद ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी। लगभग 13 एकड़ जमीन पर 325 करोड़ रुपये की लागत से एकीकृत मंडलीय कार्यालय बनाया जाएगा। इसमें मंडल स्तर के सभी विभागों के कार्यालय होंगे। इस बीच GDA की ओर से इन भवनों को ध्वस्त करने के लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। टेंडर के जरिए अधिकार पाने वाली फर्म ही इसे ध्वस्त करेगी। 25 नवंबर की समय सीमा बीतने के बाद इसे ध्वस्त कर दिया जाएगा। संभावना जताई जा रही है कि इस योजना का शिलान्यास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। GDA टॉवर में कार्यालय तो कालोनियों में शिफ्ट होंगे आवास सिंचाई विभाग के कार्यालय GDA टॉवर में शिफ्ट किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त प्राधिकरण की लोहिया एवं वसुंधरा एन्क्लेव में अधिकारियों एवं कर्मचारियों के आवास शिफ्ट किए जाएंगे। प्राधिकरण के अधिकारियों की मानें तो ऐसे 69 आवास हैं। जिन कर्मचरियों ने प्राधिकरण की योजना में आवास लेने से इनकार किया है, वे एचआरए के साथ निजी मकान किराए पर ले सकेंगे। लेकिन जो लोग कालोनी में रहेंगे, उनका एएचआरए सीधे प्राधिकरण को किया जाएगा। इसी क्रम में नलकूप परिसर में संचालित सभी कार्यालयों को भी गोलघर स्थित जीडीए टावर में स्थानांतरित किया जा रहा है, जिससे परिसर को ध्वस्तीकरण के लिए पूरी तरह खाली कराया जा सके। रेलवे स्टेशन स्थित नलकूप परिसर की 13.53 एकड़ भूमि पर बनने वाला यह एकीकृत मंडलीय कार्यालय क्षेत्र के सबसे आधुनिक प्रशासनिक भवनों में शामिल होगा। इसका निर्माण गुरुग्राम की फर्म मेसर्स इंद्रजीत मेहता कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड को सौंपा गया है। परियोजना की कुल लागत लगभग 269.63 करोड़ रुपये निर्धारित की गई है और इसे 30 नवंबर 2028 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। जीडीए उपाध्यक्ष आनंद वर्द्धन ने बताया कि परिसर खाली कराने के लिए नोटिस चस्पा कर दिया गया है। निर्धारित समय तक भवन खाली नहीं किया गया तो प्राधिकरण उसे खाली कराएगा।
पहाड़ी राज्यों में हो रही बर्फबारी ने मध्यप्रदेश में सर्दी बढ़ा दी है। प्रदेश में बीते 15 दिन से कड़ाके की ठंड पड़ रही है। पिछले 24 घंटे में भोपाल, इंदौर समेत 12 शहरों में पारा 10 डिग्री से नीचे रहा। राजगढ़ में तापमान सबसे कम 7.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबलपुर के भेड़ाघाट में घना कोहरा छाया रहा। ऐसा ही मौसम शुक्रवार को भी बना रहेगा। इस बार प्रदेश में 6 नवंबर से ही कड़ाके की ठंड का दौर शुरू हो गया। प्रदेश का मालवा-निमाड़ सबसे ठंडा है। भोपाल में तो पिछले 10 दिन से कोल्ड वेव यानी, शीतलहर चल रही है। यहां अगले 2 दिन भी ऐसा ही मौसम बना रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार को इंदौर, भोपाल, राजगढ़, शाजापुर और सीहोर में शीतलहर का अलर्ट है। हिल स्टेशन पचमढ़ी प्रदेश में दूसरा सबसे ठंडा शहरबुधवार-गुरुवार की रात में प्रदेश के कई शहरों में कड़ाके की ठंड का असर देखा गया। राजगढ़ में पारा 7.5 डिग्री रहा, जो प्रदेश में सबसे कम रहा। वहीं, इकलौते हिल स्टेशन पचमढ़ी में तापमान 7.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो प्रदेश में दूसरा सबसे ठंडा शहर रहा। शाजापुर में 7.8 डिग्री, शिवपुरी में 8 डिग्री, छतरपुर के नौगांव में 8.3 डिग्री, खंडवा में 8.4 डिग्री, नरसिंहपुर में 8.8 डिग्री, खरगोन-उमरिया में 9 डिग्री और रायसेन में पारा 9.6 डिग्री दर्ज किया गया। बड़े 5 शहरों की बात करें तो भोपाल में 9.2 डिग्री, इंदौर में 8 डिग्री, ग्वालियर में 11.9 डिग्री, उज्जैन में 10.5 डिग्री और जबलपुर में पारा 12 डिग्री सेल्सियस रहा। नवंबर के पहले सप्ताह में ही कड़ाके की ठंडइस बार नवंबर के पहले सप्ताह से ही प्रदेश में कड़ाके की ठंड है। स्थिति यह है कि रात का पारा लगातार नीचे जा रहा है। इस वजह से भोपाल में नवंबर की सर्दी का पिछले 84 साल का रिकॉर्ड टूट चुका है। वहीं, इंदौर में 25 साल में सबसे ज्यादा सर्दी है। मौसम विभाग ने पूरे नवंबर में तेज ठंड का दौर बरकरार रहने का अनुमान जताया है। अगले दो दिन तक प्रदेश में शीतलहर का अलर्ट है। फिर शीतलहर से थोड़ी राहत मिल सकती है। 22 नवंबर को लो प्रेशर एरिया एक्टिव होगा22 नवंबर से देश के दक्षिण-पूर्वी खाड़ी में एक लो प्रेशर एरिया (निम्न दबाव का क्षेत्र) एक्टिव हो रहा है। इससे पहले प्रदेश में अगले 2 दिन तक शीतलहर का अलर्ट है। इस बार नवंबर में पहले सप्ताह में ही तेज ठंडप्रदेश में नवंबर में पिछले 10 साल से ठंड के साथ बारिश का ट्रेंड भी है। इस बार भी ऐसा ही मौसम है। आम तौर पर दूसरे सप्ताह में कड़ाके की ठंड पड़ती है, लेकिन इस बार पहले सप्ताह से ही तेज ठंड का असर है। वहीं, बारिश के लिहाज से अक्टूबर का महीना उम्मीदों पर खरा उतरा है। इस महीने औसत 2.8 इंच पानी गिर गया, जो सामान्य 1.3 इंच से 121% ज्यादा है। जानिए, नवंबर में 5 बड़े शहरों का मौसम... भोपाल: इस बार टूट गया ओवरऑल रिकॉर्डनवंबर में भोपाल में रात का तापमान 9 से 12 डिग्री सेल्सियस पहुंच जाता है। पिछले 10 साल से ऐसा ही ट्रेंड रहा है। इस बार पहले सप्ताह से ही तेज ठंड का असर रहा। मौसम विभाग के अनुसार, भोपाल में नवंबर में रात का तापमान 6.1 डिग्री तक पहुंच चुका है। यह 30 नवंबर 1941 को दर्ज किया गया था, लेकिन इस साल 16 नवंबर की रात में पारा 5.2 डिग्री रहा। इस तरह नवंबर की सर्दी का ओवरऑल रिकॉर्ड बन गया है। यहां इस महीने बारिश होने का ट्रेंड भी है। 10 साल में तीन बार बारिश हो चुकी है। साल 1936 में महीने में साढ़े 5 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है। इंदौर: 5.6 डिग्री तक जा चुका न्यूनतम पाराइंदौर में नवंबर में ठंड का असर रहता है। खासकर दूसरे सप्ताह से पारा तेजी से गिरता है। इस वजह से रातें ठंडी हो जाती हैं और टेम्प्रेचर 10 से 12 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। 25 नवंबर 1938 को पारा 5.6 डिग्री सेल्सियस तक जा चुका है। इंदौर में कभी-कभार बारिश भी हो जाती है। दिन में 31 से 33 डिग्री के बीच तापमान रहता है। ग्वालियर: 1927 में 3 इंच पानी गिरा थापिछले 10 साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो नवंबर में ग्वालियर में पारा 8 डिग्री तक पहुंच चुका है। 54 साल पहले वर्ष 1970 में टेम्प्रेचर 3 डिग्री गया था। यह ओवरऑल रिकॉर्ड है। 2 नवंबर 2001 को दिन का तापमान 37.3 डिग्री तक रहा, जबकि यह सामान्य तौर पर 33 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। ग्वालियर में इस महीने बारिश भी होती है। 1927 में पूरे महीने 3 इंच से ज्यादा पानी गिरा था। 10 साल में 3 बार ऐसा ही मौसम रह चुका है। जबलपुर: 1946 में 6 इंच से ज्यादा बारिशजबलपुर में पिछले 10 साल में 2022 में न्यूनतम पारा 7.8 डिग्री सेल्सियस तक जा चुका है। ओवरऑल रिकॉर्ड 12 नवंबर 1989 को दर्ज किया गया था, तब टेम्प्रेचर 3.9 डिग्री तक पहुंच गया था। 1946 में पूरे महीने 6 इंच से ज्यादा पानी गिरा था। 10 साल में दो बार बारिश हो चुकी है। दिन में 30 से 33 डिग्री सेल्सियस के बीच तापमान रहता है। उज्जैन: न्यूनतम तापमान 10-11 के बीचउज्जैन में 30 नवंबर 1974 को रात का तापमान 2.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है। यह ओवरऑल रिकॉर्ड है। वहीं, 6 नवंबर 2008 को दिन का तापमान 36.5 डिग्री रहा था। पिछले 10 साल की बात करें तो न्यूनतम तापमान 10-11 डिग्री के बीच रहा है, जबकि दिन में यह 33 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा है।
स्वास्थ्य विभाग में अनुबंध आधारित नियुक्ति करने का निर्देश
सिमडेगा | स्वास्थ्य विभाग के तहत संचालित विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक गुरुवार को हुई। बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने तथा लंबित कार्यों को शीघ्र पूरा करने पर विशेष जोर दिया गया। बैठक में उप विकास आयुक्त दीपांकर चौधरी ने सदर अस्पताल में आवश्यक मरम्मत कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए भवन प्रमंडल, सिमडेगा से उपलब्ध प्राक्कलन के आधार पर तत्काल मरम्मत कार्य प्रारंभ करने का निर्देश दिया। स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत अनुबंध आधारित विभिन्न पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया में हो रही देरी पर नाराजगी व्यक्त की गई। उप विकास आयुक्त ने स्पष्ट निर्देश दिया कि संबंधित शाखा रोस्टर क्लीयरेंस हेतु फाइल अविलंब प्रस्तुत करे, ताकि नियुक्ति प्रक्रिया समयबद्ध रूप से पूरी की जा सके।
पार्क में नि:शुल्क घूम सकते है नागरिक
गुमला| शरद ऋतु के मद्देनजर गुमला शहरी क्षेत्र अंतर्गत नगर परिषद के अधीनस्थ तीनों पार्क क्रमश: रॉक गार्डेन, पटेल पार्क एवं विकास कॉलोनी पार्क की वृहत पैमाने पर साफ-सफाई नगर परिषद के द्वारा कराई गई है। प्रशासक मनीष कुमार के अनुसार सभी पार्कों को नागरिकों के उपयोग के लिए खोल दिया गया है। सभी पार्कों में हरियाली के दृष्टिकोण से विभिन्न प्रकार के पेड़ पौधे लगाए गए हैं तथा बच्चों के मनोरंजनार्थ खेलकूद की सामग्रियां भी उपलब्ध हैं। लाइटिंग की व्यवस्था को दुरूस्त किया गया है। नागरिकों की जरूरत को ध्यान में रखते हुए आगामी दिनों में और भी व्यवस्थाएं की जाएगी। उन्होंने कहा कि तीनों पार्कों में नागरिक सपरिवार भ्रमण कर प्रकृति का आनंद लेते हुए परिवार के संग समय व्यतीत कर सकते हैं। इन पार्को में नि:शुल्क सुविधा प्रदान की जा रही है।
महाराष्ट्र से लापता युवक को वापस लाने की मांग
भास्कर न्यूज| सिमडेगा उपायुक्त कंचन सिंह की अध्यक्षता में जिला समाहरणालय परिसर में जनता दरबार का आयोजन किया गया, जिसमें जिले के शहरी तथा ग्रामीण सुदूरवर्ती क्षेत्रों से आए लोगों की विभिन्न समस्याओं को सुना गया। उपायुक्त ने उपस्थित ग्रामीणों की समस्याओं को सुनते हुए संबंधित मामलों को त्वरित कार्रवाई हेतु अलग-अलग विभागों के पदाधिकारियों को अग्रसारित किया। जनता दरबार के दौरान विभिन्न विषयों पर आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें जाति प्रमाण पत्र निर्गत करने, महाराष्ट्र में गुमशुदा युवक सूरज सिंह को घर वापस लाने, सलडेगा अंबाटोली से बंगरु तुयुटोली तक सड़क निर्माण कराने, महिला उत्पीड़न से संबंधित शिकायत, प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभुकों को बिजली एवं पानी की सुविधा बहाल कराने, खरीदी गई जमीन पर अवैध मकान निर्माण को रोकने, मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत कराने, पंजी–II सुधार तथा नाम दर्ज कराने, दुकान का किराया भुगतान सुनिश्चित कराने सहित कई भूमि विवाद से जुड़े मुद्दे शामिल थे। जनता दरबार में अनीता केरकेट्टा, ग्राम कदमटोली, प्रखंड कुरडेग ने जाति प्रमाण पत्र निर्गत करने का अनुरोध किया। उन्होंने बताया कि उनका परिवार 1918 से उक्त गांव में रह रहा है, लेकिन पारिवारिक कारणों से खतियान नहीं बन पाया, जिसके कारण उनका जाति प्रमाण पत्र निर्गत नहीं हो पा रहा है। जाति प्रमाण पत्र न होने से उन्हें शैक्षणिक कार्यों एवं विभिन्न रिक्तियों में आवेदन करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने उपायुक्त से त्वरित कार्रवाई की प्रार्थना की। उपायुक्त ने इस मामले में अपर समाहर्ता सिमडेगा एवं कुरडेग अंचलाधिकारी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कोलेबिरा प्रखंड के सरंगापानी गांव की विमला देवी ने गुमशुदा सूरज सिंह को महाराष्ट्र से घर लाने में सहायता का अनुरोध किया। उन्होंने बताया कि सूरज सिंह की गुमशुदगी की सूचना पहले ही थाना में दी गई थी और अब यह पता चला है कि वह अहमदनगर जिले के मुगेवाडी महाराष्ट्र में काम कर रहा है। उपायुक्त ने आवश्यक समन्वय एवं कार्रवाई का आश्वासन दिया। जनता दरबार में बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे। मौके पर अपर समाहर्ता ज्ञानेन्द्र सहित विभिन्न विभागों के पदाधिकारी उपस्थित थे।
स्टार संपूर्ण शक्ति अवार्ड से डॉ. सांत्वना सम्मानित हुए
रामगढ़ | फेडरेशन ऑफ ऑब्सटेट्रिक एंड गायनेकोलॉजिकल सोसाइटीज़ ऑफ इंडिया (एफओजीएसआई) के तत्वावधान में पुणे के जेडब्लू मैरियट में 14 नवंबर को आयोजित प्रेसीडेंटियल कांफ्रेस के दौरान रामगढ़ जिले के स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ सांत्वना शरण को स्टार संपूर्ण शक्ति अवार्ड से सम्मानित किया गया। एफओजीएसआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनीता तेंदुलवाडेकर ने उन्हें यह अवार्ड सौंपा है। डॉ सांत्वना शरण को उक्त अवार्ड से सम्मानित किये जाने के बाद क्षेत्र के चिकित्सकों ने हर्ष जताया है। इस संबंध में डॉ सांत्वना शरण ने बताया कि यह प्रतिष्ठित पुरस्कार उन चिकित्सकों को दिया जाता है, जिन्होंने महिलाओं के स्वास्थ्य क्षेत्र में दूरदर्शी नेतृत्व, अनुकरणीय सेवा और असाधारण योगदान दिया हो। जो जमीनी स्तर पर कार्य करते हुए यौन उत्पीड़न, पॉसको से जुड़े मामलों और महिलाओं की स्वास्थ्य-समस्याओं जैसी संवेदनशील परिस्थितियों को संवेदनशीलता, सतर्कता और निष्ठा के साथ संभालते हैं।
छह महिलाओं को आजीविका के लिए बकरियों का वितरण
रामगढ़ | झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी पलाश द्वारा मांडू प्रखंड के मुरपा गांव में गुरुवार को विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह बिरहोर श्रेणी के दो समूह के छह लाभुक महिलाओं को आजीविका संवर्धन के उद्देश्य से बकरियों का वितरण किया गया। यह पहल सामुदायिक निवेश कोष के तहत संचालित की गई, जिसका मुख्य उद्देश्य अत्यंत वंचित बिरहोर समुदाय की आर्थिक स्थिति को मजबूत करना और उन्हें स्थायी आय का साधन उपलब्ध कराना है। वितरण कार्यक्रम में दो स्वयं सहायता समूहों एवं लाभान्वित समूह सदस्य महिलाओं की सूची प्यारी स्वयं सहायता समूह बिरसी देवी, पूजा देवी, बिरसी देवी और पायल स्वयं सहायता समूह चम्पा देवी, युयिका देवी, फूलों देवी। कार्यक्रम के दौरान वार्ड सदस्य महेश महतो तथा जेएसएलपीएस के पदाधिकारी उपस्थित थे। उन्होंने लाभुक महिलाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि बकरी पालन ग्रामीण क्षेत्रों में आय सृजन का अत्यंत प्रभावी माध्यम है और इससे महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने में सहायता मिलेगी। लाभुक महिलाओं ने प्रशासन और जेएसएलपीएस टीम के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह सहायता उनके लिए एक स्थायी और विश्वसनीय आजीविका का मजबूत आधार बनेगी।
शिविर में 124 बच्चों के दांत और आंख की जांच
मांडू | सपोर्ट पब्लिक स्कूल मांडू में गुरुवार को हजारीबाग कॉलेज अॉफ डेंटल साइंस की ओर से निःशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें विद्यार्थियों के दांत एवं आंखों की जांच की गई। कार्यक्रम का शुभारंभ स्कूल की प्रधानाध्यापिका स्वाति प्रियंका ने किया। उन्होंने बताया कि शिविर स्कूल के प्रांगण में तीन दिनों तक चलेगा। जिसमें विद्यालय के बच्चों तथा अभिभावकों का भी आंख एवं दांतों की जांच होगी। इधर शिविर में डॉक्टर शैली, डॉ संगम कुमार, डॉ साहिन प्रवीण, डॉ आशीष कुमार, डॉ नंदिता सिंह, डॉ रितेश कुमार एवं डॉ अमित कुमार के नेतृत्व में पहले दिन 124 विद्यार्थियों के आंख एवं दांत की जांच की गई। डॉ शैली ने बताया की दांतों में कीड़े, मुंह की बदबू तथा दांतों में पायरिया की वजह दांतों की सफाई नहीं करना है। मगनपुर | प्रखंड क्षेत्र के सुतरी पंचायत सचिवालय में गुरुवार को जॉब कार्ड धारियों के लिए केवाईसी अपडेट शिविर आयोजित किया गया। शिविर में सैकड़ों लाभुकों ने केवाईसी कराने के लिए जमा हुए। जहां रोजगार सेवक आशीष कुमार मानकी ने बताया कि सरकार के निर्देश पर सभी जॉब कार्ड धारियों का केवाईसी अनिवार्य रूप से अपडेट कराया जा रहा है। केवाईसी पूर्ण होने के बाद मनरेगा योजनाओं में मजदूरों की हाजिरी रेटिना स्कैन से ली जाएगी, जिससे फर्जी मजदूरी की समस्या खत्म होगी और वास्तविक मजदूरों से काम लेना आसान होगा। मौके पर अर्जुन प्रसाद, श्रीकांत मल्होत्रा, पूरन सिंह, परेश महतो, लीला देवी, सविता देवी, अनीता देवी, सुखिया देवी सहित कई लोग उपस्थित रहे।
कोयला खनन के अवैध मुहानों को जल्द बंद कराएं अधिकारी : डीसी
भास्कर न्यूज | मगनपुर गोला प्रखंड के चक्रवाली गांव के समीप भारतमाला परियोजना द्वारा किए जा रहे सड़क निर्माण कार्य के दौरान पेयजल पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो गई। जिससे मगनपुर, चोकाद, सासोकला व रोला समेत आसपास के गांवों में जलापूर्ति बाधित हो गई है। निर्माण कार्य के दौरान जेसीबी से खुदाई करते समय मुख्य पाइपलाइन टूट गई, जिसके बाद सुबह से ही नलों में पानी नहीं पहुंच पा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि जलापूर्ति रुकने से पीने और दैनिक उपयोग के पानी के लिए लोगों को भारी परेशानी हो रही है। कई परिवारों को दूरस्थ जलस्रोतों पर निर्भर रहना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने निर्माण करा रही कंपनी के पदाधिकारियों से पाइपलाइन की शीघ्र मरम्मत कर पेयजल आपूर्ति बहाल करने की मांग की है। साथ ही कहा कि भविष्य में ऐसे कार्यों से पहले पाइपलाइन का स्थान सुनिश्चित किया जाए, ताकि इस तरह की समस्या दोबारा न हो। रामगढ़ | समाहरणालय सभागार में गुरुवार को जिला स्तरीय खनन टास्क फोर्स की बैठक हुई। इस दौरान जिला खनन पदाधिकारी निशांत अभिषेक ने अवैध खनन के विरुद्ध किए जा रहे कार्यों की जानकारी उपायुक्त फैज अक अहमद मुमताज एवं एसपी अजय कुमार को दी। उपायुक्त ने प्रभावी तरीके से अवैध खनन के विरुद्ध कार्रवाई करने का निर्देश दिया। डीसी ने कोयला के अवैध खनन के मुहानों को बंद करने का निर्देश दिया। उन्होंने अवैध मुहानों से खनन होने संबंधित सूचना प्राप्त होने पर त्वरित रूप से कार्रवाई करते हुए उसे अच्छी तरह बंद करने को कहा। उपायुक्त ने सभी संबंधित परियोजनाओं के महाप्रबंधकों एवं एरिया सिक्योरिटी ऑफिसर्स को कार्यों पर विशेष ध्यान देने एवं अवैध मुहानों से किसी भी तरह का कोई भी खनन कार्य न होने देने का निर्देश दिया।
पतरातू में आज बिजली आपूर्ति बाधित रहेगी
रामगढ़ | रामगढ़ थाना पुलिस ने वारंटियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी अभियान चलाया। इस दौरान पुलिस ने एक वारंटी को गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि वारंटी चंदन सोनी के विरुद्ध थाना कांड संख्या 74/13 केस दर्ज है। मामले में फरार आरोपी चंदन सोनी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया। पुलिस के अनुसार आरोपी लंबे समय से मामले में फरार चल रहा था। उसकी गिरफ्तारी के लिए न्यायालय ने वारंट निर्गत किया था। वारंट के आधार पर पुलिस टीम ने उसे धर-दबोचा और आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया। पतरातू । 11 केवी पतरातू फीडर सर्विस लाइन में 21 नवंबर को मेंटेनेंस का कार्य किया जाएगा। जिसके कारण सुबह 9:30 बजे से शाम 5:00 तक पतरातू क्षेत्र में आंशिक रूप से बिजली बाधित रहेगी। इस संबंध में विद्युत अभियंता रोहिताश कुमार ने बताया कि मेंटेनेंस की आवश्यकता को देखते हुए कार्य किए जा रहे हैं।
अंडर 14 फुटबॉल प्रतियोगिता में बेटियों ने किया शानदार प्रदर्शन, चंदा बनीं प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट
शंकर कुमार देवघरिया | रामगढ़ बाजार में इन दिनों हरी सब्जियों के भाव आसमान छूने लगे हैं। विगत एक माह के अंदर हरी सब्जियों के भाव में भारी उछाल होने से एक ओर जहां महिलाओं के किचन का बजट गड़बड़ाया है। वहीं दूसरी ओर भोजन की थाली से हरी सब्जियां दूर होने लगी है। एक माह पहले नया आलू, मूली और टमाटर बाजार में 30-35 रुपए किलो बिक रहे थे। लेकिन आज नया आलू और मूली पचास रुपये प्रति किलो बेचे जा रहे हैं। वहीं टमाटर 60 रुपए किलो बिक रहे हैं। फूल व बंधा गोबी, करैला, भिंडी, हरा मटर सहित अन्य सब्जियों का भी यही हाल है। सिर्फ पुराना आलू व प्याज के दाम में हल्की बढ़ोत्तरी हुई है। हरी सब्जियों के दाम बढ़ने से कारण गृहिणियों की परेशानी बढ़ गई है। डेली मार्केट के सब्जी विक्रेता अभिमन्यु कुशवाहा, राजकुमार, संदीप कुमार और जगरनाथ महतो ने बताया कि बेमौसम बारिश की वजह से लोकल किसानों की सब्जियों की फसल नष्ट हो गई है। लोकल हरी सब्जियों को उत्पादन काफी कम मात्रा में होने के कारण वर्तमान में अधिकाशंत: हरी सब्जियां बिहार, बंगाल, नासिक, यूपी, छत्तीसगढ़ व बैंगलोर के मंडियों से बाजार पहुंच रहे हैं। जिसके कारण सब्जियों के दाम बढ़े हैं। 15-20 दिनों के अंदर लोकल किसान के फसल का उत्पादन आरंभ होते ही बाजार में सब्जियों के दाम में गिरावट आएगी। भास्कर न्यूज|रामगढ़ स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग झारखण्ड सरकार के अंतर्गत झारखण्ड शिक्षा परियोजना परिषद रांची के तत्वाधान में आयोजित राज्यस्तरीय अंडर 14 बालिका फुटबॉल प्रतियोगिता का भव्य समापन खेलगांव स्थित प्रैक्टिस मैदान में गुरुवार को किया गया। इस प्रतियोगिता में उत्क्रमित प्लस टू उच्च विद्यालय उद्लू मांडू रामगढ़ के अंडर 14 बालिका टीम ने भाग लिया। जिसमें रामगढ़ बनाम हजारीबाग जिला के बीच फाइनल मैच खेला गया। दोनों टीमों ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए बिना किसी को गोल किए हुए बराबरी पर रहे। मैच के उपरांत दोनों टीमों के बीच ट्राई ब्रेकर किया गया। जिसमें हजारीबाग की टीम ने 4-3 से गोल कर खिताब पर कब्जा किया। रामगढ़ जिला पूरे राज्य में उप विजेता बना। खिलाड़ी चंदा कुमारी जनता प्लस टू उच्च विद्यालय चैनपुर मांडू रामगढ़ को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट के खिताब से नवाजा गया। वहीं जिला शिक्षा पदाधिकारी कुमारी नीलम ने बधाई देते हुए कहा कि खेलो झारखण्ड के राज्य स्तरीय फुटबॉल प्रतियोगिता में रामगढ़ जिला राज्य भर में दूसरा विजेता बना हैं। यह गौरव का क्षण हैं। हमारे जिला के खिलाड़ी अब पढ़ाई के साथ साथ खेल में भी अपनी पहचान बना रहे हैं। आने वाले भविष्य में रामगढ़ जिला के खिलाड़ी राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपना खेल का प्रदर्शन कर नाम रौशन करेंगे। वहीं जिला शिक्षा अधीक्षक संजीत कुमार ने बधाई देते हुए कहा कि इसके लिए हमारे शिक्षा विभाग के सभी पदाधिकारी, शारीरिक शिक्षा शिक्षक,कोच कमल कुमार महतो के कड़ी मेहनत का परिणाम है। सभी लोग बधाई के पात्र हैं। बधाई देने वाले में अतिरिक्त जिला कार्यक्रम पदाधिकारी नलिनी रंजन, बीईईओ सुलोचना कुमारी, प्रभाकर कुमार ओलंपिक एसोसिएशन के सचिव सीडी सिंह, रामगढ़ फुटबॉल संघ के सचिव मो मुस्तफा आजाद, रेफरी हेड अजय डिसिलवा एपीओ कुमार राज,इप्शिता तिर्की, प्राचार्य रामलाल रजक, बीरेंद्र राम, शिक्षक संघ के अध्यक्ष प्रदीप राम, शिक्षक राजकुमार नायक, नागेश्वर महतो, पुरनचंद महली, मनोज कुमार महतो, मिथलेश कुमार रविदास, ख़ेमन लाल महतो, सुनील कुमार महतो, सरफराज खान, मनोज तिर्की, रीना पासवान,सुचिता तिर्की, नरेश राम,बलबिंदर सिंह,सोनू करमाली,रौशन करमाली, प्रियंका कुमारी,रवींद्र दुबे, मो. कमरुद्दीन,चंद्रिका प्रसाद,रवींद्र कुमार, तेजू मुंडा,कुलदीप कुमार,शेखर कुमार,दीपक कुमार सिंह ,अल्पना कुमारी, रीना चौधरी, पुष्पा कुमारी, प्रकाशवती कुमारी , रिंकी कुमारी आदि शामिल हैं। गृहिणी उषा देवी ने बताया कि बाजार में नया आलू, टमाटर सहित हरी सब्जियों के दाम में अप्रत्याशित वृद्धि होने से किचन का बजट गड़बड़ाने लगा है। जिससे लोगों को आर्थिक रुप से परेशानी हो रही है। पहले किचन में हरी सब्जियों में प्रतिदिन लगभग सौ रुपये का खर्च आता था। लेकिन अब खर्च दोगुना हो गया है। जिससे घर चलाना मुश्किल हो गया है। इससे लोगों को भारी परेशानी हो रही है।
मेरठ में ढाई साल के बच्चे को आंख के ऊपर लगी चोट पर भाग्यश्री अस्पताल के स्टाफ ने घाव को साफ किए बिना ही मरीज के पिता से ही 5 रुपए की फैवीक्विक मंगाकर उस से बंद कर दिया। इससे बच्चे को लगभग 12 घंटे तक असहनीय दर्द हुआ। इसके बाद परिजन बच्चे को लोकप्रिय हॉस्पिटल लेकर पहुंचे जहां लगभग तीन घंटे तक इलाज के बाद उसके घाव को खोलकर फैवीक्विक के कण हटाकर टांके लगाए। इतना ही नहीं परिजनों ने जब अस्पताल में इस लापरवाही की शिकायत की तो अस्पताल के स्टाफ ने हमसे बहस मत करो ऐसा कहकर भेज दिया। इसके बाद बच्चे के पिता ने सीएमओ से शिकायत की है। अब पढ़ते हैं इस प्रकरण को लेकर क्या बोले विशेषज्ञ डॉक्टर मेडिकल कॉलेज के प्लास्टिक सर्जरी विभाग के विभाग अध्यक्ष डॉ भानू प्रताप ने बताया कि आमतौर पर प्लास्टिक सर्जरी में मेडिकल ग्लु का इस्तेमाल वहां किया जाता है जहां सिर्फ त्वचा में कट हो न की कोई गहरा घाव। मेडिकल ग्लु आमतौर पर ब्यूटाइल साइनोएक्रिलेट या ओक्टाइल साइनोएक्रिलेट से बने होते हैं वहीं फैवीक्विक में इथाइल साइनोएक्रिलेट होता है। मेडिकल में इसे इस्तेमाल करने का कोई मतलब नहीं है। यह घाव को जला भी सकता है और अगर इसे गहरे घाव में लगा दिया जाए तो यह चोट को ठीक नहीं होने देगा क्योंकि घाव हमेशा अंदर से ही भरता है। जनरल सर्जरी या आम चोटों में इसका प्रयोग नहीं होता है। आमतौर पर जो ग्लु आता है वो 1500 रूपये तक का आता है लोग सस्ते के चक्कर में भी फैवीक्विक का इस्तेमाल कर लेते हैं। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य और नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ आरसी गुप्ता ने बताया कि ऐसा पदार्थ की एक बूंद भी अगर आंख में चली जाए तो खुजली, लालीपन, एलर्जी या जख्म भी कर सकता है। अगर आंख के अंदर की काली पुतली उसके संपर्क में आ जाए तो बच्चे की रोशनी भी प्रभावित हो सकती थी। इसे ज्वलनशील पदार्थों में माना जाता है इसलिए त्वचा और आंख के लिए यह खतरनाक साबित हो सकता है। जनरल सर्जन डॉ धीरज राज बालियान ने बताया कि फैवीक्विक में इंडस्ट्रियल केमिकल इस्तेमाल किया जाता है जो त्वचा के लिए सुरक्षित नहीं होते हैं। अगर बिना घाव भी फैवीक्विक गलती से त्वचा पर कहीं लग जाती है तो भी वह त्वचा को प्रभावित करता है । इस प्रकार की लापरवाही सीधे तौर पर बच्चे की जान से खिलवाड़ है। आमतौर पर विशेषज्ञ या सर्जन द्वारा इसका इस्तेमाल किया जाता है उसमे भी इस्तेमाल का मानकों के साथ एक तरीका होता है बाल रोग विशेषज्ञ डॉ अनुपमा वर्मा ने बताया कि बच्चे की त्वचा बहुत ही नाजुक होती है और चेहरे की त्वचा शरीर के मुकाबले और भी संवेदनशील होती है। फैवीक्विक जैसी चीजों में ज्वलनशील पदार्थ होते हैं। ऐसे में घाव को तो नुकसान होता ही है और इसके साथ साथ आसपास की त्वचा भी जल सकती है। क्योंकि आंख के पास का घाव है तो वह आंख को भी प्रभावित कर सकता था। स्टाफ के कारण बच्चे को और भी बड़ी समस्या हो सकती है। त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ अंकिता चिकारा ने बताया कि फैवीक्विक हमारी त्वचा के अंदर मौजूद शुक्राणुओं को मार सकता है। इसके इस्तेमाल से एलर्जी या अन्य समस्या भी हो सकती हैं। कई बार इस कारण जो पपड़ी नुमा परत बन जाती है उसे हटाते समय भी त्वचा के खिंचने के कारण खून निकल जाता है। मेडिकल ग्लु के मानक अलग होते हैं इसलिए इसका इस्तेमाल करना त्वचा के लिए बेहद खतरनाक है। पूरी घटना पर क्या बोले सीएमओ मेरठ के सीएमओ डॉ अशाेक कटारिया ने बताया कि कुछ त्वचा संबंधित घाव में ग्लू का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन वह घाव अलग ब्लू होता है। भाग्यश्री हॉस्पिटल में फैवीक्विक से घाव बंद करने की शिकायत मिली है। उसके लिए दो सदस्यों की जांच टीम गठित कर दी गई है, दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। घाव पर ग्लू लगाने से बच्चे को हो सकते थे ये 5 नुकसान - अगर घाव गहरा है तो वह कभी भी भरेगा नहीं। इस तरह सेप्टिक धीरे-धीरे बढ़ता जाता और पूरी बॉडी में फैल जाता। - सेप्टिक फैलने के कारण जान भी जा सकती है। क्योंकि बच्चे को टिटनेस का प्रिक्योर वैक्सीनेशन भी नहीं किया गया। - घाव में जलन हो सकती थी, घाव के आसपास का एरिया भी जल सकता था। - बाद में फैवीक्विक हटाते समय त्वचा फट सकती है - सबसे बड़ा खतरा बच्चे की आंखों को होता, उसकी आंखों की रोशनी भी जा सकती थी।
गोरखपुर महोत्सव 2026 को भव्य रूप देने के लिए तैयारी बैठक आयुक्त सभागार में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता सदर सांसद रवि किशन ने की। महोत्सव इस बार चम्पा देवी पार्क में आयोजित होगा। तीन दिवसीय यह आयोजन 11, 12 और 13 जनवरी को होगा। महोत्सव का उद्घाटन पर्यटन मंत्री करेंगे, जबकि समापन और पुरस्कार वितरण मुख्यमंत्री के हाथों होगा। महोत्सव के साथ लगने वाला शिल्प मेला 17 जनवरी 2026 तक चलेगा। यह मेला स्थानीय कारीगरों के अलावा देशभर से आने वाले शिल्पकारों और उद्यमियों को अपनी कला और उत्पादों को प्रदर्शित करने का बड़ा मंच देगा। उम्मीद है कि इस बार शिल्प मेला और भी बड़ा और आकर्षक होगा। बैठक में सांसद रवि किशन ने कहा कि इस बार का गोरखपुर महोत्सव ऐतिहासिक होने वाला है। उन्होंने बताया कि कई नामी कलाकारों से लगातार बातचीत चल रही है। हनी सिंह, मिक्का और बादशाह में से किसी एक बड़े कलाकार के आने की संभावना है। इसके अलावा पलक मुछाल से भी बात की जा रही है। रवि किशन ने कहा कि वे खुद मंच पर प्रस्तुति देंगे और अपने छोटे भाई पवन को भी बुलाने का विचार है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की इच्छा है कि स्थानीय कलाकारों को बड़ा मंच मिले, इसलिए इस बार लोकल कलाकारों को पूरी तरह से निखारने और उन्हें अवसर देने की पूरी कोशिश की जाएगी। महोत्सव में स्थानीय प्रतिभाओं को विशेष रूप से शामिल किया जाएगा। बैठक में महोत्सव की रूपरेखा और संचालन से जुड़ी सभी व्यवस्थाओं पर विस्तार से चर्चा की गई। चम्पा देवी पार्क में मुख्य मंच और सांस्कृतिक जोन की तैयारी, आगंतुकों के लिए पार्किंग की व्यवस्था, प्रवेश और निकास मार्ग, सुरक्षा और ट्रैफिक प्रबंधन, पुलिस तैनाती, चिकित्सा सुविधाएँ और कंट्रोल रूम की स्थापना जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं की समीक्षा की गई। साथ ही शिल्प मेले के स्टॉलों के आवंटन और उनकी निगरानी की योजना भी तय की गई। सांसद रवि किशन ने कहा कि इस बार गोरखपुर महोत्सव को नई ऊँचाइयों पर ले जाने का लक्ष्य रखा गया है। बैठक में मंडलायुक्त अनिल ढिंगरा और जिलाधिकारी दीपक मीणा ने सभी विभागों को निर्देश दिया कि वे समय से पहले सभी तैयारियाँ पूरी कर लें, ताकि महोत्सव में किसी प्रकार की कमी न रहे।
हरियाणा में रोहतक के गांव काहनी की सपना (23) ऑनर किलिंग का शिकार हुई। गांव के सूरज के साथ सपना की लव स्टोरी स्कूल टाइम से शुरू हुई थी। दोनों एक ही स्कूल में पढ़ते थे। जब परिजनों को दोनों के प्रेस प्रसंग का पता चला तो उनकी पढ़ाई छुड़वा ली गई थी। परिजनों की नाराजगी के बावजूद सपना ने 4 साल पहले सूरज से शादी कर ली। मायके वालों के डर से करीब दो साल गांव नहीं लौटे। पति के साथ रोहतक में कमरा किराए पर लेकर रही। बेटा हुआ। धीरे-धीरे मायके वालों से रिश्ते सुधरने लगे। भाई त्योहारों पर आने भी लगा था। फिर एक फैसले ने सारी कहानी बिगाड़ दी। ये फैसला था पति व बच्चे के साथ गांव लौटने का। सपना ने सोचा था-धीरे-धीरे सब ठीक हो जाएगा। लेकिन मायके वाले इसमें बेइज्जती महसूस करने लगे। लोग उन्हें ताने देकर चिढ़ाते थे। इसी वजह से सपना के भाई ने पूरी कहानी ही खत्म करने की ठान ली। नतीजा बुधवार देर रात सपना की गोली मारकर हत्या कर दी। बचाने आए देवर साहिल को भी गोली लगी। स्कूल में शुरू हुए रिश्ते से बहन के कत्ल तक की कहानी जन्मदिन की चल रही थी तैयारीसूरज की मां निर्मला ने बताया कि बुधवार रात करीब पौने 10 बजेकमरे में बैठे हुए थे। 20 नवंबर को साहिल के जन्मदिन को लेकर बातचीत कर रहे थे कि सुबह क्या-क्या सामान लाना है। 22 नवंबर को पोते देव का भी दूसरा जन्मदिन है, जिसको लेकर भी बात चल रही थी। नहीं मालूम था कि कुछ देर में ही ऐसा भयानक होने वाला है। सपना को गोली मारकर पास ही खड़े थे आरोपीनिर्मला ने बताया कि बहू सपना का भाई संजू अपने चार साथियों के साथ आया। एक कमरे में सपना बेड पर थी। कमरे में दाखिल होते ही उस पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। सपना को 4-5 गोली लगीं। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सपना को गोली मारने के बाद उसका भाई संजू व उसके दो दोस्त पास ही खड़े थे। जब साहिल (सपना का देवर) एक डंडा लेकर बचाव करने गया तो आरोपियों ने उस पर गोली चला दी। साहिल ने डंडा अड़ाया तो गोली पेट में लगी। इसके बाद साहिल का हाथ पकड़कर अंदर कमरे में खींच लिया, जिससे जान बची। शादी से पहले सपना के परिवार को कई बार समझायानिर्मला ने बताया कि सूरज व सपना की शादी से पहले कई बार सपना के परिवार को समझाया था कि उसकी शादी कहीं ओर कर दे। लेकिन सपना के परिवार वालों ने उनकी बात नहीं सुनी। साल 2022 में सपना व सूरज ने भागकर कोर्ट मैरिज कर ली, जिसके बाद कई बार सपना के परिवार वालों ने घर आकर मारपीट करते हुए धमकी भी दी। बेटी की शादी में पुलिस को दी थी शिकायतनिर्मला ने बताया कि बेटी शबनम की शादी के दौरान उन्हें अनहोनी होने का खतरा था, जिसके चलते पहले ही पुलिस को शिकायत दे रखी थी। उस समय सपना के परिवार वालों ने धमकी दे रखी थी। बेटी की शादी के बाद एक माह के अंदर ही उसके पति की मौत हो गई थी। विवाद खत्म करने के लिए छुड़वा दी थी बच्चों की पढ़ाईनिर्मला ने बताया कि सूरज व सपना दोनों स्कूल में साथ पढ़ते थे और करीब चार साल से एक दूसरे से प्यार करते थे। लेकिन जब सपना के परिवार वालों ने एतराज किया तो विवाद को खत्म करने के लिए उसने अपने दोनों बच्चों सूरज व साहिल की पढ़ाई छुड़वा दी और बाद में दोनों घर का गुजारा चलाने के लिए ऑटो चलाने लगे। पुलिस मामले में कर रही जांचडीएसपी रवि खुंडिया ने बताया कि गोली मारने वालों में से एक की पहचान सपना के भाई संजू के रूप में हुई है। जबकि बाकी 4 उसके दोस्त बताए जा रहे हैं। पुलिस ने 4 टीम गठित कर दी हैं और दबिश देकर आरोपियों को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
इंदौर में पलाश परिसर की छठीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या करने वाली स्विमिंग कोच निकिता कजरिया के मामले में नया खुलासा हुआ है। निकिता और उसके लिव-इन प्रेमी असीम राजन की मुलाकात ग्वालियर मेले में हुई थी। यही मुलाकात प्यार में बदली और दाेनों इंदौर में एक साथ रहने लगे। ऐसा भी पता लगा है कि असीम के परिवार को उसके संबंधों और लिव इन में रहने की जानकारी ही नहीं थी। स्विमिंग कोच निकिता कजरिया के शव का पोस्टमार्टम के बाद गुरुवार को उसके पिता को सौंप दिया गया। लिव-इन पार्टनर असीम राजन अभी पुलिस हिरासत में ही है। मामले में पूछताछ में उसने बताया कि दस साल पहले निकिता ग्वालियर मेले में घूमने पहुंची थी। इस दौरान वह उसके संपर्क में आई। निकिता अपने पति को छोड़ चुकी है। उसका एक बेटा भी है। जो पति के साथ रहता है। राऊ पुलिस ने असीम राजन से पूछताछ की तो सामने आया कि निकिता और असीम राजन दोनों शादीशुदा हैं। असीम की पत्नी और एक बच्चा है। जो ग्वालियर में परिवार के साथ रहता है। असीम टैक्सी चलाने का काम करता है। निकिता से संपर्क होने के बाद वह इंदौर आ गया था। दोनों फ्लैट में रहते थे। फ्लैट पर जल्दी आने की बात पर दोनों में कहासुनी हुई थी। सुसाइड के पहले असीम ने ही निकिता को चाय बनाकर पिलाई थी। वह अक्सर निजी स्विमिंग स्कूल से देर से ही आती थी। क्योंकि स्कूल की क्लास छूटने के बाद कई बार स्विमिंग की क्लास चलाती थी।पति को छोड़ चुकी थी निकिता निकिता अपने पति को छोड़ चुकी थी। इसलिए वह राजन के साथ लिव इन में रहने लग गई। दोनों के बीच सबंध भी थे। बुधवार को असीम के परिवार को इस बारे में जानकारी लगी। निकिता के पिता भी नजदीक की बिल्डिंग में रहते हैं। उन्हें असीम और निकिता के रिश्ते से किसी तरह का एतराज नहीं था।निकिता के पिता ने भी की दो शादी निकिता के पिता ने भी दो शादी की है। निकिता पहली पत्नी की बेटी है। वहीं दूसरी पत्नी से तीन बेटे हैं। जो बाणगंगा इलाके में रहते हैं। निकिता अपने पिता की दूसरी शादी से खुश नहीं थी। इसलिए वह पिता के पास पति को छोड़ने के बाद नहीं रुकी। उसकी एक बहन और है। हालांकि पिता के अभी बयान नहीं हुए हैं। पुलिस के मुताबिक अभी परिवार के बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। ये खबर भी पढ़ें... इंदौर में छठी मंजिल से कूदी स्विमिंग कोच, मौत इंदौर में छठी मंजिल से कूदकर 33 वर्षीय महिला स्विमिंग कोच ने आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की और महिला के लिव-इन पार्टनर को हिरासत में ले लिया है। राऊ पुलिस के मुताबिक, यह घटना बुधवार रात करीब 1 बजे राऊ इलाके के बायपास पर पलाश परिसर की है। स्थानीय लोगों ने नीचे स्विमिंग कोच निकिता कजरिया का शव देख कर तत्काल पुलिस को सूचना दी। पूरी खबर पढ़ें
हेरहंज: सरकार आपके द्वार कार्यक्रम आज से
हेरहंज | प्रखंड सभागार में आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम की तैयारी को लेकर शुक्रवार को बैठक हुई। इसकी अध्यक्षता बीडीओ अमित कुमार ने की। बैठक में प्रखंड के सभी विभागों के पदाधिकारी, पंचायत सचिव, जनप्रतिनिधि एवं अन्य संबंधित कर्मी उपस्थित थे। बैठक में बीडीओ ने सभी विभागों को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने विभाग से संबंधित योजनाओं की जानकारी, लाभुकों की सूची, आवेदन प्रपत्र एवं अन्य आवश्यक दस्तावेजों के साथ कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित रहें। जनप्रतिनिधियों से भी अपील की कि वे अपने-अपने क्षेत्र में लोगों को इस कार्यक्रम की जानकारी दें। महुआडांड़| प्रखंड क्षेत्र में गुरुवार सुबह मौसम ने अचानक करवट ले ली। तड़के से ही घना कुहासा छा गया। आसमान धुंध में समां गया और गली-मोहल्लों से लेकर सड़क मार्ग तक दृश्यता काफी कम हो गई। कुहासा इतना घना था कि सड़क पर वाहन चालकों को हैडलाइट जलाकर धीरे-धीरे चलना पड़ा। इससे सुबह लगभग नौ बजे तक आवागमन बाधित रहा और कई लोग बाजारों तक पहुंचने में देरी से पहुंचे। तेज ठंड और शीत लहर का सबसे अधिक असर स्कूल जाने वाले छोटे बच्चों पर दिखाई दिया। सुबह के समय कई विद्यालयों में बच्चे ठिठुरते हुए पहुंचे। इधर, मौसम की अनिश्चितता और लगातार छा रहे धुंध को लेकर किसान खासे चिंतित हैं। महुआडांड़| प्रखंड पारिस परिसर मे स्थित हॉफमैन काथलिक सेल्फ सपोर्टिंग कोऑपरेटिव क्रेडिट सोसाइटी लिमिटेड के कार्यालय में गुरुवार को एक महत्वपूर्ण सामाजिक कल्याण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के तहत सोसाइटी ने अपने सीएसआर फंड के माध्यम से जनकल्याणकारी कार्यों को आगे बढ़ाते हुए प्रखंड के नौ पारिस के 56 यूनिट के कुल 270 वृद्ध जनों के बीच अल्युमिनियम स्टिक और वॉकर का वितरण किया। वहीं स्कूलों के बीच नौ स्मार्ट वन-इन-वन कंप्यूटर सेट भी वितरित किए गए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए फादर रोशन केरकेट्टा ने कहा कि सोसाइटी द्वारा हर वर्ष समाजहित में किए जाने वाले जनकल्याणकारी एवं शिक्षा-संबंधी कार्य उनकी प्राथमिकता का हिस्सा हैं। महुआडांड़ | संत जोसेफ मिडिल स्कूल में गुरुवार को राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में 6 महीने से लेकर 18 वर्ष आयु तक के बच्चों का क्रमवार स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। टीम ने बच्चों की सामान्य जांच, आंख, दांत, त्वचा, कुपोषण, कर्ण-नाक-गला, विकास संबंधी समस्याएं, पोषण स्तर सहित अन्य संभावित बीमारियों की विस्तार से जांच की। डॉक्टरों ने स्वास्थ्य संबंधी सावधानियाँ, साफ-सफाई, संतुलित भोजन और नियमित चिकित्सा जांच की आवश्यकता पर छात्रों को मार्गदर्शन भी दिया। कार्यक्रम के दौरान डॉ. विनीत मुकेश, एएनएम मारिया गोरेती एक्का, विद्यालय के शिक्षक और अन्य सहयोगी उपस्थित रहे। शिविर से बड़े पैमाने पर छात्रों को लाभ मिला और अभिभावकों ने भी इस पहल की प्रशंसा की। बालूमाथ | टाना भगतों के एक प्रतिनिधि मंडल ने सीओ से गुरुवार को मुलाकात की। इस दौरान टाना भगतों ने सीओ बालेश्वर राम से अपनी जमीन संबंधित समस्याओं से अवगत कराया। उत्तराधिकारी के आधार पर भूमि नामांतरण करने की मांग की। जिस पर अंचल अधिकारी ने सभी लोगों को आश्वासन दिया कि जल्द ही उनके जमीन का सीएस टू आरएस कर दिया जाएगा। हेरहंज | हेरहंज थाना पुलिस ने थाना कांड संख्या 44/25 के अभियुक्त साजिद अंसारी पिता सिफारत मियां को गिरफ्तार कर लातेहार जेल भेज दिया है। उक्त अभियुक्त पर धारा 67 /75 /124 बीएनएस, 3(2)(वी) एससी/एसटी एक्ट एवं 25/27 आर्म्स एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज है। बारियातू | प्रखंड क्षेत्र बढ़ती ठंड को देखते हुए प्रखंड प्रशासन ने प्रमुख चौक-चौराहों में अलाव की व्यवस्था कराई है। प्रखंड मुख्यालय के फुलसू मोड़,श्री राम मंदिर परिसर, बाजारटांड़, ग्रामीण बैंक के पास अलाव की व्यवस्था बनाई गई है। अलाव की व्यवस्था बनाये जाने पर ग्रामीणों ने प्रखंड प्रशासन को साधुवाद दिया है।
सरदार पटेल की जयंती पर बच्चों ने निकाली एकता यात्रा
बेतला| कुटमू-केचकी मार्ग के हड़पड़वा यात्री शेड के पास गुरुवार शाम दो बाइक के बीच हुई सीधी भिड़ंत में चालक समेत तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। आसपास के लोगों के सहयोग से तीनों घायलों को इलाज के लिए 108 एम्बुलेंस से बरवाडीह सीएचसी भेज दिया गया। बताया जाता है कि ग्राम केचकी के परहिया टोला निवासी बबलू परहिया और विकास परहिया एक अन्य साथी के साथ बाइक से कुटमू साप्ताहिक बाजार जा रहे थे। इसी दौरान हड़पड़वा यात्री शेड के पास सामने से आ रही दूसरी बाइक से सीधी भिड़ंत हो गई। जिसमें तीनों गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए। लातेहार| स्थानीय विद्यालय सरस्वती विद्या मंदिर, धर्मपुर से गुरुवार को लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर एकता यात्रा निकाली गई। प्रधानाचार्य उत्तम कुमार मुखर्जी के निर्देशन में छात्रों ने एकता और सद्भाव का संदेश देते हुए लोगों को प्रेरित किया।
हरियाणा के चर्चित रिटायर्ड IAS अधिकारी अशोक खेमका की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। दरअसल, वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन में की गई भर्तियों के मामले में पंचकूला कोर्ट में एक प्रोटेस्ट पिटीशन दाखिल की गई है। इसमें इस पूरे मामले को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इस पिटीशन में खेमका के रिश्तेदार IAS अधिकारी पंकज अग्रवाल के नाम का भी जिक्र किया गया है। अग्रवाल रिश्ते में खेमका के साढ़ू हैं। अग्रवाल अभी कृषि विभाग में प्रशासनिक सचिव हैं। पिटीशन में दावा है कि वेयरहाउसिंग की मौजूदा एमडी IAS अधिकारी डॉ. शालीन पंकज अग्रवाल के दबाव में काम कर रही हैं। याचिकाकर्ता ने इसके अलावा इस केस में क्लोजर रिपोर्ट को लेकर भी कई सवाल खड़े किए गए हैं। कोर्ट ने प्रोटेस्ट पिटीशन पर सुनवाई के बाद हरियाणा सरकार से जवाब तलब कर लिया है। साथ ही फरवरी में सुनवाई के लिए अगली डेट लगाई है। अशोक खेमका इसी साल 30 अप्रैल को रिटायर हुए हैं। उन्होंने अपने करियर में 33 साल में 57 बार तबादला झेला। हुड्डा सरकार में कॉरपोरेशन में अपात्रों की नियुक्ति का मामलायह मामला हरियाणा वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन में दो मैनेजर रैंक समेत 25 कर्मियों की नियुक्ति से जुड़ा है। साल 2009-10 में हुड्डा सरकार के दौरान यह भर्तियां हुई। तब खेमका वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन के एमडी थे। विभाग की आंतरिक जांच में स्क्रीनिंग कमेटी ने इन भर्तियों को नियमों के खिलाफ बताया था। इस मामले में आवश्यकता मात्र एक अधिकारी की थी और नियुक्तियां दो को दी गईं। खेमका के बाद वेयरहाउसिंग के एमडी बने IAS अधिकारी संजीव वर्मा ने इस पूरी कार्रवाई की रिपोर्ट तत्कालीन मुख्य सचिव संजीव कौशल और कृषि विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव सुमिता मिश्रा को भेजी। जिसमें अशोक खेमका के खिलाफ चार्जशीट करने की सिफारिश की थी। संजीव वर्मा ने उन दोनों अधिकारियों को भी निलंबित करने की सिफारिश की थी, जिन्हें भर्ती किया था। यहां पढ़िए प्रोटेस्ट पिटीशन में क्या... 1. 26 अप्रैल 2022 को दर्ज हुई FIRपंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट रविन्द्र कुमार इस मामले के प्रथम शिकायतकर्ता हैं। उन्होंने ही अब प्रोटेस्ट पिटीशन लगाई है। पिटीशन में लिखा है कि उन्होंने शिकायतों के आधार पर इस मामले में 26 अप्रैल 2022 को एफआईआर दर्ज कराई थी। 2009 में भर्ती विज्ञापन के सभी जरूरी नियमों के खिलाफ 2010 में निगम में प्रबंधक ग्रेड-1 के पद पर कई अवैध नियुक्तियां हुईं। 2. क्लोजर रिपोर्ट पर सवाल उठाएपिटीशनर ने पुलिस की ओर से कोर्ट में लगाई गई क्लोजर रिपोर्ट पर सवाल उठाए हैं। तर्क दिया है कि मामले की जांच कर रहे पंचकूला के सेक्टर-5 की पुलिस चौकी के प्रभारी ने पीसी अधिनियम, 1988 की धारा 17A के तहत मंजूरी लेने में सफल नहीं होने का बहाना किया है। उन्होंने आरोपी अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक मामला बंद करने के लिए एलडी चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट, पंचकूला के समक्ष अनट्रेस्ड क्लोजर रिपोर्ट (UCR) दायर की है। इसकी सुनवाई 17 नवंबर 2025 को हो चुकी है। 3. इंटरव्यू कमेटी के लेटर को नजरअंदाज किया गयापिटीशन में लिखा है कि पंचकूला के ACP विजय नेहरा जो तत्कालीन जांच अधिकारी थे, जानबूझकर अपराधों की जांच करने में विफल रहे। इस मामले में किसी भी अनुमति की जरूरत नहीं थी। यहां तक कि इंटरव्यू कमेटी के चेयरमैन आईएएस रोशन लाल ने भी हरियाणा सरकार के मुख्य सचिव को 12 मई 2022 को एक लेटर लिखा था, जिसमें इन नियुक्तियों को गलत बताया गया था। 4. क्लोजर रिपोर्ट में कई विरोधाभासप्रोटेस्ट पिटीशन में लिखा है कि पुलिस की ओर से दायर क्लोजर रिपोर्ट विरोधाभासों से भरी है। एक तरफ यह पीसी अधिनियम, 1988 की धारा 17A के तहत धारा की बात करती है, वहीं दूसरी तरफ यह अन्य सह-आरोपी कर्मचारियों के संबंध में इस धारा पर पूरी तरह से चुप है, जिनके अनुमोदन प्राधिकारी हरियाणा राज्य भंडारण निगम के प्रबंध निदेशक हैं, जो खुद इस मामले में शिकायतकर्ता हैं। 5. गलत कोर्ट में दी गई क्लोजर रिपोर्टइस मामले में पीसी अधिनियम, 1988, आईपीसी की धारा 420 भी शामिल है। ऐसे मामलों की सुनवाई के लिए एलडी सीजेएम कोर्ट को सुनने के लिए पूरी तरह से प्रतिबंधित किया गया है, क्योंकि यह अधिकार क्षेत्र विशेष रूप से एक अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली विशेष अदालत को सौंपा गया है। 6. 5 महीने से कोर्ट में हो रही सुनवाईप्रोटेस्ट पिटीशन में लिखा है कि उप-मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, पंचकूला पिछले 5 महीनों से पीसी अधिनियम, 1988 से जुड़े मामले की नियमित सुनवाई कर रहे हैं। उन्होंने हरियाणा राज्य भंडारण निगम के प्रबंध निदेशक की ओर से वनीत चावला सचिव (सेवानिवृत्त) और मनोज कुमार सचिव के बयान भी कानून के प्रावधानों के विरुद्ध दर्ज किए हैं, क्योंकि वे खुद को अधिकृत शिकायतकर्ता होने का दावा नहीं कर सकते थे। 7. खेमका के एक आईएएस रिश्तेदार का भी नामपिटीशन में दावा है कि खेमका के आईएएस रिश्तेदार अपने अधीनस्थ एक आईएएस अधिकारी पर दबाव बना रहे हैं। इस मामले में एचएसडब्ल्यूसी एमडी अपने अधिकारियों के माध्यम से पूरी तरह से गलत और झूठे बयान दर्ज करवाकर अदालत को गुमराह कर रहे हैं। अब यहां पढ़िए कोर्ट ने क्या कहा...पंचकूला कोर्ट की चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट अर्पणा भारद्वाज ने अपने आदेश में लिखा- प्रथम शिकायतकर्ता रविन्द्र कुमार की ओर से मामले को विशेष अधिकार क्षेत्र वाली एक सक्षम अदालत में स्थानांतरित करने के लिए एक आवेदन प्रस्तुत किया गया है। अब, इस आवेदन पर जवाब दाखिल करने के लिए 6 फरवरी 2026 की डेट तय की गई है। सरकार को इस डेट को इस पूरे मामले में अपना जवाब दाखिल करना होगा। अब पढ़िए कौन हैं अशोक खेमका और क्यों चर्चा में रहे.. कोलकाता में जन्म, पिता जूट मिल में क्लर्क थेअशोक खेमका मूल रूप से कोलकाता के रहने वाले हैं। पिता शंकरलाल खेमका जूट मिल में क्लर्क थे। अशोक खेमका ने IIT खड़गपुर से कंप्यूटर साइंस में ग्रेजुएशन की। टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च से कंप्यूटर साइंस में PHD और बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन और फाइनेंस में MBA की। सिविल सेवा में आने से पहले उन्होंने IIT खड़गपुर में कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग में टॉप किया था। 1990 में संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सर्विसेज परीक्षा पास की। 1991 बैच के IAS अधिकारी बने और हरियाणा कैडर अलॉट किया गया। 2012 में रॉबर्ट वाड्रा से जुड़े जमीन सौदे का म्यूटेशन रद्द कियासाल 2012 में अशोक खेमका उस समय सुर्खियों में आए थे, जब उन्होंने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा से जुड़े एक जमीन के सौदे के म्यूटेशन को रद्द कर दिया। रॉबर्ट वाड्रा और DLF के बीच ये सौदा फरवरी 2008 में हुआ था। रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी स्काई लाइट हॉस्पिटैलिटी ने गुरुग्राम के मानेसर-शिकोहपुर में ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज से 7.5 करोड़ रुपए में करीब 3.5 एकड़ जमीन खरीदी थी। इस प्लॉट का म्यूटेशन अगले ही दिन स्काई लाइट हॉस्पिटैलिटी के पक्ष में कर दिया गया और 24 घंटे के अंदर जमीन का मालिकाना हक रॉबर्ट वाड्रा को ट्रांसफर कर दिया गया। उस समय हरियाणा में कांग्रेस की सरकार थी और भूपेंद्र सिंह हुड्डा मुख्यमंत्री थे। 2014 में बड़े वाहनों को फिटनेस सर्टिफिकेट देने से मना कर दिया थासाल 2014 में, जब खेमका परिवहन कमिश्नर थे, तो उन्होंने ऑटोमोबाइल और सफेद वस्तुओं के परिवहन के लिए बड़े आकार के ट्रकों और ट्रेलरों को फिटनेस प्रमाण पत्र जारी करने से इनकार कर दिया था। उनके इस फैसले से ट्रक चालकों ने हड़ताल कर दी थी। बाद में राज्य सरकार ने उन्हें केंद्रीय मोटर वाहन नियमावली (सीएमवीआर) 1989 के अनुसार अपने वाहनों में फेरबदल करने के लिए एक साल का समय दिया था। इसके बाद ट्रक संचालकों ने अपनी हड़ताल वापस ले ली थी। 2023 में मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर विजिलेंस में तैनाती मांगीसाल 2023 में अशोक खेमका ने पूर्व सीएम मनोहर लाल को पत्र लिखकर विजिलेंस विभाग में तैनात करने की मांग की थी। पत्र में खेमका ने कहा था कि आप जानते हैं कि भ्रष्टाचार सर्वव्यापी है। जब मैं भ्रष्टाचार देखता हूं, तो यह मेरी आत्मा को पीड़ा देता है। कैंसर को जड़ से खत्म करने के उत्साह में मैंने अपने करियर का त्याग कर दिया है। कथित सरकारी नीति के अनुसार भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म किए बिना, एक नागरिक का अपनी वास्तविक क्षमता हासिल करने का सपना कभी भी साकार नहीं हो सकता है।
पाटन में 6.20 करोड़ से पांच सड़कों की मरम्मत होगी, मंत्री ने िकया शिलान्यास
भास्कर न्यूज | पाटन पाटन के किशुनपर व अन्य क्षेत्रों की विकास यात्रा को नई रफ्तार देते हुए राज्य के वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने बुधवार को 6.10 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली 5 महत्वपूर्ण सड़क मरम्मती योजनाओं का भव्य शिलान्यास किया। जिन सड़कों का शिलान्यास हुआ उनमें किशुनपुर से बीटी रोड होकर डीहरिया तक,बीटी रोड मनिका से डंडई तक, बीटी रोड किशुनपुर से दरहा तक, जंघासी से कुम्हवां तक व बिजरा से पाल्हे खुर्द तक पथ मरम्मत कार्य शामिल हैं। ये सभी सड़कें वर्षों से जर्जर थीं, जिसके कारण ग्रामीण लंबे समय से बेहतर सड़क की उम्मीद लगाए बैठे थे। मौके पर संबोधित करते हुए वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने कहा िक मैं इस क्षेत्र का नेता नहीं, आपका बेटा हूं। छठी बार विधायक बनाकर आपने जो सम्मान दिया है, हमारे लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य जाति की नहीं, विकास की राजनीति करना है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार ने अगले चार वर्षों में पूरे राज्य में सड़क, बिजली, पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत बनाने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि इन कार्यों से स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा और पलायन पर प्रभावी रोक लगेगी। वित्त मंत्री ने कहा कि हमारा झारखंड 25 वर्ष का युवा राज्य बना है, हेमंत सोरेन के अगुवाई में हर क्षेत्र में विकास योजनाओं को गति देने का काम किया जा रहा है। आनेवाले समय में राज्य के लाखों युवाओं को रोजगार से जोड़ने का काम किया जाएगा। मौके पर बीडीओ डॉ अमित कुमार झा, राजकमल तिवारी, अनुप सिंह, भोला सिंह, लव मेहता, प्रमुख शोभा देवी, थाना प्रभारी शशि शेखर पाण्डेय, ओपी प्रभारी निलेश कुमार, मुखिया सुमन गुप्ता, सोनू शुक्ला, प्रेम सिंह, उमाशंकर सिंह, गोरख सिंह व अन्य सैकड़ों ग्रामीण व कार्यकर्ता मौजूद थे।
सतबहिनी स्कूल में रेलवे ठेकेदार रख रहा है सीमेंट
भास्कर न्यूज| उंटारी रोड, जिले के उंटारी प्रखंड के सतबहिनी स्तरोन्नत हाई स्कूल के भवन का उपयोग इन दिनों बगल में रेलवे का कार्य करवा रहा ठेकेदार ने सीमेंट गोदाम के रूप में प्रयुक्त कर रहा है। इस बाबत हेडमास्टर सरिता कुमारी ने कुछ स्पष्ट जबाब नहीं दिया लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि ठेकेदार ने स्कूल के निकास द्वार के समीप पीसीसी कराने को बोला है। वहीं बीपीओ ने फोन रिसीव नहीं किया। वहां के ग्रामीणों ने ठेकेदार की इस मनमानी व तानाशाह रवैया के विरुद्ध डीसी से गोदाम सील कराकर उसके विरुद्ध कानून सम्मत कार्रवाई करने की मांग की है। जानकारी के अनुसार वहां एक ठेकेदार रेलवे में सड़क निर्माण सहित अन्य कार्य करवा रहा है। उसके लिए उसने स्कूल में करीब 600 बैग सीमेंट रखा है। जिसका विरोध वहां के कई लोगों ने किया है बावजूद ठेकेदार ने सबकी अनसुनी कर स्कूल भवन को सीमेंट गोदाम में बदल दिया है। वहां ले लोगो ने इसकी लिखित शिकायत मुख्यमंत्री व पलामू डीसी के अलावे शिक्षा विभाग के अधिकारियों से करने की बात कही है।
पूरे देश में जहां कांग्रेस वोट चोरी को लेकर प्रदर्शन कर रही है, वहीं हरियाणा में कांग्रेस इस मुद्दे से अलग फोटो चोरी के मुद्दे पर आपस में ही उलझती नजर आ रही है। कांग्रेस की नेशनल जनरल सेक्रेटरी एवं सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा ने अपने पोस्टर से पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके बेटे सांसद दीपेंद्र हुड्डा का फोटो हटा दिया है। सिरसा में आज (21 नवंबर) वोट चोर-गद्दी छोड़ अभियान के तहत कांग्रेस का बड़ा प्रदर्शन है। इस प्रदर्शन में हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह भी आएंगे। ऐसे में भूपेंद्र हुड्डा और उनके बेटे की फोटो ना लगाने से नया विवाद खड़ा हो सकता है। प्रदर्शन से हुड्डा समर्थक वर्कर गायब रह सकते हैं। सिरसा जिले में कांग्रेस के 3 विधायक हैं। जिनमें 2 हुड्डा समर्थक हैं। इसमें ऐलनाबाद से भरत सिंह बेनीवाल और कालांवाली की रिजर्व सीट से शीशपाल केहरवाला हुड्डा समर्थक गिने जाते हैं। वहीं, सिरसा से कांग्रेस विधायक गोकुल सेतिया न्यूट्रल माने जाते हैं। गोकुल सेतिया ने पोस्टर में किसी का फोटो नहीं लगाया है। हिसार में कांग्रेस विधायकों ने ऐसा किया, शिकायत हुईहिसार में मंगलवार (18 नवंबर) को कांग्रेस का वोट चोरी को लेकर प्रदर्शन हुआ था। प्रदर्शन से पहले कांग्रेस के हिसार के तीनों विधायकों आदमपुर से चंद्रप्रकाश, नारनौंद से जस्सी पेटवाड़ व उकलाना से नरेश सेलवाल ने अपने पोस्टर में सांसद कुमारी सैलजा का फोटो नहीं लगाया था। इस पर सैलजा के समर्थक नाराज हो गए थे और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष राव नरेंद्र और अनुशासन समिति के चेयरमैन पूर्व सांसद धर्मपाल मलिक से शिकायत की थी। इस पर धर्मपाल मलिक ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि सैलजा का फोटो नहीं लगाने वाले विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसका फैसला 22 नवंबर को अंबाला में होने वाली अनुशासन समिति की बैठक में लिया जाएगा। सैलजा के खिलाफ कार्रवाई का चेयरमैन को अधिकार नहीं बता दें कि कांग्रेस आलाकमान की ओर से बनाई प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अनुशासन समिति के पास सिर्फ प्रदेश स्तर के नेताओं पर कार्रवाई का अधिकार है। इसमें विधायक तक के नेता व कांग्रेस संगठन के प्रदेश स्तर तक के ही नेताओं पर कार्रवाई कर सकती है। जिन मामलों का संबंध प्रदेश संगठन के अधिकार क्षेत्र से है, उन पर सुनवाई के बाद तुरंत फैसला कमेटी दे सकती है। वहीं, सांसदों, एआईसीसी सदस्यों या राष्ट्रीय पदाधिकारियों से जुड़े मामलों में रिपोर्ट हाईकमान को कमेटी भेज सकती है। चेयरमैन बोले- 22 को दोनों मामलों को देखूंगावहीं, हरियाणा कांग्रेस अनुशासन समिति के चेयरमैन पूर्व सांसद धर्मपाल मलिक ने कहा कि दोनों मामलों की सुनवाई अंबाला में 22 नवंबर को की जाएगी। पार्टी में एकजुटता का मैसेज जाना चाहिए। पोस्टरों को लेकर जो गाइडलाइन पहले से जारी है, उसका पालन सभी को करना चाहिए। सैलजा के पोस्टर से संबंधित शिकायत अभी उनके पास नहीं आई है। प्रोटोकॉल में इन 11 नेताओं की फोटो लगाना जरूरी धर्मपाल मलिक का कहना है कि ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी की तरफ से स्पष्ट निर्देश हैं कि अभियान के तहत पोस्टर में किस-किस के फोटो लगेंगे। इनमें सोनिया गांधी, अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, पार्टी प्रभारी बीके हरिप्रसाद, प्रदेश अध्यक्ष राव नरेंद्र, विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा, महासचिव कुमारी सैलजा, महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला और सांसद एवं CWC मेंबर दीपेंद्र हुड्डा के फोटो शामिल हैं।
पंजाब के लुधियाना में आतंकी बड़ा हमला करने की फिराक में हैं। सीमा पार से आईएसआई 2 बार लुधियाना में आतंकी हमले की कोशिश कर चुकी है। गुरुवार को पुलिस ने लाडोवाल टोल प्लाजा के पास मुठभेड़ में 2 आतंकियों को घायल कर दिया। पुलिस कमिश्नर स्वपन शर्मा के अनुसार ये PAK टेरर मॉड्यूल का हिस्सा थे। इससे पहले 27 अक्तूबर को छठ पूजा के दिन हेंड ग्रेनेड के साथ 2 आरोपी पकड़े गए थे। उस दिन शहर में अलग-अलग जगहों पर छठ पूजा के कार्यक्रम चल रहे थे। अब गुरुवार और शुक्रवार को श्री गुरु तेगबहादुर जी की शहादत के 350 वें साल को समर्पित नगर कीर्तन है। त्योहार के दिन ही आतंकी शहर को निशाना बना रहे हैं। बीते दिन नगर कीर्तन लुधियाना पहुंचा, इसी दिन पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई के मॉड्यूल से जुड़े 2 लोग हेंड ग्रेनेड रिसीव करने लुधियाना पहुंचे। इससे पहले ही पुलिस की उनसे मुठभेड़ हो गई। आतंकी मॉड्यूल के घायल सदस्यों की पहचानएनकाउंटर में आतंकी मॉड्यूल के जो 2 सदस्य घायल हुए हैं। उनमें से एक दीपू पंजाब के अबोहर का रहने वाला है, जबकि दूसरा राजस्थान के गंगा नगर का राम लाल है। दोनों गंभीर हालत में सिविल अस्पताल में भर्ती हैं। लुधियाना पुलिस ने मुठभेड़ में 3 लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें हरियाणा के फतेहाबाद का अजय, बिहार के भोजपुर का अर्श और पंजाब के फिरोजपुर का शमशेर शामिल था। सभी का क्रिमिनल रिकार्ड है। घटना पर पुलिस कमिश्नर की 3 अहम बातें... छठ पूजा के दिन पकड़े गए थे आतंकी मॉड्यूल के सदस्य27 अक्तूबर को छठ पूजा के दिन लुधियाना पुलिस ने शिवपुरी चौक के पास पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई से जुड़े मॉड्यूल के 3 लोगों को गिरफ्तार किया था। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने टाइगर सफारी के साथ जंगल से हैंड ग्रेनेड बरामद किए। जब पुलिस जांच में पता चला कि आईएसआई हैंड ग्रेनेड से हमला करके दहशत फैलाना चाहता था। जांच में यह बात भी सामने आई थी कि पकड़े गए आरोपी सीमा पार से हैंड ग्रेनेड लेकर लुधियाना आए थे। हैंड ग्रेनेड समेत जो लोग पकड़े गए उनका कनेक्शन गैंगस्टर अजय मलेशिया से निकला। अजय मलेशिया के जरिए आईएसआई ने वो हेंड ग्रेनेड लुधियाना तक पहुंचाए थे।
पाटन में जल्द होगी डिग्री कॉलेज की स्थापना : राधाकृष्ण किशोर
भास्कर न्यूज | पाटन वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने बुधवार को पाटन प्रखंड के किशुनपुर ओपी एवं प्लस टू उच्च विद्यालय किशुनपुर का औचक निरीक्षण किया। जहां प्रिंसिपल अनीता कुमारी, सभी शिक्षकों एवं छात्रों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। मंत्री ने विद्यालय में शिक्षण व्यवस्था की जानकारी ली और कहा कि शिक्षक और बच्चों के बीच मित्रवत व अनुशासनात्मक व्यवहार ही बच्चों के भविष्य का निर्माण करता है। विद्यालयों में संस्कारयुक्त शिक्षा देने की आवश्यकता है, ताकि बच्चे आगे चलकर राष्ट्र निर्माण में योगदान दे सकें। मंत्री ने यह भी घोषणा की कि पाटन में जल्द ही डिग्री कॉलेज की स्थापना होगी, जिससे क्षेत्र के बच्चों को उच्च शिक्षा स्थानीय स्तर पर उपलब्ध हो सकेगी। उन्होंने प्रिंसिपल को निर्देश दिया कि दिसंबर माह में विद्यालय प्रबंधन की व्यापक समीक्षा की जाएगी, जिसके लिए सभी विभागीय तैयारियां सुनिश्चित कर ली जाएं। सबसे पहले उन्होंने किशुनपुर ओपी पहुंचकर ओपी प्रभारी निलेश कुमार से क्षेत्र की कानून-व्यवस्था और पुलिस व्यवस्था की विस्तृत जानकारी ली। मंत्री ने कहा कि पुलिस और पब्लिक के बीच प्रेम और विश्वास का वातावरण बने, वहीं अपराधियों के बीच भय कायम रहना चाहिए, ताकि आम लोग भयमुक्त जीवन जी सकें। अपराधी बचें नहीं और निर्दोष फंसें नहीं, इसी मूल मंत्र पर पुलिस कार्य करे। निरीक्षण के दौरान ओपी के पुलिस जवानों ने भवन और बिजली की कमी की समस्या मंत्री के समक्ष रखी। इस पर वित्त मंत्री ने तुरंत संज्ञान लेते हुए जवानों के रहने के लिए भवन निर्माण का आदेश जारी किया। निरीक्षण के दौरान पाटन बीडीओ डॉ. अमित कुमार झा, प्रमुख शोभा देवी, थाना प्रभारी शशि शेखर पाण्डेय, ओपी प्रभारी निलेश कुमार, राजकमल तिवारी, भोला सिंह, लव मेहता, शक्ति शंकर गुप्ता, विभूति उपाध्याय, मुखिया सुमन गुप्ता, अजय पासवान, नारद यादव, सुधीर यादव, वीरेंद्र कुमार, यशवंत पासवान, एएसआई प्रभात किरण, बबली कुमारी, शगुफ्ता यासीन, भीम सहित कई लोग मौजूद थे।
भास्कर न्यूज | लातेहार/महुआडांड़ झारखण्ड पर्यटन विभाग और वन विभाग झारखण्ड ने मिलकर नेतरहाट के पर्यटन को एक नई दिशा देने की शुरुआत कर दी है। अब नेतरहाट आने वाले पर्यटक प्राकृतिक खूबसूरती और घने जंगलों के बीच रोमांचक सफ़र का अनुभव कर सकेंगे। सूबे के पर्यटन विकास मंत्री सुदिव्य कुमार ने गुरुवार को नेतरहाट में जंगल सफारी का शुभारंभ कर दिया है। यह सफारी पर्यटकों को उन दुर्लभ और अद्भुत नजारों से रूबरू कराएगी, जहां अब तक पहुंच आसान नहीं था। मंत्री ने कहा कि यह पहल नेतरहाट हटाने वाले पर्यटकों के लिए मिल का पत्थर साबित होगा। मौके पर मनिका विधायक रामचंद्र सिंह, लातेहार नगर प्रशासक राजीव रंजन समेत कई प्रशासनिक अधिकारी, कर्मी व अन्य लोग मौजूद थे।
सांसद खेल महोत्सव के िवजेता िकए गए पुरस्कृत
पाटन| पलामू सांसद विष्णु दयाल राम के निर्देशन में आयोजित सांसद खेल महोत्सव के अंतर्गत बुधवार को मध्य विद्यालय किशुनपुर के खेल मैदान में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के बीच विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं का एकदिवसीय आयोजन किया गया। कार्यक्रम में महिलाओं ने उत्साहपूर्वक चम्मच रेस, म्यूजिकल कुर्सी रेस, दौड़ समेत कई प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया। सभी खेलों का संचालन मनोरंजक और उत्साहपूर्ण माहौल में किया गया। प्रतिभागी महिलाओं को प्रखंड प्रमुख शोभा देवी एवं किशुनपुर पंचायत की मुखिया सुमन गुप्ता ने ट्रॉफी देकर सम्मानित किया। मौके पर प्रखंड प्रमुख शोभा देवी, मुखिया सुमन गुप्ता, अनिता देवी,यशोदा मुंडा, अनिता देवी, सखी मंडल की दीदी एवं कई स्थानीय लोग उपस्थित थे।
नहीं मिला तंत्र-मंत्र का साक्ष्य, हॉस्टल लौटीं तीनों छात्राएं
भास्कर न्यूज | लातेहार आईटीडीए निदेशक प्रवीण कुमार गगराई गुरुवार को एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय, बरवाडीह पहुंचे। यहां अध्ययनरत आठवीं कक्षा की तीन छात्राओं पर डायन-बिसाही, भूत-प्रेत, झाड़-फूंक एवं तंत्र-विद्या जैसे मनगढ़ंत आरोप लगाकर स्कूल से बाहर कर दिए जाने के मामले की जांच की। इस दौरान उन्होंने तीनों छात्राओं से भी बात की और उनकी काउंसलिंग कराई। उन्होंने बताया कि तंत्र-विद्या या किसी प्रकार की अलौकिक गतिविधि जैसी कोई बात सत्य नहीं पाई गई है। हालांकि, उन्होंने विद्यालय के प्राचार्य को फटकार लगाते हुए कड़े शब्दों में निर्देशित किया कि विद्यार्थियों के पठन-पाठन एवं संरक्षण से संबंधित किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। भविष्य में ऐसी किसी भी तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए विद्यालय प्रशासन को पूरी जिम्मेदारी से कार्य करने, छात्र-छात्राओं की सुरक्षा, मानसिक स्वास्थ्य और सम्मान सर्वोच्च प्राथमिकता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। आईटीडीए निदेशक ने मामले में दैनिक भास्कर से बातचीत में कहा कि आधारहीन मान्यताओं के आधार पर किसी भी बच्चे के साथ भेदभाव करना गंभीर लापरवाही है। ऐसे मामलों पर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। तीनों बच्चियों ने गुरुवार से पुनः विद्यालय ज्वाइन कर लिया है। ज्ञात हो कि एकलव्य विद्यालय की तीनों छात्राओं को बाहर निकाल जाने के मामले का खुलासा दैनिक भास्कर ने 18 नवंबर के अंक में प्रमुखता से किया था। इसके बाद प्रशासन हरकत में आई।
अंतिम किस्त के लिए 31 दिसंबर तक पीएम आवास का काम पूरा करें लाभुक
भास्कर न्यूज | छतरपुर प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) शहरी- 1 का 31 दिसंबर के बाद किसी को लाभ नहीं मिल पाएगा। इस योजना के लाभार्थियों को इससे पहले अपने आवासों का निर्माण पूरा करना होगा। नगर पंचायत छत्तरपुर के कार्यपालक पदाधिकारी फैजुर रहमान अंसारी ने बताया कि लाभार्थियों को नोटिस जारी करके जल्द निर्माण कार्य पूरा कराने के निर्देश दिए गए हैं। जिससे उनको समय पर अंतिम किस्त जारी की जा सके। प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी)- 1 में आर्थिक रूप से गरीब परिवारों को आवास बनाने के लिए चार किस्तों में 2.25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाती है। पहली किस्त के 45 हजार रुपए आवास बनाने के दौरान नींव भरने को दिए जाते हैं। दूसरी किस्त में आवास की छत आने पर 67.5 हजार रुपए दी जाती हैं। तीसरी किस्त छत की ढलाई के समय 90 हजार रुपए दिए जाते हैं। जब लाभार्थी आवास निर्माण पूरा कर लेता है तो जांच के बाद अंतिम किस्त 22.5 हजार जारी होते हैं। ईओ ने बताया कि योजना के तहत लाभार्थियों को प्रथम, द्वितीय व तृतीय किस्त जारी की जा चुकी है। इनमें काफी लोग ऐसे हैं, जिन्होंने आवासों का निर्माण कार्य पूरा नहीं कराया है। ऐसे लाभुकों को नगर विकास एवं आवास विभाग झारखंड के निर्देशानुसार निर्धारित समय सीमा 31 दिसंबर 2025 तक अपने आवासों का निर्माण पूरा कराने का नोटिस जारी किया गया है।

