हरियाणा के नूंह जिले में गुरुवार की रात कुछ युवकों द्वारा बसों पर भाजपा नेताओं के पोस्टरों पर काले रंग के पेंट से वोट चोर गद्दी छोड़ के नारे लिखने वाले युवकों पर पुलिस प्रशासन का डंडा चला है। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए इस मामले में नूंह यूथ कांग्रेस के 4 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है। इसके साथ ही उक्त कांग्रेस कार्यकर्ताओं का एक वीडियो भी सामने आया है,जिसमें वह प्रदेश पदाधिकारियों पर यह काम करने के लिए मजबूर करने का आरोप कहा रहे है। वहीं इस कार्रवाई से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में हड़कंप मचा हुआ है। यूथ कांग्रेस के जिला अध्यक्ष के कहने पर गए थे युवा नूंह जिले के गांव बिसरू के रहने वाले हारिस ने बताया कि वह यूथ कांग्रेस के जिला महासचिव है। उनके पास 19 नवंबर की रात जिला अध्यक्ष मुबीन तेडीया का फोन आया कि निशित कटारिया प्रदेश अध्यक्ष यूथ कांग्रेस सहित अन्य पदाधिकारी 20 नवंबर को नूंह पहुंच रहे है। जहां एक कार्यक्रम रखा गया है। जब वह नूंह बस स्टैंड पर पहुंचे तो वहां पहले से ही प्रदेश अध्यक्ष निशित कटारिया, सह प्रभारी प्रियंका चंडाल,जिला अध्यक्ष मुबीन सहित यूथ कांग्रेस के काफी कार्यकर्ता मौजूद थे। निशित कटारिया अपने साथ ही काली स्प्रे लेकर आए थे। जिन्हें लेकर हमने नूंह बस स्टैंड खड़ी बसों पर लगे पीएम मोदी और सीएम नायब सिंह सैनी के पोस्टरों पर कालिख पोत दी। यूथ कांग्रेस कार्यकर्ता बोले हमसे गलती हुई युवाओं ने कहा कि जो कालिख हमने भाजपा नेताओं के पोस्टरों पर पोती है,उससे हम पूरी तरह से शर्मिंदा है। हमें ऐसा नहीं करना चाहिए था। चंदेनी के रहने वाले बासित अली,आकेड़ा के रहने वाले आमिर और सालाहेड़ी के रहने वाले आफ़ाक खान का भी यही कहना है कि काली स्प्रे यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष निशित कटारिया लेकर आए थे। उनके कहने पर ही ये काम किया गया है। फिलहाल पुलिस ने चारों युवकों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ जारी है। नूंह शहर थाना प्रभारी ने बताया कि कुछ युवकों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। पुलिस मुकदमे की कार्रवाई में जुटी हुई है।
गाजीपुर में जिला सेवायोजन कार्यालय और राजकीय आईटीआई के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार को एक निःशुल्क रोजगार मेले का आयोजन किया गया। सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक चले इस मेले में लगभग 100 अभ्यर्थियों ने भाग लिया। इनमें से विभिन्न पदों के लिए कुल 47 उम्मीदवारों का चयन किया गया। इस मेले का मुख्य उद्देश्य जिले के युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना था। इस रोजगार मेले में कई प्रमुख कंपनियों ने शिरकत की। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम, गाजीपुर ने संविदा चालक पदों के लिए अभ्यर्थियों का चयन किया। सेफ एक्सप्रेस प्राइवेट लिमिटेड ने सुपरवाइजर, डीएमसी फिनिशिंग ने स्कूल हेल्पर और रैडस्टैड ने सेल्स एग्जीक्यूटिव पदों के लिए उम्मीदवारों का परीक्षण और साक्षात्कार आयोजित किया। सेवायोजन अधिकारी विवेक कुमार ने बताया कि ऐसे रोजगार मेले युवाओं को अवसर प्रदान करने के साथ-साथ उन्हें उद्योगों की आवश्यकताओं से भी जोड़ते हैं। चयनित अभ्यर्थियों ने इस पहल को अपने करियर के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया। आयोजन समिति ने उम्मीद जताई कि भविष्य में भी ऐसे आयोजन युवाओं को अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध कराएंगे।
शिवपुरी जिले के करैरा विधानसभा क्षेत्र में अघोषित बिजली कटौती के विरोध में शुक्रवार को 50 से अधिक गांवों के किसान करैरा तहसील कार्यालय पहुंचे। किसानों ने तहसील कार्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन किया और बिजली विभाग करैरा को सामूहिक ज्ञापन सौंपा। किसानों ने ज्ञापन में बताया कि फसल बुवाई का समय होने के बावजूद गांवों में छह-छह दिन से बिजली आपूर्ति नहीं हो रही है। कई क्षेत्रों में रात 12 बजे के बाद बिजली दी जा रही है, जिससे किसान सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं। इससे बुवाई में देरी हो रही है और किसानों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। किसानों ने ग्राम कुठीलामढ़, दवरा, निचरौली, टोडा, खोहा, नंदपुर, मछावली, कारोठा, चिरली, लोधी कडोरा, टकटकी, चौका सहित दिनारा और करैरा क्षेत्र के 50 से अधिक गांवों में बिजली कटौती का आरोप लगाया। उनका कहना है कि बिना किसी पूर्व सूचना के लाइनमैन द्वारा आपूर्ति बंद कर दी जाती है। कुछ जगहों पर तार काटकर ले जाने की शिकायतें भी मिली हैं। किसानों की प्रमुख मांगों में करैरा क्षेत्र के सभी गांवों में अघोषित बिजली कटौती तत्काल बंद करना शामिल है। उन्होंने बुवाई के मौसम को देखते हुए नियमित और समयबद्ध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने की मांग की। किसानों ने यह भी मांग की कि रखरखाव या तकनीकी समस्या होने पर ग्राम पंचायतों को पहले से सूचना दी जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि तत्काल सुधार नहीं हुआ तो आंदोलन को जिला स्तर से आगे बढ़ाया जाएगा। किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही स्थिति में सुधार नहीं हुआ, तो वे इस मुद्दे को उच्च अधिकारियों, मीडिया और किसान संगठनों तक पहुंचाएंगे। उन्होंने बड़े पैमाने पर आंदोलन करने की बात कही, जिसकी पूरी जिम्मेदारी बिजली विभाग की होगी।
झुंझुनूं जिले की चिड़ावा पंचायत समिति की प्रधान इंदिरा डूडी का इस्तीफा डेढ़ माह से अधिक समय तक लंबित रहने के बाद आखिरकार शुक्रवार को स्वीकार कर लिया गया। मौके ने पूरे जिले का ध्यान खींचा क्योंकि इस्तीफा स्वीकार होने के ठीक बाद भी इंदिरा डूडी जिला स्तरीय दिशा (डिस्ट्रिक्ट डेवलपमेंट कोऑर्डिनेशन एंड मॉनिटरिंग कमेटी) की बैठक में न केवल मौजूद रहीं बल्कि सक्रिय रूप से सहभागी भी रहीं। इससे यह सवाल खड़ा हो गया है कि आखिर यह प्रशासनिक चूक थी, जानबूझकर हुई अनदेखी या फिर डूडी को इस्तीफे की मंजूरी की जानकारी ही नहीं दी गई थी। मामला शुरू होता है सितंबर महीने से, जब पंचायत राज विभाग ने कुछ प्रकरणों के चलते इंदिरा डूडी को प्रधान पद से हटाने की कार्रवाई की थी। कार्रवाई के बाद 30 सितंबर को उन्होंने पुनः चिड़ावा पंचायत समिति के प्रधान पद पर जॉइन कर लिया था। हालांकि यह स्थिरता ज्यादा दिन नहीं चली। सिर्फ छह दिन बाद, 6 अक्टूबर को उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए जिला प्रमुख को अपना त्यागपत्र भेज दिया। ग्रामीण राजनीति और प्रशासकीय स्तर पर उस समय भी चर्चा थी कि क्या डूडी का इस्तीफा वास्तव में स्वास्थ्य कारणों के चलते था या परिस्थितिजन्य दबावों के कारण उन्हें त्यागपत्र देना पड़ा। इसके बाद लगभग 45 दिनों तक इस्तीफा लंबित रहा। इस दौरान यह भी चर्चा रही कि क्या जिला प्रशासन किसी स्पष्ट स्थिति का इंतजार कर रहा है या फिर इस्तीफा स्वीकार न किए जाने के पीछे किसी राजनीतिक समीकरण का प्रभाव था। किंतु 21 नवंबर को अचानक स्थिति बदल गई। कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय दिशा बैठक शुरू होने से ठीक पहले जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) ने उनके त्यागपत्र को औपचारिक रूप से स्वीकार कर लिया। इस स्वीकारोक्ति का समय जितना महत्वपूर्ण था, उससे ज्यादा ध्यान खींचने वाली बात थी कि इंदिरा डूडी बैठक में मौजूद रहीं। दिशा की बैठक में सांसद बृजेन्द्र सिंह ओला, जिला कलेक्टर अरुण गर्ग, जिला परिषद सीईओ, विभिन्न विभागों के अधिकारी और कई जनप्रतिनिधि मौजूद थे। ऐसे में पूर्व प्रधान इंदिरा डूडी की मौजूदगी स्वाभाविक रूप से चर्चा का विषय बन गई। जिला परिषद सूत्रों के अनुसार, सामान्यतः किसी भी निर्वाचित प्रतिनिधि का इस्तीफा स्वीकार होते ही उसकी वैधानिक भूमिका समाप्त हो जाती है और ऐसे महत्वपूर्ण मंचों पर बैठने का अधिकार भी स्वतः समाप्त हो जाता है। लेकिन आज की बैठक में यह स्थिति बदलती हुई नहीं दिखी। कई जनप्रतिनिधियों ने अनौपचारिक रूप से कहा कि यदि इस्तीफा स्वीकार हो चुका था, तो क्या इस जानकारी को इंदिरा डूडी को पहले से नहीं बताया गया था? या फिर बैठक में उपस्थिति के दौरान अधिकारी इस मामले से अनभिज्ञ थे? वहीं कुछ लोगों ने यह भी सवाल उठाए कि स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर इस्तीफा देने वाली प्रधान का बैठक में सक्रिय रूप से बैठना आखिर किस कारण हुआ—क्या स्वास्थ्य कारण सिर्फ औपचारिकता थे या वास्तविकता कुछ और थी?
जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट के चुनाव परिणाम को चुनौती देने वाली चुनाव याचिका पर आज हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। जस्टिस विनोद कुमार भारवानी की अदालत ने चुनाव आयोग को जवाब पेश करने का अंतिम मौका दिया। अदालत ने मामले में मौखिक टिप्पणी करते हुए कहा कि लंबे समय से आयोग जवाब पेश नही कर रहा हैं। हम आयोग को जवाब पेश करने का अंतिम मौका दे रहे हैं। आज सुनवाई के दौरान सांसद राव राजेन्द्र सिंह के अधिवक्ता भी कोर्ट में पेश हुए। इस पर अदालत ने उन्हें याचिका की कॉपी देने के निर्देश दिए। कांग्रेस प्रत्याशी अनिल चोपड़ा ने हाईकोर्ट में चुनाव याचिका लगाकर जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट के चुनाव परिणाम को चुनौती दी हैं। हार के अंतर से ज्यादा वोट खारिज हुएकांग्रेस प्रत्याशी अनिल चोपड़ा के अधिवक्ता संजय शर्मा ने बताया कि हमने परिणाम के दिन ही रिटर्निंग ऑफिसर के सामने आपत्तियां दर्ज करा दी थी। रिटर्निंग ऑफिसर ने हमारी आपत्तियों को खारिज करते हुए जवाब दिया कि 1225 पोस्टल बैलेट खारिज हुए हैं। वहीं, हार का अंतर 1615 का है। इसलिए रिकाउंटिंग नहीं की जा सकती है। संजय शर्मा ने कहा- उसी दिन जारी नोट शीट में निर्वाचन विभाग ने माना कि जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट पर कुल 2738 पोस्टल बैलेट खारिज हुए हैं। जो हार के अंतर से ज्यादा है। ऐसे में रिकाउंटिंग कराई जानी चाहिए। उन्होंने कहा- हमें खारिज मत पत्र भी नहीं दिखाए गए, जबकि रिप्रजेंटेशन पीपुल्स एक्ट कहता है कि खारिज मत पत्रों को प्रत्याशी को दिखाया जाना चाहिए। परिणाम वाले दिन धरने पर बैठ गए थे चोपड़ालोकसभा चुनाव के परिणाम 4 जून 2024 को आए थे। उस दिन कांग्रेस प्रत्याशी अनिल चोपड़ा ने चुनाव परिणाम में धांधली करने का आरोप लगाया था। वे रिटर्निंग ऑफिसर के कमरे में धरने पर भी बैठ गए थे। लेकिन, उनकी रिकाउंटिंग की मांग को खारिज कर दिया गया था। केवल आंकड़ों को दोबारा से जोड़ा गया था। राव राजेंद्र की जीत घोषित होने के बाद चोपड़ा मतगणना केंद्र से बाहर आए थे। उन्होंने केंद्र के बाहर अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए संयम बरतने की बात कही थी। चोपड़ा ने कहा था- हमें जनता ने आशीर्वाद दिया, जिसके कारण हमें 6 लाख से ज्यादा वोट मिले। हमें यह परिणाम 1 प्रतिशत भी स्वीकार नहीं है। प्रशासन के लोगों ने जिस तरह से हमारे साथ कुठाराघात किया है। 4 घंटे तक इन लोगों ने आपस में कानाफूसी करके इस चुनाव परिणाम को प्रभावित करने का काम किया है।
जालौन में प्रतिबंधित कछुए का शिकार, 2 गिरफ्तार:पकाकर खा गए थे, मौके से अवशेष हुए बरामद
जालौन के कदौरा थाना क्षेत्र के हासा गांव में प्रतिबंधित प्रजाति के कछुए का शिकार कर उसे पकाकर खाने का मामला सामने आया है। इस मामले में वन विभाग ने दो युवकों को गिरफ्तार किया है। गांव निवासी राजू अहिरवार और चांद बाबू शुक्रवार को तालाब किनारे घूम रहे थे। इसी दौरान उन्हें एक प्रतिबंधित प्रजाति का कछुआ मिला। वे उसे पकड़कर घर ले आए और मारकर पकाकर खा लिया। घटना की जानकारी स्थानीय लोगों तक पहुंचते ही क्षेत्र में हड़कंप मच गया। किसी ग्रामीण ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। सूचना मिलते ही वन दरोगा मयंक दीक्षित के नेतृत्व में वन रक्षक पुनीत सिंह और राघवेंद्र तिवारी की टीम मौके पर पहुंची। टीम ने दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया। छानबीन के दौरान कछुए के अवशेष, पकाने में उपयोग किए गए बर्तन और अन्य सामग्री भी बरामद की गई। वन विभाग की प्राथमिक जांच में पुष्टि हुई कि जिस कछुए का शिकार किया गया, वह संरक्षित वन्यजीव श्रेणी में शामिल है, जिसका शिकार करना कानूनन अपराध है। प्रभारी क्षेत्रीय वन अधिकारी एवं वन दरोगा मयंक दीक्षित ने बताया कि दोनों युवकों के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। इन धाराओं में कठोर दंड का प्रावधान है। वन विभाग की टीम ने आरोपियों का मेडिकल परीक्षण कराने के बाद उन्हें न्यायालय में पेश किया, जहां से अदालत ने दोनों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजने का आदेश दिया। इस घटना के बाद वन विभाग ने लोगों से अपील की है कि संरक्षित प्रजातियों के संरक्षण में सहयोग करें और किसी भी अवैध गतिविधि की जानकारी तुरंत विभाग को दें।
शाहजहांपुर में एक युवक ट्रेन की चपेट में आ गया, जिससे उसके दोनों पैर कट गए। हादसे के बाद युवक बेहोश हो गया और उसकी पहचान नहीं हो पाई है। घटना के कारण त्रिवेणी एक्सप्रेस को आधे घंटे तक रोकना पड़ा। युवक को प्राथमिक उपचार के बाद राजकीय मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। यह घटना शुक्रवार दोपहर करीब 12:30 बजे डाउन लाइन पर हुई। टनकपुर से सिंगरौली जा रही त्रिवेणी एक्सप्रेस मीरानपुर कटरा रेलवे स्टेशन के पास ग्राम उखरी में रेलवे क्रॉसिंग गेट संख्या 341सी से गुजर रही थी। तभी लगभग 25 वर्षीय एक अज्ञात युवक अचानक ट्रेन के सामने आ गया। लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाए, लेकिन युवक ट्रेन की चपेट में आ गया और उसके घुटनों के ऊपर से दोनों पैर कट गए। हादसे के बाद युवक बेहोश हो गया। ट्रेन को तुरंत रोका गया, जिससे त्रिवेणी एक्सप्रेस लगभग आधे घंटे तक घटनास्थल पर खड़ी रही। ट्रेन से उतरे यात्रियों की मौके पर भीड़ जमा हो गई। इस घटना के कारण त्रिवेणी के पीछे आ रही हिमगिरि एक्सप्रेस को भी बरेली के बिलपुर रेलवे स्टेशन पर आधा घंटा रोकना पड़ा। लोको पायलट की सूचना पर रेलवे स्टेशन अधीक्षक मोहम्मद हनीफ ने कटरा पुलिस को घटना की जानकारी दी। पुलिस ने घायल युवक को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां से उसे राजकीय मेडिकल कॉलेज शाहजहांपुर रेफर कर दिया गया। युवक अभी भी बेहोश है, जिसके कारण उसकी पहचान नहीं हो पाई है। थाना प्रभारी निरीक्षक जुगलकिशोर पाल ने बताया कि पुलिस युवक की शिनाख्त कराने का प्रयास कर रही है।
खेतड़ी अपहरण केस:13 वर्षीय बालक की तलाश में पुलिस का 'ऑपरेशन सुरक्षा', SIT गठित, साइबर सेल सक्रिय
जिले के खेतड़ी क्षेत्र में एक 13 वर्षीय बालक का अपहरण पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है। बालक की सुरक्षित और जल्द बरामदगी के लिए जिला पुलिस ने तत्काल प्रभाव से एक विशेष अनुसंधान दल (SIT) का गठन किया है। पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि तकनीकी, मानवीय और फील्ड इंटेलिजेंस का समन्वय कर इस मामले को प्राथमिकता के आधार पर सुलझाया जाए। SIT का गठन और नेतृत्व इस हाई-प्रोफाइल केस की संवेदनशीलता को देखते हुए SIT का नेतृत्व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक त्वरित अनुसंधान निस्तारण दल, फूलचंद मीणा को सौंपा गया है, जबकि डीएसपी खेतड़ी, जल्फिकार सह-नेतृत्व की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। पुलिस अधीक्षक ने निर्देश दिया है कि बालक की तलाश में किसी भी प्रकार की देरी न हो। इसके लिए SIT में पुलिस के विभिन्न अनुभवी अधिकारियों और तकनीकी विशेषज्ञों को शामिल किया गया है। तकनीकी मोर्चे पर साइबर सेल सक्रिय साइबर सेल के अनुभवी कार्मिकों को भी टीम में शामिल किया गया है। हेड कांस्टेबल दिनेश कुमार और जितेन्द्र कुमार, तथा कांस्टेबल अरविन्द कुमार कॉल डिटेल रिकॉर्ड, लोकेशन ट्रैकिंग, सोशल मीडिया इनपुट और अन्य डिजिटल क्लू की मदद से महत्वपूर्ण दिशा प्रदान कर रहे हैं। मोबाइल विश्लेषण: साइबर सेल बालक और परिवार से जुड़े सभी मोबाइल नंबरों का गहन विश्लेषण कर रही है। पुलिस यह जांच कर रही है कि कहीं किसी अपरिचित नंबर से परिवार को पहले कोई धमकी, कॉल या संदिग्ध मैसेज तो नहीं मिला। सभी संभावित संदिग्धों का डाटा जिलों की पुलिस के साथ भी सूचना साझा की गई है। इसके अतिरिक्त, एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (AHTU) के सुनील कुमार को भी जोड़ा गया है। जिनका अपहरण जैसे मामलों को सुलझाने में अच्छा अनुभव रहा है। सीसीटीवी फुटेज खंगालने और फील्ड वेरिफिकेशन खेतड़ी कस्बे के मुख्य बाजार, गलियों, सड़कों और वार्ड 5 पपुरना के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू कर दी गई है। उम्मीद है कि शुरुआती फुटेज से बालक की मूवमेंट या संभावित वाहन का पता चल सकता है। थाना खेतड़ी के कार्मिक बनवारी लाल, गौतम और सुभाष को ग्राउंड इनपुट जुटाने, संभावित स्थानों की तलाशी और स्थानीय नेटवर्क को सक्रिय करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। SIT को प्रतिदिन की प्रगति रिपोर्ट सीधे पुलिस अधीक्षक को प्रस्तुत कर रही है, ताकि हर कदम पर आवश्यक दिशा-निर्देश समय रहते मिलते रहें।
कलेक्टर ने बेटी का सुकन्या समृद्धि खाता खुलवाया:हरदा में अभिभावकों से योजना का लाभ लेने की अपील की
हरदा जिले में 'संपूर्ण सुकन्या जिला अभियान' सफलतापूर्वक चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत जिले की सभी पात्र बालिकाओं के सुकन्या समृद्धि खाते खोले जा रहे हैं। यह योजना बालिकाओं के सुरक्षित भविष्य, उच्च बचत और परिवार को दीर्घकालिक आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से संचालित है। इस अभियान के तहत जिले में प्रत्येक पात्र बच्ची का खाता मात्र 250 रुपये जमा कर शुरू किया जा सकता है। यह योजना वर्तमान में देश की सर्वाधिक ब्याज दर वाली बचत योजनाओं में से एक है और 10 वर्ष से कम आयु की बच्चियों के लिए उपलब्ध है। इस अभियान के क्रियान्वयन में डाक निरीक्षक अमित कुमार व्यास द्वारा जागरूकता और मार्गदर्शन में विशेष योगदान दिया जा रहा है। जिले के इच्छुक नागरिक अपनी पात्र बच्चियों का खाता अपने नजदीकी किसी भी डाकघर में या डाक निरीक्षक से संपर्क कर खुलवा सकते हैं। इस अभियान को सशक्त करने के लिए शुक्रवार को कलेक्टर सिद्धार्थ जैन ने भी अपनी पुत्री का सुकन्या समृद्धि खाता खुलवाया। इस अवसर पर उन्होंने जिले के सभी नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि प्रत्येक माता-पिता अपनी पात्र बच्चियों का यह खाता अवश्य खुलवाएँ ताकि उनका भविष्य सुरक्षित, उज्ज्वल और आर्थिक रूप से मजबूत बन सके।
रीवा में पटवारी और सर्वेयर ट्रैप:नामांतरण के लिए 6,000 की घूस मांगी थी,लोकायुक्त ने रंगे हाथों दबोचा
रीवा लोकायुक्त रीवा की टीम ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए बड़ोखर हल्के के पटवारी और सर्वेयर को 4,800 रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई महानिदेशक लोकायुक्त योगेश देशमुख के निर्देश और उप पुलिस महानिरीक्षक मनोज सिंह के मार्गदर्शन में की गई। शिकायतकर्ता राजेंद्र साहू, निवासी बड़ोखर, ने लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसने अपनी पत्नी श्यामवती साहू के नाम 0.091 हेक्टेयर जमीन खरीदी है। जमीन का नक्शा तरमीम और नामांतरण कराने के लिए पटवारी हंसराज पटेल लगातार 6,000 रुपए रिश्वत मांग रहा था। इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक ने तत्काल सत्यापन की प्रक्रिया शुरू कराई। सत्यापन के दौरान स्पष्ट हुआ कि पटवारी हंसराज पटेल और सर्वेयर आशुतोष त्रिपाठी दोनों ने मिलकर 4,800 रुपए की रिश्वत तय की थी और शिकायतकर्ता से तत्काल भुगतान की मांग कर रहे थे। सत्यापन सही पाए जाने पर आज 21 नवंबर को टीम गठित कर ट्रैप की पूरी योजना तैयार की गई। दोपहर को ग्राम बड़ोखर में राघवेंद्र सिंह ठाकुर के घर के सामने दोनों अधिकारियों को शिकायतकर्ता से 4,800 रुपए लेते हुए लोकायुक्त टीम ने पकड़ लिया। कार्रवाई इतनी सटीक थी कि दोनों आरोपी नकदी हाथ में लिए ही रंगे हाथ गिरफ्तार हो गए। इस ट्रैप ऑपरेशन का नेतृत्व निरीक्षक एस. राम मरावी ने किया। वहीं कार्रवाई में उप पुलिस अधीक्षक प्रवीण सिंह परिहार सहित 12 सदस्यीय दल शामिल रहा। लोकायुक्त ने दोनों आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। स्थानीय क्षेत्र में इस कार्रवाई के बाद शासनिक कार्यों में भ्रष्टाचार को लेकर चर्चा तेज हो गई है, वहीं ग्रामीणों ने लोकायुक्त की तत्पर कार्रवाई की सराहना की है।
रीवा में SIR समीक्षा] 12 कर्मचारी सम्मानित:रीवा लापरवाही पर निलंबन और नोटिस जारी किए
रीवा जिले में चल रही मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण (SIR) कार्य की समीक्षा बैठक में दो आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने समय से पहले सौ प्रतिशत कार्य पूरा कर विभागीय रिकॉर्ड में स्थान बनाया है। प्रशासन के अनुसार प्रदेश में यह पहली बार है जब किसी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने निर्धारित समय से पहले पूरा डेटा अपलोड कर रिपोर्टिंग पूरी की है। कलेक्ट्रेट के मोहन सभागार में हुई समीक्षा बैठक के दौरान भटलो 230 की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता मिथिलेश चतुर्वेदी और अजगरहा क्षेत्र की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अनीता तिवारी को उनके कार्य संपादन के आधार पर सम्मानित किया गया। बैठक में कुल 12 कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र दिए गए, जिनमें शिक्षा विभाग और महिला बाल विकास विभाग के कर्मचारी शामिल रहे। समीक्षा के दौरान कई क्षेत्रों में SIR प्रक्रिया की प्रगति धीमी पाई गई। रिपोर्ट के आधार पर एक AEPHI कर्मचारी को निलंबित किया गया है, जबकि कई बीएलओ और अन्य ऑनलाइन प्रविष्टि से जुड़े कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं। अधिकारियों का कहना है कि निर्धारित समयसीमा का पालन न करने वालों पर आगे भी कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर प्रतिभा पाल ने बैठक में सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिया कि SIR से जुड़े कार्यों को प्राथमिकता के साथ समय पर पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रगति की समीक्षा लगातार की जाएगी और देरी पाए जाने पर प्रशासनिक कार्रवाई तय मानी जाएगी।
झालावाड़ में भारत निर्वाचन आयोग द्वारा चलाए जा रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर 2026) अभियान के तहत मतदाता सूचियों को त्रुटि रहित और पारदर्शी बनाने का कार्य जारी है। इसी क्रम में कम प्रगति वाले क्षेत्रों में कार्य में तेजी लाने के उद्देश्य से शुक्रवार को जिला निर्वाचन अधिकारी अजय सिंह राठौड़ सहित विभिन्न प्रशासनिक अधिकारियों ने औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण करने वाले अधिकारियों में उप जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराग भार्गव और जिला परिषद् के मुख्य कार्यकारी अधिकारी शम्भू दयाल मीणा भी शामिल थे। उन्होंने झालावाड़, झालरापाटन, रायपुर और अकलेरा सहित विभिन्न क्षेत्रों में बीएलओ के कार्यों का जायजा लिया। जिला निर्वाचन अधिकारी अजय सिंह राठौड़ ने निरीक्षण के दौरान बीएलओ के कार्यों की धीमी प्रगति पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने बीएलओ और सुपरवाइजरों को एसआईआर के तहत डिजिटलाइजेशन के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। राठौड़ ने झालावाड़, झालरापाटन शहर और रायपुर कस्बे के विभिन्न वार्डों के बीएलओ के कार्यों का निरीक्षण किया और आमजन से भी एसआईआर के कार्य में सहयोग की अपील की। इसी प्रकार उप जिला निर्वाचन अधिकारी और जिला परिषद के सीईओ ने भी जिले के कम प्रगति वाले क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने बीएलओ के कार्यों का निरीक्षण कर उन्हें आगामी दिनों में मुस्तैदी से काम करते हुए निर्धारित तिथि से पूर्व डिजिटलाइजेशन का कार्य पूरा करने के निर्देश दिए। इस दौरान उपखण्ड अधिकारी अभिषेक चारण, तहसीलदार झालरापाटन नरेन्द्र मीणा और संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
एटा जिले के सकीट थाना क्षेत्र में 18 वर्षीय युवती से दुष्कर्म और हत्या के मामले का पुलिस ने 48 घंटे के भीतर खुलासा कर दिया है। पुलिस ने गांव के ही आरोपी मनोज पुत्र हाकिम को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। पुलिस ने आरोपी को औंछा रोड, भगवंतपुर से मुखबिर की सूचना पर पकड़ा। उसके पास से मृतका की घड़ी भी बरामद की गई है। बुधवार देर शाम युवती का अर्द्धनग्न शव अपने घर से करीब 100 मीटर दूर सरसों के खेत के पास एक नाले में मिला था। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और फील्ड यूनिट, डॉग स्क्वायड तथा फोरेंसिक टीम को बुलाया गया। साक्ष्य संकलित कर पुलिस ने जांच शुरू की। परिजनों ने दुष्कर्म के बाद हत्या का आरोप लगाया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्याम नारायण सिंह ने तत्काल स्वाट, सर्विलांस सहित पांच टीमें गठित कीं। इन टीमों ने मुखबिरों का जाल बिछाकर आरोपी को गिरफ्तार किया और घटना का खुलासा किया। पुलिस पूछताछ में आरोपी मनोज ने अपना अपराध कबूल कर लिया है। उसने बताया कि युवती गोबर डालने आई थी, तब वह उसे लकड़ी की गठरी उठाने के बहाने गांव के बाहर सरसों के खेत की ओर ले गया। वहां उसने युवती के साथ जबरन दुष्कर्म किया। जब युवती चीखी-चिल्लाई तो उसने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद शव को खींचकर नाले में फेंक दिया। इस दौरान युवती की घड़ी टूटकर वहीं गिर गई थी। इस मामले का खुलासा करने वाली पुलिस टीम में थाना अध्यक्ष सकीट राजकुमार सिंह, उपनिरीक्षक रमेश सिंह, आरक्षी रामेश्वर सिंह, आरक्षी निखिल भाटी और आरक्षी संजय कुमार शामिल रहे। एसएसपी एटा श्याम नारायण सिंह ने इस टीम को 20 हजार रुपए का नकद इनाम देकर सम्मानित किया है।
टीकमगढ़ के नजर बाग मैदान में चल रहे नूर मुहम्मद स्मृति अंतर्राज्यीय फुटबॉल टूर्नामेंट में शुक्रवार को तीन क्वार्टर फाइनल मैच खेले गए। इन मैचों में खेल एवं युवक कल्याण विभाग टीकमगढ़, ईगल क्लब टीकमगढ़ और असद एफसी ने जीत दर्ज कर सेमीफाइनल में जगह बनाई। टूर्नामेंट कमेटी के अध्यक्ष गौरव शर्मा और सचिव मोना जैन ने बताया कि पहला क्वार्टर फाइनल खेल एवं युवक कल्याण विभाग टीकमगढ़ और खुरई के बीच खेला गया। इसमें खेल एवं युवक कल्याण विभाग की टीम ने 2-0 से जीत हासिल की। इस मैच के मुख्य अतिथि पवन घुवारा रहे, जबकि रविन्द्र श्रीवास्तव, बंटी तिवारी, विकास चौधरी, विक्रम सिंह और रानू मिश्रा विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थे। दूसरा क्वार्टर फाइनल ईगल क्लब टीकमगढ़ और पन्ना एफसी के मध्य हुआ। इस मुकाबले में ईगल क्लब टीकमगढ़ ने 3-1 से शानदार जीत दर्ज की। पूनम जायसवाल मुख्य अतिथि थे, वहीं डॉ. सुमित उपाध्याय और मनीषा जैन विशिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित रहे। तीसरा क्वार्टर फाइनल असद एफसी और इंदौर की टीमों के बीच खेला गया। असद एफसी ने यह मैच 2-0 से जीतकर अगले दौर में प्रवेश किया। इस मैच में सुरेश दौंदेरिया, खलील खान, उमा शंकर चतुर्वेदी, बसीर खान और इल्यास खान अतिथि के रूप में शामिल हुए। तीनों मैचों के दौरान अतिथियों ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया। कमेटी के कोषाध्यक्ष अभिषेक जैन ने जानकारी दी कि शनिवार को दो सेमीफाइनल मैच खेले जाएंगे, जबकि टूर्नामेंट का फाइनल 23 तारीख को होगा। शुक्रवार को टूर्नामेंट का अंतिम मैच शाम 5 बजे तक चला, जिसका बड़ी संख्या में दर्शकों ने लुत्फ उठाया।
आर्च कॉलेज ऑफ डिजाइन एंड बिजनेस में 19 से 21 नवंबर तक तीन दिवसीय ‘हब-इन डिजाइन एवं उद्यमिता सप्ताह’ का आयोजन कर वैश्विक उद्यमिता सप्ताह मनाया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को उद्योग विशेषज्ञों से जोड़ना और उनके नवाचारी प्रोजेक्ट्स को प्रस्तुत करने का अवसर देना था। आर्च की संस्थापक एवं निदेशक अर्चना सुरणा ने कार्यक्रम में पांच प्रेरणादायक उद्यमियों के साथ चर्चा की। इनमें नितिन जैन (संस्थापक, इंदिबनी वेंचर्स), पिंकी जैन (संस्थापक, माइसा जयपुर), अनिशा जैन (संस्थापक, ट्रम्प्ड मीडिया), प्राची सेक्सरिया (संस्थापक, मूरा), भारती रस्तोगी (सह-संस्थापक, रस्तोगी फर्नीचर) शामिल रहे। इन उद्यमियों ने अपनी उद्यम यात्रा, सार्थक ब्रांड निर्माण और नवोदित उद्यमों के सामने आने वाली चुनौतियों पर अपने अनुभव साझा किए। युवाओं को उन्होंने उद्देश्यपूर्ण सोच और नवाचार के साथ नेतृत्व करने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम का प्रमुख आकर्षण ‘आर्काइव बाजार’ रहा, जिसमें छात्रों द्वारा संचालित 12 स्टॉल लगाए गए। इनमें छात्रों द्वारा बनाए गए उत्पाद प्रदर्शित किए गए, जिनमें आभूषण, संगमरमर कलाकृतियां, घर की सजावट के सामान, चित्रकला, वस्त्र एवं अन्य रचनात्मक उत्पाद शामिल थे। इसके अलावा खेल गतिविधियां, टैरो कार्ड पढ़ना, आभूषण बनाने की प्रत्यक्ष जैसी रोचक गतिविधियों ने आगंतुकों को आकर्षित किया। तीन दिवसीय कार्यक्रम में 100 से अधिक प्रतिभागियी, जिनमें छात्र, उद्यमी और रचनात्मक क्षेत्र के पेशेवर शामिल थे। इन्होंने उत्साहपूर्ण भागीदारी की। आयोजन ने छात्रों को वास्तविक व्यापारिक प्रक्रियाएं, नवाचार और नेटवर्किंग का मूल्यवान अनुभव प्रदान किया।
अगले साल पेश होने वाले एमपी के बजट को लेकर मोहन सरकार ने प्रदेश के युवाओं, नागरिकों, संगठनों से सुझाव मांगे हैं। यह सुझाव ई मेल और पत्रों के जरिए राज्य सरकार के वित्त विभाग को भेजे जा सकेंगे। सरकार ने कहा है कि उन सभी सुझावों पर सरकार अमल करेगी जो प्रदेश के ग्रामीण विकास, पारंपरिक व्यवसायों के पुनरुद्धार, पेयजल व्यवस्था, स्वच्छता, गोचर भूमि के सुरक्षित उपयोग से जुड़े होंगे। साथ ही स्थानीय पर्यटन, धार्मिक-ऐतिहासिक धरोहरों के विकास, पुराने शहरों के पुनर्विकास, सड़कों एवं गलियारों के चौड़ीकरण, अतिक्रमण मुक्त मॉडल, शहरी अधोसंरचना, प्रशासनिक सुधार और राजस्व वृद्धि वाले सुझावों को भी वरीयता दी जाएगी। वित्त विभाग द्वारा इन दिनों बजट की तैयारियों को लेकर विभागों के सचिव और प्रमुख सचिव स्तर के अफसरों से चर्चा शुरू की गई है। इस बीच विकसित मध्यप्रदेश@2047 के लिए वित्तीय वर्ष 2026-27 बजट तैयार करने में हर साल की तरह इस वर्ष भी नागरिकों की भागीदारी तय करने का फैसला किया गया। नागरिक अपने सुझाव MPMyGov पोर्टल, टोल फ्री नंबर 0755-2700800, ईमेल budget.mp@mp.gov.in तथा डाक के माध्यम से भी भेज सकते हैं। सुझाव देने की अंतिम तारीख 18 दिसम्बर 2025 है। अर्थव्यवस्था में सुधार पर फोकस कर्ज लेकर योजनाओं और परियोजनाओं को पूरी करने में जुटी सरकार ने सुझाव मांगने के साथ कहा है कि विकसित प्रदेश बनाने के लिए प्रदेश के वित्तीय प्रशासन का एक मजबूत ढांचा तैयार किया जा रहा है। इसके लिए अभी से एक आर्थिक नियोजन की तैयारी करना आवश्यक होगा। इन बिन्दुओं पर सुझाव दे सकेंगे राज्य सरकार ने हरित ऊर्जा के विस्तार, विद्युत वितरण प्रणालियों में सुधार, स्मार्ट मीटर, वास्तविक बिलिंग, पुराने तारों के स्थान पर सुरक्षित केबल लाइन, ई-परिवहन को बढ़ावा और सड़क नेटवर्क के सुदृढ़ीकरण जैसे क्षेत्रों में जनता से विशेष मार्गदर्शन मांगा है। ग्रामीण विकास, पारंपरिक व्यवसायों के पुनरुद्धार, पेयजल व्यवस्था, स्वच्छता, ग्रामीण अधोसंरचनात्मक उन्नयन, गौ-वंश संरक्षण तथा गोचर भूमि के सुरक्षित उपयोग से जुड़े सुझावों को भी आमंत्रित किया गया है। इन विषयों पर भी सुझाव बुलाए प्रदेश के नागरिक कृषि, उद्यानिकी, मत्स्य एवं पशुपालन, खाद्य प्रसंस्करण, निर्यात उन्मुख उद्योगों, वनोपज प्रसंस्करण, औषधि निर्माण तथा अन्य संभावित स्थानीय उद्योगों के विकास से जुड़ी अवधारणाओं को साझा करने के लिए भी आमजन को प्रोत्साहित किया गया है। नदियों, तालाबों एवं जल स्रोतों के संरक्षण-संवर्धन, वन एवं वन्य जीव संरक्षण, वन ग्रामों में जीवनस्तर में सुधार तथा स्थानीय पर्यटन, धार्मिक-ऐतिहासिक धरोहरों के विकास से संबंधित सुझाव भी बजट निर्माण प्रक्रिया का हिस्सा हैं। पुराने शहरों के पुनर्विकास, सड़कों एवं गलियारों के चौड़ीकरण, अतिक्रमण मुक्त मॉडल, शहरी अधोसंरचना, पार्क एवं पुलों के निर्माण, जन स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास, दिव्यांगजन तथा बेसहारा लोगों के कल्याण, प्रशासनिक सुधार और राजस्व वृद्धि के उपायों सहित अन्य महत्त्वपूर्ण विषयों पर भी जनता से सुझाव बुलाए हैं।
बूंदी में 59 नई ग्राम पंचायतें बनीं:पुनर्गठन के बाद अब संख्या 241 हुई, विकास को मिलेगी गति
बूंदी जिले में राज्य सरकार की अधिसूचना के तहत ग्राम पंचायतों का पुनर्गठन और नवसृजन किया गया है। इस फैसले के बाद जिले में 59 नई ग्राम पंचायतें अस्तित्व में आईं, जिससे कुल पंचायतों की संख्या बढ़कर 241 हो गई। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवि वर्मा ने बताया कि पंचायतों के नवसृजन और पुनर्गठन के लिए पंचायती राज अधिनियम 1994 के तहत कानूनी प्रक्रिया अपनाई गई। जिला कलेक्टर स्तर पर प्रारूप प्रकाशित कर एक माह तक आमजन से आपत्तियां मांगी गईं और उनका निस्तारण करने के बाद प्रस्ताव को राज्य सरकार से अनुमोदन के लिए भेजा गया। अधिसूचना के अनुसार, सर्वाधिक 14 नई पंचायतें हिंडोली में और 13 केशवरायपाटन में बनाई गईं। इसके अलावा बूंदी में 12, नैनवां में 10 और तालेड़ा में 10 नई पंचायतें गठित हुई हैं। पुनर्गठित और नवसृजित पंचायतें आगामी चुनाव संपन्न होने के बाद विधिवत कार्य करना शुरू करेंगी। तब तक पुरानी व्यवस्था ही प्रभावी रहेगी। नई ग्राम पंचायतों में केशवरायपाटन में नीमोठा, ईश्वरनगर, बोरदामाल, नयागांव, कोडक्या, ढगारिया, धरावन, जयनगर, पापड़ा, छत्रपुरा, अनघोरा, झुंवासा और जगन्नाथपुरा शामिल हैं। हिंडोली में खटावदा, अमरत्या, अशोकनगर, ढगारिया, दांता, रेण, नारायणपुर, मरडिया, गणेशगंज, दलेलपुरा, बासनी, सिंघाडी, सोरण और फालेण्डा नई पंचायतें बनी हैं। तालेड़ा में जलोदी, भवानीपुरा, भरताबावड़ी, ठीकरिया कला, सीतापुरा, मेहराना, कंवरपुरा, देवरिया, बिजाड़ी, ढसालिया; बूंदी में शिवशक्ति का खेड़ा, शाहपुरा, अस्तोली, मेघारावत की झोपड़ियां, उमरच, महरामपुरा, गुंवार, अखेड़, काटूनारा, जावरा, औकारपुरा और जखाणा; नैनवां में नीमखेड़ा, मानपुरा प्रथम, मैणा, धानुगांव, ढाढून, बम्बूली, खोड़ी, बिशनपुरा, मानपुरा द्वितीय और लुहारपुरा को नई ग्राम पंचायतों के रूप में अधिसूचित किया गया है। इस बदलाव से ग्रामीणों को अपने छोटे-मोटे कार्यों के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा और गांवों में विकास कार्यों की गति बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है।
सिरसा में 13 को लगेगी राष्ट्रीय लोक अदालत:6 बेंच का किया गठन, पुराने लंबित मामलों का हो सकेगा निपटान
सिरसा जिले में राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण व हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से कोर्ट परिसर सिरसा, डबवाली एवं ऐलनाबाद में आगामी 13 दिसंबर को राष्ट्रीय लोक अदालत आयोजित की जाएगी। लोक अदालत के आयोजन के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा कुल छह बेंच का गठन किया गया है। ऐसे में आमजन के लिए राहत की बात है कि पुराने मामलों का निपटान हो सकेगा। इस दौरान ज्यादा वाहन चालान केस आते हैं। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं जिला एवं सत्र न्यायाधीश पुनीश जिंदिया ने बताया कि कोर्ट परिसर सिरसा में अतिरिक्त प्रिंसिपल जज फैमिली कोर्ट सुमित गर्ग, अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश सिरसा नितिन किनरा, सिविल जज (सीनियर डिवीजन) एवं एसीजेएम मुनीष नागर, सिविल जज (जूनियर डिवीजन) एवं न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी सिरसा रिचू, डबवाली में अतिरिक्त सिविल जज (सीनियर डिवीजन) एवं एसडीजेएम हरलीन पाल सिंह व ऐलनाबाद में अतिरिक्त सिविल जज (सीनियर डिवीजन) एवं एसडीजेएम आशीष आर्य द्वारा लोक अदालत लगाई जाएगी। इस लोक अदालत में कोई भी इच्छुक स्वयं या अपने अधिवक्ता के माध्यम से अपने केसों के निपटारे के लिए आवेदन कर सकते हैं। न्यायालय में लंबित मामलों के निपटारे के लिए लोक अदालतों का आयोजन समय-समय पर किया जाता है। लोक अदालतों में दोनों पक्षों की आपसी सहमति से ही लंबित मामलों का निपटारा किया जाता है। इन केसों का हुआ था समाधान वहीं, बीतें जुलाई माह में लोक अदालत लगी थी। उस दौरान वाहन चालान से लेकर तलाक केस सहित अन्य घेरेलू झगड़ों का निपटान हुआ था। ज्यादातर वाहन चालान के केस थे। ऐसे में लोगों को काफी राहत मिली थी, जो केस लंबे से समय से कोर्ट में चल रहे थे। उनका फैसला सुनाने के बाद निपटान कर दिया गया।
साबरमती राजधानी एक्सप्रेस के समय में बदलाव:जोधपुर-साबरमती ट्रेन 23 नवंबर को 2 घंटे देरी से चलेगी
रेलवे ने साबरमती-नई दिल्ली स्वर्ण जयंती राजधानी एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या 12957) के संचालन समय में आंशिक परिवर्तन किया है। यह बदलाव महेसाना-पालनपुर रेलखंड पर स्पीडअप के कारण किया गया है। उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शशि किरण ने बताया कि गाड़ी संख्या 12957, साबरमती-नई दिल्ली स्वर्ण जयंती राजधानी एक्सप्रेस 25 नवंबर से साबरमती स्टेशन से रात 7:20 बजे प्रस्थान करेगी। यह महेसाना स्टेशन पर रात 8:03 बजे पहुंचेगी और 8:05 बजे आगे के लिए रवाना होगी। इसके अतिरिक्त, पश्चिम रेलवे के अहमदाबाद मंडल में पालनपुर-अहमदाबाद रेलखंड पर जगुदन स्टेशन यार्ड में ब्रिज संख्या 983 पर आरसीसी बॉक्स डालने का तकनीकी कार्य किया जा रहा है। इस कारण, रेल यातायात प्रभावित होगा। इसलिए, गाड़ी संख्या 20485, जोधपुर-साबरमती एक्सप्रेस 23 नवंबर को जोधपुर से निर्धारित समय से दो घंटे की देरी से प्रस्थान करेगी।
महिला को ब्लैकमेल कर रुपए हड़पे:आरोपी ने फोटो-वीडियो वायरल करने की धमकी दी, मामला दर्ज
हापुड़ में एक महिला को ब्लैकमेल कर उससे लाखों रुपए ठगने का मामला सामने आया है। आरोपी ने 8 महीने तक उसका शारीरिक शोषण किया। पीड़िता की तहरीर पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। एक महिला का आरोप है कि उसके साथ आठ महीने तक संबंध में रहे एक युवक ने उसके निजी फोटो और वीडियो अपने मोबाइल में सुरक्षित कर लिए। अब वह इन तस्वीरों को वायरल करने की धमकी देकर महिला का शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न कर रहा है। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि आरोपी ने उसे ब्लैकमेल करते हुए अब तक डेढ़ लाख रुपए नकद और 80 हजार रुपए ऑनलाइन माध्यम से ले लिए हैं। इसके बावजूद आरोपी लगातार उसे परेशान कर रहा था। नगर के मजीदपुरा निवासी दानिश नामक युवक पर यह आरोप है। पीड़िता ने बताया कि आरोपी की धमकियों से वह इतनी भयभीत है कि घर से बाहर निकलने या कहीं जाने से भी डर रही है। परेशान होकर महिला ने सदर कोतवाली पुलिस से संपर्क किया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी दानिश के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। सदर एसएचओ देवेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि आरोपी की तलाश जारी है और उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
राजनांदगांव के जय तुलसी मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल का आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत पंजीयन छह माह के लिए निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई अस्पताल में पाई गई कमियों और अनियमितताओं के कारण की गई है। राज्य शासन के निर्देश पर जिले में आयुष्मान भारत योजना के तहत पंजीकृत निजी अस्पतालों के निरीक्षण के आदेश दिए गए थे। इसी क्रम में स्वास्थ्य विभाग की एक जांच टीम ने जय तुलसी मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान पाई गई कमियों के आधार पर अस्पताल को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। अस्पताल प्रबंधन ने कमियों को दूर करने और भविष्य में ऐसी पुनरावृत्ति न होने का आश्वासन दिया था। दोबारा निरीक्षण में मिली नई अनियमितताएं जांच टीम ने जब दोबारा अस्पताल का निरीक्षण किया, तो योजना के तहत पहले मिली कमियों के अलावा अन्य अनियमितताएं भी पाई गईं। जिला स्तरीय गठित टीम ने इन कमियों के आधार पर एक जांच प्रतिवेदन तैयार किया। अस्पताल का पंजीयन निलंबित करने की अनुशंसा इसमें जय तुलसी मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल का आयुष्मान भारत योजना के तहत पंजीयन छह माह के लिए निलंबित करने की अनुशंसा संचालक स्वास्थ्य सेवाएं सह मुख्य कार्यपालन अधिकारी, राज्य नोडल एजेंसी को भेजी गई थी। अनुमोदन के बाद अस्पताल पर कार्रवाई और निर्देश राज्य नोडल एजेंसी, रायपुर से अनुमोदन मिलने के बाद, जय तुलसी मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, स्टेडियम रोड, बसंतपुर, राजनांदगांव के संचालक को पत्र जारी किया गया। इसके अनुसार, अस्पताल द्वारा नियो-नेटल केयर पैकेज (NICU) के तहत किए गए चारों प्रकरणों को निरस्त कर दिया गया है। अस्पताल का पंजीयन अगले छह माह के लिए निलंबित रहेगा। निलंबन अवधि के दौरान अस्पताल को योजना संबंधी सभी प्रचार-प्रसार सामग्री हटाने और नए क्लेम प्रकरण पंजीकृत न करने का भी निर्देश दिया गया है।
प्रतापगढ़ में फर्जी लूट का खुलासा:गैस एजेंसी के दो कर्मचारी गिरफ्तार, 28,950 रुपये बरामद
प्रतापगढ़ पुलिस ने एक फर्जी लूट की घटना का पर्दाफाश किया है। इस मामले में पुलिस ने एक गैस एजेंसी के दो कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से 28,950 रुपये नकद बरामद किए गए हैं। गिरफ्तार किए गए कर्मचारियों की पहचान शिवम सरोज और राघवेंद्र के रूप में हुई है। ये दोनों गैस एजेंसी में घर-घर सिलेंडर सप्लाई का काम करते थे। घटना 19 नवंबर को हुई थी जब शिवम और राघवेंद्र डाला मैजिक वाहन से सिलेंडर बेचने के लिए क्षेत्र में निकले थे। उन्होंने उस दिन 36 सिलेंडर बेचे थे, जिससे उन्हें 28,950 रुपये नकद और 4,000 रुपये ऑनलाइन प्राप्त हुए थे। नकदी हड़पने के इरादे से दोनों कर्मचारियों ने लूट की झूठी कहानी गढ़ी। शिवम ने 112 नंबर पर लूट की सूचना दी, जिसके बाद पुलिस सक्रिय हुई। पुलिस की जांच-पड़ताल में सामने आया कि दोनों कर्मचारियों ने खुद ही लूट की साजिश रचकर पैसे हड़प लिए थे। खुलासे के बाद पुलिस ने बरामद नकदी के साथ दोनों कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया है।
कौशांबी में सर्राफा व्यापार मंडल के पदाधिकारियों और व्यापारियों ने पुलिस अधीक्षक (एसपी) राजेश कुमार सहित अन्य अधिकारियों को सम्मानित किया। यह सम्मान सराय अकिल थाना क्षेत्र में हुई सर्राफा व्यापारी से लूट की घटना का 24 घंटे के भीतर सफल अनावरण, आरोपियों की गिरफ्तारी और लूटे गए पूरे माल की बरामदगी के लिए दिया गया। पुलिस कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में एसपी राजेश कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह, क्षेत्राधिकारी मंझनपुर शिवांक सिंह और क्षेत्राधिकारी चायल अभिषेक सिंह को पुष्प गुच्छ और मालाएं भेंट की गईं। व्यापारियों ने 24 घंटे के अंदर घटना का खुलासा करने के लिए पुलिस टीम को बधाई दी और आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर व्यापारियों ने कौशांबी पुलिस की त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस कार्रवाई से जिले में व्यापारियों और आमजन का पुलिस पर विश्वास और मजबूत हुआ है। पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने व्यापारियों को आश्वस्त किया कि जनपद में व्यापारियों की सुरक्षा उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि भविष्य में भी इसी प्रकार की प्रभावी कार्रवाई जारी रहेगी।
मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में बीते दिनों जहरीले कफ सिरप से 20 से ज्यादा बच्चों की मौत हो गई थी। इसी बीच जांच में यह भी आया कि बिछुआ गांव में 5 माह की बच्ची की मौत आयुर्वेदिक दवा पीने से हुई थी। बच्ची के परिजन ने सर्दी-खांसी होने पर आयुर्वेदिक दवा दी थी, जो जांच रिपोर्ट में फेल हो गई। इन दवाओं को अमानक और असुरक्षित मानते हुए छिंदवाड़ा जिले में बैन कर दिया गया। जांच के दौरान सतना में भी यह दवा अमानक पाई गई, तो प्रदेश में वे सात दवाएं प्रतिबंधित कर दी गईं, जिनसे बच्ची की मौत हुई थी। जबलपुर में भी इन दवाओं को आयुष विभाग ने बैन करते हुए जांच के लिए टीम गठित की है। इन दवाओं को किया बैन दवाओं में ये मिली कमियां आयुर्वेदिक दवाओं की लैब ग्वालियर में है। वहां जांच में सामने आया कि जिन आयुर्वेदिक दवाओं पर प्रतिबंध लगाया है। संभवता उसमें डोज का अनुपात बिगड़ा है, इसके साथ ही, उनकी पैकिंग में भी गड़बड़ी आई है। सभी दवाओं को फिलहाल प्रदेश भर की दुकानों से अलग कर दिया गया है। आयुष विभाग ने सभी जिले के अधिकारियों को जांच करते हुए सैंपलिंग करने के बाद दवाओं को जब्त करने को कहा है। टीम जांच कर रही है जिला आयुष अधिकारी डॉ. सुरत्ना सिंह चौहान ने बताया कि छिंदवाड़ा और सतना में जांच के दौरान यह पाया गया था कि कुछ दवाएं, जो सर्दी-खांसी के उपयोग में आती है। वह अमानक है। लिहाजा राज्य सरकार के निर्देश पर जबलपुर में जांच शुरू करते हुए दवाओं को बरामद किया जा रहा है, यह काम डॉक्टरों की टीम को दिया गया है। हालांकि जिले की अधिकतर दुकान संचालकों ने इन बैच नंबर की दवाओं को अलग कर दिया है। जिला आयुष अधिकारी का कहना है कि टीम लगातार हर दुकान में जाकर जांच भी कर रही है, अगर कोई प्रतिबंधित दवाओं को बेचते हुए मिलता है, तो उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी। दवाएं गलत है तो नहीं बिकेगी औषधि विक्रेता शरद अग्रवाल का कहना है कि दवाओं से अगर बच्चों को मौत हो जाए तो यह गंभीर विषय है, लिहाजा सरकार का ये जो कदम है, वो दवाएं, जो जहर बन जाती है, उसे दुकानों से हटा दिया जाए, बिल्कुल सही है। उन्होंने कहा कि आमतौर पर विक्रेता सिर्फ दवाओं को बेचता है, ना कि दवा बनाता है। अगर कोई विक्रेता एक्सपायरी डेट की दवा बेचा रहा है, तो उसके खिलाफ जरूर कार्रवाई होना चाहिए। इस काम आती है ये दवाएं
जिला प्रमुख अर्जुन राम राजपुरोहित की अध्यक्षता में जिला स्थापना समिति की बैठक हुई। इसमें प्रारंभिक शिक्षा विभाग के 355 शिक्षकों के स्थायीकरण और 35 नवनियुक्त अध्यापकों की नियुक्ति के प्रकरणों को मंजूरी दी गई। बैठक में दो वर्ष पूर्व नियुक्त प्रारंभिक शिक्षा विभाग के लगभग 355 शिक्षकों के स्थायीकरण प्रकरणों का अनुमोदन किया गया। साथ ही प्रारंभिक शिक्षा विभाग में 35 नवनियुक्त अध्यापकों के नियुक्ति प्रकरणों को भी स्वीकृति मिली। इसके अतिरिक्त कनिष्ठ लिपिक भर्ती 2013 के वरीयता निर्धारण का भी नियमानुसार अनुमोदन किया गया। बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं स्थापना समिति के सचिव प्रकाश चंद्र अग्रवाल, जिला शिक्षा अधिकारी महेंद्र नानीवाल, जिला कलेक्टर के प्रतिनिधि हरि सिंह देवल और उपखंड अधिकारी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। जिला शिक्षा अधिकारी महेंद्र नानीवाल ने बताया कि अध्यापकों के स्थायीकरण और नियुक्ति प्रकरणों सहित विभिन्न मामलों को अनुमोदित कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में शीघ्र ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। शिक्षकों के स्थायीकरण और नवनियुक्त अध्यापकों की नियुक्ति का मार्ग प्रशस्त होने पर राजस्थान समग्र शिक्षक संघ ने आभार व्यक्त किया है। प्रदेश अध्यक्ष डॉ. उदय सिंह दिनकर ने जिला प्रमुख अर्जुन राम पुरोहित, मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रकाश चंद्र अग्रवाल, जिला शिक्षा अधिकारी महेंद्र कुमार नानीवाल और अन्य संबंधित अधिकारियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।
बूंदी में 10 दिन पहले चिकित्सालय से लापता हुआ नेत्रहीन युवक अजीत सिंह अपने परिजनों से शुक्रवार को मिल गया। भीलवाड़ा जिले के भीमपुरा निवासी अजीत की मां भावुक हो गईं और पिता छीतर सिंह की आंखों में आंसू छलक पड़े। जानकारी के अनुसार, अजीत सिंह एक साल पहले दुर्घटना में अपनी दोनों आंखों की रोशनी खो चुके थे और मानसिक रूप से अस्थिर हैं। 11 नवंबर को मां के साथ बूंदी चिकित्सालय में इलाज कराने आए अजीत किसी बात पर नाराज होकर अस्पताल से चला गया और बूंदी रेलवे स्टेशन पहुंच गया। रेलवे स्टेशन पर उन्हें राजस्थान बीज निगम के पूर्व निदेशक चर्मेश शर्मा और उनके सहयोगी हरिशंकर वर्मा ने देखा। अजीत ने शर्मा से अपनी आंखों का इलाज करवाने की मदद मांगी। शर्मा ने अजीत को भरोसा दिलाया और अहमदाबाद से लौटकर उसके इलाज में सहयोग किया। इसके बाद अजीत को बूंदी, कोटा और उदयपुर के विभिन्न चिकित्सालयों में दिखाया गया। डॉक्टरों ने आंखों की गहन जांच के बाद बताया कि रोशनी वापस आने की संभावना न्यूनतम है। बावजूद इसके, अजीत का इलाज पूरी तरह मुफ्त और मानवीय आधार पर किया गया। गुमशुदगी की रिपोर्ट के बाद कांग्रेस नेता चर्मेश शर्मा अजीत को बूंदी थाना ले गए। यहां बयान दर्ज कराने के बाद उसे परिजनों के सुपुर्द किया गया। प्रारंभ में अजीत परिजनों के साथ जाने को तैयार नहीं थे, लेकिन बाद में समझाने पर वह तैयार हुए। बूंदी कुंभा स्टेडियम स्थित रैन बसेरे पर अजीत का माल्यार्पण कर अभिनंदन किया गया। पूर्व पार्षद सतीश तंबोली, इमरान देशवाली, हरिशंकर वर्मा, कुणाल पारीक और अन्य उपस्थित लोगों ने खुशी के साथ अजीत को परिजनों के पास रवाना किया।
प्लॉट के कूटरचित दस्तावेज तैयार कर जेडीए से फर्जी पट्टा बनाने और भूखण्ड पर अवैध कब्जा करने के प्रकरण में चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थाना पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस प्रकरण में शामिल अन्य लोगों की भूमिका की जांच कर रही है। ये है मामला 3 सितंबर 2025 को राधा देवी, निवासी कागा कॉलोनी ने रिपोर्ट में बताया कि उनके दिवंगत पति पांचाराम उर्फ कुशलाराम मेघवाल के नाम से ग्राम चौपासनी जागीर, खसरा संख्या 122 में स्थित भूखण्ड संख्या 71 से 74 और 82 से 86 का वैध पट्टा वर्ष 1989 में जारी हुआ था। पांचाराम ने इन भूखण्डों के संबंध में अपना आममुख्तियार विजयचंद जैन के पक्ष में कर रखा था, जिनके द्वारा अधिकांश भूखण्डों का विक्रय कर दिया गया। केवल भूखण्ड संख्या 71 ही शेष था। पांचाराम के निधन (13 फरवरी 2014) के बाद आममुख्तियारनामा स्वतः निष्प्रभावी हो गया था, और भूखण्ड संख्या 71 पर पूर्ण अधिकार उनके वैध वारिसों उनकी पत्नी और संतान का था। ऐसे रचा गया फर्जीवाड़ा थानाधिकारी ईश्वरचन्द्र पारीक के नेतृत्व में टीम गठित की गई। पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपी प्रेमाराम पुत्र लालाराम, निवासी गसूरिया ने राजेन्द्र कुम्भट के नाम से फर्जी आममुख्तियारनामा तैयार कर उसे नोटरी से तस्दीक करवाया। इसी फर्जी अधिकार के आधार पर प्रेमाराम ने भूखण्ड संख्या 71 का विक्रय भैरूसिंह देवड़ा के नाम कर दिया। बेचाननामा दिनांक 12 मार्च 2025 को उप-पंजीयक प्रथम कार्यालय में पंजीबद्ध किया गया। दस्तावेज़ में कई कथित गवाहों जैसे सवाईसिंह व जितेंद्रसिंह भाटी की साख डाली गई, जिनकी भूमिका भी संदिग्ध पाई जा रही है। जांच में स्पष्ट हुआ कि राजेन्द्र कुम्भट के पास भूखण्ड संख्या 71 पर कोई हक नहीं था। पुलिस ने दस्तावेज़ों की जांच, गवाहों के बयान और रजिस्ट्री रिकॉर्ड की पड़ताल के आधार पर दोनों मुख्य आरोपी प्रेमाराम चौधरी और भैरूंसिंह देवड़ा को गिरफ्तार कर लिया है। प्रकरण में अन्य शामिल व्यक्तियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है।
बड़वानी में नल-जल योजना तीन साल से अधूरी:ओसाड़ा में करोड़ों खर्च कर पाइपलाइन बिछाई, फिर भी सूखे नल
बड़वानी जिले में करोड़ों रुपये की लागत से शुरू की गई नल-जल योजना तीन साल से अधूरी पड़ी है। जिला मुख्यालय से 18 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पंचायत ओसाड़ा में पाइपलाइन तो बिछा दी गई है, लेकिन ग्रामीणों को आज तक शुद्ध पेयजल नहीं मिल पाया है। 5000 से अधिक आबादी वाले इस गांव के लोग आज भी कुओं, हैंडपंपों और खेतों में लगी ट्यूबवेल के पानी पर निर्भर हैं। ग्रामीणों के अनुसार, योजना के तहत पाइपलाइन बिछाने का काम लगभग तीन साल से चल रहा है, लेकिन कनेक्शन, मोटर और पानी की टंकी जैसी महत्वपूर्ण चीजें अब तक चालू नहीं हो पाई हैं। कई स्थानों पर बिछाई गई पाइपलाइन भी टूटी हुई मिली है। इससे सरकार की 'हर घर नल से जल' पहुंचाने की योजना का उद्देश्य पूरा नहीं हो पा रहा है। ग्रामीण लाल सिंह सस्ते ने बताया कि पाइपलाइन बिछने के बावजूद पानी नहीं आया है। ग्राम पंचायत ओसाड़ा के अजय सस्ते और भागरीय अलावे ने निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि मोहल्ले के लोग दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। ग्रामीणों ने कई बार टूटी पाइपलाइन और घटिया निर्माण को लेकर अधिकारियों से शिकायत की है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। जय आदिवासी युवा संगठन (JAYS) के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. राजू पटेल ने आरोप लगाया कि पूरे जिले में नल-जल योजना के काम में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है। उन्होंने कहा कि कहीं भी काम पूरा नहीं हो पाया है। डॉ. पटेल ने बताया कि इस मुद्दे पर पूर्व में जिला मुख्यालय पर 12 दिन तक आंदोलन भी किया गया था, लेकिन कोई जांच नहीं हुई। उन्होंने ठेकेदारों और अधिकारियों पर सरकार को धोखा देने का आरोप लगाया। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर आरएस बामनिया ने बताया कि नल जल योजना के अंतर्गत हमने 293 गांव में कार्य पूर्ण कर चुके हैं। इन गांवों में लोगों को शुद्ध जल मिल रहा है। लेकिन अभी 83 गांव में कार्य प्रगति पर है। ओसाडा में कुछ काम छूटा है। इसे जल्द पूरा कर लिया जाएगा।
राजगढ़ में सहकारी सप्ताह का समापन:बैंकिंग से आगे बढ़कर किसानों की जरूरतें समझने का बना मंच
राजगढ़ में मंगलवार को जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में 72वें अखिल भारतीय सहकारी सप्ताह का समापन हुआ। यह कार्यक्रम केवल एक औपचारिकता नहीं था, बल्कि किसानों की बदलती जरूरतों, ग्रामीण अर्थव्यवस्था की चुनौतियों और सहकारिता के भविष्य पर गहन चर्चा का मंच बना। राजगढ़ शाखा में आयोजित इस समापन समारोह में मुख्य कार्यपालन अधिकारी पी.एस. बारोटिया और सहायक मुख्य कार्यपालन अधिकारी डी.के. चौहान सहित बैंक के कई अधिकारी उपस्थित रहे। चर्चा का मुख्य केंद्र किसान रहे, जिसमें उनके लिए चल रही योजनाओं, बैंकिंग सेवाओं की पहुंच और सहकारी तंत्र की पारदर्शिता जैसे विषयों पर विशेष रूप से बात की गई। वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था केवल ऋण वितरण से नहीं, बल्कि विश्वास और साझेदारी से मजबूत होती है। इस भरोसे को और सुदृढ़ करने के लिए सहकारी संस्थाओं को नई तकनीक अपनाने, त्वरित सेवाएं प्रदान करने और किसान-हितैषी प्रक्रियाओं को लागू करने की आवश्यकता है। कार्यक्रम में यह भी रेखांकित किया गया कि आत्मनिर्भर भारत का मार्ग गांवों से होकर गुजरता है, और गांव तभी सशक्त होंगे जब सहकारी बैंक किसानों के सबसे विश्वसनीय साथी बनें। कार्यक्रम के अंत में, उपस्थित सदस्यों ने सहकारिता को केवल प्रचार तक सीमित न रखकर, किसानों की वास्तविक जरूरतों का समाधान करने का माध्यम बनाने का संकल्प लिया। पूरे सप्ताह चली इन गतिविधियों का समापन किसानों और सहकारिता के बीच संबंधों को और मजबूत बनाने की दिशा में आशा जगाता है।
कुशीनगर जिले के रामकोला थानाक्षेत्र स्थित केरवनिया चौराहे पर दिनदहाड़े एक युवक को चार पहिया वाहन में बैठाकर ले जाने से क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। यह घटना नौरंगिया-कप्तानगंज मुख्य मार्ग पर बैंक ऑफ बड़ौदा के सीएसपी के सामने हुई। स्थानीय लोगों के अनुसार, करीब 1 बजे एक नीली गाड़ी वहां रुकी, जिसमें से कुछ लोग उतरे। उन्होंने दुकान में बैठे घोषिपुर गांव के 25 वर्षीय चुनमुन से लगभग 20 मिनट तक बात की। इसके बाद, वे चुनमुन को अपने साथ गाड़ी में बैठाकर ले गए। इलाके के लोग यह समझ नहीं पा रहे थे कि गाड़ी में आए लोग कौन थे। बताया गया कि खोटही के बनकट निवासी 30 वर्षीय अंगद पुत्र शंकर की सहज जनसेवा की दुकान है, जहां चुनमुन भी बैठता था। घटना के समय अंगद मौजूद नहीं था और चुनमुन दुकान चला रहा था। स्थानीय लोगों ने इसे अपहरण की आशंका जताई, जिससे क्षेत्र में भ्रम की स्थिति बनी रही। इस संबंध में रामकोला थानाध्यक्ष ने घटना से अनभिज्ञता जाहिर की। हालांकि, खोटही चौकी प्रभारी मनोज द्विवेदी ने बाद में बताया कि जिले की पुलिस टीम चुनमुन को कुछ पूछताछ के लिए ले गई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इसमें चिंता की कोई बात नहीं है और चौकी को इसकी जानकारी थी। चौकी प्रभारी द्विवेदी ने यह भी बताया कि कुछ मामलों में वर्दी पहनना अनिवार्य नहीं होता। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों को स्थिति समझाने के लिए पुलिस टीम भेजी जा रही है।
राजसमंद जिले में 28 उचित मूल्य की दुकानों के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग जयपुर की ओर से जारी निर्देश के तहत जिले में रिक्त एवं नवसृजित कुल 28 उचित मूल्य की दुकानों के लिए पात्र व्यक्तियों व संस्थाओं से आवेदन पत्र मांगे गए हैं। रिक्त एवं नवसृजित उचित मूल्य दुकानों में आमेट शहर के आमेट वार्ड 4, वार्ड 13-14, वार्ड 15-16, आमेट ग्रामीण के लिकी प्रथम, आगरिया वाड़ा, भोप जी का खेड़ा, देवगढ़ ग्रामीण के अनोपपुरा, दुदालिया, भीम ग्रामीण के आडावाला, नन्दावट, बांसावरी, चाट का गुड़ा, राजसमंद के अमलोई, खारण्डिया, बामन टुकड़ा द्वितीय शामिल हैं। इसके अलावा रेलमगरा ग्रामीण के कुरज द्वितीय, मोर्रा, नाथद्वारा ग्रामीण के पाखण्ड (रामपुर), झालो की मदार, देलवाड़ा के करौली द्वितीय, खमनोर के मचीन्द, कुंभलगढ़ के पीपाणा, मजेरा, बड़गुल्ला, उपलावास, बाणिया टुकड़ा गढ़बोर द्वितीय और रिछेड़ द्वितीय शामिल हैं। 30 फीसदी महिला आरक्षण, 15 दिसंबर तक जमा कराएं उचित मूल्य दुकानों के आवंटन के लिए विभागीय पत्रांक 17.03.2016 के दिशा-निर्देश के अनुसार ही चयन प्रक्रिया अपनाई जाएगी। अधिक जानकारी के लिए विभागीय वेबसाइट एवं जिला रसद कार्यालय राजसमंद में सम्पर्क कर सकते है। इसमें 30 प्रतिशत महिला आरक्षण लागू रहेगा।आवेदन पत्र 20 नवम्बर से 3 दिसम्बर तक जिला रसद अधिकारी कार्यालय से प्राप्त किए जा सकेंगे। आवेदन पत्र 15 दिसम्बर तक कार्यालय में जमा किए जा सकेंगे।
कलेक्टर उत्सव कौशल की अध्यक्षता में शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक हुई। बैठक में राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों, मौसमी बीमारियों, टीकाकरण, टीबी मुक्त अभियान, एक्स-रे जांच, भुगतान प्रक्रिया, तंबाकू नियंत्रण और चिकित्सा संस्थानों के भूमि आवंटन सहित विभिन्न मुद्दों पर बिंदुवार समीक्षा की गई। जिला कलेक्टर ने टीबी मुक्त अभियान के सात बिंदुओं में पांच में संतोष जताया, जबकि शेष दो बिंदुओं—सस्पेक्टेड मरीजों की एक्स-रे जांच और रोगियों को सहायता राशि भुगतान—में कार्य निष्पादन को और प्रभावी बनाने के निर्देश दिए। इसके अलावा, उन्होंने फूड सैंपलिंग बढ़ाने, मिलावटखोरों पर सख्त कार्रवाई, तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर नियंत्रण और चिकित्सा संस्थानों के सुदृढ़ीकरण पर विशेष ध्यान देने को कहा। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ विजय सिंघल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (PSC) ने राज्य सेवा परीक्षा 2024 के फाइनल रिजल्ट 20 नवंबर की देर रात जारी कर दिए हैं। टॉप 10 में बिलासपुर की दो लड़कियों ने अपनी जगह बनाई है, जिसमें शताक्षी पांडेय महिला वर्ग से टॉपर रहीं हैं। उन्होंने दो बार एग्जाम में असफल होने के बाद टीचर का जॉब छोड़कर तैयारी की। वहीं, बिलासपुर के ही सृष्टि गुप्ता महिला वर्ग से दूसरे और ओवर ऑल 8वें स्थान पर जगह बनाई है। बिलासपुर की लिंक रोड की रहने वाली शताक्षी पांडेय ने दैनिकभास्कर से अपनी सफलता की कहानी साझा की। उन्होंने बताया कि वो लगातार मेहनत और आत्मविश्वास से उन्हें सफलता मिली है। जब शताक्षी बारहवीं क्लास में थी, तब ये तय नहीं किया था वो पीएससी की तैयारी करेगी। यही वजह है कि उन्होंने बारहवीं के बाद इंजीनियरिंग की। जिसके बाद कम्प्यूटर साइंस का कोर्स किया। इसके साथ-साथ ही उन्होंने प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। दो बार असफल हुई तो टीचर का जॉब छोड़ाशताक्षी बताती हैं कि इंजीनियरिंग और कम्प्यूटर साइंस की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी की। इस बीच उन्हें दो बार असफलता हाथ लगी। इस दौरान शताक्षी स्वामी आत्मानंद स्कूल में टीचर का जॉब भी करने लगी। इस बार परीक्षा की तैयारी करने के पहले उन्होंने अपना जॉब छोड़ दिया। जिसके बाद परिणाम ये आया कि उनका सिलेक्शन हो गया। अपनी खामियों की पहचान कर की जाए तैयारीशताक्षी का कहना है कि किसी भी एग्जाम में असफल होने पर निराश नहीं होना चाहिए। बल्कि, अपनी कमियों की पहचान कर दोबारा मेहनत करें तो निश्चित ही सफलता मिलती है। लगातार मेहनत और लगन के साथ तैयारी करने से सफलता जरूर मिलती है। उनका कहना है कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में कोचिंग से गाइडेंस मिलता है। लेकिन, ऐसा नहीं है कि कोचिंग जरूरी है। कांग्रेस नेता राजेंद्र की भांजी है शताक्षी शताक्षी पांडेय कांग्रेस नेता राजेंद्र शुक्ला की भांजी है। इससे पहले CG-PSC एग्जाम में राजेंद्र शुक्ला के बेटे स्वर्णिम शुक्ला भी सफल हुए थे, जिसमें उन्हें डिप्टी कलेक्टर का पद मिला। स्वर्णिम को देखकर ही शताक्षी ने भी तैयारी की और दो बार असफल होने के बाद भी हार नहीं मानी। सृष्टि की सफलता पर ढोल-ताशों पर झूमे घरवालेCG-PSC 2024 की परीक्षा में बिलासपुर की सृष्टि गुप्ता ने महिला वर्ग पर दूसरा स्थान हासिल की है। जबकि, ओवर ऑल उन्हें आठवां रैंक मिला है। उन्होंने कहा कि प्रतियोगियों को असफलता से निराश नहीं होना चाहिए। क्योंकि, एक बार में ही सफल हो यह जरूरी नहीं। दूसरी बार में ये देखें कि क्या कमी रही, जिसके कारण आप असफल हुए। सृष्टि की सफलता पर परिवार के साथ ही मोहल्ले के लोग भी खुश हैं। यही वजह है कि उनके घर में ढोल-ताशों की धुन पर थिरकते नजर आए।
पीलीभीत में टनकपुर-बरेली हाईवे किनारे स्थित एक किराना दुकान में चोरों ने सेंधमारी की है। चोर दुकान से लगभग 30 हजार रुपए नकद और सामान चुराकर फरार हो गए। घटना की सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस और फील्ड यूनिट मौके पर पहुंची और साक्ष्य जुटाए। पुलिस ने दुकान मालिक की तहरीर पर अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। यह वारदात सदर कोतवाली क्षेत्र की निरंजनकुंज कॉलोनी के बाहर हुई। कॉलोनी निवासी दुर्गा देवल की दुकान टनकपुर-बरेली हाईवे पर ही है। दुकान मालिक के अनुसार, चोरों ने पहले दुकान के पीछे की दीवार में नकब लगाने का प्रयास किया, लेकिन अंदर शटर होने के कारण वे सफल नहीं हो पाए। पहले प्रयास में असफल रहने के बाद चोरों ने अपनी रणनीति बदली। वे दुकान के दूसरे हिस्से में पहुंचे और वहां शटर के बाहर लगे लोहे के जाल को काटकर अंदर घुस गए। इसके बाद उन्होंने दुकान से नकदी और अन्य सामान चुराया। सुबह जब दुकान मालिक दुर्गा देवल अपनी दुकान पर पहुंचे तो चोरी का पता चला। उन्होंने तत्काल कोतवाली पुलिस को सूचना दी। पुलिस टीम ने मौके का मुआयना किया और फील्ड यूनिट ने बारीकी से साक्ष्य और फिंगरप्रिंट एकत्र किए। प्रभारी निरीक्षक कोतवाली सत्येंद्र कुमार ने बताया कि दुर्गा देवल की शिकायत पर अज्ञात चोरों के खिलाफ चोरी का मामला दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि पुलिस टीमें आरोपियों की तलाश में जुटी हैं और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
मऊ के घोसी विधानसभा क्षेत्र में शुक्रवार दोपहर इंदारा से मझवारा तक लगभग 10 किलोमीटर लंबी तिरंगा पदयात्रा निकाली गई। यह यात्रा उत्तर प्रदेश सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री दानिश आजाद अंसारी के नेतृत्व में आयोजित हुई। राज्यसभा सांसद सीमा द्विवेदी इसमें मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं। यह पदयात्रा सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में थी। पदयात्रा के दौरान देशभक्ति के नारे लगाए गए। इसमें शामिल लोगों ने सरदार पटेल के राष्ट्र निर्माण में योगदान को याद किया और देश में एकता व भाईचारे का संदेश दिया। 'एकता पद तिरंगा यात्रा' का मुख्य उद्देश्य देश की एकता और अखंडता का संदेश जन-जन तक पहुंचाना था। सैकड़ों लोगों की सहभागिता वाली यह यात्रा मझवारा बाज़ार स्थित माँ वैष्णो इंटर कॉलेज में समाप्त हुई।समापन कार्यक्रम में वक्ताओं ने सरदार वल्लभभाई पटेल के देश को एकजुट करने के प्रयासों को स्मरण किया। उन्होंने कहा कि 'लौह पुरुष' की सोच और संकल्प को आगे बढ़ाना प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है। इस अवसर पर मंत्री दानिश आज़ाद अंसारी और राज्यसभा सांसद सीमा द्विवेदी के अलावा जिला पंचायत अध्यक्ष मनोज राय, जिलाध्यक्ष रामआश्रय मौर्या, दीनबंधु राय, फिरोज़ अंसारी, राघवेंद्र सिंह, अभिषेक सिंह विक्की, सुरेश राजभर और योगेंद्र यादव सहित कई जनप्रतिनिधि व सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे।
जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम में देश के सबसे प्रतिष्ठित हैंडीक्राफ्ट्स महोत्सवों में से एक फोरहेक्स फेयर 2025 की शुरुआत हुई। चार दिवसीय इस फेयर का 11वां संस्करण 24 नवंबर तक जारी रहेगा, जिसमें भारत के विभिन्न राज्यों से आए दिग्गज कारीगर अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं। यह आयोजन डेवलपमेंट कमिश्नर (हैंडीक्राफ्ट) – मिनिस्ट्री ऑफ़ टेक्सटाइल्स, भारत सरकार, ईपीसीएच, एमएसएमई (पीएमएस योजना) और आईईएमएल के सहयोग से आयोजित किया गया है। फेयर का औपचारिक उद्घाटन सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा ने किया। इस अवसर पर रजत वर्मा, एडी–डीसी (हैंडीक्राफ्ट), मिनिस्ट्री ऑफ टेक्सटाइल्स विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।फोरहेक्स के प्रेसिडेंट रवि उतमानी, फेयर कन्वीनर अतुल पोद्दार और प्रेसिडेंट–फोरहेक्स फेयर सुनीत जैन भी मंच पर मौजूद थे। कारीगरों को सशक्त मंच प्रदान करना हमारा उद्देश्य फोरहेक्स प्रेसिडेंट रवि उतमानी ने कहा कि 11वां फोरहेक्स फेयर भारत की शिल्प परंपरा के सम्मान और संरक्षण का प्रतीक है। हमारा उद्देश्य कारीगरों को ऐसा मंच देना है, जहाँ उनकी कला सीधे असली खरीदारों और बेहतर बाजार अवसरों से जुड़ सके। फेयर कन्वीनर अतुल पोद्दार ने बताया कि इस वर्ष फेयर में राजस्थान, जयपुर के साथ-साथ जम्मू–कश्मीर, गुजरात, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पंजाब, केरल, उत्तराखंड, दिल्ली, कोच्चि आदि राज्यों के 75+ कारीगर शामिल हैं। फेयर में स्टोन कार्विंग, वुड कार्विंग, लाख की चूड़ियां, हैंड ब्लॉक प्रिंटिंग, टाई–एंड–डाई, मिथिला पेंटिंग, जरी व इमिटेशन ज्वेलरी, पॉटरी व क्ले आर्ट, पेपर मेशी, हस्तनिर्मित कालीन, वस्त्र आधारित शिल्प, आधुनिक क्रिएटिव आर्ट पीसेज (पेपर लैंप, इंटीग्रेटेड आर्ट, एक्सक्लूसिव फर्नीचर, वॉल डेकोर आदि) जैसे प्रमुख शिल्प प्रदर्शित की गई है। फेयर में 110 से अधिक प्रदर्शक और 100 से अधिक अनोखे उत्पाद आकर्षण के केंद्र हैं। कारीगर बी2बी और बी2सी दोनों मॉडल में अपनी कला प्रस्तुत कर रहे हैं। फेयर में आए आगंतुक वस्त्र, होम डेकोर, फर्नीचर, लाइटिंग, कालीन, मिट्टी के बर्तन और अन्य आकर्षक कलाकृतियों की विविध शृंखला का आनंद ले सकेंगे।
कर्नाटक का गांजा तस्कर खरगोन में गिरफ्तार:1.20 लाख रुपए का 5.300 किग्रा गांजा जब्त, धार से खरीदता था
खरगोन के आगरा-मुंबई नेशनल हाईवे पर बलकवाड़ा पुलिस ने कर्नाटक के एक गांजा तस्कर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उसके पास से 1 लाख 20 हजार रुपए मूल्य का 5 किलो 300 ग्राम गांजा जब्त किया है। बलकवाड़ा थाना प्रभारी रितेश यादव ने बताया कि औरंगपुरा में आगरा-मुंबई हाईवे पर एक संदिग्ध व्यक्ति के बैग में गांजा ले जाने की सूचना मिली थी। सूचना पर पुलिस टीम ने घेराबंदी कर 29 वर्षीय राजेश पिता रामाचंद्र बंजारा, निवासी बेल्लोरी, कर्नाटक को गिरफ्तार किया। तलाशी के दौरान उसके बैग से गांजा बरामद हुआ। पुलिस पूछताछ में आरोपी राजेश ने बताया कि वह धार और आसपास के इलाकों से कम कीमत पर गांजा खरीदकर कर्नाटक में ऊंचे दामों पर बेचता था। आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 8/20 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस उससे गांजा तस्करी के पूरे नेटवर्क के संबंध में पूछताछ कर रही है। बताया गया है कि आरोपी टूटी-फूटी हिंदी बोल लेता है।
हापुड़ में वाहनों की कतारें बढ़ीं:शादियों के सीजन में ट्रैफिक जाम से परेशान लोग
हापुड़ शहर में शुक्रवार को शादियों के सीजन और यातायात व्यवस्था की अव्यवस्था के कारण भीषण जाम लग गया। प्रमुख तहसील चौपला पर सुबह से शाम तक वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं, जिससे वाहन चालकों और शहर के लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। यातायात पुलिस के प्रयासों के बावजूद अतिक्रमण और ई-रिक्शा के कारण जाम खोलने में सफलता नहीं मिल सकी।शुक्रवार सुबह तहसील चौपला पर जाम लगना शुरू हो गया था, जो दोपहर करीब 12 बजे तक इतना लंबा हो गया कि पैदल चलना भी मुश्किल हो गया। तहसील चौपला से जुड़े दिल्ली-गढ़ रोड, बुलंदशहर रोड, कचहरी रोड और मेरठ तिराहा पर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें देखी गईं। इस दौरान स्कूली वाहनों में सवार बच्चों को सबसे अधिक परेशानी हुई। स्थानीय लोगों ने बताया कि अतिक्रमण और ई-रिक्शा के कारण आए दिन जाम की समस्या उत्पन्न होती है। उनका आरोप था उसके बावजूद ई-रिक्शा और ऑटो चालक यात्रियों को सड़क पर ही उतारते-चढ़ाते हैं, लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती। सुबह से लगा यह जाम शाम पांच बजे तक जारी रहा। यातायात प्रभारी निरीक्षक छविराम ने बताया कि वाहनों का दबाव अचानक बढ़ने के कारण जाम लग गया था। उन्होंने कहा कि यातायात पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद जाम खुलवाने का प्रयास किया। उन्होंने ने यह भी आश्वासन दिया कि अतिक्रमण और डग्गामार वाहनों के खिलाफ जल्द ही अभियान चलाया जाएगा।
चेकिंग देख गाड़ी भगाने वाला ड्राइवर गिरफ्तार:बाइक और पिकअप को मारी थी टक्कर, दुकान में गाड़ी लेकर घुसा
संभल पुलिस ने यातायात पुलिसकर्मियों से अभद्रता करने और सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में एक ईको कार चालक को गिरफ्तार किया है। आरोपी पर 27 चालानों का कुल 1,23,750 रुपये का जुर्माना भी बकाया है। उसे न्यायालय में पेश किया गया है। यह घटना 19 नवंबर की शाम को बबराला कस्बे के इंदिरा चौक पर हुई थी। यातायात पुलिस के दरोगा प्रमोद कुमार मान और सिपाही विकास कुमार वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने यूपी 38 टी 8826 नंबर की एक ईको कार को रोका और चालक से कागजात मांगे। कागजात मांगने पर चालक ने गाड़ी चलानी शुरू कर दी। सिपाही विकास कुमार ने स्टेयरिंग पकड़ लिया, जिससे वह गाड़ी से आधा लटक गया। चालक भूपेंद्र शर्मा निवासी गजवा धनीपुर, जुनावई, घबरा गया और उसने मोटरसाइकिल को टक्कर मारते हुए एक पिकअप वाहन से टकराकर गाड़ी को एक दुकान में घुसा दिया। इस दौरान एक साइकिल भी गाड़ी के नीचे आ गई। यातायात प्रभारी दुष्यंत कुमार बालियान की शिकायत पर थाना बबराला पुलिस ने चालक भूपेंद्र शर्मा के खिलाफ अभद्र व्यवहार करने और सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में रिपोर्ट दर्ज की थी। घटना के दो दिन बाद आरोपी को गिरफ्तार किया गया। थानाध्यक्ष नरेश कुमार ने बताया कि भूपेंद्र शर्मा को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया है। उस पर यातायात पुलिस के साथ बदतमीजी करने और सरकारी कार्य में बाधा डालने का आरोप है।
राजस्थान सरकार के ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग ने चित्तौड़गढ़ जिले की ग्राम पंचायतों के पुनर्गठन, पुनर्सीमांकन और नई पंचायतों के गठन से जुड़ी अधिसूचना जारी कर दी है। यह फैसला राजस्थान पंचायती राज अधिनियम 1994 की धारा 98 के तहत लिया गया है। सरकार के इस आदेश के बाद जिले में पंचायतों की संरचना काफी बदल गई है। पहले चित्तौड़गढ़ जिले में 179 ग्राम पंचायतें थीं। इनमें से कई को तोड़कर 68 नई पंचायतें बनाई गई हैं। अब जिले में कुल पंचायतों की संख्या बढ़कर 247 हो गई है। आपत्तियों और सुनवाई की प्रक्रिया पूरी होने के बाद फैसला इससे पहले जिला कलेक्टरों को पंचायतों के पुनर्गठन को लेकर प्रस्ताव तैयार करने और उन्हें सार्वजनिक अवलोकन के लिए जारी करने की जिम्मेदारी दी गई थी। एक महीने तक लोगों से आपत्तियां और सुझाव मांगे गए थे। इसके बाद इन आपत्तियों पर सुनवाई भी की गई। सभी जरूरी प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद अब सरकार ने नई अधिसूचना जारी कर दी है। इसमें हर उस ग्राम पंचायत का उल्लेख है, जिसका पुनर्गठन किया गया है या जिसका क्षेत्र बदला गया है। पंचायत समितियों में सबसे ज्यादा बदलाव चित्तौड़गढ़ में नई अधिसूचना के अनुसार जिले की अलग-अलग पंचायत समितियों में नए सिरे से पंचायतों का गठन किया गया है। सबसे ज्यादा 13 नई ग्राम पंचायतें चित्तौड़गढ़ पंचायत समिति में बनाई गई हैं। गंगरार में 11, भदेसर और निंबाहेड़ा में 8–8 नई पंचायतें बनी हैं। इसके अलावा बेगूं में 7, भैंसरोडगढ़ और कपासन में 6–6, डूंगला में 3 और राशमी, बड़ीसादड़ी तथा भूपालसागर में 2–2 नई पंचायतों का गठन किया गया है। इन नए गठन से कई गांवों को अपनी अलग प्रशासनिक इकाई मिल गई है, जिससे स्थानीय सुविधाओं और विकास कार्यों में तेजी आने की उम्मीद है। नए क्षेत्रों और नामों से बदली पंचायतों की व्यवस्था पुनर्गठन के बाद कई पंचायतों के नए नाम और उनके क्षेत्र भी तय किए गए हैं। जिन बड़े क्षेत्रों को संभालने में कठिनाई होती थी, उन्हें अलग–अलग पंचायतों में बांटा गया है। इससे ग्रामीणों को पंचायत स्तर पर अपने काम जल्द करवाने में आसानी होगी। सरकार का मानना है कि छोटे प्रशासनिक क्षेत्र होने से विकास कार्यों की निगरानी भी बेहतर तरीके से की जा सकेगी। नई पंचायतें अब तय क्षेत्र के अनुसार अपना काम शुरू करेंगी, और आने वाले समय में इनके लिए चुनाव प्रक्रिया भी आगे बढ़ाई जाएगी।
सिरोही में ग्राम पंचायतों का पुनर्गठन:नई ग्राम पंचायतों और गांवों के साथ प्रशासनिक ढांचा मजबूत
सिरोही जिले में राजस्थान पंचायती राज अधिनियम के तहत ग्राम पंचायतों और पंचायत समितियों का पुनर्गठन, पुनर्सीमांकन और नवसृजन किया गया है। राज्य सरकार के अनुमोदन के बाद विभिन्न ग्राम पंचायतों को पुनर्गठित किया गया और नई पंचायतों में कई गांव शामिल किए गए। सिरोही पंचायत समिति में नई ग्राम पंचायतें और उनके गांव: सारणेश्वरजी (मांडवा, बोकीभागली), धान्ता (दरबारीखेड़ा), मंडवाड़ा (मंडवाड़ा), देलदर (देलदर), कांकेंद्रा (पोषितरा, सियाकरा), चडुआल (फाचरिया, फलदवी), सिलोईया (मामावली), आमली (बालदा, गुआरीखेड़ा, उटाखेड़ा, पादरूखेड़ा)। पंचायत समिति आबूरोड में: कारोली (कारोली), डेरी (डेरी), महीखेड़ा (महीखेड़ा), कुई (कुई), रेडवाकला (रेडवाकला), बोरीबुज (बोरीबुज), मिन (मिन), तलवारों का नाका (झामर), बगेरी (आम्बावेरी), उपलीबोर (बुजा), चंद्रावती (चंद्रावती)। पिंडवाड़ा पंचायत समिति में: खाखरवाड़ा (नानरवाडा), नई धनारी (गोलिया), सेमली (सदाफली), पिटारी पादर (बोर उमरी), शिवगढ़ (जयपुरा, धाधपुरा), खारा (जेकेपुरम), साबेला (कुण्डाल), डांगा (गाड़िया, नवावास), मालेरा (मालेरा), कांटल (मजरा नवाअरट), खोखरी खेड़ा (चुरली खेड़ा), मूरी (केरला पादर), राजपुरा (केशवगंज, बिलर), उड़वारीया (सागवाड़ा, पातुम्बरी), फुलाबाई खेडा (ब्लॉक न 02)। पंचायत समिति शिवगंज में: खेजड़िया (गोडाना), मांडानी (अखापुरा खारल, सवली)। पंचायत समिति रेवदर में नई ग्राम पंचायतों में शामिल गांव:मलावा (देरोल, विकणवास), मालगांव (हाथल), हड़मतिया (ठेका मजरा), राजगढ़ (करोटी, असाव, पेरवा), थल (थल), नया पिपलिया (पिपलिया, पालड़ी खेड़ा, विदमीया, क्यारिया), जामठा (कोटड़ा खेड़ा, डेरली, जुआदरा, जावल), कुषमा (मालीपुरा, सुलीवा, राजपुरा), मोरवड़ा (माटासन), जालमपुरा (अमरापुरा, कोलापुरा), वासडा (कोटड़ा), आवाड़ा (करेली), मैथीपुरा (ढीबड़ी, कातरावडी), टोकरा (बुरारी खेड़ा, सिगारली), वड़वज (केसुआ, हिम्मतपुरा)।
अज्ञात वाहन की टक्कर से युवक की मौत:लखीमपुर-भीरा हाईवे पर हुआ हादसा, शव की शिनाख्त
भीरा थाना क्षेत्र में गुरुवार देर शाम एक अज्ञात वाहन की टक्कर से युवक रविंदर तिवारी उर्फ छोटे की मौत हो गई। यह हादसा लखीमपुर-भीरा हाईवे पर देवरिया चौराहे के पास हुआ, जब रविंदर चौराहा पार कर रहा था। देवरिया रड़ा निवासी रविंदर किसी काम से देर शाम देवरिया चौराहे पर आया था। चौराहा पार करते समय वह एक अज्ञात वाहन की चपेट में आ गया और गंभीर रूप से घायल हो गया। काफी देर तक किसी को इसकी जानकारी नहीं हुई, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। कुछ देर बाद किसी ने पुलिस को सूचना दी। पड़रिया तुला चौकी प्रभारी दीपक तिवारी तत्काल मौके पर पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। गुरुवार शाम तक शव की शिनाख्त नहीं हो पाई थी, जिसके बाद उसे मोरचरी में रखवा दिया गया था। शुक्रवार सुबह शव की पहचान रविंदर तिवारी के रूप में हुई। रविंदर के पिता का निधन हो चुका है और उसका एक भाई लखीमपुर में रहता है, जिसे घटना की सूचना दे दी गई है। उसकी पत्नी दो साल पहले उसे छोड़कर चली गई थी। पुलिस अभी तक टक्कर मारने वाले अज्ञात वाहन का पता नहीं लगा पाई है और मामले की जांच जारी है।
जयपुर के केन्द्रीय विद्यालय (केवी) 6 प्रतापनगर में शुक्रवार को एनुअल एकेडमिक इंस्पेक्शन हुआ। सुबह से स्कूल में एक्टिविटीज, क्लास विजिट, स्टूडेंट्स की प्रेजेंटेशन और विभागीय इवैल्यूएशन का सिलसिला चलता रहा। निरीक्षण के लिए केविएस रीजनल ऑफिस जयपुर से सहायक आयुक्त विकास गुप्ता टीम के साथ पहुंचे। इंस्पेक्शन टीम में पीएम श्री केन्द्रीय विद्यालय बांदीकुई के प्रिंसिपल सुरेश चन्द मीना, चूरु के प्रिंसिपल कृष्ण सिंह चौहान, गंगापुर सिटी के प्रिंसिपल सत्यनारायण मीना, सीकर के प्रिंसिपल नरसी लाल और केवी नंबर 3 जयपुर के प्रधानाध्यापक रचि कुमार शामिल रहे। स्कूल के प्रिंसिपल केसी मीना ने एनुअल रिपोर्ट शेयर की। रिपोर्ट के बाद पढ़ाई और अलग-अलग को-करिकुलर एक्टिविटीज में अच्छा परफॉर्मेंस देने वाले स्टूडेंट्स और टीचर्स को अवार्ड दिए गए। क्लास विजिट और डिपार्टमेंटल इवैल्यूएशन इंस्पेक्शन टीम ने पूरे दिन क्लास विजिट कीं। टीचिंग स्टाइल, स्टूडेंट्स की पार्टिसिपेशन और विभागीय कामकाज को करीब से देखा गया। स्कूल की लैब, लाइब्रेरी, इन्फ्रास्ट्रक्चर और क्लब वर्क भी चेक किया गया।दिन के अंत में रिव्यू मीटिंग हुई, जिसमें स्कूल की उपलब्धियां प्रेजेंटेशन के साथ बताई गईं। टीम ने टीचर्स की मेहनत की तारीफ की और आगे के लिए जरूरी पॉइंटेड सुझाव दिए। सहायक आयुक्त विकास गुप्ता ने स्कूल को “Zero Failure” लक्ष्य की ओर काम करने के लिए मोटिवेट किया। उन्होंने 10वीं और 12वीं के लिए 75 PI का टारगेट सेट किया और टीचर्स को इस दिशा में प्लानिंग के साथ काम करने को कहा। उन्होंने 11वीं साइंस और कॉमर्स स्टूडेंट्स को भी एग्जाम फोकस्ड तैयारी करने की सलाह दी।
बैतूल जिले के सारणी थाना क्षेत्र के घोड़ाडोंगरी में एक ज्वेलरी शॉप से 90 हजार रुपए से अधिक के जेवरात चोरी हो गए। चोरों ने दुकानदार को चकमा देकर इस वारदात को अंजाम दिया। घटना का खुलासा तब हुआ जब दुकानदार ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार, यह घटना रेलवे स्टेशन के समीप विडियो चौक स्थित सोनी ज्वेलर्स में हुई। दो पुरुष ग्राहक बनकर दुकान में पहुंचे। उन्होंने दुकान मालिक और कर्मचारी से कछुआ अंगूठी दिखाने को कहा। दुकान मालिक गुलाब राव सोनी ने बताया कि उन्होंने 500 रुपए देकर अंगूठी खरीदी और 400 रुपए काटकर 100 रुपए वापस भी लिए। इसके बाद चोरों ने टॉप्स दिखाने को कहा। दुकानदार जब टॉप्स दिखा रहा था, तभी एक पुरुष ने बड़ी सफाई से 10 से 12 जोड़ी टॉप्स का एक पाउच अपने हाथ में दबाकर पैंट की जेब में डाल लिया। चोरी करने के बाद दोनों वहां से चले गए। लगभग 20 मिनट बाद जब दुकानदार को टॉप्स का एक पैकेट कम दिखा, तो उसे शक हुआ। सीसीटीवी कैमरे देखने पर चोरी की पूरी घटना सामने आ गई। फुटेज में दिखा कि दोनों व्यक्तियों में से एक ने भगवा गमछा गले में डाल रखा था और वह दुकान के अंदर बैठा था, जबकि दूसरा व्यक्ति बाइक के पास नीली जैकेट से अपना चेहरा छुपाता नजर आया। दुकानदार ने तत्काल पुलिस चौकी में रिपोर्ट दर्ज कराई। दुकानदार ने घटना का वीडियो वायरल कर आसपास के लोगों से अपील की है कि यदि किसी को ये चोर दिखाई दें, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। घोड़ाडोंगरी पुलिस चौकी प्रभारी आम्रपाली ने बताया कि आरोपियों की तलाश के लिए शहर में लगे सभी सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं। पुलिस को आशंका है कि आरोपी जिले के बाहर के हो सकते हैं।
देवास जिले की तहसील बागली से एक गंभीर मामला सामने आया है, जहां तहसीलदार ने विधानसभा क्षेत्र बागली के सोमवार को विधायक मुरली भंवरा को लिखित शिकायत भेजी है जो आज (शुक्रवार) को सार्वजनिक हो गई। इस शिकायत में बीजेपी जटाशंकर मंडल अध्यक्ष गोविंद यादव के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है। आरोप है कि गोविंद यादव तहसील कार्यालय के कर्मचारियों के साथ लगातार अभद्र, अशोभनीय और दादागिरी पूर्ण व्यवहार कर रहे हैं। तहसीलदार ने जो शिकायत भेजी है उसमें बताया गया है कि विभाग के रीडर ने गोविंद यादव के विरुद्ध लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। तहसीलदार ने इस मामले की जांच की, जिसमें पाया गया कि गोविंद यादव ने रीडर के साथ न केवल अभद्र भाषा का प्रयोग किया, बल्कि दबाव बनाकर मनमाने काम करवाने की कोशिश भी की। पटवारी और भृत्य से भी अभद्रता का आरोपशिकायत में यह भी उल्लेख है कि इससे पहले भी पटवारी कृष्णा परमार और भृत्य मधु राठौर के साथ अभद्रता की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। आरोप है कि गोविंद यादव स्वयं को भाजपा, संघ और मंडल अध्यक्ष बताते हुए कर्मचारियों को धमकाते हैं और गाली-गलौज कर न्यायालय की गरिमा को ठेस पहुंचाते हैं। शिकायत में यह भी लिखा गया है कि गोविंद यादव की ये हरकतें न केवल न्यायालय की प्रतिष्ठा को धूमिल करती हैं, बल्कि विधायक तथा पार्टी के नाम का भी दुरुपयोग कर उनकी छवि को नुकसान पहुंचाती हैं। गोविंद यादव पर कार्रवाई की मांग कीतहसीलदार ने अपनी शिकायत में कहा है कि यह आचरण भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 499, 500, 356, 504, 294, 357 तथा अनुसूचित जाति/जनजाति (SC/ST) अधिनियम के तहत दंडनीय अपराध है और किसी भी प्रकार से क्षम्य नहीं है। तहसीलदार ने विधायक मुरली भंवरा से मांग की है कि पार्टी की छवि, न्यायालय की गरिमा और कर्मचारियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए गोविंद यादव के विरुद्ध शीघ्र वैधानिक एवं दंडात्मक कार्रवाई की जाए।
प्रयागराज के पीपलगांव स्थित सविलियन विद्यालय में गुरुवार को शिक्षण सत्र 2025-26 की तीसरी पेरेंट्स काउंसलिंग का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य दिव्यांग बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ना और अभिभावकों में जागरूकता बढ़ाना था। कार्यक्रम का शुभारंभ जिला एम.डी.एम. प्रभारी राजीव त्रिपाठी ने सरस्वती प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन करके किया। राजीव त्रिपाठी ने इस अवसर पर कहा कि शिक्षा विभाग द्वारा दिव्यांग बच्चों के हित में चलाए जा रहे कार्यक्रम अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि वे दिव्यांग बच्चों को सामान्य बच्चों की तरह ही शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ें और उन्हें किसी भिन्नता या कमजोरी के आधार पर अलग न समझें। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि यदि आसपास कोई दिव्यांग बच्चा हो, तो उसके अभिभावकों को बेसिक शिक्षा विभाग की योजनाओं की जानकारी अवश्य दें, ताकि अधिक बच्चों को लाभ मिल सके। ब्लॉक अध्यक्ष मसूद अहमद ने दिव्यांग बच्चों को प्रतिवर्ष दिए जाने वाले स्टाइपेंड और एस्कॉर्ट अलाउंस के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार इन बच्चों को नियमित शिक्षण में सहायता के लिए हर साल विभिन्न प्रकार की आर्थिक सहायता प्रदान करती है। स्पेशल एजुकेटर आशुतोष सिंह ने होम बेस्ड एजुकेशन प्रोग्राम पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत जिन बच्चों का विद्यालय आना संभव नहीं होता, उन्हें घर पर जाकर नियमित शिक्षण प्रदान किया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी दिव्यांग बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। विद्यालय की प्रधानाध्यापक हरित जेदली, मनोरमा सोनकर और रेखा मिश्रा ने अपने विद्यालयों में दिव्यांग बच्चों को मिली सुविधाओं और लाभों की जानकारी साझा की। उन्होंने जोर दिया कि नियमित उपस्थिति से बच्चों में सीखने की क्षमता और आत्मविश्वास बढ़ता है। अभिभावकों को प्रतिदिन बच्चों को विद्यालय भेजने और शिक्षकों के साथ निरंतर संवाद बनाए रखने के लिए प्रेरित किया गया। कार्यक्रम के अंत में राजीव त्रिपाठी ने सभी अभिभावकों का आभार व्यक्त किया कि उन्होंने कार्यक्रम में उत्साहपूर्वक भाग लेकर अपनी जागरूकता का परिचय दिया। समापन पर विद्यालय के प्रधानाध्यापकों द्वारा दिव्यांग बच्चों को उपहार वितरित किए गए, जिससे बच्चों में खुशी का माहौल दिखाई दिया।
विश्व मात्स्यिकी दिवस के अवसर पर शुक्रवार शाम को गंगा नदी के उजिहिनी खालसा घाट पर रिवर रैचिंग कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान 2.35 लाख भारतीय मेजर कार्प प्रजाति की मत्स्य अंगुलिकाओं को नदी में छोड़ा गया। यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत राष्ट्रीय मात्स्यिकी विकास बोर्ड, हैदराबाद द्वारा प्रायोजित था। उत्तर प्रदेश मत्स्य विकास निगम लिमिटेड की त्रिवेणी हैचरी से लाई गई रोहू, कतला और नैन प्रजाति की 80 से 100 एमएम आकार की इन मछलियों को खंड विकास अधिकारी मूरतगंज गिरजेश प्रसाद और निषाद पार्टी के जिलाध्यक्ष विजय कुमार निषाद ने गंगा में प्रवाहित किया। रिवर रैचिंग के बाद एक गोष्ठी का भी आयोजन किया गया। इसमें जिला मत्स्य अधिकारी ने उपस्थित मत्स्य पालकों मछुआ समुदाय के व्यक्तियों और अन्य जनमानस को मत्स्य विभाग की विभिन्न योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नदियों में मत्स्य संरक्षण के साथ-साथ मत्स्य उत्पादन को बढ़ावा देना था। इसके अतिरिक्त, मत्स्य विभाग द्वारा संचालित सभी योजनाओं को आम जनता तक पहुंचाना भी इस पहल का लक्ष्य था। इस अवसर पर जिला मत्स्य अधिकारी पी.के. शुक्ला, मत्स्य निरीक्षक अभिषेक वर्मा, मत्स्य विकास अधिकारी ब्रजेश सिंह सहित कई मत्स्य पालक और मछुआ समुदाय के सदस्य उपस्थित रहे।
रोहतक की महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी में महिला कर्मचारियों से पीरियड्स के सबूत दिखाने के मामले में पीड़ित महिलाएं महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया से मिली और अपनी बात रखते हुए लिखित में शिकायत दी। महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने आश्वासन दिया कि इस मामले में एमडीयू से रिपोर्ट ले ली है और मामले में कार्रवाई कर रहे है। एमडीयू में 26 अक्टूबर को महिला सफाई कर्मचारियों के साथ सुपरवाइजर ने अभद्र व्यवहार करते हुए पीरियड्स की जांच करवाने के निर्देश दिए थे। महिला कर्मचारियों को नौकरी से हटाने की धमकी भी दी गई। विवश होकर महिलाओं ने जांच करवाई और उनके प्राइवेट पार्ट्स के फोटो भी खींचे गए। महिला कर्मचारियों ने सुपरवाइजर की शिकायत रजिस्ट्रार को दी। वहां से कार्रवाई ना होने के बाद छात्र संगठनों को सूचना दी गई। महिला आयोग ने भी मामले में स्वयं संज्ञान लेते हुए एमडीयू प्रशासन से रिपोर्ट मांगी। एमडीयू की तरफ से जो रिपोर्ट महिला आयोग को दी, उसमें 3 छात्र नेताओं पर ही मामला भड़काने का आरोप लगा दिया। आरोपियों की नहीं हुई गिरफ्तारी पीड़ित महिलाओं ने बताया कि मामले में 3 आरोपी है, जिनकी अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है और तीनों खुले में घूम रहे है। उनके ऊपर समझौता करने का दबाव बना रहे है। महिला आयोग ने आश्वासन दिया कि मामले में कार्रवाई हो रही है। आरोपियों ने जो अभद्र व्यवहार किया है, उन्हें सजा मिलनी चाहिए। हमें उम्मीद है कि हमारे साथ न्याय होगा। एस्टेट ऑफिसर ने गलत रिपोर्ट भेजीपीड़ित महिलाओं ने कहा कि एमडीयू के एस्टेट ऑफिसर ने महिला आयोग को गलत रिपोर्ट भेजी और गुमराह करने का प्रयास किया। छात्र नेताओं को उन्होंने मदद के लिए बुलाया था। महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने पूछा कि किसी के उकसाने या बहकावे में आकर तो आरोप नहीं लगा रही। लेकिन उन्होंने बता दिया कि जो उनके साथ बीता है, वह बता रही है। वीसी ने भी कार्रवाई का दिया आश्वासनपीड़ित महिलाओं ने बताया कि महिला आयोग ने आश्वासन दिया कि मामले में कार्रवाई कर रहे है। वीसी प्रो. राजबीर सिंह ने भी इस मामले में उनसे मिलकर आश्वासन दिया कि जो उनके साथ गलत हुआ है, उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे और कार्रवाई की है। एमडीयू महिला कर्मचारियों के साथ न्याय होगा महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने बताया कि एमडीयू में महिला कर्मचारियों के साथ हुए घटियापन को लेकर दो घंटे में ही कार्रवाई कर दी थी। इस मामले में दो सुपरवाइजर व एआर को सस्पेंड कर दिया था। आज पीड़ित महिलाओं से मुलाकात करके लिखित शिकायत ली गई है। रेनू भाटिया ने बताया कि पीड़ित महिलाओं ने कहा कि कुछ लोग उन्हें आते जाते तंग करते है जो आरोपियों की तरफ से भेजे गए है। महिलाओं से कहा है कि तंग करने वाले लोगों के फोटो खींच लें, उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे। लेकिन महिलाएं खुद आरोप लगा रही हैं या किसी के बहकावे में आकर बोल रही है, यह उनसे पूछा गया है। महिलाओं की काउंसलिंग की गई है।
चंदौली में राज्यमंत्री असीम अरुण का सम्मान:घुमंतू जातियों ने किया स्वागत, योजनाओं की जानकारी दी
चंदौली जिले के सदर कोतवाली क्षेत्र के बिसौरी गांव में शुक्रवार को समाज कल्याण व जनजातीय कल्याण राज्यमंत्री असीम अरुण का सम्मान समारोह आयोजित किया गया। यह समारोह घुमंतू जातियों द्वारा आयोजित किया गया था। सभा में वक्ताओं ने घुमंतू जातियों के कल्याण के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। राज्यमंत्री असीम अरुण ने इस अवसर पर दावा किया कि सरकार की योजनाओं से समाज के अंतिम व्यक्ति को भी लाभ मिल रहा है। उन्होंने घुमंतू जातियों के ऐतिहासिक संघर्षों का भी उल्लेख किया। मंत्री ने बताया कि इन समुदायों ने मुगलों से समझौता नहीं किया और जंगलों में छिपकर उनके खिलाफ गुरिल्ला युद्ध जारी रखा। अंग्रेजों के शासनकाल में आपराधिक जनजातीय अधिनियम के तहत घुमंतू जातियों को जन्मजात अपराधी घोषित किया गया था। देश की आजादी के बाद डॉ. भीमराव अंबेडकर के प्रयासों से सरकार ने 31 अगस्त 1952 को इस कानून को समाप्त कर दिया। इसी कारण इस दिन को घुमंतू दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया है। असीम अरुण ने कहा कि सरकार इन समुदायों को जन कल्याणकारी योजनाओं से जोड़कर मुख्य धारा में लाने के लिए बेहतर प्रयास कर रही है। इन प्रयासों के तहत उन्हें शिक्षा, रोजगार, आवास और आजीविका से लाभान्वित किया जाएगा। इसके लिए घुमंतू विकास बोर्ड का भी गठन किया जा रहा है। मंत्री ने मुगलसराय में दवा व्यवसायी की हत्या पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के कानून व्यवस्था संबंधी बयान पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था सख्त है और वारदात के बाद अपराधियों को तुरंत गिरफ्तार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस मामले पर पुलिस अधीक्षक से उनकी बात हुई है, जिन्होंने हत्या के पुख्ता सबूत मिलने की जानकारी दी। मंत्री ने शीघ्र ही अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा बनारस की दालमंडी में एकतरफा कार्यवाही के सवाल पर असीम अरुण ने कहा कि बिहार चुनाव के बाद अखिलेश यादव बौखलाहट में कुछ भी बोल जाते हैं। उन्होंने काशी के सुंदरीकरण के लिए चल रहे कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के आने के बाद काशी की सूरत बदल गई है। इस दौरान विधायक रमेश जायसवाल, विधायक कैलाश आचार्य, अभिमन्यु सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष काशी नाथ सिंह और पूर्व विधायक शिवपूजन राम ने भी सभा को संबोधित किया।
धौलपुर में विशेष 'एरिया डॉमीनेशन' अभियान:339 स्थानों पर दबिश देकर 167 व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई
: अवैध गतिविधियों पर बड़ी कार्रवाई धौलपुर जिले में एसपी विकास सांगवान के नेतृत्व में धौलपुर पुलिस ने शुक्रवार को विशेष 'एरिया डॉमीनेशन' अभियान चलाया। अभियान का उद्देश्य अवैध हथियार, खनन, शराब, मादक पदार्थ और अन्य अवांछित गतिविधियों पर रोकथाम करना था। पुलिस ने कुल 339 स्थानों पर दबिश दी और 167 व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की। अभियान में 198 पुलिस अधिकारी और जवानों की 54 टीमें शामिल हुईं। 04 सामान्य और 04 जघन्य प्रकरणों में वांछित अपराधियों को गिरफ्तार किया गया, वहीं 32 स्थायी और गिरफ्तारी वारंटियों को भी पकड़ा गया। 19 व्यक्तियों के खिलाफ अन्य अधिनियमों और 108 व्यक्तियों के खिलाफ 170 बीएनएस के तहत निरोधात्मक कार्रवाई की गई। अवैध हथियार रखने वाले 304 व्यक्तियों की जांच की गई, जिसमें 02 नए प्रकरण दर्ज और 62 व्यक्तियों के विरुद्ध निरोधात्मक कार्रवाई की गई। अवैध मादक पदार्थों के 60 व्यक्तियों की जांच कर 12 के खिलाफ कार्रवाई की गई। अवैध शराब की तस्करी करने वाले 05 आरोपियों को गिरफ्तार कर 217 पव्वे अवैध देशी शराब और 05 लीटर हथकढ़ शराब जब्त की गई। अवैध खनन के 02 प्रकरण दर्ज कर 09 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और 10 टन अवैध पत्थर के ब्लॉक जब्त किए गए। थाना राजाखेड़ा में 02 आरोपियों के कब्जे से 02 अवैध कट्टा और 02 कारतूस बरामद किए गए। एसपी विकास सांगवान ने बताया कि वांछित आरोपियों, इनामी बदमाशों, वारंटियों और असामाजिक तत्वों के खिलाफ यह अभियान लगातार जारी रहेगा।
डूंगरपुर जिले के बांसिया स्थित वागड़ संत गोविंद गुरु की कर्मस्थली धूणी मगरी धाम पर बारह बीज मेला आयोजित हुआ। इस दौरान सैकड़ों गुरुभक्तों ने पीले वस्त्र धारण कर विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लिया। धाम गुरु के जयकारों और भजनों से गूंज उठा। यह मेला महाराज गिरवर गिरी, अजमल गिरी, नारायण गिरी और प्रेम गिरी के सान्निध्य में संपन्न हुआ। धूणी पर हवन, महाआरती, भजन-पूजा, धर्म प्रवचन और परिक्रमा जैसे आयोजन किए गए। मेवाड़, वागड़, मालवा और गुजरात समेत दूर-दराज के क्षेत्रों से सैकड़ों श्रद्धालुओं ने इसमें भाग लिया। इस अवसर पर महिलाओं, युवाओं और बुजुर्गों ने पीले वस्त्र धारण कर हाथों में भाला, त्रिशूल व नेजा लेकर ढोल-नगाड़ों के साथ भजन-कीर्तन करते हुए परिक्रमा की। मेले में मन्नत छोड़ने और मन्नत रखने की परंपरा का भी निर्वहन किया गया। संतों ने अपने संदेश में नशा मुक्त समाज की नींव रखने और गोविंद गुरु के बताए मार्ग पर चलने का आह्वान किया। मेले में प्रभारी मंत्री बाबूलाल खराड़ी और सागवाड़ा विधायक शंकरलाल डेचा भी शामिल हुए। उन्होंने भक्त सम्मेलन को संबोधित किया। अपने संबोधन में मंत्री खराड़ी ने बिना नाम लिए आदिवासी संस्कृति को लेकर बीएपी पर निशाना साधा। मंत्री खराड़ी ने कहा कि कुछ लोग राजनीतिक स्वार्थ के कारण कहते हैं कि आदिवासी कोई धर्म नहीं है। उन्होंने ऐसे लोगों को जवाब देते हुए कहा कि आदिवासी ही ऐसा समाज है जिसके खून में आज भी संस्कार और संस्कृति है। उन्होंने आदिवासियों को हिंदू नहीं मानने वालों पर प्रहार करते हुए चेतावनी दी कि अगर भावी पीढ़ी को नहीं संभाला और राजनीतिक स्वार्थ के चलते कोई नहीं बोला तो हमारे संस्कार और संस्कृति मिट जाएगी, और आने वाली पीढ़ियां मंदिरों में ताले लगा देंगी।
राजधानी रायपुर के हज़ारों रहवासियों को 21 नवंबर की शाम को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ेगा। नगर निगम की 150 MLD मुख्य जल आपूर्ति लाइन में बड़ा लीकेज होने के कारण भाठागांव मुख्य मार्ग पर स्थित राइजिंग पाइप लाइन फट गई है। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए और पाइपलाइन की तत्काल मरम्मत के लिए जलकार्य विभाग ने लगभग 8 घंटे का शटडाउन लिया है। रहवासियों को पानी शनिवार की दोपहर से मिलेगा। नगर निगम जलकार्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार पाइपलाइन फटने के बाद टीम मौके पर पहुंच गई है और मरम्मत का काम तेजी से चल रहा है। लक्ष्य है कि निर्धारित समय में पाइप को ठीक कर जल आपूर्ति बहाल कर दी जाए। अधिकारियों ने कहा, कि “नागरिक वैकल्पिक व्यवस्था कर लें। टैंकों में उपलब्ध पानी का संयमित उपयोग करें, ताकि शाम तक किसी तरह की दिक्कत न हो।” इन इलाको में नहीं आएगी पानी
नेशनल शूटर खिलाड़ी के साथ हुई छेड़छाड़ की घटना में कोर्ट ने शुक्रवार को सभी आरोपियों को जेल भेज दिया है। गुरुवार को वर्मा ट्रैवल्स की बस के ड्राइवर व हेल्परों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। आरोपियों पर एफआईआर दर्ज कराने के लिए युवती फ्लाइट से गुरुवार सुबह इंदौर पहुंची थी। उसके साथ दिल्ली हाईकोर्ट के एडवोकेट व परिजन भी थे। डीसीपी जोन-1 कृष्ण लालचंदानी ने बताया कि नेशनल शूटर युवती के साथ 16 नवंबर को वर्मा ट्रैवल्स की बस (एमपी 09 एजी 0336) में भोपाल से सफर करने के दौरान छेड़छाड़ की घटना हुई थी। युवती की रिपोर्ट पर बस ड्राइवर अरविंद वर्मा, हेल्पर परमिंदर गौतम व दीपक मालवीया के खिलाफ छेड़छाड़ का केस दर्ज किया गया था। पूछताछ के बाद शुक्रवार को आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने तीनों आरोपियों को जेल भेजने के आदेश दिए हैं। सीट में बैठने के दौरान बेड टच किया युवती ने पुलिस को शिकायत में बताया था कि जब वह भोपाल से बस में बैठी थी, तब आरोपी परमिंदर गौतम और दीपक मालवीया दोनों नशे में थे। जब सीट पर चढ़ने लगी, तब आरोपी परमिंदर द्वारा बार-बार बेड टचिंग की जा रही थी। बुधवार को वर्मा ट्रेवल्स की बस जब्त हुई थी नेशनल शूटर से छेड़छाड़ के मामले में राजेंद्र नगर पुलिस ने बुधवार को वर्मा ट्रेवल्स की बस जब्त की थी। वहीं तीन युवकों को थाने बुलाकर उनके खिलाफ प्रतिबंधात्मक धाराओं में कार्रवाई की थी। बता दें कि 5 दिन पहले भोपाल से इंदौर और पुणे के बीच चलने वाली बस में नेशनल शूटर के साथ छेड़छाड़ हुई थी।
बलिया नगर पालिका परिषद के सभासदों ने शुक्रवार को शहर में व्याप्त गंदगी और ठप सफाई व्यवस्था को लेकर कोतवाली में तहरीर दी। उन्होंने जिलाधिकारी, अधिशासी अधिकारी और चेयरमैन सहित अन्य अधिकारियों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराते हुए जांच और मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। सभासदों के अनुसार, पूरे शहर में कूड़े का अंबार लगा हुआ है, जिससे जनता को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। वर्तमान में शादी-विवाह का मौसम होने के कारण बाजारों में लोगों की आवाजाही बढ़ गई है, लेकिन गंदगी के कारण संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा मंडरा रहा है। दुर्गंध के कारण शहर में लोगों का आना-जाना भी दूभर हो गया है। उन्होंने बताया कि पिछले चार दिनों से नगर पालिका परिषद क्षेत्र में सफाई व्यवस्था पूरी तरह ठप है। इसका मुख्य कारण यह है कि नगर पालिका परिषद के सभी कर्मचारी वेतन न मिलने सहित अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कार्यालय में ताला लगाकर धरने पर बैठे हैं। सभासदों ने आरोप लगाया कि किसी भी अधिकारी द्वारा कर्मचारियों की मांगों का संज्ञान नहीं लिया जा रहा है। उन्होंने जिला प्रशासन की ददरी मेले को अपने हाथ में लेने की तत्परता पर सवाल उठाते हुए कहा कि यदि यही तत्परता कर्मियों की मांगों पर दिखाई जाती, तो शहर की यह स्थिति नहीं होती।
10 हजार का इनामी गोकश मुठभेड़ में घायल:पुलिस ने पैर में मारी गोली, 12 मुकदमे दर्ज हैं
मुजफ्फरनगर में शुक्रवार को पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हो गई। इस दौरान 10 हजार रुपए का इनामी गौकश चांद पुलिस की गोली लगने से घायल हो गया। उसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस को सूचना मिली थी कि नई मंडी कोतवाली से वांछित शातिर गौ हत्यारा चांद पिन्ना बाईपास की ओर से गुजरने वाला है। सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी की और बाइक सवार बदमाश को रोकने का इशारा किया। खुद को घिरा देख बदमाश ने पुलिस पार्टी पर फायरिंग कर भागने का प्रयास किया। पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी फायरिंग की, जिसमें चांद घायल हो गया। उसे तुरंत उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। मौके से पुलिस ने एक तमंचा, कारतूस और एक संदिग्ध बाइक बरामद की है। पुलिस के अनुसार, घायल बदमाश पर 10 हजार रुपये का इनाम घोषित है और जनपद के विभिन्न थानों में उस पर करीब 12 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। सीओ सिटी सिद्धार्थ के मिश्रा ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि थाना कोतवाली नगर पुलिस को 21 नवंबर को वांछित अभियुक्त चांद पुत्र अली के पिन्ना बाईपास से आने-जाने की सूचना मिली थी। उस पर गोकशी और हत्या के प्रयास के मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस टीम ने घेराबंदी की। पुलिस की गाड़ी देखते ही अभियुक्त ने अपनी बाइक कच्ची सड़क की ओर मोड़ ली और पुलिस पर गोली चलाई। जवाबी कार्रवाई में वह घायल हो गया। उसे उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया है। मौके से एक बाइक, एक तमंचा, खोखा और कारतूस बरामद हुए हैं। अभियुक्त अकेला था और उसका लंबा आपराधिक इतिहास है।
डीडवाना में एनसीसी दिवस के उपलक्ष्य में शुक्रवार को पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में एनसीसी कैडेट्स ने उत्साहपूर्वक भाग लेते हुए देशभक्ति थीम पर अपनी रचनात्मकता और कौशल का प्रदर्शन किया। एनसीसी प्रभारी डॉ. बाबू लाल गेदर और महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. चेना राम मुंदलिया ने प्रतियोगिता स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने सभी प्रतिभागी कैडेट्स का उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर डॉ. गेदर ने कहा कि पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता कैडेट्स को अपने विचारों को अभिव्यक्त करने और देशभक्ति की भावना को मजबूत करने का एक बेहतर अवसर प्रदान करती है। वहीं, प्राचार्य डॉ. मुंदलिया ने बताया कि ऐसे आयोजन विद्यार्थियों में सामाजिक जागरूकता, नेतृत्व क्षमता और सामुदायिक भावना को विकसित करने में सहायक होते हैं। प्रतियोगिता के समापन पर यह निर्णय लिया गया कि विजेता कैडेट्स को पुरस्कार एनसीसी दिवस पर आयोजित होने वाले मुख्य समारोह में प्रदान किए जाएंगे।
बड़हलगंज में शुक्रवार शाम राप्ती नदी के किनारे एक युवक का शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। आछीडीह-नवलपुर गांव के सामने नदी में शव देखकर ग्रामीणों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही बड़हलगंज थाना प्रभारी चंद्रभान सिंह पुलिस दल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने शव को कब्जे में लेकर आसपास के लोगों से पूछताछ शुरू की। पहचान के प्रयासों के बाद मृतक की शिनाख्त आशुतोष कुमार (लगभग 25 वर्ष) के रूप में हुई। आशुतोष, गिरधारी के पुत्र और जनपद देवरिया के गोला, थाना मदनपुर के निवासी थे। पुलिस ने आवश्यक पंचनामा कार्यवाही पूरी कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। थाना प्रभारी ने बताया कि घटना के संबंध में अभी कोई तहरीर प्राप्त नहीं हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और परिजनों के बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। युवक का शव मिलने से पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है। स्थानीय लोगों में मौत के कारणों को लेकर विभिन्न तरह की चर्चाएं हैं, हालांकि पुलिस सभी संभावित बिंदुओं पर गहन जांच कर रही है।
राजगढ़ जिले के माचलपुर थाना क्षेत्र में शुक्रवार दोपहर धनोदा गांव की पुलिया पर एक अज्ञात वाहन ने बाइक सवार युवक राजेश दांगी (25) को जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में राजेश की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। टक्कर के बाद आरोपी वाहन चालक मौके से फरार हो गया। हादसा इतना भीषण था कि राजेश का एक पैर टूट गया और सिर पर गंभीर चोटें आईं। सड़क किनारे युवक को बाइक सहित लहूलुहान हालत में पड़ा देख ग्रामीण मौके पर जमा हो गए और तत्काल पुलिस को सूचना दी। माचलपुर थाना पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर शव को अस्पताल भिजवाया, जहां पोस्टमार्टम की प्रक्रिया जारी है। पुलिस ने फरार वाहन चालक की तलाश शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार, मृतक राजेश दांगी ब्राह्मण गांव का निवासी था। वह किसी काम से बाहर गया था और दोपहर में अपनी बाइक से घर लौट रहा था, तभी धनोदा पुलिया पर यह हादसा हुआ। ग्रामीणों ने बताया कि राजेश अपने परिवार का एकमात्र सहारा था। उसके पिता नंदराम दांगी का छह साल पहले निधन हो गया था। उसकी दोनों बहनों की शादी हो चुकी है, और अब घर में केवल उसकी मां अकेली हैं।
कासगंज में सड़क हादसे दो की मौत:कई लोग गंभीर रूप से घायल, घर लौटते समय हुआ हादसा
अमांपुर क्षेत्र के बनूपुरा गांव के पास शुक्रवार दोपहर करीब 2 बजे एक ऑटो और मैक्स वाहन की टक्कर हो गई। इस हादसे में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतकों की पहचान नगला मनफूल निवासी 16 वर्षीय दीप्ति उर्फ दीपू पुत्री सोनू और अमांपुर कस्बे की 25 वर्षीय शांति देवी पत्नी राहुल के रूप में हुई है। ये दोनों अमांपुर से ऑटो में बैठकर अपने घर लौट रही थीं। हादसे में नगला मुख्तार निवासी 38 वर्षीय ममता देवी पत्नी विनीत वर्मा, सरसई नरू निवासी 30 वर्षीय दीक्षा पुत्री राजवीर, नगला मनफूल निवासी 25 वर्षीय निशा पत्नी जयप्रकाश और सरसई नरू निवासी 17 वर्षीय सलोनी पुत्री चंद्रशेखर गंभीर रूप से घायल हो गईं। घायलों को अमांपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। इनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। पुलिस ने मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। हादसे के बाद परिजनों में शोक व्याप्त है। इस दुर्घटना में ऑटो बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। प्रारंभिक जांच में तेज गति को हादसे की वजह माना जा रहा है।
काशी नरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय (केएनपीजी), ज्ञानपुर, भदोही में रोवर्स-रेंजर्स के पांच दिवसीय प्रवेश एवं निपुण प्रशिक्षण शिविर का समापन हो गया। इस शिविर में छात्र-छात्राओं ने सेवाभाव, अनुशासन और सीमित संसाधनों में जीवन जीने के गुर सीखे। समापन दिवस का शुभारंभ ध्वज शिष्टाचार, प्रार्थना और झंडा गीत से हुआ। भारत स्काउट गाइड भदोही के जिला प्रशिक्षक चंद्रेश राय, कन्हैया लाल यादव और ज्योति रानी मौर्या ने प्रशिक्षणार्थियों को मार्गदर्शन दिया। डॉ. उष्मा यादव ने रोवर्स-रेंजर्स को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें प्रशिक्षण शिविर के नियमों का पालन करते हुए निष्ठा से प्रशिक्षण प्राप्त करना चाहिए। उन्होंने सेवा भाव जागृत कर समाज में सशक्त योगदान देने के लिए तत्पर रहने का आह्वान किया। डॉ. यादव ने बताया कि यह प्रशिक्षण रोवर्स-रेंजर्स को अनुशासित रहकर सीमित संसाधनों में जीवन जीने की कला सिखाता है। शिविर के दौरान पिछले चार दिनों के प्रशिक्षण कार्य का मूल्यांकन किया गया। दीक्षा समारोह के पश्चात प्रत्येक प्रशिक्षणार्थी से अपनी एक कमी को त्यागने के लिए कहा गया। साथ ही, छात्र-छात्राओं को समाज, राष्ट्र और परिवार के प्रति अपनी भूमिका का निर्वहन करते हुए पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित किया गया। इस अवसर पर डॉ. सिद्धार्थ बरनवाल, डॉ. वीरेंद्र, डॉ. आनंद सिंह, डॉ. राममूर्ति, डॉ. गीता यादव, डॉ राजेश यादव, डॉ संजय चौबे सहित कई प्राध्यापक उपस्थित रहे। शिविर में प्रियांशी, अंशिका दुबे, प्रिया, उजाला, शिवचरन, आर्यन जायसवाल, कमलेश बिंद, राधिका, खुशी गुप्ता, साक्षी, प्राजक्ता दूबे, कशिश विश्वकर्मा, सुमन यादव, अन्तिमा, पूजा, ऋषिका पाण्डेय, लक्ष्मी तिवारी, मौसम यादव, दिव्यानी दुबे, अंबिका यादव, श्वेता तिवारी, भावना पाल, अंशू यादव, खुशबू यादव, अतुल दूबे आदि छात्र-छात्राओं ने सक्रिय रूप से भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन रोवर्स प्रभारी डॉ. महेंद्र यादव ने किया, जबकि रेंजर्स प्रभारी डॉ. ऋचा ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।
बदायूं हत्याकांड, CCTV फुटेज से मिला सुराग:पुलिस ने व्यापारी को प्रशस्ति पत्र देकर किया सम्मानित
बदायूं में एक पुजारी की हत्या और लूट के मामले का खुलासा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सीसीटीवी कैमरे के मालिक को एसएसपी ने सम्मानित किया है। पुलिस ने नवादा के व्यापारी सलीम को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। यह घटना 16 नवंबर की रात सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के गांव खेड़ा बुजुर्ग स्थित सर्वेश्वर श्रीसाईं मंदिर में हुई थी। यहां पुजारी मनोज शंखधार की गला दबाकर हत्या कर दी गई थी। हत्यारों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए दो चांदी के मुकुट और सीसीटीवी कैमरों का डीवीआर भी चुरा लिया था। पुलिस ने 48 घंटे के भीतर इस मामले का खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। ये तीनों मृतक मनोज के रिश्तेदार निकले। जांच में सामने आया कि हत्या की वजह मनोज का अपने बड़े भाई की साली के साथ प्रेम प्रसंग था। एसएसपी ने बताया कि जांच के दौरान नवादा के व्यापारी सलीम की दुकान पर लगे सीसीटीवी कैमरे में हत्यारे बाइक से भागते हुए कैद हो गए थे। यह फुटेज पुलिस के लिए पहला महत्वपूर्ण सुराग साबित हुआ, जिसकी मदद से पुलिस आरोपियों तक पहुंच सकी। इस केस में सीसीटीवी कैमरों की भूमिका काफी अहम रही। एसएसपी ने अन्य व्यापारियों को भी अपनी दुकानों पर कैमरे लगवाने के लिए प्रेरित किया है। इसी क्रम में सलीम को आज प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। एसएसपी ने आम जनता से भी अपने घरों और दुकानों के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगवाने की अपील की है, ताकि भविष्य में किसी भी आपराधिक घटना के खुलासे में मदद मिल सके।
दुर्ग जिले के जामुल में हुए गोलीकांड में पुलिस ने दोनों शूटर को झारखंड से गिरफ्तार कर लिया है। शूटर में एक मास्टरमाइंड करण साव का ममेरा भाई है। जो कि भिलाई में रेलवे समेत अन्य प्रतियोगिता परीक्षा दिलाने बार-बार आता था। इस दौरान उसने शहर को अच्छे तरीके से समझ लिया था और भागने का पूरा प्लान पहले ही बना चुका था। गोली चलाने के बाद शूटर प्लान के मुताबिक जामुल से भिलाई-3 बाइक से गए और वहां से ऑटो पकड़कर रायपुर की तरफ भागे। करण ने अपने गोदाम में दी रहने की जगहआरोपी करण पिता विलोचन साव द्वारा विकास प्रजापति की हत्या की पूरी प्लानिंग की गई। झारखंड बिहारशरीफ के अपने ममेरे भाई राजेश साव को हत्या करने के लिए तैयार किया। राजेश साव ने बबलू उर्फ बड़का समेत अन्य दो को सुपारी देकर देकर हत्या करने के लिए तैयार किया। करण ने इन सभी भाड़े के शुटर को बुलाकर अपने गोदाम में रूकवाया। पुलिस ने झारखंड के राजेश साव (29 वर्ष) निवासी झींगनगर हटिया, थाना बिहार सरिफ तथा बबलू उर्फ बडका (27 वर्ष) जगन्नापुर, न्यू कॉलोनी रांची झारखंड को गिरफ्तार किया कर लिया है। करण ने पिस्टल गोली की व्यवस्था करने दिए 55 हजारविकास की हत्या करने के लिए करण साव ने अपने बेरोजगार ममेरे भाई राजेश को पिस्टल और गोलियों की व्यवस्था करने के लिए 55 हजार रुपए दिए। इसके साथ ही शूटरों को बाइक, मोबाइल, सिम भी उपलब्ध करवाया। वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों शूटर वापस करण के पास गए और उसे निशाना चूकने की बात बताई। इसके बाद आरोपियों ने घटना में प्रयुक्त पिस्टल व गोलियां करण साव को वापस दिया और वापस चले गए। भिलाई-3 के बाद ऑटो से निकले रायपुर की ओरआरोपियों ने गोली चलाने के बाद मोबाइल, पिस्टल समेत अन्य सामान करण को देने के बाद वो उसी बाइक से भिलाई-3 बाजार तक गए। इसके बाद भिलाई-3 बाजार में सड़क किनारे बाइक खड़ी कर वहां से ऑटो पकड़कर रायपुर गए। रायपुर से फिर वे वापस झारखंड चले गए थे। विकास पर 7.65 कारतूस से हमला पुलिस की जांच में सामने आया है कि आरोपियो ने विकास प्रजापति की हत्या के पिस्टल और 7.65 एमएम कारतूस का इस्तेमाल किया था। हालांकि निशाना चूकने से विकास की जान बच गई थी। पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों की निशानदेही पर करण साव से घटना में प्रयुक्त पिस्टल तथा कारतूस(7.65) एवं आरोपी बबलू से कारतूस तथा बाईक हीरो पैशन जप्त किया गया है। आरोपियों को झारखंड से गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया गया है अन्य आरोपियों की पतासाजी की जा रही है। क्या है पूरा मामला?14 नवंरब 2025 की शाम करीब 6:30 बजे घासीदास नगर, जामुल में बाइक सवार बदमाशों ने विकास प्रजापति (26), निवासी कैंप-02 भिलाई पर फायरिंग की थी। पुलिस ने इसे सुनियोजित हमला मानते हुए थाना जामुल में अपराध क्रमांक दर्ज कर बीएनएस की धारा 109(1) के तहत जांच शुरू की और शुरुआती चरण में 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। जांच में खुलासा हुआ कि इस पूरे हमले का मास्टरमाइंड करण साव है। उसने अपने चचेरे भाई शिवम की हत्या का बदला लेने के लिए झारखंड से पेशेवर शूटर बुलाए थे।सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहा है आरोपीपुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि झारखंड का रहने वाला आरोपी राजेश साव सरकारी नौकरी की तैयार कर रहा था। कोरोना काल के समय में भी वो भिलाई में रुका था। इसके अलावा कई बार रेलवे समेत अन्य प्रतियोगिता परीक्षा देने के लिए भिलाई आ चुका है। भिलाई को वो काफी अच्छे से समझता है। अन्य शूटर को भी उसने पूरा प्लान समझा दिया था। हालांकि शूटरों का निशाना खराब था, जिससे विकास की जान बच गई।
कोटा शहर के नयापुरा क्षेत्र में बुधवार को विद्युत विभाग कार्यालय के बाहर तकनीकी और गैर-तकनीकी कर्मचारियों ने दिवाली अवधि के लंबित ओवर टाइम (OT) भुगतान को लेकर प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने अपनी मुख्य मांगों से संबंधित ज्ञापन अधिकारी को सौंपते हुए कहा कि तीन वर्षों से दिवाली ओटी का भुगतान अटका हुआ है, जिससे कर्मचारियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। कर्मचारी राहुल कश्यप ने बताया कि दिवाली के दौरान उपभोक्ताओं को निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए वे लगातार तीन दिनों तक 247 ड्यूटी पर रहते हैं। इस त्योहार के दौरान बिजली खपत बढ़ने से तंत्र पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, ऐसे में कर्मचारियों को सामान्य दिनों की तुलना में कई गुना अधिक कार्य करना पड़ता है। पूर्व में प्रदेश स्तर पर हर वर्ष दिवाली ड्यूटी के बदले विद्युत कर्मचारियों को 50 घंटे का ओवर टाइम स्वीकृत होता रहा है, लेकिन कोटा वृत में पिछले तीन सालों से यह भुगतान रोक दिया गया है। राहुल ने बताया कि लगातार ड्यूटी करने के बाद भी समय पर ओटी न मिलना वैधानिक अधिकारों का हनन है। कर्मचारियों ने मांग की कि लंबित तीन वर्षों का बकाया ओवर टाइम तत्काल जारी किया जाए। साथ ही आगामी वर्षों के लिए दिवाली अवधि के ओटी भुगतान की एक स्पष्ट व समयबद्ध प्रक्रिया निर्धारित की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति दोबारा न बने।
सीकर जिले के हाई प्रोफाइल लोगों को फिरौती के लिए लगातार धमकाया जा रहा है। सीकर के खाटूश्यामजी सहकारी समिति के अध्यक्ष श्याम सुंदर पूनियां को रोहित गोदारा ने विदेशी नंबरों से कॉल करके फिरौती के लिए धमकी दी। श्यामसुंदर पूनियां ने खाटूश्यामजी पुलिस थाने में मुकदमा भी दर्ज करवाया है। डेढ़ महीने पहले पूनिया को लॉरेंस गैंग से भी धमकी मिल चुकी है। खाटूश्यामजी थाना SHO पवन कुमार चौबे ने बताया- श्याम सुंदर पूनियां ने शिकायत दी कि 19 नवंबर की शाम 6:41 पर रोहित गोदारा ने उन्हें फिरौती के लिए वॉट्सएप पर कॉल किया। फिरौती नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी। हालांकि फिरौती की रकम नहीं बताई। श्याम सुंदर की रिपोर्ट पर मुकदमा दर्ज करके इन्वेस्टिगेशन शुरू कर दिया गया है। बता दें कि इससे पहले 26 सितंबर को सहकारी समिति अध्यक्ष श्याम सुंदर को लॉरेंस गैंग से भी फिरौती के लिए धमकी मिली थी। तब लॉरेंस गैंग के हरि बॉक्सर ने कॉल करके उनसे पैसों की डिमांड की थी। जब श्याम सुंदर ने कॉल कट किया तो उन्हें वॉयस नोट भेजकर भी धमकी दी गई थी। इस धमकी के बाद उन्हें सुरक्षा भी प्रदान की गई थी। बता दें कि विदेश में बैठे गैंगस्टर पिछले करीब 2 साल में एक दर्जन लोगों को फिरौती के लिए धमकी दे चुके हैं। गैंगस्टर और उनके सहयोगी विदेशी नंबरों से कॉल करते हैं। ऐसे में पुलिस इन्वेस्टिगेशन भी कमजोर पड़ जाती है। सीकर पुलिस इन गैंगस्टर को फॉलो करने वाले लोगों पर शिकंजा करने के लिए लगातार एरिया डोमिनेशन एक्टिविटी करती है। जुलाई से लेकर नवंबर महीने में आठ एरिया डोमिनेशन अभियान चलाए गए। इनमें गैंगस्टर को फॉलो करने वाले कई लोगों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दरअसल रोहित गोदारा और लॉरेंस बिश्नोई गैंग राजस्थान में आनंदपाल और बलबीर बानूड़ा गैंग के साथ मिलकर काम कर चुकी है। इसलिए सीकर जिले और शेखावाटी एरिया में उनके कई लोकल गुर्गे एक्टिव रहते हैं। विदेश में बैठे गैंगस्टर नए युवाओं को विदेश में सेटल करने और पैसे देने का लालच देकर हाई प्रोफाइल लोगों की नंबर और सूचना लेते हैं। इसके बाद विदेश में बैठकर हाई प्रोफाइल लोगों को धमकी दी जाती है। पुलिस सूत्रों के अनुसार विदेश में बैठे गैंगस्टर्स के पास वर्तमान समय में पैसों की तंगी है। पैसे जुटाने के लिए वह लगातार धमकी देते हैं। बता दें कि विदेश में बैठे गैंगस्टर रोहित गोदारा के इशारे पर ही सीकर का राजू ठेहट हत्याकांड हुआ था। इसने ही हत्याकांड के लिए शूटर तैयार किए। इसके बाद 3 दिसंबर 2022 को राजू ठेहट के घर के बाहर ही उसकी हत्या करवा दी थी। रेंज आईजी ले चुके मीटिंग... सीकर में लगातार गैंगस्टर द्वारा धमकियां देने के मामले सामने आने के बाद दो दिन पहले ही जयपुर रेंज आईजी राघवेंद्र सुहास देर रात को सीकर के रींगस ASP OFFICE आए थे। जिन्होंने करीब दो से तीन घंटे तक इस मामले में कई SHO, पुलिस अधिकारियों की मीटिंग लेकर निर्देश दिया कि गैंगस्टर्स को लोकल स्तर पर फॉलो करने वाले अपराधियों पर लगातार और सख्त कार्रवाई हो। सहकारी समिति अध्यक्ष को धमकी से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें : सहकारी समिति के अध्यक्ष को लॉरेंस गैंग की धमकी:'फिरौती नहीं मिलने पर मार देंगे गोली'; विदेशी नंबरों से आया कॉल सीकर में सहकारी समिति के अध्यक्ष को लॉरेंस गैंग की ओर से फिरौती के लिए धमकी देने का मामला सामने आया है। विदेशी नंबरों से कॉल करके धमकी दी गई। सहकारी समिति के अध्यक्ष ने खाटूश्यामजी पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाया है।(पूरी खबर पढ़ें)
लखनऊ के निशातगंज में कॉस्मेटिक दुकान चलाने वाले व्यापारी के साथ सऊदी अरब की करेंसी दिखाकर ठगी का मामला सामने आया है। ठगों ने असली विदेशी नोट दिखाकर भरोसा जीता और सौदे के नाम पर व्यापारी से दो लाख रुपये लेकर फरार हो गए। पीड़ित ने निशातगंज थाने में तहरीर दी है। निशातगंज सब्जी मंडी स्थित पांचवीं गली निवासी गुल्लू सोनकर पुल के नीचे कॉस्मेटिक की दुकान चलाते हैं। गुल्लू ने बताया कि 14 नवंबर को एक युवक दुकान पर आया और सामान खरीदने के बाद बातचीत में बताया कि वह कूड़ा बीनने का काम करता है और कूड़े में उसे सऊदी अरब की करेंसी मिली है। युवक ने 50-50 रियाल के दो नोट दिखाते हुए भारतीय करेंसी के बदले इसे बेचने की बात कही। गुल्लू ने नोटों की जांच के लिए अमीनाबाद के करेंसी एक्सचेंज शॉप पर दिखाया। दुकानदार ने नोटों को बदलकर 2200 रुपए दिए। असली नोट मिलने पर गुल्लू ने युवक से फोन करके बातचीत की। अखबार का बंडल थमाकर भागे अगले दिन युवक ने बताया कि उसके पास 300 और नोट हैं और सौदा तय करने के लिए एसएसपी ऑफिस के पीछे मिलने को कहा। गुल्लू तय समय पर 2 लाख रुपए लेकर मौके पर पहुंचा। वहां युवक अपने साथी के साथ मिला और कपड़े में बंधा नोटों का बंडल गुल्लू को थमा दिया। जैसे ही गुल्लू बंडल खोलना लगा। दोनों युवक उनका पैसों से भरा बैग लेकर फरार हो गए। पीड़ित ने पीछा करने की कोशिश की लेकिन दोनों आरोपी फरार हो गए। गुल्लू ने कपड़े में बंधा बंडल खोला तो उसमें अखबार के रोल मिले। पीड़ित ने दोनों मोबाइल नंबरों पर संपर्क किया मगर नंबर बंद मिले। इसके बाद पीड़ित ने वजीरगंज थाने में शिकायत दर्ज कराई। वजीरगंज इंस्पेक्टर राजेश त्रिपाठी ने बताया कि मुकदमा दर्ज करके आरोपी की तलाश की जा रही है।
मेरठ में दस वर्षीय बच्चे के अपहरण से जुड़े मामले का पुलिस ने 24 घंटे के भीतर खुलासा कर दिया। दरअसल, बच्चे का अपहरण हुआ ही नहीं था। मां ने एक युवक पर रुपये का दबाव बनाने के लिए सहयोगी के साथ मिलकर यह ड्रामा रचा था। पुलिस ने बच्चे को सकुशल बरामद कर पूरे मामले का पटाक्षेप कर दिया। पहले एक नजर डालते हैं वारदात पर सरधना थाने के दबथुआ की रहने वाली सोनिया पुत्री जगमोहन ने गुरुवार को थाने पहुंचकर कुछ लोगों पर बेटे के अपहरण का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने बच्चे की बरामदगी के लिए दो टीमों का गठन किया और कुछ घंटे बाद ही उसे गौतमबुद्धनगर से सकुशल बरामद कर लिया। छानबीन में सामने आया कि बच्चा अपनी नानी के यहां था। सोनिया ने एक युवक पर रुपये देने का दबाव बनाया था लेकिन जब रुपया नहीं मिला तो उसने अपहरण की साजिश रच दी और बेटे को अपनी मां के यहां भेज दिया। युवक पर लगाया था दुष्कर्म का आरोप पुलिस लाइन में पूरे मामले का खुलासा करते हुए एसपी देहात अभिजीत सिंह ने बताया कि सोनिया पति से अलग रहती है। कुछ समय पहले वह गांव के मोहित नाम के युवक से संपर्क में आई। उसने मोहित पर शादी करने का दबाव बनाया लेकिन उसने मना कर दिया। इसके बाद महिला उस पर एक लाख रुपये का दबाव बनाने लगी। एक लाख रुपया ना मिलने पर महिला ने मोहित पर दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करा दिया। पुलिस ने मोहित को जेल भेज दिया। जेल में जाकर मोहित से मिली सोनिया एसपी देहात ने बताया कि मोहित को जेल भिजवाने के बाद सोनिया एक दिन उससे मिलने जेल पहुंची। उसने फिर से मोहित के सामने रुपये की डिमांड की। कहा- अगर रुपये मिल जाएंगे तो वह कोर्ट के सामने बयान बदल देगी। ऐसा ही हुआ। रुपये मिलते ही सोनिया ने कोर्ट में बयान बदल दिया और मुकदमा खारिज हो गया। जेल से बाहर आने के बाद सोनिया ने रुपये के लिए मोहित पर फिर से दबाव बनाया। इसको लेकर उसकी मोहित से नोकझोंक तक हो गई। इस बार अपहरण का लगाया आरोप मोहित से विवाद होने के बाद सोनिया षड्यंत्र रचने लगी। उसने अपने साथ गौतमबुद्धनगर के गिरधरपुर छपरौला निवासी संजय को अपने साथ मिला लिया। अपने 10 वर्षीय बेटे को सोनिया ने संजय के साथ नोएडा भेज दिया और सरधना थाने आकर अपहरण का शोर मचा दिया। उसने मोहित व उसके परिवार पर आरोप लगाया। मामला संवेदनशील था। इसलिए पुलिस ने तत्काल मुकदमा दर्ज कर बच्चे की तलाश शुरु कर दी। मोहित की मां ने कराया रंगदारी का मुकदमा सोनिया के व्यवहार पर पुलिस को पहले से शक था। रात में ही सर्विलांस टीम को लेकर पुलिस की दो टीमें निकल गईं। कई नंबरों की सीडीआर खंगाली और फिर रात में ही नोएडा उस जगह पहुंच गई, जहां सोनिया ने अपने बेटे को रखा हुआ था। बच्चे को बरामद कर पुलिस मेरठ ले आई। इसके बाद सोनिया व संजय को गिरफ्तार कर लिया। शुक्रवार को मोहित की मां इंद्रेश ने तहरीर देकर सोनिया व संजय पर रंगदारी का मुकदमा दर्ज करा दिया।
झज्जर जिले के युवा मुक्केबाज हितेश गुलिया ने नई दिल्ली में हुए वर्ल्ड बॉक्सिंग कप में शानदार प्रदर्शन करते हुए 70 किलो भार वर्ग के फाइनल मुकाबले में मुरसाल नूरबेक को 3-2 से हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। इस जीत के साथ हितेश ने एक बार फिर हरियाणा और पूरे देश का मान विश्व स्तर पर बढ़ाया है। इससे पहले भी हितेश ब्राजील में स्वर्ण तथा कज़ाखस्तान में रजत पदक जीत चुके हैं।हितेश की इस लगातार अंतरराष्ट्रीय सफलता में उनके गुरु हितेश देशवाल की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। देशवाल लंबे समय से झज्जर में युवा खिलाड़ियों को प्रशिक्षित कर रहे हैं और उन्होंने गुलिया को हर चरण पर मार्गदर्शन और प्रेरणा दी। हितेश के पिता सत्यवान गुलिया ने भी कहा कि यदि देशवाल का साथ और दिशा न मिलती तो यह बड़ी उपलब्धि संभव नहीं थी।हितेश व उनके कोच को दी बधाईइस ऐतिहासिक जीत पर हरियाणा मुक्केबाजी संघ के अध्यक्ष मेजर सतपाल संधू, महासचिव ओमबीर हुड्डा और भारतीय मुक्केबाजी संघ के अध्यक्ष अजय सिंह ने हितेश और उनके कोच को बधाई दी है। संघ के महासचिव प्रमोद कुमार ने इसे वर्ल्ड लेवल पर हरियाणा के लिए बड़ी उपलब्धि बताया।हितेश एक मध्यवर्गीय परिवार से आते हैं और आर्थिक चुनौतियों के बावजूद उन्होंने अपने खेल को कभी पीछे नहीं छोड़ा। पिता का सहयोग, गुरु का मार्गदर्शन और हितेश की अथक मेहनत ने मिलकर यह अंतरराष्ट्रीय सफलता संभव की है। हितेश की यह जीत गुरु-शिष्य परंपरा, संघर्ष और दृढ़ निश्चय की मिसाल है। उम्मीद है कि भविष्य में भी हितेश ऐसे ही स्वर्णिम प्रदर्शन कर भारत का परचम दुनिया भर में लहराते रहेंगे।
हरदा में 4 घंटे बिजली गुल रहेगी:गुप्तेश्वर मंदिर और इंदौर रोड फीडर पर मेंटेनेंस कार्य
हरदा जिला मुख्यालय पर शनिवार, 22 नवंबर को चार घंटे के लिए बिजली आपूर्ति बाधित रहेगी। यह कटौती सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक इंदौर रोड और गुप्तेश्वर मंदिर फीडर से जुड़े क्षेत्रों में की जाएगी। बिजली कंपनी द्वारा आवश्यक रखरखाव कार्य के कारण यह निर्णय लिया गया है। कंपनी के जेई राकेश सिलोरिया ने बताया कि 33/11 केवी हरदा शहर उपकेंद्र पर अतिआवश्यक कार्य किया जाएगा। इस कार्य के चलते उपकेंद्र से निकलने वाले समस्त 11 केवी इंदौर रोड और गुप्तेश्वर मंदिर फीडर से संबंधित क्षेत्रों में विद्युत प्रवाह बंद रहेगा। गुप्तेश्वर मंदिर और 11 केवी इंदौर फीडर से संबंधित निम्नलिखित कॉलोनियों में बिजली आपूर्ति प्रभावित रहेगी: सिंधी कॉलोनी, विपट कॉलोनी, राजधानी कॉलोनी, ड्रीमलैंड कॉलोनी, ब्रजधाम कॉलोनी, रौनक बिहार कॉलोनी, घंटाघर क्षेत्र, अभिषेक ग्रीन वैली, सिविल लाइन, खंडवा बायपास और भवानी कुंज।
कोरबा जिले के दीपका थाना क्षेत्र में दो अलग-अलग हादसों में दो लोगों की मौत हो गई। पहली घटना में शक्तिनगर रेलवे कॉलोनी मोड़ के पास एक एसईसीएल कर्मी ने चलती मालगाड़ी के नीचे कूदकर आत्महत्या कर ली। दूसरी घटना में गेवरा हेलीपैड के पास एक ट्रक में हवा भरते समय टायर फटने से मालिक की जान चली गई। मृतक की पहचान दीपका निवासी एसईसीएल कर्मी जितेंद्र तिवारी के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि युवक काफी समय से रेलवे ट्रैक के आसपास घूम रहा था। कोयला लेकर आ रही मालगाड़ी के पास आने पर उसने उसके पहिए के नीचे सिर रखकर अपनी जान दे दी। यह घटना एनटीपीसी रेलवे ट्रैक पर हुई, जिसका उपयोग कोयला परिवहन के लिए किया जाता है। प्राथमिक जानकारी के अनुसार, मृतक जितेंद्र पिछले कुछ समय से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे, जिससे वे परेशान रहते थे। घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी। शव को आगे की कार्रवाई के लिए अस्पताल भेज दिया गया है। दीपका थाना प्रभारी प्रेमचंद साहू ने घटनाक्रम की जानकारी देते हुए मृतक की पहचान की पुष्टि की। मालिक और चालक दोनों था मृतक दूसरी घटना भी दीपका थाना इलाके की है। गेवरा हेलीपैड के पास सोनू टायर की दुकान पर एक ट्रक में हवा भरते समय टायर फटने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। मृतक की पहचान 45 वर्षीय राजेंद्र यादव के रूप में हुई है, जो मध्य प्रदेश के अनूपपुर थाना चचाई के ग्राम बहराटोला का निवासी था। राजेंद्र यादव अपने ट्रक का मालिक और चालक दोनों था। गुरुवार देर शाम वह ट्रक लेकर दीपका खदान से कोयला लोड करने आया था। खदान से कोयला लोड करने से पहले वह अपनी गाड़ी के टायर में हवा डलवा रहा था। इसी दौरान अचानक टायर फट गया और वह गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल राजेंद्र यादव को तत्काल जिला मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में भी जांच शुरू कर दी है।
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार जिले में 'विशेष गहन पुनरीक्षण' अभियान चलाया जा रहा है। जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर उत्सव कौशल के निर्देशन में महिला एवं बाल विकास विभाग की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) के साथ घर-घर जाकर मतदाताओं का सर्वेक्षण और प्रपत्र संकलन कर रही हैं। कार्यकर्ताओं के स्थानीय संपर्क और सहयोग से विशेषकर महिला मतदाताओं और नव-विवाहिताओं का विवरण संकलित करना आसान हो गया है। कुम्हेर और सिकरोरी के विद्यालयों में छात्राओं द्वारा जागरूकता गतिविधियों जैसे रंगोली और मानव श्रृंखला के माध्यम से मतदाता जागरूकता बढ़ाई गई। जिला निर्वाचन कार्यालय ने आमजन से अपील की है कि वे सर्वे कार्य में पूरा सहयोग करें और 01 जनवरी 2026 तक 18 वर्ष पूर्ण करने वाले युवाओं की जानकारी उपलब्ध कराएं, ताकि मतदाता सूची पूर्ण और अद्यतन रहे।
छिंदवाड़ा के अमरवाड़ा में अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया शुक्रवार को पहुंचे। बजरंग दल एवं परिषद कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। कार्यक्रम के बाद मीडिया से चर्चा में तोगड़िया ने हिंदू समाज को एकजुट रहने और परस्पर सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि एक हिंदू दूसरे हिंदू भाई की मदद करे, बस इतना काफी है अपने आप हिंदू राष्ट्र बन जाएगा। आज भी लाखों हिंदू इस मुहिम का समर्थन करते हैं और तीन पीढ़ियों से यह भावना जीवित है। तोगड़िया ने कहा कि हनुमान चालीसा संगठन की कोशिश है कि शहर और गांवों के हर कोने में सप्ताह में एक दिन शनिवार या मंगलवार लोग एकत्र होकर हनुमान चालीसा का पाठ करें। उन्होंने बताया कि हिंदू समाज की हर संभव मदद के लिए परिषद द्वारा हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है। उन्होंने कहा हनुमान चालीसा केवल भक्ति नहीं, सेवा का भी माध्यम है। इसके जरिए सुरक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक सहायता का काम किया जाएगा। मार्च, अप्रैल और मई में ‘स्वस्थ हिंदू–सुखी भारत’ अभियान चलाया जाएगा, जिसके अंतर्गत स्वास्थ्य जागरूकता और व्यायाम से जुड़े कार्यक्रम होंगे। धीरेंद्र शास्त्री की यात्रा पर प्रतिक्रियाधीरेंद्र शास्त्री की यात्रा और गतिविधियों पर पूछे गए सवाल में तोगड़िया ने कहा कि जो भी हिंदुत्व के लिए काम करेगा, हम उसके समर्थन में रहेंगे। तोगड़िया के दौरे को लेकर अमरवाड़ा में कार्यकर्ताओं में उत्साह नजर आया और परिषद की आगामी गतिविधियों को लेकर स्थानीय इकाइयों को दिशा-निर्देश भी दिए गए।
अशोकनगर के सट्टा किंग के नाम से कुख्यात आजाद खान की 32 बोर पिस्टल का लाइसेंस कलेक्टर ने निलंबित कर दिया है। उन्हें दो दिन के भीतर पिस्टल जमा करने की चेतावनी दी गई है। देहात थाना पुलिस ने शुक्रवार शाम उनके कोलूआ रोड स्थित फॉर्म हाउस और घर पर शस्त्र जमा करने संबंधी नोटिस चस्पा किए। आजाद खान पर 10 आपराधिक प्रकरण दर्ज होने के कारण यह कार्रवाई की गई है। पुलिस ने चेतावनी दी है कि यदि पिस्टल जमा नहीं की जाती है, तो आर्म्स एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। देहात थाना प्रभारी भुवनेश शर्मा ने बताया कि पुलिस अधीक्षक राजीव कुमार मिश्रा के निर्देश पर कानून-व्यवस्था मजबूत करने, आपराधिक तत्वों पर नियंत्रण और शस्त्र लाइसेंस के दुरुपयोग को रोकने के लिए यह कार्रवाई की जा रही है। आजाद खान का पिस्टल लाइसेंस 17 नवंबर को निलंबित कर दिया गया था। उन्हें आदेश दिया गया था कि वे अपना शस्त्र संबंधित थाने में जमा करें, लेकिन उन्होंने अब तक ऐसा नहीं किया था। गौरतलब है कि बीते दिनों एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पुलिस अधीक्षक ने आजाद खान का नाम ऑनलाइन सट्टे में संलिप्त होने के कारण उजागर किया था। इसके बाद पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के लिए घर और होटल में भी तलाशी ली थी, लेकिन वह नहीं मिले थे।
'आपकी पूंजी-आपका अधिकार' अभियान:ब्यावर में अनक्लेम्ड राशि के समाधान मौके पर हुए
भारत सरकार और भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा चलाए जा रहे आपकी पूंजी–आपका अधिकार अभियान के तहत शुक्रवार को ब्यावर में एक विशाल शिविर का आयोजन किया गया। उदयपुर रोड स्थित डॉ. भीमराव अंबेडकर भवन में आयोजित इस शिविर का उद्देश्य अनक्लेम्ड एसेट्स का त्वरित समाधान करना था। इसका संचालन अग्रणी बैंक कार्यालय, बैंक ऑफ बड़ौदा, ब्यावर ने किया। अग्रणी जिला प्रबंधक राजेश कुमार परमार ने बताया कि शिविर में बड़ी संख्या में नागरिकों ने भाग लिया और अपने निष्क्रिय बैंक खाते, बिना दावा राशि, पुरानी पासबुक, परिपक्व एफडी और अन्य खातों से संबंधित समस्याओं का समाधान प्राप्त किया। शिविर में ब्यावर विधायक शंकर सिंह रावत और जिला कलेक्टर ब्रह्मलाल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इसके अलावा भारतीय रिज़र्व बैंक जयपुर के सहायक महाप्रबंधक मनीष मांडल, बैंक ऑफ बड़ौदा अजमेर के क्षेत्रीय प्रमुख अमित मिश्रा और राज ग्रामीण बैंक भीलवाड़ा के क्षेत्रीय प्रमुख आर.के. दड़गड़ सहित सभी बैंकों के शाखा प्रबंधक एवं अधिकारी मौजूद थे। विधायक शंकर सिंह रावत ने अपने संबोधन में कहा कि अनक्लेम्ड राशि आमजन की मेहनत की कमाई है, जो किसी कारणवश वर्षों से बिना दावा पड़ी रहती है। उन्होंने प्रधानमंत्री और भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा शुरू किए गए इस अभियान को लोगों को उनकी ही पूँजी वापस दिलाने का महत्वपूर्ण प्रयास बताया। रावत ने कहा कि ऐसे शिविर वित्तीय जागरूकता बढ़ाते हैं और बैंकिंग सेवाओं को आमजन के और करीब लाते हैं। शिविर में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ रहीं। नागरिकों को अनक्लेम्ड राशि और पुरानी जमा योजनाओं से जुड़ी विस्तृत जानकारी मिली। कई मामलों में मौके पर ही दस्तावेजों का सत्यापन कर समस्याओं का समाधान किया गया। सभी बैंकों की संयुक्त टीमों ने संगठित रूप से सेवाएँ प्रदान कर लोगों को लाभान्वित किया। अंत में, अग्रणी जिला प्रबंधक राजेश कुमार परमार ने सभी अतिथियों, अधिकारियों और नागरिकों का धन्यवाद ज्ञापित किया और आश्वासन दिया कि ऐसे जनहितकारी कार्यक्रम भविष्य में भी निरंतर जारी रहेंगे।
हरियाणा सरकार ने पांच आईपीएस अधिकारियों के प्रमोशन का आदेश जारी कर दिया है। राज्य के गृह विभाग की एसीएस डॉ. सुमिता मिश्रा द्वारा जारी आदेश के अनुसार 2011 बैच के आईपीएस अधिकारियों को प्रमोट कर उप पुलिस महानिरीक्षक (DIG) बनाया गया है। प्रमोट किए गए अधिकारियों में आईपीएस मनीषा चौधरी भी शामिल हैं, जो इस समय केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत हैं। इसके अलावा आईपीएस अभिषेक जोरवाल वर्तमान में फरीदाबाद पुलिस मुख्यालय में डिप्टी कमिश्नर की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। आईपीएस राजेंद्र कुमार मीना इस समय एसपी कमांडो के पद पर कार्यरत हैं, जबकि आईपीएस मनवीर सिंह और आईपीएस वीरेंद्र विज भी हरियाणा पुलिस में विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। सरकार द्वारा जारी प्रमोशन आदेश के बाद अब इन अधिकारियों को नए पद के अनुसार जिम्मेदारियां सौंपी जाएंगी। यहां देखिए प्रमोशन ऑर्डर की कॉपी...
बूंदी में विश्व मत्स्य दिवस पर जागरूकता गोष्ठी:किसानों को दी गई आधुनिक मत्स्य पालन तकनीक की जानकारी
विश्व मत्स्य दिवस के अवसर पर शुक्रवार को बूंदी कलेक्ट्रेट सभागार में मत्स्य विभाग ने एक जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में जिले के प्रगतिशील मत्स्य कृषक, मछली पालन व्यवसायी और विभागीय अधिकारी शामिल हुए। गोष्ठी का उद्देश्य देश की आर्थिक प्रगति में मत्स्य संपदा के योगदान को रेखांकित करना और किसानों को आधुनिक तकनीकों से अवगत कराना था। जिला मत्स्य विकास अधिकारी डॉ. लखन लाल मीणा ने गोष्ठी को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार की 'प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना' पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह योजना आधुनिक तकनीक और मत्स्य कृषकों के कल्याण को जोड़ने वाली महत्वपूर्ण पहल है। डॉ. मीणा ने जल स्रोतों को प्रदूषण से बचाने पर जोर देते हुए कहा कि स्वच्छ जल ही गुणवत्तापूर्ण मत्स्य उत्पादन सुनिश्चित कर सकता है। उन्होंने किसानों से केंद्र और राज्य सरकार की मत्स्य पालन संबंधी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाकर अपनी आय दोगुनी करने का आह्वान किया। तकनीकी सत्र में सहायक मत्स्य विकास अधिकारी मोहम्मद अली ने मत्स्य पालन के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष लाभों पर प्रकाश डाला। उन्होंने क्षेत्र के वातावरण के अनुकूल मछलियों की प्रचलित और उन्नत किस्मों की जानकारी दी और कहा कि सही किस्मों के चयन और वैज्ञानिक प्रबंधन से किसान कम लागत में अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं। कार्यक्रम के अंत में किसानों ने अपनी शंकाओं का समाधान किया और मत्स्य पालन को एक लाभदायक व्यवसाय के रूप में अपनाने का संकल्प लिया। इस अवसर पर सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के संयुक्त निदेशक अशोक कुमार मीणा, मत्स्य विभाग बूंदी के विनोद मीणा और शिवकुमार, मत्स्य व्यवसायी जाकिर हुसैन, देव प्रकाश तथा मत्स्य पालक मोहनलाल सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
चूरू में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने शुक्रवार दोपहर गर्वमेंट लोहिया कॉलेज में खराब सफाई व्यवस्था को लेकर कॉलेज प्रिंसिपल को ज्ञापन सौंपा। एबीवीपी ने आरोप लगाया कि कॉलेज प्रशासन बार-बार अवगत कराने के बाद भी इस समस्या पर ध्यान नहीं दे रहा है। ज्ञापन में इकाई अध्यक्ष मीनू कोठारी ने बताया कि कॉलेज में सफाई व्यवस्था का हाल बेहाल है। इस संबंध में कॉलेज प्रशासन को कई बार ज्ञापन दिए जा चुके हैं, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है। नगर मंत्री लोकेश ज्यानी ने जोर दिया कि लोहिया कॉलेज जिले का सबसे बड़ा कॉलेज है, जहां नियमित रूप से सफाई होना अत्यंत आवश्यक है। जिला संयोजक कुलदीप सिंह जागावत ने कहा कि कॉलेज प्रशासन को बार-बार सूचित करने के बावजूद सफाई की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सात दिन के भीतर समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो विद्यार्थी परिषद उग्र प्रदर्शन करेगी। इसकी पूरी जिम्मेदारी कॉलेज प्रशासन की होगी। ज्ञापन सौंपने वालों में जिला संगठन मंत्री आकाश, नगर सह मंत्री वरुण, जिला एसएफएस संयोजक वरुण शर्मा, इकाई उपाध्यक्ष गोविंदराम भांभू, देवेंद्र सिंह, दलीप कुमार, डिप्टी कुमार, राहुल सिंह देवड़ा, नगर संयोजक किशन सैनी, इकाई सह सचिव योगेंद्र, मनोज कस्वां, हेमलता प्रजापत, अंकिता चारण, रौनक, खुशी शर्मा, रेखा, राहुल सिंह, कोमल शेखावत, विवेक जांगिड़ और विशाल सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे।
रामनगर में किसानों को मसूर मिनीकिट वितरित:150 किसानों को 1.08 लाख रुपए के प्रमाणित बीज फ्री मिले
रामनगर में किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग ने शुक्रवार को वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी कार्यालय परिसर में बीज वितरण कार्यक्रम आयोजित किया। इस दौरान 150 किसानों को मसूर मिनीकिट के रूप में ₹1,08,840 मूल्य के प्रमाणित बीज निःशुल्क वितरित किए गए। यह वितरण रबी सीजन 2025 की कृषि तैयारी को गति देने के उद्देश्य से किया गया। प्रत्येक मिनीकिट पैकेट का वजन 8 किलोग्राम है और इसकी कीमत ₹91 है। विभाग का लक्ष्य है कि किसानों को समय पर और बेहतर गुणवत्ता के बीज उपलब्ध कराए जाएं, जिससे रबी फसलों की बुवाई में कोई परेशानी न हो। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रभारी एसएडीओ संजय सिंह ने बताया कि उच्च गुणवत्ता वाले बीज फसल उत्पादन बढ़ाने का सबसे महत्वपूर्ण आधार हैं। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा एवं पोषण मिशन के तहत विकासखंड रामनगर के किसानों को मसूर मिनीकिट वितरित किए जा रहे हैं, जिसका उद्देश्य क्षेत्र में दलहनी फसलों के उत्पादन को बढ़ावा देना है। इस अवसर पर कृषि विशेषज्ञों और अधिकारियों ने किसानों को मसूर की आधुनिक एवं उन्नत खेती की तकनीकों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने रबी फसलों के लिए मिट्टी की तैयारी, उर्वरक प्रबंधन, मौसम के अनुरूप खेती पद्धति और रोग-कीट नियंत्रण से जुड़े महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए। कार्यक्रम में जनपद सदस्य प्रदीप गौतम, चंद्रभान सिंह, कृषि विस्तार अधिकारी संतोष खगार, मन्नू निनामा, नितिन सिंह परिहार, प्रसून और आत्मा से सत्त्यम सहित कई अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे। किसानों ने बीज वितरण कार्यक्रम और कृषि विभाग द्वारा दिए गए मार्गदर्शन पर संतोष व्यक्त किया।
विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर-2026) में मतदाता सूची के सभी परिगणना प्रपत्रों का शत-प्रतिशत डिजिटलाइजेशन कर जैसलमेर पूरे राजस्थान में अव्वल आया हैं। जिले के पांच बीएलओ को इस बेहतरीन उपलब्धि के लिए राज्य स्तर पर सम्मानित किया गया। राज्य निर्वाचन विभाग, जयपुर की समीक्षा VC के दौरान सम्मान दिया गया। जैसलमेर में जिला कलेक्ट्रेट के एनआईसी केंद्र पर आयोजित कार्यक्रम में जिला कलेक्टर प्रताप सिंह ने सभी चयनित बीएलओ को प्रमाण-पत्र और प्रोत्साहन उपहार भेंट कर सम्मानित किया। इस दौरान मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन भी VC के जरिए मौजूद रहे। 60 किलोमीटर दूर वोटर्स तक पहुंचे करनैल सिंह सभी बीएलओ ने उत्कृष्ट काम किया, लेकिन भाग संख्या 84 के बीएलओ करनैल सिंह की कहानी चर्चा में रही। उनके बूथ क्षेत्र की ढाणियां आपस में काफी दूरी पर फैली हुई हैं। कुछ मतदाता माइग्रेट हो गए थे और उन तक पहुंचने के लिए करनैल सिंह को करीब 60 किलोमीटर तक सफर करना पड़ा। इस सफर का एक बड़ा हिस्सा रेगिस्तान के ऊँचे-ऊँचे टीलों पर पैदल चलकर पूरा किया गया। कठिन परिस्थितियों के बावजूद उन्होंने 19 नवंबर तक 100% कार्य पूरा कर दिया। उन्होंने खुद आगे आकर पड़ोसी बूथ लेवल अधिकारियों को भी गणना प्रपत्र भरने और डिजिटलाइजेशन के काम में मदद शुरू कर दी। उनकी समर्पण भावना ने सभी अधिकारियों को प्रभावित किया। ये पांच बीएलओ हुए सम्मानित कलेक्टर बोले- जिम्मेदारी, तकनीकी दक्षता और अनुशासन का बेहतरीन उदाहरण जिला कलेक्टर प्रताप सिंह ने कहा कि इन पांचों बीएलओ ने कार्यकुशलता, टीमवर्क, अनुशासन और समय पर काम पूरा करने का उत्कृष्ट उदाहरण पेश किया है। उन्होंने कहा कि इस उपलब्धि ने जैसलमेर को राज्य स्तर पर गौरवान्वित किया है और ये सभी बीएलओ अन्य के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। बीएलओ बोले- यह टीमवर्क की जीत सम्मानित बीएलओ ने कहा कि यह उपलब्धि स्थानीय प्रशासन, तकनीकी टीम और नागरिकों के सहयोग के बिना संभव नहीं थी। अधिकारियों के मार्गदर्शन के कारण डिजिटल कार्य समय पर पूरा हुआ और मतदाता सूची को और पारदर्शी और सटीक बनाने में सफलता मिली। जैसलमेर ने हासिल किया राज्य में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन जिला प्रशासन के अनुसार 100% डिजिटलाइजेशन के साथ जैसलमेर ने पूरा राजस्थान में नंबर-1 प्रदर्शन किया है। यह उपलब्धि मतदाता सूची को अधिक शुद्ध, पारदर्शी और विश्वसनीय बनाने में अहम भूमिका निभाएगी। कार्यक्रम में भारत निर्वाचन आयोग के सहायक निदेशक अपूर्वा कुमार सिंह के साथ अतिरिक्त जिला कलक्टर परसाराम, उपखंड अधिकारी सक्षम गोयल, सहायक निदेशक लोक सेवाएं रोहित वर्मा, तहसीलदार सत्य प्रकाश खत्री, सहायक निदेशक सूचना एवं जनसंपर्क प्रवीण प्रकाश चौहान सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
MP दिनभर में आज दिनभर की 10 चुनिंदा बड़ी खबरों को VIDEO में देखने के लिए ऊपर क्लिक करें। दिनभर की 10 बड़ी खबरों को विस्तार से यहां पढ़ भी सकते हैं। तो आइए जानते हैं, एमपी में आज, क्या रहा खास... 1. धनखड़ के स्वागत के लिए नहीं आए भाजपाई पूर्व उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ आज भोपाल पहुंचे। एयरपोर्ट पर उनके स्वागत के लिए कोई बीजेपी का नेता नहीं पहुंचा। ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि बीजेपी के लिए वही महत्वपूर्ण है, जो उनके काम आए। यूज एंड थ्रो यही भाजपा है। पढ़ें पूरी खबर 2. कारोबारी दिलीप गुप्ता के ठिकानों पर EOW की रेडमध्य प्रदेश की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने भोपाल के कारोबारी दिलीप गुप्ता के दफ्तर और घर पर छापे मारे हैं। दो अलग-अलग टीमें शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे एमपी नगर जोन 2 में ऑफिस और चूना भट्टी में गुप्ता के घर पर पहुंची। पढ़ें पूरी खबर 3. हिंदू लड़की को ब्लैकमेल करने पर गंदगी लगाईछतरपुर में लड़की को ब्लैकमेल करने वाले युवक को बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने खूब पीटा। नाले की गंदगी लगाई और मुंह पर पोत दिया। इसके बाद बाल पकड़कर घसीटते हुए थाने ले गए। घटना सिविल लाइन थाना क्षेत्र में शुक्रवार सुबह की है। पढ़ें पूरी खबर 4. एमपी में ठंड से दूसरी मौत, पचमढ़ी में पारा 5.8 डिग्रीगुरुवार रात एमपी के इकलौते हिल स्टेशन पचमढ़ी में पहली बार पारा 5.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। भोपाल और इंदौर में पारा 10 डिग्री से नीचे बना हुआ है। रीवा में ठंड से एक व्यक्ति की मौत हो गई। इससे पहले रायसेन में भी एक शख्स की मौत हो चुकी है। हालांकि प्रशासन ने ठंड से मौत होने की पुष्टि नहीं की है। पढ़ें पूरी खबर 5. युवक को निर्वस्त्र कर पीटा, प्राइवेट पार्ट पर मारे बेल्ट भोपाल के छोला मंदिर इलाके में युवक को बंधक बनाकर बेल्ट और डंडे से पीटने का मामला सामने आया है। आरोपियों ने उसे निर्वस्त्र कर पीटा और उसके प्राइवेट पार्ट पर भी बेल्ट से वार किया। उसके गले पर भी चाकू रखा गया। वारदात जुलाई की है। पुलिस ने गुरुवार रात को केस दर्ज किया है। पढ़ें पूरी खबर 6. मेडिकल छात्र बोले- जबरन शराब पिलाई; मारपीट कीइंदौर के महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज में रैगिंग का मामला सामने आया है। MBBS प्रथम वर्ष (बैच 2025) के छात्रों ने UGC नेशनल एंटी-रैगिंग सेल में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने कहा है कि 2024 बैच के सीनियर छात्रों ने मारपीट, गाली-गलौज, शराब-सिगरेट के लिए मजबूर करने, डराने-धमकाने और घंटों तक बंधक बनाकर रखा था। पढ़ें पूरी खबर 7. मस्जिद की जमीन से निकलीं राम-सीता की मूर्तियांसागर के बंडा ब्लॉक के पापेट गांव में मस्जिद की नींव की खुदाई के दौरान मूर्तियां मिली हैं। ये भगवान राम, माता सीता की बताई जा रही हैं। इसकी सूचना मिलते ही शुक्रवार को हिंदू संगठन के लोग पापेट पहुंचे। जहां उन्होंने पूजा-अर्चना की। पढ़ें पूरी खबर पॉजिटिव खबर8. खोजी डॉग ने 300 आरोपियों को पकड़वाया प्रदेश के संजय टाइगर रिजर्व में तैनात खोजी डॉग 'अपोलो' वन्यजीव अपराधों के खिलाफ वन विभाग का एक भरोसेमंद साथी बन गया है। वर्ष 2017 में भोपाल की 23वीं बटालियन से संजय टाइगर रिजर्व को सौंपे जाने के बाद से अपोलो ने 90 से अधिक मामलों में लगभग 300 आरोपियों को पकड़वाने में अहम भूमिका निभाई है। पढ़ें पूरी खबर खबर जरा हटके9. रतलाम मेडिकल कॉलेज में आत्मा लेने पहुंचे ग्रामीणरतलाम मेडिकल कॉलेज में तीन महीने पहले शांतिलाल झोड़िया नाम के शख्स की मौत हो गई। इसके बाद शुक्रवार को परिजन और ग्रामीण, आदिवासी मान्यता के अनुसार उसकी आत्मा को लेने पहुंचे। उसे देवता के रूप में गांव में ओटला बनाकर स्थापित करेंगे। पढ़ें पूरी खबर कल का बिग इवेंट10. निवेश के लिए हैदराबाद में सीएम करेंगे चर्चा22 नवंबर को हैदराबाद निवेश कार्यक्रम में बड़ी बायोटेक कंपनियों के प्रतिनिधि सीएम मोहन यादव से सीधी चर्चा करेंगे। सीएम ने बायोटेक निवेश बढ़ाने के निर्देश दिए हैं और कहा है कि मप्र में इसकी बड़ी संभावनाएं हैं।
हिसार नगर निगम क्षेत्र में आने वाली पशु डेयरियों से निकलने वाले गोबर के उचित प्रबंधन को लेकर शुक्रवार को निगम कार्यालय के मुख्य सभागार में बैठक हुई। जिसकी अध्यक्षता निगमायुक्त नीरज ने की। इस बैठक में फैसला लिया गया कि नगर निगम क्षेत्र में गोबर उठान के लिए ट्रैक्टर-ट्रॉली से कार्य शुरू किया जाएगा। निगमायुक्त ने बताया कि प्रारंभिक चरण में 7 ट्रैक्टर-ट्रॉली एक एजेंसी से ली गई हैं, जो डेयरियों से नियमित रूप से गोबर उठाने का कार्य करेंगी। यदि आवश्यकता पड़ी तो ट्रैक्टर-ट्रॉलियों की संख्या बढ़ाई जाएगी ताकि किसी भी क्षेत्र में सेवा प्रभावित न हो और सभी डेयरियों से समय पर गोबर का उठान सुनिश्चित किया जा सके। बैठक में अतिरिक्त आयुक्त शालिनी चेतल, अतिरिक्त निगम आयुक्त डॉ. प्रदीप हुड्डा, एमई अमित बेरवाल, सीएसआई राजकुमार समेत सभी एएसआई उपस्थित रहे। शहर में 450 डेयरियां चल रही बैठक में शहर की स्वच्छता व्यवस्था और गोबर निपटान से संबंधित चुनौतियों पर विस्तृत चर्चा की गई। निगमायुक्त नीरज ने बताया कि शहर में लगभग 450 पशु डेयरियां संचालित हो रही हैं। इसके अतिरिक्त कई पशुपालक अपने घरों में भी पशु रखते हैं, जिससे प्रतिदिन बड़ी मात्रा में गोबर उत्पन्न होता है। उन्होंने बताया कि कुछ लोग इस गोबर का पारंपरिक तरीकों से उपयोग कर लेते हैं, लेकिन कई जगहों पर इसे सड़कों, नालियों और सीवरेज लाइनों में बहा दिया जाता है। इससे न केवल पर्यावरण प्रदूषण बढ़ता है, बल्कि सीवरेज ब्लॉकेज व ओवरफ्लो की समस्या बनी रहती है। पूरे शहर में डेयरियों का सर्वे किया गया निगमायुक्त ने बताया कि नगर निगम की टीम द्वारा पूरे शहर की डेयरियों का सर्वे पूरा कर लिया गया है। सर्वे के आधार पर प्रत्येक ट्रैक्टर-ट्रॉली के लिए अलग-अलग रूट मैप तैयार किए गए हैं, जिसके अनुसार निर्धारित समय पर डेयरियों से गोबर उठाया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि रूट मैप के अनुसार समयबद्ध तरीके से कार्य किया जाए। बैठक में नगर निगम अधिकारियों ने गोबर निपटान की प्रक्रिया को और अधिक प्रभावी बनाने के उपायों पर भी चर्चा की।
ग्वालियर में एक युवक ने अपने दोस्त की बहन को घर में अकेला पाकर उसकी मांग में सिंदूर भरा, फिर शादी का वादा कर दुष्कर्म किया। इसके बाद आपत्तिजनक फोटो वायरल करने की धमकी देकर होटल बुलाकर दुष्कर्म करता था। इस तरह के आरोप 21 वर्षीय युवती ने लगाए हैं। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। अब इस मामले में कोर्ट ने शुक्रवार को आरोपी को जमानत दे दी है। जिस पर पीड़िता की ओर से दलील दी गई है कि आरोपी जमानत मिलते ही उसके आपत्तिजनक फोटो वायरल कर देगा। इस पर कोर्ट ने साफ किया है कि आरोपी को सशर्त जमानत दी गई है। वह पीड़िता से किसी भी तरह का कोई संपर्क नहीं करेगा। आरोपी की 30 नवंबर को शादी है, जिस कारण कोर्ट ने जमानत दी है। शहर के हजीरा थाना में चार दिन पहले ही राम नगर गणेश मंदिर के पास रहने वाले 23 वर्षीय गोलू उर्फ विश्वजीत सिंह राजावत पर उसके ही दोस्त की बहन ने मांग भरकर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था। जिस पर पुलिस ने विश्वजीत पर दुष्कर्म का मामला दर्ज किया था। कोर्ट में सुनवाई के दौरान आरोपी की ओर से पैरवी करते हुए एडवोकेट अवधेश सिंह भदौरिया ने बताया कि पीड़िता ने पुलिस थाना हजीरा में रिपोर्ट दर्ज कराई, जिसमें शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। 27 नवंबर को आरोपी का लगुन-फलदान का कार्यक्रम है। जबकि 30 नवंबर को शादी है। पीड़िता ने पैसे ऐंठने के लिए केस दर्ज कराया है। साथ ही डीएनए मैच कराने आरोपी का ब्लड सैंपल भी ले लिया गया है। सभी तथ्यों पर गौर करने के बाद न्यायालय ने आरोपी को जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया। ऐसे समझिए पूरा मामलाशहर के हजीरा थाना क्षेत्र निवासी 21 वर्षीय युवती छात्रा है। छात्रा ने पुलिस को बताया था कि वर्ष 2024 से उसके भाई की दोस्ती विश्वजीत उर्फ गोलू राजावत पुत्र धर्मेन्द्र सिंह राजावत निवासी राम नगर गणेश मंदिर के पास से है। जिस कारण विश्वजीत का उसके घर आना जाना है। 10 अक्टूबर 2025 को छात्रा घर पर अकेली थी और परिजन किसी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गए थे। इसी बीच विश्वजीत उसके घर आया और उसके भाई के बारे में पूछा तो छात्रा ने बता दिया कि भाई व अन्य परिजन घर पर नहीं है। इसका पता चलते ही वह अंदर आया और उसकी मांग भर दी। साथ ही बताया कि वह उससे प्यार करता है और शादी करेगा। इसके बाद जबरन उसके साथ गलत काम किया। वारदात के बाद आरोपी उसे घटना की बात किसी को भी बताने पर जान से मारने की धमकी दे गया था। बदनामी के कारण वह चुप रही। कुछ दिन बाद बात करने के बहाने आरोपी ने उसे होटल बुलाया और उसके साथ गलत काम किया। इस तरह वह उसका शोषण करने लगा। दो दिन पहले छात्रा ने शादी का दबाव बनाया तो वह अपने वादे से मुकर गया। जिस पर पीड़िता ने थाना पहुंचकर शिकायत की थी।
नागौर जिले की दोनों बड़ी मंडियों मेड़ता और नागौर कृषि उपज मंडी में कल खुली बोली और आवक बंद रही थी। एक दिन के अवकाश के बाद खुली मंडियों में आज भी कृषि जिंसों की भारी आवक जारी रही। नागौर मंडी में आज सफेद तिल की भी आवक हुई, जिसके भाव 10 हजार से 11 हजार रुपए प्रति क्विंटल रहे। भारी आवक की वजह से सड़क पर ही कृषि जिंसों को डालने के लिए किसान मजबूर हैं, और खुले में ही इनकी बोली और तुलाई हो रही है | हालांकि भारी आवक की वजह से किसानों और मंडी प्रशासन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
धमतरी के शासकीय नारायणराव मेघावाले कन्या महाविद्यालय में ‘बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट’ थीम पर मॉडल प्रदर्शनी आयोजित की गई। यह कार्यक्रम इतिहास विभाग ने आयोजित किया था। इसमें छात्राओं ने बेकार और अनुपयोगी सामान का इस्तेमाल कर कई ऐतिहासिक स्थलों के सुंदर मॉडल तैयार किए। प्रदर्शनी में बीए प्रथम सेमेस्टर, तृतीय सेमेस्टर और तृतीय वर्ष की छात्राओं ने भाग लिया। उन्होंने पुराने गत्ते, कार्टून और अन्य वेस्ट सामग्री से मॉडल बनाए। इसमें अयोध्या का राम मंदिर, बारसुर का मामाभांजा मंदिर, उत्तराखंड का केदारनाथ मंदिर, सिरपुर का लक्ष्मण मंदिर, भोरमदेव मंदिर, धमतरी के बिलाई माता विंध्यवासिनी मंदिर, राजिम का कुलेश्वर महादेव मंदिर और ताजमहल जैसे प्रसिद्ध जगहों के मॉडल शामिल थे। प्राचार्य और पूर्व प्राचार्य ने की छात्राओं की सराहना महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. अनिता राजपुरिया ने छात्राओं की मेहनत और रचनात्मकता की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम छात्राओं की सोच को विकसित करते हैं और उन्हें इतिहास और संस्कृति से जोड़ते हैं। सेवानिवृत्त प्राचार्य डॉ. अनंतनारायण दीक्षित ने भी छात्राओं की सराहना की और कहा कि इस तरह के कार्यक्रम इतिहास विषय को रोचक बनाते हैं। इतिहास विभागाध्यक्ष सतीश साहू ने बताया कि बड़ी संख्या में मॉडल बनाना छात्राओं की मेहनत और टीमवर्क का परिणाम है। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी यह कार्यक्रम उत्साह से आयोजित किया जाएगा।
दतिया के श्री पीतांबरा पीठ परिसर में निर्माण कार्य के दौरान हुई बड़ी लापरवाही के बाद मंदिर प्रबंधन ने ठेकेदार और आर्किटेक्ट के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। पीठ के सहायक प्रबंधक मनोज मुद्गल द्वारा दी गई शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने शुक्रवार को उदयपुर के आर्किटेक्ट कमल हिंगड़ और रूपम कंस्ट्रक्शन के ठेकेदार बीएल लोढ़ा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। पीतांबरा पीठ में लगभग 10 करोड़ रुपए की लागत से सौंदर्यीकरण और विकास कार्य किए जा रहे हैं। यह कार्य वर्ष 2024 से चल रहा है और मार्च 2025 से मंदिर परिसर में कॉरिडोर निर्माण के तहत पत्थर के पिलर और मेहराब तैयार किए जा रहे थे। आरोप- काम में लापरवाही बरती गईआरोप है कि निर्माण कार्य में लगातार लापरवाही बरती गई, जिसके कारण 19 नवंबर की शाम अचानक चार खंभे और छह मेहराब भरभराकर गिर गए। घटना के समय मंदिर परिसर में मौजूद श्रद्धालुओं में दहशत फैल गई, हालांकि किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं मिली। जिस जगह निर्माण कार्य किया जा रहा था वहां से मजदूर भी 10 मिनट पहले ही वापस लौटे थे, यदि निर्माण कार्य के दौरान घटना होती तो बड़ा हादसा हो सकता था। घटना के अगले दिन 20 नवंबर को कलेक्टर स्वप्निल वानखड़े ने मंदिर परिसर का निरीक्षण किया और निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने मौखिक रूप से पीठ प्रबंधन को आर्किटेक्ट और ठेकेदार पर कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इसी के बाद पीठ प्रबंधन ने मामले की शिकायत पुलिस में दर्ज कराई। सहायक प्रबंधक मनोज मुद्गल ने अपनी शिकायत में बताया कि ठेकेदार और आर्किटेक्ट ने सुरक्षा मानकों की अनदेखी की, जिसके कारण यह हादसा हुआ। निर्माण की गुणवत्ता पर भी सवाल उठाए गए हैं। यह भी पढ़ें... पीतांबरा पीठ के मेन गेट के 8 पिलर भरभराकर गिरे, धमाके जैसी तेज आवाज आई दतिया में पीतांबरा शक्ति पीठ के मुख्य प्रवेश द्वार पर बन रहे स्ट्रक्चर के 8 पिलर अचानक भरभराकर गिर गए। पिलर गिरते ही धमाके जैसी तेज आवाज आई। कुछ देर के लिए मंदिर परिसर में हड़कंप की स्थिति बन गई। पूरी खबर पढ़िए...
राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन में जारी सियासी विवाद का सबसे ज्यादा नुकसान राजस्थान के खिलाड़ियों को उठाना पड़ रहा है। राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के बिगड़े वित्तीय हालत के बाद जहां खिलाड़ियों को पैसा बचाने के लिए फ्लाइट की जगह बस से भेजा जाना शुरू कर दिया गया है। वहीं, महिला खिलाड़ियों के लिए नियमों के विपरीत जाकर सस्ते होटल बुक किए गए हैं। जहां उन्हें न तो मूलभूत सुविधाएं मिल रही हैं। बल्कि महिला खिलाड़ी खुद को असुरक्षित भी महसूस कर रही हैं। दरअसल, राजस्थान अंडर 23 विमेंस टीम भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए नागपुर गई है। जहां राजस्थान के खिलाड़ियों को RCA द्वारा सी कैटेगरी के होटल में ठहराया गया है। जहां न तो खिलाड़ियों को पर्याप्त भोजन उपलब्ध हो पा रहा है। बल्कि, उनकी सुरक्षा को लेकर भी हालत काफी खराब है। क्योंकि यह होटल असुरक्षित क्षेत्र में होने के साथ ही कपल फ्रेंडली है। जहां अब महिला खिलाड़ी खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है। सी कैटेगरी के असुरक्षित होटल में ठहराया अंडर - 23 टीम की एक खिलाड़ी ने बताया कि इतिहास में पहली बार राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के हालात इतने बिगड़ गए हैं कि महिला खिलाड़ियों को सी कैटेगरी के असुरक्षित होटल में ठहराया गया है। जहां लंच डिनर और ब्रेकफास्ट तक की व्यवस्था नहीं है। लड़कियां खुद के खर्चे पर खाना खाने को मजबूर है। इससे पहले हमें उत्तराखंड के एक होटल में भी सिर्फ राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा पेमेंट नहीं जमा करने की वजह से रोक दिया गया था बड़ी मुश्किल से राजस्थान क्रिकेटर संगठन द्वारा देर सवेर भुगतान किया गया जिसके बाद होटल मालिक ने हमें बाहर जाने की अनुमति दी हालत इतनी बिगड़ गए कि हम उत्तराखंड से बस से नई दिल्ली पहुंचे। हालांकि इसके बाद नई दिल्ली से नागपुर की फ्लाइट की व्यवस्था जरूर की गई थी। लेकिन अब नागपुर में आने के बाद इतने विपरीत हालात में खुद को मानसिक तौर पर फिट रखकर खेलना काफी मुश्किल हो गया है। पुरुष खिलाड़ियों को भी फ्लाइट की जगह बस से भेजा वहीं, राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के बिगड़े वित्तीय हालात के बाद पुरुष खिलाड़ियों को भी फ्लाइट की जगह बस से भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के टूर्नामेंट में भेजा जा रहा है। राजस्थान अंडर-19 टीम के खिलाड़ी जयपुर से लगभग 18 घंटे का सफर तय कर बस से गुजरात के नडियाद पहुंचे हैं। जहां 24 नवंबर को बीसीसीआई का अंडर 23 टूर्नामेंट खेला जाएगा। राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन एडहॉक कमेटी के कन्वीनर दीनदयाल कुमावत ने कहा कि महिला खिलाड़ियों के साथ हुए इस घटनाक्रम के लिए जो भी व्यक्ति दोषी है। उसके खिलाफ सख्त से सख्त एक्शन लिया जाएगा इस तरह की लापरवाही को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मैं खुद की जेब से भी खिलाड़ियों के लिए पैसा देने को तैयार हूं। इससे पहले भी खिलाड़ियों के हित में मैंने 19 नवंबर को एडहॉक कमेटी के तीन सदस्यों को ईमेल भी किया है। ताकि उन्हें किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े। लेकिन न जाने क्यों इस तरह की लापरवाही बढ़ती गई, जिसकी जांच बेहद जरूरी है। घटनाक्रम की जांच करवाई जाएगी एडहॉक कमेटी के सदस्य धनंजय सिंह खींवसर ने कहा कि राजस्थान वूमेन'एस टीम के साथ हुए इस घटनाक्रम की जांच करवाई जाएगी। जो भी व्यक्ति इसमें दोषी है उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। इसके साथ ही महिला खिलाड़ियों की होटल को भी जल्द ही बदल दिया जाएगा। ताकि वह सुरक्षित माहौल में क्रिकेट खेल राजस्थान का प्रतिनिधित्व कर सके। एडहॉक कमेटी के सदस्य मोहित यादव ने कहा कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है। लेकिन अगर ऐसा हो रहा है, तो इस तरह की घटना बेहद शर्मनाक है। वहीं सदस्य पिंकेश जैन ने कहा कि इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी फिलहाल मेरे पास नहीं है। मैं पारिवारिक कार्यक्रम से बाहर हूं। जाने क्यों हुआ विवाद RCA की एडहॉक कमेटी के पांच सदस्यों में से चार धनंजय सिंह खींवसर, आशीष तिवाड़ी, पिंकेश जैन और मोहित यादव ने कन्वीनर दीनदयाल कुमावत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। इन सदस्यों ने कुमावत पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए बैंक में पत्र भेजकर उनके हस्ताक्षर अमान्य घोषित करने और भुगतान की शक्ति चार सदस्यों में से किसी भी दो को देने की मांग की। जबकि पहले के नियमों के अनुसार RCA के खाते से भुगतान के लिए कन्वीनर समेत किसी भी दो अधिकृत सदस्यों के हस्ताक्षर आवश्यक थे। इसमें दीनदयाल कुमावत के साथ पिंकेश जैन और आशीष तिवाड़ी को हस्ताक्षरकर्ता बनाया गया था। इधर, कन्वीनर कुमावत ने भी बैंक को पत्र भेजकर कहा कि उनके हस्ताक्षर के बिना भुगतान मान्य नहीं है। दोनों पक्षों के इन परस्पर विरोधी पत्रों के बाद बैंक ने विवाद सुलझने तक भुगतान रोक दिया। लगभग 20 दिन से कोई भुगतान नहीं हो रहे थे। जिसके चलते RCA की वित्तीय स्थिति तेजी से खराब हो रही है। जिसका सबसे ज्यादा नुकसान राजस्थान के खिड़कियों को उठाना पड़ रहा है। हालांकि 20 नवंबर को विमेंस टीम को होटल में कैद करने के मामले के बाद कन्वीनर दीनदयाल कुमावत ने 7 लाख रुपए के चेक पर हस्ताक्षर किए थे। वहीं अहमदाबाद, नाथद्वारा समेत फ्लाइट्स टिकट्स और ड्रेस किट का पेमेंट भी फिलहाल बकाया है। जिसकी वजह से खिलाड़ियों को मौजूदा हालात में काफी परेशान होना पड़ रहा है। वहीं जिला क्रिकेट संघ के पदाधिकारी भी खिलाड़ियों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार पर चुप्पी साधे बैठे हैं।
नर्मदापुरम में पांजरा गांव के पास खंडवा जिले के पिकअप और आयशर की जोरदार भिड़ंत हुई। पिकअप ड्राइवर की मौत हो गई। ड्राइवर 20 मिनट तक स्टेयरिंग के बीच फंसा रहा। घटना शुक्रवार तड़के 4.30 बजे पांजरा गांव के पास हुई। पिकअप और आयशर दोनों गाड़ियां खंडवा की है। शुक्रवार दोपहर 2 बजे मृतक ड्राइवर साबिर पिता शब्बीर (45) निवासी डुलारफाटा खंडवा के शव का पोस्टमार्टम हुआ। जिसके बाद परिजन शव को खंडवा ले हुए। पुलिस के मुताबिक मृतक साबिर पिकअप का ड्राइवर है, जो खंडवा से सब्जियां भरकर पिपरिया मंडी जा रहा था। ट्रक गाडरवारा से गुड लेकर खंडवा जा रहा था। तवा पुल से करीब एक किमी दूर पांजरा रोड पर दोनों गाड़ियां आमने-सामने से टकरा गई। टक्कर की वजह से पिकअप में रखी सब्जियां सड़क पर बिखर गई और पिकअप का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। 20 मिनट तक स्टेयरिंग में फंसा रहा ड्राइवरहादसे की वजह से ड्राइवर स्टेयरिंग में फंस गया। सूचना मिलने के बाद डायल 112 स्टाफ और देहात थाने से एएसआई सुखनंदन नर्रे, दिनेश मेहरा पुलिस स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे। ड्राइवर को निकालने का प्रयास शुरू किया। पुलिस ने ग्रामीण और अन्य गाड़ियों के ड्राइवर की मदद से ड्राइवर साबिर के शव को बाहर निकाला। करीब 20 मिनट के मशक्कत के बाद उसको निकाला जा सका। लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। घटना के बाद परिजन को सूचना दी गई। दोपहर में परिजन के पहुंचने के बाद मृतक के शव का पोस्टमार्टम हुआ। जिसके बाद परिजन शव को खंडवा ले गए।
पन्ना के देवरा भापतपुर में मिला मगरमच्छ का बच्चा:वन विभाग ने सुरक्षित रेस्क्यू कर बांध में छोड़ा
देवरा भापतपुर गांव में शुक्रवार को खेतों के बीच एक मगरमच्छ का बच्चा मिलने से हड़कंप मच गया। ग्रामीणों ने तुरंत वन विभाग को इसकी सूचना दी। यह घटना ग्रामीणों के लिए हैरानी का विषय बन गई, क्योंकि आमतौर पर यह क्षेत्र शांत रहता है। वन्यजीव के अचानक मिलने से किसी अनहोनी की आशंका को देखते हुए ग्रामीणों ने समझदारी से काम लिया। सूचना मिलते ही बीट गार्ड के साथ सर्प मित्र मन्नान खान मौके पर पहुंचे। कुछ ही देर में आरओ पंकज दुबे के नेतृत्व में वन विभाग की टीम भी घटनास्थल पर पहुंच गई। टीम ने खेतों का घेराव कर सुरक्षित तरीके से बचाव अभियान चलाया और कुछ ही मिनटों में मगरमच्छ के बच्चे को बिना चोट पहुंचाए पकड़ लिया। सतर्कता रहने की आवश्यक रेस्क्यू के बाद वन विभाग की टीम ने मगरमच्छ के बच्चे को बरियारपुर बांध में छोड़ दिया, जो उसके लिए एक सुरक्षित और उपयुक्त प्राकृतिक आवास है। वन विभाग ने बताया कि बारिश के मौसम में ऐसे वन्यजीव अक्सर गांवों की ओर भटक जाते हैं, इसलिए सतर्कता आवश्यक है।
जयपुर के नामी जौहरी थे प्रकाशचंद संचेती। जयपुर से लेकर कई देशों में रत्नों का कारोबार था। एक दिन भारत में तो दूसरे दिन विदेश में रहते थे। लोगों के अनुसार वे गर्मी से बचने के लिए विदेश में कई महीने रुकते थे। फाइव स्टार होटलों और लग्जरी लाइफ में जीवन जीने वाले प्रकाश संचेती और उनकी पत्नी शशि ने इस वैभव को छोड़कर दीक्षा ली थी। इसके बाद वे शालिभद्र मुनि और पत्नी साध्वी शशिकला के नाम से जाने गए। उनकी माता चंपादेवी के कहने के बाद सितंबर 1994 को शालिभद्र मुनि की जयपुर के लाल भवन में दीक्षा हुई थी। इसके बाद शालिभद्र मुनि ने जो तपस्या की, वह कठोर थी। शालिभद्र मुनि ने संत बनकर गर्मी में सूर्य की आतापना की। वहीं सर्दी में खाली बदन रहते हुए कई तपस्याएं कीं। शालिभद्र मुनि का राजस्थान के बालोतरा में गुरुवार रात देवलोकगमन हो गया। वहीं शुक्रवार को शालिभद्र मुनि की डोल यात्रा निकाली गई। जयपुर के बरड़िया कॉलोनी में रहने वाले जौहरी प्रकाश संचेती के सांसारिक जीवन से लेकर शालिभद्र मुनि के साधु जीवन की तपस्या और देवलोकगमन से जुड़ीं कई खास बातें पढ़ें... पहले देखें तस्वीरें सबसे पहले जानें जौहरी प्रकाश संचेती का शुरुआती जीवन राजस्थान के अलवर में 12 अक्टूबर 1947 को इनका जन्म हुआ। पांच बहनों के इकलौते भाई थे। पिता रतन चंद संचेती ने इनका नाम प्रकाश रखा। बाद में बड़ा बनने की चाहत में प्रकाश चंद अलवर से जयपुर आ गए और रत्नों का व्यवसाय शुरू किया। कुछ ही सालों में उनकी जयपुर में ही नहीं, भारत के कई राज्यों के साथ विदेशों मे भी ख्याति होने लगी। आभूषणों के व्यवसाय के चलते 50 से अधिक देशों में आना-जाना रहता था। विदेशी महंगी कारें, घूमने का शौक थाप्रकाश संचेती की शादी 1969 में हुई। प्रकाश संचेती और उनकी पत्नी शशि जयपुर के अलावा विदेश में ज्यादा समय रहते थे। व्यवसाय में बहुत धन और यश अर्जित किया। बड़े बंगले, विदेशी महंगी कारों का काफिला, घूमने-फिरने का शौक था। जयपुर में सुबोध शिक्षा समिति के संयोजक रहे। एक साल में सुबोध कॉलेज की प्रगति में प्रकाश संचेती का ऐतिहासिक योगदान रहा। मां के दो शब्द- बहुत कमा लिया, अब धर्म कर... ने बदला जीवनवर्ष 1982 में उनकी माता चंपादेवी ने प्रकाश चंद से कहा- बेटा बस कर, अब और कितना कमाना है। कुछ धर्म करो, साथ तो धर्म ही जाना है, ये धन-दौलत नहीं जाएगी। इन शब्दों के बाद उनके जीवन में बड़ा मोड़ आया। उन्हें जीवन का वैभव और ख्याति सब तुच्छ लगने लगे। वे धर्म की दिशा की तरफ डायवर्ट होने लगे। धीरे-धीरे अपने बिजनेस को सीमित करने लगे। शुरुआत में पति-पत्नी ने आजीवन ब्रह्मचर्य धारण कर लिया। गुरु का साथ मिला तो किशनगढ़ में दीक्षा लेने का संकल्पउस समय जयपुर में जयंती लाल महाराज जयपुर आए थे। प्रकाश चंद ने उनसे ज्ञान सीखा और कई व्रत अंगीकार किए। गुरु वाणी का ऐसा असर पड़ा कि उनका जीवन पूरी तरह बदलने लगा। एक दिन प्रकाश संचेती और ने दीक्षा लेने का संकल्प कर लिया तो पत्नी शशि ने कहा- मेरे भी दीक्षा के भाव हैं। इसी दौरान जयपुर से ज्ञान गच्छाधिपति तपस्वी चंपालाल महाराज किशनगढ़ से जयपुर जा रहे थे तो प्रकाश संचेती ने भी पैदल ही विहार किया। उन्होंने गुरु के सामने दीक्षा के भाव रखे तो गुरु ने कहा- आपने इतना वैभवपूर्ण जीवन जिया है, आपको ज्ञानगच्छ संप्रदाय की कठिन संयम समाचारी का आभास भी नहीं है। उन्होंने गुरु के समक्ष अपने भाव रखे और कहा कि दीक्षा का मन पक्का है। दीक्षा से पहले करोड़ों की संपत्ति ट्रस्ट को दीअखिल भारतीय सुधर्म जैन संस्कृति रक्षक संघ जोधपुर की मासिक पत्रिका सम्यग्दर्शन के अनुसार दीक्षा से पहले प्रकाश संचेती ने गुरुदेव प्रकाश मुनि के समक्ष अपनी बात रखते हुए कहा- मैंने संसार के संपूर्ण भौतिक ऐश्वर्य को भोग लिया, सब कुछ कर लिया, लेकिन वे सांसारिक कार्य निरर्थक है। अब मुझे सर्वोत्तम कार्य करना है, आप मुझे अपने चरणों में दीक्षित कीजिए। इसके बाद करोड़ों की संपत्ति एक ट्रस्ट को समर्पित कर दीक्षा ले ली। सादगीपूर्वक जयपुर में ली दीक्षा प्रकाश संचेती और पत्नी शशि ने करीब 12 साल तक वैराग्य जीवन यानी साधु जैसा जीवन जिया। इसके बाद 8 सितंबर 1994 को उनकी जयपुर के लाल भवन में दीक्षा हुई। पूरी सादगी से दीक्षा कार्यक्रम हुआ, कोई आडंबर नहीं किया। दीक्षा के बाद प्रकाश संचेती का नाम शालिभद्र मुनि और पत्नी शशि का नाम साध्वी शशिकला रखा गया। साधु बनते ही तपस्या शुरू कर दीसाधु बनते ही शालिभद्र मुनि ने कठोर तप संयम का पालन करना शुरू किया। तेले-तेले (तीन दिन का उपवास) पारना करना, पारने में भी आयंबिल करना। पारने में वे सिर्फ सुखी रोटी को पानी में भिगोते और पानी में घुल जाने के बाद पी लेना और बस पारणा कर लेते। भयंकर गर्मी में सूर्य की आतापना लेना, सर्दी में खाली बदन रहना, रातभर जागकर कायोत्सर्ग, ध्यान करना उनकी दिनचर्या बन गई थी। बेटे की तपस्या और संयम देख मां ने दीक्षा लीइतनी कठोर साधना का पालन देखकर उनकी माता चंपादेवी को भी वैराग्य आ गया। 2 मार्च 2006 को उनकी मां ने भी दीक्षा ग्रहण कर ली। दीक्षा के साथ ही मां ने संलेखना संथारा कर लिया। 24 दिन संथारा रहा और उनका देवलोकगमन हो गया। शालिभद्र मुनि 2018 से बालोतरा में हीशालिभद्र मुनि विहार करते हुए वर्ष 2018 में बालोतरा आए। इसके बाद से वहीं शालिभद्र मुनि कठोर तपस्या कर रहे थे। हाल ही 5 नवंबर को उन्होंने संथारा ले लिया। खास बात यह है कि इस समय उनके नजदीक उनके मुख्य गुरु प्रकाश मुनि भी गढ़ सिवाणा चातुर्मास कर बालोतरा आए और शालिभद्र मुनि ने उनका आशीर्वाद लिया। वर्धमान स्थानकवासी संस्थान बालोतरा के मंत्री सीए ओमप्रकाश बांठिया ने बताया- शालिभद्र मुनि ने कठोर तपस्या के साथ संथारा लिया तो शुरू में आंखों पर पट्टी बांध दी थी, क्योंकि लोगों का आवागमन शुरू हो गया था। ऐसे में गुरु अपनी तपस्या में ही रहना चाहते थे। यह खबर भी पढ़ें... बालोतरा में शालीभद्र महाराज का संथारा पूरा:16 दिन बाद देवलोक गमन, 1994 में ली थी दीक्षा, बैकुंठ यात्रा निकली बालोतरा में शालीभद्र महाराज ने 16 दिन बाद स्थानक भवन में संथारा पूर्ण किया। शुक्रवार को उन्होंने प्राण त्याग दिए। महाराज की बैकुंठ यात्रा में बड़ी संख्या में लोग उमड़े। शालीभद्र महाराज जयपुर के प्रतिष्ठित व्यापारी परिवार से जुड़े है। शालीभद्र महाराज का जन्म 12 अक्टूबर 1947 को अलवर में रतन चंद संचेती और चंपा देवी के घर हुआ था। वे पांच बहनों के इकलौते भाई थे। शालीभद्र महाराज का सांसारिक नाम प्रकाश संचेती था। (पूरी खबर पढ़ें)
टोंक में मतदाता सूचियों का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण अभियान (एसआईआर) किया जा रहा है। इसके तहत सभी मतदाताओं के वार्ड वाइज बीएलओ घर-घर जाकर गणना प्रपत्र वितरित कर रहे है। साथ ही गणना प्रपत्र के मतदाता द्वारा भरने के बाद डिजिटाइजेशन करने का कार्य भी तेजी से किया जा रहा है। फिलहाल जिले में 55.45 फीसदी गणना प्रपत्र हुए डिजिटाइज हो चुके है। उनमें सबसे ज्यादा एईआरओ पीपलू ने 67.27 फीसदी डिजिटाइजेशन किए है। 4 दिसंबर तक ये प्रपत्र भरे जाएंगे। PRO अपूर्व शर्मा ने बताया कि कलेक्टर कल्पना अग्रवाल के निर्देश पर सभी इआरओ व एइआरओ और इस कार्य से जुड़े अधिकारी निरंतर इसकी मॉनिटरिंग कर रहे है। उप जिला निर्वाचन अधिकारी रामरतन सौंकरिया ने बताया कि जिला निर्वाचन अधिकारी कल्पना अग्रवाल के मार्गदर्शन में लगातार मतदाताओं के गणना प्रपत्र भरने का कार्य किया जा रहा है। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में टीमें लगातार कार्य कर रही है। जिन बीएलओ का काम बेहद सराहनीय रहा, उन्हें सम्मानित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार शाम 4ः30 बजे तक जिले के 11 लाख 50 हजार 945 मतदाताओं मे से 6 लाख 38 हजार 255 मतदाताओं के गणना प्रपत्र डिजिटाइज किये जा चुके थे। जो कि 55.45 फीसदी है। इसमें प्रथम पायदान पर रहे विधानसभा क्षेत्र मालपुरा में 58 फीसदी, विधानसभा क्षेत्र निवाई में 57.52 फीसदी, विधानसभा क्षेत्र देवली-उनियारा में 55.86 फीसदी एवं टोंक विधानसभा क्षेत्र 50.02 फीसदी गणना प्रपत्र डिजिटाइज किये जा चुके है। इस कार्य में एईआरओ पीपलू, तहसीलदार मालपुरा, तहसीलदार दूनी का कार्य सराहनीय रहा है।
3 साल से मैप के लिए दौड़ रहा पीड़ित:जनता दर्शन में 1 घंटे में हुआ समाधान, जिलाधिकारी से बताई समस्या
तीन साल से अपनी ही जमीन के मैप के लिए दफ्तरों के चक्कर काट रहे पीड़ित को जनता दर्शन में एक घंटे में समाधान मिल गया। सकरापुर निवासी मनोज कुमार निगम शुक्रवार को जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह के जनता दर्शन में अपनी समस्या लेकर पहुंचे। लंबित चारबंदी मुकदमे में अटकी उनकी पैरवी इसी मानचित्र पर निर्भर थी। 3 वर्षों से था जमीन पर अतिक्रमण सकरापुर निवासी मनोज कुमार निगम गाटा संख्या 33, 46 और 117 की अपनी भूमि पर पिछले तीन वर्षों से अतिक्रमण के दबाव से जूझ रहे थे। चारों ओर हो रही प्लॉटिंग लगातार सीमा विवाद पैदा कर रही थी। उन्होंने 13 मई 2022 को उपजिलाधिकारी न्यायालय में धारा 24 चारबन्दी का वाद दायर किया था, लेकिन मुकदमे की प्रगति सत्यापित मानचित्र के अभाव में पूरी तरह ठप पड़ी थी। कई दफ्तरों के लगाए चक्कर रिकॉर्ड रूम, लेखपाल, कानूनगो, तहसील कार्यालय और कानपुर विकास प्राधिकरण तक उन्होंने खई चक्कर लगाए। आवेदन दिए, जवाब का इंतजार किया, पर नतीजा शून्य रहा। जिलाधिकारी से मुलाकात में उन्होंने बताया कि मैप न मिलने के कारण न तो सही पैरवी संभव हो पा रही है और न ही भूमि विवाद का समाधान दिख रहा है। प्रकरण सुनकर जिलाधिकारी ने इसे गंभीर लापरवाही माना और तत्काल मुख्य प्रशासनिक अधिकारी दलजीत को शिकायतकर्ता के साथ रिकॉर्ड रूम भेजा। 1 घंटे में दिया गया नक्शा निर्देश के ठीक एक 1 घंटे बाद ही नक्शा खोजकर जिलाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत कर दिया गया। दस्तावेज मिलने के बाद मनोज कुमार निगम ने गहरी राहत महसूस की। कलेक्ट्रेट में लगेगा बड़ा डिस्प्ले बोर्ड जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने सभी अपर जिलाधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे अपने-अपने विभागों में पटल प्रभारियों के कार्यों की नियमित समीक्षा करें, जिससे प्रकरणों का निस्तारण उसी स्तर पर और निर्धारित समय सीमा के भीतर हो सके। आम नागरिकों की सुविधा को प्राथमिकता देते हुए जिलाधिकारी ने कलेक्ट्रेट परिसर में एक डिस्प्ले बोर्ड लगाने के निर्देश दिए हैं। इस बोर्ड पर प्रत्येक शाखा में होने वाले कार्यों की स्पष्ट सूची प्रदर्शित की जाएगी, जिससे आने वालों को यह समझने में कोई भ्रम न रहे कि उनका कार्य किस कक्ष या पटल पर होता है।

