देश दुनिया की लाइव खबरें 16 नवंबर 2025 | Aaj Tak Live
दिन भर की खबरें 16 नवंबर 2025 की देश दुनिया की आज तक लाइव खबरें यहां पढ़ें। यहां भारत की राजनीति, अर्थव्यवस्था, खेल, विज्ञान-तकनीक, मौसम अपडेट और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं से जुड़ी हर ताज़ा व बड़ी खबर तुरंत पाएँ। इस पेज पर दिन भर की खबरें अपडेट होंगीं...
मेरा नाम उर्मिला है। मैं मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के एक गांव में पैदा हुई। एक दलाल ने मुझे शादी के बहाने धोखा दिया। उसने हरियाणा के जींद के रहने वाले कुबूल लाठर के हाथों बेच दिया। हरियाणा में इस तरह खरीदकर लाई जाने वाली दुल्हनों को ‘पारो’ या ‘मोलकी’ कहा जाता है। इन्हें बहू नहीं माना जाता, बल्कि एक तरह की नौकरानी की तरह रखा जाता है। इन्हें 20 हजार से लेकर दो लाख रुपए तक में खरीदा जाता है। शादी के बाद मेरे पति कुबूल लाठर मुझे अपने गांव लेकर नहीं आए। वह मुझे मेरे मायके में ही एक किराए के घर में रखा। जब मेरे माता-पिता ने दबाव बनाया, तब वह मुझे हरियाणा के अपने गांव करसौला लेकर आए थे। यहां आई तो, उनके माता-पिता ने मुझे घर में घुसने नहीं दिया। वह मुझे बहू मानने को तैयार नहीं थे। इसके बाद मेरे पति ने गांव में ही एक किराए का कमरा ले लिया और मैं वहीं रहने लगी। इस दौरान मैं उनके माता-पिता के खेत में मजदूरी करती थी, जिसके बदले वे थोड़ा अनाज देते थे। जब मेरे आदमी की कैंसर से मौत हुई तो उनके मां-बाप ने मुझे दोबारा बेचने की कोशिश की। मैंने साफ मना कर दिया। उनकी नजर मेरी बेटी पर थी। दरअसल, हम चार भाई-बहन थे और घर में बहुत गरीबी थी। कई बार खाने तक को कुछ नहीं होता था। पिताजी के पास इतने पैसे नहीं थे कि वे मेरी शादी करवा सकें। मैं उस समय सिर्फ 16 साल की थी। तभी एक बिचौलिया मेरे माता-पिता से मिला। उसने कहा कि वह मेरी शादी हरियाणा के एक ट्रक ड्राइवर से करवा देगा- जिसका नाम कुबूल लाठर था। कुबूल अक्सर ट्रक लेकर हमारे गांव आता-जाता था। बिचौलिए ने मेरे माता-पिता से कहा कि कुबूल अच्छी कमाई करता है और मुझे अच्छे से रखेगा, और शादी में कोई पैसे नहीं लेगा। उसने मुझसे भी कहा कि मुझे कोई तकलीफ नहीं होगी और सब सुविधा मिलेगी। गरीबी के कारण माता-पिता उसकी बातों में आ गए। बाद में पता चला कि बिचौलिए ने कुबूल से पैसे लिए थे- यानी उसने वास्तव में मुझे बेच दिया था। कितना पैसा लिया था, आज तक पता नहीं चला। 2010 में मेरी शादी एक मंदिर में करा दी गई। शादी के बाद मेरे पति मुझे अपने गांव नहीं लाए। उन्होंने मेरे मायके में ही किराए पर एक कमरा लिया और उसमें मुझे ढाई साल से ज्यादा समय तक रखा। मैं छोटी थी, ज्यादा समझ नहीं थी। वे दो-तीन महीने में एक बार आते, एक-दो दिन रहते और फिर चले जाते। इस बीच घर वालों को पता चला कि बिचौलिए ने मुझे बेच दिया था। 2013 की बात है। उस दिन मेरे पति आए हुए थे। मेरी मां उनसे मिलने पहुंचीं और उन्होंने कहा- 'अगर आप मेरी बेटी को अपने साथ नहीं ले जाएंगे तो हम इसकी कहीं और शादी कर देंगे।' इस दबाव के बाद मेरे पति मुझे हरियाणा के जींद जिले के अपने गांव करसौला लेकर आए। लेकिन वहां पहुंचते ही सास-ससुर ने साफ कह दिया- 'तू बाहर से बहू लाया है, इसे घर में घुसने नहीं देंगे।' तभी मुझे समझ आया कि मेरे पति मुझे इतने सालों तक अपने गांव क्यों नहीं लाए थे। मजबूरी में उन्होंने गांव में किराए का कमरा लिया और मैं वहां रहने लगी। आखिर, मायके में तीन साल किराए पर रहने के बाद अब अपने पति के गांव में भी आकर किराए पर रहने लगी। इसी दौरान मेरी एक बेटी हुई। मैं उसकी देखभाल में लगी रहती थी। एक दिन मेरे ससुर आए और बोले- 'खेत में गेहूं की फसल तैयार है, तुम्हें काटनी पड़ेगी। तुम्हें खरीदकर लाया हूं, सारा पैसा वसूल करूंगा।' मैंने मना कर दिया, तो वे लौट गए। कुछ दिन बाद मेरे पति आए, तब उनके पिता फिर आए और कहा- 'पारो को खेत में भेजो, फसल तैयार है।' उस दिन मेरे पति ने मुझे बहुत समझाया। कहा- अपने घर का काम है, कर लो। पति के कहने पर मैं तैयार हुई और रोज सुबह से शाम तक गेहूं की कटाई करने लगी। कई बार बिना खाए-पिए ही। इसके बदले मुझे थोड़ा-बहुत गेहूं मिलता था। इस तरह मैं अपने ही ससुराल में मजदूरी करने लगी। फिर एक दिन मेरे ससुर जी ने कहा- 'काम करके कमरे पर मत आया करो, घर आ जाया करो। घर का भी काम करना है।' इसके बाद मैं उनके घर भी जाने लगी- झाड़ू, पोंछा, बर्तन, कपड़े धोना, गोबर उठाना- सब काम करती, लेकिन रसोई में जाने की इजाजत नहीं थी। चूल्हा-चौका छूने नहीं देती थीं, क्योंकि वे मुझे अछूत मानते थे। जब ससुराल वालों को मालूम हुआ कि मेरे माता-पिता भी गरीब हैं, तो उन्होंने उन्हें भी सिवनी से बुला लिया और उनसे भी मजदूरी करवाने लगे। मैं तो पहले ही नौकरानी की तरह थी, अब मेरे माता-पिता भी मजदूर बन गए। जब ससुराल वालों के रिश्तेदारों के यहां शादी-ब्याह होता तो वहां भी मुझे लेकर जाते। वहां भी सारा काम करती। एक रिश्तेदार के यहां शादी थी। वहां गई तो पता चला कि मेरे पति ने पहले से ही दो शादियां कर रखी हैं। उस दिन मैं बहुत परेशान हो गई। जब उनसे पूछा तो कहने लगे- रहता तो मैं तेरे ही साथ हूं न, तुझे क्या दिक्कत है। तुझे किस चीज की कमी है। वह मुझे डांटने लगे। मैंने आखिर दिल पर पत्थर रख लिया। उस बारे में फिर दोबारा बात नहीं की। 2019 में मेरे पति के गले में कैंसर का पता चला। उन्होंने ड्राइविंग छोड़ दी और घर पर रहने लगे। घर चलाने के लिए मैंने गांव में मजदूरी करनी शुरू की। बेटी छोटी थी, उसे भी साथ ले जाना पड़ता था। कुछ समय बाद उनकी हालत बहुत खराब हो गई। इलाज के पैसे नहीं थे। मैंने सास-ससुर से मदद मांगी तो उन्होंने कहा- हमारे पास पैसे नहीं हैं, लेकिन तुम हमारे घर में आकर रह सकती हो, ताकि तुम्हारे कमरे का किराया बचे। मजबूरी में मैं ससुराल में रहने लगी। मैंने गांव से चंदा इकट्ठा करके पति को अस्पताल में भर्ती कराया। हालत लगातार बिगड़ती जा रही थी। एक दिन उनके भाई ने मुझसे कहा- 'घर जा, तुम्हें यहां रहने की जरूरत नहीं है।' वह नहीं चाहते थे कि आखिरी समय में मैं अपने पति के साथ रहूं। मैं रोते हुए घर लौट आई। अगले दिन जेठ आए और बताया कि कुबूल की मौत हो गई है। अभी पति की मौत को एक दिन भी नहीं हुआ था कि ससुराल वाले बोलने लगे- 'हमारे दूसरे बेटे से शादी कर लो।' वे नहीं चाहते थे कि ‘फ्री में मिली नौकरानी’ कहीं चली जाए। मैंने साफ मना कर दिया और कहा- मुझे अपना हिस्सा चाहिए, ताकि मैं अपनी बेटी को पाल सकूं। वे हिस्सा देने को तैयार नहीं थे। बोले- 'या तो हमारे दूसरे बेटे से शादी करो, नहीं तो हम तुम्हारी कहीं और शादी कर देंगे। तुम्हें एक लाख रुपए और अंगूठी भी देंगे।' यानी वे मुझे दोबारा बेचने की तैयारी में थे। लेकिन मैंने दूसरी शादी से इनकार कर दिया। मुझे लगा था कि वे मुझे जान से न मार देंगे। मदद के लिए पुलिस थाने पहुंची। वहां पुलिस वाले कहने लगे- आखिर जब तुम्हारी दूसरी शादी की जा रही है, तो क्यों नहीं कर लेती! इस तरह पुलिस ने मदद नहीं की। फिर थाने से वापस घर लौट आई। मुझे बेटी की चिंता सताती थी- अगर मुझे कुछ हो गया तो उसका क्या होगा? कहीं उसे भी नौकरानी न बना दें या आगे चलकर बेच न दें। यह 2021 की बात है। तभी पता चला कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर हमारे इलाके में आने वाले हैं। मैंने ठान लिया कि उनसे मिलूंगी। जिस रास्ते से उनका काफिला गुजरना था, मैं वहीं बैठ गई और रास्ता रोककर मदद की गुहार लगाई। कहा- 'मेरे पति की मौत हो चुकी है। मेरे पास न घर है, न खाने को कुछ। मेरी एक बेटी है। कृपया मदद कीजिए।' सीएम ने डीसी को निर्देश दिए। वे मेरे साथ आए और दबाव डालकर ससुराल वालों से एक कमरा दिलवाया। उसमें न शौचालय था, न बाथरूम, लेकिन किसी तरह रहने लगी। अब मेरे ससुराल के लोग न मुझसे बात करना एकदम से बंद कर दिया। मेरी बेटी से भी बात नहीं करते। अब मेरी बेटी स्कूल जाने लगी है, लेकिन वहां उसके साथ भेदभाव होता है। बच्चे उसे पारो की बेटी कहकर चिढ़ाते है। एक दिन मैंने स्कूल में जाकर शिकायत की, लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ा। अब मैं इसी कमरे में बेटी के साथ रहती हूं। मुझे आज तक बहू का दर्जा नहीं मिला। मैं बीमार हूं, डॉक्टरों ने बताया है कि मेरे दिल में छेद है, लेकिन इलाज के लिए पैसे नहीं हैं। इस बीच, सीएम खट्टर का रास्ता रोकने वाला मेरा वीडियो वायरल हो गया था। वीडियो देखकर दिल्ली की एक संस्था ने मेरी मदद की। कुछ वकील भी आए, जो हरियाणा में पारो महिलाओं की सहायता करते हैं। उन्होंने मेरा हौसला बढ़ाया और बाकी पारो महिलाओं के लिए काम करने को कहा। मैंने ‘सखी संघ’ के रूप में एक समूह बनाकर काम शुरू कर दिया है। इस संघ के जरिए हम जींद जिले में पारो महिलाओं को उनके अधिकारों के लिए जागरूक करते हैं। इस जागरूकता के दौरान एक दिन मेरी मुलाकात एक पारो से हुई। उसको बच्चा हुआ था। उसके आदमी के घर वालों ने उसका बच्चा छीन लिया था और उसे घर से निकाल दिया था। बाद में पता चला कि उसे दूसरी जगह बेच दिया गया। इस तरह हरियाणा में गरीबी और बेबसी के कारण पारो महिलाओं को बार-बार बेचा जाता है। कुछ आदमियों ने तो शराब के पैसे के लिए पारो दुल्हन को बेच दिया। कुछ पारो को मार दिया गया, जिनकी आज तक लाश नहीं मिली। कुछ महीने पहले ही एक पारो ने फांसी लगाई थी। कई बार तो मैंने भी जहर खाने की सोचा। इस तरह हमारी जिंदगी जानवरों से भी बदतर है। अंत में कहूंगी कि- हमारे पति की मौत के बाद हमें घर में रहने दिया जाए। हमें बहू का दर्जा मिले। उनकी जायदाद में हिस्सा दिया जाए। पारो को दोबारा बेचने की परंपरा पर रोक लगे। यही नहीं, हम यह भी चाहते हैं कि हमें पारो कहकर अपमानित करना बंद किया जाए। इन सबके लिए हम सभी पारो बहनों ने एक मांग पत्र भी तैयार किया है। ------------------------------------------ (उर्मिला ने अपने ये जज्बात भास्कर रिपोर्टर मनीषा भल्ला से साझा किए हैं।) 1-संडे जज्बात-मैं मुर्दा बनकर अर्थी पर भीतर-ही-भीतर मुस्कुरा रहा था:लोग ‘राम नाम सत्य है’ बोले तो सोचा- सत्य तो मैं ही हूं, थोड़ी देर में उठकर साबित करूंगा मेरा नाम मोहनलाल है। बिहार के गयाजी के गांव पोची का रहने वाला हूं। विश्व में शायद अकेला ऐसा इंसान हूं, जिसने जिंदा रहते अपनी शव यात्रा देखी। यह बात चंद करीबी लोगों को ही पता थी। मरने का यह सारा नाटक किसी खास वजह से किया गया था। पूरी स्टोरी यहां पढ़ें 2- संडे जज्बात-फौजी विधवा की 8 साल के देवर से शादी:मैं मेजर जनरल थी, उसकी बात सुनकर कांप गई; मन करता है कैसे भी उससे मिल लूं अस्पताल में इलाज के दौरान एक युवा सिपाही की मौत हो गई। वह शादीशुदा था और उसकी विधवा पत्नी की उम्र लगभग 22 साल थी। सिपाही की मौत के बाद एक दिन उसकी पत्नी रोते हुए मेरे पास आई। कहने लगी कि मुझे बचा लीजिए। मेरे ससुराल वाले और मायके के लोग मेरी शादी देवर से कराने जा रहे हैं। पूरी स्टोरी यहां पढ़ें
'दिल्ली की हस्ती मुनासिर कई हंगामों पर हैकिला, चांदनी चौक, हर रोज मजमा जामा मस्जिदहर हफ्ते सैर जमुना के पुल कीऔर दिल्ली में हर साल मेला फूलवालों काये पांच बातें अब नहीं, फिर दिल्ली कहां’ दिल्ली के बारे में ये बात मशहूर शायर मिर्जा गालिब ने कही थी। बात 1857 के गदर से पहले की है। दिल्ली बेरौनक हो रही थी, इसलिए गालिब मायूस थे। अब किला है, चांदनी चौक है, जामा मस्जिद पर मजमा है, जमुना का पुल है, बस इस साल मेला फूलवालों का नहीं है। गालिब ने जिसे मेला फूलवालों का कहा, वो दिल्लीवालों के लिए फूलवालों की सैर नाम का उत्सव है, जो महरौली में मनाया जाता है। 213 साल पहले 1812 में शुरू हुए उत्सव को इस साल परमिशन नहीं मिली। इसके लिए 2 नवंबर से 8 नवंबर की तारीख तय थी। आयोजकों का कहना है कि दिल्ली डेवलपमेंट अथॉरिटी यानी DDA ने कहा कि फॉरेस्ट वालों से परमिशन लीजिए। फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने जवाब दिया कि यह हमारे दायरे में आता ही नहीं है, तो परमिशन कैसे दें। ये मेला इतना मशहूर हुआ कि जवाहर लाल नेहरू हर साल यहां आते थे। इंदिरा गांधी, मोरारजी देसाई भी आते रहे। इस मसले पर हमने महरौली के लोगों, आयोजकों, DDA और वन विभाग के अफसरों से बात की। लोग बोले- सरकार जो चाहे करे, हम क्या कर सकते हैंमहरौली में एक से दो किमी के दायरे में कुतुब मीनार, राजाओं की बावली, जहाज महल, 1230 में बना हौज-ए-शम्सी तालाब, कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी की दरगाह और योगमाया मंदिर है। फूलवालों की सैर का इतिहास क़ुतुबुद्दीन बख्तियार काकी की दरगाह और योगमाया मंदिर को जोड़ता है। सबसे पहले हम जहाज महल पहुंचे। ये जगह हौज-ए-शम्सी तालाब से सटी है। फूल वालों की सैर के दौरान इस जगह कव्वाली होती है। यहां 80 साल के नंदलाल मिले। नंदलाल भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के बाद दिल्ली आकर बसे थे। 63 साल से फूलवालों की सैर में शामिल होते रहे। इस बार मायूस हैं क्योंकि ये उत्सव नहीं हो पाया। नंदलाल कहते हैं, ‘इस बार त्योहार की परमिशन ही नहीं मिली। सरकार जो चाहे करे, अब उसके आगे हम क्या कर सकते हैं।’ ‘त्योहार कई साल से मन रहा, DDA को अब फॉरेस्ट लैंड दिखा’महरौली के रहने वाले महेश कुमार DDA से परमिशन न मिलने पर सवाल उठाते हैं। वे कहते हैं, ‘ये त्योहार कई साल से DDA के पार्क में हो रहा है। DDA को अब वहां फॉरेस्ट लैंड दिख रहा है। पहले तो कभी नहीं दिखा।’ महेश आगे कहते हैं, ‘ये फेस्टिवल बहुत जरूरी है। यह भाईचारे की जगह है। हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, सब इसमें शामिल होते हैं। मेरे जन्म से पहले ये परंपरा चल रही है।’ 37 साल के सिराज शेख महरौली में ऑटो चलाते हैं। वे हमें महरौली के आम बाग में मिले। फूल वालों की सैर का मेला यहीं लगता है। सिराज कहते हैं, ‘मेले के दौरान हम मंदिर और मस्जिद दोनों जगह जाते थे। पिछली बार भी मेला नहीं लगा था, सिर्फ कव्वाली हुई थी। ये त्योहार हर धर्म और जाति के लोगों को जोड़ता है।’ महरौली के स्थानीय पत्रकार अजीज अहमद बताते हैं, ‘मेरी जिंदगी यहीं बीती है। इस फेस्टिवल में अलग-अलग राज्यों से पंखे आते हैं। उनमें आधे दरगाह और आधे योगमाया मंदिर में जाते हैं। ये फेस्टिवल हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक है।' 'आजादी के बाद ये दोबारा शुरू हुआ, तब जवाहर लाल नेहरू हर साल यहां आए। इंदिरा गांधी, मोरारजी देसाई, बाद में दूसरे राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री भी आते रहे। दिल्ली के उपराज्यपाल तो हर साल आते हैं।’ सूफी संत की दरगाह, भगवान कृष्ण की बहन का मंदिरमेले के दौरान दिल्ली के उपराज्यपाल हजरत कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी की दरगाह पर पंखा और फूलों की चादर चढ़ाते हैं। फिर योगमाया मंदिर में फूलों के पंखे पेश किए जाते हैं। इसके लिए यात्रा निकाली जाती है। किर्गिस्तान से भारत आए कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी एक सूफी संत थे। यहां चिश्ती सूफी परंपरा के संस्थापक ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती के शिष्य बन गए। बाद में मुइनुद्दीन चिश्ती ने बख्तियार काकी को अपना आध्यात्मिक उत्तराधिकारी बना दिया। बख्तियार काकी ने पूरी जिंदगी दिल्ली में ही बिताई। 1235 में इंतकाल के बाद उन्हें महरौली में दफनाया गया। विभाजन के बाद दंगाइयों ने बख्तियार काकी की दरगाह को नुकसान पहुंचाया था। हत्या से तीन दिन पहले महात्मा गांधी यहां आए थे। उन्होंने अपील की थी कि दरगाह की मरम्मत कर मुसलमानों को सौंप दिया जाए। इसी तरह योगमाया मंदिर भी काफी पुराना है। मंदिर परिसर में लगे बोर्ड पर मंदिर का इतिहास लिखा है। इसके मुताबिक योगमाया भगवान कृष्ण की बहन थीं। मथुरा के राजा कंस ने योगमाया को कृष्ण समझकर मारने की कोशिश की थी। तब योगमाया का सिर इसी जगह गिरा था। इस मंदिर में योगमाया का शीश पिंडी रूप में है। इसी की पूजा होती है। आयोजक बोले- बार-बार परमिशन मांगी, आखिरी वक्त तक नहीं मिली1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान अंग्रेजों ने इस मेले पर रोक लगा दी थी। पद्मश्री से सम्मानित सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज योगेश्वर दयाल ने 1961 में फूल वालों की सैर दोबारा शुरू करने की पहल की। इसके बाद प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने 1962 में इसे दोबारा शुरू करवाया। तभी से यह त्योहार हर साल मन रहा था। इसका आयोजन अंजुमन सैर-ए-गुल फरोशां नाम की संस्था कराती है। पूर्व जज योगेश्वर दयाल की बेटी ऊषा दयाल इसकी जनरल सेक्रेटरी हैं। वे कहती हैं, ‘पिछले साल भी आखिरी वक्त में मौखिक अनुमति दी गई थी। कोई लेटर नहीं दिया गया। हमने इस साल मार्च से ही DDA से अनुमति लेने के लिए संपर्क करना शुरू कर दिया था। तब उन्होंने कहा कि फॉरेस्ट डिपार्टमेंट से नो-ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट लाना होगा। हमने फॉरेस्ट डिपार्टमेंट को लेटर लिखा। कई बार रिमाइंडर के बावजूद जवाब नहीं मिला।’ जुलाई में हमने उपराज्यपाल को लेटर लिखा। वहां से भी जवाब नहीं आया। सितंबर में DDA से फिर परमिशन मांगी। हमें कोई जवाब नहीं मिला। ऊषा बताती हैं, ‘मंत्री कपिल मिश्रा ने भी DDA वालों से पूछा कि 2023 तक परमिशन मिल रही थी, तो अभी क्या दिक्कत है। DDA ने कोई जवाब नहीं दिया। हमने फैसला लिया कि इस साल आयोजन नहीं करेंगे। आम बाग में साफ लिखा है कि ये DDA पार्क है। इसके बावजूद पिछले साल से वे अड़चन लगा रहे हैं।’ हम महरौली में अंजुमन सैर-ए-गुल फरोशां के उपाध्यक्ष विनोद शर्मा से भी मिले। वे 50 साल से ज्यादा वक्त से इससे जुड़े हैं। विनोद कहते हैं, ‘देश में अभी जैसा माहौल है, उसमें ऐसे फेस्टिवल की और ज्यादा जरूरत है।’ वे कहते हैं, ‘शुरुआत में मेला एक दिन का होता था। फिर तीन दिन का होने लगा। अब एक हफ्ते तक लगता है। दरगाह में चादर चढ़ाई जाती है, तो हिंदू भी जाते हैं। मंदिर में पंखे रखे जाते हैं, तब मुस्लिम आते हैं। शुरू में तो ये दिल्ली का फेस्टिवल था, लेकिन अब पूरे हिंदुस्तान का हो चुका है। हर जगह से पंखे आते हैं। तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश से लोग आते हैं।’ विनोद कहते हैं कि DDA की तरफ से इस बार भी टाल-मटोल होता रहा। इसलिए संस्था ने फैसला लिया कि जब तक अनुमति नहीं मिलती, मेले का आयोजन नहीं किया जाएगा। 22 अक्टूबर को 'अंजुमन सैर-ए-गुल फरोशां' के लेटर का DDA ने जवाब दिया था। इसमें बताया गया कि कार्यक्रम के लिए जिस पार्क की अनुमति मांगी जा रही है, वो रिजर्व फॉरेस्ट एरिया है। वहां कोई नॉन-फॉरेस्ट एक्टिविटी की इजाजत नहीं दी जा सकती। इसके लिए DDA ने फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के आदेश का हवाला दिया और कहा कि आवेदन को आगे नहीं बढ़ाया जा सकता। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि एलजी ने अधिकारियों को परमिशन देने के लिए कहा था। हमने इस पर DDA के बुकिंग डिपार्टमेंट के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर कनव महाजन से बात की। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के लिए सशर्त अनुमति दे दी गई है। हालांकि उन्होंने परमिशन लेटर शेयर करने से इनकार कर दिया। वहीं, आयोजक बताते हैं कि उन्हें कोई ऑफिशियल लेटर नहीं मिला है। अब ये कार्यक्रम अगले साल मार्च में करेंगे, क्योंकि एक महीने पहले से तैयारी करनी पड़ती है। हमने इस मुद्दे पर दिल्ली के संस्कृति मंत्री कपिल मिश्रा से बात करने की कोशिश की। उनका जवाब नहीं मिला। दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को भी ईमेल भेजा है। जवाब आने पर खबर अपडेट करेंगे। मुगल बादशाह ने शुरू कराई फूलवालों की सैरइतिहासकारों के मुताबिक इस त्योहार की शुरुआत मुगल बादशाह अकबर शाह द्वितीय के राज में हुई थी। तब अंग्रेज मजबूत हो रहे थे। राजकाज में अंग्रेज सरकार के प्रतिनिधि आरकिबाल्ड स्टेन का दबदबा था। अकबर शाह द्वितीय बड़े बेटे अबू जफर के बदले छोटे बेटे मिर्जा जहांगीर को गद्दी सौंपना चाहते थे। ये बात स्टेन को नामंजूर थी। एक दिन जहांगीर ने स्टेन का मजाक उड़ाया। स्टेन ने जहांगीर को दिल्ली से इलाहाबाद भेजकर नजरबंद करवा दिया। इतिहासकार राणा सफवी बताती हैं, ‘ये फेस्टिवल 1812-13 के आसपास शुरू हुआ था। अकबर शाह द्वितीय की बेगम मुमताज महल ने मन्नत मांगी थी कि अगर बेटा सही-सलामत वापस आ जाएगा, तो हजरत कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी की दरगाह पर चादर चढ़ाऊंगी। जहांगीर लौटे तो मुमताज महल चादर चढ़ाने नंगे पैर दरगाह तक गईं। मिर्जा फरहतुल्लाह बेग अपनी किताब 'बहादुर शाह जफर और फूल वालों की सैर' में लिखते हैं कि नंगे पैर जाती हुई मुमताज बेगम के लिए फूल वालों ने रास्ते में फूल बिछा दिए थे। तब अकबर शाह ने कहा कि हम यहां चादर चढ़ाएंगे, तो योगमाया मंदिर पर भी छत्र चढ़ाएंगे। दिल्ली वालों की मांग पर बादशाह अकबर शाह ने कहा कि अब ये सैर हर साल भादो के महीने में होगी। इसके बाद ये हर साल त्योहार की तरह मनाया जाने लगा। राणा सफवी एक और किस्सा बताती हैं। 1857 में आजादी की लड़ाई चल रही थी। तब भी बहादुर शाह (द्वितीय) वहां चादर और छत्र चढ़ाने गए थे। एक साल ऐसा हुआ था कि बहादुर शाह मंदिर में छत्र नहीं चढ़ा पाए थे, फिर वे दरगाह भी नहीं गए। उन्होंने कहा था कि हिंदू-मुसलमान सब मेरे बच्चे हैं। अगर मैंने एक जगह चढ़ाई और दूसरी जगह नहीं चढ़ाई तो लोगों को बुरा लगेगा। राणा आगे कहती हैं कि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अंग्रेजों ने इसे बंद कर दिया था। आजादी के बाद फिर जवाहर लाल नेहरू ने इसे शुरू किया था।
बिहार चुनाव में NDA ने जंगलराज को नैरेटिव बनाने की भरपूर कोशिश की। प्रधानमंत्री मोदी ने हर रैली में जंगलराज और रंगदारी का जिक्र किया। नीतीश ने भी जंगलराज को मुद्दा बनाया। BJP ने सोशल मीडिया पर नरसंहारों का खूब जिक्र किया। विपक्ष इसकी काट नहीं निकाल पाया। आखिर नरसंहारों के दौर वाला बिहार कैसा था। आज कहानी 1977 के बेलछी नरसंहार की... देश से आपातकाल हटे ठीक 64 दिन हुए थे। साल था 1977 और तारीख 24 मई। केंद्र में जनता पार्टी की सरकार थी और मोरारजी देसाई पहले गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री। बिहार में राष्ट्रपति शासन था, लेकिन चुनाव की तारीखें तय हो चुकी थीं। पटना से 90 किलोमीटर दूर एक गांव है बेलछी। 6 बजे थे सुबह के। गांव का दबंग महावीर महतो सिर पर गमछा बांधते हुए बोला- ‘मंगरू सुन रहे हो… जा सिंघवा को बुला लाओ।’ मंगरू- ‘हां काका, अभी जाते हैं।’ महावीर ने 30-35 साथियों को बुला लिया। बोला- ‘देखो आज सिंघवा बचना नहीं चाहिए। मंगरू गया है उसे बुलाने। लाठी-डंडे लेकर सब गली में खड़े हो जाओ। मैंने बंदूक-गोली मंगा ली है। आते ही उस पर टूट पड़ना है।’ कुछ ही देर में मंगरू, सिंघवा के घर पहुंच गया। खटिया पर बैठा सिंघवा दातुन कर रहा था। मंगरू बोला- ‘महावीर काका बुलाए हैं। अभी के अभी घर चलिए।’ सिंघवा की पत्नी बोल पड़ी- ‘उसके घर से तो दुश्मनी है। कल तो उसके लोग मारने आए थे। उसके घर जाना ठीक नहीं है।’ ‘अरे चुप रहो, कुछ नहीं होगा’… कहते हुए सिंघवा, मंगरू के साथ चल पड़ा। पीछे-पीछे उसके ससुर जानकी पासवान भी साथ हो लिए। सिंघवा जैसे ही महावीर के घर में घुसा, पीछे से एक आदमी ने उसके सिर पर लाठी मार दी। वह पलटकर भागना चाहा, लेकिन 4-5 लोगों ने दबोच लिया। लाठी-डंडे से पीटने लगे। यह देखकर जानकी पासवान भागते-भागते दलित बस्ती पहुंचे। कहने लगे- ‘सब चलो, जल्दी चलो… महावीर %^*$% सिंघवा को मार रहा है।’ 10-15 लड़के लाठी-डंडे लेकर चल पड़े। इधर, महावीर के आदमी घात लगाए थे। उन लोगों ने इन्हें देखते ही फायरिंग शुरू कर दी। ज्यादातर लड़के गोली लगते ही गिर पड़े। इसी बीच दोनाली बंदूक ताने खुद महावीर महतो आ गया। बोला- ‘हाथ-पैर बांधकर सबको मेरे सामने ले आओ।’ सिंघवा सहित कुल 11 लोगों के हाथ-पैर बांधकर महावीर के सामने खड़ा कर दिया। अब महावीर बोला- ‘का रे सिंघवा… तू बड़का नेता बन रहा है न। खेत जोतेगा हमारा। चलो आज खेत जोतवाते हैं।’ तभी बंदूक लिए परशुराम धानुक नाम का एक आदमी हांफते हुए आया। बोला- ‘भैया सबको खेत ले चलो। वहां इनके स्वर्ग का इंतजाम कर दिए हैं।’ गांव के बाहर एक खेत में मक्के की फसल लगी थी। उसके बीचों-बीच चिता सजाकर रखी थी। परशुराम ने केरोसिन डालकर आग लगा दिया। कुछ ही मिनटों में ऊंची-ऊंची लपटें उठने लगीं। महावीर बोला- ‘सब *^%$ को लाइन में खड़ा करो।’ महावीर के आदमियों ने सिंघवा और उसके साथियों को घसीटते हुए ले जाकर लाइन में खड़ा कर दिया। अब महावीर और परशुराम ने बंदूक उठाई...धांय धांय की गूंज से गांव दहल गया। किसी के सिर में गोली लगी, तो किसी का सीना पार कर गई। सब जमीन पर गिर पड़े। महावीर बोला- ‘अब इन हरा@#$% को उठाकर आग में झोंक दो।’ महावीर के आदमियों ने सबको आग में डाल दिया। 12 साल का एक लड़का गोली लगने के बाद भी बच गया था। वह बार-बार चिता से उठ जा रहा था। महावीर के आदमी बार-बार पकड़कर उसे आग में फेंक दे रहे थे। गुस्से में महावीर ने गड़ासा उठाया और उसकी गर्दन पर दे मारा। उसकी गर्दन कटकर लटक गई। फिर दो लड़कों ने उठाकर उसे आग में झोंक दिया। कुछ देर बाद परशुराम बोला- ‘आग कम पड़ रही है, कंडे-लकड़ी लाओ।’ चार-पांच औरतें दौड़-दौड़कर कंडे और लकड़ियां लाने लगीं। दो घंटे बाद महावीर के आदमियों ने लाठी-डंडे से उलट-पलटकर देखा सब जल गए थे। फिर हमलावर चलते बने। दोपहर 2.30 बजे गणेश पासवान नाम का चौकीदार भागते-भागते 17 किलोमीटर दूर बाढ़ पुलिस स्टेशन पहुंचा। थाना प्रभारी से बोला- ‘साहब… बेलछी में 11 लोगों को मारकर जला दिया है।’ थाना प्रभारी अवधेश मिश्रा ने आवाज लगाई- ‘अरे जीप निकालो।’ 10-12 पुलिस वालों को लेकर थाना प्रभारी बेलछी के लिए निकल पड़े, लेकिन रास्ते में उनकी गाड़ी का ब्रेक फेल हो गया। कुछ ही दूर पर एक दूसरा थाना था सकसोहरा। थाना प्रभारी ने मदद मांगी, तो सकसोहरा थाना के इंचार्ज बोले- ‘बेलछी हमारे इलाके में नहीं आता। हम मदद नहीं कर सकते।’ किसी तरह देर शाम बाढ़ पुलिस बेलछी पहुंची। मक्के के खेत में अभी भी आग जल रही थी। भीड़ जुटी थी। मृतकों के घर वाले बदहवास बिलख रहे थे। थाना प्रभारी ने गांव वालों से पूछा- ‘ये कत्ल किसने किया, किसी ने देखा क्या?’ गमछा बनियान पहने 40 साल के जानकी पासवान बोले- ‘साहब...गांव के ही महावीर महतो, परशुराम महतो और उसके 30-35 लोग थे। मैंने अपनी आंखों से देखा है सबको मारते हुए। मेरे दामाद सिंघवा को भी मार दिया।’ कैसे मारा, पूरी बात बताओ? ‘साहब… पहले महावीर समझौते के लिए सिंघवा को बुलाया। फिर उसे और उसके साथियों को दबोच लिया। हाथ-पैर बांधकर सबको खेत ले गया। मैं एक छत पर बैठकर दीवार के पीछे से देख रहा था। महावीर और परशुराम ने सबको गोली मारी, फिर आग में झोंक दिया।’ क्यों मारा? जानकी पासवान- ‘साहब… गांव के कुर्मी बहुत दबंग हैं। सब जमीन पर उन्हीं लोगों का कब्जा है। वो लोग काम करवा के भी मजदूरी नहीं देता है। सिंघवा ने लड़कर कई मजदूरों को पैसा दिलवाया था। इसलिए वे लोग इसके पीछे पड़े थे।’ पुलिस ने इसे गैंगवार बताया, लेकिन वामपंथी दल और दलित नेता इसे जातीय नरसंहार बता रहे थे। ये बिहार का पहला जातीय नरसंहार था-'बेलछी नरसंहार। 11 लोगों को मारकर जला दिया। इनमें 8 दलित और 3 सुनार थे... इसी नरसंहार के बाद इंदिरा गांधी के आंसुओं ने सत्ता पलटकर रख दिया... एक हफ्ते के भीतर पुलिस ने महावीर सहित 20-22 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पटना पुलिस के डिप्टी कमिश्नर के.एन अर्धनारीश्वर ने जांच संभाली। उन्होंने महावीर महतो की कॉलर पकड़ते हुए पूछा- ‘बता, क्यों मारा सबको?’ ठसक भरी आवाज में महावीर बोला- ‘मैंने कुछ नहीं किया। वो उनकी आपसी लड़ाई थी।’ डिप्टी कमिश्नर- ‘ये ऐसे मानेगा नहीं। हाथ-पैर बांधकर इसे उल्टा लटका दो।’ तीन-चार सिपाहियों ने महावीर के हाथ-पैर बांध दिए। डिप्टी कमिश्नर ने जैसे ही हंटर उठाया, महावीर कांपने लगा। बोल पड़ा- ‘साहब मारो मत, सब बताता हूं।’ ‘साहब... 2-3 दिन पहले हमारा एक आदमी सिंघवा के खेत से 5 मन धान चुरा लिया था। सिंघवा उसे पीटते हुए थाने ले जा रहा था। मैंने 5 मन धान देकर उसे छुड़ा लिया। फिर घर पर अपने लोगों को बुलाया और कहा कि धान चुराने से कुछ नहीं होगा। हमें सिंघवा को ही खत्म करना होगा। अगले दिन हमने सिंघवा पर हमला कर दिया।’ बेलछी के जानकी पासवान की गवाही पर पुलिस ने महावीर महतो, परशुराम धानुक सहित 31 लोगों पर हत्या, अपहरण, आगजनी जैसी धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी। जून 1977 में बिहार विधानसभा चुनाव हुए। 5 साल पहले कुल 324 में से 167 सीटें जीतने वाली कांग्रेस 57 सीटों पर सिमट गई। वहीं, नई नवेली जनता पार्टी ने 214 सीटें जीत लीं। यानी दो तिहाई सीटें। 24 जून 1977 को जनता पार्टी के कर्पूरी ठाकुर बिहार के मुख्यमंत्री बने। उन्होंने भी बेलछी कांड को जातीय नरसंहार नहीं माना। जनता पार्टी की लहर के बावजूद एक युवा नेता हार गया। नेता थे नीतीश कुमार। दरअसल, नीतीश नालंदा जिले की हरनौत से चुनावी डेब्यू कर रहे थे। हरनौत, बेलछी से 10-12 किलोमीटर ही दूर है। नीतीश उसी कुर्मी समुदाय से हैं, जिस पर नरसंहार का आरोप लगा था। हरनौत में कुर्मियों का दबदबा भी था। भोला सिंह, जो कभी नीतीश के साथी रहे, चुनाव में उनके खिलाफ उतर गए। भोला अपनी रैलियों में आरोपियों को बेगुनाह बताने लगे। जबकि नीतीश ने पीड़ितों का साथ दिया। इससे नाराज कुर्मी समुदाय भोला के लिए लामबंद हो गया। नीतीश 6 हजार वोट से हार गए। जब राम विलास पासवान ने लोकसभा में बेलछी नरसंहार की अधजली हड्डियां दिखाईं बेलछी का मुद्दा लोकसभा में भी गरमाया हुआ था। गृहमंत्री चौधरी चरण सिंह ने सदन में कहा- 'ये दो गैंग के बीच वर्चस्व का मामला है। इसमें कास्ट एंगल नहीं है।' इस पर उनकी पार्टी के दलित सांसदों ने ही हंगामा कर दिया। विवाद बढ़ा तो जनता पार्टी के दलित नेता रामधन की अगुआई में फैक्ट फाइंडिंग टीम बेलछी भेजी गई। इसमें पहली बार सांसद बने रामविलास पासवान भी थे। 13 जुलाई 1977...रामविलास लोकसभा में बोलने के लिए खड़े हुए। शुरुआती कुछ मिनट उन्होंने आपातकाल और कांग्रेस के खिलाफ बोला। फिर अचानक सदन के पटल पर एक पोटली खोल दी। उसमें इंसानी अधजली हड्डियां थीं। सब हैरान रह गए कि ये किसकी हड्डियां हैं… रामविलास बोले- ‘ये अस्थियां बेलछी नरसंहार में मारे गए लोगों की हैं। हमारे गृहमंत्री चौधरी चरण सिंह बहुत सीधे-सादे व्यक्ति हैं। वे अनुभवी हैं, लेकिन उन्होंने नौकरशाहों के तैयार किए गए बयान को आंख मूंदकर पेश कर दिया। अगर ये नरसंहार आपसी रंजिश था, तो मृतकों के खिलाफ एक भी आपराधिक मामला पहले से क्यों नहीं दर्ज था? क्या सिंघवा कभी जेल गए? किसी अदालत ने उन्हें सजा सुनाई? नहीं। ये नरसंहार इसलिए हुआ क्योंकि दलित भूमिहीन थे और उन्होंने लड़ाई लड़ने का फैसला किया था। याद रखिए जब भी कोई दलित अपनी आवाज उठाने की कोशिश करेगा, तो एक नहीं बल्कि कई बेलछी होंगे।’ दरअसल, 2 जुलाई 1977 को जनता दल के सांसदों के साथ रामविलास बेलछी गए थे। तब मारे गए लोगों की अस्थियां और राख बांध लाए थे। रामविलास के भाषण के बाद गृह मंत्री चौधरी चरण सिंह को बयान बदलना पड़ा। इधर, इमरजेंसी के बाद मिली हार से कांग्रेस सदमे में थी। इंदिरा अपनी सीट भी गंवा चुकी थीं। लोकसभा में बिहार से कांग्रेस का एक भी सांसद नहीं था। चर्चा होने लगी थी कि इंदिरा के दिन लद गए। लेकिन कांग्रेस नेता सीताराम केसरी को बेलछी की आग में अब भी धुआं उठता दिख रहा था। उन्होंने इंदिरा को सलाह दी- ‘मैडम आपको बेलछी जाना चाहिए।' 11 अगस्त 1977, शाम का वक्त। पटना के सदाकत आश्रम में फोन बजा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केदार पांडे ने फोन उठाया। उधर से इंदिरा की आवाज आई- ‘मैं पटना आ रही हूं। बेलछी जाना है। तैयारी कर लो।’ 13 अगस्त 1977 की सुबह इंदिरा पटना पहुंचीं। तेज बारिश हो रही थी। बाढ़ जैसे हालात थे। इंदिरा, पटना से बिहारशरीफ के रास्ते बेलछी के लिए निकलीं। इंदिरा को देखने के लिए लोग छतों और पेड़ों पर चढ़ गए। जयकारे लग रहे थे। दूसरी तरफ कुछ लोग इंदिरा का विरोध भी कर रहे थे। वजह थी इमरजेंसी और नसबंदी का फैसला। कार, जीप, ट्रैक्टर कीचड़ में फंस गए, तो हाथी पर बैठकर बेलछी पहुंचीं इंदिरा रास्ते में इंदिरा की कार कीचड़ में फंस गई, तो जीप बुलाई गई, लेकिन आधे रास्ते में जीप भी कीचड़ में फंस गई। बेलछी अब भी करीब 15 किलोमीटर दूर था। कांग्रेस नेताओं ने कहा- ‘मैडम हम गांव जा नहीं पाएंगे। पटना लौट चलिए।’ इंदिरा बोलीं- ‘कुछ तो होगा गांव जाने के लिए। व्यवस्था करिए।’ पास के एक गांव से ट्रैक्टर लाया गया। इंदिरा ट्रैक्टर पर बैठकर चल पड़ीं, लेकिन कुछ देर बाद ट्रैक्टर भी दलदल में फंस गया। लेखक श्रीरूपा रॉय अपनी किताब ‘द पॉलिटिकल आउटसाइडर’ में लिखती हैं- ‘इंदिरा को सलाह दी गई कि वो पटना लौट जाएं, पर वो अड़ गईं। बोलीं- ‘हम पैदल चलकर जाएंगे। भले ही वहां पहुंचने में रात क्यों ना हो जाए।’ उन्होंने साड़ी ऊपर कर लीं और पैदल चलने लगीं।’ जोवियर मोरो अपनी किताब ‘द रेड साड़ी’ में लिखते हैं- इंदिरा ने बेलछी से लौटकर सोनिया को पूरा किस्सा सुनाया। वो कहती हैं- ‘काफी देर पैदल चलने के बाद एक नदी मिली। कोई नाव भी नहीं थी। हमें देखकर कुछ लोग झोपड़ियों से बाहर आ गए। मैंने पूछा कि हम नदी कैसे पार कर सकते हैं? कोई गधा या खच्चर मिल सकता है क्या? उन लोगों ने बताया कि गांव के मंदिर में एक हाथी है, उस पर चढ़कर नदी पार कर सकते हैं। गांव वाले हाथी लेकर आए। मोती नाम था उसका। पहले मैं बैठी और फिर मेरे पीछे प्रतिभा पाटिल। हाथी झूमकर चल रहा था और उसके पेट तक पानी आ रहा था। प्रतिभा ने मेरी साड़ी ऐसे पकड़ रखी थी, जैसे कोई बच्चा डर के मारे मां की साड़ी पकड़ लेता है। लग रहा था कि वह रो ही देगी। हम बेलछी पहुंचे तो दिन ढल चुका था। गांव वालों ने मुझे घेर लिया। वे मुझे उस जगह पर ले गए, जहां नरसंहार हुआ था। लोगों ने बताया कि कैसे उनके अधमरे परिवार वालों को आग में फेंका गया। उनकी बातें सुनकर मेरा दिल दहल गया।’ बेलछी के जानकी पासवान याद करते हैं- ‘इंदिरा हाथी पर बैठे-बैठे ही लोगों से बात करती रहीं। उन्होंने अपनी साड़ी का आंचल फैला दिया था। लोग कागज पर अपनी-अपनी मांगें लिखकर उसमें डालते जा रहे थे।’ 13 अगस्त 1977 की रात इंदिरा बेलछी से पटना के लिए निकलीं। रास्ते में लोग लालटेन लेकर इंदिरा का इंतजार कर रहे थे। हरनौत में इतनी भीड़ जमा हो गई कि इंदिरा को हाथी से उतरकर लोगों से मिलना पड़ा। उन्होंने कहा- 'मैं कोई भाषण देने नहीं आई हूं। आप लोगों का दुख बांटने आई हूं।' फिर वो पटना लौट गईं। अगले दिन अखबारों में इंदिरा गांधी की फोटो छपी। हाथी पर बैठीं इंदिरा की तस्वीर ने सियासी गलियारों में खलबली मचा दी। कांग्रेस कार्यकर्ताओं में फिर से जान आ गई। अगड़ों की पार्टी माने जाने वाली कांग्रेस को दलितों और पिछड़ों का भी समर्थन मिलने लगा। बिहार में नारा गूंजने लगा- ‘इंदिरा तेरे अभाव में हरिजन मारे जाते हैं।’ भूखी रोटी खाएंगे, इंदिरा को लाएंगे। 14 अगस्त की सुबह इंदिरा की कार पटना के कदमकुआं के लिए निकली। कुछ देर बाद उनकी कार एक घर के सामने रुकी। इंदिरा गाड़ी से उतरीं और अंदर चली गईं। ये घर जय प्रकाश नारायण यानी जेपी का था, जिनके आंदोलन की वजह से इंदिरा ने इमरजेंसी लगाई थी। जेपी पलंग से उतरकर खड़े हो गए। उन्होंने इंदिरा के लिए कुर्सी मंगवाई। आधे घंटे तक इंदिरा वहां रुकीं। फिर हाथ जोड़कर आशीर्वाद लिया और दिल्ली के लिए निकल गईं। इंदिरा के बेलछी दौरे के बाद कर्पूरी ठाकुर ने आरक्षण लागू किया, पर सरकार गिर गई इंदिरा के इस सियासी रुख से जनता पार्टी सरकार पर दबाव बढ़ने लगा। ऐसे में सीएम कर्पूरी ठाकुर ने एक दांव चला और अप्रैल 1978 में 26% आरक्षण लागू कर दिया। इसके तहत पिछड़ों को 8%, अति पिछड़ों को 12%, गरीब सवर्णों और महिलाओं के लिए 3-3% आरक्षण दिया। ओबीसी आरक्षण लागू करने वाला बिहार पहला राज्य था। इस फैसले से जनता पार्टी के सवर्ण नेता नाराज हो गए। आखिरकार 21 अप्रैल 1979 को कर्पूरी ठाकुर को इस्तीफा देना पड़ा। इसके बाद दलित समुदाय से आने वाले रामसुंदर दास मुख्यमंत्री बने। इधर, केंद्र में भी जनता पार्टी के भीतर वर्चस्व की लड़ाई छिड़ी थी। 15 जुलाई 1978 को चौधरी चरण सिंह ने सरकार से समर्थन वापस ले लिया। 19 जुलाई को प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने इस्तीफा दे दिया। कांग्रेस के समर्थन से चौधरी चरण सिंह प्रधानमंत्री बने, लेकिन अगले ही महीने कांग्रेस ने समर्थन वापस लेकर उनकी सरकार गिरा दी। जनवरी 1980 में लोकसभा चुनाव हुए। कांग्रेस के पक्ष में एक तरफा लहर चली। कुल 542 में से 353 सीटें कांग्रेस ने जीत लीं। बिहार में 54 में से 30 सीट कांग्रेस को मिली। जनता पार्टी 8 सीटों पर सिमट गई। इंदिरा फिर से प्रधानमंत्री बनीं। अब बिहार में जनता पार्टी के भीतर उथल-पुथल मच गई। फरवरी 1980 में रामसुंदर दास को इस्तीफा देना पड़ा। राष्ट्रपति शासन लग गया। फांसी पर एकमत नहीं थे हाईकोर्ट के जज, सजा से पहले दोषियों ने खाई दही और मिठाई कर्पूरी ठाकुर के सीएम रहते बेलछी नरसंहार मामले में चार्जशीट दाखिल हो गई थी, लेकिन तीन साल तक सुनवाई नहीं हो सकी थी। इंदिरा के पीएम बनते ही केस की सुनवाई शुरू हो गई। 19 मई 1980 को पटना ट्रायल कोर्ट ने महावीर महतो और परशुराम धानुक को फांसी की सजा और 15 आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई। आरोपियों ने पटना हाईकोर्ट में अपील की। अदालत ने आरोपियों को दोषी तो माना, लेकिन महावीर और परशुराम के फांसी के मुद्दे पर दो जजों की राय एकमत नहीं थी। जस्टिस हरिलाल अग्रवाल फांसी के फेवर में थे और जस्टिस मनोरंजन प्रसाद विरोध में। अब इस केस को एक तीसरे जज उदय सिन्हा के पास भेजा गया। जस्टिस सिन्हा बेलछी गए। लोगों से मिले। गवाहों के बयानों को वेरिफाई किया। 11 जुलाई 1982 को जस्टिस सिन्हा ने फैसला सुनाया-‘यह मामला रेयर ऑफ रेयरेस्ट है। इस क्रूरतम अपराध के लिए फांसी से कम सजा हो ही नहीं सकती।’ इसके बाद महावीर और परशुराम ने देश की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगाई, पर राहत नहीं मिली। उनकी फांसी के लिए 25 मई 1983 की तारीख मुकर्रर हुई और जगह भागलपुर सेंट्रल जेल। मई 1983, सुप्रीम कोर्ट में गर्मी की छुट्टियां चल रही थीं। आरोपियों ने टेलिग्राम भेजकर फांसी पर रोक लगाने की याचिका दायर कर दी। तब वेकेशन जज थे ए. वरदराजन। उन्होंने याचिका स्वीकार कर ली और 23 मई को फांसी पर रोक लगा दी। यानी फांसी की तय तारीख से 2 दिन पहले। तमिलनाडु से ताल्लुक रखने वाले वरदराजन सुप्रीम कोर्ट के पहले हरिजन जज थे। गर्मी की छुट्टियों के बाद सुप्रीम कोर्ट के 3 जजों की बेंच ने फिर से सुनवाई की और फांसी की सजा बरकरार रखी। आखिरकार नवंबर 1983 में दोनों को फांसी दे दी गई। कहा जाता है कि फांसी से ठीक पहले दोनों ने दही और मिठाई खाने की इच्छा जाहिर की थी। बेलछी नरसंहार के चलते लगातार दूसरी बार हार गए नीतीश जून 1980 में बिहार में विधानसभा चुनाव हुए। यहां के दलित नारा लगा रहे थे- ‘आधी रोटी खाएंगे, इंदिरा को लाएंगे।’ वोटों की गिनती हुई तो कांग्रेस ने 324 में से 169 सीटें जीत लीं। जनता पार्टी 42 सीटें ही जीत पाई। पहली बार चुनाव लड़ रही बीजेपी ने 21 सीटें जीत लीं। पर, नीतीश के लिए बेलछी नरसंहार इस बार भी भारी पड़ा। नीतीश 5 हजार वोट से हार गए। लगातार दो हार से नीतीश को इतना धक्का लगा कि वे राजनीति छोड़ने का मन बना चुके थे। सीनियर जर्नलिस्ट संकर्षण ठाकुर अपनी किताब ‘अकेला आदमी, कहानी नीतीश कुमार की’ में लिखते हैं- ‘लगातार दूसरी हार से नीतीश बुरी तरह टूट गए थे। उन्हें तकलीफ थी कि अपने लोगों ने ही उनका साथ नहीं दिया। उन्होंने राजनीति छोड़ने का भी ऐलान कर दिया था, लेकिन समाजवादी नेता चंद्रशेखर के कहने पर 1985 में नीतीश ने फिर जोर लगाया। इस बार नीतीश के पास चुनाव लड़ने के पैसे नहीं थे। उनकी पत्नी ने 20 हजार रुपए दिए। इस बार नीतीश 22 हजार वोट से जीत गए।’ बेलछी नरसंहार के बाद कांग्रेस ने केंद्र और बिहार में जोरदार वापसी की, लेकिन वो इसे बरकरार नहीं रख पाई। सीनियर जर्नलिस्ट अमरनाथ तिवारी बताते हैं- ‘बेलछी नरसंहार के बाद बिहार में लोअर कास्ट पॉलिटिक्स हावी होती गई। लगातार जातीय नरसंहार होते रहे। राम मंदिर आंदोलन और लालू का साथ देने के चलते सवर्ण कांग्रेस से छिटककर बीजेपी की तरफ शिफ्ट हो गए और पिछड़ा तबका लालू का वोटर बन गया।’ कल दूसरे एपिसोड में पढ़िए कहानी दलेलचक बघौरा नरसंहार की, जहां 54 राजपूतों की हत्या कर दी गई.. नोट : (यह सच्ची कहानी पुलिस चार्जशीट, कोर्ट जजमेंट, गांव वालों के बयान, अलग-अलग किताबें और इंटरनेशनल रिपोर्ट्स पर आधारित है। क्रिएटिव लिबर्टी का इस्तेमाल करते हुए इसे कहानी के रूप में लिखा गया है।) रेफरेंस :
मोबाइल पशु चिकित्सा योजना से किसानों की राहत
गुजरात की ‘10 गाँव – एक मोबाइल पशु चिकित्सा क्लिनिक’ योजना ने अब तक 85 लाख से अधिक पशुओं का निःशुल्क इलाज कर नई मिसाल कायम की है। इस पहल से ग्रामीण क्षेत्रों में पशु स्वास्थ्य सेवाएँ पहुँच रही हैं और केंद्र सरकार ने भी इसी मॉडल को पूरे देश में अपनाया है।
रोहिणी आचार्य का बड़ा दावा; तेजस्वी–संजय–रमीज पर विवादित बयान!
बिहार चुनाव में आरजेडी की हार के ठीक बाद लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने परिवार और राजनीति से नाता तोड़ने का ऐलान किया। पटना एयरपोर्ट पर रोहिणी ने तेजस्वी यादव, संजय यादव और रमीज पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि इन्होंने ही उन्हें परिवार से निकाला। संजय-रमीज का नाम लेने पर गालियां और चप्पल की धमकी मिलती है। रोहिणी ने सारा दोष खुद पर लिया और चाणक्य बनने वालों से सवाल पूछने की बात कही। यह घटना यादव परिवार में गहरी दरार की ओर इशारा करती है।
AI : 'हरित AI' मुळे कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) बनणार शश्वत विकासाचा वाटेकरी
AI : कृत्रिम बुद्धिमत्तेच्या झपाट्याने वाढत्या वापरामुळे डेटा सेंटर्सची ऊर्जा भूक आणि पर्यावरणावरील ताण मोठ्या वेगाने वाढत आहे. या गंभीर आव्हानावर मात करण्यासाठी Google, Microsoft आणि Amazon सारख्या तंत्रज्ञान दिग्गजांनी हरित आणि ऊर्जा-कार्यक्षम डेटा सेंटर्सची नवी क्रांती सुरू केली आहे.
राममंदिर ध्वजारोहण समारोह में मोबाइल ले जाना प्रतिबंधित
अयोध्या। राममंदिर ध्वजारोहण समारोह में आमंत्रित अतिथियो को मोबाइल फोन साथ में नहीं ले जाने दिया जाएगा। सुरक्षा कारणों से श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने ऐसा निर्णय लिया है। राममंदिर ध्वजारोहण समारोह में आमंत्रित अतिथियो को ट्रस्ट द्वारा जो संदेश भेजा गया था उसमें मोबाइल फोन मंदिर परिसर में ले जाने की अनुमति दी गई […] The post राममंदिर ध्वजारोहण समारोह में मोबाइल ले जाना प्रतिबंधित appeared first on Sabguru News .
सनातन विचार ही है एकात्म मानव दर्शन : डॉ. मोहन भागवत
दीनदयाल स्मृति व्याख्यान कार्यक्रम जयपुर। सनातन विचार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने देश, काल, स्थिति के अनुसार एकात्मक मानव दर्शन का नया नाम देकर लोगों के समक्ष रखा। यह विचार नया नहीं है किंतु 60 साल बाद भी वर्तमान समय में यह एकात्मक मानव दर्शन पूरे विश्व के लिए प्रासंगिक है। ये विचार राष्ट्रीय स्वयंसेवक […] The post सनातन विचार ही है एकात्म मानव दर्शन : डॉ. मोहन भागवत appeared first on Sabguru News .
नग्नावस्था में मैनेजर, पिटाई करता मालिक - क्या हॉटेल 7777 से वायरल हुए उस वीडियो की सच्चाई?
सोलापुर के माढा में होटल 7777 का तीन महीने पुराना वीडियो अचानक वायरल होने से हंगामा मच गया। वीडियो में होटल मालिक लखन माने मैनेजर श्रीनिवास नकाते को पीटते दिखते हैं। दोनों ने इसे पुरानी घटना बताते हुए बदनामी की साजिश बताया है। सोशल मीडिया पर तेज़ बहस जारी है।
सेवा भारती के यशोदा बाल सेवा केंद्र के नवीन भवन का शिलान्यास
जयपुर। सेवा भारती समिति जयपुर महानगर, जयपुर प्रांत के यशोदा बाल सेवा केंद्र के नवीन भवन का शिलान्यास शनिवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक एवं लघु उद्योग भारती के अखिल भारतीय संगठन मंत्री प्रकाश, विशिष्ट अतिथि उद्योगपति अरुण कुमार जाजोदिया प्रदेश कोषाध्यक्ष लघु उद्योग भारती, उद्योगपति मोहन लाल खोज, महेन्द्र कुमार मिश्रा के […] The post सेवा भारती के यशोदा बाल सेवा केंद्र के नवीन भवन का शिलान्यास appeared first on Sabguru News .
Globetrotter launch : ग्लोबट्रॉटर का मेगा लॉन्च; लाइव परफ़ॉर्मेंस और खास मेहमानों से सजी रात
एसएस राजामौली की फिल्म 'ग्लोबट्रॉटर' का मेगा लॉन्च इवेंट 15 नवंबर 2025 को हैदराबाद में शाम 6 बजे से शुरू होगा। महेश बाबू, प्रियंका चोपड़ा जोनास और पृथ्वीराज सुकुमारन के लुक रिवील, श्रुति हासन की लाइव परफॉर्मेंस, 100 फुट एलईडी स्क्रीन पर टीजर और जियो हॉटस्टार पर लाइव स्ट्रीमिंग। सुमा कनकला व आशीष चंचलानी होस्ट करेंगे। भारतीय सिनेमा के इतिहास में पहली बार ओटीटी लाइव लॉन्च, रिलीज डेट घोषणा सहित पूरा क्रम और सरप्राइज।
बालिका से छेड़छाड़ करने के दोषी को सात वर्ष का कठोर कारावास
जयपुर। राजस्थान में जयपुर के यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पोक्सो) अधिनियम मामलों के न्यायालय ने एक नौ वर्षीय बालिका से छेड़छाड़ के मामले में आरोपी को दोषी करार देते हुए शनिवार को सात वर्ष के कठोर कारावास की सजा सुनाई। विशिष्ट न्यायाधीश डॉ. कैलाश चंद्र अटवासिया ने अभियुक्त मुकेश (42) को बालिका से […] The post बालिका से छेड़छाड़ करने के दोषी को सात वर्ष का कठोर कारावास appeared first on Sabguru News .
नई Tata Sierra की नै झलक; स्टाइल, पावर और फीचर्स का तूफ़ान
मुंबई में 15 नवंबर 2025 को Tata Sierra का ग्लोबल अनवील हुआ, जिसमें आइकॉनिक SUV को नए मॉडर्न डिज़ाइन, ट्रिपल-स्क्रीन सेटअप, प्रीमियम फीचर्स और संभावित पेट्रोल, डीज़ल व इलेक्ट्रिक विकल्पों के साथ पेश किया गया। 90 के दशक की यह प्रतिष्ठित गाड़ी नए हाई-टेक अवतार में भारतीय बाजार में बड़ी वापसी के लिए तैयार दिखाई दी।
कोटा में शिक्षा सहकारी सभा 696 द्वारा 'सहकार से समृद्धि' विषय पर संगोष्ठी आयोजित की गई। मुख्य अतिथि गायत्री मीणा ने सहकारिता में समावेशी विकास और सामुदायिक सशक्तिकरण की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। कार्यक्रम में शिक्षा अधिकारी, ब्लॉक प्रतिनिधि और सहकारी नेता उपस्थित रहे।
सरदार पटेल का जीवन हमें सिखाता है कि एकता ही देश की सबसे बड़ी शक्ति है : भागीरथ चौधरी
पुष्कर। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी ने कहा है कि भारत की एकता और अखंडता की नींव रखने में सरदार वल्लभभाई पटेल का योगदान अद्वितीय है। चौधरी शनिवार को पुष्कर के गायत्री शक्तिपीठ गर्ल्स कॉलेज में आयोजित सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर जिला स्तरीय एकता पदयात्रा के […] The post सरदार पटेल का जीवन हमें सिखाता है कि एकता ही देश की सबसे बड़ी शक्ति है : भागीरथ चौधरी appeared first on Sabguru News .
मुकेश चौधरी को वीर तेजा सेना, टोंक का जिला महामंत्री नियुक्त
वीर तेजा सेना राजस्थान ने टोंक जिले के लिए मुकेश चौधरी पराना को जिला महामंत्री नियुक्त किया। समाज सेवा में उनकी निष्ठा और योगदान को देखते हुए यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। नियुक्ति से जिले में संगठन की सामाजिक गतिविधियों और जनहित कार्यक्रमों को नई दिशा मिलने की उम्मीद है।
टोंक में अवैध अतिक्रमण पर नगर परिषद की सख्त कार्रवाई, बुल्डोजर से तोड़े गए कैबिन और थड़ियाँ
टोंक नगर परिषद ने शहर में बढ़ रहे अवैध अतिक्रमण पर बुल्डोजर से कार्रवाई की। आयुक्त धर्मपाल चौधरी के निर्देशन में अतिक्रमण दस्ते ने कैबिन, थड़ियाँ और अस्थाई अतिक्रमण ध्वस्त किए। हाईकोर्ट एवं सरकार के आदेशों के पालन में यह कदम सड़क सुरक्षा और कानून-व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया।
कर्मचारियों की लंबित मांगों को लेकर संघर्ष चेतना यात्रा की शुरुआत, टोंक में हुआ जोरदार स्वागत
राजस्थान में कर्मचारियों की लंबित पदोन्नतियों और मांगों को लेकर अखिल राजस्थान राज्य संयुक्त कर्मचारी महासंघ ने संघर्ष चेतना यात्रा का आगाज किया। टोंक में प्रदेश अध्यक्ष महावीर शर्मा और अन्य नेताओं ने स्वागत किया। यात्रा कर्मचारियों के हितों की रक्षा और सरकार पर दबाव बनाने के उद्देश्य से जारी है।
टोंक में माटी कला कामगारों को इलेक्ट्रिक चाक और मिट्टी गुंथने की मशीन वितरित
टोंक में श्रीयादे माटी कला बोर्ड द्वारा 40 माटी कला कामगारों को 10 दिवसीय प्रशिक्षण के बाद नि:शुल्क विद्युत चालित चाक और मिट्टी गुंथने की मशीन वितरित की गई। यह पहल कारीगरों को आधुनिक तकनीक से लैस कर रोजगार और आय बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी।
नोहर में छात्राओं को दी सड़क सुरक्षा की जानकारी, पुलिस व परिवहन विभाग ने किया जागरूकता अभियान
नोहर में मदरसा इस्लामिया स्कूल में सड़क़ सुरक्षा सप्ताह के तहत छात्राओं के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गीता चौधरी और परिवहन विभाग के अधिकारियों ने छात्राओं को पैदल चलने, सड़क पार करने और वाहन यात्रा के सुरक्षा नियमों की विस्तृत जानकारी दी।
नोहर में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर पंचायत समिति में कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रधान सोहन ढिल की अध्यक्षता में लाभार्थियों को केन्द्र व राज्य सरकार की योजनाओं की जानकारी दी गई और पट्टों का वितरण किया गया। अधिकारी और कर्मचारी भी मौजूद रहे।
MP Politics दिग्विजय सिंह ने बिहार चुनाव में NDA की रेकॉर्ड तोड़ जीत के बाद उठाए SIR और EVM पर सवाल
बिहार चुनाव में RJD-कांग्रेस की हार पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने ऐक बार फिर पुराने सवपाल उठाए हैं। उन्होंने मतदाता सूची और ईवीएम पर सवाल उठाए। BJP की ऐतिहासिक जीत पर विपक्ष में निराशा। पढ़ें पूरी खबर।
राजकुमार राव और पत्रलेखा ने बेटी होने की खुशखबरी साझा कीं
नई दिल्ली। हिंदी फिल्म स्टार राजकुमार राव और पत्रलेखा के घर में उनकी पहली संतान के रूप में बेटी ने जन्म लिया है। इस जोड़े ने 15 नवंबर को अपनी शादी की चौथी सालगिरह के मौके पर एक पोस्ट में यह खुशखबरी साझा कीं। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि हम बेहद खुश हैं। ईश्वर […] The post राजकुमार राव और पत्रलेखा ने बेटी होने की खुशखबरी साझा कीं appeared first on Sabguru News .
गोगामेड़ी में 18 नवंबर को निशुल्क आंख ऑपरेशन कैम्प, अनुभवी चिकित्सकों द्वारा किया जाएगा इलाज
गोगामेड़ी में 18 नवंबर को नोहर रिलीफ सोसायटी के सहयोग से विशाल निशुल्क आंख ऑपरेशन कैम्प आयोजित किया जाएगा। राजस्थान सरकार की भ्रमणशील शल्य चिकित्सा इकाई और जिला अंधता निवारण समिति हनुमानगढ़ के तहत अनुभवी चिकित्सक रोगियों का मुफ्त इलाज करेंगे, जिसमें जांच, भर्ती और ऑपरेशन शामिल हैं।
1.5 मिलियन मीट्रिक टन चीनी निर्यात को मिली मंजूरी ; बाजार में अब दिखेगी भरता की तेज़ी
केंद्रीय सरकार ने 2025‑26 सीज़न के लिए 1.5 मिलियन मीट्रिक टन चीनी के निर्यात की मंजूरी दी। निर्णय से मिलों की वित्तीय स्थिति मजबूत होगी, गन्ना किसानों को समय पर भुगतान सुनिश्चित होगा।
चूरू से जयपुर तक राहुल कस्वां के नेतृत्व में किसान एकता ट्रैक्टर मार्च
चूरू से जयपुर तक 17 नवंबर को होने वाले विशाल किसान एकता ट्रैक्टर मार्च में सांसद राहुल कस्वां के नेतृत्व में हजारों किसान शामिल होंगे। मार्च का उद्देश्य फसल बीमा, खाद, MSP और अन्य किसान समस्याओं को उजागर करना और न्याय दिलाना है। किसान अपनी मांगों की आवाज़ बुलंद करेंगे।
अलवर : झगड़े में युवक को रायबरेली सुपर एक्सप्रेस ट्रेन से गिराया
अलवर। राजस्थान में अलवर के रास्ते जा रही रायबरेली सुपर एक्सप्रेस ट्रेन में गुटखा खाने को लेकर हुए झगड़े में एक युवक को ट्रेन से गिराने का मामला सामने आया है। पुलिस सूत्रों ने शनिवार को बताया कि शुक्रवार रात खैरथल रेलवे स्टेशन से थोड़े आगे पटरी किनारे एक युवक घायलावस्था में मिला। उसकी पहचान […] The post अलवर : झगड़े में युवक को रायबरेली सुपर एक्सप्रेस ट्रेन से गिराया appeared first on Sabguru News .
भारत में स्वच्छ ऊर्जा क्रांति: SECI और आंध्र प्रदेश 1200 MWh BESS प्रोजेक्ट
भारत के स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र में बड़ी सफलता, SECI और आंध्र प्रदेश ने 1200 MWh बैटरी ऊर्जा भंडारण और 50 MW हाइब्रिड परियोजना को अंतिम रूप दिया। यह कदम अक्षय ऊर्जा आपूर्ति, ग्रिड स्थिरता और हरित ऊर्जा लक्ष्यों की दिशा में महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
कैसे हुआ गुहिल वंश का उदय? वल्लभीपुर का विनाश, और फिर गुफा में जन्मी एक अमर गाथा
वल्लभीपुर के विनाश, सूर्यवंशी राजा शिलादित्य की वीरगति और रानी पुष्पावती द्वारा जन्मे पुत्र गुहिल की उत्पत्ति की यह ऐतिहासिक कथा गुहिल/गुहिलोत वंश की शुरुआत को दर्शाती है। गुफा में जन्मे इस बालक ने विनाश के बीच एक नए राजवंश का आधार रखा।
लालू यादव की बेटी रोहिणी ने राजनीति छोड़ी, परिवार से नाता तोड़ा
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल की करारी हार तथा पार्टी के महज 25 सीटों पर सिमट जाने के बाद लालू परिवार की परेशानियां थमने का नाम नहीं ले रही हैं और अब राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को किडनी दान करने वाली उनकी बेटी रोहिणी आचार्य ने परिवार से नाता तोड़ने के […] The post लालू यादव की बेटी रोहिणी ने राजनीति छोड़ी, परिवार से नाता तोड़ा appeared first on Sabguru News .
पलाथयी यौन शोषण मामले में भाजपा नेता को आजीवन कारावास की सजा
कन्नूर। केरल के थालास्सेरी पॉक्सो फास्ट ट्रैक कोर्ट ने स्कूल के एक शिक्षक और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के स्थानीय नेता के पद्मराजन को विवादास्पद पलाथयी यौन शोषण मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई। दोषी शिक्षक के पद्मराजन भाजपा का त्रिप्पनगोट्टूर पंचायत समिति का पूर्व अध्यक्ष है। यह मामला पनूर के पास पलाथयी स्थित […] The post पलाथयी यौन शोषण मामले में भाजपा नेता को आजीवन कारावास की सजा appeared first on Sabguru News .
रजनी पंडित भारत की पहली महिला निजी जासूस हैं, जिन्होंने हजारों मामलों की जांच कर जासूसी जगत में नई पहचान बनाई। उनके साहसिक अंडरकवर ऑपरेशनों, उल्लेखनीय इतिहास और वर्तमान गतिविधियों से जुड़ी यह रिपोर्ट बताती है कि वे आज भी मुंबई से अपनी डिटेक्टिव एजेंसी संचालित कर रही हैं।
चुनावी हार के बाद परिवार को किया 'डिसऑन' ; लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी का बड़ा निर्णय..
बिहार चुनावों में आरजेडी की हार के बाद लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने राजनीति छोड़ने और परिवार से “डिसऑन” करने की घोषणा कर दी। यह फैसला बिहार की राजनीतिक दिशा को प्रभावित कर सकता है।
रेरा कानून होटल और वाणिज्यिक परियोजनाओं पर भी लागू: कोटा में टैक्स बार एसोसिएशन का विशेषज्ञ सेमिनार
कोटा में टैक्स बार एसोसिएशन द्वारा आयोजित सेमिनार में रियल एस्टेट और रेरा कानून पर चर्चा की गई। विशेषज्ञों ने होटल, वेयरहाउस और वाणिज्यिक परियोजनाओं पर रेरा के प्रभाव, जीएसटी 2.0 अपडेट्स और व्यवसायिक नियमों पर विस्तार से जानकारी दी, जिससे पेशेवरों में जागरूकता बढ़ी।
धूमधाम के साथ मनाई गई भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती, आदिवासियों ने जंगल और जीव संरक्षण की शपथ ली
सवाई माधोपुर में आदिवासी संघर्ष सेवा समिति द्वारा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई। मुख्य अतिथि अशोक मीणा ने आदिवासियों को जंगल, जमीन और वन्य जीवों की सुरक्षा की शपथ दिलाई। कार्यक्रम ने आदिवासी इतिहास और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाई।
पोकरण विधायक महंत प्रतापपुरी का सिरोही दौरा: पत्रकारों ने भव्य स्वागत कर जताई एकजुटता
पोकरण विधायक महंत प्रतापपुरी महाराज ने IFWJ राजस्थान के विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में सिरोही दौरा किया। पिंडवाड़ा में सैंकड़ों पत्रकारों ने भव्य स्वागत किया। विधायक ने पत्रकार सुरक्षा कानून, पत्रकार कॉलोनी और IFWJ कार्यालय के लिए जमीन आवंटन पर जोर दिया।
बिहार विधानसभा में धनकुबेरों का दबदबा, 90 प्रतिशत विजयी प्रत्याशी करोड़पति
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद उम्मीदवारों की आर्थिक, शैक्षिक और सामाजिक प्रोफ़ाइल पर एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार, इस बार चुनकर आए 243 में से 90 प्रतिशत विजयी प्रत्याशी करोड़पति हैं, जिनकी औसत संपत्ति 9.02 करोड़ रुपए आंकी गई है। इससे स्पष्ट है कि बिहार […] The post बिहार विधानसभा में धनकुबेरों का दबदबा, 90 प्रतिशत विजयी प्रत्याशी करोड़पति appeared first on Sabguru News .
दौसा में महिला कांग्रेस जिला कार्यकारिणी बैठक: महिला सशक्तिकरण और संगठन सुदृढ़ीकरण पर जोर
दौसा में महिला कांग्रेस जिला कार्यकारिणी बैठक सम्पन्न, महिला सशक्तिकरण और संगठन विस्तार पर जोर। विधायक दीनदयाल बैरवा और प्रभारी आशा जैन ने महिलाओं के नेतृत्व व स्थानीय मुद्दों पर चर्चा की। बैठक में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने और संगठन को मजबूत बनाने के लिए रणनीतियाँ तैयार की गईं।
ध्रुवीकरण के दौर में छात्र संघवाद : जेएनयू 2025-26 चुनावों का विश्लेषण
ध्रुवीकरण के मौजूदा दौर में जेएनयू छात्र राजनीति किन नए मोड़ों से गुजर रही है—2025-26 के JNUSU चुनावों का यह विश्लेषण बताता है कि कैसे वाम, दक्षिणपंथ और बहुजन राजनीति के बीच टकराव, जाति प्रतिनिधित्व, संस्थागत क्षय और नीति-संबंधी संघर्ष एक नए छात्र आंदोलन की दिशा तय कर रहे हैं....
दौसा में महिलाओं के लिए एचपीवी टेस्ट जागरूकता अभियान का शुभारंभ
दौसा में महिलाओं में तेजी से बढ़ते एचपीवी संक्रमण को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने जागरूकता अभियान शुरू किया। विशेषज्ञों का कहना है कि एचपीवी टेस्ट गर्भाशय ग्रीवा कैंसर की रोकथाम का सबसे प्रभावी तरीका है। जिला चिकित्सालय में महिलाएं यह टेस्ट आसानी से करवा सकती हैं।
दौसा के भांवता गांव में 17 वर्षीय छात्र महेश योगी का शव संदिग्ध परिस्थितियों में फंदे से मिला। स्कूल बैग से सुसाइड नोट बरामद, परिजन हत्या की आशंका जताते हुए 5 सूत्रीय मांगें लेकर प्रशासन के सामने आए। पोस्टमार्टम और पुलिस जांच जारी, गांव में शोक और आक्रोश का माहौल।
स्थानीय निकाय चुनावों को लेकर सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन में तनाव
मुंबई। महाराष्ट्र में भाजपा, शिवसेना (शिंदे गुट) और राकांपा (अजित पवार गुट) के मेल से बने महायुति गठबंधन में स्थानीय निकाय चुनावों को लेकर तनाव दिखाई दे रहा है। भाजपा के साथ स्वाभाविक गठबंधन के दावों के बावजूद शिंदे गुट ने कई क्षेत्रों में पार्टी के खिलाफ रुख अपनाया है। पालघर जिले के दहानु नगर […] The post स्थानीय निकाय चुनावों को लेकर सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन में तनाव appeared first on Sabguru News .
दौसा में भव्य जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम, मंत्री राठौड़ ने बिहार चुनाव पर किया तंज
दौसा में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर आयोजित भव्य जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने भाग लिया। कार्यक्रम में आदिवासी संस्कृति की झलक, योजनाओं का लाभ वितरण और बिहार चुनाव पर मंत्री का तंज प्रमुख आकर्षण रहे।
झाड़ोल में राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना की संयुक्त बैठक में नए पदाधिकारियों की नियुक्ति
झाड़ोल में राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना की संयुक्त बैठक अटाटिया गांव में संपन्न हुई, जिसमें फलासिया, ओगणा और बागपुरा मंडल के नए पदाधिकारियों की नियुक्ति की गई। संगठन सुदृढ़ीकरण और पदाधिकारियों का स्वागत समारोह जोरदार ढंग से हुआ, जिसमें जिला एवं तहसील स्तर के प्रमुख अधिकारी उपस्थित रहे।
मुंबई के 252 करोड़ रुपये के मेफेड्रोन ड्रग रैकेट में नाम उछलने के बाद नोरा फतेही ने इंस्टाग्राम स्टोरी के माध्यम से आरोपों का कड़ा खंडन किया। एक्ट्रेस ने कहा कि वह पार्टियों में नहीं जातीं और उनके नाम को बेबुनियाद विवादों में घसीटा जा रहा है।
सवाई माधोपुर में जनजातीय गौरव दिवस समारोह में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती मनाई
सवाई माधोपुर में जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती जिला स्तरीय कार्यक्रम में मनाई गई। राजीव गांधी संग्रहालय में आयोजित इस समारोह में जनजातीय संस्कृति, परंपरा और योगदान प्रदर्शित किए गए। प्रशासनिक अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, स्कूली बच्चों और आमजन की बड़ी संख्या ने भाग लिया।
सवाई माधोपुर: किसान एग्रो मार्ट करमोदा का यूरिया उर्वरक लाइसेंस निलंबित, 85 बैग जब्त
सवाई माधोपुर में किसान एग्रो मार्ट करमोदा का यूरिया उर्वरक लाइसेंस निलंबित, 85 बैग अवैध यूरिया जब्त। अनुज्ञापन प्राधिकारी ने फर्म के स्टॉक रजिस्टर और मूल्य सूची न प्रस्तुत करने पर कार्रवाई की। यह कदम अवैध उर्वरक व्यापार रोकने और कृषि नियमों की सख्ती सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया।
Bundelkhand News पन्ना के हीरे (Panna Diamonds) को मिला GI टैग, अंतरराष्ट्रीय बाजार में चमकेगी पहचान
मध्य प्रदेश के पन्ना जिले के हीरों (Panna Diamonds) को Geographical Indication (GI) टैग मिला। जानें कैसे यह जीआई टैग स्थानीय अर्थव्यवस्था, निर्यात और रोजगार के लिए एक बड़ा मोड़ साबित होगा।
सवाई माधोपुर में आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर नगर परिषद ने प्रमुख सर्कल, राजकीय भवन और मूर्तियों पर भव्य सजावट और लाइटिंग का कार्य संपन्न किया। पुलिस लाइन और कलेक्टरेट चौराहे सहित शहर के प्रमुख मार्गों की लाइट दुरुस्तीकर पूरी तैयारी सुनिश्चित की गई।
सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर गंगापुर सिटी में निकलेगी “एकता पदयात्रा”
सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर गंगापुर सिटी में आयोजित होने वाली “एकता पदयात्रा” का उद्देश्य राष्ट्रीय एकता, अखण्डता और सामाजिक समरसता का संदेश आमजन तक पहुँचाना है। पदयात्रा में छात्र, शिक्षक, अधिकारी और जनप्रतिनिधि शामिल होंगे, जो सरदार पटेल के जीवन और योगदान पर जागरूकता फैलाएंगे।
लगभग 11 महीने से फरार दो साइबर ठग खोह थाना पुलिस ने गिरफ्तार, जाँच जारी
डीग पुलिस ने लगभग 11 महीने से फरार चल रहे दो साइबर ठग तैय्यब और मुबीन को खोह थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया। दोनों आरोपियों के खिलाफ पूछताछ जारी है और उनकी गिरफ्तारी से साइबर अपराध पर नियंत्रण के प्रयासों को मजबूती मिली है।
मानसिक स्वास्थ्य की अनदेखी चुनौती, 'Depression' आखिर क्यों और कैसे होता है?
डिप्रेशन या अवसाद एक गंभीर मानसिक स्वास्थ्य समस्या है, जिसमें निरंतर उदासी, ऊर्जा की कमी और नकारात्मक सोच होती है। इसके कारण, लक्षण और प्रभावी उपचार के बारे में जानें, साथ ही समय पर मदद लेने और मानसिक स्वास्थ्य बनाए रखने के उपाय।
मांडलगढ़ में नाबालिग से रेप करने के आरोप में युवक अरेस्ट
भीलवाड़ा। राजस्थान में भीलवाड़ा जिले के मांडलगढ़ थाना क्षेत्र में एक नाबालिग लडक़ी से दुष्कर्म करने एवं उसके अश्लील वीडियो बनाने के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस सूत्रों ने शनिवार को बताया कि पीडि़त पक्ष ने पुलिस में शिकायत दर्ज करर्वा थी कि राहुल गाडोलिया (19) पीड़िता को पिछले करीब दो वर्ष […] The post मांडलगढ़ में नाबालिग से रेप करने के आरोप में युवक अरेस्ट appeared first on Sabguru News .
भारतीय कुश्ती महासंघ ने अमन सहरावत पर निलंबन हटाया, मिली राहत
भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) ने अमन सहरावत पर लगाया गया एक साल का निलंबन वापस ले लिया है, क्योंकि ओलंपिक कांस्य पदक विजेता इस साल की शुरुआत में विश्व चैंपियनशिप में अपने इवेंट के दौरान अधिक वजन के पाए गए थे। पेरिस 2024 में भारत के सबसे कम उम्र के ओलंपिक पदक विजेता बने अमन सहरावत का वजन क्रोएशिया के जागरेब में 2025 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में पुरुषों के 57 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग के आधिकारिक वजन के दौरान निर्धारित सीमा से 1.7 किग्रा अधिक पाया गया।अमन, जो 14 सितंबर को अपने मुकाबले से 18 दिन पहले क्रोएशिया में भारत के तैयारी शिविर में शामिल हुए थे, कथित तौर पर अस्वस्थ थे और समय पर अपना वजन कम नहीं कर पाए। डब्ल्यूएफआई, जिसने पेरिस 2024 में विनेश फोगाट के निराशाजनक परिणाम के बाद से असफल वजन माप पर कड़ा रुख अपनाया है, ने शुरुआत में अमन को कारण बताओ नोटिस जारी किया और बाद में उनके जवाब को ‘असंतोषजनक’ पाए जाने पर उन्हें निलंबित कर दिया।हालांकि, भारतीय पहलवान से माफ़ीनामा मिलने और देश के शीर्ष कोचों से परामर्श करने के बाद महासंघ ने अपना फैसला वापस ले लिया है।
अकलंक कॉलेज ऑफ़ एजूकेशन में धूमधाम से मनाया गया बाल दिवस, खेल और प्रतियोगिताओं ने बढ़ाया उत्साह
अकलंक कॉलेज ऑफ़ एजूकेशन में 14 नवम्बर 2025 को बाल दिवस धूमधाम से मनाया गया। खेल और अंताक्षरी प्रतियोगिताओं में विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। छत्रपति शिवाजी टीम विजेता रही। कार्यक्रम ने नेहरू जी के जीवन मूल्यों और सकारात्मक दृष्टिकोण को उजागर किया।
कोटा में “Walk a Mile for Little Smile” जागरूकता वॉक: समयपूर्व जन्मे शिशुओं की दृष्टि सुरक्षा पर जोर
कोटा में Saroya Eye Hospital द्वारा आयोजित “Walk a Mile for Little Smile” जागरूकता वॉक और निःशुल्क ROP स्क्रीनिंग कैंप में समयपूर्व जन्मे शिशुओं की दृष्टि सुरक्षा पर जोर। विशेषज्ञों ने 1-2-34 नियम के पालन की महत्वपूर्ण जानकारी साझा की।
‘एक्सरसाइज गरुड़ 25’: भारत-फ्रांस द्विपक्षीय हवाई तालमेल, दोस्ती और ताकत का ऐतिहासिक संदेश
भारतीय वायुसेना ने फ्रांसीसी वायु और अंतरिक्ष बल के साथ 8वें द्विपक्षीय हवाई अभ्यास ‘एक्सरसाइज गरुड़ 25’ में भाग लिया। अभ्यास का उद्देश्य युद्ध तकनीकों, सामरिक तालमेल और आधुनिक हथियार प्रणालियों में दक्षता बढ़ाना है।
हर वार्ड में आदर्श कॉलोनी बनाएंगे, बोरखेड़ा का होगा सुव्यवस्थित विकास: लोकसभा स्पीकर ओम बिरला
बोरखेड़ा व्यापार विकास समिति का दीपावली स्नेह मिलन समारोह कोटा में सम्पन्न हुआ, जिसमें लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने हर वार्ड में आदर्श कॉलोनी निर्माण और क्षेत्रीय विकास की योजनाओं पर जोर दिया। बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं के सुधार की दिशा में ठोस कदम उठाने की घोषणा की गई।
Aaj ka panchang: आज का शुभ मुहूर्त: 16 नवंबर, 2025: रविवार का पंचांग और शुभ समय
आज आपका दिन मंगलमय हो! Today Shubh Muhurat 16 November 2025: क्या आप आज कोई नया काम शुरू करने की सोच रहे हैं? या कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेने वाले हैं? ज्योतिष और पंचांग के अनुसार, किसी भी शुभ कार्य को सही मुहूर्त में करने से सफलता की संभावना बढ़ जाती है। 'वेबदुनिया' आपके लिए लेकर आया है 16 नवंबर, 2025 का विशेष पंचांग और शुभ-अशुभ मुहूर्त। ALSO READ: Utpanna Ekadashi: उत्पन्ना एकादशी व्रत के 5 चमत्कारी उपाय, मिलेगा धन, सुख और समृद्धि आइए जानें आज का दिन आपके लिए क्या लेकर आया है। पंचांग: 16 नवंबर, 2025, रविवार आज की मुख्य जानकारी: शुभ विक्रम संवत्-2082, शक संवत्-1947, ईस्वी सन्-2025 संवत्सर नाम-सिद्धार्थ अयन-दक्षिणायण मास-मार्गशीर्ष (अगहन) पक्ष-कृष्ण ऋतु-हेमन्त वार-रविवार तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वादशी नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-हस्त योग (सूर्योदयकालीन)-प्रीति करण (सूर्योदयकालीन)-कौलव लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला आज के शुभ मुहूर्त और चौघड़िया शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32 राहुकाल (अशुभ समय): सायं 4:30 से 6:00 बजे तक अन्य महत्वपूर्ण जानकारी दिशा शूल-पश्चिम योगिनी वास-नैऋत्य गुरु तारा-उदित शुक्र तारा-उदित चन्द्र स्थिति-कन्या आज के विशेष उपाय: आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:। आज का उपाय-विष्णु मन्दिर में 12 बादाम चढ़ाएं। वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं। आज के व्रत, त्योहार और विशेष घटनाएं सर्वार्थ अमृतसिद्धि योग/द्विपुष्कर योग/कर्क संक्रान्ति यात्रा शकुन-इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें। (निवेदन: उपरोक्त विवरण पंचांग पर आधारित है। विभिन्न पंचांगों में slight changes संभव हैं।) -ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र सम्पर्क: astropoint_hbd@yahoo.com ALSO READ: Vivah Panchami upaay : विवाह पंचमी पर किए जाने वाले 5 मुख्य उपाय
हनुमानगढ़ में जनजातीय गौरव दिवस पर भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर भव्य जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित हुआ। अम्बेडकर चौक से विशाल तिरंगा यात्रा निकली, प्रदर्शनी का अवलोकन हुआ और लाभार्थियों को पट्टे व प्रॉपर्टी कार्ड वितरित किए गए। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम का लाइव प्रसारण भी शामिल रहा।
मशहूर अभिनेत्री कामिनी कौशल का अंतिम संस्कार संपन्न
मुंबई। मशहूर अभिनेत्री कामिनी कौशल का अंतिम संस्कार शनिवार को वर्ली श्मशान स्थल पर किया गया। उनके अंतिम संस्कार में उनके परिवार वाले और नजदीकी लोग मौजूद थे। बिमल रॉय की फिल्म बिराज बहू (1954) और दिलीप कुमार के साथ आरजू (1950) में अपने यादगार अभिनय के लिए प्रसिद्ध कामिनी कौशल का शुक्रवार को निधन […] The post मशहूर अभिनेत्री कामिनी कौशल का अंतिम संस्कार संपन्न appeared first on Sabguru News .
बिरसा मुंडा जयंती पर उमड़ा गर्व का उत्सव: भुसावर उपखंड में जनजाति गौरव दिवस धूमधाम से मनाया गया
भुसावर उपखंड में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती जनजाति गौरव दिवस के रूप में उत्साहपूर्वक मनाई गई। शैक्षिक और प्रशासनिक संस्थानों में संगोष्ठियों, रैली और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। जनजातीय नेताओं और एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने बिरसा मुंडा के संघर्षपूर्ण जीवन और योगदान पर प्रकाश डालते हुए समाज को प्रेरणा का संदेश दिया।
'जनजातीय गौरव दिवस' ; प्रधानमंत्री मोदी ने किया संबोधन, बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती का विशेष आयोजन
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ददीपाड़ा, गुजरात में जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में संबोधित किया, जो धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर आयोजित हुआ। कार्यक्रम में आदिवासी संस्कृति, विकास और सामाजिक उत्थान पर जोर दिया गया।
श्रीनगर के नौगाम थाने में विस्फोट दुर्घटनावश हुआ, अनावश्यक अटकलें न लगाएं : गृह मंत्रालय
नई दिल्ली/श्रीनगर। केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने जम्मू और कश्मीर के नौगाम पुलिस स्टेशन में शुक्रवार रात हुए विस्फोट को दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना बताते हुए कहा है कि यह जब्त किए गए विस्फोटक पदार्थों और रसायनों को परीक्षण के लिए भेजे जाने से पहले हुआ जिसके कारणों की जांच की जा रही है और इसे लेकर अनावश्यक […] The post श्रीनगर के नौगाम थाने में विस्फोट दुर्घटनावश हुआ, अनावश्यक अटकलें न लगाएं : गृह मंत्रालय appeared first on Sabguru News .
राजसमंद पुलिस ने फर्जी दस्तावेज़ों के आधार पर रह रहीं दो बांग्लादेशी महिलाओं को डिटेन किया। दोनों महिलाएं दलालों के जरिए भारत आई थीं और अवैध रूप से रह रही थीं। पुलिस ने दस्तावेज़ जब्त कर उन्हें डिटेंशन सेंटर भेजा तथा दलाल नेटवर्क की तलाश शुरू कर दी है। मामला अवैध घुसपैठ और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा माना जा रहा है।
IPL 2026 का सबसे बड़ा ट्रेड- जड़ेजा राजस्थान में तो संजू चेन्नई में
राजस्थान रॉयल्स (RR) और चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने एक ऐसे खिलाड़़ियों के ट्रेड को अंतिम रूप दे दिया है, जिसके तहत संजू सैमसन चेन्नई जाएंगे, जबकि राजस्थान को ऑलराउंडर्स रवींद्र जडेजा और सैम करन मिलेंगे। यह IPL इतिहास के सबसे हाई-प्रोफाइल ट्रेड्स में से एक है। 2021 से लेकर पिछले सीज़न तक राजस्थान की कप्तानी करने वाले सैमसन को IPL 2025 से पहले 18 करोड़ रुपये में रिटेन किया गया था। चेन्नई ने भी जाडेजा को इतने ही मूल्य पर रिटेन किया था, जबकि करन को उन्होंने नीलामी में 2.4 करोड़ रुपये में खरीदा था। सैमसन चेन्नई में उसी शुल्क पर शामिल होंगे, लेकिन जडेजा का शुल्क संशोधित होकर 14 करोड़ रुपये कर दिया गया है। करन का शुल्क जस का तस है। सैमसन ने राजस्थान के साथ 11 साल बिताए, लेकिन IPL 2025 के बाद संकेत दिया था कि वह बदलाव चाहते हैं और फ्रेंचाइज़ी से रिलीज़ किए जाने की इच्छा जताई थी। Aaj rumour nahi, headline likhna. Ravindra Jadeja is coming home pic.twitter.com/XJT5b5plCy — Rajasthan Royals (@rajasthanroyals) November 15, 2025 जाडेजा के लिए यह उस फ्रेंचाइज़ी में वापसी है जिसके साथ उन्होंने 2008 में पहले सीज़न में अपना IPL करियर शुरू किया था। जाडेजा 2012 से चेन्नई के साथ थे, सिवाय 2016 और 2017 के जब फ्रेंचाइज़ी निलंबित थी। उन्हें 2022 में कप्तान भी बनाया गया था, लेकिन ख़राब शुरुआत के बाद उन्होंने नेतृत्व एमएस धोनी को वापस सौंप दिया था। करन के लिए यह तीसरी IPL फ्रेंचाइज़ी होगी। वह 2019 से 2025 के बीच CSK और पंजाब किंग्स के बीच आते-जाते रहे। राजस्थान के डायरेक्टर ऑफ क्रिकेट कुमार संगकारा ने कहा जाडेजा का रॉयल्स में वापस आना हम सभी के लिए बेहद ख़ास है। वह फ्रेंचाइज़ी और फैंस को अच्छी तरह समझते हैं, क्योंकि वह RR के IPL जीतने वाले अभियान का हिस्सा रहे हैं। इतने सालों में वह ऐसे खिलाड़ी बने हैं जो खेल को हर विभाग में प्रभावित कर सकते हैं। उनका अनुभव, संयम और प्रतिस्पर्धी रवैया हमारे ग्रुप के लिए बेहद मूल्यवान साबित होगा। उन्होंने आगे कहा, सैम एक अलग लेकिन उतना ही अहम पहलू जोड़ते हैं। वह बेखौफ, बहुमुखी हैं और बैट-गेंद दोनों से प्रेशर वाली स्थितियों में बेहतर प्रदर्शन करते हैं। जाडेजा और सैम मिलकर हमें बैलेंस, लीडरशिप और वह मैच-विनिंग डेप्थ देते हैं जिसकी हमें भविष्य के लिए टीम बनाने में जरूरत है।
बारां में पंजाबी सेवा सहेलियों, मित्र मंडल और सेवा पवित्र बंधन ग्रुप ने स्वामी विवेकानंद पार्क में गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं को 70 बेबी किट, वस्त्र, खिलौने व पोषण सामग्री वितरित की। महिलाओं द्वारा वर्षों से जारी यह सेवा परंपरा समाज में मानवीयता और सहयोग की अनूठी मिसाल पेश करती है।
Bihar’s Phantom Victory: How India’s Democracy Was Ghost-Written in 2025
Elections are not won; they are engineered. Bihar 2025 was the proof. The counting screens flickered past midnight, and the numbers defied belief. Bihar is a state where unemployment grips nearly half of its youth, where the Kosi’s floodwaters still threaten homes, and where migrant workers return from Delhi with empty wallets and broken bodies. […]
किशनगंज में आज आयोजित होगा नि:शुल्क चिकित्सा परामर्श शिविर, विशेषज्ञ चिकित्सक देंगे सेवाएं
बारां जिले के किशनगंज कस्बे में रविवार, 16 नवंबर को स्व. श्री ओमप्रकाश व्यास मानव सेवार्थ समिति और श्री चारभुजानाथ सेवा समिति के सहयोग से नि:शुल्क चिकित्सा परामर्श शिविर आयोजित होगा। विशेषज्ञ चिकित्सक विभिन्न बीमारियों का नि:शुल्क परामर्श देंगे और ब्लड प्रेशर व शुगर जांच की सुविधा भी उपलब्ध होगी।
केरला लॉटरी रिजल्ट 15 नवंबर 2025: करुणा KR-731 का विजेता नंबर घोषित
केरला लॉटरी 15 नवंबर 2025 के करुणा KR-731 ड्रा के विजेता नंबर घोषित। सभी विजेताओं को आधिकारिक प्रक्रिया और समय-सीमा का पालन करना आवश्यक है। विजेता सूची और लॉटरी ड्रा की जानकारी अभी देखें।
बारां में बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाई गई। कार्यक्रम में आदिवासी समाज के शिक्षा और जागरूकता में उनके योगदान को याद किया गया। डॉ. हेमलता वैष्णव, डॉ. सुरेश मेघवाल और कई इतिहासकारों ने बिरसा मुंडा के समाज सुधार प्रयासों पर प्रकाश डाला।
देवगढ़ में 72 खेड़ा रेगर समाज के पाँच पटेलों द्वारा सेवानिवृत्त कन्हैया लाल रेगर और उनके परिवार को अवैध रूप से सामाजिक बहिष्कार का शिकार बनाया गया। विवाह विवाद के चलते जारी फतवे ने परिवार को समाज में आने-जाने और रिश्तेदारी निभाने से वंचित कर दिया। प्रशासन से त्वरित न्याय की मांग तेज।
भारत के टॉप 5 बजट-फ्रेंडली स्मार्टफोन्स ; लाजवाब फीचर्स और 5G सपोर्ट उदा देंगे होश
भारत में ₹20,000 के अंदर बेस्ट स्मार्टफोन: 5G सपोर्ट, लंबी बैटरी, हाई‑रिज़ॉल्यूशन डिस्प्ले और संतुलित कैमरा के साथ Realme, Vivo, Oppo और Poco के टॉप मॉडल। जानें कौन सा फोन गेमिंग, मल्टीटास्किंग और रोज़मर्रा के उपयोग के लिए सबसे उपयुक्त है।
झाड़ोल पुलिस ने वंदे मातरम् की 150वीं वर्षगांठ पर बालिका विद्यालय में विशेष कार्यक्रम आयोजित
झाड़ोल पुलिस ने वंदे मातरम् की 150वीं वर्षगांठ पर पीएम बालिका विद्यालय में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम में बालिकाओं के साथ सामूहिक राष्ट्रगीत गायन और स्वदेशी संकल्प कार्यक्रम संपन्न हुआ। थानाधिकारी फैलीराम ने पुलिस कर्मियों के राष्ट्र निर्माण में योगदान के संकल्प की जानकारी दी।
भुसावर में पर्वतमालाओं में अवैध खनन का धंधा जारी, प्रशासन मौन साधे खड़ा
भुसावर क्षेत्र की पर्वतमालाओं में अवैध खनन माफियाओं का बेधड़क धंधा जारी है। प्रशासन और वन-खनिज विभाग की कथित लापरवाही के कारण पर्यावरण, वन्य जीव और स्थानीय निवासियों का जीवन खतरे में है। प्रशासनिक टीम सक्रिय होने के बावजूद ठोस कार्यवाही नहीं कर पा रही।
भाजपा ने पूर्व सांसद आरके सिंह को पार्टी से किया निलंबित
पटना। भारतीय जनता पार्टी ने अनुशासनहीनता के आरोप में पूर्व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह को पार्टी से शनिवार को निलंबित करते हुए उन्हें दल से निष्कासित करने के लिए स्पष्टीकरण मांगा है। बिहार भाजपा के प्रदेश मुख्यालय प्रभारी अरविंद शर्मा ने एक पत्र भेज कर श्री सिंह से एक सप्ताह के अंदर अपनी स्थिति स्पष्ट […] The post भाजपा ने पूर्व सांसद आरके सिंह को पार्टी से किया निलंबित appeared first on Sabguru News .
भुसावर उपखंड के छोकरबाड़ा कला क्षेत्र में लगातार विद्युत कटौती से किसान परेशान, सिंचाई प्रभावित। छात्र नेता कौशल फौजदार ने विभाग की लापरवाही और कर्मचारियों के व्यवहार पर नाराजगी जताई। किसानों ने तीन दिन में सुधार की चेतावनी दी, विद्युत विभाग ने आपूर्ति बढ़ाने के प्रयासों की जानकारी दी।
भुसावर खेड़ली मोड़ थाना परिसर में बंदे मातरम 150वीं वर्षगांठ पर आयोजित विचार गोष्ठी
भुसावर खेड़ली मोड़ थाना परिसर में बंदे मातरम के 150वीं वर्षगांठ पर विशेष विचार गोष्ठी और ध्वजारोहण कार्यक्रम आयोजित। विद्यार्थियों ने थाने के विभिन्न विभागों का अवलोकन किया और देशभक्ति, कानून तथा पुलिस कार्य प्रणाली की विस्तृत जानकारी प्राप्त की, जिससे राष्ट्रीय चेतना और समाज में जागरूकता बढ़ी।
कोटक महिंद्रा बैंक की बोर्ड मीट: 15 साल बाद शेयर स्प्लिट पर विचार
कोटक महिंद्रा बैंक 21 नवंबर 2025 को अपने बोर्ड की बैठक में 15 वर्षों में पहली बार शेयर स्प्लिट पर विचार करेगा। बैठक में फेस वैल्यू 5 रुपये वाले शेयरों का विभाजन और प्रक्रिया तय होगी।
झुंझुनूं जिले में लेडी हेड कांस्टेबल 20 हजार की रिश्वत लेते अरेस्ट
झुंझुनूं। राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने शनिवार को झुंझुनूं जिले में बुहाना थाने की हेड कांस्टेबल संतोष को एक मामले में 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। ब्यूरो के पुलिस महानिदेशक गोविन्द गुप्ता ने बताया कि परिवादी ने एसीबी चौकी झुंझुनूं को शिकायत की कि उसके भाई एवं चाचा के […] The post झुंझुनूं जिले में लेडी हेड कांस्टेबल 20 हजार की रिश्वत लेते अरेस्ट appeared first on Sabguru News .
लाल किला ब्लास्ट : पश्चिम बंगाल के मेडिकल छात्र को एनआईए ने किया अरेस्ट
कोलकाता। पश्चिम बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर के एक मेडिकल छात्र को दिल्ली के लाल किले मेट्रो स्टेशन के निकट हाल ही में हुए धमाके के मामले में शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने अल-फलाह विश्वविद्यालय के एमबीबीएस छात्र निशार आलम को उत्तर दिनाजपुर जिले के व्यस्त सुरजापुर बाजार क्षेत्र से […] The post लाल किला ब्लास्ट : पश्चिम बंगाल के मेडिकल छात्र को एनआईए ने किया अरेस्ट appeared first on Sabguru News .
गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म ने डीग के नगर विधानसभा क्षेत्र में श्री जड़खोर गौधाम में 1 करोड़ रुपये की लागत से विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इको-टूरिज्म शेड और भव्य प्रवेश द्वार के निर्माण से धार्मिक पर्यटन और स्थानीय सुविधाओं को बढ़ावा मिलेगा, जिससे क्षेत्र का कायाकल्प संभव होगा।
अंतरराष्ट्रीय छात्र दिवस: युवा शक्ति और ज्ञान का पर्व, जानिए क्यों है दिन खास
अंतरराष्ट्रीय छात्र दिवस हर साल 17 नवंबर को मनाया जाता है। यह दिन छात्रों के अधिकारों, शिक्षा के महत्व और शहीद छात्रों की स्मृति को समर्पित है।अंतरराष्ट्रीय छात्र दिवस: युवा शक्ति और ज्ञान का पर्व, जानिए क्यों है दिन खास
बयाना के रानी लक्ष्मीबाई केन्द्र राजकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आयोजित महिला आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर का 15 नवंबर, 2025 को भव्य समापन हुआ। छात्राओं को मार्शल आर्ट और संतुलित आहार, व्यायाम की जानकारी दी गई। समापन पर सभी को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र प्रदान कर महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया गया।
संजू सैमसन के लिए CSK ने दांव पर लगाया अपना तुरुप का एक्का, अब राजस्थान रॉयल्स में खेलेंगे जडेजा
आईपीएल 2026 में बड़ा ट्रेड: संजू सैमसन 18 करोड़ में चेन्नई सुपर किंग्स में शामिल, रवींद्र जडेजा RR में लौटे लेकिन उनकी फीस घटकर 14 करोड़ हुई। सैम कर्रन भी CSK से RR में 2.4 करोड़ में शामिल। फ्रेंचाइजियों की रिटेंशन और रिलीज लिस्ट के बाद मिनी ऑक्शन की तैयारियां शुरू।
बयाना में आरओबी के दोनों ओर सर्विस रोड निर्माण शुरू, यातायात सुगम बनाने की दिशा में बड़ा कदम
बयाना के लाल दरवाजा चुंगगी क्षेत्र में आरओबी के दोनों ओर सर्विस रोड का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। यह सड़क आसपास के 100 से अधिक गांवों को कस्बे से जोड़ती है और यातायात सुगम बनाएगी। अंडरपास से चुंगगी तक सड़क जुड़ने से आवागमन सुरक्षित और सुविधाजनक होगा।
वृश्चिक संक्रांति क्यों है खास? जानें आध्यात्मिक और सामाजिक महत्व..
वृश्चिक संक्रांति तब मनाई जाती है जब सूर्य वृश्चिक राशि में प्रवेश करता है। यह दिन धार्मिक, ज्योतिषीय और सामाजिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। जानिए इस पर्व का महत्व, सूर्य पूजा, अर्घ्य, दान और जीवन में इसके सकारात्मक प्रभाव।
बयाना के डांग जंगलों में लौटे गिद्ध, वर्षों बाद दिखाई दी लंबी टोलियाँ, पर्यावरण प्रेमियों में उत्साह
बयाना के डांग क्षेत्र के जंगलों में वर्षों बाद गिद्धों की लंबी टोलियाँ देखी गईं। पार्षद डॉ. शैलेंद्र गुर्जर ने इस दुर्लभ दृश्य को कैमरे में कैद किया। विशेषज्ञों के अनुसार यह पर्यावरण और जैव विविधता के लिए सकारात्मक संकेत है, जो वन्यजीव संरक्षण में सफलता दर्शाता है।
Astrology 2026: सूर्य गोचर 2026 की मुख्य तिथियां
Surya grah gochar 2026: वर्ष 2026 में कौन कौन से ग्रह करें राशि परिवर्तन और कब चलेंगे वे अपनी वक्री चाल। सूर्य और चंद्र कभी वक्री चाल नहीं चलते हैं और राहु एवं केतु सदा वक्री गति ही करते हैं। सूर्य के राशियों में गोचर को संक्रांति कहते हैं। चलिए जानते हैं सभी सूर्य ग्रह की गति अर्थात वे कौनसे राशि में कब करेंगे प्रवेश। सूर्य ग्रह गोचर 2026: वक्री गति: सूर्य वक्री गति नहीं करता है। यह एक राशि में एक माह तक रहता है। 1. मकर (Makara): 14 जनवरी 2026, बुधवार को 03:13 पीएम बजे प्रवेश करेगा। यह मकर संक्रांति की तिथि है। सूर्य उत्तरायण होना प्रारंभ करेगा। 2. कुम्भ (Kumbha): 13 फरवरी 2026, शुक्रवार को 04:14 एएम बजे प्रवेश करेगा। 3. मीन (Meena): 15 मार्च 2026, रविवार को 01:08 एएम बजे प्रवेश करेगा। खरमास प्रारंभ होगा। 4. मेष (Mesha): अप्रैल 14, 2026, मंगलवार को 09:38 एएम बजे प्रवेश करेगा। यह मेष संक्रांति की तिथि है। सूर्य पूर्णत: उत्तरायण होगा। 5. वृषभ (Vrishabha): 15 मई 2026, शुक्रवार को 06:28 एएम बजे प्रवेश करेगा। 6. मिथुन (Mithuna): 15 जून 2026, सोमवार को 12:58 पीएम बजे प्रवेश करेगा। 7. कर्क (Karka): 16 जुलाई 2026, बृहस्पतिवार को 11:44 पीएम बजे प्रवेश करेगा। यह कर्क संक्रांति की तिथि है। यहां से सूर्य दक्षिणायन गति करने लगता है। 8. सिंह (Simha): 17 अगस्त 2026, सोमवार को 08:03 एएम बजे प्रवेश करेगा। 9. कन्या (Kanya): सितम्बर 17, 2026, बृहस्पतिवार को 07:58 एएम बजे प्रवेश करेगा। यह कन्या संक्रांति की तिथि है। 10. तुला (Tula): 17 अक्टूबर 2026, शनिवार को 07:57 पीएम बजे प्रवेश करेगा। 11. वृश्चिक (Vrishchika): 16 नवम्बर 2026, सोमवार को 07:48 पीएम बजे प्रवेश करेगा। 12. धनु (Dhanu): 16 दिसम्बर 2026, बुधवार को 10:29 एएम बजे प्रवेश करेगा। खरमास प्रारंभ होगा। डिस्क्लेमर: स्थानीय समय के अनुसार गोचर के समय में थोड़ा बहुत परिवर्तन रहता है और पंचांग भेद के अनुसार तिथियों में भी घट-बढ़ रह सकती है।

13 C
