टाटा मोटर्स की प्रीमियम हैचबैक कार अल्ट्रोज भारत की सबसे सेफ हैचबैक कार बन गई है। कार को भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (BNCAP या भारत NCAP) से क्रैश टेस्ट में एडल्ट प्रोटेक्शन और चाइल्ड प्रोटेक्शन दोनों कैटेगरी में 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली है, जो कि सभी वैरिएंट्स पर लागू होगी। इससे पहले मारुति बलेनो सबसे सेफ प्रीमियम हैचबैक थी। जिसे जुलाई 2025 में 4 स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली थी। क्रैश टेस्ट में कार ने एडल्ट सेफ्टी के लिए 32 में से 29.65 और बच्चों की सेफ्टी के लिए 49 में से 44.90 पॉइंट हासिल किए। वहीं, टाटा की सभी कारों को BNCAP क्रैश टेस्ट में 5 स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली है। टाटा अल्ट्रोज: एडल्ट ऑक्युपेंट प्रोटेक्शन क्रैश टेस्ट फ्रंटल इंपैक्ट: 64kmph की स्पीड में हुए फ्रंटल इंपैक्ट टेस्ट में टाटा अल्ट्रोज को 16 में से 15.55 अंक मिले। इसमें ड्राइवर के शरीर के सभी महत्वपूर्ण हिस्सों को अच्छी सुरक्षा मिली, जबकि दोनों पैरों की हड्डियों को मार्जिनल सुरक्षा मिली। वहीं को-ड्राइवर के शरीर के सभी अंगों को भी अच्छी सुरक्षा पाई गई है, जबकि दाहिने पैर की हड्डी को मार्जिनल सुरक्षा मिली। साइड इंपैक्ट टेस्ट: प्रीमियम हैचबैक का 50kmph की स्पीड से साइड इंपैक्ट टेस्ट किया गया, जिसमें इसे 16 में से 14.11 अंक मिले। इसमें पैसेंजर के सिर और एब्स को अच्छी सुरक्षा मिली, जबकि छाती की सुरक्षा मामूली स्तर की थी और पेट को मार्जिनल सुरक्षा मिली। साइड पोल टेस्ट: इस टेस्ट में भी पैसेंजर के शरीर के सभी अंगों को अच्छी सुरक्षा मिली। इन तीनों टेस्ट की परफॉर्मेंस के बेस पर टाटा एल्ट्रोज को एडल्ट प्रोटेक्शन कैटेगरी में 32 में से 29.65 पॉइंट और 5 स्टार सेफ्टी रेटिंग दी गई। टाटा अल्ट्रोज: चाइल्ड ऑक्युपेंट प्रोटेक्शन क्रैश टेस्ट इस टेस्ट में 18 महीने और एक 3 साल के बच्चे की डमी को चाइल्ड रेस्ट्रेंट सिस्टम पर उल्टी दिशा की तरफ रखा गया। सिरोस को चाइल्ट प्रोटेक्शन कैटेगरी में 49 में से 44.90 पॉइन्ट्स मिले, जिससे इस कैटेगरी में 5 स्टार क्रैश टेस्ट रेटिंग मिली। इस कैटेगरी में कार डायनामिक स्कोर 24 में से 23.90, चाइल्ड रेस्टरेंट सिस्टम (CRS) इंस्टॉलेशन स्कोर 12 में से 12 और व्हीकल असिसमेंट स्कोर 13 में से 9 रहा। क्रैश टेस्ट में 3 साल के बच्चे की डमी ने फ्रंटल क्रैश टेस्ट में 8 में से 8 अंक और साइड क्रैश टेस्ट में 4 में से 4 अंक हासिल किए। वहीं, 18 महीने के बच्चे की डमी ने फ्रंटल क्रैश टेस्ट में 8 में से 7.90 अंक, जबकि साइड क्रैश टेस्ट में 4 में से 4 अंक हासिल किए। हालांकि, प्रोटेक्शन के लेवल्स की जानकारी तो शेयर नहीं की गई है। सेफ्टी फीचर्स: 6 एयरबैग और 360-डिग्री कैमरा टाटा अल्ट्रोज में 6 एयरबैग (स्टैंडर्ड), ABS और EBD, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC), 360-डिग्री कैमरा, टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (टीपीएमएस) और सभी सीटों पर सीटबेल्ट रिमाइंडर जैसे सेफ्टी फीचर्स उपलब्ध हैं। इसके अलावा इसमें पीछे की सीटों में आईएसओफिक्स चाइल्ड-सीट माउंट भी दिया गया है। 6.89 लाख रुपए शुरुआती कीमत टाटा अल्ट्रोज फेसलिफ्ट की कीमत 6.89 लाख रुपए से लेकर 11.49 लाख रुपए (एक्स-शोरूम) के बीच है। इसका मुकाबला मारुति बलेनो, हुंडई i20 और टोयोटा ग्लैंजा से है। क्रैश टेस्ट की प्रोसेस 1. टेस्ट के लिए इंसान जैसी 4 से 5 डमी को कार में बैठाया जाता है। बैक सीट पर बच्चे की डमी होती है, जो चाइल्ड ISOFIX एंकर सीट पर फिक्स की जाती है।2. गाड़ी को फिक्स्ड स्पीड पर ऑफसेट डिफॉर्मेबल बैरियर (हार्ड ऑब्जेक्ट) से टकराकर देखा जाता है कि गाड़ी और डमी को कितना नुकसान पहुंचा है। ये तीन तरीके से किया जाता है। 2. टेस्ट में देखा जाता है कि इम्पैक्ट के बाद डमी कितनी डैमेज हुई, एयरबैग और सेफ्टी फीचर्स ने काम किया या नहीं। इन सभी के आधार पर रेटिंग दी जाती है।
जापानी टू-व्हीलर कंपनी होंडा ने आज (17 सितंबर) अपनी पहली फुल-साइज इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल WN7 को यूरोपियन मार्केट के लिए लॉन्च कर दिया गया है। कंपनी का दावा है कि ईवी 600cc पेट्रोल बाइक के बराबर पावरफुल है और फुल चार्ज में 130km चलेगी। इसकी कीमत 12,999 यूरो यानी करीब 15.56 लाख रुपए रखी गई है। बाइक को नवंबर 2025 में होने वाले EICMA शो में फुल स्पेसिफिकेशन्स के साथ पेश किया जाएगा। इसके बाद डिलीवरी शुरू होगी। कंपनी इलेक्ट्रिक बाइक को भारत में लॉन्च करने के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी है। भारत में इस बाइक को 10-12 लाख रुपए की एक्स-शोरूम कीमत पर लॉन्च किया जा सकता है। WN7 में क्या खास है? नई इलेक्ट्रिक बाइक EICMA-2024 में दिखाए गए कॉन्सेप्ट मॉडल से इंस्पायर्ड है और डिजाइन भी वैसा ही मिनिमलिस्टिक और नेकेड स्टाइल का है। ओवर ऑल डिजाइन स्लिम और फ्यूचरिस्टिक है। बाइक ग्लॉस ब्लैक के साथ 3 कलर- कॉपर एक्सेंट्स, मैट ब्लैक और ग्रे ऑप्शन के साथ आती है। इसका वजन 217kg है। परफॉर्मेंस: 130km रेंज के साथ 15hp पावर होंडा का कहना है कि ये बाइक को 'फन सेगमेंट' के लिए बनाया गया है, यानी कंपनी का फोकस राइडिंग को मजेदार बनाने पर है। इलेक्ट्रिक बाइक परफॉर्मेंस के मामले में 600cc वाली पेट्रोल बाइक से मैच करती है और टॉर्क में तो 1000cc वाली को टक्कर देती है। फीचर्स: 5-इंच की TFT स्क्रीन और LED लाइटिंग होंडा WN7 में 5-इंच की TFT स्क्रीन दी गई है, जो होंडा रोडसिंक कनेक्टिविटी के साथ - नेविगेशन, कॉल/SMS अलर्ट और EV स्पेसिफिक मेन्यूज जैसे फीचर्स से लैस है। ईवी में ऑल-LED लाइटिंग दी गई है। इसके फ्रंट में डुअल पॉड हेडलाइट और हॉरिजॉन्टल DRL शामिल है। कंफर्ट राइडिंग के लिए ईवी के फ्रंट में USD फोर्क्स और रियर में मोनो-शॉक एब्जॉर्वर दिए गए हैं। वहीं, ब्रेकिंग के लिए इसके फ्रंट में डुअल डिस्क ब्रेक्स और रियर सिंगल डिस्क ब्रेक मिलते हैं।
पैसेंजर व्हीकल्स पर GST रेट्स में बदलाव के बाद ऑटोमोबाइल कंपनियां अपनी कारों के दाम घटाने का ऐलान कर रही हैं। मारुति सुजुकी ने भी फेस्टिव सीजन से पहले अपनी कारों की कीमत में कटौती का ऐलान किया है। इससे छोटी कारों से लेकर SUV तक सभी किफायती हो जाएंगी। नई कीमतें 22 सितंबर 2025 से लागू होंगी। मीडिया रिपोर्ट्स में GST कट के बाद सभी मॉडल्स की वैरिएंट वाइस नई कीमतों की लिस्ट सामने आई है। हम यहां मारुति की सभी गाड़ियों के सभी वैरिएंट्स की नई कीमत शेयर कर रहे हैं... मारुति सुजुकी ऑल्टो K10 मारुति की पॉपुलर एंट्री-लेवल हैचबैक ऑल्टो K10 के टॉप-एंड VXI+ पेट्रोल वैरिएंट की कीमत में 52,000 रुपए और VXI CNG वैरिएंट की कीमत में 53,000 रुपए की कटौती की गई है। मारुति सुजुकी एस-प्रेसो मारुति सुजुकी एस-प्रेसो का टॉप-एंड CNG वैरिएंट 53,000 रुपए की सस्ता होगा, जबकि बेस मॉडल की कीमत में 37,000 रुपए की कटौती की जाएगी। मारुति सुजुकी वैगन-आर मारुति सुजुकी के सबसे ज्यादा बिकने वाले मॉडलों में से एक वैगन-आर के ZXI+ वैरिएंट की कीमत में 64,000 रुपए की कटौती की गई है। मारुति सुजुकी सेलेरियो भारत में सबसे ज्यादा माइलेज वाली कार मारुति सुजुकी सेलेरियो के कुछ वैरिएंट की कीमत में 64 हजार रुपए तक की कटौती की गई है। मारुति सुजुकी ईको मारुति सुजुकी की पॉपुलर MPV ईको को AC वैरिएंट की कीमत में 60,000 रुपए तक की कटौती की गई है। मारुति सुजुकी स्विफ्ट मारुति सुजुकी स्विफ्ट 1.06 लाख रुपए तक सस्ती हो गई है, जिससे इस पॉपुलर हैचबैक की वेल्यू और डिमांड बढ़ गई है। मारुति सुजुकी अर्टिगा मारुति सुजुकी की सबसे ज्यादा बिकने वाली MPV अर्टिगा के टॉप-एंड वैरिएंट की कीमत में 47,000 रुपए की कटौती की गई है। मारुति सुजुकी डिजायर भारत की सबसे लोकप्रिय कॉम्पैक्ट सेडान डिजायर के हायर वैरिएंट्स की कीमतों में 87,000 रुपए तक की कटौती की गई है। मारुति सुजुकी ब्रेजा कॉम्पैक्ट एसयूवी मारुति सुजुकी ब्रेजा के हायर ट्रिम्स की कीमत में 48,000 रुपए तक की कटौती की गई है। मारुति सुजुकी इग्निस मारुति सुजुकी इग्निस के टॉप वैरिएंट पर 69,000 रुपए और बेस मॉडल पर 50,000 रुपए तक की की गई है। मारुति सुजुकी बलेनो मारुति सुजुकी की प्रीमियम हैचबैक बलेनो की कीमत में 80,000 रुपए की कटौती की जाएगी। मारुति सुजुकी फ्रोंक्स मारुति सुजुकी फ्रॉन्क्स की कीमत में 1.11 लाख रुपए तक की कटौती की जाएगी। मारुति सुजुकी जिम्नी मारुति सुजुकी की ऑफ-रोड SUV जिम्नी 52,000 रुपए तक की कीमत में कटौती की गई है। मारुति सुजुकी ग्रैंड विटारा मिड साइज SUV ग्रैंड विटारा कीमत में 68,000 रुपए तक की कटौती के साथ अन्य SUV के लिए और भी अधिक मजबूत कॉम्पिटिटर बन गई है। मारुति सुजुकी XL6 मारुति सुजुकी की प्रीमियम एमपीवी XL6 की कीमत में 52,000 रुपए तक की कटौती की गई है। मारुति सुजुकी इनविक्टो प्रमुख मारुति सुजुकी ने इनविक्टो में टॉप-एंड हाइब्रिड वैरिएंट पर कीमत में 61,000 रुपए तक की कटौती की है। डिस्क्लेमर: सभी एक्स-शोरूम कीमतें दिल्ली की हैं। स्थानीय के लिए अपने स्थानीय डीलर से संपर्क करें, क्योंकि ये अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग हो सकते हैं।
BMW मोटर्राड ने अपनी पावरफुल सुपरनेकेड बाइक S 1000 R का 2026 मॉडल भारत में लॉन्च कर दिया है। इसकी शुरुआती कीमत 19.90 लाख रुपए (एक्स-शोरूम) है। इस बार बाइक में कई बड़े बदलाव देखने को मिले हैं। खास तौर पर इसका नया स्प्लिट-हेडलाइट डिजाइन, जो इसे S 1000 RR सुपरस्पोर्ट बाइक के और करीब लाता है। पहले S 1000 R के सिंगल वर्टिकल हेडलाइट डिजाइन को लेकर कुछ फैंस खुश नहीं थे, क्योंकि यह G 310 R जैसी छोटी बाइक से मिलता-जुलता था। लेकिन 2026 मॉडल में BMW ने इसे पूरी तरह बदल दिया। अब नया स्प्लिट-हेडलाइट डिजाइन इसे और S 1000 RR जैसा बनाता है। दमदार इंजन और परफॉर्मेंस S 1000 R फीचर्स यह बाइक कई शानदार फीचर्स के साथ आती है, जैसे LED लाइट्स, हेडलाइट प्रो, M क्विक एक्शन थ्रॉटल और ड्रैग टॉर्क कंट्रोल। यह सिस्टम तेजी से थ्रॉटल बंद होने या रियर व्हील के फिसलने पर बाइक को स्थिर रखता है। इसके अलावा इसमें तीन राइडिंग मोड्स (रोड, रेन, और डायनामिक) और 6.5-इंच का TFT डिस्प्ले भी मिलता है। वेरिएंट्स और M स्पोर्ट पैकेज S 1000 R तीन वेरिएंट्स में अवेलेबल है- स्टैंडर्ड, स्टाइल स्पोर्ट और M स्पोर्ट पैकेज। स्टैंडर्ड और स्टाइल स्पोर्ट में ब्लैक कलर मिलता है, जबकि स्टाइल स्पोर्ट में ब्लू कलर का ऑप्शन भी है, जिसमें ग्रीन-यलो कलर की हाइलाइट्स हैं। M स्पोर्ट पैकेज इस बाइक को और खास बनाता है। इसमें M-ट्राइकलर लिवरी, M स्पोर्ट सीट, M फ्यूल-फिलर कैप, M स्पोर्ट एग्जॉस्ट, लाइटवेट बैटरी, M एंड्योरेंस चेन और फोर्ज्ड व्हील्स मिलते हैं। रियर टायर का साइज भी 190mm से बढ़कर 200mm हो गया है। यह पैकेज बाइक का वजन 3 किलो कम करता है। BMW दो एडिशनल पैकेज भी ऑफर कर रही BMW S 1000 R का किन बाइक्स से मुकाबला? 19.90 लाख रुपए की शुरुआती कीमत के साथ S 1000 R का मुकाबला होंडा CB1000 हॉर्नेट SP (12.36 लाख रुपए), ट्रायम्फ स्पीड ट्रिपल 1200 RS (20.39 लाख रुपए) और डुकाटी स्ट्रीटफाइटर V4 (24.62 लाख रुपए) से होगा।
अमेरिका में टिकटॉक पर बैन लगाने की डेडलाइन अब 16 दिसंबर कर दी गई है। यह डेडलाइन 17 सितंबर को खत्म हो रही थी, इससे पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इसे 3 महीने बढ़ाने का ऐलान कर दिया। यह चौथी बार है जब ट्रम्प ने बैन की डेडलाइन बढ़ाई है। ट्रम्प के इस ऐलान से एक दिन पहले (15 सितंबर) ही अमेरिका और चीन के बीच मैड्रिड में ऐप से जुड़ी दिक्कतों को सुलझाने के लिए एक 'फ्रेमवर्क' पर सहमति बनने की बात सामने आई थी। इसकी जानकारी चीन के सीनियर ट्रेड नेगोशिएटर ली चेंगगांग ने दी थी। ट्रम्प ने कहा- डील लगभग हो गई है ट्रम्प ने सोमवार को ट्रुथ सोशल पर पोस्ट किया कि ऐप अमेरिका में चलेगा या नहीं यह डील लगभग हो गई है। कुछ घंटों बाद फिर ट्रम्प ने रिपोर्टर्स से कहा कि वे शुक्रवार को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मिलेंगे, इसमें कन्फर्म हो जाएगा कि ऐप में चीनी हिस्सेदारी बचेगी या नहीं। दरअसल, 2024 में अमेरिकी संसद ने एक कानून पास किया, जो कहता है कि टिकटॉक के चाइनीज ओनर बाइटडांस को अपना अमेरिकी बिजनेस बेचना पड़ेगा वरना ऐप बैन हो जाएगा। इस बिल को पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन ने साइन किया था। टिकटॉक पर अमेरिका-चीन में क्या टेंशन है? चीन और अमेरिका डील पर क्या कर रहे हैं? टिकटॉक भारत में जून 2020 से बैन है भारत में जून 2020 में टिकटॉक बैन कर दिया गया था। भारत सरकार ने चीनी एप्लिकेशन को देश की संप्रभुता और सुरक्षा के लिए खतरा बताया था। भारत-चीन सीमा पर सैन्य झड़प के बाद भारत ने टिकटॉक सहित 59 चीनी एप्स पर बैन लगाया था। भारत में अब तक 500 से ज्यादा चाइनीज एप्स पर प्रतिबंध लग चुका है। चाइनीज कंपनी के वीडियो एप टिकटॉक पर पोर्नोग्राफी को बढ़ावा देने के आरोप थे। इसके अलावा उस पर भारतीयों का डेटा चोरी करने के आरोप का भी सामना करना पड़ा था। सबसे पहले मद्रास हाईकोर्ट ने इस पर बैन लगाया था। हाईकोर्ट से बैन होने के बाद टिकटॉक की पेरेंट कंपनी बाइटडांस ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी। उसने भी मद्रास हाईकोर्ट का ऑर्डर बहाल रखा था। भारत में बैन की वजह से इसकी पेरेंट कंपनी बाइटडांस को रोज 5 लाख डॉलर (3.50 करोड़ रुपए) का नुकसान हो रहा है। मद्रास हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार को आदेश दिया था कि टिकटॉक की डाउनलोडिंग पर रोक लगाई जाए, इससे पोर्नोग्राफी को बढ़ावा मिल रहा है। इसके बाद सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने एपल को गूगल को अपने ऑनलाइन स्टोर से टिकटॉक हटाने के लिए कहा था। दोनों कंपनियों ने ऐप हटा दिया। उस वक्त देश में टिकटॉक के 24 करोड़ यूजर थे।
भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) ने अपने यूजर्स के लिए सस्ता मंथली प्लान लॉन्च किया है। सरकारी टेलीकॉम कंपनी ने इस नए प्रीपेड प्लान की कीमत 199 रुपए रखी है। BSNL की वेबसाइट के अनुसार, इस प्लान 28 दिन की वैलिडिटी के साथ पेश किया है। यूजर्स को हर दिन 2GB इंटरनेट डेटा मिलेगा। डेली 2GB डेटा खत्म होने के बाद भी आप 40kbps की स्पीड पर इंटरनेट चला सकेंगे। इसके अलावा अनलिमिटेड फ्री कॉलिंग और हर दिन 100 SMS भी मिलेंगे। BSNL का प्लान सस्ता लेकिन डेटा 4G मिलेगा फिलहाल देश में रिलायंस जियो, एयरटेल या Vi जैसी कोई भी प्राइवेट टेलीकॉम कंपनी 2GB डेली डाटा वाला प्लान 200 रुपए से कम प्राइस पर नहीं दे रही है। हालांकि, BSNL में 4G इंटरनेट डेटा मिलता है, जबकि अन्य कंपनियां 5G डेटा दे रही हैं। BSNL के कस्टमर लगातार कम हो रहे टेलीकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) के जुलाई 2025 के आंकड़ों के अनुसार, BSNL और MTNL लगातार सब्सक्राइबर खो रही हैं। जुलाई में BSNL के 1.01 लाख ग्राहक कम हुए, वहीं MTNL के भी सब्सक्राइबर घटे। अब पब्लिक सेक्टर टेलीकॉम कंपनियों का मार्केट शेयर 8% से भी कम रह गया है। रिपोर्ट के अनुसार, जियो ने जुलाई में सबसे ज्यादा 4.83 लाख नए मोबाइल ग्राहक जोड़े हैं। एयरटेल ने जुलाई में 4.64 लाख नए मोबाइल यूजर्स जोड़े। जबकि वोडाफोन आइडिया के सब्सक्राइबर्स में गिरावट देखने को मिली है। वोडाफोन आइडिया (Vi) के जुलाई में 3.59 लाख मोबाइल ग्राहक घटे हैं।
मारुति सुजुकी ने अपनी नई कॉम्पैक्ट एसयूवी विक्टोरिस को भारत में लॉन्च कर दिया है। 2023 में लॉन्च हुई ग्रैंड विटारा के बाद मारुति की दूसरी मिड-साइज एसयूवी है। इसे कंपनी के एरिना डीलरशिप नेटवर्क बेचा जाएगा। कंपनी ने इसकी शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत ₹10.50 लाख रुपए रखी है। इसे 6 वैरिएंट्स- LXI, VXI, ZXI, ZXI(O), ZXI प्लस और ZXI+ (O) में पेश किया गया है। स्लीक एक्सटीरियर डिजाइन और मॉर्डन इंटीरियर के साथ विक्टोरिस में कई सारे नए फीचर्स भी दिए गए हैं, जिनमें बड़ी टचस्क्रीन, डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले हाइब्रिड और CNG ऑप्शन के साथ लेवल-2 ADAS सेफ्टी फीचर भी शामिल है। कार को भारत एनकैप ने क्रैश टेस्ट में 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग मिल चुकी है। इसका डिजाइन इलेक्ट्रिक एसयूवी ई-विटारा से लिया गया है। कंपनी ने इसे 3 सितंबर को रिवील किया था। कार का मुकाबला हुंडई क्रेटा, किआ सेल्टोस, टोयोटा अर्बन क्रूजर हायराइडर, एमजी एस्टर और होंडा इलिवेट जैसी गाड़ियों से रहेगा। डिजाइन: मॉडर्न और बोल्ड लुक विक्टोरिस में सामने की तरफ चंकी एलईडी हेडलाइट्स हैं, जो एक पतली ग्रिल कवर से जुड़ी हुई हैं और ऊपर क्रोम स्ट्रिप है। बॉडी के चारों तरफ मोटी प्लास्टिक क्लैडिंग दी गई है, जो इसे रफ एंड टफ लुक देती है, साथ ही सिल्वर स्किड प्लेट भी लगी है। साइड प्रोफाइल में 18-इंच अलॉय व्हील्स, सिल्वर रूफ रेल्स और स्क्वेयर्स-ऑफ बॉडी क्लैडिंग है, जो इसे स्पोर्ट लुक देते हैं। पीछे की तरफ सेगमेंटेड एलईडी लाइट बार है और 'VICTORIS' की बैजिंग दी गई है। कुल मिलाकर, यह डिजाइन मॉडर्न और प्रीमियम लगता है, जो शहर की सड़कों से लेकर हाईवे तक सूट करेगा। इंटीरियर की बात करें तो डैशबोर्ड टेक-फोकस्ड है, जिसमें 10.25-इंच इंफोटेनमेंट टचस्क्रीन, डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले और थ्री-स्पोक स्टीयरिंग व्हील है। यह 5-सीटर कैबिन देती है, जिसमें फैमिली के लिए काफी स्पेस है। लेदरेट सीट अपहोल्स्ट्री, एम्बिएंस लाइटिंग और ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल जैसे फीचर्स इसे कम्फरटेबल बनाते हैं। इंजन और परफॉर्मेंस: तीन ऑप्शन मिलेंगे विक्टोरिस में तीन तरह के पावरट्रेन दिए गए हैं, जो हर तरह के ग्राहक की जरूरत पूरी करेंगे: ये सभी ऑप्शन्स फ्यूल-एफिशिएंट हैं, जो मारुति की खासियत है। डाइमेंशन्स की डिटेल्स अभी पूरी तरह कन्फर्म नहीं हैं, लेकिन यह मिड-साइज होने से ब्रेजा से बड़ी और ग्रैंड विटारा से कॉम्पैक्ट लगेगी। फीचर्स और सेफ्टी: पैनोरमिक सनरूफ और लेवल 2 ADAS विक्टोरिस फीचर्स के मामले में टॉप क्लास है। इंफोटेनमेंट में 10.25-इंच टचस्क्रीन है, जो वायरलेस एप्पल कारप्ले और एंड्रॉयड ऑटो सपोर्ट करती है। 8-स्पीकर साउंड सिस्टम डॉल्बी एटमॉस के साथ आता है, साथ ही कनेक्टेड कार टेक्नोलॉजी भी है। कम्फर्ट फीचर्स में वेंटिलेटेड फ्रंट सीट्स, पैनोरमिक सनरूफ, वायरलेस चार्जर, 8-वे इलेक्ट्रिकली एडजस्टेबल ड्राइवर सीट, हेड्स-अप डिस्प्ले, कैबिन एयर फिल्टर और पावर्ड टेलगेट शामिल हैं। सेफ्टी की बात करें तो यह मारुति की पहली कार है जिसमें लेवल 2 ADAS (एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम) है। स्टैंडर्ड फीचर्स में 6 एयरबैग्स, ABS विद EBD , ट्रैक्शन कंट्रोल, ब्रेक असिस्ट, हिल होल्ड कंट्रोल और आईएसओफिक्स चाइल्ड सीट एंकरेज हैं। हायर वैरिएंट्स में 360-डिग्री कैमरा, टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS) है। इस कार को भारत एनकैप क्रैश टेस्ट में 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग दी है।
शाओमी के सब-ब्रैंड पोको ने आज (15 सितंबर) पोको M7 प्लस का नया 4GB रैम वैरिएंट भारतीय बाजार में लॉन्च किया है। मोबाइल 7000mAh बैटरी के साथ आता है। कंपनी ने पिछले महीने ही इस फोन को 6GB रैम के साथ 13,999 रुपए की शुरुआती कीमत में लॉन्च किया था। नए वैरिएंट की कीमत 10,999 रुपए रखी गई है। इसके साथ ही ये फोन भारत में 7000mAh बैटरी वाला सबसे सस्ता फोन है। मोबाइल 50 मेगापिक्सल कैमरा और 6.9 इंच फुल HD डिस्प्ले के साथ आता है। इसे 22 सितंबर से खरीदा जा सकेगा। पोको M7 प्लस फोन को ग्राहक क्रोम सिल्वर, कार्बन ब्लैक और एक्वा ब्लू कलर में खरीद सकते हैं। मोबाइल IP64 रेटिंग वाला है, जो हल्की फुल्की पानी की बौछारों से बचाता है। पोको M7 प्लस : स्पेसिफिकेशन्स डिस्प्ले: फोन में 2340x1080 पिक्सल रेजोल्यूशन वाली 6.9-इंच की फुल HD+ डिस्प्ले दी गई है। LCD पैनल पर बनी डिस्प्ले 144Hz अडेप्टिव रिफ्रेश रेट सपोर्ट करती है। इसकी पीक ब्राइटनेस 850 निट्स है। कैमरा: फोटोग्राफी के लिए फोन के बैक पैनल पर LED फ्लैश के साथ डुअल कैमरा सेटअप दिया गया है। इसमें 50 मेगापिक्सल मेन सेंसर और सेकेंडरी AI लेंस शामिल हैं। वहीं सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए 8 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा दिया गया है। परफॉर्मेंस: फोन में क्वालकॉम का 6Nm फेब्रिकेशन्स पर बना स्नैपड्रैगन 6s जेन 3 चिपसेट दिया गया है। गेमिंग के दौरान इसे ठंडा रखने के लिए 9178mm ग्रेफाइट कूलिंग सिस्टम लगाया गया है। इसमें इन्फ्रारेड सेंसर भी है, जिससे यह टीवी रिमोट की तरह काम करता है। पावरबैकअप: पोको एम7 प्लस में 7000mAh की बैटरी है। फोन चार्ज करने के लिए 33W फास्ट चार्जिंग तकनीक दी गई है। फोन 18W रिवर्स चार्जिंग टेक्नोलॉजी भी सपोर्ट करता है। यानी इस मोबाइल से स्मार्टवॉच या ईयरबड्स जैसे डिवाइस चार्ज किए जा सकते हैं।
टेक कंपनी ओप्पो ने मिड रेंज में नई स्मार्टफोन सीरीज F31 को भारत में लॉन्च कर दिया है। इसमें ओप्पो F31, ओप्पो F31 प्रो और ओप्पो F31 प्रो प्लस मॉडल शामिल हैं। फोन में मिलिट्री ग्रेड बॉडी के साथ 7000mAh की बड़ी बैटरी, दमदार परफॉरमेंस और 50MP का कैमरा दिया गया है। इसमें 80W फास्ट चार्जिंग और IP69 रेटिंग भी है। ओप्पो F31 सीरीज की शुरुआती कीमत 22,999 रुपए रखी गई है। इसकी सेल 27 सितंबर 2025 से ऑफलाइन रिटेल स्टोर्स, ओप्पो E-स्टोर, फ्लिपकार्ट और अमेजऑन पर शुरू की जाएगी। प्री-बुकिंग और सेल के पहले दिन फोन लेने पर बैंक डिस्काउंट्स और एक्सचेंज बोनस मिलेगा। कंपनी 180 दिन का फ्री प्रोटेक्शन पैक भी दे रही है, जिसमें एक्सीडेंटल डेमेज, लिक्विड डेमेज और फ्री स्क्रीन डेमेज प्रोटेक्शन मिलेगा।
इलॉन मस्क की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी xAI ने करीब 500 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। इनमें वो टीम भी शामिल है जो ग्रोक चैटबॉट को ट्रेन करती थी। कंपनी ने ये कदम अचानक किए गए रीस्ट्रक्चरिंग के तहत उठाया है। बिजनेस इनसाइडर ने इस बात की जानकारी दी है। रिपोर्ट के अनुसार, इस रीस्ट्रक्चरिंग के साथ xAI अब स्पेशलिस्ट ट्यूटर्स पर फोकस करना चाहती है, न कि जनरल रोल्स पर। कंपनी अब साइंस, कोडिंग, फाइनेंस, लॉ और मीडिया जैसे एरिया में एक्सपर्टाइज वाले कर्मचारियों को हायर करना चाहती है। ये लोग जनरल काम करने वाले लोगों की जगह लेंगे जो टेक्स्ट, ऑडियो और वीडियो जैसे कई फॉर्मेट्स पर काम करते थे। कंपनी ने कर्मचारियों को एक इंटरनल ईमेल भेजा, जिसमें कहा गया कि जनरल ट्यूटर रोल्स को खत्म किया जा रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, कर्मचारियों को 30 नवंबर तक या उनके ओरिजनल कॉन्ट्रैक्ट की समाप्ति तारीख तक पेमेंट किया जाएगा। हालांकि, निकाले गए कर्मचारियों का सिस्टम एक्सेस उसी दिन (13 सितंबर) को बंद कर दिया गया। xAI की शुरुआत इन 12 लोगों ने की थी... अब केवल 1000 कर्मचारी रह जाएंगे टेकस्पॉट की एक रिपोर्ट के अनुसार, xAI की एनोटेशन टीम में 1,500 से ज्यादा कर्मचारी थे, जो अब 1000 रह जाएंगे। ये कर्मचारी डेटा को लेबल और ऑर्गनाइज करके ग्रोक को ट्रेन करने में मदद करते थे। इस डेटा का इस्तेमाल चैटबॉट को सवालों के जवाब देने और कंटेंट समझने के लिए सिखाने में होता है। टीम लीड का स्लैक एक्सेस खत्म हुआ कई सीनियर मैनेजर, जिनमें पूर्व टीम लीड भी शामिल थे, उनका स्लैक एक्सेस खत्म हो गया और कई कर्मचारियों को उनके प्रोजेक्ट्स और परफॉर्मेंस पर एक-एक करके रिव्यू मीटिंग्स के लिए बुलाया गया। शनिवार को, xAI ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किया: xAI में स्पेशलिस्ट AI ट्यूटर्स बहुत वैल्यू जोड़ रहे हैं। हम अपनी स्पेशलिस्ट AI ट्यूटर टीम को तुरंत 10 गुना बढ़ाएंगे। एक महिने पहले को फाउंडर बाबुश्किन ने छोड़ी थी कंपनी करीब एक महिने पहले xAI के को-फाउंडर और पूर्व इंजीनियरिंग हेड इगोर बाबुश्किन ने कंपनी छोड़ दी थी। तब इगोर ने कहा था कि AI सेफ्टी और रिसर्च पर काम करने के लिए 'बाबुश्किन वेंचर्स' शुरू करेंगे। रिजाइन करने के बाद X पर एक पोस्ट में, बाबुश्किन ने कहा कि वह अपने मिशन के 'द नेक्स्ट चैप्टर' को आगे बढ़ाने के लिए कंपनी छोड़ रहे हैं। हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इस तरीके से डेवलप करना चाहते हैं, जो मानवता के लिए सुरक्षित और लाभकारी हो। पूरी खबर पढ़ें... 9 मार्च 2023 को एलन मस्क ने बनाई थी कंपनी xAI के बारे में पहली जानकारी अप्रैल 2023 में सामने आई थी। तब द वॉल स्ट्रीट जर्नल ने बताया था कि इलॉन मस्क ने 9 मार्च 2023 को xAI नाम की नई कंपनी बनाई है। अमेरिका के टेक्सास शहर के नेवादा में कंपनी का हेडक्वॉर्टर है और मस्क इसके एकमात्र लिस्टेड डायरेक्टर हैं। मस्क के फैमिली ऑफिस के डायरेक्टर जेरेड बिर्चेल को कंपनी का सेक्रेटरी बनाया गया है। लॉन्च डेट की दिलचस्प कहानी मस्क ने हिंट दी कि xAI की शुरुआत की घोषणा करने के लिए उन्होंने 12 जुलाई 2023 को क्यों चुना। अपने ट्वीट में उन्होंने कहा कि डेट '7-12-23 जोड़ने पर 42 आता है।' दरअसल, डगलस एडम्स की एक साइंस फिक्शन क्लासिक है द हिचहाइकर गाइड टु द गैलेक्सी। इसमें 42 नंबर को जीवन, ब्रह्मांड और हर एक चीज का जवाब बताया गया है।
दुनिया के सबसे अमीर बिजनेसमैन इलॉन मस्क की सेटेलाइट इंटरनेट देने वाली कंपनी स्टारलिंक की सर्विस आज (15 सितंबर) दुनियाभर में डाउन हो गई है। इससे यूजर्स सेटेलाइट से इंटरनेट इस्तेमाल करने में परेशानी हो रही है। डाउनडिटेक्टर के मुताबिक, सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस में 14 सितंबर सुबह 10:47 बजे से खराबी शुरू हुई। इस आउटेज ट्रैकिंग वेबसाइट के अनुसार, करीब 45,000 यूजर्स ने प्लेटफॉर्म पर इस समस्या की शिकायत की हैं। अमेरिका में आउटेज का सबसे ज्यादा असर डाउनडिटेक्टर.इन, वेबसाइटों और ऑनलाइन सर्विसेज के रियल टाइम में आउटेज यानी समस्याओं को ट्रैक करने वाला एक प्लेटफॉर्म है। इसने बताया कि, इस आउटेज का असर सबसे ज्यादा अमेरिका में हुआ है। अमेरिका में एरिजोना, नेवादा और यूटा जैसे कई दूसरे राज्यों में यूजर्स को कनेक्टिविटी की दिक्कत हो रही है। इसके अलावा वर्जीनिया, लुइसियाना, इंडियाना के साथ-साथ कोलंबिया जैसे अंतरराष्ट्रीय स्थानों से भी ऐसी रिपोर्टें आई हैं। 40% लोगों ने टोटल ब्लैकआउट की शिकायत की डाउनडिटेक्टर के मुताबिक, लगभग 59% लोगों को इंटरनेट कनेक्शन में दिक्कत हो रही है। वहीं 40% लोगों ने तो टोटल ब्लैकआउट की शिकायत की है और लगभग 1% ने बताया है कि उन्हें कनेक्शन में दिक्कत हो रही है। हमारी टीम जांच कर रही इंटरनेट कंपनी ने अपनी वेबसाइट पर कहा, 'स्टारलिंक इस समय सेवा में रुकावट का सामना कर रही है। हमारी टीम इसकी जांच कर रही है।' स्पेसएक्स ने अभी तक इस रुकावट का सही कारण नहीं बताया है और न ही इसे ठीक करने का कोई टाइमलाइन दिया है। यूजर्स को सलाह दी गई है कि वे लाइव आउटेज मैप चेक करते रहें ताकि सर्विस के ठीक होने की अपडेट मिल सके। यूजर्स को कंपनी की सलाह भारत में हाई-स्पीड सैटेलाइट इंटरनेट ट्रायल शुरू करेगी स्टारलिंक इलॉन मस्क की कंपनी स्टारलिंक को भारत में हाई स्पीड सैटेलाइट इंटरनेट का ट्रायल शुरू करने की मंजूरी मिल गई है। मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक टेलीकॉम डिपार्टमेंट ने सैटेलाइट को ट्रायल के लिए प्रोविजनल स्पेक्ट्रम दिया है। ये स्पेक्ट्रम कंपनी को 6 महीने के लिए ट्रायल चलाने की इजाजत देता है। कंपनी अब भारत में 10 जगहों पर बेस स्टेशन बनाएगी, जिसमें मुंबई मुख्य केंद्र होगा। इसके अलावा स्टारलिंक ने इक्विपमेंट इंपोर्ट करने के लिए लाइसेंस भी मांगा है, जिसमें लैंडिंग स्टेशन हार्डवेयर भी शामिल है। यह हार्डवेयर सैटेलाइट सिग्नल को जमीन के नेटवर्क से जोड़ेगा। ट्रायल के दौरान सिक्योरिटी और टेक्निकल स्टैंडर्ड्स की जांच होगी, इसके बाद स्टारलिंक हाई स्पीड सैटेलाइट इंटरनेट ऑफिशियली लॉन्च कर सकती है। सैटेलाइट्स से आप तक कैसे पहुंचता है इंटरनेट?
टीवीएस मोटर्स ने अपने सबसे पॉपुलर स्कूटर जुपिटर 110 का स्टारडस्ट ब्लैक एडिशन मॉडल लॉन्च कर दिया है। इसकी कीमत 94,511 रुपए (एक्स-शोरूम, दिल्ली) रखी गई है। यह टॉप वैरिएंट डिस्क SXC पर बेस्ड है और जुपिटर 110 लाइनअप में सबसे महंगा स्कूटर है। कंपनी ने इस स्पेशल एडिशन को कॉस्मेटिक चेंजेस के साथ पेश किया है। स्पेशल एडिशन में स्टारडस्ट ब्लैक कलर के साथ ब्रॉन्ज कलर की बैजिंग और क्रोम एग्जॉस्ट हीट शील्ड दिए गए हैं। इसके अलावा स्कूटर में सभी फीचर्स डिस्क SXC वैरिएंट वाले ही दिए हैं। स्कूटर में स्टैंडर्ड मॉडल की तरह इमरजेंसी स्टॉप सिग्नल, ऑटो-कट टर्न इंडिकेटर, डिस्टेंस टू एम्प्टी, वॉइस कमांड्स, हैजर्ड लैंप और फॉलो-मी हेडलैंप जैसे फीचर मिलते हैं। भारत में इसका मुकाबला होंडा एक्टिवा स्मार्ट रहेगा। ऑल न्यू डिजाइन : LED हेडलैंप के साथ नया लाइट बार डिजाइन की बात करें तो इसमें स्टैंडर्ड मॉडल की तरह ही नए LED हेडलैंप, फ्रंट एप्रिन पर इंटीग्रेटेड टर्न इंडिकेटर्स के साथ LED लाइट बार और हेजार्ड लैंप दिए गए हैं। पीछे की तरफ एक LED लाइट बार लगी है, जो इमरजेंसी ब्रेक लाइट अलर्ट और इंटीग्रेटेड टर्न इंडिकेटर से लैस है। टीवीएस ने ग्लॉस ब्लैक प्लास्टिक पर खास ध्यान दिया है, क्योंकि इससे स्कूटर पर आसानी से खरोंच नहीं आते हैं। इसके अलावा, टीवीएस का कहना है कि सीट अब सेगमेंट में सबसे बड़ी है और यह पहले की तरह मेटल बॉडी पैनल के साथ आती है। स्कूटर में मेटियोर रेड ग्लॉस, टाइटेनियम ग्रे मैट, लूनर व्हाइट ग्लॉस, स्टारलाइट ब्लू ग्लॉस, गैलेक्टिक कॉपर मैट, ट्वाईलाइट पर्पल ग्लॉस और डॉन ब्लू मैट कलर ऑप्शन मिलते हैं। फीचर्स : ऑल LED लाइटिंग सेटअप के साथ फॉलो-मी हेडलैंप्स पुरानी जनरेशन का जुपिटर काफी कम फीचर के साथ आती थी, लेकिन अपडेटेड मॉडल में काफी सारे फीचर और टेक्नोलॉजी दी है, जिससे यह दूसरे 110CC स्कूटर को कड़ी टक्कर दे रहा है। इसमें इंटीग्रेटेड टर्न इंडिकेटर के साथ ऑल LED लाइटिंग सेटअप फॉलो-मी हेडलैंप्स के साथ दिया गया है। इसमें कलर LCD इंस्ट्रूमेंट कंसोल दिया गया है, जो TVS के स्मार्ट एक्स-कनेक्ट के जरिए स्मार्टफोन कनेक्टिविटी सपोर्ट करता है और इसमें ब्लूटूथ के जरिए कॉल/SMS अलर्ट, नेविगेशन, वॉयस असिस्टेंस, मोबाइल चार्जर और हजार्ड लाइट भी मिलती है। इसमें ‘फाइंड मी’ फीचर भी दिया गया है। नए जुपिटर स्कूटर की सीट की लंबाई 756 मिलीमीटर है, जिससे इस पर राइडर और एक पैसेंजर आराम से बैठ सकते हैं। इसका अंडरसीट स्टोरेज 33 लीटर है जो पुरानी जनरेशन के 21 लीटर से ज्यादा है। स्कूटर में आगे की तरफ फ्यूल फिलिंग ऑप्शन दिया गया है। हार्डवेयर :130mm ड्रम ब्रेक स्टैंडर्ड और 220mm फ्रंट डिस्क ऑप्शनल टीवीएस ने नए हाइब्रिड स्कूटर में कंफर्ट राइडिंग के लिए फ्रंट में ट्विन टेलीस्कोपिक फोर्क्स और रियर में गैस चार्ज्ड शॉक एब्जॉर्बर सस्पेंशन दिए हैं। स्कूटर में दोनों तरफ 12-इंच के वील्स दिए गए हैं। ब्रेकिंग की बात करें तो, अपडेटेड जुपिटर के दोनों व्हील में 130mm के ड्रम ब्रेक स्टैंडर्ड मिलते हैं। इसके अलावा, आपको 220mm के फ्रंट डिस्क ब्रेक का ऑप्शन मिलेगा। परफॉर्मेंस : 10% ज्यादा माइलेज और 82kmph टॉप स्पीड टीवीएस ने नई जूपिटर में 109.7cc इंजन की जगह एयर-कूल्ड और फ्यूल इंजेक्शन टेक्नोलॉजी के साथ 113.3cc का न्यू जनरेशन सिंगल सिलेंडर, 4 स्ट्रोक दो वॉल्व इंजन दिया गया है। यह 5,000rpm पर 7.91hp की मैक्सिमम पावर और 5,000rpm पर 9.2Nm का टॉर्क जेनरेट करता है। TVS इस इंजन के साथ इलेक्ट्रिक असिस्ट और माइक्रो-हाइब्रिड तकनीक दे रही है। इसमें रफ्तार बढ़ाते समय इंटीग्रेटेड स्टार्टर जेनरेटर (ISG) की मदद से एक छोटा इलेक्ट्रिक बूस्ट मिलता है। इससे स्कूटर की पीक पावर 8hp और टॉर्क 9.8Nm तक बढ़ जाती है। कंपनी का दावा है कि नए जुपिटर के iGO Assist फीचर से 10% ज्यादा माइलेज मिलेगी। इसकी टॉप स्पीड 82kmph है।
आईफोन 17 प्रो और 17 प्रो मैक्स की भारत में बुकिंग शुरू होते ही शॉर्टेज हो गई है। रिटेलर्स का कहना है कि अगर आप आईफोन 17 प्रो या प्रो मैक्स खरीदने की सोच रहे हैं, तो कम से कम एक हफ्ते रुकना पड़ सकता है। कंपनी ने 9 सितंबर को एनुअल इवेंट में आईफोन 17 सीरीज लॉन्च करने के बाद 12 सितंबर को स्मार्टफोन्स की प्री-बुकिंग शुरू की थी। आईफोन 17 की शुरुआती कीमत 82,900 रुपए है और 19 सितंबर से इनकी बिक्री शुरू होगी। रिटेल नेटवर्क बढ़ने से टॉप मॉडल्स की सप्लाई में कमी मनी कंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार, कुछ बड़े रिटेल स्टोर्स ने कहा है कि उनके पास आईफोन के टॉप मॉडल्स की सप्लाई बहुत कम है, जो लोग ये हाई-एंड मॉडल्स चाहते हैं, उन्हें एपल स्टोर्स या ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स से खरीदना पड़ सकता है। रिपोर्ट के अनुसार ये कमी इसलिए हुई, क्योंकि एपल ने अपना रिटेल नेटवर्क बढ़ाकर 500 शहरों तक पहुंचा दिया है, जिससे हर स्टोर को मिलने वाले आईफोन 17 प्रो और प्रो मैक्स की संख्या कम हो गई है। रिटेलर्स का कहना है कि ज्यादातर स्टॉक बेस मॉडल्स के लिए है। मिसाल के तौर पर अगर किसी स्टोर को 500 फोन मिलते हैं, तो उनमें से सिर्फ 50 प्रो और 10 प्रो मैक्स होते हैं। 512GB और 1TB जैसे हाई-कैपेसिटी मॉडल्स तो और भी कम मिल रहे हैं। इस बीच, बिक्री शुरू होने के बाद एपल स्टोर्स पर ग्राहकों की अच्छी-खासी भीड़ आने की उम्मीद है। हालांकि, कंपनी ने इस महीने की शुरुआत में बेंगलुरु और पुणे में दो नए स्टोर खोलकर अपने रिटेल नेटवर्क का विस्तार किया। आईफोन 17 प्रो और प्रो मैक्स की डिमांड ज्यादा कंपनी का बेस मॉडल के प्रोडक्शन पर ज्यादा फोकस एपल की सेल्स स्ट्रैटेजी से जुड़े कुछ लोगों ने बताया कि प्रो मॉडल्स की शॉर्टेज एपल, रिटेलर्स या डिस्ट्रीब्यूटर्स के बीच किसी टकराव की वजह से नहीं है। ये बस डिमांड और सप्लाई का मिसमैच है। भारत में नए आईफोन के शुरुआती प्रोडक्शन में कंपनी का फोकस बेस मॉडल पर है, जबकि वैश्विक स्तर पर प्रो मॉडल का प्रोडक्शन लॉन्च के कुछ हफ्तों बाद मांग के आधार पर बढ़ाया जाता है। उन्होंने आगे कहा कि आईफोन 17 के बेस मॉडल की कोई कमी नहीं होगी। प्रो मॉडल्स की कीमत ब्लैक मार्केट में 10 से 20% बढ़ जाती है भारत में बनने वाले ज्यादातर आईफोन यूरोपियन मार्केट में एक्सपोर्ट किए जाते हैं, साथ ही ये भारत की डिमांड को भी पूरा करते हैं। सप्लाई कम होने से ब्लैक मार्केट में प्रो मॉडल की कीमतें लॉन्च के हफ्ते में आमतौर पर 10-20% तक बढ़ जाती हैं, क्योंकि खरीदार डिवाइस पाने के लिए होड़ में रहते हैं। अगर समय पर प्री-ऑर्डर नहीं किए जाते हैं, तो ऑफलाइन रिटेलर अक्सर प्रो और प्रो मैक्स वैरिएंट के लिए ज्यााद कीमत वसूलते हैं। आईफोन 17 सीरीज डिवाइस के स्पेसिफिकेशंस ग्राफिक्स में देखें... --------------------- आईफोन से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... आईफोन 17 सीरीज में इस बार 18MP सेल्फी कैमरा: नए फोन से ₹13 हजार सस्ता मिल रहा आईफोन 16; जानें दोनों में से कौन सा फोन खरीदना बेहतर एपल ने आईफोन-17 सीरीज लॉन्च कर दी है। इस बार कंपनी ने प्लस वेरिएंट की जगह एपल का अब तक का सबसे पतला फोन आईफोन एयर लॉन्च किया। इसकी शुरुआती कीमत 1,19,900 रुपए है, जो 1,59,900 रुपए तक जाती है। आईफोन-17 सीरीज में पहली बार 3,000 निट्स तक की पीक ब्राइटनेस, 120Hz रिफ्रेश रेट और वेपर कूलिंग चैंबर भी दिया गया है। इसके अलावा 17 सीरीज में 12MP की जगह 18MP फ्रंट कैमरा दिया गया है। पूरी खबर पढ़ें...
टाटा मोटर्स ने अपनी पॉपुलर इलेक्ट्रिक SUV नेक्सॉन EV का नया टॉप वैरिएंट एम्पावर्ड+ A भारतीय बाजार में लॉन्च किया है। कंपनी ने नए वैरिएंट को लेवल 2 एडवांस्ड ड्राइविंग असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) फीचर्स के साथ अपग्रेड किया है। इसके अलावा कंपनी ने एम्पावर्ड+ A वैरिएंट का डार्क एडिशन भी लॉन्च किया है और रेड डार्क एडिशन को लेवल-2 एडास सेफ्टी फीचर के साथ अपडेट किया है। इतना ही नहीं टाटा मोटर्स ने इलेक्ट्रिक कार के नए वैरिएंट में कुछ फीचर जोड़े हैं। नए एम्पावर्ड+ A की कीमत 17.29 लाख रुपए (एक्स-शोयम, पैन-इंडिया) रखी गई है। ये मौजूदा टॉप मॉडल एम्पावर्ड+ 45kWh (₹16.99 लाख) से 30,000 रुपए महंगा है। वहीं डार्क एडिशन की कीमत 17.49 लाख रुपए है। नए टॉप वैरिएंट और डार्क एडिशन में 45kWh का बड़ा बैटरी पैक मिलेगा, जिससे कार में फुल चार्ज पर 489km की रेंज मिलेगी। टाटा नेक्सन ईवी का मुकाबला महिंद्रा एक्सयूवी400 ईवी, टाटा कर्व ईवी और एमजी विंडसर ईवी से है। टाटा नेक्सॉन ईवी : बैटरी, रेंज और चार्जिंग बैटरी और रेंज टाटा नेक्सॉन ईवी लॉन्ग रेंज में अब टाटा कर्व वाला 45kWh बैटरी पैक दिया गया है, जिसे फुल चार्ज करने पर 489 किलोमीटर रेंज मिलती है। इसके अलावा टाटा नेक्सॉन ईवी में 30kWh (रेंज-325km) और 40.5kWh (रेंज-465km) का बैटरी पैक ऑप्शन भी मिलता है। टाटा नेक्सॉन ईवी : मोटर, पावर और टॉप स्पीड इलेक्ट्रिक SUV टाटा नेक्सॉन ईवी में परफॉर्मेंस के लिए परमानेंट मैग्नेट सिंक्रोनस इलेक्ट्रिक मोटर दी गई है। ये सेकेंड जनरेशन मोटर है, जो 16,000 rpm तक चल सकती है। नई मोटर 142.6 bhp की पावर और 250Nm का मैक्सिमम टॉर्क जनरेट करती है। कंपनी का दावा है कि कार 0-100 किमी प्रति घंटे की स्पीड 8.9 सेकेंड में हासिल कर लेती है। इसकी टॉप स्पीड 150 kmph है, जो पुराने मॉडल से 30 kmph ज्यादा है। SUV में सबसे कम रोलिंग रेजिस्टेंस टायर मिलता है। इसके अलावा बैटरी को रीजनरेटिव सिस्टम के जरिए चार्ज करने के लिए मल्टी मोड रीजेन मिलते हैं। मोटर को एक दम नए गियरनोब और पेडल शिफ्टर के साथ ट्यून किया गया है। साथ ही कार में तीन ड्राइविंग मोड- ईको, सिटी और स्पोर्ट मिलते हैं। फीचर अपडेट : पैनोरमिक सनरूफ और फ्रंक मिलेगा नेक्सॉन ईवी में अब पैनोरमिक सनरूफ और फ्रंक (फ्रंट ट्रंक) दे दिया गया है। इसके अलावा, कार में 12.3-इंच टचस्क्रीन, वायरलेस फोन चार्जर, वेंटिलेटेड फ्रंट सीटें और 10.25-इंच डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले भी दी गई है। पैसेंजर सुरक्षा के लिए 6 एयरबैग (स्टैंडर्ड), 360 डिग्री कैमरा, इलेक्ट्रॉनिक पार्किंग ब्रेक और फ्रंट और रियर पार्किंग सेंसर जैसे सेफ्टी फीचर दिए गए हैं। नेक्सॉन ईवी रेड डार्क एडिशन भी लॉन्च टाटा ने अपडेट नेक्सॉन ईवी के साथ इसका रेड डार्क एडिशन भी पेश किया है। टाटा नेक्सॉन ईवी रेड डार्क एडिशन में रेगुलर मॉडल की तरह कार्बन ब्लैक कलर ऑप्शन दिया गया है, जबकि रूफ रेल्स, ORVM, अलॉय व्हील और ग्रिल पर ब्लैक टच दिया गया है। इसमें फ्रंट फेंडर पर रेड कलर में ‘डार्क’ बैजिंग भी दी गई है। केबिन में ब्लैक और रेड थीम दी गई है। टाटा ने टचस्क्रीन में डार्क थीम भी दी है, जबकि फ्रंट सीट हेडरेस्ट पर ‘डार्क’ ब्रांडिंग दी गई है।
चाइनीज टेक कंपनी ओप्पो इंडिया स्मार्टफोन की नई F31 सीरीज लेकर आ रही है। भारतीय बाजार में इस सीरीज को मिड रेंज बजट सेगमेंट में 15 सितंबर को लॉन्च किया जाएगा। इस सीरीज में तीन मॉडल लाए जाएंगे जो ओप्पो F31, ओप्पो F31 प्रो और ओप्पो F31 प्रो+ नाम से आएंगे। ओप्पो इंडिया की वेबसाइट पर लॉन्च से पहले फोन के कई फीचर्स का खुलासा किया गया है। ओप्पो ने फोन के AnTuTu बेंचमार्क स्कोर भी शेयर किए हैं, जो बताते हैं कि ये फोन स्नैपड्रैगन 7 जेन 3 प्रोसेसर के साथ आएगा। साथ ही, इसमें 50 मैगापिक्सल का ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप होगा। ओप्पो F31 5G की कीमत भारत में 20,000 रुपए से कम हो सकती है, वहीं F31 प्रो की कीमत 30,000 रुपए और F31 प्रो+ की कीमत 35,000 रुपए से कम रह सकती है। कंपनी स्टैंडर्ड मॉडल को ब्लू, ग्रीन और रेड कलर ऑप्शन के साथ पेश करेगी। 360 आर्मर बॉडी के साथ साथ डैमेज-प्रूफ फोन फोन सुपर ड्यूरेबल बॉडी बॉडी मिलेगी। इसमें डैमेज-प्रूफ 360 आर्मर बॉडी के साथ IP69+IP68+IP66 रेटिंग मिलेगी, जो फोन को धूल, पानी और गिरने पर बचाएगा। ओप्पो F31 सीरीज को SGS (सोसाइटी जेनरल डी सर्विलांस) से A+ सर्टिफिकेशन मिला है। A+ सर्टिफिकेशन गारंटी देता है कि फोन में बड़ा वेपर चैंबर और थर्मल मैनेजमेंट होने से हीटिंग कंट्रोल रहती है और परफॉर्मेंस पर असर नहीं पड़ता। यानी गेम खेलो, वीडियो देखो या कई एप्स एक साथ चलाओ। फोन न तो हैंग होगा और न ही धीमा पड़ेगा। फोन में 5219mm का वेपर चैंबर दिया जाएगा। ओप्पो F31 सीरीज: स्पेसिफिकेशन्स डिस्प्ले: ओप्पो F31 में 2376 x 1080 पिक्सल रेजोल्यूशन वाला 6.57-इंच की एमोलेड डिस्प्ले दिया जाएगा, जिसमें 120Hz रिफ्रेश रेट सपोर्ट मिलेगा। इस पर इन-डिस्प्ले ऑप्टिकल फिंगरप्रिंट सेंसर भी मिलेगा। परफॉर्मेंस: ओप्पो F31 सीरीज के स्मार्टफोन्स स्नैपड्रैगन 7 जेन 3 चिपसेट से लैस होंगे। कंपनी का दावा है कि इन फोन्स ने AnTuTu बेंचमार्किंग प्लेटफॉर्म पर 8,90,000 से ज्यादा पॉइंट्स स्कोर किए हैं। स्मूथनेस की बात करें तो कंपनी का कहना है कि ओप्पो F31 प्रो सीरीज ने 40 डिग्री सेल्सियस पर 20 से 30 हजार पॉइंट्स स्कोर किए हैं। कैमरा: ओप्पो F31 सीरीज के सभी मॉडल्स में ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप होगा, जिसमें मेन 50-मेगापिक्सल का मैन कैमरा और 2-मेगापिक्सल का डेप्थ सेंसर होगा। वहीं, फ्रंट में 32 मेगापिक्सल का सेल्फी कैमरा मिल सकता है। पावर बैकअप: ओप्पो F31 सीरीज में 7000mAh की बैटरी होगी, जो 80W सुपर VOOC फ्लैश चार्ज को सपोर्ट करेगी।
टेक कंपनी सैमसंग इंडिया ने भारतीय बाजार के लिए बजट सेगमेंट में नया स्मार्टफोन गैलेक्सी F17 5G लॉन्च कर दिया है। ये फोन 5nm वाले एक्सीनॉस 1330 चिपसेट के साथ पेश किया गया है, जो तेज परफॉर्मेंस देता है। कंपनी का दावा है कि यह फोन अपने सेगमेंट का सबसे पतला और सबसे टिकाऊ स्मार्टफोन है। इसमें ऑप्टिकल इमेज स्टेबिलाइजेशन (OIS) के साथ 50 मैगापिक्सल का कैमरा दिया गया है। ये फीचर लेंस को स्थिर रखने में मदद करती है, जिससे क्लियर और शार्प इमेज मिलती है। इसके अलावा सैमसंग गैलेक्सी F17 में 5000mAh की बैटरी है, जो 25W फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करती है। फोन सिर्फ 7.5mm पतला है, यानी काफी स्लिम और स्टाइलिश है। साथ ही ये IP54 रेटिंग के साथ आता है, जो इसे धूल और पानी के छींटों से बचाता है। फोन में कई गैलेक्सी AI फीचर्स हैं, जैसे गूगल जेमिनी और सर्कल टू सर्च। ये फोन अपने फीचर्स में अगस्त में लॉन्च हुए गैलेक्सी A17 5G से काफी मिलता-जुलता है। सैमसंग गैलेक्सी F17 5G: कीमत और अवेलेबलिटी सैमसंग गैलेक्सी F17 को भारत में 3 वैरिएंट के साथ पेश किया गया है। इसकी कीमत 13,999 रुपए से शुरु होती है जो टॉप मॉडल में 16,999 रुपए तक जाती है। फोन नियो ब्लैक और वायलेट पॉप कलर ऑप्शन के साथ मिलेगा। आप इसे सैमसंग इंडिया की वेबसाइट, ई-कॉमर्स साइट्स और कुछ चुनिंदा रिटेल स्टोर्स से खरीद सकते हैं। सैमसंग गैलेक्सी F17 5G: वैरिएंट वाइस प्राइस डिजाइन: 15 हजार रुपए बजट वाले सेगमेंट में सबसे पतला फोन सैमसंग गैलेक्सी F17 का डिजाइन काफी मॉडर्न और यूजर-फ्रेंडली है। कंपनी ने इसे पिछले मॉडल F16 से थोड़ा अपडेटेड लुक दिया है, ताकि ये ज्यादा पतला और हल्का लगे। फोन सिर्फ 7.5mm मोटा है, जो इसे 15 हजार रुपए वाले बजट सेगमेंट में सबसे पतला बनाता है। फोन 164.4mm लंबा और 77.9mm चौड़ा है। वहीं इसका वजन 192 ग्राम है, यानी पतला और हल्का, जिसे आसानी से कैरी किया जा सकता है। कॉर्निंग गोरिल्ला ग्लास विक्टस से कवर, जो स्क्रैच और गिरने से बचाता है। साथ ही, IP54 रेटिंग है- मतलब हल्की धूल और पानी के छींटों (जैसे बारिश) से सेफ रहेगा।
टेक कंपनी एपल ने 9 सितंबर को अपने एनुअल इवेंट 'ऑव ड्रॉपिंग' में आईफोन 17 सीरीज को लॉन्च कर दिया है। कंपनी ने इसमें आईफोन एयर मॉडल भी पेश किया, जो अब तक का सबसे पतला आईफोन है। यह सैमसंग S25 एज से भी 2mm पतला है। एपल के इस फोन को कंपनी के इंडस्ट्रियल डिजाइनर अबिदुर चौधरी ने डिजाइन किया है। आइए डिटेल में जानते हैं अबिदुर चौधरी कौन हैं... अबिदुर चौधरी कौन हैं? अबिदुर चौधरी, 'मुझे नई चीजें सीखना बेहद पसंद है' अबिदुर ने वेबसाइट पर अपने बारे में लिखा कि मैं अपने आप को बहुत भाग्यशाली समझता हूं जो इतने कमाल के प्रोजेक्ट पर काम करने का मौका मिला है। मुझे समस्याओं को हल करना और नई चीजें सीखना बेहद पसंद है। मुझे सबसे ज्यादा खुशी तब मिलती है जब मैं ऐसे इनोवेटिव प्रोडक्ट्स बनाता हूं जिसके बिन लोक रह ही न पाए। आईफोन एयर का डिजाइनआईफोन एयर का डिजाइन इसे अन्य एपल फोन से अलग बनाता है। मोबाइल की थिकनेस सिर्फ 5.6mm है। वहीं इसके कम्पेटिटर सैमसंग गैलेक्सी S25 एज की थिकनेस 5.8mm है। आईफोन एयर का वजन सिर्फ 165 ग्राम है। फोन के राइट फ्रेम पर पावर बटन के साथ ही कैमरा कंट्रोलर दिया गया है। वहीं, लेफ्ट फ्रेम पर वॉल्यूम बटन्स के साथ एक्शन बटन दिया गया है। मोबाइल टाइटेनियम फ्रेम पर बनाया गया है और फोन का बैक व फ्रंट पैनल सिरेमिक शील्ड से प्रोटेक्ट किया गया है। कंपनी का कहना है कि यह 4 गुना तक ज्यादा स्क्रैच रेजिस्टेंट है। फोन के रियर पैनल पर ऊपरी ओर हारिजॉन्टल शेप में कैमरा सेटअप दिया गया है, जिसमें एक तरफ सिंगल कैमरा लेंस और दूसरी ओर फ्लैश लाइट लगाई गई है। यह मॉड्यूल पैनल से हल्का उभरा हुआ है। यह वॉटरप्रूफ आईफोन है जो IP68 रेटिंग के साथ लाया है। एप्पल की मानें तो यह 30 मिनट तक 6 मीटर गहरे पानी में पड़े रहने पर भी खराब नहीं होगा। आईफोन एयर की शुरुआती कीमत ₹1.20 लाख आईफोन एयर 3 स्टोरेज वैरिएंट्स में लाया गया है। इसकी कीमत 256GB स्टोरेज वाले वैरिएंट से 1,19,900 रुपए में शुरू होती है, जो इसके 1TB स्टोरेज वाले टॉप मॉडल में 1,59,900 रुपए तक जाती है। मोबाइल 12 सितंबर शाम 5:30 बजे से देश में प्री-ऑर्डर के लिए अवेलेबल होगा और फोन की सेल 19 सितंबर से शुरू होगी। आईफोन एयर : स्पेसिफिकेशंस
350cc तक की मोटरसाइकिलों पर जीएसटी 28% से घटकर 18% होने से कई पॉपुलर मॉडल्स की बाइक्स 22 सिंतबर से सस्ती हो जाएंगी। इसमें हीरो स्प्लेंडर, होंडा शाइन, टीवीएस रेडर जैसी बाइक्स शामिल हैं। ये बाइक्स करीब 10 हजार रुपए तक सस्ती हो सकती हैं। वहीं 350cc से ऊपर की बाइक्स पर 40% टैक्स लगेगा। सरकार ने इन्हें 'सिन और लग्जरी आइटम्स' की कैटेगरी में रखा है। इससे ये बाइक्स करीब 40 हजार रुपए तक महंगी हो सकती है। इसमें 440-650cc रॉयल एनफील्ड बाइक्स, केटीएम 390 जैसी बाइक्स शामिल हैं। मोटो मॉरिनी ने दो बाइक्स के दाम 91 हजार रुपए तक घटाए GST के नए स्लैब लागू होने से पहले इटली की कंपनी मोटो मॉरिनी ने अपनी दो बाइक्स के दाम 91 हजार रुपए तक घटा दिए हैं। इसमें रेट्रो स्ट्रीट और स्क्रैम्बलर शामिल हैं। इस साल दूसरी बार मोटो मॉरिनी बाइक्स की कीमतों में कटौती रॉयल एनफील्ड इंटरसेप्टर के करीब आई कीमतें इस प्राइस कट के बाद, मोटो मॉरिनी की ये बाइक्स रॉयल एनफील्ड इंटरसेप्टर 650 (3.10 लाख से शुरू) और बियर 650 (3.46 लाख से शुरू) के करीब आ गई हैं। भारी उद्योग मंत्रालय बोला- ज्यादा एक्सेसिबल हो जाएंगी बाइक्स भारी उद्योग मंत्रालय ने कहा- कम जीएसटी से बाइक्स की कीमतें कम होंगी, जिससे ये युवाओं, प्रोफेशनल्स और मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए ज्यादा एक्सेसिबल हो जाएंगी। ग्रामीण और अर्ध-शहरी भारत में बाइक परिवहन का मुख्य साधन है। सस्ती बाइक्स से यहां के लोगों को सीधा फायदा होगा। मांग बढ़ने से ज्यादा रोजगार जनरेट होने की भी उम्मीद है।
इन देशों में भारत से सस्ता मिलेगा नया iPhone 17, जानिए कहां, कितनी होगी कीमत
Apple iPhone 17 Series Price : भारत समेत दुनिया के अलग-अलग देशों में मिलने वाले iPhone 17 सीरीज की कीमतों का ऐलान हो चुका है। इस सीरीज में 4 स्मार्टफोन्स iPhone 17, iPhone 17 Air, iPhone 17 Pro और iPhone 17 Pro Max को लॉन्च किया गया था। इस बार Apple ...
इलॉन मस्क कंपनी स्पेसएक्स और स्टारलिंक मिलकर एक ऐसा चिपसेट बना रहे हैं, जिससे मोबाइल फोन सीधे सैटेलाइट से कनेक्ट हो सकेगा। इससे बिना किसी लोकल नेटवर्क (जैसे- जियो, एयरटेल) के आप दुनिया में कहीं भी हाई-स्पीड इंटरनेट इस्तेमाल कर पाएंगे। दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति ने हाल ही में कैलिफोर्निया में हुई ऑल-इन समिट में इसकी घोषणा की और बताया कि ये चिपसेट 2 साल में आ जाएगा। उन्होंने कहा, 'आप अपने फोन पर कहीं भी वीडियो देख सकेंगे। साथ ही इस नई तकनीक से टेलीकॉम इंडस्ट्री में बड़ा बदलाव आएगा।' सैटेलाइट्स से आप तक कैसे पहुंचेगा इंटरनेट सैटेलाइट धरती के किसी भी हिस्से से बीम इंटरनेट कवरेज को संभव बनाती है। सैटेलाइट के नेटवर्क से यूजर्स को हाई-स्पीड, लो-लेटेंसी इंटरनेट कवरेज मिलता है। लेटेंसी का मतलब उस समय से होता है जो डेटा को एक पॉइंट से दूसरे तक पहुंचाने में लगता है। अभी स्टारलिंक किट में स्टारलिंक डिश, एक वाई-फाई राउटर, पॉवर सप्लाई केबल्स और माउंटिंग ट्राइपॉड होता है। हाई-स्पीड इंटरनेट के लिए डिश को खुले आसमान के नीचे रखना होगा। iOS और एंड्रॉइड पर स्टारलिंक का एप मौजूद है, जो सेटअप से लेकर मॉनिटरिंग करता है। मोबाइल में लगने वाली नई चिप स्टारलिंक किट की जरूरत खत्म कर देगी। नया चिप मोबाइल फोन्स को सीधे स्टारलिंक के सैटेलाइट्स से जोड़ेगा। मस्क का दावा है कि इससे आप कहीं भी, कभी भी वीडियो देख सकेंगे, गेम खेल सकेंगे और वीडियो कॉल कर सकेंगे। मस्क ने कहा, 'नई चिप वाले फोन करीब दो साल में बाजार में आ सकते हैं। ये चिपसेट खास फ्रीक्वेंसी पर काम करेगा, जिसके लिए हमें अभी कुछ टेक्निकल काम पूरा करना है।' मतलब 2027 तक ये तकनीक आम लोगों के लिए अवेलेबल हो सकती है।
ओरेकल के को-फाउंडर लैरी एलिसन बुधवार (10 सितंबर) को दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति बन गए हैं। उन्होंने एक ही दिन में 101 अरब डॉलर (करीब 9 लाख करोड़ रुपए) कमाए और टेस्ला के फाउंडर इलॉन मस्क को पीछे छोड़ दिया है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, ओरेकल कंपनी के शेयरों में 41% से ज्यादा का उछाल आया, जिससे एलिसन की नेटवर्थ एक ही दिन में करीब 101 अरब डॉलर बढ़कर 393 अरब डॉलर (करीब 34.60 लाख करोड़ रुपए) हो गई, जबकि मस्क की संपत्ति 385 अरब डॉलर (करीब 33.90 लाख करोड़ रुपए) पर है।
एपल ने आईफोन-17 सीरीज लॉन्च कर दी है। इस बार कंपनी ने प्लस वेरिएंट की जगह एपल का अब तक का सबसे पतला फोन आईफोन एयर लॉन्च किया। इसकी शुरुआती कीमत 1,19,900 रुपए है, जो 1,59,900 रुपए तक जाती है। आईफोन-17 सीरीज में पहली बार 3,000 निट्स तक की पीक ब्राइटनेस, 120Hz रिफ्रेश रेट और वेपर कूलिंग चैंबर भी दिया गया है। इसके अलावा 17 सीरीज में 12MP की जगह 18MP फ्रंट कैमरा दिया गया है। इस सीरीज में बेस वैरिएंट आईफोन 17 की शुरुआती कीमत 82,900 रुपए है। भारत में यह 19 सितंबर से मिलना शुरू हो जाएंगे। आईफोन-17 और आईफोन-16 की कीमत में 13 हजार रुपए का अंतर है। जानें आईफोन-17 और 16 सीरीज में कौन सा फोन खरीदना बेहतर... आईफोन 17 मॉडल में 16 से बेहतर कैमरा, लेकिन कीमत ज्यादा एपल के 'ऑव ड्रॉपिंग' इवेंट में वॉच और एयरपॉड्स भी लॉन्च किए गए... ये खबर भी पढ़ें... सबसे पतला आईफोन लॉन्च, शुरुआती कीमत ₹1.20 लाख: आईफोन-17 सीरीज में 4 फोन पेश, हार्ट रेट बताने वाला पहला एयरपॉड भी लॉन्च एपल ने अपने सालाना इवेंट 'ऑव ड्रॉपिंग' में अपना सबसे पतला आईफोन लॉन्च किया। आईफोन एयर 5.6mm पतला है। इसकी शुरुआती कीमत 1.20 लाख रुपए है। इवेंट में आईफोन 17, आईफोन 17 प्रो और आईफोन 17 प्रो मैक्स भी लॉन्च किया गया है। प्रो वैरिएंट में अब तक की सबसे बड़ी आईफोन बैटरी मिलेगी। 17 सीरीज की शुरुआती कीमत 82,900 रुपए है। पूरी खबर पढ़ें...
इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) के लिए मोटर बनाने में इस्तेमाल होने वाले रेअर अर्थ मेटल पर चीन के बढ़ते नियंत्रण और निर्यात प्रतिबंधों से निपटने के लिए भारतीय कंपनियां अब बिना रेअर अर्थ वाले मोटर का परीक्षण कर रहीं हैं। इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक फरीदाबाद की 3,500 स्क्वायर फीट की लैब में फोटोनिक सॉल्यूशंस और स्टर्लिंग जीटीके ई-मोबिलिटी जैसी भारतीय कंपनियों ने मैग्नेट-फ्री मोटर के टेस्ट शुरू किए हैं। ये मोटर ब्रिटेन की एडवांस्ड इलेक्ट्रिक मशीन्स की टेक्नोलॉजी से बनी हैं, जो टाइटली वाइंडेड मेटल कॉइल्स से पावर जनरेट करती हैं। यानी, इन मोटरों में परमानेंट मेग्नेट की जगह पावर जनरेट करने के लिए कसकर लिपटे धातु के कॉइल का उपयोग किया जाता है। अगर इनका ट्रायल सफल होता है तो यह EV मार्केट में एक बड़ा बदलाव हो सकता है और चीन पर हमारी निर्भरता को कम हो सकती है। गाड़ी में रेयर अर्थ मेटल्स का इस्तेमाल कहां-कहां होता है रेयर मटेरियल्स की माइनिंग में चीन की करीब 70% हिस्सेदारी बता दें कि ग्लोबल लेवल पर रेयर मटेरियल्स की माइनिंग में चीन की हिस्सेदारी करीब 70% और प्रोडक्शन में करीब 90% तक है। चीन ने हाल ही में अमेरिका के साथ बढ़ती ट्रेड वॉर के बीच 7 कीमती धातुओं (रेयर अर्थ मटेरियल) के निर्यात पर रोक लगा दी थी। चीन ने कार, ड्रोन से लेकर रोबोट और मिसाइलों तक असेंबल करने के लिए जरूरी मैग्नेट यानी चुंबकों के शिपमेंट भी चीनी बंदरगाहों पर रोक दिए हैं। ये मटेरियल ऑटोमोबाइल, सेमीकंडक्टर और एयरोस्पेस बिजनेस के लिए बेहद अहम हैं। ये खबर भी पढ़ेंबजाज ई-स्कूटर चेतक का प्रोडक्शन रोक सकता है:रेयर अर्थ मैग्ननेट खत्म होने की बात कही, ये ईवी की मोटर का जरूरी पार्ट बजाज ऑटो अगले महीने (अगस्त 2025) से अपने इलेक्ट्रिक स्कूटर चेतक और इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर गोगो का प्रोडक्शन पूरी तरह रोक सकता है। क्योंकि, कंपनी के पास रेयर अर्थ मैग्नेट्स का स्टॉक खत्म होने की कगार पर है। इसकी वजह, चीन की ओर से रेयर अर्थ मेटल्स की सप्लाई पर रोक लगना है। पूरी खबर पढ़ें..
टीवीएस मोटर ने अपनी फ्लैगशिप मोटरसाइकल TVS अपाचे के 20 साल पूरे होने पर कंपनी के इसके लिमिटेड-एडिशन वेरिएंट्स लॉन्च किए हैं। कंपनी ने TVS अपाचे आरटीआर 160, 180, 200 और अपाचे आरआर310 एवं आरटीआर 310 लॉन्च किए हैं। वहीं कंपनी ने आरटीआर 160 4वी और आरटीआर 200 4वी के नए टॉप-ऑफ-द लाईन ट्रिम्स के साथ स्पोर्ट्स मोटरसाइकिलों में नए मॉडल जोड़े हैं। यह लिमिटेड एडीशन रेंज अनूठे ब्लैक-शैंपेन- गोल्ड कलर, ड्यूल टोन एलॉय व्हील्स और यूएसबी चार्जर सहित आकर्षक फीचर्स के साथ आती है, जो इन्हें सही मायनों में बेहतर बनाते हैं। नए 4V वेरिएंट्स: तकनीक और परफॉर्मेंस टीवीएस अपाचे आरटीआर 160 4V और 200 4V के नए वेरिएंट्स में कई आधुनिक फीचर्स शामिल किए गए हैं, जो इन्हें पहले से कहीं ज्यादा बेहतर बनाते हैं। इनमें शामिल हैं: कीमतनए टीवीएस अपाचे टॉप-एंड 4V वेरिएंट्स और 20 ईयर-सेलिब्रेटरी एडिशन मोटरसाइकिलों को आकर्षक कीमतों पर लॉन्च किया गया है। बुकिंग्स शुरू हो चुकी हैं। कंपनी के डायरेक्टर ने ग्राहकों का आभार जतायाटीवीएस अपाचे के 2 दशकों के सफर पर बात करते हुए टीवीएस मोटर के डायरेक्टर और CEO के एन राधाकृष्णन ने कहा कि हम दुनिया में टीवीएस अपाचे की 6.5 मिलियन की मजबूत कम्युनिटी के आभारी हैं। जिनके अटूट भरोसे और जुनून ने पिछले दो दशकों के दौरान हमारी यात्रा को आयाम दिया है। परफॉर्मेंस के प्रति उनका लगाव ही है जिसकी वजह से टीवीएस अपाचे दुनियाभर में सबसे तेजी से विकसित होते स्पोर्ट्स मोटरसाइकल ब्राण्ड्स में से एक बन गई है। 2005 में लांच की गई अपाचे टीवीएस मोटर कंपनी के सबसे लोकप्रिय मोटरसाइकिल ब्रांडों में से है, जिसके 80 देशों में 6.5 मिलियन से अधिक ग्राहक हैं। इस उपलब्धि पर बात करते हुए कंपनी के हैड बिजनेस प्रीमियम ने कहा कि दो दशकों से टीवीएस अपाचे परफॉर्मेंस और इनोवेशन में आगे रही है, इस उपलब्धि का श्रेय हर राइडर को जाता है, जो इस यात्रा का अभिन्न हिस्सा रहे हैं।
एपल आज अपने सालाना इवेंट में सबसे पतला आईफोन लॉन्च करेगी। ये आईफोन प्लस की जगह लेगा। इवेंट में आईफोन17 सीरीज में कुल चार मॉडल्स पेश किए जाएंगे। एपल एयरपॉड्स प्रो 3 भी लॉन्च किए जाएंगे। इसमें साउंड बेस्ड हर्ट रेट मॉनिटरिंग जैसी हेल्थ ट्रैकिंग फैसिलिटी शामिल हो सकती हैं। यह फीचर पहले एपल के बीट्स पावरबीट्स प्रो 2 में पेश किया गया था, लेकिन येऑप्टिकल सेंसर का उपयोग करता है। इसके अलावा एपल वॉच सीरीज 11 को लॉन्च किया जा सकता है। iOS 26 भी पेश किया जा सकता है जिसमें लिक्विड ग्लास इंटरफेस आएगा। लॉन्च इवेंट का नाम 'ऑव ड्रॉपिंग' रखा गया है। कैलिफोर्निया के क्यूपर्टिनो में एपल पार्क में भारतीय समय अनुसार, रात 10:30 बजे से इवेंट शुरू होगा। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो भारत में स्टैंडर्ड आईफोन 17 की कीमत 79,900 रुपए से शुरू हो सकती है, जो इसके टॉप मॉडल प्रो मैक्स के लिए 1,64,900 रुपए तक जा सकती है। आईफोन 17 सीरीज के मॉडल्स के एक्सपैक्टेड फीचर्स... इस बार iOS26 के साथ बेहतर एपल इंटेलिजेंस मिलेगा आईफोन 17 लॉन्च के बाद बंद होंगे ये मॉडल्स एपल हर साल नए आईफोन लॉन्च के बाद कुछ पुराने मॉडल्स को बंद करता है, खासकर प्रो मॉडल्स। ताकि लोग नए आईफोन 17 प्रो मॉडल्स खरीदें। इसके अलावा, जो मॉडल्स 5 से 7 साल पहले लॉन्च हुए हैं वो भी बंद हो सकते हैं। हालांकि, फ्लिपकार्ट और अमेजन जैसे थर्ड-पार्टी प्लेटफॉर्म्स पर ये मॉडल्स स्टॉक खत्म होने तक बिकेंगे। यहां आइफोन 16 सीरीज के स्पेसिफिकेशन भी जान लीजिए... भारत में 2017 से बन रहे आईफोन एपल ने 2017 में आईफोन SE के साथ भारत में आईफोन्स की मैन्युफैक्चरिंग शुरू की थी। इसके तीन इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग सर्विस (EMS) पार्टनर- फॉक्सकॉन, विस्ट्रॉन और पेगाट्रॉन है। आईफोन SE के बाद भारत में आईफोन 11, आईफोन 12 और आईफोन 13, आईफोन 14, आईफोन 15 और आईफोन 16 की मैन्युफैक्चरिंग भी की गई। फॉक्सकॉन का प्लांट चेन्नई के पास श्रीपेरंबदूर में है।
IT मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारत में पॉपुलर शॉर्ट वीडियो एप टिकटॉक पर लगा बैन हटाने का कोई प्लान नहीं है। मनीकंट्रोल को दिए एक इंटरव्यू में अश्विनी वैष्णव ने यह बात कही है। अश्विनी वैष्णव ने कहा, 'टिकटॉक के बैन को हटाने को लेकर किसी भी तरह का कोई प्रस्ताव नहीं आया है।' IT मिनिस्टर का यह बयान तब आया जब हाल ही में भारत और चीन के बीच संबंधों में कुछ सुधार की अटकलों के बीच टिकटॉक के भारत में वापसी की चर्चा हो रही थी। पिछले महीने टिकटॉक की वेबसाइट कुछ ब्रॉडबैंड और मोबाइल नेटवर्क जैसे एयरटेल और वोडाफोन पर थोड़े समय के लिए एक्सेस हो गई थीं। जिससे ये कयास लगाए जा रहे थे कि भारत में टिकटॉक से बैन हट सकता है। लेकिन सरकार ने साफ कर दिया है कि बैन हटाने का कोई प्लान नहीं है। 2020 में लगा था बैन भारत सरकार ने जून 2020 में नेशनल सिक्योरिटी का हवाला देते हुए टिकटॉक समेत 59 चीनी एप्स पर बैन लगा दिया था। इसके बाद जनवरी 2021 में टिकटॉक पर यह बैन परमानेंट कर दिया गया। उस समय भारत टिकटॉक का सबसे बड़ा मार्केट था, जहां इसके 20 करोड़ से ज्यादा यूजर्स थे। सरकार के आदेश के बाद एपल और गूगल ने अपने एप स्टोर्स से टिकटॉक को हटा दिया था। टिकटॉक के अलावा बाइटडांस (टिकटॉक की मालिक चीनी कंपनी) के अन्य एप्स जैसे हेलो और कैपकट भी जून 2020 में बैन किए गए थे। जनवरी 2024 में मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बाइटडांस ने भारत में अपनी म्यूजिक स्ट्रीमिंग सर्विस रेसो को भी बंद कर दिया था, जब इसे गूगल प्ले और एपल एप स्टोर से हटाया गया। ये 59 चाइनीज एप भारत में बैन चीन के निवेश पर क्या बोले मंत्री? अश्विनी वैष्णव से पूछा गया कि क्या चीनी निवेशक भारत के टेक सेक्टर में वापसी कर सकते हैं? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, 'देखते हैं, जैसा होगा वैसा होगा।' उन्होंने आगे कहा कि भारत एक पारदर्शी देश है और पॉलिसियां सभी के साथ स्पष्ट रूप से साझा की जाएंगी। 2020 तक चीनी कंपनियां जैसे टेनसेंट, अलीबाबा और शुनवेई कैपिटल भारतीय स्टार्टअप्स में अरबों रुपए का निवेश कर चुकी थीं। ये निवेश ई-कॉमर्स, फिनटेक, फूड डिलीवरी, मोबिलिटी, डिजिटल कंटेंट और एडटेक जैसे सेक्टरों में थे। हालांकि, अप्रैल 2020 में सरकार ने FDI पॉलिसी को सख्त कर दिया था, जिसके तहत भारत से सटी सीमा वाले देशों (जैसे चीन) से निवेश के लिए पहले मंजूरी लेना जरूरी हो गया। इससे चीनी निवेश लगभग रुक गया और कई भारतीय स्टार्टअप्स को अपने चीनी निवेशकों की हिस्सेदारी कम करनी पड़ी या उन्हें बाहर का रास्ता दिखाना पड़ा। सेमीकंडक्टर-इलेक्ट्रॉनिक्स में पार्टनरशिप? भारत और चीन के बीच सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग या इलेक्ट्रॉनिक्स सप्लाई चेन में पार्टनरशिप के सवाल पर वैष्णव ने कहा कि सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में ग्लोबल वैल्यू चेन एक नेचुरल हिस्सा है। उन्होंने कहा, 'हम इस इंडस्ट्री के काम करने के तरीके का सम्मान करते हैं। जहां भी वैल्यू जोड़ी जाती है, उसका फायदा हमारे लोगों और इंडस्ट्री को मिलना चाहिए।' पिछले हफ्ते मनीकंट्रोल ने बताया था कि भारत और चीन की कंपनियां इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग में जॉइंट वेंचर और टेक्नोलॉजी पार्टनरशिप पर बातचीत तेज कर रही हैं। यह दोनों देशों की सरकारों के बीच बढ़ते सहयोग और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के टैरिफ के कारण ग्लोबल सप्लाई चेन पर पड़ रहे दबाव के बीच हो रहा है। ज्यादातर पार्टनरशिप इलेक्ट्रॉनिक्स कंपोनेंट्स के सेक्टर में हैं, जहां भारतीय मेकर्स चीनी कंपनियों के साथ टेक्नोलॉजी, स्केल और लागत में फायदा लेने की कोशिश कर रहे हैं। ये खबर भी पढ़ें... टिक-टॉक के भारत में फिर से शुरू होने की अटकले: गुरुग्राम ऑफिस के लिए जॉब ओपनिंग निकाली; 2020 से देश में बैन है चीनी एप पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर एक सवाल बार-बार उठ रहा है- क्या टिकटॉक भारत में वापसी करने वाला है? भारत ने 2020 में इस चीनी एप पर पाबंदी लगा दी थी। ऐसा इसलिए क्योंकि शॉर्ट वीडियो एप टिकटॉक को ऑपरेट करने वाली चीनी कंपनी बाइट डांस ने गुरुग्राम ऑफिस के लिए लिंक्डइन पर दो जॉब ओपनिंग पोस्ट की है। ये खबर भी पढ़ें... टिकटॉक वेबसाइट भारत में 5 साल बाद अनब्लॉक: होमपेज तक एक्सेस, शॉपिंग साइट अलीएक्सप्रेस और शीन भी शुरू; इन पर 2020 से बैन था चाइनीज शॉर्ट वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म टिकटॉक (TikTok) की वेबसाइट शुक्रवार शाम से भारत में 5 साल बाद अनब्लॉक हुई है। साथ ही ऑनलाइन शॉपिंग साइट अलीएक्सप्रेस (Aliexpress) और शीन (Shein) का वेब पेज भी ओपन हो रहा है। साल 2020 में भारत-चीन के बीच रिश्तों में तनाव के चलते इन पर बैन लगा था। ये खबर भी पढ़ें...
एपल 9 सितंबर को अपने लॉन्च इवेंट 'अवे ड्रॉपिंग' में आईफोन 17 सीरीज पेश करेगी। बीते कुछ साल में एपल के प्रोडक्ट्स में ज्यादा इनोवेशन नहीं दिखा है। इस बार भी कयास लगाए जा रहे हैं कि एपल छोटे-मोटे बदलावों के साथ ही इस सीरीज को पेश करने वाली है। कई लोग मानते हैं कि 2011 में कंपनी के फाउंडर स्टीव जॉब्स के निधन के बाद एपल ने कोई बड़ा इनोवेशन नहीं किया है। दूसरी तरफ, सैमसंग जैसी कंपनियां फोल्डेबल फोन्स, AI और नए हार्डवेयर के साथ तेजी से आगे बढ़ रही हैं। तो क्या अब एपल इस रेस में पिछड़ रहा है? आज की स्टोरी में इसी की पड़ताल करेंगे… चैप्टर-1 अवे डॉपिंग इस बार के इवेंट का नाम है 'अवे ड्रॉपिंग' यानी, कुछ ऐसा जो लोगों को हैरान और प्रभावित करें। इवेंट में कंपनी आईफोन17 सीरीज के चार मॉडल्स- आईफोन 17, आईफोन 17 एयर, आईफोन 17 प्रो पेश कर सकती है। इसके अलावा एपल वॉच सीरीज 11 को लॉन्च किया जा सकता है। iOS 26 भी पेश किया जा सकता है जिसमें लिक्विड ग्लास इंटरफेस आएगा। लॉन्च इवेंट से जुड़ी 5 बड़ी बातें… चैप्टर-2 इनोवेशन बीते कुछ सालों में एपल इनोवेशन में पीछे रहा हैं। स्टीव जॉब्स के जाने के बाद टिम कुक की लीडरशिप में एपल ने एयरपॉड्स (2016) और विजन प्रो (2023) जैसे प्रोडक्ट पेश किए, लेकिन कई लोग मानते हैं कि ये प्रोडक्ट्स जॉब्स के दौर की तरह रिवॉल्यूशनरी नहीं हैं। जॉब्स का दौर (1976-2011) एपल के फाउंडर स्टीव जॉब्स का कहना था- ऐसी चीजें बनाओ, जो लोग नहीं जानते कि उन्हें चाहिए। उनकी इसी थॉट प्रोसेस के कारण एपल ने रिवॉल्यूशनरी प्रोडक्ट बनाए। 2001 में आईपॉड पेश किया जिसने म्यूजिक इंडस्ट्री को डिजिटल कर दिया। 2007 में टचस्क्रीन फोन पेश किया जिसने स्मार्टफोन की परिभाषा बदल दी। 2010 में आईपैड पेश किया गया जिसने टैबलेट मार्केट को जन्म दिया। ये सभी ऐसे इनोवेशन्स थे जिसने टेक की दुनिया को कई बार नया शेप दिया। इन प्रोडक्ट्स ने लोगों के जीने का तरीका भी बदला। जॉब्स के बाद का एपल (2011-2025) टिम कुक ने 2011 में CEO की कमान संभाली। उनके नेतृत्व में एपल की वैल्यूएशन 3 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंची, और कंपनी ने भारत जैसे मार्केट्स में मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाई। नए प्रोडक्ट्स जैसे एपल वॉच (2014), एयरपॉड्स (2016) और एपल विजन (2023) आए, लेकिन ये प्रोडक्ट्स जॉब्स के दौर की तरह रिवॉल्यूशनरी नहीं बन पाए। आईफोन और मैकबुक अब छोटे-छोटे अपडेट्स के साथ आते हैं, जैसे बेहतर कैमरा या चिप। एपल का फोकस अब प्रोडक्ट्स को रिफाइन करने और सर्विसेज बढ़ाने पर है। चैप्टर-3 पिछड़ना 2007 में जब एपल ने पहला आईफोन लॉन्च किया, तो इसने मोबाइल फोन इंडस्ट्री में क्रांति ला दी। रातोंरात नोकिया और ब्लैकबेरी जैसे बड़े ब्रांड्स को पीछे छोड़ते हुए एपल ने बाजार पर कब्जा जमा लिया। लेकिन बीते कुछ साल में चीजें बदल रही है। सैमसेंग जैसे ब्रांड डिजाइन से लेकर फीचर्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में एपल से आगे निकल गए हैं। IDC की रिपोर्ट के अनुसार सैमसंग ने 2025 की दूसरी तिमाही में 19.7% ग्लोबल मार्केट शेयर के साथ नंबर 1 पोजीशन बनाए रखी। एपल 15.7% के साथ पर दूसरे नंबर पर रहा। एपल के सैमसंग से पिछड़ने के 2 कारण 1. सैमसंग की इनोवेशन फर्स्ट पॉलिसी सैमसंग फोल्डेबल फोन, स्टाइल इंटीग्रेशन (S पेन) और फास्ट चार्जिंग जैसे नए फीचर सबसे पहले लाया। 2019 में सैमसंग ने फोल्डेबल स्क्रीन्स वाले गैलेक्सी Z फोल्ड और Z फ्लिप लॉन्च किए थे। इसी वजह से उसकी फोल्डेबल मार्केट में लीड बनी हुई है। एपल का अभी तक कोई फोल्डेबल डिवाइस नहीं है। फोल्डेबल फोन सेगमेंट में सैमसंग का ग्लोबल मार्केट शेयर 35.4% है। 2. मार्केट ट्रेंड तेजी से फॉलो करना सैमसंग अपने कंपोनेंट्स खुद बनाता है, जिससे लागत और इनोवेशन पर कंट्रोल रहता है। इससे सैमसंग मार्केट ट्रेंड्स तेजी से अपनाता है जैसे गैलेक्सी नोट ने बड़े स्क्रीन फोन्स को पॉपुलर किया। इसके अलावा सैमसंग ने AI को भी तेजी से अपनाया। इसके गैलेक्सी AI में रियल-टाइम ट्रांसलेशन, फोटो एडिटिंग, और स्मार्टथिंग्स इकोसिस्टम जैसे फीचर्स मिलते हैं। भारत जैसे मल्टीलिंगुअल मार्केट में ये फीचर्स खूब पसंद किए जा रहे हैं। एपल का एपल इंटेलिजेंस देर से आया और अभी सीमित है। चैप्टर-4 फ्यूचर एपल अभी भले ही रिवॉल्यूशनरी इनोवेशन में पीछे दिखे, लेकिन वो कई नए प्रोडक्ट्स पर काम कर रही है, जो भारत और ग्लोबल मार्केट में उसकी पोजीशन को मजबूत कर सकते हैं: इनोवेशन में देरी से मार्केट शेयर और ब्रांड वैल्यू घट सकती है अगर एपल लंबे समय क्रांतिकारी इनोवेशन नहीं लाता, तो उसका मार्केट शेयर और ब्रांड वैल्यू कम हो सकती है। सैमसंग जैसे ब्रांड्स फोल्डेबल फोन्स और AI में आगे हैं। नोकिया और ब्लैकबेरी जैसे स्टेब्लिश ब्रांड्स तो इनोवेशन की कमी के कारण मार्केट से ही गायब हो गए थे। एपल का हाल नोकिया या ब्लैकबेरी जैसा होने की संभावना कम है, क्योंकि उसका इकोसिस्टम और फाइनेंशियल ताकत उसे बचाती है। लेकिन वो पिछड़ जरूर सकती है। नोकिया और ब्लैकबैरी क्यों डूबे नोकिया ब्लैकबैरी चैप्टर-5 चैलेंजेस एपल इंटेलिजेंस प्राइवेसी-फोकस्ड और ऑन-डिवाइस AI पर मजबूत है, लेकिन गूगल (जेमिनी), माइक्रोसॉफ्ट (कोपाइलेट) और ओपनएआई (चैटजीपीटी) क्लाउड-बेस्ड AI में आगे हैं। सिरी की तुलना में गूगल असिस्टेंट और चैटजीपीटी 25-30% ज्यादा सटीक जवाब देते हैं। एपल भारत में 14% आईफोन बना रहा है, लेकिन 87% कम्पोनेंट्स चीन से आते हैं। कोविड-19 जैसे हालात और US-चीन ट्रेड वॉर (54% टैरिफ की धमकी) सप्लाई चेन को बाधित कर सकते हैं। वियतनाम जैसे देश भारत से ज्यादा कम्पोनेंट्स बना रहे हैं।
रेड सी में ऑप्टिक फाइबर केबलों के कटने से दुनियाभर का 17% इंटरनेट ट्रैफिक प्रभावित हो गया है। ये ऑप्टिक फाइबर केबल माइक्रोसॉफ्ट के क्लाउड प्लेटफॉर्म अजूर की थीं, जो यूरोप और एशिया को इंटरनेट प्रोवाइड करतीं हैं। यह घटना 6 सितंबर को हुई जब जब कई प्रमुख केबल्स जैसे SEACOM/TGN-EA, AAE-1 और EIG कट गईं। कंपनी ने बताया कि केबल रिपेयर में वक्त लगेगा। इस बीच यूजर्स को धीमे इंटरनेट का सामना करना पड़ रहा है। बिजनेस, ऑनलाइन क्लासेस जैसी सर्विस पर असर माइक्रोसॉफ्ट ने अपने अजूर सर्विस अपडेट में कहा कि खासकर मिडिल ईस्ट से होकर गुजरने वाला ट्रैफिक प्रभावित हुआ है, जिससे यूजर्स को लेटेंसी (देरी) का सामना करना पड़ रहा है। कंपनी ने बताया कि वह रूटिंग को ऑप्टिमाइज कर रही है। रेड सी से 17% ग्लोबल इंटरनेट ट्रैफिक गुजरता है, जो यूरोप और एशिया को जोड़ता है। इससे बिजनेस, ऑनलाइन क्लासेस और स्ट्रीमिंग जैसे कामों में रुकावट आई है। अभी तक यह साफ नहीं है कि केबल्स कैसे कटीं केबल कटने की घटना किस कारण से हुई इसका अभी तक पता नहीं चल सका है। इससे पहले हुई इस तरह की घटनाओं में शिप के एंकर या जानबूझकर तोड़फोड़ का शक जताया गया है। रेड सी में चल रहे संघर्ष और यमन के हूती विद्रोहियों की गतिविधियों ने सवाल उठाए हैं, लेकिन हूती समूह ने इसे नकारा है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर यह साजिश थी, तो डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर को निशाना बनाना भविष्य में बड़ा खतरा हो सकता है। सरकारें और टेलिकॉम कंपनियां जांच में जुटी हैं, लेकिन अभी कोई ठोस सबूत नहीं मिला। माइक्रोसॉफ्ट ने कहा- यूजर्स को हो रही परेशानी माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि वह लगातार निगरानी कर रही है और वैकल्पिक रास्तों से ट्रैफिक डायवर्ट कर रही है, लेकिन यूजर्स को अभी भी धीमी स्पीड और देरी का सामना करना पड़ रहा है। खासकर एशिया-यूरोप ट्रैफिक प्रभावित हुआ है, जबकि अन्य रास्तों पर असर नहीं है। कंपनी रोजाना अपडेट देगी, लेकिन रिपेयर में हफ्तों लग सकते हैं। बिजनेस यूजर्स और ऑनलाइन सर्विसेज पर इसका असर देखा जा रहा है, जिससे कई कंपनियों को नुकसान हो सकता है।
कल की बड़ी खबर कारों से जुड़ी रहीं। देश की कई बड़ी कार कंपनियों ने GST में छूटा सा सीधा फायदा ग्राहकों को देने का फैसला किया है। ऐसे में कार की कीमतें 3.5 लाख रुपए तक सस्ती हो गई हैं। इधर, वियतनाम की इलेक्ट्रिक मेकर विनफास्ट ने भारत में अपनी प्रीमियम इलेक्ट्रिक SUV- VF 6 और VF 7 लॉन्च कर दी है। कंपनी ने VF 6 की शुरुआती कीमत 16.49 लाख रुपए और VF 7 की 20.89 लाख रुपए तय की है। वहीं, अलग-अलग लोन फ्रॉड मामलों में ED और CBI की कार्रवाई का सामना कर रहे रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन अनिल अंबानी को बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी फ्रॉड घोषित किया है। कल की बड़ी खबरों से पहले आज की सुर्खियां, जिन पर रहेगी नजर... अब कल की बड़ी खबरें पढ़ें... 1. MM ने आज से GST का फायदा ग्राहकों को दिया: XUV3XO ₹1.56 लाख तक सस्ती; जानें- थार, स्कॉर्पियो, बोलेरो और XUV700 की कीमत कितनी घटी महिंद्रा एंड महिंद्रा (MM) ने आज यानी शनिवार (6 सितंबर) से ही अपनी सभी ICE (इंटरनल कंबशन इंजन) SUV गाड़ियों पर GST में मिली छूट का पूरा फायदा ग्राहकों को देने का फैसला किया है। ऐसा करने वाली महिंद्रा एंड महिंद्रा पहली ऑटोमोबाइल कंपनी बन गई है। हालांकि, नई GST दरें 22 सितंबर से लागू होंगी। कंपनी ने ऐलान किया कि उनकी ICE SUV रेंज की कीमतों में 1.01 लाख रुपए से लेकर 1.56 लाख रुपए तक की कटौती की गई है। सबसे ज्यादा फायदा XUV3XO डीजल मॉडल पर मिलेगा, जिसकी कीमत में 1.56 लाख रुपए की कमी आई है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें... 2. विनफास्ट VF 6 और VF 7 इलेक्ट्रिक-SUV भारत में लॉन्च: शुरुआती कीमत ₹16.49 लाख; कंपनी का दावा- 510 Km तक रेंज मिलेगी वियतनाम की इलेक्ट्रिक मेकर विनफास्ट ने भारत में अपनी प्रीमियम इलेक्ट्रिक SUV- VF 6 और VF 7 लॉन्च कर दी है। कंपनी ने VF 6 की शुरुआती कीमत 16.49 लाख रुपए और VF 7 की 20.89 लाख रुपए तय की है। विनफास्ट का दावा है कि फुल चार्ज में VF 6 में 468 Km और VF 7 में 510 Km तक रेंज मिलेगी। कंपनी ने VF 6 को तीन ट्रिम और VF 7 को पांच वेरिएंट में पेश किया गया है। साथ ही कंपनी 10 साल या 2 लाख Km तक की बैटरी वारंटी दे रही है। इसके अलावा कंपनी अपने वी-ग्रीन चार्जिंग स्टेशंस पर जुलाई 2028 तक फ्री चार्जिंग की सुविधा भी कस्टमर्स को दे रही है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें... 3. GST कटौती से बाजार में उत्साह: टॉप-10 कंपनियों में 7 की वैल्यू हफ्तेभर में ₹2.06 लाख करोड़ बढ़ी, बजाज फाइनेंस टॉप गेनर मार्केट वैल्यूएशन के लिहाज से देश की 10 सबसे बड़ी कंपनियों में से 7 की वैल्यू इस हफ्ते के कारोबार में 2.06 लाख करोड़ रुपए बढ़ी है। इसमें सबसे ज्यादा बढ़ोतरी बजाज फाइनेंस और रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) में ₹37,961 करोड़ और ₹23,344 करोड़ रही। इनके अलावा, HDFC बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (LIC) के शेयरों में भी इस हफ्ते खरीदारी रही। सरकार ने GST की दरों में कटौती का ऐलान किया है, इसका बाजार पर साकारात्मक असर हुआ है। वहीं, टाटा कंस्ल्टेंसी सर्विसेज (TCS), इंफोसिस और हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयरों में बिकवाली रही। तीनों का मार्केट कैप कंबाइन रूप से 29,731 करोड़ रुपए कम हुआ है। सबसे ज्यादा गिरावट TCS में ₹13,007 करोड़ की रही। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें... 4. अनिल अंबानी बैंक ऑफ बड़ौदा से भी फ्रॉड घोषित: SBI और बैंक ऑफ इंडिया के बाद तीसरी कार्रवाई; दावा- RCOM पर ₹1656 करोड़ बकाया अलग-अलग लोन फ्रॉड मामलों में ED और CBI की कार्रवाई का सामना कर रहे रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन अनिल अंबानी को बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी फ्रॉड घोषित किया है। इससे पहले स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) और बैंक ऑफ इंडिया (BOI) भी अनिल को फ्रॉड घोषित कर चुके हैं। रिलायंस कम्युनिकेशंस (RCOM) ने बताया कि कंपनी को इसे लेकर 2 सितंबर को बैंक की ओर से लेटर मिला है। बैंक ने कंपनी को 1,600 करोड़ रुपए और 862.50 करोड़ रुपए की लाइन ऑफ क्रेडिट दी थी। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें... 5. इस हफ्ते सोना ₹3950 महंगा हुआ:ये ₹1.06 लाख प्रति 10 ग्राम पर पहुंचा, चांदी ₹5598 बढ़कर ₹1.23 लाख किलो बिक रही इस हफ्ते सोने-चांदी के दामों में बढ़त रही। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार पिछले शनिवार यानी 30 अगस्त को सोना 1,02,388 रुपए प्रति 10 ग्राम पर था, जो अब यानी 6 सितंबर को 1,06,338 रुपए पर पहुंच गया है। इसकी कीमत 3950 रुपए बढ़ी है। वहीं चांदी की कीमत इस हफ्ते 5,598 रुपए बढ़ी है। पिछले शनिवार को ये 1,17,572 रुपए प्रति किलोग्राम पर थी, जो अब 1,23,170 रुपए पर पहुंच गई है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें... कल दुनिया के टॉप-10 सबसे अमीर कौन रहे यह भी देख लीजिए... कल के शेयर मार्केट और सोना-चांदी का हाल जान लीजिए... पेट्रोल-डीजल और घरेलू गैस सिलेंडर की लेटेस्ट कीमत जान लीजिए...
महिंद्रा एंड महिंद्रा (MM) ने आज यानी शनिवार (6 सितंबर) से ही अपनी सभी ICE (इंटरनल कंबशन इंजन) SUV गाड़ियों पर GST में मिली छूट का पूरा फायदा ग्राहकों को देने का फैसला किया है। ऐसा करने वाली महिंद्रा एंड महिंद्रा पहली ऑटोमोबाइल कंपनी बन गई है। हालांकि, नई GST दरें 22 सितंबर से लागू होंगी। कंपनी ने ऐलान किया कि उनकी ICE SUV रेंज की कीमतों में 1.01 लाख रुपए से लेकर 1.56 लाख रुपए तक की कटौती की गई है। सबसे ज्यादा फायदा XUV3XO डीजल मॉडल पर मिलेगा, जिसकी कीमत में 1.56 लाख रुपए की कमी आई है। थार 4WD डीजल और स्कॉर्पियो क्लासिक ₹1.01 लाख सस्ती वहीं थार 4WD डीजल और स्कॉर्पियो क्लासिक की कीमत 1.01 लाख रुपए कम हुई हैं। इसके अलावा बोलेरो/नियो की कीमत में 1.27 लाख रुपए, XUV3XO पेट्रोल में 1.40 लाख रुपए, थार 2WD डीजल में 1.35 लाख रुपए, स्कॉर्पियो-N में 1.45 लाख रुपए, थार रॉक्स में 1.33 लाख रुपए और XUV700 में 1.43 लाख रुपए की कटौती की गई है। महिंद्रा का यह कदम ग्राहकों के लिए बेहद फायदेमंद है, क्योंकि इससे उनकी पसंदीदा SUV गाड़ियां अब और किफायती हो गई हैं। कंपनी ने कहा कि यह फैसला ग्राहकों को ज्यादा से ज्यादा लाभ पहुंचाने के लिए लिया गया है। महिंद्रा एंड महिंद्रा टाटा-मारुति, टोयोटा और रेनो की गाड़ियां भी सस्ती होंगी टाटा मोटर्स, टोयोटा, मारुति सुजुकी, रेनो इंडिया जैसे कार मेकर्स ने भी अपने पॉपुलर मॉडलों में GST में मिली छूट का पूरा फायदा ग्राहकों को देने का फैसला किया है। हालांकि, यह सभी कंपनियां ग्राहकों को यह छूट 22 सितंबर से ही देंगी। इस कदम से त्योहारी सीजन से पहले एंट्री-लेवल और SUV सेगमेंट में मांग बढ़ने की उम्मीद है। टाटा मोटर्स: टाटा मोटर्स ने कंफर्म किया कि वह GST का पूरा लाभ ग्राहकों को देगी, जिसमें ₹65,000 से ₹1.55 लाख तक की कटौती शामिल है। यह कटौती कंपनी की हैचबैक, कॉम्पैक्ट SUV और फ्लैगशिप SUV रेंज पर लागू होगी। टोयोटा: टोयोटा ने भी GST दरों में हुई कटौती का पूरा लाभ ग्राहकों तक पहुंचाने का ऐलान किया है। कंपनी ने अपने पूरे प्रोडक्ट पोर्टफोलियो पर भारी-भरकम कीमतों में कटौती की है। रेनो इंडिया: रेनो इंडिया ने भी अपनी कॉम्पैक्ट कार लाइनअप पर फोकस करते हुए 96,395 रुपए तक की कटौती की पुष्टि की है। मारुति सुजुकी: देश की सबसे बड़ी कार मेकर कंपनी मारुति सुजुकी त्योहारी सीजन से पहले कंज्यूमर्स के लिए भारी छूट पर विचार कर रही है। मारुति के चेयरमैन आरसी भार्गव ने कहा कि GST में राहत का सीधा फायदा छोटी कारों को होगा और इस साल सेल्स में 10% की बढ़ोतरी का अनुमान है। हालांकि, लग्जरी मॉडलों की कीमतों में लगभग ₹5 लाख की कमी आ सकती है, लेकिन ज्यादा कटौती हैच-बैक और कॉम्पैक्ट सिडान के लिए ही है। छोटी कारों पर टैक्स 28% से घटाकर 18% किया गया 3 सितंबर को GST काउंसिल ने छोटी कारों पर लगने वाले टैक्स को 28% से घटाकर 18% कर दिया था। जबकि बड़ी कारों/SUV पर टैक्स बढ़ाकर 40% कर दिया गया है। वहीं इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर 5% GST स्लैब बरकरार है। कार मेकर्स ने इसका लाभ ग्राहकों तक पहुंचाने के लिए कीमतें कम की हैं और एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि त्योहारी तिमाही के दौरान मांग में बढ़ोतरी होगी। GST बदलाव से छोटी कार और 350cc तक की बाइक्स सस्ती होंगी लग्जरी कारों की कीमत भी घटेगी लग्जरी कारों पर GST को 28% से बढ़ाकर 40% कर दिया गया है, लेकिन इसके बाद भी मर्सिडीज-बेंज, बीएमडब्ल्यू और ऑडी जैसी लग्जरी गाड़ियां थोड़ी सस्ती हो सकती हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि नए टैक्स स्लैब में GST से पहले लगने वाले कॉम्पेनसेशन सेस को खत्म कर दिया गया है। पहले लग्जरी कारों पर 17-22% तक का सेस लगता था पहले लग्जरी कारों पर 28% GST के साथ 17-22% तक का सेस लगता था, जिससे कुल टैक्स 50% तक पहुंच जाता था। इससे लग्जरी कारें काफी महंगी हो जाती थीं। उदाहरण के लिए, अगर मर्सिडीज की कीमत पहले 1 करोड़ रुपए थी, तो उस पर करीब 50 लाख रुपए टैक्स देना पड़ता था। अब यह 40 लाख रुपए तक सीमित हो सकता है। अब सरकार ने 4,000 मिमी से लंबी या 1,500 सीसी से ज्यादा क्षमता वाली गाड़ियों पर GST 28% से बढ़ाकर 40% कर दिया है। यानी, टैक्स बढ़ा दिया है, लेकिन सेस हटा दिया है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि सेस हटाने के कारण पहले और अब में ज्यादा अंतर नहीं आएगा। कुल मिलाकर ये गाड़ियां थोड़ी सस्ती हो सकती हैं, लेकिन फर्क ज्यादा नहीं होगा। राज्यों को नुकसान से बचाने लगाया था कॉम्पेन्सेशन सेस कॉम्पेन्सेशन सेस एक तरह का अतिरिक्त टैक्स है, जो सरकार कुछ खास सामानों पर लगाती है ताकि राज्यों को मुआवजा दे सके। 2017 में जब GST (वस्तु एवं सेवा कर) लागू हुआ था, तब कई राज्यों को लगता था कि उनके टैक्स से होने वाली कमाई कम हो जाएगी। इसे पूरा करने के लिए केंद्र सरकार ने कॉम्पेन्सेशन सेस शुरू किया, जो महंगी गाड़ियों, सिगरेट, शराब जैसे लग्जरी या हानिकारक सामानों पर लगाया जाता था। यह टैक्स GST के ऊपर अतिरिक्त होता है और इससे जमा हुआ पैसा राज्यों को उनके नुकसान की भरपाई के लिए दिया जाता था। ये खबर भी पढ़ें... मर्सिडीज-बीएमडब्ल्यू जैसी गाड़ियां टैक्स बढ़ने के बाद भी सस्ती होंगी: लग्जरी कारों पर 40% GST, लेकिन सेस खत्म; छोटी कारों पर करीब ₹60,000 बचेंगे लग्जरी कारों पर GST को 28% से बढ़ाकर 40% कर दिया गया है, लेकिन इसके बाद भी मर्सिडीज-बेंज, बीएमडब्ल्यू और ऑडी जैसी लग्जरी गाड़ियां थोड़ी सस्ती हो सकती हैं। पूरी खबर पढ़ें...
टाटा मोटर्स ने अपनी गाड़ियों की कीमत घटाने का ऐलान किया है। इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक 22 सितंबर से टाटा की गाड़ियां 65,000 रुपए से लेकर 1.55 लाख रुपए तक सस्ती हो जाएंगी। कंपनी ने यह फैसला GST दरों में बदलाव की मंजूरी के बाद लिया है। 3 सितंबर को GST काउंसिल ने छोटी कारों पर लगने वाले टैक्स को 28% से घटाकर 18% कर दिया था। टाटा मोटर्स ने कहा कि वह GST दरों बदलाव का पूरा फायदा ग्राहकों तक पहुंचाएगी। कंपनी का मानना है कि GST दरों में यह बदलाव लोगों के लिए कार खरीदना आसान बनाएगा और इससे भारत में आधुनिक गाड़ियों की मांग भी बढ़ेगी। GST बदलाव से छोटी कार और 350cc तक की बाइक्स सस्ती होंगी लग्जरी कारों की कीमत भी घटेगी लग्जरी कारों पर GST को 28% से बढ़ाकर 40% कर दिया गया है, लेकिन इसके बाद भी मर्सिडीज-बेंज, बीएमडब्ल्यू और ऑडी जैसी लग्जरी गाड़ियां थोड़ी सस्ती हो सकती हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि नए टैक्स स्लैब में GST से पहले लगने वाले कॉम्पेनसेशन सेस को खत्म कर दिया गया है। पहले लग्जरी कारों पर 17-22% तक का सेस लगता था पहले लग्जरी कारों पर 28% GST के साथ 17-22% तक का सेस लगता था, जिससे कुल टैक्स 50% तक पहुंच जाता था। इससे लग्जरी कारें काफी महंगी हो जाती थीं। उदाहरण के लिए, अगर मर्सिडीज की कीमत पहले 1 करोड़ रुपए थी, तो उस पर करीब 50 लाख रुपए टैक्स देना पड़ता था। अब यह 40 लाख रुपए तक सीमित हो सकता है। अब सरकार ने 4,000 मिमी से लंबी या 1,500 सीसी से ज्यादा क्षमता वाली गाड़ियों पर GST 28% से बढ़ाकर 40% कर दिया है। यानी, टैक्स बढ़ा दिया है, लेकिन सेस हटा दिया है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि सेस हटाने के कारण पहले और अब में ज्यादा अंतर नहीं आएगा। कुल मिलाकर ये गाड़ियां थोड़ी सस्ती हो सकती हैं, लेकिन फर्क ज्यादा नहीं होगा। राज्यों को नुकसान से बचाने लगाया था कॉम्पेन्सेशन सेस कॉम्पेन्सेशन सेस एक तरह का अतिरिक्त टैक्स है, जो सरकार कुछ खास सामानों पर लगाती है ताकि राज्यों को मुआवजा दे सके। 2017 में जब GST (वस्तु एवं सेवा कर) लागू हुआ था, तब कई राज्यों को लगता था कि उनके टैक्स से होने वाली कमाई कम हो जाएगी। इसे पूरा करने के लिए केंद्र सरकार ने कॉम्पेन्सेशन सेस शुरू किया, जो महंगी गाड़ियों, सिगरेट, शराब जैसे लग्जरी या हानिकारक सामानों पर लगाया जाता था। यह टैक्स GST के ऊपर अतिरिक्त होता है और इससे जमा हुआ पैसा राज्यों को उनके नुकसान की भरपाई के लिए दिया जाता था। ---------------------------------------------------------------ये खबर भी पढ़ेंरोटी, पराठा, दूध, हेल्थ-लाइफ इंश्योरेंस टैक्स फ्री:GST के अब केवल दो स्लैब 5% और 18%; 22 सितंबर से लागू होंगे बदलाव अब GST के 4 की जगह केवल दो स्लैब 5% और 18% होंगे। इससे आम जरूरत की चीजें जैसे साबुन, शैंपू के साथ AC, कार भी सस्ते होंगे। GST काउंसिल की 56वीं मीटिंग में इस पर फैसला लिया गया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 3 सितंबर को इसकी जानकारी दी। वित्त मंत्री सीतारमण ने बताया कि दूध, रोटी, पराठा, छेना समेत कई फूड आइटम GST फ्री होंगे। वहीं इंडिविजुअल हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस पर भी टैक्स नहीं लगेगा। 33 जीवन रक्षक दवाएं, दुर्लभ बीमारियों और गंभीर बीमारियों के लिए दवाएं भी टैक्स फ्री होंगी। पूरी खबर पढ़ें...
इलॉन मस्क की EV कंपनी टेस्ला ने इलेक्ट्रिक SUV मॉडल Y की भारत में पहली डिलीवरी की है। शुक्रवार (5 सितंबर) को महाराष्ट्र के ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर प्रताप सरनाइक ने मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में टेस्ला के नए शोरूम से मॉडल Y की पहली डिलीवरी ली है। प्रताप सरनाइक ने इस मौके पर कहा कि उनका मकसद लोगों, खासकर युवाओं में इलेक्ट्रिक गाड़ियों के प्रति जागरूकता फैलाना है। उन्होंने कहा, 'मैं चाहता हूं कि बच्चे इन कारों को जल्दी देखें और सस्टेनेबल ट्रांसपोर्ट की अहमियत समझें। यह कार मैं अपने पोते को गिफ्ट करूंगा।' इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देना जरूरी सरनाइक का कहना है कि सही उदाहरण पेश करना और इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देना ज्यादा जरूरी है। महाराष्ट्र सरकार ने इलेक्ट्रिक गाड़ियों को प्रोत्साहन देने के लिए कई कदम उठाए हैं, जैसे अटल सेतु और समृद्धि एक्सप्रेसवे पर टोल छूट। इसके अलावा राज्य परिवहन विभाग ने करीब 5,000 इलेक्ट्रिक बसें भी खरीदी हैं। भारत में टेस्ला की शुरुआत धीमी, अब तक 600 ऑर्डर मिले टेस्ला की भारत में एंट्री को लेकर काफी हाइप था, लेकिन शुरुआत कुछ धीमी रही है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जुलाई में बुकिंग शुरू होने के बाद से अब तक 600 ऑर्डर मिले हैं। यह आंकड़ा टेस्ला के ग्लोबल स्केल के सामने काफी छोटा है, जहां कंपनी हर कुछ घंटों में इतनी गाड़ियां डिलीवर करती है। टेस्ला इस साल भारत में 350 से 500 गाड़ियां भेजने का प्लान बना रही है। ये गाड़ियां शंघाई से आएंगी और पहली खेप सितंबर की शुरुआत में पहुंच चुकी है। फिलहाल डिलीवरी सिर्फ मुंबई, दिल्ली, पुणे और गुरुग्राम तक सीमित रहेगी। हालांकि, टेस्ला ने पहले इस साल 2,500 कारों का टारगेट रखा था, जिसे हाई इंपोर्ट ड्यूटी के चलते कम कर दिया। टेस्ला को भारत में क्यों आ रही दिक्कत? टेस्ला की राह में सबसे बड़ी रुकावट है, इसकी कीमत। मॉडल Y की शुरुआती कीमत 60 लाख रुपए से ज्यादा है, जो भारत में बिकने वाली एवरेज इलेक्ट्रिक कार (लगभग 22 लाख रुपए) से कहीं ज्यादा है। हाई इम्पोर्ट ड्यूटी के चलते कीमतें बढ़ रही हैं। 2025 की पहली छमाही में 45 से 70 लाख रुपए की रेंज में सिर्फ 2,800 प्रीमियम गाड़ियां बिकीं। इस बीच, चीनी कंपनी BYD ने अपनी Sealion 7 SUV के 1,200 से ज्यादा यूनिट्स बेचे, जिसकी शुरुआती कीमत 49 लाख रुपए है। 15 जुलाई को भारत में लॉन्च हुआ था मॉडल Y 15 जुलाई को मुंबई के बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स में टेस्ला का पहला शोरूम ओपन हुआ था। इसी दिन मॉडल Y को भारत में लॉन्च किया गया था। कंपनी का दावा है कि ये कार एक बार फुल चार्ज में 622 किलोमीटर तक चल सकती है। कार में सेफ्टी के लिए 8 एयरबैग के साथ लेवल-2 एडास जैसे फीचर्स दिए गए हैं। अभी केवल मॉडल Y कार भारत में बेची जाएगी। इसकी कीमत 60 लाख रुपए से शुरू है। ये अमेरिका की तुलना में 28 लाख रुपए ज्यादा है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने टेस्ला शोरूम क उद्घाटन किया था। इसके साथ ही कारों की बुकिंग शुरू हो गई थी। इलेक्ट्रिक कार मॉडल Y को भारत में दो वैरिएंट- रियर व्हील ड्राइव (RWD) और लॉन्ग रेंज रियर व्हील ड्राइव (RWD) में पेश किया गया है। इसकी RWD वैरिएंट की एक्स-शोरूम कीमत 60 लाख रुपए है। वहीं लॉन्ग रेंज वैरिएंट की कीमत 68 लाख रुपए है। जबकि, ग्लोबल मार्केट में ये कार ऑल व्हील ड्राइव ऑप्शन के साथ भी आती है। यहां हम टेस्ला मॉडल Y की पूरी डिटेल्स बता रहे हैं... एक्सटीरियर में क्या नया: इंटीरियर में क्या नया: ये खबर भी पढ़ें... टेस्ला की भारत में पहली कार लॉन्च: मॉडल Y के दो वैरिएंट, फुल चार्ज पर 500km और 622km की रेंज, कीमत ₹60 लाख से शुरू इलॉन मस्क की ईवी कंपनी टेस्ला ने पहली इलेक्ट्रिक SUV मॉडल Y को भारत में लॉन्च कर दिया है। कंपनी का दावा है कि ये कार एक बार फुल चार्ज में 622 किलोमीटर तक चल सकती है। कार में सेफ्टी के लिए 8 एयरबैग के साथ लेवल-2 एडास जैसे फीचर्स दिए गए हैं। पूरी खबर पढ़ें...
टेक कंपनी टेक्नो (TECNO) ने पोवा सीरीज में नया स्मार्टफोन टेक्नो पोवा स्लिम 5G लॉन्च किया है। कंपनी ने इसे दुनिया का सबसे स्लिम कर्व डिस्प्ले वाला स्मार्टफोन बताया है। फोन 5.95mm पतला है। इसमें 6.78 इंच का 1.5K कर्व्ड AMOLED डिस्प्ले दिया है, 144Hz रिफ्रेश रेट और 4,500 निट्स तक की ब्राइटनेस देता है। टेक्नो पोवा स्लिम 5G का वजन सिर्फ 156 ग्राम है और यह कॉर्निंग गोरिल्ला ग्लास 7i से प्रोटेक्टेड है। कैमरे की बात करें तो पीछे 50MP का प्राइमरी और 2MP का सेकेंडरी कैमरा, जबकि फ्रंट में 13MP का सेल्फी कैमरा है, जो 2K वीडियो रिकॉर्डिंग सपोर्ट करता है। कंपनी ने स्मार्टफोन की कीमत 19,999 रुपए रखी है। फ्लिपकार्ट पर इसकी सेल 8 सितंबर से शुरू होगी। टेक्नो पोवा स्लिम 5G: डिजाइन और खास फीचर्स टेक्नो पोवा स्लिम 5G: स्पेसिफिकेशंस डिस्प्ले : टेक्नो के नए स्मार्टफोन में .78 इंच का 1.5K कर्व्ड AMOLED डिस्प्ले दिया है, 144Hz रिफ्रेश रेट और 4,500 निट्स तक की ब्राइटनेस देता है। डिस्प्ले पर पंच होल दिया डिजाइन मिलता है। प्रोसेसर और OS : परफॉर्मेंस के लिए टेक्नो पोवा नियो 3 में मीडियाटेक डाइमेंसिटी 6400 प्रोसेसर दिया गया है। फोन एंड्रॉयड 15 पर बेस्ड HiOS 15 ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) पर काम करता है। रैम और स्टोरेज : डिवाइस 8GB रैम + 128GB इंटरनल स्टोरेज सपोर्ट करता है। रैम को एक्सपैंड करने के लिए 8GB वर्चुअल रैम सपोर्ट दिया गया है। बैटरी: स्मार्टफोन को पावर देने के लिए बैटरी 5,160mAh की है, जो 45W फास्ट चार्जिंग के साथ आती है। कैमरा: फोन के रियर पैनल पर LED फ्लैश के साथ 50MP का डुअल कैमरा सेटअप मिलता है। सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए फ्लैश के साथ 13MP का फ्रंट कैमरा दिया गया है। अन्य फीचर्स: फोन में मिलिट्री ग्रेड MIL-STD 810H सर्टिफिकेशन और IP64 वाटर-डस्ट रेसिस्टेंस भी है।
इलॉन मस्क की कंपनी स्टारलिंक को भारत में हाई स्पीड सैटेलाइट इंटरनेट का ट्रायल शुरू करने की मंजूरी मिल गई है। मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक टेलीकॉम डिपार्टमेंट ने सैटेलाइट को ट्रायल के लिए प्रोविजनल स्पेक्ट्रम दिया है। ये स्पेक्ट्रम कंपनी को 6 महीने के लिए ट्रायल चलाने की इजाजत देता है। कंपनी अब भारत में 10 जगहों पर बेस स्टेशन बनाएगी, जिसमें मुंबई मुख्य केंद्र होगा। इसके अलावा स्टारलिंक ने इक्विपमेंट इंपोर्ट करने के लिए लाइसेंस भी मांगा है, जिसमें लैंडिंग स्टेशन हार्डवेयर भी शामिल है। यह हार्डवेयर सैटेलाइट सिग्नल को जमीन के नेटवर्क से जोड़ेगा। ट्रायल के दौरान सिक्योरिटी और टेक्निकल स्टैंडर्ड्स की जांच होगी, इसके बाद स्टारलिंक हाई स्पीड सैटेलाइट इंटरनेट ऑफिशियली लॉन्च कर सकती है। टेलिकॉम डिपार्टमेंट को रिपोर्ट देगी स्टारलिंक सरकार ने स्टारलिंक के सामने सख्त सिक्योरिटी शर्तें रखी हैं। कंपनी को सभी डेटा भारत में स्टोर करना होगा और इंटेलिजेंस एजेंसियों को डेटा शेयर करने की सुविधा देनी होगी। यूजर टर्मिनल्स की डिटेल्स (नाम, पता, लोकेशन) टेलिकॉम डिपार्टमेंट को देनी होगी, और ट्रायल खत्म होने पर पूरी रिपोर्ट जमा करनी होगी। सैटेलाइट्स से आप तक कैसे पहुंचेगा इंटरनेट? 3 सवाल-जवाब में जानें स्टारलिंक से जुड़ी जरूरी बातें... सवाल 1: स्टारलिंक क्या है और ये खास क्यों है? जवाब: स्टारलिंक, स्पेसएक्स का प्रोजेक्ट है, जो सैटेलाइट्स के जरिए हाई-स्पीड इंटरनेट देता है। इसके सैटेलाइट्स पृथ्वी के करीब घूमते हैं, जिससे इंटरनेट तेज और स्मूथ चलता है। ये खासकर उन इलाकों के लिए फायदेमंद है, जैसे गांव या पहाड़, जहां आम इंटरनेट नहीं पहुंचता। सवाल 3: स्टारलिंक को लाइसेंस मिलने में इतना वक्त क्यों लगा? जवाब: स्टारलिंक 2022 से कोशिश कर रही थी, लेकिन सिक्योरिटी चिंताओं की वजह से देरी हुई। भारत सरकार ने डेटा सिक्योरिटी और कॉल इंटरसेप्शन जैसी शर्तें रखी थीं। स्टारलिंक ने इन शर्तों को माना, और मई 2025 में लेटर ऑफ इंटेंट मिलने के बाद अब लाइसेंस मिल गया। सवाल 4: आम लोगों को क्या फायदा होगा? जवाब: स्टारलिंक से गांवों और दूर-दराज के इलाकों में इंटरनेट पहुंचेगा, जिससे ऑनलाइन एजुकेशन, टेलीमेडिसिन, और बिजनेस को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही, टेलीकॉम मार्केट में प्रतिस्पर्धा बढ़ने से सस्ते और बेहतर प्लान्स मिल सकते हैं। ये खबर भी पढ़ें... मस्क की कंपनी को टेलीकॉम मिनिस्ट्री की मंजूरी:भारत में हाई स्पीड सैटेलाइट इंटरनेट देगी स्टारलिंक, ₹840 में महीनेभर अनलिमिटेड डेटा इलॉन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स को स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस भारत में ऑपरेट करने के लिए टेलीकॉम डिपार्टमेंट का लाइसेंस मिल गया है। अब उसे सिर्फ इंडियन नेशनल स्पेस प्रमोशन एंड ऑथराइजेशन सेंटर यानी, IN-SPACe के अप्रूवल का इंतजार है। रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से ये जानकारी दी है। पूरी खबर पढ़ें...
लग्जरी कारों पर GST को 28% से बढ़ाकर 40% कर दिया गया है, लेकिन इसके बाद भी मर्सिडीज-बेंज, बीएमडब्ल्यू और ऑडी जैसी लग्जरी गाड़ियां थोड़ी सस्ती हो सकती हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि नए टैक्स स्लैब में GST से पहले लगने वाले कॉम्पेनसेशन सेस को खत्म कर दिया गया है। वहीं छोटी कारों पर GST कम होने से करीब 60,000 रुपए की बचत होगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कल यानी 3 सितंबर 2025 को टैक्स सिस्टम में बड़े बदलाव का ऐलान किया। नई दरें 22 सिंतबर से लागू होंगी। पहले लग्जरी कारों पर 17-22% तक का सेस लगता था पहले लग्जरी कारों पर 28% GST के साथ 17-22% तक का सेस लगता था, जिससे कुल टैक्स 50% तक पहुंच जाता था। इससे लग्जरी कारें काफी महंगी हो जाती थीं। उदाहरण के लिए, अगर मर्सिडीज की कीमत पहले 1 करोड़ रुपए थी, तो उस पर करीब 50 लाख रुपए टैक्स देना पड़ता था। अब यह 40 लाख रुपए तक सीमित हो सकता है। अब सरकार ने 4,000 मिमी से लंबी या 1,500 सीसी से ज्यादा क्षमता वाली गाड़ियों पर GST 28% से बढ़ाकर 40% कर दिया है। यानी, टैक्स बढ़ा दिया है, लेकिन सेस हटा दिया है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि सेस हटाने के कारण पहले और अब में ज्यादा अंतर नहीं आएगा। कुल मिलाकर ये गाड़ियां थोड़ी सस्ती हो सकती हैं, लेकिन फर्क ज्यादा नहीं होगा। छोटी कार और 350cc तक की बाइक्स सस्ती होंगी ---------------------------------------------------------------ये खबर भी पढ़ेंरोटी, पराठा, दूध, हेल्थ-लाइफ इंश्योरेंस टैक्स फ्री:GST के अब केवल दो स्लैब 5% और 18%; 22 सितंबर से लागू होंगे बदलाव अब GST के 4 की जगह केवल दो स्लैब 5% और 18% होंगे। इससे आम जरूरत की चीजें जैसे साबुन, शैंपू के साथ AC, कार भी सस्ते होंगे। GST काउंसिल की 56वीं मीटिंग में इस पर फैसला लिया गया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 3 सितंबर को इसकी जानकारी दी। वित्त मंत्री सीतारमण ने बताया कि दूध, रोटी, पराठा, छेना समेत कई फूड आइटम GST फ्री होंगे। वहीं इंडिविजुअल हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस पर भी टैक्स नहीं लगेगा। 33 जीवन रक्षक दवाएं, दुर्लभ बीमारियों और गंभीर बीमारियों के लिए दवाएं भी टैक्स फ्री होंगी। पूरी खबर पढ़ें...
भारत की सबसे बड़ी टेलीकॉम ऑपरेटर रिलायंस जियो ने बुधवार (3 सितंबर) को ऐलान किया कि उसके यूजर्स की संख्या 500 मिलियन यानी 50 करोड़ को पार कर चुकी है। यह आंकड़ा अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम और फ्रांस की कुल आबादी (करीब 48 करोड़) से भी ज्यादा है। जियो अब दुनिया का सबसे बड़ा मोबाइल डेटा नेटवर्क बन गया है। 5 सितंबर को अपनी 9वीं एनिवर्सरी मनाने जा रही जियो ने इस मौके पर अपने यूजर्स के लिए कई शानदार ऑफर्स भी पेश किए हैं। जियो की पांच बड़ी उपलब्धियां जियो ने अपने 50 करोड़ यूजर बेस के साथ ही पांच बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं... 9वीं एनिवर्सरी पर धमाकेदार ऑफर्स जियो ने अपनी 9वीं एनिवर्सरी और इस उपलब्धि को सेलिब्रेट करने के लिए कई शानदार ऑफर्स की घोषणा की है... 5-7 सितंबर का वीकेंड धमाल: 5 सितंबर से 5 अक्टूबर तक का खास ऑफर: जियो के चेयरमैन आकाश अंबानी ने क्या कहा? रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड के चेयरमैन आकाश अंबानी ने कहा, 'जियो की 9वीं एनिवर्सरी पर मैं गर्व और कृतज्ञता महसूस कर रहा हूं कि 50 करोड़ से ज्यादा भारतीयों ने हम पर भरोसा दिखाया है। एक देश में इतने बड़े पैमाने पर पहुंचना इस बात का सबूत है कि जियो लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। यह कनेक्टिविटी की ताकत को दर्शाता है, जो एक डिजिटल सोसाइटी को आकार दे रही है।' आकाश अंबानी ने आगे कहा, 'मैं हर जियो यूजर को दिल से धन्यवाद देता हूं। आपका भरोसा हमें हर दिन प्रेरित करता है। हम आगे भी भारत के करोड़ों लोगों तक बेहतरीन टेक्नोलॉजी पहुंचाने के लिए कमिटेड हैं, ताकि यह सुलभ, उपयोगी और जीवन को बदलने वाली हो। हम मिलकर एक डिजिटल भारत के सपने को साकार करेंगे।' जियो का IPO प्लान हाल ही में हुई रिलायंस इंडस्ट्रीज की AGM में चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी ने बताया था कि जियो 2026 की पहली छमाही में यानी जून तक अपना IPO लाने की तैयारी कर रही है। यह भारतीय इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा IPO हो सकता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जियो अपनी सिर्फ 5% हिस्सेदारी भी बेचती है, तो ये करीब 58,000 से 67,500 करोड़ रुपए तक फंड जुटा सकती है। अगर ऐसा होता है तो ये हुंडई मोटर इंडिया के बाद अब तक का सबसे बड़ा IPO होगा। अक्टूबर 2024 में हुंडई का IPO 27,870 करोड़ रुपए का था। इस हिसाब से देखा जाए तो रिलायंस जियो का IPO हुंडई के इश्यू के दोगुना से भी ज्यादा हो सकता है। ₹13.5 लाख करोड़ तक पहुंच सकती है वैल्यूएशन भारत के टेलीकॉम सेक्टर में सबसे बड़ा प्लेयर बनने के एक दशक बाद रिलायंस जियो ये IPO ला रही है। इस इश्यू की लिस्टिंग से कंपनी की वैल्यूएशन करीब 154 बिलियन डॉलर यानी लगभग 13.5 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच सकती है। ये आंकड़ा जियो की कॉम्पिटिटर कंपनी भारती एयरटेल की मौजूदा मार्केट वैल्यू ( करीब 11 लाख करोड़ रुपए) से ज्यादा है। जियो के IPO से जुड़ी पूरी खबर पढ़ें...
मारुति सुजुकी ने आज यानी 3 सितंबर को भारत में अपनी नई मिड-साइज एसयूवी 'विक्टोरिस' को पेश की। यह एसयूवी कंपनी के एरिना डीलरशिप नेटवर्क की फ्लैगशिप मॉडल बनेगी और 2023 में लॉन्च हुई ग्रैंड विटारा के बाद मारुति की दूसरी मिड-साइज एसयूवी है। कंपनी ने अभी इसकी कीमत नहीं बताई है। यह ग्रैंड विटारा से इंस्पायर्ड है, लेकिन इसका डिजाइन इलेक्ट्रिक एसयूवी ई-विटारा से लिया गया है। इस कार का मुकाबला हुंडई क्रेटा, किआ सेल्टोस, टोयोटा अर्बन क्रूजर हायराइडर, एमजी एस्टर और होंडा इलिवेट जैसी गाड़ियों से होगा। इस कार को भारत एनकैप ने क्रैश टेस्ट में 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग दी है। डिजाइन: मॉडर्न और बोल्ड लुक विक्टोरिस में सामने की तरफ चंकी एलईडी हेडलाइट्स हैं, जो एक पतली ग्रिल कवर से जुड़ी हुई हैं और ऊपर क्रोम स्ट्रिप है। बॉडी के चारों तरफ मोटी प्लास्टिक क्लैडिंग दी गई है, जो इसे रफ एंड टफ लुक देती है, साथ ही सिल्वर स्किड प्लेट भी लगी है। साइड प्रोफाइल में 18-इंच अलॉय व्हील्स, सिल्वर रूफ रेल्स और स्क्वेयर्स-ऑफ बॉडी क्लैडिंग है, जो इसे स्पोर्ट लुक देते हैं। पीछे की तरफ सेगमेंटेड एलईडी लाइट बार है और 'VICTORIS' की बैजिंग दी गई है। कुल मिलाकर, यह डिजाइन मॉडर्न और प्रीमियम लगता है, जो शहर की सड़कों से लेकर हाईवे तक सूट करेगा। इंटीरियर की बात करें तो डैशबोर्ड टेक-फोकस्ड है, जिसमें 10.25-इंच इंफोटेनमेंट टचस्क्रीन, डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले और थ्री-स्पोक स्टीयरिंग व्हील है। यह 5-सीटर कैबिन देती है, जिसमें फैमिली के लिए काफी स्पेस है। लेदरेट सीट अपहोल्स्ट्री, एम्बिएंस लाइटिंग और ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल जैसे फीचर्स इसे कम्फरटेबल बनाते हैं। इंजन और परफॉर्मेंस: तीन ऑप्शन मिलेंगे विक्टोरिस में तीन तरह के पावरट्रेन दिए गए हैं, जो हर तरह के ग्राहक की जरूरत पूरी करेंगे: ये सभी ऑप्शन्स फ्यूल-एफिशिएंट हैं, जो मारुति की खासियत है। डाइमेंशन्स की डिटेल्स अभी पूरी तरह कन्फर्म नहीं हैं, लेकिन यह मिड-साइज होने से ब्रेजा से बड़ी और ग्रैंड विटारा से कॉम्पैक्ट लगेगी। फीचर्स और सेफ्टी: पैनोरमिक सनरूफ और लेवल 2 ADAS विक्टोरिस फीचर्स के मामले में टॉप क्लास है। इंफोटेनमेंट में 10.25-इंच टचस्क्रीन है, जो वायरलेस एप्पल कारप्ले और एंड्रॉयड ऑटो सपोर्ट करती है। 8-स्पीकर साउंड सिस्टम डॉल्बी एटमॉस के साथ आता है, साथ ही कनेक्टेड कार टेक्नोलॉजी भी है। कम्फर्ट फीचर्स में वेंटिलेटेड फ्रंट सीट्स, पैनोरमिक सनरूफ, वायरलेस चार्जर, 8-वे इलेक्ट्रिकली एडजस्टेबल ड्राइवर सीट, हेड्स-अप डिस्प्ले, कैबिन एयर फिल्टर और पावर्ड टेलगेट शामिल हैं। सेफ्टी की बात करें तो यह मारुति की पहली कार है जिसमें लेवल 2 ADAS (एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम) है। स्टैंडर्ड फीचर्स में 6 एयरबैग्स, ABS विद EBD , ट्रैक्शन कंट्रोल, ब्रेक असिस्ट, हिल होल्ड कंट्रोल और आईएसओफिक्स चाइल्ड सीट एंकरेज हैं। हायर वैरिएंट्स में 360-डिग्री कैमरा, टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS) है। इस कार को भारत एनकैप क्रैश टेस्ट में 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग दी है। 6 वैरिएंट्स मिलेंगेविक्टोरिस 6 कोर वैरिएंट्स में उपलब्ध होगी: LXI, VXI, ZXI, ZXI(O), ZXI+ और ZXI+(O)। बेसिक वैरिएंट LXI से लेकर टॉप ZXI+(O) तक, हर लेवल पर फीचर्स बढ़ते जाएंगे। CNGऔर हाइब्रिड ऑप्शन्स चुन सकते हैं, जो इसे बजट-फ्रेंडली बनाते हैं। कीमत: एक्स-शोरूम प्राइस एक्सपेक्टेडआर्टिकल में स्पेसिफिक प्राइस नहीं बताई गई है, लेकिन एक्स-शोरूम इंडिया लेवल पर यह 11 लाख रुपए से शुरू होकर 20 लाख रुपए तक जा सकती है। यह क्रेटा और सेल्टोस से थोड़ी सस्ती हो सकती है। बुकिंग जल्द शुरू होने की उम्मीद है।
सेमीकॉन इंडिया 2025 इवेंट में देश की पहली पूरी तरह से स्वदेशी 32-बिट माइक्रोप्रोसेसर चिप ‘विक्रम’ को लॉन्च किया गया है। ये चिप भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की सेमीकंडक्टर लैबोरेट्री (SCL) ने बनाई है और इसे खास तौर पर अंतरिक्ष मिशनों के लिए तैयार किया गया है। लॉन्चिंग के दौरान इस चिप को केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौंपा। इवेंट में मोदी ने कहा पहले तेल को ब्लैक गोल्ड कहा जाता था, लेकिन अब चिप्स डिजिटल डायमंड हैं। 125 डिग्री सेल्सियस तापमान पर काम कर सकती है विक्रम चिप ‘विक्रम’ भारत का पहला 32-बिट माइक्रोप्रोसेसर है, जिसे पूरी तरह से देश में डिजाइन और बनाया गया है। ये चिप इतनी मजबूत है कि ये अंतरिक्ष में रॉकेट लॉन्च करने की कठिन परिस्थितियों को झेल सकती है। इसका मतलब है कि इसे -55 डिग्री सेल्सियस से लेकर +125 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान में काम करने के लिए बनाया गया है। इस चिप को विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर (VSSC) और सेमीकंडक्टर लैब (SCL) ने मिलकर तैयार किया है। ये 180 नैनोमीटर CMOS टेक्नोलॉजी पर आधारित है। इस चिप का पहला बैच PSLV-C60 मिशन के दौरान PSLV ऑर्बिटल एक्सपेरिमेंटल मॉड्यूल (POEM-4) में टेस्ट किया गया, जहां इसने मिशन मैनेजमेंट कंप्यूटर को पावर दी। टेस्ट में ये चिप पूरी तरह से कामयाब रही, जिससे साबित हो गया कि ये भविष्य के अंतरिक्ष मिशनों के लिए भरोसेमंद है। विक्रम चिप की खासियतें 32-बिट आर्किटेक्चर: ये चिप 32-बिट जनरल-पर्पस आर्किटेक्चर पर काम करती है, जो पहले की 16-बिट विक्रम 1601 चिप से कहीं ज्यादा एडवांस है। फ्लोटिंग-पॉइंट ऑपरेशंस: ये 64-बिट फ्लोटिंग-पॉइंट ऑपरेशंस को सपोर्ट करती है, जो जटिल गणनाओं के लिए जरूरी है। ये खासतौर पर अंतरिक्ष मिशन, वैज्ञानिक रिसर्च में सटीक गणना के लिए काम आता है। स्वदेशी सॉफ्टवेयर: इस चिप के लिए सारे सॉफ्टवेयर टूल्स, जैसे कंपाइलर, असेंबलर, लिंकर, सिमुलेटर, और इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट एनवायरनमेंट (IDE), ISRO ने खुद बनाए हैं। कल्पना 3201 माइक्रोप्रोसेसर भी पेश इसके अलावा, विक्रम के साथ-साथ चार और स्वदेशी डिवाइसेज को पेश किया गया, जो लॉन्च व्हीकल्स के एवियोनिक्स सिस्टम को छोटा और बेहतर बनाने में मदद करेंगे। इनमें रिइन्फिगरेबल डेटा एक्विजिशन सिस्टम, रिले ड्राइवर IC, और मल्टी-चैनल लो ड्रॉप-आउट रेगुलेटर IC शामिल हैं। साथ ही कल्पना 3201 नाम की एक और 32-बिट SPARC V8 RISC माइक्रोप्रोसेसर भी पेश की गई, जो ओपन-सोर्स टूल्स के साथ कम्पैटिबल है। पीएम मोदी ने की सेमीकॉन इंडिया 2025 की शुरुआत सेमीकॉन इंडिया 2025 का उद्घाटन 2 सितंबर 2025 को दिल्ली के यशोभूमि में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। इस तीन दिन के आयोजन (2-4 सितंबर) में 350 से ज्यादा प्रदर्शक, 2,500 डेलिगेट्स और 33 देशों से 150 स्पीकर्स हिस्सा ले रहे हैं। इस इवेंट का मकसद भारत को सेमीकंडक्टर डिजाइन, मैन्युफैक्चरिंग और टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट का ग्लोबल हब बनाना है। PM मोदी ने बोले- चिप्स हैं डिजिटल डायमंड प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर कहा, “पहले तेल को ब्लैक गोल्ड कहा जाता था, लेकिन अब चिप्स डिजिटल डायमंड हैं।” उन्होंने बताया कि ग्लोबल सेमीकंडक्टर मार्केट अभी 600 बिलियन डॉलर का है, जो आने वाले सालों में 1 ट्रिलियन डॉलर को पार करेगा। भारत इस मार्केट में बड़ा हिस्सा हासिल करने की राह पर है। उन्होंने ये भी कहा कि भारत अब सिर्फ बैक-एंड ऑपरेशंस तक सीमित नहीं है, बल्कि ‘डिजाइन इन इंडिया, मेड इन इंडिया’ का सपना पूरा कर रहा है। भारत के लिए क्यों अहम है ये चिप? सेमीकंडक्टर चिप्स आज हर क्षेत्र- हेल्थकेयर, ट्रांसपोर्ट, कम्युनिकेशन, डिफेंस, और स्पेस में जरूरी हैं। ये चिप्स न सिर्फ तकनीकी विकास के लिए, बल्कि आर्थिक सुरक्षा और रणनीतिक स्वतंत्रता के लिए भी अहम हैं। विक्रम चिप के साथ भारत अब विदेशी चिप्स पर निर्भरता कम करेगा, खासकर अंतरिक्ष और डिफेंस जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में।
चाइनीज स्मार्टफोन कंपनी रियलमी ने भारत में अपना नया मिड रेंज 5G फोन रियलमी 15T लॉन्च कर दिया है। इस फोन में 7,000mAh की बड़ी बैटरी और पावर के लिए मीडियाटेक डाइमेंसिटी 6400 प्रोसेसर दिया है। इसके अलावा रियलमी 15T में 6.57 इंच का फुल HD AMOLED डिस्प्ले दिया गया है जो 4,000 निट्स तक की ब्राइटनेस देता है। फोटोग्राफी के लिए 50MP का प्राइमरी कैमरा और 50MP का सेल्फी कैमरा मिलता है। कंपनी ने फोन को तीन स्टोरेज और रैम वेरिएंट में बाजार में उतारा है। इसकी शुरूआती कीमत 20,999 रुपए रखी गई है। स्मार्टफोन 6 सितंबर से रियलमी की ऑफिशियल वेबसाइट और फ्लिपकार्ट पर अवेलेबल होगा। इसका मुकाबला वनप्लस नॉर्ड CE 5 और iQOO नियो 10R जैसे मिड रेंज स्मार्टफोन्स से होगा। रियलमी 15T 5G : डिटेल्ड स्पेसिफिकेशन
सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने स्पीकर और अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट बनाने वाली कंपनी बोट के इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO को मंजूरी दे दी है। मार्केट रेगुलेटर ने बोट, अर्बन कंपनी, जुनिपर ग्रीन एनर्जी लिमिटेड सहित कुल 13 कंपनियों के IPO को मंजूरी दी है। बोट की पेरेंट कंपनी इमेजिन मार्केटिंग लिमिटेड ने 8 अप्रैल को IPO के लिए ड्राफ्ट पेपर्स फाइल किए थे। 2000 करोड़ रुपए का हो सकता है इश्यू IPO का टोटल साइज 2,000 करोड़ रुपए हो सकता है। इसमें कंपनी 900 करोड़ रुपए के नए शेयर्स जारी कर सकती है। बाकी के 1100 करोड़ रुपए के शेयर्स कंपनी के मौजूदा निवेशक OFS के जरिए बेचेंगे। 2022 में भी कंपनी ने IPO के लिए अप्लाई किया था इससे पहले कंपनी ने 2022 में 2,000 करोड़ रुपए के IPO के लिए अप्लाई किया था। हालांकि, कंपनी ने अनफेवरेबल मार्केट कंडीशन की वजह से अपनी IPO एप्लिकेशन को वापस ले लिया था। उस समय लिस्टिंग के बजाय बोट ने प्राइवेट फंडिंग में 60 मिलियन डॉलर यानी करीब 520 करोड़ रुपए जुटाने का ऑप्शन चुना था।
आईफोन बनाने वाली कंपनी एपल का साल का सबसे बड़ा लॉन्च इवेंट 9 सितंबर को होगा। इस बार इवेंट की टैगलाइन 'अवे ड्रॉपिंग' रखी गई है, जिसका मीनिंग, 'कुछ ऐसा जो लोगों को हैरान और प्रभावित करे' है। इवेंट में कंपनी आईफोन17 सीरीज में चार मॉडल्स- आईफोन 17, आईफोन 17 एयर, आईफोन 17 प्रो और आईफोन 17 प्रो मैक्स पेश कर सकती है। इसके अलावा कंपनी नई एपल वॉच और एडवांस AI फीचर्स लॉन्च कर सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो भारत में स्टैंडर्ड आईफोन 17 की कीमत 79,900 रुपए से शुरू हो सकती है, जो इसके टॉप मॉडल प्रो मैक्स के लिए 1,64,900 रुपए तक जा सकती है। हालांकि, इवेंट में लॉन्च होने वाले प्रोडक्ट्स की जानकारी कंपनी ने नहीं दी है। एपल टीवी पर लाइव देख सकेंगे इवेंट कंपनी ने इवेंट के लिए ऑफिशियल इनविटेशन भेजना शुरू कर दिया है। भारतीय समय अनुसार, इवेंट मंगलवार रात 10:30 बजे एपल पार्क, क्यूपर्टिनो, कैलिफोर्निया में शुरू होगा। इसे कंपनी वेबसाइट सहित एपल टीवी एप पर लाइव देखा जा सकेगा। कंपनी 2020 से एक प्री-रिकॉर्डेड वीडियो की स्ट्रीमिंग करती है। इस बार iOS26 के साथ बेहतर एपल इंटेलिजेंस मिलेगा आईफोन 17 सीरीज के सभी मॉडल्स में इस बार A19 चिप के साथ iOS26, बेहतर एपल इंटेलिजेंस और Wi-Fi 7 सपोर्ट होगा। प्रो मॉडल्स में एंटी-रिफ्लेक्टिव डिस्प्ले और छोटा डायनामिक आइलैंड मिल सकता है। इनमें 8x जूम के साथ 48MP ट्रिपल कैमरा सेटअप और वेपर चैंबर कूलिंग सिस्टम मिलेगा। बेस मॉडल आईफोन 17 में 6.3-इंच 120Hz प्रो मोशन LTPO ओलेड डिस्प्ले होगा, जो पहले सिर्फ प्रो मॉडल्स में था। वहीं, आईफोन 17 एयर में ये 6.25mm पतला मॉडल होगा, जो प्लस की जगह लेगा। आईफोन 17 प्रो में नया हॉरिजॉन्टल कैमरा बार और एल्यूमिनियम-ग्लास बॉडी होगी। आईफोन 17 सीरीज के मॉडल्स के एक्सपैक्टेड फीचर्स... आईफोन 17 लॉन्च के बाद बंद होंगे ये मॉडल्स एपल हर साल नए आईफोन लॉन्च के बाद कुछ पुराने मॉडल्स को बंद करता है, खासकर प्रो मॉडल्स। ताकि लोग नए आईफोन 17 प्रो मॉडल्स खरीदें। इसके अलावा, जो मॉडल्स 5 से 7 साल पहले लॉन्च हुए हैं वो भी बंद हो सकते हैं। हालांकि, फ्लिपकार्ट और अमेजॉन जैसे थर्ड-पार्टी प्लेटफॉर्म्स पर ये मॉडल्स स्टॉक खत्म होने तक बिक सकते हैं। पिछले साल पहली बार AI फीचर्स दिए थे एपल ने पिछले साल 'इट्स ग्लोटाइम' इवेंट में आईफोन 16 सीरीज, एपल वॉच सीरीज 10, एपल वॉच अल्ट्रा 2 और एपल एयरपॉड्स 4 भी लॉन्च की थी। कंपनी ने पहली बार AI फीचर्स शामिल किए थे। यहां आइफोन 16 सीरीज के स्पेसिफिकेशन भी जान लीजिए... भारत में 2017 से बन रहे आईफोन एपल ने 2017 में आईफोन SE के साथ भारत में आईफोन्स की मैन्युफैक्चरिंग शुरू की थी। इसके तीन इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग सर्विस (EMS) पार्टनर- फॉक्सकॉन, विस्ट्रॉन और पेगाट्रॉन है। आईफोन SE के बाद भारत में आईफोन 11, आईफोन 12 और आईफोन 13 की मैन्युफैक्चरिंग भी की गई। फॉक्सकॉन का प्लांट चेन्नई के पास श्रीपेरंबदूर में है।