टाटा मोटर्स ने अपनी प्रीमियम हैचबैक कार टाटा अल्ट्रोज फेसलिफ्ट का नया टीजर जारी किया है। कंपनी इसे नए डिजाइन और एडवांस फीचर्स के साथ 21 मई को लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। ये भारत में पहली हैचबैक कार होगी, जिसमें फ्लश डोर हैंडल्स मिलेंगे। यह अल्ट्रोज का पहला फेसलिफ्ट अपडेट मॉडल होगा। नए टीजर में गाड़ी के इंटीरियर की झलक दिखाई गई है, साथ ही कुछ नए फीचर भी नजर आए हैं। इसमें डैशबोर्ड पर ग्लॉस ब्लैक प्लास्टिक ट्रिम के साथ डुअल-टोन ब्लैक और ऑफ-व्हाइट फिनिश दी गई है। अल्ट्रोज के मौजूदा मॉडल में दी गई ब्लू एम्बिएंट लाइटिंग को इसमें वाइट लाइट से बदल दिया गया है, जिससे इसका केबिन अब ज्यादा प्रीमियम नजर आता है। इसकी फ्रंट सीटें एकदम नई हैं और इस पर बेज फिनिशिंग दी गई है। इसके अलावा 360-डिग्री कैमरा और वॉइस-असिस्टेड सिंगल-पेन सनरूफ फीचर भी नजर आया है। इंटीरियर: सेगमेंट फर्स्ट 10.25 इंच फुल डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले फेसलिफ्ट अल्ट्रोज में पहले की तरह 10.25-इंच फ्लोटिंग टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम दिया गया है। इसमें नया सेगमेंट फर्स्ट 10.25 इंच फुल डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले दिया गया है, जिसे इसमें टाटा नेक्सन से लिया गया है। गाड़ी में ग्लॉस ब्लैक पैनल में इंटीग्रेटेड इल्युमिनेटेड टाटा लोगो के साथ नया 2-स्पोक स्टीयरिंग व्हील दिया गया है। इसमें AC कंट्रोल्स को भी अपडेट किया गया है, जिसके चलते इसमें अब टाटा की दूसरी कारों की तरह टच-बेस्ड यूनिट्स मिलेगी। 2025 टाटा अल्ट्रोज फेसलिफ्ट में मौजूदा मॉडल वाले फीचर वायरलेस फोन चार्जर, रियर वेंट्स के साथ ऑटो एसी और 8-स्पीकर साउंड सिस्टम दिए जा सकते हैं। इसमें वेंटिलेटेड सीटें भी मिल सकती हैं। एक्सटीरियर : नई 3D ग्रिल और DRL के साथ ट्विन-पोड LED हेडलाइट इससे पहले जारी किए गए टीजर में कार का एक्सटीरियर डिजाइन देखने को मिला था। कार में पहले से ज्यादा माडर्न डिजाइन एलिमेंट्स दिए गए हैं। अपडेटेड टाटा अल्ट्रोज में पहले से ज्यादा शार्प डिजाइन दिया गया है। इसके फ्रंट में सिल्वर इनसर्ट के साथ नई 3D फ्रंट ग्रिल और DRL के साथ नई ट्विन-पोड LED हेडलाइट दी गई है। इसमें अब स्पोर्टी बंपर के साथ बड़ा एयरडैम और दोनों तरफ LED फॉग लैंप्स मिलेंगे। प्रीमियम हैचबैक को पहली बार गोल्ड कलर के साथ लॉन्च किया गया था, इसे फिर से शामिल किया गया है। टाटा कर्व की तरह फ्रंट डोर पर इलुमिनेटेड फ्लश डोर हैंडल दिए गए हैं जो इलेक्ट्रॉनिकली बाहर आते हैं। इसमें 16-इंच के नए अलॉय व्हील भी दिए गए हैं। वहीं, पीछे की तरफ टाटा अल्ट्रोज में नए कनेक्टेड LED टेल लैंप्स दिए गए हैं, जिसे कंपनी इन्फिनिटी टेललैंप कह रही है। रिवर्स लैंप को अब नंबर प्लेट के नीचे नए बंपर पर लगाया गया है। सेफ्टी के लिए 6 एयरबैग लेकिन इंजन पुरानी ही मिलेगा वहीं, पैसेंजर की सेफ्टी के लिए कार में पहले की तरह 6 एयरबैग, ABS के साथ EBD, 360 डिग्री कैमरा के साथ रियर पार्किंग सेंसर और इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC) जैसे फीचर्स मिलेंगे। कार के इंजन में कोई भी बदला की उम्मीद कम है। नई टाटा अल्ट्रोज की कीमत मौजूदा मॉडल से ज्यादा हो सकती है। वर्तमान में इसकी एक्स-शोरूम प्राइस 6.65 लाख रुपए से शुरू होती है। इसका मुकाबला मारुति सुजुकी बलेनो, टोयोटा ग्लैंजा और हुंडई i20 से रहेगा।
जीप इंडिया ने आज (5 मई) अपनी पापुलर ऑफ-रोडर SUV जीप रैंगलर का नया स्पेशल एडिशन भारत में लॉन्च किया है। इसका नाम जीप रैंगलर विलीज 41 है और डिजाइन ओरिजनल 1941 विलीज जीप से इंस्पायर्ड है। भारत में इसकी सिर्फ 30 यूनिट ही बेची जाएंगी। जीप रैंगलर विलीज 41 एडिशन कार के टॉप वैरिएंट रूबिकॉन पर बेस्ड है। इसमें कुछ कॉस्मेटिक अपडेट और नए फीचर्स जोड़े गए हैं। स्पेशल एडिशन की एक्स-शोरूम कीमत 73.16 लाख रुपए रखी गई है, जो रेगुलर मॉडल से 1.51 लाख रुपए ज्यादा है। ऑफ-रोडर SUV में नए डिजाइन के साथ एडवांस ड्राइविंग असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) जैसे फीचर्स दिए गए हैं। भारत में जीप रैंगलर का सीधा मुकाबला किसी से नहीं है, लेकिन इसे लैंड रोवर डिफेंडर और मर्सिडीज-बेंज जी-क्लास से सस्ती कार के तौर पर चुना जा सकता है। इंटीरियर: 12.3-इंच की टचस्क्रीन और 7-इंच कलर ड्राइवर डिस्प्ले SUV के डैशबोर्ड पर सेंटर में वायरलेस एंड्रॉइड ऑटो और एपल कारप्ले के साथ 12.3-इंच की टचस्क्रीन दी गई है। इन्फोटेनमेंट स्क्रीन जीप के यू-कनेक्ट 5 सिस्टम पर चलती है। इसमें 62 फेमस ट्रेल्स ऑफ-रोड गाइड भी है, जो ऑफरोडिंग के समय नेविगेशन के साथ काम आता है। इसके अलावा, कार में वायरलेस फोन चार्जिंग, इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर में 7-इंच कलर डिस्प्ले, एक अल्पाइन-सोर्स्ड ऑडियो सिस्टम, 12 तरह से पावर एडजस्टेबल फ्रंट सीट और ऑटोमेटिक क्लाइमेंट कंट्रोल के साथ डुअल-जोन AC जैसे फीचर भी दिए गए हैं। कई ड्राइव मोड के साथ फ्रंट और रियर लॉकिंग डिफरेंशियलरैंगलर विलीज 41 स्पेशल एडिशन में मैकेनिकली कोई बदलाव नहीं किया गया है। इसमें 2.0-लीटर का 4 सिलेंडर टर्बो-पेट्रोल इंजन दिया गया है, जो 270hp की पावर और 400Nm का पीक टॉर्क जनरेट करता है। ट्रासंमिशन के लिए इंजन को 8-स्पीड टॉर्क कन्वर्टर ऑटोमेटिक गियरबॉक्स और जीप के सेलेक-ट्रैक फुल-टाइम 4WD सिस्टम के साथ स्टैंडर्ड तौर पर जुड़ा हुआ है। इसमें कई ड्राइव मोड के साथ फ्रंट और रियर लॉकिंग डिफरेंशियल भी दिया गया है, जो इसकी ऑफ रोड परफॉर्मेंस को बेहतर करता है। इनके अलावा इसमें एक स्वे बार डिस्कनेक्ट फंक्शन भी दिया गया है, जो उबड़-खाबड़ रास्तों पर काफी काम का साबित होता है। सेफ्टी के लिए ADAS के साथ 6 एयरबैग सेफ्टी के लिए इसमें एडवांसड ड्राइविंग असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) के साथ 6 एयरबैग, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल, हिल स्टार्ट असिस्ट, इलेक्ट्रॉनिक रोल मिटिगेशन, ऑटोमैटिक हेडलैंप, रियर सेंसर और कैमरा शामिल हैं।
पिछले वित्त वर्ष 2024-25 में देशभर में 2.6 करोड़ गाड़ियां बिकीं हैं। सालाना आधार पर इसमें 6.46% की बढ़ोतरी हुई है। इसमें अकेले टू-व्हीलर सेगमेंट में 1.88 करोड़ गाड़ियों की सेल हुई। पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले यह 7.71% ज्यादा रही। वहीं, नए वित्त वर्ष 2025-26 के पहले महीने अप्रैल में देश में गाड़ियों की सेल 22 लाख से ज्यादा रही। पिछले साल अप्रैल के मुकाबले इसमें 2.95% की ग्रोथ हुई है। इस दौरान टू-व्हीलर्स कैटेगरी में 16 लाख से ज्यादा गाड़ी बिकी, जो अप्रैल 2024 के मुकाबले 2.25% ज्यादा है। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल एसोसिएशन (FADA) ने फाइनेंशियल ईयर 2025 और अप्रैल 2025 में बिकने वाली गाड़ियों की सेल्स रिपोर्ट जारी की है। अप्रैल में हीरो ने सबसे ज्यदा 5.11 लाख दोपहिया वाहन बेचें। इस कैटेगरी में सबसे ज्यादा गाड़ी बेचकर कंपनी 30% हिस्सेदारी के साथ टॉप रही। वहीं, पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में मारुति सुजुकी ने 39.44% हिस्सेदारी के साथ 1,38,021 कारें बेचकर टॉप पर रही। कमर्शियल व्हीकल की बिक्री में 0.17% की घटी वित्त वर्ष 2024-25 में कमर्शियल व्हीकल सेगमेंट के वाहनों की बिक्री में 0.17% की कमी देखी गई। इस दौरान देशभर में 10,08,623 कमर्शियल व्हीकल बिके, जबकि पिछले 10,10,324 व्हीकल बिके थे। टू-व्हीलर की रिटेल सेल्स 7.71% बढ़ी टू-व्हीलर की रिटेल सेल्स में वर्ष 2024-25 में 7.71% का उछाल आया है। इस दौरान देशभर में 1.88 करोड़ टू-व्हीलर बिके, जबकि पिछले साल में 1.76 करोड़ टू-व्हीलर बिके थे।
सैमसंग ने 520 मिलियन डॉलर (4,451 करोड़ रुपए) के टैक्स डिमांड नोटिस मामले में भारत सरकार को चुनौती दी है। कंपनी ने टैक्स ट्रिब्यूनल में टैक्स डिमांड नोटिस के खिलाफ याचिका दायर की है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने कंपनी पर टेलीकॉम इक्विपमेंट्स के इंपोर्ट पर टैरिफ से बचने का आरोप लगाया था। इसके खिलाफ याचिका में सैमसंग ने कहा कि टैक्स अधिकारी लंबे समय से इस बात से पूरी तरह वाकिफ थे कि रिलायंस जियो भी 2017 तक उसी तरह से उपकरण आयात कर रहा था, लेकिन उस पर कार्रवाई नहीं हुई। सैमसंग का कहना है कि हमें 2017 में रिलायंस को मिली चेतावनी के बारे में नहीं बताया गया। अगर पहले ही स्पष्ट कर दिया जाता, तो यह विवाद न होता। इसके अलावा सरकार ने सैमसंग के सात अधिकारियों पर 81 मिलियन डॉलर (693 करोड़ रुपए) का जुर्माना लगाया था। इंपोर्ट को गलत क्लासिफाई करने के लिए 2023 में चेतावनी मिली थी सैमसंग ने भारत की टैक्स अथॉरिटी पर जांच खत्म करने का दबाव डाला सैमसंग ने भारत की टैक्स अथॉरिटी पर जांच को खत्म करने का दबाव डाला था। तब कंपनी ने यह कहा था कि कंपोनेंट पर टैरिफ नहीं लगता है और अधिकारियों को सालों से इसकी क्लासिफिकेशन प्रैक्टिस के बारे में पता था। हालांकि, कस्टम अथॉरिटी ने 8 जनवरी को अपने एक आदेश में कंपनी के बयान पर असहमति जताई थी। सैमसंग ने भारतीय कानूनों का उल्लंघन किया: कमिश्नर ऑफ कस्टम्स कमिश्नर ऑफ कस्टम्स सोनल बजाज ने कहा कि सैमसंग ने भारतीय कानूनों का उल्लंघन किया है। इसके अलावा कंपनी ने कस्टम अथॉरिटी के सामने क्लीयरेंस के लिए जानबूझकर झूठे दस्तावेज प्रस्तुत किए हैं। जांचकर्ताओं ने पाया कि सैमसंग ने सभी बिजनेस एथिक्स, इंडस्ट्री प्रैक्टिसेज और स्टैंडर्ड्स का उल्लंघन किया है। कंपनी ने भारतीय कानूनों का अनुपालन किया है: सैमसंग का बयान सैमसंग ने बयान में कहा कि कंपनी ने भारतीय कानूनों का अनुपालन किया है। साथ ही कंपनी अपने अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कानूनी विकल्पों का आकलन कर रही है। 2021 में शुरू हुई जांच, कंपनी के ऑफिसों की हुई थी तलाशी सैमसंग की जांच 2021 में तब शुरू हुई, जब टैक्स इंस्पेक्टर्स ने मुंबई और नई दिल्ली में कंपनी के ऑफिसों की तलाशी ली थी। तब टैक्स इंस्पेक्टर्स ने डॉक्यूमेंट्स, ईमेल और कुछ इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को भी जब्त किया था। इसके बाद कंपनी के कुछ शीर्ष अधिकारियों से पूछताछ भी की गई थी। 2018 से 2021 तक ₹6,711 करोड़ के इंपोर्ट पर बकाया नहीं चुकाया टैक्स इंस्पेक्टर्स ने पाया था कि 2018 से 2021 तक सैमसंग ने कोरिया और वियतनाम से 784 मिलियन डॉलर यानी 6,711 करोड़ रुपए की वैल्यू के कंपोनेंट के इंपोर्ट पर कोई बकाया नहीं चुकाया है। सरकार ने कहा कि टेलीकॉम टावरों पर लगाया जाने वाला यह कंपोनेंट सिग्नल ट्रांसमिट करता है और इस पर टैरिफ लगता है। हालांकि, सैमसंग ने इस बात पर असहमति जताई है।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तानी हैकर्स ने अब साइबर हमलों के जरिए भारतीय यूजर्स को ऑनलाइन फ्राड के जाल में फंसाना शुरू कर दिया है। इन हमलों में यूजर्स के कंप्यूटर, लौपटॉप और फोन को निशाना बनाया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 'ट्रांसपेरेंट ट्राइब' पाकिस्तानी हैकिंग ग्रुप CrimsonRAT नामक मैलवेयर को फैलाने की कोशिश कर रहा है। इनमें ऐसी PDF फाइल भेजी जा रही हैं, जो सरकारी फाइल्स जैसी दिखती हैं, लेकिन इनमें फिशिंग लिंक छिपे होते हैं। 'पहलगाम आतंकी हमला अपडेट' जैसे सब्जेक्ट डालकर इन फाइल्स को भेज जा रहा है। इन फाइल्स को खोलते ही हैकर्स सिस्टम में सेंध लगाकर जानकारी चुरा सकते हैं। अब तक 10 लाख से ज्यादा साइबर अटैक हुए 1 मई को खबर आई थी कि पाकिस्तानी साइबर हैकर्स भारत में सरकारी संस्थानों और कंपनियों की वेबसाइट हैक करने की कोशिश कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो, अब तक 10 लाख से ज्यादा साइबर हमने किए जा चुके हैं। इन हमलों में हैकर्स के निशाने पर डिफेंस, एजुकेशन, टेलीकम्यूनिकेशन और ट्रांसपोर्टेशन सेक्टर रहे। रिपोर्ट के मुताबिक इनमें से ज्यादातर साइबर हमले पाकिस्तान से हुए हैं और कई हमले बांग्लादेश, मोरक्को और मध्य पूर्वी देशों से भी हुए हैं। हैकर्स ने संवेदनशील डेटा चुराने और जासूसी करने के इरादे से नेशनल सिक्योरिटी में सेंध लगाने की कोशिश की। इन हैकर्स ने रिटायर्ड सर्विसमैन की हेल्थकेयर सर्विस से जुड़ी वेबसाइट को भी हैक करने की कोशिश की। हम यहां साइबर अटैक से बचने के तरीके के बारे में बता रहे हैं... आर्मी स्कूल-एयर फोर्स की वेबसाइट हैक करने की कोशिश 1 मई को HOAX1337 और नेशनल साइबर क्रू नाम के हैकर्स ग्रुप्स ने आर्मी पब्लिक स्कूल नगरोटा और सुंजवान की वेबसाइट पर साइबर अटैक किया। गनीमत यह रही कि हैकर्स इसमें कामयाब नहीं हो सके, क्योंकि अलर्ट मोड पर मौजूद इंडियन साइबर एजेंसियों ने रियल टाइम में हैकिंग का पता लगाया और इसे फेल कर दिया। हैकर्स इन वेबसाइट को हैक करके पहलगाम आतंकी हमले से जुड़ी फेक पोस्ट करने की कोशिश कर रहे हैं। पीड़ितों का मजाक उड़ाने वाले मैसेज लिख रहे हैं। डेटा चोरी की कोशिश कर रहे हैं। पाकिस्तान हैकर्स की इंडियन आर्मी साइबर स्पेस में घुसपैठ नाकाम 29 अप्रैल: पाकिस्तानी हैकर्स ने आर्मी पब्लिक स्कूल रानीखेत और श्रीनगर की वेबसाइट हैक कर डाउन करने की कोशिश की थी। IOK हैकर नाम से इन वेबसाइट को निशाना बनाया गया था। इन पर भड़काऊ सामग्री अपलोड की गई थी। इसके अलावा आर्मी वेलफेयर हाउसिंग ऑर्गेनाइजेशन (AWHO) और भारतीय वायु सेना के प्लेसमेंट पोर्टल में भी सेंध लगाने की कोशिश हुई। हालांकि, इन साइबर अटैक को तुरंत रोक दिया गया था। राजस्थान में दो दिन में दो बार हैकिंग की कोशिश 29 अप्रैल: पाकिस्तानी हैकर्स ने राजस्थान के शिक्षा विभाग की वेबसाइट को हैक कर लिया था। वेबसाइट के होम पेज पर 'पाकिस्तान साइबर फोर्स, अगला हमला गोलियों से नहीं, टेक्नोलॉजी से होगा' लिखा गया था। 28 अप्रैल: पाकिस्तानी हैकर्स ने स्वायत्त शासन और नगरीय विकास विभाग (DLB) और जयपुर विकास प्राधिकरण (JDA) की वेबसाइट को हैक किया। वहां भी पहलगाम हमले से जुड़ी पोस्ट की थी। भारत सरकार ने 16 पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों पर बैन लगाया गृह मंत्रालय की सिफारिश पर भारत सरकार ने 16 पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों पर बैन लगा दिया है। इनमें डॉन न्यूज, समा टीवी, ARY न्यूज और जियो न्यूज जैसे बड़े चैनल शामिल हैं। सरकारी सूत्रों के मुताबिक, इन चैनलों पर भारत, भारतीय सेना और सुरक्षा एजेंसियों के खिलाफ भड़काऊ, सांप्रदायिक और भ्रामक खबरें फैलाने का आरोप है। .................................. पहलगाम आतंकी हमले से जुड़ी खबर कांग्रेस के सिरकटी फोटो पोस्ट पर विवाद: BJP बोली- लश्कर-ए-पाकिस्तान है कांग्रेस, आतंकियों जैसी सोच; कांग्रेस ने फोटो पोस्ट कर 'गायब' लिखा था पहलगाम आतंकी हमले को लेकर कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री मोदी का नाम लिए बिना निशाना साधा है। कांग्रेस ने अपने ऑफिशियल X हैंडल पर एक तस्वीर पोस्ट की, जिसमें कुर्ता-पायजामा पहने शख्स की सिर कटी हुई है और हाथ-पैर गायब है। इसके कैप्शन में लिखा- जिम्मेदारी के समय Gayab (गायब)। पूरी खबर पढ़ें...
टाटा मोटर्स ने अपनी प्रीमियम हैचबैक कार टाटा अल्ट्रोज फेसलिफ्ट का पहला टीजर जारी किया है। कंपनी इसे नए डिजाइन और एडवांस फीचर्स के साथ 21 मई को लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। ये भारत में पहली हैचबैक कार होगी, जिसमें फ्लश डोर हैंडल्स मिलेंगे। टीजर में इसके एक्सटीरियर डिजाइन को रिवील किया गया है। कार में पहले से ज्यादा माडर्न डिजाइन एलिमेंट्स दिए गए हैं। यह अल्ट्रोज का पहला फेसलिफ्ट अपडेट मॉडल होगा। इसमें फ्लश डोर हैंडल्स के अलावा ल्यूमिनेट LED हेडलैंप्स, 3D फ्रंट ग्रिल और इन्फिनिटी LED टेल लैंप मिलेंगे। नई टाटा अल्ट्रोज की कीमत मौजूदा मॉडल से ज्यादा हो सकती है। वर्तमान में इसकी एक्स-शोरूम प्राइस 6.65 लाख रुपए से शुरू होती है। इसका मुकाबला मारुति सुजुकी बलेनो, टोयोटा ग्लैंजा और हुंडई i20 से रहेगा। 2025 टाटा अल्ट्रोज: एक्सटीरियर अपडेटेड टाटा अल्ट्रोज में पहले से ज्यादा शार्प डिजाइन दिया गया है। इसके फ्रंट में सिल्वर इनसर्ट के साथ नई 3D ग्रिल और DRL के साथ नई ट्विन-पोड LED हेडलाइट दी गई है। इसमें अब स्पोर्टी बंपर के साथ बड़ा एयरडैम और दोनों तरफ LED फॉग लैंप्स मिलेंगे। प्रीमियम हैचबैक को पहली बार गोल्ड कलर के साथ लॉन्च किया गया था, इसे फिर से शामिल किया गया है। टाटा कर्व की तरह फ्रंट डोर पर इलुमिनेटेड फ्लश डोर हैंडल दिए गए हैं जो इलेक्ट्रॉनिकली बाहर आते हैं। इसमें 16-इंच के नए अलॉय व्हील भी दिए गए हैं। वहीं, पीछे की तरफ टाटा अल्ट्रोज में नए कनेक्टेड LED टेल लैंप्स दिए गए हैं, जिसे कंपनी इन्फिनिटी टेललैंप कह रही है। रिवर्स लैंप को अब नंबर प्लेट के नीचे नए बंपर पर लगाया गया है। 2025 टाटा अल्ट्रोज: इंटीरियर कंपनी ने फिलहाल नई टाटा अल्ट्रोज के केबिन को रिवील नहीं किया है। हालांकि इसमें नई बैज कलर अपहोल्स्ट्री और डैशबोर्ड पर कुछ अपडेट नजर आ सकते हैं। कंपनी इसमें इलुमिनेटेड लोगो के साथ नया टू-स्पोक स्टीयरिंग व्हील भी दे सकती है। नई टाटा कारों की तरह इसमें भी AC कंट्रोल्स को टच-बेस्ड यूनिट के साथ अपडेट किया जा सकता है। प्रीमियम हैचबैक में 10.25 इंच डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले और वेंटिलेटेड फ्रंट सीटें जैसे कुछ नए फीचर दिए जा सकते हैं, जो अल्ट्रोज रेसर में मिलते हैं। इनके अलावा, पहले की तरह एक वायरलेस फोन चार्जर, सिंगल पैन सनरूफ और 8-स्पीकर हरमन साउंड सिस्टम मिलेगा। वहीं, पैसेंजर की सेफ्टी के लिए कार में पहले की तरह 6 एयरबैग, ABS के साथ EBD, 360 डिग्री कैमरा के साथ रियर पार्किंग सेंसर और इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC) जैसे फीचर्स मिलेंगे। कार के इंजन में कोई भी बदला की उम्मीद कम है। अप्रैल में सेल्स 6% घटी, 72,753 गाड़ियां बेचीं टाटा मोटर्स की अप्रैल में सेल्स 6% घट गई है। इस दौरान कंपनी ने 72,753 गाड़ियां बेचीं। कंपनी ने पिछले साल इसी महीने में 77,521 गाड़ियां बेची थीं। कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि, अप्रैल-2024 में 76,399 यूनिट की तुलना में पिछले महीने कुल डोमेस्टिक सेल्स 7% घटकर 70,963 यूनिट रह गई। वहीं, EV सहित कुल पैसेंजर व्हीकल्स (PV) की सेल्स सालाना आधार पर 47,983 यूनिट से 5% घटकर 45,532 यूनिट रह गई। भारतीय बाजार में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स सहित पैसेंजर व्हीकल की सेल्स 6% घटकर 45,199 यूनिट रह गई, जबकि पिछले साल इसी महीने में यह 47,883 यूनिट थी। कंपनी के अनुसार, पिछले महीने उसकी कुल कमर्शियल व्हीकल (CV) बिक्री सालाना आधार पर 29,538 यूनिट से 8% कम होकर 27,221 यूनिट रह गई।
SEBI ने ओला इलेक्ट्रिक के खिलाफ इनसाइडर ट्रेडिंग के आरोपों की जांच शुरू की है। एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, ओला इलेक्ट्रिक ने अक्टूबर-दिसंबर 2024 के बीच इनसाइडर ट्रेडिंग और रिलेटेड पार्टी डील्स में नियमों का उलंघन किया है। यह मामला तब सामने आया, जब पहले ही ओला पर फरवरी 2025 की सेल्स रिपोर्ट में गड़बड़ी के आरोप लग चुके हैं। दरअसल, फरवरी 2025 में कंपनी ने दावा किया था कि उसने 25,000 इलेक्ट्रिक व्हीकल बेचे और इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर में 28% मार्केट शेयर हासिल किया था। लेकिन सरकारी वेबसाइट VAHAN पर दर्ज आकड़ों के अनुसार फरवरी में ओला के सिर्फ 8,600 वाहनों का ही रजिस्ट्रेशन हुआ था। इस बड़े अंतर पर सेबी जांच कर रही है। केंद्रीय परिवहन मंत्रालय भी नोटिस दे चुका इससे पहले 25 अप्रैल को केंद्रीय परिवहन मंत्रालय ने ओला को शो-कॉज नोटिस जारी किया था। मंत्रालय ने 7 दिन के अंदर कई अहम सवालों के जवाब मांगे थे। नोटिस में ओला से इन सवालों के जवाब मांगे 22 अप्रैल को महाराष्ट्र में 121 स्टोर्स पर कार्रवाई के निर्देश दिए थे तीन दिन पहले महाराष्ट्र में ट्रांसपोर्ट विभाग ने ओला के 121 स्टोर्स बंद करने के निर्देश दिए हैं। ट्रांसपोर्ट विभाग ने ओला के 146 स्टोर्स की जांच की थी, इनमें 121 से ज्यादा स्टोर्स बिना ट्रेड सर्टिफिकेट के चल रहे थे। दरअसल, पिछले महीने RTO ने महाराष्ट्र में ओला के कई स्टोर्स पर छापेमारी की थी। स्टोर्स पर ट्रेड सर्टिफिकेट नहीं होने के चलते 192 व्हीकल्स को जब्त कर कारण बताओ नोटिस दिए गए थे। ओला इलेक्ट्रिक का शेयर 1 साल में 46% गिरा शुक्रवार को ओला इलेक्ट्रिक शेयर 0.33% की गिरवट के साथ 48.53 रुपए पर बंद हुआ। एक महीने में ओला का शेयर 10% से ज्यादा गिरा है। वहीं पिछले एक साल में शेयर 45% से ज्यादा टूटा है। ओला का मार्केट कैपिटल 22.14 हजार करोड़ रुपए है। ओला के स्टोर पर 4 बार हुई रेड ओला के स्टोर्स पर देशभर में RTO कार्रवाई हुई थी। अब तक महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के 32 स्टोर्स पर रेड पड़ चुकी है। इसके अलावा राजस्थान में कुछ स्टोर्स पर भी कार्रवाई की गई है। इसमें 50 से ज्यादा इलेक्ट्रिक गाड़ियों को जब्त किया जा चुका है। दूसरी कंपनियों की शिकायत के बाद कार्रवाई गुरुग्राम की प्रताप सिंह एंड एसोसिएट्स कंपनी ने ओला इलेक्ट्रिक और कुछ अन्य कंपनियों के खिलाफ ट्रेड सर्टिफिकेट नहीं होने की शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के बाद महाराष्ट्र के ट्रांसपोर्ट अधिकारियों ने कार्रवाई की । ओला इलेक्ट्रिक ने कहा- रेड की कार्रवाई गलत और पक्षपातपूर्ण रेड की कार्रवाई पर ओला इलेक्ट्रिक के प्रवक्ता ने बताया था कि कोई वाहन जब्त नहीं किया गया है। इससे पहले ओला ने जांच को गलत और पक्षपातपूर्ण बताया था। प्रवक्ता ने कहा था कई राज्यों में ओला के डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर्स और गोदामों में अनरजिस्टर्ड व्हीकल्स की इन्वेंट्री है। ये मोटर व्हीकल एक्ट के दिशानिर्देशों का पूरी तरह से पालन करती है और जरूरी मंजूरियां मौजूद हैं। कंपनी ने स्टोर्स पर रेड को लेकर कोई जानकारी नहीं दी थी।
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने आज (2 मई) अपनी पॉपुलर हाईब्रिड कार टोयोटा इनोवा हाइक्रॉस का एक्सक्लूसिव एडिशन भारत में लॉन्च कर दिया है। कार स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड इंजन के साथ आती है और कंपनी का दावा है कि यह 21.1kmpl का माइलेज देती है। टोयोटा ने MPV के स्पेशल एडिशन को 32.58 लाख रुपए एक्स-शोरूम कीमत पर पेश किया है। यह मॉडल फुली लोडेड ZX(O) हाइब्रिड वैरिएंट पर बेस्ड है और सिर्फ जुलाई-2025 तक बिक्री के लिए अवेलेबल रहेगा। कंपनी हाइक्रॉस के साथ 3 साल या 1,00,000 किमी की स्टैंडर्ड वारंटी और 5 साल या 2,20,000 किमी तक की ऑप्शनल एक्सटेंडेड वारंटी देती है। इसके अलावा हाइब्रिड बैटरी पर 8 साल या 1,60,000 किमी की वारंटी दी जाती है। इनोवा हाइक्रॉस एक्सक्लूसिव एडिशन का मुकाबला मारुति इनविक्टो और टोयोटा इनोवा क्रिस्टा को टक्कर देगा। वहीं, इसे किआ कैरेंस, मारुति XL6, मारुति एर्टिगा और टोयोटा रुमियन के प्रीमियम विकल्प के रूप में चुना जा सकता है।
एपल के CEO टिम कुक ने हाल ही दिए एक इंटरव्यू में बताया है कि अमेरिकी बाजार में बिकने वाले 50% आईफोन भारत में बन रहे हैं। कुक ने कहा कि भारत अप्रैल-जून तिमाही में अमेरिका में बिकने वाले आईफोन्स का कंट्री ऑफ ओरिजिन बन जाएगा। उन्होंने बताया कि एयरपॉड्स, एपल वॉच जैसे अन्य प्रोडक्ट्स भी ज्यादातर वियतनाम में बनाए जा रहे हैं। कंपनी चाइना के मुकाबले कम टैरिफ की वजह से भारत और वियतनाम को प्राथमिकता दे रही है। चीन में ज्यादा टैरिफ के मुकाबले भारत और वियतनाम से इंपोर्ट पर सिर्फ 10% टैक्स है। चीन पर ज्यादा टैरिफ के कारण भारत में शिफ्ट किया प्रोडक्शन यह फैसला ऐसे वक्त में लिया गया है, जब अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर तेज हुआ है। ट्रंप के रेसिप्रोकल टैरिफ के बाद एपल को चीन पर निर्भरता कम करनी पड़ी। हालांकि, कुक ने दावा किया कि मार्च तिमाही में एपल पर इसका सीमित असर पड़ा, क्योंकि कंपनी ने सप्लाई चेन को तेजी से भारत और वियतनाम शिफ्ट किया है। 2026 तक देश में सालाना 6 करोड़+ आईफोन बनेंगे फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार चीन पर अपनी निर्भरता कम करने के लिए एपल काफी समय से अपनी सप्लाई चेन को वहां से बाहर शिफ्ट करने पर काम कर रही है। एपल अगर अपनी असेंबलिंग भारत की ओर इस साल के आखिर तक शिफ्ट कर लेती है, तो 2026 से यहां सालाना 6 करोड़ से ज्यादा आईफोन का प्रोडक्शन होगा। ये मौजूदा कैपेसिटी से दोगुना है। आईफोन मैन्यूफैक्चरिंग पर अभी चीन का दबदबा आईफोन के मैन्यूफैक्चरिंग पर अभी चीन का दबदबा है। IDC के अनुसार, 2024 में कंपनी के ग्लोबल आईफोन शिपमेंट में इसका हिस्सा लगभग 28% था। अमेरिकी मार्केट में बिकने वाले आईफोन का प्रोडक्शन चीन के बाहर शिफ्ट करने से कंपनी को हाई टैरिफ से बचने में मदद मिलेगी। मार्च-24 से मार्च-25 में 60% बढ़ा आईफोन प्रोडक्शन मार्च 2024 से मार्च 2025 तक के 12 महीनों में एपल ने भारत में 22 बिलियन डॉलर (करीब ₹1.88 लाख करोड़) वैल्यू के आईफोन बनाए। पिछले साल की तुलना में इसमें 60% की बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान एपल ने भारत से 17.4 बिलियन डॉलर (करीब ₹1.49 लाख करोड़) वैल्यू के आईफोन एक्सपोर्ट किए। वहीं, दुनियाभर में हर 5 में से एक आईफोन अब भारत में बन रहा है। भारत में आईफोन की मैन्यूफैक्चरिंग तमिलनाडु और कर्नाटक की फैक्ट्रियों में किया जाता है। इसमें सबसे ज्यादा उत्पादन फॉक्सकॉन करता है। फॉक्सकॉन एपल का सबसे बड़ा मैन्यूफैक्चरिंग पार्टनर है। इसके अलावा टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और पेगाट्रॉन भी मैन्युफैक्चरिंग करते हैं। FY 2024 में 8 बिलियन डॉलर आईफोन की सेल वित्त वर्ष 2024 में एपल के स्मार्टफोन की बिक्री 8 बिलियन डॉलर तक पहुंच गई। जबकि बाजार में इसकी हिस्सेदारी केवल 8% थी। भारत के उभरते मिडिल क्लास में अभी भी आईफोन एक लग्जरी बना हुआ है।इसलिए यहां मार्केट बढ़ने की उम्मीद है। एपल का भारत पर इतना ज्यादा फोकस क्यों? ------------------------- ये खबर भी पढ़ें... फॉक्सकॉन उत्तर प्रदेश में 300 एकड़ जमीन खरीद रही: यमुना एक्सप्रेसवे के पास बनाएगी मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट, कंपनी एपल प्रोडक्ट्स सप्लाई करती है एपल के लिए आइफोन, आइपैड और मैक बुक जैसे प्रोडक्ट्स असेंबल करने वाली कंपनी फॉक्सकॉन उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में 300 एकड़ जमीन खरीदने जा रही है। यमुना एक्सप्रेसवे के पास इस जमीन पर कंपनी मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट बनाएगी। यह फॉक्सकॉन का उत्तर भारत में पहला प्लांट होगा और बेंगलुरु में बनी मैन्यूफैक्चरिंग फैसिलिटी बड़ी होगी। उम्मीद है यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा प्लांट हो सकता है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...
एप्पल सीईओ टिम कुक का ऐलान, जून तिमाही में अमेरिका में बेचे जाने वाले अधिकतर आईफोन भारत में बनेंगे
Apple's iPhones: एप्पल (Apple) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) टिम कुक (Tim Cook) ने शुक्रवार को कहा कि जून तिमाही में अमेरिका में बेचे जाने वाले अधिकतर आईफोन (iPhones) की आपूर्ति भारत से की जाएगी। वहीं शुल्क दरों पर अनिश्चितता के बीच चीन अन्य ...
स्कोडा इंडिया और फॉक्सवैगन इंडिया ने तकनीकी खराबी के कारण भारत में बनाई गईं अपनी 47 हजार से ज्यादा गाड़ियों को वापस बुलाया है। फ्रांसिसी कार मैकर कंपनियों के इस रिकॉल में 24 मई 2024 से 1 अप्रैल 2025 के बीच बनाए गए मॉडल शामिल हैं। इसमें स्कोडा की स्लाविया, कुशाक और कायलाक की 25,722 गाड़ियां और फॉक्सवैगन की वर्टस और टाइगुन की 21,513 यूनिट शामिल हैं। कंपनियों ने सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) को बताया कि रिकॉल की गई गाड़ियों में रियर सीट बेल्ट में डिफेक्ट की पहचान की गई है। रियर सीट बेल्ट की बकल लैच प्लेट टूटने की आशंका रिकॉल डॉक्युमेंट्स में स्कोडा और फॉक्सवैगन ने बताया गया कि, कार को सामने से टक्कर लगने पर रियर सीट बेल्ट की बकल लैच प्लेट टूट सकती है। ऐसे में पीछे के सेंटर सीट बेल्ट असेंबली की वेबिंग से पीछे की दाहिनी सीट बेल्ट का बकल निकल सकता है। इससे यात्रियों को चोट लगने का खतरा बड़ जाएगा। सीट बेल्ट बकल लंच प्लेट एक मेटल प्लेट होती है, जो कार की सीट बेल्ट के बकल (क्लिप) को जोड़ने और मजबूती देने के लिए इस्तेमाल होती है। यह क्लिप को सीट या कार के फ्रेम से जोड़ती है, ताकि हादसे के दौरान सीट बेल्ट मजबूती से काम करे और पैसेंजर को सेफ रखे। इसका मुख्य काम सीट बेल्ट सिस्टम को स्थिर और सुरक्षित बनाना है, जिससे दुर्घटना में चोट का खतरा कम हो। कस्टमर से नहीं लिया जाएगा कोई चार्ज दोनों कंपनियों ने बताया कि स्कोडा इंडिया और फॉक्सवैगन इंडिया के ऑफिशियल वर्कशॉप इन मॉडल्स के ऑनर्स से संपर्क करेंगे, जहां डिफेक्ट को सही किया जाएगा। वाहन मालिकों को खराब पार्ट को बदलने की जानकारी दे दी जाएगी। डिफेक्ट सुधारने या पार्ट्स बदलने के लिए कस्टमर से किसी भी तरह का शुल्क नहीं लिया जाएगा। ग्राहक अपने सर्विस सेंटर से संपर्क करके यह जांच सकते हैं कि उनकी कार रिकॉल का हिस्सा है या नहीं। इसके अलावा वाहन पहचान संख्या (VIN) का उपयोग करके कंपनी की वेबसाइट के रिकॉल पेज से भी पता लगा सकते हैं। हालांकि कंपनियों ने इस बात की पुष्टि नहीं की है कि डिफेक्टेड रियर सीट बेल्ट के कारण कोई हताहत हुआ है या नहीं। देश में गाड़ी रिकॉल के बड़े मामले रिकॉल क्या है और क्यों होता है? जब कोई कंपनी अपने बेचे गए प्रोडक्ट को वापस मंगाती है, तो इसे रिकॉल कहते हैं। किसी कंपनी के द्वारा रिकॉल का फैसला उस वक्त लिया जाता है जब उसके प्रोडक्ट में कोई खराबी होती है। रिकॉल की प्रोसेस के दौरान वो प्रोडक्ट की खराबी को दुरुस्त करना चाहती है। ताकि भविष्य में प्रोडक्ट को लेकर ग्राहक को किसी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़े। कंपनी के रिकॉल पर एक्सपर्ट की सलाह कार में खराबी को लेकर कंपनी को पहले सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चर्स (SIAM) को एक डेटा देना पड़ता है। इसमें कार की खराबी के साथ कितने प्रतिशत लोगों को प्रॉब्लम हो रही है, बताना पड़ता है। इसके बाद सियाम अप्रूवल देता है। कंपनी खराबी को ठीक करने के लिए एक टाइम तय करती है। यदि किसी ग्राहक की गाड़ी उसके खरीदे गए शहर से बाहर है, तब वो उस शहर के नजदीकी सर्विस सेंटर पर भी उसे ठीक करा सकता है।
लैंबॉर्गिनी इंडिया ने भारतीय बाजार में अपनी नई सुपर स्पोर्ट्स कार टेमेरारियो लॉन्च कर दी है। इसकी एक्स-शोरूम पैन इंडिया कीमत 6 करोड़ रुपए रखी गई है। सेफ्टी के लिए इसमें 7 एयरबैग्स और लेवल-2 एडवांस ड्राइविंग असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) दिया गया है। इसे हुराकैन की जगह उतारा गया है, जिसे 2024 में बंद कर दिया गया था। इसमें कंपनी की हुराकैन वाले नेचुरली एस्पिरेटेड नेचुरली एस्पिरेटेड V10 इंजन की जगह ट्विन टर्बो V8 पेट्रोल इंजन के साथ प्लग-इन हाइब्रिड सेटअप दिया गया है, जो 40% की ज्यादा परफॉरमेंस देता है। कंपनी का दावा है कि कार 343 की टॉप स्पीड से दौड़ सकती है। खास बात ये है कि यह ड्रिफ्ट मोड वाली कंपनी की पहली स्पोर्ट्स कार है।
भारत में बजट फोन बनाने वाली कंपनी आईटेल (itel) इंडिया के CEO अरिजीत तलपात्रा ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत में बताया कि कंपनी AI के साथ वैल्यू फॉर मनी प्रोडक्ट्स बनाने पर फोकस कर रही है। इतना ही नहीं कंपनी की स्ट्रेटजी इकोसिस्टम ब्रांड बनाने की है। इसके अलावा अरिजीत तलपात्रा ने कंपनी के हाल ही में लॉन्च हुए A95 5G स्मार्टफोन, AI-ड्रिवन फीचर्स, मिड-रेंज और फ्लैगशिप फोन, कंपनी की स्ट्रेटेजी, कस्टमर एक्सपीरियंस और आफ्टर सेल सर्विस समेत itel से जुड़ी कई खास बातें शेयर की हैं। पढ़िए पूरा इंटरव्यू... 1. itel अपने स्मार्टफोन और फीचर फोन में AI-ड्रिवन फीचर्स को कैसे शामिल कर रहा है? आज की तारिख में हर कंपनी कहती है कि फोन में AI है, लेकिन ज्यादातर कंज्यूमर को पता नहीं होता कि इसका यूज क्या है। अभी बहुत कम ही यूजर्स हैं, जो AI असिस्टेंट का यूज करते हैं। दरअसल, AI एक हैबिट है, इसको बनाना पड़ता है। AI बैटरी कंजप्शन, कैमरा ऑप्टिमाइजेशन, टेक्स्ट जनरेशन जैसे काम करता है। इसका नेक्स्ट फेज ऑन कॉल वॉयस ट्रांसलेशन है। इसके अलावा हम AI क्लाउड को लेकर भी काम कर रहे हैं। जिसमें आगे चलकर मेमोरी की ज्यादा जरूरत नहीं होगी। 2. क्या आप इंडियन मार्केट में बजट फोन के अलावा मिड-रेंज और फ्लैगशिप फोन लाएंगे? 2G और 4G फीचर फोन में हम 32% मार्केट शेयर के साथ नंबर-1 प्लेयर हैं। आज भी 220 मिलियन 2G कस्टमर बेस है, तो हम उस बेस का पूरा ध्यान रख रहे हैं। इसके अलावा हम 4G और 5G कस्टमर बेस पर भी फोकस कर रहे हैं। आज भी करीब 152 मिलियन के मार्केट में लगभग 34 मिलियन का मार्केट 10 हजार से कम कीमत के फोन का है। इसके अलावा हर महीने 5 मिलियन 2G कस्मटर बढ़ते जा रहे हैं। इस हिसाब से देखें तो यहां खेलने को बहुत बड़ा स्पेस है। यही वजह है कि हम बोलते हैं कि हम भारत के ब्रांड हैं। हम टियर-3 और उसके नीचे के मार्केट के ब्रांड हैं। हमारी कैपेबिलिटी है कि हम भी महंगे और फ्लैगशिप फोन बना सकते हैं, लेकिन हमारा फोकस भारत के ग्रोइंग कंज्यूमर पर है। 3. itel की टॉप स्ट्रेटेजिक प्रायोरिटीज क्या हैं, और कंपनी इंडस्ट्री में क्या अलग कर रही है? मार्केट में दो तरह की स्ट्रेटेजी होती है- पहली पेनेट्रेटिंग, जिसमें हमारा माल काफी बिकता है, लेकिन हर यूनिट पर प्रॉफिट थोड़ा कम होता है। इसलिए हम पेनेट्रेटिंग पॉलिसी पर काम करते हैं, ताकि हमारा प्रोडक्ट हर घर तक पहुंच पाए। अगर आप कस्टमर, क्वालिटी और रीच पर ध्यान रखें तो कंज्यूमर बेस काफी हद तक बढ़ सकता है। इसलिए, हम अभी मास कंज्यूमर के लिए काम कर रहे हैं। 4. कस्टमर एक्सपीरियंस और आफ्टर सेल सर्विस को बेहतर बनाने के लिए क्या कर रहे हैं? हमारे 1,300 से ज्यादा सर्विस सेंटर हैं। इसके अलावा हमारे सर्विस सेंटर में एडेक्वेट स्पेयर पार्ट्स होते हैं। जिसके चलते हम कस्टमर को हैंड टू हैंड फोन ठीक करके देते हैं। या तो 24 घंटे में ठीक करके देते हैं। इसके अलावा हम A95 5G फोन के लिए वन-टाइम स्क्रीन रिप्लेसमेंट की सुविधा भी कस्टमर को दे रहे हैं। ऐसे ही हम कस्टमर को बेहतर सर्विस देने के लिए कई चिजों पर काम कर रहे हैं। 5. itel की फीचर फोन मार्केट में लीडरशिप में किन फैक्टर्स ने कंट्रीब्यूट किया है? इस सक्सेस के पीछे भी हमारा कस्टमर है। हमारे पास फीचर फोन, 4G और 5G स्मार्टफोन का कस्टमर बेस है। हमारे पास किंग सिग्नल जैसा फोन है, जिसका नेटवर्क समंदर के बीच में भी आता है। इसके अलावा हमारे पास किंग वॉइस जैसे फोन भी हैं। आज भी 700 रुपए से 2000 रुपए के बीच का कस्टमर है, उसके लिए महंगा फोन खरीदना बहुत मुश्किल है। यही वजह है कि फीचर फोन का कस्टमर बेस बहुत ज्यादा है। इसके अलावा कस्टमर को itel पर काफी ज्यादा भरोसा है। 6. कंपनी की स्मार्ट गैजेट, TV, होम और पर्सनल केयर सेगमेंट को लेकर क्या स्ट्रेटजी है? हम एक इकोसिस्टम ब्रांड बनाने की कोशिश कर रहे हैं। एक्सेसरीज में हमारे पास 100 रुपए से लेकर 2,500 रुपए तक की प्राइस रेंज के प्रोडक्ट्स हैं। इन प्रोडक्ट्स में सबसे बड़ा फायदा itel का सर्विस सेंटर है। एक्सेसरीज में ब्रांड्स के लिए सर्विस की सबसे ज्यादा दिक्कत आती है। लेकिन, हमारी क्वालिटी और सर्विस के कारण कंज्यूमर्स हमारे प्रोडक्ट्स खरीदते हैं। हमारे पास मोबाइल एन्हांसिंग, ऑडियो, स्मार्टवॉच, TV, होम और पर्सनल केयर सेगमेंट में भी प्रोडक्ट्स हैं। हमारी इकोसिस्टम ब्रांड बनाने की स्ट्रेटजी है, ताकि हम ज्यादा से ज्यादा वैल्यू फॉर मनी प्रोडक्ट्स कस्टमर्स तक पहुंचा सकें। 7. A95 5G में कौन से बड़े अपग्रेडेशन हैं और आने वाले प्रोडक्ट्स से क्या उम्मीदें हैं? हमारी कंपनी हमेशा कंज्यूमर सेंट्रिक फोन बनाती है। A95 5G भी उसी डायरेक्शन में 10 हजार से कम कीमत पर लॉन्च किया गया है। यह IP-54 वाला हाइली ड्यूरेबल- वाटर और डस्ट प्रूफ फोन है। इसमें कई AI फीचर्स दिए गए हैं, जो इसे फ्यूचरिस्टिक फोन बनाता है। कंपनी टियर-3 और उससे नीचे के कस्टमर्स को ध्यान में रखकर फोन बनाती है। हमारा टारगेट ऑडियंस यूथ है। हमने फीचर फोन से शुरुआत की थी। इसके बाद हमने 4G स्मार्टफोन बनाए। फिर 4G स्मार्टफोन से AI एनेबल 5G स्मार्टफोन तक का सफर तय किया। भारत में इस जर्नी में अब तक 11 करोड़ से ज्यादा कस्टमर्स कंपनी से जुड़े हैं। इसलिए हमारी कंपनी आगे भी कस्मटर्स के लिए AI के साथ वैल्यू फॉर मनी प्रोडक्ट्स बनाना जारी रखेगी।
इलेक्ट्रिक प्रोडक्ट बनाने वाली ब्रांड हायर अप्लायंसेज इंडिया ने 5-स्टार रेटेड कमर्शियल कूलिंग रेफ्रिजरेशन सॉल्यूशन के साथ विजी कूलर लॉन्च किया है। कंपनी का दावा है कि इसकी टेक्नोलॉजी भारत में अपनी तरह का पहला है। कूलर बनाने में कंपनी ने कटिंग एज टेक्नोलॉजी, डिजाइन और सस्टेनेबिलिटी पर फोकस किया है। हायर का न्यूली लॉन्च विजी कूलर हाई एफिसिएंसी रेफ्रिजरेशन के लिए बेहतर है। यह कॉमर्शियल कूलिंग की जरूरतों के लिए कॉस्ट एफिसिएंट और टिकाऊ है। रिटेल सक्सेस के लिए लेटेस्ट डिजाइन हायर का विजी कूलर, 300-1000 लीटर के साइज ऑप्शन में अवेलेबल है। इसे रिटेल स्पेस के लिए डिजाइन किया गया है। यह कन्विनिएंस स्टोर, सुपरमार्केट और कई तरह की रिटेल सेटिंग्स के लिए बेहतर ऑप्शन हो सकता है। बेहतरीन कूलिंग परफॉरमेंस कूलिंग के मामले में हायर विजी कूलर 0 से 10 डिग्री तक के टेंपरेटर को मेंटेन रखता है। कूलर को 50 डिग्री तक के बाहरी तापमान वाले वातावरण में भी काम करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह एनर्जी एफिसिएंट भी है, यानी कम बिजली की खपत को कम करता है। एनर्जी एफिसिएंट और सस्टेनेबिलिटी विसी कूलर में इको-फ्रेंडली कंप्रेसर, हाई- इन्सुलेशन और LED लाइटिंग दी गई है। विसी कूलर परफॉर्मेंस से समझौता किए बिना ऊर्जा की खपत को काफी कम करता है। यह 160V-270V की के बड़े वोल्टेड रेंज में अलग-अलग वातावरणों बेहतर परफॉर्म कर सकता है। हायर विजी कूलर: प्राइस और अवेलेबिलिटी हायर विजी कूलर कूलिंग सॉल्यूशन की कीमत 35,000 रुपये से शुरू होती है और यह अप्रैल के पहले सप्ताह से प्रमुख रिटेल स्टोर और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है। AI क्लाइमेट कंट्रोल सिस्टम से लैस हायर AC करीब एक महीने पहले कंपनी ने आर्टिफिशियली इंटेलिजेंट यानी AI पावर्ड कूलिंग प्रोवाइड करने वाला एयर कंडीशनर की अपनी लेटेस्ट रेंज पेश की थी। कंपनी का दावा है कि इस रेंज के AC भारत का इकलौता AI क्लाइमेट कंट्रोल सिस्टम से लैस है। नए AC यूजर की जरूरत के हिसाब से ऑटोमेटिक चेंज कर लेता है। इससे बिजली की बचत और बेहतर कूलिंग मिल जाती है। कंपनी के न्यू अराइवल एयर कंडिशनर के तीन बड़े फीचर्स हैं- हायर किनोची AC 20 गुना फास्ट कूलिंग देता है हाल ही में हायर इंडिया ने कलरफुल भारतीय बाजार में किनोची एयर कंडीशनर (AC) की एक नई रेंज लॉन्च की थी। यह किनोची की प्रीमियम कलरफुल लिमिटेड एडिशन है। कंपनी ने इसे 1.6 टन कैपेसिटी के साथ तीन कलर वैरिएंट में पेश किया है और इसकी कीमत 49,990 रुपए रखी गई है। किनोची लिमिटेड एडिशन AC में AI-ड्रिवेन सुपरसोनिक कूलिंग टेक्नोलॉजी दी गई है, जिससे 60C तक के तापमान में भी सिर्फ 10 सेकेंड में 20 गुना फास्ट कूलिंग मिलती है। AC में फ्रॉस्ट सेल्फ-क्लीन टेक्नोलॉजी दी गई है। कंपनी का दावा है कि यह 99.9% स्टरलाइजेशन करता है, जिससे इनडोर में फास्ट और साफ हवा मिलती है।
टेक कंपनी मोटोरोला आज यानी 30 अप्रैल को भारतीय बाजार में नया स्मार्टफोन मोटोरोला एज 60 प्रो लॉन्च करने जा रही है। मोटोरोला के 'एज' सीरीज में हाल के लॉन्च में यह तीसरा स्मार्टफोन होगा। इससे पहले कंपनी ने 'मोटोरोला एज 60 फ्यूजन' और 'मोटोरोला एज 60 स्टाइलस' लॉन्च किया है। लॉन्चिंग से पहले कंपनी ने स्मार्टफोन का टीजर और डीटेल्ड स्पेसिफिकेशन शेयर किया था। इस स्मार्टफोन में पहले लॉन्च हुए दोनों फोन से बेहतर कैमरा और डिस्प्ले मिलने वाला है। क्योंकि इस फोन में 120Hz रिफ्रेश रेट और 2712 x 1220 रेजोल्यूशन वाला पोलेड क्वाड कर्व्ड डिस्प्ले दिया गया है। इस अलावा, 60 प्रो में मल्टीस्पेक्ट्रल 3-in-1 लाइट सेंसर के अलावा 3 कैमरों का सेटअप मिल रहा है। स्टोरेज, कलर ऑप्शन और एक्सपेक्टेड प्राइस कंपनी ने स्मार्टफोन को 8GB रैम के साथ 128GB और 256GB के डुअल स्टोरेज वैरिएंट में पेश करने वाली है। इसके अलावा, कंपनी ने कलर के भी तीन वैरिएंट- पेन्टोन डिज्निंग ब्लू, पेंटोन शैडो और पेन्टोन स्पार्कलिंग ग्रेप पेश किए हैं। भारतीय बाजार में इसकी कीमत 60 हजार के आसपास हो सकती है। मोटोरोला एज 60 प्रो: स्पेसिफिकेशन
ओला इलेक्ट्रिक कंपनी इन दिनों SEBI और सरकार की निगरानी में है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, SEBI ओला इलेक्ट्रिक के फरवरी के सेल्स डिसक्लोजर की जांच कर रही है। दरअसल, फरवरी 2025 में कंपनी ने दावा किया था कि उसने 25,000 इलेक्ट्रिक वाहन बेचे और इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर में 28% मार्केट शेयर हासिल किया था। लेकिन सरकारी वेबसाइट VAHAN पर दर्ज आकड़ों के अनुसार फरवरी में ओला के सिर्फ 8,600 वाहनों का ही रजिस्ट्रेशन हुआ था। इस बड़े अंतर पर सेबी जांच कर रही है। केंद्रीय परिवहन मंत्रालय भी नोटिस दे चुका 4 दिन पहले ओला को केंद्रीय परिवहन मंत्रालय ने शो-कॉज नोटिस जारी कर चुका है। मंत्रालय ने 7 दिन के भीतर कई अहम सवालों के जवाब मांगे हैं। अगर ओला ने समय पर जवाब नहीं दिया, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है। नोटिस में ओला से इन सवालों के जवाब मांगे 22 अप्रैल को महाराष्ट्र में 121 स्टोर्स पर कार्रवाई के निर्देश दिए थे तीन दिन पहले महाराष्ट्र में ट्रांसपोर्ट विभाग ने ओला के 121 स्टोर्स बंद करने के निर्देश दिए हैं। ट्रांसपोर्ट विभाग ने ओला के 146 स्टोर्स की जांच की थी,इनमें 121 से ज्यादा स्टोर्स बिना ट्रेड सर्टिफिकेट के चल रहे थे। दरअसल, पिछले महीने RTO ने महाराष्ट्र में ओला के कई स्टोर्स पर छापेमारी की थी। स्टोर्स पर ट्रेड सर्टिफिकेट नहीं होने के चलते 192 व्हीकल्स को जब्त कर कारण बताओ नोटिस दिए गए थे। ओला इलेक्ट्रिक का शेयर 6 महीने में 35% गिरा मंगलवार को ओला इलेक्ट्रिक शेयर 1.47% की तेजी के साथ ₹50 रुपए पर बंद हुआ। एक महीने में ओला का शेयर 4% से ज्यादा गिरा है। वहीं पिछले एक साल में शेयर 45% से ज्यादा टूटा है। ओला का मार्केट कैपिटल 22.14 हजार करोड़ रुपए है। ओला के स्टोर पर 4 बार हुई रेड ओला के स्टोर्स पर देशभर में RTO कार्रवाई हुई थी। अब तक महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के 32 स्टोर्स पर रेड पड़ चुकी है। इसके अलावा राजस्थान में कुछ स्टोर्स पर भी कार्रवाई की गई है। इसमें 50 से ज्यादा इलेक्ट्रिक गाड़ियों को जब्त किया जा चुका है। दूसरी कंपनियों की शिकायत के बाद कार्रवाई गुरुग्राम की प्रताप सिंह एंड एसोसिएट्स कंपनी ने ओला इलेक्ट्रिक और कुछ अन्य कंपनियों के खिलाफ ट्रेड सर्टिफिकेट नहीं होने की शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के बाद महाराष्ट्र के ट्रांसपोर्ट अधिकारियों ने कार्रवाई की । 95% स्टोर पर नहीं है बेसिक सर्टिफिकेशन ओला इलेक्ट्रिक ने 2022 से अब तक 4,000 स्टोर खोले हैं। इकोनॉमिक टाइम्स रिपोर्ट के मुताबिक, इनमें से लगभग 3,400 शोरूम का ही डेटा उपलब्ध है। 3,400 में से 100 शोरूम ही ऐसे थे, जिनके पास मोटर व्हीकल्स एक्ट के तहत जरूरी ट्रेड सर्टिफिकेट थे। कंपनी के 95% से अधिक स्टोर में अनरजिस्टर्ड टू व्हीलर्स डिस्प्ले करने, बेचने और उनकी टेस्ट राइड ऑफर करने के लिए जरूरी बेसिक सर्टिफिकेशन नहीं हैं। ओला इलेक्ट्रिक ने कहा- रेड की कार्रवाई गलत और पक्षपातपूर्ण रेड की कार्रवाई पर ओला इलेक्ट्रिक के प्रवक्ता ने बताया था कि कोई वाहन जब्त नहीं किया गया है। इससे पहले ओला ने जांच को गलत और पक्षपातपूर्ण बताया था। प्रवक्ता ने कहा था कई राज्यों में ओला के डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर्स और गोदामों में अनरजिस्टर्ड व्हीकल्स की इन्वेंट्री है। ये मोटर व्हीकल एक्ट के दिशानिर्देशों का पूरी तरह से पालन करती है और जरूरी मंजूरियां मौजूद हैं। कंपनी ने स्टोर्स पर रेड को लेकर कोई जानकारी नहीं दी थी।
चाइनीज ऑटो कंपनी बिल्ड योज ड्रीम्स (BYD) ने भारतीय बाजार के लिए इलेक्ट्रिक SUV एटो 3 और इलेक्ट्रिक सेडान सील के नए 2025 मॉडल लॉन्च कर दिए हैं। कंपनी ने अपडेटेड मॉडल्स को नए फीचर्स और कुछ कुछ मैकेनिकल अपग्रेड के साथ पेश किया गया है। दोनों ईवी को 11 मार्च 2025 को रिवील किया गया था। एटो 3 की शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत 41 लाख रुपए रखी गई है। वहीं, एटो 3 ने लॉन्च से लेकर अब तक 3000 यूनिट बिक्री का आंकड़ा भी पार लिया है। इसलिए कंपनी 2025 एटो 3 को पहले 3000 ग्राहकों को 2024 एक्स-शोरूम कीमत पर दे रही है। इसकी कीमत 24.99 लाख रुपए है। कंपनी का दावा है कि BYD सील को एक बार फुल चार्ज करने पर 650km तक की रेंज मिलेगी। वहीं, एटो 3 में फुल चार्ज पर 521km की रेंज मिलती है। इसमें सेफ्टी के लिए 8 एयरबैग और ADAS जैसे फीचर मिलते हैं। अपडेटेड BYD एटो 3 भारत में टाटा कर्व EV और हुंडई क्रेटा इलेक्ट्रिक को टक्कर देगी। वहीं, BYD सील का मुकाबला हुंडई आयनिक 5, किआ EV6 और वोल्वो C40 रिचार्ज से है।
टू-व्हीलर मेकर बजाज ऑटो ने आज (28 अप्रैल) अपने पॉपुलर इलेक्ट्रिक स्कूटर चेतक का 35 सीरीज का सबसे सस्ता वैरिएंट 3503 लॉन्च कर दिया है। इसकी एक्स-शोरूम कीमत 1.10 लाख रुपए रखी गई है। इस नेक्स्ट जनरेशन मॉडल को भारत में कॉस्मेटिक चेंजेस और मैकेनिकल अपग्रेड के साथ दिसंबर-2024 में लॉन्च किया गया था, लेकिन 3503 वैरिएंट की कीमत की घोषणा नहीं की गई थी। इसके अन्य वैरिएंट 3501 और 3502 हैं। अपडेटेड बजाज चेतक में नया चेसिस फ्रेम इस्तेमाल किया गया है, जिसमें बैटरी पैक को फ्लोरबोर्ड के नीचे प्लेस किया गया है। इससे ई-स्कूटर में अब 35 लीटर का अंडर सीट स्पेस मिलेगा। इसमें 3.5kWh का बड़ा बैटरी पैक दिया गया है। कंपनी का दावा है कि नए इलेक्ट्रिक स्कूटर में फुल चार्ज पर 153km की रेंज मिलेगी। हालांकि, इसमें अन्य वैरिएंट 3501 और 3502 से कुछ फीचर कम दिए गए हैं। 3 साल/50,000 किलोमीटर की वारंटी मिलेगी चेतक 35 सीरीज ई-स्कूटर कंपनी के ईवी लाइनअप में टॉप-एंड सीरीज है। चेतक 3501 की कीमत 1,27,243 रुपए (एक्स-शोरूम, बैंगलोर) है, जबकि 3502 की कीमत 1,19,999 रुपए (एक्स-शोरूम, बैंगलोर) है। कंपनी नए चेतक के साथ 3 साल/50,000 किलोमीटर की वारंटी दे रही है। चेतक 35 सीरीज विडा V2, एथर रिज्टा, ओला S1 प्रो और TVS आईक्यूब जैसे इलेक्ट्रिक स्कूटर्स को टक्कर देगा। बजाज ने 507 शहरों में डीलरशिप बढ़ाई है और स्कूटर को ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म अमेजन और फ्लिपकार्ट पर भी खरीदा जा सकता है। इसकी बुकिंग ऑफिशियल वेबसाइट पर शुरू कर दी गई है। परफॉर्मेंस : 73kmph की टॉप स्पीड और 153km की रेंज चेतक 35 सीरीज में परफॉर्मेंस के लिए इलेक्ट्रिक मोटर दी गई है। कंपनी ने इसके सटीक पावर की जानकारी फिलहाल नहीं है। कंपनी का दावा है कि ई-स्कूटर के 3501 और 3502 मॉडल 73kmph की टॉप स्पीड हासिल कर सकते हैं। वहीं, 3503 में 63kmph की टॉप स्पीड मिलेगी। इलेक्ट्रिक मोटर को पावर देने के लिए 3.5kWh का नया बैटरी पैक दिया गया है, जो चेतक में अब तक की सबसे बड़ी बैटरी है। कंपनी का दावा है कि स्कूटर को एक बार फुल चार्ज करने पर 153km की IDC प्रमाणित और 120-125km की रियल रेंज मिलेगी। 3501 मॉडल में 950W का ऑनबोर्ड चार्जर मिलेगा, जिससे बैटरी पैक को सिर्फ 3 घंटे में 0-80% चार्ज किया जा सकता है। वहीं, 3502 में 950W ऑफबोर्ड चार्जर मिलता है, जो स्कूटर को 3:25 घंटे में 0-80% चार्ज कर सकता है। डिजाइन: कंफर्ट सिटिंग के लिए 80mm की लंबी सीट मिलगी चेतक स्कूटर दिखने में भले ही पुराने मॉडल जैसा दिख रहा है, लेकिन इसमें तकनीकी रूप से कई बदलाव किए गए हैं। स्कूटर के प्लेटफॉर्म को भी बदला गया है। नए प्लेटफॉर्म में कंट्रोल सिस्टम, मोटर पैनल, बैटरी की पोजिशन और उसके स्ट्रक्चर को भी बदला गया है। इससे स्कूटर में पहले से बेहतर रेंज, स्टोरेज स्पेस और कंफर्ट मिलता है। नई बजाज चेतक 35 सीरीज में ई-स्कूटर के फ्रंट घोड़े की नाल के आकार का LED DRL, क्रोम एलिमेंट के साथ रेट्रो-स्टाइल डिजाइन और एक झुका हुआ टेल सेक्शन दिया गया है। 35 सीरीज में अन्य वैरिएंट की तुलना में 80mm लंबी सीट दी गई है। ई-स्कूटर में अब बड़ा फ्लोरबोर्ड है, जिससे घुटने के लिए पहले से ज्यादा स्पेस मिलता है। इससे व्हीलबेस भी 25mm बढ़कर 1,350mm हो गया है। फीचर्स : मैप नेविगेशन और ऑटो हिल होल्ड बजाज चेतक 3501: इसमें नया TFT टच डिस्प्ले दिया गया है। इसमें मैप नेविगेशन, स्मार्ट-फोन कनेक्टिविटी, की फॉब (रिमोर्ट लॉक/अनलॉक) और एक इको राइडिंग मोड जैसे फीचर्स स्टैंडर्ड मिलते हैं। ईवी के दोनों वैरिएंट में ऑटो हिल होल्ड जैसे एडवांस सेफ्टी फीचर्स भी मिलेंगे। ज्यादा फीचर्स के लिए आपको टेक-पैक खरीदना होगा, जिसमें एक एक्स्ट्रा राइडिंग स्पोर्ट्स मोड मिलेगा। इसके अलावा फुली स्मार्टफोन कनेक्टिविटी फीचर्स मिलेंगे, जिसमें जियो-फेंसिंग, सीक्वेंशियल ब्लिंकर, गाइड मी होम लाइट, टोहइंग अलर्ट, ट्रिप और डेटा एनालिटिक्स और स्पीड लिमिट सेटिंग्स के साथ ओवर-स्पीड अलर्ट शामिल हैं। बजाज चेतक 3502 : इस वैरिएंट में TFT डिस्प्ले है, लेकिन यह टच इनेबल नहीं है और इसमें टर्न-बाय-टर्न नेविगेशन है। इस वैरिएंट में की-फॉब नहीं है और इसकी जगह पर मैकेनिकल चाबी और सिर्फ इको राइड मोड मिलता है। टैक-पैक में 3501 वाले फीचर्स तो मिलते हैं, लेकिन इसमें सीक्वेंशियल इंडिकेटर और ऑन-बोर्ड डॉक्यूमेंट स्टोरेज सुविधा नहीं है। बजाज चेतक 3503 : स्कूटर में बेसिक ब्लूटूथ कनेक्टिविटी के साथ कलर LCD डिस्प्ले का इस्तेमाल किया गया है। अन्य दो वैरिएंट में फ्रंट में मिलने वाले डिस्क ब्रेक की जगह ड्रम ब्रेक दिए गए हैं। टैक-पैक में 3501 वाले फीचर्स तो मिलते हैं, लेकिन इसमें भी सीक्वेंशियल इंडिकेटर नहीं हैं।
हीरो मोटोकॉर्प अपने लाइनअप में शामिल गाड़ियों को OBD2B इंजन के साथ अपडेट कर रही है। कंपनी ने आज (28 अप्रैल) भारतीय बाजार में HF100 का अपडेटेड मॉडल लॉन्च कर दिया है। कम्यूटर बाइक के इंजन को OBD2B नॉर्म्स के अनुसार अपडेट किया गया है, जो 70kmpl का माइलेज देता है। इसके अलावा बाइक के डिजाइन, हार्डवेयर और फीचर्स में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इसकी एक्स-शोरूम कीमत 60,118 रुपए रखी गई है, जो मौजूदा मॉडल से 1,100 रुपए ज्यादा है। भारतीय बाजार में ये बजाज प्लेटिना 100, TVS स्पोर्ट और होंडा शाइन 100 जैसी बाइक्स को टक्कर देती है। हीरो इससे पहले स्प्लेंडर प्लस, पेशन प्लस, ग्लैमर, सुपर स्प्लेंडर XTEC, एक्सट्रीम 160R 2V और एक्स्ट्रीम 160R 4V के इंजन को OBD2B नॉर्म्स के अनुसार अपडेट कर चुकी है। डिजाइन: रेड ब्लैक और ब्लू ब्लैक कलर ऑप्शनकंपनी ने 2025 हीरो HF100 के स्टाइलिंग में कोई बदलाव नहीं किया है। यह पहले जैसी ही नजर आती है। बाइक में पहले की तरह ही दो कलर ऑप्शन- रेड ब्लैक और ब्लू ब्लैक मिलते हैं। हार्डवेयर और फीचर्स: इंटीग्रेटेड ब्रेकिंग सिस्टम के साथ 130mm ड्रम ब्रेक हीरो HF100 में कंफर्ट राइडिंग के लिए फ्रंट में टेलिस्कोपिक फोर्क्स और रियर में टू-स्टेप एडजस्टेबल हाइड्रोलिक शॉक एब्जॉर्बर मिलते हैं। वहीं, ब्रेकिंग के लिए इसमें दोनों व्हील में 130mm ड्रम ब्रेक दिए गए हैं, जो इंटीग्रेटेड ब्रेकिंग सिस्टम के साथ आते हैं। यह हीरो का कंबाइंड ब्रेकिंग सिस्टम (CBS) का वर्जन है। बाइक में 18-इंच के अलॉय व्हील लगे हैं और फ्रंट और रियर दोनों व्हील में 2.75-इंच चौड़े टायर हैं। इसका वजन 110kg है, इसमें 9.1-लीटर का फ्यूल टैंक है, इसकी सीट की ऊंचाई 805mm है और ग्राउंड क्लीयरेंस 165mm है। HF100 एक साधारण कम्यूटर बाइक है, लेकिन इसमें अभी भी कुछ विशेषताएं हैं जैसे इंजन-ऑफ ऑन फॉल और साइड-स्टैंड डाउन इंजन कट-ऑफ। हालांकि, लाइट्स अभी भी चारों ओर हैलोजन हैं। कंसोल में एनालॉग स्पीडोमीटर और फ्यूल गेज के साथ-साथ अन्य टेल-टेल लाइट्स भी हैं। परफॉर्मेंस: 70kmpl का सर्टिफाइड माइलेजबाइक में 97.2cc का सिंगल-सिलेंडर एयर-कूल्ड इंजन दिया गया है, जो अब OBD2B एमिशन नॉर्म्स के अनुसार अपडेटेड है। यह इंजन 8000rpm पर 8.02hp की पावर और 6000rpm पर 8.05Nm का टॉर्क जनरेट करता है। इसे 4-स्पीड गियरबॉक्स के साथ ट्यून किया गया है। यह इंजन स्प्लेंडर लाइन-अप, पैशन प्लस और HF डीलक्स में भी आता है। HF100 में अभी भी इलेक्ट्रिक-स्टार्ट के साथ किक-स्टार्टर स्टैंडर्ड मिलता है। कंपनी का दावा है कि बाइक 70kmpl का सर्टिफाइड माइलेज देती है। OBD2B इंजन क्या है?ऑन-बोर्ड डाइग्नोस्टिक स्टेज 2B (OBD2B) BS6 नियमों का ही एक हिस्सा है, जो 1 अप्रैल 2025 से भारत की सभी गाड़ियों के लिए अनिवार्य हो गया है। यह एक एडवांस डायग्नोस्टिक सिस्टम है, जो इंजन और एमिशन से संबंधित समस्याओं को रियल-टाइम मॉनिटर करता है।
इलॉन मस्क की टेस्ला ने मुंबई में एक ऑफिस लीज पर लिया है। ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, टेस्ला ने फीनिक्स मार्केट सिटी में एक को-वर्किंग फैसिलिटी के भीतर 30 सीटों वाला वर्कस्पेस लिया है। इसके लिए उसे 3 लाख रुपए महीने का पेमेंट करना होगा। इससे पहले टेस्ला ने बीकेसी में अपने नए शोरूम के लिए 3.87 करोड़ रुपए की एनुअल फीस पर 4,003 वर्ग फीट जगह लीज पर ली थी। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि टेस्ला की भारत में एंट्री बहुत नजदीक है। ईवी प्लांट के लिए टेस्ला की राज्य सरकारों से बात कंपनी पहले से ही तमिलनाडु, गुजरात, महाराष्ट्र सहित विभिन्न राज्य सरकारों के साथ 2 बिलियन डॉलर तक के निवेश के साथ अपना ईवी प्लांट स्थापित करने के लिए बातचीत कर रही है। टेस्ला ने भारतीय ग्राहकों की रिजर्वेशन फीस वापस की उधर, टेस्ला इंक उन भारतीय ग्राहकों की रिजर्वेशन फीस वापस कर रही है जिन्होंने इसके मॉडल 3 को प्री-बुक किया था। टेस्ला ने मॉडल 3 स्टैंडर्ड रेंज RWD वर्जन को बंद कर दिया है। कंपनी अब मॉडल 3 लॉन्ग रेंज को सबसे किफायती विकल्प के रूप में पेश करती है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2016 में बुकिंग कराने वाले ग्राहकों को कंपनी ने ईमेल भेजा है: हम फिलहाल आपकी रिजर्वेशन फीस अभी के लिए वापस करना चाहते हैं। जब हम भारत में अपनी पेशकश को अंतिम रूप देंगे, तब हम फिर से आपसे संपर्क करेंगे। हमें उम्मीद है कि जब हम आपके देश में लॉन्च और डिलीवरी के लिए तैयार होंगे, तब आप हमारे साथ फिर जुड़ेंगे। तेजी से ग्रो कर रहा भारत का ईवी मार्केट टेस्ला ऐसे समय में भारत में प्रवेश कर रही है जब देश में ईवी फोर व्हीलर सेगमेंट में भारी वृद्धि देखी जा रही है। पिछले साल ही भारत में 1.47 लाख फोर व्हीलर ईवी रजिस्टर किए गए, जो 2023 में रजिस्टर 73,000 से दोगुने से भी अधिक है। भारत में टाटा, टोयोटा, एमजी मोटर्स से मुकाबला कंपनी का भारत में टाटा मोटर्स, टोयोटा और एमजी मोटर्स के साथ मुकाबला होगा, जो पिछले साल इस क्षेत्र में टॉप 3 मार्केट लीडर्स के रूप में उभरी है। वियतनामी ईवी मैन्युफैक्चरर विनफास् भीट भारत में अपने 2 बिलियन डॉलर के निवेश के साथ इस साल जून तक अपना तमिलनाडु प्लांट खोलने के लिए तैयार है। अब तक भारत में एंट्री क्यों नहीं मिली थी टेस्ला और भारत सरकार के बीच लंबे समय तक इंपोर्ट ड्यूटी की वजह से बात नहीं बन पा रही थी। कंपनी का मानना था कि भारत में बहुत ज्यादा इंपोर्ट ड्यूटी है। दूसरी तरफ सरकार का EV पर इंपोर्ट ड्यूटी माफ करने या कमी करने का कोई इरादा नहीं था। सरकार ने कहा था कि अगर टेस्ला भारत में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने का कमिटमेंट करती है तो इंपोर्ट ड्यूटी पर रियायत देने पर विचार किया जाएगा। मस्क चाहते थे कि पहले भारत में कारों की बिक्री की जाए, इसके बाद मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने का विचार किया जाएगा। वहीं मस्क ने कहा था कि टेस्ला ऐसी किसी लोकेशन पर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट नहीं लगाएगी, जहां उसे पहले से कारों को बेचने और सर्विस की परमिशन नहीं है। अब भारत ने हाल फिलहाल में ही 40,000 डॉलर (करीब 35 लाख रुपए) से ज्यादा कीमत वाली कारों पर इंपोर्ट ड्यूटी 110% से घटाकर 70% कर दी। इस फैसले से टेस्ला के लिए परिस्थितियां अनुकूल बन गईं। इसके अलावा मस्क और मोदी की मुलाकात ने इसमें मदद की। भारत में बजट सेगमेंट की कार लाएगी टेस्ला रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी यहां सबसे किफायती EV उतारने की तैयारी में है। इसकी कीमत 25 हजार डॉलर (21.71 लाख रुपए) हो सकती है। यह कौन-सा मॉडल होगा, इसकी जानकारी नहीं दी गई है। लेकिन, EV कार को लेकर भारत की मौजूदा इंपोर्ट पॉलिसी हिसाब से 21 लाख रुपए की कार भारतीय बाजार में 36 लाख रुपए तक हो सकती है।
ट्रक-बस बनाने वाली कंपनी SML आईसुजु लिमिटेड के शेयरों में 28 अप्रैल को कारोबार शुरू होते ही 10% का लोअर सर्किट लग गया। महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड ने घोषणा की कि वह कंपनी में हिस्सेदारी खरीदेगी। ये डील ₹555 करोड़ की है। इस ऐलान के बाद शेयरों में ये गिरावट आई है। महिंद्रा एंड महिंद्रा ने आईसुजु में 650 रुपए प्रति शेयर के भाव पर 58.96% हिस्सेदारी खरीदने के लिए समझौता किया है। इसके साथ ही महिंद्रा एंड महिंद्रा मार्केट रेगुलेटर सेबी के टेकओवर नियमों के अनुसार ₹650/ शेयर पर 26% स्टेक खरीदने का ओपन ऑफर भी लाएगी। SML आईसुजु का शेयर 177.30 रुपए या 10.00% गिरकर 1,596.10 रुपए पर कारोबार कर रहा है। बीते 5 दिन में शेयरों में 16.60% की गिरावट आई है। डील से जुड़ी 5 बड़ी बातें... सीईओ बोले- यह डील 5x ग्रोथ अचीव करने के लिए महत्वपूर्ण इस डील को लेकर महिंद्रा ग्रुप के सीईओ और एमडी डॉ. अनीश शाह ने कहा- यह अधिग्रहण कंपनी के 5x ग्रोथ अचीव करने के विजन के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। उन्होंने कहा, यह हमारी कैपिटल एलॉकेशन स्ट्रैटजी के साथ पूरी तरह से फिट बैठता है। वहीं MM के ऑटो और फार्म सेक्टर के कार्यकारी निदेशक और सीईओ राजेश जेजुरिकर ने कहा- यह डील कॉमर्शियल व्हीकल मार्केट में महिंद्रा की स्थिति मजबूत करेगा। इससे हमें बाजार कवरेज बढ़ाने और मैन्युफैक्चरिंग कैपेसिटी का बेहतर उपयोग करने में मदद मिलेगी। 1983 में स्वराज व्हीकल्स लिमिटेड के रूप में हुई थी कंपनी की स्थापना SML आईसुजु लिमिटेड चंडीगढ़ बेस्ड कॉमर्शियल व्हीकल मैन्युफैक्चरर है, जिसकी स्थापना 1983 में स्वराज व्हीकल्स लिमिटेड के रूप में हुई थी। इसका बसों, ट्रकों, एम्बुलेंस और कस्टोमाइज्ड स्पेशल-एप्लीकेशन व्हीकल्स सहित लाइट और मीडियम कॉमर्शियल व्हीकल्स के उत्पादन में स्पेशलाइजेशन है। 1986 में माज़दा मोटर कॉर्पोरेशन और सुमितोमो कॉर्पोरेशन, जापान के साथ तकनीकी और वित्तीय सहयोग के बाद इसका नाम बदलकर स्वराज माज़दा लिमिटेड कर दिया गया। 2011 में, माज़दा के बाहर निकलने के बाद स्वराज ब्रांड को हटाकर इसे SML आईसुज़ु लिमिटेड कर दिया गया। भारतीय बाजार और चुनिंदा अंतरराष्ट्रीय बाजारों में इसके व्हीकल बेचे जाते हैं। कॉमर्शियल व्हीकल सेगमेंट में इसका मार्केट शेयर 16% है।
गर्मी के मौसम में एयरकंडीशनर यानी एसी हर घर की बेसिक जरूरत बन गया है। लेकिन, कौन सा एसी खरीदें? कंज्यूमर के मन में ये सवाल अक्सर परेशान करता है। क्योंकि, गलत साइज का एसी या तो बिजली का बिल बढ़ाएगा या कमरे को ठीक से ठंडा नहीं कर पाएगा। ऐसे में 6 सवाल जवाब में समझें घर के लिए परफेक्ट एसी चुनने का गणित 1. एसी का सही साइज (टन/बीटीयू) कैसे पता करें? जवाब: एसी का सही साइज जानने के लिए पहले कमरे का साइज नापें। कमरे की साइज लंबाई x चौड़ाई से वर्ग फुट निकालें। इसके बाद हर वर्ग फुट पर 20 बीटीयू( ब्रिटिश टर्मिनल यूनिट) गिनें। टन में साइज निकालने के लिए 1 टन = 12,000 बीटीयू गिनें। यानी 1.5 टन का एसी मतलब 18,000 बीटीयू का एसी खरीदना। उदाहरण के लिए आपका कमरा 10x12 यानी 120 वर्ग फुट का है। तो हर वर्ग फुट पर 20 बीटीयू यानी 120 वर्ग फुट पर 120 x 20 = 2400 बीटीयू । इस फार्मूले के हिसाब से आपको 120 वर्ग फुट के कमरे के लिए 2400 बीटीयू या 0.75 टन का ऐसी खरीदना चाहिए। 2. ज्यादा गर्म रहने वाले कमरों के लिए कौनसा ऐसी खरीदें? कमरे में धूप और खिड़कियों का क्या रोल है? जवाब: कमरे में ज्यादा गर्मी का कारण खिड़कियों की दिशा हो सकती है। अक्सर पश्चिम या दक्षिण की खिड़कियों वाले कमरों में गर्मी ज्यादा आती है। ऐसे में 10-15% ज्यादा बीटीयू वाला एसी लें। ग्लास वाली खिड़कियों से गर्मी जल्दी अंदर आती है। अगर कमरे में 2-3 बड़ी खिड़कियां हैं, तो एसी का साइज बढ़ाएं। 3. इन्वर्टर और नॉर्मल एसी में क्या अंतर है? कौन सा बेहतर? जवाब: इन्वर्टर एसी टेम्परेचर पहुंचने पर स्पीड कम कर देता है। बिजली बचाता है, शोर कम करता है। जबकि नॉर्मल एसी बार-बार ऑन-ऑफ होता है, जिससे बिजली खर्च बढ़ता है। लंबे समय के लिए एसी खरीदना है तो इन्वर्टर एसी ले सकते हैं, क्योंकि यह 30-40% तक बिजली बचाता है। 4. 5-स्टार एसी लेना जरूरी है? कितना फर्क पड़ता है? जवाब: एसी में जितने ज्यादा स्टार (1 से 5) होंगे, उतनी कम बिजली खर्च होगी। 5-स्टार एसी, 3-स्टार की तुलना में 20-25% बिजली बचाता है। ऐसे में अगर आप रोज 8-10 घंटे एसी चलती हैं, तो 5-स्टार जरूर लें। 5. मल्टी-स्प्लिट या सिंगल एसी? क्या चुनें? जवाब: 6. कमरा ठंडा नहीं हो रहा? तो क्या करें? जवाब: इसके लिए तीन फैक्टर जिम्मेदार हो सकते हैं। ओवरसाइज्ड एसी: जरूरत से बड़ा एसी लेने से वह बार-बार बंद होगा, कमरा ठीक से ठंडा नहीं करेगा। इन्सुलेशन: खिड़की-दरवाजों से ठंडी हवा लीक तो नहीं हो रही? अगर हो रही है, तो सील लगवाएं। ऐसी का फिल्टर: गंदे फिल्टर से हवा का फ्लो कम हो जाता है। ऐसे में एसी का फिल्टर चेक कर उसे साफ करें।
रॉयल एनफील्ड ने आज (26 अप्रैल) अपनी एंट्री लेवल रेट्रो स्टाइल वाली मोटरसाइकिल हंटर 350 का अपडेटेड मॉडल लॉन्च कर दिया है। कंपनी ने दिल्ली और मुंबई में हुए हंटरहुड फेस्टिवल में अपने एंट्री-लेवल मॉडल को मॉडिफाइड रियर सस्पेंशन, LED हेडलैंप और नए फीचर्स के साथ पेश किया। बाइक में 3 नए कलर शामिल किए गए हैं। इसके साथ ही अब हंटर 6 कलर ऑप्शन के साथ अवेलेबल है। बाइक को तीन वैरिएंट- फैक्ट्री, डैपर, रिबेल में उतारा है। इसकी कीमत 1.50 लाख रुपए रखी गई है। रॉयल एनफील्ड हंटर 350 पहली बार 2022 में लॉन्च किया गया था। इसके बाद से अब तक इसकी दुनियाभर में 5 लाख से ज्यादा यूनिट्स बिक चुकी हैं।
टेक कंपनी मोटोरोला अगले हफ्ते 30 अप्रैल को भारतीय बाजार में नया स्मार्टफोन मोटोरोला एज 60 प्रो लॉन्च करने जा रही है। मोटोरोला के 'एज' सीरीज में हाल के लॉन्च में यह तीसरा स्मार्टफोन होगा। इससे पहले कंपनी ने 'मोटोरोला एज 60 फ्यूजन' और 'मोटोरोला एज 60 स्टाइलस' लॉन्च किया है। इस स्मार्टफोन में पहले लॉन्च हुए दोनों फोन से बेहतर कैमरा और डिस्प्ले मिलने वाला है। क्योंकि इस फोन में 120Hz रिफ्रेश रेट और 2712 x 1220 रेजोल्यूशन वाला पोलेड क्वाड कर्व्ड डिस्प्ले दिया गया है। इस अलावा, 60 प्रो में मल्टीस्पेक्ट्रल 3-in-1 लाइट सेंसर के अलावा 3 कैमरों का सेटअप मिल रहा है। स्टोरेज, कलर ऑप्शन और एक्सपेक्टेड प्राइस कंपनी ने स्मार्टफोन को 8GB रैम के साथ 128GB और 256GB के डुअल स्टोरेज वैरिएंट में पेश करने वाली है। इसके अलावा, कंपनी ने कलर के भी तीन वैरिएंट- पेन्टोन डिज्निंग ब्लू, पेंटोन शैडो और पेन्टोन स्पार्कलिंग ग्रेप पेश किए हैं। भारतीय बाजार में इसकी कीमत 60 हजार के आसपास हो सकती है। मोटोरोला एज 60 प्रो: स्पेसिफिकेशन मोटोरोला एज 60 प्रो: स्पेसिफिकेशन
इलॉन मस्क की कंपनी टेस्ला का साइबर ट्रक्स गुजरात के सूरत शहर पहुंच गया है। इसका ऑर्डर इसका ऑर्डर सूरत के जाने-माने कारोबारी लवजी बादशाह ने दिया है। यह पहला सायबर ट्रक है, जो भारत पहुंचा है। डायमंडि बिजनेसमैन और कारों के शौकीन लवजी इस पर अपने घर का नाम 'गोपिन' भी लिखवा चुके हैं। दुबई पासिंग के जरिए भारत मंगवायालवजी बादशाह ने इस टेस्ला साइबरट्रक को दुबई पासिंग से मंगवाया है, जो आज मुंबई से होते हुए सूरत पहुंच गया है। कल तक इसकी चर्चा थी कि टेस्ला सायबर ट्रक भारत पहुंच गया है, लेकिन किसी को यह नहीं पता था कि इसका ऑर्डर किसने दिया है। लेकिन सूरत पहुंचने के बाद खुलासा हुआ कि इसका ऑर्डर लवजी बादशाह ने दिया था। 30 गुना मजबूत स्टेनलेस स्टील से बनाकार की डिजाइन को देखकर ऐसा लगता है, जैसे इसे किसी रोबोटिक फिल्म के सुपरहीरो के लिए बनाया गया हो। यह ट्रक 30 गुना अधिक मजबूत स्टेनलेस स्टील से बना है। इसकी डिजाइन अन्य कार डिजाइनों से अलग है। इसकी कोई गोल सतह नहीं है। इस साइबरट्रक में विशेष बुलेटप्रूफ ग्लास भी लगा है। टेस्ला का पहला शोरूम मुंबई के BKC में खुलेगादुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) मैन्युफैक्चरर टेस्ला भारत का अपना पहला शोरूम मुंबई में खोलेगी। यह मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) में होगी। कंपनी ने हाल ही में इसके लिए डील फाइनल की है। प्रॉपर्टी मार्केट के सोर्सेस के अनुसार, टेस्ला BKC में एक कॉमर्शियल टावर के ग्राउंड फ्लोर पर 4,000 स्क्वायर फीट की जगह ले रही है। यहां वह अपने कार मॉडल्स को शोकेस करेगी और बेचेगी। कंपनी इस जगह के लिए मंथली लीज रेंट करीब 900 रुपए प्रति वर्ग फीट या करीब 35 लाख रुपए देगी। लीज एग्रीमेंट पांच साल के लिए है।
इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर बनाने वाली कंपनी ओला एक बार फिर विवादों में है। इस बार ओला को केंद्रीय परिवहन मंत्रालय ने शो-कॉज नोटिस जारी किया है। मंत्रालय ने 7 दिन के भीतर कई अहम सवालों के जवाब मांगे हैं। अगर ओला ने समय पर जवाब नहीं दिया, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है। नोटिस के बाद ओला का शेयर शुक्रवार को 5.13% की गिरावट के साथ ₹49.72 रुपए पर बंद हुआ। इसके साथ ही ओला ने तीन दिन पहले महाराष्ट्र में 121 स्टोर्स पर कार्रवाई के निर्देश पर सफाई दी। ओला ने कहा है कि हमें महाराष्ट्र में शोरूम बंद करने संबंधी कोई नोटिस नहीं मिला है। हमने पहले ही 21 मार्च 2025 को एक्सचेंज को 4 राज्यों के ट्रेड सर्टिफिकेट नोटिस के बारे में जानकारी दे दी थी। नोटिस में ओला से इन सवालों के जवाब मांगे 22 अप्रैल को महाराष्ट्र में 121 स्टोर्स पर कार्रवाई के निर्देश दिए थे तीन दिन पहले महाराष्ट्र में ट्रांसपोर्ट विभाग ने ओला के 121 स्टोर्स बंद करने के निर्देश दिए हैं। ट्रांसपोर्ट विभाग ने ओला के 146 स्टोर्स की जांच की थी,इनमें 121 से ज्यादा स्टोर्स बिना ट्रेड सर्टिफिकेट के चल रहे थे। दरअसल, पिछले महीने RTO ने महाराष्ट्र में ओला के कई स्टोर्स पर छापेमारी की थी। स्टोर्स पर ट्रेड सर्टिफिकेट नहीं होने के चलते 192 व्हीकल्स को जब्त कर कारण बताओ नोटिस दिए गए थे। ओला इलेक्ट्रिक का शेयर 6 महीने में 35% से ज्यादा गिरा शुक्रवार को ओला इलेक्ट्रिक शेयर 5.13% की गिरावट के साथ ₹49.72 रुपए पर बंद हुआ। एक महीने में ओला का शेयर 8% से ज्यादा गिरा है। वहीं पिछले एक साल में शेयर 45% से ज्यादा टूटा है। ओला का मार्केट कैपिटल 22.14 हजार करोड़ रुपए है। ओला के स्टोर पर 4 बार हुई रेड ओला के स्टोर्स पर देशभर में RTO कार्रवाई हुई थी। अब तक महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के 32 स्टोर्स पर रेड पड़ चुकी है। इसके अलावा राजस्थान में कुछ स्टोर्स पर भी कार्रवाई की गई है। इसमें 50 से ज्यादा इलेक्ट्रिक गाड़ियों को जब्त किया जा चुका है। दूसरी कंपनियों की शिकायत के बाद कार्रवाई गुरुग्राम की प्रताप सिंह एंड एसोसिएट्स कंपनी ने ओला इलेक्ट्रिक और कुछ अन्य कंपनियों के खिलाफ ट्रेड सर्टिफिकेट नहीं होने की शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के बाद महाराष्ट्र के ट्रांसपोर्ट अधिकारियों ने कार्रवाई की । 95% स्टोर पर नहीं है बेसिक सर्टिफिकेशन ओला इलेक्ट्रिक ने 2022 से अब तक 4,000 स्टोर खोले हैं। इकोनॉमिक टाइम्स रिपोर्ट के मुताबिक, इनमें से लगभग 3,400 शोरूम का ही डेटा उपलब्ध है। 3,400 में से 100 शोरूम ही ऐसे थे, जिनके पास मोटर व्हीकल्स एक्ट के तहत जरूरी ट्रेड सर्टिफिकेट थे। कंपनी के 95% से अधिक स्टोर में अनरजिस्टर्ड टू व्हीलर्स डिस्प्ले करने, बेचने और उनकी टेस्ट राइड ऑफर करने के लिए जरूरी बेसिक सर्टिफिकेशन नहीं हैं। ओला इलेक्ट्रिक ने कहा- रेड की कार्रवाई गलत और पक्षपातपूर्ण रेड की कार्रवाई पर ओला इलेक्ट्रिक के प्रवक्ता ने बताया था कि कोई वाहन जब्त नहीं किया गया है। इससे पहले ओला ने जांच को गलत और पक्षपातपूर्ण बताया था। प्रवक्ता ने कहा था कई राज्यों में ओला के डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर्स और गोदामों में अनरजिस्टर्ड व्हीकल्स की इन्वेंट्री है। ये मोटर व्हीकल एक्ट के दिशानिर्देशों का पूरी तरह से पालन करती है और जरूरी मंजूरियां मौजूद हैं। कंपनी ने स्टोर्स पर रेड को लेकर कोई जानकारी नहीं दी थी।
चाइनीज टेक कंपनी रियलमी ने आज (25 अप्रैल) को भारतीय बाजार में नया बजट फ्रेंडली स्मार्टफोन रियलमी 14T लॉन्च कर दिया है। कंपनी इस फोन में 50MP का प्राइमरी कैमरा और 6000mAh की बैटरी दे रही है। इसके साथ ही फोन में 120hz के रिफ्रेश रेट के साथ 6.67 इंच का बड़ा अमोलेड डिस्प्ले दिया गया है। डस्ट और पानी से बचाव के लिए स्मार्टफोन IP69 रेटिंग के साथ आया है। यानी बारिश में भीगने पर भी स्मार्टफोन खराब नहीं होगा। शुरुआती कीमत 17,999 रुपए कंपनी स्मार्टफोन को दो स्टोरेज ऑप्शन- 8GB रैम + 128GB स्टोरेज और 8GB रैम + 256GB स्टोरेज में पेश किया है। इसकी कीमत 17,999 रुपए से शुरू होती है। रियलमी 14T 5G समार्टफोन ई-कॉमर्स वेबसाइट्स, और रियलमी रिटेल आउटलेट्स पर तीन कलर ऑप्शन- सर्फ ग्रीन,ओब्सीडियन ब्लैक और लाइटनिंग पर्पल अवेबेलब है। कंपनी फोन को खरीदने के लिए चुनिंदा क्रेडिट कार्ड्स पर ₹1000 तक का कैशबैक और 6 महीने तक की नो-कॉस्ट EMI का ऑफर दे रही है। इसके अलावा, जीरो डाउन पेमेंट स्कीम भी अवेलेबल है। रियलमी 14T 5G: डीटेल्ड स्पेसिफिकेशन डिस्प्ले: ओप्पो रियलमी 14T में 120Hz रिफ्रेश रेट वाला 6.67 इंच डिस्प्ले दिया गया है। इसकी पीक ब्राइटनेस 2100 निट्स और रेजोल्यूशन 2400 x 1080 पिक्सल है। डिस्प्ले का स्क्रीन-टू-बॉडी रेशियो 92.7% है। कैमरा: फोटोग्राफी के लिए स्मार्टफोन के बैक पैनल पर फ्लैश लाइट के साथ डुअल कैमरा सेटअप दिया गया है। इसमें f/1.8 अपर्चर और ऑटोफोकस वाला 50MP का प्राइमरी सेंसर और 2MP का मोनोक्रोम लेंस शामिल है। वहीं, सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए इसमें 16MP का फ्रंट कैमरा दिया गया है। प्रोसेसर और OS: परफॉर्मेंस के लिए स्मार्टफोन में एंड्रॉएड 15 पर बेस्ड मीडियाटेक डायमेंसिटी 6300 चिपसेट दिया गया है। इसके साथ बेहतर थर्मल मैनेजमेंट के लिए इसमें 5700mm वेपर चैंबर और 6000mm ग्रेफाइट कूलिंग सिस्टम मौजूद है। बैटरी: पावर बैकअप के लिए रियलमी 14T में 6000mAh की बैटरी दी गई है। इसे चार्ज करने के लिए 45W का फास्ट चार्जर मिलेगा।
एपल अगले साल से अमेरिका में बिकने वाले सभी आईफोन को भारत में बनाने की प्लानिंग कर रहा है। हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से दुनियाभर के देशों पर टैरिफ लगाने के फैसले और चीन के साथ टैरिफ वॉर के बीच कंपनी ने यह फैसला लिया है। फाइनेंशियल टाइम्स ने इसे लेकर एक रिपोर्ट पब्लिश की है। 2026 तक देश में सालाना 6 करोड़+ आईफोन बनेंगे चीन पर अपनी निर्भरता कम करने के लिए एपल काफी समय से अपनी सप्लाई चेन को वहां से बाहर शिफ्ट करने पर काम कर रही है। एपल अगर अपनी असेंबलिंग भारत की ओर इस साल के आखिर तक शिफ्ट कर लेती है, तो 2026 से यहां सालाना 6 करोड़ से ज्यादा आईफोन का प्रोडक्शन होगा। ये मौजूदा कैपेसिटी से दोगुना है। आईफोन मैन्यूफैक्चरिंग पर अभी चीन का दबदबा आईफोन के मैन्यूफैक्चरिंग पर अभी चीन का दबदबा है। IDC के अनुसार, 2024 में कंपनी के ग्लोबल आईफोन शिपमेंट में इसका हिस्सा लगभग 28% था। अमेरिकी मार्केट में बिकने वाले आईफोन का प्रोडक्शन चीन के बाहर शिफ्ट करने से कंपनी को हाई टैरिफ से बचने में मदद मिलेगी। मार्च-24 से मार्च-25 में 60% बढ़ा आईफोन प्रोडक्शन मार्च 2024 से मार्च 2025 तक के 12 महीनों में एपल ने भारत में 22 बिलियन डॉलर (करीब ₹1.88 लाख करोड़) वैल्यू के आईफोन बनाए। पिछले साल की तुलना में इसमें 60% की बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान एपल ने भारत से 17.4 बिलियन डॉलर (करीब ₹1.49 लाख करोड़) वैल्यू के आईफोन एक्सपोर्ट किए। वहीं, दुनियाभर में हर 5 में से एक आईफोन अब भारत में बन रहा है। भारत में आईफोन की मैन्यूफैक्चरिंग तमिलनाडु और कर्नाटक की फैक्ट्रियों में किया जाता है। इसमें सबसे ज्यादा उत्पादन फॉक्सकॉन करता है। फॉक्सकॉन एपल का सबसे बड़ा मैन्यूफैक्चरिंग पार्टनर है। इसके अलावा टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और पेगाट्रॉन भी मैन्युफैक्चरिंग करते हैं। FY 2024 में 8 बिलियन डॉलर आईफोन की सेल वित्त वर्ष 2024 में एपल के स्मार्टफोन की बिक्री 8 बिलियन डॉलर तक पहुंच गई। जबकि बाजार में इसकी हिस्सेदारी केवल 8% थी। भारत के उभरते मिडिल क्लास में अभी भी आईफोन एक लग्जरी बना हुआ है।इसलिए यहां मार्केट बढ़ने की उम्मीद है। एपल का भारत पर इतना ज्यादा फोकस क्यों? ------------------------- ये खबर भी पढ़ें... फॉक्सकॉन उत्तर प्रदेश में 300 एकड़ जमीन खरीद रही: यमुना एक्सप्रेसवे के पास बनाएगी मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट, कंपनी एपल प्रोडक्ट्स सप्लाई करती है एपल के लिए आइफोन, आइपैड और मैक बुक जैसे प्रोडक्ट्स असेंबल करने वाली कंपनी फॉक्सकॉन उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में 300 एकड़ जमीन खरीदने जा रही है। यमुना एक्सप्रेसवे के पास इस जमीन पर कंपनी मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट बनाएगी। यह फॉक्सकॉन का उत्तर भारत में पहला प्लांट होगा और बेंगलुरु में बनी मैन्यूफैक्चरिंग फैसिलिटी बड़ी होगी। उम्मीद है यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा प्लांट हो सकता है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...
JSW MG मोटर इंडिया ने गुरुवार (24 अप्रैल) को भारतीय बाजार में अपनी पॉपुलर SUV हेक्टर का अपडेटेड मॉडल लॉन्च कर दिया है। कंपनी ने SUV के पेट्रोल इंजन को नए एमिशन नॉर्म्स के अनुसार अपडेट किया है। इसमें 1 अप्रैल के बाद भारत में बनने वाली सभी गाड़ियां E20 कंप्लायंस होनी चाहिए। E20 हेक्टर का प्रोडक्शन 31 मार्च, 2025 को शुरू हो चुका है। E20 का मतलब 20% इथेनॉल+80% पेट्रोल मिक्स फ्यूल से है। इसे E20 फ्यूल भी कहा जाता है। कार में 75 से ज्यादा कनेक्टेड फीचर्स मिलते हैं। कीमत में नहीं हुआ कोई बदलावहेक्टर की शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत 13.99 लाख रुपए है, जो 22.89 लाख रुपए तक जाती है। वहीं, हेक्टर प्लस की एक्स शोरूम कीमत 17.49 लाख रुपए से शुरू होती है और टॉप मॉडल में 23.20 लाख रुपए तक जाती है। कंपनी कार के साथ 20 लक्की ग्राहकों के लिए 4 लाख रुपए के ईनाम के साथ एक लंदन ट्रिप का ऑफर दे रही है। हेक्टर और हेक्टर प्लस का मुकाबला टाटा हैरियर, सफारी, महिंद्रा स्कॉर्पियो एन, महिंद्रा XUV700 और हुंडई अल्कजार से है।
चाइनीज टेक कंपनी ओप्पो ने आज (24 अप्रैल) भारतीय बाजार में नया बजट फ्रेंडली स्मार्टफोन ओप्पो A5 प्रो लॉन्च कर दिया है। फोन ग्लोबल मार्केट में लॉन्च हो चुका है, भारत में कुछ बदलावों के साथ उतारा गया है। कंपनी इस फोन में 50MP का प्राइमरी कैमरा और 5800mAh की बैटरी दे रही है। डस्ट और पानी से बचाव के लिए स्मार्टफोन IP69 रेटिंग के साथ आया है। यानी बारिश में भीगने पर भी स्मार्टफोन खराब नहीं होगा। शुरुआती कीमत 17,999 रुपए कंपनी स्मार्टफोन को दो स्टोरेज ऑप्शन- 8GB रैम + 128GB स्टोरेज और 8GB रैम + 256GB स्टोरेज में पेश किया है। इसकी कीमत 17,999 रुपए से शुरू होती है। ओप्पो A5 प्रो 5G समार्टफोन ई-कॉमर्स वेबसाइट्स, ओप्पो ई-स्टोर और मेनलाइन रिटेल आउटलेट्स पर दो कलर ऑप्शन- मोचा ब्राउन और फेदर ब्लू में अवेबेलब है। कंपनी फोन को खरीदने के लिए चुनिंदा क्रेडिट कार्ड्स पर ₹1500 तक का कैशबैक और 6 महीने तक की नो-कॉस्ट EMI का ऑफर दे रही है। इसके अलावा, जीरो डाउन पेमेंट स्कीम भी अवेलेबल है। ओप्पो A5 प्रो 5G: डीटेल्ड स्पेसिफिकेशन डिस्प्ले: ओप्पो A5 प्रो 5G में 120Hz रिफ्रेश रेट वाला 6.67 इंच डिस्प्ले दिया गया है। इसकी पीक ब्राइटनेस 1000 निट्स और रेजोल्यूशन 1604 x 720 पिक्सल है। डिस्प्ले का स्क्रीन-टू-बॉडी रेशियो 92.2% है। कैमरा: फोटोग्राफी के लिए स्मार्टफोन के बैक पैनल पर फ्लैश लाइट के साथ डुअल कैमरा सेटअप दिया गया है। इसमें f/1.85 अपर्चर और ऑटोफोकस वाला 50MP का प्राइमरी सेंसर और 2MP का मोनोक्रोम लेंस शामिल है। वहीं, सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए इसमें 8MP का फ्रंट कैमरा दिया गया है। प्रोसेसर और OS: परफॉर्मेंस के लिए स्मार्टफोन में एंड्रॉएड 15 पर बेस्ड कलर OS 15 पर काम करने वाला मीडियाटेक डायमेंसिटी 6300 चिपसेट दिया गया है। इसके साथ बेहतर थर्मल मैनेजमेंट के लिए इसमें 5700mm वेपर चैंबर और 6000mm ग्रेफाइट कूलिंग सिस्टम मौजूद है। बैटरी: पावर बैकअप के लिए ओप्पो A5 प्रो में 5800mAh की बैटरी दी गई है। इसे चार्ज करने के लिए 45W का SUPERVOOC चार्जर मिलेगा।
किआ मोटर्स इंडिया अपनी प्रीमियम MPV कैरेंस का फेसलिफ्ट मॉडल लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। साउथ कोरियन कंपनी कार को भारत में 8 मई को पेश करेगी। 2025 किआ कैरेंस की एक्स-शोरूम कीमत 11 लाख रुपए से शुरू हो सकती है। नई कार के एक्सटीरियर और इंटीरियर डिजाइन में कई बदलाव होंगे, हालांकि इसमें पहले वाले पेट्रोल और डीजल इंजन का ऑप्शन मिलता रहेगा। इसके अलावा सेफ्टी के लिए ADAS जैसे फीचर्स भी मिल सकते हैं। कैरेंस का भारत में सीधा मुकाबला हुंडई अल्काजार से है, लेकिन इसे मारुति अर्टिगा, XL6 और टोयोटा रूमियन से प्रीमियम ऑप्शन के तौर पर चुना जा सकता है। वहीं, टोयोटा इनोवा क्रिस्टा, टोयोटा इनोवा हाईक्रॉस और मारुति इनविक्टो से सस्ती कार के तौर पर भी चुना जा सकता है।
यूरोपीय कमीशन ने एपल और मेटा के खिलाफ अनफेयर बिजनेस प्रैक्टिस मामले में कार्रवाई की है। डिजिटल मार्केट एक्ट (DMA) के तहत दोनों कंपनियों पर ₹6,783 करोड़ का जुर्माना लगाया गया है। इसमें एपल पर 500 मिलियन यूरो (4,868 करोड़ रुपए) और मेटा पर 200 मिलियन यूरो (1,947 करोड़ रुपए) का जुर्माना शामिल है। कमीशन ने बुधवार (23 अप्रैल) को एपल और मेटा को एंटी-कॉम्पिटिटिव प्रैक्टिस में दोषी पाया है। DMA के तहत एपल के ऐप स्टोर नियमों और मेटा के पे ऑर कंसेंट एड मॉडल को गलत बताया गया है। इन मामलों में दोषी पाए गए एपल और मेटा एपल को उसके ऐप स्टोर के नियमों के चलते निशाना बनाया गया। कमीशन का आरोप है कि एपल डेवलपर्स को ऐप स्टोर के बाहर पेमेंट ऑप्शन्स चुनने की इजाजत नहीं देता, जिससे प्रतिस्पर्धा खत्म होती है। वहीं मेटा पर यूरोपीय यूजर्स को फसेबुक और इंस्टाग्राम के एड-फ्री वर्जन के लिए पैसे मांगने का आरोप लगा है। कमीशन का कहना है कि एड देखो या पैसे दो वाला मॉडल यूजर्स की मजबूर बनाता है। ये यूजर्स को फ्री चॉइस देने के नियम का उलंघन है। एपल को प्रोडक्ट्स में बदलाव करने के आदेश दिए एपल को जून के अंत तक अपने प्रोडक्ट्स में बदलाव करने का आदेश दिया गया है। अगर कंपनी नहीं मानती, तो अतिरिक्त जुर्माना लगाया जा सकता है। वहीं मेटा के मामले में, कमीशन उसके 2023 में किए गए बदलावों की जांच कर रहा है। डिजिटल मार्केट एक्ट (DMA) क्या है? DMA को यूरोपीय कमीशन ने 2024 में लागू किया था। ये नियम यूरोपीय संघ (EU) के 27 देशों में लागू है। इसका मकसद बड़ी टेक कंपनियों (जैसे एपल ,गूगल और मेटा) पर नियंत्रण रखना है, ताकि छोटे व्यवसायों को बाजार में माहौल मिले। इससे यूजर्स को भी फ्री चॉइस मिलती है। एपल ने जानबूझकर टार्गेट करने का आरोप लगाया एपल ने यूरोपीय कमीशन पर जानबूझकर टार्गेट करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उसने DMA को पूरा करने के लिए हजारों इंजीनियरिंग घंटे और दर्जनों बदलाव किए हैं। वहीं, मेटा के ग्लोबल अफेयर्स चीफ जोएल कपलान ने कहा कि यूरोपीय कमीशन ,अमेरिकी कंपनियों को निशाना बना रहा है, जबकि चीन और यूरोप की कंपनियों को अलग मानकों पर चलने दिया जाता है।
Nikon मिररलेस कैमरा किया लॉन्च, कीमत है 1.50 लाख रुपए
निकॉन (Nikon) इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने अपने नवीनतम फुल-फ्रेम मिररलेस कैमरा जेड 5 द्वितीय को पेश करने की आज घोषणा की, जिसकी कीमत 149995 रुपए है। कंपनी ने यहां कहा कि यह कैमरा रचनात्मकता को और निखारने के लिए तैयार किया गया है, जो पेशेवर प्रदर्शन और ...
रॉयल एनफील्ड भारत में हंटर 350 का अपडेटेड मॉडल लॉन्च करने जा रही है। कंपनी अपने एंट्री-लेवल मॉडल को नए कलर, मॉडिफाइड रियर सस्पेंशन, LED हेडलैंप और फीचर्स के साथ पेश करेगी। बाइक को 26 अप्रैल को होने वाले हंटरहुड फेस्टिवल में पेश किया जाएगा। यह एक दिवसीय मोटरसाइकिल लाइफस्टाइल सेलिब्रेशन मुंबई के रिचर्डसन एंड क्रूड्स मॉल और नई दिल्ली के DLF एवेन्यू में होगा। रॉयल एनफील्ड हंटर 350 पहली बार 2022 में लॉन्च किया गया था। इसके बाद से अब तक इसकी दुनियाभर में 5 लाख से ज्यादा यूनिट्स बिक चुकी हैं। टेस्टिंग के दौरान बाइक हाल ही में नजर आई है। नए कलर ऑप्शन के साथ अपडेटेड सस्पेंशन सेटअप मिलेगाकैमरे में कैद हुई फोटो में दो नए कलर ऑप्शन नजर आए हैं। इनमें एक वाइट बेस के साथ यलो, ग्रीन, ब्लू ग्राफिक्स और दूसरा रेड बाइक के साथ ब्लैक ग्राफिक्स शामिल है। हालांकि इन कलर ऑप्शन के नाम का अभी पता नहीं हैं। वर्तमान में हंटर 350 बाइक के साथ आठ कलर ऑप्शन मिलते हैं जिनमें फैक्ट्री ब्लैक, डैपर ऑरेंज, डैपर ग्रीन, डैपर व्हाइट, डैपर ग्रे, रिबेल ब्लैक, रिबेल ब्लू और रिबेल रेड शामिल है। इसके अलावा, एक LED हेडलाइट भी नजर आई है, जो दूसरी रॉयल एनफील्ड बाइक में भी मिलती है। अपडेटेड हंटर में नया सस्पेंशन सेटअप भी दिखा है। मौजूदा मॉडल में ट्विन शॉक एब्जॉर्बर दिया गया है, जो कच्चे रास्तों पर अच्छे नहीं माने जाते हैं। अपडेटेड बाइक 5000 रुपए महंगी हो सकती है फीचर अपडेट के साथ 2025 रॉयल एनफील्ड हंटर 350 की कीमत 5000 रुपए तक बढ़ सकती है। वर्तमान में हंटर 350 के बेस वैरिएंट रेट्रो की एक्स-शोरूम कीमत 1.50 लाख रुपए है, जो टॉप वैरिएंट मेट्रो रिबेल में 1.74 लाख रुपए तक जाती है। भारतीय बाजार में इसका मुकाबला TVS रोनिन, होंडा CB 350 और जावा 42 और येज्दी रोडस्टर जैसी बाइक्स से है। परफॉर्मेंस: 349cc का सिंगल-सिलेंडर, एयर/ऑयल-कूल्ड इंजन 2025 रॉयल एनफील्ड हंटर 350 में कोई मैकेनिकल बदलान नहीं किया जाएगा। इसमें पहले की तरह ही 349cc का सिंगल-सिलेंडर, एयर/ऑयल-कूल्ड इंजन दिया जाएगा, जो फ्यूल इंजेक्शन तकनीक से लैस है। ये इंजन रॉयल एनफील्ड मीटियर 350 और नई क्लासिक 350 में भी इस्तेमाल किया जाता है। ये 6100rpm पर 20.2hp की पावर और 4,000rpm पर 27 Nm का पीक टॉर्क जनरेट करता है। इंजन को 5-स्पीड गियरबॉक्स के साथ ट्यून किया गया है। कंपनी का दावा है कि बाइक 114 kmph की टॉप स्पीड से हासिल कर सकती है। हार्डवेयर: 13-लीटर का फ्यूल टैंक और डिस्क ब्रेक रॉयल एनफील्ड हंटर 350 में 1370mm का व्हीलबेस मिलता है, जो मीटिओर से 30mm और क्लासिक 350 से 20mm छोटा है। बाइक क्लासिक 350 के मुकाबले 14kg हल्की है। इसका कर्ब वेट 181 किलोग्राम है। रोडस्टर बाइक में 13-लीटर का फ्यूल टैंक दिया गया है और इसकी सीट की ऊंचाई 800 मिमी है। बाइक 17-इंच के कास्ट अलॉय व्हील पर चलती है। इन पर फ्रंट में 110/70 और रियर में 140/70 की प्रोफाइल वाले ट्यूबलेस टायर लगे हैं। कंफर्ट राइडिंग के लिए बाइक में फ्रंट में 41mm टेलिस्कोपिक फोर्क्स मिलते हैं, जबकि रियर में नए शॉक एब्जॉर्बर दिए जाएंगे। ब्रेकिंग के लिए पहले की तरह बाइक के फ्रंट में 300mm डिस्क और रियर में 240mm डिस्क के साथ डुअल-चैनल ABS सिस्टम मिलता है। बाइक चलाते समय फोन चार्ज कर सकेंगेहंटर 350 में फोर्क कवर गैटर और एक ऑफसेट इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर पहले की तरह ही मिलेगा। ये इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर मीटिओर 350 और स्क्रैम 411 की तरह ही है। बाइक का स्विचगियर और ग्रिप भी मिटिओर जैसा ही दिखता है। रोडस्टर बाइक में USB पोर्ट मिलता है, इससे राइडिंग करते समय फोन भी चार्ज कर सकते हैं।
चाइनीज टेक कंपनी ओप्पो कल यानी 24 अप्रैल को भारतीय मार्केट में बजट सेगमेंट से नया स्मार्टफोन ओप्पो A5 प्रो 5G लॉन्च करने जा रही है। लॉन्च से पहले कंपनी ने स्मार्टफोन के सभी स्पेसिफिकेशन और प्राइस भी रिवील कर दी है। कंपनी इस फोन में 50MP का प्राइमरी कैमरा और 5800mAh की बैटरी दे रही है। डस्ट और पानी से बचाव के लिए स्मार्टफोन को IP69 रेटिंग दी गई है। यानी बारिश में भीगने पर भी स्मार्टफोन में कोई मेजर इश्यू नहीं होगा। कंपनी स्मार्टफोन को दो स्टोरेज ऑप्शन- 8GB + 128GB और 8GB + 256GB में पेश करेगी। भारतीय मार्केट में इसकी शुरुआती कीमत 18,000 रुपए है। ओप्पो A5 प्रो 5G: डीटेल्ड स्पेसिफिकेशन
चीन ने 20 अप्रैल, 2025 को हेबेई प्रांत के सुनान काउंटी में 10G ब्रॉडबैंड नेटवर्क लॉन्च किया है। यहां G का मतलब गीगाबिट है, न कि जनरेशन। ये दुनिया का पहला कॉमर्शियल वायर्ड ब्रॉडबैंड नेटवर्क है जो 10 गीगाबिट प्रति सेकंड (Gbps) तक की स्पीड देता है। यह 5G या 6G जैसे वायरलेस मोबाइल नेटवर्क से संबंधित नहीं है। यह एडवांस्ड फाइबर-ऑप्टिक टेक्नोलॉजी 50G पैसिव ऑप्टिकल नेटवर्क (50G-PON) का इस्तेमाल करता है। हुवावे और चाइना यूनिकॉम ने मिलकर इस नेटवर्क को लॉन्च किया है। 20 सेकेंड में डाउनलोड होगी 20GB साइज की 4K मूवी इसमें 3 मिलिसेकेंड लेटेंसी के साथ 9,834 Mbps की डाउनलोड और 1,008 Mbps की अपलोड स्पीड मिलती है। इस स्पीड को ऐसे समझें कि लगभग 20 GB साइज की 4K मूवी को डाउनलोड करने में आम तौर पर 1 Gbps कनेक्शन पर लगभग 7-10 मिनट लगते हैं। नए 10G ब्रॉडबैंड नेटवर्क के साथ, 20 सेकेंड से भी कम लगेंगे। रिमोट सर्जरी और AI-ड्रिवन स्मार्ट होम्स में काम आएगा 10G नेटवर्क 10G नेटवर्क को डेटा-इंटेंसिव, लो-लेटेंसी एप्लीकेशन्स को सपोर्ट करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह सीमलेस क्लाउड गेमिंग, रिमोट सर्जरी और AI-ड्रिवन स्मार्ट होम्स में काम आएगा। इसके अलावा स्मार्ट सिटी, टेलीमेडिसिन, रिमोट एजुकेशन और स्मार्ट एग्रीकल्चर को भी सपोर्ट करेगा। उदाहरण के लिए, यह ऑटोनॉमस ड्राइविंग सिस्टम के लिए रियल-टाइम डेटा प्रोसेसिंग को संभाल सकता है। ये चीन के प्लान्स का हिस्सा है। UAE और कतर जैसे देशों की ब्रॉडबैंड स्पीड को चीन ने पीछे छोड़ा 10G ब्रॉडबैंड नेटवर्क लॉन्च से चीन ग्लोबल ब्रॉडबैंड टेक्नोलॉजी में लीडिंग हो गया है। उसने UAE और कतर जैसे देशों की वर्तमान कॉमर्शियल ब्रॉडबैंड स्पीड को पीछे छोड़ दिया है, जहां औसत गति 543 mbps और 521 mbps है। सुनान काउंटी और ज़ियोनग’आन में इनिशियल लॉन्च चीन की एक ब्रॉडर नेशनल स्ट्रैटजी का हिस्सा है। चीन इसे 168 लोकेशन्स तक विस्तार करना चाहता है। चीन की ब्रॉडबैंड स्पीड भारत की तुलना में 100 गुना ज्यादा भारत का ब्रॉडबैंड इंफ्रास्ट्रक्चर मुख्य रूप से फाइबर-ऑप्टिक (FTTH), DSL, केबल और 5G फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस (FWA) जैसी वायरलेस तकनीकों पर निर्भर करता है। सबसे तेज़ रियल-वर्ल्ड एक्साइटेल जैसे प्रोवाइडर्स देते हैं। इसमें दिल्ली में औसत डाउनलोड स्पीड 77.2 Mbps और अपलोड स्पीड 54.7 Mbps है। कुछ प्रोवाइडर्स, जैसे कि जियोफाइबर और एयरटेल एक्सस्ट्रीम फाइबर 1 Gbps तक के प्लान का विज्ञापन करते हैं, लेकिन इंफ्रास्ट्रक्चर सीमाओं के कारण रियल-वर्ल्ड स्पीड अक्सर कम होती है। मार्च 2025 में भारत की औसत फिक्स्ड ब्रॉडबैंड स्पीड डाउनलोड के लिए 58.62 Mbps और अपलोड के लिए 50.42 Mbps थी। दुनिया में ये 87वें स्थान पर थी। चीन का 10G नेटवर्क भारत की रियल वर्ल्ड ब्रॉडबैंड स्पीड (9,834 Mbps vs. 77.2 Mbps) की तुलना में 100 गुना ज्यादा है। 1987 में हुई थी हुवावे की स्थापना हुवावे की स्थापना 1987 में हुई थी और इसका मुख्यालय शेन्ज़ेन में है। यह टेलीकॉम इक्विपमेंट और नेटवर्क सॉल्यूशन्स में ग्लोबल लीडर है। कंपनी ने ऑप्टिकल ब्रॉडबैंड और 5G तकनीकों को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। दूसरी ओर, चाइना यूनिकॉम चीन के तीन प्रमुख सरकारी स्वामित्व वाले दूरसंचार ऑपरेटरों में से एक है। यह देश भर में ब्रॉडबैंड, मोबाइल और एंटरप्राइज सर्विसेज दैती है।
चाइनीज टेक कंपनी रियलमी कल (23 अप्रैल) नया पावरफुल गेमिंग स्मार्टफोन रियलमी GT 7 लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने बताया कि यह दुनिया का पहला फोन होगा जिसमें मीडियाटेक डाइमेंसिटी 9400+ प्रोसेसर मिलेगा। रियलमी इस नए 5G फोन को सबसे पहले अपनी होम मार्केट चीन में पेश करेगी, इसके बाद भारत सहित अन्य बाजारों में आएगा। ब्रांड ने रियलमी GT 7 की स्पेसिफिकेशन्स और फीचर्स रिवील कर दिए हैं। फोन को तीन कलर ऑप्शन- ग्राफीन आइस (ब्लू), ग्राफीन स्नो (व्हाइट) और ग्राफीन नाइट (ब्लैक) के साथ पेश किया जाएगा। इसकी कीमत चीन में करीब 3000 युआन (करीब ₹35,400) होगी।
महाराष्ट्र में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर बनाने वाली कंपनी ओला के 121 स्टोर्स बंद होंगे। महाराष्ट्र के ट्रांसपोर्ट विभाग ने लोकल RTO को इन्हें बंद करने के निर्देश दिए हैं। ट्रांसपोर्ट विभाग ने ओला के 146 स्टोर्स की जांच की थी, इनमें 121 से ज्यादा स्टोर्स बिना ट्रेड सर्टिफिकेट के चल रहे थे। दरअसल, पिछले महीने RTO ने महाराष्ट्र में ओला के कई स्टोर्स पर छापेमारी की थी। स्टोर्स पर ट्रेड सर्टिफिकेट नहीं होने के चलते 192 व्हीकल्स को जब्त कर कारण बताओ नोटिस दिए गए थे। ओला के स्टोर्स पर देशभर में RTO कार्रवाई हुई थी। अब तक महाराष्ट्र के अलावा मध्यप्रदेश और राजस्थान के 32 स्टोर्स पर रेड पड़ चुकी है। इसमें 50 से ज्यादा इलेक्ट्रिक गाड़ियों को जब्त किया जा चुका है। ओला इलेक्ट्रिक का शेयर 6 महीने में 34% से ज्यादा गिरा बुधवार को ओला इलेक्ट्रिक शेयर 0.26% की मामूली तेजी के साथ ₹53.02 रुपए पर बंद हुआ। एक महीने में ओला का शेयर 4% से ज्यादा गिरा है। वहीं पिछले एक साल में शेयर 40% से ज्यादा टूटा है। ओला का मार्केट कैपिटल 22.14 हजार करोड़ रुपए है। ओला के स्टोर पर 4 बार हुई रेड दूसरी कंपनियों की शिकायत के बाद कार्रवाई गुरुग्राम की प्रताप सिंह एंड एसोसिएट्स कंपनी ने ओला इलेक्ट्रिक और कुछ अन्य कंपनियों के खिलाफ ट्रेड सर्टिफिकेट नहीं होने की शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के बाद महाराष्ट्र के ट्रांसपोर्ट अधिकारियों ने कार्रवाई की । 95% स्टोर पर नहीं है बेसिक सर्टिफिकेशन ओला इलेक्ट्रिक ने 2022 से अब तक 4,000 स्टोर खोले हैं। इकोनॉमिक टाइम्स रिपोर्ट के मुताबिक, इनमें से लगभग 3,400 शोरूम का ही डेटा उपलब्ध है। 3,400 में से 100 शोरूम ही ऐसे थे, जिनके पास मोटर व्हीकल्स एक्ट के तहत जरूरी ट्रेड सर्टिफिकेट थे। कंपनी के 95% से अधिक स्टोर में अनरजिस्टर्ड टू व्हीलर्स डिस्प्ले करने, बेचने और उनकी टेस्ट राइड ऑफर करने के लिए जरूरी बेसिक सर्टिफिकेशन नहीं हैं। ओला इलेक्ट्रिक ने कहा- रेड की कार्रवाई गलत और पक्षपातपूर्ण रेड की कार्रवाई पर ओला इलेक्ट्रिक के प्रवक्ता ने बताया था कि कोई वाहन जब्त नहीं किया गया है। इससे पहले ओला ने जांच को गलत और पक्षपातपूर्ण बताया था। प्रवक्ता ने कहा था कई राज्यों में ओला के डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर्स और गोदामों में अनरजिस्टर्ड व्हीकल्स की इन्वेंट्री है। ये मोटर व्हीकल एक्ट के दिशानिर्देशों का पूरी तरह से पालन करती है और जरूरी मंजूरियां मौजूद हैं। कंपनी ने स्टोर्स पर रेड को लेकर कोई जानकारी नहीं दी थी।
टू-व्हीलर मेकर कंपनी कावासाकी ने आज (21 अप्रैल) अपनी पॉपुलर स्पोर्ट्स बाइक कावासाकी निंजा 650 का अपडेटेड 2025 मॉडल लॉन्च कर दिया है। मोटरसाइकिल में अब OBD2B एमिशन नॉर्म्स के अनुरूप अपडेटेड इंजन दिया गया है। बाइक में डुअल-चैनल ABS के साथ ट्रेक्शन कंट्रोल सिस्टम मिलता है। इसकी कीमत 7.27 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) है। यह ट्रायम्फ डेटोना 660, यामाहा R15 400 और होंडा CBR650R जैसी मोटरसाइकिल्स को टक्कर देती है। नए अपडेट के साथ बाइक की कीमत में 11,000 रुपए की बढ़ोतरी हुई है। कंपनी इसके 2024 मॉडल के स्टॉक पर 25,000 रुपए की छूट दे रही है। डिजाइन: लाइम ग्रीन शेड के साथ ट्विन LED हेडलाइट्स 2025 कावासाकी निंजा 650 लाइम ग्रीन शेड के साथ आती है, जिसमें व्हाइट, यलो और ब्लैक जैसे कंट्रास्ट शेड शामिल हैं। बाइक अपनी स्पोर्टी स्टाइलिंग के साथ अलग दिखती है, जिसमें अग्रेसिव स्टाइल वाली ट्विन LED हेडलाइट्स, मस्कुलर फ्यूल टैंक, लेयर्ड फेयरिंग, फेयरिंग माउंटेड ORVMs, अंडरबेली एग्जॉस्ट, फ्लश-फिट विंडशील्ड और अपर काउल शामिल हैं। इसके अलावा लेटेस्ट बाइक में LED टेललाइट्स, फैंसी एल्युमीनियम स्विंगआर्म, फेयरिंग में लगे हैलोजन टर्न इंडिकेटर्स, पीछे की तरफ स्टेप्ड सीट, थोड़ा सीधा राइडिंग पोस्चर और न्यूट्रल फुटपेग मिलता है। 2025 कावासाकी निंजा 650 : परफॉर्मेंस मैकेनिकली 2025 कावासाकी निंजा 650 में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इसमें 649cc का 4 स्ट्रोक, पैरेलल-ट्विन, DOHC 8 वॉल्व, लिक्विड कूल्ड इंजन दिया गया है, जो 8000rpm पर 68hp की पावर और 6700rpm पर 48.5Nm का टॉर्क जनरेट करता है। ट्रांसमिशन के लिए इंजन को असिस्ट स्लिपर क्लच के साथ 6-स्पीड गियरबॉक्स के साथ ट्यून किया गया है। कावासाकी निंजा 650 : सस्पेंशन, ब्रेकिंग और फीचर्स बाइक को एक ट्रेलिस फ्रेम पर डिजाइन किया गया है। कंफर्ट राइडिंग के लिए स्पोर्ट्स बाइक में 41mm हाइड्रोलिक टेलिस्कोपिक फ्रंट फोर्क्स और प्री-लोड एडजस्टेबल रियर मोनोशॉक सस्पेंशन दिए गए हैं। ब्रेकिंग के लिए बाइक के फ्रंट में 300mm के पेटल-टाइप डिस्क के साथ 2 पिस्टन कैलिपर्स ब्रेक यूनिट दी गई है। वहीं, रियर में 220mm के पेटल-टाइप डिस्क के साथ सिंगल पिस्टन कैलिपर्स ब्रेक यूनिट मिलती है। बाइक में कावासाकी ट्रैक्शन कंट्रोल के साथ डुअल-चैनल ABS मिलता है। फीचर्स की बात करें, मोटरसाइकिल में TFT कलर डिस्प्ले, LED लाइटिंग, ब्लूटूथ कनेक्टिविटी, ट्रैक्शन कंट्रोल, राइडिंग मोड और डुअल-चैनल ABS जैसे फीचर्स दिए गए हैं।
चाइनीज टेक कंपनी ओप्पो ने आज (21 अप्रैल) भारतीय बाजार में नया 5G स्मार्टफोन ओप्पो K13 लॉन्च कर दिया है। कंपनी ने मिड-रेंज सेगमेंट के इस फोन को 50MP का प्राइमरी कैमरा और 7000mAh की बैटरी के साथ पेश किया है। नए फोन को IP65 वॉटर और डस्ट प्रूफिंग रेटिंग के साथ उतारा गया है। यानी बारिश में भीगने पर भी फोन खराब नहीं होगा। ओप्पो K13 को 8GB रैम के साथ दो स्टोरेज वैरिएंट्स 128GB और 256GB के साथ लॉन्च किया गया है। इसकी शुरुआती कीमत 17,999 रुपए है। फोन 25 अप्रैल से ऑनलाइन और ऑफलाइन रिटेल स्टोर्स पर आइस पर्पल और प्रिज्म ब्लैक कलर में अवेलेबल होगा। HDFC, SBI और ICICI बैंक यूजर्स को 1,000 का डिस्काउंट भी मिलेगा। ओप्पो K13 5G: स्पेसिफिकेशन्स
Airtel की स्पैम के खिलाफ लड़ाई तेज, यूजर्स का बड़ा फायदा
भारती एयरटेल (Airtel) ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) संचालित स्पैम डिटेक्शन टूल के ज़रिए 27.5 अरब कॉल को स्पैम के रूप में चिन्हित करने के बाद अब इस तकनीक को और मजबूत करते हुए दो नई सुविधाएं लॉन्च की हैं, जिनमें अंतरराष्ट्रीय कॉल और एसएमएस तक स्पैम ...
टेक कंपनी आईटेल ने बजट सेगमेंट में नया 5G स्मार्टफोन A95 लॉन्च कर दिया है। कंपनी ने इसे AI असिस्टेंस Aivana के साथ पेश किया है। इससे आप ग्रामर चेक, टेक्स्ट जनरेशन, कॉन्टेंट डिस्कवरी और ऑब्जेक्ट रिकग्निशन जैसे टास्क कर सकते हैं। कंपनी ने इसे दो वैरिएंट में पेश किया है। 4GB रैम वाले वैरिएंट की कीमत 9,599 रुपए और 6GB रैम वाले वैरिएंट की कीमत 9,999 रुपए है। ये AI फीचर वाला ये सबसे सस्ता फोन है। ये फोन IP54 रेटिंग के साथ आया है। यानी, पानी में भीगने पर भी इसे कुछ नहीं होगा और अगर फोन के गिरने पर इसकी स्क्रीन डेमेज भी होती है, तो कंपनी फ्री में स्क्रीन रिप्लेस करके देगी। ऊपर वीडियो में देखें फोन का रिव्यू...