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दुनिया के सबसे ताकतवर रॉकेट का 9वां टेस्ट कल:लैंडिंग के दौरान एक इंजन जानबूझकर बंद किया जाएगा; पिछले दो टेस्ट फेल हो गए थे

दुनिया के सबसे ताकतवर रॉकेट स्टारशिप का 9वां टेस्ट भारतीय समय के अनुसार कल यानी, 28 मई को सुबह 5 बजे होगा। रॉकेट की लॉन्चिंग टैक्सास के बोका चिका से की जाएगी। इस टेस्ट में पहली बार 7वें टेस्ट में इस्तेमाल किए गए बूस्टर का दोबारा उपयोग होगा। इससे पहले 8वें टेस्ट में बूस्टर लैंड हो गया था, लेकिन शिप आसमान में ही ब्लास्ट हो गई थी। दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी इलॉन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने इस रॉकेट को बनाया है। स्टारशिप स्पेसक्राफ्ट (ऊपरी हिस्सा) और सुपर हैवी बूस्टर (निचला हिस्सा) को कलेक्टिवली 'स्टारशिप' कहा जाता है। इस व्हीकल की ऊंचाई 403 फीट है। ये पूरी तरह से रीयूजेबल है। इस टेस्ट में लॉन्च इंफ्रास्ट्रक्चर की सुरक्षा के लिए बूस्टर को वापस लॉन्चपैड पर नहीं लाया जाएगा। इसकी गल्फ ऑफ अमेरिका में हार्ड लैंडिंग होगी। पूरा टेस्ट 1.06 घंटे का होगा। मिशन का उद्देश्य: कमियों को दूर करना और जरूरी एक्सपेरिमेंट सातवां टेस्ट: बूस्टर लॉन्चपैड पर वापस आया; लेकिन स्पेसक्राफ्ट आसमान में ही ब्लास्ट हुआ 17 जनवरी 2025 को भी स्टारशिप का सातवां टेस्ट पूरी तरह से कामयाब नहीं रहा था। लॉन्चिंग के 8 मिनट बाद बूस्टर (निचला हिस्सा) अलग होकर वापस लॉन्च पैड पर आ गया था, लेकिन शिप (ऊपरी हिस्सा) में ऑक्सीजन लीक से ब्लास्ट हो गया था। छठा टेस्ट: लॉन्चपैड पर उतरने में दिक्कत दिखी तो पानी पर लैंड कराया, ट्रम्प भी मौजूद रहे स्टारशिप का छठा टेस्ट 20 नवंबर 2024 को सुबह 03:30 बजे किया गया था। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भी टेस्ट देखने के लिए स्टारबेस पहुंचे थे। इस टेस्ट में बूस्टर को लॉन्च करने के बाद वापस लॉन्चपैड पर कैच किया जाना था, लेकिन सभी पैरामीटर ठीक नहीं होने के कारण इसे पानी में लैंड कराने का फैसला लिया गया। स्टारशिप के इंजन को स्पेस में फिर से चालू किया गया। इसके बाद हिंद महासागर में लैंडिंग हुई। पांचवां टेस्ट: पहली बार बूस्टर को लॉन्चपैड पर कैच किया था स्टारशिप का पांचवां टेस्ट 13 अक्टूबर 2024 को किया गया था। इस टेस्ट में पृथ्वी से 96 Km ऊपर भेजे गए सुपर हैवी बूस्टर को लॉन्चपैड पर वापस लाया गया, जिसे मैकेजिला ने पकड़ा। मैकेजिला दो मेटल आर्म हैं जो चॉपस्टिक्स की तरह दिखाई देती हैं। वहीं स्टारशिप की पृथ्वी के वायुमंडल में री-एंट्री कराकर हिंद महासागर में कंट्रोल्ड लैंडिंग कराई गई। स्टारशिप ने जब पृथ्वी के वातावरण में एंट्री की तब उसकी रफ्तार 26,000 किलोमीटर प्रति घंटे थी और तापमान 1,430C तक पहुंच गया था। चौथा टेस्ट: स्टारशिप को स्पेस में ले जाया गया, फिर पानी में लैंडिंग हुई स्टारशिप का चौथा टेस्ट 6 जून 2024 को हुआ था, जो सक्सेसफुल रहा था। 1.05 घंटे के इस मिशन को बोका चिका से शाम 6.20 बजे लॉन्च किया गया था। इसमें स्टारशिप को स्पेस में ले जाया गया, फिर पृथ्वी पर वापस लाकर पानी पर लैंड कराया गया। टेस्ट का मेन गोल यह देखना था कि स्टारशिप पृथ्वी के वातावरण में एंट्री के दौरान सर्वाइव कर पाता है या नहीं। टेस्ट के बाद कंपनी के मालिक इलॉन मस्क ने कहा था, 'कई टाइल्स के नुकसान और एक डैमेज्ड फ्लैप के बावजूद स्टारशिप ने समुद्र में सॉफ्ट लैंडिंग की।' तीसरा टेस्ट: रीएंट्री के बाद स्टारशिप से संपर्क टूटा था ये टेस्ट 14 मार्च 2024 को हुआ था। स्पेसएक्स ने बताया था कि स्टारशिप रीएंट्री के दौरान सर्वाइव नहीं कर पाया, लेकिन उसने उड़ान के दौरान कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल कीं। वहीं इलॉन मस्क ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इस साल आधा दर्जन स्टारशिप उड़ान भरेंगे। दूसरा टेस्ट: स्टेज सेपरेशन के बाद खराबी आ गई थी स्टारशिप का दूसरा टेस्ट 18 नवंबर 2023 को शाम करीब 6:30 बजे किया गया था। लॉन्चिंग के करीब 2.4 मिनट बाद सुपर हैवी बूस्टर और स्टारशिप का सेपरेशन हुआ। बूस्टर को वापस पृथ्वी पर लैंड होना था, लेकिन 3.2 मिनट बाद 90 Km ऊपर यह फट गया। वहीं स्टारशिप तय प्लान के अनुसार आगे बढ़ गया। करीब 8 मिनट बाद पृथ्वी से 148 Km ऊपर स्टारशिप में भी खराबी आ गई, जिस कारण उसे नष्ट करना पड़ा। फ्लाइट टर्मिनेशन सिस्टम के जरिए इसे नष्ट किया गया था। दूसरे टेस्ट में रॉकेट और स्टारशिप को अलग करने के लिए पहली बार हॉट स्टैगिंग प्रोसेस का इस्तेमाल किया गया था, जो पूरी तरह सक्सेसफुल रही थी। सभी 33 रैप्टर इंजनों ने भी लॉन्च से सेपरेशन तक ठीक से फायर किया था। पहला टेस्ट: लॉन्चिंग के 4 मिनट बाद विस्फोट हो गया था 20 अप्रैल 2023 को स्टारशिप का पहला ऑर्बिटल टेस्ट किया गया था। इस टेस्ट में बूस्टर 7 और शिप 24 को लॉन्च किया गया था। उड़ान भरने के 4 मिनट बाद ही मेक्सिको की खाड़ी के पास 30 किलोमीटर ऊपर स्टारशिप में विस्फोट हो गया था। स्टारशिप के फेल होने के बाद भी इलॉनमस्क और एम्प्लॉइज खुशी मना रहे थे। ऐसा इसलिए क्योंकि रॉकेट का लॉन्च पैड से उड़ना ही बड़ी सफलता थी। मस्क ने लॉन्चिंग से दो दिन पहले कहा था- सफलता शायद मिले, लेकिन एक्साइटमेंट की गारंटी है। स्पेसएक्स ने कहा था- सेपरेशन स्टेज से पहले ही इसका एक हिस्सा अचानक अलग हो गया, जबकि यह तय नहीं था। इस तरह के एक टेस्ट के साथ हम जो सीखते हैं, उससे सफलता मिलती है। आज का टेस्ट हमें स्टारशिप की रिलायबिलिटी में सुधार करने में मदद करेगा। टीमें डेटा को रिव्यू करना जारी रखेंगीं और अगले फ्लाइट टेस्ट की दिशा में काम करेंगीं। स्टारशिप सिस्टम स्टारशिप क्या-क्या कर सकता है? स्टारशिप इंसानों को मंगल पर पहुंचाएगा ये लॉन्चिंग इसलिए अहम है, क्योंकि ये स्पेसशिप ही इंसानों को इंटरप्लेनेटरी बनाएगा। यानी इसकी मदद से पहली बार कोई इंसान पृथ्वी के अलावा किसी दूसरे ग्रह पर कदम रखेगा। मस्क 2029 तक इंसानों को मंगल ग्रह पर पहुंचाकर वहां कॉलोनी बसाना चाहते हैं। स्पेसशिप इंसानों को दुनिया के किसी भी कोने में एक घंटे से कम समय में पहुंचाने में भी सक्षम होगा। मंगल ग्रह पर कॉलोनी बसाने की क्या जरूरत? मंगल ग्रह पर कॉलोनी बसाने की जरूरत पर इलॉनमस्क कहते हैं- 'पृथ्वी पर एक लाइफ एंडिंग इवेंट मानवता के अंत का कारण बन सकता है, लेकिन अगर हम मंगल ग्रह पर अपना बेस बना लेंगे तो मानवता वहां जीवित रह सकती है।' करोड़ों साल पहले पृथ्वी पर डायनासोर का भी अंत एक लाइफ एंडिंग इवेंट के कारण ही हुआ था। वहीं, प्रोफेसर स्टीफन हॉकिंग ने भी 2017 में कहा था कि अगर इंसानों को सर्वाइव करना है तो उन्हें 100 साल के भीतर विस्तार करना होगा। आर्टेमिस प्रोग्राम का हिस्सा है स्टारशिप स्पेसक्राफ्ट इस मिशन का सक्सेसफुल होना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि स्टारशिप स्पेसक्राफ्ट नासा के आर्टेमिस प्रोग्राम का हिस्सा है। इसके जरिए 5 दशक बाद चंद्रमा पर मनुष्यों की वापसी होगी। स्टारशिप चंद्रमा पर मिशन के अंतिम चरण को पूरा करेगा। एस्ट्रोनॉट को स्पेसक्राट से लूनर ऑर्बिट तक ले जाएगा और चंद्रमा पर लैंडिंग भी कराएगा।

दैनिक भास्कर 27 May 2025 2:59 pm

नीति आयोग के सदस्य बोले–भारत चौथी बड़ी इकोनॉमी नहीं बना:इनकम टैक्स रिटर्न फाइलिंग जून के पहले हफ्ते से शुरू हो सकती है, फॉक्सवैगन गोल्फ GTI लॉन्च

कल की बड़ी खबर भारत की इकोनॉमी से जुड़ी रही। नीति आयोग के सदस्य अरविंद विरमानी ने न्यूज एजेंसी PTI से भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर नया दावा किया है। विरमानी ने कहा है कि भारत इस साल तक दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा और जापान से आगे निकल जाएगा। नीति आयोग के CEO बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने 24 मई को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी इकोनॉमी बन गया है। वहीं, इनकम टैक्स रिटर्न यानी ITR फाइलिंग की प्रोसेस जून के पहले हफ्ते से शुरू हो सकती है। आम तौर पर ये 1 अप्रैल से शुरू हो जाती है, लेकिन इस साल इसमें देरी हो रही है। देरी की वजह आईटीआर फॉर्म के लिए जरूरी ऑनलाइन टूल्स उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। कल की बड़ी खबरों से पहले आज की सुर्खियां, जिन पर रहेगी नजर... अब कल की बड़ी खबरें पढ़ें... 1. नीति आयोग के सदस्य बोले–भारत चौथी बड़ी इकोनॉमी नहीं बना: साल के अंत तक बन सकता है; CEO ने कहा था- मुकाम हासिल किया नीति आयोग के सदस्य अरविंद विरमानी ने न्यूज एजेंसी PTI से भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर नया दावा किया है। विरमानी ने कहा है कि भारत इस साल तक दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा और जापान से आगे निकल जाएगा। भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी इकोनॉमी बनने की ओर अग्रसर है। मुझे व्यक्तिगत रूप से भरोसा है कि ऐसा 2025 के अंत तक हो जाएगा। इस बात को पुख्ता तरीके से रखने के लिए हमें 12 महीने का डेटा देखना होगा। तब तक यह पूर्वानुमान रहेगा। वहीं, नीति आयोग के CEO बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने 24 मई को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी इकोनॉमी बन गया है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें... 2. जून के पहले हफ्ते से शुरू हो सकती है ITR-फाइलिंग: आम तौर पर 1 अप्रैल को शुरू होती है प्रोसेस, क्या अंतिम तारीख बढ़ेगी? इनकम टैक्स रिटर्न यानी ITR फाइलिंग की प्रोसेस जून के पहले हफ्ते से शुरू हो सकती है। आम तौर पर ये 1 अप्रैल से शुरू हो जाती है, लेकिन इस साल इसमें देरी हो रही है। देरी की वजह आईटीआर फॉर्म के लिए जरूरी ऑनलाइन टूल्स उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें... 3. भारत अर्थव्यवस्था में जापान से आगे, लेकिन कमाई 12-गुना कम: आम लोगों के लिए क्या बेहतर, बड़ी इकोनॉमी या प्रति व्यक्ति आय? समझें पूरा गणित इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड यानी IMF के डेटा के अनुसार जापान को पीछे छोड़कर भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है, लेकिन प्रति व्यक्ति आय के मामले में भारत अभी काफी पीछे है। जापान की तुलना में देश की आय 12 गुना कम है। ऐसे में कई लोगों के मन में सवाल है कि चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था बनना हमारे देश और आम लोगों के लिए बेहतर है या प्रति व्यक्ति आय बेहतर होना। यह समझने के लिए दोनों के प्रभावों की तुलना जरूरी है, क्योंकि ये दोनों ही अलग-अलग इकोनॉमिक इंडिकेटर हैं। इनका आम लोगों पर अलग-अलग असर होता है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें... 4. HDFC बैंक में FD कराने पर अब कम ब्याज मिलेगा: 1 साल की FD पर 6.50% ब्याज, यहां देखें नई इंटरेस्ट रेट्स स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के बाद अब HDFC बैंक ने भी फिक्स्ड डिपॉजिट यानी FD की ब्याज दरों में की कटौती की है। नई ब्याज दरों के अनुसार अब 1 साल के लिए FD पर सामान्य नागरिकों को 6.50% की दर से ब्याज मिलेगा। वहीं 2 साल की FD पर सालाना 6.70%, 3 साल की FD पर 6.55% और 5 साल की FD पर 6.30% ब्याज मिलेगा। वरिष्ठ नागरिकों को बैंक 7.35% तक का ब्याज दे रहा है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें... 5. फॉक्सवैगन की गोल्फ GTI प्रीमियम हैचबैक लॉन्च: 5.9 सेकेंड में 0 से 100 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार पकड़ेगी, ₹53 लाख एक्स शोरूम कीमत फॉक्सवैगन ने भारत में आज यानी 26 मई को फॉक्सवैगन गोल्फ GTI Mk 8.5 को लॉन्च कर दिया है। भारतीय मार्केट में इसे 53 लाख रुपए की एक्स शोरूम कीमत पर लॉन्च किया। ये कार अब फॉक्सवैगन कंपनी की देश में सबसे महंगी कार बन गई है। इसके फ्रंट में मैट्रिक्स एलईडी हेडलाइट्स दी हुई हैं। बम्पर को स्टैंडर्ड गोल्फ की तुलना में थोड़ा स्पोर्टी डिजाइन दिया गया है। इसके दोनों ओर X-शेप की एलईडी फॉग लाइट दी गई है। नोज पर एक स्लीक लाल पट्टी चलती है, और ग्रिल पर एक GTI की बैजिंग दी गई है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें... 6. आईक्यू का गेमिंग स्मार्टफोन नियो 10 लॉन्च: AI फीचर्स के साथ स्नैपड्रैगन 8s जेन 4 प्रोसेसर, शुरुआती कीमत ₹31,999 गेमिंग फोन बनाने वाली टेक कंपनी आईक्यू ने आज (26 मई) भारतीय बाजार में अपना नया पावरफुल स्मार्टफोन आईक्यू नियो 10 लॉन्च कर दिया है। ये 16GB रैम के साथ स्नैपड्रैगन 8s जेन 4 प्रोसेसर से लैस है। इस प्रोसेसर के साथ आने वाला ये भारत में पहले फोन है। यह एक गेमिंग फोन है, जिमसे आप 144FPS पर गेमिंग कर सकते हैं। इसके अलावा, फोन में कई AI फीचर्स भी दिए गए हैं। आइकू नियो 10 को भारत में 4 वैरिएंट्स में पेश किया गया है। इसकी कीमत 31,999 रुपए से शुरू होकर 40,999 रुपए तक जाती है। 3 जून से इसकी सेल कंपनी की वेबसाइट और अमेजन पर शुरू होगी। शुरुआती सेल में कंपनी सभी वैरिएंट्स पर 2000 रुपए का डिस्काउंट मिलेगा। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें... अब आपके जरूरत की खबर पढ़ें FD से हर महीने कर सकते हैं कमाई: अभी 6-7% के करीब ब्याज मिल रहा, कम ब्याज पर लोन की भी सुविधा; 7 फायदे FD की सबसे बड़ी खासियत है कि इसमें एक निश्चित रिटर्न मिलता है और आपका पैसा भी सुरक्षित रहता है। लेकिन FD में निवेश करने के कई और फायदे भी हैं। FD कराकर आप अपने लिए हर महीने कमाई का भी इंतजाम कर सकते हैं। FD में आपका पैसा सेफ रहेगा। यहां जमा राशि पर 5 लाख रुपए तक की बीमा सुविधा मिलती है। इसका मतलब यह हुआ है कि अगर किसी कंडीशन में बैंक डिफॉल्ट कर जाए या बंद हो जाए तो आपके 5 लाख रुपए पर सरकार की गारंटी होगी। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें... कल दुनिया के टॉप-10 सबसे अमीर कौन रहे यह भी देख लीजिए... कल के शेयर मार्केट और सोने-चांदी का हाल जान लीजिए... पेट्रोल-डीजल और गैस सिलेंडर की लेटेस्ट कीमत जान लीजिए...

दैनिक भास्कर 27 May 2025 5:00 am

जियो के गेमिंग के लिए 5 नए डेटा प्लान लॉन्च:10mb हाई स्पीड डेटा मिलेगा, सीधे क्लाउड से फ्री गेम्स खेल सकेंगे, कीमत ₹48 से शुरू

रिलायंस जियो ने बिना डेटा वाले प्लान लॉन्च करने के बाद अब गेमिंग के शोकीन प्रीपेड यूजर्स के लिए 5 नए प्रीपेड प्लान्स पेश किए हैं। जियो की वेबसाइट पर लिस्टेड इन प्लान्स की कीमत 48, 98, 298, 495 और 545 रुपए हैं। इन हाई स्पीड डेटा प्लान्स का फायदा उन यूजर्स को होगा, जो बिना गेम डाउनलोड किए सीधे क्लाउड के जरिए गेम खेलना चाहते हैं। क्योंकि, इन प्लान्स के साथ यूजर्स को जियो गेम्स क्लाउड का फ्री एक्सेस भी मिलेगा। जियो गेम्स क्लाउड की प्रो पास की कीमत ₹398 है और इसकी वैलिडिटी 28 दिन की होती है। लेकिन, इन नए प्लान्स के साथ यूजर्स को यह सर्विस फ्री मिलेगी। बता दें कि, जियो गेम्स क्लाउड रिलायंस की क्लाउड गेमिंग सर्विस है, जो यूजर्स को PC, जियो सेट-टॉप बॉक्स और स्मार्टफोन पर प्रीमियम गेम्स खेलने की सुविधा देती है। 495 रुपए वाले प्लान में 1.5GB हाई-स्पीड डेटा भारत में इंटरनेट डेटा की खपत बढ़ी, गांवों में सबसे ज्यादा डिमांडTRAI की मार्च-2025 रिपोर्ट के अनुसार, भारत में इंटरनेट और मोबाइल डेटा की खपत लगातार तेज़ी से बढ़ रही है। खासतौर पर गांवों और छोटे कस्बों में मोबाइल और 5G फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस (FWA) सर्विस की डिमांड में बड़ी है। TRAI के मुताबिक, भारत में वायरलेस सब्सक्राइबर बेस यूजर्स की संख्या 116.03 करोड़ से बढ़कर 116,37 करोड़ हो गई है। इसमें मोबाइल और 5G फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस (FWA) सर्विस दोनों कनेक्शन शामिल हैं। सिर्फ मोबाइल यूजर्स की संख्या फरवरी के 115.40 करोड़ से बढ़कर मार्च में 115.69 करोड़ हो गई है। वहीं, 5G FWA सब्सक्राइबर संख्या बढ़कर 68 लाख हो गई, जिसमें सबसे बड़ा योगदान जियो का रहा है। रिपोर्ट बताती है कि जहां शहरी इलाकों में वायरलेस सब्सक्रिप्शन 627.94 मिलियन से 628.31 मिलियन तक बढ़ा, जबकि ग्रामीण इलाकों में यह संख्या 526.11 मिलियन से 528.68 मिलियन पहुंच गई।

दैनिक भास्कर 26 May 2025 9:48 pm

फॉक्सवैगन की गोल्फ GTI प्रीमियम हैचबैक लॉन्च:5.9 सेकेंड में 0 से 100 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार पकड़ेगी, ₹53 लाख एक्स शोरूम कीमत

फॉक्सवैगन ने भारत में आज यानी 26 मई को फॉक्सवैगन गोल्फ GTI Mk 8.5 को लॉन्च कर दिया है। भारतीय मार्केट में इसे 53 लाख रुपए की एक्स शोरूम कीमत पर लॉन्च किया। ये कार अब फॉक्सवैगन कंपनी की देश में सबसे महंगी कार बन गई है। इसके फ्रंट में मैट्रिक्स एलईडी हेडलाइट्स दी हुई हैं। बम्पर को स्टैंडर्ड गोल्फ की तुलना में थोड़ा स्पोर्टी डिजाइन दिया गया है। इसके दोनों ओर X-शेप की एलईडी फॉग लाइट दी गई है। नोज पर एक स्लीक लाल पट्टी चलती है, और ग्रिल पर एक GTI की बैजिंग दी गई है। इसमें मिलेगा 2.0 लीटर इंजनइस कार में कंपनी ने 2.0 लीटर की क्षमता का फोर सिलेंडर, टर्बो-पेट्रोल इंजन का इस्तेमाल किया है। जो 265hp की पावर और 370Nm का टॉर्क जेनरेट करता है। इस हैचबैक कार के इंजन को 7-स्पीड डुअल-क्लच ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन गियरबॉक्स से जोड़ा गया है। कंपनी का दावा है कि ये कार महज 5.9 सेकेंड में 0 से 100 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार पकड़ लेगी। मिलेंगे 4 कलर ऑप्शनफॉक्सवैगन की इस हैचबैक कार में कंपनी ने 18-इंच के डुअल-टोन अलॉय व्हील्स दिए हैं। इसमें रेड ब्रेक कैलीपर्स भी दिए गए हैं जो इसे स्पोर्टी टच देते हैं। कंपनी ने इस कार को कुल चार कलर ऑप्शन में पेश किया है। जिसमें ग्रेनेडिला ब्लैक, किंग्स रेड, मूनस्टोन ग्रे और ओरिक्स व्हाइट शामिल हैं। मिलेगी 12.9-इंच टचस्क्रीन की टचस्क्रीनइसमें डिस्प्ले पेयर में 12.9-इंच टचस्क्रीन और 10.25-इंच डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर दिया गया है। इसमें सनरूफ, वायरलेस चार्जर, थ्री-ज़ोन क्लाइमेट कंट्रोल, पैडल शिफ्टर्स, 30-कलर एम्बिएंट लाइटिंग और हीटेड फ्रंट सीट्स जैसी सुविधा भी मिलती है। कार में मिलेंगे 7 एयरबैगफॉक्सवैगन गोल्फ GIT Mk 8.5 में 7 एयरबैग, एक रियर-व्यू कैमरा, टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम, और लेवल-2 एडवांस ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) जैसे सेफ्टी फीचर्स दिए गए हैं। जिसमें ऑटो इमरजेंसी ब्रेकिंग, लेन-चेंज असिस्ट और रियर ट्रैफिक अलर्ट जैसी सुविधाएं मिलती हैं।

दैनिक भास्कर 26 May 2025 5:11 pm

आईक्यू का गेमिंग स्मार्टफोन नियो 10 लॉन्च:AI फीचर्स के साथ स्नैपड्रैगन 8s जेन 4 प्रोसेसर, शुरुआती कीमत ₹31,999

गेमिंग फोन बनाने वाली टेक कंपनी आईक्यू ने आज (26 मई) भारतीय बाजार में अपना नया पावरफुल स्मार्टफोन आईक्यू नियो 10 लॉन्च कर दिया है। ये 16GB रैम के साथ स्नैपड्रैगन 8s जेन 4 प्रोसेसर से लैस है। यह एक गेमिंग फोन है, जिमसे आप 144FPS पर गेमिंग कर सकते हैं। इसके अलावा, फोन में कई AI फीचर्स भी दिए गए हैं। आइकू नियो 10 को भारत में 4 वैरिएंट्स में पेश किया गया है। इसकी कीमत 31,999 रुपए से शुरू होकर 40,999 रुपए तक जाती है। 3 जून से इसकी सेल कंपनी की वेबसाइट और अमेजन पर शुरू होगी। शुरुआती सेल में कंपनी सभी वैरिएंट्स पर 2000 रुपए का डिस्काउंट मिलेगा। आईक्यू नियो 10: डिजाइन, बटन और पोर्ट्स आईक्यू नियो 10 पॉलीकार्बोनेट बॉडी पर बना है, जो सिर्फ 8.09mm पतला है। वहीं, इस 5G फोन का वजन 206 ग्राम है। मोबाइल IP65 सर्टिफाइड है। यानी इसे हल्की-फुल्की बारिश में इस्तेमाल करने पर कुछ नहीं होगा। हालांकि 30 हजार रुपए के बजट में आजकल IP68 और IP69 रेटिंग फोन बाजार में अवेलेबल हैं। फोन के बैक पैनल पर वर्टिकल पिल-शेप में कैमरा मॉड्यूल दिया गया है। इसमें LED फ्लैश लाइट के साथ दो कैमरा लैंस मिलेंगे। यह डिजाइन आईक्यू नियो 9 से थोड़ा बदला हुआ है, जो ज्यादा मॉडर्न और स्लीक लुक देता है। फोन दो कलर ऑप्शन- इन्फर्नो लाल और टाइटेनियम क्रोम के साथ आएगा। फोन 162.92mm लंबा और 75.40mm चौड़ा है। फ्रंट में 1.5mm पतले और पेरलल बेजल्स हैं, जो इंडस्ट्री में सबसे पतले माने जाते हैं। ऊपर सेंटर में पंच-होल कटआउट सेल्फी कैमरे दिया गया है। नीचे की ओर अल्ट्रासोनिक इन-डिस्प्ले फिंगरप्रिंट सेंसर है, जो फास्ट और सिक्योर अनलॉकिंग देता है। बटन और पोर्ट्स की बात करें तो फोन के साइड में वॉल्यूम रॉकर और पावर बटन दिए गए हैं। नीचे की ओर USB टाइप-C 2.0 पोर्ट के साथ सिम ट्रे दिया गया है। यहां डुअल नैनो-सिम लगा सकते हैं, लेकिन यहां 3.5mm जैक नहीं दिया गया है।

दैनिक भास्कर 26 May 2025 4:52 pm

30,000 रुपए से कम कीमत वाले टॉप-5 कैमरा फोन:इनसे 4K वीडियो रिकॉर्डिंग कर सकेंगे, प्रोफेशनल वीडियो बनाने के लिए स्टेबलाइजेशन जैसे फीचर्स भी

अगर आप सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के लिए वीडियो कॉन्टेंट बनाना शुरू करना चाहते हैं और आपका बजट कम है और आप 30 हजार रुपए के अंदर एक कैमरा फोन तलाश रहे हैं तो ये खबर आपके काम की है। हम यहां आपको 5 बजट फ्रैंडली स्मार्टफोन के बारे में बता रहे हैं, जो ऑप्टिकल इमेज स्टेबलाइजेशन (OIS) और इलेक्ट्रॉनिक इमेज स्टेबलाइजेशन (EIS) के साथ 4K वीडियो रिकॉर्डिंग सपोर्ट करते हैं। ये फीचर्स सिनेमैटिक वीडियो बनाने के लिए वीडियो की क्वालिटी, स्टोरीटेलिंग और प्रोफेशनल लुक को बढ़ाते हैं। इसके अलावा, लो-लाइट परफॉर्मेंस, सिनेमैटिक मोड्स और AI-बेस्ड फीचर्स के साथ व्लॉगिंग, रील्स और शॉर्ट वीडियो के लिए भी परफेक्ट हैं।

दैनिक भास्कर 24 May 2025 8:42 pm

स्टारलिंक भारत में ₹840 में अनलिमिटेड डेटा देगा:IN-SPACe की मंजूरी का इंतजार; महंगे स्पेक्ट्रम से मस्क की कंपनी को दिक्कत नहीं

भारत के लोगों को जल्द ही सैटेलाइट इंटरनेट मिलने वाला है। इलॉन मस्क की स्टारलिंक समेत कई सैटेलाइट कम्यूनिकेशंस फर्म्स से कुछ दिनों के भीतर ही भारत में अपनी सर्विसेज शुरू करने की उम्मीद है। द इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, यह कंपनियां मंथली 10 डॉलर यानी लगभग 840 रुपए से कम कीमत वाले प्रमोशनल अनलिमिटेड डेटा प्लान जारी करेंगी। हालांकि, स्टारलिंक को भारत में सर्विसेज शुरू करने के लिए IN-SPACe से अप्रूवल मिलने का इंतजार है। स्टारलिंक समेत सैटेलाइट कम्यूनिकेशंस कंपनियों का टारगेट अपने यूजर बेस को तेजी से बढ़ाना है। यह मिड-टू-लॉन्ग टर्म में 10 मिलियन यानी 1 करोड़ कस्मटर तक पहुंच सकता है। इससे कंपनियों को भारी स्पेक्ट्रम कॉस्ट की भरपाई करने में मदद मिलेगी। स्पेक्ट्रम महंगा, लेकिन स्टारलिंक को दिक्कत नहीं टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (Trai) ने सैटेलाइट कम्यूनिकेशंस कंपनियों से शहरी यूजर्स के लिए मंथली चार्ज ₹500 रखने की सिफारिश की है। जिससे सैटेलाइट कम्यूनिकेशंस स्पेक्ट्रम ट्रेडिशनल टेरेस्टेरियल सर्विसेज की तुलना में ज्यादा महंगा हो जाता है। रिपोर्ट्स के अनुसार, एक्सपर्ट्स का मानना ​​है कि प्रीमियम प्राइसिंग के चलते स्टारलिंक जैसी फाइनेंशियली स्ट्रांग कंपनियों को भारत के शहरी मार्केट में दूसरी कंपनियों के साथ कॉम्पिटिशन करने में कोई दिक्कत नहीं होगी। कंपनियों से कम कीमत पर प्लान्स लॉन्च करने की उम्मीद ग्लोबल TMT कंसल्टिंग फर्म एनालिसिस मेसन के पार्टनर अश्विंदर सेठी ने कहा, 'हाई स्पेक्ट्रम फीस और लाइसेंस फीस के बावजूद स्टारलिंक समेत सैटकॉम कंपनियों से भारत में कम कीमत पर प्लान्स लॉन्च करने की उम्मीद है। यह कंपनियां 10 डॉलर से कम कीमत पर अपने सैटेलाइट डेटा प्लान्स लॉन्च कर सकती हैं। ऐसा इसलिए ताकी कंपनियों को अच्छा रिस्पांस मिल सके और बड़े कस्मर बेस से उनकी फिक्स्ड कॉस्ट (शुरुआती कैपेक्स) में सुधार हो सके।' कंपनियों से रेवेन्यू शेयर और लाइसेंस फीस वसूलता है ट्राई कंपनियों के लिए कैपेसिटी एक चुनौती साबित होगी: IIFL IIFL रिसर्च के अनुसार, स्टारलिंक की 7,000 सैटेलाइट का मौजूदा ग्रुप ग्लोबल लेवल पर लगभग 4 मिलियन यूजर्स को सर्विस प्रोवाइड करता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर 18,000 सैटेलाइट्स हों, तो भी स्टारलिंक वित्त-वर्ष 2030 तक सिर्फ 1.5 मिलियन भारतीय कस्टमर्स को ही सर्विसेज प्रोवाइड करने में सक्षम होगा। IIFL रिसर्च ने कहा, 'कस्टमर की संख्या बढ़ाने के मामले में कैपेसिटी यानी क्षमता की कमी एक चुनौती साबित हो सकती है। यह ग्राहक को जोड़ने के लिए कम कीमत के टूल्स की इफेक्टिवनेस को भी कम कर सकता है। रिपोर्ट में बताया गया है कि स्टारलिंक ने पहले भी अमेरिका और अफ्रीका के कुछ हिस्सों में इसी तरह की कैपेसिटी लिमिट्स के कारण ग्राहकों को जोड़ना बंद कर दिया था।' सैटेलाइट ब्रॉडबैंड भारत में होम ब्रॉडबैंड की तुलना में महंगा IIFL के एनालिसिस में कहा गया है कि किसी भी समय भारत को कवर करने वाली सैटेलाइट्स की हिस्सेदारी टोटल ग्लोबल सैटेलाइट काउंट का सिर्फ 0.7-0.8% होगी, जो मोटे तौर पर देश के टोटल लैंड एरिया के प्रोपोर्शनल है। वर्तमान में सैटेलाइट-बेस्ड ब्रॉडबैंड भारत में ट्रेडिशनल होम ब्रॉडबैंड सर्विसेज की तुलना में काफी महंगा है। JM फाइनेंशियल ने बताया कि सैटकॉम ब्रॉडबैंड की लागत स्टैंडर्ड होम इंटरनेट प्लान्स की तुलना में 7 से 18 गुना ज्यादा है। स्टारलिंक को IN-SPACe की मंजूरी का इंतजार सैटेलाइट्स से आप तक कैसे पहुंचेगा इंटरनेट?

दैनिक भास्कर 24 May 2025 4:35 pm

लावा का सस्ता 5G स्मार्टफोन शार्क लॉन्च:5000mAh बैटरी के साथ 13 मेगापिक्सल कैमरा, कीमत ₹7,999

भारतीय मोबाइल कंपनी लावा इंटरनेशनल ने आज (23 मई) भारत में नया स्मार्टफोन लावा शार्क 5G स्मार्टफोन लॉन्च किया है। कंपनी ने इसे 4GB रैम + 64GB स्टोरेज वाले सिंगल वैरिएंट के साथ पेश किया है। इसकी कीमत 7,999 रुपए रखी है। मोबाइल की सेल आज से ही शुरू हो गई है और कंपनी अपने यूजर्स को फोन के साथ 1 साल की फ्री ​सर्विस एट होम वारंटी दे रही है। फोन स्टेलर गोल्ड और स्टेलर ब्लू कलर में अवेलेबल है। लावा शार्क 5G : स्पेसिफिकेशन्स डिस्प्ले: लावा शार्क 5G में 1612 720 पिक्सल रेजोल्यूशन वाला 6.75-इंच का HD+ स्क्रीन दी गई है। यह ‘यू’ शेप वॉटरड्रॉप नॉच स्टाइल वाली डिस्प्ले LCD पैनल पर बनी है और 90हर्ट्ज रिफ्रेश रेट पर काम करती है। परफॉर्मेंस: फोन में परफॉर्मेंस के लिए यूनिसोक का T765 ऑक्टा-कोर प्रोसेसर दिया गया है। यह 6Nm फेब्रिकेशन्स पर बना मोबाइल CPU है। वहीं ग्राफिक्स के लिए फोन Mali-G57 MC2 GPU सपोर्ट करता है। फोन लेटेस्ट एंड्रॉयड 15 ऑपरेटिंग​ सिस्टम पर काम करता है। मेमोरी: मोबाइल में 4GB की LPDDR4x फिजिकल रैम के साथ 4GB वचुर्अल रैम मिलती है। वहीं 64GB की UFS 2.2 इंटरनल स्टोरेज दी गई है, जिसे 512GB तक के माइक्रो SD कार्ड से बढ़ाया जा सकता है। कैमरा: फोटोग्राफी के लिए फोन के बैक पैनल पर LED फ्लैश के साथ 13 मेगापिक्सल का AI सेंसर मिलता है। वहीं सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए 5 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा दिया गया है। बैटरी: पावर बैकअप के लिए इसमें 5000mAh की बैटरी दी गई है। इसके साथ 18वॉट फास्ट चार्जिंग तकनीक मिलती है। फोन बॉक्स में यूजर को 10वॉट का चार्जर मिलेगा। अन्य फीचर्स: मोबाइल में डुअल मोड 5G बैंड (5G SA/NSA) मिलते हैं। सिक्योरिटी के लिए इसमें साइड माउंटेड फिंगरप्रिंट सेंसर दिया है। वहीं कनेक्टिविटी के लिए वाईफाई, ब्लूटूथ 5.0 और USB टाइप-सी मौजूद है। फोन IP54 रेटिंग के साथ आता है जो इसे पानी की फुहारों में सुरक्षित रखता है।

दैनिक भास्कर 23 May 2025 10:14 pm

मोटोरोला रेजर 60 फ्लिप स्मार्टफोन 28 मई को लॉन्च होगा:वीडियो जेस्चर फीचर वाला दुनिया का पहला स्मार्टफोन, हाथ के इशारे से कैमरा कंट्रोल कर सकेंगे

टेक कंपनी मोटोरोला 28 मई को भारतीय बाजार में नया 5G फ्लिप स्मार्टफोन मोटोरोला रेजर 60 लॉन्च करेगी। कंपनी ने फोन का ऑनलाइन शॉपिंग साइट फ्लिपकार्ट पर माइक्रो साइट लाइव कर दिया है। फोन को 8GB रैम + 256GB स्टोरेज के साथ सिंगल वैरियंट में पेश किया जाएगा। कंपनी का दावा है कि यह फ्लिप स्मार्टफोन लॉन्च होने के बाद दुनिया का पहला वीडियो जेस्चर फीचर वाला डिवाइस बनेगा। फोन 3 कलर ऑप्शन के साथ आएगा। इसमें जिब्राल्टर सी, स्प्रिंग बड और लाइटेस्ट स्काई जैसे तीन पैनटोन कलर शामिल हैं। रेजर 60 में टाइटेनियम-रिइन्फोर्स्ड हिंज मौजूद है जो 5 लाख फ्लिप्स तक टेस्टेड है।

दैनिक भास्कर 23 May 2025 4:07 pm

किआ कैरेंस क्लाविस लेवल-2 ADAS सेफ्टी फीचर्स के साथ लॉन्च:1 लीटर डीजल में 19.54km चलेगी, पेट्रोल में 16.66kmpl का माइलेज; शुरुआती कीमत ₹11.49

किआ मोटर्स इंडिया ने आज (23 मई) भारतीय बाजार में नई प्रीमियम MPV कैरेंस क्लाविस लॉन्च कर दी है। कार में 3 इंजन ऑप्शन मिलेंगे। कंपनी का दावा है कि कार डीजल इंजन के साथ 19.54kmpl का माइलेज देगी। वहीं, टर्बो-पेट्रोल इंजन में 7-स्पीड गियरबॉक्स के साथ 16.66kmpl का माइलेज मिलेगा। कंपनी इसे 8 मई रिवील किया था। अपडेटेड MPV को किआ कैरेंस के प्रीमियम मॉडल के रूप में पेश किया गया है। यानी इसमें कैरेंस से ज्यादा फीचर मिलेंगे। इसमें नई डिजाइन लैंग्वेज और कॉस्मेटिक चेंजेस के साथ 6 एयरबैग स्टैंडर्ड और लेवल-2 एडवांस ड्राइविंग असिस्ट सिस्टम (ADAS) जैसे सेफ्टी फीचर्स दिए गए हैं। 11.49 लाख रुपए एक्स शोरूम शुरआती कीमत कंपनी ने कार को 7 वैरिएंट के साथ उतारा है। इसमें HTE, HTE(O), HTK, HTK+, HTK+(O), HTX और HTX+ शामिल हैं। इसकी एक्स-शोरूम शुरुआती कीमत 11.49 लाख रुपए रखी गई है। इसका मुकाबला मारुति अर्टिगा, मारुति XL6, किआ कैरेंस और टोयोटा रूमियन से रहेगा। इसके अलावा इसे टोयोटा इनोवा हाईक्रॉस, मारुति इनविक्टो और टोयोटा इनोवा क्रिस्टा से सस्ती कार के तौर पर भी चुना जा सकेगा।

दैनिक भास्कर 23 May 2025 10:38 am

खाना बनाने के साथ सफाई भी करेगा टेस्ला रोबोट:घर में रोजमर्रा के काम करते दिखा ऑप्टिमस, मस्क ने कहा- अब तक का सबसे बड़ा प्रोडक्ट

टेस्ला ने अपने ह्यूमनॉइड रोबोट 'ऑप्टिमस' का लेटेस्ट वर्जन अनवील किया है। अब ये रोबोट अपने घर में रोजमर्रा के लगभग सभी काम करने में सक्षम है। यहां तक की अब ये खाना बना सकता है और घर में साफ-सफाई के काम भी कर सकता है। टेस्ला और स्पेसएक्स के CEO इलॉन मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर रोबोट का एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वह आसानी से रोजमर्रा के घरेलू काम कर रहा है। मस्क के AI-ऑपरेटेड होम असिस्टेंट के विजन का ये वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में ऑप्टिमस को चम्मच से बर्तन हिलाते, फर्श को वैक्यूम करते और ब्रश और डस्टपैन से टेबल साफ करते हुए देखा जा सकता है। यह सब करते हुए वह शांति से निर्देशों का पालन कर रहा है। वीडियो शेयर करते हुए मस्क ने लिखा, 'अब तक का सबसे बड़ा प्रोडक्ट।' ऑप्टिमस अब पहले से ज्यादा एडवांस हो गया है आइए देखते ये क्या-क्या काम कर सकता है... नाजुक-मजबूत की समझ, अंडे को उठा सकता है रोबोट ह्यूमनॉइड रोबोट ऑप्टिमस को पहली बार अक्टूबर 2022 में हुए 'टेस्ला AI डे' इवेंट के दौरान पेश किया गया था। वहीं पिछले साल इसकी एक नई जनरेशन 'ऑप्टिमस जेन 2' को अनवील किया था। अपग्रेडेड मॉडल 30% तेज चल सकता है और इसमें बेहतर संतुलन भी है। इसका वजन भी 10 किलो कम है। ऑप्टिमस जेन 2 के के हाथों को बदला गया है। यह पिछले वर्जन की तुलना में ज्यादा तेज है। ये नाजुक और मजबूत चीजों को कैसे उठाना है इसे समझता है। रोबोट वीडियो में अंडों को उठाकर दूसरी जगह रखता दिखाई दे रहा है। कलर के आधार पर चीजों को चुन सकता है रोबोट ऑप्टिमस को कलर के आधार पर चीजों को चुनने के लिए ट्रेन किया गया है। यह रंगों के ब्लॉक्स को खुद ही चुन कर अलग-अलग कर देता है। इसके अलावा, गलती होने पर यह खुद ही सुधार भी कर लेता है। इसे लो-स्किल्ड लेबर की जगह लेने के लिए विकसित किया जा रहा है। इसके ह्यूमनॉइड रूप को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह सुपरमार्केट में खरीदारी से लेकर फैक्ट्री पोडक्शन लाइनों पर काम करने तक के ह्यूमन टास्क्स को पूरा कर सके। इंसानों की तरह डांस मूव कर सकता है ऑप्टिमस जेन 2 रोबोट ऑप्टिमस जेन 2 रोबोट इंसानों-जैसी डांस मूव्स की भी नकल कर सकता है। बेहतर ह्यूमन फूट ज्योमेट्री और नए टो सेक्शन जैसे टेक्निकल एंडवांसमेंट के कारण यह ऐसा कर पाता है। 8 ऑटोपायलट कैमरे और AI के साथ फुल सेल्फ-ड्राइविंग तकनीक ऑप्टिमस टेस्ला की फुल सेल्फ-ड्राइविंग (FSD) तकनीक और AI का उपयोग करता है, जो टेस्ला की इलेक्ट्रिक कारों में इस्तेमाल होती है। इसमें 8 ऑटोपायलट कैमरे, सेंसर और एक FSD कंप्यूटर है, जो इसे आसपास के माहोल को समझने और नेविगेट करने में मदद करता है। चेहरे पर एक इंटरैक्टिव स्क्रीन है, जो मैसेज दिखाने और कम्यूनिकेट करने के लिए है। ऑप्टिमस के हाथों में 5 उंगलियां और अपोजेबल थंब हैं, जो इसे मानव जैसे जटिल कार्य करने में सक्षम बनाते हैं, जैसे टूल्स का उपयोग, वस्तुओं को पकड़ना या नाजुक चीजें (जैसे अंडा) उठाना। जेन 2 मॉडल में बेहतर हाथ की गतिशीलता और टैक्टाइल सेंसर हैं, जो इसे और सटीक बनाते हैं। टेस्ला का ह्यूमनॉएड रोबोट 'ऑप्टिमस' अगले साल के अंत तक बिक्री उपलब्ध हो सकता है, अभी यह डेवलपमेंट फेज में है। प्रोडक्शन और कीमत: टेस्ला की कार से सस्ता होगा रोबोटमीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो टेस्ला 2025 में रोबोट का लिमिटेड प्रोडक्शन शुरू करने की योजना बना रही है। शुरुआत में इसे टेस्ला की कार फैक्ट्रियों के लिए डिजाइन किया जाएगा। 2026 में इसे अन्य कंपनियों के लिए अवेलेबल कराने की योजना है। CEO इलॉन मस्क एक इवेंट में इसकी एक्सपेक्टेड कीमत बता चुके हैं। उनके अनुसार, रोबोट की कीमत 20 से 30 हजार डॉलर यानी करीब 16-24 लाख रुपए हो सकती है, जो इसे टेस्ला की इलेक्ट्रिक कार से सस्ता बनाता है।

दैनिक भास्कर 22 May 2025 6:37 pm

गूगल पर सुसाइड मामले में मुकदमा चलेगा:14 साल के लड़के ने खुद को गोली मारी थी, गेम ऑफ थ्रोंस के AI कैरेक्टर से प्यार करने लगा था

गूगल और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस स्टार्टअप 'कैरेक्टर.AI' पर 14 साल के लड़के की आत्महत्या के मामले में मुकदमा चलेगा। कोर्ट ने इसकी मंजूरी दे दी है। फरवरी 2024 में सेवेल सेट्जर नाम के लड़के ने AI पावर्ड चैटबॉट से बातचीत करने के बाद आत्महत्या कर ली थी। आरोप है कि लड़का नियमित रूप से चर्चित शो 'गेम ऑफ थ्रोन्स' की एक कैरेक्टर डेनेरीस टार्गेरियन के AI वर्जन से बात करता था और उसके प्रेम में पड़ गया था। इसके बाद लड़के की मां मेगन गार्सिया ने अक्टूबर 2024 में दोनों कंपनियों पर मुकदमा दायर किया था। कैरेक्टर डॉट AI एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म है, जो यूजर्स को काल्पनिक व्यक्तित्व से लेकर नकली हिस्टोरिकल पर्सनैलिटी तक के कैरेक्टर बनाने और उनसे डिजिटली बातचीत करने की फैसिलिटी देता है। सेवेल सुसाइड तक कैसे पहुंचा? वकील ने कहा- यह ऐतिहासिक फैसला मामले की सुनवाई करते हुए डिस्ट्रिक्ट जज ऐनी कॉनवे ने दोनों कंपनियों पर मुकदमा चलाने की इजाजत दे दी। कोर्ट के फैसले पर गार्सिया (लड़के की मां) की वकील मीताली जैन ने कहा कि कंपनियों पर मुकदमा चलाने का कोर्ट का फैसला ऐतिहासिक है। यह निर्णय AI और टेक इकोसिस्टम के लिए कानूनी जवाबदेही तय करेगा। वकील ने कहा कि गूगल ने इस टेक्नोलॉजी को बनाने में कैरेक्टर.AI की मदद की है। कैरेक्टर.AI को गूगल छोड़ चुके दो इंजीनियर्स नोआम शेजीर और डैनियल डी फ्रीटास ने 2021 में बनाया था। बाद में फिर दोनों ने एक डील के तहत फिर से गूगल जॉइन कर लिया था। गूगल ने कहा- इसमें शामिल नहीं, कोर्ट नहीं माना कैरेक्टर.AI और गूगल ने कोर्ट में कई दलीलें देकर मुकदमा खारिज करने का रिक्वेस्ट की। लेकिन कोर्ट ने उन्हें राहत नहीं दी। कोर्ट ने गूगल के उस याचिका को भी खारिज कर दिया जिसमें गूगल ने कहा था कि वह कैरेक्टर.AI के इस मिसकंडक्ट में शामिल नहीं था। गूगल ने कहा- कोर्ट के फैसले से असहमत गूगल के प्रवक्ता जोस कास्टानेडा ने कहा 'कोर्ट के इस फैसले से कंपनी पूरी तरह असहमत है। गूगल और कैरेक्टर.AI पूरी तरह से अलग हैं और गूगल ने कैरेक्टर.AI के एप या उसके किसी भी कंपोनेंट को नहीं बनाया, डिजाइन नहीं किया या मैनेज नहीं किया।' कैरेक्टर.AI को गूगल के दो पूर्व इंजीनियरों ने बनाया है। जिन्हें बाद में गूगल ने स्टार्टअप टेक्नोलॉजी के लिए लाइसेंस देने वाले सौदे के तहत फिर से हायर कर लिया। कैरेक्टर.AI ने कहा- हम लड़ाई लड़ेंगे कंपनी इस मामले में लड़ना जारी रखेगी और नाबालिगों की सुरक्षा के लिए अपने प्लेटफॉर्म पर सेफ्टी फीचर्स लागू करेगी। जिसमें खुद को नुकसान पहुंचाने जैसी बातचीत को रोकने के उपाय भी किए जाएंगे। ------------------------------ ये खबर भी पढ़ें... पैसा बनाने के लिए एजेंट हंट की तरह बैकअप-प्लान जरूरी: लॉन्ग टर्म नजरिए से मिलेगी कामयाबी, मिशन इम्पॉसिबल की टीम से सीखें स्मार्ट मनी मैनेजमेंट हाल ही में रिलीज हुई हॉलीवुड स्टार टॉम क्रूज की फिल्म मिशन इम्पॉसिबल - द फाइनल रेकनिंग दर्शकों को खासा पसंद आ रही है। ये मिशन इम्पॉसिबल सीरीज की 8वीं फिल्म है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह एक्शन से भरपूर फिल्म न केवल एंटरटेनमेंट करती है, बल्कि आपके वित्तीय जीवन के लिए भी कुछ महत्वपूर्ण सबक देती है? पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 22 May 2025 4:20 pm

बजाज ऑटो ने KTM को खरीदने का ऐलान किया:₹7,765 करोड़ में डील होगी, कंपनी की अभी KTM में 49.9% हिस्सेदारी

बजाज ऑटो ने गुरुवार (22 मई) को ऑस्ट्रियन मोटरसाइकिल मेकर KTM को खरीदने का ऐलान किया है। दोनों कंपनियों के बीच यह डील 7,765 करोड़ रुपए में हो सकती है। बजाज ऑटो अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी बजाज ऑटो इंटरनेशनल होल्डिंग्स बीवी (BAIHBV) के जरिए KTM AG का मेजोरिटी कंट्रोल हासिल करेगी। बजाज ऑटो अब दिवालियेपन से जूझ रही KTM में माइनॉरिटी स्टेकहोल्डर से मेजोरिटी स्टेकहोल्डर बन जाएगी। इससे प्रीमियम और स्पोर्ट्स मोटरसाइकिल सेगमेंट में कंपनी की स्थिति मजबूत होने की उम्मीद है। अभी बजाज ऑटो इंटरनेशनल होल्डिंग्स की KTM में 49.9% हिस्सेदारी है। वहीं बजाज ऑटो, KTM की को-ऑनर है। KTM के लिए क्या-क्या करेगी बजाज ऑटो बजाज ऑटो ने कहा कि अधिग्रहण से KTM में चल रही रिस्ट्रक्चरिंग में मदद मिलेगी, ऑपरेशनल कंटिन्यूटी इंश्योर होगी और मोटरसाइकिल मार्केट में बजाज की ग्लोबल रीच यानी पहुंच का विस्तार करने में मदद मिलेगी। डेट रिस्ट्रक्चरिंग को सपोर्ट देने के लिए 7,781 करोड़ रुपए के फंडिंग का कमिटमेंट है। BAIHBV लगभग ₹7,765 करोड़ का टोटल निवेश करने के लिए कमिटेड है। BAIHBV के KTM में निवेश में क्या-क्या शामिल - कोर्ट डेडलाइन और फंडिंग टाइमलाइन इस फंडिंग का उद्देश्य कोर्ट के जरिए अप्रूव डेट रिस्ट्रक्चरिंग प्रोग्राम का सपोर्ट करके और वर्किंग कैपिटल प्रोवाइड करके KTM के फाइनेंसेज को स्टेबल यानी स्थिर करना है। कंपनी ने कहा कि टोटल अमाउंट में से 1,945 करोड़ रुपए KTM में पहले ही डाले जा चुके हैं और बचे हुए 5,835 करोड़ रुपए जल्द ही वितरित किए जाएंगे। ये फाइनेंशियल मेजर्स कोर्ट द्वारा निर्धारित 23 मई 2025 की समय-सीमा को पूरा करने के लिए डिजाइन किए गए हैं। जिसके तहत 30% क्रेडिटर्स के क्लेम्स का निपटान किया जाएगा। ऐसा न करने पर KTM और उसकी सहायक कंपनियों के खिलाफ दिवालियापन की कार्यवाही हो सकती है। PBAG कंट्रोल के लिए रेगुलेटरी अप्रूवल मांगा गया बजाज ऑटो ने KTM AG के स्वामित्व वाली पियरर मोबिलिटी AG की पेरेंट कंपनी PBAG में भी कंट्रोलिंग हिस्सेदारी हासिल करने का प्लान बनाया है। यह ऑस्ट्रिया में रेगुलेटरी अप्रूवल के अधीन है। वर्तमान में बजाज ऑटो के पास PBAG और पियरर मोबिलिटी के माध्यम से KTM में इनडायरेक्ट 37.5% हिस्सेदारी है। पियरर बजाज AG, बजाज ऑटो इंटरनेशनल होल्डिंग्स BV और पियरर इंडस्ट्री AG का एक जॉइंट वेंचर है। पियरर मोबिलिटी AG में इसकी 74.9% हिस्सेदारी है, जिसके पास चीन में KTM, गैसगैस, हुस्कवर्ना और CFMot जैसे मोटरसाइकिल ब्रांड हैं। पियरर मोबिलिटी ने 29 नवंबर 2024 को दिवालियापन के लिए आवेदन किया था। पोस्टल बैलेट के जरिए शेयरहोल्डर की मंजूरी लेगी बजाज बजाज ऑटो बोर्ड ने सेबी के नियमों के अनुसार, पोस्टल बैलेट के जरिए इन रिलेटेड-पार्टी ट्रांजैक्शन के लिए शेयरहोल्डर का अप्रूवल लेने की मंजूरी दे दी है। बजाज की ग्लोबल मोटरसाइकिल स्ट्रेटेजी में एक माइलस्टोन यह अधिग्रहण बजाज ऑटो की इंटरनेशनल स्ट्रेटेजी में एक बड़ा माइलस्टोन है। इससे KTM की फाइनेंशियल रिकवरी और बिजनेस ऑपरेशंस को सहायता मिलने की उम्मीद है। दोनों कंपनियां पहले से ही भारत में बेस्ड एक जॉइंट डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत सहयोग कर रही हैं। ये खबर भी पढ़ें... KTM में ₹1,362 करोड़ निवेश करेगी बजाज ऑटो: दिवालियेपन से जूझ रही है कंपनी, बजाज ऑटो इंटरनेशनल होल्डिंग्स की KTM में 49.9% हिस्सेदारी ऑस्ट्रियाई बाइक मैन्युफैक्चरर KTM को दिवालियेपन से बचाने के लिए बजाज ऑटो कंपनी में 1,362 करोड़ रुपए निवेश करेगी। इस बात की जानकारी कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में दी है। बजाज ऑटो, KTM की को-ऑनर है। एक्सचेंज फाइलिंग के मुताबिक, बजाज ऑटो अपनी सब्सिडियरी बजाज ऑटो इंटरनेशनल होल्डिंग्स BV में 150 मिलियन यूरो का निवेश करने के लिए तैयार है। बजाज ऑटो इंटरनेशनल होल्डिंग्स के पास दिवालियेपन से जूझ रही KTM में 49.9% हिस्सेदारी है। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 22 May 2025 3:25 pm

₹10 लाख से कम में आ रहीं ये 3 इलेक्ट्रिक-कारें:इसमें टाटा और MG की गाड़ियां शामिल, यहां देखें कीमत से लेकर बाकी डिटेल्स

भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) का बाजार तेजी से बढ़ रहा है। पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों, पर्यावरण के प्रति बढ़ती जागरूकता और सरकारी प्रोत्साहनों के कारण लोग अब इलेक्ट्रिक कारों की ओर रुख कर रहे हैं। यही नहीं कंपनियां भी अब बजट फ्रेंडली कारों पर फोकस कर रही हैं। 10 लाख रुपए से कम कीमत वाली इलेक्ट्रिक कारों के कई ऑप्शन बाजार में मौजूद हैं। हैचबैक ये लेकर माइक्रो एसयूवी तक कई कारें बाजार में मौजूद हैं। हम आप को इलेक्ट्रिक 4-व्हीलर कारों के बारे में, जो 10 लाख रुपए से कम कीमत में आ रही हैं। 1. एमजी कॉमेट EV: माइक्रो-हैचबैक कार फीचर्स: एमजी कॉमेट ईवी भारत की सबसे किफायती इलेक्ट्रिक कारों में से एक है। यह माइक्रो-हैचबैक कार शहरों की भीड़भाड़ वाली सड़कों और पार्किंग की समस्या को ध्यान में रखकर डिज़ाइन की गई है। 17.3 kWh बैटरी पैक के साथ यह कार 42 PS पावर और 110 Nm टॉर्क देती है। इसमें 10.25-इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, वायरलेस एंड्रॉयड ऑटो और एपल कारप्ले, डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले, और कनेक्टेड कार टेक्नोलॉजी जैसे फीचर्स हैं। यह कार उन लोगों के लिए सही है जो छोटी, स्टाइलिश और किफायती ईवी चाहते हैं। क्यों चुनें: कॉम्पैक्ट साइज, कम रनिंग कॉस्ट और शहरी उपयोग के लिए उपयुक्त। 2. टाटा टियागो EV: हैचबैक कार​​​​​​​ फीचर्स: टाटा मोटर्स ने टियागो ईवी को भारत की सबसे सस्ती इलेक्ट्रिक कार के रूप में पेश किया है। यह कार Ziptron हाई-वोल्टेज आर्किटेक्चर पर आधारित है और 50 kW DC फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करती है, जिससे बैटरी 57 मिनट में 10 से 80% तक चार्ज हो सकती है। 19.2 kWh बैटरी पैक के साथ यह कार 315 किमी की रेंज देती है। फीचर्स में 7-इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, 8-स्पीकर हरमन साउंड सिस्टम, ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल, रेन-सेंसिंग वाइपर्स और टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम शामिल हैं। क्यों चुनें: किफायती कीमत, लंबी रेंज और टाटा की भरोसेमंद ब्रांड वैल्यू। 3. टाटा पंच EV: माइक्रो एसयूवी फीचर्स: टाटा पंच EV के स्मार्ट मॉडल में 25 kWh की बैटरी मिलती है, जो 315 किमी तक की रेंज देती है। इसमें 10.25-इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, 6 स्पीकर साउंड सिस्टम, वेंटिलेटेड फ्रंट सीट्स, 360-डिग्री कैमरा और 6 एयरबैग जैसे सेफ्टी फीचर्स हैं। क्यों चुनें: स्टाइलिश डिजाइन, माइक्रो एसयूवी लुक और अच्छे सेफ्टी फीचर्स। क्यों हैं ये कारें खास?

दैनिक भास्कर 22 May 2025 12:57 pm

MG विंडसर का एक्सक्लूसिव प्रो वैरिएंट लॉन्च, कीमत ₹12.25 लाख:भारत की पहली इलेक्ट्रिक क्रॉसओवर यूटिलिटी व्हीकल, फुल चार्जिंग पर 449Km तक चलेगी

JSW MG मोटर इंडिया ने भारतीय बाजार में विंडसर ईवी का नया एक्सक्लूसिव प्रो वैरिएंट लॉन्च किया है। ये भारत में पहली इलेक्ट्रिक क्रॉसओवर यूटिलिटी व्हीकल है, जिसे पिछले साल सितंबर में लॉन्च किया गया था। कंपनी ने हाल ही में इसका नया टॉप वैरिएंट एसेंस प्रो पैश किया था। इस नए एक्सक्लूसिव प्रो वैरिएंट को एसेंस और एसेंस प्रो वैरिएंट के बीच में रखा गया है। इसमें एसेंस प्रो वैरिएंट की तरह ही 52.9kWh का बैटरी पैक दिया गया है, जिसे फुल चार्ज करने पर 449km की सर्टिफाइड रेंज मिलेगी। एक्सक्लूसिव प्रो वैरिएंट टॉप वैरिएंट से 85 हजार रुपए सस्ताMG विंडसर एक्सक्लूसिव प्रो वैरिएंट की एक्स-शोरूम कीमत 17.25 लाख रुपए रखी गई है। इसके साथ भी पहले की तरह बैटरी एज ए सर्विस (BaaS) का ऑप्शन मिलता है, जिसमें आप विंडसर प्रो ईवी को 12.25 लाख रुपए की एक्स-शोरूम कीमत पर खरीद सकते हैं, इसमें बैटरी को 4.5 रुपए प्रति किलोमीटर पर अलग से किराए पर लिया जा सकता है। बड़ा बैटरी पैक चुनने वाले ग्राहकों को ये नया सेकेंड टॉप वैरिएंट 85 हजार रुपए सस्ता पड़ेगा। यदि आप बैटरी रेंटल स्कीम नहीं लेते हैं तो 38kWh बैटरी पैक वाले एसेंस वैरिएंट के मुकाबले एक्सक्लूसिव प्रो वैरिएंट 1.10 लाख रुपए महंगा है। यदि आप एक्सक्लूसिव प्रो वैरिएंट को बैटरी रेंटल स्कीम के तहत खरीदते हैं तो एसेंस वैरिएंट के मुकाबले आपको महज 25000 रुपए ही ज्यादा खर्च करने होंगे। बैटरी एज ए स​र्विस प्रोग्राम क्या है? बैटरी एज ए स​र्विस (BAAS) एक बैटरी रेंटल प्रोग्राम है। इसके तहत इलेक्ट्रिक कार खरीदने पर उसकी कीमत में बैटरी पैक की कीमत शामिल नहीं होती है। इसकी जगह आपसे बैटरी के इस्तेमाल के हिसाब से पैसे लिए जाएंगे। यानी आप गाड़ी जितने किलोमीटर चलाओगे उस हिसाब से बैटरी की कॉस्ट रेंटल फीस के तौर पर वसूली जाएगी। जहां हर महीने आपको EMI के तौर पर देनी होगी, लेकिन आपको बैटरी चार्ज करने के अलग से पैसे देने होंगे। इसके अलावा, कार के फर्स्ट ऑनर (पहले मालिक) के लिए आजीवन वारंटी, तीन साल के बाद 60% बायबैक और MG एप से eHUB का उपयोग करके पब्लिक चार्जर पर एक साल की मुफ्त चार्जिंग की सुविधा दी जाती है। फीचर और सेफ्टी: 8.8-इंच का डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले MG विंडसर EV प्रो में मौजूदा मॉडल के मुकाबले व्हीकल-2-लोड टेक्नोलॉजी, व्हीकल-2-व्हीकल टेक्नोलॉजी और ADAS फीचर दिया गया है। इसमें ड्राइवर के लिए पावर एडजस्टमेंट के साथ वेंटिलेटेड फ्रंट सीटें भी हैं। इसके अलावा, कार में 15.6-इंच का टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट डिस्प्ले, 8.8-इंच का डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले, वायरलेस एंड्रॉयड ऑटो/एपल कारप्ले, वायरलेस फोन चार्जर, कनेक्टेड कार टेक्नोलॉजी और 9-स्पीकर इनफिनिटी साउंड सिस्टम जैसे फीचर दिए गए हैं। सेफ्टी के लिए इसमें लेवल-2 एडवांस ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम के अलावा 6 एयरबैग, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC), हिल स्टार्ट और डिसेंट कंट्रोल, ऑटो होल्ड के साथ इलेक्ट्रॉनिक पार्किंग ब्रेक, टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम, रियर पार्किंग सेंसर और 360 डिग्री कैमरा जैसे फीचर दिए गए हैं। परफॉर्मेंस: 52.9kWh बैटरी पैक के साथ 449km रेंज एमजी विंडसर ईवी प्रो में सबसे बड़ा बदलाव पावरट्रेन का किया गया है। इसमें बड़ा 52.9kWh बैटरी पैक दिया गया है, जिसे चार्ज करने पर 449km की सर्टिफाइड रेंज मिलेगी। परफॉर्मेंस के लिए इसमें फ्रंट-एक्सल-माउंटेड परमानेंट मैग्नेट सिंक्रोनस मोटर दी गई है, जो 134hp की पावर और 200Nm का टॉर्क जनरेट करती है। एक्सटीरियर: 18-इंच के नए डुअल टोन अलॉय व्हील्स और पावर्ड टेलगेट ​​​​​​​एमजी विंडसर प्रो का लुक मौजूदा मॉडल की तरह ही है, लेकिन इसमें कुछ कॉस्मेटिक अपडेट्स किए गए हैं। इलेक्ट्रिक CUV में तीन नए कलर ऑप्शन- सेलाडोन ब्लू, ऑरोरा सिल्वर और ग्लेज रेड दिए गए हैं। कार के फ्रंट में LED लाइट स्ट्रिप, इल्युमिनेटेड MG लोगो और बंपर पर LED हेडलाइट दी गई हैं। साइड में फ्लश टाइप डोर हैंडल्स, बॉडी कलर्ड ORVM's और 18-इंच के नए डुअल टोन अलॉय व्हील्स दिए गए हैं। वहीं, रियर में अब आपको पावर्ड टेलगेट मिलेगा। इस पर कनेक्टेड टेललाइट और इसके नीचे की तरफ बड़ी 'विंडसर' बेजिंग है। इसमें टेलगेट के दाएं कॉर्नर पर नई ADAS बैजिंग दी गई है। इंटीरियर: 135-डिग्री रेक्लाइनिंग सीटें और 256 कलर एम्बिएंट लाइटिंग कार के अंदर अब नई लाइट कलर थीम के साथ बेज लैदर सीट अपहोल्स्ट्री दी गई है, जो मौजूदा मॉडल की ऑल-ब्लैक इंटीरियर कलर स्कीम से अलग है। हालांकि, केबिन डिजाइन और डैशबोर्ड लेआउट पहले जैसा ही है। डैशबोर्ड पर 15.6-इंच का फ्लोटिंग डिस्प्ले और 2-स्पोक स्टीयरिंग व्हील दिया गया है। कार की सेकेंड रो में 135-डिग्री रेक्लाइनिंग सीटें दी गई हैं, जिससे लाउंज जैसा कंफर्ट मिलता है। इसमें 256 कलर एम्बिएंट लाइटिंग और बड़ा फिक्सड ग्लास रूफ भी दिया गया है।

दैनिक भास्कर 22 May 2025 9:10 am

वेटिंग टिकट का स्लीपर क्लास से फर्स्ट-AC में अपग्रेड बंद:रेलवे के नए नियम जारी, वेटिंग टिकट अब सिर्फ दो क्लास ऊपर अपग्रेड होगा

भारतीय रेलवे ने वेटिंग लिस्ट टिकट से जुड़े ऑटो अपग्रेड प्रक्रिया में बदलाव किए हैं। IRCTC के अनुसार, स्लीपर क्लास के टिकट अब फर्स्ट AC में अपग्रेड नहीं किए जाएंगे, भले ही बर्थ खाली हों। अब तक, वेटिंग लिस्ट वाले यात्री का टिकट सीट अवेलेबल न होने पर बुकिंग की गई कैटेगरी से ऊपर की कैटेगरी में अपग्रेड कर दिया जाता था, लेकिन इस नियम को बदल दिया गया है। यह बदलाव ट्रेन में रिजर्व्ड कोचों में सीट बांटने को अधिक व्यवस्थित करने और हायर कैटेगिरी के कोचों में भीड़ को कंट्रोल करने के लिए किया गया है। सेंटर फॉर रेलवे इन्फॉरमेशन सिस्टम (CRIS) इस नए नियम को लागू करने के लिए अपने सॉफ्टवेयर को अपडेट कर रही है। वेटिंग टिकट दो क्लास ऊपर तक ही अपग्रेड होगा नए नियम के अनुसार, अब स्लीपर क्लास के टिकट को केवल दो श्रेणी ऊपर तक ही अपग्रेड किया जाएगा। पहले, अगर स्लीपर क्लास या अन्य लोअर क्लास के टिकट वेटिंग लिस्ट पर होते थे और हायर क्लास (जैसे 3A, 2A या 1A) में सीटें उपलब्ध होती थीं, तो यात्रियों को ऑटोमेटिक फर्स्ट AC (1A) तक अपग्रेड किया जा सकता था। ऑटो-अपग्रेड की शर्तें PNR और रिफंड के लिए नियम वेटिंग टिकट पर स्लीपर-AC कोच में सफर नहीं कर सकेंगे इससे पहले भारतीय रेलवे ने 1 मई से वेटिंग टिकट के लिए नए नियम लागू किए थे। इनके अनुसार, वेटिंग लिस्ट टिकट वाले यात्रियों को अब स्लीपर या AC कोच में यात्रा करने की अनुमति नहीं होगी। जिन यात्रियों के टिकट वेटिंग लिस्ट में हैं, वे अब सिर्फ जनरल कोच में ही सफर कर सकेंगे। अगर कोई यात्री वेटिंग टिकट पर AC या स्लीपर कोच में यात्रा करता हुआ पाया जाता है, तो उस पर जुर्माना लगेगा। उल्लंघन के लिए जुर्माना: इसके अलावा, आपको ट्रेन के शुरुआती स्टेशन से लेकर उस स्टेशन तक का किराया देना होगा, जहां आप पकड़े गए हैं। टिकट कन्फर्म न होने पर अपने-आप रद्द हो जाएंगे रेवले ने बताया कि IRCTC के जरिए बुक किए गए टिकट कन्फर्म न होने पर अपने आप रद्द हो जाते हैं, लेकिन काउंटर से बुक किए गए टिकट का इस्तेमाल लोग ट्रेन में चढ़ने के लिए करते हैं। इस वजह से कन्फर्म टिकट वाले यात्रियों को असुविधा होती है। 1 मई, 2025 से लागू होने वाला एक और नियम यह है कि IRCTC की वेबसाइट या ऐप से बुक की जाने वाली हर ट्रेन टिकट के लिए OTP-आधारित मोबाइल सत्यापन की आवश्यकता होगी। इस उपाय का उद्देश्य सुरक्षा बढ़ाना और बुकिंग प्रणाली के दुरुपयोग को रोकना है। रेलवे से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें टिकट से ट्रेन स्टेटस तक, एक एप पर सभी सेवाएं:रेलवे ने रोलआउट किया 'स्वरेल' एप; लाइव ट्रैकिंग और शिकायत की सुविधा भी उपलब्ध भारतीय रेलवे ने अपना नया एप स्वरेल (SwaRail) एंड्रॉएड यूजर्स के लिए रोलआउट कर दिया है। यह एप यात्रियों को टिकट बुकिंग से लेकर ट्रेन स्टेटस और खाना ऑर्डर करने तक की सभी सेवाएं एक ही जगह पर देगा। इसके अलावा, इस एप का उपयोग करके यूजर्स अपनी यात्रा से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान आसानी से कर सकेंगे। इसे सेंटर फॉर रेलवे इंफॉर्मेशन सिम (CRIS) ने डेवलप किया है। 'स्वरेल' भारतीय रेलवे की अलग-अलग डिजिटल सेवाओं को एक ही प्लेटफॉर्म पर इंटीग्रेट करता है, जिससे यात्रियों को अलग-अलग एप डाउनलोड करने की जरूरत नहीं होगी। इसलिए इसे सुपर एप कहा जा रहा है। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 21 May 2025 7:47 pm

होंडा X-ADV भारत का पहला हार्डकोर एडवेंचर स्कूटर लॉन्च:168kmph की टॉप स्पीड के साथ क्रूज कंट्रोल जैसे फीचर्स, कीमत ₹11.90 लाख

होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया ने आज (21 मई) प्रीमियम टू-व्हीलर सेगमेंट में नया एडवेंचर स्कूटर लॉन्च X-ADV लॉन्च किया है। यह भारतीय बाजार में पहला हार्डकोर एडवेंचर स्कूटर है। कंपनी ने इसकी एक्स-शोरूम कीमत ₹11.90 लाख रखी है। X-ADV की बुकिंग देशभर में होंडा की बिगविंग डीलरशिप्स पर शुरू हो चुकी है और इसकी डिलीवरी जून 2025 से शुरू हो सकती है। यह गाड़ी एक ओर एडवेंचर मोटरसाइकिल की ताकत और परफॉर्मेंस देती है, वहीं दूसरी ओर इसमें मैक्सी स्कूटर जैसे फीचर्स और कंफर्ट भी मिलते हैं। यानी यह बाइक की पावर और स्कूटर के फीचर्स दोनों का कॉम्बिनेशन है। स्कूटर में सेफ्टी के लिए क्रूज कंट्रोल जैसे फीचर्स दिए गए हैं। वहीं, कंपनी का दावा है कि यह 168kmph की टॉप स्पीड हासिल कर सकता है। ग्राफिक्स: विपुल शर्मा

दैनिक भास्कर 21 May 2025 4:54 pm

आईटेल A90 स्मार्टफोन का रिव्यू:किफायती फोन चाहने वालों के लिए अच्छा ऑप्शन, AI फीचर्स के साथ 13MP कैमरा मिलेगा

टेक कंपनी आईटेल ने भारतीय बाजार में एंट्री-लेवल सेगमेंट में नया स्मार्टफोन A90 लॉन्च कर दिया है। फोन की सबसे बड़ी खासियत इसका इन-बिल्ट AI असिस्टेंट एआईवाना 2.0 (Aivana 2.0) है। कंपनी का दावा है कि एंट्री-लेवल सेगमेंट में AI फीचर वाला यह सबसे सस्ता फोन है। इसमें स्मार्ट असिस्टेंट डाक्युमेंट से जवाब देने, गैलरी की इमेज को डिस्क्राइब करने, वॉट्सएप पर वीडियो और ऑडियो कॉल करने जैसे कई फीचर्स मिलते हैं। इसके अलावा इसमें 6.6 इंच का HD+ IPS डिस्प्ले के साथ 5000mAh बैटरी दी गई है। दो कलर ऑप्शन के साथ 6,499 रुपए शुरुआती कीमतआईटेल ने फोन को दो वैरिएंट में पेश किया है। इसकी शुरुआती कीमत 6499 रुपए है। फोन स्टारलाइट ब्लैक, स्पेस टाइटेनियम, अरोरा ब्लू और कॉस्मिक ग्रीन कलर ऑप्शन के साथ भारतभर के सभी रिटेल स्टोर्स पर अवेलेबल है। लॉन्च ऑफर के तहत आईटेल A90 खरीदने पर यूजर्स को 100 दिन के अंदर फ्री स्क्रीन रिप्लेसमेंट की सुविधा मिलेगी। इसके अलावा, आपको जियोसावन प्रो की 3 महीने का फ्री सब्सक्रिप्शन भी मिलेगा। ऊपर वीडियो में देखें फोन का रिव्यू...

दैनिक भास्कर 21 May 2025 2:59 pm

गूगल I/O इवेंट में 3-डी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की घोषणा:2-डी वीडियो को 3-डी में बदलेगा; गूगल सर्च में AI-पावर्ड रिजल्ट मिलेंगे

टेक कंपनी गूगल ने अपने एनुअल डेवलपर कॉन्फ्रेंस 'गूगल I/O 2025' में नए AI-फर्स्ट वीडियो कम्युनिकेशन प्लेटफॉर्म गूगल बीम की घोषणा की। यह प्लेटफॉर्म 2-डी वीडियो को लोगों के रियलिस्टिक 3-डी रेंडरिंग में बदल देगा। गूगल की एनुअल डेवलपर कॉन्फ्रेंस 20 मई से शुरू हुई है। ये इवेंट 4 दिन तक कैलिफोर्निया के माउंटेन व्यूज में स्थित शोरलाइन एम्फीथिएटर में हो रहा है। भारतीय समयानुसार इवेंट रात 10.30 बजे से शुरू हुआ। इस बार पूरा फोकस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर है। इवेंट के पहले दिन की टॉप हाइलाइट: 1. AI सर्च इंजन: गूगल के CEO सुंदर पिचाई ने गूगल सर्च इंजन के लिए नए 'AI मोड' कंवर्सेशनल चैटबॉट इंटरफ़ेस की घोषणा की। यह फीचर सभी अमेरिकी यूजर्स के लिए उपलब्ध है। यह प्रोडक्ट ऐसे समय में आया है जब ChatGPT और Perplexity जैसे AI स्टार्ट-अप गूगल के ट्रेडिशनल सर्च मार्केट पर दबाव बना रहे हैं। 2. 3-डी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग: पिचाई ने गूगल बीम की भी घोषणा की, जो एक नया एआई-फर्स्ट वीडियो कम्युनिकेशन प्लेटफॉर्रम है। यह छह कैमरों से 2-डी वीडियो को लोगों के रियलिस्टिक 3-डी रेंडरिंग में बदल देगा। गूगल और एचपी इस साल के अंत में शुरुआती ग्राहकों के लिए गूगल बीम प्रोडक्ट जारी करेंगे। 3. AI वीडियो जनरेशन का अगला वर्जन: गूगल ने अपने AI वीडियो जनरेशन मॉडल के अगले वर्जन की घोषणा की। Veo 3 मॉडल ऑडियो, साउंड इफेक्ट और डायलॉग भी जनरेट कर सकता है। Veo 3 20 मई से ही उपलब्ध हो गया है। यह Google AI अल्ट्रा सब्सक्राइबर्स के लिए जेमिनी एप के जरिए ($249.99/मंथ) उपलब्ध है। 4. AI-पावर्ड फिल्म मेकिंग टूल फ्लो: ये टूल यूजर्स को टेक्स्ट प्रॉम्प्ट से सीन, कैरेक्टर और मूवी एसेट बनाने की सुविधा देता है। यह फिल्ममेकर्स के लिए एम करते हुए बनाया गया है और यू.एस. में गूगल AI प्रो और AI अल्ट्रा ग्राहकों के लिए उपलब्ध है। 5. जेमिनी AI मॉडल अपग्रेड: गूगल ने अपने जेमिनी 2.5 मॉडल सीरीज के अपडेट की घोषणा की, जिसमें जेमिनी 2.5 फ्लैश और जेमिनी 2.5 प्रो शामिल हैं। इसमें परफॉर्मेंस, एफिशिएंसी और कोडिंग क्षमताओं में सुधार शामिल हैं। जेमिनी 2.5 प्रो के लिए एक एक्सपेरिमेंटल एनहैंस्ड रीजनिंग मोड, डीप थिंक, जेमिनी एपीआई के माध्यम से ट्रस्टेड टेस्टर्स के लिए पेश किया गया था। इसका उद्देश्य प्रतिक्रिया देने से पहले कई उत्तरों पर विचार करके तर्क को बेहतर बनाना है। 6. नई AI सब्सक्रिप्शन प्लान्स: गूगल AI अल्ट्रा प्लान $249.99/महीने में पेश किया गया है। ये अभी केवल यू.एस. में उपलब्ध है। इसमें Veo 3, इमेजिन 4, डीप रिसर्च जैसे एडवांस टूल का एक्सेस मिलेगा। गूगल ड्राइव, फोटेज, और जीमेल में 30TB स्टोरेज के साथ ही यूट्यूब प्रीमियन भी मिलेगा। वहीं मौजूदा AI प्रीमियम प्लान का नाम बदलकर गूगल AI प्रो ($19.99/माह) कर दिया गया है। इसमें हायर यूजेज लिमिट और जेमिनी एडवांस का एक्सेस मिलता है।

दैनिक भास्कर 21 May 2025 7:25 am

गूगल का एनुअल इवेंट I/O 2025 आज से शुरू होगा:इस बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर फोकस, स्मार्ट फीचर्स और टूल्स पेश किए जाएंगे

टेक कंपनी गूगल का एनुअल डेवलपर कॉन्फ्रेंस 'गूगल I/O 2025' आज (20 मई) से शुरू होगा। ये इवेंट 4 दिन तक कैलिफोर्निया के माउंटेन व्यूज में स्थित शोरलाइन एम्फीथिएटर में होगा। भारतीय समयानुसार इवेंट रात 10.30 बजे से शुरू होगा। कंपनी के यूट्यूब चैनल और सोशल मीडिया हैंडल पर इसको लाइवस्ट्रीम किया जाएगा। भारत के अलावा न्यूयॉर्क में दोपहर 1 बजे, लंदन में शाम 6 बजे और दुबई में रात 9 बजे यह इवेंट देखा जा सकता है। इसे कोई भी व्यक्ति गूगल की आधिकारिक वेबसाइट या यूट्यूब चैनल पर मुफ्त में लाइव देख सकता है। यह इवेंट डेवलपर्स, टेक प्रेमियों और आम यूजर्स सभी के लिए फायदेमंद रहने वाला है। इस बार पूरा फोकस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर है, खासतौर से जेमिनी प्लेटफॉर्म पर। गूगल सर्च, जीमेल और अन्य सेवाओं में AI की भूमिका को आगे बढ़ाने की तैयारी है। एंड्रॉयड या नए हार्डवेयर के बजाय, इस बार स्मार्ट AI फीचर्स और टूल्स ही पर फोकस होगा। कंपनी नई टेक्नीक के फ्यूचर की झलक इवेंट के जरिए दिखाएगी। जेमिनी 2.5 प्रो और AI सर्च मोड आने की उम्मीद इस बार कंपनी अपने नए AI मॉडल जेमिनी 2.5 प्रो को पेश कर सकती है, जिसका डेवलपर प्रीव्यू पहले ही लॉन्च किया जा चुका है। इसके अलावा गूगल सर्च में एक नया AI मोड भी शामिल हो सकता है, जो पारंपरिक लिंक के बजाय चैटबॉट की तरह उत्तर देगा। यह बदलाव गूगल सर्च को ChatGPT जैसे टूल की तरह बना सकता है और सर्च करने के तरीके को पूरी तरह बदल सकता है। AI एजेंट टूल्स से जीमेल और ऐप्स होंगे और स्मार्ट कंपनी एजेंटिक AI टूल्स भी पेश कर सकती है, जो आपकी तरफ से काम करेंगे जैसे ईमेल का जवाब देना या कोई टास्क पूरा करना। जेमिनी और अन्य ऐप्स में AI की मदद से ज्यादा स्मार्ट फीचर्स आने की उम्मीद है। माइक्रोसॉफ्ट और OpenAI भी ऐसी तकनीकों पर काम कर रही हैं, इसलिए गूगल भी इस दिशा में बड़ा कदम उठाने जा रहा है। इससे AI का इस्तेमाल आसान और ज्यादा प्रभावी हो जाएगा। 2008 में पहली बार हुआ था गूगल का I/O इवेंटगूगल 2008 से हर साल इस इवेंट को आयोजित कर रहा है। इसके जरिए कंपनी कई नए गेजेट्स के साथ नई टेक्नोलॉजी लोगों के बीच पेश करती है। गूगल ने 'Google I/O 2023' इवेंट में अपना पहला फोल्डेबल फोन पिक्सल फोल्ड, जेमिनी AI टूल, पिक्सल 7A स्मार्टफोन और पिक्सल टैबलेट लॉन्च किया था।

दैनिक भास्कर 20 May 2025 5:43 pm

नई टाटा अल्ट्रोज ₹6.5 लाख में लॉन्च हो सकती है:22 मई को रिवील होंगे प्राइस, जानें नई डिजाइन से लेकर इंटीरियर में क्या खास

टाटा मोटर्स अपनी प्रीमियम हैचबैक, टाटा अल्ट्रोज 22 मई को लॉन्च करेगी। इसे 6.50 लाख की शुरुआती कीमत में पेश किया जा सकता है। फर्स्ट जनरेशन अल्ट्रोज को 5 साल से ज्यादा समय के बाद एक बड़ा अपडेट मिल रहा है। लॉन्च से पहले टाटा मोटर्स ने इस गाड़ी के डिजाइन और तकनीकी अपग्रेड्स को रिवील कर दिए हैं... 1. डिजाइन नई टाटा अल्ट्रोज का डिजाइन पूरी तरह से बदल दिया गया है, जो इसे पहले से कहीं ज्यादा अट्रैक्टिव और प्रीमियम बनाता है। नया फ्रंट ग्रिल पैटर्न, जो अधिक एलिगेंट और शार्प दिखता है, गाड़ी को एक मॉडर्न लुक देता है। इसमें अब LED हेडलैंप्स और LED फॉग लैंप्स शामिल किए गए हैं, जो न केवल इसके लुक को बढ़ाते हैं बल्कि रात में बेटर विजिबिलिटी भी प्रदान करते हैं। साइड प्रोफाइल में नए डिजाइन के अलॉय व्हील्स और फ्लश डोर हैंडल्स जोड़े गए हैं, जो इस सेगमेंट में एक यूनीक फीचर है। फ्लश डोर हैंडल्स आमतौर पर केवल प्रीमियम SUVs जैसे टाटा कर्व या महिंद्रा XUV700 में देखने को मिलते हैं, जिससे अल्ट्रोज इस कैटेगरी में अलग पहचान बनाती है। रियर डिजाइन में ब्लैक एलिमेंट्स को और बढ़ाया गया है, जिसमें रियर बंपर और स्पॉइलर को ब्लैक-आउट लुक दिया गया है। साथ ही, एंड-टू-एंड कनेक्टेड LED टेल लैंप्स गाड़ी को एक मॉडर्न और स्टाइलिश अपील देते हैं। कुल मिलाकर, नई अल्ट्रोज का डिजाइन इसे प्रीमियम हैचबैक सेगमेंट में मारुति सुज़ुकी बलेनो और हुंडई i20 जैसे कॉम्पिटिटर्स से आगे ले जाता है। 2. इंटीरियर और फीचर्स टाटा अल्ट्रोज हमेशा से अपनी फीचर-रिच ऑफर के लिए जानी जाती रही है, लेकिन इस बार कंपनी ने इसे और एडवांस कर दिया है। इंटीरियर्स को प्रीमियम लुक देने के लिए डैशबोर्ड को पूरी तरह से नया डिजाइन दिया गया है, जो देखने में आकर्षक और महंगे व्हीकल्स जैसा लगता है। इसमें दो कनेक्टेड स्क्रीन्स शामिल हैं: एक 10.25-इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम और एक पूरी तरह से डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर, जो कस्टमाइजेबल है। यह क्लस्टर मैप्स, 360-डिग्री कैमरा, ब्लाइंड व्यू मॉनिटर, और टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम जैसे फीचर डिस्प्ले कर सकता है। अन्य फीचर्स में शामिल हैं: वायरलेस एंड्रॉयड ऑटो और एपल कारप्ले, हार्मन स्पीकर्स, 360-डिग्री कैमरा, 65W टाइप-C फास्ट चार्जिंग पोर्ट, वायरलेस चार्जिंग पैड, वॉइस-कंट्रोल्ड इलेक्ट्रिक सनरूफ, रियर AC वेंट्स खास बात यह है कि टाटा ने लोअर वेरिएंट्स में भी कई प्रीमियम फीचर्स शामिल किए हैं, जैसे फ्लश डोर हैंडल्स (एंट्री-लेवल से) और सनरूफ (दूसरे वेरिएंट से उपलब्ध)। इसके अलावा, क्लाइमेट कंट्रोल और क्रूज कंट्रोल जैसे फीचर्स भी लोअर वेरिएंट्स में उपलब्ध हैं, जो इस सेगमेंट में आम तौर पर नहीं मिलते। नई अल्ट्रोज में फ्रंट और रियर दोनों सीटें कंफर्टेबल हैं। इसमें टू-स्पोक स्टीयरिंग व्हील है दिया गया है। यहां ग्लॉस-ब्लैक पैनल और बीच में एक इल्यूमिनेटेड टाटा लोगो दिखता है, जो नेक्सन एसयूवी से लिया गया है। स्मार्ट डिजिटल (टाटा की भाषा में) स्टीयरिंग क्रूज़, ऑडियो और फ़ोन कॉल के लिए कंट्रोल देता है। वहीं CNG वेरिएंट में ट्विन-सिलेंडर टेक्नोलॉजी के कारण बूट स्पेस भी सामान रखने के लिए पर्याप्त जगह मिलती है। 3. सेफ्टी टाटा अल्ट्रोज भारत की सबसे सुरक्षित हैचबैक है, जिसे ग्लोबल NCAP क्रैश टेस्ट में 5-स्टार रेटिंग मिली है। यह इस सेगमेंट में एकमात्र हैचबैक है जो इस रेटिंग को हासिल करने में सफल रही है। इसकी मजबूत बिल्ड क्वालिटी और सेफ्टी फीचर्स इसे अलग बनाते हैं। सेफ्टी फीचर्स में शामिल हैं: CNG वेरिएंट में टैंक की सुरक्षा के लिए एडिशनल फीचर्स भी जोड़े गए हैं, जो इस सेगमेंट में रेयर है। ड्यूल क्लच ऑटोमेटिक (DCA) गियरबॉक्स में भी सेफ्टी फीचर्स शामिल हैं, जैसे कि ड्राइव मोड में गलती से डोर खोलने पर गाड़ी का आगे न बढ़ना, जो नए ड्राइवर्स के लिए खास तौर पर उपयोगी है। 4. इंजन ऑप्शन टाटा अल्ट्रोज इस सेगमेंट की एकमात्र हैचबैक है जो तीन इंजन ऑप्शन ऑफर करती है: पेट्रोल, डीजल, और CNG DCA गियरबॉक्स, जो आमतौर पर प्रीमियम कारों में देखा जाता है, इस सेगमेंट में AMT या CVT की तुलना में ज्यादा रिफाइंड एक्सपीरियंस ऑफर करता है। 5. कंक्लूजन टाटा अल्ट्रोज का अपडेटेड वर्जन भारत के प्रीमियम हैचबैक सेगमेंट में एक गेम-चेंजर साबित हो सकता है। भारत में, जहां मारुति सुज़ुकी बलेनो, हुंडई i20, और होंडा जैज़ जैसे कॉम्पिटिटर पहले से मौजूद हैं, अल्ट्रोज अपनी 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग, प्रीमियम फीचर्स, और 3 इंजन ऑप्शन्स के साथ अलग पहचान बनाती है। हालांकि, कीमत एक महत्वपूर्ण फैक्टर होगी। टाटा मोटर्स ने अभी तक आधिकारिक कीमतों का खुलासा नहीं किया है। 22 मई, 2025 को लॉन्च के समय कीमत, वारंटी, और अन्य डिटेल्स सामने आएंगी। अनुमान है कि नई अल्ट्रोज की कीमत ₹6.5 लाख से ₹11 लाख (एक्स-शोरूम) के बीच हो सकती है। नई अल्ट्रोज को मारुति और हुंडई जैसे ब्रांड्स से कड़ी टक्कर मिलेगी जो कीमत और ब्रांड लॉयल्टी में मजबूत हैं।

दैनिक भास्कर 20 May 2025 2:58 pm

यूट्यूबर को हर महीने 427 करोड़ रुपए की कमाई:26 साल की उम्र में मिस्टर बीस्ट अरबपति बने, कहा- मरने से पहले पूरी संपत्ति दान करूंगा

मिस्टर बीस्ट के नाम से मशहूर यूट्यूबर जिमी डोनाल्डसन हर महीने कमाई करीब 50 मिलियन डॉलर (427 करोड़ रुपए) है। 26 साल की उम्र में वह अरबपतियों की लिस्ट में शामिल हुए हैं। यानी, उनकी नेटवर्थ करीब 8,500 करोड़ रुपए के करीब है। सेलेब्रिटी नेटवर्थ के मुताबिक वे दुनिया के 8वें सबसे युवा अरबपति हैं। मरने से पहले सारा पैसा दान करेंगे मिस्टर बीस्ट 2019 में मिस्टर बीस्ट ने ट्वीट कर कहा था, मेरा लक्ष्य पैसा कमाना है, लेकिन मरने से पहले हर पैसा दान कर दूंगा। इसके बाद 2023 में उन्होंने कहा कि अमीरों को दूसरों की मदद करनी चाहिए। मैं यही करूंगा। मेरा हर पैसा दान किया जाएगा। इंटरव्यू में कहा था, मैं सिर्फ कागज पर अरबपति मिस्टर बीस्ट ने इसी साल फरवरी में एक पॉडकास्ट इंटरव्यू में कहा था कि वे सर्फ कागजों पर अरबपति हैं। उन्होंने कहा मैं पेपर पर तो अरबपति हूं, लेकिन बैंक अकाउंट में 10 मिलियन डॉलर (8.3 करोड़ रुपए) भी नहीं हैं। महीने का जितना खर्च है, उतना ही खुद को सैलरी देता हूं। मिस्टर बीस्ट यूट्यूब पर सबसे बड़े क्रिएटर मिस्टर बीस्ट यूट्यूब पर सबसे बड़े क्रिएटर्स में से एक हैं। उनके यूट्यूब पर 396 मिलियन सब्सक्राइबर्स हैं। इसके अलावा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स X और इंस्टाग्राम 500 मिलियन से ज्यादा पर फॉलोअर्स हैं। 12 साल की उम्र में शुरू किया था यूट्यूब चैनल 7 मई 1998 को अमेरिका के कंसास में जन्में मिस्टर बीस्ट ने महज 12 साल की उम्र में 'MrBeast6000' नाम से यूट्यूब चैनल शुरू किया था। शुरुआती दिनों में वे गेमिंग और दूसरे यूट्यूबर्स की कमाई का अनुमान लगाने जैसे वीडियो बनाते थे, लेकिन 2017 में 1 लाख तक गिनती करने वाला वीडियो वायरल होने के बाद उनकी किस्मत बदल गई। उनका फूड और बेवरेज बिजनेस भी है... हालिया विवाद: मैक्सिको माया मंदिर वीडियो मई 2025 में, मिस्टर बीस्ट का वीडियो “आई सर्वाइव्ड 100 आवर्स इन एन एंशिएंट टेंपल” मैक्सिको के चिचेन इत्ज़ा, कालकमुल, और बलमकांचे जैसे पुरातात्विक स्थलों पर फिल्माया गया। इसने 60 मिलियन से अधिक व्यूज हासिल किए। हालांकि मैक्सिकन अधिकारियों और पुरातत्वविदों ने इसकी आलोचना की।

दैनिक भास्कर 20 May 2025 2:32 pm

हुंडई i20 का सनरूफ वाला सस्ता वैरिएंट लॉन्च:₹7.51 लाख में CVT ऑटोमैटिक गियरबॉक्स मिलेगा, TPMS जैसे सेफ्टी फीचर्स

हुंडई मोटर इंडिया ने अपनी पॉपुलर हैचबैक i20 का नया मैग्ना एक्जीक्यूटिव वैरिएंट भारत में लॉन्च किया है। यह कार के बेस वैरिएंट 'एरा' के ऊपर रहेगा। वहीं, मैग्ना और स्पोर्ट्ज (O) वैरिएंट को भी नए फीचर्स के साथ अपडेट किया गया है। मैग्ना में अब CVT गियरबॉक्स का ऑप्शन दिया गया है। यह एक ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन सिस्टम है जो गियर्स की बजाय बेल्ट और पुली का इस्तेमाल करता है, जिससे ड्राइविंग के दौरान गियर ट्रांसमिशन स्मूथ और ज्यादा माइलेज मिलता है। इसके साथ सिंगल-पैनल सनरूफ और टार प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS) जैसे फीचर्स भी जोड़े गए हैं। कार 6 एयरबैग स्टैंडर्ड और ADAS जैसे एडवांस्ड सेफ्टी फीचर के साथ आती है। कंपनी ने इसका फेसलिफ्ट वर्जन सितंबर 2023 में लॉन्च किया था। 7.04 लाख रुपए शुरुआती कीमतनए वैरिएंट की कीमत 7.51 लाख रुपए रखी गई है, जो स्टैंडर्ड ट्रिम मैग्ना से 28,000 रुपए ज्यादा है। इसकी एक्स-शोरूम कीमत 7.04 लाख रुपए से शुरू होती है, जो टॉप एंड वैरिएंट में 10 लाख रुपए तक जाती है। सेगमेंट में इसका मुकाबला टाटा अल्ट्रोज, मारुति बलेनो और टोयोटा ग्लांजा से है।

दैनिक भास्कर 19 May 2025 4:48 pm

टाटा हैरियर EV 3 जून को लॉन्च होगी:एक बार चार्ज करने पर मिलेगी 500 Km की रेंज, ₹25 लाख हो सकती है कीमत

टाटा 3 जून को हैरियर का इलेक्ट्रिक वर्जन लॉन्च करेगी। कंपनी ने हैरियर EV को भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 में प्रदर्शित किया गया था। हैरियर EV में लगभग 500 किमी की रेंज मिल सकती है। इसमें क्वाड-व्हील-ड्राइव (QWD) डुअल-मोटर सेटअप और प्रीमियम फीचर्स मिलेंगे। हैरियर ईवी का मुकाबला महिंद्रा XEV 9e और क्रेट EV से होगा। डिजाइन और स्टाइलटाटा हैरियर EV का लुक इसके डीजल वर्जन से मिलता-जुलता है। हैरियर EV में क्लोज ग्रिल (सेल्ड फ्रंट ग्रिल), EV बैजिंग और सिल्वर बॉडी क्लैडिंग, आकर्षक लाइटिंग और कनेटेड लाइट बार मिलता है। इसमें नए टर्बाइन-लेड टाइल अलॉय व्हील (17–19 इंच तक) मिलते हैं। यह डुअल-मोटर सेटअप के साथ क्वाड-व्हील-ड्राइव (AWD) कॉन्फिगरेशन में उपलब्ध होगी, जो 500 Nm का पीक टॉर्क प्रदान करेगी। सिंगल-मोटर वेरिएंट भी उपलब्ध होगा, हालांकि बैटरी की सटीक जानकारी अभी सामने नहीं आई है। टाटा हैरियर ईवी की कीमत 25 लाख से 30 लाख रुपए (एक्स-शोरूम) के बीच हो सकती है। अभी टाटा की 5 कारें बाजार मेंअभी तक टाटा की 5 इलेक्ट्रिक कारें बाजार में लॉन्च हो चुकी हैं। टाटा टियागो ईवी इसकी शुरुआती कीमत 7.99 लाख रुपए है। टाटा पंच ईवी, टाटा टिगोर ईवी, टाटा नेक्सॉन ईवी और टाटा कर्व ईवी भी पहले ही लॉन्च हो चुकी हैं। जनवरी में लॉन्च हुई थी क्रेटा ईवीहुंडई मोटर इंडिया ने इसी साल 17 जनवरी को भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 में अपनी मिड साइज इलेक्ट्रिक SUV क्रेटा ईवी लॉन्च की थी। इसकी शुरुआती कीमत 17.99 लाख रुपए (एक्स शोरूम) रखी गई है। टॉप वैरिएंट में इसकी कीमत 23.99 लाख रुपए तक जाती है।

दैनिक भास्कर 19 May 2025 2:06 pm

इसरो का सबसे सफल रॉकेट कैसे हुआ फेल:PSLV-C61 मिशन के थर्ड स्टेज में खराबी आई, ये इसरो का 101वां लॉन्च था

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी, इसरो का PSLV-C61 मिशन तकनीकी खराबी के कारण फेल हो गया। इस मिशन में EOS-09 अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट को 524 किलोमीटर की सन-सिंक्रोनस पोलर ऑर्बिट में स्थापित किया जाना था। इसरो का यह 101वां लॉन्च मिशन था। इसरो ने मिशन फेल होने के कारणों का पता लगाने के लिए एक कमेटी बनाई है। खबर में आगे बढ़ने से पहले इन टेक्निकल शब्दों के बारे में जान लीजिए जिससे पूरी खबर को समझना आसान हो जाएगा: पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल: PSLV इसरो का एक भरोसेमंद रॉकेट है, जो सैटेलाइट्स को पृथ्वी की कक्षा, खासकर पोलर और सन-सिंक्रोनस ऑर्बिट (600-800 Km) में लॉन्च करता है। यह चार स्टेज (सॉलिड और लिक्विड इंजन) वाला लॉन्च व्हीकल है, जो रिमोट सेंसिंग, कम्युनिकेशन और साइंटिफिक मिशन्स के लिए इस्तेमाल होता है। ग्राउंड-लिट स्ट्रैप-ऑन मोटर्स: रॉकेट के एडिशनल बूस्टर इंजन होते हैं, जो लॉन्च के समय जमीन पर ही इग्नाइट होकर रॉकेट को शुरुआती थ्रस्ट देते हैं। ये PSLV जैसे रॉकेट के मुख्य कोर के साथ जुड़े होते हैं और लिफ्ट-ऑफ के लिए जरूरी ताकत देते हैं। प्रोपेलेंट खत्म होने पर ये अलग हो जाते हैं। ऑनबोर्ड इंस्ट्रूमेंटेशन: यह रॉकेट या सैटेलाइट पर लगे सेंसर और उपकरण हैं, जैसे एक्सलरोमीटर, गायरोस्कोप और इनर्शियल मेजरमेंट यूनिट (IMU), जो रियल-टाइम में गति, दिशा, ऊंचाई और अन्य डेटा मापते हैं। यह डेटा टेलीमेट्री के जरिए ग्राउंड स्टेशन को भेजा जाता है, ताकि मिशन की स्थिति और ट्रैजेक्ट्री को मॉनिटर किया जा सके। टेलीमेट्री: यह एक ऐसी तकनीक है जिसमें रॉकेट या सैटेलाइट से डेटा (जैसे गति, ऊंचाई, दबाव, ओरिएंटेशन) को रियल-टाइम में ग्राउंड स्टेशन तक रेडियो सिग्नल के जरिए भेजा जाता है। यह डेटा मिशन की निगरानी और विश्लेषण के लिए जरूरी होता है। ग्राउंड-बेस्ड ट्रैकिंग: वह प्रक्रिया है जिसमें रडार, एंटीना और ग्राउंड स्टेशनों का उपयोग करके रॉकेट या सैटेलाइट की स्थिति, गति और दिशा को रियल-टाइम में ट्रैक किया जाता है। यह ऑनबोर्ड इंस्ट्रूमेंटेशन डेटा से अलग होता है और मिशन को मॉनिटर करने में मदद करता है। क्लोज लूप गाइडेंस: एक ऑटोमेटिक कंट्रोल सिस्टम है, जिसमें रॉकेट का ऑनबोर्ड कंप्यूटर रियल-टाइम डेटा का एनालिसिस कर ट्रैजेक्ट्री, थ्रस्ट और ओरिएंटेशन को कोऑर्डिनेट करता है। यह सुनिश्चित करता है कि रॉकेट ग्राउंड कंट्रोल के हस्तक्षेप के बिना अपनी निर्धारित कक्षा में सटीकता से पहुंचे। मिशन की शुरुआत: सब कुछ सामान्य PSLV-C61 का लॉन्च आज यानी, 18 मई को सुबह 5:59 बजे श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से किया गया। लॉन्च के शुरुआती चरणों में सब कुछ योजना के अनुसार चल रहा था। काउंटडाउन, फर्स्ट स्टेज का इग्निशन, लिफ्ट-ऑफ और सॉलिड मोटर्स का प्रदर्शन सामान्य था। चार ग्राउंड-लिट स्ट्रैप-ऑन मोटर्स और सेंट्रल कोर ने ठीक उसी तरह काम किया, जैसा कि अनुमान था। इसके बाद एयर-लिट स्ट्रैप-ऑन मोटर्स का इग्निशन भी समय पर हुआ, और रॉकेट अपनी निर्धारित ट्रैजेक्ट्री पर आगे बढ़ रहा था। इसरो के अनाउंसमेंट्स में बार-बार कहा गया कि फर्स्ट स्टेज का प्रदर्शन सामान्य है। सेकंड स्टेज ने भी पूरी तरह से सामान्य प्रदर्शन किया। इसमें लिक्विड फ्यूल पर चलने वाले विकास इंजन का उपयोग होता है। इस दौरान ऑनबोर्ड इंस्ट्रूमेंटेशन और ग्राउंड-बेस्ड ट्रैकिंग डेटा पूरी तरह से एक-दूसरे के साथ मेल खा रहे थे। रियल-टाइम डेटा और एनिमेशन भी कर्व्स के हिसाब से थे, जो दिखा रहा था कि रॉकेट अपनी गति और ऊंचाई हासिल कर रहा है। कहां हुई चूक: थर्ड स्टेज में गड़बड़ी मिशन में समस्या तब शुरू हुई, जब रॉकेट अपने तीसरे चरण (PS3) में पहुंचा, जो एक सॉलिड मोटर है। इसरो के अनुसार, थर्ड स्टेज का इग्निशन 262.9 सेकेंड पर सामान्य रूप से हुआ। शुरुआती डेटा में सब कुछ ठीक दिखाई दे रहा था। इस दौरान रॉकेट की ऊंचाई 344.9 किलोमीटर, गति 5.62 किमी/सेकेंड और रेंज 888.4 किलोमीटर थी। हालांकि, 376.8 सेकेंड के बाद टेलीमेट्री डेटा में गड़बड़ दिखाई देने लगी। इसरो के ग्राउंड स्टेशनों पर दो प्रकार के डेटा का एनालिसिस किया जाता है: इन दोनों डेटा सोर्स को ग्राफ में दिखाया जाता है, जहां ग्रीन लाइन ऑनबोर्ड इंस्ट्रूमेंटेशन और येलो लाइन ट्रैकिंग डेटा को दर्शाती है। मिशन के शुरुआती चरणों में ग्रीन और यलो लाइनें पूरी तरह से ओवरलैप कर रही थीं, जो यह दर्शा रहा था कि रॉकेट का प्रदर्शन ठीक है। लेकिन थर्ड स्टेज के दौरान, लगभग 376.8 सेकेंड पर, ये दोनों लाइनें अलग होने लगीं। ऑनबोर्ड सेंसर्स से डेटा दिखाने वाली ग्रीन लाइन में जिगजैग पैटर्न और डेविएशन दिखाई देने लगा। वहीं ट्रैकिंग डेटा दिखाने वाली यलो लाइन एक अलग स्थिति बता रही थी। यह डेविएशन इस बात का संकेत था कि कुछ गड़बड़ी हो गई है। संभावित कारण: थ्रस्ट में असमानता या डेटा ट्रांसमिशन की गड़बड़ी थर्ड स्टेज के दौरान रॉकेट क्लोज लूप गाइडेंस मोड में था, जिसमें ऑनबोर्ड कंप्यूटर रियल-टाइम डेटा के आधार पर स्वतंत्र रूप से निर्णय लेता है। इस मोड में, इनर्शियल मेजरमेंट यूनिट, ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (GNSS) और अन्य सेंसर्स रॉकेट के ओरिएंटेशन, थ्रस्ट और ट्रैजेक्ट्री को नियंत्रित करते हैं। लेकिन इस मिशन में, ऑनबोर्ड सिस्टम द्वारा भेजा गया डेटा ट्रैकिंग डेटा से मेल नहीं खा रहा था। विश्लेषकों का मानना है कि इस डेविएशन के कई संभावित कारण हो सकते हैं: इस डेविएशन के बाद, रॉकेट ने अपनी ट्रैजेक्ट्री को गलत तरीके से एडजस्ट करना शुरू कर दिया, जिसके कारण यह अपनी निर्धारित कक्षा में नहीं पहुंच सका। चौथे चरण (PS4) का इग्निशन भी हुआ, लेकिन तब तक मिशन की सफलता संभव नहीं थी। फाइनली मिशन को बीच में ही रद्द करना पड़ा, और रॉकेट व सैटेलाइट को नष्ट कर दिया गया। इसरो चेयरमैन: फेलियर एनालिसिस कमेटी कारणों का पता लगाएगी इसरो के चेयरमैन वी. नारायणन ने बताया कि थर्ड स्टेज के बाद मिशन में अनॉमली देखी गई, जिसके कारण EOS-09 सैटेलाइट को कक्षा में स्थापित नहीं किया जा सका। उन्होंने कहा, “हमने इस असफलता के कारणों का पता लगाने के लिए एक फेलियर एनालिसिस कमेटी बनाई है। ये कमेटी टेलीमेट्री डेटा, ऑनबोर्ड सिस्टम लॉग्स और ग्राउंड ट्रैकिंग डेटा का डिटेल्ड एनालिसिस करेगी। लाखों बिट्स डेटा का अध्ययन कर हम सटीक कारणों का पता लगाएंगे और भविष्य के मिशनों के लिए सुधार करेंगे।” सैटेलाइट का इस्तेमाल एग्रीकल्चर, फॉरेस्ट्री और आपदा प्रबंधन में होना था PSLV रॉकेट के साथ भेजा गया 1,696.24 किलोग्राम वजनी EOS-09 सैटेलाइट इसरो के अर्थ ऑब्जर्वेशन प्रोग्राम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था। इसका उद्देश्य एग्रीकल्चर, फॉरेस्ट्री और आपदा प्रबंधन में अनुप्रयोगों के लिए हाई-रिज़ॉल्यूशन इमेजरी प्रदान करना था। PSLV की विश्वसनीयता पर सवाल? PSLV (पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल) इसरो का सबसे भरोसेमंद रॉकेट रहा है, जिसे “वर्कहॉर्स” के रूप में जाना जाता है। इसके 60 से अधिक मिशनों में से अधिकांश सफल रहे हैं, और यह रॉकेट भारत के साथ-साथ वैश्विक ग्राहकों के सैटेलाइट्स को कक्षा में स्थापित करने में सक्षम रहा है। इसरो ने पहले भी असफलताओं से सबक लिया है। उदाहरण के लिए, 2021 में EOS-03 मिशन की असफलता के बाद, क्रायोजेनिक स्टेज के टैंक में प्रेशर की समस्या का पता लगाया गया था, और उसके आधार पर सुधार किए गए थे। इस बार भी इसरो की टीम प्रक्षेपण से पहले की तैयारियों, लॉन्च प्रक्रिया और ऑनबोर्ड सिस्टम के सभी डेटा लॉग्स का गहन विश्लेषण करेगी।

दैनिक भास्कर 18 May 2025 1:07 pm

धूप में कार 70 डिग्री तक गर्म हो सकती है:टायर, AC, इंजन की देखभाल जरूरी; सोलर फैन और कार अंब्रेला काम आएंगे

देश के कई राज्य इस वक्त तेज गर्मी की चपेट में हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने जम्मू-कश्मीर, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में हीट वेव का भी अलर्ट जारी किया है। बिहार-ओडिशा में भी उमस की स्थिति रह सकती है। कई राज्यों में इस समय तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। इतने टेम्परेचर में धूप में खड़ी एक कार के अंदर का टेम्परेचर 70 डिग्री तक पहुंच जाता है। ऐसे मौसम में दिनभर धूप में कार रहने से कई तरह की प्रॉब्लम हो सकती है। इसका असर आपकी हेल्थ पर भी पड़ सकता है। इसलिए अपनी कार का ध्यान रखना बहुत जरूरी हो जाता है। अब जानते हैं कि आप अपनी कार को गर्मी के मौसम में कैसे मेंटेन कर सकते हैं... 1. एयर कंडीशन की करा लें सर्विस नई गाड़ियों की कूलिंग तो काफी अच्छी होती है, लेकिन जैसे-जैसे गाड़ियां पुरानी होती जाती हैं और उन पर ध्यान नहीं दिया जाता है तो कूलिंग भी घट जाती है। गर्मियों में कार में एयर कंडीशनर (AC) सबसे जरूरी होता है। अगर यह ठीक से काम नहीं कर रहा है तो यह आपके लिए परेशानी का सबब बन सकता है। इस तरह की कंडीशन में एयर कंडीशनर की सर्विस कराना जरूरी हो जाता है। 2. गर्मी में इंजन को मेंटेन करें गर्मी में गाड़ी का इंजन जल्दी गर्म हो जाता है। इंजन को गाड़ी का हार्ट (दिल) कहा जाता है और इसे गर्म होने से बचाने के लिए प्रॉपर मेंटेनेंस की जरूरत होती है। अगर कार में कूलेंट ठीक से काम नहीं कर रहा है और इंजन ऑयल कम या पुराना है तो यह इंजन के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। ओवर हीट की वजह से इंजन के सीज होने का भी खतरा बना रहता है। 3. टायर प्रेशर मेंटेन करें हीट कंडीशन में कई बार टायर फटने की घटना भी हो जाती हैं। इसलिए समय-समय पर टायर प्रेशर को चेक करते रहना चाहिए कि कहीं ये कम या ज्यादा तो नहीं है। आजकल कई कारों में टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS) भी दिया जा रहा है। इसके अलावा TPMS दो से तीन हजार रुपए की कीमत में कार एसेसरीज की शॉप्स और ऑनलाइन भी मिल जाते हैं। कार के केबिन को ठंडा रखने के लिए कुछ गैजेट देश में हर दिन हजारों कारों की बिक्री होती है, लेकिन छांव में कार पार्क करना तो दूर कई बार पार्किंग स्पेस ही नहीं मिलता। इसलिए ज्यादातर समय गाड़ियों को धूप में ही पार्क करना पड़ता है। इससे सनलाइट डायरेक्ट विनशील्ड और विंडो के जरिए कार में आती है और इससे डैशबोर्ड, सीट्स और पूरा केबिन ही गर्म हो जाता है। यहां हम आपको कुछ ऐसे गैजेट बता रहे हैं जिनसे आप अपनी गाड़ी को ठंडा रख सकते हैं... 1. सोलर पावर फैन ये फैन सोलर पावर से चलता हैं। इसे कार की किसी भी विंडो या विंडशील्ड पर लगा सकते हैं। कार को पार्क करने पर ये केबिन के टेम्परेचर को बढ़ने नहीं देता है और हीट को बाहर निकालता रहता है। इस डिवाइस को आप ऑनलाइन या किसी कार एसेसरीज की शॉप से भी खरीद सकते हैं। 2. सनशेड गर्मी में गाड़ी की विंडशील्ड और विंडो पर सनशेड लगाना चाहिए। अक्सर लोग विंडो के लिए तो सनशेड खरीद लेते हैं, लेकिन विंडशील्ड पर ध्यान नहीं देते। जबकि मेजर पोर्शन विंडशील्ड का ही होता है। गाड़ी पार्क करने पर ये सनशेड सनलाइट को केबिन में आने से रोक देते हैं और कार गर्म नहीं होती। 3. कार अंब्रेला इस अंब्रेला को गाड़ी के टॉप पर लगा देते हैं। इससे कार छांव में खड़ी रहती है और गर्म नहीं होती। इस अंब्रेला को भारत में प्रैक्टिकली यूज करना नुकसानदायक हो सकता है, क्योंकि पब्लिक प्लेस पर लोग इस अंब्रेला को नुकसान पहुंचा सकते हैं। हालांकि जब आप अपनी गाड़ी को किसी सिक्योर जगह पर पार्क करते हैं तो इस एसेसरीज को यूज कर सकते हैं। 4. वाटर कूलिंग कुशन कवर्स कार को घर से बाहर कहीं पार्क करने के बाद जब वापस आते हैं, तो अक्सर सीट्स बहुत गर्म हो जाती हैं। खास तौर पर जब आपकी गाड़ी में लेदर सीट्स लगी हों। इससे बचने के लिए आपको मार्केट में वाटर कूलिंग कुशन कवर्स मिलते हैं। ऑनलाइन साइट्स पर ये आसानी से डेढ़ से दो हजार रुपए में मिल जाते हैं। इनका यूज करने से सीट कम गरम लगती है। 5. वेंटीलेटेड सीट्स ये सीट्स कवर की तरह गाड़ी की सीट के ऊपर इलास्टिक बैंड के थ्रू लग जाती हैं। इस सीट के अंदर फैन लगा हुआ होता है और छोटे-छोटे पोट्स होते हैं, ताकि उनमें से हवा निकल सके। सीट का फैन गाड़ी में दिए गए 12 वोल्ट के पावर सॉकेट से कनेक्ट हो जाता है। गाड़ी का AC चालू होने के बाद भी खास तौर पर लॉन्ग ड्राइव में हमारी बैक और थाई में गर्मी लग रही होती है, लेकिन इन वेंटीलेटेड सीट्स की मदद से वहां भी गर्मी नहीं लगती। ये सीट ऑनलाइन या कार एसेसरीज की शॉप पर तीन हजार रुपए की कीमत में मिल जाती हैं। 6. कॉटन फैब्रिक सीट्स कवर कार में सीट पर कॉटन फैब्रिक सीट कवर लगवा सकते हैं। ये ज्यादा महंगे नहीं आते हैं और डायरेक्ट सनलाइट पड़ने पर भी उतने गर्म नहीं होते हैं, जितने कि लेदर सीट गर्म हो जाती हैं, लेकिन इस बात का ध्यान जरूर रखिएगा कि अगर आपकी कार में साइड एयरबैग्स दिए गए हैं तो इन सीट कवर्स को अवॉयड करना ही बेहतर ऑप्शन है। इसकी जगह आप टॉवल यूज कर सकते हैं। इससे साइड एयरबैग्स सही तरह से काम कर सकेंगे। कार गर्म होने से बचाने और ठंडा करने के ट्रिक्स ऑटो एक्सपर्ट पीयूष पंजाबी ने बताया कि… 'वैसे तो आजकल सारी गाड़ियां स्मार्ट हो गई हैं और कनेक्टेड कार टेक्नोलॉजी के साथ लॉन्च हो रही हैं। लगभग सभी ब्रांड्स के अपने मोबाइल एप्लिकेशन हैं। इनकी मदद से आप कार तक पहुंचने से पहले ही उन्हें स्टार्ट कर सकते हैं, एसी ऑन कर सकते हैं, ताकि कार केबिन ठंडा हो जाए। अगर आपके पास कोई ऐसी गाड़ी है, जिसमें कनेक्टेड कार फीचर नहीं है तो आप नीचे दिए गए अलग-अलग तरीकों से कार को ठंडा रख सकते हैं।' पीयूष पंजाबी आगे बताते हैं…, 'वैसे तो कोशिश करें कि गर्मी के दिनों में कार हमेशा छांव में ही खड़ी करें। इससे केबिन के अंदर का टेम्परेचर ज्यादा नहीं बढ़ेगा और गाड़ी का पेंट भी खराब नहीं होगा। गाड़ी अगर ज्यादा धूप में खड़ी रहेगी तो पेंट खराब होता है। टायर्स को ठंडा रखना चाहते हैं तो हमेशा नाइट्रोजन ही डलवाएं। ये नॉर्मल हवा के मुकाबले ठंडी रहती है और टायर को गर्म नहीं होने देती। नाइट्रोजन में नमी नहीं होती, इसलिए ये हाई टेम्परेचर में भी ज्यादा स्थिर रहती है। इससे टायर फटने या ओवरहीट होने का खतरा कम हो जाता है।

दैनिक भास्कर 18 May 2025 5:00 am

2025 किआ कैरेंस क्लाविस 1 लीटर डीजल में 19.54km चलेगी:पेट्रोल में 16.66kmpl का माइलेज, लेवल-2 ADAS सेफ्टी फीचर्स के साथ 23 मई को लॉन्च होगी

किआ मोटर्स इंडिया भारतीय बाजार में 23 मई को नई प्रीमियम MPV कैरेंस क्लाविस लॉन्च करने जा रही है। इससे पहले कंपनी ने आज (17 मई) इसके माइलेज की डिटेल्स शेयर कर दी हैं। कार में 3 इंजन ऑप्शन मिलेंगे। कंपनी का दावा है कि कार डीजल इंजन के साथ 19.54kmpl का माइलेज देगी। वहीं, टर्बो-पेट्रोल इंजन में 7-स्पीड गियरबॉक्स के साथ 16.66kmpl का माइलेज मिलेगा। कंपनी इसे 8 मई रिवील किया था। अपडेटेड MPV को किआ कैरेंस के प्रीमियम मॉडल के रूप में पेश किया गया है। यानी इसमें कैरेंस से ज्यादा फीचर मिलेंगे। इसमें नई डिजाइन लैंग्वेज और कॉस्मेटिक चेंजेस के साथ 6 एयरबैग स्टैंडर्ड और लेवल-2 एडवांस ड्राइविंग असिस्ट सिस्टम (ADAS) जैसे सेफ्टी फीचर्स दिए गए हैं। 11 लाख रुपए हो सकती है शुरुआती कीमत कंपनी ने कार को 7 वैरिएंट के साथ उतारा है। इसमें HTE, HTE(O), HTK, HTK+, HTK+(O), HTX और HTX+ शामिल हैं। क्लाविस को इस महीने के अंत तक लॉन्च किया जा सकता है। क्लाविस की कीमत मौजूदा किआ कैरेंस से ज्यादा हो सकती है। इसकी एक्स-शोरूम कीमत 11 लाख रुपए से शुरू हो सकती है। इसका मुकाबला मारुति अर्टिगा, मारुति XL6, किआ कैरेंस और टोयोटा रूमियन से रहेगा। इसके अलावा इसे टोयोटा इनोवा हाईक्रॉस, मारुति इनविक्टो और टोयोटा इनोवा क्रिस्टा से सस्ती कार के तौर पर भी चुना जा सकेगा।

दैनिक भास्कर 17 May 2025 5:13 pm

₹85-हजार के आईफोन की कीमत ₹2.5 लाख हो सकती है:ट्रम्प ने कहा था- नहीं चाहता एपल प्रोडक्ट भारत में बनें, अमेरिका में प्रोडक्शन बढ़ाएं

अगर एपल अपना मैन्युफैक्चरिंग बेस भारत या चीन से अमेरिका में शिफ्ट करता है, तो एक आईफोन की कीमत 1,000 डॉलर से बढ़कर 3,000 डॉलर तक हो सकती है। इसे रुपए में बदले तो आईफोन की कीमत करीब 85 हजार रुपए से बढ़कर करीब 2.50 लाख रुपए हो जाएगी। एक दिन पहले यानी, 16 मई को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कतर की राजधानी दोहा में बताया था कि उन्होंने एपल के CEO टिम कुक से कहा है कि भारत में फैक्ट्रियां लगाने की जरूरत नहीं है। वो नहीं चाहते कि एपल के प्रोडक्ट वहां बनाएं जाए। तीन पॉइंट में जानें आईफोन की कॉस्ट कैसे बढ़ेगी? लेबर कॉस्ट: फाइनेंशियल एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में एपल असेंबली वर्कर्स को औसतन 290 डॉलर (करीब 25,000 रुपए) प्रति माह देता है। यू.एस. न्यूनतम वेतन कानून के तहत यह बढ़कर 2900 डॉलर (करीब 2.5 लाख रुपए) हो जाएगा। यानी, ये कॉस्ट 13 गुना बढ़ जाएगी। इंफ्रा की कमी: अमेरिका में आईफोन प्रोडक्शन के लिए स्पेशलाइज्ड सप्लाई चेन और स्किल्ड लेबर फोर्स की कमी है। इसके अलावा नई मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटीज बनाने से लागत बढ़ेगी। इसका बोझ उपभोक्ताओं पर पड़ सकता है। भारत मैन्युफैक्चरिंग में PLI स्कीम के जरिए इंसेंटिव भी देता है। कंपोनेंट सोर्सिंग कॉस्ट: कई आईफोन कंपोनेंट एशिया (जैसे, चीन) से सोर्स किए जाते हैं। पास होने की वजह से भारत में भेजने की लॉजिस्टिक कॉस्ट कम है। वहीं अगर इसे अमेरिका में सप्लाई किया जाएगा तो लॉजिस्टिक कॉस्ट बढ़ जाएगी। असेंबलिंग कॉस्ट: एक डिवाइस को असेंबल करने की लागत 30 डॉलर (करीब 2500) से बढ़कर 390 डॉलर (करीब 33,000 रुपए) प्रति डिवाइस हो जाएगी। प्रति डिवाइस मुनाफा 450 डॉलर (38,000 रुपए) से घटकर 60 डॉलर (करीब 5,000 रुपए) रह जाएगा। इसका सीधा असर अमेरिकी खरीदारों पर पड़ेगा। एक्सपर्ट ने कहा- भारत से बाहर जाने से एपल को वित्तीय नुकसान होगा भारत में 60 हजार तो चीन में 3 लाख लोगों को रोजगार देता है एपल अमेरिका में लगभग 1,000 डॉलर (करीब 85 हजार रुपए) में बिकने वाले आईफोन पर भारत और चीन में मैन्युफैक्चरर्स को प्रति डिवाइस मात्र 30 डॉलर (करीब 2500) मिलते हैं। ये डिवाइस की लागत का 3% से भी कम है, लेकिन इससे रोजगार जनरेट होता है। चीन में लगभग 3 लाख कर्मचारी और भारत में 60,000 कर्मचारी इन इकाइयों में काम करते हैं। यही कारण है कि ट्रम्प चाहते हैं कि एपल अपनी मैन्युफैक्चरिंग अमेरिका में शिफ्ट करे। मार्च-24 से मार्च-25 में 60% बढ़ा आईफोन प्रोडक्शन मार्च 2024 से मार्च 2025 तक एपल ने भारत में 22 बिलियन डॉलर (करीब ₹1.88 लाख करोड़) वैल्यू के आईफोन बनाए। पिछले साल की तुलना में इसमें 60% की बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान एपल ने भारत से 17.4 बिलियन डॉलर (करीब ₹1.49 लाख करोड़) वैल्यू के आईफोन एक्सपोर्ट किए। वहीं, दुनियाभर में हर 5 में से एक आईफोन अब भारत में बन रहा है। भारत में आईफोन की मैन्युफैक्चरिंग तमिलनाडु और कर्नाटक की फैक्ट्रियों में की जाती है। इसमें सबसे ज्यादा उत्पादन फॉक्सकॉन करता है। फॉक्सकॉन एपल का सबसे बड़ा मैन्युफैक्चरिंग पार्टनर है। इसके अलावा टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और पेगाट्रॉन भी मैन्युफैक्चरिंग करते हैं।

दैनिक भास्कर 16 May 2025 5:21 pm

₹10 लाख से कम कीमत वाली 5 ऑटोमैटिक SUV:इसमें टाटा और मारुति की गाड़ियां शामिल, यहां देखें कीमत से लेकर बाकी डिटेल्स

भारत में SUV का क्रेज दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। ऊंची ग्राउंड क्लीयरेंस, स्टाइलिश लुक, और आरामदायक ड्राइविंग अनुभव के कारण ये गाड़ियां हर उम्र के लोगों को पसंद आ रही हैं। आप अगर 10 लाख रुपए के कम कीमत में ऑटोमैटिक एसयूवी खरीदने की सोच रहे हैं तो भारतीय बाजार में इस कीमत के अंदर भी कई विकल्प मौजूद हैं। हम आपको आप टाटा नेक्सॉन, मारुति सुजुकी फ्रॉन्क्स और हुंडई एक्सटर समेत 5 ऐसे विकल्पों के बारे में बताने जा रहे हैं। ये काम आपके बजट को भी नहीं बिगाड़ेगी और आपको ऑटोमैटिक एसयूवी भी मिल जाएगी। 1. टाटा नेक्सॉन टाटा मोटर्स की SUV नेक्सॉन के ऑटोमैटिक वेरिएंट की एक्स शोरूम कीमत 9.60 लाख रुपए से शुरू होती है। आप नेक्सॉन का पेट्रोल इंजन वाला स्मार्ट प्लस वेरिएंट ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ खरीद सकते हैं। इस कार में 1199 सीसी का पेट्रोल इंजन दिया गया है। जो 118 बीएचपी की मैक्सिमम पावर जनरेट करता है। ये कार 17.18 kmpl तक के माइलेज का दावा करती है। 2. मारुति सुजुकी फ्रॉन्क्समारुति सुजुकी की ओर से फ्रॉन्क्स पेश की गई है, जो ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन में भी उपलब्ध है। इस वेरिएंट की शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत 8.85 लाख रुपए है। ये कार 22.89 kmpl तक का माइलेज का दावा करती है। इसमें डेल्टा, डेल्टा+ और डेल्टा+(O) मॉडल आपको 10 लाख रुपए से कम में मिल जाएंगे। इस कार में 1197 सीसी का पेट्रोल इंजन दिया गया है। 3. हुंडई एक्सटरहुंडई की SUV एक्सटर की शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत 8.30 लाख रुपए है। 9.62 लाख रुपए तक की एक्स शोरूम प्राइस के अंदर ई स्मार्ट, एस (S), एस प्लस (S+), एसएक्स स्मार्ट, एसएक्स (SX), सएक्स टेक (SX Tech) और एसएक्स ऑप्शनल (SX Opt) जैसे वेरिएंट खरीद सकते हैं। ये कार 19.2 kmpl तक का माइलेज देती है। इस कार में 1197 सीसी का पेट्रोल इंजन दिया गया है। 4. टाटा पंचटाटा पंच में 10 लाख रुपए के अंदर पंच का एडवेंचर, एडवेंचर प्लस, एडवेंचर एस, एडवेंचर प्लस एस, अकॉम्प्लिश्ड प्लस, अकॉम्प्लिश्ड प्लस एस और क्रिएटिव प्लस जैसे वेरिएंट मिल जाएंगे। इनकी एक्स शोरूम प्राइस 7.77 लाख रुपए से लेकर 9.72 लाख रुपए तक है। इस कार में 1199 सीसी का पेट्रोल इंजन दिया गया है। ये कार 19.2 kmpl तक का माइलेज देती है। 5. टोयोटा अर्बन क्रूजर टैसरइस कार के ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन की शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत 9.13 लाख रुपए है। इस कार के S और S+ मॉडल को आप 10 लाख रुपए से कम में ले सकेंगे। कंपनी का दावा है कि ये कार 22.79 kmpl तक का माइलेज देती है। इस कार में 1,462 सीसी का पेट्रोल इंजन दिया गया है। कार खरीदने से पहले ये 5 बातें जरूर ध्यान रखें ऑटोमैटिक कार में मिलता है ज्यादा माइलेजऑटोमैटिक ट्रांसमिशन में बार-बार क्लच दबाने और गियर बदलने की झंझट नहीं होता। इससे शहर में गाड़ी चलाना आराम और सुविधाजनक रहता है। इसके अलावा मैनुअल कारों की तुलना में ऑटोमैटिक कारें ज्यादा माइलेज देती हैं।

दैनिक भास्कर 16 May 2025 2:37 pm

KTM ने गाड़ियों की कीमत ₹15,000 तक बढ़ाई:KTM RC 200 अब ₹2.33 लाख की मिलेगी; 390 ड्यूक की कीमत सबसे कम ₹1,000 बढ़ी

ऑस्ट्रेलियन टू-व्हीलर मेकर KTM ने गुरुवार (15 मई) को भारतीय बाजार में अपनी सभी गाड़ियों की कीमत 15,000 रुपए तक बढ़ा दी है। सभी बाइकों में KTM RC 200 की कीमत में सबसे ज्यादा 15,000 रुपए की बढ़ोतरी हुई है। जिससे यह अपनी काम्पिटीटर यामाहा R15 v4 से 49,000 रुपए महंगी हो गई है। इसके अलावा 250 ड्यूक और RC 390 दोनों की कीमतों में 5,000 रुपए की बढ़ोतरी हुई है। नई कीमतें लागू होने के बाद KTM RC 390 सबसे महंगी और KTM 250 ड्यूक सबसे सस्ती बाइक है। अब KTM की मोस्ट पॉपुलर बाइक केटीएम 390 ड्यूक के फीचर्स जानिए KTM ने 12 मार्च को इंडियन मार्केट में नेकेड एडवेंचर बाइक 390 ड्यूक का अपडेटेड 2025 मॉडल लॉन्च किया था। इसे अपडेट फीचर और नए स्टील्थ एबोनी ब्लैक कलर ऑप्शन के साथ पेश किया गया था। नई केटीएम 390 ड्यूक में क्रूज कंट्रोल और क्रॉल फंक्शन जैसे फीचर शामिल किए गए हैं। इससे पहले कंपनी ने ये फीचर 2025 KTM 390 एडवेंचर बाइक में शामिल किए थे। इनसे 390 ड्यूक अब लंबी हाईवे राइड के लिए ज्यादा आरामदायक बन गई है। इसके अलवा बाइक में ABS और ट्रैक्शन कंट्रोल जैसे सेफ्टी फीचर्स मिलते हैं। भारत में बाइकों का मुकाबला टीवीएस अपाचे RTR 310 से है।

दैनिक भास्कर 15 May 2025 7:15 pm

सिट्रोएन C3 CNG ₹7.16 लाख में लॉन्च:इसकी कीमत बेस वैरिएंट से ₹93,000 ज्यादा, कंपनी का दावा- फुल टैंक पर 200 Km तक चलेगी

सिट्रोएन की C3 CNG 7.16 लाख रुपए (एक्स शोरूम) की शुरुआती कीमत में लॉन्च कर दी गई है। यानी सिट्रोएन C3 अब डीलर-लेवल CNG किट फिटमेंट के साथ अवेलेबल है, जिसकी कीमत इसके बेस वैरिएंट से 93,000 रुपए ज्यादा है। सिट्रोएन C3 CNG चार वेरिएंट लाइव, फील, फील (O) और शाइन में अवेलेबल है। इसकी कीमत 7.16 लाख रुपए से 9.24 लाख रुपए (एक्स-शोरूम) है। कंपनी CNG कंपोनेंट के लिए C3 के समान ही 3 साल/1 लाख km की वारंटी दे रही है। फुल टैंक पर 200 Km तक चलेगी, 55 लीटर की कैपेसिटी सिट्रोएन इंडिया डीलरशिप ने C3 हैचबैक में CNG किट की सप्लाई और इंस्टॉलेशन के लिए लोवाटो के साथ टाई-अप किया है। सिंगल सिलेंडर CNG किट में 55 लीटर की कैपेसिटी है। कंपनी का कहना है कि फुल टैंक पर यह 170-200 Km तक चल सकती है। CNG किट 1.2-लीटर नेचुरली एस्पिरेटेड इंजन के साथ अवेलेबल सिट्रोएन ने कंफर्म किया है कि CNG किट केवल 1.2-लीटर नेचुरली एस्पिरेटेड इंजन के साथ अवेलेबल है, जो पेट्रोल पर 82hp की पावर और 115Nm का टॉर्क जनरेट करता है। हालांकि, फ्रांसीसी ब्रांड ने अभी तक CNG पर आउटपुट आंकड़े नहीं बताए हैं, लेकिन इसका दावा है कि ARAI फ्यूल इकोनॉमी 28.1km/kg है। इसमें 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स दिया गया है। सिट्रोएन का यह भी दावा है कि स्टैंडर्ड पेट्रोल मॉडल से राइड क्वालिटी सुनिश्चित करने के लिए रियर सस्पेंशन को अपग्रेड किया गया है। C3 CNG का कॉम्पिटिशन वैगन आर, पंच और एक्सटर से होगा मार्केट में सिट्रोएन C3 CNG का कॉम्पिटिशन मारुति वैगन आर, टाटा पंच और हुंडई एक्सटर से होगा। सिट्रोएन C3 CNG की कीमत मारुति की वैगन आर (6.89-7.13 लाख रुपए) से ज्यादा है। हालांकि, सिट्रोएन टाटा पंच (7.30-10.00 लाख रुपए) और हुंडई एक्सटर (8.63-9.53 लाख रुपए) से कम कीमत पर अवेलेबल है।

दैनिक भास्कर 15 May 2025 6:15 pm

मोटोरोला का फोल्डेबल फोन रेजर 60 अल्ट्रा लॉन्च:4-इंच एक्सटर्नल डिस्प्ले के साथ स्नैपड्रैगन 8 एलिट चिपसेट और 50MP ट्रिपल कैमरा; कीमत ₹99,000

स्मार्टफोन मेकर मोटोरोला ने भारत में अपना नया फोल्डेबल फोन मोटोरोला रेजर 60 अल्ट्रा लॉन्च कर दिया है। फोन में स्नैपड्रैगन 8 एलिट चिपसेट, 50MP का ट्रिपल कैमरा सेटअप, रिडिजाइंड टाइटेनियम हिंज जैसे फीचर्स शामिल हैं। स्मार्टफोन 16GB + 512GB स्टोरेज के साथ बाजार में उतारा गया है। इसकी कीमत 99,000 रुपए है। मोटोरोला का दावा है कि रेजर 60 अल्ट्रा में 7 इंच का डिस्प्ले किसी भी फोल्डेबल फोन के डिस्प्ले की तुलना में सबसे बड़ा और एडवांस है। इस स्मार्टफोन को कंपनी ने मोटो AI 2.0 फीचर दिया है। मोटोरोला यह नया फोल्डेबल डिवाइस प्रीमियम सेगमेंट में सैमसंग गैलेक्सी Z फ्लिप 5 और ओप्पो फाइंड N3 फ्लिप को टक्कर देगा। मोटोरोला रेजर 60 अल्ट्रा: स्पेसिफिकेशन डिस्प्ले: फोन में 7-इंच का 1.5K pOLED LTPO इंटरनल फोल्डेबल डिस्प्ले है। इसमें 165Hz रिफ्रेश रेट, डॉल्बी विजन सपोर्ट दिया गया है। इसके साथ ही 4-इंच का pOLED LTPO कवर डिस्प्ले दिया गया है। कवर स्क्रीन को कोर्निंग गोरिल्ला ग्लास सेरामिक प्रोटेक्शन मिला है। प्रोसेसर और OS: परफॉर्मेंस के लिए क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 8 एलिट चिपसेट के साथ 16GB LPDDR5X रैम + 512GB UFS 4.1 स्टोरेज दिया गया है। डिवाइस Android 15 पर बेस्ड मोटोरोला कस्टम UI पर रन करेगा। कैमरा: फोटोग्राफी के लिए 50MP प्राइमरी सेंसर + 50MP अल्ट्रावाइड कैमरा (रियर) और सेल्फी/वीडियो कॉल के लिए 50MP का फ्रंट कैमरा दिया गया है। मोटो AI 2.0 फीचर्स के जरिए AI इमेज ऑप्टिमाइजेशन और वीडियो एडिटिंग टूल्स दिए जाएंगे। बैटरी और चार्जिंग: पावर बैकअप के लिए 4,700mAh बैटरी दी गई है, जिसे 68W टर्बोपावर वायर्ड चार्जिंग और 30W वायरलेस चार्जिंग सपोर्ट दिया गया है। कनेक्टिविटी: 5G, वाई-फाई 7, ब्लूटूथ 5.4, NFC और यूएसबी टाइप-C पोर्ट दिया गया है। साथ ही, डिवाइस को IP48 रेटिंग मिली है, जो धूल और पानी के छींटों से सुरक्षा देता है।

दैनिक भास्कर 15 May 2025 5:53 pm

ट्रम्प बोले- मैं नहीं चाहता एपल प्रोडक्ट भारत में बनें:कंपनी के CEO को सलाह- अमेरिका में प्रोडक्शन बढ़ाएं, भारत अपना ख्याल खुद रख लेगा

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एपल के CEO टिम कुक से कहा है कि भारत में फैक्ट्रियां लगाने की जरूरत नहीं है। मैं नहीं चाहता हूं कि एपल के प्रोडक्ट वहां बनाएं। इंडिया अपना ख्याल खुद रख सकता है। एपल CEO के साथ हुई इस बातचीत की जानकारी ट्रम्प ने गुरुवार को कतर की राजधानी दोहा में बिजनेस लीडर्स के साथ कार्यक्रम में दी। उन्होंने कहा कि एपल को अब अमेरिका में प्रोडक्शन बढ़ाना होगा। वहीं, ट्रम्प ने कहा कि भारत ने हमें ट्रेड में जीरो टैरिफ डील की पेशकश की है। उन्होंने कहा कि भारत हमसे ट्रेड में कोई चार्ज नहीं लेने को तैयार है। ट्रम्प का पूरा बयान मुझे कल टिम कुक के साथ थोड़ी परेशानी हुई। मैंने उनसे कहा, टिम, तुम मेरे दोस्त हो, मैंने तुम्हारे साथ बहुत अच्छा व्यवहार किया, तुम 500 बिलियन डॉलर लेकर आ रहे हो, लेकिन अब मैं सुन रहा हूं कि तुम पूरे भारत में प्रोडक्शन कर रहे हो। मैं नहीं चाहता कि तुम भारत में प्रोडक्शन करो। अगर तुम भारत का ख्याल रखना चाहते हो तो तुम भारत में निर्माण कर सकते हो क्योंकि भारत दुनिया में सबसे ज़्यादा टैरिफ वाले देशों में से एक है। भारत में बेचना बहुत मुश्किल है और उन्होंने हमें एक डील ऑफर की है जिसके तहत वे हमसे कोई टैरिफ नहीं वसूलने को तैयार हैं। मैंने टिम से कहा, टिम, देखो, हमने तुम्हारे साथ बहुत अच्छा व्यवहार किया है, हमने वर्षों तक चीन में तुम्हारे द्वारा बनाए गए सभी संयंत्रों को सहन किया, अब तुम्हें अमेरिका में निर्माण करना होगा, हम नहीं चाहते कि तुम भारत में निर्माण करो। इंडिया अपना ख्याल खुद रख सकता है। अमेरिकी बाजार में बिकने वाले 50% आईफोन भारत में बन रहे एपल के CEO टिम कुक ने हाल ही दिए एक इंटरव्यू में बताया था कि अमेरिकी बाजार में बिकने वाले 50% आईफोन भारत में बन रहे हैं। कुक ने कहा कि भारत अप्रैल-जून तिमाही में अमेरिका में बिकने वाले आईफोन्स का कंट्री ऑफ ओरिजिन बन जाएगा। उन्होंने बताया कि एयरपॉड्स, एपल वॉच जैसे अन्य प्रोडक्ट्स भी ज्यादातर वियतनाम में बनाए जा रहे हैं। 2026 तक देश में सालाना 6 करोड़+ आईफोन बनेंगे मार्च-24 से मार्च-25 में 60% बढ़ा आईफोन प्रोडक्शन मार्च 2024 से मार्च 2025 तक एपल ने भारत में 22 बिलियन डॉलर (करीब ₹1.88 लाख करोड़) वैल्यू के आईफोन बनाए। पिछले साल की तुलना में इसमें 60% की बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान एपल ने भारत से 17.4 बिलियन डॉलर (करीब ₹1.49 लाख करोड़) वैल्यू के आईफोन एक्सपोर्ट किए। वहीं, दुनियाभर में हर 5 में से एक आईफोन अब भारत में बन रहा है। भारत में आईफोन की मैन्युफैक्चरिंग तमिलनाडु और कर्नाटक की फैक्ट्रियों में की जाती है। इसमें सबसे ज्यादा उत्पादन फॉक्सकॉन करता है। फॉक्सकॉन एपल का सबसे बड़ा मैन्युफैक्चरिंग पार्टनर है। इसके अलावा टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और पेगाट्रॉन भी मैन्युफैक्चरिंग करते हैं। FY 2024 में 8 बिलियन डॉलर आईफोन की सेल वित्त वर्ष 2024 में एपल के स्मार्टफोन की बिक्री 8 बिलियन डॉलर तक पहुंच गई। जबकि बाजार में इसकी हिस्सेदारी केवल 8% थी। भारत के उभरते मिडिल क्लास में अभी भी आईफोन एक लग्जरी बना हुआ है। इसलिए यहां मार्केट बढ़ने की उम्मीद है। एपल का भारत पर इतना ज्यादा फोकस क्यों? ------------------------- ये खबर भी पढ़ें... HCL-फॉक्सकॉन भारत में सेमीकंडक्टर चिप बनाएंगी: सरकार ने ₹3,700 करोड़ लागत वाले छठे प्लांट को मंजूरी दी; हर महीने 3.6 करोड़ चिप बनेंगी भारत सरकार ने बुधवार को HCL और फॉक्सकॉन को छठा सेमीकंडक्टर प्लांट बनाने की मंजूरी दी है। ये प्लांट 3,700 करोड़ रुपए की लागत से उत्तर प्रदेश के यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल जोन में जेवर एयरपोर्ट के पास बनाया जाएगा। प्लांट 20,000 वेफर्स प्रति माह की क्षमता से चलेगा। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...

दैनिक भास्कर 15 May 2025 1:42 pm

AI असिस्टेंट वाला सबसे सस्ता स्मार्टफोन आईटेल A90 लॉन्च:इसमें 6.6 इंच HD+ डिस्प्ले के साथ 5000mAh बैटरी, शुरुआती कीमत ₹6499

टेक कंपनी आईटेल ने भारतीय बाजार में एंट्री-लेवल सेगमेंट में नया स्मार्टफोन A90 लॉन्च कर दिया है। फोन की सबसे बड़ी खासियत इसका इन-बिल्ट AI असिस्टेंट एआईवाना 2.0 (Aivana 2.0) है। कंपनी का दावा है कि एंट्री-लेवल सेगमेंट में AI फीचर वाला यह सबसे सस्ता फोन है। इसमें स्मार्ट असिस्टेंट डाक्युमेंट से जवाब देने, गैलरी की इमेज को डिस्क्राइब करने, वॉट्सएप पर वीडियो और ऑडियो कॉल करने जैसे कई फीचर्स मिलते हैं। इसके अलावा इसमें 6.6 इंच का HD+ IPS डिस्प्ले के साथ 5000mAh बैटरी दी गई है। दो कलर ऑप्शन के साथ 6,499 रुपए शुरुआती कीमत आईटेल ने फोन को दो वैरिएंट में पेश किया है। इसकी शुरुआती कीमत 6499 रुपए है। फोन स्टारलाइट ब्लैक, स्पेस टाइटेनियम, अरोरा ब्लू और कॉस्मिक ग्रीन कलर ऑप्शन के साथ भारतभर के सभी रिटेल स्टोर्स पर अवेलेबल है। लॉन्च ऑफर के तहत आईटेल A90 खरीदने पर यूजर्स को 100 दिन के अंदर फ्री स्क्रीन रिप्लेसमेंट की सुविधा मिलेगी। इसके अलावा, आपको जियोसावन प्रो की 3 महीने का फ्री सब्सक्रिप्शन भी मिलेगा। आईटेल A90: वैरिएंट वाइस प्राइस आईटेल A90: स्पेसिफिकेशंस

दैनिक भास्कर 15 May 2025 12:11 pm

भारत-पाक संघर्ष का हीरो बना ​​​​​​​आकाशतीर डिफेंस सिस्टम:इसे स्वदेशी आयरन डोम कहा जा रहा, मिसाइल और ड्रोन को कुछ सेकेंड में मार गिराने में सक्षम

प्रधानमंत्री मोदी कल (13 मई) पंजाब के आदमपुर एयरबेस पर थे। यहां उन्होंने कहा, ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने हमारे मिलिट्री बेस और नागरिकों को ड्रोन, UAV, मिलिट्री एयरक्राफ्ट और मिसाइल से टारगेट किया, लेकिन ये सभी हमारे एयर डिफेंस सिस्टम के सामने नाकाम रहे।' मोदी जिस एयर डिफेंस सिस्टम की तारीफ कर रहे थे वह कोई और नहीं भारत का अपना आकाशतीर कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम है। इसकी मदद से पाकिस्तान की ओर से आ रहे सैकड़ों ड्रोन, मिसाइल और रॉकेट को हवा में ही मार गिराया। इस डिफेंस सिस्टम की प्रेस ब्रीफिंग में भी चर्चा की गई। आकाशतीर के इस कारनामे की चर्चा पूरी दुनिया में है और इसे भारत का आयरन डोम कहा जा रहा है। इस स्टोरी में बात भारत के इंटिग्रेटेड और फास्ट एयर डिफेंस सिस्टम आकाशतीर की... 1. आकाशतीर सिस्टम क्या है? आकाशतीर एक स्वदेशी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-पावर्ड एयर डिफेंस सिस्टम है जिसे भारतीय सेना के लिए डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO), इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (ISRO) और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) ने संयुक्त रूप से डिजाइन और डेवलप किया है। इसका काम लो-लेवल एयरस्पेस की निगरानी करना और ग्राउंड पर तैनात एयर डिफेंस वेपन सिस्टम को कंट्रोल करना है। आकाशतीर रडार, सेंसर और कम्युनिकेशन सिस्टम को इंटिग्रेट करके सिंगल नेटवर्क बनाता है, जो रियल टाइम में हवाई खतरों का पता लगाने, ट्रैक करने और उन्हें न्यूट्रिलाइज करने में सक्षम है। 2. आकाशतीर काम कैसे करता है? रियल-टाइम थ्रेट असेसमेंट: आकाशतीर सिस्टम रडार स्टेशन, मिसाइल यूनिट्स और एयर सेंसर जैसे अलग-अलग सोर्स से रियल टाइम डेटा लेता है और उन्हें सिंगल लाइव एयर सिचुएशन पिक्चर में बदल देता है। कुछ ही सेकेंड में डिफेंस यूनिट के पास दुश्मन की ओर से आ रहे खतरे की क्लियर इमेज होती है। फिर इसे वपन सिस्टम हवा में ही मार गिराता है। इंटर-ऑपरेटबिलिटी: इंटर ऑपरेबिलिटी का मतलब है- एक ही समय में अलग-अलग मशीनों के साथ काम करना। आकाशतीर एक ही समय में, सरफेस-टू-एयर मिसाइल, स्पाइडर सिस्टम और स्वदेशी रडार नेटवर्क जैसे रोहिणी और अरुध्रा के साथ आसानी से कनेक्ट हो जाता है। ये सभी यूनिट्स एक साथ डेटा कलेक्ट कर टारगेट की जानकारी मिसाइल सिस्टम या इंटरसेप्ट यूनिट को देते हैं। 3. भारत ने 15 साल लगाकर इसे क्यों डेवलप किया? भविष्य के युद्धों के लिए विशेष रूप से डेवलप:कमांड सिस्टम में AI की मदद से आकाशतीर भविष्य के खतरे का एनालिसिस, दुश्मन के टारगेट का रूट मैपिंग और उसके मुताबिक ऑटोमेटिक हथियार का चयन पहले ही कर लेता है। दो मोर्चों पर युद्ध में फर्स्ट लाइन ऑफ डिफेंस:एक साथ दो मोर्चों पर युद्ध की स्थिति में आकाशतीर अलग-अलग क्षेत्रों में लगे एयर डिफेंस रिस्पॉन्स टीम के बीच कोऑर्डिनेट करने में सक्षम है। यह नेत्रा और फाल्कन जैसी हवाई वॉर्निंग सिस्टम के साथ ग्राउंड बेस्ड मिसाइल यूनिट्स को जोड़ता है। सेकंड में भारत की किल चेन को मजबूत करना: आकाशतीर जिस गति से थ्रेट को समझ सकता है, प्रोसेस कर सकता है और रिस्पॉन्ड कर सकता है, वह भारत की किल चेन के लिए काफी महत्वपूर्ण है। इसका ऑटोमेशन प्रोसेसिंग टाइम को काफी कम कर देता है। इससे एयरस्पेस में डोमिनेंस और लेयर्ड डिफेंस मिलता है। 4. आकाशतीर और आयरन डोम कैसे अलग है? आकाशतीर और आयरन डोम एयर डिफेंस में अलग-अलग भूमिका निभाते हैं। जिसमें अलग-अलग फंक्शन, ओरिजिन और ऑपरेशनल फोकस हैं। चूंकि इन दोनों का काम टारगेट को ट्रैक करना और उसके मुताबिक रिएक्ट करना है। इसलिए तेज रिस्पॉन्स के लिहाज से दोनों एक जैसे लगते हैं... आकाशतीर का फोकस एरिया: एक कंट्रोलिंग और रिपोर्टिंग सिस्टम है। इसमें डायरेक्ट कोई वेपन सिस्टम शामिल नहीं होता है। यह मिसाइल या बंदूक जैसी एयर डिफेंस एसेट्स को मैनेज और कंट्रोल करता है। लेकिन सीधे टारगेट पर हमला नहीं करता है। आयरन डोम का फोकस एरिया: यह एक कायनेटिक इंटरसेप्शन सिस्टम है। जो सिविलियन और मिलिट्री क्षेत्रों को आसमान से आ रहे खतरों से बचाने के लिए डायरेक्ट वेपन सिस्टम का इस्तेमाल करता है। यह एक कमांड सिस्टम नहीं बल्कि एक अटैक सिस्टम है। 5. आकाशतीर और आकाश मिसाइल सिस्टम में क्या अंतर है? आकाशतीर को आकाश मिसाइल सिस्टम से अलग है। आकाश मिसाइल सिस्टम एक मिडियम रेंज का सरफेट टू एयर मिसाइल सिस्टम है, जिसे DRDO ने डेवलप किया और BEL व BDL ने बनाया है। यह एरियल थ्रेट को न्यूट्रलाइज करने के लिए मिसाइल लॉन्च करता है। जबकि आकाशतीर एक कमांड और कंट्रोल सिस्टम है, जो इन हथियारों को कंट्रोल और कोऑर्डिनेट करता है। --------------------- आकाशतीर के साथ इंटिग्रेशन में काम करने वाले S400 के बारे में भी पढ़ें... क्या है भारत का S-400 जिसने पाकिस्तानी हमला किया नाकाम: 400 KM दूर से टारगेट लॉक, एक साथ 160 टारगेट की ट्रैकिंग, जानें इसकी खासियत पाकिस्तान ने गुरुवार को 15 भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमले की कोशिश की। भारत के रशियन मेड S-400 एयर डिफेंस सिस्टम ने सभी को नाकाम कर दिया। बदले में भारत ने पाकिस्तान के लाहौर में तैनात HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह कर दिया है। इसे चार साल पहले चीन से खरीदा था। क्या है भारत का S-400 और पाकिस्तान का HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम; जानेंगे एक्सप्लेनर में…

दैनिक भास्कर 14 May 2025 5:21 pm

10 हजार रुपए से कम कीमत वाले 5G स्मार्टफोन:बजट सेगमेंट में खरीद सकते हैं ये 5 फोन, इसमें सैमसंग-रेडमी और मोटोरोला के फोन शामिल

अगर आप इन दिनों 10 हजार रुपए के बजट में नया 5G स्मार्टफोन फोन खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो आपके आप कई ऑप्शन हैं। 10 हजार रुपए से कम कीमत में सैमसंग, रेडमी, पोको और मोटो ब्रांड्स के कई फोन आते हैं।इन स्मार्टफोन्स में 50MP रियर कैमरा , 5000mAh बैटरी और AI असिस्टेंस जैसे फीचर्स मिलेंगे। आज हम आपको ऐसे 5 बजट 5G स्मार्टफोन के बारे में बता रहें हैं... 1. सैमसंग गैलेक्सी F06सैमसंग गैलेक्सी F06 स्मार्टफोन में मीडियाटेक डायमेंसिटी 6300 प्रोसेसर, 50MP का डुअल रियर कैमरा और 8MP का फ्रंट कैमरा मिलता है। इसमें 5000mAh की बैटरी मिलती है। 4GB RAM + 128GB स्टोरेज वेरिएंट को आप फ्लिपकार्ट से 8,999 रुपए में खरीद सकते हैं। 2. रेडमी 14C 5Gरेडमी 14C स्मार्टफोन स्नैपड्रेगन 4 Gen 2 5G प्रोसेसर के साथ आता है। 50 MP के रियर और 8MP के फ्रंट कैमरे वाले इस फोन में 5160mAh की बैटरी मिलती है। इस फोन को आप अमेजन पर 9,499 रुपए में खरीद सकते हैं। इस कीमत पर आपको 4GB RAM + 64GB स्टोरेज वेरिएंट मिलेगा। 3. पोको C75पोको C75 में 50MP का रियर डुअल रियर कैमरा सेटअप और 5MP के फ्रंट कैमरे के साथ आता है। इसमें 6.88 इंच डिस्प्ले और 5160mAh बैटरी जैसे स्पेसिफिकेशन्स मिलेंगे। पोको C75 को अमेजन पर 8,1499 रुपए में खरीद सकते हैं। इसमें आपको फोन और 10 वॉट का चार्जर मिलता है। 4. मोटो G35 5Gमोटोरोला G35 में 5000mAh की बैटरी, 50MP + 8MP का डुअल रियर कैमरा सेटअप और 16MP का फ्रंट कैमरा मिलता है। फोन के 4GB RAM + 128GB स्टोरेज वेरिएंट को आप 9,999 रुपए से कम में खरीद सकते हैं। 5. आईटेल A95आईटेल ने हाल ही में बजट सेगमेंट में नया 5G स्मार्टफोन A95 लॉन्च किया है। इसमें AI असिस्टेंस Aivana दिया गया है। इसके 4GB रैम वाले वैरिएंट की कीमत 9,599 रुपए और 6GB रैम वाले वैरिएंट की कीमत 9,999 रुपए है। इस प्राइस रेंज में AI फीचर वाला ये सबसे सस्ता 5G स्मार्टफोन है। इसमें 6.6 इंच की HD+ IPS LCD डिस्प्ले दी गई है।

दैनिक भास्कर 14 May 2025 1:36 pm

सैमसंग गैलेक्सी S25 एज भारत में लॉन्च:शुरुआती कीमत 1,09,999 रुपए; यह 5.8 मिमी पतला लेकिन बैटरी में कमजोर

सैमसंग ने आज यानी, मंगलवार 13 मई को भारत में गैलेक्सी S25 एज स्मार्टफोन लॉन्च किया। ये फोन अब प्री-ऑर्डर के लिए उपलब्ध है। 1,09,999 रुपए की शुरुआती कीमत वाला यह फोन टाइटेनियम सिल्वर, टाइटेनियम जेटब्लैक और टाइटेनियम आइसब्लू कलर में आता है। सैमसंग ने स्मार्टफोन को प्री-ऑर्डर करने पर 256GB स्टोरेज वाले वेरिएंट की कीमत पर 512GB स्टोरेज वाला वेरिएंट दे रहा है। HDFC बैंक, SBI, एक्सिस बैंक सहित कुछ अन्य बैंकों के क्रेडिट कार्ड पर नौ महीने तक की नो-कॉस्ट EMI अवेलेबल है। कीमत और वेरिएंट सैमसंग गैलेक्सी S25 एज: डिजाइन और बिल्ड सैमसंग गैलेक्सी S25 एज: कैमरा फोन में 200MP का प्राइमरी सेंसर है। सैमसंग का दावा है कि यह गैलेक्सी S25 की तुलना में कम रोशनी वाले वातावरण में 40% तक बेहतर ब्राइटनेस देता है। इसके साथ ही इसमें ऑटोफोकस और मैक्रो क्षमताओं वाला 12MP का अल्ट्रा-वाइड-एंगल लेंस भी है। फ्रंट में 12MP कैमरा है। सैमसंग गैलेक्सी S25 एज: प्रोसेसर ये फोन क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 8 एलीट प्रोसेसर से पावर्ड है और गैलेक्सी AI फीचर्स के फुल सूट के साथ आता है। इनमें नाउ ब्रीफ वाया नाउ बार, क्रॉस-ऐप इंटीग्रेशन के साथ गूगल का जेमिनी AI असिस्टेंट, ऑडियो इरेजर, ड्रॉइंग असिस्ट, नाइटोग्राफी शामिल हैं। इसमें प्रोस्केलर फीचर भी शामिल है, जो ऑन-स्क्रीन कंटेंट को एनहैंस और अपस्केल करने के लिए सैमसंग के मोबाइल डिजिटल नेचुरल इमेज इंजन (mDNIe) का उपयोग करता है। सैमसंग गैलेक्सी S25 एज: बैटरी फोन में 3900mAh की बैटरी दी गई है जो 25 वॉट वायर्ड चार्जिंग और 15 वॉट वायरलेस चार्जिंग और रिवर्स चार्जिंग को सपोर्ट करती है। हालांकि 6.7 इंच 1440p AMOLED डिस्प्ले (120Hz) वाले फ्लैगशिप फोन के लिए 3,900 mAh कैपेसिटी काफी छोटी है। ये स्टैंडर्ड गैलेक्सी S25 में मिलने वाली 4,000 mAh बैटरी, गैलेक्सी S25+ में मिलने वाली 4,900 mAh और गैलेक्सी S25 अल्ट्रा की 5,000 mAh बैटरी कैपेसिटी से काफी कम है।

दैनिक भास्कर 13 May 2025 5:31 pm

2025 टाटा अल्ट्रोज रिवील:फ्लश डोर हैंडल वाली भारत की पहली हैचबैक, 6 एयरबैग और TPMS जैसे सेफ्टी फीचर भी मिलेंगे

टाटा मोटर्स ने अपनी प्रीमियम हैचबैक कार टाटा अल्ट्रोज का फेसलिफ्ट मॉडल रिवील कर दिया है। कंपनी इसे नए डिजाइन और एडवांस फीचर्स के साथ 21 मई को लॉन्च कर सकती है। ये भारत में पहली हैचबैक कार होगी, जिसमें फ्लश डोर हैंडल्स मिलेंगे। यह अल्ट्रोज का पहला फेसलिफ्ट अपडेट मॉडल है। टाटा ने कार के इंटीरियर और एक्सटीरियर डिजाइन कई बदलाव किए हैं और कुछ नए फीचर भी जोड़े हैं। इसे 5 वैरिएंट में पेश किया जाएगा। इसमें स्मार्ट, प्योर, क्रिएटिव, अकंप्लिश्ड S और अकंप्लिश्ड+ S शामिल है। कार में 6 एयरबैग स्टैंडर्ड, 360-डिग्री कैमरा और वॉइस-असिस्टेड सिंगल-पेन सनरूफ जैसे फीचर भी मिलेंगे। टाटा अल्ट्रोज की कीमत मौजूदा मॉडल से ज्यादा हो सकती है। वर्तमान में इसकी एक्स-शोरूम प्राइस 6.65 लाख रुपए से शुरू होती है। इसका मुकाबला मारुति सुजुकी बलेनो, टोयोटा ग्लैंजा और हुंडई i20 से रहेगा।

दैनिक भास्कर 13 May 2025 12:31 pm

UPI सर्विस देशभर में डाउन:गूगल पे और फोनपे जैसे प्लेटफॉर्म से पेमेंट करने में यूजर्स को आ रही दिक्कत

देशभर में सोमवार (12 मई) को यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस यानी UPI सर्विस टेक्निकल इश्यू के चलते डाउन हो गई। इस आउटेज की वजह से यूजर्स को गूगल पे, फोनपे और पेटीएम जैसे डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म से पेमेंट करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वेबसाइट और ऑनलाइन सर्विसेज का रियल टाइम स्टेटस बताने वाले प्लेटफॉर्म डाउन डिटेक्टर के अनुसार, करीब शाम 5 बजे से दिक्कत आनी शुरू हुई। वहीं, शाम 7 बजे सबसे ज्यादा 913 शिकायतें दर्ज की गईं। शाम 5 बजे से रात 8 बजे तक सबसे ज्यादा परेशानी करीब 31% लोगों को पेमेंट करने में दिक्कत समस्या फेस कर रहे करीब 31% लोगों को पेमेंट करने में दिक्कत आई। 47% लोगों को फंड ट्रांसफर करने और लगभग 21% को खरीदारी करने में दिक्कतें हुईं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी कई यूजर्स UPI सर्विस डाउन होने की शिकायत कर रहे हैं। पेटीएम से पेमेंट करने पर एरर मैसेज दिखाई दे रहा, 'UPI एप कुछ समस्याओं का सामना कर रहा है'। पिछले एक महीने में यह तीसरी बार है, जब UPI सर्विस डाउन हुई है।' UPI को NCPI ऑपरेट करता है भारत में RTGS और NEFT पेमेंट सिस्टम का ऑपरेशन RBI के पास है। IMPS, RuPay, UPI जैसे सिस्टम को नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ऑपरेट करती है। सरकार ने 1 जनवरी 2020 से UPI ट्रांजैक्शन के लिए एक जीरो-चार्ज फ्रेमवर्क मैंडेटरी किया था। UPI कैसे काम करता है UPI सर्विस के लिए आपको एक वर्चुअल पेमेंट एड्रेस तैयार करना होता है। इसके बाद इसे बैंक अकाउंट से लिंक करना पड़ता है। इसके बाद आपका बैंक अकाउंट नंबर, बैंक का नाम या IFSC कोड आदि याद रखने की जरूरत नहीं होती। पेमेंट करने वाला बस आपके मोबाइल नंबर के हिसाब से पेमेंट रिक्वेस्ट प्रोसेस करता है। अगर आपके पास उसका UPI आईडी (ई-मेल आईडी, मोबाइल नंबर या आधार नंबर) है तो आप अपने स्‍मार्टफोन के जरिए आसानी से पैसा भेज सकते हैं। न सिर्फ पैसा बल्कि यूटिलिटी बिल पेमेंट, ऑनलाइन शॉपिंग और खरीदारी भी आप यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस सिस्टम से कर सकते हैं।

दैनिक भास्कर 12 May 2025 8:18 pm

2025 किआ कैरेंस क्लैविस 23 मई को लॉन्च होगी:प्रीमियम MPV में 6 एयरबैग स्टैंडर्ड और लेवल-2 ADAS सेफ्टी फीचर्स, एक्सपेक्टेड शुरुआती कीमत ₹11 लाख

किआ मोटर्स इंडिया ने भारतीय बाजार में नई प्रीमियम MPV किआ क्लैविस लॉन्च करने जा रही है। कंपनी इसे 8 मई रिवील किया था। अपडेटेड MPV को किआ कैरेंस के प्रीमियम मॉडल के रूप में पेश किया गया है। यानी इसमें कैरेंस से ज्यादा फीचर मिलेंगे। इसमें नई डिजाइन लैंग्वेज और कॉस्मेटिक चेंजेस के साथ 6 एयरबैग स्टैंडर्ड और लेवल-2 एडवांस ड्राइविंग असिस्ट सिस्टम (ADAS) जैसे सेफ्टी फीचर्स दिए गए हैं। क्लैविस MPV को 6 पावरट्रेन ऑप्शन के साथ भारत में बेचा जाएगा। कंपनी ने कार को 7 वैरिएंट के साथ उतारा है। इसमें HTE, HTE(O), HTK, HTK+, HTK+(O), HTX और HTX+ शामिल हैं। भारत में किआ क्लैविस के लॉन्च के बाद कंपनी मौजूदा किआ कैरेंस की बिक्री भी जारी रखेगी। 11 लाख रुपए हो सकती है शुरुआती कीमत क्लैविस को इस महीने के अंत तक लॉन्च किया जा सकता है। क्लैविस की कीमत मौजूदा किआ कैरेंस से ज्यादा हो सकती है। इसकी एक्स-शोरूम कीमत 11 लाख रुपए से शुरू हो सकती है। इसका मुकाबला मारुति अर्टिगा, मारुति XL6, किआ कैरेंस और टोयोटा रुमियन से रहेगा। इसके अलावा इसे टोयोटा इनोवा हाईक्रॉस, मारुति इनविक्टो और टोयोटा इनोवा क्रिस्टा से सस्ती कार के तौर पर भी चुना जा सकेगा।

दैनिक भास्कर 12 May 2025 3:42 pm

सिर्फ एक फोटो से हैक हो सकता है बैंक अकाउंट, जानिए क्या है ये नया व्हाट्सएप इमेज स्कैम

whatsapp image scam alert in hindi: आज का जमाना डिजिटल कनेक्टिविटी का है। WhatsApp, Facebook, Instagram जैसे प्लेटफॉर्म ने लोगों को आपस में जोड़ने का काम आसान बना दिया है। लेकिन जैसे-जैसे तकनीक आगे बढ़ी है, वैसे-वैसे साइबर हैकर्स भी और ज्यादा चालाक ...

वेब दुनिया 12 May 2025 3:40 pm