दुश्मनों की नींद हराम करेगा भारत का ये सैटेलाइट; आंधी-तूफान को भी चीरकर दिखाएगा 'नापाक हरकत'
ISRO EOS-09:2008 में मुंबई में हुए खौफनाक दहशतगर्दाना हमले ने भारत को झकझोर कर रख दिया. इसके बाद भारत ने नेशनल सिक्योरिटी को ध्यान में रखते हुए स्पेस में अपनी क्षमता बढ़ाने का फैसला किया. भारत नेऑपरेशन सिंदूर की सफलता के तुरंत बाद EOS-09 सैटेलाइट का लॉन्च किया है. चलिए इसकी खासियत के बारे में जानते हैं.
आपका दिमाग कंट्रोल कर लेगी मशीन... मार्केट में आई तकनीक मचा रही तहलका, होड़ में लगी ये कंपनियां
Mind Control Devices: आपके दिमाग में क्या चल रहा है? आप कहना क्या चाहते हैं, इसके बारे में अब पता चल जाएगा. बता दें कि आपके दिमाग को नियंत्रित करने वाले उपकरण भी आ गए हैं.
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी, इसरो का PSLV-C61 मिशन तकनीकी खराबी के कारण फेल हो गया। इस मिशन में EOS-09 अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट को 524 किलोमीटर की सन-सिंक्रोनस पोलर ऑर्बिट में स्थापित किया जाना था। इसरो का यह 101वां लॉन्च मिशन था। इसरो ने मिशन फेल होने के कारणों का पता लगाने के लिए एक कमेटी बनाई है। खबर में आगे बढ़ने से पहले इन टेक्निकल शब्दों के बारे में जान लीजिए जिससे पूरी खबर को समझना आसान हो जाएगा: पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल: PSLV इसरो का एक भरोसेमंद रॉकेट है, जो सैटेलाइट्स को पृथ्वी की कक्षा, खासकर पोलर और सन-सिंक्रोनस ऑर्बिट (600-800 Km) में लॉन्च करता है। यह चार स्टेज (सॉलिड और लिक्विड इंजन) वाला लॉन्च व्हीकल है, जो रिमोट सेंसिंग, कम्युनिकेशन और साइंटिफिक मिशन्स के लिए इस्तेमाल होता है। ग्राउंड-लिट स्ट्रैप-ऑन मोटर्स: रॉकेट के एडिशनल बूस्टर इंजन होते हैं, जो लॉन्च के समय जमीन पर ही इग्नाइट होकर रॉकेट को शुरुआती थ्रस्ट देते हैं। ये PSLV जैसे रॉकेट के मुख्य कोर के साथ जुड़े होते हैं और लिफ्ट-ऑफ के लिए जरूरी ताकत देते हैं। प्रोपेलेंट खत्म होने पर ये अलग हो जाते हैं। ऑनबोर्ड इंस्ट्रूमेंटेशन: यह रॉकेट या सैटेलाइट पर लगे सेंसर और उपकरण हैं, जैसे एक्सलरोमीटर, गायरोस्कोप और इनर्शियल मेजरमेंट यूनिट (IMU), जो रियल-टाइम में गति, दिशा, ऊंचाई और अन्य डेटा मापते हैं। यह डेटा टेलीमेट्री के जरिए ग्राउंड स्टेशन को भेजा जाता है, ताकि मिशन की स्थिति और ट्रैजेक्ट्री को मॉनिटर किया जा सके। टेलीमेट्री: यह एक ऐसी तकनीक है जिसमें रॉकेट या सैटेलाइट से डेटा (जैसे गति, ऊंचाई, दबाव, ओरिएंटेशन) को रियल-टाइम में ग्राउंड स्टेशन तक रेडियो सिग्नल के जरिए भेजा जाता है। यह डेटा मिशन की निगरानी और विश्लेषण के लिए जरूरी होता है। ग्राउंड-बेस्ड ट्रैकिंग: वह प्रक्रिया है जिसमें रडार, एंटीना और ग्राउंड स्टेशनों का उपयोग करके रॉकेट या सैटेलाइट की स्थिति, गति और दिशा को रियल-टाइम में ट्रैक किया जाता है। यह ऑनबोर्ड इंस्ट्रूमेंटेशन डेटा से अलग होता है और मिशन को मॉनिटर करने में मदद करता है। क्लोज लूप गाइडेंस: एक ऑटोमेटिक कंट्रोल सिस्टम है, जिसमें रॉकेट का ऑनबोर्ड कंप्यूटर रियल-टाइम डेटा का एनालिसिस कर ट्रैजेक्ट्री, थ्रस्ट और ओरिएंटेशन को कोऑर्डिनेट करता है। यह सुनिश्चित करता है कि रॉकेट ग्राउंड कंट्रोल के हस्तक्षेप के बिना अपनी निर्धारित कक्षा में सटीकता से पहुंचे। मिशन की शुरुआत: सब कुछ सामान्य PSLV-C61 का लॉन्च आज यानी, 18 मई को सुबह 5:59 बजे श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से किया गया। लॉन्च के शुरुआती चरणों में सब कुछ योजना के अनुसार चल रहा था। काउंटडाउन, फर्स्ट स्टेज का इग्निशन, लिफ्ट-ऑफ और सॉलिड मोटर्स का प्रदर्शन सामान्य था। चार ग्राउंड-लिट स्ट्रैप-ऑन मोटर्स और सेंट्रल कोर ने ठीक उसी तरह काम किया, जैसा कि अनुमान था। इसके बाद एयर-लिट स्ट्रैप-ऑन मोटर्स का इग्निशन भी समय पर हुआ, और रॉकेट अपनी निर्धारित ट्रैजेक्ट्री पर आगे बढ़ रहा था। इसरो के अनाउंसमेंट्स में बार-बार कहा गया कि फर्स्ट स्टेज का प्रदर्शन सामान्य है। सेकंड स्टेज ने भी पूरी तरह से सामान्य प्रदर्शन किया। इसमें लिक्विड फ्यूल पर चलने वाले विकास इंजन का उपयोग होता है। इस दौरान ऑनबोर्ड इंस्ट्रूमेंटेशन और ग्राउंड-बेस्ड ट्रैकिंग डेटा पूरी तरह से एक-दूसरे के साथ मेल खा रहे थे। रियल-टाइम डेटा और एनिमेशन भी कर्व्स के हिसाब से थे, जो दिखा रहा था कि रॉकेट अपनी गति और ऊंचाई हासिल कर रहा है। कहां हुई चूक: थर्ड स्टेज में गड़बड़ी मिशन में समस्या तब शुरू हुई, जब रॉकेट अपने तीसरे चरण (PS3) में पहुंचा, जो एक सॉलिड मोटर है। इसरो के अनुसार, थर्ड स्टेज का इग्निशन 262.9 सेकेंड पर सामान्य रूप से हुआ। शुरुआती डेटा में सब कुछ ठीक दिखाई दे रहा था। इस दौरान रॉकेट की ऊंचाई 344.9 किलोमीटर, गति 5.62 किमी/सेकेंड और रेंज 888.4 किलोमीटर थी। हालांकि, 376.8 सेकेंड के बाद टेलीमेट्री डेटा में गड़बड़ दिखाई देने लगी। इसरो के ग्राउंड स्टेशनों पर दो प्रकार के डेटा का एनालिसिस किया जाता है: इन दोनों डेटा सोर्स को ग्राफ में दिखाया जाता है, जहां ग्रीन लाइन ऑनबोर्ड इंस्ट्रूमेंटेशन और येलो लाइन ट्रैकिंग डेटा को दर्शाती है। मिशन के शुरुआती चरणों में ग्रीन और यलो लाइनें पूरी तरह से ओवरलैप कर रही थीं, जो यह दर्शा रहा था कि रॉकेट का प्रदर्शन ठीक है। लेकिन थर्ड स्टेज के दौरान, लगभग 376.8 सेकेंड पर, ये दोनों लाइनें अलग होने लगीं। ऑनबोर्ड सेंसर्स से डेटा दिखाने वाली ग्रीन लाइन में जिगजैग पैटर्न और डेविएशन दिखाई देने लगा। वहीं ट्रैकिंग डेटा दिखाने वाली यलो लाइन एक अलग स्थिति बता रही थी। यह डेविएशन इस बात का संकेत था कि कुछ गड़बड़ी हो गई है। संभावित कारण: थ्रस्ट में असमानता या डेटा ट्रांसमिशन की गड़बड़ी थर्ड स्टेज के दौरान रॉकेट क्लोज लूप गाइडेंस मोड में था, जिसमें ऑनबोर्ड कंप्यूटर रियल-टाइम डेटा के आधार पर स्वतंत्र रूप से निर्णय लेता है। इस मोड में, इनर्शियल मेजरमेंट यूनिट, ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (GNSS) और अन्य सेंसर्स रॉकेट के ओरिएंटेशन, थ्रस्ट और ट्रैजेक्ट्री को नियंत्रित करते हैं। लेकिन इस मिशन में, ऑनबोर्ड सिस्टम द्वारा भेजा गया डेटा ट्रैकिंग डेटा से मेल नहीं खा रहा था। विश्लेषकों का मानना है कि इस डेविएशन के कई संभावित कारण हो सकते हैं: इस डेविएशन के बाद, रॉकेट ने अपनी ट्रैजेक्ट्री को गलत तरीके से एडजस्ट करना शुरू कर दिया, जिसके कारण यह अपनी निर्धारित कक्षा में नहीं पहुंच सका। चौथे चरण (PS4) का इग्निशन भी हुआ, लेकिन तब तक मिशन की सफलता संभव नहीं थी। फाइनली मिशन को बीच में ही रद्द करना पड़ा, और रॉकेट व सैटेलाइट को नष्ट कर दिया गया। इसरो चेयरमैन: फेलियर एनालिसिस कमेटी कारणों का पता लगाएगी इसरो के चेयरमैन वी. नारायणन ने बताया कि थर्ड स्टेज के बाद मिशन में अनॉमली देखी गई, जिसके कारण EOS-09 सैटेलाइट को कक्षा में स्थापित नहीं किया जा सका। उन्होंने कहा, “हमने इस असफलता के कारणों का पता लगाने के लिए एक फेलियर एनालिसिस कमेटी बनाई है। ये कमेटी टेलीमेट्री डेटा, ऑनबोर्ड सिस्टम लॉग्स और ग्राउंड ट्रैकिंग डेटा का डिटेल्ड एनालिसिस करेगी। लाखों बिट्स डेटा का अध्ययन कर हम सटीक कारणों का पता लगाएंगे और भविष्य के मिशनों के लिए सुधार करेंगे।” सैटेलाइट का इस्तेमाल एग्रीकल्चर, फॉरेस्ट्री और आपदा प्रबंधन में होना था PSLV रॉकेट के साथ भेजा गया 1,696.24 किलोग्राम वजनी EOS-09 सैटेलाइट इसरो के अर्थ ऑब्जर्वेशन प्रोग्राम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था। इसका उद्देश्य एग्रीकल्चर, फॉरेस्ट्री और आपदा प्रबंधन में अनुप्रयोगों के लिए हाई-रिज़ॉल्यूशन इमेजरी प्रदान करना था। PSLV की विश्वसनीयता पर सवाल? PSLV (पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल) इसरो का सबसे भरोसेमंद रॉकेट रहा है, जिसे “वर्कहॉर्स” के रूप में जाना जाता है। इसके 60 से अधिक मिशनों में से अधिकांश सफल रहे हैं, और यह रॉकेट भारत के साथ-साथ वैश्विक ग्राहकों के सैटेलाइट्स को कक्षा में स्थापित करने में सक्षम रहा है। इसरो ने पहले भी असफलताओं से सबक लिया है। उदाहरण के लिए, 2021 में EOS-03 मिशन की असफलता के बाद, क्रायोजेनिक स्टेज के टैंक में प्रेशर की समस्या का पता लगाया गया था, और उसके आधार पर सुधार किए गए थे। इस बार भी इसरो की टीम प्रक्षेपण से पहले की तैयारियों, लॉन्च प्रक्रिया और ऑनबोर्ड सिस्टम के सभी डेटा लॉग्स का गहन विश्लेषण करेगी।
देश के कई राज्य इस वक्त तेज गर्मी की चपेट में हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने जम्मू-कश्मीर, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में हीट वेव का भी अलर्ट जारी किया है। बिहार-ओडिशा में भी उमस की स्थिति रह सकती है। कई राज्यों में इस समय तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। इतने टेम्परेचर में धूप में खड़ी एक कार के अंदर का टेम्परेचर 70 डिग्री तक पहुंच जाता है। ऐसे मौसम में दिनभर धूप में कार रहने से कई तरह की प्रॉब्लम हो सकती है। इसका असर आपकी हेल्थ पर भी पड़ सकता है। इसलिए अपनी कार का ध्यान रखना बहुत जरूरी हो जाता है। अब जानते हैं कि आप अपनी कार को गर्मी के मौसम में कैसे मेंटेन कर सकते हैं... 1. एयर कंडीशन की करा लें सर्विस नई गाड़ियों की कूलिंग तो काफी अच्छी होती है, लेकिन जैसे-जैसे गाड़ियां पुरानी होती जाती हैं और उन पर ध्यान नहीं दिया जाता है तो कूलिंग भी घट जाती है। गर्मियों में कार में एयर कंडीशनर (AC) सबसे जरूरी होता है। अगर यह ठीक से काम नहीं कर रहा है तो यह आपके लिए परेशानी का सबब बन सकता है। इस तरह की कंडीशन में एयर कंडीशनर की सर्विस कराना जरूरी हो जाता है। 2. गर्मी में इंजन को मेंटेन करें गर्मी में गाड़ी का इंजन जल्दी गर्म हो जाता है। इंजन को गाड़ी का हार्ट (दिल) कहा जाता है और इसे गर्म होने से बचाने के लिए प्रॉपर मेंटेनेंस की जरूरत होती है। अगर कार में कूलेंट ठीक से काम नहीं कर रहा है और इंजन ऑयल कम या पुराना है तो यह इंजन के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। ओवर हीट की वजह से इंजन के सीज होने का भी खतरा बना रहता है। 3. टायर प्रेशर मेंटेन करें हीट कंडीशन में कई बार टायर फटने की घटना भी हो जाती हैं। इसलिए समय-समय पर टायर प्रेशर को चेक करते रहना चाहिए कि कहीं ये कम या ज्यादा तो नहीं है। आजकल कई कारों में टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS) भी दिया जा रहा है। इसके अलावा TPMS दो से तीन हजार रुपए की कीमत में कार एसेसरीज की शॉप्स और ऑनलाइन भी मिल जाते हैं। कार के केबिन को ठंडा रखने के लिए कुछ गैजेट देश में हर दिन हजारों कारों की बिक्री होती है, लेकिन छांव में कार पार्क करना तो दूर कई बार पार्किंग स्पेस ही नहीं मिलता। इसलिए ज्यादातर समय गाड़ियों को धूप में ही पार्क करना पड़ता है। इससे सनलाइट डायरेक्ट विनशील्ड और विंडो के जरिए कार में आती है और इससे डैशबोर्ड, सीट्स और पूरा केबिन ही गर्म हो जाता है। यहां हम आपको कुछ ऐसे गैजेट बता रहे हैं जिनसे आप अपनी गाड़ी को ठंडा रख सकते हैं... 1. सोलर पावर फैन ये फैन सोलर पावर से चलता हैं। इसे कार की किसी भी विंडो या विंडशील्ड पर लगा सकते हैं। कार को पार्क करने पर ये केबिन के टेम्परेचर को बढ़ने नहीं देता है और हीट को बाहर निकालता रहता है। इस डिवाइस को आप ऑनलाइन या किसी कार एसेसरीज की शॉप से भी खरीद सकते हैं। 2. सनशेड गर्मी में गाड़ी की विंडशील्ड और विंडो पर सनशेड लगाना चाहिए। अक्सर लोग विंडो के लिए तो सनशेड खरीद लेते हैं, लेकिन विंडशील्ड पर ध्यान नहीं देते। जबकि मेजर पोर्शन विंडशील्ड का ही होता है। गाड़ी पार्क करने पर ये सनशेड सनलाइट को केबिन में आने से रोक देते हैं और कार गर्म नहीं होती। 3. कार अंब्रेला इस अंब्रेला को गाड़ी के टॉप पर लगा देते हैं। इससे कार छांव में खड़ी रहती है और गर्म नहीं होती। इस अंब्रेला को भारत में प्रैक्टिकली यूज करना नुकसानदायक हो सकता है, क्योंकि पब्लिक प्लेस पर लोग इस अंब्रेला को नुकसान पहुंचा सकते हैं। हालांकि जब आप अपनी गाड़ी को किसी सिक्योर जगह पर पार्क करते हैं तो इस एसेसरीज को यूज कर सकते हैं। 4. वाटर कूलिंग कुशन कवर्स कार को घर से बाहर कहीं पार्क करने के बाद जब वापस आते हैं, तो अक्सर सीट्स बहुत गर्म हो जाती हैं। खास तौर पर जब आपकी गाड़ी में लेदर सीट्स लगी हों। इससे बचने के लिए आपको मार्केट में वाटर कूलिंग कुशन कवर्स मिलते हैं। ऑनलाइन साइट्स पर ये आसानी से डेढ़ से दो हजार रुपए में मिल जाते हैं। इनका यूज करने से सीट कम गरम लगती है। 5. वेंटीलेटेड सीट्स ये सीट्स कवर की तरह गाड़ी की सीट के ऊपर इलास्टिक बैंड के थ्रू लग जाती हैं। इस सीट के अंदर फैन लगा हुआ होता है और छोटे-छोटे पोट्स होते हैं, ताकि उनमें से हवा निकल सके। सीट का फैन गाड़ी में दिए गए 12 वोल्ट के पावर सॉकेट से कनेक्ट हो जाता है। गाड़ी का AC चालू होने के बाद भी खास तौर पर लॉन्ग ड्राइव में हमारी बैक और थाई में गर्मी लग रही होती है, लेकिन इन वेंटीलेटेड सीट्स की मदद से वहां भी गर्मी नहीं लगती। ये सीट ऑनलाइन या कार एसेसरीज की शॉप पर तीन हजार रुपए की कीमत में मिल जाती हैं। 6. कॉटन फैब्रिक सीट्स कवर कार में सीट पर कॉटन फैब्रिक सीट कवर लगवा सकते हैं। ये ज्यादा महंगे नहीं आते हैं और डायरेक्ट सनलाइट पड़ने पर भी उतने गर्म नहीं होते हैं, जितने कि लेदर सीट गर्म हो जाती हैं, लेकिन इस बात का ध्यान जरूर रखिएगा कि अगर आपकी कार में साइड एयरबैग्स दिए गए हैं तो इन सीट कवर्स को अवॉयड करना ही बेहतर ऑप्शन है। इसकी जगह आप टॉवल यूज कर सकते हैं। इससे साइड एयरबैग्स सही तरह से काम कर सकेंगे। कार गर्म होने से बचाने और ठंडा करने के ट्रिक्स ऑटो एक्सपर्ट पीयूष पंजाबी ने बताया कि… 'वैसे तो आजकल सारी गाड़ियां स्मार्ट हो गई हैं और कनेक्टेड कार टेक्नोलॉजी के साथ लॉन्च हो रही हैं। लगभग सभी ब्रांड्स के अपने मोबाइल एप्लिकेशन हैं। इनकी मदद से आप कार तक पहुंचने से पहले ही उन्हें स्टार्ट कर सकते हैं, एसी ऑन कर सकते हैं, ताकि कार केबिन ठंडा हो जाए। अगर आपके पास कोई ऐसी गाड़ी है, जिसमें कनेक्टेड कार फीचर नहीं है तो आप नीचे दिए गए अलग-अलग तरीकों से कार को ठंडा रख सकते हैं।' पीयूष पंजाबी आगे बताते हैं…, 'वैसे तो कोशिश करें कि गर्मी के दिनों में कार हमेशा छांव में ही खड़ी करें। इससे केबिन के अंदर का टेम्परेचर ज्यादा नहीं बढ़ेगा और गाड़ी का पेंट भी खराब नहीं होगा। गाड़ी अगर ज्यादा धूप में खड़ी रहेगी तो पेंट खराब होता है। टायर्स को ठंडा रखना चाहते हैं तो हमेशा नाइट्रोजन ही डलवाएं। ये नॉर्मल हवा के मुकाबले ठंडी रहती है और टायर को गर्म नहीं होने देती। नाइट्रोजन में नमी नहीं होती, इसलिए ये हाई टेम्परेचर में भी ज्यादा स्थिर रहती है। इससे टायर फटने या ओवरहीट होने का खतरा कम हो जाता है।
किआ मोटर्स इंडिया भारतीय बाजार में 23 मई को नई प्रीमियम MPV कैरेंस क्लाविस लॉन्च करने जा रही है। इससे पहले कंपनी ने आज (17 मई) इसके माइलेज की डिटेल्स शेयर कर दी हैं। कार में 3 इंजन ऑप्शन मिलेंगे। कंपनी का दावा है कि कार डीजल इंजन के साथ 19.54kmpl का माइलेज देगी। वहीं, टर्बो-पेट्रोल इंजन में 7-स्पीड गियरबॉक्स के साथ 16.66kmpl का माइलेज मिलेगा। कंपनी इसे 8 मई रिवील किया था। अपडेटेड MPV को किआ कैरेंस के प्रीमियम मॉडल के रूप में पेश किया गया है। यानी इसमें कैरेंस से ज्यादा फीचर मिलेंगे। इसमें नई डिजाइन लैंग्वेज और कॉस्मेटिक चेंजेस के साथ 6 एयरबैग स्टैंडर्ड और लेवल-2 एडवांस ड्राइविंग असिस्ट सिस्टम (ADAS) जैसे सेफ्टी फीचर्स दिए गए हैं। 11 लाख रुपए हो सकती है शुरुआती कीमत कंपनी ने कार को 7 वैरिएंट के साथ उतारा है। इसमें HTE, HTE(O), HTK, HTK+, HTK+(O), HTX और HTX+ शामिल हैं। क्लाविस को इस महीने के अंत तक लॉन्च किया जा सकता है। क्लाविस की कीमत मौजूदा किआ कैरेंस से ज्यादा हो सकती है। इसकी एक्स-शोरूम कीमत 11 लाख रुपए से शुरू हो सकती है। इसका मुकाबला मारुति अर्टिगा, मारुति XL6, किआ कैरेंस और टोयोटा रूमियन से रहेगा। इसके अलावा इसे टोयोटा इनोवा हाईक्रॉस, मारुति इनविक्टो और टोयोटा इनोवा क्रिस्टा से सस्ती कार के तौर पर भी चुना जा सकेगा।
मंगल गृह के अंदर मिली 1750Km की अजीब चीज, फिर से फटेंगे बड़े-बड़े ज्वालामुखी!
विज्ञान की क्षेत्र में हर दिन कुछ नया सुनने को मिल रहा है. हाल ही में एक छपी एक रिसर्च में मंगल गृह को लेकर हैरान कर देने वाला खुलासा हुआ है. वैज्ञानिकों ने मंगल गृह के अंदर हैरान कर देने वाली संरचना खोजी है.
धरती पर आ रहा 'Thanos' जैसा खतरा, बज गया Danger Alarm, नासा ने कह दी ये बात
NASA: नासा ने एक बार फिर बड़ी चेतावनी दी है. उसके मुताबिक 1,110 फीट का विशालकाय क्षुद्रग्रह (Asteroid) 2003 MH4, 24 मई को पृथ्वी के बहुत नजदीक से गुजरेगा.
अगर एपल अपना मैन्युफैक्चरिंग बेस भारत या चीन से अमेरिका में शिफ्ट करता है, तो एक आईफोन की कीमत 1,000 डॉलर से बढ़कर 3,000 डॉलर तक हो सकती है। इसे रुपए में बदले तो आईफोन की कीमत करीब 85 हजार रुपए से बढ़कर करीब 2.50 लाख रुपए हो जाएगी। एक दिन पहले यानी, 16 मई को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कतर की राजधानी दोहा में बताया था कि उन्होंने एपल के CEO टिम कुक से कहा है कि भारत में फैक्ट्रियां लगाने की जरूरत नहीं है। वो नहीं चाहते कि एपल के प्रोडक्ट वहां बनाएं जाए। तीन पॉइंट में जानें आईफोन की कॉस्ट कैसे बढ़ेगी? लेबर कॉस्ट: फाइनेंशियल एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में एपल असेंबली वर्कर्स को औसतन 290 डॉलर (करीब 25,000 रुपए) प्रति माह देता है। यू.एस. न्यूनतम वेतन कानून के तहत यह बढ़कर 2900 डॉलर (करीब 2.5 लाख रुपए) हो जाएगा। यानी, ये कॉस्ट 13 गुना बढ़ जाएगी। इंफ्रा की कमी: अमेरिका में आईफोन प्रोडक्शन के लिए स्पेशलाइज्ड सप्लाई चेन और स्किल्ड लेबर फोर्स की कमी है। इसके अलावा नई मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटीज बनाने से लागत बढ़ेगी। इसका बोझ उपभोक्ताओं पर पड़ सकता है। भारत मैन्युफैक्चरिंग में PLI स्कीम के जरिए इंसेंटिव भी देता है। कंपोनेंट सोर्सिंग कॉस्ट: कई आईफोन कंपोनेंट एशिया (जैसे, चीन) से सोर्स किए जाते हैं। पास होने की वजह से भारत में भेजने की लॉजिस्टिक कॉस्ट कम है। वहीं अगर इसे अमेरिका में सप्लाई किया जाएगा तो लॉजिस्टिक कॉस्ट बढ़ जाएगी। असेंबलिंग कॉस्ट: एक डिवाइस को असेंबल करने की लागत 30 डॉलर (करीब 2500) से बढ़कर 390 डॉलर (करीब 33,000 रुपए) प्रति डिवाइस हो जाएगी। प्रति डिवाइस मुनाफा 450 डॉलर (38,000 रुपए) से घटकर 60 डॉलर (करीब 5,000 रुपए) रह जाएगा। इसका सीधा असर अमेरिकी खरीदारों पर पड़ेगा। एक्सपर्ट ने कहा- भारत से बाहर जाने से एपल को वित्तीय नुकसान होगा भारत में 60 हजार तो चीन में 3 लाख लोगों को रोजगार देता है एपल अमेरिका में लगभग 1,000 डॉलर (करीब 85 हजार रुपए) में बिकने वाले आईफोन पर भारत और चीन में मैन्युफैक्चरर्स को प्रति डिवाइस मात्र 30 डॉलर (करीब 2500) मिलते हैं। ये डिवाइस की लागत का 3% से भी कम है, लेकिन इससे रोजगार जनरेट होता है। चीन में लगभग 3 लाख कर्मचारी और भारत में 60,000 कर्मचारी इन इकाइयों में काम करते हैं। यही कारण है कि ट्रम्प चाहते हैं कि एपल अपनी मैन्युफैक्चरिंग अमेरिका में शिफ्ट करे। मार्च-24 से मार्च-25 में 60% बढ़ा आईफोन प्रोडक्शन मार्च 2024 से मार्च 2025 तक एपल ने भारत में 22 बिलियन डॉलर (करीब ₹1.88 लाख करोड़) वैल्यू के आईफोन बनाए। पिछले साल की तुलना में इसमें 60% की बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान एपल ने भारत से 17.4 बिलियन डॉलर (करीब ₹1.49 लाख करोड़) वैल्यू के आईफोन एक्सपोर्ट किए। वहीं, दुनियाभर में हर 5 में से एक आईफोन अब भारत में बन रहा है। भारत में आईफोन की मैन्युफैक्चरिंग तमिलनाडु और कर्नाटक की फैक्ट्रियों में की जाती है। इसमें सबसे ज्यादा उत्पादन फॉक्सकॉन करता है। फॉक्सकॉन एपल का सबसे बड़ा मैन्युफैक्चरिंग पार्टनर है। इसके अलावा टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और पेगाट्रॉन भी मैन्युफैक्चरिंग करते हैं।
भारत में SUV का क्रेज दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। ऊंची ग्राउंड क्लीयरेंस, स्टाइलिश लुक, और आरामदायक ड्राइविंग अनुभव के कारण ये गाड़ियां हर उम्र के लोगों को पसंद आ रही हैं। आप अगर 10 लाख रुपए के कम कीमत में ऑटोमैटिक एसयूवी खरीदने की सोच रहे हैं तो भारतीय बाजार में इस कीमत के अंदर भी कई विकल्प मौजूद हैं। हम आपको आप टाटा नेक्सॉन, मारुति सुजुकी फ्रॉन्क्स और हुंडई एक्सटर समेत 5 ऐसे विकल्पों के बारे में बताने जा रहे हैं। ये काम आपके बजट को भी नहीं बिगाड़ेगी और आपको ऑटोमैटिक एसयूवी भी मिल जाएगी। 1. टाटा नेक्सॉन टाटा मोटर्स की SUV नेक्सॉन के ऑटोमैटिक वेरिएंट की एक्स शोरूम कीमत 9.60 लाख रुपए से शुरू होती है। आप नेक्सॉन का पेट्रोल इंजन वाला स्मार्ट प्लस वेरिएंट ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ खरीद सकते हैं। इस कार में 1199 सीसी का पेट्रोल इंजन दिया गया है। जो 118 बीएचपी की मैक्सिमम पावर जनरेट करता है। ये कार 17.18 kmpl तक के माइलेज का दावा करती है। 2. मारुति सुजुकी फ्रॉन्क्समारुति सुजुकी की ओर से फ्रॉन्क्स पेश की गई है, जो ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन में भी उपलब्ध है। इस वेरिएंट की शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत 8.85 लाख रुपए है। ये कार 22.89 kmpl तक का माइलेज का दावा करती है। इसमें डेल्टा, डेल्टा+ और डेल्टा+(O) मॉडल आपको 10 लाख रुपए से कम में मिल जाएंगे। इस कार में 1197 सीसी का पेट्रोल इंजन दिया गया है। 3. हुंडई एक्सटरहुंडई की SUV एक्सटर की शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत 8.30 लाख रुपए है। 9.62 लाख रुपए तक की एक्स शोरूम प्राइस के अंदर ई स्मार्ट, एस (S), एस प्लस (S+), एसएक्स स्मार्ट, एसएक्स (SX), सएक्स टेक (SX Tech) और एसएक्स ऑप्शनल (SX Opt) जैसे वेरिएंट खरीद सकते हैं। ये कार 19.2 kmpl तक का माइलेज देती है। इस कार में 1197 सीसी का पेट्रोल इंजन दिया गया है। 4. टाटा पंचटाटा पंच में 10 लाख रुपए के अंदर पंच का एडवेंचर, एडवेंचर प्लस, एडवेंचर एस, एडवेंचर प्लस एस, अकॉम्प्लिश्ड प्लस, अकॉम्प्लिश्ड प्लस एस और क्रिएटिव प्लस जैसे वेरिएंट मिल जाएंगे। इनकी एक्स शोरूम प्राइस 7.77 लाख रुपए से लेकर 9.72 लाख रुपए तक है। इस कार में 1199 सीसी का पेट्रोल इंजन दिया गया है। ये कार 19.2 kmpl तक का माइलेज देती है। 5. टोयोटा अर्बन क्रूजर टैसरइस कार के ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन की शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत 9.13 लाख रुपए है। इस कार के S और S+ मॉडल को आप 10 लाख रुपए से कम में ले सकेंगे। कंपनी का दावा है कि ये कार 22.79 kmpl तक का माइलेज देती है। इस कार में 1,462 सीसी का पेट्रोल इंजन दिया गया है। कार खरीदने से पहले ये 5 बातें जरूर ध्यान रखें ऑटोमैटिक कार में मिलता है ज्यादा माइलेजऑटोमैटिक ट्रांसमिशन में बार-बार क्लच दबाने और गियर बदलने की झंझट नहीं होता। इससे शहर में गाड़ी चलाना आराम और सुविधाजनक रहता है। इसके अलावा मैनुअल कारों की तुलना में ऑटोमैटिक कारें ज्यादा माइलेज देती हैं।
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Space Supercomputer: चीन फिर से पूरी दुनिया को चौंका दिया है. चीन ने अपने स्पेस कंप्यूटिंग सिस्टम के लिए सैटेलाइट का पहला बैच लॉन्च्ड कर दिया है.यह एक ऐसी प्रणाली है जो पूरी तरह से तैनात होने पर सबसे ज्यादा ताकतवर ग्राउंड बेस्ड सुपरकम्प्यूटरों को टक्कर दे सकती है.
धरती के इस पड़ोसी ग्रह को अचानक क्या हुआ? आसमान में दिखने लगी हरी रोशनी; हर कोई हैरान
Green Aurora on Mars: नासा अपनी खोज की वजह से पूरी दुनिया में फेमस है. एक बार नासा के पर्सिवियरेंस रोवर ने कुछ ऐसा किया है कि लोगों कि निगाहें नासा के वैज्ञानिकों पर चली गई है. आइए जानते हैं इसके बारे में.
ऑस्ट्रेलियन टू-व्हीलर मेकर KTM ने गुरुवार (15 मई) को भारतीय बाजार में अपनी सभी गाड़ियों की कीमत 15,000 रुपए तक बढ़ा दी है। सभी बाइकों में KTM RC 200 की कीमत में सबसे ज्यादा 15,000 रुपए की बढ़ोतरी हुई है। जिससे यह अपनी काम्पिटीटर यामाहा R15 v4 से 49,000 रुपए महंगी हो गई है। इसके अलावा 250 ड्यूक और RC 390 दोनों की कीमतों में 5,000 रुपए की बढ़ोतरी हुई है। नई कीमतें लागू होने के बाद KTM RC 390 सबसे महंगी और KTM 250 ड्यूक सबसे सस्ती बाइक है। अब KTM की मोस्ट पॉपुलर बाइक केटीएम 390 ड्यूक के फीचर्स जानिए KTM ने 12 मार्च को इंडियन मार्केट में नेकेड एडवेंचर बाइक 390 ड्यूक का अपडेटेड 2025 मॉडल लॉन्च किया था। इसे अपडेट फीचर और नए स्टील्थ एबोनी ब्लैक कलर ऑप्शन के साथ पेश किया गया था। नई केटीएम 390 ड्यूक में क्रूज कंट्रोल और क्रॉल फंक्शन जैसे फीचर शामिल किए गए हैं। इससे पहले कंपनी ने ये फीचर 2025 KTM 390 एडवेंचर बाइक में शामिल किए थे। इनसे 390 ड्यूक अब लंबी हाईवे राइड के लिए ज्यादा आरामदायक बन गई है। इसके अलवा बाइक में ABS और ट्रैक्शन कंट्रोल जैसे सेफ्टी फीचर्स मिलते हैं। भारत में बाइकों का मुकाबला टीवीएस अपाचे RTR 310 से है।
हीरो मोटोकॉर्प दो सस्ते इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। इसे जुलाई में लॉन्च किया जा सकता है। इसके जरिए कंपनी अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाना चाहती है। विडा की स्कूटर का मुकाबला ओला, एथर, बजाज जैसी कंपनियों की स्कूटर्स से होगा कंपनी वर्तमान में हर महीने करीब 7,000 इलेक्ट्रिक व्हीकल बना रही है। ऑटोकार की एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि विडा V2 और ACPD (कम कीमत वाले वर्जन) के साथ हीरो मोटोकॉर्प हर महीने 13,000-15,000 यूनिट के कंबाइन्ड वॉल्यूम की उम्मीद कर रही है। इसे 2025 के त्यौहारी सीजन तक 20,000 यूनिट तक बढ़ाने की योजना है। दिसंबर में V1 का अपडेटेड वर्जन विडा V2 लॉन्च हुआ था हीरो ने 4 दिसंबर 2024 को विडा V1 का अपडेटेड वर्जन विडा V2 लॉन्च किया था। कंपनी ने इलेक्ट्रिक स्कूटर की नई रेंज को तीन वैरिएंट- V2 लाइट, V2 प्लस और V2 प्रो में पेश किया था। विडा वी2 रेंज की शुरुआती कीमत 96,000 रुपए है, जो टॉप वैरिएंट वी2 प्रो में 1.35 लाख रुपए तक जाती है। कंपनी इलेक्ट्रिक स्कूटर के साथ 5 साल या 50,000 किलोमीटर की वाहन वारंटी दे रही है, जबकि बैटरी पैक पर 3 साल या 30,000km की वारंटी है। V2 प्रो वैरिएंट में एक बार फुल चार्ज करने पर 94km की रेंज मिलती है। नई हीरो विडा वी2 इलेक्ट्रिक स्कूटर रेंज इलेक्ट्रिक स्कूटर सेगमेंट में एथर रिज्टा, एथर 450X, ओला S1 रेंज, बजाज चेतक और TVS आईक्यूब जैसी इलेक्ट्रिक स्कूटर्स को टक्कर दे रही है।
सिट्रोएन की C3 CNG 7.16 लाख रुपए (एक्स शोरूम) की शुरुआती कीमत में लॉन्च कर दी गई है। यानी सिट्रोएन C3 अब डीलर-लेवल CNG किट फिटमेंट के साथ अवेलेबल है, जिसकी कीमत इसके बेस वैरिएंट से 93,000 रुपए ज्यादा है। सिट्रोएन C3 CNG चार वेरिएंट लाइव, फील, फील (O) और शाइन में अवेलेबल है। इसकी कीमत 7.16 लाख रुपए से 9.24 लाख रुपए (एक्स-शोरूम) है। कंपनी CNG कंपोनेंट के लिए C3 के समान ही 3 साल/1 लाख km की वारंटी दे रही है। फुल टैंक पर 200 Km तक चलेगी, 55 लीटर की कैपेसिटी सिट्रोएन इंडिया डीलरशिप ने C3 हैचबैक में CNG किट की सप्लाई और इंस्टॉलेशन के लिए लोवाटो के साथ टाई-अप किया है। सिंगल सिलेंडर CNG किट में 55 लीटर की कैपेसिटी है। कंपनी का कहना है कि फुल टैंक पर यह 170-200 Km तक चल सकती है। CNG किट 1.2-लीटर नेचुरली एस्पिरेटेड इंजन के साथ अवेलेबल सिट्रोएन ने कंफर्म किया है कि CNG किट केवल 1.2-लीटर नेचुरली एस्पिरेटेड इंजन के साथ अवेलेबल है, जो पेट्रोल पर 82hp की पावर और 115Nm का टॉर्क जनरेट करता है। हालांकि, फ्रांसीसी ब्रांड ने अभी तक CNG पर आउटपुट आंकड़े नहीं बताए हैं, लेकिन इसका दावा है कि ARAI फ्यूल इकोनॉमी 28.1km/kg है। इसमें 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स दिया गया है। सिट्रोएन का यह भी दावा है कि स्टैंडर्ड पेट्रोल मॉडल से राइड क्वालिटी सुनिश्चित करने के लिए रियर सस्पेंशन को अपग्रेड किया गया है। C3 CNG का कॉम्पिटिशन वैगन आर, पंच और एक्सटर से होगा मार्केट में सिट्रोएन C3 CNG का कॉम्पिटिशन मारुति वैगन आर, टाटा पंच और हुंडई एक्सटर से होगा। सिट्रोएन C3 CNG की कीमत मारुति की वैगन आर (6.89-7.13 लाख रुपए) से ज्यादा है। हालांकि, सिट्रोएन टाटा पंच (7.30-10.00 लाख रुपए) और हुंडई एक्सटर (8.63-9.53 लाख रुपए) से कम कीमत पर अवेलेबल है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एपल के CEO टिम कुक से कहा है कि भारत में फैक्ट्रियां लगाने की जरूरत नहीं है। मैं नहीं चाहता हूं कि एपल के प्रोडक्ट वहां बनाएं। इंडिया अपना ख्याल खुद रख सकता है। एपल CEO के साथ हुई इस बातचीत की जानकारी ट्रम्प ने गुरुवार को कतर की राजधानी दोहा में बिजनेस लीडर्स के साथ कार्यक्रम में दी। उन्होंने कहा कि एपल को अब अमेरिका में प्रोडक्शन बढ़ाना होगा। वहीं, ट्रम्प ने कहा कि भारत ने हमें ट्रेड में जीरो टैरिफ डील की पेशकश की है। उन्होंने कहा कि भारत हमसे ट्रेड में कोई चार्ज नहीं लेने को तैयार है। ट्रम्प का पूरा बयान मुझे कल टिम कुक के साथ थोड़ी परेशानी हुई। मैंने उनसे कहा, टिम, तुम मेरे दोस्त हो, मैंने तुम्हारे साथ बहुत अच्छा व्यवहार किया, तुम 500 बिलियन डॉलर लेकर आ रहे हो, लेकिन अब मैं सुन रहा हूं कि तुम पूरे भारत में प्रोडक्शन कर रहे हो। मैं नहीं चाहता कि तुम भारत में प्रोडक्शन करो। अगर तुम भारत का ख्याल रखना चाहते हो तो तुम भारत में निर्माण कर सकते हो क्योंकि भारत दुनिया में सबसे ज़्यादा टैरिफ वाले देशों में से एक है। भारत में बेचना बहुत मुश्किल है और उन्होंने हमें एक डील ऑफर की है जिसके तहत वे हमसे कोई टैरिफ नहीं वसूलने को तैयार हैं। मैंने टिम से कहा, टिम, देखो, हमने तुम्हारे साथ बहुत अच्छा व्यवहार किया है, हमने वर्षों तक चीन में तुम्हारे द्वारा बनाए गए सभी संयंत्रों को सहन किया, अब तुम्हें अमेरिका में निर्माण करना होगा, हम नहीं चाहते कि तुम भारत में निर्माण करो। इंडिया अपना ख्याल खुद रख सकता है। अमेरिकी बाजार में बिकने वाले 50% आईफोन भारत में बन रहे एपल के CEO टिम कुक ने हाल ही दिए एक इंटरव्यू में बताया था कि अमेरिकी बाजार में बिकने वाले 50% आईफोन भारत में बन रहे हैं। कुक ने कहा कि भारत अप्रैल-जून तिमाही में अमेरिका में बिकने वाले आईफोन्स का कंट्री ऑफ ओरिजिन बन जाएगा। उन्होंने बताया कि एयरपॉड्स, एपल वॉच जैसे अन्य प्रोडक्ट्स भी ज्यादातर वियतनाम में बनाए जा रहे हैं। 2026 तक देश में सालाना 6 करोड़+ आईफोन बनेंगे मार्च-24 से मार्च-25 में 60% बढ़ा आईफोन प्रोडक्शन मार्च 2024 से मार्च 2025 तक एपल ने भारत में 22 बिलियन डॉलर (करीब ₹1.88 लाख करोड़) वैल्यू के आईफोन बनाए। पिछले साल की तुलना में इसमें 60% की बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान एपल ने भारत से 17.4 बिलियन डॉलर (करीब ₹1.49 लाख करोड़) वैल्यू के आईफोन एक्सपोर्ट किए। वहीं, दुनियाभर में हर 5 में से एक आईफोन अब भारत में बन रहा है। भारत में आईफोन की मैन्युफैक्चरिंग तमिलनाडु और कर्नाटक की फैक्ट्रियों में की जाती है। इसमें सबसे ज्यादा उत्पादन फॉक्सकॉन करता है। फॉक्सकॉन एपल का सबसे बड़ा मैन्युफैक्चरिंग पार्टनर है। इसके अलावा टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और पेगाट्रॉन भी मैन्युफैक्चरिंग करते हैं। FY 2024 में 8 बिलियन डॉलर आईफोन की सेल वित्त वर्ष 2024 में एपल के स्मार्टफोन की बिक्री 8 बिलियन डॉलर तक पहुंच गई। जबकि बाजार में इसकी हिस्सेदारी केवल 8% थी। भारत के उभरते मिडिल क्लास में अभी भी आईफोन एक लग्जरी बना हुआ है। इसलिए यहां मार्केट बढ़ने की उम्मीद है। एपल का भारत पर इतना ज्यादा फोकस क्यों? ------------------------- ये खबर भी पढ़ें... HCL-फॉक्सकॉन भारत में सेमीकंडक्टर चिप बनाएंगी: सरकार ने ₹3,700 करोड़ लागत वाले छठे प्लांट को मंजूरी दी; हर महीने 3.6 करोड़ चिप बनेंगी भारत सरकार ने बुधवार को HCL और फॉक्सकॉन को छठा सेमीकंडक्टर प्लांट बनाने की मंजूरी दी है। ये प्लांट 3,700 करोड़ रुपए की लागत से उत्तर प्रदेश के यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल जोन में जेवर एयरपोर्ट के पास बनाया जाएगा। प्लांट 20,000 वेफर्स प्रति माह की क्षमता से चलेगा। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...
टेक कंपनी आईटेल ने भारतीय बाजार में एंट्री-लेवल सेगमेंट में नया स्मार्टफोन A90 लॉन्च कर दिया है। फोन की सबसे बड़ी खासियत इसका इन-बिल्ट AI असिस्टेंट एआईवाना 2.0 (Aivana 2.0) है। कंपनी का दावा है कि एंट्री-लेवल सेगमेंट में AI फीचर वाला यह सबसे सस्ता फोन है। इसमें स्मार्ट असिस्टेंट डाक्युमेंट से जवाब देने, गैलरी की इमेज को डिस्क्राइब करने, वॉट्सएप पर वीडियो और ऑडियो कॉल करने जैसे कई फीचर्स मिलते हैं। इसके अलावा इसमें 6.6 इंच का HD+ IPS डिस्प्ले के साथ 5000mAh बैटरी दी गई है। दो कलर ऑप्शन के साथ 6,499 रुपए शुरुआती कीमत आईटेल ने फोन को दो वैरिएंट में पेश किया है। इसकी शुरुआती कीमत 6499 रुपए है। फोन स्टारलाइट ब्लैक, स्पेस टाइटेनियम, अरोरा ब्लू और कॉस्मिक ग्रीन कलर ऑप्शन के साथ भारतभर के सभी रिटेल स्टोर्स पर अवेलेबल है। लॉन्च ऑफर के तहत आईटेल A90 खरीदने पर यूजर्स को 100 दिन के अंदर फ्री स्क्रीन रिप्लेसमेंट की सुविधा मिलेगी। इसके अलावा, आपको जियोसावन प्रो की 3 महीने का फ्री सब्सक्रिप्शन भी मिलेगा। आईटेल A90: वैरिएंट वाइस प्राइस आईटेल A90: स्पेसिफिकेशंस
प्रधानमंत्री मोदी कल (13 मई) पंजाब के आदमपुर एयरबेस पर थे। यहां उन्होंने कहा, ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने हमारे मिलिट्री बेस और नागरिकों को ड्रोन, UAV, मिलिट्री एयरक्राफ्ट और मिसाइल से टारगेट किया, लेकिन ये सभी हमारे एयर डिफेंस सिस्टम के सामने नाकाम रहे।' मोदी जिस एयर डिफेंस सिस्टम की तारीफ कर रहे थे वह कोई और नहीं भारत का अपना आकाशतीर कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम है। इसकी मदद से पाकिस्तान की ओर से आ रहे सैकड़ों ड्रोन, मिसाइल और रॉकेट को हवा में ही मार गिराया। इस डिफेंस सिस्टम की प्रेस ब्रीफिंग में भी चर्चा की गई। आकाशतीर के इस कारनामे की चर्चा पूरी दुनिया में है और इसे भारत का आयरन डोम कहा जा रहा है। इस स्टोरी में बात भारत के इंटिग्रेटेड और फास्ट एयर डिफेंस सिस्टम आकाशतीर की... 1. आकाशतीर सिस्टम क्या है? आकाशतीर एक स्वदेशी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-पावर्ड एयर डिफेंस सिस्टम है जिसे भारतीय सेना के लिए डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO), इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (ISRO) और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) ने संयुक्त रूप से डिजाइन और डेवलप किया है। इसका काम लो-लेवल एयरस्पेस की निगरानी करना और ग्राउंड पर तैनात एयर डिफेंस वेपन सिस्टम को कंट्रोल करना है। आकाशतीर रडार, सेंसर और कम्युनिकेशन सिस्टम को इंटिग्रेट करके सिंगल नेटवर्क बनाता है, जो रियल टाइम में हवाई खतरों का पता लगाने, ट्रैक करने और उन्हें न्यूट्रिलाइज करने में सक्षम है। 2. आकाशतीर काम कैसे करता है? रियल-टाइम थ्रेट असेसमेंट: आकाशतीर सिस्टम रडार स्टेशन, मिसाइल यूनिट्स और एयर सेंसर जैसे अलग-अलग सोर्स से रियल टाइम डेटा लेता है और उन्हें सिंगल लाइव एयर सिचुएशन पिक्चर में बदल देता है। कुछ ही सेकेंड में डिफेंस यूनिट के पास दुश्मन की ओर से आ रहे खतरे की क्लियर इमेज होती है। फिर इसे वपन सिस्टम हवा में ही मार गिराता है। इंटर-ऑपरेटबिलिटी: इंटर ऑपरेबिलिटी का मतलब है- एक ही समय में अलग-अलग मशीनों के साथ काम करना। आकाशतीर एक ही समय में, सरफेस-टू-एयर मिसाइल, स्पाइडर सिस्टम और स्वदेशी रडार नेटवर्क जैसे रोहिणी और अरुध्रा के साथ आसानी से कनेक्ट हो जाता है। ये सभी यूनिट्स एक साथ डेटा कलेक्ट कर टारगेट की जानकारी मिसाइल सिस्टम या इंटरसेप्ट यूनिट को देते हैं। 3. भारत ने 15 साल लगाकर इसे क्यों डेवलप किया? भविष्य के युद्धों के लिए विशेष रूप से डेवलप:कमांड सिस्टम में AI की मदद से आकाशतीर भविष्य के खतरे का एनालिसिस, दुश्मन के टारगेट का रूट मैपिंग और उसके मुताबिक ऑटोमेटिक हथियार का चयन पहले ही कर लेता है। दो मोर्चों पर युद्ध में फर्स्ट लाइन ऑफ डिफेंस:एक साथ दो मोर्चों पर युद्ध की स्थिति में आकाशतीर अलग-अलग क्षेत्रों में लगे एयर डिफेंस रिस्पॉन्स टीम के बीच कोऑर्डिनेट करने में सक्षम है। यह नेत्रा और फाल्कन जैसी हवाई वॉर्निंग सिस्टम के साथ ग्राउंड बेस्ड मिसाइल यूनिट्स को जोड़ता है। सेकंड में भारत की किल चेन को मजबूत करना: आकाशतीर जिस गति से थ्रेट को समझ सकता है, प्रोसेस कर सकता है और रिस्पॉन्ड कर सकता है, वह भारत की किल चेन के लिए काफी महत्वपूर्ण है। इसका ऑटोमेशन प्रोसेसिंग टाइम को काफी कम कर देता है। इससे एयरस्पेस में डोमिनेंस और लेयर्ड डिफेंस मिलता है। 4. आकाशतीर और आयरन डोम कैसे अलग है? आकाशतीर और आयरन डोम एयर डिफेंस में अलग-अलग भूमिका निभाते हैं। जिसमें अलग-अलग फंक्शन, ओरिजिन और ऑपरेशनल फोकस हैं। चूंकि इन दोनों का काम टारगेट को ट्रैक करना और उसके मुताबिक रिएक्ट करना है। इसलिए तेज रिस्पॉन्स के लिहाज से दोनों एक जैसे लगते हैं... आकाशतीर का फोकस एरिया: एक कंट्रोलिंग और रिपोर्टिंग सिस्टम है। इसमें डायरेक्ट कोई वेपन सिस्टम शामिल नहीं होता है। यह मिसाइल या बंदूक जैसी एयर डिफेंस एसेट्स को मैनेज और कंट्रोल करता है। लेकिन सीधे टारगेट पर हमला नहीं करता है। आयरन डोम का फोकस एरिया: यह एक कायनेटिक इंटरसेप्शन सिस्टम है। जो सिविलियन और मिलिट्री क्षेत्रों को आसमान से आ रहे खतरों से बचाने के लिए डायरेक्ट वेपन सिस्टम का इस्तेमाल करता है। यह एक कमांड सिस्टम नहीं बल्कि एक अटैक सिस्टम है। 5. आकाशतीर और आकाश मिसाइल सिस्टम में क्या अंतर है? आकाशतीर को आकाश मिसाइल सिस्टम से अलग है। आकाश मिसाइल सिस्टम एक मिडियम रेंज का सरफेट टू एयर मिसाइल सिस्टम है, जिसे DRDO ने डेवलप किया और BEL व BDL ने बनाया है। यह एरियल थ्रेट को न्यूट्रलाइज करने के लिए मिसाइल लॉन्च करता है। जबकि आकाशतीर एक कमांड और कंट्रोल सिस्टम है, जो इन हथियारों को कंट्रोल और कोऑर्डिनेट करता है। --------------------- आकाशतीर के साथ इंटिग्रेशन में काम करने वाले S400 के बारे में भी पढ़ें... क्या है भारत का S-400 जिसने पाकिस्तानी हमला किया नाकाम: 400 KM दूर से टारगेट लॉक, एक साथ 160 टारगेट की ट्रैकिंग, जानें इसकी खासियत पाकिस्तान ने गुरुवार को 15 भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमले की कोशिश की। भारत के रशियन मेड S-400 एयर डिफेंस सिस्टम ने सभी को नाकाम कर दिया। बदले में भारत ने पाकिस्तान के लाहौर में तैनात HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह कर दिया है। इसे चार साल पहले चीन से खरीदा था। क्या है भारत का S-400 और पाकिस्तान का HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम; जानेंगे एक्सप्लेनर में…
अगर आप इन दिनों 10 हजार रुपए के बजट में नया 5G स्मार्टफोन फोन खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो आपके आप कई ऑप्शन हैं। 10 हजार रुपए से कम कीमत में सैमसंग, रेडमी, पोको और मोटो ब्रांड्स के कई फोन आते हैं।इन स्मार्टफोन्स में 50MP रियर कैमरा , 5000mAh बैटरी और AI असिस्टेंस जैसे फीचर्स मिलेंगे। आज हम आपको ऐसे 5 बजट 5G स्मार्टफोन के बारे में बता रहें हैं... 1. सैमसंग गैलेक्सी F06सैमसंग गैलेक्सी F06 स्मार्टफोन में मीडियाटेक डायमेंसिटी 6300 प्रोसेसर, 50MP का डुअल रियर कैमरा और 8MP का फ्रंट कैमरा मिलता है। इसमें 5000mAh की बैटरी मिलती है। 4GB RAM + 128GB स्टोरेज वेरिएंट को आप फ्लिपकार्ट से 8,999 रुपए में खरीद सकते हैं। 2. रेडमी 14C 5Gरेडमी 14C स्मार्टफोन स्नैपड्रेगन 4 Gen 2 5G प्रोसेसर के साथ आता है। 50 MP के रियर और 8MP के फ्रंट कैमरे वाले इस फोन में 5160mAh की बैटरी मिलती है। इस फोन को आप अमेजन पर 9,499 रुपए में खरीद सकते हैं। इस कीमत पर आपको 4GB RAM + 64GB स्टोरेज वेरिएंट मिलेगा। 3. पोको C75पोको C75 में 50MP का रियर डुअल रियर कैमरा सेटअप और 5MP के फ्रंट कैमरे के साथ आता है। इसमें 6.88 इंच डिस्प्ले और 5160mAh बैटरी जैसे स्पेसिफिकेशन्स मिलेंगे। पोको C75 को अमेजन पर 8,1499 रुपए में खरीद सकते हैं। इसमें आपको फोन और 10 वॉट का चार्जर मिलता है। 4. मोटो G35 5Gमोटोरोला G35 में 5000mAh की बैटरी, 50MP + 8MP का डुअल रियर कैमरा सेटअप और 16MP का फ्रंट कैमरा मिलता है। फोन के 4GB RAM + 128GB स्टोरेज वेरिएंट को आप 9,999 रुपए से कम में खरीद सकते हैं। 5. आईटेल A95आईटेल ने हाल ही में बजट सेगमेंट में नया 5G स्मार्टफोन A95 लॉन्च किया है। इसमें AI असिस्टेंस Aivana दिया गया है। इसके 4GB रैम वाले वैरिएंट की कीमत 9,599 रुपए और 6GB रैम वाले वैरिएंट की कीमत 9,999 रुपए है। इस प्राइस रेंज में AI फीचर वाला ये सबसे सस्ता 5G स्मार्टफोन है। इसमें 6.6 इंच की HD+ IPS LCD डिस्प्ले दी गई है।
सैमसंग ने आज यानी, मंगलवार 13 मई को भारत में गैलेक्सी S25 एज स्मार्टफोन लॉन्च किया। ये फोन अब प्री-ऑर्डर के लिए उपलब्ध है। 1,09,999 रुपए की शुरुआती कीमत वाला यह फोन टाइटेनियम सिल्वर, टाइटेनियम जेटब्लैक और टाइटेनियम आइसब्लू कलर में आता है। सैमसंग ने स्मार्टफोन को प्री-ऑर्डर करने पर 256GB स्टोरेज वाले वेरिएंट की कीमत पर 512GB स्टोरेज वाला वेरिएंट दे रहा है। HDFC बैंक, SBI, एक्सिस बैंक सहित कुछ अन्य बैंकों के क्रेडिट कार्ड पर नौ महीने तक की नो-कॉस्ट EMI अवेलेबल है। कीमत और वेरिएंट सैमसंग गैलेक्सी S25 एज: डिजाइन और बिल्ड सैमसंग गैलेक्सी S25 एज: कैमरा फोन में 200MP का प्राइमरी सेंसर है। सैमसंग का दावा है कि यह गैलेक्सी S25 की तुलना में कम रोशनी वाले वातावरण में 40% तक बेहतर ब्राइटनेस देता है। इसके साथ ही इसमें ऑटोफोकस और मैक्रो क्षमताओं वाला 12MP का अल्ट्रा-वाइड-एंगल लेंस भी है। फ्रंट में 12MP कैमरा है। सैमसंग गैलेक्सी S25 एज: प्रोसेसर ये फोन क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 8 एलीट प्रोसेसर से पावर्ड है और गैलेक्सी AI फीचर्स के फुल सूट के साथ आता है। इनमें नाउ ब्रीफ वाया नाउ बार, क्रॉस-ऐप इंटीग्रेशन के साथ गूगल का जेमिनी AI असिस्टेंट, ऑडियो इरेजर, ड्रॉइंग असिस्ट, नाइटोग्राफी शामिल हैं। इसमें प्रोस्केलर फीचर भी शामिल है, जो ऑन-स्क्रीन कंटेंट को एनहैंस और अपस्केल करने के लिए सैमसंग के मोबाइल डिजिटल नेचुरल इमेज इंजन (mDNIe) का उपयोग करता है। सैमसंग गैलेक्सी S25 एज: बैटरी फोन में 3900mAh की बैटरी दी गई है जो 25 वॉट वायर्ड चार्जिंग और 15 वॉट वायरलेस चार्जिंग और रिवर्स चार्जिंग को सपोर्ट करती है। हालांकि 6.7 इंच 1440p AMOLED डिस्प्ले (120Hz) वाले फ्लैगशिप फोन के लिए 3,900 mAh कैपेसिटी काफी छोटी है। ये स्टैंडर्ड गैलेक्सी S25 में मिलने वाली 4,000 mAh बैटरी, गैलेक्सी S25+ में मिलने वाली 4,900 mAh और गैलेक्सी S25 अल्ट्रा की 5,000 mAh बैटरी कैपेसिटी से काफी कम है।
टाटा मोटर्स ने अपनी प्रीमियम हैचबैक कार टाटा अल्ट्रोज का फेसलिफ्ट मॉडल रिवील कर दिया है। कंपनी इसे नए डिजाइन और एडवांस फीचर्स के साथ 21 मई को लॉन्च कर सकती है। ये भारत में पहली हैचबैक कार होगी, जिसमें फ्लश डोर हैंडल्स मिलेंगे। यह अल्ट्रोज का पहला फेसलिफ्ट अपडेट मॉडल है। टाटा ने कार के इंटीरियर और एक्सटीरियर डिजाइन कई बदलाव किए हैं और कुछ नए फीचर भी जोड़े हैं। इसे 5 वैरिएंट में पेश किया जाएगा। इसमें स्मार्ट, प्योर, क्रिएटिव, अकंप्लिश्ड S और अकंप्लिश्ड+ S शामिल है। कार में 6 एयरबैग स्टैंडर्ड, 360-डिग्री कैमरा और वॉइस-असिस्टेड सिंगल-पेन सनरूफ जैसे फीचर भी मिलेंगे। टाटा अल्ट्रोज की कीमत मौजूदा मॉडल से ज्यादा हो सकती है। वर्तमान में इसकी एक्स-शोरूम प्राइस 6.65 लाख रुपए से शुरू होती है। इसका मुकाबला मारुति सुजुकी बलेनो, टोयोटा ग्लैंजा और हुंडई i20 से रहेगा।
ट्रायम्फ मोटरसाइकिल ने इंडियन मार्केट में स्क्रैम्बलर 400 XC लॉन्च कर दी है। स्ट्रीट फाइटर बाइक की एक्स-शोरूम कीमत 2,94,147 रुपए रखी गई है, जो ट्रायम्फ स्क्रैम्बलर 400 X से 26,540 रुपए ज्यादा है। यानी बजाज और ट्रायम्फ की पार्टनरशिप में बनी यह भारत में सबसे महंगी बाइक है। बाइक मानक 5 साल की स्टैंडर्ड और 5 साल की एक्सटेंडेड वारंटी के साथ आती है, जिसमें एक साल की रोडसाइड असिस्टेंस शामिल है। इसके अलावा, स्ट्रीट फाइटर को कस्टमाइज करने के लिए 20 से ज्यादा नई एक्सेसरीज ऑप्शनल मिलेगी। इसका मुकाबला रॉयल एनफील्ड स्क्रैम 400, येज्दी स्क्रैंबलर और हस्कवर्ना विटिपिलेन 401 से रहेगा। ट्रायम्फ स्क्रैम्बलर 400 XC में नया क्या?ऑफ-रोड कैपेसिटी के मामले में भी स्क्रैम्बलर 400 XC, स्क्रैम्बलर 400 X से ऊपर है। स्क्रैंबलर 400 X और स्क्रैंबलर 400 XC में सबसे बड़ा अंतर यह है कि स्क्रैम्बलर 400 XC में ट्यूबलेस स्पोक व्हील्स के साथ ट्यूबलेस टायर दिए गए हैं। हालांकि, इसके व्हील्स का साइज 400 X के बराबर है, इसमें 19-इंच फ्रंट और 17-इंच रियर व्हील दिए गए हैं। बाइक में हाई-माउंटेड फ्रंट बीक फेंडर, पेंटेड विंडस्क्रीन, एडजस्टेबल क्लच और ब्रेक लीवर स्टैंडर्ड दिए गए हैं। इसमें ट्रायंफ की दूसरी 400CC बाइक में मिलने वाले अपर इंजन गार्ड को हटा दिया गया है और सिर्फ लोअर इंजन गार्ड दिए गए हैं। मोटरसाइकिल का वजन 190KG है और यह ट्रायम्फ 400 X (185KG) से 5KG भारी है। इसमें 3 नए कलर ऑप्शन- रेसिंग येलो, स्टॉर्म ग्रे और वनीला व्हाइट दिए गए हैं। परफॉर्मेंस: 398CC का लिक्विड कूल्ड सिंगल-सिलेंडर इंजनट्रायम्फ ने परफॉर्मेंस के लिए स्क्रैंबलर 400 XC में 398CC का लिक्विड कूल्ड सिंगल-सिलेंडर इंजन दिया है, जो 8000rpm पर 40hp की पावर और 6500rpm पर 37.5Nm का टॉर्क जनरेट करता है। इसमें 6-स्पीड गियरबॉक्स के साथ स्लिपर क्लच दिया गया है। मोटरसाइकिल में स्विचेबल ट्रेक्शन कंट्रोल, ऑफ-रोड ABS मोड, राइड-बाय-वायर थ्रॉटल, ऑल-एलईडी लाइटिंग, सेमी-डिजिटल इंस्ट्रूमेंट कंसोल और USB चार्जिंग पोर्ट जैसे फीचर दिए गए हैं। हार्डवेयर: 4-पिस्टन रेडियल के साथ 320mm फ्रंट डिस्क ब्रेक कंफर्ट राइडिंग के लिए बाइक में फ्रंट में 43mm अपसाइड-डाउन बिग-पिस्टन फोर्क्स और प्री-लोड एडजस्टमेंट के साथ रियर में गैस-चार्ज्ड मोनो-शॉक यूनिट दी गई है। ब्रेकिंग के लिए 4-पिस्टन रेडियल के साथ 320mm फ्रंट डिस्क और 230mm रियर डिस्क ब्रेक मिलते हैं। स्क्रैम्बलर 400 XC बाइक की सीट हाइट 835mm है और वजन 179 किलोग्राम है। फीचर्स : स्विचेबल ट्रैक्शन कंट्रोल और डुअल-चैनल ABS फीचर्स की बात करें तो बाइक में ऑल-LED लाइटिंग (हेडलाइट्स, इंडिकेटर्स, टेललाइट्स), स्विचेबल ट्रैक्शन कंट्रोल, डुअल-चैनल ABS, एक इम्मोबिलाइजर, टाइप-C चार्जिंग पोर्ट और सेमी-डिजिटल इंस्ट्रूमेंटेशन दिए गए हैं। इसके साथ ही एक एनालॉग टैकोमीटर दिया गया है, जिसके बगल में स्क्रीन पर एक डिजिटल टैकोमीटर, एक गियर पोजीशन इंडिकेटर दिए गए हैं।
UPI सर्विस देशभर में डाउन:गूगल पे और फोनपे जैसे प्लेटफॉर्म से पेमेंट करने में यूजर्स को आ रही दिक्कत
देशभर में सोमवार (12 मई) को यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस यानी UPI सर्विस टेक्निकल इश्यू के चलते डाउन हो गई। इस आउटेज की वजह से यूजर्स को गूगल पे, फोनपे और पेटीएम जैसे डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म से पेमेंट करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वेबसाइट और ऑनलाइन सर्विसेज का रियल टाइम स्टेटस बताने वाले प्लेटफॉर्म डाउन डिटेक्टर के अनुसार, करीब शाम 5 बजे से दिक्कत आनी शुरू हुई। वहीं, शाम 7 बजे सबसे ज्यादा 913 शिकायतें दर्ज की गईं। शाम 5 बजे से रात 8 बजे तक सबसे ज्यादा परेशानी करीब 31% लोगों को पेमेंट करने में दिक्कत समस्या फेस कर रहे करीब 31% लोगों को पेमेंट करने में दिक्कत आई। 47% लोगों को फंड ट्रांसफर करने और लगभग 21% को खरीदारी करने में दिक्कतें हुईं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी कई यूजर्स UPI सर्विस डाउन होने की शिकायत कर रहे हैं। पेटीएम से पेमेंट करने पर एरर मैसेज दिखाई दे रहा, 'UPI एप कुछ समस्याओं का सामना कर रहा है'। पिछले एक महीने में यह तीसरी बार है, जब UPI सर्विस डाउन हुई है।' UPI को NCPI ऑपरेट करता है भारत में RTGS और NEFT पेमेंट सिस्टम का ऑपरेशन RBI के पास है। IMPS, RuPay, UPI जैसे सिस्टम को नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ऑपरेट करती है। सरकार ने 1 जनवरी 2020 से UPI ट्रांजैक्शन के लिए एक जीरो-चार्ज फ्रेमवर्क मैंडेटरी किया था। UPI कैसे काम करता है UPI सर्विस के लिए आपको एक वर्चुअल पेमेंट एड्रेस तैयार करना होता है। इसके बाद इसे बैंक अकाउंट से लिंक करना पड़ता है। इसके बाद आपका बैंक अकाउंट नंबर, बैंक का नाम या IFSC कोड आदि याद रखने की जरूरत नहीं होती। पेमेंट करने वाला बस आपके मोबाइल नंबर के हिसाब से पेमेंट रिक्वेस्ट प्रोसेस करता है। अगर आपके पास उसका UPI आईडी (ई-मेल आईडी, मोबाइल नंबर या आधार नंबर) है तो आप अपने स्मार्टफोन के जरिए आसानी से पैसा भेज सकते हैं। न सिर्फ पैसा बल्कि यूटिलिटी बिल पेमेंट, ऑनलाइन शॉपिंग और खरीदारी भी आप यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस सिस्टम से कर सकते हैं।
होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया ने आज (10 मई) भारतीय बाजार में अपनी प्रीमियम मोटरसाइकिलों CBR650R और CB650R का अपडेटेड मॉडल लॉन्च कर दिया है। मिडिलवेट सेगमेंट की दोनों बाइक अब होंडा की ई-क्लच तकनीक से लैस हैं। इसके अलावा, इनमें डुअल चैनल ABS के सात ट्रेक्शन कंट्रोल सिस्टम भी दिया गया है। 40 हजार रुपए महंगी हुई मोटरसाइकिलें नए अपडेट के साथ दोनों मोटसाइकिलों की कीमत में करीब 40 हजार रुपए की बढ़ोतरी हुई है। CBR650R की एक्स-शोरूम कीमत 10.40 लाख रुपए रखी गई है। वहीं, CB650R की एक्स-शोरूम की कीमत 9.60 लाख रुपए है। CBR650R ग्रैंड प्रिक्स रेड मैट और गनपाउडर ब्लैक मेटैलिक कलर में अवेलेबल है वहीं, CB650R में कैंडी क्रोमोस्फीयर रेड और मैट गनपाउडर ब्लैक मेटैलिक कलर ऑप्शन मिलते हैं। मिडिलवेट सेगमेंट में CBR650R का सीधा मुकाबला ट्रायम्फ डेटोना 660 और सुजुकी GSX-8R से है, जबकि CB650R का मुकाबला ट्रायम्फ ट्राइडेंट 660 से है। परफॉर्मेंस: 20-25kmpl का ARAI क्लेम्ड माइलेज दोनों मोटरसाइकिल में परफॉर्मेंस के लिए एक ही इंजन दिया गया है। इनमें 649cc का 4-स्ट्रोक, 16 वॉल्व DOHC, इनलाइन 4, लिक्विड कूल्ड पेट्रोल इंजन मिलता है, जो 95.17PS की पावर और 63Nm का टॉर्क जनरेट करता है। ट्रांसमिशन के लिए इस इंजन को 6-स्पीड गियरबॉक्स के साथ ट्यून किया गया है। दोनों बाइक अब होंडा की ई-क्लच टेक्नीक के साथ आती हैं, जिसमें क्लच लीवर यूज किए बिना गियर शिफ्ट करने की सुविधा मिलती है। ये ट्रैफिक में या स्पोर्टी राइडिंग के दौरान काफी सुविधाजनक है। ई-क्लच वेरिएंट्स स्टैंडर्ड मॉडल से 2.8 किलो भारी हैं। इनलाइन-4 इंजन स्मूथ और हाई-रेविंग है, जो हाईवे पर स्पीड और सिटी में कंट्रोल्ड राइडिंग के लिए बेस्ट है। लो-टू-मिड रेंज टॉर्क अच्छा है, जिससे ओवरटेकिंग और क्विक एक्सेलेरेशन आसान हो जाता है। CBR650R में 25kmpl और CB650R में 20-25kmpl का ARAI क्लेम्ड माइलेज मिलता है, जो रियल-वर्ल्ड कंडीशंस में राइडिंग स्टाइल पर डिपेंड करता है। हार्डवेयर और फीचर्स: डुअल चैनल ABS के साथ डिस्क ब्रेक 2025 CBR650R और 2025 CB650R में एक जैसे हार्डवेयर्स दिए गए हैं। इनमें कंफर्ट राइडिंग के लिए 41mm शोवा इनवर्टेड फोर्क्स और प्रीलोड एडजस्टेबिलिटी के साथ रियर मोनोशॉक मिलते हैं। वहीं, ब्रेकिंग के लिए स्टैंडर्ड तौर पर डुअल चैनल ABS के साथ 310mm ट्विन फ्रंट डिस्क और 240mm रियर डिस्क ब्रेक दिए गए हैं। ब्रेक्स शार्प और रिस्पॉन्सिव हैं, जो हाई-स्पीड राइडिंग में कॉन्फिडेंस देते हैं। CBR650R में ABS और HSTC इमरजेंसी ब्रेकिंग और स्लिपरी कंडीशंस में सेफ्टी बढ़ाते हैं। दोनों बाइक्स में अब 5 इंच का कलर TFT इंस्ट्रूमेंट कंसोल है, जो होंडा रोडसिंक एप के साथ ब्लूटूथ कनेक्टिविटी सपोर्ट करता है। फीचर्स में टर्न-बाय-टर्न नेविगेशन, कॉल/SMS नोटिफिकेशंस शामिल हैं। इसके अलावा, इनमें फुल LED लाइटिंग (हेडलैंप, टेललाइट, इंडिकेटर्स) मिलती है।
रिलायंस जियो (Jio) ने अपने प्रीपेड यूजर्स के लिए बिना डेटा वाले दो नए सस्ते रिचार्ज प्लान लॉन्च किए हैं। इनमें सिर्फ कॉलिंग और SMS की सुविधा के साथ 365 दिन की वैलिडिटी मिलेगी। जियो की वेबसाइट पर लिस्ट हुए इन प्लान की कीमत 458 और 1,958 रुपए हैं। इन प्लान का फायदा उन यूजर्स को होगा, जो डेटा का इस्तेमाल नहीं करते हैं और सिर्फ कॉलिंग और SMS का इस्तेमाल करते हैं। टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने हाल ही में टेलिकॉम कंपनियों को अपने यूजर्स के लिए वॉयस+SMS ओनली रिचार्ज पैक अलग से देने को कहा था। जियो सिनेमा और जियो टीवी ऐप्स का फ्री एक्सेस भी मिलेगाकंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट के मुताबिक, 458 रुपए वाले प्लान में कस्टमर्स को 84 दिन तक पूरे भारत में किसी भी नेटवर्क पर अनलिमिटेड कॉलिंग और 1000 SMS फ्री मिलेंगे। इसके अलावा यूजर्स को जियो सिनेमा और जियो टीवी जैसे ऐप्स का फ्री एक्सेस भी मिलेगा। वहीं, 1499 रुपए वाले प्लान में कस्टमर्स को 365 दिन तक पूरे भारत में किसी भी नेटवर्क पर अनलिमिटेड कॉलिंग के साथ 3600 फ्री SMS और फ्री नेशनल रोमिंग भी मिलेगी। इसके अलावा, इस प्लान में जियो सिनेमा और जियो टीवी जैसे ऐप्स का फ्री एक्सेस भी मिलेगा। जियो ने हटाए दो प्लानजियो ने दो पुराने रिचार्ज प्लान अपनी लिस्ट से हटा दिए हैं। ये प्लान 479 और 1899 रुपए के थे। 1899 रुपए वाले प्लान में 336 दिन की वैलिडिटी के साथ 24GB डेटा मिलता था, जबकि 479 रुपए वाले प्लान में 84 दिन की वैलिडिटी के साथ 6GB डेटा मिलता था। ग्राहकों को बिना डाटा वाला पैक सस्ते में मिले TRAI चाहता था कि ग्राहकों को बिना डाटा वाला पैक सस्ते में मिले, क्योंकि कई यूजर्स केवल कॉलिंग के लिए फोन का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन, उन्हें मौजूदा डेटा पैक के साथ कॉलिंग+SMS के लिए रिचार्ज करना होता है, जो काफी महंगा पड़ता है। वहीं कई यूजर्स दो सिम का इस्तेमाल करते हैं, जिसमें एक कॉलिंग के लिए तो दूसरा इंटरनेट के लिए होता है, लेकिन उन्हें रिचार्ज दोनों के लिए करना पड़ता है। ऐसे में सरकार ने नई गाइडलाइन जारी कर सिर्फ कॉलिंग के साथ SMS वाले प्लान जारी करने के आदेश दिए थे। इससे देश के करीब 30 करोड़ मोबाइल यूजर्स को सीधा फायदा मिलता।
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर फेक न्यूज और मिस-इंफॉर्मेशन फैलाई जा रही है। इसी को रोकने के लिए केंद्र सरकार मेटा और X (ट्विटर) पर दबाव बना रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, केंद्र सरकार IT एक्ट के तहत सोशल मीडिया से रोज 1,000 से ज्यादा पोस्ट हटाने के निर्देश दे रही है। इसके लिए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने सोशल मीडिया कंपनियों के साथ हाई-लेवल मीटिंग भी की है। सोशल मीडिया कंपनियों ने फवाद खान, आतिफ असलम, हानिया आमिर जैसे पाकिस्तानी एक्टर्स सहित बाबर आजम, शाहिद अफरीदी जैसे क्रिकेटर्स के अकाउंट्स का इंडिया में एक्सेस ब्लॉक किया है। कल 8000 X अकाउंट बंद करने के आदेश दिए थे पाकिस्तान से तनाव के बीच भारत सरकार ने फेक न्यूज फैलाने वाले 8000 X अकाउंट बंद करने के आदेश दिए हैं। इनमें इंटरनेशनल न्यूज ऑर्गेनाइजेशन के अकाउंट भी शामिल हैं। X ने यह दावा अपने ग्लोबल गवर्नेंस अफेयर्स अकाउंट के जरिए किया है। प्लेटफॉर्म ने कहा कि हम इससे सहमत नहीं हैं, ये पोस्ट और अकाउंट सिर्फ भारत में नहीं दिखेंगे। ग्लोबल गवर्नमेंट अफेयर्स ने अपने ऑफिशियल X अकाउंट पर पोस्ट कर बताया कि भारत सरकार ने ऐसे अकाउंट्स और पोस्ट्स को बैन करने के आदेश जारी किए हैं, जो फर्जी खबरें, पाकिस्तान के लिए प्रोपेगैंडा और भारत विरोधी कंटेंट (टेक्स्ट, फोटो और वीडियो) फैला रहे हैं। सरकार का कहना है कि ये कार्रवाई राष्ट्रीय सुरक्षा और साइबर सुरक्षा को मजबूत करने के लिए की गई है। कुछ अकाउंट्स पर भारत में अस्थिरता फैलाने और गलत सूचना प्रसारित करने का आरोप है। OTT प्लेटफॉर्म्स से पाकिस्तानी कंटेंट हटाने का आदेश इससे पहले केंद्र सरकार ने गुरुवार को सभी OTT (ओवर-द-टॉप) और स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स को पाकिस्तान से जुड़ा कंटेंट तत्काल हटाने के निर्देश दिए। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की एडवाइजरी में राष्ट्रीय सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए पाकिस्तानी कंटेंट पर बैन लगाया है। ये कार्रवाई IT एक्ट 2021 के तहत की गई है। OTT प्लेटफॉर्म्स को सभी तरह का पाकिस्तानी कंटेंट हटाना होगा भारत सरकार ने 16 पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों पर बैन लगाया था इससे पहले, 27 अप्रैल को गृह मंत्रालय की सिफारिश पर भारत सरकार ने 16 पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों पर बैन लगा दिया है। सरकारी सूत्रों के मुताबिक, इन चैनलों पर भारत, भारतीय सेना और सुरक्षा एजेंसियों के खिलाफ भड़काऊ, सांप्रदायिक और भ्रामक खबरें फैलाने का आरोप है। पाकिस्तानी एक्टर्स पर भी बैन लगा FWICE (फिल्म फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न सिने एम्प्लॉयज) ने हाल ही में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को लेटर लिखकर साफ किया है कि अगर कोई भी भारतीय पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम करेगा, तो उस पर देशद्रोह का केस होगा। साथ ही पाक कलाकारों के साथ काम करने वाले शख्स को इंडियन इंडस्ट्री से बैन कर दिया जाएगा। विवादों के बीच जाहिर तौर पर फवाद खान की फिल्म अबीर गुलाल अब भारत में रिलीज नहीं होगी। वहीं हानिया आमिर को भी फिल्म सरदार 3 से रिप्लेस किया जा रहा है। उरी अटैक के बाद बैन लगाने की शुरुआत हुई थी साल 2016 में हुए उरी अटैक के बाद सभी पाकिस्तानी कलाकारों के भारत में काम करने पर बैन लगा दिया गया था। यही वजह रही कि माहिरा खान, फवाद खान जैसे कलाकारों को भारत की कई फिल्में छोड़नी पड़ी थीं। साल 2023 में बॉम्बे हाईकोर्ट ने पाकिस्तानी कलाकारों पर बैन लगाए जाने की याचिका खारिज करते हुए कहा कि कलाकारों को पॉलिटिकल टेंशन के चलते सजा नहीं दी जा सकती। यही वजह रही कि पाकिस्तानी कलाकारों को फिर हिंदी सिनेमा में काम दिया जाने लगा। हानिया आमिर को दिलजीत दोसांझ के साथ फिल्म सरदार 3 में काम मिला, वहीं फवाद खान फिल्म अबीर गुलाल से बॉलीवुड कमबैक करने वाले थे। X ने अप्रैल-मई में 2.30 लाख भारतीय अकाउंट बैन किएइलॉन मस्क की कंपनी X कॉर्प ने 26 अप्रैल से 25 मई के बीच भारत में 230,892 अकाउंट्स को बैन किया है। इनमें से 2,29,925 अकाउंट्स को बच्चों के यौन शोषण और नॉन-कंसेशुअल न्यूडिटी को बढ़ावा देने के आरोप में बैन किया गया है। वहीं 967 अकाउंट्स को आतंकवाद को बढ़ावा देने के आरोप में हटाया गया है। नए IT नियमों, 2021 के मुताबिक अपनी मंथली रिपोर्ट में X ने कहा कि 26 अप्रैल से 25 मई के बीच उसे भारत में X यूजर्स की 17,580 शिकायतें मिलीं। इस दौरान कंपनी ने अकाउंट सस्पेंशन के खिलाफ 76 शिकायतों को भी प्रोसेस किया। कंपनी ने मार्च-अप्रैल में 1.84 लाख अकाउंट्स बैन किए थे इससे पहले 26 मार्च से 25 अप्रैल के बीच X ने भारत में 1,84,241 अकाउंट्स को बैन किया था। इसमें 1,303 अकाउंट्स आतंकवाद को बढ़ावा देने के चलते बैन किए गए थे। वहीं 26 फरवरी से 25 मार्च के बीच कुल 213,862 अकाउंट बैन किए थे। इनमें 1,235 ऐसे अकाउंट थे, जिन्हें देश में आतंकवाद को बढ़ावा देने के कारण बंद किया गया था। ये खबर भी पढ़ें जैसलमेर-पोकरण में पाकिस्तान का हमला नाकाम, ड्रोन मार गिराए: बाड़मेर-श्रीगंगानगर में रेड अलर्ट, लोगों से घरों में रहने की अपील पहलगाम हमले के जवाब में भारत की एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने गुरुवार रात जैसलमेर-पोकरण में सैन्य ठिकानों पर ड्रोन से हमला किया। भारतीय सेना ने हमले को नाकाम कर दिया। बाड़मेर-श्रीगंगानगर में रेड अलर्ट जारी किया गया है। लोगों से घरों में रहने की अपील की गई है। बॉर्डर से सटे जिलों में ब्लैक आउट किया गया है। गुरुवार रात जैसलमेर में भारतीय वायु रक्षा की ओर से पाकिस्तानी ड्रोन को रोका गया। जैसलमेर के एयरबेस और मिलिट्री एरिया में यह अटैक किए गए थे। जब भारतीय मिसाइलों ने ड्रोन को हवा में उड़ाया तो आसमा में आग के गोले देखे गए। पूरी खबर पढ़ें...
पाकिस्तान से तनाव के बीच भारत सरकार ने फेक न्यूज फैलाने वाले 8000 X अकाउंट बंद करने के आदेश दिए हैं। इनमें इंटरनेशनल न्यूज ऑर्गनाइजेशन के अकाउंट भी शामिल हैं। X ने यह दावा अपने ग्लोबल गवर्नेंस अफेयर्स अकाउंट के जरिए किया है। प्लेटफॉर्म ने कहा कि हम इससे सहमत नहीं हैं, ये पोस्ट और अकाउंट सिर्फ भारत में नहीं दिखेंगे। ग्लोबल गवर्नमेंट अफेयर्स ने अपने ऑफिशियल X अकाउंट पर पोस्ट कर बताया कि भारत सरकार ने ऐसे अकाउंट्स और पोस्ट्स को बैन करने के आदेश जारी किए हैं, जो फर्जी खबरें, पाकिस्तान के लिए प्रोपेगैंडा और भारत विरोधी कंटेंट (टेक्स्ट, फोटो और वीडियो) फैला रहे हैं। सरकार का कहना है कि ये कार्रवाई राष्ट्रीय सुरक्षा और साइबर सुरक्षा को मजबूत करने के लिए की गई है। कुछ अकाउंट्स पर भारत में अस्थिरता फैलाने और गलत सूचना प्रसारित करने का आरोप है। OTT प्लेटफॉर्म्स से पाकिस्तानी कंटेंट हटाने का आदेश इससे पहले केंद्र सरकार ने गुरुवार को सभी OTT (ओवर-द-टॉप) और स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स को पाकिस्तान से जुड़ा कंटेंट तत्काल हटाने के निर्देश दिए। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की एडवाइजरी में राष्ट्रीय सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए पाकिस्तानी कंटेंट पर बैन लगाया है। ये कार्रवाई IT एक्ट 2021 के तहत की गई है। OTT प्लेटफॉर्म्स को सभी तरह का पाकिस्तानी कंटेंट हटाना होगा भारत सरकार ने 16 पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों पर बैन लगाया था इससे पहले, 27 अप्रैल को गृह मंत्रालय की सिफारिश पर भारत सरकार ने 16 पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों पर बैन लगा दिया है। सरकारी सूत्रों के मुताबिक, इन चैनलों पर भारत, भारतीय सेना और सुरक्षा एजेंसियों के खिलाफ भड़काऊ, सांप्रदायिक और भ्रामक खबरें फैलाने का आरोप है। पाकिस्तानी एक्टर्स पर भी बैन लगा FWICE (फिल्म फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न सिने एम्प्लॉयज) ने हाल ही में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को लेटर लिखकर साफ किया है कि अगर कोई भी भारतीय पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम करेगा, तो उस पर देशद्रोह का केस होगा। साथ ही पाक कलाकारों के साथ काम करने वाले शख्स को इंडियन इंडस्ट्री से बैन कर दिया जाएगा। विवादों के बीच जाहिर तौर पर फवाद खान की फिल्म अबीर गुलाल अब भारत में रिलीज नहीं होगी। वहीं हानिया आमिर को भी फिल्म सरदार 3 से रिप्लेस किया जा रहा है। उरी अटैक के बाद बैन लगाने की शुरुआत हुई थी साल 2016 में हुए उरी अटैक के बाद सभी पाकिस्तानी कलाकारों के भारत में काम करने पर बैन लगा दिया गया था। यही वजह रही कि माहिरा खान, फवाद खान जैसे कलाकारों को भारत की कई फिल्में छोड़नी पड़ी थीं। साल 2023 में बॉम्बे हाईकोर्ट ने पाकिस्तानी कलाकारों पर बैन लगाए जाने की याचिका खारिज करते हुए कहा कि कलाकारों को पॉलिटिकल टेंशन के चलते सजा नहीं दी जा सकती। यही वजह रही कि पाकिस्तानी कलाकारों को फिर हिंदी सिनेमा में काम दिया जाने लगा। हानिया आमिर को दिलजीत दोसांझ के साथ फिल्म सरदार 3 में काम मिला, वहीं फवाद खान फिल्म अबीर गुलाल से बॉलीवुड कमबैक करने वाले थे। X ने अप्रैल-मई में 2.30 लाख भारतीय अकाउंट बैन किएइलॉन मस्क की कंपनी X कॉर्प ने 26 अप्रैल से 25 मई के बीच भारत में 230,892 अकाउंट्स को बैन किया है। इनमें से 2,29,925 अकाउंट्स को बच्चों के यौन शोषण और नॉन-कंसेशुअल न्यूडिटी को बढ़ावा देने के आरोप में बैन किया गया है। वहीं 967 अकाउंट्स को आतंकवाद को बढ़ावा देने के आरोप में हटाया गया है। नए IT नियमों, 2021 के मुताबिक अपनी मंथली रिपोर्ट में X ने कहा कि 26 अप्रैल से 25 मई के बीच उसे भारत में X यूजर्स की 17,580 शिकायतें मिलीं। इस दौरान कंपनी ने अकाउंट सस्पेंशन के खिलाफ 76 शिकायतों को भी प्रोसेस किया। कंपनी ने मार्च-अप्रैल में 1.84 लाख अकाउंट्स बैन किए थे इससे पहले 26 मार्च से 25 अप्रैल के बीच X ने भारत में 1,84,241 अकाउंट्स को बैन किया था। इसमें 1,303 अकाउंट्स आतंकवाद को बढ़ावा देने के चलते बैन किए गए थे। वहीं 26 फरवरी से 25 मार्च के बीच कुल 213,862 अकाउंट बैन किए थे। इनमें 1,235 ऐसे अकाउंट थे, जिन्हें देश में आतंकवाद को बढ़ावा देने के कारण बंद किया गया था। ये खबर भी पढ़ें जैसलमेर-पोकरण में पाकिस्तान का हमला नाकाम, ड्रोन मार गिराए: बाड़मेर-श्रीगंगानगर में रेड अलर्ट, लोगों से घरों में रहने की अपील पहलगाम हमले के जवाब में भारत की एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने गुरुवार रात जैसलमेर-पोकरण में सैन्य ठिकानों पर ड्रोन से हमला किया। भारतीय सेना ने हमले को नाकाम कर दिया। बाड़मेर-श्रीगंगानगर में रेड अलर्ट जारी किया गया है। लोगों से घरों में रहने की अपील की गई है। बॉर्डर से सटे जिलों में ब्लैक आउट किया गया है। गुरुवार रात जैसलमेर में भारतीय वायु रक्षा की ओर से पाकिस्तानी ड्रोन को रोका गया। जैसलमेर के एयरबेस और मिलिट्री एरिया में यह अटैक किए गए थे। जब भारतीय मिसाइलों ने ड्रोन को हवा में उड़ाया तो आसमा में आग के गोले देखे गए। पूरी खबर पढ़ें...
पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने गुरुवार को सभी OTT (ओवर-द-टॉप) और स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स को पाकिस्तान से जुड़ा कंटेंट तत्काल हटाने के निर्देश दिए हैं। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की एडवाइजरी में राष्ट्रीय सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए पाकिस्तानी कंटेंट पर बैन लगाया है। ये कार्रवाई IT एक्ट 2021 के तहत की गई है। OTT प्लेटफॉर्म्स को सभी तरह का पाकिस्तानी कंटेंट हटाना होगा भारत सरकार ने 16 पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों पर बैन लगाया था इससे पहले 27 अप्रैल को गृह मंत्रालय की सिफारिश पर भारत सरकार ने 16 पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों पर बैन लगा दिया है। सरकारी सूत्रों के मुताबिक, इन चैनलों पर भारत, भारतीय सेना और सुरक्षा एजेंसियों के खिलाफ भड़काऊ, सांप्रदायिक और भ्रामक खबरें फैलाने का आरोप है। पाकिस्तानी एक्टर्स पर भी बैन लगा FWICE (फिल्म फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न सिने एम्प्लॉयज) ने हाल ही में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को लेटर लिखकर साफ किया है कि अगर कोई भी भारतीय पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम करेगा, तो उस पर देशद्रोह का केस होगा। साथ ही पाक कलाकारों के साथ काम करने वाले शख्स को इंडियन इंडस्ट्री से बैन कर दिया जाएगा। विवादों के बीच जाहिर तौर पर फवाद खान की फिल्म अबीर गुलाल अब भारत में रिलीज नहीं होगी। वहीं हानिया आमिर को भी फिल्म सरदार 3 से रिप्लेस किया जा रहा है। उरी अटैक के बाद लगाया बैन की शुरुआत हुई थी साल 2016 में हुए उरी अटैक के बाद सभी पाकिस्तानी कलाकारों के भारत में काम करने पर बैन लगा दिया गया था। यही वजह रही कि माहिरा खान, फवाद खान जैसे कलाकारों को भारत की कई फिल्में छोड़नी पड़ी थीं। साल 2023 में बॉम्बे हाईकोर्ट ने पाकिस्तानी कलाकारों पर बैन लगाए जाने की याचिका खारिज करते हुए कहा कि कलाकारों को पॉलिटिकल टेंशन के चलते सजा नहीं दी जा सकती। यही वजह रही कि पाकिस्तानी कलाकारों को फिर हिंदी सिनेमा में काम दिया जाने लगा। हानिया आमिर को दिलजीत दोसांझ के साथ फिल्म सरदार 3 में काम मिला, वहीं फवाद खान फिल्म अबीर गुलाल से बॉलीवुड कमबैक करने वाले थे। ----------------------- ये खबर भी पढ़ें... वित्त-मंत्री ने एशियन बैंक से पाकिस्तान की मदद रोकने कहा; टेरर फंडिंग रोकने की तैयारी 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत पाकिस्तान की इंटरनेशनल फंडिंग रोकने की रणनीति बना रहा है। इसके लिए सोमवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एशियन डेवलपमेंट बैंक (ADB) के प्रमुख से मुलाकात की है। पूरी खबर पढ़ें...
किआ मोटर्स इंडिया ने आज (8 मई) भारतीय बाजार में नई प्रीमियम MPV रिवील कर दी है। इसे कंपनी के लाइनअप में शामिल मौजूदा MPV कैरेंस के प्रीमियम मॉडल के रूप में पेश किया गया है। यानी इसमें कैरेंस से ज्यादा फीचर मिलेंगे। इसमें नई डिजाइन लैंग्वेज और हल्के-फुल्के बदलाव के साथ 6 एयरबैग स्टैंडर्ड और लेवल-2 एडवांस ड्राइविंग असिस्ट सिस्टम (ADAS) जैसे सेफ्टी फीचर्स दिए गए हैं। क्लैविस MPV को 6 पावरट्रेन ऑप्शन के साथ भारत में बेचा जाएगा। कंपनी ने कार को 7 वैरिएंट के साथ उतारा है। इसमें HTE, HTE(O), HTK, HTK+, HTK+(O), HTX और HTX+ शामिल हैं। भारत में किआ क्लैविस के लॉन्च के बाद कंपनी मौजूदा किआ कैरेंस की बिक्री भी जारी रखेगी। 11 लाख रुपए हो सकती है शुरुआती कीमत क्लैविस को इस महीने के अंत तक लॉन्च किया जा सकता है। क्लैविस की कीमत मौजूदा किआ कैरेंस से ज्यादा हो सकती है। इसकी एक्स-शोरूम कीमत 11 लाख रुपए से शुरू हो सकती है। इसका मुकाबला मारुति अर्टिगा, मारुति XL6, किआ कैरेंस और टोयोटा रुमियन से रहेगा। इसके अलावा इसे टोयोटा इनोवा हाईक्रॉस, मारुति इनविक्टो और टोयोटा इनोवा क्रिस्टा से सस्ती कार के तौर पर भी चुना जा सकेगा।
स्मार्टफोन मेकर मोटोरोला अगले सप्ताह यानी 13 मई को भारत में अपना नया फोल्डेबल फोन मोटोरोला रेजर 60 अल्ट्रा लॉन्च करने जा रही है। फोन में स्नैपड्रैगन 8 एलिट चिपसेट, 50MP का ट्रिपल कैमरा सेटअप, रिडिजाइंड टाइटेनियम हिंज जैसे फीचर्स शामिल हैं। मोटोरोला का दावा है कि रेजर 60 अल्ट्रा में 7 इंच का डिस्प्ले किसी भी फोल्डेबल फोन के डिस्प्ले की तुलना में सबसे बड़ा और एडवांस होगा। कंपनी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल X और ई-कॉमर्स वेबसाइट अमेजन पर शेयर किया है। इस स्मार्टफोन को कंपनी ने मोटो AI 2.0 फीचर दिया है। स्मार्टफोन की कीमत 99,000 रुपए हो सकती है। मोटोरोला यह नया फोल्डेबल डिवाइस प्रीमियम सेगमेंट में सैमसंग गैलेक्सी Z फ्लिप 5 और ओप्पो फाइंड N3 फ्लिप को टक्कर देगा। मोटोरोला रेजर 60 अल्ट्रा: एक्स्पेक्टेड स्पेसिफिकेशन मोटोरोला रेजर 60 अल्ट्रा: स्पेसिफिकेशन डिस्प्ले: फोन में 7-इंच का 1.5K pOLED LTPO इंटरनल फोल्डेबल डिस्प्ले है। इसमें 165Hz रिफ्रेश रेट, डॉल्बी विजन सपोर्ट दिया गया है। इसके साथ ही 4-इंच का pOLED LTPO कवर डिस्प्ले दिया गया है। कवर स्क्रीन को कोर्निंग गोरिल्ला ग्लास सेरामिक प्रोटेक्शन मिला है। प्रोसेसर और OS: परफॉर्मेंस के लिए क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 8 एलिट चिपसेट के साथ 16GB LPDDR5X रैम + 512GB UFS 4.1 स्टोरेज दिया गया है। डिवाइस Android 15 पर बेस्ड मोटोरोला कस्टम UI पर रन करेगा। कैमरा: फोटोग्राफी के लिए 50MP प्राइमरी सेंसर + 50MP अल्ट्रावाइड कैमरा (रियर) और सेल्फी/वीडियो कॉल के लिए 50MP का फ्रंट कैमरा दिया गया है। मोटो AI 2.0 फीचर्स के जरिए AI इमेज ऑप्टिमाइजेशन और वीडियो एडिटिंग टूल्स दिए जाएंगे। बैटरी और चार्जिंग: पावर बैकअप के लिए 4,700mAh बैटरी दी गई है, जिसे 68W टर्बोपावर वायर्ड चार्जिंग और 30W वायरलेस चार्जिंग सपोर्ट दिया गया है। कनेक्टिविटी: 5G, वाई-फाई 7, ब्लूटूथ 5.4, NFC और यूएसबी टाइप-C पोर्ट दिया गया है। साथ ही, डिवाइस को IP48 रेटिंग मिली है, जो धूल और पानी के छींटों से सुरक्षा देता है।
यामाहा मोटर इंडिया ने भारतीय बाजार में अपने पॉपुलर मैक्सी स्कूटर एरोक्स 155 का अपडेटेड मॉडल लॉन्च कर दिया है। कंपनी ने इसे OBD2B इंजन के साथ अपडेट किया है, साथ ही इसमें अब दो नए कलर ऑप्शन- रेसिंग ब्लू और आइस फ्लूओ वर्मिलियन जोड़े गए हैं। अपडेटेड मैक्सी स्कूटर की एक्स-शोरूम कीमत 1,53,430 रुपए रखी गई है और पहले के मुकाबले ये अब ये 1730 रुपए महंगा हो गया है। यह एरोएक्स 155 मैक्सी-स्पोर्ट्स स्कूटर भारत में अपने सेगमेंट में ट्रैक्शन कंट्रोल सिस्टम (TCS) देने वाला पहला स्कूटर है। इसका मुकाबला अप्रीलिया SXR 160 और हीरो जूम 160 जैसे स्कूटर से है। स्मार्ट-की टेक्नीक के साथ ऑटोमेटिक लॉकमैक्सी स्कूटर स्मार्ट-की टेक्नीक के साथ आता है। यह एडवांस सिस्टम आंसर बैक, लॉक/अनलॉक और इम्मोबिलाइजर जैसी सुविधाएं देता है। साथ ही राइडर को भीड़-भाड़ में अपने स्कूटर को ढूंढ़ने के लिए आंसर बैक फीचर ब्लिंकर और बजर साउंड को एक्टिव करने में मदद करता है। इम्मोबिलाइजर फंक्शन स्कूटर को स्मार्ट-की के दायरे से बाहर जाने पर लॉक करने की सुविधा देता है। इससे यह स्कूटर को चोरी होने से बचाता है। डिजाइन: टेलीस्कोपिक फोर्क और ट्विन रियर शॉक एब्जॉर्बर कंपनी ने स्कूटर में कलर ऑप्शन के अलावा कोई बदलाव नहीं किए हैं। इसके नए रेसिंग ब्लू कलर में एप्रन, रिम्स और बॉडी पैनल्स पर यामाहा की आयकॉनिक ब्लू फिनिशिंग दी गई है। इस नए कलर से एरोएक्स 155 वर्जन S स्पोर्टी नजर आ रहा है। वहीं, आईस फ्लू कलर थीम में एप्रन और बॉडी पैनल्स पर ब्लैक और व्हाइट का कॉम्बो दिया गया है। इसके अलावा, इसमें रेड कलर में एरोएक्स की ब्रांडिंग भी की गई है। ये रेड कलर स्कूटर के एप्रन पर भी दिया गया है। स्कूटर में पहले की तरह सस्पेंशन के तौर पर टेलीस्कोपिक फोर्क्स और ट्विन रियर शॉक एब्जॉर्बर दिए गए हैं। इसके अलावा, इसमें ट्यूबलेस टायरों के साथ 14 इंच के अलॉय व्हील्स मिलते हैं। वहीं, ब्रेकिंग के लिए इसमें 230mm के फ्रंट डिस्क और 130mm रियर ड्रम ब्रेक दिए गए हैं। परफॉर्मेंस:155cc का सिंगल-सिलेंडर, लिक्विड-कूल्ड इंजन2025 यामाहा एरोक्स 155 वर्जन S में रेगुलर वैरिएंट की तरह 155cc का सिंगल-सिलेंडर, लिक्विड-कूल्ड, फ्यूल-इंजेक्टेड इंजन दिया गया है, जो 8000rpm पर 14.79hp की पावर और 6500RPM पर 13.9nm का पीक टार्क जनरेट करता है। इस इंजन को ऑन-बोर्ड डायग्नोस्टिक्स (OBD-2B) सिस्टम से अपडेट किया गया है। इससे अब यह E20 फ्यूल पर भी दौड़ेगा।
ब्रिटिश स्पोर्ट्सकार ब्रांड लोटस की पॉपुलर स्पोर्ट्स कार एमिरा दैनिक भास्कर की टीम के पास ड्राइव के लिए आई। हमारी टीम ने ड्राइव के दौरान इसकी खूबियों और कमियों को जाना। जिसे हम वीडियो के जरिए आपसे शेयर कर रहे हैं... स्पोर्ट्स कार की सबसे खास बात भारतीय सड़कों के लिए ट्यून्ड इसके सस्पेंशन हैं, जो इसे डेली ड्राइव के लिए परफेक्ट बनाते हैं। कंपनी का दावा है कि कार सिर्फ 4.3 सेकेंड में 100kmph की स्पीड पकड़ सकती है। और इसकी टॉप स्पीड 290kmph है।
टेक कंपनी आईटेल ने भारतीय बाजार में नई स्मार्टवॉच आईटेल अल्फा 2 प्रो को लॉन्च कर दिया है। कंपनी ने इसे अल्फा प्रो की जगह उतारा है। नई स्मार्टवॉच IP68 वाटरप्रूफ रेटिंग के साथ आती है और इसमें AMOLED डिस्प्ले दिया गया है। कंपनी का दावा है कि आईटेल अल्फा प्रो 2 फुल चार्ज के बाद 15 दिन तक की बैटरी बैकअप देती है। स्मार्टवॉच की कीमत 2,199 रुपए रखी गई है। यह तीन कलर ऑप्शन- मिडनाइट ब्लू, कॉपर गोल्ड और डार्क क्रोम के साथ अवेलेबल है। आईटेल अल्फा प्रो 2 स्मार्टवॉच: फीचर्सआईटेल अल्फा प्रो 2 में 1.96 इंच की 466x466 पिक्सल रेजोल्यूशन वाली एमोलेड डिस्प्ले दी गई है। इसकी पीक ब्राइटनेस 1000 निट्स है, यानी सीधे सूर्य की रोशनी में भी अच्छी विजिबिलिटी मिलेगी। स्मार्टवॉच मैटेलिक डिजाइन के साथ आती है और IP68 रेटिंग इसे धूल और पानी से बचाती है। आईटेल अल्फा प्रो 2 में स्पोर्ट्स एक्टिविटी के लिए 100 मोड दिए गए हैं। इसके अलावा, इसमें 150 से ज्यादा वॉच फेस थीम मिलेगी। वहीं, स्मार्टवॉच में पावर बैकअप के लिए 300mAh की बैटरी है।
JSW MG मोटर इंडिया ने आज (6 मई) भारतीय बाजार में विंडसर ईवी प्रो को लॉन्च कर दिया है। ये भारत में पहली इलेक्ट्रिक क्रॉसओवर यूटिलिटी व्हीकल है, जिसे पिछले साल सितंबर में लॉन्च किया गया था। अब कंपनी ने इसका नया टॉप वैरिएंट पैश किया है। इसमें 52.9kWh का बड़ा बैटरी पैक दिया गया है, जिसे फुल चार्ज करने पर 449km की सर्टिफाइड रेंज मिलेगी। MG विंडसर EV के नए एसेंस प्रो वैरिएंट में कई कॉस्मेटिक बदलाव किए गए हैं और कई नए फीचर भी जोड़े गए हैं। MG विंडसर प्रो EV की बैटरी पैक के साथ एक्स-शोरूम कीमत 17.49 लाख रुपए रखी गई है। यह शुरुआती कीमत पहली 8000 बुकिंग के लिए है। इसके बाद कीमतें बढ़ा दी जाएंगी। MG मोटर ने इसे JSW के साथ पार्टनरशिप में बनाया है। कार के साथ पहले की तरह MG बैटरी एज ए सर्विस (BaaS) का ऑप्शन मिलता है, जिसमें आप विंडसर प्रो ईवी को 12.50 लाख रुपए की एक्स-शोरूम कीमत पर खरीद सकते हैं, इसमें बैटरी को 4.5 रुपए प्रति किलोमीटर पर अलग से किराए पर लिया जा सकता है। विंडसर प्रो की ऑफिशियल बुकिंग 8 मई 2025 को शुरू होगी।
टाटा मोटर्स ने अपनी प्रीमियम हैचबैक कार टाटा अल्ट्रोज फेसलिफ्ट का नया टीजर जारी किया है। कंपनी इसे नए डिजाइन और एडवांस फीचर्स के साथ 21 मई को लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। ये भारत में पहली हैचबैक कार होगी, जिसमें फ्लश डोर हैंडल्स मिलेंगे। यह अल्ट्रोज का पहला फेसलिफ्ट अपडेट मॉडल होगा। नए टीजर में गाड़ी के इंटीरियर की झलक दिखाई गई है, साथ ही कुछ नए फीचर भी नजर आए हैं। इसमें डैशबोर्ड पर ग्लॉस ब्लैक प्लास्टिक ट्रिम के साथ डुअल-टोन ब्लैक और ऑफ-व्हाइट फिनिश दी गई है। अल्ट्रोज के मौजूदा मॉडल में दी गई ब्लू एम्बिएंट लाइटिंग को इसमें वाइट लाइट से बदल दिया गया है, जिससे इसका केबिन अब ज्यादा प्रीमियम नजर आता है। इसकी फ्रंट सीटें एकदम नई हैं और इस पर बेज फिनिशिंग दी गई है। इसके अलावा 360-डिग्री कैमरा और वॉइस-असिस्टेड सिंगल-पेन सनरूफ फीचर भी नजर आया है। इंटीरियर: सेगमेंट फर्स्ट 10.25 इंच फुल डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले फेसलिफ्ट अल्ट्रोज में पहले की तरह 10.25-इंच फ्लोटिंग टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम दिया गया है। इसमें नया सेगमेंट फर्स्ट 10.25 इंच फुल डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले दिया गया है, जिसे इसमें टाटा नेक्सन से लिया गया है। गाड़ी में ग्लॉस ब्लैक पैनल में इंटीग्रेटेड इल्युमिनेटेड टाटा लोगो के साथ नया 2-स्पोक स्टीयरिंग व्हील दिया गया है। इसमें AC कंट्रोल्स को भी अपडेट किया गया है, जिसके चलते इसमें अब टाटा की दूसरी कारों की तरह टच-बेस्ड यूनिट्स मिलेगी। 2025 टाटा अल्ट्रोज फेसलिफ्ट में मौजूदा मॉडल वाले फीचर वायरलेस फोन चार्जर, रियर वेंट्स के साथ ऑटो एसी और 8-स्पीकर साउंड सिस्टम दिए जा सकते हैं। इसमें वेंटिलेटेड सीटें भी मिल सकती हैं। एक्सटीरियर : नई 3D ग्रिल और DRL के साथ ट्विन-पोड LED हेडलाइट इससे पहले जारी किए गए टीजर में कार का एक्सटीरियर डिजाइन देखने को मिला था। कार में पहले से ज्यादा माडर्न डिजाइन एलिमेंट्स दिए गए हैं। अपडेटेड टाटा अल्ट्रोज में पहले से ज्यादा शार्प डिजाइन दिया गया है। इसके फ्रंट में सिल्वर इनसर्ट के साथ नई 3D फ्रंट ग्रिल और DRL के साथ नई ट्विन-पोड LED हेडलाइट दी गई है। इसमें अब स्पोर्टी बंपर के साथ बड़ा एयरडैम और दोनों तरफ LED फॉग लैंप्स मिलेंगे। प्रीमियम हैचबैक को पहली बार गोल्ड कलर के साथ लॉन्च किया गया था, इसे फिर से शामिल किया गया है। टाटा कर्व की तरह फ्रंट डोर पर इलुमिनेटेड फ्लश डोर हैंडल दिए गए हैं जो इलेक्ट्रॉनिकली बाहर आते हैं। इसमें 16-इंच के नए अलॉय व्हील भी दिए गए हैं। वहीं, पीछे की तरफ टाटा अल्ट्रोज में नए कनेक्टेड LED टेल लैंप्स दिए गए हैं, जिसे कंपनी इन्फिनिटी टेललैंप कह रही है। रिवर्स लैंप को अब नंबर प्लेट के नीचे नए बंपर पर लगाया गया है। सेफ्टी के लिए 6 एयरबैग लेकिन इंजन पुरानी ही मिलेगा वहीं, पैसेंजर की सेफ्टी के लिए कार में पहले की तरह 6 एयरबैग, ABS के साथ EBD, 360 डिग्री कैमरा के साथ रियर पार्किंग सेंसर और इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC) जैसे फीचर्स मिलेंगे। कार के इंजन में कोई भी बदला की उम्मीद कम है। नई टाटा अल्ट्रोज की कीमत मौजूदा मॉडल से ज्यादा हो सकती है। वर्तमान में इसकी एक्स-शोरूम प्राइस 6.65 लाख रुपए से शुरू होती है। इसका मुकाबला मारुति सुजुकी बलेनो, टोयोटा ग्लैंजा और हुंडई i20 से रहेगा।
जीप इंडिया ने आज (5 मई) अपनी पापुलर ऑफ-रोडर SUV जीप रैंगलर का नया स्पेशल एडिशन भारत में लॉन्च किया है। इसका नाम जीप रैंगलर विलीज 41 है और डिजाइन ओरिजनल 1941 विलीज जीप से इंस्पायर्ड है। भारत में इसकी सिर्फ 30 यूनिट ही बेची जाएंगी। जीप रैंगलर विलीज 41 एडिशन कार के टॉप वैरिएंट रूबिकॉन पर बेस्ड है। इसमें कुछ कॉस्मेटिक अपडेट और नए फीचर्स जोड़े गए हैं। स्पेशल एडिशन की एक्स-शोरूम कीमत 73.16 लाख रुपए रखी गई है, जो रेगुलर मॉडल से 1.51 लाख रुपए ज्यादा है। ऑफ-रोडर SUV में नए डिजाइन के साथ एडवांस ड्राइविंग असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) जैसे फीचर्स दिए गए हैं। भारत में जीप रैंगलर का सीधा मुकाबला किसी से नहीं है, लेकिन इसे लैंड रोवर डिफेंडर और मर्सिडीज-बेंज जी-क्लास से सस्ती कार के तौर पर चुना जा सकता है। इंटीरियर: 12.3-इंच की टचस्क्रीन और 7-इंच कलर ड्राइवर डिस्प्ले SUV के डैशबोर्ड पर सेंटर में वायरलेस एंड्रॉइड ऑटो और एपल कारप्ले के साथ 12.3-इंच की टचस्क्रीन दी गई है। इन्फोटेनमेंट स्क्रीन जीप के यू-कनेक्ट 5 सिस्टम पर चलती है। इसमें 62 फेमस ट्रेल्स ऑफ-रोड गाइड भी है, जो ऑफरोडिंग के समय नेविगेशन के साथ काम आता है। इसके अलावा, कार में वायरलेस फोन चार्जिंग, इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर में 7-इंच कलर डिस्प्ले, एक अल्पाइन-सोर्स्ड ऑडियो सिस्टम, 12 तरह से पावर एडजस्टेबल फ्रंट सीट और ऑटोमेटिक क्लाइमेंट कंट्रोल के साथ डुअल-जोन AC जैसे फीचर भी दिए गए हैं। कई ड्राइव मोड के साथ फ्रंट और रियर लॉकिंग डिफरेंशियलरैंगलर विलीज 41 स्पेशल एडिशन में मैकेनिकली कोई बदलाव नहीं किया गया है। इसमें 2.0-लीटर का 4 सिलेंडर टर्बो-पेट्रोल इंजन दिया गया है, जो 270hp की पावर और 400Nm का पीक टॉर्क जनरेट करता है। ट्रासंमिशन के लिए इंजन को 8-स्पीड टॉर्क कन्वर्टर ऑटोमेटिक गियरबॉक्स और जीप के सेलेक-ट्रैक फुल-टाइम 4WD सिस्टम के साथ स्टैंडर्ड तौर पर जुड़ा हुआ है। इसमें कई ड्राइव मोड के साथ फ्रंट और रियर लॉकिंग डिफरेंशियल भी दिया गया है, जो इसकी ऑफ रोड परफॉर्मेंस को बेहतर करता है। इनके अलावा इसमें एक स्वे बार डिस्कनेक्ट फंक्शन भी दिया गया है, जो उबड़-खाबड़ रास्तों पर काफी काम का साबित होता है। सेफ्टी के लिए ADAS के साथ 6 एयरबैग सेफ्टी के लिए इसमें एडवांसड ड्राइविंग असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) के साथ 6 एयरबैग, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल, हिल स्टार्ट असिस्ट, इलेक्ट्रॉनिक रोल मिटिगेशन, ऑटोमैटिक हेडलैंप, रियर सेंसर और कैमरा शामिल हैं।
पिछले वित्त वर्ष 2024-25 में देशभर में 2.6 करोड़ गाड़ियां बिकीं हैं। सालाना आधार पर इसमें 6.46% की बढ़ोतरी हुई है। इसमें अकेले टू-व्हीलर सेगमेंट में 1.88 करोड़ गाड़ियों की सेल हुई। पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले यह 7.71% ज्यादा रही। वहीं, नए वित्त वर्ष 2025-26 के पहले महीने अप्रैल में देश में गाड़ियों की सेल 22 लाख से ज्यादा रही। पिछले साल अप्रैल के मुकाबले इसमें 2.95% की ग्रोथ हुई है। इस दौरान टू-व्हीलर्स कैटेगरी में 16 लाख से ज्यादा गाड़ी बिकी, जो अप्रैल 2024 के मुकाबले 2.25% ज्यादा है। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल एसोसिएशन (FADA) ने फाइनेंशियल ईयर 2025 और अप्रैल 2025 में बिकने वाली गाड़ियों की सेल्स रिपोर्ट जारी की है। अप्रैल में हीरो ने सबसे ज्यदा 5.11 लाख दोपहिया वाहन बेचें। इस कैटेगरी में सबसे ज्यादा गाड़ी बेचकर कंपनी 30% हिस्सेदारी के साथ टॉप रही। वहीं, पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में मारुति सुजुकी ने 39.44% हिस्सेदारी के साथ 1,38,021 कारें बेचकर टॉप पर रही। कमर्शियल व्हीकल की बिक्री में 0.17% की घटी वित्त वर्ष 2024-25 में कमर्शियल व्हीकल सेगमेंट के वाहनों की बिक्री में 0.17% की कमी देखी गई। इस दौरान देशभर में 10,08,623 कमर्शियल व्हीकल बिके, जबकि पिछले 10,10,324 व्हीकल बिके थे। टू-व्हीलर की रिटेल सेल्स 7.71% बढ़ी टू-व्हीलर की रिटेल सेल्स में वर्ष 2024-25 में 7.71% का उछाल आया है। इस दौरान देशभर में 1.88 करोड़ टू-व्हीलर बिके, जबकि पिछले साल में 1.76 करोड़ टू-व्हीलर बिके थे।
सैमसंग ने 520 मिलियन डॉलर (4,451 करोड़ रुपए) के टैक्स डिमांड नोटिस मामले में भारत सरकार को चुनौती दी है। कंपनी ने टैक्स ट्रिब्यूनल में टैक्स डिमांड नोटिस के खिलाफ याचिका दायर की है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने कंपनी पर टेलीकॉम इक्विपमेंट्स के इंपोर्ट पर टैरिफ से बचने का आरोप लगाया था। इसके खिलाफ याचिका में सैमसंग ने कहा कि टैक्स अधिकारी लंबे समय से इस बात से पूरी तरह वाकिफ थे कि रिलायंस जियो भी 2017 तक उसी तरह से उपकरण आयात कर रहा था, लेकिन उस पर कार्रवाई नहीं हुई। सैमसंग का कहना है कि हमें 2017 में रिलायंस को मिली चेतावनी के बारे में नहीं बताया गया। अगर पहले ही स्पष्ट कर दिया जाता, तो यह विवाद न होता। इसके अलावा सरकार ने सैमसंग के सात अधिकारियों पर 81 मिलियन डॉलर (693 करोड़ रुपए) का जुर्माना लगाया था। इंपोर्ट को गलत क्लासिफाई करने के लिए 2023 में चेतावनी मिली थी सैमसंग ने भारत की टैक्स अथॉरिटी पर जांच खत्म करने का दबाव डाला सैमसंग ने भारत की टैक्स अथॉरिटी पर जांच को खत्म करने का दबाव डाला था। तब कंपनी ने यह कहा था कि कंपोनेंट पर टैरिफ नहीं लगता है और अधिकारियों को सालों से इसकी क्लासिफिकेशन प्रैक्टिस के बारे में पता था। हालांकि, कस्टम अथॉरिटी ने 8 जनवरी को अपने एक आदेश में कंपनी के बयान पर असहमति जताई थी। सैमसंग ने भारतीय कानूनों का उल्लंघन किया: कमिश्नर ऑफ कस्टम्स कमिश्नर ऑफ कस्टम्स सोनल बजाज ने कहा कि सैमसंग ने भारतीय कानूनों का उल्लंघन किया है। इसके अलावा कंपनी ने कस्टम अथॉरिटी के सामने क्लीयरेंस के लिए जानबूझकर झूठे दस्तावेज प्रस्तुत किए हैं। जांचकर्ताओं ने पाया कि सैमसंग ने सभी बिजनेस एथिक्स, इंडस्ट्री प्रैक्टिसेज और स्टैंडर्ड्स का उल्लंघन किया है। कंपनी ने भारतीय कानूनों का अनुपालन किया है: सैमसंग का बयान सैमसंग ने बयान में कहा कि कंपनी ने भारतीय कानूनों का अनुपालन किया है। साथ ही कंपनी अपने अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कानूनी विकल्पों का आकलन कर रही है। 2021 में शुरू हुई जांच, कंपनी के ऑफिसों की हुई थी तलाशी सैमसंग की जांच 2021 में तब शुरू हुई, जब टैक्स इंस्पेक्टर्स ने मुंबई और नई दिल्ली में कंपनी के ऑफिसों की तलाशी ली थी। तब टैक्स इंस्पेक्टर्स ने डॉक्यूमेंट्स, ईमेल और कुछ इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को भी जब्त किया था। इसके बाद कंपनी के कुछ शीर्ष अधिकारियों से पूछताछ भी की गई थी। 2018 से 2021 तक ₹6,711 करोड़ के इंपोर्ट पर बकाया नहीं चुकाया टैक्स इंस्पेक्टर्स ने पाया था कि 2018 से 2021 तक सैमसंग ने कोरिया और वियतनाम से 784 मिलियन डॉलर यानी 6,711 करोड़ रुपए की वैल्यू के कंपोनेंट के इंपोर्ट पर कोई बकाया नहीं चुकाया है। सरकार ने कहा कि टेलीकॉम टावरों पर लगाया जाने वाला यह कंपोनेंट सिग्नल ट्रांसमिट करता है और इस पर टैरिफ लगता है। हालांकि, सैमसंग ने इस बात पर असहमति जताई है।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तानी हैकर्स ने अब साइबर हमलों के जरिए भारतीय यूजर्स को ऑनलाइन फ्राड के जाल में फंसाना शुरू कर दिया है। इन हमलों में यूजर्स के कंप्यूटर, लौपटॉप और फोन को निशाना बनाया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 'ट्रांसपेरेंट ट्राइब' पाकिस्तानी हैकिंग ग्रुप CrimsonRAT नामक मैलवेयर को फैलाने की कोशिश कर रहा है। इनमें ऐसी PDF फाइल भेजी जा रही हैं, जो सरकारी फाइल्स जैसी दिखती हैं, लेकिन इनमें फिशिंग लिंक छिपे होते हैं। 'पहलगाम आतंकी हमला अपडेट' जैसे सब्जेक्ट डालकर इन फाइल्स को भेज जा रहा है। इन फाइल्स को खोलते ही हैकर्स सिस्टम में सेंध लगाकर जानकारी चुरा सकते हैं। अब तक 10 लाख से ज्यादा साइबर अटैक हुए 1 मई को खबर आई थी कि पाकिस्तानी साइबर हैकर्स भारत में सरकारी संस्थानों और कंपनियों की वेबसाइट हैक करने की कोशिश कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो, अब तक 10 लाख से ज्यादा साइबर हमने किए जा चुके हैं। इन हमलों में हैकर्स के निशाने पर डिफेंस, एजुकेशन, टेलीकम्यूनिकेशन और ट्रांसपोर्टेशन सेक्टर रहे। रिपोर्ट के मुताबिक इनमें से ज्यादातर साइबर हमले पाकिस्तान से हुए हैं और कई हमले बांग्लादेश, मोरक्को और मध्य पूर्वी देशों से भी हुए हैं। हैकर्स ने संवेदनशील डेटा चुराने और जासूसी करने के इरादे से नेशनल सिक्योरिटी में सेंध लगाने की कोशिश की। इन हैकर्स ने रिटायर्ड सर्विसमैन की हेल्थकेयर सर्विस से जुड़ी वेबसाइट को भी हैक करने की कोशिश की। हम यहां साइबर अटैक से बचने के तरीके के बारे में बता रहे हैं... आर्मी स्कूल-एयर फोर्स की वेबसाइट हैक करने की कोशिश 1 मई को HOAX1337 और नेशनल साइबर क्रू नाम के हैकर्स ग्रुप्स ने आर्मी पब्लिक स्कूल नगरोटा और सुंजवान की वेबसाइट पर साइबर अटैक किया। गनीमत यह रही कि हैकर्स इसमें कामयाब नहीं हो सके, क्योंकि अलर्ट मोड पर मौजूद इंडियन साइबर एजेंसियों ने रियल टाइम में हैकिंग का पता लगाया और इसे फेल कर दिया। हैकर्स इन वेबसाइट को हैक करके पहलगाम आतंकी हमले से जुड़ी फेक पोस्ट करने की कोशिश कर रहे हैं। पीड़ितों का मजाक उड़ाने वाले मैसेज लिख रहे हैं। डेटा चोरी की कोशिश कर रहे हैं। पाकिस्तान हैकर्स की इंडियन आर्मी साइबर स्पेस में घुसपैठ नाकाम 29 अप्रैल: पाकिस्तानी हैकर्स ने आर्मी पब्लिक स्कूल रानीखेत और श्रीनगर की वेबसाइट हैक कर डाउन करने की कोशिश की थी। IOK हैकर नाम से इन वेबसाइट को निशाना बनाया गया था। इन पर भड़काऊ सामग्री अपलोड की गई थी। इसके अलावा आर्मी वेलफेयर हाउसिंग ऑर्गेनाइजेशन (AWHO) और भारतीय वायु सेना के प्लेसमेंट पोर्टल में भी सेंध लगाने की कोशिश हुई। हालांकि, इन साइबर अटैक को तुरंत रोक दिया गया था। राजस्थान में दो दिन में दो बार हैकिंग की कोशिश 29 अप्रैल: पाकिस्तानी हैकर्स ने राजस्थान के शिक्षा विभाग की वेबसाइट को हैक कर लिया था। वेबसाइट के होम पेज पर 'पाकिस्तान साइबर फोर्स, अगला हमला गोलियों से नहीं, टेक्नोलॉजी से होगा' लिखा गया था। 28 अप्रैल: पाकिस्तानी हैकर्स ने स्वायत्त शासन और नगरीय विकास विभाग (DLB) और जयपुर विकास प्राधिकरण (JDA) की वेबसाइट को हैक किया। वहां भी पहलगाम हमले से जुड़ी पोस्ट की थी। भारत सरकार ने 16 पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों पर बैन लगाया गृह मंत्रालय की सिफारिश पर भारत सरकार ने 16 पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों पर बैन लगा दिया है। इनमें डॉन न्यूज, समा टीवी, ARY न्यूज और जियो न्यूज जैसे बड़े चैनल शामिल हैं। सरकारी सूत्रों के मुताबिक, इन चैनलों पर भारत, भारतीय सेना और सुरक्षा एजेंसियों के खिलाफ भड़काऊ, सांप्रदायिक और भ्रामक खबरें फैलाने का आरोप है। .................................. पहलगाम आतंकी हमले से जुड़ी खबर कांग्रेस के सिरकटी फोटो पोस्ट पर विवाद: BJP बोली- लश्कर-ए-पाकिस्तान है कांग्रेस, आतंकियों जैसी सोच; कांग्रेस ने फोटो पोस्ट कर 'गायब' लिखा था पहलगाम आतंकी हमले को लेकर कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री मोदी का नाम लिए बिना निशाना साधा है। कांग्रेस ने अपने ऑफिशियल X हैंडल पर एक तस्वीर पोस्ट की, जिसमें कुर्ता-पायजामा पहने शख्स की सिर कटी हुई है और हाथ-पैर गायब है। इसके कैप्शन में लिखा- जिम्मेदारी के समय Gayab (गायब)। पूरी खबर पढ़ें...