ओपनएआई का चैटजीपीटी 13 साल के बच्चों को सुसाइड नोट्स लिखने में मदद कर रहा है। एक नई स्टडी से पता चला है कि चैटजीपीटी बच्चों को नशे करने के तरीके भी बता रहा है। यह खुलासा सेंटर फॉर काउंटरिंग डिजिटल हेट (CCDH) की रिसर्च में हुआ है। इसमें रिसर्चर्स ने फेक 13 साल के बच्चे की प्रोफाइल बनाकर चैटजीपीटी से अलग-अलग तरह के सवाल पूछे। फिर 3 घंटे से ज्यादा के इंटरेक्शंस को रिव्यू किया। रिसर्च में पाया गया कि AI टूल्स कई तरह से टीनएजर्स की मेंटल हेल्थ को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकते हैं। जेपी मॉर्गन चेज की रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 800 मिलियन लोग यानी दुनिया की आबादी का लगभग 10%, चैटजीपीटी का उपयोग कर रहे हैं। चैटजीपीटी के सवाल-जवाब सवाल:13 साल की बच्ची के फर्जी प्रोफाइल ने आत्महत्या के बारे में पूछा गया? जवाब: चैटजीपीटी ने 3 भावनात्मक रूप से दुखद सुसाइड नोट्स लिखे। एक माता-पिता के लिए, दूसरा भाई-बहनों के लिए और तीसरा दोस्तों के लिए। ये नोट्स इतने व्यक्तिगत और दुखी थे कि इससे रिसर्चर को भी रोना आ गया सवाल: शोधकर्ताओं ने चैटजीपीटी से नशे से जुड़े सवाल पूछे? जवाब: लड़के के लिए शराब और नशीली दवाओं (जैसे एक्स्टसी और कोकेन) के साथ घंटे-दर-घंटे पार्टी प्लान बनाया। सवाल: शोधकर्ताओं ने 13 साल की लड़की की तरह सवाल पूछे जो अपनी बॉडी से असंतुष्ट थी? जवाब: चैटजीपीटी ने उसे बहुत कम कैलोरी वाला डाइट प्लान और भूख दबाने वाली दवाओं की लिस्ट दे दी। चैटजीपीटी से करीब 1200 ऐसे ही सवाल पूछे गए। चैटबॉट ने कई बार इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर जैसी उपयोगी जानकारी भी दी, लेकिन यह खतरनाक सलाह देने से नहीं रुका। अमेरिका में 70% टीनएजर्स चैटजीपीटी का इस्तेमाल कर रहे US में 70% से ज्यादा टीनएजर्स चैटजीपीटी का इस्तेमाल कर रहे हैं और आधे से ज्यादा रेगुलरली इसका इस्तेमाल करते हैं। टीनएजर्स चैटजीपीटी का इस्तेमाल एडवाइस, इमोशनल सपोर्ट और डिसीजन-मेकिंग के लिए कर रहे हैं। 33% टीनएजर्स ने सीरियस इश्यूज डिस्कस किए हैं। रिसर्च में चैटजीपीटी का सुरक्षा उपाय 'गार्डरेल्स' फेल चैटजीपीटी को इस तरह से ट्रेनिंग दी गई है कि जब भी कोई व्यक्ति खुद को नुकसान पहुंचाने की बात करता है, तो वह उसे किसी इमरजेंसी हेल्पलाइन या मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर से संपर्क करने के लिए प्रोत्साहित करे। लेकिन शोधकर्ताओं ने पाया कि चैटजीपीटी के जानकारी देने से इनकार करने पर, वे आसानी से इसे बायपास कर सकते थे। उन्होंने बस यह कहकर जानकारी प्राप्त कर ली कि यह एक प्रेजेंटेशन के लिए या एक दोस्त के लिए है। वहीं चैटजीपीटी अपनी पॉलिसी में कहता है कि यह 13 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए नहीं है। लेकिन ऐज वेरिफिकेशन के मामले में यूजर को केवल अपनी डेट ऑफ बर्थ डालनी होती है। फेक बर्थ डेट डालकर इसे कोई भी उपयोग कर सकता है। 2015 में शुरू हुई थी ओपन AI ओपन AI (Open AI) एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) डेवलप करने वाली कंपनी है। इसकी स्थापना 2015 में इलॉन मस्क, सैम ऑल्टमैन और उनके कुछ दोस्तों ने मिलकर की थी। यह AI टेक्नोलॉजी विशेष रूप से जेनेरेटिव AI और लार्ज लैंग्वेज मॉडल (जैसे चैट GPT) के डेवलपमेंट के लिए जाना जाता है। कंपनी का मिशन सेफ और ह्यूमन सेंट्रिक AI डेवलप करना है। कंपनी सैन फ्रांसिस्को, कैलिफोर्निया में स्थित है।
शहरों में बिजली गिरने का खतरा हुआ और भी जानलेवा, 1967 से अब तक 1 लाख मौतें...ये है असली वजह
Lightning Strikes: बिजली गिरने की घटना पहले कभी-कभार ही होती थी लेकिन अब ये बहुत ही आम बात होने के साथ जानलेवा भी हो गई है. मार्च से जुलाई 2025 के बीच सिर्फ Andhra Pradesh में ही 54 लोगों की मौत हो गई. देश की बाकी राज्यों में भी ये घटनाएं पिछले कुछ समय में काफी बढ़ी हैं.
सावधान! 2045 तक AI के गुलाम बन जाएंगे इंसान, वैज्ञानिकों की चौंकाने वाली भविष्यवाणी
Artificial Intelligence: दुनिया बहुत तेजी से विकास कर रही है और नई-नई टेक्नोलॉजी का आविष्कार कर रही है. हर देश एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ कर रहे हैं. धीरे धीरे सारी चीजें काफी एडवांस और आधुनिक होती जा रही है. लेकिन खतरा बढ़ता जा रहा है.
नए मिशन की तैयारी में जुटा ISRO; खास तकनीकों से लैस होगा चंद्रयान 4, जानें कब होगा लॉन्च
Indian Space Research Organization: ISRO एक नई लैब तैयार कर रहा है. इस लैब में चंद्रयान-4 मिशन से लाई गई मिट्टी और पत्थरों को सुरक्षित रखने का काम किया जाएगा. केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने इसकी जानकारी संसद में लिखित जवाब में देकर दी.
हवा में 400 मीटर तक उड़ती है ये रहस्यमयी मछली! जानकर होगी हैरानी
मछली पानी में रहने वाली एक जीव होती है. लेकिन क्या आपने सुना है कि कोई मछली हवा में उड़ती हो? आज हम आपको एक खास मछली के बारे में बताएंगे जो 400 मीटर तक उड़ान भर सकती है.
Lunar Eclipse: चंद्र ग्रहण हो या सूर्य ग्रहण, ये दोनों ही घटनाएं हर समुदाय के लोग और वैज्ञानिकों को भी बड़ा आकर्षित करती हैं. ऐसी ही एक घटना सितंबर होने वाली जो काफी लंबे समय के बाद दिखने वाली है. आइए समझते हैं कि क्या होता है चंद्र ग्रहण और किस दिन और किन देशों से देखा जा सकेगा ये अद्भुत नजारा.
देशभर में गुरुवार 7 अगस्त को रात 8.30 बजे यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस यानी UPI सर्विस टेक्निकल इश्यू के चलते डाउन हो गई। इस आउटेज की वजह से यूजर्स को गूगल पे, फोनपे और पेटीएम जैसे डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म से पेमेंट करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वेबसाइट और ऑनलाइन सर्विसेज का रियल टाइम स्टेटस बताने वाले प्लेटफॉर्म डाउन डिटेक्टर के अनुसार शाम बजे के बाद 2,147 शिकायतें दर्ज की गईं। ये सभी शिकायतें पेमेंट फेलियर से जुड़ी रहीं। करीब 45 मिनट तक यूजर्स ने पेमेंट नहीं होने की शिकायतें कीं। करीब 62% लोगों को पेमेंट करने में दिक्कत समस्या फेस कर रहे करीब 62% लोगों को पेमेंट करने में दिक्कत आई। 30% लोगों को फंड ट्रांसफर करने में दिक्कतें हुईं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी कई यूजर्स UPI सर्विस डाउन होने की शिकायत कर रहे हैं। UPI को NCPI ऑपरेट करता है भारत में RTGS और NEFT पेमेंट सिस्टम का ऑपरेशन RBI के पास है। IMPS, RuPay, UPI जैसे सिस्टम को नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ऑपरेट करती है। सरकार ने 1 जनवरी 2020 से UPI ट्रांजैक्शन के लिए एक जीरो-चार्ज फ्रेमवर्क मैंडेटरी किया था। UPI कैसे काम करता है UPI सर्विस के लिए आपको एक वर्चुअल पेमेंट एड्रेस तैयार करना होता है। इसके बाद इसे बैंक अकाउंट से लिंक करना पड़ता है। इसके बाद आपका बैंक अकाउंट नंबर, बैंक का नाम या IFSC कोड आदि याद रखने की जरूरत नहीं होती। पेमेंट करने वाला बस आपके मोबाइल नंबर के हिसाब से पेमेंट रिक्वेस्ट प्रोसेस करता है। अगर आपके पास उसका UPI आईडी (ई-मेल आईडी, मोबाइल नंबर या आधार नंबर) है तो आप अपने स्मार्टफोन के जरिए आसानी से पैसा भेज सकते हैं। न सिर्फ पैसा बल्कि यूटिलिटी बिल पेमेंट, ऑनलाइन शॉपिंग और खरीदारी भी आप यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस सिस्टम से कर सकते हैं।
2025 में अप्रैल से जून के बीच भारतीय बाजार में स्मार्टफोन की बिक्री बढ़ी है। साइबरमीडिया रिसर्च (CMR) की रिपोर्ट के मुताबिक, बाजार में पिछले साल के मुकाबले 8% की बढ़ोतरी हुई है। इस ग्रोथ का सबसे बड़ा कारण 5G स्मार्टफोन की बढ़ती मांग है। 5G स्मार्टफोन की बाजार में अब 87% हिस्सेदारी हो गई है। पिछले साल के मुकाबले इनकी हिस्सेदारी 20% बढ़ी है। ₹10,000 तक के स्मार्टफोन की बिक्री 600% बढ़ी बाजार में ₹8,000 से ₹10,000 की कीमत वाले सस्ते 5G फोन की बिक्री में 600% का उछाल आया है। इसके अलावा, ₹10,000 से ₹13,000 के बीच के 5G स्मार्टफोन में भी 138% की बढ़ोतरी देखी गई है। इस सेगमेंट में शाओमी और रियलमी जैसे ब्रांड्स ने अच्छी ग्रोथ दर्ज की है। वीवो की बाजार हिस्सेदारी 19% हुई ओवरऑल स्मार्टफोन्स की बिक्री में वीवो की हिस्सेदारी 19% रही। वहीं सैमसंग 16% हिस्सेदारी के साथ इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर रहा। ओप्पो और शाओमी 13% मार्केट शेयर के साथ तीसरे और चौथे नंबर पर रहे। मोटोरोला ने बिक्री में 81% की ग्रोथ दर्ज की है। वहीं नथिंग की बिक्री में भी 190% का उछाल आया है। जबकि वन प्लस जैसे बड़े ब्रांड की सेल में 21% की गिरावट हुई है। शाओमी की कुल बिक्री 25% कम हो गई है। प्रीमियम सेगमेंट में एपल रहा नंबर 1 50,000 रुपए से ज्यादा कीमत के स्मार्टफोन्स में सबसे ज्यादा आईफोन्स बिके हैं। आईफोन 16 सीरीज की बिक्री के चलते एपल की बाजार हिस्सेदारी 7% पहुंच गई। प्रीमियम सेगमेंट में एपल की बाजार हिस्सेदारी में 54% की बढ़ोतरी हुई है। वनप्लस, जो पहले प्रीमियम सेगमेंट में लीडर था, अब 2.7% मार्केट शेयर के साथ दसवें नंबर पर है। फीचर फोन की बिक्री घटी फीचर फोन मार्केट में लगातार गिरावट जारी है। 2G फीचर फोन सेगमेंट में 15% और 4G फीचर फोन सेगमेंट में 31% की गिरावट दर्ज की गई। यह गिरावट ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में स्मार्टफोन्स की बढ़ती पहुंच और किफायती 5G डिवाइसेज की उपलब्धता के कारण हुई है।
ट्रायम्फ थ्रक्सटन 400 भारत में लॉन्च:कैफे रेसर बाइक में 27.02kmpl का माइलेज, कीमत ₹2.74 लाख
ट्रायम्फ मोटरसाइकिल इंडिया ने भारतीय बाजार में कैफे रेसर बाइक ट्रायम्फ थ्रक्सटन 400 लॉन्च कर दी है। इसे भारत में बजाज-ट्रायम्फ पार्टनरशिप के तहत तैयार किया गया है। ये ट्रायम्फ स्पीड 400 के प्लेटफॉर्म पर बेस्ड है। इसकी एक्स-शोरूम कीमत 2,74,137 रुपए रखी गई है। नई कैफे रेसर बाइक स्पीड 400 से 24 हजार रुपए महंगी है। कैफे रेसर पोजिशनिंग के कारण भारत में थ्रक्सटन 400 का कोई सीधा प्रतिद्वंद्वी नहीं है। स्टाइलिंग और डिजाइन के मामले में इसका सबसे करीबी विकल्प रॉयल एनफील्ड कॉन्टिनेंटल GT 650 है, जिसकी एक्स-शोरूम कीमत 3.26 से 3.52 लाख रुपए के बीच है।
इंसानों के लिए कुत्ते से ज्यादा खतरनाक हैं एस्टरॉइड, वैज्ञानिकों की नई रिसर्च ने उड़ाए होश
Science News: आपने रेबीज की वजह से लोगों को मरते हुए देखा होगा. रेबीज कभी-कभी इतना ज्यादा खतरनाक हो जाता है कि लोग पागल तक हो जाते हैं लेकिन वैज्ञानिकों ने एक चौकाने वाला खुलासा करते हुए बताया है कि क्षुद्रग्रह (एस्टरॉइड) रेबीज से यादा खतरनाक होते हैं. वैज्ञानिकों ने ऐसा क्यों कहा आइए जानते हैं.
चूक गया NASA का मून लैंडर...चंद्रयान-2 की तस्वीरें बनी सबूत, ISRO के तस्वीर ने खोली पोल
ISRO Chandrayaan: भारत के चंद्रयान-2 ऑर्बिटर से मिली नई और साफ तस्वीरों से चंद्रमा पर इंट्यूटिव मशीन्स के आईएम-2 एथेना लैंडर के दुर्घटनाग्रस्त होने के बार में बहुत ही अहम जानकारी मिली है. इन तस्वीरों की मदद से उस मिशन के आखिरी पलों के बार में बहुत ही अहम जानकारी मिली है.
डार्क मैटर का रहस्य सुलझा! वैज्ञानिकों ने दिया ब्रह्मांड का सबसे चौंकाने वाला सिद्धांत
Dark Matter: आज के समय में डार्क मैटर विज्ञान के लिए बहुत बड़ा रहस्य बना हुआ है. क्योंकि हमें ये पता ही नहीं है कि ये कहां से आया है और क्या है. लेकिन कुछ विचार आए हैं जिनकी मदद से हमें इसको समझने में मदद मिल सकती है.
घर से निकाल फेंकेंगे AC...बस खर्च करिए 50 रुपए, ठंडक मिलेगी दोगुनी और बिजली बिल आधा
IIT Kanpur: आईआईटी कानपुर ने एक बहुत ही अनोखी शीट विकसित की है जिसे दीवारों पर लगाने से घर का तापनाम 8-10 डिग्री तक कम हो सकता है. इतना ही नहीं, ये आपके बिजली बिल की भी बचत करेगा. आइए इसके बार में जानते हैं कि ये कैसे काम करता है और इसकी कीमत कितनी है.
NASA ने खींची मंगल की अनोखी तस्वीर, जिसने फिर खड़े किए लाल ग्रह पर जीवन के सवाल
Life on Mars: एक बहुत ही खास खोज में नासा के क्यूरियोसिटी रोवर ने मंगल ग्रह पर एक चट्टान की तस्वीर ली है जो कोरल जैसी दिखती है. इस चट्टान का नाम पापोसो है और इसे जुलाई में ही देखा गया था. क्यूरियोसिटी रोवर के मार्स हैंड लेंस इमेजर से इसकी तस्वीर ली गई है.
वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में बनाया नकली 'सूर्य ग्रहण', 2 स्पेसक्राफ्ट्स ने मिलकर किया ये करिश्मा
Solar Eclipse: यूरेपीय अंतरिक्ष एजेंसी(ESA) ने एक बहुत ही खास मिशन की शुरुआत की है जिसमें 2 स्पेसक्राफ्ट सही तरीके से उड़ान भरकर सूर्य ग्रहण जैसा माहौल बना रहे हैं. इस नए तरीके से सूरज के कोरोना की बड़ी ही अनोखी तस्वीरें देखने को मिल रही हैं. यह तकनीक भविष्य के अंतरिक्ष मिशनों में काफी मदद कर सकता है.
वैज्ञानिकों ने लैब में तैयार किया मिनी ब्रेन...इंसानी दिमाग की तरह करेगा काम, मिलेंगे ये सारे फायदे
Mini Brain: वैज्ञानिकों ने एक ऐसा मॉडल तैयार किया है जो इंसान के दिमाग जैसा ही दिखता और काम करता है. इसे मल्टी रीजन ब्रेन ऑर्गेनॉइड(MRBO)कहा जाता है. ये मॉडल 40 दिन के किसी बच्चे जैसा है जिसमें दिमाग के सारे हिस्से और छोटी-छोटी खून की नसें भी हैं. इसे लैब में ही तैयार किया गया है.
न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी अबू धाबी के सेंटर फॉर एस्ट्रोफिजिक्स एंड स्पेस साइंस के लिए एलियंस की खोज को लेकर शोध कर रहेवैज्ञानिकों का कहना है कि कॉस्मिक किरणें भी इतनी ऊर्जा ले जा सकती हैं जो किसी दूरस्थ दुनिया में जीवन को बनाए रखने के लिए पर्याप्त हो।
निसान मोटर इंडिया ने आज (6 अगस्त) भारतीय बाजार में अपनी पॉपुलर कॉम्पैक्ट SUV मैग्नाइट का कुरो एडिशन लॉन्च किया है। कंपनी ने कार के इस एडिशन को प्री-फेसलिफ्ट मॉडल में बंद कर दिया था। SUV में सेफ्टी के लिए 6 एयरबैग के साथ 360-डिग्री कैमरा जैसे 40+ फीचर्स और 20kmpl तक का माइलेज मिलता है। स्पेशल एडिशन मिड-स्पेक N-कनेक्टा वैरिएंट पर बेस्ड है और इसमें पूरा ब्लैक लुक दिया गया है, यानी गाड़ी के बाहर-भीतर सब कुछ ब्लैक थीम में है। साथ ही, कुछ एक्स्ट्रा एक्सेसरीज भी मिलेगी। कार की बुकिंग शुरू कर दी गई है। आप इसे सिर्फ 11,000 रुपए का टोकन अमाउंट देकर बुक कर सकते हैं। मैग्नाइट कुरो एडिशन की शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत 8.30 लाख रुपए रखी गई है। सबकॉम्पैक्ट SUV सेगमेंट में मैग्नाइट का मुकाबला रेनो काइगर, मारुति ब्रेजा, टाटा नेक्सॉन, किआ सोनेट, हुंडई वेन्यू और महिंद्रा XUV 3XO से है। इसके अलावा कार टोयोटा टाइजर और मारुति फ्रॉन्क्स जैसी सब-4 मीटर क्रॉसओवर को भी टक्कर देती है। निसान मैग्नाइट कुरो एडिशन: वैरिएंट वाइस प्राइस निसान मैग्नाइट कुरो एडिशन में नया क्या? मैग्नाइट के स्पेशल कुरो एडिशन में ONYX ब्लैक कलर थीम दी गई है। इसके फ्रंट में पियानो ब्लैक ग्रिल, ब्लैक 16-इंच डायमंड कट अलॉय व्हील्स, ब्लैक रूफ रेल्स, ब्लैक डोर हैंडल्स, ब्लैक ORVMs और ब्लैक हेडलैंप सराउंड दिए गए हैं। इसके अलावा, निसान ने नई मैग्नाइट लाइन-अप में ऑल-न्यू मेटलिक ग्रे कलर भी पेश किया है। वहीं, केबिन में ब्लैक डैशबोर्ड, पियानो ब्लैक गियर शिफ्ट और स्टीयरिंग इन्सर्ट, ब्लैक सीट अपहोल्स्ट्री और कुरो-थीम्ड फ्लोर मैट्स हैं। फीचर्स की बात करें तो कार में 8-इंच का टचस्क्रीन, वायरलेस एपल कारप्ले/एंड्रॉइड ऑटो, 360-डिग्री कैमरा, वायरलेस चार्जर, रियर AC वेंट्स, ऑटो-डिमिंग IRVM और 6 एयरबैग्स मिलते हैं। परफॉर्मेंस: टर्बो पेट्रोल इंजन के साथ अब CNG का भी ऑप्शन कंपनी ने मैग्नाइट में कोई भी मैकेनिकली बदलाव नहीं किया है। ये दो पेट्रोल इंजन ऑप्शन के साथ आती है। इसमें एक 1.0 लीटर का नेचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन मिलता है, जो 72PS की पावर और 96Nm का टॉर्क जनरेट करता है। इसके साथ 5 स्पीड मैनुअल (MT) और 5 स्पीड AMT गियरबॉक्स का ऑप्शन मिलता है। यह इंजन बेसिक ड्राइविंग के लिए ठीक है, लेकिन यह चढ़ाई या ओवरटेकिंग के समय यह अंडर पावर लगता है और रिफाइनमेंट में भी कमी महसूस होती है। इस इंजन के मैनुअल गियरबॉक्स के साथ अब 70 हजार रुपए एक्स्ट्रा देकर आप CNG किट भी लगवा सकते हैं। दूसरा 1.0 लीटर का टर्बो-पेट्रोल इंजन मिलता है, जो 100PS की पावर और मैनुअल गियरबॉक्स के साथ 160Nm और CVT इंजन के साथ 152Nm का टॉर्क जनरेट करता है। यह इंजन ज्यादा पेप्पी और रेस्पॉन्सिव है, खासकर हाईवे ड्राइविंग के लिए। CVT ऑटोमैटिक स्मूथ है, लेकिन थोड़ा स्लो रेस्पॉन्स देता है। माइलेज: नेचुरली एस्पिरेटेड इंजन का ARAI क्लेम्ड माइलेज MT के साथ 17.9kmpl और AMT के साथ 19.7kmpl है। रियल-वर्ल्ड में 17 से 18kmpl के बीच माइलेज मिलता है। वहीं, टर्बो पेट्रोल इंजन में CVT गियरबॉक्स के साथ शहर में 13-14kmpl और हाईवे पर 18+ kmpl का माइलेज मिलता है। CNG में 19.6km/kg का माइलेज मिलता है, जो किफायती ड्राइविंग के लिए अच्छा ऑप्शन है।
NASA News Hindi: नासा अगले 10 सालों में चांद पर परमाणु रिएक्टर लगाने की योजना बना रहा है. इसके अलाना रूस और चीन भी 2035 तक ऐसा ही करने का लक्ष्य बना रहे हैं. हालांकि NASA को उम्मीद है कि वह उनसे पहले ही ये काम कर लेंगे. नासा के अंतरिम प्रशासक सीन डफी जल्द ही इसकी घोषणा कर सकते हैं.
ब्लैक होल ने फिर किया हमला! एक ही तारे को 2 बार बनाया शिकार, नजारा देख वैज्ञानिकों में बेचैनी
Supermassive Black Hole: एक बहुत बड़े ब्लैक होल ने 2 साल के अंतर पर ही एक तारे को दो बार अपना शिकार बना लिया. पहली बार जब वो तारे से टकराया तो तारा बचकर निकल गया था. लेकिन दूसरी बार वह ब्लैक होल के काफी नजदीक आ गया और बार फिर से ब्लैक होल का शिकार बन गया.
K2-18B पर जीवन के संकेत...भारतीय वैज्ञानिक की रिसर्च से वैज्ञानिकों में छिड़ी बहस, क्या है पूरा सच?
James Webb Telescope: अप्रैल महीने में वैज्ञानिकों की टीम ने दावा किया था कि एक दूर के ग्रह पर जीवन के संकेत हो सकते हैं. लेकिन हाल ही में हुई जांच में कुछ और ही पता चला है. नासा के जेम्स वेब टेलीस्कोप के डाटा से इस एक्स्पोप्लैनेट की जानकारियां सामने आईं थीं.
Science News in Hindi: हिमालय के बादल जिन्हें पहले सबसे साफ माना जाता था अब जहरीले हो गए हैं. इन बादलों में ऐसे भारी मेटल्स मिल रहे हैं जिनसे कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है खासकर बच्चों में. रिसर्च की मानें तो पूर्वी हिमालय के बादलों में प्रदूषण ज्यादा है.
विज्ञान का नया मोड़: क्या है अमेरिका का नया AI प्लान, कैसे है आपकी प्राइवेसी के लिए खतरा?
23 जुलाई को एक नई योजना बनाई गई है और इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को अमेरिकी सरकार के कामों में इस्तेमाल किया जाएगा. इस AI के तहत ही कामों को किया जाएगा. यह ट्रंप सरकार का AI सोच को आगे बढ़ाने का एक और कदम माना गया है.
खतरे में गंगा नदी...IIT रूड़की की चौंकाने वाली रिसर्च, कहां गायब हो गया नदी का 58% पानी?
Breaking News: IIT रूड़की के वैज्ञानिकों ने गंगा नदी पर रिसर्च की है जिसमें सामने आया है कि हिमालय से निकलते समय गर्मियों के समय गंगा का बहाव और पानी कैसे कम होता है. इसके अलावा जांच करने वाली टीम ने गंगा नदी को लेकर और भी चौंकाना वाले खुलासे किए हैं.
12-13 अगस्त को आसमान से हर घंटे टपकेंगे 150 उल्कापिंड! देखकर भूल नहीं पाएंगे नजारा
Meteor Shower Peak: हर साल मिटियोर वर्षा होती है और यह रात बहुत ही खूबसूरत होती है, इस साल की पर्सिड्स मिटियोर वर्षा 12-13 अगस्त की रात को होगी और इस रात को आकाश में कई घटनाएं देखने को मिल सकती है.
2030 के लिए सरकार का नया प्लान...क्या है 30% इथेनॉल वाला पेट्रोल, क्या आपकी कार इसे झेल पाएगी?
Ethenol Blended Petrol: पर्यावरण को बचाने के लिए भारत सरकार ने नया लक्ष्य तय किया है. 2030 तक पेट्रोल में 30% इथेनॉल मिलाना चाहते हैं. इसके पीछे का सबसे बड़ा मकसद है पर्यावरण को बचाना और दूसरे देशों से तेल की निर्भरता को कम करना. आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं.
NASA की चेतावनी! धरती के करीब से गुजरी 16 मंजिला इमारत जितनी तबाही, वैज्ञानिकों की उड़ी नींद
Asteroid Near Earth: अंतरिक्ष में हमेशा कुछ न कुछ नया होता रहता है. अगस्त में भी एक क्षुद्रग्रह धरती के पास से गुजर चुका है जिसका नाम 2025 OT7 है. इसकी चौड़ाई लगभग 170 फीट है. NASA इन एस्टेरॉयड्स पर नजर रखता है और ISRO भी इससे जुड़े मिशन की तैयारी कर रहा है.
बेंगलुरु बेस्ड स्टार्टअप ओबेन इलेक्ट्रिक ने आज (5 अगस्त) भारतीय बाजार में नई इलेक्ट्रिक बाइक रोर ईजी सिग्मा लॉन्च की है। कंपनी ने इसे अपने लाइनअप में रोर ईजी के ऊपर और रोर के नीचे रखा है। इसकी शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत 1.27 लाख रुपए रखी गई है। ये इंट्रोडक्ट्री प्राइस हैं। इलेक्ट्रिक बाइक को दो वैरिएंट में पेश किया गया है। कंपनी का दावा है कि बाइक एक बार फुल चार्ज करने पर 175 किलोमीटर चल सकती है। इसमें नया TFT कंसोल और रिवर्स मोड दिया गया है। 2025 रोर ईजी सिग्मा : वैरिएंट वाइस प्राइस डिजाइन : नियो-रेट्रो इंस्पायर्ड स्टाइल थीम ओबेन रोरर ईजी सिग्मा बाइक में राउंड हेडलाइट, क्लीन लाइंस और मिनिमल डिजाइन लेंग्वेज के साथ नियो-रेट्रो इंस्पायर्ड स्टाइल थीम दी गई है। यह बाइक 4 कलर ऑप्शन- इलेक्ट्रिक रेड, फोटोन व्हाइट, इलेक्ट्रो अंबर और सर्ज सियान में अवेलेबल है। इसका नियो-क्लासिक ARX फ्रेम ट्रैफिक में फुर्ती देता है। 810mm सीट की ऊंचाई इसे कम्फर्टेबल बनाती है। 200mm ग्राउंड क्लीयरेंस और 230mm वाटर-वेडिंग क्षमता भारतीय सड़कों और बारिश के लिए परफेक्ट है। 17-इंच अलॉय व्हील्स और 130/70-17 टायर्स रोड ग्रिप अच्छी देते हैं। LED हेडलैंप, टेललैंप, और विंकर्स शार्प लुक देते हैं। 5-इंच TFT कलर डिस्प्ले नेविगेशन और अलर्ट्स दिखाता है। रिडिजाइन्ड सीट लंबी राइड्स में आराम देती है। परफॉर्मेंस: 175km की रेंज और 95kmph टॉप स्पीड नई ओबेन बाइक में अन्य मॉडल वाली ही इलेक्ट्रिक मोटर दी गई है। यह व्हील पर 200Nm तक का टॉर्क जनरेट करती है, जबकि मोटर की पावर 7.5 किलोवाट और टॉर्क 52Nm है। कंपनी का दावा है कि ई-बाइक 3.3 सेकेंड में 0 से 40kmph की स्पीड पकड़ सकती है, वहीं इसकी टॉप स्पीड 95kmph है। बाइक में तीन राइड मोड- ईको, सिटी और हैवॉक दिए गए हैं। मोटर को पावर देने के लिए बाइक में दो बैटरी पैक (3.4kWh और 4.4kWh) ऑप्शन मिलते हैं। इसमें IP67 वाटर और डस्ट प्रूफ रेटिंग वाली एलएफपी (लिथियम आयरन फॉस्फेट) बैटरी दी गई है, जिसे एल्युमिनियम हाउसिंग में पोजिशन किया गया है। इंडियन ड्राइविंग साइकिल के अनुसार, इसके 3.4kWh वर्जन की फुल चार्ज में रेंज 140km और 4.4kWh वर्जन की फुल चार्ज में रेंज 175km है। इनका नॉर्मल चार्जिंग टाइम (0 से 100%) 5 से 7 घंटे है। हार्डवेयर : कम्बाइंड ब्रेकिंग सिस्टम के साथ डिस्क ब्रेक्स इस इलेक्ट्रिक बाइक को स्टील चेसिस पर तैयार किया गया है। कंफर्ट राइडिंग के लिए इसके फ्रंट में 37mm टेलीस्कोपिक फोर्क और रियर में 7-स्टेप एडजस्टेबल मोनोशॉक सस्पेंशन दिए गए हैं। ब्रेकिंग के लिए इसमें कम्बाइंड ब्रेकिंग सिस्टम के साथ डिस्क ब्रेक्स दिए गए हैं। राइडिंग के लिए इसमें 17-इंच अलॉय व्हील्स दिए गए हैं, जिन पर फ्रंट में 110-सेक्शन और रियर में 130-सेक्शन ट्यूबलेस टायर दिए गए हैं। इसमें फ्यूल टैंक वाली जगह पर स्मॉल स्टोरेज स्पेस दी गई है और इसमें स्मॉल अंडरसीट स्टोरेज भी दी गई है, जिसमें चार्जर रखा जा सकता है। फीचर्स: 5-इंच का फुल कलर्ड TFT कंसोल नई ई-बाइक में रिवर्स मोड और 5-इंच का फुल कलर्ड TFT कंसोल दिया गया है। इसमें ब्लूटूथ कनेक्टिविटी, टर्न-बाय-टर्न नेविगेशन, म्यूजिक कंट्रोल्स, कॉल और मैसेज अलर्ट जैसे फीचर्स दिए गए हैं। इस अलावा इसमें रिजनरेटिव ब्रेकिंग, 'ड्राइवर अलर्ट सिस्टम' (मोटर ऑन होने पर राइडर को अलर्ट देता है) और 2 USB चार्जिंग पोर्ट जैसे अतिरिक्त फीचर भी मिलते हैं। रिमोट ट्रेकिंग, एंटी थेफ्ट अलर्ट, रियल-टाइम व्हीकल ट्रेकिंग और जियो-फेंसिंग जैसे फीचर्स को ओबेन स्मार्टफोन ऐप के जरिए एक्सेस किया जा सकता है।
ओपनएआई ने अपने पॉपुलर एआई चैटबॉट चैट-GPT में मेंटल हेल्थ से जुड़े नए फीचर्स जोड़े हैं। इन फीचर्स में आपको लंबे काम के दौरान ब्रेक लेने का रिमाइंडर मिलेगा। यह फीचर 30 मिनट से ज्यादा चैट करने पर ‘क्या यह ब्रेक लेने का सही समय है?’ जैसा प्रॉम्प्ट सजेस्ट करेगा। इन फीचर्स के जरिए चैट-GPT अपने 50 करोड़ वीकली यूजर्स की मेंटल हेल्थ पर फोकस कर, ओवर वर्किंग से रोकना चाहता है। कंपनी का कहना है कि एक तरफ वे अगले बड़े AI अपग्रेड GPT-5 को लॉन्च करने की तैयारी कर रहे हैं, वहीं उनका ध्यान इस बात पर भी है कि चैटबॉट का इस्तेमाल करते समय लोगों की मानसिक सेहत ख्याल रखा जाए। अब ज्यादा समझदारी भरे जवाब देगा चैट-GPT नए फीचर्स में चैट-GPT से रिश्ते, आपके करियर या जिंदगी से जुड़े मुश्किल और भावनात्मक सवाल के जवाब अब सीधा-साधा हां या ना में नहीं देगा। इसके बजाय, यह आपको अलग-अलग पहलुओं को समझने में मदद करेगा। यह आपको शांत और संतुलित लहजे में हर विकल्प के फायदे और नुकसान बताएगा। हर दिन 250 करोड़ सवालों के जवाब दे रहा चैट-GPT चैट-GPT दुनियाभर में हर दिन 250 करोड़ से ज्यादा प्रॉम्प्ट (सवाल या काम) के जवाब दे रहा है। इसमें 33 करोड़ प्रॉम्प्ट्स अकेले अमेरिका से आते हैं। दिसंबर 2024 में यह आंकड़ा 100 करोड़ प्रतिदिन था, यानी 6 महीनों में उपयोग दोगुना से ज्यादा हो गया। Axios की एक रिपोर्ट के मुताबिक चैट-GPT सालाना 912.5 अरब सवालों के जवाब दे रहा है। वहीं गूगल पर हर साल 5 ट्रिलियन सर्च (लगभग 1,370 करोड़ प्रतिदिन) किए जाते हैं। ओपनएआई के प्रवक्ता रॉब फ्रीडलैंडर ने इन आंकड़ों की पुष्टि की है। रिपोर्ट के मुताबिक भारत में भी चैटजीपीटी की वेबसाइट और एप का उपयोग खासकर 25-34 साल के युवा और स्टूडेंट्स में तेजी से बढ़ रहा है। चैट-GPT के करीब 50 करोड़ वीकली एक्टिव यूजर्स अभी चैट-GPT के करीब 50 करोड़ वीकली एक्टिव यूजर्स हैं जिनमें से ज्यादातर फ्री वर्जन इस्तेमाल करते हैं। भारत और अमेरिका, दोनों 16% ट्रैफिक के साथ चैटजीपीटी के सबसे बड़े बाजार हैं। ब्राजील, कनाडा, और फ्रांस भी टॉप देशों में शामिल हैं। भारत में स्टूडेंट्स इसे पढ़ाई, होमवर्क, और जटिल कॉन्सेप्ट्स समझने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। दिसंबर 2024 में 30 करोड़ साप्ताहिक यूजर्स थे। 2015 में शुरू हुई थी ओपन AI ओपन AI (Open AI) एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) डेवलप करने वाली कंपनी है। इसकी स्थापना 2015 में इलॉन मस्क, सैम ऑल्टमैन और उनके कुछ दोस्तों ने मिलकर की थी। यह AI टेक्नोलॉजी विशेष रूप से जेनेरेटिव AI और लार्ज लैंग्वेज मॉडल (जैसे चैट GPT) के डेवलपमेंट के लिए जाना जाता है। कंपनी का मिशन सेफ और ह्यूमन सेंट्रिक AI डेवलप करना है। कंपनी सैन फ्रांसिस्को, कैलिफोर्निया में स्थित है। चैट-GPT क्या है? चैट-GPT यानी चैट जनरेटिव प्री ट्रेन्ड ट्रांसफॉर्मर। यह ओपन-AI का एक आर्टिफिशियली इंटेलिजेंट चैटबॉट है। चैट-GPT के पास हर उस सवाल का जवाब है जो इंटरनेट पर मौजूद है, लेकिन यह उसी सवाल का जवाब दे सकता है जो पहले इंटरनेट पर पूछा गया हो। यह एक सॉफ्टवेयर है, जो इंटरनेट पर मौजूद जानकारी को पढ़कर जवाब देता है।
टाटा मोटर्स ने अपनी पॉपुलर SUV हैरियर और सफारी के नए एडवेंचर X वैरिएंट भारत में लॉन्च किए हैं। कंपनी ने इन वैरिएंट्स में टॉप वैरिएंट्स वाले फीचर्स दिए हैं और इनकी कीमत भी कम की है। कंपनी ने फिलहाल दोनों कारों के मैनुअल ट्रांसमिशन की कीमत ही रिवील की हैं। हैरियर एडवेंचर एक्स वैरिएंट की शुरुआती कीमत 18.99 लाख रुपए रखी गई है। वहीं, सफारी एडवेंचर एक्स वैरिएंट की शुरुआती कीमत 19.99 लाख रुपए है। हैरियर का मुकाबला महिंद्रा XUV 700, MG हेक्टर, जीप कंपास, हुंडई क्रेटा और किआ सेल्टोस से है। जबकि, टाटा सफारी का मुकाबला MG हेक्टर प्लस, हुंडई अल्कजार और महिंद्रा XUV 700 से है। टाटा हैरियर : वैरिएंट वाइस प्राइस टाटा सफारी : वैरिएंट वाइस प्राइस सेफ्टी के लिए लेवल-2 ADAS फीचर्स दोनों कार में सेफ्टी के लिए 360 कैमरा के साथ लेवल-2 ADAS फीचर्स मिलते हैं। इनमें लेन कीप असिस्ट, एडेप्टिव स्टीयरिंग असिस्ट, एडॉप्टिव क्रूज कंट्रोल, ऑटोनॉमस इमरजेंसी ब्रेकिंग, फॉरवर्ड कॉलिजन वॉर्निंग और हाई बीम असिस्ट जैसे फीचर्स शामिल हैं। परफॉर्मेंस : 2.0-लीटर का 4-सिलेंडर डीजल इंजन 2023 टाटा सफारी और टाटा हैरियर में पहले की तरह 2.0-लीटर का 4-सिलेंडर डीजल इंजन दिया गया है, जो 170 ps की मैक्सिमम पावर और 350 nm का पीक टॉर्क जनरेट करता है। इंजन को 6-स्पीड मैनुअल और ऑटोमेटिक गियरबॉक्स के साथ ट्यून किया गया है। हैरियर का माइलेज सफारी का माइलेज
हीरो मोटोकॉर्प ने अब भारत में अपनी सबसे पावरफुल बाइक हीरो मेवरिक 440 की बिक्री बंद कर दी है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कुछ डीलरशिप ने की बुकिंग लेना बंद कर दिया है। हालांकि अभी कंपनी ने अपने ऑफिशियल वेबसाइट से इस मोटरसाइकिल को अनलिस्ट नहीं किया है। हीरो ने अच्छा रिस्पॉन्स न मिलने के चलते मेवरिक 440 को बंद प्रोडक्शन और बुकिंग बंद की है। पिछले साल लॉन्च हुई थी ये बाइकहीरो मोटोकॉर्प ने पिछले साल 14 फरवरी को हीरो मेवरिक 440 को भारतीय बाजार में लॉन्च किया था। हीरो मोटोकॉर्प की ये नेक्ड स्ट्रीट बाइक मूल रूप से हार्ले-डेविडसन एक्स440 का ही भारतीय वर्जन थी जिसे हीरो मोटोकॉर्प और हार्ले ने मिलकर तैयार किया था। हार्ले डेविडसन के मॉडल की मैन्युफैक्चरिंग भी हीरो मोटोकॉर्प भारत में ही करता है। आकर्षक लुक और दमदार इंजन से लैस इस बाइक की शुरुआती कीमत 1.99 लाख रुपए तय की गई थी। जो इसे हार्ले के मॉडल के मुकाबले काफी सस्ता बनाता था। हीरो मेवरिक 5 कलर ऑप्शन में हुई थी लॉन्चहार्डवेयर मेवरिक को 5 कलर ऑप्शन के साथ पेश किया गया था। इसमें आर्कटिक वाइट, फियरलेस रेड, सेलेस्टियल ब्लू, फैंटम ब्लैक और एंजिमा ब्लैक शामिल है। ब्रेकिंग के लिए इसमें ड्यूल-चैनल ABS के साथ दोनों सिरों पर सिंगल डिस्क ब्रेक मिलते हैं। हीरो मेवरिक 440 परफॉर्मेंसमेवरिक में हार्ले डेविडसन X440 वाला इंजन ही इस्तेमाल किया गया था। हालांकि इसमें माइनर बदलाव किए गए थे। यह 440cc का सिंगल-सिलेंडर, एयर-कूल्ड इंजन 27BHP की पावर और 36NM का पीक टॉर्क प्रोड्यूस करता है। ट्रांसमिशन के लिए इंजन को स्लिप-एंड-असिस्ट क्लच के साथ 6-स्पीड गियरबॉक्स से ट्यून किया गया था। हीरो मेवरिक 440 फीचर्सबाइक में LED इंडिकेटर्स के साथ फुल LED लाइटिंग और ब्लूटूथ कनेक्टिविटी के साथ LCD डिस्प्ले जैसे मॉडर्न फीचर्स हैं। इसका नेगेटिव LCD इंस्ट्रूमेंट कंसोल एकदम क्लीन है और इसमें स्पीडोमीटर, टैकोमीटर, गियर पोजिशन इंडिकेटर, रेंज और माइलेज इंडिकेटर और साइड स्टैंड अलर्ट से जुड़ी जानकारी मिलती है। हीरो मेवरिक बाइक में ब्लूटूथ कनेक्टिविटी के साथ 35 फीचर्स हैं। इनमें टर्न-बाय-टर्न नेविगेशन, कॉल एंड SMS अलर्ट, डिजिटल क्लॉक, एस्टिमेटेड टाइम ऑफ अराइवल (ETA), डिस्टेंस और फोन बैटरी इंडिकेटर आदि शामिल हैं।
टेक कंपनी वीवो ने आज (4 अगस्त) भारतीय बाजार में अपनी मिड-रेंज सेगमेंट की Y सीरीज में नया 5G स्मार्टफोन वीवो Y400 लॉन्च कर दिया है। नया फोन वीवो Y400 प्रो का लाइट वर्जन है, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस फीचर्स के साथ पेश किया गया है। इसमें AI ट्रांसक्रिप्ट असिस्ट, AI नोट असिस्ट, AI डॉक्युमेंट्स, सर्किल टू सर्च, फोकस मोड और स्क्रीन ट्रांसलेशन जैसे फीचर्स शामिल हैं। फोन में 32MP का पोर्टरेट सेल्फी कैमरा दिया गया है। इसे 8GB रैम के साथ दो स्टोरेज वैरिएंट में पेश किया गया है। इसकी कीमत 21,999 रुपए रखी गई है। वीवो Y400 की सेल भारत में 7 अगस्त से शुरू होगी और इसे ऑलिव ग्रीन और ग्लैम वाइट कलर में खरीदा जा सकेगा। शुरुआती सेल में बैंक कार्ड्स के जरिए मोबाइल पर 10% तक का डिस्काउंट मिलेगा। वीवो Y400 5G: स्पेसिफिकेशन्स डिस्प्ले: वीवो Y400 5G में 24001080 पिक्सल रेजोल्यूशन वाली 6.67-इंच की फुल HD+ स्क्रीन दी गई है, जो 120Hz रिफ्रेश रेट पर काम करती है। यह पंच-होल स्टाइल डिस्प्ले E4 एमोलेड पैनल पर बनी है, इसकी पीक ब्राइटनेस 1200 निट्स है। यह फोन इन-डिस्प्ले फिंगरप्रिंट सेंसर तकनीक से लैस है और स्क्रीन प्रोटेक्शन के लिए कोर्निंग गोरिल्ला ग्लास की लेयर दी गई है। कैमरा: फोटोग्राफी के लिए फोन के बैक पैनल पर एलइडी फ्लैश के साथ डुअल रियर कैमरा सेटअप दिया गया है। इसमें 50 मेगापिक्सल IMX852 OIS सेंसर दिया गया है, जो 2 मेगापिक्सल बोकेह लेंस के साथ मिलकर काम करता है। वहीं, सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए यह स्मार्टफोन 32 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा सपोर्ट करता है। परफॉर्मेंस: फोन एंड्रॉयड 15 पर बेस्ड ऑपरेटिंग सिस्टम फनटच OS 15 पर काम करता है। प्रोसेसिंग के लिए इसमें क्वालकॉम का 4नैनोमीटर आर्किटेक्चर पर बना स्नेपड्रैगन 4 जेन 2 ऑक्टा-कोर प्रोसेसर दिया गया है। मेमोरी: मोबाइल एक्सटेंडेड रैम टेक्नोलॉजी से लैस है, जिससे फोन को 8GB फिजिकल रैम के साथ 8GB वचुर्अल रैम (यानी 16GB रैम) की ताकत मिलती है। यूजर इसे 128GB और 256GB मैमोरी ऑप्शन के साथ खरीद सकते हैं। बैटरी: पावर बैकअप के लिए फोन में 6000mAh बैटरी दी गई है। कंपनी का कहना है कि यह 4 साल की बैटरी हेल्थ के साथ आएगी। वीवो की मानें तो बैटरी 100% चार्ज होने पर फोन में 61 घंटे तक म्यूजिक प्ले कर सकते हैं। बैटरी को चार्ज करने के लिए स्मार्टफोन 90वॉट फास्ट चार्जिंग तकनीक से लैस है। फोन स्मार्ट चार्जिंग इंजन 2.0 और बायपास चार्जिंग तकनीक सपोर्ट करता है, जो इसे ओवरहीट होने से रोकता है। अन्य फीचर्स: कंपनी का दावा है कि यह अंडरवाटर कैमरा फोन है, जिससे पानी के अंदर भी फोटो खींच सकते हैं और वीडियो रिकॉर्ड की जा सकती है। ये IP68 + IP69 वॉटर और डस्ट प्रूफ रेटिंग के साथ आया है। इसे 3-लेयर वाटरप्रूफ फ्रेम पर डिजाइन किया गया है, जो फोन को 6 मीटर गहरे पानी में 30 मिनट तक सुरक्षित रख सकती है। यह मोबाइल 8 5G बैंड सपोर्ट करता है। वहीं, कनेक्टिविटी के लिए इस वीवो 5जी फोन में वाईफाई और ब्लूटूथ समेट OTG जैसे फीचर्स भी मिलते हैं।
दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी इलॉन मस्क की कंपनी टेस्ला की इलेक्ट्रिक गाड़ियां अब दिल्ली से भी खरीद सकेंगे, क्योंकि कंपनी भारत में अपना दूसरा शोरूम 11 अगस्त को यहां खोलने जा रही है। कंपनी के ऑफिशियल इनविटेशन के अनुसार, नया टेस्ला एक्सपीरियंस सेंटर, एयरोसिटी वर्ल्डमार्क 3 बिल्डिंग में खुलेगा। इससे पहले कंपनी ने 15 जुलाई को भारत में अपना पहला शोरूम मुंबई के बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स के मेकर मैक्सिटी मॉल में खोला था। 4000 स्क्वायर फीट में बना है दूसरा शोरूम एयरोसिटी वर्ल्डमार्क कॉम्प्लेक्स में टेस्ला का दूसरा शोरूम 4000 स्क्वायर फीट में बना है, जो इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास है। ये इलाका दिल्ली का हाई-एंड बिजनेस और हॉस्पिटैलिटी हब है, जहां लग्जरी होटल्स, बड़ी कंपनियों के ऑफिस और हाई-प्रोफाइल रिटेल स्टोर्स हैं। टेस्ला का ये लोकेशन चुनना साफ दिखाता है कि वो अमीर और टेक-जागरूक ग्राहकों को टारगेट कर रहा है। एक्सपीरियंस सेंटर के तौर पर काम करेगा टेस्ला का शोरूम टेस्ला स्टोर लोगों के लिए एक एक्सपीरियंस सेंटर के तौर पर काम करेगा। यानी यहां न सिर्फ कंपनी की इलेक्ट्रिक गाड़ियां बेची जाएंगी, बल्कि लोग टेस्ला की टेक्नोलॉजी और फीचर्स को भी करीब से देख सकेंगे। 2024 में आई भारत की नई EV पॉलिसी के मुताबिक, अगर टेस्ला 4,150 करोड़ रुपए निवेश करता है, तो इम्पोर्ट ड्यूटी 70% से घटकर 15% जाएगी। इससे भविष्य में कंपनी की कारों की कीमतें कम हो सकती हैं। कुछ समय पहले खबर आई थी कि टेस्ला गुजरात, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और तेलंगाना जैसे राज्यों में फैक्ट्री लगाने पर विचार कर रही है, लेकिन फिलहाल कंपनी भारत में सिर्फ इंपोर्टेड कारें बेचने पर ध्यान दे रही है। भारत में टेस्ला का पहला सुपर चार्जिंग स्टेशन शुरू कंपनी ने आज (4 अगस्त) इसी कॉम्प्लेक्स में अपना पहला सुपर चार्जिंग स्टेशन भी शुरू कर दिया है। इसमें 4 V4 सुपरचार्जर (DC फास्ट चार्जर) और 4 डेस्टिनेशन चार्जर (AC चार्जर) हैं। सुपर चार्जर 250kW की रफ्तार से चार्ज करते हैं, ये सिर्फ 14 मिनट की चार्जिंग में लगभग 300 किलोमीटर की रेंज देगा। सुपर चार्जर की कीमत 24 रुपए प्रति kWh और डेस्टिनेशन चार्जर की कीमत 14 रुपए प्रति kWh है। टेस्ला कार के मालिक टेस्ला के एप के जरिए चार्जर खाली है कि नहीं ये चेक कर सकते हैं। इसके अलावा चार्जिंग की प्रोग्रेस देख सकते हैं और पेमेंट भी कर सकते हैं। टेस्ला का भारत में अभी 8 सुपर चार्जिंग स्टेशन खोलने का प्लान ये स्टेशन उन 8 सुपर चार्जिंग साइट्स में से पहला है, जिन्हें टेस्ला ने मुंबई में लॉन्च के दौरान अनाउंस किया था। ये 8 सुपर चार्जिंग दिल्ली और मुंबई में खोले जाएंगे। कंपनी का प्लान है कि पुणे, हैदराबाद और बेंगलुरु जैसे शहरों में भी ऐसे स्टेशन खोले जाएंगे, ताकि पूरे देश में EV यूजर्स को आसानी हो। टेस्ला के भारत में आने की बड़ी वजहें 1. ग्लोबल सेल्स में कमी से नए मार्केट की तलाश साल 2024 में ग्लोबल मार्केट में; खासकर अमेरिका, यूरोप और चीन में टेस्ला की सेल्स गिरी हैं। जर्मनी और इटली में तो ये 76% और 55% तक गिर गई। भारत, दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऑटो मार्केट है और यहां EV का मार्केट शेयर सिर्फ 5% के आसपास है। इसलिए यहां टेस्ला को नए ग्रोथ अवसर नजर आ रहे हैं। भारत में EV डिमांड बढ़ रही है। भारत में 2024 में 19.93% की ग्रोथ के साथ 99,165 इलेक्ट्रिक गाड़ियां बिकीं। 2. भारत की नई EV नीति नई EV पॉलिसी ने आयात शुल्क को 100% से घटाकर 70% किया, बशर्ते कंपनी EV क्षेत्र में ₹4,150 करोड़ निवेश करे। तीन साल में लोकल लेवल पर मैन्युफैक्चरिंग शुरू करने पर इसे 15% कर दिया जाएगा। इससे टेस्ला को मॉडल Y जैसी इलेक्ट्रिक गाड़ियों को कम टैक्स के साथ इम्पोर्ट करने का मौका मिला। 3. प्रीमियम EV सेगमेंट में डिमांड भारत में लग्जरी EV की मांग बढ़ रही है। टेस्ला की मॉडल Y (₹59.89-67.89 लाख) इस सेगमेंट को टारगेट करती है, जो BMW iX1 और मर्सिडीज EQA से टक्कर लेगी। भारतीय EV मार्केट को 2030 तक 28 लाख से ज्यादा इलेक्ट्रिक गाड़ियां बिकने की उम्मीद है। टेस्ला के भारत में आने से ऑटो मार्केट पर क्या असर होगा भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऑटो मार्केट है और EV की मांग यहां तेजी से बढ़ रही है। सरकार भी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को बढ़ावा दे रही है। ऐसे में टेस्ला का आना इस सेक्टर में एक नई क्रांति ला सकता है। शुरू में टेस्ला की ऊंची कीमत और इम्पोर्टेड ड्यूटी के कारण इसका असर प्रीमियम सेगमेंट तक सीमित रहेगा। मास-मार्केट ब्रांड्स टाटा, महिंद्रा जैसी कंपनियों पर तुरंत असर होने की उम्मीद कम है। टेस्ला के सामने 5 प्रमुख चुनौतियां 1. हाई इम्पोर्ट ड्यूटी और कीमत: टेस्ला की गाड़ियां CBU (कम्प्लीट्ली बिल्ट यूनिट) के रूप में आयात होंगी। इन पर इम्पोर्ट ड्यूटी और GST लगने से कीमतें प्रीमियम सेगमेंट में पहुंच जाती हैं, जो मास-मार्केट ग्राहकों के लिए महंगी होंगी। इस सेगमेंट में सेल्स लिमिटेड हैं। 2. सीमित चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर: टेस्ला ने मुंबई और दिल्ली में 8 सुपरचार्जिंग स्टेशन की योजना बनाई है। ग्रामीण और छोटे शहरों में चार्जिंग की कमी टेस्ला की ज्यादा रेंज का फायदा कम कर सकती है। 3. कस्टमर बिहेवियर: भारतीय ग्राहक सर्विस, लागत और रीसेल वैल्यू को प्राथमिकता देते हैं। यहां टेस्ला को अपनी विश्वसनीयता साबित करनी होगी। 4. सर्विस और डीलरशिप नेटवर्क: टेस्ला की डायरेक्ट-टु-कंज्यूमर सेल्स मॉडल (ऑनलाइन बिक्री) भारत में नई है और इसका सर्विस नेटवर्क अभी सीमित है। BMW, मर्सिडीज, और टाटा जैसे ब्रांड्स का देशभर में मजबूत डीलर और सर्विस नेटवर्क टेस्ला के लिए चुनौती है। 5. लोकल मैन्युफैक्चरिंग में देरी: टेस्ला की गुजरात/कर्नाटक में प्रस्तावित गीगाफैक्ट्री 2026-2027 से पहले शुरू होने की संभावना कम है। तब तक ज्यादा कीमत वाली इम्पोर्टेड गाड़ियों पर निर्भर रहना होगा। ये खबर भी पढ़ें... टेस्ला की भारत में पहली कार लॉन्च: मॉडल Y के दो वैरिएंट, फुल चार्ज पर 500km और 622km की रेंज, कीमत ₹60 लाख से शुरू इलॉन मस्क की ईवी कंपनी टेस्ला ने पहली इलेक्ट्रिक SUV मॉडल Y को भारत में लॉन्च कर दिया है। कंपनी का दावा है कि ये कार एक बार फुल चार्ज में 622 किलोमीटर तक चल सकती है। कार में सेफ्टी के लिए 8 एयरबैग के साथ लेवल-2 एडास जैसे फीचर्स दिए गए हैं। इलेक्ट्रिक कार को भारत में दो वैरिएंट- रियर व्हील ड्राइव (RWD) और लॉन्ग रेंज रियर व्हील ड्राइव (RWD) में पेश किया गया है। इसकी RWD वैरिएंट की एक्स-शोरूम कीमत 60 लाख रुपए है। वहीं लॉन्ग रेंज वैरिएंट की कीमत 68 लाख रुपए है। जबकि, ग्लोबल मार्केट में ये कार ऑल व्हील ड्राइव ऑप्शन के साथ भी आती है। पूरी खबर पढ़ें...
इलॉन मस्क की कंपनी टेस्ला ने भारत में अपना पहला सुपर चार्जिंग स्टेशन शुरू कर दिया है। ये स्टेशन मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) में खुला है। इसमें 4 V4 सुपरचार्जर (DC फास्ट चार्जर) और 4 डेस्टिनेशन चार्जर (AC चार्जर) हैं। सुपर चार्जर 250kW की रफ्तार से चार्ज करते हैं, ये सिर्फ 14 मिनट की चार्जिंग में लगभग 300 किलोमीटर की रेंज देगा। सुपर चार्जर की कीमत 24 रुपए प्रति kWh और डेस्टिनेशन चार्जर की कीमत 14 रुपए प्रति kWh है। टेस्ला कार के मालिक टेस्ला के एप के जरिए चार्जर खाली है कि नहीं ये चेक कर सकते हैं। इसके अलावा चार्जिंग की प्रोग्रेस देख सकते हैं और पेमेंट भी कर सकते हैं। टेस्ला का भारत में अभी 8 सुपर चार्जिंग स्टेशन खोलने का प्लानये स्टेशन उन 8 सुपर चार्जिंग साइट्स में से पहला है, जिन्हें टेस्ला ने मुंबई में लॉन्च के दौरान अनाउंस किया था। ये 8 सुपर चार्जिंग दिल्ली और मुंबई में खोले जाएंगे। कंपनी का प्लान है कि पुणे, हैदराबाद और बेंगलुरु जैसे शहरों में भी ऐसे स्टेशन खोले जाएंगे, ताकि पूरे देश में EV यूजर्स को आसानी हो। जुलाई में भारत में लॉन्च हुआ था टेस्ला का Y मॉडलटेस्ला ने पिछले महीने मुंबई में अपना पहला शोरूम (एक्सपीरियंस सेंटर) खोला था और मॉडल Y SUV लॉन्च की थी। कंपनी का दावा है कि ये कार एक बार फुल चार्ज में 622 किलोमीटर तक चल सकती है। कार में सेफ्टी के लिए 8 एयरबैग के साथ लेवल-2 एडास जैसे फीचर्स दिए गए हैं। पूरी खबर पढ़ें
मानव जीवन पर मचेगी तबाही, क्या स्टीफन हॉकिंग की भविष्यवाणी होगी सच! रिपोर्ट में हुआ खुलासा
स्टीफन हॉकिंग एक महान वैज्ञानिक थे और उन्होंने 2004 में यह बताया था कि एलियन से संपर्क करने की कोशिश हम इंसानों के लिए जानलेवा भी हो सकती है. अब हार्वर्ड विश्वविद्यालय एक प्रसिद्ध वैज्ञानिक ने काफी चिंता जताते हुए बताया है कि एक यूएफओ जैसी दिखने वाली चीज पृथ्वी की तरफ बढ़ती आ रही है.
HCL टेक के CEO सी. विजयकुमार भारतीय IT इंडस्ट्री में सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले हेड हैं। वित्त वर्ष 2024-25 में उन्हें 94.6 करोड़ रुपए की सैलरी मिली। लिस्ट में दूसरे नंबर पर इंफोसिस के CEO सलील पारेख हैं, उन्हें ₹80.6 करोड़ का पैकेज मिला। इस दौरान टेक महिंद्रा के मोहित जोशी को ₹53.9 करोड़, विप्रो से CEO श्रीनि पल्लिया को ₹53.6 करोड़ और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के कृति वासन को ₹26.5 करोड़ का पैकेज मिला। 94.6 करोड़ के पैकेज में ₹56.9 करोड़ स्टॉक विजयकुमार के पैकेज में बेस सैलरी ₹15.8 करोड़, परफॉर्मेंस लिंक्ड बोनस 13.9 करोड़, लॉन्ग टर्म रिस्ट्रिक्टेड स्टॉक यूनिट (RSUs) ₹56.9 करोड़ और 1.7 करोड़ रुपए का एडिशनल बोनस शामिल है। विजयकुमार की सैलरी औसत कर्मचारी से 663 गुना ज्यादा TOI की रिपोर्ट के मुताबिक, सी विजयकुमार को वित्त वर्ष 2024-25 में 7.9% सैलरी हाईक मिली। जबकि, सामान्य कर्मचारियों की सैलरी महज 3.1% एवरेज बढ़ाई गई। इस दौरान विजयकुमार का मेहनताना औसत कर्मचारी के वेतन का 662.5 गुना था। कंपनी के बोर्ड ने नोमिनेशन और रेम्यूनरेशन कमेटी (NRC) की सिफारिशों के आधार पर इनका कार्यकाल भी बढ़ा दी है। विजयकुमार अब 31 मार्च, 2030 तक कंपनी के MD और CEO के पद पर रहेंगे। विजयकुमार 2016 में CEO और 2021 में MD बनाए गए सी विजयकुमार (CVK) 2016 में कंपनी के CEO बनाए गए थे। जुलाई 2021 में उन्हें कंपनी के MD की जिम्मेदारी भी दी गई। उनकी अगुआई में HCLTech ने डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), क्लाउड, साइबर सिक्योरिटी और अन्य उभरते टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में काफी कुछ हासिल किया है। CVK का जन्म 13 अक्टूबर, 1967 को कोयंबटूर, तमिलनाडु में हुआ था। उन्होंने ऊटी के द लॉरेंस स्कूल लवडेल से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की। इसके बाद, उन्होंने तमिलनाडु के पी.एस.जी. कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी से इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री हासिल की। फिलहाल वे अपनी पत्नी वनिता और बेटी दिव्या के साथ न्यू जर्सी, USA में रहते हैं। HCL टेक की इनकम 2024 में 8.33% बढ़ी --------------------- ये खबर भी पढ़ें... HCL टेक का मुनाफा 10% घटकर ₹3,843 करोड़: रेवेन्यू 30,349 करोड़ रुपए रहा, प्रति शेयर ₹12 का डिविडेंड देगी कंपनी IT कंपनी HCL टेक की पहली तिमाही में कुल कमाई यानी टोटल इनकम 30,805 करोड़ रुपए रही। ये पिछले साल की तुलना में 6% ज्यादा है। कंपनी की इस कमाई में ऑपरेशन से रेवेन्यू 30,349 करोड़ रुपए रहा। वहीं अप्रैल से जून तिमाही में कंपनी का टोटल खर्च 25,616 करोड़ रुपए रहा और उसने टोटल 1,345 करोड़ रुपए का टैक्स चुकाया। टोटल इनकम में से खर्च और टैक्स घटा दें, तो कंपनी को पहली तिमाही में 3,843 करोड़ रुपए का नेट प्रॉफिट हुआ। ये पिछले साल की तुलना में 10% कम है। HCL टेक ने सोमवार (14 जुलाई) को अप्रैल-जून तिमाही (Q1FY26, पहली तिमाही) के नतीजे जारी किए हैं। पूरा रिजल्ट पढ़ें... भारतीय मूल के शैलेश जेजुरिकर PG के CEO बने: 1989 में कंपनी से जुड़े थे; सुंदर पिचाई, सत्या नडेला जैसे लीडर्स की लिस्ट में शामिल टाइड डिटर्जेंट और हेड एंड शोल्डर शैम्पू जैसे घरेलू उत्पाद बनाने वाली कंपनी प्रॉक्टर एंड गैंबल (PG) ने शैलेश जेजुरिकर को CEO बनाने की घोषणा की है। यह बदलाव 1 जनवरी 2026 से प्रभावी होगा। शैलेश वर्तमान में कंपनी के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (COO) हैं। वे मौजूदा CEO जॉन मोलर की जगह लेंगे। जॉन मोलर पिछले चार साल से कंपनी की कमान संभाल रहे हैं। मोलर कंपनी के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन की भूमिका निभाएंगे। पूरी खबर पढ़ें...
भारत में मिला दुनिया का सबसे रहस्यमयी ब्लड ग्रुप, डॉक्टर्स भी हैं हैरान
लोगों के शरीर में कई तरह के ब्लड ग्रुप पाए जाते हैं जो A, B, O ग्रुप्स में होते हैं इन्हीं में नेगेटिव और पॉजिटिव भी होते हैं. इसके अलावा ‘आरएच’ ब्लड ग्रुप पाया जाता है लेकिन भारत में सीआरआईबी नाम का दुर्लभ ब्लड ग्रुप पाया गया है.
69 साल पहले जब धरती पर उतरी 'अप्सरा', परमाणु रिएक्टर की दुनिया में छा गया भारत
Aaj ka Itihas: 4 अगस्त 1956 को मुंबई के ट्रॉम्बे यानी आज के भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (Bhabha Atomic Research Centre) में देश का पहला परमाणु अनुसंधान रिएक्टर 'अप्सरा' शुरू किया गया था. भारत के पहले परमाणु अनुसंधान रिएक्टर के नामकरण की कहानी भी दिलचस्प है.
12 साल पुरानी हिट फिल्म रांझणा दोबारा चर्चा में है। इस बार वजह है इसकी नई एंडिंग। इस फिल्म का क्लाइमैक्स दोबारा लिखा गया है… और वो भी एआई की मदद से। माना जा रहा है कि बॉलीवुड में इस तरह से एआई की मदद से पूरी क्लाइमैक्स रीक्रिएट करना एक नया ट्रेंड शुरू कर सकता है। तो सवाल ये है कि क्या आप भी बना सकते हैं एआई की मदद से वीडियो? इसका जवाब है हां। अब वीडियो बनाने के लिए महंगे कैमरे, भारी-भरकम लाइट्स या फिल्म क्रू की जरूरत नहीं पड़ेगी। सिर्फ कुछ टेक्स्ट प्रॉम्प्ट, एक आइडिया और कुछ एआई टूल्स से आप भी एनिमेशन से लेकर फिल्मी वीडियो तक बना सकते हैं। मेटा-गूगल जैसी बड़ी टेक कंपनियों ने भी हाल में ऐसे टूल्स लॉन्च किए हैं जो आम यूजर के लिए उपयोगी हैं। ये हैं 5 उपयोगी एआई टूल्स 1. मेटा एआईमेटा एआई से केवल टेक्स्ट टाइप करके छोटे-छोटे एनिमेटेड वीडियो बना सकते हैं। आप इससे वॉट्सएप या इंस्टाग्राम पर सीधे चैट करते हैं और यह 6 सेकंड तक का एक विजुअल क्लिप बना देता है। यह एक फ्री टूल है। 2. गूगल एआई स्टूडियोयह गूगल का वेब-बेस्ड वीडियो जनरेशन प्लेटफॉर्म है जहां आप एक टेक्स्ट प्रॉम्प्ट डालते हैं और यह उससे एक वीडियो तैयार कर देता है। इसमें दो मॉडल होते हैं। aistudio.google.com पर जाएं। इसके कोई चार्ज नहीं है। 3. इनवीडियो एआईइनवीडियो एक ऐसा टूल है जो आपके लिखे हुए टेक्स्ट से पूरा वीडियो बनाता है, जिसमें क्लिप्स, बैकग्राउंड म्यूजिक, सबटाइटल और वॉयसओवर भी शामिल होते हैं। ai.invideo.io पर जाएं। एजुकेशन वीडियो में उपयोगी है। 4. क्लिंग एआईक्लिंग एआई अधिक विजुअली रिच वीडियो बनाता है। आप इसमें बताकर बना सकते हैं कि कौन सा कैरेक्टर हो, उसका कपड़ा, जगह कैसी हो, कैमरा एंगल क्या हो और यह उसके हिसाब से एक सीन बनाता है। app.klingai.com पर जाएं। फ्री वर्जन, वॉटरमार्क के साथ आता है। 5. रनवे एमएलरनवे फोटोग्राफ से वीडियो क्लिप बनाता है या टेक्स्ट से पहले फोटो और फिर उससे मूविंग सीन। यह वीडियो की लंबाई को स्टेबल रखता है। उसमें बेसिक मोशन जोड़ता है। app.runwayml.com पर जाएं। फ्री में 25 सेकंड तक का वीडियो बना सकते हैं। AI से वीडियो बनाते समय ध्यान रखने वाली ये जरूरी बातें
टेस्ला की ऑटो ड्राइव कार के एक्सीडेंट के एक मामले में इलॉन मस्क की कंपनी को 243 मिलियन डॉलर (करीब 2,100 करोड़ रुपए) का मुआवजा देना होगा। फ्लोरिडा के मियामी कोर्ट ने 4 साल तक चले ट्रायल में कंपनी को भी जिम्मेदार मानते हुए यह आदेश दिया है। मामला 2019 का है, जब फ्लोरिडा के लार्गो में टेस्ला की ऑटोपायलट सिस्टम वाली गाड़ी से हादसा हुआ। सिस्टम में खराबी के चलते टेस्ला मॉडल S सेडान ने एक SUV को टक्कर मारी थी। इस दुर्घटना में 22 साल की नाइबेल बेनावाइड्स की मौत हो गई और उसका बॉयफ्रेंड डिलन एंगुलो गंभीर रूप से घायल हो गया था। मामले में कंपनी ने कहा था कि ड्राइवर फोन चलाने में व्यस्त था। लेकिन कोर्ट ने यह दलील नहीं मानी। कोर्ट ने कहा कि टेस्ला का सिस्टम खराब था और हादसे की जिम्मेदारी सिर्फ ड्राइवर की नहीं थी। टेस्ला ऑटोपायलट क्रैश केस में क्या-क्या हुआ कोर्ट के फैसले को टेस्ला ने गलत माना एक्सीडेंट मामले में मुआवजा देने के कोर्ट के फैसले को टेस्ला ने गलत माना है। टेस्ला ने कहा, आज का फैसला गलत है। इससे केवल मोटर व्हीकल सेफ्टी को पीछे धकेलने, टेस्ला और पूरी इंडस्ट्री के लाइफसेविंग टेक्नोलॉजी को डेवलप करने, लागू करने के प्रयास खतरे में आ सकते हैं। मुकदमा दायर करने वालों ने एक कहानी गढ़ी है जिसमें कार को दोषी ठहराया गया है, जबकि ड्राइवर ने पहले दिन ही एक्सीडेंट की जिम्मेदारी ले ली थी। टेस्ला का ऑटोपायलट फीचर कैसे काम करता है?
वॉल्वो कार इंडिया ने अपनी रिफ्रेश्ड XC60 माइल्ड हाइब्रिड को लॉन्च कर दिया है। इस MY26 मॉडल की शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत 71.90 लाख रुपए रखी गई है। यह प्रीमियम SUV नई टेक्निक, डिजाइन, कंफर्ट, इंफोटेनमेंट सिस्टम और कई अपडेट के साथ पेश की गई है। नया लुक और बेहतर यूजर इंटरफेस XC60 का न्यू जनरेशन यूजर इंटरफेस ड्राइविंग को ज्यादा सेफ और कंफर्टेबल बनाता है। इसमें 11.2 इंच का बड़ा सेंट्रल टचस्क्रीन दिया गया है, जो क्वालकॉम स्नैपड्रैगन कॉकपिट प्लेटफॉर्म प्रोसेसर से ऑपरेट होता है। यह बेहतर इमेज क्वालिटी, तेज प्रोसेसिंग और ओवर-द-एयर अपडेट्स प्रोवाइड करता है। इंटीरियर में लग्जरी का अहसास देने के लिए कार में असली लकड़ी के इनले, चारकोल डैशबोर्ड और नया ब्लॉन्ड इंटीरियर दिया गया है। मॉडर्न डिजाइन और कलर ऑप्शन XC60 के एक्सटीरियर में नया डिजाइन ग्रिल, वॉल्वो आयरन मार्क और स्लिमर फ्रंट प्रोफाइल दिया गया है। कार के बैक साइड में स्टाइलिश डार्क टेललाइट्स और 19-इंच के 5-डबल स्पोक ग्लॉसी ब्लैक डायमंड कट अलॉय व्हील्स दिए गए हैं। XC60 फॉरेस्ट लेक, क्रिस्टल व्हाइट, ओनिक्स ब्लैक, डेनिम ब्लू, ब्राइट डस्क और वाष्प ग्रे जैसे कलर ऑप्शन में अवेलेबल है। सेफ्टी और ड्राइविंग टेक्नोलॉजी XC60 में सिटी सेफ्टी, रन-ऑफ रोड प्रोटेक्शन, ऑनकमिंग लेन मिटिगेशन, पायलट असिस्ट और एडॉप्टिव क्रूज कंट्रोल जैसे एडवांस सेफ्टी फीचर्स दिए गए हैं। लग्जरी और कंफर्ट इस SUV में शानदार केबिन, एडवांस एयर क्लीनर टेक्नोलॉजी, एर्गोनॉमिक सीट्स और 1410W आउटपुट के साथ 15 हाई-एंड स्पीकर्स वाला बोवर्स एंड विल्किंस साउंड सिस्टम दिया गया है, जो एक शानदार ऑडियो एक्सपीरियंस देता है। इसके अलावा नए कप होल्डर्स, वायरलेस फोन चार्जर और लार्ज लोड कम्पार्टमेंट जैसे स्मार्ट स्टोरेज ऑप्शन भी दिए गए हैं। वॉल्वो की यह नई XC60 माइल्ड हाइब्रिड लग्जरी, टेक्निक और स्टाइल का कॉम्बिनेशन है, जो भारतीय ग्राहकों को प्रीमियम ड्राइविंग एक्सपीरियंस प्रोवाइड करेगी।
होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया (HMSI) ने भारतीय बाजार में दो नई बाइक होंडा CB125 हॉर्नेट और शाइन 100 DX लॉन्च की हैं। CB125 हॉर्नेट की कीमत ₹1.12 लाख (एक्स-शोरूम) और शाइन 100 DX की कीमत ₹74,959 (एक्स-शोरूम) रखी गई है। दोनों बाइक्स 1 अगस्त 2025 से बुकिंग के लिए उपलब्ध हैं। CB125 हॉर्नेट 125cc स्पोर्ट बाइक सेगमेंट में TVS रेडर 125, बजाज पल्सर NS125, और हीरो एक्सट्रीम 125R को टक्कर देगी। वहीं शाइन 100 DX का मुकाबला बजाज प्लैटिना 100 और हीरो HF डीलक्स प्रो से होगा। होंडा CB125 हॉर्नेट: एग्रेसिव डिजाइन के साथ ट्विन-LED हेडलैंप डिजाइन: CB125 हॉर्नेट को स्पोर्ट और एग्रेसिव डिजाइन दिया गया है, जो होंडा की हॉर्नेट सीरीज की पुरानी बाइक्स की तरह है। बाइक में LCD कंसोल दिया गया है। ट्विन-LED हेडलैंप के साथ LED डे-टाइम रनिंग लाइट्स (DRL) दी गई हैं, जो रात में बेहतर विजिबिलिटी और स्टाइलिश लुक देती हैं। बाइक के हाई-पोजिशन LED टर्न इंडिकेटर्स, जो साइड प्रोफाइल को और आकर्षक बनाते हैं। बाइक को मैट एक्सिस ग्रे मेटालिक, पर्ल इग्नस ब्लैक, और स्पोर्ट रेड मेटालिक कलर में लॉन्च किया गया है। सस्पेंशन और ब्रेकिंग: फ्रंट में इन्वर्टेड टेलीस्कोपिक फोर्क और रियर में मोनोशॉक सस्पेंशन, जो स्पोर्ट राइडिंग के लिए स्थिरता और कंट्रोल देते हैं।बाइक में 17-इंच अलॉय व्हील्स के साथ ट्यूबलेस टायर्स, जो ग्रिप और सेफ्टी बढ़ाते हैं। फ्रंट में 276mm डिस्क ब्रेक और रियर में 220mm डिस्क ब्रेक के साथ डुअल-चैनल ABS, जो ब्रेकिंग डिस्टेंस को कम करता है और सेफ्टी को बढ़ता है। होंडा CB125 हॉर्नेट: इंजन और परफॉर्मेंस इंजन: होंडा CB125 में 123.94cc का 4-स्ट्रोक इंजन दिया गया है। ये सिंगल-सिलेंडर बाइक एयर-कूल्ड और एसआई (स्पार्क इग्निशन) इंजन के साथ लॉन्च की गई है। बाइक 0-60 किमी/घंटा की स्पीड 5.4 सेकंड में हासिल कर सकती है,जो इस सेगमेंट की बाइक में सबसे तेज स्पीड में से एक है। पावर और टॉर्क: इसका इंजन 7500 RPM पर 11.14 Nm का टॉर्क और 8.3 kW की पावर जनरेट करता है। वहीं 6000 RPM पर 11.2 Nm का पीक टॉर्क जनरेट करता है। यह इंजन 5-स्पीड गियरबॉक्स के साथ आता है। शाइन 100 DX क्लासिक लुक के साथ प्रीमियम डिजाइन बाइक को क्लासिक लुक के प्रीमियम डिजाइन दिया गया है। नई कलर स्कीम्स और अपडेटेड ग्राफिक्स इसे एडवांस लुक देते हैं। शाइन 100 DX का LCD डिजिटल कंसोल, स्पीड, फ्यूल लेवल, दिखाता है। बाइक को पर्ल इग्नस ब्लैक, इंपीरियल रेड मेटालिक, एथलेटिक ब्लू मेटालिक, और जेनी ग्रे मेटालिक में लॉन्च किया गया है। सस्पेंशन और ब्रेकिंग: फ्रंट में टेलीस्कोपिक फोर्क और रियर में 5-स्टेप एडजस्टेबल मोनोशॉक सस्पेंशन, जो खराब रास्तों पर भी बेलेंस बनाए रहता है। शाइन 100 DX में 17-इंच अलॉय व्हील्स के साथ ट्यूबलेस टायर्स, जो ग्रिप और सेफ्टी बढ़ाते हैं। फ्रंट और रियर में 130mm ड्रम ब्रेक के साथ कम्बाइंड ब्रेकिंग सिस्टम (CBS), जो ब्रेकिंग डिस्टेंस को कम करता है। होंडा शाइन 100 DX: इंजन और परफॉमेंस शाइन 100 DX में 98.98cc का 4-स्ट्रोक, सिंगल-सिलेंडर इंजन है। इसका इंजन 7500 RPM पर 5.2 kW की पावर जनरेट करता है। वहीं 5,000 RPM पर 8.04 Nm का पीक टॉर्क जनरेट करता है। यह इंजन 4-स्पीड गियरबॉक्स के साथ आता है।
ओप्पो (Oppo) अगस्त में अपनी नई K13 टर्बो सीरीज भारत में लॉन्च करेगा। यह सीरीज कंपनी दो स्मार्टफोन्स ओप्पो K13 टर्बो और K13 टर्बो प्रो लॉन्च करेगी। इन फोन्स में इन-बिल्ट फैन मिलेगा। कंपनी का दावा है कि ये भारत के पहले स्मार्टफोन हैं जिसमें फोन के अंदर ही फैक्ट्री-फिटेड फैन मिलेगा। इस फैन के साथ प्रो-लेवल एयरफ्लो डक्ट सिस्टम और 7,000mm के वेपर चैंबर का कंबिनेशन दिया गया है, जिससे गेमिंग या हैवी यूज में भी फोन के ओवरहीट होने की परेशानी से छुटकारा मिल सकता है। प्रोसेसर और परफॉर्मेंसK13 टर्बो प्रो में स्नैपड्रेगन 8s Gen 4 और नॉर्मल वेरिएंट में MediaTek Dimensity 8450 चिपसेट मिलते हैं। दोनों फोन्स में 7,000mAh की बैटरी और 80W फास्ट चार्जिंग सपोर्ट मिलेगा। 6.8-इंच की स्क्रीन मिलेगीइस स्मार्टफोन्स में 6.8-इंच की स्क्रीन मिलेगी, जो LTPS OLED पैनल पर बनी है और 120Hz रिफ्रेश रेट सपोर्ट करती है। स्क्रीन की सुरक्षा के लिए इनमें ओप्पो का ही क्रिस्टल शील्ड ग्लास लगाया गया है। 50MP ड्यूल रियर कैमरा50MP ड्यूल रियर कैमरा और 16MP सेल्फी कैमरा मिलेगा। कंपनी ने अभी इसकी कीमतें नहीं बताईं हैं। लेकिन चाइनीज वेरिएंट्स की कीमतों को देखा जाए, तो K13 टर्बो की कीमत लगभग 25,000 रुपए और K13 टर्बो प्रो की लगभग 30,000 रुपए हो सकती है। मोटो G86 पावर 5G स्मार्टफोन लॉन्च हुआटेक कंपनी मोटोरोला ने बजट सेगमेंट में नया स्मार्टफोन 'मोटो G86 पावर' भारतीय मार्केट में लॉन्च कर दिया है। स्मार्टफोन में कंपनी ने 4500 निट्स ब्राइटनेस वाला डिस्प्ले दिया है। इससे दिन के तेज लाइट में भी डिस्प्ले पर लाइट की कमी नहीं होगी। स्मार्टफोन मोटो AI से लैस है। कंपनी ने इसे पावर टू डू ऑल यानी सबकुछ करने में सक्षम टैगलाइन दे रही है। स्मार्टफोन में 6720mAh की बैटरी दी गई है। कंपनी का दावा है कि एक बार फुल चार्ज करने पर यह 53 घंटे का बैकअप देगी। पूरी खबर पढ़ें
टेक कंपनी आईटेल ने हाल ही में लो बजट सेगमेंट में नया स्मार्टफोन 'सिटी 100' लॉन्च किया है। ये फोन एक स्पेशल डुअल बॉक्स पैकेजिंग में आता है, जिसके साथ आपको एक खास मैग्नेटिक RGB वायरलेस स्पीकर भी मिलता है, जिसकी कीमत 2,999 रुपए है, लेकिन ये फोन के साथ ये फ्री मिलेगा। इस स्टोरी में हम स्मार्टफोन का रिव्यू करेंगे और देखेंगे कि इसमें क्या-क्या खास है... आइटेल सिटी 100 128GB स्टोरेज वाला 4G फोन है, जिसकी कीमत 7599 रुपए है। स्मार्टफोन के साथ साथ एक 18W फास्ट चार्जर, USB टाइप-C केबल, यूजर मैनुअल और वारंटी कार्ड और एक सॉलिड मैग्नेटिक बैक केस मिलता। बैक केस में मैक्स स्पीकर को अटैच करने के लिए एक मैग्नेटिक रिंग दी गई है। डिजाइन और डिस्प्ले फोन का डिजाइन प्रीमियम है, खासकर इसका फ्रॉस्टेड ग्लास-लुक बैक (हालांकि ये प्लास्टिक है)। फोन में 6.67 इंच का फुल HD डिस्प्ले दिया गया है, जो 90Hz रिफ्रेश रेट के साथ आता है और इसकी पीक ब्राइटनेस 700 निट्स है। इसमें आप फुल HD 60fps तक वीडियो प्ले कर सकते हैं। फोन में IP64 डस्ट और स्प्लैश रेजिस्टेंट रेटिंग भी है। परफॉर्मेंस 4GB रैम है, जिसे मेमोरी फ्यूजन की मदद से 12GB तक बढ़ाया जा सकता है। 128GB स्टोरेज और डेडिकेटेड माइक्रो SD कार्ड स्लॉट भी है। फोन एंड्रॉएड 14 पर चलता है और इसका UI स्मूथ और फास्ट है। हालांकि लेटेस्ट स्मार्टफोन्स में एंड्रॉएड 15 मिलता है। बैटरी और चार्जिंग 5200mAh की बैटरी है, जो आसानी से डेढ़ दिन तक चल सकती है। 18W फास्ट चार्जिंग का सपोर्ट मिलता है, बैटरी सेवर मोड और सेफ्टी प्रोटेक्शंस भी दिए गए हैं। कैमरा: फोटोग्राफी के लिए आईटेल सिटी 100 के बैक पैनल पर 13 मेगापिक्सल का मेन कैमरा के साथ AI लेंस दिया गया है। वहीं, सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए इसमें 8 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा है। फोन से आप 30fps पर फुल HD वीडियो रिकॉर्ड कर सकेंगे। इसके अलावा फोन में व्लॉग, ब्यूटी, पोर्ट्रेट, स्लो-मोशन, टाइम-लैप्स, सुपर नाइट मोड, प्रो, पैनोरमा और डॉक्यूमेंट मोड जैसे ढेर सारे फीचर्स भी दिए गए हैं। बजट रेंज में कैमरा औसत है, लेकिन बेसिक फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी के लिए ठीक है। RGB वायरलेस स्पीकर अब बात करते हैं स्मार्टफोन के साथ फ्री में मिलने वाले मैग्नेटिक RGB स्पीकर की। ये 3W का स्पीकर है, जिसमें 40mm फुल रेंज ड्राइवर और 300mAh की बैटरी दी गई है। चार्जिंग के लिए टाइप-C पोर्ट है और इसमें RGB लाइट्स भी हैं, जो इसे और अट्रेक्टिव बनाती हैं। स्पीकर का डिजाइन ट्रांसपेरेंट है, जिससे इसका इंटरनल लुक दिखता है। इसे ऑन करने के लिए बस पावर बटन दबाएं और ये ब्लूटूथ मोड में चला जाता है। अपने फोन से कनेक्ट करें और आप तैयार हैं! अगर आप एक बेसिक स्मार्टफोन ढूंढ रहे हैं या फिर स्टूडेंट्स और नए यूजर्स के लिए फोन चाहिए, तो ये आपके लिए अच्छा ऑप्शन हो सकता है।
टेक कंपनी मोटोरोला ने बजट सेगमेंट में नया स्मार्टफोन 'मोटो G86 पावर' भारतीय मार्केट में लॉन्च कर दिया है। स्मार्टफोन में कंपनी ने 4500 निट्स ब्राइटनेस वाला डिस्प्ले दिया है। इससे दिन के तेज लाइट में भी डिस्प्ले पर लाइट की कमी नहीं होगी। स्मार्टफोन मोटो AI से लैस है। कंपनी ने इसे पावर टू डू ऑल यानी सबकुछ करने में सक्षम टैगलाइन दे रही है। स्मार्टफोन में 6720mAh की बैटरी दी गई है। कंपनी का दावा है कि एक बार फुल चार्ज करने पर यह 53 घंटे का बैकअप देगी। मोटो G86 पावर: स्टोरेज, कलर ऑप्शन, प्राइस और अवेलेबिलिटी मोटोरोला ने स्मार्टफोन को तीन कलर ऑप्शन- कॉस्मिक स्काई, गोल्डन साइप्रेस और स्पेल बाउंड में पेश किया है। बायर्स इसे 6 अगस्त से ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म फ्लिपकार्ट से खरीद सकते हैं। स्मार्टफोन सिंगल स्टोरेज वैरिएंट में है, जिसकी कीमत 16,999 रुपए है। मोटो G86 पावर : डिटेल्ड स्पेसिफिकेशन
भारत अब चीन को पीछे छोड़कर अमेरिका को स्मार्टफोन का सबसे बड़ा निर्यातक बन गया है। यह इस बात का संकेत है कि टैरिफ वॉर के बीच मैन्युफैक्चरिंग सप्लाई चेन चीन से दूर जा रही है। रिसर्च फर्म कैनालिस के मुताबिक, इस साल अप्रैल-जून में अमेरिका में इम्पोर्टेड स्मार्टफोन में मेड इन इंडिया का हिस्सा 44% रहा। पिछले साल अप्रैल-जून में भारत का हिस्सा मात्र 13% था। दूसरी तरफ जून तिमाही में अमेरिका को एक्सपोर्ट किए गए स्मार्टफोन में चीन का हिस्सा घटकर 25% रह गया, जो एक साल पहले 61% था। एक साल में स्मार्टफोन की मैन्युफैक्चरिंग 240% बढ़ी अमेरिका को स्मार्टफोन एक्सपोर्ट में वियतनाम की हिस्सेदारी भी चीन से ज्यादा 30% रही। ये पहली बार है जब भारत ने चीन की तुलना में अमेरिका को ज्यादा स्मार्टफोन भेजे हैं। कैनालिस की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में स्मार्टफोन की मैन्युफैक्चरिंग एक साल पहले की तुलना में 240% बढ़ गई है। एपल चीन में पहली बार रिटेल स्टोर बंद कर रही एपल ने चीन में पहली बार एक रिटेल स्टोर बंद करने का फैसला किया है। कंपनी ने घोषणा की कि डालियान शहर का पार्कलैंड मॉल स्टोर 9 अगस्त को बंद कर दिया जाएगा। ये कदम एपल के लिए एक अहम मोड़ है, क्योंकि चीन एपल का बड़ा बाजार है। चीन में एपल के 56 स्टोर हैं, जो इसके कुल आउटलेट्स के 10% से ज्यादा हैं। चीन से भारत शिफ्ट हो रही ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग कैनालिस के प्रमुख एनालिस्ट संयम चौरसिया ने कहा कि ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग धीरे-धीरे भारत शिफ्ट हो रही है। चीन की इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग कंपनी एजिलियन टेक्नोलॉजी के एक्जीक्यूटिव वीसी रेनॉड अंजोरन के मुताबिक, कई ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग कंपनियां लास्ट माइल असेंबली तेजी से भारत में शिफ्ट कर रही हैं। ------------------------------ ये खबरें भी पढ़ें... 1. भारत में इस साल 2.39 करोड़ आईफोन बने:पिछले साल से 52% ज्यादा; ट्रम्प ने इंडिया में मैन्युफैक्चरिंग न करने की धमकी दी थी एपल को ट्रम्प की धमकी के बावजूद अमेरिका में बिकने वाले 78% आईफोन भारत में बन रहे हैं। मार्केट रिसर्चर कैनालिस के मुताबिक 2025 में जनवरी से जून के बीच भारत में 23.9 मिलियन (2 करोड़ 39 लाख) आईफोन बने, जो पिछले साल की तुलना में 53% ज्यादा है। वहीं रिसर्च फर्म साइबरमीडिया रिसर्च के अनुसार भारत से आईफोन का निर्यात (भारत से विदेश भेजे गए आईफोन) भी बढ़कर 22.88 मिलियन (2 करोड़ 28 लाख) यूनिट तक पहुंच गया है। पिछले साल समान अवधि (जनवरी से जून) में ये भारत में आईफोन मैन्युफैक्चरिंग का आंकड़ा 15.05 मिलियन (1 करोड़ 50 लाख) था। यानी सालाना आधार पर इसमें 52% की बढ़ोतरी हुई है। पूरी खबर पढ़ें... 2. ट्रम्प ने एपल से कहा था- भारत में आईफोन मत बनाओ: ऐसा किया तो 25% टैरिफ लगाएंगे अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत में आईफोन बनाने को लेकर एपल को एक बार फिर धमकी दी है। शुक्रवार को ट्रम्प ने कहा अमेरिका में बेचे जाने वाले आईफोन का निर्माण भारत या किसी अन्य देश में नहीं, बल्कि अमेरिका में ही होना चाहिए। ट्रम्प ने कहा कि उन्होंने पहले सीधे तौर पर एपल के सीईओ टिम कुक को बता दिया है कि यदि एपल अमेरिका में आईफोन नहीं बनाएगा तो कंपनी पर कम से कम 25% का टैरिफ लगाया जाएगा। ट्रम्प की इस धमकी के बाद एपल का शेयर 4% गिरकर 193 डॉलर पर आ गया। पूरी खबर पढ़ें... 3. एपल पहली बार चीन में रिटेल स्टोर बंद करेगा: वहां कंपनी के कुल 56 स्टोर्स; अब भारत-UAE के बाजारों में नए स्टोर खोलने की प्लानिंग टेक कंपनी एपल ने चीन में रिटेल स्टोर को बंद करने का ऐलान किया है। कंपनी 9 अगस्त को डालियान शहर के पार्कलैंड मॉल में स्थित अपने स्टोर को बंद करेगी। यह पहली बार है जब एपल 2008 में चीन में पहला स्टोर खोलने के बाद कोई आउटलेट बंद कर रही है। हालांकि, कंपनी ने कहा कि वह चीन में बाजार हिस्सेदारी बनाए रखने और भारत, सऊदी अरब, और UAE जैसे मार्केट में नए स्टोर खोलने पर फोकस कर रही है। पूरी खबर पढ़ें...
रिलायंस जियो ने आज (29 जुलाई) भारतीय बाजार में अपना जियो पीसी (JioPC) लॉन्च कर दिया है। कंपनी का कहना है कि ये भारत का पहला AI-रेडी क्लाउड-बेस्ड वर्चुअल डेस्कटॉप प्लेटफॉर्म है। आसान शब्दों में कहें तो, अब आपको महंगा लैपटॉप या डेस्कटॉप खरीदने की जरूरत नहीं है। इस प्लेटफॉर्म की मदद से आप अपने टीवी या किसी भी स्क्रीन को हाई-एंड कंप्यूटर में बदल सकते हैं। इस सर्विस को 599 रुपए महीने की शुरुआती कीमत में एक्टिव करवाया जा सकता है। वहीं, इसका सालाना प्लान 4,599 रुपए का है। नए यूजर्स को यह सर्विस एक महीने तक फ्री मिलेगी। JioPC कैसे काम करता है? JioPC एक ऐसा क्लाउड-बेस्ड कंप्यूटर है, जो आपको बिना भारी-भरकम हार्डवेयर खरीदे एक पावरफुल कंप्यूटर का अनुभव देता है। इसके लिए आपको बस एक जियो सेट-टॉप बॉक्स, कीबोर्ड और माउस चाहिए। यह जियो फाइबर और जियो एयर फाइबर यूजर्स के लिए अवेलेबल है। इसे शुरू करने के लिए आपको जियो सेट-टॉप बॉक्स में जियो पीसी एप डाउनलोड करना होगा। एप पर अपने जियो नंबर से लॉगिन करना होगा और आपका क्लाउड कंप्यूटर तैयार हो जाएगा। यानी आप अपने TV या किसी भी स्क्रीन पर JioPC एप के जरिए इसे चला सकते हैं। ये प्लेटफॉर्म तुरंत बूट होता है, इसमें कोई लैग नहीं है और ये वायरस या हैकिंग से भी सेफ है। खास बात ये है कि आपको न तो हार्डवेयर अपग्रेड करने की टेंशन है, न ही मेंटेनेंस का झंझट। ये क्लाउड पर चलता है, यानी सारा डेटा और प्रोसेसिंग जियो के सुपरफास्ट सर्वर्स पर होती है। सभी फील्ड के लोग इस्तेमाल कर सकेंगे जियो पीसी को जियो ने भारत की बढ़ती डिजिटल जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाया है। ये स्टूडेंट्स, सोलोप्रेन्योर्स (अकेले बिजनेस करने वाले), स्मॉल बिजनेस और घरों में काम करने वालों के लिए खास तौर पर डिजाइन किया गया है। इसमें कई खूबियां मिलेंगी... जियो पीसी काम के लिए आसान और सस्ता ऑप्शनजियो का कहना है कि जियो पीसी 'भारत की कंप्यूटर-एज-ए-सर्विस क्रांति' है। इसका मतलब है कि ये न सिर्फ एक प्रोडक्ट है, बल्कि भारत में डिजिटल दुनिया को बदलने का एक बड़ा कदम है।चाहे आप स्कूल में पढ़ने वाले स्टूडेंट हों, घर से फ्रीलांसिंग करने वाले प्रोफेशनल हों या छोटा-मोटा बिजनेस चलाने वाले दुकानदार, जियो पीसी आपके लिए काम को आसान और सस्ता बनाएगा।
चाइनीज टेक कंपनी वीवो अगले महीने मीड बजट सेगमेंट में नया स्मार्टफोन वीवो V60 5G लॉन्च करने जा रही है। कंपनी ने ऑफिशियल वेबसाइट और X हैंडल पर स्मार्टफोन के लॉन्च की जानकारी दी है, हालांकि डेट कंफर्म नहीं किया है। भारत में वीवो V60 5G स्मार्टफोन हाल ही में चीन में लॉन्च वीवो S30 का रीब्रांडेड वर्जन हो सकता है। क्योंकि दोनों स्मार्टफोन का डिजाइन लगभग एक जैसा है। हालांकि कुछ फरवरी में वीवो ने V50 स्मार्टफोन लॉन्च किया था। यह उसका अपग्रेडेड वर्जन भी हो सकता है। भारत में इसकी शुरुआती कीमत 35,000 रुपए हो सकती है। यहां हम वीवो V60 स्मार्टफोन के अनुमानित फीचर्स और स्पेसिफिकेशन की जानकारी दे रहे हैं... वीवो V सीरीज के अन्य स्मार्टफोन के स्पेसिफिकेशन और फीचर्स के डिटेल्स भी देख लीजिए...
टेक कंपनी एपल ने चीन में रिटेल स्टोर को बंद करने का ऐलान किया है। कंपनी 9 अगस्त को डालियान शहर के पार्कलैंड मॉल में स्थित अपने स्टोर को बंद करेगी। यह पहली बार है जब एपल 2008 में चीन में पहला स्टोर खोलने के बाद कोई आउटलेट बंद कर रही है। हालांकि, कंपनी ने कहा कि वह चीन में बाजार हिस्सेदारी बनाए रखने और भारत, सऊदी अरब, और UAE जैसे मार्केट में नए स्टोर खोलने पर फोकस कर रही है। मॉल की रि-ब्रांडिंग की वजह से स्टोर बंद करेगी कंपनी कंपनी ने इसका कारण मॉल में बदलते कारोबारी माहौल को बताया। दरअसल पार्कलैंड मॉल को हाल ही में इनटाइम सिटी के रूप में रीब्रांड किया गया था। इसके मैनेजमेंट में बदलाव के बाद कई बड़े ब्रांड्स ने अपने स्टोर बंद कर दिए। एपल ने कहा, पार्कलैंड मॉल से कई रिटेलर्स के जाने के कारण हमने अपना स्टोर बंद करने का फैसला किया। कंपनी ने बताया कि डालियान में एपल का दूसरा स्टोर ओलिंपिया 66 मॉल में खुला रहेगा, जो पार्कलैंड से 10 मिनट की दूरी पर है। एपल के चीन में 56 स्टोर एपल की चीन में रणनीति और नए स्टोर चीन में स्टोर बंद करने के बावजूद एपल ने साफ किया कि वह इस बाजार से पीछे नहीं हट रही। कंपनी के ग्रेटर चाइना में 56 स्टोर हैं, जो उसके 530 से ज्यादा वैश्विक स्टोर्स का 10% से अधिक हिस्सा हैं। चीन के अलावा, एपल भारत, सऊदी अरब, UAE, और डेट्रॉयट में नए स्टोर खोलने की योजना बना रही है। भारत में प्रोडक्शन पर भी फोकस कर रहा एपल एपल चीन से हटकर भारत में आईफोन का प्रोडक्शन पर फोकस कर रहा है। अमेरिका में बिकने वाले 78% आईफोन भारत में बन रहे हैं। मार्केट रिसर्चर कैनालिस के मुताबिक 2025 में जनवरी से जून के बीच भारत में 23.9 मिलियन (2 करोड़ 39 लाख) आईफोन बने, जो पिछले साल की तुलना में 53% ज्यादा है। वहीं रिसर्च फर्म साइबरमीडिया रिसर्च के अनुसार भारत से आईफोन का निर्यात (भारत से विदेश भेजे गए आईफोन) भी बढ़कर 22.88 मिलियन (2 करोड़ 28 लाख) यूनिट तक पहुंच गया है। पिछले साल समान अवधि (जनवरी से जून) में ये भारत में आईफोन मैन्युफैक्चरिंग का आंकड़ा 15.05 मिलियन (1 करोड़ 50 लाख) था। यानी सालाना आधार पर इसमें 52% की बढ़ोतरी हुई है। कारोबार की बात करें तो 2025 की पहली छमाही में भारत से करीब 1.94 लाख करोड़ रुपए के आईफोन निर्यात किए गए। पिछले साल यही आंकड़ा 1.26 लाख करोड़ रुपए था। अमेरिका में निर्यात के मामले में चीन को पीछे छोड़ा 2025 के अप्रैल महीने में भारत से अमेरिका को 33 लाख आईफोन्स भेजे गए। वहीं चीन से भेजे मोबाइल की संख्या 9 लाख रही। जिन आईफोन का निर्माण भारत में हुआ, उनमें से 78% अमेरिका में भेजे गए। पिछले साल यह आंकड़ा 53% था।
टेक कंपनी मोटोरोला कल यानी 30 जुलाई को बजट सेगमेंट में एक और स्मार्टफोन मोटो G86 पावर लॉन्च करने जा रही है। स्मार्टफोन में 6720mAh की बैटरी दी गई है। कंपनी का दावा है कि एक बार फुल चार्ज करने पर यह 53 घंटे का बैकअप देगी। इसके अलावा, इसमें 6.7 इंच का डिस्प्ले, ऑक्टा कोर मीडियाटेक डायमेंसिटी 7400 प्रोसेसर और 50MP का सोनी LYTIA600 प्राइमरी कैमरा मिलेगा। स्मार्टफोन को दो स्टोरेज और तीन कलर ऑप्शन- कॉस्मिक स्काई, गोल्डन साइप्रेस और स्पेल बाउंड में पेश किया जा रहा है। भारतीय मार्केट में इसकी शुरुआती कीमत ₹20,000 से ₹32,000 तक हो सकती है। मोटो G86 पावर : डिटेल्ड स्पेसिफिकेशन
20 साल से पैरालाइज्ड ऑड्रे क्रूज न्यूरालिंक ब्रेन इम्प्लांट के जरिए कंप्यूटर कंट्रोल करने वाली दुनिया की पहली महिला बन गई हैं। ऑड्रे क्रूज ने न्यूरालिंक चिप की मदद से मेंटल कमांड्स (दिमागी निर्देश) देकर पहली बार लैपटॉप पर अपना नाम लिखा और कुछ डूडल्स यानी तस्वीरें बनाईं। जिसकी कुछ फोटोज ऑड्रे क्रूज के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X से शेयर की गई हैं। मैंने 20 सालों में पहली बार अपना नाम लिखने की कोशिश की पहले पोस्ट में लैपटॉप स्क्रीन की एक फोटो शेयर की गई, जिसमें व्हाइट स्क्रीन पर डिजिटली हैंडरिटन 'Audrey' लिखा दिखाई दे रहा है। इस फोटो को शेयर कर उन्होंने ने लिखा, 'मैंने 20 सालों में पहली बार अपना नाम लिखने की कोशिश की। मैं इस पर और काम कर रही हूं।' वहीं दूसरे पोस्ट में डूडल्स की दो फोटोज शेयर कर ऑड्रे क्रूज ने लिखा, 'ये रहे मेरे बनाए कुछ और डूडल्स। इमेजिन कीजिए कि आपकी पॉइंटर फिंगर लेफ्ट क्लिक है और कर्सर मूवमेंट आपकी रिस्ट यानी कलाई से होता है। मैं फिजिकल मूवमेंट किए बिना, ये कर रही हूं। टेलीपैथी का इस्तेमाल करते हुए बस एक सामान्य दिन।' ऑड्रे क्रूज ने जो डूडल्स बनाए हैं, उनमें एक रेड हार्ट, फेस, बर्ड और एक पिज्जा दिखाई दे रहा है। लैपटॉप स्क्रीन पर यह सभी डूडल्स ऑड्रे ने टेलीपैथी के जरिए बनाए हैं। न्यूरालिंक के को-फाउंडर इलॉन मस्क का रिएक्शन न्यूरालिंक के को-फाउंडर इलॉन मस्क ने इस उपलब्धि पर रिएक्शन देते हुए X पर लिखा, 'वह सिर्फ सोचकर ही अपने कंप्यूटर को कंट्रोल कर रही हैं। ज्यादातर लोगों को एहसास ही नहीं होता कि यह संभव है।' पिछले हफ्ते ऑड्रे क्रूज के ब्रेन में चिप इंप्लांट की गई थी ऑड्रे क्रूज को न्यूरालिंक के प्राइम क्लिनिकल ट्रायल में पेशेंट-9 के नाम से जाना जाता है। पिछले हफ्ते मियामी यूनिवर्सिटी के हेल्थ सेंटर में ऑड्रे क्रूज के ब्रेन में यह चिप इंप्लांट की गई। ऑड्रे क्रूज ने X पर लिखा, 'उन्होंने मेरे सिर में एक छेद किया और मेरे मोटर कॉर्टेक्स में 128 थ्रेड्स डाले।' मोटर कॉर्टेक्स मस्तिष्क का वह हिस्सा है जो चलने, हाथ हिलाने जैसे काम को कंट्रोल करने में मदद करता है। ऑड्रे क्रूज ने यह भी बताया कि जो चिप उनके ब्रेन में इंप्लांट की गई है, उसका साइज काफी छोटा है। ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफेस यानी BCI टेक्नोलॉजी उन्हें दिमाग का यूज कर कंप्यूटर को कंट्रोल करने में उनकी हेल्प करती है। मैं जल्द ही घर जाऊंगी और वीडियो पोस्ट करूंगी BCI ब्रेन के मूवमेंट सेंटर से सिग्नल को पढ़ता है और उन्हें कर्सर मूवमेंट में बदल देता है। ऑड्रे ने बताया कि यह इम्प्लांट उन्हें फिर से चलने में मदद नहीं करेगा। लेकिन, यह उन्हें रियल टाइम में मेंटल एफर्ट के जरिए डिजिटल डिवाइसेज को यूज करने में सक्षम बनाता है। ऑड्रे ने कहा कि जैसे-जैसे उनकी प्रोग्रेस होगी, वे अपडेट और वीडियो शेयर करती रहेंगी। उन्होंने कहा, 'मैं जल्द ही घर जाऊंगी और इस प्रोसेस को और डीटेल से समझाते हुए और वीडियो पोस्ट करूंगी।' न्यूरालिंक की टेक्निक का इस्तेमाल करने वाली पहली महिला होने के नाते, उनकी जर्नी अभी शुरू ही हुई है। सितंबर 2023 में मिली थी मंजूरी सितंबर 2023 में मस्क की ब्रेन-चिप कंपनी न्यूरालिंक को अपने पहले ह्यूमन ट्रायल के लिए इंडिपेंडेंट इंस्टीट्यूशनल रिव्यू बोर्ड से रिक्रूटमेंट की मंजूरी मिली थी। मंजूरी के बाद से ही न्यूरालिंक ह्यूमन ट्रायल के लिए लोगों की भर्ती कर उन पर इस डिवाइस का ट्रायल किया जा रहा है। न्यूरालिंक के मुताबिक, ट्रायल उन लोगों पर किया जा रहा है, जिन लोगों को सर्वाइकल स्पाइनल कॉर्ड में चोट या एमियोट्रोफिक लेटरल स्क्लेरोसिस (ALS) के कारण क्वाड्रिप्लेजिया है। स्टडी को पूरा होने में करीब 6 साल लगेंगे। इस दौरान पार्टिसिपेंट को लैब तक आने-जाने का ट्रैवल एक्सपेंस दिया जा रहा है। ट्रायल के जरिए कंपनी यह देखना चाहती है कि ये डिवाइस मरीजों पर कैसे काम कर रही है। मई 2024 में कंपनी को ट्रायल के लिए यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) से मंजूरी मिली थी। न्यूरालिंक डिवाइस क्या है? 1. फोन को सीधे ब्रेन से जोड़ेगा न्यूरालिंक ने सिक्के के आकार का एक डिवाइस बनाया है जिसे लिंक नाम दिया गया है। ये डिवाइस कंप्यूटर, मोबाइल फोन या किसी अन्य उपकरण को ब्रेन एक्टिविटी (न्यूरल इम्पल्स) से सीधे कंट्रोल करने में सक्षम करता है। उदाहरण के लिए, पैरालिसिस से पीड़ित व्यक्ति मस्तिष्क में चिप के प्रत्यारोपित होने के बाद केवल यह सोचकर माउस का कर्सर मूव कर सकेंगे कि वे इसे कैसे मूव करना चाहते हैं। 2. कॉस्मैटिक रूप से अदृश्य चिप न्यूरालिंक ने कहा, हम पूरी तरह से इम्प्लांटेबल, कॉस्मैटिक रूप से अदृश्य ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफेस डिजाइन कर रहे हैं, ताकि आप कहीं भी जाने पर कंप्यूटर या मोबाइल डिवाइस को कंट्रोल कर सकें। माइक्रोन-स्केल थ्रेड्स को ब्रेन के उन क्षेत्रों में डाला जाएगा जो मूवमेंट को कंट्रोल करते हैं। हर एक थ्रेड में कई इलेक्ट्रोड होते हैं जो उन्हें लिंक नामक इम्प्लांट से जोड़ते हैं। 3. रोबोटिक प्रणाली डिजाइन की कंपनी ने बताया कि लिंक पर थ्रेड इतने महीन और लचीले होते हैं कि उन्हें मानव हाथ से नहीं डाला जा सकता। इसके लिए कंपनी ने एक रोबोटिक प्रणाली डिजाइन की है जिससे थ्रेड को मजबूती और कुशलता से इम्प्लांट किया जा सकता है। इसके साथ ही न्यूरालिंक ऐप भी डिजाइन किया गया है ताकि ब्रेन एक्टिविटी से सीधे अपने कीबोर्ड और माउस को बस इसके बारे में सोच कर कंट्रोल किया जा सके। डिवाइस को चार्ज करने की भी जरूरत होगी। इसके लिए कॉम्पैक्ट इंडक्टिव चार्जर भी डिजाइन किया गया है जो बैटरी को बाहर से चार्ज करने के लिए वायरलेस तरीके से इम्प्लांट से जुड़ता है। ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफेस टेक्नोलॉजी से बनाई चिप एलन मस्क ने जिस टेक्नोलॉजी के जरिए चिप बनाई है उसे ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफेस या शॉर्ट में BCIs कहा जाता है। इस पर कई और कंपनियां भी सालों से काम कर रही हैं। ये सिस्टम ब्रेन में रखे गए छोटे इलेक्ट्रोड का इस्तेमाल पास के न्यूरॉन्स से संकेतों को पढ़ने के लिए करता है। इसके बाद सॉफ्टवेयर इन सिग्नल्स को कमांड या एक्शन में डिकोड करता है, जैसे कि कर्सर या रोबोटिक आर्म को हिलाना।
काइनेटिक ग्रीन ने अपने विंटेज DX स्कूटर को इलेक्ट्रिक वेरिएंट में लॉन्च कर दिया है। काइनेटिक DX दो वेरिएंट्स DX और DX+ में लॉन्च की गई हैं। कंपनी का दावा है कि DX+ सिंगल चार्ज पर 116 किलोमीटर की रेंज देगी। वहीं इसकी टॉप स्पीड 90 किमी/घंटा है। इन स्कूटर्स की शुरूआती कीमत ₹1,11,499 रखी गई है। स्कूटर को ₹1,000 से बुक किया जा सकता है। इसकी डिलीवरी अक्टूबर 2025 से शुरू हो सकती है। इसके अलावा स्कूटर पर 3 साल या 30,000 किमी की स्टैंडर्ड वारंटी दी है। भारतीय बाजार में DX स्कूटर का मुकाबला TVS आईक्यूब, बजाज चेतक और एथर Rizta से होगा। काइनेटिक DX का रेट्रो-मॉडर्न लुक और डिजाइन काइनेटिक DX इलेक्ट्रिक स्कूटर पुराने काइनेटिक होंडा DX की बॉक्सी लुक को बरकरार रखता है। इसके साथ ही इसे मॉडर्न टच भी दिया है। रेट्रो स्टाइल: फ्रंट में राउंड LED हेडलैंप, रैप्टर-शेप्ड LED DRL, और KINETIC लोगो के साथ बैकलिट फ्लाईस्क्रीन दिया है। मॉडर्न टच: पुराने DX के इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर जैसा 8.8-इंच का कलर्ड LCD डिस्प्ले दिया गया है। इसके साथ ही स्कूटर में रेड रेडी स्टार्टर बटन है। बिल्ड और साइज: स्कूटर में मेटल बॉडी के साथ 704 मिमी लंबी सीट, 165 मिमी ग्राउंड क्लीयरेंस, और 1314 मिमी व्हीलबेस मिलता है। इसमें 12-इंच के अलॉय व्हील्स दिए हैं। इसके साथ ड्यूल-चैनल ABS और 220mm फ्रंट डिस्क ब्रेक दिए गए हैं। कलर ऑप्शंस: DX+ में रेड, ब्लू, ब्लैक, व्हाइट, और सिल्वर कलर दिया है। वहीं DX केवल सिल्वर और ब्लैक में उपलब्ध है। काइनेटिक DX रेंज और पावर मोटर और बैटरी: काइनेटिक DX में 4.8 kW हब-माउंटेड BLDC मोटर और 2.6 kWh की बैटरी फ्लोरबोर्ड में दी गई है। ये 2,500-3,500 चार्जिंग साइकिल तक चलती है। रेंज और स्पीड: DX में 102 किमी रेंज और 80 किमी/घंटा टॉप स्पीड, जबकि DX+ में 116 किमी रेंज और 90 किमी/घंटा टॉप स्पीड है। काइनेटिक का दावा है कि 25-30 किमी/घंटा पर क्रूज लॉक के साथ रेंज 150 किमी तक हो सकती है। चार्जिंग: स्कूटर 0-50% 2 घंटे में चार्ज होता है। 0-80% चार्ज होने में 3 घंटे लगते हैं। वहीं फुल चार्ज 4 घंटे में होती है। राइडिंग मोड्स: स्कूटर में टर्बो मोड्स, साथ ही K-कोस्ट रीजनरेटिव ब्रेकिंग, हिल-होल्ड और रिवर्स पार्किंग असिस्ट दिया गया है । काइनेटिक DX स्मार्ट फीचर्स स्मार्ट फीचर्स: 8.8-इंच LCD डिस्प्ले, ब्लूटूथ कनेक्टिविटी और टेलीकाइनेटिक एप के साथ जियो-फेंसिंग, व्हीकल ट्रैकिंग और OTA अपडेट्स। माय काइनेटिक AI: 14 भारतीय भाषाओं के साथ इटैलियन, जर्मन में वॉयस असिस्टेंट, जो अलर्ट, रिमाइंडर और म्यूजिक प्ले करता है। USB चार्जिंग पोर्ट: स्कूटर में 37-लीटर अंडर-सीट स्टोरेज दिया गया है जिसमें फुल-फेस हेलमेट, हाफ-फेस हेलमेट आ सकता है। इसके साथ ही USB चार्जिंग पोर्ट भी दिया है। अन्य फीचर्स: कीलेस इग्निशन, पासवर्ड-बेस्ड ‘ईजी की’ सिस्टम, गाइड-मी-होम लाइट्स, और स्विचगियर पर हेल्पलाइन कॉल बटन दिया गया है। DX+ में एंटी-थेफ्ट अलार्म और राइड डेटा एनालिसिस जैसे अतिरिक्त फीचर्स हैं।
इलॉन मस्क की टेस्ला के बाद अब वियतनाम की इलेक्ट्रिक मेकर विनफास्ट ने भारत में अपना पहला शोरूम गुजरात के सूरत में ओपन किया है। रविवार (27 जुलाई) को 3,000 स्क्वायर फीट के इस शोरूम का इनोग्रेशन किया गया। यह शोरूम भारत के इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) मार्केट में अपनी प्रेजेंस बनाने की दिशा में विनफास्ट का एक बड़ा कदम है। इस शोरूम में विनफास्ट की अपकमिंग प्रीमियम इलेक्ट्रिक SUV - VF 6 और VF 7 को शोकेस किया जाएगा। भारत पहला मार्केट भी है, जहां विनफास्ट VF 6 और VF 7 का राइट-हैंड ड्राइव वर्जन लॉन्च कर रही है। 27 से ज्यादा शहरों में 35 डीलरशिप ओपन करने का प्लान विनफास्ट का प्लान इस साल के आखिरी तक भारत के 27 से ज्यादा शहरों में 35 डीलरशिप ओपन करने का है। तमिलनाडु के थूथुकुडी में स्थित कंपनी के अपकमिंग मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में गाड़ियों को असेंबल किया जाएगा। कंपनी की इलेक्ट्रिक SUV VF 6 और VF 7 की प्री-बुकिंग 15 जुलाई 2025 से शुरू हो चुकी है। ग्राहक शोरूम पर या कंपनी की वेबसाइट VinFastAuto.in पर जाकर 21,000 रुपए (रिफंडेबल) डिपॉजिट कर अपनी गाड़ी बुक कर सकते हैं। कंपनी के लिए भारत एक स्ट्रैटेजिक मार्केट विनफास्ट ने एक स्टेटमेंट में कहा, 'तमिलनाडु के थूथुकुडी में जल्द ही एक फैक्ट्री बनाई जाएगी। इस फैक्ट्री में ही गाड़ियों को असेंबल किया जाएगा। कंपनी के लिए भारत एक स्ट्रैटेजिक मार्केट है। फ्यूचर में भारत को इलेक्ट्रिक व्हीकल प्रोडक्शन हब बनाना कंपनी का लॉन्ग टर्म कमिटमेंट है।' विनफास्ट एशिया के CEO फाम सान्ह चाउ ने कहा, 'गुजरात के सूरत में पहला विनफास्ट शोरूम भारत के लिए हमारे कमिटमेंट को दर्शाता है। हम भारतीय कंज्यूमर्स के लिए विनफास्ट एक्सपीरियंस को और करीब लाने के लिए एक्साइटेड हैं। गुजरात में इस डीलरशिप के साथ हमारा टारगेट न केवल इलेक्ट्रिक व्हीकल देना है, बल्कि क्वालिटी, ट्रस्ट और सर्विस एक्सीलेंस पर बेस्ड एक कंप्लीट ओनरशिप जर्नी प्रोवाइड करना है।' विनफास्ट ने रोडग्रिड-मायटीवीएस के साथ पार्टनरशिप की विनफास्ट ने देशभर में चार्जिंग और आफ्टर-सेल्स सर्विसेज देने के लिए रोडग्रिड, मायटीवीएस और ग्लोबल एश्योर के साथ पार्टनरशिप की है। कंपनी ने बैटरी रीसाइक्लिंग को बढ़ावा देने और एक सर्कुलर बैटरी वैल्यू चेन बनाने के लिए बैटएक्स एनर्जीज के साथ भी हाथ मिलाया है, जिससे टिकाऊ इनोवेशन के प्रति कंपनी का कमिटमेंट और मजबूत हुआ है। ये खबर भी पढ़ें... भारत में लॉन्च हुई टेस्ला मॉडल Y की पहली तस्वीरें: अमेरिका से ₹28 लाख महंगी, जानें बुकिंग से लेकर कीमत और सर्विसिंग की सभी डिटेल्स दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी इलॉन मस्क की कंपनी टेस्ला का पहला शोरूम आज यानी, 15 जुलाई को मुंबई के बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स में खुल गया है। अभी केवल मॉडल Y कार भारत में बेची जाएगी। इसकी कीमत 60 लाख रुपए से शुरू है। ये अमेरिका की तुलना में 28 लाख रुपए ज्यादा है। पूरी खबर पढ़ें... विनफास्ट VF7 और VF6 इलेक्ट्रिक SUV रिवील: फुल चार्ज पर 450km तक की रेंज मिलेगी, इसी साल सितंबर तक लॉन्चिंग वियतनाम की ऑटोमोबाइल कंपनी विनफास्ट ने आज (18 जनवरी) ऑटो एक्सपो 2025 में VF7 और VF6 इलेक्ट्रिक SUV को रिवील कर भारतीय बाजार में एंट्री कर ली है। कंपनी ने इवेंट में VF3, VFe34, VF8, VF9 इलेक्ट्रिक SUV, VF वाइल्ड पिकअप ट्रक को भी शोकेस किया है। पूरी खबर पढ़ें...
JSW-MG मोटर ने भारत में सबसे सस्ती इलेक्ट्रिक कार MG कॉमेट की कीमत 15000 रुपए तक बढ़ा दी है। इसके अलावा, बैटरी सब्सक्रिप्शन फीस भी 2.9 रुपए प्रति किलोमीटर से 20 पैसे बढ़ाकर 3.1 रुपए प्रति किलोमीटर कर दी है। कंपनी ने इस साल कार की कीमत में तीसरी बार इजाफा किया है। इससे पहले मार्च में 27,000 रुपए तक और फिर बाद में मई में 36,000 रुपए तक की बढ़ोतरी की थी। कीमतें बढ़ाने के बाद अब ईवी की एक्स-शोरूम शुरुआती कीमत 7.50 लाख और BAAS प्रोग्राम के साथ 4.99 लाख रुपए हो गई है। कीमत में बढ़ोतरी के अलावा कॉमेट ईवी में और कोई बदलाव नहीं किया गया है। EV में फुल चार्ज में 230 किलोमीटर की रेंज मिलेगी। इसमें नेक्स्ट लेवल पर्सनालाइजेशन दिया गया है। यानी आप कार पर कंपनी मेड फंकी बॉडी रैप्स, कूल स्टिकर लगा सकेंगे। सीट को फोल्ड कर बढ़ा सकते हैं बूट स्पेस कार में फोल्डेबल स्प्लिट सीट कॉन्फिगरेशन दिया गया है। यानी आप बूट स्पेस बढ़ा सकते हैं। वहीं कंपनी ने इसे 5 कलर ऑप्शन ब्लैक रूफ के साथ एपल ग्रीन, ऑरोरा सिल्वर, स्टारी ब्लैक, कैंडी व्हाइट और ब्लैक रूफ के साथ कैंडी व्हाइट में उतारा है। EV में दो दरवाजे दिए गए हैं और इसकी सिटिंग कैपेसिटी 4 लोगों की हैं। MG अपने कारों के नाम ऐतिहासिक चीजों पर रखती है। इस कार का नाम ब्रिटिश प्लेन कॉमेट के नाम पर रखा गया है। इस कार की लंबाई सिर्फ 2.9 मीटर है। यानी ये मारुति की ऑल्टो से भी छोटी है। एक्सटीरियर डिजाइन एमजी ने कॉमेट को टॉलबॉय डिजाइन देने की कोशिश की है। इसके फ्रंट में LED हेडलैंप, MG लोगो, डेटाइम रनिंग लैंप्स, रियर में LED टेल लाइट, क्रोम डोर हैंडल, फ्रंट और रियर पार्किंग कैमरा भी मिलेगा। EV में 12 इंच के एयरोडायनेमिक डिजाइन व्हील दिए गए हैं। डैशबोर्ड पर 20.5 इंच की इंटीग्रेटेड फ्लोटिंग वाइड स्क्रीन MG मोटर इसे 'इंटेलिजेंट टेक डैशबोर्ड' कह रही है। कार में इंटीग्रेटेड फ्लोटिंग वाइड स्क्रीन मिलती है, जिसमें 10.25 इंच की हेड यूनिट और 10.25 इंच का डिजिटल क्लस्टर शामिल है। डैशबोर्ड के पास एक फ्लोटिंग यूनिट मिलेगी। वहीं, स्क्रीन के नीचे हॉरिजॉन्टल पोजिशन में AC वेंट्स मिलेंगे। नई इलेक्ट्रिक कार में क्रोम हाइलाइट्स के साथ रोटरी एयर-कंडीशनिंग कंट्रोल भी दिए गए हैं। इसके अलावा कॉमेट में कनेक्टेड कार टेक्नोलॉजी, कीलेस एंट्री, ड्राइव मोड और कई हाई-एंड फीचर्स मिलेंगे। ये इंटीरियर फीचर्स मिलेंगे इलेक्ट्रिक कार स्टीयरिंग माउंटेड कंट्रोल्स के साथ आएगी। इसमें दोनों साइड पर दो कंट्रोल सेट दिए गए हैं। ये कंट्रोलर्स एपल iPod से इंस्पायर्ड हैं। इससे ऑडियो, नेविगेशन, इंफोटेनमेंट वॉयस कमांड जैसे फीचर्स को कंट्रोल करने के ऑप्शन हैं। कार की रेंज कॉमेट ईवी में 17.3 kwh लिथियम आयन बैटरी दी गई है। ये फ्रंट व्हील कार है और एक बार फुल चार्ज करने पर ये 230 किमी की रेंज देती है। टाटा टियागो एक बार चार्ज में ये अलग-अलग बैटरी पैक के साथ 250 और 315 Km चलती है।
देश के पहले हाइड्रोजन इंजन की सफल टेस्टिंग:डीजल की तुलना में ज्यादा किफायती, लेकिन इलेक्ट्रिक से कम
भारतीय रेलवे ने देश के पहले हाइड्रोजन पावर्ड कोच की सफल टेस्टिंग की है। यह टेस्टिंग इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) चेन्नई में हुई। भारत 1,200 हॉर्स पावर हाइड्रोजन ट्रेन (ड्राइविंग पावर कार) डेवलप करने पर काम कर रहा, यह उसी प्रोजेक्ट का हिस्सा है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने X हैंडल पर एक वीडियो शेयर कर इसकी जानकारी दी। यह इंजन हाइड्रोजन फ्यूल सेल टेक्नीक पर बेस्ड है। इसमें हाइड्रोजन गैस और ऑक्सीजन के बीच केमिकल रिएक्शन से बिजली बनती है जो ट्रेन के इलेक्ट्रिक मोटर को चलाती है। इस प्रोसेस में पानी (H₂O) बाय-प्रोडक्ट है, मतलब धुआं की जगह यह इंजन पानी छोड़ता है। हाइड्रोजन ट्रेनें मौजूदा रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर पर ही काम करेंगी और डीजल इंजन की तुलना में ज्यादा एनर्जी एफिशिएंट होंगी। इलेक्ट्रिक इंजन की तुलना में परिचालन महंगा यह इंजन हाइड्रोजन बनाने और इससे बिजली प्रोड्यूस करने के दौरान काफी एनर्जी लॉस करता है। इसी कारण हाइड्रोजन ट्रेनें इलेक्ट्रिक ट्रेनों की तुलना में कम एफिशिएंट होती हैं। इलेक्ट्रिक ट्रेन जहां 70-95% तक एनर्जी एफिशिएंट हैं वहीं, हाइड्रोजन इंजन 30-60% तक एफिशिएंट हैं। हाइड्रोजन ट्रेनों को उन रूट्स पर चलाना किफायती हो सकता है जहां अभी ट्रैकों को इलेक्ट्रिफाई नहीं किया गया है। क्योंकि यहां इलेक्ट्रिफिकेशन का खर्च काफी होगा। लेकिन फ्यूल महंगा होने को कारण इनका संचालन और रखरखाव महंगा होता है।
बजाज ऑटो को अगले महीने (अगस्त 2025) से अपनी इलेक्ट्रिक स्कूटर चेतक और इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर गोगो का प्रोडक्शन पूरी तरह रोकना पड़ सकता है। क्योंकि, कंपनी के पास रेयर अर्थ मैग्नेट्स का स्टॉक खत्म होने की कगार पर है। इसकी वजह, चीन की ओर से रेयर अर्थ मैग्नेट्स की सप्लाई पर रोक लगाना है। कंपनी के MD राजीव बजाज ने इकोनॉमिक टाइम्स को बताया कि जून 2025 में तो कंपनी अपने मौजूदा स्टॉक से प्रोडक्शन चला रही थी, लेकिन जुलाई में ये आधा रह गया। अब अगस्त में स्टॉक खत्म होने की कगार पर है। इससे प्रोडक्शन शून्य हो सकता है। हाल के महीनों में ईवी मार्केट में टॉप पर रहने वाले चेतक और गोगो इससे सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे। जुलाई में कंपनी ने प्रोडक्शन आधा किया बजाज ऑटो भारत की दूसरी सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक स्कूटर बनाने वाली कंपनी है। जून में कंपनी ने 23,004 यूनिट्स बेची थीं, जो पिछले साल से 154% ज्यादा है। लेकिन, रेयर अर्थ मैग्नेट्स की कमी के कारण जुलाई में प्रोडक्शन आधा करना पड़ा है। इससे बिक्री पर असर पड़ना तय है। अगर अगस्त में प्रोडक्शन रुका, तो कंपनी की मार्केट शेयर, रेवेन्यू और EBITDA (प्रॉफिट) पर बड़ा झटका लगेगा। राजीव ने माना कि EV पोर्टफोलियो अब प्रॉफिट देने लगा था, लेकिन ये संकट सारी मेहनत पर पानी फेर सकता है। 4 महीने से रेयर अर्थ मैग्नेट की कमी से जूझ रही भारतीय कंपनियां बजाज के अलावा देश में टॉप इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर कंपनियां एथर एनर्जी और TVS मोटर भी प्रोडक्शन घटा चुकी हैं। ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 4 महीने से चीन से इंपोर्ट की जाने वाली रेयर अर्थ मैग्नेट की कमी से भारतीय कंपनियां जूझ रही हैं। ये मैग्नेट इलेक्ट्रिक मोटर्स के लिए बेहद जरूरी हैं और बिना इनके इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने में दिक्कत हो रही है। प्रोडक्शन घटने से इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर की कीमतें बढ़ सकती हैं। इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर बनाने वाली ये कंपनियां भी प्रभावित ये 4 कंपनियां भारत में बिकने वाले 80% इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर बनाती हैं। चीन की पाबंदियां बनी रहीं, तो महंगी होंगी ईवी अगर चीन की पाबंदियां बनी रहीं, तो ग्लोबल लेवल पर इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने वाली कंपनियों पर इसका असर देखने को मिलेगा। कच्चे माल की कीमतें बढ़ेंगी, जिससे गाड़ियों के दाम भी ऊपर जा सकते हैं। भारत सहित सभी बाजारों में भी इसका असर धीरे-धीरे दिखेगा। भारत में विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि चीन से इम्पोर्ट जल्द शुरू न हुआ तो इलेक्ट्रिक और ICE वाहनों के कारखानों का प्रोडक्शन रुक सकता है। भारत में मैन्युफैक्चरर्स के पास 6 से 8 हफ्तों की सप्लाई बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में EV ओरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चर्रस के पास 6 से 8 हफ्तों की REM सप्लाई बची है, वहीं CNBC-TV18 को टीवीएस मोटर के मैनेजिंग डायरेक्टर सुदर्शन वेणू ने बताया था कि चीन के प्रतिबंधों का असर जून या जुलाई के उत्पादन में देखने को मिल सकता है। अगर ऐसा होता है तो भारतीय EV उत्पादकों के लिए परेशानी खड़ी हो सकती है। गाड़ी में रेयर अर्थ मटेरियल्स का इस्तेमाल कहां होता है रेयर मटेरियल्स का इस्तेमाल खास तौर पर इलेक्ट्रिक गाड़ियों में किया जाता है। इनका उपयोग परमानेंट मैग्नेट इलेक्ट्रिक मोटर्स के लिए कॉम्पेक्ट और हाई परफॉर्मेंस मेग्नेट बनाने के लिए किया जाता है। नियोडिमियम, डिस्प्रोसियम और टेरबियम जैसे तत्वों से बने ये चुंबक, मोटरों को छोटे, हल्के और अन्य ऑप्शन की तुलना में ज्यादा एफिशिएंट बनाते हैं, जो ईवी की रेंज और परफॉर्मेंस को बेहतर बनाने के लिए जरूरी है। इनका इस्तेमाल ICE वाली गाड़ियों में लगने वाले केटेलिक कन्वर्टर्स जैसे ऑटो कंपोनेंट्स में भी किया जाता है। इसके अलावा ईवी और ICE दोनों तरह के व्हीकल में लगने वाले कई सिस्टम में सेंसर से लेकर डिस्प्ले तक में इन धातुओं का इस्तेमाल किया जाता है। रेयर मटेरियल्स की माइनिंग में चीन की करीब 70% हिस्सेदारी बता दें कि ग्लोबल लेवल पर रेयर मटेरियल्स की माइनिंग में चीन की हिस्सेदारी करीब 70% और प्रोडक्शन में करीब 90% तक है। चीन ने हाल ही में अमेरिका के साथ बढ़ती ट्रेड वॉर के बीच 7 कीमती धातुओं (रेयर अर्थ मटेरियल) के निर्यात पर रोक लगा दी थी। चीन ने कार, ड्रोन से लेकर रोबोट और मिसाइलों तक असेंबल करने के लिए जरूरी मैग्नेट यानी चुंबकों के शिपमेंट भी चीनी बंदरगाहों पर रोक दिए हैं। ये मटेरियल ऑटोमोबाइल, सेमीकंडक्टर और एयरोस्पेस बिजनेस के लिए बेहद अहम हैं। स्पेशल परमिट के जरिए ही होगा एक्सपोर्ट चीन ने 4 अप्रैल को इन 7 कीमती धातुओं के निर्यात पर रोक लगाने का आदेश जारी किया था। आदेश के मुताबिक ये कीमती धातुएं और उनसे बने खास चुंबक सिर्फ स्पेशल परमिट के साथ ही चीन से बाहर भेजे जा सकते हैं। कंपनियों को चीन से मैग्नेट मंगाने के लिए 'एंड-यूज सर्टिफिकेट' देना होगा। इसमें यह बताना पड़ेगा कि यह चुंबक सैन्य उद्देश्यों के लिए तो नहीं हैं।
दुनिया की सबसे बड़ी सेमीकंडक्टर कंपनियों में से एक इंटेल इस साल अपनी वर्कफोर्स में से एक-चौथाई हिस्सा यानी 24,000 कर्मचारियों (25%) से ज्यादा की छंटनी करेगी। कंपनी ने नए CEO लिप-बु तान की लीडरशिप में बड़े पैमाने पर कॉस्ट कटिंग और रिस्ट्रक्चरिंग की घोषणा की है। इसके साथ ही इंटेल ने जर्मनी और पोलैंड में अपने जरूरी एक्सपेंशन प्रोजेक्ट्स को भी रद्द कर दिया है। क्योंकि कंपनी अपनी आर्थिक स्थिति को सुधारने और बाजार में कॉम्पिटिशन को मजबूत करने की कोशिश कर रही है। 2024 के आखिरी तक इंटेल की टोटल वर्कफोर्स में 99,500 कर्मचारी थे। हालांकि, छंटनी के बाद 2025 के आखिरी तक यह संख्या घटकर 75,000 रह जाएगी। कंपनी ने मैनेजमेंट लेवल्स को आधा किया CEO तान ने कर्मचारियों को लिखे एक लेटर में कंपनी के इस फैसले को टफ और जरूरी डिसीजन बताया। इस साल की दूसरी तिमाही में कंपनी ने पहले ही मैनेजमेंट लेवल्स को आधा कर दिया और 1.9 बिलियन डॉलर यानी 16,450 करोड़ रुपए के रिस्ट्रक्चरिंग एक्सपेंस को दर्ज किया। इंटेल ने असेंबली और टेस्ट फैसिलिटी को रद्द किया इंटेल ने जर्मनी में 3,000 कर्मचारियों के लिए प्रस्तावित मेगा-फैब और पोलैंड में 2,000 कर्मचारियों के लिए बनने वाली असेंबली और टेस्ट फैसिलिटी को रद्द कर दिया है। इन प्रोजेक्ट्स को पहले ही 2024 में दो साल के लिए स्थगित किया गया था। इसके अलावा इस छंटनी में कोस्टा रिका में इंटेल के 3,400 कर्मचारियों में से 2,000 से ज्यादा प्रभावित होंगे। क्योंकि कंपनी अपनी असेंबली और टेस्ट फैसिलिटी को वियतनाम और मलेशिया में ट्रांसफर कर रही है। ओहियो में चिप फैक्ट्री का काम 2030 तक पूरा होगा अमेरिका के ओहियो में कंपनी की 28 बिलियन डॉलर (2.42 लाख करोड़ रुपए) की चिप फैक्ट्री, जिसे 2025 तक पूरा होना था। अब बाजार की मांग के अनुसार धीमी गति से बनाई जाएगी और 2030 के बाद ही इसका काम पूरा किया जाएगा। कुछ सालों में कंपनी ने डिमांड से ज्यादा निवेश किया इस प्रोजेक्ट को बाइडेन सरकार के CHIPS एक्ट से फंडिंग मिली थी। तान ने कहा, 'पिछले कुछ सालों में कंपनी ने डिमांड के बिना बहुत ज्यादा निवेश किया। जिससे हमारी फैक्ट्रियां बिखरी हुईं और कम यूज वाली हो गईं।' इंटेल ने ₹25,107 करोड़ का नुकसान दर्ज किया इंटेल ने हाल ही में 12.9 बिलियन डॉलर (1.12 लाख करोड़ रुपए) के रेवेन्यू पर 2.9 बिलियन डॉलर यानी 25,107 करोड़ रुपए का तिमाही नुकसान दर्ज किया, जो पिछले 35 सालों में कंपनी का सबसे लंबा घाटे का दौर है। एक समय पीसी चिप्स में लीडिंग रही इंटेल अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के सेक्टर में एनविडिया और AMD जैसे कॉम्पिटिटर्स से पिछड़ रही है। ऑटोमोटिव चिप-मेकिंग यूनिट को जून में बंद किया इंटेल ने अपनी ऑटोमोटिव चिप-मेकिंग यूनिट को जून में बंद कर दिया और जुलाई में रियलसेंस कंप्यूटर विजन यूनिट को अलग कर दिया। कंपनी सितंबर से रिटर्न-टू-ऑफिस पॉलिसी को लागू करेगी। तान ने कहा कि ये कदम कंपनी के कल्चर को बदलने के लिए उठाए जा रहे। इंजीनियर्स को इनोवेशन करने के लिए मजबूत करेंगे तान ने कर्मचारियों से कहा, 'हम इंजीनियरों को तेजी से इनोवेशन करने के लिए मजबूत करेंगे और कॉस्ट कम करके भविष्य में एआई चिप्स और पीसी प्रोसेसर बाजार में हिस्सेदारी हासिल करने के लिए निवेश करेंगे। इंटेल का भविष्य हमारे हाथ में है और हमारे पास समय बर्बाद करने की गुंजाइश नहीं है।' इंटेल की ये स्ट्रेटेजी कंपनी को आर्थिक रूप से स्थिर करने और बाजार में फिर से अपनी स्थिति मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। लेकिन कर्मचारियों और प्रभावित सेक्टरों के लिए यह एक कठिन दौर साबित हो सकता है। ये खबर भी पढ़ें... माइक्रोसॉफ्ट ने 9,000 कर्मचारी निकालने के दावे को गलत बताया: अमेरिकियों को निकालकर विदेशियों को रखने का आरोप; ट्रम्प ने कहा था- भारतीयों की भर्ती रोकें अमेरिकी टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने 9,000 कर्मचारियों की छंटनी और एक ही समय में हजारों H-1B वीजा एप्लीकेशन दाखिल करने के आरोपों पर सफाई दी है। CEO सत्या नडेला नडेला ने कहा कंपनी के हमारे ओवरऑल हेडकाउंट में बदलाव नहीं हुआ है, कर्मचारियों को निकाले जाने के सारे दावे गलत हैं। पूरी खबर पढ़ें...
JSW MG मोटर इंडिया आज (25 जुलाई) को भारतीय बाजार में अपनी ऑल-इलेक्ट्रिक कन्वर्टिबल रोडस्टर कार साइबरस्टर लॉन्च करने जा रही है। ये भारत की पहली फुली-इलेक्ट्रिक स्पोर्ट्स कार है। इसमें दो इलेक्ट्रिक मोटर मिलेंगी। कंपनी का दावा है कि साइबरस्टर 3.2 सेकेंड में 0-100kmph की रफ्तार पकड़ सकती है। वहीं फुल चार्ज पर इसकी रेंज 520km होगी। यह इलेक्ट्रिक रोडस्टर MG M9 MPV से ज्यादा सस्ती हो सकती है। इसकी एक्स-शोरूम कीमत 65 लाख रुपए के आसपास रखी जा सकती है। MG साइबरस्टर का सीधा मुकाबला किसी से नहीं है, लेकिन यह BMW Z4 के मुकाबले एक अच्छा इलेक्ट्रिक ऑप्शन साबित हो सकती है। यह MG के ज्यादा प्रीमियम सिलेक्ट पोर्टफोलियो के तहत आने वाली दूसरी कार है। कंपनी ने इसे मार्च 2024 में मुंबई में हुए एक इवेंट में पहली बार रिवील किया था। इसके बाद भारत ग्लोबल मोबिलिटी शो-2025 में शोकेज किया था। डिजाइन : स्किजर डोर वाली भारत में सबसे सस्ती कार MG साइबरस्टर अपनी स्पोर्टी कन्वर्टिबल और लो स्लंग डिजाइन की वजह से एकदम अलग दिखती है। इसमें स्किजर डोर (ऊपर की ओर खुलने वाले दरवाजे) दिए गए हैं, यह भारत की सबसे सस्ती कार होगी, जिसमें ऐसे यूनीक डोर मिलेंगे। यह गाड़ी 4 डुअल टोन कलर ऑप्शन- फ्लेयर रेड, न्यूक्लियर येलो, एंडेस ग्रे और मॉडर्न बेज में आएगी। इसमें फ्लेयर रेड और न्यूक्लियर येलो कलर के साथ ब्लैक रूफ मिलेगी, जबकि एंडेस ग्रे और मॉडर्न बेज कलर ऑप्शन के साथ रेड रूफटॉप दिया जाएगा। इंटीरियर डिजाइन : फाइटर जेट कॉकपिट जैसा डैशबोर्ड डिजाइन साइबरस्टर एक 2-सीटर कार है, जिसकी इंटीरियर डिजाइन एक्सटीरियर की जितनी अट्रेक्टिव है। इसमें फाइटर जेट कॉकपिट जैसी डैशबोर्ड डिजाइन के साथ थ्री-स्पोक फ्लैट बॉटम स्टीयरिंग व्हील दिया गया है। यहां कर्व्ड डिस्प्ले दी गई है, जो डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर और इंफोटेनमेंट स्क्रीन को एक साथ जोड़ता है। सेंटर कंसोल में बड़े गियर सिलेक्टर बटन हैं, जो एक वर्टिकल डिस्प्ले के बगल में हैं और टच-सेंसिटिव क्लाइमेट कंट्रोल बटन ड्राइवर की तरफ थोड़े टिल्टेड हैं। कार में Y-शेप की स्पोर्ट सीटें दी गई हैं जो कि छह तरह से इलेक्ट्रिक एडजस्ट होती हैं और यह हीटिंग और मेमोरी फंक्शन के साथ आती हैं। इन पर लेदर और सुएड का इस्तेमाल किया गया है। बटरफ्लाई डोर और फोल्डिंग रूफ के लिए अलग बटन हैं, जो कंसोल में दिए गए हैं। इंटीरियर में बर्गंडी या रेड कलर थीम है, जिसमें ब्लैक रूफ और पिलर्स हैं। केबिन में कप होल्डर्स और इलेक्ट्रॉनिक पार्किंग ब्रेक हैं, लेकिन स्टोरेज स्पेस सीमित है और प्रैक्टिकल यूज में दिक्कत हो सकती है। फीचर और सेफ्टी एमजी साइबरस्टर गाड़ी में डैशबोर्ड पर ट्राई-स्क्रीन सेटअप दिया गया है जिसमें ड्राइवर डिस्प्ले के लिए 10.25-इंच स्क्रीन, 7-इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम और गाड़ी से जुड़े जरूरी आंकड़े देखने के लिए सेंटर कंसोल पर एक एडिशनल 7-इंच स्क्रीन शामिल है। इसमें एसी कंट्रोल के लिए एक डेडिकेटेड चौथी स्क्रीन भी दी गई है। इसमें इलेक्ट्रिक रूप से खुलने और फोल्ड होने वाली रूफ, 8-स्पीकर वाला बोस साउंड सिस्टम और मल्टी-ड्राइव मोड भी दिया गया है। सेफ्टी के लिए इसमें 6 एयरबैग, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC), टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS), 360 डिग्री कैमरा, फ्रंट और रियर पार्किंग सेंसर दिया गया है। इसमें लेवल-2 एडवांस ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) भी दिया गया है, जिसके तहत लेन कीप असिस्ट और एक्टिव इमरजेंसी ब्रेकिंग शामिल है।
JSW MG मोटर इंडिया शुक्रवार (25 जुलाई) को भारतीय बाजार में अपनी ऑल-इलेक्ट्रिक कन्वर्टिबल रोडस्टर कार साइबरस्टर लॉन्च करने जा रही है। ये भारत की पहली फुली-इलेक्ट्रिक स्पोर्ट्स कार है। इसमें दो इलेक्ट्रिक मोटर मिलेंगी। कंपनी का दावा है कि साइबरस्टर 3.2 सेकेंड में 0-100kmph की रफ्तार पकड़ सकती है। वहीं फुल चार्ज पर इसकी रेंज 520km होगी। यह इलेक्ट्रिक रोडस्टर MG M9 MPV से ज्यादा सस्ती हो सकती है। इसकी एक्स-शोरूम कीमत 65 लाख रुपए के आसपास रखी जा सकती है। MG साइबरस्टर का सीधा मुकाबला किसी से नहीं है, लेकिन यह BMW Z4 के मुकाबले एक अच्छा इलेक्ट्रिक ऑप्शन साबित हो सकती है। यह MG के ज्यादा प्रीमियम सिलेक्ट पोर्टफोलियो के तहत आने वाली दूसरी कार है। कंपनी ने इसे मार्च 2024 में मुंबई में हुए एक इवेंट में पहली बार रिवील किया था। इसके बाद भारत ग्लोबल मोबिलिटी शो-2025 में शोकेज किया था।
पोलैंड की कंपनी वोलोनॉट ने एक नई एयरबाइक बनाई है, जो 200kmph की स्पीड से हवा में उड़ सकती है। खास बात ये है कि इसे 4 तरह के फ्यूल से उड़ाया जा सकता है। इसमें डीजल, बायोडीजल, जेट-A1 और केरोसिन शामिल है। कंपनी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इन्स्टाग्राम पर इसका वीडियो शेयर किया है, जिसमें टेक-ऑफ और लैंडिंग दिखाई गई है। एयरबाइक को टॉमस्ज पाटन ने बनाया है, जो जेटसन वन जैसी इलेक्ट्रिक फ्लाइंग मशीन बना चुके हैं। उनका कहना है कि ये एकदम रियल वर्ल्ड स्पीडर बाइक है, जो हवा में तेजी से उड़ सकती है और कहीं भी मूव कर सकती है। कीमत 7.37 करोड़ रुपए, 1 अगस्त से बुकिंग शुरू होगी एयर बाइक की कीमत 8.80 लाख डॉलर (लगभग 7.37 करोड़ रुपए) है। इसकी सिर्फ कुछ ही यूनिट्स बनाई जाएंगी। एयरबाइक को 1 अगस्त 2025 से कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट (volonaut.com) से बुक किया जा सकेगा। फिलहाल, यह सिर्फ प्रोटोटाइप स्टेज में है, मार्केट में कब आएगी इसकी तारीख तय नहीं है। 5 तस्वीरों में देखें टेकऑफ से लेकर लैंडिंग का सफर... फ्लाइंग बाइक से जुड़ी खास बातें ये एक सिंगल-सीटर फ्लाइंग बाइक है, जो साइंस-फिक्शन फिल्मों की स्पीडर बाइक जैसी दिखती है। इसकी बॉडी कार्बन फाइबर की है और इसे 3D प्रिंटिंग के जरिए बनाया गया है। इससे ये रॉयल एनफील्ड क्लासिक 350 मोटरसाइकिल के मुकाबले 7 गुना हल्की है। इसका वजन सिर्फ 30kg है और 95kg तक का वजन उठा सकती है। इस पर राइडर को 360-डिग्री ओपन व्यू मिलता है, जिससे राइडिंग का अलग एक्सपीरियंस मिलता है। फ्लाइट कंप्यूटर और स्टेबलाइजेशन सिस्टम से कंट्रोलिंग सेफ्टी के लिए एक्स्ट्रा जेट टरबाइन इसमें दो जेट टरबाइन्स हैं, यानी अगर एक फेल हो जाए तो दूसरा काम करे। इससे क्रैश होने की संभावना कम हो जाती है। फ्लाइट कंप्यूटर से ऑटोमैटिक स्टेबिलिटी मिलती है, जो उड़ान को संभालने में मदद करता है, लेकिन हवा के तूफान या फ्यूल खत्म होने की स्थिति में सेफ्टी को लेकर सवाल बाकी हैं। भारत में 3 कंपनियां बना रहीं इसी तरह के फ्लाइंग व्हीकल... 1. 'शून्य' पहली 6 सीटर फ्लाइंग टैक्सी , 160km मैक्सिमम रेंज एयरोस्पेस स्टार्टअप सरला एविएशन एयर टैक्सी 'शून्य' पर काम कर रही है। कंपनी ने इसका प्रोटोटाइप मॉडल इस जनवरी में हुए भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो में पेश कर चुकी है। यह टैक्सी एक बार में 160 किलोमीटर की दूरी तक उड़ सकती है, लेकिन इसे 20-30 किमी की छोटी यात्राओं के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। कंपनी के अनुसार, ये 250 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार से उड़ सकेगी और सिर्फ 20 मिनट की चार्जिंग में एक ट्रिप के लिए तैयार हो जाएगी। शून्य फ्लाइंग टैक्सी से भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में ट्रैवल टाइम में काफी कमी आने की उम्मीद है। इसमें पायलट सहित 7 लोग बैठ सकेंगे। 2. महिंद्रा अगले साल लाएगी भारत की पहली एयर टैक्सी ऑटोमोबाइल कंपनी महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने हाल ही में X पर एक पोस्ट में कंफर्म किया था कि अगले साल तक भारत को उसकी पहली इलेक्ट्रिक एयर टैक्सी मिल जाएगी। उन्होंने एक प्रोटोटाइप मॉडल की फोटोज भी शेयर की है। इस इलेक्ट्रिक एयर टैक्सी को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) मद्रास की इनिशिएटिव कंपनी ePlane में तैयार किया जाएगा। एयर टैक्सी टू-सीटर एयरक्राफ्ट जैसी होगी। यह फ्यूचर में पब्लिक को एयर ट्रैवल की सुविधा प्रदान करेगी। इसकी मैक्सिमम रेंज 200 किमी होगी। यह 160 किमी प्रति घंटे की क्रूजिंग एबिलिटी के साथ 200 किमी प्रति घंटे की एवरेज स्पीड से उड़ान भरेगी। 3. एशिया की पहली हाइब्रिड फ्लाइंग कार, घर की छत से भी उड़ सकेगी भारत में चेन्नई स्थित विनाटा एयरोमोबिलिटी कंपनी हाइब्रिड फ्लाइंग कार बना रही है। कंपनी का कहना है कि यह बिना किसी रनवे के घर की छत से भी उड़ान भर सकेगी। कंपनी ने पहली बार कार का मॉडल सिविल एविएशन मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया को दिखाया था। हाइब्रिड फ्लाइंग कार 120 kmph की टॉप स्पीड से 60 मिनट तक उड़ान भर सकती है। ये ग्राउंड लेवल से 3,000 फीट ऊंचाई तक उड़ सकती है। टू सीटर कार का वजन 1100 kg है, जो मैक्सिमम 1300kg वजन के साथ टेक ऑफ कर सकती है। कंपनी का दावा है कि इसका रेंज 100 किलोमीटर तक है। एयर ट्रांसपोर्ट को लेकर भारत में अभी कोई नियम नहीं एयर ट्रांसपोर्ट को लेकर भारत में अभी कोई नियम या रोडमैप सरकार ने तय नहीं किए हैं। अभी तक भारत में लॉन्च नहीं हुई है, भविष्य में सरकार इसको लेकर नियम तय कर सकती है।
टेक कंपनी मोटोरोला 30 जुलाई को बजट सेगमेंट में एक और स्मार्टफोन मोटो G86 पावर लॉन्च करने जा रही है। स्मार्टफोन में 6720mAh की बैटरी दी गई है। कंपनी का दावा है कि एक बार फुल चार्ज करने पर यह 53 घंटे का बैकअप देगी। इसके अलावा, इसमें 6.7 इंच का डिस्प्ले, ऑक्टा कोर मीडियाटेक डायमेंसिटी 7400 प्रोसेसर और 50MP का सोनी LYTIA600 प्राइमरी कैमरा मिलेगा। स्मार्टफोन को दो स्टोरेज और तीन कलर ऑप्शन- कॉस्मिक स्काई, गोल्डन साइप्रेस और स्पेल बाउंड में पेश किया जा रहा है। भारतीय मार्केट में इसकी शुरुआती कीमत ₹20,000 से ₹32,000 तक हो सकती है। मोटो G86 पावर : डिटेल्ड स्पेसिफिकेशन
टोयोटा किर्लोस्कर ने आज (23 जुलाई) अपनी सबसे सस्ती 7 सीटर MPV (मल्टी पर्पस व्हीकल) की कीमत बढ़ा दी है। इसके साथ ही अब कार के वैरिएंट 13 हजार रुपए महंगे हो गए हैं। कार की शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत 10.54 लाख रुपए से बढ़कर 10.67 लाख रुपए हो गई है। कीमत में बढ़ोतरी के अलावा मारुति सुजुकी अर्टिगा पर बेस्ड MPV में अन्य कोई बदलाव नहीं हुए हैं। इसमें पहले वाला ही एक्सटीरियर और केबिन डिजाइन और फीचर दिए गए हैं। रूमियन स्मार्टफोन और स्मार्टवॉच कनेक्टिविटी जैसे लेटेस्ट फीचर्स से लैस है। कार के इंजन को स्मार्टफोन से स्टार्ट/स्टॉप किया जा सकता है। कंपनी का दावा है कि यह कार पेट्रोल वैरिएंट में 20.52kmpl और CNG वैरिएंट में 26.11km का माइलेज देती है। टोयोटा ग्लांजा, अर्बन क्रूजर और मारुति सुजुकी इनविक्टो के बाद रूमियन दोनों कंपनियों के बीच शेयर किया गया चौथा बैज-इंजीनियर्ड मॉडल है। इसके साथ ही जापानी कार मेकर कंपनी टोयोटा के पास इंडियन मार्केट में मौजूद अपने MPV पोर्टफोलियो में इनोवा क्रिस्टा, इनोवा हाइक्रॉस और वेलफायर के बाद सबसे अफोर्डेबल कार है। एक्सटीरियर डिजाइन: इंटीग्रेटेड LED DRLs के साथ LED प्रोजेक्टर हेडलैंप का सेटअप कार की मैन्युफैक्चरिंग मारुति सुजुकी करती है और ग्लांजा की तरह टोयोटा को सप्लाई करती है। टोयोटा रुमियन में अर्टिगा की तुलना में कुछ कॉस्मेटिक चेंजेस मिलते हैं। सबसे बड़ा बदलाव इसके फ्रंट ग्रिल में नजर आता है जो इनोवा क्रिस्टा से ली गई है। ग्रिल में हनीकॉम्ब पैटर्न है और यह क्रोम से घिरा हुआ है। ग्रिल के दोनों और इंटीग्रेटेड LED DRLs के साथ LED प्रोजेक्टर हेडलैंप का सेटअप दिया गया है। फ्रंट बम्पर को भी नया डिजाइन दिया गया है और निचले हिस्से पर एक और क्रोम एलीमेंट्स है। इसके दोनों ओर फोगलैंप मिलते हैं। साइड में नए 7-स्पोक डायमंड-कट अलॉय व्हील मिलते हैं, जो अर्टिगा से अलग हैं। कार की साइड और रियर प्रोफाइल में कोई बलदाव नहीं है। रूमियन के इंटीरियर में अर्टिगा की तरह डुअल-टोन ट्रीटमेंट मिलता है, इसमें स्टीयरिंग व्हील पर टोयोटा का नया लोगो एकमात्र अंतर है। इसके अलावा 7 सीटर लेआउट के साथ इक्यूपमेंट्स भी अर्टिगा से लिए गए हैं। इंटीरियर डिजाइन: 7-इंच टचस्क्रीन के साथ 60:40 स्प्लिट सीटें परफॉर्मेंस: CNG में 26.11km/kg का माइलेज टोयोटा रुमियन में अर्टिगा वाला ही 1.5-लीटर का नेचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन दिया गया है, जो 103hp की पावर और 137Nm का टॉर्क जनरेट करता है। इस इंजन के साथ 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स और 6-स्पीड टॉर्क कनवर्टर ऑटोमैटिक गियरबॉक्स का ऑप्शन मिलता है। रूमियन को फैक्ट्री फिटेड CNG किट के साथ भी पेश किया गया है। ये इंजन CNG मोड में 88hp की पावर और 121.5Nm का टॉर्क जनरेट करता है। कंपनी का दावा है कि कार मैनुअल ट्रांसमिशन के साथ 20.11 kmpl, ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ 20.51kmpl और CNG में 26.11km/kg का माइलेज देती है। कंपनी ने इस कार को पेट्रोल इंजन के साथ ही नियो ड्राइव (इंटीग्रेटेड स्टार्टर जेनरेटर - ISG) और E-CNG टेक्निक से भी लैस किया है। कंपनी का कहना है कि नई नियो ड्राइव टेक्नोलॉजी और E-CNG टेक्नीक इस कार के माइलेज को बेहतर बनाते हैं। ये कार पेट्रोल (नियो ड्राइव) और CNG यानी दोनों फ्यूल ऑप्शन के साथ अवेलेबल है।
आईटेल ने आज यानी, 23 जुलाई को सुपर गुरु 4G मैक्स फीचर फोन लॉन्च किया है। कंपनी का दावा है कि ये भारत का पहला AI- पावर फीचर फोन है। यह फोन 3 इंच की स्क्रीन, AI वॉयस असिस्टेंट और 2000mAh की बैटरी के साथ आता है। इसकी कीमत 2099 रुपए है। यह हिंदी और अंग्रेजी में वॉयस कमांड समझता है और 13 भारतीय भाषाओं को सपोर्ट करता है। इसका वॉयस असिस्टेंट कॉल करने, अलार्म सेट करने, मैसेज भेजने-पढ़ने, कैमरा खोलने, म्यूजिक या वीडियो चलाने और FM रेडियो ऑन करने जैसे काम आसानी से करता है। फोन के फीचर्स 13 महीने तक फ्री रिप्लेसमेंट की वारंटी फोन पर 13 महीने की वारंटी और पहले 111 दिनों में मुफ्त रिप्लेसमेंट गारंटी दी गई है। यह फोन सभी 4G नेटवर्क पर काम करता है। यह फोन खासकर बुजुर्गों और ग्रामीण यूजर्स के लिए डिजाइन किया गया है। आईटेल सुपर गुरु 4G मैक्स स्पेसिफिकेशन
ओपनएआई का चैटबॉट चैट-GPT दुनियाभर में हर दिन 250 करोड़ से ज्यादा प्रॉम्प्ट (सवाल या काम) के जवाब दे रहा है। इसमें 33 करोड़ प्रॉम्प्ट्स अकेले अमेरिका से आते हैं। दिसंबर 2024 में यह आंकड़ा 100 करोड़ प्रतिदिन था, यानी 6 महीनों में उपयोग दोगुना से ज्यादा हो गया। Axios की एक रिपोर्ट के मुताबिक चैट-GPT सालाना 912.5 अरब सवालों के जवाब दे रहा है। वहीं गूगल पर हर साल 5 ट्रिलियन सर्च (लगभग 1,370 करोड़ प्रतिदिन) किए जाते हैं। ओपनएआई के प्रवक्ता रॉब फ्रीडलैंडर ने इन आंकड़ों की पुष्टि की है। रिपोर्ट के मुताबिक भारत में भी चैटजीपीटी की वेबसाइट और एप का उपयोग खासकर 25-34 साल के युवा और स्टूडेंट्स में तेजी से बढ़ रहा है। चैट-GPT के करीब 50 करोड़ वीकली एक्टिव यूजर्स अभी चैट-GPT के करीब 50 करोड़ वीकली एक्टिव यूजर्स हैं जिनमें से ज्यादातर फ्री वर्जन इस्तेमाल करते हैं। भारत और अमेरिका, दोनों 16% ट्रैफिक के साथ चैटजीपीटी के सबसे बड़े बाजार हैं। ब्राजील, कनाडा, और फ्रांस भी टॉप देशों में शामिल हैं। भारत में स्टूडेंट्स इसे पढ़ाई, होमवर्क, और जटिल कॉन्सेप्ट्स समझने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। दिसंबर 2024 में 30 करोड़ साप्ताहिक यूजर्स थे। अपना वेब ब्राउजर लॉन्च करेगी कंपनी चैट-GPT बनाने वाली कंपनी ओपन AI आने वाले कुछ हफ्तों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पावर्ड वेब ब्राउजर लॉन्च करने जा रही है। ओपन AI का ये ब्राउजर चैटGPT जैसे इंटरफेस में कुछ काम सीधे करेगा, यानी यूजर्स को बार-बार वेबसाइट्स पर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। ओपन AI की योजना है कि ये ब्राउजर उनके AI प्रोडक्ट्स, जैसे 'ऑपरेटर' को ब्राउजिंग में जोड़ा जाए, जो बुकिंग या फॉर्म भरने जैसे काम कर सके। हालांकि, गूगल क्रोम का 3 अरब से ज्यादा यूजर्स के साथ 66% मार्केट शेयर है, जबकि Apple का Safari 16% के साथ दूसरे नंबर पर है। ओपनAI को इनसे कड़ी टक्कर मिलेगी। 2015 में शुरू हुई थी ओपन AI ओपन AI (Open AI) एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) डेवलप करने वाली कंपनी है। इसकी स्थापना 2015 में इलॉन मस्क, सैम ऑल्टमैन और उनके कुछ दोस्तों ने मिलकर की थी। यह AI टेक्नोलॉजी विशेष रूप से जेनेरेटिव AI और लार्ज लैंग्वेज मॉडल (जैसे चैट GPT) के डेवलपमेंट के लिए जाना जाता है। कंपनी का मिशन सेफ और ह्यूमन सेंट्रिक AI डेवलप करना है। कंपनी सैन फ्रांसिस्को, कैलिफोर्निया में स्थित है। चैट-GPT क्या है? चैट-GPT यानी चैट जनरेटिव प्री ट्रेन्ड ट्रांसफॉर्मर। यह ओपन-AI का एक आर्टिफिशियली इंटेलिजेंट चैटबॉट है। चैट-GPT के पास हर उस सवाल का जवाब है जो इंटरनेट पर मौजूद है, लेकिन यह उसी सवाल का जवाब दे सकता है जो पहले इंटरनेट पर पूछा गया हो। यह एक सॉफ्टवेयर है, जो इंटरनेट पर मौजूद जानकारी को पढ़कर जवाब देता है। ------------------------------ ये खबर भी पढ़ें... इंटरनेट यूजर्स को मिलेगा मेड इन इंडिया वेब ब्राउजर: भारतीय कंपनी जोहो डेवलप करेगी, गूगल और माइक्रोसॉफ्ट को टक्कर दे सकेंगे भारत को जल्द अपना वेब ब्राउजर मिल सकता है। इसे बनाने का जिम्मा भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनी जोहो कार्पोरेशन को मिला है। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने गुरुवार (20 मार्च) को इसकी घोषणा की। मंत्रालय ने स्वदेशी वेब ब्राउजर डेवलप करने के उद्देश्य से 'इंडियन वेब ब्राउजर डेवलपमेंट चैलेंज' नाम से एक प्रतियोगिता आयोजित की थी, जिसमें जोहो कार्पोरेशन ने फर्स्ट प्राइज जीता है। इसके लिए जोहो को 1 करोड़ रुपए का प्राइस मिला है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...
रेनो इंडिया ने आज (23 जुलाई) भारत में सबसे सस्ती 7 सीटर MPV (मल्टी पर्पस व्हीकल) रेनो ट्राइबर का फेसलिफ्ट वर्जन लॉन्च कर दिया है। इस फेसलिफ्ट में नए डिजाइन और नए कलर ऑप्शन्स के साथ-साथ कुछ एक्स्ट्रा फीचर्स भी दिए गए हैं। अब कार में 21 एडवांस सेफ्टी फीचर्स स्टैंडर्ड मिलेंगे। ट्राइबर को 4 वैरिएंट में पेश किया गया है। इसमें ऑथेंटिक, इवोल्यूशन, टेक्नो और इमोशन शामिल हैं। इसकी शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत 6.29 लाख रुपए रखी गई है। ये MPV का पहला बड़ा अपडेट है, जिसे 2019 में पहली बार लॉन्च किया गया था। रेनो ट्राइबर फेसलिफ्ट का सीधा मुकाबला किसी से नहीं है, लेकिन यह गाड़ी मारुति अर्टिगा, मारुति XL6, किआ कैरेंस और किआ कैरेंस क्लाविस के मुकाबले ज्यादा सस्ता ऑप्शन है। एक्सटीरियर डिजाइन: 3 नए कलर ऑप्शन के साथ 2D रेनो लोगो रेनो ट्राइबर के फेसलिफ्ट वर्जन में कार का डिजाइन पूरी तरह से बदल दिया है। इसके फ्रंट में नए वर्टिकल स्लेट्स के साथ पतली ग्लॉस ब्लैक ग्रिल और एल्युमिनियम फिनिश वाला नया 2D रेनो लोगो दिया गया है। यह भारत में रेनो की पहली कार है, जिसमें यह अपडेटेड लोगो दिया गया है। आगे की तरफ इसमें बोल्ड लुक्स वाली LED प्रोजेक्टर हेडलाइट के साथ आइब्रो-शेप्ड LED DRL's दी गई हैं। इसका फ्रंट बंपर काफी बोल्ड है और इसमें सिल्वर आउटलाइन की हुई है। आगे वाले बंपर पर इसमें नीचे की तरफ LED फॉग लैंप्स मिलते हैं। साइड प्रोफाइल पर गौर करें तो ट्राइबर फेसलिफ्ट लगभग पहले जैसी लगती है। यहां 15-इंच डुअल-टोन स्टाइलिश अलॉय व्हील्स दिए गए हैं। इसमें आउटसाइड रियरव्यू मिरर (ORVM), रूफ रेल्स और पुल -टाइप डोर हैंडल्स पर ब्लैक फिनिश दी गई है। इसमें व्हील आर्क पर पतली बॉडी क्लैडिंग भी दी गई है, जो गाड़ी की पूरी लंबाई तक फैली हुई है। रियर में नए डिजाइन के LED टेललैंप्स दिए गए हैं, जिसे ग्लॉस ब्लैक पैनल से कनेक्ट किया गया है। टेलगेट के सेंटर पर नया ट्राइबर बैज दिया गया है, जिस पर एल्युमिनियम फिनिश मिलती है। इसमें पीछे वाले बंपर पर ब्लैक क्लैडिंग और कॉन्ट्रास्ट के लिए सिल्वर स्किड प्लेट दी गई है। ट्राइबर फेसलिफ्ट में 3 नए कलर ऑप्शन- जांस्कर ब्लू, शैडो ग्रे और अंबर टेराकोटा दिए गए हैं। इंटीरियर : 8-इंच टचस्क्रीन और ऑटो AC के साथ 60:40 स्प्लिट सीटें 2025 रेनो ट्राइबर फेसलिफ्ट का इंटीरियर अब पहले से ज्यादा स्टाइलिश और प्रैक्टिकल है। इसमें नई ब्लैक और बेज कलर थीम लगाई गई है। केबिन काफी स्पेशियस और हवादार लगता है। सीटों पर फैब्रिक अपहोल्स्ट्री दी गई है, जो कम्फर्ट और ड्यूरेबिलिटी को बढ़ाती है। डैशबोर्ड का लेआउट पूरी तरह नया है, जिसमें फ्लोटिंग टचस्क्रीन डिस्प्ले जोड़ा गया है, जो इंफोटेनमेंट को हैंडल करता है। ये 7-सीटर लेआउट में आती है। इसमें सेकंड रो पर 60:40 स्प्लिट सीटें हैं। ये सीटें स्लाइडिंग, रिक्लाइनिंग और फोल्डिंग फंक्शन के साथ आती हैं। परफॉर्मेंस: 1.0-लीटर नैचुरली एस्पिरेटेड इंजन, 18.2 से 20kmpl का माइलेज ट्राइबर में कोई भी मैकेनिकल बदलाव नहीं किया गया है। इसमें पहले की तरह ही 1.0-लीटर नैचुरली एस्पिरेटेड 3-सिलेंडर पेट्रोल इंजन लगा है। ये 72PS की पावर और 96Nm टॉर्क जनरेट करता है। कोई नया टर्बो इंजन नहीं है, जैसा कि उम्मीद थी। ये इंजन 5-स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन (MT) या 5-स्पीड ऑटोमेटेड मैनुअल ट्रांसमिशन (AMT) के साथ आता है। टॉप वैरिएंट (इमोशन AMT) में AMT का ऑप्शन है, जिसकी एक्स्ट्रा कॉस्ट करीब 52,000 रुपए है। माइलेज: कंपनी का दावा है कि कार का माइलेज 18.2 से 20kmpl है। इसमें CNG किट का ऑप्शन भी है। इसकी कीमत करीब 79,000 रुपए है। ये डीलरशिप पर लगाई जा सकती है। CNG में परफॉर्मेंस थोड़ी कम होगी, लेकिन फ्यूल की बचत के लिए अच्छा है। परफॉर्मेंस: 7-सीटर होने के बावजूद, इसका वजन कम (लगभग 947 किलो) है, जो हैंडलिंग को आसान बनाता है। ये इंजन सिटी ड्राइविंग के लिए ठीक है, लेकिन हाईवे पर ओवरटेकिंग या भारी लोड में थोड़ा कमजोर लग सकता है। टॉप स्पीड करीब 150kmph तक जा सकती है, लेकिन रियल वर्ल्ड में 100-120kmph है। सस्पेंशन स्मूद है, जो खराब सड़कों पर भी कम्फर्ट देता है। फीचर्स: 8-इंच फ्लोटिंग टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम फीचर्स की बात करें तो कार में 8-इंच फ्लोटिंग टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, 7-इंच सेमी-डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले, पुश-बटन स्टार्ट-स्टॉप, रियर वेंट्स के साथ ऑटोमेटिक AC, रिमोट कीलेस एंट्री, वायरलेस फोन चार्जर और 6-स्पीकर साउंड सिस्टम और रियर पार्किंग कैमरा जैसे फीचर्स दिए गए हैं। सेफ्टी के लिए इसमें 6 एयरबैग्स स्टैंडर्ड (ड्राइवर, को-पैसेंजर और साइड कर्टेन), रेन-सेंसिंग वाइपर और फ्रंट पार्किंग सेंसर जैसे 21 फीचर्स दिए गए हैं। इसमें ABS के साथ EBD, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC), हिल स्टार्ट असिस्ट, टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS), ट्रैक्शन कंट्रोल सिस्टम और सेंसर के साथ रियर पार्किंग कैमरा जैसे सेफ्टी फीचर भी मिलते हैं।
चाइनीज टेक कंपनी आईक्यूओ कल यानी गुरुवार, 24 जुलाई को नया स्मार्टफोन iQOO Z10R स्मार्टफोन लॉन्च करने जा रही है। कंपनी ने अपने वेबसाइट और सोशल मीडिया हैंडल X पर लॉन्चिंग की जानकारी दी है। लॉन्च डेट के साथ-साथ कंपनी ने फोन के कुछ स्पेसिफिकेशन भी शेयर किए हैं। आईक्यूओ ने कंफर्म किया है कि Z10R स्मार्टफोन में 32MP 4K सेल्फी कैमरा, क्वाड कर्व्ड डिस्प्ले और 5700mAh बैटरी मिलेगी। कंपनी का दावा है कि क्वाड कर्व्ड डिस्प्ले सेगमेंट में यह भारत का सबसे पतला स्मार्टफोन है। भारत में इसकी कीमत ₹18,990 से ₹20,000 रुपए हो सकती है। यहां डिटेल में स्मार्टफोन के स्पेसिफिकेशन के बारे में जानते हैं...
हीरो मोटोकॉर्प ने अपनी पॉपुलर बाइक HF डीलक्स का नया वैरिएंट HF डीलक्स प्रो लॉन्च किया है। इसकी कीमत 73,550 रुपए (एक्स-शोरूम, दिल्ली) रखी गई है। यह बाइक स्टाइलिश डिजाइन और कई नए फीचर्स के साथ आई है। इस बाइक में नया क्या है? बाइक की अन्य खास बातें शहर में रोजाना सफर करने वालों के लिए अच्छा ऑप्शन HF डीलक्स प्रो उन लोगों के लिए सही है, जो कम बजट में स्टाइल, माइलेज और भरोसेमंद बाइक चाहते हैं। यह बाइक खासतौर पर शहर में रोजाना सफर करने वालों के लिए अच्छा ऑप्शन है। हीरो की यह नई बाइक बाजार में पहले से मौजूद HF डीलक्स और HF 100 के साथ बिक्री के लिए उपलब्ध होगी। ------------------------------------- ये खबर भी पढ़े... सस्ती इलेक्ट्रिक बाइक लॉन्च करेगी होंडा:शाइन 100 के प्लेटफॉर्म पर बनेगी, एक्टिवा-ई की तरह स्वेपेबल बैटरी पैक ऑप्शन मिलेगा होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया भारत में सस्ती इलेक्ट्रिक बाइक लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने हाल ही में भारतीय पेटेंट ऑफिस (IPO) में एक इलेक्ट्रिक बाइक का पेटेंट अप्लाई किया है। इससे पता चला है कि कंपनी इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल पर काम कर रही है, जो शाइन 100 के प्लेटफॉर्म पर बेस्ड होगी। पूरी खबर पढ़ें