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2025 बजाज डोमिनर 250 और डोमिनर 400 भारत में लॉन्च:क्रूजर बाइक्स में अपडेटेड OBD-2B इंजन, शुरुआती कीमत ₹1.91 लाख

बजाज ऑटो की क्रूजर बाइक 2025 डोमिनर 250 और डोमिनर 400 भारत में लॉन्च हो गई हैं। दोनों बाइक्स में नए एमिशन नॉर्म्स के अनुसार अपडेटेड OBD-2B इंजन दिया गया है। इसके अलावा इनमें अब पल्सर RS200 और पल्सर NS200 से इन्सपायर्ड नया LCD कंसोल दिया गया है, जो टर्न-बाय-टर्न नेविगेशन और कॉल/SMS अलर्ट के साथ स्मार्टफोन कनेक्टिविटी सपोर्ट करता है। नए फीचर्स के साथ अपडेटेड बजाज डोमिनर 250 पहले से 5158 रुपए महंगी हो गई है। उसकी कीमत 1,91,654 रुपए रखी गई है। वहीं, 2025 बजाज डोमिनर 400 की एक्स-शोरूम कीमत 2,38,682 है, जो मौजूदा मॉडल से 6,026 रुपए ज्यादा है। दोनों क्रूजर बाइक्स कंपनी के डीलरशिप पर अवेलेबल हैं। डोमिनर 250 का भारत में कीवे के-लाइन 250वी से मुकाबला रहेगा। वहीं, डोमिनर 400 रॉयल एनफील्ड की मीटियोर 350 को टक्कर देगी। डोमिनर 250 और डोमिनर 400 में नया क्या? दोनों बाइक में कलर LCD डिस्प्ले के अलावा और नया स्विचगियर लगा दिया गया है, जो पल्सर NS400Z से लिया गया है। इसके अलावा, इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर के ऊपर एक छोटा सा विजर भी जोड़ा गया है, जो चमक से बचाने में मदद करता है। बाकी अपडेट्स में नया हैंडल बार भी शामिल है, जो लंबी दूरी पर आराम देता है और एक नया कैरियर भी आया है, जिसमें GPS माउंट लगा है। बजाज ने स्विचगियर को भी अपग्रेड किया है, जो अब ज्यादा प्रीमियम फील होता है। डोमिनर 400 में अब राइड-बाय-वायर सिस्टम जोड़ा गया है। इससे 4 राइडिंग मोड्स- रोड, रेन, स्पोर्ट और ऑफ-रोड-आ गए हैं। ये मोड थ्रॉटल रिस्पॉन्स और ABS को कंट्रोल करते हैं। वहीं, डोमिनर 250 में अभी भी मैकेनिकल थ्रॉटल है, लेकिन अब इसमें 4 ABS मोड्स- रोड, रेन, स्पोर्ट और ऑफ-रोड दिए गए हैं। बजाज डोमिनर 250 और डोमिनर 400 : डिजाइन और हार्डवेयर बजाज ने डोमिनर 250 और डोमिनर 400 की डिजाइन और हार्डवेयर में कोई बदलाव नहीं किया है। डोमिनर 250 तीन कलर- कैन्यन रेड, स्पार्कलिंग ब्लैक और सिट्रस रश में अवेलेबल है। वहीं, डोमिनर 400 में भी तीन कलर- कैन्यन रेड, ऑरोरा ग्रीन और चारकोल ब्लैक में अवेलेबल है। इसके साथ ही, दोनों बाइक में ऑल LED लाइटिंग सेटअप और USB चार्जिंग पोर्ट भी दिया गया है। डोमिनर 250 में पहले की तरह 37mm इनवर्टेड फॉर्क के साथ रियर में प्रीलोड एडजस्टेबल मोनोशॉक दिया गया है। ब्रेकिंग के लिए इसमें फ्रंट में 300mm और रियर में 230mm डिस्क ब्रेक सेटअप दिया गया है। वहीं, डोमिनर 400 में भी पहले की तरह 43mm USD टेलिस्कोपिक फॉर्क्स और रियरम में मल्टी-स्टेप एडजस्टेबल मोनोशॉक दिया गया है। ब्रेकिंग के लिए डोमिनर 400 के फ्रंट में 320mm और रियर में 230mm डिस्क ब्रेक सेटअप दिया गया है।

दैनिक भास्कर 5 Jul 2025 5:58 pm

इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर महंगे हो सकते हैं:बजाज, एथर और TVS घटाएंगी प्रोडक्शन, चीन से आने वाले रेयर अर्थ मैग्नेट की शॉर्टेज का असर

चीन की ओर से कीमती धातुओं (रेयर अर्थ मटेरियल) के एक्सपोर्ट पर पाबंदी लगाने का असर भारतीय EV मार्केट पर दिखने लगा है। देश में टॉप इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर कंपनियां बजाज ऑटो, एथर एनर्जी और TVS मोटर प्रोडक्शन घटाने जा रही हैं। ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 4 महीने से चीन से इंपोर्ट की जाने वाली रेयर अर्थ मैग्नेट की कमी से भारतीय कंपनियां जूझ रही हैं। ये मैग्नेट इलेक्ट्रिक मोटर्स के लिए बेहद जरूरी हैं और बिना इनके इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने में दिक्कत हो रही है। प्रोडक्शन घटने से इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर की कीमतें बढ़ सकती हैं। इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर बनाने वाली कंपनियां ये 4 कंपनियां भारत में बिकने वाले 80% इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर बनाती हैं। चीन के साथ बातचीत कर रही हैं केंद्र सरकार ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री और केंद्र सरकार चीन के साथ बातचीत कर रही हैं, ताकि मैग्नेट की आपूर्ति फिर से शुरू हो। इसके अलावा, वियतनाम, इंडोनेशिया और जापान जैसे देशों से भी सप्लाई के लिए बात चल रही है, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं मिला है। जून में भारतीय ऑटोमोबाइल निर्माता सोसाइटी (SIAM) ने चेतावनी दी थी कि अगर सप्लाई जल्द शुरू नहीं हुई, तो निर्माताओं को प्रोडक्शन कम करना पड़ सकता है। चीन की पाबंदियां बनी रहीं, तो महंगी होंगी ईवी अगर चीन की पाबंदियां बनी रहीं, तो ग्लोबल लेवल पर इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने वाली कंपनियों पर इसका असर देखने को मिलेगा। कच्चे माल की कीमतें बढ़ेंगी, जिससे गाड़ियों के दाम भी ऊपर जा सकते हैं। भारत सहित सभी बाजारों में भी इसका असर धीरे-धीरे दिखेगा। भारत में विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि चीन से इम्पोर्ट जल्द शुरू न हुआ तो इलेक्ट्रिक और ICE वाहनों के कारखानों का प्रोडक्शन रुक सकता है। भारत में मैन्युफैक्चरर्स के पास 6 से 8 हफ्तों की सप्लाई बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में EV ओरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चर्रस के पास 6 से 8 हफ्तों की REM सप्लाई बची है, वहीं CNBC-TV18 को टीवीएस मोटर के मैनेजिंग डायरेक्टर सुदर्शन वेणू ने बताया था कि चीन के प्रतिबंधों का असर जून या जुलाई के उत्पादन में देखने को मिल सकता है। अगर ऐसा होता है तो भारतीय EV उत्पादकों के लिए परेशानी खड़ी हो सकती है। गाड़ी में रेयर अर्थ मटेरियल्स का इस्तेमाल कहां होता है रेयर मटेरियल्स का इस्तेमाल खास तौर पर इलेक्ट्रिक गाड़ियों में किया जाता है। इनका उपयोग परमानेंट मैग्नेट इलेक्ट्रिक मोटर्स के लिए कॉम्पेक्ट और हाई परफॉर्मेंस मेग्नेट बनाने के लिए किया जाता है। नियोडिमियम, डिस्प्रोसियम और टेरबियम जैसे तत्वों से बने ये चुंबक, मोटरों को छोटे, हल्के और अन्य ऑप्शन की तुलना में ज्यादा एफिशिएंट बनाते हैं, जो ईवी की रेंज और परफॉर्मेंस को बेहतर बनाने के लिए जरूरी है। इनका इस्तेमाल ICE वाली गाड़ियों में लगने वाले केटेलिक कन्वर्टर्स जैसे ऑटो कंपोनेंट्स में भी किया जाता है। इसके अलावा ईवी और ICE दोनों तरह के व्हीकल में लगने वाले कई सिस्टम में सेंसर से लेकर डिस्प्ले तक में इन धातुओं का इस्तेमाल किया जाता है। रेयर मटेरियल्स की माइनिंग में चीन की करीब 70% हिस्सेदारी बता दें कि ग्लोबल लेवल पर रेयर मटेरियल्स की माइनिंग में चीन की हिस्सेदारी करीब 70% और प्रोडक्शन में करीब 90% तक है। चीन ने हाल ही में अमेरिका के साथ बढ़ती ट्रेड वॉर के बीच 7 कीमती धातुओं (रेयर अर्थ मटेरियल) के निर्यात पर रोक लगा दी थी। चीन ने कार, ड्रोन से लेकर रोबोट और मिसाइलों तक असेंबल करने के लिए जरूरी मैग्नेट यानी चुंबकों के शिपमेंट भी चीनी बंदरगाहों पर रोक दिए हैं। ये मटेरियल ऑटोमोबाइल, सेमीकंडक्टर और एयरोस्पेस बिजनेस के लिए बेहद अहम हैं। स्पेशल परमिट के जरिए ही होगा एक्सपोर्ट चीन ने 4 अप्रैल को इन 7 कीमती धातुओं के निर्यात पर रोक लगाने का आदेश जारी किया था। आदेश के मुताबिक ये कीमती धातुएं और उनसे बने खास चुंबक सिर्फ स्पेशल परमिट के साथ ही चीन से बाहर भेजे जा सकते हैं। कंपनियों को चीन से मैग्नेट मंगाने के लिए 'एंड-यूज सर्टिफिकेट' देना होगा। इसमें यह बताना पड़ेगा कि यह चुंबक सैन्य उद्देश्यों के लिए तो नहीं हैं।

दैनिक भास्कर 4 Jul 2025 9:19 pm

बादलों के बीच अचानक कहां से आया लाल रंग का टॉवर, NASA ने कैद की दुर्लभ तस्वीर, आखिर वहां क्यों था उजाला?

Nichole Vapor Ayers: नासा की अंतरिक्ष यात्री निकोल एयर्स ने अंतरिक्ष स्टेशन से मैक्सिको और अमेरिका के ऊपर एक ऐसी तस्वीर खींची है जिससे हर कोई हैरान हो गया है. एक्स पर फोटो शेयर करते हुए उन्होंने जानकारी दी है.

ज़ी न्यूज़ 4 Jul 2025 5:54 pm

ISS से सीधा मां से बात! शुभांशु शुक्ला ने शेयर किया खास पल, परिवार हुआ भावुक

Shubhanshu Shukla: अंतरिक्ष में दूसरे और अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पर जाने वाले पहले भारतीय बनकर शुभांशु शुक्ला ने भारत का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है. 25 जून को SpaceX के ड्रैगन से स्पेस में जाने वाले शुक्ला वहां जरूरी रिसर्च्स पर काम करेंगे.

ज़ी न्यूज़ 4 Jul 2025 3:03 pm

प्लेन की सेफ लैंडिंग के बावजूद हुई 301 मौतें, यहां पढ़ें सऊदी फ्लाइट 163 की दर्दनाक कहानी

Place Crashes: प्लेन क्रैसै जैसे अब काफी आम बात हो चुकी है. हाल ही में हुए एयर इंडिया के क्रैश के बाद से ही फ्लाइट्स की सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं. लेकिन आज हम आपको एक ऐसी फ्लाइट के बारे में बताएंगे जो सुरक्षित लैंड हुआ फिर भी सभी यात्रियों की मौत हो गई.

ज़ी न्यूज़ 4 Jul 2025 12:54 pm

वैज्ञानिकों ने 5000 साल पुराने शख्स का DNA किया डिकोड, कौन है पहला पिरामिड बनने से पहले का ये इंसान

Ancient Egypt: वैज्ञानिकों की टीम ने प्राचीन मिस्र के एक व्यक्ति के डीएनए को डिकोड कर लिया है. साथ ही टीम का यह भी मानना है कि यह व्यक्ति पहले पिरामिडों के समय मौजूद था.

ज़ी न्यूज़ 4 Jul 2025 10:57 am

वापस लौटी तो बनूंनी टीचर...कौन हैं एलिसा कार्सन? जो बनेंगी मंगल पर कदम रखने वाली पहली इंसान

NASA Mars Mission: मंगल ग्रह पर जाने वाला पहला इंसान कौन होगा? यह सवाल हमेशा से ही लोगों में चर्चा का विषय रहा है. आपको बता दें कि अब इसका जवाब मिल चुका है कि मंगल ग्रह पर जाने वाला पहला इंसान कौन होगा?

ज़ी न्यूज़ 4 Jul 2025 7:44 am

NASA की चेतावनी!धरती की तरफ बढ़ रहा कुतुब मीनार से 9 गुना बड़ा एस्टेरॉयड, 51 हजार किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड

Asteroid Coming Near Earth: अंतरिक्ष से धरती की तरफ एक बार फिर से बड़ी आफत बढ़ी है. इस एस्टेरॉयड का नाम VO5 है और इसका व्यास 660 मीटर है. अब तक के खोजे गए यह सबसे बड़ क्षुद्रग्रहों में से एक है.

ज़ी न्यूज़ 4 Jul 2025 6:40 am

iQOO 13 ग्रीन एडिशन कल लॉन्च होगा:फोन में ट्रिपल 50 मेगापिक्सल लेंस का कैमेरा सेटअप; 30 मिनट में फुल चार्ज होगा

चाइनीज टेक कंपनी आईक्यू ने भारतीय बाजार में कल अपने फ्लैगशिप स्मार्टफोन 'iQOO 13' का ग्रीन एडिशन लॉन्च कर रही है। ई-कॉमर्स वेबसाइट अमेजन पर इसका टीजर जारी किया गया है। स्मार्टफोन में स्नैपड्रैगन 8 Elite प्रोसेसर दिया गया है जो अपडेटेड फनटच ऑपरेटिंग सिस्टम 15 पर रन करता है। हालांकि फोन के स्पेसिफिकेशन में कोई बदलाव नहीं किया गया है। स्मार्टफोन के बैक पैनल पर ट्रिपल कैमरा सेटअप में 50 मेगापिक्सल का मेन कैमरा दिया गया है। स्मार्टफोन को दो स्टोरेज वैरिएंट में पेश किया जाएगा, जिसकी शुरुआती कीमत 54,999 रुपए होगी। iQOO 13 ग्रीन एडिशन : रैम स्टोरेज और प्राइस प्राइस अवेलेबिलिटी और ऑफर स्मार्टफोन 54,999 रुपए की शुरुआती कीमत पर लॉन्च होगा, हालांकि ऑफर के तहत इसमें 3000 रुपए की छूट मिल सकती है, जिसके बाद स्मार्टफोन की शुरूआती कीमत 51,999 रुपए हो जाएगी। अवेलेबिलिटी की बात करें तो स्मार्टफोन ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म अमेजन पर सेल होगा। iQOO 13 ग्रीन एडिशन: स्पेसिफिकेशन iQOO 13 ग्रीन एडिशन: स्पेसिफिकेशन

दैनिक भास्कर 3 Jul 2025 4:11 pm

फरारी की सबसे सस्ती स्पोर्ट्स कार अमाल्फी लॉन्च:सिर्फ 3.3 सेकेंड में 0 से 100 की स्पीड पकड़ सकती है, कीमत ₹2.4 करोड़

फरारी ने ग्लोबल मार्केट में नई स्पोर्ट्स कार अमाल्फी को लॉन्च कर दिया है। इटालियन कार मेकर ने इसे एंट्री-लेवल स्पोर्ट्स कार के रूप में फरारी रोमा की जगह उतारा है। इसकी शुरुआती कीमत 240,000 यूरो (करीब ₹2.4 करोड़) रखी गई है। ये कंपनी की अब तक की सबसे सस्ती ग्रैंड टूरर स्पोर्ट्स कार है। अमाल्फी की बुकिंग शुरू कर दी गई है। यूरोप में डिलीवरी 2026 की पहली तिमाही से शुरू होगी। अमेरिका में ये 3 से 6 महीने बाद पहुंचेगी। इसके बाद भारतीय बाजार में राइट-हैंड-ड्राइव वाले मॉडल्स उतारे जाएंगे। कंपनी का दवा है कि कार सिर्फ 3.3 सेकेंड में 0 से 100kmph की स्पीड से दौड़ सकती है। फरारी अमाल्फी का नाम इटली की अमाल्फी कोस्ट से इन्सपायर्ड है, जो दक्षिणी इटली में सालेर्नो की खाड़ी के पास एक खूबसूरत बीच है। ये एस्टन मार्टिन DB12, बेन्टले कॉन्टिनेंटल GT, मासेराटी ग्रेनटूरिज्मो और अपकमिंग एस्टन मार्टिन DB12 S को टक्कर देगी। एक्सटीरियर डिजाइन: स्मूद डोर हैंडल्स और 20 इंच के अलॉय व्हील्स फेरारी अमाल्फी के लुक्स की बात करें तो इसका एयरोडायनामिक डिजाइन स्पोर्टी और स्टाइल का कॉम्बो नजर आता है। कंपनी का कहना है कि ग्लासहाउस टॉप को छोड़कर कार की पूरी बॉडी बिल्कुल नई है। सबसे बड़ा बदलाव इसके फ्रंट में दिखता है, जहां रोमा की शार्क नोज और ग्रिल की जगह फरारी पुरोसांग्वे SUV जैसा डिजाइन दिया गया है। नए पतले हेडलाइट्स को एक ब्लैक बार से जोड़ा गया है। इसके नीचे की ओर न्यू डिजाइन लिप्स हैं। हेडलाइट्स के पास नए एयर डक्ट्स हैं, जो हवा के प्रेशर को कम करते हैं और टर्बोज को ज्यादा हवा भेजते हैं। अमाल्फी के साइड प्रोफाइल में स्मूथ कर्व्स और एयरोडायनामिक लाइन्स इसे स्पोर्टी वाइब्स देती हैं। यहां स्मूद डोर हैंडल्स और 20 इंच के अलॉय व्हील्स दिए गए हैं। रियर में एक नया एक्टिव स्पॉइलर है, जो हवा को बेहतर तरीके से मैनेज करता है और 250kmph मील प्रति घंटे की स्पीड पर 110kg का डाउनफोर्स जनरेट करता है। यह रोमा से 110 किलो ज्यादा है। यानी, तेज रफ्तार में भी गाड़ी रोड पर मजबूती से टिकी रहेगी। पीछे की तरफ टेललाइट्स में हल्का बदलाव और डिफ्यूजर पर नंबर प्लेट की जगह को थोड़ा शिफ्ट किया गया है। कार में 35 कलर ऑप्शन मिलते हैं। इनमें 8 स्टैंडर्ड, 6 हिस्टोरिकल, 14 क्लासिक, 6 स्पेशल और 1 मैट कलर शामिल हैं। इंटीरियर: प्रीमियम लेदर अप्होल्स्ट्री और डैशबोर्ड पर तीन टच स्क्रीन फरारी अमाल्फी का केबिन रोमा की तरह ही है, लेकिन ये थोड़ा अपग्रेडेड है। इंटीरियर में प्रीमियम लेदर, कार्बन फाइबर और मॉडर्न टचस्क्रीन डिस्प्ले का कॉम्बिनेशन है, जो इसे लग्जरी और स्पोर्ट्स कार का परफेक्ट कॉम्बो बनाता है। सबसे खास बात, स्टीयरिंग पर रोमा के टच स्विच की जगह फिजिकल बटन्स आए हैं, जिसमें रेड स्टार्ट/स्टॉप बटन भी शामिल है। पीछे की दो सीट्स भी पहले जैसी हैं। कार में सॉलिड एल्यूमिनियम से बना एक फ्लोटिंग सेंट्रल कंसोल है, जिसमें गियर सिलेक्टर, चाबी का स्लॉट, वायरलेस चार्जिंग पैड और कुछ छोटे कंट्रोल्स दिए गए हैं। डैशबोर्ड पर डिजिटल स्क्रीन अब 8.4-इंच की जगह 10.25-इंच की है, जो वायरलेस एपल कारप्ले और एंड्रॉएड ऑटो सपोर्ट करती है। 8.8-इंच पैसेंजर स्क्रीन वही है, लेकिन ड्राइवर डिस्प्ले 15.6 इंच से 15.2 इंच का हो गया है। परफॉर्मेंस: ट्विन-टर्बो V8 इंजन के साथ 320kmph की टॉप स्पीड फरारी अमाल्फी में परफॉर्मेंस के लिए रोमा वाला 3.9-लीटर का ट्विन-टर्बो V8 इंजन दिया गया है, जो 640hp की पावर (रोमा से 20hp ज्यादा) और 760Nm का टॉर्क जनरेट करता है। वहीं ट्रांसमिशन के लिए इंजन को 8-स्पीड डुअल-क्लच गियरबॉक्स के साथ ट्यून किया गया है। 1.3 किलो हल्का कैमशाफ्ट डालकर इंजन की रफ्तार (खासकर ऊंचे गियर्स में) बढ़ाई गई है। साथ में नया ECU भी लगाया है, जो परफॉर्मेंस को बूस्ट करता है। इससे कार सिर्फ 3.3 सेकेंड में 0-100kmph और 9 सेकेंड में 0-200kmph की रफ्तार पकड़ सकती है। इसकी टॉप स्पीड 320kmph की है। वहीं, ब्रेकिंग की बात करें तो कार 100kmph की स्पीड पर ब्रैक लगाने पर 30.8 मीटर में डिस्टेंस में रुकेगी। वहीं, 200kmph की स्पीड में ब्रेकिंग पर 119.5 मीटर दूर रुकेगी।

दैनिक भास्कर 3 Jul 2025 3:32 pm

रिपोर्ट: NASA की 50 साल की रिसर्च में खुलासा, स्पेस में अंतरिक्ष यात्रियों को झेलने पड़ते हैं 5 बड़े खतरे

Space Travel Challenges: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA पिछले 50 सालों से अंतरिक्ष में जाने वाले यात्रियों के शरीर पर अध्ययन कर रहा है. यह रिसर्च एजेंसी के मानव अनुसंधान कार्यक्रम का हिस्सा है जिसका मकसद सुरक्षित अंतरिक्ष यान, स्मार्ट स्पेससूट बेहतर मेडिकल सुविधाओं को बनाना है.

ज़ी न्यूज़ 3 Jul 2025 3:07 pm

वैज्ञानिकों ने भारत से 7556 किमी दूर खोजी बर्फ में दबी टाइम मशीन; रिसर्चर्स को भी नहीं हुआ यकीन, अब खुलेंगे राज

Antarctica Ice Sheets: धरती जितनी बड़ी है उतनी ही रहस्यमय भी है. वैज्ञानिकों के हाथ कुछ ऐसा लगा है जिसे लेकर उनका कहना है कि यह खोज मानवता के इतिहास को बेहतर ढंग से समझाने में मदद करेगी. यह एक टाइम मशीन जैसी है.

ज़ी न्यूज़ 3 Jul 2025 12:54 pm

सुलझ गया किंग कोबरा का 188 साल पुराना रहस्य, वैज्ञानिकों ने किया बेहद चौंकाने वाला दावा

King Cobra: सांपों में सबसे खतरनाक और बेहद जहरीला किंग कोबरा(King Cobra)हमेशा से वैज्ञानिकों के लिए शोध का विषय रहा है. अब वैज्ञानिकों ने किंग कोबरा के बारे में 188 साल पुराना रहस्य सुलझा लिया है.

ज़ी न्यूज़ 3 Jul 2025 12:27 pm

तारा जो 2 बार मरा! वैज्ञानिकों के लिए सनसनी बना डबल सुपरनोवा, SNR 0509-67.5 बना ब्रह्मांड का रहस्य

Rare Cosmic Event: हमेशा से ही वैज्ञानिकों का मानना था कि इंसानों की तरह ही तारे भी बस एक बार ही मरते हैं. लेकिन हाल ही में एक ऐसी घटना हुई जिसने वैज्ञानिकों की इस सालों पुरानी सोच को पलट कर रख दिया है.

ज़ी न्यूज़ 3 Jul 2025 10:34 am

बॉस को खुश करने के लिए करते हैं 12-12 घंटे काम? दे रहे हैं इन बीमारियों को फ्री पास, काटेंगे अस्पताल के चक्कर

Blood Pressure: लंबे समय तक काम करना आपको थका सकता है, साथ ही यह आपको ब्लड प्रेशर बढ़ाने जैसी गंभीर समस्या भी दे सकता है. इसलिए आज की बिजी लाइफस्टाइल में भी आपको खुद का ख्याल रखना चाहिए.

ज़ी न्यूज़ 3 Jul 2025 8:16 am

वैज्ञानिक हैरान! धरती से महज 4500 किमी दूर से आए ताकतवर रेडियो सिग्नल, NASA की सैटेलाइट से आई चेतावनी

Radio Signals: खगोलविदों को अंतरिक्ष में धरती के बहुत ही नजदीक कुछ तेज रेडियो सिग्नल्स मिले हैं. शुरुआत में माना जा रहा था कि ये किसी पिंड से आ रहे हैं लेकिन यह कुछ और ही निकला. आइए जानते हैं इसके बारे में...

ज़ी न्यूज़ 3 Jul 2025 7:30 am

इंसुलिन से आजादी! ISS पर शुभांशु शुक्ला कर रहे हैं ऐसी रिसर्च, जो डायबिटीज के इलाज में बन सकता है गेमचेंजर

Shubhanshu Shukla: भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला टीम के अन्य साथियों के साथ ISS पर जरूरी शोध करने में जुटे हुए हैं. वहां कि गई रिसर्च धरती पर लोगों को कई तरीके से मदद कर सकती है.

ज़ी न्यूज़ 3 Jul 2025 6:34 am

सस्ती बाइक टैक्सी को केंद्र की परमिशन:प्लेटफॉर्म्स को राज्य सरकारों की मंजूरी का इंतेजार, नए नियम जारी

अगर आपके पास खुद की बाइक या स्कूटर है, तो आप भी कैब सर्विस प्लेटफॉर्म्स पर रजिस्टर करके कमाई शुरू कर सकते हैं। और अगर आप सवारी करते हैं, तो सस्ती और फास्ट बाइक टैक्सी सर्विस का ऑप्शन आपके लिए तैयार है। केंद्र सरकार ने प्राइवेट (नॉन-ट्रांसपोर्ट, वाइट नंबर प्लेट) मोटरसाइकिल्स को राइड-शेयरिंग और बाइक टैक्सी सर्विसेज के लिए इस्तेमाल करने की परमिशन दे दी है। रोड ट्रांसपोर्ट मंत्रालय (MoRTH) ने अपनी एनुअल रिपोर्ट मोटर व्हीकल एग्रीगेटर गाइडलाइन्स (MVAG) 2025 में इसकी जानकारी दी है। ये सर्विस रैपिडो, उबर और ओला जैसे एग्रीगेटर प्लेटफॉर्म्स के जरिए चलेंगी, लेकिन इन प्लेटफॉर्म्स को राज्य सरकारों से मंजूरी लेनी होगी। 2020 के बाद से भारत में बाइक-शेयरिंग, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) और ऑटो-रिक्शा राइड्स की डिमांड तेजी से बढ़ने के कारण ये फैसला लिया गया है। क्या है नई गाइडलाइन्स? ये खबर भी पढ़ें... ओला-उबर पीक ऑवर्स में दोगुना किराया वसूल सकेंगी: ड्राइवर ने राइड कैंसिल की तो 10% जुर्माना, सरकार बोली- 3 महीने में लागू करें नए नियम ओला, उबर, रैपिडो अब पीक आवर्स में दोगुना तक किराया वसूल सकती हैं। केंद्र सरकार ने गाइडलाइंस जारी करके एप बेस्ड टैक्सी सर्विसेस को ऐसा करने की मंजूरी दी है। सरकार ने 3 महीने में (सितंबर तक) नए नियम लागू करने को कहा है। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 2 Jul 2025 11:47 pm

पाकिस्तानी सेलेब्स के सोशल मीडिया अकाउंट भारत में एक्टिव:इनमें शोएब अख्तर–मावरा होकैन शामिल; ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सरकार ने बैन लगाया था

पाकिस्तानी सेलेब्स और न्यूज चैनल्स के सोशल मीडिया अकाउंट भारत में एक्टिव हो गए हैं। पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब अख्तर, शाहिद अफ्रीदी, बासित अली, राशिद लतीफ के यू-ट्यूब चैनल्स समेत ARY डिजिटल, हम टीवी और हर पल जियो के अकाउंट फिर से देखे जाने लगे हैं। भारत सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर के वक्त इन पर बैन लगाया था। सरकार की ओर से बैन हटाने की ऑफिशियल जानकारी अभी नहीं दी गई है। ये अकाउंट कैसे एक्टिव हुए हैं, इसकी जानकारी नहीं है। 16 पाकिस्तानी यूट्यूब चैनल्स ब्लॉक किए गए थे केंद्र सरकार ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद कई अकाउंट्स ब्लॉक कर दिए थे। 27 अप्रैल को केंद्र सरकार ने भारतीय सेना और सुरक्षा एजेंसियों के खिलाफ भड़काऊ कंटेंट, झूठे बयान और गलत सूचना फैलाने के आरोप में 16 पाकिस्तानी यूट्यूब चैनल्स ब्लॉक कर दिए थे, जिनके कुल मिलाकर लगभग 63.08 मिलियन सब्सक्राइबर हैं। भारत में बैन किए यू-ट्यूब चैनल्स की लिस्ट पाकिस्तानी एक्टर्स के इंस्टाग्राम अकाउंट्स भी अनब्लॉक ​​​​​​​मंगलवार (2 जुलाई) को बॉलीवुड फिल्म सनम तेरी कसम में नजर आ चुकीं पाकिस्तानी एक्ट्रेस मावरा होकैन का इंस्टाग्राम अब भारत में एक्टिव दिख रहा है। उनके अलावा, युमना जैदी, दानानीर मोबीन, अहद रजा मीर, अजान सामी खान, अमीर गिलानी और दानिश तैमूर जैसे पाकिस्तानी फिल्म और टीवी कलाकारों के इंस्टाग्राम अकाउंट्स अनब्लॉक हो गए हैं। पाकिस्तान के इन टॉप सेलेब्स के अकाउंट भी भी रिस्ट्रिक्ट दिलजीत दोसांझ के साथ फिल्म सरदार जी 3 में नजर आईं एक्ट्रेस हानिया आमिर का इंस्टाग्राम अकाउंट भारत में रिस्ट्रिक्ट है। अकाउंट खोलने पर लिखा मिलेगा, अकाउंट भारत में मौजूद नहीं है। इन कंटेंट को लीगल रिक्वेस्ट के चलते रिस्ट्रिक्ट किया जा रहा है। हानिया के अलावा फवाद खान, माहिरा खान, अली जफर और आतिफ असलम के अकाउंट भी उपलब्ध नहीं हैं। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को टूरिस्टों को निशाना बनाकर किए गए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी। पीड़ितों को क्षेत्र की एक फेमस बैसरन घाटी में गोली मार दी गई थी। यह हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद से क्षेत्र में सबसे घातक हमलों में से एक था। 2023 में बॉम्बे हाईकोर्ट ने पाक कलाकारों से बैन हटाया था साल 2016 में हुए उरी अटैक के बाद सभी पाकिस्तानी कलाकारों के भारत में काम करने पर बैन लगा दिया गया था। यही वजह रही कि माहिरा खान, फवाद खान जैसे कलाकारों को भारत की कई फिल्में छोड़नी पड़ी थीं। साल 2023 में बॉम्बे हाईकोर्ट ने पाकिस्तानी कलाकारों पर बैन लगाए जाने की याचिका खारिज करते हुए कहा कि कलाकारों को पॉलिटिकल टेंशन के चलते सजा नहीं दी जा सकती। ये खबर भी पढ़ें... 8000 से ज्यादा X अकाउंट ब्लॉक करने का आदेश:भारत के खिलाफ फर्जी खबरें फैलाने का आरोप, इनमें इंटरनेशनल न्यूज ऑर्गनाइजेशन भी शामिल पाकिस्तान से तनाव के बीच भारत सरकार ने फेक न्यूज फैलाने वाले 8000 X अकाउंट बंद करने के आदेश दिए हैं। इनमें इंटरनेशनल न्यूज ऑर्गनाइजेशन के अकाउंट भी शामिल हैं। X ने यह दावा अपने ग्लोबल गवर्नेंस अफेयर्स अकाउंट के जरिए किया है। प्लेटफॉर्म ने कहा कि हम इससे सहमत नहीं हैं, ये पोस्ट और अकाउंट सिर्फ भारत में नहीं दिखेंगे। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 2 Jul 2025 8:46 pm

ओप्पो रेनो 14 सीरीज कल लॉन्च होगा:50MP ट्रिपल कैमरा और मीडियाटेक डाइमेंसिटी 8350 प्रोसेसर मिलेगा; शुरुआती कीमत- ₹39,999

चाइनीज टेक कंपनी ओप्पो कल यानी गुरुवार, 3 जुलाई को ओप्पो रेनो 14 सीरीज लॉन्च करने जा रही है। इस सीरीज में दो स्मार्टफोन रेनो 14 और रेनो 14 प्रो लॉन्च होंगे। कंपनी ने अपनी वेबसाइट और X हैंडल पर डिवाइसेज के लॉन्चिंग की जानकारी दी है। टीजर में दोनों स्मार्टफोन के बैक पैनल पर ट्रिपल कैमरा सेटअप दिख रहा है। इसके अलावा कंपनी ने स्मार्टफोन के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। हालांकि स्मार्टफोन चीनी मार्केट में पहले ही लॉन्च हो चुके हैं। उसी के आधार पर हम स्मार्टफोन के स्पेसिफिकेशन की जानकारी दे रहे हैं। ओप्पो रेनो 14 सीरीज: प्राइस और स्टोरेज स्मार्टफोन में स्टोरेज 12GB और 16GB रैम के साथ 256GB, 512GB और 1TB तक का स्टोरेज मिल सकता है। ओप्पो रेनो 14 की शुरुआती कीमत 39,999 रुपए और ओप्पो रेनो 14 प्रो की शुरुआती कीमत 53,999 रुपए हो सकती है। डिस्प्ले, प्रोसेसर और ऑपरेटिंग सिस्टम स्मार्टफोन में 120Hz रिफ्रेश रेट के साथ 6.59 इंच का फुल HD+ एमोलेड डिस्प्ले मिलेगा। वहीं, परफॉर्मेंस के लिए मीडियाटेक डाइमेंसिटी 8450 चिपसेट मिलेगा, जो ऑक्सीजन OS15 पर रन करता है। स्मार्टफोन में वाटर और डस्ट रेजिस्टेंस के लिए IP66, IP68 और IP69 रेटिंग मिली है। ---------------------------- कंपनी ने जनवरी में ओप्पो रेनो 13 सीरीज लॉन्च किया था ... उसके भी स्पेसिफिकेशन

दैनिक भास्कर 2 Jul 2025 5:28 pm

सच हुई प्लेटो की भविष्यवाणी! समुद्र की गहराई में मिला हजारों साल पुराना शहर, एक श्राप से हुआ था तबाह

Lost Cities: एक ग्रीक दार्शनिक के अनुसार अटलांटिस का पौराणिक खोया हुआ शहर जिसके बारे में कहा जाता था कि यह एक तकनीकी रूप से बहुत ही विकसित सभ्यता हुआ करती थी, समुद्र के नीचे गायब हो गई थी जिसे हाल ही में पाया गया है.

ज़ी न्यूज़ 2 Jul 2025 2:32 pm

भारतीय मूल के डॉक्टर को NASA ने सौंपा पहला अंतरिक्ष मिशन, ये शख्स होगा ISS का अगला फ्लाइट इंजीनियर

NASA: नासा के अंतरिक्ष यात्री अनिल मेनन को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए अपना पहला मिशन सौंपा गया है, जहां वे फ्लाइट इंजीनियर और एक्सपीडिशन 75 के चालक दल के सदस्य के रूप में काम करेंगे. NASA ने एक आधिकारिक बयान जारी कर के इस बात की पुष्टि की है.

ज़ी न्यूज़ 2 Jul 2025 12:38 pm

इस शख्स ने सूरज की तस्वीर में कैद कर लिया वो पल, जिसे देखकर आप भी कहेंगे 'WOW', लोग बोले असली है क्या?

Viral Photo: एंड्रयू मैकार्थी जो एक अमेरिकी फोटोग्राफर हैं, इन्होंने अपने कैमरे में एक गजब का नजारा कैद किया है. इस खास पल को उन्होंने नाम दिया है Kardashev Dreams जो विज्ञान, कला और इंसानी सभ्यता के भविष्य की झलक भी दिखाता है.

ज़ी न्यूज़ 2 Jul 2025 9:31 am

नथिंग फोन 3 स्मार्टफोन भारत में लॉन्च, शुरुआती कीमत ₹79,999:50MP सेल्फी कैमरा के साथ स्नैपड्रैगन 8s Gen 4 प्रोसेसर और डेडिकेटेड AI बटन

UK बेस्ड टेक कंपनी नथिंग ने अपना सबसे पावरफुल स्मार्टफोन नथिंग फोन (3) भारत में लॉन्च कर दिया है। कंपनी ने इसे प्रीमियम सेगमेंट में 79,999 रुपए की शुरुआती कीमत में उतारा है। ये कंपनी का अब तक का सबसे महंगा स्मार्टफोन है। नथिंग ने कॉन्टेंट क्रिएटर्स को ध्यान में रखकर 50MP का कैमरा दिया है। वहीं, बेहतर परफॉर्मेंस के लिए एंड्रॉयड 16 ऑपरेटिंग सिस्टम पर रन करने वाला स्नैपड्रैगन 8s Gen 4 प्रोसेसर मिलेगा। स्मार्टफोन में डेडिकेटेड AI बटन भी दिया गया है, जो डायरेक्ट AI फीचर्स को लॉन्च करने के काम आता है। डिजाइन: 489 माइक्रो LED लाइट्स के साथ ट्रांसपेरेंट बैकनथिंग फोन (3) को ग्लिफ मैट्रिक्स रेड रिकॉर्डिंग लाइट वाले डिजाइन के साथ पेश किया गया है। इसके बैक पैनल पर 489 माइक्रो LED लगाई गई है। ये लाइट्स नोटिफिकेशन पर चमकती हैं और साथ ही कई तरह के एनिमेशन भी दिखाती है। बैक पैनल पर कोर्निंग गोरिल्ला ग्लास विक्टस की प्रोटेक्शन भी दी गई है। इसमें कंपनी का सिग्नेचर ट्रांसपेरेंट बैक दिया गया है, जो इंटरनल पार्ट्स को दिखाता है। ये इसे प्रीमियम और फ्यूचरिस्टिक लुक देता है। फोन में दो कलर ऑप्शन- ब्लैक और वाइट मिलते हैं। फोन में मेटल फ्रेम का इस्तेमाल किया गया है, जो इसे मजबूत और लग्जरी फील देता है। रियर में तीन कैमरे हैं, जिनका लेआउट थोड़ा अलग है। टॉप कैमरा बाकी दो कैमरों से थोड़ा अलग किनारे की तरफ सेट है। ये डिजाइन कुछ लोगों को अजीब लग सकता है, लेकिन ये फोन को यूनीक बनाता है। वहीं, पंच-होल स्टाइल में 50MP सेल्फी कैमरा, जो स्क्रीन के सेंटर में है।

दैनिक भास्कर 2 Jul 2025 8:51 am

इंसानी दिल की तरह धड़क रही धरती! इस देश के हो जाएंगे 2 टुकड़े, वैज्ञानिकों का चौंकाने वाला दावा

Earth Heartbeat: इथियोपिया के अफार क्षेत्र के नीचे इंसान के दिल जैसी एक स्थिर धड़कन धीरे-धीरे इस महाद्वीप को अलग-थलग कर कर रही है. चिंता की बात ये है कि इस कारण से नए महासागर का जन्म हो सकता है.

ज़ी न्यूज़ 2 Jul 2025 8:25 am

93 दिन पानी में बिताओ और 10 साल छोटे हो जाओ, प्रोफेसर ने बताई जवानी की अंडरवॉटर रेसिपी

Science News: एक अजीबोगरीब घटना में वैज्ञानिक ने दावा किया है कि वह 93 दिन पानी के अंदर रहा जिससे वह 10 साल छोटा हो गया. पानी के नीचे रहने वाले व्यक्ति जोसेफ डिटूरी का कहना है कि वह काफी युवा महसूस करते हैं और इसके पीछे वैज्ञानिक कारण हैं.

ज़ी न्यूज़ 2 Jul 2025 7:41 am

हीरो विडा-VX2 बैटरी रेंटल प्रोग्राम के साथ लॉन्च, कीमत ₹59,490:इलेक्ट्रिक स्कूटर 96 पैसे में 1 किलोमीटर चलेगा, फुल चार्ज पर 142km की रेंज मिलेगी

हीरो मोटोकॉर्प की इलेक्ट्रिक मोबिलिटी ब्रांड विडा ने अपने पॉपुलर इलेक्ट्रिक स्कूटर का सस्ता वैरिएंट भारत में लॉन्च कर दिया है। कंपनी ने इसका नाम विडा VX2 रखा है, लेकिन इसे ई-वूटर (evooter) कह रही है और ये फुल चार्ज पर 142 किलोमीटर चलेगी। कंपनी ने इलेक्ट्रिक स्कूटर को बैटरी रेंटल प्रोग्राम 'बैटरी एज ए स​र्विस' (BAAS) के साथ दो वैरिएंट में पेश किया है। विडा VX2 की शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत 99,490 रुपए है। वहीं, BAAS प्रोग्राम के साथ इसकी शुरुआती कीमत ₹59,490 है, लेकिन इसमें बैटरी की कीमत शामिल नहीं है। हीरो विडा VX2: वैरिएंट वाइस प्राइस बैटरी का परफॉर्मेंस 70% कम होने पर फ्री में बदलेगी कंपनीहीरो का कहना है कि VX2 को बैटरी रेंटल प्रोग्राम के साथ खरीदने पर आपको 96 पैसे/किलोमीटर चार्ज देना होगा। इसमें बैटरी का परफॉर्मेंस 70% कम हो जाता है तो, कंपनी इसे फ्री में बदलकर देगी। ये ई-स्कूटर TVS आईक्यूब, बजाज चेतक, ओला S1 और एथर रिज्टा को टक्कर देगा। इसकी डिलीवरी जल्द शुरू होने की उम्मीद है।

दैनिक भास्कर 1 Jul 2025 8:56 pm

टीवीएस आईक्यूब 3.1 भारत में लॉन्च, कीमत ₹1.05 लाख:इलेक्ट्रिक स्कूटर फुल चार्ज पर 121km चलेगा, बजाज चेतक से मुकाबला

टीवीएस मोटर ने आज (1 जुलाई) अपने पॉपुलर इलेक्ट्रिक स्कूटर का नया वैरिएंट आईक्यूब 3.1 भारतीय बाजार में लॉन्च कर दिया है। ये नया वैरिएंट 3.1kWh की बैटरी पैक के साथ पेश किया गया है और इसकी एक्स-शोरूम कीमत 1.05 लाख रुपए रखी गई है। कंपनी का दावा है कि इलेक्ट्रिक स्कूटर फुल चार्ज करने पर 121 किलोमीटर (IDC रेंज) चलेगा। इसके साथ यह स्कूटर अब 4 बैटरी पैक ऑप्शन- 2.2kWh, 3.1kWh, 3.5kWh और 5.3kWh के साथ 6 वैरिएंट में अवेलेबल है। भारत में इसका मुकाबला बजाज चेतक और ओला S1 से है।

दैनिक भास्कर 1 Jul 2025 6:16 pm

भारतीय रेलवे का नया एप 'रेलवन' लॉन्च:IRCTC रिजर्व्ड, अनरिजर्व्ड और प्लेटफॉर्म टिकट बुक कर सकेंगे; PNR और ट्रेन स्टेटस जैसी सुविधा भी मिलेगी

भारतीय रेलवे ने नया सुपर एप 'रेलवन' लॉन्च किया। यह एप सभी पैसेंजर सर्विसेज को एक ही प्लेटफॉर्म पर सारी सुविधा देने के उद्देश्य से लाया गया है। IRCTC रिजर्व्ड, अनरिजर्व्ड और प्लेटफॉर्म टिकट बुक करना, PNR और ट्रेन स्टेटस, कोच पोजीशन, रेल मदद और ट्रैवल फीडबैक को ट्रैक करना इस तरह की सारी सुविधा इस एप में मिलेंगी। क्या है 'रेलवन' एप? भारतीय रेल ट्रैवलर कई सर्विसेज के लिए कई एप और वेबसाइट का यूज करते हैं। इनमें टिकट बुकिंग के लिए IRCTC रेल कनेक्ट, फूड ऑर्डर करने के लिए IRCTC ई-कैटरिंग फूड ऑन ट्रैक, फीडबैक देने के लिए रेल मदद, अनरिजवर्ड टिकट खरीदने के लिए UTS और ट्रेनों की आवाजाही की निगरानी के लिए नेशनल ट्रेन इंक्वायरी सिस्टम शामिल हैं। IRCTC रेल कनेक्ट के पास रिजवर्ड टिकट बुकिंग के लिए विशेष अधिकार हैं। रेल कनेक्ट ने 100 मिलियन डाउनलोड को पार कर लिया है, जिससे यह रेलवे का सबसे पॉपुलर एप्लीकेशन बन गया है। बाहरी ट्रैवल बुकिंग प्लेटफॉर्म ट्रेन बुकिंग के लिए IRCTC पर निर्भर करते हैं, जो ऑनलाइन रेलवे रिजर्वेशन में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाता है। ये खबर भी पढ़ें... ट्रेन निकलने से 8 घंटे पहले कन्फर्म होगा टिकट: अभी 4 घंटे पहले चार्ट बनने पर पता चलता है; रेलवे देशभर में लागू करेगा नियम अब ट्रेनों का रिजर्वेशन चार्ट ट्रेन निकलने से 8 घंटे पहले तैयार किया जाएगा। अभी तक यह चार्ट सिर्फ 4 घंटे पहले बनता था। इससे यात्रियों को टिकट कन्फर्म नहीं होने पर वैकल्पिक यात्रा या दूसरा टिकट बुक करने के लिए ज्यादा वक्त मिलेगा। ये फैसला हाल ही में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक के बाद लिया गया है। रेलवे बोर्ड जल्द ही इन बदलावों को फेज वाइज लागू करेगा। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 1 Jul 2025 4:58 pm

भारत में जल्द मिलेगा हाई-स्पीड सैटेलाइट इंटरनेट:IN-SPACe चेयरमैन बोले- स्टारलिंक को कुछ दिनों में मिल जाएगा फाइनल अप्रूवल

इलॉन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स कुछ ही दिनों में स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस शुरू करने वाली है। स्पेस रेगुलेटर इंडियन नेशनल स्पेस प्रमोशन एंड ऑथराइजेशन सेंटर यानी, IN-SPACe के चेयरमैन डॉ. पवन गोयनका ने कहा है कि स्टारलिंक को लेकर ज्यादातर रेगुलेटरी और लाइसेंसिंग की औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं। डॉ. गोयनका के मुताबिक, अब सिर्फ कुछ अंतिम मंजूरियां बाकी हैं, जो अगले कुछ दिनों में मिल जाएंगी। हाल ही में स्पेसएक्स की प्रेसिडेंट ग्विन शॉटवेल भारत आई थीं। उन्होंने डॉ. गोयनका से मुलाकात की थी। इस मीटिंग में स्टारलिंक की लॉन्चिंग से जुड़े बचे हुए मुद्दों पर बात हुई थी। हालांकि, डॉ. गोयनका ने यह भी साफ किया कि मंजूरी मिलने के बाद भी Starlink सर्विस को शुरू होने में कुछ महीने और लग सकते हैं। उन्होंने कहा ऑथराइजेशन के बाद भी कई टेक्निकल और प्रोसीजरल स्टेप्स पूरे करने होंगे। गोयनका ने सभी बातें NDTV को दिए इंटरव्यू में कहीं हैं। टेलीकॉम डिपार्टमेंट से मिल चुका लाइसेंस इससे पहले स्पेसएक्स को स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस भारत में ऑपरेट करने के लिए टेलीकॉम डिपार्टमेंट का लाइसेंस मिल चुका है। अब उसे सिर्फ IN-SPACe के अप्रूवल का इंतजार है। स्टारलिंक तीसरी कंपनी है जिसे भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस ऑपरेट करने का लाइसेंस मिला है। इससे पहले वनवेब और रिलायंस जियो को मंजूरी मिली थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक स्टारलिंक भारत में 840 रुपए में महीनेभर अनलिमिटेड डेटा देगा। आधिकारिक तौर पर मस्क की कंपनी ने इसकी जानकारी नहीं दी है। 6 सवाल-जवाब में जानें स्टारलिंक से जुड़ी जरूरी बातें... सवाल 1: स्टारलिंक क्या है और ये खास क्यों है? जवाब: स्टारलिंक, स्पेसएक्स का प्रोजेक्ट है, जो सैटेलाइट्स के जरिए हाई-स्पीड इंटरनेट देता है। इसके सैटेलाइट्स पृथ्वी के करीब घूमते हैं, जिससे इंटरनेट तेज और स्मूथ चलता है। ये खासकर उन इलाकों के लिए फायदेमंद है, जैसे गांव या पहाड़, जहां आम इंटरनेट नहीं पहुंचता। सवाल 2: भारत में इसके इंटरनेट प्लान्स की कीमत कितना हो सकती है? द इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, स्पेसएक्स भारत में अपनी स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट सर्विसेज मंथली 10 डॉलर यानी लगभग 840 रुपए से कम कीमत वाले शुरुआती प्रमोशनल अनलिमिटेड डेटा प्लान से शुरू करेगा। सवाल 3: स्टारलिंक को लाइसेंस मिलने में इतना वक्त क्यों लगा? जवाब: स्टारलिंक 2022 से कोशिश कर रही थी, लेकिन सिक्योरिटी चिंताओं की वजह से देरी हुई। भारत सरकार ने डेटा सिक्योरिटी और कॉल इंटरसेप्शन जैसी शर्तें रखी थीं। स्टारलिंक ने इन शर्तों को माना, और मई 2025 में लेटर ऑफ इंटेंट मिलने के बाद अब लाइसेंस मिल गया। सवाल 4: आम लोगों को क्या फायदा होगा? जवाब: स्टारलिंक से गांवों और दूर-दराज के इलाकों में इंटरनेट पहुंचेगा, जिससे ऑनलाइन एजुकेशन, टेलीमेडिसिन, और बिजनेस को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही, टेलीकॉम मार्केट में प्रतिस्पर्धा बढ़ने से सस्ते और बेहतर प्लान्स मिल सकते हैं। सवाल 5: अब स्टारलिंक का अगला कदम क्या है? जवाब: स्टारलिंक को अब IN-SPACe से फाइनल अप्रूवल और स्पेक्ट्रम चाहिए। अगले 15-20 दिनों में ट्रायल स्पेक्ट्रम मिल सकता है, और फिर कॉमर्शियल सर्विस शुरू होगी। सवाल 6: भारत मस्क के लिए क्यों जरूरी है? जवाब: भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा इंटरनेट मार्केट है। मस्क के लिए ये लाइसेंस बड़ी कामयाबी है, खासकर जब अमेरिका में उनकी डोनाल्ड ट्रम्प के साथ तनातनी चल रही है। इससे स्पेसएक्स के कॉन्ट्रैक्ट्स खतरे में हैं। सैटेलाइट्स से आप तक कैसे पहुंचेगा इंटरनेट? जून 2020 में सरकार ने IN-SPACe स्थापित किया था डिपार्टमेंट ऑफ स्पेस ने जून 2020 में IN-SPACe को स्थापित किया था। यह स्पेस एक्टिविटीज में प्राइवेट सेक्टर की भागीदारी को रेगुलेट करने और उसे सुविधाजनक बनाने के लिए सिंगल-विंडो एजेंसी के रूप में काम करती है। IN-SPACe नॉन-गवर्नमेंटल एंटिटीज के लिए लाइसेंसिंग, इंफ्रास्ट्रक्चर शेयरिंग और स्पेस बेस्ड स‌र्विसेज को बढ़ावा देने का काम भी करती है। स्टारलिंक से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें बांग्लादेश में मस्क का सैटेलाइट वाला स्टारलिंक इंटरनेट शुरू:केबल और फाइबर की जरूरत नहीं; ₹3000 में 300mbps की स्पीड और अनलिमिटेड डेटा बांग्लादेश में इलॉन मस्क की सैटेलाइट इंटरनेट सेवा मुहैया कराने वाली कंपनी स्टारलिंक ने मंगलवार से अपनी सेवाएं शुरू कर दी हैं। बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस ने इसके लिए देश की जनता को बधाई दी। उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट में लिखा- देश में स्टारलिंक का हाई-स्पीड, लो-लेटेंसी इंटरनेट दो पैकेज के साथ उपलब्ध हो चुका है। एक प्लान में लोगों को 6000 टका (4,203 भारतीय रुपए) और दूसरे प्लान में 4200 टका (2,942 भारतीय रुपए) खर्च करने होंगे। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 1 Jul 2025 2:10 pm

स्टारलिंक-अमेजन ने भारत में शुरू की नई पार्टनरशिप:VSAT कंपनियों के साथ डील्स साइन की, सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सर्विस जल्द शुरू करेंगी

अमेरिका की दो बड़ी सैटेलाइट कंपनियों स्टारलिंक और अमेजन कुइपर ने भारत में पहली बार VSAT (वेरी स्मॉल अपर्चर टर्मिनल) कंपनियों के साथ कॉमर्शियल डील्स साइन की हैं। सूत्रों के मुताबिक, ये पार्टनरशिप भारत में एंटरप्राइज (B2B) और सरकारी (B2G) सेक्टर में सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सर्विस शुरू करने की दिशा में बड़ा कदम हैं। ये डील्स तब हुई हैं, जब भारत में सैटेलाइट स्पेक्ट्रम का ऑफिशियल एलोकेशन अभी बाकी है। क्या है इन कंपनियों का प्लान? स्टारलिंक और अमेजन कुइपर दोनों ही भारत में लो-अर्थ ऑर्बिट (LEO) सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सर्विस के जरिए बिजनेस को बढ़ाने की तैयारी में हैं। ये कंपनियां न सिर्फ बिजनेस और सरकारी सेक्टर को टारगेट कर रही हैं, बल्कि रिटेल कंज्यूमर मार्केट में भी उतरने का प्लान बना रही हैं। हालांकि, रिटेल के लिए प्राइसिंग मॉडल अभी फाइनल नहीं हुआ है। मनीकंट्रोल के सूत्रों के मुताबिक, स्टारलिंक और अमेजन दोनों भारत में पार्टनरशिप्स पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कुछ VSAT कंपनियों के साथ डील्स पक्की कर ली हैं, जो खासतौर पर B2B और B2G सेगमेंट के लिए हैं। उनका मकसद भारत में अपनी सैटेलाइट कैपेसिटी का पूरा इस्तेमाल करना है।' कौन हैं भारत के VSAT प्लेयर्स? भारत में प्रमुख VSAT कंपनियों में ह्यूजेस कम्युनिकेशंस, नेल्को और इनमारसैट शामिल हैं। स्टारलिंक और अमेजन कुइपर दोनों ही बिजनेस और रिटेल सेगमेंट में काम करना चाहते हैं। ये कंपनियां यूरोप की यूटेलसैट वनवेब से सीधा मुकाबला करेंगी, जो भारतीय पार्टनर्स के जरिए सर्विसेज देगी। रिपोर्ट के मुताबिक, 'स्टारलिंक और कुइपर भारत में हाइब्रिड मॉडल अपनाएंगे। वे डायरेक्ट सर्विसेज भी देंगे और पार्टनर्स के जरिए भी अपनी सर्विसेज बेचेंगे। स्टारलिंक ने पहले ही रिलायंस जियो और एयरटेल के साथ पार्टनरशिप की ऐलान किया है। जल्द ही स्टारलिंक अपनी वेबसाइट के जरिए डायरेक्ट कंज्यूमर कनेक्शन भी शुरू करेगा।' अमेजन कुइपर भी ऐसा ही मॉडल अपनाएगा और भारत की विविधता को देखते हुए किसी एक डिस्ट्रीब्यूटर पर निर्भर नहीं रहेगा। VSAT सर्विसेज का फायदा? VSAT सर्विसेज का इस्तेमाल आमतौर पर बैंक ब्रांच, एटीएम, रिमोट गैस स्टेशन, वेयरहाउस, रिटेल चेन, सेल्यूलर बैकहॉल, सी और इन-फ्लाइट कनेक्टिविटी और डिफेंस इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए होता है। LEO सैटेलाइट्स के जरिए मिलने वाली हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड से इन सेक्टर्स को काफी फायदा होगा। रिपोर्ट के अनुसार, कंपनियां और सरकारी विभाग अभी कम कनेक्टिविटी के साथ काम कर रहे हैं, लेकिन वे रिटेल ऑटोमेशन, रिमोट मॉनिटरिंग और AI ऑपरेशंस चाहते हैं। डिफेंस सेक्टर भी हाई-बैंडविड्थ की जरूरत रखता है, जो LEO सैटेलाइट्स से ही मुमकिन है। ह्यूजेस कम्युनिकेशंस का रोल ह्यूजेस कम्युनिकेशंस इंडिया के CEO, प्रेसिडेंट और मैनेजिंग डायरेक्टर शिवाजी चटर्जी ने मनीकंट्रोल को बताया कि उनकी कंपनी भारत में सभी LEO सैटेलाइट प्लेयर्स के साथ बातचीत कर रही है। उन्होंने कहा कि हम एक प्रमुख कंपनी हैं और B2B व B2G सेगमेंट में इन कंपनियों के लिए मैन गो-टू-मार्केट पार्टनर होंगे। स्टारलिंक को पिछले महीने ग्लोबल मोबाइल पर्सनल कम्युनिकेशंस बाय सैटेलाइट (GMPCS) लाइसेंस मिला है। जिसके साथ वह भारत में कॉमर्शियल सैटकॉम सर्विस देने वाली तीसरी कंपनी बन गई है। हालांकि, उसे अभी IN-SPACe से मंजूरी मिलना बाकी है। अमेजन को GMPCS और IN-SPACe की मंजूरी का इंतजार एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि स्टारलिंक को जल्द ही मंजूरी मिल सकती है। इसके अलावा टेलीकम्युनिकेशंस डिपार्टमेंट (DoT) स्टारलिंक को ट्रायल स्पेक्ट्रम देने की तैयारी में है, ताकि वह सिक्योरिटी टेस्ट पूरे कर सके। दूसरी ओर अमेजन कुइपर को GMPCS और IN-SPACe दोनों की मंजूरी का इंतजार है। कंपनी ने सिक्योरिटी और ऑपरेशनल चेक पूरे कर लिए हैं और उसका आवेदन जल्द ही इंटर-मिनिस्टीरियल कमेटी की मीटिंग में रिव्यू होगा। टेलीकम्युनिकेशंस डिपार्टमेंट जल्द ही सैटेलाइट स्पेक्ट्रम एलोकेशन के नियम और कीमतें तय करेगा, जो टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) की हालिया सिफारिशों पर आधारित होंगे। भारत में सैटेलाइट ब्रॉडबैंड मार्केट में कॉम्पिटिशन बढ़ेगा हाल ही में केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने स्पेसएक्स (स्टारलिंक की पैरेंट कंपनी) के टॉप एग्जीक्यूटिव्स से मुलाकात की और भारत की डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर को सैटेलाइट टेक्नोलॉजी से मजबूत करने पर चर्चा की थी। स्टारलिंक और अमेजन कुइपर की भारत में एंट्री से सैटेलाइट ब्रॉडबैंड मार्केट में कॉम्पिटिशन बढ़ेगा। ये कंपनियां न सिर्फ बिजनेस और सरकारी सेक्टर को हाई-स्पीड इंटरनेट देंगी, बल्कि रिटेल कंज्यूमर्स के लिए भी नई संभावनाएं खोलेंगी।

दैनिक भास्कर 30 Jun 2025 8:12 pm

टोयोटा इनोवा हाइक्रॉस भारत की सबसे सेफ हाइब्रिड MPV:BNCAP क्रैश टेस्ट में 5 स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली, बच्चों की सुरक्षा के लिए 45 पॉइंट मिले

टोयोटा इनोवा हाइक्रॉस भारत की सबसे सेफ हाइब्रिड MPV बन गई है। उसे भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (BNCAP या भारत NCAP) से क्रैश टेस्ट में 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली है। क्रैश टेस्ट में कार ने एडल्ट सेफ्टी के लिए 32 में से 30.47 और चाइल्ड सेफ्टी के लिए 49 में से 45 पॉइंट हासिल किए। यह रेटिंग सभी पेट्रोल और स्ट्रॉन्ग-हाइब्रिड वैरिएंट पर लागू होती है। खास बात ये है कि BNCAP में पहली बार किसी हाइब्रिड MPV का क्रैश टेस्ट किया गया है। साथ ही इनोवा हाइक्रॉस टोयोटा की पहली कार है, जिसका BNCAP में क्रैश टेस्ट किया गया। क्रैश टेस्ट की प्रोसेस 1. टेस्ट के लिए इंसान जैसी 4 से 5 डमी को कार में बैठाया जाता है। बैक सीट पर बच्चे की डमी होती है, जो चाइल्ड ISOFIX एंकर सीट पर फिक्स की जाती है। 2. गाड़ी को फिक्स्ड स्पीड पर ऑफसेट डिफॉर्मेबल बैरियर (हार्ड ऑब्जेक्ट) से टकराकर देखा जाता है कि गाड़ी और डमी को कितना नुकसान पहुंचा है। ये तीन तरीके से किया जाता है। 3. टेस्ट में देखा जाता है कि इम्पैक्ट के बाद डमी कितनी डैमेज हुई, एयरबैग और सेफ्टी फीचर्स ने काम किया या नहीं। इन सभी के आधार पर रेटिंग दी जाती है। क्रैश टेस्ट की स्कोरिंग

दैनिक भास्कर 30 Jun 2025 3:52 pm

नथिंग फोन 3 कल लॉन्च होगा:कंटेंट क्रिएटर्स पर फोकस्ड कैमरा, स्नैपड्रैगन 8s Gen 4 प्रोसेसर और डेडिकेटेड AI बटन; एक्सपेक्टेड प्राइस ₹60,000

UK बेस्ड टेक कंपनी नथिंग कल (मंगलवार 1 जुलाई) 'नथिंग फोन 3' स्मार्टफोन लॉन्च करने जा रही है। कंपनी के CEO Carl Pei के मुताबिक, स्मार्टफोन के डिजाइन, परफॉर्मेंस और सॉफ्टवेयर में बड़े अपग्रेड मिलेंगे। नथिंग ने कंटेंट क्रिएटर्स को ध्यान में रखकर 50MP का कैमरा दिया है। वहीं, बेहतर परफॉर्मेंस के लिए एंड्रॉयड 16 ऑपरेटिंग सिस्टम पर रन करने वाला स्नैपड्रैगन 8s Gen 4 प्रोसेसर मिलेगा। स्मार्टफोन में डेडिकेटेड AI बटन भी मिल सकता है, जो डायरेक्ट AI फीचर्स को लॉन्च करने के लिए काम आएगा। कंपनी ने स्मार्टफोन का टीजर पहले ही जारी कर दिया है। लॉन्च इवेंट मंगलवार रात 10 बजे लंदन UK में होगा। ग्लोबल मार्केट में इसकी कीमत 800 यूरो (करीब ₹90,500) हो सकती है। हालांकि भारतीय बाजार के लिए नथिंग फोन 3 स्मार्टफोन 60 हजार रुपए के आसपास आ सकता है। नथिंग फोन 3: डिजाइन अपकमिंग डिवाइस में ग्लिफ इंटरफेस दिया गया है, जो डिवाइस के पिछले पैनल के टॉप-राइट में दी गई है। इसके अलावा, लीक रिपोर्ट्स के अनुसार, एक ट्रांसलूसेंट बैक और नया कैमरा लेआउट भी स्मार्टफोन में मिल सकता है, जिसमें दो कैमरे एक-दूसरे के बगल में और तीसरा अलग कोने में लगा है। यहां नथिंग फोन 3 के एक्सपेक्टेड फीचर्स और स्पेसिफिकेशन पर नजर डाल लेते हैं... नथिंग फोन 3 : एक्सपेक्टेड स्पेसिफिकेशन 1 जुलाई को नथिंग हेडफोन (1) भी पेश करेंगी कंपनी नथिंग फोन 3 के साथ कंपनी नथिंग हेडफोन (1) भी लॉन्च करने वाली है। हेडफोन का वजन 329 ग्राम और डाइमेंशन 173.85 x 78 x 189.25 mm है। कंपनी ने हेडफोन के बारे में कोई जानकारी शेयर नहीं की है। लेकिन कुछ लीक मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इसमें 1,040mAh की बैटरी दी गई है, जो 80 घंटे का प्लेबैक टाइम देती है। भारत में इसकी कीमत 24,990–25,000 रुपए हो सकती है।

दैनिक भास्कर 30 Jun 2025 11:54 am

जून में ₹10 हजार से कम में लॉन्च हुए 5G-स्मार्टफोन्स:सैमसंग M06 और लावा स्टोर्म प्ले में 50MP कैमरा; iQOO Z10 लाइट में 5000 mAh बैटरी

जून महीने में सैमसंग, लावा, iQOO और इनफिनिक्स जैसी कंपनीयों ने लो-बजट फोन लॉन्च किए हैं। अगर आप 10 हजार से कम कीमत में लेटेस्ट स्मार्टफोन खरीदना चाहते हैं, तो आप इनमें से कोई भी फोन खरीद सकते हैं। ये सभी फोन आपकी अलग-अलग जरूरतों को पूरा करने के लिए शानदार फीचर्स के साथ आते हैं। आइए इनके बारे में जानते हैं... 1. लावा स्टोर्म प्ले 5G लावा स्टोर्म प्ले 5G में 6.75 इंच का HD+ LCD डिस्प्ले है, जो 120Hz रिफ्रेश रेट के साथ स्मूथ विजुअल्स देता है। ये फोन दुनिया के पहले मीडियाटेक डाइमेंसिटी 7060 प्रोसेसर से लैस है, जो 6GB LPDDR5 रैम और 128GB UFS 3.1 स्टोरेज के साथ आता है। स्टोरेज को माइक्रोएसडी कार्ड से बढ़ाया भी जा सकता है। इस फोन में 50MP Sony IMX752 प्राइमरी कैमरा और 2MP का सेकेंडरी सेंसर है। सेल्फी और वीडियो कॉल के लिए 8MP का फ्रंट कैमरा मिलता है। फोन में 5,000mAh की बैटरी है, जो 18W फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करती है। अगर आपको हाई रिफ्रेश रेट और तेज परफॉर्मेंस चाहिए, तो ये फोन एक दमदार ऑप्शन है। 2. iQOO Z10 Lite 5G iQOO Z10 Lite 5G में 6.74 इंच का HD+ LCD डिस्प्ले है, जो 90Hz रिफ्रेश रेट और 1000 निट्स की पीक ब्राइटनेस के साथ आता है। ये मीडियाटेक डाइमेंसिटी 6300 प्रोसेसर और Mali-G57 MC2 GPU के साथ है। आपको इसमें 4GB रैम और 128GB स्टोरेज मिलता है, जिसे माइक्रोएसडी कार्ड से 1TB तक बढ़ाया जा सकता है। फोन में 50MP प्राइमरी कैमरा और 2MP डेप्थ सेंसर है। सेल्फी के लिए 5MP फ्रंट कैमरा दिया गया है। ये फोन एंड्रॉइड-15 पर बेस्ड फनटच-OS 15 पर चलता है। इसमें 6,000mAh की दमदार बैटरी है, जो 15W फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करती है। बड़ी बैटरी और लेटेस्ट सॉफ्टवेयर चाहने वालों के लिए ये फोन शानदार है। 3. सैमसंग गैलेक्सी M06 5G सैमसंग गैलेक्सी M06 5G में 6.7 इंच का HD+ LCD डिस्प्ले है, जिसकी पीक ब्राइटनेस 800 निट्स है। ये मीडियाटेक डाइमेंसिटी 6300 प्रोसेसर और Arm Mali G57 MC2 GPU के साथ आता है। इसमें 4GB या 6GB LPDDR4X रैम और 128GB स्टोरेज मिलता है, जिसे 1TB तक बढ़ाया जा सकता है। फोन में 50MP प्राइमरी कैमरा और 2MP डेप्थ सेंसर है। सेल्फी के लिए 8MP फ्रंट कैमरा दिया गया है। इसमें साइड-माउंटेड फिंगरप्रिंट स्कैनर, 3.5mm हेडफोन जैक और सिंगल बॉटम-फायरिंग स्पीकर है। फोन में 5,000mAh बैटरी है, जो 25W फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करता है। सैमसंग की भरोसेमंद ब्रांड वैल्यू और तेज चार्जिंग के साथ ये फोन बजट में बढ़िया ऑप्शन है। 4. इनफिनिक्स Hot 50 5G इनफिनिक्स Hot 50 5G में 6.7 इंच का HD+ LCD डिस्प्ले है, जो 120Hz रिफ्रेश रेट के साथ आता है। ये मीडियाटेक डाइमेंसिटी 6300 प्रोसेसर और Arm Mali-G57 MC2 GPU के साथ है। 4GB रैम और 128GB स्टोरेज है, जिसे 1TB तक बढ़ाया जा सकता है। फोन में 48MP Sony IMX582 प्राइमरी कैमरा और 8MP फ्रंट कैमरा है। ये XOS 14.5 पर चलता है, जो एंड्रॉइड-14 पर बेस्ड है। इसमें 5,000mAh बैटरी के साथ 18W फास्ट चार्जिंग मिलती है। स्मूथ डिस्प्ले और अच्छी परफॉर्मेंस के लिए ये फोन एक शानदार ऑप्शन है। चारों कंपनियों के ये फोन 10,000 रुपए के बजट में शानदार फीचर्स और परफॉर्मेंस ऑफर करते हैं। अगर आपको हाई रिफ्रेश रेट चाहिए, तो लावा स्टोर्म प्ले या इनफिनिक्स Hot 50 5G बेस्ट है। अगर बैटरी लाइफ प्रायोरिटी है, तो iQOO Z10 Lite 5G की 6,000mAh बैटरी शानदार है। अगर ब्रांड वैल्यू और फास्ट चार्जिंग चाहिए, तो सैमसंग M06 5G एक बढ़िया ऑप्शन है। अपनी जरूरतों के हिसाब से आप इनमें से कोई भी फोन चुन सकते हैं।

दैनिक भास्कर 29 Jun 2025 5:39 pm

सोनिक-व्यू ने लॉन्च किए M1X और M1 Max प्रोजेक्टर्स:इनसे घर में बना सकते हैं मिनी सिनेमाहॉल; शुरूआती कीमत ₹90,000

होम एंटरटेनमेंट डिवाइस बनाने वाली कंपनी व्यू सोनिक ने भारत में अपनी M1 सीरीज के दो नए पोर्टेबल प्रोजेक्टर M1 Max और M1X लॉन्च किए हैं। इन प्रोजेक्टर्स का का इस्तेमाल से आप कमरे को भी मिनी सिनेमाहॉल बना सकते हैं। इनकी खासियत है 360 स्मार्ट स्टैंड, जिससे आप किसी भी सतह पर प्रोजेक्शन कर सकते हैं। M1 Max में गूगल TV पहले से इंस्टॉल है, जिससे नेटफ्लिक्स, यूट्यूब जैसे एप्स चलाए जा सकते हैं। प्रोजेक्टर्स का वजन 1 किलो से कम है। जिससे इन्हे लेकर कहीं भी आसानी से ट्रैवल किया जा सकता है। प्रोजेक्टर्स की शुरूआती कीमत 90,000 रुपए रखी गई है। M1 Max: इस प्रोजेक्टर में Google TV इन-बिल्ट है। इसके साथ ही इसमें Full HD 1080p क्वालिटी और ToF ऑटोफोकस दिया गया है, जिससे पिक्चर हमेशा शार्प रहती है। हाई-एंड एंटरटेनमेंट के शौकीनों के लिए ये प्रोजेक्टर बनाया गया है। इसकी कीमत ₹1,35,000 रखी गई है। M1X: ये प्रोजेक्टर उन लोगों के लिए है जो अपनी पसंद के डिवाइस से कंटेंट देखना पसंद करते हैं। इसमें ज्यादा कनेक्टिविटी फीचर्स दिए गए हैं। USB-A पोर्ट के जरिए Chromecast, Fire Stick, Roku, Apple TV जैसे डिवाइस कनेक्ट किए जा सकते हैं। साथ ही, USB-C डिस्प्ले इनपुट है, जिससे स्मार्टफोन, टैबलेट या गेमिंग कंसोल भी जोड़ सकते हैं। M1X की कीमत ₹90,000 है। दोनों प्रोजेक्टर्स की खासियत प्रोजेक्टर्स में Harman Kardon के लाऊड स्पीकर्स दिए गए हैं। इसी के साथ ये Cinema SuperColor+ टेक्नोलॉजी के साथ ज्यादा कलर और ब्राइटनेस प्रोवाइड करते हैं। इनमें इनबिल्ट बैटरी और वायरलेस स्क्रीन मिररिंग फीचर भी दिए गए हैं। प्रोजेक्टर्स को ब्लूटूथ कनेक्टिविटी और पावर बैंक से भी चला सकते हैं। 1987 में बनाई गई थी सोनिक व्यू सोनिक व्यू की स्थापना 1987 में कैलिफोर्निया में हुई थी। यह विजुअल टेक्नोलॉजी में काम करने वाली प्रमुख ग्लोबल कंपनियों में से एक है जो100 से अधिक देशों में मौजूद है। सोनिक व्यू के पास 35 साल से ज्यादा का अनुभव है, जिससे यह अपने ग्राहकों को हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, कंटेंट और सेवाओं का पूरा सेट देता है। यह कंपनी छोटे 5 इंच से लेकर बहुत बड़े 760 इंच तक के स्क्रीन बनाती है। इनके प्रोडक्ट में इंटरैक्टिव डिस्प्ले, बड़े डिस्प्ले, LED डिस्प्ले, पेन डिस्प्ले, मॉनिटर, प्रोजेक्टर, SaaS, AI सेवाएं, और इंटरैक्टिव कंटेंट शामिल हैं।

दैनिक भास्कर 29 Jun 2025 2:06 pm

मर्सिडीज-AMG GT 63 और GT 63 प्रो भारत में लॉन्च:ट्विन-टर्बो V8 इंजन के साथ 317kmph की टॉप स्पीड, शुरुआती कीमत ₹3 करोड़

मर्सिडीज-बेंज इंडिया ने भारतीय बाजार में दो नई लग्जरी स्पोर्ट्स कार नई मर्सिडीज-AMG GT 63 और AMG GT प्रो लॉन्च की हैं। ये दोनों टू-डोर कूपे स्पोर्ट्स कारें हैं, जिन्हें 2020 में डिस्कंटीन्यू कर दिया गया था। कंपनी ने 5 साल बाद इन्हें फिर से भारत में उतारा है। GT 63 की शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत 3 करोड़ रुपए और GT 63 प्रो की एक्स-शोरूम कीमत 3.65 करोड़ रुपए रखी गई है। ये गाड़ियां कम्प्लीटली बिल्ट यूनिट (CBU- यानी पूरी तरह से बनी बनाई) के रूप जर्मनी से बिक्री के लिए भारत आएंगी। 3 करोड़ रुपए की प्राइस रेंज में इन गाड़ियों का मुकाबला लैम्बोर्गिनी टेमेरेरियो और पोर्श 911 टर्बो S जैसी कारों से होगा। इनका ओवरऑल डिजाइन तो पहले जैसा ही है, लेकिन इनमें फिर से रीट्यून इंजन और 4 सीटर लेआउट के साथ नया डिजाइन केबिन मिलता है। कंपनी का कहना है कि ये उनकी अब तक की सबसे परफॉर्मेंस-ओरिएंटेड AMG GT कारें हैं। इन्हें रेसिंग ट्रैक और रोड दोनों पर परफॉर्म करने के लिए बनाया गया है। कंपनी का दावा है कि कार 317kmph की टॉप स्पीड से दौड़ सकती है।

दैनिक भास्कर 28 Jun 2025 9:07 pm

टेस्ला कार फैक्ट्री से बिना ड्राइवर मालिक के घर पहुंची:ऐसा दुनिया में पहली बार हुआ, ऑटो ड्राइव कार की शुरुआती कीमत ₹34 लाख

दुनिया में पहली बार ऐसा हुआ जब कार खुद फैक्ट्री से बिना ड्राइवर के चलकर खरीदार के घर पहुंच गई। दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी इलॉन मस्क ने अपने जन्मदिन पर अपनी कंपनी टेस्ला की फुली ऑटोनॉमस (अपने-आप चलने वाली) कार की डिलीवरी की। कस्टमर के घर पहुंचने वाली इलेक्ट्रिक कार 'मॉडल Y' है। टेस्ला ने कार की डिलीवरी का वीडियो X पर शेयर किया है। इसमें कार को अपने आप चलते देखा सकता है। यह सिग्नल पर, किसी कार या व्यक्ति के सामने आने पर रुकती है और फिर आगे बढ़ जाती है। फुली ऑटोनॉमस कार की डिलीवरी का वीडियो देखें... डिलीवरी के दौरान 116kmph की स्पीड से चली कार कंपनी ने ऑफिशियल पोस्ट में बताया कि हमने फुली सेल्फ ड्राइव कार मॉडल Y की पहली पहली डिलीवरी टेक्सास शहर में की है। कार बिना किसी ड्राइवर या रिमोट ऑपरेटर के पार्किंग प्लेस, हाईवे और शहर की सड़कों से होते हुए अपने डेस्टिनेशन तक पहुंची। ब्लूमबर्ग के अनुसार, टेस्ला के AI और ऑटोपायलट के प्रमुख अशोक एलुस्वामी ने कहा कि डिलीवरी के दौरान कार ने 72 मील प्रति घंटे (यानी 116kmph) की टॉप स्पीड हासिल की। टेस्ला मॉडल Y की कीमत करीब 34 लाख रुपए टेस्ला ने मॉडल Y को अपडेट कर फुली ऑटोनॉमस कार बनाया है। इसे पहली बार मार्च 2019 में लॉन्च किया गया था। दुनियाभर में मॉडल Y की कीमत 40,000 डॉलर (करीब 34 लाख रुपए) से शुरू होती है। ये 3 वैरिएंट- रियर व्हील ड्राइव, लॉन्ग रेंज और परफॉर्मेंस में अवेलेबल है। परफॉर्मेंस वर्जन 60,000 डॉलर (करीब 51 लाख रुपए) में आता है। अमेरिका में टेस्ला की रोबोटैक्सी सर्विस शुरू इससे पहले कंपनी ने 22 जून को रोबोटैक्सी सर्विस शुरू की थी, जिसमें कार अपने आप तो चल रही थी, लेकिन इसमें सेफ्टी के नजरिए से कंपनी का एक एक्सपर्ट बैठकर नजर रख रहा था। कंपनी ने रोबोटैक्सी की एक राइड की कीमत 4.20 डॉलर यानी करीब 364 रुपए रखी है। ये गाड़ियां सुबह 6 बजे से रात 12 बजे तक ऑस्टिन के एक छोटे से इलाके में चल रही हैं। हालांकि टेस्ला ने यह नहीं बताया है कि रोबोटैक्सी सर्विस आम लोगों के लिए कब खुलेगी, लेकिन मस्क ने जल्द ही सर्विस का विस्तार करने और अन्य अमेरिकी शहरों में भी शुरू करने का वादा किया है। इलॉन मस्क बोले- ये 10 साल की मेहनत का परिणाम है मस्क ने रोबोटैक्सी के लॉन्च के मौके पर टेस्ला AI की सॉफ्टवेयर और चिप डिजाइन टीम को बधाई दी और कहा कि ये 10 साल की मेहनत का परिणाम है। टेस्ला की टीम ने बिना किसी बाहरी मदद के AI चिप और सॉफ्टवेयर को खुद बनाया है। ऑटोनॉमस कार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), सेंसर, कैमरे, रडार और लिडार जैसी हाई-टेक तकनीकों का इस्तेमाल करके सड़क पर नेविगेट करती है। वायमो पहले से ड्राइवरलेस गाड़ियां चला रही गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट के स्वामित्व वाली वायमो जैसी कंपनियों से टेस्ला की रोबोटैक्सी को कड़ी टक्कर मिलेगी। वायमो पहले से ही सैन फ्रांसिस्को, लॉस एंजिलिस, फीनिक्स और ऑस्टिन में 1500 से ज्यादा ड्राइवरलेस गाड़ियां चला रही है। जूक्स जैसी कंपनियां भी पूरी तरह ड्राइवरलेस गाड़ियां बना रही हैं, जिनमें स्टीयरिंग व्हील और पेडल्स तक नहीं हैं। दो और प्रोजेक्ट पर काम कर रही टेस्ला 1. बिना स्टीयरिंग और पैडल वाली 'साइबरकैब' टेस्ला CEO ने पिछले साल अक्टूबर में अमेरिका के कैलिफोर्निया में हुए 'वी-रोबोट' इवेंट में AI फीचर वाली अपनी पहली रोबोटैक्सी 'साइबरकैब' का कॉन्सेप्ट मॉडल रिवील किया था। दो सीट वाली इस टैक्सी में न तो स्टीयरिंग है, न ही पैडल। कंज्यूमर 30,000 डॉलर (करीब 25 लाख रुपए) से कम में टेस्ला साइबरकैब खरीद सकेंगे। साइबरकैब में न तो स्टीयरिंग, न ही पैडल 2. रोबोवैन भी लाएगी टेस्ला टेस्ला ने अपने वी-रोबोट इवेंट में रोबोटैक्सी के साथ एक और ऑटोनॉमस व्हीकल 'रोबोवैन' को भी पेश किया था जो 20 लोगों को ले जाने में सक्षम है। इसमें सामान भी कैरी किया जा सकेगा। इसका इस्तेमाल स्पोर्ट्स टीम के ट्रांसपोर्टेशन के लिए किया जा सकता है। टैक्सियों की एक फ्लीट डेवलप करना चाहते हैं इलॉन मस्क मस्क का प्लान सेल्फ-ड्राइविंग टेस्ला टैक्सियों की एक फ्लीट डेवलप करना है। टेस्ला के ओनर्स अपने व्हीकल्स को पार्ट टाइम टैक्सियों के रूप में भी लिस्ट कर सकेंगे। यानी, जब ओनर्स अपनी कार उपयोग नहीं कर रहे हों तो नेटवर्क के जरिए पैसा कमा सकते हैं। --------------------- टेस्ला से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... खाना बनाने के साथ सफाई भी करेगा टेस्ला रोबोट: घर में रोजमर्रा के काम करते दिखा ऑप्टिमस, मस्क ने कहा- अब तक का सबसे बड़ा प्रोडक्ट टेस्ला ने अपने ह्यूमनॉइड रोबोट 'ऑप्टिमस' का लेटेस्ट वर्जन अनवील किया है। अब ये रोबोट अपने घर में रोजमर्रा के लगभग सभी काम करने में सक्षम है। यहां तक की अब ये खाना बना सकता है और घर में साफ-सफाई के काम भी कर सकता है। टेस्ला और स्पेसएक्स के CEO इलॉन मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर रोबोट का एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वह आसानी से रोजमर्रा के घरेलू काम कर रहा है। मस्क के AI-ऑपरेटेड होम असिस्टेंट के विजन का ये वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 28 Jun 2025 2:17 pm

वनप्लस नॉर्ड 5 स्मार्टफोन 8 जुलाई को लॉन्च होगा:50MP सेल्फी कैमरा, 6700mAh बैटरी और 6.83 इंच डिस्प्ले; एक्सपेक्टेड प्राइस- ₹35,999

टेक कंपनी वनप्लस अगले महीने 8 जुलाई को वनप्लस नॉर्ड 5 समार्टफोन लॉन्च करने जा रही है। कंपनी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म और ऑफिशियल वेबसाइट पर पहले ही लॉन्च डेट अनाउंस कर दी है। जिसमें नॉर्ड 5 समार्टफोन को दिखाया गया है। 50 मेगापिक्सल के कैमरे की जानकारी के अलावा वनप्लस की ओर से स्मार्टफोन के फीचर्स और स्पेसिफिकेशन की अन्य कोई जानकारी अभी नहीं दी गई है। कुछ लीक रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि कंपनी वनप्लस नॉर्ड CE 5 स्मार्टफोन भी लॉन्च कर सकती है। वनप्लस नॉर्ड 5: एक्सपेक्टेड स्पेसिफिकेशन हल्की बारिश में भीगने पर भी नहीं होगा खराब वनप्लस नॉर्ड 5 स्मार्टफोन में IP65 रेटिंग दी गई है। इस रेटिंग का मतलब है कि आपका फोन स्प्लैश और हल्की बारिश के लिए फीट है। स्मार्टफोन की कीमत कितनी हो सकती है? स्मार्टफोन दो स्टोरेज ऑप्शन में आ सकता है। इसमें 8GB+128GB वाले वैरिएं​​​​​​ट की कीमत ₹35,999 और 12GB+256GB वाले वैरिएंट की कीमत ₹39,999 रुपए हो सकती है। वहीं, वनप्लस नॉर्ड 5 की बात करें तो यह स्मार्टफोन सिंगल स्टोरेज 8GB+256GB में आएगा, जिसकी 29,990 रुपए हो सकती है।

दैनिक भास्कर 27 Jun 2025 5:05 pm

बाइक-स्कूटर पहले की तरह टोल फ्री रहेंगे:मीडिया रिपोर्ट्स में 15 जुलाई से टैक्स लगाने की बात कही थी; गडकरी बोले- ये फेक न्यूज

बाइक-स्‍कूटर चलाने वालों को हाइवे पर किसी भी तरह का टोल टैक्स नहीं देना होगा। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा था कि 15 जुलाई से नेशनल हाइवे पर टू-व्हीलर चलाने वालों को भी टैक्स देना होगा। हाइवे पर टू-व्हीलर्स के लिए टोल टैक्स लगाए जाने की खबरों को सरकार ने फेक बताया है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने साफ कर दिया है कि इस तरह की खबरें पूरी तरह झूठी और गलत हैं। टू-व्हीलर चलाने वालों को पहले की तरह ही टोल टैक्स से छूट मिलती रहेगी। PIB फैक्ट चेक के ऑफिशियल हैंडल ने भी X पर पोस्ट कर इस खबर को फेक बताया है। NHAI ने कहा- टोल टैक्स लगाने की कोई योजना नहीं NHAI ने ऑफिशियल स्टेटमेंट कहा कि, मीडिया में खबरें आई हैं कि भारत सरकार दोपहिया वाहनों पर टोल टैक्स लगाने की योजना बना रही है। NHAI स्पष्ट करना चाहता है कि ऐसे किसी प्रस्ताव पर चर्चा नहीं हो रही है। दोपहिया वाहनों के लिए टोल टैक्स लगाने की कोई योजना नहीं है। टू-व्हीलर्स पर फास्टैग लगाए जाने की अफवाह थी पिछले कुछ दिनों से कई न्यूज पोर्टल्स और सोशल मीडिया पर खबरें चल रही थीं कि सरकार 15 जुलाई 2025 से टू-व्हीलर्स पर टोल टैक्स लगाने जा रही है। कुछ ने तो ये भी दावा किया कि बाइक और स्कूटर वालों को FASTag लगवाना होगा और अगर नियम तोड़ा तो 2000 रुपए तक का जुर्माना देना पड़ सकता है। कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया कि हर महीने 150 रुपए का टोल फी देना होगा। लेकिन, इन खबरों में कोई आधिकारिक गजट नोटिफिकेशन या सरकारी बयान का जिक्र नहीं था। फास्टैग के सालाना पास की घोषणा के बाद वायरल हुई फेक न्यूजदरअसल, सरकार ने 18 जून को घोषणा की थी कि अब फास्टैग के लिए सालाना पास का ऑप्शन भी मिलेगा। इसकी कीमत 3,000 रुपए होगी और इससे गाड़ी वाले साल में 200 बार टोल-फ्री सफर कर सकेंगे। इसके बाद से ही टू-व्हीलर पर टोल टैक्स लगाने की खबरें वायरल हो गई थीं। लेकिन, ये स्कीम सिर्फ कार और जीप जैसी चार-पहिया गाड़ियों के लिए है, टू-व्हीलर के लिए नहीं। टू-व्हीलर्स टोल टैक्स फ्री क्यों हैं?अभी तक टू-व्हीलर वाहनों को टोल टैक्स से इसलिए छूट दी गई है, क्योंकि इनका सड़कों पर कम असर पड़ता है। 4 व्हीलर्स और बड़ी गाड़ियों की तुलना में बाइक और स्कूटर सड़कों को कम नुकसान पहुंचाते हैं, और इनके लिए अलग से टोल कलेक्शन सिस्टम बनाना भी महंगा पड़ता है। साथ ही, जब टू-व्हीलर खरीदा जाता है, तब उस पर पहले ही लाइफटाइम टैक्स लिया जाता है। इसीलिए सरकार ने इन्हें टोल-फ्री रखा है।

दैनिक भास्कर 26 Jun 2025 5:14 pm

JSW-MG की कारें 1 जुलाई से 1.5% महंगी होंगी:7 महीने में दूसरी बार बढ़ाई कीमतें, रॉ मटेरियल कॉस्ट बढ़ने के कारण फैसला लिया

अगर आप MG की कार खरीदने का मन बना रहे हैं तो 30 जून तक खरीद लें। क्योंकि, JSW-MG मोटर इंडिया ने 1 जुलाई 2025 से अपनी कारों की कीमतों में 1.5% तक की बढ़ोतरी का ऐलान किया है। यह बढ़ोतरी कंपनी के सभी मॉडल्स पर अलग-अलग होगी। कंपनी ने रॉ मटेरियल और ऑपरेशनल कॉस्ट के बढ़ने के कारण 7 महीने में दूसरी बार यह फैसला लिया है। इससे पहले 1 जनवरी 2025 से MG ने कार की कीमतों में 3% तक का इजाफा किया था। तब भी MG ने कीमत बढ़ाने की वजह रॉ मटेरियल महंगा होना बताया था।

दैनिक भास्कर 26 Jun 2025 2:16 pm

शुभांशु बोले- नमस्कार फ्रॉम स्पेस:एक बच्चे की तरह सीख रहा हूं... अंतरिक्ष में चलना और खाना कैसे है; शाम 4:30 बजे ISS पहुंचेगे

भारतीय एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला सहित चारों एस्ट्रोनॉट आज यानी, 26 जून को शाम 4:30 बजे स्पेस स्टेशन पहुंचेंगे। इससे पहले इस मिशन के क्रू ने स्पेसक्राफ्ट से लाइव बातचीत की। इस दौरान शुभांशु ने कहा- नमस्कार फ्रॉम स्पेस,! मैं अपने साथी अंतरिक्ष यात्रियों के साथ यहां होने के लिए बहुत एक्साइटेड हूं। यह शानदार यात्रा है। उन्होंने कहा- जब हमें वैक्यूम में लॉन्च किया गया, तब मैं बहुत अच्छा महसूस नहीं कर रहा था, मैं बहुत सोया हूं। एक बच्चे की तरह सीख रहा हूं... अंतरिक्ष में चलना और खाना कैसे होता है। इस दौरान एक सॉफ्ट टॉय स्वान यानी, हंस को हाथ में लेकर उन्होंने कहा- भारतीय संस्कृति में हंस बुद्धिमत्ता का प्रतीक है। एक्सियम मिशन 4 के तहत कल यानी, 25 जून को सभी एस्ट्रोनॉट इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए रवाना हुए थे। उनका ये मिशन पहले 6 बार तकनीकी दिक्कतों के कारण टल चुका था। शुभांशु शुक्ला का पूरा मैसेज यहां पढ़े... नमस्ते फ्रॉम स्पेस! मैं अपने साथी अंतरिक्ष यात्रियों के साथ यहां आकर बहुत उत्साहित हूं। सच कहूं तो, जब मैं कल लॉन्चपैड पर कैप्सूल में बैठा था। 30 दिन के क्वारंटाइन के बाद, मैं बस यही चाहता था कि अब चल पड़ें। लेकिन जब यात्रा शुरू हुई, तो ऐसा लगा जैसे आपको सीट में पीछे धकेला जा रहा हो। यह एक अद्भुत राइड थी.. और फिर अचानक सब कुछ शांत हो गया। आपने बेल्ट खोली और आप वैक्यूम की शांति में तैर रहे थे। मैं हर उस व्यक्ति को धन्यवाद देना चाहता हूं, जो इस यात्रा का हिस्सा रहा है। मैं समझता हूं कि यह कोई व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, यह आप सभी की सामूहिक उपलब्धि है, जो इस यात्रा का हिस्सा रहे हैं। मैं आप सभी को दिल से धन्यवाद देना चाहता हूं। परिवार और दोस्तों को भी.. आपका समर्थन बहुत मायने रखता है। यह सब आप सभी की वजह से संभव हुआ है। हमने आपको जोय और ग्रेस दिखाए। यह हंस है, एक बहुत ही महत्वपूर्ण प्रतीक। यह बहुत प्यारा लगता है, लेकिन हमारे भारतीय संस्कृति में हंस बुद्धिमत्ता का प्रतीक है। मुझे लगता है कि पोलैंड, हंगरी और भारत में भी इसका प्रतीकात्मक महत्व है। यह संयोग जैसा लग सकता है, लेकिन ऐसा नहीं है। इसका इससे कहीं ज़्यादा अर्थ है। जब हम वैक्यूम में लॉन्च हुए, तब मुझे बहुत अच्छा नहीं लग रहा था, लेकिन कल से मुझे बताया गया है कि मैं बहुत सोया हूं, जो एक अच्छा संकेत है। मुझे लगता है कि यह एक शानदार संकेत है। मैं इस माहौल में अच्छी तरह से ढल रहा हूं। दृश्यों का आनंद ले रहा हूं, पूरे अनुभव का आनंद ले रहा हूं। एक बच्चे की तरह सीख रहा हूं- नए कदम, चलना, खुद को नियंत्रित करना, खाना, सब कुछ। यह एक नया वातावरण है, नई चुनौती है, और मैं अपने साथी अंतरिक्ष यात्रियों के साथ इस अनुभव का बहुत आनंद ले रहा हूं। गलतियां करना ठीक है, लेकिन किसी और को गलती करते देखना और भी बेहतर है। यहां ऊपर बहुत मजेदार समय रहा है। बस इतना ही कहना चाहता हूं। आप सभी को इसे संभव बनाने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। मुझे यकीन है कि हम यहां बहुत अच्छा समय बिताएंगे। लॉन्चिंग के तुरंत बाद शुभांशु ने कहा था... मिशन से जुड़ी 4 तस्वीरें... 41 साल बाद कोई भारतीय एस्ट्रोनॉट अंतरिक्ष में गया अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा और भारतीय एजेंसी इसरो के बीच हुए एग्रीमेंट के तहत भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को इस मिशन के लिए चुना गया है। शुभांशु इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर जाने वाले पहले और स्पेस में जाने वाले दूसरे भारतीय हैं। इससे 41 साल पहले राकेश शर्मा ने 1984 में सोवियत यूनियन के स्पेसक्राफ्ट से अंतरिक्ष यात्रा की थी। शुभांशु का ये अनुभव भारत के गगनयान मिशन में काम आएगा। ये भारत का पहला मानव अंतरिक्ष मिशन है, जिसका उद्देश्य भारतीय गगनयात्रियों को पृथ्वी की निचली कक्षा में भेजना और सुरक्षित रूप से वापस लाना है। इसके 2027 में लॉन्च होने की संभावना है। भारत में एस्ट्रोनॉट को गगनयात्री कहा जाता है। इसी तरह रूस में कॉस्मोनॉट और चीन में ताइकोनॉट कहते हैं। 6 बार टाला गया एक्सियम-4 मिशन मिशन का उद्देश्य: स्पेस स्टेशन बनाने की प्लानिंग का हिस्सा Ax-4 मिशन का मुख्य उद्देश्य अंतरिक्ष में रिसर्च करना और नई टेक्नोलॉजी को टेस्ट करना है। ये मिशन प्राइवेट स्पेस ट्रैवल को बढ़ावा देने के लिए भी है और एक्सियम स्पेस प्लानिंग का हिस्सा है, जिसमें भविष्य में एक कॉमर्शियल स्पेस स्टेशन (एक्सियम स्टेशन) बनाने की योजना है। अब 6 जरूरी सवालों के जवाब: सवाल 1: कौन हैं शुभांशु शुक्ला? जवाब: शुभांशु का जन्म 1986 में उत्तर प्रदेश के लखनऊ में हुआ था। उन्होंने अपनी पढ़ाई राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) से की। वह 2006 में वायु सेना में शामिल हुए और फाइटर जेट उड़ाने का अनुभव रखते हैं। उन्हें ISRO के गगनयान मिशन के लिए भी चुना गया है, जो भारत का पहला मानव अंतरिक्ष मिशन है। अंतरिक्ष यात्री बनने के लिए उन्होंने रूस और अमेरिका में खास ट्रेनिंग ली। इसमें उन्होंने माइक्रोग्रैविटी में काम करना, इमरजेंसी हैंडलिंग और वैज्ञानिक प्रयोग सीखे। शुभांशु की पूरी प्रोफाइल पढ़े... सवाल 2: शुभांशु ISS पर क्या करेंगे? जवाब: शुभांशु वहां 14 दिनों तक रहेंगे और 7 प्रयोग करेंगे, जो भारतीय शिक्षण संस्थानों ने तैयार किए हैं। इनमें ज्यादातर बायोलॉजिकल स्टडीज होंगी, जैसे कि अंतरिक्ष में मानव स्वास्थ्य और जीवों पर असर देखना। इसके अलावा वो NASA के साथ 5 और प्रयोग करेंगे, जिसमें लंबे अंतरिक्ष मिशनों के लिए डेटा जुटाएंगे। इस मिशन में किए गए प्रयोग भारत के गगनयान मिशन को मजबूत करेंगे। स्पेस स्टेशन पहुंचने के बाद शुभांशु की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत करने की उम्मीद भी है। सवाल 3: शुभांशु अंतरिक्ष में अपने साथ क्या-क्या ले जा रहे हैं? जवाब: शुभांशु शुक्ला अपने साथ विशेष रूप से तैयार की गई भारतीय मिठाइयां ले जा रहे हैं। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने बताया था कि वह अंतरिक्ष में आम का रस, गाजर का हलवा और मूंग दाल का हलवा ले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह इन्हें आईएसएस पर अपने साथी अंतरिक्ष यात्रियों के साथ साझा करने की योजना बना रहे हैं। सवाल 4: इस मिशन में भारत को कितनी लागत आई है? जवाब: इस मिशन पर भारत ने अब तक करीब 548 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। इसमें शुभांशु और उनके बैकअप ग्रुप कैप्टन प्रशांत नायर की ट्रेनिंग का खर्च भी शामिल है। ये पैसे ट्रेनिंग, उपकरण और अंतरराष्ट्रीय साझेदारी में लगे हैं। शुभांशु की ट्रेनिंग की 3 तस्वीरें... सवाल 5: भारत के लिए यह मिशन कितना अहम है? जवाब: शुभांशु का ये अनुभव गगनयान मिशन (2027 में प्लान्ड) के लिए बहुत मददगार होगा। वापस आने के बाद वो जो डेटा और अनुभव लाएंगे, वो भारत के अंतरिक्ष प्रोग्राम को आगे बढ़ाने में हेल्प कर सकता है। सवाल 6: क्या ये प्राइवेट स्पेस मिशन है? जवाब: हां, एक्सियम मिशन 4 एक प्राइवेट स्पेस फ्लाइट मिशन है। अमेरिका की प्राइवेट स्पेस कंपनी एक्सियम स्पेस और नासा के कोलैबोरेशन में यह हो रहा है। एक्सियम स्पेस का यह चौथा मिशन है। इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन क्या है? इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पृथ्वी के चारों ओर घूमने वाला एक बड़ा अंतरिक्ष यान है। इसमें एस्ट्रोनॉट रहते हैं और माइक्रो ग्रेविटी में एक्सपेरिमेंट करते हैं। यह 28,000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रैवल करता है। यह हर 90 मिनट में पृथ्वी की परिक्रमा पूरी कर लेता है। 5 स्पेस एजेंसीज ने मिलकर इसे बनाया है। स्टेशन का पहला पीस नवंबर 1998 में लॉन्च किया गया था। ---------------------------------------- शुभांशु शुक्ला से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... 1. एस्ट्रोनॉट शुभांशु अंतरिक्ष में रवाना:मां बोलीं- खुशी का ठिकाना नहीं, लेकिन डर भी लग रहा लखनऊ के शुभांशु शुक्ला एक्सिअम मिशन-4 के तहत इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन यानी ISS पर रवाना हो गए। उनके साथ तीन अन्य एस्ट्रोनॉट भी स्पेस स्टेशन जा रहे हैं। लखनऊ में शुभांशु के माता-पिता बेटे की ऐतिहासिक अंतरिक्ष यात्रा को लेकर काफी खुश हैं। उनके रवाना होने पर मां की आंखों में आंसू छलक आए। पूरी खबर पढ़ें... 2. शुभांशु अंतरिक्ष के लिए रेडी, मां को खाने की टेंशन:लखनऊ में बहन बोलीं- बचपन में कहते थे मैं तारों के पास घूमने जाऊंगा लखनऊ के शुभांशु शुक्ला जल्द ही NASA और Axiom Space के कंबाइंड मिशन पर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की उड़ान भरेंगे। मिशन में उनके साथ 4 लोग जा रहे हैं। मिशन का नाम-Axiom 4 है। अंतरिक्ष में वे 14 दिन रहेंगे। इंडियन एयरफोर्स के ग्रुप कैप्टन और एस्ट्रोनॉट शुभांशु ऐसा करने वाले के दूसरे अंतरिक्ष यात्री होंगे, उनसे पहले राकेश शर्मा ये कारनामा कर चुके हैं। पूरी खबर पढ़ें... ​​​​​

दैनिक भास्कर 26 Jun 2025 12:04 pm

अमेरिका में सरकारी डिवाइस पर वॉट्सएप बैन:डेटा सिक्योरिटी में कमी के कारण एप डिलीट करने को कहा, साइबर अटैक का भी डर

अमेरिका में सरकारी डिवाइसेस पर वॉट्सएप यूज करने पर बैन लगा दिया गया है। अमेरिकी हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स (भारत में लोकसभा की तरह निचला सदन) के चीफ एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर (CAO) ने एक आदेश जारी किया, जिसमें लिखा था 'वॉट्सएप को अब किसी भी सरकारी डिवाइस पर यूज नहीं किया जा सकता। इसमें एप के तीनों वर्जन- मोबाइल, डेस्कटॉप और वेब शामिल हैं।' नोटिफिकेशन बताया गया कि, अगर किसी स्टाफ के फोन में वॉट्सएप इंस्टॉल है, तो उसे तुरंत डिलीट किया जाए। इतना ही नहीं, आदेश में अनजान नंबरों से आने वाले मैसेज या फिशिंग स्कैम से सावधान रहने की चेतावनी भी दी गई। आदेश में स्टाफ को वॉट्सएप की जगह दूसरी मैसेजिंग एप्स यूज करने की सलाह दी गई है। वॉट्सएप को हाई-रिस्क मानने की 3 वजहें इसी साल जनवरी में सिक्योरिटी पर सवाल उठाए थे इससे पहले इसी साल जनवरी में वॉट्सएप ने खुद कबूल किया था कि इजरायली स्पायवेयर कंपनी पैरागॉन सॉल्यूशंस ने इसके कई यूजर्स, खासकर जर्नलिस्ट्स और सिविल सोसाइटी मेंबर्स को टारगेट किया था। इस घटना ने वॉट्सएप की सिक्योरिटी पर सवाल उठाए थे। मेटा का दावा- हमारा डेटा सिक्योरिटी सिस्टम बेहतर मेटा ने इस बैन पर विरोध जताया है। कंपनी के स्पोक्सपर्सन एंडी स्टोन ने रॉयटर्स से कहा, 'हम इस फैसले से बिल्कुल सहमत नहीं हैं। वॉट्सएप में डिफॉल्ट एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन है, जो इसे दूसरी मैसेजिंग एप्स से ज्यादा सिक्योर बनाता है।' मेटा का दावा है कि वॉट्सएप की सिक्योरिटी लेवल उन एप्स से बेहतर है, जिन्हें हाउस ने अल्टरनेटिव के तौर पर सुझाया है। स्टोन ने ये भी कहा कि हाउस और सीनेट के कई मेंबर्स वॉट्सएप यूज करते हैं, और वो चाहते हैं कि हाउस के मेंबर्स भी इसे ऑफिशियली यूज करें। अमेरिका संसद में ये एप्स भी बैन मेटा और अमेरिकी सरकार में तनातनी वॉट्सएप का बैन सिर्फ सिक्योरिटी इश्यू तक सीमित नहीं है। मेटा और अमेरिकी सरकार के बीच पहले से तनाव चल रहा है। अमेरिकी फेडरल ट्रेड कमिशन (FTC) मेटा के खिलाफ एक मुकदमा चला रही है, जिसमें कंपनी पर मोनोपॉली (एक छत्र राज) का आरोप लगाया गया है। इस केस का फैसला अभी आना बाकी है। इसके अलावा, मेटा CEO मार्क जुकरबर्ग की हाल में प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप और उनके सहयोगियों से नजदीकी बढ़ रही है। इससे मेटा के कुछ कर्मचारी नाराज हैं। फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, 40 से ज्यादा मेटा कर्मचारियों ने जुकरबर्ग के इस 'पॉलिटिकल शिफ्ट' पर सवाल उठाए हैं। कुछ तो उन्हें 'मेगा मार्क' (मेक अमेरिका ग्रेट अगेन) कहकर तंज कस रहे हैं। मेटा ने ट्रंप के उद्घाटन फंड में $1 मिलियन (₹8.61 करोड़) का डोनेशन भी दिया है। दुनियाभर में 48 करोड़ से ज्यादा वॉट्सऐप यूजर्स दुनियाभर में इसके 2 अरब से भी ज्यादा यूजर्स हैं। वहीं, भारत में करीब वॉट्सएप के करीब 48.9 करोड़ यूजर हैं। वॉट्सएप को साल 2009 में लॉन्च किया गया था। 2014 में फेसबुक ने वॉट्सएप को 19 बिलियन डॉलर में खरीदा था।

दैनिक भास्कर 25 Jun 2025 7:27 pm

दोपहर 12 बजे स्पेस स्टेशन के लिए उड़ान भरेंगे शुभांशु:14 दिन तक रहेंगे, 41 साल बाद कोई भारतीय एस्ट्रोनॉट अंतरिक्ष में जाएगा

भारतीय गगनयात्री शुभांशु शुक्ला एक्सिअम मिशन 4 के तहत आज यानी, 25 जून को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन, यानी ISS जा रहे हैं। उनके साथ तीन अन्य एस्ट्रोनॉट भी स्पेस स्टेशन जाएंगे। मिशन भारतीय समयानुसार दोपहर 12:01 बजे फ्लोरिडा में नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च किया जाएगा। स्पेसएक्स के फाल्कन-9 रॉकेट से जुड़े ड्रैगन कैप्सूल में शुभांशु उड़ान भरेंगे। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा और भारतीय एजेंसी इसरो के बीच हुए एग्रीमेंट के तहत ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को इस मिशन के लिए चुना गया है। शुभांशु इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर जाने वाले पहले और स्पेस में जाने वाले दूसरे भारतीय होंगे। इससे 41 साल पहले राकेश शर्मा ने 1984 में सोवियत यूनियन के स्पेसक्राफ्ट से अंतरिक्ष यात्रा की थी। ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट करीब 28.5 घंटे के बाद 26 जून को शाम 04:30 बजे ISS से जुड़ेगा। 6 बार टाला गया एक्सियम-4 मिशन मिशन का उद्देश्य: स्पेस स्टेशन बनाने की प्लानिंग का हिस्सा Ax-4 मिशन का मुख्य उद्देश्य अंतरिक्ष में रिसर्च करना और नई टेक्नोलॉजी को टेस्ट करना है। ये मिशन प्राइवेट स्पेस ट्रैवल को बढ़ावा देने के लिए भी है और एक्सियम स्पेस प्लानिंग का हिस्सा है, जिसमें भविष्य में एक कॉमर्शियल स्पेस स्टेशन (एक्सियम स्टेशन) बनाने की योजना है। अब 5 जरूरी सवालों के जवाब: सवाल 1: कौन हैं शुभांशु शुक्ला? जवाब: शुभांशु का जन्म 1986 में उत्तर प्रदेश के लखनऊ में हुआ था। उन्होंने अपनी पढ़ाई राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) से की। वह 2006 में वायु सेना में शामिल हुए और फाइटर जेट्स उड़ाने का अनुभव रखते हैं। उन्हें ISRO के गगनयान मिशन के लिए भी चुना गया है, जो भारत का पहला मानव अंतरिक्ष मिशन है। अंतरिक्ष यात्री बनने के लिए उन्होंने रूस और अमेरिका में खास ट्रेनिंग ली। इसमें उन्होंने माइक्रोग्रैविटी में काम करना, इमरजेंसी हैंडलिंग, और वैज्ञानिक प्रयोग सीखे। सवाल 2: शुभांशु ISS पर क्या करेंगे? जवाब: शुभांशु वहां 14 दिनों तक रहेंगे और 7 प्रयोग करेंगे, जो भारतीय शिक्षण संस्थानों ने तैयार किए हैं। इनमें ज्यादातर बायोलॉजिकल स्टडीज होंगी, जैसे कि अंतरिक्ष में मानव स्वास्थ्य और जीवों पर असर देखना। इसके अलावा, वो NASA के साथ 5 और प्रयोग करेंगे, जो लंबे अंतरिक्ष मिशनों के लिए डेटा जुटाएंगे। इस मिशन में किए गए प्रयोग भारत के गगनयान मिशन को मजबूत करेंगे। सवाल 3: इस मिशन में भारत को कितनी लागत आई है? जवाब: इस मिशन पर भारत ने अब तक करीब 548 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। इसमें शुभांशु और उनके बैकअप ग्रुप कैप्टन प्रशांत नायर की ट्रेनिंग का खर्च भी शामिल है। ये पैसे ट्रेनिंग, उपकरण, और अंतरराष्ट्रीय साझेदारी में लगे हैं। शुभांशु की ट्रेनिंग की 3 तस्वीरें... सवाल 4: भारत के लिए यह मिशन कितना अहम है? जवाब: शुभांशु का ये अनुभव गगनयान मिशन (2027 में प्लान्ड) के लिए बहुत मददगार होगा। वापस आने के बाद वो जो डेटा और अनुभव लाएंगे, वो भारत के अंतरिक्ष प्रोग्राम को आगे बढ़ाने में हेल्प कर सकता है। सवाल 5: क्या ये प्राइवेट स्पेस मिशन है? जवाब: हां, एक्सियम मिशन 4 एक प्राइवेट स्पेस फ्लाइट मिशन है। अमेरिका की प्राइवेट स्पेस कंपनी एक्सियम स्पेस और नासा के कोलेबोरेशन में यह हो रहा है। एक्सियम स्पेस का यह चौथा मिशन है। इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन क्या है? इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पृथ्वी के चारों ओर घूमने वाला एक बड़ा अंतरिक्ष यान है। इसमें एस्ट्रोनॉट रहते हैं और माइक्रो ग्रेविटी में एक्सपेरिमेंट करते हैं। यह 28,000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रैवल करता है। यह हर 90 मिनट में पृथ्वी की परिक्रमा पूरी कर लेता है। 5 स्पेस एजेंसीज ने मिलकर इसे बनाया है। स्टेशन का पहला पीस नवंबर 1998 में लॉन्च किया गया था। ---------------------------------------- शुभांशु शुक्ला से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... शुभांशु अंतरिक्ष के लिए रेडी, मां को खाने की टेंशन:लखनऊ में बहन बोलीं- बचपन में कहते थे मैं तारों के पास घूमने जाऊंगा लखनऊ के शुभांशु शुक्ला जल्द ही NASA और Axiom Space के कंबाइंड मिशन पर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की उड़ान भरेंगे। मिशन में उनके साथ 4 लोग जा रहे हैं। मिशन का नाम-Axiom 4 है। अंतरिक्ष में वे 14 दिन रहेंगे। इंडियन एयरफोर्स के ग्रुप कैप्टन और एस्ट्रोनॉट शुभांशु ऐसा करने वाले के दूसरे अंतरिक्ष यात्री होंगे, उनसे पहले राकेश शर्मा ये कारनामा कर चुके हैं। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 25 Jun 2025 8:48 am

टेस्ला का पहला भारतीय शोरूम मुंबई में बनना शुरू:कंपनी शुरुआत में मेड-इन-चाइना मॉडल Y बेचेगी, एक्सपेक्टेड शुरुआती कीमत ₹48 लाख

इलॉन मस्क की ईवी कंपनी टेस्ला का पहला भारतीय शोरूम मुंबई में बनना शुरू हो गया है। कंपनी ने मुंबई के पॉश इलाके बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) में अपने पहले शोरूम के लिए 4000 स्क्वायर फीट की जगह फाइनल की थी। इसके साथ ही दिल्ली के एयरोसिटी में भी दूसरा शोरूम खोलने की तैयारी चल रही है। ये दोनों शोरूम जुलाई 2025 में खुल सकते हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक यूजर ने पोस्ट कर टेस्ला के शोरूम की तस्वीरें शेयर की हैं। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट्स के मुताबिक, टेस्ला अपनी मेड-इन-चाइना इलेक्ट्रिक एसयूवी मॉडल Y से भारत में शुरुआत करेगी। ये कारें टेस्ला की शंघाई फैक्ट्री से भारत लाई जाएंगी। भारत में कंपनी की कारों की कीमत 48 लाख रुपए से शुरू हो सकती है। मॉडल Y दुनिया की सबसे ज्यादा बिकने वाली इलेक्ट्रिक कार टेस्ला का भारत में आना इसलिए भी खास है, क्योंकि भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल मार्केट है। कंपनी को यूरोप और चीन में बिक्री में कमी का सामना करना पड़ रहा है, ऐसे में भारत उनके लिए एक बड़ा मौका साबित हो सकता है। कंपनी की मॉडल Y दुनिया की सबसे ज्यादा बिकने वाली इलेक्ट्रिक कार है, ये भारतीय ग्राहकों को भी पसंद आ सकती है। कंपनी ने अमेरिका, चीन और नीदरलैंड से सुपरचार्जर कंपोनेंट, कार एक्सेसरीज, मर्चेंडाइज और स्पेयर्स भी इंपोर्ट किए हैं। शोरूम का किराया करीब ₹35 लाख प्रति माह रिपोर्ट्स के मुताबिक, टेस्ला ने मुंबई के BKC में मेकर मैक्सिटी बिल्डिंग में 5 साल के लिए जगह किराए पर ली है। इसका किराया करीब 35 लाख रुपए प्रतिमाह है, जो भारत के सबसे महंगे कमर्शियल रेंट में से एक है। ये शोरूम टेस्ला के प्रीमियम इलेक्ट्रिक वाहनों को डिस्प्ले करेगा। यहां ग्राहकों को टेस्ट ड्राइव का मौका भी मिलेगा। टेस्ला कर्नाटक-गुरुग्राम में वेयरहाउस बनाएगी टेस्ला भारत के साउथ में कर्नाटक में वेयरहाउस के लिए जगह किराए पर ले रही है। इसके अलावा कंपनी नई दिल्ली के बाहर गुरुग्राम में भी जगह लीज पर लेने की प्लानिंग कर रही है। इसके अलावा दूसरे देशों से टेस्ला के अधिकारी मुंबई और नई दिल्ली के शोरूमों पर वीकली विजिट भी कर रहे हैं। टेस्ला सरकार की EV पॉलिसी का फायदा उठाएगी भारत सरकार ने हाल ही में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) के लिए नई पॉलिसी बनाई है, जिसमें विदेशी कंपनियों को कम इंपोर्ट ड्यूटी (15%) का फायदा मिल सकता है, बशर्ते वे भारत में 500 मिलियन डॉलर यानी 4,327 करोड़ रुपए का निवेश करें और तीन साल में लोकल प्रोडक्शन शुरू करें। टेस्ला इस पॉलिसी का फायदा उठाने की तैयारी में है। कंपनी भारत में अभी सिर्फ इंपोर्टेड कारें बेचेगी हालांकि, टेस्ला ने अभी तक भारत में अपनी फैक्ट्री लगाने का फैसला नहीं किया है। कुछ समय पहले खबर आई थी कि टेस्ला गुजरात, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और तेलंगाना जैसे राज्यों में फैक्ट्री लगाने पर विचार कर रही है, लेकिन फिलहाल कंपनी भारत में सिर्फ इंपोर्टेड कारें बेचने पर ध्यान दे रही है। टेस्ला का टाटा और महिंद्रा से कॉम्पिटिशन होगा भारत में इलेक्ट्रिक कारों का बाजार अभी छोटा है, यहां 2023 में सिर्फ 2% कारें ही इलेक्ट्रिक थीं। लेकिन सरकार का टारगेट है कि 2030 तक 30% नई कारें इलेक्ट्रिक हों। टाटा मोटर्स और महिंद्रा जैसी देसी कंपनियां इस मार्केट में पहले से मौजूद हैं और अब टेस्ला के आने से कॉम्पिटिशन और बढ़ेगा। टेस्ला की कारें अपनी शानदार डिजाइन, हाई-टेक फीचर्स और ओवर-द-एयर सॉफ्टवेयर अपडेट्स के लिए जानी जाती हैं। कंपनी ने भारत में पहले से ही सेल्स, सर्विस और डिलीवरी के लिए लोगों की भर्ती शुरू कर दी है। टेस्ला का भारत आना न सिर्फ इलेक्ट्रिक कारों को बढ़ावा देगा, बल्कि ये भारतीय ग्राहकों को भी नई टेक्नोलॉजी और बेहतर ऑप्शन्स देगा। टेस्ला से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... टेस्ला फिलहाल भारत में कारें नहीं बनाएगी: केंद्रीय मंत्री कुमारस्वामी ने कहा- कंपनी की मैन्युफैक्चरिंग में कोई दिलचस्पी नहीं; सिर्फ दो शो-रूम खोलेगी इलॉन मस्क की इलेक्ट्रिक कार मेकर कंपनी टेस्ला फिलहाल भारत में कारें बनाने की योजना नहीं बना रही है। भारी उद्योग मंत्री एच. डी. कुमारस्वामी ने सोमवार को कहा कि टेस्ला सिर्फ दो शो रूम खोलना चाहती है, मैन्युफैक्चरिंग में उसकी कोई दिलचस्पी नहीं है। पूरी खबर पढ़ें... टेस्ला ने मुंबई में ऑफिस लीज पर लिया: पहले शोरूम के लिए स्पेस ली थी, ये भारत में कंपनी की जल्द एंट्री का संकेत इलॉन मस्क की टेस्ला ने मुंबई में एक ऑफिस लीज पर लिया है। ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, टेस्ला ने फीनिक्स मार्केट सिटी में एक को-वर्किंग फैसिलिटी के भीतर 30 सीटों वाला वर्कस्पेस लिया है। इसके लिए उसे 3 लाख रुपए महीने का पेमेंट करना होगा। पूरी खबर पढ़ें... टेस्ला ने मुंबई और पुणे में शुरू की हायरिंग: टोटल 20 वैकेंसी निकालीं, कंपनी का पहला शोरूम मुंबई के BKC में खुलेगा बिलेनियर इलॉन मस्क की कंपनी टेस्ला इंक ने भारत में अपने हायरिंग के प्रयासों को तेज कर दिया है। टेस्ला ने महाराष्ट्र में 20 ओपन पोजीशन को लिस्ट किया है। जिसमें से 15 जॉब्स ओपनिंग मुंबई और 5 वैकेंसी पुणे के लिए निकाली गई हैं। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 24 Jun 2025 11:51 pm

पेटीएम का नया फीचर 'टोटल बैलेंस व्यू' लॉन्च:UPI से लिंक्ड सभी बैंक अकाउंट्स का टोटल बैलेंस एक ही स्क्रीन पर देख सकेंगे यूजर्स

पेटीएम यूजर्स अब सिर्फ एक बार UPI पिन डालकर अपने सभी बैंक अकाउंट्स का टोटल बैलेंस चेक कर सकेंगे। इसके लिए डिजिटल पेमेंट कंपनी पेटीएम ने अपने एप में नया फीचर 'टोटल बैलेंस व्यू' पेश किया है। इस नए टूल से UPI से लिंक्ड सभी अकाउंट्स का टोटल अमाउंट एक ही स्क्रीन पर दिख जाएगा। यह फीचर खासतौर पर उन लोगों के लिए उपयोगी है, जिनके एक से अधिक बैंक अकाउंट हैं और वे अलग-अलग एप्स पर जाकर बैलेंस चेक करते हैं। इस फीचर से अब यूजर्स को अलग-अलग बैंक अकाउंट की शेषराशि जोड़ने की जरूरत नहीं पड़ेगी। मनी मैनेजमेंट करना आसान होगा इस नए टूल का उद्देश्य अलग-अलग खातों के बैलेंस को अलग-अलग चेक करने की जरूरत को खत्म करके मनी मैनेजमेंट को आसान बनाना है। यानी आप फाइनेंशियल प्लानिंग, बजट बनाना, खर्च पर कंट्रोल और सेविंग करने जैसे काम आसानी से कर सकेंगे। 2009 में हुई थी पेटीएम की शुरुआत पेटीएम की पेरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस ने अगस्त 2009 में पेटीएम पेमेंट ऐप को लॉन्च किया था। इसके फाउंडर विजय शेखर शर्मा है। अभी देश में पेटीएम के 30 करोड़ से ज्यादा यूजर हैं। पेटीएम का मार्केट कैप करीब 28 हजार करोड़ रुपए है। UPI को NCPI ऑपरेट करता है भारत में RTGS और NEFT पेमेंट सिस्टम का ऑपरेशन RBI के पास है। IMPS, RuPay, UPI जैसे सिस्टम को नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ऑपरेट करती है। सरकार ने 1 जनवरी 2020 से UPI ट्रांजैक्शन के लिए एक जीरो-चार्ज फ्रेमवर्क मैंडेटरी किया था। UPI कैसे काम करता है? UPI सर्विस के लिए आपको एक वर्चुअल पेमेंट एड्रेस तैयार करना होता है। इसके बाद इसे बैंक अकाउंट से लिंक करना होगा। इसके बाद आपका बैंक अकाउंट नंबर, बैंक का नाम या IFSC कोड आदि याद रखने की जरूरत नहीं होती। पेमेंट करने वाला बस आपके मोबाइल नंबर के हिसाब से पेमेंट रिक्वेस्ट प्रोसेस करता है। अगर, आपके पास उसका UPI आईडी (ई-मेल आईडी, मोबाइल नंबर या आधार नंबर) है तो आप अपने स्‍मार्टफोन के जरिए आसानी से पैसा भेज सकते हैं। न सिर्फ पैसा बल्कि यूटिलिटी बिल पेमेंट, ऑनलाइन शॉपिंग, खरीदारी आदि के लिए नेट बैंकिंग, क्रेडिट या डेबिट कार्ड भी जरूरत नहीं होगी। ये सभी काम आप यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस सिस्टम से कर सकते हैं।

दैनिक भास्कर 24 Jun 2025 10:28 pm

देश में जल्द बनेंगी सस्ती इलेक्ट्रिक कारें:भारत में मैन्युफैक्चरिंग करने पर कंपनियों को 15% सब्सिडी मिलेगी, प्लांट लगाने के लिए पोर्टल लॉन्च

भारत में जल्द ही इलेक्ट्रिक गाड़ियां सस्ती होंगी। केंद्र सरकार ने मंगलवार (24 जून) को एक ऑनलाइन पोर्टल लॉन्च किया, जिस पर इलेक्ट्रिक पैसेंजर कार बनाने के लिए कंपनियां आवेदन कर सकेंगी। केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने X पोस्ट कर बताया कि, 'नई ईवी पॉलिसी से न सिर्फ देश में इलेक्ट्रिक गाड़ियों का प्रोडक्शन बढ़ेगा, बल्कि ग्लोबल EV कंपनियों को भारत में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने का मौका मिलेगा।' कुमारस्वामी ने बताया कि, योजना में हिस्सा लेने के लिए कंपनियां ऑनलाइन पोर्टल spmepci.heavyindustries.gov.in पर 24 जून से 21 अक्टूबर 2025 तक आवेदन भेज सकती हैं। भारी उद्योग मंत्रालय ने 2 जून को नई योजना 'स्कीम टू प्रमोट मैन्युफैक्चरिंग ऑफ इलेक्ट्रिक पैसेंजर कार्स इन इंडिया (SPMEPCI)' लागू करने के लिए नोटिफिकेशन जारी किया था। क्या है ये नई स्कीम? सरकार की इस नई स्कीम का मकसद भारत को इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का मैन्युफैक्चरिंग का हब बनाना है। सरकार चाहती है कि ज्यादा से ज्यादा इलेक्ट्रिक कारें भारत में ही बनें, ताकि नौकरियां बढ़ें, प्रदूषण कम हो और देश की अर्थव्यवस्था को फायदा हो। इस स्कीम के तहत विदेशी कंपनियों को कम इंपोर्ट ड्यूटी (15%) का फायदा मिल सकता है, बशर्ते वे भारत में 500 मिलियन डॉलर यानी 4,327 करोड़ रुपए का निवेश करें और तीन साल में लोकल प्रोडक्शन शुरू करें। इसके लिए सरकार ने एक खास पोर्टल बनाया है, जहां कंपनियां ऑनलाइन अप्लाई कर सकती हैं। इस पोर्टल के जरिए आवेदन प्रक्रिया को आसान और पारदर्शी बनाने की कोशिश की गई है। यानी कोई भी कंपनी जो भारत में इलेक्ट्रिक कारें बनाना चाहती है, वो इस पोर्टल पर जाकर अपनी डिटेल्स भर सकती है और स्कीम का फायदा उठा सकती है। क्यों जरूरी है ये स्कीम? भारत में अभी EV मार्केट अपनी शुरुआती स्टेज में है। 2024 में इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री कुल कार बिक्री का सिर्फ 2.5% थी। सरकार का टारगेट है कि 2030 तक 30% कारें इलेक्ट्रिक हो। लेकिन, इसके लिए बड़े पैमाने पर मैन्युफैक्चरिंग और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत है। अभी भारत में EV प्रोडक्शन की क्षमता 2 लाख यूनिट्स है, लेकिन 2030 तक इसे बढ़ाकर 25 लाख यूनिट्स करने का प्लान है। यानी, अगले 5 साल में भारत EV प्रोडक्शन में 10 गुना बढ़ोतरी करना चाहता है। इसके अलावा, भारत सरकार का मकसद सिर्फ अपने लिए गाड़ियां बनाना नहीं है, बल्कि ‘मेक इन इंडिया फॉर द वर्ल्ड’ के तहत दुनिया भर में इलेक्ट्रिक कारें एक्सपोर्ट करना भी है। लेकिन इसके लिए भारतीय कंपनियों को अपनी लागत कम करनी होगी, ताकि वो ग्लोबल मार्केट में चीन जैसे देशों से मुकाबला कर सकें। क्या फायदा मिलेगा? इस स्कीम से कई फायदे होने की उम्मीद है... चीन से चुनौती और उसका जवाब भारत का EV मार्केट अभी काफी हद तक चाइनीज टेक्नोलॉजी और पार्ट्स पर निर्भर है। खास तौर पर रेयर अर्थ मैग्नेट्स, जो EV मोटर्स में इस्तेमाल होते हैं। इनका 90% सप्लाई चीन से आता है। हाल ही में चीन ने इनके एक्सपोर्ट पर सख्ती की है, जिससे भारत सहित दुनियाभर की कंपनियों का EV प्रोडक्शन प्रभावित हो रहा है। इस चुनौती से निपटने के लिए सरकार कई कदम उठा रही है। मसलन, रेयर अर्थ मटेरियल्स की घरेलू माइनिंग और प्रोसेसिंग को बढ़ावा देना और दूसरे देशों के साथ पार्टनरशिप करना। साथ ही इस स्कीम के तहत कंपनियों को भारत में ही बैटरी और दूसरे पार्ट्स बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है, ताकि चीन पर निर्भरता कम हो। कौन-कौन सी कंपनियां आ सकती हैं? इस स्कीम का फायदा लेने के लिए कई बड़ी ग्लोबल कंपनियां भारत की ओर देख रही हैं। मसलन, टेस्ला जैसी कंपनियां, जो जुलाई 2025 में मुंबई और दिल्ली में अपने शोरूम खोलने जा रही हैं, वो इस स्कीम के तहत भारत में मैन्युफैक्चरिंग शुरू कर सकती हैं। इसके अलावा, टाटा मोटर्स, महिंद्रा और मारुति सुजुकी जैसी भारतीय कंपनियां भी अपने EV प्रोडक्शन को बढ़ाने की तैयारी में हैं। आम लोगों के लिए इसका मतलब? अगर आप एक आम आदमी हैं, जो गाड़ी खरीदने की सोच रहे हैं, तो ये स्कीम आपके लिए अच्छी खबर है। आने वाले सालों में इलेक्ट्रिक गाड़ियां सस्ती हो सकती हैं और चार्जिंग स्टेशन भी बढ़ेंगे। इससे EV चलाना और आसान हो जाएगा। साथ ही अगर आप प्रदूषण से परेशान हैं, तो ये स्कीम पर्यावरण को साफ रखने में भी मदद करेगी। आगे क्या? कुमारस्वामी का कहना है कि ये पोर्टल सिर्फ शुरुआत है। अगले कुछ महीनों में और भी नीतियां और स्कीम्स लॉन्च हो सकती हैं, जो EV सेक्टर को सपोर्ट करेंगी। इसके अलावा, चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने के लिए HPCL जैसी कंपनियों के साथ पार्टनरशिप भी की जा रही है, ताकि देशभर में चार्जिंग स्टेशन का जाल बिछाया जा सके। ये खबर भी पढ़ेंटेस्ला जुलाई से भारत में, मुंबई-दिल्ली में शोरूम खोलेगी:मेड-इन-चाइना मॉडल-Y SUV कारें बेचेगी, ₹48 लाख से शुरू हो सकती है कारों की कीमत इलॉन मस्क की इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने वाली कंपनी टेस्ला जुलाई 2025 में भारत में अपने पहले शोरूम ओपन करने वाली है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये शोरूम मुंबई और नई दिल्ली में खुलेंगे। कंपनी यहां अपनी मेड-इन-चाइना मॉडल वाई (Model Y) SUV कारें बेचेगी। ये कारें टेस्ला की शंघाई फैक्ट्री से भारत लाई जाएंगी। भारत में कंपनी की कारों की कीमत 48 लाख रुपए से शुरू हो सकती है। टेस्ला का भारत में आना इसलिए भी खास है, क्योंकि भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल मार्केट है। कंपनी को यूरोप और चीन में बिक्री में कमी का सामना करना पड़ रहा है, ऐसे में भारत उनके लिए एक बड़ा मौका साबित हो सकता है। कंपनी की मॉडल वाई दुनिया की सबसे ज्यादा बिकने वाली इलेक्ट्रिक कार है, ये भारतीय ग्राहकों को भी पसंद आ सकती है। पूर खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 24 Jun 2025 6:59 pm

पोको F7 स्मार्टफोन आज शाम लॉन्च होगा:50MP कैमरा और 7550mAh की सबसे बड़ी बैटरी मिलेगी; एक्सपेक्टेड प्राइस- ₹30,000

स्मार्टफोन कंपनी शाओमी की सब-ब्रांड पोको आज यानी 25 जून को भारतीय बाजार में 'F सीरीज' से नया स्मार्टफोन 'पोको F7' लॉन्च करने वाली है। कंपनी ने अपकमिंग स्मार्टफोन के बड़े फीचर्स के लॉन्चिंग की जानकारी अपने वेबसाइट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर पहले ही दे दी है। स्मार्टफोन में 7550mAh की पावरफुल बैटरी दी गई है। POCO का दावा है कि यह भारत में सबसे बड़ी बैटरी वाला फोन है। इसके अलावा कंपनी ने कंफॉर्म किया है कि स्मार्टफोन में 50 मेगापिक्सल का सोनी IMX882 कैमरा और क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 8s Gen 4 प्रोसेसर मिलेगा। कंपनी की ओर से दी गई जानकारी के पोको F7 के लगभग सभी फीचर्स लीक हो चुके हैं। यहां हम स्मार्टफोन के डिटेल्ड स्पेसिफिकेशन और फीचर्स बता रहे हैं...

दैनिक भास्कर 24 Jun 2025 10:40 am

रोल्स रॉयस की सबसे पावरफुल कार स्पेक्ट्रे ब्लैक बैज लॉन्च:44,000 कलर ऑप्शन के साथ 4.1 सेकेंड में 0-100kmph की स्पीड, शुरुआती कीमत ₹9.5 करोड़

लग्जरी कार मैकर रोल्स-रॉयस इंडिया ने आज (23 जून) भारतीय बाजार में स्पेक्ट्रे ब्लैक बैज को लॉन्च किया है। यह कंपनी का पहला ब्लैक बैज इलेक्ट्रिक मॉडल है, जिसे इस साल फरवरी में ग्लोबल मार्केट में पेश किया गया था। यही नहीं रोल्स-रॉयस स्पेक्ट्रे ब्लैक बैज कंपनी की अब तक की सबसे पावरफुल कार भी है। कंपनी का दावा है कि कार सिर्फ 4.1 सेकंड में 0-100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है। इसके अलावा कार को कस्टमाइज करने के लिए 44,000 कलर ऑप्शन मिलते हैं। इसकी शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत बिना किसी कस्टमाइजेशन के 9.5 करोड़ रुपए रखी गई है, जो स्टैण्डर्ड स्पेक्ट्रे ईवी से 1.88 करोड़ रुपए ज्यादा है। रोल्स-रॉयस इंडिया ने जनवरी में स्टैंडर्ड स्पेक्ट्रे ईवी को 7.62 करोड़ रुपए की एक्स-शोरूम कीमत में लॉन्च किया था। ब्रांड के चेन्नई और नई दिल्ली डीलरशिप पर इसकी बुकिंग शुरू कर दी गई है।

दैनिक भास्कर 23 Jun 2025 11:07 pm

हैरियर ईवी के RWD वैरिएंट्स के प्राइस रिवील:622km रेंज के साथ ADAS लेवल-2 सेफ्टी फीचर्स, शुरुआती कीमत ₹21.49 लाख

टाटा मोटर्स ने आज (23 जून) अपनी मिड साइज इलेक्ट्रिक SUV हैरियर ईवी के रियर व्हील ड्राइव वैरिएंट्स को रिवील कर दिया है। इसकी एक्स-शोरूम कीमत 21.49 से 27.49 लाख रुपए के बीच रखी गई है। इसके डुअल मोटर ऑल व्हील ड्राइव वैरिएंट्स की कीमत की घोषणा 27 जून को की जाएगी। ईवी 3 वैरिएंट्स- एडवेंचर, फियरलेस और एम्पावर्ड में में आती है। टाटा कार की बुकिंग 2 जुलाई से शुरू करेगी। कंपनी ने कार को भारतीय बाजार में 2 जून को 65kWh और 75kWh बैटरी पैक के साथ लॉन्च किया था। कंपनी का दावा है कि ये एक बार फुल चार्ज पर 622 किलोमीटर चलेगी। टाटा कार के बैटरी पैक के साथ लाइफ टाइम और अनलिमिटेड वारंटी दे रही है। इसके अलावा, 4 साल तक फ्री कनेक्टेड कार टेक्नीक भी मिलेगी। कार में ऑल व्हील ड्राइव ऑप्शन के साथ कई ऑफरोडिंग मोड्स मिलेंगे। इनमें 360 डिग्री कैमरा के साथ ट्रांसपेरेंट मोड, बूस्ट मोड और रॉक क्रॉल मोड जैसे ऑफ-रोडिंग फीचर्स शामिल हैं। वहीं, सेफ्टी के लिए 7 एयरबैग के साथ एडवांस ड्राइविंग असिस्ट सिस्टम के 22 लेवल-2 फीचर्स मिलेंगे। इसका मुकाबला महिंद्रा XEV 9e और BYD एटो 3 से रहेगा। टाटा हैरियर ईवी: वैरिएंट वाइस प्राइस डिजाइन: LED हेडलाइट और कनेक्टेड LED DRL's हैरियर ईवी का ओवर ऑल लुक इसके ICE वर्जन जैसा ही है, लेकिन इसमें कुछ कॉस्मेटिक अपडेट्स किए गए हैं। हैरियर ईवी के फ्रंट में कर्व ईवी की तरह क्लोस्ड-ऑफ ग्रिल दी गई है। इसके दोनों ओर वर्टिकल-स्टैक्ड​ LED हेडलाइट सेटअप कनेक्टेड LED DRL's​​​​ है। इसके अलावा, वेलकम और गुडबाय एनिमेशन फंक्शन भी मिलेगा। साइड प्रोफाइल की बात करें तो यहां 19 इंच के नए अलॉय व्हील के साथ एयरो स्पेसिफिक कवर मिलते हैं। इसके फ्रंट डोर पर ‘EV’ बैजिंग भी देखी जा सकती है, वहीं ICE वर्जन में ‘हैरियर’ ब्रांडिंग मिलती है। हैरियर ईवी में C-पिलर पर सिल्वर किंक भी दिया गया है जो रेगुलर मॉडल में ब्लैक है। ऊपर की ओर रूफ रेल्स और पैनोरमिक सनरूफ दिया गया है। इसके अलावा, दरवाजों और व्हील आर्च पर ब्लैक कलर की क्लैडिंग, काले रंग के आउटसाइड रियर व्यू मिरर (ORVM) और ब्लैक रूफ रेल्स सहित अन्य सभी चीजें पेट्रोल वर्जन की तरह ही हैं। हैरियर ईवी के रियर में ICE मॉडल की तरह वेलकम और गुडबाय एनिमेशन के साथ कनेक्टेड LED टेल लैंप्स दिए गए हैं। इसके रियर बंपर को भी अपडेट किया गया है। अब इसमें वर्टिकल स्लेट्स दी गई हैं, जो इसके फ्रंट डिजाइन से मैच करती है। ऊपर की ओर रूफ-माउंटेड स्पॉइलर और रियर वाइपर वॉशर भी मिलता है। शार्क फिन एंटीना में एक कैमरा दिया गया है, जो इंटरनल रियर व्यू मिरर (IRVM) पर पीछे के ट्रैफिक फीड को दिखाता है। यह फीचर रेगुलर हैरियर में नहीं है। कार 4 कलर ऑप्शन और एक स्पेशल कलर ऑप्शन मिलता है। इंटीरियर: इल्लुमिनेटेड टाटा लोगो के साथ 4-स्पोक स्टीयरिंग व्हील एक्सटीरियर की तरह टाटा हैरियर ईवी का इंटीरियर लेआउट भी ICE हैरियर जैसा है, केबिन में नई वाइट और ग्रे कलर थीम दी गई है जो कर्व ईवी और नेक्सन ईवी से मिलती-जुलती है। इसमें रेगुलर हैरियर की तरह इल्युमिनेटेड लोगो के साथ 4-स्पोक स्टीयरिंग व्हील और 10.25-इंच डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले दिया गया है। लेकिन, इसमें बड़ा 14.5-इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम और सैमसंग का QLED डिस्प्ले दिया गया है, जो डॉल्बी एटमॉस सराउंड साउंड सिस्टम को सपोर्ट करता है। हैरियर ईवी में सेंटर कंसोल पर ड्राइव सिलेक्टर स्टॉक, ट्विन कपहोल्डर, इलेक्ट्रॉनिक पार्किंग ब्रेक स्विच, 6 टेरेन मोड चुनने के लिए रोटरी सिलेक्टर और सेंटर आर्मरेस्ट दिया गया है। इसमें सीटों पर प्रीमियम फील देने के लिए ग्रे और वाइट लेदरेट अपहोल्स्ट्री दी गई है। फीचर्स: 10-स्पीकर JBL साउंड सिस्टम टाटा हैरियर ईवी में डुअल स्क्रीन के अलावा फ्रंट पैसेंजर सीट पर बॉस मोड, ड्राइवर सीट पर मेमोरी फंक्शन, पैनोरमिक सनरूफ, रियर वेंट्स के साथ डुअल-जोन ऑटो एसी, वायरलेस फोन चार्जर, 10-स्पीकर JBL साउंड सिस्टम, डिजिटल की, पावर्ड और वेंटिलेटेड फ्रंट सीटें, और मल्टी-कलर एम्बिएंट लाइटिंग जैसे फीचर दिए गए हैं। इस गाड़ी में कई ईवी स्पेसिफिक फीचर भी दिए गए हैं जिनमें V2L (व्हीकल-2-लोड चार्जिंग), V2V (व्हीकल-2-व्हीकल चार्जिंग सपोर्ट), ऑफ-रोड असिस्ट, 360-डिग्री कैमरा के साथ ट्रांसपेरेंट मोड, बूस्ट मोड, रॉक क्रॉल और मड रट्स मोड शामिल हैं। कंपनी ने हाल ही में ईवी का टीजर जारी किया था, जिसमें कार को ऑल-व्हील ड्राइवट्रेन का इस्तेमाल करके केरल में एलीफेंट रॉक पर चढ़ाते हुए दिखाया गया है। टाटा हैरियर ईवी में मिलने वाले ऑफ रोडिंग फीचर्स पर एक नजर डालते हैं... सेफ्टी फीचर्स: 7 एयरबैग के साथ 360 डिग्री कैमरा सेफ्टी के लिए इसमें 7 एयरबैग (6 स्टैंडर्ड+ 1 घुटने के लिए), ब्लाइंड स्पॉट मॉनिटर के साथ 360 डिग्री कैमरा, फ्रंट और रियर पार्किंग सेंसर, ऑटो पार्क असिस्ट, टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS) और ऑटो होल्ड के साथ इलेक्ट्रॉनिक पार्किंग ब्रेक जैसे फीचर दिए गए हैं। इसमें लेवल 2 एडवांस ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) भी दिया गया है, जिसमें एडोप्टिव क्रूज कंट्रोल और ड्राइवर अटेंशन वार्निंग जैसे फीचर शामिल हैं। इसमें रियर व्यू कैमरा का फीड इनसाइड रियर व्यू मिरर (IRVM) पर डिस्प्ले होता है जो तेज बारिश और धुंध वाले दिनों में काफी काम का साबित होगा।

दैनिक भास्कर 23 Jun 2025 9:51 pm

ऑडी Q7 का सिग्नेचर एडिशन 99.81 लाख रुपए में लॉन्च:गाड़ी में कॉफी बनाने का एस्प्रेसो मोबाइल सिस्टम, 20-इंच के अलॉय व्हील्स

जर्मन लग्जरी कार निर्माता ऑडी ने आज यानी, 23 जून को भारत में अपनी फ्लैगशिप SUV, ऑडी Q7 का सिग्नेचर एडिशन लॉन्च कर दिया। इसे 99.81 लाख रुपए की शुरुआती कीमत में लॉन्च किया गया है। इस SUV में कॉफी बनाने का एस्प्रेसो मोबाइल सिस्टम दिया गया है। ऑडी Q7 सिग्नेचर एडिशन में क्या नया है? इस गाड़ी को ऑडी ने पांच रंगों में उतारा है- साखिर गोल्ड, वेटोमो ब्लू, मिथोस ब्लैक, ग्लेशियर व्हाइट और समुराई ग्रे। इसकी डिजाइन में कई छोटी-छोटी डिटेल्स हैं। सिग्नेचर एडिशन में 'ऑडी फोर रिंग्स' वेलकम LED लैंप्स, डायनामिक व्हील हब कैप्स, ऑडी-ब्रांडेड डैशकैम और एक बिल्ट-इन कॉम्पैक्ट एस्प्रेसो मशीन दी गई है। इसमें मेटैलिक की कवर और स्टेनलेस स्टील पेडल कवर्स भी हैं। खास बात ये है कि इस Q7 वैरिएंट में 20-इंच के अलॉय व्हील्स हैं, जिनके साथ रेड कैलिपर्स दिए गए हैं। ऑडी रिंग्स LED लैंप्स: जब आप रात में गाड़ी के पास जाते हैं, तो ये लैंप्स जमीन पर ऑडी का लोगो प्रोजेक्ट करते हैं। ये स्टाइलिश होने के साथ-साथ गाड़ी को प्रीमियम टच देता है। डायनामिक व्हील हब कैप्स: गाड़ी चल रही हो या रुकी हो, व्हील्स पर ऑडी का लोगो हमेशा सीधा रहता है। ये छोटा सा फीचर गाड़ी को और क्लासी बनाता है। इंटीरियर: सिग्नेचर एडिशन का इंटीरियर स्टैंडर्ड मॉडल की ही तरह है। सात सीटों वाली इस SUV में तीसरी रो की सीटें इलेक्ट्रिकली फोल्ड हो जाती हैं, जिससे जरूरत पड़ने पर बूट स्पेस बढ़ जाता है। इसके अलावा पैनोरमिक सनरूफ, आयोनाइजर के साथ फोर-जोन क्लाइमेट कंट्रोल, एडजस्टेबल एम्बिएंट लाइटिंग, MMI नेविगेशन प्लस, वायरलेस चार्जिंग के साथ ऑडी फोन बॉक्स, 360-डिग्री कैमरा के साथ पार्क असिस्ट प्लस और सेंसर-कंट्रोल्ड बूट लिड जैसे फीचर्स हैं। एक्सटीरियर: यह SUV अब भी बोल्ड फ्रंट ग्रिल के साथ आती है, जिसमें मोटा क्रोम सराउंड और हेक्सागोनल पैटर्न के साथ 2D लोगो है। इसमें LED हेडलाइट्स हैं, जो ऑल-इलेक्ट्रिक ऑडी Q6 ई-ट्रॉन के साथ शेयर की गई हैं। ये हेडलाइट्स पहले मॉडल की तुलना में ऊंची पोजीशन पर हैं। OLED टेल लाइट्स अब चार अलग-अलग लाइट सिग्नेचर्स को सपोर्ट करती हैं। अब इसमें पियानो ब्लैक इन्सर्ट्स के साथ फंक्शनल एयर-इनटेक्स भी दिए गए हैं। परफॉर्मेंस: इसमें 3.0-लीटर V6 TFSI पेट्रोल इंजन है, जो 340 हॉर्सपावर और 500 Nm टॉर्क देता है। 48V माइल्ड हाइब्रिड टेक्नोलॉजी की वजह से ये इंजन पावर के साथ-साथ फ्यूल-एफिशिएंट भी है। इंजन को 8-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स के साथ जोड़ा गया है, जो ऑडी के क्वाट्रो ऑल-व्हील ड्राइव सिस्टम के जरिए चारों पहियों को पावर भेजता है। इसमें सात ड्राइव मोड्स हैं - ऑटो, कम्फर्ट, डायनामिक, एफिशिएंसी, ऑफ-रोड, ऑल-रोड और इंडिविजुअल। ये SUV सिर्फ 5.6 सेकंड में 0 से 100 किमी/घंटा की रफ्तार पकड़ लेती है। सेफ्टी ऑडी ने इसमें 8 एयरबैग्स, लेन डिपार्चर वॉर्निंग, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलाइजेशन प्रोग्राम और एडैप्टिव विंडस्क्रीन वाइपर्स जैसे फीचर्स हैं। 360-डिग्री कैमरा और पार्क असिस्ट प्लस पार्किंग को आसान बनाते हैं। ये सारी चीजें ड्राइवर और पैसेंजर्स को हर सिचुएशन में सेफ रखती हैं।

दैनिक भास्कर 23 Jun 2025 3:25 pm

पोको F7 स्मार्टफोन कल लॉन्च होगा:सबसे बड़ी बैटरी का दावा, 50MP कैमरा और क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 8s Gen 4 प्रोसेसर मिलेगा; एक्सपेक्टेड प्राइस- ₹30,000

स्मार्टफोन कंपनी शाओमी की सब-ब्रांड पोको कल यानी 24 जून को भारतीय बाजार में 'F सीरीज' से नया स्मार्टफोन 'पोको F7' लॉन्च करने जा रही है। कंपनी ने अपकमिंग स्मार्टफोन के बड़े फीचर्स के लॉन्चिंग की जानकारी अपने वेबसाइट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर पहले ही दे दी है। स्मार्टफोन में 7550mAh की पावरफुल बैटरी दी गई है। POCO का दावा है कि यह भारत में सबसे बड़ी बैटरी वाला फोन है। इसके अलावा कंपनी ने कंफॉर्म किया है कि स्मार्टफोन में 50 मेगापिक्सल का सोनी IMX882 कैमरा और क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 8s Gen 4 प्रोसेसर मिलेगा। कंपनी की ओर से दी गई जानकारी के पोको F7 के लगभग सभी फीचर्स लीक हो चुके हैं। यहां हम स्मार्टफोन के डिटेल्ड स्पेसिफिकेशन और फीचर्स बता रहे हैं...

दैनिक भास्कर 23 Jun 2025 3:00 pm

अमेरिका में टेस्ला की रोबोटैक्सी सर्विस शुरू:बिना ड्राइवर चलते दिखीं EV, एक राइड की कीमत ₹364; मस्क बोले- 10 साल की मेहनत का परिणाम

दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी इलॉन मस्क की कंपनी टेस्ला ने 22 जून को रोबोटैक्सी लॉन्च की है। ये ऐसी ऑटोनॉमस टैक्सी है, जो बिना किसी ड्राइवर के चलती है। कंपनी ने रोबोटैक्सी की एक राइड की कीमत 4.20 डॉलर यानी करीब 364 रुपए रखी है। रोबोटैक्सी सर्विस अभी केवल ऑस्टिन शहर में मिलेगी। ये फिलहाल कुछ निवेशक और कॉन्टेंट क्रिएटर्स के लिए अवेलेबल हैं। ​​​इसका इस्तेमाल करने वाले कुछ यूजर्स ने X पर अपनी राइड का एक्सपीरियंस शेयर किया है। इलॉन मस्क बोले- ये 10 साल की मेहनत का परिणाम है मस्क ने पोस्ट में कहा, 'टेस्ला AI के सॉफ्टवेयर और चिप डिजाइन टीम को रोबोटैक्सी लॉन्च की सफलता के लिए बधाई। ये 10 साल की मेहनत का परिणाम है। टेस्ला की टीम ने बिना किसी बाहरी मदद के AI चिप और सॉफ्टवेयर को खुद बनाया है। रोबोटैक्सी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), सेंसर, कैमरे, रडार और लिडार जैसी हाई-टेक तकनीकों का इस्तेमाल करके सड़क पर नेविगेट करती हैं। फिलहाल सिर्फ 20 गाड़ियां ही सर्विस देंगी इस सर्विस में टेस्ला मॉडल Y गाड़ियां इस्तेमाल हो रही हैं, जिन पर रोबोटैक्सी का बैज लगा है। शुरुआत में टेस्ला ने सिर्फ 20 गाड़ियां ही सड़कों पर उतारी हैं। टेस्ला ने मॉडल Y को अपडेट किया है और ये इलेक्ट्रिक गाड़ियां एक खास जियोफेंस्ड क्षेत्र में ही चलेंगी। सेफ्टी के नजरिए से कंपनी का एक एम्प्लॉई फिलहाल रोबोटैक्सी में बैठेगा, ताकि दुर्घटना की स्थिति में कार को कंट्रोल किया जा सके। ये गाड़ियां सुबह 6 बजे से रात 12 बजे तक ऑस्टिन के एक छोटे से इलाके में चल रही हैं। हालांकि टेस्ला ने यह नहीं बताया है कि रोबोटैक्सी सर्विस आम लोगों के लिए कब खुलेगी, लेकिन मस्क ने जल्द ही सर्विस का विस्तार करने और अन्य अमेरिकी शहरों में भी शुरू करने का वादा किया है। एप से बुक होती है रोबोटैक्सी वायमो पहले से ड्राइवरलेस गाड़ियां चला रही गूगल के पैरेंट कंपनी अल्फाबेट के स्वामित्व वाली वायमो जैसी कंपनियों से टेस्ला की रोबोटैक्सी को कड़ी टक्कर मिलेगी। वायमो पहले से ही सैन फ्रांसिस्को, लॉस एंजिल्स, फीनिक्स और ऑस्टिन में 1500 से ज्यादा ड्राइवरलेस गाड़ियां चला रही है। जूक्स जैसी कंपनियां भी पूरी तरह ड्राइवरलेस गाड़ियां बना रही हैं, जिनमें स्टीयरिंग व्हील और पेडल्स तक नहीं हैं। दो और प्रोजेक्ट पर काम कर रही टेस्ला 1. बिना स्टीयरिंग और पैडल वाली 'साइबरकैब' टेस्ला CEO ने पिछले साल अक्टूबर में अमेरिका के कैलिफोर्निया में हुए 'वी-रोबोट' इवेंट में AI फीचर वाली अपनी पहली रोबोटैक्सी 'साइबरकैब' का कॉन्सेप्ट मॉडल रिवील किया था। दो सीट वाली इस टैक्सी में न तो स्टीयरिंग है न ही पैडल। कंज्यूमर 30,000 डॉलर (करीब 25 लाख रुपए) से कम में टेस्ला साइबरकैब खरीद सकेंगे। साइबरकैब में न तो स्टीयरिंग न ही पैडल 2. रोबोवैन भी लाएगी टेस्ला टेस्ला ने अपने वी-रोबोट इवेंट में रोबोटैक्सी के साथ एक और ऑटोनॉमस व्हीकल 'रोबोवैन' को भी पेश किया था जो 20 लोगों को ले जाने में सक्षम है। इसमें सामान भी कैरी किया जा सकेगा। इसका इस्तेमाल स्पोर्ट्स टीम के ट्रांसपोर्टेशन के लिए किया जा सकता है। टैक्सियों की एक फ्लीट डेवलप करना चाहते हैं इलॉन मस्क मस्क का प्लान सेल्फ-ड्राइविंग टेस्ला टैक्सियों की एक फ्लीट डेवलप करना है। टेस्ला के ऑनर्स अपने व्हीकल्स को पार्ट टाइम टैक्सियों के रूप में भी लिस्ट कर सकेंगे। यानी, जब ऑनर्स अपनी कार उपयोग नहीं कर रहे हों तो नेटवर्क के जरिए पैसा कमा सकते हैं। टेस्ला से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... खाना बनाने के साथ सफाई भी करेगा टेस्ला रोबोट: घर में रोजमर्रा के काम करते दिखा ऑप्टिमस, मस्क ने कहा- अब तक का सबसे बड़ा प्रोडक्ट टेस्ला ने अपने ह्यूमनॉइड रोबोट 'ऑप्टिमस' का लेटेस्ट वर्जन अनवील किया है। अब ये रोबोट अपने घर में रोजमर्रा के लगभग सभी काम करने में सक्षम है। यहां तक की अब ये खाना बना सकता है और घर में साफ-सफाई के काम भी कर सकता है। टेस्ला और स्पेसएक्स के CEO इलॉन मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर रोबोट का एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वह आसानी से रोजमर्रा के घरेलू काम कर रहा है। मस्क के AI-ऑपरेटेड होम असिस्टेंट के विजन का ये वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 23 Jun 2025 2:49 pm

ओप्पो का सस्ता मिलिट्री-ग्रेड स्मार्टफोन A5 लॉन्च:AI फीचर्स के साथ 50MP कैमरा के साथ 6000mAh बैटरी, शुरुआती कीमत ₹15499

चाइनीज टेक कंपनी ओप्पो ने शनिवार (21 जून) को भारतीय बाजार में नया सस्ता 5G स्मार्टफोन ओप्पो A5 लॉन्च कर दिया है। फोन मीडियाटेक डायमेंसिटी 6300 ऑक्टा-कोर प्रोसेसर, 8GB रैम, 6000mAh बैटरी और 50MP कैमरा जैसे फीचर्स दिए गए हैं। स्मार्टफोन को 2 वैरिएंट्स के साथ पेश किया गया है। इसके बेस मॉडल 6GB रैम + 128GB स्टोरेज की कीमत 15,499 रुपए और 8GB रैम + 128GB मेमोरी वाले वैरिएंट की कीमत 16,999 रुपए रखी गई है। फोन मिस्ट वाइट और अरोरा ग्रीन कलर में अवेलेबल है। AI इरेजर 2.0 जैसे फीचर्स फोन में अनचाहे ऑब्जेक्ट को हटाने के लिए AI इरेजर 2.0, धुंधली फोटो में डिटेल्स लाने के लिए AI क्लारिटी एनहान्सर और फोटो से एलिमेंट्स एडिट करने के लिए AI स्मार्ट इमेज मैटिंग 2.0 जैसे कई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) फीचर्स मिलते हैं। इसके अलावा इसमें अल्ट्रा वॉल्यूम मोड है, जो ऑडियो को 300% तक बढ़ा सकता है। स्मार्टफोन में 360-डिग्री आर्मर बॉडी दी गई है। यह IP65 रेटेड वॉटर और डस्ट रेसिस्टेंट है। फोन में ABS प्लास्टिक का उपयोग किया गया है, जिससे यह 160% बेहतर इम्पैक्ट रेसिस्टेंस देता है और मिलिट्री-ग्रेड टेस्टिंग पास कर चुका है। फोन का साइज 7.60 x 0.79 x 16.57CM और वजन 194 ग्राम है। Oppo A5 5G स्पेसिफिकेशंसडिस्प्ले: ओप्पो A5 में 1604x720 पिक्सल रिजॉल्यूशन वाला 6.67-इंच का HD+ LCD डिस्प्ले दिया गया है, जो 120Hz रिफ्रेश रेट पर काम करता है। कैमरा: फोटोग्राफी के लिए फोन के बैक पैनल पर डुअल कैमरा सेटअप है। इसमें 50 मैगापिक्सल का प्राइमरी लेंस और 2 मैगापिक्सल का डेप्थ सेंसर शामिल है। वहीं, सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए 8MP फ्रंट कैमरा दिया गया है। परफॉर्मेंस: डिवाइस में मीडियाटेक डाइमेंसिटी 6300 ऑक्टा-कोर प्रोसेसर है, जो 6nm प्रोसेस पर बेस्ड है। फोन में 6GB और 8GB रैम के साथ 128GB इंटरनल स्टोरेज मिलता है। जिसे हाइब्रिड सिम स्लॉट के जरिए बढ़ाया जा सकता है। साथ ही इसमें रैम एक्सपेंशन फीचर भी मिलता है। यह एंड्रॉएड 15 पर बेस्ड कलर OS 15 पर चलता है। बैटरी: पावरबैकअप के लिए फोन में 6000mAh की बड़ी बैटरी है, जो 45W सुपरवूक फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करती है। ओप्पो का दावा है कि फोन में बैटरी 5 साल बाद भी 80% क्षमता बनाए रखेगी। इसके अलावा फोन 21 मिनट में 30% और 37 मिनट में 50% चार्ज को सकता है। अन्य: फोन में 5G, LTE, डुअल-बैंड वाई-फाई, ब्लूटूथ 5.4, USB टाइप-C पोर्ट और डुअल सिम सपोर्ट मिलता है।

दैनिक भास्कर 21 Jun 2025 11:59 pm

ASUS इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट का इंटरव्यू:अर्नोल्ड सु बोले- हमारे फोकस छोटे ऑफिस, बिजनेस और सोलोप्रेन्योर्स; AiO V400 और V500 डेस्कटॉप लॉन्च

इलेक्ट्रॉनिक गैजेट बनाने वाली कंपनी ने हाल ही में AiO V400 और V500 डेस्कटॉप लॉन्च किए हैं। दोनों PCs दो मॉडल और दो कलर ऑप्शन में आते हैं। इसकी शुरूआती कीमत 49,990 रुपए है। कंपनी ने इन प्रोडक्ट्स को ऑल-इन-वन पीसी, खासतौर पर SOHOs, सोलोप्रेन्योर्स, और छोटे बिजनेस के लिए बनाया हैं। कंपनी का कहना है कि लोग ऐसे सिस्टम चाहते हैं जो पावरफुल हो, कम जगह ले, सेटअप और मेंटेन करना आसान हो। लॉन्चिंग के बाद दैनिक भास्कर ने ASUS इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट अर्नोल्ड सु और डिप्टी मैनेजर संग्राम प्रुस्ती से प्रोडक्ट की डिटेल्स और कंपनी के फ्यूचर गोल्स के बारे में ऑनलाइन बातचीत की... सवाल 1: इन शहरों में फोकस की वजह क्या है, और यहां डिमांड डिमांड को आप कैसे देखते हैं? जवाब (अर्नोल्ड) : टियर-2 और टियर-3 शहरों में SOHOs यानी स्मॉल ऑफिस/होम ऑफिस के साथ-साथ सोलोप्रेन्योर्स, और छोटे बिजनेस में डिजिटल इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है। इन इलाकों में ज्यादातर पहली बार बिजनेस शुरू करने वाले लोग हैं, उन्हें ऐसे कंप्यूटिंग सॉल्यूशंस चाहिए जो आसानी से सेटअप हो जाएं, मेंटेन करना आसान हो, और पुराने PC की तरह काफी हेवी ना हो। इस बदलाव की दो बड़ी वजहें हैं- पहली, प्रोफेशनल लेवल के कंप्यूटिंग की बढ़ती डिमांड, जो बिजनेस को सपोर्ट करता हो। दूसरी, छोटे ऑफिस, दुकानों, या सर्विस कियोस्क जैसे जगहों के लिए स्पेस बचाने वाले सॉल्यूशंस की जरूरत को पूरा करना। सवाल 2 : AiO V440 और V470 प्रोडक्ट्स के खास फीचर्स क्या हैं, और ये SOHOs की जरूरतों को कैसे पूरा करते हैं? जवाब (संग्राम) : ASUS V440 और V470 ऑल-इन-वन पीसी, खासतौर पर SOHOs, सोलोप्रेन्योर्स, और छोटे बिजनेस के लिए बनाए गए हैं। ये लोग ऐसे सिस्टम चाहते हैं जो पावरफुल हों, कम जगह ले, सेटअप और मेंटेन करना आसान हो और परफॉर्मेंस या डिस्प्ले क्वालिटी में कोई कमी न हो। इसकी शुरूआती कीमत 49,990 रुपए है। V440 और V470 आज के फास्ट मूविंग बिजनेस के लिए हैं। इनमें 27 इंच तक का फुल HD IPS डिस्प्ले, 100% sRGB कलर एक्यूरेसी, और 93% स्क्रीन-टू-बॉडी रेश्यो है, जो प्रोफेशनल और कस्टमर-फेसिंग सेटअप के लिए बेहतर व्यूइंग एक्सपीरियंस देता है। PC में इंटेल कोर i7-13620H प्रोसेसर, 16GB DDR5 रैम, और 1TB PCIe 4.0 SSD दी गई है। ये फीचर्स PC को इनवेंट्री मैनेजमेंट, मीडिया एडिटिंग, बिलिंग, और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग जैसे जरूरी कामों में स्मूद मल्टीटास्किंग देते हैं। सवाल 3. आपकी नई AiO प्रोडक्ट्स मार्केट में मौजूद अन्य प्रोडक्ड्स से कैसे अलग है? जवाब (संग्राम) : जैसा कि हमने बताया कि इन प्रोडक्ट्स को SOHO और सोलोप्रेन्योर इकोसिस्टम की असल जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाया गया है। परफॉर्मेंस के आधार पर, दोनों मॉडल्स में इंटेल कोर i7-13620H प्रोसेसर, DDR5 रैम, और PCIe 4.0 SSD स्टोरेज है, जो इनवेंट्री सॉफ्टवेयर, क्रिएटिव एप्स या टैक्स फाइलिंग जैसे कामों को बिना रुकावट के हैंडल करता है। डिजाइन में, ASUS AiO में फुल HD IPS पैनल और हाइली थीन बेजल्स हैं। रिट्रैक्टेबल वेबकैम, कनेक्टिविटी ऑप्शंस और कम केबलिंग इसे पहली बार यूज करने वालों के लिए भी आसान बनाते हैं, जिनके पास IT सपोर्ट नहीं है। लेटेस्ट इंटेल कोर प्रोसेसर, तेज SSD स्टोरेज, और कई I/O पोर्ट्स के साथ ये उन प्रोफेशनल्स के लिए सही है, जो अपने बिजनेस के साथ डिवाइस को भी स्केल करना चाहते हैं। V500 उन सेटअप्स के लिए बेस्ट है, जहां स्पेस बचाने की जरूरत नहीं, लेकिन कॉम्पैक्ट और भरोसेमंद कंप्यूटिंग चाहिए। सवाल 4 : AiOs को प्रैक्टिकल और कॉस्ट-एफिशिएंट बनाने वाले कौन से यूज केस सामने आ रहे हैं? जवाब (अर्नोल्ड) : भारत की डिजिटल-फर्स्ट अर्थव्यवस्था मेट्रो शहरों से बाहर तेजी से बढ़ रही है। हमारा फोकस है कि एक मोहल्ले का CA जो GST फाइलिंग, क्लाइंट मीटिंग्स, और डॉक्यूमेंट मैनेजमेंट करता है, ASUS AiO की मदद से पोर्टल्स और स्प्रेडशीट्स पर आसानी से मल्टीटास्किंग कर ले। बिल्ट-इन वेबकैम, स्पीकर्स, और कम केबलिंग के साथ AiOs कम मेंटेनेंस और किफायती कंप्यूटिंग देते हैं, जो छोटे बिजनेस के लिए आइडियल है, जो सादगी चाहते हैं बिना परफॉर्मेंस में कमी के। सवाल 5 : आपके पर्सनल कम्प्यूटर की पहुंच कहां तक है, इस साल टारगेट एक्सपेंशन का कोई प्लान है? जवाब (अर्नोल्ड) :हम समझते हैं कि टियर-2 और टियर-3 शहरों में बजनेस के लिए भी टेक्नोलॉजी रोजमर्रा के काम का आधार बन गया है। इसलिए हमारा AiO रेंज एक पूरा, प्लग-एंड-ऑपरेट इकोसिस्टम देता है, जो स्पेस बचाता है, भरोसेमंद है, और सेटअप में आसान है। हम अभी भारत के 788 में से 605 जिलों को कवर करते हैं, और इस साल के अंत तक 700 जिलों तक पहुंचने का टारगेट है। कुछ इलाकों में पहुंच मुश्किल है, लेकिन हम लोकल लेवल पर भी देश के 6,000 से ज्यादा जगहों पर जाना चाहते हैं।

दैनिक भास्कर 21 Jun 2025 5:51 pm

टेस्ला जुलाई से भारत में, मुंबई-दिल्ली में शोरूम खोलेगी:मेड-इन-चाइना मॉडल-Y SUV कारें बेचेगी, ₹48 लाख से शुरू हो सकती है कारों की कीमत

इलॉन मस्क की इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने वाली कंपनी टेस्ला जुलाई 2025 में भारत में अपने पहले शोरूम ओपन करने वाली है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये शोरूम मुंबई और नई दिल्ली में खुलेंगे। कंपनी यहां अपनी मेड-इन-चाइना मॉडल वाई (Model Y) SUV कारें बेचेगी। ये कारें टेस्ला की शंघाई फैक्ट्री से भारत लाई जाएंगी। भारत में कंपनी की कारों की कीमत 48 लाख रुपए से शुरू हो सकती है। टेस्ला का भारत में आना इसलिए भी खास है, क्योंकि भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल मार्केट है। कंपनी को यूरोप और चीन में बिक्री में कमी का सामना करना पड़ रहा है, ऐसे में भारत उनके लिए एक बड़ा मौका साबित हो सकता है। कंपनी की मॉडल वाई दुनिया की सबसे ज्यादा बिकने वाली इलेक्ट्रिक कार है, ये भारतीय ग्राहकों को भी पसंद आ सकती है। रिपोर्ट्स के अनुसार, टेस्ला जुलाई के मिड तक मुंबई में अपना पहला शोरूम ओपन करेगी। इसके बाद कंपनी जुलाई में ही नई दिल्ली में भी अपना एक शोरूम खोलेगी। कंपनी ने अमेरिका, चीन और नीदरलैंड से सुपरचार्जर कंपोनेंट, कार एक्सेसरीज, मर्चेंडाइज और स्पेयर्स भी इंपोर्ट किए हैं। टेस्ला कर्नाटक-गुरुग्राम में वेयरहाउस बनाएगी टेस्ला भारत के साउथ में कर्नाटक में वेयरहाउस के लिए जगह किराए पर ले रही है। इसके अलावा कंपनी नई दिल्ली के बाहर गुरुग्राम में भी जगह लीज पर लेने की प्लानिंग कर रही है। इसके अलावा दूसरे देशों से टेस्ला के अधिकारी मुंबई और नई दिल्ली के शोरूमों पर वीकली विजिट भी कर रहे हैं। टेस्ला सरकार की EV पॉलिसी का फायदा उठाएगी भारत सरकार ने हाल ही में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) के लिए नई पॉलिसी बनाई है, जिसमें विदेशी कंपनियों को कम इंपोर्ट ड्यूटी (15%) का फायदा मिल सकता है, बशर्ते वे भारत में 500 मिलियन डॉलर यानी 4,327 करोड़ रुपए का निवेश करें और तीन साल में लोकल प्रोडक्शन शुरू करें। टेस्ला इस पॉलिसी का फायदा उठाने की तैयारी में है। कंपनी भारत में अभी सिर्फ इंपोर्टेड कारें बेचेगी हालांकि, टेस्ला ने अभी तक भारत में अपनी फैक्ट्री लगाने का फैसला नहीं किया है। कुछ समय पहले खबर आई थी कि टेस्ला गुजरात, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और तेलंगाना जैसे राज्यों में फैक्ट्री लगाने पर विचार कर रही है, लेकिन फिलहाल कंपनी भारत में सिर्फ इंपोर्टेड कारें बेचने पर ध्यान दे रही है। टेस्ला का टाटा और महिंद्रा से कॉम्पिटिशन होगा भारत में इलेक्ट्रिक कारों का बाजार अभी छोटा है, यहां 2023 में सिर्फ 2% कारें ही इलेक्ट्रिक थीं। लेकिन सरकार का टारगेट है कि 2030 तक 30% नई कारें इलेक्ट्रिक हों। टाटा मोटर्स और महिंद्रा जैसी देसी कंपनियां इस मार्केट में पहले से मौजूद हैं और अब टेस्ला के आने से कॉम्पिटिशन और बढ़ेगा। भारत में टेस्ला कारों की कीमत ₹21 लाख से शुरू होंगी टेस्ला की कारें अपनी शानदार डिजाइन, हाई-टेक फीचर्स और ओवर-द-एयर सॉफ्टवेयर अपडेट्स के लिए जानी जाती हैं। कंपनी ने भारत में पहले से ही सेल्स, सर्विस और डिलीवरी के लिए लोगों की भर्ती शुरू कर दी है। टेस्ला का भारत आना न सिर्फ इलेक्ट्रिक कारों को बढ़ावा देगा, बल्कि ये भारतीय ग्राहकों को भी नई टेक्नोलॉजी और बेहतर ऑप्शन्स देगा। टेस्ला से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... टेस्ला फिलहाल भारत में कारें नहीं बनाएगी: केंद्रीय मंत्री कुमारस्वामी ने कहा- कंपनी की मैन्युफैक्चरिंग में कोई दिलचस्पी नहीं; सिर्फ दो शो-रूम खोलेगी इलॉन मस्क की इलेक्ट्रिक कार मेकर कंपनी टेस्ला फिलहाल भारत में कारें बनाने की योजना नहीं बना रही है। भारी उद्योग मंत्री एच. डी. कुमारस्वामी ने सोमवार को कहा कि टेस्ला सिर्फ दो शो रूम खोलना चाहती है, मैन्युफैक्चरिंग में उसकी कोई दिलचस्पी नहीं है। पूरी खबर पढ़ें... टेस्ला ने मुंबई में ऑफिस लीज पर लिया: पहले शोरूम के लिए स्पेस ली थी, ये भारत में कंपनी की जल्द एंट्री का संकेत इलॉन मस्क की टेस्ला ने मुंबई में एक ऑफिस लीज पर लिया है। ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, टेस्ला ने फीनिक्स मार्केट सिटी में एक को-वर्किंग फैसिलिटी के भीतर 30 सीटों वाला वर्कस्पेस लिया है। इसके लिए उसे 3 लाख रुपए महीने का पेमेंट करना होगा। पूरी खबर पढ़ें... टेस्ला ने मुंबई और पुणे में शुरू की हायरिंग: टोटल 20 वैकेंसी निकालीं, कंपनी का पहला शोरूम मुंबई के BKC में खुलेगा बिलेनियर इलॉन मस्क की कंपनी टेस्ला इंक ने भारत में अपने हायरिंग के प्रयासों को तेज कर दिया है। टेस्ला ने महाराष्ट्र में 20 ओपन पोजीशन को लिस्ट किया है। जिसमें से 15 जॉब्स ओपनिंग मुंबई और 5 वैकेंसी पुणे के लिए निकाली गई हैं। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 20 Jun 2025 8:17 pm

वीवो Y400 प्रो भारत में लॉन्च, शुरुआती कीमत ₹24,999:स्मार्टफोन में  6.77 इंच की फुल HD+ 3D कर्व्ड डिस्प्ले; सेल्फी के लिए 32 MP कैमरा

टेक कंपनी वीवो ने 20 जून को भारतीय बाजार में अपना नया स्मार्टफोन वीवो Y400 प्रो लॉन्च कर दिया है। स्मार्टफोन में गेमिंग और मल्टीटास्किंग के लिए मीडियाटेक डायमेंसिटी 7300 प्रोसेसर दिया गया है। फोन में 6.77 इंच की फुल HD+ 3D कर्व्ड AMOLED डिस्प्ले दी गई है। इसके साथ फोन में 50 मेगापिक्सल का में कैमरा और 32 मेगापिक्सल का सेल्फी कैमरा दिया गया है। वीवो TY400 प्रो को इंडिया में 2 वैरिएंट में पेश किया गया है। इसमें 8GB और 12GB रैम के साथ 128GB और 256GB स्टोरेज के ऑप्शन मिलते हैं। इसकी कीमत 24,999 रुपए से शुरू होती है। इसकी सेल 27 जून से शुरू होगी, जिसे फ्री स्टाइल व्हाइट, पर्पल और गोल्ड कलर में खरीदा जा सकेगा। वीवो Y400 प्रो: स्पेसिफिकेशंस डिस्प्ले: फोन में 6.77 इंच 3D कर्व्ड AMOLED फुल HD+ डिस्प्ले दी गई है। ये 1080 x 2392 पिक्सल को सपोर्ट करती है। स्मूथ एक्सपीरियंस के लिए 120Hz रिफ्रेश रेट, HDR सपोर्ट दिया गया है। इसके अलावा ज्यादा ब्राइटनेस के लिए फोन में 4500 निट्स की पीक ब्राइटनेस दी गई है। डिजाइन और बिल्ड: Y400 प्रो की मोटाई 7.49mm है। कंपनी का दावा है कि सेगमेंट का सबसे स्लिम फोन है। इसका वजन 182 ग्राम है। साथ ही फोन में डस्ट और वॉटर रेसिस्टेंट के लिए IP65 रेटिंग की रेटिंग दी गई है। प्रोसेसर और सॉफ्टवेयर स्मार्टफोन में गेमिंग और मल्टीटास्किंग के लिए मीडियाटेक डायमेंसिटी 7300 प्रोसेसर दिया गया है। सपोर्ट के लिए इसमें Mali-G615 MC2 GPU है। फोन एंड्रॉइड 15, फनटच OS पर काम करता है। कैमरा: फोन में 50MP सोनी IMX882 प्राइमरी रियर कैमरा दिया गया है। इसके साथ ही 2MP डेप्थ सेंसर है। फोन में रिंग-LED फ्लैश दी गई है। सेल्फी के लिए 32MP का सेल्फी कैमरा दिया है जो 4k वीडियो रिकॉर्डिंग को सपोर्ट करता है। बैटरी और चार्जिंग: Y400 प्रो में 5500mAh की बड़ी Li-Ion बैटरी है। ये 90W फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करती है जो 50% चार्ज सिर्फ 19 मिनट में कर सकती है। AI फीचर्स: वीवो Y400 प्रो में AI ट्रांसक्रिप्ट असिस्ट, AI सुपरलिंक, AI नोट असिस्ट, AI स्क्रीन ट्रांसलेशन, वीवो लाइव कॉल ट्रांसलेशन, AI लाइव टैक्स्ट और सर्किल टू सर्च जैसे फीचर्स मिलेंगे। कनेक्टिविटी: ऑडियो के लिए ड्यूल स्टीरियो स्पीकर के साथ कनेक्टिविटी के लिए 5G सपोर्ट दिया गया है। फोन में ब्लूटूथ 5.4, USB Type-C 2.0 पोर्ट और ड्यूल बैंड Wi-Fi दिया गया है। इन्फोग्राफिक्स: विपुल शर्मा

दैनिक भास्कर 20 Jun 2025 6:25 pm

होंडा सिटी स्पोर्ट 14.89 लाख रुपए में लॉन्च:ये V CVT वेरिएंट से 49,000 रुपए महंगी, फॉक्सवैगन वर्टस स्पोर्ट और ह्युंडई वर्ना टर्बो से मुकाबला

होंडा कार्स इंडिया ने अपनी मिड-साइज सेडान होंडा सिटी का नया वेरिएंट, होंडा सिटी स्पोर्ट आज यानी, 20 जून 2025 को लॉन्च कर दिया है। इसकी दिल्ली में एक्स-शोरूम कीमत 14.89 लाख रुपए है। कार 18.4 किमी प्रति लीटर के माइलेज का दावा करती है। डिजाइन कार को स्पोर्टी और मॉडर्न टच देने के लिए कई कॉस्मेटिक बदलाव किए गए हैं। बाहर की तरफ इस कार में ग्लॉसी ब्लैक फ्रंट ग्रिल, ब्लैक ट्रंक लिप स्पॉइलर, ग्लॉसी ब्लैक शार्क फिन एंटीना और स्पोर्टी ग्रे मल्टी-स्पोक अलॉय व्हील्स दिए गए हैं। इसके अलावा, ब्लैक ORVMs और एक खास स्पोर्ट एम्ब्लम इसे और आकर्षक बनाते हैं। ये सारी चीजें मिलकर कार को एकदम बोल्ड और स्टाइलिश लुक देती हैं। कार तीन रंगों में उपलब्ध है: प्लैटिनम व्हाइट पर्ल, रेडिएंट रेड मेटैलिक और मेटीओरॉयड ग्रे मेटैलिक। इंटीरियर होंडा सिटी स्पोर्ट के केबिन में ऑल-ब्लैक लेदरेट सीट्स हैं, जिनमें रेड स्टिचिंग दी गई है। डैशबोर्ड और डोर ट्रिम्स पर भी रेड एक्सेंट्स हैं, जो इसे प्रीमियम और स्पोर्टी वाइब देते हैं। 7-कलर रिदमिक एम्बिएंट लाइटिंग भी दी गई है। इसके अलावा, ग्लॉसी ब्लैक AC वेंट्स और ब्लैक रूफ लाइनर इसकी मॉडर्न अपील को बढ़ाते हैं। ये सारे फीचर्स मिलकर ड्राइवर और पैसेंजर्स को एक लग्जरी और स्पोर्टी एक्सपीरियंस देते हैं। फीचर्स होंडा सिटी स्पोर्ट में V वेरिएंट जैसे ही फीचर्स हैं, लेकिन इसका स्पोर्टी टच इसे अलग बनाता है। इसमें 8-इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम है, जो वायरलेस एंड्रॉयड ऑटो और एपल कारप्ले को सपोर्ट करता है। इसके अलावा, एनालॉग स्पीडोमीटर के साथ कलर्ड मल्टी-इन्फो डिस्प्ले, 4-स्पीकर साउंड सिस्टम, पैडल शिफ्टर्स, ऑटो AC (रियर वेंट्स के साथ), पुश-बटन स्टार्ट/स्टॉप, और इलेक्ट्रिकली एडजस्टेबल ORVMs (ऑटो-फोल्ड फंक्शन के साथ) जैसे फीचर्स हैं। इंजन और परफॉर्मेंस होंडा सिटी स्पोर्ट में कोई मैकेनिकल बदलाव नहीं किए गए हैं। इसमें वही 1.5-लीटर, 4-सिलेंडर i-VTEC पेट्रोल इंजन है, जो 119 bhp की पावर और 145 Nm का टॉर्क देता है। ये इंजन E20 फ्यूल के साथ कम्पैटिबल है और CVT ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ आता है। ये सेटअप सिटी और हाईवे दोनों पर स्मूथ और भरोसेमंद ड्राइविंग एक्सपीरियंस देता है। हालांकि, इस वेरिएंट में मैनुअल गियरबॉक्स या डीजल/हाइब्रिड ऑप्शन नहीं है। मार्केट में मुकाबला होंडा सिटी स्पोर्ट का सीधा मुकाबला फॉक्सवैगन वर्टस स्पोर्ट और ह्युंडई वर्ना टर्बो से है। ये दोनों कारें भी अपने स्पोर्टी लुक और फीचर्स के साथ इस सेगमेंट में मजबूत हैं। हालांकि, सिटी स्पोर्ट की कीमत इनके मुकाबले थोड़ी कम है, जो इसे वैल्यू फॉर मनी ऑप्शन बनाती है। लॉन्च का मकसद होंडा सिटी लंबे समय से मिड-साइज सेडान सेगमेंट में एक भरोसेमंद नाम रही है, लेकिन बढ़ते कॉम्पिटिशन को देखते हुए होंडा नए-नए वेरिएंट्स लाकर अपनी सेल्स को बूस्ट करने की कोशिश कर रही है। हाल ही में सिटी एपेक्स एडिशन और एलिवेट डार्क एडिशन लॉन्च हुए थे।

दैनिक भास्कर 20 Jun 2025 3:11 pm

ट्रायम्फ स्पीड T4 नए ऑरेंज कलर के साथ लॉन्च:प्रीमियम बाइक में 398cc का पेट्रोल इंजन और इंटीग्रेटेड LCD स्क्रीन, कीमत ₹2.05 लाख

ट्रायम्फ मोटरसाइकिल इंडिया ने अपनी रेट्रो-स्टाइल वाली प्रीमियम मोटरसाइकिल ट्रायम्फ स्पीड T4 को नए कलर ऑप्शन के साथ लॉन्च किया है। इसे 'बाजा ऑरेंज' नाम दिया गया है। नई कलर स्कीम में टैंक पर डुअल-टोन ऑरेंज और ग्रे फिनिश है। इसमें ट्रायम्फ स्पीड T4 लाइनअप में मौजूद अन्य कलर स्कीम की तरह ही लिवरी लेआउट है। नई कलर स्कीम की कीमत 2.05 लाख रुपए (एक्स-शोरूम) है। बाइक 398cc के रिट्यून पेट्रोल इंजन के साथ आती है। इस नई कलर स्कीम के जुड़ने से बाइक अब 5 कलर ऑप्शन के साथ अवेलेबल है। इसके अलावा बाइक में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इसमें पहले की तरह ही इंटीग्रेटेड LCD स्क्रीन दिया गया है। यह नियो-रेट्रो रोडस्टर रॉयल एनफील्ड स्क्रैम 411, गुरिल्ला 450, हार्ले डेविडसन X440, जावा 42 FJ 350 को टक्कर देती है। ऑल-LED लाइटिंग और 17-इंच के अलॉय व्हील नई ट्रायम्फ स्पीड T4 कंपनी की स्पीड 400 मोटरसाइकिल पर बेस्ड है और भारत में ये कंपनी की 400CC की मॉडर्न-क्लासिक लुक वाली तीसरी बाइक है। इसे स्पीड 400 में कुछ कॉस्मेटिक बदलावों के साथ पिछले साल सितंबर में उतारा गया था। स्पीड T4 में नए ग्राफिक्स के साथ फ्यूल टैंक, नए बार-एंड मिरर के साथ ऑल-LED लाइटिंग, 17-इंच के अलॉय व्हील और एक इंटीग्रेटेड LCD स्क्रीन जैसे फीचर्स के साथ आती है। इसमें कंफर्ट के लिए मोटे फोम वाली सीट, हाई-प्रोफाइल रेडियल टायर, एडजस्टेबल ब्रेक और क्लच लीवर भी दिया गया है।

दैनिक भास्कर 19 Jun 2025 2:15 pm

इलॉन मस्क के स्टारशिप में टेस्ट के दौरान धमाका:लपटें और धुआं दूर-दूर तक दिखाई दिया, आस-पास के घरों की खिड़कियां हिल गईं

दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी इलॉन मस्क का स्टारशिप-36 रॉकेट टेक्सास के स्टारबेस टेस्टिंग साइट पर अचानक धमाके के साथ फट गया। इसकी लपटें और धुआं दूर-दूर तक दिखाई दिया। ये धमाका भारतीय समय के अनुसार आज यानी, 19 जून को सुबह करीब 09:30 बजे हुआ। धमाका उस वक्त हुआ जब 29 जून को होने वाले स्टारशिप के 10वें टेस्ट फ्लाइट से पहले रॉकेट का दूसरा स्टैटिक फायर टेस्ट चल रहा था। इस टेस्ट में रॉकेट को जमीन पर ही रखकर उसके इंजन को चालू किया जाता है, ताकि लॉन्च से पहले सब कुछ ठीक हो, ये चेक किया जा सके। ऊपरी हिस्से में विस्फोट हुआ, रॉकेट आग के गोले में बदल गया टेस्ट शुरू होने से ठीक पहले, रॉकेट के ऊपरी हिस्से में, जहां फ्यूल टैंक होते हैं, अचानक विस्फोट शुरू हुआ। देखते ही देखते पूरा रॉकेट आग के गोले में बदल गया। आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों ने बताया कि धमाका इतना जोरदार था कि उनके घरों की खिड़कियां हिल गईं। इस धमाके का जो वीडियो सामने आया है उसमें दिख रहा है कि रॉकेट के नोज यानी, ऊपरी हिस्से से अचानक आग की लपटें निकलती हैं और फिर पूरा रॉकेट धमाके के साथ फट जाता है। कोई हताहत नहीं, लेकिन नुकसान बड़ा स्पेसएक्स ने इस हादसे के बाद बयान जारी कर बताया कि टेस्ट साइट के आसपास पहले से ही सुरक्षा का पूरा इंतजाम था। सभी कर्मचारी सुरक्षित हैं और आसपास के इलाकों में रहने वालों को भी कोई नुकसान नहीं हुआ। कंपनी ने लोगों से अपील की है कि वो टेस्ट साइट के पास न जाएं, क्योंकि अभी भी वहां आग बुझाने और सफाई का काम चल रहा है। कैमरन काउंटी के शेरिफ ऑफिस और स्थानीय पुलिस ने भी पुष्टि की कि कोई घायल नहीं हुआ। फायर डिपार्टमेंट की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू की। लेकिन रॉकेट और टेस्ट साइट को हुआ नुकसान इतना ज्यादा है कि स्पेसएक्स को अब अपनी 10वीं टेस्ट फ्लाइट की योजना पर फिर से काम करना पड़ेगा। फ्यूल लोडिंग प्रक्रिया शुरू होने के बाद विस्फोट हुआ नासा स्पेसफ्साइट यूट्यूब चैनल पर ये टेस्ट लाइव दिखाया जा रहा था। इस दौरान कमेंट्री में बताया गया कि फ्यूल लोडिंग प्रक्रिया शुरू होने के लगभग 30 मिनट बाद विस्फोट हुआ। स्टैटिक फायर टेस्ट के दौरान रॉकेट के इंजन को लॉन्च माउंट से जुड़े रहते हुए चालू किया जाता है। टेस्ट में रॉकेट के छह रैप्टर इंजनों को एक साथ चालू करना था। इस साल स्टारशिप के लगातार तीन टेस्ट फेल हुए इस साल स्टारशिप के टेस्ट में लगातार असफलताएं मिल रही हैं। सातवें, आठवें और नौवें टेस्ट फ्लाइट में भी रॉकेट या तो उड़ान के दौरान फट गया या फिर कंट्रोल खोकर क्रैश हो गया। स्पेसएक्स का स्टारशिप दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे ताकतवर रॉकेट सिस्टम है, जिसे इंसानों को चांद और मंगल ग्रह पर ले जाने के लिए बनाया जा रहा है। इलॉन मस्क का सपना है कि स्टारशिप के जरिए इंसान एक दिन मंगल पर कॉलोनी बना सकेंगे। ये रॉकेट पूरी तरह से रीयूजेबल है, यानी इसे बार-बार इस्तेमाल किया जा सकता है। अब क्या होगा? इस हादसे ने स्पेसएक्स की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। कंपनी ने 29 जून को 10वीं टेस्ट फ्लाइट का लक्ष्य रखा था, लेकिन अब उसकी टाइमलाइन पूरी तरह से अनिश्चित हो गई है। स्पेसएक्स के इंजीनियर अब डेटा की जांच कर रहे हैं, ताकि ये समझा जा सके कि आखिर गलती कहां हुई। शुरुआती अनुमान में फ्यूल टैंक सिस्टम में खराबी की बात सामने आ रही है। इसके साथ ही, अमेरिका का फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) भी इस हादसे की जांच करेगा। पहले भी स्टारशिप के असफल टेस्टों की वजह से FAA ने स्पेसएक्स के टेस्ट प्रोग्राम को कुछ समय के लिए रोक दिया था। इस बार भी ऐसा हो सकता है। हालांकि, इलॉन मस्क और उनकी कंपनी स्पेसएक्स का रवैया हमेशा से ही हर असफलता से सीखने का रहा है। मस्क पहले भी कह चुके हैं कि स्टारशिप जैसे जटिल प्रोजेक्ट में असफलताएं स्वाभाविक हैं और हर टेस्ट कंपनी को अपने लक्ष्य के करीब ले जाता है। ऐसे में इस हादसे के बाद भी स्पेसएक्स की टीम जल्दी ही अगले टेस्ट की तैयारी शुरू कर देगी। स्टारशिप व्हीकल की ऊंचाई 403 फीट है स्टारशिप स्पेसक्राफ्ट (ऊपरी हिस्सा) और सुपर हैवी बूस्टर (निचला हिस्सा) को कलेक्टिवली 'स्टारशिप' कहा जाता है। दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी इलॉन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने इस रॉकेट को बनाया है। इस व्हीकल की ऊंचाई 403 फीट है। ये पूरी तरह से रीयूजेबल है। अभी जो विस्फोट हुआ है वो स्टारशिप स्पेसक्राफ्ट में हुआ है। इसी की टेस्टिंग चल रही थी। ----------------------------------------------- स्टारशिप से जुड़ी ये खबर भी पढ़े... स्टारशिप ने लॉन्चिंग के 30 मिनट बाद खोया कंट्रोल:दुनिया का सबसे शक्तिशाली रॉकेट नहीं कर पाया 9वें टेस्ट को पास दुनिया के सबसे ताकतवर रॉकेट स्टारशिप का 9वां टेस्ट कामयाब नहीं हो पाया। लॉन्चिंग के करीब 30 मिनट बाद स्टारशिप ने कंट्रोल खो दिया, जिस कारण पृथ्वी के वातावरण में एंटर करने पर ये नष्ट हो गया। ये लगातार तीसरी बार है जब स्टारशिप आसमान में ही नष्ट हुआ है। पूरी खबर पढ़े...

दैनिक भास्कर 19 Jun 2025 1:03 pm