सिरसा में आज यानी गुरुवार को कुत्ते को बचाने के चक्कर में कार बेकाबू होकर पलट गई। हादसे में कार में सवार दो लोग घायल हो गए। हादसा जिले के गोरीवाला गांव के पास की। कार सवार डबवाली से ऐलनाबाद की ओर जा रहे थे। घायलों को प्राथमिक इलाज के लिए गोरीवाला के सेठी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। हादसे के तुरंत बाद चौकी गोरीवाला के राइडर नंबर 13 पर तैनात एसपीओ संजय कुमार और होमगार्ड जुगलाल ने मौके पर पहुंचकर घायलों को बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया। घटना ऐलनाबाद-डबवाली रोड पर विवेकानंद स्कूल से पहले निर्माणाधीन होटल के पास हुई। चौकी प्रभारी उप निरीक्षक राजेश कुमार ने बताया कि गश्त के दौरान जवानों को सड़क किनारे एक पलटी हुई आई-20 कार नजर आई। दोनों जवानों ने बचाई कार सवारों की जानदोनों जवानों ने होटल मालिक की मदद से घायलों को कार से सुरक्षित बाहर निकाला। उन्हें नजदीक के सेठी हॉस्पिटल में भर्ती करवाया, जहां उनका प्राथमिक इलाज किया गया। घायल महेंद्र निवासी गांव केहरवाला ने बताया कि वे डबवाली से लौट रहे थे। अचानक कार के सामने एक कुत्ता आ गया। कुत्ते को बचाने के लिए उन्होंने कार साइड की, जिससे गाड़ी असंतुलित होकर पलट गई। घायलों ने डबवाली पुलिस की तत्परता और कर्तव्यनिष्ठा की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि संकट की घड़ी में पुलिस ने बिना देरी किए सहायता की, जो सराहनीय है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मार्ग पर पशुओं की अचानक सड़क पर आवाजाही आम बात है। इससे दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है।
स्वतंत्रता दिवस 2025 के उपलक्ष्य में आयोजित 'एक पेड़ माँ के नाम 2.0' साइकिल रैली ने दो दिनों में लगभग 110 किलोमीटर की यात्रा पूरी की। इस अभियान ने पर्यावरण संरक्षण, शिक्षा, स्वच्छता और महिला सशक्तिकरण का संदेश जन-जन तक पहुंचाया। राजभवन लखनऊ से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों ने इस अभियान में भाग लिया। यात्रा देवा से प्रारंभ होकर बंकी होते हुए हरख तक पहुँची। इस दौरान तीन कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में विविध गतिविधियां आयोजित की गईं। अभियान के दौरान कुल 600 पौधों का सामूहिक वृक्षारोपण किया गया। विद्यालय परिसरों में नीम, जामुन, मौलश्री, सहजन, छितवन, बॉटल ब्रश और अमरूद जैसे पौधों का रोपण हुआ। साथ ही स्वच्छता अभियान, छात्राओं से संवाद और हस्ताक्षर जागरूकता अभियान भी चलाया गया। राजभवन के वरिष्ठ अधिकारियों ने विद्यालय की छात्राओं से कक्षाओं में सीधे संवाद किया। उन्होंने छात्राओं के अनुशासन, शिक्षा में रुचि और आत्मविश्वास की सराहना की। अधिकारियों ने बालिकाओं को राजभवन भ्रमण का निमंत्रण भी दिया। छात्राओं को जीवन में आगे बढ़ने, पर्यावरण की रक्षा करने और सफाई को दिनचर्या का हिस्सा बनाने के सुझाव दिए गए। बच्चों ने इन संवादों को अनमोल अनुभव बताते हुए सराहा। 31 जुलाई को प्रातः साइकिल रैली का समापन कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय हरख में हुआ। इस अवसर पर विद्यालय की प्रभारी साधना सिंह, बीईओ हरख अश्विनी प्रताप सिंह, बीडीओ हरख प्रीति वर्मा, बीएसए संतोष कुमार देव पांडेय सहित शिक्षा विभाग और प्रशासन के कई अधिकारी उपस्थित रहे। सभी ने रैली दल का पारंपरिक स्वागत किया। पौधरोपण, स्वच्छता तथा संवाद सत्र में सभी ने सक्रिय रूप से भाग लिया। इस अभियान को छात्राओं और शिक्षकों ने उत्साहपूर्वक सराहा। देखें फोटो...
फतेहपुर के कारीकान धाता में गुरुवार को अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ के तत्वाधान में सफाई कर्मचारी दिवस मनाया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में नगर पंचायत अध्यक्ष रेखा सरोज और अधिशासी अधिकारी अजय कुमार बाग़ी उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में धीरज कुमार, पूर्व सभासद और प्रदेश उपाध्यक्ष अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ मौजूद थे। अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ के अध्यक्ष विकास ने कहा कि सफाई कर्मचारी दिवस मनाना हर्ष का विषय है। उन्होंने कर्मचारियों से एकजुट होकर काम करने का आह्वान किया। उन्होंने अध्यक्ष और अधिशासी अधिकारी द्वारा दिए गए सम्मान के लिए आभार व्यक्त किया। मुख्य अतिथि रेखा सरोज ने सभी कर्मचारियों का माला पहनाकर स्वागत किया। उन्होंने कहा कि वे अपेक्षा करती हैं कि सभी कर्मचारी पूरे कर्तव्य बोध के साथ अपना काम करते रहेंगे। अधिशासी अधिकारी अजय बागी ने कहा कि नगर पंचायत कारीकान धाता के सफाई कर्मचारी आने वाले समय में मिसाल बनेंगे। उन्होंने आश्वासन दिया कि कर्मचारियों के लिए कोई कमी नहीं रहेगी। सभी कर्मचारियों को उनके देय लाभ और सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे। सामाजिक कार्यकर्ता धीरज कुमार ने बताया कि यह दिवस नई दिल्ली में हुए कर्मचारी आंदोलन के दौरान शहीद हुए भूप सिंह की याद में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से नगर पंचायत धाता में कर्मचारियों का सम्मान किया गया है, उसके लिए संगठन सदैव आभारी रहेगा। कार्यक्रम में विकास अध्यक्ष, धर्मवीर सिंह, सुरेंद्र कुमार, वीरेंद्र कुमार, विनोद कुमार, संदीप कुमार, सुरेश कुमार, गीता, सुनीता, कमल, मैंनी देवी सहित अन्य कई कर्मचारी और पदाधिकारी उपस्थित रहे।
लखनऊ के बीकेटी क्षेत्र स्थित दीनदयाल उपाध्याय राज्य ग्राम्य विकास संस्थान में तीन दिवसीय राज्य स्तरीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में जनपद और ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को ग्राम्य विकास की योजनाओं का प्रशिक्षण दिया गया। इसके साथ ही अटल भू-जल योजना में प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण (टीओटी) कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। इसमें चयनित जनपदों के संबंधित अधिकारियों के लिए प्रोग्रेसिव महिलाओं तथा महिला स्वयं सहायता समूह की पदाधिकारियों हेतु राज्य स्तरीय महिला सशक्तिकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की 2 तस्वीरें... 198 प्रतिभागियों को अभिप्रेरित किया इन विशेषज्ञों ने अपने प्रासंगिक और महत्वपूर्ण विचारों से कुल 198 प्रतिभागियों को अभिप्रेरित किया। अध्यक्षीय उद्बोधन में संस्थान के महानिदेशक एल वेंकटेश्वर लू ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार द्वारा प्रदत्त कार्यों को निष्ठा और ईमानदारी से पूरा करें। कर्म सिद्धांत का उल्लेख किया उन्होंने कहा कि कर्तव्यों का निर्वहन किस अभिवृत्ति के साथ किया जाता है, यह अत्यंत महत्वपूर्ण है। सफलता की इच्छा और असफलता का भय अधिकांश कार्यों को प्रभावित करते हैं। उन्होंने श्रीमद् भगवतगीता के कर्म सिद्धांत का उल्लेख करते हुए कहा कि विश्व में किए गए अच्छे कार्य कभी भी व्यर्थ नहीं जाते। अंतिम लक्ष्य से अवगत होते हुए, अनासक्त रहकर और फल की चिंता न करते हुए कार्य करना श्रेष्ठ है।
गाजीपुर में जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने जुलाई से जनपद के 179 सहकारी उर्वरक बिक्री केंद्रों के लिए महत्वपूर्ण पहल की है। उन्होंने 4030 मैट्रिक टन (90 हजार बोरी) यूरिया और 2900 मैट्रिक टन (58 हजार बोरी) डीएपी का आवंटन किया है। इस आवंटन के तहत अब तक केंद्रों पर 2928 मैट्रिक टन यूरिया और 2372 मैट्रिक टन डीएपी भेजा जा चुका है। खरीफ अभियान के दौरान प्रारंभिक स्टॉक से 28241 किसानों को 2555 मैट्रिक टन यूरिया वितरित किया गया है। इसके साथ ही 22131 किसानों को 2031 मैट्रिक टन डीएपी भी दिया गया है। वर्तमान में सहकारी उर्वरक बिक्री केंद्रों पर किसानों के लिए 1327 मैट्रिक टन यूरिया और 836 मैट्रिक टन डीएपी उपलब्ध है। 30 जुलाई को आवंटित 1102 मैट्रिक टन यूरिया और 516 मैट्रिक टन डीएपी का प्रेषण किसानों की मांग के अनुसार प्राथमिकता से किया जा रहा है। जिलाधिकारी के निर्देश पर सहकारिता विभाग और कृषि विभाग के अधिकारी उर्वरक बिक्री केंद्रों का निरंतर निरीक्षण कर रहे हैं। वे यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि उर्वरक वितरण पॉस मशीन से हो। साथ ही समिति पर उर्वरक समाप्त होने से पहले ही नया आवंटन कराकर उर्वरक की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। निजी क्षेत्र की दुकानों पर लगभग 15500 मैट्रिक टन यूरिया और 2000 मैट्रिक टन डीएपी किसानों के लिए उपलब्ध है। हर कंपनी के खाद की गुणवत्ता और मूल्य समान है। यूरिया 266.50 रुपये प्रति बैग और डीएपी 1350.00 रुपये प्रति बैग निर्धारित है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे अपने नजदीकी सहकारी समिति या निजी दुकानों से आधार और खतौनी के साथ खाद खरीदें। साथ ही रसीद अवश्य प्राप्त करें। उर्वरक संबंधी किसी भी समस्या के लिए उप निदेशक कृषि, जिला कृषि अधिकारी या अन्य संबंधित अधिकारियों से संपर्क किया जा सकता है। गाजीपुर जनपद में कुल 195 बी-पैक्स/समितियां हैं। इनमें से मात्र 71 प्रभारी सचिव ही कार्यरत हैं। इन्हें 179 सहकारी उर्वरक बिक्री केंद्रों पर रोस्टरवार उपस्थित रहकर उर्वरक वितरण के निर्देश दिए गए हैं।
सितंबर 2008 को महाराष्ट्र के मालेगांव में हुए बम धमाके के मामले में भोपाल की पूर्व सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर सहित सातों आरोपियों को मुंबई की एनआईए कोर्ट ने बरी कर दिया। कोर्ट के इस फैसले की खबर सुनकर भोपाल में पूर्व सीएम उमा भारती के बंगले पर जमकर आतिशबाजी हुई और मिठाइयां बांटी गईं। उमा की आंखों से छलके आंसूप्रज्ञा को मालेगांव केस से बरी किए जाने के बाद पूर्व सीएम उमा भारती की आंखों से आंसू छलक पड़े। दैनिक भास्कर से पूर्व सीएम उमा भारती ने बातचीत की। सवाल: 17 साल बाद आए इस फैसले पर आप क्या कहेंगी?जवाब: इस फैसले से यह साबित हो गया कि हिन्दू समाज और भगवा रंग को कलंकित करने की कितनी बड़ी साजिश थी। मुस्लिम समाज में ये डर पैदा करने की साजिश थी कि मुस्लिम समाज, बहुसंख्यक समाज को आतंकी मानकर भयभीत हो जाए। इस्लामिक आतंकवाद जो पूरी दुनिया में प्रयोग होने लगा था। उसको काउंटर करने के लिए हिन्दू आतंकवाद के शब्द का प्रयोग किया गया। आज की विजय भगवा रंग की हुई है। उनके त्याग और बलिदान की हुई है, जो जीवित रह गए लेकिन, वो गुरु गोविंद सिंह के साहिब जादों की तरह ही यातनाएं झेल रहे थे। जब उनको जिंदा दीवार में चुनवा दिया गया था। मैं उन सबका और कोर्ट का अभिनंदन करूंगी। जिन्होंने भगवा आतंकवाद शब्द का प्रयोग किया गया था। जिनकी वजह से इनको यातनाएं झेलनी पड़ीं। मैं कहूंगी, वो देशवासियों से माफी मांगें। सवाल: आपके बंगले पर आतिशबाजी हो रही है। आप कैसा महसूस कर रहीं हैं?जवाब: ये मेरे लिए विजय का क्षण है, क्योंकि अब तो हम खुश हैं। अब हमारे अंदर ये नहीं हैं कि हिन्दू समाज कलंकित होगा। अब मोदी, अमित शाह हैं, योगी हैं। मैं भारी खुश हूं। सवाल: आप प्रज्ञा ठाकुर से जेल में हुई मुलाकात को लेकर भावुक क्यों हो जातीं हैं? क्या हुआ था?जवाब: मत पूछिए, मैं उसको देखकर बहुत परेशान हुई थी। लेकिन, वो उल्टा मुझे देखकर परेशान हो गई थी कि मैं क्यों रो रही हूं और वो मुझे चुप करा रही थी। मुझे लगता था कि वो मानसिक स्थिति में बहुत टूटी हुई मिलेगी। और, मैं रो पड़ी उसके सामने। उसने मुझे माला पहनाई, मिठाई खिलाई और नारियल देकर कहा- जाइए, पूरे देश को, हिन्दू समाज को और मेरे गुरु अवधेशानंद जी को बता दीजिए कि प्रज्ञा मर जाएगी लेकिन, भगवा और हिन्दुत्व को कलंकित नहीं होने देगी। सवाल: प्रज्ञा ठाकुर को कुछ बडे़ नेताओं का नाम लेने को कहा गया था? उन्होंने ऐसा आपको बताया था?जवाब: ये उन्होंने नहीं बताया था मुझे तो उससे पहले महाराष्ट्र के बहुत सारे पुलिस के अधिकारी बताने आए थे। तब मैं उनसे जेल में मिलने गई थी। सवाल: क्या अब राजनीति की मुख्यधारा में प्रज्ञा ठाकुर की पुर्नस्थापना होना चाहिए?सवाल: ये फैसला बीजेपी करेगी। मैं नहीं करूंगी। सवाल: ये सब क्यों किया गया ?जवाब: मनमोहन सिंह उस समय प्रधानमंत्री थे। मप्र को छोड़कर अधिकतर राज्यों में कांग्रेस की सरकारें थीं। इसको इसलिए शुरू किया ताकि, मुस्लिम वोटबैंक को इकट्ठा किया जा सके। और मुस्लिमों को आतंकवादियों की गिरफ्त में डर से धकेला जाए। कि बहुसंख्यकों में आतंकवादी शुरू हो गए। तुम्हें जान बचानी है तो तुम लोग इकट्ठे होकर हमारे साथ हो जाओ। ये डर उनके अंदर पैदा करने की कोशिश की गई। उस डर को पैदा करने के लिए घटना चुनी गई। उस घटना में झूठ जोडे़ गए।उसके आधार पर कुछ लोगों को भयानक यातनाएं दीं गई और उनसे कहा गया था कि कुछ लोगों के नाम लो। यदि उन्होंने वो नाम ले लिए होते तो राष्ट्रवादी संगठनों के अधिकतर पदाधिकारी और बीजेपी के अधिकतर नेता जेल में होते और वैसे ही यातनाएं झेल रहे होते। लेकिन, इन लोगों ने अनंत यातनाएं झेलीं ये केवल जीवित बचे रह गए हैं। मैं इन लोगों को आत्म बलिदानी कहूंगी। आज जब ये लोग बरी हुए हैं तो मैं खुद अपनी आत्मा की अदालत में बरी हुई हूं। सवाल: जो भगवा आतंकवाद कहते थेजवाब: वो देश से माफी मागें हिन्दुओं से माफी मांगें और अगर माफी न मांग सको तो गंगा में कूद जाओ, या नर्मदा जी यहीं बगल में हैं जो मप्र वाले हैं वो यहीं कूद जाओ।
समाजवादी पाटी के प्रदेश सचिव यशपाल सिंह ने पार्टी के विधायक मोहम्मद जियाऊदीन रिजवी के कांवड़ियों पर दिए गए विवादित बयान का बचाव किया है। यशपाल सिंह ने स्पष्ट किया कि पूर्व मंत्री रिजवी ने कांवड़ यात्रियों के सम्मान के खिलाफ कुछ नहीं कहा था। उन्होंने बताया कि रिजवी सरकार द्वारा प्राथमिक विद्यालयों को बंद करने के निर्णय के विरोध में बोलते हुए कुछ ऐसा कह गए थे जो विवादित हो गया। सिंह ने कहा कि रिजवी ने अपनी गलती का एहसास करते हुए अगले ही दिन सार्वजनिक रूप से माफी मांग ली थी। उनके अनुसार, माफी मांगने के बाद मामला समाप्त हो जाना चाहिए था। प्रदेश सचिव ने आरोप लगाया कि कुछ लोग समाज में विद्वेष फैलाने और सौहार्द बिगाड़ने के लिए बिना वजह विरोध प्रदर्शन और पुतला दहन कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि रिजवी ने विधायक रहते हुए विभिन्न मंदिरों के सौंदर्यीकरण और अन्य कार्यों के लिए हमेशा धन आवंटित किया है। सिंह ने कहा कि रिजवी सनातन धर्म में पूर्ण आस्था रखते हैं। उन्होंने विरोध करने वालों पर राजनीतिक रोटियां सेंकने का आरोप लगाया। साथ ही उन्होंने कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने भी कांवड़ यात्रियों के लिए आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया था, लेकिन आज तक खेद प्रकट नहीं किया और न ही किसी ने उनका विरोध किया।
आजमगढ़ में हत्या के मुकदमे में सुनवाई पूरी करने के बाद अदालत ने दो आरोपियों को आजीवन कारावास तथा प्रत्येक को एक एक लाख रुपए अर्थदंड की सजा सुनाई। अर्थदंड की आधी राशि मृतक के लड़के को दिया जाएगा। यह फैसला जिला एवं सत्र न्यायाधीश जय प्रकाश पांडेय ने गुरुवार को सुनाया। अभियोजन कहानी के अनुसार बिलरियागंज थाना क्षेत्र के खानपुर भगत पट्टी गांव में रास्ते के विवाद को लेकर 2 अप्रैल 2020 की सुबह लगभग आठ बजे राजीव सिंह तथा सत्यनारायन सिंह वादी मुकदमा विवेक सिंह के चाचा रमाकांत सिंह को मारने लगे। जब वादी मुकदमा के पिता रामानुज सिंह एतराज करते हुए दोनों हमलावरों को डांटने लगे तब सत्यनारायन सिंह के ललकारने पर राजीव सिंह ने वादी मुकदमा के पिता रामानुज सिंह को गोली मार दी। जिससे मौके पर ही रामानुज सिंह की मृत्यु हो गई। तीन आरोपियों के विरुद्ध पेश की गई थी चार्जशीट पुलिस ने जांच पूरी करने के बाद तीन आरोपियों के विरुद्ध चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी। एक आरोपी के नाबालिग होने के कारण उसकी पत्रावली किशोर न्याय बोर्ड भेज दी गई। अभियोजन पक्ष की तरफ से जिला शासकीय अधिवक्ता पियूष प्रियदर्शी त्रिपाठी, दीपक मिश्रा तथा अरुण कुमार श्रीवास्तव एडवोकेट ने कुल दस गवाहों को न्यायालय में परीक्षित कराया। दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद अदालत ने आरोपी राजीव सिंह तथा सत्यनारायण सिंह को आजीवन कारावास तथा एक एक लाख रुपए अर्थ दंड की सजा सुनाई।
गाजियाबाद में तेज बारिश के बाद नगर निगम की बिल्डिंग में स्थिति खतरनाक हो गई है। बिल्डिंग में पानी भरने से बिजली की वायरिंग में करंट आ गया है। इससे पूरी बिल्डिंग खतरे में है। हालात इतने गंभीर हैं कि सुबह से निगम कर्मचारी बाहर ही खड़े हैं। कोई भी अंदर जाने की हिम्मत नहीं कर पा रहा है। सभी को करंट महसूस हो रहा है। कर्मचारियों का कहना है कि जान जोखिम में डालकर काम करना संभव नहीं है। उन्होंने फिलहाल काम बंद कर दिया है। प्रशासन से मांग की है कि पहले स्थिति को सुरक्षित बनाया जाए। तभी वे दोबारा काम शुरू करेंगे। नगर निगम जैसी महत्वपूर्ण सरकारी इमारत में इस तरह की स्थिति कई सवाल खड़े करती है। यहां रोजाना सैकड़ों लोग आते हैं। अब निगम प्रशासन ने कुछ कदम उठाए हैं। बेसमेंट की बिजली काट दी गई है। पानी निकालने के लिए मोटरें लगाई गई हैं। लेकिन कर्मचारी अभी भी अंदर जाने को तैयार नहीं हैं। लोगों का कहना है कि अगर समय रहते बिल्डिंग की मरम्मत होती और वायरिंग की जांच की जाती, तो शायद ये स्थिति न बनती। इसे जल्द से जल्द ठीक किया जाना चाहिए। इससे भविष्य में किसी बड़े हादसे की संभावना टल सकेगी।
अयोध्या के सैकड़ों संतों -महंतों ने धर्म सम्राट ज्ञानदास के शिष्य और हनुमानगढ़ी वरिष्ठ पुजारी हेमंत दास को श्रृंगीऋषि आश्रम, शेरवाघाट के महंत पद पर समारोह पूर्वक चुना। संकट मोचन सेवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत संजय दास की अध्यक्षता में समारोह का आयोजन किया गया था। श्रृंगीऋषि आश्रम के साकेतवासी महंत जगदीश दास के साकेतवास के बाद उनकी इच्छा के अनुसार उनके तेरहवीं संस्कार पर उनकी इच्छा अनुसार आश्रम की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए संत समाज ने सर्वसम्मति से हेमंत दास को नया महंत घोषित किया।इस अवसर पर विधिवत रूप से उन्हें कंठी-चद्दर प्रदान कर गद्दी सौंप दी गई। जो जिम्मेदारी सौंपी है उसको हेमंत दास पूरे मनोयोग से पूरा करेंगे-महंत संजय दास महंत संजय दास ने बताया कि गुरुदेव भगवान के आशीर्वाद से हमारे छोटे गुरु भाई को श्रृंगी ऋषि आश्रम की बड़ी जिम्मेदारी महंत जगदीश दास महाराज के अच्छा अनुसार संतों महंतों की उपस्थिति में सौपी गई है। जिसका निर्वाहन वह पूरे मनोयोग से करेंगे। हनुमान जी महाराज और अयोध्या के संत महंतों ने उनको आशीर्वाद देकर जो जिम्मेदारी सौंप है उसको वह पूरे मनोयोग से पूरा करेंगे और आश्रम का चौमुखी विकास करेंगे। इसका विकास करूंगा जिससे महंत जगदीश दास की आत्मा प्रसन्न हो-महंत हेमंत दासमहंत हेमंत दास ने कहा कि पूज्य गुरुदेव भगवान के आशीर्वाद से संतों महंतों जो जिम्मेदारी दी है उसका पालन करूंगा। महंत जगदीश दास महाराज हनुमानगढ़ी पर आते रहते थे उनकी इच्छा थी कि हनुमानगढ़ की परंपरा से हमारे साकेत वास के बाद आश्रम की जिम्मेदारी दी जाए, संतों महंतों ने हमें श्रृंगी ऋषि आश्रम की जिम्मेदारी दी है मैं आश्रम की परंपरा का निर्वहन करुंगा इसका विकास करूंगा जिससे महंत जगदीश दास की आत्मा को भी शांति मिले। श्रृंगी ऋषि आश्रम 84 कोसी परिक्रमा मार्ग का पड़ाव उन्होंने बताया कि श्रृंगी ऋषि आश्रम 84 कोसी परिक्रमा मार्ग पर है और एक पड़ाव यह भी है जिसे इसका और अधिक महत्व है अभी तक जो भी विकास जगदीश दास ने किया है उसको आगे बढ़ाएंगे यहां के आश्रम से जुड़े लोगों के सहयोग से। उन्होंने बताया कि आश्रम बहुत ही पौराणिक है, पुत्रेष्टि यज्ञ के बाद श्रृंगी ऋषि महाराज यहीं आकर के रुके। श्रृंगी ऋषि की समाधि भी यहां है इससे इसकी पौराणिकता और बढ़ जाती है क्योंकि यह स्थान भगवान के राम जन्म और त्रेता युग से जुड़ा हुआ है। इसलिए पूरे मनोयोग के साथ इसका विकास करूंगा। महंती समारोह में प्रमुख रूप से निर्वाणी अनी अखाड़ा के श्रीमहंत मुरली दास, महासचिव महंत सत्यदेव दास, महंत नंदराम दास, बसंतिया पट्टी के महंत रामचरण दास, महंत पहलवान राजेश दास, गद्दी नशीन महंत प्रेम दास जी महाराज के शिष्य महंत डॉक्टर महेश दास, सियाराम किला के महंत करुणानिधान शरण, रसिक पीठाधीश्वर महंत जन्मेजय शरण, बड़ा भक्तमाल महंत अवधेश कुमार दास, बावन मंदिर पीठाधीश्वर श्रीमहंत वैदेही बल्लभ शरण , महंत रामजी शरण, जगतगुरु रामानुजाचार्य डॉ राघवाचार्य , जगतगुरु कुरेशाचार्य , जगतगुरु रामानंदाचार्य वल्लभाचार्य, जगतगुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामदिनेशाचार्य , तुलसीदास छावनी पीठाधीश्वर महंत जनार्दन दास, शृंगार कुंज के महंत हरिभजन दास, हनुमान किला के महान परशुराम दास, बड़े हनुमान मंदिर के अधिकारी छविराम दास, करतालिया पीठाधीश्वर महंत रामदास, निजी सचिव शिवम् श्रीवास्तव आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
बालाघाट में सरपंच संघ अध्यक्ष और गर्रा पंचायत सरपंच वैभवसिंह बिसेन पर हमले का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गुरुवार को जिला पंचायत अध्यक्ष सम्राटसिंह सरस्वार की मौजूदगी में सरपंच संघ प्रतिनिधियों ने बैठक की। इस बैठक में आरोपियों पर संगठित अपराध की धाराओं के तहत केस दर्ज करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया है। साथ ही 1 अगस्त को गर्रा पंचायत को बंद करने का ऐलान किया गया। सरपंच ने शराब दुकान का अतिक्रमण हटाने आवेदन दिया था घटना 29 जुलाई की है जब सरपंच वैभवसिंह बिसेन ने पंचायत प्रतिनिधियों और ग्रामीणों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचकर पंचायत की आबादी में बने भवन और शराब दुकान के अतिक्रमण को हटाने के हाईकोर्ट के आदेश के पालन के लिए आवेदन सौंपा था। उसी दिन रात में आधा दर्जन से अधिक हमलावर दो वाहनों से सरपंच के घर पहुंचे थे। आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज सरपंच की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के साथ इस तरह की घटना पर पंचायत प्रतिनिधियों में नाराजगी का माहौल है। जिला पंचायत अध्यक्ष ने की कार्रवाई की मांग जिला पंचायत अध्यक्ष सम्राटसिंह सरस्वार ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि जिले में इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लगाना है। उन्होंने कहा कि ऐसी घटना आमजन की सुरक्षा और शांति के लिए खतरा है। इस पर कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि मामले में एसपी से चर्चा हुई है और उन्होंने भरोसा दिलाया है कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जल्द की जाएगी। अगर कार्रवाई नहीं होती है तो पंचायत प्रतिनिधि एकजुट होकर भविष्य में कोई बड़ा निर्णय लेंगे।
महेश्वर में सभी घाट जलमग्न:खरगोन में नर्मदा सामान्य से 5 मीटर ऊपर बह रही, निचले इलाकों में निगरानी
इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर बांध से लगातार पानी छोड़े जाने के कारण खरगोन जिले में नर्मदा नदी उफान पर है। महेश्वर, मंडलेश्वर और बड़वाह में नदी का जलस्तर बढ़ गया है। बड़वाह में पानी खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। महेश्वर में यह खतरे के निशान से 4 मीटर नीचे बह रहा है। महेश्वर में सभी घाट डूब गए हैं। अहिल्या घाट की मुख्य रपट और अष्ट पहलू की सीढ़ियों तक पानी पहुंच गया है। घाट स्थित किला गेट को बंद कर दिया गया है। नर्मदा का जलस्तर सामान्य स्तर 140 मीटर से 5 मीटर अधिक यानी 145 मीटर पर पहुंच गया है। खतरे का निशान 149 मीटर पर निर्धारित है। साई मंदिर का केवल शिखर ही दिखाई दे रहाओंकारेश्वर और इंदिरासागर बांध से कुल 12599 क्यूमेक्स पानी लगातार डिस्चार्ज किया जा रहा है। खरगोन जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है। निचली बस्तियों में निगरानी की जा रही है। बड़वाह के नावघाट खेड़ी स्थित साई मंदिर का केवल शिखर ही दिखाई दे रहा है। यहां जलस्तर 163 मीटर के आसपास है। खतरे का निशान 163.980 मीटर के करीब है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर गुरुवार रात या शुक्रवार सुबह बांधों से अधिक पानी छोड़ा जाता है, तो निचले इलाकों में नर्मदा खतरे का निशान पार कर सकती है। ऐसी स्थिति में इंदौर-इच्छापुर हाईवे पर स्थित मोरटक्का पुल पर यातायात रोकना पड़ सकता है। देखिए तस्वीरें...
गाजीपुर में करीमुद्दीनपुर पुलिस ने चोरी की एक बड़ी वारदात का खुलासा किया है। पुलिस ने 5 आरोपियों और 2 नाबालिगों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से चोरी का माल बरामद किया है। 19 जुलाई को करीमुद्दीनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम उतराँव में अज्ञात चोरों ने दिलीप वर्मा के घर में घुसकर ज्वैलरी, नगदी, मोबाइल फोन और अन्य सामान चुरा लिया था। इस मामले में थाने में मुकदमा पंजीकृत किया गया था। अपराध और अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत आज उप निरीक्षक दिनेशचंद्र कौशिक और उप निरीक्षक रामानंद यादव की टीम ने मुखबिर की सूचना पर ग्राम पहराजपुर के एक बगीचे से आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से एक पोको कंपनी का मोबाइल और 9 अन्य मोबाइल फोन, 2000 रुपये नकद, एक पीली धातु (सोने) की चेन, एक जोड़ी सफेद धातु (चांदी) की पायल और दो पीली धातु (सोने) के लॉकेट बरामद किए हैं। गिरफ्तार आरोपियों में संतोष चौहान (32 वर्ष), संगीता देवी (30 वर्ष), प्रमिला देवी (35 वर्ष), अमरजीत (40 वर्ष) और किशन डोम (18 वर्ष) शामिल हैं। सभी आरोपी लट्ठूडीह, थाना करीमुद्दीनपुर, जनपद गाजीपुर के निवासी हैं। दो नाबालिगों को भी पुलिस अभिरक्षा में लिया गया है। पुलिस अब सभी गिरफ्तार आरोपियों के विरुद्ध आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है। मामले में धारा 317(2) बीएनएस के तहत भी कार्रवाई की जा रही है।
गोरखपुर के मोहनापुर इलाके में तेंदुए का आतंक लगातार चौथे दिन भी बना हुआ है। बुधवार देर रात 1:30 बजे तेंदुआ एक बार फिर एक घर की CCTV फुटेज में नजर आया। वन विभाग की टीम ने रिकॉर्डिंग खंगाली और पुष्टि की कि कैमरे में दिखा जानवर तेंदुआ ही है। इसके बाद वन विभाग की टीम अलर्ट हो गई है और इलाके में सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया गया है। दरअसल, जहां तेंदुआ नजर आया, उस स्थान और आसपास के इलाकों में वन विभाग की टीमें तलाशी अभियान चला रही हैं। फिलहाल तेंदुआ पकड़ में नहीं आया है। वन विभाग ने मौके पर पिंजरा (ट्रैप) लगाकर निगरानी बढ़ा दी है। DFO विकास यादव ने बताया कि विभाग की टीमें चौबीसों घंटे अलर्ट मोड में हैं और तेंदुए को सुरक्षित पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। लोगों में फिर लौटा डर, शाम ढलते ही सन्नाटा पिछले दो दिनों से लोग यह मान बैठे थे कि तेंदुआ किसी और इलाके की तरफ चला गया है, लेकिन ताजा CCTV फुटेज सामने आने के बाद डर फिर लौट आया है। शाम होते ही इलाके में सन्नाटा छा जाता है। लोग अब समूह बनाकर, हाथों में लाठी-डंडा लेकर ही घर से बाहर निकल रहे हैं। बच्चों के स्कूल हालात सामान्य होने तक बंद इलाके में बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए स्कूलों को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है। प्रशासन ने साफ कर दिया है कि जब तक तेंदुए को पकड़ नहीं लिया जाता, तब तक स्कूल नहीं खुलेंगे। वन विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों से बचें और किसी भी गतिविधि की सूचना तुरंत विभाग या नजदीकी थाने को दें। साथ ही बच्चों को अकेले बाहर न निकलने देने और सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
स्क्रैप व्यापारी को धोखे से हनुमानगढ़ बुलाकर अपहरण व लूट मामले में तीन साल से फरार दस हजार रुपए के इनामी ठग को टाउन थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया। आरोपी टटलूबाजी गैंग का सदस्य और अव्वल दर्जे का ठग है। पहले इस मामले में शामिल 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस न्यायिक अभिरक्षा में भिजवा चुकी है। टाउन थाना प्रभारी सुभाष कच्छावा ने बताया कि भूपेन्द्र जैन पुत्र दर्शनलाल जैन निवासी श्रीनगर रोड, नेहरू नगर, किरानीपुरा नाका मदार अजमेर ने टाउन पुलिस थाना में परिवाद पेश किया कि वह स्क्रैप व्यापारी है। आरोपियों ने अपना नाम-पता बदल कर स्क्रैप का सामान खरीदने के बहाने से उसे हनुमानगढ़ बुलाया। वह अपने साले के साथ स्क्रैप का माल खरीदने हनुमानगढ़ आ गया। आरोपी उन दोनों को एक गाड़ी में बैठाकर गांवों के रास्ते से एक बंद कमरे में ले गए और अपहरण कर लिया। मोबाइल फोन, सोने की चेन, 1 लाख 57 हजार रुपए की नकदी छीन ली। फोन पे से रुपए ट्रांसफर करवाकर उन्हें सूरतगढ़ थर्मल तिराहा पर छोड़ दिया। थाना प्रभारी के अनुसार रिपोर्ट पर मामला दर्जकर जांच शुरू की गई। प्रकरण में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भिजवाया जा चुका है। शेष आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जांच अधिकारी को निर्देशित किया गया। थाने के एसआई मोहर सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने बेहतर फील्ड इंटेलिजेंस तथा तकनीकी एवं मानवीय आसूचना संकलन कर प्रकरण में फरार इनामी आरोपी जमशेद उर्फ जम्मी (29) पुत्र अतरू, निवासी सुबा की ढाणी, गांव कारेण्डा पीएस चौपानकी जिला भिवाड़ी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। आरोपी से पूछताछ एवं अनुसंधान जारी है। थाना प्रभारी कच्छावा के अनुसार आरोपी जमशेद उर्फ जम्मी के खिलाफ पूर्व में हरियाणा व गुजरात सहित अन्य राज्यों के पुलिस थानों में करीब छह मुकदमे लूटपाट व मारपीट के दर्ज हैं। आरोपी जमशेद उर्फ जम्मी टटलूबाजी गैंग का सदस्य है, जो सोनू उर्फ स्वर्ण सिंह, अफजल, सद्दाम हुसैन के साथ टटलूबाजी गैंग का संचालन करता है। इस गैंग के सदस्य लोगों को लोहे का स्क्रैप, सोने की ईंट आदि लालच देकर अलग-अलग जगहों पर बुलाकर टटलूबाजी कर ठगी करने के आदी हैं। यह लोग ठगी करने के बाद नए-नए ठिकाने बनाकर पहाड़ी क्षेत्र में रहते हैं। कार्रवाई करने वाली टीम में टाउन थाना के एसआई मोहर सिंह, कॉन्स्टेबल महंगा सिंह व कालूराम के अलावा भिवाड़ी जिले के चौपानकी थाना के हैड कॉन्स्टेबल सतीश चन्द्र, कॉन्स्टेबल प्रकाशचंद्र, पंकज कुमार, भीम सिंह व रामनरेश शामिल रहे। इस कार्रवाई में भिवाड़ी जिले के चौपानकी थाना के कॉन्स्टेबल पंकज कुमार का विशेष योगदान रहा।
सहारनपुर पुलिस ने नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में एक वांछित अभियुक्त को गिरफ्तार किया है। 12 जुलाई 2025 को पीड़िता के परिजनों ने थाना नानौता में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में आरोप लगाया गया था कि अंशुल पुत्र ब्रजपाल, निवासी ग्राम ओलरा, थाना नानौता, सहारनपुर ने उनकी नाबालिग पुत्री को बहला-फुसलाकर भगा ले गया। इस मामले में थाना नानौता पर मुकदमा पंजीकृत किया गया था। एसएसपी सहारनपुर के निर्देशन में चलाए जा रहे अभियान के तहत गुरूवार को पुलिस ने कार्रवाई की। थाना प्रभारी धर्मेन्द्र कुमार के नेतृत्व में नानौता पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर आरोपी अंशुल को रुहाडा पुलिया के पास से गिरफ्तार कर लिया। पीड़िता की बरामदगी और आरोपी की गिरफ्तारी के आधार पर मुकदमे में धारा 64(1) बीएनएस और 3/4 पोक्सो एक्ट की वृद्धि की गई है। गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम में उप-निरीक्षक नीरज सिंह और हेड कांस्टेबल 820 अनुज कुमार शामिल थे। आरोपी के विरुद्ध आवश्यक विधिक कार्रवाही करते हुए उसे न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है।
सिद्धार्थनगर में गुरुवार को सैकड़ों आशा बहुओं ने अपनी मांगों को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में जोरदार प्रदर्शन किया। आशा बहू आशा संगिनी स्वास्थ्य कार्यकत्री वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले एकत्रित आशा कार्यकर्ताओं ने धरना दिया। “हम आशा नहीं, अब अधिकार हैं”... “सेवा का सम्मान चाहिए”... ऐसे नारों से गुरुवार को सिद्धार्थनगर का जिलाधिकारी कार्यालय गूंज उठा। सैकड़ों की संख्या में जुटीं आशा बहुओं ने अपनी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। अनदेखी पर चेताया- अब आरपार की लड़ाई धरनास्थल पर महिलाएं हाथों में तख्तियां लिए खड़ी थीं। मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन और उग्र होगा। ये चेतावनी दी आशा बहू-आशा संगिनी स्वास्थ्य कार्यकत्री वेलफेयर एसोसिएशन की पदाधिकारियों ने आंदोलन का नेतृत्व राज्य कर्मचारी संरक्षण मंच के जिलाध्यक्ष अनिल सिंह ने किया। आशा बहुओं की 9 प्रमुख मांगें... कोरोना में जान जोखिम में डाली, अब सरकार से उम्मीद है धरने में शामिल विनीत मिश्रा (कार्यवाहक अध्यक्ष), संगीता यादव, इंद्रावती चौधरी, रिंकी वर्मा, शशि प्रभागीरी, राजमती, छाया त्रिपाठी, संतोष शर्मा जैसी प्रमुख आशाओं ने कहा कि हमने महामारी के समय में घर-घर जाकर लोगों की जान बचाई। अब सरकार से सिर्फ इतना चाहते हैं कि वह हमें कर्मचारी का दर्जा देकर हमारी मेहनत का सम्मान करे। अब सिर्फ मानदेय की नहीं, इज्जत की लड़ाई है आशाओं ने दो टूक कहा कि यदि 15 दिनों के भीतर कोई ठोस कार्यवाही नहीं होती, तो वे जनपद से लखनऊ तक आंदोलन का बिगुल बजा देंगी। हम अब सिर्फ स्वास्थ्य सेवाओं की ‘आशा’ नहीं हैं... हम अपने अधिकारों की लड़ाई में फ्रंटलाइन फाइटर हैं।
छतरपुर की राजनगर तहसील के ग्राम अचनार स्थित वार्ड नंबर 13 में करीब 100 साल पुराने मुस्लिम कब्रिस्तान में जेसीबी से की गई तोड़फोड़ को लेकर मुस्लिम समाज में भारी आक्रोश है। समाज के लोगों ने गुरुवार को जिला कलेक्ट्रेट पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। समाज के लोगों ने आरोप लगाया कि हरियाणा निवासी शिवकुमार यादव ने अपने साथियों के साथ मिलकर खसरा नंबर 48/2, रकबा 0.190 में जेसीबी चलवा दी। इससे कब्रिस्तान में बनी मजारें टूट गईं और दफन पूर्वजों की कब्रें खोद दी गईं। इस पूरी घटना के वीडियो भी सामने आए हैं, जिन्हें समाज ने प्रशासन को सौंपा है। कहा- बिना वैध अधिकार कब्जा दर्ज कराया गयाइकराम हफीज ने बताया कि यह जमीन पूर्व में मध्यप्रदेश शासन में कब्रिस्तान के रूप में दर्ज थी। लेकिन बिना वैध आदेश और स्वामित्व के इसे कुंज बिहारी स्वास्थ्य और उनके परिवारजनों द्वारा राजस्व रिकॉर्ड में अपने नाम दर्ज कराया गया है। इसी विवाद को लेकर जानबूझकर धार्मिक भावनाएं आहत की गईं, ऐसा आरोप समाजजनों ने लगाया। प्रशासन को सौंपा ज्ञापन, कार्रवाई की मांगप्रभावित समाजजनों ने प्रशासन से मांग की कि धार्मिक स्थल पर अतिक्रमण और तोड़फोड़ करने वालों पर आपराधिक प्रकरण दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाए। इस पर डिप्टी कलेक्टर कमलेश सिंह ने मामले की जांच के आदेश एसडीएम को दिए हैं। इकराम हफीज ने यह भी कहा, हमने थाना, एसडीएम सब जगह शिकायत की, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। हमारे पूर्वजों की कब्रें खोदी जा रही हैं और प्रशासन चुप है।
भारतीय तैलिक साहू राठौर महासभा उत्तर प्रदेश के सदस्यों ने सलेमपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद रमाशंकर राजभर के खिलाफ जिलाधिकारी लखनऊ को ज्ञापन सौंपा है। महासभा के युवा प्रदेश अध्यक्ष रमाशंकर साहू एडवोकेट और जिला अध्यक्ष अरुण साहू के नेतृत्व में समाज के लोगों ने प्रदर्शन किया। आरोप है कि सांसद राजभर ने 27 जुलाई, 2025 को एक सोशल मीडिया पोस्ट पर कमेंट करते हुए लिखा था कि 'हिंदू धर्म में तेली का मुंह देखना पाप है'। इस टिप्पणी से तेली समाज में रोष व्याप्त है। समाज के प्रतिनिधियों का कहना है कि इस प्रकार की टिप्पणी से समाज में वर्ग संघर्ष पैदा होता है। सांसद के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह प्रदर्शन में महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष अर्चना साहू, महिला जिला अध्यक्ष ज्योति साहू, पूर्व सभासद सतीश साहू, जिला महामंत्री रामसेवक साहू समेत कई प्रमुख सदस्य शामिल थे। सभी ने सांसद के विरुद्ध उचित कार्रवाई की मांग की है। भारतीय तैलिक साहू राठौर महासभा के कार्यालय सचिव शिवसागर साहू ने जिलाधिकारी से प्रकरण की जांच कर सांसद के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया है। समाज के लोगों का कहना है कि इस प्रकार की टिप्पणी से पूरे तेली समाज की भावनाएं आहत हुई हैं।
लखनऊ में ऑटो चालक के वेश में एक और हैवान का चेहरा सामने आया है। गोरखपुर से मुंबई जाने निकले 50 साल के नवीन यादव की लूट के बाद हत्या कर दी गई। वारदात को अंजाम देने के बाद शव को फतेह अली तालाब के पास फेंक दिया गया। बुधवार रात पुलिस ने वारदात में शामिल एक आरोपी अजय यादव को बाराबंकी से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में अजय ने बताया कि उसने अपने साथी ऑटो चालक के साथ मिलकर नवीन को लूटने के बाद भारी चीज सिर पर वार कर हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी के पास से मृतक का मोबाइल, बैग और 15 हजार रुपये बरामद कर लिए हैं। चारबाग के रास्ते में हुई घटना इंस्पेक्टर नाका वीरेंद्र त्रिपाठी के मुताबिक, मृतक नवीन यादव रायगंज, गोरखपुर के रहने वाले थे और मुंबई की एक निजी कंपनी में नौकरी करते थे। 24 जुलाई को वह गोरखपुर से लखनऊ पहुंचे और आलमबाग बस अड्डे से चारबाग स्टेशन जाने के लिए ऑटो में सवार हुए। वहां से उन्हें पुष्पक एक्सप्रेस पकड़नी थी। अजय यादव ऑटो में पहले से ही सवारी के रूप में बैठा था। इसी ने अपने साथी ऑटो चालक के साथ मिलकर लूट की योजना को अंजाम दिया। दोनों ने पहले नवीन का मोबाइल, पर्स और बैग छीना, फिर हत्या कर शव को फतेह अली तालाब के पास फेंक दिया। शिनाख्त से पहले कर दिया गया अंतिम संस्कार नवीन के भाई सचिन यादव ने 27 जुलाई को लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने जब सीसीटीवी खंगाले तो नवीन को आलमबाग बस अड्डे के बाहर एक ऑटो में जाते हुए देखा गया। इसी दौरान आलमबाग पुलिस को फतेह अली तालाब के पास एक शव मिला, जिसकी पहचान नहीं हो पाई। 72 घंटे बाद जब कोई दावेदार सामने नहीं आया तो पुलिस ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया। वीडियो कॉल कर मांगी थी फिरौती सचिन यादव ने बताया कि 24 जुलाई को किसी ने उनके भाई के मोबाइल से वीडियो कॉल कर पैसे की मांग की थी। कॉल में नवीन भी दिखाई दे रहे थे, फिर कॉल काट दी गई। इसके बाद उनका मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। सचिन का कहना है कि उनका भाई जिंदा होता, तो पहचान जरूर करवाता। दुख की बात यह रही कि अज्ञात शव के रूप में उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। फिलहाल पुलिस ने अजय यादव को गिरफ्तार कर लिया है। मुख्य आरोपी ऑटो चालक की तलाश जारी है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही वह भी गिरफ्त में होगा।
मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना विधानसभा क्षेत्र में चकबंदी प्रक्रिया में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर राष्ट्रीय लोकदल (RLD) विधायक राजपाल बालियान ने कड़ा रुख अपनाया है। मंगलवार को PWD गेस्ट हाउस में आयोजित प्रेसवार्ता में विधायक ने चकबंदी विभाग के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने मोरकुक्का गांव की चकबंदी प्रक्रिया में धांधली का खुलासा किया। विधायक ने दोषी लेखपालों, कानूनगो और अधिकारियों के खिलाफ FIR दर्ज करने की चेतावनी दी। उन्होंने कहा, भ्रष्ट अफसर अब नहीं बच पाएंगे। जनता की जमीन के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं होगा। राजपाल बालियान ने चकबंदी सहायक आयुक्त (ACO) की भूमिका पर भी सवाल उठाए। उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की। विधायक ने बताया कि मोरकुक्का के ग्रामीणों ने चकबंदी में गड़बड़ी की शिकायत की थी। इसके बाद उन्होंने स्वयं मामले की पड़ताल की। जांच में लेखपालों और कानूनगो द्वारा रिश्वत लेकर चक आवंटन में हेरफेर के सबूत मिले। विधायक ने स्पष्ट किया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई समझौता नहीं होगा। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और चकबंदी विभाग के सचिव से इस मामले की शिकायत की है। राजपाल ने कहा, मैं विधानमंडल दल का नेता हूं और जनता के हितों की रक्षा मेरी प्राथमिकता है। स्थानीय लोगों ने विधायक के इस कदम का स्वागत किया है। ग्रामीणों का कहना है कि चकबंदी में भ्रष्टाचार के कारण उनकी पुश्तैनी जमीनें गलत तरीके से आवंटित हो रही थीं। विधायक ने आश्वासन दिया कि सभी शिकायतों की गहन जांच होगी। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
डिंडोरी में गुरुवार को जिला पंचायत सभाकक्ष में जिला शिक्षा समिति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जिला पंचायत उपाध्यक्ष अंजू ब्यौहार ने की। इसमें जनजातीय कार्य विभाग के सहायक आयुक्त राजेंद्र कुमार जाटव भी मौजूद रहे। बैठक में विकासखंड शिक्षा अधिकारी और बीआरसी भी उपस्थित थे। समिति की अध्यक्ष ने दो दिन के अंदर जर्जर स्कूल भवनों की जानकारी मांगी है। उन्होंने हॉस्टल अधीक्षकों के स्थानांतरण शासन के नियमानुसार करने के निर्देश दिए। अध्यक्ष ने बताया कि कई जगह से शिकायतें मिल रही हैं कि वर्षों से कई अधीक्षक एक ही जगह पदस्थ हैं। अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि हॉस्टल अधीक्षक का प्रभार गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान के शिक्षकों को न दिया जाए। उन्होंने कहा कि इन विषयों के शिक्षकों की पहले से ही कमी है। उन्होंने शासकीय स्कूलों की जमीनों को अतिक्रमण मुक्त करवाने की कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए। बैठक में जनजातीय कार्य विभाग से पिछले वर्षों में किए गए हॉस्टल और स्कूलों के मरम्मत कार्यों की वास्तविक स्थिति की जानकारी मांगी गई। युक्तियुक्तिकरण के तहत किए गए शिक्षकों के स्थानांतरण और हाई कोर्ट से स्टे लेकर आए शिक्षकों के संबंध में की जा रही कार्रवाई की जानकारी भी मांगी गई। अध्यक्ष ने स्कूल भवनों में शौचालय और पेयजल संबंधित समस्याओं को दूर करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति में बच्चों की शिक्षा प्रभावित न हो, ऐसी व्यवस्था बनाई जाए। स्कूलों में डीएड, बीएड वाले शिक्षकों को ही भर्ती करने पर जोर दिया गया। उन्होंने चेतावनी दी कि शिक्षक अपने रिश्तेदारों को भर्ती न करें, ऐसा करने पर कार्रवाई की जाएगी। जनजातीय कार्य विभाग के सहायक आयुक्त ने आश्वासन दिया कि जल्द ही इन समस्याओं का निराकरण कर दिया जाएगा।
बाराबंकी के थाना मसौली क्षेत्र में कल खेत में मृत पाई गई महिला आरक्षी विमलेश पाल हत्याकांड का पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। स्वाट, सर्विलांस व थाना मसौली की संयुक्त पुलिस टीम ने महज 24 घंटे के भीतर आरोपी पति इंद्रेश मौर्या को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से हत्या में इस्तेमाल लोहे की रॉड, मृतका का पर्स और घटना में इस्तेमाल कार बरामद की है। मृतका की बहन पूजा पाल की तहरीर पर थाना मसौली में आरोपी इंद्रेश मौर्या के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था। विमलेश वर्तमान में सुबेहा थाने में तैनात थी और लोधेश्वर महादेवा में ड्यूटी कर रही थी। एसपी अर्पित विजयवर्गीय ने बताया कि पुलिस जांच में सामने आया कि मृतका विमलेश और आरोपी इंद्रेश के बीच 2017 से प्रेम संबंध थे। विमलेश शादी का दबाव बना रही थी लेकिन इंद्रेश ने इनकार कर दिया था। इसी दौरान जबरन शादी के चलते कोतवाली नगर में विमलेश की शिकायत पर रेप और धमकी का केस दर्ज हुआ। बाद में आरोपी ने आर्य समाज मंदिर में शादी तो कर ली, लेकिन साथ रखने से इनकार करता रहा। पैसों का लेनदेन, लोन और बढ़ती तकरार ने विवाद को और गहरा कर दिया। आरोपी ने महिला से पीछा छुड़ाने के लिए उसकी हत्या की साजिश रच डाली। 27 जुलाई को आरोपी समीक्षा अधिकारी की परीक्षा के बहाने लखनऊ आया और वहीं से अपनी कार लेकर बाराबंकी के भयारा पहुंचा। उसे विमलेश की ड्यूटी का समय पता था। मौका देखकर आरोपी ने विमलेश को खेत की ओर बुलाया और बिन्दौरा पुल के पास पीछे से लोहे की रॉड से सिर पर वार कर हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपी देर रात लखनऊ होते हुए सुल्तानपुर लौट गया। खुद को निर्दोष दिखाने के लिए मृतका को बार-बार कॉल करता रहा। पुलिस ने डिजिटल और मैन्युअल इंटेलिजेंस के जरिये अभियुक्त की लोकेशन ट्रैक की और 31 जुलाई को भयारा रोड स्थित प्लाईवुड फैक्ट्री के पास से उसे दबोच लिया। उसके पास से हत्या में इस्तेमाल की गई रॉड, मृतका का पर्स और कार बरामद हुई। मसौली थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बिन्दौरा के पास बुधवार को एक महिला का शव मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया। शव की पहचान महिला आरक्षी विमलेश पाल के रूप में हुई, जो सुल्तानपुर जिले के जयसिंहपुर थाना क्षेत्र की निवासी थीं। वर्तमान में वह सुबेहा थाने में तैनात थीं और लोधेश्वर महादेवा में ड्यूटी कर रही थीं। एसपी अर्पित विजयवर्गीय ने बताया कि जांच में सामने आया है कि विमलेश और आरोपी इंद्रेश के बीच 2017 से प्रेम संबंध थे। विमलेश शादी का दबाव बना रही थी, लेकिन इंद्रेश इसके लिए तैयार नहीं था। इसी विवाद के चलते महिला आरक्षी ने कोतवाली नगर में इंद्रेश के खिलाफ रेप और धमकी देने का मुकदमा दर्ज कराया था।
शिवपुरी शहर की सिटी सेंटर कॉलोनी में गुरुवार को एक बिजली का खंभा अचानक गिर गया। हादसे के समय बिजली सप्लाई चालू थी और खंभे के साथ करंट वाले तार भी जमीन पर गिर गए। घटना के वक्त वहां कोई राहगीर मौजूद नहीं था। इससे किसी प्रकार की जान-माल की हानि नहीं हुई। कालोनी निवासी अरविंद ने बताया कि यह खंभा उनके मकान के ठीक बाहर लगा था। यह लंबे समय से क्षतिग्रस्त स्थिति में था। उन्होंने इसकी जानकारी कई बार बिजली विभाग को दी थी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। गुरुवार दोपहर खंभा पहले उनके मकान के छज्जे से टकराया। इससे छज्जा टूट गया और फिर खंभा तारों समेत नीचे गिर गया। स्थानीय निवासियों के अनुसार जिस स्थान पर खंभा गिरा, वहां पिछले दो दिनों से पानी भरा हुआ था। अगर उस समय कोई व्यक्ति वहां होता या बारिश होती तो बड़ी दुर्घटना हो सकती थी। पानी में करंट फैलने की संभावना से लोग डरे हुए थे। घटना के बाद कॉलोनीवासियों ने बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि समय रहते खंभे की मरम्मत नहीं करने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई।
प्रयागराज के सिविल लाइंस स्थित पत्थर गिरिजाघर धरना स्थल पर आयशा कार्यकर्ताओं ने स्कूल मर्जर के विरोध में धरना प्रर्दशन किया। इस दौरान उन्होंने सरकार के शिक्षा नीति पर सवाल उठाया। आयशा की राष्ट्रीय अध्यक्ष नेहा के मुताबिक सरकार की स्कूल मर्जर नीति देश के बच्चों का भविष्य चौपट करने वाली है। इस प्रर्दशन में सफाई मजदूर एकता मंच और आयशा संगठन के कार्यकर्ता शामिल थे। 27000 परिषदीय स्कूलों का मर्जर तथा उत्तर प्रदेश आउटसोर्स सेवा निगम के गठन पर भी कड़ा विरोध जताया। सफाई मजदूर एकता मंच ने भी नगर निगम के कर्मचारियों को राज्य कर्मचारी का दर्जा दिलाने के लिए विरोध प्रर्दशन किया। इसके साथ ही सरकारी स्कूल,सरकारी नौकरी की गारंटी करो और प्राइवेट स्कूल, प्राइवेट नौकरी पर रोक लगाओ के नारे के साथ विरोध किया। विरोध प्रर्दशन पर आयशा की राष्ट्रीय अध्यक्ष नेहा ने कहा विरोध का मकसद ये है कि इस वक्त उत्तर प्रदेश के तमाम अलग अलग इलाकों और दूर दराज गांवों में जो प्राइमरी स्कूल हैं उनकाे बंद किया जा रहा है। यह बोल के कि इसमें 50 से कम बच्चे हैं और ये गैर जरूरी है। इन सभी स्कूलों की जगह अब बाल वाटिका बनाई जाएगी। जिसमें बच्चे पढ़ेंगे। गांव के वो बच्चे जो प्राइवेट स्कूल में नहीं पढ़ सकते सरकार उनको शिक्षा से वंचित कर रही है।
बलरामपुर के पचपेड़वा में भारतीय किसान यूनियन (भानु गुट) के कार्यकर्ताओं ने विकासखंड परिसर में मासिक बैठक आयोजित की। बैठक में क्षेत्रीय समस्याओं पर चर्चा की गई। कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन खंड विकास अधिकारी मोहित दुबे को सौंपा। जिलाध्यक्ष बृजेश विश्वकर्मा के निर्देशन में सौंपे गए ज्ञापन में पचपेड़वा, गौरा चौराहा और जरवा को अलग-अलग ब्लॉक बनाए जाने की मांग दोहराई गई। यह मांग वर्षों से चली आ रही है। किसानों का कहना है कि इन क्षेत्रों की जनसंख्या और भौगोलिक स्थिति को देखते हुए अलग विकासखंड का दर्जा मिलना चाहिए। इससे विकास योजनाओं का लाभ सीधे ग्रामीणों तक पहुंचेगा। यूरिया खाद की भारी किल्लत किसानों ने पचपेड़वा क्षेत्र में यूरिया खाद की भारी किल्लत की ओर भी ध्यान दिलाया। उन्होंने बताया कि क्षेत्र की समितियों में खाद की आपूर्ति पर्याप्त नहीं हो रही है। इससे किसान परेशान हैं। खाद की कालाबाजारी और असमान वितरण के कारण छोटे और गरीब किसानों को समय पर खाद नहीं मिल पा रही है। इससे खेती प्रभावित हो रही है। इस दौरान सद्दाम कुरैशी, मोहम्मद आलम, मेहंदी हसन, हनुमान, रामगोपाल व फागु यादव समेत कई किसान मौजूद थे। सभी ने प्रशासन से समस्याओं का जल्द समाधान करने की मांग की। उन्होंने कहा कि समाधान न होने पर किसान आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। खंड विकास अधिकारी मोहित दुबे ने किसानों को भरोसा दिलाया कि उनकी मांगों को संबंधित विभागों तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने त्वरित समाधान के प्रयास करने का आश्वासन दिया।
बड़वानी के राजपुर नगर परिषद में 2017 में शुरू की गई जल आवर्धन योजना अब तक पूरी नहीं हो पाई है। इस योजना पर 20 करोड़ रुपए से अधिक खर्च होने के बावजूद 2025 में भी हितग्राहियों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है। राजपुर विधायक बाला बच्चन ने इस मुद्दे को विधानसभा में उठाया था। इसके जवाब में नगरीय विकास और आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने समय पर काम न करने और धीमी गति से कार्य करने के लिए निर्माण कंपनी पर 1.98 करोड़ रुपए की पेनल्टी लगाई है। मंत्री ने कंपनी को अगले डेढ़ माह यानी 15 सितंबर तक योजना का कार्य पूरा करने के निर्देश दिए हैं। कांग्रेस ने कहा- 5-6 दिन में एक बार नल में पानी आता गुरुवार को राजपुर नगर में जिला कांग्रेस अध्यक्ष नानेश चौधरी, विधायक प्रतिनिधि गणेश राठौड़ और ब्लॉक अध्यक्ष सचिन जोशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। राजपुर नगर में पेयजल वितरण की व्यवस्था खराब है। वर्तमान में वर्षा के मौसम में भी 5-6 दिन में एक बार नल में पानी आता है। वह भी कम अवधि और कम दबाव से आने के कारण लोगों की जरूरतें पूरी नहीं हो पा रही हैं। योजना का धीमी गति से काम हो रहा इस समस्या के समाधान के लिए पहले कांग्रेस परिषद के प्रयासों से नगरीय प्रशासन विभाग से जल आवर्धन योजना शुरू करवाई गई थी। लेकिन धीमी गति से काम होने के कारण योजना अब तक अधूरी है। इस मुद्दे पर पूर्व में जिला कांग्रेस के नेतृत्व में व्यापक प्रदर्शन भी किया गया था। इसके बाद अधिकारी हरकत में आए और कुछ घरों में पाइप कनेक्शन जोड़े गए और रेस्टोरेशन का काम किया गया। लेकिन बाद में काम फिर से रुक गया है।
कटनी जिले की बड़वारा पुलिस ने अवैध गांजे की तस्करी के खिलाफ कार्रवाई की है। पुलिस ने दो आरोपियों को 5 किलो 200 ग्राम गांजे और एक ऑटो-रिक्शा के साथ गिरफ्तार किया है। बड़वारा थाना क्षेत्र के जगतपुर उमरिया गांव में यह कार्रवाई की गई। पुलिस गश्त के दौरान एक संदिग्ध ऑटो से अवैध मादक पदार्थ बरामद हुआ। बड़वारा थाना प्रभारी के.के. पटेल ने बताया कि पुलिस टीम नियमित गश्त पर थी। जगतपुर उमरिया गल्ला मंडी के पास एक ऑटो वाहन क्रमांक MP 54 R 0795 खड़ा दिखाई दिया। पुलिस को वाहन पर संदेह हुआ। जब वाहन की तलाशी ली गई तो उसमें रखी एक बोरी से 5 किलो 200 ग्राम अवैध गांजा बरामद हुआ। पुलिस ने गांजे को जब्त कर लिया। मौके से दो युवकों को हिरासत में लिया गया। आशिक कोल (19 वर्ष) और राजाराम पटेल (29 वर्ष) दोनों ग्राम दडोंरी, थाना बरही के निवासी हैं। पूछताछ के दौरान, दोनों आरोपियों ने अपने कब्जे में अवैध गांजा रखना और उसे बेचने की बात स्वीकार की। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। आरोपियों को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया है।
शिवपुरी जिले के कोलारस थाना क्षेत्र के वेंहटा गांव में चोरी की घटनाएं लगातार हो रही हैं। बुधवार रात चोरों ने गांव के अरुण सिंह जाट के घर को निशाना बनाया। चोर 35 हजार रुपए की नकदी लेकर फरार हो गए। पीड़ित अरुण सिंह ने बताया कि वह परिवार के साथ एक कमरे में सो रहे थे। घर का दूसरा कमरा बंद था और उसमें ताला लगा था। रात में चोरों ने ताला तोड़कर कमरे में प्रवेश किया। उन्होंने बक्से में रखे 35 हजार रुपए चुरा लिए। इस दौरान किसी आहट से परिवार के सदस्य जाग गए। इससे चोर मौके से भाग निकले। वेंहटा गांव में पिछले 15 दिनों में यह तीसरी चोरी की वारदात है। इससे पहले चोर अरुण के चाचा देवेंद्र पटेल और गांव के ही सुनील रजक के घर भी चोरी कर चुके हैं। लगातार हो रही चोरियों से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी यूनिवर्सिटी, सीकर में नए कोर्सेज की फीस बढ़ोतरी को लेकर एसएफआई ने विरोध-प्रदर्शन किया। छात्रों ने बीबीए, बीएजेेएमसी, डिप्लोमा इन डिजाइन, एमएससी फोरेंसिक साइंस, पीजी एआई, और पीजी डिप्लोमा इन डिजिटल फोरेंसिक जैसे कोर्सेज की फीस में बढ़ोतरी के विरोध में जमकर नारेबाजी की। छात्र नेता देवराज हुड्डा ने कहा- यूनिवर्सिटी प्रशासन ने नए कोर्सेज की फीस जमा कराने के लिए बैंक से डिमांड ड्राफ्ट (डीडी) बनवाने का प्रावधान किया है, जिसे बंद किया जाए। क्योंकि इससे स्टूडेंट्स को बैंक के चक्कर काटने पड़ते हैं और परेशान होना पड़ता है। हुड्डा ने कहा- फीस जमा करने की प्रक्रिया ऑनलाइन मोड में होनी चाहिए, ताकि छात्रों को अनावश्यक परेशानी न हो। हुड्डा ने कहा- यूनिवर्सिटी प्रशासन को यह तक नहीं पता कि बीबीए, बीसीए, और एमजेेएमसी जैसे कोर्स यूजी हैं या पीजी। नए कोर्सेज की फीस यूजी कोर्सेज से ज्यादा रखी गई है, जबकि पीजी कोर्सेज की फीस तुलनात्मक रूप से कम है। यह प्रशासन की लापरवाही और अव्यवस्था को दर्शाता है। फीस बढ़ोतरी गरीब और मध्यम वर्ग के स्टूडेंट्स के लिए शिक्षा को और मुश्किल बनाने वाला कदम है। प्रदर्शन में आशीष सिहाग, अभिषेक गढ़वाल, कुलदीप गुढ़ा, उत्तम मील, सुजल सैन, राहुल मेघवाल, सुरेश गोदारा सहित कई छात्र नेता और कार्यकर्ता शामिल रहे। एसएफआई ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर फीस बढ़ोतरी वापस नहीं ली गई और ऑनलाइन फीस जमा करने की सुविधा शुरू नहीं की गई, यूनिवर्सिटी में उग्र आंदोलन किया जाएगा। छात्रों ने कहा कि यह लड़ाई सिर्फ फीस की नहीं, बल्कि शिक्षा के अधिकार की है। गौरतलब है कि शेखावाटी विश्वविद्यालय में फीस बढ़ोतरी का मुद्दा नया नहीं है। पिछले साल भी एसएफआई ने स्नातक और स्नातकोत्तर कोर्सेज की सेमेस्टर फीस में वृद्धि के खिलाफ लंबा आंदोलन चलाया था, जिसके बाद जनवरी 2025 में यूनिवर्सिटी प्रशासन को फीस कम करने का आदेश जारी करना पड़ा था। इस बार नए कोर्सेज की फीस वृद्धि और डीडी के जरिए भुगतान की अनिवार्यता ने छात्रों के गुस्से को और भड़का दिया है।
बदायूं में प्रेम प्रसंग में युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। उसका शव तालाब के पास झाड़ियों में मिला था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पीटने से हत्या की पुष्टि हुई थी। पुलिस ने आरोपी प्रेमिका और उसके माता-पिता को गिरफ्तार करके घटना का खुलासा किया है। पूरा मामला दातागंज इलाके के नूरपुर गांव का है। 25 जुलाई को विजय का शव गांव के तालाब के पास झाड़ियों में मिला था। जांच में सामने आया कि विजय का गांव की एक 17 वर्षीय नाबालिग लड़की से प्रेम संबंध था। लड़की ने घटना से चार-पांच दिन पहले अपने माता-पिता को बताया था कि विजय उसे तंग करने लगा है और अकेले में मिलने बुलाता है। उसने यह भी बताया कि विजय धमकी देता था कि अगर वह उससे नहीं मिलेगी तो भविष्य में उसकी शादी नहीं होने देगा। इसके बाद नाबालिग लड़की ने सुनियोजित तरीके से विजय को अपने घर बुलाया। जैसे ही विजय घर पहुंचा, लड़की और उसके माता-पिता ने मिलकर उसे लाठी-डंडों से जमकर पीटा। हमले में विजय की मौत हो गई। इसके बाद आरोपियों ने शव को गांव के तालाब के पास झाड़ियों में छिपा दिया। भाई ने 3 लोगों पर कराया था केसविजय के भाई सुनील ने 28 जुलाई को गांव के ही तीन लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने जांच के बाद नाबालिग लड़की और उसके माता-पिता को गिरफ्तार कर लिया है। एसपी देहात केके सरोज के अनुसार, वारदात में इस्तेमाल किए गए लाठी-डंडे भी आरोपियों की निशानदेही पर बरामद कर लिए गए हैं। माता-पिता ने बनाई पीटने की प्लानिंगलड़की के माता-पिता ने विजय को पीटने की प्लानिंग बनाई। 24 जुलाई को सुनयोजित ढंग से लड़की को खेत से अकेले घर भेजा और रास्ते में विजय मिला तो लड़की ने उसे रात में 10 से 11 बजे के बीच घर बुलाया। यह भी कहा कि उस वक्त माता-पिता खेत पर होंगे। विजय रात में दीवार के सहारे प्रेमिका की छत पर जा पहुंचा, यहां प्रेमिका समेत पीछे से आए उसके माता-पिता ने विजय को लाठी-डंडे से जमकर पीटा। इस दौरान वह छत से गिर पड़ा। नीचे पहुंचकर उसे फिर से लाठी से पीटा। सिर और पेट पर कई प्रहार किए। चोट ज्यादा लगने के कारण उसकी मौत हो गई। तालाब किनारे फेंकी लाशतीनों ने मिलकर विजय की लाश तालाब के पास झाड़ियों में छिपा दी। इस दौरान युवक की शर्ट, चप्पल समेत एक कीपैड वाला मोबाइल भी छूट गया, जिसे आरोपियों ने अपने घर में छिपा लिया। पूछताछ के बाद पुलिस को यह सामान आरोपियों ने बरामद करा दिया। लड़की के पिता ने बताया कि उसके पांच बेटियां हैं। इनमें दो की शादी हो चुकी है, जबकि तीन अविवाहित हैं। इनमें दो की उम्र पांच और दो साल है। दो बेटे भी हैं, जिनकी उम्र 10 और 4 साल है।
हनुमानगढ़ के डॉ. बीआर अम्बेडकर सामाजिक संस्थान ने ग्राम पंचायत जंडावाली स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल के जर्जर भवन को जमींदोज कर दोबारा निर्माण करवाने की मांग की है। इस संबंध में संस्थान सदस्यों ने गुरुवार को मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। संस्थान सदस्यों ने कहा कि हाल ही में झालावाड़ जिले के एक स्कूल की छत गिरने से सरकार की ओर से शिक्षा क्षेत्र में किए गए झूठे दावों की पोल खोल कर रख दी है। सरकार की ओर से बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ के लगाए जाने वाले नारों को झूठा साबित कर दिया है। राजस्थान में अब तक सरकार अच्छी शिक्षा नीति लागू करने और उच्च कोटि के स्कूल भवनों के निर्माण करने में नाकामयाब साबित हुई है। उन्होंने कहा कि गांव जंडावाली के राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल के भवन के हालात भी खराब हैं। स्कूल भवन की इमारत जर्जर हो चुकी है। स्कूल में बने कक्षा-कक्षों के अंदर बैठकर पढ़ने वाले करीब 300 बच्चे खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। मौजूदा समय में कमरों में बदबू आती है। इससे बच्चों का दम घुटता है। स्कूल के शौचालयों की हालत इतनी दयनीय है कि उनका इस्तेमाल करने से भी बच्चे कतराते हैं। ऐसी ही स्थिति पूरे राज्य के सभी सरकारी स्कूलों की है। अगर समय रहते इन बातों की ओर सरकार की ओर से ध्यान नहीं दिया गया तो सरकारी स्कूलों में अभिभावक अपने बच्चों को भेजने से परहेज करने लगेंगे। तब सरकार की शिक्षा नीति पर सवाल खड़े होंगे। संस्थान सदस्यों ने बताया कि गांव जंडावाली के इस स्कूल में आंगनबाड़ी केन्द्र भी चल रहा है। इसमें छोटे-छोटे बच्चे आते हैं। जिस कमरे में आंगनबाड़ी केन्द्र चल रहा है उसकी भी दयनीय हालत है। उसकी छत भी कभी भी गिर सकती है। संस्थान सदस्यों ने ज्ञापन के माध्यम से मुख्यमंत्री से मांग की कि ग्राम पंचायत जंडावाली स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल की जर्जर हुई इमारत को जमींदोज कर नए कक्षा-कक्षों का निर्माण करवाने के लिए आवश्यक कार्रवाई जल्द से जल्द की जाए। राज्य के ऐसे सभी स्कूल जिनकी हालत चिंताजनक है, इमारतें जर्जर हो चुकी हैं। उनका विशेष सर्वे करवाकर जल्द ही विशेष फंड जारी किया जाए, ताकि शिक्षा के इन मंदिरों की स्थिति को सुधारा जा सके। अन्यथा संस्थान सदस्य आंदोलन करने को मजबूर होंगे। इस मौके पर छात्र नेता महेंद्र शर्मा, मोहित कुमार, संस्थान अध्यक्ष भूराराम, आनंदराम, राकेश, सोनू, मनोज कुमार, रवि कुमार, वकील कुमार, विशाल मौजूद रहे।
जौनपुर के जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चन्द्र ने पुलिस अधीक्षक डॉ. कौस्तुभ और एडीजे प्रथम के साथ गुरुवार को जिला कारागार का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने बैरकों की सघन तलाशी ली। इस तलाशी में कोई आपत्तिजनक वस्तु नहीं मिली। जेल अस्पताल में बंदियों के लिए एक स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया। चिकित्सक के.के. पांडेय के नेतृत्व में आयोजित इस शिविर में लगभग 123 बंदियों की जांच की गई। इनमें सुगर, बीपी, टीबी सहित अन्य बीमारियों से संबंधित परीक्षण शामिल थे। जिलाधिकारी ने चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए कि बंदियों के स्वास्थ्य की नियमित रूप से जांच की जाए। अधिकारियों ने बंदियों से संवाद भी किया। इस दौरान उन्होंने बंदियों से भोजन, स्वास्थ्य सहित अन्य विषयों पर जानकारी प्राप्त की। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी ध्रुव खाड़िया, जेल अधीक्षक, जेलर सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।
कॉलेज की जर्जर बिल्डिंग दुरुस्त कराने की मांग को लेकर राजकीय महाविद्यालय कोटा के छात्र-छात्राओं ने अनोखे तरीके से प्रदर्शन किया। कॉलेज के छात्र छात्राएं हेलमेट पहनकर व छाता लेकर कॉलेज पहुंचे। छात्र नेता हेमंत मीणा की अगुवाई में सहायक निदेशक आयुक्तालय कॉलेज शिक्षा को सीएम व उच्च शिक्षा मंत्री के नाम ज्ञापन दिया। छात्रों ने पीडब्लूडी के अलावा सरकारी स्तर पर उच्च अधिकारियों की कमेटी बनाकर कॉलेज की बिल्डिंग की जांच करवाने की मांग की। जांच नहीं होने तक कॉलेज में छुट्टी रखने की मांग की।छात्र नेता हेमंत मीणा ने बताया कि कॉलेज की बिल्डिंग 100 साल पुरानी है। वर्तमान में कई जगहों से जर्जर हो चुकी है। झालावाड़ के स्कूल में हुई घटना के बाद राजकीय महाविद्यालय कोटा में पढ़ाने वाले शिक्षक व पढ़ने वाले विद्यार्थियों में डर बना हुआ है। कक्षा कक्ष ,प्रयोगशाला ,स्टाफ रूम से प्लास्टर गिरता है। पानी की बरसात होती है। कई छतों के तो आरसीसी के जंग लगे सरिए से सीमेंट के टुकड़े गिरने लगते है। इसलिए आज हेलमेट पहनकर कॉलेज आए है।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ने जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में प्रदर्शन कर डीआईओएस को मांगपत्र सौंपा। शिक्षकों ने एनपीएस, वेतन भुगतान और बकाया परीक्षा पारिश्रमिक सहित कई मांगें रखीं। शिक्षकों ने नई पेंशन योजना में आ रही समस्याओं का विरोध करते हुए पुरानी पेंशन बहाली की मांग की। माध्यमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि मार्च 2021 से चयनित शिक्षकों के प्रान खाते नहीं खुल पाए हैं। इससे उनकी एनपीएस कटौती रुकी हुई है और भविष्य की बचत प्रभावित हो रही है। जिन शिक्षकों के खाते बन चुके हैं, उनकी कटौती न होने से एनपीएस पोर्टल पर भुगतान लंबित दिख रहा है। वर्ष 2021 में चयनित शिक्षकों का अभी तक वेतन जारी नहीं हो पाया है। इससे वे आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं। ज्ञापन में वर्ष 2014 के बाद नियुक्त शिक्षकों के लंबित वेतन का शीघ्र भुगतान कराने की मांग की गई। साथ ही बोर्ड परीक्षा 2025 में लगे शिक्षकों को पारिश्रमिक ऑनलाइन भुगतान के माध्यम से समय पर देने की मांग की गई। इसके अलावा मृतक आश्रित/स्थानांतरित शिक्षकों की एनपीएस कटौती तत्काल बंद करने, सभी शिक्षकों की वेतन स्लिप जारी करने और शिक्षकों को जीपीएफ खाता खोलने की अनुमति देने की मांग भी की गई। संघ ने परीक्षा केंद्र निर्धारण में उचित पारदर्शिता बरतने और स्थानीय स्तर पर समन्वय स्थापित करने का सुझाव दिया। इससे शिक्षकों को अनावश्यक परेशानी नहीं होगी। ज्ञापन देने वालों में अध्यक्ष आलोक कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष महेन्द्र कुमार वर्मा, जिला मंत्री वीरभानु सिंह यादव, मंडल अध्यक्ष विधान चंद्र द्विवेदी सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।
सिरसा में दो पक्षों में चली गोली, दो को लगी:पंचायती जमीन पर चल रहा था विवाद, सूचना पर पुलिस पहुंची
सिरसा में आज वीरवार को दो पक्षों में गाेली चल गई। इस झगड़े में दो लोगों को गोलियां लगी है। ऐसे में घायलों को सिविल अस्पताल सिरसा में पहुंचाया गया है। इसकी सूचना पुलिस को दे दी गई है। अभी पुलिस मामले की जांच में जुटी है। सूचना पर घरवाले भी अस्पताल में पहुंचे हुए हैं। जानकारी के अनुसार, ऐलनाबाद हलके के गांव मौजूखेड़ा में दाे पक्षों में जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। दोनों ही जमीन के पट्टेदार थे। वीरवार को उनका आपस में विवाद बढ़ गया और गोली तक चल गई। ऐसे में दोनों पक्षों को झगड़े में चोटें आई है।
कोरबा जिले के बनवार गांव में एक अधूरे कुएं ने एक ही परिवार के तीन लोगों की जान ले ली। परिवार का आरोप है कि कुएं के निर्माण के लिए स्वीकृत राशि दिलवाने के लिए रोजगार सहायक को खेत गिरवी रखकर 10,000 रुपए की रिश्वत दी गई थी। रिश्वत देने के बावजूद उन्हें स्वीकृत राशि नहीं मिली और कुएं के निर्माण का काम पूरा नहीं हो पाया। इसी अधूरे कुएं से मलबा हटाने के दौरान तीनों लोग नीचे गिर गए। कई घंटे चले रेस्क्यू के बाद तीनों के शव बाहर निकाले गए। मृतक के बड़े बेटे जीवन राम श्रीवास ने बताया कि कुएं के निर्माण के लिए स्वीकृत राशि दिलवाने के लिए उनके पिता ने रोजगार सहायक शिवकुमार को अपना खेत गिरवी रखकर 10,000 रुपए की रिश्वत दी थी। रिश्वत देने के बावजूद उन्हें स्वीकृत राशि नहीं मिली। इसके कारण कुएं का निर्माण कार्य अधूरा रह गया। इसी अधूरे कुएं से मलबा निकालने के प्रयास में यह हादसा हो गया। परिवार खेती-किसानी से ही अपना गुजारा करता था और अब घर के मुख्य सदस्य के न रहने से परिवार परेशान है। जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई होगी मौके पर मौजूद एसडीएम टीएस भारद्वाज ने कहा कि फिलहाल उनका पूरा ध्यान मलबे में दबे लोगों को बाहर निकालने पर था। उन्होंने आश्वासन दिया कि सामने आ रही शिकायतों की जांच कराई जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मामले की कलेक्टर से की गई है शिकायत पाली तानाखार के पूर्व विधायक मोहित राम केरकेट्टा ने कहा कि यह मामला हाई प्रोफाइल हो गया है और इसकी जानकारी राहुल गांधी तक पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि अगर इस मामले में गड़बड़ी हुई है और रिश्वत ली गई है तो कलेक्टर को पत्र लिखकर कार्रवाई की जाएगी। पीड़ित परिवार ने की कार्रवाई की मांग इधर, गांव वाले और पीड़ित परिवार प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
खिलचीपुर में घर के पोर्च से दो बाइक चोरी:तेज बारिश के कारण CCTV में स्पष्ट तस्वीर कैद नहीं हो सकी
राजगढ़ जिले के खिलचीपुर नगर में बुधवार देर रात जनपद कार्यालय के पास रहने वाले डॉ. विशाल सोनी के घर का चोरों ने ताला तोड़ दिया। इसके बाद बदमाश पोर्च में खड़ी दो बाइक ले गए। घटना के बाद पड़ोसी के CCTV कैमरे में वारदात तो कैद हुई, लेकिन रात में बारिश होने से तस्वीरें स्पष्ट नहीं आ पाई। इस वजह से चोरों की पहचान मुश्किल हो रही है। डॉ. सोनी ने बताया कि उन्होंने रात में बाइक घर के बाहर खड़ी कर गेट बंद किया था। सुबह उठने पर दोनों बाइक गायब मिलीं। फुटेज देखने पर पता चला कि करीब 3:30 बजे दो युवक एक बाइक को पैदल दौड़ाते और दूसरा पीछे चलता दिख रहा है। गुरुवार सुबह पीड़ित डॉक्टर ने थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। पुलिस अब CCTV फुटेज और अन्य सुरागों के आधार पर चोरों की तलाश कर रही है।
संभल में ₹10 के चार रसगुल्ले खरीदने को लेकर ग्राहक और दुकानदार के बीच विवाद हो गया। मामला इतना बढ़ गया कि दोनों के बीच मारपीट शुरू हो गई। दुकानदार ने ग्राहक पर रिफाइंड तेल की गरम कढ़ाई पलटने का आरोप लगाया। वहीं ग्राहक ने दुकानदार पर चम्मच से हमला कर सिर फोड़ने का आरोप लगाया। यह घटना जनपद संभल के थाना हयातनगर क्षेत्र के गांव सीतापुरी की है। देर रात दिनेश नामक ग्राहक प्रवीण की हलवाई की दुकान पर रसगुल्ले खरीदने गया था। इसी दौरान दोनों के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। दुकानदार निखिल के अनुसार, दिनेश ने 10 रुपये में 4 रसगुल्ले मांगे। जब उसने मना किया तो विवाद शुरू हो गया। निखिल का आरोप है कि दिनेश नशे में था और अपने तीन अन्य साथियों के साथ आया था। उन्होंने प्रवीण पर रिफाइंड की गरम कढ़ाई पलट दी। वहीं दिनेश का कहना है कि वह दुकानदार के पिता से बात कर रहा था, तभी दुकानदार ने उसके सिर पर कोई चीज मार दी। उसका आरोप है कि बाद में दुकानदार ने खुद अपनी टांगों पर गरम तेल छिड़क लिया और उस पर कढ़ाई उलटने का झूठा आरोप लगाया। झगड़े के बाद दोनों पक्ष थाना पुलिस के पास पहुंचे। दोनों ही पक्षों के लोग घायल थे, जिन्हें पुलिस ने मेडिकल परीक्षण के लिए जिला संयुक्त चिकित्सालय भेज दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। थानाध्यक्ष संजीव कुमार ने बताया कि दोनों पक्षों की शिकायत मिली है जांच करते हुए अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।
प्रयागराज में प्रेम प्रसंग का एक मामला खौफनाक अंजाम तक पहुंच गया जब एक युवक ने प्रेमिका के पिता की पीट-पीटकर हत्या कर दी। यह दर्दनाक घटना थाना हंडिया क्षेत्र के हिंदूपुर नहर के पास 28 जुलाई को सामने आई थी, जहां घायल अवस्था में एक अधेड़ व्यक्ति मिला, जिसकी पहचान एलआईसी एजेंट अब्दुल कलाम आजाद के रूप में हुई। बाद में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। जांच में सामने आया कि अब्दुल कलाम की बेटी का प्रेम संबंध एक हिन्दू युवक अभिषेक सिंह से चल रहा था, लेकिन लड़की के पिता को यह रिश्ता मंजूर नहीं था। उन्होंने बेटी पर पाबंदियां लगाना शुरू कर दिया था। इससे नाराज़ अभिषेक ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर बदला लेने की योजना बनाई और अंततः उसकी हत्या कर दी गई। डीसीपी गंगानगर कुलदीप सिंह गुणावत ने बताया कि जांच के दौरान पुलिस को एक सीसीटीवी फुटेज मिला जिसमें तीन युवक एक मोटरसाइकिल पर घटना स्थल के पास जाते हुए दिखाई दिए। फुटेज के आधार पर पहचान की गई और हंडिया पुलिस ने आरोपी अभिषेक सिंह, आदित्य सिंह और एक बाल अपचारी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में सामने आया कि अभिषेक ने अपने दोस्त शिवा सिंह को ₹5000 दिए और कुछ अन्य लड़कों को साथ लेकर अब्दुल कलाम की रेकी की। इसके बाद सुनसान स्थान पर घेर कर बेसबॉल बैट से बुरी तरह पिटाई की गई, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए और अस्पताल में दम तोड़ दिया। पुलिस ने दो आरोपियों को जेल भेज दिया है, जबकि नाबालिग को बाल सुधार गृह में भेजा गया है। इस मामले में बाकी फरार आरोपियों की भी पहचान कर ली गई है और उनकी गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं। पुलिस ने इसे ‘ऑनर क्राइम’ से जोड़ते हुए गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है और जल्द ही सभी अभियुक्तों को सलाखों के पीछे भेजने का दावा किया है।
सीधी जिले के रामपुर नैकिन थाना क्षेत्र के घटोखर गांव में एक ऑटो अनियंत्रित होकर नहर में जा गिरा। हादसे में एक युवक की मौत हो गई। घटना गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे की है। दरअसल, दीपक तिवारी (30) ऑटो से सफर कर रहा था। इसी दौरान उसका वाहन अनियंत्रित होकर नहर में जा गिरा। रीवा जिले के गुढ़ से युवक अपनी बहन को रक्षाबंधन के मौके पर ले जाने आया था। बाणसागर नहर में पलटी ऑटो ऑटो सीधे बाणसागर नहर में पलट गई। पानी अधिक होने के कारण युवक डूब गया। प्रत्यक्षदर्शी राम सुमिरन द्विवेदी ने बताया कि नहर पार कर ही बाहर से आने-जाने का रास्ता है। बारिश के चलते रास्ता बेहद खराब हो गया था। यही वजह रही कि ऑटो का संतुलन बिगड़ा। वह सीधे पानी से भरी नहर में जा गिरी। 4 घंटे के रेस्क्यू के बाद निकला गया शव दीपक को सिर में गहरी चोट भी आई। इससे वह बेहोश हो गया और बाहर निकल नहीं सका। सूचना मिलते ही रामपुर नैकिन थाना प्रभारी सुधांशु तिवारी ने अपनी टीम मौके पर भेजी। रेस्क्यू के लिए बाणसागर नहर विभाग से संपर्क कर पानी की निकासी बंद करवाई गई। पानी का स्तर घटने के बाद शाम करीब 4 बजे शव और ऑटो को बाहर निकाला गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए रामपुर नैकिन अस्पताल भेजा है। मामले की जांच की जा रही है।
उन्नाव की नवीन मंडी समिति एक बार फिर अवैध वसूली के आरोपों के चलते विवादों में घिर गई है। मंडी परिसर में छोटे व्यापारियों, किसानों और माल लाने वाली गाड़ियों से जबरन पैसे वसूले जाने का मामला सामने आया है। मंडी परिसर में बैठे कुछ कर्मचारी और होमगार्ड की मिलीभगत से यह अवैध वसूली लंबे समय से चलाई जा रही थी। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब अवैध वसूली के कई वीडियो वायरल हुए। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि मंडी के मुख्य गेट पर बैठे कर्मचारी छोटी गाड़ियों से कम रुपये और बड़ी गाड़ियों से ज़्यादा की वसूली कर रहे हैं। पीड़ित रिक्शा चालक नीरज ने बताया, हर बार गेट से अंदर घुसने पर 10 रुपये देने पड़ते हैं। चाहे माल हो या न हो। नहीं देने पर रोक दिया जाता है या झगड़ा किया जाता है। महिला व्यापारी मंजू ने कहा, हम गरीब लोग हैं, छोटे स्तर पर सब्जी बेचते हैं। फिर भी हमसे हर बार पैसे वसूल लिए जाते हैं। कई बार विरोध किया लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती। नगर मजिस्ट्रेट राजीव राज ने इस संबंध में कहा, मामला संज्ञान में आया है। मंडी समिति सचिव से बात कर पूरे प्रकरण की जांच करवाई जाएगी। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, चाहे वे कर्मचारी हों या होमगार्ड। स्थानीय व्यापारी संगठन ने भी इस मामले में आवाज उठाई है। उन्होंने मंडी प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। व्यापारियों का कहना है कि मंडी को किसानों और छोटे व्यापारियों की सुविधा के लिए बनाया गया था। लेकिन अब यह शोषण का केंद्र बन गया है। नगर प्रशासन ने मंडी समिति सचिव को निर्देशित किया है कि वे मंडी परिसर में वसूली की सभी गतिविधियों की जांच करें।
सोनीपत सिविल हॉस्पिटल में नशे में धुत एम्बुलेंस ड्राइवर का हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला। शराब के नशे में वह अस्पताल परिसर में बड़बड़ाता, इधर-उधर घूमता और कई लोगों से बहस करता नजर आया। उसकी हरकतों से मरीजों और उनके परिजनों ने खुद को असुरक्षित महसूस किया, जिससे अस्पताल में डर और अव्यवस्था का माहौल बन गया।नशे में धुत ड्राइवर ने मचाया हंगामा हरियाणा कौशल रोजगार निगम के तहत तैनात ड्राइवर संजय दुहन गुरुवार को जब 15 दिन की छुट्टी के बाद ड्यूटी पर लौटा, तो वह शराब के नशे में धुत था। अस्पताल पहुंचते ही वह कंट्रोल रूम में ऊलजलूल हरकतें करने लगा और अस्पताल परिसर में इधर-उधर घूमते हुए शोरगुल करने लगा। उसकी हालत देख अन्य कर्मचारी हैरान रह गए। मरीजों और तीमारदारों में फैली दहशत नशे की हालत में ड्राइवर लड़खड़ाता नजर आया। वह ठीक से खड़ा भी नहीं हो पा रहा था और अस्पताल के अलग-अलग हिस्सों में नशे की हालत में घूमता रहा। उसकी ऊंची आवाज में चिल्लाहट और बड़बड़ाहट ने अस्पताल में मौजूद मरीजों और उनके तीमारदारों में भय का माहौल पैदा कर दिया। स्टाफ ने रोकने की कोशिश की जब एम्बुलेंस स्टाफ और अन्य कर्मचारियों ने ड्राइवर को शांत करने की कोशिश की, तो वह बहस करने लगा और उनसे उलझ गया। उसकी हरकतें इतनी बिगड़ चुकी थीं कि किसी भी क्षण बड़ा हादसा हो सकता था, खासकर अगर उसे आपात स्थिति में किसी मरीज को ले जाना पड़ता। पहले भी नशे में देखा गया था ड्राइवर यह पहला मामला नहीं है जब ड्राइवर संजय दुहन को शराब के नशे में देखा गया हो। इससे पहले भी उसे छुट्टी के दौरान अस्पताल परिसर में नशे की हालत में घूमते हुए देखा गया था। उस समय वह ड्यूटी पर नहीं था, इसलिए उसे केवल मौखिक चेतावनी देकर छोड़ दिया गया था। प्रशासन ने की तत्काल कार्रवाई, भेजी गई रिपोर्ट घटना की जानकारी मिलते ही सिविल हॉस्पिटल प्रशासन हरकत में आया। ड्राइवर को ड्यूटी से तुरंत हटाकर उसकी स्थिति की रिपोर्ट तैयार की गई और उच्च अधिकारियों को भेज दी गई। प्रशासन का कहना है कि मामले में हरियाणा कौशल रोजगार निगम के नियमों के तहत अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्च स्तर पर जांच शुरू हो चुकी है। अस्पताल प्रशासन ने साफ किया है कि मरीजों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा और दोषी पर सख्त कार्रवाई होगी। एम्बुलेंस इंचार्ज ने दी जानकारी इस मामले पर एम्बुलेंस इंचार्ज डॉ. मंजीत राठी ने बताया कि कर्मचारियों द्वारा सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचकर ड्राइवर की प्रतिक्रिया ली गई और तत्काल उच्च अधिकारियों को इसकी जानकारी भेज दी गई। अब पूरे मामले की जांच की जा रही है और जल्द ही आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
उन्नाव के चर्चित पत्रकार शुभममणि त्रिपाठी हत्याकांड में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। इस मामले में पिछले पांच वर्षों से फरार चल रहे इनामी अभियुक्त कौशल किशोर उर्फ अपराधी बाबा को एसटीएफ लखनऊ यूनिट की टीम ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। कौशल किशोर पर उन्नाव पुलिस ने ₹50,000 का इनाम घोषित किया था। यह गिरफ्तारी इसलिए भी अहम मानी जा रही है क्योंकि इस हत्याकांड के मुख्य आरोपियों में से कन्हैया अवस्थी और अब्दुल बारी की पहले ही मृत्यु हो चुकी है। शेष अभियुक्तों में से अधिकांश को अदालत से जमानत मिल चुकी है। हाल ही में दिव्या अवस्थी और राघवेन्द्र अवस्थी को उच्च न्यायालय लखनऊ से नियमित जमानत मिली है। 2020 में हुई थी पत्रकार की हत्या यह मामला 19 जून 2020 का है, जब शुक्लागंज के ब्रह्मनगर निवासी पत्रकार शुभममणि त्रिपाठी की सहजनी चौराहे पर दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस जघन्य घटना के बाद प्रदेशभर के पत्रकारों और आमजन में गहरा आक्रोश फैल गया था। दर्ज हुए थे गंभीर धाराओं में मुकदमे मामले में दिव्या अवस्थी, उनके पति कन्हैया अवस्थी, देवर राघवेन्द्र अवस्थी समेत एक दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। जांच के दौरान रंजिश और पारिवारिक विवाद को हत्या की प्रमुख वजह माना गया। दो आरोपी अब तक हो चुके हैं मृत मुख्य आरोपी कन्हैया अवस्थी की 6 दिसंबर 2023 को KGMU, लखनऊ में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। कोर्ट ने पत्नी दिव्या को अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पैरोल दी थी। बाद में उन्हें अंतरिम और फिर नियमित जमानत मिल गई।इसी तरह आरोपी अब्दुल बारी की भी 12 जनवरी 2024 को इलाज के दौरान मौत हो गई थी। अधिकांश आरोपी जमानत पर रिहा इस हत्याकांड में कुल 14 नामजद आरोपी हैं। इनमें से अधिकांश को पहले ही जमानत मिल चुकी है, जिनमें संतोष बाजपेई, कपिल कटारिया, स्वरूप चंद्र शर्मा, टीपू सुल्तान, अफसर अहमद, शानू गांधी, रिजवाना काना, सुफियान, विकास दीक्षित, मोनू खान और शहनवाज शामिल हैं। एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किए गए कौशल किशोर को उन्नाव लाकर गंगाघाट कोतवाली पुलिस को सौंप दिया गया है। उससे पूछताछ जारी है और जल्द ही उसे कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेने की तैयारी की जा रही है। पुलिस अब इस केस से जुड़े तकनीकी और साजिश संबंधी पहलुओं की गहराई से जांच कर रही है ताकि सभी दोषियों को न्यायिक प्रक्रिया के दायरे में लाया जा सके।
मेरठ के सिविल लाइन थाना पुलिस ने एसपी सिटी की पेशी में तैनात कांस्टेबल अजीत को गिरफ्तार कर बृहस्पतिवार को जेल भेज दिया। कांस्टेबल पर भाजपा युवा संघ का एक्स पर फर्जी एकाउंट बनाकर पोस्ट करने का आरोप है। पुलिस के अनुसार, अजीत लंबे समय से एसपी सिटी की पेशी में अनधिकृत रूप से तैनात था। वह अवैध काम करने वालों से वसूली भी कर रहा था। आरोपी कांस्टेबल ने लाइन हाजिर होने के बाद अपने एक साथी के साथ एक्स पर फर्जी एकाउंट बनाया। उसने कप्तान के स्टेनो के खिलाफ टिप्पणी की थी। इसके बाद से वह गैर हाजिर चल रहा था। एसएसपी विपिन ताडा ने 30 जनवरी को अजीत सिंह को लाइन हाजिर करने के बाद उसकी जांच के आदेश दिए थे। कांस्टेबल ने सेटिंग से अपनी रवानी कराई और एसपी सिटी ऑफिस पहुंच गया। एसएसपी को मामले की जानकारी मिली। उन्होंने एसपी ट्रैफिक राघवेंद्र मिश्र से मामले की जांच कराई। जांच में सिपाही दोषी पाया गया। एसपी ट्रैफिक की जांच में पता चला कि अजीत का दो साल पहले देहात की पेशी में ट्रांसफर हो चुका था। तभी से वह गैर हाजिर चल रहा था। उसने अपनी रवानगी नहीं कराई। ट्रांसफर होने के बाद भी अजीत एसपी सिटी की पेशी में तैनात रहा। अधिकारियों ने अजीत के बैंक खातों की जांच के आदेश दिए। जांच में पता चला कि कांस्टेबल अजीत अवैध काम करने वाले लोगों से अपने बैंक खातों में रुपया ले रहा था। मामले की जानकारी मिलते ही अधिकारियों ने रिपोर्ट को शासन को भेज दिया। अधिकारियों को यह भी जानकारी मिली कि कांस्टेबल अजीत ने भाजपा युवक संघ का एक्स पर फर्जी अकाउंट बनाकर गलत पोस्ट अपलोड की थी। शिकायत मिलने के बाद अधिकारियों के आदेश पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और बृहस्पतिवार को जेल भेज दिया है।
उन्नाव के माखी बांगरमऊ में आसीवन थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक अज्ञात युवक का शव मिला है। लखनऊ-बांगरमऊ मार्ग पर स्थित शारदा नहर आसीवन ब्रांच से गांव मुशीराबाद के समीप मुरव्वतपुर माइनर की पुलिया पर यह शव पड़ा मिला। ग्राम प्रधान पुत्र रिजवान की सूचना पर प्रभारी निरीक्षक अजय कुमार सिंह, चौकी प्रभारी कुरसठ राजीव कुमार भदौरिया और उपनिरीक्षक रामजीत तिवारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर शिनाख्त कराने की कोशिश की। मृतक की उम्र लगभग 30 वर्ष है। वह नीली रंग की जींस, नीली रंग की हाफ टी-शर्ट, नीले रंग का हाफ लोवर, नीले रंग की अंडरवियर और सफेद रंग की बनियान पहने हुए था। आसीवन थाना प्रभारी निरीक्षक अजय कुमार सिंह ने बताया कि शव करीब तीन दिन पुराना लग रहा है। आस-पास के लोगों से शिनाख्त कराई गई, लेकिन कोई पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भिजवा दिया है। आस-पास के थानों में भी सूचना दे दी गई है। पुलिस मृतक की पहचान और मौत के कारणों की जांच कर रही है।
झालावाड़ में स्कूल की छत गिरने के बाद पूरे प्रदेश में जर्जर स्कूलों की लिस्टिंग की गई है। सीएम के निर्देश के बाद विधायकों ने सरकारी स्कूलों की मरम्मत के लिए बजट देना शुरु कर दिया है। नागौर जिले में जायल की विधायक व प्रदेश सरकार में पीडब्लूडी राज्यमंत्री डॉ. मंजू बाघमार ने जायल ब्लॉक की 10 स्कूलों की क्षतिग्रस्त स्थिति के सुधार के लिए बजट जारी किया है। राज्यमंत्री डॉ. मंजू बाघमार की अभिशंषा पर 10 क्षतिग्रस्त स्कूलों की मरम्मत के लिए 75.27 लाख रूपये राशि मंजूर हुई है। इस राशि से स्कूलों में मरम्मत व जीर्णोद्धार का काम होगा। जायल एसडीएम रजत ने बताया कि राजकीय उच्च माध्यमिक विधालय ऊंचाईड़ा के लिए 8 लाख, महात्मा गांधी स्कूल कठोती के लिए 9.50 लाख, राउमावि आकोड़ा के लिए 20 लाख, राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल देव तलाई मुंदियाऊ के लिए 3.50 लाख, राजकीय माध्यमिक स्कूल मुंदियाऊ के लिए 5.40 लाख, राजकीय प्राथमिक स्कूल चुवाद के लिए 5.30 लाख, राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल घोड़ारण के लिए 4.68 लाख, शहीद सुमेर सिंह सांखला स्कूल झटेरा के लिए 4.70 लाख, राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल जोधियासी के लिए 9.25 लाख और राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल बावड़ी ताल ऊँट वालिया के लिए 4.94 लाख रूपये की वित्तीय स्वीकृति जारी की गई है।
SN सेन बालिका पीजी कॉलेज कानपुर में हिंदी विभाग द्वारा श्रावण शुक्ल सप्तमी के पुण्य अवसर पर गोस्वामी तुलसीदास और मुंशी प्रेमचंद जी की संयुक्त रूप से जयंती मनाई गई। इसमें श्री रामचरितमानस की चौपाइयों व कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद के उपन्यासों में चित्रित नारी चित्रण पर मुख्य वक्ता व विभाग की छात्राओं द्वारा प्रकाश डाला गया। रामचरितमानस से परिवार और समाज का विकास संभव छात्राओं को संबोधित करते हुए प्राचार्या प्रो. सुमन ने कहा कि रामचरितमानस मानव जीवन का कल्याणकारी ग्रंथ है। इसके पठन पाठन से हम अपना अपने परिवार व राष्ट्र का विकास कर सकते हैं। साथ ही उन्होंने मुंशी प्रेमचंद के रचनाओं चित्रित मानवीय संवेदनाओं व मानवीय कर्तव्यों से परिचित कराया। उन्होंने तुलसीदास जी के जीवन को छात्राओं के लिए कल्याणकारी बताया और रामचरितमानस की भावनात्मक व्याख्या की। दीप प्रज्जवलन के साथ हुआ शुभारंभ इससे पूर्व महाविद्यालय प्रबंधन तंत्र समिति के अध्यक्ष प्रवीण कुमार मिश्रा, सचिव प्रोवीर कुमार सेन, संयुक्त सचिव सुब्रो सेन, प्राचार्या प्रो. सुमन, मुख्य अतिथि योगेश श्रीवास्तव, प्रो. निशि प्रकाश, प्रो. ममता अग्रवाल, हिंदी विभागाध्यक्षा डॉ. शुभा बाजपेई, डॉ. रेशमा ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. रेशमा ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. शुभा बाजपेई ने किया। जीवन में रामचरितमानस का पाठ अनिवार्य मुख्य अतिथि योगेश श्रीवास्तव ने छात्राओं को संबोधित करते हुए श्री रामचरितमानस की चौपाइयों के माध्यम से लोक मान मर्यादाओं तथा संस्कारों को जीवंत रखने के लिए रामचरितमानस के पाठ को अनिवार्य बताया। ये लोग भी रही मौजूदइस अवसर पर महाविद्यालय की शिक्षिकाएं प्रो. रेखा चौबे, प्रो. हरीश झा, प्रो. गार्गी यादव, प्रो. मीनाक्षी व्यास, प्रो. कोमल कुरील, प्रो. प्रीति पांडेय, डॉ. प्रीति सिंह, डॉ. रचना निगम, डॉ. अनामिका राजपूत, डॉ. शैल बाजपेई, डॉ. प्रीता अवस्थी, डॉ. कोमल सरोज, डॉ. शिवांगी यादव, डॉ. समीक्षा सिंह, एनसीसी प्रभारी डॉ. प्रीति यादव, डॉ. अमिता सिंह आदि उपस्थित रही।
गुलाना तहसील परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को धता बताते हुए चोरों ने गुरुवार दोपहर एक बाइक चुरा ली। इंदौर से आए फरियादी संजय राठौर जमीन विवाद की सुनवाई के लिए तहसील आए थे, तभी किसी ने इस मौके का फायदा उठाया। संजय ने अपनी बाइक (MP 09 NM 3036) तहसील परिसर के बाहर खड़ी की थी। जब वह तहसीलदार से चर्चा कर रहे थे, तभी किसी ने उनकी बाइक चुरा ली। सुनवाई के बाद जब वह वापस लौटे तो उन्हें अपनी बाइक गायब मिली। पहले भी कई चोरियां हो चुकी मामले की जानकारी मिलते ही तहसीलदार ने चौकी प्रभारी को सूचित किया। सूत्रों के अनुसार, तहसील परिसर से चोरी की यह कोई पहली घटना नहीं है। यहां पहले भी कई चोरियां हो चुकी हैं तहसील कार्यालय के अंदर तो सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, लेकिन बाहरी क्षेत्र में कोई कैमरा नहीं है। इसका फायदा उठाकर चोर आसानी से वारदात को अंजाम दे रहे हैं और उन्हें पकड़ना मुश्किल हो रहा है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से तहसील परिसर के बाहर भी सीसीटीवी कैमरे लगाने की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
ट्रेन की चपेट में आने से युवक की मौत:अमेठी में पोस्टमार्टम के लिए भेजा शव, जांच में जुटी पुलिस
अमेठी जिले के जगदीशपुर के ग्राम बड़ागांव स्थित रेलवे लाइन पर गुरुवार देर रात करीब डेढ़ बजे एक व्यक्ति ट्रेन की चपेट में आ गया। इस हादसे में उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव की पहचान कराने का प्रयास किया। पुलिस ने शव की पहचान सुरजीत कोरी के रूप में की। सुरजीत स्वर्गीय दुर्गा दीन कोरी के पुत्र थे। वह 30 वर्ष के थे और नारा अढ़नपुर, थाना भाले सुल्तान, शहीद स्मारक, जनपद अमेठी के निवासी थे। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, मृतक रेलवे पटरियों पर कैसे पहुंचा, यह अभी जांच का विषय है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचायतनामा भरने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। जगदीशपुर थाना पुलिस ने बताया कि घटना स्थल पर शांति व्यवस्था बनी हुई है। किसी प्रकार की अव्यवस्था की स्थिति नहीं है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
बहराइच के नवागत जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी ने मुख्यालय पहुंचकर जिला कोषागार में पदभार ग्रहण किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द्र, नवांगतुक अपर जिलाधिकारी अमित कुमार, मुख्य राजस्व अधिकारी देवेन्द्र पाल सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। पदभार ग्रहण करने के बाद कलेक्ट्रेट सभागार में पत्रकारों से बातचीत में त्रिपाठी ने कहा कि शासन की प्राथमिकता ही उनकी प्राथमिकता होगी। उन्होंने जनसमस्याओं का समयबद्धता के साथ गुणवत्तापरक निस्तारण सुनिश्चित कराने का आश्वासन दिया। जिलाधिकारी ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ सभी लक्षित वर्गों तक पहुंचाने का हर संभव प्रयास किया जाएगा। उनका प्रयास होगा कि जिले के अधिकारी टीम भावना के साथ कार्य करें। इससे आकांक्षात्मक जिले के सर्वांगीण विकास को गति मिलेगी। अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में डीएम ने विभागीय लक्ष्यों को पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि शासन की मंशानुसार योजनाओं का लाभ सभी पात्र लोगों तक पहुंचाया जाए। योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी प्रकार की समस्या आने पर तत्काल अवगत कराने को कहा। त्रिपाठी ने विभागीय योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन में नवाचार को बढ़ावा देने पर जोर दिया। उन्होंने चल रहे कार्यों को निर्धारित मानक व गुणवत्ता के साथ समय से पूर्ण कराने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों से पूरी निष्ठा और मेहनत के साथ कार्य करते हुए आकांक्षात्मक जनपद को सामान्य जनपदों की श्रेणी में लाने का आह्वान किया।
बस्ती में उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड से जुड़ी निजी कंपनी टेरा सॉफ्ट प्राइवेट लिमिटेड के मीटर रीडरों ने वेतन विसंगति के विरोध में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है। कर्मचारियों का आरोप है कि कंपनी ने प्रति बिल ₹10-₹8 देने का वादा किया था। लेकिन भुगतान के समय मात्र ₹2.70 प्रति बिल की दर से भुगतान किया गया। मीटर रीडरों ने बताया कि लगभग 60 दिन तक नियमित कार्य करने के बावजूद उन्हें केवल एक महीने का वेतन मिला है। जब उन्होंने इस मुद्दे पर सवाल उठाया तो उन्हें धमकाया गया और कार्यमुक्त करने की बात कही गई। कर्मचारियों का यह भी आरोप है कि उन्हें न तो जॉइनिंग लेटर दिया गया और न ही कोई औपचारिक नियुक्ति पत्र मिला। मंगेज कुमार, आलेक, राजकुमार, सहस, इन्देश, दीपक यादव, कुकन, मादर प्रसाद, वेदप्रकाश पाण्डव, प्रमोद, लागू और सुनथ सहित कई मीटर रीडरों ने सामूहिक रूप से शिकायत दर्ज कराई है। मीटर रीडरों ने चेतावनी दी है कि अगर समय पर वेतन भुगतान नहीं किया गया और कंपनी की मनमानी पर रोक नहीं लगी, तो वे आगामी माह से कार्य बहिष्कार पर चले जाएंगे। उन्होंने जिलाधिकारी से मामले में हस्तक्षेप कर न्याय दिलाने और अपने परिवारों के भरण-पोषण की चिंता दूर करने की मांग की है।
अम्बेडकरनगर में कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी अनुपम शुक्ला की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की अहम बैठक संपन्न हुई। गुरुवार को बैठक में स्वास्थ्य विभाग से जुड़े मुद्दों पर गहन मंथन हुआ और लापरवाह अफसरों व स्वास्थ्यकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई के संकेत दिए गए। जिलाधिकारी ने टीकाकरण की प्रगति को बेहद असंतोषजनक बताते हुए CHO (सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी) की कार्यशैली पर नाराजगी जताई। उन्होंने सभी CHO को निर्देशित किया कि वे नियमित रूप से आरोग्य मंदिरों पर उपस्थित रहें और ग्राम प्रधान, सचिव, लेखपाल व पंचायत सहायक से उपस्थिति का सत्यापन सुनिश्चित कराएं। साथ ही स्पष्ट कर दिया गया कि नो वर्क-नो पे नीति का सख्ती से पालन किया जाएगा और CHO का वेतन जिलाधिकारी की स्वीकृति के बाद ही निर्गत होगा। बैठक में MOIC (प्रभारी चिकित्साधिकारी) को निर्देश दिए गए कि वे आशा कार्यकर्ताओं की मॉनिटरिंग नियमित रूप से करें। काम में लापरवाही बरतने वाले CHO और आशा कार्यकर्ताओं को तीन बार नोटिस देने और सुधार न होने की दशा में नियमानुसार बर्खास्त करने की कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए। टीबी उन्मूलन की समीक्षा में जिलाधिकारी ने कहा कि सक्रिय मरीजों की समय पर पहचान, समुचित उपचार और आर्थिक सहायता की समयबद्ध भुगतान प्रणाली को हर हाल में लागू किया जाए। सीएमओ को निर्देश दिया गया कि वे टीबी रोगियों के उपचार की नियमित समीक्षा करें। राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा के दौरान टांडा व जलालपुर के MOIC के खराब प्रदर्शन पर जिलाधिकारी ने उनका वेतन अग्रिम आदेश तक रोकने के आदेश दिए और स्पष्ट चेतावनी दी कि सुधार न होने की स्थिति में शासन को पत्राचार किया जाएगा। बैठक में स्वास्थ्य व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने पर जोर दिया गया और अधिकारियों को चेताया गया कि अब लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
टीकमगढ़ के शासकीय सीनियर बेसिक हाई स्कूल के सभागार में गुरुवार को प्रकृति सेवा संस्थान समिति द्वारा पर्यावरण संरक्षण और व्यसन मुक्त समाज विषय पर सेमिनार आयोजित किया गया। कार्यक्रम में विश्व कल्याण के लिए सामूहिक प्रार्थना भी की गई। इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य बीके नायक ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधारोपण आवश्यक है। उन्होंने सभी से अधिक से अधिक पेड़ लगाकर पर्यावरण सुरक्षा में योगदान देने का आह्वान किया। प्रकृति सेवा संस्थान के अध्यक्ष महेन्द्र द्विवेदी ने बताया कि 31 दिसंबर तक पर्यावरण संरक्षण को लेकर जन जागृति महा अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत नगरीय और ग्रामीण क्षेत्रों में छात्रों, युवाओं और किसानों को जागरूक किया जा रहा है। महा अभियान के अंतर्गत स्कूलों में जाकर विद्यार्थियों और शिक्षकों को पर्यावरण संरक्षण और दुर्व्यसन से दूर रहने का संकल्प दिलाया जा रहा है। अभियान के प्रमुख बिंदुओं में गौ संरक्षण, वृक्षारोपण, जल संरक्षण, जैविक खेती और योग के प्रति जागरूकता शामिल है। कार्यक्रम में युवाओं में बढ़ती नशे की लत को दूर करने और ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण पर भी चर्चा की गई। इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य बी.के. नायक, जगदीश द्विवेदी, संजय दुबे, दीनदयाल अहिरवार, कृष्ण तिवारी, विनोद भगत, आशुतोष नामदेव सहित अन्य शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित थे।
फर्रुखाबाद के जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी के निर्देशन में एक संयुक्त अभियान चलाया गया। इस अभियान में जिला खनन अधिकारी संजय प्रताप और एआरटीओ प्रवर्तन सुभाष राजपूत ने बघार क्षेत्र में सघन चेकिंग की। चेकिंग के दौरान तीन ऐसे ओवरलोड ट्रक पकड़े गए जिनकी खनन विभाग की रॉयल्टी जमा नहीं थी। इन तीनों ट्रकों को सेंट्रल जेल पुलिस चौकी पर सीज कर दिया गया। खनन विभाग ने इन पर 1,43,600 रुपए का जुर्माना लगाया। साथ ही परिवहन विभाग ने 85,000 रुपए का अतिरिक्त जुर्माना भी लगाया। इसके अलावा, एक अन्य ओवरलोड ट्रक को भी बघार से पकड़कर सीज किया गया। इस ट्रक पर 37,000 रुपए का जुर्माना लगाया गया। अधिकारियों के अनुसार यह औचक कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। कुल मिलाकर इस अभियान में चार ट्रक सीज किए गए और 2,65,600 रुपए का जुर्माना वसूला गया। यह कार्रवाही अवैध खनन और ओवरलोडिंग पर अंकुश लगाने के लिए की गई है।
बिजनौर में बदला मौसम, 5 डिग्री गिरा टेंपरेचर:तेज बारिश से धान की फसल को फायदा, गर्मी से राहत मिली
बिजनौर में गुरुवार को मौसम का मिजाज अचानक बदल गया। सुबह से ही आसमान में घने काले बादल छाए रहे, जिससे गर्मी से कुछ राहत मिली। शाम करीब 3:45 बजे तेज बारिश शुरू हो गई। इससे मौसम और भी सुहावना हो गया। सुबह तड़के करीब 4:00 बजे भी हल्की बारिश हुई थी। इसके कारण दिनभर ठंडक बनी रही। शाम को फिर से आसमान में घने बादल छा गए और तेज बारिश होने लगी। इससे तापमान में कई डिग्री की गिरावट आई। लोगों को गर्मी से राहत मिली। पिछले कई दिन से बिजनौर के आसपास के जिलों में बारिश हो रही थी। लेकिन बिजनौर में सिर्फ बादल ही नजर आ रहे थे। आज बारिश होने से किसानों के चेहरे खिल गए। धान की फसल को इस बारिश से फायदा हुआ है। कृषि अनुसंधान केंद्र नगीना के आंकड़ों के अनुसार, पिछले चार दिनों का तापमान इस प्रकार रहा। 28 जुलाई को अधिकतम तापमान 32.0 डिग्री और न्यूनतम 25.7 डिग्री सेल्सियस रहा। सापेक्षिक आर्द्रता 97 और 69 प्रतिशत रही। 29 जुलाई को अधिकतम तापमान 29.4 और न्यूनतम 25.0 डिग्री सेल्सियस रहा। सापेक्षिक आर्द्रता 98 और 79 प्रतिशत रही। इस दिन 33.8 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। 30 जुलाई को अधिकतम तापमान 33.0 और न्यूनतम 25.5 डिग्री सेल्सियस रहा। सापेक्षिक आर्द्रता 94 और 70 प्रतिशत रही। 31 जुलाई को अधिकतम तापमान 28.6 और न्यूनतम 25.0 डिग्री सेल्सियस रहा। सापेक्षिक आर्द्रता 99 और 90 प्रतिशत रही। इस दिन 12.4 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।
मध्यप्रदेश महिला कांग्रेस की कार्यवाहक अध्यक्ष नूरी खान गुरुवार को इंदौर के कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी के बड़वाली चौकी इलाके स्थित घर पहुंचीं। यहां उन्होंने करीब आधे घंटे से ज्यादा समय तक परिवार के लोगों से बातचीत की। इसके बाद इसके बाद उन्होंने बाणगंगा थाने जाकर कादरी की बेटी से भी मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने ने पुलिस और मध्यप्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस तरह परिवार पर कार्रवाई किया जाना पूर्णतः गलत है। इसकी न्यायिक जांच की जानी चाहिए। परिवार के लोगों ने उन्हें बताया कि पुलिस ने जिस प्रकरण में अनवर को आरोपी बनाया है, वह झूठा है। वहीं, उन्होंने बेटी आयशा को जबरन आरोपी बनाए जाने की बात को भी गलत बताया। परिवार का कहना था कि अनवर पर दबाव बनाने के लिए पुलिस ने पूरी कार्रवाई की है। मामले की न्यायिक जांच कराए जाने की मांग की नूरी खान ने बताया कि अनवर कादरी पर जो आरोप लगे हैं, उनका फैसला न्यायालय में किया जाएगा। वहीं, उन्होंने आयशा से मुलाकात करने के बाद कहा कि बेटी पर इस तरह की कार्रवाई किया जाना प्रदेश सरकार और पुलिस की मंशा पर शंका जाहिर करती है। जबकि आयशा सिविल जज की तैयारी कर रही है और पेशे से वकील भी हैं। पिता से बात करने को लेकर पुलिस ने उस पर फर्जी सिम का प्रकरण बना दिया। नूरी खान ने पूरे मामले की न्यायिक जांच कराए जाने की मांग प्रदेश सरकार से की है। परिवार और आयशा से मिलने के बाद नूरी खान उज्जैन लौट गईं। अनवर कादरी पर लव जिहाद के लिए फंडिंग के आरोप लव जिहाद के लिए फंडिंग के आरोपी इंदौर के कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी को पुलिस ने जम्मू कश्मीर से गिरफ्तार किया है। उस पर हिंदू लड़कियों को फंसाने के लिए एक लाख और निकाह करने के लिए दो लाख रुपए मुस्लिम युवकों को देने के आरोप हैं। पुलिस ने इससे पहले सोमवार को अनवर की बेटी आयशा को दिल्ली से गिरफ्तार किया था। पुलिस ने दिल्ली में दबिश दी थी, तब अनवर फरार हो गया था। उसे श्रीनगर पुलिस की मदद से गिरफ्तार किया है।
अग्रवाल परिचय सम्मेलन का 126वां आयोजन शारदा रोड स्थित नारायण भवन में धूमधाम से सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर 500 से अधिक युवक-युवतियों ने पंजीकरण कराया, और 200 से ज्यादा परिवार आपस में जुड़े। कार्यक्रम में अग्रवाल पत्रिका परिवार परिचय पत्रिका का विमोचन भी किया गया, जिसका उद्देश्य वैश्य समाज के युवाओं को अपनी व्यापारिक जड़ों से जोड़े रखना और उन्हें पारिवारिक व्यवसाय में सहयोग के लिए प्रेरित करना है। मुख्य अतिथि व अग्रवाल परिचय सम्मेलन के अध्यक्ष श्री राजेश एरन ने कहा कि बड़े संस्थानों में नौकरी का दबाव और तनाव परिवारों में बिखराव का कारण बन रहा है। उन्होंने सुझाव दिया कि वैश्य परिवारों की लड़कियां नौकरीपेशा के बजाय व्यापारी वर को चुनें, ताकि सामाजिक और पारिवारिक ढांचा मजबूत रहे। उन्होंने जोर देकर कहा कि वैश्य समाज की पहचान व्यापार से है, और इसे संरक्षित करने की जिम्मेदारी युवा पीढ़ी की है। परिचय पत्रिका का विमोचनकार्यक्रम में अग्रवाल परिचय पत्रिका का विमोचन भी हुआ। इस पत्रिका का उद्देश्य वैश्य समाज के उन युवाओं को प्रेरित करना है, जो मल्टीनेशनल कंपनियों में काम कर रहे हैं। पत्रिका के माध्यम से उन्हें अपने समाज और पारिवारिक व्यापार से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। पश्चिम उत्तर प्रदेश के प्रभारी श्री अनिल जिंदल ने कहा कि वैश्य समाज की पहचान व्यापार से है। यदि वैश्य युवा नौकरी को प्राथमिकता देंगे, तो समाज का सामाजिक ताना-बाना कमजोर पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि वैश्य समाज वही है, जो दूसरों को रोजगार देता है और उनके परिवारों का भरण-पोषण करता है। 200 परिवारों का आपसी जुड़ाव इस आयोजन में 500 से अधिक युवक-युवतियों ने हिस्सा लिया, और 200 से ज्यादा परिवारों ने आपसी रिश्तों को मजबूत करने की दिशा में कदम बढ़ाया। यह आयोजन ग्वालियर मूल की संस्था अग्रवाल परिचय सम्मेलन द्वारा आयोजित किया गया, जो हर महीने देश के विभिन्न हिस्सों में ऐसे कार्यक्रम आयोजित करती है। इस अवसर पर देवेंद्र गोयल, जयकरण गुप्त, मुकेश बंसल, आयुष जिंदल, अमित गुप्ता, नवनीत गर्ग, राजीव गुप्ता, बी डी गुप्त, राकेश गर्ग, मुकेश गुप्त आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। यह आयोजन न केवल वैवाहिक रिश्तों को जोड़ने का मंच बना, बल्कि वैश्य समाज को अपनी सांस्कृतिक और व्यापारिक विरासत से जोड़े रखने का भी एक प्रभावी प्रयास रहा
हरदोई। गृह मंत्रालय भारत सरकार के नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, हरदोई की 10वीं अर्धवार्षिक समीक्षा बैठक गुरूवार 31 जुलाई 2025 को सम्पन्न हुई। बैठक में विशेष रूप से रेलवे, डाकघर और बैंकों जैसे केंद्र सरकार के कार्यालयों को कार्यालय के काम-काज में हिंदी के प्रयोग के निर्देश दिए गए। शत प्रतिशत हिन्दी में कार्य करने वाले कार्यालयों को पुरस्कृत किया गया। गृह मंत्रालय, भारत सरकार के राजभाषा विभाग से उप निदेशक (कार्यान्वयन) श्री छबिल कुमार मेहेर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। बैंक ऑफ इंडिया प्रधान कार्यालय की सहायक महाप्रबंधक (राजभाषा) मऊ मैत्रा ने ऑनलाइन माध्यम से बैठक में भाग लिया। बैठक की अध्यक्षता बैंक ऑफ इंडिया, हरदोई अंचल के आंचलिक प्रमुख किरण पाठक (उप महाप्रबंधक) ने की। नगर के 27 केंद्र सरकार के कार्यालयों के प्रमुखों और राजभाषा अधिकारियों की उपस्थिति में पिछली छमाही की राजभाषा प्रगति की समीक्षा की गई। साथ ही आगामी छमाही के लिए कार्ययोजना तैयार की गई। रेलवे, डाकघर, बैंक, बीमा, केंद्रीय विद्यालय, दूरसंचार व अन्य विभागों में हिंदी प्रयोग की स्थिति पर विशेष चर्चा हुई। बैठक में डॉ. आलोक टंडन, केंद्रीय विद्यालय के प्रधानाचार्य मोहम्मद राशिद सहित अन्य वक्ताओं ने अपने विचार रखे। हिंदीसेवियों और प्रतियोगिता विजेताओं को सम्मानित किया गया। समिति के सचिव डॉ. कन्हैया लाल ने बैठक का सफल संचालन किया। बैठक का मुख्य उद्देश्य केंद्र कार्यालयों में राजभाषा हिंदी को जनसुलभ बनाना और इसके प्रयोग को सशक्त रूप से बढ़ावा देना था।
सोनभद्र के दुद्धी स्थित भाऊ राव देवरस राजकीय महाविद्यालय में बुधवार को छात्र नेताओं ने सीट बढ़ाने की मांग उठाई। छात्र नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रभारी प्राचार्य डॉ. रामसेवक यादव को 33 प्रतिशत सीट वृद्धि का ज्ञापन सौंपा। छात्र नेताओं ने बताया कि महाविद्यालय में बढ़ती छात्र संख्या के कारण प्रवेश प्रक्रिया के दौरान बड़ी संख्या में छात्रों को दाखिला नहीं मिल पा रहा है। वर्तमान में सीमित सीटों के कारण ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले कई छात्र-छात्राएं उच्च शिक्षा से वंचित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय में शिक्षा के स्तर में सुधार हो रहा है। लेकिन सीटों की संख्या पुराने ढर्रे पर बनी हुई है। इसलिए 33 प्रतिशत सीट वृद्धि समय की मांग है। छात्र नेताओं के ज्ञापन पर प्रभारी प्राचार्य डॉ. रामसेवक यादव ने सकारात्मक रुख अपनाया। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही इस विषय पर उच्च स्तर पर पत्राचार कर कार्रवाई की जाएगी। प्राचार्य ने कहा कि छात्रों की मांग जायज है और इसके लिए प्रयास किए जाएंगे। ताकि किसी भी योग्य छात्र को प्रवेश से वंचित न होना पड़े। ज्ञापन सौंपने पहुंचे छात्र प्रतिनिधिमंडल में छात्र नेता ओम अग्रहरि, अभय यादव (नंदलाल), कार्तिक सिंह, उज्ज्वल सिंह, शिवराज मिश्रा समेत कई अन्य छात्र-छात्राएं शामिल थे। छात्र नेताओं ने एक स्वर में कहा कि यदि मांगों पर समयबद्ध कार्रवाई नहीं हुई तो आगे आंदोलनात्मक कदम उठाए जाएंगे।
लखनऊ के अनौरा कला इलाके में बनी यश रेजिडेंसी में गुरुवार को हुए दर्दनाक हादसे के बाद भी लापरवाही का सिलसिला जारी है। हादसे में एक बुजुर्ग की जान चली गई, लेकिन न तो लिफ्ट की मरम्मत कराई गई और ना ही किसी जिम्मेदार एजेंसी ने मौके पर जाकर हालात का जायजा लिया। इस इमारत का न तो नक्शा पास है और न ही किसी सुरक्षा मानक का पालन किया गया है। इसके बावजूद नौ मंजिला अवैध इमारत में सैकड़ों लोग जान जोखिम में डालकर रह रहे हैं। हादसे में जान गंवाने वाले 54 वर्षीय विजय यादव मूल रूप से गाजीपुर के युवराजपुर थाना क्षेत्र के निवासी थे। वह इलाज के सिलसिले में लखनऊ आए थे और यश रेजिडेंसी में अपने भाई के दोस्त के यहां रुके थे। गुरुवार को जब वो पांचवीं मंजिल से नीचे जाने के लिए लिफ्ट का इस्तेमाल करने लगे, तो लिफ्ट का दरवाजा तो खुल गया, लेकिन लिफ्ट आई नहीं थी। विजय यादव को लगा कि लिफ्ट आ चुकी है और जैसे ही उन्होंने कदम आगे बढ़ाया, सीधे खाली लिफ्ट डक्ट में जा गिरे। हादसा इतना भयानक था कि मौके पर ही उनकी मौत हो गई। अजय यादव, जो मृतक के भाई हैं, ने बताया कि उन्हें घटना की जानकारी उनके परिचितों से मिली। जब घटनास्थल का सीसीटीवी फुटेज देखा गया तो विजय लिफ्ट का गेट खोलते नजर आए। लेकिन यह साफ नहीं हो सका कि कैसे गेट खुला और लिफ्ट मौजूद नहीं थी। यह सवाल आज भी अनुत्तरित है। पूरी इमारत ही अवैध, फिर भी नहीं हुई कार्रवाई यश रेजिडेंसी में कुल चार ब्लॉक हैं और सभी नौ मंजिला बनाए गए हैं। लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) के रिकॉर्ड में इस इमारत की कोई मंजूरी नहीं है। सूत्रों का दावा है कि प्राधिकरण को इस अवैध निर्माण की जानकारी पहले से थी और कुछ कागजी कार्रवाई भी की गई थी, लेकिन वह केवल फाइलों तक सीमित रही। मौके पर जाकर न तो निर्माण रोका गया और न ही कोई ठोस एक्शन लिया गया। एक निवासी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि लिफ्ट पहले भी कई बार खराब हो चुकी है। कई बार शिकायतें की गईं, लेकिन मरम्मत नहीं कराई गई। हादसे के वक्त भी लिफ्ट खराब ही थी। मरम्मत न होने की वजह से अब यह हादसे की वजह बन गई। लिफ्ट आज भी जस की तस, कोई सबक नहीं हादसे के कई दिन बीत चुके हैं, लेकिन बिल्डिंग प्रबंधन ने अब तक लिफ्ट को ठीक नहीं कराया है। लिफ्ट का गेट ब्लॉक में आज भी खुला पड़ा है और उसमें कोई चेतावनी या अवरोधक नहीं लगाया गया है। यानी जो घटना एक जान ले चुकी है, वैसा ही हादसा दोबारा भी हो सकता है। आग से बचाव और आपात सुविधाएं भी नदारद इस इमारत में अग्निशमन जैसी बुनियादी सुविधाओं की भी कमी है। किसी भी आपात स्थिति में यहां रहने वालों के पास सुरक्षित बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं है। सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि यहां सैकड़ों लोग रह रहे हैं, जिनकी जान हर रोज खतरे में है। जिम्मेदार कौन?अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब LDA को इस अवैध निर्माण की जानकारी पहले से थी, तो कार्रवाई क्यों नहीं की गई? बिना नक्शा पास कराए एक पूरी नौ मंजिला इमारत खड़ी हो गई, चार ब्लॉक बन गए और सैकड़ों परिवार उसमें रहने लगे, क्या यह बिना प्रशासन और LDA की मिलीभगत के संभव है? ------------------- ये खबर पढ़िए... लिफ्ट के डक्ट में गिरने से बुजुर्ग की मौत:मशीन खराब होने की वजह से नीचे जा गिरे, इलाज कराने आए थे लखनऊ लखनऊ के बीबीडी थानाक्षेत्र में लिफ्ट के डक्ट में गिरकर बुजुर्ग की मौत हो गई। बुजुर्ग लखनऊ में इलाज कराने आए थे। एक परिचित के घर पर रुके थे। गुरुवार शाम को निजी काम से निकले थे तभी हादसे का शिकार हो गए। पुलिस ने परिवार को सूचना देने के साथ शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। (पूरी खबर पढ़िए)
उत्तर प्रदेश की राजधानी में समाज कल्याण विभाग मुख्यालय में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण के निजी सचिव ने महिला कर्मी से छेड़छाड़ की है। पीड़ित महिला ने आरोप लगाते हुए कहा है कि निजी सचिव जय किशन सिंह पर उनका शील भंग किया। पीड़िता ने मंत्री को लिखित शिकायत की। मंत्री ने इसे संज्ञान में लेते हुए निजी सचिव को खुद ही पुलिस के हाथों सौंप दिया। मंत्री ने जैसे ही शिकायती पत्र मिला, तुरंत गोमती नगर थाना प्रभारी को अपने कार्यालय बुलाया। सूचना पर थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ पहुंचे। गोमती नगर पुलिस थाने में कर रही पूछताछ पुलिस ने निजी सचिव को विभाग के कार्यालय से ही हिरासत में ले लिया। थाने ले जाकर आरोपी से पूछताछ शुरू कर दी। महिला की शिकायत में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि निजी सचिव जय किशन सिंह ने उसके साथ अश्लील हरकत की। पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपी के खिलाफ बीएनएस की संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जा सकता है और यदि आरोप पुष्ट हुए तो आरोपी को जेल भेजा जाएगा। ----------------------- ये खबर भी पढ़िए... ASP की पत्नी ने दिव्यांग बेटे का गला कसा, VIDEO:लखनऊ में तकिए से मुंह दबाया, बच्चा छटपटाया; बाद में खुद जान दे दी लखनऊ में एडिशनल एसपी मुकेश प्रताप सिंह की पत्नी नीतेश सिंह ने सुसाइड करने से एक दिन पहले अपने दिव्यांग बेटे को मारना चाहा था। वह बेटे के दिव्यांग होने के तानों से परेशान थीं। इस कदर उन्हें प्रताड़ित कर दिया गया कि उन्होंने अपने हाथों बेटे की जान लेने की कोशिश की, लेकिन मार नहीं सकीं। आखिरकार उन्होंने अपनी जान दे दी। (पूरी खबर पढ़िए)
करौली में राज्य सरकार की पर्यावरण थीम 'एक पेड़ मां के नाम' के तहत महात्मा ज्योतिबा फुले विकास संस्थान छात्रावास परिसर में पौधरोपण किया गया। गोवर्धन सेवा मंडल समिति ने ब्रज के चार धाम श्री गिरिराज महाराज की 20वीं पदयात्रा के सफल समापन पर यह कार्यक्रम आयोजित किया। समिति के सदस्यों ने बरगद, बिल्वपत्र और कदम जैसे छायादार व औषधीय महत्व के 51 पौधे लगाए। इस पहल के माध्यम से उन्होंने पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इसके साथ ही देखरेख की जिम्मेदारी भी ली। कार्यक्रम में संस्था अध्यक्ष प्रेमसिंह माली ने सभी सहयोगियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए आगे भी इसी तरह के सघन वृक्षारोपण कार्यक्रम जारी रहेंगे। साथ ही उन्होंने छात्रावास विकास में तन-मन-धन से सहयोग देने की अपील की। अन्य वक्ताओं ने भी बेहतर पर्यावरण के लिए अधिकाधिक पौधरोपण पर जोर दिया। सभी ने पौधे लगाने के साथ उनकी देखभाल का संकल्प भी लिया। कार्यक्रम में गोवर्धन सेवा समिति के अध्यक्ष मिश्रीलाल, उपाध्यक्ष पप्पू ठेकेदार, बृजमोहन ठेकेदार, लाला भगत, बल्ली, पप्पू, धर्मी, पन्नूसिंह, रूपसिंह ड्राइवर, संस्था सचिव रामगोपाल माली सहित समिति के अन्य पदाधिकारी और सदस्य उपस्थित रहे। संस्था के सक्रिय सदस्य गोपाललाल माली भी कार्यक्रम में मौजूद थे।
लखीमपुर खीरी में दुधवा टाइगर रिजर्व के जंगल से धरती का फूल खोदकर लाने की सूचना पर पहुंचे रेंजर को ग्रामीणों ने घेर लिया। मंगलवार को क्षेत्रीय वनाधिकारी भूपेंद्र सिंह वन कर्मियों और एसटीपीएफ की संयुक्त टीम के साथ सिंगाही थाना क्षेत्र के पचपेड़ा रिछय्या गांव पहुंचे थे। मुखबिर से मिली जानकारी के अनुसार, गांव से जंगल से अवैध रूप से खोदे गए धरती का फूल बेचा जा रहा था। टीम ने पसियाना पुरवा मोहल्ले के एक घर को घेर लिया और तलाशी लेने लगी। घर के लोगों ने इसका विरोध किया जिससे वन कर्मियों और ग्रामीणों के बीच हाथापाई शुरू हो गई। हंगामा होने पर गांव के अन्य लोग भी वहां इकट्ठा हो गए। अपनी टीम को घिरा देख रेंजर ने गांव के प्रधान अहमद नूर को सूचना दी। प्रधान के समझाने पर ग्रामीण शांत हुए। रेंजर भूपेंद्र ने बताया कि धरती का फूल बिकने की सूचना पर छापामार कार्यवाही की गई थी, लेकिन ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा होने से अभियान असफल हो गया। मामले में संलिप्त लोगों के खिलाफ वन अधिनियम, वन्यजीव अधिनियम और जैव विविधता के तहत केस दर्ज किया गया है l गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जा रही है। बुधवार को वन विभाग के एसडीओ मनोज तिवारी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में वन कर्मी तस्करों की धरपकड़ के लिए गांव पहुंचे हैं।
खंडवा में मोक्ष सप्तमी के अवसर पर जैन समाज ने 23वें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ का मोक्ष कल्याणक पर्व मनाया। इस दौरान सुबह से दोपहर तक मंदिरों में कार्यक्रम हुए, निर्वाण लाडू चढ़ाया गया। मातृशक्ति ने व्रत रखा तो वहीं श्रीजी को पालकी में विराजित कर शहर में यात्रा निकाली। दो संतों 108 विश्रुत सागर महाराज व 108 मुनिश्री निर्वेद सागर महाराज का सानिध्य मिला। समाज के प्रेमांशु चौधरी ने बताया कि श्रावण शुक्ल सप्तमी के दिन 23वें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ के मोक्ष की प्राप्ति हुई थी। इसलिए इस दिन को उनके मोक्ष कल्याणक दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को मोक्ष सप्तमी महोत्सव के रूप में भी मनाते हैं। खास तौर पर बालिकाएं निर्जला उपवास करती है, दिन भर पूजन, स्वाध्याय, मनन-चिंतन, सामूहिक प्रतिक्रमण करते हुए शाम के समय देव-शास्त्र-गुरु की सामूहिक भक्ति कर आत्मचिंतन करती हैं। मंदिरों में भगवान पार्श्वनाथ की विशेष पूजा-अर्चना, शांतिधारा कर निर्वाण लाडू चढ़ाया जाता है। मोक्ष की प्राप्ति होना जीवन का सार्थक होना माना जाता है। जब तक मनुष्य इस संसार में जीवित रहता है तब तक उसे कोई ना कोई चिंता जरूर सताती है और ऐसे में मोक्ष का कोई अर्थ नहीं रह जाता। लेकिन जब किसी को पूर्णतया मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है तो उसके जीवन का अर्थ सार्थक हो जाता है। इस मान्यता के साथ इस दिन को मोक्ष सप्तमी के रूप में मनाते हैं।
भिवानी से पूर्व मंत्री एवं विधायक घनश्याम सर्राफ के नेतृत्व में स्थानीय बाग कोठी स्थित उनके कार्यालय में शहीद उधम सिंह का बलिदान दिवस मनाया गया। यह जानकारी देते हुए भाजपा स्वच्छता विभाग के जिला संयोजक रमेश सैनी ने दी। उन्होंने बताया कि इस दौरान विधायक घनश्याम सर्राफ के नेतृत्व में अनेक लोगों ने शहीद उधम सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित कर नमन किया तथा समाज व राष्ट्र की तरक्की में उनके दिखाए मार्ग पर चलने का आह्वान किया। विधायक घनश्याम सर्राफ ने कहा कि शहीद उधम सिंह ने जलियावाला नरसंहार कांड का बदला जनरल डायर को उन्हीं के देश इंग्लैंड में जाकर उनकी हत्या कर लिया। हमारी युवा पीढ़ी को शहीद उधम की कुर्बानी व देश की स्वतंत्रता के लिए किए गए संघर्ष से सबक लेना चाहिए। शहीद उधम सिंह के दिखाए मार्ग पर चलकर देश की एकता व अंखड़ता के लिए कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उधम सिंह ने देश के लिए बलिदान दिया। वे सच्चे राष्ट्र भक्त थे। उन्होंने कहा कि उधम सिंह के दिल में देश प्रेम की भावना कूट-कूटकर भरी हुई थी। भगत सिंह भी उन्हीं से प्रेरणा लेकर मातृभूमि के लिए शहीद हुए थे। उनका जीवन युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। इस अवसर पर पीए आनंद, ललित, रामू जेवड़ीवाला, महेंद्र यादव सरपंच, रमन सैन, महाबीर, बीर सिंह सरपंच, कृष्ण सोनी, विक्की सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।
खंडवा में एक लाइनमैन के साथ मारपीट का मामला सामने आया हैं। रात को बिजली गुल पर होने पर मेंटनेंस कर रहे लाइनमैन पर लट्ठ से इतने वार किए कि उसके हाथ, पैर सूज गए। सहकर्मियों ने घायल हालत में लाइनमैन को अस्पताल में भर्ती कराया। इधर, शिकायत पर पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। इनमें दो आरोपी पिता-पुत्र है। घटना नर्मदानगर थाना क्षेत्र के ग्राम अंजनिया कला है। गांव में रात के करीब 12 बजे बिजली गुल हो गई थी। तभी सूचना मिलने पर ग्रिड पर पदस्थ आउटसोर्स कर्मचारी मुकेश मौके पर पहुंचा। उसके साथ दो अन्य कर्मचारी भी थे। मुकेश लाइन को सुधारने के लिए जम्फर टांगने लगा, इसी दौरान गांव के तीन लोग आए और उन्होंने गालियां देना शुरू कर दिया। मुकेश ने गालियां देने से मना किया तो आरोपियों ने लट्ठ से मारपीट शुरू कर दी। पीड़ित का कहना है कि घटना के बाद से वह काफी डर हुआ है। आरोपियों ने हाथ-पैरों पर गहरे घाव कर दिए है, जिससे की काफी सूजन हो गई है। फिलहाल पुनासा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर इलाज चल रहा है। इधर, शिकायत पर पुनासा चौकी पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। 10 मिनट बाद लौटकर आए और मारपीट कीपीड़ित मुकेश ने बताया कि वह ग्राम भंवरला का रहने वाला है। ग्रिड पर जम्फर निकलने से अंजनियां गांव में लाइट चली गई थी। रात 12 बजे की बात है, उस समय मैं सो रहा था। तभी मेरे पास साथी रितेश चौहान आया और कहा कि चलो लाइन सुधारना है। मैं लाइनमैन के माध्यम से परमिट ले रहा था कि लोकेंद्र गुर्जर और उनके साथ वालों ने आकर गालियां देना शुरू कर दी। हमने समझाया कि हम रात के 12 बजे लाइट सुधारने ही आए हैं। वे लोग चले गए, फिर 10 मिनट बाद वापस आए। उस समय मैं बाइक पर बैठा हुआ था। लोकेंद्र के हाथ में लट्ठ था, जिससे कि उसने पीटना शुरू कर दिया। चौकी प्रभारी राजेंद्र सय्यदे के मुताबिक, आरोपी लोकेंद्र पिता शोभाराम गुर्जर, किशोर पिता भवानीराम गुर्जर, रोहित पिता किशोर गुर्जर के खिलाफ मारपीट और एट्रोसिटी एक्ट की धाराओं में एफआईआर दर्ज की है।
शहडोल जिले के अमलाई थाना क्षेत्र में रेलवे पुल निर्माण के लिए बनाए गए डायवर्शन मार्ग पर बच्चों की जान खतरे में है। गुरुवार को इसी कीचड़ भरे रास्ते पर एक स्कूल वैन अनियंत्रित होकर पलटने से बची, जिससे बच्चों में दहशत फैल गई। हालांकि, बच्चों की सूझ-बूझ से एक बड़ा हादसा टल गया। प्रत्यक्ष दर्शियों के मुताबिक, स्कूल के बच्चे रोज की तरह अपनी वैन से स्कूल जा रहे थे। अमराडंडी के पास डायवर्शन मार्ग पर भारी बारिश के कारण गहरा कीचड़ जमा था। इसी कीचड़ में फंसकर स्कूली वैन अनियंत्रित हो गई। खतरा भांपते हुए बच्चों ने तुरंत वैन से छलांग लगा दी और सुरक्षित बच निकले। लगातार हो रहे हादसे, प्रशासन लापरवाह यह कोई पहली घटना नहीं है। कुछ समय पहले इसी मार्ग पर एक ट्रैक्टर भी कीचड़ में फंसकर पलट गया था, जिसमें चालक ने कूदकर अपनी जान बचाई थी। स्थानीय लोगों का कहना है कि रेलवे पुल निर्माण के कारण यह डायवर्शन मार्ग लंबे समय से उपयोग में है और बारिश के मौसम में इसकी स्थिति बद से बदतर हो जाती है। इस खतरनाक रास्ते से राहगीरों और वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोगों ने स्थानीय प्रशासन और रेलवे विभाग से इस समस्या पर जल्द ध्यान देने और डायवर्शन मार्ग की मरम्मत कराने की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसे जानलेवा हादसों से बचा जा सके। अमलाई थाना प्रभारी जेपी शर्मा ने कहा- मार्ग पर गड्ढे होने के कारण यह हादसा हुआ था। सभी छात्र सुरक्षित हैं। ठेकेदार को कहा गया है कि मार्ग की मरम्मत कराकर उसे तत्काल ठीक करें।
बैतूल में टेक्सटाइल्स दुकान में फिर चोरी:नकदी और दस्तावेज गायब; शहर में एक हफ्ते में पांचवीं घटना
बैतूल में बुधवार रात कोठी बाजार क्षेत्र की प्रतिष्ठित कपड़ा दुकान अरिहंत टेक्सटाइल्स में चोरी हो गई। चोरों ने दुकान का गेट तोड़कर प्रवेश किया और नकदी सहित जरूरी दस्तावेज चुरा लिए। यह वही दुकान है जहां दो माह पूर्व 21 मई को 10 लाख 20 हजार की चोरी हुई थी। इस वारदात का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। दुकान संचालक पदम सुराणा ने कोठी बाजार थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि 30 जुलाई की रात वे 8:30 बजे दुकान बंद कर घर गए थे। आज (31 जुलाई) सुबह 9:30 बजे जब दुकान पहुंचे तो मुख्य गेट टूटा हुआ मिला। अंदर जाकर देखा तो गल्ले से 12 हजार रुपए नकद और एक पर्स गायब था। पर्स में एसबीआई का एटीएम कार्ड, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और लगभग 3 हजार रुपए की चिल्लर थी। इस बार चोर दुकान के पिछले हिस्से से घुसे। दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरों में कुछ संदिग्ध गतिविधियां रिकॉर्ड हुई हैं। पुलिस इनके आधार पर जांच कर रही है। लेकिन अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई। एक सप्ताह की पांचवीं चोरीयह वारदात शहर में बीते एक सप्ताह की पांचवीं चोरी है। इससे पहले गंज क्षेत्र में मेडिकल एजेंसी सहित चार दुकानों में एक ही रात चोरी हुई थी। लगातार हो रही वारदातों से व्यापारियों में आक्रोश है। व्यापारियों का कहना है कि पुलिस की गश्त महज औपचारिकता बनकर रह गई है। जिले में पिछले एक माह में बैतूल में 6, भैसदेही में 8 और आठनेर में 3 चोरी की घटनाएं हुई हैं। कुल 17 मामलों में अब तक पुलिस किसी भी चोरी का खुलासा नहीं कर सकी। बढ़ती घटनाओं से व्यापारी और आमजन खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। वे ठोस सुरक्षा इंतजाम की मांग कर रहे हैं।
झज्जर जिले के बहादुरगढ़ में एक ज्वेलरी शोरूम पर चाकू की नोक पर लूट की वारदात को अंजाम देने का मामला सामने आया है। लूट की वारदात सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हुई है। जिसमें एक बदमाश चाकू की नोक पर लूट की वारदात को अंजाम देते हुए साफ दिखाई दे रहा है। आरोपी ने बखूबी ढंग से इस लूट की वारदात को अंजाम दिया। स्थानीय लोगों ने उसका पीछा कर लूट का सामान तो उसे छीन लिया मगर लुटेरा मौके का फायदा उठाकर भाग निकला। लूट की वारदात बहादुरगढ़ शहर के बीच से होकर गुजर रहे दिल्ली रोहतक रोड पर हुई है। जहां से सिटी पुलिस थाना महज 100 मीटर की दूरी पर है। बहादुरगढ़ के दिल्ली रोहतक रोड पर झज्जर मोड़ के पास सूरजभान रामनिवास ज्वेलर्स की दुकान है। यहां दोपहर के समय एक युवक सोने के आभूषण खरीदने के बहाने से शोरूम के अंदर दाखिल हुआ। उसने एक सोने की अंगूठी खरीदने की बात कही और दुकानदार को पैसे देने के लिए बैग के अंदर हाथ डाला लेकिन उसने रुपए या फिर एटीएम कार्ड की बजाय बड़ा सा चाकू निकाल लिया। चाकू दिखाकर ज्वेलरी शोरूम मालिक को डराया सबसे पहले उसने ज्वेलरी शोरूम के मालिक के पास बैठे कारीगर पर हमला करने का प्रयास किया और बाद में चाकू दिखाकर ज्वेलरी शोरूम के मालिक रामनिवास को भी डराया धमकाया। इतना ही नहीं उसने जान से मारने की धमकी देकर दुकान में रखे सारे सोने के आभूषण ले लिए और अपने बैग में डालकर भाग निकला। आरोपी हमलावर के ज्वेलरी शोरूम से बाहर निकालते ही कारीगर ने शोर मचा दिया। जिसके बाद आसपास के दुकानदार इकट्ठा हुए और शहर के बराही रोड पर दुकानदारों ने लुटेरे का पीछा किया। व्यापारियों ने की गश्त बढ़ाने की मांग दुकानदारों ने उससे लूट का सामान तो छीन लिया मगर वह लुटेरा चाकू दिखाकर भागने में कामयाब हो गया। लूट की वारदात बहादुरगढ़ सिटी पुलिस थाने से महज 100 मीटर की दूरी पर हुई है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची लेकिन आरोपी का अभी तक कोई सुराग नहीं मिल सका है। हरियाणा स्वर्णकार संघ के उप प्रधान बजरंग ने पुलिस से आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने और शहर में पुलिस की गश्त बढ़ाने की मांग की है। ताकि इस तरह की वारदात होने से रोकी जा सके।
पानीपत में मिठाई की दुकान और घर में घुसकर हमला करने के मामले में 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों से दो गंडासी और दो डंडे भी बरामद किए हैं। यह कार्रवाई समालखा पुलिस ने राक्सेहडा गांव में की है। मामला एक साल पुरानी रंजिश का है। 25 जुलाई को आरोपियों ने मिठाई की दुकान में घुसकर हमला किया था। पुलिस ने आज यानी गुरुवार को घटना की जानकारी दी। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान राक्सेहडा निवासी रोहित, चुलकाना निवासी गौरव और अनुज, समालखा कृष्णा कॉलोनी निवासी शक्ति और समीर, शास्त्री कॉलोनी निवासी अनिल तथा मनाना निवासी राहुल के रूप में हुई है। उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय सतीश वत्स ने बताया कि पीड़ित भीम सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में कहा था कि उनकी गांव में मिठाई की दुकान है। एक साल पहले दुकान पर उनके पोते शिवम के साथ गांव निवासी रोहित की मामूली बात पर हाथापाई हुई थी। इस मामले में गांव के प्रतिष्ठित लोगों ने राजीनामा करवा दिया था। 25 जुलाई को शाम करीब 8 बजे भीम सिंह का पोता शुभम दुकान पर बैठा था। स्कूटी और बाइक को भी तोड़ दियातभी रोहित और अशोक अपने 20-30 अन्य साथियों के साथ लाठी, डंडे और गंडासे लेकर आए। उन्होंने दुकान में घुसकर शुभम को पीटना शुरू कर दिया। दुकान के बाहर खड़ी स्कूटी और बाइक को भी तोड़ दिया।इसके बाद आरोपियों ने भीम सिंह के घर में घुसकर उनके, उनकी पत्नी कृष्णा और बेटे मोनू के साथ मारपीट की। गांव के लोगों को आता देख आरोपी हथियार लहराते हुए बाइकों पर सवार होकर भाग गए। करीब 10 मिनट बाद आरोपी रोहित का पिता इंद्र गांव बसाडा की ओर से स्विफ्ट कार में आया। लोगों ने उसे घटना के बारे में बताने की कोशिश की तो उसने कार की गति बढ़ाकर जान से मारने की कोशिश की। सीआईए टू प्रभारी इंस्पेक्टर फूल कुमार की टीम ने सोमवार की देर शाम हथवाला रोड से सातों आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया गया है।
शहडोल जिले के जयसिंहनगर जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत बसोहरा, ठेंगरहा और देवरी में सड़कों की स्थिति खराब है। करीब 5 किलोमीटर लंबी सड़क की हालत इतनी बुरी है कि छात्र-छात्राओं को स्कूल पहुंचने में परेशानी होती है। इमरजेंसी में एंबुलेंस भी गांव तक नहीं पहुंच पाती है। मरीजों को कई किलोमीटर पैदल या अन्य साधनों से यात्रा करनी पड़ती है। ग्रामीण सुरेश सिंह का कहना है कि ब्यौहारी के विधायक शरद कोल पिछले चुनाव के बाद से अपने क्षेत्र का हालचाल जानने नहीं आए हैं। सड़क पर कीचड़ और बड़े गड्ढे थोड़ी बारिश होने पर सड़क पर कीचड़ और बड़े गड्ढे हो जाते हैं। इससे आवागमन में भारी परेशानी होती है। छात्रा रश्मि ने कहा कि मैं प्रतिदिन इसी कच्चे मार्ग के सहारे स्कूल जाती हूं। सड़क में कीचड़ के कारण दिक्कत होती है। सड़क संपर्कता सर्वे पूरा हो गया ग्राम पंचायत बसोहरा के सरपंच दशरथ सिंह मरावी ने बताया कि सड़क संपर्कता सर्वे किए हुए काफी समय बीत गया है। लेकिन अभी तक शासन स्तर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। हमने अधिकारियों से इस सड़क की स्वीकृति और निर्माण कार्य कराने का निवेदन किया है। लोगों ने जल्द सड़क बनाने की मांग की दशरथ सिंह बोले कि मध्यप्रदेश और केंद्र में भाजपा सरकार विकास कार्यों के नए आयाम स्थापित करने का दावा कर रही है। वहीं इन गांवों में सड़क, स्वास्थ्य और शिक्षा की बुनियादी सुविधाएं आज भी बेहतर नहीं हो पाई हैं। स्थानीय लोगों ने शासन-प्रशासन से जल्द ही निर्माण कार्य शुरू कराने की मांग की है। विधायक बोले- खराब सड़क की जानकारी नहीं भाजपा विधायक शरद कोल ने कहा कि यह समस्या उनकी जानकारी में है। मार्ग निर्माण की कार्रवाई प्रक्रिया में है। उन्होंने बताया कि जल्द ही ग्रामीणों को नई सड़क की सौगात मिलेगी।
हरियाणा के नूंह जिले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही देखने को मिली है। जहां अल आफिया नागरिक अस्पताल मांडीखेड़ा में डिलीवरी कराने आई एक महिला के सिजेरियन ऑपरेशन के बाद उसके बच्चे का हाथ काट दिया गया। जब महिला के तीमारदारों ने डॉक्टरों से इसका कारण पूछा तो उक्त डॉक्टरों ने बच्चे के हाथ में हल्का सा ब्लेड लगने की बात कही। जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल में जमकर बवाल काटा। परिजनों का आरोप है कि जब उक्त डॉक्टरों से जानबूझकर हाथ काटने के बारे में बोला गया था तो डॉक्टरों ने उनके साथ गाली गलौज करते हुए धक्के मारकर अस्पताल से बाहर निकाल दिया। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों ने कानूनी कार्रवाई करने पर महिला और बच्चे को जहर का टीका देकर मारने की बात कही। फिलहाल पीड़ित शिशु को रोहतक पीजीआई के लिए रेफर कर दिया।
टीकमगढ़ शहर के सभी जैन मंदिरों में गुरुवार को भगवान पार्श्वनाथ का मोक्ष कल्याणक दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर जैन समाज के लोगों ने मंदिरों में लड्डू चढ़ाए। धर्म प्रभावना समिति के अध्यक्ष नरेंद्र जैन ने बताया कि सभी जैन मंदिरों में अभिषेक और शांति धारा के बाद पार्श्वनाथ पूजन हुआ। सिद्ध सिला आकार के विशेष लड्डू प्रमुख वेदियों पर चढ़ाए गए। सभी श्रावकों ने गोल लड्डू अर्पित किए। शहर के बाजार जैन मंदिर में मुनि सौम्य सागर महाराज और मुनि जयंत सागर महाराज का चातुर्मास चल रहा है। श्रद्धालुओं को उनके प्रवचन का लाभ भी मिला। मुनि सौम्य सागर महाराज ने अपने प्रवचन में कहा कि हमारी पहचान हमारे लक्षण से होती है। उन्होंने बताया कि व्यक्ति के लक्षण से उसके व्यक्तित्व की पहचान होती है। उन्होंने कहा कि पुत्र वही होता है जो पिता की सेवा करे। मुनि जी ने आगे कहा कि जहां सभी का पुण्य उदय होता है, वहां तीर्थंकर का जन्म होता है। उन्होंने बताया कि संसार में अनेक कष्ट समतापूर्वक सहन करने के बाद आज के दिन भगवान को केवल्य ज्ञान प्राप्त हुआ था और वे मोक्ष गए थे। मुनि सौम्य सागर महाराज ने पार्श्वनाथ भगवान के 10 भवों का विस्तारपूर्वक वर्णन किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में जैन समाज के लोग उपस्थित रहे।
बिलासपुर में खनिज विभाग के अफसर बदलने के बाद भी हालात में कोई सुधार नहीं हो रहा है। प्रतिबंध के बाद भी जिले में रेत, मुरूम और मिट्टी की बेतरतीब तरीके से अवैध उत्खनन और परिवहन हो रहा है। बुधवार को खनिज विभाग ने छापेमारी की, तब 5 ट्रैक्टर के साथ ही 700 घन मीटर रेत के अवैध भंडारण को जब्त किया। दरअसल, राज्य शासन ने मानसून शुरू होने के साथ ही 15 अक्टूबर तक रेत, मुरम और मिट्टी जैसे खनन पर रोक लगा दिया है। इसके बावजूद जिले में माफिया सक्रिय हैं। कलेक्टर की सख्ती का भी खनिज माफियाओं पर कोई असर नहीं हो रहा है। पिछले 2 जुलाई को उप संचालक डॉ. दिनेश मिश्रा और खनिज अधिकारी रमाकांत सोनी का तबादला हो गया। जिसके बाद यहां जिले में नए खनिज अधिकारी की पोस्टिंग की गई। बता दें कि रायपुर में पदस्थ नए उप संचालक केके गोलघाटे को यहां डिप्टी डायरेक्टर की जिम्मेदारी दी गई है। नए अफसर की पहली कार्रवाई, 5 ट्रैक्टर जब्त नवपदस्थ डिप्टी डायरेक्टर गोलघाटे के जॉइन करने के बाद जिले में पहली बार छापेमारी की गई। जोगीपुर क्षेत्र में रेत का अवैध खनन कर रहे दो ट्रैक्टर जब्त कर रतनपुर थाने के सौंप दिया। आमागोहन क्षेत्र से रेत भरकर ले जा रहे तीन ट्रैक्टर जब्त कर बेलगहना पुलिस चौकी को सौंपे गए। वहीं नगोई क्षेत्र में लगभग 700 घनमीटर रेत का अवैध भंडारण मिला, जिसे जब्त कर जिला पंचायत सदस्य निरंजन पैकरा की सुपुर्दगी में दिया गया है। शहर से लेकर गांव तक चल रहा बेखौफ उत्खनन जिले में प्रतिबंध के बाद भी शहर के अरपा नदी के तट पर दयालबंद, ढेका, दोमुहानी से लेकर कोनी, सेंदरी, कछार के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र के रतनपुर, जोगीपुर, कोटा, बेलगहना, सोनपुरी, नगोई, खोंगसरा और आमागोहन क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर अवैध उत्खनन चल रहा है। इसके साथ ही खनिज माफिया मुरुम और मिट्टी खोदकर बिल्डर को बेच रहे हैं। रेत माफियाओं पर प्रशासन की सख्ती का कोई असर नहीं हो रहा है। रेत का अवैध खनन, परिवहन और भंडारण किया जा रहा है।
बूंदी में आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के अंतर्गत 'संपूर्णता अभियान' में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों का सम्मान किया गया। गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय सम्पूर्णता अभियान सम्मान समारोह आयोजित हुआ। जिला प्रमुख चंद्रावती कंवर और जिला कलेक्टर अक्षय गोदारा ने कर्मयोगियों को प्रशस्ति पत्र और पदक प्रदान किए। समारोह में शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, ढांचागत विकास, कृषि और महिला एवं बाल विकास क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित किया गया। पंचायत समिति केशवरायपाटन के विकास अधिकारी भानु प्रताप सिंह हाड़ा को अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए कांस्य पदक और प्रशस्ति पत्र दिया गया। इसके अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारियों को भी सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वालों में सीएमएचओ डॉ. ओपी सामर, उपनिदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग ऋचा चतुर्वेदी, संयुक्त निदेशक कृषि विभाग डॉ. कौशल कुमार सोमाणी शामिल थे। कापरेन के ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जितेंन्द्र सिहरा, ब्लॉक बाल विकास अधिकारी केशवरायपाटन विपुल शुक्ला, सहायक कृषि अधिकारी पप्पूलाल मीणा भी सम्मानित हुए। कृषि पर्यवेक्षक राकेश कुमार वर्मा, खंड कार्यक्रम अधिकारी हरीता व्यास, चिकित्साधिकारी डॉ. नरेन्द्र गुर्जर, प्रगति प्रसार अधिकारी सुनील कुमार और महिला पर्यवेक्षक राजेश्वरी शर्मा को भी प्रशस्ति पत्र दिए गए। समारोह में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवि वर्मा, मुख्य आयोजना अधिकारी बैजनाथ भील और आर्थिक व सांख्यिकी विभाग की उप निदेशक पूनम ढाका सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन सांख्यिकी अधिकारी सत्यवान शर्मा ने किया।
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में गुरुवार को बेटे ने पिता की हत्या कर दी। मोबाइल खरीदने के लिए पैसे नहीं देने पर बेटे ने डंडे से पीट-पीटकर बाप को मार डाला। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। यह मामला प्रेमनगर थाना क्षेत्र का है। दरअसल, रामभरोस पण्डो (22) पिता सुमार सय (55) से मोबाइल खरीदने के लिए 5 हजार रुपए मांगे थे। लेकिन पिता ने पैसे ने देने से इनकार कर दिया और गुस्से में बेटे में थप्पड़ जड़ दिया। मारने पर बेटा तिलमिला गया और उसे धक्का देकर जमीन पर गिराया। डंडे से किया ताबड़तोड़ हमला फिर डंडे से ताबड़तोड़ हमलाकर पिता को मार डाला। हत्या की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया। आरोपी बेटे के हिरासत में ले लिया गया है। बाप-बेटे के बीच होते रहते थे विवाद प्रारंभिक जांच में पता चला है कि बाप-बेटे के बीच अक्सर छोटी-मोटी बातों पर विवाद होता रहता था। पुलिस का कहना है कि इस मामले में आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। उसे कस्टडी में लेकर पूछताछ की जा रही है।
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संगठन सृजन अभियान के तहत रायपुर में शहीद पंकज विक्रम वार्ड के लिए मंडल और सेक्टर कमेटियों के गठन को लेकर बैठक रखी गई। यह बैठक महिला कांग्रेस की प्रदेश महासचिव और प्रवक्ता प्रीति उपाध्याय शुक्ला के निवास पर हुई। बैठक की अध्यक्षता ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष सुमित दास महंत ने की। इस दौरान रायपुर शहर कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश दुबे और ब्लॉक कांग्रेस प्रभारी मनोज कंदोई भी मौजूद रहे। बैठक में कांग्रेस संगठन को वार्ड स्तर पर मजबूत करने और मंडल-सेक्टर स्तर पर नई कमेटियों के गठन पर विस्तार से चर्चा की गई। सभी उपस्थित सदस्यों ने अपने सुझाव भी दिए। संगठन सृजन अभियान के माध्यम से कांग्रेस देशभर में जमीनी स्तर पर संगठन को सशक्त बना रही है। खासकर महिलाओं और युवाओं को पार्टी से जोड़ने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। बैठक में ये रहे मौजूद बैठक में शहर कांग्रेस प्रभारी महामंत्री श्रीनिवास, वरिष्ठ नेता शिव ग्वालानी, पूर्व पार्षद देवेंद्र यादव, विवेक अग्रवाल, प्रवाह नासरे, उमेश गुप्ता, राज देवांगन, अभिनय दुबे, माधव छुरा, योगेश तिवारी, रवि ग्वालानी, दासाराम नेताम, पुष्पराज बैद, अभिषेक पांडे, अविरल त्रिपाठी, सतीश कटियार, संतोष वाघमारे, झूमुक लाल निषाद समेत कई ब्लॉक पदाधिकारी मौजूद रहे।
टीकमगढ़ में पाल समाज ने गुरुवार को विमुक्त घुमंतू एवं अर्ध घुमंतू जनजाति महासंघ के बैनर तले कलेक्टोरेट में प्रदर्शन किया। उन्होंने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर घुमक्कड़ जाति प्रमाण पत्र जारी करने की मांग की। संघ के जिला अध्यक्ष प्रकाश पाल ने बताया कि मध्य प्रदेश शासन के आदेश के अनुसार, घुमक्कड़ एवं अर्ध घुमक्कड़ जनजाति की सूची में धनगर के साथ-साथ उपजाति के रूप में गड़रिया, कुरमार, हटकर, हाटकर, गाडरी, धारिया, गोसी, ग्वाला (गड़रिया), गारी, गायरी और गड़रिया (पाल, बघेले) को शामिल किया गया है। इससे इन सभी उपजातियों को घुमक्कड़ योजनाओं का लाभ मिल सकता है। पहले बन रहे थे, अब इनकार प्रकाश पाल ने बताया कि पहले टीकमगढ़ जिले में लगातार ये जाति प्रमाण पत्र बनाए जा रहे थे, लेकिन अब टीकमगढ़ और जतारा के अनुविभागीय अधिकारी कहते हैं कि पाल गडरिया (पाल, बघेले) के प्रमाण पत्र नहीं बनाए जाएंगे, जबकि राज्य के अन्य सभी जिलों में ये प्रमाण पत्र लगातार जारी किए जा रहे हैं। कलेक्टर से हस्तक्षेप की मांग पाल समाज ने कलेक्टर से मांग की है कि टीकमगढ़ के सभी अनुविभागीय अधिकारियों को इस संबंध में स्पष्ट आदेश जारी किया जाए, जिससे गड़रिया (पाल, बघेले) के घुमक्कड़ एवं अर्ध घुमक्कड़ जाति प्रमाण पत्र जारी हो सकें और समाज के लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके। प्रदर्शन कारियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांग पर जल्द ही कोई कार्रवाई नहीं की गई तो वे धरना प्रदर्शन और बड़ा आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।
यूनिराज एलुमिनी फेडरेशन की ओर से जयपुर में ‘गुणिजन विद्यार्थी सम्मान समारोह’ का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजस्थान सरकार के पूर्व राज्य मंत्री राजीव अरोड़ा रहे, जिन्होंने मंच से 90 से अधिक मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित किया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। अपने संबोधन में अरोड़ा ने कहा कि इन विद्यार्थियों की आंखों में मैंने भारत के भविष्य की चमक देखी है। ये युवा केवल मेहनती नहीं हैं, बल्कि समाज और राष्ट्र निर्माण के प्रति भी पूरी तरह समर्पित हैं। उन्होंने ऐसे आयोजनों को समाज में सकारात्मक ऊर्जा और प्रेरणा का स्रोत बताया और कहा कि जब शिक्षा, परिश्रम और संकल्प को सार्वजनिक रूप से सराहा जाता है, तो यह आने वाली पीढ़ियों को नई दिशा देने का काम करता है। समारोह का सबसे प्रेरणादायक क्षण उस वक्त आया जब 70 वर्षीय तारा चंद अग्रवाल को हाल ही में घोषित चार्टर्ड अकाउंटेंसी परीक्षा में सफल होने पर मंच पर विशेष सम्मान प्रदान किया गया। राजीव अरोड़ा ने इस अवसर को व्यक्तिगत रूप से अत्यंत भावनात्मक और प्रेरणादायक ताते हुए कहा कि अग्रवाल की यह सफलता हर पीढ़ी के लिए एक जीवंत प्रेरणा है। उनका संघर्ष यह दर्शाता है कि सीखने और आगे बढ़ने की कोई उम्र नहीं होती। अरोड़ा ने यूनिराज एलुमिनी फेडरेशन के सभी पदाधिकारियों और आयोजन से जुड़े सदस्यों को सार्थक और भव्य कार्यक्रम के आयोजन के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि ऐसे मंच न केवल विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हैं, बल्कि उनमें सामाजिक जिम्मेदारी की भावना भी विकसित करते हैं।
पलवल में एक बाइक सवार युवक को हथियारबंद बदमाशों ने पहले किडनैप किया। फिर उसके साथ लूटपाट की। घटना लोहिना गांव के पास की है। मुंडकटी थाना पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है।लोहिना गांव निवासी अजय ने पुलिस को बताया कि वह रात करीब 10.40 बजे होडल से अपनी बाइक पर अपने गांव लोहिना जा रहा था। जब वह बंचारी-लोहिना गांव के बीच पहुंचा तो एक युवक ने उसकी बाइक रोकने का इशारा किया। बाइक रुकते ही दूसरा युवक वहां आया और उसने देसी कट्टा अजय की कनपटी पर लगा दिया। दोनों बदमाश उसे पास की एक कोठरी में ले गए। वहां उन्होंने अजय के साथ मारपीट की और उसके 1900 रुपए नकद व मोबाइल फोन लूट लिए। दरवाजा बाहर से बंद थाजब अजय ने विरोध किया तो आरोपियों ने उसकी गर्दन दबा दी। इससे वह बेहोश हो गया। बदमाश उसे कोठरी के अंदर बंद करके उसकी बाइक, नकदी और मोबाइल फोन लेकर फरार हो गए। होश आने पर अजय ने दरवाजा खोलने का प्रयास किया। दरवाजा बाहर से बंद था। उसने जोर से दरवाजा हिलाया तो वह खुल गया। उसने शोर मचाया, लेकिन वहां कोई नहीं था। इसके बाद वह पैदल अपने घर पहुंचा और परिजनों को पूरी घटना के बारे में बताया। परिजनों ने डायल 112 पर कॉल की। पुलिस मौके पर पहुंची और जांच के बाद पीड़ित को थाने में लिखित शिकायत देने को कहा।मुंडकटी थाना प्रभारी तेजपाल के अनुसार, पीड़ित की शिकायत पर लूटेरों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है और उनकी तलाश शुरू कर दी गई है।
पूर्व मुख्यमंत्री मोहनलाल सुखाड़िया की 109 वीं जन्म जयंती मनाई। नाथद्वारा में कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम आयोजित कर सुखाड़िया को याद किया। इस अवसर पर कांग्रेसी कार्यकर्ता व पदाधिकारी नगर के सुखाड़िया पार्क पहुंचे जहां उनकी प्रतिमा पर माल्यापर्ण कर उनको श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सुखाड़िया के कार्यकाल व नाथद्वारा नगर के प्रति उनके प्रेम को याद करते हुए नारे लगाए। कांग्रेस नगर अध्यक्ष दिनेश एम जोशी ने कहा कि आधुनिक राजस्थान के जनक सुखाड़िया लंबे समय तक प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे थे, उनका नाथद्वारा के प्रति विशेष प्रेम था। इसी के चलते उन्हें आज भी क्षेत्र की जनता याद करती है। इस दौरान अनुसूचित जाति जनजाति एवं अल्पसंख्यक कल्याण संस्थान अध्यक्ष व स्थानीय पार्षद सुरेश छापरवाल, कांग्रेस नगर अध्यक्ष दिनेश एम जोशी, लोकेश राठौर, सूर्यप्रकाश छापरवाल, गुलाब दुर्गावत, निर्मल सिंघवी, मोहन मीणा, शीतल पालीवाल, विशाल उपाध्याय, गोपाल व कन्हैयालाल, बहादुर सिंह, कैलाश वसीटा सहित कार्यकर्ता व वार्डवासी उपस्थित रहे।
चरखी दादरी सिविल अस्पताल में उपचार के लिए लाए गए अज्ञात को रोहतक पीजीआई रेफर किया गया। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान नहीं हो पाई है। व्यक्ति के हाथ पर त्रिशूल व मां का नाम लिखा हुआ है। पीजीआई में हुई मौतपुलिस प्रवक्ता ने बताया कि एक अज्ञात व्यक्ति को इलाज के लिए बुधवार को दादरी सिविल अस्पताल लाया गया था जिसकी उम्र करीब 40 साल है। सिविल अस्पताल से उसे रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया गया था। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई है। व्यक्ति के शरीर के ऊपर के हिस्से में कोई कपड़े नहीं है नीचे पीले रंग की पजामी पहनी हुई है । हाथ पर मां का नाम गुदा हुआ पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि मृतक के बाएं हाथ में काले रंग का रबड़ है और कलाई पर अंग्रेजी में जेएस लिखा हुआ है। उसके बाएं हाथ पर त्रिशूल भी गुदा हुआ है । वहीं दाहिने हाथ पर कमलेश दहिया मां लिखा हुआ है। मृतक की पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस शिनाख्त के प्रयास कर रही है।
नहाते समय नाले में डूबे बच्चे, दो शव निकाले:छिंदवाड़ा में 6 दोस्त एक साथ पहुंचे थे; SDERF ने ढूंढा शव
छिंदवाड़ा में नहाने गए दो बच्चे नाले में डूब गए। दोनों के शव बाहर निकाल लिए गए हैं। कोलाढाना क्षेत्र में बने सिवरेज पॉइंट के पास गुलाबरा क्षेत्र के छह बच्चे गुरुवार को खेलने के लिए कोलाढाना क्षेत्र में पहुंचे थे। खेलते-खेलते वे सिवरेज पॉइंट के पास बने बोदरी नाले में उतरकर नहाने लगे। इसी दौरान अचानक दो बच्चे पानी के तेज बहाव में डूब गए। अन्य चार बच्चों ने घटना को देखकर शोर मचाया, जिससे स्थानीय लोग मौके पर एकत्रित हो गए। उन्होंने तुरंत डूबे बच्चों को बचाने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। काफी देर की मशक्कत के बाद एक बच्चे का शव बाहर निकाला जा सका। वहीं दूसरे का शव निकालने के लिए एसडीईआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। जिसके बाद दूसरे शव को भी निकाला गया। कोतवाली थाना निरीक्षक आशीष कुमार ने बताया कि मृतकों की पहचान देव पिता रामकुमार चौरसिया उम्र 14 वर्ष वही दूसरा मृतक फनी पिता विजय वर्मा उम्र 15 वर्ष के रूप मे हुईं है दोनों गुलाबरा के निवासी थे. प्रशासन ने घटना की गंभीरता को देखते हुए जांच के निर्देश दिए हैं। मौके पर भारी संख्या में ग्रामीण और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद हैं। एसडीएम सुधीर जैन, कोतवाली निरीक्षक आशीष कुमार व एसडीईआरएफ की टीम ने मौके पर राहत और बचाव कार्य किया।
डूंगरपुर की बिछीवाड़ा थाना पुलिस ने थाना क्षेत्र के डेडली गांव में दबिश दी। इस दौरान पुलिस ने एक मकान से राजस्थान निर्मित अवैध शराब के 74 कार्टन जब्त किए। मकान मालिक पुलिस को देखकर मौके से फरार हो गया। पुलिस ने आबकारी अधिनियम में मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। बिछीवाड़ा थाने के थानाधिकारी कैलाश सोनी ने बताया कि मुखबिर से डेडली निवासी कालू अहारी के घर पर अवैध रूप से शराब के भंडारण की सूचना मिली थी। इस सूचना पर पुलिस की टीम ने मौके पर जाकर दबिश दी। पुलिस को देखकर कालू मौके से फरार हो गया। पुलिस ने मकान की तलाशी ली तो एक कमरे में शराब के कार्टन भरे हुए मिले। मौके से राजस्थान निर्मित अंग्रेजी शराब के 74 कार्टन जब्त किए गए। थानाधिकारी सोनी के अनुसार जब्त शराब की कीमत करीब 3 लाख 50 हजार रुपए है। पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी है। साथ ही राजस्थान निर्मित शराब घर में कैसे पहुंची, इसकी भी जांच की जा रही है। प्रारंभिक जांच में शराब किसी सरकारी ठेके से लाकर गुजरात में तस्करी करने की संभावना जताई जा रही है।
जयपुर के सवाई मानसिंह हॉस्पिटल में आने वाले मरीजों के लिए थोड़ी राहत है। डीडीसी काउंटरों पर अन उपलब्ध दवाईयों को काउंटर नंबर 10, 11 से लेने के लिए अब मरीजों को अपनी पर्ची पर सीनियर प्रोफेसर या यूनिट हैड के साइन करवाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। दरअसल अभी हॉस्पिटल में ये व्यवस्था है कि जो दवाइयां मरीजों को डीडीसी काउंटर पर उपलब्ध नहीं होती है उस दवाई को हॉस्पिटल प्रशासन मरीज स्थानीय स्तर पर खरीद करके देता है। स्थानीय स्तर पर खरीदी गई दवाईयों को विशेष काउंटर (10, 11) से दिया जाता है। इसके लिए मरीज को अपनी ओपीडी पर्ची की फोटो कॉपी के साथ दो आईडी कार्ड की फोटो कॉपी पहले जमा करवानी होती है। इसे जमा करवाने के बाद उसी दिन या उसके अगले दिन मरीज को दवाई खरीद कर दी जाती है। सीनियर प्रोफेसर या यूनिट हैड के साइन करवाने का नियम विशेष काउंटर से दवाई लेने के लिए मरीज को अपनी ओपीडी पर्ची पर सीनियर प्रोफेसर या यूनिट के हैड के साइन जरूरी होते है। जबकि ओपीडी में अक्सर जूनियर डॉक्टर या रेजिडेंट ही बैठते है और वे ही मरीज को ओपीडी में देखने के बाद पर्ची पर दवाइयां लिखकर साइन करके सील लगाकर देते है। ऐसे में मरीज को सीनियर प्रोफेसर को ढूंढने और उसके साइन करवाने के लिए परेशान होना पड़ता था। लेकिन हॉस्पिटल प्रशासन ने अब दवाईयों के लिए इनके हस्ताक्षर की अनिवार्यता को खत्म कर दिया है। महंगी दवाइयों के लिए साइन जरूरी एसएमएस हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ. सुशील भाटी ने बताया- मेडिकल एज्युकेशन सचिव के निर्देश पर अधिकांश दवाईयों पर सीनियर डॉक्टर्स के साइन की अनिवार्यता को खत्म कर दिया है। केवल कुछ चुनिंदा दवाईयां जो बाजार में काफी महंगी आती है, उन दवाईयों के लिए सीनियर प्रोफेसर या यूनिट हैड के साइन को अनिवार्य रखा है। डॉक्टर भाटी ने बताया- साथ ही हमने काउंटर नंबर 10 और 11 के सामने ही फोटो कॉपी की सुविधा भी शुरू करवा रहे है, ताकि मरीज को काउंटर के सामने ही ओपीडी पर्ची, आईडी कार्ड की फोटो कॉपी फ्री मिल सके। इसके लिए पहले मरीज हॉस्पिटल परिसर में इधर-उधर घूमते थे, लेकिन अब उन्हें घूमना नहीं पड़ेगा।
बड़वानी जिले में आदिवासी सरपंच और सचिवों से 10 लाख रुपए की अवैध वसूली का ऑडियो सामने आने के बाद जयस संगठन ने बेमियादी धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। गुरुवार को कार्यकर्ता पाटी नाके से बड़ी रैली लेकर निकले और शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए कारंजा चौराहे से जिला पंचायत कार्यालय पहुंचे। जयस संगठन के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष राजू पटेल ने बताया कि धरना प्रदर्शन के दौरान जिम्मेदार अधिकारी ज्ञापन लेने नहीं पहुंचे। इसलिए जिला पंचायत के सामने बड़वानी-अंजड़ रोड पर चक्काजाम कर दिया है। जयस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष राजू पटेल ने बताया- बड़वानी जिले में 416 ग्राम पंचायतें हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जिला पंचायत सीईओ काजल जावला रातो-रात जांच दल बनाती हैं। जहां 10 लाख रुपए मिल जाते हैं, वहां जांच में क्लीन चिट दे दी जाती है। जहां रुपए नहीं मिलते, वहां सरपंच और सचिवों पर एफआईआर दर्ज करा दी जाती है। पटेल ने कई ग्राम पंचायतों के नाम भी बताए, जहां 10 लाख रुपए नहीं देने पर एफआईआर दर्ज की गई है। इनमें ग्राम पंचायत लिंबी, बेरवाड़ा, कंदरा, आंवली, ओसाडा और अन्य ग्राम पंचायतें शामिल हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि आदिवासी महिला सरपंचों को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। जयस संगठन (जय आदिवासी युवा शक्ति) ने ऑडियो रिकॉर्डिंग की विशेष दल से जांच कराने की मांग की है। साथ ही मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत काजल जावला बड़वानी और तत्कालीन सीईओ जनपद पंचायत पाटी नीलेश नाग को तत्काल सस्पेंड करने की मांग की है। देखिए धरना-प्रदर्शन की तस्वीरें ये खबर भी पढ़ें... बड़वानी में लाखों रुपए की रिश्वत मांगने का AUDIO: जनपद अधिकारी और सचिव की बातचीत में 4 पंचायतों से 10-10 लाख मांगने का दावा बड़वानी में लाखों रुपए की रिश्वत मांगने का एक ऑडियो सामने आया है। यह ऑडियो जनपद पंचायत के अधिकारी और सचिव के बीच की बातचीत का बताया जा रहा है। वायरल ऑडियो में 4 पंचायतों से 10-10 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की जा रही है। बातचीत में कहा जा रहा है, मैडम ने 10 लाख का बोला है। देख लो नहीं तो मैडम FIR का बोल रही है। पूरी खबर पढ़ें...
अशोकनगर के बरखेड़ा छज्जू तालाब के अधिक बारिश के दौरान एक साथ कई गेट खोल दिए गए। इससे पानी खेतों में पहुंच गया और किसानों की धान व मक्का की फसल खराब हो गई। गुरुवार को प्रभावित ग्रामीण एकत्रित होकर कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे। उन्होंने अपर कलेक्टर मुकेश कुमार शर्मा को ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों ने बताया कि अति वर्षा के कारण तालाब के सभी गेट एक साथ खोल दिए गए हैं। इससे तालाब के नीचे रहने वाले ग्रामीणों के घर डूब गए हैं और किसानों की फसलें पूरी तरह से नष्ट हो गई हैं। ग्रामीणों की मांग है कि तालाब के गेट 30 अगस्त तक खुले रखे जाएं। तालाब के गेटों के एक साथ खुलने से तूमैन, बरिया चक्क, घरीही, देवखेड़ी, भादौन, मुल्लाखेड़ी और गरेठी गांवों के किसान प्रभावित हो रहे हैं। हर साल अगस्त और अक्टूबर के महीने में जब तालाब के गेट खोले जाते हैं, तो इन गांवों की फसलें खराब हो जाती हैं। ग्रामीण बोले- एक साथ खोले जाते हैं गेटग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन द्वारा तालाब को पूरी तरह भर दिया जाता है और फिर एक साथ सभी गेट खोल दिए जाते हैं। इससे ग्रामीणों के घर डूब जाते हैं और फसलें नष्ट हो जाती हैं। ग्रामीणों ने कहा कि जब वे अधिकारियों से इस संबंध में बात करते हैं, तो कोई कार्रवाई नहीं होती और न ही फसलों का मुआवजा दिया जाता है। ग्रामीणों ने अपर कलेक्टर से अनुरोध किया है कि वे स्वयं जाकर इस मामले का निरीक्षण करें। उनकी मांग है कि तालाब के गेट इस तरह खोले जाएं कि पानी धीरे-धीरे निकलता रहे, जिससे ग्रामीणों और किसानों को राहत मिल सके।
झांसी के ग्वालियर रोड पर बनी होमगार्ड ट्रेनिंग सेंटर की 100 साल पुरानी बिल्डिंग की ईंट लोगों पर गिर रही हैं। बावजूद इसके स्थानीय लोग मजबूरी में यहां से निकल रहे हैं। ऐसे इसलिए कि जिम्मेदारों ने जर्जर हो चुकी इमारत को हटाने की जहमत नहीं उठाई जबकि, PWD इसे कंडम घोषित कर चुका है। दरअसल, झांसी नगर निगम क्षेत्र के वार्ड नंबर 39 के दतिया गेट बाहर प्रथम इलाके में तीन मंजिला इमारत में होमगार्ड का ट्रेनिंग सेंटर संचालित होता था। लेकिन 100 साल से ज़्यादा की हो चुकी इस बिल्डिंग को अब बंद कर सेंटर शिफ्ट कर दिया गया है। साल 1995 में पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर यहां आए और बिल्डिंग की स्थिति का परीक्षण करने के बाद स्थानीय प्रशासन को साफ शब्दों में लिख दिया कि ये बिल्डिंग अब इस्तेमाल के लायक नहीं है। यदि इसका इस्तेमाल किया जाता है तो ये कभी भी गिर सकती है। साथ ही ये भी कहा गया कि यहां आसपास घनी आबादी की सुरक्षा को देखते हुए इसे गिरा देना चाहिए। यानी तीन मंजिला इमारत को आज से 20 साल पहले हटा देना चाहिए था लेकिन जिम्मेदारों ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। अब जब पूरे जिले में मूसलधार बारिश हो रही है तो ऐसे में मिट्टी और ईंटों से बनी इस 60 फीट ऊंची बिल्डिंग की दीवारों से ईंट सड़क पर गिरने लगी हैं। गुरुवार को बिल्डिंग वाले रास्ते से स्कूली बच्चे और इलाके के लोग गुजर रहे थे कि इसी दौरान बिल्डिंग के एक कोने की दीवारों से ईंट गिरने लगीं। गनीमत रही कि लोग यहां से बचकर निकल गए। इसके बाद स्थानीय पार्षद को इसकी सूचना दी गई। जिसके बाद उन्होंने अपने प्रतिनिधि को यहां भेजा साथ ही पीडब्ल्यूडी के लोगों को भी बुलाया गया। लेकिन बिल्डिंग को लेकर कोई रास्ता नहीं निकला। बिल्डिंग की ज़द में हैं कई मकान जर्जर हो चुकी पुराने होमगार्ड ट्रेनिंग सेंटर की बिल्डिंग गिरने की कगार पर है। लेकिन इससे आसपास के लोगों में दहशत भी है। क्योंकि बिल्डिंग से सटे हुए कई मकान बने हुए हैं। ऐसे में स्थानीय लोगों को डर सता रहा है। वहीं, बिल्डिंग के दूसरी तरफ भी कई मकान हैं, जिनमें रहने वाले डर के साये में जी रहे हैं कि ये बिल्डिंग गिरी तो उनके मकान भी इसकी ज़द में आएंगे। निवासी बोले, हमारी नींद उड़ी है और अधिकारी चैन से सो रहे पुराने होमगार्ड ट्रेनिंग सेंटर की बिल्डिंग के आसपास रह रहे लोगों को नगर निगम पर काफी गुस्सा है। उनका कहना है कि पार्षद को बताने के बाद उन्होंने नगर निगम को बिल्डिंग हटाने के लिए लिखित मांग पत्र दिया है। बावजूद इसके इसे नहीं हटाया जा रहा। बोले, बिल्डिंग गिरने के डर से हम लोग रातों को सो नहीं रहे हैं क्योंकि, इतनी बड़ी बिल्डिंग गिरी तो वह लोग उसके मलवे में दब सकते हैं। पार्षद ने कहा 15 साल से हो रहा पत्राचार वार्ड नंबर 39 की पार्षद राजेश्वरी प्रकाश देवी से दैनिक भास्कर ने बात की तो उन्होंने बताया कि 20 साल पहले ये इमारत जर्जर घोषित है। जब पीडब्ल्यूडी ने इससे खतरा बताया तो आसपास रहने वाले लोगों ने इसे हटवाने के लिए साल 2010 समें जिलाधिकारी से लेकर नगर आयुक्त तक सभी को लिखित प्रार्थना पत्र दिए। लेकिन बिल्डिंग जहां थी वहीं है। अब ये बारिश से गिरने लगी है।
श्योपुर जिले में विजयपुर जनपद के ग्राम बिचपुरी में बरसाती तानकर अंतिम संस्कार किया गया है। घटना एक दिन पहले मंगलवार की है। इसका वीडियो गुरुवार को सामने आया है। जानकारी के अनुसार, गांव निवासी महिला प्रेम कुशवाहा (45 वर्ष) का मंगलवार को निधन हो गया। परिजनों ने उनका अंतिम संस्कार गांव के पारंपरिक श्मशान घाट पर किया। श्मशान पर टीनशेड नहीं लगा श्मशान पर टीनशेड जैसी बुनियादी सुविधा न होने के कारण, परिजनों को बारिश के बीच प्लास्टिक की त्रिपाल तानकर अंतिम संस्कार करना पड़ा। अंतिम संस्कार के दौरान त्रिपाल पकड़े रहे लोग गुरुवार को सामने आए वीडियो में परिजन भीगे हुए कपड़ों में अंतिम संस्कार करते दिख रहे हैं। चारों ओर कीचड़ और बारिश के बीच जलती चिता पर त्रिपाल पकड़े लोगों की तस्वीरें ग्रामीण व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रही हैं। श्मशान घाट पर शेड की मांग स्थानीय ग्रामीण अमन शरमा, राजीव यादव, रामेश्वर बैरवा, अजित सिंह, सूरज शुक्ला का कहना है कि गांव में वर्षों से श्मशान घाट पर शेड की मांग की जा रही है। लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। बरसात के मौसम में इस तरह की स्थिति से हर साल कई परिवारों को जूझना पड़ता है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि गांव के श्मशान घाट पर जल्द से जल्द टीनशेड सहित अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। इससे भविष्य में किसी और परिवार को इस तरह की तकलीफ न उठानी पड़े। यह घटना एक बार फिर ग्रामीण इलाकों में मूलभूत ढांचे की अनदेखी को उजागर करती है। जहां अंतिम विदाई भी सम्मानपूर्वक देना संघर्ष बन गया है।