Trump administration will give a stipend of $1,000: डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने अवैध प्रवासियों के लिए एक नई योजना शुरू की है. अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे प्रवासियों को स्वेच्छा से अपने देश लौटने के लिए 1,000 डॉलर का 'स्टाइपेंड' और यात्रा खर्च दिया जाएगा. जानें पूरी बात
डॉलर के मुकाबले 27 पैसे मजबूत हुआ रुपया, 1 अमेरिकी Dollar की कीमत इतनी रह गई
Rupee strengthened by 27 paise : कच्चे तेल की कीमतों में तेज गिरावट और घरेलू शेयर बाजार में सकारात्मक रुख के बीच रुपया सोमवार को 27 पैसे मजबूत होकर 84.30 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि शेयर बाजार में मजबूत निवेश प्रवाह ...
हरियाणा के जींद से 35 लाख रुपए खर्च कर अमेरिका गए युवक की मौत हो गई। युवक तीन साल पहले जींद से डंकी रूट के जरिए अमेरिका गया था। दो मई को हार्ट अटैक से उसकी मौत हो गई। अब मृतक के शव को वापस लाने के लिए परिवार के लोग प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं। शव को अमेरिका से भारत आने में 30 लाख रुपए खर्च आएगा और परिवार के लोग इतने रुपयों की व्यवस्था नहीं कर पा रहे हैं। अलेवा गांव निवासी बलराज ने बताया कि वे चार भाई-बहन हैं। नवीन सबसे छोटा है। उनकी गांव में दो एकड़ जमीन है। नवीन की जिद थी कि वह विदेश में जाकर अच्छी कमाई करेगा और परिवार का सहारा बनेगा। नवीन 12वीं कक्षा पास करने के बाद तीन साल पहले डंकी रूट से होते हुए अमेरिका गया था। वहां कैलिफोर्निया पर नवीन को ट्रक ड्राइवर का काम भी मिल गया था। दो मई को हार्ट में हुई प्रॉब्लम नवीन को अमेरिका भेजने के लिए करीब 35 लाख रुपए खर्च किए। उन्हें उम्मीद थी कि उसका कर्ज भी उतर जाएगा। दो मई को नवीन को हार्ट में प्रॉब्लम हुई तो उसे वहां अस्पताल में भर्ती करवाया गया। वहां नवीन की मौत हो गई। अमेरिका से नवीन के साथियों का दो मई को फोन आया था कि नवीन की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। अब तक नवीन के शव का पोस्टमॉर्टम नहीं हुआ है। इसके बाद ही शव को वापस लाने के लिए प्रक्रिया शुरू होगी। बलराज ने बताया कि उसके भाई का शव को इंडिया वापस लाने में 30 लाख रुपए के करीब खर्च आने का अनुमान है और उनके परिवार के पास इतने रुपए नहीं हैं। वह चाहते हैं कि प्रशासन उनकी मदद करें।
होशियारपुर के दसूहा से एक युवक को अमेरिका भेजने के नाम पर ट्रैवल एजेंट ने 45 लाख रुपए की ठगी की। युवक साहिब सिंह पिछले 5 महीने से गोहाटी में लापता है। साहिब सिंह और हरियाणा के अन्य युवक का मारपीट का वीडियो सामने आया। पुलिस को दी शिकायत में पीड़ित के पिता सुच्चा सिंह ने बताया कि जनवरी 2024 में करनाल के संघोई के ट्रैवल एजेंट दविंदर सिंह से मुलाकात हुई। एजेंट ने पहले इटली स्टडी वीजा का प्रस्ताव रखा और 12 लाख रुपए में डील तय हुई। पासपोर्ट के साथ 2 लाख रुपए एडवांस लिए गए। अमेरिका भेजने का प्रस्ताव रखा, 45 लाख मांगे सितंबर 2024 में एजेंट ने वीजा बंद होने की बात कहकर अमेरिका भेजने का प्रस्ताव रखा। इसके लिए 45 लाख रुपए मांगे। अक्टूबर में साहिब सिंह को अमेरिका के लिए रवाना किया गया। 15 सितंबर तक परिवार से उसकी बात होती रही। वीडियो में घरवालों से पैसे की मांग इसके बाद साहिब सिंह और हरियाणा के एक अन्य युवक विराज की मारपीट का वीडियो सामने आया। दोनों युवक वीडियो में घरवालों से पैसे की मांग करते दिख रहे हैं। अपहरण की ऑडियो क्लिप भी वायरल हुई। परिवार की शिकायत पर दसूहा पुलिस ने एजेंट दविंदर सिंह और उसकी पत्नी रमनदीप कौर के खिलाफ मामला दर्ज किया है। दविंदर को हिरासत में ले लिया गया है, जबकि रमनदीप फरार है। बेटे को जान से मारने की दी धमकी शिकायतकर्ता ने बताया कि एजेंट पुलिस में शिकायत दर्ज करवाने को यह कहकर मना करता रहा कि अगर शिकायत दर्ज करवाई तो वह बेटे को जान से मार देंगे। जब 3 माह तक कोई हाल नहीं निकला तो 8 मार्च को हमारे द्वारा जिला पुलिस प्रमुख को शिकायत दी। जिसकी जांच दसूहा के डी एस पी द्वारा करकर 28 मार्च को मामला दर्ज किया गया।
नई दिल्ली, 4 मई . भारत के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार (पीएसए) और भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) बैंगलोर के नेशनल साइंस चेयर प्रोफेसर प्रो. अजय कुमार सूद को प्रतिष्ठित अमेरिकन अकादमी ऑफ आर्ट्स एंड साइंसेज (एएएएस) का अंतरराष्ट्रीय मानद सदस्य (आईएचएम) चुना गया है. यह सम्मान उनके सार्वजनिक मामलों और नीति निर्माण में असाधारण योगदान के ... Read more
रोहतक में मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर कहा कि यह हमला किसी एक राज्य पर नहीं, बल्कि पूरे देश पर हुआ है। हमले के बाद से पाकिस्तान की हवाइयां उड़ी हुई है। पाक कभी अमेरिका तो कभी यूएनओ से बात कर रहा है कि भारत को समझाए। मंत्री अरविंद शर्मा ने बताया कि आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से कार्रवाई को लेकर कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही। हमले के तुरंत बाद 5 प्रतिबंध लगाए गए। इसके बाद पाक की हवा खिसक गई। जो काम पाकिस्तान ने किया, उसकी किसी भी दरबार में कोई माफी नहीं है। आम आदमी पार्टी को मानवता से नहीं मतलबमंत्री अरविंद शर्मा ने कहा कि पंजाब से हरियाणा का पानी बंद करने के पीछे आम आदमी पार्टी की ओच्छी राजनीति है। इन्हें मानवता से कोई मतलब नहीं है। पिछले साल भी हरियाणा को पूरा पानी मिला, क्योंकि हरियाणा के रास्ते दिल्ली पानी जाता था। तब उन्होंने पानी क्यों नहीं रोका। अब दिल्ली में सरकार नहीं तो ओच्छी राजनीति शुरू कर दी। हरियाणा के हक को लेकर पक्ष विपक्ष दोनों एकजुटमंत्री अरविंद शर्मा ने कहा कि एक तरफ तो पंजाब कहता है कि हरियाणा के साथ उनका भाईचारा है और दूसरी तरफ इस प्रकार की हरकतें कर रहा है। पानी पर सबका हक है, कोई एक राज्य इस पर क्लेम नहीं कर सकता। आम आदमी पार्टी अब हरियाणा, दिल्ली व राजस्थान को भूल गए। अब वो दिन दूर नहीं, जब पंजाब को भी भूल जाएंगे। हरियाणा के हक को लेकर पक्ष व विपक्ष दोनों एकजुट है। जनगणना का पूरा देश कर रहा स्वागतमंत्री अरविंद शर्मा ने कहा कि जातीय जनगणना का पूरा देश स्वागत कर रहा है। हर चीज पर सोच समझकर काम किया जाता है। भाजपा ने कभी जातिगत जनगणना का विरोध नहीं किया। सरकार को लगा कि जातिगत जनगणना देशहित में है तो कर दिया। इसमें किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए।
स्पेसएक्स का स्टारबेस बना नया अमेरिकी शहर, क्या बोले एलन मस्क?
Starbase new US city : अमेरिका के टेक्सास में उस जगह को एक शहर घोषित किया गया है जहां उद्योगपति एलन मस्क की रॉकेट कंपनी स्पेसएक्स स्थित है। इसे स्टारबेस नाम दिया गया है। मेक्सिको सीमा के पास टेक्सास के दक्षिण में स्थित यह शहर केवल 3.9 वर्ग किलोमीटर ...
भारत के इस फैसले से जाएगा कड़ा संदेश... अमेरिका के पूर्व NSA ने पाकिस्तान पर कर दी बड़ी टिप्पणी
Pahalgam Terror Attack: पहलगाम हमले के बाद भारत ने कई बड़े फैसले लिए. जिसके तहत सिंधु जल समझौते को रद्द कर दिया. इसे लेकर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) ने टिप्पणी करते हुए ये बात कही है.
लखनऊ विश्वविद्यालय के हिंदी तथा आधुनिक भारतीय भाषा विभाग में एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। इसमें अमेरिका स्थित 'अंतरराष्ट्रीय हिंदी साहित्य प्रवाह' की संस्थापक डॉ. मीरा सिंह ने 'हमारी धरोहर' विषय पर अपने विचार रखे। डॉ. सिंह ने बलिया से फिलाडेल्फिया तक के अपने जीवन संघर्ष की कहानी साझा की। उन्होंने बताया कि भारतीय मूल्यों ने उन्हें हर कठिन परिस्थिति में राह दिखाई। अपने उपन्यास 'लक्षिता' और 'जीवन प्रवाह' का उल्लेख करते हुए उन्होंने स्त्री विमर्श और जीवन मूल्यों पर प्रकाश डाला। युवा पीढ़ी को विरासत से लगाव डॉ. सिंह ने नई पीढ़ी की चुनौतियों पर बात की। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को विरासत से लगाव है। लेकिन इसे जिम्मेदारी के साथ संभालना आज की मुख्य चुनौती है। उन्होंने धरोहर को केवल भौतिक वस्तुओं तक सीमित न रखते हुए विचारों, भाषाओं और परंपराओं को भी इसका हिस्सा बताया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो. रीता चौधरी ने की। संचालन प्रो. वाई.पी सिंह ने किया। विभाग के 100 से अधिक शोधार्थी इस कार्यक्रम में मौजूद रहे। प्रो. रश्मि कुमार, प्रो. सूरज बहादुर थापा, प्रो. हेमांशु सेन, प्रो. श्रुति, डॉ. रविकांत, डॉ. ममता, डॉ. अनुपम पटेल और डॉ. सीमा यादव सहित कई विद्वान भी कार्यक्रम में शामिल हुए।
नई दिल्ली, 3 मई अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) का मानना है कि सिंधु जल संधि (आईडब्ल्यूटी) को स्थगित करने के भारत के फैसले से पाकिस्तान को यह कड़ा संदेश जाएगा कि पड़ोसियों के लिए खतरा पैदा करने वाली गतिविधियों में शामिल होने के नतीजे भुगतने पड़ते हैं. जॉन बोल्टन ने को दिए ... Read more
नई दिल्ली, 3 मई . अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जॉन बोल्टन ने कहा कि कोई भी दक्षिण एशिया में व्यापक संघर्ष नहीं देखना चाहता, लेकिन पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत को पाकिस्तान के खिलाफ आत्मरक्षा में कार्रवाई करने का पूरा अधिकार है. के साथ एक विशेष इंटरव्यू में बोल्टन ने कहा ... Read more
साल 2025 तक अमेरिका में खसरे के 900 से अधिक मामले सामने आए : सीडीसी
नई दिल्ली, 3 मई . अमेरिका में इस साल खसरे के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. अब तक 935 मामलों की पुष्टि हो चुकी है, जो पिछले साल 2024 में पूरे साल में आए मामलों से तीन गुना से भी ज्यादा है. यह जानकारी अमेरिका के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) ने ... Read more
Trump On US Economy: अमेरिकी में आर्थिक मंदी की आशंका को लेकर राष्ट्रपति ट्रंप ने अपनी चुप्पी तोड़ी है. उनका कहना है कि आगे कुछ भी हो सकता है. ट्रंप ने मंदी की आशंका को खारिज किया है.
वाराणसी में मानव विकास की नवनीनतम डीएनए शोधों पर आधारित गाथा को कक्षा 6 से 12 तक के छात्रों तक पहुंंचाने के लिए अमेरिकन संस्था सोसाइटी फार द स्टडी आफ इवोल्यूशन (एसएसई) ने बीएचयू को 1000 अमेरिकी डालर का अनुदान दिया है। एसएसई की इस परियोजना को मूर्त रूप देंगे विश्वविद्यालय के जंतु विज्ञान विभाग के डीएनए विज्ञानी प्रो. ज्ञानेश्वर चौबे व उनके शोध छात्र। विश्व में मानव विकास पर शोध व अध्ययन को बढ़ावा देने वाली इस संस्था ने इस वर्ष अपनी परियोजना के लिए दुनिया के पांच देशों के छह संस्थानों के विज्ञानियों को चयनित किया है। इनमें अमेरिका के दो, कनाडा, अर्जेंटीना, जर्मनी व भारत के एक-एक संस्थान हैं। 20 किलोमीटर के 10 हजार स्टूडेंट्स को मिलेगा DNA का ज्ञान प्रो. ज्ञानेश्वर चौबे ने बताया कि इस परियोजना के अंतर्गत बनारस व उसके आसपास के 20 किमी की परिधि में आने वाले सरकारी विद्यालयों में छात्रों को मनुष्यों की विकासवादी यात्रा में शामिल किया जाएगा। इसके तहत 10 हजार स्टूडेंट्स को हम मनुष्यों के पूर्वजों की वंशावली, जैविक विविधता और मानव उत्पत्ति का अध्ययन करने के लिए उपयोग किए जाने वाले वैज्ञानिक तरीकों की समझ को भी छात्रों में बढ़ावा देना इसका उद्देश्य है। इसमें डीएनए अध्ययन एक टाइम मशीन की तरह कड़ियों को जोड़ता जाएगा। 20 वर्षों के शोध का होगा प्रेजेंटेशन प्रोफेसर ज्ञानेश्वर चौबे ने बताया प्रत्येक विद्यालय में तीन घंटों का कार्यक्रम होगा, इसमें विकास की अवधारणा और मानव उत्पत्ति को समझने के लिए डीएनए अध्ययन की प्रासंगिकता का परिचय देने के साथ ही मानव इतिहास में हाल में हुई प्रगति जैसे कि अफ्रीका से बाहर प्रवास, हिमालयन, अंडमान, आस्ट्रोएशियाटिक, द्रविड़, भारतीय यहूदी, सिद्दी, रोमा, अहोम, वेड्डा और पारसी सहित अंडमान द्वीपवासी और दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशिया पर हमारे 20 वर्षों के शोध अध्ययन को छात्र जान सकेंगे। मानव विकास, अनुकूलन और प्राकृतिक चयन का देगे ज्ञान छात्रों को मानव विकास, अनुकूलन और प्राकृतिक चयन जैसे प्रमुख शब्दों और उनके उदाहरणों, जैसे कि त्वचा रंजकता, उच्च ऊंचाई अनुकूलन और डेनिसोवन्स, लैक्टोज सहिष्णु जीन और दूध पाचन की क्षमता को भी संक्षेप में समझाया जाएगा। इसमें आठ शोध छात्रों की टीम पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन, पोस्टर प्रस्तुति, हैंडआउट, प्रिंट अध्ययन सामग्री और विज्ञान कामिक्स के माध्यम से विषय को रोचक बनाएगी तो साथ ही डीएनए परीक्षण के तरीके भी छात्रों को देंगे। उन्होंने बताया कि हम केले में DNA को दिखाएंगे। क्या है एसएसई सोसाइटी फार द स्टडी आफ इवोल्यूशन (एसएसई) की स्थापना मार्च, 1946 में हुई थी। यह सोसाइटी वैज्ञानिक पत्रिका इवोल्यूशन प्रकाशित करती है और यूरोपियन सोसाइटी आफ इवोल्यूशनरी बायोलाजी के साथ इवोल्यूशन लेटर्स का सह-प्रकाशन करती है। एसएसई वार्षिक बैठकों का आयाेजन करती है जिसमें विकासवादी जीव विज्ञान पर वैज्ञानिक निष्कर्ष प्रस्तुत किए जाते हैं और उन पर चर्चा की जाती है। यह संस्था विकासवादी जीव विज्ञान अनुसंधान, शिक्षा, अनुप्रयोग, आउटरीच और समुदाय निर्माण को न्यायसंगत और वैश्विक रूप से समावेशी तरीके से बढ़ावा देती है।
जर्मनी ने ‘एएफडी पार्टी’को बताया ‘धुर-चरमपंथी’, अमेरिकी विदेश मंत्री बोले ‘ये अत्याचार’
वाशिंगटन, 3 मई . अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने जर्मनी की कड़ी आलोचना की है, क्योंकि उसकी घरेलू खुफिया एजेंसी ने दक्षिणपंथी अल्टरनेटिव फॉर जर्मनी (एएफडी) को एक चरमपंथी इकाई करार देते हुए लोकतंत्र के लिए खतरा बताया है. रुबियो ने अपील की है कि अपने रुख में बदलाव लाए. शीर्ष अमेरिकी राजनयिक ... Read more
Ukraine-Russia Conflict: यूक्रेन-रूस जंग कब खत्म होगी? यह सवाल अभी भी बना हुआ है. इस जंग को कौन रोक पाएगा? यह भी किसी को नहीं पता, अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के दौरान ट्रंप ने जंग में हस्तक्षेप करने की हुंकार तो भरी लेकिन धरातल पर कुछ नहीं दिखा. इसी बीच यूक्रेन-रूस जंग को लेकरअमेरिकी विदेश मंत्री और कार्यवाहक राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मार्को रुबियो ने बड़ा बयान दिया है. जानें पूरी खबर.
एपल के CEO टिम कुक ने हाल ही दिए एक इंटरव्यू में बताया है कि अमेरिकी बाजार में बिकने वाले 50% आईफोन भारत में बन रहे हैं। कुक ने कहा कि भारत अप्रैल-जून तिमाही में अमेरिका में बिकने वाले आईफोन्स का कंट्री ऑफ ओरिजिन बन जाएगा। उन्होंने बताया कि एयरपॉड्स, एपल वॉच जैसे अन्य प्रोडक्ट्स भी ज्यादातर वियतनाम में बनाए जा रहे हैं। कंपनी चाइना के मुकाबले कम टैरिफ की वजह से भारत और वियतनाम को प्राथमिकता दे रही है। चीन में ज्यादा टैरिफ के मुकाबले भारत और वियतनाम से इंपोर्ट पर सिर्फ 10% टैक्स है। चीन पर ज्यादा टैरिफ के कारण भारत में शिफ्ट किया प्रोडक्शन यह फैसला ऐसे वक्त में लिया गया है, जब अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर तेज हुआ है। ट्रंप के रेसिप्रोकल टैरिफ के बाद एपल को चीन पर निर्भरता कम करनी पड़ी। हालांकि, कुक ने दावा किया कि मार्च तिमाही में एपल पर इसका सीमित असर पड़ा, क्योंकि कंपनी ने सप्लाई चेन को तेजी से भारत और वियतनाम शिफ्ट किया है। 2026 तक देश में सालाना 6 करोड़+ आईफोन बनेंगे फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार चीन पर अपनी निर्भरता कम करने के लिए एपल काफी समय से अपनी सप्लाई चेन को वहां से बाहर शिफ्ट करने पर काम कर रही है। एपल अगर अपनी असेंबलिंग भारत की ओर इस साल के आखिर तक शिफ्ट कर लेती है, तो 2026 से यहां सालाना 6 करोड़ से ज्यादा आईफोन का प्रोडक्शन होगा। ये मौजूदा कैपेसिटी से दोगुना है। आईफोन मैन्यूफैक्चरिंग पर अभी चीन का दबदबा आईफोन के मैन्यूफैक्चरिंग पर अभी चीन का दबदबा है। IDC के अनुसार, 2024 में कंपनी के ग्लोबल आईफोन शिपमेंट में इसका हिस्सा लगभग 28% था। अमेरिकी मार्केट में बिकने वाले आईफोन का प्रोडक्शन चीन के बाहर शिफ्ट करने से कंपनी को हाई टैरिफ से बचने में मदद मिलेगी। मार्च-24 से मार्च-25 में 60% बढ़ा आईफोन प्रोडक्शन मार्च 2024 से मार्च 2025 तक के 12 महीनों में एपल ने भारत में 22 बिलियन डॉलर (करीब ₹1.88 लाख करोड़) वैल्यू के आईफोन बनाए। पिछले साल की तुलना में इसमें 60% की बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान एपल ने भारत से 17.4 बिलियन डॉलर (करीब ₹1.49 लाख करोड़) वैल्यू के आईफोन एक्सपोर्ट किए। वहीं, दुनियाभर में हर 5 में से एक आईफोन अब भारत में बन रहा है। भारत में आईफोन की मैन्यूफैक्चरिंग तमिलनाडु और कर्नाटक की फैक्ट्रियों में किया जाता है। इसमें सबसे ज्यादा उत्पादन फॉक्सकॉन करता है। फॉक्सकॉन एपल का सबसे बड़ा मैन्यूफैक्चरिंग पार्टनर है। इसके अलावा टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और पेगाट्रॉन भी मैन्युफैक्चरिंग करते हैं। FY 2024 में 8 बिलियन डॉलर आईफोन की सेल वित्त वर्ष 2024 में एपल के स्मार्टफोन की बिक्री 8 बिलियन डॉलर तक पहुंच गई। जबकि बाजार में इसकी हिस्सेदारी केवल 8% थी। भारत के उभरते मिडिल क्लास में अभी भी आईफोन एक लग्जरी बना हुआ है।इसलिए यहां मार्केट बढ़ने की उम्मीद है। एपल का भारत पर इतना ज्यादा फोकस क्यों? ------------------------- ये खबर भी पढ़ें... फॉक्सकॉन उत्तर प्रदेश में 300 एकड़ जमीन खरीद रही: यमुना एक्सप्रेसवे के पास बनाएगी मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट, कंपनी एपल प्रोडक्ट्स सप्लाई करती है एपल के लिए आइफोन, आइपैड और मैक बुक जैसे प्रोडक्ट्स असेंबल करने वाली कंपनी फॉक्सकॉन उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में 300 एकड़ जमीन खरीदने जा रही है। यमुना एक्सप्रेसवे के पास इस जमीन पर कंपनी मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट बनाएगी। यह फॉक्सकॉन का उत्तर भारत में पहला प्लांट होगा और बेंगलुरु में बनी मैन्यूफैक्चरिंग फैसिलिटी बड़ी होगी। उम्मीद है यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा प्लांट हो सकता है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...
एप्पल सीईओ टिम कुक का ऐलान, जून तिमाही में अमेरिका में बेचे जाने वाले अधिकतर आईफोन भारत में बनेंगे
Apple's iPhones: एप्पल (Apple) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) टिम कुक (Tim Cook) ने शुक्रवार को कहा कि जून तिमाही में अमेरिका में बेचे जाने वाले अधिकतर आईफोन (iPhones) की आपूर्ति भारत से की जाएगी। वहीं शुल्क दरों पर अनिश्चितता के बीच चीन अन्य ...
नाटक मत करो...आतंकी अड्डे खत्म करने में भारत की मदद करे पाकिस्तान, अमेरिका ने सुना दी खरी-खरी
Pahalgam Terror Attack: पहलगाम आतंकवादी हमले को लेकर भारत ने पाकिस्तान को जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी है. इसको लेकर पाकिस्तान हुक्मरान दहशत में हैं. पहलगाम टेरर अटैक ऐसे वक्त हुआ था, जब अमेरिकी उप राष्ट्रपति जेडी वेंस भारत दौरे पर थे.
इंदौर सराफा बाजार में सोने-चांदी की कीमतों में लगातार तीसरे दिन गिरावट दर्ज की गई। अमेरिका और उसके प्रमुख व्यापारिक साझेदारों के बीच व्यापार समझौते की संभावना से सोने में सुरक्षित निवेश का आकर्षण कम हुआ। इंदौर सराफा में सोना केडबरी 1100 रुपए की गिरावट के साथ 95700 रुपए प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया। चांदी चौरसा में 500 रुपए की कमी आई और यह 95700 रुपए प्रति किलो पर स्थिर हुई। अमेरिका में विकास दर के पहले क्वार्टर के कमजोर आंकड़ों ने भी कीमतों को प्रभावित किया। कॉमेक्स पर सोना वायदा 50 डॉलर घटकर 3225 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। चांदी वायदा में 22 सेंट की गिरावट के साथ 32.10 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार हुआ। ज्वेलर्स के अनुसार, अमेरिकी अर्थव्यवस्था में मंदी की आशंका बढ़ी है। पिछले वर्ष की अंतिम तिमाही में 2.4% की विकास दर 2025 की पहली तिमाही में घटकर 0.3% रह गई है। हालांकि, दूसरी तिमाही में बेहतर आंकड़ों की उम्मीद है। सराफा कारोबारी नीलेश सारड़ा ने बताया कि सोना और चांदी का एक समान भाव ग्राहकों के लिए अनुकूल है। चांदी के पुराने सिक्कों की मांग अच्छी है और कीमतों में गिरावट के बावजूद सिक्कों का भाव 1100 रुपये से ऊपर बना हुआ है। इंदौर में सोना 22 कैरेट 87600 रुपए प्रति दस ग्राम रहा। उज्जैन में सोना केडबरी 96000 रुपए, सोना रवा 95900 रुपए प्रति दस ग्राम और चांदी पाट 96200 रुपए प्रति किलो पर कारोबार हुआ। पीली मटर पर 50 फीसदी न्यूनतम आयात शुल्क लगाने की मांग पीली मटर के बढ़ते आयात के कारण व्यापारियों द्वारा केंद्र सरकार से पीली मटर पर न्यूनतम 50 प्रतिशत या उससे अधिक का आयात शुल्क लगाने की मांग की है। ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि इसकी कीमत चने के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के बराबर हो। वर्तमान में, पीली मटर के आयात को शुल्क मुक्त आयात की अनुमति है। यह सुविधा 31 मई, 2025 तक जारी रहेगी। पीली मटर चने की तुलना में सस्ती और लगभग एक विकल्प है और सरकार ने घरेलू चने के उत्पादन में गिरावट की उम्मीद के बीच आपूर्ति बढ़ाने और कीमतों में वृद्धि को रोकने के लिए दिसंबर 2023 में शुल्क मुक्त आयात की अनुमति दी थी। इसके बाद, सरकार ने पीली मटर के शुल्क मुक्त आयात की अवधि को कई बार बढ़ाया, जिसमें सबसे हालिया अवधि इस साल मार्च की शुरुआत में 31 मई, 2025 तक थी। इंडिया पल्सेस एंड ग्रेन्स एसोसिएशन (आईपीजीए) के चेयरमैन बिमल कोठारी ने कहा, पीली मटर के आयात के लिए यह पिछले 18 महीनों में सातवां विस्तार है। सरकार को कम से कम 50 प्रतिशत या उससे अधिक शुल्क लगाना चाहिए ताकि पीली मटर की कीमत चने के एमएसपी के करीब हो और घरेलू उत्पादकों को सुरक्षा मिले। चना कांटा में लेवाली छुटपुट रहने से भाव मजबूती पर टिके हुए हैं। इंदौर में चना कांटा 6000-6050 रुपए प्रति क्विंटल बोला गया। कंटेनर में डॉलर चना 42/44 11400, 44/46 11100, 50/52 9900, 58/60 8600 60/62 8500 रुपए प्रति क्विंटल के भाव रहे। छावनी दलहन- चना कांटा 6000-6050, डंकी चना 5100-5200, नया विशाल 5700-5800, मसूर 6200, तुवर नई महाराष्ट्र सफेद 6900, महाराष्ट्र लाल 7000-7100, कर्नाटक 7000-7200, नई निमाड़ी 6400-6800, मूंग बेस्ट 7750-7800, एवरेज 700-7500, उड़द बेस्ट 8000-8200, मीडियम 6000-7500, हलका 3000-5000 रुपए प्रति क्विटंल रहे। दालों के दाम- चना दाल 7200-7400, मीडियम 7600-7800, बेस्ट 7900-8000, मसूर दाल 7600-7700, बेस्ट 7800-7900, मूंग दाल 8600-8800, बेस्ट 9000-9200, मूंग मोगर 9600-9700, बेस्ट 9800-10000, तुवर दाल 8000-8100, मीडियम 9200-9400, बेस्ट 9600-9700, ए. बेस्ट 10600-01700, ब्रांडेड व्हाइटरोज तुवर दाल नई 11100, उड़द दाल 8900-9000, बेस्ट 9100-9300, उड़द मोगर 9900-10000, बेस्ट 10100-10300 रुपए प्रति क्विंटल। इंदौर चावल भाव- बासमती (921) 11000-12000, तिबार 9500-10500, बासमती दुबार पोनिया 8500-90500, मिनी दुबार 7500-8000, मोगरा 5000-7000, बासमती सेला 7000-9500 कालीमूंछ डिनर किंग 8500, राजभोग 7000, दुबराज 4500-5500, परमल 3500-3800, हंसा सेला 3600-3800, हंसा सफेद 3000-3200, पोहा 4800-5500 रु. क्विंटल। तिलहन के बेहतर उत्पादन से खाद्य तेल में लंबी तेजी के आसार कम पिछले साल सितंबर में सरकार द्वारा क्रूड एवं रिफाइंड खाद्य तेलों पर आयात शुल्क में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी किए जाने से इसके घरेलू बाजार मूल्य में कुछ तेजी आ गई थी। लेकिन अब बाजार धीरे-धीरे नीचे जा रहा है। एक अग्रणी कम्पनी का मानना है कि तिलहन फसलों के बेहतर घरेलू उत्पादन को देखते हुए आगामी समय में भी खाद्य तेलों का दाम सीमित उतार-चढ़ाव के साथ एक निश्चित सीमा में स्थिर रह सकते हैं। मलेशिया तथा इंडोनेशिया में पाम तेल का निर्यात ऑफर मूल्य काफी घट गया है। जिससे भारत में इसका आयात कुछ सस्ता हो जाएगा। इसके फलस्वरूप आपूर्तिकर्ता देशों में सोयाबीन तेल एवं सूरजमुखी तेल की कीमतों पर भी दबाव पड़ने की संभावना है। ब्रांडेड एवं पैकेज्ड सोयाबीन तेल, सूरजमुखी तेल, सरसों तेल, मूंगफली तेल, राइस ब्रान तेल तथा बिनौला (कॉटन सीड) तेल आदि के कारोबार में संलग्न इस नामी-गिरामी कम्पनी का कहना है कि भारत में इस वर्ष तिलहनों और खासकर सोयाबीन, मूंगफली एवं सरसों का संतोषजनक उत्पादन हुआ है। पिछले दो तीन महीने से पाम तेल का आयात काफी कम हो रहा है लेकिन फिर भी खाद्य तेलों की आपूर्ति एवं उपलब्धता की स्थिति सुगम बनी हुई है। जिससे कीमतों में तेजी की स्थिति नहीं बन पा रही है। मई-जून में पाम तेल का आयात बढ़ने की उम्मीद है, क्योंकि भारत में इसका स्टॉक घट गया है। सोया तेल एवं सूरजमुखी का आयात सामान्य रूप से जारी है। घरेलू प्रभाग में सोयाबीन एवं मूंगफली के साथ-साथ सरसों की भी अच्छी आवक हो रही है और उद्योग-व्यापार क्षेत्र द्वारा जरूरत के लायक उसकी खरीद भी की जा रही है। सरकार के पास सोयाबीन एवं मूंगफली का रिकॉर्ड स्टॉक मौजूद है, जिसकी खरीद पिछले खरीफ मार्केटिंग सीजन के दौरान किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की गई थी। तिलहन का यह सरकारी स्टॉक जब खुले बाजार में उतरेगा तब आपूर्ति एवं उपलब्धता और भी बढ़ जाएगी। भारतीय बाजारों में सोया तेल में कारोबार कमजोर देखा गया। अमेरिका-चीन के बीच व्यापार समझौते के बारे में अनिश्चितता के कारण सीबॉट सोया के दाम कमजोर बोले जा रहे है। चीन ने इस हफ्ते अर्जेंटीना से सोयाबीन के 5-कार्गो खरीदे हैं। क्रूड ऑयल के भाव में गिरावट और इंडोनेशिया द्वारा सीपीओ के रेफ्रेंस रेट में कटौती के कारण सीबॉट सोया तेल के भाव भी कमजोर देखे गए। विदेशी मार्केट और डॉलर में कमजोरी के साथ गर्मी के कारण भारतीय बाजार में खाद्य तेलों की मांग कमजोर रहने से भाव पर दबाव बना हुआ है। गुरुवार को सोयाबीन तेल इंदौर 1220-1225, सोयाबीन सॉल्वेंट 1155-1160 रुपए प्रति दस किलो रह गया। मंडी में सरसों निमाड़ी (बारीक) 6200-6300, रायडा 5600, सोयाबीन 4350 रुपए प्रति क्विंटल के भाव रहे। लूज तेल-मूंगफली तेल इंदौर 1310-1330, मुंबई मूंगफली तेल 1340, इंदौर सोयाबीन तेल रिफाइंड 1220-1225, इंदौर सोयाबीन साल्वेंट 1155-1160, इंदौर पाम 1305, मुंबई सोया रिफाइंड 1270, मुंबई पाम तेल 1240, राजकोट तेलिया 2090, गुजरात लूज 1275, कपास्या तेल इंदौर 1215 रुपए प्रति दस किलो। प्लांट सोयाबीन भाव- अवी एग्री उज्जैन 4375, बैतूल ऑयल सतना 4450, बैतूल आयल 4465, कोरोनेशन, ब्यावरा 4370, धानुका सोया नीमच 4375, धीरेंद्र सोया नीमच 4425, दिव्य ज्योति 4350, हरिओम रिफाइनरी 4385, आइडिया लक्ष्मी देवास 4385, केएन एग्री इटारसी 4400, खंडवा ऑयल 4350, मित्तल सोया देवास 4385, एमएस सॉल्वेक्स नीमच 4400, नीमच प्रोटीन 4425, पतंजलि फूड 4360, प्रकाश पीथमपुर 4385, प्रेस्टीज ग्रुप देवास 4375, रामा फास्फेट, धरमपुरी 4250, राम जानकी एग्री ट्रेड, देवास 4350, आरएच साल्वेक्स सिवनी 4400, सांवरिया इटारसी 4425, सोनिका बायोकेम मंडीदीप 4350, सालासर हरदा 4400, सतना सॉल्वेंट 4361, सूर्या फूड मंदसौर 4400, वर्धमान सॉल्वेंट, अंबिका (कालापीपल) 4325, विप्पी सोया देवास 4350 रुपए प्रति क्विंटल बोली गई। कपास्या खली- (60 किलो भरती) इंदौर 2200 देवास 2200 उज्जैन 2200 खंडवा 2175, बुरहानपुर 2175, अकोला 2990 रुपए।गन्ने के एफआरपी में 15 रु. प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी को कैबिनेट की मंजूरी केंद्र सरकार ने 2025-26 पेराई सीजन के लिए गन्ने के उचित एवं लाभकारी मूल्य (एफआरपी) में 15 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि को मंजूरी दी है। आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीईए) की हुई गुरुवार को बैठक में यह निर्णय लिया गया। इस वृद्धि के साथ, नया एफआरपी 355 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है, जो मौजूदा 340 रुपए प्रति क्विंटल से बढ़कर 10.25 फीसदी शकर रिकवरी दर पर आधारित है। यह कदम देशभर के गन्ना किसानों की मांग के बाद उठाया गया है, जिसमें ईंधन की कीमतों, श्रम व्यय और मिलों से भुगतान में देरी सहित बढ़ती इनपुट लागतों के कारण एफआरपी में वृद्धि की मांग की गई थी। एफआरपी वह न्यूनतम मूल्य है जो शकर मिलों को किसानों को उनके गन्ने के लिए देना होता है, जैसा कि उचित मुआवजा सुनिश्चित करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा तय किया जाता है। इस वृद्धि से किसानों को प्रत्यक्ष आर्थिक लाभ मिलने की उम्मीद है। हालांकि, इससे शकर मिलों की उत्पादन लागत भी बढ़ सकती है, जिससे बाजार में शकर की कीमत पर असर पड़ सकता है। इस बीच, शकर मिलें परिचालन और खरीद लागत में वृद्धि का हवाला देते हुए सरकार से शकर का न्यूनतम बिक्री मूल्य (एमएसपी) बढ़ाने का आग्रह कर रही हैं। केंद्र सरकार के इस फैसले का आगामी पेराई सत्र से पहले कृषि और शकर उद्योग दोनों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ने की संभावना है। इस महीने का शकर कोटा खपत से कम होने के कारण मिलों द्वारा बिक्री टेंडर ऊंचे दामों पर जारी किए जाने से हाजिर बाजार में भी शकर के दाम बढ़कर नीचे में 4200 ऊपर में 4225 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गए। आगे मांग बढ़ने पर कीमतों में और सुधार की स्थिति बन सकती है। नारियल, खोपरा गोला और बूरे में कारोबार सामान्य रहा। भाव में कोई खास परिवर्तन नहीं रहा। शकर- शकर 4170-4190, बेस्ट क्वालिटी 4200-4225, गुड़ भेली 4000-4100, कटोरा 4500, लड्डू 4900-5000, गिलास 5000-5200 रुपए क्विंटल। नारियल-नारियल 120 भरती 2300-2350, 160 भरती 2650-2750, 200 भरती 2750-2800, 250 भरती 2800-2850 रुपए प्रति बोरी। खोपरा गोला बाक्स में 210-245 कट्टे में 205 रुपए प्रति किलो बोला गया। खोपरा बूरा 4000-6100 रुपए प्रति (15 किलो)। पूजन सामग्री-देसी कपूर 700 से 710, पूजा बादाम 115 से 125, बेस्ट 220 से 230, पूजा सुपारी 425 से 450, अरीठा 180 रुपए और सिंदूर (25 किलो) 7450 रुपए। केसर 165 से 175 बेस्ट 190 से 193 रुपए प्रति ग्राम। मसाले- कालीमिर्च 740 से 750, मिनि मटर 770 से 800, मटर दाना 825 से 850 हल्दी निजामाबाद 170 से 210, हल्दी सांगली 260 से 265 जीरा 277 से 285, मीडियम 290 से 295, बेस्ट 300 से 310, सौंफ मोटी 95 से 125, बेस्ट 240 से 285, एक्स्ट्रा बेस्ट 300 से 315, बारीक 280 से 325, लौंग चालू 780 से 790, बेस्ट 825 से 850, दालचीनी 250 से 255, बेस्ट 260, जायफल 725 से 750, बेस्ट 780 से 790, जावत्री 1675 से 1750, बेस्ट 1850 से 1890, बड़ी इलायची 1600 से 1750, बेस्ट 1850 से 1950, पत्थर फूल 340 से 425, बेस्ट 480 से 485, बाद्यान फूल 425 से 465, बेस्ट 525 से 550, शाहजीरा खर 385 से 400, ग्रीन 875 से 890, तेजपान 90 से 95, नागकेसर 935 से 940, सौंठ 370 से 395, धोली मूसली 2175 से 2200, हींग 751- 3450, पाउच में 10 ग्राम 3530, 121- 50 ग्राम 3250, पाउच में 10 ग्राम 3330, 111-50 ग्राम 3050, पाउच में 10 ग्राम 3130, पावडर 875 से 925, हरी इलायची 2700 से 2800, मीडियम 2900 से 3050, बेस्ट 3100 से 3200, एक्स्ट्रा बेस्ट 3200 से 3300, पानबार 2450 रुपए।सूखे मेवे-काजू डब्ल्यू 240 नंबर 950, डब्ल्यू 320 नंबर 825 से 860, एस डब्ल्यू 300- 800 से 815, जेएच 850 से 870, टुकड़ी 790 से 820, बादाम इंडिपेंडेंट 775 से 790, अमेरिकन 810-830, मोटा दाना 880 से 925 टंच 725 से 730, खसखस चालू 1050 से 1200, बेस्ट 1220 से 1325, दिल्ली टर्की खसखस 1150 से 1275, तरबूज मगज 525 से 550, खारक 90 से 110, मीडियम 120 से 140, बेस्ट 160 से 240, किशमिश कंधारी 350 से 450, बेस्ट 500 से 550, इंडियन 280 से 295, बेस्ट 300 से 310, बेस्ट 318-330, चारोली 1850 से 1860, बेस्ट 1880 से 1900, मुनक्का 350 से 550, बेस्ट 850 से 925, अंजीर 850 से 950, बेस्ट 1150 से 1450, मखाना 960 से 1050 बेस्ट 1550 से 1600, पिस्ता ईरानी 1400-1450 मीडियम 1450-1500 बेस्ट 1525-1550, कंधारी मोटा 2150-2250 पिस्ता पिशोरी 2475-2600 नमकीन पिस्ता 900 से 1000, अखरोट 510 से 600, बेस्ट 625 से 825, अखरोट गिरी 1050 से 1225, जर्दालु 350 से 450, बेस्ट 600 रुपए।
पिछले दिनों भारत यात्रा पर आए अमेरिका के उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस को भारत की सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक ब्लू पॉटरी शंख भेंट किया गया। अपने परिवार के साथ भारत भ्रमण के दौरान वेंस जयपुर भी पहुंचे, जहां विदाई के समय उन्हें राज्य सरकार की ओर से यह विशेष उपहार दिया गया।यह शंख जयपुर की विश्वविख्यात ब्लू पॉटरी कला से तैयार किया गया है, जिसे शिल्प गुरु गोपाल सैनी ने एक माह से अधिक समय की मेहनत से निर्मित किया। लगभग 11 इंच लंबा यह शंख अपनी बारीक कारीगरी और सुंदर चित्रांकन के लिए उल्लेखनीय है। इसमें भारत के राष्ट्रीय पुष्प कमल का अत्यंत मनोहारी चित्रण किया गया है, जो भारतीय संस्कृति और सौंदर्यबोध का प्रतीक है।इसके अलावा जयपुर के तारकशी आर्टिस्ट योगेश शर्मा के बनाए तारकशी कलाकृति को भी जेडी वेंस की पत्नी ऊषा वेंस को भेट किया गया। योगेश की कलाकृति की बात करें तो उन्होंने तारकशी में राजस्थान के प्रतीक ऊंट को बनाया है। तारकशी एक पारंपरिक भारतीय हस्तकला है, जिसमें धातु की बारीक तारों से लकड़ी या धातु की सतह पर सुंदर और जटिल डिजाइन बनाए जाते हैं। इसे अंग्रेजी में मेटल वायर इनले वर्क कहा जाता है। शिल्प गुरु गोपाल सैनी ब्लू पॉटरी के क्षेत्र में देश के अग्रणी और सबसे अनुभवी कारीगरों में से एक हैं। उन्होंने दशकों से इस पारंपरिक शिल्प को न केवल जीवित रखा है, बल्कि उसे नया रूप और पहचान भी दी है। उन्हें भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है, और वे अनेक अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनियों में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। उनका योगदान इस कला के संरक्षण और प्रसार में अमूल्य रहा है। गौरतलब है कि गोपाल सैनी द्वारा तैयार किया गया ऐसा ही एक शंख पूर्व में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी भेंट किया जा चुका है। इस प्रकार की कलाकृतियां न केवल राजस्थान की समृद्ध शिल्प परंपरा को दर्शाती हैं, बल्कि भारत-अमेरिका सांस्कृतिक संबंधों को भी एक नई ऊंचाई प्रदान करती हैं।
मजदूर दिवस पर भदोही में हिमकिप की संगोष्ठी:अमेरिका में मजदूरों के आंदोलन से हुई थी शुरुआत
भदोही में हिंद मजदूर किसान पंचायत (हिमकिप) ने मजदूर दिवस पर चौरी रोड स्थित एक कॉम्पलेक्स में संगोष्ठी का आयोजन किया। कार्यक्रम में विभिन्न मजदूर संगठनों के नेता और श्रमिक शामिल हुए। सभी ने शहीद मजदूरों को श्रद्धांजलि अर्पित कर लाल सलाम किया। हिमकिप के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मो. हसनैन अंसारी ने मजदूर दिवस के इतिहास को साझा किया। उन्होंने बताया कि इसकी शुरुआत अमेरिका से हुई। 1886 में अमेरिकी मजदूरों ने 15 घंटे की कार्य अवधि को कम करने की मांग को लेकर आंदोलन किया। मजदूरों पर पुलिस ने लाठीचार्ज और फायरिंग की। इस हिंसक कार्रवाई में हजारों मजदूर मारे गए और सैकड़ों घायल हुए। इस घटना के बाद सफेद झंडे को बदलकर लाल किया गया। उत्तर प्रदेश किसान सभा के प्रदेश मंत्री इंद्रदेव पाल ने वर्तमान श्रम कानूनों पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि सरकार मजदूरों के अधिकारों के लिए बने कानूनों को समाप्त कर रही है। ट्रेड यूनियन एक्ट को खत्म कर मजदूर विरोधी कानून लागू किए जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मजदूरों की एकता तोड़ने के लिए सांप्रदायिक विभाजन का सहारा लिया जा रहा है। कार्यक्रम में संजीव दुबे, जितेंद्र राय, जगन्नाथ मौर्य, सुशील श्रीवास्तव, रामजीत यादव, भुलाल पाल, जयप्रकाश सिंह समेत कई श्रमिक नेता मौजूद रहे।
हाल ही में अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और उनकी पत्नी उषा वेंस जयपुर विजिट पर आए थे। वेंस फैमिली ने आमेर का किला घूमा। ताजमहल देखने आगरा गए। फिर वापस जयपुर आकर अमेरिका लौटने की तैयारी कर रहे थे। लेकिन जयपुर के जायकों की चाहत उषा वेंस को मशहूर रावत मिष्ठान भंडार तक ले गई। यहां उन्हें भा गए ठंडाई और हनी लड्डू। आज राजस्थानी जायका की इस कड़ी में आपको भी रूबरू करवाते हैं इन दो खास लड्डुओं के जायका से…. अचानक पहुंचीं लेडी वेंस, पसंद आए 2 लड्डू जयपुर में प्याज कचौरी खानी हो तो सबसे पहला नाम आता है रावत मिष्ठान भंडार। इसी ठिकाने पर 24 अप्रैल की शाम 4.45 बजे ऊषा वेंस का काफिला रुका था। रावत मिष्ठान भंडार की डायरेक्टर आज्ञा देवड़ा ने बताया कि अमेरिकी उपराष्ट्रपति की पत्नी का यहां आना पहले से शेड्यूल नहीं था। दोपहर दो बजे उन्हें अचानक सूचना मिली कि वह शॉप पर आएंगी। इसके वे आईं प्याज कचौरी चखने के बाद दो लड्डू उन्हें बहुत पसंद आए। शहद में बनने वाले हनी लड्डू और ठंडाई लड्डू। इसके अलावा उन्होंने तरबूज कतली भी पैक करवाई। हनी लड्डू : बिना चीनी के शहद से बढ़ाते हैं नेचुरल मिठास आज्ञा देवड़ा ने बताया यह पूरी तरह से ड्राई फ्रूट्स के बने लड्डू हैं। इसमें किसी भी तरह की शक्कर-चीनी का इस्तेमाल नहीं होता। मावा भी नहीं मिलाते। 4 तरह के ड्राई फ्रूट्स में नेचुरल मिठास देने के लिए शहद डाला जाता है। काजू, बादाम, किशमिश और अखरोट की कटिंग करते हैं। कुछ बारीक और कुछ आधे-आधे कट किए जो हैं। इसे देसी घी में डीप फ्राई किया जाता है। हल्का ठंडा होने के बाद इसे हनी से मिक्स किया जाता है। इसमें हल्का सा घी लेकर गोल-गोल लड्डू बनाए जाते हैं। ये लड्डू 2 महीने तक खराब नहीं होते। यह हर मौसम की मिठाई है, जो स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है। सर्दियों में अंजीर और डेट्स का भी उपयोग करते हैं। इसकी एक किलो की कीमत 1650 रुपए है। ठंडाई लड्डू : 4 फ्लेवर में होते हैं तैयार इसकी चार वैरायटी तैयार की जाती हैं। चॉकलेट, मिल्क चॉकलेट, मैंगो और स्ट्रॉबेरी लड्डू। होली और गर्मी के सीजन में सबसे ज्यादा डिमांड में होती है। यह कलरफुल डिश है। इसे बनाने के लिए काजू को बारीक पीसकर उसकी घी में सिकाई करते हैं। उसका पेस्ट बनाया जाता है। अब इसमें चिरौंजी, खरबूजा बीज पीसा हुआ, सौंफ, घर के गुलाब के सुखाए हुए पत्ते, काली मिर्च, बटर स्कॉच के छोटे छोटे पीस, बारीक पिसी हुई केसर मिलाई जाती है। वनीला बींस डाले जाते हैं, ताकि यह क्रंची बनी रहे। लड्डू की शेप में बांधकर वैरायटी के हिसाब से कोटिंग करते हैं। चॉकलेट फ्लेवर में डार्क चॉकलेट से कोटिंग करते हैं। इसकी शेल्फ लाइफ अच्छी होती है। इसमें किसी भी प्रकार का मैदा यूज नहीं होता है। ठंडाई लड्डू इसलिए कहा जाता है क्योंकि लड्डुओं की सामग्री वही है जिससे ठंडाई तैयार होती है। गर्मी के मौसम में ये शरीर को ठंडक पहुंचाते हैं। 175 साल पुरानी लेगेसी, प्याज कचौरी की शुरुआत भी यहीं से मानी जाती है रावत मिष्ठान भंडार की डायरेक्टर आज्ञा देवड़ा ने बताया कि लगभग 175 साल पहले हमारे पूर्वज रावतमल देवड़ा ने जोधपुर से रावत मिष्ठान भंडार की शुरुआत की थी। जोधपुर के लोगों को चटपटा बहुत पसंद है। नमकीन के क्षेत्र में विशेष पहचान रखता है, वहां मिर्ची बड़ा बहुत फेमस रहा है। पहले हर चीज आलू में बना करती थी, फिर हमारे पूर्वजों ने इनोवेशन करते हुए प्याज के साथ कचौरी बनाई और उसके बाद मावा में कचौरी तैयार की। इसे सभी जगह पसंद किया गया है और इन दोनों चीजों की वजह से हमारी बुनियाद बनी। आगे बढ़ने से पहले देते चलिए आसान से सवाल का जवाब जयपुर में खोले 6 स्टोर 1972 में हमने जयपुर में रावत मिष्ठान भंडार की शुरुआत की। यहां पोलोविक्ट्री पर छोटी सी दुकान हुआ करती थी। यहां लोगों को प्याज और मावा की कचौरी इतनी पसंद आई कि दिल्ली-मुंबई तक डिमांड होने लगी। आज दुनिया के कई देशों में यहां की कचोरी और मिठाइयों की चर्चा है। यह एक टूरिज्म का हिस्सा बन गया है, जो जयपुर आ रहा है, वह रावत आकर खाकर जा रहा है। जयपुर में अभी छह स्टोर हैं। हम अलग-अलग जगह पर इसलिए आए, क्योंकि हर उम्र के लोगों को यह स्वाद पसंद है। बच्चन-कोहली से लेकर कई सेलिब्रिटी चख चुके स्वाद आज्ञा देवड़ा ने बताया कि देश-दुनिया के नामचीन लोग कचौरी और मिठाइयों को पसंद कर चुके हैं। शिल्पा शेट्टी, अमिताभ बच्चन, अभिषेक बच्चन, ऐश्वर्या राय, विराट कोहली ने भी हमारा स्वाद चखा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह को भी हमारी कचौरी को पसंद करते हैं। दिल्ली के लिए हमारे यहां से कचौरी और मिठाइयां रोजाना जाती है। जयपुर की सभी बड़ी होटल्स में होने वाली शादियों की हमारी डिशेज को प्राथमिकता दी जाती है। हमारे यहां 150 के करीब मिठाइयां है, सर्दियों में इनकी संख्या बढ़ जाती है। पिछले राजस्थानी जायका में पूछे गए प्रश्न का सही उत्तर ये हैं राजस्थान के फेमस मिर्ची के टिपोरे। दाल-बाटी-चूरमा, जितना खास है, उतने ही खास यहां के चटपटे स्वाद वाले मिर्ची के टिपोरे हैं। बड़ी-बड़ी दावतों में मिर्ची के टिपोरे बड़े चाव के साथ खाए जाते हैं।...(CLICK कर पूरा पढ़ें)
करनाल जिले के एक व्यक्ति के साथ अमेरिका भेजने के नाम पर 73.50 लाख की ठगी का मामला सामने आया है। आरोपी ने पीड़ित के बेटे, बहू, पोते और रिश्तेदारों को अमेरिका भेजने का झांसा देकर इजिप्ट और सेनेगल (डकार) भेज दिया। बाद में पैसे और मांगे गए, लेकिन अमेरिका नहीं भेजा गया। पीड़ित के भतीजे को भी ऑस्ट्रेलिया भेजने के नाम पर 8.5 लाख लेकर नकली वीजा पकड़ा दिया। जब परिवार वापस लौटा, तो पैसे मांगने पर धमकी दी गई। शिकायत पर निगदू थाना पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोपी और उसकी पत्नी नेहा पर मामला दर्ज हुआ है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। अच्छी नौकरी दिलवाने का वादा करनाल के प्रीतम ने एसपी को बताया कि उसकी जान-पहचान संजीव शर्मा नामक व्यक्ति से थी, जो बेरोजगार लोगों को विदेश भेजने का दावा करता था। आरोपी ने कहा था कि वह उसके बेटे कुलदीप, बहू रजनी, पोते वीरेन प्रताप और बेटे की साली नीरज व उसके तीनों बच्चों को कानूनी तरीके से अमेरिका भेज सकता है। इतना ही नहीं, अमेरिका में अच्छी नौकरी भी दिलवाने का वादा किया गया, जिससे पूरा परिवार खुशहाल हो सके। धीरे-धीरे 65 लाख पहुंचा आंकड़ा पीड़ित ने संजीव को अपने बेटे, बहू और पोते के पासपोर्ट व अन्य दस्तावेज दे दिए। फिर 10 फरवरी 2022 को 10 लाख रुपए नकद दिए। अगले दिन 5 लाख रुपए संजीव की कर्मचारी सीमा को दिए। इसके बाद संजीव ने कहा कि और लोगों को भी भेज सकते हो, तो पीड़ित के बेटे ने अपनी साली नीरज से बात की, जो अपने बच्चों सहित अमेरिका जाने को तैयार हो गई। उनके भी दस्तावेज संजीव को दे दिए गए। 11 अप्रैल 2022 को संजीव ने कहा कि काम हो गया है, अब 25 लाख और दो। पीड़ित ने 10 लाख रुपए उधार लिए, 10 लाख 55 हजार केनरा बैंक खाते से निकाले और 4 लाख 45 हजार नकद जोड़कर कुल 25 लाख रुपए संजीव की पत्नी नेहा को ऑफिस में दे दिए। एयरपोर्ट पर बोला-पहले इजिप्ट भेजूंगा संजीव ने कहा कि 5 मई को दिल्ली एयरपोर्ट से फ्लाइट है। कुलदीप और उसके परिवार को एयरपोर्ट बुलाया गया, लेकिन वहां जाकर संजीव ने कहा कि पहले इजिप्ट भेजूंगा और फिर अमेरिका। विरोध करने पर कहा कि 56 लाख जब्त मानो, जैसा मैं कहता हूं वैसा करो। मजबूरी में कुलदीप का परिवार इजिप्ट चला गया। सेनेगल की राजधानी डकार भेजा संजीव ने कहा कि इजिप्ट से अमेरिका भेजने के लिए 9 लाख और दो। पीड़ित ने 13 मई को 8 लाख पंजाब नैशनल बैंक खाते से ट्रांसफर किए और 1 लाख नकद दिए। फिर 20 मई को कुलदीप और परिवार को डकार (सेनेगल) भेज दिया गया। अमेरिका भेजने के नाम पर आश्वासन ही मिलता रहा, लेकिन जब कोई जवाब नहीं आया तो परिवार वापस लौट आया। नकली वीजा देकर बैंकॉक भेजा इस दौरान पीड़ित का भतीजा भानू प्रताप भी आरोपी के संपर्क में आ गया। संजीव ने उसे ऑस्ट्रेलिया भेजने के नाम पर 25 लाख की डील की, जिसमें से 8 लाख 50 हजार रुपए वसूल लिए। उसे नकली वीजा देकर बैंकॉक भेजा गया, जहां एयरपोर्ट पर ही फर्जी वीजा पकड़ा गया और उसे भारत लौटा दिया गया। एक बार समझौता हुआ, पैसे नहीं लौटाए 16 अगस्त 2023 को भानू प्रताप ने एसपी करनाल को शिकायत दी थी। मामले में पंचायत के जरिए 8.50 लाख का समझौता हुआ था। इसमें तय हुआ था कि 1 अक्टूबर को 4 लाख और 20 अक्टूबर को 4.5 लाख दिए जाएंगे। साथ ही संजीव ने लिखकर दिया था कि वह कुलदीप और परिवार से लिए 65 लाख भी लौटाएगा, लेकिन उसने एक भी रुपया नहीं दिया। अब केस दर्ज, जांच शुरू अब शिकायतकर्ता प्रीतम सिंह की दरखास्त पर थाना स्तर पर जांच की गई। निगदू थाना में एसआई जगदीश चंद्र ने बताया कि आरोपी संजीव शर्मा व नेहा शर्मा ने अमेरिका भेजने के नाम पर कुल 73 लाख 50 हजार रुपए की धोखाधड़ी की है। शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है और जांच शुरू कर दी गई है।
प्रो. डॉ. महर्षि अमेरिका में प्रस्तुत करेंगे रिसर्च पेपर
जयपुर | एसएमएस अस्पताल के गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी विभाग के प्रो. डॉ. सुधीर महर्षि 3 से 6 मई तक अमेरिका में होने वाली इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में लिवर सिरोसिस पर रिसर्च पेपर प्रस्तुत करेंगे। अमेरिकन सोसायटी ऑफ गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी की ओर से डाइजेस्टिव डिजीज वीक पर आयोजित कॉन्फ्रेंस में अलग-अलग देशों के 10 हजार से अधिक गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट व रिसर्चर भाग लेते हैं। बता दें कि डॉ. महर्षि अब तक 10 से ज्यादा इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में हिस्सा ले चुके हैं
अमेरिकी बाजार में तेजी आएगी... ऐसा मानने वाले ट्रम्प की वापसी के बाद आधे रह गए
अमेरिका की सत्ता में डोनाल्ड ट्रम्प की वापसी ने शेयर बाजार, खास तौर पर अमेरिकी बाजार पर गहरा असर डाला है। 2023 में अमेरिकी बेंचमार्क इंडेक्स एसएंडपी 500 का रिटर्न 26% और 2024 में 25% रहा था। लेकिन इस साल अब तक इसमें करीब 10% गिरावट देखी गई है। आगे हालात सुधरेंगे, इसकी संभावना भी कम ही है। 3,000 अमेरिकियों के बीच कराए गए एक सर्वे में शामिल सिर्फ 37% लोगों ने उम्मीद जताई कि बाजार मौजूदा स्तर से चढ़ेगा। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे आने से पहले नवंबर, 2024 के सर्वे में ऐसी उम्मीद करने वाले लोगों की तादाद 57% थी। आइए जानते हैं कि शेयर बाजारों में आगे की स्थिति को लेकर अमेरिकी प्राइवेट बैंकिंग कॉरपोरेशन जूलियस बेयर ग्रुप की आउटलुक रिपोर्ट क्या कहती है... संभावना-2: ट्रम्प की टैरिफ पॉलिसी सिर्फ स्टंट, यदि ऐसा है तो बाजार जल्द रिकवर हो जाएगा अपनी किताब ‘द आर्ट ऑफ द डील’ में ट्रम्प ने लिखा है.. सौदेबाजी का मेरा तरीका सरल है। मैं ऊंचा लक्ष्य रखता हूं। फिर मैं उसे पाने के लिए जोर लगाता हूं। कभी-कभार मैं जितना चाहता हूं, उससे कम पर समझौता कर लेता हूं, लेकिन ज्यादातर मामलों में मैं लक्ष्य हासिल कर लेता हूं। यह सब बहादुरी के दम पर ही संभव हैै, लेकिन कई बार टकराव का ही रास्ता बचता है। {बातचीत तेज करने के लिए, उदासीन रहें। इस तरह आप पता लगा पाएंगे कि दूसरा पक्ष आगे बढ़ने के लिए उत्सुक है भी या नहीं। किसी डील में आप जो सबसे खराब काम कर सकते हैं, वह है इसे करने के लिए बेताब दिखना। {ट्रम्प की इस फिलॉसफी से संकेत मिलता है कि उनकी टैरिफ पॉलिसी सिर्फ टैक्टिकल स्टंट है। यदि वाकई ऐसा है तो बाजार को सामान्य स्थिति में लौटने में देर नहीं लगेगी। संभावना-1: हालात सुधरने से पहले गहरी मंदी की गिरफ्त में आ सकती है अमेरिकी अर्थव्यवस्था {माना जा रहा है ट्रम्प विलियम मैकिनले को फॉलो कर रहे हैं, जिन्होंने 100 साल पहले टैरिफ 38% से 50% कर दिया था। {ट्रम्प तब तक ऊंची टैरिफ लागू रखेंगे जब तक अमेरिकी दूसरे देशों से चीजें खरीदना बंद न कर दें और जरूरत की सभी चीजें खुद न बनाने लगें। {ऐसे में अमेरिकी अर्थव्यवस्था गहरी मंदी की गिरफ्त में आ जाएगी। जाहिर है, ऐसी सूरत में शेयर गिरते रहेंगे। {मंदी की स्थिति में, सबसे ज्यादा नुकसान कामकाजी वर्ग को होता है। नतीजतन रिपब्लिकन नेताओं की लोकप्रियता घट जाएगी और कांग्रेस में बैठे लोग ट्रम्प के टैरिफ को पलट देंगे। {साफ है कि अमेरिका में हाई टैरिफ सिस्टम वर्षों तक नहीं चलेगा। लेकिन यह भी सच है कि हालात बेहतर होने से पहले और भी बदतर हो जाएंगे। चुनौती: तीन प्रमुख व्यावहारिक मसले, जिन्हें ट्रम्प नजरअंदाज नहीं कर सकते 1. अमेरिका के मैन्युफैक्चरिंग जीडीपी में 68% हिस्सेदारी आयातित इंटरमीडियट गुड्स की है। जितनी मैन्युफैक्चरिंग हो रही है, उसमें लगने वाला दो तिहाई कच्चा माल दूसरे देशों से आ रहा है। ऊंचे टैरिफ से ये सामान महंगे होंगे। सबसे ज्यादा असर अमेरिकी मैन्युफैक्चरिंग पर ही होगा। 2. अमेरिकियों के लिए टैरिफ से फायदा-नुकसान जैसे मसले ज्यादा मायने नहीं रखते। ज्यादातर अमेरिकियों के लिए लिए महंगाई सबसे बड़ा मसला है, जिसे ट्रम्प लंबे समय तक नजरअंदाज नहीं कर पाएंगे। 3. आर्थिक मंदी को लेकर अमेरिकी किस कदर डरे हुए हैं, इसका अंदाजा गूगल सर्च के आंकड़े से लगाया जा सकता है। ‘रेसेशन’ यानी मंदी शब्द के लिए गूगल सर्च नवंबर, 2024 के मुकाबले अप्रैल में चार गुना बढ़ गया। मैन्युफैक्चरिंग की डरावनी यादें और की खबरों के साथ अमेरिकी सिर्फ महंगाई से डरते हैं.. जयपुर, बुधवार 30 अप्रैल, 2025 व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर करने में औसतन 18 महीने, लागू करने में 45 महीने लगते हैं 15 अमेरिका में 2000 के दशक में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में लाखों नौकरियां गईं। इससे बेरोजगारी, असमानता, मानसिक बीमारियां और ड्रग का इस्तेमाल बढ़ गया था। ऐसे में अमेरिकी कंपनियों को अहसास हुआ कि वे ‘ग्रेट पावर’ पॉलिटिक्स के नए दौर में जा चुके हैं। इसे देखते हुए 2024 तक मैन्युफैक्चरिंग में निवेश दोगुना कर दिया। ट्रम्प को लगता है कि उस हर वो चीज बन सकती है, जिनका अमेरिकी इस्तेमाल करते हैं। भविष्यवाणी: ट्रम्प मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने के लिए बेताब, पर गुंजाइश बेहद कम
एपल अगले साल से अमेरिका में बिकने वाले सभी आईफोन को भारत में बनाने की प्लानिंग कर रहा है। हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से दुनियाभर के देशों पर टैरिफ लगाने के फैसले और चीन के साथ टैरिफ वॉर के बीच कंपनी ने यह फैसला लिया है। फाइनेंशियल टाइम्स ने इसे लेकर एक रिपोर्ट पब्लिश की है। 2026 तक देश में सालाना 6 करोड़+ आईफोन बनेंगे चीन पर अपनी निर्भरता कम करने के लिए एपल काफी समय से अपनी सप्लाई चेन को वहां से बाहर शिफ्ट करने पर काम कर रही है। एपल अगर अपनी असेंबलिंग भारत की ओर इस साल के आखिर तक शिफ्ट कर लेती है, तो 2026 से यहां सालाना 6 करोड़ से ज्यादा आईफोन का प्रोडक्शन होगा। ये मौजूदा कैपेसिटी से दोगुना है। आईफोन मैन्यूफैक्चरिंग पर अभी चीन का दबदबा आईफोन के मैन्यूफैक्चरिंग पर अभी चीन का दबदबा है। IDC के अनुसार, 2024 में कंपनी के ग्लोबल आईफोन शिपमेंट में इसका हिस्सा लगभग 28% था। अमेरिकी मार्केट में बिकने वाले आईफोन का प्रोडक्शन चीन के बाहर शिफ्ट करने से कंपनी को हाई टैरिफ से बचने में मदद मिलेगी। मार्च-24 से मार्च-25 में 60% बढ़ा आईफोन प्रोडक्शन मार्च 2024 से मार्च 2025 तक के 12 महीनों में एपल ने भारत में 22 बिलियन डॉलर (करीब ₹1.88 लाख करोड़) वैल्यू के आईफोन बनाए। पिछले साल की तुलना में इसमें 60% की बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान एपल ने भारत से 17.4 बिलियन डॉलर (करीब ₹1.49 लाख करोड़) वैल्यू के आईफोन एक्सपोर्ट किए। वहीं, दुनियाभर में हर 5 में से एक आईफोन अब भारत में बन रहा है। भारत में आईफोन की मैन्यूफैक्चरिंग तमिलनाडु और कर्नाटक की फैक्ट्रियों में किया जाता है। इसमें सबसे ज्यादा उत्पादन फॉक्सकॉन करता है। फॉक्सकॉन एपल का सबसे बड़ा मैन्यूफैक्चरिंग पार्टनर है। इसके अलावा टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और पेगाट्रॉन भी मैन्युफैक्चरिंग करते हैं। FY 2024 में 8 बिलियन डॉलर आईफोन की सेल वित्त वर्ष 2024 में एपल के स्मार्टफोन की बिक्री 8 बिलियन डॉलर तक पहुंच गई। जबकि बाजार में इसकी हिस्सेदारी केवल 8% थी। भारत के उभरते मिडिल क्लास में अभी भी आईफोन एक लग्जरी बना हुआ है।इसलिए यहां मार्केट बढ़ने की उम्मीद है। एपल का भारत पर इतना ज्यादा फोकस क्यों? ------------------------- ये खबर भी पढ़ें... फॉक्सकॉन उत्तर प्रदेश में 300 एकड़ जमीन खरीद रही: यमुना एक्सप्रेसवे के पास बनाएगी मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट, कंपनी एपल प्रोडक्ट्स सप्लाई करती है एपल के लिए आइफोन, आइपैड और मैक बुक जैसे प्रोडक्ट्स असेंबल करने वाली कंपनी फॉक्सकॉन उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में 300 एकड़ जमीन खरीदने जा रही है। यमुना एक्सप्रेसवे के पास इस जमीन पर कंपनी मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट बनाएगी। यह फॉक्सकॉन का उत्तर भारत में पहला प्लांट होगा और बेंगलुरु में बनी मैन्यूफैक्चरिंग फैसिलिटी बड़ी होगी। उम्मीद है यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा प्लांट हो सकता है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...
खुद से दवा गटक रहे तो संभलिए! अमेरिकी डॉक्टर ने कहा 'मिठाई' की तरह खा रहे भारतीय
यदि आप बुखार होने या हरारत महसूस होने पर बिना देरी किए और डॉक्टर के सलाह के टैबलेट्स ले रहे हैं, तो इसका असर आपको अपनी लिवर और किडनी पर नजर आ सकता है.
अमेरिकी शुल्क रोक के बाद व्यापार का रास्ता खुला, जाने निर्यातकों का क्या है कहना
निर्यातकों ने बृहस्पतिवार को कहा कि अमेरिका के जवाबी शुल्कों को 90 दिन के लिए टालने से बड़ी राहत मिली...
4 साल की उम्र में श्रेया घोषाल ने ली संगीत की शिक्षा, अमेरिका में मनाया जाता है 'श्रेया घोषाल दिवस'
बॉलीवुड की फेमस सिंगर श्रेया घोषाल 12 मार्च को अपना बर्थडे सेलिब्रेट कर रही हैं। अपनी सुरीली आवाज से लाखों लोगों को दिवाना बनाने वाली श्रेया का जन्म 1984 में पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुआ था। उन्होंने बेहद कम समय में अपनी सुरीली आवाज से बड़ी ...
अमेरिका में भारतीय पत्रकार के सवाल पर हंस रही महिला का पुराना वीडियो वायरल
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो क्लिप फरवरी 2020 की है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप व्हाइट हाउस में कोरोनावायरस पर मीडिया को संबोधित कर रहे थे.
भारतीय-अमेरिकी संगीतकार और उद्यमी चंद्रिका टंडन ने जीता ग्रैमी अवॉर्ड, देखिए विनर्स की पूरी लिस्ट
67वें ग्रैमी अवॉर्ड्स के विनर का ऐलान हो गया है। इस इवेंट का आयोजन लॉस एंजेलिस के डाउनटाउन में क्रिप्टो टाउन एरिना में हुआ। ट्रेवर नोआ ने ग्रैमी अवॉर्ड्स 2025 को होस्ट किया। भारतीय-अमेरिकी गायिका और उद्यमी चंद्रिका टंडन ने एल्बम 'त्रिवेणी' के लिए ...
अमेरिकी नौसेना के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित हुए टॉम क्रूज, हॉलीवुड स्टार ने जताई खुशी
हॉलीवुड स्टार टॉम क्रूज की दुनियाभर में जबरदस्त फैन फॉलोइंग है। टॉम क्रूज अपनी फिल्मों में जबरदस्त एक्शन सीन्स के लिए जाने जाते हैं। वह खतरनाक से खतरनाक स्टंट सीन खुद ही करते हैं। वहीं अब टॉम क्रूज को अमेरिकी नौसेना के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से ...
मिथुन चक्रवर्ती की पहली पत्नी हेलेना ल्यूक का निधन, अमेरिका में ली अंतिम सांस
मनोरंजन जगत से एक दुखद खबर सामने आई है। दिग्गज अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती की पहली पत्नी हेलेना ल्यूक का निधन हो गया है। उन्होंने अमेरिका में आखिरी सांस ली। हेलेना के निधन की खबर मशहूर डांसर और एक्ट्रेस कल्पना अय्यर ने सोशल मीडिया के जरिए दी है। खबरों ...
Devara Part 1 advance booking: साउथ सुपरस्टार जूनियर एनटीआर की फिल्म 'देवरा : पार्ट 1' का फैंस बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इस फिल्म के जरिए जाह्नवी कपूर भी साउथ इंडस्ट्री में कदम रखने जा रही हैं। 'देवरा : पार्ट 1' की रिलीज में अब केवल एक महीना बचा ...
बचपन से एक्टर बनना चाहते थे सैफ अली खान, अमेरिका से पढ़ाई पूरी करने के बाद रखा इंडस्ट्री में कदम
Saif Ali Khan Birthday: बॉलीवुड के अभिनेता सैफ अली खान 54 वर्ष के हो गए हैं। 16 अगस्त 1970 को दिल्ली में जन्में सैफ अली खान को अभिनय की कला विरासत में मिली। उनकी मां शर्मिला टैगोर फिल्म इंडस्ट्री की जानी मानी अभिनेत्री रही जबकि पिता नवाब पटौदी ...
अमेरिका में प्रभास की फिल्म 'कल्कि' का रिलीज से पहले जलवा, देखें मूवी मसाला
प्रभास, अमिताभ बच्चन, दीपिका पादुकोण और कमल हासन स्टारर फिल्म 'कल्कि 2898 AD' का फैंस के बीच जबरदस्त क्रेज है. हालांकि फिल्म के ट्रेलर को लोगों की मिलीजुली प्रतिक्रिया मिल रही है. वहीं, फिल्म अमेरिका में एडवांस बुकिंग के मामले में रिकॉर्ड बना रही है. देखें 'मूवी मसाला'.
अमेरिकाज गॉट टैलेंट में जम्मू की रहने वालीArshiya Sharma ने बजाय डंका, किया ऐसा कमाल किखड़े होकर तालियां बजाने लगे जजेस
कियारा आडवाणी शनिवार को कान्स फिल्म फेस्टिवल से इतर एक कार्यक्रम में शामिल हुईं। उनके खूबसूरत पिंक और ब्लैक गाउन के अलावा कुछ और भी था जिसने सबका ध्यान खींचा। रेड सी फिल्म फाउंडेशन के वीमेन इन सिनेमा गाला डिनर के रेड कार्पेट पर मीडिया को दिया गया उनका एक साक्षात्कार ऑनलाइन सामने आया है। इसमें कियारा को कान्स में पहली बार बोलने के बारे में दिखाया गया है, लेकिन उनका नया लहजा थोड़ा ध्यान भटकाने वाला है। इसे भी पढ़ें: Cannes Film Festival 2024 | पंजाबी गायिका सुनंदा शर्मा ने अपने कान्स डेब्यू में सफेद पंजाबी सूट-सलवार में बिखेरा जलवा कियारा का ताज़ा लहजा? कियारा वीडियो में कहती हैं कि इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया जाना 'बहुत ही विनम्र' है, खासकर जब वह एक अभिनेता के रूप में 10 साल पूरे कर रही हैं। वह कहती हैं, यह बहुत खास पल पर भी आता है। उनके विशेष रूप से 'बहुत' और 'पर' कहने के अमेरिकी तरीके ने प्रशंसकों को आश्चर्यचकित कर दिया कि क्या वह एक नया उच्चारण करने का प्रयास कर रही हैं। इसे भी पढ़ें: वोट डालने पहुंचे Deepika Padukone और Ranveer Singh, एक्ट्रेस का दिखा बेबी बंप, पर वह भीड़ से खुद को छुपाती दिखी | Viral Video ट्विटर क्या कहता है? एक व्यक्ति ने ट्विटर पर भविष्यवाणी की, “बॉलीवुड ट्विटर आपके उच्चारण के बारे में बात करने आ रहा है… भागो, कियारा भागो।” और निश्चित रूप से, ऐसा हुआ। मंच पर कई ट्वीट्स में कियारा के नए लहजे पर हैरानी जताई गई। एक प्रशंसक ने लिखा, मैं उससे प्यार करता हूं, लेकिन वह लहजा क्यों। एक अन्य व्यक्ति ने कहा, “इसकी तुलना में उनका अपना उच्चारण वास्तव में अच्छा है।” एक अन्य व्यक्ति ने पूछा, भारतीय लहजा किसी भी तरह से बुरा या अपमानजनक नहीं है, फिर इन लोगों ने इसे क्यों नहीं चुना और पूरी चीज़ को बर्बाद कर दिया। एक अन्य व्यक्ति ने लिखा “क्या कियारा आडवाणी सोचती हैं कि जब वह इस तरह की बातें करती हैं तो वह किम कार्दशियन हैं? कृपया उस ऐंठन वाले लहजे को रोकें। आप इसके लिए कूल या मजाकिया नहीं हैं। कियारा इससे पहले वेरायटी द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भी शामिल हुई थीं। उन्होंने अपने करियर और फिल्मों के बारे में बात की, मनोरंजन उद्योग की अन्य महिलाओं के एक पैनल में शामिल हुईं। कान्स और कियारा पर कान्स फिल्म महोत्सव मंगलवार रात क्वेंटिन डुपिएक्स के ले ड्यूक्सिएम एक्ट (द सेकेंड एक्ट) के विश्व प्रीमियर के साथ शुरू हुआ, जिसमें ली सेडौक्स, विंसेंट लिंडन, लुइस गैरेल और राफेल क्वेनार्ड ने अभिनय किया। कियारा राम चरण-स्टारर गेम चेंजर में दिखाई देने की तैयारी कर रही हैं, जो एस. शंकर द्वारा निर्देशित एक राजनीतिक एक्शन थ्रिलर है। तेलुगु फिल्म जल्द ही स्क्रीन पर आने के लिए तैयार है। वह ऋतिक रोशन-स्टारर वॉर 2 में वाईआरएफ जासूस ब्रह्मांड में शामिल होने के लिए भी तैयार हैं, जिसमें आरआरआर स्टार जूनियर एनटीआर भी होंगे। इसके अलावा कियारा के पास डॉन 3 भी है, जिसमें वह रणवीर सिंह के साथ अभिनय करेंगी। रिपोर्ट्स की मानें तो टॉक्सिक में यश के साथ आडवाणी भी नजर आएंगे। Kiara Advani's accent pic.twitter.com/A5WFyGzdkC — bebo (@bollypopgossip) May 19, 2024
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अमेरिका में रची गई साजिश! सलमान खान के घर फायरिंग मामले में बड़ा खुलासा?
बॉलीवुड एक्टर सलमान खान के घर गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर हुई फायरिंग मामले को लेकर अब अपडेट सामने आ रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक आरोपियों ने शूटिंग में इस्तेमाल बाइक को कुछ दिन पहले रायगढ़ के एक शोरूम से खरीदी थी. मामले में और क्या-क्या खुलासे हुए हैं. देखें.
क्या सच में अमेरिका में रहती है दिलजीत की पत्नी-बेटा? मॉडल ने खोली पोल
दिलजीत दोसांझ अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर काफी प्रोटेक्टिव रहे हैं. दिलजीत ने हाल ही में अपने पेरेंट्स के साथ रिलेशंस को लेकर खुलासा किया, जिसने सबको हैरानी में डाल दिया था. हालांकि वह अपनी पत्नी और बच्चे के बारे में अटकलों पर चुप्पी साधे हुए हैं, लेकिन उनके एक दोस्त ने हाल ही में दावा किया कि दिलजीत शादीशुदा हैं और उनका एक बेटा भी है.
अभिनेता और गायक दिलजीत दोसांझ नेटफ्लिक्स और इम्तियाज अली की अमर सिंह चमकीला के लिए तैयारी कर रहे हैं। फिल्म 12 अप्रैल से बड़े पैमाने पर प्रसारित होगी। द इंडियन एक्सप्रेस की एक हालिया रिपोर्ट, जिसमें गुमनामी के तहत उनके करीबी दोस्तों के उद्धरण शामिल हैं, से पता चलता है कि दिलजीत दोसांझ वास्तव में शादीशुदा हैं। एक इंडो-अमेरिकन महिला के साथ उनकी शादी हुई थी और उनका एक बेटा भी है। प्रकाशन में अभिनेता की प्रोफ़ाइल में लिखा है, एक अत्यंत निजी व्यक्ति, उनके परिवार के बारे में बहुत कम जानकारी है लेकिन दोस्तों का कहना है कि उसकी पत्नी एक अमेरिकी-भारतीय है और उनका एक बेटा है, और उनके माता-पिता लुधियाना में रहते हैं। दिलजीत दोसांझ , जो अमर सिंह चमकीला की रिलीज की तैयारी कर रहे हैं, ने खुलासा किया कि उनके माता-पिता ने उन्हें 11 साल की उम्र में लुधियाना में एक रिश्तेदार के साथ रहने के लिए भेज दिया था। दिलजीत ने रणवीर इलाहाबादिया से बात करते हुए कहा “मैं ग्यारह साल का था जब मैंने अपना घर छोड़ दिया और अपने मामाजी के साथ रहने लगा। मैं अपना गाँव छोड़कर शहर आ गया। मैं लुधियाना शिफ्ट हो गया। उन्होंने कहा 'उसे मेरे साथ शहर भेज दो' और मेरे माता-पिता ने कहा 'हां, उसे ले जाओ।' मेरे माता-पिता ने मुझसे पूछा भी नहीं। इसे भी पढ़ें: Thor फेम Chris Hemsworth के फैंस के लिए खुशखबरी! Furiosa-Mad Max में योद्धा के अवतार में दिखे जबरदस्त, जानें फिल्म कब होगी रिलीज उड़ता पंजाब के अभिनेता ने कहा कि हालांकि इस फैसले से उनके माता-पिता के साथ उनके रिश्ते में तनाव आ गया है, लेकिन वह उनका बहुत सम्मान करते हैं। दिलजीत ने खुलासा किया “मैं एक छोटे से कमरे में अकेला रहता था। मैं बस स्कूल जाता था और वापस आ जाता था, वहां कोई टीवी नहीं था। मेरे पास बहुत समय था. इसके अलावा, उस समय हमारे पास मोबाइल फोन नहीं थे, यहां तक कि अगर मुझे घर पर फोन करना होता था या अपने माता-पिता का फोन रिसीव करना होता था, तो इसके लिए हमें पैसे खर्च करने पड़ते थे। इसलिए मैं अपने परिवार से दूर होने लगा। इसे भी पढ़ें: 'Ramayana' के लिए Ranbir Kapoor ले रहे हैं जमकर ट्रेनिंग, गांव में कभी साइकिलिंग तो कभी जॉगिंग करते दिखे एक्टर | VIDEO गायक ने कहा “मैं अपनी माँ का बहुत सम्मान करता हूँ। मेरे पिता बहुत प्यारे इंसान हैं। उन्होंने मुझसे कुछ नहीं पूछा। उन्होंने यह भी नहीं पूछा कि मैंने किस स्कूल में पढ़ाई की है। लेकिन मेरा उनसे नाता टूट गया।