अल-शरा को ट्रंप का समर्थन, सीरिया में बम बरसाकर अमेरिका फिर से दोहराने जा रहा गलती!
DNA: आतंक परस्त पाकिस्तान के अंदर भारत का डर बैठा है. तो पाकिस्तान से तकरीबन 3 हजार किलोमीटर दूर धरती पर आतंक के सबसे बड़े नाम यानी इस्लामिक स्टेट के अंदर अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की दहशत बैठ गई है. हम ऐसा क्यों कह रहे हैं ये समझने के लिए आपको सीरिया और ट्रंप से जुड़ी एक बड़ी खबर बेहद गौर से देखनी और समझनी चाहिए.
भारत-अमेरिका ट्रेड वार्ता अटकी ; रुपये पर बढ़ा दबाव और शेयर बाजार कर रहा है इंतजार
भारत-अमेरिका व्यापार समझौते में देरी से शेयर बाजारों और रुपये पर दबाव बढ़ा है। विदेशी निवेशकों की सतर्कता, भारत-ओमान नए व्यापार समझौते और वैश्विक व्यापार उम्मीदों के बीच बाजार स्पष्टता का इंतजार कर रहे हैं।
अमेरिका की प्रतिष्ठित पोषण विशेषज्ञ प्रोफेसर क्रिस्टीना इकोनोमोस ने चित्रकूट में श्री सदगुरू नेत्र चिकित्सालय का दौरा किया। प्रोफेसर इकोनोमोस टफ्ट्स यूनिवर्सिटी, अमेरिका में फ्राइडमैन स्कूल ऑफ न्यूट्रिशन साइंस एंड पॉलिसी की डीन एवं प्रोफेसर हैं। उनका यह दौरा वंचित ग्रामीण समुदायों में पोषण से जुड़ी जमीनी चुनौतियों को समझने के उद्देश्य से किया गया था। यह चिकित्सालय परम पूज्य संत रणछोड़ दास जी महाराज द्वारा स्थापित है। बाल पोषण, मोटापा रोकथाम और समुदाय-आधारित जनस्वास्थ्य की वैश्विक विशेषज्ञ प्रो. क्रिस्टीना ने सुरांगी और मोहकमगढ़ गांवों का भ्रमण किया। उन्होंने यहां के समुदायजनों से बातचीत कर उनकी आहार संबंधी आदतों, खाद्य उपलब्धता और जीवनशैली के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने आशा एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ भी विस्तृत चर्चा की, जिसमें वर्तमान पोषण एवं खाद्य कार्यक्रमों तथा जमीनी स्तर पर आने वाली चुनौतियों का आकलन किया गया। इस दौरान उन्होंने लोगों से स्वस्थ रहने के लिए नियमित पौष्टिक आहार का सेवन करने की अपील की। सदगुरू नेत्र चिकित्सालय के भ्रमण के दौरान प्रो. क्रिस्टीना ने अस्पताल की कोर टीम से मुलाकात की। उन्होंने समग्र स्वास्थ्य, रोगों से उबरने और बाल विकास में पोषण की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने एक प्रेरक व्याख्यान भी दिया, जिसमें बताया गया कि स्थानीय रूप से उपलब्ध सरल आहार विकल्पों को अपनाकर स्वास्थ्य परिणामों में उल्लेखनीय सुधार किया जा सकता है। प्रोफेसर इकोनोमोस का स्वागत और सम्मान सदगुरू नेत्र चिकित्सालय के सीईओ डॉ. इलेश जैन ने किया। इस अवसर पर वरिष्ठ नेत्र चिकित्सक डॉ. आलोक सेन, डॉ. आशीष बजाज, आर.बी. सिंह चौहान, देवेंद्र सिंह सचान और नेत्र चिकित्सालय के मीडिया प्रभारी वीरेंद्र शुक्ला सहित सभी चिकित्सक एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे। प्रो. क्रिस्टीना ने ट्रस्ट के समेकित स्वास्थ्य एवं सामुदायिक विकास दृष्टिकोण की सराहना की। इस दौरे ने टफ्ट्स यूनिवर्सिटी और श्री सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट के बीच भविष्य में सहयोग के लिए एक महत्वपूर्ण आधार तैयार किया है। यह सहयोग समुदाय-आधारित पोषण अनुसंधान, फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं की क्षमता निर्माण तथा ग्रामीण भारत में दीर्घकालिक एवं प्रभावी पोषण पहलों पर केंद्रित होगा। समुदाय के साथ उनके संवेदनशील और सहभागितापूर्ण संवाद ने लोगों पर गहरा प्रभाव छोड़ा, जिससे यह विश्वास और सुदृढ़ हुआ कि ऐसी विश्व-स्तरीय संस्थाओं के साथ जुड़कर वैश्विक विशेषज्ञता समाज में वास्तविक और सकारात्मक परिवर्तन ला सकती है।
सीरिया में अमेरिकी एयर स्ट्राइक: 70 से अधिक ISIS ठिकानों को निशाना बनाया
अमेरिकी वायुसेना ने सीरिया में आईएसआईएस के 70 से अधिक ठिकानों पर व्यापक हवाई हमला किया। इसमें फाइटर जेट, हेलीकॉप्टर और सटीक हथियारों का इस्तेमाल हुआ। इस हमले का उद्देश्य हालिया घातक हमले का जवाब देना और आतंकवादी संगठन की क्षमताओं को कमजोर करना था।
अमेरिका पहले’ नीति के एक वर्ष बाद: ट्रंप का दावा—दुनिया का सबसे तेज़ी से बढ़ता देश बना अमेरिका
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रंप ने दावा किया कि ‘अमेरिका पहले’ नीति के एक वर्ष बाद अमेरिका अब दुनिया में सबसे तेज़ी से बढ़ने वाला और सबसे “हॉट” देश बन गया है। वॉशिंगटन से दिए गए बयान में उन्होंने अमेरिका की बदली हुई वैश्विक छवि, आर्थिक मजबूती और अंतरराष्ट्रीय प्रभाव पर जोर दिया।
गाजा में पाकिस्तानी सेना की संभावित तैनाती पर अमेरिका सतर्क, रुबियो ने उठाए अहम सवाल
गाजा में पाकिस्तानी सेना की संभावित तैनाती को लेकर अमेरिका ने सतर्क रुख अपनाया है। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि पाकिस्तान के प्रस्ताव पर अंतिम निर्णय से पहले कई सवालों के जवाब जरूरी हैं और सभी पक्षों के लिए स्वीकार्य देशों की भूमिका पर विचार जारी है।
गूगल ने अपने कुछ कर्मचारियों को अमेरिकी वीजा पर होने की वजह से अंतरराष्ट्रीय यात्रा करने से मना किया है। इसकी वजह अमेरिकी एम्बेसी और कॉन्सुलेट में वीजा स्टैंपिंग के लिए अपॉइंटमेंट में भारी देरी है। एक इंटरनल मेमो में कहा गया है कि कुछ जगहों पर यह डिले 12 महीने तक पहुंच गया है। अगर कर्मचारी बाहर जाते हैं तो अमेरिका वापस आने में लंबा समय लग सकता है। यह सलाह खासतौर पर H-1B वीजा होल्डर्स के लिए है, जो टेक इंडस्ट्री में बहुत इस्तेमाल होता है। मेमो में क्या कहा गया कंपनी के बाहर के इमिग्रेशन लॉ फर्म BAL इमिग्रेशन लॉ ने 18 दिसंबर को यह मेमो भेजा। इसमें लिखा है कि कई US एम्बेसी और कॉन्सुलेट में वीजा स्टैंपिंग अपॉइंटमेंट की वेटिंग 12 महीने तक हो गई है। अगर वीजा स्टैंप की जरूरत है तो देश छोड़कर जाना रिस्की हो सकता है। क्योंकि बाहर लंबे समय तक फंसने का खतरा है। यह प्रभाव H-1B, H-4, F, J और M वीजा पर पड़ रहा है। गूगल ने इस पर अभी कोई ऑफिशियल कमेंट नहीं किया है। देरी की मुख्य वजह क्या है ट्रंप एडमिनिस्ट्रेशन ने इस महीने H-1B वीजा एप्लीकेंट्स की वेटिंग बढ़ा दी है। इसमें सोशल मीडिया अकाउंट्स की स्क्रीनिंग भी शामिल है। स्टेट डिपार्टमेंट ने कहा है कि अब हर केस की अच्छी तरह जांच को प्राथमिकता दी जा रही है। नई पॉलिसी के तहत ऑनलाइन प्रेजेंस रिव्यू हो रहा है, जिससे अपॉइंटमेंट्स कैंसिल हो रहे हैं और नए डेट मार्च 2026 तक मिल रहे हैं। भारत, आयरलैंड और वियतनाम जैसे देशों में यह समस्या ज्यादा है। पहले भी दी थी ऐसी सलाह सितंबर में भी गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट ने कर्मचारियों को विदेश यात्रा से बचने को कहा था। तब H-1B वीजा होल्डर्स को अमेरिका में ही रहने की सलाह दी गई थी। अब फिर से यही स्थिति बन गई है। इस साल ट्रंप एडमिनिस्ट्रेशन ने नए H-1B एप्लीकेशन पर 1 लाख डॉलर की फीस भी लगा दी है, जिससे प्रोग्राम पर और प्रेशर पड़ा है। H-1B वीजा क्या होता है और क्यों जरूरी H-1B वीजा हाई स्किल्ड वर्कर्स के लिए है, जो टेक कंपनियां जैसे गूगल, माइक्रोसॉफ्ट इस्तेमाल करती हैं। ज्यादातर कर्मचारी भारत और चीन से आते हैं। यह वीजा 3 साल का होता है और एक्सटेंड किया जा सकता है। लेकिन बाहर जाने पर नया स्टैंप लगवाना पड़ता है, जो अब मुश्किल हो गया है। टेक सेक्टर में हजारों कर्मचारी इससे प्रभावित हैं। आगे क्या हो सकता है देरी और बढ़ सकती है क्योंकि नई वेटिंग पॉलिसी पूरी तरह लागू हो रही है। कई अपॉइंटमेंट्स पहले से कैंसिल हो चुके हैं। कर्मचारियों को सलाह है कि अगर जरूरी न हो तो ट्रैवल प्लान कैंसिल करें। इमिग्रेशन एक्सपर्ट्स कह रहे हैं कि आने वाले महीनों में स्थिति और टाइट हो सकती है।
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने रूस–यूक्रेन युद्ध को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा कि यह अमेरिका का युद्ध नहीं है, लेकिन शांति स्थापित करने की क्षमता केवल अमेरिका के पास है। उनके इस बयान ने वैश्विक कूटनीति और युद्धविराम की संभावनाओं को लेकर नई बहस छेड़ दी है।
अमेरिका से आई खुशखबर, अगले हफ्ते क्या होगा भारतीय शेयर बाजार पर असर?
Share market review Market ki Baat : भारतीय शेयर बाजार के लिए दिसंबर का तीसरा हफ्ता कुछ खास नहीं रहा। पहले 4 दिन बाजार में मुनाफा वसूली हुई। आखिरी दिन बाजार में कुछ लेवाली हुई। सेंसेक्स 85,000 और निफ्टी 26,000 के मनौवैज्ञानिक स्तर से नीचे ही बंद ...
शांति विधेयक 'ट्रम्प विधेयक' है , ये अमेरिकी दबाव के सामने आत्मसमर्पण की परिणति है : जयराम रमेश
कांग्रेस ने संसद के शीतकालीन सत्र में परमाणु क्षेत्र को निजी कंपनियों के लिए खोलने वाले शांति विधेयक को पारित करने को परमाणु दायित्व से संबंधित नियमों पर अमेरिकी दबाव से जुड़ा करार दिया है
अमेरिकी न्याय विभाग ने जेफ्री एपस्टीन से जुड़े जांच दस्तावेज़ जनता के लिए जारी किए। Epstein Files Transparency Act के तहत इस ऐतिहासिक खुलासे में कोर्ट रिकॉर्ड, फ्लाइट मैनिफेस्ट और गवाहों के बयान शामिल हैं। दस्तावेज़ों से एपस्टीन के नेटवर्क और गतिविधियों की व्यापक जानकारी मिलेगी।
क्या है 'Epstein Files' से जुड़ी सनसनीखेज कहानी ; जानिए अमेरिका के राजनितिक असंतुलन की सच्चाई
जेफरी एपस्टीन के निजी द्वीप और “एपस्टीन फाइल्स” को लेकर खुलासा जारी है — यौन तस्करी, उच्च‑स्तरीय संपर्कों के नाम और राजनीतिक विवादों के बीच इस सनसनीखेज मामले ने वैश्विक हलचल मचाई है। जानें आरोप, दस्तावेज़ों की पृष्ठभूमि और क्यों यह फाइलें अब भी विवाद का विषय हैं।
दुनिया के सबसे हाई-प्रोफाइल सेक्स स्कैंडल ‘एपस्टीन फाइल्स’ से जुड़े 3 लाख दस्तावेज पब्लिक हो चुके हैं। हजारों तस्वीरें जारी हुई हैं, जिनमें बिल क्लिंटन, माइकल जैक्सन, प्रिंस एंड्रयू, क्रिस टकर जैसी शख्सियतें बेनकाब हुईं। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति क्लिंटन लड़कियों के साथ पूल में नहाते, ब्रिटिश प्रिंस एंड्रयू 5 महिलाओं की गोद में लेटे हुए हैं और एपस्टीन की गोद में नाबालिग लड़कियां नजर आ रही हैं। एक नाबालिग की शिकायत से कैसे खुली एपस्टीन फाइल्स, इसमें किन शख्सियतों के नाम सामने आए, क्या ये लोग अपराधी माने जाएंगे और अब आगे क्या; जानेंगे भास्कर एक्सप्लेनर में... सवाल-1: एपस्टीन फाइल्स क्या है, जिसमें बेनकाब हो रहे राष्ट्रपति से अरबपति तक? जवाबः अमेरिकी अरबपति जेफ्री एपस्टीन से जुड़े तमाम कानूनी दस्तावेजों को 'एपस्टीन फाइल्स' नाम दिया गया है। इनमें एपस्टीन से जुड़े कोर्ट रिकॉर्ड्स, फ्लाइट लॉग्स, ईमेल, फोटो, वीडियो, सबूत वगैरह शामिल हैं। 19 दिसंबर को अमेरिकी डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस यानी DOJ ने 5 सेट में 3 लाख डॉक्यूमेंट्स जारी किए हैं, जो एपस्टीन फाइल्स का हिस्सा हैं। इनमें खुलासा हुआ है कि 250 से ज्यादा नाबालिग लड़कियों का शोषण हुआ। साथ ही 1200 से ज्यादा पीड़िताओं और उनके परिवार वालों के बारे में पता चला। इन लड़कियों के साथ कई ग्लोबल लीडर्स, अरबपतियों, सीईओ, साइंटिस्ट जैसे नामचीन लोगों ने यौन संबंध बनाए। कुछ की संदिग्ध हालातों में फोटो भी जारी हुई हैं। सवाल-2: इतने बड़े सेक्स स्कैंडल का खुलासा कैसे हुआ? जवाबः एपस्टीन सेक्स स्कैंडल के खुलासे की पूरी टाइमलाइन 20 साल पुरानी है… सवाल-3: एपस्टीन कौन था और अपने प्राइवेट आइलैंड में क्या करवाता था? जवाबः जेफ्री एपस्टीन… पेशे से फाइनेंसर, डोनर और बिजनेसमैन, लेकिन करतूतों से नाबालिग लड़कियों को बहला-फुसलाकर उनका शोषण और तस्करी करने वाला यानी सेक्स ट्रैफिकिंग का आरोपी। एपस्टीन के पास यूएस वर्जिन आइलैंड के पास ‘लिटिल सेंट जेम्स’ नाम का एक प्राइवेट आइलैंड था, जिसे आमतौर पर एपस्टीन आइलैंड कहा जाता है। यहां सिर्फ प्राइवेट जेट, हेलिकॉप्टर या बोट से ही पहुंचा जा सकता था। इसी आइलैंड पर एपस्टीन पार्टियां करता, जिनमें दुनियाभर के रईस, ताकतवर और बुद्धिमानी लोग भी जाते। लेकिन यहां खाने-पीने की पार्टी से इतर भी कई कारनामे होते… नशे और अय्याशी का अड्डा मीटिंग्स और नेटवर्किंग का पूरा सिस्टम सवाल-4: जेफ्री एपस्टीन के साथ क्या हुआ? जवाबः जुलाई 2019 में जब एपस्टीन को न्यूयॉर्क पुलिस ने गिरफ्तार किया तो उसके एक महीने बाद ही 10 अगस्त 2019 को उसकी मौत हो गई। सरकारी रिपोर्ट में तो कहा गया कि एपस्टीन फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया, लेकिन कई मेडिकल और लॉ एक्सपर्ट्स ने इस पर सवाल उठाए… सवाल-5: कौन-कौन से लीडर्स, बिजनेसमैन और सेलेब्रिटीज का नाम इसमें आ चुका है? जवाबः अमेरिका के जस्टिस डिपार्टमेंट से जारी दस्तावेजों में कई शख्सियतों के नाम सामने आए हैं... सवाल-6: एपस्टीन फाइल्स में नाम आने से क्या ये लोग अपराधी माने जाएंगे? जवाबः नहीं, एपस्टीन फाइल्स में नाम आने का मतलब यह नहीं कि वे लोग अपराधी माने जाएंगे। अमेरिकी अदालतों ने भी साफ किया है कि एपस्टीन फाइल्स में सिर्फ नाम आने से किसी को भी दोषी नहीं ठहराया जा सकता है। अपराध साबित करने के लिए गवाही, पैसे के लेन-देन जैसे ठोस सबूत पेश करने होंगे। एपस्टीन फाइल्स में बिल क्लिंटन, डोनाल्ड ट्रम्प, स्टीफन हॉकिंग्स, बिल गेट्स, इलॉन मस्क जैसे दर्जनों नाम सामने आएं है, लेकिन फिलहाल उन्हें कोई सजा नहीं हुई है। हालांकि नैतिकता के आधार पर कुछ लोगों को अपने पद छोड़ना पड़ा। सवाल-7: क्या किसी भारतीय शख्सियत का नाम भी सामने आया है? जवाबः नहीं, 19 दिसंबर को DOJ की ओर से जारी एपस्टीन फाइल्स की शुरुआती जांच में पाया गया है कि एपस्टीन सेक्स स्कैंडल का जुड़ाव भारत से नहीं है। लॉ एक्सपर्ट्स और अमेरिकी अधिकारियों को बयानों से भी साफ है कि भारत को इसमें कोई रोल नहीं है। हालांकि ये बात सामने आई है कि एपस्टीन भारत-इजराइल के संबंधो में दिलचस्पी रखता था। ऐसी बातें करके वो अपना रुतबा बढ़ता था। सवाल-8: इस मामले में अब आगे क्या होगा? जवाबः अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 19 नवंबर 2025 को एपस्टीन फाइल्स ट्रांसपेरेंसी एक्ट पर साइन किए, जिसके मुताबिक 30 दिन के भीतर एपस्टीन फाइल्स को पब्लिक करना था। इसी के तहत 19 दिसंबर को एपस्टीन फाइल्स के 3 लाख दस्तावेज सबके सामने आए। इसी एक्ट के मुताबिक, DOJ को डॉक्यूमेंट जारी होने के 15 दिन के भीतर एक रिपोर्ट तैयार करनी होगी, जिसमें ये बताना होगा कि कौन से रिकॉर्ड पब्लिक किए और कौन से रिकॉर्ड्स रोक लिए हैं। साथ ही ये भी बताना होगा कि कौन से डॉक्यूमेंट्स, फोटो वगैरह को जारी करने से पहले एडिट किया है और इन सभी की कानूनी वजह देनी होगी। DOJ को 3 जनवरी 2026 तक ये रिपोर्ट तैयार करनी होगी ****** एपस्टीन फाइल्स से जुड़ी ये भी स्टोरी पढ़िए... इजराइल ने ट्रम्प जैसे वर्ल्ड लीडर्स के सेक्स टेप बनवाए: जेफ्री ने आत्महत्या नहीं की, मरवाया गया; एपस्टीन सेक्स स्कैंडल की 5 कॉन्स्पिरेसी थ्योरीज जेफ्री एपस्टीन… एक ऐसा शख्स, जो एक वक्त दुनिया के ज्यादातर ताकतवर नेताओं का चहेता था, लेकिन आज सपने में भी कोई जेफ्री नाम नहीं लेना चाहता। वजह- दुनिया का सबसे सनसनीखेज सेक्स स्कैंडल ‘एपस्टीन फाइल्स’। इससे जुड़े कई ऐसी बातें, जो पूरी तरह सच नहीं, लेकिन झूठ भी नहीं। पूरी खबर पढ़ें...
अमेरिकियों को सस्ती दवा मुहैया कराने के लिए ट्रंप का नया दांव, इन कंपनियों से कर ली यह डील
US Tariff: डोनाल्ड ट्रंप 'अमेरिका फर्स्ट' पॉलिसी के तहत दूसरी देशों से आयात किये जाने वाले सामान पर टैरिफ लगा रहे हैं. इसके अलावा अब ट्रंप ने दुनिया के दिग्गज फॉर्मा कंपनियों से डील की है, जिसके तहत वे अमेरिका में दवाओं की कीमत कम करेंगी.
सीरिया में अमेरिकी एयर स्ट्राइक में ISIS के 70 ठिकाने तबाह, लिया सैनिकों की हत्या का बदला
US Air Strike in Syria : अमेरिका ने सीरिया में ISIS के 70 से ज्यादा ठिकानों पर एयर स्ट्राइक कर उन्हें तबाह कर दिया। इस हमले में कई आतंकियों के मारे जाने की खबर हैं। हमले के बाद अमेरिका ने कहा कि उसने पालमायरा में 2 अमेरिकी सैनिकों और एक दुभाषिये की ...
ट्रंप की बड़ी घोषणा : अमेरिका में सस्ती होंगी दवाएं
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दवाओं की कीमतों को कम करने की अब तक की सबसे बड़ी पहल की घोषणा की है
LIVE: सीरिया में ISIS के ठिकानों पर अमेरिका की एयर स्ट्राइक, सैनिकों की हत्या का बदला लिया
Latest News Today Live Updates in Hindi : अमेरिका ने सीरिया में ISIS के 70 से ज्यादा ठिकानों पर एयर स्ट्राइक कर पालमायरा में अमेरिकी सैनिकों और एक दुभाषिये की हत्या का जवाब दिया। पल पल की जानकारी...
Donald Trump: सत्ता की कुर्सी संभालने के बाद अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे विदेशियों को देश से बाहर का रास्ता दिखाया था. अब विदेश में रह रहे अमेरिकियों को लेकर ट्रंप प्रशासन नया हथकंडा अपनाने जा रहा है.
पॉपुलर शॉर्ट वीडियो एप टिकटॉक ने अमेरिका में अपना कारोबार बेचने के लिए डील साइन की है। टिकटॉक की मूल कंपनी, चीन की बाइटडांस ने यह फैसला अमेरिका में एप पर संभावित बैन से बचने के लिए लिया है। इस डील के तहत टिकटॉक का अमेरिकी यूनिट अब अमेरिकी निवेशकों के नेतृत्व वाले एक वेंचर (ग्रुप) के पास होगा। बता दें कि भारत सरकार ने 2020 में गलवान घाटी में हुई झड़पों के बाद टिकटॉक सहित 59 चाइनीज एप को बेन कर दिया था। बैन होने से बचने के लिए डील साइन की अमेरिकी सरकार लंबे समय से टिकटॉक को सुरक्षा के लिहाज से खतरा बता रही थी। बाइडन प्रशासन ने एक कानून पारित किया था, जिसके तहत बाइटडांस को जनवरी 2025 के मध्य तक अपना अमेरिकी कारोबार किसी गैर-चीनी कंपनी को बेचने का निर्देश दिया गया था। ऐसा न करने पर अमेरिका में टिकटॉक को पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया जाता। इस डील के बाद अब अमेरिका में टिकटॉक के करीब 17 करोड़ यूजर्स को राहत मिलने की उम्मीद है। अमेरिकी निवेशकों का ग्रुप खरीदेगा रिपोर्ट्स के मुताबिक, टिकटॉक को खरीदने वाले ग्रुप में अमेरिका के कई बड़े निवेशक और वित्तीय संस्थान शामिल हैं। इस डील की शर्तों के तहत, ऐप का डेटा मैनेजमेंट और एल्गोरिदम पर नियंत्रण अब अमेरिका स्थित यूनिट के पास ही रहेगा। इससे पहले अमेरिकी सांसदों ने चिंता जताई थी कि चीनी सरकार टिकटॉक के जरिए अमेरिकी नागरिकों के डेटा तक पहुंच बना सकती है और प्रोपेगेंडा फैला सकती है। जो बाइडन ने बिक्री से जुड़े कानून पर साइन किया था टिकटॉक पर बैन का मुद्दा अमेरिका में राजनीतिक रूप से काफी चर्चा में रहा है। जहां पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस बिक्री से जुड़े कानून पर हस्ताक्षर किए। वहीं, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में अपने रुख में बदलाव करते हुए कहा था कि टिकटॉक पर बैन लगाने से फेसबुक को फायदा होगा, जिसे वह 'जनता का दुश्मन' मानते हैं। हालांकि, सुरक्षा एजेंसियों का दबाव बाइटडांस पर लगातार बना हुआ था। बाइटडांस के पास अभी भी चुनौतियां भले ही टिकटॉक ने बिक्री के समझौते पर दस्तखत कर दिए हैं, लेकिन इस डील को अभी भी अमेरिकी और संभवतः चीनी नियामकों (Regulators) की मंजूरी मिलना बाकी है। चीन ने पहले कहा था कि वह अपने एल्गोरिदम के जबरन निर्यात का विरोध करेगा। ऐसे में यह देखना होगा कि क्या चीन की सरकार इस डील को अंतिम रूप देने की अनुमति देती है या नहीं। भारत में 500 से ज्यादा चाइनीज एप पर बैन भारत ने 2020 में गलवान घाटी में हुई झड़पों के बाद टिकटॉक, वीचैट और हेलो जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म सहित 59 चीनी मोबाइल एप्लिकेशन पर प्रतिबंध लगाया था। बैन से कुछ महीने पहले, भारत ने चाइनीज कंपनियों के निवेश पर भी प्रतिबंध लगाया था। भारत सरकार का कहना था कि ये एप यूजर्स का डेटा चीनी सरकार के साथ शेयर कर सकते हैं, जो देश की संप्रभुता और सुरक्षा के मद्देनजर खतरा हैं। भारत में अब तक 500 से ज्यादा चाइनीज एप पर प्रतिबंध लग चुका है। ये 59 चाइनीज एप भारत में बैन टिकटॉप पर पोर्नोग्राफी को बढ़ावा देने के आरोप चाइनीज कंपनी के वीडियो एप टिकटॉप पर पोर्नोग्राफी को बढ़ावा देने के आरोप थे। इसके अलावा उस पर भारतीयों का डेटा चोरी करने के आरोप का भी सामना करना पड़ा था। सबसे पहले मद्रास हाईकोर्ट ने इस पर बैन लगाया था। हाईकोर्ट से बैन होने के बाद बाइटडांस ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी। उसने भी मद्रास हाईकोर्ट का ऑर्डर बहाल रखा था। पेरेंट कंपनी को रोजाना 3.50 करोड़ रुपए का नुकसान भारत में बैन की वजह से इसकी पेरेंट कंपनी बाइटडांस को रोज 5 लाख डॉलर (3.50 करोड़ रुपए) का नुकसान हो रहा है। मद्रास हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार को आदेश दिया था कि टिकटॉक की डाउनलोडिंग पर रोक लगाई जाए, इससे पोर्नोग्राफी को बढ़ावा मिल रहा है। इसके बाद सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने एपल को गूगल को अपने ऑनलाइन स्टोर से टिकटॉक हटाने के लिए कहा था। दोनों कंपनियों ने एप हटा दिया। उस वक्त देश में टिकटॉक के 24 करोड़ यूजर थे। टिकटॉक ने क्या कहा था बैन के वक्त टिकटॉक इंडिया के CEO निखिल गांधी ने कहा था- हम भारतीय कानून का पालन कर रहे हैं। हम भारतीय कानून के तहत डेटा प्राइवेसी और सुरक्षा के नियमों का पालन कर रहे हैं। हमने चीन समेत किसी भी विदेशी सरकार के साथ भारतीय यूजर्स की जानकारी शेयर नहीं की है। अगर भविष्य में भी हमसे अनुरोध किया जाता है तो हम ऐसा नहीं करेंगे। हम यूजर की निजता की अहमियत समझते हैं। ये भी पढ़ें... टिकटॉक वेबसाइट भारत में 5 साल बाद अनब्लॉक: होमपेज तक एक्सेस, शॉपिंग साइट अलीएक्सप्रेस और शीन भी शुरू; इन पर 2020 से बैन था चाइनीज शॉर्ट वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म टिकटॉक (TikTok) की वेबसाइट शुक्रवार शाम से भारत में 5 साल बाद अनब्लॉक हुई है। साथ ही ऑनलाइन शॉपिंग साइट अलीएक्सप्रेस (Aliexpress) और शीन (Shein) का वेब पेज भी ओपन हो रहा है। साल 2020 में भारत-चीन के बीच रिश्तों में तनाव के चलते इन पर बैन लगा था। यूजर्स मोबाइल और लैपटॉप पर अभी इन प्लेटफॉर्म्स की वेबसाइट का सिर्फ होम पेज एक्सेस कर पा रहे हैं। वहीं, टिकटॉक और अलीएक्सप्रेस का एप अभी भी गूगल प्ले स्टोर और एपल एप स्टोर पर अवेलेबल नहीं है। यानी एप अभी भी ब्लॉक्ड हैं। वहीं, शीन का एप इन्सटॉल किया जा सकता है। पूरी खबर पढ़ें...
रणवीर सिंह ने रचा इतिहास, नॉर्थ अमेरिका में यह रिकॉर्ड बनाने वाले बने पहले भारतीय अभिनेता
रणवीर सिंह ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है और ऐसा कारनामा कर दिखाया है जो आज तक कोई भी भारतीय अभिनेता नहीं कर पाया। वह अब नॉर्थ अमेरिका में 10 मिलियन डॉलर से ज्यादा कमाई करने वाली तीन फिल्मों वाले अकेले भारतीय अभिनेता बन गए हैं।
जेफरी एप्स्टीन की मौत के बाद भी चर्चा तेज, अमेरिकी संसद में सियासी बवाल; 68 नई तस्वीरें जारी
Jeffrey Epstein Files: अमेरिकी संसद में डेमोक्रेट सांसदों ने जेफरी एप्स्टीन की संपत्ति से जुड़ी नई तस्वीरों को सामने किया है. ये तस्वीरें ऐसे समय जारी की गई हैं, जब एप्स्टीन से जुड़े सरकारी फाइलों को सार्वजनिक करने की समयसीमा करीब आ चुकी है. इन नई तस्वीरों के सामने आने से वॉशिंगटन की राजनीति में फिर से हलचल तेज हो गई है.
अमेरिका में राजनीति की छाया में दबती चिकित्सा: डॉ. ओज की चेतावनी ने खड़ा किया राष्ट्रीय विमर्श
अमेरिका में राजनीति और चिकित्सा के बढ़ते घालमेल पर डॉ. मेहमेत ओज ने गंभीर चिंता जताई है। वाशिंगटन डी.सी. में दिए बयान में उन्होंने कहा कि राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण चिकित्सा की मूल भावना कमजोर हो रही है और इसके सबसे दुखद परिणाम बच्चों को भुगतने पड़ रहे हैं।
ट्रंप ने एनडीएए पर किए हस्ताक्षर, भारत के साथ अमेरिकी सैन्य सहयोग बढ़ाने के लिए फैसला किया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वित्त वर्ष 2026 के लिए नेशनल डिफेंस ऑथराइजेशन एक्ट (एनडीएए) पर हस्ताक्षर किए। यह एक बड़ा रक्षा कानून है, जिसमें वॉशिंगटन की इंडो-पैसिफिक पॉलिसी के हिस्से के तौर पर भारत के साथ अमेरिकी सैन्य सहयोग बढ़ाने और क्वाड के जरिए संबंधों को गहरा करने की बात कही गई है
अमेरिका में वीजा संकट गहराया, अक्टूबर 2026 तक टले इंटरव्यू, हजारों भारतीयों की मुश्किलें बढ़ीं
US Visa Crisis : अमेरिका में वीजा संकट गहराता जा रहा है। ट्रंप प्रशासन ने सभी एच-1बी इंटरव्यू और एच 4 वीजा अक्टूबर 2026 तक स्थगित कर दिए हैं। इस फैसले से हजारों भारतीय आवेदकों की चिंता बढ़ गई है। भारत आए पेशेवर भी अमेरिका लौट नहीं पा रहे हैं।
अमेरिका ने ईरान के तेल नेटवर्क पर कसा शिकंजा, भारत से जुड़ी शिपिंग कंपनियां भी निशाने पर
ट्रंप प्रशासन ने गुरुवार को ईरान के गुप्त पेट्रोलियम शिपिंग नेटवर्क से जुड़े 29 जहाजों पर प्रतिबंध लगा दिए। इनमें भारत से जुड़ी कई कंपनियां और परिचालन इकाइयां भी शामिल हैं
इंदौर सरकारी सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल में एडमिट मरीजों के इलाज में अब म्यूजिक थेरेपी का भी उपयोग किया जा रहा है। मरीजों को सुबह भगवान के भजन तो शाम को पुराने गीत सुनाए जा रहे हैं। इसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे हैं। डॉक्टरों की मानें तो म्यूजिक थेरेपी से गंभीर मरीजों का दर्द और शारीरिक परेशानी से ध्यान डायवर्ट हो रहा है, वहीं तनाव में भी कमी आई है। हाल ही में इंदौर में हुई न्यूरोलॉजी की इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में भी इंदौर सहित देश-विदेश के एक्सपर्ट ने म्यूजिक थेरेपी का पक्ष बताया। मामला एमजी रोड निवासी सतीश-सरिता भंडारी के बेटे निखिलेश (मेंटली रिटायर्ड) का है। उसका 30 साल पहले अमेरिका में इस थेरेपी से इलाज किया गया था। इससे उसके स्वास्थ्य में सुधार आया है। परिवार का कहना है कि म्यूजिक थेरेपी काफी कारगर है। यह इंदौर का पहला बालक है जिसे अमेरिका में म्यूजिक थेरेपी दी गई थी और उससे काफी फर्क पड़ा। निखिलेश की मां सरिता ने बताया कि वह सिर्फ 3 साल का था तब पता चला कि उसके साथ मेडिकल इश्यूज हैं। खासकर मानसिक विकास को लेकर। तब 1993 में इंदौर के ही डॉक्टरों को बताया तो कुछ फर्क नहीं पड़ा। फिर मुंबई के डॉक्टरों को बताया तो वहां कुछ थेरेपी शुरू की गई। वह बोलता नहीं था। जमीन पर पैर नहीं रखता था। शोर होने पर कान बंद कर लेता था, रोता था। कार में बैठे तो वह रुकना नहीं चाहिए। सफेद खाद्य पदार्थ नहीं खाता था। वह अधिकांश क्रंची पदार्थ ही खाता। मेंटल रिटार्डेशन के साथ ऑटिज्म का भी शिकार परिवार के नजदीकी रिश्तेदार ने साउंड एंड लिसनिंग थेरेपी शुरू करने की सलाह दी। उस समय यह अमेरिका के फिनिक्स एरिजोना में दी जाती है। इसका मेन सेंटर पेरिस में है। परिवार के लोग उसे वहां ले गए और सारे इन्वेस्टिगेशन कराए। इसमें पता चला कि मानसिक विकास कम होने के साथ (Mental retardation) उसे Autism (बोलने, समझने, संवाद करने, सामाजिक व्यवहार में समस्या या एक तरह के व्यवहार को दोहराना) भी है। दरअसल निखिलेश के लक्षण ही ऑटिज्म के थे। जानिए क्या है साउंड एंड लिसनिंग थेरेपी अमेरिका में निखिलेश को तीन माह साउंड एंड लिसनिंग थेरेपी दी गई। इसमें मरीज के स्पेशल हेड फोन रहते हैं। उसे स्पेशल म्युजिक सुनाया जाता है। तीन माह की म्यूजिक थेरेपी में निखिलेश में काफी बदलाव आया। पहले वह बिल्कुल साउंड नहीं लेता था, बाद में लेने लगा। इसके पहले उसे फ्लाइट में सबसे आखिरी में बैठाया जाता था। रेस्टारेंट, होटल में भी साउंड नहीं ले पाता था। इसे लेकर भी काफी बदलाव आए। ऐसे आने लगा फर्क हर तीन माह बाद अमेरिका जाकर उसे म्यूजिक थेरेपी दिलवाई। इस तरह करीब 10 सालों तक उसे म्यूजिक थेरेपी दी गई। इससे उसकी समझ काफी बढ़ गई। मां सरिता के मुताबिक फिर हम भी उसे म्यूजिक सुनाने लगे। इससे वह एक स्थान पर बैठकर शांति से भोजन करने लगा। इसके सहित काफी फर्क आया। माइंड को काफी शांत करती है म्यूजिक थेरेपी मां सरिता के मुताबिक म्यूजिक थेरेपी माइंड को काफी शांत करती है। इसके बाद संबंधित (मरीज) कोई भी काम करता है तो उसमें काफी बदलाव दिखता है। वैसे अब भारत में इस तरह की थेरेपी शुरू हो चुकी है। क्लासिकल म्यूजिक कैसेट में रिकॉर्ड कर अमेरिका में सुनाया निखिलेश को तब अमेरिका का क्लासिकल म्यूजिक मोटजात सहित अन्य म्यूजिक सुनाए गए। इसके साथ ही अन्य इंस्ट्रुमेंट्स भी रहते थे। परिवार के मुताबिक वहां सेंटर से हमें यह कहा गया कि आप भी भारत की क्वासिक म्यूजिक सुनवा सकते हैं। तब कैसेट का दौर था तो उस दौरान परिवार के लोग भारत का संतूर वादन, वायलिन आदि से जुड़े म्यूजिक कैसेट में रिकॉर्ड कर अमेरिका ले गए। वहां अमेरिका और भारत के क्लासिकल म्यूजिक निखिलेश को म्यूजिक थेरेपी में दिए गए। इससे उसमें और फर्क आया। रिकॉर्डिंग में मां ने सुनाए श्लोक सबसे आखिरी दौर में मां सरिता की आवाज रिकॉर्ड कर उसे सुनाई गई। इस रिकॉर्डिंग में मां ने श्लोक बोले। इसके साथ ही धर्म की एक किताब का खास चेप्टर बोलकर पढ़ा जिसे रिकॉर्ड किया गया। दरअसल इस रिकॉर्डिंग को अमेरिका में उसे शुरू से वैसा ही नहीं सुनाया गया बल्कि आवाज को ब्लर कर इसकी शुरुआत की गई। गर्भ में ब्लर सुनाई देती है मां की आवाज इसलिए... दरअसल अमेरिका के म्यूजिक थेरेपी एक्सपर्ट की रिसर्च है कि जब बच्चा गर्भ में रहता है तो मां और गर्भस्थ शिशु के कुछ साउंड मिस हो जाते हैं। बच्चा जब पेट में रहता है तो सारे साउंड स्पष्ट नहीं लेता क्योंकि गर्भ में वह पानी में रहता है। ऐसे में जब पानी के जरिए म्युजिक जाता है तो वह ब्लर रहता है। फिर जैसे-जैसे बच्चा बढ़ता है तो साउंड स्पष्ट होने लगता है। इस रिसर्च के बाद उन्होंने मां सरिता की आवाज पहले सिस्टम के जरिए ब्लर कर उसे सुनाई। फिर जब रिस्पांस मिलने लगा तो उसे क्लियर साउंड में सुनाते रहे। इसके लिए खास तौर पर संतूर वादन लिया गया। दरअसल यह काफी मधुर होता है। इससे काफी फर्क पड़ा। ...और 10 सालों में आया ऐसा खास बदलाव मां सरिता का कहना है कि वह म्यूजिक थेरेपी से बेटे में आए भारी बदलाव से काफी संतुष्ट है। बेटा निखिलेश अब अपना भोजन (ड्राय) खुद लेकर खाता है। कई चीजें चम्मच से व्यवस्थित खाता-पीता है। वह मौखिक तौर पर तो नहीं बता पाता है लेकिन अधिकांश दिनचर्या खुद कर लेता है। सबसे खास यह कि उसकी दिनचर्या में वह शेड्यूल के अनुसार ढल गया है। बेटे का शेड्यूल सालों से एक जैसा है और जरा भी फर्क नहीं आने देता क्योंकि यह उसकी आदत में आ गया है। सुबह उठने के बाद ब्रश, दूध, फिर फ्रूट्स, लंच सहित रात तक का उसका प्रॉपर शेडयूल है। ऐसे में ओवर इटिंग नहीं होती। इंदौर के मरीज को अगली नेशनल न्यूरोलॉजी कॉन्फ्रेंस में करेंगे प्रेजेंट सीनियर न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. जेएस कठपाल का कहना है कि ऐसा भी नहीं है कि म्यूजिक सुनो और दवाइयां कम हो जाएंगी। म्यूजिक में रिदम महत्वपूर्ण है। जैसे पार्किन्सन के मरीजों को अगर रिदमिक म्यूजिक सुनाते हैं तो उसकी चाल और कदमताल बदल जाती है और सुधार शुरू हो जाता है। रेस्टलेस सिंड्रोम में मरीज रात को पैर झटकता है और नींद ठीक से नहीं आती। मैंने अपने एक पार्किन्सन मरीज को थिसिस का सब्जेट देकर म्यूजिक थेरेपी को सलाह दी तो ऐसा ही किया। उसके रिजल्ट बहुत ही अच्छे आए हैं। उसे अब अगली नेशनल इंडियन एकेडमी ऑफ न्यूरोलॉजी की अगली कॉन्फ्रेंस में प्रेजेंट किया जाएगा।
अब अंतरिक्ष में भी चलेगा 'USA First'? ट्रंप ने शुरू की चांद पर अमेरिकी कॉलोनी की तैयारी
Donand Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अंतरिक्ष अमेरिका का दबदबा बढ़ाने के लिए एक नई नीति को लागू किया है. इस आदेश के तहत 2028 तक चांद पर इंसान की वापसी और 2030 तक स्थायी ठिकाना बनाने का टारगेट है.
LIVE: अमेरिका में अक्टूबर 2026 तक नहीं होंगे H1B वीजा इंटरव्यू
Latest News Today Live Updates in Hindi : अमेरिका में एच-1बी और एच-4 वीजा इंटरव्यू अक्टूबर 2026 तक टलने से इससे हजारों भारतीय आवेदकों की चिंता बढ़ गई है। पल पल की जानकारी....
इंदौर में 3 साल की मासूम कनिका एक गंभीर बीमारी से जूझ रही है। बीमारी भी ऐसी कि जिसका इलाज दुनिया में सबसे महंगा है। बच्ची को स्पाइन मस्कुलर एट्रफी (SMA) टाइप-2 नाम की बीमारी है। जिसके इलाज में लगने वाले इंजेक्शन की कीमत करीब 9 करोड़ रुपए है। द्वारकापुरी इलाके में रहने वाले बच्ची के पिता प्रवीण शर्मा और मां संगीता शर्मा को जब से इस बीमारी का पता चला है, तभी से वे एक्टर्स, नेता, मंत्री, अफसरों समेत कई लोगों से संपर्क कर पैसे के इंतजाम में लगे हैं। 15 दिसंबर को बच्ची के बर्थडे पर बड़ी संख्या में लोग मदद के लिए राजवाड़ा पर जुटे थे। अभी तक ढाई करोड़ रुपए का इंतजाम हो चुका है। पैसे का इंतजाम होते ही इसे एम्स के जरिए अमेरिका से मंगाया जाएगा। डॉक्टर का कहना है कि मुश्किल यह है कि दवा अभी केवल एक ही कंपनी नोवार्टिस बना रही है। किसी और कंपनी ने अब तक इस पर रिसर्च या प्रोडक्शन शुरू नहीं किया है। यही वजह है कि यह बहुत महंगी है। बीमारी के मरीज भी दुनिया में गिने-चुने ही हैं। ऐसे में दवा तैयार करने के लिए रिसर्च और ट्रायल पर बहुत ही ज्यादा खर्च होता है। स्थिति यह होती है कि ट्रायल के लिए मरीज मिलना भी मुश्किल होते हैं। दैनिक भास्कर ने विशेषज्ञ से जाना कि यह बीमारी क्या है? क्यों इसके इलाज में इस्तेमाल होने वाला इंजेक्शन इतना महंगा है। पढ़िए... क्या और कितनी खतरनाक है बीमारीइंदौर के शिशु रोग विशेषज्ञ और एमजीएम मेडिकल कॉलेज के पूर्व डीन डॉ. हेमंत जैन के मुताबिक दुर्लभ न्यूरो-मस्क्यूलर जेनेटिक बीमारी SMA में बच्चे की मांसपेशियां धीरे-धीरे कमजोर होने लगती हैं। दिमाग और स्पाइनल कॉर्ड से मसल्स तक जाने वाले सिग्नल कम हो जाते हैं। इस बीमारी में स्पाइनल कॉर्ड की मोटर नर्व सेल्स डैमेज होने लगती हैं। दिमाग मसल्स को हिलाने-डुलाने के लिए संदेश भेज नहीं पाता। इसलिए बच्चा शरीर पर कंट्रोल खोने लगता है। शुरुआत में हाथ-पैर और शरीर हिलाने में कमजोरी दिखती है। समय के साथ बच्चा बैठना-चलना, यहां तक कि सांस लेना और निगलना भी मुश्किल हो सकता है। इस बीमारी के चलते शरीर की मांसपेशियों में कमजोरी आ जाती है। गंभीर स्थिति में लकवा या मौत भी हो जाती है। यह टाइप 1 से टाइप 4 तक की होती है। जो अलग-अलग उम्र के लोगों में होती है। मां के गर्भ में ही पहचान सकते हैं बीमारीडॉ. हेमंत जैन ने बताया कि बच्चा जब मां के पेट में होता है तभी इस बीमारी की पहचान की जा सकती है। कई बच्चे गर्भ में सही तरीके से घूम नहीं पाते हैं। ऐसा होने पर विशेषज्ञ डॉक्टर उसकी कोशिकाओं का परीक्षण कराते हैं। तभी इस बीमारी का पता चल जाता है। ऐसा होने पर बच्चा जैसे ही जन्म लेता है उसे सही समय पर उपचार मिल जाए तो वह पूरी तरह स्वस्थ हो सकता है। इस बीमारी के बारे में जितना देरी से पता चलता है समय के साथ उतनी ज्यादा कोशिकाएं नष्ट होती जाती हैं, जिन्हें रिकवर नहीं किया जा सकता है। इसके लिए मिलने वाले इंजेक्शन से भी मरी हुई कोशिकाओं को पुनर्जीवित नहीं किया जा सकता। नई कोशिकाओं को इसके प्रभाव में आने से रोका जा सकता है। डॉ. जैन ने बताया कि महिला को अगली बार गर्भ होने पर उसकी जेनेटिक काउंसलिंग होना चाहिए। बच्चे का टिश्यू निकालकर एम्नियोसिम्प्टेसिस (जीन) टेस्ट कराते हैं। इससे होने वाले बच्चे में एसएमए बीमारी का पता लगाया जा सकता है। ट्रायल के लिए भी मरीज मिलना भी मुश्किलडॉ. जैन ने कहा कि कोई भी दवा को बाजार में लाने के पहले ट्रायल किया जाता है। भारत में 10 हजार लोगों में से एक मरीज एसएमए का शिकार होता है। इसलिए इसके ट्रायल और स्टडी के लिए मरीजों का उपलब्ध होना बहुत मुश्किल हो जाता है। दूसरा कारण बताते हुए डॉ. जैन ने कहा कि एसएमए बीमारी का उपचार जीन थैरेपी से किया जाता है। यानी किसी बीमारी को ठीक करने के लिए कोशिकाओं में एक नया या बदला हुआ जीन डाला जाता है, ताकि वो स्वस्थ प्रोटीन बना सकें या दोषपूर्ण जीन को ठीक कर सकें, इसलिए भी यह दवा महंगी है। मां बोली- इतना महंगा नहीं होना चाहिए इलाज अब तक इतने को लगा है इंजेक्शनमीडिया रिपोर्ट के मुताबिक स्पाइनल मस्क्यूलर अट्रॉफी जिस जीन की खराबी के कारण होती है, जोलगेंस्मा इंजेक्शन उसे नए जीन से रिप्लेस करता है। ऐसा होने के बाद शरीर में दोबारा यह बीमारी नहीं होती, क्योंकि बच्चे के DNA में नया जीन शामिल हो जाता मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस इंजेक्शन को भारत में 90 से अधिक बच्चों को दिया जा चुका है। यह भी तब, जब इसे बीमारी को पूरी तरह ठीक करने के लिए उपयुक्त भी नहीं माना जा रहा। एक्सपर्ट की मानें, तो अगर इस इंजेक्शन को सही समय पर लगा दिया गया तो बच्चा पूरी तरह स्वस्थ हो सकता है। स्पाइनल मस्क्यूलर अट्रॉफी जिस जीन की खराबी के कारण होती है, जोलगेंस्मा इंजेक्शन उसे नए जीन से रिप्लेस करता है। ऐसा होने के बाद शरीर में दोबारा यह बीमारी नहीं होती, क्योंकि बच्चे के DNA में नया जीन शामिल हो जाता है। जोलगेंस्मा (Zolgensma) क्या है?स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी के इलाज के लिए विकसित किया गया जोलगेंस्मा एक जीन-थेरेपी आधारित दवा है। यह शरीर में एक स्वस्थ SMN जीन की कॉपी पहुंचाती है। इससे मांसपेशियों को नियंत्रित करने वाली मोटर न्यूरॉन कोशिकाएं ठीक से काम करने लगती हैं। यह खबर भी पढ़ें... मासूम अनिका के लिए इंदौर के राजबाड़ा पर जुटे लोग दुर्लभ बीमारी एसएमए (स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी) टाइप-2 से जूझ रही इंदौर की ढाई साल की मासूम अनिका का आज जन्मदिन है। इस मौके पर मासूम अनिका को उसके माता-पिता गोद में लेकर मां अहिल्या की प्रतिमा तक पहुंचे। पूरी खबर यहां पढ़ें...
यूक्रेन युद्ध, अमेरिकी कार्रवाई और बांग्लादेश संकट: दुनिया एक नए टकराव की ओर?
प्रशांत महासागर में अमेरिकी सेना की कार्रवाई, यूक्रेन शांति वार्ता, बांग्लादेश में भारतीय मिशन पर खतरा और पीएम मोदी का ओमान दौरा—देश दुनिया की बड़ी खबरें
नेतन्याहू का बड़ा दावा: यहूदियों के बिना अमेरिका का अस्तित्व संभव नहीं होता
इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने दावा किया कि यहूदियों के बिना अमेरिका का अस्तित्व संभव नहीं होता। यह बयान यहूदियों के ऐतिहासिक योगदान और अमेरिका के निर्माण में उनकी भूमिका को रेखांकित करता है, जिसने अमेरिकी राजनीति और यहूदी समुदाय में व्यापक चर्चा को जन्म दिया है।
राष्ट्रपति ट्रंप का बड़ा दावा: 11 महीनों में अमेरिकी परिवारों के बंधक खर्च में 3,000 डॉलर की राहत
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि उनके नेतृत्व में केवल 11 महीनों में नए मॉर्गेज की वार्षिक लागत में 3,000 डॉलर की कमी आई है। उन्होंने कहा कि पिछली डेमोक्रेट सरकार के दौरान यह लागत 15,000 डॉलर तक बढ़ गई थी, जिससे आम अमेरिकी परिवार प्रभावित हुए।
वेनेजुएला ने अमेरिकी सैंक्शन और संभावित नेवल ब्लॉकेड के बीच अपने तेल निर्यात जहाजों की सुरक्षा बढ़ाई है। बोलिवेरियन नेवी ने पेट्रोलियम उत्पाद ले जाने वाले जहाजों की एस्कॉर्टिंग शुरू की, जिससे देश की ऊर्जा सुरक्षा और आर्थिक हितों की रक्षा सुनिश्चित की जा सके।
बड़ा दावा, अमेरिका में होगा धमाका, भारत में आएगा भूकंप, 19 दिसंबर को गिर जाएगी मोदी सरकार
Sanjay Raut sensational claim About Central Government: शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने दावा किया है कि 19 दिसंबर को अमेरिका में बड़ी राजनीतिक घटना घटना होगी, जिससे केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार गिर जाएगी। उन्होंने इसे राजनीतिक भूकंप बताया ...
गुरुग्राम में पुलिस ने ड्रग तस्करी का इंटरनेशनल गैंग पकड़ा गया है। पुलिस इस गैंग के एक सदस्य को पंजाब से अरेस्ट करके लाई है। इस पर पांच हजार रुपए का इनाम था। यह गैंग पाकिस्तान से ड्रग मंगवा कर इसे गुरुग्राम रूट से अमेरिका में भेजने का काम करता है। यह ड्रग अमेरिका में डोंकी रुट के माध्यम से गए लोगों के पास भेजा जा रहा था। गिरफ्तार आरोपी लखबीर सिंह (23 वर्ष, शिक्षा-8वीं) निवासी गांव कोट दाता, जिला तरणतारण (पंजाब) को तरणतारण से पकड़ा है। आरोपी के बैंक खाते में एक साल में 66 लाख रुपए का संदिग्ध लेन देन हुआ था। इस संबंध में पंजाब पुलिस के एंटी नारकोटिक्स विभाग तथा IB से भी जानकारी साझा की गई थी। ढाई साल पहले मामला सामने आया था क्राइम ब्रांच सेक्टर 40 के इंचार्ज ललित कुमार ने बताया कि आरोपी पार्सल के माध्यम से अमेरिका (USA) में अवैध मादक पदार्थ अफीम की तस्करी करने वाले संगठित गिरोह का एक सक्रिय सदस्य है। इस संबंध में 25 मई.2023 को पहली बार शिकायत की गई थी। जब हरियाणा स्टेट नारकोटिक्स कंट्रोल बोर्ड को DHL एक्सप्रेस कंपनी, उद्योग विहार, गुरुग्राम से सूचना प्राप्त हुई कि उनकी कंपनी के एक अंतर्राष्ट्रीय पार्सल में अवैध मादक पदार्थ होने की संभावना है। डीएचएल कंपनी की एक्सरे मशीन में पकड़ा गया ड्रग जहां पुलिस की टीम पहुंची तो वहां कंपनी के सिक्योरिटी एवं इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर वीरेंद्र ने बताया कि DHL कंपनी द्वारा विदेशों में भेजे जाने वाले प्रत्येक पार्सल की एक्स-रे मशीन से जांच की जाती है। जांच के दौरान एक संदिग्ध पार्सल में नशीला पदार्थ होने की आशंका है। इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर द्वारा संदिग्ध गत्ता डिब्बा खोला गया, जिसमें कुछ जोड़ी कपड़े और च्यवनप्राश के 02 डिब्बे (प्रत्येक 01 किलोग्राम) मिले। च्यवनप्राश के डिब्बों को काटकर खोलने पर उनके अंदर प्लास्टिक पन्नी में छुपाकर रखी गई अवैध मादक पदार्थ अफीम कुल 842 ग्राम (422 ग्राम + 420 ग्राम) मिली थी। पार्सल के इनवॉइस व दस्तावेजों की जांच करने पर पार्सल भेजने वाले व्यक्ति लखबीर सिंह के कागजात तथा पार्सल प्राप्त करने वाले व्यक्ति की जानकारी मिली थी। इस संबंध में उद्योग विहार थाने में केस रजिस्टर्ड किया गया था।
उत्तर कोरिया नीति: अमेरिका-दक्षिण कोरिया की नई बातचीत 'पुराने वर्किंग ग्रुप' से अलग
विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने दावा किया कि दक्षिण कोरिया और अमेरिका की उत्तर कोरिया नीति अब पुराने ढर्रे पर नहीं चल रही है
Susie Wiles OnTrump, Epstein:अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की चीफ ऑफ स्टाफ सूसी विल्स ने वैनिटी फेयर मैगजीन को दिए एक लंबे और बेबाक इंटरव्यू में जेफरी एपस्टीन फाइल्स को लेकर कई चौंकाने वाले बयान दिए हैं. उन्होंने ट्रंप और सेक्स ऑफेंडर जेफरी एपस्टीन के पुराने संबंधों का जिक्र करते हुए कहा कि दोनों युवा, सिंगल प्लेबॉय साथ थे. जानें पूरी बात.
अमेरिकी सीनेटरों ने रूसी तेल की खरीद पर रोक के लिए एक नया प्रस्ताव किया पेश
अमेरिका की ओर से लगातार रूस से तेल खरीदने वाले देशों पर लगातार दबाव बना रहा है। इसी सिलसिले में अमेरिकी सीनेटरों के एक समूह ने एक नया प्रस्ताव पेश किया है। इसका मकसद उन विदेशी कंपनियों पर आर्थिक प्रतिबंध लगाना है जो रूस से तेल खरीदना जारी रखती हैं
कैथल जिले के युवक को विदेश भेजने के नाम पर एक आरोपी ने पांच लाख 30 हजार रुपए ठग लिए। आरोपी ने युवक को अमेरिका भेजने का झांसा दिया था। राशि लेकर उसे स्पेन भेज दिया, जो अभी तक वहीं फंसा हुआ है। इस संबंध में युवक के पिता ने पुलिस को शिकायत दी है। पुलिस ने आरोपी एजेंट के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। 15 लाख में अमेरिका भेजने की बात बोली गांव रसीना के रामपाल ने पूंडरी थाना में दी शिकायत में बताया कि उसका बेटा सुक्रम पाल काफी दिन से विदेश जाना चाहता था। इसके लिए उन्होंने बेहरामपुर बैट जिला रोपड़ पंजाब के संदीप से उसके ऑफिस चंडीगढ़ में बातचीत की। संदीप ने कहा कि वह सुक्रमपाल को 15 लाख रुपए में विदेश अमेरिका भेज देगा, उन्होंने संदीप को रुपए दे दिए। अक्टूबर 2022 में संदीप ने उसके बेटे को आस्ट्रिया भेज दिया। वहां से आगे भेजने के लिए संदीप ने 22 लाख रुपए और खर्च बताया। आरोपी के कहे अनुसार उन्होंने 10 लाख रुपए और उसके खाते में डलवा दिए। उसके बाद आरोपी ने उसके लड़के को आस्ट्रिया से स्पेन बुला लिया। वहां उसके बेटे के पासपोर्ट पर किसी और लड़के को नीदरलैंड में भेज दिया। दो महीने पुलिस ने जेल में रखा जानकारी मिलने पर वहां की पुलिस ने सुक्रम पाल को अरेस्ट करके दो महीने जेल में रखा। जुलाई 2023 को उन्होंने संदीप को बोला के मेरे बेटे को जेल से निकलवाओ और उसका ओरिजिनल पासपोर्ट वापस मंगवाओ। आरोपी ने कहा कि इसके लिए 3 लाख 25 हजार रुपए खर्च आएगा। उन्होंने रुपए दे दिए, लेकिन आरोपी ने उसके बेटे को जेल से नहीं निकलवाया है। अब फोन करने पर आरोपी उनको जान से मारने की धमकी देता है। शिकायतकर्ता ने कहा कि ऐसा करके आरोपी संदीप ने उनके साथ धोखाधड़ी की है। केस दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस पूंडरी थाना के जांच अधिकारी महिपाल ने बताया कि इस संबंध में पुलिस के पास व्यक्ति की शिकायत आई है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है। जांच के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।
टेक कंपनी मेटा ने इंस्टाग्राम में रील्स फीड को और पर्सनलाइज्ड बनाने के लिए नया योर एल्गोरिदम (Your Algorithm) फीचर लॉन्च किया है। ये फिलहाल अमेरका में लॉन्च किया गया है, जल्द ही अन्य देशों में रोलआउट किया जाएगा। नया फीचर यूजर्स को अपनी रील्स फीड पर पूरा कंट्रोल देता है। AI की मदद से यूजर्स देख सकेंगे कि इंस्टाग्राम का एल्गोरिदम उनके लिए कौन-कौन से टॉपिक्स चुन रहा है। ये आपके इंटरेस्ट के अनुसार वीडियो दिखाएगा, साथ ही आप खुद ही टॉपिक्स एड या रिमूव कर सकेंगे। कंपनी का कहना है कि इससे रेकमेंडेशंस और भी पर्सनल हो जाएंगी, खासकर जब आपकी पसंद बदलती रहती है। पहले इंस्टाग्राम पर नोट इंटरस्टेड (Not Interested) या स्नूज (Snooze) जैसे ऑप्शंस थे, लेकिन वो लिमिटेड थे। AI एक्टिविटी एनालाइज कर आपके इंटरेस्ट की लिस्ट बनाएगा इंस्टाग्राम का AI एल्गोरिदम आपकी हाल की एक्टिविटी जैसे- वॉच टाइम, लाइक्स, शेयर्स को एनालाइज करके टॉप इंटरेस्ट्स की लिस्ट बनाता है। उदाहरण के लिए, ये कह सकता है कि आप क्रिएटिविटी, स्पोर्ट्स, फिटनेस और स्केटबोर्डिंग में इंटरेस्टेड हैं। ये लिस्ट AI से जेनरेटेड समरी के साथ आती है, जो आपकी पसंद को आसान शब्दों में बताती है। अपनी पसंद के टॉपिक सिलेक्ट कर सकेंगे योर एल्गोरिदम फीचर के 4 बड़े फायदे भारत में इंस्टाग्राम के 400 मिलियन से ज्यादा यूजर्स हैं, जो रील्स पर घंटों समय बिताते हैं। ये फीचर यहां क्रिएटर्स और छोटे बिजनेस को खास फायदा देगा। आगे एक्सप्लोर फीचर आएगा इंस्टाग्राम का कहना है कि यह सिर्फ शुरुआत है। आने वाले महीनों में योर एल्गोरिदम रील्स से आगे बढ़कर एक्सप्लोर टैब और एप के अन्य सेक्शंस में भी अवेलेबल होगा। Threads एप पर भी कुछ ऐसा प्लान है। कंपनी का टारगेट है कि आने वाले समय में यूजर्स को यह पूरा अधिकार मिले कि वो अपने पसंद के हिसाब से कंटेंट देख सके, न कि वो कंटेंट जो इंस्टाग्राम उन्हें दिखाता है।
अमेरिकी अधिकारियों के दिल्ली दौरे से आया व्यापार समझौता वार्ता में निर्णायक मोड़
अमेरिका को भारत के शिपमेंट मुख्य रूप से खुशबूदार बासमती किस्म के होते हैं, जो खास उपभोक्ता वर्ग और ऐसे बाजार की जरूरतों को पूरा करते हैं।
अमेरिकी टूरिस्ट के उदयपुर की झील में शौच का दावा झूठा, वीडियो ऑस्ट्रेलिया का है
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो में दिख रही महिला ऑस्ट्रेलिया की Ellie-Jean Coffey हैं. यह वीडियो उदयपुर का नहीं बल्कि ऑस्ट्रेलियाई आउटबैक के Kimberley क्षेत्र का है.
भारत-अमेरिका विवाद में क्वाड का भविष्य दांव पर
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पसंदीदा समूह क्वाड की सुरक्षा वार्ता हेतु नई दिल्ली में इस साल के अन्त तक प्रस्तावित क्वाड शिखर सम्मेलन-2025 अब भारत-अमेरिका संबंधों में तनाव, जिसमें व्यापार और राजनीतिक दोनों मुद्दे शामिल हैं
अमेरिका को दुनिया को परमाणु संकट की ओर धकेलने की इजाज़त नहीं दी जा सकती
29 अक्टूबर को, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने घोषणा की कि 'अन्य देशों के परीक्षण कार्यक्रमों के कारण, मैंने युद्ध विभाग (पेंटागन) को समान आधार पर हमारे परमाणु हथियारों का परीक्षण शुरू करने का निर्देश दिया है
अमेरिका में खुली 'बाहुबली द एपिक' की बुकिंग, सभी प्रीमियम लार्ज फॉर्मेट्स में होगी रिलीज
एसएस राजामौली की बाहुबली फ्रैंचाइज़ी पहली और सबसे बड़ी अखिल भारतीय फिल्म है जिसने भारतीय सिनेमा को नया रूप दिया और इतिहास रचा। दुनिया भर के दर्शकों द्वारा पसंद की गई इस महाकाव्य गाथा ने न केवल दिलों पर कब्ज़ा किया, बल्कि बॉक्स ऑफिस के रिकॉर्ड भी ...
अमेरिका द्वारा बाहर की गई प्रतिभाओं को आकर्षित करने में लगा है चीन
भारत में उच्च विज्ञान संस्थानों की एक श्रृंखला मौजूद है। भारत के पास वर्तमान में उच्च विज्ञान और इंजीनियरिंग के लिए अनुसंधान परियोजनाओं को वित्तपोषित करने हेतु पर्याप्त धन है
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को लुभाने के लिए ब्रिटिश शाही तामझाम
ब्रिटेन अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के स्वागत और उन्हें लुभाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है
अमेरिका की तरफ झुकाव से भारत को नुकसान
यह कहना-सुनना असामान्य नहीं है विदेश नीति नैतिक सिद्धांतों के बारे में नहीं बल्कि राष्ट्रीय हितों के बारे में होती है
सतही बयानबाज़ी, गहराई में साझेदारी: भारत-अमेरिका रिश्तों का नया संतुलन
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत की कुछ नीतिगत पसंदों पर असहमति जताते हुए हाल में भारत को लेकर तीखे बयान दिए—यहां तक कि कहा कि 'अमेरिका ने भारत और रूस को चीन के हाथ खो दिया है
एससीओ सम्मेलन:चीन ने अमेरिका को दिखाई ताकत
चीन ने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के 25वें शिखर सम्मेलन के लिए भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सहित 20 से अधिक विश्व नेताओं को आमंत्रित कर बंदरगाह शहर तियानजिन में शानदार प्रदर्शन किया
'भारत-अमेरिका कृषि व्यापार : अवसर, जोखिम और संतुलन की चुनौती
भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंध लगातार व्यापक होने की संभावनाओं के बीच कृषि क्षेत्र इस साझेदारी का सबसे संवेदनशील और विवादास्पद हिस्सा बना हुआ है
ट्रम्प का अमेरिका भरोसेमंद नहीं, शी जिनपिंग का चीन हो सकता है और भी बुरा
अमेरिका के साथ भारत के मौजूदा व्यापार शुल्क विवाद के बावजूद, भारत को चीन से आयात को और बढ़ाने में सावधानी बरतनी चाहिए
'किंग' के सेट पर एक्शन करते वक्त घायल हुए शाहरुख खान, इलाज के लिए अमेरिका रवाना!
बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। शाहरुख अपनी अगली फिल्म 'किंग' की शूटिंग के दौरान घायल हो गए हैं। बताया जा रहा है कि एक एक्शन सीन करने के दौरान उन्हें चोट लग गई है, जिसके बाद शाहरुख को तुरंत इलाज के लिए भेजा गया।
कौन हैं असम की अर्चिता फुकन? अमेरिकी एडल्ड स्टार संग तस्वीर शेयर करके मचाई सनसनी
असम की रहने वाली अर्चिता फुकन इन दिनों सुर्खियों में छाई हुई है। बीते दिनों अर्चिता ने एक अमेरिकी एडल्ड स्टार केंड्रा लस्ट के साथ तस्वीर शेयर की थी, जो देखते ही देखते वायरल हो गई। इसके बाद से हर कोई जानना चाहता है कि आखिर अर्चिका फुकन है कौन? ...
बॉलीवुड एक्ट्रेस और फिल्ममेकर तनिष्ठा चटर्जी इन दिनों मुश्किल दौर से गुजर रही हैं। तनिष्ठा ने कुछ समय पहले ही अपने पिता को खोया था और अब वो कैंसर की शिकार हो गई हैं। तनिष्ठा को स्टेज 4 ब्रेस्ट कैंसर हुआ है। एक्ट्रेस को कैंसर के बारे में चार महीने ...
मोनाली ठाकुर ने की अमेरिका टूर की घोषणा, इन शहरों में करेंगी लाइव शो
नेशनल अवॉर्ड जीतने वाली सिंगर मोनाली ठाकुर आज देश की सबसे पसंदीदा आवाज़ों में से एक हैं। उनकी गायकी में ऐसा जादू है जो हर किसी के दिल को छू जाता है, फिर चाहे वो फिल्मी गाना हो, लाइव शो हो या कोई कॉन्सर्ट। मोनाली की सुरीली आवाज़ हर बार सुनने वालों के ...
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के सिनेमा टैरिफ के विरोध के साथ शुरू हुआ 78वां कान फिल्म समारोह
फिल्मकार क्वेंतिन तारंतीनों ने दुनिया भर से आए फिल्मी हस्तियों की उपस्थिति में ग्रैंड थिएटर लूमिएर में 78वें कान फिल्म समारोह का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि उन्हें गर्व है कि वे 78वें कान फिल्म समारोह के शुभारंभ की घोषणा कर रहे हैं। राबर्ट डिनिरो ...
4 साल की उम्र में श्रेया घोषाल ने ली संगीत की शिक्षा, अमेरिका में मनाया जाता है 'श्रेया घोषाल दिवस'
बॉलीवुड की फेमस सिंगर श्रेया घोषाल 12 मार्च को अपना बर्थडे सेलिब्रेट कर रही हैं। अपनी सुरीली आवाज से लाखों लोगों को दिवाना बनाने वाली श्रेया का जन्म 1984 में पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुआ था। उन्होंने बेहद कम समय में अपनी सुरीली आवाज से बड़ी ...
बॉलीवुड एक्टर सुनील शेट्टी ने अपनी दमदार अदाकारी से दुनियाभर में पहचान बनाई है। लेकिन इतनी लोकप्रियता के बावजूद भी सुनील शे्टी को बुरे बर्ताव का सामना करना पड़ा था। हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान सुनील शेट्टी ने 2001 में अमेरिका में हुए अपने एक ...
भारतीय-अमेरिकी संगीतकार और उद्यमी चंद्रिका टंडन ने जीता ग्रैमी अवॉर्ड, देखिए विनर्स की पूरी लिस्ट
67वें ग्रैमी अवॉर्ड्स के विनर का ऐलान हो गया है। इस इवेंट का आयोजन लॉस एंजेलिस के डाउनटाउन में क्रिप्टो टाउन एरिना में हुआ। ट्रेवर नोआ ने ग्रैमी अवॉर्ड्स 2025 को होस्ट किया। भारतीय-अमेरिकी गायिका और उद्यमी चंद्रिका टंडन ने एल्बम 'त्रिवेणी' के लिए ...
अमेरिकी नौसेना के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित हुए टॉम क्रूज, हॉलीवुड स्टार ने जताई खुशी
हॉलीवुड स्टार टॉम क्रूज की दुनियाभर में जबरदस्त फैन फॉलोइंग है। टॉम क्रूज अपनी फिल्मों में जबरदस्त एक्शन सीन्स के लिए जाने जाते हैं। वह खतरनाक से खतरनाक स्टंट सीन खुद ही करते हैं। वहीं अब टॉम क्रूज को अमेरिकी नौसेना के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से ...
मिथुन चक्रवर्ती की पहली पत्नी हेलेना ल्यूक का निधन, अमेरिका में ली अंतिम सांस
मनोरंजन जगत से एक दुखद खबर सामने आई है। दिग्गज अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती की पहली पत्नी हेलेना ल्यूक का निधन हो गया है। उन्होंने अमेरिका में आखिरी सांस ली। हेलेना के निधन की खबर मशहूर डांसर और एक्ट्रेस कल्पना अय्यर ने सोशल मीडिया के जरिए दी है। खबरों ...
बचपन से एक्टर बनना चाहते थे सैफ अली खान, अमेरिका से पढ़ाई पूरी करने के बाद रखा इंडस्ट्री में कदम
Saif Ali Khan Birthday: बॉलीवुड के अभिनेता सैफ अली खान 54 वर्ष के हो गए हैं। 16 अगस्त 1970 को दिल्ली में जन्में सैफ अली खान को अभिनय की कला विरासत में मिली। उनकी मां शर्मिला टैगोर फिल्म इंडस्ट्री की जानी मानी अभिनेत्री रही जबकि पिता नवाब पटौदी ...
अमेरिका में प्रभास की फिल्म 'कल्कि' का रिलीज से पहले जलवा, देखें मूवी मसाला
प्रभास, अमिताभ बच्चन, दीपिका पादुकोण और कमल हासन स्टारर फिल्म 'कल्कि 2898 AD' का फैंस के बीच जबरदस्त क्रेज है. हालांकि फिल्म के ट्रेलर को लोगों की मिलीजुली प्रतिक्रिया मिल रही है. वहीं, फिल्म अमेरिका में एडवांस बुकिंग के मामले में रिकॉर्ड बना रही है. देखें 'मूवी मसाला'.
अमेरिकाज गॉट टैलेंट में जम्मू की रहने वालीArshiya Sharma ने बजाय डंका, किया ऐसा कमाल किखड़े होकर तालियां बजाने लगे जजेस
Cannes में स्क्रीनिंग के बाद विवादों में घिरी पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपतिडोनाल्ड ट्रम्प की बायोपिक, फिल्म के इस सीन पर मचा हंगामा
कियारा आडवाणी शनिवार को कान्स फिल्म फेस्टिवल से इतर एक कार्यक्रम में शामिल हुईं। उनके खूबसूरत पिंक और ब्लैक गाउन के अलावा कुछ और भी था जिसने सबका ध्यान खींचा। रेड सी फिल्म फाउंडेशन के वीमेन इन सिनेमा गाला डिनर के रेड कार्पेट पर मीडिया को दिया गया उनका एक साक्षात्कार ऑनलाइन सामने आया है। इसमें कियारा को कान्स में पहली बार बोलने के बारे में दिखाया गया है, लेकिन उनका नया लहजा थोड़ा ध्यान भटकाने वाला है। इसे भी पढ़ें: Cannes Film Festival 2024 | पंजाबी गायिका सुनंदा शर्मा ने अपने कान्स डेब्यू में सफेद पंजाबी सूट-सलवार में बिखेरा जलवा कियारा का ताज़ा लहजा? कियारा वीडियो में कहती हैं कि इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया जाना 'बहुत ही विनम्र' है, खासकर जब वह एक अभिनेता के रूप में 10 साल पूरे कर रही हैं। वह कहती हैं, यह बहुत खास पल पर भी आता है। उनके विशेष रूप से 'बहुत' और 'पर' कहने के अमेरिकी तरीके ने प्रशंसकों को आश्चर्यचकित कर दिया कि क्या वह एक नया उच्चारण करने का प्रयास कर रही हैं। इसे भी पढ़ें: वोट डालने पहुंचे Deepika Padukone और Ranveer Singh, एक्ट्रेस का दिखा बेबी बंप, पर वह भीड़ से खुद को छुपाती दिखी | Viral Video ट्विटर क्या कहता है? एक व्यक्ति ने ट्विटर पर भविष्यवाणी की, “बॉलीवुड ट्विटर आपके उच्चारण के बारे में बात करने आ रहा है… भागो, कियारा भागो।” और निश्चित रूप से, ऐसा हुआ। मंच पर कई ट्वीट्स में कियारा के नए लहजे पर हैरानी जताई गई। एक प्रशंसक ने लिखा, मैं उससे प्यार करता हूं, लेकिन वह लहजा क्यों। एक अन्य व्यक्ति ने कहा, “इसकी तुलना में उनका अपना उच्चारण वास्तव में अच्छा है।” एक अन्य व्यक्ति ने पूछा, भारतीय लहजा किसी भी तरह से बुरा या अपमानजनक नहीं है, फिर इन लोगों ने इसे क्यों नहीं चुना और पूरी चीज़ को बर्बाद कर दिया। एक अन्य व्यक्ति ने लिखा “क्या कियारा आडवाणी सोचती हैं कि जब वह इस तरह की बातें करती हैं तो वह किम कार्दशियन हैं? कृपया उस ऐंठन वाले लहजे को रोकें। आप इसके लिए कूल या मजाकिया नहीं हैं। कियारा इससे पहले वेरायटी द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भी शामिल हुई थीं। उन्होंने अपने करियर और फिल्मों के बारे में बात की, मनोरंजन उद्योग की अन्य महिलाओं के एक पैनल में शामिल हुईं। कान्स और कियारा पर कान्स फिल्म महोत्सव मंगलवार रात क्वेंटिन डुपिएक्स के ले ड्यूक्सिएम एक्ट (द सेकेंड एक्ट) के विश्व प्रीमियर के साथ शुरू हुआ, जिसमें ली सेडौक्स, विंसेंट लिंडन, लुइस गैरेल और राफेल क्वेनार्ड ने अभिनय किया। कियारा राम चरण-स्टारर गेम चेंजर में दिखाई देने की तैयारी कर रही हैं, जो एस. शंकर द्वारा निर्देशित एक राजनीतिक एक्शन थ्रिलर है। तेलुगु फिल्म जल्द ही स्क्रीन पर आने के लिए तैयार है। वह ऋतिक रोशन-स्टारर वॉर 2 में वाईआरएफ जासूस ब्रह्मांड में शामिल होने के लिए भी तैयार हैं, जिसमें आरआरआर स्टार जूनियर एनटीआर भी होंगे। इसके अलावा कियारा के पास डॉन 3 भी है, जिसमें वह रणवीर सिंह के साथ अभिनय करेंगी। रिपोर्ट्स की मानें तो टॉक्सिक में यश के साथ आडवाणी भी नजर आएंगे। Kiara Advani's accent pic.twitter.com/A5WFyGzdkC — bebo (@bollypopgossip) May 19, 2024
'अगर मैं अमेरिका का जासूस होता तो...' जान की बाजी लगाने पर भी रवीन्द्र कौशिक को नहीं मिला सम्मान, आखिरी चिट्ठी में बयां किया था दर्द
सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल रहाGoldy Brar के शूटआउट का CCTV फुटेज, गैंगस्टरको लेकरअमेरिकी पुलिस ने किया बड़ा दावा
जिंदा हैSidhu Moose Wala की ह्त्या करने वालाGoldy Brar! मास्टरमाइंड को लेकर अमेरिकी पुलिस ने किया सनसनीखेज खुलासा
अमेरिका में रची गई साजिश! सलमान खान के घर फायरिंग मामले में बड़ा खुलासा?
बॉलीवुड एक्टर सलमान खान के घर गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर हुई फायरिंग मामले को लेकर अब अपडेट सामने आ रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक आरोपियों ने शूटिंग में इस्तेमाल बाइक को कुछ दिन पहले रायगढ़ के एक शोरूम से खरीदी थी. मामले में और क्या-क्या खुलासे हुए हैं. देखें.
क्या सच में अमेरिका में रहती है दिलजीत की पत्नी-बेटा? मॉडल ने खोली पोल
दिलजीत दोसांझ अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर काफी प्रोटेक्टिव रहे हैं. दिलजीत ने हाल ही में अपने पेरेंट्स के साथ रिलेशंस को लेकर खुलासा किया, जिसने सबको हैरानी में डाल दिया था. हालांकि वह अपनी पत्नी और बच्चे के बारे में अटकलों पर चुप्पी साधे हुए हैं, लेकिन उनके एक दोस्त ने हाल ही में दावा किया कि दिलजीत शादीशुदा हैं और उनका एक बेटा भी है.
अभिनेता और गायक दिलजीत दोसांझ नेटफ्लिक्स और इम्तियाज अली की अमर सिंह चमकीला के लिए तैयारी कर रहे हैं। फिल्म 12 अप्रैल से बड़े पैमाने पर प्रसारित होगी। द इंडियन एक्सप्रेस की एक हालिया रिपोर्ट, जिसमें गुमनामी के तहत उनके करीबी दोस्तों के उद्धरण शामिल हैं, से पता चलता है कि दिलजीत दोसांझ वास्तव में शादीशुदा हैं। एक इंडो-अमेरिकन महिला के साथ उनकी शादी हुई थी और उनका एक बेटा भी है। प्रकाशन में अभिनेता की प्रोफ़ाइल में लिखा है, एक अत्यंत निजी व्यक्ति, उनके परिवार के बारे में बहुत कम जानकारी है लेकिन दोस्तों का कहना है कि उसकी पत्नी एक अमेरिकी-भारतीय है और उनका एक बेटा है, और उनके माता-पिता लुधियाना में रहते हैं। दिलजीत दोसांझ , जो अमर सिंह चमकीला की रिलीज की तैयारी कर रहे हैं, ने खुलासा किया कि उनके माता-पिता ने उन्हें 11 साल की उम्र में लुधियाना में एक रिश्तेदार के साथ रहने के लिए भेज दिया था। दिलजीत ने रणवीर इलाहाबादिया से बात करते हुए कहा “मैं ग्यारह साल का था जब मैंने अपना घर छोड़ दिया और अपने मामाजी के साथ रहने लगा। मैं अपना गाँव छोड़कर शहर आ गया। मैं लुधियाना शिफ्ट हो गया। उन्होंने कहा 'उसे मेरे साथ शहर भेज दो' और मेरे माता-पिता ने कहा 'हां, उसे ले जाओ।' मेरे माता-पिता ने मुझसे पूछा भी नहीं। इसे भी पढ़ें: Thor फेम Chris Hemsworth के फैंस के लिए खुशखबरी! Furiosa-Mad Max में योद्धा के अवतार में दिखे जबरदस्त, जानें फिल्म कब होगी रिलीज उड़ता पंजाब के अभिनेता ने कहा कि हालांकि इस फैसले से उनके माता-पिता के साथ उनके रिश्ते में तनाव आ गया है, लेकिन वह उनका बहुत सम्मान करते हैं। दिलजीत ने खुलासा किया “मैं एक छोटे से कमरे में अकेला रहता था। मैं बस स्कूल जाता था और वापस आ जाता था, वहां कोई टीवी नहीं था। मेरे पास बहुत समय था. इसके अलावा, उस समय हमारे पास मोबाइल फोन नहीं थे, यहां तक कि अगर मुझे घर पर फोन करना होता था या अपने माता-पिता का फोन रिसीव करना होता था, तो इसके लिए हमें पैसे खर्च करने पड़ते थे। इसलिए मैं अपने परिवार से दूर होने लगा। इसे भी पढ़ें: 'Ramayana' के लिए Ranbir Kapoor ले रहे हैं जमकर ट्रेनिंग, गांव में कभी साइकिलिंग तो कभी जॉगिंग करते दिखे एक्टर | VIDEO गायक ने कहा “मैं अपनी माँ का बहुत सम्मान करता हूँ। मेरे पिता बहुत प्यारे इंसान हैं। उन्होंने मुझसे कुछ नहीं पूछा। उन्होंने यह भी नहीं पूछा कि मैंने किस स्कूल में पढ़ाई की है। लेकिन मेरा उनसे नाता टूट गया।
Marvel 1943: Rise Of Hydra का धमाकेदार ट्रेलर हुआ लॉन्च,ब्लैक पैंथर और कैप्टन अमेरिका में छिड़ी घमासान जंग

