H-1B visa overhaul:व्हाइट हाउस ने दोहराया कि एच-1बी वीजा सुधार का मकसद अमेरिकी कामगारों को प्राथमिकता देना है.नए नियमों में 1 लाख डॉलर की फीस लागू की गई, लेकिन कुछ को छूट दी गई है. यूएस चैंबर ऑफ कॉमर्स ने इसे गैरकानूनी बताकर मुकदमा दायर किया.ट्रंप प्रशासन अदालत में इसका विरोध करेगा.
Elon Musk vs NASA: एलन मस्क की कंपनी SpaceX अपनी बड़ी परियोजना आर्टेमिस III में समय से पीछे चल रही है. यह आर्टेमिस III प्रोजेक्ट अमेरिकी अंतरिक्ष यात्रियों को वापस चंद्रमा पर उतारने के लिए बनाया गया है.
एच-1बी वीजा पर सख्ती; व्हाइट हाउस ने दोहराया ‘अमेरिका फर्स्ट’
व्हाइट हाउस ने एक बार फिर दोहराया है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की एच-1बी वीज़ा नीति का मकसद अमेरिकी नागरिकों को नौकरी में प्राथमिकता देना है। सरकार ने साफ कहा वीज़ा सुधार के खिलाफ दायर मुकदमों का अदालत में डटकर मुकाबला किया जाएगा।
हुसैनी भाई-बहन-अमीर, सुरैया और बानो अफगानिस्तान से तालिबान के दमन से बचकर अमेरिका में शरण की उम्मीद लेकर पहुंचे. लेकिन ट्रंप प्रशासन की सख्त आव्रजन नीतियों ने उनके सपनों को तोड़ दिया. सीमा पर बिछड़े, अब बहनें दक्षिण और मध्य अमेरिका में फंसी हैं, जबकि अमीर अफगानिस्तान लौट गया, जहां डर उसका पीछा नहीं छोड़ रहा.
जयपुर की शिल्प परंपरा एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर चमकी है। शहर के प्रसिद्ध जांगिड़ परिवार की अनूठी कलाकृति ‘रॉयल वीणा’ को प्रतिष्ठित 2025 अमेरिकन आर्ट अवॉर्ड्स (American Art Awards) में स्कल्प्चर-रिप्रेजेंटेशनल कैटेगरी में द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ है। यह सम्मान दुनिया के 63 देशों के कलाकारों के बीच हुई प्रतियोगिता में हासिल किया गया है, जिससे जयपुर और राजस्थान का नाम एक बार फिर वैश्विक कला जगत में रोशन हुआ है। गौरतबल है कि दो साल पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएन मैक्रों से मुलाकात के बाद उन्हें चंदन की लकड़ी में नक्काशी से तैयार रॉयल वीणा की कलाकृति गिफ्ट की थी। इस अवॉर्ड को जयपुर के युवा शिल्पकार रोहित जांगिड़ और उनके जांगिड़ परिवार को उनकी उत्कृष्ट रचना सैंडलवुड कार्विंग सितार के लिए प्रदान किया गया। यह वीणा चंदन की लकड़ी से बारीकी से तराशी गई है और भारतीय संगीत के महान गायक मियां तानसेन के जीवन की कथा को दर्शाती है। तानसेन की आत्मा को दर्शाती ‘रॉयल वीणा’ रोहित ने बताया कि ‘रॉयल वीणा’ के इस अद्भुत शिल्प में चार कक्ष (compartments) बनाए गए हैं, तीन छोटे और एक बड़ा । जो वीणा के ट्यूनिंग पेग्स के माध्यम से खुलते हैं। प्रत्येक कक्ष में तानसेन के जीवन के अलग-अलग प्रसंगों को बाइजेंटाइन शैली (Byzantine carving) में उकेरा गया है। इसके गूंजक भाग (resonating chamber) के दोनों ओर नृत्यमग्न गणेश और मोरों की जोड़ी विराजमान हैं, जबकि शीर्ष पर देवी सरस्वती की प्रतिमा है, जो संगीत, ज्ञान और सृजन की प्रतीक हैं। रोहित जांगिड़ ने बताया कि यह सम्मान केवल मेरे परिवार का नहीं, बल्कि पूरे राजस्थान और भारत की कला परंपरा का है। मेरी कोशिश रहती है कि भारतीय संस्कृति और संगीत को लकड़ी पर जीवंत कर सकूं। रोहित जांगिड़ लगभग पूरी तरह से दुर्लभ चंदन की लकड़ी (Sandalwood) पर काम करते हैं। उन्होंने यह शिल्पकला अपने पिता से बचपन में सीखी। अभी भी वे अपनी पढ़ाई पूरी कर रहे हैं, लेकिन कम उम्र में ही उनके कार्यों ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई है। उनकी एक प्रसिद्ध मिनिएचर कृति लकड़ी की मक्खी (Wooden House Fly) के लिए उन्हें इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में स्थान मिला था। रोहित ने बताया कि मुझे मिनिएचर आर्ट में काम करना पसंद है। इसमें हर रेखा, हर उभार को बहुत सावधानी से उकेरना पड़ता है। हम जांगिड़ परिवार ही ऐसे उत्पाद बनाते हैं जिनके ढक्कनों में छोटी-छोटी कहानियां छिपी होती हैं, जिन्हें खोलने पर दर्शक चकित रह जाते हैं। ‘रॉयल वीणा’ को पहले भी कई राष्ट्रीय मंचों पर सम्मानित किया जा चुका है, लेकिन अमेरिकन आर्ट अवॉर्ड्स जैसे प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय मंच से मिला यह पुरस्कार इसे नई ऊंचाई देता है। इस प्रतियोगिता की जूरी अमेरिका की 20 शीर्ष गैलरियों और म्यूजियम्स की ओर से की जाती है।
अमेरिकी राष्ट्रपति चाहें जो समझें, भारत ने इस मसले पर रूस का आभार प्रकट कर ट्रंप को दिखाया ठेंगा
India at UNSC: संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत के स्थायी प्रतिनिधि पी हरीश ने शांति और फिलिस्तीन मुद्दे पर आयोजित खुली बहस में भारत का पक्ष रखा है. इस चर्चा में उन्होंने क्या कुछ कहा जानते हैं.
अमेरिका में बैठे मालिक ने मोबाइल पर देखी चोरी:लखनऊ में घर में घुसे दो चोर, पुलिस ने केस दर्ज किया
लखनऊ के डीएलएफ गार्डेन सिटी में उस वक्त हड़कंप मच गया जब अमेरिका में रह रहे एक व्यक्ति ने मोबाइल पर अपने घर में चोरी होते देख ली। घर में लगे सीसीटीवी कैमरे उनके मोबाइल से कनेक्ट थे। संजीव कुमार श्रीवास्तव, जो इस सोसाइटी के ए-133 फ्लैट में रहते हैं, इन दिनों अमेरिका गए हुए हैं। उन्होंने अपने घर की निगरानी मोबाइल से की तो देखा कि दो चोर घर में घुस गए हैं। उन्होंने तुरंत अपने पड़ोसी को फोन कर इसकी जानकारी दी। पड़ोसी मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक चोर वारदात को अंजाम देकर फरार हो चुके थे। इसके बाद पड़ोसी ने सोसाइटी सिक्योरिटी और मोहनलालगंज पुलिस को सूचना दी। संजीव श्रीवास्तव ने अमेरिका से ही ई-मेल के जरिए पुलिस को तहरीर भेजी, जिस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। इंस्पेक्टर दिलेश सिंह ने बताया कि शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई है। घर में क्या सामान चोरी हुआ है, यह जानकारी संजीव श्रीवास्तव के भारत लौटने के बाद पता चलेगी। सायरन सुन झाड़ियों में छिपे चोर घटना की एक और हैरान करने वाली बात यह रही कि जब चोर घर से बाहर निकल रहे थे, उसी समय पिकेट पर तैनात पुलिसकर्मी सायरन बजाते हुए सोसाइटी के पास से गुजर रहे थे। पुलिस की आवाज सुनकर चोर बाहर की झाड़ियों में करीब चार मिनट तक छिपे रहे।
तेल कंपनियों पर अमेरिकी प्रतिबंधों पर पुतिन ने कहा- किसी भी दबाव में झुकेंगे नहीं
Vladimir Putin Statement on US sanctions: अमेरिका द्वारा उनके देश की दो सबसे बड़ी तेल कंपनियों पर लगाए गए नए प्रतिबंधों को पूरी तरह खारिज करते हुए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि ये प्रतिबंध मॉस्को पर दबाव डालने की कोशिश हैं, लेकिन रूस ...
रूसी तेल कंपनियों पर अमेरिकी प्रतिबंध का भारत पर क्या होगा असर
US sanctions on Russian oil companies: रूस की प्रमुख तेल कंपनियों- रोसनेफ्ट और लुकोइल पर अमेरिका द्वारा लगाए गए नए प्रतिबंधों का भारत पर भी प्रतिकूल असर पड़ने की संभावना है। प्रतिबंधों का सीधा असर भारत की सबसे बड़ी निजी रिफाइनरी कंपनियों पर पड़ेगा ...
मैं झुकेगा नहीं... रूसी तेल पर प्रतिबंध से भड़के पुतिन अब ट्रंप पर बरसे, अमेरिका को चेताया
Putin's Warning To Trump: अमेरिका द्वारा रूस की दो बड़ी तेल कंपनियों पर लगाए गए नए प्रतिबंधों के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि मास्को कभी भी वाशिंगटन या किसी अन्य देश के दबाव में नहीं आएगा और चेतावनी दी कि रूसी क्षेत्र पर किसी भी हमले का जवाब बेहद गंभीर और भारी होगा.
भारतीय मूल के एश्ले टेलिस को चीनी जासूसी मामले में राहत, अमेरिकी कोर्ट ने दिया रिहा करने का आदेश
भारतीय मूल के एश्ले को अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई ने अमेरिका के गोपनीय सरकारी दस्तावेजो को अपने पास रखने और चीनी अधिकारियों से मुलाकात करने के आरोप में गिरफ्तार किया था. मुंबई में पैदा हुए एश्ले ने अमेरिका के शिकागो यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की और यहीं बस गए थे.
Jashnpreet Singh: अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे 21 वर्षीय भारतीय नागरिक जशनप्रीत सिंह पर दक्षिणी कैलिफोर्निया में नशे की हालत में ट्रक चलाकर भीषण सड़क दुर्घटना करने का आरोप लगाया गया है. इस हादसे में 3 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हुए हैं.
गुरुग्राम में शेयर ट्रेडिंग के नाम पर एक युवक से 15 लाख रुपए की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। सिवाड़ी की ढाणी के रहने वाले युवक राकेश ने स्टॉक मार्केट में निवेश की चाहत में एक फर्जी ऐप और वॉट्सऐप ग्रुप के झांसे में आकर 15 लाख रुपए गंवा दिए। साइबर थाना पुलिस को दी शिकायत में राकेश कुमार ने बताया कि वह स्टॉक मार्केट में निवेश की जानकारी हासिल करने के लिए यूट्यूब पर वीडियो देख रहा था। इसी दौरान उन्हें एक लिंक मिला, जिस पर क्लिक करने के बाद वह एक वॉट्सऐप ग्रुप से जुड़ गया। विदेशी बाजार में इंवेस्टमेंट का दावा किया इस ग्रुप में स्टॉक मार्केट से संबंधित जानकारी दी जा रही थी और ग्रुप के सदस्यों ने दावा किया कि वे शेयर की कीमतों को प्रभावित कर सकते हैं। उनकी बातों से प्रभावित होकर राकेश ने Conifer In नामक एक ऐप डाउनलोड किया, जिसके जरिए भारत, अमेरिका और हॉन्गकॉन्ग के स्टॉक मार्केट में निवेश करने का दावा किया गया था। 50 हजार लगाकर शुरू किया काम राकेश ने शुरुआत में 50,000 रुपए का निवेश किया और ऐप में दिखाया गया कि उनका मुनाफा बढ़ रहा है। इससे उत्साहित होकर उन्होंने अपने एचडीएफसी बैंक खाते से अलग-अलग खातों में कुल 15 लाख रुपए ट्रांसफर किए। हालांकि, जब उन्होंने मुनाफे के साथ पैसे निकालने की कोशिश की, तो ऐप से पैसे नहीं निकले। ग्रुप के सदस्यों ने उनसे कहा कि उनके पैसे ब्लॉक हो गए हैं और उन्हें और अधिक पैसे जमा करने होंगे ताकि खाता अन-ब्लॉक हो सके। बार- बार रुपए मांगने पर हुआ शक बार-बार पैसे मांगने पर राकेश को शक हुआ कि उनके साथ ठगी हो रही है। राकेश ने इसकी जानकारी तुरंत पुलिस को दी और वॉट्सऐप चैट, Conifer In ऐप के स्क्रीनशॉट और पैसे ट्रांसफर के सबूत सौंपे। उन्होंने पुलिस से दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है। गुरुग्राम साइबर क्राइम सेल ने शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
अमेरिका के कैलिफोर्निया में पंजाब के ट्रक ड्राइवर ने करीब 10 वाहनों को टक्कर मार दी। हादसे में 3 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसा 22 अक्टूबर को हुआ। इसका वीडियो गुरुवार को सामने आया है। पुलिस ने ट्रक ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है। उसकी पहचान 21 साल के जशनप्रीत सिंह के रूप में हुई है। हालांकि अभी यह पता नहीं चल पाया है कि वह पंजाब में कहां का रहने वाला है। अमेरिकी पुलिस का कहना है कि सामने ट्रैफिक जाम होने के बावजूद जशनप्रीत ने ब्रेक नहीं लगाए, क्योंकि वह नशे में धुत था। उसे सैन बर्नार्डिनो काउंटी शेरिफ विभाग की हिरासत में रखा गया है और उससे पूछताछ जारी है। जानकारी के मुताबिक जशनप्रीत अवैध रूप से अमेरिका में रह रहा है। कैलिफोर्निया के I-10 फ्रीवे पर हुआ हादसाअमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह हादसा कैलिफोर्निया के I-10 फ्रीवे पर हुआ। जशनप्रीत सिंह का ट्रक अचानक नियंत्रण से बाहर हो गया। ट्रक ने पहले सड़क के बीच खड़ी छोटी कारों को टक्कर मारी, फिर साइड में खड़े वाहनों को भी अपनी चपेट में ले लिया। बताया जा रहा है कि हादसे में करीब दस वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं। 2022 पकड़ा गया था, फिर रिहा हुआविदेशी एजेंसियों से मिली जानकारी के अनुसार, जशनप्रीत सिंह अवैध तरीके से अमेरिका गया था और यूबा सिटी में रह रहा था। जिसे 2022 में जो बाइडन प्रशासन द्वारा कैलिफोर्निया सीमा पर पकड़ा गया था। हालांकि बाद में रिहा कर दिया गया था। लुधियाना के युवक को हुई थी 45 साल की सजा इससे पहले 12 अगस्त को लुधियाना के रहने वाले हरजिंदर सिंह के अमेरिका के कैलिफोर्निया में ट्रक का यूटर्न लेते समय हादसा हुआ था। इसे कारण 3 लोगों की जान चली गई थी। कोर्ट ने 45 साल की सजा सुनाई हुई है। ---------------- ये खबर भी पढ़ें... तरनतारन में हरजिंदर का परिवार दहशत में, कर्ज-जमीन बेच अमेरिका में सेटल हुआ था; हादसे में 3 की हत्या का आरोपी बनाया अमेरिका के फ्लोरिडा में जिस ट्रक ड्राइवर हरजिंदर के यू-टर्न से कार सवार 3 लोगों की मौत हुई, वह पंजाब में तरनतारन के गांव रटौल का रहने वाला है। इस हादसे के बाद अमेरिका ने दूसरे देशों से आने वाले लोगों के लिए ड्राइविंग के नए वर्क परमिट पर तक रोक लगा दी है। पूरी खबर पढ़ें...
कजाकिस्तान में जिंदगी की जंग लड़ रहे शाहपुरा के नया बास निवासी एमबीबीएस स्टूडेंट राहुल घोसलिया (22) को एयर एंबुलेंस से जयपुर लाया गया है। जयपुर एयरपोर्ट पर से राहुल को मेडिकल और जिला प्रशासन की टीम की निगरानी में एसएमएस हॉस्पिटल लाया गया। मेडिसिन आईसीयू 1 में भर्ती राहुल के ब्रेन में परेशानी बनी हुई है और इसी वजह से स्थिति कुछ हद तक गंभीर बनी हुई है। एसएमएस प्रशासन ने राहुल के इलाज के लिए 4 डॉक्टर्स की एक टीम बनाई है। इसमें न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट के सीनियर प्रोफेसर डॉ. दिनेश खंडेलवाल, एनेस्थिसिया डिपार्टमेंट से डॉ. निहार शर्मा, जनरल मेडिसिन डिपार्टमेंट के जीएल धायल, इमरजेंसी मेडिसिन के एचओडी डॉ. सतीश मीणा के साथ अतिरिक्त अधीक्षक नरेन्द्रसिंह चौहान को शामिल किया है। राजस्थान एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका (राना) ने राहुल को भारत लाने में सहयोग किया। राना अध्यक्ष प्रेम भंडारी ने बताया कि उनकी राहुल के परिजनों से बात हुई। उसके बाद उन्होंने भारतीय दूतावास से संपर्क कर राहुल की शिफ्टिंग का प्रयास किया। जयपुर के नयाबास गांव निवासी राहुल साल 2021 से अस्ताना (कजाकिस्तान) से एमबीबीएस कर रहे थे। इसी महीने 8 अक्टूबर को राहुल को ब्रेन हेमरेज हो गया। तब से वो कजाकिस्तान के हॉस्पिटल में वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे। राहुल की जिंदगी बचाने और इलाज के लिए उसके माता-पिता ने सोशल मीडिया पर सहयोग मांगा था। राहुल को एयर लिफ्ट करके राहुल को भारत लाने की गुहार लगाई थी। राहुल को इंडिया लाने के लिए बीते कई दिनों से उसका परिवार और कई सामाजिक संस्थाएं कोशिश कर रही थीं। प्रेम भंडारी ने बताया कि विदेश मंत्रालय, इंडियन कम्युनिटी वेलफेयर फंड, राना और जन सहयोग से कोशिशें कामयाब रहीं।
यूक्रेन संघर्ष को लेकर अमेरिका और रूस के बीच तनाव फिर से बढ़ रहा है। इस बीच ऐसी खबर सामने आई है, जो दुनिया टेंशन बढ़ाने वाली है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को देश की परमाणु सेनाओं के बड़े अभ्यास की निगरानी की है। क्रेमलिन की रिपोर्ट ...
ईरान का अमेरिका को करारा जवाब | Abbas Araghchi Statement | Iran Refuses US Talks | Iran US Tension
ईरान ने अमेरिका की ‘अतिवादी नीति’ को शांति वार्ता में सबसे बड़ी बाधा बताया। अब्बास अरागची ने कहा कि ईरान कूटनीति का समर्थन करता है, लेकिन अपने अधिकारों और सम्मान से समझौता नहीं करेगा…
तेजस MK1A भारतीय वायुसेना के जंगी बेड़े का हिस्सा बनने के लिए तैयार है। लेकिन एक सॉफ्टवेयर इसके लिए अड़चन बन रहा है। न्यूज 18 की एक खबर के मुताबिक इजराइल के साथ समझौते के तहत DRDO इस रडार का लाइसेंस प्रोडक्शन करता है। यही रडार तेजस विमानों में भी ...
मुंबई से अमेरिका जा रही थी फ्लाइट, बीच में हुई गड़बड़ी, वापस लौटाना पड़ा विमान
Air India Flight Technical Issue: मुंबई से अमेरिका जा रही एयर इंडिया की एक फ्लाइट में तकनीकी समस्याएं आ गईं, जिसके बाद विमान को वापस लौटाना पड़ेगा.
रूसी नेता पुतिन के साथ ट्रंप की मीटिंग क्यों हो गई कैंसिल? अमेरिकी राष्ट्रपति ने खुद दिया जवाब
Russia Ukraine War: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच होने वाली मीटिंग फिलहाल स्थतिग कर दी गई है. इस मुलाकात का मकसद यूक्रेन में चल रहे युद्ध को रोकने की कोशिश करना था. इसे लेकर व्हाइट हाउस की तरफ से एक बयान भी आया है. आइए जानते हैं पूरा मामला.
Deepawali Celebration 2025: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ट ट्रंप ने व्हाइट हाउस में दीपावली कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इस मौके पर ट्रंप ने भारत और अमेरिका में रहने वाले भारतीय(Indian-Americans)को दीपावली की शुभकामनाएं दीं.
लुधियाना में लावारिस मिली, अब अमेरिका में मिल रहा नया जीवन
शहर में साल 2023 में एक दंपती ने अपनी छह महीने की मासूम बच्ची को सड़क पर लावारिस हालत में छोड़ दिया और फरार हो गए। प्रशासन ने बच्ची को सुरक्षित रखने के लिए दोराहा स्थित हेवनली पैलेस भेज दिया। अब वहीं बच्ची अमेरिका में पल रही है। डेढ़ साल तक अर्शिता हेवनली पैलेस में रही। इस बीच अमेरिका के एक दंपती ने उसे गोद लेने की इच्छा जताई। अमेरिकी दंपती के पहले से तीन बेटे हैं और वे एक बेटी को अपनाना चाहते थे। उन्होंने भारत सरकार की सेंट्रल अडॉप्शन रिसोर्स अथॉरिटी (सीएआरए) की वेबसाइट के जरिए आवेदन किया। अथॉरिटी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद लुधियाना के हेवनली पैलेस में पल रही अर्शिता का प्रोफाइल उन्हें दिखाया गया। बच्ची को देखकर दंपती ने गोद लेने का निर्णय लिया।
अमेरिकी चेस खिलाड़ी डैनियल नारोदित्स्की का निधन , 29 वर्ष की उम्र में ली अंतिम सांस
अमेरिकी ग्रैंडमास्टर डैनियल नारोदित्स्की ने महज 29 वर्ष की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया। भारतीय ग्रैंडमास्टर आर. प्रज्ञानंद ने नारोदित्स्की के निधन पर दुख जताया है
यूक्रेन को और चाहिए पैट्रियट मिसाइल सिस्टम — ज़ेलेंस्की ने अमेरिका से लगाई गुहार
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने फिर एक बार अमेरिका से मदद की खुली अपील की है।उन्होंने कहा — ‘यूक्रेन की सुरक्षा अब पैट्रियट मिसाइल सिस्टम पर निर्भर है
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने मंगलवार को कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दावे पर केंद्र सरकार से सवाल किया। उन्होंने कहा- ट्रम्प ने पिछले 5 दिन में 3 बार भारत के रूस से तेल इम्पोर्ट का मुद्दा उठाया, इसमें कोई शक नहीं कि जैसे-जैसे वे इस हफ्ते बुडापेस्ट में पुतिन से मुलाकात से पहले इस बात को और दोहराएंगे। उन्होंने कहा- राष्ट्रपति ट्रम्प का कहना है कि उन्होंने अपने अच्छे दोस्त प्रधानमंत्री मोदी से बात की और भारत ने रूस से तेल इम्पोर्ट रोकने का विश्वास दिलिया। भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) ने ऐसी किसी बातचीत की जानकारी होने से इनकार किया है, लेकिन राष्ट्रपति ट्रम्प ने मंत्रालय के इस बात को नकार दिया है। ट्रम्प ने कब-कब बयान दिन 16 अक्टूबर: भारत ने ट्रम्प और मोदी में कॉल की बात नकारी थी भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने 16 अक्टूबर को प्रेस ब्रीफिंग में कहा था कि बुधवार को पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रम्प की कोई बातचीत नहीं हुई थी। ट्रम्प के दावे पर जायसवाल ने कहा था कि भारत तेल और गैस का बड़ा खरीदार है। जनता के हितों की रक्षा करना हमारी प्राथमिकता रही है। हमारी आयात नीतियां इसी मकसद को पूरी करती हैं। ऊर्जा नीति के दो लक्ष्य हैं, पहला स्थिर कीमतें तय करना और दूसरा सुरक्षित आपूर्ति बनाए रखना। जायसवाल ने कहा था कि इसके लिए हम ऊर्जा स्रोतों को व्यापक बनाते हैं और बाजार स्थितियों के अनुसार विविधता लाते हैं। जहां तक अमेरिका का सवाल है, हम कई सालों से अपनी ऊर्जा खरीद का विस्तार करने का प्रयास कर रहे हैं। पिछले दशक में इसमें लगातार प्रगति हुई है।' भारत पर प्रतिबंध का मकसद रूस पर दबाव बनाना अमेरिका ने रूस पर दबाव बनाने के लिए भारत पर आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं। ट्रम्प कई बार यह दावा कर चुके हैं कि, भारत के तेल खरीद से मिलने वाले पैसे से रूस, यूक्रेन में जंग को बढ़ावा देता है। ट्रम्प प्रशासन रूस से तेल लेने पर भारत के खिलाफ की गई आर्थिक कार्रवाई को पैनल्टी या टैरिफ बताता रहा है। ट्रम्प भारत पर अब तक कुल 50 टैरिफ लगा चुके हैं। इसमें 25% रेसीप्रोकल यानी जैसे को तैसा टैरिफ और रूस से तेल खरीदने पर 25% पैनल्टी है। रेसीप्रोकल टैरिफ 7 अगस्त से और पेनल्टी 27 अगस्त से लागू हुआ। व्हाइट हाउस प्रेस सचिव केरोलिना लेविट के मुताबिक इसका मकसद रूस पर सेकेंडरी प्रेशर डालना है, ताकि वह युद्ध खत्म करने पर मजबूर हो सके। सितंबर में भारत ने 34% तेल रूस से खरीदा ट्रम्प के दावे के बावजूद, रूस भारत का सबसे बड़ा तेल स्रोत बना हुआ है। कमोडिटी और शिपिंग ट्रैकर क्लेप्लर के आंकड़ों के मुताबिक, सितंबर में ही नई दिल्ली ने आने वाले शिपमेंट का 34 फीसदी हिस्सा लिया। हालांकि, 2025 के पहले आठ महीनों में आयात में 10 फीसदी की गिरावट आई थी। एजेंसी के आंकड़ों के मुताबिक, भारत ने 2025 के अगस्त महीने में रूस से औसतन 1.72 मिलियन बैरल प्रति दिन (bpd) कच्चा तेल आयात किया। वहीं, सितंबर में यह आंकड़ा थोड़ा घटकर 1.61 मिलियन bpd रह गया।) एक्सपर्ट्स के मुताबिक यह कटौती अमेरिकी दबाव और सप्लाई में डाइवरसीफिकेशन लाने के लिए की गई है। इसके विपरीत रिलायंस इंडस्ट्रीज और नायरा एनर्जी जैसी निजी रिफाइनरी कंपनियों ने इसकी खरीद बढ़ा दी है। सरकारी रिफाइनरियों ने रूसी आयात में कमी की सरकारी कंपनियां (जैसे IOC, BPCL, HPCL) ने रूसी तेल आयात 45% से ज्यादा घटाया। जून में 1.1 मिलियन bpd से सितंबर में घटकर 600,000 bpd रह गया। वहीं, प्राइवेट रिफाइनरीयां (रिलायंस इंडस्ट्रीज: 850,000 bpd, नयारा एनर्जी: ~400,000 bpd) ने इसे संतुलित किया, जिससे कुल आपूर्ति पर असर नहीं पड़ा। रूस से सस्ता तेल खरीदने की शुरुआत कैसे हुई? फरवरी 2022 में रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद यूरोप ने रूसी तेल पर प्रतिबंध लगा दिया। इसके बाद रूस ने अपने तेल को एशिया की ओर मोड़ा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत ने 2021 में रूसी तेल का सिर्फ 0.2% आयात किया था। 2025 में यह भारत का सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता बन गया। औसतन 1.67 मिलियन बैरल प्रति दिन की आपूर्ति कर रहा है। यह भारत के कुल जरूरत का करीब 37% है। भारत रूस से तेल खरीदना क्यों नहीं बंद करता?भारत को रूस से तेल खरीदने के कई डायरेक्ट फायदे हैं... भारत के पास रूस के अलावा किन देशों से तेल खरीदने के विकल्प हैं?भारत अपनी तेल जरूरतों का 80% से ज्यादा इम्पोर्ट करता है। ज्यादातर तेल रूस के अलावा इराक, सऊदी अरब और अमेरिका जैसे देशों से खरीदता है। अगर रूस से तेल इम्पोर्ट बंद करना है तो उसे इन देशों से अपना इम्पोर्ट बढ़ाना होगा... ------------------------------- मोदी-ट्रम्प से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें...1. 1. ट्रम्प बोले-सुना है भारत रूस से तेल खरीदना बंद करेगा: रिपोर्ट में दावा- भारत अभी भी मास्को से तेल ले रहा अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने शुक्रवार को कहा कि ऐसी खबरें हैं कि भारत ज्यादा दिन तक रूस से तेल नहीं खरीदेगा। हालांकि, उन्होंने कहा कि उन्हें इन खबरों के सही होने की जानकारी नहीं है। लेकिन अगर ऐसा होता है तो यह अच्छी बात होगी। आगे देखते हैं कि क्या होता है। पूरी खबर पढ़ें... 2. पेट्रोलियम मंत्री बोले- पेट्रोल-डीजल के दाम घट सकते हैं: अगर कच्चे तेल की कीमत 65 डॉलर प्रति बैरल रही तो 2-3 महीने में कटौती संभव देश में पेट्रोल-डीजल के दाम कम हो सकते हैं। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि अगर कच्चे तेल की कीमत लंबे समय तक 65 डॉलर प्रति बैरल पर बनी रहती हैं, तो उम्मीद कर सकते हैं कि अगले 2-3 महीनों में पेट्रोल-डीजल के दाम में कटौती हो। ये बात उन्होंने दिल्ली में चल रही ‘ऊर्जा वार्ता 2025’ में कही। पूरी खबर पढ़ें...
एच-1बी वीज़ा धारकों के लिए राहत की खबर, अमेरिका ने वर्तमान धारकों को दी बड़ी छूट
अमेरिका में एच-1बी वीज़ा धारकों के लिए एक बड़ी राहत की खबर आई है। अमेरिकी गृह सुरक्षा विभाग ने हाल ही में 1 लाख डॉलर (लगभग 83 लाख रुपये) की आवेदन फीस को लेकर नई गाइडलाइन जारी की है। इसमें कई तरह की छूट और अपवाद दिए गए हैं
लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा जैसे-जैसे करीब आ रहा है, बिहार के किशनगंज में रौनक और मेहनत दोनों बढ़ गई है। शहर के खगड़ा स्टेडियम रोड पर इस समय बांस की बारीक बुनाई की खनक सुनाई देती है। यहां करीब 500 से अधिक कारीगर दिन-रात जुटे हैं। कोई बांस छील रहा है, कोई गोलाई दे रहा है, तो कोई टोकरी को अंतिम आकार दे रहा है। इन टोकरीकारों की मेहनत सिर्फ स्थानीय बाजारों के लिए नहीं, बल्कि देश से लेकर विदेशों तक पहुंच रही है। छठ पूजा से पहले कारीगरों की व्यस्तता चरम पर दुर्गा पूजा खत्म होते ही किशनगंज में टोकरी बनाने का काम पूरे जोर पर शुरू हो जाता है। सुबह की पहली रोशनी के साथ ही बांस की बुनाई शुरू हो जाती है और रात तक यह मेहनत जारी रहती है। स्थानीय कारीगर संजय महतो बताते हैं, छठ पूजा हमारे लिए सिर्फ त्योहार नहीं, बल्कि साल का सबसे बड़ा कामकाज का समय होता है। इस समय हम लगातार काम करते हैं क्योंकि मांग बहुत ज्यादा रहती है।' आस्था और आजीविका दोनों से जुड़ा पर्व छठ पूजा बिहार और पूर्वी भारत का सबसे बड़ा लोक पर्व है। इस दौरान सूर्य भगवान को अर्घ्य देने के लिए बांस की टोकरी और सूप का खास महत्व होता है। इन्हीं टोकरियों में फल, ठेकुआ, नारियल और प्रसाद सजाकर महिलाएं छठ घाट तक जाती हैं।इसलिए इन टोकरियों को बनाना सिर्फ एक कारीगरी नहीं, बल्कि आस्था से जुड़ी परंपरा है। कारीगर रामू महतो बताते हैं, 'हम सुबह से देर रात तक टोकरी बनाते हैं। यही हमारा पुश्तैनी काम है। छठ के समय हमारी कमाई भी अच्छी हो जाती है। यही महीने हमारे सालभर का सहारा होते हैं।' हर दिन तैयार हो रही हैं 5000 से ज्यादा टोकरियां करीब 500 कारीगरों के सामूहिक प्रयास से रोजाना लगभग 5000 टोकरियां तैयार की जा रही हैं। कारीगर रत्न महतो बताते हैं, 'एक कारीगर दिन में 10 से 15 टोकरियां बना लेता है। एक बांस से औसतन तीन टोकरियां बन जाती हैं। इस बार बांस की कमी के कारण हमें इसे महंगे दामों पर खरीदना पड़ रहा है।' रात्न महतो के अनुसार, इस बार छोटी टोकरी की कीमत 120 रुपए और बड़ी टोकरी की कीमत 140 रुपए रखी गई है। पिछले साल ये कीमतें 80 और 100 रुपए थीं। करीब 20 रुपए की बढ़ोतरी का मुख्य कारण बांस की कमी और बढ़ता परिवहन खर्च है। किशनगंज की टोकरी की दुनिया में धाक किशनगंज की बांस की टोकरी सिर्फ बिहार या उत्तर प्रदेश तक सीमित नहीं है। इनकी मांग दिल्ली, पश्चिम बंगाल, झारखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान जैसे राज्यों में भी है। इतना ही नहीं, व्यापारी इन टोकरियों को सऊदी अरब, अमेरिका, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, ब्रिटेन, सिंगापुर, यूएई और मॉरीशस जैसे देशों में भी भेजते हैं। स्थानीय व्यापारी नसीम आलम बताते हैं, 'हम यहां से थोक में टोकरियां खरीदकर पटना और दिल्ली ले जाते हैं। वहां से इन्हें पैक कर विदेश भेजा जाता है। छठ पूजा के दौरान प्रवासी बिहारी परिवार इन्हीं टोकरियों से पूजा करते हैं।' खगड़ा स्टेडियम रोड बना ‘टोकरी बाजार’ पूरे किशनगंज में इस समय अगर कहीं सबसे ज्यादा रौनक है तो वह है खगड़ा स्टेडियम रोड।यहां सड़क के दोनों ओर बांस, रस्सी और अधबुनी टोकरियों का अंबार लगा है।हवा में बांस की गंध और हथौड़े की ताल जैसे लोकगीत बनाती है।लोग यहां से दर्जनों टोकरियां खरीदकर ट्रक और पिकअप से भेज रहे हैं।यह जगह अब किशनगंज की पहचान बन चुकी है। कारीगरों की मेहनत और हुनर की मिसाल किशनगंज के टोकरीकारों की खासियत यह है कि वे डिजाइन और मजबूती दोनों का ध्यान रखते हैं।यहां की टोकरियां न तो जल्दी टूटती हैं और न ही इनका रंग उड़ता है।कारीगर टोकरी के किनारों को खूबसूरती से मोड़ते हैं ताकि देखने में भी आकर्षक लगे। संजय महतो बताते हैं, 'हम कोशिश करते हैं कि हर टोकरी अलग डिजाइन की बने। पहले सिर्फ गोल टोकरी बनती थी, अब लोग चौकोर और फूल डिजाइन वाली टोकरियां भी पसंद करने लगे हैं।' महिलाएं भी कंधे से कंधा मिलाकर काम में जुटी टोकरी बनाने के इस पारंपरिक काम में महिलाएं भी बराबरी की भागीदार हैं।कई परिवारों में महिलाएं बांस छीलने, किनारे सजाने और सूप तैयार करने का काम करती हैं।करीब 100 से अधिक महिलाएं इस समय खगड़ा स्टेडियम रोड पर काम में लगी हैं।उनकी मेहनत से परिवार की आय दोगुनी हो जाती है। गंगा देवी नामक कारीगरी बताती हैं, 'हम भी अपने पति के साथ बैठकर टोकरियां बनाते हैं। इससे घर का खर्च चलता है और बच्चों की पढ़ाई भी हो जाती है।' बांस की कमी से बढ़ी चिंता इस साल बांस की कमी ने कारीगरों की परेशानी बढ़ा दी है।बांस आमतौर पर असम, पश्चिम बंगाल और मेघालय से आता है। लेकिन इस बार परिवहन महंगा होने और बाढ़ से रास्ते बाधित रहने के कारण इसकी आपूर्ति घट गई है।कारीगरों का कहना है कि बांस महंगा हो गया है, जिससे मुनाफा घटा है। रामू महतो कहते हैं, 'पहले एक बांस 60 रुपए में मिल जाता था, अब 100 रुपए से ऊपर चला गया है। बांस के बिना हमारा काम ठप पड़ जाएगा।' कला को मिली वैश्विक पहचान किशनगंज की बांस कला ने अब अंतरराष्ट्रीय पहचान हासिल कर ली है। कई एनजीओ और सरकारी योजनाओं के तहत यहां के कारीगरों को ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट’ (ODOP) योजना से भी जोड़ा जा रहा है। इससे उन्हें बाजार, प्रशिक्षण और आधुनिक उपकरण की सुविधा मिल रही है।हस्तशिल्प विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, किशनगंज से हर साल 25 से 30 लाख टोकरियां अलग-अलग राज्यों में भेजी जाती हैं। 10 लाख टोकरियों का लक्ष्य स्थानीय व्यापारियों के मुताबिक, इस बार छठ पूजा तक किशनगंज में करीब 10 लाख टोकरियां तैयार की जाएंगी। इनमें से आधी बिहार और पड़ोसी राज्यों में भेजी जाएंगी, जबकि शेष विदेशों में निर्यात होंगी।यह कारोबार करोड़ों रुपए का है और हर साल बढ़ रहा है। व्यापारी शकील अहमद ने बताया, 'छठ पूजा हमारे लिए व्यापार का मौसम होता है। इस दौरान मांग इतनी बढ़ जाती है कि कई बार कारीगरों को रात भर काम करना पड़ता है।' कला से रोजगार और सम्मान दोनों छठ पूजा के बहाने किशनगंज की यह पारंपरिक कला न केवल रोजगार का जरिया बनी है, बल्कि इसने यहां के कारीगरों को सम्मान और पहचान भी दी है।कई युवा अब इस परंपरा को नया रूप देने की कोशिश कर रहे हैं, डिजाइन बदल रहे हैं, ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बेच रहे हैं और इसे “किशनगंज हैंडमेड बास्केट” ब्रांड के रूप में प्रमोट कर रहे हैं। छठ के बहाने गांव से दुनिया तक पहुंची आस्था की टोकरी छठ पूजा को लेकर प्रवासी बिहारी समुदाय का उत्साह विदेशों में भी उतना ही गहरा है जितना बिहार में।इसी कारण, किशनगंज की टोकरियां अब लंदन, दुबई और सिडनी तक पहुंच रही हैं।कई प्रवासी परिवार बताते हैं कि “जब तक बांस की असली टोकरी न हो, छठ अधूरा लगता है।”यह बात खुद बताती है कि किशनगंज की मिट्टी और मेहनत ने कैसे पूरी दुनिया में अपनी जगह बनाई है। कारीगरों का कहना : मेहनत भले कठिन, पर गर्व है सभी कारीगर एक सुर में कहते हैं, 'हमारी मेहनत भले कठिन है, पर हमें गर्व है कि हमारी बनाई टोकरी से लोग भगवान को अर्घ्य देते हैं। इससे बड़ी खुशी और क्या होगी।' छठ पूजा के करीब आते-आते खगड़ा स्टेडियम रोड अब एक उद्योगिक केंद्र जैसा दिखने लगा है। बांस की खुशबू, लोगों की रौनक और छठ गीतों की धुन, सब मिलकर एक अलग माहौल बना रहे हैं।
पंजाब के लुधियाना में मां-बाप ने बच्ची को सड़क पर लावारिस हाल में छोड़ा और भाग गए। लोगों को बच्ची मिली, कोई वारिस नहीं आया तो प्रशासन ने उसे लुधियाना के दोराहा स्थित हेवनली पैलेस में भेज दिया। 6 महीने की मासूम बच्ची वहां पर रोती रही और फिर उसे पता लग गया कि अब यही उसका ठिकाना है। बच्ची की किस्मत ऐसी निकली कि 1 साल बाद उसे अडॉप्ट करने अमेरिका का दंपती पहुंच गया। सारी लीगल फॉर्मेलिटीज पूरी करके अमेरिका का दंपती उसे हेवनली पैलेस से अमेरिका ले गया। बच्ची वहां पर पल-बढ़ रही है। जिला प्रशासन लगातार बच्ची के पालन पोषण का फीडबैक लगातार अमेरिकन एंबेसी के जरिए लेता है। CARA के जरिए किया अडॉप्टअमेरिका के दंपती के तीन बेटे हैं और वो बेटी चाहते थे। उन्होंने भारत सरकार की सेंट्रल अडॉप्शन रिसोर्स अथॉरिटी (CARA) की वेबसाइट के जरिए गर्ल चाइल्ड के लिए अप्लाई किया। CARA ने उन्हें लुधियाना के हेवनली पैलेस में पल रही डेढ़ साल बच्ची को देने की पेशकश की। अमेरिका का दंपती लुधियाना आया और उन्होंने बच्ची को देखा और अथॉरिटी के जरिए उसे अडॉप्ट कर दिया। नवंबर 2023 में मिली थी बच्ची, जून 2025 में विदेश पहुंच गई बच्ची लुधियाना प्रशासन की तरफ से बनाई गई बाल भलाई कमेटी को नवंबर 2023 में मिली थी। बच्ची का मेडिकल करवाने के बाद उसे हेवनली पैलेस प्रबंधन के हवाले कर दिया। एक साल सात महीने बच्ची हेवनली पैलेस में पली बढ़ी और जून 2025 में वो अमेरिका पहुंच गई। चार घरों को लक्ष्मी सौंप चुका है हेवनली पैलेसलुधियाना का हेवनली पैलेस 2023 से अब तक चार घरों को लक्ष्मी (बेटियों) सौंप चुका है। यहां से बेटियां ले जाने वालों में अमेरिका के दंपती के अलावा पश्चिम बंगाल, अमृतसर और होशियारपुर के 3 परिवार भी शामिल हैं। प्रशासन इन सभी बच्चियों के पालन- पोषण पर लगातार नजर रख रहा है। चार और नवजात बच्चियां पल रहीं हेवनली पैलेस में चार नवजात बच्चियां और पल रही हैं। ये सभी बच्चियां लुधियाना जिला बाल भलाई कमेटी के जरिए यहां पहुंची हैं। इन बच्चियों को भी अब किसी के घर की लक्ष्मी बनने का इंतजार है। इन सभी बच्चियों की उम्र छह माह के आसपास है। गवर्नर ने भी बच्चियों को गोद में उठाया थाकुछ दिन पहले पंजाब के गवर्नर गुलाब चंद कटारिया ने हेवनली पैलेस का दौरा किया तो उस समय उन्होंने इन बच्चियों को गोद में रखा था। बच्चियां गवर्नर की गोद में आने पर खुश हुईं तो वो भावुक हो गए थे और उन्होंने कहा था कि इन बच्चियों की किस्मत किसी अच्छी जगह पर पहुंचने की है। इसलिए इनके मां बाप ने इन्हें छोड़ा है। हर साल नवरात्र में कन्या पूजन समारोह होता हैहेवनली पैलेस के संस्थापक अनिल के मोंगा अमेरिका में रहते हैं और वो हर साल अप्रैल व अक्टूबर में आने वाले नवरात्रों में लुधियाना आते हैं और 9-9 दिन तक हेवनली पैलेस में दुर्गा पूजन करवाते हैं। इस दौरान यहां पल रही कन्याओं का पूजन करते हैं। अनिल के. मोंगा का कहना है कि उनका मकसद उन बच्चों को एक अच्छी जिंदगी देना है जिन्हें उनके मां-बाप त्याग देते हैं। 134 बच्चे पल रहे हैं यहांहेवनली पैलेस में इस समय 134 बच्चे हैं। यहां रहने वाले बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य व अन्य सुविधाओं की विशेष व्यवस्था की गई है। इस साल दो बच्चों को पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला में दाखिला मिला है। दोनों बीकॉम कर रहे हैं और उन्हें स्कॉलरशिप के आधार पर दाखिला मिला है।
करनाल जिले की गलियों से शुरू हुआ महिलाओं का छोटा-सा प्रयास अब अंतरराष्ट्रीय पहचान बन गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकल फॉर वोकल आह्वान को यहां की महिलाओं ने अपने हुनर से साकार कर दिखाया है। गांवों की झोपड़ियों और आंगनों में बैठी ये महिलाएं अब आत्मनिर्भरता की मिसाल बन चुकी हैं। सेवा भारती संस्था के सहयोग से बनी स्वदेशी झालरें आज न केवल देश के मंदिरों, त्योहारों और बाजारों की शोभा बढ़ा रही हैं, बल्कि विदेशों तक भी भारतीय संस्कृति की चमक पहुंचा रही हैं। चाइनीज उत्पादों को टक्कर दे रही करनाल की सेवा भारती संस्था ने 13 से 14 गांवों की महिलाओं को जोड़कर एक ऐसा स्वदेशी प्रोजेक्ट शुरू किया, जिसने कई परिवारों की किस्मत बदल दी। इन गांवों में करीब 250 परिवार अब लड़ी निर्माण के काम में जुटे हैं। खास बात यह है कि इनमें से अधिकतर महिलाएं गरीब पृष्ठभूमि की हैं, जिनकी शिक्षा सीमित है। पहले ये महिलाएं घर के कामों तक सीमित थीं, लेकिन आज वही अपने हाथों से ऐसी झालरें बना रही हैं, जो चाइनीस उत्पादों को टक्कर दे रही हैं। हाथ से बनती हैं रोशनी की ये कलाकृतियां इन स्वदेशी लड़ियों की खासियत यह है कि ये पूरी तरह हाथ से बनाई जाती हैं, किसी मशीन का इस्तेमाल नहीं होता। अहमदाबाद, दिल्ली और गाजियाबाद से कच्चा माल आता है, जिसे महिलाएं अपने घरों में तैयार करती हैं। सिर्फ़ दो से तीन घंटे की ट्रेनिंग लेने के बाद महिलाएं आसानी से इन्हें बना लेती हैं। एक लड़ी की कीमत 130 से 150 रुपए तक होती है। त्योहारों के सीजन में जब मांग बढ़ती है, तो इनकी आमदनी भी दोगुनी हो जाती है। कुछ महिलाएं सालभर में 55 से 60 हजार रुपए तक कमा रही हैं, वो भी घर की चौखट से बाहर निकले बिना। करीब पांच साल पहले लड़ी प्रोजेक्ट शुरू संस्था के प्रांत उपाध्यक्ष रोशन लाल बताते हैं कि सेवा भारती पिछले 45 सालों से समाज के कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए काम कर रही है। आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत करीब पांच साल पहले लड़ी प्रोजेक्ट शुरू किया गया था। पहले साल महज़ 12,500 झालरें तैयार हुई थीं, लेकिन आज उत्पादन 30 हजार के पार पहुंच गया है। 15 साल से लेकर 70 साल तक की महिलाएं इस काम में शामिल हैं और हर एक अपने हुनर से गांव की पहचान बढ़ा रही है। राम मंदिर उद्घाटन में भी जगमगाई करनाल की झालरें संस्था के व्यवस्था प्रमुख राममेहर ने बताया कि 22 जनवरी को जब अयोध्या में राम मंदिर का भव्य उद्घाटन हुआ था, तब वहां सजावट में करनाल की बनी लड़ियां भी इस्तेमाल की गई थीं। इस गौरव ने न केवल करनाल, बल्कि हरियाणा को भी गर्व से भर दिया। इन झालरों की मांग आज भोपाल, जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यों से लेकर कनाडा, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया तक है। स्वदेशी की यह रोशनी सचमुच अब सीमाओं से आगे निकल चुकी है। महिलाओं के आत्मविश्वास की बनी पहचान लड़ियां बनाने वाली पारूल, ओमवती, रीना सैनी और रानी जैसी महिलाएं बताती हैं कि पहले घर की आर्थिक स्थिति कमजोर थी। अब यह हुनर उनका सहारा बन गया है। उनका कहना है कि त्योहारों के समय संस्था उन्हें सम्मानित भी करती है और उपहार भी देती है। प्रधानमंत्री मोदी के स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने के संदेश से उनका आत्मविश्वास और भी बढ़ा है। अब उनका सपना है कि यह काम और गांवों तक पहुंचे, ताकि हर घर में खुशहाली की रोशनी फैले। सेवा भारती: समाज उत्थान का उजाला सेवा भारती संस्था न सिर्फ महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बना रही है बल्कि गरीब और जरूरतमंद बच्चों के लिए छात्रावास भी चलाती है। ये छात्रावास गुरुकुल पद्धति पर आधारित हैं, जहां बच्चों को शिक्षा के साथ संस्कार भी दिए जाते हैं। यानी, एक ओर महिलाएं अपने हाथों से आत्मनिर्भरता की ज्योति जला रही हैं, वहीं दूसरी ओर संस्था बच्चों के भविष्य को उजाला दे रही है।
हरियाणा के करनाल जिले के एक युवक की अमेरिका में गोली मारकर हत्या कर दी गई। युवक पर एक रिटायर्ड फौजी ने एक डिपार्टमेंटल स्टोर में फायरिंग की, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि फायरिंग के बाद आरोपी फौजी ने भी खुद को गोली मार ली। यह वारदात अमेरिका के पोर्टलैंड-वाशिंगटन बॉर्डर के पास हुई। मृतक की पहचान 35 वर्षीय प्रदीप के रूप में हुई है, जो करनाल के हथलाना गांव का रहने वाला था। परिवार के मुताबिक, प्रदीप करीब डेढ़ साल पहले अमेरिका गया था। उसे वहां तक पहुंचने में 8 महीने लग गए थे। वह डिपार्टमेंटल स्टोर पर काम कर रहा था और तीन-चार दिन पहले ही घर पर बात कर बताया था कि सब ठीक चल रहा है। उसने कहा था कि उसे काम मिल गया है और वह जल्द ही कर्ज उतार देगा। प्रदीप परिवार की कमाई का एकमात्र जरिया था, क्योंकि उसके पिता की मौत पहले ही हो चुकी है। प्रदीप के घर के PHOTOS... प्रदीप के साथियों ने फोन पर यह सूचना दी... परिवार बोला - शव को भारत लाने में की जाए मददपरिजन ने प्रशासन और सरकार से अपील की है कि प्रदीप के शव को जल्द से जल्द भारत लाया जाए, ताकि गांव में अंतिम संस्कार किया जा सके। ग्रामीण सतपाल पहलवान ने बताया कि परिवार पहले से ही 42 लाख रुपए के कर्ज में डूबा हुआ है और घर की आर्थिक स्थिति बहुत खराब है। पूरे परिवार की जिम्मेदारी प्रदीप पर ही थी, लेकिन उसके जाने से सबकुछ बिखर गया है। बहनों का रो-रोकर बुरा हाल है और पूरा गांव शोक में डूबा हुआ है। ॰॰॰॰॰॰ यह खबर भी पढ़ें... करनाल के युवक को कंबोडिया में बंदी बनाया:पासपोर्ट-मोबाइल छीना, पीटने का VIDEO परिवार को भेजा; कहा- 5000 डॉलर भेजो, छोड़ देंगे हरियाणा में करनाल जिले के रहने वाले एक युवक को कंबोडिया में बंधक बना लिया गया है। उसे एजेंटों ने नौकरी का झांसा देकर कंबोडिया बुलाया था। इसके बाद युवक को एक कंपनी में 3500 डॉलर (करीब 3 लाख रुपए) में बेचकर भाग गए। पूरी खबर पढ़ें...
जयपुर में शनिवार की रात विश्वस्तरीय सौंदर्य प्रतियोगिता मिस टीन यूनिवर्स 2025 का समापन हुआ। इस अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में वेनेजुएला की अमीरा मोरेनो ने 22 देशों की सुंदरियों को हराकर विजेता का ताज जीता। फिलीपींस की कियारा गोट्सचाल्क पहले स्थान पर रहीं, जबकि अमेरिका की सबरीना फ्रक्ट्स सेकेंड रनरअप रहीं। भारत ने पहली बार मिस टीन यूनिवर्स जैसी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता की मेजबानी की। यह प्रतियोगिता मिस यूनिवर्स के किशोर वर्ग (20 वर्ष से कम उम्र की प्रतिभागी) के लिए है, जिसमें दुनिया भर की मॉडल्स हिस्सा लेती हैं। इस साल अंतिम दौर तक पहुंचने वाली 22 प्रतिभागी जर्मनी, भारत, बहामास, चिली, कोलंबिया, कोस्टा रिका, क्यूबा, डोमिनिकन रिपब्लिक, इंडोनेशिया, मेक्सिको, मोरक्को, नेपाल, नीदरलैंड, फिलीपींस, सिएरा लियोन, स्पेन, तुर्क्स एंड कैकोस, युगांडा, इंग्लैंड, अमेरिका, वेनेजुएला, जाम्बिया और केन्या से थीं। स्विम शूट से लेकर क्वेश्चन-आंसर तक दिखा टैलेंट का जलवाप्रतियोगिता की शुरुआत स्विम शूट राउंड से हुई, जहां प्रतिभागियों ने आत्मविश्वास और ग्रेस का शानदार प्रदर्शन किया। इसके बाद ओपनिंग राउंड और क्वेश्चन-आंसर राउंड में प्रतिभागियों ने अपनी बुद्धिमत्ता और व्यक्तित्व से दर्शकों को प्रभावित किया। सभी राउंड्स में शानदार प्रदर्शन करते हुए अमीरा मोरेनो ने निर्णायकों और दर्शकों का दिल जीत लिया और विजेता का ताज अपने सिर सजाया। भारत की संस्कृति और व्यंजन बेहद खास हैं विजेता अमीरा मोरेनो ने कहा कि भारत की संस्कृति, परिधान और व्यंजन बेहद खास हैं। यहां आकर मुझे बेहद आत्मीयता महसूस हुई। मैंने भारत को करीब से देखा है और मैं जहां भी जाऊंगी, लोगों को भारत आने की सलाह जरूर दूंगी। आज पूरा विश्व भारत की ओर देख रहा हैमिस टीन यूनिवर्स इंडिया के ओनर निखिल आनंद ने कहा कि आज पूरा विश्व भारत की ओर देख रहा है। फैशन और ब्यूटी इंडस्ट्री में भारत का प्रभाव तेजी से बढ़ रहा है। ग्लैमआनंद ग्रुप ने ‘मिस टीन यूनिवर्स इंडिया’ और ‘मिस टीन अर्थ’ जैसी प्रतियोगिताओं की मेजबानी कर देश को वैश्विक मंच पर नई पहचान दिलाई है। बहुत जल्द हमारा लक्ष्य ‘मिस यूनिवर्स’ का आयोजन भारत में करवाना है।” पेजेंट मैनजमेंट से जुड़े हेड सर्वेश कश्यप ने बताया कि इस साल 22 देशों की प्रतिभागियों ने फाइनल में जगह बनाई। यह आयोजन ऐतिहासिक रहा और पूरे विश्व में इसकी चर्चा हो रही है। स्थानीय प्रशासन ने बेहतरीन सहयोग और सुरक्षा व्यवस्था दी। ऐसे आयोजनों के जरिए हम भारत की समृद्ध संस्कृति, कला और परिधानों को वैश्विक स्तर पर प्रदर्शित करना चाहते हैं। फाइनल में शामिल देशों की प्रतिभागी जयपुर पर टिकी रही दुनिया की नजर इस प्रतियोगिता के जरिए जयपुर ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी छाप छोड़ी है। फैशन, संस्कृति और आतिथ्य के शानदार मेल ने इसे यादगार बना दिया।कार्यक्रम में देश-विदेश के फैशन इंडस्ट्री से जुड़े कई नामचीन हस्तियों ने शिरकत की और भारत की परंपरा व संस्कृति की खुलकर सराहना की।
अमेरिका, कनाडा पीछे छूटे, अब पढ़ाई के लिए कहां जा रहे भारतीय?
भारत से अमेरिका और कनाडा जाने वाले छात्रों की संख्या में भारी कमी आई है. अब छात्र जर्मनी, आयरलैंड और दुबई जैसी जगहों का रुख कर रहे हैं
अमेरिका में खुली 'बाहुबली द एपिक' की बुकिंग, सभी प्रीमियम लार्ज फॉर्मेट्स में होगी रिलीज
एसएस राजामौली की बाहुबली फ्रैंचाइज़ी पहली और सबसे बड़ी अखिल भारतीय फिल्म है जिसने भारतीय सिनेमा को नया रूप दिया और इतिहास रचा। दुनिया भर के दर्शकों द्वारा पसंद की गई इस महाकाव्य गाथा ने न केवल दिलों पर कब्ज़ा किया, बल्कि बॉक्स ऑफिस के रिकॉर्ड भी ...
अमेरिका द्वारा बाहर की गई प्रतिभाओं को आकर्षित करने में लगा है चीन
भारत में उच्च विज्ञान संस्थानों की एक श्रृंखला मौजूद है। भारत के पास वर्तमान में उच्च विज्ञान और इंजीनियरिंग के लिए अनुसंधान परियोजनाओं को वित्तपोषित करने हेतु पर्याप्त धन है
सच साबित हो रहा है पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना का अमेरिकी दबाव का आरोप
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती हसीना (शेख) वाजेद द्वारा अपने देशवासियों को दी गई गंभीर चेतावनी पर बहुत कम लोगों ने विश्वास किया।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को लुभाने के लिए ब्रिटिश शाही तामझाम
ब्रिटेन अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के स्वागत और उन्हें लुभाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है
अमेरिका की तरफ झुकाव से भारत को नुकसान
यह कहना-सुनना असामान्य नहीं है विदेश नीति नैतिक सिद्धांतों के बारे में नहीं बल्कि राष्ट्रीय हितों के बारे में होती है
एससीओ सम्मेलन:चीन ने अमेरिका को दिखाई ताकत
चीन ने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के 25वें शिखर सम्मेलन के लिए भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सहित 20 से अधिक विश्व नेताओं को आमंत्रित कर बंदरगाह शहर तियानजिन में शानदार प्रदर्शन किया
'भारत-अमेरिका कृषि व्यापार : अवसर, जोखिम और संतुलन की चुनौती
भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंध लगातार व्यापक होने की संभावनाओं के बीच कृषि क्षेत्र इस साझेदारी का सबसे संवेदनशील और विवादास्पद हिस्सा बना हुआ है
ट्रम्प का अमेरिका भरोसेमंद नहीं, शी जिनपिंग का चीन हो सकता है और भी बुरा
अमेरिका के साथ भारत के मौजूदा व्यापार शुल्क विवाद के बावजूद, भारत को चीन से आयात को और बढ़ाने में सावधानी बरतनी चाहिए
'किंग' के सेट पर एक्शन करते वक्त घायल हुए शाहरुख खान, इलाज के लिए अमेरिका रवाना!
बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। शाहरुख अपनी अगली फिल्म 'किंग' की शूटिंग के दौरान घायल हो गए हैं। बताया जा रहा है कि एक एक्शन सीन करने के दौरान उन्हें चोट लग गई है, जिसके बाद शाहरुख को तुरंत इलाज के लिए भेजा गया।
कौन हैं असम की अर्चिता फुकन? अमेरिकी एडल्ड स्टार संग तस्वीर शेयर करके मचाई सनसनी
असम की रहने वाली अर्चिता फुकन इन दिनों सुर्खियों में छाई हुई है। बीते दिनों अर्चिता ने एक अमेरिकी एडल्ड स्टार केंड्रा लस्ट के साथ तस्वीर शेयर की थी, जो देखते ही देखते वायरल हो गई। इसके बाद से हर कोई जानना चाहता है कि आखिर अर्चिका फुकन है कौन? ...
द बंगाल फाइल्स के अमेरिका में होंगे 10 बड़े प्रीमियर, विवेक रंजन अग्निहोत्री ने रखी अपनी राय
इंडियन सिनेमा के सबसे साहसी फिल्ममेकर्स में से एक विवेक रंजन अग्निहोत्री अपने बेबाक अंदाज और दबी हुई सच्चाइयों को सामने लाने वाले कहानी कहने के अंदाज के लिए जाने जाते हैं। 'द ताशकंद फाइल्स' और ऑल टाइम ब्लॉकबस्टर 'द कश्मीर फाइल्स' के बाद अब वह अपनी ...
ईरानी संसद में अमेरिकी झंडे को जलाने का पुराना वीडियो अभी का बताकर वायरल
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि यह वीडियो मई 2018 का है जब अमेरिका के परमाणु समझौते से खुद को अलग करने पर ईरानी सांसदों ने अमेरिकी झंडे को जलाया था.
बॉलीवुड एक्ट्रेस और फिल्ममेकर तनिष्ठा चटर्जी इन दिनों मुश्किल दौर से गुजर रही हैं। तनिष्ठा ने कुछ समय पहले ही अपने पिता को खोया था और अब वो कैंसर की शिकार हो गई हैं। तनिष्ठा को स्टेज 4 ब्रेस्ट कैंसर हुआ है। एक्ट्रेस को कैंसर के बारे में चार महीने ...
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के सिनेमा टैरिफ के विरोध के साथ शुरू हुआ 78वां कान फिल्म समारोह
फिल्मकार क्वेंतिन तारंतीनों ने दुनिया भर से आए फिल्मी हस्तियों की उपस्थिति में ग्रैंड थिएटर लूमिएर में 78वें कान फिल्म समारोह का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि उन्हें गर्व है कि वे 78वें कान फिल्म समारोह के शुभारंभ की घोषणा कर रहे हैं। राबर्ट डिनिरो ...
4 साल की उम्र में श्रेया घोषाल ने ली संगीत की शिक्षा, अमेरिका में मनाया जाता है 'श्रेया घोषाल दिवस'
बॉलीवुड की फेमस सिंगर श्रेया घोषाल 12 मार्च को अपना बर्थडे सेलिब्रेट कर रही हैं। अपनी सुरीली आवाज से लाखों लोगों को दिवाना बनाने वाली श्रेया का जन्म 1984 में पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुआ था। उन्होंने बेहद कम समय में अपनी सुरीली आवाज से बड़ी ...
बॉलीवुड एक्टर सुनील शेट्टी ने अपनी दमदार अदाकारी से दुनियाभर में पहचान बनाई है। लेकिन इतनी लोकप्रियता के बावजूद भी सुनील शे्टी को बुरे बर्ताव का सामना करना पड़ा था। हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान सुनील शेट्टी ने 2001 में अमेरिका में हुए अपने एक ...
भारतीय-अमेरिकी संगीतकार और उद्यमी चंद्रिका टंडन ने जीता ग्रैमी अवॉर्ड, देखिए विनर्स की पूरी लिस्ट
67वें ग्रैमी अवॉर्ड्स के विनर का ऐलान हो गया है। इस इवेंट का आयोजन लॉस एंजेलिस के डाउनटाउन में क्रिप्टो टाउन एरिना में हुआ। ट्रेवर नोआ ने ग्रैमी अवॉर्ड्स 2025 को होस्ट किया। भारतीय-अमेरिकी गायिका और उद्यमी चंद्रिका टंडन ने एल्बम 'त्रिवेणी' के लिए ...
अमेरिकी नौसेना के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित हुए टॉम क्रूज, हॉलीवुड स्टार ने जताई खुशी
हॉलीवुड स्टार टॉम क्रूज की दुनियाभर में जबरदस्त फैन फॉलोइंग है। टॉम क्रूज अपनी फिल्मों में जबरदस्त एक्शन सीन्स के लिए जाने जाते हैं। वह खतरनाक से खतरनाक स्टंट सीन खुद ही करते हैं। वहीं अब टॉम क्रूज को अमेरिकी नौसेना के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से ...
मिथुन चक्रवर्ती की पहली पत्नी हेलेना ल्यूक का निधन, अमेरिका में ली अंतिम सांस
मनोरंजन जगत से एक दुखद खबर सामने आई है। दिग्गज अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती की पहली पत्नी हेलेना ल्यूक का निधन हो गया है। उन्होंने अमेरिका में आखिरी सांस ली। हेलेना के निधन की खबर मशहूर डांसर और एक्ट्रेस कल्पना अय्यर ने सोशल मीडिया के जरिए दी है। खबरों ...
Devara Part 1 advance booking: साउथ सुपरस्टार जूनियर एनटीआर की फिल्म 'देवरा : पार्ट 1' का फैंस बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इस फिल्म के जरिए जाह्नवी कपूर भी साउथ इंडस्ट्री में कदम रखने जा रही हैं। 'देवरा : पार्ट 1' की रिलीज में अब केवल एक महीना बचा ...
बचपन से एक्टर बनना चाहते थे सैफ अली खान, अमेरिका से पढ़ाई पूरी करने के बाद रखा इंडस्ट्री में कदम
Saif Ali Khan Birthday: बॉलीवुड के अभिनेता सैफ अली खान 54 वर्ष के हो गए हैं। 16 अगस्त 1970 को दिल्ली में जन्में सैफ अली खान को अभिनय की कला विरासत में मिली। उनकी मां शर्मिला टैगोर फिल्म इंडस्ट्री की जानी मानी अभिनेत्री रही जबकि पिता नवाब पटौदी ...
अमेरिकाज गॉट टैलेंट में जम्मू की रहने वालीArshiya Sharma ने बजाय डंका, किया ऐसा कमाल किखड़े होकर तालियां बजाने लगे जजेस
Cannes में स्क्रीनिंग के बाद विवादों में घिरी पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपतिडोनाल्ड ट्रम्प की बायोपिक, फिल्म के इस सीन पर मचा हंगामा
कियारा आडवाणी शनिवार को कान्स फिल्म फेस्टिवल से इतर एक कार्यक्रम में शामिल हुईं। उनके खूबसूरत पिंक और ब्लैक गाउन के अलावा कुछ और भी था जिसने सबका ध्यान खींचा। रेड सी फिल्म फाउंडेशन के वीमेन इन सिनेमा गाला डिनर के रेड कार्पेट पर मीडिया को दिया गया उनका एक साक्षात्कार ऑनलाइन सामने आया है। इसमें कियारा को कान्स में पहली बार बोलने के बारे में दिखाया गया है, लेकिन उनका नया लहजा थोड़ा ध्यान भटकाने वाला है। इसे भी पढ़ें: Cannes Film Festival 2024 | पंजाबी गायिका सुनंदा शर्मा ने अपने कान्स डेब्यू में सफेद पंजाबी सूट-सलवार में बिखेरा जलवा कियारा का ताज़ा लहजा? कियारा वीडियो में कहती हैं कि इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया जाना 'बहुत ही विनम्र' है, खासकर जब वह एक अभिनेता के रूप में 10 साल पूरे कर रही हैं। वह कहती हैं, यह बहुत खास पल पर भी आता है। उनके विशेष रूप से 'बहुत' और 'पर' कहने के अमेरिकी तरीके ने प्रशंसकों को आश्चर्यचकित कर दिया कि क्या वह एक नया उच्चारण करने का प्रयास कर रही हैं। इसे भी पढ़ें: वोट डालने पहुंचे Deepika Padukone और Ranveer Singh, एक्ट्रेस का दिखा बेबी बंप, पर वह भीड़ से खुद को छुपाती दिखी | Viral Video ट्विटर क्या कहता है? एक व्यक्ति ने ट्विटर पर भविष्यवाणी की, “बॉलीवुड ट्विटर आपके उच्चारण के बारे में बात करने आ रहा है… भागो, कियारा भागो।” और निश्चित रूप से, ऐसा हुआ। मंच पर कई ट्वीट्स में कियारा के नए लहजे पर हैरानी जताई गई। एक प्रशंसक ने लिखा, मैं उससे प्यार करता हूं, लेकिन वह लहजा क्यों। एक अन्य व्यक्ति ने कहा, “इसकी तुलना में उनका अपना उच्चारण वास्तव में अच्छा है।” एक अन्य व्यक्ति ने पूछा, भारतीय लहजा किसी भी तरह से बुरा या अपमानजनक नहीं है, फिर इन लोगों ने इसे क्यों नहीं चुना और पूरी चीज़ को बर्बाद कर दिया। एक अन्य व्यक्ति ने लिखा “क्या कियारा आडवाणी सोचती हैं कि जब वह इस तरह की बातें करती हैं तो वह किम कार्दशियन हैं? कृपया उस ऐंठन वाले लहजे को रोकें। आप इसके लिए कूल या मजाकिया नहीं हैं। कियारा इससे पहले वेरायटी द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भी शामिल हुई थीं। उन्होंने अपने करियर और फिल्मों के बारे में बात की, मनोरंजन उद्योग की अन्य महिलाओं के एक पैनल में शामिल हुईं। कान्स और कियारा पर कान्स फिल्म महोत्सव मंगलवार रात क्वेंटिन डुपिएक्स के ले ड्यूक्सिएम एक्ट (द सेकेंड एक्ट) के विश्व प्रीमियर के साथ शुरू हुआ, जिसमें ली सेडौक्स, विंसेंट लिंडन, लुइस गैरेल और राफेल क्वेनार्ड ने अभिनय किया। कियारा राम चरण-स्टारर गेम चेंजर में दिखाई देने की तैयारी कर रही हैं, जो एस. शंकर द्वारा निर्देशित एक राजनीतिक एक्शन थ्रिलर है। तेलुगु फिल्म जल्द ही स्क्रीन पर आने के लिए तैयार है। वह ऋतिक रोशन-स्टारर वॉर 2 में वाईआरएफ जासूस ब्रह्मांड में शामिल होने के लिए भी तैयार हैं, जिसमें आरआरआर स्टार जूनियर एनटीआर भी होंगे। इसके अलावा कियारा के पास डॉन 3 भी है, जिसमें वह रणवीर सिंह के साथ अभिनय करेंगी। रिपोर्ट्स की मानें तो टॉक्सिक में यश के साथ आडवाणी भी नजर आएंगे। Kiara Advani's accent pic.twitter.com/A5WFyGzdkC — bebo (@bollypopgossip) May 19, 2024
'अगर मैं अमेरिका का जासूस होता तो...' जान की बाजी लगाने पर भी रवीन्द्र कौशिक को नहीं मिला सम्मान, आखिरी चिट्ठी में बयां किया था दर्द
सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल रहाGoldy Brar के शूटआउट का CCTV फुटेज, गैंगस्टरको लेकरअमेरिकी पुलिस ने किया बड़ा दावा
जिंदा हैSidhu Moose Wala की ह्त्या करने वालाGoldy Brar! मास्टरमाइंड को लेकर अमेरिकी पुलिस ने किया सनसनीखेज खुलासा
कौन हैGrammys और Oscar जीतने वाले मशहूर हॉलीवुड अमेरिकन आइकॉन Frank Sinatra? बायोपिक में ये फेमस एक्टर निभाएगा लीड रोल
अमेरिका में रची गई साजिश! सलमान खान के घर फायरिंग मामले में बड़ा खुलासा?
बॉलीवुड एक्टर सलमान खान के घर गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर हुई फायरिंग मामले को लेकर अब अपडेट सामने आ रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक आरोपियों ने शूटिंग में इस्तेमाल बाइक को कुछ दिन पहले रायगढ़ के एक शोरूम से खरीदी थी. मामले में और क्या-क्या खुलासे हुए हैं. देखें.
अभिनेता और गायक दिलजीत दोसांझ नेटफ्लिक्स और इम्तियाज अली की अमर सिंह चमकीला के लिए तैयारी कर रहे हैं। फिल्म 12 अप्रैल से बड़े पैमाने पर प्रसारित होगी। द इंडियन एक्सप्रेस की एक हालिया रिपोर्ट, जिसमें गुमनामी के तहत उनके करीबी दोस्तों के उद्धरण शामिल हैं, से पता चलता है कि दिलजीत दोसांझ वास्तव में शादीशुदा हैं। एक इंडो-अमेरिकन महिला के साथ उनकी शादी हुई थी और उनका एक बेटा भी है। प्रकाशन में अभिनेता की प्रोफ़ाइल में लिखा है, एक अत्यंत निजी व्यक्ति, उनके परिवार के बारे में बहुत कम जानकारी है लेकिन दोस्तों का कहना है कि उसकी पत्नी एक अमेरिकी-भारतीय है और उनका एक बेटा है, और उनके माता-पिता लुधियाना में रहते हैं। दिलजीत दोसांझ , जो अमर सिंह चमकीला की रिलीज की तैयारी कर रहे हैं, ने खुलासा किया कि उनके माता-पिता ने उन्हें 11 साल की उम्र में लुधियाना में एक रिश्तेदार के साथ रहने के लिए भेज दिया था। दिलजीत ने रणवीर इलाहाबादिया से बात करते हुए कहा “मैं ग्यारह साल का था जब मैंने अपना घर छोड़ दिया और अपने मामाजी के साथ रहने लगा। मैं अपना गाँव छोड़कर शहर आ गया। मैं लुधियाना शिफ्ट हो गया। उन्होंने कहा 'उसे मेरे साथ शहर भेज दो' और मेरे माता-पिता ने कहा 'हां, उसे ले जाओ।' मेरे माता-पिता ने मुझसे पूछा भी नहीं। इसे भी पढ़ें: Thor फेम Chris Hemsworth के फैंस के लिए खुशखबरी! Furiosa-Mad Max में योद्धा के अवतार में दिखे जबरदस्त, जानें फिल्म कब होगी रिलीज उड़ता पंजाब के अभिनेता ने कहा कि हालांकि इस फैसले से उनके माता-पिता के साथ उनके रिश्ते में तनाव आ गया है, लेकिन वह उनका बहुत सम्मान करते हैं। दिलजीत ने खुलासा किया “मैं एक छोटे से कमरे में अकेला रहता था। मैं बस स्कूल जाता था और वापस आ जाता था, वहां कोई टीवी नहीं था। मेरे पास बहुत समय था. इसके अलावा, उस समय हमारे पास मोबाइल फोन नहीं थे, यहां तक कि अगर मुझे घर पर फोन करना होता था या अपने माता-पिता का फोन रिसीव करना होता था, तो इसके लिए हमें पैसे खर्च करने पड़ते थे। इसलिए मैं अपने परिवार से दूर होने लगा। इसे भी पढ़ें: 'Ramayana' के लिए Ranbir Kapoor ले रहे हैं जमकर ट्रेनिंग, गांव में कभी साइकिलिंग तो कभी जॉगिंग करते दिखे एक्टर | VIDEO गायक ने कहा “मैं अपनी माँ का बहुत सम्मान करता हूँ। मेरे पिता बहुत प्यारे इंसान हैं। उन्होंने मुझसे कुछ नहीं पूछा। उन्होंने यह भी नहीं पूछा कि मैंने किस स्कूल में पढ़ाई की है। लेकिन मेरा उनसे नाता टूट गया।
Marvel 1943: Rise Of Hydra का धमाकेदार ट्रेलर हुआ लॉन्च,ब्लैक पैंथर और कैप्टन अमेरिका में छिड़ी घमासान जंग

