भिंड जिले के लहार में गुरुवार रात जनपद अध्यक्ष मीना सिंह के घर के बाहर फायरिंग की घटना ने इलाके में दहशत फैला दी। उनके पति और कांग्रेस नेता मानवेन्द्र सिंह राजावत उर्फ मोंटू का कहना है कि बदमाशों ने उन्हें निशाना बनाकर गोली चलाने का प्रयास किया, लेकिन कट्टे की नाल में कारतूस फंस जाने के कारण गोली नहीं चली। लहार थाना पुलिस ने घटना के बाद मौके पर पहुंचकर प्राथमिक जांच शुरू कर दी है। घर के अंदर प्रवेश करते ही हमलाजानकारी के अनुसार, मोंटू सिंह ने पुलिस को बताया कि वे रात करीब 8:30 बजे एक शादी समारोह से लौटकर घर पहुंचे। जैसे ही घर के अंदर गए, पीछे से घात लगाए बदमाशों ने घर की दीवार की ओर गोली चला दी। आवाज सुनकर उनकी बेटी बाहर निकली, और मोंटू भी तुरंत बाहर आए। इसी दौरान एक बदमाश ने कट्टा तानकर गोली चलाने का प्रयास किया, लेकिन कारतूस फंस गया। बदमाश ने कॉन्क्रीट रोड पर कट्टा पटककर कारतूस निकालने की कोशिश की, लेकिन गोली नहीं चली। मोंटू ने हमला करने वाले एक बदमाश को पकड़ने की कोशिश की, तभी उसका साथी बाइक लेकर आया और धक्का देकर दोनों को भागने पर मजबूर कर दिया। CCTV बंद, पुलिस ने जताया संदेहघटना के बाद पुलिस ने घर में लगे CCTV कैमरों की जांच की। लेकिन DVR बंद मिलने के कारण पुलिस ने इस पर संदेह जताया। लहार थाना प्रभारी शिव सिंह यादव ने बताया कि घटना के समय CCTV का बंद होना, सूचना देने में देरी और आरोपियों की पहचान से संबंधित अस्पष्ट जानकारी जांच के हिस्से हैं। पड़ताल की जा रही है। पुलिस ने उठाए कई प्रश्न
हाथरस के महिला थाने में एक महिला ने अपनी बेटी के ससुराल वालों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है। आरोप है कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत शादी करने के बाद भी ससुराल वालों ने बेटी को विदा नहीं किया और पैसे भी ले लिए। महिला थाना पुलिस ने तहरीर के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। कोतवाली सिकंदराराऊ के कस्बा पुरदिलनगर मोहल्ला गड़डा निवासी नूरजहां बेगम ने अपनी बेटी हाजरा खातून का रिश्ता अलीगढ़ के अतरौली निवासी अरशद पुत्र असलम खां से तय किया था। करीब एक साल पहले हुई मंगनी में नूरजहां ने 1,40,000 रुपए का घरेलू सामान, एक सोने की अंगूठी, तीन चांदी की अंगूठी, पांच तोले की तोड़िया और 21 हजार रुपए नकद दिए थे। आरोप है कि मंगनी के बाद अरशद और उसके परिवार वालों ने विवाह के लिए एक बाइक की मांग की और मंगनी तोड़ने की धमकी दी। इस पर मां नूरजहां ने 50 हजार रुपए नकद देने की बात कही। इसके बाद अरशद ने सुलह कर मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का लाभ लेने के लिए मां-बेटी को हाथरस के सामाजिक कल्याण कार्यालय बुलाया और 10 नवंबर 2024 को विवाह संपन्न कराया। शादी के बाद ससुराल वालों ने हाजरा खातून को दो महीने बाद विदा कराकर ले जाने की बात कही। इस दौरान उन्होंने बेटी की मां से 50 हजार रुपए नकद और मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत मिलने वाले 30 हजार रुपए भी ले लिए। हालांकि, अभी तक उन्होंने बेटी को ससुराल नहीं भेजा है। महिला थाने में दर्ज हुआ है मुकदमा इस बात से परेशान होकर मां-बेटी ने पुलिस से संपर्क किया। उनकी तहरीर के आधार पर आज गुरुवार की देर शाम महिला थाना पुलिस ने संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
बलौदाबाजार में 349 क्विंटल अवैध धान जब्त:प्रशासन ने 7.69 लाख रुपये का धान जब्त कर गोदाम सील किया
बलौदाबाजार में जिला प्रशासन ने अवैध धान के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देश पर गठित एक संयुक्त टीम ने गुरुवार को भाटापारा विकासखंड के मोपका में मेसर्स नारायण साहू अनाज भंडार से 349 क्विंटल अवैध धान जब्त किया। इस धान का अनुमानित बाजार मूल्य लगभग 7 लाख 69 हजार रुपये है। यह कार्रवाई उन लोगों के खिलाफ की गई है जो धान खरीदी केंद्रों पर गलत तरीके से धान बेचने की कोशिश करते हैं। संयुक्त टीम में तहसीलदार यशवंत राज, सहायक खाद्य अधिकारी लक्ष्मण कश्यप और मंडी उपनिरीक्षक प्रफुल मांझी व श्याम लाल शामिल थे। टीम ने नारायण साहू के अनाज भंडार पर छापा मारा। छापेमारी के दौरान 349.60 क्विंटल अवैध धान बरामद किया गया। संचालक नारायण साहू के खिलाफ मंडी अधिनियम 1972 के तहत मामला दर्ज किया गया है। जब्त किए गए धान के साथ गोदाम को संचालक की मौजूदगी में सील कर दिया गया।
शाहजहांपुर की बंडा उप मंडी के बाहर धान की तौल न होने से आक्रोशित किसानों ने देर रात जमकर हंगामा किया। किसानों का आरोप था कि उनकी धान से भरी ट्रॉलियां छह दिनों से खड़ी हैं, लेकिन अधिकारी तौल नहीं करा रहे हैं। हंगामे की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और जल्द तौल कराने का आश्वासन देकर स्थिति को शांत कराया। वहीं, मंडी के एएमओ राम कैलाश सोनकर ने दावा किया कि हंगामा करने वाले किसान नहीं बल्कि बिचौलिए थे। किसानों ने बताया कि वे पिछले छह से सात दिनों से धान की तौल का इंतजार कर रहे हैं। मंडी के बाहर दोनों ओर करीब 80-80 ट्रॉलियों की लंबी कतार लगी हुई है। किसानों का आरोप है कि अधिकारी मंडी के अंदर तौल कराने के बजाय बाहर लगाए गए क्रय केंद्रों पर तौल कराने की कोशिश कर रहे हैं। देर रात जब मंडी का गेट खुला और किसान अपनी ट्रॉलियां लेकर अंदर जाने लगे, तभी गेट बंद कर उन्हें बाहर निकाल दिया गया, जिसके बाद हंगामा शुरू हो गया। भारी हंगामे की सूचना मिलने पर मंडी इंस्पेक्टर और बंडा थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। उन्होंने किसानों को जल्द से जल्द धान की तौल कराने का आश्वासन दिया, जिसके बाद किसान शांत हुए और हंगामा समाप्त हुआ। बंडा के एएमओ रामकैशाल सोनकर ने बताया कि लगभग 160 ट्रॉलियां आई थीं। मंडी में जगह की कमी के कारण किसानों को उनके गांव के नजदीकी खरीद केंद्रों के टोकन दिए जा रहे थे। उन्होंने यह भी कहा कि हंगामा करने वालों में अधिकतर बिचौलिए थे। एएमओ के अनुसार, मंडी के अंदर 12 एजेंसी और 12 मार्केटिंग के खरीद केंद्र स्थापित हैं। सवाल ये उठ रहा है कि एएमओ बोल रहे हैं कि यहां पर बिचौलियों का राज है तो फिर उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नही कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि किसानों को उनके नजदीकी क्रय केंद्र का टोकन दिया जा रहा है तो हंगामा करने वाले बिचौलिए कैसे हो गए।
भारत को कॉमनवेल्थ गेम्स-2030 की मेजबानी मिलने पर सहकारिता, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने खुशी जताते हुए इसे राष्ट्र गौरव का क्षण बताया। उन्होंने कहा कि यह फैसला भारत की अंतरराष्ट्रीय खेल दुनिया में तेजी से बढ़ती प्रतिष्ठा का बड़ा प्रमाण है। मंत्री सारंग ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले वर्षों में खेलों की बुनियादी संरचना को मजबूत करने और खिलाड़ियों को विश्वस्तरीय अवसर उपलब्ध कराने का जो अभियान चलाया गया, कॉमनवेल्थ गेम्स-2030 की मेजबानी उसी का परिणाम है। उन्होंने कहा– 'हिंदुस्तान आज खेलों के मानचित्र पर एक शक्तिशाली देश के रूप में स्थापित हो चुका है और यह उपलब्धि हर भारतीय के लिए गर्व की बात है।' युवाओं को मिलेगा नया प्रोत्साहन मंत्री सारंग ने यह भी कहा कि इस आयोजन से भारत में खेल अधोसंरचना को नई दिशा मिलेगी। देशभर में प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को बड़े मंच पर अपनी क्षमता दिखाने का अवसर मिलेगा।उन्होंने कहा– 'यह आयोजन खेल जगत में भारत की स्थिति को और मजबूत करेगा। करोड़ों युवाओं के लिए यह प्रेरणा का स्रोत बनेगा और देश में खेल संस्कृति को नई ऊंचाइयां मिलेगी। उन्होंने कहा कि कॉमनवेल्थ गेम्स-2030 में भारत अपनी खेल क्षमता, संगठन कौशल और राष्ट्र शक्ति को वैश्विक स्तर पर मजबूती से प्रस्तुत करेगा।
झाबुआ जिले के पेटलावद में चल रहे भैरवनाथ मवेशी मेले के दौरान रात में होने वाले हुड़दंग और तेज रफ्तार बाइकिंग पर रोक लगाने के लिए पुलिस ने गुरुवार देर शाम विशेष चेकिंग अभियान चलाया। श्रद्धांजलि चौक पर हुई इस कार्रवाई में पुलिस ने गुजरने वाले सभी वाहनों की सघन जांच की। वाहनों की गति और सुरक्षा पर रखी पैनी नजर एसडीओपी अनुरक्ति सबनानी और टीआई निर्भय सिंह भूरिया की मौजूदगी में पुलिस टीम ने हर वाहन को रोककर जांच की। अभियान का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण इलाकों से आने वाले वाहनों पर निगरानी रखना, उनकी गति नियंत्रित करना और मेले के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करना था। चेकिंग के दौरान यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले कई वाहन चालकों पर मौके पर ही जुर्माना लगाया गया। साथ ही पुलिस ने लोगों को सुरक्षित यात्रा के लिए यातायात नियमों का पालन करने की समझाइश भी दी। यातायात प्रभारी- नियमों का पालन करें, परेशानी से बचें यातायात प्रभारी विवेक शर्मा ने बताया कि यह कार्रवाई वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए सख्ती जरूरी है। विवेक शर्मा ने कहा- यातायात नियमों का पालन करने से चेकिंग के दौरान परेशानी से बचा जा सकता है। हमारा उद्देश्य लोगों को रोकना नहीं, बल्कि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
मुरैना जनसंपर्क कार्यालय में कलमबंद हड़ताल:प्रशासनिक अफसर को अपर संचालक बनाए जाने का विरोध
भोपाल जनसंपर्क कार्यालय में एक राज्य प्रशासनिक अधिकारी की नियुक्ति के विरोध में प्रदेशभर के जनसंपर्क कार्यालयों में कलमबंद हड़ताल शुरू हो गई। चंबल संभाग के संभागीय कार्यालय मुरैना में भी पूरे दिन काम ठप रहा। भोपाल सामान्य प्रशासन विभाग ने 26 नवंबर को आदेश जारी किया, जिसमें राज्य प्रशासनिक सेवा 2012 के अधिकारी गणेश कुमार जायसवाल, जो वर्तमान में उपायुक्त राजस्व नर्मदापुरम संभाग थे, को अपर संचालक, जनसंपर्क संचालनालय भोपाल नियुक्त किया गया। इस नियुक्ति का प्रदेशभर के जनसंपर्क अधिकारियों और कर्मचारियों ने विरोध किया। विरोध जताने के लिए आज (गुरुवार) से सभी कार्यालयों में कलमबंद हड़ताल पर चले गए हैं। भोपाल से लेकर समूचे प्रदेश में जनसंपर्क अधिकारी संघ, जनसंपर्क तृतीय कर्मचारी संघ, जनसंपर्क चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ और चालक संघ ने संयुक्त रूप से हड़ताल की है। सभी का कहना है कि यह नियुक्ति गलत है और तत्काल इस आदेश को निरस्त किया जाना चाहिए।
लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) ने गुरुवार को दो अलग-अलग जोनों में अवैध प्लॉटिंग के खिलाफ कार्रवाई की। उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार के निर्देश पर प्रवर्तन जोन-2 और जोन-4 की संयुक्त टीम ने कुल 107 बीघा में हो रहे अवैध निर्माण को ध्वस्त किया। न्यू जेल रोड पर 85 बीघा में 8 अवैध प्लॉटिंग ढही प्रवर्तन जोन-2 के जोनल अधिकारी विराग करवरिया ने बताया कि गोसाईंगंज क्षेत्र में यू जेल रोड स्थित ग्राम शिवलर, बलियाखेड़ा व आसपास के इलाकों में अभियान चलाया गया। यहां सुरेश कुमार राठौर, राजेश वर्मा, अमरेन्द्र यादव, पुष्पेन्द्र सिंह, विजय मौर्या, अभिषेक सिंह, अनिल सिंह, सुधाकर त्रिवेदी, राम कीर्ति वर्मा अवैध तरीके कालोनी विकसित कर रहे थे। इन प्राधिकरण से मानचित्र पास नहीं था। ऐसे में 85 बीघा की 8 अवैध प्लॉटिंग पर बुलडोजर चलाया गया। विरोध के बीच ढही 22 बीघा की 3 अवैध प्लॉटिंग जोन-4 के प्रभारी प्रभाकर सिंह की टीम ने सैरपुर थानाक्षेत्र के ग्राम शेरपुर में कार्रवाई की। यहां मेसर्स नीलकंठ प्रॉपर्टीज की दो और सर्वेश यादव की एक अवैध प्लॉटिंग को ध्वस्त किया गया। कार्रवाई के दौरान कुछ लोगों ने विरोध भी जताया और टीम को रोकने की कोशिश की, लेकिन प्रवर्तन कर्मियों ने अभियान जारी रखा। 22 बीघा में किए जा रहे निर्माण को ध्वस्त किया गया । दो अवैध व्यावसायिक निर्माण सील इसी दौरान सैरपुर के रैथा रोड पर 400 और 500 वर्गमीटर के दो भूखंडों पर चल रहे अवैध व्यावसायिक निर्माण को भी एलडीए टीम ने सील कर दिया। एलडीए का कहना है कि शहर में अवैध प्लॉटिंग और अनधिकृत निर्माण के खिलाफ अभियान आगे भी जारी रहेगा।
विद्याधर नगर पुलिस और जिला स्पेशल टीम (डीएसटी) ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को 2.72 ग्राम अवैध स्मैक के साथ गिरफ्तार किया है। टीम ने विद्याधर नगर स्टेडियम के बाहर खड़े व्यक्ति को दस्तयाब किया। पूछताछ में उसने अपना नाम नरेन्द्र कुमार सांसी (25 साल) पुत्र पांचलाल सांसी, निवासी बिनाय, अजमेर (हाल निवासी झुग्गी झोपड़ी, पावर हाउस के पास, विश्वकर्मा, जयपुर) बताया। डीसीपी नॉर्थ करण शर्मा (आई.पी.एस) ने बताया- जयपुर शहर में 'ऑपरेशन क्लीन स्वीप' के तहत नशा करने और बेचने वाले व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे। इस बीच मुखबिर ने बताया कि 26 नवंबर, बुधवार को एक व्यक्ति विद्याधरनगर स्टेडियम के पास स्मैक बेचने की फिराक में खड़ा है। इस सूचना पर दिलीप कुमार सोनी और नरेन्द्र कुमार खींचड़ के निर्देशन में टीम ने त्वरित कार्रवाई की। नरेंद्र कुमार सांसी से कब्जे से 2.72 ग्राम अवैध स्मैक बरामद कर जब्त की उन्होंने बताया- तलाशी लेने पर उसके कब्जे से 2.72 ग्राम अवैध मादक पदार्थ स्मैक बरामद कर जब्त की गई। आरोपी नरेन्द्र कुमार सांसी के खिलाफ पुलिस थाना विद्याधरनगर, जयपुर उत्तर में एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज किया गया है। दर्ज मामले में आरोपी से अवैध मादक पदार्थ स्मैक की तस्करी से संबंधित अग्रिम अनुसंधान गहनतापूर्वक किया जा रहा है। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (द्वितीय) जयपुर उत्तर बजरंग सिंह (आर.पी.एस) और सहायक पुलिस आयुक्त (शास्त्रीनगर) सुरेन्द्र सिंह के सुपरविजन में एक विशेष टीम गठित की गई थी। इस टीम का नेतृत्व प्रभारी, जिला स्पेशल टीम दिलीप कुमार सोनी (पु.नि.) और थानाधिकारी, पुलिस थाना विद्याधरनगर नरेन्द्र कुमार खींचड़ (पु.नि.) ने किया। गठित पुलिस टीम जयपुर शहर में नशीले पदार्थों की तस्करी की रोकथाम के लिए लगातार निगरानी कर रही थी। इसी दौरान, डीएसटी जयपुर उत्तर टीम के हेड कॉन्स्टेबल सुरेन्द्र पाल सिंह, कॉन्स्टेबल ओमवीर सिंह और कॉन्स्टेबल सुजीत कुमार को मादक पदार्थ तस्करी से संबंधित विश्वसनीय सूचना मिली।
नरसिंहपुर जिले की बचई स्थित महाकौशल शुगर मिल में मंगलवार को हुए उपद्रव का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। मिल संचालक नवाब रजा ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उपद्रव करने वाले युवक ‘एमपी शासन’ लिखे वाहन से आए थे। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि मामले की निष्पक्ष जांच नहीं हुई तो वे मिल संचालन बंद करने को मजबूर होंगे। नवाब रजा बोले- पुलिस ने छोड़ा, अब उल्टा हम पर कार्रवाई की तैयारी नवाब रजा के मुताबिक, मुंगवानी पुलिस ने उपद्रवियों को उनके वाहन सहित हिरासत में लिया था, लेकिन कुछ समय बाद छोड़ दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि अब पुलिस उपद्रवियों पर कार्रवाई करने के बजाय मिल प्रबंधन और कर्मचारियों पर मामला दर्ज करने की तैयारी कर रही है। गुरुवार को प्रेसवार्ता में नवाब रजा ने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को ज्ञापन भी भेजा। उन्होंने बताया कि करीब डेढ़ दर्जन युवक जबरन मिल के मुख्य द्वार को तोड़कर अंदर घुसे और तौल कांटा बंद करा दिया। खरीदी केंद्र जबरन बंद कराया गया नवाब रजा ने दावा किया कि उनके धमना स्थित खरीदी केंद्र को भी जबरन बंद करा दिया गया। इससे उन्हें संदेह है कि कुछ प्रभावशाली लोग सुनियोजित तरीके से उनकी मिल को बाधित करना चाहते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि स्थानीय पुलिस अधिकारी दबाव में काम कर रहे हैं और उचित कार्रवाई नहीं कर रहे। सुरक्षा की मांग, बाहरी एजेंसी से जांच की अपील मिल संचालक ने शासन-प्रशासन से अपने परिवार और कर्मचारियों की सुरक्षा की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि जांच निष्पक्ष नहीं हुई तो वे मिल बंद करने को मजबूर होंगे। मामले की जांच किसी बाहरी एजेंसी या न्यायिक विभाग को सौंपकर एक सप्ताह में पूरी कराने की मांग की।
भभुआ डीएसपी मनोरंजन भारती ने बताया कि चैनपुर थाना क्षेत्र के घाटी गांव में जमीन की नापी को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ। विवाद बढ़ने पर एक पक्ष की ओर से फायरिंग की गई। इस घटना के बाद पीड़ित अमरनाथ तिवारी ने चैनपुर थाने में मुख्य आरोपी सहित अन्य लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की। मुख्य आरोपी पीयूष पांडे को घटना के चार घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने उसके पास से घटना में इस्तेमाल की गई पिस्तौल भी बरामद की है। डीएसपी के अनुसार, पीयूष पांडे का आपराधिक इतिहास रहा है। वह पहले भी आर्म्स एक्ट के तहत जेल जा चुका है और उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। हाल ही में 21 नवंबर को चांद थाना क्षेत्र के महदाइच चेकपोस्ट पर शराब तस्कर को छुड़ाने के प्रयास के मामले में भी वह नामजद अभियुक्त था। एक्साइज विभाग ने इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। डीएसपी ने बताया कि पीयूष पांडे एक उभरता हुआ अपराधी था। पुलिस की तत्परता और लगातार निगरानी के कारण उसे गिरफ्तार किया जा सका। पुलिस का मानना है कि उसकी गिरफ्तारी से क्षेत्र में बढ़ती आपराधिक घटनाओं पर लगाम लगेगी। चैनपुर थाना पुलिस ने पिछले एक महीने में कुल छह हथियार बरामद किए हैं, जिनमें दो पिस्तौल, दो कट्टा और दो राइफल शामिल हैं। इन मामलों में भी गिरफ्तारियां हुई हैं। पुलिस की लगातार सक्रियता और अपराधियों पर बढ़ती सख्ती इन बरामदगियों से स्पष्ट होती है।
नवीन शिक्षक संघ छत्तीसगढ़ ने गुरुवार को दुर्ग में शिक्षकों को गैर-शैक्षणिक कार्यों से मुक्त करने की मांग को लेकर पदयात्रा सत्याग्रह किया। यह पदयात्रा शिक्षा विभाग कार्यालय से शुरू होकर शिक्षा मंत्री के शासकीय आवास तक पहुंची। प्रदेश अध्यक्ष विकास सिंह राजपूत के नेतृत्व में संघ के सैकड़ों शिक्षक इस पदयात्रा में शामिल हुए। उन्होंने शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव को संबोधित एक ज्ञापन सौंपा। शिक्षा मंत्री की अनुपस्थिति के कारण ज्ञापन उनके कार्यालय में जमा किया गया। संघ द्वारा दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने शिक्षा सत्र 2025-26 को 'मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता वर्ष' घोषित किया है। इसके बावजूद, बड़ी संख्या में शिक्षकों को ऐसे कार्यों में लगाया जा रहा है जिनका शिक्षा से सीधा संबंध नहीं है। राजपूत ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट और शिक्षा विभाग दोनों ने शिक्षकों को गैर-शैक्षणिक जिम्मेदारियां न सौंपने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं। हालांकि, विभागीय अधिकारी लगातार इन निर्देशों की अनदेखी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को लगातार बाढ़-आपदा राहत, गिरदावरी, स्वास्थ्य विभाग के सर्वे, राजस्व विभाग के काम, जाति प्रमाणपत्र सत्यापन, आधार जेनरेशन, अपार आईडी और आवारा कुत्तों की निगरानी जैसे कार्यों में भेजा जा रहा है। इससे शिक्षा का स्तर गिर रहा है और बच्चों को भारी नुकसान हो रहा है। विकास सिंह राजपूत ने जोर दिया कि जब शिक्षक अपनी मूल भूमिका—कक्षा शिक्षण—से दूर रहते हैं, तो स्वाभाविक रूप से परीक्षा परिणाम भी कमजोर होते हैं और फिर उसी शिक्षक को दोषी ठहरा दिया जाता है। उन्होंने आगे कहा कि अगर एक बच्चा पढ़ाई से वंचित रह जाता है, तो उसकी भरपाई कोई नहीं कर सकता। राजपूत ने मांग की कि शिक्षक और बच्चे मिलकर ही राज्य को शिक्षा के क्षेत्र में अव्वल बना सकते हैं, बशर्ते शिक्षकों को गैर-शैक्षणिक कामों से मुक्त रखा जाए। संघ की प्रदेश प्रवक्ता और शिक्षिका गंगा शरण ने बताया कि शिक्षकों की सबसे बड़ी समस्या यही है कि उन्हें पढ़ाने का समय ही नहीं मिल रहा। उन्होंने कहा- शिक्षा विभाग बार–बार गुणवत्ता सुधारने की बात करता है, लेकिन स्कूलों में विषय–विशेषज्ञ उपलब्ध नहीं हैं। मेरी स्कूल में 10 साल से इतिहास का शिक्षक नहीं आया है। दूसरे विषय वाले शिक्षक इतिहास पढ़ा रहे हैं, ऐसे में गुणवत्ता कैसे आएगी?” उन्होंने कहा कि युक्तियुक्तकरण (rationalisation) के बावजूद कई स्कूलों में वर्षों से विषय विशेषज्ञ नहीं भेजे गए, और जो शिक्षक हैं उन्हें शिक्षण के बजाय अन्य विभागों के कामों में लगा दिया जाता है। मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री के सपने को पूरा करने के लिए हमें पढ़ाने का समय चाहिए संघ का कहना है कि राज्य सरकार शिक्षा गुणवत्ता को लेकर गंभीर है, लेकिन यह तभी संभव होगा जब शिक्षकों को पूरी तरह से शिक्षण पर ध्यान देने दिया जाए। गंगा शरण ने कहा- हमारा उद्देश्य सरकार का विरोध नहीं है। हम चाहते हैं कि शिक्षक अपना मूल कार्य करें और बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले। इसके लिए जरूरी है कि हमें अन्य कार्यों से मुक्त किया जाए।” अधिकारी निर्देशों की अवहेलना कर रहे-संघ ने तत्काल कार्रवाई की मांग की ज्ञापन में शिक्षक संघ ने शिक्षा मंत्री से अनुरोध किया है कि स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश जारी किए जाएँ कि शिक्षकों को किसी भी तरह के गैर–शैक्षणिक कार्यों में शामिल न किया जाए। संघ ने कहा कि यदि शिक्षकों पर बोझ कम किया गया और उन्हें सिर्फ पढ़ाने का अवसर दिया गया, तो आने वाले एक वर्ष में शिक्षा परिणामों में उल्लेखनीय सुधार देखने को मिलेगा।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) द्वारा आयोजित वुमेंस प्रीमियर लीग (WPL) ऑक्शन में राजस्थान की दो युवा खिलाड़ियों ने बड़ा मुकाम हासिल किया है। जयपुर की सुमन मीणा और झुंझुनूं की हैप्पी कुमारी को उत्तर प्रदेश वॉरियर्स और गुजरात टीम ने अपने स्क्वॉड में शामिल किया है। गुरुवार को हुई नीलामी प्रक्रिया में लंबे समय से राजस्थान महिला क्रिकेट में लगातार शानदार प्रदर्शन कर रहीं इन दोनों खिलाड़ियों को अपना पहला बड़ा मंच मिला है। WPL ऑक्शन में शामिल किए जाने के बाद दोनों पर कई टीमों की नजर थी। जयपुर की प्रतिभाशाली खिलाड़ी सुमन मीणा को UP वॉरियर्स ने 10 लाख रुपए में खरीदा है। सुमन पिछले कई सीजन से राज्य की सबसे भरोसेमंद बैट्समैन में गिनी जाती हैं। घरेलू क्रिकेट में उनके लगातार प्रदर्शन ने उन्हें WPL ऑक्शन तक पहुंचाया। हैप्पी कुमारी को गुजरात टीम ने बनाया हिस्सा झुंझुनूं की युवा बल्लेबाज हैप्पी कुमारी को गुजरात टीम ने अपने स्क्वॉड का हिस्सा बनाया है। अपने आक्रामक अंदाज और लगातार ऑलराउंडर क्षमता ने उन्हें टीम मालिकों का पसंदीदा विकल्प बनाया है। दोनों खिलाड़ियों के सिलेक्शन से राजस्थान महिला क्रिकेट में उत्साह का माहौल है। राजस्थान के कोचों और क्रिकेट संघ से जुड़े पदाधिकारियों का कहना है कि यह सफलता राज्य की युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बनेगी। राजस्थान से उभरती महिला प्रतिभाओं के लिए WPL एक बड़ा प्लेटफॉर्म बनकर सामने आया है। सुमन और हैप्पी का सिलेक्शन इस बात का प्रमाण है कि राज्य की क्रिकेट प्रतिभा राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रही हैं।
फर्रुखाबाद में प्रेमी की हत्या कर सबूत मिटाने के मामले में विशेष दस्यु प्रभावित क्षेत्र न्यायाधीश शैलेंद्र सचान ने प्रेमिका के माता-पिता और एक साथी को दोषी करार दिया है। अदालत ने प्रेमिका के पिता धर्मेंद्र चौहान, मां उमा चौहान और साथी सच्चिदानंद उर्फ मनोज को उम्रकैद की सजा सुनाई है। दोषियों पर 1.80 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। यह मामला चार साल पुराना है। फतेहगढ़ के ग्राम सरह निवासी कन्हैयालाल अवस्थी पुत्र श्रीराम अवस्थी ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया था कि उनका पुत्र अंकित अवस्थी नोएडा में काम करता था। अंकित का धर्मेंद्र चौहान की पुत्री से प्रेम प्रसंग चल रहा था, जिसे लेकर यह घटना हुई।भाईदूज के दिन 6 नवंबर 2021 को अंकित घर आया था। अगले दिन वह गांव के कुछ अन्य लड़कों के साथ नोएडा जाने के लिए निकला। पांचाल घाट चौराहे पर वह टेंपो से उतरकर धर्मेंद्र चौहान के भागुआ नगला गांव में है चला गया। गांव के अन्य लड़के टेंपो से फर्रुखाबाद की ओर चले गए।शाम को अंकित ने अपने पिता से फोन पर बात की बताया वह धर्मेंद्र चौहान के मकान पर है।इसके बाद उसका फोन स्विच ऑफ हो गया। अगली सुबह जब गांव के लड़कों से पता किया गया, तो उन्होंने बताया कि अंकित उनके साथ नहीं आया। कन्हैयालाल ने धर्मेंद्र चौहान को फोन किया, तो उनकी पत्नी उमा चौहान ने फोन उठाया, लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया।इसके बाद कन्हैयालाल धर्मेंद्र चौहान के घर पहुंचे देखा कि मकान पर ताला लगा था और उसके बगल में ताज़ी मिट्टी खुदी पड़ी थी। उन्हें बाद में पता चला कि धर्मेंद्र चौहान, उमा चौहान और प्रशांत ने मिलकर उनके बेटे अंकित की हत्या कर दी है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया।विवेचना के दौरान साक्ष्य और गवाहों के आधार पर प्रशांत का नाम अलग कर दिया गया। विवेचक ने धर्मेंद्र चौहान, उमा चौहान और सच्चिदानंद उर्फ मनोज के खिलाफ न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल किया। मामले की सुनवाई करते हुए विशेष न्यायाधीश शैलेंद्र सचान ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनीं और गवाहों व सबूतों को मद्देनजर रखते हुए तीनों को हत्या और सबूत मिटाने का दोषी ठहराया।
फिरोजाबाद के सरकारी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के नए छात्रों से परिचय के नाम पर रैगिंग का मामला सामने आया है। पीड़ित छात्रों ने ऑनलाइन एंटी-रैगिंग सेल में शिकायत दर्ज कराई थी। कॉलेज प्रशासन ने जांच के बाद पांच छात्रों को एक महीने के लिए निष्कासित कर दिया है। प्राचार्य प्रोफेसर डॉ. योगेश गोयल ने बताया कि सत्र 2025 के छात्रों ने छात्रावास परिसर में रैगिंग, गाली-गलौज, अभद्र व्यवहार और धमकी देने जैसी शिकायतें की थीं। शुरुआत में जांच में कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पाई थी, जिसके बाद एंटी-रैगिंग सेल से चार आरोपी छात्रों के नाम सामने आए। इसके बाद प्राचार्य और एंटी-रैगिंग समिति ने पीड़ित छात्रों के बयान दर्ज किए। समिति ने सुरक्षा गार्डों और छात्रावास कर्मचारियों के भी लिखित बयान लिए। जांच में प्रयांशु जायसवाल, रितिक तिवारी, उज्ज्वल त्यागी, रितेश मित्तल और शिवा चौधरी को रैगिंग का दोषी पाया गया। समिति ने इन पांचों छात्रों को 27 नवंबर से अगले एक महीने के लिए कॉलेज से निष्कासित कर दिया है। इस अवधि के दौरान उन्हें केवल परीक्षाओं में बैठने की अनुमति दी गई है, लेकिन परीक्षा के समय भी छात्रावास परिसर में प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। कॉलेज प्रशासन ने आरोपी छात्रों को 2 दिसंबर को दोपहर 12 बजे एंटी-रैगिंग समिति के समक्ष उपस्थित होने का निर्देश भी दिया है। प्राचार्य डॉ. योगेश गोयल ने स्पष्ट किया कि किसी भी स्तर पर रैगिंग बर्दाश्त नहीं की जाएगी और कॉलेज परिसर में अनुशासनहीनता करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
मधुबनी पुलिस ने डीजे वाहनों पर कसा शिकंजा:SP के निर्देश पर संचालकों के खिलाफ कार्रवाई, 8 वाहन जब्त
मधुबनी एसपी योगेन्द्र कुमार के निर्देश पर जिले में ध्वनि प्रदूषण विनियमन एवं नियंत्रण कानून के तहत सख्त कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में नगर थाना क्षेत्र में पुलिस टीम ने अभियान चलाकर आठ डीजे वाहनों को जब्त किया है। यह कार्रवाई ध्वनि सीमा से अधिक तेज आवाज में डीजे बजाने के कारण की गई, जिससे आम नागरिकों को परेशानी हो रही थी। नगर थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस अधीक्षक के स्पष्ट निर्देश हैं कि जिले में अनुचित समय या निर्धारित सीमा से अधिक ध्वनि स्तर पर डीजे या साउंड सिस्टम चलाने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। इन निर्देशों के बाद पुलिस टीमों ने शहर के विभिन्न इलाकों में गश्त बढ़ा दी है। पुलिस ने 8 डीजे वाहन जब्त किए गश्त के दौरान, विभिन्न आयोजनों में चल रहे डीजे साउंड बॉक्स की जांच की गई। इसमें आठ वाहन ध्वनि सीमा का उल्लंघन करते पाए गए, जिन्हें जब्त कर थाना परिसर में रखा गया है। प्रशासन ने चेतावनी दी है कि रात 10 बजे के बाद ध्वनि प्रदूषण फैलाने वाले डीजे सेट बंद कर दिए जाएं, अन्यथा नियमों का उल्लंघन करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। निर्धारित सीमा से अधिक ध्वनि स्तर पर डीजे चलाने कार्रवाई अधिकारियों के अनुसार, जब्त किए गए सभी डीजे संचालकों के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत निरोधात्मक कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि भविष्य में भी बिना अनुमति या निर्धारित सीमा से अधिक ध्वनि स्तर पर डीजे चलाने वालों के विरुद्ध ऐसी ही कार्रवाई की जाएगी। जिला प्रशासन का कहना है कि यह कदम कानून-व्यवस्था बनाए रखने और आम जनता की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है, ताकि रात्रि विश्राम, धार्मिक स्थलों, अस्पतालों और शिक्षण संस्थानों में शांति बनी रहे। ध्वनि फैलाने वालों पर पुलिस सख्त पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि विवाह समारोह, धार्मिक आयोजनों या किसी भी निजी कार्यक्रम में साउंड सिस्टम का उपयोग करते समय निर्धारित दिशा-निर्देशों का पालन करें। इस अभियान के माध्यम से जिला प्रशासन ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि ध्वनि प्रदूषण फैलाने वालों के प्रति कोई रियायत नहीं बरती जाएगी और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कानूनी कार्रवाई होगी।
कुशीनगर मेडिकल कॉलेज अस्पताल से चोरी हुआ नवजात शिशु आखिरकार 30 घंटे बाद सुरक्षित बरामद कर लिया गया। पुलिस ने बच्चे को पड़रौना कोतवाली क्षेत्र के मनिकौरा गांव से खोज निकाला। बच्चे के सुरक्षित मिलने के बाद पिता प्रदीप चौधरी की आंखों में राहत के आंसू थे। उन्होंने पुलिस व प्रशासन का आभार जताया। नवजात की चोरी बुधवार दोपहर एसएनसीयू (SNCU) वार्ड से हुई थी। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी महिला की पहचान में जुटी थी।सोशल मीडिया पर मामला तेजी से उछला तो आरोपी माया देवी घबरा गई। उसने बच्चे को अपने घर छोड़कर फरार हो गई। इसकी जानकारी महिला की एक रिश्तेदार ने ग्राम प्रधान को दी। प्रधान ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस टीम मौके पर पहुंची और नवजात को सुरक्षित बरामद कर परिजनों के सुपुर्द कर दिया। अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था फेल, CCTV बंद मिले घटना ने अस्पताल प्रशासन की लापरवाही को उजागर कर दिया। जिस SNCU वार्ड में नवजातों की सुरक्षा सबसे प्राथमिक होती है, उसी वार्ड के CCTV कैमरे पूरी तरह बंद मिले।जांच में पाया गया कि परिजनों का आरोप है कि अस्पताल स्टाफ ने बच्चे के गायब होने के बाद भी दो घंटे तक कोई जिम्मेदारी नहीं ली। पिता प्रमोद कुमार के बार-बार गिड़गिड़ाने के बाद खोजबीन शुरू की गई। स्वजन का आरोप- स्टाफ की मिलीभगत से गायब हुआ बच्चा मनिया छपरा गांव के प्रमोद कुमार ने बताया- मैं दो घंटे स्टाफ से हाथ जोड़कर विनती करता रहा, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं था। सबकी मिलीभगत से बच्चा गायब कराया गया है। प्रमोद ने बताया कि उनके यहां सात साल बाद बेटा पैदा हुआ था। जन्म के तुरंत बाद बच्चे की हालत बिगड़ने पर उसे SNCU में भर्ती किया गया था, जहां से वह रहस्यमय तरीके से गायब हो गया। नौ अस्पतालकर्मियों पर मुकदमा, मजिस्ट्रेट जांच जारी घटना के बाद अस्पताल में हड़कंप मच गया। देर रात नवजात के पिता प्रदीप की तहरीर पर पुलिस ने 9 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया, जिनमें शामिल हैं— जिलाधिकारी महेंद्र सिंह तंवर के आदेश पर मजिस्ट्रेट जांच शुरू की गई है। अस्पताल प्रशासन ने भी 3 सदस्यीय जांच समिति गठित की है। कौन है आरोपी माया? पति की मौत और मानसिक तनाव से टूटी महिला पुलिस जांच में सामने आया कि नवजात को चोरी करने वाली महिला का नाम माया देवी है। पुलिस का कहना है कि चोरी करने की वजह का आधिकारिक खुलासा गिरफ्तारी के बाद ही हो पाएगा। नतीजा : बच्चा सुरक्षित, लेकिन अस्पताल की लापरवाही कटघरे में नवजात के सुरक्षित मिलने के बाद अस्पताल के डॉक्टरों और स्टाफ ने राहत की सांस ली। लेकिन CCTV बंद होने, सुरक्षा चूक और स्टाफ की उदासीनता ने मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाओं पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पिता प्रदीप बोले- बच्चा मिल गया… इससे बड़ी खुशी क्या होगी। लेकिन ऐसी लापरवाही फिर किसी परिवार के साथ न हो।
पटना जंक्शन के पास जाम से निजात दिलाने के लिए गोलंबर को छोटा किया गया था। गोलंबर को छोटा करने में करीब 1.71 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे, लेकिन अब भी रोज जाम लगा रहता है। इसी बीच आज पटना नगर निगम के नगर आयुक्त यशपाल मीणा और एसएसपी कार्तिकेय के शर्मा ने ड्रोन सर्वे के जरिए पटना जंक्शन के आसपास के क्षेत्र का औचक निरीक्षण किया। इस निरीक्षण के दौरान ट्रैफिक एसपी वैभव शर्मा सहित संयुक्त टीम ने जंक्शन के सभी प्रमुख मार्गों, फुटपाथों, पार्किंग स्थलों, लाइटिंग व्यवस्था, दुकानों के आसपास की स्वच्छता, अतिक्रमण की स्थिति और यात्रियों के चलने-फिरने की सुविधा का निरीक्षण किया। ड्रोन सर्वे से चिह्नित किए गए ‘डेड स्पेस’ पटना जंक्शन के चारों ओर स्थित डेड स्पेस की वास्तविक स्थिति जानने के लिए ड्रोन के माध्यम से हवाई सर्वेक्षण कराया गया। सर्वेक्षण में कई ऐसे हिस्से चिन्हित किए गए जहां जगह तो उपलब्ध है, पर उसका उपयोग नहीं हो रहा। इन सभी जगहों का भविष्य में इस्तेमाल किया जाएगा। नगर आयुक्त ने कहा की इन डेड स्पेस का उपयोग यात्री सुविधा, पार्किंग, सुगम मार्ग, ग्रीन बेल्ट, व्यवस्थित पार्किंग, स्वच्छता और सौंदर्यीकरण के लिए किया जाएगा। इससे पैदल यात्रियों को राहत मिलेगी, भीड़ का दबाव कम होगा और क्षेत्र की छवि में सुधार होगा। अतिक्रमण और अवैध पार्किंग पर सख़्ती निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त ने स्पष्ट निर्देश दिए कि जंक्शन परिसर व मुख्य सड़कों पर अवैध अतिक्रमण और अनियंत्रित पार्किंग किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ट्रैफिक पुलिस और निगम की संयुक्त टीम को निर्देशित किया गया कि फुटपाथों को पैदल यात्रियों के लिए पूरी तरह फ्री रखा जाए, अवैध पार्किंग पर तुरंत कार्रवाई हो, और जंक्शन के सामने वाहनों की अनावश्यक भीड़ न बढ़ने पाए। नए ड्रॉप एंड गो जोन, सर्कुलेशन प्लान और नो-पार्किंग बेल्ट लागू किए जाएंगे ताकि वाहन चालकों और यात्रियों को बेहतर सुविधा मिल सके।
धमतरी पुलिस ने अवैध हेरोइन (चिट्टा) बेचने के आरोप में दो युवकों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से 15 हजार रुपये की हेरोइन, दो मोबाइल फोन, नगदी और अन्य सामान सहित कुल 48 हजार रुपये का माल जब्त किया गया। दोनों को एनडीपीएस एक्ट के तहत न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। यह कार्रवाई जिले में नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत की गई। सिटी कोतवाली पुलिस को सूचना मिली थी कि श्रीराम नगर स्थित सेन समाज भवन के पास कुछ लोग अवैध रूप से हेरोइन बेच रहे हैं। सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने घेराबंदी कर दो आरोपियों को मौके से दबोच लिया। आरोपियों पर एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 1.5 ग्राम हेरोइन (कीमत लगभग 15 हजार रुपये), दो मोबाइल फोन (कीमत 27 हजार रुपये), 5,500 रुपये नकद, दो सिल्वर फाइल पेपर, पांच रेपर, एक लाइटर और एक इलेक्ट्रॉनिक तौल मशीन जब्त की। जब्त की गई कुल संपत्ति की कीमत लगभग 48 हजार रुपये बताई जा रही है। सिटी कोतवाली थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर दोनों आरोपियों को जिला जेल धमतरी भेजा गया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अंबेडकर वार्ड निवासी नरेंद्र उर्फ निखिल निर्मलकर (26 वर्ष) पुत्र मन्नू निर्मलकर और इंद्रा नगर, नयापारा वार्ड, धमतरी निवासी अखिलेश उर्फ सोनू देवांगन (24 वर्ष) पुत्र टुमन देवांगन के रूप में हुई है।
नाथद्वारा नगर के सुखाड़िया नगर के सामने नेशनल हाईवे 8 की सर्विस रोड पर गुरुवार देर शाम सड़क हादसा हो गया। उदयपुर की ओर से आ रहा गिट्टी से भरा एक ट्रेलर अचानक बेकाबू होकर सर्विस रोड पर पलट गया। हादसे के दौरान सड़क पर चल रही एक मोटरसाइकिल और ऑटोरिक्शा उसकी चपेट में आ गए। बेकाबू ट्रेलर पलटा प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार ट्रेलर अचानक लहराने लगा और देखते ही देखते पलट गया। पलटने के साथ ही उसमें भरी गिट्टी पूरे सर्विस रोड पर फैल गई। गिट्टी की चपेट में आने से बाइक सवार सत्य विजय सिंह गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसके बाद घटना स्थल पर मौजूद लोगों ने घायल को संभाला और प्राथमिक उपचार के बाद उदयपुर रेफर किया गया। वहीं ऑटोरिक्शा भी क्षतिग्रस्त हो गया और रोड किनारे खड़ी दो गायें भी घायल हो गईं। क्रेन से हटवा कर ट्रैफिक शुरू करवाया हादसे के तुरंत बाद राहगीरों ने ट्रेलर चालक को बाहर निकाला, जिसे मामूली चोटें आईं। सड़क पर गिट्टी फैलने से सर्विस रोड पर जाम लग गया और वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। सूचना मिलते ही पुलिस और यातायात प्रभारी मौके पर पहुंचे और ट्रैफिक को सुचारू किया। ट्रेलर को हटाने के लिए क्रेन मंगवाई गई, जिसके बाद वाहनों की आवाजाही शुरू की गई।
मेरठ के मेडिकल अस्पतालों के मरीज को बहला-फुसलाकर निजी अस्पतालों में भर्ती कराने की शिकायत गाजियाबाद के एक लकवाग्रस्त मरीज के तीमारदार ने एम्बूलेंस चालक के खिलाफ की है। उन्होंने बताया कि चालक ने 20–25 हजार रुपये में बेहतर इलाज का झांसा देकर मेडिकल कॉलेज से उठा ले गया और सीधे मंगलपांडेनगर स्थित अल्फा हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया। यहां तीन दिन में परिवार से 90 हजार रुपये से ज्यादा वसूल लिए गए, लेकिन मरीज की हालत जस की तस रही। अल्फा हॉस्पिटल के रजिस्टर में मिला एंबुलेंस चालक का नाम सीएमओ डॉ. अशोक कटारिया ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि डिप्टी सीएमओ को जांच दी गई थी जिसमें पाया गया कि मरीज मुकेश कुमार वहीं भर्ती है और उसका उपचार डॉ. देवेंद्र सैनी, डॉ. राहुल गोयल और डॉ. अरुण कुमार सिंह कर रहे हैं। हॉस्पिटल के रजिस्टर में एंबुलेंस चालक तुषार का नाम और मोबाइल नंबर भी दर्ज मिला, जिससे साफ हो गया कि तुषार ने ही मरीज को मेडिकल कॉलेज से निजी अस्पताल में शिफ्ट कराया। 16 नवंबर को दिया था झांसा परिवार के अनुसार 16 नवंबर को तुषार नाम के चालक ने कहा कि मेडिकल कॉलेज में इलाज में देर होगी, जबकि निजी अस्पताल में 20–25 हजार रुपये में बढ़िया देखभाल हो जाएगी। भरोसा कर परिजन मरीज को उसके साथ भेज बैठे। अस्पताल में भर्ती होते ही बिल का “मीटर” ऐसा चला कि 90 हजार रुपये तक पहुंच गया। फिर भी मरीज की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ, जिसके बाद परिवार ने अधिकारियों से शिकायत की। बकाया बिल माफ, मरीज को फिर मेडिकल कॉलेज रेफर जांच टीम ने अस्पताल प्रबंधन से बकाया बिल माफ कराया और मरीज को दोबारा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। पूरी रिपोर्ट मेरठ कमिश्नर, डीएम, एसएसपी और सीएमओ को भेजी गई। रिपोर्ट के आधार पर मेडिकल थाने में अल्फा हॉस्पिटल और एंबुलेंस चालक तुषार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
गोंडा जिले के नगर कोतवाली क्षेत्र स्थित पुरानी गल्ला मंडी के रानी बाजार में महिमा गारमेंट्स की दुकान में देर रात करीब 7:40 बजे शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। आग लगने के बाद दुकान से धुआं उठता देख दुकान मालिक और ग्राहक तुरंत बाहर निकल आए। देखते ही देखते आग ने पूरी दुकान को अपनी चपेट में ले लिया। दुकान मालिक और स्थानीय लोगों ने आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन आग पर काबू नहीं पाया जा सका। इसके बाद तत्काल फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। आग लगने के दौरान स्थानीय लोगों और दुकानदारों ने महिमा गारमेंट्स के आगे के हिस्से में रखे कुछ कपड़ों को बाहर निकालकर सुरक्षित करने का भी प्रयास किया। इस अग्निकांड में दुकान में रखा 10 लाख रुपये से अधिक का कपड़ा और लाखों रुपये की नकदी जलकर राख हो गई है। महिमा गारमेंट्स की दुकान में आग लगते ही आसपास की दुकानों को भी एहतियातन के तौर पर अलर्ट कर दिया गया था और फायर ब्रिगेड की गाड़ियों द्वारा बगल की दीवारों पर भी पानी की बौछार की जा रही थी ताकि बगल की दुकानों तक आगे की लपट ना पहुंच सके। वहीं गोंडा नगर कोतवाल विवेक त्रिवेदी ने बताया कि फायर ब्रिगेड और स्थानीय लोगों की मदद से आग बुझा ली गई है। आग से हुए नुकसान का आकलन राजस्व विभाग द्वारा किया जा रहा है।
गोरखपुर में शुक्रवार को कई इलाकों में निर्धारित समय के लिए बिजली सप्लाई बाधित रहेगी। बिजली विभाग ने बताया कि शटडाउन का उद्देश्य पुराने वितरण तंत्र को सुरक्षित बनाना, लाइन शिफ्टिंग करना और भविष्य में उपभोक्ताओं को स्थिर सप्लाई उपलब्ध कराना है। विभाग ने प्रभावित उपभोक्ताओं से सहयोग की अपील की है। अधिकारियों के अनुसार तय समय में सभी तकनीकी कार्य पूरे कर सप्लाई जल्द बहाल करने की कोशिश की जाएगी। तारामंडल उपकेंद्र के इंदिरा नगर फीडर पर शटडाउन छह लेन रोड चौड़ीकरण के तहत होने वाले जरूरी कार्यों के कारण शुक्रवार को तारामंडल उपकेंद्र के इंदिरा नगर फीडर की बिजली दोपहर 11 बजे से शाम 4 बजे तक बंद रहेगी। इस दौरान इंदिरा नगर, गोपालापुर और दाउदपुर क्षेत्र प्रभावित रहेंगे। कई फीडरों पर लाइन शिफ्टिंग का काम शहर के खोराबार, लालडिग्गी और बक्शीपुर क्षेत्रों में भी शुक्रवार को बिजली सप्लाई प्रभावित रहेगी। रोड चौड़ीकरण और लाइन शिफ्टिंग कार्य के लिए खोराबार उपकेंद्र के 11 केवी सूबा बाजार फीडर, लालडिग्गी उपकेंद्र के 11 केवी हिंदी बाजार फीडर, और बक्शीपुर उपकेंद्र के 11 केवी कोतवाली व 11 केवी जटाशंकर फीडरों की सप्लाई सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक बंद रहेगी।
कुशीनगर में चोरी हुए नवजात शिशु को सोशल मीडिया के दबाव और जनचर्चा के बाद सुरक्षित बरामद कर लिया गया है। आरोपी महिला नवजात को अपने घर पर छोड़कर फरार हो गई थी। दैनिक भास्कर की खबर पर लगातार हो रही पोस्टों ने इस मामले को नया मोड़ दिया। महिला की दयादिन ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए बच्चे को ग्राम प्रधान को सौंप दिया। ग्राम प्रधान ने तत्काल पुलिस को सूचना दी। पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मनिकौरा इलाके से नवजात को सकुशल बरामद कर लिया। नवजात के सुरक्षित मिलने से परिवार और पूरे इलाके ने राहत की सांस ली है। पुलिस अब आरोपी महिला की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही है। पुलिस का कहना है कि महिला के पकड़े जाने के बाद ही नवजात चोरी करने के पीछे का मकसद स्पष्ट हो पाएगा। उधर, अस्पताल प्रशासन ने भी बच्चे की सुरक्षित वापसी पर संतोष व्यक्त किया। एसएनसीयू वार्ड के कर्मचारियों और डॉक्टरों ने बताया कि पिछले 30 घंटे उनके लिए काफी तनावपूर्ण रहे। बच्चे की बरामदगी के बाद अस्पताल में भी खुशी का माहौल देखा गया। पीड़ित परिवार ने मीडिया, पुलिस और जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया। नवजात के पिता प्रदीप चौधरी ने विशेष रूप से दैनिक भास्कर के सक्रियता को धन्यवाद देते हुए कहा, हमारा बच्चा मिल गया, यही सबसे बड़ी खुशी है। सभी का धन्यवाद। जिलाधिकारी ने एडीएम आशुतोष कुमार ने मामले की गहन जांच के आदेश दिए मामले की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी ने एडीएम आशुतोष कुमार के नेतृत्व में मजिस्ट्रेटीयल जांच के आदेश दिए हैं। जांच टीम अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था, स्टाफ की भूमिका और घटना से जुड़े हर पहलू की विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर रही है। गुरुवार रात करीब 9 बजे कुशीनगर से आई यह राहत भरी खबर कि नवजात सुरक्षित है, पूरे जिले में चर्चा का विषय बन गई।
राजगढ़ जिले के पूर्व जिला पंचायत CEO और वर्तमान में कृषि विकास एवं कल्याण विभाग के उप सचिव IAS संतोष वर्मा द्वारा ब्राह्मण समाज की बेटियों को लेकर दिए गए विवादित बयान ने खिलचीपुर में विरोध खड़ा कर दिया है। गुरुवार दोपहर गायत्री मंदिर पर समाजजन बड़ी संख्या में जुटे और ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष सतीश शर्मा के नेतृत्व में रैली निकाली। जिसमे संत बाबा पागल दास महाराज, कथा वाचक पंडित रोहित नागर सहित सैकड़ों लोग “संतोष वर्मा मुर्दाबाद” के नारों के साथ तहसीलदार चौराहे तक पहुंचे। चौराहे पर गुस्से से भरे लोगों ने IAS संतोष वर्मा का पुतला जलाकर विरोध दर्ज कराया। पुतला दहन के बाद सभी समाजजन खिलचीपुर थाने पहुंचे, जहां पहले सामूहिक रूप से हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। इसके बाद टीआई उमाशंकर मुकाती को ज्ञापन देकर वर्मा पर FIR दर्ज करने की मांग की गई। मुंह काला करने वाले को इनाम की घोषणाविरोध प्रदर्शन के बीच कथा वाचक पंडित रोहित नागर ने घोषणा की कि “जो भी IAS संतोष वर्मा के मुंह पर काली स्याही पोतेगा, चप्पल से मारेगा या चप्पलों की माला पहनाएगा, उसे मैं 51 हजार रुपए इनाम दूंगा।” पंचमुखी हनुमान मंदिर के प्रमुख संत बाबा पागल दास ने भी कहा कि “IAS होते हुए ऐसे शब्द बोलना बुद्धि भ्रष्ट होने का संकेत है। समाज अब इसे किसी कीमत पर नहीं छोड़ेगा।” देखिए तस्वीरें...
मोतिहारी के हरसिद्धि थाना क्षेत्र के गायघाट में मंगलवार को एक बड़ा सड़क हादसा हुआ। मोतिहारी से अरेराज जा रही 'मां भवानी' नामक एक यात्री बस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे एक पेड़ से टकरा गई। इस भीषण टक्कर में बस का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। ग्रामीणों ने तुरंत फंसे यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला हादसे के बाद बस में सवार यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। प्रत्यक्षदर्शियों और ग्रामीणों ने तुरंत राहत-बचाव कार्य शुरू किया। उन्होंने बस में फंसे यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला। इस घटना में कई यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि कुछ को मामूली चोटें आईं। स्थानीय लोगों की मदद से सभी घायलों को तत्काल नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज जारी है। अस्पताल प्रशासन के अनुसार, कुछ यात्रियों की हालत चिंताजनक है और उन्हें बेहतर उपचार के लिए रेफर करने की तैयारी की जा रही है। हादसे की सूचना मिलते ही हरसिद्धि थानाध्यक्ष सर्वेंद्र कुमार सिन्हा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस मौके पर पहुंचकर किया घटनास्थल का निरीक्षण पुलिस ने क्षतिग्रस्त बस को सड़क से हटाने का काम शुरू कर दिया है ताकि यातायात सामान्य हो सके। हादसे के कारणों की जांच भी शुरू कर दी गई है। प्रारंभिक जांच में तेज रफ्तार, अचानक आए अवरोध या तकनीकी खराबी को संभावित कारण माना जा रहा है, हालांकि इसकी पुष्टि विस्तृत जांच के बाद ही होगी। अधिकारियों द्वारा बस में सवार यात्रियों और घायलों की सटीक संख्या जुटाई जा रही है। हादसे के कारण सड़क पर जाम हादसे के कारण कुछ समय के लिए सड़क पर जाम लग गया था, जिसे पुलिस ने नियंत्रित कर यातायात बहाल किया। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से सड़क सुरक्षा उपाय बढ़ाने की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके। पुलिस मामले की आगे की जांच कर रही है।
जमुई के एसपी विश्वजीत दयाल ने गुरुवार को सड़क सुरक्षा को लेकर एक महत्वपूर्ण ऑडियो संदेश जारी किया। उन्होंने जिलेवासियों से बढ़ती लापरवाही और लगातार हो रही दुर्घटनाओं के मद्देनजर सतर्क और जागरूक रहने की अपील की। सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतें चिंताजनक एसपी दयाल ने बताया कि हर साल सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों की संख्या हत्या जैसे गंभीर अपराधों में होने वाली मौतों से पांच गुना अधिक है, जो चिंताजनक है। उन्होंने लोगों की संवेदनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि जब कोई व्यक्ति घर से बाहर निकलता है, तो परिवार उसके सुरक्षित लौटने का इंतजार करता है। सड़क पर लापरवाही पूरे परिवार पर पड़ सकती है भारी सड़क पर की गई एक छोटी-सी लापरवाही व्यक्ति और उसके पूरे परिवार पर भारी पड़ सकती है। एसपी ने यह भी कहा कि लोग प्रतिदिन सड़क हादसों की भयावह खबरें पढ़ते और देखते हैं, फिर भी सबक नहीं लेते। जमुई जिले के हालात पर चिंता व्यक्त करते हुए एसपी ने बताया कि यहां बड़ी संख्या में लोग नियमों की अनदेखी करते हैं। इनमें बाइक पर ट्रिपल लोडिंग, बिना हेलमेट वाहन चलाना और बिना लाइसेंस के बेखौफ गाड़ी चलाने वाले युवा शामिल हैं। माता- पिता बिना लाइसेंस वाहन चलाने से बच्चों को रोकें उन्होंने माता-पिता और अभिभावकों को भी सचेत किया कि वे अपने बच्चों को बिना लाइसेंस वाहन चलाने से नहीं रोकते, जिसका परिणाम अक्सर हादसों के रूप में सामने आता है और बाद में पछतावा होता है। एसपी दयाल ने अपील की कि यदि सभी लोग मिलकर प्रयास करें तो सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों को काफी हद तक कम किया जा सकता है। उन्होंने जिलेवासियों से यातायात नियमों का पालन करने का आग्रह किया। यह न सिर्फ कानून का पालन का मामला, बल्कि खुद की सुरक्षा से भी जुड़ा है क्योंकि यह न सिर्फ कानून का पालन है बल्कि उनकी खुद की सुरक्षा से भी जुड़ा है। उन्होंने बताया कि 1 दिसंबर से 7 दिसंबर तक प्रशासन गांधीवादी तरीके से लोगों से नियमों के पालन की अपील करेगा। इस दौरान किसी प्रकार की सख्ती नहीं बरती जाएगी, बल्कि जागरूकता पर ज़ोर दिया जाएगा।एसपी दयाल ने विश्वास जताया कि लोग प्रशासन का सहयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि 8 दिसंबर से मोटर वाहन अधिनियम के तहत सख्ती के साथ नियमों का पालन कराया जाएगा, ताकि सड़क दुर्घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण हो सके।
मंदसौर सिटी कोतवाली पुलिस ने गुरुवार को ऑटो चोरी के एक मामले को सुलझाते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से चोरी गया ऑटो भी बरामद कर लिया है, जिसकी अनुमानित कीमत 5 लाख रुपए है। यह मामला 25 नवंबर को शाहिद पिता भूरा (26 वर्ष), निवासी कालाखेत, सब्जी विक्रेता, द्वारा दर्ज कराई गई रिपोर्ट से संबंधित है। शाहिद ने बताया था कि 24 नवंबर की रात कालाखेत स्थित गली नंबर 5 से उनका ऑटो (क्रमांक MP 14 ZA 9688) अज्ञात व्यक्ति चोरी कर ले गया था। शिकायत के आधार पर थाना कोतवाली में मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसमें रात करीब 3 से 4 बजे के बीच एक व्यक्ति को ऑटो चोरी करते हुए देखा गया। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने आरोपी की पहचान की और उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की पहचान युनुस राहिल पिता हबीब मोहम्मद राहिल (45 वर्ष), निवासी गौतम नगर, कालाखेत, मंदसौर (हाल मुकाम नसीब कॉलोनी, मदारपुरा, मंदसौर) के रूप में हुई। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से चोरी गया सफेद रंग का अल्फा पल्स तीन पहिया लोडिंग टेम्पो गुरुवार शाम बरामद किया। बरामद वाहन की अनुमानित कीमत लगभग 5 लाख रुपए बताई गई है।
जोधपुर शहर के विभिन्न इलाकों में बिजली रखरखाव के कारण 28 नवंबर शुक्रवार को 1 घंटे से साढ़े 4 घंटे तक बिजली का शटडाउन रहेगा। सुबह 8 से 11:30 बजे तक यहां रहेगी बिजली बंद 33/11केवी कुड़ी द्वितीय जीएसएस से 11केवी 8-बीसी फीडर से संबंधित कुड़ी भगतासनी हाउसिंग बोर्ड सेक्टर-8-ए, बी, सी, के, एल, एम और सेक्टर-9 से संबंधित संपूर्ण क्षेत्र। सुबह 8:30 से 9:30 बजे तक इन इलाकों में नहीं आएगी बिजली 33/11केवी सबस्टेशन प्रताप नगर सबस्टेशन से अंबेडकर कॉलोनी, मजदूर कॉलोनी, बरकतुल्लाह खां कॉलोनी, जगदंबा कॉलोनी, प्रताप नगर सेक्टर-ए, बी, सी, डी, ई, एफ, संजय गांधी कॉलोनी-ए, बी, सी, यूआईटी कॉलोनी, फैजा आम मस्जिद, आखलिया चौराहा, मसूरिया फिल्टर हाउस, सदर पुलिस थाना, इंद्रा कॉलोनी के आसपास का संपूर्ण क्षेत्र। सुबह 8:30 से दोपहर 2 बजे तक यहां रहेगा कट 33/11 केवी कमला नेहरु नगर सबस्टेशन से शुभम हॉस्पिटल, कमला नेहरु नगर एक्सटेंशन-प्रथम, द्वितीय, तृतीय, आदर्श स्कूल, चौपासनी रोड, देवनगर, शांति प्रिय नगर, शांति नाथ नगर, दाऊ की ढाणी, गुरुओं का तालाब, ऐश्वर्या कॉलेज, सोमानी कॉलेज, डिफेंस कॉलोनी और देवी रोड के आसपास का संपूर्ण क्षेत्र।
महराजगंज। मोटरसाइकिल चोरी के एक मामले में अपर सत्र न्यायाधीश कोर्ट संख्या-1 ने गुरुवार को अभियुक्त सलमान को दोषी करार दिया। अदालत ने उसे दो वर्ष दस माह के कठोर कारावास और 1600 रुपये के अर्थदंड की सजा सुनाई है। न्यायालय ने यह भी स्पष्ट किया कि निर्धारित अर्थदंड जमा न करने पर दोषी को एक माह का अतिरिक्त कारावास भुगतना होगा। सलमान जद्दू पिपरा, थाना भिटौली का निवासी है। अभियोजन पक्ष के अनुसार, यह घटना वर्ष 2022 की है। उस समय थाना श्यामदेउरवा क्षेत्र में एक मोटरसाइकिल चोरी की शिकायत दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और संभावित संदिग्धों की तलाश की। जांच के दौरान सलमान पर संदेह हुआ। उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जिसमें चोरी से संबंधित महत्वपूर्ण सुराग मिले। पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर सलमान की निशानदेही पर चोरी की गई मोटरसाइकिल बरामद की गई। बरामदगी के बाद विवेचक ने मामले की विस्तृत जांच की और आरोप सिद्ध होने पर उसके खिलाफ न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल किया। न्यायालय में अभियोजन पक्ष ने प्रस्तुत साक्ष्यों, बरामद मोटरसाइकिल और गवाहों के बयानों के आधार पर अभियुक्त की संलिप्तता साबित की। सभी तथ्यों और साक्ष्यों पर विचार करने के बाद अदालत ने सलमान को मोटरसाइकिल चोरी का दोषी ठहराया। इस संबंध में क्षेत्राधिकारी सदर जय प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि न्यायालय द्वारा एक अभियुक्त को सजा सुनाई गई है।
गोपालगंज के नगर थाना क्षेत्र में एक शादी समारोह के दौरान पिछले दिनों हुए हर्ष फायरिंग में एक युवक घायल हो गया था। इस मामले में दो युवकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। पुलिस जांच में सामने आया है कि पिछले नवंबर को सहदुल्लेपुर मठिया गांव में डीजे पर डांस के दौरान हुई हर्ष फायरिंग में सुनील राम को गोली लगी थी। नामजद आरोपियों की पहचान सदुल्लेपुर मठिया गांव निवासी हरिशंकर गिरी के बेटे सुजीत गिरी और संजय सहनी के रूप में हुई है। नगर थाना में पदस्थापित दरोगा राजकुमार मिश्रा ने इस संबंध में लिखित आवेदन दिया है। सुनील राम के पेट में लगी थी गोली, दोस्त ने अस्पताल में कराया भर्ती दरोगा मिश्रा ने बताया कि 24 नवंबर की सुबह 3 बजे गश्त के दौरान उन्हें साधु चौक मोड़ के पास गुप्त सूचना मिली थी। सूचना के अनुसार, सदुल्लेपुर मठिया गांव में बिट्टू साह की बहन की शादी में आई बारात में डीजे पर डांस करते समय सुनील राम को गोली लगी थी। मौके पर पहुंचने पर पुलिस को पता चला कि बिट्टू साह के दरवाजे पर शादी के अवसर पर डीजे पर डांस के दौरान फायरिंग हुई थी, जिसमें सुनील राम के पेट में गोली लगी थी। घायल सुनील राम को उसके दोस्त इलाज के लिए सदर अस्पताल गोपालगंज ले गए थे। खुशी में वे बारी-बारी से कट्टे से फायर करने में हादसा जांच के दौरान यह बात सामने आई कि सुजीत गिरी और संजय सहनी, घायल सुनील राम के साथ डीजे पर डांस कर रहे थे। खुशी में वे बारी-बारी से कट्टे से फायर कर रहे थे। इसी दौरान सुजीत गिरी ने दोबारा फायर किया, जिससे सुनील राम के पेट में गोली लग गई। इस मामले में सुजीत गिरी और संजय सहनी के खिलाफ अवैध रूप से कट्टा रखने और हर्ष फायरिंग करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दोनों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है।
सिरसा जिले के डबवाली में नगर परिषद ने गुरुवार को अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया। अग्रवाल पीरखाना वाली गली में हुई इस कार्रवाई का मोहल्लेवासियों ने भारी संख्या में एकत्रित होकर विरोध किया। अग्रवाल पीरखाना वाली गली में घरों के बाहर बने थड़ों को अतिक्रमण माना गया है। इन थड़ों के कारण गली में आवागमन में परेशानी होती थी। इसी को लेकर नगर परिषद के अधिकारी जेसीबी के साथ अतिक्रमण हटाने पहुंचे थे। जैसे ही मोहल्लेवासियों को कार्रवाई की भनक लगी, वे अपने घरों से बाहर आकर विरोध प्रदर्शन करने लगे। लोगों का बढ़ता विरोध देखकर नगर परिषद के अधिकारी जेसीबी को लेकर वार्ड के अन्य हिस्से में अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया करने लगे। वहां भी लोगों ने विरोध जताना शुरू कर दिया। मोहल्लेवासियों का आरोप है कि यह कार्रवाई रंजिशवश उनके वार्ड में की जा रही है। उन्होंने मीना बाजार का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां दुकानों के आगे दुकानदारों ने अतिक्रमण कर गली को पूरी तरह से बंद कर रखा है, लेकिन वहां कोई कार्रवाई नहीं होती। मोहल्लेवासियों ने नगर परिषद के अधिकारियों से सवाल किया कि क्या मीना बाजार में भी ऐसी ही कार्रवाई की जाएगी। इस पर अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि अतिक्रमण हटाने की यह प्रक्रिया डबवाली के हर क्षेत्र में सामान्य रूप से की जाएगी और शहर को पूरी तरह से अतिक्रमण मुक्त बनाया जाएगा। युवा कांग्रेस नेता ने लगाए भेदभाव के आरोप भूपेंद्र शर्मा विधानसभा अध्यक्ष युवा कांग्रेस हल्का डबवाली ने कहा कि नगर परिषद ने पूरे शहर में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू कर रखी है, लेकिन उस कार्रवाई में भी बड़ा भेदभाव किया जा रहा है। कुछ चुनिंदा वार्डों को ही टारगेट कर अतिक्रमण की कार्रवाई की जा रही है।
बलौदाबाजार के अल्ट्राटेक सीमेंट संयंत्र कुकुरदी में एक श्रमिक पर चाकू से हमला हुआ है। सेम्हराडीह निवासी भानु राम साहू इस हमले में गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिनका इलाज रायपुर के एक निजी अस्पताल में चल रहा है। इस घटना से श्रमिकों में आक्रोश फैल गया है। यह घटना कुछ दिन पहले संयंत्र परिसर में श्रमिकों और सिक्योरिटी गार्ड के बीच हुए विवाद से जुड़ी है। श्रमिकों ने सिक्योरिटी गार्ड पर गाली-गलौज और मारपीट का आरोप लगाया था। इसके विरोध में श्रमिकों ने शुक्रवार को संयंत्र के बाहर धरना दिया था। श्रमिकों ने सुरक्षा गार्ड पर हमले का आरोप लगाया धरने के बाद संयंत्र प्रबंधन ने संबंधित सिक्योरिटी गार्ड को नौकरी से निष्कासित कर दिया था। गार्ड को काम से निकाले जाने के बाद उसके पुत्र ने रंजिश में बीते रात श्रमिक भानु राम साहू को सेम्हराडीह गांव में फोन कर मिलने बुलाया। गार्ड की चली गई नौकरी, बेटे ने लिया बदला आरोप है कि उसने भानु राम साहू पर यह कहते हुए चाकू से कई वार किए कि तुम्हारी वजह से मेरे पिता का काम बंद हो गया। हमले में घायल भानु राम साहू कॉन्ट्रैक्टर चेतन वर्मा के अधीन कार्यरत थे। हमले की सूचना मिलते ही संयंत्र के श्रमिकों में भारी आक्रोश फैल गया। श्रमिकों ने घटना की निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। सुबह श्रमिकों ने संयंत्र में काम बंद कर दिया था, हालांकि, सुबह 11 बजे के बाद उन्होंने अपना काम फिर से शुरू कर दिया।
गोंडा को 16 दिन बाद आखिरकार आज नया जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) मिल गया है। देवरिया में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) में वरिष्ठ प्रवक्ता अमित कुमार सिंह को गोंडा का नया बीएसए नियुक्त किया गया है। वह जल्द ही गोंडा आकर अपना कार्यभार ग्रहण करेंगे। यह नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब पूर्व बीएसए अतुल कुमार तिवारी को 11 नवंबर को रिश्वतखोरी के आरोप में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर निलंबित कर दिया गया था। उनके निलंबन के बाद से जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. राम चंद्र प्रभारी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी का कार्यभार संभाल रहे थे। अमित कुमार सिंह के सामने गोंडा में कई महत्वपूर्ण चुनौतियां होंगी। इनमें सबसे पहली चुनौती शिक्षा विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार को समाप्त करना है। पूर्व बीएसए अतुल तिवारी के निलंबन का मामला भी इसी भ्रष्टाचार से जुड़ा है, जिसकी जांच नगर कोतवाली पुलिस द्वारा की जा रही है। दूसरी बड़ी चुनौती बहुचर्चित अनामिका शुक्ला प्रकरण की जांच है, जो इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश पर यूपी एसटीएफ द्वारा की जा रही है। इसके अतिरिक्त, गोंडा में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाना और बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करना भी उनकी प्राथमिकताओं में शामिल होगा। अमित कुमार सिंह ने यह भी कहा कि मेरा प्रयास रहेगा कि गोंडा की शिक्षा विभाग का एक अच्छा माहौल रहे। दैनिक भास्कर संवाददाता से बातचीत में नए बीएसए अमित कुमार सिंह ने कहा कि शासन द्वारा दी गई जिम्मेदारियों का वह निष्पक्ष रूप से निर्वहन करेंगे। उन्होंने सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत काम करने और भ्रष्टाचार मुक्त बेसिक शिक्षा विभाग बनाने को अपनी पहली प्राथमिकता बताया। उनका मुख्य लक्ष्य बच्चों को अच्छी शिक्षा सुनिश्चित करना भी होगा।
सहकारिता राज्य मंत्री गौतम कुमार दक ने गुरुवार को राजस्थान सहकारी शिक्षा एवं प्रबंधन संस्थान (राइसेम) परिसर में 'सहकार गैलेरी' का उद्घाटन किया। अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष-2025 के तहत स्थापित इस गैलेरी का अवलोकन कर उन्होंने प्रदर्शित जानकारी की सराहना की। सहकारिता विभाग ने एनसीसीएफ के सहयोग से यह गैलेरी स्थापित की है। इसमें सहकारी आंदोलन की यात्रा को आकर्षक रूप में दर्शाया गया है। मंत्री दक ने कहा कि यह गैलेरी सहकारिता की गौरवशाली यात्रा को प्रदर्शित कर आगंतुकों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी। दक बोले- ये प्रदर्शनी बताती है कि छोटे-छोटे सामूहिक प्रयासों से बड़े सामाजिक परिवर्तन संभवमंत्री गौतम कुमार दक ने कहा- यहां प्रदर्शित सामग्री न केवल सहकारिता के इतिहास, उपलब्धियों और नवाचारों को दर्शाती है, बल्कि यह भी बताती है कि कैसे छोटे-छोटे सामूहिक प्रयासों से बड़े सामाजिक परिवर्तन संभव है। सहकारिता केवल एक आर्थिक मॉडल नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय, सहभागिता और पारदर्शिता पर आधारित आंदोलन है, जो राष्ट्र की नींव को मजबूत करता है। राज्य सरकार का लक्ष्य किसानों, महिलाओं, युवाओं और छोटे उद्यमियों को सहकारिता से जोड़कर आर्थिक रूप से सशक्त करना है, ताकि 'सहकार से समृद्धि' की संकल्पना साकार हो सके। दक ने विश्वास व्यक्त किया कि यह गैलेरी सहकार बंधुओं, विद्यार्थियों और आम नागरिकों के लिए ज्ञान केंद्र के रूप में कार्य करेगी। गैलेरी में जानकारियों को विभिन्न खंडों में बांटा सहकार गैलेरी में सहकारिता से संबंधित जानकारी को राजस्थानी संस्कृति की थीम पर क्लिप बोर्ड्स, एक्रेलिक शीट्स, विनायल प्रिंट, फोटो फ्रेम्स और डिजिटल स्क्रीन्स के माध्यम से आकर्षक रूप में प्रदर्शित किया गया है। गैलेरी में जानकारियों को विभिन्न खंडों में बांटा गया है। एक खंड में अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष का परिचय, इसके सिद्धांत और उद्देश्य तथा विशिष्ट व्यक्तियों के उद्धरण शामिल हैं। दूसरे खंड में सहकारिता के उद्भव और विकास से जुड़ी जानकारी दी गई है। इसमें प्राचीन भारतीय लोकाचार में सहकारिता के बीज, विश्व, भारत और राजस्थान में सहकारी आंदोलन का शुभारंभ, साथ ही राजस्थान में स्वतंत्रता पूर्व और स्वतंत्रता के बाद सहकारी विधि के विकास को दर्शाया गया है। सहकार से समृद्धि को प्रदर्शित कियागैलेरी के एक भाग में वर्तमान परिप्रेक्ष्य में सहकारिता की प्रासंगिकता, राजस्थान में वर्तमान में सहकारिता का परिदृश्य, सहकार से समृद्धि का परिचय एवं राजस्थान में सहकार से समृद्धि के अंतर्गत प्रमुख उपलब्धियों को प्रदर्शित किया गया है। एक अन्य भाग में सहकारिता की त्रिस्तरीय संरचना एवं राज्य की शीर्ष सहकारी संस्थाओं की जानकारी प्रदर्शित की गई है। सहकार गैलेरी में राज्य की सहकारी समितियों के पुराने छायाचित्रों एवं प्रमाण पत्रों को भी प्रदर्शित किया गया है, जो आकर्षण का केन्द्र है। साथ ही अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष-2025 के अंतर्गत आयोजित की गई प्रमुख गतिविधियों के छायाचित्रों को भी आकर्षक रूप में प्रदर्शित किया गया है।
रात्रिकालीन सराफा चौपाटी का मामला गरमाता जा रहा है। गुरुवार रात नगर निगम की टीम फिर कार्रवाई करने पहुंची। बुधवार को निगम की कार्रवाई के दौरान जमकर हंगामा हुआ था। गुरुवार को नगर निगम की टीम यहां फिर कार्रवाई करने पहुंची। मामले में महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने बताया कि इंदौर की ऐतिहासिक एवं परंपरागत पहचान सराफा चौपाटी में व्यवस्थित व्यापार और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नगर निगम इंदौर द्वारा महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। महापौर इन काउंसिल में संकल्प पारित करते हुए तय किया गया था कि सराफा चौपाटी में केवल परंपरागत रूप से चिह्नित दुकानों को ही व्यवसाय करने की अनुमति दी जाएगी। महापौर के निर्देशन में महापौर परिषद सदस्यों की उपस्थिति में एक विशेष समिति का गठन किया गया था। यह समिति सराफा चौपाटी क्षेत्र का विस्तृत भौतिक निरीक्षण करते हुए व्यापारिक गतिविधियों, सुरक्षा मानकों, भीड़ प्रबंधन एवं मूलभूत आवश्यकताओं का आकलन करने हेतु नियुक्त की गई थी। समिति ने निरीक्षण उपरांत अपनी विस्तृत रिपोर्ट नगर निगम को प्रस्तुत की गई। रिपोर्ट में लोगों की सुरक्षा, स्वच्छता, स्थान की क्षमता एवं परंपरागत व्यापारियों के हितों को प्राथमिकता देते हुए महत्वपूर्ण सुझाव शामिल किए गए। दुकानों के खुलने-बंद होने का समय तय होगा समिति की रिपोर्ट को आधार मानते हुए नगर निगम इंदौर द्वारा शीघ्र ही सराफा चौपाटी के लिए नई गाइडलाइन जारी की जाएगी। जिनमें परंपरागत सूचीबद्ध दुकानों के खुलने और बंद होने का निर्धारित समय, सुरक्षा के अनिवार्य मानक, अग्नि सुरक्षा प्रावधान, भीड़ प्रबंधन व्यवस्था, स्वच्छता एवं कचरा निपटान व्यवस्था जैसे बिंदुओं को स्पष्ट रूप से शामिल किया जाएगा। तीन तस्वीरें देखिए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के रायपुर दौरे से पहले छत्तीसगढ़ शासन ने गुरुवार को 13 IAS अफसरों का ट्रांसफर किया है। कई IAS अधिकारियों को नई जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। सचिव, आयुक्त, संचालक और प्रबंध संचालक लेवल के पदों में फेरबदल हुआ है। IAS शिखा राजपूत तिवारी (IAS 2008) को आयुक्त, चिकित्सा शिक्षा से ट्रांसफर करते हुए सचिव, छत्तीसगढ़ राज्य निर्वाचन आयोग का दायित्व सौंपा गया है। वहीं डॉ. प्रियंका शुक्ला (IAS 2009) को स्वास्थ्य विभाग से ट्रांसफर करते हुए आयुक्त, समग्र शिक्षा बनाया गया है। इसके साथ ही उन्हें पाठ्यपुस्तक निगम का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। इसके अलावा किरण कौशल (IAS 2009) को प्रबंध संचालक, मार्कफेड से ट्रांसफर कर मंत्रालय में सचिव के पद पर पदस्थ किया गया है। पदुम सिंह एल्मा को बेवरेजेस कॉर्पोरेशन का अतिरिक्त प्रभार पदुम सिंह एल्मा (IAS 2010) को MD, CSMCL (छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड) पदस्थ किया गया है। इसके साथ ही बेवरेजेस कॉर्पोरेशन का भी अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। उनके कार्यभार ग्रहण करते ही इस पद को भी प्रवर श्रेणी वेतनमान के समकक्ष घोषित किया गया है। वहीं 2011 बैच के IAS संजीव कुमार झा को संचालक, स्वास्थ्य सेवाएं बनाया गया है और राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। 2012 बैच के IAS जितेन्द्र कुमार शुक्ला को मार्कफेड का MD बनाया गया है। रितेश अग्रवाल को चिकित्सा शिक्षा का अतिरिक्त प्रभार रितेश अग्रवाल (IAS 2012) को आयुक्त, चिकित्सा शिक्षा का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। इसके अलावा इफ्फत आरा, संतन देवी जांगड़े, सुखनाथ अहिरवार, डॉ. रेणुका श्रीवास्तव, रीता यादव और लोकेश कुमार भी नई जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। जानिए अब कौन किस पद की संभालेगा जिम्मेदारी-
गोरखपुर सिविल एयरपोर्ट में विमानन संरक्षा जागरूकता सप्ताह के तहत गुरुवार को हॉट फायर ड्रिल और अग्निशमन प्रशिक्षण व्यवस्थित तरीके से संपन्न हुआ। यह ड्रिल एयरपोर्ट पर किसी भी आकस्मिक आपात स्थिति में त्वरित और मानक प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के उद्देश्य से आयोजित की गई। एयरलाइंस- सुरक्षा एजेंसियों ने की संयुक्त भागीदारी ड्रिल के दौरान वास्तविक आपदा जैसी स्थिति तैयार की गई, जिसमें आग लगने पर तत्काल नियंत्रण, बचाव और सुरक्षा मानकों की समीक्षा की गई। इंडिगो, स्पाइसजेट, अकासा एयर, एलायंस एयर, विमान, स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स तथा भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) के अधिकारियों और कर्मचारियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। प्रतिभागियों को आधुनिक अग्निशमन उपकरणों के उपयोग और मानक प्रक्रिया के अनुसार रिस्पॉन्स देने का अभ्यास कराया गया। एयरपोर्ट डायरेक्टर ने सुरक्षा को बताया सर्वोच्च प्राथमिकता विमानपत्तन निदेशक संजय कुमार ने कहा कि एयरपोर्ट की सुरक्षा किसी भी परिस्थिति में सर्वोपरि है। उन्होंने बताया कि अग्नि दुर्घटनाओं से बचाव के लिए सभी उपकरणों, वाहनों और संसाधनों का तय मानक के अनुसार नियमित मेंटेनेंस अनिवार्य है। उन्होंने सभी विभागों को अधिक सतर्कता और बेहतर समन्वय के साथ काम करने के निर्देश दिए, ताकि किसी भी स्थिति में प्रतिक्रिया में देरी न हो। फायर सुपरिंटेंडेंट ने कराया प्रैक्टिकल प्रशिक्षण हॉट फायर ड्रिल और अग्निशमन प्रशिक्षण का पूरा संचालन फायर सुपरिंटेंडेंट मुबारक अली ने किया। उन्होंने टीमों को आग पर नियंत्रण की तकनीकों, सुरक्षा दूरी, उपकरण संचालन और इमरजेंसी प्रोटोकॉल की विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान प्रभारी प्रचालन विजय कुमार सहित सभी अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे और सक्रिय रूप से प्रशिक्षण में हिस्सा लिया।
नाले के अधूरा काम बना सिरदर्द:धरणीधर चौराहे पर क्षेत्रवासियों का धरना, सड़क सुधार की मांग तेज
शहर के महेशपुरम से मधुवन और निंबाहेड़ा रोड को जोड़ने वाली मुख्य सड़क की बेहद खराब स्थिति को लेकर गुरुवार को क्षेत्रवासियों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। धरणीधर चौराहे से निंबाहेड़ा रोड तक सड़क पर जगह-जगह गड्ढे, सीवरेज का गंदा पानी और कीचड़ जमा होने से लोगों का आना-जाना दूभर हो गया है। नाराज़ लोगों ने धरणीधर चौराहे पर एक घंटे तक धरना दिया और चेतावनी दी कि यदि जल्द सुधार नहीं हुआ तो वे वहीं अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ जाएंगी। दो साल पहले हुआ अधूरा सीवरेज काम बना परेशानी की जड़ स्थानीय लोगों के अनुसार, करीब दो साल पहले यहां सीवरेज का काम शुरू किया गया था। लेकिन ठेकेदार ने सड़क को बिना सही तरीके से बहाल किए छोड़ दिया। सीवरेज पाइप लाइन भी ठीक से नहीं बिछाई गई। कई स्थानों से गंदा पानी रिस रहा है, जो सड़क पर फैलकर कीचड़ का रूप ले चुका है। बारिश के दिनों में स्थिति और भी बदतर हो जाती है, जिससे क्षेत्रवासी बेहद परेशान हैं। अधूरा पड़ा नाला, सड़क पर जमा हो रहा सारा पानी निवासियों का आरोप है कि जब नगर परिषद में कांग्रेस का बोर्ड था, तब इस रोड के लिए नाला निर्माण की योजना बनी थी। यह नाला महेशपुरम से आगे निकलकर बारिश और सीवरेज का पानी सड़क पर जमा होने से रोकता। लेकिन काम आधा छोड़ दिया गया। लोगों का कहना है कि उस समय वार्ड में कांग्रेस का पार्षद था, और पार्षद ने नाले का काम पूरा नहीं किया। नतीजतन पूरा पानी सड़क पर फैलकर सड़क तोड़ रहा है। सीवरेज की लीकेज ने हालत और खराब कर दी है। एक ही मुद्दे पर दो राय—कौन जिम्मेदार? आज पार्षद पूरी गलती नगर परिषद की बता रहे हैं, जबकि कई लोगों का कहना है कि जब कांग्रेस का बोर्ड और उनका ही पार्षद था, तब सुधार क्यों नहीं हुआ? स्थानीय स्तर पर भी पार्षद द्वारा नाला बनने न देने का आरोप लगाया जा रहा है। क्षेत्रवासी कहते हैं कि सड़क और सीवरेज दोनों जगह आधा-अधूरा काम हुआ और इसका खामियाजा लोग आज तक भुगत रहे हैं। महिलाओं का नेतृत्व—गुस्सा और नाराज़गी सड़क पर धरने में कई महिलाएं सक्रिय रूप से शामिल हुईं। इनमें प्रियंका गुर्जर, निर्मला धाकड़, इंद्रा हेडा, कंचन संचेती, सुशीला सुथार, ऋतु बोलिया, नीतू उपाध्याय और गुनगुन संचेती शामिल रहीं। महिलाओं ने कहा कि निंबाहेड़ा और उदयपुर जाने वाले भी इसी मार्ग का उपयोग करते हैं। ऐसे में रोज सैकड़ों वाहन इस रास्ते से गुजरते हैं और खराब सड़क के कारण हादसे का खतरा बना रहता है। धरना और बढ़ता विवाद—पार्षद प्रतिनिधि भी मौके पर पहुंचे धरने में पार्षद प्रतिनिधि मनोहर मेनारिया खुद शामिल थे। बाद में पूर्व कांग्रेस विधायक पहुंचे और लोगों को समझाकर धरना खत्म करवाया। लेकिन आरोप है कि पार्षद आज धरने पर बैठे है जबकि उनके रहते इस सड़क को ठीक नहीं किया गया और ना ही वो नाला बनने दिया, जिसका फायदा क्षेत्र वासियों को हो सकता था। पानी निकासी के बिना सड़क बनेगी तो फिर टूटेगी—JEN भरत जेईएन भरत जाट ने बताया कि सीवरेज लाइन का WMM रेस्टोरेशन हो चुका है, लेकिन मुख्य समस्या नाले की अनुपस्थिति है। उन्होंने कहा कि धरणीधर चौराहे के आगे लगभग 600 मीटर का नाला अधूरा पड़ा है। यदि बिना नाला बनाए सड़क बना भी दी जाए तो पूरा पानी फिर सड़क पर आएगा और कुछ ही समय में फिर डैमेज हो जाएगी। इसलिए पहले नाला बनना जरूरी है। उन्होंने बताया कि नाला निर्माण के लिए नया एस्टीमेट तैयार किया जा रहा है और दो दिन पहले ही इसे आगे बढ़ाने के निर्देश मिले हैं। महेशपुरम की तरफ का नाला बना, बीच का हिस्सा बाकी—अब जल्द होगा काम अधिकारियों ने बताया कि महेशपुरम तरफ का नाला बना हुआ है, लेकिन आगे का हिस्सा अधूरा है। यह अधूरापन ही पूरे इलाके की समस्या का कारण है। अब नया एस्टीमेट तैयार होने के बाद नाला और सड़क दोनों का काम साथ-साथ करवाने की योजना बनाई जा रही है, ताकि सड़क लंबे समय तक ठीक स्थिति में बनी रहे।
बैतूल-सारणी हाईवे पर दो बाइकों की भिड़ंत:किशोर समेत दो जनों की जान गई; दंपती गंभीर घायल
बैतूल-सारणी स्टेट हाईवे पर रानीपुर और डैम जोड़ के बीच गुरुवार देर रात एक सड़क हादसा हो गया। इस दुर्घटना में दो लोगों की मौके पर मौत हो गई, जबकि एक दंपती गंभीर घायल हो गया। मृतकों में एक 16 वर्षीय किशोर और एक युवक शामिल हैं। जानकारी के अनुसार, बांका शाहपुर से खोखरा जा रहे सुखलाल पांसे अपनी पत्नी संतो पांसे और जवाई राजेश काजले (32), निवासी कांटा वाड़ी, के साथ एक बाइक पर सवार थे। आम ढाना के पास पेट्रोल पंप के सामने उनकी बाइक सामने से आ रही दूसरी बाइक से टकरा गई। दूसरी बाइक पर कुही निवासी पीयूष उईके (16) सवार था, जो बैतूल से अपने घर लौट रहा था। किशोर ने मौके पर ही तोड़ा दमटक्कर इतनी भीषण थी कि पीयूष उईके की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, राजेश काजले ने घोड़ाडोंगरी ले जाते समय दम तोड़ दिया। हादसे में सुखलाल पांसे और उनकी पत्नी संतो पांसे गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना की सूचना मिलते ही रानीपुर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शवों को घोड़ाडोंगरी सीएचसी भिजवाया, जहां सुबह उनका पोस्टमॉर्टम किया जाएगा। हादसे के बाद बैतूल-सारणी मार्ग पर कुछ समय के लिए जाम लग गया था, जिसे पुलिस ने मौके पर पहुंचकर नियंत्रित किया। रानीपुर थाना प्रभारी अरविंद कुमरे ने बताया कि मृतकों के परिजनों को सूचना दे दी गई है। पुलिस ने दोनों मामलों में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
राणा सांगा बयान मामला: एमपी-एमएलए कोर्ट में सुनवाई टली, अगली तारीख 5 दिसंबर आगरा। राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन के विवादित राणा सांगा बयान से जुड़े सिविल रिवीजन केस की सुनवाई बुधवार को एमपी/एमएलए कोर्ट (एडीजे-19), आगरा में हुई। अदालत में विपक्षी संख्या-1 अखिलेश यादव की ओर से अधिवक्ता रईसुद्दीन उपस्थित हुए, जबकि विपक्षी संख्या-2 रामजी लाल सुमन एक बार फिर कोर्ट में पेश नहीं हुए। कोर्ट ने सुमन को दोबारा नोटिस जारी करने के आदेश दिए हैं और मामले की मूल पत्रावली तलब करते हुए अगली सुनवाई की तारीख 5 दिसंबर 2025 निर्धारित की है। यह मामला 21 मार्च 2025 से शुरू हुए उस विवाद से जुड़ा है, जब राज्यसभा में चर्चा के दौरान रामजी लाल सुमन ने 16वीं सदी के राजपूत शासक राणा सांगा को “गद्दार” बताया था। उन्होंने यह भी कहा था कि राणा सांगा ने बाबर को भारत बुलाने में मदद की थी, ताकि इब्राहिम लोदी को हराया जा सके। सुमन ने बाद में स्पष्ट किया था कि यह उनका निजी विचार नहीं बल्कि एक ऐतिहासिक व्याख्या है। इस बयान के बाद देशभर में विरोध शुरू हो गया। कई राजपूत संगठनों और हिंदू संगठनों, विशेष रूप से करणी सेना ने तीखी प्रतिक्रिया दी। 26 मार्च 2025 को आगरा में कथित तौर पर करणी सेना समर्थकों ने रामजी लाल सुमन के आवास के बाहर हंगामा किया, जिसमें कुछ वाहनों और संपत्ति को नुकसान पहुंचा। इसके बाद सुमन ने अपनी सुरक्षा बढ़ाने की मांग की थी। विवाद के बाद सुमन के खिलाफ कई याचिकाएं दाखिल की गईं। आगरा सिविल कोर्ट में पहला वाद 18 अप्रैल 2025 को खारिज हो गया था। इसी तरह 20 मई 2025 को हाथरस की एमपी-एमएलए कोर्ट ने भी याचिका यह कहते हुए खारिज कर दी कि संसद के भीतर दिया गया बयान संसदीय विशेषाधिकार के तहत आता है। इसके बाद वादी पक्ष ने रिवीजन दाखिल किया, जिस पर अब आगरा की एमपी/एमएलए कोर्ट में सुनवाई चल रही है। फिलहाल मामला कानून के साथ-साथ सामाजिक और राजनीतिक बहस का मुद्दा भी बना हुआ है। अब सभी की निगाहें 5 दिसंबर 2025 की अगली सुनवाई पर टिकी हैं, जहां अदालत आगे की कार्रवाई तय करेगी।
शेखपुरा के कोरमा थाना पुलिस ने गुरुवार को लंबे समय से फरार दो आरोपियों को अरेस्ट किया है। इन पर दलित उत्पीड़न और मारपीट के अलग-अलग मामलों में तलाश थी। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मेहुस पंचायत के कुरौनी गांव निवासी सच्चिदानंद सिंह के पुत्र विनय सिंह उर्फ विनय रंजन और मुरवरिया गांव निवासी विष्णुदेव राम के पुत्र महेंद्र राम के रूप में हुई है। पुलिस और कोर्ट को इनकी तलाश कई वर्षों से थी। महेंद्र राम हाल ही में दूसरे राज्य से लौटा था घर छापामारी का नेतृत्व कोरमा थाना अध्यक्ष सह पुलिस सब इंस्पेक्टर मुरारी कुमार ने किया। थाना अध्यक्ष ने बताया कि विनय सिंह दलित उत्पीड़न के एक मामले में वर्ष 2018 से फरार चल रहा था। इसी तरह, मुड़वरिया गांव में भूमि विवाद को लेकर हुई मारपीट की घटना में पांच वर्षों से फरार महेंद्र राम को भी पुलिस ने उसके गांव से गिरफ्तार किया गया। महेंद्र राम हाल ही में दूसरे राज्य से अपने घर लौटा था। थाना अध्यक्ष ने बताया कि इनकी गिरफ्तारी न होने पर स्थानीय कोर्ट ने दोनों के विरुद्ध गैर जमानतीय वारंट जारी किए थे। इसी के आलोक में उन्हें गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार दोनों आरोपियों को शेखपुरा जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने यह भी बताया कि इन मामलों में शामिल अन्य फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।
लखनऊ के इंदिरा नगर थाना क्षेत्र के खुर्रमनगर में एक युवक का अज्ञात कार सवारों ने अपहरण कर लिया। युवक अपने दोस्त के साथ घूमने निकला था। सीमैप के पास अज्ञात कार सवारों ने उसे किडनैप कर लिया। पुलिस मुकदमा दर्ज करके जांच कर रही है। अवरार नगर ढलान के पास रहने वाली आयसा पत्नी फुरकान ने बताया- उनके पति फुरकान मेकेनिक का काम करते हैं। बुधवार शाम अपने दोस्त रितेश के साथ शाम करीब 7:30 बजे सीमैप की तरफ जा रहे थे। युवक को गाड़ी में डालकर ले गए रास्ते में किसी बात को लेकर उनकी अज्ञात कार सवार युवकों से कहासुनी हो गई। इस दौरान कार सवार लोगों ने फुरकान को जबरन अपनी गाड़ी में बैठा लिया और मौके से फरार हो गए। घटना की जानकारी फुरकान के दोस्त रितेश ने घर पहुंचकर आयसा को दी। पुलिस मनी एंगल की कर रही जांच आयसा के मुताबिक फुरकान का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है। परिजन बेहद परेशान हैं और पुलिस से उनके पति को जल्द ढूंढने की गुहार लगाई है। मामले में इंस्पेक्टर इंदिरा नगर सुनील सिंह ने बताया कि सीसीटीवी की मदद से तलाश की जा रही है। हालांकि जांच में पत्नी से विवाद की बात भी सामने आया है। ऐसे में दोनों एंगल पर जांच चल रही है।
रायसेन के गौहरगंज में 6 साल की बच्ची से दरिंदगी के आरोपी सलमान की गिरफ्तारी न होने पर अब जनआक्रोश तेजी से बढ़ने लगा है। हिंदू उत्सव समिति और संस्कृति बचाओ मंच ने पुलिस प्रशासन को अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि 4 दिन के अंदर आरोपी गिरफ्तार नहीं हुआ तो भोपाल बंद कराया जाएगा। हिंदू उत्सव समिति के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने कहा- 'हम अब और इंतजार नहीं करेंगे। ऐसी घटनाओं को हिंदू समाज कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। अगर आरोपी को पकड़कर कड़ी सजा नहीं दी गई, तो हमें सड़क पर उतरकर राजधानी को पूरी तरह बंद करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि बच्ची को न्याय दिलाने की लड़ाई अब पूरे समाज की लड़ाई बन चुकी है और लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। करणी सेना की एंट्री, इनाम का ऐलान घटना को लेकर क्षत्रिय करणी सेना मध्यप्रदेश भी पूरी तरह सक्रिय हो गई है। संगठन के कार्यवाहक अध्यक्ष आशु सिंह ने आरोपी की गिरफ्तारी पर ₹11,000 का इनाम घोषित किया। उन्होंने कहा जो भी व्यक्ति या पुलिस अधिकारी सलमान को पकड़कर 24 घंटे के भीतर पुलिस के सामने पेश करेगा, उसे नगद पुरस्कार और सम्मान दिया जाएगा। आशु सिंह ने मांग की कि ऐसे अपराधियों पर तुरंत फांसी या पुलिस एनकाउंटर जैसे कड़े दंड का प्रावधान हो, ताकि आने वाले समय में कोई भी नाबालिग के साथ ऐसी दरिंदगी करने की हिम्मत न जुटा सके।संगठन का एक प्रतिनिधिमंडल पीड़ित परिवार से मुलाकात कर सहायता भी प्रदान करेगा। गौहरगंज व आसपास में तनाव का माहौल बच्ची से हुई दरिंदगी के बाद से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। बीते तीन दिनों से धरना जारी है और आरोपी की गिरफ्तारी की मांग तेज होती जा रही है। कई सामाजिक संगठन भी आंदोलन में शामिल हो गए हैं। लोगों की मांग है- गिरफ्तारी हो या फिर एनकाउंटर। स्थानीय लोगों का कहना है कि आरोपी सलमान को जल्द से जल्द पकड़कर कड़ी सजा दी जाए। लोगों का यह भी आरोप है कि जिला बदर रहने के बावजूद आरोपी गांव में किराए से रह रहा था, जो प्रशासनिक चूक है। ये खबर भी पढ़ें... 'पापा...जो अंकल घर आए थे, वही जंगल ले गए' बिटिया घर के सामने वाले रास्ते से लड़खड़ाती हुई आ रही थी। पूरी खून से लथपथ थी। मुझे देखते ही घबराहट में 'पापा' कहकर लिपट गई। बस इतना ही कह पाई कि जो अंकल घर आए थे, वही मुझे जंगल में ले गए। कहते-कहते उसकी आवाज टूट गई और वह मेरे ही हाथों में बेहोश होकर गिर पड़ी। पूरी खबर पढ़ें...
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के वर्क सर्कल-8 में कार्यरत तकनीकी सुपरवाइजर दीपक सिंह ने राजनीतिक दबाव और मानसिक उत्पीड़न से परेशान होकर अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उनका इस्तीफा पत्र सामने आते ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे प्राधिकरण में हड़कंप मचा है। दीपक ने पत्र में लिखा है कि कुछ राजनीतिक और असामाजिक तत्व उन पर गलत कार्यों का दबाव बना रहे थे। इनकार करने पर उन्हें नौकरी से निकालने और घर में भैंस बांधने तक की धमकियां दी गईं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पिछले पांच दिनों से उन्हें प्राधिकरण के ही कुछ अधिकारी और कर्मचारी लगातार प्रताड़ित कर रहे थे। मामले के बाद वरिष्ठ अधिकारी मौन हैं, जबकि सहकर्मियों ने पुष्टि की है कि पत्र दीपक ने ही लिखा। बोले- गलत काम करने का दबाव बनाया दीपक सिंह, जो एटा जिले के निवासी हैं, ने बताया कि वे हमेशा प्राधिकरण के हित में कार्य करते रहे, लेकिन गलत काम करने के लिए उन पर लगातार दबाव बनाया गया। कथित तौर पर स्वयं को विधायक प्रतिनिधि बताने वाला एक व्यक्ति फोन पर उन्हें धमकाता था। दीपक के अनुसार, पांच दिनों से स्थिति असहनीय हो गई और कुछ अधिकारी-कर्मचारी भी प्रताड़ना में शामिल थे। सहकर्मियों का कहना है कि दीपक कई दिनों से मानसिक तनाव में थे और बार-बार धमकियों की शिकायत कर रहे थे। सोशल मीडिया पर इस्तीफा वायरल होने के बाद प्राधिकरण में चर्चा तेज है। हालांकि, वरिष्ठ अधिकारियों ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। दीपक ने अपना फोन बंद कर लिया है और मीडिया से बात करने से इनकार किया है। पत्र में लगाया उत्पीड़न का आरोप इस्तीफा पत्र में दीपक सिंह ने लिखा है कि वे प्राधिकरण के हित में ईमानदारी से कार्य करते रहे, लेकिन कुछ राजनीतिक और असामाजिक तत्व लगातार उन पर गलत काम करने का दबाव बना रहे थे। गलत कार्य से इनकार करने पर उन्हें नौकरी से निकाल देने की धमकी दी गई और वर्क सर्कल के वॉट्सऐप ग्रुप में घर के अंदर भैंस बांधने तक की धमकी दी गई। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि पिछले पांच दिनों से उन्हें अत्यधिक मानसिक उत्पीड़न झेलना पड़ रहा है, जिसमें प्राधिकरण के कुछ अधिकारी और कर्मचारी भी शामिल हैं। लगातार बढ़ रही धमकियों और दबाव के कारण वे अपनी नौकरी जारी नहीं रख पा रहे हैं, इसलिए मजबूर होकर इस्तीफा दे रहे हैं। पत्र में यह भी बताया गया कि फोन पर धमकी देने वाला व्यक्ति खुद को विधायक प्रतिनिधि बताकर दबाव डालता था।
कृष्णाब्रह्म थाना क्षेत्र के लेवाड़ गांव के पास 25 नवंबर की सुबह झाड़ियों में एक युवक का शव मिला। मृतक की पहचान बड़का ढ़काइच गांव निवासी 22-23 वर्षीय नारायण दुबे के रूप में हुई है। शव एनएच किनारे मिला था और उसके चेहरे पर चोट के निशान थे, जिससे घटना संदिग्ध लग रही है। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की युवक के मामा अमरेश, जो सिमरी थाना क्षेत्र के डुमरी गांव के रहने वाले हैं, ने नारायण की मौत को हत्या बताते हुए पुलिस को आवेदन दिया। परिवार की शिकायत के आधार पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। युवक 24 नवंबर की रात शादी समारोह में गया था परिजनों के अनुसार, नारायण 24 नवंबर की रात एक शादी समारोह में शामिल होने गया था। वहां से लौटने के बाद वह अपने दादा के लिए भोजन लेने घर से निकला था, जिसके बाद से वह लापता हो गया। देर रात वह लेवाड़ गांव के पास कैसे पहुंचा, यह पुलिस और परिवार दोनों के लिए एक बड़ा सवाल है। मोबाइल लोकेशन, कॉल डिटेल रिकॉर्ड के आधार पर हो रही जांच पुलिस इस मामले में तकनीकी साक्ष्यों का सहारा ले रही है। नारायण के अंतिम मोबाइल लोकेशन, कॉल डिटेल रिकॉर्ड और आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है। साथ ही, घटनाक्रम की कड़ियों को जोड़ने के लिए आसपास के लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जिस जगह शव मिला, वहां अक्सर नशेड़ी लोगों का आना-जाना रहता है। हालांकि, पुलिस का मानना है कि इस आधार पर हत्या की वजह या आरोपी को चिन्हित करना जल्दबाजी होगी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और अन्य जुटाए जा रहे प्रमाणों के आधार पर ही मौत का असल कारण स्पष्ट हो पाएगा। गांव और परिवार में इस घटना को लेकर चिंता और आक्रोश है।
रायसेन जिले में खनिज विभाग और राजस्व विभाग ने अवैध उत्खनन के खिलाफ गुरुवार शाम को बड़ी कार्रवाई की है। ग्राम कानपोहरा के खसरा नंबर 7 पर संयुक्त कार्रवाई करते हुए सैंडस्टोन फ्लैग स्टोन का अवैध उत्खनन कर बनाए जा रहे फर्शी पत्थर को नष्ट किया गया। मौके पर करीब 15 से 20 गाड़ी अवैध उत्खनित सामग्री मिली, जिसकी मात्रा करीब 300 घन मीटर थी। इस सामग्री को जेसीबी मशीन की सहायता से विनष्टीकरण किया गया। कार्रवाई के दौरान, अमले को आता देख स्थल पर काम कर रहे मजदूर मौके से भाग गए। इसके अतिरिक्त, भेदनेर के पास से फ्लैग स्टोन से भरी एक ट्रैक्टर-ट्रॉली भी जब्त की गई। इस ट्रॉली में लगभग 3 घन मीटर फर्शी पत्थर भरा हुआ था। जब्त की गई ट्रैक्टर-ट्रॉली को कोतवाली थाने की अभिरक्षा में खड़ा किया गया है। कार्रवाई कलेक्टर ओर जिला खनिज अधिकारी के निर्देशन में की गई। इस दौरान एसडीएम मनीष शर्मा, खनिज अधिकारी महेंद्र पटेल, तहसीलदार भारत मंडले, सहायक खनिज अधिकारी सुमित गुप्ता, खनिज निरीक्षक अर्चना ताम्रकार, रेवेन्यू इंस्पेक्टर, पटवारी और ग्राम कोटवार सहित अन्य अमला मौजूद रहा।
कपूरथला की पॉश कॉलोनी अर्बन स्टेट में एक घर में चोरी की घटना सामने आई है। चोर लाखों रुपए के गहने और नकदी लेकर फरार हो गए। सूचना मिलते ही सिटी थाना पुलिस टीम मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार, पीड़ित सुखदेव सिंह, जो रेल कोच फैक्ट्री में कार्यरत हैं, और उनकी पत्नी परमजीत कौर, जो एक सरकारी स्कूल में शिक्षिका हैं, घटना के दिन घर को ताला लगाकर अपनी ड्यूटी पर गए थे। उनके दोनों बच्चे विदेश में रहते हैं। शाम को जब वे घर लौटे, तो उन्होंने देखा कि मुख्य दरवाजे का ताला टूटा हुआ था। अलमारियों के ताले भी टूटे घर के अंदर कमरों में रखी अलमारियों के ताले भी टूटे हुए थे और सारा सामान बिखरा पड़ा था। प्राथमिक जांच के बाद पीड़ित ने बताया कि लगभग लाखों रुपए के सोने के गहने और 3.5 लाख रुपए की नकदी चोरी हुई है, जो अलमारी में रखे हुए थे। पीड़ित ने पुलिस को बताया कि उनकी पत्नी ने अलमारी में ढाई तोले की सोने की चेन, डेढ़ तोले का सोने का कड़ा, 6-6 ग्राम की सोने की चार अंगूठियां, डेढ़ तोले का सोने का लॉकेट, 6-6 ग्राम सोने के तीन जोड़ी टॉप्स, एक डायमंड रिंग और साढ़े तीन लाख रुपए एक बैग में संभाल कर रखे थे। अज्ञात चोरों ने अलमारी का ताला तोड़कर इन सभी गहनों और नकदी को चुरा लिया। मामले की जांच कर रही पुलिस सिटी थाना एसएचओ अमनदीप नाहर ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि पीड़ित सुखदेव सिंह की शिकायत पर अज्ञात चोरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। पुलिस घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है और जल्द ही आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) की ओर से किए गए पुनर्मूल्यांकन में ए+ ग्रेड हासिल किया है। नैक की ओर से गुरुवार को नैक ग्रेडिंग की सूचना विश्वविद्यालय को प्राप्त हुई। कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव की अध्यक्षता में शाम को चले कायाकल्प कार्यक्रम में विश्वविद्यालय स्टाफ को यह जानकारी कुलपति ने खुद दी। इविवि को इससे पहले बी++ ही ग्रेड प्राप्त था। 13 अक्टूबर को हुआ था नैक टीम का दौरा इलाहाबाद विश्वविद्यालय की गुणवत्ता यात्रा में एक महत्वपूर्ण मोड़ के रूप में 13 अक्टूबर को नैक पीयर टीम का पुनः दौरा हुआ। एक प्रतिष्ठित केंद्रीय विश्वविद्यालय के वरिष्ठ कुलपति और अनुभवी वरिष्ठ शिक्षाविदों की टीम ने इस विश्वविद्यालय के शैक्षणिक कार्यक्रमों, शोध उत्पादन, संचालन व्यवस्था एवं सुशासन संरचनाओं की विस्तृत समीक्षा की थी। इसमें यह उपलब्धि हासिल हुई। यह उपलब्धि उस प्रारंभिक नैक मूल्यांकन के बाद आई है, जो 27 से 29 मई 2025 के बीच हुआ था और जिसमें विश्वविद्यालय को ए ग्रेड प्राप्त हुआ था। हालांकि वह उपलब्धि प्रशंसनीय थी, लेकिन विश्वविद्यालय नेतृत्व ने इसे एक शुरुआती चरण माना, न कि अंतिम लक्ष्य। संभावनाओं को और साकार करने की दृढ़ इच्छा से नैक ने तुरंत पुनर्मूल्यांकन को के लिए आवेदन किया और लक्षित सुधारों में संसाधन लगाए। बोलीं, कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव इस उपलब्धि पर इविवि की कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव ने कहा कि ए-ग्रेड एक मजबूत आधार था, पर हमारा लक्ष्य उससे आगे था। यह पुनर्मूल्यांकन केवल प्रक्रिया नहीं थी, बल्कि वैश्विक मानकों के अनुरूप स्वयं को ढालने का हमारा संकल्प था। इस सफलता के पीछे इविवि के आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (आईक्यूएसी) और नैक रिपोर्ट तैयार करने वाली समिति का अथक परिश्रम रहा। प्रो. मनोज कुमार की अध्यक्षता में समिति ने विस्तृत रूप से सेल्फ स्टडी रिपोर्ट (एसएसआर) तैयार की, डेटा का सत्यापन किया, हितधारकों से संवाद किया और मॉक मूल्यांकन आयोजित किए। पाठ्यक्रम नवाचार, शोध पारिस्थितिकी, समावेशन प्रयासों, डिजिटल अवसंरचना आदि हर पहलू की समीक्षा कर उसमें सुधार किया गया। प्रो. कुमार के नेतृत्व ने फीडबैक प्रणालियों को सहजता से एकीकृत करते हुए चुनौतियों को विकास के अवसरों में बदला।
खगड़िया के गंगौर थाना क्षेत्र अंतर्गत रानी शंकर पुरा गांव में गुरुवार को पुलिस ने अवैध शराब कारोबार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। बड़ी पसिखाना मोहल्ले में छापेमारी के दौरान पुलिस टीम ने सीता देवी, पति उपेंद्र चौधरी के घर से लगभग 80 लीटर कच्चा शराब बरामद किया। इसे मौके पर ही नष्ट कर दिया गया। यह कार्रवाई शराबबंदी कानून के तहत चलाए जा रहे विशेष अभियान का हिस्सा थी। तलाशी के दौरान शराब बनाने का मिला सामान सूचना मिलने पर गंगौर थाना अध्यक्ष श्याम सुन्दर पासवान के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई। टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए संबंधित घर की तलाशी ली। तलाशी के दौरान शराब निर्माण में प्रयुक्त सामग्री और भारी मात्रा में कच्चा शराब बरामद हुआ। अवैध कारोबारियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई जारी रहेगी थाना अध्यक्ष श्याम सुन्दर पासवान ने बताया कि अवैध शराब का धंधा सामाजिक संरचना को नुकसान पहुंचा रहा है। प्रशासन इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने चेतावनी दी कि जो भी व्यक्ति अवैध शराब बनाने, बेचने या इसके परिवहन में पकड़ा जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पासवान ने यह भी स्पष्ट किया कि शराबबंदी कानून के प्रभावी पालन के लिए पुलिस लगातार अभियान चला रही है। इसी क्रम में कई स्थानों पर छापेमारी की जा रही है। आने वाले दिनों में भी यह कार्रवाई जारी रहेगी और इसे और तेज किया जाएगा। ग्रामीणों ने पुलिस की इस कार्रवाई का स्वागत किया है। स्थानीय लोगों के अनुसार, अवैध शराब के कारण गांव का माहौल प्रभावित हो रहा था। उनका मानना है कि पुलिस की सक्रियता से अब गांव में स्थिति में सुधार की उम्मीद है और कानून के प्रति जागरूकता भी बढ़ी है।
राजस्थान में पहली बार हो रहे खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में गुरुवार का दिन स्विमिंग स्टार भव्या सचदेवा के नाम रहा। जैन यूनिवर्सिटी की भव्या ने 800 मीटर फ्रीस्टाइल, 200 मीटर फ्रीस्टाइल और 4x100 मीटर मेडले रिले में गोल्ड मेडल जीतकर अपने कुल गोल्ड की संख्या सात कर ली। भव्या के प्रदर्शन ने जैन यूनिवर्सिटी को मेडल तालिका में मजबूती से शीर्ष पर पहुंचा दिया। जैन यूनिवर्सिटी के तैराकों ने अब तक 20 गोल्ड अपने नाम किए हैं। एलपीयू ने तीरंदाजी-शूटिंग में जीते चार गोल्ड लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (एलपीयू) और गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी दूसरे स्थान की होड़ में हैं। एलपीयू ने तीरंदाजी और शूटिंग में मिलाकर चार गोल्ड जीतकर गोल्ड की संख्या 13 कर ली, जबकि गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के पास 14 गोल्ड हैं। एलपीयू की अंशिका कुमारी और देवांग गुप्ता ने रिकर्व महिला और पुरुष फाइनल जीतकर दो-दो गोल्ड अपने नाम किए। टीम इवेंट में भी एलपीयू ने महिला और पुरुष दोनों वर्गों में गोल्ड पर कब्जा किया। हालांकि रिकर्व मिक्स्ड टीम फाइनल में एलपीयू को रानी दुर्गावती यूनिवर्सिटी ने टाईब्रेकर में हरा दिया। लोगेश्वरन एस ने 79 किग्रा कैटेगरी में उठाया कुल 305 किलो वजन पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल में मणिपाल यूनिवर्सिटी राजस्थान के यशवर्धन ने 252.7 के फाइनल स्कोर के साथ गेम्स का पहला गोल्ड जीता। 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल में एलपीयू के राजकंवर सिंह संधू ने 29 पॉइंट के साथ गोल्ड जीता। तिरुवल्लूर यूनिवर्सिटी के लोगेश्वरन एस ने 79 किलो कैटेगरी में कुल 305 किलो वजन उठाकर अपनी तीसरी मौजूदगी में पहला केआईयूजी गोल्ड जीता। पुरुषों की 88 किग्रा श्रेणी में देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी के परीक्षित सोनी ने 278 किलो उठाकर गोल्ड पर कब्जा किया। महिला टीम योगासन में पतंजलि यूनिवर्सिटी ने गोल्ड जीता। पुरुष टीम में पंजाब यूनिवर्सिटी 388.41 स्कोर के साथ टॉप पर रही। गेम्स के मल्टीपल इवेंट्स में गुरुवार को शानदार मुकाबले हुए और कई नए चैंपियन सामने आए। जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम और बीकानेर सहित कई वेन्यू पर खेलों का रोमांच दिनभर चरम पर रहा।
हाईकोर्ट ने जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (जेवीवीएनएल) पर एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। जस्टिस गणेशराम मीणा की अदालत ने महेश कुमार सैनी की याचिका पर यह आदेश दिया। अदालत ने कर्मचारी की बर्खास्तगी के खिलाफ विभागीय अपील पर 14 साल बाद भी फैसला नहीं होने पर नाराजगी जताते हुए एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया। कोर्ट ने कहा कि विभाग लंबे समय तक अपील लंबित रहने का पुख्ता कारण बताने में असमर्थ है। अपील पर एक महीने में निर्णय ले जेवीवीएनएल अदालत ने जेवीवीएनएल को याचिकाकर्ता की अपील पर एक माह में निर्णय लेने के निर्देश दिए। वहीं हर्जाना राशि दो सप्ताह में याचिकाकर्ता को देने को कहा है। इस मामले में अपील लंबित रहते कर्मचारी का निधन हो गया, जिससे पत्नी को विभागीय फैसले का इंतजार है। बेटे को अनुकंपा नियुक्ति नहीं मिल पा रही। साल 2009 में हुई थी बर्खास्तगीएडवोकेट हनुमान चौधरी ने कोर्ट को बताया कि प्रार्थी के पिता रामेश्वर प्रसाद जयपुर विद्युत वितरण निगम में कर्मचारी थे। मानसिक बीमारी के चलते अनुपस्थिति के कारण निगम ने 3 दिसंबर 2009 को बर्खास्त कर दिया। याचिकाकर्ता की मां ने वर्ष 2011 में बर्खास्तगी के खिलाफ विभागीय अपील की, जो अब तक लंबित है। इस बीच पिछले साल याचिकाकर्ता के पिता का निधन हो गया। अपील पर निर्णय नहीं होने से बर्खास्तगी आदेश लंबित है। ऐसे में याचिकाकर्ता को अनुकंपा नियुक्ति नहीं मिल पा रही। याचिका में अनुकंपा नियुक्ति दिलाने की गुहार की गई है।
सहारनपुर में थ्रेसर मशीन से मजदूर की मौत:उड़द निकालते समय चलती मशीन में कपड़ा फंसने से हुई दुर्घटना
सहारनपुर के गंगोह में थ्रेसर मशीन की चपेट में आने से एक मजदूर की मौत हो गई। यह घटना गुरुवार देर शाम बुड्ढाखेड़ा गंगोह बाईपास रोड स्थित एक खेत में हुई। मृतक की पहचान कोतवाली क्षेत्र के गांव खानपुर गुर्जर निवासी शराफत पुत्र मुदा के रूप में हुई है। शराफत अपने भाई के साथ थ्रेसर मशीन चलाने का काम करता था। घटना के समय शराफत अपने भाई के साथ खेत में उड़द निकालने का काम कर रहा था। मशीन चलते-चलते अचानक जाम हो गई, क्योंकि उसमें उड़द फंस गई थी। शराफत ने जाम खोलने के लिए चलती मशीन पर चढ़ने का प्रयास किया। इसी दौरान उसका एक कपड़ा मशीन के अंदर फंस गया। मशीन ने उसे अपनी ओर खींच लिया, जिससे उसका शरीर गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गया। शराफत की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद खेत में अफरा-तफरी मच गई। शराफत का भाई, जो मशीन चला रहा था, उसने गांव पहुंचकर घटना की सूचना दी। सूचना मिलते ही परिजन और ग्रामीण मौके पर पहुंचे। परिजनों के अनुसार, शराफत अपने परिवार का मुख्य कमाने वाला था और खेती-बाड़ी के मौसम में थ्रेसर मशीन चलाकर घर का खर्च चलाता था। परिजनों ने किसी भी कानूनी कार्रवाई से इनकार करते हुए शव को अपने साथ गांव ले गए। गांव में देर रात तक शोक का माहौल बना रहा।
उत्तर प्रदेश में शिक्षक संगठनों ने परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों को BLO ड्यूटी से मुक्त करने की मांग की है। उनका कहना है कि इससे बच्चों की परीक्षा तैयारी प्रभावित हो रही है और पठन-पाठन बाधित हो रहा है। संगठनों ने मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप करने की अपील की है। प्रदेश में 10 दिसंबर से परिषदीय विद्यालयों में होने वाली अर्द्धवार्षिक परीक्षाओं की तैयारी बीच शिक्षकों की बूथ लेवल आफिसर (BLO) ड्यूटी को लेकर शिक्षक संगठनों ने आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि BLO ड्यूटी से पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है और बच्चों की परीक्षा तैयारी पर बुरा असर पड़ रहा है। मुख्यमंत्री को पत्र भेजा उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विनय तिवारी और महामंत्री उमाशंकर सिंह ने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में कहा है कि कई जिलों में शिक्षकों को BLO के रूप में तैनात कर दिया गया है, जबकि शिक्षा अधिकार अधिनियम में स्पष्ट है कि शिक्षकों से गैर-शैक्षणिक कार्य नहीं लिए जाएंगे। संघ ने कहा कि ड्यूटी लगने से परिषदीय विद्यालयों में पढ़ाई बाधित है और परीक्षाओं से पहले बच्चों की तैयारी प्रभावित होना चिंता की बात है। संघ ने शिक्षकों को BLO ड्यूटी से तुरंत मुक्त करने की मांग की है। मृतक आश्रितों के लिए सरकारी नौकरी की मांग उत्तर प्रदेश बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने BLO से जुड़ी समस्याओं पर सरकार और चुनाव आयोग का ध्यान आकर्षित किया है। उन्होंने कहा- हाल में जिन बीएलओ के साथ घटनाएं हुई हैं, उनके परिजनों को सरकारी नौकरी दी जाए। चुनाव आयोग उनके परिवार को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करें। किसी भी BLO पर लक्ष्य पूरा करने का दबाव न बनाया जाए।
बलिया में रिसेप्शन पार्टी में आशीर्वाद के दौरान दूल्हा-दुल्हन के स्टेज से गिरने का वीडियो सामने आया है। रामलीला मैदान में आयोजित समारोह में वर-वधु को आशीर्वाद देने के लिए बीजेपी जिलाध्यक्ष, पूर्व सांसद और विधायक प्रतिनिधि समेत तमाम नेता पहुंचे थे। सभी एक साथ वर-वधु को आशीर्वाद देने के लिए स्टेज पर चढ़ गए। वजन ज्यादा पड़ने से स्टेज टूट गया। वर-वधु समेत सभी लोग स्टेज से नीचे गिर गए। हालांकि किसी को गंभीर चोट नहीं आई। दूल्हा-दुल्हन भी सुरक्षित हैं। घटना बुधवार की है। वीडियो गुरुवार को सामने आया है। अब जानिए पूरा मामला... शहर के रामलीला मैदान में बुधवार को बीजेपी नेता अभिषेक सिंह इंजीनियर के भाई का रिसेप्शन था। रिसेप्शन में बीजेपी के तमाम नेताओं को निमंत्रण दिया गया था। वर-वधु स्टेज पर बैठे हुए थे। इसी दौरान स्टेज पर बीजेपी के जिलाध्यक्ष संजय मिश्र, बलिया लोकसभा से पूर्व सांसद भरत सिंह, बांसडीह विधायक केतकी सिंह के प्रतिनिधि विश्राम सिंह और बीजेपी के पूर्व जिला महामंत्री सुरजीत सिंह समेत कई बीजेपी नेता वर-वधु को आशीर्वाद देने के लिए स्टेज पर चढ़े। बीजेपी नेता अभिषेक सिंह इंजीनियर के भाई ने सभी का पैर छूकर आशीर्वाद लिया। इसके बाद सभी लोग वर-वधु को आशीर्वाद देने के लिए उनके पास गए, लेकिन तभी स्टेज ही टूट गया। स्टेज के टूटते ही वर-वधु समेत बीजेपी जिलाध्यक्ष संजय मिश्र, पूर्व सांसद भरत सिंह, बांसडीह विधायक प्रतिनिधि विश्राम सिंह और बीजेपी के पूर्व जिला महामंत्री सुरजीत सिंह नीचे गिर गए। स्टेज पर चढ़ गए अधिक लोग सभी को वहां से निकाला गया। हालांकि संयोग अच्छा था कि किसी को गंभीर चोट नहीं आई। हादसे को लेकर बीजेपी जिलाध्यक्ष संजय मिश्र ने बताया- मंच कमजोर था। आशीर्वाद देने के लिए अवश्यकता से अधिक लोग मंच पर चढ़ गए, जिसकी वजह से मंच टूट गया। एक कार्यकर्ता को हल्की चोटें आई है। बाकी संयोग अच्छा रहा कि किसी को भी गंभीर चोट नहीं आई। दूल्हा-दुल्हन सुरक्षित हैं --------------------- ये खबर भी पढ़ें.... रील बनाने पर माफिया अतीक के छोटे बेटे पर FIR:गाना बजाया था- तूफान और हम जब भी आते हैं... फाड़ के जाते हैं प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद के सबसे छोटे बेटे अबान अहमद (20) पर पहला मुकदमा दर्ज हुआ है। भड़काऊ REEL को लेकर बुधवार देर रात धूमनगंज थाने में केस दर्ज किया गया। दरअसल, एक शादी समारोह में शामिल हुए अबान का एक भड़काऊ वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया। इसमें एक धमकी भरा डायलॉग भी जोड़ा गया। रील के बैकग्राउंड में एक गाना लगाया गया। पढ़ें पूरी खबर...
रामायण मेला समिति, अयोध्या द्वारा 44वें रामायण मेले के सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ चीफ कमिश्नर इनकम टैक्स डॉ. शिखा दरबारी ने दीप प्रज्वलन कर किया। इस अवसर पर समिति के संरक्षक जगतगुरु रामानुजाचार्य स्वामी राघवाचार्य ने उन्हें पुष्प कुछ देकर आभार प्रकट किया। रामायण मेले के सांस्कृतिक संध्या में ॐ प्रकाश(गायन) ,मुंबई , डॉ विनीता सिंह गायन लखनऊ, सुरभी सिंह(कथक नृत्य) लखनऊ, विजय रामदास ( पखावज वादन), अयोध्या ,पूनम वर्मा, अम्बेडकरनगर, ने बधावा नृत्य एवं हरे राम दास की रामलीला का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर उपस्थित सभी श्रद्धालुओं ने रामायण के विभिन्न प्रसंगों का आनंद लिया और भगवान राम की भक्ति में लभ गए। रामायण मेला समिति के संयोजक आशीष मिश्रा ने बताया कि यह मेला 43 वर्षों से लगातार आयोजित किया जा रहा है और इस वर्ष 44वां रामायण मेला आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस मेले में रामायण के विभिन्न प्रसंगों का मंचन किया जाएगा और विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी राघवाचार्य जी ने बताया कि रामायण मेला एक ऐसा आयोजन है जो हमें भगवान राम की शिक्षाओं को याद दिलाता है और हमें जीवन के सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने कहा कि यह मेला अयोध्या की संस्कृति और धार्मिक भावना का प्रतीक है।
सिरसा जिले के गांव नाथूसरी कलां में एक बेटी की शादी में अनोखी बनौरी निकाली गई। यहां बेटी आरजू को घोड़ी पर बैठाकर बनौरी की रस्म पूरी की गई, जो आमतौर पर लड़कों के लिए होती है। इस पहल को बेटा-बेटी समानता का संदेश देने वाला कदम माना जा रहा है। यह विवाह समारोह गांव नाथूसरी कलां में आयोजित किया गया। दुल्हन आरजू को घोड़ी पर बैठाकर बनौरी निकाली गई। गांव के लोगों ने इस बार इस परंपरा को एक नई दिशा दी है। गांव निवासी आरजू की शादी 30 नवंबर 2025 को आईपीएस अधिकारी सुधीर से तय हुई है। वह गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (जीजेयू) हिसार के पूर्व रजिस्ट्रार देवेंद्र कासनियां की बेटी हैं। आरजू वर्तमान में यूपीएससी की तैयारी कर रही है। शादी को यादगार बनाने के लिए उठाया कदम : दुल्हन के चाचा आरजू के चाचा अनिल कासनियां ने बताया कि इस दिन को यादगार बनाने के लिए उन्होंने यह अनूठा कदम उठाया। परिवार के सदस्यों ने डीजे पर नाच-गाकर खुशी मनाई। आरजू ने कहा, मेरे माता-पिता ने हमेशा मुझे उसी तरह सहेजा और सम्मान दिया, जैसे किसी बेटे को दिया जाता है। अनिल कासनियां ने समाज में बदलाव की बात करते हुए कहा कि आज बेटियां किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। उन्होंने जोर दिया कि शिक्षा और जागरूकता के कारण अब रूढ़िवादी परंपराओं को लोग धीरे-धीरे छोड़ रहे हैं। पहले बेटियों को बोझ समझा जाता था, लेकिन अब लोगों की सोच बदल रही है।
आगर मालवा जिले के छावनी नाका चौराहे पर संचालित एक होटल पर पुलिस ने गुरुवार देर शाम कार्रवाई की। सीएसपी मोतीलाल कुशवाह के नेतृत्व में हुई इस कार्रवाई में पता चला कि होटल बिना लाइसेंस, बिना रजिस्ट्रेशन और बिना किसी सरकारी अनुमति के लंबे समय से चल रहा था। सभी कमरों की तलाशी, कोई नहीं मिला सीएसपी मोतीलाल कुशवाह, कोतवाली थाना प्रभारी शशि उपाध्याय, एसआई राखी गुर्जर और पुलिस टीम होटल के दूसरे मंजिल पर पहुंची और कमरों की तलाशी ली। सर्चिंग के दौरान किसी भी कमरे में कोई व्यक्ति नहीं मिला, लेकिन पुलिस कार्रवाई की खबर फैलते ही आसपास के इलाके में हड़कंप मच गया और बड़ी संख्या में लोग मौके पर इकट्ठा हो गए। रजिस्टर में स्थानीय लोगों के नाम, पहचान पत्र नहीं जांच के दौरान पुलिस ने रुकने वालों का रजिस्टर चेक किया तो अधिकांश नाम स्थानीय आगर शहर के लोगों के पाए गए, जो पुलिस को सबसे ज्यादा संदेहास्पद लगा। हैरानी की बात यह रही कि रजिस्टर में दर्ज किसी भी व्यक्ति का पहचान पत्र, पता, मोबाइल नंबर या कोई वैध प्रमाण मौजूद नहीं था। पुलिस अधिकारियों ने इस लापरवाही पर होटल संचालक को कड़ी फटकार लगाई। साथ ही रजिस्टर और अन्य दस्तावेज जब्त कर उन्हें थाने भेज दिया गया। बिना लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन चल रहा था जांच में यह भी पुष्टि हुई कि होटल मालिक के पास होटल संचालन के लिए कोई वैध लाइसेंस नहीं है। बिना सरकारी अनुमति के यह होटल लंबे समय से चल रहा था और कमरे किराए पर दिए जा रहे थे। सीएसपी मोतीलाल कुशवाह ने बताया सागर होटल की सर्चिंग में कोई वैध दस्तावेज नहीं मिले। इसे फिलहाल अस्थायी रूप से बंद करने के निर्देश दिए गए हैं। शहर के सभी होटलों की जांच की जाएगी, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कहीं आपराधिक तत्व इन होटलों का गलत इस्तेमाल तो नहीं कर रहे हैं।
लखनऊ के चिनहट थाना क्षेत्र स्थित हंसेमऊ में मकान में काम करने गए एक पेंटर के साथ जाति पूछकर मारपीट की गई। आरोप है काम पर पहुंचते ही उसका पूरा नाम पूछा फिर गाली देते हुए भगाने लगे। कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक ने वजह पूछी तो उसके साथ भी अभद्रता की। आजमगढ़ निवासी रामप्रीत राव लखनऊ कंस्ट्रक्शन कंपनी में बतौर पेंटर काम करता है। 18 नवंबर को वह हंसेमऊ बीबीडी स्थित उमेश यादव के मकान पर काम कर रहा था। जाति सूचक शब्द बोले इसी दौरान घर में मौजूद शैलेश यादव, उसका चचेरा भाई विपिन यादव, उमेश यादव और उमेश की पत्नी श्यामा यादव ने रामप्रीत से जात पूछी। प्रार्थी के हरिजन बताने पर आरोपी भड़क गए और जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए उसे घर से धक्का देकर बाहर करने लगे। तभी विपिन ने उसके गाल पर थप्पड़ भी मारा। सीने-पेट पर चोट आई शोर सुनकर साइट मैनेजर सोनू यादव और साथी शुभम यादव मौके पर पहुंचे और बीच-बचाव करने लगे। आरोप है कि इस पर विपिन और शैलेश ने तीनों के साथ गाली-गलौज करते हुए लाठियों से हमला कर दिया। मारपीट में शुभम के हाथ, सीने व पेट पर चोट आई, जबकि रामप्रीत के सीने पर भी चोट लगी। जान से मारने की धमकी दी हंगामा बढ़ने पर आरोपी घर के अंदर भागते हुए धमकी देने लगे कि अगर दोबारा घर के पास दिखे तो जान से मरवा देंगे। लखनऊ में कई गुंडे बना रखे हैं। पीड़ित पक्ष ने घटना की सूचना पुलिस को दी है। इंस्पेक्टर चिनहट दिनेश चंद्र मिश्रा का कहना मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच की जा रही है।
अयोध्या में श्रीराम मंदिर पर धर्म ध्वजारोहण के शुभ अवसर पर गुरुवार को शहर में धार्मिक उल्लास का माहौल रहा। मुसाफिर गंज स्थित इस्कॉन मंदिर की ओर से एक भव्य नगर संकीर्तन यात्रा निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में भक्तों ने भाग लिया। यात्रा के दौरान हरे कृष्ण-हरे राम के जयघोष से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। यह यात्रा मुसाफिर गंज स्थित श्री राधा मदन मोहन मंदिर से शुरू हुई। इसमें युवा, वृद्ध और महिलाएं मृदंग, करताल और मधुर हरिनाम की धुन पर झूमते हुए आगे बढ़ रहे थे। इस विशेष आयोजन में द्वारकानाथ, ऋषिकेश प्रभु, राम निताई, पद प्रभु और सेवा स्वयंभू प्रभु जैसे प्रमुख सदस्यों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को और भी गरिमामय बना दिया। घरों की छतों और दुकानों से भक्तों पर की पुष्प वर्षा संकीर्तन यात्रा स्टेशन रोड, पुलिस चौकी, पीपी रोड, मुनीम चौक, ठठेरी बाजार, मेन रोड, सब्जी मंडी, कोइरपुरवा और ज्योति प्रकाश चौक सहित कई मुख्य मार्गों से गुजरी। मार्ग में जगह-जगह भक्तों और आम नागरिकों ने श्रद्धापूर्वक हरिनाम संकीर्तन का स्वागत किया। कई स्थानों पर घरों की छतों और दुकानों से भक्तों पर पुष्प वर्षा भी की गई, जिससे आध्यात्मिक उत्साह और बढ़ गया। सामूहिक सद्भाव को बढ़ावा देना को जन-जन तक पहुंचाना जरूरी इस्कॉन मंदिर के अध्यक्ष मनोहर दास प्रभु ने बताया कि इस संकीर्तन यात्रा का मुख्य उद्देश्य समाज में आध्यात्मिक चेतना का प्रसार करना, सामूहिक सद्भाव को बढ़ावा देना और कृष्ण भक्ति को जन-जन तक पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि कलियुग में हरिनाम संकीर्तन मानव जीवन के कल्याण का सबसे सरल और प्रभावी साधन है, जो मानसिक शांति और आत्मिक उन्नति का मार्ग प्रशस्त करता है। मनोहर दास प्रभु के अनुसार, हरिनाम आत्मा के रोगों का सर्वश्रेष्ठ उपचार है, जो अन्य सभी उपचार पद्धतियों के संयुक्त प्रभाव से भी अधिक शक्तिशाली है। यात्रा का समापन ज्योति प्रकाश चौक पर श्री चैतन्य महाप्रभु के प्रेम और भक्ति संदेश के साथ हुआ।
पूर्णिया के पुलिस लाइन से एक सिपाही पिछले 10 दिनों से लापता है। सिपाही गौतम कुमार के अचानक गायब होने से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा है। मानसिक तौर पर कमजोर होने की वजह से गौतम न तो स्पष्ट बोल सकता है और न ही उसका दाएं हिस्से का हाथ काम कर रहा। बीते 17 नवंबर की शाम उन्हें पुलिस लाइन परिसर में आखिरी बार देखा गया था, जिसके बाद से उनका कोई अता-पता नहीं है। वे पूर्णिया जिला बल में प्रतिनियुक्त थे और अपनी पत्नी के साथ पुलिस लाइन स्थित सरकारी आवास में रह रहे थे। सिपाही गौतम कुमार (41) मूल रूप से मुंगेर जिले के रामनगर थाना क्षेत्र के कांतपुर गांव के रहने वाले हैं। सिपाही की पत्नी सपना कुमारी ने पति के लापता होने की सूचना के.हाट थाने को देते हुए आवेदन दे रखा है, पुलिस लापता सिपाही की खोजबीन में तलाशी कर रही है। खोजने वाले को 50 हजार का मिलेगा इनाम पत्नी ने बताया कि पति को कई दिनों से खोजा जा रहा है, लेकिन कहीं भी उनकी जानकारी नहीं मिल सकी है। गौतम मानसिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ नहीं हैं, जिस कारण परिवार की चिंता बढ़ गई है। वे न तो स्पष्ट बोल सकते हैं और न ही उसके दाएं हिस्से का हाथ काम कर रहा। ड्यूटी के दौरान वे पिछले कुछ समय से पूर्णिया पुलिस लाइन में प्रतिनियुक्त थे। यहीं से उनका इलाज चल रहा था। वे लोग और पुलिस उन्हें खोजने में जुटी है। उन्हें खोजकर के.हाट थाना को सौंपने वाले को 50 हजार रुपए उपहार स्वरूप दिए जाएंगे। इस पूरे मामले पर के.हाट थानाध्यक्ष उदय कुमार ने बताया कि पुलिस विभाग में प्रतिनियुक्त एक सिपाही के गायब होने की सूचना पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस खोजबीन में जुटी है और सभी संभावित स्थानों पर तलाश की जा रही है।
मऊगंज में गुरुवार शाम खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने डेयरियों और कई खाद्य दुकानों पर कार्रवाई की। कलेक्टर के निर्देश पर डिप्टी कलेक्टर पवन गोरैया और खाद्य निरीक्षक अमित तिवारी ने मऊगंज बाजार स्थित लक्ष्मी डेरी, मिश्रा डेरी सहित अन्य प्रतिष्ठानों का संयुक्त निरीक्षण किया। विभिन्न डेयरी उत्पादों के लिए गए सैंपल निरीक्षण के दौरान टीम ने दूध, खोवा, पनीर सहित विभिन्न डेयरी उत्पादों के नमूने लिए। इसके अतिरिक्त, खोवे से बनी मिठाइयों, छेना, लड्डू, जलेबी और नमकीन के भी नमूने एकत्रित किए गए। खाद्य निरीक्षक अमित तिवारी ने बताया कि कई दुकानों पर खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता संदिग्ध पाई गई, जिसके बाद तत्काल सैंपलिंग की गई। सभी नमूने जांच के लिए भोपाल स्थित खाद्य परीक्षण लैब भेजे जाएंगे। जांच रिपोर्ट आने पर अमानक पाए जाने वाले प्रतिष्ठानों पर होगी कार्रवाई खाद्य निरीक्षक ने यह भी बताया कि पहले भी लगभग 60 नमूने जांच के लिए भेजे जा चुके हैं, जिनकी रिपोर्ट अभी लंबित है। विभाग ने स्पष्ट किया है कि जांच रिपोर्ट आने पर अमानक पाए जाने वाले प्रतिष्ठानों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने सूचित किया है कि त्योहारों और बढ़ती मांग को देखते हुए बाजार में मिलावट पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। मऊगंज क्षेत्र में ऐसी कार्रवाइयां लगातार जारी रहेंगी, ताकि उपभोक्ताओं को सुरक्षित और शुद्ध खाद्य सामग्री मिल सके।
सुल्तानपुर के कूरेभार ब्लॉक के इटकौली ग्राम सभा में तैनात पंचायत सहायक और बूथ संख्या 463 की बीएलओ श्रेया शर्मा ने गुरुवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने इस्तीफा खंड विकास अधिकारी श्रीकांत त्रिपाठी को लिखित शिकायत पत्र के माध्यम से सौंपा। पत्र मिलते ही ब्लॉक प्रशासन में हलचल मच गई। श्रेया शर्मा ने पत्र में लिखा कि वह लंबे समय से दिन–रात मेहनत कर दोनों पदों की जिम्मेदारियां निभा रही थीं, लेकिन लगातार बढ़ते दबाव और अत्यधिक कार्यभार ने उनका मानसिक संतुलन बिगाड़ दिया।उन्होंने लिखा—“मैं उन 16 लोगों की सूची में शामिल नहीं होना चाहती, जिन्होंने तनाव में आकर अपनी जान दे दी। मैं अपनी जान बचाना चाहती हूं।” कर्तव्य निभाने के बावजूद मिलता रहा तनाव इस्तीफे में श्रेया ने आरोप लगाया कि कर्तव्य निर्वहन के बावजूद उन पर दबाव बनाया जा रहा था। समस्याओं को कई बार अधिकारियों के संज्ञान में लाया, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ।उन्होंने बताया कि सिस्टम की अव्यवस्था, सहयोग की कमी और लगातार बढ़ाई जा रही जिम्मेदारियों ने उन्हें मानसिक रूप से तोड़ दिया। ब्लॉक प्रशासन ने फिलहाल इस्तीफा प्राप्त होने की पुष्टि की है और आगे की प्रक्रिया पर विचार किया जा रहा है। डीपीआरओ अभिषेक शुक्ला ने बताया कि उनका काम पीछे था इसलिए उन्होंने इस्तीफा लिखा था। लेकिन दो सहायकों को लगाया को तो उसके बाद उसने इस्तीफा वापस लिया है। वही एडीएम प्रशासन गौरव शुक्ला ने कहा मेरी जानकारी में तो सभी बीएलओ काम कर रहे हैं। वैसे जिस विभाग का है वहां पर पता कर लीजिये।
फरीदाबाद में 18 साल की छात्रा ने दसवीं मंजिल कूद गई। घटना के बाद सोसाइटी में अफरा-तफरी मच गई। परिजन उसे अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां गुरुवार को उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस के अनुसार, छात्रा पिछले लंबे समय से डिप्रेशन से जूझ रही थी और प्रतियोगी परीक्षा में असफल होने के कारण तनाव में थी। मौके से किसी प्रकार का सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। जेईई मेंस में पास न होने से डिप्रेशन थी जानकारी के मुताबिक, घटना बुधवार देर शाम सेक्टर-88 की एडोर सोसाइटी की है। तीसरी मंजिल पर रहने वाले आलम की बेटी इंशा ने पिछले वर्ष 12वीं कक्षा पास की थी। इसके बाद उसने जेईई मेंस की परीक्षा दी थी, जिसमें वह सफल नहीं हो पाई। परीक्षा में असफल होने के बाद वह मानसिक रूप से बेहद तनावग्रस्त रहने लगी थी। जब माता-पिता को उसकी स्थिति का पता चला, तो उन्होंने दिल्ली स्थित अपोलो अस्पताल से उसका डिप्रेशन का इलाज शुरू करवाया। इंशा पिछले लगभग एक महीने से नियमित दवाइयां ले रही थी। सुरक्षाकर्मी ने लहूलुहान हालत में देखा बुधवार शाम को घर पर इंशा अकेली थी। उसकी मां रोज की तरह सब्जी लेने बाजार गई थीं, जबकि छोटा भाई भी किसी काम से बाहर गया हुआ था। इस दौरान इंशा लिफ्ट से तीसरी मंजिल से दसवीं मंजिल तक पहुंची और वहां से छलांग लगा दी। गिरने की तेज आवाज सुनकर सोसाइटी के मुख्य गेट पर मौजूद सुरक्षाकर्मी मौके पर पहुंचे। उन्होंने छात्रा को जमीन पर लहूलुहान हालत में पड़ा देखा और तुरंत परिवार को सूचना दी।
कोरिया जिले के बचरापोड़ी में शराब पीने से मना करने पर बेटे ने अपने पिता के सिर पर पत्थर पटककर हत्या कर दी। घटना की रात पिता खलिहान में धान की रखवाली के लिए सो रहे थे। जब ग्रामीण का शव मिलने पुलिस को बेटे पर शक हुआ। पूछताछ में बेटे ने पिता की हत्या के जुर्म को कबूल कर लिया। यह मामला बैकुंठपुर थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक, बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के बचरापोड़ी अंतर्गत ग्राम बड़े साल्ही में किसान जगलाल सिंह (52 वर्ष) का शव 25 नवंबर की सुबह खलिहान में पड़ा मिला। घटना की जानकारी मिलने पर बैकुंठपुर थाना प्रभारी विपिन लकड़ा और बचरापोड़ी चौकी प्रभारी अब्दुल मुनाफ अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने देखा कि जगलाल का सिर कुचला हुआ था। बेटे पर शक, पूछताछ में कबूला गुनाह पुलिस ने मामले की जांच के लिए डॉग स्क्वाड, फोरेंसिक और साइबर सेल की मदद ली। पुलिस ने परिजनों और आसपास के लोगों से भी पूछताछ की। परिजनों ने बताया कि 24 नवंबर की रात जगलाल सिंह अपने कटे हुए धान की रखवाली करने खलिहान में करीब रात 11 बजे सोने गए थे। पुलिस पूछताछ में पता चला कि मृतक जगलाल सिंह का बड़े बेटे धर्मेन्द्र सिंह से विवाद हुआ था। धर्मेन्द्र शराब पीने का आदि था। वह पिता के मना करने के बावजूद पैसे के लिए धान बेच देता और शराब के लिए पैसों की मांग करता था। घटना वाले दिन 24 नवंबर को भी पिता-पुत्र के बीच विवाद हुआ था। पुलिस ने शक के आधार पर धर्मेन्द्र सिंह को पकड़कर पूछताछ की। पूछताछ में उसने पिता की हत्या के जुर्म को स्वीकार कर लिया। धर्मेन्द्र ने बताया कि उसे पता था कि उसके पिता जगलाल सिंह खलिहान में अकेले सो रहे थे, और इसी जानकारी का इस्तेमाल कर उसने हत्या की योजना बनाई। सबूत छुपाने पत्थर को कुएं में फेंका धमेंद्र सिंह रात करीब 2 से 3 बजे खलिहान पहुंचा और पास में रखे एक भारी पत्थर को उठा कर सो रहे पिता के सिर में जोर से पटक दिया। इससे मौके पर ही जगलाल की मौत हो गई। सबूत छुपाने की नीयत से पत्थर को अपने घर के कुएं में फेंक दिया। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल पत्थर को जब्त कर लिया। पुलिस ने आरोपी धमेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया। उसे कोर्ट में पेश कर दिया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
गोपालपुर विधानसभा क्षेत्र में सड़क निर्माण को लेकर प्रयास तेज हो गए हैं। विधायक शैलेश कुमार उर्फ बुलो मंडल ने ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री अशोक चौधरी से मुलाकात कर क्षेत्र की कई प्रमुख सड़कों के निर्माण का मुद्दा मजबूती से रखा। मंत्री ने इस पर सकारात्मक सहमति जताते हुए जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया है। विधायक ने कहा कि क्षेत्र में आवागमन की समस्या गंभीर है, इसलिए इन सड़कों को तत्काल प्राथमिकता सूची में शामिल कर एकल सड़क संपर्क प्रदान किया जाना आवश्यक है। इससे हजारों लोगों को आवाजाही में राहत मिलेगी और स्थानीय विकास को गति मिलेगी। प्रस्तावित सड़कों में रंगरा पंचायत के तिनटंगा दियारा दक्षिण अंतर्गत तिनटंगा–डुमरिया PMGSY रोड (गोपाल मंडल के घर के पास) से उसरहिया (गोखूल मंडल घर) तक सड़क निर्माण शामिल है। इसके लिए सर्वे ID-88262 दर्ज है। दूसरा सड़क प्रस्ताव गोपालपुर पंचायत के गोपालपुर डिमाहा में बोचाही रिंग बांध (4 नंबर ठोकर) से नवटोलिया तक कॉर्टीधार मार्ग होते हुए सड़क एवं पुल निर्माण का है। तीसरा प्रस्ताव इस्माइलपुर पंचायत के गंगा चौक बसगाढ़ा–परबत्ता रोड से PMGSY रोड के जरिए लक्ष्मीपुर तक सड़क निर्माण का है, जिसकी सर्वे ID-90226 है। विधायक ने उम्मीद जताई कि इन परियोजनाओं के पूरा होने से क्षेत्र में विकास की नई दिशा मिलेगी और ग्रामीणों की लंबे समय से चली आ रही परिवहन संबंधी परेशानी दूर होगी।
व्यवसायी महासंघ ने फुटपाथ दुकानदारों, सर्वेक्षित वेंडरों और झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले गरीब परिवारों को लगातार हटाए जाने की कार्रवाई के खिलाफ बड़ा आंदोलन करने का ऐलान किया है। महासंघ ने घोषणा की है कि 3 दिसंबर को बिहार विधानसभा के समक्ष विशाल विरोध धरना आयोजित किया जाएगा, जिसमें बड़ी संख्या में फुटपाथ दुकानदार, ठेला-रेहड़ी संचालक और व्यापारी शामिल होंगे। सर्वेक्षित वेंडरों को भी उजाड़ा जा रहा इस संबंध में माले के आरा से सांसद एवं व्यवसायियों के नेता सुदामा प्रसाद ने बताया कि हाल के दिनों में पटना नगर निगम द्वारा की जा रही कार्रवाई पूरी तरह अन्यायपूर्ण और अवैध है। उनके अनुसार, जिन फुटपाथ दुकानदारों का विधिवत सर्वेक्षण हुआ है, जिन्हें नगर निगम ने वेंडिंग पहचान पत्र जारी किया है, और जिनके नाम पर प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत 10,000 से 50,000 रुपये तक लोन स्वीकृत भी हुआ है, उन्हें भी अतिक्रमण के नाम पर हटाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि न्यू मार्केट, महावीर मंदिर, वीणा सिनेमा, दक्षिण बुद्ध पार्क समेत शहर के कई हिस्सों में बड़ी संख्या में सर्वेक्षित वेंडरों को उजाड़ दिया गया है। यह कार्रवाई स्ट्रीट वेंडर्स (प्रोटेक्शन ऑफ लाइवलीहुड एंड रेग्युलेशन ऑफ स्ट्रीट वेंडिंग) एक्ट का खुला उल्लंघन है। कमिश्नर से मिलकर कार्रवाई रोकने की मांग सुदामा प्रसाद ने बताया कि इस मुद्दे पर प्रतिनिधिमंडल ने आज पटना कमिश्नर से मुलाकात की और फुटपाथ दुकानदारों पर हो रही कार्रवाइयों पर तत्काल रोक लगाने की मांग रखी गई। उन्होंने कहा कि बिना नोटिस ठेले जब्त करना, जुर्माना लगाना और दुकानों को उखाड़ना प्रशासन की मनमानी है। व्यवसायी महासंघ-फुटपाथ दुकानदारों ने सरकार-प्रशासन के सामने 5 मांग रखी 1. उजाड़े गए दुकानदारों के लिए तत्काल वैकल्पिक व्यवस्था की जाए। 2. सर्वेक्षित वेंडरों को बेदखल करने पर पूर्ण रोक लगे। 3. स्ट्रीट वेंडर्स एक्ट का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाए। 4. जब्त किए गए ठेले और सामान तुरंत लौटाए जाएं। 5. भविष्य में किसी भी कार्रवाई से पहले विधिसम्मत नोटिस और पुनर्वास अनिवार्य हो। धरना तैयारी को लेकर हुई बैठक, 8 जिलों के प्रतिनिधि शामिल आगामी विरोध कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर आज पूर्व विधायक आवास में महत्वपूर्ण बैठक हुई। इसमें शंभू नाथ मेहता, फुटपाथ दुकानदार नेता शहजादे आलम सहित लगभग 8 जिलों के प्रतिनिधि शामिल हुए। बैठक में सर्वसम्मति से तय हुआ कि 3 दिसंबर को विधानसभा के समक्ष शक्ति-प्रदर्शन किया जाएगा और दुकानदारों की आजीविका बचाने की लड़ाई को आगे बढ़ाया जाएगा। व्यवसायी महासंघ ने साफ किया है कि जब तक वेंडरों को न्याय नहीं मिलता और अवैध बेदखली बंद नहीं होती, आंदोलन जारी रहेगा।
मंदसौर में रिश्वतखोर अधिकारी को 4 साल की सजा:10 हजार अर्थदंड; लोकायुक्त ने 2019 में ट्रैप किया था
मंदसौर के तत्कालीन ग्रामोद्योग विस्तार अधिकारी जगदीश शर्मा को रिश्वत लेने के मामले में 4 साल के सश्रम कारावास और 10,000 रुपए के अर्थदंड की सजा सुनाई गई है। यह फैसला विशेष न्यायाधीश भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम मंदसौर ने आज (गुरुवार) सुनाया। मामले की शुरुआत 19 मार्च 2019 को हुई थी, जब आवेदक आसिफ पिता वली मोहम्मद ने लोकायुक्त कार्यालय उज्जैन में शिकायत दर्ज कराई थी। आसिफ ने बताया था कि उनके बड़े भाई आरिफ ने 8 महीने पहले तरापा (सेंटिंग) के लिए 5.33 लाख रुपए के ऋण के लिए जिला हथकरघा कार्यालय मंदसौर में आवेदन किया था। शिकायत के अनुसार, इस ऋण राशि में से 1.59 लाख रुपए की सब्सिडी जारी करने के लिए जिला हथकरघा कार्यालय मंदसौर के कार्यालय प्रभारी सहायक संचालक द्वारा 20,000 रुपए की रिश्वत मांगी जा रही थी। शिकायत की पुष्टि के बाद, लोकायुक्त पुलिस ने 26 मार्च 2019 को एक ट्रैप कार्रवाई का आयोजन किया। इस कार्रवाई के दौरान, आरोपी जगदीश शर्मा को हथकरघा कार्यालय मंदसौर के बाहर लक्ष्मीबाई चौराहा स्थित मेघा स्वीट्स चाय की दुकान पर आवेदक से 12,000 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया था। केस दर्ज होने और विवेचना पूरी होने के बाद, 18 जुलाई 2022 को विशेष न्यायालय, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम मंदसौर में जगदीश शर्मा के खिलाफ अभियोग पत्र प्रस्तुत किया गया। विचारण के बाद, न्यायालय ने आज अपना निर्णय सुनाया।
अमृतसर के मोनी पार्क क्षेत्र स्थित एक कबाड़ की दुकान में वीरवार देर शाम अचानक आग लग गई, जिससे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों के अनुसार, आग इतनी जल्दी फैली कि देखते ही देखते पूरी दुकान आग की लपटों में घिर गई। दुकान में कबाड़ के साथ कई ज्वलनशील सामग्री भी रखी हुई थी, जिस वजह से आग और तेजी से फैलती गई। आग कैसे लगी, यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन लोग शॉर्ट-सर्किट की आशंका जताई जा रही है। घटना की जानकारी मिलते ही फायर ब्रिगेड की गाड़ियां तुरंत मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू किया। फायर ब्रिगेड अधिकारियों के मुताबिक, आग बुझाने में काफी कठिनाइयां आ रही हैं। अधिकारियों ने बताया कि दुकान अंदर से बहुत लंबी है और भीतर बिल्कुल भी रोशनी नहीं है। अंधेरा होने के कारण टीम को आग के मुख्य स्रोत तक पहुंचने और स्थिति को समझने में अधिक समय लग रहा है। दमकल कर्मी लगातार अंदर घुसकर आग को नियंत्रित करने का प्रयास कर रहे हैं और उम्मीद है कि जल्द ही आग पर पूरी तरह काबू पा लिया जाएगा। दुकान मालिक और परिवार का बेहाल वहीं, दुकान मालिक विजय कुमार और उनका परिवार पूरी तरह टूट चुका है। अपनी आंखों के सामने वर्षों की मेहनत से खड़ी की गई दुकान को जलते देख उनका रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। परिवार के सदस्यों को आसपास के लोगों द्वारा संभाला जा रहा है, लेकिन उनका दुख कम नहीं हो पा रहा। इलाके के लोग भी इस घटना से दुखी हैं और परिवार को हिम्मत बंधाने की कोशिश कर रहे हैं। दुकान मालिक का दावा है कि आग लगने से उनका करीब चार लाख रुपए का नुकसान हुआ है। वहीं, इस समय फायर ब्रिगेड की टीमें लगातार मौके पर जुटी हुई हैं और आग बुझाने का प्रयास जारी है। प्रशासन भी स्थिति पर नजर बनाए हुए है। एसएचओ सुखजिंदर सिंह का कहना है कि लगातार आग पर काबू पाने की कोशिश की जा रही है और लोगों को पीछे हट जाने की अपील की जा रही है। फायरमैन अमृत युवराज सिंह का कहना है की अब तक 6-7 गाड़ियां आग बुझाने में लग चुकी है और उम्मीद है जल्द ही आग पर काबू पा लिया जाएगा।
पन्ना पुलिस ने गुरुवार को शासकीय कन्या स्कूल ककरहटी में सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाया। इस दौरान यातायात प्रभारी नीलम लक्षकार ने छात्राओं को यातायात नियमों और सुरक्षित ड्राइविंग के बारे में विस्तार से बताया। सांकेतिक चिन्हों और सिग्नलों की दी जानकारी निरीक्षक नीलम लक्षकार ने छात्राओं को सड़क किनारे लगे सांकेतिक चिन्हों, पुलिस के हाथ के संकेतों और चौराहों पर मौजूद इलेक्ट्रॉनिक सिग्नलों की जानकारी दी। उन्होंने समझाया कि इन संकेतों को सही तरीके से समझकर दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है। उन्होंने सड़क हादसों के प्रमुख कारण जैसे तेज रफ्तार, नशे में वाहन चलाना, गलत तरीके से ओवरटेक करना, हेलमेट और सीट बेल्ट का उपयोग न करना तथा मोबाइल पर बात करते हुए ड्राइविंग के दुष्प्रभावों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सुरक्षित यात्रा के लिए गति सीमा का पालन करना और हेलमेट व सीट बेल्ट का अनिवार्य उपयोग बेहद जरूरी है। राह वीर योजना की जानकारी दी अभियान के दौरान निरीक्षक लक्षकार ने ‘राह वीर योजना’ के बारे में भी बताया। उन्होंने बताया कि सड़क हादसों में घायल व्यक्ति की मदद करने वाले नागरिक को सरकार द्वारा 25,000 रुपए का पुरस्कार दिया जाता है। इस योजना का उद्देश्य लोगों को घायलों की तुरंत सहायता के लिए प्रोत्साहित करना है। छात्राओं को समझाया ‘राइट ऑफ वे’ कार्यक्रम में छात्राओं को ‘राइट ऑफ वे’ का नियम भी समझाया गया। उन्होंने बताया कि सड़क पर सबसे पहले एम्बुलेंस और फायर ब्रिगेड जैसी आपातकालीन सेवाओं को रास्ता देना चाहिए। इसके बाद दिव्यांग व्यक्तियों, पैदल यात्रियों और साइकिल चालकों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
खगड़िया जिले के गोगरी अनुमंडलीय अस्पताल में ठंड बढ़ने के साथ ही मरीजों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। इनमें अधिकांश मरीज सर्दी-खांसी, वायरल संक्रमण और वायरल बुखार से पीड़ित होकर अस्पताल पहुंच रहे हैं। सर्दी-खांसी और वायरल संक्रमण के मरीजों की भीड़ गुरुवार दोपहर तक अस्पताल में सर्दी-खांसी और वायरल संक्रमण के मरीजों की भीड़ देखी गई। डॉक्टरों के अनुसार, ठंड के कारण इन बीमारियों के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। गर्भवती महिलाओं में चमकी रोग के मामले अस्पताल के डॉक्टर प्रदीप कुमार साहू ने बताया कि ठंड के प्रकोप के कारण गर्भवती महिलाओं में चमकी रोग के मामले भी सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह स्थिति ठंड के मौसम में विशेष रूप से संवेदनशील समूहों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकती है। मरीजों का इलाज जारी डॉ. प्रदीप कुमार साहू ने पुष्टि की कि सर्दी, खांसी और वायरल बुखार से पीड़ित सभी मरीजों का उचित इलाज किया जा रहा है। उन्होंने लोगों को ठंड से बचाव के लिए सावधानी बरतने और गर्म कपड़े पहनने की सलाह दी।
बैतूल जिले में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। राज्य सरकार ने वर्ष 2025 को उद्योग एवं रोजगार वर्ष घोषित किया है। इसी कड़ी में, मुलताई तहसील के मोही औद्योगिक क्षेत्र में उद्योग स्थापित करने की प्रक्रिया तेज हो गई है। मोही औद्योगिक क्षेत्र लगभग 15 एकड़ में विकसित किया जा रहा है। इसके प्रथम चरण में 27 प्लॉट बनाए गए हैं। इन प्लॉटों के लिए 1 से 15 नवंबर 2025 तक एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (EOI) आमंत्रित किए गए थे, जिसके तहत कुल 91 आवेदन प्राप्त हुए। राज्य स्तरीय समिति ने आवेदनों की जांच की। जिन 10 प्लॉटों के लिए केवल एक-एक पात्र आवेदक थे, उन्हें आशय पत्र (LoI) जारी कर दिए गए हैं। शेष 17 प्लॉटों के लिए, जहां एक से अधिक आवेदन मिले हैं, उनका आवंटन एम.पी. टेंडर सिस्टम के माध्यम से ऑनलाइन नीलामी द्वारा किया जाएगा। आशय पत्र प्राप्त करने वाले 10 आवेदक विभिन्न विनिर्माण इकाइयां स्थापित करेंगे। इनमें मिल्क प्रोडक्ट, पीवीसी पाइप, आयरन प्रोडक्ट, कंस्ट्रक्शन मटेरियल, हर्बल कॉस्मेटिक्स, मसाले एवं फूड पाउडर, डिस्पोजेबल पेपर प्लेट, पोल्ट्री फीड, फूड प्रोडक्ट और रॉड-बोल्ट शामिल हैं। इन उद्योगों से लगभग 150 लोगों को रोजगार मिलने और करीब 7.5 करोड़ रुपए का निवेश होने की उम्मीद है। शेष 17 प्लॉटों से लगभग 300 रोजगार के अवसर और करीब 15 करोड़ रुपए का निवेश होने का अनुमान है। प्रशासन का मानना है कि मोही औद्योगिक क्षेत्र के विकास से मुलताई और आसपास के क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे और स्थानीय अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी। कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी ने आज दस उद्यमियों को भूमि आवंटन के आशय प्रमाण पत्र जारी किए। इस अवसर पर उद्योग विभाग के महाप्रबंधक कैलाश मानेकर, सहायक संचालक धीरज मंडलेकर और जिला उद्योग संघ के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
कोरबा के बुधवारी बस्ती में बाइकर्स युवकों द्वारा मारपीट का मामला सामने आया है। 21 नवंबर 2025 की रात सीएसईबी चौकी क्षेत्र के बुधवारी बाजार दशहरा मैदान में सागर यादव (24) पर कुछ युवकों ने हमला कर दिया। आरोपियों ने गाली-गलौज करते हुए मारपीट की और उनकी गाड़ी में तोड़फोड़ भी की। प्रार्थी सागर यादव की शिकायत पर सीएसईबी पुलिस चौकी, थाना सिविल लाइन रामपुर, जिला कोरबा में अपराध क्रमांक 720/2025 के तहत संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया। जानकारी के अनुसार, घटना की शुरुआत तब हुई जब एक युवक तेज रफ्तार में बाइक चला रहा था। इसका विरोध करने पर उसने अपने अन्य साथियों को बुला लिया और फिर मारपीट शुरू हो गई। यह सिलसिला करीब आधे घंटे तक चला, जिसमें वाहन में तोड़फोड़ भी की गई। मारपीट की घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद पूरी घटना बुधवारी बस्ती में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई थी। पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कार्रवाई करते हुए 7 आरोपियों और एक नाबालिग को गिरफ्तार किया है। सभी को माननीय न्यायालय में पेश किया गया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में पृथ्वी दास महंत (22), कार्तिक दास (19), तुषार साहू (21), जतिन कुमार (19), साहिल दास (18), राहुल दास (22) और गजानंद यादव (20) शामिल हैं। ये सभी आरा मशीन, नूरी मस्जिद के पास, थाना सिविल लाइन रामपुर, जिला कोरबा के निवासी हैं। आरोपियों के कब्जे से 3 बाइक और 1 स्कूटी जब्त पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 3 मोटरसाइकिल और 1 स्कूटी भी जब्त की है। कोरबा सीएसपी भूषण एक्का ने बताया कि इस मामले में कुछ और गिरफ्तारियां होना अभी बाकी हैं।
भोपाल में 21 वर्षीय युवक की मौत ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि कुत्ते के काटने को मामूली समझने की गलती जानलेवा हो सकती है। तीन माह पहले हुए डॉग-बाइट के बाद जब युवक ने एंटी-रैबीज के सभी इंजेक्शन नहीं लगवाए, तो इसका नतीजा धीरे-धीरे सामने आने लगा। पहले बुखार, फिर बेचैनी और आखिर में पानी से डर। यह सभी क्लासिक रैबीज के लक्षण हैं, जिनका पता परिजन को तब चला, जब हालत बिगड़ चुकी थी। युवक को हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन शरीर में फैल चुके संक्रमण के कारण दो दिन बाद उसकी मौत हो गई। लक्षण बढ़ने पर परिजन पहुंचे हमीदिया अस्पताल भोपाल के रहने वाले 21 वर्षीय भईया खान की रैबीज के कारण मौत हो गई। तीन महीने पहले कुत्ते के काटने की घटना को युवक और परिवार ने गंभीरता से नहीं लिया। दस दिन पहले उसे हल्का बुखार आया, जिसे परिवार ने मौसम का असर समझकर दो दिन तक पैरासिटामॉल दी। लेकिन धीरे-धीरे उसकी हालत बिगड़ने लगी। बुखार के तीसरे-चौथे दिन अचानक वह पानी से डरने लगा। आसपास के लोगों ने बताया कि भईया का व्यवहार बदल गया था और वह अजीब हरकतें करने लगा। स्थिति को गंभीर समझते हुए परिवार उसे हमीदिया अस्पताल की इमरजेंसी में लेकर पहुंचा। फ्रैक्चर के कारण नहीं कर सका था बचावस्थानीय निवासी शहीद खान ने बताया कि तीन महीने पहले भईया का एक्सीडेंट हुआ था, जिसमें उसका दाहिना पैर फ्रैक्चर हो गया था। उसका इलाज हमीदिया अस्पताल में हुआ था और पैर पर प्लास्टर चढ़ा था। इसी बीच एक सुबह वह घर के बाहर बैठा था, तभी कुछ आवारा कुत्ते लड़ते हुए उसके पास आ गए और उनमें से एक ने उसके बाएं पैर पर काट लिया। चोट इतनी अचानक हुई कि वह बचाव भी नहीं कर सका। कुछ दिन बाद कुत्ता मर गया और यही रैबीज संक्रमण के स्रोत की सबसे बड़ी चेतावनी थी, जो उस समय समझ नहीं आई। एंटी-रैबीज का पूरा कोर्स नहीं लियाशहीद खान ने बताया कि भईया ने पास के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज कराया था, लेकिन उसने एंटी-रैबीज के केवल एक या दो इंजेक्शन ही लगवाए। रैबीज वैक्सीन का पूरा कोर्स पांच इंजेक्शनों का होता है, जिसे समय पर पूरा करना जरूरी है। पूरा कोर्स न लेने की वजह से वायरस शरीर में सक्रिय रहा और धीरे-धीरे बढ़ता गया। लक्षण दिखने तक संक्रमण इतना फैल चुका था कि इलाज लगभग असंभव हो चुका था। दो दिन चला इलाज, बचाया नहीं जा सकाहमीदिया अस्पताल के अनुसार, भईया खान को 23 नवंबर को गंभीर हालत में लाया गया। डॉक्टरों ने तुरंत उसे आईसीयू-1 में शिफ्ट किया, जहां दो दिन तक इलाज चलता रहा। अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि जब मरीज पहुंचा, तब तक पूरी बॉडी में इन्फेक्शन फैल चुका था। रैबीज के लक्षण शुरू होने के बाद उपचार संभव नहीं होता। हम कोशिश करते रहे, लेकिन उसे नहीं बचाया जा सका। परिजन यह मानने को तैयार नहीं थे कि एक छोटा-सा डॉग-बाइट युवक की जान ले सकता है, लेकिन रैबीज अपने अंतिम चरण में लगभग 100% जानलेवा होता है। कुत्ते के काटने पर न करें अनदेखी
कहलगांव में श्रम विभाग की छापेमारी:दो प्रतिष्ठानों से दो बाल श्रमिक मुक्त, नियोजकों पर केस दर्ज
भागलपुर जिले के कहलगांव प्रखंड के मथुरापुर में बुधवार को श्रम विभाग की टीम ने छापेमारी कर दो बाल श्रमिकों को मुक्त कराया। यह कार्रवाई श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी नीतीश शर्मा के नेतृत्व में की गई। टीम ने गुप्ता स्वीट्स से एक और सुजाता आटोपार्ट्स से एक नाबालिग बच्चा काम करते हुए पाया। दोनों की उम्र 14 वर्ष से कम बताई गई है। श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी ने बताया कि बच्चों को तुरंत कार्यस्थल से मुक्त कर कानूनी प्रक्रिया के लिए शिवनारायणपुर थाना लाया गया। यहां दुकान संचालकों के खिलाफ बाल श्रम अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई। इसके बाद दोनों बच्चों को सुरक्षित संरक्षण एवं पुनर्वास के लिए भागलपुर स्थित बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) को सौंप दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि बच्चों की काउंसलिंग कराई जाएगी और उनके परिवार से संपर्क कर यह सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में वे फिर से मजदूरी करने को मजबूर न हों। छापेमारी टीम में पीरपैंती के श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी ब्रजमोहन कुमार और सन्हौला के श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी मो. गुलफराज अंसारी भी शामिल थे। अधिकारियों ने प्रतिष्ठानों का निरीक्षण कर संचालकों को चेतावनी दी कि 14 वर्ष से कम आयु के बच्चों को काम पर रखना दंडनीय अपराध है और ऐसे मामलों में कड़ी कानूनी कार्रवाई अनिवार्य रूप से की जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि जिलाधिकारी भागलपुर के निर्देश पर बाल श्रम की रोकथाम और नाबालिग श्रमिकों की पहचान के लिए अभियान जिले में लगातार जारी रहेगा। साथ ही आम लोगों से अपील की गई है कि कहीं भी नाबालिग बच्चों से मजदूरी कराए जाने की जानकारी मिलने पर इसे श्रम विभाग या स्थानीय पुलिस को तुरंत सूचित करें, ताकि बच्चों को सुरक्षित बचाया जा सके और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित हो सके।
मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर (MCB) जिले में भाजपा के नवीन जिला कार्यालय का भूमिपूजन किया गया। इस कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण देव सिंह, संगठन महामंत्री पवन साय, प्रदेश महामंत्री अखिलेश सोनी, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, मंत्री राम विचार नेताम और विधायक रेणुका सिंह सहित कई दिग्गज नेता मौजूद रहे। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने कहा कि यह दिन जिले के भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए नव निर्माण का है। वर्षों से प्रतीक्षित कार्यालय आज साकार होने जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि भाजपा जहां भी कार्यालय की नींव रखती है, प्रदेश नेतृत्व उसे समय पर पूरा कर कार्यकर्ताओं को समर्पित करता है। भाजपा संगठन ने देश के मानचित्र पर 11 वर्षों से अपनी मजबूत पहचान बनाई है और यह करोड़ों कार्यकर्ताओं का विशाल परिवार बन गया है। प्रदेश अध्यक्ष ने यह भी बताया कि भाजपा सरकार अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक लाभ पहुंचाने के सिद्धांत पर कार्य करती है। कार्यक्रम में नगर पंचायत अध्यक्ष और पार्षद भाजपा में शामिल इसी कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस को बड़ा झटका लगा। झगराखांड नगर पंचायत की अध्यक्ष रीमा यादव और वार्ड नंबर 15 की पार्षद अजीजुन निशा ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव और जिला अध्यक्ष चंपा देवी पावले ने दोनों को अंगवस्त्र भेंटकर भाजपा में शामिल कराया। गौरतलब है कि रीमा यादव ने निकाय चुनाव में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल की बहू को हराकर नगर पंचायत अध्यक्ष का पद जीता था। इस राजनीतिक घटनाक्रम से झगराखांड नगर पंचायत में भाजपा की स्थिति और मजबूत हो गई है। कांग्रेस का आरोप- आदिवासी जमीन पर भाजपा कार्यालय निर्माण इस भूमिपूजन कार्यक्रम को लेकर जिले में दिनभर राजनीतिक गहमागहमी बनी रही। कार्यक्रम से एक दिन पहले बुधवार को कांग्रेस ने बैठक कर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को काला झंडा दिखाने का निर्णय लिया था। कांग्रेसियों का आरोप है कि जिस भूमि पर भाजपा कार्यालय का निर्माण हो रहा है, वहां कई वर्षों से आदिवासी समुदाय के लोग निवास कर रहे हैं और उनका कब्जा है। संभावित विरोध प्रदर्शन को देखते हुए कार्यक्रम स्थल पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। इस दौरान जिले के कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया गया।
नीमच जिले के मनासा क्षेत्र के आतरीमाता में 11 केवी हाईटेंशन लाइन की चपेट में आए गोपालपुरा निवासी बंशीदास पिता रामदास बैरागी (43) की गुरुवार को उपचार के दौरान मौत हो गई। मौत की खबर लगते ही परिजनों और ग्रामीणों ने महागढ़ स्थित बिजली कंपनी कार्यालय का घेराव कर शव रखकर विरोध प्रदर्शन किया। परमिट होने के बावजूद अचानक चालू हुई बिजली यह हादसा 18 नवंबर की शाम करीब 4 से 6 बजे के बीच हुआ था। बंशीदास अपने पिता और अन्य कर्मचारियों के साथ आतरीमाता में घरेलू लाइन के लिए केबल खींचने और मीटर लगाने का काम कर रहे थे। इस काम के लिए ग्रिड से बिजली आपूर्ति पूरी तरह बंद करने का परमिट जारी किया गया था। मृतक के पिता रामदास बैरागी ने आरोप लगाया कि ऑपरेटर की लापरवाही से परमिट होने के बाद भी अचानक बिजली चालू कर दी गई। इसी दौरान बंशीदास सीधे 11 केवी लाइन की चपेट में आ गए और बुरी तरह झुलसकर खंभे से नीचे गिर पड़े। अहमदाबाद अस्पताल में तोड़ा दम गंभीर हालत में उन्हें पहले मनासा शासकीय अस्पताल ले जाया गया। वहां से नीमच जिला अस्पताल और फिर बेहतर इलाज के लिए अहमदाबाद रेफर किया गया। हालांकि लगातार उपचार के बावजूद गुरुवार को उनकी मौत हो गई। शव रखकर किया प्रदर्शन, तीन घंटे बाद बनी सहमति मौत की जानकारी के बाद परिजनों और ग्रामीणों ने गुरुवार शाम विद्युत विभाग कार्यालय के बाहर शव रखकर धरना शुरू कर दिया। उनकी मांग थी कि दोषियों पर कार्रवाई की जाए और परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए। सूचना मिलते ही एसडीएम और तहसीलदार मौके पर पहुंचे और परिजनों से चर्चा की। करीब तीन घंटे की बातचीत के बाद समझौता हुआ। परिजन तब माने जब उन्हें विभाग के ठेकेदार की ओर से 11 लाख रुपए और बिजली कंपनी की ओर से 4 लाख रुपए, कुल 15 लाख रुपए की सहायता देने का आश्वासन दिया गया। साथ ही परिवार के एक सदस्य को दैनिक वेतन भोगी के रूप में नौकरी देने पर भी सहमति बनी। इसके बाद ग्रामीणों ने धरना समाप्त कर दिया।
फरीदाबाद में महिलाओं से जुड़े मामलों में पुलिस अधिकारियों का सहयोग न मिलने पर हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने कहा कि वह इस बारे में डीजीपी को लेटर लिखेंगी। उन्होंने बताया कि आज की जनसुनवाई में जिस तरह पुलिस अधिकारियों द्वारा लापरवाही और गैर–जिम्मेदारी देखने को मिली, वह बिल्कुल स्वीकार्य नहीं है। रेनू भाटिया गुरुवार को फरीदाबाद में महिलाओं से जुड़े 38 मामलों की जनसुनवाई के लिए पहुंचीं। यहां कई केसों में पुलिस द्वारा शिकायतकर्ताओं को सही जानकारी न देने, केस की स्थिति न बताने और समय पर सुनवाई में सहयोग न करने की शिकायतें सामने आईं। इस पर वह नाराज नजर आईं और उन्होंने अधिकारियों को फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि पुलिस का इस तरह का ढीलापन महिलाओं के मामलों को और जटिल बना देता है। उन्होंने बताया कि अक्सर शिकायतकर्ता महिलाओं को यह तक नहीं बताया जाता कि उन्हें किस दिन आना है, कौन से दस्तावेज लाने हैं और केस की अगली प्रक्रिया क्या है। इस कारण केस समय पर आगे नहीं बढ़ पाते। उन्होंने कहा कि डीजीपी पहले ही महिला सुरक्षा को लेकर सख्त निर्देश दे चुके हैं, इसके बावजूद आज की जनसुनवाई में कई महिला पुलिसकर्मियों और अधिकारियों में लापरवाही साफ दिखाई दी। जनसुनवाई के दौरान ही उन्होंने अधिकारियों से कहा कि यदि आगे भी ऐसे मामले आते रहे तो पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई तय होगी। उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी केस में दोनों पक्ष मौजूद नहीं होते, तो इसकी जिम्मेदारी संबंधित पुलिस अधिकारी की मानी जाएगी और उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि जनसुनवाई एक बड़ी प्रक्रिया होती है, जिसमें IO, एरिया SHO, एरिया DSP और अन्य जिम्मेदार अधिकारियों का उपस्थित रहना अनिवार्य है। लेकिन आज कई अधिकारी गैरमौजूद थे, जो गंभीर लापरवाही का संकेत है। इसी कारण उन्होंने निर्णय लिया कि इस पूरे मामले की जानकारी डीजीपी को भेजी जाएगी ताकि अनुशासन और सहयोग सुनिश्चित किया जा सके। मीडिया से बातचीत में रेनू भाटिया ने कहा कि महिला पुलिसकर्मियों को महिलाओं से जुड़े मामलों में और अधिक संवेदनशीलता, समझ और गंभीरता के साथ काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि बार-बार तारीखें देने से पुलिस का भी समय खराब होता है और आयोग का भी, और मामलों का समाधान भी देर से होता है। आज की जनसुनवाई में कुल 38 मामलों की सुनवाई की गई। इनमें से 25 से अधिक मामलों का निपटारा कर दिया गया। 5 मामलों को मौके पर ही सुलझा लिया गया, 5 मामलों को रद्द किया गया और 5 मामलों की सुनवाई 10 दिन बाद फिर की जाएगी।
पूर्णिया में पुआल लदी पिकअप में आग लगी:चालक ने कूदकर बचाई जान, मंझेली की ओर जा रही थी
पूर्णिया जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र स्थित मंझेली बाजार के पास गुरुवार शाम पुआल से लदी एक पिकअप वैन में आग लग गई। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया और पूरा वाहन उसकी चपेट में आ गया। इस घटना से इलाके में हड़कंप मच गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पिकअप पूर्णिया से मंझेली की ओर जा रही थी। रास्ते में अचानक पुआल से धुआं उठने लगा, और कुछ ही मिनटों में आग की लपटें तेज हो गईं। स्थिति बिगड़ती देख चालक ने चलती गाड़ी से कूदकर अपनी जान बचाई। स्थानीय लोगों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए वाहन को मुख्य सड़क से किनारे धकेल दिया। इसका उद्देश्य अन्य वाहनों को संभावित नुकसान से बचाना था। ग्रामीणों ने बाल्टी, ड्रम और अन्य उपलब्ध जल स्रोतों से आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन पुआल में लगी आग की तीव्रता इतनी अधिक थी कि उसे नियंत्रित नहीं किया जा सका। घटना की सूचना मिलने पर स्थानीय प्रशासन और पुलिस टीम भी मौके पर पहुंची। उन्होंने स्थिति का जायजा लिया। आग लगने के कारणों का अभी तक स्पष्ट पता नहीं चल पाया है, लेकिन प्रारंभिक संभावना है कि पुआल में किसी चिंगारी या रगड़ के कारण आग लगी होगी। इस घटना में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। हालांकि, पिकअप वैन पूरी तरह जलकर राख हो गई।
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में मतदाता सूची के शत प्रतिशत विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का कार्य सफलतापूर्वक पूरा करने पर 19 बीएलओ (बूथ लेवल अधिकारी) को सम्मानित किया गया। यह सम्मान आज कलेक्ट्रेट के अरपा सभा कक्ष में प्रशस्ति पत्र देकर प्रदान किया गया। कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी के मार्गदर्शन में जिले में एसआईआर का कार्य निर्धारित समय से पहले पूरा किया गया। समय से पहले कार्य पूरा करने वाले बीएलओ को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से यह सम्मान समारोह आयोजित किया गया था। इन्हें किया गया सम्मानित सम्मानित बीएलओ में विधानसभा क्षेत्र मरवाही के मतदान केंद्र बदरौड़ी से मालती बाई कंवर, चंगेरी से योगेन्द्र सिंह दीक्षित, लोहारी से हेमवती शर्मा, कटरा से दिपेश प्रजापति, सेमरदर्री से सुमनलता मार्को, अमेराटीकरा से साधना सुमेर मेढ़ुका से शोभना कछवाह के नाम शामिल हैं। इसके अलावा दर्री से उदयलाल पढवार, डाहीबहरा से सुभाष कुमार, खम्हलीखुर्द से पीयूष विश्वकर्मा, गिरवर से विनय दास मानिकपुरी, हर्री से गिरिजा सिंह ठाकुर, बागड़ी से गीता गुप्ता, सेमरा से मनीष साहू, कन्हाई बहरा से गीता बाई नागवंश, लाटा से दिलेश्वरी मरकाम, भदौरा से भुवनेश्वर साहू, कोटा के मतदान केंद्र पेण्ड्रा से प्रेरणा तिवारी और गांधीपुर मतदान केंद्र से अनीता पैकरा को भी सम्मानित किया गया।
उत्तर प्रदेश में चल रही SIR प्रक्रिया के दौरान 5 बीएलओ की मौत पर राजनीति शुरू हो गई है। यूपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कांग्रेस ने चुनाव आयोग को पत्र भेजकर इसकी न्यायिक जांच की मांग की है। आरोप लगाया है कि बीएलओ पर जाति–धर्म के आधार पर नाम काटने का दबाव बनाते हुए जल्द सूची तैयार करने के लिए कहा जा रहा है। इसके दबाव में लोगों की जान जा रही है। कांग्रेस ने यूपी जैसे बड़े प्रदेश में एक महीने की समय सीमा को कमतर माना है। इसे तीन महीने बढ़ाने की मांग की है। अधिकारी धमका रहे, कर्मचारी डर में मर रहे : अजय राय कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने पत्र में आरोप लगाया कि वरिष्ठ अधिकारी SIR की प्रक्रिया “किसी भी कीमत पर जल्दी पूरा करने” के दबाव में बीएलओ और कर्मचारियों को अवैध निर्देश दे रहे हैं। यहां तक कि जाति–धर्म देखकर मतदाता सूची से नाम काटने के लिए भी कहा जा रहा है। दावा किया कि अधिकारियों का यही दबाव बीएलओ के हार्ट अटैक, ब्रेन हेमरेज और आत्महत्या जैसी घटनाओं की वजह बन रहा है। पत्र में हाल की 5 मौतों का हवाला दिया– एक महीने में SIR…UP जैसे बड़े राज्य में संभव नहीं अजय राय ने चुनाव आयोग को पत्र के माध्यम से अवगत कराया है कि यूपी जैसे बड़े राज्य में एसआईआर के लिए एक माह का समय पर्याप्त नहीं है। अधिकारी खुद दबाव में हैं और वही दबाव नीचे तक “धमकियों के रूप में” पहुंच रहा है। कर्मचारियों पर बर्खास्तगी, विभागीय कार्रवाई, झूठी FIR और पुलिस उठवा लेने जैसी चेतावनियां दी जा रही हैं। कांग्रेस ने मांग की है कि सभी मौतों की न्यायिक जांच हो। मृतक कर्मचारियों के लिखित, ऑडियो, वॉट्सऐप संदेशों को मृत्यु पूर्व कथन माना जाए। दोषी अधिकारियों पर आपराधिक मुकदमा दर्ज किया जाए। साथ ही यूपी में एसआई की प्रक्रिया को 3 महीने बढ़ाया जाए।
हिसार पुलिस ने पकड़े 4 नशा तस्कर:संदिग्ध अवस्था में घूम रहे थे, स्कॉर्पियो और बाइक जब्त, गांजा बरामद
हिसार पुलिस की नशा निरोधक टीम ने 60 किलो 980 ग्राम गांजा बरामद चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने तस्करी में इस्तेमाल एक स्कॉर्पियो और एक बाइक भी जब्त की है। पहली कार्रवाई में, टीम प्रभारी उपनिरीक्षक इंदर सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने गांव काबरेल के पास नायक चोपाल पर एक संदिग्ध स्कॉर्पियो को रोका। गाड़ी में सवार संदीप कुमार निवासी झेरली, राजस्थान और हरेंद्र उर्फ हैप्पी निवासी बेरी, राजस्थान से पूछताछ की गई। ड्यूटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में तलाशी के दौरान वाहन की पिछली सीट से 20 किलो 310 ग्राम गांजा बरामद हुआ। दूसरी कार्रवाई में, भूना रोड, अग्रोहा पर पुलिस टीम ने एक बाइक पर जा रहे दो युवक मोनू निवासी काबरेल और सागर को संदिग्ध अवस्था में पकड़ा। बाइक पर रखे एक कट्टे की तलाशी लेने पर उसमें से 40 किलो 670 ग्राम गांजा बरामद किया गया। आरोपियों से पुलिस कर रही पूछताछ पुलिस ने कुल 60 किलो 980 ग्राम नशीला पदार्थ, स्कॉर्पियो और बाइक जब्त कर ली है। संदीप और हरेंद्र के खिलाफ आदमपुर थाने में, जबकि मोनू और सागर के खिलाफ अग्रोहा थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया गया है। हिसार पुलिस अब गिरफ्तार आरोपियों से गहन पूछताछ कर रही है। इसका उद्देश्य गांजा तस्करी के सप्लाई रूट, स्रोत और पूरे नेटवर्क का खुलासा करना है। पुलिस ने बताया कि नशा तस्करी की इस श्रृंखला को जड़ से खत्म करने के लिए जांच तेजी से जारी है।
बदरवास में इंटरसिटी ट्रेन से 12 वर्षीय दीपक की मौत:हादसे की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं, पुलिस करेगी जांच
शिवपुरी जिले के बदरवास कस्बे में सोमवार सुबह इंटरसिटी ट्रेन की चपेट में आने से गंभीर रूप से घायल हुए 12 वर्षीय दीपक जाटव की गुरुवार को ग्वालियर में उपचार के दौरान मौत हो गई। हादसे के बाद उसे जिला अस्पताल से ग्वालियर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था, जहां तीन दिनों से उसका इलाज चल रहा था। जानकारी के अनुसार, बदरवास कस्बे की सिंधिया कॉलोनी निवासी गिरधारी जाटव का बेटा दीपक जाटव सोमवार सुबह बिना बताए घर से निकला था। कुछ देर बाद वह घर से थोड़ी दूरी पर स्थित रेलवे ट्रैक पर पहुंच गया। सुबह करीब 8:30 बजे गुजर रही इंटरसिटी ट्रेन की चपेट में आने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया। परिजनों ने उसे तुरंत जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां से गंभीर हालत को देखते हुए उसे ग्वालियर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया था। घटना कैसे हुई और दीपक रेलवे ट्रैक पर क्यों गया, इस संबंध में अभी तक कोई स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आई है। परिजन भी हादसे के कारणों पर कुछ बताने में असमर्थ हैं। पुलिस ने परिजनों द्वारा सूचना न दिए जाने के कारण अब तक मर्ग कायम नहीं किया था। हालांकि, बालक की मौत के बाद अब पुलिस मर्ग दर्ज कर मामले की जांच आगे बढ़ाएगी।
हिसार में मॉडल टाउन के रहने वाले रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल गुरनीश सिंह के साथ ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर 71.27 लाख रुपए की साइबर ठगी का मामला सामने आया है। शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्हें वॉट्सऐप ग्रुप “H204-Reliance Market Nexus” में जोड़कर रिलायंस सिक्योरिटीज के नाम पर निवेश के लिए उकसाया गया और धीरे-धीरे भारी भरकम रकम हड़प ली गई। प्राथमिक जांच के बाद साइबर क्राइम थाना हिसार ने धारा 318(4), 61 BNS के तहत मामला दर्ज कर लिया है। शिकायतकर्ता के अनुसार,10 सितंबर 2025 को उन्हें “H204-Reliance Market Nexus” नामक वॉट्सऐप ग्रुप में शामिल किया गया। ग्रुप का दावा था कि यह रिलायंस सिक्युरिटीज का स्टॉक इन्वेस्टमेंट समूह है। ग्रुप एडमिन के रूप में राकेश जैन और अद्विका शर्मा स्वयं को विशेषज्ञ बताकर निवेश के लिए प्रेरित कर रहे। साइबर ठगों ने इस तरह जाल में फंसाया...
चित्तौड़गढ़ (मेवाड़) के कृष्णधाम श्रीसांवलियाजी सेठ मंदिर को दान में मिली राशि ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। गुरुवार को हुए छठे और आखिरी राउंड में गिनती पूरी हुई। इसी के साथ सभी राउंड के नकद चढ़ावे, ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के रुपए जोड़कर कुल 51 करोड़ 27 लाख 30 हजार 112 रुपए चढ़ावा आया। मंदिर इतिहास में यह पहली बार है, जब भंडार ने 51 करोड़ का आंकड़ा पार किया है। इस बार न सिर्फ नकद बल्कि ऑनलाइन माध्यमों से भी भक्तों ने बड़ी श्रद्धा दिखाई। ऑनलाइन ट्रांजेक्शन से कुल 10 करोड़ 52 लाख 89 हजार 569 रुपए मिले। यह पैसा पिछले सालों की तुलना में काफी ज्यादा है। नकद गिनती के साथ-साथ गुरुवार को सोना-चांदी का तौल भी किया गया। इसमें कुल 207 किलो 793 ग्राम चांदी और कुल 1204 ग्राम 04 मिलीग्राम सोना प्राप्त हुआ। इसमें भंडार से 86.200 किलो चांदी, भेंट कक्ष से 121.593 किलो चांदी, भंडार से 985 ग्राम सोना, भेंट कक्ष से 219 ग्राम 400 मिलीग्राम सोना मिला । 19 नवंबर को भंडार खोला, भक्तों में उत्साह बढ़ाश्री सांवलियाजी मंदिर का भंडार 19 नवंबर को खोला गया था। इसके बाद लगातार भंडार की गिनती की गई। सुबह से शाम तक नोटों, सिक्कों और पर्चियों की गिनती चलती रही। मंदिर परिसर में पूरे समय भक्तों की भीड़ बनी रही। सभी राउंड की गिनती ट्रस्ट, प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्थाओं की मौजूदगी में की गई। अब जानिए- हर राउंड में कितनी नकदी मिली... ग्राफिक में समझिए सांवलिया सेठ मंदिर का इतिहास चबूतरे पर होती थी मूर्तियों की पूजा 40 साल तक बागुंड के प्राकट्य स्थल पर ही एक चबूतरे पर तीनों मूर्तियों की पूजा की जाती रही। इसके बाद फिर भादसोड़ा के ग्रामीण एक मूर्ति को अपने गांव ले आए और एक केलुपोश मकान में स्थापित कर दिया। वहीं, एक मूर्ति मंडफिया लाई गई थी। तंवर बताते हैं- इन्हीं मूर्तियों में से एक मूर्ति के सीने पर पैर का निशान था। मान्यता है कि यह भृगु ऋषि के पैर हैं। अब पढ़िए- भृगु ऋषि से जुड़ी मान्यताइस मूर्ति पर जो चरण चिन्ह है, उसके पीछे एक कथा है। कथा के अनुसार, एक बार सभी ऋषियों ने मिलकर एक यज्ञ किया। विचार किया कि इस यज्ञ का फल ब्रह्मा, विष्णु या महेश, इनमें से किसे दिया जाए। निर्णय के लिए भृगु ऋषि को चुना गया। वे सबसे पहले भगवान विष्णु के पास पहुंचे, जो उस समय निंद्रा में थे और माता लक्ष्मी उनके चरण दबा रही थीं। भृगु ऋषि को यह लगा कि भगवान विष्णु उन्हें देखकर भी सोने का बहाना कर रहे हैं, इसलिए उन्होंने क्रोधित होकर भगवान विष्णु के सीने पर लात मार दी। भगवान तुरंत उठे और ऋषि के पैर पकड़ लिए, क्षमा मांगते हुए बोले– मेरा शरीर कठोर है, कहीं आपके कोमल चरणों को चोट तो नहीं आई? भगवान की यह विनम्रता और सहनशीलता देखकर भृगु ऋषि ने उन्हें त्रिदेवों में श्रेष्ठ माना और यज्ञ का फल उन्हें ही समर्पित किया। .......... सांवलिया जी के भंडारे से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… श्रीसांवलियाजी भंडार में रिकॉर्ड तोड़ चढ़ावा:5 राउंड में निकले 40 करोड़ रुपए, काउंटिंग जारी; आखिरी चरण में होगा सोने-चांदी का तौल मेवाड़ के कृष्णधाम श्री सांवलियाजी मंदिर में इस बार रिकॉर्ड टूट गए हैं। दीपावली के बाद खोले गए भंडार की गिनती का पांचवां राउंड बुधवार को हुआ। (पढ़ें पूरी खबर)
बुरहानपुर में शाम के जाम से मिलेगी मुक्ति:पुलिस ने मुख्य बाजारों और चौराहों पर बल तैनात किया
बुरहानपुर में शाम के समय लगने वाले यातायात जाम से आम जनता को राहत मिलेगी। पुलिस ने गुरुवार से एक नई पहल शुरू की है, जिसके तहत मुख्य बाजारों, चौराहों और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर पुलिस बल तैनात किया गया है। इस कदम का उद्देश्य शाम के समय अक्सर मिलने वाली जाम की शिकायतों का समाधान करना है और इससे अवैध गतिविधियों पर नकेल कसने में भी मदद मिलेगी। गुरुवार शाम से शनवारा चौराहा सहित अन्य प्रमुख चौराहों पर पुलिस बल की तैनाती शुरू हो गई। सीएसपी गौरव पाटिल ने डायल 112 में उपलब्ध कराए गए उपकरणों की जांच भी की। उन्होंने बताया कि पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार पाटीदार ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इन निर्देशों के तहत जिले में शाम के यातायात और सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिसके लिए विभिन्न पॉइंट निर्धारित किए गए हैं। नई व्यवस्था के अनुसार, जिले के सभी थाना प्रभारी अपने स्टाफ के साथ अपने-अपने क्षेत्र के मुख्य चौराहों पर उपस्थित रहकर सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी करेंगे। वे अपने क्षेत्र की गतिविधियों की मॉनिटरिंग कर कंट्रोल रूम को रिपोर्ट भेजेंगे। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि किसी भी प्रकार की सूचना या शिकायत के लिए डायल 112 पर संपर्क करें या अपने स्थानीय थाने में जानकारी दें।
हिसार नगर निगम की तहबाजारी टीम ने अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत पुरानी और नई ऑटो मार्केट में कार्रवाई की। इस दौरान नई ऑटो मार्केट के गेट नंबर-3 पर चल रही अवैध पार्किंग का भंडाफोड़ हुआ, जहां से एक रजिस्टर और अन्य सामान जब्त किया गया। अतिरिक्त निगमायुक्त डॉ. प्रदीप हुड्डा ने मामले का संज्ञान लेते हुए संबंधित व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। निगम की तहबाजारी टीम लगातार अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई कर रही है। गुरुवार को अभियान के दौरान अतिरिक्त निगमायुक्त डॉ. प्रदीप हुड्डा ने आवश्यक निर्देश दिए। अभियान के नोडल अधिकारी सुरेंद्र वर्मा ने बताया कि पुरानी ऑटो मार्केट से लोहे के व्यापारियों ने स्वेच्छा से अपना सामान हटाना शुरू कर दिया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही दुकानों के बाहर रखा सारा सामान हटा लिया जाएगा। एक सप्ताह में अतिक्रमण हटाने का आश्वासन इसी क्रम में डॉ. प्रदीप हुड्डा नई ऑटो मार्केट भी पहुंचे। यहां मार्केट के प्रधान सुभाष सहित मिस्त्री और दुकानदारों ने उनसे मुलाकात की। उन्होंने अगले एक सप्ताह के भीतर नई ऑटो मार्केट से अतिक्रमण पूरी तरह खत्म करने का आश्वासन दिया। तहबाजारी टीम के इंचार्ज सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि इसके अतिरिक्त नागौरी गेट से गुलाब सिंह चौक और सिटी थाना तक भी अतिक्रमण हटाया गया। अभियान के दौरान नगर निगम की टीम ने पुरानी और नई ऑटो मार्केट से अतिक्रमण हटवाया और कुछ सामान भी जब्त किया। सुरेंद्र वर्मा ने जानकारी दी कि गेट नंबर 3 पर अवैध पार्किंग की शिकायतें मिल रही थीं। इस पर कार्रवाई करते हुए गेट पर बने एक कमरे से एक रजिस्टर और अन्य सामान जब्त किया गया। रजिस्टर की जांच में पता चला कि पार्किंग के नाम पर प्रति वाहन 20 रुपए से 200 रुपए तक वसूले जा रहे थे, जो पूरी तरह अवैध था।
दरभंगा में बीते देर रात दो अलग-अलग हादसों में दो युवकों की मौत हो गई। एक घटना सड़क दुर्घटना से जुड़ी है, जबकि दूसरी में ब्लड प्रेशर की दवा का ओवरडोज़ मौत का कारण बना। जोगियारा–कमतौल मुख्य सड़क स्थित चौवनमा चौक मुरैठा से पूरब अमर साइकिल दुकान के सामने मंगलवार देर रात करीब 10:30 बजे सड़क हादसा हो गया। कमतौल की ओर जा रहे मेसी फर्गुसन कंपनी के मिक्सचर मशीन लगे ट्रैक्टर से बाइक की आमने-सामने टक्कर हो गई। हादसा इतना जबरदस्त था कि बाइक चालक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक युवक गंभीर रूप से जख्मी हो गया.! जाले थाना क्षेत्र के बघौल, वार्ड 16, देवड़ा बंधौली पंचायत निवासी जितन चौपाल (25) की मौत घटनास्थल पर ही हो गई। जख्मी पच्चू चौपाल मृतक का पड़ोसी है। दोनों कमतौल में पेंटिंग का काम कर घर लौट रहे थे। रास्ते में तेज रफ्तार बाइक ट्रैक्टर से टकरा गई। पुलिस ने 2 गाड़ी को किया जब्त हादसे की सूचना मिलते ही प्रभारी थानाध्यक्ष दीपशिखा पुलिस बल संग मौके पर पहुंचीं। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर दोनों वाहनों को जब्त कर लिया और पोस्टमार्टम के लिए डीएमसीएच भेजा। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। मृतक के चाचा लाल खतवे ने बताया कि ट्रैक्टर पर दो मसाला (मिक्सर मशीन) लगी हुई थी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि मौके पर ही मौत हो गई।उन्होंने कहा कि “मेरा भतीजा मैकेनिक का काम करता था। हाल ही में दिल्ली से लौटा था। तीन भाइयों में सबसे बड़ा और घर का इकलौता कमाने वाला था। उसकी शादी 18 नवंबर 2024 को हुई थी, पत्नी प्रेग्नेंट है। परिवार पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है। सरकार उचित मुआवजा दें, क्योंकि अब परिवार का सहारा कौन बनेगा? इलाज के दौरान गई जान बहेड़ी थाना क्षेत्र के सिरुआ निवासी दिलखुश ठाकुर (24) की देर रात ब्लड प्रेशर की दवा का कथित रूप से ओवरडोज लेने से मौत हो गई। तबीयत बिगड़ने पर परिजनों ने उसे डीएमसीएच में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान करीब 2:30 बजे उसकी मौत हो गई। मृतक के पिता अनिल ठाकुर ने बताया “शाम को वह घर से निकला था। लौटने पर उल्टी व बेचैनी होने लगी। उसने ब्लड प्रेशर की दवा की ज्यादा मात्रा खा ली। रात 11 बजे डीएमसीएच ले गए, लेकिन देर रात उसकी मौत हो गई।” मृतक की पत्नी ने रोते हुए कहा कि “2021 में हमारी शादी हुई थी। न कोई टेंशन था, न कोई झगड़ा। उनका बीपी लो हो गया था, शायद गलत दवा खा ली। अब मैं क्या करूंगी? भगवान ही मालिक हैं। सिर्फ 4 साल में ही मेरा सुहाग उजड़ गया…।” रिश्तेदार सज्जन कुमार चौधरी ने बताया कि युवक खुशमिजाज था। परिवार को यह भी स्पष्ट जानकारी नहीं है कि वह नौकरी में था या नहीं। उन्होंने कहा कि “कभी कहता था कि एक्साइज विभाग में हूं, कभी कुछ और। असल में कहां पोस्टेड था, यह किसी को पता नहीं। रात में हालत बिगड़ने पर ही पता चला कि उसने दवा ज्यादा ले ली थी।” दोनों मामलों में पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई की है। सड़क हादसे के मामले में ट्रैक्टर जब्त कर लिया गया है। दवा ओवरडोज़ मामले में चिकित्सकीय रिपोर्ट के आधार पर आगे कार्रवाई की जा रही है। इन घटनाओं से दोनों परिवारों पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है और गांवों में शोक का माहौल है।
हिसार के हांसी में नगर परिषद ने गुरुवार को हाउस टैक्स बकाया होने पर दो बिल्डिंगों को सील कर दिया। यह कार्रवाई लगातार नोटिस जारी करने और पर्याप्त समय देने के बावजूद टैक्स जमा न करने पर की गई। नगर परिषद सचिव एंजेल वायु ने बताया कि पहली बिल्डिंग पर लगभग 86 हजार रुपए का हाउस टैक्स बकाया था। वहीं, जीटी रोड के नजदीक स्थित दूसरी बिल्डिंग पर करीब 45 हजार रुपए का टैक्स लंबित था। उन्होंने स्पष्ट किया कि दोनों मालिकों को समय पर नोटिस भेजे गए थे और टैक्स जमा करने के लिए पर्याप्त अवसर दिया गया था। सचिव ने आगे कहा कि नगर परिषद भविष्य में भी ऐसी कार्रवाई जारी रखेगी। उन्होंने सभी बिल्डिंग मालिकों से समय पर हाउस टैक्स जमा कराने की अपील की, अन्यथा सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी। किरायेदार ने कार्रवाई पर उठाए सवाल इस बीच, जीटी रोड स्थित सील की गई बिल्डिंग के किरायेदार जॉनी ने नगर परिषद की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि नगर परिषद किसी दबाव में यह कार्रवाई कर रही है। जॉनी ने कहा कि वे किरायेदार हैं और टैक्स मालिक को भरना होता है, लेकिन नोटिस उनके नाम पर भेजे गए। किरायेदार जॉनी ने यह भी दावा किया कि शहर में कई अन्य लोग हैं जिन पर उनसे अधिक टैक्स बकाया है, फिर भी कार्रवाई केवल उनकी बिल्डिंग पर की गई। उन्होंने इस कार्रवाई की निष्पक्षता पर संदेह व्यक्त किया।
छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में एक तेंदुआ मुर्गी के लालच में पोल्ट्री फार्म में घुस गया। यह घटना शहर से लगे ग्राम मोहलाई में हुई, जहां तेंदुआ लगभग तीन घंटे तक फार्म के भीतर रहा, जिससे ग्रामीणों में दहशत फैल गई। जानकारी के अनुसार, 26 नवंबर की रात लगभग 9 बजे तेंदुआ मोहलाई स्थित पोल्ट्री फार्म के एक केज में घुसा, जहां सैकड़ों मुर्गियां पाली जा रही थीं। तेंदुए ने कई मुर्गियों को मार डाला। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस और वन विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं। लगभग तीन घंटे की मशक्कत के बाद, फार्म का दरवाजा खोले जाने पर तेंदुआ जंगल की ओर भाग निकला। इसके बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। जिले के वनांचल क्षेत्रों में वन्य प्राणियों की चहलकदमी बढ़ रही है। वन विभाग ने आसपास के गांवों में लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है।

