बिहार में एनडीए सरकार के गठन के बाद प्रशासनिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। विकास योजनाओं में रफ्तार लाने और युवाओं से किए गए वादों को धरातल पर उतारने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज शाम 3:30 बजे मुख्य सचिवालय के कैबिनेट कक्ष में एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता करेंगे। यह बैठक कई मायनों में रणनीतिक और भविष्य की दिशा तय करने वाली मानी जा रही है। 1 करोड़ नौकरी देने की दिशा में बड़ा कदम सूत्रों के मुताबिक बैठक का सबसे बड़ा एजेंडा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से युवाओं को दिए गए 1 करोड़ नौकरी और रोजगार के वादे को क्रियान्वित करने से जुड़ा है। नीतीश सरकार अपनी दूसरी पारी की शुरुआत तेज डिलीवरी और ठोस फैसलों के साथ करना चाहती है, और आज की बैठक उसी दिशा का संकेत है। तीन नए विभागों के गठन का प्रस्ताव कैबिनेट की मेज पर आज तीन नए विभागों के गठन का प्रस्ताव रखा जाएगा, जिन्हें मंजूरी मिलने की प्रबल संभावना है। बताया जा रहा है कि ये विभाग इन क्षेत्रों पर केंद्रित होंगे— रोजगार सृजन कौशल विकास उद्यमिता और स्वरोजगार प्रोत्साहन। इन विभागों के गठन से प्रशासनिक ढांचा अधिक रोजगार पर केंद्रित होगा और नौकरी देने वाली नीतियों को तेजी से लागू किया जा सकेगा। पहली कैबिनेट बैठक में भी विकास को दी गई थी प्राथमिकता बता दें कि नई सरकार की पहली कैबिनेट बैठक 25 नवंबर को हुई थी, जिसमें छह प्रमुख प्रस्तावों पर मुहर लगी थी। इनमें आधारभूत संरचना विकास, औद्योगिक प्रगति, किसानों की आय बढ़ाने, और रोजगार विस्तार जैसे मुद्दे प्रमुख थे। बेरोजगारी कम करने के लिए सरकार की योजनाबद्ध तैयारी सरकार का फोकस बिहार में बेरोजगारी दर को कम करने और युवाओं को त्वरित अवसर उपलब्ध कराने पर है। आज की बैठक में ऐसे निर्णय लिए जा सकते हैं जो रोजगार मिशन को गति दें और 1 करोड़ नौकरी–रोजगार के लक्ष्य को साकार करने की दिशा में निर्णायक कदम साबित हों। क्यों अहम है यह बैठक? ये नई सरकार की दूसरी कैबिनेट बैठक है। जिसमें बड़े फैसलों की उम्मीद है। युवा केंद्रित नीतियों के लिए संगठित ढांचा तैयार करने का प्रयास किया जा रहा है। नौकरी–रोजगार के क्षेत्र में इतिहास रचने की तैयारी है।
खंडवा जिले के मूंदी थाना क्षेत्र में एक आदिवासी महिला के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है। पुलिस ने 6 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें हिरासत में ले लिया है। घटना 29-30 नवंबर की दरम्यानी रात करीब 1 बजे की है, जब महिला अपने पति के साथ खेत में मजदूरी कर रही थी। डरी-सहमी पीड़िता ने पहले समाज की पंचायत में गुहार लगाई, लेकिन वहां न्याय न मिलने पर सोमवार देर रात पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। 27 वर्षीय पीड़िता के मुताबिक, उसके पति ने गांव के पटेल से खेत में सिंचाई का ठेका ले रखा था। खेत मेन रोड से लगा होने के कारण वहां लोगों की आवाजाही रहती है। घटना वाली रात गांव के ही 6 लोग खेत पर बनी टपरी में पहुंचे। उन्होंने महिला के पति से कहा कि उन्हें ठंड लग रही है, अलाव जलाना है। पति अलाव जलाकर खेत में पानी देने (सिंचाई) चला गया। पति के जाते ही आरोपियों ने मौका पाकर महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। जान से मारने की धमकी दीपीड़िता ने बताया कि वह और उसका परिवार मजदूरी कर जीवन-यापन करते हैं। वारदात के बाद वह काफी डर गई थी क्योंकि आरोपियों ने पति को जान से मारने की धमकी दी थी। लोक-लाज के डर से वह चुप रही, लेकिन बाद में हिम्मत करके समाज के सामने बात रखी। 3 दिन पहले समाज की पंचायत बैठी। पीड़िता ने बताया, बैठक में आरोपियों के परिवार की महिलाओं ने अपने बेटों को संस्कारी बताया। हमारी एक नहीं सुनी गई, क्योंकि सभी पंच तो आरोपियों के परिवार से ही थे। इसके बाद पीड़ित परिवार थाने पहुंचा। पति बोला- भरोसा तोड़ा, ये कृत्य माफी लायक नहींमहिला के पति ने कहा, मैंने समाज के व्यक्ति हैं, यह देखकर विश्वास किया और उन्हें रात के समय टपरी पर जगह दी। अलाव जलाकर दिया, लेकिन उन लोगों ने विश्वासघात किया। सभी लोग मेरे परिचित थे, लेकिन उन्हें माफ नहीं कर सकते। इस तरह के कृत्य के बाद भी उन लोगों को जरा भी शर्म नहीं थी। पत्नी के साथ दरिंदगी का हमने समाज की बैठक में विरोध जताया तो वे लोग उल्टा हम पर ही हावी होने लग गए। आज मेरी पत्नी के साथ किया, कल किसी की बेटी के साथ ऐसा कृत्य करते, इसलिए मामले की शिकायत पुलिस से की। हम चाहते हैं कि दरिंदों को कड़ी से कड़ी सजा मिलना चाहिए। पुलिस ने सभी 6 आरोपियों को पकड़ामूंदी थाना टीआई राजेंद्र नरवरिया ने बताया कि सोमवार देर रात महिला थाने पहुंची थी। शिकायत के बाद तुरंत मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने टीमें गठित कर मंगलवार सुबह 10 बजे तक सभी आरोपियों को राउंडअप कर लिया है। पकड़े गए आरोपियों के नाम रंजित पिता प्रहलाद गोंड, भारत उर्फ बद्री पिता संतोष गोंड, अमित पिता आत्माराम गोंड, निखिल पिता विनोद गोंड, संदीप पिता महेश गोंड और सावन पिता मानसिंह गोंड हैं। ये सभी वार्ड नंबर 5, गोंडबैडी मूंदी के निवासी हैं।
शिवपुरी शहर के कोर्ट रोड पर सोमवार देर शाम एक बड़ी लापरवाही सामने आई। सीवर लाइन के लिए खोदे गए खुले गड्ढे में एक बाइक सवार गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया। स्थानीय लोगों ने मौके पर पहुंचकर घायल युवक को गड्ढे से बाहर निकाला और उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया। यह घटना कोर्ट रोड की एक गली में हुई। जानकारी के अनुसार, बर्तन दुकान संचालक धर्मेंद्र ने अपनी दुकान के पीछे सीवर जोड़ने के लिए गड्ढा खुदवाया था। हालांकि, गड्ढे के आसपास किसी भी प्रकार की बैरिकेडिंग या चेतावनी चिन्ह नहीं लगाए गए थे। इसी लापरवाही के कारण शाम के समय पोहरी निवासी मनोज शिवहरे (पिता मुरारीलाल शिवहरे) अपनी बाइक सहित गड्ढे में जा गिरे। घटना की सूचना मिलते ही आसपास के लोग एकत्रित हो गए। उन्होंने काफी मशक्कत के बाद घायल मनोज शिवहरे को गड्ढे से बाहर निकाला और एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। मनोज शिवहरे का उपचार जारी है।
नर्मदापुरम जिले की सोहागपुर रेंज में अखिल भारतीय बाघ गणना 2026 के लिए लगाए गए दो 'कैमरा ट्रैप' चोरी हो गए हैं। चोरों ने महेंद्रवाड़ी बीट के जंगल से इन कैमरों को चुराया है। घटना का पता रविवार सुबह 7 बजे चला, जब बीट गार्ड मौके पर पहुंचे। इसके बाद सोमवार शाम 7 बजे माखननगर थाने में बीट गार्ड ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ चोरी का मामला दर्ज कराया है। बीट गार्ड हेमंत राय रविवार (7 दिसंबर) सुबह 7 बजे सोहागपुर रेंज की महेंद्रवाड़ी बीट के कक्ष क्रमांक आरएफ-226 में कैमरों की चेकिंग करने पहुंचे थे। वहां पहुंचने पर उन्हें निर्धारित जगह पर दो कैमरे नहीं मिले। उन्होंने तुरंत इसकी सूचना अपने वरिष्ठ अधिकारियों को दी। अधिकारियों के निर्देश पर दूसरे दिन सोमवार शाम को बीट गार्ड हेमंत राय ने थाने पहुंचकर अज्ञात आरोपी के खिलाफ कैमरा ट्रैप चोरी करने का केस दर्ज कराया। 15 नवंबर को लगाए गए थे कैमरेजानकारी के मुताबिक, अखिल भारतीय बाघ गणना 2026 का कार्य जारी है। फेज-3 की गणना के लिए 15 नवंबर को सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के बागड़ा बफर, मढ़ई, चूरना, तवा बफर, बोरी और सामान्य वन मंडल के सोहागपुर रेंज में कैमरा ट्रैप लगाए गए थे। इन कैमरों को 25 दिन बाद निकाला जाना था, लेकिन समय पूरा होने से पहले ही चोरों ने सोहागपुर रेंज में लगी सरकारी संपत्ति पर हाथ साफ कर दिया। रेंजर ने की पुष्टिमामले में सोहागपुर रेंज के रेंजर सुमित कुमार पांडे ने बताया कि सरकारी दो कैमरे ट्रैप चोरी हुए हैं। जिसकी थाने में एफआईआर कराई है।
वैशाली में बस ने एक ऑटो को टक्कर मारी, जिससे 3 लोगों की मौत हो गई, वहीं 10 लोग घायल हैं। घायलों की हालत नाजुक है। हादसा जिले के हाजीपुर-लालगंज रोड पर कंचनपुर धनुषी के पास हुआ। टक्कर इतनी जोरदार थी कि ऑटो के परखच्चे उड़ गए। ऊपरी हिस्सा पूरी तरह से उड़ गया। बस भी क्षतिग्रस्त हुआ है। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को इलाज के लिए हाजीपुर सदर अस्पताल भेजा। ऑटो हाजीपुर से लालगंज की ओर जा रहा था, जबकि बस लालगंज से हाजीपुर की तरफ आ रही थी। पुलिस फिलहाल मृतक और घायलों की पहचान करने में जुटी है। घटनास्थल की तस्वीरें.... तीन लोगों की मौत मृतकों में 2 की पहचान काजीपुर थाना क्षेत्र के श्यामचक निवासी मोहम्मद दिलशेर और रहीमपुर गांव निवासी शंभू साह के बेटे राजीव कुमार के रूप में हुई है। करतांहा थाना अध्यक्ष कुणाल आजाद ने तीन मौत की पुष्टि की थी। दो घायलों की पहचान लालगंज सिरहन निवासी रंजन कुमार और लालगंज पोजिया निवासी सन्नी कुमार के रूप में हुई है। खबर अपडेट हो रही है....
मुरैना जिले के बानमौर क्षेत्र के सेवा गांव में बीती रात शादी की पार्टी के दौरान खाना परोसने को लेकर हुए विवाद में एक युवक को गोली मार दी गई। आरोपी ने कट्टे से तीन फायर किए, जिसमें से एक गोली युवक के कूल्हे में लगी। घायल को गंभीर हालत में जिला अस्पताल रेफर किया गया है। बानमौर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है। जानकारी के मुताबिक, बानमौर थाना क्षेत्र के सेवा गांव में काली माता मंदिर के पास लक्खा जाटव के घर शादी का कार्यक्रम चल रहा था। नाच-गाने के बाद मेहमानों को खाना खिलाया जा रहा था। लक्खा का बेटा रवी जाटव (35) मेहमानों को खाना परोस रहा था। तभी पार्टी में मौजूद मुरैना निवासी बब्बन जाटव (30) का रवि से विवाद हो गया। विवाद बढ़ने पर बब्बन ने कट्टा निकालकर रवी को धमकाना शुरू कर दिया। भागते समय पीछे से मारी गोलीआरोपी बब्बन ने कट्टे से कुल तीन राउंड फायर किए। पहले दो फायर उसने हवा में किए। गोली चलते देख रवि जान बचाने के लिए भागने लगा, तभी बब्बन ने पीछे से तीसरी गोली चलाई जो सीधे रवी के कूल्हे में जा लगी। गोली चलते ही शादी समारोह में अफरा-तफरी मच गई और मेहमान इधर-उधर भागने लगे। परिजनों ने घायल रवि को पहले बानमौर अस्पताल पहुंचाया, जहां से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। फिलहाल उसकी हालत स्थिर बताई गई है। पुलिस हर्ष फायर के एंगल से भी कर रही जांचघटना के वक्त डीजे पर डांस चल रहा था। बानमौर थाना प्रभारी दीपेंद्र यादव ने बताया कि शादी के बाद सेवा गांव में पार्टी चल रही थी, जहां खाना खिलाने को लेकर विवाद हुआ और युवक को गोली मारी गई। पुलिस ने हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर लिया है और फरार आरोपी बब्बन जाटव की तलाश की जा रही है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या किसी के पास हर्ष फायर का वीडियो है, ताकि घटना की पुष्टि हो सके।
बड़वानी में पारा 9 डिग्री तक लुढ़का:उत्तरी हवाओं से बढ़ी ठंड, अलाव नहीं, स्कूल समय भी नहीं बदला
बड़वानी में ठंड का असर तेजी से बढ़ रहा है। बीते तीन दिनों से शहर में रात के साथ दिन में भी सर्द हवाएं चल रही हैं, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है। सोमवार को न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जबकि अधिकतम तापमान 22.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। ठंड बढ़ने के बावजूद जिले में सुबह की पाली में लगने वाले निजी स्कूलों का समय नहीं बदला गया है। पिछले महीने भी ठंड बढ़ने पर प्रदेश के सभी कलेक्टरों को अपने क्षेत्र की स्थिति के अनुसार स्कूलों का समय बदलने के निर्देश दिए गए थे। हालांकि, बड़वानी प्रशासन ने केवल आंगनवाड़ियों का समय सुबह 10 बजे किया था। अब भी बच्चे सर्द मौसम और कोहरे के बीच ठिठुरते हुए स्कूल जाने को मजबूर हैं। नगर पालिका द्वारा भी अब तक शहर के सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की कोई व्यवस्था नहीं की गई है, जिससे लोगों को ठंड से बचाव के लिए निजी स्तर पर ही इंतजाम करने पड़ रहे हैं। इस ठंड से रबी सीजन की फसलों को फायदा मिल रहा है। वहीं, जनजीवन में भी बदलाव देखने को मिल रहे हैं। सुबह-शाम चाय की दुकानों पर भीड़ बढ़ गई है, और गर्म कपड़ों के साथ तिल-गुड़ की गजक का बाजार भी तेज हो गया है। आगे और गिरेगा पारा कृषि विज्ञान केंद्र की मौसम इकाई के प्रभारी रवींद्रसिंह सिकरवार ने बताया कि मौसम साफ होने से ठंड का असर और बढ़ा है। उत्तरी क्षेत्र की सर्द हवाएं निमाड़ में दस्तक दे चुकी हैं, जिनकी गति फिलहाल 5 से 7 किलोमीटर प्रति घंटा है। उन्होंने बताया कि आगामी दिनों में दिन और रात दोनों के तापमान में और गिरावट आने की संभावना है।
टीकमगढ़ के बकपुरा गांव में हुई हत्या के आरोपी 48 घंटे बाद भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। पुलिस अधीक्षक आलोक कुमार ने सोमवार रात फरार चल रहे चारों आरोपियों पर 10,000 रुपए का इनाम घोषित किया है। यह घटना 6 दिसंबर को हुई थी। फरियादी दलबीर सिंह सोलंकी (49), निवासी बकपुरा ने कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि बगाज माता के पास स्थित कटर वाले खेत में मवेशी घुसने को लेकर विवाद हुआ था। आरोपियों के नाम विवाद के दौरान आरोपी राघवेंद्र सिंह सोलंकी, अनिल प्रताप सिंह सोलंकी, अभय प्रताप सिंह सोलंकी और अजय सिंह सोलंकी, सभी निवासी बकपुरा ने उरसाब सिंह पर कुल्हाड़ी और लाठियों से हमला कर दिया। इस हमले में उरसाब सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जिनकी इलाज के दौरान मौत हो गई। कोतवाली थाने में धारा 296A, 115(2), 351(3), 3(5) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया है। घटना के बाद से ही सभी आरोपी फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए चार अलग-अलग पुलिस टीमों का गठन किया गया है। पुलिस द्वारा हरसंभव प्रयास किए जाने के बावजूद आरोपियों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। इसी के चलते चारों आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 10,000 रुपये का इनाम घोषित किया गया है। सूचना देने वाले व्यक्ति को यह इनाम राशि दी जाएगी।
बैतूल में सड़क हादसे में युवक की मौत:खेड़ी के पास वाहन ने मारी टक्कर, पुलिस जांच में जुटी
बैतूल में इंदौर हाईवे पर खेड़ी के पास एक सड़क हादसे में 30 वर्षीय हाफिज मोहम्मद इखलाख की मौत हो गई। यह घटना सोमवार रात उस समय हुई जब इखलाख अपने काम से लौट रहे थे। बताया जा रहा है कि इखलाख चिचोली में रामदीन का ढाबा पर काम करते थे। रात को ढाबे से लौटते समय खेड़ी के पास किसी अज्ञात वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी। घटनास्थल पर उनका बैग और खाना पड़ा मिला। सूचना मिलने पर खेड़ी पुलिस चौकी की टीम मौके पर पहुंची। एम्बुलेंस की मदद से उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस के अनुसार, मृतक के पैर और शरीर के कई हिस्सों में गंभीर चोटें थीं। खेड़ी चौकी प्रभारी राकेश सरेआम ने बताया कि हादसे के कारणों की जांच की जा रही है। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। मृतक इखलाख कुरान के हाफिज थे और कई मस्जिदों में इमाम का काम भी कर चुके थे। उनकी एक छोटी बेटी है। कुछ समय से वह एक ढाबा चला रहे थे।
औरंगाबाद के कुंटबा से हम पार्टी के विधायक ललन राम ने पीएम नरेंद्र मोदी, बिहार के सीएम नीतीश कुमार और केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि कुटुंबा विधानसभा के विकास और जनता की समस्याओं का समाधान को पूरी गंभीरता से करेंगे। परिवार से आने के बावजूद पार्टी ने उन पर भरोसा जताया है। अब उनकी पहली प्राथमिकता गरीब-गुरबा का काम करना है। पिछले कार्यकाल के अधूरे विकास कार्यों को तेजी से पूरा किया जाएगा। अधूरे काम पूरे किए जाएंगे हड़ियाही डैम को किसानों के सपनों का प्रोजेक्ट बताते हुए कहा कि अधिकारियों से बातचीत कर इसे हर हाल में पूरा करवाया जाएगा। कुटुंबा क्षेत्र काफी पिछड़ा हुआ है। यहां की सड़कें जर्जर स्थिति में हैं। 10 वर्षों तक प्रतिनिधित्व से दूर रहने के कारण कई काम अधूरे रह गए, लेकिन अब सभी जर्जर सड़कों, पुल-पुलियों के निर्माण को प्राथमिकता दी जाएगी। स्कूल और स्वास्थ्य विभाग में गड़बड़ियों की समीक्षा कर सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे। 15 दिसंबर को प्रखंड कार्यालय में समीक्षा बैठक ललन राम ने आगे कहा कि हर पंचायत में चौपाल आयोजित कर जनता की समस्याओं को सीधे सुना जाएगा। विपक्ष मुद्दा विहीन है। बुलडोजर कार्रवाई पर कहा कि यह न्यायालय का विषय है, लेकिन प्रशासन को पहले गरीबों के लिए रहने की व्यवस्था सुनिश्चित करनी चाहिए। इसी संदर्भ में उन्होंने जिलाधिकारी से मुलाकात कर कुटुंबा के प्रभावित परिवारों के लिए उचित व्यवस्था करने की मांग की है। 15 दिसंबर को प्रखंड कार्यालय में समीक्षा बैठक आयोजित की जाएगी। जिसमें विकास कार्यों की प्रगति पर विशेष चर्चा होगी।
राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) के निर्देश पर बाघ गणना के लिए इंदौर वन मंडल का मास्टर तैयार हो चुका है। इस प्लान के तहत वन मंडल में 18 दिसंबर से शाकाहारी और मांसाहारी वन्यप्राणियों की गिनती शुरू होगी, जो 24 दिसंबर तक चलेगी। इसके लिए पहली बार वनमंडल के कर्मचारियों को 2 दिन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। डीएफओ इंदौर प्रदीप मिश्रा ने बताया कि कर्मचारियों को वनमंडल स्तर का प्रशिक्षण पहले दिया जा चुका है, पर 11 और 12 दिसंबर को इसका अभ्यास कराया जाएगा। बाघ गणना के दौरान प्रशासनिक समन्वय की जिम्मेदारी एसडीओ रालामंडल योहान कटारा और तकनीकी समन्वय की जिम्मेदारी वनरक्षक प्रवीण मीणा को सौंपी गई है। 100 कैमरे लगाए जाएंगे इंदौर वनमंडल 700 वर्ग किमी का है। बाघों की गणना 200 वर्ग किमी में की जाएगी। जिसके लिए ट्रैप कैमरे लगाए जाएंगे। चयनित क्षेत्र को दो ग्रिड में विभाजित किया गया है। दोनों में कैमरे लगाकर वन्यजीवों पर नजर रखी जाएगी। इसमें वाइल्ड लाइफ कंजर्वेशन ट्रस्ट का सहयोग लिया जा रहा है। ट्रैप कैमरा को-आर्डिनेशन का जिम्मा वाइल्ड लाइफ कंजर्वेशन ट्रस्ट के बायोलॉजिस्ट प्रोग्राम मैनेजर विवेक तुमसरे को दी है। चार चरणों में होगी बाघ गणना
सिंगरौली में बोलेरो वाहन रोककर गुंडा टैक्स मांगने और मारपीट करने के आरोप में तीन फरार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। यह घटना वैढ़न थाना क्षेत्र की सासन पुलिस चौकी के अंतर्गत हुई थी। घटना 5 अक्टूबर 2025 की रात लगभग 1 बजे की है। फरियादी मिथलेश कुमार शाह, निवासी बिलौंजी, अपने साथी के साथ बोलेरो वाहन से मझौली से लौट रहे थे। काम तिराहा पहुंचते ही अपाची बाइक पर सवार चार युवकों ने उनका वाहन रोक लिया। गिरफ्तार आरोपियों के नाम आरोपियों की पहचान चंदन पुरी, रोशन पुरी (दोनों निवासी बिलासपुर) और आदित्य सिंह, निवासी मकरोहर, के रूप में हुई है। इनके साथ एक अन्य साथी भी था। उन्होंने डंडा लेकर बोलेरो के सामने बाइक खड़ी कर दी और 10 हजार रुपए गुंडा टैक्स' की मांग की। पैसे देने से इनकार करने पर चारों आरोपियों ने बोलेरो सवारों को गाली-गलौज करते हुए जबरन वाहन से नीचे उतारा। इसके बाद उन्होंने लाठी-डंडों और हाथ-मुक्कों से उन पर हमला कर दिया। पीड़ित की शिकायत पर बैढ़न थाने में मामला दर्ज किया गया था। चौथे आरोपी की तलाश घटना के बाद से आरोपी फरार चल रहे थे। सासन पुलिस ने उनकी तलाश तेज की और 9 दिसंबर को तीन आरोपियों को पकड़ लिया। उन्हें न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। पुलिस ने बताया कि इस मामले में चौथे आरोपी की तलाश अभी जारी है। क्षेत्र में ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए रात्रिकालीन गश्त बढ़ा दी गई है।
देवास कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी ऋतुराज सिंह ने त्रि-स्तरीय पंचायत उपनिर्वाचन के मद्देनजर सोमवार को जिले में प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किए हैं। ये आदेश भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 163 (1) के तहत जारी किए गए हैं और निर्वाचन परिणाम की घोषणा तक लागू रहेंगे। जिले में त्रि-स्तरीय पंचायत उपनिर्वाचन (उत्तरार्द्ध) 2025 की घोषणा की गई है। इसके तहत देवास, सोनकच्छ, टोंकखुर्द और खातेगांव जनपद पंचायतों की संबंधित ग्राम पंचायतों में सरपंच और पंच के पद रिक्त हैं। इन क्षेत्रों में आदर्श आचार संहिता तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है। प्रशासन का मानना है कि इस दौरान असामाजिक तत्व अपने हित में अनुचित लाभ लेने का प्रयास कर सकते हैं और शांति भंग करने की संभावना है। इसी आशंका के चलते ये प्रतिबंध लागू किए गए हैं। आदेश के अनुसार, कोई भी व्यक्ति सार्वजनिक स्थल पर आग्नेयास्त्र या अन्य खतरनाक हथियार व पदार्थ लेकर नहीं चलेगा। सार्वजनिक स्थानों पर पटाखों का उपयोग भी वर्जित रहेगा। इसके अतिरिक्त, कांच की बोतलें, ईंटों के टुकड़े, पत्थर और एसिड का संग्रहण या साथ लेकर चलना प्रतिबंधित है। जुलूस, रैली, आमसभा, वाहन रैली या हेलिकॉप्टर उतारने की अनुमति संबंधित सक्षम अधिकारी व रिटर्निंग अधिकारी की पूर्व अनुमति के बिना नहीं मिलेगी। ध्वनि विस्तारक यंत्रों का प्रयोग भी बिना अनुमति के नहीं किया जा सकेगा। आदर्श आचार संहिता के दौरान रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक घर-घर जाकर चुनाव प्रचार, वॉट्सऐप, फेसबुक, एसएमएस, फोन और लाउडस्पीकर पर चुनाव प्रचार प्रतिबंधित रहेगा। किसी भी स्थान पर संबंधित रिटर्निंग अधिकारी की अनुमति के बिना टेंट या पंडाल का निर्माण नहीं किया जा सकेगा। सोशल मीडिया या इलेक्ट्रॉनिक संसाधनों पर किसी भी दल, धर्म, जाति, संप्रदाय, संस्था या व्यक्ति विरोधी तथा आम लोगों की भावना भड़काने वाले आपत्तिजनक संदेश, चित्र, कमेंट, बैनर या पोस्टर अपलोड करना भी वर्जित है।
भिंड जिले में गुलाबी सर्दी का असर अब कड़ाके की ठंड में बदलने लगा है। मंगलवार को शहर का न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। शहर में पश्चिम, पूर्व और उत्तर दिशा से 3 से 8 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही ठंडी हवाओं ने माहौल को और सर्द बना दिया है। सुबह और शाम के समय सर्दी का प्रभाव काफी तेज रहता है, जिससे लोगों को गर्म कपड़े पहनने पड़ रहे हैं। हालांकि, दोपहर में जैसे ही धूप निकलती है, ठंड थोड़ी कम हो जाती है और लोग हल्के कपड़ों में राहत महसूस करते हैं। दिन में धूप खिलने के बावजूद हवा में मौजूद नमी और सर्द हवा लोगों को लगातार ठिठुरन का एहसास करवा रही है। उत्तरी हवाओं से और गिरेगा पारामौसम विभाग के अनुसार, उत्तरी हवाओं का दबाव मध्य भारत तक पहुंच रहा है। इसके चलते आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ सकती है और तापमान में और गिरावट संभव है। मौसम विभाग ने संकेत दिया है कि गुलाबी सर्दी अब धीरे-धीरे कड़ाके की ठंड में बदल रही है। स्कूली बच्चों को हो रही परेशानीठंड का सबसे ज्यादा असर सुबह स्कूल जाने वाले बच्चों पर देखने को मिल रहा है। तेज ठंडी हवाओं के बीच बच्चों को सुबह घर से निकलने में परेशानी हो रही है। हालांकि, भिंड जिले में स्कूलों का समय सुबह 8:30 बजे से है, जिसके कारण जैसे-जैसे धूप निकलती है, बच्चों को थोड़ी राहत मिलने लगती है। डॉक्टर बोले- सावधानी जरूरीमौसम में हो रहे इस उतार-चढ़ाव के बीच डॉक्टरों ने लोगों को विशेष सावधानी रखने की सलाह दी है। डॉक्टरों का कहना है कि लोग सुबह-शाम गर्म कपड़े जरूर पहनें और ठंडी हवा के सीधे संपर्क में आने से बचें। बच्चों और बुजुर्गों की सेहत का खास ख्याल रखने की जरूरत है।
वैशाली के मुर्गी फार्म में लगी भीषण आग:शॉर्ट सर्किट से लाखों का नुकसान, घंटों बाद पहुंची दमकल
वैशाली के भगवानपुर प्रखंड स्थित रामपुर असवार गांव में देर रात मुर्गी फार्म में भीषण आग लग गई। शॉर्ट सर्किट को आग लगने का कारण बताया जा रहा है। इस घटना में लाखों रुपए के नुकसान का अनुमान है। यह मुर्गी फार्म सनी कुमार का था। फार्म संचालक सनी कुमार ने बताया कि देर रात अचानक बिजली के शॉर्ट सर्किट से आग लगी। देखते ही देखते आग ने पूरे फार्म हाउस को अपनी चपेट में ले लिया और वह धू-धू कर जलने लगा। आग की लपटें देख आसपास के लोगों ने शोर मचाना शुरू कर दिया, जिसके बाद ग्रामीण मौके पर जुट गए। घंटों बाद पहुंची अग्निशमन वाहन ग्रामीणों ने तत्काल स्थानीय पुलिस और फायर ब्रिगेड को घटना की सूचना दी। दमकल विभाग को सूचित किए जाने के बावजूद, अग्निशमन वाहन घंटों बाद मौके पर पहुंचा। ग्रामीणों और दमकलकर्मियों की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। इस भीषण आगजनी में लाखों रुपए का सामान जलकर खाक हो गया, जिससे फार्म संचालक को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है।
शाजापुर में सोमवार रात करीब 9:30 बजे एक सड़क दुर्घटना में थर्ड जेंडर चाहत और उनके साथी मनीष घायल हो गए। दोनों को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। वहीं मौके से आरोपी वाहन फरार हो गया। मनीष ने बताया कि वे सोनकच्छ से खुजनेर एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बाइक से जा रहे थे। इसी दौरान पीछे से आ रहे एक अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि दोनों सड़क पर गिर पड़े। हादसे में थर्ड जेंडर चाहत को गंभीर चोटें आई हैं, जबकि मनीष को भी चोटें लगी हैं। दुर्घटना के बाद, आसपास मौजूद लोगों की सहायता से घायलों को तत्काल शाजापुर जिला अस्पताल पहुंचाया गया। चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद चाहत की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें भर्ती कर लिया। अस्पताल प्रबंधन के अनुसार, घायल की हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है। वाहन चालक की तलाश जारी अस्पताल पुलिस चौकी पर पदस्थ एसआई बाबूलाल डाबी ने जानकारी दी कि सड़क दुर्घटना में घायल थर्ड जेंडर चाहत को उपचार हेतु जिला अस्पताल लाया गया है। घायल के बयान दर्ज करने के बाद मामले में आगे की जांच की जाएगी। पुलिस अज्ञात वाहन की तलाश कर रही है और दुर्घटना के कारणों की पड़ताल जारी है।
कांग्रेस के सीनियर नेता सुभाष धुप्पड़ का निधन:पूर्व CM भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष महंत ने जताया दुख
राजधानी रायपुर में आरडीए के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस के सीनियर नेता सुभाष धुप्पड़ का निधन हो गया। धुप्पड़ कुछ समय से बीमार चल रहे थे। मुंबई के एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। जहां 8 दिसंबर की रात उन्होंने अंतिम सांस ली। आज रायपुर में उनका अंतिम संस्कार होगा। धुप्पड़ करीब पांच दशकों तक राजनीति में सक्रिय रहे। कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में उन्हें RDA का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत समेत कई नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है। पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति - भूपेश बघेल पूर्व CM भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा- वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं रायपुर विकास प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष सुभाष धुप्पड़ जी के निधन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ. उनका निधन कांग्रेस पार्टी व उनके शुभचिंतकों की अपूरणीय क्षति है पीड़ा की इस घड़ी में हमारी संवेदनाएं धुप्पड़ परिवार के साथ है. ईश्वर उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दें एवं शोक संतप्त परिजनों को संबल प्रदान करें. ॐ शांति: महंत बोले- व्यक्तिगत क्षति नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा- मेरे मित्र, परम् सहयोगी श्री सुभाष धुप्पड़ जी के निधन का समाचार स्तब्ध कर देने वाला है। उनका असमय चले जाना मेरे लिए एक व्यक्तिगत और अपूरणीय क्षति है। धुप्पड़ जी एक बेहतरीन इंसान, कर्मठ सहयोगी और हमेशा प्रेरित करने वाले मित्र थे। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके शोक संतप्त परिवार के साथ हैं। ईश्वर उनकी दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और उनके परिजन तथा शुभचिंतकों को यह असहनीय दुःख सहन करने की शक्ति दें। भावभीनी श्रद्धांजलि।
रीवा जिले के सेमरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत अकौनी जंगल में एक 21 वर्षीय युवक का शव पेड़ से लटकता मिलने के बाद इलाके में तनाव फैल गया। परिजनों ने इसे आत्महत्या नहीं, बल्कि हत्या बताते हुए बिरसिंहपुर सेमरिया मुख्य मार्ग पर शव रखकर चक्काजाम कर दिया। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने एक युवक को संदेह के आधार पर हिरासत में लिया है। प्रशासन द्वारा निष्पक्ष जांच और कार्रवाई के आश्वासन के बाद परिजनों ने जाम हटाया। मंगलवार सुबह घटना की खबर लगते ही परिजन और बड़ी संख्या में ग्रामीण जंगल में पहुंच गए। उन्होंने मौत को संदिग्ध बताते हुए हत्या की आशंका जताई। करीब साढ़े 8 बजे आक्रोशित ग्रामीणों और परिजनों ने युवक का शव उठाकर मुख्य मार्ग पर रख दिया और आवागमन ठप कर दिया। प्रदर्शनकारी कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक (SP) को मौके पर बुलाने की मांग कर रहे थे। साथ ही, उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। भारी पुलिस बल तैनात, एक संदेही पकड़ायाचक्काजाम की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचे। मौके पर कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया। पुलिस ने परिजनों के आरोपों को गंभीरता से लिया और एक युवक को हिरासत में लिया है, जिससे पूछताछ की जा रही है। काफी देर तक चले हंगामे के बाद अधिकारियों की समझाइश और कार्रवाई के आश्वासन पर ग्रामीण शांत हुए और 10 बजे के आसपास जाम खोला गया। एसडीओपी बोले- मामला संदिग्ध, पीएम रिपोर्ट का इंतजारएसडीओपी सिरमौर अनुभाग उमेश प्रजापति ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला संदिग्ध प्रतीत हो रहा है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और मौत के वास्तविक कारणों का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगा। उन्होंने कहा कि हर पहलू से जांच की जा रही है और जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल क्षेत्र में स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन ग्रामीणों में आक्रोश बना हुआ है।
उदयपुर जिले के सायरा बत्तीसी की रस्म अदा कर सेमड़ लौट रहे बस सवार लोगों को आगे चल रहे टेंपो में सवार अज्ञात बदमाशों ने रोक दिया। बस में चढ़कर सवारियों और चालक के साथ मारपीट की। बस में सवार लोगों ने अज्ञात लोगों पर मारपीट करने व लूटपाट करने का आरोप लगाया है। गोगुंदा के मजावद गांव के वरदीचंद लोहार बत्तीसी की रस्म के लिए परिवार व समाजजनों को बस से सेमड़ ले गए थे। रस्म अदा करने के बाद वे बस से सेमड़ से मजावद की ओर जा रहे थे। वरदीचंद ने बताया कि सोमवार की शाम को मजावद से लौटते समय तरपाल बस स्टैंड पार करने के बाद पुलिया के पास आगे चल रहा टेंपो बस के आगे रुक गया। उसमें से उतरे 5 बदमाश बस में चढ़ गए और महिलाओं व पुरुषों तथा चालक के साथ लोहे के सरियों से मारपीट की। उन्होंने बताया कि बदमाशों ने चाकू दिखाकर लूटपाट करने का भी प्रयास किया, लेकिन उनके चिल्लाने से आसपास के लोग बस के पास आ गए, जिन्हें देखकर बदमाश टेंपो को छोड़कर मौके से फरार हो गए। उन्होंने बताया कि बस में 25 महिलाएं व 12 पुरुष सवार थे। बदमाशों के हमले से वरदीचंद सहित कुछ लोगों को चोटें आई।सूचना के बाद सायरा पुलिस मौके पर पहुंची। सायरा थानाधिकारी किशोर सिंह ने बताया कि लूटपाट होने या लूटपाट करने के प्रयास करने का कोई भी मामला सामने नहीं आया है। पुलिस को कोई रिपोर्ट परिवार की तरफ से नहीं दी गई।
अशोकनगर में यूरिया वितरण आज बंद:डबल लॉक और एपी एग्रो पर कल से मिलेगा खाद
अशोकनगर में कृषि विभाग ने आज (मंगलवार) यूरिया वितरण बंद रखने की घोषणा की है। विदिशा रोड स्थित डबल लॉक केंद्र और पुरानी कृषि उपज मंडी स्थित एपी एग्रो से आज खाद नहीं मिलेगा। कृषि संचालक अमित सिंह भदोरिया ने यह जानकारी दी है। विभाग के अनुसार, जिले को आईपीएल कंपनी की यूरिया खाद की रैक प्राप्त हुई है। हालांकि, पीडीएस राशन गेहूं की रैक पहले लगने के कारण यूरिया खाद वितरण केंद्र पर समय पर नहीं पहुंच पाई है। इसी वजह से मंगलवार को वितरण बंद रखा गया है। यूरिया खाद का वितरण बुधवार, कल (बुधवार) से सुचारु रूप से फिर से शुरू किया जाएगा। किसान अधिक जानकारी के लिए मोबाइल नंबर 7999818774 और 9644969155 पर संपर्क कर सकते हैं।
मंडला में कड़ाके की ठंड जारी:न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस, अगले कुछ दिन राहत नहीं
मंडला जिले में कड़ाके की ठंड का दौर जारी है। मंगलवार सुबह यहां न्यूनतम तापमान 8.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह कोहरे का प्रभाव कम था। मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक मौसम में कोई बड़ा बदलाव अपेक्षित नहीं है। पिछले कुछ दिनों से ठंड से थोड़ी राहत मिली थी, लेकिन शनिवार से न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे बना हुआ है। सोमवार को मंडला का न्यूनतम तापमान 7.9 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। मंडला के कान्हा नेशनल पार्क में भी तीव्र ठंड महसूस की जा रही है। सोमवार सुबह कान्हा का तापमान 9.1 डिग्री सेल्सियस था। भिलवानी में 8.4 डिग्री सेल्सियस, सूपखार में 8.6 डिग्री, किसली में 9.3 डिग्री और मुक्की में 10.1 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है। इस कड़ाके की ठंड के बावजूद पर्यटक सफारी का आनंद ले रहे हैं। तापमान में गिरावट और हल्की हवा के कारण दिन में भी ठंड का अहसास हो रहा है, जो शाम ढलते ही और बढ़ जाती है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, मध्य प्रदेश के ऊपर मौसम साफ बना हुआ है। आगामी 3-4 दिनों में मौसम में कोई विशेष बदलाव की संभावना नहीं है, उसके पश्चात न्यूनतम तापमान में मामूली वृद्धि हो सकती है। बीते दिनों के न्यूनतम और अधिकतम तापमान
समस्तीपुर जिले के ताजपुर में भाकपा माले और व्यवसायी संघ 10 दिसंबर को नगर परिषद कार्यालय पर एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन करेंगे। यह प्रदर्शन अतिक्रमण हटाओ अभियान के खिलाफ आयोजित किया जा रहा है। आरोप है कि सिर्फ फुटपाथी दुकानदारों और झुग्गी-झोपड़ी वालों को निशाना बनाया जा रहा है, जबकि रसूखदार लोगों के मकान-दुकानों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। प्रदर्शनकारियों की मुख्य मांगों में उजाड़े गए लोगों के लिए पुनर्वास की वैकल्पिक व्यवस्था करना, सड़क किनारे खाली पड़ी सरकारी जमीन पर सस्ती दुकानें बनाकर फुटपाथियों को देना शामिल है। इसके अतिरिक्त बाजार की सड़कों की सरकारी अमीन से मापी कराकर सभी कच्चे-पक्के, स्थायी-अस्थायी निर्माणों को निष्पक्ष रूप से हटाने की मांग कर रहे हैं। अन्य मांगों में नगर परिषद की सभी जर्जर सड़कों और नालों का तत्काल निर्माण शुरू करना, सरकारी जमीन पर बसे लोगों को पर्चा और भूमिहीनों को वास भूमि एवं आवास उपलब्ध कराना और होल्डिंग टैक्स को मुफ्त करना शामिल है। लिखित आवेदन देकर कार्रवाई की मांग प्रदर्शन की सूचना 6 दिसंबर को अनुमंडल पदाधिकारी को दी गई थी। भाकपा माले के प्रतिनिधिमंडल में प्रखंड सचिव सुरेंद्र प्रसाद सिंह, प्रखंड कमेटी सदस्य ब्रहमदेव प्रसाद सिंह और व्यवसायी संघ के राज्य कमेटी सदस्य प्रभात रंजन गुप्ता शामिल थे।नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी और अंचल अधिकारी को भी लिखित आवेदन सौंपकर कार्रवाई की मांग की गई है। भाकपा माले के प्रखंड सचिव सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने आरोप लगाया कि नगर और प्रखंड प्रशासन रसूखदार लोगों के सड़क किनारे बने मकान-दुकान हटाने में विफल रहा है, जबकि फुटपाथी दुकानदारों और झुग्गी-झोपड़ी वालों पर बुलडोजर चलाया गया है। टैक्स-फ्री घोषित करने की मांग बाजार क्षेत्र की सभी सड़कों की सरकारी अमीन से मापी कराकर निष्पक्ष कार्रवाई और उजाड़े गए फुटपाथी दुकानदारों के लिए तत्काल वैकल्पिक व्यवस्था करने की मांग दोहराई। फुटपाथियों के प्रति मानवीय दृष्टिकोण अपनाने, नगर परिषद क्षेत्र की सभी जर्जर सड़कों और नालों का निर्माण करने, निशुल्क होल्डिंग पंजीकरण करने और खेती योग्य जमीन को टैक्स-फ्री घोषित करने की भी मांग की। नगर परिषद कार्यालय के सामने धरना बिहार राज्य व्यवसाई संघ के राज्य कमिटी सदस्य प्रभात रंजन गुप्ता और किसान नेता ब्रह्मदेव प्रसाद सिंह ने बेहतर, खुशहाल और समरस ताजपुर बनाने को लेकर 10 दिसंबर को नगर परिषद कार्यालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन में बड़ी भागीदारी दिलाकर सफल बनाने की अपील ताजपुर वासियों से की है। हाईकोर्ट के निर्देश पर कार्रवाई इस मामले को लेकर अनुमंडल पदाधिकारी दिलीप कुमार ने बताया कि हाईकोर्ट के निर्देश पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया है इसमें कोई भेदभाव नहीं किया गया है।
किशनगंज की शादीशुदा महिला अपना घर छोड़ कर प्रेमी से मिलने पटना पहुंच गई। दोनों 2 महीने से इंस्टाग्राम पर चैटिंग कर रहे थे। इसके बाद दोनों ने 6 दिन पहले शादी करने की योजना बनाई। लेकिन, सोमवार को पुलिस ने इन्हें गांधी मैदान में पकड़ लिया। प्रेमी का कहना है कि उसकी पत्नी उसे छोड़ कर दूसरे लड़के के साथ भाग गई थी। वो अकेला महसूस कर रहा था। इसलिए उसने इंस्टाग्राम पर दूसरी महिला से दोस्ती की और उसे प्यार हो गया। बता दें कि किशनगंज के टेढ़ागाछ थाने में परिजनों ने महिला की गुमशुदगी की शिकायत की थी। ये घर से 3 दिसंबर को बकरी चराने के बहाने निकली थी और 4 तारीख को सीधे पटना अपने आशिक के पास पहुंच गई। महिला का नाम ममता (26) है। ममता 4 दिन तक अपने प्रेमी के साथ लिविंग में रही। प्रेमी सन्नी नेउरा थाना के गोरना गांव, पटना का रहने वाला है। ये एसके पूरी थाना के कृष्णा अपार्टमेंट के पास नाई का काम करता है। ममता कहती है कि वो अक्सर सन्नी का इंस्टाग्राम पर वीडियो देखती रहती थी। वो उसे काफी पसंद आता था। इसी दौरान हम लोगों ने 2 महीने पहले एक दूसरे से नंबर शेयर किया। फोन पर बातचीत होने लगी। सन्नी ने मुझे मिलने के लिए पटना बुलाया और मैं चली आई। यहां आई तो पिता चला यह भी पहले से शादीशुदा है। मैं उलझन में पड़ गई थी। इसने मेरे ऊपर जादू टोना टोटका कर दिया था। पत्नी दूसरे लड़के के साथ भाग गई थी सन्नी ने बताया कि उसकी पत्नी एक साल पहले छोड़कर दूसरे लड़के के साथ भाग गई थी। इस कारण वो अकेला महसूस कर रहा था। इसी बीच इंस्टाग्राम पर किशनगंज की रहने वाली महिला ममता से दोस्ती हो गई। बातचीत होते होते प्यार हो गया, और ये मेरे पास आ गई। इसके आने के बाद मैंने मंदिर में इसके साथ शादी की। शादी करने के बाद पास में एक रेंट पर रूम लिया। ममता और मैं पति-पत्नी की तरह रह रहे थे। इसी बीच इसके मामा का फोन सोमवार के दिन आया। मिलने के लिए गांधी मैदान पटना बुलाया और मिलने आए ,तो पुलिस से पकड़वा दिया। सन्नी का इंस्टाग्राम देख लड़की के मामा पहुंचे पटना लड़की के मामा और परिजन 7 तारीख को पटना आ गए थे। मामा ने बताया कि सन्नी इंस्टाग्राम पर वीडियो डालते रहता था। इसी बीच मेरी भांजी के साथ उसने एक वीडियो डाला। जिसमें एक पोस्टर दिखा, जिस पर पटना लिखा था। कन्फर्म हो गए कि लड़की पटना में ही है। फिर हमलोग खोजते-खोजते पटना आ गए। लड़के से जब लोकेशन पूछ रहा था तो कभी छपरा, तो कभी वैशाली बता रहा था। मैंने कोर्ट मैरिज कराने का बहाना बना कर दोनों को मिलने के लिए बुलाया। फिर दोनों इस बात पर राजी हो गए, और गांधी मैदान पटना के पास मिलने के लिए आ गए। फिर मैंने पुलिस को इसकी जानकारी दी।
देवी अहिल्याबाई होलकर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर इंडिगो की उड़ानों के कैंसिल होने का सिलसिला मंगलवार भी जारी है। इंदौर एयरपोर्ट आने और जाने वाली 13 फ्लाइटें आज रद्द रहेंगी। पिछले कुछ दिनों की तुलना में यह संख्या सबसे कम है। सोमवार को 18 फ्लाइटें और रविवार को 24 से ज्यादा फ्लाइटें रद्द हुई थीं। वहीं इंडिगो का कहना है कि उड़ानों का संचालन जल्द ही पूरी तरह सामान्य हो जाएगा। एयरपोर्ट प्रबंधन के अनुसार आज मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु और हैदराबाद आने-जाने वाली उड़ानों का संचालन प्रभावित है। पिछले तीन दिनों से निरस्त हो रहीं पुणे, जयपुर और अन्य शहरों की उड़ानें आज संचालित हो रही हैं। एयरपोर्ट प्रबंधन ने कहा है कि एयरलाइंस के नंबर जारी किए गए हैं और एक हेल्पलाइन भी उपलब्ध कराई गई है, ताकि यात्रियों को परेशानी न हो। स्थिति जल्दी सामान्य होने की उम्मीद है। हालांकि ट्रैवल एजेंटों का कहना है कि परेशानी अभी भी बरकरार है। 7 दिन में 155 से ज्यादा फ्लाइटें कैंसिल 3 दिसंबर से इंदौर एयरपोर्ट पर उड़ानों का संचालन प्रभावित हो रहा है। अब तक 155 से अधिक उड़ानें रद्द हो चुकी हैं। आज 13 उड़ानें रद्द हैं, सोमवार को 18, रविवार को 24, शनिवार को 34 और शुक्रवार को 36 उड़ानें रद्द हुई थीं। इंदौर की 70% उड़ानें इंडिगो संचालित करती है इंदौर एयरपोर्ट से संचालित होने वाली लगभग 70% उड़ानें इंडिगो की हैं। इसलिए क्रू की समस्या होने पर सबसे अधिक प्रभावित इंदौर की उड़ानें ही हुईं। बाकी 30 प्रतिशत उड़ानों का संचालन एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस, अलायंस एयर और स्टार एयर करती हैं। एयरलाइंस अधिकारियों का कहना है कि नियमित उड़ानों का संचालन सुचारू है और रद्द होने वाली उड़ानों की संख्या लगातार कम हो रही है। अगले सप्ताह तक सभी उड़ानें सामान्य रूप से चलने लगेंगी। इंदौर से 74 उड़ानें इंडिगो संचालित करती है इंदौर एयरपोर्ट से 95 से अधिक उड़ानें संचालित होती हैं, जिनमें से 74 उड़ानें इंडिगो द्वारा संचालित की जाती हैं। एयर इंडिया 12 उड़ानें चलाती है, जो अधिकांशत: दिल्ली और मुंबई के लिए हैं। एयर इंडिया एक्सप्रेस भी 12 उड़ानें संचालित करती है, जिनमें दिल्ली के लिए दो तथा पुणे, गोवा, बेंगलुरु और शारजाह के लिए एक-एक उड़ान शामिल है। स्टार एयर गोंदिया और अहमदाबाद के लिए उड़ानें संचालित करता है। अलायंस एयर के पास दिल्ली की एकमात्र उड़ान है। शेष सभी उड़ानें इंडिगो द्वारा संचालित की जाती हैं।
गोगरी प्रखंड के जमालपुर गोगरी स्थित हनुमान कुटी श्याम मंदिर में मंगलवार को प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। पूरा बाजार ‘जय श्री श्याम’ के जयकारों से गूंज उठा। वाराणसी से आए विद्वान पुरोहितों ने विधिवत पूजा-अर्चना कराई। शोभा यात्रा में बड़ी संख्या में शामिल हुए श्रद्धालु मंगलवार सुबह 8 बजे जमालपुर गौशाला परिसर से भव्य निशान शोभा यात्रा निकाली गई। सैकड़ों महिला-पुरुष श्रद्धालु पीले और लाल वस्त्र पहनकर यात्रा में शामिल हुए। यह यात्रा विभिन्न मार्गों से होते हुए जयकारों के साथ श्याम मंदिर पहुंची। अलग-अलग शहरों से पहुंचे श्रद्धालु मंदिर के पुजारी मुरारी शर्मा ने बताया कि महोत्सव में नेपाल, कोलकाता, बेंगलुरु, जबलपुर, बिलासपुर, मुंबई सहित बिहार के कई जिलों से भक्त पहुंचे। उन्होंने बताया कि यहां भक्तों की गहरी आस्था है और माना जाता है कि बाबा हर मनोकामना पूरी करते हैं। यह भारत का दूसरा ऐसा मंदिर है जहाँ श्रद्धालु झाड़ू और नमक चढ़ाने की खास परंपरा निभाते हैं।
भोजपुर जिले की साइबर पुलिस ने अवैध तरीके से सीएसपी सेवा केंद्र और प्रतिबंधित बायोमेट्रिक उपकरणों के सहारे आधार-आधारित बैंक खातों से अवैध निकासी करने वाले एक संगठित गिरोह का भंडाफोड़ किया है। एक अंतरराष्ट्रीय साइबर ठग देवानंद को गिरफ्तार किया है। बैंक खाते में मौजूद लगभग ढाई लाख रुपए की राशि को पुलिस ने फ्रीज करा दिया है। गिरफ्तार देवानंद पूर्णिया जिले के जलालगढ़ थाना क्षेत्र के लखनारे गांव का रहने वाला है। साइबर डीएसपी स्नेह सेतु ने बताया कि यह गिरोह जीविका-दीदियों, महिलाओं और सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को निशाना बनाता था। गिरोह के नेटवर्क की कड़ियां मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और झारखंड तक फैली हुई है। साइबर थाना को यह केस 11 अक्टूबर 2025 को प्राप्त हुआ, जब शाहपुर निवासी संजय झा की पुत्री अंकिता कुमारी ने प्राथमिकी दर्ज कराई। उसने बताया कि मुख्यमंत्री बालिका योजना के तहत मिले 50 हजार रुपए में से अलग-अलग डेट पर बड़ी राशि खाते से गायब हो गई। बैंक स्टेटमेंट की जांच में अवैध निकासी की पुष्टि होते ही डीएसपी स्नेह सेतु के नेतृत्व में विशेषज्ञों की एक टीम गठित की गई। अररिया जिले में गिरोह एक्टिव तकनीकी जांच में पता चला कि पीड़िता के खाते से बार-बार रुपए एक ही बाहरी खाते में ट्रांसफर किए जा रहे थे। वायर ट्रेसिंग के आधार पर पुलिस की जांच सीधे पूर्णिया जिले के देवानंद कुमार तक पहुंची। इसके बाद छापेमारी कर उसे दबोचा गया और उसका मोबाइल भी जब्त कर लिया गया। DSP ने कहा कि आरोपी देवानंद अपने जीजा अमित कुमार और दोस्त छोटू, एहतेशाम के साथ मिलकर यह मॉड्यूल चलाता था। ये सभी फिलहाल फरार है। तलाश तेज की गई है। देवानंद ने पूछताछ में स्वीकार किया कि उसके कई लिंक अररिया जिले के जोकीहाट में भी सक्रिय है। डीएसपी ने स्पष्ट किया कि बैंकिंग सेवाओं में मान्यता प्राप्त और नियमित बायोमेट्रिक उपकरणों का ही उपयोग अनिवार्य है। अनधिकृत मशीनें या अवैध प्रक्रिया का इस्तेमाल पूरी तरह प्रतिबंधित है। इस प्रकार की साइबर ठगी से संबंधित अब तक 170 से अधिक शिकायतें सामने आ चुकी हैं, जिनमें अधिकांश पीड़ित महिलाएं, जीविका-दीदियां और योजना लाभार्थी हैं, जिनके खातों से 10 से 20 हजार रुपए तक की निकासी की गई है। छापेमारी टीम में इंस्पेक्टर आदित्य कुमार, दारोगा स्वाति कुमारी और अन्य अधिकारी शामिल थे। डीएसपी ने कहा कि जांच में अन्य जिलों और राज्यों के नाम भी सामने आने की संभावना है। पुलिस उच्च स्तरीय समन्वय के साथ पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने की दिशा में तेजी से कार्रवाई कर रही है।
हनुमना हत्याकांड: फरार आरोपी पर 10 हजार का इनाम:एसपी ने गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम बनाई
मऊगंज जिले के हनुमना हत्या प्रकरण में फरार मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक दिलीप सोनी ने 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। आरोपी को पकड़ने के लिए एक विशेष टीम भी गठित की गई है। यह कदम पीड़ित परिवार द्वारा लगातार मिल रही धमकियों और न्याय की गुहार के बाद उठाया गया। एसपी दिलीप सोनी ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि हनुमना थाना क्षेत्र में कुछ महीने पहले हुई हत्या के मामले में एक आरोपी अभी भी फरार है। अन्य आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। फरार आरोपी की तलाश तेज कर दी गई है और उसकी गिरफ्तारी के लिए 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि आरोपी जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होगा। सोमवार को ग्राम कोन निवासी सोहनलाल कुशवाहा ने एसपी कार्यालय पहुंचकर लिखित आवेदन दिया। उन्होंने बताया कि 30 सितंबर 2025 को उनके पिता छोटेलाल कुशवाहा और चचेरे भाई कृष्णा कुशवाहा सहित अन्य पर शिरवेन्द्र कुमार पाठक और उसके परिजनों ने लाठी, डंडों और टांगी से हमला किया था। इस हमले में छोटेलाल गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिनकी 7 अक्टूबर की रात इलाज के दौरान मौत हो गई। सोहनलाल कुशवाहा की शिकायत पर एसपी ने तत्काल संज्ञान लिया। उन्होंने हनुमना थाना प्रभारी को आरोपी की जल्द गिरफ्तारी के निर्देश दिए हैं। एसपी ने पीड़ित परिवार को पूर्ण सुरक्षा का आश्वासन देते हुए कहा कि आरोपी बहुत जल्द कानून के शिकंजे में होगा।
इंदौर के दिग्विजय नगर मल्टी में रहने वाले एक युवक ने पेट्रोल डालकर आत्मदाह कर लिया। गंभीर रूप से झुलसने पर उसे एमवाय अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां सोमवार रात उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है। द्वारकापुरी पुलिस के अनुसार मृतक सुमित (35) पुत्र मांगीलाल सोलंकी पेशे से मिस्त्री था। रविवार रात करीब 10 बजे उसने अपनी बाइक से पेट्रोल निकालकर कमरे में खुद को आग लगा ली थी। घटना के बाद परिजन उसे अस्पताल ले गए, लेकिन उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। कमरे में ही मौजूद थे पत्नी और बच्चे घटना के समय सुमित की पत्नी और तीनों बच्चे दूसरे कमरे में थे। छोटी बेटी ने पिता को जलते देखा और तुरंत मां को सूचना दी। सुमित के भाई दीपक ने बताया कि घटना से ठीक पहले करीब 9:30 बजे सुमित से फोन पर बात हुई थी। उसने माता-पिता से बात कर राजेंद्र नगर चोइथराम मंडी के पास घर आने का कहा था। इसके कुछ देर बाद आत्मदाह की खबर मिली। पुलिस ने जब्त किया मोबाइल परिवार ने अभी कर्ज या बीमारी जैसी किसी वजह से इंकार किया है। सुमित के बयान नहीं हो सके थे। पुलिस ने उसका मोबाइल जब्त कर लिया है और आत्मदाह के कारणों की जांच जारी है।
शहडोल जिले के बुढार थाना क्षेत्र में सोमवार को एक पारिवारिक विवाद ने हिंसक रूप ले लिया, जिसमें एक ही परिवार के तीन सदस्य गंभीर खतरे में थे। बुढार पुलिस और डायल-112 की टीम ने समय पर पहुंचकर तीनों की जान बचाई। ससुराल में मारपीट जानकारी के अनुसार, जैतपुर थाना क्षेत्र के ग्राम शाही में प्रेम विवाह को लेकर चल रहे विवाद ने हिंसक मोड़ ले लिया था। अनिल केवट अपनी पत्नी काजल को लेने ससुराल पहुंचा था, जहां नाराज मायके वालों ने उस पर हमला कर दिया। हमलावरों ने अनिल को बिजली के खंभे से बांधकर पीटा। इसी दौरान उसके पिता रामप्रसाद को एक कमरे में बंद कर पेट्रोल डालकर जिंदा जलाने की तैयारी की जा रही थी। अनिल का भाई दिनेश गंभीर रूप से घायल होकर बेहोश पड़ा था। घटना की सूचना मिलते ही बुढार थाने के आरक्षक आशीष तिवारी और डायल-112 के पायलट रवि गुप्ता मौके पर पहुंचे। उन्होंने बिना देरी किए कार्रवाई शुरू की, भीड़ को हटाया और बंधे अनिल को मुक्त कराया। पुलिस टीम ने कमरे में फंसे रामप्रसाद को बाहर निकाला और गंभीर रूप से घायल दिनेश को तत्काल अस्पताल भेजा। दोनों जवानों की सूझबूझ और तत्परता से तीन जिंदगियां बचाई जा सकीं। पुलिस ने मौके से हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके विरुद्ध गंभीर धाराओं में कानूनी कार्रवाई की जा रही है। नकद पुरस्कार दिया शहडोल एसपी रामजी श्रीवास्तव ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि टीम ने समय पर पहुंचकर तीन लोगों की जान बचाई। आरक्षक आशीष तिवारी और पायलट रवि गुप्ता की बहादुरी और कर्तव्यनिष्ठा की सराहना की। उनकी वीरता को देखते हुए एसपी ने दोनों कर्मचारियों को नकद पुरस्कार और सम्मान-पत्र प्रदान किया।
सीहोर जिले में मंगलवार को कड़ाके की ठंड रही। जिले का न्यूनतम तापमान 6.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। ठंड का असर इतना तेज था कि सुबह 5 बजे कई खेतों में ओस की बूंदें जमी हुई देखी गईं। तापमान लगातार 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे बना हुआ है, जिससे लोगों को तेज सर्दी का एहसास हो रहा है। हिमाचल-उत्तराखंड में बर्फबारी का असरमौसम वैज्ञानिक डॉ. एस.एस. तोमर ने बताया कि हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ के चलते बर्फबारी हो रही है। इसी वजह से वहां से सर्द हवाएं मध्य प्रदेश की ओर आ रही हैं। इन बर्फीली हवाओं के कारण ही जिले के तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। मावठा गिरने की संभावना, और बढ़ेगी ठंडडॉ. तोमर ने बताया कि आने वाले दिनों में मावठे (शीतकालीन वर्षा) की भी संभावना है। बारिश होने के बाद न्यूनतम तापमान में और अधिक गिरावट आने की उम्मीद है, जिससे ठंड का प्रकोप और बढ़ सकता है। दिसंबर में ऐसा रहा तापमान का हालसीहोर जिले में करीब एक महीने पहले ठंड ने दस्तक दी थी और तब से तापमान में कमी आ रही है। पिछले 9 दिनों में तापमान का रिकॉर्ड इस प्रकार रहा...
मध्यप्रदेश में मतदाता सूची फ्रीज किए जाने के बाद चल रही एसआईआर जांच में अपडेट सामने आया है। पिछले 35 दिनों में 8 लाख 13 हजार से अधिक मतदाता मृत पाए गए हैं, जिनके नाम 16 दिसंबर को जारी होने वाली प्रारूप मतदाता सूची से हटाए जाएंगे। इसके अलावा 2 लाख 43 हजार 603 मतदाताओं के नाम अलग-अलग सूचियों में डबल मिले हैं, जिन्हें एक सूची में रखकर अन्य से हटाया जाएगा। इस तरह अब तक की प्रक्रिया में कुल 10 लाख 37 हजार 137 नाम काटने की स्थिति बन गई है। हालांकि यह संख्या अभी बढ़ या घट सकती है। चुनाव आयोग के निर्देश पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय सभी जिलों में एसआईआर प्रक्रिया तेजी से करवा रहा है और दिन में तीन बार कलेक्टरों से रिपोर्ट ले रहा है। 27 अक्टूबर को वोटर लिस्ट फ्रीज होने के बाद 4 नवंबर से एसआईआर का कार्य शुरू हुआ था, जिसका प्रारूप परिणाम 16 दिसंबर को प्रकाशित होगा। अभी शिफ्टेड मतदाताओं की सूची प्राप्त नहीं हुई है, जो प्रकाशन से पहले स्पष्ट की जाएगी। फार्म नहीं भरा तो कट सकता है वोट मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने स्पष्ट किया है कि जिन मतदाताओं को एसआईआर फार्म मिला है, उन्हें 2003 की एसआईआर के आधार पर परिजनों/खुद की जानकारी देना अनिवार्य है। यदि कोई मतदाता बीएलओ के लगातार प्रयासों के बाद भी फार्म जमा नहीं करता, तो उसका नाम भी 16 दिसंबर की सूची से हटाया जा सकता है। संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी आरपीएस जादौन ने अपील की है कि सभी मतदाता समय रहते फार्म जमा करें, ताकि नाम कटने की स्थिति से बचा जा सके। किन जिलों में सबसे अधिक मृत वोटर्स? सूत्रों के अनुसार जबलपुर और सागर में मृत मतदाताओं की संख्या सबसे ज्यादा, जबकि सीहोर और पन्ना में सबसे कम पाई गई है। हालांकि आयोग ने इन आंकड़ों को अभी आधिकारिक रूप से सार्वजनिक नहीं किया है। 10 दिसंबर तक होगा सत्यापन एसआईआर कार्यवाही के तहत अनुपस्थित, स्थानांतरित, मृत और डबल-एंट्री वाले मतदाताओं की पहचान के लिए 10 दिसंबर तक हर मतदान केंद्र पर BLO–BLA की बैठकें आयोजित की जा रही हैं। प्रदर्शित सूचियों का राजनीतिक दलों से अवलोकन कराने और 11 दिसंबर तक आपत्तियां दर्ज कराने की समय-सीमा तय की गई है, ताकि BLO ऐप के माध्यम से समय पर संशोधन किया जा सके।
श्री हिंदू उत्सव समिति और संस्कृति बचाओ मंच मंगलवार को दाेपहर 12:30 बजे 2 नंबर स्टॉप पर विरोध प्रदर्शन करेगा। संगठनों का कहना है कि हाल ही में पश्चिम बंगाल में धार्मिक स्थल निर्माण से जुड़े विवाद के विरोध में यह कार्यक्रम किया जा रहा है। समिति की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, कार्यकर्ता सुलभ शौचालय परिसर में बाबर के नाम से पोस्टर लगाकर अपना विरोध दर्ज कराएंगे। उनका कहना है कि इतिहास में विवादित माने जाने वाले व्यक्तियों के नाम पर धार्मिक स्थल बनाना समाज में असंतोष बढ़ा सकता है। संगठन के पदाधिकारियों का तर्क है कि देश में यदि किसी धार्मिक या सार्वजनिक स्थल का नामकरण किया जाए तो उसे ऐसे राष्ट्रनिर्माताओं के नाम से जोड़ा जाना चाहिए, जिन्होंने समाज को जोड़ने में योगदान दिया हो। आयोजकों ने जोर देकर कहा कि विरोध कार्यक्रम शांतिपूर्ण तरीके से किया जाएगा। ये खबर भी पढ़ें... बंगाल में निलंबित TMC विधायक ने बाबरी की नींव रखी पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के बेलडांगा में TMC से निलंबित विधायक हुमायूं कबीर ने शनिवार को अयोध्या की बाबरी मस्जिद की तर्ज पर बनने वाली मस्जिद की आधारशिला रखी। कबीर ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मंच पर मौलवियों के साथ फीता काटकर औपचारिकता पूरी की। पूरी खबर पढ़ें...
राजधानी रायपुर के डीडी नगर इलाके में एक पत्नी ने अपनी पति को जिंदा जलाकर मार डाला। बताया जा रहा है 8 दिसंबर की रात पति-पत्नी के बीच घरेलू विवाद हुआ, जिसके बाद गुस्से में पत्नी ने पति पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी और दरवाजा बंद कर भाग गई। मामला डीडी नगर थाना क्षेत्र का है। आग में गंभीर रूप से झुलसे पति की इलाज के दौरान मौत हो गई। वह 70% तक जल गया था। जानकारी के मुताबिक, दोनों की शादी को 22 साल हो गए थे, मनमुटाव के कारण वे अलग रहते थे। पुलिस ने आरोपी पत्नी के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। भतीजी की शादी में गया था पति डीडी नगर पुलिस के मुताबिक, डीडी नगर निवासी अरुण पटवा (45 साल) 8 दिसंबर को भतीजी की शादी में शामिल होकर देर रात घर लौटा था। इसी दौरान पति-पत्नी के बीच किसी बात को लेकर फिर विवाद शुरू हो गया। परिजनों के अनुसार, अरुण सोने चला गया, तभी पत्नी ने उस पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी और दरवाजा बाहर से बंद कर भाग गई। आग में झुलसे अरुण ने शोर मचाया तो पड़ोसी पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। 70 प्रतिशत जल चुके घायल को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई। 22 साल पहले हुई थी शादी, लगातार विवाद मृतक के परिजनों का कहना है कि अरुण और उसकी पत्नी की शादी करीब 22 साल पहले हुई थी। उनकी कोई संतान नहीं है। शादी के कई सालों से दंपत्ति के बीच मनमुटाव चल रहा था। पहले भी विवाद के मामले थाने पहुंच चुके हैं। परिजनों का आरोप है कि महिला ने पहले भी आत्महत्या का दबाव बनाकर परिवार को परेशान किया था। पोस्टमॉर्टम के बाद सच्चाई सामने आएगी पुलिस का कहना है कि मामले को गंभीरता से जांचा जा रहा है। आसपास के लोगों और रिश्तेदारों के बयान लिए जा रहे हैं। शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया है। रिपोर्ट और जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। घटना के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल है।
पटना एयरपोर्ट पर फ्लाइट कैंसिल होने से यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है। पिछले कई दिनों से फ्लाइट कैंसिलेशन का सिलसिला जारी था, लेकिन आज स्थिति और बिगड़ गई। कुल 24 उड़ानें रद्द कर दी गईं, जिसमें सबसे ज़्यादा उड़ानें हैदराबाद (8 फ्लाइट) और दिल्ली (6 फ्लाइट) रूट की हैं। इस अचानक फैसले से हजारों यात्रियों की मुश्किलें बढ़ गई है। इंडिगो ने इसे फिर “ऑपरेशनल कारण” बताते हुए कैंसिलेशन की पुष्टि की है। आज रद्द की गई कुल 24 उड़ानों की पूरी सूची- आने वाली (Arrivals) — रद्द फ्लाइट्स 6E 6387 — दिल्ली → पटना (कैंसिल) 6E 713 — कोलकाता → पटना (कैंसिल) 6E 6382 — हैदराबाद → पटना (कैंसिल) 6E 6223 — हैदराबाद → पटना (कैंसिल) 6E 6643 — दिल्ली → पटना (कैंसिल) 6E 6451 — बेंगलुरु → पटना (कैंसिल) 6E 915 — हैदराबाद → पटना (कैंसिल) 6E 6549 — दिल्ली → पटना (कैंसिल) 6E 6256 — बेंगलुरु → पटना (कैंसिल) 6E 6334 — हैदराबाद → पटना (कैंसिल) जाने वाली (Departures) — रद्द फ्लाइट्स 6E 2163 — पटना → दिल्ली 6E 663 — पटना → कोलकाता 6E 6042 — पटना → हैदराबाद 6E 6127 — पटना → हैदराबाद 6E 6644 — पटना → दिल्ली 6E 6452 — पटना → बेंगलुरु 6E 6683 — पटना → हैदराबाद 6E 6550 — पटना → दिल्ली 6E 6257 — पटना → बेंगलुरु 6E 6335 — पटना → हैदराबाद लगातार फ्लाइट के कैंसिल होने से यात्रियों की बढ़ी मुश्किलें पिछले कई दिनों से फ्लाइट के कैंसिल होने की वजह से बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों को काउंटर पर लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। कई यात्रियों की कनेक्टिंग इंटरनेशनल फ्लाइट्स छूट गईं। बिजनेस यात्राओं, मेडिकल अपॉइंटमेंट और शादी–समारोह में आए लोग फंसे हुए है। दूसरे एयरलाइंस के टिकटों की कीमतें भी सरकार की ओर से निर्देश जारी करने के बाद भी आसमान छू रही है। होटल और यात्रा में लोगों के अतिरिक्त पैसे खर्च हो रहे है। इंडिगो की ओर से जारी संक्षिप्त नोटिस में कहा गया है कि “ऑपरेशनल कारणों” से उड़ानें रद्द की गई हैं। यात्रियों को रिफंड, क्रेडिट शेल, या री बुकिंग का विकल्प दिया जा रहा है। वेबसाइट, ऐप या कस्टमर सपोर्ट से अपडेट लेने की सलाह भी दी गई है।
लुधियाना कबीर नगर में कार साइड करने को लेकर विवाद:नंबरदार ने चलाई गोली,पुलिस ने किया मामला दर्ज
लुधियाना के कबीर नगर में सोमवार रात करीब 8:37 बजे कार साइड करने को लेकर मामूली बात ने इतना तूल पकड़ा कि गली में राइफल से फायरिंग तक हो गई।गोली चलने की आवाज से इलाके में अफरा-तफरी मच गई।मामला अब पुलिस तक पहुंच चुका है और U/S 125 Arms BNS 25/54/59 Act के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। सुखवंत सिंह ने बताया कि वह अपने साथियों मनजीत सिंह मान और बिक्कर सिंह के साथ कोहाड़ा से वापस घर लौट रहा था। जैसे ही वह अपनी स्कॉर्पियो लेकर गली में पहुंचा वहां ग्रैंड विटारा सड़क के बीचों-बीच खड़ी मिली। उसने गाड़ी हटाने के लिए वहां मौजूद सुखविंदर सिंह नंबरदार से साइड करने को कहा। लेकिन इसी बात पर लंबरदार भड़क गया। गाड़ी यहीं खड़ी रहेगी। तु-तु मैं-मैं बढ़ी तो सुखवंत ने अपनी कार जिम में पार्क कर दी और बाइक से निकलने लगा। तभी लंबरदार ने फोन कर कहा रुको अभी मत जाओ। कुछ ही मिनटों बाद वह राइफल लेकर पैदल ही गली में पहुंच गया। इसके बाद देखते-ही-देखते हालात बिगड़ गए। आरोप है कि गुस्से में नंबरदार ने सड़क की तरफ नीचे की ओर फायर कर दिया। गोली की आवाज से लोग घरों से बाहर निकल आए और गली में भगदड़ जैसी स्थिति बन गई।सुखवंत का आरोप है कि नंबरदार ने उसे जान से मारने की धमकी भी दी आज तुझे मार दूंगा। घटना की शिकायत रात को ही पुलिस को दे दी गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
रंगदारी न देने पर चाय दुकानदार पर चली गोली:मुंगेर के बरियारपुर में एक अपराधी गिरफ्तार, दो फरार
बिहार में नई सरकार बनने के बाद मुंगेर पुलिस विभाग भी अलर्ट मोड पर है। इसी क्रम में सोमवार शाम बरियारपुर थाना क्षेत्र में चाय दुकानदार पर रंगदारी न देने पर गोली चला दी गई। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक अपराधी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो अन्य फरार हैं। यह घटना बरियारपुर स्टेशन के बाहर स्थित एक चाय की दुकान पर हुई। हथियारबंद अपराधियों ने दुकानदार अजय कुमार से प्रतिमाह दस हजार रुपए की रंगदारी मांगी थी। जब दुकानदार ने रंगदारी देने से इनकार किया, तो अपराधियों ने उस पर गोली चला दी। गोली दुकानदार को नहीं लगी और वह बाल-बाल बच गए। गोली दुकान के अंदर रखे फ्रिज में जा लगी। 2 फरार अपराधी की तलाश जारी बरियारपुर थानाध्यक्ष अमरेश कुमार की तत्परता से गोली चलाने वाले अपराधी सोतीपुल पड़िया निवासी प्रफुल्ल यादव को गिरफ्तार कर लिया गया। इस घटना में संलिप्त दो अन्य अपराधी, देवराज कुमार और गोलू यादव, अभी भी फरार हैं। पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। सदर डीएसपी अभिषेक आनंद ने बताया कि पीड़ित दुकानदार द्वारा बरियारपुर थाना में आवेदन दिया गया था। गिरफ्तार अपराधी प्रफुल्ल यादव पर लूट, डकैती सहित बरियारपुर और जमालपुर रेल थाना में सात आपराधिक मामले दर्ज हैं। डीएसपी ने अपराधियों को चेतावनी देते हुए कहा कि मुंगेर जिले में अब अपराधियों की खैर नहीं है। अपराध करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
भागलपुर के समीक्षा भवन में सोमवार को जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी की अध्यक्षता में आधारभूत संरचनाओं से जुड़ी योजनाओं की प्रगति की समीक्षा बैठक हुई। इसमें जिले के सभी संबंधित विभागों के कार्यपालक अभियंता मौजूद रहे। लंबित परियोजनाओं को तय समय-सीमा में पूरा करने का निर्देश जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि जिले की सभी लंबित आधारभूत संरचना परियोजनाओं को निर्धारित समय-सीमा के भीतर पूरा किया जाए। उन्होंने भूमि-संबंधी समस्याओं के समाधान के लिए संबंधित भूमि सुधार उप समाहर्ता और अनुमंडल पदाधिकारी से तत्काल समन्वय स्थापित करने को कहा। यदि समन्वय के बाद भी समस्या हल न हो, तो मामला जिला स्तर पर प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया। शहरी सड़कों की खराब स्थिति पर डीएम का फोकस डीएम ने शहरी क्षेत्र की सड़कों की स्थिति पर भी विशेष ध्यान देने को कहा। उन्होंने आरसीडी और बुडको के कार्यपालक अभियंताओं को संयुक्त रूप से सड़कों का निरीक्षण करने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि किसी भी सड़क पर गड्ढे नहीं होने चाहिए और सभी सड़कों को वाहन योग्य बनाया जाए। भोलानाथ पुल के लंबित कार्यों की भी समीक्षा भोलानाथ पुल से संबंधित लंबित कार्यों की समीक्षा करते हुए, जिलाधिकारी ने दोनों विभागों को समन्वय स्थापित कर समय पर काम पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने यह भी कहा कि जहां दो विभागों के बीच समन्वय की आवश्यकता हो, वहां अभियंता संयुक्त रूप से स्थल निरीक्षण कर एक संयुक्त रिपोर्ट तैयार करें, ताकि कार्य समयबद्ध तरीके से संपन्न हो सके। कई वरिष्ठ अधिकारी बैठक में हुए शामिल बैठक में जिला योजना पदाधिकारी मोनू कुमार, वरीय उप समाहर्ता सुधीर कुमार, और अपर समाहर्ता (राजस्व) दिनेश राम सहित कई अन्य अधिकारी मौजूद थे।
पिता के स्थान पर इंजीनियर बेटे राजेंद्र दुबे (राजा) को 30 घंटे हिरासत में रखने के मामले में मंगलवार को इंदौर हाईकोर्ट में सुनवाई होगी। आज शासन की ओर से जवाब पेश किया जाना है कि पुलिस कमिश्नर ने मामले में चंदन नगर टीआई इंद्रमणि पटेल और संबंधितों पर क्या कार्रवाई की है। कोर्ट ने 4 दिसंबर की सुनवाई में टीआई और संबंधितों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू करने और क्रिमिनल एक्शन लेने के निर्देश दिए थे। हाईकोर्ट ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा था कि चंदन नगर थाना प्रभारी इंद्रमणि पटेल का कृत्य नागरिक के मौलिक अधिकारों का गंभीर उल्लंघन है। अदालत ने पुलिस कमिश्नर को निर्देश दिए थे कि संबंधित पुलिस कर्मियों पर आपराधिक केस दर्ज किया जाए। हालांकि सोमवार रात तक संबंधितों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। बता दें कि राजेंद्र के पिता एवं रियल एस्टेट कारोबारी संजय दुबे पर पॉक्सो एक्ट में प्रकरण दर्ज है और जब पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर पाई, तो बेटे को उठा लिया। याचिका वापस लेने की अर्जी लगी आज की सुनवाई से पहले मामले में नाटकीय मोड़ आ गया। राजेंद्र की ओर से याचिका लगाने वाले आकाश तिवारी ने कोर्ट में दो आवेदन दिए हैं। इनमें से एक याचिका वापस लेने और दूसरा वकील बदलने को लेकर है। यानी इन तीनों बिंदुओं पर आज बहस होगी। ज्ञात हो कि आज पुलिस को अपनी रिपोर्ट पेश करनी है। पुलिस को रिपोर्ट पेश करनी पड़ेगी याचिकाकर्ता की ओर से पैरवी कर रहे एडवोकेट नीरज सोनी ने बताया कि इंजीनियर राजेंद्र दुबे की याचिका पर दिए गए पूर्व आदेश का पालन करते हुए पुलिस को रिपोर्ट कोर्ट में पेश करना ही पड़ेगी। उन्होंने कहा कि वकील बदलने या याचिका वापस लेने की जानकारी उन्हें नहीं है। अब यह मामला राज्य सरकार और कोर्ट के निर्णय पर निर्भर होगा। यह है पूरा मामला रियल एस्टेट कारोबारी संजय दुबे के खिलाफ चंदन नगर पुलिस ने नाबालिग से दुष्कर्म का केस दर्ज किया है। इसके 14 दिन बाद भी पुलिस आरोपी को नहीं पकड़ पाई तो 26 नवंबर को पुलिस ने उसके बेटे इंजीनियर राजा को सैलून से उठा लिया। उसे 30 घंटे थाने में बैठाकर रखा। इस दौरान उसे हथकड़ी भी लगाई, जबकि राजा का इस मामले से कोई लेना-देना नहीं था। राजा को बगैर किसी अपराध थाने में बैठाने पर उनके साले आकाश तिवारी ने हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका लगाई। इसमें आरोप लगाया कि राजा के खिलाफ कोई केस नहीं है। इसके बावजूद उसे हथकड़ी लगाकर थाने में रखा गया। याचिका की सूचना मिलते ही पुलिस ने राजा को छोड़ दिया था। कोर्ट ने इस मामले में थाना प्रभारी इंद्रमणि पटेल को 26 से 27 नवंबर के बीच 30 घंटे के सीसीटीवी फुटेज के साथ कोर्ट में उपस्थित होने के लिए कहा था। 4 दिसंबर को थाना प्रभारी पटेल कोर्ट में उपस्थित तो हुए, लेकिन उन्होंने सीसीटीवी फुटेज पेश नहीं किए थे। इस पर कोर्ट ने नाराजगी जताते हुए कहा था कि याचिकाकर्ता ने जो सबूत पेश किए, वह सच्चाई बताने के लिए पर्याप्त है। कोर्ट ने पुलिस कमिश्नर से कहा था कि वे बताएं कि उन्होंने टीआई इंद्रमणि पटेल के खिलाफ क्या कार्रवाई की? ये खबर भी पढ़िए... 1. पिता के बजाय इंजीनियर बेटे को पकड़ने में नया मोड़ पॉक्सो एक्ट केस में आरोपी के बजाय उसके इंजीनियर बेटे को हथकड़ी पहनाकर थाने में 30 घंटे हिरासत में रखने के मामले में नाटकीय मोड़ आ गया है। दरअसल, इस मामले में कल यानी 9 दिसंबर को हाईकोर्ट में पुलिस को अपनी रिपोर्ट पेश करना है, लेकिन एक दिन पहले ही याचिकाकर्ता ने याचिका वापस लेने और वकील बदलने का आवेदन लगा दिया है। पढ़ें पूरी खबर... 2. पिता की जगह बेटे को 30 घंटे हिरासत में रखा इंदौर में चंदन नगर पुलिस की कार्रवाई पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। पॉक्सो एक्ट केस में पुलिस ने आरोपी की जगह उसके इंजीनियर बेटे को थाने में 30 घंटे हिरासत में रखा और उसे हथकड़ी भी पहनाई। हैरानी की बात यह है कि रियल एस्टेट कारोबारी के इंजीनियर बेटे की इस केस में न कोई भूमिका है और न ही वह आरोपी है। पढ़ें पूरी खबर...
भोजपुर में 6 महीने की दुल्हन को किसी बाहरी ने नहीं बल्कि उसके पति ने ही गोली मारी थी। रविवार को नवविवाहिता निराशा कुमारी उर्फ दुर्गावती की सिर में गोली मारकर हत्या हुई। जिसके बाद ससुरालवालों ने कहा कि बाहर से फायरिंग हुई। परिवार ने क्राइम सीन को इस तरह से क्रिएट किया कि ये बाहरी हमले में हुई हत्या लगे। आरोपी पति ने इस हत्या का आरोप उस शख्स पर लगाने की साजिश रची, जिसने उसे उधारी दी थी, लेकिन वो इसमें सफल नहीं हो पाया। जिस तरह से महिला को गोली लगी, कमरे के हालात और पति-ससुर के अलग-अलग बयान और समय के अंतर के कारण के कारण पुलिस को शक हुआ। गहनता से जांच हुई तो मामला खुला। दरअसल, शनिवार की रात पति-पत्नी में झगड़ा हुआ था और रविवार की सुबह आरोपी पति मणिभूषण गुप्ता ने नजदीक से पत्नी के सिर में गोली मारी, जिससे उसकी खोपड़ी उड़ गई। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल देसी पिस्तौल, चार कारतूस, एक खोखा और एक गोली का आगे का हिस्सा झाड़ी से बरामद किया है। हथियार को एक पॉलिथीन में छिपाकर फेंका गया था। जिससे घटना को आत्महत्या या बाहरी हमले जैसा दिखाया जा सके। निराशा कुमारी उर्फ दुर्गावती की शादी इसी साल 4 जून को पीरो के पचरुखिया गांव निवासी मणिभूषण कुमार गुप्ता से हुई थी। नजदीक से गोली मारी गई थी FSL रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि गोली महिला के सिर के बाएं हिस्से से दागी गई थी। अगर उसने गोली खुद से चलाई होती तो दाएं हिस्से से घुसती। वहीं गोली लगने से महिला की खोपड़ी उड़ गई, जिससे माना जा रहा है कि गोली बहुत नजदीक से मारी गई। इसमें पति मणि कुमार गुप्ता की भूमिका संदिग्ध पाई गई। पूछताछ में सारी बात खुली। घटना के वक्त कमरे में सिर्फ दोनों ही मौजूद थे। एसपी राज ने मामले के वैज्ञानिक जांच से सामने आए तथ्यों की जानकारी दी। मृतका के ससुर चक्रवर्ती गुप्ता और थानाध्यक्ष शैलेश कुमार के बयान के आधार पर दो प्राथमिकी दर्ज की गई है। पत्नी छटपटा रही थी, पति के दिमाग में साजिश चल रही थीघटनाक्रम और परिजनों के बयानों का जब पुलिस ने ताना-बुना, तब असली क्राइम सीन सामने आया। मालूम हुआ, निराशा देवी पलंग से नीचे खून से लथपथ छटपटा रही थी। उसे अस्पताल ले जाने के बजाय उसका पति मणिभूषण गुप्ता इसे हत्या बताकर आरोप दूसरे के मत्थे मढ़ने का साजिश रच रहा था। ऐसे में निराशा देवी का समय पर इलाज नहीं हो सका, खून बहता गया। काफी देर छटपटाने के बाद वह मर गई। पत्नी की मौत के बाद मणिभूषण के कहने पर परिवार के अन्य लोग भी उसके बहकावे चिंटू का नाम लेकर सूदखोर और हत्या का आरोपी बताने लगे। खिड़की का कांच पत्थर से तोड़ा हत्या के बाद साक्ष्य मिटाने के उद्देश्य से उसने कमरे की खिड़की के शीशे को ईंट-पत्थर से तोड़ा, ताकि ऐसा लगे कि बाहर से फायरिंग हुई है। इसके बाद हथियार और कारतूसों को पॉलिथीन में बांधकर झाड़ियों में फेंक दिया गया। पुलिस के अनुसार, आरोपी पति पर कुछ लोगों का कर्ज था। कर्ज चुकता न करने और दूसरे पक्ष को फंसाने की नीयत से उसने बाहर से गोली चलाए जाने की मनगढ़ंत कहानी बनाई थी। पुलिस ने सोमवार को दुर्गावती देवी उर्फ निराशा देवी की हत्या के आरोपी पति मणि भूषण गुप्ता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। आगे की कार्रवाई जारी है। कमरे में खून एक ही जगह था, यानी हमला करीब से हुआ FSL टीम के अनुसार, हत्या जिस कमरे में हुई, वह बंद खिड़की और एक बिस्तरे वाला छोटा कमरा है। सुबह दरवाजा खोला गया तो निराशा बिस्तर पर खून से लथपथ पड़ी थी। सिर के पीछे गहरा घाव था और खून एक ही जगह जमा था, जो साफ दिखाता है कि वार नजदीक और एक ही तरफ से किया गया। कमरे में कोई संघर्ष के निशान नहीं थे। खिड़की पूरी तरह सुरक्षित पाई गई, न टूट-फूट, न बाहर से धक्का देने के कोई निशान मिले हैं। दीवार या फर्श पर गोली का एक भी निशान नहीं मिले। घटनास्थल पर कोई कारतूस, बुलेट, गनपाउडर, फुटप्रिंट का प्रमाण भी नहीं था। FSL टीम ने कमरे से खून सने कपड़े, लकड़ी का एक भारी टुकड़ा और अन्य नमूने जब्त किए थे। सख्ती के बाद ससुर ने उगला राज, कहा-बेटे-बहू में विवाद के बाद फायरिंग पुलिस को गुमराह करने की साजिश फेल होने के बाद मृतका के सुसर ने अलग फर्द बयान दिया। उसने कहा, शनिवार की रात बेटे और बहू में विवाद हुआ था। लेकिन, रात में शांत करा दिया गया था। रविवार को सुबह नींद खुलने पर तेज आवाज सुनाई दी। बहू के कमरे में गया। यह खून से लथपथ छटपटा रही थी।बेटे ने बताया, वह शराब का कारोबार करता है। सुरक्षा के लिए लोडेड कट्टा और कारतूस रखा हूं। पत्नी निराशा उसे हाथ में लेकर पूछ यही थी फायरिंग कैसे होती है। तभी फायर हो गई, गोली बहू के उसके सिर में लगी। इस हालत में परिवार घबरा गया था। पहले ससुर ने हत्या की दी थी तीन अलग-अलग थ्योरी थ्योरी-1: कर्जदाता की धमकी और पैसे का विवाद ससुर चक्रवर्ती गुप्ता ने कहा, उन्होंने तिलक गांव के एक व्यक्ति से एक लाख रुपए कर्ज लिए थे। 80 हजार चुका दिए थे, 20 हजार और ब्याज बाकी था। उनके अनुसार, कर्जदाता लगातार पैसा मांग रहा था और कह रहा था कि “आज ही पैसा दो।” गुप्ता ने आरोप लगाया कि उसने फोन पर कई बार धमकी दी थी। उनकी बहू इस कर्ज के कारण घर पर चल रहे तनाव से परेशान थी। ससुर ने आरोप लगाया उसी विवाद में हत्या की गई है। रात में घर के पास संदिग्ध गतिविधि भी दिखी थी। थ्योरी 2 : पत्नी को एक रात साथ रखने को कहा ससुर का आरोप है कि कर्जदाता ने उनकी पत्नी (मृतका की सास) के सामने आपत्तिजनक प्रस्ताव भी रखा था। कथित रूप से उसने कहा था- “एक रात मेरे साथ रह जाओ, सारा कर्ज माफ कर दूंगा।” ये बात घर में तनाव और गुस्से की बड़ी वजह बनी। गुप्ता का कहना था कि निराशा भी इस घटना से आहत थी। हम जल्द पैसा लौटाने की सोच रहे थे, लेकिन तब तक ये वारदात हो गई। थ्योरी 3 : दो संदिग्धों को भागते देखने का दावा ससुर ने दावा किया था कि,हत्या की रात, करीब 12 बजे, उन्होंने घर के पीछे दो लोगों को भागते हुए देखा। उन्होंने चेहरा नहीं देखा, लेकिन उनकी चाल-ढाल और कपड़ों से संदेह हुआ कि वे उसी विवाद से जुड़े लोग थे। उनका कहना है कि खिड़की की तरफ कुछ आवाजें आई थीं, लेकिन उन्होंने गंभीरता से नहीं लिया। सुबह बहू मृत मिली, तो उन्हें यकीन हो गया कि वही लोग हत्या कर के गए। घर से कट्टा-कारतूस बरामद थानाध्यक्ष शैलेश कुम्बर ने बताया, पिता के फर्द बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। घर से कट्टा और कारतूस बरामद किया गया है। पति मणिभूषण गुप्ता को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। पुलिस ने कट्टा, 4 कारतूस, 1 खोखा और 1 पिस्टल जब्त किया है। वरीय अधिकारियों के ओर से भी अनुसंधान किया जा रहा है।
दिल्ली में हुई प्राक्कलन समिति की महत्वपूर्ण बैठक में छत्तीसगढ़ से सांसद और बीजेपी के सीनियर नेता बृजमोहन अग्रवाल ने राज्य की हवाई सेवाओं के व्यापक विस्तार पर जोर देते हुए कई बड़े सुझाव रखे। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है और यहां ग्रीन एनर्जी आधारित एयरपोर्ट की जरूरत है। उन्होंने रायपुर-नवा रायपुर-भिलाई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर को ध्यान में रखते हुए एक बड़े ग्रीनफील्ड इंटरनेशनल एयरपोर्ट को शीघ्र मंजूरी दिए जाने की मांग की। सांसद ने तर्क दिया कि छत्तीसगढ़ आज राष्ट्रीय स्टील और पावर हब के रूप में अपनी पहचान बना चुका है, ऐसे में राज्य में दूसरा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट आर्थिक गति को कई गुना बढ़ा देगा। UDAN योजना में और कवरेज की मांग सांसद अग्रवाल ने बिलासपुर, रायगढ़, अंबिकापुर और जगदलपुर को प्लेटफॉर्म मिलने को सकारात्मक कदम करार दिया, लेकिन उन्होंने आग्रह किया कि UDAN 2025-35 के अगले चरण में छत्तीसगढ़ को अतिरिक्त रूट्स और बेहतर एयर सर्विस का लाभ मिले। उन्होंने इन शहरों के लिए नई हवाई मार्ग, उच्च स्तरीय सुविधाएं और बेहतर कनेक्टिविटी अनिवार्य किए जाने की मांग रखी। रायपुर, बिलासपुर और जगदलपुर को जल्द मिले 100 प्रतिशत ग्रीन एनर्जी टैग सांसद ने मंत्रालय की ओर से देश के 87 एयरपोर्ट्स को 100 प्रतिशत ग्रीन एनर्जी में बदलने की उपलब्धि की सराहना की। साथ ही रायपुर, बिलासपुर और जगदलपुर एयरपोर्ट को भी इस सूची में प्राथमिकता से शामिल करने और इसके लिए निश्चित टाइमलाइन घोषित करने की मांग की। उन्होंने रायपुर एयरपोर्ट में डेडिकेटेड सोलर पावर प्लांट स्थापित करने का भी ठोस प्रस्ताव रखा। इंफ्रास्ट्रक्चर अपग्रेड की तेज जरूरत सांसद अग्रवाल ने रायपुर एयरपोर्ट में चल रहे रीकॉन्फिगरेशन कार्यों में तेजी, ATC टावर अपग्रेड, और बढ़ती यात्री संख्या के अनुरूप नई कैपेसिटी विस्तार योजनाओं का रोडमैप जल्द प्रस्तुत किए जाने की मांग की। इसके साथ ही उन्होंने राजधानी क्षेत्र में PPP मॉडल के अंतर्गत प्राइवेट निवेश की रुचि और प्रगति पर भी सवाल पूछे। बैठक में मौजूद मंत्रालय के अधिकारियों ने सांसद अग्रवाल के सुझावों को गंभीरता से संज्ञान में लेने की बात कही। उम्मीद जताई जा रही है कि इन प्रस्तावों पर सकारात्मक निर्णय से छत्तीसगढ़ की हवाई कनेक्टिविटी और औद्योगिक विकास को नई दिशा मिलेगी।
पीएमसीएच में तीन साल की अवंतिका राय की मौत हो गई है। परिजनों ने एनेस्थीसिया के डबल डोज लगने से मौत होने का आरोप लगाया है। अस्पताल प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से लिया है। घटना के 48 घंटे बाद सोमवार को पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ. आई.ए.एस. ठाकुर ने एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई। लगभग दो घंटे चली इस बैठक के बाद अधीक्षक डॉ. ठाकुर के निर्देश पर एक चार सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया गया है। इस कमेटी को सात दिनों के भीतर विस्तृत जांच रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है। अस्पताल प्रशासन के अनुसार, जांच कमेटी में हड्डी रोग, शिशु रोग सहित अन्य विभागों के वरिष्ठ डॉक्टरों को शामिल किया गया है। अधीक्षक ने बताया कि जांच का मुख्य बिंदु यह होगा कि जिस यूनिट में बच्ची की सर्जरी हो रही थी, उस दौरान उसकी मौत कैसे हुई। हड्डी रोग विभाग के डॉ. महेश प्रसाद की यूनिट के तहत हो रही प्रक्रिया की भी बारीकी से समीक्षा की जाएगी। रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को भेजी जाएगी डॉ. ठाकुर ने स्पष्ट किया कि कमेटी की रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को भेजी जाएगी। इसके बाद विभागीय निर्देशों के आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। अस्पताल प्रशासन ने लापरवाही पाए जाने पर दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने का आश्वासन दिया है। घटना गोपालगंज के मोहम्मदपुर, पुरानी बाजार निवासी शैलेश राय की तीन साल की बेटी अवंतिका राय से संबंधित है। अवंतिका को 27 नवंबर को पीएमसीएच में भर्ती कराया गया था, जब खेलने के दौरान उसके दोनों पैर फ्रैक्चर हो गए थे। उसे सर्जरी के लिए इमरजेंसी वार्ड लाया गया था। डबल डोज के कारण ही कार्डियक अरेस्ट परिजनों का आरोप है कि एनेस्थीसिया का डबल डोज दिए जाने से बच्ची बेहोश हो गई। मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक, डबल डोज के कारण ही बच्ची को कार्डियक अरेस्ट आया और उपचार के दौरान शनिवार सुबह 11:45 बजे डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मासूम की मौत के बाद परिजन सदमे में हैं और अस्पताल प्रशासन व संबंधित डॉक्टरों पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं। न्याय की गुहार लगाते हुए उन्होंने दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। अवंतिका रॉय के नाना राम संदेश रॉय ने बातचीत में कहा PMCH के गठित जांच टीम पर भरोसा नहीं है। जिस अस्पताल में मासूम अवंतिका की मौत हुई, उसकी गठित कमेटी निष्पक्ष जांच नहीं करेगी। इसलिए हाईकोर्ट के वरिष्ठ वकील राम संदेश रॉय ने मांग की है कि इस मौत की जांच एम्स के वरिष्ठ डॉक्टरों पैनल की ओर से गठित कमेटी की ओर से की जानी चाहिए। राम संदेश रॉय ने कहा कि इलाज के क्रम में बच्ची की मौत नहीं हुई है, हत्या की गई है। जिसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। राम संदेश रॉय आज PMCH पहुंच अधीक्षक डॉ. आई.ए.एस ठाकुर से मिलकर शिकायत दर्ज करेंगे।
पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में ठंड के मौसम में सुबह 8 बजे आयोजित हो रही परीक्षाओं को लेकर छात्रों में नाराजगी बढ़ गई है। इसी मुद्दे पर NSUI के प्रतिनिधिमंडल ने कुलपति से मुलाकात की और परीक्षा समय बदलने की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा है। NSUI का कहना है कि दिसंबर-जनवरी की तेज ठंड में छात्रों को सुबह-सुबह परीक्षा केंद्र तक पहुंचना बहुत मुश्किल हो रहा है। कई विद्यार्थी गांवों और दूरस्थ इलाकों से आते हैं, जहां कोहरे और कड़कड़ाती ठंड के कारण समय पर निकलना चुनौती बन गया है। छात्र नेताओं ने कहा कि इतने कम तापमान में हाथ जमने लगते हैं, जिससे उत्तर लिखने की क्षमता पर भी असर पड़ता है और परीक्षा प्रदर्शन प्रभावित होता है। अव्यवस्था पर भी उठाए सवाल संगठन ने यह भी आरोप लगाया कि हर साल विश्वविद्यालय की परीक्षाओं में प्रश्नपत्र वितरण को लेकर अव्यवस्था देखने को मिलती है। कई केंद्रों में प्रश्नपत्र देर से पहुंचते हैं और कई बार गलत विषय के प्रश्नपत्र भी बांट दिए जाते हैं, जिससे छात्रों का समय और मानसिक ऊर्जा दोनों बर्बाद होती है। जवाबदेही तय करने की मांग NSUI ने कुलपति से मांग की है कि परीक्षा का समय बदलकर सुबह 9 या 10 बजे के बाद निर्धारित किया जाए, ताकि ठंड कम हो और विद्यार्थी बिना परेशानी परीक्षा देने पहुंच सकें। साथ ही प्रश्नपत्र वितरण पर सख्त निगरानी और जवाबदेही तय करने की भी मांग की गई है। आंदोलन करने की चेतावनी संगठन ने चेतावनी दी कि यदि परीक्षा समय और व्यवस्थाओं में सुधार नहीं किया गया, तो NSUI छात्रहित में आंदोलन करने के लिए मजबूर होगी। ज्ञापन सौंपने के दौरान पुनेश्वर लहरे के साथ अंकित बंजारे, साहिल मिरी, मोनेंद्र मानिकपुरी, विनय भोई, राजेंद्र सिदार सहित कई छात्र मौजूद रहे।
रेलवे ने धनबाद से गयाजी होते हुए बड़े शहरों के लिए चल रही 4 जोड़ी स्पेशल ट्रेनों की अवधि बढ़ा दी है। इससे चंडीगढ़, गोरखपुर, लोकमान्य तिलक और दिल्ली जाने वाले यात्रियों को काफी राहत मिलेगी। रेलवे का कहना है कि इस समय यात्रियों का दबाव काफी बढ़ा है। इसलिए इन स्पेशल ट्रेनों का परिचालन एक महीने तक और जारी रहेगा। इस बात की जानकारी मुख्य जन संपर्क अधिकारी सरस्वती चंद्र ने दी है। रेलवे ने जारी किया रूट चार्ट धनबाद-चंडीगढ़ स्पेशल(03311/03312)- अब 12 दिसंबर 2025 से 13 जनवरी 2026 तक चलाई जाएगी। धनबाद से हर मंगलवार और शुक्रवार को खुलेगी। चंडीगढ़ से वापसी में गुरुवार और रविवार को खुलेगी। धनबाद-गोरखपुर स्पेशल(03677/03678)- धनबाद से गोरखपुर स्पेशल 14 दिसंबर 2025 से 11 जनवरी 2026 तक हर रविवार चलेगी। गोरखपुर से धनबाद के लिए हर सोमवार, 15 दिसंबर 2025 से 12 जनवरी 2026 तक चलेगी। पूर्व से ही इस रूट पर भीड़ रहती है। इसलिए साप्ताहिक संचालन जारी रहेगा। धनबाद-लोकमान्य तिलक(03379/03380)- धनबाद-लोकमान्य तिलक स्पेशल अब 16 दिसंबर 2025 से 13 जनवरी 2026 तक हर मंगलवार चलेगी। वापसी वाली लोकमान्य तिलक-धनबाद ट्रेन 18 दिसंबर 2025 से 15 जनवरी 2026 तक हर गुरुवार को खुलेगी। महाराष्ट्र रूट पर यात्रियों की काफी आवाजाही रहती है। धनबाद-दिल्ली स्पेशल(03309/03310)- धनबाद-दिल्ली स्पेशल अब 13 दिसंबर 2025 से 13 जनवरी 2026 तक सप्ताह में दो दिन शनिवार और मंगलवार चलेगी। दिल्ली-धनबाद स्पेशल 14 दिसंबर 2025 से 14 जनवरी 2026 तक रविवार और बुधवार को संचालित होगी। यात्रियों को मिलेगी राहत दिल्ली रूट हमेशा हाई डिमांड में रहता है। रेलयात्री की बढ़ती भीड़ और डिमांड के मद्देनजर अवधि बढ़ाई गई है। रेलवे ने यात्रियों को सलाह दी है कि टिकट और समय सारिणी की सही जानकारी पहले से चेक कर लें। यह विस्तार यात्रियों की सहूलियत के लिए किया गया है। ताकि भीड़ में किसी को किसी प्रकार की परेशानी न हो।
भोपाल क्राइम ब्रांच ने ईदगाह हिल्स शाहजहांनाबाद स्थित एक निर्माणाधीन बिल्डिंग में दबिश देकर नशीला पदार्थ एमडी ड्रग बेचने की फिराक में बैठे एक युवक को पकड़ लिया। कार्रवाई 7 दिसंबर की शाम मुखबिर की सूचना पर की गई। पुलिस ने गवाहों की मौजूदगी में जब्ती और सील करने की कार्रवाई पूरी कर आरोपी को धारा 8/22 NDPS एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया। अब उससे पूछताछ कर सप्लाई नेटवर्क की जानकारी जुटाई जा रही है। क्राइम ब्रांच की टीम ने मौके से शिफत उर्फ सेफ उर्फ अली उर्फ राजा (निवासी रन्नौद, जिला शिवपुरी) को हिरासत में लिया। तलाशी के दौरान पारदर्शी पन्नी में 11.05 ग्राम एमडी ड्रग जैसा पदार्थ बरामद हुआ। साथ ही उसके पास से दो महंगे मोबाइल (सैमसंग Z Fold-3 और एप्पल 12 प्रो मैक्स) भी मिले हैं। जब्त मादक पदार्थ की कीमत करीब 55 हजार रुपए बताई जा रही है।
उत्तर से आ रही हवा के कारण छत्तीसगढ़ में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। मौसम विभाग ने सरगुजा, दुर्ग, बिलासपुर और रायपुर संभाग के जिलों में शीतलहर का अलर्ट जारी किया है। चार शहरों में तापमान 10C से नीचे पहुंच गया है। इनमें मैनपाट, अंबिकापुर, पेंड्रा और जगदलपुर शामिल हैं। मैनपाट में रात का पारा 4C से नीचे चला गया है और वहां ओस की बूंदें जमकर बर्फ में बदल गई हैं। अंबिकापुर में न्यूनतम तापमान 5C, पेंड्रा में 8C और जगदलपुर में 9.8C दर्ज किया गया। पिछले 24 घंटे में सबसे अधिक तापमान 30.4C रायपुर में और सबसे कम न्यूनतम तापमान 5C अंबिकापुर में रिकॉर्ड किया। मौसम से जुड़ी ये तस्वीरें देखिए... रायपुर में नगर निगम ने कई जगहों पर अलाव का इंतजाम किया रायपुर में शीतलहर का असर बढ़ते ही नगर निगम ने आम लोगों को राहत देने के लिए शहर में अलाव जलाने की व्यवस्था शुरू कर दी है। निगम ने 12 से अधिक लोकेशन पर रातभर अलाव जलवाने के निर्देश दिए हैं, ताकि बेघर, राहगीरों और आम नागरिकों को ठंड से तुरंत राहत मिल सके। रायपुर नगर निगम की मेयर मीनल चौबे और कमिश्नर विश्वदीप के निर्देशों के बाद सभी जोन कमिश्नरों और जोन हेल्थ अधिकारियों से रात में फील्ड में रहने और अलाव के इंतजाम की निगरानी करने को कहा गया है। स्वास्थ्य विभाग ने भी जारी की एडवाइजरी इस बीच स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी कर चेतावनी दी है कि अचानक तापमान में उतार-चढ़ाव से हाइपोथर्मिया, सर्दी-जुकाम और वायरल फीवर का खतरा बढ़ सकता है। विभाग ने लोगों से अपील की है कि शीतलहर के दौरान, केवल आवश्यकता होने पर ही यात्रा करें और बाहर निकलते समय पूरी तरह गर्म कपड़े पहनें। मलेरिया फैलने का खतरा भी बढ़ा मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि बदलते मौसम में मलेरिया फैलने का खतरा भी बढ़ सकता है। पिछले कुछ दिनों से रायपुर में दिन का तापमान लगातार प्रदेश में सबसे ज्यादा रहा है। वहीं सूरज ढलते ही तापमान में गिरावट देखने को मिल रही है। ऐसे में ऑफिस जाने वाले, स्कूली बच्चों काे गर्म कपड़े साथ रखने चाहिए। ताकि अचानक तापमान गिरने का असर तबीयत पर न पड़े। डॉक्टर बोले- सतर्क रहना जरूरी डॉ जया बाजपेयी (MBBS DNB, मेडिसिन) बताया कि जिस तरह से तापमान बदल रहा है, बीमार होने का खतरा ज्यादा। खासकर ऐसे मौसम में मच्छर ज्यादा पनपते हैं, मलेरिया फैलने का खतरा ज्यादा है। ऐसे में बीमारी से बचने सतर्क रहना जरूरी है। डॉक्टर की सलाह है कि... पानी जमा न होने दें शरीर को ढककर रखें समय पर जांच और इलाज कराएं ऐसा तापमान मलेरिया फैलाने वाले मच्छरों के लिए अनुकूल होता है। छत्तीसगढ़ में तापमान अभी इसी तरह का हो रखा है। यानी छत्तीसगढ़ में मलेरिया फैलने की अनुकूल परिस्थितियां बन रही हैं। अगले आठ दिनों में मलेरिया संक्रमण का खतरा बढ़ा हुआ माना जा रहा है, खासकर ग्रामीण/जंगल क्षेत्रों में। 2 तरह के मलेरिया का खतरा इन राज्यों में भी जोखिम सर्दियों में इम्यूनिटी मजबूत करें गर्म पानी से भाप लेना फायदेमंद अगर बंद नाक की समस्या है तो गर्म पानी से भाप लेना बेहद फायदेमंद है। भाप नाक के जरिए हमारे शरीर में जाकर गर्मी पैदा करती है। नाक में जमा म्यूकस भाप की गर्मी से ढीला हो जाता है, जिससे बंद नाक की समस्या दूर हो सकती है। इसके लिए एक बाउल में गर्म पानी लें। फिर सिर को एक कॉटन टॉवेल से ओढ़ लें। इसके बाद बर्तन का ढक्कन हटाकर 5 से 10 मिनट तक भाप लें। गले में खराश होने पर करें नमक-पानी के गरारे आमतौर पर गले में खराश वायरस के कारण होती है। नमक-पानी के गरारे से इसमें राहत मिलती है। अगर सर्दी-खांसी ज्यादा है तो नमक-पानी में तुलसी की कुछ पत्तियां भी मिला सकते हैं। तुलसी में एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो सर्दी-खांसी में काफी आराम पहुंचाते हैं। इसके लिए कम-से-कम एक कप गर्म पानी में एक चौथाई चम्मच नमक घोलकर गरारे कर सकते हैं। विटामिन C रिच डाइट लें विटामिन C एंटीऑक्सीडेंट्स का काम करती है, जो शरीर की कोशिकाओं को नुकसान से बचाती है। विटामिन C की कमी से इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है। इसके लिए सर्दियों में विटामिन C से भरपूर चीजें जैसे संतरा, नींबू, आंवला को अपनी डाइट में शामिल करें। इससे न सिर्फ इम्यूनिटी स्ट्रॉन्ग होगी, बल्कि वायरल इन्फेक्शन का खतरा भी कम होता है। अदरक-तुलसी की चाय बेहद फायदेमंद अदरक और तुलसी में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो बैक्टीरिया से लड़ने में मददगार हैं। इसकी चाय पीने से वायरल इन्फेक्शन से बच सकते हैं। इसके अलावा तुलसी और अदरक का काढ़ा बनाकर भी पी सकते हैं। यह शरीर में जमे कफ को बाहर निकलता है। साथ ही सर्दी-ज़ुकाम, खांसी और गले की खराश में आराम दिलाता है।
छिंदवाड़ा में आज मंगलवार के दिन प्रदेश सरकार के मुखिया समेत कई दिग्गज मंत्री पहुंच रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज भाजपा जिला अध्यक्ष शेषराव यादव के सुपुत्र के विवाह कार्यक्रम (आशीर्वाद समारोह) में शामिल होने के लिए छिंदवाड़ा आ रहे हैं। वे यहां नरसिंहपुर रोड स्थित अग्रवाल पैलेस में वर-वधु को आशीर्वाद देंगे। सीएम के साथ प्रदेश सरकार के कई वरिष्ठ मंत्रियों के भी आने का कार्यक्रम तय है। शेषराव यादव ने बताया कि मुख्यमंत्री के अलावा नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल और प्रदेश के पीडब्ल्यूडी व जिले के प्रभारी मंत्री राकेश सिंह भी समारोह में शामिल होंगे। इसके अलावा कई अन्य वरिष्ठ नेताओं के भी छिंदवाड़ा पहुंचने की संभावना है। कार्यकर्ताओं से करेंगे मुलाकातपारिवारिक सूत्रों के मुताबिक, आशीर्वाद समारोह में शिरकत करने के साथ ही सभी नेता स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे। इस दौरान संगठनात्मक गतिविधियों को लेकर चर्चा होने की भी संभावना है। ऐसा रहेगा सीएम का मिनट-टू-मिनट कार्यक्रममुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज दोपहर बाद सीधे खजुराहो से छिंदवाड़ा आएंगे। उनका कार्यक्रम इस प्रकार रहेगा... सुरक्षा और ट्रैफिक के पुख्ता इंतजामकार्यक्रम को लेकर प्रशासन और पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल है। शहर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और यातायात व्यवस्था (ट्रैफिक) को लेकर भी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
मेरी बेटी की शादी नहीं हो रही थी। जहां भी रिश्ता लेकर जाते थे, लोग कहते थे तुम तो रेपिस्ट हो। इन 6 सालों में सब कुछ बदल गया। मेरी इज्जत, मेरा सम्मान, मेरा परिवार... सब बिखर गया। पत्नी डिप्रेशन में चली गई। यह सिर्फ मुझे नहीं, मेरे पूरे परिवार को सहना पड़ा है। यह कहते हुए भारत सिंह सिकरवार की आवाज में 6 साल का दर्द, अपमान और संघर्ष साफ झलकता है। 53 वर्षीय भारत सिंह, जो कभी एक सम्मानित खेल अधिकारी थे, पिछले 6 साल से एक नाबालिग खिलाड़ी से छेड़छाड़ के गंभीर आरोपों का बोझ ढो रहे थे। 5 दिसंबर, 2025 को भोपाल की विशेष (पॉक्सो) अदालत ने उन्हें सभी आरोपों से बरी कर दिया। इस दौरान भारत सिंह और उनके परिवार को बहुत कुछ सहन करना पड़ा। भास्कर ने भारत सिंह सिकरवार से बात कर जाना कि इन छह साल में उनका जीवन किस तरह से बदला? परिवार पर क्या असर पड़ा और वो किस मानसिक अवस्था से गुजरे। पढ़िए रिपोर्ट…. परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़, बिखर गई दुनियाभारत सिंह बताते हैं कि इस आरोप का सबसे गहरा असर उनके परिवार पर पड़ा। वह कहते हैं, 'मेरा एक बेटा 28 साल का है, दूसरा 26 का और बेटी 24 साल की है। तीनों बच्चे अविवाहित हैं। आप ही सोचिए, जिस पिता पर ऐसे घिनौने आरोप लगे हों, उसके घर कौन अपनी बेटी या बेटे की शादी करना चाहेगा?' वह बताते हैं, 'मेरी बेटी शादी के लायक है, लेकिन हर बार बात शुरू होने से पहले ही खत्म हो जाती थी। मुझे लगता है, शायद मेरी बेटी भी कभी-कभी सोचती होगी कि क्या पापा ने सच में ऐसा कुछ किया होगा। एक पिता के लिए इससे बड़ा दर्द क्या हो सकता है? इस सदमे को उनकी पत्नी बर्दाश्त नहीं कर पाईं।' भारत सिंह ने बताया, आरोप लगने के बाद मेरी पत्नी गहरे डिप्रेशन में चली गईं। आज भी उनकी तबीयत ठीक नहीं रहती। इंसाफ की लड़ाई में बिक गई जमा-पूंजीन्याय पाने की यह लड़ाई आर्थिक रूप से भी कमर तोड़ देने वाली थी। सिकरवार बताते हैं कि इन 6 सालों में वह 72 बार श्योपुर से भोपाल पेशी पर आए। हर पेशी का मतलब था सफर, वकीलों की फीस और अन्य खर्चे। उन्होंने हिसाब जोड़ते हुए कहा, 'सिर्फ आने-जाने में ही मेरे करीब 1.5 लाख रुपए खर्च हो गए। जबलपुर हाईकोर्ट में वकील को 1.5 लाख रुपए दिए। जब पहली बार केस कोर्ट में लगा, तो भोपाल के वकीलों को 25 हजार दिए। इस केस को लड़ने के लिए वकील को 65 हजार और अपनी बहाली की प्रक्रिया के लिए 55 हजार रुपए अलग से दिए। कुल मिलाकर मेरे 6 लाख रुपए से ज्यादा इस लड़ाई में खर्च हो गए। समझौते के नाम पर मांगे 50 लाखसिकरवार ने एक आरोप भी लगाया। उनके अनुसार, उन्हें मामले में राजीनामा करने के लिए 50 लाख रुपए की मांग का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा-मुझसे कहा गया कि अगर मैं राजीनामा कर लूं, तो 50 लाख रुपए देने पड़ेंगे। मैं एक शिक्षक हूं, इतने पैसे कहां से लाता? मुझ पर दबाव बनाया गया कि मैं अपनी बेटी की शादी के लिए रखा प्लॉट बेचकर पैसे दे दूं। सामाजिक बहिष्कार और अकेलापनइस केस ने उन्हें सामाजिक रूप से भी अकेला कर दिया। सिकरवार एक यूट्यूब चैनल चलाते थे, जिस पर वह गांव-गांव जाकर दिए गए अपने प्रवचन अपलोड करते थे। यह उनका जुनून था, लेकिन केस के बाद यह सब बंद हो गया। वह कहते हैं, 'लोग मुझे शक की नजर से देखने लगे थे। मिलना-जुलना कम हो गया। मैं रोज अखबारों में पढ़ता हूं कि झूठे केस के कारण लोग आत्महत्या कर लेते हैं। भगवान की कृपा है कि मैं जिंदा हूं, वर्ना मैं भी डिप्रेशन में जाकर कुछ भी कर सकता था। हर आदमी इतनी बड़ी लड़ाई नहीं लड़ सकता। सिकरवार बोले- कुछ लोग फंसाना चाहते हैंकोर्ट से बरी होने के बावजूद भारत सिंह की लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। वह पिछले चार साल से निलंबित हैं और उनका करीब 25 लाख रुपए का वेतन रुका हुआ है। उनका कहना है, 'अगर मुझे सजा हो जाती, तो न तो यह वेतन मिलता और न ही पेंशन। मेरी नौकरी में अभी नौ साल बाकी हैं। हमारे देश में पुरुष होना ही जैसे एक गुनाह है। उन्हें यह भी आशंका है कि विभाग के कुछ लोग, जो उन्हें फंसाना चाहते थे, इस मामले को हाईकोर्ट में चुनौती दे सकते हैं। भारत सिंह सिर्फ इतना कहते हैं, मेरा तो बस यही कहना है कि जो मेरे साथ हुआ, वह किसी के साथ न हो, मेरे दुश्मन के साथ भी नहीं। मैं किसी को दोष नहीं देता। भगवान पर मेरा अटूट विश्वास है, उसी ने मुझे गलत होने से बचाया, वर्ना मैं भी उन हजारों लोगों की तरह मर जाता, जो झूठे आरोपों का सामना नहीं कर पाते।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मंगलवार को खजुराहो में विभागीय समीक्षा और मंत्रिपरिषद की बैठक कर रहे हैं। इस बैठक में शामिल होने के लिए प्रदेश के संस्कृति मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी भी पहुंचे। बैठक से पहले, दैनिक भास्कर डिजिटल ने मंत्री लोधी से खजुराहो के स्थानीय मुद्दों पर विशेष बातचीत की। हाल के दिनों में खजुराहो अंतर्राष्ट्रीय नृत्य महोत्सव का नाम बदलकर 'नटराज महोत्सव' कर दिया गया है। यह वही आयोजन है, जिससे खजुराहो को विश्व पटल पर पहचान मिली है। पिछले वर्ष इसी नाम से महोत्सव गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी दर्ज हुआ था। नाम में अचानक हुए इस परिवर्तन से स्थानीय लोगों और पर्यटकों में असंतोष देखा जा रहा है। खजुराहो को बैठक से क्या मिलने वाला है? मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी ने कहा कि खजुराहो एक अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल है और सरकार यहां के विकास के लिए निरंतर काम कर रही है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री की घोषणाओं से खजुराहो को निश्चित रूप से बड़ी सौगातें मिलेंगी और बुंदेलखंड की संस्कृति को और प्रोत्साहन मिलेगा। उन्होंने खजुराहो को पर्यटन का हब बनाने की योजना भी बताई। नृत्य महोत्सव का नाम क्यों बदला गया? इस सवाल पर संस्कृति मंत्री ने स्पष्ट किया कि पहले यह अंतर्राष्ट्रीय नृत्य महोत्सव के नाम से जाना जाता था। उन्होंने कहा कि भगवान नटराज भारतीय संस्कृति में विशेष स्थान रखते हैं, और भारतीय संस्कृति के अधिक प्रकटीकरण के लिए इसका नाम बदला गया है। क्या नाम दोबारा बदले जाने पर विचार हो सकता है, क्योंकि यह 'खजुराहो नृत्य महोत्सव' नाम से गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज है? इस पर मंत्री लोधी ने कहा कि वे इस विषय पर मुख्यमंत्री से चर्चा करेंगे। उन्होंने आश्वासन दिया कि यदि इस संबंध में कोई सुझाव या विचार आता है तो बातचीत के बाद ही निर्णय लिया जाएगा।
जल जीवन मिशन के टेंडर में हुए फर्जीवाड़े और भ्रष्टाचार के आरोपों के मामले में जलदाय विभाग के तत्कालीन एसीएस सुबोध अग्रवाल सहित 6 अफसरों के खिलाफ एसीबी जांच होगी। इनमें भाजपा विधायक देवी सिंह शेखावत के भाई गोपाल सिंह का भी नाम है। सीनियर आईएएस सहित विभाग के अफसरों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम 17-ए में जांच को सीएम स्तर से मंजूरी मिल गई है। 12 अफसरों के खिलाफ जांच की मंजूरी पहले मिल गई थी, अब कुल 18 के खिलाफ जांच होगी। जलदाय विभाग में जलजीवन मिशन घोटाले के मामले में भ्रष्टाचार निवारण ब्यूरो (ACB) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) पहले से जांच कर रहे हैं। जांच एजेंसियों का दावा है कि ये घोटाला करीब 900 करोड़ रुपए का है। तत्कालीन मंत्री महेश जोशी को इसी केस में हाल ही में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली है। 8 के खिलाफ मांगी थी जांच की अनुमति, मिली 6 की जांच एजेंसी के सूत्रों के अनुसार 8 अधिकारियों के खिलाफ जांच की परमिशन मांगी गई थी। हालांकि, एक साल बाद केवल 6 अधिकारियों के खिलाफ जांच की अनुमति मिली है। इनमें एसीबी ने जलदाय विभाग के तत्कालीन एसीएस सुबोध अग्रवाल, विभाग के उपसचिव गोपाल गोपाल सिंह शेखावत, चीफ इंजीनियर दलीप गौड़, फाइनेंस एडवाइजर केसी कुमावत शामिल हैं। साथ ही एसई मुकेश गोयल, चीफ इंजीनियर केडी गुप्ता, एडिशनल चीफ इंजीनियर सुधांशु दीक्षित, एक्सईएन संजय अग्रवाल के खिलाफ 17 में जांच की मंजूरी मांगी थी। इनमें से तत्कालीन चीफ इंजीनियर दलीप गौड़ रिटायर्ड हो चुके हैं। सुबोध अग्रवाल इसी महीने रिटायर होंगे सुबोध अग्रवाल 16 मई 2023 से 12 जनवरी 2024 तक जलदाय विभाग के एसीएस रहे थे। अभी वे राजस्थान फाइनेंस कॉर्पोरेशन— आरएफसी के सीएमडी हैं। सुबोध अग्रवाल इसी महीने रिटायर हो रहे हैं। वहीं, गोपाल सिंह अभी हाउसिंग बोर्ड के सचिव हैं। वे 25 अप्रैल 2022 से 18 दिसंबर 2023 तक जलदाय विभाग में उपसचिव रहे थे। डिप्टी सीएम के एसए रह चुके हैं। पूर्व मंत्री महेश जोशी की हुई थी गिरफ्तारी घोटाले में पूर्व जलदाय मंत्री महेश जोशी सहित 5 आरोपी गिरफ्तार होकर जेल जा चुके हैं, जोशी हाल ही जमानत पर बाहर आए हैं। जोशी के अलावा ठेकेदार पदमचंद जैन, महेश मित्तल, पीयूष जैन और संजय बड़ाया को ईडी गिरफ्तार कर चुकी है। सभी जेल जाकर जमानत पर बाहर हैं। जल जीवन मिशन में श्याम ट्यूबवेल कंपनी और मैसर्स गणपति ट्यूबवेल कंपनी ने इरकॉन के फर्जी अनुभव सर्टिफिकेट बनवाकर बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की थी। घोटाले में ईडी और एसीबी जांच कर रही है। रिटायर्ड आईएएस के खिलाफ कार्रवाई की मंजूरी गड़बड़ी के आरोपों में एक रिटायर्ड आईएएस अफसर के खिलाफ भी जांच और कार्रवाई की मंजूरी दी गई है। रिटायर्ड आईएएस के खिलाफ अखिल भारतीय सेवाएं (वर्गीकरण,अनुशासन और अपील) 1969 के नियम 8 के तहत नए सिरे से जांच होगी। 5 अफसरों की रिव्यू याचिका खारिज सीएम ने राजस्थान सिविल सेवाएं (वर्गीकरण, नियंत्रण अपील) नियम 34 के तहत 05 अफसरों की रिव्यू याचिका को खारिज करते हुए पहले की कार्रवाई को बरकरार रखने की मंजूरी दी गई है। सीसीए नियम 16 के तहत दो मामलों में रिटायर्ड अफसरों के खिलाफ प्रमाणित जांच के नतीजे को मंजूरी दी है। 5 पॉइंट में समझें, क्या है जल जीवन मिशन घोटाला? पहला: ग्रामीण पेयजल योजना के तहत सभी ग्रामीण इलाकों में पेयजल की व्यवस्था होनी थी। जिस पर राज्य सरकार और केंद्र सरकार को 50-50 प्रतिशत खर्च करना था। इस योजना के तहत डीआई डक्टर आयरन पाइपलाइन डाली जानी थी। इसकी जगह पर HDPE की पाइपलाइन डाली गई। दूसरा: पुरानी पाइपलाइन को नया बता कर पैसा लिया गया, जबकि पाइपलाइन डाली ही नहीं गई। तीसरा: कई किलोमीटर तक आज भी पानी की पाइपलाइन डाली ही नहीं गई है, लेकिन ठेकेदारों ने जलदाय विभाग के अधिकारियों से मिल कर उसका पैसा उठा लिया। चौथा: ठेकेदार पदमचंद जैन हरियाणा से चोरी के पाइप लेकर आया और उन्हें नए पाइप बता कर बिछा दिया। सरकार से करोड़ों रुपए ले लिए। पांचवां: ठेकेदार पदमचंद जैन ने फर्जी कंपनी के सर्टिफिकेट लगाकर टेंडर लिया, जिसकी अधिकारियों को जानकारी थी। इसके बाद भी उसे टेंडर दिया गया, क्योंकि वह एक राजनेता का दोस्त था। .... जल जीवन मिशन घोटाले से जुड़ी ये खबर भी पढ़िए... पूर्व मंत्री महेश जोशी को सुप्रीम कोर्ट से जमानत:नेता ने कहा- पैसा बेटे की फर्म के लिए था, लेकिन लौटाया; 7 महीने बाद जेल से बाहर आए कांग्रेस नेता के वकीलों ने कहा कि- पैसा जोशी के बेटे की फर्म के लिए लिया था, लेकिन लौटा दिया था। वहीं, ईडी ने जमानत का विरोध करते हुए कहा था कि- पैसा लौटाने से अपराध की गंभीरता कम नहीं होती है। पूरी खबर पढ़िए...
दरभंगा में श्रम संसाधन विभाग की ओर से आज(9 दिसंबर) जॉब कैंप का आयोजन किया जा रहा है। यह कैंप संयुक्त श्रम भवन, लहेरियासराय में सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक आयोजित होगा। Chaitanya India Fin Credit Pvt. Ltd. कंपनी में CRE, SFO के 50 पदों के लिए इंटरव्यू होगा। यह जॉब कैंप पूरी तरह निशुल्क है। महिला और पुरुष अभ्यर्थी शामिल हो सकते हैं। योग्यता एवं आयु सीमा शैक्षणिक योग्यता: 10वीं पास आयु सीमा: 18 से 28 वर्ष कितनी होगी सैलरी चयनित अभ्यर्थियों को कंपनी की ओर से 21,474 रुपए तक हर महीने सैलरी मिलेगी। साथ ही पीएफ, ESI, इंसेंटिव और फ्यूल भत्ता मिलेगा। उत्तर बिहार के सभी जिलों में नौकरी का अवसर मिलेगा। जॉब के लिए अभ्यर्थी के पास टू व्हीलर वाहन और ड्राइविंग लाइसेंस होना अनिवार्य है। निबंधन कराना अनिवार्य जॉब कैंप में भाग लेने के लिए अभ्यर्थी का नियोजनालय में निबंधित होना आवश्यक है। इच्छुक उम्मीदवार NCS Portal (www.ncs.gov.in) पर खुद से पंजीकरण कर सकते हैं या नियोजनालय में जाकर निबंधन करा सकते हैं। इंटरव्यू में लाने योग्य दस्तावेज बायोडाटा सभी शैक्षणिक प्रमाण पत्र आधार कार्ड पैन कार्ड रंगीन फोटो (05)
दरभंगा में आज(मंगलवार) अलग-अलग इलाकों में तीन घंटे तक बिजली कटेगी। पंडौल ग्रिड से सप्लाई ठप रहेगी। मेंटेनेंस के चलते केवटी और खिरमा पावर सब-स्टेशन से जुड़े सभी फीडरों की बिजली आपूर्ति प्रभावित रहेगी। साथ ही क्षेत्र में जर्जर तार और पोलों की मरम्मती की जाएगी। ताकि उपभोक्ताओं को बिजली से संबंधित कोई भी समस्या उत्पन्न न हो। सहयोग की अपील कनीय अभियंता कमलेश कुमार ने बताया कि दोनों प्रखंडों के करीब 50 गांवों में बिजली कटौती का असर पड़ेगा। शहरवासियों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि उपभोक्ताओं को कोई दिक्कत न हो इसके लिए विभाग की ओर से अलर्ट जारी किया गया है। समय से अपना जरूरी काम निपटा लें। पानी स्टोर करके रख लें। मेंटेनेंस वर्क पूरा होने के बाद सप्लाई चालू कर दी जाएगी।
छतरपुर के खजुराहो में रिसॉर्ट में खाना खाने के बाद 9 कर्मचारियों की तबीयत बिगड़ गई। सभी को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान 4 लोगों की मौत हो गई। 5 लोगों का ग्वालियर के अस्पताल में इलाज चल रहा है। खजुराहो सांसद वीडी शर्मा ने कहा कि मामले की जांच कराई जाएगी। जानकारी के अनुसार, गौतम रिसॉर्ट में कर्मचारियों ने सोमवार शाम करीब 5 बजे रोज की तरह भोजन किया था, जिसमें आलू-गोभी की सब्जी शामिल थी। भोजन के कुछ ही मिनट बाद हार्दिक सोनी (20), प्रागीलाल कुशवाहा (54), गोलू अग्निहोत्री (25), बिहारी लाल पटेल (60), रामस्वरूप कुशवाहा (47), रवि कौदर (19), दयाराम कुशवाहा (65), रोशनी रजक (30) और गिरजा रजक (35) की तबीयत बिगड़ने लगी। उन्हें उल्टी, चक्कर और घबराहट जैसे लक्षण महसूस हुए। ये सभी खजुराहो और आसपास के गांवों के निवासी हैं। सभी कर्मचारियों को फूड पॉइजनिंग के लक्षण जिला अस्पताल के डॉ. रोशन द्विवेदी ने बताया कि सभी मरीजों को फूड पॉइजनिंग के लक्षणों के साथ लाया गया था। उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया, लेकिन देर रात उनकी हालत खराब होने लगी। इसके बाद जिला अस्पताल प्रशासन ने सभी 9 कर्मचारियों को झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। पुलिस ने स्टाफ से पूछताछ शुरू कीघटना की सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग और पुलिस सक्रिय हो गई। पुलिस ने रिसॉर्ट पहुंचकर खाने के नमूने जब्त किए और स्टाफ से पूछताछ शुरू की। वहीं, स्वास्थ्य विभाग ने मामला दर्ज कर भोजन, पानी और किचन की साफ-सफाई से जुड़े सभी सैंपल जांच के लिए भेजे हैं। रिपोर्ट आने के बाद ही बीमारी का सही कारण स्पष्ट हो पाएगा। प्रशासन ने रिसॉर्ट प्रबंधन को किचन की स्वच्छता और भोजन की गुणवत्ता को लेकर सख्त निर्देश दिए हैं। छतरपुर से झांसी, फिर ग्वालियर रेफररिसॉर्ट के कर्मचारी प्रागीलाल कुशवाहा की मौत हो गई है। प्रागीलाल के भांजे अरविंद कुशवाहा ने बताया, रिसॉर्ट में सभी कर्मचारियों ने खाना खाया था, जिसके बाद मामा समेत 4 लोगों की मौत हो गई। बाकी लोगों की हालत भी ठीक नहीं है। जिला अस्पताल से 6 लोगों को झांसी रेफर किया गया था। गंभीर स्थिति होने पर झांसी से तीन लोगों को ग्वालियर रेफर कर दिया गया। ग्वालियर में 4 कर्मचारियों की मौतगिरजा रजक (35), रोशनी रजक (35), हार्दिक सोनी (20), रामस्वरूप कुशवाहा (47), रवि (19) और गोलू अग्निहोत्री (25) को झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था। इनमें से रामस्वरूप कुशवाहा, गिरजा रजक और अन्य दो को ग्वालियर रेफर कर दिया। चारों का न्यू जेएएच के पॉइजन वार्ड में इलाज चल रहा था। इसी दौरान चारों ने दम तोड़ दिया।
बुरहानपुर जिले में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के आरोप में दो आरोपियों, फकीरा पिता फत्तु और सिराज तड़वी पिता इब्राहीम, निवासी बिरोदा, के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई की गई है। कलेक्टर व जिला दंडाधिकारी हर्ष सिंह ने पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार पाटीदार के प्रतिवेदन के आधार पर यह आदेश जारी किए। दोनों आरोपी पहले से ही जेल में बंद हैं। यह कार्रवाई 29 नवंबर को ग्राम बिरोदा में हुई एक घटना से संबंधित है। उस दिन अज्ञात आरोपियों ने एक धार्मिक संरचना को क्षतिग्रस्त कर हिंदू धर्म की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई थी। भारत पिता पांडुरंग चौधरी की शिकायत पर लालबाग थाना पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी। जांच के दौरान यह भी सामने आया कि आरोपियों ने खेतों में सिंचाई के उपकरणों और फसलों को भी नुकसान पहुंचाया था। इस संबंध में उनके खिलाफ एक और मामला दर्ज किया गया था। पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार पाटीदार ने बताया कि गांव की सामाजिक और सांप्रदायिक स्थिति को देखते हुए आरोपियों का यह कृत्य एक बड़ी सांप्रदायिक घटना का रूप ले सकता था, जिससे अशांति फैलने की आशंका थी। उनके आपराधिक कृत्यों के कारण लोक शांति व्यवस्था खतरे में पड़ सकती थी। एसपी पाटीदार ने कहा कि आरोपियों का स्वतंत्र रहना राज्य की सुरक्षा के लिए खतरा है। इसी आधार पर उनके प्रतिवेदन पर कलेक्टर व जिला दंडाधिकारी हर्ष सिंह ने राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत कार्रवाई के आदेश जारी किए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई एक संदेश है कि सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वालों के खिलाफ एनएसए और इससे भी गंभीर कार्रवाई की जाएगी। क्या होती है एनएसए की कार्रवाईदरअसल एनएसए की कार्रवाई राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम 1980 के तहत होती है। इसके तहत देश की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था का खतरा महसूस होने पर कार्रवाई होती है। जिस पर भी यह कार्रवाई होती है उस आरोपी को एक साल तक जेल में ही रखा जाता है। एक साल तक उसकी जमानत भी नहीं हो पाती।
भोजपुरी इंडस्ट्री के पावर स्टार पवन सिंह को लॉरेंस बिश्नोई गैंग की तरफ से मिली धमकी का स्क्रीनशॉट सामने आया है। धमकी बबलू नाम के व्यक्ति ने दी। उसने पवन सिंह के करीबी लोगों को धमकी भरा वॉट्सऐप मैसेज भेजा। जिसमें लिखा है- पवन सिंह को बोल देना मेरा फोन नहीं उठाता है, आज से उसकी उल्टा गिनती शुरू। लखनऊ में गोली मारेंगे। दुनिया के किसी भी कोने में मिलेगा गोली मार देंगे। बबलू ने पवन सिंह को बॉलीवुड एक्टर सलमान खान के साथ काम न करने की चेतावनी दी। पवन सिंह ने सोमवार को मुंबई में शिकायत दर्ज कराई है। पवन सिंह का लखनऊ में भी अपार्टमेंट है। खुद को लॉरेंस गैंग का मेंबर बताने वाले बबलू ने मैसेज में लिखा- 'पवन सिंह को बोल देना मेरा फोन नहीं उठाता है। आज से उसका उल्टा गिनती शुरू है। सलमान खान के साथ काम करता है ना, मारेंगे लखनऊ में उसको। दुनिया के किसी भी कोने में मिलेगा गोली मार देंगे। लॉरेंस बिश्नोई गैंग से बबलू... तुम्हे नहीं पता तो उपेंद्र कुशवाहा से पूछ लेना और पप्पू यादव से पूछ लेना कौन है लॉरेंस बिश्नोई? बहुत बड़ा हीरो बनता है न पवन सिंह, उसको बोल मेरे को फोन कॉल करने को। भाई का नंबर गूगल पर मिल जाएगा। सलमान खान के साथ इसका सपना रह जाएगा। दोबारा सलमान खान के साथ काम नहीं करेगा।' बता दें कि उपेंद्र कुशवाहा केंद्र में मंत्री हैं और पप्पू यादव सांसद हैं। पप्पू ने पूर्णिया से लोकसभा चुनाव जीता था। दो दिन लगातार आई धमकीपवन सिंह को दो दिन लगातार धमकी मिली। पहली बार 6 दिसंबर को रात 10:48 बजे पर और 10:50 बजे धमकी भरी कॉल आई थी। इसके बाद 7 दिसंबर को शाम 7:13 बजे और 7:15 बजे फिर से कॉल आई। धमकी के बाद पवन सिंह के मैनेजर ने तुरंत मुंबई पुलिस से संपर्क किया। उन्होंने सुरक्षा देने की बात कही। मुंबई पुलिस ने पवन सिंह की शिकायत दर्ज कर ली है। पवन के मुताबिक, शनिवार को एक अनजान नंबर से कॉल आया। कॉल रिसीव करने पर कॉल करने वाले शख्स ने कहा, “हम गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सदस्य बोल रहे हैं।” इसके बाद उसने कहा, “तुम्हें सलमान खान के साथ मंच साझा नहीं करना है।” साथ ही मोटी रकम की भी डिमांड की गई। धमकी के बावजूद सलमान के साथ दिखे, धमाकेदार डांस किया लॉरेंस गैंग की धमकी के बावजूद भोजपुरी इंडस्ट्री के पावर स्टार पवन सिंह रविवार को रियलिटी शो बिग बॉस के 19वें सीजन ग्रैंड फिनाले में शामिल हुए। यह फिनाले मुंबई के गोरेगांव फिल्म सिटी में हुआ। शो 24 अगस्त से शुरू हुआ था और पिछले कई सीजनों की तरह इस बार भी इसे सलमान खान ने होस्ट किया। शो में पवन सिंह ने सलमान खान और नीलम गिरी के साथ स्टेज पर राजा जी दिलवा टूट जाई गाने पर धमाकेदार डांस परफॉर्मेंस दी। पवन सिंह के पास Y प्लस की सुरक्षासितंबर महीने में पवन सिंह को धमकी दी गई थी। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। धमकी महाराष्ट्र के बाबा खान के गुंडों ने दी थी। वीडियो जारी कर कहा था- दम है तो बाबा खान के सामने आकर कुछ बोलकर दिखाओ। इसी खतरे को देखते हुए पवन सिंह को अब वाई प्लस सिक्योरिटी दी गई। वाई प्लस कैटेगरी की सिक्योरिटी एक वीआईपी सुरक्षा कवच है। इसमें 11 सुरक्षाकर्मी शामिल रहते हैं। इनमें 2 से 4 कमांडो, पुलिस कर्मी और 2 निजी सुरक्षा अधिकारी (PSO) शामिल रहते हैं। उन लोगों को ये सुरक्षा दी जाती है, जिनकी जान को खतरा बहुत ज्यादा होता है। यह सुरक्षा वाई श्रेणी से ऊपर और जेड श्रेणी से नीचे मानी जाती है। इसमें CRPF, CISF के कमांडो शामिल होते हैं। अब सलमान और लॉरेंस विवाद समझिए... साल 1998 में फिल्म 'हम साथ-साथ हैं' की शूटिंग राजस्थान के जोधपुर में हुई थी। तब एक काले हिरण के शिकार का मामला सामने आया था। जिसमें सलमान खान आरोपी थे। काले हिरण को बिश्नोई समाज पवित्र मानता है। इसे मारना उनके धार्मिक मान्यताओं का गंभीर अपमान माना जाता है। गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई इसी समुदाय से आता है। उसने कई बार कहा कि सलमान ने उनकी आस्था का अपमान किया है और उसे सजा मिलनी चाहिए। लॉरेंस गैंग से सलमान खान को कई बार धमकी मिली है। 14 अप्रैल, 2024 की सुबह करीब 5 बजे सलमान खान के गैलेक्सी अपार्टमेंट में 7.6 बोर की बंदूक से 4 राउंड फायरिंग हुई थी। इसके बाद जनवरी में उनके अपार्टमेंट की बालकनी बुलेटप्रूफ कर दी गई है। साथ ही हाई रेजोल्यूशन कैमरे भी चारों तरफ लगाए गए। उन्हें महाराष्ट्र सरकार की तरफ से Y+ कैटेगरी की सुरक्षा मिली हुई है। 11 जवान हर समय साथ रहते हैं, इसमें एक या दो कमांडो और 2 PSO भी शामिल होते हैं। सलमान की गाड़ी के आगे और पीछे एस्कॉर्ट करने के लिए दो गाड़ियां हमेशा रहती हैं। इसके साथ-साथ सलमान की गाड़ी भी पूरी तरह बुलेटप्रूफ है। करीब 8 महीने पहले फिल्म सिकंदर की प्रेस मीट में सलमान खान ने कहा था- भगवान-अल्लाह ने जितनी उम्र लिखी होगी, उतनी जरूर जिएंगे। सिक्योरिटी बढ़ाई जाने पर सलमान ने कहा, 'कभी-कभी इतने लोगों को साथ लेकर चलने से दिक्कत हो जाती है।' सलमान ने अपने पेट डॉग का किस्सा भी सुनाया। उन्होंने कहा, 'बहुत समय पहले हमारे पास एक कुत्ता था माइसन, वह बहुत स्वीट था। एक बार चोर आया और माइसन को प्यार करके अपने साथ लेकर चला गया।' ------------- ये खबर भी पढ़े पवन सिंह को लॉरेंस गैंग की धमकी:सलमान के शो बिग बॉस में न जाने की चेतावनी, फिनाले में पहुंचे भोजपुरी स्टार भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह को लॉरेंस गैंग की ओर से धमकी मिली है। धमकी देने वाला शख्स ने चेतावनी दी है कि सलमान खान के साथ बिग बॉस का मंच साझा किया तो आगे इंडस्ट्री में काम नहीं कर पाओगे।धमकी के बावजूद पवन सिंह रविवार रात बिग बॉस के फिनाले में पहुंचे और सलमान के साथ स्टेज शेयर किया। पूरी खबर पढ़ें
अमेरिका से आई थी। इंडिगो की फ्लाइट कैंसिल होने से 3 दिन बेंगलुरु में फंसी रही। आखिर में 25 हजार रुपए में एयर इंडिया एक्सप्रेस फ्लाइट बुक कराई। मैंने 9 और 10 तारीख के लिए इंडिगो की दो फ्लाइट बुक की हैं। दोनों कैंसिल हो गई तो प्रवासी राजस्थान में आना कैंसिल करना पड़ेगा। ये तो सिर्फ 2 उदाहरण है। इंडिगो की लगातार रद्द हो रही फ्लाइट्स ने कई देश–विदेश में रहने वाले प्रवासियों का प्लान बिगाड़ दिया है, जो 10 दिसंबर को जयपुर में होने वाले 'प्रवासी राजस्थानी दिवस' कार्यक्रम में आ रहे थे या आने वाले हैं। कुछ अब तक असमंजस में हैं तो कुछ ने कार्यक्रम में आना टाल दिया है। बीते एक सप्ताह में जयपुर से इंडिगो सहित अलग-अलग एयरलाइंस की 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो चुकी हैं। भास्कर रिपोर्टर ने इस बारे में प्रवासी उद्यमियों से बात की। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… अमेरिका से आई उद्यमी बेंगलुरु में फंसी नेशनल यूएस–इंडिया चैम्बर ऑफ कॉमर्स की संस्थापक और सीईओ प्रवासी उद्यमी पूर्णिमा वोरिया बीते तीन दिन से बेंगलुरु में फंसी हुई हैं। पूर्णिमा ने बताया- अमेरिका से भारत आने के बाद वो एक कार्यक्रम में शामिल होने बेंगलुरु आई थीं। वहीं से उन्हें जयपुर आना था, लेकिन फ्लाइट कैंसिल के कारण तीन दिन से बेंगलुरु के होटल में रुकी हुई हैं। आखिरकार ताज होटल स्टाफ ने उनकी मदद की। सोमवार सुबह की एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट बुक कराई, जिसकी टिकट प्राइस करीब 25 हजार रुपए थी। पूर्णिमा वोरिया को अमेरिकी कॉमर्स सेक्रेटरी गैरी लोके ने अल्पसंख्यक व्यवसाय विकास एजेंसी (MBDA) का राष्ट्रीय सलाहकार भी नियुक्त किया था। वे 2004 से 2014 तक राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू. बुश और बराक ओबामा के कार्यकाल में कॉमर्स सेक्रेटरी जॉन ब्रायसन के साथ भी काम कर चुकी हैं। केन्या से आ रहे बिजनेसमैन भी अटके केन्या के बिजनेसमैन सोमवीर सिंह ने बताया कि वह प्रवासी राजस्थानी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बेहद उत्साहित हैं। उनकी दोनों कनेक्टिंग उड़ानें (फ्लाइट्स) इंडिगो की हैं। पहले केन्या से मुंबई आना है। इसके बाद सोमवार रात मुंबई से जयपुर के लिए कनेक्टिंग फ्लाइट है। सोमवीर सिंह ने कहा कि अगर फ्लाइट रद्द नहीं होती तो वे निश्चित रूप से कार्यक्रम में शामिल होंगे, लेकिन वर्तमान हालातों के कारण उन्हें संदेह है कि वह जयपुर पहुंच पाएंगे। हैदराबाद के बिजनेसमैन की 2 फ्लाइट में बुकिंग कराई हैदराबाद के बिजनेसमैन पवन बंसल के घर में शादी है। उन्हें प्रवासी दिवस कार्यक्रम के तुरंत बाद वापस लौटना है। ऐसे में वो भी असमंजस में हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने 9 और 10 तारीख के लिए इंडिगो की दो फ्लाइट बुक की हैं। हालांकि, अभी तक कैंसिलेशन का कोई मैसेज नहीं आया है। उन्होंने कहा- अगर फ्लाइट गई, तो मैं जरूर जाऊंगा, लेकिन अगर ऐसा नहीं होता है, तो अपना प्रवासी राजस्थान कार्यक्रम में आने का कार्यक्रम रद्द करना होगा। यह स्थिति कई प्रवासियों की है जो आखिरी मिनट तक अपनी यात्रा की उम्मीद लगाए बैठे हैं। कई लोग बीच में अटक गए हैं : पांडया राजस्थान फाउंडेशन बेंगलुरु चैप्टर के अध्यक्ष और बिजनेसमैन सचिन पांडया ने कहा कि फ्लाइट कैंसिल होने का काफी असर हो रहा है। उनका टिकट इंडिगो का नहीं था, ऐसे में वो जयपुर पहुंच गए है, लेकिन कई लोग हैं जो परेशान हैं। कई बिजनेसमैन नहीं आ पा रहे हैं। कई बीच में ही अटक गए हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह समस्या जल्द ही हल हो जाएगी। 8,700 से अधिक लोगों ने कराया रजिस्ट्रेशन प्रवासी राजस्थानी कार्यक्रम में अब तक 8,700 से अधिक लोगों रजिस्ट्रेशन कराया है। रजिस्ट्रेशन का नंबर टारगेट से ज्यादा होने के कारण ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन समय से पहले ही बंद कर दिया गया। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पिछले साल 'राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट' में की गई घोषणा के बाद आयोजित किया जा रहा ये पहला 'प्रवासी राजस्थानी दिवस' है। मुख्यमंत्री ने हर वर्ष 10 दिसंबर को यह दिवस मनाने की घोषणा की थी। 'प्रवासी दिवस' का मुख्य उद्देश्य राजस्थानी डायस्पोरा को एक मंच पर लाना और सभी प्रवासियों को उनकी मातृभूमि, उनकी जड़ों से जोड़ना है। एक अलग विभाग भी बनाया गया कैबिनेट की 19 नवंबर को हुई बैठक में प्रवासी राजस्थानियों के लिए अलग से विभाग बनाने की मंजूरी दी गई थी। इसके बाद अब नोटिफिकेशन जारी हुआ है। यह विभाग प्रदेश और देश के बाहर रहने वाले प्रवासी राजस्थानियों के लिए काम करेगा। इसके जरिए प्रवासी राजस्थानियों और सरकार के बीच सहयोग को भी बढ़ाया जाएगा। कार्यक्रम में देश-विदेश से आने वाले प्रवासी राजस्थानी, इंडस्ट्री जगत से जुड़े कई प्रमुख चेहरे और विभिन्न सेक्टर्स के विशेषज्ञ शामिल होंगे। मेहमानों को शहर के प्रमुख टूरिस्ट स्पॉट्स की विजिट भी कराई जाएगी। प्रोटोकॉल और को-ऑर्डिनेशन के लिए 50 आरएएस अफसरों की ड्यूटी लगाई गई है। .... प्रवासी दिवस से जुड़ी ये खबर भी पढ़िए... एनर्जी, टूरिज्म, एजुकेशन सेक्टर पर चर्चा करेंगे प्रवासी राजस्थानी:जेईसीसी में 10 दिसंबर को पहले प्रवासी राजस्थान दिवस पर 8700 ने किया रजिस्ट्रेशन जयपुर के सीतापुरा स्थित जेईसीसी में बुधवार को प्रवासी राजस्थान दिवस मनाया जाएगा। इसमें ऊर्जा क्षेत्र पर विशेष सेशन रखा गया है। इसमें बदलती ऊर्जा नीतियों, तकनीक और रिन्युएबल एनर्जी सेक्टर पर चर्चा होगी। पूरी खबर पढ़िए...
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (दपूमरे) के रायपुर मंडल ने निपनिया–भाटापारा ट्रिपल लाइन सेक्शन पर 15 किमी नई ऑटोमैटिक सिग्नलिंग सिस्टम को सफलतापूर्वक कमीशन कर दिया है। इस सिस्टम से ट्रेनों की स्पीड, सुरक्षा और लाइन कैपेसिटी बढ़ेगी इसके साथ ही मालगाड़ियों का मूवमेंट तेज होगा। ऑटोमैटिक सिग्नलिंग लागू होने से इस ट्रिपल लाइन सेक्शन पर ट्रेनें कम अंतराल पर चल सकेंगी। इससे हेडवे घटेगा और कुल थ्रूपुट यानी सेक्शन की क्षमता में बढ़ोतरी होगी। काम को तीनों लाइनों में से एक-एक लाइन का डिसकनेक्शन ब्लॉक लेकर किया गया, जिससे यात्री सेवाओं पर असर बेहद कम पड़ा। क्या-क्या बदला: 1. सिग्नलिंग अपग्रेड 2. एडवांस्ड डिटेक्शन सिस्टम 3. लेवल क्रॉसिंग सुरक्षा 4. रियल-टाइम फॉल्ट मॉनिटरिंग 5. मिड-लाइन के लिए विशेष व्यवस्था ड्यूल डिटेक्शन के बारे में जानिए ड्यूल डिटेक्शन से किसी भी गड़बड़ी, फेल्योर या गलत रीडिंग की स्थिति में भी ट्रेन की स्थिति पता चलती है। पहला डिटेक्शन चैनल ट्रेन के एक्सल को काउंट करता है। दूसरा उसे वेरीफाई करता है। इससे 1% भी गलती की गुंजाइश नहीं होती। क्या बदलेगा यात्रियों और मालढुलाई के लिए? सिग्नलिंग सिस्टम लगाने का काम पूरा निपनिया यार्ड की सफल कमीशनिंग के साथ इस प्रोजेक्ट 6 और 7 दिसंबर 2025 के बीच पूरा हुआ। इस अपग्रेड से सेक्शन में ट्रेनों की गति, सुरक्षा और परिचालन क्षमता में बड़ा सुधार होगा। यह दपूमरे रायपुर मंडल की रेलवे ढांचे के आधुनिकीकरण की निरंतर प्रक्रिया का हिस्सा है।
छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में गर्भवती का एक ही दिन में 2 बार ऑपरेशन कर दिया गया। ऑपरेशन कर डिलीवरी कराई गई। टांके से ब्लड आने पर महिला का यूट्रस (गर्भाशय) निकाल दिया गया। महिला की हालत बिगड़ने पर उसे रायपुर रेफर किया गया। रायपुर के मेकाहारा हॉस्पिटल से महिला को एम्स ले जाने कहा गया। एम्स ने बेड खाली नहीं है कहकर भर्ती करने से इनकार कर दिया। वापस लाने के दौरान महिला की मौत हो गई। परिजन ने डॉक्टरों पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। वहीं, हॉस्पिटल प्रबंधन ने लापरवाही से इनकार किया है। अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज के गायनिक वार्ड के HOD ने कहा कि महिला की बच्चेदानी ढीली हो गई थी। पेट में खून जम गया। जान बचाने के लिए दोबारा ऑपरेशन कर यूट्रस निकाला गया था। पहले देखिए ये तस्वीरें- जानिए क्या है पूरा मामला ? जानकारी के मुताबिक बलरामपुर जिले के त्रिकुंडा थाना क्षेत्र के कृष्णनगर निवासी सुनीता सिंह (35) पति मनीष सिंह 9 महीने की प्रेग्नेंट थी। उसे मितानिन संगीता सिंह 4 दिसंबर को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बगड़ा लेकर गई थी। डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे बलरामपुर जिला अस्पताल रेफर कर दिया था। जांच के बाद बच्चे को खतरा बताकर उसे मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल अंबिकापुर रेफर कर दिया गया। 4 दिसंबर की शाम महिला को लेकर परिजन अंबिकापुर पहुंचे। ऑपरेशन से हुआ बच्चे का जन्म, दूसरे दिन बिगड़ी हालत सुनीता सिंह को अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के गायनिक वार्ड में भर्ती किया गया। रात 1.30 बजे उसका सिजेरियन ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन से सुनीता ने 3.40 किलोग्राम के स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। दोनों को डॉक्टरों की देखरेख में रखा गया था। 5 दिसंबर की शाम सुनीता सिंह को लगाए गए टांके से ब्लड आने लगा। इसकी जानकारी परिजनों ने डॉक्टर को दी। आनन-फानन में सुनीता सिंह को दोबारा ऑपरेशन के लिए ले गए। दोबारा ऑपरेशन के बाद बिगड़ी हालत, रायपुर किया रेफर डॉक्टरों ने परिजनों को बताया कि यूट्रस का रास्ता बंद हो गया है। यूट्रस निकालना पड़ेगा। परिजनों ने इसकी सहमति दे दी। सुनीता सिंह का ऑपरेशन कर यूट्रस निकाल दिया गया। लेकिन दोबारा हुए ऑपरेशन के बाद सुनीता का यूरिन बंद हो गया। उसकी हालत बिगड़ने लगी। 6 दिसंबर को डॉक्टरों ने हालत बिगड़ती देख उसे रायपुर रेफर कर दिया। रायपुर में नहीं किया एडमिट, वापस आने के दौरान मौत मितानिन और परिजनों ने बताया कि वे सुनीता को लेकर रायपुर मेकाहारा हॉस्पिटल पहुंचे। वहां से उसे एम्स ले जाने की सलाह दे दी गई। जब वे एम्स पहुंचे तो बताया गया कि वहां बेड खाली नहीं है। जहां से उसे लेकर आए हो, वहीं वापस चले जाओ। बिना इलाज कराए परिजन सुनीता सिंह को लेकर वापस अंबिकापुर लौट रहे थे। रास्ते में उसकी मौत हो गई। ऑपरेशन में लापरवाही के कारण हुई मौत- परिजन इस मामले में परिजनों ने ऑपरेशन में लापरवाही का आरोप लगाया है। अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में महिला के शव का पोस्टमॉर्टम किया गया। शव परिजनों को सौंप दिया गया। परिजनों ने बताया कि सुनीता सिंह के पहले से 3 बच्चे थे। सभी नॉर्मल डिलीवरी से हुए थे। उसकी यह चौथी डिलीवरी थी। जान बचाने दोबारा ऑपरेशन किया- डॉक्टर अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज के गायनिक वार्ड के HOD डॉ. अविनाशी कुजूर ने बताया कि ऑपरेशन के बाद बच्चा और मां दोनों स्वस्थ थे। टांके से ब्लीडिंग होने पर सोनोग्राफी की गई। जांच में पता चला कि यूट्रस ढीली हो गई है। पेट में खून जम गया है। जान बचाने के लिए दोबारा ऑपरेशन कर यूट्रस रिमूव किया गया था। उसे ब्लड भी चढ़ाया गया था। यूरिन बंद होने के कारण महिला को रेफर किया गया था। .................................... इससे जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... सूरजपुर जिला अस्पताल में गर्भवती मां-बच्चे की मौत: तड़पती रही महिला, डॉक्टर-नर्स देखने नहीं आए, डेथ के बाद किया रेफर, जेडी ने कहा- जांच कराएंगे छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिला अस्पताल में प्रसव पीड़ा से तड़प रही महिला साढ़े तीन घंटे तक बिना इलाज के पड़ी रही। उसे देखने न तो डॉक्टर पहुंचे और न ही नर्स। रात ढाई बजे जब उसकी सांसें थम गई तो डॉक्टरों ने उसे आनन-फानन में अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। यहां पहुंचने पर डॉक्टरों ने मां-बच्चे को मृत घोषित कर दिया। पढ़ें पूरी खबर
आरा में ट्रेन से कटकर युवक की मौत:मां के लिए दवा लाने जा रहा था, आठ दिन पहले बेटे का हुआ है जन्म
दानापुर-पीडीडीयू रेलखंड पर ट्रेन की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई। दवा लेने के लिए घर से निकला था। परिजनों को GRP से हादसे की सूचना मिली। मृतक मुन्ना कुमार(21) मदरहा गांव का रहने वाला था। घटना आरा स्टेशन के पश्चिम साइड स्थित वाशिंग पिट के पास की है। इधर,मृतक के बहनोई गुड्डू साह ने बताया कि मुन्ना के मां के पैर में दर्द था। दवा लेने के लिए सुबह सात बजे घर से निकला था। इस दौरान ट्रेन की चपेट में आने से जान चली गई। सूचना मिलने के बाद परिवार के सदस्य आरा रेल थाना पहुंचे। जिसके बाद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में करवाया। घर में मचा कोहराम मुन्ना छह भाई-बहन में सबसे छोटा था। पिछले साल फरवरी में शादी हुई थी। आठ दिन पहले बेटे का जन्म हुआ था। परिवार में मां लालमुनी कुंअर, पत्नी पूजा कुमारी और नवजात पुत्र है। घटना के बाद घर में कोहराम मच गया है। मां और पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है।
लुधियाना के समराला चौक फ्लाईओवर पर सोमवार देर रात करीब 10:30 बजे एक भीषण हादसा हो गया। तेज रफ्तार का कहर कुछ इस तरह बरपा कि एक परिवार का सहारा छिन गया। जालंधर बाईपास से फोकल पॉइंट की तरफ जा रहे ट्रैक्टर-ट्रॉली को पीछे से आ रहे एक बेकाबू कंटेनर ने टक्कर मार दी। इस दर्दनाक हादसे में ट्रैक्टर चला रहे मलकीत सिंह निवासी नीची मंगली की मौके पर ही मौत हो गई जबकि उनका बेटा हरदीप सिंह घायल हो गया। बेटे ने देखा पिता को मौत के मुंह में जाते..हादसे की भयावहता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यह सब मलकीत सिंह के जवान बेटे हरदीप सिंह के सामने हुआ। अस्पताल में लहूलुहान हालत में मौजूद हरदीप सिंह ने रोते हुए बताया कि कंटेनर की टक्कर इतनी भीषण थी कि उन्हें कुछ पल के लिए पता ही नहीं चला कि क्या हुआ। जब थोड़ा होश आया तो उन्होंने देखा कि उनके पिता, मलकीत सिंह, ट्रैक्टर पर नहीं थे। जब उन्हें ढूंढा तो देखा कि वह पुल के बीच बने गैप से टक्कर लगने के बाद नीचे गिर चुके थे। हादसे के तुरंत बाद मौके पर मौजूद लोगों ने इंसानियत दिखाते हुए मदद की। लहूलुहान हरदीप ने लोगों की मदद से अपने पिता को ई-रिक्शा के सहारे सीएमसी अस्पताल पहुंचाया लेकिन डॉक्टरों ने वहां मलकीत सिंह को मृत घोषित कर दिया। हरदीप सिंह को भी मामूली चोटें आई हैं। परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़ मरने वाले मलकीत सिंह अपने परिवार में अकेले कमाने वाले थे। उनके परिवार में एक बेटा और एक बेटी है जो अभी पढ़ाई कर रहे हैं। इस हादसे ने न सिर्फ उनकी जान ली, बल्कि पूरे परिवार को बेसहारा कर दिया है। दो मासूम बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कंटेनर चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
आरा-सासाराम स्टेट हाईवे पर सोमवार देर शाम तेज रफ्तार ई-रिक्शा ने दिव्यांग को रौंद दिया। घटनास्थल पर ही शख्स की मौत हो गई। रोड क्रॉस करते समय हादसा हुआ है। मृतक गोरख राम सुढ़नी गांव के रहने वाले थे। घटना उदवंतनगर थाना क्षेत्र की है। मृतक के पुत्र अमरेश ने पिताजी गड़हनी मजदूरी करने गए थे। वापस लौटते समय सुढ़नी मोड़ के पास सड़क पार कर रहे थे। उसी दौरान तेज रफ्तार ई-रिक्शा ने उन्हें रौंद दिया। सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस टीम और परिवार के सदस्य मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घर में मचा कोहराम मृतक के परिवार में चार पुत्र राजू , राजन, आशुतोष, अमरेश और दो बेटी शीतल, फुला कुमारी है। तीन पुत्र और एक पुत्री की शादी हो चुकी है। पत्नी मुन्नी देवी की मौत दस साल पहले बीमारी के कारण हो गई थी। मौत की सूचना मिलते ही घर में कोहराम मच गया है। परिवार के सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है।
ग्वालियर में रहकर पीएससी की तैयारी कर रही मुरैना की छात्रा ने CRPF जवान पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है। आरोपी मणिपुर में पदस्थ है। उसकी छात्रा से फेसबुक पर पहचान हुई थी। लंबी बातचीत के बाद वह उसे मिलने के लिए ग्वालियर आया और पड़ाव स्थित होटल नंदगिरी में बुलाया। यहां आरोपी ने शादी का झांसा देकर छात्रा के साथ दुष्कर्म किया। घटना सितंबर 2024 से मई 2025 के बीच की बताई जा रही है। जब छात्रा ने शादी का दबाव बनाया तो आरोपी ने इनकार कर दिया और उससे बातचीत बंद कर दी। इसके बाद छात्रा ने पड़ाव थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने CRPF जवान के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। फेसबुक पर शुरू हुई थी बात मध्य प्रदेश के मुरैना जिले के पोरसा निवासी 21 वर्षीय छात्रा ग्वालियर के गोला का मंदिर क्षेत्र में बीते तीन साल से किराए पर रहकर पीएससी की तैयारी कर रही है। 2024 में उसकी पहचान फेसबुक पर सौरभ सेंगर (पुत्र रमेश सिंह सेंगर, निवासी हजीरा) से हुई थी। सौरभ ने स्वयं को सीआरपीएफ में आरक्षक बताया था और यह भी कहा था कि वह वर्तमान में मणिपुर में पदस्थ है। फेसबुक पर बातचीत बढ़ने लगी और दोनों ने एक-दूसरे के मोबाइल नंबर ले लिए। इसके बाद दोनों की फोन पर नियमित रूप से बातचीत होने लगी। दोस्ती गहरी होने पर सौरभ ने छात्रा से प्यार का इजहार किया और शादी का वादा भी किया। 2024 में ग्वालियर आया आरोपी सितंबर 2024 में वह छुट्टी लेकर ग्वालियर आया और छात्रा को मिलने के लिए बुलाया। छात्रा ने शुरू में कई बार मना किया, लेकिन सौरभ ने भरोसा दिलाकर उसे नंदगिरी होटल, पड़ाव बुलाया। वहां उसने शादी का झांसा देकर छात्रा के साथ गलत काम किया। इसके बाद भी वह लगातार शादी का वादा कर उसे होटल बुलाता रहा और दुष्कर्म करता रहा। शादी के लिए कहने पर बहन की जिम्मेदारी बताई कई बार दुष्कर्म करने के बाद जब छात्रा ने शादी के लिए कहा, तो आरोपी ने बहाना बनाया कि उसकी बहन की जिम्मेदारी उस पर है और उसकी शादी के बाद ही वह विवाह करेगा। उसने यह आश्वासन भी दिया कि यदि परिवार वाले न मानें, तो वह उससे कोर्ट मैरिज कर लेगा। लेकिन मई 2025 के बाद आरोपी ने छात्रा से दूरी बनाना शुरू कर दी और बातचीत बंद कर दी। इसके बाद छात्रा ने सोमवार को पड़ाव थाना पहुंचकर मामले की शिकायत दर्ज कराई, जिस पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। थाना प्रभारी शैलेन्द्र भार्गव ने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर आरोपी युवक, जो सीआरपीएफ जवान है, के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कर लिया गया है। अब मामले की जांच जारी है।
मधुबनी में सोमवार की शाम बंधक को छुड़ाने पहुंची पुलिस टीम पर आरोपियों ने हमला कर दिया, जिसमें एक पुलिस अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पिता और उनके दो बेटों सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। घटना कलुआही थाना क्षेत्र के हरिपुर मजरही गांव का है। पुलिस को डायल-112 के माध्यम से सूचना मिली थी कि शारदानंद पाठक नामक व्यक्ति को कलुआही सरकारी अस्पताल के सामने एक पक्के मकान में बंधक बनाकर पीटा जा रहा है। यह घटना रुपए के लेन-देन के विवाद से जुड़ी थी। सूचना मिलने पर कलुआही थानाध्यक्ष अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस दल ने मौके पर पहुंचकर घटना को सत्य पाया और बंधक बने व्यक्ति को मुक्त कराने का प्रयास किया। इसी दौरान आरोपी वरुण सिंह और उनके बेटे सौरभ कुमार सिंह उर्फ भोलू तथा गौरव कुमार उर्फ गोलू ने पुलिस कार्रवाई का विरोध करते हुए उन पर हमला कर दिया। सौरभ सिंह उर्फ गोलू ने एक पुलिस अधिकारी के सिर पर जोरदार वार किया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। 2 महिला पुलिसकर्मी के साथ धक्का-मुक्की घायल अधिकारी को तत्काल उपचार के लिए सदर अस्पताल मधुबनी भेजा गया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल को मौके पर बुलाया गया। इस दौरान आरोपियों ने दो महिला पुलिसकर्मियों के साथ धक्का-मुक्की भी की। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए तीनों अभियुक्तों वरुण सिंह, सौरभ कुमार सिंह और गौरव कुमार उर्फ गोलू को मौके से गिरफ्तार कर लिया। सूद पर पैसा लगाने का चलाता था कारोबार पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी वरुण सिंह सूद पर पैसा लगाने का अवैध कारोबार चलाता है, जिसमें उसके दोनों बेटे भी सहयोग करते हैं। कथित तौर पर, वे शारदानंद पाठक को जबरन वसूली और सादे कागज पर मनमाफिक बातें लिखवाने के लिए बंधक बनाकर पीट रहे थे। पुलिस दल ने बंधक व्यक्ति को सकुशल मुक्त करा लिया। मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू इस घटना को लेकर पुलिस पर हमला करने और बंधक बनाने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। एसपी योगेन्द्र कुमार ने बताया कि गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया है और मामले की आगे की जांच जारी है। घायल पुलिस अधिकारी का इलाज सदर अस्पताल मधुबनी में चल रहा है।
चंदन नगर थाने के एक गंभीर मामले में आरोपी अनवर हुसैन के अपराधों को लेकर सुप्रीम कोर्ट में झूठा हलफनामा पेश करने के मामले में मंगलवार को सुनवाई होगी। इस केस में सुप्रीम कोर्ट ने टीआई इंद्रमणि पटेल और एडीसीपी दिशेष अग्रवाल द्वारा पेश किया गया हलफनामा झूठा पाया है। इसे लेकर अब पुलिस कमिश्नर को भी पक्षकार बनाया है। इसमें आज पुलिस कमिश्नर को लार्जर एफिडेविट (विस्तृत हलफनामा) पेश करना है कि इन दोनों अधिकारियों पर क्या कार्रवाई की गई। इसके चलते यह मामला काफी गंभीर हो गया है। पिछली सुनवाई में कोर्ट ने कमिश्नर को आदेश दिया था कि वे 9 दिसंबर को होने वाली सुनवाई में विस्तृत हलफनामा पेश करें, जिसमें दोनों अधिकारियों पर की गई कार्रवाई की जानकारी दी जाए। बता दें कि एडिशनल डीसीपी दिशेष अग्रवाल और चंदन नगर थाना प्रभारी इंद्रमणि पटेल ने आरोपी अनवर हुसैन की जमानत का विरोध करते हुए सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा जमा किया था, जिसमें दावा किया गया था कि अनवर पर कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। हलफनामा में बताए गए आधे मामलो में अनवर का नाम नहीं डबल बेंच जस्टिस संदीप मेहता और जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह ने जब रिकॉर्ड की जांच कराई तो पता चला कि हलफनामा में बताए गए 8 में से 4 मामलों में आरोपी अनवर का नाम ही नहीं था। इनमें IPC की धारा 376 (बलात्कार) वाला केस भी शामिल था। जांच से स्पष्ट हुआ कि यह केस 2023 में अनवर नहीं, बल्कि करण पवार नामक व्यक्ति के खिलाफ दर्ज है। वह मामला भी बलात्कार नहीं, बल्कि अवैध हथियार रखने (आर्म्स एक्ट) से संबंधित है। कोर्ट ने इसे तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर अदालत को गुमराह करने की कोशिश माना। कोर्ट ने प्रोसीडिंग में 7, 8 और 9 बिंदुओं में इसका स्पष्ट जिक्र किया है। सीनियर एडवोकेट नीरज सोनी के मुताबिक, 28 अक्टूबर 2025 को चंदन नगर टीआई इंद्रमणि पटेल और एडीसीपी दिशेष अग्रवाल ने सुप्रीम कोर्ट में जो हलफनामा पेश किया था, उसे कोर्ट ने गलत माना। कोर्ट ने दोनों अधिकारियों को रिस्पॉनडेंट नंबर 2 और 3 बनाया है। इसके साथ ही पुलिस कमिश्नर इंदौर को रेस्पॉनडेंट नंबर 5 के रूप में जोड़ा है। पुलिस के हलफनामा में अनवर पर 8 अपराध चंदन नगर थाना पुलिस ने अनवर के बारे में हाई कोर्ट में हलफनामा दिया था कि वह 8 अपराधों में लिप्त था। फिर सुप्रीम कोर्ट में भी ऐसा ही किया। सुप्रीम कोर्ट में स्थिति स्पष्ट हुई कि अनवर के खिलाफ आठ नहीं, बल्कि तीन ही अपराध थे, जबकि पांच में उसका नाम नहीं था या गलत तरीके उसे बताया गया। एडवोकेट सोनी के मुताबिक दोनों अधिकारियों ने एक व्यक्ति के मौलिक अधिकारों और जीने की दैहिक स्वतंत्रता का उल्लंघन किया है, इसलिए कोर्ट ने दोनों अधिकारियों द्वारा दिए गए हलफनामे पर भी विश्वास नहीं किया और पुलिस कमिश्नर को पक्षकार बनाते हुए उन्हें विस्तृत हलफनामा पेश करने को कहा है। आवश्यक वस्तु अधिनियम से संबंधित केस में आरोपी अनवर हुसैन की जमानत के लिए सुप्रीम कोर्ट में अपील की गई थी। सुनवाई के दौरान मप्र शासन ने हलफनामा पेश किया कि अनवर के खिलाफ आठ केस दर्ज हैं। इनमें से उसके खिलाफ दो केस मंडलेश्वर में दर्ज होना बताए गए। एक केस सनावद में दर्ज होना बताया। इंदौर के मल्हारगंज थाना और अन्य थानों में केस बताए गए। इसी में चंदन नगर थाने में एक केस रेप का बताया गया। एडवोकेट ने पेश किया काउंटर एफिडेविट सुप्रीम कोर्ट में पेश किए गए मप्र शासन के हलफनामे को लेकर अनवर के एडवोकेट की ओर से काउंटर हलफनामा पेश किया गया। इसमें बताया कि अनवर के खिलाफ आठ नहीं, बल्कि चार केस दर्ज हैं। एक में वह बरी हो गया है। मप्र शासन ने मंडलेश्वर में जो दो केस दर्ज होना बताए हैं, उनमें एक चोरी का है। एक अन्य केस सनावद का बताया गया। इस काउंटर हलफनामे को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने पिछली सुनवाई में मप्र शासन से पूछा था कि आपकी ओर से हलफनामे में 8 केस दर्ज होना बताए गए, जबकि अनवर की ओर से सिर्फ 4 केस बताए गए थे। बाद में पुलिस ने मानी गलती पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट में फिर से दूसरा हलफनामा पेश किया। इसमें बताया कि अनवर के खिलाफ मंडलेश्वर में दो और सनावद में जो एक केस दर्ज होना बताया गया, वे उसके खिलाफ नहीं हैं। ये तीनों केस किसी अन्य अनवर के खिलाफ दर्ज हैं। यह पुलिस की गलती और पोर्टल की मिस्टेक के कारण हुआ था। ऐसे ही चंदन नगर में दर्ज रेप का केस भी किसी करण के खिलाफ दर्ज है और अवैध हथियार रखने का है। इन चारों केस की जानकारी पुलिस ने दूसरी बार हलफनामा में स्वीकारोक्ति के साथ स्पष्ट रूप से दी।
पूर्णिया GMCH की बदहाल व्यवस्था और बिगड़ती स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने केंद्र सरकार को पत्र लिखा है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा से मांग की है कि GMCH की भयावह स्थिति को देखते हुए तुरंत हस्तक्षेप किया जाए। पप्पू यादव ने इस मुद्दे को लोकसभा में नियम 377 के तहत भी उठाया था और कहा था कि अस्पताल की व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है। सांसद ने अपने पत्र में कहा कि पूर्वोत्तर सीमांचल पूर्णिया, कटिहार, अररिया, किशनगंज से लेकर नेपाल सीमा तक पूरे क्षेत्र के करोड़ों लोगों के इलाज का मुख्य सहारा GMCH इस समय गंभीर संकट से गुजर रहा है। प्रतिदिन तीन हजार से अधिक मरीजों की निर्भरता वाले इस अस्पताल की बुनियादी स्वास्थ्य सेवाएं लगातार ढहती जा रही हैं। एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि अस्पताल में 200 डॉक्टरों की आवश्यकता है, लेकिन सिर्फ 40 डॉक्टरों के भरोसे पूरा संचालन चल रहा है। यही नहीं, यहां स्वीकृत 500 बेड में से मात्र 300 बेड ही उपयोग में आ रहे हैं। ऐसे में गंभीर मरीजों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है और कई मामलों में इलाज में देरी जानलेवा साबित हो रही है। स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए संकट पप्पू यादव ने आगे कहा कि अस्पताल के सबसे महत्वपूर्ण सेक्शन ICU, मॉड्यूलर OT, SNCU/PICU, स्पेशियलिटी वार्ड और ट्रॉमा यूनिट का निर्माण फंड की कमी के कारण वर्षों से अधर में लटका हुआ है। इस वजह से आपातकालीन और जीवनरक्षक सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं। सांसद के अनुसार, निर्माण कार्य में वर्षों की देरी का सीधा असर मरीजों के उपचार पर पड़ रहा है और यह पूरे क्षेत्र की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए बड़ा संकट बन चुका है। स्थिति अब इतनी अमानवीय हो गई है कि निर्माण कार्य संभाल रही NCC कंपनी ने अस्पताल की लिफ्ट पर ताला लगा दिया है। कई वार्ड और कमरे बंद कर दिए हैं। इससे स्ट्रेचर और व्हीलचेयर मूवमेंट पूरी तरह ठप पड़ गया है और मरीजों को जमीन पर लेटकर इलाज कराना पड़ रहा है। यह न सिर्फ जनस्वास्थ्य से खिलवाड़ है, बल्कि अस्पताल परिसर पर अनुचित कब्जा, आपात सेवाओं में बाधा और जीवन के अधिकार का खुला उल्लंघन है। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर कंपनी और सरकार के बीच फंड विवाद है तो किस अधिकार से एक निजी कंपनी को सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाएं रोकने की अनुमति दी जा रही है। अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग सांसद ने केंद्र सरकार से मांग की कि GMCH की लगातार बिगड़ती हालत को देखते हुए तुरंत विशेषज्ञ डॉक्टरों और अतिरिक्त स्टाफ की तैनाती की जाए। रुके हुए निर्माण कार्य के लिए आवश्यक फंड का तत्काल निर्गमन सुनिश्चित किया जाए और NCC कंपनी को निर्देश दिया जाए कि वह तुरंत सभी लिफ्ट, वार्ड और कमरे खुलवाए। कंपनी की भूमिका की जांच कर संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग भी की है, ताकि भविष्य में किसी निजी एजेंसी द्वारा अस्पताल संचालन में बाधा न पैदा की जा सके। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि फंड विवाद का प्रशासनिक समाधान जल्द किया जाए ताकि किसी भी मरीज की जान जोखिम में न पड़े। अंत में सांसद पप्पू यादव ने चेतावनी दी कि अगर केंद्र सरकार ने तुरंत कार्रवाई नहीं की तो GMCH पूर्णिया में इलाज के लिए आने वाले हजारों मरीजों की जान खतरे में पड़ सकती है। इस मामले को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए तत्काल कदम उठाए जाएं, ताकि GMCH को फिर से एक पूर्ण रूप से सक्रिय और सक्षम मेडिकल संस्थान के रूप में स्थापित किया जा सके।
पंजाब में किसान यूनियन लंबे समय से स्मार्ट इलेक्ट्रिसिटी मीटर (चिप वाले मीटर) का विरोध कर रहे हैं इसके बावजूद पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड( PSPCL) स्मार्ट मीटर ही इंस्टॉल कर रही है। किसान मजदूर मोर्चा अब लोगों के घरों में लगे चिप वाले मीटर उतारकर PSPCL के दफ्तर में जमा करवाएगा। किसान मजदूर मोर्चा 10 दिसंबर से चिप वाले मीटर उतारने की मुहिम शुरू करेगा। जैसे जैसे मीटर उतारे जाएंगे वैसे-वैसे किसान मीटरों को PSPCL के दफ्तरों में जमा करवाते जाएंगे। किसानों ने साफ कर दिया कि वो जबरन किसी के मीटर नहीं उतारेंगे जो मीटर उतारने के लिए उनसे संपर्क करेगा उनके मीटर ही उतारे जाएंगे। किसान मजदूर मोर्चा ने जारी किए नंबर किसान मजदूर मोर्चा के नेता दिलबाग सिंह ने बताया कि इसका फैसला स्टेट लेवल पर ले चुके हैं। 10 दिसंबर से पूरे प्रदेश में चिप वाले मीटर उतारे जाएंगे। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के साथ साथ शहरी क्षेत्रों से भी मीटर उतारे जाएंगे और उन मीटरों को दफ्तरों में जमा कर दिया जाएगा। दिलबाग सिंह ने कहा कि जो भी चिप वाले मीटर उतारना चाहते हैं वो किसान मजदूर मोर्चा के साथ संपर्क करें। उन्होंने कहा कि सरकार जो बिजली महकमे को प्राइवेट करने जा रही है उसके विरोध में चिप वाले मीटर उतारे जा रहे हैं। जो यह चाहते हैं कि हमारी बिजली गुल न हो, बच्चे पढ़ते रहें और कामकाज चलते रहें वो इन मीटरों का विरोध करें और उतरवाएं। सभी के चिप वाले मीटर लगे तो नहीं मिलेगी बिजली किसान नेताओं का तर्क है कि जिस दिन पंजाब में सभी मीटर चिप वाले लग गए उस दिन से बिजली उनको ही मिलेगी जो कि मीटर रिचार्ज करेंगे। उनका कहना है कि 90 प्रतिशत लोग समय पर रिचार्ज नहीं कर सकेंगे तो उनकी बिजली गुल हो जाएगी। उनका कहना है कि मोबाइल रिचार्ज करते हैं तो उसमें वेलिडिटी होती है लेकिन बिजली का रिचार्ज अगर रात को खत्म हो गया और आपके पास पैसे नहीं हैं तो आपकी बिजली बंद हो जाएगी। उन्होंने कहा कि किसान यूनियन इसीलिए चिप वाले मीटरों का विरोध कर रही है। बिजली बोर्ड ने पर्चा दर्ज किया तो जिम्मेदारी किसान यूनियन की होगी दिलबाग सिंह ने कहा कि चिप वाले मीटर उतारने पर अगर बिजली बोर्ड किसी पर कार्रवाई करता है या पर्चा दर्ज करवाता है तो इसकी जिम्मेदारी किसान यूनियन की होगी। किसान यूनियन पर्चा रद्द भी करवाएगी और जुर्माना भी माफ करवाएगी। डरने की जरूरत नहीं है किसान मजदूर मोर्चा पब्लिक के साथ है।
पंजाब के लुधियाना में शनिवार की रात करीब अढाई बजे जनकपुरी इलाके में कुछ बच्चों ने एक घर के बाहर खड़े वाहनों को आग लगा दी। आग ने कुछ ही देर में घर को भी चपेट ले लिया। घर के अंदर परिवार सो रहा था, जिसे पड़ोसियों ने फोन कर जानकारी दी। सूचना मिलते ही परिवार के 14 लोगों ने भाग कर जान बचाई। वीडियो में माना निकालते थे बाइकों से पेट्रोल इस केस में थाना डिवीजन नंबर 3 की पुलिस ने नाबालिग 6 लोगों पर धारा BNS के तहत125, 125 (B), 324(4),61 (2) मामला दर्ज किया है। सभी आरोपी नाबालिग है। आरोपियों की एक वीडियो भी सामने आई है। वीडियो में आरोपियों ने अपना जुर्म का कबूलनामा भी किया है। आरोपियों ने खुद माना है कि एक नाबालिग बाइक की पाइप उतारता है तो दूसरा तेल निकालता है। ये नाबालिग इस तरह की कई वारदातें इलाके में कर चुके थे। ये नाबालिग बाइक पर घूमने के लिए तेल चोरी करते थे। लेकिन शनिवार रात बाइक से तेल निकालते समय एक नाबालिग ने माचिस की चिनगारी लगा दी जिस कारण आग फैल गई। इन नाबालिगों के कबूलनामे की वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने इस नाबालिगों पर मामला दर्ज करके इन्हें बाल सुधार घर भेज दिया है। सीसीटीवी में कैद हुई घटना सभी नाबालिग प्रवासी परिवारों से संबंध रखते है। इनके सभी के पिता लेबर व मजदूरी का काम करते है। जानकारी देते हुए डीसीपी रुपिंदर सिंह ने कहा कि इन नाबालिगों की हरकतें सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। इसके बाद थाना डिवीजन नंबर 3 की पुलिस कार्रवाई की। आग लगाने वालों की आयु 9 साल से 15 साल तक है। सभी को अदालत में पेश कर बाल सुधार घर भेज दिया है। इनके परिजनों से कहा गया है कि वह बच्चों पर ध्यान दे ताकि इस तरह की घटनाओं पर नकेल डाली जा सके। यह है पूरा आगजनी का मामला जनकपुरी इलाके में कुछ नाबालिगों ने एक घर के बाहर खड़े वाहनों को आग लगा दी। आग ने कुछ ही देर में घर को भी चपेट ले लिया। घर के अंदर परिवार सो रहा था, जिसे पड़ोसियों ने फोन कर जानकारी दी। सूचना मिलते ही परिवार के 14 लोगों ने भाग कर जान बचाई। आग के बाद घर का बाहरी हिस्सा बुरी तरह जल गया और दम घुटने से 90 साल की बुजुर्ग महिला की तबीयत बिगड़ गई। घर के मालिक जतिंदरपाल ने कहा था कि उनके घर के आस-पास नशेड़ी घूमते है। उन्हें नशा करने से रोकते है। इस कारण उनके वाहनों को आग लगाई गई है।
नमस्कार दौसा में मंत्रीजी ने भरी सभा में कह दिया- हाथी चलता है तो कुत्ते भौंकते हैं। भौंको... और भौंको। आजकल मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा है। मंत्रीजी का हर बयान डीकोड किया जा रहा है। चित्तौड़गढ़ में पूर्व मंत्रीजी की टीस अब उभरकर सामने आई है। वे लोकसभा चुनाव में हार गए थे। जयपुर में विधायकजी ने SIR के काम की तुलना गाड़ियों की सर्विस से कर दी। राजस्थान की राजनीति और ब्यूरोक्रेसी की ऐसी ही खरी-खरी बातें पढ़िए, आज के इस एपिसोड में... 1. किरोड़ी बोले- मुझे गालियां पड़ती हैं माता-पिता ने उनका नाम ही किरोड़ी निकाला। तो जब नाम ही किरोड़ी रख दिया तो दस पांच करोड़ रुपए तो कमाए। राजनीति में दशकों हो गए हैं। यह बात मंच से कहते हुए किरोड़ी बाबा संभले। फिर बोले-कभी भ्रष्टाचार नहीं किया। भ्रष्टाचार का तो मैं नंबर वन दुश्मन। मुझे बहुत गालियां पड़ती हैं। सबसे ज्यादा तो महुवा (दौसा) से ही। फिर उन्होंने खुद को हाथी बताया। इसका तात्पर्य उनके वजन से बिल्कुल नहीं था। वे वेट काफी कम कर चुके हैं और कई मौकों पर डांस करके फिटनेस भी साबित की है। हाथी की बात करते हुए वे दोबारा माता-पिता पर आए। कहा- पिताजी ने कहा था- लाला, हाथी चलता है तो कुत्ते भौंकते हैं। भौंको... और भौंको। हाथी की दुम नहीं पकड़ सकते। बातें करते-करते उन्होंने मन की टीस भी खोलकर रख दी। कार्यक्रम में डिप्टी सीएम साहब भी थे। उनके सामने ही बोले- बैरवा जी दूसरे बार में 'उप' बन गए। मैं छठी बार में भी नहीं बन पाया। मंत्रिमंडल में फेरबदल की चर्चाओं के दौर में किरोड़ी बाबा के हर बयान पर एक्सपट्र्स के कान खड़े हो जाते हैं। बयान को डीकोड करने के लिए हाथी की पूंछ टटोलने की कवायद शुरू हो गई है। 2. पूर्व मंत्री बोले- मैं खुद बनने के लिए दौड़ रहा था खुद की पोल बहुत कम लोग खोल पाते हैं। सत्ता में रहते मुश्किल होता होगा, लेकिन वे विपक्ष में हैं। उनका नाम उदयलाल आंजना है। वे चित्तौड़गढ़ से हैं और पूर्व मंत्री हैं। लोकसभा चुनाव में उनकी हार हुई थी। वे प्रमोद सिसोदिया के शपथ ग्रहण में बोल रहे थे। पार्टी ने प्रमोद सिसोदिया को जिलाध्यक्ष बनाया है। इसी क्रम में पूर्व मंत्री ने अपनी ही पोल खोली। बोले- पार्टी ने लोकसभा चुनाव के वक्त प्रमोद को कार्यकारी जिलाध्यक्ष बना दिया होता तो मैं चुनाव नहीं हारता। कई नेताओं ने कहा था। आप प्रमोद को कार्यकारी अध्यक्ष बना देंगे तो हम घर बैठ जाएंगे। मैं तो खुद जिलाध्यक्ष बनने के लिए दौड़ रहा था। मैं किसे बना देता? उस समय अगर मैं कार्यकारी बना रहता तो चुनाव नहीं हारता। लेकिन अब गलती मेरी मानूंगा। मैंने उस समय न कर दी। इस बात पर कार्यकर्ता खूब हंसे। पूर्व मंत्रीजी ने इसके साथ ही अपनी ही पार्टी की भी पोल खोल दी। नए जिलाध्यक्ष को सीधी चेतावनी दी- कुछ नेता आपके खिलाफ दिल्ली में जुट गए हैं। सावधान रहिएगा। हर पोल माननीय ने दिल से खोली, लेकिन जब लोकसभा चुनाव में हार का जिक्र किया तो बात पलटकर बोले- वोट चोरी के कारण हारा। 3. जयपुर में SIR का काम पूरा होने पर विधायक भी नाचे गाड़ी की सर्विस अगर लंबे समय तक न हो तो कई तरह की परेशानियां सामने आती हैं। अधिक तेल खाने लगती है। भरोसेमंद नहीं रहती। कहीं भी रुक सकती है। मुकाम पर पहुंचने में संदेह रहता है। विधायक महोदय SIR पर बोल रहे थे। लेकिन शायद महोदय की जानकारी SIR से ज्यादा गाड़ियों को लेकर है। जब जमवारामगढ़ (जयपुर) में SIR का काम पूरा हो गया तो सोशल मीडिया की रस्म के अनुसार उन्हें लगा कि यह कोई जश्न का विषय है और जरूर ही इस पर जश्न होना चाहिए। उन्होंने जश्न का इंतजाम किया। डीजे मंगवाया। एसडीएम को बुलाया। सभी बीएलओ को बुलाया। फिर कुर्ते के साथ हाफ जैकेट और मफलर के जाने-माने अंदाज के साथ मौके पर पहुंच गए। हिंदी-इंग्लिश, हरियाणवी, मीणावाटी, ढूंढाड़ी हर तरह के गीत पर विधायक जी दोनों हाथ उठाकर खूब नाचे। तालियां बजाकर जोश बढ़ाया। SIR पर बोलने की बारी आई तो कहा- जिस प्रकार हम गाड़ी की सर्विस करवाते हैं, उसी प्रकार निर्वाचन आयोग ने हमारे मतदाताओं का SIR कर दिया है। 4. चलते-चलते... कर शपथ...कर शपथ। अग्निपथ..अग्निपथ। यह फिल्मी पंक्तियां आधुनिक दौर की शादियों पर परफेक्ट बैठती हैं। शादी होना आसान हो गया है, लेकिन शादी टिकना बड़ी मुश्किल। हनीमून के नाम से नए दूल्हों की रूह कांपती है। नीला ड्रम देखकर वर के देवता पानी मांगते हैं। सोशल मीडिया के दौर में अपने साथी की चैट तक पकड़े जाने पर शादियां टूट रही हैं। बाड़मेर में दूल्हा-दुल्हन ने मंच पर संविधान की शपथ ली और विवाह किया। हालांकि फेरों के वक्त पंडितजी 7 जन्मों तक की शपथ दिला देते हैं। कभी वचन देने पड़ते हैं। चूंकि ये मौखिक होते हैं। इसलिए वचन कभी-कभार लोग तोड़ देते हैं। जो संविधान 75 साल से टिका हुआ है, जिसमें संशोधन होते रहे लेकिन उसे खत्म नहीं किया जा सका। नए जोड़े ने नए सफर पर मजबूत कदम रखने के लिए नई रस्म ईजाद की है। दंपती में आगे जरा भी खटपट हुई तो घरवाले संविधान की दुहाई देंगे। वीडियो देखने के लिए ऊपर फोटो पर क्लिक करें। अब कल मुलाकात होगी...
मध्य प्रदेश क्राइम फाइल्स में बात पांच साल पुराने ऐसे मामले की जिसमें एक मां ने यकीन के साथ बताया था कि उसकी एक महीने की बच्ची को प्रेत उठाकर ले गया है। मां अपने बयान पर कायम थी और परिवार के लोग असमंजस में। बच्ची को वापस लाने के लिए तांत्रिक को बुलाकर बाकायदा तंत्र-मंत्र क्रियाएं कराई गईं। इसके बाद भी बच्ची का पता नहीं चला। इसके बाद जो हकीकत सामने आई उसने सभी के होश उड़ा दिए। क्या था ये पूरा मामला? पढ़िए मध्य प्रदेश क्राइम फाइल्स का पार्ट-1 तारीख-16 सितंबर 2020, जगह-खजूरी सड़क, भोपालभोपाल के बाहरी इलाके में बसा डेहरिया गांव, जहां रहने वाले ज्यादातर लोग खेती-किसानी से जुड़े हैं। उस दिन भी मौसम बिल्कुल साफ था। सितंबर की हल्की ठंड हवा में घुलने लगी थी, जो दिन में धूप की तपिश से राहत दे रही थी। गांव के बाकी लोगों की तरह, अशोक मेवाड़ा और उनका परिवार भी अपने खेतों में सोयाबीन की फसल काटने में व्यस्त था। दोपहर के करीब 11 बज रहे थे, काम अपने चरम पर था, तभी अशोक के फोन की घंटी बजी। स्क्रीन पर गांव के सरपंच पुरुषोत्तम मेवाड़ा का नाम चमक रहा था। एक अनजानी आशंका के साथ अशोक ने फोन उठाया। दूसरी तरफ से सरपंच की घबराई हुई आवाज आई, 'अशोक, जल्दी घर आओ... किंजल घर पर नहीं है, कहीं मिल नहीं रही।' यह सुनते ही अशोक के पैरों तले जमीन खिसक गई। किंजल, उसके छोटे भाई सचिन की महज एक महीने की बेटी थी। पूरे परिवार की आंखों का तारा। घर में कोहराम और 'प्रेत' की दस्तकघर पहुंचने पर जो मंजर था, वह दिल दहला देने वाला था। घर के बाहर लोगों की भीड़ जमा थी। अंदर सचिन की पत्नी और किंजल की मां, सरिता, बदहवास रो रही थी। घर की महिलाएं उसे संभालने की कोशिश कर रही थीं, लेकिन उसके आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। सचिन ने अपनी पत्नी सरिता से कांपती आवाज में पूछा, 'किंजल कहां है? क्या हुआ?' सरिता ने रोते हुए जो बताया, उसने वहां मौजूद हर शख्स को हैरान कर दिया। उसने कहा, 'मैं उसे (किंजल को) कमरे में चारपाई पर लिटाकर कपड़े धोने बाहर गई थी। जब वापस आई तो वो वहां नहीं थी। मुझे लगता है... उसे कोई प्रेत-आत्मा उठा ले गई है।' प्रेत का नाम सुनते ही पूरे गांव में सनसनी फैल गई। यह बात जंगल की आग की तरह फैल गई। किंजल को ढूंढने के लिए पूरा गांव एकजुट हो गयाअब एक महीने की बच्ची का इस तरह रहस्यमयी ढंग से गायब हो जाना और मां का सीधे तौर पर प्रेत-आत्मा पर शक जताना, लोगों के गले नहीं उतर रहा था, लेकिन डर और अंधविश्वास के माहौल में कोई कुछ कहने की हिम्मत नहीं कर पा रहा था। देखते ही देखते, किंजल को ढूंढने के लिए पूरा गांव एकजुट हो गया। कोई खेतों की ओर भागा, तो कोई पास के तालाब और कुओं में झांकने लगा। हर झाड़ी, हर नाले को छाना जा रहा था, लेकिन किंजल का कोई सुराग नहीं था। बंद कमरे में तांत्रिक की तंत्र-साधनाजैसे-जैसे समय बीत रहा था, परिवार की उम्मीदें टूट रही थीं और अंधविश्वास गहराता जा रहा था। परिवार ने फौरन भोपाल के एक जाने-माने तांत्रिक भादर सिंह को बुलाने का फैसला किया। कुछ ही देर में तांत्रिक भादर सिंह अपनी 'टीम' के साथ मेवाड़ा परिवार के घर पहुंच गया। घर का माहौल अब और भी रहस्यमयी हो गया था। तांत्रिक सीधे उस कमरे में गया, जहां से किंजल गायब हुई थी। उसने कमरे में मौजूद सरिता समेत सभी लोगों को बाहर निकाल दिया और अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। अंदर से मंत्रों के उच्चारण और अजीबोगरीब आवाजें आने लगीं। बाहर परिवार और गांव वाले सांस रोके खड़े थे, इस उम्मीद में कि तांत्रिक उनकी बच्ची को प्रेत के चंगुल से छुड़ा लाएगा। करीब एक घंटे तक यह ड्रामा चलता रहा। 5 घंटे बाद... जब सच सामने आयादोपहर ढलकर शाम में बदल रही थी। बच्ची को गायब हुए करीब 5 घंटे बीत चुके थे। तांत्रिक की कोशिशें भी नाकाम लग रही थीं। अब तक गांव के लोग बाहरी हर संभावित जगह छान चुके थे। थक-हारकर, परिवार के लोगों ने घर के अंदर ही एक बार फिर से तलाशी शुरू करने का फैसला किया। शाम के करीब 4 बज रहे थे। अशोक मेवाड़ा की नजर किचन के पास रखे 50 लीटर के नीले रंग के प्लास्टिक के ड्रम पर पड़ी। यह ड्रम पानी भरने के काम आता था। न जाने क्यों, अशोक का मन आशंकित हुआ। उसने कांपते हाथों से ड्रम का ढक्कन खोला। ढक्कन खुलते ही वहां मौजूद लोगों की चीख निकल गई। ड्रम के पानी में, एक महीने की मासूम किंजल का नन्हा शरीर डूबा हुआ था। उसकी सांसें हमेशा के लिए थम चुकी थीं। अशोक और सचिन ने फौरन उसे बाहर निकाला। उसका शरीर अकड़ चुका था, और नाक-मुंह से झाग निकल रहा था। पुलिस की जांच और उलझती गुत्थीशाम करीब 5 बजे, अशोक मेवाड़ा ने खजूरी सड़क पुलिस स्टेशन को इस दर्दनाक घटना की सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस निरीक्षक एल.डी. मिश्रा अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने बच्ची के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पहली नजर में यह एक हादसा लग सकता था, लेकिन एक महीने की बच्ची खुद चलकर ड्रम तक कैसे पहुंच सकती थी? यह सवाल हर किसी के जेहन में था, और पुलिस को भी हत्या का शक था। पोस्टमॉर्टम और डायटम टेस्ट की रिपोर्ट ने इस शक को यकीन में बदल दिया। रिपोर्ट में साफ लिखा था कि बच्ची की मौत पानी में डूबने से हुई है। उसके शरीर पर किसी तरह की चोट या खरोंच के निशान नहीं थे, जिसका मतलब था कि उसे सीधे पानी में डुबोया गया था। यह एक निर्मम हत्या थी। अब पुलिस के सामने सबसे बड़ा सवाल था - कातिल कौन है?इंस्पेक्टर एल.डी. मिश्रा ने जांच का जिम्मा संभाला। घर में कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं था। पुलिस के पास सिर्फ वे लोग थे जो घटना के वक्त घर पर मौजूद थे। जांच की सुई तीन लोगों पर आकर टिक गई: पुलिस ने तीनों से अलग-अलग पूछताछ शुरू की तीनों के बयानों में कोई ऐसा सूत्र नहीं मिल रहा था जो किसी बाहरी व्यक्ति के आने की ओर इशारा करता हो। घर के दो दरवाजों में से एक बंद था, और दूसरे पर सरिता खुद कपड़े धो रही थी। फिर बच्ची को कौन, कैसे और क्यों मार गया? पुलिस का शक गहराता जा रहा था। क्या कातिल इन्हीं तीन में से कोई एक था? क्राइम फाइल्स के पार्ट-2 में पढ़िए...
मंगलवार भस्म आरती दर्शन:भगवान महाकाल का पंचामृत पूजन और भांग, चंदन से श्रृंगार
महाकालेश्वर मंदिर में मंगलवार तड़के भस्म आरती के दौरान मंदिर के कपाट खोले गए। भगवान का श्रृंगार उतारकर पंचामृत पूजन के बाद कर्पूर आरती की गई। त्रिनेत्रधारी भगवान महाकाल को चंदन का त्रिपुण्ड, रुद्राक्ष की माला और रजत मुकुट अर्पित कर उनका श्रृंगार किया गया। नंदी हॉल में नंदी जी का स्नान, ध्यान और पूजन किया गया। जल से भगवान महाकाल का अभिषेक करने के बाद दूध, दही, घी, शक्कर, शहद और फलों के रस से बने पंचामृत से पूजन किया गया। भगवान महाकाल को रजत चंद्र, त्रिशूल, मुकुट, भांग, चंदन, ड्रायफ्रूट और भस्म अर्पित की गई। शेषनाग का रजत मुकुट, रजत की मुण्डमाला और रुद्राक्ष की माला के साथ-साथ सुगंधित पुष्पों से बनी माला भगवान महाकाल ने धारण की। फल और मिष्ठान का भोग लगाया गया। झांझ, मंजीरे और डमरू की ध्वनियों के साथ भगवान महाकाल की भस्म आरती की गई। भस्म आरती में बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल का आशीर्वाद लिया। महा निर्वाणी अखाड़े की ओर से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गई। मान्यता है कि भस्म अर्पित करने के बाद भगवान निराकार से साकार रूप में दर्शन देते हैं।
'जब शादी हुई तो हमने सोचा था कि शादी के बाद बाहर घूमने जाएंगे, खूब मस्ती करेंगे। लेकिन इंडिगो ने सब पर पानी फेर दिया। हमने एडवांस बुकिंग पर लाखों रुपए खर्च कर दिए है। वह पैसे रिटर्न नहीं हो रहे है'। यह कहना है उस कपल का, जिनकी भी हाल में ही 1 दिसंबर को शादी हुई है। इनके जैसे कई कपल परेशान है, जो फ्लाइट से हनीमून ट्रिप पर जाने वाले थे। इंडिगो क्राइसिस का आज 8 वां दिन है। पटना, दरभंगा, पूर्णिया और गया से इंडिगो की फ्लाइट कैंसिल हो गई है। आज भी 12 फ्लाइट कैंसिल है। 15 दिसंबर के बाद हालात सामान्य होने की संभावना है। फ्लाइट कैंसिल होने की वजह से हजारों लोग परेशान हो रहे है। इसमें करीब 2 हजार के आसपास पटना के कपल है, जो हनीमून के लिए जाने वाले थे। फ्लाइट कैंसिल होने से परेशान कपल से हमने बात की और उनकी परेशानी जानी। हनीमून ट्रिप में बुकिंग के लिए 1 लाख रुपए खर्च कर दी हाल ही में शादी हुए श्वेता ने कहा कि हमने सोचा था की पहले पटना से चेन्नई जाएंगे, उसके बाद पोर्ट ब्लेयर जाएंगे। अभी हाल में ही हमारी शादी हुई है। हमने अपनी शादी को यादगार बनने और इंजॉय करने के लिए ट्रिप प्लान किया था। शादी के नाम पर बड़ी मुश्किल से ऑफिस से 15 दिन के लिए छुट्टी मिली थी। हम 5 तारीख को पटना से चेन्नई के लिए निकलने वाले थे। इसके लिए चेन्नई और पोर्ट ब्लेयर पहले से ही होटल और गाड़ी की बुकिंग कर ली थी। पूरे ट्रिप के लिए सिर्फ बुकिंग पर हमने 1 लाख रुपए खर्च कर दी है। 5 दिसंबर को जैसे ही पटना पहुंचे, जानकारी मिली की फ्लाइट कैंसिल हो गई है। हमें 7 दिसंबर के लिए शेड्यूल किया गया, लेकिन 7 दिसंबर को भी फ्लाइट कैंसिल हो गई। ट्रेन से अब जा नहीं सकते है, क्योंकि बुकिंग का पूरा शेड्यूल बिगड़ गया है। होटल, गाड़ी, सफारी और सफारी कैंप की बुकिंग में जो एडवांस पैसे दिया है, वह रिटर्न नहीं हो रहा है। आगे हमें छुट्टी मिल नहीं रही है। ऐसे में हमारा पूरा ट्रिप ही खराब हो गया है। हनीमून पर जाने के लिए 6 महीने से छुट्टी नहीं ली आनंद ने कहा कि मैंने पिछले 6 महीने से एक दिन भी छुट्टी नहीं ली थी कि शादी के बाद लंबी छुट्टी लेकर कहीं घूमने जाएंगे। फ्लाइट कैंसिल होने की वजह से पूरा प्लान खराब हो गया है। अब आगे कब छुट्टी मिलेगी यह पता नहीं है। अपने वाइफ के साथ बाहर घूमने जाने के लिए हमने अपने परिवार को भी काफी मनाया था। मेरे घर वाले पहले मान नहीं रहे थे, लेकिन बाद भी वह मान गए। हम शादी के समय काफी एक्साइटेड थे। 1 दिसंबर को शादी थी। 3 को रिसेप्शन और 5 को घूमने निकलने वाले थे। लेकिन अब कब जाएंगे इसका कुछ पता नहीं है। होटल वाले बुकिंग डेट आगे बढ़ा तो रहे है, लेकिन हमें छुट्टी नहीं मिल रही है। इंडिगो को फ्लाइट कैंसिल करनी थी तो पहले नोटिफिकेशन दे देना चाहिए था, ताकि हम पहले से अपना दूसरा प्लान बना लेते। 25 कपल्स ने अपने पैकेज कैंसिल कराए आगे टूर एण्ड ट्रैवल कंपनी वालों से भी बात की। पटना के सुविधा टूर एंड ट्रेवल्स के सौरभ खेमका ने बताया कि इंडिगो क्राइसिस के चलते करीब 25 कपल्स ने अपने पैकेज को कैंसिल कराया है। इसमें केरला, गोवा, दुबई, थाईलैंड, सिंगापुर, पोर्ट ब्लेयर, बाली जैसी जगह शामिल है। इससे हमारे पॉकेट पर भी मार पड़ी है। इस क्राइसिस में फाइनेंशियल नुकसान से ज्यादा हमें मेंटल नुकसान हुआ है। हर दिन इन्क्वायरी के लिए कस्टमर के 4-5 बार कॉल आ जाते हैं। हम लोग यह कोशिश कर रहे हैं कि पैकेज रीशेड्यूल हो जाए। मगर समस्या यह है कि कई होटल वाले पैसा रिफंड नहीं कर रहे हैं। यहां तक की दुबई में एक कपल ने बुर्ज खलीफा घूमने के लिए टिकट बुक करवाया था, जिसका पैसा अब रिफंड नहीं हो सकता है। बुर्ज खलीफा घूमने के लिए पर पर्सन 4000 रुपए टिकट के दाम है। कई लोग ऐसे भी हैं जो इंडिगो की बजाय दूसरे फ्लाइट बुक करके जाने की प्लानिंग में है, मगर यहां समस्या यह है कि जो टिकट 10,000 में बुक हुई थी उसका दाम अब 50,000 हो गया है। कोई भी कस्टमर इतना बुक करके नहीं जाएगा। अब टेंशन यह भी है कि जो पैकेज रीशेड्यूल हम लोग करवा रहे हैं उस वक्त भी अगर इंडिगो क्राइसिस रही तो काफी नुकसान झेलना पड़ जाएगा। 25 लाख से ज्यादा का हुआ नुकसान RPS ट्रेवल्स के मालिक गोखलेश कुमार ने कहा कि इस शादी सीजन में एवरेज 40 कपल्स ने पैकेज बुकिंग की थी, जिसमें से 20 कैंसिल हो गया है। इसमें गोवा, त्रिवेंद्रम, पोर्ट ब्लेयर, कन्याकुमारी आदि जगह है शामिल थी। फ्लाइट कैंसिल होने की वजह से काफी परेशानी हुई है। इस क्राइसिस की वजह से हम जैसे ट्रैवल एजेंसी को करीब 25 लाख का नुकसान हुआ है। मैं यही कहूंगा कि कोई भी एयरलाइंस अपना सिस्टम बना ले उसके बाद ही बुकिंग ले, क्योंकि इससे यात्री के साथ-साथ हम जैसे ट्रैवल एजेंट को भी परेशानी होती है। लोग घूमने के लिए जा रहे पटना से सबसे अधिक लोग पोर्ट ब्लेयर, केरला, गोवा, मनाली, गंगटोक, दुबई, थाईलैंड, सिंगापुर, बाली लोग घूमने के लिए जा रहे है। घूमने जाने वालों में सबसे फैमिली टूर और कपल हनीमून है। अधिकतर लोग 1 महीने के प्लान पर जाने वाले थे, जो न्यू ईयर सेलिब्रेट करने के बाद बिहार वापस आने वाले थे। इंडिया के अलग-अलग जगहों पर और विदेश जाने वालों में सबसे अधिक स्टूडेंट और काम के सिलसिले से जाने वाले लोग हैं। पटना में करीब 100 से अधिक ट्रैवल एजेंसी है जो टूर पैकेज बुक करती है। पूरे पटना में करीब 2000 से अधिक लोगों का टूर पैकेज कैंसिल हुआ है। इसमें 600 से अधिक हनीमून पर जाने वाले कपल थे। अधिकतर लोग पटना से कनेक्टिंग फ्लाइट लेकर विदेश जाने वाले है। पटना से अलग-अलग हनीमून पैकेज का रेंज पटना से हनीमून के लिए ज्यादातर 4–6 दिन के पैकेज बुक होते है, जिसमे ट्रांसपोर्ट, होटल और साइटसीइंग की व्यवस्था कपल के लिए होता है। 25,000 से 1.5 लाख तक की रेंज में बुकिंग होती है।
पंजाब अपडेट्स:तरनतारन में व्यापारी की हत्या का आरोपी पुलिस एनकाउंटर में ढेर, 2 पुलिसकर्मी घायल
तरनतारन में व्यापारी की हत्या के मामले में पुलिस ने देर रात बड़ी कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी सुखबीर उर्फ सुखा कोटली को एनकाउंटर में मार गिराया। घटना की पुष्टि करते हुए डीआईजी सनेह दीप शर्मा ने बताया कि भुल्लर गांव के रहने वाले दलजीत सिंह(47) किराना दुकान चलाते थे। मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए 2 हमलावरों ने उनके ऊपर सीधी फायरिंग कर दी थी, जिसमें उनकी मौत हो गई थी। देर रात पुलिस टीम आरोपी सुखा कोटली तक पहुंची। जैसे ही पुलिस ने उसे रोकने की कोशिश की, आरोपी ने पुलिस टीम पर गोलियां चलानी शुरू कर दी। इसमें 2 पुलिसकर्मी घायल हो गए। जवाबी फायरिंग में कोटली गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
सेक्टर-27 में बनाए जाने वाले किफायती फ्लैट योजना को अब तक शासन ने मंजूरी नहीं दी है। ऐसे में योजना में बदलाव के लिए नोएडा प्राधिकरण ने विचार शुरू कर दिया है। जल्द ही नई योजना तैयार कर यहां फ्लैट बनाए जाएंगे। नोएडा प्राधिकरण ने अपने कर्मचारियों के लिए सेक्टर-27 के पॉकेट ए में फ्लैट बना रखे हैं। यहां अभी करीब 200 फ्लैट बने हुए हैं। इन फ्लैट को बने हुए 35 साल से अधिक का समय हो चुका है। ऐसे में यह जर्जर हो गए हैं। कुछ समय पहले प्राधिकरण ने निर्णय लिया था कि इनको तोड़कर नए फ्लैट बनाए जाएंगे। यहां करीब 17 हजार वर्ग मीटर एरिया में फ्लैट बनाए जाएंगे। यहां बहुमंजिला फ्लैट बनाए जाएंगे। अनुमान के तौर पर करीब 10 मंजिल के बनेंगे। अभी तीन मंजिल तक फ्लैट बने हुए हैं। 710 फ्लैट बनाने की थी योजनानोएडा प्राधिकरण की योजना थी कि यहां प्राधिकरण के कर्मचारियों के साथ-साथ आम लोगों के लिए भी फ्लैट बनाए जाएंगे। ये फ्लैट की कीमत अधिक नहीं रखी जाएगी जिससे कि आम लोगों को यह उपलब्ध हो सकें। इस साल जनवरी महीने में नोएडा प्राधिकरण ने फ्लैट बनाने की योजना तैयार की थी। अधिकारियों ने बताया कि यहां पर 710 फ्लैट बनाए जाएंगे। हर फ्लैट का साइज करीब 800 वर्ग फिट होगा। इसमें 2 बेडरूम, 1 डाइंग कम डाइनिंग रूम, 1 किचन व 2 बाथरूम बन जाते हैं। इनमें करीब 210 फ्लैट प्राधिकरण के कर्मचारियों व 500 फ्लैट आम लोगों के लिए बनाए जाएंगे। ड्रा के जरिए होना था आवंटनप्राधिकरण की योजना के मुताबिक इन फ्लैट का आवंटन बोली के बजाय ड्रा के जरिए किया जाना था। इसके लिए शासन से अनुमति मांगी थी। री-डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत पहली बार प्राधिकरण ने इस तरह के फ्लैट बनाने की योजना तैयार की थी। अधिकारियों ने बताया कि अभी तक किफायती फ्लैटों से संबंधित प्रस्ताव को शासन से मंजूरी नहीं मिली है। ऐसे में अब नए सरे से योजना तैयार की जा रही है।
राजधानी में इंडिगो की लगातार रद्द हो रहीं उड़ानों के कारण यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है। ऐसे समय में रेलवे ने लखनऊ के यात्रियों को राहत देने के लिए डिब्रूगढ़–आनंदविहार के बीच विशेष ट्रेन सेवा शुरू कर दी है। यह ट्रेन मंगलवार को डिब्रूगढ़ से रवाना होकर बुधवार सुबह लखनऊ पहुंचेगी। लखनऊ होकर गुजरेगी विशेष ट्रेन, यात्रियों को मिलेगी बड़ी राहत उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के सीनियर डीसीएम कुलदीप तिवारी ने बताया कि गाड़ी संख्या 05903 डिब्रूगढ़–आनंदविहार स्पेशल मंगलवार दोपहर 2 बजे डिब्रूगढ़ से चलेगी। विभिन्न राज्यों के अहम स्टेशनों से गुजरने के बाद यह ट्रेन सुबह 7:10 बजे लखनऊ पहुंचेगी, जहां 10 मिनट का स्टॉप दिया गया है। लखनऊ से दिल्ली की ओर यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए यह ट्रेन उस समय बड़ा विकल्प साबित होगी, जब एयरपोर्ट पर फ्लाइट कैंसिलेशन के कारण अव्यवस्था बनी हुई है। 12 दिसंबर को लौटेगी ट्रेन, लखनऊ में फिर रहेगा ठहराव वापसी में गाड़ी संख्या 05904 आनंदविहार–डिब्रूगढ़ स्पेशल 12 दिसंबर की रात 12:40 बजे आनंदविहार से रवाना होगी। यह ट्रेन अगले दिन 11:10 बजे लखनऊ पहुंचेगी और वहां से आगे डिब्रूगढ़ के लिए चलकर शाम 5:20 बजे पहुंचेगी। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि यह विशेष सेवा फिलहाल सीमित अवधि के लिए शुरू की गई है, लेकिन यात्रियों की जरूरत के अनुसार आगे संचालन पर निर्णय लिया जाएगा।
लखनऊ के कृष्णानगर स्थित निजी अस्पताल में सोमवार सुबह मरीज की मौत के बाद कर्मचारी शव को एंबुलेंस से सरकारी अस्पताल की इमरजेंसी में छोड़कर भाग गए। वहां लाश कई घंटे तक लाश लावारिस पड़ी रही। बाद में अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को इसकी सूचना दी, जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। ये था पूरा मामला सरोजनीनगर के रहने वाले 37 साल के कर्मवीर सिंह सोमवार सुबह काम पर जाने के लिए घर से निकले, मगर रास्ते में उनकी तबीयत खराब हो गई। इस पर वह खुद ही इलाज के लिए सुबह करीब 8 बजे एसकेडी अस्पताल पहुंच गए थे, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई, लेकिन निजी अस्पताल ने परिजनों को इसकी जानकारी देने के बजाय मौत को छिपाने की कोशिश की और शव को एंबुलेंस से लोकबंधु अस्पताल भेज दिया। लोकबंधु अस्पताल की इमरजेंसी में डॉक्टरों और स्टाफ ने जब लंबे समय तक स्ट्रेचर पर शव पड़ा देखा तो अस्पताल प्रशासन को सूचना दी। इसके बाद सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए, जिनमें निजी अस्पताल के दो कर्मचारी यूनिफॉर्म में स्ट्रेचर पर शव लाते और इमरजेंसी के बाहर छोड़कर भागते हुए दिखे। शव लगभग कई घंटों तक वहीं लावारिस पडा रहा। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने शव की पड़ताल की, मृतक की जेब से मोबाइल फोन और आधार कार्ड मिला, जिससे उनकी पहचान हुई। पुलिस ने परिजनों को सूचना दी। कर्मवीर के परिवार में पत्नी अंजू, बेटा युवराज और बेटी प्रज्ञा है। परिजनों ने निजी अस्पताल पर गंभीर लापरवाही और शव छुपाकर भेजने का आरोप लगाया है। इस संबंध में निजी अस्पताल से कई बार प्रयास के बाद भी संपर्क नहीं हो सका। अस्पताल ने एंबुलेंस का नंबर भी ट्रेस किया लोकबंधु अस्पताल प्रबंधन ने सीसीटीवी फुटेज से उस एंबुलेंस का नंबर भी ट्रेस किया है, जिससे शव लाया गया था। नंबर पुलिस को सौंप दिया गया है। लोकबंधु अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजीव दीक्षित ने बताया कि निजी अस्पताल के कर्मचारी लावारिस हालत में शव इमरजेंसी में छोड़कर गए थे। जानकारी होने पर पुलिस को बताया गया है।
गोरखपुर के महाराणा प्रताप इंटर कॉलेज में 6 से 8 दिसंबर तक आयोजित महंत दिग्विजयनाथ राज्य स्तरीय प्राइजमनी पुरुष बास्केटबाल और वॉलीबॉल प्रतियोगिता का शानदार समापन हुआ। तीन दिनों तक चले रोमांचक मुकाबलों के बाद, बास्केटबॉल का खिताब गोरखपुर ने अपने नाम किया, जबकि वॉलीबॉल में प्रयागराज छात्रावास की टीम चैम्पियन बनी। बास्केटबॉल में गोरखपुर का दबदबा महंत दिग्विजयनाथ बास्केटबॉल प्रतियोगिता के फाइनल में गोरखपुर ने अपनी प्रतिद्वंद्वी लखनऊ को 72-58 अंकों के बड़े अंतर से हराकर खिताब जीता। सेमीफाइनल में गोरखपुर ने वाराणसी को 100-80 से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी। वहीं, तीसरे स्थान के लिए हुए मुकाबले में वाराणसी ने महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद को 61-57 अंकों से हराकर कांस्य पदक पर कब्जा किया। वॉलीबॉल में प्रयागराज ने दर्ज की शानदार जीत महंत अवेद्यनाथ वॉलीबॉल प्रतियोगिता का फाइनल मैच प्रयागराज छात्रावास और देवरिया छात्रावास के बीच खेला गया, जिसमें प्रयागराज छात्रावास ने सीधे सेटों में 25-19, 25-20, 27-25 के स्कोर से देवरिया छात्रावास को शिकस्त देकर चैंपियन का गौरव प्राप्त किया। इससे पहले सेमीफाइनल मुकाबले में प्रयागराज ने आजमगढ़ छात्रावास को हराया था। वहीं तीसरे स्थान के लिए हुए मुकाबले में महाराणा प्रताप एकेडमी ने आजमगढ़ छात्रावास को 29-27, 28-27, 27-25 के करीबी अंतर से हराकर तीसरा स्थान हासिल किया। विजेताओं को मेडल देकर किया सम्मानितसमापन समारोह के मुख्य अतिथि अंतर्राष्ट्रीय पहलवान और जिला कुश्ती संघ गोरखपुर के अध्यक्ष दिनेश सिंह थे। उन्होंने खिलाड़ियों को आशीर्वाद दिया और विजेता टीमों के खिलाड़ियों को मेडल और ट्रैकसूट देकर सम्मानित किया। सीएम योगी करेंगे सम्मानित बास्केटबॉल और वॉलीबॉल दोनों प्रतियोगिता की विजेता टीमों को 75,000/- रुपये प्रत्येक, उप-विजेता टीमों को 50,000/- रुपये प्रत्येक, और तीसरा स्थान प्राप्त करने वाली टीमों को 30,000/- रुपये प्रत्येक का नगद पुरस्कार और ट्रॉफी दी जाएगी। यह सम्मान राशि 10 दिसंबर 2025 को महाराणा प्रताप इंटर कॉलेज में आयोजित भव्य कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हाथों से दिया जाएगा। एम.पी.आई.सी. के प्रधानाचार्य डॉ. अरुण कुमार सिंह ने सभी अतिथियों और खिलाड़ियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन जाने-माने उद्घोषक श्री भगवान सिंह ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता रामजन्म सिंह, पूर्व प्रधानाचार्य महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद ने की।
डॉ. शीबा खान सोशल मीडिया पर फेमस होना चाहती थी:6 दिसंबर को ब्लैक डे लिखकर किया वीडियो पोस्ट
मेरठ की डॉ. शीबा खान ने फेमस होने के लिए विवादित वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। डॉ. शीबा ब्लैक डे के वीडियो के जरिए नाम कमाना चाहती थी, ताकि उसकी क्लिनिक पर पेशेंट भी बढ़ें। मगर इस पोस्ट पर पुलिस ने डॉक्टर को हिरासत में लिया। चालान करने के बाद थाने से छोड़ दिया। डॉ. शीबा की सोशल मीडिया प्रोफाइल देखें तो वहां फर्टिलिटी, प्रेग्नेंसी प्रोसेस और गर्भवती महिलाओं से रिलेटेड तमाम कंटेंट है। बावजूद इसके उसने 6 दिसंबर को ब्लैक डे के नाम से एक विवादित पोस्ट किया। 1 मिनट 8 सेकेंड के इस वीडियो में डॉ. शीबा अपने क्लिनिक में चेयर पर बैठी है। वो किसी से बात कर रही है। इसके साथ ही बैकग्राउंड में एक विवादित ऑडियो चल रहा है। इस पर ब्लैक डे भी लिखा है। मुस्लिम नेता के ऑडियो को यूज किया था। हिंदू संगठनों ने यह वीडियो देखा और पुलिस में शिकायत कर दी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर डॉ. शीबा के खिलाफ मुकदमा लिखा। उसे थाने में लेकर आए, पूछताछ की गई। इसके बाद एसडीएम कोर्ट उसे चालान काटकर छोड़ दिया। सीओ पंकज लवानिया का कहना है कि पुलिस पूछताछ में डॉ. शीबा ने बताया कि उसने फेमस होने के लिए यह वीडियो पोस्ट किया है। फीमेल हेल्थ के वीडियो किए हैं पोस्टमूल रूप से सीना गांव की रहने वाली डॉ. शीबा खान अब्दुल्लापुर में अपना क्लीनिक चलाती है। जबकि उसका पति दुबई में कारोबारी है। वहीं रहता है। डॉ. शीबा के सोशल मीडिया पर 400 से ज्यादा वीडियो पोस्ट किए हैं। इसमें अधिकांश वीडियो फीमेल हेल्थ, डिलिवरी, चाइल्ड हेल्थ के हैं। इसके अलावा प्रेगनेंसी के प्रोसेस को बताने वाले ट्यूटोरियल वीडियो भी डॉ. शीबा ने अपने अकाउंट्स पर शेयर किए हैं। कई वीडियो में वो मरीजों का चैकअप करते हुए नजर आ रही है। कुछ बच्चों से जुड़े हेल्थ वीडियो भी पोस्ट किए गए हैं। पहले भी धार्मिक टिप्पणी का कंटेंट शेयर किया 2 अक्टूबर को भी डॉ. शीबा ने धार्मिक स्थलों से जुड़ा एक वीडियो पोस्ट किया है। जिस पर लोगों ने कमेंट किया है। डॉ. शीबा के जो वीडियो हैं उसमें अक्सर वो नॉर्मल डिलिवरी करना दिखाती है। उसके कई वीडियो पर धार्मिक संदेश शेयर किए हैं। कुरान की आयतों के ऑडियो को उसने अपने वीडियोज में शेयर किया है। ऐसे ही एक वीडियो पोस्ट करने पर हंगामा हो गया। बताया ये भी जा रहा है कि डॉ. शीबा जहां क्लीनिक चलाती है वहां और भी डॉक्टर की क्लीनिक है, इसी कांपटीशन के चलते डॉ. ने ये वीडियो शेयर किया। ताकि वो फेमस हो जाए।
जालौन के इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय (52) की मौत की गुत्थी अभी तक सुलझ नहीं पाई है। इस बीच इंस्पेक्टर की मौत से पहले महिला कॉन्स्टेबल मीनाक्षी शर्मा से झगड़े की बात सामने आई है। सूत्रों के अनुसार, झगड़े की शुरुआत मीनाक्षी के बर्थडे के दिन (2 दिसंबर) से शुरू हुई थी। मीनाक्षी इंस्पेक्टर से दूर अपने घर मेरठ में बर्थडे मनाने चली गई थी। इस बात से इंस्पेक्टर नाराज थे। वो चाहते थे कि मीनाक्षी उनके साथ बर्थडे सेलिब्रेट करे। लेकिन, मीनाक्षी ने ऐसा नहीं किया। मीनाक्षी ने मेरठ में बर्थडे सेलिब्रेशन की तस्वीरें जैसे ही वॉट्सऐप स्टेटस पर लगाईं, इंस्पेक्टर अरुण नाराज हो गए। इसी बात को लेकर दोनों के बीच मोबाइल पर कहासुनी शुरू हो गई। जो अगले 3 दिन तक चलती रही। इन 3 दिनों में दोनों के बीच कई वॉट्सऐप कॉल, वीडियो कॉल और मैसेजिंग हुई। दोनों के बीच 3 दिनों में 100 से ज्यादा फोन पर बात हुई। इनमें से ज्यादातर वीडियो कॉल की गईं। लेकिन, फिर भी झगड़ा खत्म नहीं हुआ। 3 दिन तक चले झगड़े के बीच 5 दिसंबर की रात करीब 9 बजे मीनाक्षी मेरठ से जालौन लौटी। इसके बाद वह सीधे इंस्पेक्टर अरुण के सरकारी आवास गई। वहां दोनों के बीच जमकर बहस हुई, जिसका अंत अरुण की मौत से हुआ। इस दौरान मीनाक्षी सिर्फ 3 मिनट इंस्पेक्टर के कमरे में रही। इंस्पेक्टर की मौत के बाद मीनाक्षी भागते हुए सीसीटीवी में कैद हुई। फिलहाल, इंस्पेक्टर की मौत मामले में 7 दिसंबर (रविवार) को मीनाक्षी को गिरफ्तार कर 14 दिन के लिए जेल भेज दिया गया है। जेल में उसके हाव-भाव में कहीं भी पछतावा नजर नहीं आया। मेरठ से लौटने की बात पर बढ़ी बहसपुलिस सूत्रों के मुताबिक, 5 दिसंबर की रात करीब 9 बजे मीनाक्षी मेरठ से सिपाही अंकित के साथ जालौन के कुठौंद लौटी। 9 बजे जब वो इंस्पेक्टर से मिलने उनके आवास पहुंची, तो पहले से ही तनाव भरा माहौल था। इंस्पेक्टर ने मीनाक्षी से कुछ देर बैठकर बात करने को कहा। लेकिन, मीनाक्षी तुरंत वापस जाने की जिद पर अड़ी रही। इसी दौरान बहस बढ़ गई। इंस्पेक्टर अरुण ने आवेश में आकर खुद को गोली मारने की बात कही। इस पर मीनाक्षी ने तैश में आकर कहा- धमकी मत दो, अगर मारनी है, तो गोली मार लो। इसी बहस के बाद गोली चली और इंस्पेक्टर की मौत हो गई। गोली लगते ही मीनाक्षी घबराकर कमरे से बाहर निकली और चीखते हुए बोली कि साहब ने खुद को गोली मार ली है। इसके बाद वह तुरंत किसी को कॉल करते हुए पैदल ही सड़क पर तेजी से जाती दिखी। पुलिसवाले बोले- तनाव में थे इंस्पेक्टर, 3 महीने से पैसा घर नहीं भेजा थाथाने के पुलिसवालों ने बताया- 2-3 दिन से इंस्पेक्टर साहब तनाव में थे। फोन कॉल पर आक्रोश में बात करते दिख रहे थे। हमें लगा कि कोई पारिवारिक झगड़ा होगा। सूत्रों ने यह भी दावा किया कि इंस्पेक्टर ने पिछले 3 महीनों से अपनी तनख्वाह भी घर नहीं भेजी थी। मीनाक्षी पर बहुत ज्यादा पैसा खर्च कर रहे थे। आर्थिक और मानसिक दबाव भी इस तनाव का कारण माना जा रहा है। जेल में 3 बार उठकर बैठी मीनाक्षीमीनाक्षी 14 दिन की न्यायिक हिरासत में उरई जिला जेल में है। उसे महिला बैरक में 27 अन्य महिला बंदियों के साथ रखा गया है। उसको एक कंबल दिया गया था। उसने रविवार डेढ़ रोटी और दाल खाई। बैरक में वह रातभर करवटें बदलती रही। मीनाक्षी 3 बार उठकर भी बैठी। पास की कैदियों से बात करने की कोशिश की, लेकिन हिम्मत नहीं जुटा पाई। फिलहाल उसकी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। 20 मिनट तक पिता और भाई से हुई मुलाकातजालौन के उरई जिला जेल के अधीक्षक नीरज देव ने बताया- जेल मैनुअल के हिसाब से मीनाक्षी को सोमवार सुबह चाय-नाश्ता दिया गया। उसने आराम से नाश्ता किया। उसके चेहरे पर कहीं से कोई शिकन नजर नहीं आ रही थी। सोमवार दोपहर 12 बजे मीनाक्षी से मिलने उसके पिता विपिन कुमार शर्मा और भाई पहुंचे। दोनों ने करीब 20 मिनट तक मीनाक्षी से मुलाकात की। मीनाक्षी जब जेल में आई, तो वह अपने साथ दो जोड़ी कपड़े लाई थी। सुबह नाश्ते के बाद दोपहर में उसने दाल-चावल खाया। इस दौरान उसकी गतिविधियां समान्य रहीं। इस केस पर एक नजर 1- शुक्रवार रात 9.17 बजे कुठौंद थाना कैंपस में इंस्पेक्टर राय के कमरे में गोली चली। मीनाक्षी कमरे से भागती हुई बाहर आई। चिल्लाकर बोली कि साहब ने गोली मार ली है। इसके बाद वह मौके से भाग गई। 2- इंस्पेक्टर का शव मच्छरदानी के अंदर बेड पर खून से लथपथ पड़ा था। सर्विस रिवॉल्वर पेट के ऊपर पड़ी थी। सिर में लगी गोली आर-पार हो गई थी। शुरुआत में कहा गया कि ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर इंस्पेक्टर ने सुसाइड कर लिया। 3- शनिवार को संत कबीरनगर से पत्नी और परिवार पहुंचा। इंस्पेक्टर की पत्नी माया राय ने मीनाक्षी के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज कराई। कहा कि मीनाक्षी ने मर्डर किया या किसी और से करवाया है। 4- रविवार को मीनाक्षी को पुलिस ने गिरफ्तार किया। कोर्ट में पेश करके 14 दिन के लिए जेल भेज दिया। मीनाक्षी इस केस में प्राइम सस्पेक्ट है। सोमवार शाम उसे सस्पेंड कर दिया गया। पुलिस उसकी विभागीय जांच भी करेगी। 2 बातें जो सबसे ज्यादा चर्चा में हैं1- मीनाक्षी की शादी तय हो गई थी। फरवरी- 2026 में उसकी शादी होनी है। इंस्पेक्टर के करीबी लोगों ने बताया कि मीनाक्षी इंस्पेक्टर पर अपनी शादी का पूरा खर्च उठाने का दबाव बना रही थी। वह 25 लाख रुपए खर्च करने की डिमांड कर रही थी। धमकी देती थी कि अगर शादी का खर्च नहीं उठाया तो वीडियो पत्नी को भेज देगी। 2- सर्विलांस टीम के एक अफसर ने बताया- मीनाक्षी के पास 3 मोबाइल और 4 सिम, जबकि इंस्पेक्टर के पास 3 सिम मिले हैं। सभी का डेटा खंगाला जा रहा। ठाठ-बाट की जिंदगी जीती थी महिला सिपाही पुलिस विभाग में चर्चा है कि मीनाक्षी की जीवनशैली ठाठ-बाट की थी। जिस कमरे में वह रहती थी, वहां एसी लगा है। वह आईफोन यूज करती थी। पुलिस की महिला सिपाहियों से उसका मेलजोल कम था। ज्यादातर वक्त फोन पर रहती थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इंस्पेक्टर राय और मीनाक्षी जुलाई- 2024 में एक-दूसरे के संपर्क में आए थे। दोनों उस वक्त जालौन के कोंच थाने में तैनात थे। तभी उनके बीच नजदीकियां बढ़ीं। कोंच से उरई ट्रांसफर होने के बाद मीनाक्षी का इंस्पेक्टर राय के पास आना-जाना था। जब उनका ट्रांसफर कुठौंद थाने में किया गया तो वहां भी अक्सर मीनाक्षी आती थी। उसने हाल ही में 3 लाख का हार लिया था। चर्चा है कि इंस्पेक्टर राय ने ही आई-फोन और हार दिलवाया था। इंस्पेक्टर राय के अलावा भी लगातार वह अपने सीनियर इंस्पेक्टर और दरोगा के संपर्क में रहती थी। मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी ये पता कर रही है कि उसके अपने सीनियर अफसरों के साथ किस तरह के संपर्क थे। ----------------------- ये खबर भी पढ़ें पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर कार में कपल का अश्लील VIDEO बनाया, टोल मैनेजर ने CCTV से रिकॉर्ड कर रुपए वसूले पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर नवविवाहित जोड़े का अश्लील वीडियो एक्सप्रेस-वे पर लगे CCTV से रिकॉर्ड किया गया। पति-पत्नी कार में थे और उन्होंने टोल प्लाजा से पहले अपनी कार रोकी थी। कार में बैठे-बैठे रोमांस करने लगे। एक्सप्रेसवे के 'एंटी ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम' (ATMS) के मैनेजर ने इन प्राइवेट पलों का वीडियो बना लिया। पूरी खबर पढ़ें
बरेली स्मार्ट सिटी के करोड़ों रुपए खर्च कर बनाया गया स्काई वॉक पिछली दो साल से धूल फांक रहा है। यह प्रोजेक्ट लोगों की सुविधा और ट्रैफिक को आसान करने के लिए तैयार किया गया था, लेकिन आज तक इसे शुरू ही नहीं किया जा सका है। शहर के लोग पूछ रहे हैं कि जब उपयोग ही नहीं होना था, तो इतना बड़ा ढांचा क्यों बनाया गया। स्थानीय लोगों में यह सवाल भी चल रहा है कि स्मार्ट सिटी का फंड आखिर जमीन पर दिख क्यों नहीं रहा। 84 कियोस्क का प्लान, पर खरीदार गायबपटेल चौक पर बने इस स्काई वॉक में 84 कियोस्क तैयार किए जाने थे। प्लान था कि यहां खाने-पीने से लेकर जरूरी सामान तक की स्टॉल लगेंगी। यह जगह शहर का नया फूड कॉरिडोर बन सकती थी, लेकिन स्मार्ट सिटी को सबसे बड़ा झटका तब लगा जब कोई भी व्यापारी इसे लेने के लिए आगे ही नहीं आया। दो साल में तीन बार टेंडर निकाला गया, हर बार उम्मीद लगाई गई कि इस बार शायद आवेदन आएंगे, लेकिन नतीजा वही शून्य। क्यों नहीं आए कारोबारी?व्यापारियों की एक राय यह भी है कि स्काई वॉक की लोकेशन जितनी अच्छी दिखती है, उतनी कमर्शियल नहीं है। कियोस्क तक पहुंचने के लिए लोगों को लिफ्ट और एस्केलेटर का इस्तेमाल करना होगा, लेकिन जब तक प्रोजेक्ट शुरू नहीं होता, यह पता ही नहीं चल सकता कि यहां फुटफॉल कितना होगा। कई कारोबारी कहते हैं कि शहर में पहले से मौजूद मार्केट और फूड स्ट्रीट का दबदबा इतना है कि नई जगह पर निवेश जोखिम भरा लगता है। इसी वजह से अभी तक कोई व्यापारी आगे नहीं आया। स्मार्ट सिटी के सीईओ बोले - नए साल में खुल सकता हैइस पूरे विवाद पर स्मार्ट सिटी के सीईओ संजीव कुमार मौर्य का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि स्काई वॉक को शुरू करने की पूरी तैयारी चल रही है। नए साल में इसे लोगों के लिए खोलने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि 84 कियोस्क में खाने-पीने की स्टॉल, स्नैक्स, जूस सेंटर और छोटे फूड आउटलेट खोले जाएंगे। इसके लिए एक नई रणनीति तैयार की जा रही है, ताकि व्यापारी यहां निवेश के लिए आकर्षित हो सकें। 400 मीटर लंबा, लेकिन दो साल से बंदकरीब 400 मीटर लंबे इस स्काई वॉक को शहर के सबसे भीड़भाड़ वाले इलाके में बनाया गया है। यहां पैदल चलने वालों का बोझ कम करने और ट्रैफिक को सुचारू रखने का लक्ष्य था। स्काई वॉक में लिफ्ट और एस्केलेटर तक लगाए गए हैं, ताकि बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों को भी आसानी से आने-जाने में सुविधा मिले। लेकिन दो साल में न लिफ्ट चली, न स्काई वॉक पर कदम रखने वाला कोई मिला। लोग बोले - फंड की बर्बादी, जिम्मेदारी तय होस्थानीय लोग इस प्रोजेक्ट को स्मार्ट सिटी की सबसे बड़ी नाकामी बता रहे हैं। उनका कहना है कि जब उपयोग ही नहीं होना था, तो करोड़ों रुपए क्यों खर्च किए गए। कई लोगों ने मांग की है कि इस प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी तय हो, ताकि भविष्य में बजट का ऐसा दुरुपयोग न हो। सोशल मीडिया पर तो कई लोग इसे फोटो शूट पॉइंट कहकर तंज कस रहे हैं, क्योंकि असली उपयोग तो अभी तक शुरू ही नहीं हुआ है। अभी भी उम्मीद बाकीहालांकि स्मार्ट सिटी प्रशासन का दावा है कि अब चीजें सही दिशा में बढ़ रही हैं। नए साल में स्काई वॉक शुरू हो गया तो शहर को एक नया सार्वजनिक स्थल मिलेगा। साथ ही कियोस्क लगने से रोजगार और छोटे व्यापारियों के लिए अवसर भी बढ़ेंगे। फिलहाल शहर के लोग इसी इंतजार में हैं कि जो स्काई वॉक दो साल से सिर्फ देखने की चीज बना हुआ है, वह आखिर कब इस्तेमाल होने लगेगा।
राजगीर स्थित आयुध निर्माणी को उड़ाने की धमकी भरे ई-मेल के मामले में अब दोहरी जांच शुरू हो गई है। केंद्रीय जांच एजेंसी द्वारा प्रारंभिक तहकीकात पूरी करने के बाद अब बिहार पुलिस ने भी समानांतर रूप से गहन जांच शुरू कर दी है। राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े इस संवेदनशील मामले को प्राथमिकता के आधार पर सुलझाने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। 5 दिसंबर 2025 को सुबह करीब नौ बजे नालंदा आयुध निर्माणी राजगीर के अधिकारियों को तमिलनाडु के रामनाथपुरम मंडपम से एक धमकी भरा ई-मेल प्राप्त हुआ। इस ई-मेल में न केवल फैक्ट्री को क्षतिग्रस्त करने की धमकी दी गई थी, बल्कि कुछ ऐसी संवेदनशील बातें भी लिखी गई थीं जिन्हें सुरक्षा कारणों से सार्वजनिक नहीं किया जा सकता। धमकी मिलते ही तत्काल केंद्रीय गृह मंत्रालय को सूचना दी गई। मंत्रालय के निर्देश पर बिहार पुलिस ने मामला दर्ज कर विशेषज्ञों की टीम गठित की और उच्चस्तरीय तकनीकी जांच शुरू कर दी। केंद्रीय एजेंसी ने पूरी की प्रक्रिया, लेकिन खुलासा नहीं केंद्रीय जांच एजेंसी ने रविवार को ही अपनी तहकीकात की प्रक्रिया पूरी कर ली है। हालांकि, ई-मेल की तकनीकी जांच से जुड़े निष्कर्षों को अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया है। इस प्रक्रिया में बिहार पुलिस ने भी अहम भूमिका निभाई है। अब बिहार पुलिस अपने स्तर पर गैर तकनीकी और तकनीकी दोनों तरह की जांच कर रही है। गैर तकनीकी जांच लगभग पूरी हो चुकी है, जबकि तकनीकी विश्लेषण में कुछ समय लग सकता है। जांच में जुटी साइबर एक्सपर्ट और फोरेंसिक टीम मामले की गंभीरता को देखते हुए साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों और फॉरेंसिक लैब के एक्सपर्ट्स की दो अलग-अलग टीमें हर पहलू की सूक्ष्मता से जांच कर रही हैं। इन टीमों में जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ-साथ राज्य स्तर के विशेषज्ञ भी शामिल हैं। जांच में सबसे पहले आईपी एड्रेस के माध्यम से यह पता लगाया जा रहा है कि धमकी भरा ई-मेल मोबाइल फोन से भेजा गया था या कंप्यूटर से। सूत्रों का कहना है कि एक हफ्ते के भीतर ई-मेल भेजने वाले की पहचान हो सकती है और उसे पकड़ा जा सकेगा। 1100 कर्मियों व 700 परिवारों की सुरक्षा चुनौती आयुध फैक्ट्री परिसर में लगभग 600 सरकारी और 500 से अधिक गैर-सरकारी कर्मचारी काम करते हैं। इसके अलावा कैंपस में 700 आवासीय परिवार भी रहते हैं। उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सतर्कता का स्तर बढ़ा दिया गया है। सभी कर्मियों को निर्देश दिया गया है कि वे किसी भी संदिग्ध वस्तु या व्यक्ति पर पैनी नजर रखें और तुरंत सूचना दें। पूरे परिसर में चौकसी बढ़ा दी गई है। छह माह पहले भी मिली थी धमकी गौरतलब है कि करीब छह महीने पहले भी नालंदा आयुध निर्माणी को बम से उड़ाने की धमकी भरा ई-मेल मिला था। उस समय गाजियाबाद के पास स्थित मुरादपुर आयुध निर्माणी को भी समान ई-मेल भेजा गया था। तब भी केंद्रीय जांच एजेंसी ने मामले को गंभीरता से लिया था और जांच की थी। अधिकारियों का दावा: जल्द होगा खुलासा राजगीर के एसडीपीओ सुनील कुमार सिंह ने बताया कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने अपना काम पूरा कर लिया है। लेकिन बिहार पुलिस भी अपनी ओर से मामले की तकनीकी और गैर तकनीकी जांच कर रही है। उम्मीद है कि एक हफ्ते के भीतर बिहार पुलिस मामले की तह तक पहुंच जाएगी।
शिक्षा विभाग ने नालन्दा समेत प्रदेश के सरकारी विद्यालयों में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। अब सभी सरकारी स्कूलों में जिलाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, स्थानीय थानेदार, फायर ब्रिगेड और एम्बुलेंस सेवा के मोबाइल नंबर पेंटिंग के माध्यम से दीवारों पर प्रदर्शित करना अनिवार्य कर दिया गया है। विभाग के इस निर्णय का उद्देश्य विद्यालयों में किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटने में तत्परता लाना है। साथ ही, छात्र, शिक्षक और अभिभावक शिक्षा से जुड़ी किसी भी समस्या की शिकायत सीधे संबंधित अधिकारियों तक पहुंचा सकेंगे। यह व्यवस्था न केवल आपदा प्रबंधन में सहायक होगी, बल्कि शिक्षण कार्य में पारदर्शिता भी सुनिश्चित करेगी। मध्याह्न भोजन में भी बढ़ेगी जवाबदेही* बच्चों को गुणवत्तापूर्ण मध्याह्न भोजन उपलब्ध कराने और इसमें किसी प्रकार की गड़बड़ी रोकने के लिए रसोईघर के बाहर पूरे सप्ताह का मेनू भी पेंटिंग से लिखवाया जाएगा। इसके अतिरिक्त, विद्यालय के बरामदे पर स्कूल का नाम और यू-डायस कोड भी स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करना होगा। इससे अभिभावकों को यह जानकारी मिल सकेगी कि उनके बच्चों को क्या भोजन परोसा जा रहा है। साढ़े नौ करोड़ की विकास राशि का वितरण जिले के 2,166 प्राथमिक विद्यालयों को छात्र संख्या के अनुपात में स्कूल विकास मद के तहत साढ़े नौ करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। जिन विद्यालयों में 101 से 250 छात्रों का नामांकन है, उन्हें 50-50 हजार रुपए की राशि उपलब्ध करायी गई है। यह राशि लगभग दो माह पूर्व विद्यालयों के खातों में भेजी जा चुकी है। खर्च के लिए जारी हुई विस्तृत गाइडलाइन समग्र शिक्षा अभियान के तहत कंपोजिट स्कूल ग्रांट की यह राशि विद्यालयों के समग्र विकास पर ही खर्च होनी चाहिए, इसके लिए शिक्षा विभाग ने विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं। विद्यालयों में निगरानी कार्य, रंगरोगन, पेंटिंग, फर्स्ट एड बॉक्स, अग्निशमन यंत्र, स्टेशनरी और दरी की खरीदारी जैसे कार्यों में यह धनराशि व्यय की जा सकेगी। फर्स्ट एड किट रखना होगा अनिवार्य सभी विद्यालयों में प्राथमिक चिकित्सा किट रखना अब अनिवार्य कर दिया गया है। इस किट में रुई, मेडिकल टेप, क्रेप बैंडेज, मरहम पट्टी, थर्मामीटर, कैंची, दस्ताने, दर्दनिवारक दवा, पेरासिटामॉल, पेट दर्द और गैस की दवाई, गर्म पानी की बोतल तथा अन्य आवश्यक दवाइयां रखी जानी चाहिए। विद्यालयों में मौजूद मरम्मत योग्य सामान जैसे कुर्सी, मेज, झूला, हैंडपंप, ब्लैकबोर्ड, फर्श का आंशिक प्लास्टर और स्मार्ट क्लास के रखरखाव पर भी इस राशि का उपयोग किया जा सकेगा। संसाधन केंद्रों को भी मिलेगा विकास अनुदान प्राथमिक विद्यालयों के साथ-साथ संकुल संसाधन केंद्रों (सीआरसी) के विकास के लिए भी प्रत्येक केंद्र को 43 हजार रुपए आवंटित किए गए हैं। जिले के 267 सीआरसी को कुल 11 करोड़ 48 लाख रुपए भेजे गए हैं। इसके अलावा, प्रखंड संसाधन केंद्रों (बीआरसी) को भी दो-दो लाख रुपए की राशि उपलब्ध करायी गई है। गड़बड़ी पर होगी कड़ी कार्रवाई जिला शिक्षा पदाधिकारी आनंद विजय ने स्पष्ट किया कि सरकारी विद्यालयों में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ-साथ निर्धारित मेनू के अनुसार मध्याह्न भोजन उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विद्यालय विकास मद से खर्च की गई राशि की स्थलीय जांच करायी जाएगी और किसी भी प्रकार की गड़बड़ी पाए जाने पर संबंधित व्यक्तियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
गोरखपुर में पालतू कुत्तों का हॉस्टल:AC में रखें जाते जानवर, New Year से पहले बढ़ी डिमांड
गोरखपुर में न्यू ईयर और विंटर वेकेशन से पहले डॉग हॉस्टल में बुकिंग शुरू हो चुकी है। तमाम लोगों ने न्यू ईयर सेलिब्रेशन या फिर विंटर वेकेशन में घूमने के लिए बुकिंग भी करा ली है। ऐसे में पालतू कुत्तों के मालिकों कुछ दिनों के लिए अपने कुत्तों को कहीं रखने के लिए सुरक्षित स्थान की तलाश है, इसीलिए शहर के डॉग हॉस्टल में पहले से ही बुकिंग कराना शुरू कर दिए हैं। वहीं शादियों के सीजन के वजह से भी तमाम लोग अपने पालतू कुत्तों को बोर्डिंग भेज रहे हैं। पालतू कुत्तों के हॉस्टल चलने से मालिकों को काफी ज्यादा राहत मिल रही है। अब कुछ दिनों या फिर लंबे टूर पर बाहर जाने से पहले उन्हें इस बात की चिंता नहीं करनी पड़ती कि उनके पेट का ख्याल कौन रखेगा। जितने दिनों तक वे घर से बाहर रहते, उतने दिनों के लिए अपने पालतू कुत्तों को हॉस्टल भेज देते। जहां पर उनका अच्छे से ख्याल रखा जाता है। पादरी बाजार स्थित गोल्डन वेली डॉग बोर्डिंग एंड हॉस्टल के ओनर मनीष बताते हैं कि दिसंबर और जनवरी में हॉस्टल काफी फुल हो जाता है। करा रहे प्री-बुकिंग मनीष ने बताया- लोग पहले से ही बुकिंग कराने लगते हैं। इन दोनों महीने में न्यू ईयर और विंटर वेकेशन की वजह से लोग अपने पेट को यहां छोड़कर जाते हैं। उसके अलावा शादियों के सीजन में भी हॉस्टल की डिमांड बढ़ जाती है। जब लोग परिवार के साथ किसी रिश्तेदार के घर शादी में जाते हैं। हमारी टीम उनका ख्याल रखती है। खाने, घूमने, खेलने और मेडिकल हर तरह कि सुविधा दी जाती है। उन्होंने बताया- मालिकों के रिक्वायरमेंट के हिसाब से कुत्तों को गर्मी में एसी, कूलर और ठंड में हीटर की सुविधा भी प्रोवाइड करवाई जाती है। वहीं हॉस्टल में कुत्तों के ब्रीड के हिसाब से उनका डाइट फिक्स होता है। ठंड में नॉनवेज करते ज्यादा प्रिफर मनीष ने बताया- जैसे-जैसे ठंड बढ़ रही है, उस हिसाब से हम कुत्तों के डाइट में ज्यादा से ज्यादा से नॉनवेज ही रखते हैं। उसमें अंडा और चिकन शामिल है।कुत्ते के नस्ल के हिसाब से उन्हें खाना दिया जाता है। एक समय पर 1 से 3 अंडे ही दे सकते हैं। इसके अलावा उन्हें दूध रोटी भी दी जाती है। वहीं किसी किसी मालिकों के डिमांड के हिसाब के उनके स्पेशल डाइट को ही फॉलो करते हैं। जिसमें कोई भी कॉमर्शियल डॉग फूड और प्रोटीन रिच या उनका कोई पसंदीदा खाना खिलाया जाता है। फिटनेस के कराई जाती एक्टिविटी मनीष का कहना है कि हॉस्टल में आने के बाद कुत्तों का जगह बदला रहता है। नए लोगों के साथ रहना पड़ता है। ऐसे उनके हैप्पीनेस का खास ख्याल रखना पड़ता है। इसलिए हमारी टीम उनके साथ फुटबाल खेलती है, जिससे वे काफी फुर्तीले हो जाते हैं और उनका फिटनेस भी सही रहता है। सिवान से आते कस्टमर्स मनीष ने बताया कि शहर के 100 किलोमीटर के आसपास के साथ बिहार सिवान से भी कस्टमर्स हमारे हॉस्टल में अपने कुत्तों को कुछ दिनों के लिए छोड़ जाते हैं। उन्होंने बताया कि अभी हमारे पास पोमेरेनियन, लैब्राडोर और इंडियन ब्रीड के कुल 5 पांच कुत्ते हैं। जिनमें से एक सिवान और बाकी चार गोरखपुर के कस्टमर्स के हैं। 500 से 800 तक पर डे की फीस मनीष बताते हैं कि हॉस्टल में एक दिन के लिए 500 से 800 रुपए तक चार्ज किया जाता है। यह रेट उनके साइज और ब्रीड के हिसाब से तय होती है। वहीं किसी को एसी, कूलर या हीटर के इस्तेमाल के लिए अलग से चार्ज किया जाता है।
ऐतिहासिक नगरी राजगीर में आगामी 19, 20 और 21 दिसंबर को आयोजित होने वाले राजगीर महोत्सव की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने समस्त विभागों के पदाधिकारियों को महोत्सव के सफल आयोजन के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं। तीन दिवसीय इस भव्य महोत्सव का मुख्य कार्यक्रम आर आईसीसी और हॉकी मैदान के निकट स्थित खाली भूखंड पर आयोजित किया जाएगा। जिला प्रशासन ने इस आयोजन को यादगार बनाने के लिए विभिन्न प्रकार की गतिविधियों को शामिल किया है, जिनमें सांस्कृतिक कार्यक्रम, कृषि मेला, व्यंजन मेला, महिला महोत्सव, खेल प्रतियोगिताएं और नुक्कड़ नाटक प्रमुख हैं। ऐतिहासिक धरोहरों की प्रदर्शनी जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने महोत्सव को शैक्षिक और ज्ञानवर्धक बनाने पर विशेष जोर दिया है। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि मौर्य साम्राज्य जैसी ऐतिहासिक धरोहरों की विशेष प्रदर्शनी लगाई जाए। इसके साथ ही गुरुद्वारा, जरासंध अखाड़ा, शांति स्तूप और ब्रह्मकुंड जैसे राजगीर के प्रमुख ऐतिहासिक स्थलों के इतिहास को भी प्रदर्शित किया जाएगा, ताकि पर्यटक और स्थानीय लोग इस क्षेत्र की समृद्ध विरासत से परिचित हो सकें। सुरक्षा और सुविधाओं की व्यवस्था महोत्सव के सुचारू संचालन के लिए व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई है। विधि व्यवस्था, यातायात प्रबंधन, वाहन पार्किंग, चिकित्सा सुविधा, पेयजल, शौचालय और जन सुविधाओं की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। जिलाधिकारी ने संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे अपने कर्तव्यों का समय पर निर्वहन सुनिश्चित करें। राजगीर को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की योजना महोत्सव के माध्यम से राजगीर को एक प्रमुख पर्यटन गंतव्य के रूप में स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। जिलाधिकारी ने अनुमंडल पदाधिकारी, राजगीर को निर्देशित किया है कि अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय पर्यटकों के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। इनमें रात्रि सुविधा, पैकेज टूर की व्यवस्था, पर्यटन क्षेत्रों में लाइटिंग, पुलिस कर्मियों की सॉफ्ट ट्रेनिंग, मल्टी स्टोरेज पार्किंग और वेंडिंग जोन को सुदृढ़ करना शामिल है। शहर की साज-सज्जा महोत्सव की भव्यता को बढ़ाने के लिए राजगीर शहरी क्षेत्र के समस्त होटलों और निजी भवनों को लाइटिंग से सुसज्जित किया जाएगा। साज-सज्जा प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएगा, जिससे पूरा शहर एक उत्सवी माहौल में सज जाएगा। महोत्सव में प्रदर्शनी स्टॉल, सद्भावना मार्च, तांगा और पालकी सज्जा, सर्व धर्म मंगलाचरण जैसे विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उद्घाटन और समापन समारोह में पुरस्कार वितरण भी किया जाएगा। जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने स्पष्ट किया कि इस महोत्सव का मुख्य उद्देश्य पर्यटकों के लिए आवश्यक सुविधाएं प्रदान करना है, ताकि अधिक से अधिक संख्या में पर्यटक राजगीर की ओर आकर्षित हो सकें और यह ऐतिहासिक नगरी देश-विदेश में अपनी पहचान स्थापित कर सके।
कानपुर में बने मंगल भवन को लेकर राजनीतिक विवाद तेज होता जा रहा है। भवन के निर्माण के बाद से ही शहर की राजनीति में हलचल मची हुई है। भारतीय जनता पार्टी के सांसद रमेश अवस्थी द्वारा महापौर प्रमिला पांडेय पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जाने के बाद मामला और अधिक गरमा गया है। इसके साथ ही भाजपा सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने भी इस पूरे प्रकरण को गंभीर बताते हुए प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर कथित अनियमितताओं की शिकायत की है, जिससे सत्ताधारी दल के भीतर ही असंतोष खुलकर सामने आ गया है। विपक्षियों ने भी दी प्रतक्रिया मामले ने जैसे ही तूल पकड़ा, विपक्षी दलों ने भी सरकार और नगर निगम पर तीखी प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी है। समाजवादी पार्टी के विधायक अमिताभ बाजपेई ने पूरे मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि महापौर पर जो आरोप लगे हैं, वे साधारण नहीं हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर पार्क की जमीन पर भवन कैसे बनाया गया, इसके लिए एनओसी कैसे जारी हुई, भवन का नक्शा कहां से पास हुआ और इसका संचालन किसके अधीन रहेगा। उन्होंने कहा कि ये सभी सवाल मीडिया के माध्यम से जनता के सामने आए हैं और जिस तरह से खुद सत्ताधारी दल के सांसद इस विषय को उठा रहे हैं, उससे लगता है कि मामला कहीं न कहीं बेहद गंभीर है। उनका कहना है कि जब पार्टी के अंदर से ही आवाज उठ रही है तो इसका स्पष्ट अर्थ है कि “कुछ तो खेल है” और इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। एक तरफ सांसद हैं और दूसरी तरफ शहर की प्रथम नागरिक कांग्रेस के पूर्व नगर अध्यक्ष नौशाद आलम मंसूरी ने भी इस पूरे प्रकरण पर तीखी टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि “अभी आगे-आगे देखिए होता है क्या”, क्योंकि मामला केवल मंगल भवन तक सीमित नहीं रहा है, बल्कि अब यह सत्ता के भीतर की खींचतान का रूप ले चुका है। उन्होंने कहा कि एक तरफ सांसद हैं और दूसरी तरफ शहर की प्रथम नागरिक, महापौर प्रमिला पांडेय, और दोनों ही एक ही राजनीतिक दल से हैं, इसके बावजूद आपसी सामंजस्य की जगह आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। उन्होंने कहा कि जहां शहर के विकास पर ध्यान देना चाहिए था, मंगल भवन को सकारात्मक तरीके से शुरू किया जाना चाहिए था और इसकी सुविधाएं आम नागरिकों तक पहुंचनी चाहिए थीं, वहां अब निजी प्रतिष्ठा और छिपे हुए एजेंडे को लेकर लड़ाई लड़ी जा रही है। उन्होंने कहा कि मंगल भवन को लेकर खड़े हुए इस विवाद का सबसे बड़ा नुकसान अब शहर की आम जनता को हो रहा है। विकास और जनहित के मुद्दे पीछे छूटते जा रहे हैं और राजनीतिक बयानबाजी आगे आ रही है।
IGRS (एकीकृत शिकायत निवारण प्रणाली) के मामले में प्रयागराज जनपद पिछले 6 महीने से लगातार सबसे खराब प्रदर्शन में शामिल रहा। लगातार अफसरों की मेहनत आखिरकार अब रंग लाई है। नवंबर महीने की रैंकिंग में इस जनपद को 32वां स्थान हासिल हुआ है। IGRS के नोडल अधिकारी ADM सिटी सत्यम मिश्रा ने कहा, मई से अक्टूबर तक जनपद 75वें स्थान पर रहा। लेकिन जनपद की पूरी टीम के सहयोग से अब बेहतर हुआ है। प्रयास होगा कि आगे आने वाले दिनों में और बेहतर प्रदर्शन जनपद का हो। शिकायतों का निस्तारण करने वालों को सराहा गया दरअसल, जिलाधिकारी के निर्देशन में IGRS की शिकायतों के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के लिए सभी विभागों के साथ समय-समय पर बैठकें आयोजित की गईं। जिन अधिकारियों ने उत्कृष्ट कार्य किया उन्हें प्रोत्साहित एवं प्रशंसित किया गया, जबकि जिन अधिकारियों के कार्य में कमी पाई गई, उनके विरुद्ध आवश्यक कठोर कार्यवाही की गई। इस पूरी प्रक्रिया में सभी विभागों ने एक टीम की तरह कार्य किया। सभी अधिकारियों तथा कर्मचारियों द्वारा शिकायतों के बेहतर तथा गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के लिए सतत मानिटरिंग की गयी। इस संबंध मे तकनीकी सहयोग के लिए EDM अफसार अहमद व उनकी पूरी टीम द्वारा पूर्ण मनोयोग के साथ संबंधित विभागों को प्रशिक्षण व सहयोग प्रदान किया गया। 140 में से 125 अंक जनपद को मिले ADM सिटी सत्यम मिश्रा ने बताया कि माह नवंबर में कुल 140 में से 125 अंक प्राप्त हुए, जो कि टीम के सामूहिक प्रयास का परिणाम है। भविष्य में भी हमारा यही प्रयास रहेगा कि जन शिकायतों का निस्तारण गुणवत्तापूर्ण, समयबद्ध तथा प्राथमिकता के आधार पर किया जाए। दरअसल, एडीएम सिटी शिकायतों के त्वरित निस्तारण के लिए भी जाने जाते हैं। यही कारण है कि सबसे ज्यादा फरियादियाें की भीड़ उनके चेंबर में होती है। जो वाकई में पीड़ित है और न्याय के लिए एडीएम सिटी के चेंबर में पहुंचता है वह तत्काल संबंधित अधिकारियाें को कॉल करके समाधान कराने का प्रयास करते हैं।
मकान होने पर भी लिया गरीबों का आवास, 42 पर FIR होगी
भास्कर संवाददाता| सागर बाघराज वार्ड छत्रसाल नगर आवासीय कॉलोनी में की गई जांच में अब तक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। आयुक्त राजकुमार खत्री द्वारा कराई जा रही जांच में अनधिकृत कब्जा करने वाले 42 लोगों पर एफआईआर की कार्रवाई की जा रही। साथ ही 101 अपात्र लोगों द्वारा मकान लेने वालों की जमा राशि राजसात कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है। निगमायुक्त ने बताया कि जांच में यह सामने आया कि कुछ व्यक्तियों ने आवासों का अवैध विक्रय किया। बिना राशि जमा किए अनधिकृत रूप से कब्जा कर लिया है। ऐसे 42 व्यक्तियों के विरुद्ध पुलिस में एफआईआर कराने की कार्रवाई की जा चुकी है। साथ ही 101 व्यक्तियों द्वारा स्वयं का आवास होने के बाद भी आवास लेकर किराए पर दिए जाने की पुष्टि हुई है। इनकी राशि राजसात कर कार्रवाई की जा रही है। निगमायुक्त ने बताया कि छत्रसाल नगर आवासीय कॉलोनी में केवल पात्र व्यक्ति एवं परिवार ही निवास कर सकते हैं। जांच के दौरान जिन व्यक्तियों के आवास निरस्त किए हैं, उनकी सूची सार्वजनिक की जाएगी। कॉलोनी में चस्पा करने के निर्देश दिए हैं, ताकि आम नागरिकों को अपात्र व्यक्तियों की जानकारी मिल सके। बिजली समस्या का निराकरण, एक तिहाई राशि भरनी होगी: नगर निगम आयुक्त ने बाघराज वार्ड स्थित छत्रसाल नगर आवासीय कॉलोनी में बिजली से संबंधित समस्या का निराकरण करने निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिए कि जिन रहवासियों पर बिजली बिल की बकाया राशि है, वे अपनी कुल बकाया राशि का कम से कम 1/3 हिस्सा अनिवार्य रूप से जमा करें।
निशुल्क कृत्रिम हाथ वितरण शिविर लगेगा
सागर| जिले में स्वास्थ्य विभाग व इनाली फाउंडेशन के सहयोग से निशुल्क प्रोस्थेटिक हैंड (कृत्रिम हाथ) वितरण शिविर लगाया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने इसको लेकर विकासखंड स्तर से उन दिव्यांगों की जानकारी बुलाई है, जिनको हाथ की कोहनी के नीचे की विकलांगता है। सीएमएचओ डॉ. ममता तिमोरी ने बताया कि ऐसे सभी व्यक्तियों को कृत्रिम हाथ का वितरण किया जाएगा, जो चाहे जन्म से दिव्यांग हों या फिर किसी दुर्घटना के कारण दिव्यंगता हुई हो। कृत्रिम हाथ से व्यक्ति अपने दैनिक काम करने में सक्षम हो सकेगा। पंजीयन के लिए हितग्राही की फोटो जिसमें हाथ की दिव्यांगता स्पष्ट दिखाई दे, मोबाइल नंबर व आधार कार्ड की कॉपी तीन दिन के अंदर उपलब्ध करानी होगी।
पहली बार श्रीगणेश पुराण, 35x300 फीट का पंडाल लगेगा
भास्कर संवाददाता | सागर शहर में पहली बार भव्य स्तर पर श्री गणेश पुराण कथा का आयोजन होने जा रहा है। 25 से 31 दिसंबर तक सीआर मॉडल स्कूल खेल मैदान चौपड़ा क्षेत्र में विशाल पंडाल में यह धार्मिक आयोजन होगा। कथा का वाचन पं. ऋषि महाराज पटकुई वाले द्वारा किया जाएगा। आयोजन की तैयारियों को लेकर श्री नागेश्वर भक्त मंडल की बैठक श्री नागेश्वर महादेव मंदिर परिसर में हुई, जिसमें आयोजन की रूपरेखा तय की गई। पहली बार हो रही यह कथा धार्मिक आस्था का बड़ा केंद्र बनने जा रही है। बैठक में आनंद ददरया और संतोष सोनी मारुति ने कार्यक्रम का प्रारूप प्रस्तुत किया, जिसे सभी सदस्यों की सहमति मिली। व्यवस्था को लेकर पं. माधव कटारे, पप्पू गुप्ता और अनिल अवस्थी ने सुझाव दिए। मंडल ने 1 जनवरी 2026 को नववर्ष के अवसर पर विशाल भंडारा आयोजित करने का भी निर्णय लिया। बैठक में पं. बद्री प्रसाद शुक्ला, वीरेंद्र सुहाने, आनंद कठल, ओमप्रकाश रुसिया, अवध बिहारी ददरया, कमल बरसैंया, रमा माहेश्वरी, सोमेश जड़िया, कंचन जड़िया, याकृति जड़िया, सीमा ददरया, सोनल बरसैया, उमा शुक्ला, अंजू नगरिया सहित भक्तगण मौजूद थे। पार्किंग सहित अन्य व्यवस्थाएं भी की जाएंगी : मंदिर के पुजारी पं. अर्जुन नगाइच ने बताया कि कथा रोज दोपहर 2 से होगी। चौपड़ा क्षेत्र में 35x300 फीट का पंडाल लगाया जाएगा, जिसे बैठने, पार्किंग के लिहाज से सुव्यवस्थित ढंग से तैयार किया जा रहा है। कथा में 7 दिनों में 7000 से अधिक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। 400 साल पुराना है नागेश्वर मंदिर : श्री नागेश्वर मंदिर के पुजारी पं. नरेंद्र नगाइच ने बताया कि नागेश्वर मंदिर करीब 400 साल पुराना है। यहां स्वयं-भू शिवलिंग विराजमान है। जबकि मंदिर में स्थापित गणेश प्रतिमा करीब 300 साल पुरानी है। साथ ही यह शहर के इकलौते सिंदूरी गणेश हैं, जिनकी लंबाई ढाई फीट तथा चौड़ाई डेढ़ फीट है। ^पंचदेवों में प्रथम पूज्य भगवान श्रीगणेश हैं। किसी भी शुभ कार्य, पूजा-अर्चना की शुरुआत गणपति वंदना से होती है। गणेश पुराण का पठन-पाठन और श्रवण सभी कष्टों को दूर करता है और कार्यों में सफलता प्रदान करता है। - पं. ऋषि महाराज
निर्माणाधीन ब्रिज पर फेल हुई एंबुलेंस, घंटों ठप रहा ट्रैफिक
सागर| नेशनल हाईवे-44 पर बम्हौरी तिराहे के पास बन रहे बायपास ब्रिज ने सोमवार को लोगों की मुश्किलें बढ़ा दीं। दोपहर करीब 1 बजे 108 एंबुलेंस (CG 04 NQ 5368) अचानक सड़क पर ही फेल हो गई। एक तरफ ब्रिज का निर्माण और दूसरी ओर चालू ट्रैफिक के तंग हिस्से में एंबुलेंस को मौके पर ही ठीक करने की कोशिश ने पूरे हाईवे को जाम में तब्दील कर दिया। एनएचएआई की क्रेन से एंबुलेंस को हटाया जरूर गया लेकिन तब तक हालात बिगड़ चुके थे। गुड़ा फाटक से चितौरा टोल तक करीब 10 किमी लंबी वाहनों की लाइन लग गई। यह मार्ग रहली और नरसिंहपुर का प्रमुख निकासी रास्ता होने से दोपहिया और चारपहिया वाहनों की भारी संख्या यहां फंस गई। लोग घंटों फंसे रहे।
नमस्कार, कल की बड़ी खबर लोकसभा में वंदे मातरम् पर चर्चा की रही। पीएम मोदी ने वंदे मातरम् के टुकड़े का जिम्मेदार कांग्रेस को बताया। दूसरी खबर यूपी में कफ सिरप कांड को लेकर है। योगी सरकार ने इसके लिए SIT गठित की है। ⏰ आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... कल की बड़ी खबरें... 1. मोदी बोले- कांग्रेस ने वंदे मातरम् के टुकड़े किए, प्रियंका बोलीं- ये गीत 75 सालों से लोगों के दिल में बसा पीएम मोदी ने लोकसभा में वंदे मातरम् पर चर्चा के दौरान कहा- कांग्रेस ने वंदे मातरम् के टुकड़े किए। ये उनका तुष्टीकरण की राजनीति को साधने का तरीका था। इसलिए कांग्रेस को एक दिन भारत के बंटवारे के लिए भी झुकना पड़ा था। प्रियंका बोलीं- वंदे मातरम् पर आज बहस क्यों: मैं बताती हूं- क्योंकि बंगाल का चुनाव आ रहा। मोदी जी उसमें अपनी भूमिका निभाना चाहते हैं। मैं कहूं- मोदी जी अब वह पीएम नहीं रहे जो पहले थे। जहां तक नेहरू जी की बात है। जितने साल मोदी PM रहे, उतने साल नेहरू जेल में रहे थे। वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूरे होने पर चर्चा: संसद के शीतकालीन सत्र के छठे दिन सोमवार को लोकसभा में वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूरे होने पर चर्चा की जा रही है। इसके लिए 10 घंटे का समय तय किया गया है। वहीं 9 दिसंबर को राज्यसभा में चर्चा होगी। पूरी खबर पढ़ें... 2. टोल-मैनेजर ने कार में कपल के प्राइवेट सीन रिकॉर्ड किए, यूपी के पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का मामला अगर आप यूपी में एक्सप्रेस-वे से सफर करते हैं तो अलर्ट हो जाइए। एक न्यूली मैरिड कपल का प्राइवेट वीडियो पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर लगे CCTV से रिकॉर्ड किया गया। पति-पत्नी ने टोल आने से पहले अपनी कार रोकी। कार में बैठे-बैठे रोमांस करने लगे। एक्सप्रेसवे के 'एंटी ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम' (ATMS) के असिस्टेंट मैनेजर ने उनके प्राइवेट पलों का वीडियो बना लिया। मैनेजर मौके पर पहुंचा। वीडियो दिखाकर दोनों को ब्लैकमेल किया। इसे वायरल करने की धमकी दी और 32 हजार रुपए वसूल लिए। इसके बाद भी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। पांच से छह पीड़ितों ने इसकी लिखित शिकायत सीएम योगी, सुल्तानपुर के डीएम-एसपी और एक्सप्रेसवे के अफसरों से की है। गांव की लड़कियों- महिलाओं के भी बनाए वीडियो शुरुआती जांच में यह भी सामने आया कि आरोपी मैनेजर ने टोल प्लाजा के आस-पास के तीन गांवों की कई महिलाओं और लड़कियों के फुटेज बनाए। उन्हें ब्लैकमेल किया। यह पूरा मामला पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के हलियापुर स्थित टोल प्लाजा का है। पढ़ें पूरी खबर... 3. कफ सिरप मामले में योगी सरकार ने SIT बनाई, डिप्टी सीएम ने कहा- चाहे नेता हो, सब नपेंगे कफ सिरप मामले में प्रमुख सचिव संजय प्रसाद, FSDA सचिव रोशन जैकब और डीजीपी राजीव कृष्ण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। रोशन जैकब ने कहा- कोडीन कफ सिरप मामले में सरकार ने एसआईटी का गठन किया है। अब तक तीन आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है। डीजीपी राजीव कृष्ण ने कहा- कोडीन कफ सिरप का इस्तेमाल बीमारी के लिए नहीं, बल्कि नशे के लिए कराया जा रहा है। वहीं जौनपुर में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि कफ सिरप मामले में जो दोषी होगा सब नपेंगे, चाहे नेता हो या कोई भी। FSDA सचिव बोलीं- यूपी में कफ सिरप को लेकर अफवाह रोशन जैकब ने कहा- सोशल मीडिया पर तथ्यहीन बातें चल रही हैं। मध्य प्रदेश की घटना और कफ सिरप के इस केस में कोई कनेक्शन नहीं है। मामला ये है कि जब कलेक्शन और परचेस का कोई ब्योरा नहीं है और यूज हो रहा है। स्टाक भी है, यानी कफ सिरप का इस्तेमाल बीमारी के लिए नहीं हो रहा। पढ़ें पूरी खबर... 4. बाबरी जैसी मस्जिद के लिए 11 पेटी चंदा मिला, नोट गिनने की मशीन मंगाई पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के बेलडांगा में बाबरी जैसी मस्जिद बनाने के लिए 11 पेटी चंदा मिला है। जिसे गिनने के लिए 30 लोग और नोट गिनने की मशीन लगानी पड़ी। 93 लाख रुपए ऑनलाइन भी मिले हैं। 6 दिसंबर को मस्जिद की नींव रखी गई: TMC से निलंबित विधायक हुमायूं कबीर ने तीन दिन पहले मस्जिद की नींव रखी थी। 2 लाख से ज्यादा लोग मस्जिद के लिए ईंट लेकर पहुंचे थे। मस्जिद के शिलान्यास कार्यक्रम में सऊदी अरब से धार्मिक नेता भी आए थे। मस्जिद को बाबरी से क्यों जोड़ा जा रहा: 1992 में 6 दिसंबर को ही अयोध्या में राम जन्मभूमि-बाबरी विवादित ढांचे को कार सेवकों ने ध्वस्त कर दिया था। 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि विवादित जमीन रामलला की जन्मभूमि है। मुस्लिम पक्ष को मंदिर से करीब 25 किमी दूर 5 एकड़ जमीन आवंटित की गई थी। हालांकि 6 साल बाद भी वहां निर्माण कार्य नहीं शुरू हो पाया। पूरी खबर पढ़ें... 5. 'प्राइवेट पार्ट पकड़ना रेप नहीं' कहने पर सुप्रीम कोर्ट नाराज, CJI ने इलाहाबाद हाईकोर्ट को फटकारा सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के उस विवादित फैसले पर सख्त टिप्पणी की, जिसमें कहा गया था कि ‘पायजामा का नाड़ा तोड़ना और ब्रेस्ट पकड़ना रेप के प्रयास के आरोप के लिए पर्याप्त नहीं है।’ CJI ने स्पष्ट शब्दों में कहा- अदालतों को, विशेषकर हाईकोर्ट को, फैसले लिखते समय और सुनवाई के दौरान ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण टिप्पणियों से हर हाल में बचना चाहिए। हाईकोर्ट का फैसला क्या था: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इसी साल 19 मार्च को यह विवादित टिप्पणी दी थी। इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस राम मनोहर नारायण मिश्रा ने ये फैसला सुनाते हुए 2 आरोपियों पर लगी धाराएं बदल दीं। कोर्ट ने कहा था कि ऐसी स्थिति में 'अटेम्प्ट टु रेप' का मामला नहीं बनता। अब जानिए घटना क्या थी: यूपी के कासगंज की एक महिला ने 12 जनवरी, 2022 को कोर्ट में एक शिकायत दर्ज कराई थी। उसने आरोप लगाया कि 14 साल की बेटी को गांव के लड़कों ने बाइक में लिफ्ट दी। इस दौरान लड़कों ने बेटी के प्राइवेट पार्ट को टच किया और पायजामे की डोरी तोड़ दी थी। पूरी खबर पढ़ें... 6. क्या भारत में नहीं दिखेंगे टी-20 वर्ल्ड कप के मैच: 3 महीने पहले मुख्य ब्रॉडकास्टर जियो पीछे हटा भारत-श्रीलंका में होने वाले मेन्स T20 वर्ल्ड कप से 3 महीने पहले ब्रॉडकास्टर जियोस्टार मैच प्रसारण से पीछे हट गया है। ऐसे में अगर जल्द नया ब्रॉडकास्टर नहीं मिला तो भारत में मैच दिखाने में मुश्किल हो सकती है। इस फैसले के बाद ICC ने सोनी, नेटफ्लिक्स और अमेजन प्राइम से संपर्क किया है। जियोस्टार ने 2027 तक डील की थी: जियोस्टार ने ICC के साथ 2024-27 के इंडिया मीडिया राइट्स के लिए 2023 में डील की थी। ये डील 2024-27 के लिए 3 अरब डॉलर (करीब 25,000 करोड़ रुपए) की थी। अब उसने नुकसान को वजह बताते हुए कहा है कि वो बचे हुए दो साल पूरे नहीं कर पाएगी। टी-20 वर्ल्ड कप की शुरुआत 7 फरवरी से: भारत का पहला मैच यूएसए से होगा। भारत और पाकिस्तान के बीच ग्रुप स्टेज का मुकाबला 15 फरवरी को कोलंबो में होगा। टूर्नामेंट भारत और श्रीलंका में 7 शहरों के 8 वेन्यू पर खेला जाएगा। 29 दिन में 55 मैच होंगे। पूरी खबर पढ़ें... आज का कार्टून ⚡ कुछ अहम खबरें हेडलाइन में… 1. नेशनल: MP के सिवनी में ट्रेनी प्लेन क्रैश: बिजली के तारों से टकराकर खेत में गिरा, दोनों पायलट घायल; 90 गांवों की सप्लाई बंद (पढ़ें पूरी खबर) 2. नेशनल: इंडिगो बोली- कस्टमर्स से माफी मांगते हैं: 100% नेटवर्क रीस्टोर किया; सरकार ने कहा- ऐसा एक्शन लेंगे कि मिसाल बने (पढ़ें पूरी खबर) 3. मौसम: इंदौर में पारा 5.7C, 10 साल का रिकॉर्ड टूटा: अयोध्या का तापमान 5.5C पहुंचा; राजस्थान में ओस की बूंदे जमीं, हिमाचल में बर्फबारी (पढ़ें पूरी खबर) 4. दिल्ली ब्लास्ट: अल-फलाह यूनिवर्सिटी के 10 प्रोफेसरों ने नौकरी छोड़ी: MBBS फर्स्ट ईयर स्टूडेंट्स को लीव दी; फैकल्टी की कमी से क्लासेस प्रभावित (पढ़ें पूरी खबर) 5. दुर्घटना: पटना में हिट-एंड-रन केस- कार ने 6 को उड़ाया, VIDEO: 80 की स्पीड में रॉन्ग साइड से घुसा, बचने के लिए रौंदता गया, 1 की मौत (पढ़ें पूरी खबर) 6. इंटरनेशनल: भारतीय सामान 40 की जगह 24 दिन में रूस पहुंचेगा: मोदी-पुतिन के समझौते से 6000km की बचत; 2030 तक 100 अरब डॉलर ट्रेड का टारगेट (पढ़ें पूरी खबर) 7. बिजनेस: घरेलू वेज-नॉनवेज थाली नवंबर में 13% सस्ती हुई: नवंबर-24 के मुकाबले टमाटर 17%, आलू 29% सस्ते, प्याज की कीमत आधे कम हुई (पढ़ें पूरी खबर) 8. सेलेब्स: भोपाल में परफॉर्मेंस के दौरान गिरे सिंगर मोहित चौहान: लाइटिंग से टकराया पैर, स्टेज पर गिरे; कुछ सेकेंड में फिर संभले, गाया ‘नादान परिंदे’ (पढ़ें पूरी खबर) ️ बयान जो चर्चा में है... खबर हटके... ब्राजील के इस पेड़ में जीवन में सिर्फ एक बार खिलता है फूल ब्राजील के रियो डी जेनेरियो के एक पार्क में लगे पॉम ट्री में 60 साल बाद फूल खिला है। इन पेड़ों को मशहूर लैंडस्केप आर्किटेक्ट रोबर्टो बर्ले मार्क्स 1960 के दशक में भारत और श्रीलंका से यहां लाए थे। यह पेड़ 80 साल तक जीवित रहता है और पूरे जीवन में सिर्फ एक बार फूलता है। फूलते समय इसके बीच से एक बहुत बड़ा फूलों का गुच्छा निकलता है जिसमें लाखों छोटे सफेद फूल होते हैं। पेड़ की ऊंचाई करीब 98 फीट तक होती है। फोटो जो खुद में खबर है भास्कर की एक्सक्लूसिव स्टोरीज, जो सबसे ज्यादा पढ़ी गईं… 1. आज का एक्सप्लेनर- आसिम मुनीर अब PAK पीएम से भी ताकतवर, तीनों सेनाओं के मुखिया, न्यूक्लियर कंट्रोल; ऑपरेशन सिंदूर के बाद कैसे चमकी किस्मत 2. मंडे मेगा स्टोरी- नेहरू क्यों नहीं चाहते थे 'वंदे मातरम्' राष्ट्रगान बने: गांधी ने अल्लाहू अकबर से तुलना की; क्या इसमें मुसलमानों को मारने का आह्वान 3. ग्राउंड रिपोर्ट- संसद में वंदे मातरम्, लेकिन बंकिमचंद्र चटर्जी का घर खंडहर: 20 साल पहले आखिरी बार मरम्मत, वंशज बोले- ममता सरकार ने हमें भुला दिया 4. मोदी-नीतीश के मंत्री वेतन के साथ ले रहे पेंशन: कुशवाहा-ठाकुर संसद से वेतन और विधान परिषद से पेंशन लेते हैं; RTI से जानकारी मिली 5. जरूरत की खबर- सर्दियों का सुपरफूड सिंघाड़ा: फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर, 10 हेल्थ बेनिफिट्स, जानें किसे नहीं खाना चाहिए 6. फिजिकल हेल्थ- ठंड में ज्यादा नींद क्यों आती है: डॉक्टर से समझें स्लीप हॉर्मोन मेलाटोनिन का साइंस, साथ ही विंटर स्लीप गाइड 7. आज का एक्सप्लेनर- रुपया 90 से भी नीचे धंसा, सरकार जानबूझकर गिरने दे रही या चीजें कंट्रोल से बाहर; किसका फायदा, किसे नुकसान करेंट अफेयर्स ⏳आज के दिन का इतिहास बाजार का हाल ️ मौसम का मिजाज सिंह राशि वालों को प्रमोशन या ट्रांसफर मिलने की संभावना है। कुंभ राशि वालों के लिए निवेश के लिहाज से अच्छा दिन है। जानिए आज का राशिफल... आपका दिन शुभ हो, पढ़ते रहिए दैनिक भास्कर ऐप… मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ को और बेहतर बनाने के लिए हमें आपका फीडबैक चाहिए। इसके लिए यहां क्लिक करें...
मां-बेटी ने कीटनाशक पिया, बेटी की मौत
बंडा | गूगरा पुलिस चौकी के गूगरा गांव में घर गृहस्थी के काम को लेकर हुए विवाद में मां-बेटी ने कीटनाशक पी लिया। जिन्हें गंभीर हालत में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां बेटी पुष्पा लोधी 15 की मौत हो गई और मां को सागर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया है। घटना रविवार शाम की बताई जा रही है।

