मुजफ्फरनगर रामराज थाना क्षेत्र के टिकोला शुगर मिल में गन्ना तौल को लेकर विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। आधा दर्जन युवकों ने मिल के तौल लिपिक पर लाठी-डंडों और लोहे की रॉड से हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। पूरी घटना मिल परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार, टिकोला शुगर मिल में गन्ना आपूर्ति को लेकर किसानों अथवा उनके साथ आए युवकों और मिल के तौल लिपिक के बीच तौल को लेकर कहासुनी हो गई थी। विवाद बढ़ने पर युवकों ने अचानक लाठी-डंडों और लोहे की रॉड से लिपिक पर हमला कर दिया। हमले में तौल लिपिक के सिर, हाथ और शरीर के अन्य हिस्सों में गंभीर चोटें आईं। घटना के दौरान मिल परिसर में मौजूद कर्मचारियों ने बीच-बचाव कर किसी तरह घायल लिपिक को हमलावरों से बचाया। सूचना मिलने पर रामराज थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घायल लिपिक को उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया। चिकित्सकों के अनुसार, घायल की हालत फिलहाल स्थिर है, लेकिन सिर में चोट लगने के कारण उसे निगरानी में रखा गया है। पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर आधा दर्जन नामजद और कुछ अज्ञात युवकों के खिलाफ मारपीट, जानलेवा हमला सहित संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। थाना प्रभारी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है और जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी। मिल प्रबंधन ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि गन्ना तौल में पूरी पारदर्शिता बरती जा रही है, लेकिन इस तरह की घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं। वहीं किसान संगठनों ने भी घटना की निंदा करते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने पेराई सत्र को देखते हुए मिल परिसर में अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था कर दी है, ताकि भविष्य में किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
विदिशा में नगर पालिका पार्षदों और उनके प्रतिनिधियों का धरना 38वें दिन भी जारी है। विभिन्न मांगों को लेकर गांधी चौक पर बैठे पार्षदों की नपा अध्यक्ष प्रतिनिधि राकेश शर्मा के साथ बैठक हुई। इस बैठक में कुछ कथित भ्रष्ट कर्मचारियों को हटाने पर सहमति बनी, जिसके बाद धरने को अस्थायी रूप से स्थगित करने का निर्णय लिया गया। पार्षद और उनके प्रतिनिधि एक माह से अधिक समय से 14 सूत्रीय मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं। उनकी प्रमुख मांगों में सीएमओ दुर्गेश सिंह ठाकुर का तबादला और अन्य कथित भ्रष्ट कर्मचारियों को हटाना शामिल है। पार्षदों का आरोप है कि जिन कर्मचारियों के तबादले और शाखा परिवर्तन का प्रस्ताव पीआईसी बैठक में पारित हो चुका है, वे अब भी उसी विभाग में कार्यरत हैं। धरना समाप्त कराने के उद्देश्य से आयोजित इस बैठक में सीएमओ दुर्गेश सिंह ठाकुर, नपा अध्यक्ष प्रतिनिधि राकेश शर्मा और भाजपा के वरिष्ठ नेता श्याम सुंदर शर्मा सहित धरना दे रहे पार्षद प्रतिनिधि मौजूद थे। सीएमओ के तबादले के मुद्दे पर पार्षदों का रुख नरम पड़ा, लेकिन अन्य कर्मचारियों को हटाने की मांग पर वे अड़े रहे। पार्षद प्रतिनिधि धर्मेंद्र सक्सेना ने बताया कि बैठक में यह आश्वासन दिया गया है कि शुक्रवार को संबंधित कर्मचारियों को हटा दिया जाएगा। साथ ही, शनिवार से शहर में सड़क निर्माण कार्य भी शुरू होगा। पहले माधवगंज से रामलीला की ओर सड़क निर्माण की बात थी, लेकिन अब रामलीला से माधवगंज चौराहे की ओर से डामरीकरण शुरू करने का निर्णय लिया गया है। सक्सेना ने स्पष्ट किया कि शनिवार से सड़क निर्माण शुरू होने के बाद भी धरना समाप्त नहीं होगा, बल्कि केवल स्थगित किया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि शहर की सभी जर्जर सड़कों का निर्माण कार्य पूरा नहीं किया गया या निर्माण कार्य को रोका गया, तो सभी पार्षद पुनः धरना शुरू कर देंगे।
बीजापुर में खरीफ विपणन साल 2025-26 के लिए धान खरीदी को लेकर जिला प्रशासन के नए आदेश ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। पहले प्रति एकड़ 21 क्विंटल तक धान खरीदी की बात कही गई थी, लेकिन अब 15 क्विंटल से अधिक धान बेचने पर तहसीलदार का सत्यापन अनिवार्य कर दिया गया है। इस नए फरमान से क्षेत्र के किसानों में नाराजगी है। गुरुवार (18 दिसंबर) को भोपालपट्टनम तहसील कार्यालय पर दूर-दराज के गांवों से सैकड़ों किसान अपनी नाराजगी व्यक्त करने पहुंचे। उनका कहना है कि बिना सत्यापन के धान नहीं बिक रहा है। किसान बोले- बिना सत्यापन के धान नहीं बिक रहा किसानों का कहना है कि गिरदावरी प्रक्रिया पहले ही पूरी हो चुकी है और कई किसानों की फसल में कटौती भी की गई है। इसके बावजूद नया आदेश थोपकर उन्हें तहसील के चक्कर काटने पर मजबूर किया जा रहा है। कोंगुपल्ली, मद्देद, तारलागुड़ा, बारेगुड़ा, वरदल्ली और चेरपल्ली जैसे गांवों से 20-25 किलोमीटर दूर तहसील आना छोटे और सीमांत किसानों के लिए बेहद कठिन है। जिन किसानों के टोकन पहले ही कट चुके हैं, वे भी सत्यापन के नाम पर परेशान हैं। बिना सत्यापन के धान नहीं बिक रहा है, जिससे खरीदी केंद्रों पर अफरा-तफरी का माहौल है। किसानों ने इसे टोकन जारी होने के बाद अनावश्यक दबाव बताया।किसानों की समस्याओं को लेकर जिला सदस्य कविता कोरम सहित भाजपा नेताओं ने तहसीलदार से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि यह आदेश किसानों में असंतोष बढ़ा रहा है और इसे सरल बनाया जाना चाहिए। मुलाकात के दौरान तहसीलदार एसआईआर कार्य में व्यस्त थे, हालांकि कुछ किसानों के टोकन सत्यापित किए गए। बड़ी संख्या में किसान अभी भी सत्यापन के इंतजार में हैं। जिला प्रशासन ने जारी किया था आदेश कलेक्टर (खाद्य शाखा) ने 16 दिसंबर को यह आदेश जारी किया था, जिसमें प्रति एकड़ औसत 15 क्विंटल धान उत्पादन तय किया गया है। आदेश के अनुसार, 15 क्विंटल से अधिक धान विक्रय करने पर तहसीलदार द्वारा जांच की जाएगी। साथ ही, जिन किसानों ने अपने कुल रकबे का 80 प्रतिशत से अधिक धान बेच दिया है, उनके शेष रकबे का सत्यापन अनिवार्य कर दिया गया है। किसान जिला खाद्य अधिकारी के इन निर्देशों से परेशान हैं और चेतावनी दी है कि यदि स्थिति नहीं सुधरी तो वे आंदोलन का रास्ता अख्तियार करेंगे। वे इस आदेश की वापसी या इसमें संशोधन की मांग कर रहे हैं। प्रभारी खाद्य अधिकारी दिलीप उईके ने इस संबंध में स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि पिछले सत्र में औसत उत्पादन 15 क्विंटल था और इसी आधार पर निर्देश जारी किए गए हैं। उन्होंने बताया कि 15 क्विंटल से अधिक धान बेचने वाले किसानों को समिति द्वारा चिन्हित कर राजस्व अधिकारियों को सूचित किया जाएगा। उईके ने किसानों से किसी भी भ्रम में न पड़ने की अपील करते हुए कहा कि अधिकतम 21 क्विंटल धान की खरीदी की जाएगी और सभी पात्र किसानों का धान नियमानुसार खरीदा जाएगा।
दुर्ग शहर में नशे के अवैध कारोबार के खिलाफ सिटी कोतवाली पुलिस ने कार्रवाई की है। एनडीपीएस एक्ट के तहत नदी रोड इलाके से छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने उनके कब्जे से प्रतिबंधित नशीली दवाइयां, कफ सिरप और मोबाइल जब्त किए हैं, जिनकी कुल कीमत 46,313 रुपए बताई गई है। यह कार्रवाई गुरुवार की रात गश्त और विशेष अभियान के दौरान की गई। सिटी कोतवाली दुर्ग और एसीसीयू (एंटी-क्राइम एंड साइबर यूनिट) की टीम संयुक्त रूप से रात्रि गश्त पर थी। इसी दौरान चंडी मंदिर के पास सूचना मिली कि नदी रोड स्थित जैन मंदिर के पास कुछ लोग प्रतिबंधित नशीली दवाइयां बेचने के लिए ग्राहकों का इंतजार कर रहे हैं। सूचना के आधार पर पुलिस टीम सुबह करीब 5 बजे नदी रोड पहुंची और घेराबंदी कर छह संदिग्धों को पकड़ा गया। पूछताछ में आरोपियों ने अपने नाम मोहम्मद जावेद उर्फ अमित, रूपेश मेश्राम, अमित श्रीवास्तव, गुलाब भौते, मंगल सारथी और महादेव साहू बताए। ये सभी हरनाबांधा, दुर्ग के रहने वाले हैं। अलग-अलग प्रकार की प्रतिबंधित नशीली दवाइयां मिली तलाशी में आरोपियों के पास से अलग-अलग प्रकार की प्रतिबंधित नशीली दवाइयां, कफ सिरप और मोबाइल बरामद हुए। जब्त की गई दवाइयों में प्रैक्टिन, स्पास्मो प्रॉक्सीवॉन प्लस कैप्सूल, डेक्सोना, डेकडेन और रेक्सकॉफ डीएक्स कफ सिरप शामिल हैं। बरामद की गई दवाइयों को इलेक्ट्रॉनिक तराजू से तौलकर सीलबंद किया गया। किस आरोपी से क्या बरामद एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज हुआ अपराध आरोपियों के पास से बरामद प्रतिबंधित दवाइयों के संबंध में कोई भी वैध लाइसेंस या दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए जा सके। इसके बाद सभी छह आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 20(ख) और 27(क) के तहत केस दर्ज कर उन्हें विधिवत गिरफ्तार किया गया। सिटी कोतवाली थाना प्रभारी नवीन राजपूत ने बताया कि शहर में नशे के खिलाफ अभियान लगातार जारी रहेगा और किसी भी सूरत में युवाओं को नशे की गिरफ्त में धकेलने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
मथुरा में यमुना एक्सप्रेसवे पर मंगलवार सुबह तड़के हुए भीषण सड़क हादसे के चौथे दिन भी जांच का सिलसिला लगातार जारी है। शुक्रवार सुबह करीब 8:00 बजे इंस्टीट्यूट ऑफ रोड ट्रैफिक एजुकेशन, फरीदाबाद की विशेष टीम दुर्घटनास्थल पर पहुंची और करीब तीन घंटे तक बारीकी से जांच की। यह हादसा यमुना एक्सप्रेसवे के माइल स्टोन 127 के पास हुआ था, जिसमें कई बसें दुर्घटनाग्रस्त होकर जल गई थीं। इंस्टीट्यूट की टीम ने हाथों में फीता लेकर घटनास्थल के पूरे क्षेत्र की नापतोल की। सड़क की चौड़ाई, बसों की स्थिति, टकराव के बिंदु और जले हुए हिस्सों का गहन निरीक्षण किया गया। जांच के दौरान मौके से जले हुए उपकरणों के साथ कुछ अहम नमूने और सबूत भी इकट्ठा किए गए, जिन्हें फॉरेंसिक और तकनीकी जांच के लिए भेजा जाएगा। जांच के दौरान एक चौंकाने वाला तथ्य सामने आया। जली हुई बसों में एक गैस सिलेंडर और गैस का चूल्हा मिला, जिससे हादसे के कारणों को लेकर नई आशंका उत्पन्न हो गई है। प्रत्यक्षदर्शियों ने हादसे के समय तेज धमाके जैसी आवाज सुनने की बात कही थी, जिसके बाद यह सवाल उठ रहा है कि कहीं गैस सिलेंडर में विस्फोट तो नहीं हुआ। हालांकि, जांच टीम ने फिलहाल इस पर कोई अंतिम निष्कर्ष देने से इनकार किया है। टीम ने घटनास्थल के आसपास हाईवे पर दौड़ रही कुछ डबल डेकर बसों को भी रोककर जांच की। इस दौरान बसों में रखे सामान, उनकी लंबाई और सुरक्षा मानकों का परीक्षण किया गया, जिसमें कुछ कमियां भी पाई गईं। इन सभी तथ्यों को जांच रिपोर्ट में शामिल किया जाएगा। रिपोर्ट के बाद होगा खुलासा इंस्टीट्यूट ऑफ रोड ट्रैफिक एजुकेशन के एडमिनिस्ट्रेशन हेड इंजीनियर डॉ. मनोज कुमार और मीडिया हेड त्रिलोक सिंह ने बताया कि जांच पूरी होने के बाद विस्तृत रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को सौंपी जाएगी। रिपोर्ट सामने आने के बाद ही हादसे के वास्तविक कारणों का खुलासा हो सकेगा। फिलहाल अलग-अलग विभागों की टीमें जांच में जुटी हुई हैं।
फरीदाबाद में वायु प्रदूषण को देखते हुए ग्रेप-4 (GRAP-4) की पाबंदियां लगी हुई है। शहर में ग्रेप-4 के नियमों का उल्लंघन करने पर निगम की तरफ से 16 चालान किए गए है और 64 हजार रूपए का जुर्माना भी लगाया गया है। दिल्ली- एनसीआर में लगातार एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) बिगड़ रहा है। इसी को लेकर 5 दिन पहले शहर में ग्रेप- 4 लागू कर दिया गया है। इससे पहले ग्रेप- 3 को लागू किया गया था। निगम के द्वारा अब ग्रेप- 4 की पाबंदियां का ना मानने वालों पर कार्रवाही की जा रही है। 16 चालान किए गए निगम के स्पेशल सैनिटेशन ऑफिसर एशवीर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि, निगम के द्वारा नियमों का पालन ना करने वालों को लेकर अभियान चलाया हुआ है। जांच के दौरान उन्होंने पाया कि कुछ लोग बायोमास ईंधन, लकड़ी एवं कोयले से तंदूर जला रहे थे, जबकि कुछ स्थानों पर खुले में कूड़ा जलाया जा रहा था, जिससे वायु प्रदूषण में वृद्धि हो रही थी। जो लोग ऐसा कर रहे थे उनके चालान किए गए है। 64 हजार का जुर्माना लगाया गया उन्होंने कहा कि 16 चालान किए गए और उन पर 64 हजार रूपए का जुर्माना लगाया गया है। इसलिए वो लोगों से अपील कर रहे है कि बायोमास ईंधन, लकड़ी और कोयले से तंदूर न जलाएं। नियमों का उल्लंघन करने पर पहली बार में 5 हजार रुपए का चालान किया जाएगा । वहीं दूसरी बार पकड़े जाने पर 10 हजार रुपए का चालान लगाया जाएगा और सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर कोई फिर भी नही मानता है तो उसकी दुकान सील कर दी जाएगी। आगे जारी रहेगा अभियान निगम कमीश्नर धीरेंद्र खड़गटा ने कहा कि ग्रेप 4 के नियमों को सख्ती के पालन कराया जा रहा है। लोग खुले में गार्बेज न जलाएं, तंदूर न जलाएं और पर्यावरण को स्वच्छ रखने में नगर निगम का सहयोग करें। नगर निगम द्वारा GRAP-4 के नियमों के तहत यह अभियान आगे भी लगातार जारी रहेगा।
भोपाल के नेहरू नगर में रहने वाले युवक ने गुरुवार रात को खुद का गला रेत लिया। शुक्रवार सुबह इलाज के दौरान हमीदिया अस्पताल में उसकी मौत हो गई। सुसाइड के प्रयास के पहले उसने मां से आखिरी बातचीत में कहा था कि मेरी नासा वाली गर्लफ्रेंड बुला रही है। मैं उसके साथ अंतरिक्ष में जाना चाहता हूं। परिजनों का कहना है कि युवक का मानसिक संतुलन बिगड़ा हुआ था। अलग-अलग मनो चिकित्सक उसका इलाज कर चुके हैं। मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक 45 वर्षीय आयुष मेहता नेहरू नगर में रहता था और एमबीए करने के बाद घर में रहता था। उसके पिता इंजीनियर थे और प्राइवेट ठेकेदारी करते थे। उनकी मौत हो चुकी है। आयुष का मानसिक संतुलन साल 2002 से बिगड़ा हुआ था। आए दिन बहकी हुई बातें करता था। शादी कराने के लिए मां के साथ विवाद करता था। पूर्व में भी वह गला रेतकर सुसाइड का प्रयास कर चुका है। बेडरूम में सब्जी काटने की छुरी से रेता गाला उस समय परिजनों ने समय रहते उसे अस्पताल पहुंचा दिया था। जिससे उसकी जान बच गई थी, लेकिन गुरुवार रात करीब दस बजे आयुष ने अपने कमरे में सब्जी काटने वाली छुरी से स्वयं का गला रेत लिया। मां ने परिजनों और पुलिस को मदद के लिए बुलाया। तत्काल बेटे को परिजनों के साथ अस्पताल लेकर पहुंची, जहां इलाज के दौरान बेटे की मौत हो गई। मां से करता था मारपीट मृतक के केयर टेकर मनीष चौहान ने बताया कि लंबे समय से युवक का मानसिक संतुलन खराब था। आए दिन मां को पीटता था। बहकी हुई बातें करता था, अमेरिका ले जाने और नासा ले जाने की बातें करता था। कई बार डॉक्टरों से भी बदसलूकी कर चुका था। अक्टूबर में भी उसने गला रेतकर सुसाइड करने का प्रयास किया था। लेकिन तब उसकी जान बच गई थी।
प्रधान जी के दावे-वादे:बागपत ब्लॉक की सरूरपुर कलां पंचायत के प्रधान से खास बातचीत
दैनिक भास्कर संवाददाता बागपत जिले के बागपत ब्लॉक की सरूरपुर कलां पंचायत के प्रधान जगबीर सिंह (प्रधान पति) से मिले। अपने द्वारा किए गए विकास कार्यों के बारे में प्रधान ने ये बातें कहीं।मैं जगबीर सिंह, ग्राम सभा सरूरपुर कला प्रधान पति, आप लोगों को अवगत कराना चाहता हूँ कि ग्राम सरूरपुर कला में हमने जो-जो कार्य कराए हैं, उन्हीं सभी कार्यों से आपको अवगत कराऊँगा। हमने गाँव में सीसी इंटरलॉकिंग सड़कें बनवाईं, एक माता मंदिर का निर्माण करवाया और अन्य सभी कार्यों को उचित और अच्छे तरीके से पूर्ण करवाया है। और गाँव में साफ सफाई का भी ध्यान रखा गया है। और गौशाला में, जो हमारे योगी जी हैं, उनकी दिशा निर्देश पर गौशाला का भी हमने बहुत अच्छे तरीके से विकास किया है। गौशाला में गायों को रखने के लिए अलग-अलग बाड़े बनवाए गए, छोटे बछड़ों के लिए विशेष व्यवस्था की गई, भूसे के लिए अलग गोदाम बनाया गया और टीन शेड भी बनवाए गए। उनके रखरखाव के लिए शेडों में पंखे लगवाए गए, तथा सर्दी में ठंड से बचाने के लिए हीटर और पल्ली आदि की व्यवस्था भी की गई। अगर आप लोगों ने मेरी पत्नी को फिर दोबारा ग्राम प्रधान बनाया तो मैं गाँव में विकास की बयार लगा दूंगा। आप लोगों से यह मेरा वादा है और वचन भी है और जो कहूँगा वही करूँगा। मेरी पंचायत की खबर जानने के लिए दैनिक भास्कर को डाउनलोड कीजिए।डिस्क्लेमर: दैनिक भास्कर, प्रधान के दावों की पुष्टि नहीं करता हैं
सिद्धार्थनगर में बच्चे की मौत पर डीएम का एक्शन:बाद श्री साईं फार्मा क्लीनिक की जांच के आदेश
बर्डपुर स्थित श्री साईं फार्मा क्लीनिक में गर्भस्थ शिशु की मौत और कथित अवैध ऑपरेशन के मामले में प्रशासनिक कार्रवाई हुई है। दैनिक भास्कर में खबर प्रकाशित होने के बाद जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जी.एन. ने मामले का स्वतः संज्ञान लेते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी को तत्काल जांच के आदेश दिए हैं। जिलाधिकारी के निर्देश पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रजत कुमार चौरसिया ने बर्डपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ. सुबोध चंद्र को प्राथमिक जांच सौंपी है। उन्हें इस प्रकरण की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा गया है। जांच में क्लीनिक के पंजीकरण की वैधता, वहां किए गए उपचार, डिलीवरी और कथित ऑपरेशन की प्रक्रिया की वैधानिकता पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। साथ ही, शिकायत में लगाए गए सभी आरोपों की भी गहनता से पड़ताल की जाएगी। यह कार्रवाई तब सामने आई है जब पीड़ित आशीष द्वारा पहले ही सीएमओ कार्यालय में लिखित शिकायत दी जा चुकी थी। उस समय सीएमओ ने जानकारी नहीं होने की बात कही थी। मीडिया में मामला उजागर होने और जिलाधिकारी के संज्ञान के बाद जांच के आदेश ने स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सूत्रों के अनुसार, जांच में यह भी देखा जाएगा कि श्री साईं फार्मा क्लीनिक का पंजीकरण केवल ओपीडी सेवाओं के लिए था या नहीं। इसके अलावा, वहां डिलीवरी और छोटा ऑपरेशन किस नियम के तहत किया गया, और अल्ट्रासाउंड, डिलीवरी तथा टांके लगाने की प्रक्रिया किसने संपन्न की। आशा कार्यकर्ता की भूमिका और शिशु की मौत व महिला की बिगड़ती हालत के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों की पहचान भी जांच का हिस्सा होगी। इस ताजा घटना ने जिले में पहले से चल रहे फर्जी डिग्री और अवैध अस्पतालों के आरोपों को फिर से चर्चा में ला दिया है। इटवा के लाइफ केयर हॉस्पिटल का एक पुराना मामला अभी तक लंबित है, जहां डॉक्टर ने स्वयं अपनी डिग्री के दुरुपयोग की शिकायत की थी। ऐसे में यह सवाल उठ रहा है कि क्या यह जांच केवल एक क्लीनिक तक सीमित रहेगी या पूरे जिले में संचालित कथित अवैध अस्पतालों पर भी व्यापक कार्रवाई की जाएगी। जांच के दायरे में ये पॉइंट शामिलसूत्रों के अनुसार जांच में यह भी देखा जाएगा कि श्री साईं फार्मा क्लिनिक का पंजीकरण केवल ओपीडी के लिए था या नहीं। वहां डिलीवरी और “छोटा ऑपरेशन” किस नियम के तहत किया गया। अल्ट्रासाउंड, डिलीवरी और टांके लगाने की प्रक्रिया किसने की।
अजमेर में जयपुर रोड पर जिला न्यायालय के बाहर स्पीड ब्रेकर बनाने की मांग को लेकर वकीलों ने सड़क को दोनों तरफ से जाम कर दिया। सूचना मिलने पर सिविल लाइन थाना पुलिस का पुलिस बल और पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। मामले को सुलझाने के लिए पीडब्ल्यूडी के एक अधिकारी को बातचीत के लिए बुलाया गया। बातचीत के दौरान कई एडवोकेट आक्रोशित हो गए। इस दौरान, अधिवक्ताओं ने पुलिस की मौजूदगी में पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को मुख्य सड़क पर दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। वहीं, पुलिस अधिकारी, पीडब्ल्यूडी अधिकारी को बचाने का प्रयास करते रहे। बाद में, पुलिस ने पीडब्ल्यूडी अधिकारी को अधिवक्ताओं के बीच से निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। अब देखिए, वकीलों के प्रदर्शन से जुड़ी PHOTOS... ढाई घंटे तक कोर्ट के बाहर रहा जामकोर्ट के बाहर अधिवक्ताओं की ओर से रास्ता जाम कर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था। हालांकि इस दौरान अधिवक्ताओं के द्वारा एम्बुलेंस को ही जाने की अनुमति दी गई। पीडब्ल्यूडी अधिकारी से मारपीट की सूचना मिलने के बाद एडिशनल एसपी सिटी हिमांशु जांगिड़ और प्रशिक्षु आईपीएस अजय सिंह मौके पर पहुंच गए। जिला बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों से चर्चा की गई। अधिकारियों के आश्वासन के बाद करीब ढाई घंटे बाद कोर्ट के बाहर जाम खोल दिया गया। आए दिन अधिवक्ताओं के साथ हादसे हो रहेसचिव रूपेंद्र परिहार ने बताया- आए दिन अधिवक्ताओं के साथ हादसे हो रहे थे। इसे लेकर नए कोर्ट के भवन के बाहर स्पीड ब्रेकर बनाने की मांग को लेकर अधिवक्ताओं की ओर से प्रदर्शन किया जा रहा था। करीब ढाई घंटे तक रास्ते को जाम रखा। मौके पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से वार्ता की गई। करीब 2 घंटे में स्पीड ब्रेकर बनाकर देने का आश्वासन दिया गया। इसके बाद रास्ते को खोल दिया गया। अधिकारी से मारपीट के सवाल पर सचिव ने कहा- किसी भी वकील के द्वारा अधिकारी पर हाथ नहीं उठाया गया है। अधिकारी द्वारा अभद्र भाषा का उपयोग बार अध्यक्ष के साथ किया गया था। तभी पुलिस के अधिकारी उसे ले जाने लगे तो ऐसा लगा कि उसके साथ मारपीट की गई। लेकिन उसके साथ कोई मारपीट नहीं की गई है।
संभल के एक निजी स्कूल में भारतीय इतिहास संकलन समिति के तत्वावधान में गीता के माध्यम से कल्कि संदेश कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता गीता मनीषी स्वामी कृष्णानंद झा ने कहा कि श्रीमद्भगवद्गीता जीवन जीने की कला सिखाती है और इसमें हर राष्ट्रीय, सामाजिक, पारिवारिक या व्यक्तिगत समस्या का समाधान निहित है। स्वामी कृष्णानंद झा ने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन के माध्यम से गीता में हर समस्या, परेशानी, भ्रम और दुख का समाधान प्रदान किया है। उन्होंने श्रोताओं से आग्रह किया कि गीता केवल पढ़ने, सुनने और समझने के लिए नहीं है, बल्कि इसे अपने जीवन में उतारकर मनन करने की आवश्यकता है। कार्यक्रम के दौरान श्रोताओं द्वारा पूछे गए विभिन्न प्रश्नों के समाधान के लिए स्वामी झा ने गीता के विशेष श्लोकों का उदाहरण दिया, जिससे उनकी जिज्ञासाओं और शंकाओं का निवारण हुआ। उन्होंने शरीर, इंद्रिय, मन, बुद्धि और आत्मा को व्यक्तित्व के पांच मुख्य तत्व बताते हुए कहा कि उत्तम व्यक्तित्व की पहचान सदाचार और सदमार्ग पर चलने से होती है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ने पांच जिज्ञासुओं को श्रीमद्भगवद्गीता की प्रतियां भेंट कीं। इस अवसर पर विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष अनंत कुमार अग्रवाल ने जानकारी दी कि स्वामी कृष्णानंद झा पूरे जनपद में गीता का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं और कॉलेज तथा सामाजिक-साहित्यिक संस्थाओं के माध्यम से इसकी उपयोगिता को आमजन तक पहुंचा रहे हैं। भारतीय इतिहास संकलन समिति के जिलाध्यक्ष अजय कुमार शर्मा ने आयोजन की सफलता के लिए विद्यालय के प्रधानाचार्य शिव शंकर शर्मा का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में शिक्षक, समाजसेवी और विद्यार्थीगण सहित राजीव कुमार, विष्णु प्रसाद, गौरव गुप्ता, दीपाली गोयल, विजेंद्र सिंह, निरंकार कुमार, पीयूष, राकेश सिंह, संजीव भटनागर, विमलेश सैनी जैसे कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे, जिन्होंने अपने विचार साझा किए और अपनी समस्याओं का समाधान जाना। कार्यक्रम का संचालन सुनीता शर्मा ने किया, जबकि अध्यक्षता प्रधानाचार्य शिव शंकर शर्मा ने की। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि का गीता भेंट कर स्वागत करने के साथ हुई।
हिसार में निरंकारी रोड पर आरओबी बनने का रास्ता साफ हो गया है। दोनों डबल फाटक पर पुल का निर्माण शुरू किया जाएगा। इसका तीन महीने के अंदर काम शुरू हो जाएगा। यह जानकारी हरियाणा विधानसभा में कैबिनेट मंत्री रणबीर गंगवा ने दी। हिसार की विधायक सावित्री जिंदल ने हरियाणा विधानसभा में डबरा चौक से निरंकारी भवन रोड पर रेलवे क्रॉसिंग के कारण लगने वाले भीषण जाम की समस्या को लेकर शुक्रवार को प्रश्न उठाया। इस पर कैबिनेट मंत्री रणबीर सिंह गंगवा ने आश्वस्त किया कि दोनों रेलवे क्रॉसिंग पर पुल निर्माण के लिए विभाग व रेलवे के बीच संयुक्त एजेंडा तैयार हो चुका है। तीन माह के भीतर रेलवे से मंजूरी लेकर कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इस पर सावित्री जिंदल ने मंत्री का आभार जताया। विधायक ने बताया कि इस महत्वपूर्ण कदम से हिसार को जाम से राहत मिलेगी और यातायात व्यवस्था सुगम होगी। मुख्यमंत्री ने 2017 में की थी घोषणा हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 3 नवंबर 2017 को हिसार के डाबड़ा चौक और महावीर कॉलोनी के बीच निरंकारी रोड पर आरओबी की घोषणा की थी। यह फाटक (डबल फाटक) अक्सर बंद रहता है, जिससे ट्रेनों की आवाजाही के कारण काफी जाम लगता है और वाहन चालकों को परेशानी होती है। शुरुआत में आरओबी का प्रस्ताव था, लेकिन बाद में विधायक डॉ. कमल गुप्ता के हस्तक्षेप से यहां अंडर ब्रिज (आरयूबी) बनाने का प्रस्ताव आया, क्योंकि इस रास्ते पर बड़े वाहनों की संख्या कम है। डाबड़ा चौक पुल पर दबाव घटेगाडाबड़ा चौक ओर से पुरानी सब्जी मंडी की ओर जाने आने के लिए फिलहाल वाहन चालकों को डाबड़ा पुल का प्रयोग करना पड़ता है। अगर दोनों फाटकों पर ओवरब्रिज अंडरब्रिज बनाया जाता है तो यह डाबड़ा चौक से पुरानी सब्जी मंडी तक सीधा रास्ता हो जाएगा। वहीं बरवाला की ओर से तोशाम रोड को आने-जाने वाले वाहनों को शहर के बीचों-बीच नहीं जाना पड़ेगा बल्कि सीधे भीड़ से बचते हुए डाबड़ा चौक पर पहुंच जाएंगे और डाबड़ा पुल पर यातायात का दबाव कम हो जाएगा। 4 साल पहले कमल गुप्ता ने उठाया था मुद्दादरअसल, 4 साल पहले विधानसभा के शीतकालीन सत्र में ही विधायक रहे डॉ. कमल गुप्ता ने निरंकारी रेलवे फाटक पर आरओबी बनाने का मुद्दा उठाया था। इस पर तब मंत्री रहे दुष्यंत चौटाला ने कहा कि था महावीर कॉलोनी रेलवे क्रॉसिंग और डाबड़ा चौक रेलवे क्रॉसिंग पर ओवरब्रिज निर्माण का प्रस्ताव विचाराधीन है। सीएम घोषणा के 8 साल बाद भी आज तक इस आरओबी का काम शुरू नहीं हो पाया है।
देवरिया में यूपी बोर्ड परीक्षा 2025-26 के लिए परीक्षा केंद्रों के निर्धारण में जनपदीय समिति की गंभीर लापरवाही सामने आई है। जिलाधिकारी के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद कुछ विद्यालयों के परीक्षार्थियों के केंद्र उनके मूल विद्यालय से 18 से 50 किलोमीटर दूर निर्धारित कर दिए गए हैं। इससे छात्रों और अभिभावकों में चिंता बढ़ गई है। वीरेंद्र बहादुर राव राजकीय इंटर कॉलेज, नगवा खास (रुद्रपुर) के इंटरमीडिएट के चार छात्रों का परीक्षा केंद्र आचार्य नरेंद्र देव इंटर कॉलेज, पथरदेवा बनाया गया है। इन दोनों विद्यालयों के बीच की दूरी 50 किलोमीटर से अधिक है। इतनी लंबी दूरी तय कर परीक्षा देने जाना छात्रों के लिए असुविधाजनक और समय प्रबंधन की दृष्टि से चुनौतीपूर्ण होगा। छात्रों ने विरोध किया इसी प्रकार, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, सलेमपुर (हाईस्कूल) और इंदिरा गांधी बालिका इंटर कॉलेज, सलेमपुर (इंटरमीडिएट) के कुल 15 छात्रों का परीक्षा केंद्र श्री अनंत इंटरमीडिएट कॉलेज, सतरांव निर्धारित किया गया है, जो लगभग 18 किलोमीटर दूर है। छात्राओं के लिए परीक्षा के दिनों में इतनी दूरी तय करना कठिन होगा। जिलाधिकारी ने परीक्षा केंद्र निर्धारण को लेकर पहले ही सख्त निर्देश दिए थे कि केंद्र अधिकतम नजदीक हों। प्रस्तावित सूची में कई केंद्र दूर होने पर जिलाधिकारी ने फाइल वापस कर संशोधन के निर्देश दिए थे। इसके बाद एडीएम प्रशासन की निगरानी में संशोधित सूची तैयार की गई थी, लेकिन फिर भी तीन विद्यालयों के कुल 19 छात्रों के संबंध में यह लापरवाही सामने आई है। परीक्षा केंद्रों की सूची जारी कर दी है उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) ने छात्र आवंटन सहित परीक्षा केंद्रों की सूची जारी कर दी है। जिले में कुल 174 विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है। पहले प्रस्तावित सूची में 163 केंद्र थे, जिनमें से 15 को मानक विहीन पाए जाने पर हटाया गया और 26 नए केंद्र जोड़े गए। बोर्ड ने 22 दिसंबर तक आपत्तियां मांगी हैं, और 30 दिसंबर को अंतिम सूची जारी की जाएगी। इस वर्ष जिले में कुल 1,15,968 विद्यार्थी बोर्ड परीक्षा में शामिल होंगे, जिनमें हाईस्कूल के 57,557 और इंटरमीडिएट के 58,411 परीक्षार्थी शामिल हैं। अब देखना यह होगा कि छात्रों की आपत्तियों पर प्रशासन क्या कदम उठाता है।
जालंधर में क्रिसमस के पर्व को लेकर उत्सव का माहौल है। इसी क्रम में शहर के खांबड़ा चर्च से लेकर भगवान वाल्मीकि चौक (ज्योति चौक) तक भव्य रैली निकाली गई है इस रैली में ईसा मसीह (यीशु) के नारों से पूरे शहर में जयकारे लग रहे है। यात्रा का नेतृत्व पादरी अंकुर नरूला ने किया। रैली के दौरान गुब्बारे और पतंगें उड़ाई गईं, वहीं महिलाओं और बच्चों में खासा उत्साह देखने को मिला। यात्रा के दौरान जगह -जगह खाने-पीने के स्टॉल लगे रहे और भजनों व जयकारों से शहर का माहौल भक्तिमय हो गया। जालंधर में क्रिसमस से पहले धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों ने जोर पकड़ लिया है। इसी क्रम में रविवार को खांबड़ा चर्च से शुरू होकर भगवान वाल्मीकी चौक (ज्योति चौक) तक एक विशाल क्रिसमस रैली का आयोजन किया गया। रैली में बड़ी संख्या में ईसाई समाज के लोग शामिल हुए, जिन्होंने हाथों में बैनर और झंडे लेकर यीशु मसीह के संदेश को जन-जन तक पहुंचाया। पूरे रास्ते “प्रभु यीशु की जय” जैसे नारों से वातावरण गूंजता रहा। लोगों ने गुब्बारे छोड़े और रंग-बिरंगी पतंगें उड़ाईं इस यात्रा का नेतृत्व पादरी अंकुर नरूला ने किया, जिनके पोस्टर और संदेश यात्रा के दौरान प्रमुखता से देखने को मिले। रैली में शामिल लोगों ने गुब्बारे छोड़े और रंग-बिरंगी पतंगें उड़ाईं, जो उत्सव के उल्लास को और बढ़ा रही थीं। खासतौर पर महिलाओं और बच्चों में रैली को लेकर जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। बच्चे क्रिसमस थीम से जुड़े परिधानों में नजर आए, वहीं महिलाएं भजनों और प्रार्थनाओं में शामिल होती दिखीं। रैली के मार्ग पर शहरवासियों के लिए खाने-पीने के स्टॉल भी लगाए गए थे, कई स्थानों पर भजन-कीर्तन और धार्मिक गीतों की प्रस्तुति दी गई, जिससे पूरे शहर में उत्सव का माहौल बन गया। स्थानीय लोगों ने भी इस रैली का स्वागत किया और शांति, प्रेम और भाईचारे के संदेश की सराहना की।
ग्वालियर शहर के उपनगर सुमेर सिंह का बाड़ा इलाके में गुरुवार को एक कोचिंग सेंटर के संचालक महेंद्र कुमार ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। सुबह पढ़ने पहुंचे बच्चों ने जैसे ही क्लासरूम का दरवाजा खोला, शिक्षक को फंदे पर लटका देख घबरा गए। बच्चों ने तुरंत कोचिंग के बाहर मौजूद पड़ोसियों को सूचना दी और घर चले गए। घटना की जानकारी मिलते ही मोहल्ले वालों ने पुलिस और एसपी ऑफिस में पदस्थ महेंद्र के भाई को सूचित किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को फांसी से उतारकर पोस्ट मार्टम के लिए भेजा है। ऑनलाइन गेमिंग में उलझने की आशंका पुलिस की प्रारंभिक जांच और आसपास के लोगों से बातचीत में सामने आया है कि महेंद्र कुमार ऑनलाइन गेमिंग के जाल में फंसा हुआ था। परिजनों ने बताया कि वह पिछले कुछ दिनों से परेशान था, लेकिन परेशानी का कारण किसी को नहीं बताया था। जांच में यह भी सामने आया है कि बुधवार रात उनकी मोबाइल लोकेशन घासमंडी इलाके की मिली थी। आशंका जताई जा रही है कि गेमिंग से जुड़े लेन-देन और कर्ज को लेकर किसी लेनदार द्वारा रकम वापसी के लिए धमकाया गया हो। हालांकि पुलिस इन सभी बिंदुओं की पुष्टि कर रही है। सुबह-शाम बच्चों को पढ़ाते थे ग्वालियर थाना क्षेत्र के चंदन नगर निवासी महेंद्र कुमार कोचिंग संचालक थे और पास ही सुमेर सिंह का बाड़ा स्थित मटका मोहल्ला में कोचिंग चलते थे। वे विवाहित थे और उनकी एक बेटी है। महेंद्र सुबह और शाम दोनों समय बच्चों को पढ़ाते थे। बुधवार दोपहर करीब डेढ़ बजे वे घर से निकले थे और कोचिंग में क्लास लेने के बाद शाम तक वहीं मौजूद रहे। देर रात घर नहीं लौटने पर उनके भाई नरेंद्र कोली ने तलाश शुरू की थी। पुलिस कर रही जांच थाना प्रभारी प्रशांत शर्मा ने बताया कि शिक्षक द्वारा कोचिंग के क्लासरूम में फांसी लगाकर आत्महत्या किए जाने की पुष्टि हुई है। शव को भाई और परिजनों की मौजूदगी में पोस्ट मार्टम के लिए भेजा है। फिलहाल आत्महत्या के कारणों की जांच की जा रही है और ऑनलाइन गेमिंग से जुड़े पहलुओं की भी पड़ताल की जा रही है।
पन्ना जिले की अजयगढ़ तहसील की ग्राम पंचायत देवगांव से एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां एक महिला के सरपंच बनने के बाद उसके पति ने गंभीर आरोप लगाए हैं। पति का कहना है कि सरपंच बनने के बाद उसकी पत्नी ने उसे छोड़ दिया है और वह अपने कथित प्रेमी के साथ मिलकर पंचायत के कामकाज में भ्रष्टाचार कर रही है। वहीं पत्नी ने आरोपी को नकारते हुए कहा है पति शराब पीने का आदी है और रुपए की डिमांड करता रहता है। शुक्रवार को पीड़ित पति मंगल कोंदर ने कलेक्टर कार्यालय में एक आवेदन सौंपा। उन्होंने बताया कि वह अजयगढ़ तहसील की ग्राम पंचायत देवगांव के निवासी हैं। चूंकि देवगांव में सरपंच पद महिला आरक्षित था, इसलिए ग्रामीणों ने उनकी पत्नी पुष्पा कोंदर को चुनाव लड़वाया और वह जीत गईं। प्रेमी पर पंचायत राशि लुटाने का आरोप मंगल कोंदर के अनुसार, सरपंच बनने के बाद पुष्पा का व्यवहार बदल गया। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी पत्नी स्थानीय निवासी इंद्रपाल पटेल के साथ 'मौज-मस्ती' में लिप्त हो गई है। पति ने यह भी दावा किया कि उनकी पत्नी पंचायत की राशि का दुरुपयोग कर रही है और उसे अपने कथित प्रेमी पर लुटा रही है। पीड़ित की 5 बेटियां और एक बेटा मंगल कोंदर ने अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि उनके पांच बेटियां और एक पांच वर्षीय बेटा है। इसके बावजूद उनकी पत्नी को न तो परिवार की चिंता है और न ही पंचायत के कामकाज की परवाह। मंदिर में रहने को मजबूर उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी पत्नी ने उन्हें घर से निकाल दिया है, जिसके कारण वह गांव के हनुमान मंदिर में रहने को मजबूर हैं। पीड़ित पति ने कलेक्टर से इस मामले में उचित कार्रवाई करने और पंचायत के कार्यों में हुई अनियमितताओं की जांच कराने की मांग की है। सरपंच पत्नी ने आरोप नकारे, बोलीं-चुनाव जीतने के बाद से कर रहा प्रताड़ितइस पूरे मामले पर जब महिला सरपंच से बात की तो उन्होंने सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उनका कहना है कि पति शराब का आदि है और गांव के कुछ लोगों के साथ मिलकर पैसों की डिमांड करता है। पैसे देने से मना करने पर गलत-सलत आरोप लगाकर बेइज्जती और बदनामी करता। उन्होंने कहा कि मेरे द्वारा पंचायत के सभी कार्य सही तरीके से किए जा रहे हैं और जब से मैं सरपंची का चुनाव जीता है। तभी से पति के द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है।
बालाघाट में एक पिकअप वाहन और स्कूटी की टक्कर हो गई। यह हादसा कोतवाली थाना क्षेत्र के गर्रा मशीनटोला स्थित बंजारी मंदिर के पास हुआ। इस हादसे में स्कूटी सवार सरदार पटेल कॉलेज की तीन छात्राएं और घर के सामने धूप सेंक रही एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गईं। शुक्रवार दोपहर करीब 12 बजे की है। कॉलेज से लौट रही थी छात्राएं हुईं घायल हादसे के बाद सभी चार घायलों को एक स्कूली वैन की मदद से जिला अस्पताल पहुंचाया गया। जहां उनका इलाज जारी है। घायलों की पहचान गुजरी चौक निवासी प्राची गुप्ता (18) (पिता जयकुमार गुप्ता), नर्मदा नगर निवासी खुशी पटले (18) और बालाघाट निवासी भूमिका बेरा के रूप में हुई है। ये तीनों सरदार पटेल कॉलेज में बीसीए की छात्राएं हैं और कॉलेज से लौट रही थीं। सीमेंट छोड़कर वापस लौट आ रहा था पिकअप गर्रा निवासी गायत्री यादव (29) पति संतोष यादव भी इस हादसे में घायल हुई हैं। वह अपने घर के सामने अन्य महिलाओं के साथ धूप सेंक रही थीं, तभी पिकअप की टक्कर से अनियंत्रित हुई स्कूटी उनसे जा टकराई। पिकअप वाहन (एमपी 50- जेड जे 2638) का चालक गर्रा नदीटोला निवासी राकेश गवने (27) पिता राजेंद्र गवने है। वह गर्रा और बालाघाट के बीच पिकअप चलाता है। राकेश वारासिवनी में सीमेंट छोड़कर वापस गर्रा लौट रहा था, तभी यह दुर्घटना हुई। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर लगाया आरोप घायल छात्राओं ने आरोप लगाया है कि पिकअप चालक की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ। वहीं, पिकअप चालक राकेश गवने ने दावा किया कि छात्राएं गलत दिशा से स्कूटी चलाकर आईं और पिकअप से टकरा गईं। कोतवाली पुलिस ने घटना की जानकारी मिलते ही मामले की जांच शुरू कर दी है।
फतेहपुर में मूंगफली रखी गोदाम में लगी आग:4 लाख का नुकसान हुआ, व्यापारी ने अज्ञात लोगों पर आरोप लगाया
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के मलवां थाना क्षेत्र के वाहिदपुर गांव में एक मूंगफली गोदाम में संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई। इस घटना में करीब 4 लाख रुपये मूल्य की 50 बोरी मूंगफली जलकर खाक हो गई। पीड़ित व्यापारी विष्णु गुप्ता ने अज्ञात लोगों पर आग लगाने का आरोप लगाया है। यह घटना शुक्रवार रात करीब ढाई बजे हुई। आग लगने की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड और पुलिस मौके पर पहुंची। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। व्यापारी विष्णु गुप्ता ने आरोप लगाया है कि गुरुवार शाम उनके बेटे आर्यन को कुछ अज्ञात लोगों ने पैसे लेने जाते समय रोका और मारपीट की थी। इस घटना की सूचना डायल 112 पर दी गई थी और पुलिस को कार का नंबर भी बताया गया था, लेकिन थाना पुलिस ने शुक्रवार सुबह आने को कहा था। गुप्ता के अनुसार, रात में करीब ढाई बजे गोदाम में आग लगी देखी गई। उन्होंने आशंका जताई है कि किसी ने जानबूझकर गोदाम में आग लगाई है। आग से लगभग 4 लाख रुपये की मूंगफली का नुकसान हुआ है। मलवां थाना प्रभारी राज किशोर ने बताया कि आग लगने की सूचना पर पुलिस और फायर ब्रिगेड टीम मौके पर पहुंची और आग बुझाई। उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में अभी तक कोई लिखित शिकायत (तहरीर) नहीं मिली है। तहरीर मिलने पर जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
लुधियाना जिले में जगराओं के थाना हठूर क्षेत्र में गुरुवार देर रात एक सड़क हादसे में एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक की पहचान गांव हठूर निवासी राज नारायण उर्फ राजू के रूप में हुई है। थाना हठूर के पुलिसकर्मी कुलवंत सिंह ने बताया कि मृतक की पत्नी सुरिता देवी के बयान के अनुसार, राजू मजदूरी करता था। जिससे उनके घर का गुजारा होता था। गुरुवार रात वह खाना खाने के बाद किसी काम से घर से निकला था। सिर में आई गंभीर चोट घना कोहरा होने के कारण घर से कुछ ही दूरी पर उसकी बाइक फिसल गई और वह हादसे का शिकार हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, वाहन बेकाबू होकर एक दीवार से जा टकराया। टक्कर के कारण राजू के सिर में गंभीर चोटें आईं और अत्यधिक खून बहने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और राजू को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। राजू दो बच्चों का पिता था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है। मामले में पुलिस ने धारा 194 के तहत कार्रवाई की है।
हरदा में करणी सेना आगामी 21 दिसंबर को जिला मुख्यालय पर जनक्रांति आंदोलन करने वाली है। इस आंदोलन में मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों से हजारों लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट पर है। गुरुवार शाम को कलेक्टर सिद्धार्थ जैन ने कलेक्ट्रेट परिसर में किसी भी तरह के ज्ञापन देने या रैली प्रदर्शन पर रोक लगाने के आदेश जारी किए। शुक्रवार को राजपूत छात्रावास में करणी सेना के पदाधिकारियों ने एक प्रेसवार्ता आयोजित कर आंदोलन की रणनीति साझा की। करणी सेना के जिलाध्यक्ष सुनील सिंह राजपूत ने बताया कि उनके आंदोलन को 17 से अधिक संगठनों का समर्थन प्राप्त है। उन्होंने जुलाई माह में करणी सेना के सदस्यों पर हुई कथित बर्बरता के दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग भी दोहराई। राजपूत ने दावा किया कि यह आंदोलन जिले का अब तक का सबसे बड़ा प्रदर्शन होगा। उन्होंने यह भी आश्वस्त किया कि आंदोलन शांतिपूर्ण और संवैधानिक तरीके से आयोजित किया जाएगा। जिसमें करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीवनसिंह शेरपुर सहित अन्य पदाधिकारी शामिल हो रहे हैं। करणी सेना के पूर्व संगठन मंत्री शैलेंद्र सिंह झाला का कहना है कि एससी एसटी संगठनों के हमारी कुछ मांगो को लेकर विरोध किया गया है। हम उन्हें स्पष्ट करना चाहते है कि हमारा आरक्षण को लेकर किसी तरह का कोई विरोध नहीं है। हम आर्थिक आधार पर सरकार से आरक्षण की मांग कर रहे हैं। वहीं आरक्षित वर्ग के जिन लोगों ने सालों से आरक्षण का लाभ लेकर वह अब सक्षम हो गए हैं, उन्हें आरक्षण का लाभ नहीं मिलना चाहिए।
उज्जैन के इंजीनियरिंग कॉलेज ग्राउंड पर शनिवार सुबह करीब 9 बजे सर्व सनातनी संस्था के तत्वावधान में धार्मिक आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम में राम धुन के साथ डेढ़ लाख सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा। इसके साथ ही 1008 हनुमान मंदिरों के ध्वजों की महाआरती भी होगी। आयोजन में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के साथ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के शामिल होने की संभावना है। आयोजकों का दावा है कि श्रीराम धुन के इस कार्यक्रम में करीब 20 हजार से अधिक श्रद्धालु शामिल होंगे। आयोजन को लेकर इंजीनियरिंग कॉलेज ग्राउंड पर विशाल डोम का निर्माण किया जा रहा है, जहां 20 हजार से अधिक श्रद्धालु एक साथ बैठ सकें। 1008 मंदिरों में अर्पित होंगे ध्वज आयोजन समिति के रोहित सिंह ने बताया कि सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ के बाद 1008 हनुमान ध्वज जिले के विभिन्न हनुमान मंदिरों में अर्पित किए जाएंगे। कार्यक्रम के दौरान सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी होंगी, जिसमें प्रभु श्रीराम, माता सीता और हनुमान जी की गाथा का नाट्य मंचन किया जाएगा। हर गांव में बनेगा हनुमान चालीसा शक्ति केंद्र कार्यसमिति सदस्य देवेंद्र सिंह चावड़ा ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान यह घोषणा की जाएगी कि हर गांव में हनुमान चालीसा शक्ति केंद्र की स्थापना की जाएगी, ताकि धार्मिक और सांस्कृतिक चेतना को गांव-गांव तक पहुंचाया जा सके। कई विशिष्ट अतिथियों को आमंत्रण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल, नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, विशेष अतिथियों में सांसद अनिल फिरोजिया, अभिनेत्री व सांसद हेमा मालिनी सहित संत, महंत, महामंडलेश्वर, शिक्षाविद, चिकित्सक और विभिन्न समाजों के पदाधिकारियों को आमंत्रित किया गया है।
लखनऊ के पारा इलाके में 15 दिसंबर की रात घर में घुसकर किरायेदार लड़की के बॉयफ्रेंड ने ठेकेदार पर हमला कर दिया। उनके सिर पर भारी चीज से हमला किया गया। उसके बाद लड़की का बॉयफ्रेंड और उसके साथी घर में रखी नकदी और कीमती सामान लेकर भाग गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने पीड़ित को इलाज के लिए अस्पताल भेजा। उसका मेडिकल कराया लेकिन FIR चार दिन बाद भी दर्ज नहीं की। पीड़ित कहा कहना है कि पुलिस तहरीर बदलने का दबाव बना रही है। पूरी घटना जानिए... घटना पारा थाना क्षेत्र के बुद्धेश्वर स्थित आदर्श विहार कॉलोनी की है। आदर्श कॉलोनी निवासी जल निगम के ठेकेदार पिंटू शर्मा को घर में घुसकर पीटा गया। उन्होंने बताया- 15 दिसंबर की रात करीब 8:30 बजे घर में अकेला था। इस बीच किरायेदार का बॉयफ्रेंड अपने साथियों के साथ घर में घुसकर वारदात को अंजाम दिया। तमंचे के बट से उनका सिर फोड़ दिया। हमलावर ठेकेदार को गोली मारने की धमकी देकर 5 लाख की नकदी और लाखों के गहने लूटकर फरार हो गए। तमंचा सटाकर की लूट पिंटू शर्मा ने बताया- 15 दिसंबर को रात करीब 8:30 बजे 4 युवकों ने गेट खटखटाया। उसमें एक लड़का किराए पर रहने वाली भारती का बॉयफ्रेंड अनुज था। जिससे पांच दिन पहले मकान खाली कराया गया था। अनुज ने कहा फ्रीज ले जानी है। भारती के 8 हजार रुपए बाकी थे इसलिए मना कर दिया। इस पर एक लड़के ने कहा कि ऑनलाइन भेज दिया। मोबाइल अंदर होने की वजह से देखने गया तभी पीछे से लड़के अंदर घुस आए और अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। इसके बाद उनकी कमर में तमंचा सटा दिया। गोली मारने की धमकी देकर उनसे अलमारी की चाबी छीन ली। विरोध करने पर सिर पर तमंचे की बट मार दी। जिससे लहूलुहान होकर पिंटू गिर गए। इसके बाद बदमाश अलमारी खोलकर 5 लाख रुपए की नकदी और डेढ़ तोले की सोने की चेन, करीब 7 ग्राम अन्य गहने लूट लिए और फरार हो गए। ---------------- खबर ये है... गर्लफ्रेंड का कमरा खाली कराया तो बॉयफ्रेंड ने सिर फोड़ा : लखनऊ में 3 दोस्तों संग घर में घुसा, कमर पर तमंचा सटाया; 5 लाख और गहने लूटे लखनऊ में किराएदार के बॉयफ्रेंड ने साथियों के साथ घर में घुसकर ठेकेदार पर जानलेवा हमला किया। तमंचे के बट से उनका सिर फोड़ दिया। हमलावर ठेकेदार को गोली मारने की धमकी देकर 5 लाख नगद और लाखों के गहने लूटकर फरार हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू की है। (पूरी खबर पढ़िए)
कोरबा जिले के कुसमुंडा क्षेत्र स्थित इमली छापर बस्ती में रेलवे के मकान तोड़ने के नोटिस जारी किए जाने के बाद लोगों में आक्रोश फैल गया है। शुक्रवार दोपहर रेलवे कर्मचारियों के घरों पर निशान लगाए जाने और उन्हें खाली करने के निर्देश दिए जाने पर बड़ी संख्या में ग्रामीण इमली छापर चौक पर एकत्र हो गए। प्रदर्शनकारियों ने पहले मुख्य सड़क को जाम करने का प्रयास किया। हालांकि, स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उन्हें आम रास्ते से हटने की अपील की। पुलिस की समझाइश के बाद प्रदर्शनकारी ट्रक जाने वाली सड़क पर बैठ गए और यातायात बाधित किया। कुछ देर बाद दर्री तहसीलदार भी मौके पर पहुंचीं। उन्होंने लोगों से बात की और रेलवे अधिकारियों तथा प्रशासन के साथ बैठक कर समाधान निकालने का आश्वासन दिया। तहसीलदार के आश्वासन के बाद प्रदर्शन समाप्त हुआ और लोग सड़क से हट गए। प्रदर्शन के कारण गाड़ियों की लगी लाइन प्रदर्शन के कारण सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं, जिससे लोगों को आवाजाही में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। यह पहली घटना नहीं है। कुछ दिन पहले ही कोरबा के इंदिरा नगर दुरपा बस्ती में भी लगभग 250 घरों को रेलवे की ओर से नोटिस जारी किया गया था। पहले रेलवे स्टेशन का घेराव किया था तब भी आक्रोशित लोगों ने पहले रेलवे स्टेशन का घेराव किया था और अगले दिन शहर के पवन टॉकीज के पास तीन घंटे तक प्रदर्शन किया था। उस दौरान प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि जिला प्रशासन उन्हें रहने के लिए वैकल्पिक जगह और उचित मुआवजा दे, जिसके बाद ही वे घर खाली करने को तैयार होंगे। तहसीलदार के आश्वासन के बाद वह प्रदर्शन भी समाप्त हुआ था। रेलवे घरों को हटाने की तैयारी में था, लेकिन विरोध के बाद फिलहाल कार्रवाई रोक दी गई है और समय आगे बढ़ा दिया गया है। इस समस्या का समाधान अभी लंबित है।
मेरठ के गन्ना भवन में भाकियू टिकैत के किसानों का धरना सोमवार से जारी है, लेकिन अभी तक किसी बात पर कोई सहमति नहीं बनी है। शुक्रवार को इस बात से नाराज होकर किसान अर्ध नगन होकर गन्ना भवन की छत पर चढ़ गए और आत्महत्या का प्रयास किया। किसानों की कुछ मांगे हैं जैसे बढ़ाया गया भाड़ा पिछली साल वाला ही किया जाए और जिन नियमों के साथ पिछले सत्र में पेराई हुई है वह भी उसी क्रम में चले। इन मांगों को लेकर किसान आए हैं मौके पर मौजूद पुलिस बल और संगठन के जिला अध्यक्ष अनुराग चौधरी के काफी मनाने के बाद वह नीचे उतरे। किसानों ने लगाए हाय हाय के नारे जिस समय किसान आत्मदाह कर रहे थे उस समय अन्य किसानों ने उप गन्ना आयुक्त हाय हाय के नारे लगाए। किसानों का कहना है कि गन्ना विभाग के अधिकारी अब सिर्फ अपनी हठ धर्मिता पर आ गए हैं। उन्हे फर्क नहीं पड़ता हैं कि किसान यहां कभी तक बैठा रहे या यहीं अपने प्राण त्याग दे। अब और ज्यादा उग्र होगा आंदोलन जिला अध्यक्ष अनुराग चौधरी ने कहा कि हमारे किसान शांति प्रिय तरीके से अपनी मांगों को लेकर आए थे लेकिन अधिकारियों का गलत रवैया और अक्षम होने के कारण वह अब आक्रोशित हो गए है। अधिकारियों द्वारा कभी किसानों को सदस्यता खत्म करने की धमकी देते हैं तो कभी जेल में डलवाने की। हक के लिए दे देंगे प्राणों की आहुति धरना स्थल पर मौजूद 96 वर्षीय किसान मेजर चिंदोड़ी ने कहा कि हम यहां अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। किसान साल भर मेहनत करते हैं और गन्ना पैदा करते हैं। इसके बाद न तो उस किसान को अपनी मेहनत का दाम मिलता है और जो मिलता है वह भी समय पर नहीं मिलता साथ ही नियम भी ऐसे बना दिए गए हैं कि जो सिर्फ किसान क परेशानी को बढ़ा रहे हैं।
शाजापुर के दुपाड़ा मार्ग स्थित सरस्वती विद्या मंदिर सीबीएसई स्कूल में शुक्रवार को अखिल भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा का आयोजन किया गया। इस परीक्षा में स्कूल के लगभग 700 छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। देश-विदेश में एक साथ होती है परीक्षा आयोजकों ने बताया कि यह परीक्षा विद्या भारती द्वारा कुरुक्षेत्र के माध्यम से आयोजित की जाती है, जो देश के साथ-साथ विदेशों में भी एक ही दिन आयोजित होती है। परीक्षा में वर्तमान विद्यार्थियों के अलावा स्कूल के पूर्व छात्र, पेरेंट्स, समाजजन तथा अन्य विद्यालयों के छात्र और शिक्षक भी शामिल होते हैं। भारतीय संस्कृति से परिचित कराना उद्देश्य परीक्षा का उद्देश्य विद्यार्थियों को भारतीय संस्कृति, देश की भौगोलिक जानकारी, महान महापुरुषों के जीवन, वेदों और पौराणिक कथाओं से परिचित कराना है। इसके लिए विशेष रूप से तैयार पुस्तक में इन विषयों को सरल और रोचक भाषा में प्रस्तुत किया गया है। सालभर की जाती है तैयारी स्कूल में विद्यार्थी अपने शिक्षकों के मार्गदर्शन में वर्षभर इस परीक्षा की तैयारी करते हैं। परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को कुरुक्षेत्र के माध्यम से प्रमाण पत्र प्रदान किए जाते हैं।स्कूल प्रबंधन ने बताया कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में संस्कार, नैतिक मूल्य और भारतीय संस्कृति के प्रति जागरूकता विकसित करना है।
भिवानी में शुक्रवार को ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी के विरोध में एचएसईबी वर्कर यूनियन संबंधित हरियाणा कर्मचारी महासंघ केन्द्रीय वार्ता समिति के आह्वान पर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान मांगों को लेकर एक्सइएन को ज्ञापन सौंपा। साथ ही चेतावनी दी कि मांग नहीं मानी तो 23 दिसंबर को सर्कल स्तर पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि इस ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी से हादसे बढ़ेंगे और बिजली कर्मचारी अपनी जान गवाएंगे। वहीं काम भी प्रभावित होगा। एचएसईबी वर्कर यूनियन सर्कल सचिव मनोज उर्फ बल्लू बामला ने कहा कि निगम मैनेजमेंट व सरकार ने जो ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी लागू की है वह कर्मचारी हित में नहीं है। इसमें बहुत सी खामियां हैं। निगम मैनेजमेंट इसको तुरंत प्रभाव से रद्द करे। क्योंकि पूरे प्रदेश में बिजली कर्मचारियों की भारी कमी है। जिससे दुर्घटनाएं बढ़ जाएंगी। जिससे आम जनता को भी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। इससे पहले भी जो ट्रांसफर पॉलिसी लागू की गई थी उसमें अधिकारियों द्वारा अपने चहेतों की सीटें ब्लॉक करने का कार्य किया गया था। 23 को सर्कल स्तर पर करेंगे प्रदर्शन उन्होंने कहा कि सरकार के ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी के फैसले के खिलाफ कर्मचारियों में रोष है। इसलिए वे 23 दिसंबर को सर्कल स्तर पर इकट्ठे होंगे और विरोध प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि वे अपनी मांगों को लेकर काफी लंबे समय से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन अभी तक मांगों को पूरा नहीं किया गया। जिसके कारण वे विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर हैं।
झुंझुनू की रोड नंबर 2 से हटाया अतिक्रमण:विरोध के बीच हटाए गए अतिक्रमण, नगर परिषद की कार्रवाई
शहर की यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने और सड़कों को पूरी चौड़ाई (वॉल-टू-वॉल) में विकसित करने के लिए नगर परिषद ने शुक्रवार सुबह बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। रोड नंबर 2 पर लंबे समय से काबिज अतिक्रमणों को हटाया गया। हालांकि, इस दौरान स्थानीय दुकानदारों और निवासियों के विरोध और प्रशासन पर भेदभाव के आरोपों के कारण माहौल गरमाया रहा। सुबह 8 बजे अचानक शुरू हुई कार्रवाई नगर परिषद की टीम भारी पुलिस जाब्ते के साथ शुक्रवार सुबह करीब 8 बजे ही मौके पर पहुंच गई। परिषद ने पहले ही सर्वे कर जी लाल पंप से लेकर जेके मोदी बालिका स्कूल तक के 1.7 किलोमीटर के दायरे में 80 से अधिक स्थानों को लाल निशान लगाकर चिन्हित किया था। अशोक होटल और बी.डी.के. (BDK) अस्पताल के पास यहाँ सड़क किनारे बने अवैध चबूतरे और रैंप तोड़े गए। सड़क सीमा में खड़े पुराने वाहनों के कबाड़ को जब्त किया गया। रास्ते में बाधा बन रहे खोखे, भट्टियां और तंदूर हटाए गए। पक्षपात और भेदभाव के लगे गंभीर आरोप कार्रवाई के दौरान स्थानीय लोगों ने नगर परिषद की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि प्रशासन ने सुबह 10 बजे का समय दिया था, लेकिन कार्रवाई 8 बजे ही शुरू कर दी गई, जिससे दुकानदारों को अपना सामान हटाने का मौका नहीं मिला। निवासियों का आरोप है कि रसूखदारों के अतिक्रमणों को छोड़ दिया गया, जबकि छोटे दुकानदारों की सीढ़ियां और रैंप तोड़ दिए गए। नगर परिषद के आयुक्त देवीलाल बोचलिया ने कहा कि कार्रवाई पूरी तरह निष्पक्ष है। उन्होंने बताया कि मुनादी के माध्यम से सभी को पहले ही सूचित कर दिया गया था। अतिक्रमण हटाने से पहले स्वामित्व के दस्तावेज मांगे गए थे, लेकिन किसी भी व्यक्ति ने वैध कागज पेश नहीं किए। सड़क को 'वॉल टू वॉल' साफ करना शहर के विकास के लिए आवश्यक है।
दक्षिण भारतीय सिनेमा के सुपरस्टार और आंध्र प्रदेश के हिंदूपुर सेतेलुगु देशम पार्टी विधायक नंदामुरी बालकृष्ण शुक्रवार को वाराणसी पहुंचे। काशी पहुंचने पर सबसे पहले उन्होंने बाबा काशी विश्वनाथ की विधिवत पूजा-अर्चना की। इसके बाद अभिनेता ने अपनी आने वाली फिल्म ‘अखंडा 2’ का प्रमोशन भी किया। सुबह से ही काशी विश्वनाथ धाम परिसर में बालकृष्ण के आगमन को लेकर उत्साह का माहौल देखने को मिला। जैसे ही अभिनेता मंदिर परिसर में पहुंचे, वहां मौजूद श्रद्धालुओं और उनके प्रशंसकों में जबरदस्त उत्साह दिखा। बड़ी संख्या में प्रशंसक उनके पीछे-पीछे चलते नजर आए और “जय बालकृष्ण” के नारों से धाम परिसर गूंज उठा। सुरक्षा के कड़े इंतजामों के बीच उन्होंने शांतिपूर्वक बाबा विश्वनाथ का दर्शन किया। तस्वीरें देखिए... दर्शन के बाद अभिनेता नंदामुरी बालकृष्ण ने काशी विश्वनाथ धाम और घाटों की आध्यात्मिक ऊर्जा की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा- पवित्र काशी विश्वनाथ मंदिर के घाट पर खड़े होकर मुझे अपार शक्ति और कृतज्ञता का अनुभव हो रहा है। अखंडा 2 सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि एक भावना है, जो विश्वास, सच्चाई और आंतरिक शक्ति में निहित है। वाराणसी में आकर बाबा विश्वनाथ का आशीर्वाद लेना इस यात्रा को एक दिव्य शुरुआत देता है। मुझे उम्मीद है कि इस पवित्र स्थान की ऊर्जा और भावना दर्शकों तक भी पहुंचेगी, जब वे यह फिल्म देखेंगे।” बालकृष्ण ने बताया कि ‘अखंडा 2’ अपने पहले भाग की तरह ही आस्था, संस्कृति और शक्ति के तत्वों को मजबूती से प्रस्तुत करेगी। उन्होंने कहा कि काशी जैसे आध्यात्मिक स्थल पर फिल्म का प्रमोशन करना उनके लिए एक अविस्मरणीय अनुभव है।
धार के होटल में थाना प्रभारी का शव मिला:खरगोन के अधिकारी उर्स ड्यूटी पर आए थे, कमरा सील किया
धार के मोहन टॉकीज इलाके में स्थित होटल शिवानी में शुक्रवार को एक थाना प्रभारी का शव मिला है। अधिकारी उर्स ड्यूटी के सिलसिले में खरगोन से धार आए हुए थे। सूचना मिलते ही कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और पूरे इलाके को घेर लिया गया। मृतक की पहचान खरगोन जिले में पदस्थ थाना प्रभारी करण सिंह रावत के रूप में हुई है। वे उर्स ड्यूटी के लिए धार पहुंचे थे और होटल शिवानी के दूसरे फ्लोर पर ठहरे हुए थे। उनके कमरे में शव मिलने की जानकारी होटल स्टाफ के जरिए पुलिस को मिली। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी भी होटल पहुंचे। उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण किया। एफएसएल (फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी) टीम को भी मौके पर बुलाया गया है, ताकि मौत के कारणों की जांच की जा सके। मर्ग कायम किया गया इस मामले में कोतवाली थाना प्रभारी दीपक सिंह चौहान ने बताया कि मामले में मर्ग कायम कर लिया गया है। फिलहाल मौत के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है। पुलिस हर पहलू से जांच कर रही है। जिस कमरे में शव मिला है, उसे सील कर दिया गया है।
राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सलिल श्रीवास्तव एक नए गंभीर मामले में घिर गए हैं। अयोध्या की एक संविदा नर्स ने उन पर शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डालने का आरोप लगाया है। प्राचार्य पहले से ही भ्रष्टाचार के एक मामले में जांच का सामना कर रहे हैं। नर्स द्वारा दायर परिवाद पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट 6 जनवरी को सुनवाई करेगा। नर्स के बयान के अनुसार, 2 दिसंबर को मैटर्न प्रेमलता सिंह ने उसे प्राचार्य से बात करने के लिए कहा था। दोपहर 2:30 बजे से 3 बजे के बीच नर्स ने अपने मोबाइल से प्राचार्य के नंबर पर संपर्क किया। आरोप है कि इस दौरान प्राचार्य ने अश्लील बातें कीं और शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डाला, जिसे नर्स ने अस्वीकार कर दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है नर्स ने यह भी आरोप लगाया है कि प्रशासनिक डॉक्टर आशीष शिवहरे, डॉ. सुरभि सिंह और मैटर्न प्रेमलता सिंह ने भी उस पर प्राचार्य की बात मानने का दबाव बनाया। उन्होंने कथित तौर पर चेतावनी दी कि बात न मानने पर उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे, लेकिन नर्स ने उनकी बात मानने से इनकार कर दिया। नर्स का आरोप है कि 1 दिसंबर से उसे अनुपस्थित दिखाकर ड्यूटी नहीं दी जा रही है। उसे बताया गया कि अब उसे केवल नाइट ड्यूटी मिलेगी और दिन में ड्यूटी नहीं लगाई जाएगी। 2 दिसंबर को प्राचार्य ने कथित तौर पर शारीरिक संबंध बनाने की धमकी दी और गाली-गलौज करते हुए कहा कि यदि वह नहीं मानी तो उसकी हत्या करवा दी जाएगी और नौकरी से निकाल दिया जाएगा। नर्स ने की थी शिकायत नर्स ने यह भी बताया कि 1 दिसंबर को प्राचार्य ने उसे डरा-धमकाकर तीन सादे कागजों पर जबरन हस्ताक्षर करवाए थे। नर्स ने इस घटना की सूचना कोतवाली थाने में दी थी। वहां दरोगा ने इसे विभागीय मामला बताते हुए जांच और कार्रवाई का आश्वासन दिया था। हालांकि, थाने से कोई कार्रवाई न होने पर नर्स ने पुलिस अधीक्षक को भी प्रार्थना पत्र दिया, लेकिन वहां से भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद नर्स ने कोर्ट से अपने परिवाद को स्वीकार कर जान-माल की रक्षा करने और कानूनी कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।
प्रदेश में सरकारी कर्मचारियों के चलाई जा रही आरजीएचएस योजना में घोटाला करने वाले 7 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है। निलंबित हुए ये चारों पुलिसकर्मी भरतपुर में पोस्टेड है। इनमें से 4 महिला पुलिसकर्मी भी शामिल है। डीजीपी आदेश के बाद हुई कार्रवाई जानकारी के अनुसार अंजू कुमारी, सत्यवती, कॉन्स्टेबल प्रहलाद,जितेंद्रसिंह,मिथलेश, योगेश कुमारी और कॉन्स्टेबल मनोज कुमार को लेकर आरजीएचएस में घोटाले की शिकायत आई थी। इसके बाद डीजीपी के आदेश के बाद एसपी दिगंत आनंद ने इन सभी को सस्पेंड कर दिया है। सपी दिगंत आनंद ने बताया कि, RGHS में घोटाले को राजस्थान सरकार द्बारा सूचना प्राप्त हुई थी कि कुछ पुलिसकर्मियों ने RGHS में घोटाला किया है। इसमें 4 महिला कॉन्स्टेबल और 3 कॉन्स्टेबल को निलंबित किया गया है। इसकी जांच एडिशनल एसपी के अधिकारी द्बारा की जा रही है। हालांकि यह साफ नहीं हो पाया है कि कॉन्स्टेबल ने किस तरह का घोटाला किया है।
राजनांदगांव में श्री जैन श्वेतांबर पार्श्वनाथ मंदिर ट्रस्ट मंडल का चुनाव संपन्न हुआ। इस चुनाव में चिंतामणि पार्श्वनाथ भक्त परिवार का पूरा पैनल विजयी रहा, जिसमें भावेश बैद, अजय सिंगी, ललित भंसाली, जीवन चंद बैद और रोशन गोलछा को ट्रस्टी चुना गया। जैन बगीचा में 18 दिसंबर को सुबह 9 बजे से शाम 3 बजे तक मतदान हुआ। श्वेतांबर जैन संप्रदाय के सदस्यों ने ट्रस्ट मंडल के सदस्यों के चुनाव के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग किया। चुनाव में कुल 8 सदस्यों ने हिस्सा लिया। भावेश बैद को सबसे ज्यादा 280 मत मिले मतदान के बाद दोपहर 4 बजे से मतपत्रों की गिनती शुरू हुई। कुल 347 वोट पड़े, जिनमें से 345 वैध पाए गए और दो मतपत्र अमान्य घोषित किए गए। एक मतदाता पांच ट्रस्ट मंडल सदस्यों के लिए वोट डाल सकता था। अंतिम मतगणना में भावेश बैद को सर्वाधिक 280 मत मिले। अजय सिंगी को 264, ललित भंसाली को 251, जीवन चंद बैद को 238 और रोशन गोलछा को 229 वोट प्राप्त हुए। इस प्रकार, पांचों ट्रस्टी अपनी जीत सुनिश्चित करने में सफल रहे। वहीं, बिना पैनल के चुनाव लड़ रहे मनीष छाजेड़ को 200, निर्मल कोठारी को 24 और राजेश बैद को 87 वोट मिले, जिससे उन्हें हार का सामना करना पड़ा। जैन समाज ने इस चुनाव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया चुनाव के बाद, विजयी ट्रस्ट मंडल के पांचों सदस्यों ने श्री जैन श्वेतांबर पार्श्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के सदस्यों के साथ जुलूस निकाला। ढोल-नगाड़ों के साथ मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की गई। समाज के लोगों ने विजयी सदस्यों को बधाई दी। जैन समाज ने इस चुनाव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, जिसमें महिला और पुरुष दोनों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। अब इन पांचों ट्रस्टी सदस्यों में से एक प्रमुख ट्रस्टी बनेगा, जो समाज का प्रमुख भी रहेगा। इससे पहले, मनोज बैद प्रमुख ट्रस्टी और श्री जैन श्री संघ राजनांदगांव के अध्यक्ष थे। उनसे पहले, नरेश डाकलिया (पूर्व महापौर) प्रमुख ट्रस्टी और जैन श्री संघ के अध्यक्ष का पद संभाल चुके थे।
कुरुक्षेत्र में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता और बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की जा रही है। दैनिक भास्कर 21 दिसंबर को श्री बालाजी आरोग्यम हॉस्पिटल के सहयोग से विशाल ‘फ्री मेगा हेल्थ चेकअप कैंप’ का आयोजन कर रहा है। यह एक दिवसीय स्वास्थ्य शिविर सुबह 9:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक चलेगा। इस कैंप का उद्देश्य आम जनता को विभिन्न विशिष्ट स्वास्थ्य सेवाएं निशुल्क उपलब्ध कराना है। एक ही स्थान पर सभी सुविधाएंइस मेगा कैंप की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसे एक ही स्थान पर आयोजित किया जा रहा है, जिससे कुरुक्षेत्र और आसपास के क्षेत्रों के निवासी आसानी से इसका लाभ उठा सकेंगे। विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम करेगी जांचशिविर में आने वाले लोगों को अनुभवी डॉक्टरों द्वारा निशुल्क परामर्श, दवाइयाँ और विभिन्न टेस्ट की सुविधा दी जाएगी। यह कैंप श्री बालाजी आरोग्यम हॉस्पिटल के विशेषज्ञ डॉक्टरों की देखरेख में आयोजित किया जा रहा है। शिविर में सूचीबद्ध सभी बीमारियों से संबंधित विशेषज्ञ अपनी सेवाएं प्रदान करेंगे, जिससे लोगों को गंभीर और सामान्य दोनों प्रकार की बीमारियों की जांच कराने का अवसर मिलेगा। ‘स्वास्थ्य, आशा और खुशी की ओर’ पहल का उद्देश्यदैनिक भास्कर ने ‘स्वास्थ्य, आशा और खुशी की ओर’ के अपने मंत्र को आगे बढ़ाते हुए इस पहल की शुरुआत की है। इस कैंप का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग सहित सभी लोग विशेषज्ञ डॉक्टरों से परामर्श और समय पर जांच का लाभ उठा सकें। यह प्रयास स्वस्थ और सुरक्षित समाज के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। मुफ्त शिविर का कैसे लें लाभइच्छुक लोग शिविर के समय पर श्री बालाजी आरोग्यम हॉस्पिटल पहुंचकर इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए विज्ञापन में दिए गए संपर्क नंबरों पर या सीधे श्री बालाजी आरोग्यम हॉस्पिटल में संपर्क किया जा सकता है।
करनाल जिला जेल में बंद एक कैदी ने संदिग्ध परिस्थितियों में पजामे के नाड़े से फंदा लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। घटना से जेल परिसर में हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही पुलिस और एफएसएल टीम मौके पर पहुंची। शव को फंदे से उतारकर करनाल के मोर्चरी हाउस भिजवाया गया है। परिजनों को सूचना दे दी गई है। उनके पहुंचने के बाद पोस्टमॉर्टम कर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। आत्महत्या के कारणों का फिलहाल कोई स्पष्ट पता नहीं चल पाया है। शुक्रवार को बैरक में लटका मिला शवघटना शुक्रवार की है, जब जेल कर्मियों ने बैरक में एक कैदी का शव फंदे से लटका हुआ देखा। तुरंत इसकी सूचना उच्च अधिकारियों और पुलिस को दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और एफएसएल टीम को बुलाया गया। एफएसएल टीम की निगरानी में शव को नीचे उतारा गया। इसके बाद शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी हाउस भेज दिया गया। जेल प्रशासन और पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। कैथल से ट्रांसफर होकर आया था करनाल जेलमृतक की पहचान पंजाब के संगरूर जिले के गांव कवड़ा कोठी निवासी 25 वर्षीय गुरध्यान पुत्र महेंद्र सिंह के रूप में हुई है। वह पहले कैथल जिला जेल में बंद था, जहां से उसे करनाल जिला जेल में शिफ्ट किया गया था। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, गुरध्यान पहली बार 20 मई 2022 को करनाल जेल में आया था। इसके बाद हाल ही में बीती 2 दिसंबर को उसे दोबारा करनाल जेल लाया गया था और तभी से वह यहीं बंद था। चोरी और बिजली चोरी के 22 मामले थे दर्जपुलिस के मुताबिक, गुरध्यान के खिलाफ कैथल जिले में चोरी से जुड़े करीब 22 मामले दर्ज थे। इनमें अधिकतर मामले ट्रांसफार्मर चोरी और इलेक्ट्रिसिटी एक्ट के तहत दर्ज थे। इन सभी मामलों में वह दोषी करार दिया जा चुका था। सूत्रों के मुताबिक, कई मामलों में वह सजा पहले ही काट चुका था, जबकि कुछ मामलों में अदालतों द्वारा उसे दोषी ठहराया गया था। एक मामले में उसकी सजा कम भी की गई थी। ज्यादातर मामलों का निपटारा 2021 से 2024 के बीच हो चुका था। जेल में कोई लेबर नहीं कर रहा था कैदीजानकारी के मुताबिक जेल में गुरध्यान से किसी प्रकार की लेबर नहीं करवाई जा रही थी। वह अविवाहित था और बैरक 7-ए (क्लास-सी) में बंद था। इसी बैरक में उसका जीजा और साला भी बंद थे। बताया गया है कि जब जीजा और साला सो गए थे, उसके बाद ही गुरध्यान ने यह कदम उठाया। पुलिस और जेल प्रशासन जांच में जुटाजांच अधिकारी विनोद कुमार ने बताया कि आत्महत्या के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। मामले की गहनता से जांच की जा रही है। परिजनों को सूचना दे दी गई है और उनके आने के बाद ही पोस्टमार्टम व अन्य कानूनी प्रक्रिया पूरी की जाएगी। डीएसपी ने दी घटना की जानकारीजिला जेल डीएसपी सुरेंद्र सिंह ने बताया कि शुरुआती जानकारी के अनुसार आत्महत्या सुबह तीन बजे के बाद की गई। घटना की सूचना मिलते ही रामनगर थाना पुलिस और एफएसएल टीम को बुलाया गया। एफएसएल टीम की मौजूदगी में शव को नीचे उतारा गया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। फिलहाल किसी तरह का सुसाइड नोट नहीं मिला है और आत्महत्या के पीछे के कारणों की जांच जारी है।
सीतापुर में जनहित और स्वास्थ्य सेवाओं को सुचारु बनाए रखने के उद्देश्य से महमूदाबाद स्थित महिला अस्पताल के पास बुधवार को अवैध अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया गया। यह कार्रवाई उप जिलाधिकारी (एसडीएम) के निर्देश पर नगर पालिका क्षेत्र में की गई। अभियान के दौरान अस्पताल परिसर के आसपास किए गए अवैध कब्जों को हटाकर क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त किया गया। बताया जाता है कि प्रशासन को लगातार शिकायतें और सूचनाएं मिल रही थीं कि कुछ लोगों द्वारा महिला अस्पताल की बाउंड्री तोड़कर उसके अंदर अवैध रूप से कब्जा कर लिया गया है। इससे न केवल अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था प्रभावित हो रही थी, बल्कि मरीजों, तीमारदारों और अस्पताल स्टाफ को भी आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए एसडीएम ने तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। निर्देशों के क्रम में शुक्रवार को प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची और अवैध अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की गई। अभियान के दौरान एसडीएम के साथ तहसीलदार, नगर पालिका के अधिकारी, क्षेत्राधिकारी (सीओ), पुलिस विभाग के अधिकारी तथा संबंधित लेखपाल भी मौके पर मौजूद रहे। किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल और प्रशासनिक दल तैनात किया गया था। कार्रवाई के दौरान अवैध रूप से बनाई गई अस्थाई और स्थाई दुकानों को हटाया गया और अस्पताल की क्षतिग्रस्त बाउंड्री को मुक्त कराया गया। प्रशासन की इस सख्त कार्रवाई से अतिक्रमणकारियों में हड़कंप मच गया, वहीं स्थानीय लोगों ने इस पहल का स्वागत किया। लोगों का कहना है कि अतिक्रमण हटने से अस्पताल परिसर में सुरक्षा और साफ-सफाई व्यवस्था बेहतर होगी। प्रशासनिक अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि अवैध अतिक्रमण किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। नगर पालिका क्षेत्र में इस तरह की कार्रवाई आगे भी निरंतर जारी रहेगी। साथ ही आमजन से अपील की गई है कि वे सरकारी भूमि और सार्वजनिक स्थलों पर अतिक्रमण न करें, अन्यथा सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
महराजगंज में यूपी बोर्ड परीक्षा 2026 के लिए परीक्षा केंद्र निर्धारण की प्रक्रिया अंतिम चरण में पहुँच गई है। जिला स्तरीय समिति द्वारा सभी आपत्तियों के निस्तारण के बाद माध्यमिक शिक्षा परिषद ने जिले के लिए 104 परीक्षा केंद्रों की अंतिम सूची जारी कर दी है। इससे पहले, भौतिक सत्यापन के उपरांत बोर्ड ने 95 परीक्षा केंद्रों की एक प्रस्तावित सूची जारी की थी। इस सूची पर 4 दिसंबर तक आपत्तियां आमंत्रित की गई थीं, जिसके जवाब में कुल 67 विद्यालयों ने अपनी आपत्तियां दर्ज कराईं। समिति ने इन आपत्तियों पर विस्तार से विचार कर निस्तारण की कार्रवाई पूरी की। आपत्तियों में एक महत्वपूर्ण बिंदु यह रहा कि चार राजकीय विद्यालयों - राजकीय हाई स्कूल ऊटी खास, सेमरा चंदौली, बरडाडधानी और बसंतपुर खुर्द - ने स्वयं को परीक्षा केंद्र न बनाए जाने का अनुरोध किया था। इन विद्यालयों ने संसाधनों और व्यवस्थाओं के अभाव का हवाला देते हुए केंद्र हटाने की मांग की थी। समिति ने इन आपत्तियों को स्वीकार करते हुए संबंधित चारों विद्यालयों को परीक्षा केंद्र सूची से हटा दिया। वहीं, कुल 67 आपत्तियों में से 44 विद्यालयों ने अपने स्कूल को परीक्षा केंद्र बनाए जाने की मांग की थी। इन विद्यालयों का तर्क था कि उनके पास पर्याप्त भवन, कक्ष, फर्नीचर और अन्य आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं, इसके बावजूद उन्हें प्रारंभिक सूची में शामिल नहीं किया गया था। इसके अतिरिक्त, 11 विद्यालयों ने परीक्षा केंद्र की दूरी को लेकर आपत्ति जताई थी, यह तर्क देते हुए कि दूर स्थित केंद्र होने से परीक्षार्थियों को अनावश्यक कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। आठ विद्यालयों ने छात्र धारण क्षमता से अधिक परीक्षार्थियों के आवंटन पर आपत्ति दर्ज कराई थी, जिससे परीक्षा संचालन प्रभावित होने की आशंका व्यक्त की गई थी। जिला स्तरीय समिति द्वारा सभी बिंदुओं पर विचार करने के बाद संशोधित प्रस्ताव बोर्ड को भेजा गया। इसी आधार पर माध्यमिक शिक्षा परिषद ने 13 नए विद्यालयों को परीक्षा केंद्र के रूप में शामिल करते हुए कुल केंद्रों की संख्या 104 कर दी। जिला विद्यालय निरीक्षक प्रदीप कुमार शर्मा ने बताया कि सभी आपत्तियों का नियमानुसार निस्तारण कर दिया गया है और अंतिम सूची बोर्ड द्वारा जारी कर दी गई है। अब इसी सूची के आधार पर यूपी बोर्ड परीक्षा 2026 का आयोजन किया जाएगा।
कानपुर की पॉश इलाकों में अवैध रूप से कब्जा करके दुकान चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की। नगर निगम की टीम ने फुटपाथ को घेरकर कब्जा करने वालों और दुकान चलाने वालों पर शुक्रवार को नगर निगम ने अभियान चलाया। स्वरूप नगर, आर्यनगर और आसपास के क्षेत्र में अभियान चलाकर अवैध रूप से चलने वाली दुकानों को हटवाया। इसके साथ ही लोगों को चेतावनी दी गई कि वह दुबारा इस क्षेत्र में अवैध रूप से अतिक्रमण करने की कोशिश न करें। वहीं नगर निगम की कार्रवाई से पूरे इलाके में खलबली मच गई। अवैध होर्डिंग बैनर भी हटवाए गए नगर निगम ने अपने अभियान के दौरान अवैध दुकानों को हटवाने के साथ ही पॉश कालोनियों में अवैध होर्डिंग, बैनर और बोर्ड भी हटवाए। कई जगहों पर स्थाई रूप से बोर्ड लगवा दिए गए थे, जो शहर की सुंदरता को खिलाफ कर रहे थे और नियमों को ताक पर रखकर लगवाए गए थे। निगम के सचल दल के साथ आई टीम की कार्रवाई देखकर अवैध दुकानदार खुद ही अपनी दुकानें हटाने लगे। वहीं जहां पर दुकानें चल रही थी, उन्हें तत्काल हटवाया गया। वहीं अवैध अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ जुर्माने की कार्रवाई भी की जाएगी, जिससे कि वह दुबारा ऐसा करने की कोशिश न करें। यातायात भी होता है बाधित शहर के भीड़भाड़ वाले इलाकों में लगने वाली अवैध दुकानों और कब्जों के कारण शहर का यातायात भी बाधित होता है। जिसके कारण लोगों को घंटो जाम में फंसकर इंतजार करना पड़ता है। ऐसे में अधिकारियों ने अतिक्रमण को हटवाया, जिससे कि आमजनों को परेशान न होना पड़े। दुबारा अतिक्रमण हुआ तो होगी कार्रवाई नगर आयुक्त अर्पित उपाध्याय ने बताया कि नगर निगम की टीमें लगातार शहर में अभियान चलाकर अवैध अतिक्रमण को हटवा रही हैं। लोगों को अल्टीमेटम भी दिया जा रहा है कि वह दुबारा अतिक्रमण न करें। इसके बाद भी अगर कोई व्यक्ति दुबारा कब्जा करता है तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
देश के अमर शहीद और स्वतंत्रता सेनानी पंडित रामप्रसाद बिस्मिल की 98वीं पुण्यतिथि बुधवार को पूरे जिले में श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाई जा रही है। इस अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा स्थानीय अवकाश घोषित किया गया, जिससे शासकीय कार्यालय और शैक्षणिक संस्थान बंद रहे। सुबह बीटीआई परिसर स्थित पंडित रामप्रसाद बिस्मिल मंदिर पर पूजा-अर्चना की गई। इसके बाद कलेक्टर लोकेश कुमार जांगिड़ की अध्यक्षता में श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित हुआ। कलेक्टर ने बिस्मिल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत की और उनके जीवन व बलिदान को याद किया। निबंध प्रतियोगिता के विजेता छात्र-छात्राएं सम्मानित जिला शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित निबंध लेखन प्रतियोगिता में चयनित पांच छात्र-छात्राओं को कार्यक्रम के दौरान पुरस्कृत किया गया। प्रथम पुरस्कार 11 हजार रुपये गौरी गुप्ता (कक्षा 12वीं, शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पोरसा) को मिला। द्वितीय पुरस्कार 7 हजार रुपये दिव्यांशी शर्मा, तृतीय 5 हजार रुपये प्राची तोमर, चतुर्थ 2100 रुपये आंशिक शर्मा और पंचम 1100 रुपये तपस्या परमार को प्रदान किए गए। मंदिर से निकली मशाल रैली, गृह गांव में होगा समापन श्रद्धांजलि कार्यक्रम के बाद बिस्मिल मंदिर से मशाल जलाकर रैली का शुभारंभ किया गया। यह रैली बिस्मिल चौराहा, न्यू हाउसिंग बोर्ड, रामप्रसाद बिस्मिल संग्रहालय और बड़े गांव अंबाह होते हुए बिस्मिल के गृह गांव बरवाई पहुंचेगी। रैली का समापन शाम 5 बजे शहीद रामप्रसाद बिस्मिल पार्क में होगा, जहां विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर की अध्यक्षता में कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
अलवर के शिवाजी पार्क थाना पुलिस ने कांग्रेस नेता संदीप ओला पर हुए हमले के मामले में पूर्व मंत्री हेमसिंह भडाणा के बेटे सुरेंद्र भडाणा और उसके दो साथियों को धारा 151 में गिरफ्तार किया है। तीनों आरोपियों को शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा। दरअसल, गुरुवार दोपहर करीब साढ़े 12 बजे सुरेंद्र भडाणा ने फोन कर कांग्रेस नेता संदीप ओला को हासन खां पेट्रोल पंप पर बुलाया था। वहां उसने शराब पीने के लिए पैसे मांगे। जब संदीप ओला ने पैसे देने से मना कर दिया, तो सुरेंद्र ने अपने साथियों के साथ मिलकर लाठी-डंडों से उन पर हमला कर दिया। हमले में संदीप ओला बेहोश हो गए, जिन्हें आरोपी मौके पर छोड़कर फरार हो गए। इसके बाद वहां से गुजर रहे एक कार चालक ने संदीप ओला को जिला अस्पताल पहुंचाया। हमले में संदीप ओला के हाथ, पैर और नाक पर चोटें आईं। होश में आने के बाद उन्होंने शिवाजी पार्क थाने में सूचना दी। सूचना मिलने पर पुलिस अस्पताल पहुंची, पीड़ित के बयान दर्ज किए और शाम को रिपोर्ट दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू की। पुलिस ने मुख्य आरोपी सुरेंद्र भडाणा को उसके साथियों सहित किशनगढ़बास क्षेत्र से दस्तयाब किया। फिलहाल पुलिस ने तीनों आरोपियों को धारा 151 में गिरफ्तार किया है। आगे की कार्रवाई पीड़ित की मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद की जाएगी। एडिशनल एसपी गोपीनाथ शरण कांबले ने बताया कि इस मामले में मुख्य आरोपी सुरेंद्र भडाणा सहित उसके कई साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और मामले की जांच जारी है। मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में संदीप ओला ने कुल 5 नामजद और 8 अन्य आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दी है। नामजद आरोपियों में सुरेंद्र भडाणा, नथ्थू खटीक, सचिन पटेल, सचिन चावड़ा और अज्जू खान शामिल हैं। पुलिस ने मारपीट, लूट और तोड़फोड़ की धाराओं में मामला दर्ज किया है।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता शुक्रवार को एक दिवसीय दौरे पर झुंझुनूं पहुंचीं। मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद अपने झुंझुनूं आगमन के दौरान उन्होंने विश्व प्रसिद्ध राणी सती मंदिर में मत्था टेका और प्रदेश की खुशहाली एवं समृद्धि के लिए विशेष पूजा-अर्चना की। मुख्यमंत्री सड़क मार्ग से दिल्ली से रवाना होकर झुंझुनूं पहुंची थीं।जिला कलेक्टर अरुण गर्ग, पुलिस अधीक्षक (SP), बृजेश ज्योति उपाध्याय, अतिरिक्त जिला कलेक्टर (ADM) अजय आर्य, उपखंड अधिकारी (SDM), कौशल्या विश्नोई ने अगवानी की। मंदिर में विधि-विधान से की पूजा राणी सती मंदिर पहुंचने पर मंदिर ट्रस्ट की ओर से मुख्यमंत्री का स्वागत किया गया। उन्होंने मंदिर के गर्भगृह में दर्शन किए और पंडितों के सानिध्य में मंत्रोच्चार के साथ पूजा संपन्न की। दर्शन के दौरान मुख्यमंत्री ने मंदिर की स्थापत्य कला और व्यवस्थाओं की सराहना भी की। भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने किया स्वागत झुंझुनूं पहुंचने पर राजेंद्र भांबू, विधायक, हर्षिनी कुलहरी, भाजपा जिला अध्यक्ष मनीष अग्रवाल व राजकुमार मोरवाल ने स्वागत किया। प्रशासनिक अमला रहा मुस्तैद मुख्यमंत्री के दौरे को देखते हुए जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। प्रोटोकॉल और एस्कॉर्ट के लिए विशेष अधिकारियों की तैनाती की गई थी। फतेहपुर के लिए हुईं रवाना राणी सती मंदिर में दर्शन और कार्यकर्ताओं से संक्षिप्त मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का काफिला फतेहपुर (सीकर) के लिए रवाना हो गया। प्रशासन ने झुंझुनूं से फतेहपुर बॉर्डर तक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित किए थे।
कटनी-सिंगरौली रेल खंड पर बरही थाना क्षेत्र के ग्राम गढ़ौहा के पास गुरुवार सुबह रेलवे ट्रैक पर एक युवक का क्षत-विक्षत शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। प्रारंभिक जांच में युवक के कानों में हेडफोन लगे मिले, जिससे ट्रेन की चपेट में आने से मौत की आशंका जताई जा रही है। एक दिन पहले ही गांव लौटा था मृतक की पहचान अंकित विश्वकर्मा (20), निवासी ग्राम गढ़ौहा, के रूप में हुई है। वह कटनी में काम करता था और एक दिन पहले ही अपने गांव लौटा था, लेकिन रात में घर नहीं पहुंचा। सुबह ट्रैक पर शव मिलने की सूचना मिलते ही परिजन मौके पर पहुंचे, जहां परिवार में शोक की लहर फैल गई। कानों में लगे थे हेडफोन घटना की सूचना पर बरही थाना पुलिस मौके पर पहुंची। उप निरीक्षक शैलेंद्र सिंह ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पंचनामा कार्रवाई की गई है और मर्ग कायम कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पुलिस के अनुसार युवक के कानों में हेडफोन लगे थे। आशंका है कि संगीत सुनने या फोन पर बात करने के दौरान युवक को ट्रेन की आवाज नहीं सुनाई दी और वह हादसे का शिकार हो गया। थाना प्रभारी ने बताया- कि प्रथम दृष्टया यह मामला ट्रेन से टकराने का लग रहा है, हालांकि आत्महत्या के पहलू से भी जांच की जा रही है।
मैनपुरी जनपद के थाना बिछवां क्षेत्र के जसरऊ गांव में दबंगों द्वारा कृषि भूमि पर अवैध कब्जे का मामला सामने आया है। पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया है कि गांव के कुछ लोग उनकी कृषि भूमि पर जबरन कब्जा कर रहे हैं। इस मामले में पीड़ित परिवार ने जिलाधिकारी से न्याय की गुहार लगाई है। पीड़ित सुधीर सिंह के अनुसार, उनकी कुल 12 बिस्वा जमीन पर पहले ही कब्जा कर लिया गया था। अब शेष 4 बिस्वा भूमि पर भी अवैध कब्जे का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि श्रीकृष्णा, गिरीश बाबू, राजू और लक्ष्मण नामक व्यक्ति जबरन खेत में घुसकर कब्जा कर रहे हैं। जब पीड़ित परिवार ने इसका विरोध किया, तो कथित दबंगों ने उनके साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी भी दी। पीड़ित ने बताया कि उन्होंने इस मामले की शिकायत पहले थाना बिछवां पुलिस से की थी। हालांकि, पुलिस अवैध कब्जा रोकने में विफल रही। कोई कार्रवाई न होने के कारण पीड़ित परिवार को एसपी कार्यालय और अन्य अधिकारियों के पास न्याय की उम्मीद में जाना पड़ा। पीड़ित परिवार का कहना है कि वे पिछले लगभग एक साल से तहसील, थाना और जिला स्तर के अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं। इसके बावजूद उन्हें अब तक कोई ठोस राहत नहीं मिल पाई है। मामला जिलाधिकारी तक पहुंचने के बाद, डीएम ने पीड़ित को निष्पक्ष जांच और न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है। जिलाधिकारी ने कहा कि पूरे प्रकरण की जांच कराई जाएगी और यदि आरोप सही पाए जाते हैं, तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पीड़ित परिवार अब प्रशासन से जल्द कार्रवाई की उम्मीद कर रहा है, ताकि उनकी जमीन से अवैध कब्जा हटाया जा सके और उन्हें न्याय मिल सके।
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के नगर पंचायत मरवाही में शराब दुकान हटाने की मांग को लेकर महिलाओं ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है। महिलाओं ने इस मामले में मरवाही एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है। महिलाओं का आरोप है कि शराब दुकान के कारण उनके मोहल्ले में आए दिन सड़क दुर्घटनाएं होती रहती हैं। इसके अलावा, शराबी महिलाओं से अभद्रता भी करते हैं। उन्होंने बताया कि वे पहले भी कई बार शासन-प्रशासन से शराब दुकान हटाने की मांग कर चुकी हैं। लेकिन अब तक इस समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांग जल्द पूरी नहीं की गई, तो वे बड़े पैमाने पर प्रदर्शन करेंगी। उनका कहना है कि वे अपने मोहल्ले को शराबियों से मुक्त कराना चाहती हैं, ताकि उनके बच्चे सुरक्षित माहौल में पल-बढ़ सकें। कोटमी कला में स्मार्ट कैमरे से भारी चालान गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के कोटमी कला में लगाया गया एक स्मार्ट कैमरा ग्रामीणों के लिए परेशानी का कारण बन गया है। पेंड्रा से कोरबा जाने वाले मुख्य मार्ग पर लगे इस कैमरे के कारण पिछले 15 दिनों में हजारों रुपए के डिजिटल चालान कट चुके हैं, जिससे ग्रामीणों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। ग्रामीणों को इन चालानों की जानकारी तब मिली जब उनके मोबाइल पर धड़ाधड़ मैसेज आने लगे। कई लोगों को 5 हजार से लेकर 15 हजार रुपए तक के चालान मिले हैं। कुछ ग्रामीणों का कहना है कि उनके पुराने वाहन की कीमत भी इतनी नहीं है, जितना चालान कट गया है। कैमरे लगने की जानकारी नहीं थी- ग्रामीण ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें कैमरे के लगने की जानकारी नहीं थी और न ही इसके उद्देश्य के बारे में बताया गया। वे रोजमर्रा की तरह खेतों या दुकानों पर जा रहे थे। उनका आरोप है कि विभाग को पहले सूचना देनी चाहिए थी। यदि मुनादी कराई जाती या बोर्ड लगाए जाते, तो वे अपने कागजात दुरुस्त कर लेते या हेलमेट पहनकर निकलते। ग्रामीणों का कहना है कि यह समस्या तकनीकी नहीं, बल्कि सूचना के अभाव की है। नियमानुसार, किसी भी नए डिजिटल निगरानी तंत्र को शुरू करने से पहले स्थानीय स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जाना चाहिए। हालांकि, ग्रामीणों का आरोप है कि उन्हें इस बारे में अंधेरे में रखा गया। फिलहाल, घर से निकलते ही यह कैमरा सक्रिय हो जाता है और बिना हेलमेट या अधूरे कागजात पर तुरंत डिजिटल चालान काट रहा है, जिससे ग्रामीणों में भारी नाराजगी है।
कोहरे के कारण चार ट्रेनें रद्द:जौनपुर में कई ट्रेनें घंटों देरी से पहुंचीं, यात्रियों को हुई परेशानी
जौनपुर में घने कोहरे के कारण ट्रेनों का परिचालन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। कोहरे के चलते चार ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं, जबकि कई अन्य ट्रेनें निर्धारित समय से घंटों देरी से चल रही हैं। यात्रियों को इस कारण काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। रद्द की गई ट्रेनों में 18104 अमृतसर से टाटानगर टाटा एक्सप्रेस, 14214 बहराइच से वाराणसी इंटरसिटी, 18103 टाटानगर से अमृतसर और 14213 वाराणसी से बहराइच इंटरसिटी शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, कई अन्य ट्रेनें भी देरी से जौनपुर स्टेशन पहुंचीं। इनमें वाराणसी से लखनऊ इंटरसिटी (04217) आधे घंटे, अहमदाबाद से वाराणसी साबरमती एक्सप्रेस (19167) दो घंटे, आनंद विहार से एक्सप्रेस (01418) 45 मिनट और सूरत से छपरा ताप्तीगंगा एक्सप्रेस (19045) दो घंटे की देरी से शामिल हैं। इसी क्रम में, लोकमान्य तिलक से गोंडा गोदान एक्सप्रेस (11055) डेढ़ घंटे, बालूरघाट भटिंडा फरक्का एक्सप्रेस (15743) चार घंटे, हावड़ा से देहरादून दून एक्सप्रेस (13009) आधा घंटा और देहरादून से हावड़ा दून एक्सप्रेस 45 मिनट की देरी से पहुंचीं। इस बीच, घने कोहरे के कारण होने वाली दुर्घटनाओं से बचाव के लिए रोडवेज बसों के लिए भी विशेष एडवाइजरी जारी की गई है। एआरएम ममता दुबे ने चालकों और परिचालकों की विशेष काउंसलिंग की है। उन्हें निर्देश दिए गए हैं कि घना कोहरा होने पर बसों को पेट्रोल पंप या अन्य सुरक्षित स्थानों पर रोक दिया जाए और स्थिति सामान्य होने पर ही यात्रा आगे बढ़ाई जाए।
डीडवाना-कुचामन पुलिस ने वांछित अपराधियों के खिलाफ अपनी कार्रवाई जारी रखते हुए एक स्थायी वारंटी को पकड़ा है। परबतसर थाना पुलिस ने दीपेन्द्र सिंह नामक आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। यह कार्रवाई डीडवाना-कुचामन जिले की पुलिस अधीक्षक ऋचा तोमर के निर्देशन में की गई। इसमें अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक परबतसर नेमीचंद खारिया और वृत्ताधिकारी मकराना विक्की नागपाल का निकटतम पर्यवेक्षण रहा। परबतसर थानाधिकारी सुमन बुंदेला के नेतृत्व में टीम ने इस गिरफ्तारी को अंजाम दिया। गिरफ्तार आरोपी की पहचान दीपेन्द्र सिंह (25) पुत्र रामसिंह राजपूत के रूप में हुई है। वह हुलदानी, पुलिस थाना बडू, जिला डीडवाना-कुचामन का निवासी है। इस कार्रवाई में थानाधिकारी सुमन बुंदेला के साथ विनोद कुमार, कॉन्स्टेबल संदीप और कॉन्स्टेबल करणसिंह शामिल थे। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने और फरार व वांछित अपराधियों की धरपकड़ के लिए भविष्य में भी इसी तरह की सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
कंडक्टर-ड्राइवर के झगड़े से हरियाणा रोडवेज बस खाई में उतरी:पोकरण से सिरसा आ रही थी बस, दोनों सस्पेंड
सिरसा में हरियाणा रोडवेज की एक बस कंडक्टर और ड्राइवर के बीच हुए झगड़े के कारण सड़क से नीचे उतर गई और क्षतिग्रस्त हो गई। यह घटना राजस्थान के पोकरण से सिरसा आ रही बस में हुई। विवाद के बाद दोनों को निलंबित कर दिया गया है। हालांकि, यात्रियों को चोट लगने की जानकारी अभी सामने नहीं आई है। जानकारी के अनुसार, बस में सवारियों को उतारने और बस रोकने को लेकर कंडक्टर और ड्राइवर के बीच विवाद हुआ था। यह झगड़ा इतना बढ़ गया कि बस अनियंत्रित होकर सड़क से नीचे उतर गई। इस बीच बस स्टैंड इंचार्ज ने बस में चौपटा से सिरसा जाने वाली रूट की कुछ सवारियां बस में चढा दी। इस पर ड्राइवर भड़क गया और कंडक्टर व उसके बीच झगड़ा हो गया। इसके चलते सवारियां नीचे उतर गई। दोनों बस लेकर चौपटा से सिरसा के लिए चल दिए। रास्ते में दड़बा के पास आकर दोनों झड़प ज्यादा हो गई और बस रोड से नीचे खेतों में जा उतरी। बताया गया है कि इससे पहले बीकानेर के अर्जुनसर शहर में भी दोनों के बीच झगड़ा हुआ था। इसके बाद वे बस लेकर सिरसा के चौपटा पहुंचे, जहां सवारियों को लेकर एक बार फिर विवाद हो गया।
यमुनानगर के सढौरा में सिलाई मशीन रिपेयर की दुकान पर हथियारों के साथ लूटपाट करने वाले नकाबपोश बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सभी आरोपी आपस में दोस्त हैं और योजना बनाकर मौज मस्ती करने व नए हथियार खरीदने के लिए वारदात को अंजाम दिया था। आरोपियों की पहचान कार्तिक उर्फ पहाड़ी, हर्ष कुमार, रोहित कुमार निवासी सढौरा, निखिल व हर्ष निवासी गांव भट्टू वाला, मोहित निवासी गांव संधाय, गुरप्रीत निवासी चंगनौली व दलीप निवासी गांव हडतान के रूप में हुई है। एक आरोपी अभी फरार है। पकड़े गए सभी आरोपियों काे आज कोर्ट में पेश कर पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया जाएगा। सीसीटीवी में रिकॉर्ड हुई वारदात मामले की जानकारी देते हुए डीएसपी रजत गुलिया ने बताया कि सोमवार को सढौरा के सर्राफा बाजार में दोपहर के समय कई नकाबपोश बदमाशों ने सिलाई मशीन रिपेयर शॉप पर हथियारों के साथ पहुंचे थे। उनके पास गंडासियां व तेजधार हथियार थे। बदमाशों ने पहले तो ग्राहकों को धमकाकर दुकान से बाहर निकाला और फिर गले में पड़े सात-आठ हजार रूपए लूट लिए थे। वारदात को अंजाम देने के बाद सभी बदमाश हथियारों को हवा में लहराते हुए वहां से फरार हो गए थे। यह वारी वारदात सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गई थी। पुलिस ने शॉप के मालिक विनोद कुमार की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की। आरोपियों की उम्र 19 से 21 साल आरोपियों को पकड़े के लिए सीआईए-1 के राज कुमार निर्देशन में टीम गठित, जिसमें एसआई सुखदेव सिंह, एएसआई आजाद सिंह, बृजपाल, अमरजीत सिंह, मुकेश कुमार, प्रमोद, जगीर सिंह शामिल रहे। टीम ने जांच के दौरान पूछताछ करने पर सीसीटीवी के आधार पर आरोपियों की पहचान कर उन्हें गांव तुंबी से गिरफ्तार किया। पकड़े गए आठ आरोपियों में कार्तिक उर्फ पहाड़ी, हर्ष कुमार, रोहित कुमार निवासी सढौरा, निखिल व हर्ष निवासी गांव भट्टू वाला, मोहित निवासी गांव संधाय, गुरप्रीत निवासी चंगनौली व दलीप निवासी गांव हडतान शामिल हैं। एक आरोपी अभी भी फरार चल रहा है। सभी आरोपियों की उम्र 19-21 साल है। आईटीआई में बने थे दोस्त डीएसपी ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे सभी आईटीआई में एक साथ पढ़ा करते थे और आपस में दोस्त हैं। उन्होंने मिलकर इस लूट की योजना बनाई थी, जिसका मास्टर माइंड कार्तिक उर्फ पहाड़ी था। उन्होंने मौज मस्ती करने व नए हथियार खरीदने के लिए इस वारदात को अंजाम दिया। डीएसपी ने बताया कि सभी आरोपियों कोई आपराधिक रिकाॅर्ड नहीं हैं। ये किसी गैंग से जुड़कर या किसी के कहने पर यह वारदात कर रहे थे इस बारे अभी पूछताछ की जा रही है। आरोपियों को कोर्ट में पेश करके आगामी पूछताछ के लिए रिमांड मांगा जाएगा।
अम्बेडकरनगर में कोहरे का असर:20 दिसंबर तक सभी स्कूल बंद रहेंगे, डीएम ने जारी किया आदेश
अम्बेडकरनगर में कड़ाके की ठंड और घने कोहरे के कारण जिला प्रशासन ने महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। जिले में कक्षा 1 से 12 तक के सभी सरकारी और गैर-सरकारी विद्यालयों को 20 दिसंबर को बंद रखने का आदेश जारी किया गया है। यह आदेश सभी बोर्डों के विद्यालयों पर समान रूप से लागू होगा। जिलाधिकारी अनुपम शुक्ला ने बताया कि पिछले तीन दिनों से जिले में ठंड लगातार बढ़ रही है। सुबह के समय घना कोहरा छाए रहने से दृश्यता काफी कम हो जाती है, जिससे स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। उन्होंने बताया कि मौसम की गंभीरता को देखते हुए पहले विद्यालयों के समय में परिवर्तन किया गया था। हालांकि, स्थिति में सुधार न होने के कारण अब एक दिन के लिए पूर्ण अवकाश घोषित करने का निर्णय लिया गया है। ठंढ को देखकर लिया गया फैसला जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि सभी विद्यालयों को इस आदेश का कड़ाई से पालन करना होगा। आदेश की अवहेलना करने वाले किसी भी विद्यालय के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन लगातार मौसम की स्थिति पर नजर बनाए हुए है और आवश्यकतानुसार आगे भी निर्णय लिए जाएंगे। बढ़ती ठंड से आम जनजीवन भी प्रभावित हो रहा है। सुबह-शाम लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं और सड़कों पर यातायात धीमा पड़ गया है। प्रशासन ने लोगों से ठंड से बचाव के उपाय करने और अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलने की अपील की है।
पलवल जिले के उपमंडल हथीन के एसडीएम अप्रतिम सिंह ने खंड हथीन के फिरोजपुर राजपूत गांव स्थित एक आंगनबाड़ी केंद्र का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने केंद्र पर उपलब्ध व्यवस्थाओं, साफ-सफाई, पोषण आहार की गुणवत्ता और रजिस्टरों की गहनता से जांच की। मानकों अनुसार भोजन तैयार करने के निर्देश निरीक्षण के दौरान, एसडीएम ने गर्भवती महिलाओं, धात्री माताओं और बच्चों के लिए तैयार किए जा रहे पोषण आहार को स्वयं चखकर उसकी गुणवत्ता का परीक्षण किया। उन्होंने भोजन की गुणवत्ता, स्वच्छता और पौष्टिकता को संतोषजनक पाया। एसडीएम ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को मानकों के अनुसार भोजन तैयार करने के निर्देश दिए। एसडीएम ने गर्भवती महिलाओं और बच्चों के टीकाकरण से संबंधित रजिस्टरों की भी गहन जांच की। सभी टीकाकरण रिकॉर्ड अद्यतन और सही पाए गए। टीकाकरण को लेकर नहीं होनी चाहिए लापरवाही उन्होंने स्वास्थ्य विभाग और आंगनबाड़ी स्टाफ द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की। एसडीएम ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका को निर्देश दिए कि बच्चों और गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य, पोषण और टीकाकरण को लेकर किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं का लाभ पात्र लाभार्थियों तक पूरी पारदर्शिता और समयबद्ध तरीके से पहुंचे। बच्चों के सर्वांगीण विकास की नींव केंद्र उन्होंने जोर दिया कि आंगनबाड़ी केंद्र बच्चों के सर्वांगीण विकास की नींव होते हैं, इसलिए इन केंद्रों पर स्वच्छ वातावरण, नियमित पोषण आहार वितरण और समय पर टीकाकरण अत्यंत आवश्यक है। एसडीएम ने चेतावनी दी कि भविष्य में भी ऐसे औचक निरीक्षण जारी रहेंगे और किसी भी प्रकार की अनियमितता पाए जाने पर संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। निरीक्षण के दौरान संबंधित विभागों के कर्मचारी भी उपस्थित थे।
चंडीगढ़ में चल रहे हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान बहादुरगढ़ विधानसभा क्षेत्र में तेजी से हो रहे विकास कार्यों को लेकर विधायक राजेश जून ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी एवं राज्य सरकार का आभार व्यक्त किया। सदन में बोलते हुए विधायक राजेश जून ने बहादुरगढ़ हल्के के सर्वांगीण विकास की सराहना की और क्षेत्र से जुड़ी कई महत्वपूर्ण एवं जनहित से संबंधित मांगें मुख्यमंत्री के समक्ष रखीं। ड्रेन के फेज-2 में रिटेनिंग वॉल का निर्माण विधायक राजेश जून ने सदन को अवगत कराया कि पिछली बरसात के दौरान शहर में जलभराव की स्थिति अत्यंत खराब हो गई थी। इससे निजात दिलाने के लिए मुंगेशपुर ड्रेन तथा वेस्ट जुआ ड्रेन के फेज-2 में रिटेनिंग वॉल का निर्माण किया जाना आवश्यक है। साथ ही वेस्ट जुआ ड्रेन के फेज-1 और फेज-2 को शीघ्र पूरा कराने तथा नॉर्दर्न बाईपास को पूर्ण रूप देने के लिए इस ड्रेन को आसौदा से आगे केएमपी/एनएच-8 से जोड़ने के लिए फेज-3 का प्रस्ताव तैयार करने की मांग भी रखी गई। 20 गांवों में स्थायी पाइपलाइन डाली जाए विधायक ने सदन में बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में खेतों के बरसाती पानी की निकासी के लिए करीब 20 गांवों में स्थायी पाइपलाइन डाली जाए, जिससे किसानों को हर वर्ष होने वाली परेशानी से राहत मिल सके। इसके अलावा दिल्ली से हरियाणा की एंट्री पर एक भव्य और आकर्षक वेलकम गेट के निर्माण की मांग भी सदन में उठाई गई। विधायक राजेश जून ने बहादुरगढ़ मेट्रो लाइन को आसौदा मोड़ तक बढ़ाने, बहादुरगढ़ सब-डिवीजन को जिला बनाए जाने तथा हल्के के सभी खेल स्टेडियमों को पर्याप्त बजट उपलब्ध कराने का मुद्दा भी प्रमुखता से रखा। स्टेडियम को नगर परिषद को सौंपने की मांग विधायक ने शहर के अंबेडकर स्टेडियम को नगर परिषद में ट्रांसफर करने की मांग की गई, ताकि खेल सुविधाओं का बेहतर विकास हो सके। इसके अलावा बहादुरगढ़ ओमेक्स सिटी को नगर परिषद में शामिल करने, शहर में पीने के पानी की मात्रा बढ़ाने तथा मास्टर प्लान-2021 के तहत लंबित सभी सड़कों के निर्माण की मांग भी सदन में रखी गई। लाइन पार क्षेत्र में स्थित तीन रेलवे फाटकों पर आरओबी या आरयूबी बनाए जाने की मांग करते हुए विधायक ने कहा कि इससे यातायात व्यवस्था सुचारु होगी और दुर्घटनाओं में कमी आएगी। सीएम नायब सैनी ने विधायक राजेश जून को आश्वासन दिया कि बहादुरगढ़ विधानसभा क्षेत्र के लिए प्रस्तावित सभी विकास परियोजनाओं को चरणबद्ध मंजूरी दी जाएगी। क्षेत्र के समग्र विकास में किसी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य हर विधानसभा क्षेत्र का संतुलित और सर्वांगीण विकास सुनिश्चित करना है। विधायक राजेश जून ने मुख्यमंत्री के आश्वासन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि आने वाले समय में बहादुरगढ़ नई ऊंचाइयों को छुएगा।
अमेठी में महिला की करंट लगने से मौत:बाल्टी में पानी गर्म करते समय हुआ हादसा
अमेठी के शुकुल बाजार थाना क्षेत्र के सत्थिन विशंभर पट्टी गांव में गुरुवार शाम एक 42 वर्षीय महिला की करंट लगने से मौत हो गई। महिला बाल्टी में पानी गर्म कर रही थी, तभी यह हादसा हुआ। मृतका की पहचान रामकली, पत्नी स्वामी नाथ के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार, रामकली अपने घर पर बाल्टी में पानी गर्म कर रही थीं। इसी दौरान अचानक पानी में बिजली का करंट उतर आया, जिसकी चपेट में वह आ गईं। हादसे के बाद परिजनों ने उन्हें तत्काल जगदीशपुर ट्रामा सेंटर पहुंचाया। हालांकि, डॉक्टरों ने जांच के बाद रामकली को मृत घोषित कर दिया। यह घटना गुरुवार शाम करीब साढ़े छह बजे की बताई जा रही है। मृतका के परिवार में एक पुत्र हरिओम और एक पुत्री शिवानी हैं। परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया है।इस संबंध में शुकुल बाजार थाना प्रभारी विवेक वर्मा ने बताया कि अभी तक घटना की कोई लिखित सूचना प्राप्त नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि तहरीर मिलने पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
रेवाड़ी में ऑनलाइन पॉलिसी के विरोध में यूनिट स्तर पर बिजली कर्मचारियों का प्रदर्शन तीसरे दिन भी जारी रहा। रेवाड़ी में कर्मचारियों ने एसडीओ को ज्ञापन सौंपकर ऑनलाइन पॉलिसी वापस लेने की मांग की। कर्मचारियों ने रेवाड़ी, बावल, कोसली और धारूहेड़ा में प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। ज्ञापन सौंपने के बाद कर्मचारी नेताओं ने आगामी आंदोलन के लिए बैठक बुलाई है। जिसमें 23 दिसंबर को सर्कल स्तर पर होने वाली आंदोलन की रूपरेखा बनाने के साथ आंदोलन की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जाएगा। जिसमें आंदोलन को सफल बनाने के लिए कर्मचारियों को अलग अलग जिम्मेदारी सौंपी जाएंगी।जनता की परेशानी के लिए निगम जिम्मेदारधरने के दौरान कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कर्मचारी नेताओं ने कहा कि यूनिट स्तर पर तीन दिन चले धरने से आमजन को हुई परेशानी के लिए निगम प्रबंधन जिम्मेदार है। कर्मचारियों में ऑनलाइन पॉलिसी के खिलाफ आक्रोश के चलते धरना प्रदर्शन करने के लिए विवश होना पड़ा। जिसके खिलाफ ज्ञापन सौंपकर वापस लेने की मांग की गई है। बावल, धारूहेड़ा और कोसली में भी प्रदर्शनऑनलाइन पॉलिसी के विरोध में बिजली कर्मचारियों ने रेवाड़ी के अलावा बावल, कोसली और धारूहेड़ा में भी प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने सुबह 10 से 12 बजे तक धरना प्रदर्शन कर ट्रॉसफर पॉलिसी को वापस लेने की मांग की। कर्मचारियों ने सभी जगह सरकार और निगम मैनेजमेंट के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शन के दौरान प्रधान सोमदत्त, अवधेश कुमार, जगबीर सिंह, विनोद कुमार, विजय कुमार, अजीत, मनजीत इत्यादि मौजूद रहे।
दरभंगा में पुलिस-जनता के बीच मैत्रीपूर्ण माहौल बनाने और आपसी समन्वय को मजबूत करने के उद्देश्य से संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। शुक्रवार को बहादुरपुर, केवटी और बहेड़ी थाना परिसर में जनसंवाद कार्यक्रम आयोजित किए गए। जहां आम लोगों ने खुलकर अपनी समस्याएं रखीं। बहादुरपुर थाना में एसएसपी का जनसंवाद बहादुरपुर थाना परिसर में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम में एसएसपी जगुनाथ रेड्डी ने जनप्रतिनिधियों और स्थानीय लोगों से सीधा संवाद किया। इस दौरान थाना क्षेत्र में नशाखोरी, चोरी, तस्करी, अवैध हथियार और साइबर ठगी जैसी घटनाओं पर प्रभावी रोक को लेकर विस्तार से चर्चा हुई। स्थानीय लोगों ने युवाओं में बढ़ती नशे की लत पर गंभीर चिंता जताते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की। चोरी की घटनाओं को देखते हुए रात्रि गश्ती और पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाने की बात रखी गई। एसएसपी ने लोगों को इमरजेंसी में 112 डायल सेवा की जानकारी दी। साइबर अपराध से बचाव के उपाय भी बताए। संदिग्ध गतिविधि, अवैध शराब या हथियार से जुड़ी सूचना तुरंत पुलिस को देने की अपील की। ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके। केवटी थाना में पहली बार जनसंवाद केवटी थाना परिसर में सिटी एसपी अशोक कुमार चौधरी की मौजूदगी में पहली बार जनसंवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। सिटी एसपी ने कहा कि अब यह कार्यक्रम हर महीने होगा, ताकि नागरिकों की समस्याओं का थाना स्तर पर ही समाधान किया जा सके। छोटी-छोटी सामाजिक समस्याओं के लिए अब कोर्ट जाने की जरूरत नहीं होगी, ऐसे मामलों का समाधान थाना पर ही किया जाएगा। जिससे समय और खर्च दोनों की बचत होगी। जनसंवाद में लोगों ने नाबालिगों और युवाओं में तेजी से बढ़ रही नशे की लत, ड्रग्स, दवा दुकानों से बिकने वाली नशीली सामग्री, गांजा और शराब की उपलब्धता पर चिंता जताई। इस पर सिटी एसपी ने थानाध्यक्ष को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके अलावा क्षतिग्रस्त थाना भवन, पुलिस आवास, वाहनों की मरम्मत, महुआ शराब निर्माण, माइक्रो फाइनेंस से जुड़ी समस्याएं, सड़क दुर्घटनाएं और अतिक्रमण का मुद्दा भी उठाया गया। ग्रामीण एसपी ने अधिकारियों को दिए निर्देश बहेड़ी थाना परिसर में ग्रामीण एसपी आलोक कुमार ने लोगों की समस्याएं सुनीं और भरोसा दिलाया कि थाना स्तर पर सुलझने वाले मामलों का त्वरित समाधान किया जाएगा। लोगों ने सड़क सुरक्षा, भूमि विवाद, पारिवारिक झगड़े, असामाजिक तत्वों की गतिविधियों और नियमित गश्ती से जुड़ी शिकायतें रखीं। जिन पर मौके पर ही अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए गए। ग्रामीण एसपी ने कहा कि पुलिस का उद्देश्य केवल कानून-व्यवस्था बनाए रखना नहीं, बल्कि जनता का विश्वास जीतना भी है। पुलिस की कार्यशैली को लेकर आम लोगों में यह धारणा बनी हुई है कि लंबे समय से दिए गए आवेदन या याचिकाओं पर कार्रवाई नहीं हो पा रही है। इसी कारण पुलिस और जनता के बीच बेहतर तालमेल स्थापित करने के उद्देश्य से जनसंवाद जैसी व्यवस्था की शुरुआत की गई है। मौके पर समीक्षा की जा रही है ग्रामीण एसपी ने बताया कि जनसंवाद के दौरान लोगों ने पुलिस से जुड़ी अपनी अपेक्षाएं खुलकर रखीं, जिन बिंदुओं पर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए गए हैं। इसके अलावा कई लोग अपने केस-मुकदमों से संबंधित नए तथ्यों और पक्षों के साथ भी सामने आए, जिनकी समीक्षा मौके पर ही की जा रही है। भूमि विवाद के मामलों को लेकर उन्होंने स्पष्ट किया कि पुलिस की भूमिका सीमित होती है। पुलिस तभी हस्तक्षेप करती है जब जमीन विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच मारपीट या शांति भंग होने की आशंका हो। ऐसी स्थिति में धारा 126 के तहत कार्रवाई की जाती है, जबकि अन्य मामलों को धारा 163 के अंतर्गत सिविल विभाग को भेजा जाता है।
बांका जिले के रजौन बीआरसी परिसर में प्रारंभिक और मध्य विद्यालयों के शिक्षकों के लिए तीन दिवसीय गैर-आवासीय समावेशी शिक्षा प्रशिक्षण का दूसरा बैच गुरुवार को शुरू हुआ। इसका मुख्य उद्देश्य दिव्यांग बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करते हुए उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ना है। प्रखंड साधन शिक्षक और प्रधान शिक्षक कर रहे संचालन इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रखंड साधन शिक्षक विनय प्रसाद और प्राथमिक विद्यालय मकरौंधा के प्रधान शिक्षक श्याम सुंदर ठाकुर शिक्षकों को प्रशिक्षित कर रहे हैं। यह चरणबद्ध प्रशिक्षण 15 दिसंबर से शुरू होकर 7 जनवरी, 2026 तक चलेगा। 45 शिक्षकों का एक बैच तैयार प्रत्येक तीन दिवसीय मॉड्यूल में कुल 45 शिक्षकों का एक बैच तैयार कर प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिसमें प्रत्येक विद्यालय से नामित शिक्षक शामिल हैं। प्रखंड साधन शिक्षक विनय प्रसाद ने बताया कि हाई स्कूल के शिक्षकों के लिए यह प्रशिक्षण 15 जनवरी से 17 जनवरी तक निर्धारित है। पहला बैच 15 से 17 दिसंबर तक इससे पहले, प्रशिक्षण का पहला बैच 15 से 17 दिसंबर तक आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम की निगरानी बीईओ चक्रपाणि कनिष्ठ और बीआरसी लेखा सहायक मोहम्मद कमरेज आलम द्वारा की जा रही है।
बिना फाटक रेलवे ट्रैक पर हादसा:बाराबंकी के लक्ष्बर बजहा गांव में महिला की मौत, ग्रामीणों में आक्रोश
बाराबंकी के सफदरगंज थाना क्षेत्र स्थित लक्ष्बर बजहा गांव से गुजरने वाला रेलवे ट्रैक ग्रामीणों के लिए एक बड़ी समस्या बना हुआ है। यहां कोई अधिकृत क्रॉसिंग या रेलवे फाटक नहीं है, जिसके कारण ग्रामीणों को अपनी दैनिक जरूरतों के लिए जोखिम उठाकर ट्रैक पार करना पड़ता है। शुक्रवार सुबह इसी ट्रैक पर एक 52 वर्षीय महिला की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई, जिससे यह गंभीर मुद्दा एक बार फिर सामने आया है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव के लोग शौच, खेतों, बाजार और अन्य आवश्यक कार्यों के लिए रेलवे लाइन पार करने को मजबूर हैं। सुबह और शाम के समय ट्रेनों की आवाजाही अधिक होने के कारण हादसों का खतरा बढ़ जाता है। अक्सर लोग एक ट्रेन के गुजरने के बाद ट्रैक को सुरक्षित मान लेते हैं, लेकिन दूसरे ट्रैक पर अचानक तेज रफ्तार ट्रेन आने से वे उसकी चपेट में आ जाते हैं। स्थानीय निवासियों के अनुसार, इस स्थान पर पहले भी कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। इसके बावजूद, रेलवे प्रशासन और स्थानीय प्रशासन दोनों ने कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया है। ग्रामीणों ने कई बार अंडरपास, ओवरब्रिज या कम से कम चेतावनी बोर्ड और सुरक्षा उपायों की मांग की है, लेकिन उन्हें केवल आश्वासन ही मिला है। इस घटना के बाद गांव में शोक के साथ-साथ नाराजगी का माहौल है। ग्रामीणों का मानना है कि यदि समय रहते सुरक्षित क्रॉसिंग की व्यवस्था की गई होती, तो शायद महिला की जान बचाई जा सकती थी। उन्होंने प्रशासन और रेलवे विभाग से तत्काल इस ट्रैक पर सुरक्षित पार-पथ की व्यवस्था करने की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
श्योपुर जिले के मेवाड़ा कछार और उससे जुड़े पांच मजरों के ग्रामीणों ने सड़क निर्माण की मांग को लेकर शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। उन्होंने डिप्टी कलेक्टर संजय जैन को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें प्रधानमंत्री सड़क (डामर वाली सड़क) के शीघ्र निर्माण की मांग की गई। ग्रामीणों ने बताया कि मेवाड़ा कछार एक राजस्व गांव है, जिसमें मेवाड़ा, हरिजन बस्ती, मेवाड़ा सरदार बस्ती, मेवाड़ा मुसलमान बस्ती, छोटी कछार और मेवाड़ा मालियों की बस्ती जैसे पांच मजरे शामिल हैं। इन सभी बस्तियों में लगभग 3000 लोग निवास करते हैं। गांव तक पहुंचने का एकमात्र रास्ता कच्चा है, जो बारिश के मौसम में कीचड़ से भर जाता है। सड़क के अभाव में स्कूल जाने वाले बच्चों को आवागमन में भारी कठिनाई होती है। इसके अलावा, गर्भवती महिलाओं को प्रसव के समय अस्पताल ले जाने में भी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों ने बताया कि खराब रास्ते के कारण स्कूल बसें भी गांव तक नहीं पहुँच पाती हैं। खराब सड़क के कारण खेती-बाड़ी, मजदूरी और दैनिक आवागमन भी बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि क्षेत्र में खेडापति बालाजी का एक धार्मिक स्थल है, जहाँ दूर-दराज से श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं, लेकिन उन्हें भी खराब रास्ते के कारण परेशानी उठानी पड़ती है। ग्रामीणों ने प्रशासन से अपील की है कि लंबे समय से लंबित इस सड़क निर्माण कार्य को शीघ्र स्वीकृति प्रदान कर पूरा किया जाए। उनका कहना है कि इससे क्षेत्र के लोगों को मूलभूत सुविधाएँ मिलेंगी और गांव का समुचित विकास संभव हो पाएगा।
खगड़िया जिले के परबत्ता प्रखंड क्षेत्र इन दिनों भीषण ठंड और घने कोहरे की चपेट में है, जिससे आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। सुबह होते ही पूरे इलाके को कोहरे की मोटी चादर ढक लेती है, जिसके कारण दृश्यता काफी कम हो जाती है। वाहनों की रफ्तार धीमी घने कोहरे के कारण सड़कों पर आवागमन जोखिम भरा हो गया है और वाहनों की रफ्तार धीमी पड़ गई है। अगुवानी–परबत्ता, अगुवानी–भरतखंड, परबत्ता–कबेला और परबत्ता–सलारपुर जैसे प्रमुख मार्गों पर वाहन चालक हेडलाइट जलाकर अत्यधिक सावधानी से गाड़ी चला रहे हैं। दोपहिया वाहन चालकों और पैदल यात्रियों को आवागमन में विशेष कठिनाई हो रही है, कई स्थानों पर दृश्यता शून्य के करीब होने से दुर्घटनाओं की आशंका बनी हुई है। लोग घरों में रहने को मजबूर ठंड और कोहरे का असर जनजीवन के हर पहलू पर स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। स्कूल जाने वाले बच्चों, बाजार पहुंचने वाले ग्राहकों और दफ्तर जाने वाले कर्मचारियों को समय पर घर से निकलने में परेशानी हो रही है। सुबह के समय अधिकांश लोग अपने घरों में ही रहने को मजबूर हैं। विशेष रूप से गरीब, बुजुर्ग और जरूरतमंद तबके को ठंड से बचाव के पर्याप्त साधन न होने के कारण अधिक कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। ठिठुरन में और वृद्धि होगी मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ने की चेतावनी जारी की है। पूर्वानुमान के अनुसार, न्यूनतम तापमान गिरकर 5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। इसके साथ ही, 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पछुआ हवाएं चलने की संभावना है, जिससे ठिठुरन में और वृद्धि होगी। अंचल कार्यालय की ओर से अलाव के लिए जलावन की व्यवस्था शुरू स्थिति की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय प्रशासन भी सक्रिय हो गया है। अंचल कार्यालय की ओर से अलाव के लिए जलावन की व्यवस्था शुरू कर दी गई है। सीएचसी परबत्ता, बस स्टैंड, टमटम स्टैंड, अगुवानी समेत कई प्रमुख स्थानों पर अलाव जलाए जा रहे हैं, ताकि लोगों को राहत मिल सके। नियमित रूप से अलाव की व्यवस्था बहाल इस संबंध में परबत्ता अंचलाधिकारी हरिनाथ राम ने बताया कि मानव बल की कमी के कारण अलाव व्यवस्था शुरू होने में थोड़ी देर हुई, लेकिन अब चिन्हित स्थानों पर नियमित रूप से अलाव की व्यवस्था बहाल रखी जाएगी। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि अनावश्यक यात्रा से बचें और कोहरे के दौरान पूरी सावधानी बरतें।
गुरदासपुर जिले में घने कोहरे के कारण हुए सड़क हादसे में थाना धारीवाल के एडिशनल एसएचओ सुलखन राम की मौत हो गई। जबकि उनकी बेटी और एम्बुलेंस ड्राइवर घायल हो गए। यह दुर्घटना वीरवार देर रात हुई। जिसमें उनकी एम्बुलेंस एक अन्य वाहन से टकरा गई। जानकारी के अनुसार, सुलखन राम की ड्यूटी के दौरान थाना परिसर में ही अचानक तबीयत खराब हो गई थी। उन्हें तत्काल इलाज के लिए गुरदासपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालत गंभीर होने पर परिजनों ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए अमृतसर ले जाने का फैसला किया। इसके लिए उन्हें एम्बुलेंस से अमृतसर रवाना किया गया। लेकिन रास्ते में गांव सोहल के नजदीक, एम्बुलेंस घने कोहरे के कारण भीषण सड़क हादसे का शिकार हो गई। इस दुर्घटना में एडिशनल एसएचओ सुलखन राम की मौके पर ही मौत हो गई। कोहरे के कारण कम हुई विजिबिलिटी हादसे में उनकी बेटी को गंभीर चोटें आई हैं, जबकि एम्बुलेंस चालक भी गंभीर रूप से घायल बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि बीती देर शाम से ही कोहरा पड़ना शुरू हो गया था, जो रात तक काफी घना हो गया, जिससे नेशनल हाईवे पर विजिबिलिटी बेहद कम हो गई थी। डीएसपी धारीवाल कुलवंत सिंह मान ने बताया कि सुलखन राम की तबीयत थाना परिसर में खराब हुई थी। उन्हें पहले गुरदासपुर और बाद में अमृतसर ले जाया जा रहा था, तभी एम्बुलेंस दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसके चलते देर रात उनके निधन की दुखद खबर सामने आई।
जमुई के सिमुलतला थाना क्षेत्र में शुक्रवार सुबह घने कोहरे के कारण एक बड़ा सड़क हादसा टल गया। रांची से पूर्णिया जा रहा शकरकंद लदा एक पिकअप वाहन अनियंत्रित होकर सड़क से फिसलकर रेलवे तालाब में जा गिरा। हादसे के दौरान पिकअप चालक बिट्टू चौधरी और उपचालक अनूपु उरांव वाहन के अंदर फंस गए थे। तालाब में गिरते ही वाहन में पानी भरने लगा, लेकिन दोनों ने सूझबूझ दिखाते हुए शीशा तोड़कर अपनी जान बचाई। गनीमत रही कि उन्हें कोई गंभीर चोट नहीं आई। चालक बिट्टू चौधरी के अनुसार, सुबह घना कोहरा होने के कारण सड़क स्पष्ट दिखाई नहीं दे रही थी, जिससे वाहन अनियंत्रित होकर सड़क से नीचे उतर गया और सीधे तालाब में जा गिरा। घटना की सूचना मिलते ही सिमुलतला थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस की मौजूदगी में स्थानीय लोगों की मदद से पिकअप वाहन को तालाब से बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा है। चालक को आर्थिक नुकसान होने की आशंका बताया गया है कि वाहन में लदा अधिकांश शकरकंद पानी में भीग गया है, जिससे चालक को आर्थिक नुकसान होने की आशंका है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और वाहन निकालने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस घटना के बाद क्षेत्र में कोहरे के दौरान वाहन चालकों से सावधानी बरतने की अपील की जा रही है।
बोकारो जिले के हरला थाना क्षेत्र में शेयर ट्रेडिंग के नाम पर साइबर ठगी का एक मामला सामने आया है। सेक्टर-9 निवासी एक महिला आईटी इंजीनियर से साइबर अपराधियों ने 9 लाख 40 हजार रुपए ठग लिए। महिला को कम समय में अधिक मुनाफा कमाने का लालच दिया गया था। ठगी 6 नवंबर से 18 नवंबर के बीच हुई पीड़िता ने हरला थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि यह ठगी 6 नवंबर से 18 नवंबर के बीच हुई। साइबर ठगों ने उन्हें व्हाट्सएप और टेलीग्राम के माध्यम से एक निवेश ग्रुप में जोड़ा था। इस ग्रुप में शेयर ट्रेडिंग से संबंधित टिप्स और मुनाफे के स्क्रीनशॉर्ट भेजे जाते थे। शुरुआत में महिला ने छोटी रकम का निवेश किया, जिस पर उन्हें मुनाफा दिखाया गया। इससे उनका भरोसा बढ़ गया। इसके बाद ठगों ने अलग-अलग बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर करवाए और धीरे-धीरे कुल 9 लाख 40 हजार रुपए की ठगी कर ली। ठगी का अहसास होने पर महिला ने साइबर थाना में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी है। संबंधित बैंक खातों, मोबाइल नंबरों, व्हाट्सएप-टेलीग्राम ग्रुप और डिजिटल लेनदेन की गहन पड़ताल की जा रही है। फर्जी ऐप के जरिए लोगों को लालच देकर ठगी मुख्यालय डीएसपी अनिमेष कुमार गुप्ता ने इस मामले की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि सेक्टर-9 थाना क्षेत्र की एक आईटी इंजीनियर महिला साइबर ठगी का शिकार हुई हैं। शेयर ट्रेडिंग के नाम पर उनसे 9.40 लाख रुपए ठगे गए हैं। डीएसपी ने यह भी बताया कि आजकल साइबर अपराधी ऑनलाइन ट्रेडिंग, निवेश, क्रिप्टोकरेंसी और फर्जी ऐप के जरिए लोगों को लालच देकर ठगी कर रहे हैं। डीएसपी अनिमेष कुमार गुप्ता ने आम जनता से अपील की है कि वे कम समय में ज्यादा पैसे कमाने के लालच से बचें। उन्होंने अनजान कॉल, मैसेज या सोशल मीडिया पर मिलने वाले निवेश ऑफर पर भरोसा न करने की सलाह दी। किसी भी लिंक पर क्लिक करने या बैंक संबंधी जानकारी साझा करने से पहले सतर्क रहने को कहा गया है। साइबर ठगी होने की स्थिति में तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करने या नजदीकी साइबर थाना में शिकायत दर्ज कराने की सलाह दी गई है। डीएसपी ने जोर देकर कहा कि सतर्कता ही साइबर अपराध से बचाव का सबसे प्रभावी उपाय है।
अबोहर में बेसहारा पशुओं का आतंक लगातार बढ़ रहा है। हाल ही में, धोबी घाट निवासी एक बुजुर्ग व्यक्ति पर एक गाय ने हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। यह घटना सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई है। यह घटना 19 दिसंबर की रात को हुई, जब बिट्टू सिंह नामक व्यक्ति गुरु कॉलोनी में कपड़े प्रेस करके देने जा रहा था। अपनी एक्टिवा खड़ी करके कपड़े उठाते समय, एक गाय और दो सांड़ गली से भागते हुए आए। गाय ने अचानक बिट्टू सिंह पर हमला कर दिया और उसे नीचे गिरा दिया। गाय ने सींगों से गई बार टक्कर मारी गाय ने अपने सींगों से उसे कई बार टक्कर मारी और काफी देर तक हमला करती रही। इस हमले में बिट्टू सिंह के चेहरे, नाक, सिर और पीठ पर गंभीर चोटें आई हैं। कुछ देर बाद जब गाय और सांड़ वहां से चले गए, तो पास के एक घर की महिला ने उन्हें संभाला। पीड़ित बिट्टू सिंह ने बताया कि कुछ दिन पहले भी इसी गाय ने एक बच्ची को चोटिल कर दिया था। उन्होंने अबोहर और जिला प्रशासन से शहर में आवारा पशुओं की समस्या का स्थायी समाधान करने की मांग की है। पशु पकड़ने का अभियान बंद पड़ा गौरतलब है कि अबोहर में पिछले काफी समय से पशु पकड़ने का अभियान बंद पड़ा है, जिस कारण पशुओं की संख्या शहर में दिनों दिन बढ रही है। इन पशुओं के कारण आए दिन हादसे हो रहे हैं। लेकिन प्रशासन मौन रहकर केवल तमाशा देख रहा है, इतना ही नहीं अब तक इनके कारण हुए सड़क हादसे में कई लोगों की जान तक भी जा चुकी है। लोगों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि इन पशुओं का शीघ्र हल किया जाए। वहीं लोगों का कहना है कि सरकार द्वार काऊ सैस वसूलने के बाद भी इन पशुओं की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा।
गुना शहर की कोतवाली पुलिस ने फाइनेंस कंपनी के पैसों के गबन के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने ग्राहकों से पैसे ले लिए, लेकिन कंपनी में जमा नहीं कराए थे। आरोपी ने लगभग 1.04 लाख का गबन किया था। वह पिछले 17 महीनों से फरार चल रहा था। कोतवाली पुलिस ने बताया कि SP अंकित सोनी के निर्देशन में गुना पुलिस द्वारा जिले में ठगी, धोखाधड़ी, गबन जैसे आर्थिक अपराधों के मामलों में लगातार कार्यवाहियां की जा रही हैं। इसी क्रम में ASP मानसिंह ठाकुर के मार्गदर्शन और सीएसपी गुना प्रियंका मिश्रा के नेतृत्व में गुना कोतवाली पुलिस ने फ्रॉड के आरोपी को पकड़ा है। ग्राहकों से पैसे लेकर कंपनी में नहीं करता था जमाविनय शर्मा (चोलामंडलम फाइनेंस कंपनी गुना) ने 5 जुलाई 2024 को कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया था कि कंपनी के कर्मचारी प्रमोद रघुवंशी द्वारा बैंक खातेदारों की 1,04,056 रूपये की राशि का गबन किया है। उनकी शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। 1 लाख रुपए का किया गबनमामले की जांच में यह सामने आया कि आरोपी प्रमोद रघुवंशी के द्वारा कंपनी के फायनेंस खातेदारों से कुल राशि 1,04,056 रुपए एकत्रित कर लिए। उन पैसों को बैंक में जमा न कर अपने लिए इस्तेमाल कर लिया। प्रकरण में आरोपी घटना दिनांक से ही फरार चल रहा था। गुना कोतवाली पुलिस द्वारा आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लगातार संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही थी। इसी क्रम में पुलिस की विशेष टीम गठित कर सक्रिय की गई। पुलिस टीम द्वारा कार्यवाही करते हुए फरार आरोपी प्रमोद रघुवंशी की तलाश की गई। साथ ही अपने मुखबिर और तकनीकी संसाधनों की मदद लेकर संकलित जानकारी के आधार पर संभावित जगहों पर निरंतर दबिशें दी गईं। इसी क्रम में फरार आरोपी के अशोकनगर में होने के संबंध में मुखबिर से सूचना मिलने पर पुलिस टीम ने दबिश दी। पुलिस ने आरोपी प्रमोद पुत्र ब्रजेंद्र उर्फ विजेन्द्र रघुवंशी उम्र 32 साल निवासी ग्राम बमूरिया थाना देहात जिला अशोकनगर को गिरफ्तार कर लिया गया।
पंजाब के लुधियाना में कस्बा खन्ना में सिटी थाना 2 के एसएचओ इंस्पेक्टर हरदीप सिंह का तबादला कर दिया गया है। उन्हें सिटी थाना 2 से हटाकर पुलिस लाइन भेजा गया है। यह कार्रवाई अकाली नेता यादविंदर सिंह यादू को काउंटिंग सेंटर से हिरासत में लिए जाने की घटना के बाद हुई है। एसएचओ के खिलाफ कांग्रेस ने चुनाव के दौरान चुनाव आयोग( EC) को शिकायत दी थी। सूत्रों के मुताबिक उसी शिकायत के आधार पर यह कार्रवाई की गई। हालांकि, पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यह एक प्रशासनिक बदलाव है, न कि निलंबन। तबादला अनुशासनात्मक कार्रवाई का हिस्सा नहीं पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह तबादला किसी भी तरह की अनुशासनात्मक कार्रवाई का हिस्सा नहीं है। इंस्पेक्टर हरदीप सिंह के खिलाफ न तो कोई जांच शुरू की गई है और न ही उन पर किसी लापरवाही का आरोप लगाया गया है। बताया जा रहा है कि काउंटिंग सेंटर की सुरक्षा व्यवस्था पूर्व निर्धारित पुलिस योजना के अनुसार थी। पूरी प्रक्रिया वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में संपन्न हुई। गौरतलब है कि कुछ समय पहले कांग्रेस ने एसएचओ हरदीप सिंह के तबादले को लेकर शिकायत की थी, जिस पर चुनाव आयोग ने कार्रवाई की थी। पुलिस अधिकारियों ने सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों पर एसएचओ के निलंबित होने की खबरों को गलत और भ्रामक बताया है। इंस्पेक्टर हरदीप सिंह को फिलहाल पुलिस लाइन में अटैच किया गया है, और यह निर्णय पूरी तरह से प्रशासनिक कारणों से लिया गया है।
भोजपुर में जहर देकर फाइनेंस कर्मी की हत्या कर दी गई। दो दोस्तों पर जहर देने का आरोप लगा है। घर बुलाकर ले गए थे। मृतक दिनेश कुमार सिंह(35) मिश्री चक गांव का रहने वाला था। शहर के कतीरा स्थित एचडीएफसी बैंक में फाइनेंस कर्मी का काम करता था। घटना सहार थाना क्षेत्र की है। भाई गणेश सिंह ने बताया कि गुरुवार दोपहर दो बजे उसके दोस्त रूपेश और टूना आए थे। बाइक से नारायणपुर के वरुणा गांव लेकर गए। शाम पांच बजे फोर व्हीलर से अपने दो अन्य दोस्तों के साथ बेहोशी की हालात दिनेश को घर लेकर आए। कहा कि इसे ठंड लग गया है। तेल लगा दीजिए, ठीक हो जाएगा। इसके बाद सभी चले गए। कुछ ही देर बाद उसकी तबीयत काफी बिगड़ गई। आनन-फानन में नारायणपुर ग्रामीण चिकित्सक के पास लेकर गए। वहां से प्राथमिक उपचार के बाद रेफर कर दिया। छानबीन में जुटी पुलिस आरा सदर अस्पताल पहुंचने से पहले मौत हो गई। बॉडी को लेकर गांव आ गए। मौत की सूचना पर स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची। सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाया। पुलिस परिजनों के बयान के आधार पर छानबीन कर रही है। मृतक तीन भाई और दो बहन में सबसे छोटा था। परिवार में मां सुनैना देवी, पत्नी पुष्पा देवी, एक पुत्र बिट्टू और एक पुत्री रौशनी है।
धौलपुर में बाड़ी रोड पर खानपुर मीणा गांव के पास एक सड़क हादसे में स्कूटी सवार नाबालिग युवक की मौत हो गई। उसे एक अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी थी। हादसे के बाद पुलिस ने शव को जिला अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवाया। जानकारी के अनुसार मृतक अंकित पुत्र महेंद्र मीणा (17) बड़ी कस्बे से अपनी स्कूटी पर सवार होकर अपने गांव खानपुर मीणा लौट रहा था। इसी दौरान तेज रफ्तार से आए एक अज्ञात वाहन ने उसकी स्कूटी को जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में अंकित गंभीर रूप से घायल हो गया। स्थानीय लोगों ने उसे तुरंत जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शुक्रवार सुबह परिजनों द्वारा मामला दर्ज करवाने के बाद पुलिस ने पोस्टमॉर्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया। पुलिस ने अज्ञात वाहन और उसके चालक की तलाश शुरू कर दी है।
सरेवा में नल जल योजना 9 माह से बंद:नाली के रास्ते बिछाई गई पाइपलाइन, शुद्ध पानी को तरस रहे ग्रामीण
कैमूर के भभुआ प्रखंड की कूड़ासन पंचायत के सरेवा गांव में नल जल योजना पिछले नौ महीनों से पूरी तरह बंद है। वार्ड नंबर 6 के लगभग 200 से 250 घरों को पीने के पानी के लिए भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। योजना स्थल पर लगे बिजली मीटर के बावजूद, लाइन को सीधे नल जल योजना से जोड़ा गया है। इससे संकेत मिलता है कि यदि योजना कभी चली भी, तो वह बिजली चोरी के माध्यम से संचालित हुई, जिससे सरकार को राजस्व का नुकसान हुआ। कार्यस्थल पर योजना का कोई एस्टीमेट बोर्ड भी नहीं है, जिससे लागत और कार्य अवधि की जानकारी नहीं मिल पाती। ग्रामीणों का आरोप है कि पाइपलाइन नाली के रास्ते बिछाई गई है। उनके अनुसार, जब भी योजना चालू हुई, नाले का गंदा पानी घरों तक पहुंचा, जिसके कारण लोगों ने इसका उपयोग करना बंद कर दिया। 5 साल से योजना हुई थी शुरू वार्ड सदस्य ने बताया कि योजना को बने लगभग पांच साल हो चुके हैं, लेकिन शुरुआत से ही इसकी स्थिति खराब रही है। उन्हें कुछ ही दिनों तक पानी मिला, संभवतः कम पावर के मोटर पंप के कारण पानी घरों तक नहीं पहुंच पाया। कई बार शिकायत के बावजूद विभागीय अधिकारियों ने जांच नहीं की। ग्रामीण दीवान मारूं खान और पूर्व पैक्स अध्यक्ष गौरव सिंह ने बताया कि गर्मी के दिनों में उन्हें दूसरे वार्डों से पानी लाना पड़ता है। पीएचईडी विभाग के कार्यपालक पदाधिकारी ने इस पूरे मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। ग्रामीण प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि सभी कमियों को दूर कर शुद्ध पानी की नियमित आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।
झालावाड़ में 2 युवकों पर चाकू से हमला:पुरानी कहासुनी के चलते घर के पास रोका और कर दिया अटैक
झालावाड़ में पुरानी कहासुनी के चलते 2 युवकों पर चाकू से हमला किया गया। घटना गुरुवार रात नई जेल रोड इलाके में हुई, जिसमें दोनों युवक घायल हो गए। उन्हें झालावाड़ अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कोतवाली पुलिस के अनुसार घायल युवकों की पहचान अरबाज पुत्र साबिर खान और फिरोज खान पुत्र सलीम खान के रूप में हुई है। दोनों जेल रोड के निवासी हैं। उन्हें चाकू लगने से चोटें आई है और उनका इलाज झालावाड़ अस्पताल में जारी है। पुलिस ने बताया कि यह घटना गुरुवार रात करीब 9:30 बजे हुई। आरोपी सोनू पुत्र नईम खान, नाजिम और उनके साथी अनिल ने पीड़ित अरबाज और फिरोज को अरबाज के घर के पास रोका। इसके बाद उन पर चाकू से हमला कर उन्हें घायल कर दिया और मौके से फरार हो गए।घटना की सूचना मिलते ही परिजन और पुलिस मौके पर पहुंचे और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। फरियादी अरबाज खान ने कोतवाली पुलिस में इस संबंध में रिपोर्ट दर्ज कराई है। कोतवाली के हेड कॉन्स्टेबल भगवान सिंह मीणा ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि तीन-चार दिन पहले दोनों पक्षों के बीच कहासुनी और झगड़ा हुआ था। इसी रंजिश के चलते इस वारदात को अंजाम दिया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
सतना के कोलगवां थाना क्षेत्र के हनुमान नगर नई बस्ती के में गुरुवार की रात करीब 1 बजे फायरिंग की घटना हुई। तीन फोर व्हीलर से आए लोगों ने राजेश यादव के घर को निशाना बनाकर गोलियां चलाईं। घटना के बाद इलाके में दहशत फैल गई। किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। घटना का CCTV फुटेज सामने आया है, जिसमें तीन गाड़ियां तेज रफ्तार में निकलती दिखाई दे रही हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इन्हीं वाहनों से आए लोगों ने फायरिंग की। शराब ठेकेदार से जुड़े लोगों पर आरोप स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि फायरिंग करने वाले लोग शराब ठेकेदार से जुड़े हैं। बताया गया कि फायरिंग के दौरान एक इनोवा कार अनियंत्रित होकर दीवार से टकरा गई थी। बाद में वही इनोवा शराब दुकान के पास खड़ी मिली, जिससे आरोप और गहरे हो गए। घर में मौजूद लोग सहमे, आसपास के रहवासी डरे फायरिंग के समय घर में मौजूद लोग घबराकर सहम गए। गोलियों की आवाज सुनकर आसपास के रहवासी भी डर गए। हालांकि राहत की बात यह रही कि किसी को चोट नहीं आई। सूचना मिलने पर कोलगवां थाना पुलिस मौके पर पहुंची और साक्ष्य जुटाए। थाना प्रभारी सुदीप सोनी ने बताया कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। CCTV फुटेज के आधार पर वाहनों की पहचान करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने एक वकील की याचिका पर संज्ञान लेते हुए केंद्र सरकार, उत्तर प्रदेश सरकार, प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी), गौतमबुद्ध नगर के पुलिस कमिश्नर, संबंधित एसीपी और एसएचओ को नोटिस जारी किया है
कासगंज में पारिवारिक विवाद के चलते एक महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह घटना जनपद कासगंज के सोरों कोतवाली क्षेत्र के सियारपुर गांव में हुई। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने मृतक महिला के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। सोरों कोतवाली पुलिस को शुक्रवार को जानकारी मिली कि सियारपुर निवासी इंद्रपाल सिंह की 36 वर्षीय पत्नी अनुज कुमारी ने अपने घर में फांसी लगा ली है। परिजनों के अनुसार, सुबह अनुज कुमारी का घर के सदस्यों से किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। इसी से क्षुब्ध होकर उन्होंने अपने कमरे में आत्महत्या कर ली। अनुज कुमारी मूल रूप से जनपद एटा के गंगनपुर गांव की रहने वाली थीं। उनका विवाह 15 वर्ष पूर्व इंद्रपाल सिंह से हुआ था। मृतका के पांच बच्चे हैं, जिनमें 12 वर्षीय आशिंका, 10 वर्षीय हिमांशी, 8 वर्षीय रिशू, 6 वर्षीय अवन्या (सभी पुत्रियां) और 4 वर्षीय पुत्र प्रभात शामिल हैं। बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है। सोरों कोतवाली प्रभारी जगदीश चंद्र ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। परिजनों की ओर से अभी कोई तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने के बाद नियमानुसार कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
IRCTC टेंडर और लैंड फॉर जॉब (जमीन के बदले नौकरी) मामलों में आज सुनवाई होनी है। पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने अपने और परिवार के सदस्यों के खिलाफ चल रहे सीबीआई और ED के मुकदमों को दूसरी अदालत में ट्रांसफर करने की मांग की है। इस संबंध में दायर याचिका पर अदालत आज शुक्रवार दोपहर अपना आदेश सुनाएगा। निष्पक्ष सुनवाई पर जताया संदेह राबड़ी देवी की ओर से प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश दिनेश भट्ट के समक्ष वरिष्ठ वकील ने दलीलें पेश कीं। उन्होंने कहा कि मौजूदा अदालत में निष्पक्ष सुनवाई का भरोसा नहीं रह गया है। वकील का आरोप था कि अब तक जिस तरह से कार्यवाही संचालित की गई है, उससे पक्षपात का संकेत मिलता है। इसी आधार पर उन्होंने मामलों को किसी अन्य अदालत में ट्रांसफर किए जाने की मांग की। अदालत ने सुरक्षित रखा था आदेश इससे पहले गुरुवार को राउज एवेन्यू कोर्ट ने राबड़ी देवी की याचिका पर सुनवाई पूरी करने के बाद आदेश सुरक्षित रख लिया था। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अदालत ने स्पष्ट किया था कि वह सभी तथ्यों और कानूनी पहलुओं पर विचार कर निर्णय देगी। क्या है मामला IRCTC टेंडर और लैंड फॉर जॉब मामला रेलवे में कथित अनियमितताओं से जुड़ा है। आरोप है कि रेलवे में नियुक्तियों के बदले जमीन ली गई और टेंडर प्रक्रिया में नियमों का उल्लंघन हुआ। इस मामले में राबड़ी देवी सहित उनके परिवार के कुछ सदस्यों पर सीबीआई और ईडी द्वारा जांच चल रही है।
इंदौर के बाल गृह समाज कल्याण परिसर से गुरुवार को छत के रास्ते दीवार फांदकर भागा 12 साल का किशोर परदेशीपुरा थाना क्षेत्र अंतर्गत कुलकर्णी नगर में लावारिश घूमते मिला है। किशोर के दिखाई देने की सूचना मिलते ही हीरानगर पहुंच कुलकर्णी नगर पहुंची और उसे अपने साथ थाने ले आई। किशोर के भागने के मामले में बाल गृह के चौकीदार रामसखी सुनहरे की शिकायत पर हीरानगर पुलिस ने अपहरण का केस दर्ज किया है। पुलिस उसे कल रात से ही तलाश रही थी। किशोर की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है और देखरेख के लिए ही उसे बाल गृह में रखा गया था। हीरानगर टीआई सुशील पटेल ने बताया कि गुरुवार शाम करीब 7 बजे बच्चों को भोजन दिया जा रहा था, तब गिनती में एक बच्चा कम निकला। कर्मचारियों ने पूछताछ की तो पता चला कि किशोर नहीं है। पहले उसे कमरे और परिसर में तलाशा गया पर वह कहीं नहीं मिला, तो अन्य बच्चों ने पूछताछ की गई। तब एक बच्चे ने बताया कि शाम को वह छत के रास्ते बाउंड्रीवाल तक पहुंचा और उसे फांदकर भाग गया। रतलाम से आया था किशोर किशोर रतलाम का रहने वाला है और उसे मानसिक स्थिति खराब होने के कारण गृह समाज कल्याण परिषद के सुपुर्द किया गया था। पुलिस ने बताया कि दोपहर में वीरेंद्र नाम का कर्मचारी परिसर की देखरेख कर रहा था। संभवत: सुरक्षा कर्मचारियों की शिफ्ट चेंज होते समय किशोर भाग गया। चौकीदार रामसखी ने परिषद के वरिष्ठ अधिकारियों को किशोर के भागने की सूचना दी। इसके बाद रात में अफसर थाने पहुंचे और एफआईआर कराई। सार्वजनिक स्थानों पर कर रहे तलाश परिषद के कर्मचारी और पुलिस किशोर की तलाश बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन सहित अन्य सार्वजनिक स्थानों पर कर रहे हैं। टीआई पटेल ने बताया कि विक्षिप्त और बेसहारा अबोध बच्चों को परिषद में रखा जाता है। किशोर को भी इसी तरह से यहां लाया गया था। वह कितने समय से यहां रह रहा था सहित अन्य जानकारी जुटाई जा रही है।
सिवनी के टिकरिया गांव में युवक ने लगाई फांसी:किंदरई पुलिस ने नहीं मिला सुसाइड नोट, जांच जारी
सिवनी जिले के किंदरई थाना क्षेत्र के टिकरिया गांव में एक 30 वर्षीय युवक ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान जितेंद गुमास्ता पिता भागवत गुमास्ता के रूप में हुई है। किंदरई पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू कर दी है। किंदरई थाने के एसएसआई लमना सिंह के अनुसार, जितेंद गुमास्ता ने रात में अपने कमरे में रस्सी से फांसी लगा ली थी। सुबह जब काफी देर तक उसके कमरे का दरवाजा नहीं खुला, तो परिजनों ने दरवाजा तोड़कर देखा। युवक फांसी के फंदे पर लटका हुआ मिला। परिजनों ने तत्काल घटना की सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मृतक के शव को फंदे से नीचे उतारा। पंचनामा कार्यवाही के बाद शव को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घंसौर में पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। किंदरई थाना प्रभारी गजेंद्र सिंह राजपूत ने बताया कि आत्महत्या के कारणों का पता लगाने के लिए परिजनों और आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि युवक की मानसिक स्थिति कुछ दिनों से ठीक नहीं थी। पुलिस ने मर्ग कायम कर आगे की जांच शुरू कर दी है।
फतेहाबाद जिले की रतिया सिटी थाना पुलिस ने घर में घुसकर मारपीट व तोड़फोड़ करने के मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के खिलाफ 2 दिसंबर को बीएनएस की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया था। तीनों आरोपी रतिया के रहने वाले हैं। युवकों के बीच पुरानी रंजिश थी रतिया सिटी थाना प्रभारी पुष्पा सिहाग ने बताया कि अरोड़ा कॉलोनी की महिला आशा की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया था। आशा ने आरोप लगाया था कि कॉलोनी के युवकों के बीच पुरानी रंजिश चल रही थी। 29 नवंबर को इसी रंजिश के चलते कुछ युवक हथियारों से लैस होकर उसके घर में घुस आए तथा मारपीट व तोड़फोड़ की। पीड़िता के बयान, मेडिकल रिपोर्ट व जांच के आधार पर रतिया सिटी थाने में 2 दिसंबर को केस दर्ज किया गया। जांच के दौरान साक्ष्यों के आधार पर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इनकी पहचान वार्ड 12 के लवप्रीत उर्फ लाभी, वार्ड 3 के अमनदीप उर्फ जुगली और वार्ड 14 के सुरेंद्र सिंह उर्फ कालु के रूप में हुई है। अन्य संलिप्त पर भी होगी कार्रवाई थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस द्वारा आरोपियों से पूछताछ की जा रही है तथा मामले की जांच जारी है। जांच के दौरान यदि किसी अन्य व्यक्ति की संलिप्तता सामने आती है, तो उसके विरुद्ध भी सख्त कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) श्यामनारायण सिंह ने जिले में कानून व्यवस्था को मजबूत करने और अपराध पर नियंत्रण पाने के लिए बड़े पैमाने पर पुलिसकर्मियों के तबादले किए हैं। इन तबादलों के साथ ही एक आरक्षी को भी निलंबित किया गया है। जारी आदेशों के तहत, अलीगंज के थाना प्रभारी निर्दोष सिंह सेंगर को एसएसपी का पीआरओ नियुक्त किया गया है। रिजोर के थाना प्रभारी राकेश कुमार सिंह को मलावन थाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उपनिरीक्षक राजकुमार सिंह सकीट को अलीगंज का थाना अध्यक्ष बनाया गया है, जबकि एसएसपी के पीआरओ विदेश राठी को सकीट थाने का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। उपनिरीक्षक नीतू वर्मा को कोतवाली नगर से मलावन का थाना प्रभारी बनाया गया है। चौकी प्रभारी प्रदीप कुमार को रिजोर का थाना अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। मलावन के थाना अध्यक्ष रोहित राठी को अब कोतवाली नगर का वरिष्ठ उपनिरीक्षक बनाया गया है। मिरहची के थाना प्रभारी कपिल कुमार नैन को जलेसर थाने का वरिष्ठ उपनिरीक्षक बनाया गया है। अन्य तबादलों में, उपनिरीक्षक धर्मेश कुमार को मलावन से चौकी प्रभारी धुमरी भेजा गया है। उपनिरीक्षक राजकुमार को पुलिस लाइन से चौकी प्रभारी मरथरा, उपनिरीक्षक ओमवीर सिंह को जलेसर थाने से कोतवाली नगर, उपनिरीक्षक राजीव पवार को चौकी प्रभारी धुमरी से मलावन का थाना अध्यक्ष, उपनिरीक्षक अश्वनी कुमार को चौकी मरथरा से जलेसर थाना, उपनिरीक्षक अरविंद यादव को अलीगंज थाने से कोतवाली देहात और उपनिरीक्षक जयवीर सिंह को पुलिस लाइन से सकीट थाने भेजा गया है। इसके अलावा, अलीगंज में तैनात आरक्षी पवन को गलत व्यवहार के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्यामनारायण सिंह ने स्पष्ट किया कि जिले में अपराध और अपराधियों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह निर्णय कानून व्यवस्था को और अधिक मजबूत बनाने के उद्देश्य से लिया गया है।
कोटा में पॉक्सो कोर्ट क्रम 1 ने फैसला सुनाते हुए रेप के दोषी को अंतिम सांस तक (उम्रकैद) जेल में रहने की सजा सुनाई है। कोर्ट ने दोषी पर 2 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया है। आरोपी 14 साल की नाबालिग से फोन पर बात करता था और फिर उसे बहला-फुसलाकर अपने एक परिचित के कमरे पर ले गया, जहां, उसने उसके साथ रेप किया। करीब डेढ़ साल पुराने इस मामले में कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा- आरोपी ने एक गंभीर अपराध किया है। ऐसी स्थिति में, आरोपी को मामले में न्यायोचित दंड दिया जाना उचित रहेगा। इसलिए कोर्ट ने यह फैसला सुनाया। अब 3 पॉइंट में समझिए पूरा मामला... 1. नाबालिग की मां ने दर्ज कराई थी शिकायतमामले के अनुसार, मार्च 2024 में पीड़िता की मां ने शहर के एक थाने में शिकायत दी थी। जिसमें बताया कि उसकी 14 साल की बेटी है, जो सरकारी स्कूल में कक्षा 7 में पढ़ती है। वह फोन पर किसी से बातचीत करती है और गुमसुम रहती है। पूछने पर उसने बताया कि फरवरी महीने में आरोपी ने उसे कॉल कर अपने पास बुलाया। फिर किसी परिचित के कमरे में ले जाकर रात के समय रेप किया। किसी को बताने पर मारने की धमकी दी। आरोपी 15 दिन में एक बार बुलाता था। एक बार आरोपी उसे उसके दोस्त के पास भी लेकर गया। 2. 22 साल के आरोपी को अंतिम सांस तक कारावास शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। आरोपी को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ कोर्ट में चालान पेश किया। कोर्ट में 16 गवाहों के बयान करवाए और 45 दस्तावेज पेश किए। स्कूली छात्रा से रेप के करीब डेढ़ साल पुराने मामले में पॉक्सो कोर्ट क्रम 1 ने आरोपी को सजा सुनाई है। कोर्ट में 22 वर्षीय आरोपी को अंतिम सांस तक कारावास की सजा और 2 लाख के अर्थदंड से दण्डित किया है। 3. न्यायोचित दंड दिया जाना उचित रहेगाआरोपी 14 साल की नाबालिग से फोन पर बात करता था, फिर बहला फुसलाकर किसी परिचित के कमरे पर ले गया, जहां उसके साथ रेप किया। फैसले में कोर्ट ने टिप्पणी भी की है। कोर्ट ने कहा- आरोपी ने गम्भीर कृत्य ( अपराध) किया है। ऐसी स्थिति में अभियुक्त को मामले में न्यायोचित दंड दिया जाना उचित रहेगा।
बागपत के टटीरी रेलवे स्टेशन के पास एक गोवंश की ट्रेन की चपेट में आने से मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही रेलवे विभाग, पशु चिकित्सा और गौ रक्षा दल की टीमें मौके पर पहुंचीं। गौ रक्षा दल के पदाधिकारी शांतनु ने बताया कि यह कोई पहली घटना नहीं है। एक महीने पहले भी इसी तरह एक गोवंश की ट्रेन हादसे में मौत हुई थी। उन्हें आज सुबह भी गोवंश के ट्रेन की चपेट में आने की सूचना मिली थी। रेलवे अधिकारियों और पशु चिकित्सकों ने नियमानुसार अपनी कार्रवाई शुरू की। गौ रक्षा दल की टीम ने ट्रैक्टर-ट्रॉली की मदद से गोवंश के शव को ले जाकर उसका अंतिम संस्कार संपन्न कराया। स्थानीय लोगों ने लगातार बढ़ रहे ऐसे हादसों पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने मांग की कि गौवंशों को समय रहते गौशालाओं में पहुंचाया जाना चाहिए ताकि वे सुरक्षित रहें और सड़कों तथा रेलवे लाइनों पर हादसों का शिकार न हों। लोगों ने अधिकारियों से अपील की कि वे इस दिशा में ठोस कदम उठाएं। साथ ही, उन लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए जो गोवंशों को सड़कों पर खुला छोड़ देते हैं, जिससे इस तरह की घटनाएं होती हैं।
3 साल की बच्ची के सिर में लगी गोली:लखनऊ में टिन शेड के नीचे खेल रही थी, कहां से हुआ फायर पता नहीं
लखनऊ के गाजीपुर थाना क्षेत्र के बस्तौली गांव में छत पर खेल रही बच्ची के सिर में गोली लग गई। गोली कहां से आई, किसने चलाई ये पता नहीं चल पाया। इतनी गनीमत रही कि गोली टिन शेड को तोड़कर आई थी इसलिए उसमें फोर्स काफी कम हो गया था जिससे बच्ची की जान बच गई। बच्ची के पिता ने थाने में शिकायत देकर मुकदमा दर्ज करवाया है। गंभीर रूप से घायल बच्ची को अस्पतालों में ले जाया गया, जहां ऑपरेशन कर उसके सिर से गोली निकाली गई। अभी बच्ची की सेहत में सुधार हो रहा है। बच्ची रमेश की बेटी लक्ष्मी है। पहले वाले डॉक्टर ने लगा दिए थे टांके गाजीपुर थाना क्षेत्र के बस्तौली गांव निवासी रमेश ने बताया कि उनकी 3 वर्षीय बेटी लक्ष्मी घर की छत पर बने टीन शेड के नीचे भाई सौभाग्या (8) और हिमांश (7) के साथ खेल रही थी। इसी दौरान अचानक तेज आवाज हुई और लक्ष्मी के सिर से खून निकलने लगा। बच्ची की चीख-पुकार सुनकर सब लोग घबरा गए और तुरंत उसे मेघना अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां सिर में टांके लगाए गए। रात में तबीयत बिगड़ने लगी तो पहुंचे सरकारी अस्पताल रात में बच्ची की तबीयत फिर बिगड़ने पर परिजन उसे राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले गए। जांच के दौरान डॉक्टरों ने बताया कि बच्ची के सिर में गोली फंसी हुई है। अस्पताल में बेड न होने के कारण उसे ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया। ट्रॉमा सेंटर में सीटी स्कैन के बाद बच्ची का ऑपरेशन कर सिर से गोली निकाल दी गई। फिलहाल बच्ची का इलाज जारी है। पीड़ित पिता रमेश ने बताया कि बच्ची को गोली कहां से लगी और किसने चलाई इसका पता नहीं चला पाया है। पीड़ित ने इस मामले की गाजीपुर थाने में शिकायत की है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। गोली कहां से है और किसने चलाई इन तमाम पहलुओं पर काम किया जा रहा है।
महोबा जिले के चरखारी नगर पालिका परिषद द्वारा संचालित रूपनगर स्थित कान्हा गौशाला का नोडल अधिकारी डॉ. वृंदावन राठौर ने औचक निरीक्षण किया। यह निरीक्षण ठंड के मौसम में निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु की गई व्यवस्थाओं का जायजा लेने के उद्देश्य से किया गया था। इस दौरान गौशाला में पशुओं के लिए किए गए इंतजाम संतोषजनक पाए गए। डॉ. राठौर ने गौशाला में ठंड से बचाव के लिए लगाए गए त्रिपाल, अलाव की व्यवस्था, भूसा एवं हरे चारे की पर्याप्त मात्रा, स्वच्छ पेयजल, साफ-सफाई की स्थिति और आवश्यक दवाइयों की उपलब्धता का बारीकी से निरीक्षण किया। व्यवस्थाएं संतोषजनक पाए जाने पर उन्होंने गौशाला प्रबंधन की प्रशंसा की। उन्होंने निर्देश दिए कि ठंड के मौसम में गोवंश की देखभाल में कोई लापरवाही न बरती जाए। निरीक्षण के दौरान यह भी सामने आया कि गौशाला में पशुओं के स्वास्थ्य और ऊर्जा के लिए गुड़, चना और अजवायन आदि का भंडारण किया जा रहा है। डॉ. राठौर ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसी व्यवस्थाएं पशुओं को ठंड से बचाने में सहायक होती हैं। उन्होंने भूसा ठेकेदार को निर्देश दिया कि गौशाला में कम से कम दो माह का पर्याप्त भूसा स्टॉक सुनिश्चित किया जाए। नोडल अधिकारी ने नगर पालिका द्वारा निराश्रित गोवंश के संरक्षण के प्रयासों को सराहनीय बताया। उन्होंने कहा कि इन प्रयासों को निरंतर बनाए रखना आवश्यक है। उन्होंने गौशाला प्रबंधन को नियमित निरीक्षण और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। इस अवसर पर अधिशासी अधिकारी अमरजीत, लेखाकार अय्यूब खान, संजीत कुमार और गौशाला प्रभारी राजेंद्र कुमार दिहुलिया सहित अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे। सभी अधिकारियों ने गौशाला की व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने के लिए आपसी समन्वय से कार्य करने का आश्वासन दिया।
धौलपुर नगर परिषद कार्यालय पर कुर्की का आदेश चिपका दिया गया है। यह कार्रवाई स्थाई लोक अदालत के आदेश की अवहेलना के मामले में की गई है। मामला वर्ष 2022 का है, जब कैंथरी रिसॉर्ट के मालिक कैप्टन हरिकांत शर्मा ने लोक अदालत में एक परिवाद दायर किया था। उन्होंने अपने रिसॉर्ट के सामने अधूरे पड़े नाले को पूरा करवाने की मांग की थी।उसी साल नगर परिषद और कैप्टन हरिकांत के बीच एक समझौता हुआ था, जिसमें नगर परिषद ने नाले को पूरा करने की सहमति दी थी। कोर्ट के आदेश की अवहेलना का मामलासमझौता पूरा न होने पर कैप्टन शर्मा ने स्थाई लोक अदालत के आदेश की अवहेलना का मामला दायर किया। इस पर सिविल न्यायाधीश एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट सुमन मीणा ने 16 दिसंबर को नगर परिषद की कुर्की के आदेश दिए थे।इन्हीं आदेशों का पालन करते हुए शुक्रवार को नगर परिषद कार्यालय पर कुर्की का नोटिस चस्पा किया गया। इस पूरे मामले में नगर परिषद ने शुक्रवार को कोर्ट से अधूरे नाले के निर्माण को पूरा करने के लिए 6 दिन का अतिरिक्त समय मांगा है।
कटिहार के कदवा थाना क्षेत्र के भोगांव पंचायत अंतर्गत बौरा मिलीक गांव में एक ज्वेलरी दुकान में चोरी की बड़ी वारदात हुई है। अज्ञात चोरों ने दुकान का शटर तोड़कर करीब 7 से 8 किलो चांदी के आभूषण चुरा लिए। यह पूरी घटना दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई है। बौरा मिलीक गांव स्थित 'ताज ज्वेलर्स' नामक दुकान को चोरों ने देर रात निशाना बनाया। दुकानदार के अनुसार, सुबह जब दुकान खोली गई तो शटर टूटा हुआ था और अंदर रखे चांदी के आभूषण गायब थे। सूचना मिलते ही पुलिस को इसकी जानकारी दी गई। 8 किलो चांदी के आभूषणों की चोरी एएसपी अभिजीत सिंह ने बताया कि वादी द्वारा दी गई सूचना के अनुसार कुल लगभग 8 किलो चांदी के आभूषणों की चोरी हुई है। सीसीटीवी फुटेज में चार नकाबपोश अज्ञात व्यक्ति दुकान का शटर तोड़कर अंदर घुसते दिख रहे हैं। वे चांदी का सामान झोलों में भरकर बाहर खड़े अपने साथियों को देते हैं और फिर सभी फरार हो जाते हैं। चोरों की पहचान कर रही पुलिस एएसपी ने आगे बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए तकनीकी अनुसंधान शुरू कर दिया गया है। कदवा थाना की एक विशेष टीम को इस मामले की जांच में लगाया गया है। सीसीटीवी फुटेज और अन्य तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर चोरों की पहचान की जा रही है। पुलिस ने दावा किया है कि जल्द ही इस मामले का खुलासा कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस घटना के बाद क्षेत्र के व्यापारियों में भय का माहौल है और वे सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।
अमेठी में 2026 तक 550 बेड का मेडिकल कॉलेज:300 करोड़ की लागत से बन रहा आधुनिक चिकित्सा महाविद्यालय
अमेठी की तिलोई तहसील में स्थित स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। करीब 300 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा यह महाविद्यालय जनवरी 2026 तक 550 बेड की क्षमता वाला आधुनिक चिकित्सा केंद्र बन जाएगा, जिससे क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं का बड़ा विस्तार होगा। वर्तमान में महाविद्यालय से संबद्ध 200 बेड वाले अस्पताल में सेवाएं संचालित हैं। 31 जनवरी 2026 तक 300 बेड का एक नया अस्पताल और 50 बेड का क्रिटिकल केयर ब्लॉक हैंडओवर किया जाएगा। इसी तिथि तक नर्सिंग कॉलेज का निर्माण भी पूरा होने की उम्मीद है। शैक्षणिक गतिविधियों में भी तेजी देखी जा रही है। एमबीबीएस कोर्स में 100 सीटें स्वीकृत हैं। इसके अतिरिक्त, पैरामेडिकल क्षेत्र में 11 डिप्लोमा कोर्स चलाए जा रहे हैं, जिनमें एनेस्थीसिया एवं क्रिटिकल केयर टेक्नीशियन, ब्लड ट्रांसफ्यूजन, इमरजेंसी एवं ट्रॉमा केयर, लैब टेक्नीशियन, ऑपरेशन थियेटर टेक्नीशियन और एक्स-रे टेक्नीशियन जैसे महत्वपूर्ण कोर्स शामिल हैं। इन डिप्लोमा कोर्सों में कुल 230 सीटें उपलब्ध हैं। भविष्य की योजनाओं में 2026-27 से बीएससी नर्सिंग कोर्स में 60 सीटें शुरू करने की तैयारी है। पोस्टग्रेजुएट स्तर पर डीएनबी कोर्स में प्रसूति एवं स्त्री रोग, बाल रोग, एनेस्थीसिया में डिप्लोमा और मेडिसिन में डिग्री कोर्स स्वीकृत हैं। कुछ अन्य कोर्सों का निरीक्षण पूरा हो चुका है और उनके परिणाम का इंतजार है। लोक निर्माण विभाग सीडी टू के अधिशासी अभियंता उमेश चंद्र ने बताया कि मेडिकल कॉलेज का भवन अब जी प्लस सिक्स हो गया है और केवल फिनिशिंग का कार्य चल रहा है। महाविद्यालय में डायरेक्टर रूम, नर्सिंग और हॉस्टल आदि का कार्य सिडको द्वारा कराया जा रहा है। यह पूरा प्रोजेक्ट लगभग 300 करोड़ रुपये का है।
कुवैत में हुए एक भीषण सड़क हादसे में पंजाब के गुरदासपुर के एक युवक सहित सात लोगों की मौत हो गई। मृतकों में अमृतसर और जालंधर के एक-एक युवक के अलावा पाकिस्तान के दो युवक भी शामिल हैं। दो अन्य मृतकों की पहचान अभी नहीं हो पाई है। यह हादसा उन युवकों के साथ हुआ जो रोजगार के लिए कुवैत गए थे। मृतकों में भारत-पाकिस्तान सीमा पर बसे कस्बा दोरांगला निवासी जगदीप सिंह मंगा भी शामिल थे। जगदीप सिंह मंगा के परिवार में उनकी पत्नी, 11 साल का बेटा और बुजुर्ग पिता हैं। उनके छोटे भाई और भाभी की भी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। जगदीप की मौत के बाद परिवार में शोक का माहौल है। साथी युवकों ने दी हादसे की जानकारी मृतक जगदीप के भाई वीर सिंह ने बताया कि उन्हें कुवैत में उनके भाई के साथ रहने वाले युवकों ने फोन पर हादसे की सूचना दी। उन्होंने बताया कि काम पर जाते समय रास्ते में सड़क हादसा हुआ, जिसमें मौके पर ही सात युवकों की जान चली गई। वीर सिंह के अनुसार, कल ही उनके भाई की पहचान मृतकों में से एक के रूप में हुई है। केंद्र सरकार से शव को भारत लाने की गुहार वीर सिंह और उनके पिता ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है। उन्होंने बताया कि कुवैत में उनके भाई के दोस्त शव को भारत वापस लाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन परिवार के पास इतनी जल्दी पैसों का इंतजाम नहीं हो पा रहा है। उन्होंने सरकार से जगदीप के शव को वापस लाने में सहायता करने की गुहार लगाई है, ताकि उनका अंतिम संस्कार किया जा सके।
सुपौल में शुक्रवार को छोटे भाई ने बड़े भाई की गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक की पहचान अरविंद साह (38) के रूप में हुई है। वारदात के वक्त वो अपनी पत्नी के साथ घर में सोया हुआ था। छोटा भाई गजेंद्र साह घर में घुसा और गोली मारकर भाग निकला। पत्नी ने बताया कि देवर ने पहले छत से घुसने की कोशिश की। इसके बाद वो जमीन में गड्ढा खोदकर अंदर आने की जगह बनाने लगा। इसके बाद उसने मेन गेट की कुंडी तोड़ी और अंदर आ गया। अंदर आते ही उसने अरविंद को गोली मार दी। घटना राजेश्वरी थाना क्षेत्र के कामत किशुनगंज गांव में हुई है। अब सिलसिलेवार तरीके से पढ़िए पूरा घटनाक्रम अरविंद की पत्नी रंगीना देवी ने बताया कि देवर से साथ प्रॉपर्टी को लेकर विवाद चल रहा था। आए दिन झगड़े होते रहते थे। वो कई बार हत्या की धमकी दे चुका था। गुरुवार को भी रात में झगड़ा हुआ। हम लोग खाना खाकर सोने चले गए। घर का दरवाजा अंदर से बंद था। रात करीब 3 बजे देवर दरवाजे पर आया। खोलने के लिए कहने लगा। हम डर गए, गेट नहीं खोला। इसके बाद वो छत के रास्ते घर में घुसने की प्लानिंग करने लगा। जब वो वहां से अंदर नहीं आ पाया तो उसने जमीन में गड्ढा खोदना शुरू कर दिया। उससे सिर पर खून सवार था। वो बस घर में आकर मेरे पति की हत्या करना चाहता है। उसने जमीन में 3 फीट का गड्ढा खोद लिया था, लेकिन वो उससे अंदर नहीं आ पा रहा था। इसके बाद उसने दरवाजा तोड़ा। अंदर आते ही गाली देते हुए मेरे पति पर पिस्टल तान दी। मैंने उसके हाथ जोड़े कहा कि भइया ऐसा मत कीजिए। आपको जो चाहिए दे देंगे, मेरा सुहाग मत उजाड़िए। उसने मेरी एक बार नहीं सुनी। मुझे धक्का दिया और पति को गोली मार दी। जिस वक्त ये सब हो रहा था। मेरे साथ घर के अंदर 2 मासूम बेटियां भी थीं। दोनों सदमे में हैं। हम तीनों के सामने ही देवर ने पति की हत्या कर दी। उसके साथ एक और शख्स था। मैं उसे नहीं पहचानती हूं। गोली लगते ही वो जमीन पर गिर गए थे। देवर और उसके साथ आया शख्स भाग निकले। मैं घर के बाहर गई आसपास के लोगों को घटना के बारे में बताया फिर पुलिस को फोन किया। दादी बोली- पोते के हत्यारे को फांसी हो मृतक की दादी मूर्ति देवी ने बताया कि, कल शाम को वो मेरे पास आया था। काफी देर तक मुझसे बात की। जमीन को लेकर दोनों भाइयों में झगड़े होते रहते थे, लेकिन वो हत्या कर देगा ऐसा नहीं सोचा था। उसकी 2 बेटियां हैं। घर का कमाने वाला चला गया। अब उन लोगों का क्या होगा। गजेंद्र को कड़ी से कड़ी सजा होनी चाहिए। पुलिस बोली- सभी एंगल से जांच की जा रही है घटना की सूचना मिलते ही राजेश्वरी थानाध्यक्ष यूगल किशोर और त्रिवेणीगंज SDPO विभाष कुमार घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए सुपौल सदर अस्पताल भेज दिया। त्रिवेणीगंज DSP विभाष कुमार ने बताया कि पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है। संपत्ति विवाद समेत सभी पहलुओं की गहन पड़ताल की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बालोतरा जिले के गिड़ा निवासी रमेश कुमार मेघवाल की सऊदी अरब में में मौत होने के बाद गुरुवार को उनका शव भारत लाया गया। रमेश के परिजन उसका जोधपुर एम्स में पोस्टमॉर्टम करवाना चाहते थे, इसलिए डेडबॉडी को जोधपुर एम्स ले आए। यहां पहुंचने पर जोधपुर एम्स प्रशासन ने डेडबॉडी रखने और पोस्टमॉर्टम करने से इनकार कर दिया। रमेश के भाई गैनाराम के मुताबिक वे गुरुवार पूरी रात जोधपुर एम्स हॉस्पिटल में अपने छोटे भाई रमेश कुमार मेघवाल की डेडबॉडी को लेकर बैठा रहा और एम्स प्रशासन से अपने छोटे भाई के शव को मॉर्च्युरी में रखने की गुहार लगाता रहा लेकिन एम्स प्रशासन का दिल नहीं पसीजा। रमेश ने बताया- पहले एम्स प्रशासन ने परिजनों से पुलिस की ओर से डेडबॉडी को मॉर्च्युरी में रखने के लिये संबंधित थानाधिकारी का एम्स के नाम पत्र मंगवाने को कहा। जब गिड़ा थानाधिकारी का पत्र भी एम्स प्रशासन को भेज दिया गया उसके बाद भी जोधपुर एम्स प्रशासन ने डेडबॉडी मॉर्च्युरी में रखने से मना कर दिया। पुलिस अधिकारी पहुंचे, एम्स प्रशासन ने नहीं सुनी एम्स संस्थान पुलिस चौकी पर रात्रि को तैनात ने कॉन्स्टेबल हंसराज ने भी एम्स प्रशासन को गिड़ा थानाधिकारी की ओर से डेडबॉडी मॉर्चरी में रखने के लिए एम्स प्रशासन के नाम लिखा पत्र दिखाते हुये कहा कि आपको डेड बॉडी को मॉर्च्युरी में रखना चाहिये। इसके बाद कमिश्नेरट मुख्यालय एडीसीपी सुनील कुमार पंवार और बासनी थानाधिकारी एम्स संस्थान पहुंचे और ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर्स को मॉर्च्युरी में बॉडी रखवाने को कहा। लेकिन एम्स के डॉक्टर ने तर्क दिया कि यह भारत सरकार का संस्थान है और पीड़ित राज्य सरकार के अधीन शहर के किसी दूसरे हॉस्पिटल या संबंधित जगह पर बॉडी ले जाकर पॉस्टर्माटम करवा सकते हैं। रातभर किया इंतजार इस दौरान बॉडी को विदेश से लाने मेंं मदद करने वाले राजस्थान बीज निगम के पूर्व निदेशक चर्मेश शर्मा ने भी एम्स प्रशासन के इस रवैये का विरोध भी जताया और कहा कि क्षेत्र के आधार पर एम्स में चिकित्सा या किसी सुविधा में भेदभाव नहीं किया जा सकता है। लेकिन एम्स प्रशासन पर कोई असर नहीं हुआ। रमेश कुमार के परिजनों ने एम्स प्रशासन से बॉडी रखने का अनुरोध किया लेकिन प्रशासन नहीं माना। इसके बाद रमेश के परिजन शुक्रवार सुबह बॉडी को एम्बुलेंस में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए बालोतरा रवाना हुये। वहीं , एम्स के प्रवक्ता डॉ. जीवनराम ने कहा कि संस्थान में इलाज के दौरान किसी व्यक्ति की मौत हो जाती है तो उसकी ही बॉडी यहां मॉर्च्युरी में रखी जाती है। दूसरी जगह से आई बॉडी को यहां मॉर्च्युरी में नहीं रखते हैं।
समाजवादी पार्टी (सपा) के कार्यकर्ताओं ने सपा सचिव प्रमोद यादव के नेतृत्व में रॉबर्ट्सगंज के वार्ड नंबर एक की दलित बस्ती में 'PDA' अभियान के तहत घर-घर जाकर लोगों से संपर्क किया। इस दौरान उन्होंने समाजवादी सरकार की पिछली उपलब्धियों और राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की आगामी चुनावी घोषणाओं से अवगत कराया। कार्यकर्ताओं ने बताया कि 2027 में सपा सरकार बनने पर महिलाओं को सालाना 40,000 रुपये की समाजवादी पेंशन दी जाएगी। यह राशि सीधे उनके बैंक खातों में भेजी जाएगी। सपा जिला सचिव प्रमोद यादव ने इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि पिछली समाजवादी सरकार ने भी 55 लाख महिलाओं को पेंशन प्रदान की थी। उन्होंने जोर दिया कि इस बार 40,000 रुपये सालाना देकर महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त किया जाएगा, जिससे उन्हें घर का बोझ कम करने में मदद मिलेगी। यादव ने यह भी बताया कि अखिलेश यादव ने घोषणा की है कि यह मासिक सहायता महिलाओं के सम्मान और बच्चों की शिक्षा में सुधार के लिए है। उन्होंने बढ़ती महंगाई और बिगड़ते घरेलू बजट का हवाला देते हुए कहा कि यह राशि महिलाओं को राहत प्रदान करेगी। इस घोषणा पर स्थानीय निवासियों ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। कौशल्या नामक एक महिला ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि यदि उन्हें पैसा मिलता है, तो यह बच्चों की पढ़ाई और घर का बजट संभालने में सहायक होगा। उन्होंने अखिलेश यादव का स्वागत करने की बात कही। वहीं, कलावती ने बताया कि गरीब लोग अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा नहीं दे पाते हैं। उन्होंने कहा कि कुछ पैसे मिलने से परिवार को राहत मिलेगी और यह महंगाई के दौर में एक अच्छी खबर होगी। इस मौके पर सपा नेता मनीष त्रिपाठी, मुन्ना कुशवाहा सुरेश अग्रहरी रमाशंकर खरवार मौजूद रहे
बोलेरो ने बाइक को मारी टक्कर:बाइक सवार ने मौके पर तोड़ा दम, घर लौटते समय हुआ हादसा
सीतापुर के लहरपुर कोतवाली क्षेत्र की भदफर चौकी अंतर्गत गुरुवार देर रात एक दर्दनाक सड़क हादसे में बाइक सवार युवक की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई और परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। मृतक की पहचान सुनील कुमार (26 वर्ष) पुत्र देवकी यादव निवासी ग्राम रेहरिया के रूप में हुई है। बृहस्पतिवार देर रात सुनील कुमार बिना हेलमेट लगाए बाइक से अपने घर लौट रहे थे। जैसे ही वह नेशनल हाईवे पर ग्राम खानियापुर चौराहे के पास पहुंचे, तभी लखीमपुर की ओर से आ रही तेज रफ्तार बोलेरो कार ने उनकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि सुनील कुमार ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। हादसे की आवाज सुनकर आसपास के ग्रामीण मौके पर दौड़ पड़े और तत्काल इसकी सूचना परिजनों के साथ-साथ भदफर चौकी पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर आवश्यक कानूनी कार्रवाई पूरी करते हुए पोस्टमॉर्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया। हादसे के बाद ग्रामीणों की भारी भीड़ घटनास्थल पर जमा हो गई, जिससे कुछ देर के लिए आवागमन भी प्रभावित रहा। पुलिस ने स्थिति को संभालते हुए यातायात को सुचारु कराया। भदफर चौकी प्रभारी लाल बहादुर मिश्र ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त बोलेरो कार और बाइक को कब्जे में ले लिया गया है और मामले में आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। वहीं कोतवाली प्रभारी अरविंद सिंह ने बताया कि हादसे के बाद बोलेरो चालक वाहन छोड़कर फरार हो गया था, जिसकी तलाश की जा रही है। जल्द ही आरोपी चालक को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। परिजनों के अनुसार मृतक सुनील कुमार अपने पिता का इकलौता पुत्र था और उसकी शादी करीब दो वर्ष पूर्व ही हुई थी। अचानक हुई इस घटना से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। गांव में शोक का माहौल है और हर आंख नम है।
नोएडा के दो प्राइवेट स्कूलों को शुक्रवार को सुबह बम से उड़ाने की धमकी वाला एक ई-मेल मिला। स्कूल प्रशासन ने तत्काल पुलिस को सूचना दी। पुलिस फौरन बम स्कवॉयड टीम को लेकर स्कूल पहुंची। स्कूल में छुट्टी कर दी गई। स्टाफ को बाहर करके परिसर की तलाशी ली। करीब एक घंटे तक ये सर्च ऑपरेशन चला। मौके से कोई संदिग्ध सामान नहीं मिला। एहतियातन दोनों स्कूलों में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती कर दी गई है। पुलिस अब मेल भेजने वाले का पता लगाने में जुटी है। अब विस्तार से पढ़िए पूरा मामला शिव नादर और एमिटी स्कूल को मिला था धमकी भरा मेल जॉइंट सीपी राजीव मिश्रा ने बताया- आज सुबह करीब 10:15 बजे शिव नादर और एमिटी स्कूल से फोन आया था। जिसमें बताया गया कि स्कूल को आज मेल पर बम से उड़ाने की धमकी मिली है। सूचना मिलते ही बम निरोधी दस्ते के साथ मौके पर पहुंचे। वहां पर सर्च ऑपरेशन चलाया। क्लास रूम, लाइब्रेरी से लेकर पार्किंग तक की तलाशी ली गई लेकिन मौके से कोई संदिग्ध सामग्री नहीं मिली। शुरुआती जांच में मेल फर्जी (HOAX) पाया गया। डर का माहौल बनाने के लिए शरारती तत्वों ने भेजा मेल जॉइंट सीपी के अनुसार- फिलहाल स्थिति पूरी तरह सामान्य है। ई-मेल किसने और कहां से भेजा है। इसका पता लगाया जा रहा है। अंदेशा है कि किसी शरारती तत्व ने डर का माहौल बनाने के मकसद से ये मेल भेजा होगा। फ़िलहाल इसकी पड़ताल की जा रही है। ये खबर अभी अपडेट की जा रही है. .. ----------------- ये खबर भी पढ़ें यूट्यूबर से लैंबॉर्गिनी-मर्सिडीज समेत 10Cr की कारें जब्त:दुबई में शादी के बाद से ED की नजर थी; कभी साइकिल पर चलता था, अब करोड़ों की संपत्ति यूपी के उन्नाव जिले का यूट्यूबर अनुराग द्विवेदी प्रवर्तन निदेशालय (ED) के रडार पर है। जांच एजेंसी ने उनकी लैंबॉर्गिनी, BMW, मर्सिडीज और थार जब्त की है। इन लग्जरी कारों की कीमत 10 करोड़ रुपए बताई जा रही है। पूरी खबर पढ़ें
अलीराजपुर बस स्टैंड स्थित कॉम्प्लेक्स की तलघर दुकान में आज शुक्रवार को एक अजीबोगरीब घटना सामने आई है। यहां एक बाइक सवार अपनी बाइक स्टार्ट करते ही बेकाबू होकर सीधे दुकान के अंदर जा घुसा। घटना सीसीटीवी में कैद हो गई। यह घटना तब हुई जब बाइक सवार ने अपनी मोटरसाइकिल स्टार्ट की। स्टार्ट होते ही बाइक बेकाबू हो गई और सीढ़ियों से उतरते हुए सीधे तलघर में बनी दुकान में घुस गई। इस हादसे में बाइक चालक को मामूली चोटें आई हैं। वहीं, दुकान को भी कुछ नुकसान पहुंचा है। पूरी घटना दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है, जिसका वीडियो अब सामने आया है।
परिक्रमा वासी को कार ने मारी टक्कर, पैर की हड्डी:घायल के पैर की पैर की हड्डी टूटी, जबलपुर रेफर
डिंडौरी के गाड़ासरई थाना क्षेत्र के मोहतरा गांव में एक सड़क हादसा हो गया। जबलपुर-अमरकंटक नेशनल हाईवे पर एक कार ने पैदल चल रहे नर्मदा परिक्रमा वासी युवक को पीछे से टक्कर मार दी। हादसे में युवक की पैर की हड्डी टूट गई। घटना शुक्रवार सुबह करीब 9 बजे की है। कार ड्राइवर ने पहुंचाया अस्पताल कार चालक ने घायल परिक्रमा वासी को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया और उसके इलाज का खर्च उठाने का वादा किया है। घायल परिक्रमा वासी की पहचान शाजापुर निवासी विजय शर्मा (46) के रूप में हुई है। उन्होंने लगभग ढाई महीने पहले ओंकारेश्वर से अपनी नर्मदा परिक्रमा शुरू की थी। ढाई महीने पहले से शुरू की नर्मदा परिक्रमा घटना के समय विजय शर्मा अपने साथी प्रतीक पांड्या (धार निवासी) और करीब 35 अन्य परिक्रमा वासियों के साथ चल रहे थे। प्रतीक पांड्या ने बताया कि अमरकंटक से डिंडौरी की ओर जा रही कार क्रमांक CG 12 AS 6303 ने विजय शर्मा को टक्कर मार दी, जिससे वह सड़क पर जा गिरे। पूरे इलाज का खर्च उठाने का दिया आश्वासन कार चालक की पहचान जबलपुर निवासी कुल भूषण कपूर के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि यह पहली बार है जब उनसे कोई दुर्घटना हुई है और उन्हें इसका दुख है। कुल भूषण कपूर ने परिक्रमा वासी के पूरे इलाज का खर्च उठाने का आश्वासन दिया है। इसी शर्त पर परिक्रमा वासी ने पुलिस में एफआईआर दर्ज नहीं करवाई है। घायल के पैर की हड्डी टूटी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के ड्यूटी डॉक्टर ए.के. वर्मा ने बताया कि विजय शर्मा के पैर की हड्डी टूट गई है। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें आगे के इलाज के लिए जबलपुर रेफर कर दिया गया है। पुलिस ने दुर्घटनाग्रस्त कार को थाने में खड़ा करवा लिया है।

