झांसी में भारतीय जनता पार्टी ने बड़ा बदलाव किया है। पार्टी ने सुधीर सिंह को जिलाध्यक्ष पद की जिम्मेवारी सौंपी है। यहां उनके नाम की घोषणा हुई, वहां उनके समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई। कई समर्थक आधी रात को नए जिलाध्यक्ष को बधाई देने पहुंच गए। बता दें कि सुधीर सिंह भारतीय जनता पार्टी के साथ ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ में भी सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में जुड़े हैं। नए जिलाध्यक्ष को बधाई देने पहुंचे समर्थक... भारतीय जनता पार्टी ने लंबे समय बाद झांसी महानगर जिलाध्यक्ष के नाम की घोषणा की है। बुधवार को जारी सूची में पार्टी ने पूर्व क्षेत्रीय मंत्री कानपुर-बुंदेलखंड थाना क्षेत्र और वर्तमान क्षेत्रीय उपाध्यक्ष बुंदेलखंड-कानपुर सुधीर सिंह को झांसी महानगर का जिलाध्यक्ष घोषित किया है। बता दें कि भाजपा के नए जिलाध्यक्ष सुधीर सिंह पार्टी में सक्रिय सदस्य के रूप में कार्य कर रहे हैं। साथ ही वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के भी सक्रिय सदस्य हैं। जिलाध्यक्ष बनाए गए सुधीर सिंह बिपिन बिहार डिग्री कॉलेज में छात्र संघ अध्यक्ष भी रहे हैं। ऐसे में शिक्षकों से लेकर छात्रों तक उनकी अच्छी पकड़ है। इसके अलावा व्यापारियों में भी उनकी लोकप्रियता है। जीएसटी को लेकर मनाए जा रहे बचत उत्सव में भी वह लगातार कारोबारियों से मिलते रहे। वह पूर्व मेयर और वर्तमान एमएलसी रामतीर्थ सिंघल के भी करीबी बताए जाते हैं। यहां उनके समर्थकों में भी सुधीर सिंह के जिलाध्यक्ष बनते ही जोश दौड़ गया। आधी रात को ही कई समर्थक उन्हें बधाई देने उनके घर जा पहुंचे। पेशे से अधिवक्ता सुधीर सिंह के लिए अब झांसी में भाजपा के अंदर चल रही गुटबाजी को भी समाप्त करने की चुनौती होगी।
37 साल की उम्र में 38 चोरी और 54 FIR...सुनने में थोड़ा अटपटा लगेगा लेकिन गुना के शातिर चोर धारत लोधी का यही क्रिमिनल रिकॉर्ड है। बड़ी मशक्कत के बाद पुलिस उसे पकड़ पाई है। धारत पर चोरी के अलावा हत्या का प्रयास, आबकारी एक्ट, SC-ST एक्ट, आर्म्स एक्ट, राज्य सुरक्षा अधिनियम और जिलाबदर का उल्लंघन जैसे कई अन्य अपराध भी दर्ज हैं। धारत लोधा ने 16 साल की उम्र में पहली चोरी की थी। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, धारत को स्मैक की लत है और उसका भाई राजकुमार लोधा भी स्मैक का आदी है और चोरी करता है। धारत ताले तोड़ने में माहिर है और चुटकियों में ताला तोड़ देता है। सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता है कि उसने यूनिवर्सिटी के ऑफिस का ताला कितनी आसानी से तोड़ दिया था। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार आरोपी धारत लोधा पर कोतवाली और कैंट थाने में कुल 54 केस दर्ज हैं। इसके अलावा अन्य थानों में भी केस दर्ज होने की जानकारी सामने आई है। उस पर पहला केस 2004 में चोरी का दर्ज हुआ। इसके बाद लगभग हर वर्ष उस पर चोरी सहित अन्य कई धारों में मामले दर्ज होते रहे। सबसे पहले मामला जान लीजिए...कैसे पकड़ में आया भगत सिंह कॉलोनी के रहने वाले रविनंदन पुत्र वीर सिंह धाकड़ ने 30 अक्टूबर को कैंट थाने में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि जिला पंचायत कॉम्प्लेक्स में महाकौशल विश्वविद्यालय जबलपुर की गुना ब्रांच का ऑफिस है, जहां वे काम करते हैं। 29 अक्टूबर की शाम को वे ऑफिस बंद करके घर चले गए थे। अगली सुबह जब वे ऑफिस पहुंचे, तो उन्होंने पाया कि शटर के ताले टूटे हुए थे। अंदर काउंटर में रखे कुछ नकदी रुपए और एक मोबाइल गायब था। किसी अज्ञात व्यक्ति ने ऑफिस में घुसकर चोरी कर ली थी। उनकी शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। चोरी की यह घटना ऑफिस में लगे CCTV कैमरे में भी कैद हो गई थी। कैंट पुलिस ने आरोपी की तलाश के लिए अपने मुखबिरों को सक्रिय किया और तकनीकी संसाधनों की मदद से अज्ञात आरोपी की पहचान करने की कोशिश की। मुखबिरों से मिली जानकारी के आधार पर, पुलिस ने धारत पुत्र रामलाल लोधा (उम्र 37 वर्ष, निवासी चांदशाह वली रोड़ उमरिया) को हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान, धारत ने ऑफिस से 5 हजार रुपए और एक मोबाइल चोरी करना स्वीकार किया। इसके बाद पुलिस ने आरोपी धारत लोधा को गिरफ्तार कर लिया। 16 साल की उम्र में पहली चोरी आरोपी धारत लोधा (37 वर्ष) के माता-पिता नहीं हैं। उसने एक महिला को पत्नी के रूप में रखा हुआ है। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, उस पर पहला मामला वर्ष 2004 में दर्ज हुआ था। उस समय धारत की उम्र लगभग 16 वर्ष थी। नाबालिग रहते हुए ही उसने एक घर में घुसकर चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। इसके बाद वह लगातार वारदातें करता रहा। इसके अलावा, ऐसे अनगिनत मामले होंगे, जिनकी शिकायत ही नहीं होती। वह किसी भी घर, दुकान या गोदाम को भी निशाना बना लेता था। आरोपी धारत ताले चटकाने और घरों में घुसने में माहिर है। वह चुटकियों में ताले चटका देता है। यूनिवर्सिटी के ऑफिस में चोरी का जो CCTV सामने आया है, उसमें भी साफ देखा जा सकता है कि उसने चुटकियों में शटर का ताला चटका दिया। इसके बाद शटर को एक तरफ से मोड़कर ऊपर किया और उसके अंदर चला गए। वह सेंट्रल लॉक वाले दरवाजे भी आसानी से खोल लेता है और उसके अंदर घुस जाता है। कैंट थाना प्रभारी अनूप भार्गव ने बताया कि फिलहाल यूनिवर्सिटी ऑफिस में चोरी के मामले में धारत लोधा को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है। उसे जेल भेज दिया गया है। धारत पर कैंट और कोतवाली में ही लगभग 60 मामले दर्ज हैं। अब जानिए...आरोपी धारत लोधा द्वारा की तीन चोरियां कोर्ट में पेश किया, आरोपी को जेल भेजा कैंट थाना प्रभारी TI अनूप भार्गव ने बताया कि फिलहाल जिला पंचायत परिसर स्थित यूनिवर्सिटी के ऑफिस में चोरी के मामले में धारत लोधा को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है। इसके बाद उसे जेल भेज दिया गया है। धारत पर कैंट और कोतवाली में ही लगभग 60 मामले दर्ज हैं।
मेरठ में सगे भाई ने की बड़े भाई की हत्या:चाकू मारकर घर में ही किया मर्डर
मेरठ के ब्रहमपुरी थाना के भगवतपुरा में बुधवार रात बड़ी वारदात को अंजाम दिया गया। यहां छोटे भाई ने अपने ही सगे बड़े भाई की चाकू मारकर हत्या कर दी। सूचना पर सीओ ब्रहमपुरी सौम्या अस्थाना सहित थाना पुलिस मौके पर पहुंची। वहीं अारोपी छोटे भाई को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। भगवतपुरा में विषपाल वर्मा अपने परिवार के साथ रहते हैं। विषपाल की पत्नी की पहले ही मौत हो चुकी है। उनके 3 बेटे हैं। सबसे बड़ा बेटा दिग्विजय अपने परिवार के साथ अलग रहता है। बीच वाला बेटा सचिन और छोटा बेटा दीपक दोनों अपने पत्नी, बच्चों के साथ यहीं एक मकान में रहते हैं। बुधवार रात 9 बजे छोटे बेटे दीपक ने अपने बड़े भाई सचिन को चाकू मार दिया। चाकू उसके पैर में जांघ के पास लगा। घायल हालत में परिजन सचिन को बागपत रोड के केएमसी अस्पताल लेकर गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। रात 9 बजे के आसपास हुई वारदात बताया कि बुधवार को दोनों भाई अपने परिवार के साथ थे। तभी अचानक दोनों में प्रापर्टी बंटवारे को लेकर झगड़ा हुआ। लंबे समय से दोनों भाइयों में संपत्ति विवाद चल रहा था। तभी छोटे भाई ने बड़े भाई पर चाकू से हमला कर दिया। उस पर चाकूओं से कई वार करते हुए उसे मौत के घाट उतार दिया। परिजन सचिन को खून से लथपथ हालत में केएमसी अस्पताल लेकर गए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक सचिन के हैं 3 बच्चे सचिन की पत्नी शिवानी है। 12 साल पहले सचिन और शिवानी की शादी हुई थी। शिवानी का मायका दिल्ली का है। दोनों के तीन बच्चे वासु वर्मा 13, बेटी कीर्ति -11 साल व सबसे छोटा बेटा हन्नू 3 साल का है। मृतक सचिन सराफा बाजार में ज्वैलरी का काम करता था। जबकि आरोपी छोटा भाई भी मेरठ में कहीं ज्वैलरी का काम, दुकान करता है। सूचना पर मौके पर पहुंची थाना पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है। आरोपी दीपक उर्फ कुक्कू की पत्नी का नाम पूजा है। जो मेरठ तहसील इलाके की रहने वाली है। अस्पताल में डॉ. सचिन ने बताया कि थाना ब्रहमपुरी से मामला आया था। दो भाइयों में झगड़ा हुआ था। मृतक का नाम सचिन वर्मा है उसकी जांग पर चाकू जैसा कुछ लगने के कारण नस फट गई, इसकी वजह से एक्सेस ब्लीडिंग हो गई। इसी हैवी ब्लीडिंग के कारण मौत हुई है। 30 नवंबर को है भतीजे की शादी दोनों की 8 साल पहले शादी हुई थी। मृतक सचिन के सबसे बड़े भाई दिग्विजय के बेटे मयंक वर्मा की अभी 30 नवंबर को ही शादी है। घर में शादी की तैयारियां चल रही थीं। इसी बीच हत्या हो गई और शादी का पूरा माहौल खराब हो गया। 65 गज का तीन मंजिला मकान है। जिसे पिता विषपाल ने बनाया है। मकान के ग्राउंड फ्लोर पर विषपाल खुद रहते हैं। पहली मंजिल पर आरोपी छोटे भाई दीपक का परिवार रहता है। दूसरी मंजिल पर मृतक सचिन का परिवार रहता है। दीपक को इसी बात से चिढ़ थी वो दूसरी मंजिल पर सचिन के मकान में भी हिस्सा चाहता था। इसी वजह से झगड़ा रहता था। दीपक चाहता कि मकान बिच जाए और उसके बराबर पैसे बंट जाए। लेकिन सचिन इसको लेकर राजी नहीं था और इसी बात से अक्सर झगड़ा रहता था। बुधवार को भी हिस्से की बात पर ही विवाद हुआ और जांघ पर दीपक ने चाकू मार दिया। इससे पैर की नस फट गई और अधिक खून बहने के कारण सचिन की मौत हो गई। पत्नी ने किया था कॉल अस्पताल के बाहर मृतक सचिन की पत्नी शिवानी ने बताया कि मेरे पति बाजार में थे। मैंने उन्हें कॉल करके कहा कि भाभी बुला रही है घर अा जाओ। इसके बाद क्या हुआ मुझे नहीं मालूम। शिवानी ने कहा कि उसकी सास की मौत 2015 में हो गई थी। उसने अपनी सास की बहुत सेवा की है। कहा कि पिछले 5 सालों से हमारे यहां प्रापर्टी का विवाद चल रहा है।
लखनऊ पारा के पिंक सिटी गंगा विहार कॉलोनी में बुधवार सुबह हुए विवाद ने रात तक गंभीर रूप ले लिया। स्टेशनरी दुकान संचालक के बेटे से मारपीट की शिकायत लेकर पहुंचे परिजनों को दबंगों ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। विरोध करने पर दुकान संचालक दीपक मिश्रा के सिर पर धारदार हथियार से हमला कर उन्हें घायल कर दिया। महिलाओं के साथ भी मारपीट की गई और कपड़े तक फाड़ दिए। इस दौरान दहशत फैलाने के लिए हवाई फायरिंग करने का आरोप लगाया गया है। गंगा विहार कॉलोनी निवासी रेणु मिश्रा ने बताया कि उनके पति दीपक मिश्रा पास में स्टेशनरी की दुकान चलाते हैं। सुबह बेटा वैभव चाय देकर लौट रहा था। तभी बाइक तेज चलाने की बात पर समीर खान ने उसे रोककर गाली-गलौज करते हुए पिटाई कर दी। शाम को पिता के आने पर वैभव ने घटना बताई। इसके बाद दीपक अपने भाई अमरदीप, आशीष मिश्रा, आशीष दुबे और महिलाओं के साथ पूछताछ के लिए मौके पर पहुंचे। आरोप है कि वहां मौजूद समीर ने हिन्दू मारने आए हैं चिल्लाते हुए अपने साथियों को बुलाया और सभी ने लाठी-डंडों से हमला कर दिया। महिलाओं पर भी हमला किया गया और कपड़े फाड़ दिए। परिजन भागकर पास की मेडिकल स्टोर में छुपे। घटना पास लगे सीसीटीवी में कैद हो गई। मौके से एक जिंदा कारतूस भी मिला। पुलिस बोली फायरिंग नहीं हुई इंस्पेक्टर सुरेश सिंह ने बताया कि सुबह वैभव ने समीर की बाइक में टक्कर मार दी थी। इस बात को लेकर विवाद हुआ। शाम को वैभव पक्ष के लोगों ने समीर को पीटा। फायरिंग के आरोप को गलत बताया गया है। जिंदा कारतूस को कब्जे में लेकर जांच की जा रही है। एसीपी काकोरी शकील अहमद ने भी फायरिंग की घटना से इनकार किया। कहा कि नौ नामजद समेत अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एक निर्णय में कहा है कि एससी/एसटी अधिनियम के मामले में धारा 14- ए के तहत अपील में ट्रायल कोर्ट में पक्षों के बीच हुए समझौते के आधार पर केस कार्यवाही रद्द की जा सकती है। इसके लिए हाईकोर्ट की अंतर्निहित शक्ति की धारा की याचिका दायर करना आवश्यक नहीं है।न्यायमूर्ति शेखर कुमार यादव की एकल पीठ ने मेरठ निवासी राहुल गुप्ता व छह अन्य की आपराधिक अपील स्वीकार करते हुए कहा है कि जब अपील का वैधानिक उपाय उपलब्ध है तो समझौता करने के लिए सीआरपीसी की धारा 482 के तहत उच्च न्यायालय की अंतर्निहित शक्तियों का अलग से सहारा लेने की कोई आवश्यकता नहीं है। कोर्ट ने मामले में समन आदेश और आरोपपत्र सहित पूरी कार्यवाही को रद्द कर दिया है। इस संबंध में गुलाम रसूल खान एवं अन्य बनाम उत्तर प्रदेश राज्य एवं अन्य (2022) 8 एडीजे 691 में इलाहाबाद हाईकोर्ट की पूर्ण पीठ के फैसले का हवाला देते हुए कोर्ट ने कहा कि आमतौर पर समझौते के आधार पर आपराधिक कार्यवाही रद्द करने के लिए सीआरपीसी की धारा 482 के तहत उच्च न्यायालय की अंतर्निहित शक्तियों का प्रयोग किया जाता है। अपीलकर्ताओं ने मेरठ के विशेष न्यायाधीश, एससी/एसटी अधिनियम, द्वारा पारित आरोपपत्र और समन आदेश को रद्द करने के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। दलील दी गई कि यह विवाद पूरी तरह से निजी प्रकृति का था और पक्षों ने बिना किसी दबाव या अनुचित प्रभाव के समझौता कर लिया था। याचीगण के खिलाफ ब्रह्मपुरी थाने में विभिन्न धाराओं में रिपोर्ट लिखी गई थी।आरोप पत्र 30 अप्रैल 2024 को दायर किया गया और समन 19 जुलाई 2024 को हुआ। कोर्ट ने कहा, इस न्यायालय के समक्ष पक्षकारों ने अनुरोध किया था कि उन्होंने समझौता कर लिया है। अब वह मामले को आगे नहीं बढ़ाना चाहते हैं। 22 नवंबर 2024 को इस कोर्ट के आदेश के अनुपालन में, विशेष न्यायाधीश एससी/एसटी अधिनियम मेरठ ने समझौते का सत्यापन किया है।वैसे जिलाधिकारी ने चार दिसंबर 2024 की अपनी रिपोर्ट में कहा है कि विपक्षी पक्ष संख्या दो ने संबंधित प्राधिकारी को मुआवजे की राशि वापस नहीं की है। कोर्ट ने विपक्षी संख्या दो सुमति कुमार को निर्देश दिया है कि वह संबंधित प्राधिकारी से प्राप्त क्षतिपूर्ति राशि एक सप्ताह के भीतर वापस कर दे।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अपने एक आदेश में कहा कि किसी बच्चे के पितृत्व का निर्धारण करने के लिए डीएनए परीक्षण को 'नियमित तरीके' नहीं किया जा सकता। कोर्ट ने कहा कि ऐसा इसलिए निर्देशित नहीं किया जा सकता है क्योंकि कोई पक्ष कानूनी कार्यवाही के दौरान माता-पिता के संबंध में विवाद करता है।न्यायमूर्ति चवन प्रकाश प्रकाश की पीठ ने कहा कि डीएनए परीक्षण के ऐसे आदेश केवल विशिष्ट परिस्थितियों में ही पारित किए जा सकते हैं, जहां प्रासंगिक अवधि के दौरान पक्षों के बीच सहवास की कोई संभावना साबित नहीं होती है। हाईकोर्ट ने इसके साथ ही घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम (डीवी एक्ट) से जुड़े मामले में पति की याचिका खारिज कर दी। अदालत वाराणसी के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश द्वारा पारित आदेश के खिलाफ पति की पुनरीक्षण याचिका पर विचार कर रही थी, जिन्होंने डीएनए परीक्षण के लिए किसी भी आदेश से इनकार करने वाले विशेष मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा पारित आदेश के खिलाफ पति की अपील को खारिज कर दिया था। यह मामला पत्नी (विपक्षी संख्या 2) द्वारा घरेलू हिंसा अधिनियम की धारा 12 के तहत दायर एक शिकायत से संबंधित था। पति ने दावा किया कि हालांकि उसकी शादी अप्रैल 2008 में विपक्षी से हुई थी, लेकिन वह अपने ससुराल में केवल एक सप्ताह ही रही। उनका कहना था कि उनकी पत्नी स्नातक हैं और एक इंटर कॉलेज में शिक्षिका हैं तथा वह उनके साथ नहीं रहना चाहतीं, क्योंकि वह एक अशिक्षित ग्रामीण हैं। उसका तर्क था कि दिसंबर 2012 में जन्मी बच्ची उनकी जैविक बेटी नहीं थी, क्योंकि उनकी पत्नी मई 2011 से अपने माता-पिता के घर में रह रही थी। इन आरोपों के आधार पर उन्होंने बच्ची के डीएनए परीक्षण के लिए आवेदन दिया, जिसे ट्रायल कोर्ट ने खारिज कर दिया था। हाईकोर्ट ने उनकी पुनरीक्षण याचिका को भी खारिज कर दिया। साक्ष्य अधिनियम की धारा 112 का उल्लेख किया गया, जिसमें कहा गया है कि वैध विवाह के जारी रहने के दौरान बच्चे का जन्म वैधता का निर्णायक प्रमाण है। जज ने कहा कि वैध विवाह के अस्तित्व के दौरान पैदा हुए बच्चे की वैधता के पक्ष में एक क्रमिक धारणा स्थापित होती है और प्रदान की गई धारणा एक कानूनी मान्यता है कि पति पैदा हुए बच्चे का पिता है। पीठ ने स्पष्ट किया कि यह अनुमान तभी हटाया जा सकता है जब यह दर्शाया जा सके कि जब बच्चा पैदा हो सकता था, तब दोनों पक्षों की एक-दूसरे तक पहुंच नहीं थी। न्यायालय ने कहा कि 'गैर-पहुंच' का तात्पर्य न केवल सहवास की अनुपस्थिति है, बल्कि पक्षों के एक साथ रहने के अवसर का पूर्ण अभाव भी है। न्यायालय ने कहा कि वर्तमान मामले में याची पति रामराज पटेल ने केवल यह कहा है कि उसकी पत्नी कुछ दिनों के लिए वैवाहिक घर में रही थी और बच्चा उसका जैविक बच्चा नहीं है। कोर्ट ने कहा कि निचली अदालतों ने विशिष्ट निष्कर्ष दिए हैं और उपरोक्त आदेश पारित करने में कोई अवैधता नहीं है। कोर्ट ने याची पति की आपराधिक रिवीजन को खारिज कर दिया।
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) और राजस्थान पर्यटन विभाग की ओर से बुधवार रात अल्बर्ट हॉल पर आयोजित भव्य सांस्कृतिक समारोह में जापान का विश्वप्रसिद्ध ताइको ड्रमिंग समूह ड्रम ताओ ने अपनी धाकड़ ताल, ऊर्जावान प्रस्तुति और अद्भुत मंच कौशल से जयपुरवासियों को मंत्रमुग्ध कर दिया। शिलांग चेरी ब्लॉसम फेस्टिवल के बाद चेन्नई, दिल्ली और बेंगलुरु में धूम मचाने के बाद यह आयोजन ड्रम ताओ के 14-शहरों वाले भारत दौरे का एक महत्वपूर्ण पड़ाव रहा, जिसने भारत और जापान के बीच सांस्कृतिक साझेदारी और मित्रता को नई ऊंचाई दी। इस प्रस्तुति को देखने के लिए 2000 से अधिक दर्शकों की भीड़ अल्बर्ट हॉल पर उमड़ी, जिन्होंने मंच पर ऊर्जा और ताल की संगति से भरी एक यादगार शाम का अनुभव किया। बॉलीवुड सिंगर स्वरूप खान ने बांधा समां कार्यक्रम की शुरुआत बॉलीवुड सिंगर स्वरूप खान के लाइव परफ़ॉर्मेंस से हुई, जिन्होंने अपने लोकप्रिय गीतों के जरिए दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। उनके ऊर्जावान प्रस्तुति के बाद जब मंच पर जापान की ड्रम ताओ टीम आई, तो पूरा वातावरण ताल, नाद और शक्ति से गूंज उठा। स्वरूप खान ने राजस्थान में पर्यटकों का स्वागत करते हुए केसरिया बालम सुनाकर प्रशंसा प्राप्त की। इसके बाद मैं तेनू समझावां को सुनाया। आगे की प्रस्तुतियों में रम्ता जोगी, घूमर, जग घूमया, ठरकी छोकरो आयो रे बन के म्हारो मेहमान, तेरे रश्के कमर जैसे गाने सुनाकर युवाओं में एनर्जी भर दी। ड्रम की धुनों पर मार्शल आर्ट्स की अनोखी प्रस्तुति ड्रम ताओ कलाकारों ने अपने पारंपरिक Wa-Daiko (वादााइको) ड्रम्स, शामीसेन, बांसुरी और अन्य जापानी इंस्ट्रूमेंट्स के साथ ताकत, अनुशासन और कलात्मकता का अद्भुत मिलाजुला प्रदर्शन किया। उन्होंने ड्रम बीट्स के साथ मार्शल आर्ट्स तकनीक, तेज फुटवर्क और विजुअल थिएटर का शानदार संगम प्रस्तुत किया, जिसने दर्शकों को रोमांचित कर दिया। प्रदर्शन के अंतिम हिस्से में हुआ ऊर्जावान फिनाले लोगों की तालियों और उत्साह के बीच देर तक याद किया जाता रहा। भारत–जापान संबंधों को मजबूत कर रहा 14-दिवसीय टूर ड्रम ताओ का यह भारत दौरा जापान की पारंपरिक कला और मनोरंजन का सर्वश्रेष्ठ रूप दुनिया के सामने लाने का उद्देश्य रखता है। टोयोटा और ड्रम ताओ के सहयोग ने दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान को और गहन बनाने की दिशा में मजबूत कदम रखा है। जयपुर में शानदार सफलता के बाद ड्रम ताओ टीम अब 28 नवंबर को कोलकाता के एक्वाटिका में लाइव प्रदर्शन करेगी। इसके बाद समूह आगे भारत के अन्य शहरों की ओर रुख करेगा। ड्रम ताओ का शानदार इतिहास 1993 में जापान के ओइता में स्थापित, ड्रम ताओ अब तक दुनिया भर में 1 करोड़ से ज्यादा दर्शकों को प्रभावित कर चुका है। उनके न्यूयॉर्क में ऑफ-ब्रॉडवे शो 2016 में पूरी तरह सोल्ड आउट रहे और अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने उन्हें जापानी मनोरंजन का प्रतीक कहा है। 2020 में उन्होंने माउंट आसो राष्ट्रीय उद्यान के बीच स्थायी बाहरी थिएटर ‘TAO no Oka’ की स्थापना की और 2024 में उनका 100-दिन का अमेरिका–कनाडा दौरा शुरू हुआ था।
जवाहर कला केंद्र के रंगायन सभागार में मंचित सामाजिक नाट्य प्रस्तुति ‘पगला गयी धानका’ ने दर्शकों को भीतर तक हिला दिया। वीणा पाणी कला मंदिर समिति द्वारा प्रस्तुत और उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, पटियाला के सहयोग से 30 दिवसीय कार्यशाला के अंतर्गत तैयार इस नाटक ने ऑनर किलिंग, समाज का दबाव, अपराधबोध और स्त्री की अंत: पीड़ा जैसे गंभीर मुद्दों को अत्यंत संवेदनशील और प्रभावी शैली में प्रस्तुत किया। नाटक की कहानी एक गांव के सरपंच और सरपंचनी के जीवन पर आधारित है। सरपंच चुनाव जीतने के बाद समाज सुधारक की भूमिका निभाते हुए बाल विवाह, नाता प्रथा, और अन्य कुप्रथाओं के खिलाफ निर्णायक कदम उठाता है और गांव की भलाई में जुटा रहता है। लेकिन अचानक उसकी पत्नी मानसिक संतुलन खो बैठती है, जिससे पूरे गांव में चिंता का माहौल फैल जाता है। समाधान के लिए एक ओझा को बुलाया जाता है, जो लगातार पूछता है - तूने कौन-सा गुनाह किया है ? और फिर फ्लैशबैक दृश्य सामने आते हैं, जिसमें खुलासा होता है कि सरपंच ने एक रात एक प्रेमी जोड़े की ऑनर किलिंग अपनी आंखों से देखी थी, लेकिन समाज, जाति और दबाव के कारण चुप रहा। इसी दबे अपराधबोध की गूंज उसकी पत्नी के मानसिक टूटने और पागलपन के रूप में सामने आती है। शानदार अभिनय और प्रभावशाली प्रस्तुति नाटक में सरपंच का मजबूत और भावनात्मक किरदार विशाल भट्ट द्वारा निभाया गया, जबकि सरपंचनी (धानका) की तीव्र और दिल दहला देने वाली भूमिका अन्नपूर्णा शर्मा ने जीवंत की।प्रभावी अभिनय और व्यक्तित्व के साथ ओझा का किरदार डॉ. सौरभ भट्ट ने निभाकर पूरे सभागार का ध्यान बांधे रखा। अन्य प्रमुख कलाकारों में झिलमिल भट्ट, रेखा शर्मा, शाहरुख़ खान, मौली शर्मा, अखिल चौधरी, चित्रांश माथुर, उमेश, अभिनय, धान्वी और पाखी शामिल रहे। तकनीकी पक्ष मजबूत
लखनऊ–कानपुर के बीच यात्रा करने वाले यात्रियों को 3 दिसंबर को भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। रेलवे प्रशासन ने ट्रेनों का संचालन बेहतर करने और पटरियों को अपग्रेड करने के लिए इस दिन लखनऊ–कानपुर रेलखंड पर आठ घंटे का ट्रैफिक और पावर ब्लॉक घोषित किया है। अमौसी–मानकनगर और जैतीपुर–हरौनी सेक्शन के बीच होने वाले इस बड़े मेंटेनेंस कार्य के चलते हजारों यात्रियों की यात्रा प्रभावित होगी। दो ट्रेनों का संचालन पूरी तरह रद्द रेलवे ने साफ कर दिया है कि तीन दिसंबर को दो प्रमुख ट्रेनें बिल्कुल नहीं चलेंगी। इनमें झांसी–लखनऊ जंक्शन इंटरसिटी (11109/10) और झांसी–लखनऊ पैसेंजर (51813/14) शामिल हैं। इन ट्रेनों के नियमित यात्री वैकल्पिक व्यवस्था करने को मजबूर होंगे। कई महत्वपूर्ण ट्रेनें बदले हुए रूट से चलेंगी ब्लॉक के दौरान लखनऊ में प्रवेश करने वाली कई लंबी दूरी की सुपरफास्ट और एक्सप्रेस ट्रेनों को डायवर्ट किया गया है। नई दिल्ली–लखनऊ शताब्दी (12003/04), पुणे–लखनऊ एक्सप्रेस (12103) और पनवेल–गोरखपुर एक्सप्रेस (15066) अब उन्नाव, माखी और बालामऊ होकर लखनऊ पहुंचेंगी। एलटीटी–प्रतापगढ़ उद्योगनगरी (12173) लखनऊ नहीं आएगी, जिससे प्रतिदिन सफर करने वाले यात्रियों पर खासा असर पड़ेगा। इसके अलावा, आगरा फोर्ट–लखनऊ इंटरसिटी (12180) और जयपुर–गोमतीनगर एक्सप्रेस (19715) भी उन्नाव, माखी, बालामऊ और आलमनगर होते हुए गोमतीनगर पहुंचेंगी। इनका ऐशबाग और बादशाहनगर स्टेशनों पर ठहराव समाप्त कर दिया गया है। गोरखपुर–चर्लपल्ली सुपरफास्ट एक्सप्रेस (12589) भी लखनऊ–आलमनगर–बालामऊ–माखी–उन्नाव के रास्ते कानपुर जाएगी। वहीं, बरौनी–ग्वालियर एक्सप्रेस (11124) भी इसी डायवर्जन पर चलेगी। कई ट्रेनें घंटों की देरी से चलेंगी ट्रैफिक ब्लॉक का असर कुछ ट्रेनों के समय पर भी पड़ेगा। कई मेमू और एक्सप्रेस ट्रेनें अपने निर्धारित समय से घंटों देर से चलेंगी। कानपुर सेंट्रल–लखनऊ मेमू (64212) 240 मिनट, उतरेटिया–शिवपुर मेमू (64282) 35 मिनट, लखनऊ–नई दिल्ली शताब्दी (12003) 100 मिनट, और लखनऊ–पुणे एक्सप्रेस (12104) 90 मिनट की देरी से चलाई जाएंगी। इसी तरह, गोरखपुर–बांद्रा टर्मिनस एक्सप्रेस (15067) 145 मिनट, छपरा–मथुरा एक्सप्रेस (15109) 205 मिनट, दरभंगा–नई दिल्ली पूजा स्पेशल (04449) 180 मिनट, और पुरी–आनंदविहार नीलांचल (12875) 225 मिनट लेट होंगी। लखनऊ–कानपुर मेमू (64211) 205 मिनट, जबकि लखनऊ–आगरा फोर्ट इंटरसिटी (12179) 75 मिनट देरी से संचालित की जाएगी। स्टेशन पर यात्री सुविधाओं पर भी असर ट्रैफिक और पावर ब्लॉक के दौरान कुछ स्टेशनों पर बिजली आपूर्ति प्रभावित रहेगी। प्लेटफॉर्म डिस्प्ले, लाउडस्पीकर से होने वाली घोषणाएँ और टिकट काउंटरों की कार्यप्रणाली भी धीमी हो सकती है। यात्रियों को समय से पहले स्टेशन पहुंचने और ट्रेन की लाइव स्थिति चेक करने की सलाह दी गई है।
लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाने की योजना एक बार फिर स्टेशन परिसर की हरियाली को नुकसान पहुंचाने जा रही है। स्टेशन अपग्रेडेशन परियोजना के तहत पार्किंग क्षेत्र में मौजूद करीब 20 पुराने वृक्षों को काटने की तैयारी की जा रही है। रेलवे की टीम ने सभी पेड़ों पर नंबरिंग कर दी है, और सूत्रों के अनुसार एक सप्ताह के भीतर इनकी कटाई शुरू हो सकती है। ये पेड़ 25 से 30 साल पुराने हैं और इनमें नीम, पीपल, पाकड़ जैसे बड़े और घने छायादार वृक्ष शामिल हैं, जो स्टेशन परिसर के तापमान और पर्यावरण संतुलन को सकारात्मक रूप से प्रभावित करते रहे हैं। कॉन्कोर्स निर्माण के लिए हटाई जाएगी पार्किंग की हरियाली उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल चारबाग स्टेशन अपग्रेडेशन को तेजी से आगे बढ़ा रहा है। इसके तहत दूसरा प्रवेशद्वार विकसित किया जा रहा है और रेलवे भूमि विकास प्राधिकरण (आरएलडीए) मुख्य प्रवेशद्वार की तरफ बड़े निर्माण कार्य की तैयारी कर रहा है। इंजीनियरों की टीम पहले ही साइट का सर्वे पूरा कर चुकी है। निर्माण कार्य रेल कोच रेस्टोरेंट के सामने वाली पार्किंग से शुरू होगा, जहां एक विशाल कॉन्कोर्स (छत) बनाया जाएगा। यह कॉन्कोर्स चारबाग और लखनऊ जंक्शन को आपस में जोड़ेगा। इसी निर्माण के लिए पार्किंग में स्थित सभी 20 पेड़ों को हटाने की तैयारी है। ये वही क्षेत्र है जहां पहले कैबवे निर्माण के दौरान भी कई पुराने पेड़ काटे गए थे। अब बची हुई हरियाली भी विकास कार्य की भेंट चढ़ने के कगार पर है। हरियाली घटने की चिंता, एआईक्यू पहले से खराब स्टेशन परिसर में पहले ही हरियाली सीमित है, ऐसे में पेड़ों की कटाई से वातावरण और प्रभावित होगा। इससे यात्रियों को गर्मियों में राहत देने वाले प्राकृतिक छायादार क्षेत्र भी खत्म हो जाएंगे। दैनिक यात्री एसोसिएशन के अध्यक्ष एसएस उप्पल ने इसे गंभीर मुद्दा बताते हुए कहा कि, “जब लखनऊ में एयर क्वालिटी इंडेक्स लगातार गिर रहा है और प्रदूषण बढ़ता जा रहा है, ऐसे समय में पेड़ लगाने की जरूरत है, न कि काटने की।” उन्होंने रेलवे प्रशासन और परियोजना अधिकारियों से अपील की कि विकास कार्यों के साथ पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता देना ज़रूरी है। स्थानीय संगठनों में नाराज़गी, विकल्प तलाशने की मांग स्थानीय यात्रियों और पर्यावरण प्रेमियों का कहना है कि स्टेशन अपग्रेडेशन जरूरी है, लेकिन इसके लिए पुराने पेड़ों की बलि नहीं दी जानी चाहिए। कई संगठनों ने सुझाव दिया है कि निर्माण से पहले वैकल्पिक डिज़ाइन विकल्प तलाशे जाएं या जहां संभव हो, पेड़ों को ट्रांसप्लांट किया जाए। चारबाग स्टेशन पर हरियाली कम होने से यात्री सुविधा पर असर पड़ सकता है और शहर के प्रदूषण स्तर पर भी दुष्प्रभाव देखने का डर है। रेलवे का आधिकारिक बयान अभी सामने नहीं आया है, लेकिन साइट पर नंबरिंग से साफ है कि तैयारी पूरी हो चुकी है। बिना अनुमति कटाई का आरोप, डीएफओ बोले—जांच होगी सबसे गंभीर बात यह सामने आई है कि चारबाग स्टेशन की पार्किंग में लगे पीपल, नीम, पाकड़ जैसे वृक्षों को काटने के लिए रेलवे प्रशासन ने आवश्यक अनुमति प्राप्त नहीं की है। लखनऊ के डीएफओ शितांशु पांडेय ने स्पष्ट कहा कि, “पुराने वृक्षों को काटने के लिए कोई अनुमति नहीं ली गई है। बिना अनुमति पेड़ काटे जाने पर संबंधित लोगों पर कार्रवाई होगी। मामले की जांच कराई जाएगी।” उनके इस बयान के बाद परियोजना की प्रक्रिया को लेकर सवाल और गंभीर हो गए हैं। अब देखने वाला होगा कि जांच के दौरान पेड़ों की कटाई पर रोक लगती है या निर्माण एजेंसी किसी वैकल्पिक समाधान की ओर बढ़ती है।
पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन अब लंबी दूरी की ट्रेनों में तैनात कोच अटेंडेंट, एसी मैकेनिक और सफाईकर्मियों को वह सुविधा देने जा रहा है, जो वर्षों से लोको पायलट और गार्ड को मिलती रही है। रेलवे ने अपनी पुरानी, परंपरागत 55 कोचों को चिन्हित कर उन्हें रेस्टरूम यानी आरामगृह के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है। ये कोच लखनऊ, बनारस और इज्जतनगर मंडलों से चुने गए हैं और जल्द ही इनका रूपांतरण शुरू होगा। कर्मचारियों के लिए अब बनेगी सुरक्षित और आरामदायक जगह अब तक ट्रेन में सफाई व्यवस्था, कोच मेंटेनेंस और यात्रियों की सुविधा संभालने वाले यह कर्मचारी संविदा पर होने की वजह से किसी निश्चित आरामस्थल के हकदार नहीं थे। दूसरी ओर लोको पायलट और गार्ड के लिए रनिंग रूम की सुविधा पहले से उपलब्ध रहती है, जहां वे ड्यूटी के बाद आराम कर पाते हैं। लेकिन कोच अटेंडेंट, एसी मैकेनिक और सफाईकर्मियों को मजबूरी में या तो ट्रेन के अंदर ही समय गुजारना पड़ता था या फिर स्टेशन परिसर में किसी अस्थाई जगह पर रुकना पड़ता था। पुराने कोच होंगे मॉडिफाई, थकान मिटाने में मिलेगी मदद पूर्वोत्तर रेलवे इन 55 पारंपरिक बोगियों में बेसिक सुविधाएं विकसित करेगा—जैसे बेडिंग स्पेस, वॉशरूम, पीने के पानी की व्यवस्था, पंखे और जरूरत के मुताबिक मरम्मत। इससे कर्मचारी शारीरिक थकान मिटा सकेंगे, जो उनकी ड्यूटी के दौरान दक्षता बढ़ाने में भी मदद करेगा। सूत्रों के अनुसार, रेलवे प्रशासन जल्द ही इस व्यवस्था को लागू करने की तैयारी में है। इसे कर्मचारी हित में बड़ा और सकारात्मक कदम माना जा रहा है, क्योंकि पहली बार इन संविदा कर्मियों को भी रेलवे द्वारा औपचारिक रूप से आराम की सुविधा मुहैया कराई जाएगी। काम की गुणवत्ता पर पड़ेगा सीधा असर रेलवे अधिकारियों का मानना है कि जब कर्मचारियों को उचित आराम मिलेगा, तो उनका प्रदर्शन बेहतर होगा और काम में अधिक प्रभावशीलता आएगी। लंबी दूरी की ट्रेनों में लगातार ड्यूटी करने वाले कर्मियों के लिए यह योजना राहत का एक बड़ा माध्यम बन सकती है।
कोऑपरेटिव बैंक अधिकारी सरकारी सेवक माने जाएंगे:भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत दर्ज हो सकेगी FIR
लखनऊ बेंच ने एक महत्वपूर्ण फैसले में कहा है कि कोऑपरेटिव बैंक के अधिकारी भी भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 2 के तहत सरकारी सेवक माने जाएंगे। इसका अर्थ है कि उनके खिलाफ भी इस अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की जा सकती है। यह निर्णय न्यायमूर्ति अब्दुल मोइन और न्यायमूर्ति बबीता रानी की खंडपीठ ने सुनाया। पीठ ने कोऑपरेटिव बैंक के डिप्टी जनरल मैनेजर सुभाष चंद्र की याचिका को खारिज करते हुए यह फैसला दिया। याची सुभाष चंद्र ने विजिलेंस विभाग द्वारा दर्ज की गई एफआईआर को चुनौती दी थी। उन पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। एफआईआर में कहा गया है कि सुभाष चंद्र ने अपनी आय के ज्ञात स्रोतों से तीन करोड़ रुपये से अधिक की अतिरिक्त संपत्ति बनाई, जिसका वे स्रोत नहीं बता सके। अभियुक्त की ओर से दलील दी गई थी कि उनके विरुद्ध विभागीय जांच हो चुकी है, जिसमें उन्हें क्लीन चिट मिली है। साथ ही, यह भी तर्क दिया गया कि कोऑपरेटिव बैंक के अधिकारी भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 2 के तहत सरकारी सेवक की परिभाषा में नहीं आते। याचिका का विरोध करते हुए वादी के अधिवक्ता ने तर्क दिया कि सर्वोच्च न्यायालय वेंकू रेड्डी के मामले में कोऑपरेटिव बैंक के अधिकारी को पहले ही सरकारी सेवक करार दे चुका है। न्यायालय ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अपने फैसले में कहा कि शीर्ष अदालत के वेंकू रेड्डी मामले में दिए गए फैसले से यह स्पष्ट है कि उत्तर प्रदेश के कोऑपरेटिव बैंक के अधिकारी भी सरकारी सेवक हैं। इसलिए वे भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 2 के तहत सरकारी सेवक की परिभाषा के दायरे में आते हैं। न्यायालय ने यह भी स्पष्ट किया कि अभियुक्त के विरुद्ध हुई विभागीय जांच में आय से अधिक संपत्ति के बिंदु पर कोई जांच नहीं की गई थी। अतः उस विभागीय जांच में मिली क्लीन चिट का लाभ वर्तमान मामले में उन्हें नहीं दिया जा सकता।
उत्तर भारत के कई इलाकों में घने कोहरे का असर बुधवार को लखनऊ एयरपोर्ट पर भी साफ दिखा। विजिबिलिटी कम होने से एयर ट्रैफिक बार-बार बाधित हुआ। इससे तीन प्रमुख फ्लाइटें निरस्त करनी पड़ीं, जबकि शाम तक 12 उड़ानों में भारी देरी दर्ज की गई। लखनऊ से मुंबई जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट 6E-2441, लखनऊ-बेंगलुरु की उड़ान 6E-6354, और मुंबई से लखनऊ आने वाली 6E-2442 पूरी तरह रद्द रहीं। यात्रियों को एयरपोर्ट पर घंटों तक इंतजार करना पड़ा। शारजाह फ्लाइट सबसे ज्यादा प्रभावित कोहरे का सबसे बड़ा असर अंतरराष्ट्रीय उड़ान संचालन पर दिखा। शारजाह से लखनऊ आने वाली इंडिगो फ्लाइट 6E-8692 पूरे 10 घंटे लेट लखनऊ पहुंची। वहीं, लखनऊ से शारजाह जाने वाली फ्लाइट 6E-8751 भी 10 घंटे 30 मिनट की देरी से उड़ान भर सकी। इससे यात्रियों में भारी नाराजगी देखी गई। आइए जानते है कौन सी उड़ान कितने समय लेट रही.. 6E-338 पुणे–लखनऊ : 41 मिनट 6E-2172 दिल्ली–लखनऊ : 35 मिनट 6E-6614 दिल्ली–लखनऊ : 1 घंटा 05 मिनट 6E-6167 हैदराबाद–लखनऊ : 1 घंटा 10 मिनट 6E-903 बेंगलुरु–लखनऊ : 1 घंटा 30 मिनट 6E-5624 मुंबई–लखनऊ : 2 घंटे 6E-2292 लखनऊ–दिल्ली : 45 मिनट 6E-6615 लखनऊ–दिल्ली : 1 घंटा 05 मिनट 6E-6552 लखनऊ–चंडीगढ़ : 1 घंटा 35 मिनट 6E-6155 लखनऊ–हैदराबाद : 1 घंटा 05 मिनट 6E-906 लखनऊ–बेंगलुरु : 1 घंटा 10 मिनट 6E-2108 लखनऊ–दिल्ली : 42 मिनट
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत मऊ निवासी शोएब की नजरबंदी बरकरार रखी है। न्यायमूर्ति जेजे मुनीर और न्यायमूर्ति संजीव कुमार की खंडपीठ ने उसकी बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका खारिज करते हुए कहा है कि कोई भी आपराधिक कृत्य यदि सांप्रदायिक तनाव का कारण बनता है और जीवन की गति को अस्त-व्यस्त करता है तो वह केवल कानून-व्यवस्था ही नहीं, बल्कि लोक व्यवस्था का उल्लंघन है। याची ने जिलाधिकारी मऊ के आदेश को हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। न्यायालय ने कहा कि यद्यपि आरोपित प्रारंभिक हमला कानून-व्यवस्था के उल्लंघन का साधारण मामला प्रतीत हो सकता है, लेकिन इसका सीधा परिणाम व्यापक दंगा, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान और सांप्रदायिक तनाव था। इसलिए यह मामला पूरी तरह से 'सार्वजनिक व्यवस्था' के दायरे में आता है। कोर्ट प्रशासन के तथ्यात्मक निष्कर्ष को अपील की तरह नहीं सुन सकती। तथ्य की संपुष्टि प्रशासन का निष्कर्ष है। मामले के अनुसार 15 नवंबर, 2024 को घोसी क्षेत्र में याची ने अपनी बाइक से सुक्खू की बाइक में टक्कर मार दी। फिर मौखिक विवाद के बाद याची ने साथियों को बुलाया और उनमें एक ने सुक्खू पर चाकू से हमला कर उसकी गर्दन और कंधे पर गंभीर चोटें पहुंचाई। मामला केवल मारपीट तक ही सीमित नहीं था। जैसे ही पीड़ित को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, शोएब की ओर से बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए और दोनों पक्षों के बीच तीखी झड़प और पथराव शुरू हो गया। अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई। भीड़ ने अस्पताल के दरवाजे, खिड़कियां और अन्य कीमती उपकरण भी क्षतिग्रस्त कर दिए, जिससे चिकित्सा सेवाएं बाधित हुईं। इसके बाद 200 से अधिक लोगों की भीड़ ने घोसी-दोहरीघाट मुख्य मार्ग जाम कर दिया। पुलिस ने हस्तक्षेप करने की कोशिश की तो नारेबाजी करते हुए पुलिस वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। भीड़ ने आस-पास की दुकानों, धार्मिक स्थलों और सार्वजनिक संपत्ति को भी ईंट-पत्थर फेंककर नुकसान पहुंचाया। इससे सार्वजनिक व्यवस्था बिगड़ गई। अभियोजन के अनुसार उपद्रव में सर्किल ऑफिसर और थाना प्रभारियों सहित कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। खंडपीठ ने कहा, याची के कृत्य के कारण सभी घटनाएं घटीं। इसने हिंदू समुदाय को भी क्रोधित कर दिया। हिरासत को चुनौती देते हुए याची ने कहा कि सार्वजनिक व्यवस्था को प्रभावित करने वाली किसी भी घटना से उसका कोई लेना-देना नहीं है। प्राथमिकी में उसके खिलाफ हिंसा के लिए भीड़ का नेतृत्व करने का कोई आरोप नहीं है। यह घटना कानून-व्यवस्था के साधारण उल्लंघन का एकमात्र मामला था और जब भीड़ ने हिंसा की, तब वह हिरासत में था और उसे अस्पताल ले जाया गया था। उस पर सामान्य दंडात्मक कानूनों के तहत मुकदमा चलाया जा सकता था। इसलिए रासुका लगाने की कोई आवश्यकता नहीं थी। कोर्ट ने कहा, यह सच है कि याची और उसके साथियों द्वारा मोटरसाइकिलों में टक्कर लगने की एक छोटी सी घटना को लेकर सुक्खू पर चाकू से हमला करने का कृत्य कानून-व्यवस्था के उल्लंघन का एक साधारण मामला हो सकता है। लेकिन उक्त कृत्य का सीधा परिणाम यह हुआ कि दो समुदायों के बीच तनाव फैल गया, जिसके परिणामस्वरूप सार्वजनिक व्यवस्था बिगड़ गई। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि निवारक निरोध के मामलों में न्यायिक समीक्षा की सीमित गुंजाइश है। कहा, न्यायालय निरोध प्राधिकारी की व्यक्तिपरक संतुष्टि की सत्यता पर तब तक निर्णय नहीं देता जब तक कि वह अप्रासंगिक विचारों पर आधारित न हो या 'स्पष्ट रूप से बेतुका' न हो। पीठ ने पाया कि रासुका के आधार सुविचारित थे।
इंदौर के हीरानगर थाना क्षेत्र में एक टेलीकॉम कंपनी की इंजीनियर युवती से शादी का झांसा देकर रेप करने का मामला सामने आया है। युवती की पहचान आरोपी से एक मैट्रिमोनियल साइट पर हुई थी। आरोपी ने पहले विश्वास जीता, फिर फ्लैट पर बुलाकर दो बार जबरन संबंध बनाए और बाद में शादी से इनकार कर दिया। पुलिस ने शिकायत पर FIR दर्ज कर आरोपी की गिरफ्तारी के लिए टीम बाहर भेजी है। मैट्रिमोनियल साइट पर हुई पहचान पीड़िता ने पुलिस को बताया कि उसकी पहचान संस्कार उर्फ प्रथम सिंह पुत्र रमेश कुमार, निवासी गोविंदपुरा, कानपुर से एक मैट्रिमोनियल साइट के माध्यम से हुई थी। दोनों के बीच मोबाइल पर बातचीत शुरू हुई और नजदीकियां बढ़ीं। बातचीत के दौरान आरोपी ने शादी का प्रस्ताव रखा, जिस पर युवती ने भरोसा कर लिया। जबरन शारीरिक संबंध बनाए युवती के मुताबिक, 31 अक्टूबर को ऑफिस में होने के दौरान संस्कार ने फोन कर बताया कि उसने पिज्जा उसके फ्लैट पर ऑर्डर किया है” और उसे जाकर रिसीव करने को कहा। जिद करने पर युवती फ्लैट गई, जहां संस्कार अचानक मौजूद मिला और उसने इसे “सरप्राइज” बताया। बातचीत के दौरान संस्कार उसे छूने लगा। मना करने पर उसने शादी की बात कही और इसके बाद जबरदस्ती शारीरिक संबंध बना लिए। आरोपी दो दिन तक युवती के फ्लैट में ही रुका और फिर वापस चला गया। दूसरी बार आया और फिर किया रेप पीड़िता ने बताया कि 7 नवंबर को संस्कार इंदौर आने का बहाना बनाकर घर आया और दोबारा संबंध बनाए। वह लगातार शादी का आश्वासन देता रहा, लेकिन तीन दिन पहले उसने शादी करने से साफ इनकार कर दिया। उसके बाद उसने पीड़िता के कॉल और मैसेज का जवाब देना भी बंद कर दिया। धमकी दी, फिर कंपनी को भेजा ईमेल पीड़िता ने बताया कि जब उसने जवाब मांगने की कोशिश की, तो आरोपी ने धमकी दी कि अगर उसने बार-बार संपर्क किया, तो वह पूरे परिवार को “खत्म करवा देगा।”इसके बाद 24 नवंबर को संस्कार ने युवती के ऑफिस में एक ईमेल भेजा, जिसमें खुद को निर्दोष बताते हुए युवती पर झूठे आरोप लगाने की बात लिखी। पिता से बात कराने का नाटक किया पीड़िता ने यह भी बताया कि कई महीनों की बातचीत के दौरान संस्कार ने कई बार अपने “पिता” से फोन पर बात कराई, जिससे उसे भरोसा हुआ। हालांकि अब उसे संदेह है कि वह व्यक्ति आरोपी का पिता नहीं था, बल्कि किसी और को पिता बताकर उसे विश्वास में लिया गया। हीरानगर पुलिस ने युवती की शिकायत पर रेप, धोखाधड़ी और धमकी की धाराओं में केस दर्ज किया है। मोबाइल नंबर और अन्य तकनीकी जानकारी के आधार पर पुलिस की टीम आरोपी संस्कार की तलाश में दूसरे शहरों में दबिश दे रही है।
आगरा में बुधवार को आगरा पुलिस कमिश्नरेट का 26 नवंबर को तीसरा स्थापना दिवस धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर पुलिस की ओर से एक एग्जीबिशन लगाई गई, जिसमें पुलिस विभाग के उपयोग में आने वाले उपकरण और पुलिस कर्मियों की हथियारों की प्रदर्शनी लगाई गई। एग्जीबिशन में ट्रैफिक उपकरण से लेकर डॉग रिकॉर्ड के बारे में जानकारी दी गई। इस अवसर पर शासन प्रशासन के अधिकारी और शहर के सभी जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने कहा कि पुलिस कमिश्नरेट की स्थापना दिवस पर एग्जीबिशन का आयोजन किया गया है, जिसमें कॉलेज स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने भी भाग लिया। इस अवसर पर रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया और तीन सालों में जिन्होंने अच्छे कार्य किए हैं उन्हें सम्मानित किया गया। उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि जब से आगरा कमिश्नरेट हुआ है, पुलिस की व्यवस्थाएं चाक चौबंद हुई हैं और पुलिस की कार्यशैली में बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने काफी अच्छे काम किए हैं और आगे भी करते रहेंगे। इस अवसर पर पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने कहा कि पुलिस कमिश्नरेट का उद्देश्य है कि आगरा को अपराध मुक्त और सुरक्षित बनाना है। उन्होंने कहा कि पुलिस की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं और आगे भी किए जाएंगे।
जाजमऊ में एक महिला ने लिव इन में रह रहे प्रेमी पर 13 साल की बेटी से रेप करने का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई है। आरोप है प्रेमी एक साल तक बेटी से रेप की वारदात को अंजाम देता रहा, विरोध पर जान से मारने की धमकी दी। जानकारी पर पीड़िता की मां ने पुलिस से शिकायत की। मूलरूप से दिल्ली की रहने वाली है पीड़िता मूलरूप से दिल्ली पश्चिमी नजबगढ़ पियाऊ धांसा मार्ग गोपाल नगर में रहने वाली महिला के मुताबिक करीब 15 साल पहले उसकी शादी विकास से हुई थी। दोनों के एक बेटा व एक बेटी है। 8 साल पहले पति ने छोड़ दिया था। बेटा पति ले गया , जबकि बेटी को लेकर जाजमऊ के जखई बाबा मोहल्ले में आकर किराए पर कमरा लेकर रहने लगी। मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण के दौरान भेलपूरी का ठेला लगाने वाले अजीत नाम के युवक से मुलाकात हुई। कुछ दिन बातचीत के बाद उसके साथ लिव इन में रहने लगी। आरोप है कि जब वह काम पर जाती थी तो प्रेमी उसकी 13 साल की बेटी से शारीरिक संबंध बनाता। आरोप है कि आरोपी एक साल तक बेटी के साथ रेप की वारदात को अंजाम देता रहा। डरी सहमी बेटी की आपबीती सुन पीड़िता ने थाने में शिकायत की। थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह ने बताया कि तहरीर पर आरोपी अजीत के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर किशोरी का मेडिकल कराया गया है। वहीं पुलिस टीम आरोपी की तलाश में लगी है।
अलीगढ़ में स्मार्ट मीटर योजना के खिलाफ बुधवार को किसानों, मजदूरों और शहरी उपभोक्ताओं का गुस्सा फूट पड़ा। हजारों लोगों ने लाल डिग्गी स्थित अधीक्षण अभियंता कार्यालय का करीब दो घंटे घेराव कर बिजली विभाग के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। इससे पहले कलेक्ट्रेट पहुंचकर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसीएम प्रथम को सौंपा गया। स्मार्ट मीटर से कई गुना बिल बढ़ने का आरोप प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि विभाग जबरन स्मार्ट मीटर लगा रहा है, जिससे बिल कई गुना बढ़ गए हैं। इससे आम उपभोक्ता परेशान हो रहा है। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि मीटर लगाने के बाद न तो रीडिंग स्पष्ट दिखती है और न खपत का हिसाब समझ आता है। फर्जी बिजली चोरी के मुकदमे का विरोध किसानों ने फर्जी बिजली चोरी के मुकदमे दर्ज करने पर भी कड़ा विरोध जताया और कहा कि यह सब स्मार्ट मीटर लागू कराने का दबाव बनाने के लिए किया जा रहा है। अधीक्षण अभियंता अंशुमान यादव के मौके पर पहुंचने पर उपभोक्ताओं ने उनके सामने बढ़े हुए बिलों की प्रतियां लहराईं। डिजिटल मीटर लगाने की मांग प्रदर्शनकारियों ने नगला कलार, बैंक कॉलोनी, बीमा नगर, चर्च कॉलोनी, नगला मसानी सहित कई इलाकों स्मार्ट मीटर हटाकर पुराने डिजिटल मीटर वापस लगाने की मांग दोहराई। वहीं, किसानों ने कहा कि गांवों में किसी भी कीमत पर स्मार्ट मीटर नहीं लगने देंगे। किसानों का आरोप, स्मार्ट मीटर से कंपनियों का लाभ जिरौली डोर क्षेत्र के किसानों ने उन पर लगाए गए फर्जी मुकदमों को तत्काल वापस लेने और संबंधित एसडीओ व जेई को हटाने की मांग की। इस दौरान किसानों के समर्थन में नारेबाजी की गई। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि स्मार्ट मीटर उपभोक्ता हितों के खिलाफ हैं और इससे केवल कंपनियों को फायदा पहुंच रहा है। 9 दिसंबर को महापड़ाव का ऐलान किसान-मजदूर संगठनों ने चेतावनी दी कि यदि सरकार और विभाग ने मांगें नहीं मानीं तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। इसी के साथ तय किया गया कि 9 दिसंबर को लाल डिग्गी पर विशाल महापड़ाव होगा, जिसमें गांवों और शहरों दोनों से बड़ी संख्या में लोग जुटेंगे। ये रहे मौजूद शशिकांत, सुन्दर सिंह बाल्यान, रमेशचंद्र विद्रोही, राजकुमार शर्मा, नागेंद्र चौधरी, लवलेश ठाकुर, अशोक नगोला, वीरेंद्र अत्री, मुनेश पाल सिंह, रूपेश कुमार, मंगल सिंह, सत्यवीर सिंह सत्तो, हिना विजारत, कैलाश बघेल आदि रहे।
चांदी के थोक कारोबारी को गुजरात के शातिर ने 10 लाख की चपत लगा दी। दीपावली पर 25 लाख के चांदी के गहने भेजने का झांसा देकर 10 लाख रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर कराया और माल नहीं भेजा। ठगी का एहसास होने पर पीड़ित ने गोविंद नगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। 25 लाख का माल भेजने का किया था वादा 10 ब्लॉक निवासी जितेंद्र कुमार चौक में चांदी का थोक कारोबार करते हैं। चौक में ही उनकी ज्वैलरी की दुकान भी है। उन्होंने बताया कि सराफा कारोबारी के एक वाट्सएप ग्रुप से वह जुड़े हैं। इस ग्रुप से उनकी तरह कई कारोबारी भी जुड़े हैं। गुजरात के राजकोट का रहने वाला मनीष छगनभाई मकवाना भी जुड़ा हैं। मनीष छगनभाई ने अक्टूबर माह में कुछ गहनों की फोटो उसी ग्रुप पर भेजी थीं। पसंद आने पर उससे व्यापार के सिलसिले में बातचीत हुई। इसके बाद उसने 25 लाख के माल भेजने का वादा किया। बातचीत में उसने कहा कि दीपावली होने के कारण कम से कम 10 लाख रुपए का भुगतान कर दें। 15 लाख का भुगतान बाद में हो जाएगा। कारोबारी के मुताबिक उसकी बात पर भरोसा करके 17 अक्टूबर को 10 लाख का आरटीजीएस कर दिया। इसके बाद जब माल नहीं आया तो उसे संपर्क किया, लेकिन मोबाइल स्विच ऑफ मिला। जो रुपए खातें में जमा किए थे, वह अगले दिन एक साथ निकाल लिए गए। इसका पता चलने पर उन्होंने पुलिस को सूचना दी तो उन्हें साइबर थाने में भेजा गया। बाद में गोविंदनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। गोविंद नगर थाना प्रभारी रिकेश कुमार सिंह ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
कई क्षेत्रों में बिजली सप्लाई प्रभावित रहेगी। विद्युत विभाग ने बताया कि यह शटडाउन पुराने वितरण तंत्र को सुरक्षित तरीके से व्यवस्थित करने और भविष्य में स्थिर आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है। विभाग ने प्रभावित उपभोक्ताओं से सहयोग की अपील की है। अधिकारियों का कहना है कि निर्धारित समय में सभी जरूरी तकनीकी कार्य पूरे कर सप्लाई जल्द बहाल करने का प्रयास किया जाएगा। इंदिरा नगर फीडर पर दोपहर से शाम तक शटडाउन तारामंडल उपकेंद्र के इंदिरा नगर फीडर पर 6 लेन रोड चौड़ीकरण के चलते महत्वपूर्ण तकनीकी कार्य किया जाएगा। इसके लिए आज दोपहर 11 बजे से शाम 4 बजे तक आपूर्ति बंद रहेगी। इस दौरान इंदिरा नगर, गोपालपुर और दाउदपुर इलाके प्रभावित रहेंगे। कई फीडर बंद रहेंगे लाइन शिफ्टिंग कार्य को लेकर गुरुवार को सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक राप्तीनगर उपकेंद्र के 11 केवी फेस-4 फीडर, राजनगर फीडर और नकहा फीडर की आपूर्ति बाधित रहेगी। इसके अलावा लालडिग्गी उपकेंद्र का 11 केवी हिंदी बाजार फीडर और बक्शीपुर उपकेंद्र का 11 केवी कोतवाली फीडर भी निर्धारित समय में बंद रहेंगे।
सहारनपुर में यूपी ने छत्तीसगढ़ को 9 विकेट से हराया:कूच बिहार ट्रॉफी में अयान अकरम बने मैन ऑफ द मैच
उत्तर प्रदेश अंडर-19 टीम ने सहारनपुर में बीसीसीआई की कूच बिहार ट्रॉफी में बुधवार शाम छत्तीसगढ़ को 9 विकेट से हराया। इस मुकाबले में सहारनपुर के अयान अकरम को उनके शानदार गेंदबाजी प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया। बिहारीगढ़ के सुंदरपुर स्थित सॉलिटेयर क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए चार दिवसीय मुकाबले के चौथे दिन छत्तीसगढ़ की दूसरी पारी 250 रन पर सिमट गई। छत्तीसगढ़ के लिए विकल्प ने सर्वाधिक 67 रन बनाए, जबकि फैज ने 40 रन का योगदान दिया। उत्तर प्रदेश की ओर से रवि सैनी ने 4 विकेट लिए। अयान अकरम ने 3 विकेट चटकाए, जबकि यश को 2 और कार्तिके को 1 सफलता मिली। अयान ने अपनी सटीक लाइन-लेंथ से बल्लेबाजों को बांधे रखा। जीत के लिए उत्तर प्रदेश को 63 रन का लक्ष्य मिला था। टीम ने यह लक्ष्य सिर्फ एक विकेट खोकर हासिल कर लिया। शतनु ने 35 रन की नाबाद पारी खेली, भव्य गोयल ने 12 रन बनाए और अनमोल नौसरान 9 रन बनाकर नाबाद रहे। मैन ऑफ द मैच अयान अकरम सहारनपुर के मानकमऊ के निवासी हैं। उन्होंने इसी मैदान पर पिछले मैच में चंडीगढ़ के खिलाफ पहली पारी में 5 विकेट लिए थे। मैच के रेफरी अलिंद नायडू थे, जबकि अक्षय जांबलेकर और संदीप वासुदेव चव्हाण ने अंपायर की भूमिका निभाई। सॉलिटेयर क्रिकेट ग्राउंड प्रबंधन और एसडीसीए पदाधिकारियों ने आयोजन में सहयोग किया।
जहां एक तरफ एसआईआर को लेकर कुछ बीएलओ इस्तीफा दे रहे हैं और वर्कलोड ज्यादा बता रहे हैं तो वहीं कुछ बीएलओ यह कार्य बड़े ही अच्छे तरीके से कर रहे हैं। ऐसे ही बीएलओ के साथ में आज जिलाधिकारी ने चाय पर चर्चा की। जिला निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारी मेधा रूपम ने विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम (4 नवंबर से 4 दिसंबर 2025) में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले पाँच बीएलओ को सम्मानित किया। इन बीएलओ ने 100%
चेहरे पर मुस्कान और मन में एक ही चाह, मुख्यमंत्री से मिलना है। कानपुर से निकली दिव्यांग बच्ची खुशी की यही जिद तीन दिन में रंग लाई। अकेले लखनऊ पहुंची खुशी ने न सिर्फ अपनी बात मनवाई, बल्कि संवेदनशील पुलिसिंग और प्रशासनिक सहयोग की मिसाल भी कायम की। बुधवार को तीसरे दिन बच्ची को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आशीर्वाद मिला तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। मुख्यमंत्री से मिलकर उसने अपनी भावनाएं बताईं। किसी परिचित के सहारे के बिना बच्ची का लखनऊ पहुँचना अपने-आप में साहसिक कदम था। हजरतगंज पुलिस से मुलाकात हुई लखनऊ पहुंचने के बाद खुशी का सामना हजरतगंज थाना पुलिस से हुआ। बातचीत में पता चला कि बच्ची मूकबधिर है और अपनी बात बोलकर नहीं रख सकती। इसके बाद पुलिस ने संवेदनशीलता दिखाते हुए संवाद का रास्ता ढूँढा। इंस्पेक्टर विक्रम सिंह ने ट्रांसलेटर की मदद से खुशी की इच्छा जानी। इशारों और भाव-भंगिमाओं के जरिए वह क्या चाहती है, इसे समझा। बच्ची की एक ही इच्छा सामने आई कि मुख्यमंत्री से मिलना। तीसरे दिन मिला मुख्यमंत्री का आशीर्वाद पुलिस और प्रशासनिक समन्वय के बाद मंगलवार को खुशी की मुलाकात मुख्यमंत्री से कराई गई। मुख्यमंत्री का आशीर्वाद मिलते ही बच्ची के चेहरे की मुस्कान और गहरी हो गई। तीन दिन की कोशिश आखिरकार सफल हुई।
गोरखपुर में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने बताया कि इलेक्ट्रिसिटी (अमेंडमेंट) बिल 2025 और बिजली क्षेत्र के निजीकरण के विरोध में 27 नवम्बर को पूरे देश में बिजली कर्मचारी सड़कों पर उतरेंगे। आंदोलन में किसान, मजदूर और बिजली कर्मी एकजुट होकर विरोध जताएंगे। नेशनल कोऑर्डिनेशन कमिटी ऑफ इलेक्ट्रिसिटी इंप्लाइज एंड इंजीनियर्स (NCCOEEE) के आह्वान पर सभी प्रांतों में बिजली कर्मचारी और इंजीनियर 27 नवम्बर को राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन करेंगे। इसका मकसद बिजली क्षेत्र के निजीकरण और मजदूर विरोधी कानूनों के खिलाफ आवाज उठाना है। किसानों और मजदूरों ने भी दिया समर्थनआज लखनऊ के परिवर्तन चौक पर संयुक्त किसान मोर्चा और आल इंडिया ट्रेड यूनियनों के सहयोग से सैकड़ों बिजली कर्मियों, किसानों और मजदूरों ने प्रदर्शन किया। प्रदेश के सभी जनपदों में लगातार 364वें दिन भी यह विरोध जारी रहा। संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि प्रदर्शन की मुख्य मांगें हैं-पूर्वांचल और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगमों का निजीकरण बंद करना, इलेक्ट्रिसिटी (अमेंडमेंट) बिल 2025 वापस लेना, स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाना बंद करना, मजदूर विरोधी चारों श्रम संहिता वापस लेना और किसानों को एमएसपी की गारंटी देना। एक वर्ष पूरे, आंदोलन और तेज होगासंघर्ष समिति के संयोजक शैलेन्द्र दुबे ने बताया कि बिजली कर्मियों का उप्र में निजीकरण और बिल के विरोध में आंदोलन एक वर्ष पूरा कर चुका है। इसी अवसर पर 27 नवम्बर को पूरे देश में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। प्रदर्शन सभी प्रांतों की राजधानियों, बड़े बिजली उत्पादन केंद्रों और प्रमुख शहरों में होगा। नेशनल कोआर्डिनेशन कमेटी के महासंघों का समर्थनइस विरोध प्रदर्शन का निर्णय NCCOEEE के घटक महासंघों-आल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन, ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ पॉवर डिप्लोमा इंजीनियर्स, ऑल इंडिया इलेक्ट्रिसिटी इंप्लाइज फेडरेशन, इलेक्ट्रिसिटी इंप्लाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया, इंडियन नेशनल इलेक्ट्रिसिटी इंप्लाइज फेडरेशन और ऑल इंडिया पावर मेन्स फेडरेशन द्वारा लिया गया। बिजली कर्मियों, संयुक्त किसान मोर्चा और ट्रेड यूनियनों के बीच सहमति बनी है कि निजीकरण और बिल के विरोध में संयुक्त मोर्चा बनाकर राष्ट्रव्यापी आंदोलन किया जाएगा। विस्तृत रणनीति तय करने के लिए 14 दिसम्बर को दिल्ली में बैठक बुलाई गई है। पूर्वांचल और दक्षिणांचल में बड़े विरोध प्रदर्शन की तैयारी27 नवम्बर को उप्र के सभी जनपदों और डिस्कॉम मुख्यालयों पर व्यापक विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। वाराणसी और आगरा में पूर्वांचल और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगमों के मुख्यालयों पर तथा लखनऊ में बड़े प्रदर्शन की तैयारी है।
लखनऊ में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के 28 नवंबर को लखनऊ दौरे को लेकर पुलिस ने ट्रैफिक डायवर्जन किया है। कार्यक्रम के मद्देनज़र अमौसी एयरपोर्ट, राजभवन, मोहनलालगंज और वृंदावन योजना इलाके में आम वाहनों का आवागमन तय समय तक प्रतिबंधित रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी में एम्बुलेंस को रास्ता दिया जाएगा। अमौसी एयरपोर्ट के आसपास डायवर्जन... राजभवन व हजरतगंज क्षेत्र में रूट बंद एम्बुलेंस को मिलेगी प्राथमिकता डायवर्जन के दौरान मेडिकल इमरजेंसी वाले वाहनों को प्रतिबंधित मार्गों पर भी मार्ग दिया जाएगा। किसी भी परेशानी पर ट्रैफिक कंट्रोल रूम से संपर्क करें: 9454405155
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में हुई पेड़ कटाई के मामले में हाईकोर्ट में चल रही सुनवाई के बाद सागर कलेक्टर कार्यालय में भी 1000 पेड़ काटे जाने के मामले को संज्ञान में लिया गया है। बुधवार को एक मामले पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने मौखिक रूप से टिप्पणी करते हुए कहा कि आप खुशनसीब हैं, जो मध्य प्रदेश में रहते हैं। पेड़ों की कटाई की अनुमति देने वाले अधिकारी कुछ दिन प्रदूषित प्रदेशों में रहकर देखें तब उन्हें इसकी अहमियत समझ में आएगी। मामले में अगली सुनवाई 17 दिसंबर है। बुधवार को चीफ जस्टिस संजीव सचदेवा और जस्टिस विनय सराफ की डिविजनल बैंच ने एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि भोपाल और सागर में भारी पैमाने पर हो रही पेड़ों की कटाई को लेकर राज्य सरकार, रेलवे और प्रशासनिक अधिकारियों से कड़ी पूछताछ की गई है। सुनवाई के दौरान अदालत ने दो टूक शब्दों में कहा कि राजधानी और अन्य जिलों में पेड़ों की अंधाधुंध कटाई ‘ग्रीन कवर का सीधा विनाश’ है और इसे विकास का नाम नहीं दिया जा सकता। अदालत ने पूरे भोपाल में पेड़ों की कटाई पर लगाई गई रोक को भी बरकरार रखा है और 7 वरिष्ठ अधिकारियों को तलब किया था, जो कोर्ट में उपस्थित हुए। हालांकि पश्चिम मध्य रेलवे के महाप्रबंधक मौजूद नहीं थे, जिसके चलते उन्होंने भोपाल डीआरएम को कोर्ट के समक्ष भेजा था। राज्य सरकार ने कोर्ट के सामने दलील देते हुए बताया कि भोपाल में 244 पेड़ों में से 112 को पुर्नस्थापित किया गया है और इसकी तस्वीरें कोर्ट के सामने पेश की गईं। लेकिन तस्वीरें देखकर कोर्ट भड़क उठा। कोर्ट ने टिप्पणी की “ऐसे ट्रांसप्लांटेशन से पेड़ नहीं बचते, मर जाते हैं। बताइए उस अधिकारी का नाम जिसने इसे ट्रांसप्लांटेशन कहा है। कोर्ट ने कहा कि 50-60 साल पुराने पेड़ों को काटकर यदि नए पेड़ लगाए जाते हैं, तो उन्हें भी इतना ही समय लगेगा उपयोगी बनने में “ग्रीन कवर को इस तरह नष्ट कर, उसे विकास कहना गलत है।बुधवार को हुई सुनवाई के दौरान यह बात भी सामने आई कि NGT के निर्देशों के बावजूद पेड़ कटाई की अनुमति देने का अधिकार गजटेड फॉरेस्ट ऑफिसर या नगरीय निकाय आयुक्तों को दिया गया था, लेकिन उन्होंने यह अधिकार अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को सौंप दिया, जो नियमों के विरुद्ध है। कोर्ट ने इसे गंभीर लापरवाही कहा। 8000 पेड़ काटने के आरोप पर रेलवे घिराहाईकोर्ट ने रेलवे के अधिकारियों से सुनवाई के दौरान पूछा कि वंदे भारत ट्रेन के शेड के लिए 8000 पेड़ों की कटाई की जानकारी सामने क्यों आई। इस पर रेलवे के अधिकारियों की ओर से बताया गया कि केवल 435 बबूल के पेड़ काटे गए हैं और यह वृक्ष ‘नेशनलाइज्ड’ प्रजातियों की सूची में नहीं आते, इसलिए अनुमति जरूरी नहीं थी। मामले पर कोर्ट ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि “गाइडलाइन प्रस्तुत करें जिसमें लिखा है कि आप पेड़ काटने से पहले अनुमति नहीं लेंगे।” रेलवे ने इस संबंध में दस्तावेज़ दाखिल करने के लिए समय मांगा, जिसे कोर्ट ने मंजूर किया। सुनवाई के दौरान यह मामला भी सामने आया कि सागर कलेक्टर कार्यालय परिसर में लगभग 1000 पेड़ काटे गए। कोर्ट ने इस पर बेहद सख्त टिप्पणी की। कोर्ट ने कहा कि पेड़ों की कटाई की परमिशन देने वाले अधिकारी प्रदूषित प्रदेशों में कुछ दिन रहकर देखें। “आप खुशकिस्मत हैं कि मध्यप्रदेश की हरियाली और स्वच्छ हवा आपको मिल रही है। कुछ दिन प्रदूषण वाले राज्यों में रहकर देखें, तब शायद पेड़ों की कीमत समझ आएगी।”अदालत ने सागर कलेक्टर को नोटिस जारी कर पूछा है कि किसकी अनुमति पर पेड़ काटे गए और कुल कितने पेड़ हटाए गए। हस्तक्षेप याचिकाकर्ता की अपील नितिन सक्सेना की याचिका पर हाईकोर्ट ने कहा कि मध्यप्रदेश में निजी जमीनों पर भी बिना अनुमति पेड़ काटे जा रहे हैं। अदालत ने प्रतिवादियों से पूछा कि “क्या किसी को अपने घर में लगे बरगद के 50-60 साल पुराने पेड़ को भी काटने की छूट है?”। इसके बाद कोर्ट ने सभी विभागों से विस्तृत एफिडेविट मांगा है, जिसमें अब तक कितने पेड़ काटे गए, कितने पेड़ रीलोकेट किए गए और कितने पेड़ बचे हैं इसकी जानकारी देनी होगी। ट्रांसप्लांट किए गए पेड़ों की उम्र और प्रजाति इन सभी विवरणों को शामिल करना होगा। ये खबरें भी पढ़ें... 1. भोपाल में नहीं होगा पेड़ों का ट्रांसप्लांटेशन भोपाल में पेड़ों की कटाई पर मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने सख्त रुख अपनाया है। कोर्ट ने पेड़ों की कटाई और ट्रांसप्लांटेशन पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। गुरुवार को मामले पर चीफ जस्टिस संजीव सचदेवा एवं जस्टिस विनय सराफ की डिवीजन बेंच ने सुनवाई की। हाईकोर्ट ने भोपाल में 488 पेड़ काटे जाने के मामले में स्वतः संज्ञान लिया है। पूरी खबर पढ़ें 2. भोपाल कोलार रोड पर पेड़ काटने पर NGT की आपत्ति भोपाल के कोलार सिक्सलेन के निर्माण में कुल 4105 पेड़ों की कटाई का मामला नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) में पहुंचा है। एनजीटी ने पेड़ काटने पर आपत्ति ली है और अगले 2 सप्ताह में रिपोर्ट पेश करने को कहा है। 10 अक्टूबर को अगली सुनवाई होगी। पूरी खबर पढ़ें
मेरठ में भाजपा ने हरवीर सिंह पाल को नया जिलाध्यक्ष घोषित कर दिया है। बुधवार देर रात एक सूची जारी की गई जिसमें अति पिछड़ा वर्ग से आने वाले हरवीर पाल को नया जिलाध्यक्ष घोषित किया गया है। शिवकुमार राणा की जगह अब हरवीर पाल को जिलाध्यक्ष बनाया गया है। हरवीर पाल इससे पहले भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के पश्चिम के क्षेत्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं। लंबे समय से पार्टी में सक्रिय हैं और महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। वहीं नए जिलाध्यक्षों की लिस्ट में भाजपा ने हर वर्ग को साधने का प्रयास किया है। 14 नए जिलाध्यक्षों में से 7 सामान्य वर्ग, 6 पिछड़े, 1 अनुसूचित नाम शामिल हैं। इसमें 3 महिलाएं भी हैं। 5 क्षेत्रों के 14 जिलाध्यक्षों के नामों की घोषणा बीजेपी के यूपी चुनाव अधिकारी डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय की ओर से देर रात 14 नामों की एक लिस्ट जारी की गई है। इसमें पश्चिम क्षेत्र के मेरठ से हरवीर पाल को जिलाध्यक्ष बनाया है। पश्चिम क्षेत्र के हापुड़ जिले से अनुसूचित वर्ग से कविता माधरे को हापुड़ का जिलाध्यक्ष बनाया गया है। बृज क्षेत्र से 5, कानपुर से 4 और अवध क्षेत्र से 1 एवं काशी क्षेत्र से 2 जिलाध्यक्षों की घोषणा की गई है। अब क्षेत्रवार देखिए नए जिलाध्यक्षों के नाम पश्चिम क्षेत्र में मेरठ से पिछड़ा वर्ग के हरवीर सिंह पाल, हापुड़ से अनुसूचित वर्ग से कविता माधरे, बृज क्षेत्र के फिराेजाबाद से सामान्य वर्ग के उदय प्रताप सिंह, हाथरस से प्रेमसिंह कुशवाहा पिछड़ा, अलीगढ़ महानगर से सामान्य वर्ग से राजीव शर्मा और अलीगढ़ जिला से सामान्य वर्ग के ही कृष्णपाल सिंह लाल एवं एटा से सामान्य वर्ग से प्रमोद गुप्ता को जिलाध्यक्ष नियुक्त किया है। कानपुर क्षेत्र के जालौन से पार्टी ने सामान्य वर्ग से आने वाली उर्विजा दीक्षित पर और झांसी महानगर से सुधीर सिंह एवं हमीरपुर से पिछड़ा वर्ग से आने वाली शकुंतला निषाद एवं फतेहपुर से सामान्य वर्ग से अन्नू श्रीवास्तव के नाम की घोषणा की है। अवध क्षेत्र के बाराबंकी जिले में पिछड़ा वर्ग से आने वाले रामसिंह वर्मा को पार्टी ने नया जिलाध्यक्ष नियुक्त किया है। इसी तरह काशी क्षेत्र के जौनपुर से अजीत प्रजापति पिछड़ा वर्ग और कौशांबी से धर्मराज मौर्या जो पिछड़ा वर्ग से आते हैं उनका नाम शामिल किया है। मेरठ में 60 से अधिक थे नामांकन मेरठ में भाजपा जिलाध्यक्ष बनने के लिए नेताओं की लंबी फेहरिस्त थी। जिसमें हर वर्ग से नेताओं ने अपना नाम दिया था। नामांकन भी किए गए थे। लेकिन पार्टी ने पिछड़ा वर्ग से आने वाले हरवीर पाल के नाम पर मोहर लगाई है। जो नाम जिलाध्यक्ष पद पर चर्चाओं में थे उसमें जाट समाज से अजित चौधरी, हरीश चौधरी का नाम शामिल था। निवर्तमान जिलाध्यक्ष शिवकुमार राणा के ही रिपीट होने भी चर्चाएं तेजी थीं। गुर्जर समाज से रोबिन गुर्जर, अंकुर मुखिया, अति पिछड़ा वर्ग से हरवीर पाल, इंद्रपाल बजरंगी का नाम था। इसी तरह त्यागी बिरादरी से एडवोकेट नरेश त्यागी, क्षत्रिय समाज से समीर चौहान और आशीष प्रताप सिंह के नामों की चर्चाएं तेज थीं। कौन हैं हरवीर सिंह पाल जानिए नाम- हरवीर सिंह पाल पिता- स्व० दीपचन्द सिंह जाति- पाल (गडरिया) अति पिछड़ा वर्ग उम्र- 51 वर्ष शिक्षा- ग्रेजुएशन अब मुख्य पॉलिटिकल प्रोफाइल पढ़िए क्षेत्रीय अध्यक्ष (ओ. बी. सी. मोर्चा) पश्चिमी क्षेत्र सन् 1988-90 स्थानीय समिति अध्यक्ष भावनपुर, मेरठ। सन् 1990–92 स्थानीय समिति अध्यक्ष भावनपुर, मेरठ। सन् 1993-95 मण्डल महामंत्री किसान मोर्चा (रजपुरा ) सन् 2007 से 2016 तक जिला महामंत्री सन् 2016 से 2020 सदस्य क्षेत्रीय कार्य समिति (पश्चिमी क्षेत्र) भाजपा । सन् 2021 से 2022 तक राज्य पिछडा वर्ग आयोग का सदस्य मनोनीत किया गया । सन् 2021 से अब तक क्षेत्रीय अध्यक्ष (ओ. बी. सी. मोर्चा) पश्चिमी क्षेत्र । इसके अलावा संघ की सेवा, समाजसेवा अौर पार्टी के लिए कई सालों से समर्पित हैं। तमाम अहम पदों पर भी रह चुके हैं। 14 में से 3 महिलाएं भी शामिल भाजपा ने जिन 14 जिलाध्यक्षों की लिस्ट जारी की है। इसमें 3 महिलाएं भी हैं। हापुड़ से अनुसूचित वर्ग से आने वाली कविता माधरे का नाम शामिल है। वहीं कानपुर क्षेत्र के जालौन से उर्विजा दीक्षित और हमीरपुर से पिछड़ा वर्ग से आने वाली शकुंतला निषाद को भी अवसर दिया है। महिलाओं की भागीदारी में भी पार्टी ने जातीय समीकरणों को पूरी तरह साधा है। अनुसूचित, सामान्य और पिछ़डा तीनों वर्गों से चेहरों को लिया है। इससे पहले 45 सालों में भाजपा पश्चिमी क्षेत्र में केवल दो जिलों में ही महिलाओं को जिलाध्यक्ष बना पाई है। 2012 में बिजनौर जिले में सुमन त्यागी को जिलाध्यक्ष बनाया गया था। बिजनौर में ही कमलेश सैनी को कार्यवाहक जिलाध्यक्ष बनाया गया था। मेरठ जिले में राजेश तोमर को जिलाध्यक्ष बनाया गया। हालांकि लज्जारानी गर्ग भाजपा के पश्चिम क्षेत्र की अध्यक्ष रह चुकी हैं। इस बार हापुड़ से महिला को जिलाध्यक्ष बनाकर पार्टी ने अहम पदों पर महिलाओं की भागीदारी बढ़ाई है।
बोरानाडा थाना पुलिस ने सोशल मीडिया पर कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई के नाम का उपयोग कर जैकेट बेचने एवं उसका प्रचार-प्रसार करने के मामले में स्टाइल वर्ल्ड दुकान संचालक एवं उसके पार्टनर को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों के कब्जे से लॉरेंस नाम लिखी जैकेट सहित बिना बिल की अन्य सामग्री भी जब्त की गई है। थानाधिकारी शकील अहमद ने बताया कि सूचना पर पुलिस टीम ने बोरानाडा बस स्टैंड स्थित दुकान पर दबिश दी। जांच में पाया गया कि दुकान मालिक सोशल मीडिया के माध्यम से लॉरेंस विश्नोई के नाम का महिमामंडन करते हुए जैकेट की ब्रांडिंग कर ग्राहकों को आकर्षित कर रहा था, जो कि गैंगस्टर संस्कृति को बढ़ावा देने का प्रयास माना गया। इस पर एसआई हेमराज सिंह मय जाब्ता मौके पर पहुंचे और दुकान संचालक नवीन एवं सहयोगी प्रेमाराम को गिरफ्तार कर इनको किया गिरफ्तार पुलिस ने इस मामले में नवीन (22) पुत्र मंगलाराम निवासी दवो की ढाणी और प्रेमाराम (33) पुत्र सोनाराम निवासी नाहारों की ढाणी को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने आमजन से की अपील पुलिस ने आमजन से अपील की है कि सोशल मीडिया पर अपराधियों के नाम, तस्वीर या पहचान का प्रचार-प्रसार कर महिमामंडन न करें। ऐसी गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को दें। ऐसा करने वालों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पन्ना जिले के देवेंद्रनगर थाना क्षेत्र में नेशनल हाईवे-39 पर भूसे से लदी एक ट्रैक्टर-ट्रॉली में आग लग गई। आग के कारण पूरी ट्रॉली देखते ही देखते जलने लगी। यह घटना श्रीराम मंदिर के पास हुई। आग लगने का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है। बताया गया है कि ट्रैक्टर-ट्रॉली चालक पन्ना से भूसा भरकर सतना की ओर जा रहा था। आग लगते ही चालक ने कूदकर अपनी जान बचाई। इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है। कड़ी मशक्कत के बाद पाया गया काबू सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक ट्रॉली में लदा सारा भूसा जलकर राख हो चुका था। चालक की सूझबूझ से ट्रैक्टर को बचा लिया गया। आग लगने के बाद उसने तुरंत ट्रॉली से भूसे को सड़क पर गिरा दिया, जिससे आग ट्रैक्टर तक नहीं फैल पाई।
अजमेर में दादर एक्सप्रेस ट्रेन को बम से उड़ाने की सूचना के बाद रेलवे स्टेशन पर पर अफरा-तफरी मच गई। जीआरपी और आरपीएफ अधिकारियों ने जवानों के साथ रेलवे स्टेशन परिसर में सर्च किया। दादर एक्सप्रेस ट्रेन को 3 घंटे रोककर जांच की गई। पुलिस ने 3 संदिग्ध युवकों को हिरासत में लिया है। जानकारी के अनुसार, 3 युवक एक ऑटो में बैठकर ट्रेन को उड़ाने की बात कर रहे थे। सूचना पर जीआरपी पुलिस ने एहतियात के तौर पर स्टेशन परिसर की तलाशी ली। संदिग्ध व्यक्तियों और वस्तुओं को चेक किया। इस दौरान यात्रियों और रेल कर्मचारियों में दहशत फैल गई। संदिग्ध युवकों से जीआरपी थाने में पूछताछट्रेन को उड़ाने की सूचना पर जीआरपी, आरपीएफ, क्लॉक टावर थाना पुलिस की टीमों के साथ सीनियर अफसर तुरंत रेलवे स्टेशन पहुंचे और सुरक्षा व्यवस्था संभाली। ट्रेन उड़ाने की बात करने वाले 3 संदिग्ध युवकों को हिरासत में लेकर जीआरपी थाने ले जाया गया, जहां उनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने तीनों के मोबाइल फोन जब्त किए हैं और उनकी कॉल डिटेल निकाली जा रही है, ताकि धमकी की गंभीरता और संदिग्ध बातचीत की पुष्टि की जा सके। रेलवे स्टेशन के सभी प्लेटफॉर्म पर डॉग स्क्वॉड, मेटल डिटेक्टर से बम डिस्पोजल टीम ने जांच की। स्टेशन पर दादर एक्सप्रेस और अन्य आने-जाने वाली ट्रेनों की भी जांच की गई। यात्रियों के बैग, लगेज और संदिग्ध सामान को पुलिस जवानों ने खंगाला। फिलहाल कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिलीरेलवे अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि संदिग्ध युवक मजाक कर रहे थे या वास्तव में कोई गंभीर साजिश थी। एहतियातन रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। पांच ट्रेनों के प्लेटफार्म बदलने पड़ेसीनियर डीसीएम कैप्टन मिहिर देव ने बताया- दादर एक्सप्रेस को उड़ाने की धमकी मिलने के बाद रेलवे प्रशासन, आरपीएफ, जीआरपी और स्थानीय पुलिस प्रशासन अलर्ट है। ट्रेन को रात 8.20 बजे प्लेटफार्म नंबर 6 से रवाना होना था। लेकिन बम से उड़ाने की धमकी के बाद ट्रेन को रोककर जांच की गई। इसके कारण 5 ट्रेनों के प्लेटफार्म बदलने पड़े। दादर एक्सप्रेस को करीब 3 घंटे तक रोका गयाजीआरपी और RPF के साथ मिलकर जिला पुलिस के 6 थानों की टीमों ने संयुक्त तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान फरदीन, फरीन और खालिद नामक तीन व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया, जिनसे पूछताछ जारी है। सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत अजमेर-दादर एक्सप्रेस को लगभग 3 घंटे तक रोका गया। पूरी तरह से जांच के बाद ही उसे आगे के लिए रवाना किया गया। कुचामन-डीडवाना से संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिलीसिटी एएसपी हिमांशु जांगिड़ ने बताया- कुचामन और डीडवाना से संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिलने पर एहतियात के तौर पर तलाशी अभियान चलाया गया। इस दौरान कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। उन्होंने बम की सूचना जैसी खबरों का खंडन करते हुए कहा- अभी तक किसी भी प्रकार की संदिग्ध वस्तु की बरामदगी नहीं हुई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
भारतीय स्टार शटलर के. श्रीकांत, एचएस प्रणय, किरन जॉर्ज, थारुण मन्नापल्ली और प्रियांशु राजावत ने सैयद मोदी इंडिया इंटरनेशनल एचएसबीसी वर्ल्ड टूर सुपर 300 बैडमिंटन चैंपियनशिप के प्री क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली। महिला एकल में शीर्ष वरीयता प्राप्त भारत की उन्नति हुड्डा, अनुपमा उपाध्याय, रक्षिता संतोष और तस्नीम मीर सहित जापान की नोजोमी ओकुहारा ने जीत से शुरुआत की। बीबीडी अकादमी में आयोजित चैंपियनशिप में बुधवार को पुरुष एकल में पांचवीं वरीय भारत के के श्रीकांत ने हमवतन केविन थंगम को 21-13, 21-10 से हराया। श्रीकांत ने अपने अनुभव और कोर्ट पर बेहतरीन सर्विस की बदौलत जीत दर्ज की। इनको भी मिली जीत मलेशियाई मास्टर्स के उपविजेता के. श्रीकांत दूसरे दौर अब सनीथ दयानंद से भिड़ेंगे। सनीथ ने अभिनव ठाकुर को 21-10, 21-14 से मात दी। पुरुष एकल में तीसरी वरीय भारत के एचएस प्रणय ने हमवतन शाश्वत दलाल को 21-15, 21-10 से हराया। महिला एकल में शीर्ष वरीय उन्नति हुड्डा ने आकर्षी कश्यप को 21-13, 21-18 से पराजित किया। पुरुष एकल में पिछले साल के सेमीफाइनलिस्ट प्रियांशु राजावत ने हमवतन एम. मैसनाम को 21-18, 21-14 से हराया। दिग्गजों ने दर्ज की जीत पुरुष एकल में चौथी वरीयता भारत के किरन जार्ज, छठीं वरीय थारुण मन्नपल्ली, सिंगापुर के जिया हेंग जेसन तेह, महिला एकल में भारत की तस्नीम मीर, रक्षिता संतोष रामराज, तान्या हेमनाथ ने जीत दर्ज की। ओकुहारा ने अदिति राव को दी मात 2016 ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता व 2023 की मोदी बैडमिंटन चैंपियन दूसरी वरीयता के जापान की नोजोमी ओकुहारा ने भारत की अदिता राव को संघर्षपूर्ण मुकाबले में 22-20, 21-14 से हराया। पांचवीं वरीयता के भारत के सतीश कुमार करुणाकरन व आद्या वरियथ और भारत के सी लालरामसांगा व तारिनी सूरी भी जीते। यूपी की मानसी सिंह अगले दौर में महिला एकल के पहले ही दौर में यूपी की मानसी सिंह ने यूएई की प्रकृति भारथ को 21-15, 21-10 से हराकर अगले दौर में जगह बनाई। मिश्रित युगल के पहले राउंड
बिलासपुर में पांच स्थानों पर छापामार कार्रवाई:20 लाख का अवैध धान जब्त, 87 करोड़ की खरीदी जारी
बिलासपुर जिले में अवैध धान संग्रहण के खिलाफ प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रहा है। इसी कड़ी में पांच स्थानों पर छापामार कार्रवाई कर 20 लाख रुपये मूल्य का अवैध धान जब्त किया गया है। दूसरी ओर, जिले में समर्थन मूल्य पर धान की रिकॉर्ड खरीदी जारी है, जिसके तहत अब तक 87 करोड़ रुपये का धान खरीदा जा चुका है। जिला प्रशासन के अनुसार, जिले में अब तक 28,031 मीट्रिक टन धान की खरीदी की जा चुकी है, जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 87 करोड़ रुपये है। प्रतिदिन औसतन 2,000 किसान धान बेचने के लिए उपार्जन केंद्रों पर पहुंच रहे हैं। बुधवार को 1,857 किसानों से 8,131 मीट्रिक टन धान खरीदा गया। किसानों के खातों में भुगतान भी नियमित रूप से किया जा रहा है। गुरुवार के लिए 1,999 किसानों ने टोकन प्राप्त किए हैं, जिनसे 8,968 मीट्रिक टन धान की आवक का अनुमान है। जांच टीमों ने पांच अलग-अलग स्थानों पर छापामार कार्रवाई की कलेक्टर संजय अग्रवाल के निर्देश पर, जांच टीमों ने पांच अलग-अलग स्थानों पर छापामार कार्रवाई की। इन छापों में 7.44 लाख रुपये मूल्य का अवैध धान जब्त किया गया। जब्त किए गए धान के संबंध में मंडी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत संबंधित आरोपियों के खिलाफ मामले दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। जिला खाद्य नियंत्रक अमृत कुजूर ने जानकारी दी कि इन पांचों संस्थानों से कुल 533 बोरी (240 क्विंटल) धान बरामद किया गया है। राजस्व विभाग के नेतृत्व में खाद्य एवं मंडी विभाग के अधिकारियों की संयुक्त टीम ने यह कार्रवाई की। जब्त किए गए धान में बिल्हा के रूपचंद किराना स्टोर्स से 45 क्विंटल, ग्राम बरतोरी के ओम ट्रेडर्स से 75 क्विंटल, कोटा के गुप्ता ट्रेडर्स संस्थान से 44 क्विंटल, रतनपुर के गंगाराम की दुकान से 30 क्विंटल (77 बोरी) और रानीगांव के दुर्गा ट्रेडर्स से 46 क्विंटल अवैध रूप से भंडारित धान शामिल है।
बीजापुर में बासागुड़ा पुलिस ने सोमवार को ग्राम नेण्ड्रा में चलित थाना एवं संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया। इसी दौरान पुलिस टीम ने नेण्ड्रा के जंगल क्षेत्र में माओवादियों द्वारा निर्मित एक स्मारक को भी ध्वस्त कर दिया। थाना प्रभारी निरीक्षक दीपक साहू के नेतृत्व में पहुंची पुलिस टीम ने ग्रामीणों से विस्तृत बातचीत की। इस दौरान ग्रामीणों की समस्याएं सुनी गईं और उन्हें सुरक्षा और विकास संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी साझा की गई। कार्यक्रम में पुलिस अधिकारियों ने ग्रामीणों को छत्तीसगढ़ शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के बारे में अवगत कराया। अधिकारियों ने बताया कि हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में लौटने वाले युवाओं को शासन द्वारा सम्मानजनक जीवन के अवसर दिए जा रहे हैं। पुलिस ने ग्रामीणों से माओवादी गतिविधियों और असामाजिक तत्वों से दूर रहने तथा क्षेत्र में शांति बनाए रखने में सहयोग की अपील की। चलित थाना कार्यक्रम के बाद पुलिस बल ने नेण्ड्रा के जंगल क्षेत्र में दबिश दी। इस दौरान माओवादियों द्वारा बनाए गए एक स्मारक को ध्वस्त कर दिया गया। पुलिस के अनुसार, यह कार्रवाई इलाके में माओवादी प्रभाव को कम करने और सुरक्षा वातावरण को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
बलौदा बाजार। पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता के निर्देश पर संचालित 'समाधान सेल' योजना को एक और सफलता मिली है। सेल को मिली सूचना के आधार पर मेन रोड स्थित खोरसी नाला पुल के पास लोगों को चाकू दिखाकर डराने वाले एक 19 वर्षीय युवक को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी के पास से एक धारदार स्टील का चाकू भी बरामद हुआ है। जानकारी के मुताबिक, मंगलवार को समाधान सेल के हेल्पलाइन नंबर 94792 20392 पर एक सूचना प्राप्त हुई थी। इसमें बताया गया था कि खोरसी नाला पुल के पास एक व्यक्ति चाकू लहराकर राहगीरों को डरा रहा है, जिससे इलाके में भय का माहौल है। इस सूचना पर तत्काल कार्रवाई करते हुए सिटी कोतवाली पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और आरोपी रूपेंद्र मिरी (19) को हिरासत में ले लिया। उसके पास से धारदार चाकू बरामद किया गया। आरोपी के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज आरोपी रूपेंद्र मिरी के खिलाफ सिटी कोतवाली थाने में अपराध क्रमांक 1143/25 के तहत धारा 25 और 27 आर्म्स एक्ट के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। वर्तमान में आरोपी को कानूनी प्रक्रिया के तहत न्यायालय में पेश करने की कार्रवाई जारी है। गौरतलब है कि जिले में आम नागरिकों की शिकायतों और समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए शुरू किए गए समाधान सेल को अपराधियों की धरपकड़ में लगातार सफलता मिल रही है। पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि किसी भी आपराधिक गतिविधि की सूचना व्हाट्सएप या कॉल के माध्यम से हेल्पलाइन नंबर 94792 20392 पर साझा करें।
राजनांदगांव कलेक्टर जितेंद्र यादव के निर्देश पर जिले में अवैध धान की बिक्री रोकने के लिए कोचियों और बिचौलियों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है। भविष्य में अवैध धान बिक्री की पुनरावृत्ति होने या इसमें संलिप्त पाए जाने पर आपराधिक प्रकरण भी दर्ज किए जा सकते हैं। इसी कड़ी में, राजस्व, खाद्य और मंडी विभाग के संयुक्त दल ने हाल ही में 18 प्रकरणों में 75 लाख 86 हजार 320 रुपये मूल्य का 2447.20 क्विंटल (6118 बोरा) अवैध धान और 4 वाहन जब्त किए। खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 में अब तक कुल 83 प्रकरणों में 4 करोड़ 5 लाख 88 हजार 920 रुपये मूल्य का 13093.20 क्विंटल (32733 बोरा) अवैध धान और 7 वाहन जब्त किए जा चुके हैं। बुधवार को हुई कार्रवाई में राजनांदगांव अनुविभाग में 6 प्रकरणों में 22 लाख 91 हजार 520 रुपये मूल्य का 739.20 क्विंटल (1848 बोरा) अवैध धान और 2 वाहन जब्त किए गए। डोंगरगढ़ अनुविभाग में 5 प्रकरणों में 7 लाख 71 हजार 900 रुपये मूल्य का 249 क्विंटल (623 बोरा) धान जब्त हुआ। वहीं, डोंगरगांव अनुविभाग में 7 प्रकरणों में 45 लाख 22 हजार 900 रुपये मूल्य का 1459 क्विंटल (3648 बोरा) अवैध धान और 2 वाहन जब्त किए गए। खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 में अब तक राजनांदगांव अनुविभाग में कुल 32 प्रकरणों में 2 करोड़ 28 लाख 1 हजार 120 रुपये मूल्य का 7355.20 क्विंटल (18388 बोरा) अवैध धान और 2 वाहन जब्त हुए हैं। डोंगरगढ़ अनुविभाग में 28 प्रकरणों में 86 लाख 2 हजार 500 रुपये मूल्य का 2775 क्विंटल (6938 बोरा) अवैध धान और 2 वाहन जब्त किए गए। डोंगरगांव अनुविभाग में 23 प्रकरणों में 91 लाख 85 हजार 300 रुपये मूल्य का 2963 क्विंटल (7408 बोरा) अवैध धान और 3 वाहन जब्त किए गए हैं। कोचियों और बिचौलियों पर लगातार कार्रवाई जारी जिले में कोचियों और बिचौलियों पर लगातार कार्रवाई जारी है। जिले के 1500 छोटे और बड़े मंडी अनुज्ञप्तिधारियों को सूचीबद्ध कर अनुविभागीय अधिकारी, तहसीलदार, खाद्य और मंडी अधिकारियों को अवैध रूप से भंडारित धान जब्त करने और सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। जिले में अंतरराज्यीय अवैध धान, रेत और लकड़ी के परिवहन पर कड़ी नजर जिले में अवैध धान के प्रवेश को रोकने के लिए कुल 3 अंतरराज्यीय चेकपोस्ट बनाए गए हैं – बोरतलाब, पाटेकोहरा और कल्लूबंजारी। इन चेकपोस्ट पर मंडी, नगर सेना, वन विभाग और राजस्व के अधिकारी तीन पालियों में 24 घंटे ड्यूटी कर रहे हैं। चेकपोस्ट पर अब तक अवैध धान की जगह हाईवा में अवैध रेत और लकड़ी का परिवहन करते कई वाहन जब्त किए जा चुके हैं।
मुंगेली जिले के लोरमी नगर में मंगलवार को दो अलग-अलग हादसों में दो युवकों की मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायल हो गए। इनमें से एक युवक की सड़क दुर्घटना में और दूसरे की थ्रेसर मशीन की चपेट में आने से जान चली गई। पुलिस ने दोनों मामलों में मर्ग कायम कर शवों का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है। जानकारी के अनुसार, मंगलवार रात करीब 8 से 9 बजे के बीच झाफल के पास यह सड़क हादसा हुआ। लोरमी के वार्ड 5 निवासी जय किशन उर्फ गोल्डी यादव (32 वर्ष), अपने भाई पुष्कर यादव (18 वर्ष) और श्रेयस यादव (17 वर्ष) के साथ स्कूटी पर कृषि महाविद्यालय का निर्माण कार्य देखने गए थे। लोरमी लौटते समय मुंगेली की ओर से आ रहे एक तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने उनकी स्कूटी को पीछे से टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि तीनों स्कूटी सवार दूर जा गिरे। जय किशन उर्फ गोल्डी यादव को गंभीर चोटें आईं, उनकी कमर टूट गई और सिर, हाथ-पैर में भी गंभीर घाव लगे। पुष्कर के चेहरे पर और श्रेयस को भी चोटें आईं, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। पुष्कर ने अपने पिता अविष यादव को फोन कर घटना की जानकारी दी। घायलों की गंभीर स्थिति को देखते हुए ग्रामीणों ने उन्हें तत्काल लोरमी के मातृ शिशु 50 बिस्तर अस्पताल में भर्ती कराया। वहां डॉक्टरों ने जय किशन उर्फ गोल्डी यादव की नाजुक हालत को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद बिलासपुर रेफर कर दिया। बिलासपुर के अस्पताल में डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बुधवार को पुलिस ने इस मामले में अपराध दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया। पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है और लोगों से पूछताछ कर रही है। पुलिस ने जल्द ही लापरवाह वाहन चालक और वाहन को पकड़ने का आश्वासन दिया है। लोरमी में धान मिसाई करते समय युवक की थ्रेसर मशीन में फंसकर दर्दनाक मौत लोरमी नगरपालिका के वार्ड 1 पुटुपारा निवासी महेंद्र साहू (30 वर्ष) मंगलवार शाम करीब 5 बजे अपने धान की मिसाई के लिए धान थ्रेसर मशीन में डाल रहे थे। अचानक उनका पैर फिसल गया और मशीन में फंस गया। मशीन के अंदर खिंचने से महेंद्र साहू की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। युवक का शव मशीन में पूरी तरह फंस गया था, जिसे जेसीबी की मदद से बाहर निकाला गया। घटना देखकर आसपास के लोग दहशत में आ गए और परिजन मौके पर बेहोश हो गए। पुलिस को घटना की जानकारी दी गई। पुलिस ने मर्ग कायम किया और शव को लोरमी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के मरच्यूरी में रखा। बुधवार सुबह शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया।
ग्वालियर के कमला राजा अस्पताल में बुधवार दोपहर एक अज्ञात महिला अपने मासूम बच्चे को एक व्यक्ति के पास छोड़कर फरार हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बच्चे को अस्पताल के शिशु वार्ड में भर्ती कराया है। घटना दोपहर करीब 3:30 से 4 बजे के बीच की है। जानकारी के अनुसार कम्पू थाना क्षेत्र स्थित कमला राजा अस्पताल में विपिन सेन नामक व्यक्ति अपनी बेटी की डिलीवरी के बाद उसे देखने आया था। इसी दौरान एक अज्ञात महिला उसके पास पहुंची और उसे अपना बच्चा यह कहकर थमा दिया कि वह “थोड़ी देर में लौटकर बच्चे को ले जाएगी।” महिला बच्चे को छोड़कर चली गई, लेकिन काफी देर तक वापस नहीं लौटी। महिला के न लौटने पर विपिन सेन ने इसकी जानकारी अस्पताल प्रबंधन और पुलिस को दी। सूचना मिलने के बाद पुलिस टीम तत्काल अस्पताल पहुंची और मौके की जांच करने के बाद बच्चे को शिशु वार्ड में भर्ती कराया। CCTV खंगाल रही पुलिस पुलिस अब बच्चे को छोड़कर भागी महिला की पहचान करने के लिए अस्पताल परिसर में लगे CCTV फुटेज खंगाल रही है। घटना के बाद विपिन सेन का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वह बता रहा है कि वह बेटी की डिलीवरी देखने अस्पताल आया था। बाहर निकलने के बाद वह बाथरूम गया और फिर बीड़ी पी रहा था। तभी एक महिला उसके पास आई और बच्चे को पकड़ाते हुए कहा कि वह थोड़ी देर में वापस आ जाएगी। लेकिन एक घंटे तक महिला नहीं लौटी। पुलिस फिलहाल महिला की तलाश कर रही है और जांच जारी है।
चौथम के पूर्व प्रमुख नरेश बादल का निधन:पटना के निजी अस्पताल में हार्ट अटैक से ली अंतिम सांस
खगड़िया जिले के चौथम प्रखंड के पूर्व प्रमुख नरेश प्रसाद बादल (60) का बुधवार को पटना के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वे हृदय रोग से पीड़ित थे और कुछ दिनों से अस्पताल में भर्ती थे। डॉक्टरों के अनुसार, उनका निधन हार्ट अटैक से हुआ। उनके निधन से खगड़िया जिले में शोक का माहौल है। नरेश प्रसाद बादल चौथम प्रखंड की धुतौली पंचायत के भूतौली मालपा गांव के निवासी थे। राजनीतिक जीवन नरेश प्रसाद बादल वर्ष 2008 से 2011 तक चौथम प्रखंड के प्रमुख रहे थे। इससे पहले, उन्होंने वर्ष 2001 से 2006 तक धुतौली पंचायत के मुखिया के रूप में भी कार्य किया था। उनकी पत्नी भी वर्ष 2016 से 2021 तक मुखिया के पद पर थीं। राजनीतिक रूप से सक्रिय रहे बादल ने वर्ष 2015 में परबत्ता विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था। वर्तमान में वे राजद पार्टी से जुड़े थे और जनसुराज के जिलाध्यक्ष भी रह चुके थे। इन लोगों ने शोक व्यक्त की उनके निधन पर पूर्व सांसद चौधरी महबूब अली केसर, खगड़िया विधायक बबलू मंडल, बेलदौर विधायक पन्नालाल सिंह पटेल, पूर्व विधायक डॉ. संजीव कुमार, राजद जिलाध्यक्ष मनोहर कुमार यादव, चौथम प्रखंड प्रमुख शोभा देवी, चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ. दीपक कुमार, प्रमुख प्रतिनिधि चंदन सिंह, पूर्व प्रमुख प्रभाकर प्रसाद सिंह और डॉ. मनोज कुमार सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने शोक व्यक्त किया है।
देवरिया में एकौना थाना क्षेत्र के माझा नारायण गांव में शिक्षामित्र रंजू देवी (40) का बीएलओ ड्यूटी के दौरान निधन हो गया। मंगलवार रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बैठक के बाद उनकी तबीयत बिगड़ी थी। उन्हें लखनऊ ले जाते समय रास्ते में डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, मौत का कारण कार्डियक अरेस्ट बताया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार, मनियापूरा टोला निवासी रंजू देवी देर शाम बीएलओ कार्यों से संबंधित एक महत्वपूर्ण वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बैठक में शामिल थीं। इस बैठक में मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान को लेकर विस्तृत दिशा-निर्देश दिए गए थे। परिजनों ने बताया कि बैठक में उन्हें लगभग 50 एसआईआर फॉर्म शीघ्र भरकर जमा करने का निर्देश मिला था। इसके बाद वे मानसिक रूप से दबाव में दिख रही थीं और बैठक समाप्त होने के कुछ घंटे बाद से ही बेचैनी महसूस कर रही थीं। रात लगभग 11 बजे अचानक उनके सीने में तेज दर्द उठा और वे बेहोश होकर गिर पड़ीं। परिजन तत्काल उन्हें लेकर लखनऊ स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज (KGMU) के लिए रवाना हुए। बस्ती जिले में फोरलेन के पास उनकी हालत गंभीर हो गई। परिजन उन्हें नजदीकी जिला अस्पताल ले गए, जहाँ डॉक्टरों ने प्राथमिक परीक्षण के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतका के पति जगदम्बा दुबे, जो किसान हैं, ने बताया कि रंजू देवी वर्ष 2006 से प्राथमिक विद्यालय, मठिया पांडेय में शिक्षामित्र के रूप में कार्यरत थीं। शिक्षण कार्य के साथ-साथ वह मतदाता सूची पुनरीक्षण के दौरान बीएलओ की जिम्मेदारी भी निभाती थीं। उनके दो बच्चे हैं—बेटा हिमांशु (20) और बेटी दिव्यानी (17)।
औरंगाबाद के रिसियप थाना की पुलिस ने सोना-चांदी के आभूषण चमकाने के नाम पर ठगी करने वाले दो शातिर बदमाशों को कटिहार से गिरफ्तार किया है। थानाध्यक्ष संजीत राम के नेतृत्व में उत्तरी बिहार में छापेमारी कर दोनों को पकड़ा गया। गिरफ्तार अपराधियों में कटिहार जिले के ब्रह्मदेव भगत का बेटा पंकज भगत और रामधनी यादव का बेटा अखिलेश यादव शामिल हैं। पुलिस के अनुसार ये दोनों आरोपी लंबे समय से विभिन्न जिलों में महिलाओं को निशाना बनाते रहे हैं और अब तक करोड़ों रुपए की ठगी कर चुके हैं। आभूषण चमकाने के नाम पर शिक्षिका को बनाया था शिकार एक सप्ताह पहले बर्तन साफ करने का केमिकल बेचने के नाम पर पहुंचे ठगों ने धनु बिगहा गांव की शिक्षिका खुशबू कुमारी से सोना–चांदी के लगभग 18–20 लाख रुपए के आभूषण ठग लिए थे। ठगी का शिकार हुई शिक्षिका गांव निवासी पिंकू सिंह की पत्नी हैं और दाउदनगर प्रखंड के अरई स्कूल में पदस्थापित हैं। पिछले मंगलवार को स्कूल से लौटते समय दो युवक बर्तन साफ करने का केमिकल बेचने के बहाने उनके घर पहुंचे। पहले तांबे–पीतल के बर्तन चमकाकर भरोसा जीता, फिर पायल साफ करके महिलाओं को प्रभावित कर दिया। बाद में एक केमिकल हाथ पर लगवाते ही शिक्षिका और उनकी ननद को हल्का सुन्नपन महसूस हुआ। ठगों ने कहा कि आभूषण साफ करने के लिए गर्म पानी में हल्दी व केमिकल मिलाना होगा। महिलाओं ने भरोसे में आकर घर के सभी सोने–चांदी के जेवर पानी में डाल दिए। इसके बाद ठग कुछ सामान लाने के बहाने बाहर गए और फरार हो गए। काफी देर बाद जब महिलाएं जागरूक हुईं तो बर्तन में कोई भी आभूषण नहीं था। घटना सामने आते ही गांव में बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए। पीड़िता के आवेदन पर थाने में दर्ज की गई थी प्राथमिकी पीड़िता के आवेदन पर कांड संख्या 132/25 दर्ज की गई। तकनीकी अनुसंधान, सीडीआर, टावर लोकेशन और ह्यूमेन इंटेलिजेंस के आधार पर पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया। पूछताछ में दोनों ने अपनी संलिप्तता स्वीकारी है। पुलिस को इनके गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों के बारे में भी अहम जानकारी मिली है, जिनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि यह गिरोह कोढ़ा गिरोह की तर्ज पर नया हथकंडा अपनाकर महिलाओं को ठग रहा है। पिछले दो दशक से कोढ़ा गिरोह की गतिविधियां बिहार सहित कई राज्यों में सक्रिय रही हैं और अब कटिहार से जुड़े ये अपराधी उसी तरीके से घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। अधिकारियों के अनुसार, यह भी जांच का विषय है कि जिले में इन्हें किसका संरक्षण मिल रहा है। पूर्व में भी हुई है कई ठगी की घटनाएं जिले में आभूषण चमकाने, सोना खरीदने–बेचने और रकम दोगुनी करने के नाम पर ठगी की घटनाएं लगातार बढ़ी हैं। अंबा देव रोड निवासी अवधेश शर्मा ने 40 लाख से अधिक, प्रोफेसर ब्रजनंदन पाठक की पत्नी ने करीब दो लाख, शिक्षक मृणाल रंजन की पत्नी अनन्या कुमारी ने लगभग 10 लाख और शिक्षक शैलेश सिंह की पत्नी ने 12–14 लाख रुपए खो दिए। कुटुंबा, गंगा बिगहा व आसपास के क्षेत्रों में दर्जनों महिलाएं इसी तरीके से ठगी की शिकार हुई हैं। वहीं कुटुंबा गोवास क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक पूंजीपतियों को रकम दोगुना करने के नाम पर करोड़ों रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है। थाना अध्यक्ष ने बताया कि पूछताछ व आवश्यक कार्रवाई के बाद बुधवार को गिरफ्तार दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस अन्य सदस्यों की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है।
खगड़िया जिले के संविधान दिवस के अवसर पर गोगरी प्रखंड के बड़ी बोरना स्थित उर्दू मध्य विद्यालय के छात्रों ने नशा मुक्ति जागरूकता रैली निकाली। प्रधानाध्यापक मुस्ताक अंसारी की देखरेख में आयोजित इस रैली का मुख्य उद्देश्य लोगों को शराब सहित विभिन्न प्रकार के नशों के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करना था। रैली के दौरान स्कूली बच्चों ने क्षेत्र में घूम-घूम कर ग्रामीणों और स्थानीय लोगों को नशे की लत छोड़ने का संदेश दिया। उन्होंने बताया कि नशा केवल व्यक्ति को ही नहीं, बल्कि पूरे परिवार और समाज को प्रभावित करता है। शिक्षकों और छात्रों ने सभी से अपील की कि वे नशे की आदत को त्याग दें, क्योंकि यह घर और जीवन दोनों को बर्बाद कर देता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जब लोग नशा मुक्त होंगे, तभी हमारा देश और बिहार भी नशा मुक्त बन पाएगा। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक मोहम्मद मुस्ताक अंसारी के साथ मोहम्मद असगर अली, मनोज कुमार, शाहबाज अंसारी, राणा प्रताप मल्ल सहित अन्य शिक्षक और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
चंडीगढ़ के सेक्टर-17A स्थित ताज होटल पर चंडीगढ़ प्रशासन ने इमारत में बदलाव करने पर कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी है। प्रशासन ने होटल प्रबंधन को चंडीगढ़ एस्टेट रूल्स 2007 और कैपिटल ऑफ पंजाब (डेवलपमेंट एंड रेगुलेशन) एक्ट 1952 के तहत शो कॉज नोटिस जारी करते हुए 18 से अधिक अवैध निर्माण और उपयोग-परिवर्तन पाए जाने पर कार्रवाई की गई है। नोटिस के अनुसार होटल प्रबंधन ने बिना किसी अनुमति के बेसमेंट, ग्राउंड फ्लोर और ओपन एरिया में बड़े पैमाने पर बदलाव किए, जो Sanctioned Plan का सीधा उल्लंघन है। यह नोटिस सब डिवीजनल मजिस्ट्रेट SDM सेंट्रल की तरफ से जारी किया गया है, जिसकी कापियां एसडीओ (B), SEO सेंटरल रिकाॅर्ड रूम Central Record Room को भी भेजी गई हैं। बेसमेंट फ्लोर में 8 बड़ी अनियमितताएं, जांच के दौरान सामने आए यह उलंघन ग्राउंड फ्लोर पर 6 परिवर्तन ओपन/सर्विस एरिया में 7 और बड़े उल्लंघन दो महीने में बदलाव हटाने का आदेश, न मानने पर हो सकती है बड़ी कार्रवाई नोटिस के अनुसार, होटल को सभी अनधिकृत बदलाव दो महीने के भीतर हटाने होंगे।इसके अतिरिक्त होटल पर Rs. 6 प्रति sqft प्रति दिन का चार्ज भी लगाया गया है, जो उल्लंघन की पूरी अवधि के लिए वसूला जाएगा। चार्ज न भरने पर इसे भूमि राजस्व की बकाया राशि की तरह वसूला जाएगा। प्रशासन ने होटल प्रबंधन को नोटिस जारी कर 15 दिन के अंदर अपना पक्ष रखने को कहा है।होटल प्रबंधन को 09 दिसंबर 2025 दोपहर 2:30 बजे व्यक्तिगत रूप से सुनवाई में उपस्थित होने का मौका दिया गया है।
शामली जिला अस्पताल का ICU वार्ड में फैला कूड़ा:बाहर से ताला लगा और अंदर गंदगी के ढेर
शामली में जिला अस्पताल के आईसीयू वार्ड की बदहाल स्थिति का एक वीडियो सामने आया है। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। गंभीर मरीजों के लिए तैयार किया गया लाखों–करोड़ों की लागत वाला यह आईसीयू वार्ड इन दिनों उपयोग में नहीं है। कूड़ेदान जैसा नजर आ रहा है। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि वार्ड के बाहर ताला लगा है। जबकि भीतर गंदगी के ढेर, बिखरा सामान और धूल-धूसरित बेड स्पष्ट रूप से दिख रहे हैं। मरीजों और तीमारदारों के अनुसार, उन्होंने शीशे से अंदर देखते हुए यह दृश्य अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर साझा किया। जिसके बाद मामला चर्चा में आ गया। जांच के दौरान सामने आया कि आईसीयू वार्ड का प्रभार नर्सिंग ऑफिसर रेणु धामा के पास है और उनके निर्देश पर वार्ड में ताला लगाया गया है। जिला अस्पताल इंचार्ज डॉ. किशोर आहूजा से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में नहीं था। उन्होंने वायरल वीडियो की जांच कराने और आवश्यक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
मेरठ के अब्दूल्लापुर चौकी के पीछे लगी आग:छात्र नेता ने कहा कूड़े और गंदगी के कारण तेजी से फैली आग
मेरठ के अब्दुल्लापुर रोड स्थित चेक पोस्ट के पास देर रात भीषण आग लग गई। घटना के समय पहले हल्का धुआँ उठता दिखाई दिया, लेकिन कुछ ही मिनटों में आग ने भयावह रूप ले लिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार आसपास बड़ी मात्रा में जमा कूड़ा-कचरा और कुछ संदिग्ध ज्वलनशील वस्तुएँ आग फैलने का प्रमुख कारण बनीं। छात्र नेता ने दी सूचना आग लगते ही छात्र नेता विनीत चपराना ने तुरंत नगर निगम, फायर ब्रिगेड और अपर नगर आयुक्त लवी त्रिपाठी को फोन कर स्थिति की गंभीरता से अवगत कराया। विनीत ने कहा कि मैंने तुरंत सूचना दी, लेकिन यदि पहले से उचित कदम उठाए गए होते तो इतनी बड़ी आग नहीं लगती। फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुँची और लगातार पानी डालकर आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू किया। तेज़ हवा और कूड़े का ढेर होने के कारण आग बुझाने में काफी मेहनत करनी पड़ी। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि कुछ दिन पहले भी इसी स्थान पर कूड़े के ढेर और अव्यवस्था को लेकर विरोध किया गया था, पर सफाई और निगरानी में लापरवाही बरती गई। प्रशासन ने कहा है कि आग के कारणों का पता तकनीकी जाँच के बाद ही लगाया जा सकेगा। फिलहाल क्षेत्र में आसपास के व्यापारियों को आग के खतरे के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
बाराबंकी के रामनगर थाना क्षेत्र में बुधवार को एक बड़ा हादसा टल गया। रामनगर-फतेहपुर मार्ग पर बने बुढ़वल रेलवे ओवरब्रिज से एक तेज रफ्तार ट्रक बैरिकेडिंग तोड़कर नीचे गिर गया। घटना ओवरब्रिज पर हुई, जहां ट्रक ने नियंत्रण खो दिया और बैरिकेडिंग को तोड़ते हुए नीचे जा गिरा। हालांकि, इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस बल, रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौके पर पहुंच गए। स्थिति को नियंत्रित करने और जांच शुरू करने के लिए आवश्यक कदम उठाए गए। चूंकि ट्रक रेलवे ट्रैक के ऊपर गिरा था, इसलिए कुछ समय के लिए अफरा-तफरी का माहौल बन गया था। हालांकि, रेलवे ट्रैक पूरी तरह सुरक्षित रहा और ट्रेनों की आवाजाही पर कोई असर नहीं पड़ा। एडिशनल एसपी विकास त्रिपाठी ने पुष्टि की है कि रेलवे ट्रैक सुरक्षित है।
लखनऊ में अपराधियों के खिलाफ चल रहे अभियान के तहत पुलिस ने बुधवार को कुख्यात गैंग लीडर आशीष सिंह उर्फ राजा और उसके गैंग की अवैध संपत्ति कुर्क कर दी। पुलिस उपायुक्त पश्चिम के निर्देश पर वजीरगंज और ठाकुरगंज थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने कार्रवाई की। इंस्पेक्टर वजीरगंज राजेश त्रिपाठी ने बताया गैंग के सरगना आशीष सिंह उर्फ राजा (38) के साथ उसके भाइयों मनीष सिंह (35) और अवनीश सिंह (32) के खिलाफ थाना ठाकुरगंज में गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज है। जांच के दौरान तीनों भाइयों द्वारा अवैध तरीके से जुटाई गई संपत्तियों का सत्यापन और चिन्हांकन किया गया। पुलिस आयुक्त के आदेश पर बुधवार को गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए टीम ने चल और अचल संपत्तियों को कुर्क कर दिया। राजस्व विभाग की मौजूदगी में की गई। इस कार्रवाई में करीब 1 करोड़ 10 लाख रुपए मूल्य की संपत्ति जब्त हुई। पुलिस के मुताबिक गैंग की अन्य अवैध कमाई की संपत्तियों की जानकारी जुटाने की प्रक्रिया जारी है। अधिकारियों ने बताया कि गैंग लंबे समय से क्षेत्र में दबदबा बनाकर अवैध गतिविधियों में लिप्त था। जिसे आर्थिक तौर पर कमजोर करने के लिए यह कार्रवाई आवश्यक थी। कुर्क/जब्तशुदा संपत्ति 1. गाड़ी नंबर UP32HS2424 महेन्द्र स्कार्पियो - आशीष सिंह 2. गाड़ी नंबर UP32KB2424 टोयेटा फार्च्यूनर - मनीष सिंह 3. गाड़ी नंबर UP32KR2424 मारुती स्विट डिजायर - अवनीश सिंह 4. खसरा संख्या 524 (मिल जुमला) भूखण्ड संख्या 3 का भाग रक्बा 2666 वर्ग फीट ग्राम नरौना परगना काकोरी तहसील लखनऊ (आरोपी आशीष, मनीष व अवनीश)
बरेली के नवाबगंज क्षेत्र के ग्राम गंगापुर स्थित एशियन लॉ कॉलेज में बुधवार को उपाधि वितरण समारोह आयोजित किया गया। LLB, LLM और BALLB के 99 विधि छात्रों को उपाधियां प्रदान की गईं। डिग्री मिलते ही छात्रों के चेहरे खुशी से चमक उठे। संविधान दिवस पर प्रेरक संदेशसमारोह के मुख्य अतिथि सांसद छत्रपाल सिंह गंगवार ने कहा कि आज संविधान दिवस है और इसी दिन आप सभी विधि स्नातक बन रहे हैं। यह दिन आपके लिए जिम्मेदारी बढ़ाने वाला है। संविधान का सम्मान और उसकी रक्षा अब आपकी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है।सांसद ने छात्रों से अपील की कि वे अपने करियर में हमेशा सत्य और न्याय का साथ दें। कोई गरीब या पीड़ित व्यक्ति मिले तो उसका केस बिना शुल्क लड़े, यह एक वकील की असली सेवा है। ये गणमान्य रहे मौजूद कार्यक्रम में सांसद छत्रपाल सिंह गंगवार, विधायक डॉ. एम.पी. आर्य, भाजपा जिलाध्यक्ष सोमपाल शर्मा, पूर्व सांसद धर्मेंद्र कश्यप, ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि डॉ. ए.के. गंगवार, बार अध्यक्ष शिशुपाल गंगवार, बार के पूर्व अध्यक्ष सैयद माजिद हुसैन जैदी और रबिंद्र पाल गंगवार ने मिलकर उपाधियां वितरित की। समारोह से पूर्व कॉलेज के प्रबंध निदेशक नंद किशोर श्रीवास्तव, निदेशक अभिषेक श्रीवास्तव और मंत्री रेशम ने अतिथियों का पुष्पमालाओं से स्वागत किया और स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया। कार्यक्रम में मौजूद रहे गणमान्य लोगआयोजन में हरित सेना के संस्थापक आचार्य अरविंद, बरेली बार सचिव दीपक पांडेय, पीलीभीत बार अध्यक्ष धीरेन्द्र मिश्रा, भाजपा जिला मंत्री राहुल साहू, रिठौरा के पूर्व चेयरमैन आर.के. कश्यप, ओज कवि चैतन्य प्रकाश श्रीवास्तव, भाजपा नगर अध्यक्ष केशव गुप्ता, मंडल अध्यक्ष सरजू गंगवार, राजीव गंगवार, मनोज शर्मा, शशि कपूर, विहिप अध्यक्ष अविनाश मिश्रा, व्यापारी नेता मोहित मिश्रा, जीतू चड्ढा, देवेश देवल और पूर्व प्रधान बुद्धसेन गंगवार सहित कई लोग मौजूद रहे। सांसद छत्रपाल सिंह गंगवार का वर्जन“संविधान दिवस के अवसर पर विधि स्नातकों को उपाधि मिलना उनके जीवन का महत्वपूर्ण पड़ाव है। अब उनके कंधों पर संविधान की रक्षा और न्याय दिलाने की बड़ी जिम्मेदारी है। मैं चाहता हूं कि ये युवा वकील हमेशा सत्य का साथ दें और किसी गरीब या पीड़ित व्यक्ति की मदद करने में कभी पीछे न हटें।”
वीआईटी कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ एबीवीपी का प्रदर्शन:छात्रों से दुर्व्यवहार, खराब भोजन पर पुतला दहन
विदिशा में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने सीहोर जिले के आष्टा स्थित वीआईटी कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन किया। छात्रों के साथ दुर्व्यवहार और खराब भोजन परोसे जाने के आरोपों को लेकर कार्यकर्ताओं ने कॉलेज प्रबंधन का पुतला दहन किया। प्रदर्शनकारियों ने वीआईटी यूनिवर्सिटी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आरोप लगाया कि कॉलेज में विद्यार्थियों को लंबे समय से घटिया और अस्वास्थ्यकर भोजन दिया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, छात्रों के साथ लगातार दुर्व्यवहार की शिकायतें भी सामने आई हैं। एबीवीपी का दावा है कि जब विद्यार्थियों ने अपनी समस्याएं उठाईं, तो उनके साथ मारपीट भी की गई। एबीवीपी पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि इस मामले में जल्द ही जिम्मेदार व्यक्तियों पर कार्रवाई नहीं की गई, तो उनका आंदोलन और तेज किया जाएगा। परिषद के पदाधिकारियों ने यह भी बताया कि यह विरोध प्रदर्शन केवल विदिशा तक सीमित नहीं है। मध्य भारत के कई अन्य जिलों में भी एक साथ पुतला दहन कर वीआईटी कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ विरोध दर्ज कराया गया है।
पटना में लंग्स कैंसर जागरूकता माह में नारायणा कैंसर हॉस्पिटल में एक सेमिनार हुआ, जिसमें फेफड़ों के कैंसर की बढ़ती गंभीरता और इसके नई तरीके से होने वाले इलाज पर चर्चा हुई। कार्यक्रम में लोगों को धूम्रपान छोड़ने, नियमित जांच कराने और प्रदूषण से बचाव के उपाय अपनाने की सलाह दी गई। नारायणा कैंसर सेंटर एवं पारस एचएमआरआई हॉस्पिटल के मेडिकल ऑन्कोलॉजी विभाग के निदेशक डॉ. अभिषेक आनंद ने कहा, 'भारत में लंग्स कैंसर के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। लास्ट स्टेज में इलाज मुश्किल हो जाता डॉ ने बताया कि चिंताजनक बात यह है कि 70% मरीज आखिरी चरण में अस्पताल पहुंचते हैं, जहां उपचार और चुनौतीपूर्ण हो जाता है। कहा कि लगातार खांसी, वजन घटना, सांस फूलना और खून के साथ खांसी जैसे लक्षणों को हल्के में नहीं लेना चाहिए। शुरुआती स्टेज में इलाज की सफलता दर 60-70% तक पहुंच जाती है'। उन्होंने बताया कि इम्युनोथैरेपी और टारगेटेड थेरेपी जैसी नई तकनीकों ने इलाज को और प्रभावी बनाया है। कार्यक्रम में शहर के कई वरिष्ठ डॉक्टरों, मेडिकल छात्रों और स्वास्थ्य संगठनों ने भाग लिया। फेफड़ों की सेहत को लेकर जागरूकता की ली शपथ सेमिनार का उद्देश्य लोगों को यह संदेश देना था कि लंग्स कैंसर समय पर पहचान लेने पर काफी हद तक नियंत्रित और इलाज योग्य है। सेमिनार के अंत में प्रतिभागियों ने फेफड़ों की सेहत को लेकर जागरूकता फैलाने की शपथ भी ली। डॉ.आनंद ने कहा कि धूम्रपान लंग्स कैंसर का सबसे बड़ा कारण है, लेकिन बढ़ते प्रदूषण और आनुवंशिक कारणों से नॉन-स्मोकिंग मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। ऐसे में लो-डोज सीटी स्कैन जैसे परीक्षण हाई-रिस्क व्यक्तियों के लिए जीवन रक्षक साबित हो सकते हैं।
सोनीपत में बुधवार शाम दिल्ली–कटरा एक्सप्रेसवे पर गिवाना गांव के पास तेज रफ्तार कार पिलर से जा टकराई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार रेलिंग तोड़ती हुई ग्रीनबेल्ट में उतर गई। देखते ही देखते कार में आग लग गई और पूरा वाहन आग की लपटों में घिर गया। हालांकि आग लगने से पहले युवक को बाहर निकाल लिया गया। लेकिन युवक की मौत हो गई। युवक अमृतसर से अपनी महिला दोस्त की शादी से लौट रहा था। हादसा देखकर राहगीर तुरंत रुके और कार की ओर भागे। भीतर फंसे युवक को बाहर निकालने में उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ी। बाहर निकाले जाने पर युवक ने स्वयं को दिल्ली के गगन विहार निवासी मनु बंका बताया। उसकी हालत गंभीर थी और राहगीर उसे सुरक्षित दूरी पर ले गए। कुछ ही मिनटों में धधक उठी कार, मौके पर पहुंची पुलिस टीम युवक को निकालने के बाद कार में आग तेजी से फैल गई और कुछ ही देर में वाहन पूरी तरह जलकर राख हो गया। सूचना पर सदर थाना पुलिस, एएसआई प्रदीप के नेतृत्व में मौके पर पहुंची और घायल युवक को नागरिक अस्पताल गोहाना ले जाया गया। चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हादसे से पहले पिता से हुई थी आखिरी बातचीत मृतक मनु बंका के पिता ने बताया कि हादसे से कुछ समय पहले उनकी बेटे से फोन पर बात हुई थी। मनु ने कहा था कि वह शादी समारोह में गया है। पिता ने उसे कार न चलाने की सलाह दी, जिस पर मनु ने बताया कि कार ड्राइवर चला रहा है और साथ में उसके दोस्त भी हैं। पिता ने कहा कि हादसे की सूचना मिलने पर उन्हें बताया गया कि कार में केवल एक युवक मिला है, बाकी लोग कहां गए इसका पता नहीं चल पाया है। अमृतसर में फ्रेंड की शादी में गया था जानकारी के मुताबिक युवक मनु अपने दोस्त शोभित के साथ दिल्ली से अमृतसर में कॉमन फ्रेंड की शादी में गए थे। वहीं देर रात शादी में खूब एंजॉय किया और सुबह के वक्त मनु ने पिता की फैक्ट्री में जाकर काम संभालने के लिए कहा। लेकिन इस दौरान शोभित ने उसे मना किया की रात भर सोए नहीं है। इसलिए आराम करते हैं और उसके बाद चलेंगे। लेकिन मनु ने शोभित से कहा कि उसे फैक्ट्री में काम संभालना है, इसीलिए उसको जाना पड़ेगा। लेकिन वही शोभित अमृतसर ही रुक गया और वह ट्रेन की टिकट करा कर बाद में दिल्ली पहुंचा है। नींद के कारण हुआ हादसादेर रात है शादी समारोह में मनु सो नहीं पाया था और अपने दोस्तों के साथ पार्टी में इंजॉय कर रहा था। रात भर जागने के चलते नींद पूरी नहीं हुई थी। माना जा रहा है कि गोहाना में जम्मू कटरा हाईवे पर अचानक उसे नींद की झपकी आई और जिसके चलते रेलिंग से टकरा गई और हादसा हो गया। गाड़ी में मनु अकेला था और वह गाड़ी चला रहा था। पिता की डांट से बचने के लिए उसने झूठ बोला था कि उसके साथ उसके कई दोस्त और ड्राइवर है। सगाई की बात चल रही थीपूरी जानकारी के मुताबिक मनु परिवार का बड़ा लड़का था और उसकी सगाई की बात चल रही थी। वहीं दूसरी तरफ उसका छोटा भाई डॉक्टर है। पिता की दिल्ली में तार बनाने की फैक्ट्री है और मन्नू फैक्ट्री में पीता का बिजनेस संभालता था। वही मामले को लेकर रहे पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर सिविल हॉस्पिटल गोहाना भेज दिया है और गुरुवार को पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा।
डीएम अस्मिता लाल ने मतदाताओं से की अपील:SIR 2026 फॉर्म जमा करें, साइबर फ्रॉड से रहें सतर्क
बागपत। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के तहत जनपद बागपत में SIR 2026 अभियान सक्रिय रूप से चलाया जा रहा है। बुधवार को जिला निर्वाचन अधिकारी एवं जिलाधिकारी (डीएम) अस्मिता लाल ने जनपद के सभी मतदाताओं से विशेष अपील की। उन्होंने मतदाताओं से गणना प्रपत्र (फॉर्म) सही जानकारी के साथ भरकर संबंधित बीएलओ को उपलब्ध कराने और साइबर धोखाधड़ी से सतर्क रहने का आग्रह किया। डीएम अस्मिता लाल ने बताया कि निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार, प्रत्येक मतदाता को अपना फॉर्म सही जानकारी के साथ भरकर बीएलओ को देना चाहिए। यह प्रक्रिया मतदाता सूची को अधिक सटीक, अद्यतन और त्रुटिरहित बनाने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक नागरिक का यह दायित्व है कि वह लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजबूत बनाने में सक्रिय योगदान दे। उन्होंने आगे बताया कि SIR 2026 अभियान का मुख्य उद्देश्य जनपद की मतदाता सूची को पूर्ण पारदर्शिता और शुद्धता के साथ तैयार करना है, ताकि आगामी चुनावों में किसी भी प्रकार की त्रुटि न रहे। इसी के तहत बीएलओ घर-घर जाकर गणना प्रपत्र एकत्र कर रहे हैं और आवश्यक सूचनाएं संकलित कर रहे हैं। गलत जानकारी देना या प्रपत्र जमा न करना भविष्य में मतदान अधिकार को प्रभावित कर सकता है। डीएम अस्मिता लाल ने मतदाताओं को साइबर फ्रॉड और फर्जी कॉल्स से सावधान रहने की भी सख्त हिदायत दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि कोई व्यक्ति स्वयं को बीएलओ या किसी अन्य अधिकारी बताकर ओटीपी, आधार नंबर, बैंक संबंधी जानकारी या कोई कोड मांगता है, तो यह धोखाधड़ी का प्रयास है। मतदाताओं को किसी भी स्थिति में ओटीपी या निजी जानकारी साझा नहीं करनी चाहिए। उन्होंने लोगों से अपील की कि ऐसी किसी भी संदिग्ध कॉल या गतिविधि की सूचना तुरंत जिला प्रशासन को दें, ताकि आवश्यक कार्रवाई की जा सके। डीएम ने अंत में कहा कि SIR 2026 अभियान तभी सफल होगा जब प्रत्येक मतदाता जिम्मेदारी के साथ सहयोग करेगा और अपनी जानकारी सही समय पर उपलब्ध कराएगा।
अधीर रंजन चौधरी का आरोप : ममता बनर्जी चाहती हैं कांग्रेस और राहुल गांधी का अंत
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व लोकसभा सदस्य अधीर रंजन चौधरी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री पर तीखा हमला बोला है
दरभंगा जिलाधिकारी कौशल कुमार ने बुधवार को बिरौल अनुमंडल में नए उपकारा (जेल) के निर्माण के लिए प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद डीएम की अध्यक्षता में गठित समिति ने मौजा—हाटी, अंचल—बिरौल स्थित कुल 15 एकड़ भूमि को सभी मानकों के अनुरूप उपकारा निर्माण के लिए उपयुक्त पाया। निरीक्षण के दौरान अपर समाहर्ता (राजस्व) मनोज कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी बिरौल सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। प्रशासन की ओर से बताया गया कि नए उपकारा के निर्माण से क्षेत्र में विधि-व्यवस्था और न्यायिक व्यवस्था को मजबूती मिलेगी। सदर अनुमंडल क्षेत्र में बाल श्रम की रोकथाम के लिए श्रम संसाधन विभाग की ओर से 25 और 26 नवम्बर को धावा-दल ने व्यापक छापेमारी अभियान चलाया। श्रम अधीक्षक किशोर कुमार झा ने बताया कि बाल और किशोर श्रम (प्रतिषेध एवं विनियमन) अधिनियम, 1986 के तहत की गई इस कार्रवाई में कुल चार बाल श्रमिकों को मुक्त कराया गया। ये बाल श्रमिक निम्न स्थानों से मिले— कार रिपेयरिंग और वाशिंग, एकमी घाट दरभंगा स्पीड कार वाश प्वाइंट, सैदनगर मिथिला सैनेटरी शॉप, शिवधारा संतोष नायक किराना दुकान, शिवधारा विमुक्त कराए गए सभी बच्चों को सुरक्षित प्रक्रिया के तहत आगे की व्यवस्था में भेजा गया। नियोजकों पर प्राथमिकी, जुर्माना और मुआवजा वसूली की प्रक्रिया शुरू है। श्रम अधीक्षक ने बताया कि बाल श्रम में शामिल पाए गए सभी नियोजकों के खिलाफ संबंधित थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। साथ ही प्रति बाल श्रमिक 20,000 रुपए की दर से राशि जिला बाल श्रमिक पुनर्वास कल्याण कोष में जमा कराने की कार्रवाई की जा रही है। अधिनियम की धारा 3 और 3(ए) के उल्लंघन पर 20,000 से 50,000 रुपए तक का जुर्माना वसूला जाएगा। न्यूनतम मजदूरी से कम भुगतान के मामले में 10 गुना मुआवजा वसूल करने के लिए दावा पत्र सक्षम न्यायालय में दाखिल किया जाएगा। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में अब तक जिले में कुल 26 बाल श्रमिकों को विमुक्त कराया जा चुका है, जो बाल श्रम उन्मूलन के प्रति विभाग की निरंतर कार्रवाई को दर्शाता है। इस अभियान में श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी मोकिम अंसारी, साधना भारती, स्मृति भारद्वाज, नीतीश कुमार, रजत राउत, नवचन्द्र प्रकाश, मोहन कुमार, प्रेम कुमार साह, लक्ष्मण कुमार झा, बमबम कुमार, शुभम, और नारद मंडल (प्रयास संस्था) सहित कई अधिकारी शामिल थे।
उदयपुर की एक अदालत ने एक लाख रुपए की रिश्वत लेने के मामले में केंद्रीय विद्यालय जावर माइंस के तत्कालीन प्राचार्य को विभिन्न धाराओं में 3 साल कारावास की सजा सुनाई है। प्राचार्य असलम परवेज पर सीनियर सेकेंडरी स्कूल को सीबीएसई से मान्यता दिलाने के लिए परफेक्ट रिपोर्ट तैयार करने की एवज में एक लाख रुपए की रिश्वत मांगने का आरोप था। बुधवार को वशिष्ठ न्यायाधीश भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम संख्या दो की पीठासीन अधिकारी संदीप कौर ने इस मामले में सजा सुनाई। दरीबा स्कूल के प्राचार्य ने की थी शिकायतजानकारी के अनुसार, दयानंद एग्लावैदिक हिंदुस्तान जिंक सीनियर सैकेंडरी स्कूल राजपुरा दरीबा के प्राचार्य केके नारायण, निवासी सोनीपत हरियाणा ने 4 मई 2011 को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो उदयपुर को शिकायत दी थी। इसमें बताया गया कि पहले उनका विद्यालय डीएवी एच जेड नाम से संचालित होता था। सीबीएसई ने अस्थाई रूप से एक वर्ष के लिए मान्यता प्रदान की थी। इसके बाद स्थाई मान्यता के लिए कमेटी का गठन किया गया, जिसमें केंद्रीय विद्यालय जावर माइंस के तत्कालीन प्राचार्य असलम परवेज पुत्र अब्दुल सकर निवासी मंगलपुरा झालावाड़ को भी सदस्य नामित किया गया था। रिश्वत की मांग और गिरफ्तारीइसके बाद केके नारायण जावर माइंस जाकर प्राचार्य असलम परवेज से मिले, जिसने स्थाई मान्यता के पेपर पूर्ण करने के बदले तीन लाख रुपए की मांग की। इसमें से कुछ रुपया सीबीएससी के रिजनल ऑफिस में भी देने की बात कही थी। बाद में ब्यूरो टीम ने आरोपी असलम परवेज को एक लाख रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया और न्यायालय में उसके खिलाफ आरोप पत्र पेश किया। 20 गवाह और 38 दस्तावेज पेश, अभियुक्त को सजासुनवाई के दौरान विशिष्ठ लोक अभियोजक महेंद्रकुमार ने 20 गवाह और 38 दस्तावेज पेश कर अभियुक्त के खिलाफ दोषसिद्ध करने में सफलता प्राप्त की। दोनों पक्षों की बहस सुनने के उपरांत पीठासीन अधिकारी ने अभियुक्त असलम परवेज को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत तीन साल कारावास और 25 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई।
रायपुर में लकड़ी गोदाम में भड़की आग VIDEO:शॉर्ट सर्किट की आशंका, फायर ब्रिगेड ने पाया काबू
राजधानी रायपुर के फाफाडीह के एक पुराने लकड़ी के गोदाम में बुधवार शाम करीब 6 बजे अचानक आग लग गई। बताया जा रहा है कि यह गोदाम कई सालों से बंद पड़ा था। अचानक गोदाम से आग की लपटे उठने लगी। देखते ही देखते आग ने भीषण रूप ले लिया और आसपास के इलाके में धुआं फैल गया। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की तीन गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट मानी जा रही है, हालांकि आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है। एहतियातन पूरे इलाके की बिजली आपूर्ति अस्थायी रूप से बंद कर दी गई थी। गंज थाना क्षेत्र के इस हादसे में किसी जनहानि की सूचना नहीं है। स्थानीय पुलिस और दमकल विभाग के अधिकारियों ने करीब 1 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। फिलहाल नुकसान का आकलन किया जा रहा है।
तकनीकी कारणों के चलते आज रात (26 नवंबर) को भगत की कोठी-काचीगुड़ा एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या 17606) को री-शेड्यूल किया गया है। यह ट्रेन अपने निर्धारित प्रस्थान समय रात 22:30 बजे के स्थान पर अब 1 घंटे 25 मिनट की देरी से 23.55 बजे भगत की कोठी स्टेशन से रवाना होगी। रेल प्रशासन की ओर से यात्रियों से अपील की गई है कि वे यात्रा से पहले समय की दोबारा पुष्टि कर लें। जिन यात्रियों के पास अग्रिम आरक्षण है, उन्हें सलाह दी गई है कि वे निर्धारित समय से कुछ देर बाद स्टेशन पहुंचे, ताकि अनावश्यक प्रतीक्षा से बच सकें।
बिनौली गोदाम से 102 बोरी चावल बरामद:बागपत में आपूर्ति विभाग ने की कार्रवाई, जांच जारी
बागपत के बिनौली में आपूर्ति विभाग की टीम ने एक गोदाम पर छापेमारी कर 102 बोरी चावल बरामद किया है। टीम ने बरामद चावल को सुरक्षित स्थान पर रखवा दिया है। पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। आपूर्ति विभाग को राशन के चावल की कालाबाजारी होने की सूचना मिली थी। इसी सूचना के आधार पर टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए बिनौली स्थित गोदाम पर छापा मारा, जहां से यह बड़ी मात्रा में चावल बरामद हुआ। आपूर्ति विभाग के अधिकारी अब यह पता लगाने में जुटे हैं कि आखिर यह चावल क्यों इकट्ठा किया गया था और यह किसका है। अधिकारियों का कहना है कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है। आपूर्ति विभाग के अधिकारी योगेंद्र कुमार ने बताया कि उन्हें एक स्थान पर कुछ चावल इकट्ठा किए जाने की सूचना मिली थी। तत्काल टीम मौके पर पहुंची और एक गोदाम से 102 बोरी चावल बरामद किया। उन्होंने आगे बताया कि बरामद चावल को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया है। इस पूरे मामले की जांच की जा रही है और जांच के निष्कर्षों के आधार पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सीएम भजनलाल के बयान पर पलटवार किया। अशोक गहलोत ने कहा- ये लोग (भाजपा वाले) एक तरफ तो कहते हैं कि हमारी सरकार के अधिकारी भ्रष्ट थे, लेकिन आज उन्हीं अधिकारियों को अच्छी पोस्टिंग दी हुई है। इस सरकार में लगते ही वो अधिकारी अच्छे हो गए? अधिकारी तो सारे वहीं हैं। सीएम कहते हैं कि अधिकारी तो सरकार के होते हैं, तो फिर योजनाएं भी सरकार की होती हैं, उन्हें क्यों बंद किया गया? अगर अशोक गहलोत की फोटो छपा हुआ थैला पसंद नहीं था, तो अपनी फोटो लगवा देते, लेकिन योजनाएं बंद नहीं करनी चाहिए थीं। पूर्व मुख्यमंत्री ने यह बात सीकर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही। गहलोत ने मीडिया से कहीं ये 3 बड़ी बातें.... 1. 'हड़बड़ी में हो रहा काम, सरकार दे जवाब'पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एसआईआर (SIR) प्रक्रिया में अव्यवस्था, अत्यधिक दबाव और अत्यल्प समय-सीमा को लेकर गंभीर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि देशभर में बीएलओ (BLO) की असामयिक मृत्यु इस प्रक्रिया की हड़बड़ी और गलत प्रणाली का परिणाम हैं, जिस पर सरकार को जवाब देना चाहिए। गहलोत ने सवाल उठाया कि जब 12 राज्यों में एसआईआर शुरू की गई है तो इतनी जल्दबाज़ी की क्या ज़रूरत थी? चुनावों में अभी तीन-तीन साल बचे हैं, ऐसे में प्रक्रिया को आराम से और पारदर्शी ढंग से पूरा किया जा सकता था। गहलोत ने कहा कि सरकार की यह हड़बड़ी संदेह पैदा करती है और लोकतांत्रिक ढांचे के लिए चिंताजनक है। उन्होंने यह भी कहा कि बीएलओ आत्महत्या क्यों कर रहे हैं? क्योंकि उन पर दबाव है। 4 तारीख तक नाम जुड़ नहीं पाएंगे और 9 तारीख को सूची जारी होनी है, जिसके बाद नाम जोड़ने की लंबी और जटिल प्रक्रिया शुरू होती है, जिससे लोग बहुत परेशान हैं। 2. भाजपा के आरोप झूठे, हमारे अधिकारियों को फिर अहम पद क्यों?गहलोत सरकार के समय महत्वपूर्ण विभागों में तैनात रहे अधिकारियों को भाजपा शासन में भी अहम पद मिलने से जुड़े सवालों पर प्रतिक्रिया देते हुए अशोक गहलोत ने कहा- अधिकारियों की पोस्टिंग मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार होता है। भाजपा नेताओं ने सरकार बनने के समय आरोप लगाया था कि मेरे कार्यकाल में तैनात अधिकारी भ्रष्ट थे और गलत तरीके से महत्वपूर्ण पदों पर लगाए गए थे। लेकिन विडंबना यह है कि अब वही अधिकारी भाजपा सरकार द्वारा फिर से अच्छी और प्रभावी पोस्टों पर लगाए जा रहे हैं। इससे साफ है कि उस समय लगाए गए आरोप केवल झूठ थे और जानबूझकर माहौल खराब करने के लिए लगाए गए थे। 3. योजनाएं बंद, सड़कें जर्जर, पेंशन गायबगहलोत ने प्रदेश भर में उनके कार्यकाल में शुरू की गईं जनहित की योजनाओं को बंद या धीमा किए जाने पर सरकार से जवाब मांगा। उन्होंने कहा कि राजस्थान में जो विकास योजनाएं चल रही थीं, आपने उन्हें धीमा या बंद क्यों कर दिया? वे किसी एक व्यक्ति की नहीं, सरकार की योजनाएं थीं। सरकारें बदलती हैं, पर जनता के हित में चलने वाली योजनाएं कभी नहीं रुकनी चाहिए। गहलोत ने राज्य में सड़कों की दुर्दशा पर भी चिंता जताई और कहा- सरकार को अभियान चलाकर सड़कों के गड्ढों को भरना चाहिए। निकाय चुनाव पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि जब यह स्पष्ट है कि कानून के अनुसार चुनाव कराना अनिवार्य है, तब भी सरकार लगातार टालमटोल कर रही है। ---- सीएम भजनलाल से जुड़ी ये खबर भी पढ़िए... 'गहलोत साहब अधिकारी सरकार का होता है':सीएम भजनलाल बोले- न हमारा, न आपका; आज भी वही अफसर, एक भी पेपर लीक हुआ तो बताएं मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा- अशोक गहलोत का एक बयान आया। हमारे समय में जो अधिकारी लगे थे, उन्हें लगा रहे हैं। गहलोत साहब अधिकारी सरकार का होता है, आपका नहीं होता। हमारा भी नहीं होता। मैं आपसे पूछना चाहता हूं। मुझे पता है आप इसका जवाब जरूर देंगे। पढ़ें पूरी खबर
रायसेन जिले के गौहरगंज में 6 साल की बच्ची से दुष्कर्म के आरोपी सलमान के दो वीडियो सामने आए हैं। इनमें से पहले वीडियो में सलमान एक ट्रैक्टर ड्राइवर को रास्ता बताता दिख रहा है। दूसरे वीडियो में वह एक दुकान से सिगरेट खरीद रहा है। रायसेन के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमलेश कुमार खरपुसे ने पुष्टि की है कि यह फुटेज गौहरगंज क्षेत्र के ही हैं और इनमें दिख रहा शख्स सलमान उर्फ नजर ही है। पुलिस इन फुटेज के आधार पर आरोपी की तलाश कर रही है। बुधवार को गौहरगंज में अघोषित कर्फ्यूरायसेन के गौहरगंज में बुधवार को अघोषित कर्फ्यू के हालात रहे। लोग घरों में बंद और सड़कें सुनसान दिखीं। 6 जिलों की पुलिस ने मोर्चा संभाला। 500 से अधिक जवानों ने हालात पर नजर बनाए रखे।क्विक रिस्पॉन्स फोर्स भी मौके पर है। DIG प्रशांत खरे के मुताबिक, हालात कंट्रोल में हैं। हालांकि, 6 साल की बच्ची से रेप का आरोपी सलमान उर्फ नजर फरार है। पुलिस की टीमें उसकी तलाश कर रही हैं। इससे पहले सलमान की गिरफ्तारी की मांग को लेकर वारदात के पांचवें दिन बुधवार को गौहरगंज के स्कूल ग्राउंड में शांतिपूर्वक धरना-प्रदर्शन किया गया। इसके बाद लोग अपने-अपने घरों की ओर लौटने लगे। इसी दौरान कुछ युवकों का झुंड मुस्लिम बावली बस्ती की ओर जाने लगा। पुलिस ने उन्हें रोका, हल्का लाठी चार्ज भी किया। इससे नाराज होकर युवकों ने पुलिस के ऊपर पत्थरबाजी शुरू कर दी। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े तो उपद्रवी भाग निकले। देखिए प्रदर्शन की 8 तस्वीरें...
उत्तर प्रदेश आशा वर्कर्स यूनियन से संबद्ध ऐक्टू के आह्वान पर सोमवार को प्रयागराज में सैकड़ों आशा और आशा संगिनी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। बालसन चौराहा से जिलाधिकारी कार्यालय तक चेतावनी मार्च निकाला गया। कार्यकर्ताओं ने 21,000 रुपये मानदेय सहित अपनी 14 सूत्रीय मांगों को लेकर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा और मांगें न माने जाने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी। जिलाधिकारी कार्यालय पर हुए प्रदर्शन के दौरान ऐक्टू के प्रदेश सचिव अनिल वर्मा ने कहा कि प्रदेशभर की आशाएं और संगिनियां वर्षों से शासन-प्रशासन की वादाखिलाफी का सामना कर रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि 2019 से लंबित प्रोत्साहन राशियों और मानदेय का भुगतान न होने के कारण हजारों आशा कार्यकर्ता आर्थिक संकट में हैं, जबकि वे केंद्र और राज्य सरकार की कई महत्वपूर्ण स्वास्थ्य योजनाओं में योगदान देती हैं। वर्मा ने यह भी आरोप लगाया कि आयुष्मान कार्ड, गोल्डन कार्ड और आभा आईडी जैसे महत्वपूर्ण कार्यों में आशाओं के योगदान के लिए 225 करोड़ रुपये का भुगतान अभी तक नहीं किया गया है। आशा कार्यकर्ताओं ने बताया कि 6 अक्टूबर और 13 अक्टूबर 2025 को मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री को भेजे गए ज्ञापनों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। 1 नवंबर को किए गए पूर्ण कार्यबंदी आंदोलन के बाद भी शासन ने न तो भुगतान किया और न ही वार्ता के लिए बुलाया। मार्च के दौरान आशाओं ने जिलाधिकारी को 14 सूत्रीय मांगपत्र सौंपा। इसमें वर्षों से लंबित प्रोत्साहन राशि का भुगतान, आशा और आशा संगिनी को सरकारी कर्मचारी का दर्जा, न्यूनतम वेतन लागू कर आशा के लिए 21,000 रुपये और संगिनी के लिए 28,000 रुपये मानदेय तय करना, ईपीएफ, ईएसआई की सदस्यता, सेवानिवृत्ति पर ग्रेच्युटी, 10 लाख का स्वास्थ्य बीमा व 50 लाख का जीवन बीमा, कार्य की सीमा का निर्धारण और बेहतर कार्यदशा सुनिश्चित करना, तथा संगिनी कार्यकर्ताओं को यात्रा भत्ता या स्कूटी उपलब्ध कराना जैसी प्रमुख मांगें शामिल हैं। आशा कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने 15 दिसंबर तक उनकी मांगें पूरी नहीं कीं, तो प्रदेशभर में अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी जाएगी। इस प्रदर्शन में जिले के सभी ब्लॉकों से भारी संख्या में आशा और आशा संगिनी कार्यकर्ता शामिल हुईं।
रायबरेली में कार ने बाइक सवार को मारी टक्कर:युवक की मौत, गलत दिशा से आ रही थी बाइक
रायबरेली के खीरों थाना क्षेत्र में बुधवार देर शाम कार ने बाइक सवार को टक्कर मार दी। जिससे बाइक सवार युवक की मौत हो गयी। एक सड़क हादसे में मथुरा खेड़ा गांव निवासी शिवम कुमार के रूप में हुई। जानकारी के अनुसार, शिवम अपने घर मथुरा खेड़ा से सेमरी चौराहा जा रहे थे। निहस्ता कॉलोनी की ओर से वे हाईवे पर गलत दिशा में आ रहा था। तभी सामने से आ रही एक कार से उनकी जोरदार टक्कर हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कार उन्नाव से लालगंज की ओर जा रही थी। गलत दिशा से अचानक सामने आई बाइक से उसकी टक्कर हो गई। हादसा इतना भीषण था कि शिवम गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्होंने मौके पर ही दम तोड़ दिया। घटना की सूचना मिलते ही बाइक के मालिक आसाराम मौके पर पहुंचे और पुष्टि की कि दुर्घटना के समय बाइक शिवम ही चला रहे थे। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरा और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
जयपुर में चल रहे खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स राजस्थान 2025 में बुधवार का दिन गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी (GNDU) और जैन यूनिवर्सिटी के नाम रहा। ट्रैप शूटर नीरू ढांडा ने महिलाओं की ट्रैप स्पर्धा में लगातार चौथा गोल्ड जीतकर एक बार फिर दबदबा कायम किया। जैन यूनिवर्सिटी ने स्विमिंग में चार और गोल्ड जोड़कर पदक तालिका में शीर्ष पायदान पर अपनी बढ़त मजबूत रखी। खेलों की मेजबानी पूर्णिमा यूनिवर्सिटी कर रही है, जबकि आयोजन स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया और राजस्थान स्टेट स्पोर्ट्स काउंसिल मिलकर कर रहे हैं। सात शहरों में चल रहे इन गेम्स में 222 यूनिवर्सिटी के 4448 खिलाड़ी 23 खेलों में हिस्सा ले रहे हैं। जगतपुर शूटिंग रेंज पर हुए फाइनल में नीरू ढांडा ने 47 पॉइंट्स के साथ गोल्ड जीता। मनीषा कीर (39) ने सिल्वर और नंदिका (30) ने ब्रॉन्ज जीता। तीनों खिलाड़ियों ने मिलकर 344 पॉइंट्स के साथ टीम गोल्ड भी जीता। इस दौरान नीरू ने कहा यह मेरा आखिरी KIUG है, मैं इसे गोल्ड के साथ खत्म करना चाहती थी। पुरुष वर्ग में आदित्य भारद्वाज (GNDU) ने 45 पॉइंट्स के साथ गोल्ड जीता। पंजाबी यूनिवर्सिटी के जंगशेर सिंह विरक ने सिल्वर (43) और मानव रचना के भक्तियार मलिक ने ब्रॉन्ज (34) जीता। GNDU ने पुरुष टीम गोल्ड भी अपने नाम किया। इंडिविजुअल रोड रेस में महिला गोल्ड मीनाक्षी रोहिल्ला (GNDU) जबकि पुरुष गोल्ड – अक्षर त्यागी (GNDU) ने जीता। इन जीतों से GNDU की गोल्ड संख्या दोहरे अंक में पहुंच गई। जैन यूनिवर्सिटी ने मंगलवार को स्विमिंग में चार गोल्ड जीते। इनमें नीना वेंकटेश ने 50m बटरफ्लाई, भव्या सचदेवा ने 400 मीटर, पुरुष और महिला 4100m फ्रीस्टाइल रिले में इसके साथ जैन यूनिवर्सिटी ने दिन के अंत तक आठ गोल्ड अपने नाम किए। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के हर्ष सरोहा ने पुरुष 50m बटरफ्लाई में ओलंपियन श्रीहरि नटराज को पछाड़कर 24.90 सेकंड में गोल्ड जीता। उन्होंने 200 मीटर बटरफ्लाई में भी गोल्ड जीता।उनके साथी ईशान राठी ने 200 मीटर बैकस्ट्रोक में स्वर्ण हासिल किया। इसके साथ ही पुरुष वर्ग में एमजी यूनिवर्सिटी, चितकारा, पंजाब यूनिवर्सिटी और मुंबई यूनिवर्सिटी ने सेमीफाइनल में जगह बनाई। जबकि महिला वर्ग में चितकारा, LPU, SRM और MDU रोहतक ने क्वालिफाई किया। वहीं आदमस यूनिवर्सिटी ने CSM यूनिवर्सिटी को 3–1 से हराया, जबकि GNDU और कलकत्ता यूनिवर्सिटी का मैच 1–1 से ड्रॉ रहा। वेटलिफ्टिंग में महिला 58kg में रिमा भोई (LPU) ने 197kg के कुल वजन के साथ गोल्ड जीता।
लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने खंडवा दौरे के दौरान खरगोन में बन रहे बाईपास का अचानक निरीक्षण किया। निरीक्षण में गंभीर लापरवाही मिलने पर उन्होंने अधीक्षण यंत्री विजयसिंह पंवार को तुरंत निलंबित कर दिया। मंत्री ने उपयंत्री और सुपरविजन कंसल्टेंट कंपनी के खिलाफ भी कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने साफ कहा कि सड़क निर्माण की गुणवत्ता से किसी भी तरह का समझौता नहीं होगा। माप में कमी और खराब गुणवत्ता होने पर कार्रवाई बुधवार रात करीब 7:30 बजे मंत्री राकेश सिंह राष्ट्रीय राजमार्ग-347 के निर्माण स्थल पर पहुंचे। जांच में पता चला कि डीबीएम (DBM) की मोटाई तो सही है, लेकिन उसका कॉम्पेक्शन मानक के अनुसार नहीं है। इसके अलावा, सड़क के किनारों (शोल्डर) पर रखे गए पत्थर भी ज्यादा बड़े आकार के पाए गए। सैंपलिंग के दौरान भी मिली गड़बड़ी सड़क निर्माण की गुणवत्ता जांचने के लिए जब सामग्री के सैंपल लिए गए, तब पता चला कि विभाग के पास मापदंडों के अनुसार जरूरी बैग भी उपलब्ध नहीं थे। मंत्री ने इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए तुरंत कार्रवाई के आदेश दिए। मामले को गंभीर मानते हुए अधीक्षण यंत्री विजयसिंह पंवार को तत्काल निलंबित कर दिया गया। उपयंत्री पर कार्रवाई के लिए मुख्य अभियंता को निर्देश दिए गए हैं। वहीं सुपरविजन में कमी मिलने पर कंसल्टेंट कंपनी ICON के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। निरीक्षण के दौरान मुख्य अभियंता बीपी बोरासी सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
बांदा में दहेज हत्या के एक मामले में पति और सास को 10-10 साल के कारावास की सजा सुनाई गई है। बांदा सत्र न्यायालय ने यह फैसला सुनाया है। दोनों दोषियों पर 3-3 हजार रुपए का अर्थदंड भी लगाया गया है। यह निर्णय पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश के 'ऑपरेशन कन्विक्शन' और 'मिशन शक्ति' अभियान के तहत आया है। यह मामला बबेरू थाना क्षेत्र का है। बिसंडा के ग्राम पारा निवासी ओमप्रकाश ने 29 जुलाई 2020 को बबेरू थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया था कि उनकी बेटी की शादी 1 मई 2018 को बबेरू के ग्राम उमरी निवासी अंकित उर्फ पप्पू से हुई थी। शिकायत के अनुसार, शादी के बाद से ही ससुराल वाले दहेज की मांग को लेकर उनकी बेटी को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे थे। दहेज की मांग पूरी न होने पर ससुराल वालों ने 12 जुलाई 2020 को उनकी बेटी की फांसी लगाकर हत्या कर दी थी। इस संबंध में बबेरू थाने में मामला दर्ज किया गया था। तत्कालीन क्षेत्राधिकारी बबेरू, आनंद कुमार पाण्डेय ने मामले की विवेचना की। प्रभावी जांच के बाद, विवेचक ने 18 अक्टूबर 2022 को न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल किया था। लोक अभियोजक विजय बहादुर सिंह और उमाशंकर पाल ने न्यायालय में प्रभावी पैरवी की। कोर्ट मोहर्रिर आरक्षी भानुप्रताप और पैरोकार आरक्षी चक्रधारी के अथक प्रयासों से आरोपी पति अंकित उर्फ पप्पू और सास रेनू देवी को दोषी ठहराया गया। न्यायालय ने अभियुक्तों अंकित उर्फ पप्पू (पुत्र राकेश पाण्डेय, निवासी उमरी, थाना बबेरू, जनपद बांदा) और रेनू देवी (पत्नी राकेश पाण्डेय, निवासी उमरी, थाना बबेरू, जनपद बांदा) को 10-10 वर्ष के कारावास और 3-3 हजार रुपये के अर्थदंड से दंडित किया है।
गोरखपुर नगर निगम में बुधवार को नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव पी. गुरुप्रसाद पहुंचे। उनके आगमन पर नगर निगम में एक विस्तृत बैठक आयोजित की गई, जिसमें शहर में चल रहे और पूरे हो चुके विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा की गई। बैठक के दौरान प्रमुख सचिव ने नगर निगम द्वारा तैयार की गई पीपीटी प्रस्तुति में गोरखपुर के सभी प्रमुख प्रोजेक्ट देखे। इनमें वे प्रोजेक्ट भी शामिल रहे जो पूरा हो चुके हैं, जिन पर काम चल रहा है और वे योजनाएं भी जो प्रस्तावित हैं। उन्होंने हर परियोजना के बारे में विस्तृत जानकारी ली और आगे की जरूरतों पर चर्चा की। UFMC, ICCC और ITMS का किया निरीक्षण समीक्षा बैठक के बाद प्रमुख सचिव ने नगर निगम स्थित अर्बन फ्लड मैनेजमेंट सेंटर (UFMC), इंटीग्रेटेड कंट्रोल एवं कमांड सेंटर (ICCC) और इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ITMS) का दौरा किया। उन्होंने इन आधुनिक प्रणालियों की कार्यप्रणाली को समझा और बताया कि तकनीक के उपयोग से शहर प्रबंधन और भी बेहतर हो रहा है। दैनिक भास्कर से बातचीत में कही ये बातें दैनिक भास्कर से बातचीत में प्रमुख सचिव ने कहा कि गोरखपुर में मुख्यमंत्री के निर्देश पर पहले से ही कई बड़े विकास कार्य हो रहे हैं। उनके मुताबिक, गोरखपुर आने का मुख्य उद्देश्य नगर विकास और आवास विभाग की परियोजनाओं की वास्तविक प्रगति को समझना था।उन्होंने बताया कि नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ अर्बन डेवलपमेंट द्वारा गोरखपुर में रिवर फ्रंट विकसित किया जाना है, जिसका प्रेजेंटेशन भी देखा गया। उन्होंने कहा कि नगर निगम को हाल ही में मिले अवार्ड बेहद सराहनीय हैं और गोरखपुर पूरे देश में एक मिसाल बनकर उभर रहा है। रिवर फ्रंट और अन्य प्रोजेक्ट का भी निरीक्षण निरीक्षण के दौरान प्रमुख सचिव ने शहर के कई महत्वपूर्ण स्थलों का दौरा किया, जिनमें शामिल हैं:• गोड़धोईया नाला• तकियाघाट• एकला बंधा रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट• राजघाट• महेसरा में बन रहा स्पॉन्ज पार्क इसके साथ ही उन्होंने गोरखपुर नगर निगम और विकास प्राधिकरण द्वारा किए जा रहे अन्य विकास कार्यों की भी समीक्षा की। शहर में विकास की रफ्तार तेज प्रमुख सचिव के दौरे से स्पष्ट है कि गोरखपुर में शहरी विकास से जुड़े प्रोजेक्ट तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। शहर में हो रहे ये काम न सिर्फ मूलभूत सुविधाओं को मजबूत करेंगे, बल्कि स्मार्ट सिटी की दिशा में भी गोरखपुर की प्रगति को तेज करेंगे।
मैनपुरी में कोतवाली क्षेत्र के शीतला माता मंदिर परिसर में एक मानसिक रूप से बीमार महिला के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। घटना का वीडियो होने के बाद आरोपी ने शिकायतकर्ता को गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी दी। पीड़ित पक्ष ने वीडियो सबूत के साथ पुलिस अधीक्षक और कोतवाली प्रभारी को शिकायत सौंपकर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। ग्राम ईकरी निवासी शिवकीर्ति उर्फ शेर सिंह द्वारा दी गई शिकायत के अनुसार, 25 नवंबर की रात मानसिक रूप से बीमार महिला मंदिर के प्रांगण में सो रही थी। इसी दौरान गवालटोली निवासी अजय उर्फ बंडा वहां पहुंचा और महिला के साथ आपत्तिजनक हरकतें करने लगा। मंदिर परिसर में मौजूद एक व्यक्ति ने इस घटना को अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया। कुछ देर बाद जब महिला हिली तो आरोपी अजय मौके से भाग निकला। वीडियो सामने आने के बाद अजय ने रिकॉर्डिंग करने वाले व्यक्ति से झगड़ा भी किया। शिकायत पत्र में बताया कि अगली सुबह, 25 नवंबर को ही अजय दोबारा शीतला माता मंदिर पहुंचा। वहां उसने शिकायतकर्ता शिवकीर्ति के साथ गाली-गलौज की। जाति सूचक अपमानजनक शब्द कहे और धमकी दी कि यदि शिकायत की गई तो वह उसे जान से मार देगा। शिकायतकर्ता का आरोप है कि अजय को स्थानीय स्तर पर संरक्षण प्राप्त है, जिसके कारण वह लगातार दबंगई दिखाते हुए पीड़ित पक्ष को डराने-धमकाने का प्रयास कर रहा है। पीड़ित ने पुलिस से मांग की है कि मानसिक रूप से बीमार महिला के साथ हुई इस गंभीर छेड़छाड़ के मामले में तत्काल संज्ञान लेते हुए आरोपी अजय उर्फ बंडा पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए और शिकायतकर्ता व महिला दोनों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। पीड़ित पक्ष ने वीडियो साक्ष्य सहित पूरा मामला पुलिस को सौंप दिया है। पुलिस ने बताया कि प्रकरण की जांच जारी है और जांच पूरी होने के बाद उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
संविधान दिवस के अवसर पर बुधवार को प्रयागराज के समाजवादी पार्टी कार्यालय में बैठक हुई। जिसमें सपा एमएलसी डॉ. मानसिंह यादव ने कहा कि संविधान लोकतंत्र की आत्मा है। पीडीए समाज हर हाल में संविधान की रक्षा और लोकतंत्र की मजबूती के लिए संघर्ष करता रहेगा। मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए डॉ. यादव ने कहा कि भारत का संविधान एक ऐसा दस्तावेज है। जिसमें देश के हर नागरिक के अधिकार, उम्मीद, न्याय, समानता और सम्मान की गारंटी दी गई है। उन्होंने कहा कि हमें बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा दिए गए इस वरदान की हिफाजत करनी है और लोकतंत्र की जड़ों को सींचते रहना है। कार्यक्रम में सपा प्रवक्ता दान बहादुर मधुर ने कहा कि पीडीए समाज की संविधान के प्रति निष्ठा ने सदैव देश की एकता और अखंडता को मजबूत किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा संविधान को कमजोर करने की साजिश रच रही है और ऐसे संगठनों तथा व्यक्तियों का विरोध करना हर लोकतंत्रप्रेमी नागरिक का कर्तव्य है। इस अवसर पर सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कार्यालय परिसर में स्थापित संविधान मान स्तंभ पर माल्यार्पण कर ‘संविधान जिंदाबाद’ और ‘डॉ. अंबेडकर अमर रहें’ के नारे लगाए। बैठक में प्रमुख रूप से डॉ. मानसिंह यादव, अनिल यादव, सैयद इफ्तेखार हुसैन, पप्पूलाल निषाद, कमला यादव, दान बहादुर मधुर, प्रतिमा रावत, मंजू यादव, सत्य भामा मिश्रा, वजीर खान, शांति प्रकाश, सुहेल अहमद, महेंद्र सरोज, संगमलाल मौर्य, आर.एन. यादव, श्रीकांत यादव, दीपक यादव एवं अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।
जयपुर में बुधवार को दवा प्रतिनिधियों ने राजकीय श्रम आयुक्तालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन संयुक्त ट्रेड यूनियंस और सीटू के राष्ट्रीय आह्वान पर केंद्र सरकार की चार श्रम संहिताओं के विरोध में आयोजित किया गया था। राजस्थान मेडिकल एवं सेल्स रिप्रजेंटेटिव्ज यूनियन जयपुर के जिला सचिव टिंकू यादव ने बताया कि दवा उद्योग में दवा प्रतिनिधियों के लिए समान और वैधानिक सेवा शर्तों को लागू करने की मांग लंबे समय से लंबित है। उन्होंने केंद्र सरकार से त्रिपक्षीय समिति की बैठक बुलाकर इन शर्तों को तत्काल लागू करने की अपील की। प्रदर्शन के दौरान केंद्र सरकार द्वारा लागू की गई चार श्रम संहिताओं को राजस्थान राज्य में लागू न करने, सेल्स प्रमोशन एक्ट 1976 को अधिक प्रभावी बनाने, सरकारी अस्पतालों में दवा प्रतिनिधियों के प्रवेश पर लगे प्रतिबंध को हटाने और औद्योगिक विवाद अधिनियम की धारा 2(s) में संशोधन कर सेल्स प्रमोशन एंप्लॉयज को 'कामगार' का दर्जा देने जैसी प्रमुख मांगें उठाई गईं। कार्यक्रम में विभिन्न यूनियंस से 1000 से अधिक सदस्य उपस्थित थे। प्रदर्शन के अंत में राष्ट्रपति के नाम राजकीय श्रम आयुक्त को एक ज्ञापन सौंपा गया। संयुक्त ट्रेड यूनियंस ने केंद्र सरकार को चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो आने वाले समय में आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
शाजापुर जिले के मोहन बड़ोदिया थाना क्षेत्र में एक सड़क हादसे में 35 वर्षीय बाइक सवार देवीलाल की मौत हो गई। बुधवार शाम मंडोदा जोड़ के समीप एक अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी, जिससे उन्हें गंभीर चोट आईं। हादसा बुधवार शाम करीब 6:30 बजे हुई। टक्कर के बाद देवीलाल को सिर में गंभीर चोट आईं। सूचना मिलने पर 108 सारंगपुर एम्बुलेंस की मदद से उन्हें मोहन बड़ोदिया सीएचसी ले जाया गया। एंबुलेंस पायलट मांगीलाल दांगी और ईएमटी सुरेश दांगी ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया। सीएचसी में डॉक्टरों ने देवीलाल को मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों के अनुसार, सिर में गंभीर चोटें लगने के कारण उनकी मौत हुई। वह ग्राम डाकनी के रहने वाले थे। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। मृतक का पोस्टमॉर्टम गुरुवार सुबह किया जाएगा। फिलहाल, यह जानकारी सामने नहीं आई है कि घटना के समय देवीलाल कहां जा रहे थे।
मध्य प्रदेश सरकार ने राज्यभर में चार कंपनियों की छह आयुर्वेदिक दवाओं के कुछ बैच नंबरों पर प्रतिबंध लगा दिया है। इन कंपनियों में दतिया की शर्मायु जैन्यून आयुर्वेद, श्री शर्मा आयुर्वेद मंदिर, डाबर इंडिया लिमिटेड और धनवंतरी हर्बल्ला शामिल हैं। राज्य सरकार द्वारा की गई जांच में इन दवाओं के नमूने गुणवत्ता मानकों पर खरे नहीं उतरे। लैब जांच में सामने आईं गड़बड़ियां ये दवाएं आमतौर पर बुखार, अम्लपित्त और खांसी-जुकाम जैसी समस्याओं में उपयोग की जाती हैं। इनकी जांच ग्वालियर स्थित शासकीय औषधि परीक्षण प्रयोगशाला में की गई। छिंदवाड़ा जिले से भेजे गए नमूनों में कई तरह की गड़बड़ियां मिलीं। रिपोर्ट में स्पष्ट कहा गया कि ये नमूने असुरक्षित हैं और इनका सेवन स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है। दतिया में बिक्री पर तत्काल रोक जांच रिपोर्ट मिलने के बाद दतिया जिले में जिला आयुष अधिकारी ने तुरंत प्रभाव से इन सभी दवाओं की बिक्री, खरीद और भंडारण पर रोक लगाने के आदेश जारी कर दिए। मेडिकल स्टोरों से प्रतिबंधित बैचों का स्टॉक हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, ताकि असुरक्षित दवाएं बाजार में न बिक सकें। किन बैचों पर लगी रोक प्रतिबंधित दवाओं में श्री शर्मा आयुर्वेद मंदिर की गिलोय सत्व (बैच 005P-1) और कामदुधा रस (25117002P-1) शामिल हैं। धनवंतरी हर्बल्ला की प्रवाल पिष्टी (PPMB-077) और मुक्ता शुक्ति (MSBDO 059) को भी असुरक्षित घोषित किया गया है। देश की बड़ी कंपनी डाबर इंडिया लिमिटेड की कफकुठार रस (SB 00066) और लक्ष्मी विलास रस नारदीय (SB 00885) भी मानकों पर खरा नहीं उतरी।
लखनऊ में बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी:6 जिलों के स्टूडेंट्स जुटेंगे, जुबली इंटर कॉलेज में आयोजन होगा
लखनऊ में राज्य विज्ञान शिक्षा संस्थान के निर्देशन और राज्य परियोजना निदेशक की मौजूदगी में तीन दिवसीय मंडल स्तरीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी गुरुवार को शुरू होगी। राजकीय जुबली इंटर कॉलेज में प्रदर्शनी का आयोजन होगा। मंडलीय विज्ञान प्रगति अधिकारी डॉ.दिनेश कुमार ने बताया कि प्रदर्शनी का आयोजन सिटी स्टेशन स्थित राजकीय जुबिली इंटर कॉलेज में सुबह 10 बजे शुरू होगी। छात्र छात्राओं संग शिक्षक भी हुनर का प्रदर्शन करेंगे। प्रदर्शनी में लखनऊ समेत मंडल के सभी छह जिलों के जिला स्तरीय प्रदर्शनी के विजेता हिस्सा लेंगे। 6 जिलों के स्टूडेंट्स लेंगे भाग तीन चरण में आयोजित प्रदर्शनी के पहले चरण में जूनियर संवर्ग के विद्यार्थी स्थिर और क्रियाकारी मॉडल को शो केश करेंगे। दूसरे चरण में सीनियर संवर्ग और तीसरे चरण में शिक्षक टीचिंग लर्निंग मैटीरियल का प्रदर्शन करेंगे। प्रदर्शनी की सभी तैयारियां राजकीय जुबिली इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ.आशुतोष कुमार सिंह ने पूरी कर ली हैं।
दतिया में चंबल रेंज के डीआईजी सुनील कुमार जैन बुधवार को जिला स्तरीय वार्षिक समीक्षा बैठक के लिए दतिया पहुंचे। पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित बैठक में उन्होंने पिछले तीन वर्षों में जिले में घटित अपराधों की विस्तृत समीक्षा की। थाना स्तर पर अपराधों की पेंडेंसी, जघन्य अपराधों की जांच, न्यायालयीन चालान, प्रतिबंधात्मक कार्रवाई और फरार वांछित आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर उन्होंने नाराजगी जताई। डीआईजी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि महिला एवं नाबालिग बालिकाओं के विरुद्ध होने वाले अपराधों में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई हो, लंबित प्रकरणों का जल्द और गुणवत्तापूर्ण निराकरण किया जाए, एनडीपीएस एक्ट सहित चिन्हित अपराधों की नियमित समीक्षा अनिवार्य रूप से की जाए। उन्होंने पुलिस की पैदल गश्त, शाम का निरीक्षण और बिना नंबर प्लेट वाले वाहनों पर विशेष अभियान चलाने के निर्देश भी दिए। बैठक में जिला अभियोजन अधिकारी रमेश चंद्र चतुर्वेदी ने अभियोजन प्रक्रियाओं को प्रभावी बनाने के लिए थाना प्रभारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में पुलिस अधीक्षक सूरज कुमार वर्मा, जिले के सभी एसडीओपी और थाना प्रभारी मौजूद रहे। निर्धारित समीक्षा के बाद डीआईजी जैन ने थाना प्रभारियों के साथ अलग से चर्चा की और शहरवासियों से भी मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं। शहर में बढ़ती ट्रैफिक समस्या को लोगों ने प्रमुख मुद्दा बताया। ऑटो संचालकों ने व्यवस्थित ऑटो स्टैंड की मांग रखी। डीआईजी ने कहा कि सभी सुझावों का गंभीरता से विश्लेषण किया जाएगा और जरूरत के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। निरीक्षण के दौरान डीआईजी कोतवाली थाने भी पहुंचे, जहां गंदगी देखकर उन्होंने नाराजगी जताई और सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए। एसपी सूरज वर्मा ने कहा कि दतिया शहर की जनसंख्या और व्यापार तेजी से बढ़ रहा है, जिसके साथ अपराधों की प्रकृति भी बदल रही है और नए प्रकार के अपराध, विशेषकर साइबर क्राइम, सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को नए अपराधों से बचाने के लिए लगातार जागरूक किया जा रहा है और पुलिस व्हाट्सएप ग्रुप, फेसबुक व ट्विटर के माध्यम से नागरिकों से सीधे जुड़ने की पहल कर रही है।
जयपुर के गुप्त वृन्दावन धाम में वैश्विक अभियान 'श्रील प्रभुपाद बुक मैराथन 2025' का शुभारंभ हुआ। अभियान का मुख्य उद्देश्य पूरे विश्व को श्रील प्रभुपाद के वैदिक साहित्य से जोड़ना है। इस दो महीने के अभियान के तहत, मंदिर के भक्त विश्वभर में आध्यात्मिक ग्रंथ जैसे श्रीमद् भगवद गीता, श्रीमद्भागवतम और अन्य वैदिक पुस्तकों का वितरण करेंगे। इस मैराथन की प्रेरणा 1 दिसंबर को मनाई जाने वाली गीता जयंती से ली गई है। गीता जयंती के अवसर पर गुप्त वृन्दावन धाम में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का भी आयोजन किया जाएगा। यह मान्यता है कि इसी दिन भगवान कृष्ण ने कुरुक्षेत्र में अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। श्रील प्रभुपाद बुक मैराथन का उद्देश्य है कि विश्व के अधिक से अधिक लोग भगवद गीता का अध्ययन कर सकें और भगवान कृष्ण के उपदेशों को अपने जीवन में अपना सकें। बुक मैराथन 2025 के तहत, पुस्तक वितरण में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले भक्तों को पुरस्कार और सम्मान पत्र प्रदान किए जाएंगे। इस अभियान के परिणाम 15 फरवरी 2026 को घोषित किए जाएंगे। विश्व गुरु श्रील प्रभुपाद ने कहा था, एक पुस्तक किसी का संपूर्ण जीवन बदल सकती है। जिसने मेरी एक भी किताब वितरित की, उसने मेरे हृदय को प्रसन्न कर दिया।
बुरहानपुर जिले के महलगुराड़ा गांव में बुधवार को प्रतिबंध के बावजूद हेलों (पाड़ों) की टक्कर आयोजित की गई। इस दौरान पानी के बीच हो रही टक्कर के दौरान भगदड़ मच गई, जिसमें तीन-चार लोगों को मामूली चोटें आईं। घटना की सूचना मिलने पर वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति को संभाला। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जानकारी के अनुसार, बुधवार दोपहर महलगुराड़ा में हेलों की टक्कर का आयोजन किया गया था। इस दौरान दो हेला मालिकों के पाड़ों के बीच टक्कर हुई, जिसमें एक हेला मालिक का पाड़ा जीत गया। इसके बाद किसी बात को लेकर दोनों हेला मालिकों के समर्थकों के बीच विवाद शुरू हो गया। बताया जा रहा है कि विवाद इतना बढ़ गया कि लाठी-डंडे भी चले। तीन-चार लोगों पर मारपीट का आरोप लगाया गया है। हालांकि, मामले की जांच जारी होने के कारण अभी तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। शिकारपुरा थाना प्रभारी विक्रम चौहान ने बताया कि आरोपियों की पहचान की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि मेला आयोजकों के खिलाफ बिना अनुमति हेलों की टक्कर कराए जाने के मामले में कार्रवाई की जाएगी।
भारतीय जनता युवा मोर्चा के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष श्याम टेलर बुधवार रात करीब 8 बजे अपने गृह नगर शाजापुर पहुंचे। पहली बार शाजापुर आगमन पर भाजपा कार्यकर्ताओं और शहरवासियों ने उनका स्वागत किया। भोपाल से शाजापुर पहुंचने पर बड़ी संख्या में लोग उनके स्वागत के लिए सड़कों पर मौजूद रहे। श्याम टेलर का रोड शो टंकी चौराहे से शुरू हुआ और धोबी चौराहा, महूपुरा, किला रोड, आजाद चौक, नई सड़क और बस स्टैंड क्षेत्रों से होते हुए भाजपा कार्यालय पर समाप्त हुआ। पूरे मार्ग में कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की, पुष्पवर्षा की और आतिशबाजी कर उनका अभिनंदन किया। जेसीबी और क्रेन से बरसाए फूल कई स्थानों पर जेसीबी और क्रेन की मदद से विशाल फूलमालाएं पहनाकर टेलर का स्वागत किया गया, जिससे माहौल उत्सवमय हो गया। हाल ही में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए श्याम टेलर के नाम पर मुहर लगाई है। इस चयन के बाद से शाजापुर सहित पूरे जिले में उत्साह का माहौल है। टेलर ने कहा- एक छोटे से कार्यकर्ता को इतनी बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई मीडिया से बातचीत करते हुए श्याम टेलर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ही एकमात्र ऐसी पार्टी है, जहां एक छोटे से कार्यकर्ता को इतनी बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जाती है। उन्होंने इसे एक साधारण परिवार से आने वाले कार्यकर्ता के लिए प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व मिलना गर्व की बात बताया। टेलर ने इस अवसर पर पार्टी नेतृत्व, कार्यकर्ताओं और शुभचिंतकों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में कई लोगों की जेब काटी प्रदेश अध्यक्ष युवा मोर्चा के स्वागत कार्यक्रम के दौरान बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे। इसी बीच दो से तीन युवकों ने भीड़ का फायदा उठाकर कई लोगों की जेब काटी। जेब कटने की शिकायत मिलने पर मौके पर मौजूद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए दो संदिग्ध युवकों को हिरासत में ले लिया। पुलिस हिरासत में लिए गए युवकों से पूछताछ कर रही है।
अमेठी में नवविवाहिता का शव फांसी पर मिला:मायके वालों ने हत्या का आरोप लगाया, तीन पर FIR दर्ज
अमेठी के मोहनगंज थाना क्षेत्र के रतवापुर मजरे राजामऊ गांव में एक नवविवाहिता का शव कमरे के अंदर फांसी के फंदे से लटका मिला। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार, मोहनगंज थानाक्षेत्र के रमई गांव निवासी किरशन पासी ने अपनी 20 वर्षीय पुत्री मेनिका की शादी 30 अप्रैल 2025 को इसी थानाक्षेत्र के रतवापुर मजरे राजामऊ निवासी विकास पासी पुत्र बृजलाल के साथ हिंदू रीति-रिवाज से की थी। किरशन पासी ने अपनी हैसियत के अनुसार शादी में दहेज भी दिया था। मृतका मेनिका के पिता किरशन ने थाने में तहरीर देकर बताया कि शादी के एक महीने बाद से ही उनकी पुत्री के ससुराल वाले उसे दहेज के लिए प्रताड़ित करते और मारते-पीटते थे। उन्हें आज शाम करीब सात बजे मेनिका के ससुराल में कमरे के अंदर साड़ी से फांसी लगाने की जानकारी मिली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को नीचे उतारा और मायके पक्ष को घटना की जानकारी दी। लड़की पक्ष के लोग मोहनगंज थाने पहुंचे और दामाद विकास, ससुर बृजलाल तथा तीन ननदों पर दहेज उत्पीड़न और फांसी लगाकर हत्या करने का आरोप लगाते हुए तहरीर सौंपी। थानाध्यक्ष राकेश सिंह ने बताया कि मृतका के पिता की तहरीर पर संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की विधिक कार्यवाही की जाएगी।
सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि कांग्रेस सरकार में जो काम 5 सालों में नहीं हो सके। वह हमने 23 माह में पूरे किए हैं। यह उपलब्धि आमजन तक पहुंचाना बहुत जरूरी है। उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओं से कहा कि कांग्रेस की गुटबाजी सब जानते हैं। बीजेपी कार्यकर्ता और पदाधिकारी कांग्रेस के दुष्प्रचारों का जवाब तथ्यों से दें। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के बड़े-बड़े घोटाले आज भी आमजन को याद हैं। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता और पदाधिकारी सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं और 2 सालों की उपलब्धियों को सोशल मीडिया और अन्य मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से आमजन तक पहुंचाए। पार्टी की रीति और नीति को भी हर वर्ग तक पहुंचाने का कार्य करें। सीएम आज सीएमआर में आयोजित भरतपुर व उदयपुर संभाग के पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित कर रहे थे। निकाय और पंचायत चुनाव की तैयारी करेंमुख्यमंत्री ने कहा कि जिलाध्यक्ष और मंडल अध्यक्ष जनसेवा के साथ-साथ समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए कार्य करें। संगठन में युवाओं को केंद्र व राज्य के कार्यक्रमों से जोड़े और उन्हें जिम्मेदारी भी दें। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने भेद-भाव और तुष्टीकरण के आधार पर वार्डों और पंचायतों को जोड़ा और तोड़ा था। लेकिन हमारी सरकार ने तथ्यों और आवश्यकता को देखते हुए पुनर्गठन के कार्य को पूरा किया है इसलिए सभी कार्यकर्ता आने वाले निकाय और पंचायतीराज चुनाव की तैयारी करें। बिना भेदभाव के 200 विधानसभाओं में बजट दियामुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने प्रदेश में युवाओं को 92 हजार नियुक्तियां दी हैं। राइजिंग राजस्थान का आयोजन कर 35 लाख करोड़ रूपए के एमओयू किए। जिनमें से 7 लाख करोड़ रूपए के एमओयू धरातल पर उतर चुके हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रवासी राजस्थानी दिवस का आयोजन करने जा रही है। यह आयोजन प्रवासी राजस्थानियों को प्रदेश की मिट्टी से जोड़ेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के दो साल के कार्यकाल पूरा होने पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में सभी अपनी सक्रिय भागीदारी निभाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के विकास के लिए राज्य सरकार ने दो बजटों में सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों को बिना भेदभाव के विकास कार्यों के लिए बजट दिया। हमारी सरकार 'सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास-सबका प्रयास' के मूलमंत्र पर कार्य कर रही है।
बरेली के बिथरी चैनपुर इलाके में बुधवार रात उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब उड़ला गांव के पास स्थित एक प्लाईवुड फैक्ट्री अचानक आग की चपेट में आ गई। आग की ऊंची-ऊंची लपटें दूर तक दिखाई दीं, जिससे आस-पड़ोस के लोग घरों से बाहर निकल आए और पूरे इलाके में दहशत फैल गई। कुछ ही मिनटों में आग ने लिया विकराल रूपकरीब रात 9 बजे फैक्ट्री से धुआं उठता दिखा। कर्मचारियों ने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन फैक्ट्री में प्लाईबोर्ड और कच्चे लकड़ी के बड़े स्टॉक होने के कारण आग ने कुछ ही मिनटों में भीषण रूप ले लिया। तेज हवा की वजह से आग तेजी से एक हिस्से से दूसरे हिस्से तक फैल गई। फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचींआग लगने की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं। टीम लगातार आग को काबू करने की कोशिश कर रही है। आग की तेज लपटों के कारण स्थानीय लोग घबराकर घरों से बाहर निकल आए। पुलिस भी मौके पर पहुंच गई है। प्लाईबोर्ड की अधिकता बनी आग का बड़ा कारणफैक्ट्री में प्लाईबोर्ड, लकड़ी और केमिकल से भरी सामग्री बड़ी मात्रा में रखी थी, जो आग पकड़ते ही तेजी से भड़क उठी। यही वजह रही कि आग कुछ ही मिनटों में विकराल बन गई और काबू पाना मुश्किल हो गया।
टोंक में बुधवार को अलीपुर में दूल्हा हेलिकॉप्टर से दुल्हन को लेने पहुंचा। पहली बार गांव में आए हेलिकॉप्टर को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। दूल्हे ने बताया कि उसने अपनी स्वर्गीय दादी की इच्छा पूरी करने के लिए हेलिकॉप्टर से दुल्हन को लाने का फैसला किया था। जिले के अलीपुर निवासी दूल्हा परगट कुमार पुत्र रणजीत सांसी मंगलवार को मालपुरा गया था और आज दोपहर बाद ढाई बजे शादी की सभी परंपराओं को निभाकर दुल्हन लेकर वापस गांव पहुंचा। परगट ने बताया कि दादी कहा करती थी कि मेरे पोते की बहू हेलिकॉप्टर में लेकर आऊंगी। लेकिन इस बीच करीब 2 साल पहले दादी का निधन हो गया। फिर मेरे पूरे परिवार ने यह डिसाइड किया कि दादी भले ही हमें छोड़कर चली गई, लेकिन उसकी बहू को हेलिकॉप्टर से लाएंगे। इसके बाद पूरा मामला दुल्हन वालों को बताया और हेलिकॉप्टर उतरने के लिए दोनों जगह की स्वीकृति ली। इसके बाद मंगलवार को हेलिकॉप्टर से दूल्हा बारात लेकर मंगलवार वधू पक्ष के घर गया। फिर आज शादी होने के बाद दुल्हन को हेलिकॉप्टर से लेकर गांव पहुंचा। इसके बाद दोनों ही पक्ष काफी खुश हुए। दूल्हा RAS की तैयारी कर रहा, दुल्हन बीएड डिग्रीधारीमनोज सांसी ने बताया कि अब उनकी समाज में लोगों की हर क्षेत्र में सोच बदल रही है। शिक्षा में आगे बढ़ रहे हैं। दुल्हन डिग्गी की रहने वाली है, लेकिन करीब 12 साल से उनके पिता दिनेश मालावात परिवार के साथ मालपुरा में रहते है। ऐसे में दूल्हा कल बारात भी मालपुरा ही लेकर गया था। दुल्हन पलक मालावत के पिता दिनेश मालावात डिग्गी में स्कूल व्याख्याता हैं। दूल्हा और दुल्हन बीएड डिग्रीधारी हैं। दूल्हा जयपुर रहकर RAS की तैयारी कर रहा है, जिसके पिता राजस्थान पुलिस में कॉन्स्टेबल है। दूल्हे का परिवार अलीपुर निवासी है। देखिए- हेलिकॉप्टर से आए दूल्हा- दुल्हन की तस्वीरें
हजरत फातमा जहरा की शहादत:अय्यामे फातमियां की पांच दिवसीय मजलिस का जयपुर में आयोजन
जयपुर में पैगंबर मोहम्मद साहब की बेटी हजरत फातमा ज़हरा (स.अ.) की शहादत की याद में अय्यामे फातमियां की पांच दिवसीय मजलिस का आयोजन किया गया। यह आयोजन शिया वक्फ इमाम बारगाह हकीम मोमिन अली खां, मेहरो की नदी, पन्नीग्रान, सुभाष चौक में हुआ। अय्यामे फातमा के संयोजक सैयद शेर अब्बास ज़ैदी ने बताया कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी इन मजलिस में अंजुमन सीपाहै हुसैनी ने नोहाखुवानी की। दिल्ली से आए शिया धर्म गुरु मौलाना हाफिज मोहम्मद रजा रिजवी ने मजलिस को संबोधित किया। शहर की तमाम अंजुमनों ने भी मातम किया। शिया समुदाय के बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग काले कपड़े पहनकर पाँच दिनों तक मोहर्रम की तरह शोक मनाते रहे। मंगलवार मध्य रात्रि को इन पांच दिवसीय मजलिस का समापन हुआ। अपने संबोधन में मौलाना रिज़वी ने पैगंबर मुहम्मद साहब की बेटी हज़रत फातमा ज़हरा (स.अ.) की शहादत का बयान किया। मौलाना ने बताया कि पैगंबर साहब की बेटी की शहादत उनके शरीर की पसलियां टूटने की वजह से हुई थी। उन्होंने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि हज़रत फातमा पर किया गया हमला मदीना शरीफ में उनके घर पर हुआ था। मौलाना ने इसे कर्बला की जंग की शुरुआत बताया, जो पैगंबर मोहम्मद साहब के परिवार के साथ कर्बला के मैदान में लड़ी गई थी। उन्होंने हज़रत फातमा की जीवनी बयान करते हुए कहा कि पैगंबर मुहम्मद साहब ने अपनी बेटी को अपना हिस्सा बताया था। मौलाना ने यह भी बताया कि हज़रत फातमा की शहादत पैगंबर मोहम्मद साहब की वफ़ात के 75 या 90 दिन बाद हुई थी। मौलाना रिज़वी ने कहा कि हज़रत फातमा ज़हरा की जीवनी संसार की महिलाओं के लिए एक आदर्श है। उनकी जीवनी से यह प्रेरणा मिलती है कि कठिन परिस्थितियों में भी धैर्य बनाए रखना चाहिए और अपने हक व अधिकारों के लिए संघर्ष करना चाहिए, क्योंकि हो सकता है व्यक्ति को तुरंत हक न मिले, लेकिन वह हक हमेशा उसी का कहलाएगा।
हिसार में सीएम फ्लाइंग टीम ने दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय परिवार सुरक्षा योजना में धोखाधड़ी का खुलासा किया है। जांच में सामने आया कि हिसार के एक कॉमन सविर्स सेंटर (सीएससी) संचालक ने गरीब परिवार को मिलने वाली 5 लाख रुपए की सहायता राशि धोखे से पीड़ित के बैंक खाते से अपने खाते में ट्रांसफर कर ली। मामले का पर्दाफाश होने पर आजाद नगर पुलिस थाने में आरोपी संचालक राजेंद्र, निवासी गांव कोटली (सिरसा) के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया है। सीएम फ्लाइंग हिसार रेंज इंचार्ज सुनैना ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि कुछ सीएससी संचालक दीनदयाल अंत्योदय परिवार सुरक्षा योजना में कमीशनखोरी और धोखाधड़ी कर रहे हैं।सरकार द्वारा बीपीएल परिवारों को 6 से 60 वर्ष की आयु में किसी सदस्य की मृत्यु पर एक लाख से पांच लाख तक की आर्थिक सहायता दी जाती है, लेकिन कई स्थानों पर संचालकों द्वारा पीड़ित परिवारों से 25 से 30 प्रतिशत तक कमीशन वसूले जाने की शिकायतें मिल रही थीं। सीएम फ्लाइंग टीम ने गुप्त जांच शुरू की इन्हीं शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए सीएम फ्लाइंग टीम ने गुप्त जांच शुरू की। जांच के दौरान सामने आया कि रमेश निवासी गांव भगाणा के पुत्र गोविंदा की मृत्यु के बाद उसे योजना का लाभ दिलवाने के नाम पर सीएचसी संचालक राजेंद्र ने कई दस्तावेज अपने कब्जे में ले लिए। जांच में सामने आया कि आरोपी ने अपने केंद्र के माध्यम से गरीब मजदूरों के नाम पर स्टाम्प और खाली कागजों पर हस्ताक्षर करवा लेता है, ताकि जरूरत पड़ने पर उनका दुरुपयोग किया जा सके। सीएम फ्लाइंग हिसार रेंज इंचार्ज सुनैना ने बताया कि आरोपी राजेंद्र ने रमेश को भरोसे में लेकर मृतक के नाम से हिसार मुख्य डाकघर में खाता खुलवाया और प्रक्रिया पूरी करने के नाम पर उसके मोबाइल का सिम भी कई दिनों तक अपने पास रख लिया। 6 मार्च 2025 को योजना के तहत 5 लाख रुपए खाते में आए, जिनको आरोपी ने NEFT के माध्यम से अपने खाते में ट्रांसफर कर लिया, जबकि न तो पीड़ित से हस्ताक्षर करवाए गए और न ही अंगूठा लगाया गया। बाद में उसने योजना बंद होने का बहाना बनाकर सिम कार्ड वापस कर दिया और पूरी राशि देने से साफ मना कर दिया। गांव भगाना के व्यक्ति ने किया था आर्थिक सहायता के लिए आवेदन जांच में यह भी पाया है कि पूरी राशि धोखे से अपने खाते में डालकर आरोपी ने गंभीर वित्तीय अनियमितता और धोखाधड़ी को अंजाम दिया। सीएम फ्लाइंग की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पीड़ित गांव भगाना निवासी रमेश कुमार ने बताया कि उक्त योजना के लिए जब उन्होंने आवेदन किया था, उस समय उनका नाम बीपीएल सूची में दर्ज था और वे बीपीएल श्रेणी के तहत मिलने वाली सरकारी सुविधाओं का लाभ ले रहे थे। लेकिन आरोपी राजेंद्र ने न सिर्फ उनसे 5 लाख की धोखाधड़ी की, बल्कि अपनी सीएससी के माध्यम से उनकी आय में मनमाना बदलाव कर दिया। आय बढ़ा देने के कारण रमेश कुमार का परिवार बीपीएल सूची से बाहर हो गया और वे अब बीपीएल श्रेणी के तहत मिलने वाली सभी सुविधाओं से वंचित रह गए हैं।
खगड़िया जिले की चौथम पुलिस ने दो फरार आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट के आदेश पर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। थाना प्रभारी अजीत कुमार ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी, जिसके आधार पर यह कार्रवाई की गई। पहला मामला पहला आरोपी सरसवा निवासी दिनेश यादव, बेचन यादव का पुत्र है। उसे गुप्त सूचना के आधार पर सरसवा से गिरफ्तार किया गया। दिनेश यादव पर चौथम थाना में गोलीबारी, आर्म्स एक्ट और रंगदारी सहित कई गंभीर धाराओं में मामला दर्ज है। दूसरा मामला पुलिस ने दूसरी सफलता ठुठी मोहनपुर पंचायत के मोहनपुर से प्राप्त की, जहां से गोलू कुमार, बिगुल सिंह का पुत्र, गिरफ्तार किया गया। गोलू कुमार पर भी चौथम थाना में कई गंभीर धाराओं के तहत मामले दर्ज हैं। लंबे समय से फरार थे दोनों आरोपी लंबे समय से फरार चल रहे थे। पुलिस ऐसे फरार आरोपियों की धरपकड़ के लिए सक्रियता से छापेमारी कर रही है। इस गिरफ्तारी अभियान में चौथम थाना के एसआई राकेश कुमार और अन्य पुलिस पदाधिकारी व जवान शामिल थे। पुलिस का कहना है कि फरार आरोपियों को लगातार गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है, और कोर्ट के आदेशानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।
रायसेन शहर में बुधवार शाम धान की ट्रॉलियों और सड़क पर लगे सब्जी के ठेलों के कारण आधे किलोमीटर लंबा जाम लग गया। इस जाम में सैकड़ों वाहन करीब 30 मिनट तक फंसे रहे। जाम की शुरुआत तब हुई जब शाम 6 बजे सड़क पर लगे एक सब्जी के ठेले से एक कार टकरा गई। इस घटना के बाद कई वाहन कार के पीछे रुक गए, जिससे जाम बढ़ता चला गया। जिला अस्पताल से सागर तिराहे तक करीब आधा किलोमीटर के इस जाम में एंबुलेंस और डायल 112 सहित कई वाहन फंसे रहे। रास्ता डायवर्ट करने के बाद हटा जामजाम की सूचना मिलते ही यातायात पुलिस के जवान मौके पर पहुंचे। उन्होंने कुछ वाहनों को रामलीला मैदान की ओर डायवर्ट किया, जिसके बाद धीरे-धीरे जाम समाप्त हो सका। बता दें कि इन दिनों धान की बंपर आवक के कारण प्रतिदिन शहर में लगभग 800 ट्रॉलियां आ रही हैं। इससे पूरे शहर और सभी रास्तों पर लगातार जाम की स्थिति बन रही है। सुबह से रात तक शहर की सड़कों पर कई बार जाम लगता है। आसपास के लोगों ने बताया कि किसान मंडी में धान बेचने के बाद वापस जाते समय कई बार अपनी ट्रॉलियां सड़क पर ही खड़ी कर चले जाते हैं, जिससे जाम लगता है। वहीं, दूसरी ओर सब्जी और फल विक्रेता भी अपने ठेले सड़क पर ही लगा रहे हैं, जबकि नई सब्जी मंडी बनकर तैयार है। इसके बावजूद विक्रेताओं की मनमानी के कारण आम नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जाम के दौरान की तस्वीरें
मेयो कॉलेज अजमेर की 150वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में बुधवार को स्पेशल साइकिल रैली राइड टू मेयो 150 किमी का आयोजन हुआ। राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने सिटी पैलेस के सर्वतोभद्र चौक द्वार से रैली को हरी झंडी दिखाकर अजमेर के लिए रवाना किया। मेयो साइक्लिंग नेटवर्क की यह रैली इससे पहले भारत के 33 शहरों और कई विदेशों में भी आयोजित हो चुकी है। उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने मेयो कॉलेज को 150 सालों की गौरवशाली यात्रा पर बधाई देते हुए कहा कि मेयो कॉलेज ने शिक्षा, संस्कृति और नेतृत्व के क्षेत्र में देश को अनमोल प्रतिभाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि संस्थान ने शिक्षा के साथ-साथ खेल, फिटनेस और भारतीय विरासत को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने यह भी बताया कि उनके परिवार के सदस्य भी इस प्रतिष्ठित संस्थान के विद्यार्थी रहे हैं। रैली में 20 मेयो एलुमनाई ने हिस्सा लिया, जिसका नेतृत्व पूर्व छात्र मोमो सिंह ने किया। लेफ्टिनेंट जनरल आलोक क्लेर (सेवानिवृत्त) भी इस राइड में शामिल हुए। कार्यक्रम में मेयो कॉलेज एलुमनाई एसोसिएशन, जयपुर चैप्टर के अध्यक्ष जगदीप सिंह, मेयो 150 इयर्स सेलिब्रेशन के संयोजक हरीश भार्गव, ग्लोबल सिटी राइड लाइफ साइकिल के संयोजक स्वराज सिंघी सहित कई पूर्व छात्र मौजूद रहे।
फिरोजाबाद में सिरसागंज थाना क्षेत्र के सोथरा रोड पर बुधवार देर शाम एक सड़क हादसे में बाइक सवार युवक की मौत हो गई। यह घटना डिवाइन स्कूल के पास हुई। मृतक की पहचान मैनपुरी के बरनाहल थाना क्षेत्र के चंदीकरा गांव निवासी रिंकू पुत्र जयवीर (लगभग 25 वर्ष) के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार, रिंकू बुधवार देर शाम अपने एक रिश्तेदार को छोड़कर अपनी अपाचे बाइक से घर लौट रहा था। सोथरा रोड स्थित डिवाइन स्कूल के पास पहुंचने पर एक अज्ञात वाहन ने उसकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर के कारण रिंकू गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे की सूचना मिलते ही सिरसागंज थाना पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची। पुलिस ने गंभीर रूप से घायल रिंकू को एम्बुलेंस की सहायता से सिरसागंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पहुंचाया। सीएचसी में डॉक्टरों ने जांच के बाद रिंकू को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई करते हुए शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना की सूचना मिलने पर रिंकू के परिजन भी अस्पताल पहुंचे। थानाध्यक्ष सिरसागंज ने बताया कि मृतक बाइक चालक का नाम रिंकू पुत्र जयवीर है, जो ग्राम चंदीकरा, थाना बरनाहल, मैनपुरी का निवासी था। मृतक के पिता जयवीर सिंह ने पुलिस को बताया कि उनका बेटा एक रिश्तेदार को छोड़कर घर लौट रहा था तभी यह हादसा हुआ।
छत्तीसगढ़ में अब तक 149.25 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी:25 लाख किसानों को 34,348 करोड़ का भुगतान
आज राज्य सरकार ने धान खरीदी को लेकर बड़ा अपडेट दिया। खाद्य एवं राजस्व विभाग सचिव रीना बाबासाहेब कंगाले ने बताया कि इस साल समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की सीमा को 15 क्विंटल से बढ़ाकर 21 क्विंटल किया गया है। राज्य के उपार्जन केंद्रों के माध्यम से 25 लाख 49 हजार किसानों से धान खरीदा गया है। किसानों को अब तक 34,348 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है, जिसमें 12 हजार करोड़ रुपए अतिरिक्त राशि शामिल है। कंगाले ने बताया कि इस वर्ष 26 लाख 49 हजार किसान पंजीकृत हैं। अब तक 1,17,500 किसानों से 77 क्विंटल धान खरीदा गया और 1,150 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है। केंद्रीय लक्ष्य 6,38,000 मीट्रिक टन था। धान का भुगतान ऑनलाइन किया गया। लघु और सीमांत किसानों के लिए टोकन योजना धान खरीदी को आसान बनाने के लिए सरकार ने “तुम्हार टोकन” योजना शुरू की है। अब तक 3,000 टोकन जारी किए जा चुके हैं। सचिव ने बताया कि 25 लाख में से 23 लाख किसान ऐसे हैं जिनकी भूमि 5 एकड़ से कम है, इन्हें लघु और सीमांत किसान टोकन मिलेगा। टोकन वितरण का समय सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक रहेगा और इसे मोबाइल ऐप के जरिए भी लिया जा सकता है। जिन किसानों के पास टोकन नहीं है, वे सीधे केंद्र पर आकर टोकन प्राप्त कर सकते हैं। समितियों की व्यवस्था और कमीशन रीना बाबासाहेब कंगाले ने बताया कि समितियों की व्यवस्था कमीशन आधारित है। पिछली साल 2,200 समितियों को 450 करोड़ रुपए जारी किए गए थे। PDS और राशन कार्ड में सुधार सचिव ने कहा कि बैंक सर्विस के माध्यम से भुगतान किया जा रहा है। धान से संबंधित शिकायतों के लिए लाल, पीले और हरे क्षेत्र बनाए गए हैं। अलर्ट सेंटर से निकलने वाले वाहनों पर विभाग लगातार नजर रखेगा। खाद्य सुरक्षा के तहत 11 लाख नए गरीब राशन कार्ड जारी किए गए हैं, जिससे राज्य में 82 लाख लाभार्थियों को लाभ मिला है। राशन कार्डों के नवीनीकरण के लिए बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन करवाई जा रही है। सचिव ने कहा कि सरकार की यह योजना सबसे कॉपरेटिव और फ्रेंडली स्कीम है, जिससे हर जरूरतमंद तक लाभ पहुंचे।
जोधपुर में थाने के बाहर से वाहनों के पास चुराने का मामला सामने आया है। पुलिस ने चोरी के का प्रयास करते थे तीन आरोपियों को पकड़ा है। मामला जोधपुर कमिश्नर रेट के जिला पूर्व के रातानाडा थाना का है। यहां थाने के बाहर खड़े जब्तशुदा पुराने वाहनों से कुछ लोग पार्ट्स चोरी करने का प्रयास कर रहे थे। इसी दौरान थाने के पुलिसकर्मी की नजर उन पर पड़ गई। पहले भी कर चुके हैं वारदातें पुलिसकर्मियों ने जब उनसे पूछताछ की तो पता चला कि आरोपी आदतन अपराधी हैं। पहले भी वह इस तरह की चोरी की वारदातें कर चुके हैं और उनके खिलाफ विभिन्न तारों में केस दर्ज हैं। रातानाडा थाना अधिकारी दिनेश लखावत ने बताया कि तीनों आरोपी किशन, राहुल और सुल्तान को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ में कई और वारदात के खुलासे की भी संभावना है
शिवपुरी जिले के बदरवास थाना क्षेत्र की 16 वर्षीय नाबालिग को पुलिस ने दिल्ली से सुरक्षित बरामद कर लिया। आरोपी युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक अमनसिंह राठौड़ के निर्देश पर मुस्कान अभियान के तहत की गई। कैसे हुआ मामला दर्ज 30 अक्टूबर 2025 को नाबालिग के पिता ने बदरवास थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी 28–29 अक्टूबर की रात घर से अचानक गायब हो गई। पुलिस ने मामले में अप.क्र. 297/2025 दर्ज किया और बीएनएस की धारा 137(2) के तहत जांच शुरू की। दिल्ली से मिली लोकेशन जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि लड़की को दिल्ली के विकास नगर इलाके में रखा गया है। इसके बाद बदरवास थाना पुलिस की टीम 24 नवंबर को दिल्ली पहुंची और नाबालिग को माता-पिता की मौजूदगी में बरामद किया। नाबालिग ने बयान दिया कि सत्यभान गुर्जर उसे शादी का झांसा देकर घर से ले गया था और दिल्ली में पति-पत्नी की तरह रख रहा था। उसके बयान के आधार पर पुलिस ने केस में और भी गंभीर धाराएं जोड़ दीं, जिनमें बीएनएस की धारा 64(2)m, 87, पॉक्सो एक्ट की धारा 5(L)/6 और एससी-एसटी एक्ट की धाराएं शामिल हैं। आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार पुलिस ने 26 नवंबर 2025 को आरोपी सत्यभान गुर्जर (20 वर्ष), निवासी प्रतापपुरा (थाना रिठौरा, मुरैना) को गिरफ्तार किया। उसे न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
प्रयागराज के सुलेमसराय क्षेत्र में एक फर्नीचर कारोबारी का शव पानी भरे गड्ढे में मिला है। 25 वर्षीय अनुराग पटेल उर्फ गोलू का शव बुधवार को महिला ग्राम स्कूल के पास झाड़ियों के बीच पाया गया। इस घटना से इलाके में हड़कंप मच गया। सुबह टहलने निकले लोगों ने जब गड्ढे में शव देखा तो तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस और मृतक के परिजन मौके पर पहुँच गए। अनुराग के पिता विजय कुमार पटेल स्थानीय निवासी हैं। अनुराग अपने चाचा के साथ साझेदारी में फर्नीचर की दुकान चलाते थे। परिजनों के अनुसार, अनुराग मंगलवार को रोज की तरह दुकान गए थे। शाम को घर लौटने के बाद वे थोड़ी देर में फिर दुकान के लिए निकले, लेकिन उसके बाद वापस नहीं आए। रातभर परिजन उनकी तलाश करते रहे, लेकिन मोबाइल पर भी संपर्क नहीं हो सका। मृतक के चाचा वीरेंद्र सिंह ने बताया कि अनुराग का मोबाइल फोन और पर्स मौके से गायब हैं। पर्स में करीब 15 से 20 हजार रुपये होने की बात कही गई है। परिजनों ने आशंका जताई है कि अनुराग की हत्या कर शव गड्ढे में फेंका गया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अनुराग की मौत डूबने से दम घुटने के कारण बताई गई है। हालांकि, कई बिंदुओं पर स्थिति संदिग्ध लग रही है, जिसके चलते पुलिस ने विसरा सुरक्षित रख लिया है। इसका उद्देश्य यह पता लगाना है कि शरीर में कोई जहरीला पदार्थ या रासायनिक तत्व मौजूद तो नहीं था। धूमनगंज पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि अनुराग खुद किसी कारणवश गड्ढे में गिरे या किसी ने उनकी हत्या कर शव वहां फेंका। मोबाइल और पर्स का गायब होना घटना को और रहस्यमय बना रहा है।
धार में भोज उत्सव समिति और सकल हिंदू समाज ने बसंत पंचमी 23 जनवरी 2026 को भोजशाला में अखण्ड पूजा-अर्चना की अनुमति के लिए केंद्रीय मंत्री एवं सांसद सावित्री ठाकुर और विधायक नीना वर्मा को बुधवार को ज्ञापन सौंपा। समिति ने मांग की है कि बसंत पंचमी 2026 पर सूर्योदय से सूर्यास्त तक पूरे दिन अखण्ड पूजा, यज्ञ और हवन की अनुमति सुनिश्चित की जाए। इसका उद्देश्य धार्मिक परंपरा को निर्विघ्न रूप से संपन्न करना और क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखना है। समिति के महामंत्री सुमित चौधरी ने बताया कि ज्ञापन में केंद्रीय पुरातत्व विभाग के 7 अप्रैल 2003 के आदेश का उल्लेख किया गया है। इस आदेश के अनुसार, बसंत पंचमी के दिन हिंदू समाज को पूरे दिन पूजा-अर्चना का अधिकार प्राप्त है। चौधरी ने यह भी बताया कि वर्ष 2006, 2013 और 2016 में इस आदेश की मूल भावना का पालन नहीं हो सका था। इससे हिंदू समाज आहत हुआ था और कई बार क्षेत्र की कानून व्यवस्था भी प्रभावित हुई थी। ज्ञापन सौंपते समय समिति के वरिष्ठ पदाधिकारी, मातृशक्ति और बड़ी संख्या में हिंदू समाजजन उपस्थित थे। यह जानकारी भोज उत्सव समिति के महामंत्री सुमित चौधरी ने दी।

