मिर्जापुर पुलिस लाइन परिसर में सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कक्ष का अनावरण किया गया। संयुक्त निदेशक अभियोजन गजराज मिश्रा ने इसका उद्घाटन किया, इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा भी मौजूद रहे। इस नवस्थापित कक्ष में प्रशिक्षित और दक्ष कर्मचारियों को तैनात किया गया है। यह कक्ष ऑनलाइन माध्यम से प्रदेश के विभिन्न जनपदों में स्थित न्यायालयों से जोड़ा जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य लंबित मुकदमों में साक्ष्य परीक्षण की कार्यवाही को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कराना है, जिससे न्यायिक प्रक्रिया को अधिक सुदृढ़ और प्रभावी बनाया जा सके। वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कक्ष के माध्यम से न्यायालयों में साक्ष्य परीक्षण की संख्या में वृद्धि होगी। इससे अभियोजन पक्ष को मजबूती मिलेगी और अभियुक्तों को अधिक से अधिक मामलों में दंड दिलाने में सहायता मिलेगी। इसके अतिरिक्त, गवाहों, अधिकारियों और कर्मचारियों को साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए एक जनपद से दूसरे जनपद तक आने-जाने में लगने वाले समय और खर्च की भी बचत होगी। पुलिस प्रशासन का मानना है कि डिजिटल तकनीक के उपयोग से न्यायिक कार्यवाहियों को गति मिलेगी। इससे लंबित मामलों के निस्तारण में तेजी आएगी और आमजन को भी शीघ्र न्याय मिलने में सहूलियत होगी। यह नई व्यवस्था पुलिस और अभियोजन के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने में भी सहायक सिद्ध होगी। इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक नगर नितेश सिंह, क्षेत्राधिकारी नगर विवेक जावला, क्षेत्राधिकारी लाइन और प्रतिसार निरीक्षक सहित कई अन्य अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे।
विंध्य सरस मेला में पहले दिन 3.46 लाख की बिक्री:मिर्जापुर में एनआरएलएम की पहल, 5 दिवसीय आयोजन शुरू
मिर्जापुर में उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत मंडल स्तरीय पांच दिवसीय विंध्य सरस मेले का आयोजन किया गया है। सोमवार को विकास भवन परिसर में राज्य मंत्री सोहनलाल श्रीमाली, पालिकाध्यक्ष श्याम सुंदर केशरी और विधायक रिंकी कोल ने इसका शुभारंभ किया। यह मेला 29 दिसंबर से 2 जनवरी 2026 तक चलेगा, जिसमें स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाए गए उत्पादों की प्रदर्शनी और बिक्री की जा रही है। मेले का उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर अतिथियों ने ग्रामीण महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में इसे एक महत्वपूर्ण पहल बताया। उद्घाटन के बाद विधायक ने मेले में लगे सभी स्टालों का भ्रमण किया। उन्होंने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित हस्तशिल्प, घरेलू उपयोग की वस्तुओं और खाद्य सामग्री सहित अन्य उत्पादों की गुणवत्ता की सराहना की। उन्होंने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रोत्साहित किया। मंडल के तीन जिलों मिर्जापुर, सोनभद्र और भदोही के सभी विकास खंडों से आई स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा लगाए गए स्टालों पर पहले ही दिन बड़ी संख्या में लोगों ने खरीदारी की। आयोजकों के अनुसार, मेले के पहले दिन कुल 3 लाख 46 हजार रुपए की बिक्री हुई, जिसे महिला समूहों के लिए एक उत्साहजनक उपलब्धि माना जा रहा है। मेले में उद्योग विभाग, खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग, उद्यान विभाग, कृषि विभाग, पशुपालन विभाग, स्वास्थ्य विभाग और आईसीडीएस सहित विभिन्न विभागों ने भी स्टाल लगाए हैं। इन स्टालों पर आमजन को सरकारी योजनाओं की जानकारी दी जा रही है। शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें लोकगीत और लोकनृत्य की प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया। इस अवसर पर ब्लाक प्रमुख शिखर सतेंद्र प्रताप सिंह, ब्लाक प्रमुख पहाड़ी इंद्र बहादुर पांडेय, ब्लाक प्रमुख लालगंज जयंत कुमार सरोज, परियोजना निदेशक धर्मजीत सिंह, उपायुक्त स्वतः रोजगार रमाशंकर सिंह और उपायुक्त श्रम एवं रोजगार सुशांत सिंह सहित कई जनप्रतिनिधि, अधिकारी और स्वयं सहायता समूह की महिलाएं उपस्थित रहीं।
देवरिया के भाटपाररानी थाना क्षेत्र के एक युवक की मेडिकल कॉलेज में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। युवक के शरीर पर कई जख्म के निशान पाए गए हैं। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। भाटपाररानी थाना क्षेत्र के बरईपार गांव निवासी कृष्णा मद्देशिया रविवार शाम घर से निकले थे। देर रात तक घर न लौटने पर परिजनों ने मोबाइल पर संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन फोन स्विच ऑफ मिला। इसके बाद परिजनों ने उनकी तलाश शुरू की। सोमवार शाम कृष्णा मद्देशिया गंभीर रूप से घायल अवस्था में देवरिया मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी पहुंचे। पर्ची बनवाने के बाद चिकित्सकों ने उनका परीक्षण किया, जिसमें शरीर पर कई जख्म के निशान पाए गए। हालत गंभीर होने के कारण उन्हें भर्ती कर लिया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। मौत की सूचना मिलते ही मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने सदर कोतवाली पुलिस को जानकारी दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर तलाशी ली। तलाशी के दौरान मृतक के पास से आधार कार्ड बरामद हुआ, जिससे उसकी पहचान कृष्णा मद्देशिया के रूप में हुई। इसके बाद परिजनों को सूचना दी गई। परिजनों के पहुंचने पर पुलिस ने पंचनामा भरकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल सकेगा। फिलहाल पुलिस सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए मामले की जांच कर रही है। घटना के बाद क्षेत्र में युवक की मौत को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं चल रही हैं।
उत्तर प्रदेश में 2026 में 25 दिन सरकारी दफ्तरों में राजकीय अवकाश रहेगा। वहीं 32 दिन वैकल्पिक अवकाश रहेगा। शासन ने राजकीय कैलेंडर जारी कर सार्वजनिक और वैकल्पिक अवकाश घोषित कर दिए हैं।महाशिवरात्रि और दीपावली रविवार के दिन रहेगी। वहीं कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए कई ऐसे अवसर आएंगे, जब वह त्योहार के साथ शनिवार और रविवार के साप्ताहिक अवकाश का लुफ्त उठाते हुए तीन-चार दिन के लिए सैर सपाटे पर जा सकेंगे। गणतंत्र दिवस का अवकाश 26 जनवरी और होलिका दहन 2 मार्च सोमवार को रहेगा, इससे पहले शनिवार और रविवार का साप्ताहिक अवकाश होने से दफ्तरों में लगातार दिन दिन छुटि्टया रहेंगी। इसी प्रकार गुड् फ्राइडे 3 अप्रैल शुक्रवार, बुधपूर्णिमा एक मई शुक्रवार, मोहर्रम 26 जून शुक्रवार, रक्षाबंधन 28 अगस्त शुक्रवार, जन्माष्टमी 4 सितंबर शुक्रवार और क्रिसमस डे 25 दिसंबर के दिन भी शुक्रवार होने से शनिवार और रविवार के साप्ताहिक अवकाश का लुफ्त उठाने का मौका मिलेगा। 25 राजकीय अवकाश त्योहार तारीख दिन हजरत अली का जन्मदिन - 3 जनवरी - शनिवार गणतंत्र दिवस - 26 जनवरी - सोमवार महाशिवरात्रि - 15 फरवरी - रविवार होलिका दहन - 2 मार्च - सोमवार होली - 4 मार्च - बुधवार ईद-उल-फितर - 21 मार्च - शनिवार राम नवमी - 26 मार्च - गुरुवार महावीर जयंती - 31 मार्च - मंगलवार वाणिज्यिक बैंकों की वार्षिक लेखाबंदी - 1 अप्रैल - बुधवार गुड फ्राइडे - 3 अप्रैल - शुक्रवार डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती - 14 अप्रैल - मंगलवार बुद्ध पूर्णिमा - 1 मई - शुक्रवार ईदुज्जुहा (बकरीद) - 27 मई - बुधवार मोहर्रम - 26 जून - शुक्रवार स्वतंत्रता दिवस - 15 अगस्त - शनिवार बारावफात - 26 अगस्त - बुधवार रक्षाबंधन - 28 अगस्त - शुक्रवार जन्माष्टमी - 4 सितंबर - शुक्रवार महात्मा गांधी जयंती - 2 अक्टूबर - शुक्रवार दशहरा - 20 अक्टूबर - मंगलवार दीपावली - 8 नवंबर - रविवार गोवर्धन पूजा - 9 नवंबर - सोमवार भैया दूज - 11 नवंबर - बुधवार गुरुनानक जयंती - 24 नवंबर - मंगलवार क्रिसमस डे - 25 दिसंबर - शुक्रवार —------------------------------------------
कौशांबी हाईवे पर ट्रक ने पिकअप को टक्कर मारी:चालक घंटों फंसा रहा, गंभीर हालत में अस्पताल भेजा गया
सैनी थाना क्षेत्र के अजुहा में बैंक ऑफ बड़ौदा के सामने एक तेज रफ्तार ट्रक ने पिकअप को टक्कर मार दी। इस दुर्घटना में पिकअप चालक अमित कुमार गंभीर रूप से घायल हो गया और घंटों ड्राइवर सीट पर फंसा रहा। स्थानीय लोगों ने घंटों मशक्कत के बाद घायल चालक को पिकअप से बाहर निकाला। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने अमित कुमार को एम्बुलेंस की सहायता से इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया। घायल पिकअप चालक की पहचान दिल्ली निवासी अमित कुमार (30) पुत्र जोगिंदर के रूप में हुई है। अमित कोलकाता से पार्सल का सामान लोड कर कानपुर जा रहा था। सोमवार रात अजुहा स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा के सामने यह हादसा हुआ, जब एक तेज रफ्तार ट्रक ने पिकअप वाहन में जोरदार टक्कर मार दी। दुर्घटना के कारण हाईवे पर लगभग दो किलोमीटर लंबा जाम लग गया, जिसे थाना पुलिस ने हटवाया।
बस्ती में ब्राह्मण समाज पर की गई टिप्पणी को लेकर विवाद गहरा गया है। AIMIM के प्रदेश महासचिव शोएब आजम ने भारत मुक्ति मोर्चा के जिलाध्यक्ष आरके आरतियन के बयान से अपनी पार्टी को अलग कर लिया है। यह विवाद तब शुरू हुआ जब विश्व हिंदू महासंघ और AIMIM नेता के बीच सोशल मीडिया पर जुबानी जंग हुई। सोमवार को भारत मुक्ति मोर्चा के जिलाध्यक्ष आरके आरतियन ने AIMIM नेता प्रिंस के समर्थन में कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान आरतियन ने ब्राह्मण समाज पर टिप्पणी करते हुए कहा कि 'साढ़े तीन प्रतिशत ब्राह्मण डीएनए के आधार पर विदेशी हैं।' उन्होंने आगे कहा कि 'हम ओबीसी, एससी, माइनॉरिटी के आधार पर भाई हैं।' इस बयान के बाद ब्राह्मणों सहित अन्य वर्गों में भी आक्रोश फैल गया है, जिससे शहर का माहौल गरमा गया है। आरतियन के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए एआईएमआईएम के प्रदेश महासचिव शुएब आजम ने स्पष्ट किया कि यह आरतियन का निजी मामला है। उन्होंने कहा, 'हमारी पार्टी का ऐसा कोई स्टैंड नहीं है।' आजम ने बताया कि उनकी पार्टी में ब्राह्मण पदाधिकारी भी हैं और तमाम समाज के लोग जुड़े हुए हैं। आजम ने जोर देकर कहा, 'हम इस तरह के स्टेटमेंट का न समर्थन करते हैं और न ही हमारा इससे कोई लेना-देना है।' मंगलवार को कई वर्गों के लोग आरतियन के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान कर रहे हैं।
कुशीनगर जिले के अहिरौली बाजार थाना क्षेत्र के ग्राम लखिमा में सोमवार दोपहर एक 19 वर्षीय युवती ने फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। मृतका की पहचान गोरखपुर के पिपराइच थाना क्षेत्र के रछवापार निवासी खुशी सिंह (पुत्री शिवप्रताप सिंह) के रूप में हुई है। खुशी बचपन से ही लखिमा में अपने नाना बेगलाल सिंह के घर रहती थी। सोमवार दोपहर करीब दो बजे खुशी सिंह अपने नाना के अंदर वाले मकान में मोबाइल लेकर गई। उसने अंदर से शटर में ताला लगा दिया और पंखे से दुपट्टे का फंदा बनाकर उससे लटक गई। जब उसके नाना बेगलाल सिंह ने काफी देर तक शटर बंद देखा, तो उन्होंने ताला तोड़कर अंदर देखा। खुशी पंखे से लटकी हुई मिली। घटना की सूचना तत्काल स्थानीय पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष प्रविन्द राय, उपनिरीक्षक गिरजेश यादव, अविनाश, कॉन्स्टेबल अनिल यादव, मनोज कुमार, महिला कॉन्स्टेबल निरमा और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और आगे की आवश्यक कार्रवाई में जुट गई है। मृतका खुशी सिंह अपने दो बहनों और एक भाई में सबसे बड़ी थी। उसके पिता रोजगार के सिलसिले में विदेश में रहते हैं। खुशी बचपन से ही अपने नाना के घर पर रह रही थी।
बिना किसी पूर्व सूचना करीब 30 लाख राशन कार्ड हितग्राहियों के नाम काटे जाने को लेकर कांग्रेस ने खाद्य विभाग कार्यालय का घेराव किया। शहर और ग्रामीण कांग्रेस के संयुक्त नेतृत्व में हुए इस प्रदर्शन में सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए। कांग्रेस नेताओं ने सरकार के फैसले को गरीब विरोधी, अमानवीय और जन अधिकारों पर सीधा हमला बताया। कलेक्ट्रेट में नारेबाजी, घंटों धरना प्रदर्शनकारी कांग्रेस कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पहुंचे और खाद्य विभाग कार्यालय के सामने जमकर नारेबाजी की। कार्यकर्ता घंटों तक धरने पर बैठे रहे। प्रदर्शन का नेतृत्व शहर कांग्रेस अध्यक्ष श्रीकुमार शंकर मेनन और रायपुर ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष राजेन्द्र पप्पू बंजारे ने किया। “ई-केवायसी के नाम पर गरीबों को सजा” शहर कांग्रेस अध्यक्ष श्रीकुमार शंकर मेनन ने कहा— भाजपा सरकार ई-केवायसी के नाम पर गरीबों को सजा दे रही है। महीनों तक सत्यापन कराने के बाद अचानक राशन कम कर देना पूरी तरह अन्याय है। यह गरीबों के मुंह से निवाला छीनने जैसा है। ग्रामीण इलाकों में सबसे ज्यादा मार ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष राजेन्द्र पप्पू बंजारे ने कहा— तकनीकी खामियों के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में हजारों परिवार राशन से वंचित हो गए हैं। सरकार तत्काल समाधान करे, नहीं तो आंदोलन और उग्र होगा। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून पर उठाए सवाल कांग्रेस नेताओं ने सवाल उठाया कि जब ई-केवायसी प्रक्रिया के नाम पर दो महीने तक पूरा प्रशासनिक अमला लगा रहा, तो फिर अचानक राशन आवंटन क्यों रोका गया?कांग्रेस ने स्पष्ट किया कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून कोई दया नहीं, बल्कि कानूनी अधिकार है, जिसे बिना सूचना के छीना नहीं जा सकता। थंब इम्प्रेशन बना बाधा कांग्रेस का आरोप है कि आज भी प्रदेश में सैकड़ों हितग्राही थंब इम्प्रेशन और KYC से जुड़ी तकनीकी दिक्कतों के चलते राशन से वंचित हैं। पार्टी ने मांग की कि इन समस्याओं का तत्काल निराकरण किया जाए। कुष्ठ रोगियों के कटे कार्ड, 10 दिन का अल्टीमेटम प्रदर्शन के दौरान यह मुद्दा भी सामने आया कि कुष्ठ रोग से पीड़ित कई लाचार लोगों के राशन कार्ड थंब इम्प्रेशन के नाम पर काट दिए गए।कांग्रेस ने कलेक्टर खाद्य शाखा को ज्ञापन सौंपते हुए 10 दिन में व्यवस्था सुधारने का अल्टीमेटम दिया। चेतावनी दी गई कि मांगें पूरी नहीं हुईं तो कटे हुए कार्ड धारियों के साथ खाद्य मंत्री के बंगले का घेराव किया जाएगा। 15 जनवरी तक समाधान नहीं तो प्रदेशव्यापी आंदोलन पूर्व महापौर प्रमोद दुबे ने प्रशासन को 15 जनवरी तक सभी समस्याओं के निराकरण की समयसीमा दी।पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने कहा कि यदि तय समय में समाधान नहीं हुआ तो प्रदेशव्यापी आंदोलन किया जाएगा। “ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा सीधा असर” जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के पूर्व अध्यक्ष पंकज शर्मा ने कहा— ई-केवायसी की आड़ में लाखों गरीबों को राशन से वंचित करना सरासर अन्याय है। इसका सीधा असर ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा। सरकार को तुरंत फैसला वापस लेना चाहिए। बड़ी संख्या में नेता और कार्यकर्ता मौजूद प्रदर्शन में यूथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा, प्रदेश महामंत्री सुबोध हरितवाल, नेता प्रतिपक्ष नगर निगम आकाश तिवारी सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता, पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हुए। कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि गरीबों के हक की लड़ाई सड़क से सदन तक जारी रहेगी और जनविरोधी फैसलों के खिलाफ आंदोलन और तेज किया जाएगा।
संभल जनपद के असमोली थाना क्षेत्र में युवा कल्याण एवं प्रादेशिक विकास दल विभाग द्वारा 'माननीय विधायक खेल स्पर्धा 2025–26' का आयोजन किया गया। किसान इंटर कॉलेज के समीप स्थित मैदान में हुई इस ग्रामीण खेल लीग में असमोली विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न गांवों के खिलाड़ियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। यह खेल प्रतियोगिता जूनियर, सब-जूनियर और सीनियर वर्गों में आयोजित की गई। इसमें एथलेटिक्स, जूडो और कुश्ती सहित कई अन्य खेल स्पर्धाएं शामिल थीं। खिलाड़ियों ने खेल भावना और अनुशासन का प्रदर्शन करते हुए अपनी प्रतिभा दिखाई। इस दौरान बड़ी संख्या में दर्शक भी मौजूद रहे। प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को प्रमाण पत्र और शील्ड देकर सम्मानित किया गया। पुरस्कार वितरण समारोह के मुख्य अतिथि भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष हरेंद्र सिंह थे। हरेंद्र सिंह ने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि खेल युवाओं के सर्वांगीण विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने जोर दिया कि ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे आयोजन छिपी हुई प्रतिभाओं को सामने लाने में सहायक होते हैं। कार्यक्रम के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए असमोली थाना प्रभारी मोहित चौधरी पुलिस बल के साथ उपस्थित रहे। खेल प्रतियोगिताओं का निष्पक्ष और सुचारु संचालन गुरु भोले सिंह त्यागी और प्रदीप कुमार सहित अन्य आयोजकों एवं निर्णायकों द्वारा किया गया। आयोजन के अंत में अधिकारियों और अतिथियों ने विभाग के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने भविष्य में भी ऐसे खेल आयोजनों को निरंतर जारी रखने की आवश्यकता पर बल दिया। यह कार्यक्रम शांतिपूर्ण और अनुशासित वातावरण में संपन्न हुआ।
संभल में शॉर्ट सर्किट से ट्रक में लगी आग:लाखों का नुकसान, सिलीगुड़ी में चावल पहुंचाकर लौटा था
संभल में सर्विस के लिए खड़े एक दस टायरा ट्रक में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। इस घटना में लाखों रुपए का नुकसान हुआ। सूचना मिलने पर डायल 112 और थाना पुलिस मौके पर पहुंची। यह घटना संभल कोतवाली क्षेत्र के चंदौसी रोड स्थित शेर खां सराय में हुई। थाना नखासा क्षेत्र के मौहल्ला हिंदूपुरा खेड़ा निवासी मौ. जकी पुत्र मौ. हुसैन का ट्रक नंबर UP23T6954 सर्विस के लिए खड़ा था। रविवार-सोमवार की मध्यरात्रि शॉर्ट सर्किट के कारण ट्रक के अंदर आग लग गई। कुछ राहगीरों ने आग देखकर डायल 112 पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद स्थानीय पुलिस और दमकल विभाग को भी सूचित किया गया। आग की लपटें तेजी से फैल गईं। स्थानीय लोगों ने निजी संसाधनों की मदद से आग पर काबू पाने का प्रयास किया। बाद में दमकल विभाग की गाड़ी भी मौके पर पहुंची। आग से ट्रक पूरी तरह जलकर खाक हो गया, जिससे लाखों का नुकसान हुआ। ट्रक मालिक मौ. जकी ने बताया कि वह संभल से चावल लेकर सिलीगुड़ी गए थे और वापस आकर ट्रक को सर्विस के लिए खड़ा किया था। उन्होंने यह भी बताया कि ट्रक फाइनेंस पर लिया गया था और उसकी छह किस्तें अभी बाकी थीं। इंस्पेक्टर गजेंद्र सिंह ने पुष्टि की कि ट्रक में आग लगने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची थी। उन्होंने बताया कि आग का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है और इस संबंध में कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है।
बांदा के जंगल में युवती का शव मिला:माथे-गले पर धारदार हथियार के निशान, हत्या की आशंका
बांदा जिले के जसपुरा थाना क्षेत्र के तरौड़ा जंगल में सोमवार को एक 25 वर्षीय युवती का शव झाड़ियों में पड़ा मिला। युवती के माथे और गले पर धारदार हथियार से वार किए जाने के गहरे घाव पाए गए हैं। पुलिस ने प्रथम दृष्टया इसे हत्या का मामला मानते हुए जांच शुरू कर दी है। चरवाहों ने जंगल में शव देखकर पुलिस को सूचना दी। जसपुरा थाना इंस्पेक्टर अनिल कुमार तत्काल मौके पर पहुंचे। सूचना मिलने पर सहायक पुलिस अधीक्षक मेविस टॉक, सीओ सदर राजवीर सिंह गौर और फॉरेंसिक टीम भी घटनास्थल पर पहुंची और गहनता से जांच पड़ताल की। जांच के दौरान घटनास्थल से कुछ दूरी पर खून के छींटे भी मिले हैं, जो हत्या की आशंका को और पुख्ता करते हैं। पुलिस का मानना है कि युवती की हत्या कर शव को जंगल में फेंका गया है। युवती की शिनाख्त अभी तक नहीं हो पाई है। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और पहचान के लिए 72 घंटे तक मॉर्च्युरी में रखा है। पुलिस घटना से जुड़े हर पहलू पर बारीकी से जांच कर रही है और युवती की पहचान स्थापित करने का प्रयास कर रही है।
बागपत में पुलिस अधीक्षक सूरज कुमार राय के निर्देश पर पुलिस ने सोमवार को कोहरे के मद्देनजर एक विशेष सड़क सुरक्षा जन-जागरूकता अभियान चलाया। यह अभियान हाईवे मार्गों और जनपद के प्रमुख चौराहों पर केंद्रित रहा, जिसका उद्देश्य कोहरे के कारण होने वाली सड़क दुर्घटनाओं पर प्रभावी अंकुश लगाना था। अभियान के तहत ग्राम सिनौली और कस्बा छपरौली क्षेत्र में थाना प्रभारी छपरौली के नेतृत्व में पुलिस टीमों ने व्यापक जागरूकता गतिविधियां कीं। पुलिस के सरकारी वाहनों में लगे स्पीकरों के माध्यम से वाहन चालकों, राहगीरों और आमजन को कोहरे के समय सुरक्षित यातायात के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। पुलिस ने लोगों से फॉग लैंप का अनिवार्य रूप से प्रयोग करने, वाहन धीमी गति से चलाने, निर्धारित लेन में रहने और अनावश्यक ओवरटेक से बचने की अपील की। इसके अतिरिक्त, कोहरे के दौरान सुरक्षित दूरी बनाए रखने, रिफ्लेक्टर और इंडिकेटर का सही उपयोग करने तथा शराब या नशे की हालत में वाहन न चलाने के प्रति भी जागरूक किया गया। पुलिस कर्मियों ने बताया कि कोहरे में दृश्यता कम होने के कारण छोटी सी लापरवाही भी गंभीर दुर्घटना का कारण बन सकती है। इसलिए, अतिरिक्त सतर्कता बरतना अत्यंत आवश्यक है। बागपत पुलिस का मुख्य उद्देश्य कोहरे के मौसम में सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम करना और नागरिकों की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। पुलिस प्रशासन द्वारा लगातार पेट्रोलिंग, जागरूकता अभियान और यातायात नियमों के पालन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। पुलिस ने आमजन से अपील की है कि वे यातायात नियमों का पालन करें, सावधानीपूर्वक वाहन चलाएं और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने में पुलिस का सहयोग करें।
भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष श्याम टेलर सोमवार को झाबुआ जिले के प्रवास पर पहुंचे। वे जिले में आयोजित नवमतदाता सम्मेलन में शामिल हुए। थांदला से लेकर जिला मुख्यालय तक युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया। दिलीप सिंह भूरिया को दी श्रद्धांजलि जिला मुख्यालय पहुंचने पर श्याम टेलर ने पूर्व सांसद स्वर्गीय दिलीप सिंह भूरिया की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके बाद उन्होंने वरिष्ठ भाजपा नेता मीसाबंदी दौलत भावसार से भेंट की और संगठनात्मक मामलों पर चर्चा की। संगठन की ताकत और युवाओं को जोड़ने पर जोर मीडिया से बातचीत में श्याम टेलर ने कहा कि युवा मोर्चा भाजपा की रीढ़ की हड्डी है। प्रदेश के युवाओं में भाजपा की विचारधारा और संगठन से जुड़ाव बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार युवाओं, महिलाओं और गरीब वर्ग के कल्याण के लिए लगातार काम कर रही है। उन्होंने आगे कहा कि मोर्चा का लक्ष्य हर बूथ को मजबूत करना है। युवा कार्यकर्ता आने वाले समय में घर-घर जाकर सरकार की योजनाओं और उनके लाभों का प्रचार करेंगे। नवमतदाताओं को मतदान की जानकारी सम्मेलन में नए मतदाताओं को मतदान के महत्व और राष्ट्र निर्माण में उनकी भूमिका के बारे में जानकारी दी गई। इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष भानु भूरिया, युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष कुलदीप सिंह चौहान और जिले के अन्य पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
छत्तीसगढ़ के धमतरी में एक महिला के बैग से 20 हजार रुपये चोरी होने का मामला सामने आया है। यह घटना ई-रिक्शा में यात्रा के दौरान हुई, जिसमें तीन अन्य महिलाओं ने इस वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने तीनों आरोपी महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के अनुसार, 20 दिसंबर को सरिता त्रिपाठी (35 वर्ष), निवासी मराठापारा, धमतरी, अपनी बेटी के साथ कारगिल चौक से गणेश चौक की ओर ई-रिक्शा में जा रही थीं। उनके बैग में 20 हजार रुपये नकद थे, जो उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान निर्माण में लगे मजदूरों को भुगतान करने थे। रास्ते में ई-रिक्शा में बैठी तीन अन्य महिलाओं ने उनके बैग से पैसे निकाल लिए। जब सरिता त्रिपाठी ने मजदूरों को भुगतान करने के लिए अपना बैग देखा, तो उसमें से 20 हजार रुपये गायब थे। इसके बाद उन्होंने तत्काल कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत जांच शुरू की। सीसीटीवी से संदिग्ध महिलाओं की तलाश की जांच के दौरान, पुलिस ने घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज और अन्य सबूतों की मदद से संदिग्ध महिलाओं की तलाश की। रामबाग के पास ई-रिक्शा रोकने और उसमें बैठकर यात्रा करने वाली अज्ञात महिलाओं पर संदेह गहराया। लगातार पड़ताल के बाद, तीनों संदिग्ध महिलाएं विंध्यवासिनी मंदिर के पास घूमती मिलीं, जिन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। पूछताछ में उन्होंने अपना अपराध कबूल कर लिया। गिरफ्तार की गई महिलाओं की पहचान प्रिया इंचुरकर (40 वर्ष), निवासी एम.जी. नगर, तारसा रोड, कन्हान, नागपुर (महाराष्ट्र); रंजू सेंडे (50 वर्ष), निवासी मुंडीकोटा, घोघरा चौकी, तिरोडा, गोंदिया (महाराष्ट्र); और संगीता पाथरे (40 वर्ष), निवासी सतरापुर, खंडरवार कंपनी, कन्हान, नागपुर (महाराष्ट्र) के रूप में हुई है। तीनों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। आरोपियों से कुल 8,680 रुपये नकद जब्त किए गए हैं, जिसमें प्रिया इंचुरकर से 3,650 रुपये, रंजू सेंडे से 2,250 रुपये और संगीता पाथरे से 2,780 रुपये शामिल हैं। शेष राशि उन्होंने खर्च कर दी थी।
मेरठ में स्ट्रीट डॉग की हत्या करने वाले को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस गिरफ्त में आने के बाद हत्यारा मांफी मांगता रहा लेकिन किसी को तरस नहीं आया। पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। पहले जानते हैं क्या हैं मामला सोशल मीडिया पर रविवार को एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ। वीडियो में एक युवक कुत्ते को रस्सी से बांधकर खचेड़कर ले जाता दिखाई दे रहा था। वायरल वीडियो की चौतरफा निंदा हो रही थी। पुलिस ने मामले का संज्ञान लिया और आरोपी के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर लिया। पशु क्रूरता अधिनियम में यह मुकदमा दर्ज हुआ। छानबीन में यह भी सामने आया कि इस कुत्ते ने किसी बच्चे को काट लिया था। इसी से गुस्साकर युवक ने कुत्ते की डंडे से पीट पीटकर हत्या कर दी और ईंट से मुंह कुचल दिया। आरोपी की पहचान चांद के रूप में छानबीन में खुलासा हुआ कि यह वीडियो कंकरखेड़ा के न्यू गोविंदपुरी इलाके का है और आरोपी युवक का नाम चांद पुत्र इकरामुद्दीन है। पुलिस अफसरों ने मामले का संज्ञान लिया और सोमवार को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। शाम को न्यायालय के समक्ष पेश किया, जहां से उसे सलाखों के पीछे भेज दिया गया। लोगों के समझाने पर भी नहीं माना सोशल मीडिया पर वायरल हुई वीडियो में कुछ वीडियो ऐसी भी हैं, जिनमें कुछ लोग युवक को समझाने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन वह गुस्से से लबालब दिख रहा है। एक वीडियो में तो कुछ युवक आरोपी युवक को पीटते भी दिखाई दे रहे हैं। इस वीडियो के बाद आरोपी फरार हो गया था। बेदर्दी से मारा, मुंह तक कुचल दिया आरोपी चांद गिरफ्तारी के बाद पुलिस के सामने हाथ जोड़कर गलती मानता दिखाई दिया लेकिन उसे मांफी नहीं मिली। पुलिस ने उससे पशु क्रूरता अधिनियम के बारे में पूछा तो वह जवाब नहीं दे पाया। इसके बाद पुलिस ने उसे कोर्ट में और कोर्ट ने जेल भेजने का फरमान सुना दिया।
गोरखपुर में बाल स्वास्थ्य पोषण माह की औपचारिक शुरुआत हो गई है। अभियान के तहत नौ माह से पांच साल तक के करीब 5.82 लाख बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई जाएगी। सोमवार को जिला महिला अस्पताल से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ, जहां नियमित टीकाकरण सत्र स्थल पर ही बच्चों को दवा पिलाने की व्यवस्था की गई। यह अभियान 24 जनवरी तक चलेगा। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार नौ माह से पांच साल तक के बच्चों को कुल नौ बार विटामिन ए की खुराक देना अनिवार्य है। पहली खुराक नौ से बारह माह की उम्र में एमआर टीके के पहले डोज के साथ आधा चम्मच (1 मिलीलीटर) दी जाती है। दूसरी खुराक सोलह से चौबीस माह के बीच एमआर टीके के दूसरे डोज के साथ एक पूरा चम्मच (2 मिलीलीटर) दी जाती है। इसके बाद दो से पांच साल की उम्र तक हर छह माह पर एक पूरा चम्मच दवा पिलाई जाती है। कुपोषण और गंभीर बीमारियों से बचाव में प्रभावी मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि विटामिन ए बच्चों को कुपोषण, मीजल्स, डायरिया और रतौंधी से बचाने में अहम भूमिका निभाता है। यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है और शारीरिक विकास में सहायक है। विटामिन ए की कमी से आंखों की कमजोरी, बार-बार संक्रमण और विकास में रुकावट जैसी समस्याएं हो सकती हैं। मीजल्स की स्थिति में यह दवा जटिलताओं और मृत्यु दर को भी कम करती है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी के अनुसार प्रत्येक बुधवार और शनिवार को नियमित टीकाकरण सत्र तथा छाया एकीकृत ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस के सत्र स्थलों पर विटामिन ए की खुराक दी जाएगी। आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बच्चों को उनके अभिभावकों के साथ सत्र स्थल तक लाने में सहयोग करेंगी। अभियान हर छह माह के अंतराल पर चलाया जाता है, ताकि कोई भी पात्र बच्चा दवा से वंचित न रह जाए। आयु वर्ग के अनुसार तय लक्ष्य स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि इस अभियान में नौ माह से एक साल तक के 66 हजार, एक से दो साल तक के 1.25 लाख और दो से पांच साल तक के 3.91 लाख बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अभियान की नियमित मॉनिटरिंग कर समय पर लक्ष्य पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।
महोबा में शादी के नाम पर ठगी का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां एक युवक को बिचौलियों के माध्यम से शादी करना महंगा पड़ गया। दलालों ने 50 हजार रुपए लेकर उसकी शादी तो करा दी, लेकिन 'लुटेरी दुल्हन' महज आठ माह बाद लाखों के जेवर लेकर फरार हो गई। पीड़ित ने अब पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है। यह घटना चरखारी तहसील के अस्थौन गांव की है, जहां 35 वर्षीय रघुराज ठगी का शिकार हुआ। रघुराज की शादी अप्रैल में मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले की रहने वाली निशा से हुई थी। पीड़ित के अनुसार, यह शादी किसी रस्म-रिवाज का हिस्सा नहीं, बल्कि दलालों की एक सोची-समझी योजना थी। रघुराज ने बताया कि गांव के चरण सिंह और कनेरा निवासी शेखर ने शादी कराने के नाम पर उससे और उसके परिवार से 50 हजार रुपए लिए थे। दलाल उसे मध्य प्रदेश ले गए और खेतों में जल्दबाजी में शादी की रस्म पूरी करा दी। शादी के कुछ समय बाद बिचौलियों का रघुराज के घर आना-जाना बढ़ गया और वे उसकी पत्नी निशा के संपर्क में रहने लगे। जब रघुराज ने इस संदिग्ध व्यवहार का विरोध किया, तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी गई। साजिश के अगले चरण में, पत्नी निशा ने अपने मायके जाने की जिद की। रघुराज उसे सुरक्षित छोड़कर वापस आ गया। जब रघुराज उसे लेने दोबारा ससुराल पहुंचा, तो उसके होश उड़ गए। निशा वहां से गायब थी और उसके माता-पिता के घर पर ताला लटका था। घर लौटने पर उसे पता चला कि निशा अपने साथ सोने की बिजली, कंठी, मंगलसूत्र और चांदी की भारी पायल सहित लाखों रुपए के आभूषण लेकर फरार हो चुकी है। पीड़ित रघुराज का आरोप है कि बिचौलियों और दुल्हन ने मिलकर उसे ठगा है। उसके पास दलालों को रुपए देने का वीडियो साक्ष्य भी मौजूद है। फिलहाल, परेशान पति ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई है और मोबाइल सर्विलांस के जरिए 'लुटेरी दुल्हन' का पता लगाने तथा दलालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
गोरखपुर में निजीकरण और कथित उत्पीड़नात्मक कार्यवाहियों के विरोध में बिजली कर्मियों का आंदोलन लगातार 397वें दिन भी प्रदेशभर में जारी रहा। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर सभी जनपदों में विरोध प्रदर्शन किए गए। समिति ने 01 जनवरी को प्रदेशव्यापी विरोध दिवस मनाने का एलान किया है। संघर्ष समिति ने कहा कि पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के खिलाफ आंदोलन चल रहा है। आंदोलन के दौरान पावर कॉरपोरेशन प्रबंधन की ओर से कर्मचारियों पर दबावपूर्ण और उत्पीड़नात्मक कार्रवाइयां की जा रही हैं। इसके साथ ही बिजली कर्मियों के आवासों पर जबरन स्मार्ट मीटर लगाए जाने को लेकर भी नाराजगी है। बिजनेस प्लान में 1643.65 करोड़ की स्वीकृति समिति के पदाधिकारियों के अनुसार, बिजनेस प्लान के तहत पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के लिए 824.65 करोड़ रुपए और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के लिए 819 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं। इन योजनाओं के तहत बिजली व्यवस्था में सुधार के कार्य चल रहे हैं। केंद्र सरकार की RDSS योजना के अंतर्गत नए बिजली उपकेंद्रों के निर्माण, पुराने उपकेंद्रों के सुधार और नवीनीकरण के लिए कुल 7089 करोड़ रुपए मंजूर किए गए हैं। इसमें पूर्वांचल के लिए 3842 करोड़ और दक्षिणांचल के लिए 3247 करोड़ रुपए शामिल हैं। 8732 करोड़ खर्च के बाद भी निजीकरण पर सवाल संघर्ष समिति ने कहा कि RDSS योजना और बिजनेस प्लान मिलाकर दोनों वितरण निगमों में कुल 8732 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। इसके बावजूद इन निगमों को निजी हाथों में सौंपने की तैयारी को कर्मचारी किसी भी हालत में स्वीकार नहीं करेंगे। समिति का आरोप है कि निजीकरण के लिए तैयार आरएफपी दस्तावेज में दोनों वितरण निगमों की रिजर्व प्राइस केवल 6500 करोड़ रुपए रखी गई है, जबकि इनकी परिसंपत्तियों का अनुमानित मूल्य लगभग एक लाख करोड़ रुपए बताया जा रहा है। समिति ने इसे गंभीर वित्तीय अनियमितता करार दिया। प्रदेश के सभी जनपदों में प्रदर्शन संघर्ष समिति के आह्वान पर आज प्रदेश के सभी जनपदों और परियोजनाओं पर बिजली कर्मियों ने निजीकरण और उत्पीड़नात्मक कार्यवाहियों के विरोध में प्रदर्शन कर आक्रोश जताया। वाराणसी, आगरा, मेरठ, कानपुर, गोरखपुर, मिर्जापुर, आजमगढ़, बस्ती, अलीगढ़, मथुरा, एटा, झांसी, बांदा, बरेली, देवीपाटन, अयोध्या, सुल्तानपुर, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बुलंदशहर, नोएडा और गाजियाबाद में बड़े विरोध प्रदर्शन हुए।
गोरखपुर में अंतरराष्ट्रीय पर्यटन और निवेश के लिहाज से आज का दिन अहम रहा, जब मलेशिया टूरिज्म (इंडिया) के राष्ट्रीय निदेशक जोलिफ अली पहली बार शहर पहुंचे। उनके दौरे के दौरान गोरखपुर में बिजनेस व टूरिज्म सेमिनार और रोड शो का आयोजन हुआ, जिसमें भारत-मलेशिया के बीच पर्यटन और निवेश सहयोग को लेकर विस्तृत चर्चा की गई। सेमिनार में मलेशिया टूरिज्म की ओर से भारतीय उद्यमियों को मलेशिया में उपलब्ध निवेश अवसरों की जानकारी दी गई। पर्यटन, हॉस्पिटैलिटी, रिटेल, शिक्षा और इससे जुड़े अन्य सेक्टर में निवेश की संभावनाओं को विस्तार से रखा गया। साथ ही दोनों देशों के बीच टू-वे टूरिज्म को बढ़ावा देने की रणनीति पर भी विचार हुआ। पूर्वांचल को मिल सकता है सीधा फायदा मलेशिया और पूर्वी उत्तर प्रदेश के बीच पर्यटन और व्यापारिक संपर्क मजबूत होने से गोरखपुर, कुशीनगर और आसपास के जिलों को सीधा लाभ मिलने की उम्मीद जताई गई। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे न केवल पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी, बल्कि स्थानीय कारोबार और रोजगार के अवसर भी विकसित होंगे। कार्यक्रम में बौद्ध पर्यटन पर विशेष फोकस रखा गया। मलेशिया बौद्ध यात्रियों के लिए बड़ा विदेशी बाजार माना जाता है और कुशीनगर विश्व के प्रमुख बौद्ध तीर्थ स्थलों में शामिल है। ऐसे में आने वाले समय में कुशीनगर में अंतरराष्ट्रीय बौद्ध पर्यटकों की आवाजाही बढ़ने की संभावना जताई गई। सीधी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से बढ़ी संभावनाएं लखनऊ से मलेशिया के लिए शुरू हुई सीधी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण कदम बताया गया। बेहतर एयर कनेक्टिविटी से गोरखपुर और पूर्वांचल के लोगों के लिए अंतरराष्ट्रीय यात्रा आसान हुई है, जिससे पर्यटन, व्यापार और निवेश को नई गति मिलने की उम्मीद है। इस अवसर पर गोरखपुर और आसपास के क्षेत्रों के पर्यटन विशेषज्ञ, ट्रैवल ट्रेड से जुड़े प्रतिनिधि और कारोबारी मौजूद रहे। आयोजन को मलेशिया और पूर्वांचल के बीच पर्यटन सहयोग को मजबूती देने की दिशा में एक नए अध्याय की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है।
पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य और निषाद पार्टी के नेता रविंद्र मणि निषाद महोबा पहुंचे। उन्होंने यहां कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए निषाद समाज को एकजुट होने का आह्वान किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि मछुआ समुदाय अब 'बिकाऊ' नहीं बल्कि 'टिकाऊ' समाज बन चुका है। रविंद्र मणि निषाद का यह दौरा उत्तर प्रदेश में आगामी पंचायत चुनाव और 2027 के विधानसभा चुनावों की तैयारियों के मद्देनजर हुआ। उन्होंने 13 जनवरी को लखनऊ में आयोजित होने वाले 'निषाद पार्टी कार्यकर्ता संकल्प दिवस' के लिए समाज को जागरूक किया और उसमें शामिल होने का न्योता दिया। महोबा पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए निषाद ने पार्टी अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद के संघर्षों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि एक समय था जब लोग मछुआ समाज को 'पियाऊ और बिकाऊ' समझते थे, लेकिन डॉ. संजय निषाद के प्रयासों से इस समाज को राजनीति में सम्मानजनक और 'टिकाऊ' स्थान मिला है। उन्होंने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि पूर्ववर्ती सरकारों ने निषाद समाज की उपेक्षा की। रविंद्र मणि निषाद ने तर्क दिया कि अन्य आरक्षित वर्गों के बच्चे सरकारी सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं, जबकि निषाद समाज जागरूकता की कमी के कारण पिछड़ा रह गया। उन्होंने समाज को उनके ऐतिहासिक महत्व की याद दिलाई, जब वे कभी सत्ता के मालिक हुआ करते थे। रविंद्र मणि निषाद ने समाज की 578 उपजातियों से एकजुट होकर अपनी राजनीतिक ताकत दिखाने का आह्वान किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि जब तक समाज को संविधान की सूची के अनुसार पूर्ण अधिकार नहीं मिल जाते, तब तक यह संघर्ष जारी रहेगा। लखनऊ में होने वाले संकल्प दिवस को लेकर कार्यकर्ताओं में उत्साह देखा गया, जहां निषाद पार्टी आगामी चुनावों में एक निर्णायक शक्ति बनने की उम्मीद कर रही है।
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय और इससे जुड़े एफिलिएटेड कॉलेजों में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को ग्रेस मार्क्स को लेकर बड़ा सेटबैक लगा है। एक सब्जेक्ट में फेल होने वाले छात्रों को राहत देने के लिए गठित कमेटी ने ग्रेस मार्क्स के प्रपोजल को इम्प्रैक्टिकल बताते हुए रिजेक्ट कर दिया है। DDU और एफिलिएटेड कॉलेजों में हर एकेडमिक ईयर बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स सिर्फ एक पेपर में फेल हो जाते हैं। कई छात्र पासिंग मार्क्स से बेहद कम अंतर से चूकते हैं, लेकिन एग्जिस्टिंग रूल्स के चलते उन्हें पूरा एक साल वेट करना पड़ता है। इसी वजह से लंबे समय से ग्रेस मार्क्स लागू करने की डिमांड उठ रही थी। फेल होने के बाद स्टूडेंट्स के पास लिमिटेड चॉइस एक पेपर में फेल होने के बाद स्टूडेंट्स के सामने सिर्फ तीन ऑप्शन बचते हैं। पहला, अवॉर्डेड मार्क्स को चैलेंज करना। दूसरा, आरटीआई के जरिए आंसर शीट मंगाकर स्क्रूटनी कराना। तीसरा और सबसे ज्यादा यूज होने वाला ऑप्शन बैकलॉग यानी बैक पेपर देना। ज्यादातर स्टूडेंट्स बैकलॉग को ही कंपेरेटिवली सेफ और प्रैक्टिकल ऑप्शन मानते हैं। बैक पेपर सिस्टम की वजह से स्टूडेंट्स को पूरा एक साल का एकेडमिक गैप झेलना पड़ता है। इस डिले की वजह से कई स्टूडेंट्स कोर्स बीच में छोड़ देते हैं, जबकि कई के लिए नेक्स्ट अटेम्प्ट में पेपर क्लियर करना और ज्यादा प्रेशर वाला हो जाता है। करियर प्लानिंग पर भी पड़ता है डायरेक्ट इम्पैक्ट एक साल का एकेडमिक गैप सिर्फ पढ़ाई तक सीमित नहीं रहता। इसका असर हायर एजुकेशन एडमिशन, कॉम्पिटिटिव एग्जाम, इंटर्नशिप और प्लेसमेंट पर भी पड़ता है। इसी कारण स्टूडेंट्स ग्रेस मार्क्स को करियर-फ्रेंडली ऑप्शन मानते रहे हैं। स्टूडेंट्स की लगातार डिमांड को देखते हुए यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने सितंबर महीने में एक स्पेशल कमेटी का गठन किया था। कमेटी को यह टास्क दिया गया था कि ग्रेस मार्क्स पॉलिसी को NEP-2020 के तहत इम्प्लीमेंट किया जा सकता है या नहीं। NEP-2020 के प्रोविज़न बने सबसे बड़ी बाधा कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में साफ किया कि नई शिक्षा नीति 2020 के एग्जिस्टिंग प्रोविज़न के तहत ग्रेस मार्क्स देना फीजीबल नहीं है। पॉलिसी फ्रेमवर्क में इसे लेकर कोई क्लियर गाइडलाइन या स्कोप नहीं पाया गया।कमेटी की रिपोर्ट सबमिट होने के बाद यह क्लियर हो गया है कि फिलहाल ग्रेस मार्क्स को लेकर कोई इमीडिएट रिलीफ मिलने वाली नहीं है। यूनिवर्सिटी लेवल पर रूल्स में बदलाव की कोई रिकमेंडेशन नहीं की गई है। वाइस चांसलर ने डिसीजन किया कन्फर्म DDU की वाइस चांसलर प्रो. पूनम टंडन ने बताया कि ग्रेस मार्क्स को लेकर बनाई गई कमेटी ने NEP-2020 के सभी ऐस्पेक्ट्स का डिटेल्ड स्टडी किया। इसके बाद ग्रेस मार्क्स न देने की रिकमेंडेशन की गई, जिसे यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने एक्सेप्ट कर लिया है। कमेटी की रिकमेंडेशन के बाद अब साफ है कि एक पेपर में फेल स्टूडेंट्स को मार्क्स चैलेंज, स्क्रूटनी या बैकलॉग जैसे एग्जिस्टिंग ऑप्शन पर ही डिपेंड रहना होगा। फिलहाल यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से रूल्स चेंज को लेकर कोई फ्यूचर रोडमैप सामने नहीं आया है।
लखनऊ विकास प्राधिकरण का अवैध निर्माण के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी है। सोमवार को अमौसी एयरपोर्ट के पीछे बनी अवैध कालोनी पर बुलडोजर चलाया गया । इस दौरान निजी बिल्डर द्वारा कालोनी में बनाये गये 21 रो-हाउस भवनों को जमींदोज कर दिया गया। एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार के निर्देश पर यह कार्रवाई प्रवर्तन जोन-2 की टीम ने किया। प्राधिकरण के सचिव विवेक श्रीवास्तव ने बताया कि बिजनौर थानाक्षेत्र में अमौसी एयरपोर्ट के पीछे बिल्डर राधेश्याम ओझा व अन्य द्वारा लगभग 5,000 वर्गमीटर क्षेत्रफल में अवैध कालोनी विकसित की गई थी। जहां 21 रो-हाउस भवनों का निर्माण कराया गया था। प्राधिकरण से बिना नक्शा पास करवाये किये गए निर्माण के खिलाफ न्यायालय ने ध्वस्तीकरण का आदेश दिया था। संबंधित मामले को लेकर बिल्डर ने उच्च न्यायालय में अपील दाखिल की थी वहां से भी किसी कोई राहत नहीं मिली। LDA उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने तत्काल अभियान चलाकर कार्रवाई करने के निर्देश दिये थे। जिसके बाद प्रवर्तन जोन-2 के जोनल अधिकारी विराग करवरिया के नेतृत्व में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई किया। जोनल अधिकारी विराग करवरिया ने बताया कि बिल्डर द्वारा स्थल पर 21 रो-हाउस भवनों का निर्माण कराया गया था। करीब 8 घंटे तक चली कार्रवाई में 5 जेसीबी व 1 पुकलैंड की मदद से सभी अवैध रो-हाउस भवनों को ध्वस्त कर दिया गया।
खरगोन के भीलगांव में बाइक सवार को कुचला:युवक की मौत, साथी गंभीर घायल, खरगोन रेफर किया
खरगोन-इंदौर रोड पर सोमवार देर शाम एक भीषण सड़क हादसा हो गया। कसरावद के भीलगांव क्षेत्र में सक्षम ढाबे के पास अज्ञात वाहन ने एक बाइक को टक्कर मार दी, जिससे बाइक सवार एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई। उसका साथी गंभीर रूप से घायल हो गया। मृतक की पहचान भोइंदा निवासी कुंदन भूरिया के रूप में हुई है। हादसे में घायल हुए दूसरे युवक का नाम दीपक भूरिया है, वह भी भोइंदा का रहने वाला है। घटना की सूचना मिलते ही कसरावद पुलिस मौके पर पहुंची और घायल दीपक को तत्काल शासकीय अस्पताल पहुंचाया। गंभीर हालत को देखते हुए उसे खरगोन रेफर कर दिया गया है। पुलिस ने कुंदन भूरिया के शव को कब्जे में लेकर मर्ग कायम किया है। पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और फरार अज्ञात वाहन की तलाश में जुटी है। दुर्घटना के कारणों का भी पता लगाया जा रहा है।
कोरबा में कोयला हेराफेरी के एक मामले में पुलिस ने तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही इस मामले में गिरफ्तार किए गए कुल आरोपियों की संख्या 13 हो गई है। यह मामला गेवरा खदान से निजी कंपनी के लिए भेजे गए कोयले की हेराफेरी से जुड़ा है। गिरफ्तार किए गए नए आरोपियों में सूरज खांडे, जगदेव भास्कर और राहुल वस्त्रकार शामिल हैं। इनमें से एक सुपरवाइजर, दूसरा पेट्रोलिंग टीम का सदस्य और तीसरा जीपीएस हटाने का विशेषज्ञ है। इन पर कोयले की हेराफेरी के साथ-साथ तकनीकी छेड़छाड़ करने सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। आरोपी टीपी जमा कर कोयला दूसरी जगह भेजते थे पुलिस के अनुसार, आरोपी जयरामनगर साइडिंग पर कोयला डंप करने के बजाय सिर्फ टीपी (ट्रांसपोर्ट परमिट) जमा कर कोयले को दूसरी जगह खपा देते थे। अब तक लगभग 5 लाख 76 हजार रुपये मूल्य के 365 टन कोयले की हेराफेरी का पता चला है। इस मामले में 6 ट्रेलर भी जब्त किए गए हैं। दीपका थाना प्रभारी प्रेमचंद साहू ने बताया कि अदानी कंपनी की शिकायत पर यह जांच शुरू की गई थी। उन्होंने पुष्टि की कि पहले भी आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं और हाल ही में तीन और गिरफ्तारियां हुई हैं। मामले में पुलिस की जांच जारी इस मामले में पहले गिरफ्तार किए गए आरोपियों में लक्ष्मण कुमार (25), तुषार खंडे (24), गोपी किशन सोनझरी (22), दुर्गेश कुमार साहू (22) और अतीक मेमन (26) सहित अन्य शामिल हैं। पुलिस की जांच जारी है और संलिप्तता सामने आने पर और गिरफ्तारियां की जा रही हैं।
कटनी जिले के स्लीमनाबाद थाना क्षेत्र के कौड़िया गांव में एक जर्जर बिजली का खंभा गिरने से 44 वर्षीय युवक की मौत हो गई। यह घटना सोमवार दोपहर को हुई। ग्रामीणों का आरोप है कि बिजली विभाग को खंभे की खराब स्थिति के बारे में कई बार सूचित किया गया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। मृतक की पहचान कौड़िया गांव निवासी मुकेश शुक्ला (44) पुत्र जमुना शुक्ला के रूप में हुई है। सोमवार दोपहर को मुकेश अपने घर के पास मौजूद थे, तभी उनके घर के समीप स्थित जर्जर बिजली का खंभा अचानक उन पर गिर गया। खंभे के वजन और बिजली के तारों की चपेट में आने से मुकेश गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने उन्हें तत्काल पिकअप वाहन से जिला अस्पताल पहुंचाया। लोग बोले- बिजली पोल कई दिनों से क्षतिग्रस्त था गांव वालों ने बताया कि यह खंभा काफी समय से क्षतिग्रस्त और झुका हुआ था, जिससे उसके गिरने का खतरा बना हुआ था। ग्रामीणों ने इसकी लिखित और मौखिक सूचना कई बार विद्युत विभाग के अधिकारियों को दी थी। बिजली कंपनी की लापरवाही से हुआ हादसा ग्रामीणों के अनुसार, बिजली विभाग ने खंभे को बदलने या उसकी मरम्मत करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि बिजली कंपनी की लापरवाही के कारण ही यह हादसा हुआ और मुकेश शुक्ला की जान चली गई। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए। पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर लिया है और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। घटना की जांच शुरू कर दी गई है। इधर, बिरला व्हाइट सीमेंट प्लांट में हादसा, मजदूर घायल इधर, बड़वारा थाना क्षेत्र में स्थित बिरला व्हाइट सीमेंट प्लांट में सोमवार दोपहर एक मजदूर मशीन से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया। प्राथमिक उपचार के बाद उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे जिला अस्पताल कटनी रेफर किया गया है। जानकारी के मुताबिक, ग्राम बिजोरी निवासी करण पुरी (पिता रमन पुरी) सोमवार को झरेला स्थित प्लांट में ड्यूटी पर थे। दोपहर में वे मशीन की सफाई कर रहे थे, तभी अचानक संतुलन बिगड़ने से वे ऊंचाई से नीचे गिर गए।
सागर कमिश्नर अनिल सुचारी ने कलेक्टर पार्थ जैसवाल के प्रस्ताव पर खाद्य सुरक्षा अधिकारी वेद प्रकाश चौबे को निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई खजुराहो के गौतम होटल एंड रिसोर्ट में जहरीला खाना खाने से पांच लोगों की मौत और कई अन्य के बीमार होने के मामले में की गई है। कमिश्नर ने छतरपुर कलेक्टर से प्राप्त प्रस्ताव की समीक्षा के बाद वेद प्रकाश चौबे को प्रथम दृष्ट्या दोषी पाया। इसके बाद उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। निलंबन अवधि में उन्हें कलेक्टर कार्यालय से संबद्ध किया गया है। कलेक्टर पार्थ जैसवाल ने 16 दिसंबर को भेजे गए अपने प्रस्ताव में बताया था कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय, छतरपुर के माध्यम से वेद प्रकाश चौबे को छतरपुर और राजनगर क्षेत्र में खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत खाद्य पदार्थों की जांच के लिए अधिकृत किया गया था। प्रस्ताव में यह भी उल्लेख किया गया कि 8 और 9 दिसंबर को खजुराहो में मध्यप्रदेश शासन की कैबिनेट बैठक आयोजित हुई थी। इसी दौरान खजुराहो स्थित गौतम होटल में भोजन करने से चार लोगों की मौत हो गई थी। इसके बावजूद, पिछले डेढ़ माह में श्री चौबे द्वारा खाद्य पदार्थों के लिए गए सैंपलों की संख्या शून्य पाई गई, जबकि इस अवधि में खजुराहो में कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम, शादी समारोह और बैठकें आयोजित हुई थीं।
लखनऊ हजरतगंज स्थित गांधी प्रतिमा के नीचे समाजवादी पार्टी के नेता मोहम्मद इख़लाक के नेतृत्व में सपा कार्यकर्ताओं ने बांग्लादेश में हो रही हिंसा के विरोध में शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान हाथों में तख्तियां लेकर बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रहे हमलों के प्रति गहरी नाराजगी जताई। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि बांग्लादेश में लगातार सामने आ रही हिंसा की घटनाएं बेहद चिंताजनक हैं। मोहम्मद इखलाक ने कहा कि विशेष रूप से हिंदू समुदाय के लोगों की हत्याओं और उनके धार्मिक स्थलों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। धर्म विशेष के लोगों को चिन्हित कर हत्या करना बेहद शर्मनाक है। बांग्लादेश में तख्ता पलट के बाद हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। वहाँ की सरकार के अंदर भी मनावता खत्म हो गई है।किसी भी देश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा मानवता के खिलाफ अपराध है और इसे किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जा सकता। भारत सरकार से मांग की वह इस मामले को गंभीरता से लेते हुए बांग्लादेश सरकार से कूटनीतिक स्तर पर बातचीत करे और वहां रह रहे हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित कराए। उन्होंने कहा कि भारत हमेशा से मानवाधिकारों और शांति का पक्षधर रहा है। प्रदर्शन के दौरान सपा कार्यकर्ताओं ने महात्मा गांधी के अहिंसा के सिद्धांतों की बात करते हुए गांधीवादी तरीके से न्याय मांगा। उनका कहना था कि हम अपनी बात शांतिपूर्ण तरीके से कहकर प्रत्येक अल्पसंख्यक बांग्लादेशी की सुरक्षा के लिए सरकार से गुहार लगा रहे हैं।
अयोध्या में गलत इंजेक्शन का ओवरडोज देकर महिला की जान लेने के मामले में स्वास्थ्य विभाग ने सख्त कदम उठाया है। अयोध्या के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. सुशील बालियान ने निर्मला हॉस्पिटल का लाइसेंस रद्द कर दिया है। जांच रिपोर्ट के आधार पर सोमवार को अस्पताल की ऑपरेशन थियेटर (ओटी) को सील किया गया। यह कार्रवाई डॉ. वी.पी. त्रिपाठी की अध्यक्षता में गठित जांच कमेटी की रिपोर्ट के बाद की गई, जबकि कार्रवाई का नेतृत्व उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश चौधरी ने किया। जांच में मिलीं गंभीर खामियां जांच कमेटी को अस्पताल के आईसीयू में डॉक्टरों के हस्ताक्षर नहीं मिले, न ही मौके पर किसी एनेस्थीसिया डॉक्टर की मौजूदगी पाई गई। इसके अलावा, ओवरडोज इंजेक्शन लगाने वाली नर्स ने अब तक अपना बयान दर्ज नहीं कराया है। कमेटी को अस्पताल संचालन में कई अन्य गंभीर खामियां भी सामने आई हैं। पांच गुना हेपरिन ओवरडोज का आरोप हलकारा का पुरवा कनीगंज निवासी सुशील कुमार कौशल ने 16 दिसंबर को सीएमओ से शिकायत की थी, कि 15 दिसंबर को 50 वर्षीय महिला सरोज कौशल को इलाज के दौरान हेपरिन इंजेक्शन की पांच गुना अधिक डोज दिया गया है।इससे उनकी मां की मौत हो गई है। शिकायत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने तत्काल प्रभाव से निर्मला और सोना हॉस्पिटल की आईपीडी पर रोक लगा दी थी। साथ ही निर्मला हॉस्पिटल के बेसमेंट में संचालित आईसीयू को पहले ही सील किया जा चुका था। इंजेक्शन लगते ही महिला की हालत अचानक बिगड़ गई और उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। घटना के बाद परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टरों पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए थे। जांच रिपोर्ट के बाद लाइसेंस निरस्त मामले को गंभीरता से लेते हुए स्वास्थ्य विभाग ने जांच कमेटी का गठन किया था। रिपोर्ट में चिकित्सकीय मानकों के उल्लंघन और लापरवाही की पुष्टि होने पर सीएमओ ने तत्काल प्रभाव से अस्पताल का लाइसेंस निरस्त करने का आदेश जारी किया। CMO ने दी चेतावनी सीएमओ डॉ. सुशील बालियान ने स्पष्ट कहा कि मरीजों की जिंदगी के साथ किसी भी तरह का खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने निजी अस्पतालों को नियमों का सख्ती से पालन करने की चेतावनी दी है। वहीं, अस्पताल प्रबंधन और संबंधित डॉक्टर के खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया जारी बताई जा रही है।
आगरा के थाना एत्मादपुर में एक महिला के साथ हुई अभद्रता और अश्लील हरकत के मामले में पुलिस ने आरोपियों के फेवर में चार्जशीट लगा दी। चार्जशीट के बारे में विवेचक का पता नहीं चला। विवेचक का कहना है कि इंस्पेक्टर ने उनको बिना बताए ही चार्जशीट लगवा दी। महिला विवेचक की ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। मामला पुलिस के आलाधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद महिला विवेचक को लाइन हाजिर कर दिया गया है। पहले बताते हैं क्या है मामलाएत्मादपुर की रहने वाली महिला शिकोहाबाद में नर्सिंग का कोर्स कर रही है। महिला का आरोप है कि 19 अक्टूबर को रात करीब 8 बजे उसकी स्कूटी को आईटेन कार ने ओवरटेक करके रोक लिया। कार में आशुतोष, हिमांशु, अनूप कुमार और रितेश ने जबरन हाथ पकड़कर गाड़ी में डाल लिया। अनूप ने मेरा मुंह दबा कर मेरे साथ अश्लील हरकत की। मेरे कपडे़ फांड दिए। आशुतोष ने गलत काम करने का प्रयास किया लेकिन मैंने अनूप का हाथ काटा तो उसने मेरा गला दबाया। तभी आरोपियों को लगा कि पुलिस की गाड़ी आ रही है तो वो गाड़ी से फेंक कर भाग गए। इस मामले में पीड़िता की तहरीर पर एत्मादपुर थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी। महिला एसआई कर रही थीं जांचइस मामले की जांच एत्मादपुर थाने की महिला एसआई नीतू को सौंपी गई थी। मगर, पूरे मामले में चार आरोपियों के नाम निकालकर चार्जशीट दाखिल कर दिया गया। पीड़िता को इसकी जानकारी हुई तो वो विवेचक नीतू से मिली। उसने महिला विवेचक से आरोपियों के नाम निकालने के बारे में बात की तो विवेचक ने बिना उसकी जानकारी के चार्जशीट दाखिल होने की बात कही। विवेचक ने थाना प्रभारी पर चार्जशीट में बदलवा करने का आरोप लगाया है। विवेचक और पीड़िता की बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। बीमार बच्चे की कसम, मुझे नहीं पतामहिला विवेचक नीतू ने वायरल ऑडियो में चार्जशीट दाखिल होने पर सफाई दे रही हैं। वो पीड़िता से कह रही हैं कि उन्हें नहीं पता कि चार्जशीट दाखिल हो गई है। वो कह रही है कि चार्जशीट का नंबर तक नहीं पता। इंस्पेक्टर ने अपनी मर्जी से चार्जशीट दाखिल करवा दिए है। मुझे बता नहीं कि इंस्पेक्टर सर इतना झोल कर देते हैं। मैं अपने बीमार बच्चे की कसम खाती हूं कि मैंने चार्जशीट दाखिल नहीं की। पहले भी झोल कर चुके हैमहिला विवेचक कह रही है कि इंस्पेक्टर इससे पहले भी मेरी एक विवेचना में ऐसा कर चुके हैं। मुझे नहीं पता कि इंस्पेक्टर सर ने एक लाख रुपए ले लिए। मुझे सबने कहा था कि तुझै एक रुपया नहीं मिलेगा। पीड़िता की शिकायत पर डीसीपी वेस्ट अतुल शर्मा ने महिला विवेचक को लाइन हाजिर कर दिया है। विवेचक की विभागीय जांच भी कराई जा रही है।
ग्वालियर पुलिस ने नए साल के अवसर पर शहर में शांति, सुरक्षा और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए 'गरिमा अभियान' शुरू किया है। यह तीन दिवसीय अभियान अनैतिक गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश लगाने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक कर्मवीर सिंह यादव के निर्देश पर एडिशनल एसपी (पूर्व) विदिता डागर के मार्गदर्शन में और डीएसपी महिला सुरक्षा शिखा सोनी के नेतृत्व में यह अभियान संचालित हो रहा है। इसके तहत महिला पुलिस अधिकारियों की अलग-अलग टीमें गठित की गई हैं। ये टीमें प्रतिदिन शहर के विभिन्न क्षेत्रों में संचालित हो रहे होटल, रेस्टोरेंट, बार, स्पा सेंटर, सैलून और मैरिज पार्लर आदि की चेकिंग करेंगी। अभियान के दौरान कहीं भी अनैतिक या प्रतिबंधित गतिविधियां मिलने पर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसी कड़ी में सोमवार रात को एडिशनल एसपी विदिता डागर और डीएसपी महिला सुरक्षा शिखा सोनी के नेतृत्व में महिला थाना प्रभारी रश्मि भदौरिया और महिला पुलिस टीम ने चेकिंग अभियान चलाया। टीम ने वर्धा स्पा सेंटर बहोड़ापुर, गोल्डन पेटल्स सैलून सिटी सेंटर, हेल्थ सैलून और बीच सैलून व स्पा सिटी सेंटर सहित विभिन्न प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया। चेकिंग के दौरान संचालकों को रजिस्टर उचित प्रकार से संधारित करने, व्यवस्थित रखने, सीसीटीवी कैमरे लगाने और किसी भी प्रकार की अनैतिक गतिविधियों को संचालित न करने के संबंध में निर्देश दिए गए। पुलिस ने बताया कि भविष्य में भी स्पा सेंटर, मसाज पार्लर और होटलों की चेकिंग जारी रहेगी और अनैतिक गतिविधियों के पाए जाने पर पुलिस कार्रवाई करेगी।
ग्वालियर के महाराजपुरा इलाके में एक सड़क दुर्घटना में जोमैटो डिलीवरी बॉय की मौत हो गई। नो एंट्री में घुसे एक ट्रक क्रमांक RJ11 GC 1655 ने उसकी इलेक्ट्रिक बाइक क्रमांक MP07 AF 3548 को टक्कर मार दी। जिससे डिलीवरी बॉय समीर खान की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक समीर खान मुरार थाना क्षेत्र के लेदर फैक्ट्री के पास का रहने वाला था। यह घटना महाराजपुर थाना क्षेत्र के डीडी नगर पटरी रोड पर सोमवार दोपहर 3:00 से 3:30 के बीच हुई थी। गोले के मंदिर से भिंड रोड पिंटू पार्क तक लगी कतारेंघटना के बाद मृतक के परिजन और अन्य डिलीवरी बॉय आक्रोशित हो गए। उन्होंने सड़क पर ही चक्का जाम कर दिया, जिससे गोले के मंदिर से भिंड रोड पिंटू पार्क तक वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। सड़क दुर्घटना और चक्का जाम की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा। जिला प्रशासन की टीम और एसडीएम भी घटनास्थल पर पहुंचे थे। पुलिस ने मौके से टक्कर मारने वाले ट्रक को जब्त कर लिया, हालांकि उसका चालक ट्रक छोड़कर मौके से फरार हो गया था। अधिकारियों ने मृतक के परिजनों को ₹1500 नकद और ₹20 हजार रुपए की आर्थिक सहायता का आश्वासन दिया है। प्रशासन के आश्वासन के बाद पुलिस ने मृतक के शव को डेड हाउस भेजकर चक्का जाम खुलवाया।
दमोह के फुटेरा मोहल्ला में आरक्षक रूपेश साहू की मौत के गम में उनकी पत्नी नीता साहू ने जहरीला पदार्थ खा लिया। उन्हें गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां आईसीयू (ICU) में उनका इलाज चल रहा है। मृतक आरक्षक रूपेश साहू सागर जिले के कोतवाली थाने में तैनात थे। एक दिन पहले रविवार सुबह उन्होंने जहर खा लिया था, जिससे उनकी मौत हो गई थी। सोमवार दोपहर को उनका अंतिम संस्कार किया गया था। हैरान करने वाली बात यह है कि पति के अंतिम संस्कार के कुछ ही घंटों बाद नीता साहू ने भी जहरीला पदार्थ खा लिया। जैसे ही परिवार वालों को इसका पता चला, वे उन्हें तुरंत जिला अस्पताल लेकर भागे। फिलहाल, परिवार के लोग इस मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं और घटना की असली वजह अब तक सामने नहीं आई है। आईसीयू में चल रहा है इलाज, हालत नाजुक अस्पताल के डॉक्टर का कहना है कि महिला की हालत काफी नाजुक बनी हुई है। पुलिस अब इस पूरे मामले की जांच कर रही है कि आखिर किस वजह से आरक्षक और फिर उनकी पत्नी ने ऐसा घातक कदम उठाया।
उत्तराखंड महापरिषद की महत्वपूर्ण आम सभा और समीक्षा बैठक आयोजित हुई। यह बैठक पंडित गोविंद बल्लभ पंत पर्वतीय उपवन, गोमती तट पर किया गया। इसमें भविष्य के कार्यक्रमों को और अधिक भव्य बनाने का निर्णय लिया गया। संयोजक दीवान सिंह अधिकारी ने बैठक की रूपरेखा रखी।अध्यक्ष हरीश चंद्र पंत और महासचिव भरत सिंह बिष्ट ने महोत्सव 2025 की सफलता के लिए सभी सदस्यों का आभार जताया। कोषाध्यक्ष केएस चुफाल ने महोत्सव के आय-व्यय का ब्योरा दिया।आंकड़ों के अनुसार दस दिवसीय महोत्सव में करीब 2500 कलाकारों ने मंच पर प्रस्तुतियां दीं।युवा वर्ग की सबसे अधिक भागीदारी रही।एक लाख से अधिक दर्शकों ने कार्यक्रमों का आनंद लिया।150 से अधिक स्टॉल लगे।प्रत्येक स्टॉल से औसतन 20 हजार रुपए प्रतिदिन का कारोबार हुआ।दस दिनों में तीन करोड़ रुपए से अधिक का व्यापार दर्ज किया गया। नई कार्यकारिणी का गठन समीक्षा बैठक के बाद आम सभा में 51 सदस्यीय नई कार्यकारिणी का गठन किया गया।चुनाव अधिकारी महेश पांडेय ने निर्धारित प्रक्रिया के तहत चुनाव संपन्न कराया। सबसे पहले अध्यक्ष हरीश चंद्र पंत ने पुरानी कार्यकारिणी को भंग किया। इसके बाद नई कार्यकारिणी गठन की प्रक्रिया शुरू हुई। पूर्व कार्यकारिणी के कार्यकाल की सभी ने सराहना की। आम सभा ने उसी टीम को पुनः नेतृत्व सौंपने की इच्छा जताई। प्रस्ताव दीवान सिंह अधिकारी ने रखा। समर्थन मंगल सिंह रावत और महेश चंद्र सिंह रौतेला ने किया।आम सभा ने हरीश चंद्र पंत को पुनः अध्यक्ष चुना। भरत सिंह बिष्ट को फिर महासचिव निर्वाचित किया गया। इन लोगों को नई जिम्मेदारी मिली नव-निर्वाचित कार्यकारिणी में भवान सिंह गर्ब्याल मुख्य संयोजक बने। दीवान सिंह अधिकारी और हेम चंद्र सिंह संयोजक बनाए गए। वरिष्ठ उपाध्यक्ष मंगल सिंह रावत बने। कई उपाध्यक्ष, सचिव, संगठन सचिव, सांस्कृतिक सचिव और मीडिया प्रभारी नियुक्त किए गए। कोषाध्यक्ष केएस चुफाल और सह-कोषाध्यक्ष मदन सिंह बिष्ट बनाए गए। चुनाव अधिकारी महेश चंद्र पांडेय ने सभी को बधाई दी। उन्होंने कहा नई टीम उत्तराखंड समाज के लिए एकता और गौरव का प्रतीक बनेगी। नव-निर्वाचित 51 सदस्यीय कार्यकारिणी से संगठन, संस्कृति और समाजसेवा को नई दिशा मिलने की उम्मीद जताई गई।
मुरैना के पोरसा में संजय नगर में शनिवार देर शाम खेल-खेल में हुई दर्दनाक घटना में किरायेदार के 7 वर्षीय बेटे की मौत के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। जांच पूरी होने के बाद पोरसा पुलिस ने मकान मालिक और लाइसेंसी बंदूक धारक रवि उर्फ लोकेंद्र तोमर के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की धारा 304 के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। घटना संजय नगर के स्कूल वाली गली की है। यहां लोकेंद्र उर्फ रवि तोमर के मकान में किराए से धर्मराज तोमर का परिवार रहता है। शनिवार रात करीब 10 बजे मकान मालिक का 7 वर्षीय बेटा और किरायेदार धर्मराज का 7 वर्षीय बेटा ऋषभ तोमर एक कमरे में खेल रहे थे। इसी दौरान खेल-खेल में रवि की लाइसेंसी 315 बोर बंदूक से गोली चल गई। गोली सीधे ऋषभ के सिर में लगी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बंदूक जब्त की और मकान मालिक को हिरासत में लिया था। प्रारंभ में मर्ग कायम कर जांच की जा रही थी। जांच में सामने आई गंभीर लापरवाहीपुलिस जांच में यह स्पष्ट हुआ कि यह हादसा गंभीर लापरवाही का नतीजा था। जांच में सामने आए मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं— इन्हीं लापरवाहियों के चलते नाबालिग बच्चे के हाथ से बंदूक चल गई और मासूम ऋषभ की जान चली गई। आरोपी गिरफ्तार, हथियार जब्तएसडीओपी रवि भदौरिया ने बताया कि 7 वर्षीय ऋषभ तोमर की गोली लगने से हुई मौत के मामले में मकान मालिक और लाइसेंसधारी रवि उर्फ लोकेंद्र तोमर के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का प्रकरण दर्ज किया गया है। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और लाइसेंसी बंदूक भी जब्त कर ली गई है। इस हृदयविदारक घटना के बाद क्षेत्र में शोक और आक्रोश का माहौल है। पुलिस का कहना है कि मामले में आगे की वैधानिक कार्रवाई जारी है। यह खबर भी पढ़ेंखेल-खेल में नाबालिग ने किया फायर, बच्चे की मौत मुरैना में खेल-खेल में 14 साल के लड़के ने राइफल से फायर कर दिया। गोली साथ खेल रहे 7 साल के बच्चे के सिर में लगी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। फायरिंग की आवाज सुन आसपास के लोग इकट्ठे हो गए। पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्चे के शव को मर्चुरी पोरसा पहुंचाया। पूरी खबर पढ़ें
सिंगरौली जिले में दिसंबर के महीने में हवा की क्वालिटी (AQI) ज्यादातर दिनों में सेहत के लिए खराब रही। बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए कलेक्टर गौरव बैनल ने अधिकारियों की बैठक ली और इस पर नाराजगी जताते हुए कड़े निर्देश दिए। दिसंबर के आंकड़ों के मुताबिक, जिले का AQI कई दिनों तक 160 से 190 के बीच रहा, जो सेहत के लिए काफी नुकसानदायक है। इस दौरान हवा में धूल के बारीक कणों (PM2.5 और PM10) की मात्रा तय सीमा से काफी ज्यादा पाई गई। इससे बच्चों, बुजुर्गों और सांस के मरीजों के लिए खतरा बढ़ गया है। कलेक्टर ने प्रदूषण कंट्रोल विभाग के अधिकारी को निर्देश दिया कि वे हर जगह के पिछले महीनों के आंकड़े पेश करें। उन्होंने साफ कहा कि जब तक हवा की सही जानकारी नहीं होगी, तब तक प्रदूषण रोकने के उपाय ठीक से नहीं हो पाएंगे। बुजुर्गों के आयुष्मान कार्ड और शिकायतों के निपटारे पर जोर कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग को आदेश दिया कि कैंप लगाकर 70 साल से ज्यादा उम्र के सभी बुजुर्गों के आयुष्मान कार्ड बनाए जाएं। इसके साथ ही उन्होंने सीएम हेल्पलाइन में लंबे समय से अटकी शिकायतों को दो दिन के भीतर सुलझाने के निर्देश दिए। खटारा बसों की जांच और सरकारी कामों में तेजी के आदेश इसके अलावा, कलेक्टर ने पीने के पानी की योजनाओं को समय पर पूरा करने, सड़कों पर दौड़ रही पुरानी और खटारा बसों की जांच करने और बोर्ड परीक्षा के नतीजों में सुधार लाने के लिए भी अधिकारियों को जरूरी कदम उठाने को कहा। उन्होंने जोर दिया कि सरकारी योजनाओं का फायदा हर हकदार व्यक्ति तक पूरी तरह पहुंचना चाहिए।
आगरा में थाना सिकंदरा क्षेत्र में दो बाइक सवार बदमाशों ने सिक्योरिटी गार्ड से लाइसेंसी रिवाल्वर लूट ली, राजेश सिंह सिकंदरा में न्यू कैलाश विहार कॉलोनी के रहने वाले राजेश सिंह हैं और रोजर शू फैक्ट्री में सुरक्षाकर्मी हैं। उनके पास लाइसेंसी रिवाल्वर है। शनिवार रात 12 बजे ड्यूटी खत्म होने के बाद वे बाइक से घर जा रहे थे। तभी पीछे से आए बाइक सवार बदमाशों ने उनका बैग लूट लिया। बैग में उनकी लाइसेंसी रिवाल्वर और 1500 रुपए थे। थाना प्रभारी ने बताया कि भगवान टॉकीज से आगे तक हाईवे सीसीटीवी कैमरों की जांच की गई। बदमाशों को चिह्नित कर लिया गया है और उनकी धरपकड़ के प्रयास जारी हैं। इस घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी है। पुलिस जल्द से जल्द बदमाशों को पकड़ने का आश्वासन दे रही है, लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई।
करनाल जिले के घरौंडा के डिंगर माजरा रोड पर अवैध कॉलोनियों के खिलाफ डीटीपी विभाग की कार्रवाई लगातार जारी है, लेकिन इसके बावजूद भूमाफिया के हौसले पस्त होने का नाम नहीं ले रहे। सोमवार देर शाम 11 एकड़ में विकसित की जा रही एक अवैध कॉलोनी पर चौथी बार जेसीबी चला कर सड़कों को ध्वस्त किया गया। तीन बार की कार्रवाई के बाद भी हालात यह हैं कि अवैध कॉलोनाइजर फिर से कॉलोनी को उसी स्वरूप में विकसित करने में जुट जाते हैं। मामले दर्ज होने के बावजूद गिरफ्तारी न होने से विभाग की मजबूरी और भू-माफिया की ताकत साफ नजर आने लगी है। इसी बेबसी के चलते अब अधिकारी खुले तौर पर जनता से अपील कर रहे हैं कि अवैध कॉलोनियों में प्लॉट न खरीदें, क्योंकि यही एकमात्र तरीका है जिससे इस धंधे पर रोक लग सकती है। रात के अंधेरे में कार्रवाई, शहर में रही चर्चा सोमवार देर शाम जिला योजनाकार विभाग के एटीपी मोहित कुमार के नेतृत्व में डीटीपी विभाग का तोड़फोड़ दस्ता पुलिस बल के साथ घरौंडा के डिंगर माजरा रोड पर पहुंचा। रात के अंधेरे में अचानक शुरू हुई कार्रवाई से अवैध कॉलोनाइजरों में हड़कंप मच गया। जेसीबी की मदद से कॉलोनी में बनाई जा रही सड़कों को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया गया। मौके पर देखा गया कि कॉलोनी में पक्की सड़कें बनाने के लिए पहले ही रोड़ा बिछाया जा चुका था और अगले चरण में पक्की सड़कें तैयार करने की तैयारी थी। कार्रवाई की खबर देर रात तक पूरे शहर में चर्चा का विषय बनी रही। 11 एकड़ में फैली कॉलोनी, चौथी बार चली जेसीबी एटीपी मोहित कुमार ने बताया कि जिस अवैध कॉलोनी पर कार्रवाई की गई है, वह करीब 11 एकड़ क्षेत्र में फैली हुई है। इस कॉलोनी पर इससे पहले भी तीन बार तोड़फोड़ की जा चुकी है और यह चौथी बार है जब विभाग ने जेसीबी से सड़कों को तोड़ा है। इसके बावजूद अवैध कॉलोनाइजर मानने को तैयार नहीं हैं। विभाग द्वारा कॉलोनी को तोड़ने के कुछ ही समय बाद फिर से उसी तरह से विकास कार्य शुरू कर दिए जाते हैं, जैसे पहले थे। मामले दर्ज, फिर भी बेअसर कार्रवाई अवैध कॉलोनी विकसित करने वालों के खिलाफ मामले भी दर्ज कराए जा चुके हैं, लेकिन जमीन पर इसका कोई असर नजर नहीं आ रहा। विभाग का कहना है कि वे एक्ट और रूल के तहत अपनी कार्रवाई कर रहे हैं। तोड़फोड़ के बाद एफआईआर दर्ज करवा दी जाती है, इसके बाद की कार्रवाई पुलिस विभाग के स्तर पर होती है। हालांकि सवाल किया गया कि एफआईआर दर्ज होने के बावजूद गिरफ्तारी क्यों नहीं हो पाती, इस पर एटीपी मोहित कुमार का कहना है कि यह पुलिस विभाग बेहतर तरीके से बता सकता है। डीटीपी विभाग का काम अवैध निर्माण को तोड़ना और मामला दर्ज करवाना है, जो वे लगातार कर रहे हैं। लोग प्लॉट खरीद रहे, इसलिए पनप रही कॉलोनियां एटीपी मोहित कुमार ने साफ शब्दों में कहा कि अवैध कॉलोनियों को रोकने का सबसे प्रभावी और एकमात्र तरीका यही है कि लोग ऐसे स्थानों पर प्लॉट खरीदना बंद कर दें। जब तक लोग अवैध कॉलोनियों में प्लॉट खरीदते रहेंगे, तब तक कॉलोनाइजर भी इन्हें विकसित करने की कोशिश करते रहेंगे। उन्होंने अनुमान लगाया कि हो सकता है कई मामलों में फुल पेमेंट एग्रीमेंट के आधार पर प्लॉट बेचे जा रहे हैं, क्योंकि रजिस्ट्री संभव नहीं होती। विभाग ने इस संबंध में तहसीलदार को पहले ही सूचना दे रखी है, ताकि अवैध कॉलोनियों में किसी भी तरह की रजिस्ट्री न हो सके सोशल मीडिया से भी पहचान संभव, फिर भी लापरवाही एटीपी ने कहा कि आज सोशल मीडिया का दौर है और सोशल मीडिया के माध्यम से भी आसानी से यह जानकारी मिल जाती है कि कौन सी कॉलोनी अवैध है। इसके बावजूद यदि कोई व्यक्ति अवैध कॉलोनी में प्लॉट खरीदकर वहां निर्माण करता है, तो उसकी जिम्मेदारी स्वयं उस व्यक्ति की होगी। विभाग बार-बार लोगों को आगाह कर रहा है, लेकिन लालच या सस्ते प्लॉट के चक्कर में लोग जोखिम उठा रहे हैं। क्या कानून कमजोर है या सिस्टम लाचार जब सवाल उठाया गया कि सख्त कार्रवाई के बावजूद भी अवैध कॉलोनियां क्यों नहीं रुक रही हैं और क्या कानून लचीले हैं, तो एटीपी मोहित कुमार ने कहा कि कानून अपने आप में सख्त हैं। यह एक बड़ा मुद्दा है, जिसे उच्च स्तर पर देखने की जरूरत है। विभाग को जो अधिकार और जिम्मेदारी दी गई है, वह उसी के तहत काम कर रहा है। कानून को लागू करने में अन्य विभागों की भूमिका भी महत्वपूर्ण है। भू-माफिया प्रशासन पर हावी होने के संकेत जिस तरह से बार-बार की कार्रवाई के बावजूद अवैध कॉलोनियां दोबारा खड़ी हो जाती हैं और अधिकारी खुद को मजबूर बताते नजर आ रहे हैं, उससे यह संदेश भी जा रहा है कि कहीं न कहीं भू-माफिया प्रशासन पर हावी हैं। विभागीय अधिकारी खुले मंच से जनता की अदालत में गुहार लगाते दिख रहे हैं, जो अपने आप में गंभीर सवाल खड़े करता है। जनता से अपील, वरना नहीं रुकेगा अवैध निर्माण डीटीपी विभाग ने एक बार फिर जनता से अपील की है कि अवैध कॉलोनियों में प्लॉट न खरीदें। यदि लोग जागरूकता दिखाएंगे और ऐसे प्लॉटों से दूरी बनाएंगे, तभी अवैध कॉलोनियों का यह सिलसिला टूट सकेगा। अन्यथा विभाग बार-बार तोड़फोड़ करता रहेगा और भूमाफिया उसी तेजी से दोबारा निर्माण करते रहेंगे।
सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा- राजस्थान में अगर कोई भी घुसपैठिया होगा तो किसी भी कीमत पर राजस्थान में नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि पहले हम हिंदू विस्थापितों को नागरिकता देने के लिए सीएए कानून लेकर आए थे तो कांग्रेस ने उसका भी विरोध किया। अब हम घुसपैठियों को निकाल रहे हैं तो SIR का भी विरोध कर रहे हैं। सीएम सोमवार को सीतापुरा स्थित पूर्णिमा कॉलेज में आयोजित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जयपुर प्रांत के 61वें अधिवेशन के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। वहीं सीएम शर्मा ने कहा- पेपरलीक के 397-398 आरोपी अभी जेल में हैं। कांग्रेस छोटे-बड़े आरोपियों की बात करती है। मैंने कहा छोटा भी आएगा और बड़ा भी आएगा, रहेगा कोई नहीं। हिंदू विस्थापितों को नागरिकता देने के कानून का भी कांग्रेस ने किया था विरोधसीएम भजनलाल शर्मा ने कहा- केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि हम देश से घुसपैठियों को चुन-चुनकर निकालेंगे। आपने देखा है कि आजादी के बाद हमारे जो हिंदू और सिख भाई पाकिस्तान और बांग्लादेश में रह गए थे। उनकी कितनी बड़ी संख्या थी, वो कहां चले गए। जब हम हिंदू विस्थापितों को नागरिकता देने के लिए कानून लेकर आए, कांग्रेस ने उसका भी विरोध किया। आपको इन्हें नागरिकता देने में क्या दिक्कत है। अभी घुसपैठियों को निकाल रहे हैं तो SIR का भी विरोध कर रहे हैं। पेपरलीक के 398 आरोपी जेल मेंसीएम भजनलाल शर्मा ने कहा- पिछली कांग्रेस सरकार में युवाओं के साथ कुठाराघात हुआ। हमारे किसान, मजदूरों के बच्चे सरकारी नौकरी की तैयारी करते थे, लेकिन एक के बाद एक पेपरलीक होते थे। युवाओं के सपनों को चूर-चूर कर दिया जाता था। दो साल के अंदर 296 पेपर हुए हैं, क्या एक भी पेपर लीक हुआ। हमने वादा किया था कि पेपरलीक करने वालों को जेल में भी डालेंगे। आज 397-398 आरोपी जेल में हैं। डायरी-पेन रखकर हिसाब लगाते रहिएमुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा- हमने वादा किया था कि हम पांच साल में 4 लाख सरकारी और 6 लाख प्राइवेट नौकरी देंगे। कांग्रेस वालों ने मुझे विधानसभा में पूछा, आपने घोषणा तो कर दी, इतनी नौकरी देंगे कहां से। मैंने उनसे कहा था कि डायरी-पेन जेब में रख लो और हिसाब लगाते रहो। हमने अभी तक 92 हजार नौकरियां दे दी है। आने वाले रोजगार उत्सव में हम 20 हजार युवाओं को नियुक्ति पत्र देने वाले हैं। इसके अलावा 1.56 लाख नौकरियां प्रक्रियाधीन हैं। इसके अलावा भी आरपीएससी और कर्मचारी चयन बोर्ड नई नौकरियों की निकालने वाला है।
सीहोर में पत्रकारों के साथ हुई कथित मारपीट और पुलिस कर्मियों के द्वारा दुर्व्यवहार के विरोध में सोमवार को माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय (MCU) परिसर में मीडिया छात्रों ने शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान स्टूडेंट्स ने दादा माखनलाल चतुर्वेदी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर सरकार को सद्बुद्धि देने की प्रार्थना की और पत्रकारों पर हुए हमले की कड़ी निंदा की। यह विरोध प्रदर्शन परिसर में लगी माखनलाल चतुर्वेदी की प्रतिमा के नीचे माखनपुरम चौराहा पर किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में मीडिया विद्यार्थी, शोधार्थी और छात्र संगठनों से जुड़े जागरूक युवा शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने पत्रकारों पर हुए हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसे लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर सीधा हमला बताया। प्रदर्शनकारी बोले- यह विरोध किसी राजनीतिक उद्देश्य से नहींप्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे मीडिया विद्यार्थी प्रतीत चांडक ने कहा कि यह विरोध किसी राजनीतिक उद्देश्य से नहीं, बल्कि पत्रकारों की सुरक्षा, सम्मान और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए किया गया है। उन्होंने कहा कि जब तक आष्टा टीआई पर एफआईआर नहीं होती, तब तक मीडिया छात्र समुदाय की यह आवाज दबाई नहीं जा सकती। अब निर्भीक पत्रकारिता की उम्मीद करना कठिनप्रदर्शन के दौरान छात्र संगठन के कार्यकर्ता भी मौजूद रहे, एनएसयूआई से जुड़े तनय शर्मा ने कहा कि जब राजधानी से मात्र 60 किलोमीटर दूर पत्रकारों के साथ इस तरह की बर्बरता हो सकती है, तो प्रदेश में निष्पक्ष और निर्भीक पत्रकारिता की उम्मीद करना कठिन हो जाता है। मीडिया छात्रों ने स्पष्ट रूप से मांग की कि घटना में जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों, विशेषकर आष्टा टीआई के तत्काल निलंबन की कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। इस दौरान ओंकार अवस्थी, प्रिंस चौधरी, अमन पठान, उद्यांश पांडे, आदर्श पांडे, सत्यम मिश्रा, पार्थ गौतम, दिव्यांशु पटेल, नितेश, हिमांशु, सौरव केशव, आशीष मावई, अभिषेक समेत अन्य स्टूडेंट्स मौजूद रहे।
शाहजहांपुर में युवक की ट्रेन से कटकर मौत:शिनाख्त में जुटी पुलिस टीम, टाउनहॉल पुल के पास का मामला
शाहजहांपुर में एक युवक की ट्रेन से कटकर मौत हो गई। मृतक की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। उसकी उम्र करीब तीस साल बताई जा रही है। सूचना मिलने पर सदर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को ट्रैक से हटवाया। यह घटना सदर बाजार थाना क्षेत्र के टाउनहॉल पुल के पास देर शाम हुई। वहां से गुजर रहे लोगों ने ट्रैक पर एक युवक का शव पड़ा देखा। इसके बाद उन्होंने सदर बाजार पुलिस और जीआरपी को हादसे की सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सबसे पहले शव को ट्रैक से हटाया। उसके कपड़ों की तलाशी ली गई, लेकिन पहचान संबंधी कोई दस्तावेज नहीं मिला। यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि युवक ट्रेन से गिरा या उसने खुदकुशी की है। सदर थाना प्रभारी बृजेश सिंह ने बताया कि एक युवक ट्रेन से कटा है, जिसकी उम्र लगभग तीस साल लग रही है। पुलिस मृतक की पहचान कराने का प्रयास कर रही है।
लखनऊ में निजी विकासकर्ताओं द्वारा विकसित की जा रही टाउनशिप में अब मूलभूत सुविधाओं की नियमित और सख्त मॉनिटरिंग होगी। मण्डलायुक्त विजय विश्वास पंत ने लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) के कार्यों की समीक्षा बैठक में साफ निर्देश दिए कि भविष्य में लोगों को किसी भी तरह की असुविधा न हो, इसके लिए हर स्तर पर जवाबदेही तय की जाए। निजी टाउनशिप में एसटीपी से लेकर सीवर तक होगी नियमित जांच सोमवार को एलडीए के पारिजात सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में मण्डलायुक्त ने इंटीग्रेटेड टाउनशिप नीति के तहत स्वीकृत निजी परियोजनाओं की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी टाउनशिप में निर्मित एसटीपी का प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से नियमित निरीक्षण कराया जाए। साथ ही बीओडी, सीओडी और फिकल कोलीफॉर्म की समय-समय पर जांच सुनिश्चित की जाए। इसके अलावा विद्युत उपकेंद्र, सीवर लाइन और अन्य बुनियादी सुविधाओं की भी सतत मॉनिटरिंग करने को कहा गया। ईडब्ल्यूएस-एलआईजी भवनों के निर्माण पर दिया जोर मण्डलायुक्त ने स्पष्ट किया कि सभी निजी टाउनशिप में ईडब्ल्यूएस और एलआईजी श्रेणी के आवासों का निर्माण प्राथमिकता पर कराया जाए, ताकि आम और कमजोर आय वर्ग के लोगों को भी आवासीय सुविधा मिल सके। अधिकारियों से कहा गया कि इस संबंध में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। एलडीए की आवासीय योजनाओं की प्रगति संतोषजनक बैठक में एलडीए की प्रस्तावित आवासीय योजनाओं वरुण विहार, नैमिष नगर, आईटी सिटी और वेलनेस सिटी की भी समीक्षा की गई। लैंड पूलिंग और भूमि क्रय के माध्यम से किए जा रहे भूमि जुटाव की प्रगति को संतोषजनक बताया गया। मण्डलायुक्त ने इन योजनाओं को तय समयसीमा में आगे बढ़ाने के निर्देश दिए। ग्रीन कॉरिडोर और पार्क परियोजनाओं की भी समीक्षा ग्रीन कॉरिडोर परियोजना, प्रमुख चौराहों की री-डिजाइनिंग, उर्मिला वन और गोमती बायो-डायवर्सिटी पार्क जैसे कार्यों की समीक्षा करते हुए मण्डलायुक्त ने सभी परियोजनाओं की स्पष्ट टाइमलाइन और विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। हजरतगंज और नाजा मार्केट में सुस्ती पर नाराजगी हजरतगंज स्ट्रीट और नाजा मार्केट में चल रहे प्लेस मेकिंग और सौंदर्यीकरण कार्यों की धीमी प्रगति पर मण्डलायुक्त ने नाराजगी जताई। उन्होंने अधिकारियों को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि ट्रैफिक कम रहने के समय, विशेषकर रात में काम कराकर परियोजनाओं को जल्द से जल्द पूरा किया जाए। अधिकारी रहे मौजूद बैठक में एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व राकेश कुमार सिंह, अपर सचिव ज्ञानेन्द्र वर्मा, मुख्य नगर नियोजक के.के. गौतम, मुख्य अभियंता मानवेन्द्र सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी और अभियंता उपस्थित रहे।
बुलंदशहर में परिजनों की मामूली डांट से नाराज होकर एक नाबालिग घर से निकल गई थी। वह ट्रेन से राजस्थान के सीकर पहुंची। जहां एक महिला के चंगुल में फंस गई। इस महिला ने किशोरी को बेचने और उसकी शादी जबरन एक अधेड़ व्यक्ति से कराने की तैयारी कर ली थी। चार महीने बाद सीडब्ल्यूसी के प्रयासों से किशोरी सुरक्षित अपने घर लौट आई है। डिबाई नगर की रहने वाली इस किशोरी का करीब चार माह पहले परिजनों से किसी बात पर विवाद हो गया था। परिजनों की डांट से क्षुब्ध होकर वह बिना बताए घर से निकल गई और ट्रेन के जरिए राजस्थान के सीकर जिले में पहुंच गई। वहां वह एक संदिग्ध महिला के चंगुल में फंस गई। किशोरी ने बताया कि उस महिला ने उसका सौदा कर दिया था और उसकी शादी किसी अधेड़ व्यक्ति से तय कर दी थी। सीडब्ल्यूसी सदस्य कुसुम शर्मा ने बताया कि महिला के चंगुल से बचकर किशोरी किसी तरह जयपुर रेलवे स्टेशन पहुंची। वहां गश्त कर रही पुलिस को किशोरी पर संदेह हुआ, तो उन्होंने पूछताछ की। सुरक्षा कारणों से पुलिस ने उसे जयपुर के बालिका गृह भेज दिया। किशोरी लगभग चार महीने तक वहीं रही। इस दौरान जयपुर चाइल्ड वेलफेयर कमेटी ने उससे काउंसलिंग की, जिसमें उसने अपना पता डिबाई, बुलंदशहर बताया। इसके बाद वहां से तत्काल बुलंदशहर सीडब्ल्यूसी से संपर्क किया गया। समिति अध्यक्ष डॉ. अंशु बंसल ने डिबाई कोतवाली में संपर्क किया तो पता चला कि एक किशोरी लापता है, मगर उसके बारे में परिजनों ने रिपोर्ट नहीं की थी। काफी खोजबीन के बाद किशोरी के परिजनों का पता लगाया गया। सोमवार को जयपुर बालिका गृह से एक टीम उसे बुलंदशहर लेकर पहुंची और उसकी मां को किशोरी को सुपुर्द कर दिया गया। सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष डा. अंशु बंसल ने बताया कि किशोरी सकुशल आ गई है। परिजनों की डाट से नाराज होकर वह घर से निकल गई थी। किशोरी को उसकी मां को सौंप दिया है। परिजन बच्चों ने मधुर व्यवहार रखें।
मध्य प्रदेश में फोटो निर्वाचक नामावली के विशेष गहन पुनरीक्षण-2026 (SIR-2026) के अंतर्गत मतदाता सूची को अद्यतन करने की प्रक्रिया जारी है। इस क्रम में प्रारूप निर्वाचक नामावली का प्रकाशन 23 दिसंबर 2025 को किया जा चुका है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संजीव कुमार झा ने अपील की है कि वे एक जिम्मेदार मतदाता के रूप में प्रारूप सूची में अपना नाम अवश्य जांचें और यदि किसी प्रकार की त्रुटि हो तो निर्धारित समय-सीमा में दावे एवं आपत्तियां प्रस्तुत करें, ताकि कोई भी पात्र मतदाता सूची से वंचित न रहे। प्रारूप निर्वाचक नामावली voters.eci.gov.in, ceoelection.mp.gov.in तथा ECINet App पर उपलब्ध है। दावे एवं आपत्तियां दर्ज करने की अवधि 23 दिसंबर 2025 से 22 जनवरी 2026 तक निर्धारित की गई है। BLO की उपलब्धता और ऑफलाइन प्रक्रियादावे-आपत्तियों की अवधि के दौरान प्रत्येक कार्यदिवस पर सभी मतदान केंद्रों पर बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) उपस्थित रहेंगे। उनके माध्यम से नाम जोड़ने, हटाने, आपत्ति दर्ज करने और संशोधन से संबंधित आवेदन स्वीकार किए जाएंगे। सुनवाई और नोटिस की प्रक्रियादावे-आपत्तियों के निराकरण और गणना पत्रक के आधार पर पात्रता प्रविष्टियों की जांच के बाद, कतिपय निर्वाचकों को नोटिस जारी किए जाएंगे। फॉर्म कहां से प्राप्त करेंफॉर्म-6, फॉर्म-6A, फॉर्म-7 और फॉर्म-8 निम्न माध्यमों से प्राप्त किए जा सकते हैं ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया ECINet App के माध्यम से Voters Portal के माध्यम से
मध्यप्रदेश में सरकार के दो साल पूरे होने पर मंडला के जिला योजना भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई। जिले के प्रभारी मंत्री दिलीप जायसवाल ने सरकार के कामकाज का लेखा-जोखा पेश किया। इस दौरान कैबिनेट मंत्री संपतिया उइके, अधिकारी मौजूद रहे। प्रभारी मंत्री जायसवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सरकार विकास और जनता के भरोसे पर खरी उतरी है। उन्होंने बताया कि सरकार पढ़ाई, दवाई, खेती और महिलाओं की मजबूती के लिए लगातार काम कर रही है। सरकार का पूरा जोर इस बात पर है कि आखिरी व्यक्ति तक योजनाओं का फायदा पहुंचे। बजट में बढ़ोत्तरी और विकास के दावे मंत्री ने जानकारी दी कि आदिवासियों के बजट में 23 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोतरी की गई है और स्कॉलरशिप अब पूरे 12 महीने दी जाएगी। इसके अलावा, मेडिकल कॉलेज की शुरुआत, एयर एम्बुलेंस और जनजातीय इलाकों में सुविधाओं पर खास काम हुआ है। उन्होंने साफ किया कि 'लाड़ली बहना' जैसी सभी योजनाएं जारी रहेंगी। मंडला की उपलब्धियों पर बात करते हुए मंत्री ने कहा कि जिले को अब नक्सल मुक्त घोषित कर दिया गया है। जल जीवन मिशन, नई सड़कों और कृषि क्षेत्र में हुए बदलावों से जिले की सूरत बदल रही है। कांग्रेस ने उठाए सवाल: जमीनी हकीकत कुछ और दूसरी तरफ, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष डॉ. अशोक मर्सकोले ने प्रभारी मंत्री के इन दावों को पूरी तरह नकार दिया। उन्होंने कहा कि मंत्री ने कागज पर तो योजनाएं गिना दीं, लेकिन जमीन पर इनका असर नहीं दिख रहा है। मर्सकोले ने आरोप लगाया कि सरकार केंद्र की योजनाओं को अपना बताकर वाहवाही लूट रही है, जबकि भ्रष्टाचार चरम पर है। कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि क्षेत्र के असली विकास की जगह सिर्फ राजनीतिक फायदे के लिए काम हो रहा है। उन्होंने जिले में लोगों का बाहर जाना (पलायन), खराब सड़कें, नेशनल हाईवे की हालत और ट्रेनों की कमी जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरा और कहा कि बुनियादी जरूरतों पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
छतरपुर के किसानों के खातों में पहुंचे 4.06 करोड़ रुपये:2072 किसानों को भावान्तर योजना की राशि मिली
छतरपुर जिले में मध्यप्रदेश शासन की भावान्तर भुगतान योजना के तहत 2072 किसानों को 4 करोड़ 6 लाख 6 हजार 333 रुपये का भुगतान किया गया है। यह राशि सीधे उनके बैंक खातों में अंतरित की गई है, जिससे उन्हें सोयाबीन फसल का उचित मूल्य मिल सके। कृषि उप संचालक द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, जिले में भावान्तर भुगतान योजना के अंतर्गत कुल 6230 किसानों ने पंजीकरण कराया था। जिले की आठ कृषि उपज मंडियों के माध्यम से किसानों ने अपनी उपज बेची है। अब तक 5135 किसानों ने 1 लाख 24 हजार 942 क्विंटल सोयाबीन फसल का विक्रय किया है। मंडियों में न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम दर पर फसल बिकने के कारण हुए मूल्य अंतर की भरपाई के लिए शासन द्वारा किसानों को किस्तों में भुगतान किया जा रहा है। पहली किस्त 24 अक्टूबर को हुई थी जारीयोजना के तहत, पहली किस्त में 24 अक्टूबर 2025 से 6 नवंबर 2025 तक 617 किसानों को 1 करोड़ 55 लाख 78 हजार 485 रुपये का भुगतान किया गया। दूसरी किस्त में 7 नवंबर 2025 से 14 नवंबर 2025 तक 572 किसानों को 1 करोड़ 11 लाख 85 हजार 563 रुपये मिले। वहीं, तीसरी किस्त के अंतर्गत 15 दिसंबर 2025 से 24 दिसंबर 2025 की अवधि के लिए 28 दिसंबर 2025 को 883 किसानों के बैंक खातों में 1 करोड़ 38 लाख 42 हजार 285 रुपये सिंगल क्लिक के माध्यम से अंतरित किए गए। भावान्तर भुगतान योजना के तहत पंजीकृत किसान अपनी सोयाबीन फसल का विक्रय 15 जनवरी 2026 तक निर्धारित कृषि उपज मंडियों में कर सकते हैं।
मण्डल स्तरीय खादी एवं ग्रामोद्योगी प्रदर्शनी के तहत 29 दिसंबर 2025 को राजकीय इंटर कॉलेज, बेगमपुल स्थित प्रदर्शनी स्थल पर ‘एक शाम देश के नाम’ कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम में देशभक्ति पर आधारित नृत्य और गायिकी प्रस्तुत कर कलाकारों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस सांस्कृतिक संध्या में जनपद आगरा, मुजफ्फरनगर और मेरठ से आए कलाकारों ने देशभक्ति गीतों व नृत्य प्रस्तुतियों के माध्यम से राष्ट्रप्रेम का संदेश दिया। कार्यक्रम का संचालन एकता जैन ने किया, जबकि नृत्य प्रस्तुतियों का समन्वय मोहन रोडा द्वारा किया गया। कार्यक्रम में भाजपा महानगर अध्यक्ष श्री विवेक रस्तोगी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने प्रदर्शनी में लगे विभिन्न स्टॉलों का अवलोकन किया और स्वदेशी उत्पादों की सराहना की। इस अवसर पर मान्या चतुर्वेदी, परिक्षेत्रीय ग्रामोद्योग अधिकारी, मेरठ मण्डल ने सभी कलाकारों का स्वागत एवं धन्यवाद ज्ञापित किया। साथ ही राष्ट्रीय सचिव महिला प्रकोष्ठ श्रीमती भावना यादव, मेरठ मण्डल के अन्य जनपदों से आए अधिकारी-कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में दर्शक मौजूद रहे। खादी एवं ग्रामोद्योगी प्रदर्शनी में खादी वस्त्र, लकड़ी से निर्मित फर्नीचर, कश्मीरी गर्म शॉल, सूट, मिट्टी से बने उत्पाद, विभिन्न प्रकार की सिल्क साड़ियां, रेडीमेड गारमेंट्स, कोट-ब्लेजर-सदरी, देशी घी, गाय का घी, नमकीन, धूपबत्ती, गौ-गोबर से निर्मित उत्पाद, अचार-मुरब्बा, सिरका, आंवला उत्पाद, चटाई व पायदान सहित अनेक उच्च गुणवत्ता के स्वदेशी सामान उपलब्ध हैं। आयोजकों ने नागरिकों से प्रदर्शनी में आकर स्वदेशी उत्पाद खरीदने और ग्रामोद्योग को बढ़ावा देने की अपील की है।
गाजीपुर में सोमवार को आयोजित हिंदू सम्मेलन में प्रमुख वक्ता स्वामी जितेन्द्रानंद ने महिला सम्मान पर बयान दिए। उन्होंने इस्लामिक शरिया कानून की आलोचना करते हुए कहा कि इसमें दो महिलाओं की गवाही को एक पुरुष के बराबर माना जाता है। स्वामी जितेन्द्रानंद ने कहा कि शरिया से संचालित कई देशों में महिलाओं को हाफ माइंड की श्रेणी में रखा गया है। जिसे उन्होंने नारी सम्मान के सिद्धांतों के विपरीत बताया। स्वामी जितेन्द्रानंद ने अपने संबोधन में हिंदू संस्कृति की प्रशंसा की, जहां नारी को शक्ति, सम्मान और पूज्यता का स्थान दिया गया है। उन्होंने कहा कि शरिया आधारित व्यवस्थाओं में महिलाओं के अधिकार सीमित हैं और हाफ माइंड मानने जैसी सोच समानता के सिद्धांतों के अनुकूल नहीं है। उनके अनुसार, हिंदू समाज में नारी को देवी स्वरूप माना जाता है, जो भारतीय सभ्यता की मूल पहचान है। स्वामी जितेन्द्रानंद ने अमेरिका को तथाकथित विकसित और सभ्य देश बताते हुए वहां महिला अधिकारों पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अमेरिका में आज तक कोई महिला राष्ट्रपति नहीं बन पाई है और कई बार महिला उम्मीदवारों को चुनावों में हार का सामना करना पड़ा है। हालांकि, ऐतिहासिक तथ्यों के अनुसार, अमेरिका में महिलाओं को मताधिकार वर्ष 1920 में मिला था, जबकि भारत में 1950 से ही महिलाओं को समान मतदान अधिकार प्राप्त हैं। भारत में इंदिरा गांधी जैसी महिला प्रधानमंत्री भी रह चुकी हैं। स्वामी जितेन्द्रानंद ने संबोधन के माध्यम से यह संदेश दिया कि महिला सम्मान के मुद्दे पर हिंदू समाज को कटघरे में खड़ा करना तथ्यात्मक रूप से उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में नारी को सदैव समानता, सम्मान और नेतृत्व के अवसर मिले हैं, जबकि कई अन्य व्यवस्थाओं में महिलाओं की स्थिति पर आज भी गंभीर प्रश्नचिह्न लगे हुए हैं।
भारतीय रेलवे की अगले 5 वर्षों में प्रमुख शहरों में रेल गाड़ियों की संचालन क्षमता दोगुनी करने की योजना है। इस योजना में उज्जैन शहर भी शामिल है। उज्जैन में धार्मिक पर्यटन की बढ़ रही भीड़ को देखते हुए 11 प्लेटफॉर्म रिटर्न ट्रेनों को खड़ा करने और टर्मिनेट करने की क्षमता विकसित होगी। इंदौर–उज्जैन क्षेत्र में कुल 7 नई पिट लाइनें और 16 नई स्टेबलिंग लाइनों की सुविधा बढ़ाने पर सहमति बनी है जिसके बाद 32 नई ट्रेनों का अवागमन बढ़ जाएगा। रेलवे पीआरओ ने बताया कि उज्जैन मार्ग पर यात्रा की मांग में लगातार हो रही वृद्धि को देखते हुए, अगले 5 वर्षों में प्रमुख शहरों की नई रेल गाड़ियों के संचालन की क्षमता को वर्तमान स्तर से दोगुना करना आवश्यक है। आगामी वर्षों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए वर्तमान बुनियादी ढांचे को मजबूत किया जाएगा। वर्ष 2030 तक संचालन क्षमता को दोगुना करने के लिए नियमित रूप कार्य किया जाएगा। उज्जैन, जो धार्मिक पर्यटन का प्रमुख केंद्र है, वहां आगामी सिंहस्थ 2028 को देखते हुए 9 नई स्टेबलिंग/होल्डिंग लाइनों की योजना बनाई गई है। इससे लगभग 11 प्लेटफॉर्म रिटर्न ट्रेनों को खड़ा करने और टर्मिनेट करने की क्षमता विकसित होगी। साथ ही यार्ड रिमॉडलिंग, इलेक्ट्रॉनिक इंटर लॉकिंग का पूरा कर लिया गया है। संभावित अतिरिक्त यात्रियों का समायोजन करने के लिए यात्री होल्डिंग ज़ोन तथा सुविधाओं को बढ़ाया जाएगा।
बलरामपुर में कड़ाके की ठंड से राहत:नगर पालिका ने सभी 25 वार्डों में अलाव की व्यवस्था की
बलरामपुर में कड़ाके की ठंड और शीतलहर के मद्देनजर नगरवासियों को राहत देने के लिए आदर्श नगरपालिका परिषद ने अलाव की व्यापक व्यवस्था की है। नगर पालिका अध्यक्ष डॉ. धीरेन्द्र प्रताप सिंह ‘धीरू’ के निर्देश पर अधिशासी अधिकारी लाल चंद्र मौर्य ने सभी 25 वार्डों के प्रमुख स्थलों पर अलाव जलाने के निर्देश जारी किए हैं। पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि डीपी सिंह बैस ने बताया कि वर्तमान में नगर के 16 प्रमुख स्थानों पर पहले से ही अलाव जलाए जा रहे थे। अब इस व्यवस्था का विस्तार करते हुए सभी वार्डों के प्रमुख चौराहों, बाजारों, धार्मिक स्थलों और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में भी अलाव की सुविधा सुनिश्चित की गई है। इसका उद्देश्य आमजन, राहगीरों, मजदूरों, बुजुर्गों और जरूरतमंदों को ठंड से बचाना है। जिन प्रमुख स्थानों पर अलाव जलाए जा रहे हैं, उनमें भगवतीगंज मस्जिद के पास, तुलसी पार्क, वाल्मीकि मोहल्ला, कलवा दक्षिणी, विंध्यवासिनी मंदिर, नई बस्ती, विष्णुपुर रिजर्व, सरदार होटल के पीछे, पहलवारा, अचलापुर, गदुरहवा कमानी चौराहा, राधा कृष्ण मंदिर, टेढ़ी बाजार, समय माता मंदिर, नौशहरा रानी धर्मशाला, अंधियारी बाग, बस स्टेशन, अस्पताल वार्ड, यतीमखाना मस्जिद, नई बाजार, मेजर चौराहा, सराय फाटक शिव मंदिर, चूड़ी मार्केट, सब्जी मंडी, चौक बाजार, गोविंद बाग, जमा मस्जिद, काली माता मंदिर, बलूह कालिया मस्जिद, रहमुल्ला शाह बाबा मजार, पुरानी बाजार और साहू शिवाला शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, महिला अस्पताल, पुरुष अस्पताल, रैनबसेरा, अंबेडकर चौराहा, भगवतीगंज, बलरामपुर रेलवे स्टेशन, झारखंडी मंदिर, काली थान चौराहा, कचहरी, तहसील, नया पीपल चौराहा और नहर बालागंज मंदिर जैसे स्थानों पर भी लगातार अलाव की व्यवस्था की गई है। नगरपालिका प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि ठंड के पूरे मौसम में यह व्यवस्था निरंतर जारी रहेगी, ताकि नगरवासियों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से आयोजित रामलला की द्वितीय प्रतिष्ठा द्वादशी के पहले दिन श्रीरामकथा के प्रख्यात वक्ता जगदगुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामदिनेशाचार्य ने श्री रामकथा में राम के जीवन को वर्तमान परिप्रेक्ष्य में समाज के लिए उपयोगी बताते हुए उनके वृतान्तों के माध्यम से रुचिकर प्रसंग सुनाए। नित्य वंदन करने वाला अहंकारी नहीं हो सकताउन्होंने कहा नित्य वंदन करने वाला अहंकारी नहीं हो सकता। प्रणाम इसीलिए बनाया गया है। जो इसका अभ्यासी हो जाता है उसके जीवन में कभी अहंकार नहीं रहता। तुलसीदास ने सबको प्रणाम किया, यहाँ तक कि दुष्टों को भी नमन किया। रामकथा तीनों लोकों को पवन करती है उन्होंने कहा राम कथा सबका मंगल करने वाली है। यह तीनों लोकों को पवन करती है। कलयुग में जीव के कल्याण का एकमात्र साधन भगवान का नाम है| जिन्होंने राम के नाम का सहारा लिया उन सब की मुक्ति हो गई| कलयुग की सबसे बड़ी भक्ति का नाम है नाम जप| यह नाम जप जीव किसी भी अवस्था में कर सकता है। राम का नाम मात्र जीव के पाप को जला कर देता है। जगदगुरु स्वामी रामदिनेशाचार्य कहा कि श्री हनुमान जी ने नाम जप के बल पर ही प्रभु राम को अपने वश में कर लिया। संत प्रवर ने इसी क्रम में पूरे विश्व पर राज्य करने वाले सिकंदर की कथा का भी जिक्र किया जिसमें कहा कि भारत के एक संत की नसीहत पर सिकंदर ने कहा था कि उसकी मृत्यु के बाद हाथ कफन के बाहर करके शव यात्रा निकलना जिससे दुनिया देख ले कि इस दुनिया से कोई कुछ साथ नहीं ले जा सकता।कथा पूजन में श्रीरामवल्लभाकुंज के प्रमुख स्वामी राजकुमार दास, कनक आश्रम के महंत जयराम दास, ट्रस्ट महासचिव चम्पत राय, डॉ अनिल मिश्र, निर्माण प्रभारी गोपाल, धनन्जय पाठक सहित अनेक वरिष्ठजन उपस्थित रहे ।
पूर्व मंत्री और पूर्व विधायक के समर्थकों में मारपीट:प्रतापगढ़ में धीरज ओझा समेत 20 पर मुकदमा दर्ज
प्रतापगढ़ में पूर्व मंत्री शिवाकांत ओझा और रानीगंज के पूर्व विधायक अभय कुमार उर्फ धीरज ओझा के बीच राजनीतिक रंजिश खुलकर सामने आ गई है। दोनों पक्षों के समर्थकों के बीच हुए विवाद के बाद मामला मारपीट, धमकी और तोड़फोड़ तक पहुंच गया। पूर्व मंत्री शिवाकांत ओझा के करीबी लालमणि तिवारी की शिकायत पर रानीगंज कोतवाली में पूर्व विधायक धीरज ओझा, उनके भतीजे ब्लॉक प्रमुख सत्यम ओझा, भाई नीरज ओझा, दिलीप दुबे समेत कुल 20 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। यह मामला मारपीट, धमकी देने और वाहनों में तोड़फोड़ की धाराओं में दर्ज हुआ है। आरोप है कि शनिवार रात पूर्व विधायक धीरज ओझा ने अपने समर्थकों के साथ पूर्व मंत्री के बेटे पूर्णांशु ओझा और उनके समर्थकों के काफिले पर हमला करने का प्रयास किया। इस दौरान लालमणि तिवारी की पिटाई की गई और उनके वाहन में तोड़फोड़ की गई। आरोप है कि असलहे से वाहन का शीशा तोड़ा गया और पूर्व मंत्री के बेटे को धमकी भी दी गई। एडिशनल एसपी की जांच रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने पूर्व विधायक धीरज ओझा, उनके भतीजे सत्यम ओझा और भाई नीरज ओझा सहित 20 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। वहीं, दूसरे पक्ष से पूर्व विधायक धीरज ओझा ने भी रानीगंज कोतवाली में तहरीर देकर पूर्व मंत्री के बेटे पूर्णांशु ओझा और उनके समर्थकों पर गंभीर आरोप लगाए हैं और उनके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। पूर्व मंत्री शिवाकांत ओझा ने आरोप लगाया कि उनका बेटा एसआईआर-एसएआर का कार्य निपटाकर घर लौट रहा था। तभी राजनीतिक रंजिश के चलते उस पर हमला करने की कोशिश की गई। समर्थकों के बीच बचाव के कारण हमला असफल रहा, लेकिन काफिले की गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई और उनके करीबी के साथ मारपीट की गई। गौरतलब है कि शिवाकांत ओझा और धीरज ओझा दोनों भाजपा के नेता हैं और दोनों के बीच पुरानी राजनीतिक अदावत रही है। इस घटना के बाद प्रतापगढ़ का सियासी माहौल गर्म हो गया है। पुलिस दोनों पक्षों की तहरीरों के आधार पर आगे की कार्रवाई में जुटी है।
बच्चों की कहासुनी को लेकर दो परिवार आपस में भिड़ गए। इस दौरान दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। यहां तक घरों में पथराव भी किया। घटना में 5 लोग घायल हो गए। मामला चूरू जिले के सादुलपुर थाना क्षेत्र का है। थाना अधिकारी राजेश सिहाग ने बताया-घटना शहर के वार्ड 15 में स्थित शिव मंदिर के पास सुबह 11:30 बजे की है। मामले को लेकर कृष्ण शर्मा और रोशन की ओर से एक दूसरे के खिलाफ शिकायत दी है। मारपीट और पथराव से जुड़ी तीन तस्वीरें देखिए... दोनों पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ दी शिकायतकृष्ण शर्मा ने अपनी शिकायत में बताया-सोमवार सुबह घर के पास मेरा नाबालिग बेटे का पड़ोसी रोशन के पोते के साथ विवाद हो गया। मैं जब इसे लेकर बातचीत करने के लिए रोशन के पास गया तो वह गाली गलौज करने लगा। इसके मैं घर आ गया। सुबह 11:38 पर रोशन, इमरान, इरफान के साथ उनके घर की महिलाएं समेत 20 से 25 अन्य लोग हाथों में लाठी डंडे लेकर मेरे घर पहुंचे गए और पथराव कर दिया। इसके साथ ही हमारे घर में तोड़फोड़ कर दी। बिजली का मीटर, बाइक तोड़ दी। जिसमें परिवार के शंकरलाल, आयुषी और नीरज को चोट लगीं। घर की महिलाएं बोलीं-अब डर लगा रहता हैकृष्ण शर्मा के परिवार की महिला आयुषी ने बताया-घर में शीशे टूटकर अंदर पत्थर आने लगे। इससे सभी लोग दहशत में आ गए। हमने घर की छत पर छिपकर जान बचाई। मैं अपने पति नीरज को बचाने के लिए आगे आई तो उन्हें भी चोट आई। वहीं घर की अन्य महिला भूमि ने कहा-हमला करने वाले लोग इसी मोहल्ले में रहते हैं। परिवार में अभी भी डर का माहौल बना हुआ है। कहीं लड़ाई झगड़ा दोबारा ना हो जाए लाठियों से हमला करने का आरोपरोशन ने शिकायत में बताया-बच्चों की बात को लेकर मामूली झगड़ा हुआ था। जिस पर लाठियों से परिवार पर हमला कर दिया। घटना मेरे बेटे वाहिद और पत्नी जमीला को चोट लगी है। यहां देखें झगड़े के बाद की तस्वीरें... दोनों पक्षों को शांति के लिए किया पाबंदथाना अधिकारी राजेश सिहाग ने बताया-बच्चों के बीच हुए किसी विवाद ने बड़ा रूप ले लिया। जिससे दोनों परिवार आपस में भिड़ गए। घायलों का अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। दोनों पक्षों का शांति बनाए रखने के लिए पाबंद किया है। मामले की जांच की जा रही है। घटना स्थल का निरीक्षण किया गया है। .... यह भी पढ़े जयपुर में पतंगबाजी को लेकर भिड़े 2 पक्ष, VIDEO:पथराव, लाठी-डंडों से हमला किया, पुलिस आने पर भागे आरोपी, 2 घायल जयपुर में पतंगबाजी को लेकर हंगामा हो गया। दो पक्षों ने एक दूसरे पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। झगड़ा बढ़ने पर एक-दूसरे पर पथराव किया गया। भट्टाबस्ती थाना पुलिस के पहुंचने से पहले ही दोनों गुट भाग निकले। हमले में मामूली रूप से चोटिल हुए 2 लोगों का प्राथमिक उपचार करवाया गया। (पढ़ें पूरी खबर)
लुधियाना से सांसद व कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग कांग्रेसी पार्षदों को लेकर नगर निगम जोन डी दफ्तर पहुंचे। राजा वड़िंग ने बैठक में निगम कमिश्नर समेत तमाम अफसरों को दो टूक कह दिया कि कांग्रेस के पार्षदों की अनदेखी न की जाए। चुना हुआ पार्षद जो काम लेकर आता है, उसके काम जरूर किए जाएं। बैठक में राजा वड़िंग ने नगर निगम में फैले भ्रष्टाचार पर भी अफसरों को आगाह किया और निगम कमिश्नर से इस मामले में सख्त कार्रवाई करने को कहा। वड़िंग ने कहा कि अगर निगम कमिश्नर ने कार्रवाई नहीं की तो वो आरटीआई के जरिए भ्रष्टाचार को उजागर करेंगे और विजिलेंस को शिकायत देंगे। वड़िंग ने अफसरों को कहा कि वो पार्षदों के काम न लटकाएं। राजा वड़िंग ने बैठक में पार्षद पति व भारत भूषण आशु के पीए रहे इंद्रजीत इंदी के खिलाफ दर्ज किए गए मुकदमे पर जवाब मांगा। वड़िंग ने बताया कि उन्होंने अफसरों को साफ कह दिया कि जन प्रतिनिधि के अलावा आम लोगों के खिलाफ भी झूठे पर्चे और कार्रवाई न की जाए। निगम की हर शाखा में भ्रष्टाचार राजा वड़िंग ने बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि नगर निगम की हर शाखा में भ्रष्टाचार है। राजा वड़िंग ने कहा कि उन्हें सूचना मिली है कि नगर निगम में आउटसोर्स पर जो कर्मचारी रखे जाने हैं, उनसे कोई अफसर रिश्वत मांग रहा है। नगर निगम में कई कर्मचारी सिर्फ कागजों में काम कर रहे हैं। एमपी लैंड का 2.50 करोड़ रुपए नगर निगम के पास पड़े हैं। उन्होंने कहा कि कमिश्नर व अफसर उस पैसे को खर्च करने में नाकाम हैं। उन्होंने कहा कि पार्षद कोटे में काम हो रहे हैं, तो उसमें एमएलए हस्तक्षेप कर रहे हैं। शहर में सफाई नहीं हो पा रही है। राजा वड़िंग ने कहा कि कागजों में कर्मचारी काम कर रहे हैं, लेकिन वो हैं ही नहीं। उनका वेतन कुछ अफसर लेकर जा रहे हैं। नगर निगम से ट्रैक्टर, ट्रॉलियां व अन्य सामान गायब है। नगर निगम के ड्राइवर एमएलए व अफसरों के घरों में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन सभी मामलों की जानकारी आरटीआई के माध्यम से लेंगे। उसके बाद शिकायत करेंगे और आंदोलन भी करेंगे। राजा वड़िंग ने बताया कि उन्हें कमिश्नर ने भरोसा दिलाया है कि हर मामले की जांच की जाएगी और चुने हुए पार्षदों को पूरा सम्मान दिया जाएगा।
छतरपुर कृषि उपज मंडी में खाद का गंभीर संकट गहरा गया है, जिससे किसानों की परेशानी बढ़ गई है। मंडी परिसर में खाद वितरण के लिए कुल सात काउंटर बनाए गए हैं, जिनमें से दो महिलाओं के लिए आरक्षित हैं। इसके बावजूद किसानों को पर्याप्त खाद नहीं मिल पा रही है। किसान सुबह 4 से 5 बजे से ही लाइन में लग जाते हैं, लेकिन कई बार उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ता है। वहीं अधिकारियों का कहना है कि हम लगातार निगरानी कर रहें हैं कहीं कोई दिक्कत नहीं है। किसानों ने ब्लैक में ब्रिक्री के लगाए आरोपकिसानों का आरोप है कि मंडी में खाद सीमित मात्रा में दी जा रही है, जबकि खुले बाजार में यह महंगे दामों पर आसानी से उपलब्ध है। किसानों को जो थोड़ी-बहुत खाद मिलती भी है, वह उनकी फसल के लिए पर्याप्त नहीं होती। इस कमी का सीधा असर खेतों पर दिख रहा है, जहां कई किसानों की फसलें पीली पड़ने लगी हैं, जिससे उनकी चिंताएं बढ़ गई हैं। महिलाएं और छात्र भी लाइन में लग रहेकड़ाके की ठंड में किसान खुले आसमान के नीचे घंटों लाइन में लगकर खाद पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इस संकट से महिलाएं और छात्र भी प्रभावित हो रहे हैं। महिलाओं का कहना है कि घर के पुरुष खेतों में सिंचाई का काम संभाल रहे हैं, इसलिए उन्हें खाद लेने के लिए मंडी की लाइनों में खड़ा होना पड़ रहा है। वहीं, छात्रों ने आरोप लगाया कि बोर्ड परीक्षाओं का समय होने के बावजूद उन्हें पढ़ाई छोड़कर खाद के लिए लाइन में लगना पड़ रहा है। मामले में अनुविभागी अधिकारी कृषि अनिल मिश्रा से बात की तो उनका कहना है कि सुविधा हेतु महिला और पुरुषों के लिए अलग अलग काउंटर बनाये गए हैं। कालाबाजारी को रोकने के लिए प्राईवेट खाद्य विक्रेताओं के काउंटर भी मंडी परिसर में लगाए गए हैं। जिनपर राजस्व और कृषि अधिकारियों द्वारा लगातार निगरानी की जा रही है। अधिकारियों कर्मचारियों की उपस्थिति में खाद का वितरण किया जा रहा है, कहीं किसी तरह की परेशानी नहीं है। कृषि मंत्री के प्रभार वाले जिले में खाद की किल्लतयह उल्लेखनीय है कि छतरपुर जिले के प्रभारी मंत्री एदल सिंह कंसाना स्वयं कृषि मंत्री भी हैं। उन्होंने पूर्व में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध होने का दावा किया था। बीते दिनों छतरपुर कलेक्टर ने भी जिले में खाद की कोई कमी न होने और सभी किसानों को खाद मिलने की बात कही थी। हालांकि, जमीनी हकीकत इन दावों से अलग है, जहां मंडी में लंबी लाइनें लगी हैं और किसानों की समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं।
पंजाब के फतेहगढ़ साहिब में किसान ने 7 रुपए की लॉटरी से एक करोड़ रुपए का इनाम जीता है। किसान बलकार सिंह ने 24 दिसंबर को सरहिंद के बिट्टू लॉटरी स्टॉल से सिक्किम स्टेट लॉटरी का टिकट खरीदा था। लॉटरी का परिणाम उसी दिन घोषित हो गया था, लेकिन कई दिनों तक इस बड़े इनाम की जानकारी सामने नहीं आ पाई थी। बलकार सिंह पिछले लगभग 10 सालों से इसी स्टॉल से लॉटरी टिकट खरीदते आ रहे हैं। उन्हें पहले भी छोटे-मोटे इनाम मिले हैं, जिसमें एक बार 90 हजार रुपए का इनाम भी शामिल है। माजरी सोढियां गांव के रहने वाले बलकार खेती-बाड़ी से अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। अब पढ़िए लॉटरी स्टॉल मालिक और किसान की अहम बातें... एक दिन में निकलते हैं 3 ड्रॉबता दें कि सिक्किम स्टेट लॉटरी रोजाना निकाली जाती है। लॉटरी कारोबारी मुकेश कुमार के अनुसार इस लॉटरी के तहत दिन में तीन बार ड्रॉ निकाला जाता है। पहला ड्रॉ दोपहर 1 बजे, दूसरा ड्रॉ शाम 6 बजे और तीसरा ड्रॉ रात 8 बजे निकलता है। इस लॉटरी की एक टिकट की कीमत 7 रुपए होती है। कई लोग पूरी लॉटरी बुक भी खरीदते हैं, जिसकी कीमत करीब 140 रुपए तक होती है।
नीमच सिटी पुलिस ने नशीले पदार्थों की तस्करी पर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये तस्कर पुलिस को चकमा देने के लिए पान मसाले के पाउच में एमडी (मेफेड्रोन) ड्रग्स मिलाकर बेच रहे थे। पुलिस ने इनके पास से 36 ग्राम एमडी ड्रग्स और रजनीगंधा के पाउच जब्त किए हैं, जिनकी कीमत लगभग 3 लाख 60 हजार रुपए आंकी गई है। पुलिस को सूचना मिली थी कि सचिन बैरागी नाम का युवक मनासा नाका और कॉलेज क्षेत्र के पास ड्रग्स की सप्लाई कर रहा है। पुलिस ने घेराबंदी कर सचिन को पकड़ा, तो उसकी तलाशी में एमडी ड्रग्स और पान मसाले के पैकेट मिले। पूछताछ में उसने कबूल किया कि वह पैकेट के अंदर ड्रग्स भरकर युवाओं तक पहुंचाता था। पुराने अपराधी हैं दोनों तस्कर सचिन से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने उसके साथी यश उर्फ रॉकी को भी गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने तस्करी में इस्तेमाल की गई एक बाइक और पॉलिथीन भी जब्त की है। जांच के दौरान पता चला है कि पकड़े गए दोनों आरोपी पुराने अपराधी हैं और उन पर मारपीट और आर्म्स एक्ट जैसे कई गंभीर मामले पहले से दर्ज हैं। इस मामले में एक अन्य आरोपी सलमान उर्फ छोटू का नाम भी सामने आया है, जो फिलहाल किसी दूसरे केस में जेल में बंद है। पुलिस अब इन आरोपियों को रिमांड पर लेकर नशे के इस पूरे नेटवर्क और मुख्य सप्लायरों का पता लगाने की कोशिश कर रही है। रेप और तस्करी के मामलों में 2 साल से फरार आरोपी पकड़ाया नीमच पुलिस ने दो राज्यों में वांटेड अपराधी कारूलाल (40 वर्ष) को पकड़ लिया है। दुलाखेड़ा का रहने वाला यह शातिर अपराधी पिछले दो साल से फरार चल रहा था। कारूलाल पर नीमच केंट थाने में रेप और हथियार रखने (आर्म्स एक्ट) जैसे गंभीर केस दर्ज हैं। इसके अलावा, वह राजस्थान के मेडता सिटी थाने में ड्रग्स तस्करी के एक बड़े मामले में भी काफी समय से पुलिस की रडार पर था। 29 दिसंबर को खबर मिलते ही पुलिस की टीम ने राजस्थान के अचारी गांव में घेराबंदी की और कारूलाल को धर दबोचा। कई केसों में था नाम, कोर्ट ने भेजा जेल पकड़े गए अपराधी कारूलाल पर नीमच में रेप और अवैध हथियार के पुराने केस चल रहे हैं। वहीं राजस्थान में भी उस पर नशे के कारोबार से जुड़े मामले दर्ज हैं। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
करनाल जिले के घरौंडा में नेशनल हाईवे पर सब्जी उत्कृष्टता केंद्र के पास मेडिकल ऑक्सीजन गैस सिलेंडरों से भरे एक पिकअप (छोटा हाथी) में अचानक आग लग गई। पिकअप में लदे सिलेंडरों के कारण किसी बड़े हादसे की आशंका बनी हुई थी। लेकिन ड्राइवर और उसके हेल्पर की सूझबूझ से समय रहते सिलेंडरों को गाड़ी से उतार लिया गया, जिससे बड़ा हादसा टल गया। आग लगने की सूचना पर पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया। गनीमत रही कि कोई हताहत नहीं हुआ। करनाल से पानीपत जाते समय लगी आग गांव रंबा निवासी नरेंद्र कुमार सोमवार की शाम मेडिकल ऑक्सीजन गैस के सिलेंडर लेकर करनाल से पानीपत की ओर जा रहा था। जैसे ही वह घरौंडा में नेशनल हाईवे पर सब्जी उत्कृष्टता केंद्र के पास पहुंचा, उसे पिकअप के केबिन से धुआं उठता दिखाई दिया। हालात को भांपते हुए नरेंद्र कुमार ने तुरंत ब्रेक लगाए और अपने हेल्पर पंकेस के साथ गाड़ी से बाहर निकल गया। देखते ही देखते आग की चपेट में आया पिकअप कुछ ही पलों में पिकअप आग की चपेट में आ गया। नरेंद्र कुमार ने बताया कि वाहन में करीब 7 से 8 ऑक्सीजन गैस सिलेंडर लदे हुए थे। आग लगते ही उसने बिना समय गंवाए सिलेंडरों को एक-एक कर सड़क किनारे उतारना शुरू कर दिया। यदि सिलेंडर समय पर नहीं उतारे जाते तो उनके फटने का भी खतरा बना हुआ था। मदद के बजाय वीडियो बनाते रहे लोग ड्राइवर नरेंद्र कुमार ने बताया कि घटना के दौरान मौके पर काफी संख्या में लोग खड़े हो गए थे, लेकिन आग लगी गाड़ी की मदद करने के बजाय अधिकांश लोग सिर्फ वीडियो बनाते रहे। किसी ने भी आगे बढ़कर मदद नहीं की। इसी बीच किसी व्यक्ति ने डायल-112 पर कॉल कर घटना की सूचना दी। पुलिस और फायर ब्रिगेड ने संभाला मोर्चा सूचना मिलते ही पुलिस और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं। फायर ब्रिगेड की टीम ने पानी की बौछार कर आग पर काबू पाया। इसके बाद पुलिस ने हाइड्रा क्रेन की मदद से क्षतिग्रस्त पिकअप को हाईवे से हटवाकर साइड में करवाया, जिससे यातायात सुचारू हो सका। शॉर्ट सर्किट से आग लगने की आशंका मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मी महेंद्र सिंह ने बताया कि हाईवे पर पिकअप में आग लगने की सूचना मिली थी। आग लगने से वाहन का केबिन पूरी तरह से जल गया है। फायर ब्रिगेड ने समय रहते आग पर काबू पा लिया। प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट माना जा रहा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बालाघाट में 127 राइस मिलर्स ने सोमवार को प्रशासन को अपनी मिलों की चाबियां सौंप दीं। मिलर्स प्रदेश सरकार की नई मिलिंग नीति, दो साल से बकाया 120 करोड़ रुपए की मिलिंग राशि का भुगतान न होने और मिलिंग दर घटाकर 60 रुपए प्रति क्विंटल किए जाने से नाराज हैं। बालाघाट एक प्रमुख धान उत्पादक जिला है, जहां बड़ी संख्या में राइस मिलर्स कार्यरत हैं। ये मिलर्स वर्षों से सरकार की किसानों से खरीदी गई धान की मिलिंग का अनुबंध करते आ रहे थे। हालांकि, इस साल मिलर्स ने सरकार के साथ मिलिंग का अनुबंध नहीं किया है, जिसके कारण उपार्जित धान का उठाव नहीं हो पाया है। प्रशासन को सौंपी चाबियां मिलर्स अब तक शांतिपूर्ण ढंग से विरोध कर रहे थे। लेकिन, प्रशासन के मिलिंग न करने पर राइस मिलों में तालाबंदी के आदेश के बाद, मिलर्स ने अपना विरोध तेज कर दिया। सोमवार को कलेक्ट्रेट में हुई बैठक में उन्होंने अपनी असहमति जताई और मिलों की चाबियां प्रशासन को सौंप दीं। प्रशासन स्वयं मिलिंग करवाए मिलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष आनंद ठाकरे ने कहा कि मिलिंग में तालाबंदी करने के बजाय प्रशासन स्वयं मिलिंग करवाए। उन्होंने बताया कि पहले मिलर्स को 250 रुपए प्रति क्विंटल मिलिंग राशि मिलती थी, जिसे बाद में 120 रुपए और अब घटाकर 60 रुपए कर दिया गया है। ठाकरे ने यह भी बताया कि पहले 90 प्रतिशत चावल राज्य सरकार और 10 प्रतिशत भारत सरकार के गोदाम में जमा करना होता था। नए नियम के तहत अब 90 प्रतिशत चावल भारत सरकार और 10 प्रतिशत राज्य सरकार को देना होगा, जिसे मिलर्स अपने लिए उचित नहीं मानते। इसी कारण उन्होंने मिलिंग न करने का निर्णय लिया है।
छतरपुर जिले के नौगांव थाना क्षेत्र के चंद्रपुर गांव में दबंगों द्वारा मारपीट का मामला सामने आया है। यहां एक युवक को बंधक बनाकर बेरहमी से पीटा गया। आरोप है कि उसे जबरन कच्ची शराब भी पिलाई गई। हैरानी की बात यह है कि जब पीड़ित की पत्नी अपने मासूम बच्चे को लेकर बीच-बचाव करने पहुंची, तो आरोपियों ने उसे भी धक्का दे दिया, जिससे गोद में लिया बच्चा जमीन पर गिर गया। घटना के बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से पीड़ित परिवार न्याय के लिए भटक रहा है। सोमवार को व्यक्ति ने परिवार सहित एसपी कार्यालय पहुंचकर शिकायत की है। आरोप- रास्ते से उठा ले गए, घर में बनाया बंधकपीड़ित चंद्रभान कुशवाहा ने बताया कि 26 दिसंबर को वह पत्नी और भांजी के साथ अपनी मां को छोड़कर लौट रहे थे। इसी दौरान धनप्रसाद यादव, हरकत यादव, ब्रजेश यादव, भुजवल यादव, प्रद्युम्न यादव और कंदू यादव ने रास्ते में रोककर जबरन पकड़ लिया और अपने घर ले गए। कच्ची शराब पिलाकर जूते-डंडों से पिटाईआरोप है कि आरोपियों ने चंद्रभान को जबरन कच्ची शराब पिलाई और फिर जूते व डंडों से बेरहमी से पीटा। सिर, पीठ और शरीर के अन्य हिस्सों पर गंभीर चोटें आई हैं। पीड़ित के शरीर पर कई जगह चोट के स्पष्ट निशान मौजूद हैं। बचाने आई पत्नी को धक्का, मासूम जमीन पर गिराचंद्रभान की पत्नी केशर कुशवाहा ने बताया कि जब वह पति को बचाने पहुंचीं, तो आरोपियों ने एक माह के बच्चे सहित उन्हें धक्का दे दिया। बच्चे के जमीन पर गिरने के बावजूद आरोपियों का दिल नहीं पसीजा और वे चंद्रभान को घसीटते हुए ले गए। पुलिस आई तो छोड़कर भागे आरोपीघटना की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची, जिसके बाद आरोपी चंद्रभान को छोड़कर फरार हो गए। हालांकि पीड़ित परिवार का आरोप है कि एफआईआर दर्ज होने के बावजूद पुलिस ने अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। रिपोर्ट वापस लेने की धमकी का आरोपपीड़ित परिवार ने आरोप लगाया है कि गर्रोली चौकी से राजेश यादव नामक व्यक्ति उन्हें रिपोर्ट वापस लेने की धमकी दे रहा है। साथ ही पुलिस पर अपनी मर्जी से रिपोर्ट लिखने और आरोपियों को संरक्षण देने के भी आरोप लगाए गए हैं। पहले भी हो चुकी मारपीट, तब भी कार्रवाई नहींपरिवार ने बताया कि 22 जनवरी 2025 को चंद्रभान के छोटे भाई कामता कुशवाहा के साथ भी इन्हीं आरोपियों ने मारपीट की थी, लेकिन उस मामले में भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। एसपी से न्याय की गुहारलगातार हो रही घटनाओं और कार्रवाई न होने से आहत पीड़ित परिवार सोमवार को एसपी कार्यालय पहुंचा और आरोपियों की गिरफ्तारी व सख्त कार्रवाई की मांग की। परिवार ने कहा कि यदि अब भी न्याय नहीं मिला तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे। यह मामला न सिर्फ कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि दबंगों के आगे आम लोग खुद को कितना असहाय महसूस कर रहे हैं।
धार जिले के साढ़े तीन साल के मासूम बच्चे महिम्न मंडलोई ने शतरंज की दुनिया में ऐसा कमाल कर दिखाया है, जिससे पूरा जिला गौरवान्वित है। इंदौर में रविवार को आयोजित दो अखिल भारतीय शतरंज चैंपियनशिप में देशभर से आए 200 से अधिक खिलाड़ियों के बीच महिम्न ने शानदार प्रदर्शन किया और ‘यंगेस्ट प्लेयर’ का खिताब अपने नाम किया। महिम्न, धार निवासी सिविल इंजीनियर पीयूष मंडलोई और शिवानी मंडलोई के पुत्र हैं। जिस उम्र में बच्चे ठीक से बोलना और चलना सीखते हैं, उस उम्र में महिम्न शतरंज की बिसात पर समझदारी से चालें चल रहे हैं। वे फिलहाल एक फ्री नर्सरी स्कूल में पढ़ाई कर रहे हैं और उम्र में कई साल बड़े खिलाड़ियों को मात दे रहे हैं। 200 खिलाड़ियों से जीता खिताबहाल ही में इंदौर में हुए इंडिया ओपन चेस टूर्नामेंट और एफसीसी अखिल भारतीय रैपिड चेस टूर्नामेंट में भी महिम्न ने बेहतरीन खेल दिखाया। प्रतियोगिता में उनकी प्रतिभा सभी के लिए आकर्षण का केंद्र रही। आयोजकों और दर्शकों ने उन्हें प्यार से “नन्हा ग्रैंड मास्टर” कहना शुरू कर दिया है। महिम्न की शतरंज यात्रा एक सामान्य चिंता से शुरू हुई। माता-पिता ने देखा कि वह मोबाइल पर ज्यादा समय बिताने लगे हैं। इसके बाद उन्होंने उसे मोबाइल से हटाकर करीब आठ महीने पहले एक शतरंज अकादमी में दाखिला दिलाया। अकादमी के प्रशिक्षकों ने महज एक सप्ताह में ही उसकी प्रतिभा को पहचान लिया और विशेष प्रशिक्षण देना शुरू किया। नियमित अभ्यास और बिना किसी दबाव के मिले मार्गदर्शन का ही नतीजा है कि इतने कम समय में महिम्न ने राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना ली। उनकी इस उपलब्धि से परिवार ही नहीं, बल्कि पूरा धार जिला खुश और गर्व महसूस कर रहा है। शतरंज की दुनिया में महिम्न को भविष्य का बड़ा सितारा माना जा रहा है। देखें तस्वीरें
सीकर के गुरुकृपा करियर इंस्टीट्यूट में प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। तीन दिवसीय 'गुरुकृपा उत्सव-2025' के समापन पर नीट-2025 में सफल हुए हजारों स्टूडेंट्स और उनके पेरेंट्स का सम्मान किया गया। कार्यक्रम में ऑल इंडिया टॉपर गुरुकृपा के स्टूडेंट महेश और AIIMS दिल्ली में चयनित 14 होनहारों का विशेष सम्मान किया गया। विजय रैली से कार्यक्रम की शुरुआत हुई। टॉपर महेश और AIIMS दिल्ली के लिए सलेक्ट हुए 14 स्टूडेंट्स को हाथी, ऊंटों, घोड़ों और रथों पर बैठाकर घुमाया गया। विजय रैली पर जगह-जगह पुष्पवर्षा की गई। गुरुकृपा के स्टूडेंट ने लगातार दूसरी साल NEET एग्जाम में ऑल इंडिया रैंक-1 हासिल की है। विजय रैली में NEET-2024 में ऑल इंडिया टॉपर सौरव और NEET-2025 टॉपर महेश का विशेष स्वागत किया गया। 2800 से ज्यादा स्टूडेंट्स को सम्मानित कियागुरुकृपा इंस्टीट्यूट की ओर से NEET-2025 महेश को ₹51 लाख का चेक और कार दी गई। इसके अलावा दौलत सिंह, अंकित सैनी, ऋषिका, हिमांशु और आदित्य यादव को डेढ़-डेढ़ लाख रुपए के नकद पुरस्कार दिए गए। खुशबू जांगिड़, खुशी स्वामी, शिवम वर्मा, पारस, सुधांशु, हेमंत कुड़ी, खुशबू और जतिन को 1-1 लाख रुपए का चेक देकर सम्मानित किया गया। उत्सव में कुल 2800 से ज्यादा स्टूडेंट्स को सम्मानित किया गया। गुरुकृपा करियर इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर प्रदीप बुडानिया ने बताया- टॉप-100 में संस्थान के 6 स्टूडेंट्स ने अपना स्थान बनाया है। इस साल 200 स्टूडेंट्स ने देश के विभिन्न एम्स इंस्टीटयूट में सलेक्ट हुए। अब तक गुरुकृपा के लगभग 10 हजार स्टूडेंट्स ने NEET एग्जाम में सफलता हासिल की है। 'गुरुकृपा लर्निंग पार्क' में स्कूल, कोचिंग, हॉस्टल के साथ-साथ स्टूडेंट्स की सभी सुविधाएं एक ही कैंपस में होंगी और यहां 'डेली एनालिसिस सिस्टम' लागू होगा।
ओबीसी आयोग अध्यक्ष ने किया जनसंवाद:नगरीय निकायों में राजनीतिक प्रतिनिधित्व पर हुई खुली चर्चा
हनुमानगढ़ में राजस्थान अन्य पिछड़ा वर्ग (राजनीतिक प्रतिनिधित्व) आयोग के अध्यक्ष, न्यायाधीश (सेवानिवृत्त) मदनलाल भाटी ने एक जनसंवाद कार्यक्रम आयोजित किया। यह कार्यक्रम कलेक्ट्रेट सभागार में हुआ, जिसका उद्देश्य नगरीय निकायों और पंचायती राज संस्थाओं में ओबीसी वर्ग के राजनीतिक प्रतिनिधित्व पर चर्चा करना था। इसमें जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों और आमजन से सीधा संवाद किया गया। आयोग अध्यक्ष मदनलाल भाटी ने जनसंवाद के उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए कहा कि इसका लक्ष्य ओबीसी वर्ग से जुड़े क्षेत्रीय मुद्दों, सामाजिक-आर्थिक चुनौतियों और विकास की आवश्यकताओं को समझना है। उन्होंने बताया कि प्राप्त सुझावों के आधार पर आयोग एक तथ्यात्मक रिपोर्ट तैयार कर राज्य सरकार को प्रस्तुत करेगा, जिससे ओबीसी वर्ग के राजनीतिक प्रतिनिधित्व पर सही फैसला लिए जा सकें। भाटी ने जोर दिया कि यह एक खुला मंच है, जहां सभी प्रतिभागी अपने विचार और समस्याएं साझा कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों के तहत आयोग को ग्रामीण और शहरी स्थानीय निकायों में ओबीसी वर्ग के पिछड़ेपन की प्रकृति, तीव्रता और प्रभावों का अध्ययन करना है। इसी अध्ययन के आधार पर पंचायती राज और नगरीय निकाय चुनावों में ओबीसी आरक्षण के संबंध में सिफारिशें प्रस्तुत की जाएंगी। खुली परिचर्चा के दौरान हनुमानगढ़ विधायक गणेशराज बंसल ने नगरीय निकायों और पंचायती राज संस्थाओं में मूल पिछड़ा वर्ग के कम प्रतिनिधित्व पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने पिछड़ा, मध्य पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग का वर्गीकरण कर वंचित वर्गों को उनका राजनीतिक अधिकार दिलाने की मांग की। इस दौरान विभिन्न समाजों और संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी अपने सुझाव प्रस्तुत किए और ज्ञापन सौंपे। इस जनसंवाद कार्यक्रम में अतिरिक्त जिला कलक्टर उम्मेदी लाल मीना, एसीईओ देशराज बिश्नोई, नगरपरिषद आयुक्त सुरेंद्र यादव, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रमोद डेलू, बलबीर बिश्नोई सहित कई जनप्रतिनिधि और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
गुरुग्राम में सुशांत लोक फेज 2 में निर्माणाधीन बिल्डिंग की दीवार गिरने से कई मजदूर दब गए हैं। सेक्टर 56 पुलिस स्टेशन के अंतर्गत यहां बेसमेंट की दीवार गिरने से मजदूर फंसे हुए हैं। सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड, सिविल डिफेंस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची है। फिलहाल बचाव और राहत कार्य चलाकर मजदूरों को बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा है। सिविल डिफेंस के अधिकारी मोहित शर्मा के मुताबिक अभी तक एक मृत और दो जिंदा मजदूरों को निकाल लिया गया हैं। अभी उनकी पहचान नहीं हो पाई है। उन्होंने बताया कि आसपास रहने वाले लोगों का कहना है कि तीनों मजदूर बिहार के रहने वाले हैं। दोनों की हालत अभी गंभीर बनी हुई है और उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। अभी सर्च अभियान चलाया जा रहा है।
रायसेन शहर में चल रही श्रीरामलीला में सोमवार की रात श्रद्धा और उत्साह का माहौल देखने को मिला। कलाकारों ने श्रीराम–सुग्रीव मित्रता और बाली वध प्रसंग का प्रभावशाली मंचन किया, जिसे देखने के लिए बड़ी संख्या में दर्शक रामलीला मैदान पहुंचे। लीला के अनुसार भगवान श्रीराम और लक्ष्मण ऋषिमुख पर्वत की ओर जाते हैं। इसी दौरान सुग्रीव को देखकर श्रीराम, हनुमान जी को उन्हें पहचानने भेजते हैं। हनुमान जी पहले उन्हें वनवासी समझते हैं, लेकिन परिचय मिलने पर वे प्रभु श्रीराम और लक्ष्मण से अत्यंत प्रसन्न होते हैं और उनके सेवक बन जाते हैं। सुग्रीव ने सुनाया अपना दुख इसके बाद किष्किंधा के राजा सुग्रीव से भगवान श्रीराम और लक्ष्मण की भेंट होती है। सुग्रीव अपने भाई बाली की क्रूरता बताते हुए कहते हैं कि बाली ने उनसे राज्य और पत्नी दोनों छीन लिए हैं। सुग्रीव भगवान श्रीराम से सहायता की प्रार्थना करते हैं। बाली वध प्रसंग ने दर्शकों को किया भावुक भगवान श्रीराम सुग्रीव को बाली से युद्ध करने भेजते हैं। बाली और सुग्रीव के बीच भयंकर युद्ध होता है। युद्ध के दौरान श्रीराम एक वृक्ष की आड़ से बाली को बाण मारते हैं, जिससे बाली वीरगति को प्राप्त होता है। इस दृश्य ने दर्शकों को भावुक कर दिया और पूरा पंडाल जय श्रीराम के जयकारों से गूंज उठा। कल लंका दहन का मंचन रामलीला आयोजन समिति के अनुसार मंगलवार को लंका दहन प्रसंग का मंचन किया जाएगा, जिसे लेकर दर्शकों में खासा उत्साह है। रामलीला के साथ लगे मेले में झूले, दुकानें और रंगीन रोशनी आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। देर रात तक लोग परिवार सहित रामलीला देखने और मेले का आनंद लेने पहुंच रहे हैं।
राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री (स्कूल शिक्षा एवं पंचायतीराज विभाग) मदन दिलावर ने सोमवार को ग्राम पंचायत कुशालपुरा स्थित भारत उपवन का निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने ब्यावर क्षेत्र में ग्राम पंचायत और ग्रामीणों के सहयोग से चारागाह भूमि पर किए गए फलदार एवं छायादार पौधारोपण की पहल की सराहना की। मंत्री दिलावर कुशालपुरा स्थित महात्मा गांधी तारा देवी लालचंद सिंघवी राजकीय स्कूल में भामाशाह सिंघवी ट्रस्ट द्वारा लगभग 7 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित नवीन स्कूल भवन के लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्य मेहमान के रूप में शामिल हुए थे। कार्यक्रम के बाद उन्होंने ग्राम पंचायत एवं ग्रामवासियों के सहयोग से चारागाह भूमि पर लगाए गए 2500 से 3000 फलदार एवं छायादार पौधों का अवलोकन किया। पौधों की शत-प्रतिशत जीविता दर देखकर मंत्री ने प्रसन्नता व्यक्त की और ग्राम पंचायत को बधाई दी। उन्होंने पौधों की नियमित निराई-गुड़ाई, समय-समय पर खाद एवं सिंचाई करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर, जिला परिषद ब्यावर के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. गोपाल लाल मीना ने जानकारी दी कि जिले की 83 ग्राम पंचायतों में लगभग 1300 बीघा चारागाह, बंजर एवं अन्य राजकीय भूमि को अतिक्रमण से मुक्त करवाकर पंचायतीराज संस्थाओं द्वारा ऐसे सराहनीय प्रयास किए गए हैं। उन्होंने बताया कि इसके अंतर्गत अब तक 1.5 लाख फलदार पौधे लगाए जा चुके हैं, जबकि शेष ग्राम पंचायतों में आगामी वर्ष पौधारोपण किया जाएगा। मंत्री दिलावर ने कहा कि यह एक अत्यंत सराहनीय एवं दूरदर्शी प्रयास है। उन्होंने बताया कि एक पौधा अपने जीवनकाल में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से 4 से 5 करोड़ रुपए तक की आय प्रदान करता है, जिससे पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलती है। निरीक्षण के दौरान मंत्री ने ग्राम पंचायत लीलांबा, रायपुर, बर एवं सेंदड़ा की स्वच्छता व्यवस्था का भी जायजा लिया। उन्होंने ग्रामीणों से संवाद कर सफाई व्यवस्था की जमीनी हकीकत जानी तथा सेंदड़ा ग्राम पंचायत में साफ-सफाई व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ करने के निर्देश दिए।
श्रीगंगानगर की जवाहर नगर थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पिस्टल, जिंदा कारतूस सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से कार भी बरामद की है। थानाधिकारी देवेंद्र सिंह ने बताया- पुलिस चौकी, मीरा चौक प्रभारी नरेश कुमार पुलिस टीम के साथ रात्रि को गश्त पर थी। इस दौरान पुलिस ने शहर में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। जिनके कब्जे से एक पिस्टल, 7 जिंदा कारतूस व एक कार बरामद की गई। आरोपी शहर में किसी बड़ी बारात को अंजाम देने वाले थे लेकिन पुलिस ने उन्हें पहले ही गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के खिलाफ पहले से मामले दर्ज पकड़े गए आरोपियों की पहचान अभय सिंह उर्फ बंटी (23), अजय सिंह उर्फ गोरा (27), विजय सिंह उर्फ कीरत उर्फ बीजा (23) और शरणदीप सिंह उर्फ शन्नू (26) के रूप में हुई है। पकड़े गए सभी आरोपी वार्ड नंबर 6, मटीली राठान (श्रीगंगानगर) के रहने वाले है। आरोपियों के खिलाफ जिले के कई पुलिस थानों में अनेक आपराधिक मामले दर्ज हैं। फिलहाल पुलिस ने आर्म्स एक्ट में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
महासमुंद में पर्यटन मंत्री राजेश अग्रवाल के काफिले की एक तेज रफ्तार स्कॉर्पियो कोडार के पास अनियंत्रित होकर पलट गई। इस हादसे में छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल (CAF) के एक जवान का हाथ टूट गया, जबकि एक हेड कांस्टेबल को मामूली चोटें आईं। गंभीर रूप से घायल जवान को प्राथमिक उपचार के बाद मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। मंत्री राजेश अग्रवाल सिरपुर में केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के 1 जनवरी को प्रस्तावित दौरे की तैयारियों का जायजा लेने के बाद लौट रहे थे। नेशनल हाईवे 53 पर पिरदा के पास दोपहर करीब 2:37 बजे मंत्री का काफिला पहुंचा, तभी यह हादसा हुआ। हादसे का शिकार हुई स्कॉर्पियो (CG 04 NZ 8178) में जिला पुलिस बल के हेड कांस्टेबल त्रिलोचन भोई (45), छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल की 15वीं बटालियन के जवान प्रदीप कुमार (26) और वाहन चालक सवार थे। हादसे में जवान प्रदीप कुमार का हाथ टूट गया, जबकि हेड कांस्टेबल त्रिलोचन भोई को हल्की चोटें आईं। सूचना मिलते ही तुमगांव थाना प्रभारी स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे और घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा। जवान की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया।
ब्यावर जिले में अवैध खनन, परिवहन और भंडारण के खिलाफ प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। एक संयुक्त अभियान के तहत सोमवार को आकस्मिक चेकिंग के दौरान पांच वाहन जब्त किए गए और कुल 1 लाख 98 हजार रुपए से अधिक का जुर्माना लगाया गया। यह अभियान शासन के आदेशों और जिला कलेक्टर ब्यावर के निर्देशों के पालन में चलाया जा रहा है। इसमें खान, वन एवं पर्यावरण, राजस्व, पुलिस और परिवहन विभाग शामिल हैं, जिनका उद्देश्य अवैध गतिविधियों पर प्रभावी रोक लगाना है। अभियान के दौरान, काठात पेट्रोल पंप के पास से खनिज मेसेनरी स्टोन का अवैध परिवहन कर रही एक बिना नंबरी ट्रैक्टर-ट्रॉली जब्त की गई। इस पर 27 हजार 250 रुपए का जुर्माना लगाया गया और वाहन को साकेत नगर पुलिस थाना को सौंपा गया। इसी क्रम में, ग्राम लसाड़िया टोल के पास से एक और ट्रैक्टर-ट्रॉली (आरजे 36 पीए 4974) को अवैध मेसेनरी स्टोन परिवहन करते हुए पकड़ा गया। इस पर 26 हजार 350 रुपए का जुर्माना लगाया गया और इसे सदर ब्यावर पुलिस थाना को सुपुर्द किया गया। सुबह 7 बजे श्रीसीमेंट क्षेत्र के पास से ट्रैक्टर-ट्रॉली (आरजे 36 पीए 0909) को लगभग 3 टन मेसेनरी स्टोन का अवैध परिवहन करते हुए जब्त किया गया। इस पर 25 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया। इसी क्षेत्र में एक अन्य ट्रैक्टर-ट्रॉली (आरजे 36 पीए 5093) को भी लगभग 3 टन मेसेनरी स्टोन के अवैध परिवहन के आरोप में जब्त किया गया, जिस पर 26 हजार 350 रुपए का जुर्माना लगाया गया। ये दोनों वाहन भी सदर ब्यावर पुलिस थाना की सुपुर्दगी में दिए गए। इसके अतिरिक्त, एक डंपर वाहन को खनिज फेल्सपार के ओवरलोड परिवहन के आरोप में जब्त किया गया। जांच में पाया गया कि ई-रवन्ना के अनुसार खनिज का वजन 18.65 टन था, जबकि कांटे पर इसका वजन 33.89 टन निकला। इस प्रकार, 15.24 टन खनिज अधिक पाया गया। इस मामले में 1 लाख 18 हजार रुपए का भारी जुर्माना लगाया गया और वाहन को सदर ब्यावर पुलिस थाना को सौंपकर आगे की कार्रवाई की जा रही है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि अवैध खनन और परिवहन के खिलाफ यह अभियान लगातार जारी रहेगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
कुरुक्षेत्र में आवारा कुत्ते ने 15 लोगों को काटा:पार्क में सैर कर रहे थे; अचानक किया हमला, इलाज जारी
कुरुक्षेत्र जिले के लाडवा शहर में सोमवार देर शाम एक आवारा कुत्ते ने दहशत फैला दी। कुत्ते ने 10-15 लोगों पर हमला बोल दिया। इसके काटने से घायल हुए लोगों को तुरंत सरकारी अस्पताल लाडवा पहुंचाया गया। उनमें से 3 लोगों की हालत गंभीर होने के चलते उन्हें कुरुक्षेत्र रेफर कर दिया गया। घटना के बाद अचानक इलाके में सन्नाटा पसर गया। कुत्ते के डर से लोग अपने-अपने घरों में दुबक गए। वहीं घटना के बाद प्रशासन आवारा कुत्ते की तलाश कर रहा है। करीब 3 फुट लंबा सफेद रंग का यह कुत्ता पागल हो चुका है। लोग उस कुत्ते को पकड़ने की मांग कर रहे हैं। जिंदल पार्क के पास की घटना घटना जिंदल पार्क के आसपास की है। कुत्ते का शिकार हुए कई लोग तो पार्क में सैर कर रहे थे। हालांकि पहले तो यह कुत्ता शांत नजर आ रहा था, लेकिन अचानक आक्रामक हो गया। वह तेजी से दौड़ता हुआ राहगीरों पर टूट पड़ा। उसके हमले का पहला शिकार एक महिला बनी। 15 लोगों को बनाया शिकार इस कुत्ते ने 10-15 लोगों को बनाया शिकार बनाया। इसमें वार्ड-8 के सतीश कुमार, 5 साल की रूहानी, भाविक, 11 साल की युविका, 60 साल के बुजुर्ग शामिल हैं। उनका CHC लाडवा में ट्रीटमेंट किया गया है, जबकि 3 लोगों को कुरुक्षेत्र LNJP अस्पताल में रेफर किया गया। सैर करते हुए काटा कपिल कुमार ने बताया कि वह पार्क के पास टहल रहा था। अचानक कुत्ता दौड़ता हुआ आया और मेरे पैर पर काट लिया। उसने शोर मचाया तो आसपास के लोग भागने लगे। इसी दौरान कुत्ते ने करीब 4 साल की बच्ची पर भी हमला किया। बच्ची पार्क में खेल रही थी। एंटी रैबीज इंजेक्शन लगाए लाडवा सरकारी अस्पताल के डॉ. राजेश शर्मा ने बताया कि कुत्ता काटने के बाद अस्पताल आए लोगों के जख्म को वॉशिंग करके एंटी-रैबीज इंजेक्शन दिए गए है। रैबीज एक घातक बीमारी है, इसलिए हम सभी पीड़ितों को फॉलो-अप ट्रीटमेंट की सलाह दे रहे हैं। मरीजों की हालत स्थिर है, लेकिन निगरानी जरूरी है। कुत्ते की तलाश में पुलिस उधर, प्रशासन ने भी फौरन कार्रवाई शुरू कर दी। लाडवा थाना प्रभारी जगदीश चंद्र ने कहा कि घटना की सूचना मिलते ही हमारी टीम मौके पर पहुंची। आवारा कुत्ते की तलाश जारी है। सुबह विशेष दल के साथ सर्च ऑपरेशन चलाकर कुत्ते को पकड़ कर क्वारैंटाइन करेंगे। आवारा कुत्तों को छोड़ा जाएगा सुरक्षित जगह नगर पालिका प्रधान साक्षी खुराना ने कहा कि कल विशेष अभियान शुरू किया जाएगा, जिसमें एनजीओ और वॉलंटियर्स की मदद से सभी आवारा कुत्तों को पकड़ा जाएगा। उन्हें स्टरलाइजेशन के बाद शहर से बाहर सुरक्षित जगहों पर छोड़ा जाएगा। अभियान में पशु चिकित्सकों की टीम भी शामिल होगी, ताकि कुत्तों का मानवीय तरीके से इलाज हो सके।
एसटीआर के मढ़ई में नर तेंदुआ की मौत:पसली और रीड की हड्डी टूटी, टाइगर से लड़ाई की आशंका
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के मढ़ई में सोमवार को एक 3 साल के नर तेंदुए की मौत हो गई। दोपहर 3 बजे परिक्षेत्र कामती के मढ़ई बीट में तेंदुआ मृत अवस्था में मिला, जिससे हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही फील्ड डायरेक्टर राखी नंदा, सहायक संचालक आशीष खोपरागढ़े। रेंजर राहुल उपाध्याय, वन्यप्राणी डॉक्टर समेत स्टाफ और डॉग स्क्वॉड टीम मौके पर पहुंची। घटना स्थल के आसपास टीम ने निरीक्षण किया। तेंदुआ के शरीर पर चोटों के निशान मिले। पसलियां और रीड की हड्डियां टूटी हुई है। टीम को मौके पर बाघ के पगमार्क मिले है। बाघ से तेंदुआ की लड़ाई होने की आशंका है। देर शाम को तेंदुआ का प्रोटोकॉल अनुसार पोस्टमार्टम हुआ और फिर उसे जलाया गया। फील्ड डायरेक्टर राखी नंदा ने बताया नर तेंदुआ की उम्र करीब 3 साल है, जिसकी पसलिया, रीड की हड्डियां टूटी मिली। तेंदुआ के शव के कुछ दूरी पर बाघ एवं तेंदुए के पगमार्क मिले है। तेंदुए के शरीर पर बाग के नाखूनों से चोट हुए है। जिससे बाघ से आपसी संघर्ष की आशंका है। जिसकी जांच की जा रही है।
छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ जिले में सोमवार सुबह एक खेत में रखे पैरा (भूसा) के ढेर के बीच लाश बरामद हुई। खेत से धुआं और आग की लपटें उठती देख ग्रामीण मौके पर पहुंचे थे। पैरा के बीच मानव शव दिखाई देने पर लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। जांच में पता चला कि जला हुआ शव 95 साल के बुजुर्ग का है। अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि ये हादसा है या कोई साजिश। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। घटना गंडई थाना के मानपुर नाका क्षेत्र की है। पैरा में जलकर मौत की 2 दिन में यह दूसरी घटना है। इससे पहले रविवार को बलौदाबाजार जिले में पराली की आग में एक महिला जिंदा जल गई थी। बताया जा रहा है कि महिला धुएं की चपेट में आकर बेहोश हुई और खेत में गिर पड़ी। करीब 2 घंटे तक आग में जलती रही। पहले देखिए ये तस्वीरें... अब जानिए पूरा मामला जानकारी के अनुसार मानपुर नाका क्षेत्र में सोमवार सुबह खेत से धुआं और आग की लपटें उठती देख ग्रामीण मौके पर पहुंचे। इस दौरान उन्हें जली हुई लाश मिली। पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस भी मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पाया। जांच के दौरान शव के पास मिली छड़ी और अन्य पहचान के आधार पर मृतक की पहचान दुर्जनराम वर्मा (95 वर्ष) के रूप में हुई है। वे मानपुर नाका क्षेत्र के धरसिया वर्मा के बेटे थे। आग लगने की वजह अब तक साफ नहीं स्थानीय लोगों के अनुसार दुर्जनराम वर्मा उसी खेत के आसपास रहते थे, जहां यह घटना हुई। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि आग कैसे लगी और बजुर्ग की मौत किन परिस्थितियों में हुई। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से होगा मौत का खुलासा पुलिस ने घटनास्थल का बारीकी से जांच कर सबूत जुटाए हैं। मामले को गंभीरता से लेते हुए हर एंगल से जांच शुरू कर दी गई है। शुरुआती जांच में हादसा, लापरवाही या किसी आपराधिक साजिश तीनों पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच की जा रही है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए मेडिकल कॉलेज राजनांदगांव भेजा गया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के वास्तविक कारणों का खुलासा हो सकेगा। सभी एंगल से मामले की जांच जारी खैरागढ़ एडिशनल एसपी नितेश गौतम ने बताया कि मामला दर्ज किया गया है। सभी एंगल से मामले की जांच की जा रही है। शव को पोस्टमार्टम के लिए राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज भेजा गया है, जिसकी रिपोर्ट आने पर ही आगे की जांच की जाएगी। ........................................... इससे जुड़ी ये खबर भी पढ़ें पराली की आग में जिंदा जली महिला...VIDEO:बलौदाबाजार में चारा लेने गई थी, धुएं से बेहोश होकर खेत में गिरी, 2 घंटे तक जलती रही छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में पराली की आग में एक महिला की जिंदा जल गई। बताया जा रहा है कि महिला अपने खेत में चारा (पैरा) लेने गई थी। उसी समय आसपास के खेतों में पराली जलाई जा रही थी, जिससे पूरे इलाके में घना धुआं फैल गया था। तेज धुएं के कारण महिला को सांस लेने में दिक्कत हुई। वह बेहोश होकर खेत में गिर पड़ी। बताया जा रहा है कि उस समय खेत में कोई और मौजूद नहीं था। बेहोशी की हालत में वह खुद को बचा नहीं सकी। इसी दौरान तेज हवा चलने से पराली की आग अचानक फैल गई। खेत में बेहोश पड़ी महिला आग की चपेट में आ गई। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पढ़ें पूरी खबर...
शाजापुर जिले के मोहन बड़ोदिया में सोमवार शाम हिंदू जागरण मंच ने बांग्लादेश में हिंदू युवक दीपू दास के साथ हुई अमानवीय घटना के विरोध में प्रदर्शन किया। मंच के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने बस स्टैंड पर पुतला दहन कर आक्रोश जताया। राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन प्रदर्शन के बाद हिंदू जागरण मंच के प्रतिनिधियों ने मोहन बड़ोदिया के नायब तहसीलदार मुकेश गुप्ता को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों को लेकर चिंता जताई गई। मानवाधिकार के उल्लंघन का आरोप हिंदू जागरण मंच के जिला संयोजक प्रेम सिंह राजपूत ने कहा कि दीपू दास के साथ हुई घटना से देश का हिंदू समाज आहत और आक्रोशित है। उन्होंने इसे मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन बताया और कहा कि इससे बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा पर सवाल खड़े होते हैं। केंद्र सरकार से कूटनीतिक पहल की मांग ज्ञापन में भारत सरकार से मांग की गई है कि वह कूटनीतिक स्तर पर बांग्लादेश सरकार पर दबाव बनाए। इसमें घटना की निष्पक्ष जांच, दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और वहां रह रहे हिंदू अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की गई। बड़ी संख्या में लोग रहे मौजूद हिंदू जागरण मंच ने उम्मीद जताई कि राष्ट्रपति इस गंभीर विषय पर उचित कार्रवाई करेंगे। प्रदर्शन के दौरान मंच के पदाधिकारी, कार्यकर्ता और बड़ी संख्या में हिंदू समाज के लोग उपस्थित रहे।
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने अरावली पर्वतमाला की परिभाषा से जुड़े मुद्दे पर माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा लगाई गई रोक का पुरजोर स्वागत किया है। जूली ने इसे जनता के सामूहिक संघर्ष और पर्यावरण की बड़ी जीत करार दिया है। जूली ने बयान जारी कर कहा कि अरावली राजस्थान के मस्तक का तिलक है, यह हमारी अस्मिता और सुरक्षा का कवच है। लेकिन बड़े दुर्भाग्य की बात है कि भाजपा सरकार की नाक के नीचे खनन माफिया इस तिलक को मिटाकर इसे अपने पैरों की धूल बनाने पर आमादा है। जूली ने कहा- शनिवार को अलवर में 'अरावली बचाओ जन-जागरण अभियान' के तहत पैदल मार्च और संघर्ष अलवर की सड़कों पर शुरू हुआ था, वहीं प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी कांग्रेस समेत सभी जागरूक लोग अपने - अपने स्तर पर आक्रोश व्यक्त कर रहे थे, सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के आदेश ने अपने पिछले फैसले पर स्टे देकर उस पर मुहर लगा दी है। अरावली मां और सरिस्का का सौदा बर्दाश्त नहीं जूली ने चेतावनी देते हुए कहा कि अरावली हमारे लिए केवल पहाड़ नहीं, बल्कि मां के समान है। अरावली मां का सौदा करने वालों को अलवर और राजस्थान की जनता कभी माफ नहीं करेगी। हमारा संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक अरावली पूरी तरह सुरक्षित और संरक्षित नहीं हो जाती। हमें पूर्ण विश्वास है कि आने वाले दिनों में सुप्रीम कोर्ट से इस संबंध में एक ऐतिहासिक और अंतिम निर्णय आएगा। सरिस्का को हर कीमत पर बचाया जाएगा और इसका सौदा करने वालों के खिलाफ लोहा लिया जाएगा। सरिस्का अलवर का ताज है और इसे किसी भी कीमत पर बर्बाद नहीं होने देंगे।
बुरहानपुर में विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) और बजरंग दल ने सोमवार दोपहर बांग्लादेश का पुतला फूंककर विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे कथित अत्याचारों और हत्याओं के विरोध में किया गया। कमल चौराहे पर आयोजित इस प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने बांग्लादेश के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पुतला दहन के बाद भी विरोध प्रदर्शन जारी रहा, जिसमें बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए। विहिप के जिला प्रसार प्रचार प्रमुख दिनेश राठौड़ ने बताया कि बांग्लादेश में लगातार हिन्दू विरोधी घटनाएं सामने आ रही हैं। उन्होंने दिसंबर माह में बांग्लादेश के म्यमेनसीह जिले में हुई एक घटना का जिक्र किया, जहां दीपू चंद्रदास नामक एक हिन्दू व्यक्ति को भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला और बाद में शव को जला दिया। उन्होंने बेटियों के साथ दुर्व्यवहार का भी आरोप लगाया। राठौड़ ने कहा कि इस घटना को लेकर पूरे भारत के हिन्दुओं में आक्रोश है। विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल ने बांग्लादेश सरकार से हिन्दुओं के खिलाफ हो रही हिंसा पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है।
चूरू के रतनगढ़ में सोमवार को किसानों ने यूरिया बिक्री में फर्जीवाड़े का आरोप लगाते हुए सड़क जाम कर दिया। किसानों ने आरोप लगाया कि एक डीलर अपने चहेतों को यूरिया दे रहा है, जबकि पात्र किसानों को परेशान किया जा रहा है। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और समझाइश के बाद जाम खुलवाया, जिससे आवाजाही सुचारू हो सका। मामले के अनुसार, गढ़ चौराहे के पास स्थित एक डीलर द्वारा यूरिया की बिक्री की जा रही थी। कृषि विभाग ने यूरिया बिक्री के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं। हालांकि, नूवां के भागीरथ, हुडेरा निवासी रामकुमार मेघवाल और ओमप्रकाश सहित कई किसानों ने आरोप लगाया कि डीलर अपने चहेतों को अधिक मात्रा में यूरिया दे रहा है। इसके अलावा, पात्र किसानों से तय मूल्य से अधिक राशि ली जा रही है और उन्हें यूरिया के साथ अनावश्यक दवाएं खरीदने के लिए मजबूर किया जा रहा है। सोमवार को यूरिया की बिक्री शुरू होने से पहले ही किसान अपनी जमाबंदी और आधार कार्ड लेकर डीलर की दुकान के सामने कतारों में लग गए थे। लेकिन, जब तय संख्या के बाद किसानों से आधार कार्ड की प्रतियां लेना बंद कर दिया गया, तो दर्जनों किसान आक्रोशित हो गए। उन्होंने मुख्य सड़क पर प्रदर्शन करते हुए कुछ देर के लिए जाम लगा दिया। जाम की सूचना मिलते ही ट्रैफिक प्रभारी अमरचंद मय जाप्ता रतनगढ़ पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने आक्रोशित किसानों से बातचीत की और उन्हें समझा-बुझाकर सड़क से हटाया। इसके बाद आवाजाही को सामान्य कर दिया गया।
उदयपुर पुलिस ने चलती कार में महिला मैनेजर से गैंगरेप के एक आरोपी के घर से पीड़िता के कपड़े बरामद किए हैं। पुलिस ने रिमांड के दौरान मामले में आरोपी दंपती (IT कंपनी की महिला एग्जीक्यूटिव हेड और उसका पति) के घर से पीड़िता के मोजे और अंडर गारमेंट बरामद किए हैं। पीड़िता की ईयरिंग का पता नहीं लगा है। पुलिस ने आरोपियों के वॉयस सैंपल भी लिए हैं, ताकि कार के डैश कैम में रिकॉर्ड हुए ऑडियो-वीडियो से वॉयस का मिलान किया जा सके। सैंपल जांच के लिए भेजे हैं। इसके अलावा आरोपी CEO और एग्जीक्यूटिव हेड के पति का मर्दानगी टेस्ट भी कराया गया। उधर, पुलिस ने सोमवार को 4 दिन की रिमांड अवधि पूरी होने पर IT कंपनी के CEO, महिला एग्जीक्यूटिव हेड और उसके पति को कोर्ट में पेश किया, जहां से तीनों को जेल भेज दिया गया। जहां से स्मोकिंग आइटम लिया, उस दुकान मालिक से पूछताछआरोपियों ने गैंगरेप से पहले रास्ते में जिस दुकान से स्मोकिंग जैसा आइटम खरीदा था। उस दुकान मालिक और कर्मचारी से पुलिस ने पूछताछ की है। बताया जा रहा है कि यहां से कुछ नशे का आइटम खरीदा था, जिसे पीड़िता को स्मोक कराने के बाद वह बेसुध हो गई थी। पुलिस ने फिलहाल इसका खुलासा नहीं किया है कि आखिर यहां से क्या खरीदा गया था। साथ ही पुलिस ने पार्टी में मौजूद 2 महिला कर्मचारी और होटल मैनेजर सहित स्टाफ से भी इस संबंध में जानकारी ली। पीड़िता बार-बार घर ड्रॉप करने के लिए बोलती रहीजांच में पता लगा कि चलती कार में पहले तो आरोपियों ने नशे की हालत में पीड़िता के साथ अश्लील हरकतें करना शुरू किया। इस पर पीड़िता ने उनसे बार-बार घर ड्रॉप करने के लिए कहा, लेकिन आरोपियों ने उसकी बात नहीं सुनी। फिर उसके साथ गैंगरेप किया। आरोपियों ने कार में 3 घंटे इधर-उधर घुमाने के बाद सुबह 5 बजे पीड़िता को घर ड्रॉप किया। मामले से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... उदयपुर में चलती कार में IT कंपनी मैनेजर से गैंगरेप:CEO, एग्जीक्यूटिव हेड व उसके पति की करतूत कैमरे में रिकॉर्ड, बर्थ-डे पार्टी में गई थी उदयपुर में चलती कार में प्राइवेट IT कंपनी की मैनेजर से गैंगरेप किया गया। बर्थ-डे पार्टी के बाद घर छोड़ने के बहाने वारदात को अंजाम दिया गया। पीड़ित युवती ने अपनी ही कंपनी के सीईओ, महिला एग्जीक्यूटिव हेड और उसके पति पर ये गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस ने गैंगरेप की रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पूरी घटना सुखेर इलाके में हुई है। (पूरी खबर पढ़ें)
धार जिले के सरदारपुर सिविल अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए प्रशासन द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। प्रतिदिन 300 से अधिक मरीज ओपीडी में इलाज के लिए पहुंचते हैं, ऐसे में मरीजों को बेहतर और समय पर सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से अस्पताल के बुनियादी ढांचे और सुविधाओं को सुदृढ़ किया जा रहा है। शनिवार को मुख्य खंड चिकित्सा अधिकारी (सीबीएमओ) डॉ. शीला मुजाल्दा ने सिविल अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि अस्पताल में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ और कर्मचारियों को समय पर ड्यूटी पर उपस्थित रहने और अपनी जिम्मेदारियों का ईमानदारी से निर्वहन करने के निर्देश दिए गए हैं। अनुपस्थित या कार्य में लापरवाही पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई। बिजली व्यवस्था दुरुस्त, एक्स-रे अब नहीं होगा बाधितनिरीक्षण में सामने आया कि बिजली गुल होने पर एक्स-रे जैसी जरूरी सेवाएं प्रभावित हो जाती थीं। इस समस्या को दूर करते हुए अब अस्पताल में इन्वर्टर की व्यवस्था कर दी गई है, जिससे एक्स-रे मशीन निर्बाध रूप से संचालित हो सकेगी और मरीजों को राहत मिलेगी। जल्द मिलेगी सोनोग्राफी की सुविधाडॉ. मुजाल्दा ने बताया कि सिविल अस्पताल में सोनोग्राफी मशीन शुरू करने के लिए वरिष्ठ कार्यालय को प्रस्ताव भेज दिया गया है। अनुमति मिलते ही मरीजों को सरदारपुर में ही सोनोग्राफी की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी, जिससे उन्हें निजी संस्थानों में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। हब लैब और स्टाफ व्यवस्था पर भी फोकसनिरीक्षण के दौरान अस्पताल में हब लैब स्थापित करने की योजना की भी समीक्षा की गई। यह लैब साइंस हाउस प्राइवेट लिमिटेड द्वारा संचालित की जाएगी। राज्य स्तर से स्वीकृति मिलने के बाद अमझेरा से लैब को सरदारपुर स्थानांतरित किया जाएगा। इसके साथ ही विकासखंड के 18 उप स्वास्थ्य केंद्रों में एएनएम के रिक्त पदों को भरने के लिए वरिष्ठ कार्यालय को अवगत कराया गया है। प्रसूति सेवाएं और राष्ट्रीय कार्यक्रमों की समीक्षासीबीएमओ ने बताया कि अस्पताल में प्रतिदिन औसतन 20 प्रसव हो रहे हैं और गर्भवती महिलाओं के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं। 80 प्रतिशत से अधिक गर्भवती महिलाओं का पंजीकरण हो चुका है। जिन उप स्वास्थ्य केंद्रों का पंजीकरण लक्ष्य कम है, उन्हें शीघ्र लक्ष्य पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा, प्रत्येक बुधवार को सरदारपुर और अमझेरा में नसबंदी शिविर आयोजित किए जाएंगे। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के चिकित्सकों को समय पर ओपीडी संचालित करने और राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों की रिपोर्टिंग पोर्टल पर नियमित रूप से दर्ज करने के निर्देश भी निरीक्षण के दौरान दिए गए। निरीक्षण के माध्यम से अस्पताल की व्यवस्थाओं की समीक्षा कर खामियों को दूर करने और आने वाले दिनों में मरीजों को और बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने की दिशा में ठोस कदम उठाए गए हैं।
अरावली पर्वतमाला के संरक्षण को लेकर जारी संघर्ष के बीच अरावली बचाने के लिए 1000 किलोमीटर की पदयात्रा निकाल रहे NSUI नेता और राजस्थान यूनिवर्सिटी के निवर्तमान अध्यक्ष निर्मल चौधरी ने मोदी सरकार पर अरावली की परिभाषा बदलने की साजिश रचने का आरोप लगाया है। उन्होंने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के स्पष्ट और निर्णायक निर्देशों का स्वागत करते हुए कहा कि यह फैसला केवल एक न्यायिक आदेश नहीं, बल्कि, प्रकृति, संविधान और जनहित के पक्ष में सच्चाई की जीत है। बोले- सरकार इस मुद्दे पर अकेली पड़ी निर्मल चौधरी ने कहा कि देश को यह नहीं भूलना चाहिए कि सरकार द्वारा लाई गई इस कथित खतरनाक और मनमानी परिभाषा का विरोध केवल जन आंदोलनों तक सीमित नहीं था। बल्कि, फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया, सुप्रीम कोर्ट की सेंट्रल एम्पावर्ड कमेटी और अदालत के अमीकस क्यूरी तक ने इसका विरोध किया था। इससे यह साफ हो गया कि सरकार इस मुद्दे पर न केवल नैतिक रूप से, बल्कि, संस्थागत रूप से भी अकेली पड़ गई थी। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार बार-बार अरावली क्षेत्र को खनन, रियल एस्टेट और कॉर्पोरेट मुनाफे के हवाले करने की कोशिश करती रही है। ऐसे में अरावली को बचाने का आंदोलन और अधिक संगठित और अधिक दृढ़ होगा। कहा- ये हमारी सांसों की ढाल निर्मल चौधरी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश से आज देश को उम्मीद की एक नई किरण जरूर मिली है। लेकिन इसके साथ ही यह फैसला केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री द्वारा दिए गए सभी तर्कों को पूरी तरह खारिज करता है। ऐसी स्थिति में मंत्री को नैतिक जिम्मेदारी स्वीकार करते हुए तुरंत अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि अरावली कोई साधारण पर्वतमाला नहीं है। यह हमारी सांसों की ढाल है, हमारे जल-स्रोतों की संरक्षक है और आने वाली पीढ़ियों के भविष्य की गारंटी है। प्राकृतिक विरासत को बचाना सामूहिक जिम्मेदारी निर्मल चौधरी ने कहा कि अरावली पर किसी भी तरह का समझौता देश के भविष्य से समझौता होगा और ऐसा कोई भी समझौता वे कभी स्वीकार नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी पदयात्रा का उद्देश्य सिर्फ विरोध नहीं, बल्कि, सरकार और समाज दोनों को यह याद दिलाना है कि प्राकृतिक विरासत को बचाना सामूहिक जिम्मेदारी है।
रतलाम के व्यापारियों से करीब 64 लाख रुपए लेकर परिवार समेत फरार हुए हुंडी व्यापारी विजय लोढ़ा की रिमांड अवधि सोमवार को खत्म हो गई। शाम को उसे जेल भेजा। पुलिस ने उसका लैपटॉप और मोबाइल फोन भी जब्त किया है। 16 दिसंबर को रतलाम के तेजानगर में रहने वाले रूपेश चरपोट (48) ने माणकचौक थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। रूपेश मकान ठेकेदारी का काम करते हैं। उनके साथ तीन से चार अन्य व्यापारियों ने भी हुंडी दलाल विजय लोढ़ा के खिलाफ 64 लाख रुपए लेकर फरार होने पर अमानत में खयानत का केस दर्ज कराया था। तब से पुलिस इसे तलाश कर रही थी। राजस्थान के उदयपुर से पकड़कर लाए थेहुंडी व्यापारी को माणकचौक थाना पुलिस शुक्रवार रात राजस्थान के उदयपुर के सिल्वर अपार्टमेंट गोमुंदा रोड से अरेस्ट किया था। यह यहां अपने परिवार के साथ था। शनिवार सुबह पुलिस इसे लेकर रतलाम पहुंची थी। इसे कोर्ट में पेश किया था। सोमवार तक का कोर्ट से रिमांड मिला। तीन दिन के रिमांड में पुलिस को हालांकि कुछ खास जानकारी तो सामने नहीं आई है। लेकिन रुपया लेनदेन में खर्च होने की बात कही है। साथ ही व्यापारियों को रुपया लौटाने को भी कहा है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है। बैंक ट्रांजैक्शन, हुंडी लेन-देन, कॉल डिटेल और अन्य डिजिटल सबूतों की जांच कर रही है, जिससे ठगी की वास्तविक राशि का पता चल सके। जो अन्य पीड़ित है वह भी सामने आ सके। 29 नवंबर को गायब हुआ थापुलिस के अनुसार लेनदेन ज्यादा होने के कारण यह परिवार समेत 29 नवंबर को घर पर ताला लगाकर गायब हो गया था। 3 दिसंबर को मोबाइल बंद कर लिया था। इसके बाद शहर के व्यापारियों को इसके बारे में पता चला। तब कुछ व्यापारियों जिन्होंने एक नंबर में रुपया दिया उन्होंने आगे आकर 16 दिसंबर को थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। फर्जी चेक दिएआरोपी को गिरफ्तार करने के बाद एक अन्य शिकायतकर्ता मीना जैन ने भी इसके खिलाफ थाने में शिकायत की है। बताया कि हुंडी दलाल विजय लोढ़ा को 27 जनवरी 23 से लेकर 19 जून 2024 तक अलग-अलग टुकड़ों में 7 लाख रुपए दिए थे। इसके एवज में उसने तीन चेक दिए। हाल में पता चला कि उसने जो चेक दिए वह फर्जी निकले। इन व्यापारियों ने दिए रुपए ब्याज पर रुपए चलाने का झांसाफरियादी रूपेश चरपोट ने पुलिस को बताया कि वह विजय कुमार पिता मदनलाल लोढ़ा, निवासी शुभम रेसिडेंसी रतलाम को करीब 10 साल से जानते थे। विजय हुंडी की दलाली का काम करता था। पहचान के चलते उन्होंने ब्याज पर रुपए चलाने के लिए 3 मार्च 2025 को अपने एयू स्मॉल बैंक खाते से 8 लाख रुपए आरटीजीएस के माध्यम से विजय के एचडीएफसी बैंक खाते में ट्रांसफर किए। इसके बाद 30 जून 2025 को फरियादी की पत्नी मोनिका के बैंक खाते से चेक के जरिए साढ़े सात लाख रुपए दिए गए। यह राशि हुंडी की दलाली के नाम पर एक प्रतिशत साहूकारी ब्याज से बाजार में चलाने के लिए दी गई थी। इस तरह कुल 11 लाख रुपए विजय लोढ़ा को दिए गए। फरियादी रूपेश के साथ तीन व्यापारियों ने भी शिकायत दर्ज कराई थी। लौटाने का वादा, परिवार समेत फरारआरोपी हुंडी व्यापारी विजय लोढ़ा ने 1 दिसंबर 2025 को रुपए साहूकारी ब्याज से वापस देने की बात कही थी। लेकिन विजय घर से परिवार के साथ कहीं भाग गया था। लैपटॉप व मोबाइल की होगी जांचमाणकचौक थाना प्रभारी पातीराम डावरे ने बताया कि आरोपी का लैपटॉप व मोबाइल जब्त किया है। इसकी जांच की जाएगी। जो भी आवेदन आ रहे है उसे भी इस केस से जोड़ कर कार्रवाई की जाएगी।
पाली में तीर-कमान लेकर पहुंचे कलेक्ट्रेट:बोले- अरावली को सेव करो, यह हमारी जीवन रेखा
जय आदिवासी भील युवा संगठन पाली के देखरेख में अरावली बचाने की मांग को लेकर कई जने कलेक्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने जिला कलेक्टर एलएन मंत्री को ज्ञापन सौंपा। जिसमें उन्होंने कहा कि अरावली पर्वतमाला की परिभाषा को केवल ऊंचाई के मापदंड तक सीमित नहीं रखा जाए। उन्हें भू-वैज्ञानिक, पारिस्थितिक एवं पर्यावरणीय महत्व को समग्र रूप से परिभाषित किया जाए। अरावली क्षेत्र में खनन पर प्रभावी और कठोर सुरक्षात्मक दृष्टिकोण अपनाया जाए। जिससे प्राकृतिक संसाधनों और भावी पीढ़ियों के हित सुरक्षित रह सके। इस पर उन्हें जिला कलेक्टर ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट का अपने ऑर्डर पर स्टे लगा दिया है। ज्ञापन सौंपते समय आदिवासी कांग्रेस कमेटी पाली जिला अध्यक्ष जितेंद्र राणा, जोगाराम सोलंकी, जीवराज बोराणा, कांग्रेस अ.अभि.प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष अशोक कुमार कुलदीप, एंटी करप्शन जिला अध्यक्ष संजय परमार,राजूराम मूलियावास, भागराम मुलियावास, किरण भील, मुगलाराम जी गमेती आदिवासी कांग्रेस प्रदेश महासचिव, ओरसराम बीटीपी जिला अध्यक्ष, रमेश चौहान, ब्लॉक अध्यक्ष बाली रुपाराम पटेल, रुपाराम खेईर, भागराम कपाया, शैतानसिंह भील, प्रेम कुमार, शेराराम भील, नेमाराम भील, बगदाराम भील,पूरन भील, मानाराम जी बांदाई ब्लॉक अध्यक्ष रोहट, शेर सिंह भील, चेतन सिंह भील, जोताराम भील समस्त आदिवासी समाज मौजूद रहे।
“सूरदास का श्रृंगार : नए परिप्रेक्ष्य, नए अध्याय” विषय पर पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर के साहित्य एवं भाषा अध्ययन शाला में 29 दिसंबर को एक दिवसीय व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सच्चिदानंद शुक्ल के संरक्षण में संपन्न हुआ। इसकी अध्यक्षता प्रो. मधुलता बारा ने की, जबकि संयोजन का दायित्व डॉ. गिरजाशंकर गौतम ने निभाया।व्याख्यान के मुख्य सारस्वत वक्ता बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, झांसी (उत्तर प्रदेश) के हिंदी विभाग के वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो. मुन्ना तिवारी रहे। उन्होंने सूरदास के श्रृंगार काव्य को भक्ति, प्रेम और सामाजिक चेतना के व्यापक संदर्भ में एक्सप्लेन किया। प्रो. तिवारी ने जायसी और सूरदास की रचनाओं का तुलनात्मक विश्लेषण प्रस्तुत करते हुए कृष्ण–राधा प्रेम की विशिष्टताओं को रेखांकित किया। उन्होंने सूरदास के पदों को साक्ष्य रूप में प्रस्तुत करते हुए गोपियों और कृष्ण की प्रेमलीला एवं रासलीला का सजीव वर्णन किया। “राधा-श्याम रंग नाच्यो” जैसे पदों के माध्यम से सूर के काव्य-सौंदर्य और भाव गहनता को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि द्वारिका के सामाजिक दायित्व निभाने वाले कृष्ण और गोकुल के प्रेममय कृष्ण- इन दोनों रूपों का द्वैत सूरदास के काव्य में अत्यंत मार्मिक ढंग से अभिव्यक्त हुआ है। साथ ही अंतःपुर बसाने के रहस्य, प्रेमसुख और वात्सल्यसुख के मानवीय पक्षों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने यह भी बताया कि सूरदास ने वात्सल्य और श्रृंगार के पारंपरिक बंधनों को तोड़ते हुए स्त्री-अनुभूति को नया स्वर दिया। प्रो. तिवारी ने कहा कि आज जिस स्त्री विमर्श की चर्चा की जाती है, उसकी जड़ें सूरदास के काव्य में विद्यमान हैं। जहां अनेक मध्यकालीन कवियों पर स्त्री-विरोधी दृष्टि का आरोप लगाया जाता है, वहीं सूरदास स्त्री के विविध रूपों का सम्मानपूर्ण चित्रण करते हुए उसके पक्ष में खड़े दिखाई देते हैं। उनके काव्य में किसान-बोध, ब्रज संस्कृति और लोकजीवन की सूक्ष्म झलक स्पष्ट रूप से परिलक्षित होती है। कार्यक्रम के अंत में डॉ. अनुसुइया अग्रवाल ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। व्याख्यान में विभिन्न महाविद्यालयों के शिक्षक, शोधार्थी, विश्वविद्यालय के अतिथि शिक्षक एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे। यह आयोजन सूरदास के काव्य को नए दृष्टिकोण से समझने का महत्वपूर्ण अवसर साबित हुआ, जिसने श्रोताओं में भारतीय भक्ति साहित्य के प्रति गौरव और आत्मीयता की अनुभूति कराई।
पन्ना कलेक्टर ऊषा परमार ने सोमवार को आयोजित टीएल बैठक में अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिले में नियमों के उल्लंघन पर अब किसी तरह की ढिलाई नहीं बरती जाएगी। अवैध कॉलोनियों, सड़क सुरक्षा और जनहित से जुड़े मामलों में तुरंत और प्रभावी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। अवैध कॉलोनियों पर तुरंत कार्रवाई के आदेश कलेक्टर ने कहा कि बिना अनुमति और मूलभूत सुविधाओं के विकसित हो रही अवैध कॉलोनियों पर तत्काल कार्रवाई की जाए। ऐसे सभी मामलों की फाइलें तैयार कर जल्द से जल्द कार्रवाई के लिए प्रस्तुत करने को कहा गया। उन्होंने अधिकारियों से साफ शब्दों में कहा कि अब सिर्फ कागजी कार्रवाई नहीं, बल्कि जमीन पर कार्रवाई दिखाई देनी चाहिए। बिना हेलमेट पेट्रोल नहीं देने के निर्देश सड़क सुरक्षा को लेकर कलेक्टर ने सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने निर्देश दिए कि पेट्रोल पंपों पर बिना हेलमेट पहने दोपहिया वाहन चालकों को पेट्रोल न दिया जाए। नियमों का उल्लंघन करने वाले पेट्रोल पंप संचालकों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। विकास और जनकल्याण योजनाओं की समीक्षा बैठक में रूंझ और मझगांय बांध निर्माण में बाधा बने अतिक्रमणों को पुलिस बल की मदद से हटाने के निर्देश दिए गए। राशन वितरण में देरी पर नाराजगी जताते हुए कलेक्टर ने कहा कि हर माह की 20 तारीख तक सभी पात्र हितग्राहियों को अनाज मिल जाना चाहिए। अन्य महत्वपूर्ण निर्देश कलेक्टर ने जिला हीरा कार्यालय और निर्वाचन कार्यालय को नए भवनों में शिफ्ट करने के आदेश दिए। साथ ही ‘फार्मर आईडी’ बनाने के कार्य में तेजी लाने और किसी भी तरह की लापरवाही न बरतने के निर्देश दिए गए। कुपोषित बच्चों को एनआरसी में भर्ती कराने और जेके सेम के सहयोग से न्यूट्री बास्केट वितरण पर भी विशेष ध्यान देने को कहा गया। लापरवाही पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी कलेक्टर ऊषा परमार ने साफ कहा कि जनहित के कामों में लापरवाही करने वाले अधिकारियों और नियमों का उल्लंघन करने वाले भू-माफियाओं पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सभी अधिकारियों को जिम्मेदारी के साथ काम करने और योजनाओं को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए।
पंचकूला पुलिस ने एक 16 वर्षीय किशोरी को शादी का झांसा देकर रेप करने के आरोपी गिरफ्तार किया। पकड़ा गया आरोपी पीड़िता का रिश्ते में ममेरा भाई लगता है। आरोपी को कोर्ट में पेश कर 2 दिन के पुलिस रिमांड पर पूछताछ कर रही है। डीसीपी सृष्टि गुप्ता ने बताया कि 8 दिसंबर को पीड़िता के पिता ने सेक्टर-2 पुलिस चौकी में अपनी बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। शिकायतकर्ता ने बताया था कि उनकी बेटी 4 दिसंबर से लापता है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तुरंत जांच शुरू की। महिला सेल की इंचार्ज पूजा के नेतृत्व में की गई जांच में यह तथ्य सामने आया कि किशोरी को उसके मामा का लड़का शादी का झांसा देकर बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया था। आरोपी ने अलग-अलग स्थानों पर पीड़िता के साथ शारीरिक संबंध बनाए। 26 दिसंबर को किशोरी बरामद डीसीपी ने आगे बताया कि पीड़िता के बयान 26 दिसंबर को पुलिस के समक्ष और 27 दिसंबर को कोर्ट में दर्ज करवाए गए। कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए पीड़िता की काउंसलिंग भी करवाई गई है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 27 दिसंबर को ही आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 137, 87, 65(1) और पॉक्सो एक्ट की धारा 6 के तहत कड़ा मामला दर्ज किया गया है। यूपी के हैं दोनों परिवार जांच में यह भी स्पष्ट हुआ है कि दोनों परिवार मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं और वर्तमान में पंचकूला के अलग-अलग क्षेत्रों में निवास रह रहे हैं। पुलिस अब रिमांड के दौरान आरोपी से उन ठिकानों और अन्य साक्ष्यों के बारे में पूछताछ कर रही है जहां वह किशोरी को लेकर गया था। डीसीपी पंचकूला सृष्टि गुप्ता का संदेश डीसीपी सृष्टि गुप्ता ने कहा कि समाज में इस प्रकार के अपराधों को रोकने के लिए अभिभावकों और बच्चों का सतर्क रहना बेहद जरुरी है। मेरी आम जनता से अपील है कि किसी पर भी, चाहे वह कितना ही करीबी क्यों न हो, आंख मूंदकर विश्वास न करें। बच्चों से संवाद बढ़ाएं और किसी भी अनहोनी की स्थिति में तुरंत पुलिस का साथ लें। साथ ही हम यह भी सुनिश्चित करेंगे के ऐसे मामलो में आरोपी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो ताकि भविष्य में ऐसे अपराधियों के लिए एक कड़ा सबक बन सके।
कटनी जिले के बड़वारा थाना क्षेत्र के तहत नैगवां ग्राम के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 43 पर सोमवार शाम दो सड़क हादसे हुए। इन घटनाओं में एक बाइक सवार की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। पहला हादसा तब हुआ जब एक वाहन ने बाइक सवार युवक को टक्कर मार दी। जानकारी के अनुसार, सोनारी ग्राम निवासी मूरत महोबिया (38 वर्ष) अपने साथी रामदयाल के साथ बाइक से कटनी से अपने घर बिजौरी लौट रहे थे। नैगवां के पास एक वाहन ने उन्हें टक्कर मारी और भाग निकला। इस हादसे में मूरत की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि रामदयाल गंभीर रूप से घायल हो गया। दूसरा हादसा, खड़ी कार को ट्रक ने मारी टक्कर पहले हादसे के बाद मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई थी। इसी दौरान कटनी से उमरिया जा रही एक स्कॉर्पियो कार सड़क किनारे खड़ी थी, जिसे पीछे से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक (HR47D3958) ने जोरदार टक्कर मार दी। इस दूसरे हादसे में कार में सवार निर्मला सिंह, धापल सिंह और चालक गंभीर रूप से घायल हो गए। टक्कर इतनी तेज थी कि स्कॉर्पियो कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। हादसे के बाद लगा लंबा जाम, पुलिस ने बहाल कराया यातायात लगातार हुए इन दो हादसों के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगभग 1 किलोमीटर लंबा जाम लग गया। सूचना मिलते ही बड़वारा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और सभी घायलों को इलाज के लिए बड़वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा। बड़वारा थाना प्रभारी के. पटेल ने बताया कि हादसे के बाद शव को मौके से उठाकर बड़वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया गया है और जाम खुलवा दिया गया है। अब यातायात पूरी तरह से बहाल हो चुका है। पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर मर्ग कायम किया और मामले की जांच शुरू कर दी है। फिलहाल पुलिस फरार वाहन की तलाश कर रही है और ट्रक को कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई कर रही है।
सोमवार को पुलिस प्रशिक्षण कॉलेज में बुनियादी प्रशिक्षण ले रहे 986 नवआरक्षकों को ट्रैफिक मैनेजमेंट की ट्रेनिंग दी गई। इसके लिए वर्कशॉप भी आयोजित की। ट्रैफिक मैनेजमेंट पुलिस की टीम ने प्रैक्टिकल के माध्यम से ट्रैफिक मैनेजमेंट से जुड़े विभिन्न पहलुओं जैसे इंजीनियरिंग, एजुकेशन, इंफोर्समेंट, इमरजेंसी केयर आदि के बारे में पूरी जानकारी साझा की। एसीपी संतोष कुमार कौल ने नवआरक्षकों को ट्रैफिक मैनेजमेंट के दौरान आने वाली चुनौतियों और संयम, समन्वय, संवाद और संवेदनशीलता के द्वारा उन चुनौतियों से किस तरह सामना किया जाए इसके बारे में जानकारी दी। वीआईपी ड्यूटी और अन्य इंतजामों में ट्रैफिक व्यवस्था करने के दौरान ध्यान देने वाली बातों को बताया। ट्रैफिक संचालन के तरीकों का डेमो ट्रैफिक सूबेदार काजिम हुसैन रिजवी ने ट्रैफिक प्रवर्तन में उपयोग संसाधनों उपकरण जैसे लाइट बेटन, ब्रेथ एनालाइजर मशीन, चालान बनाने की पीओएस मशीन कार्यप्रणाली, बॉडी वार्न कैमरा का इस्तेमाल, ओवर स्पीड़ पर नियंत्रण के लिए इंटरसेप्टर वाहन का संचालन, आईटीएमएस सिस्टम, मोटरव्हीकल एक्ट प्रावधानों की जानकारी दी गई। ट्रैफिक एजुकेशन विंग के आरक्षक सुमंत सिंह ने ट्रैफिक हैंड साइन प्रैक्टिकल कर ट्रैफिक संचालन के तरीकों का डेमो दिया। साथ ही बताया कि किस तरह सिटी, हाथों के इशारे, चौकन्नी नजर, सुरक्षित ड्यूटी पोजिशन से ट्रैफिक नियंत्रित किया जा सकता है। ट्रैफिक अल्फाबेट्स और कम संसाधनों में बेहतर ट्रैफिक मैनेजमेंट के तरीके भी बताए। फील्ड से मिलेगा अनुभव एसीपी (पीटीसी) गीता चौहान ने सड़क हादसों की गंभीरता से नवआरक्षकों को रूबरू करवाया व उन्हें नियमों का पालन करने व करवाने की हिदायत भी दी। उन्होंने बताया कि सभी प्रशिक्षणार्थी जल्द ही यातायात मैनेजमेंट पुलिस, इंदौर के साथ फील्ड में जाकर ट्रैफिक व्यवस्था संभालने में मदद और अनुभव भी प्राप्त करेंगे, ताकि जब ये प्रशिक्षण प्राप्त कर अपनी पोस्टिंग यूनिट जाए तो वहां भी बेहतर यातायात व्यवस्था करें। सभी ने ट्रैफिक मैनेजमेंट ट्रेनिंग में रुचि दिखाई और उन्होंने ने ट्रैफिक नियम एवं सड़क सुरक्षा के बारे में बहुत कुछ सीखा।
चूरू के तारानगर थाना क्षेत्र के गाजुवास गांव में संपत्ति विवाद के चलते पिता की हत्या के आरोपी बेटे को आज कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उसे दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। यह घटना 25 दिसंबर को हुई थी, जिसमें प्रतापसिंह सहारण की हत्या हुई थी। तारानगर थानाधिकारी सतपाल विश्नोई ने बताया कि मृतक प्रतापसिंह सहारण के छोटे बेटे अनिल कुमार ने अपने बड़े भाई पवन कुमार और भाभी उर्मिला के खिलाफ संपत्ति विवाद के कारण पिता की हत्या का मामला दर्ज कराया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए, एएसपी रिछपाल चारण और डीएसपी रोहित सांखला के पर्यवेक्षण में एक पुलिस टीम का गठन किया गया। टीम ने मृतक के शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम करवाया और घटनास्थल का एमओबी (मोबाइल फोरेंसिक यूनिट) व एफएसएल (फोरेंसिक साइंस लैब) टीम से निरीक्षण कर साक्ष्य जुटाए। पुलिस ने गवाहों से भी गहनता से पूछताछ की। घटनास्थल के निरीक्षण, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और गवाहों के बयानों के आधार पर पुलिस ने आरोपी पवन कुमार को सोमवार दोपहर गिरफ्तार किया। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने अपने पिता की हत्या करने की बात कबूल की है। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया। जहां से आरोपी को दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।
पंचकूला पुलिस ने नशे के कारोबार के खिलाफ सख्ती करते हुए नाइजीरियन नशा तस्कर को एनडीपीएस एक्ट के तहत सजा पूरी होने के बाद भारत से डिपोर्ट किया गया है। आरोपी को 11 फरवरी 2023 को पंचकूला पुलिस ने हेरोइन सप्लायर की भूमिका निभाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। डीसीपी एवं विदेशी पंजीकरण अधिकारी सृष्टि गुप्ता ने बताया कि आरोपी के खिलाफ 4 जुलाई 2018 को एनडीपीएस एक्ट में चंडीगढ़ में मामला दर्ज था। जिसमें उसे उसी दिन गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में 10 मार्च 2023 को कोर्ट द्वारा फैसला सुनाया गया था। 22 सितंबर 2025 को सत्र न्यायधीश वेद प्रकाश सिरोही द्वारा आरोपी की सजा पूरी होने के बाद उसे डिपोर्ट करने के आदेश दिए। कोर्ट के आदेश पर कार्रवाई कोर्ट के आदेशों की अनुपालना में थाना सेक्टर-20 के प्रभारी इंस्पेक्टर सोमबीर ढाका और विदेशी पंजीकरण कार्यालय में तैनात लिपिक सिपाही सर्वेश कुमार द्वारा सभी आवश्यक कानूनी औपचारिकताएं पूर्ण की गईं। हरियाणा सरकार के गृह सचिव द्वारा जारी गाइडलाइंस के अनुसार नाइजीरिया एंबेसी से आवश्यक दस्तावेज पूरे करवाए गए। नशा तस्करी के खिलाफ एकजुट : DCP डीसीपी सृष्टि गुप्ता ने अपने बयान में कहा, “पंचकूला पुलिस नशा तस्करी के खिलाफ एकजुट होकर कार्य कर रही है। पुलिस न सिर्फ जिला में नशा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है, बल्कि विदेशी नागरिकों द्वारा नशे के अवैध कारोबार पर भी बारीकी से नजर रख रही है। सजा पूरी होने के बाद ऐसे अपराधियों को डिपोर्ट कराना कानून के तहत एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
भिलाई के जयंती स्टेडियम में आयोजित हनुमंत कथा के आखिरी दिन पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री महाराज ने धर्म, आस्था, अंधविश्वास और धर्मांतरण पर खुलकर चर्चा की। उन्होंने कहा कि हमारा दरबार लगाना कुछ लोगों को अंधविश्वास लगता है, लेकिन चादर चढ़ाना और कैंडल जलाना विश्वास माना जाता है। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि आस्था के पैमाने अलग-अलग क्यों बनाए जाते हैं। धीरेंद्र शास्त्री ने अपने छत्तीसगढ़ आगमन पर उठे सवालों का भी जवाब दिया। उन्होंने मंत्री की तरफ इशारा करते हुए कहा कि ये हमें वापस लेकर जाएंगे या नहीं, लेकिन लेकर यही आए हैं। बहुत लोग हमारे आने पर सवाल उठा रहे हैं, लेकिन सच ये है कि असली गुनाहगार लाने वाला है, हम तो आने वाले हैं। उन्होंने यात्रा को लेकर तंज कसते हुए कहा कि लोग कहते हैं बाबा हवाई जहाज से आया, उस गाड़ी से आया। अरे बाबा भी आदमी है, देश का ही है, कोई विदेशी थोड़े ही है। देश को लूटने वाले घूम सकते हैं, देशद्रोही चील गाड़ी पर उड़ सकते हैं, लेकिन सनातन जगाने वाला, कैंसर अस्पताल बनाने वाला, बेटियों का विवाह करवाने वाला और नशा छुड़वाने वाला आदमी हवाई जहाज पर चढ़ने का अधिकारी नहीं है। यह कैसी बुद्धि है, ठठरी के बरे। गाड़ी के सामने आया भक्त, मिलने के लिए महिला ने काटी नसकथा के दौरान एक घटना का जिक्र करते हुए बागेश्वर बाबा ने बताया कि एक भक्त उनकी गाड़ी के सामने आ गया था। उसकी शादी नहीं हो रही थी, इसलिए वह आशीर्वाद मांगने पहुंचा। इस दौरान कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। बाबा ने कहा कि शुक्र मनाओ कि सिर्फ शीशा टूटा, अगर उसकी शादी नहीं हुई तो उसका दिल टूट जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि परसों सूचना मिली कि किसी लड़की ने उनसे मिलने के लिए नस काट ली। इस पर उन्होंने भावुक होते हुए कहा कि बहनजी से प्रार्थना करेंगे कि नस मत काटो, नहीं तो हमें जेल चले जाना पड़ेगा। बाबा कुछ कहे तो कहते हैं पाखंड कर रहा, अंधविश्वास फैला रहाधर्मांतरण के मुद्दे पर बोलते हुए धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि कुछ लोग भोले-भाले हिंदुओं को लालच देकर और ढोंग करके उनका धर्म बदलवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर किसी को दूसरे धर्म के लोग अच्छे लगते हैं तो वे वहां जाकर बसें, अपने देश में परेशान न करें। कांकेर में कई लोगों पर लाठियां भी चली हैं। पता नहीं लोग हिंदुओं से क्यों जलते हैं, यह समझ नहीं आता। उन्होंने यह भी कहा कि हमारा दरबार लगाना कुछ लोगों को अंधविश्वास लगता है, लेकिन चादर चढ़ाना और कैंडल जलाना विश्वास है। पुलिस की वर्दी के अंदर भी इंसान है, उसकी भी आस्था हैकथा के दौरान पुलिसकर्मी द्वारा टोपी उतारकर प्रणाम करने के मामले पर भी बाबा ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि वर्दी के अंदर भी इंसान होता है, उसकी भी आस्था होती है। कोई अपने माता-पिता या गुरु को प्रणाम करे तो इसमें गलत क्या है। उन्होंने आलोचना करने वालों पर तंज कसते हुए कहा कि तुम यह कहो कि यह नहीं होना चाहिए, तो ठठरी के बरे भी काका को प्रणाम करें।
नए साल से जयपुर सहित राजस्थान के प्रमुख पर्यटन स्थलों पर घूमना महंगा हो जाएगा। राजस्थान सरकार के अधीन आने वाले ऐतिहासिक स्मारकों और पर्यटन स्थलों की प्रवेश शुल्क दरों में बढ़ोतरी कर दी गई है, जो नए साल पर 1 जनवरी 2026 से लागू हो जाएगी। वर्ष 2015 यानी करीब 10 साल बाद टिकट दरों में यह बढ़ोतरी पहली बार की गई है, जिसके तहत आमेर महल में भारतीय पर्यटकों को अब 200 रुपए और विदेशी पर्यटकों को 1000 रुपए का टिकट देना होगा। पर्यटन विभाग का तर्क है कि बढ़ती सुविधाओं और रखरखाव के खर्च को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। नई दरों को लेकर पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग की ओर से आदेश जारी कर दिए गए हैं, जो राजस्थान गजट में प्रकाशित हो चुके हैं। सरकारी आदेश के अनुसार, अधिकांश प्रमुख स्मारकों पर टिकट की कीमतों में लगभग दोगुनी वृद्धि की गई है। यह प्रक्रिया पिछले तीन महीनों से चल रही थी, जिसे अब अंतिम रूप दे दिया गया है। प्रमुख स्मारकों की नई प्रवेश शुल्क दरें जयपुर के सबसे प्रसिद्ध आमेर किला में जहां पहले भारतीय पर्यटक 100 रुपए लेकर देखता था, वहीं 300 रुपए विदेशी पर्यटक को देने पड़ते थे, वहीं अब भारतीय पर्यटक 200 रुपए का टिकट लेगा, वहीं विदेशी पर्यटकों को 1000 रुपए चुकाने होंगे। जबकि, अल्बर्ट हॉल संग्रहालय, हवा महल, जंतर-मंतर, नाहरगढ़ किले पर अब भारतीय पर्यटक की टिकट दर 100 रुपए और विदेशी पर्यटक की टिकट दर 600 कर दी गई है। 1 जनवरी 2026 से प्रभावी होंगी नई दरें पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग का मानना है कि बढ़ी हुई दरों से स्मारकों के संरक्षण, रखरखाव और सुविधाओं के विकास में मदद मिलेगी। हालांकि, टिकट दरों में अचानक हुई इस बढ़ोतरी से स्थानीय पर्यटकों और गाइड्स के बीच चर्चा का विषय भी बना हुआ है। नई दरें 1 जनवरी 2026 से प्रभावी होंगी और राज्य के सभी संबंधित स्मारकों पर लागू की जाएगी। इस संबंध में विभाग की ओर से सभी स्मारकों को आदेश जारी हो चुके हैं। विभागाधीन 10 संरक्षित स्मारकों और 02 कला दीर्घाओं में शामिल तोपखाना-जालोर, बाला किला-अलवर, गुंबद फतेहजंग-अलवर, मूसी महारानी की छतरी-अलवर, अमर सिंह की छतरी-नागौर, किशोरी महल-भरतपुर, किला डीग-भरतपुर, सुनहरी कोठी-टोंक, किला ग्राम फतेहगढ़-अजमेर, किला सरवाड़-अजमेर, कला दीर्घा चंद्रावती-सिरोही, कला दीर्घा -विराटनगर में नवाचार करते हुए नवीन प्रवेश शुल्क दरें लागू की जा रही है। म्यूजियम में भारतीय पर्यटकों को 30 रुपए में मिलेगा प्रवेश एक ही जिले में स्थित स्मारकों/कला दीर्घाओं के लिए नवीन एकजाई प्रवेश शुल्क दरें भी लागू की जारी की जा रही है। जयपुर जिले के अतिरिक्त राजकीय संग्रहालयों में भारतीय पर्यटक के प्रवेश शुल्क की दर 20 रुपए के स्थान पर 30 रुपए निर्धारित की गई है। विभाग की ओर से नवाचार करते हुए राजस्थान राज्य में विभागीय संरक्षित स्मारकों/संग्रहालयों/कला दीर्घाओं के लिए एक नवीन एकजाई प्रवेश शुल्क दर भारतीय पर्यटक 1300 रुपए और विदेशी पर्यटक 5500 रुपए तय किया गया है, जिससे पर्यटक राजस्थान के विभागीय स्मारकों / संग्रहालयों/कला दीर्घाओं का एक बार ही शुल्क देकर 10 दिन तक घूम कर सकते है।
कोटा में दीपावली के समय शुद्ध आहार मिलावट पर वार अभियान के तहत लिए गए सैंपलों में से 12 सैंपल जांच में फेल निकले हैं। इसके बाद खाद्य सुरक्षा और औषधि नियंत्रण विभाग की ओर से 12 मामलों में अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट न्यायालय में संबंधित फर्म के खिलाफ परिवाद पेश किया है। सीएमएचओ डॉ. नरेंद्र नागर ने बताया कि दही, अलसी का तेल, पनीर के सैम्पल जांच में अमानक मिले है। इसके बाद ये कार्रवाई की है। वहीं खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने प्रेम नगर आवासीय योजना, रंगबाड़ी इलाकों में अलग-अलग फर्मों का निरीक्षण किया। मिलावट की आशंका पर टीम ने घी, कुकिंग मीडियम और सोया पनीर के 5 सैम्पल लिए है। जिन्हें जांच के लिए लैब भेजा जाएगा। वहीं घी डेयरी प्रीत ब्रांड के 36 डब्बे (1 लीटर के 12 व 500 एमएल के 24) सीज किए। इनके खिलाफ कोर्ट में परिवाद पेश अवमानक पाए गए। प्रकरण में Fssa Act 2006 की धारा 51 के तहत 5 लाख रुपए तक के जुर्माने का प्रावधान है। कार्रवाई में खाद्य सुरक्षा अधिकारी संदीप अग्रवाल,अरुण सक्सेना मोजी लाल कुंभकार शामिल रहे।

