लखनऊ के बसंतकुंज योजना में बने राष्ट्र प्रेरणा स्थल के लोकार्पण को लेकर राजधानी में मेगा लेवल की तैयारियां की जा रही हैं। 25 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस दौरान करीब डेढ़ लाख मेहमान आयोजन स्थल तक पहुंचेंगे। उनके आवागमन, खानपान और पार्किंग के लिए प्रशासन ने पूरा ब्लूप्रिंट तैयार कर लिया है। बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आयोजन स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कार्यक्रम में आने वाले मेहमानों को किसी तरह की असुविधा न हो। बस में नाश्ता, स्थल पर लंच कार्यक्रम में आने वाले मेहमानों को सुबह बसों में ही नाश्ता दिया जाएगा। कार्यक्रम स्थल पर लंच की व्यवस्था रहेगी। पीने के लिए हर व्यक्ति को एक-एक लीटर बोतलबंद पानी दिया जाएगा। नाश्ते पर प्रति व्यक्ति करीब 85 रुपए खर्च होंगे। इसका मेन्यू भी तय कर लिया गया है। इसके अलावा आयोजन स्थल पर पानी के जार और टैंकर भी लगाए जाएंगे। जनप्रतिनिधि संभालेंगे बसों की जिम्मेदारी आयोजन की व्यवस्थाओं में प्रशासन के साथ जनप्रतिनिधियों को भी लगाया गया है। वे अपने-अपने विधानसभा और लोकसभा क्षेत्रों से बसों के जरिए मेहमानों को कार्यक्रम स्थल तक लाएंगे। किस क्षेत्र से कितनी बसें आएंगी और उन्हें कहां पार्क किया जाएगा, यह भी तय कर दिया गया है। आयोजन के दौरान करीब 2 हजार बसों के पहुंचने का अनुमान है, इसलिए पार्किंग व्यवस्था पर खास फोकस किया गया है। 65 एकड़ में बना राष्ट्र प्रेरणा स्थल राष्ट्र प्रेरणा स्थल 65 एकड़ क्षेत्र में फैला है। इसके निर्माण पर 232 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। परिसर में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, पंडित दीन दयाल उपाध्याय और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 65-65 फीट ऊंची प्रतिमाएं लगाई गई हैं। इन प्रतिमाओं पर करीब 21 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। कॉर्पस फंड से होगा संचालन एलडीए ने शासन को पत्र लिखकर 150 करोड़ रुपए के कॉर्पस फंड की मांग की है। इस फंड से मिलने वाले ब्याज से राष्ट्र प्रेरणा स्थल के रखरखाव और संचालन का खर्च पूरा किया जाएगा। मंच पर रहेंगे दिग्गज नेता लोकार्पण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक, प्रदेश भाजपा के नए अध्यक्ष सहित कई मंत्री और पदाधिकारी मंच पर मौजूद रहेंगे।
काशी और तमिलनाडु के मध्य सांस्कृतिक भाषायी एवं शैक्षणिक सेतु को और सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में काशी तमिल संगमम् 4.0 के द्वितीय चरण के अंतर्गत वाराणसी से 300 छात्रों का एक विशेष दल तमिलनाडु के लिए रवाना हुआ। इस अवसर पर काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. अजित कुमार चतुर्वेदी ने छात्रों के इस दल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। छात्रों को बोले- जिज्ञासा के साथ करिएगा भ्रमण कार्यक्रम के दौरान नोडल ऑफिसर प्रो. अंचल श्रीवास्तव ने सभी छात्रों को संबोधित करते हुए काशी तमिल संगमम् की परिकल्पना, उद्देश्य और महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने छात्रों एवं शिक्षकों का आपसी परिचय भी कराया और इस सांस्कृतिक यात्रा को एक जीवंत शैक्षणिक अनुभव बताते हुए सभी प्रतिभागियों से अनुशासन, जिज्ञासा और सांस्कृतिक संवेदनशीलता के साथ इस अवसर का अधिकतम लाभ उठाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यह यात्रा केवल भ्रमण नहीं, बल्कि भारत की एकता, विविधता और सांस्कृतिक निरंतरता को प्रत्यक्ष रूप से अनुभव करने का अवसर है। तमिल सीखने के थीम हो रहा तमिल संगमम-4 काशी तमिल संगमम् 4.0 की इस वर्ष की थीम “काशी करकलाम (तमिल सीखें)” रखी गई है, जिसके अंतर्गत छात्रों को तमिल भाषा, साहित्य, संस्कृति और शैक्षणिक परंपराओं से प्रत्यक्ष रूप से परिचित कराया जाएगा। इस दल में सम्मिलित छात्र वाराणसी के विभिन्न विश्वविद्यालयों से हैं, जो तमिलनाडु के अनेक विश्वविद्यालयों का भ्रमण कर वहां की अकादमिक गतिविधियों, सांस्कृतिक परंपराओं और सामाजिक जीवन को नजदीक से समझेंगे। समापन में शामिल होंगे प्रधानमंत्री कुलपति अजित चतुर्वेदी ने कहा - यह काशी तमिल संगमम् के इतिहास में एक विशेष अवसर है, क्योंकि पहली बार काशी से छात्रों का संगठित समूह तमिलनाडु की यात्रा पर जा रहा है। यह पहल युवा पीढ़ी के माध्यम से उत्तर और दक्षिण भारत के बीच सांस्कृतिक संवाद को नई ऊर्जा प्रदान करेगी। काशी तमिल संगमम् 4.0 का समापन रामेश्वरम् में प्रधानमंत्री के द्वारा किया जाना प्रस्तावित है।
लखनऊ में अंसल सिटी को लेकर आज राष्ट्रीय कंपनी विधि अपीलीय न्यायाधिकरण (एनसीएलएटी) में सुनवाई होनी है। इससे पहले सोमवार और मंगलवार को लगातार दो दिन सुनवाई हुई, लेकिन कोई फैसला नहीं आ सका। ऐसे में अब निवेशकों की नजरें बृहस्पतिवार की सुनवाई पर टिकी हैं। सोमवार और मंगलवार को करीब डेढ़-डेढ़ घंटे तक सुनवाई चली। पहले दिन लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) और आवंटियों की ओर से पक्ष रखा गया। एलडीए ने दलील दी कि कॉलोनी पर पहला अधिकार उसका है, इसलिए हैंडओवर उसे दिया जाना चाहिए। इस मांग का समर्थन अंसल सुशांत गोल्फ सिटी टाउनशिप के आवंटियों ने भी किया। मंगलवार को अंसल कंपनी और उसे कर्ज देने वाली वित्तीय संस्था आईएफएसएल के अधिवक्ताओं ने अपना पक्ष रखा। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद भी न्यायाधिकरण कोई निर्णय नहीं ले सका। आवंटी और निवेशक गगन टंडन ने बताया कि अब 18 तारीख को फिर सुनवाई होगी। उन्हें उम्मीद है कि फैसला आवंटियों के पक्ष में आएगा। अगर कॉलोनी का हैंडओवर एलडीए को होता है, तो हजारों आवंटियों को बड़ी राहत मिल सकती है।
आजमगढ़ जिले के कोतवाली क्षेत्र से साइबर ठगी का मामला सामने आया है। जिले की पुलिस और साइबर सेल भले ही लगातार जिले में साइबर जागरूकता को लेकर कार्यक्रम चला रही है। इसके साथ ही स्कूलों कॉलेजों में साइबर जागरूकता पाठशाला का आयोजन किया जा रहा है। इसके बाद भी आए दिन जिले में लोग साइबर ठगी के शिकार बन रहे हैं। यह साइबर ठग लगातार नए-नए प्रयोग कर रहे हैं। यही कारण एक आए दिन लोग इन साइबर ठगो के जाल में फंस रहे हैं। जिले के आसिफगंज पुरानी कोतवाली निवासी प्रदीप नारायण सिंह ने थाना कोतवाली में तहरीर देकर आरोप लगाया है कि अज्ञात साइबर ठगों ने बेटी श्रुति सिंह को व्हाट्सएप लिंक के जरिए गुमराह कर लाखों रुपये की ठगी कर ली। व्हाट्सएप लिंक से की गई ठगी पुलिस को दिए शिकायती पत्र में पीड़ित ने बताया कि उनकी पुत्री के मोबाइल नंबर पर एक अज्ञात नंबर से व्हाट्सएप लिंक आया था। बातचीत के दौरान ठगों ने उसे झांसे में लेकर मानसिक रूप से प्रभावित किया और उसके बाद स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की मुख्य शाखा स्थित खाते से अलग-अलग नामों पर कुल 4 लाख 49 हजार रुपये ट्रांसफर करवा लिए। इस प्रकार कुल 4 लाख 90 हजार रुपये की ठगी की गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए कोतवाली पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इस बारे में जिले के एसपी सिटी मधुबन सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। घटना के खुलासे के लिए साइबर सेल की टीम लगा दी गई है। जल्द ही घटना का खुलासा हो सकेगा।
लखनऊ के चारबाग रोडवेज बस स्टैंड के यू-टर्न पर ओवरटेक को लेकर हुए विवाद में कार सवार दबंगों ने एक व्यवसायी को बुरी तरह पीट दिया। मारपीट के दौरान आरोपियों ने सिर पर रॉड मार दी और 50 हजार रुपए व मोबाइल फोन लूट लिया। हमलावरों ने कार में भी जमकर तोड़फोड़ की। पीड़ित की तहरीर पर नाका पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। राजाजीपुरम सेक्टर-12 निवासी सत्यम शर्मा व्यवसायी हैं। उन्होंने बताया कि 15 दिसंबर की सुबह तड़के करीब 3:30 बजे बारात से कार से घर लौट रहे थे। चारबाग रोडवेज बस स्टैंड के पास सड़क की दूसरी पटरी पर जाने के लिए यू-टर्न ले रहे थे। इसी दौरान पीछे से नशे में धुत चार युवक काले रंग की कार में आए। उन्होंने हाथ देकर ओवरटेक करने की कोशिश की लेकिन आगे वाहन खड़े होने के कारण साइड नहीं मिल सकी। गाड़ी में रखा रुपए लेकर भाग गए इस पर कार सवार युवक गाली-गलौज करते हुए नीचे उतरे और सत्यम को कार से खींच लिया। आरोप है कि एक बदमाश ने कार से रॉड निकालकर उनके सिर पर वार किया जिससे सिर फट गया। इसके बाद हमलावरों ने कार के शीशे और बैक लाइट तोड़ दी। बदमाश कार में रखा बैग और मोबाइल भी लूट ले गए। बैग में 50 हजार रुपए नकद थे। घायल सत्यम किसी तरह भागकर नाका पुलिस चौकी पहुंचे। सूचना मिलने तक आरोपी फरार हो चुके थे। पुलिस ने उन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेजा। हालत सामान्य होने पर सत्यम ने नाका थाने पहुंचकर तहरीर दी। इंस्पेक्टर नाका श्रीकांत राय ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर चार अज्ञात बदमाशों के खिलाफ लूट, मारपीट समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों की पहचान के लिए घटनास्थल और आसपास के मार्गों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। गिरफ्तारी के लिए दो पुलिस टीमें गठित की गई हैं।
आजमगढ़ SSP ने जनसुनवाई का लिया फीडबैक:130 आवेदकों को किया गया था आमंत्रित 67 आवेदक हुए उपस्थित
आजमगढ़ जिले के एसएसपी डॉक्टर अनिल कुमार ने SSP ऑफिस में होने वाली जनसुनवाई के दौरान प्राप्त शिकायती प्रार्थना पत्र पर संबंधित थानों द्वारा की गई जांच के उपरांत फीडबैक लेने के लिए असंतोष व्यक्त करने वाले 130 आवेदकों को जन संवाद के लिए आमंत्रित किया गया था। इस जन संवाद कार्यक्रम में 67 आवेदक उपस्थित हुए। जनसुनवाई के दौरान जिले के एसएसपी डॉक्टर अनिल कुमार अपर पुलिस अधीक्षक नगर मधुबन कुमार सिंह और अपर पुलिस अधीक्षक यातायात विवेक त्रिपाठी द्वारा आवेदकों की समस्याओं को गंभीरतापूर्वक सुना गया। जनता की समस्याओं का समाधान करना मकसद इस बारे में जिले के एसएसपी डॉक्टर अनिल कुमार ने बताया किअधिकारियों द्वारा संबंधित मामलों की विस्तार से समीक्षा करते हुए निष्पक्ष, पारदर्शी एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित किए जाने हेतु संबंधित थाना प्रभारियों एवं अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। इसके साथ ही राजस्व व पुलिस टीम गठित कर संयुक्त रूप से विवादों का निस्तारण करायेंगे। साथ ही आवेदकों को आश्वस्त किया गया कि उनकी शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर समाधान किया जाएगा।जनसंवाद का उद्देश्य पुलिस और जनता के मध्य संवाद को सुदृढ़ करना तथा समस्याओं का त्वरित और न्यायसंगत निस्तारण सुनिश्चित करना रहा है। जिससे कि जिले की जनता को किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े।
प्रख्यात पखावज वादक राज खुशीराम का निधन:बुधवार रात सांस लेने में तकलीफ के बाद ली अंतिम सांस
प्रख्यात पखावज वादक राज खुशीराम का बुधवार रात निधन हो गया। उन्हें अचानक सांस लेने में तकलीफ हुई, जिसके बाद उन्होंने अंतिम सांस ली। परिजन उन्हें संभाल पाते, उससे पहले ही उनका देहांत हो गया था। राज खुशीराम अयोध्या घराने के विख्यात पखावज गुरु स्वामी पागल दास के शिष्य थे। वह लखनऊ घराने के कथक सम्राट पं. लच्छू महाराज की पटशिष्या, प्रसिद्ध कथक नृत्यांगना कपिला राज के पति थे। उनके निधन से शास्त्रीय संगीत और नृत्य जगत में शोक की लहर है। गुरु -शिष्य परंपरा की शिक्षा को साधना के रूप में जिया राज खुशीराम भारतीय शास्त्रीय संगीत के प्रमुख पखावज वादकों में गिने जाते थे। उन्होंने अयोध्या घराने की परंपरा को पूरी निष्ठा से आगे बढ़ाया। स्वामी पागल दास से प्राप्त गुरु-शिष्य परंपरा की शिक्षा को उन्होंने जीवनभर साधना के रूप में जिया। उनकी वादन शैली में गहराई, ठहराव और लय की स्पष्टता दिखाई देती थी। मंच पर उनका पखावज संवाद की तरह बोलता था। उन्होंने देश के कई प्रमुख संगीत समारोहों में प्रस्तुतियां दीं। कथक, ध्रुपद और शास्त्रीय नृत्य के साथ उनका संगत कौशल विशेष रूप से सराहा जाता था। वह लंबे समय तक कथक मंचों पर संगत करते रहे। उनकी पत्नी कपिला राज के साथ उनकी जुगलबंदी श्रोताओं के बीच खास पहचान रखती थी। संगीत को उन्होंने आजीविका नहीं, साधना माना राज खुशीराम एक संवेदनशील कलाकार के साथ सरल व्यक्तित्व के धनी थे। युवा कलाकारों को मार्गदर्शन देना उनकी दिनचर्या का हिस्सा था। संगीत को उन्होंने आजीविका नहीं, साधना माना। उनके निधन को गुरु परंपरा की अपूरणीय क्षति माना जा रहा है। उनके जाने से पखावज वादन की एक सशक्त आवाज हमेशा के लिए मौन हो गई है।
जल निगम कर्मियों का जोरदार प्रदर्शन:पेंशन, वेतन और डीए बकाया सहित कई मांगें उठाईं
उत्तर प्रदेश जल निगम (नगरीय) के पेंशनर्स और कार्यरत कर्मियों ने बुधवार को अपनी विभिन्न लंबित मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। एकीकृत संघर्ष मोर्चा के बैनर तले आयोजित इस रैली में प्रदेश के विभिन्न जिलों से बड़ी संख्या में कर्मचारी और पेंशनर्स शामिल हुए। उन्होंने सरकार और विभागीय अधिकारियों के प्रति अपना आक्रोश व्यक्त किया। मोर्चा के महासचिव ई० ए० के० सिंह ने सभा को संबोधित करते हुए बताया कि जल निगम (नगरीय/ग्रामीण) में समस्याओं का अंबार लगा है। उन्होंने विशेष रूप से वर्ष 2016 से लागू होने वाले सातवें वेतनमान की संस्तुतियों को अब तक लागू न किए जाने पर चिंता व्यक्त की। पेंशन और अन्य भुगतान नहीं किया जा रहा मोर्चा के उपाध्यक्ष राम सनेही यादव ने एक अन्य गंभीर मुद्दा उठाया। उन्होंने बताया कि 4141 नियमित कर्मचारियों के सेवानिवृत्त होने के बावजूद उन्हें पेंशन और अन्य देयकों का भुगतान नहीं किया जा रहा है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ ने इस संबंध में शासन और जल निगम के संबंधित आदेशों को पहले ही रद्द कर दिया है। उपाध्यक्ष गिरीश यादव ने डीए/डीआर के भुगतान में विसंगति के बारे में बताया। उनके अनुसार, जल निगम (नगरीय) में वर्तमान में 212 प्रतिशत डीए/डीआर का भुगतान हो रहा है, जबकि शासन ने 257 प्रतिशत डीए/डीआर स्वीकृत किया है। 45 प्रतिशत कम डीए/डीआर मिलने से कर्मचारियों के वेतन और पेंशन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। पेंशन का भुगतान राजकीय कोषागार से कराने की मांग मोर्चा के अध्यक्ष सैयद अतहर कादिरी ने कैशलेस चिकित्सा सुविधा लागू करने की मांग की। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने अधिकांश विभागों में यह सुविधा शुरू कर दी है, लेकिन जल निगम (नगरीय/ग्रामीण) में इसे अब तक लागू नहीं किया गया है। सलाहकार इं० आर० एस० शुक्ला ने चार माह से लंबित वेतन और पेंशन के भुगतान का मुद्दा उठाया। उपाध्यक्ष शिव वचन यादव ने सेन्टेज दरों को वापस 22.5 प्रतिशत करने या पेंशन का भुगतान राजकीय कोषागार से कराने की मांग रखी।
फिक्की फ्लो लखनऊ चैप्टर ने निशातगंज स्थित मेट्रो सिटी के सफाइर सुइट में महिलाओं के मानसिक और भावनात्मक सशक्तिकरण पर एक विशेष टॉक सेशन का आयोजन किया। इस सत्र का विषय 'इमोशनल बर्नआउट से इमोशनल बैलेंस तक, आज की महिलाओं के लिए एनर्जी टूल्स' था। जानी-मानी आध्यात्मिक गुरु, टैरो एक्सपर्ट और एनर्जी कोच काव्याल सेडानी ने इसमें मुख्य वक्ता के रूप में भाग लिया। कार्यक्रम की परिकल्पना फिक्की फ्लो लखनऊ की चेयरपर्सन वंदिता अग्रवाल ने की थी, जबकि सत्र का संचालन अनीशा खन्ना जैन ने किया। इवेंट चेयर के रूप में तान्या साहनी ने कार्यक्रम का नेतृत्व संभाला। काव्याल सेडानी ने अपने संबोधन में भावनात्मक उपचार, ऊर्जा संरेखण और आत्म-संतुलन पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने महिलाओं को रोजमर्रा के तनाव और भावनात्मक थकान से निपटने के लिए व्यावहारिक उपकरण और तकनीकें साझा कीं। प्रतिभागियों ने नई ऊर्जा का अनुभव किया इस अवसर पर प्रतिभागियों को काव्याल सेडानी के साथ सीधा संवाद करने का मौका मिला। यह सत्र केवल एक मुलाकात तक सीमित नहीं रहा, बल्कि भावनात्मक बर्नआउट से संतुलन की ओर बढ़ने का एक गहन और सशक्त अनुभव बन गया। आत्म-खोज की इस यात्रा में कई प्रतिभागियों ने भावनात्मक मुक्ति और नई ऊर्जा का अनुभव साझा किया। काव्याल सेडानी ने इस शाम को अपने लिए बेहद खास बताया। उन्होंने कहा कि सभी की भावनाओं, आँसुओं और मुस्कान को देखकर यह स्पष्ट था कि टूटेपन से पूर्णता की ओर बढ़ने की भावना सभी में समान रूप से महसूस किया।कार्यक्रम में फिक्की फ्लो की चेयरपर्सन वंदिता अग्रवाल, पूर्व चेयरपर्सन अंजू नारायण, आरुषि टंडन, विभा अग्रवाल, स्मृति गर्ग, वनिता यादव, अनीशा खन्ना जैन, तान्या साहनी और मिताली ओसवाल सहित 100 से अधिक फ्लो सदस्य उपस्थित थे।
लखनऊ के कॉल्विन ताल्लुकेदार्स कॉलेज में पूर्वछात्र सप्ताह का शुभारंभ हो गया है। इस अवसर पर कॉलेज के पूर्व छात्र और प्रतिष्ठित समाजसेवी राज नारायण सहगल मुख्य अतिथि रहे। कॉलेज प्रबंधन ने उन्हें पुष्पगुच्छ और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। इस दौरान कॉलेज परिसर में उत्सव जैसा माहौल रहा। कार्यक्रम में प्रबंध समिति के सदस्य कुं. विनय कुमार सिंह, राय स्वरेश्वर बली, आईएससी शाखा के प्रधानाचार्य सच्चिदानंद सिंह, यूपी बोर्ड शाखा की प्रधानाचार्या अनुपमा सिंह और डॉ. संगीता चौहान सहित कई विशिष्ट अतिथि मौजूद रहे। छात्रों को प्रेरित किया मुख्य अतिथि राज नारायण सहगल ने अपने छात्र जीवन की यादें साझा कीं। उन्होंने छात्रों को लक्ष्य निर्धारित करने, अनुशासन बनाए रखने और निरंतर परिश्रम से सफलता प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया। उनके संबोधन से छात्र-छात्राओं में विशेष उत्साह देखा गया।पूर्वछात्र सप्ताह के तहत विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया। पहले वॉलीबॉल मैच में पूर्व छात्रों और वर्तमान छात्रों के बीच मुकाबला हुआ। पूर्व छात्रों की टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए यह मैच 2-0 से जीत लिया। फुटबॉल मैच में वर्तमान छात्रों को12-2 गोल से हराया इसके बाद कॉलेज के लॉन टेनिस कोर्ट में पूर्व छात्रों और वर्तमान छात्रों के बीच कड़ा संघर्ष देखने को मिला। रोमांचक मुकाबले में पूर्व छात्रों ने 2-1 से जीत दर्ज की। तीसरा खेल तीरंदाजी का था, जिसमें पूर्व छात्रों ने अपने अनुभव का लाभ उठाते हुए बेहतर प्रदर्शन किया और विजयी रहे। वर्तमान छात्रों ने भी इस प्रतियोगिता में उत्साहपूर्वक भाग लिया। कॉलेज के फुटबॉल ग्राउंड में आयोजित फुटबॉल मैच में पूर्व छात्रों की टीम ने वर्तमान छात्रों की टीम को 12-2 गोल से पराजित किया। पूर्व छात्रों ने शानदार तालमेल और आक्रामक खेल का प्रदर्शन किया, जबकि दर्शकों ने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया।
चौक स्टेडियम में विधायक खेल प्रतियोगिता संपन्न:डॉ. नीरज बोरा ने विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया
युवा कल्याण एवं प्रान्तीय रक्षक दल विभाग, लखनऊ के तत्वावधान में चौक स्टेडियम में शहर उत्तरी विधानसभा स्तरीय विधायक खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता का उद्घाटन शहर उत्तरी विधानसभा के विधायक डॉ. नीरज बोरा ने किया। इसमें सबजूनियर, जूनियर एवं सीनियर आयु वर्ग के महिला और पुरुष खिलाड़ियों ने एथलेटिक्स, कबड्डी, वॉलीबॉल, बैडमिंटन और फुटबॉल जैसी विभिन्न खेल विधाओं में भाग लिया। डॉ. बोरा ने तिरंगे रंग के गुब्बारे आकाश में उड़ाकर प्रतियोगिता का विधिवत शुभारंभ किया। उन्होंने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर उनका उत्साहवर्धन भी किया। प्रतियोगिता के समापन अवसर पर विधायक डॉ. नीरज बोरा ने विजेता खिलाड़ियों को मेडल, पुरस्कार और ट्रॉफी प्रदान कर सम्मानित किया। प्रतियोगिता प्रभारी एवं युवा खेल अधिकारी आशीष मिश्रा ने बताया कि चयनित खिलाड़ी आगामी सांसद खेल प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे। इसके बाद वे ज़ोन और राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में भी अपना प्रदर्शन करेंगे। 1500 मीटर दौड़ में सचिन प्रथम हासिल किया एथलेटिक्स स्पर्धाओं में 400 मीटर दौड़ में सौरभ मिश्रा प्रथम, सचिन द्वितीय और चंद्रशेखर तृतीय रहे। 800 मीटर में सोनम ने प्रथम, आरसी खान ने द्वितीय और कोमल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। 1500 मीटर दौड़ में सचिन प्रथम, अनमोल भल्ला द्वितीय और आर्य मौर्य तृतीय स्थान पर रहे। जैवलिन थ्रो में दीपांशु ने 38.85 मीटर के साथ प्रथम स्थान हासिल किया, जबकि राहुल द्वितीय और आरोहण सिंह तृतीय रहे। बालिका वर्ग में दीपा प्रथम और महक दुबे द्वितीय रहीं। शॉटपुट में रोहल यादव प्रथम, नमन द्वितीय और रितेश राय तृतीय स्थान पर रहे। खिताब लखनऊ विश्वविद्यालय की टीम ने जीता टीम स्पर्धाओं में वॉलीबॉल सीनियर बालिका वर्ग का खिताब लखनऊ विश्वविद्यालय की टीम ने जीता। जूनियर बालिका वर्ग में चौक स्टेडियम की टीम प्रथम रही। बालक सीनियर वर्ग में खदरा और जूनियर वर्ग में चौक की टीम ने बाजी मारी। कबड्डी सीनियर बालक वर्ग में चौक स्टेडियम और जूनियर बालक वर्ग में अलीगंज की टीम विजेता बनी। बालिका सीनियर वर्ग में सेवन वंडर तथा जूनियर वर्ग में चौक की टीम ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। फुटबॉल के लिए सबजूनियर, जूनियर एवं सीनियर वर्ग की टीमों का चयन ट्रायल के माध्यम से किया गया।
कोडीन कफ़ सिरप की तस्करी मामले में गिरफ्तारी पर रोक को लेकर दाखिल याचिकाओं पर गुरुवार को भी सुनवाई होगी। इस मामले में बुधवार को बहस पूरी नहीं हो सकी। इसे देखते हुए कोर्ट ने गुरुवार को भी सुनवाई जारी रखने को कहा है। कोर्ट ने याचियों को मिली अंतरिम राहत का आदेश बढ़ा दिया है। यह आदेश न्यायमूर्ति सिद्धार्थ वर्मा और न्यायमूर्ति अचल सचदेव की खंडपीठ ने बस्ती की खुशबू गोयल सहित अन्य कई जिलों के आरोपियों की याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए दिया है। कोडीन कफ़ सिरप की तस्करी को लेकर पुलिस राज्य स्तरीय अभियान चला रही है। इसमें गिरफ्तारी से बचने के लिए दर्जनों आरोपियों ने इलाहाबाद हाईकोर्ट की शरण ली है। गाजियाबाद, बस्ती, जौनपुर, वाराणसी, प्रयागराज, कानपुर नगर सहित कई अन्य जिलों में अब तक 128 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। उनमें नामजद आरोपियों ने गिरफ्तारी पर रोक और प्राथमिकी रद्द करने के लिए याचिकाएं दाखिल की हैं।शुक्रवार को इस मामले में याचियों की ओर से बहस की गई थी। बुधवार को भी बहस जारी रही। याचियों की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता निपुन सिंह ने कहा कि यह मामला ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक एक्ट के तहत आता है इसलिए इसमें प्राथमिकी दर्ज नहीं हो सकती। एक्ट में परिवाद का प्रावधान है लेकिन पुलिस बीएनएस और एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमे दर्ज कर रही है।राज्य सरकार की ओर से अपर महाधिवक्ता अनूप त्रिवेदी व अपर शासकीय अधिवक्ता प्रथम परितोष कुमार मालवीय ने कहा कि कफ़ सिरप में कोडीन फास्फेट नामक तत्व मिला है जिसका उपयोग सिर्फ नशे के लिए किया जा रहा है। इसलिए मामला एनडीपीएस एक्ट का है जिसके प्रावधानों का याचियों ने उल्लंघन किया और फर्जी फर्म बनकर सिर्फ कागज़ पर ट्रांजेक्शन दिखाया गया। वास्तव में कफ़ सिरप का इस्तेमाल चोरी छिपे नशे के लिए करने के लिए कई राज्यों में भेजा गया।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने हाल ही में उत्तर प्रदेश में एसिड की बिक्री पर रोक और रेगुलेशन से संबंधित 2014 में दायर एक जनहित याचिका को स्वत संज्ञान कार्यवाही में बदल दिया। यह आदेश तब पारित किया गया जब मूल याचिकाकर्ता (अनुभव वर्मा) ने कहा कि वह इस मुकदमे को आगे नहीं बढ़ाना चाहता। उन्हें मामले से हटने की अनुमति देते हुए जस्टिस सौमित्र दयाल सिंह और जस्टिस विवेक सरन की डिवीजन बेंच ने कहा कि अगर याचिकाकर्ता की इच्छा के कारण मामला बंद कर दिया जाता है तो न्याय का हित प्रभावित हो सकता है। याचिका खारिज करने से इनकार करते हुए बेंच ने कहा: हालांकि हम मूल याचिकाकर्ता की पसंद या मकसद पर कोई फैसला नहीं कर सकते, जो इस तरह की वास्तविक जनहित याचिका से हटना चाहता है। हम देखते हैं कि अगर ऐसी याचिका को मूल याचिकाकर्ता की इच्छा पर वापस लेने की अनुमति दी जाती है तो न्याय का हित प्रभावित हो सकता है। क्योंकि यह कोई विरोधी मुकदमा नहीं बल्कि जनहित याचिका है। परिणामस्वरूप, कोर्ट ने रजिस्ट्री को मामले को बनाए रखने और कार्यवाही को स्वतः संज्ञान याचिका के रूप में फिर से रजिस्टर करने का निर्देश दिया। यह सुनिश्चित करने के लिए कि कोर्ट को इस महत्वपूर्ण मामले में सहायता मिलती रहे, बेंच ने एडवोकेट आकांक्षा मिश्रा और उत्कर्षिनी सिंह को एमिकस क्यूरी (न्याय मित्र) नियुक्त किया। ज्ञात हो कि शुरू में जनहित याचिका लक्ष्मी बनाम यूनियन ऑफ इंडिया (2013) मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों को लागू करने के लिए दायर की गई, जिसमें राज्यों को एसिड रखने और बेचने के लिए नियम बनाने और आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 357 ए के तहत पीड़ितों को मुआवजे के लिए योजनाएं बनाने का आदेश दिया गया। अगस्त, 2014 में पारित आदेश में हाईकोर्ट ने उत्तर प्रदेश पीड़ित मुआवजा योजना, 2014 की जांच की थी और योजना के क्लॉज 4 को अस्पष्ट और संभावित रूप से प्रतिबंधात्मक पाया था। क्लॉज 4 का सब-क्लॉज (ए) पीड़ितों को मुआवजे के लिए तभी योग्य बनाता था, जब अपराधी का पता न चले या उसकी पहचान न हो। हाईकोर्ट ने इस व्याख्या पर कड़ी आपत्ति जताई। कोर्ट ने राज्य को निर्देश दिया कि वह इस क्लॉज़ पर फिर से विचार करे ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि पीड़ित को न्याय मिल सके। मुआवजे की राशि के बारे में बेंच ने कहा कि राज्य सरकार को इस पर फिर से विचार करने की ज़रूरत है कि क्या तीन लाख रुपये ऐसे सभी मामलों में न्याय के लिए पर्याप्त होंगे, क्योंकि पीड़ितों को बार-बार सर्जरी, फॉलो-अप इलाज और पुनर्वास की ज़रूरत होती है। याचिका लंबित रहने के दौरान राज्य सरकार ने उत्तर प्रदेश ज़हर (कब्ज़ा और बिक्री) नियम, 2014 अधिसूचित किया। लेकिन कोर्ट ने चेतावनी दी थी कि केवल कानून बनाना ही काफी नहीं है। यह सुनिश्चित करने के लिए ज़रूरी कार्रवाई की जानी चाहिए कि राज्य सरकार द्वारा नियमों को सख्ती से लागू किया जाए ताकि एसिड सहित ज़हरीले पदार्थों की बिक्री को रोका जा सके।
डिप्टी जेलर से अधिक वेतन भुगतान की वसूली आदेश रद्द:नियमानुसार नये सिरे से आदेश जारी करने की छूट
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने डिप्टी जेलर पीलीभीत को नोटिस दिए बगैर जेल अधीक्षक द्वारा विभागीय गलती से हुए अधिक वेतन भुगतान की वसूली आदेश रद्द कर दिया है और नियमानुसार सुनवाई का अवसर देते हुए नये सिरे से आदेश पारित करने लिए प्रकरण वापस कर दिया है। सरकारी वकील ने आश्वासन दिया कि 12 जनवरी 26 तक कारण बताओ नोटिस जारी कर दी जाएगी। यह आदेश न्यायमूर्ति विकास बुधवार ने श्रीमती कमलेश कुमारी की याचिका पर दिया है। याची का कहना था कि उसकी नियुक्ति 1992 मे बंदी रक्षक के पद पर की गई थी। समय समय पर नियमानुसार पदोन्नति मिलती गई। वेतनमान भी बढ़ता गया। जिसमें याची की कोई भूमिका नहीं थी। विभागीय गलती से यदि अधिक वेतनमान दिया गया है तो उसे जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। भगवान शुक्ल केस का हवाला दिया गया, जिसमें विभागीय गलती से अधिक वेतन भुगतान की बिना सुनवाई के की गई वसूली को रद्द कर दिया गया था। कोर्ट ने जिला जेल अधीक्षक पीलीभीत के 1,82,842 रूपये अधिक वेतनमान भुगतान की वसूली आदेश को रद्द कर दिया।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने हाल ही में रेप पीड़ितों की प्रेग्नेंसी खत्म करने के मामलों में सही कदम उठाने में अलग-अलग लेवल पर हो रही देरी के मुद्दे पर खुद ही एक पब्लिक इंटरेस्ट लिटिगेशन ( जनहित याचिका) कायम किया है। इस मामले का नाम रखा गया: प्रेग्नेंसी खत्म करने के मामलों में सभी संबंधित लोगों को जागरूक करने के लिए गाइडलाइंस बनाने के संबंध में जनहित याचिका दर्ज करने का आदेश सितंबर में जस्टिस मनोज कुमार गुप्ता और जस्टिस अरुण कुमार की बेंच ने दिया था। बेंच ने महसूस किया कि प्रक्रिया में होने वाली देरी को दूर करना ज़रूरी है, जो अक्सर यौन उत्पीड़न की घटनाओं की पीड़ितों के लिए समय पर मेडिकल मदद में रुकावट बनती है। इस महत्वपूर्ण मामले में कोर्ट की मदद के लिए बेंच ने एडवोकेट महिमा मौर्य को एमिकस क्यूरी (न्याय मित्र) भी नियुक्त किया है। एमिक्स क्यूरी ( न्याय मित्र ) और राज्य की ओर से पेश हुए एडिशनल चीफ स्टैंडिंग काउंसिल राजीव गुप्ता ने अधिकारियों को जागरूक करने और प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए कई सुझाव दिए हैं। इस मामले की अगली सुनवाई 13 जनवरी को है। उम्मीद है कि हाईकोर्ट दिए गए सुझावों पर आगे विचार करेगा ताकि प्रेग्नेंसी खत्म करने के मामलों में सभी संबंधित लोगों को जागरूक करने के लिए सही गाइडलाइंस बनाई जा सकें।
गोरखपुर जिले के खजनी क्षेत्र अंतर्गत उसवा बाबू स्थित एक उच्च माध्यमिक विद्यालय से जुड़ा मामला इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। शिक्षा का मंदिर कहे जाने वाले विद्यालय में मिड-डे मील को लेकर शुरू हुआ विवाद देखते ही देखते ‘अखाड़े’ में बदल गया। रसोइया और स्कूल की प्रिंसिपल के बीच जमकर मारपीट हुआ। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में दोनों एक-दूसरे को फिल्ड में पटक कर मारती नजर आईं। पीछे कोई महिला 'भैया छुड़ाइए-भैया छुड़ाइए' चिल्ला रही है। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने इस घटना को बेहद ही निंदनीय बताया है। कई बच्चों ने नहीं खाया खाना मामला मंगलवार बताया जा रहा है। विद्यालय में बच्चों के लिए बने मिड-डे मील में कीड़े पाए जाने का आरोप लगा। भोजन देखकर कई बच्चों ने खाना लेने से इनकार कर दिया। जब प्रिंसिपल रीता आर्या ने रसोइया से इस बारे में पूछा तो विवाद बढ़ गया। आरोप है कि इसी बात को लेकर दोनों के बीच कहासुनी हुई, जो देखते ही देखते हाथापाई में बदल गई। घटना के दौरान बच्चे और अन्य शिक्षक भी वहां मौजूद थे। चार्ज से हटाने के लिए हो रही साजिश-आरोप प्रिंसिपल रीता आर्या का आरोप है कि उन्हें जबरन चार्ज से हटाने के लिए साजिश रची जा रही है। उनका कहना है कि रसोइया गुंजा देवी जानबूझकर खराब चावल से भोजन बनाती है और मना करने पर स्टाफ को भड़काती है। ईसाई धर्म अपनाने का दबाव बनातीउन्होंने यह भी आरोप लगाया कि रसोइया उन पर ईसाई धर्म अपनाने का दबाव बनाती है और विद्यालय छोड़कर धर्म प्रचार में चली जाती है। प्रधानाध्यापिका के अनुसार, जातिगत षड्यंत्र के तहत उनके खिलाफ मारपीट कर वीडियो बनवाया गया ताकि उन्हें हटाया जा सके। असिस्टेंट टीचर ने प्रिंसिपल पर तानाशाही रवैया अपनाने लगाया आरोप वहीं असिस्टेंट टीचर श्रद्धा शुक्ला ने प्रिंसिपल पर तानाशाही रवैया अपनाने और स्टाफ को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि आए दिन विद्यालय में विवाद होता रहता है,श्रद्धा शुक्ला के अनुसार, भोजन में कीड़े मिलने को लेकर दोनों पक्षों में हाथापाई हुई। सूत्रों के मुताबिक, विद्यालय में जिम्मेदारियों को लेकर लंबे समय से तनातनी चल रही थी और मिड-डे मील में कीड़े मिलने की घटना ने आग में घी डालने का काम किया। शिक्षा के मंदिर में इस तरह की घटनाएं शर्मनाकइस पूरे मामले पर खंड शिक्षा अधिकारी सावन दुबे ने घटना को बेहद निंदनीय बताया। उन्होंने कहा कि शिक्षा के मंदिर में इस तरह की घटनाएं शर्मनाक हैं। रसोइया और प्रिंसिपल के खिलाफ कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जा रही है। कई बार समझाने के बावजूद स्थिति में सुधार नहीं हुआ, जिससे विद्यालय का माहौल लगातार खराब हो रहा है।
गोरखपुर के चिलुआताल पुलिस ने नीट छात्र की हत्या में फरार चल रहे 25 हजार के इनामी झीनक निषाद को गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से 25 लाख रुपये की हिरोइन पकड़ी गई है। वह पिपराइच क्षेत्र के जंगल धूषण हसनपुर में रहता है। घटना के बाद से ही घर से फरार था। आरोपी पशु तस्करों को रास्ता दिखाने और पुलिस गतिविधियों की जानकारी देने का काम करता था। उसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेजवा दिया गया है। पुलिस के अनुसार, चिलुआताल थाना अंतर्गत मजनू चौकी क्षेत्र के मोहरीपुर-सिंहोरवा रोड स्थित अंडरपास के पास मंगलवार देर रात मुखबिर की सूचना पर यह कार्रवाई की गई। मंगलवार की रात मुखबिर खास से सूचना मिली थी कि एक युवक ट्रांसपोर्ट नगर से बंधे के रास्ते भारी मात्रा में मादक पदार्थ लेकर आने वाला है। सूचना को गंभीरता से लेते हुए तत्काल घेराबंदी की योजना बनाई गई। पुलिस को देखकर युवक भागने लगा, लेकिन तत्परता दिखाते हुए पुलिस ने कुछ ही दूरी पर उसे दबोच लिया। पूछताछ में युवक ने अपना नाम झीनक निषाद बताया। तलाशी के दौरान उसके पास से प्लास्टिक के डिब्बे में रखी गई 105 ग्राम हिरोइन बरामद हुई। जब्त मादक पदार्थ की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 25 लाख रुपये आंकी गई है। सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर था झीनक पुलिस की जांच में सामने आया है कि झीनक निषाद पशु तस्करी के नेटवर्क का भी अहम हिस्सा था। वह पशु तस्करों को सुरक्षित रास्तों की जानकारी देता था और पुलिस की गतिविधियों का इनपुट उपलब्ध कराता था। इसी नेटवर्क के चलते वह पहले से ही सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर था। आरोपी बीते 15/16 सितंबर की रात पिपराइच थाना क्षेत्र में हुए नीट छात्र दीपक हत्याकांड के मामले में भी वांछित चल रहा था। इस हत्याकांड में पशु तस्करी से जुड़े अपराधियों की भूमिका सामने आई थी। मामले की जांच के दौरान एसटीएफ ने चार पशु तस्करों के खिलाफ अदालत में चार्जशीट दाखिल की थी, जिसमें झीनक निषाद का नाम भी सामने आया था। इस संबंध में सीओ कैंपियरगंज अनुराग सिंह ने बताया कि आरोपी से पूछताछ के आधार पर नशा तस्करी और पशु तस्करी से जुड़े अन्य लोगों के नाम भी सामने आए हैं। उनके खिलाफ भी साक्ष्य जुटाकर कार्रवाई की जा रही है। पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी है कि बरामद हिरोइन की सप्लाई कहां से लाई गई थी और इसे किन इलाकों में खपाने की योजना थी। अब जानें कब और कैसे हुई थी नीट छात्र की हत्या टाइम - 11.40 बजे (15 सितंबर) स्पॉट - पिपराइच (गोरखपुर) पशु तस्करों का पीछा करते हुए NEET स्टूडेंट दीपक गांव वालों से करीब 250 मीटर आगे निकल गया। तस्कर 3 पिकअप लेकर आए थे। इसका अंदाजा गांव के लोगों को नहीं था। एक पिकअप गाड़ी के पीछे दीपक भी स्कूटी से भाग रहा था, तस्करों ने गाड़ी के पीछे भाग रहे दीपक को देखा तो पकड़ लिया। गांव के लोग काफी दूरी पर थे। गांव के लोगों ने बताया कि हमने देखा कि दीपक अकेला ही तस्करों से भिड़ गया। आंखों के सामने 4-5 बदमाश उसको पकड़कर पिकअप के अंदर खींच ले गए। लोगों ने कहा- पिकअप के अंदर क्या हुआ, ये हमें नहीं पता। मगर 1.30 घंटे बाद दीपक की लाश गांव से करीब 4km दूर मिली। तस्करों ने दीपक के साथ इस कदर हैवानियत दिखाई कि उसके सिर और कान की 6 हड्डियां टूट चुकी थीं। ज्यादा खून बहने से उसकी मौत हो गई थी। गांव के ही एक व्यक्ति बताते हैं कि जब वह गाड़ी के कुछ करीब पहुंचे, तो तस्कर ने पिस्टल दिखाकर धमकी दी- मार देंगे, भाग जाओ...। जान प्यारी नहीं है क्या? दीपक के दाह संस्कार के बाद भी गांव के लोगों का गुस्सा थम नहीं रहा। हत्या के 36 घंटे के अंदर पुलिस ने 1 लाख के इनामी पशु तस्कर अब्दुल रहीम को कुशीनगर के रामकोला से पकड़ा। उसके दोनों पैरों में गोली लगी है। इस मुठभेड़ में बिहार का उसका साथी मन्नू सेठ भागने में कामयाब हो गया। 3 और तस्करों को भी पकड़ा गया है। यही वो तस्कर थे, जिन्होंने दीपक को पीटा था। दैनिक भास्कर टीम ने गोरखपुर के पिपराइच इलाके में दीपक की हत्या के बाद एक बार फिर पहुंची। गांव के बाहर पुलिस की एक जीप खड़ी दिखी। मगर पुलिस के जवान गांव के अंदर नहीं जा रहे थे। बताया गया कि लोगों में पुलिस को लेकर गुस्सा ज्यादा है, कुछ चुनिंदा पुलिस वाले ही घर में सुरक्षा के लिए मौजूद हैं। गांव के लोग यही मान रहे हैं कि पुलिस दीपक को छुड़ाने में ताकत लगाती, तो दीपक बच जाता। पढ़िए पूरी रिपोर्ट... दादी चीख रहीं- फंदे पर लटका दो इन बदमाशों कोगांव के लोगों की बातचीत को समझते हुए हम दीपक के घर पहुंचे। घर को बाहर से देखकर ही अंदाजा लगा कि परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। घर की दीवारों पर प्लास्टर तक नहीं था। घर के दरवाजे पर एक बुजुर्ग महिला बैठी थीं। लोगों ने बताया कि वो दीपक की दादी अमरावती हैं। वो रोते-रोते चीख पड़ती थीं। मेरे घर का बेटा चला गया। नाश हो इन बदमाशों का...। फंदे पर लटका दो ऐसे लोगों को...। इनके घरों पर बुलडोजर चलवा दो। घर के अंदर भी महिलाएं इकट्ठा थीं। दीपक की मां सीमा भी बेहाल हो रही थीं, गांव की महिलाएं उन्हें संभाल रही थीं। वहां मौजूद लोगों से हमने दीपक के परिवार के बारे में जाना। बताया गया कि दीपक के पिता दुर्गेश 3 भाई है। सुरेंद्र और वीरेंद्र के परिवारों को मिलाकर 16 सदस्य एक ही घर में रहते हैं। दुर्गेश के 2 बेटे हैं। बड़ा बेटा दीपक और छोटा प्रिंस 9वीं क्लास में पढ़ता है। सुरेंद्र के 3 बच्चे अदिति, आराधना और कृष हैं। छोटे भाई वीरेंद्र के 2 बच्चे अयांश और प्रियांश हैं। छोटे भाई बोले- तस्कर बोला, हम पुलिस वाले हैं… हमने घर के बाहर ही बैठे परिवार के बच्चों से बात की। वह बहुत मासूमियत से कहते हैं- दीपक हमारे भैया थे, अब वो भगवान के पास चले गए हैं। हमें सबने बताया कि उन्हें चोरों ने मार डाला है। दीपक के छोटे भाई प्रिंस गुप्ता कहते हैं- उस रात मैं चाचा की बाइक पर बैठकर गया था। मैं भी गांव के लोगों के साथ पशु तस्करों को मारने के लिए आगे बढ़ा था। तब उसने मेरा हाथ पकड़ लिया। तस्कर ने गुस्से से कहा- हम लोग पुलिस वाले हैं। तुम्हारे गांव जांच करने आए हैं, मेरा शरीर बिल्कुल शांत पड़ गया। उसने मुड़कर अपने साथी से कहा- इसको पिकअप में लाद लो। यह सुनते ही मैंने पूरी ताकत लगाकर अपना हाथ छुड़ा लिया और पीछे की तरफ भाग निकला। चाचा बोले- बदमाशों के हाथ में तमंचा देखकर हम पीछे हटेदीपक के चाचा वीरेंद्र कहते हैं- 15 सितंबर को हम लोग घर पर खाना खाकर सो चुके थे। तभी मेरे भांजे मोनू का कॉल आया। उसने कहा कि गोदाम के पास सड़क पर 2 पिकअप लेकर चोर आए हैं। गाड़ी खड़ी करके सड़क पर टहल रहे हैं। मैंने उससे कहा कि बगल में ही रहने वाले परिचित से मदद मांगो। मोनू गांव के बाहर सड़क किनारे बने गोदाम में ही रहता था। मोनू रात के समय बाहर सड़क की तरफ निकला। तभी एक बदमाश ने उसे देख लिया। बदमाश तमंचा लेकर उसके पीछे दौड़ा। वह गोदाम के अंदर आ गया, दरवाजा बंद कर लिया। उसने फिर फोन कर सारी बात बताई। तब पूरा परिवार बाइक से गोदाम के लिए निकला। वहां जाने पर बदमाश पत्थर मारने लगे। उनके हाथ में तमंचा भी था। यह देखकर हमलोग पीछे हट गए। इसके बाद वे गाड़ी लेकर भागने लगे। तब दीपक स्कूटी से उनका पीछा करने लगा। करीब 250 मीटर आगे निकलने पर ही पशु तस्करों ने गाड़ी रोक दी। उन्होंने दीपक को पकड़ लिया। गांव के एक व्यक्ति ने बताया- दीपक पशु तस्करों से हाथ छुड़ाने के लिए लड़ रहा था। लेकिन गाड़ी से 5-6 की संख्या में निकले बदमाश मिलकर उसे काबू में किए। इसके बाद सब मिलकर उसे पिकअप में लाद लिए। इस दौरान उसे मारा-पीटा भी था। रात करीब 1.30 बजे उसकी लहूलुहान लाश मिली थी। क्रिकेट किट देखकर रोने लगते हैं दोस्तघर के ही एक कोने में दीपक की क्रिकेट किट रखी थी। जिसे छोटे भाई प्रिंस ने बाहर निकाला। बैग के अंदर से बैट, पैड और हेलमेट निकालते समय वह रोने लगा। इस दौरान दीपक के दोस्त भी वहां आ गए। दोस्तों ने बताया- दीपक बहुत अच्छा बैट्समैन था। कॉलेज के मैच में दूर-दूर से लोग सिर्फ देखने आते थे। गांव के कई मैच में ज्यादा पैसे लगते थे। तब लोग दीपक के ऊपर ही दांव लगाते थे। क्योंकि वो मैच जिताने वाली पारी खेलता था। दीपक मेडिकल कॉलेज रोड पर प्रकाश स्टेडियम में प्रैक्टिस करने जाता था। वहां कोच सूरज यादव से मुलाकात हुई। वह बताते हैं- दीपक ने एक महीने पहले अंडर-19 का ट्रॉयल भी दिया था। वो टैलेंटेड था, स्टेट लेवल के टूर्नामेंट में अच्छा परफार्म करता था। वो T-20 में देश के लिए खेलना चाहता था, मगर इससे पहले ये हादसा हो गया। उसको इस तरह से नहीं मरना चाहिए था। टीचर बोले- यूट्यूब से भी करता था पढ़ाईदीपक को पढ़ाने वाले टीचर कृष्ण पांडेय बताते हैं- दीपक पढ़ने में बहुत होशियार था। वह कहता था कि मेरे पापा को लोग कंपाउंडर कहकर बुलाते हैं। मुझे डॉक्टर बनकर उनका सपना पूरा करना है। अगले साल वह एक बड़ी कोचिंग में एडमिशन भी कराने वाला था। वह यूट्यूब से भी पढ़ाई करता था। तैयारी के लिए जितने भी सोर्स होते हैं, वह सबका इस्तेमाल करता था। मेरे कमरे पर आकर वह घंटों पढ़ता रहता था। उसे कुछ भी समझाओ, वह तुरंत समझ जाता था, इसलिए उसे पढ़ाना अच्छा लगता था। अब पुलिस जांच जानिए गांव वालों ने जिस पिकअप को फूंका, वो बरेली में खरीदी गई गोरखपुर में पशु तस्करों ने जब छात्र की हत्या कर दी, तो गांव वालों ने पिकअप को फूंक दिया। पुलिस ने उसके नंबर को ट्रेस किया, तो वह भोजीपुरा के अभयपुर में रहने वाले तस्लीम खान के नाम से खरीदी गई थी। जांच में पता चला कि तस्लीम एक ट्रक ड्राइवर है और ट्रक चलाकर ही परिवार का पालन पोषण करता है। जिस पिकअप को जलाया गया है, तस्लीम ने उसे लोन पर लिया था। जब बरेली पुलिस ने जांच की, तो सामने आया कि तस्लीम इस गाड़ी को 2024 में ही बेच चुका था। किस्त नहीं भर पाने की वजह से उसने 26 दिसंबर, 2024 को भोजीपुरा के ही मिर्जापुर पचोदरा में रहने वाले नबी जान को बेची थी। टीम नवी जान के पास पहुंची तो पता चला कि नवी जान भी उस पिकअप को इसी साल 25 फरवरी को रामपुर के टांडा में रहने वाले सोनू को बेच चुका था। पुलिस की टीम ने गाड़ी का पीछा करते हुए रामपुर पुलिस से संपर्क किया। वहां से पता चला कि सोनू ने इस पिकअप को 9 अप्रैल, 2025 को मुरादाबाद के बिलारी में रहने वाले शानू आलम को बेच दी। पुलिस को तस्लीम और नबी जान का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है। पशु तस्करी के 3 रूट, बिहार के गोपालगंज, चंपारण से चल रहा नेटवर्क गोरखपुर में 3 रूट से पशु तस्कर आते हैं। ट्रक और पिकअप में पशुओं को भरकर बॉर्डर क्रॉस करके बिहार चले जाते हैं। गोपालगंज और चंपारण से पूरा नेटवर्क चलाया जा रहा है। तस्करों को ये भी जानकारी होती है कि पिकेट कहां-कहां पर तैनात हैं, बाकायदा रूट मैप बनाए जाते हैं। पहला रूट - कोड़ीराम से होते हुए कैंपियरगंज की ओर जाता है। दूसरा रूट - देवरिया मार्ग से होते हुए सहजनवां की तरफ जाता है। तीसरा रूट - महाराजगंज बॉर्डर की तरफ जाता है। दीपक को मारने वाले 4 तस्कर अरेस्ट, भेजे गए जेलघटना के करीब SSP राज करन नय्यर ने जंगल धूषण चौकी इंचार्ज ज्योति नारायण तिवारी समेत 4 कॉन्स्टेबल को सस्पेंड कर दिया था। पूरी चौकी के खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी थी। इस मामले में पुलिस 4 पशु तस्करों को पकड़ चुकी है। इसमें बिहार के गोपालगंज के अजब हुसैन को गांव के लोगों ने पकड़कर पुलिस को सौंपा था। पुलिस ने छोटू और राजू को बाद में सर्च ऑपरेशन के दौरान पकड़ा। वहीं कुशीनगर के रहीम के दोनों पैर में गोली मारकर अरेस्ट किया गया। रहीम ने पुलिस कस्टडी में पशुओं को पकड़ने के लिए गांव में जाने से लेकर भगाने तक की कहानी सुनाई। हालांकि उसके बयानों से यही सामने आया कि गांव वालों ने जब उन्हें घेर लिया, तब वह बचने के लिए जो भी सामने आ रहा था, उस पर हमला कर रहे थे। दीपक को पिकअप में खींचने के बाद वह काबू में नहीं आ रहा था, इसलिए सिर पर लोहे की रॉड मारी थी। उसके बाद उसको गाड़ी से बाहर फेंक दिया गया था। पुलिस ने चारों तस्करों को कोर्ट में पेश करने के बाद उसको जेल भेजा गया है। अब इस मामले में हुई सियासत को समझिए ..................... यह भी पढ़ें : गोरखपुर में पशु तस्करों ने की NEET छात्र की हत्या:SP घायल, बवाल-आगजनी; पुलिस चौकी सस्पेंड, अमिताभ यश पहुंचे गोरखपुर में पशु तस्करों और ग्रामीणों में भिड़ंत हो गई। पशु तस्करों ने NEET की तैयारी कर रहे छात्र को खींच लिया। उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी। लाश को घर से 4 किमी दूर फेंक दिया। साढ़े चार घंटे बाद घरवालों को छात्र की खून से लथपथ लाश मिली। उसका सिर कुचला हुआ था। पढ़िए पूरी खबर...
इंदौर में डॉक्टरों की एक 25 वर्षीय महिला के कंधे के पास 5 इंच का बड़ा ट्यूमर निकालकर उसे नई जिंदगी दी है। यह सर्जरी 5 घंटे तक चली। ट्यूमर ने कंधे से लगी हड्डी को काफी नष्ट कर दिया था और फेफड़ों के पास नसों से चिपक गया था जो कैंसर में तब्दील हो सकता था। सर्जरी के बाद महिला स्वस्थ है। मामला सीहोर की महिला का है जिसके तीन छोटे बच्चे हैं। उसके बाएं कंधे की हंसली की हड्डी (कॉलर बोन/क्लैविकल) में करीब 12 सेंटीमीटर का ट्यूमर था। यह ट्यूमर कई सालों से धीरे-धीरे बढ़ रहा था। इससे उन्हें कंधे में तेज दर्द, हाथ उठाने में कठिनाई और मांसपेशियों में लगातार कमजोरी महसूस हो रही थी। महिला ने पहले कई अस्पतालों में दिखाया गया, लेकिन ट्यूमर की जटिलता और दुर्लभता के कारण इलाज नहीं मिल सका। इस पर उसने पिछले माह इंदौर के इंडेक्स अस्पताल में डॉक्टरों को दिखाया। जांच रिपोर्ट में पता चला कि ऑस्टियोकोंड्रोमा नामक ट्यूमर ने कॉलर बोन के लगभग दो-तिहाई हिस्से को नष्ट कर दिया था। यह ट्यूमर नीचे फेफड़ों से सटी ब्रैकियल प्लेक्सस (नसों का जाल) और खून की खास नसों से चिपका हुआ था। इस तरह का ट्यूमर भविष्य में कैंसर में परिवर्तित हो सकता है। सर्जरी में खून की नसों को रखा सुरक्षितमामले में परिजन की सहमति के बाद 15 दिन पूर्व उसकी सर्जरी की गई। सर्जरी के दौरान नसों और खून की आर्टरीज को सुरक्षित रखते हुए आगे कोराकॉयड प्रोसेस और पीछे स्कैप्यूला से चिपकी गांठ को ऑस्टियोटोमी तकनीक द्वारा अलग किया गया। सर्जरी के अगले ही दिन मरीज ने कंधे को 90 डिग्री तक उठाना शुरू कर दिया। आयुष्मान योजना में फ्री में हुआ इलाजयह सर्जरी एनेस्थीसिया विभाग की प्रो. डॉ. संगीता बंसल के सहयोग से लगभग 5 घंटे तक चली और ट्यूमर निकाल लिया गया। ऑपरेशन में प्रो. डॉ. अभय मनचंदा के साथ डॉ. ज़ैनुल, डॉ. कायथवाल, डॉ. शौर्य डॉ. अखिलेश का महत्वपूर्ण सहयोग रहा। यह सर्जरी आयुष्मान भारत योजना का निःशुल्क हुई। प्रो. डॉ. अभय मनचंदा ने बताया कि ऑन लाइन और चिकित्सा साहित्य में इस प्रकार के ट्यूमर का कोई स्पष्ट रिपोर्टेड मामला सामने नहीं आया। ये खबर भी पढ़ें... एम्स डायरेक्टर ने की कैंसर की तीन सर्जरी एम्स भोपाल में कैंसर के मरीजों के लिए दो नई सर्जिकल प्रक्रियाएं थोराकोस्कोपिक इसोफेगेक्टॉमी और लैप्रोस्कोपिक स्टमक ट्यूब रिकंस्ट्रक्शन शुरू हुईं हैं। अब तक मरीजों को इन सर्जरी के लिए दिल्ली-मुंबई जैसे मेट्रो शहरों का रुख करना पड़ता था। मुख्य रूप से आहर नली के कैंसर से जुड़ी यह सर्जरी बेहद जटिल मानी जाती हैं। पूरी खबर पढ़ें
ग्वालियर में 101वें तानसेन समारोह का तीसरा दिन:गायन, शहनाई और ताल वाद्य की सभाओं से सजी शाम
ग्वालियर में आयोजित 101वां तानसेन समारोह के तीसरे दिन बुधवार को सायंकालीन संगीत सभाएं गायन और वादन के नाम रही। शाम की सुरमई हवाओं में घुलते संगीत ने मानो वातावरण को सुर–ताल की पवित्र अनुभूति से सराबोर कर दिया। रागों की गंभीरता, बंदिशों की सुघड़ता और वादन की सजीव लय ने श्रोताओं को एक अलौकिक सांगीतिक यात्रा पर ले गया। ध्रुपद गायन के साथ सभा का आरम्भ हुआ। शारदा नाद मंदिर संगीत महाविद्यालय, ग्वालियर के विद्यार्थियों ने अपने सधे सुरीले गायन से वातावरण में दिव्य आलोक बिखेर दिया। उन्होंने राग मारू बिहाग में चौताल की रचना 'प्रथम नाद सुर साधे' प्रस्तुत की। हारमोनियम पर अनूप मोघे, पखावज पर संजय आफले ने संगत की। संगीत संयोजन वैशाली मोघे का रहा। संजीव अभ्यंकर ने राग जोग सुनायाध्रुपद के बाद अगली प्रस्तुति सुविख्यात गायक और मध्यप्रदेश शासन के राष्ट्रीय कुमार गंधर्व सम्मान से सम्मानित संजीव अभ्यंकर की रही। जिन्होंने राग जोग को चुना, जिसमें नाही परत चित चैन जाही लागी सोही जाने सावरे की सेन बंदिश प्रस्तुत की। तबला और हारमोनियम की संगत के साथ उन्होंने गायिकी के अंग और सुरों की कारीगरी से श्रोताओं के दिल को छू लिया। अगली प्रस्तुति राग भिन्न षड्ज की रही, जिसमें उन्होंने अजहु ना आए सुघर प्रिय श्याम बंदिश गाई। अपनी दोनों बंदिशों से उन्होंने वातावरण को श्याममई बना दिया। इसके बाद अगली प्रस्तुति सुविख्यात मंगल वाद्य शहनाई के साधक पंडित शैलेष भागवत की रही। जिन्होंने अपनी प्रस्तुति का शुरुआत राग शुद्ध कल्याण से किया। जिसने श्रोताओं के मन पर गहरी छाप छोड़ते हुए समारोह की इस संध्या को अविस्मरणीय बना दिया।
बीआरटीएस की रेलिंग हटाने, इंदौर के बिगड़ते ट्रैफिक और नियम विरुद्ध प्राइवेट वाहनों में हूटर लगाने के मामले में लगी जनहित याचिकाओं के मामले में बुधवार को हाईकोर्ट की डबल बेंच में सुनवाई हुई। इसमें कमेटी ने बीआरटीएस को लेकर रिपोर्ट पेश की। इस पर कोर्ट ने दोहराया कि जब भोपाल बीआरटीएस की रेलिंग हटाने का फैसला हुआ तो 9 दिनों में हटाकर सड़क चौड़ी हो गई। इंदौर में करीब 10 माह हो गए हैं यहां एक ही हिस्से की रेलिंग हट पाई है। इसे लेकर करीब पौन घंटे तक बहस चली। दरअसल मामले में 16 दिसंबर को सुनवाई होनी थी जो नहीं हो सकी थी। इसी दिन कलेक्टर और निगम कमिश्नर की ओर से एक आवेदन लगाया गया कि अभी SIR (मतदाता सूची पुनरीक्षण) का काम चल रहा है इसलिए कोर्ट में उपस्थित रहने में हाजिरी माफी दी जाए। आवेदन में इसके लिए 16 फरवरी तक का समय मांगा गया। बुधवार को पहले सत्र में कोर्ट ने नाराजगी जताते हुए कहा कि बीआरटीएस का काम भी जरूरी है। आप आदेश की अवहेलना की कोशिश कर रहे हैं। आप ढाई बजे किसी भी स्थिति में कोर्ट में उपस्थित हों। आपको उपस्थित होना ही होगा। इस तरह के कारण बनाकर ऐसा नहीं कर सकते। साथ ही सरकारी एडवोकेट से कहा कि ये कहीं भी हो इन्हें कोर्ट में उपस्थित करवाइए। कोर्ट की सख्ती के बाद उपस्थित हुए आला अफसरफिर ढाई बजे कलेक्टर शिवम वर्मा, निगम कमिश्नर दिलीप यादव, ट्रैफिक डीसीपी आनंद कलांदगी डिवीजन बेंच के समक्ष उपस्थित हुए। मामले में याचिकाकर्ता राजलक्ष्मी फाउंडेशन की ओर से एडवोकेट अजय बागडिया ने सबसे पहले कोर्ट को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि आपके आदेश के कारण ही इतना काम हो पाया है। इसके लिए उन्होंने शहर की ओर से भी धन्यवाद दिया। मामले में अब सुनवाई 12 जनवरी को नियत की गई है। एक ओर की रेलिंग नहीं हटाने से ट्रैफिक बदहालयाचिकाकर्ता की ओर से एडवोकेट अजय बागडिया ने कहा कि वर्तमान में बीआरटीएस की एक हिस्से की रेलिंग हटाने से सड़क चौड़ी जरूर हुई है। इससे भंवरकुआ से विजय नगर की ओर आने वाले वाहनों चालकों को अब 1/3 हिस्सा मिल भी रहा है। दूसरी ओर विजय नगर से भंवरकुआ जाने वाले हिस्से की रेलिंग नहीं हटने से मार्ग काफी संकरा हो गया है जिससे ट्रैफिक का दबाव वहां ज्यादा है। अस्थाई डिवाइडर नहीं लगाए जा सकतेयाचिकाकर्ता की ओर से तर्क दिया कि वहां कि रेलिंग भी हटाकर बीच में डिवाइडर बनाए जाए। इस पर अधिकारियों की ओर से बताया कि इतनी जल्दी डिवाइडर नहीं बन पाएगा क्योंकि अभी हिस्से की रेलिंग को तोड़ा है और यह जगह अभी डिवाइडर के लिए ही छोड़ी गई है।इस पर याचिकाकर्ता की ओर से सुझाव दिया गया कि अभी जीपीओ चौराहा से शिवाजी नगर प्रतिमा तक बीच में डिवाइडर के रूप में सीमेंट के जो ब्लॉक लगाए हैं वैसे ही बाकी हिस्से में भी लगा दें। इस पर निगम कमिश्नर ने कहा कि इसकी कास्ट बहुत ज्यादा है। निगम के पास जो था वह लगा दिया गया है। अधिकारी बोले- इससे तो दुर्घटनाएं बढ़ेंगीमामले इसे लेकर याचिकाकर्ता ने सुझाव दिया कि ऐसे में पुलिस की जो बेरिकेटिंग होती है वह लगा दी जाए या प्लास्टिक बेरिकेट्स भी लगाए जा सकते हैं। अगर ये भी उपलब्ध नहीं हैं तो तब तक बीच में खंभे लगाकर रस्सी बांध दी जाए और दूसरी ओर रेलिंग भी तोड़ी जाए। इस पर अधिकारियों ने कहा कि यह जोखिमपूर्ण होगा और दुर्घटनाएं होंगी। लोग इससे कूदकर दूसरी ओर आएंगे। लोग पालन नहीं करते तो दूसरे कैसे जिम्मेदारमामले में याचिकाकर्ता की ओर से तर्क दिया कि ये वे लोग हैं जो ट्रैफिक रूल्स का पालन नहीं करते। अगर वे ऐसा करते हैं तो खुद की रिस्क पर करते हैं। अगर कोई घटना होती है तो दूसरा (प्रशासन) कैसे जिम्मेदार होगा। ऐसे लोगों के कारण पूरे शहर के लोग परेशानी क्यों भुगते इसलिए बीच में डिवाइडर बनाया जाए जो बहुत जरूरी है। वह भोपाल है इसलिए हो गयामामले में कोर्ट ने दोहराया कि जब भोपाल में रेलिंग हटाने का फैसला हुआ तो महज 9 दिन में इसे पूरी तरह हटाकर रोड को चौड़ा कर दिया गया। वहीं इंदौर में फरवरी में आदेश हुआ। 10 महीने होने आए अभी भी एक ही हिस्से में रेलिंग हट पाई है। इस पर याचिकाकर्ता की ओर से कहा गया कि वह भोपाल है इसलिए हो गया, यह इंदौर है इसलिए नहीं हो पा रहा है। गिट्टी, मलबा बीच में पड़ा है, सही पेचवर्क की जरूरतमामले में कमेटी ने अपनी जो रिपोर्ट पेश की उसमें भी यही दोहराया कि एक ओर की रेलिंग तोड़ी गई है लेकिन दूसरी ओर की नहीं। इसके चलते एक ओर का मार्ग काफी संकरा हो गया है इसलिए इस हिस्से की रेलिंग तोड़ना जरूरी है। इसके साथ ही जो पेंचवर्क किया है उसे लेकर बताया कि इससे बाइक सवार दुर्घटनाग्रस्त हो सकते हैं। ऐसे में पेंचवर्क सही तरीके समतल किया जाए ताकि दुर्घटना न हो। ऐसे ही मार्ग पर जो मलबा पड़ा है, कई जगह रेलिंग तोड़ने से सड़क की गिट्टी भी निकली पड़ी है। उसे साफ करना जरूरी है। दोनों ओर रेलिंग के कारण संकेतक जरूरीकमेटी ने रिपोर्ट में लिखा कि बीआरटीएस के जो बस स्टॉप हैं वहां रेलिंग छोड़ दी गई हैं। ऐसे में यहां संकेतक लगाए जाएं ताकि दुर्घटना न हो। मामले में कोर्ट ने सुझाव दिया कि अभी जो रेलिंग हटाई गई है उसे अस्थाई डिवाइडर के रूप में उपयोग की जा सकती है। इस पर निगम की ओर से कहा गया कि मामले में जो ठेकेदार से अनुबंध हुआ है वह यह कि जैसे-जैसे तोड़ने का काम होगा वैसे-वैसे पेमेंट डिपाजिट करते जाएंगे। अगर तोड़ी गई रेलिंग का उपयोग किया गया तो फिर डिपाजिट नहीं हो सकेगा। मामले में कोर्ट ने निर्देश दिए हैं कि इस मामले में 12 जनवरी तक प्रोग्रेस रिपोर्ट पेश करें। हूटर को लेकर कार्रवाई संतोषजनक नहींइसी कड़ी में आज प्राइवेट वाहनों में नियम विरुद्ध हूटर और बत्ती लगाने के मामले में भी सुनवाई हुई। इसमें परिवहन उपायुक्त कोर्ट में पेश हुए और इस मामले में अब तक की गई कार्रवाई को लेकर रिपोर्ट पेश की। इस पर याचिकाकर्ता एडवोकेट मनीष यादव ने इस पर आपत्ति ली और कहा कि यह रिपोर्ट और मैदानी स्थिति बहुत अलग है। ये खबर भी पढ़ें... इंदौर BRTS...45 मिनट के सफर में लग रहे डेढ़ घंटे इंदौर के BRTS में अब आई बस चलना बंद हो गई है, जिससे इसमें सफर करने वाले यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है। पहले 2 स्टॉप के बीच की दूरी तय करने में 2 से 3 मिनट का समय लगता था। अब वही सफर 15 से 20 मिनट का हो गया है। यात्रियों की परेशानी को समझने दैनिक भास्कर की टीम आई बस में सवार हुई। राजीव गांधी से देवास नाका तक का सफर किया, जिसमें 1 घंटे 35 मिनट का समय लगा। पूरी खबर पढ़ें
ग्वालियर के महिला थाना पुलिस के पास करीब एक महीने पहले गस्त का ताजिया इलाके की एक महिला शिकायत लेकर पहुंची थी। महिला ने आरोप लगाया था कि उसकी बहू लाखों रुपए के पुश्तैनी सोने-चांदी के जेवर लेकर मायके चली गई है और उन्हें लौटाने से इनकार कर रही है। पुलिस ने मामले में बहू को महिला थाने बुलाया और करीब डेढ़ महीने तक काउंसलिंग की। इसके बाद बहू ने सास के पुश्तैनी जेवर वापस कर दिए। हालांकि, वह अब भी अपने पति के साथ ससुराल लौटने को तैयार नहीं है। शादी समारोह के बहाने दिए गए थे जेवरमहिला थाना प्रभारी रश्मि भदौरिया ने बताया कि शिकायतकर्ता सास का कहना था कि परिवार में एक शादी समारोह था। उसमें शामिल होने के लिए उसने अपनी बहू को पुश्तैनी जेवर पहनने के लिए दिए थे, ताकि वह समारोह में अच्छे से शामिल हो सके। हालांकि, शादी वाले दिन बहू ने तबीयत खराब होने का हवाला देकर जाने से मना कर दिया। मायके जाने के बाद गायब हुए जेवरसास के समारोह में जाने के बाद बहू ने अपने पति से मायके छोड़ने को कहा और बताया कि जेवर अलमारी में रख दिए हैं। पति बहू को मायके छोड़कर वापस लौट आया। जब बाद में सास भी शादी से घर लौटी और अलमारी खोली तो जेवरात वहां नहीं मिले। पूछताछ करने पर बहू ने जेवर अपने पास होने से इनकार कर दिया। इसके बाद सास ने महिला थाने में लिखित शिकायत दी। काउंसलर ने कहा-लौटाने की मंशा नहीं थीपुलिस काउंसलर शाक्रा खान ने बताया कि बहू अपने निजी जेवरों के साथ-साथ सास-ससुराल के पुश्तैनी जेवर भी ले गई थी और उसकी मंशा लौटने की नहीं लग रही थी। लगातार काउंसलिंग के बाद उसे समझाया गया तो उसने जेवर वापस कर दिए। फिलहाल बहू पति और ससुराल वालों के साथ नहीं रह रही है। पुलिस काउंसलिंग के जरिए उसे परिवार में वापस लौटने के लिए समझाइश दे रही है और जल्द सकारात्मक परिणाम की उम्मीद जताई जा रही है।
ग्वालियर में पेट्रोल पंप पर चली गोली:पुरानी रंजिश के चलते पंप संचालक ने चलाई गोली, आरोपी हिरासत में
ग्वालियर में बुधवार रात को विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र में एक पेट्रोल पंप पर विवाद के बाद गोली चली है। घटना का पता चलते ही पुलिस मौके पर पहुंची है और पुलिस ने फायरिंग करने वाले पंप संचालक को ही हिरासत में ले लिया है। झगड़ा पुरानी रंजिश को लेकर हुआ है फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। शहर के गोला का मंदिर स्थित पिंटू पार्क अभिनंदन वाटिका के पीछे रहने वाले भूपेंद्र सिंह गुर्जर का प्रमोद शर्मा नामक युवक से विवाद चल रहा है। प्रमोद शर्मा पेट्रोल पंप के संचालक हैं और विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र में कलेक्ट्रेट के पास उनका पेट्रोल पंप है। बुधवार रात को भूपेंद्र जब पेट्रोल पंप के पास पहुंचा तो दोनों अचानक आमने-सामने आ गए और झगड़ा हो गया। दोनों में मारपीट हुई है इसके बाद पंप संचालक प्रमोद शर्मा ने अपनी लाइसेंसी राइफल से फायरिंग कर दी। गोलीबारी की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और हालात को नियंत्रण में लिया पुलिस ने इस मामले में पंप संचालक को हिरासत में लेकर लाइसेंस की बंदूक को जब्त कर लिया है। जमीन के लेन-देन पर है विवाद ऐसा बताया गया है कि फरियादी और आरोपी के बीच में एक जमीन को बेचने के बाद लेन-देन का विवाद है। इसी विवाद के चलते दोनों पक्ष बुधवार शाम को आमने-सामने आ गए थे। जिस पर पहले कहासुनी हुई फिर मारपीट हो गई।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोहरे के कारण हो रही दुर्घटनाओं पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने अफसरों को ऐसी दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री का फरमान जारी होते ही देर रात मेरठ पुलिस की ओर से एडवाइजरी जारी कर दी गई। यातायात पुलिस की तरफ से कुछ हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं, जिनकी आपात स्थिति में मदद ली जा सकती है। ठंड का प्रकोप बढ़ने के साथ ही कोहरे का कहर भी शुरु हो गया है। पिछले एक सप्ताह के भीतर कई हादसे हुए हैं, जिनमें काफी लोगों की जान भी जा चुकी है। मेरठ से जुड़ने वाले हाईवे पर ऐसी स्थिति का सामना ना करना पड़े, इसको लेकर अभी से इंतजाम किए जा रहे हैं। बुधवार देर रात यातायात पुलिस ने रिस्पांस व्हीकल और आपातकालीन सेवाओं से संबंधित हेल्पलाइन नंबर जारी किए। काशी टोल प्लाजा के लिए यह नंबर काशी टोल प्लाजा के लिए कंट्रोल रूम नंबर 9105558900, आरपीवी नंबर व्हीकल 9105558901, एंबुलेंस नंबर 9105558902 और रिकवरी वैन के लिए 9105558904 नंबर जारी किए गए हैं। NH-58 के लिए यह बनाई व्यवस्था - NH-58 यानि मेरठ-मुजफ्फरनगर मार्ग पर जो परतापुर जनपद मेरठ से रामपुर तिराहा जनपद मुजफ्फरनगर तक है, के लिए आपात एंबुलेंस नंबर UP-15FT-7354 सिवाया टोल प्लाजा पर तैनात रहेगी, जिसका मोबाइल नंबर 7500130005 है।- इसी रूट पर पेट्रोल व्हीकल संख्या UP-15ET-8818 मेरठ के परतापुर से भंगेला के बीच तैनात है। इसका मोबाइल नंबर 750130003 है।- क्रेन संख्या UP-15FT-1072 सिवाया फ्री प्लाजा पर उपलब्ध है। इसका मोबाइल नंबर 7500130002 है।- टोल हेल्प लाइन नंबर 9756880808 जारी किया गया है। NH-119 के लिए यह बनाई व्यवस्था NH -119 यानि मेरठ–नजीबाबाद मार्ग पर, जो गंगानगर जनपद मेरठ से बेहसूमा जनपद मेरठ तथा बिजनौर से नजीबाबाद जनपद बिजनौर तक है। यहां के लिए एम्बुलेंस नंबर UP-15JT-3215 छोटा मवाना फ्री प्लाजा पर तैनात है, जिसका संपर्क नंबर 6398317658 है।- रूट पेट्रोल व्हीकल संख्या UP-15JT- 2807 गंगानगर से बेहसूमा के बीच तैनात है, जिसका मोबाइल नंबर 6395904685 है।- इसी रूट के लिए क्रेन नंबर UP-15JT- 3184 चोला मवाना फ्री प्लाजा पर उपलब्ध है, जिसका संपर्क नंबर 6398353568 है। NH-235 के लिए यह बनाई व्यवस्था NH-235 यानि मेरठ–बुलंदशहर मार्ग पर, जो शकरपुर जनपद मेरठ से भूर चौराहा जनपद बुलंदशहर तक है।- इसके लिए एम्बुलेंस नंबर UP-32NN-6750 काली मेरठ तैनात है, जिसका मोबाइल नंबर 6397375214 है।- रूट पेट्रोल व्हीकल नंबर UP- 32JN-4437 शकरपुर मेरठ से टाटरपुर जनपद हापुड़ तक तैनात है, जिसका मोबाइल नंबर 8126018517 है।- क्रेन नंबर UP-37T- 5473 कैली मेरठ पर उपलब्ध है, जिसका संपर्क नंबर 6398000349 है। SSP ने वाहन चालकों से की अपील : SSP डॉ. विपिन ताडा ने जनसामान्य से अपील की है कि कोहरे के दौरान सावधानीपूर्वक वाहन चलाएं। रफ़्तार में वाहन बिलकुल ना चलाएं। किसी भी आपात स्थिति में उपरोक्त हेल्पलाइन नंबरों पर तत्काल संपर्क कर सहायता प्राप्त करें।
कलेक्ट्रेट परिसर स्थित ईवीएम एवं वीवीपैट वेयरहाउस का जिलाधिकारी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी रविंद्र कुमार मॉंदड़ ने त्रैमासिक निरीक्षण किया। यह निरीक्षण भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के तहत किया गया। इस दौरान वेयरहाउस की सुरक्षा व्यवस्था, साफ-सफाई और रखरखाव की गहन समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने वेयरहाउस में लगे सीसीटीवी कैमरों की कार्यप्रणाली का जायजा लिया। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी कैमरे लगातार सक्रिय रहें और उनकी नियमित निगरानी की जाए। इसके अतिरिक्त, उन्होंने वेयरहाउस के प्रवेश द्वार, ताले, सील और अन्य सुरक्षा प्रबंधों का भी बारीकी से निरीक्षण किया। साफ-सफाई और रखरखाव पर विशेष जोर देते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि ईवीएम वेयरहाउस एक अत्यंत संवेदनशील स्थान है। यहां किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को समय-समय पर निरीक्षण करने और निर्वाचन आयोग के सभी दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। निरीक्षण में यह सुनिश्चित किया गया कि वेयरहाउस में रखी गई ईवीएम और वीवीपैट मशीनें पूरी तरह सुरक्षित हैं। उनके संरक्षण के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं दुरुस्त पाई गईं। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को बिजली, फायर सेफ्टी और अन्य बुनियादी सुविधाओं की भी नियमित जांच करने के निर्देश दिए। इस त्रैमासिक निरीक्षण के दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। इनमें भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के प्रतिनिधि शामिल थे। उन्होंने निरीक्षण प्रक्रिया में भाग लिया और वेयरहाउस की व्यवस्थाओं का अवलोकन किया। जिलाधिकारी ने जोर देकर कहा कि ईवीएम की सुरक्षा और पारदर्शिता बनाए रखना चुनावी प्रक्रिया की विश्वसनीयता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने आश्वस्त किया कि प्रशासन पूरी गंभीरता और निष्पक्षता के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहा है, ताकि चुनावी प्रक्रिया पर जनता का विश्वास बना रहे।
सहारनपुर में दयावती हॉस्पिटल ने 'नर सेवा नारायण सेवा' के संकल्प को आत्मसात करते हुए निर्धन, गरीब और बेसहारा लोगों के लिए कंबल वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया। इस अवसर पर हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. संजीव मिगलानी के नेतृत्व में लगभग 115 जरूरतमंदों को कंबल वितरित किए गए। कंबल पाकर लाभार्थियों ने प्रसन्नता व्यक्त की और दयावती हॉस्पिटल के इस सेवा भाव की सराहना की। डॉ. संजीव मिगलानी ने बताया कि दयावती हॉस्पिटल पिछले 15 वर्षों से लगातार सर्दी के मौसम में धर्म और जाति से ऊपर उठकर गरीब, निर्धन और असहाय लोगों को कंबल वितरित करता आ रहा है। उन्होंने समाज की सभी सामाजिक संस्थाओं और सक्षम वर्ग से अपील की कि वे भी मानवता के इस कार्य में आगे आएं, क्योंकि नर सेवा ही सच्ची नारायण सेवा है। इस दौरान डॉ. मिगलानी ने सर्दियों में स्वास्थ्य को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी भी साझा की। उन्होंने बताया कि सुबह 4 बजे से 10 बजे के बीच सर्दियों में शरीर में केटीकोलामाइन हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है, जिससे हृदय की नसों में ब्लॉकेज की संभावना बढ़ जाती है।इसके कारण ब्लड प्रेशर, हार्ट बीट और बीपी अचानक बढ़ सकते हैं, जिससे हार्ट अटैक और ब्रेन हेमरेज का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। उन्होंने विशेष रूप से हार्ट और बीपी के मरीजों को सलाह दी कि वे अपनी जेब में डिस्प्रिन और सोलबिट्रेड टैबलेट अवश्य रखें।डॉ. मिगलानी ने कहा कि यह एक रुपये की गोली कई बार लोगों की जान बचाने में सबसे ज्यादा कारगर साबित होती है। उन्होंने बताया कि यदि किसी व्यक्ति को छाती के बीचों-बीच दर्द हो और वह दर्द दोनों बाजुओं की ओर जाए,तो तुरंत आधी डिस्प्रिन और 5 एमजी की सोलबिट्रेड टैबलेट को जीभ के नीचे रखनी चाहिए और बिना देर किए चिकित्सकीय सहायता लेनी चाहिए।उन्होंने जंक फूड से परहेज करने और अधिक से अधिक हरी सब्जियों व ताजे फलों के सेवन की सलाह दी। साथ ही,सर्दियों में रोजाना 15 से 20 मिनट धूप में बैठने से विटामिन-डी की कमी दूर होती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। कार्यक्रम में दयावती हॉस्पिटल की संचालिका डॉ. नैना मिगनानी, चिकित्सक,स्टाफ और सामाजिक कार्यकर्ताओं का विशेष सहयोग रहा।
अयोध्या में जानलेवा हमले सहित कई गंभीर मामलों के आरोपी लवकुश को सबूतों के अभाव में अदालत ने दोषमुक्त कर दिया है। यह फैसला विशेष न्यायाधीश पॉक्सो एक्ट द्वितीय अर्चना तिवारी ने सुनाया। अभियोजन पक्ष के अनुसार, यह घटना वर्ष 2022 में कैंट थाना क्षेत्र के भीखनपुर गांव में हुई थी। 15 नवंबर को शाम 4:30 बजे अजय कुमार बाजार से घर लौट रहे थे, तभी रास्ते में लवकुश ने उनसे गाली-गलौज की। पीड़ित के भाई राजकुमार की तहरीर पर कैंट थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। अजय का मेडिकल कराने के बाद, विवेचना पूरी कर जानलेवा हमले सहित कई गंभीर धाराओं में आरोप पत्र न्यायालय भेजा गया था। मुकदमे की सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष ने तीन गवाह पेश किए। हालांकि, वादी राजकुमार ने अदालत में बयान दिया कि उन्होंने घटना नहीं देखी थी और पुलिस को दिए अपने बयान से मुकर गए। वहीं, पीड़ित अजय कुमार ने भी कहा कि वह बाजार से लौटते समय गिर गए थे और उन्हें चोटें आई थीं, किसी ने उनके साथ मारपीट नहीं की। न्यायाधीश ने पत्रावली पर मौजूद तथ्यों और गवाहों के बयानों के आधार पर आरोपी लवकुश को सभी आरोपों से दोषमुक्त कर बरी कर दिया। न्यायाधीश ने वादी राजकुमार पर अदालत में झूठा साक्ष्य देने के कारण उनके विरुद्ध परिवाद दर्ज करने का आदेश दिया है। दूसरी ओर, लोगों के मोबाइल चोरी कर उनकी आईडी बनाकर लाखों रुपये हड़पने के आरोपी बंटी और छोटू को जमानत नहीं मिल पाई। अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम सुरेंद्र मोहन सहाय ने घटना की गंभीरता को देखते हुए यह आदेश पारित किया। अभियोजन के अनुसार, बाबा बाजार थाना क्षेत्र निवासी राम प्रकाश श्रीवास्तव का मोबाइल चोरी कर उनके बैंक खाते से 58,000 रुपये ट्रांसफर कर दिए गए थे। इसी तरह, इनायतनगर थाना क्षेत्र निवासी हृदय राम का मोबाइल दुकान से चोरी होने के बाद उसकी आईडी बनाकर 2,00,000 रुपये निकाल लिए गए। मुकदमे की विवेचना के दौरान झारखंड के बंटी मंगल और छोटू महतो का नाम सामने आया। पुलिस ने चोरी के मोबाइल बरामद कर आरोपियों को जेल भेज दिया था।
बरेली में पुलिस ने मंगलवार देर रात एक किराये के फ्लैट में चल रहे देह व्यापार का भंडाफोड़ किया है। बारादरी थाना क्षेत्र के डोहरा रोड स्थित महेन्द्र नगर कॉलोनी में हुई इस कार्रवाई में एक युवती सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने मौके से आपत्तिजनक सामग्री और नकदी भी बरामद की है। सीओ तृतीय पंकज श्रीवास्तव के नेतृत्व में बारादरी इंस्पेक्टर धनंजय पांडे की टीम ने सूचना मिलने पर संयुक्त रूप से छापेमारी की। फ्लैट का दरवाजा अंदर से बंद था, लेकिन पुलिस की मौजूदगी का आभास होते ही भीतर अफरा-तफरी मच गई। पुलिस ने घेराबंदी कर सभी आरोपियों को मौके से पकड़ लिया। तलाशी के दौरान फ्लैट से कंडोम, सेक्सवर्धक गोलियां, पेट्रोलियम जैली, मॉइस्चराइजर, छह स्मार्टफोन और 4100 रुपये नकद बरामद किए गए। पुलिस की पूछताछ में पता चला कि गिरफ्तार युवती डोहरा रोड क्षेत्र में ग्राहकों को इशारों से आकर्षित करती थी। वह सौदा तय कर उन्हें इसी फ्लैट में लाकर देह व्यापार कराती थी। प्रति ग्राहक से 500 से 2000 रुपये तक वसूले जाते थे। पुलिस के मुताबिक, पकड़े गए सभी युवक शहर के अलग-अलग इलाकों के रहने वाले हैं। इस मामले में सभी आरोपियों के खिलाफ अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम 1956 की धाराओं 3, 4, 5 और 7 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। बारादरी इंस्पेक्टर धनंजय पांडे ने बताया कि सभी आरोपियों को जेल भेजने की तैयारी की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश जारी है। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि शहर में इस तरह की अवैध गतिविधियों के खिलाफ अभियान आगे भी जारी रहेगा।
सहारनपुर में अपराध पर नियंत्रण के लिए पुलिस ने एक व्यापक अभियान चलाया है। एसएसपी आशीष तिवारी के निर्देशन में चल रहे इस अभियान के तहत अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है, साथ ही आमजन की सुरक्षा और सहभागिता को भी प्राथमिकता दी जा रही है। एसएसपी आशीष तिवारी ने बताया कि जनपद में लगभग 16,000 स्थानों पर हेल्पलाइन नंबर अंकित कराए हैं, ताकि आपात स्थिति में नागरिकों को तत्काल सहायता मिल सके। इसके अतिरिक्त, नशा तस्करी और अवैध मादक पदार्थों की बिक्री में शामिल लोगों की सूचना देने के लिए विशेष नंबरों का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। इसका उद्देश्य नागरिकों को बिना किसी भय के अपराध संबंधी जानकारी साझा करने के लिए प्रोत्साहित करना है। साइबर अपराध की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की प्रभावी व्यवस्था स्थापित की है। यदि कोई पीड़ित साइबर ठगी या धोखाधड़ी की सूचना पहले एक घंटे के भीतर देता है, तो संबंधित धनराशि को तत्काल रोकने की कार्रवाई की जा सकती है। इसके लिए एक मजबूत सूचना तंत्र विकसित किया गया है, जिससे पीड़ितों को शीघ्र राहत मिल सके। नशा तस्करी के खिलाफ भी पुलिस का अभियान तेज है। नशीले पदार्थों की आपूर्ति श्रृंखला पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। इसके तहत, नशे के सामान के स्रोतों से लेकर उसके अंतिम वितरण बिंदुओं तक सतत निगरानी की जा रही है, ताकि इस अवैध कारोबार को जड़ से खत्म किया जा सके। ऑपरेशन सवेरा 2.0 के अंतर्गत अब तक 325 अपराधियों को जेल भेजा जा चुका है। इससे अपराधियों में पुलिस की सख्ती का स्पष्ट संदेश गया है। इसके साथ ही, सामुदायिक पुलिसिंग के तहत स्कूलों और कॉलेजों में नशा विरोधी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, ताकि युवाओं को नशे के दुष्परिणामों से अवगत कराया जा सके। एसएसपी आशीष तिवारी ने बताया कि इन सभी अभियानों के तहत निरंतर और प्रभावी कार्रवाई जारी रहेगी, जिससे सहारनपुर को सुरक्षित और अपराधमुक्त बनाया जा सके।
ग्वालियर में केंद्रीय विद्यालय में पढ़ रही 11वीं की छात्रा ने अपने ही स्कूल के ज्योग्राफी टीचर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। छात्रा ने कहा है कि काफी समय से सर, मुझे गंदी नजर से देख रहे थे। क्लास में अश्लील जोक्स करते हैं। इतना ही नहीं अश्लील इशारे करते हैं। इतना ही नहीं मेरे वाले में क्लास के अन्य बच्चों व उनके पैरेंट्स के बीच अफवाह फैलाते हैं कि मेरे कई बॉयफ्रेंड हैं और मेरा चाल चलन ठीक नहीं है। घटना अगस्त 2025 से अभी तक के बीच की है। छात्रा के परिजन ने स्कूल में प्राचार्य से भी मामले की शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने पर पीड़ित छात्रा ने पड़ाव थाना पहुंच कर मामले की शिकायत की है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। सिटी सेंटर इलाके में रहने वाली 17 वर्षीय नाबालिग केंद्रीय विद्यालय में 11वीं की छात्रा है। छात्रा ने पड़ाव थाना पहुंचकर शिकायत की है कि स्कूल में ज्योग्राफी के टीचर उससे अश्लील हरकत करते हैं। कभी इशारे करते हैं वह कई दिनों से मेरी लज्जा भंग कर रहे हैं।शुरुआत से ही उनका व्यवहार मेरे व अन्य छात्राओं के प्रति सहीं नहीं था और वह अक्सर उन्हें क्लास में गंदे जोक सुनाते थे। कुछ दिन में ही छात्रा की समझ में आया कि वह उसे गलत तरीके से देखते थे, जिसे उसने नजरअंदाज किया। इसके बाद वह उसे अश्लील इशारे करने लगे। जब उसने विरोध किया तो शिक्षक ने उसे बदनाम करना शुरू कर दिया। टीचर ने फैलाया- छात्रा के कई बॉयफ्रेंड हैंछात्रा ने पुलिस को बताया कि जब उसने टीचर की हरकतों का विरोध किया तो वह उसे बदनाम करने लगे। वह क्लास के अन्य छात्रों व पैरेंट्स से कहते थे कि मेरे कई बायफ्रेंड हैं और हर हफ्ते वह बॉयफ्रेंड बदल देती है। विरोध किया तो धमकाया, प्रबंधन ने नहीं की मददशिक्षक द्वारा गलत प्रचार का छात्रा ने विरोध किया तो शिक्षक ने उसे धमकी दी कि वह उसे व उसकी मां को नहीं छोड़ेगा। इससे छात्रा भयभीत हो गई और इसकी शिकायत स्कूल प्रबंधन से की, लेकिन वहां से उसे मदद नहीं मिली, बल्कि शिक्षक द्वारा उसे धमकाया जाने लगा। पड़ाव थाना प्रभारी शैलेन्द्र भार्गव ने बताया एक स्कूल की छात्रा ने शिकायत की है क्लास में ज्योग्राफी का टीचर उसे परेशान करता है। उसकी लज्जा भंग करता है। उसके बारे में अफवाह फैलाता है। छात्रा की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है।
निवाड़ी में 55.65 लीटर अवैध शराब जब्त:आबकारी विभाग ने पथरिया खिरक से पकड़ा आरोपी, केस दर्ज
निवाड़ी जिले में आबकारी विभाग ने बुधवार रात जेरोन क्षेत्र के पथरिया खिरक में दबिश दी गई, जहां से 55.65 लीटर अवैध देसी और विदेशी शराब जब्त की गई। इस कार्रवाई में एक आरोपी को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ केस दर्ज किया गया है। सूत्रों के अनुसार, पिछले कई दिनों से इस इलाके में अवैध शराब के स्टॉक और बिक्री की शिकायतें मिल रही थीं। शिकायतों की पुष्टि होने के बाद टीम ने मुकेश कुशवाह के ठिकाने पर छापा मारा। छापेमारी के दौरान 27 हजार रुपए शराब मिली। आरोपी मुकेश कुशवाह के खिलाफ मध्य प्रदेश आबकारी अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है। आबकारी विभाग ने बताया कि जिले में अवैध शराब के खिलाफ यह अभियान लगातार जारी रहेगा और किसी भी अवैध कारोबारी को बख्शा नहीं जाएगा।
सूरजपुर के उपायुक्त सहकारिता कार्यालय में बुधवार देर शाम अम्बिकापुर की एसीबी टीम ने छापेमारी कर सहकारिता निरीक्षक अभिषेक सोनी को 40 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। जानकारी के अनुसार, प्रतापपुर निवासी पीड़ित से आरोपी अभिषेक सोनी ने लेखापाल के पद पर नियुक्ति देने के नाम पर 1 लाख 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। पीड़ित ने पैसे नहीं होने की बात कहकर अतिरिक्त समय मांगा और इस बीच उसने शिकायत अम्बिकापुर स्थित एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) कार्यालय में दर्ज कराई। शिकायत के बाद एसीबी की टीम ने जाल बिछाकर अभिषेक सोनी को 40 हजार रुपए लेते हुए पकड़ लिया। इसके बाद आरोपी से बंद कमरे में कई घंटों तक पूछताछ की गई। पूछताछ के बाद एसीबी की टीम आरोपी को अम्बिकापुर ले गई।
गाजियाबाद में गुरुवार को डीसीपी देहात सुरेंद्रनाथ तिवारी ने देहात के निवाड़ी थाने का निरीक्षण किया, इस दौरान सभी शस्त्र जमीन पर रखे हुए नजर आए। डीसीपी ने एक-एक पुलिसकर्मी और एक-एक दरोगा से सभी शस्त्रों के बारे में पूछा। फिर इन शस्त्रों को खुलवाकर जब उन्हें बंद करने के लिए कहा तो 2 दरोगा रिवाल्वर में मैगजीन ही नहीं लगा सके। इसकी एक वीडियो भी सामने आई है। सवाल यह है कि आखिर अपराधी सामने होते और पुलिस के कि यह स्थिति हो जाए तो फिर पुलिस पर सवाल खड़े होने लाजमी है। पूरे मामले में अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं, वीडियो में कई पुलिस कर्मी साथ में खड़े हुए दिखाई दे रहे हैं, तो बराबर में निरीक्षण करने वाले DCP सुरेंद्रनाथ तिवारी भी दिखाई दे रहे हैं। वीडियो सामने आने के बाद पुलिस अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। लेकिन इसने गाजियाबाद पुलिस की पोल खोल कर रख दी है। DCP ने किया था निरीक्षण बुधवार को DCP सुरेन्द्र नाथ तिवारी ने थाना निवाड़ी का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान थाने के अभिलेखों, शस्त्रों, मालखाना,भोजनालय, बैरक, मिशन शक्ति केन्द्र, महिला साइबर हेल्प डेस्क, अधिकारी, कर्मचारी आवास व थाना परिसर का निरीक्षण एवं अधिकारी, कर्मचारी की समस्याओं को सुना गया व उनका निस्तारण किया गया तथा सम्बंधित को आवश्यक दिशा दिशा निर्देश दिए गए। DCP ने थाने के निरीक्षण में और शास्त्रों की जो जांच करवाई उसमें सब ओके सब ठीक-ठाक पाया। लेकिन जो वीडियो सामने आई है उसने पुलिस की पोल खोल कर रख दी है।
एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) अंबिकापुर की टीम ने बुधवार देर शाम सूरजपुर के सहकारी निरीक्षक अभिषेक सोनी को 40 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। सहकारिता निरीक्षक अभिषेक सोनी ने संविदा लेखपाल पद पर नियुक्ति के लिए शिकायतकर्ता से डेढ़ लाख रुपए रिश्वत की मांग की थी। शिकायतकर्ता ने इसकी शिकायत एसीबी सरगुजा से कर दी। ACB ने सहकारिता निरीक्षक को गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक, भारत सरकार के राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (NCDC) द्वारा जिला सूरजपुर के विकासखंड रामानुजनगर, प्रेमनगर, सूरजपुर, भैयाथान एवं प्रतापपुर में छग सहकारी सोसाइटी अधिनियम 1960 के तहत कुल 5 बहु उद्देशीय किसान उत्पादक सहकारी समितियों का गठन किया गया है। इनमें मुख्य कार्यपालन अधिकारी/ प्रबंधक तथा लेखपाल के पदों पर 3 वर्ष के लिए संविदा नियुक्ति किया जाना है। शिकायतकर्ता प्रतापपुर ब्लॉक के करसी निवासी शुभम जायसवाल ने मां समलेश्वरी बहु उद्देशीय कृषक उत्पादक सहकारी समिति मर्यादित, टुकुडांड, जिला सूरजपुर के लेखपाल पद के लिए आवेदन किया था। 01 दिसंबर 2025 को जारी पात्र-अपात्र सूची में उनका नाम पात्र सूची में आया। इसके बाद 5 दिसंबर 2025 को दक्षता परीक्षण, साक्षात्कार, डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन, टाइपिंग टेस्ट एवं इंटरव्यू के लिए आदेश जारी हुआ, जिसमें शुभम ने सफलतापूर्वक भाग लिया। नियुक्ति आदेश जारी करने मांगी डेढ़ लाख की रिश्वत चयन सूची जारी करने वाले प्राधिकृत अधिकारी सहकारी निरीक्षक अभिषेक सोनी ने नियुक्ति आदेश जारी करने के एवज में शुभम से 1.50 लाख रुपए रिश्वत की मांग की। शिकायतकर्ता ने अधिक राशि देने से इनकार किया, तो आरोपी ने 1 लाख रुपए पर अड़ गया। अंततः बातचीत के बाद 80 हजार रुपए पर सहमति बनी। इसमें आज 40 हजार रुपए की पहली किस्त देने का वादा शिकायतकर्ता ने किया। सहकारिता निरीक्षक अभिषेक सोनी ने धमकी दी कि 17 दिसंबर 2025 तक पैसे नहीं लाएंगे तो किसी अन्य को नियुक्ति दे दी जाएगी। शुभम जायसवाल ने इसकी शिकायत ACB सरगुजा से कर दी। एसीबी की टीम सूरजपुर पहुंची। रात 8.25 बजे शुभम 40 हजार रुपए लेकर आयुक्त सहकारिता एवं उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं सूरजपुर के उपायुक्त सहकारिता कक्ष क्रमांक 01 पहुंचे। वहां उन्होंने आरोपी अभिषेक सोनी को रिश्वत की पहली किस्त सौंपी। नोटों को आरोपी ने अपने जैकेट की जेब में रख लिया और नियुक्ति आदेश कल 18 दिसंबर 2025 को देने का आश्वासन दिया। तभी ACB टीम ने दबिश देकर अभिषेक सोनी को रंगे हाथों पकड़ लिया। ACB अंबिकापुर के DSP प्रमोद कुमार खेस ने बताया कि शुभम का टाइप शुदा आवेदन आज ही प्राप्त हुआ था, जिसके आधार पर त्वरित कार्रवाई की गई है।
मंदसौर शहर में यातायात व्यवस्था सुधारने और बाजार क्षेत्र को व्यवस्थित बनाने के लिए पुलिस का “माय सिटी, माय ट्रैफिक, माय अरेंजमेंट” अभियान जारी है। इसी क्रम में बुधवार शाम पुलिस कंट्रोल रूम में एक बैठक हुई, जिसमें सरदार वल्लभ भाई पटेल चौराहे से मंडी गेट तक की सड़क को मॉडल रोड के रूप में विकसित करने और उसे अतिक्रमण मुक्त, सुरक्षित और सुगम बनाने के प्रयासों पर चर्चा की गई। बैठक के जानकारी दी गई कि पुलिस प्रशासन ने नगर पालिका, राजस्व विभाग और पीडब्ल्यूडी के सहयोग से पहले ही सरदार वल्लभ भाई पटेल चौराहे का चौड़ीकरण कर दिया है। रोड इंजीनियरिंग और ट्रैफिक संकेत लगाने के बाद अब इस चौराहे पर ट्रैफिक पहले की तुलना में ज्यादा सुचारू हो गया है, जिससे वाहन चालकों और पैदल यात्रियों को राहत मिली है। बैठक में आगामी चरणों में आदर्श रोड (सरदार वल्लभ भाई पटेल चौराहा से प्रतापगढ़ पुलिया तक) का चौड़ीकरण और सुधार कार्य पर भी चर्चा हुई। इस पूरे हिस्से से अतिक्रमण हटाया जा चुका है और अब सड़क सुधार, संकेतक, सौंदर्यीकरण और यातायात व्यवस्था मजबूत करने पर काम किया जाएगा। लोगों से सहयोग की अपील कीपुलिस प्रशासन ने आम नागरिकों, दुकानदारों और सामाजिक संगठनों से अपील की है कि वे सड़क पर अतिक्रमण न करें, ट्रैफिक नियमों का पालन करें और इस अभियान में सहयोग करें। प्रशासन का कहना है कि जनता के सहयोग से ही शहर की सड़कें सुरक्षित, साफ और जाम मुक्त बनाई जा सकती हैं।
कुशीनगर में कड़ाके की ठंड के बीच कप्तानगंज नगर पंचायत में रैन बसेरे और अलाव की व्यवस्था नाकाफी साबित हो रही है। जांच के दौरान नगर के प्रमुख चौक-चौराहों पर अलाव की आंशिक व्यवस्था तो दिखाई दी। लेकिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) कप्तानगंज में अलाव केवल औपचारिकता बनकर रह गया। अस्पताल के मुख्य द्वार पर एनआईसीयू के सामने केवल सूखी लकड़ियां और राख पड़ी मिली।लेकिन आग नहीं जलाई गई थी। वहीं इमरजेंसी वार्ड की ओर भी अलाव की कोई व्यवस्था नहीं थी। जिले के सबसे व्यस्त कप्तानगंज रेलवे जंक्शन पर स्थिति और भी चिंताजनक पाई गई। यहां न तो अलाव की व्यवस्था की गई थी और न ही यात्रियों के ठहरने के लिए कोई रैन बसेरा बनाया गया था। ठंड से बचने के लिए कुछ यात्री कूड़ा और आसपास से जुटाई गई लकड़ियां जलाते नजर आए। रैन बसेरा न होने के कारण कई यात्री टिकट घर के अंदर दुबककर बैठने को मजबूर दिखे। वर्तमान में रेलवे स्टेशन पर निर्माण कार्य चल रहा है, जिसके चलते वेटिंग रूम बंद है। इस स्थिति में न तो जिला प्रशासन, न रेलवे प्रशासन और न ही नगर पंचायत द्वारा यात्रियों के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। बिहार, गोरखपुर और लखनऊ जैसे बड़े शहरों से आने-जाने वाले यात्रियों को कड़ाके की ठंड में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रेलवे स्टेशन पर मौजूद यात्री अर्जुन ने बताया कि बाहर से आने-जाने वाले यात्रियों के लिए ठंड से बचाव का कोई इंतजाम नहीं है। उन्होंने उम्मीद जताई कि सरकार और संबंधित विभाग जल्द ही स्टेशन जैसे व्यस्त स्थानों पर आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे। उनका कहना था कि बच्चों और परिवार के साथ यात्रा करने वालों को सबसे अधिक दिक्कत हो रही है। नगर क्षेत्र में रैन बसेरे की पड़ताल करने पर यह सामने आया कि स्टेशन से करीब दो किलोमीटर दूर श्मशान घाट की ओर एक अस्थायी रैन बसेरा बनाया गया है। वहां चारपाई और टेंट में बिस्तरों की व्यवस्था है, लेकिन इसकी जानकारी आम लोगों और यात्रियों तक नहीं पहुंच सकी है। दूरी अधिक होने के कारण भी जरूरतमंद लोग वहां तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।
लखनऊ के इंदिरानगर में गुरुवार को हुए दर्दनाक सड़क हादसे में घायल पिता की इलाज के दौरान मौत हो गई। हादसे में 6 साल के बेटे की मौके पर ही जान चली गई थी। पिता 5 दिनों से अस्पताल में भर्ती थे, जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। बाराबंकी के देवा निवासी सलीम अपने 6 वर्षीय बेटे हमजा और दो अन्य साथियों के साथ बाइक से लखनऊ आए थे। सभी लोग एक शादी समारोह से लौट रहे थे। दोपहर करीब 1:30 बजे बजरंग चौराहे के पास उनकी तेज रफ्तार बाइक अचानक सामने से आ रही ट्रैक्टर-ट्रॉली से टकरा गई। टक्कर इतनी भीषण, बच्चा दूर जा गिरा हादसा इतना जोरदार था कि बाइक पर बैठा मासूम हमजा उछलकर काफी दूर जा गिरा। सिर में गंभीर चोट लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वहीं हेलमेट पहने होने के बावजूद सलीम के सिर में गंभीर चोट आई। उन्हें गंभीर हालत में लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाइक पर पीछे बैठे एक अन्य युवक को हल्की चोटें आई थीं। ट्रैक्टर छोड़कर फरार हुआ चालक हादसे के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ट्रैक्टर चालक टक्कर के बाद वाहन मौके पर छोड़कर फरार हो गया। सूचना मिलते ही इंदिरानगर पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल भिजवाया। पुलिस बोली- शिकायत पर होगी कार्रवाई इंदिरानगर इंस्पेक्टर सुनील कुमार तिवारी ने बताया कि परिजनों की तहरीर मिलने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। शादी की खुशियों से लौट रहा परिवार कुछ ही पलों में मातम में बदल गया। पहले बेटे की मौत और अब पिता के जाने से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
सीतापुर में घने कोहरे और तेज रफ्तार वाहनों के कारण सड़क हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। ताजा मामला पिसावा थाना क्षेत्र का है, जहां बुधवार देर रात एक दर्दनाक सड़क हादसे में ट्रैक्टर चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसा वजीरनगर रोड पर पीसीएफ केंद्र के सामने उस समय हुआ, जब ट्रैक्टर चालक एक तेज रफ्तार पिकअप वाहन को साइड देने का प्रयास कर रहा था। जानकारी के अनुसार, ट्रैक्टर चालक अजय कुमार निवासी पिसावा कुतुबनगर से भगवानपुर की ओर ट्रैक्टर लेकर जा रहा था। रात में कोहरा काफी घना था, जिससे सड़क पर दृश्यता बेहद कम हो गई थी। इसी दौरान पीछे से आ रही तेज रफ्तार पिकअप को ओवरटेक के लिए साइड देने के प्रयास में ट्रैक्टर अचानक अनियंत्रित हो गया और सड़क किनारे गहरी खाई में पलट गया। हादसा इतना भीषण था कि ट्रैक्टर पलटते ही चालक अजय कुमार उसके नीचे दब गया और गंभीर रूप से घायल हो गया। दुर्घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। राहगीरों और स्थानीय लोगों ने तुरंत घटना की सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पिसावा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और राहत एवं बचाव कार्य शुरू कराया। घायल चालक को स्थानीय लोगों की मदद से पहले नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उसकी गंभीर हालत को देखते हुए जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। जिला अस्पताल में घायल चालक का इलाज जारी है, जहां उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है। हादसे के बाद ट्रैक्टर खाई में पलटने से वजीरनगर रोड पर कुछ समय के लिए यातायात भी प्रभावित रहा। पुलिस ने जेसीबी और क्रेन की मदद से खाई में पलटे ट्रैक्टर को बाहर निकलवाने का कार्य शुरू किया, ताकि सड़क पर यातायात सामान्य किया जा सके। पुलिस का कहना है कि प्रथम दृष्टया हादसे का कारण घना कोहरा और तेज रफ्तार पिकअप वाहन को साइड देने के दौरान संतुलन बिगड़ना प्रतीत हो रहा है। मामले की जांच की जा रही है।
गोरखपुर में चल रहे सड़क चौड़ीकरण और विद्युत लाइन शिफ्टिंग कार्य के कारण कल यानी गुरुवार को बिजली आपूर्ति बाधित रहेगी। इस दौरान विद्युत उपकेंद्र राप्तीनगर से जुड़े 11 केवी राजनगर फीडर की सप्लाई अस्थायी रूप से बंद की जाएगी। सुबह 11 से शाम 4 बजे तक बंद रहेगी सप्लाई विद्युत विभाग के अनुसार 18 दिसंबर को सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक राजनगर फीडर से संबंधित इलाकों में बिजली आपूर्ति नहीं रहेगी। यह कटौती निर्धारित कार्यक्रम के तहत की जा रही है, ताकि विकास कार्य सुरक्षित ढंग से पूरे किए जा सकें। लाइन शिफ्टिंग के चलते लिया गया निर्णय विभागीय अधिकारियों ने बताया कि सड़क चौड़ीकरण के साथ-साथ विद्युत लाइनों को स्थानांतरित करना जरूरी हो गया है। इसी कारण अस्थायी रूप से बिजली आपूर्ति रोकी जा रही है, जिससे भविष्य में किसी प्रकार की तकनीकी समस्या या हादसे की आशंका न रहे। विद्युत विभाग का कहना है कि लाइन शिफ्टिंग का कार्य तय समय में पूरा करने का प्रयास किया जाएगा। जैसे ही काम समाप्त होगा, संबंधित क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति तुरंत बहाल कर दी जाएगी। राजनगर फीडर से जुड़े क्षेत्रों के उपभोक्ताओं से विभाग ने अपील की है कि वे कटौती के समय को ध्यान में रखते हुए अपने जरूरी कार्य पहले ही निपटा लें। व्यापारिक प्रतिष्ठानों और घरेलू उपभोक्ताओं से असुविधा से बचने के लिए सहयोग की अपील की गई है।
उदयपुर के सायरा थाना क्षेत्र में गिर्वा डीएसपी गोपाल चंदेल के निर्देशन में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। एक होटल में चल रहे अवैध देह व्यापार का पर्दाफाश किया। मुखबिर की सूचना पर पुलिस सेमड़ गांव स्थित होटल इंद्रपस्थ में पहुंची और दबिश देकर कार्रवाई की। पुलिस ने 31 युवकों और 8 युवतियों को संदिग्ध हालत में हिरासत में लिया। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार सभी आरोपी युवक-युवतियां मध्यप्रदेश के बताए जा रहे हैं। मौके से आपत्तिजनक सामग्री, 2 फोर व्हीलर, मोबाइल फोन जब्त किए गए। साथ ही इंद्रप्रस्थ होटल संचालक राजेश शर्मा व ऋषभ राजपूत को गिरफ्तार किया है। इस मामले में पुलिस ने पीटा एक्ट (ITPA) के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। डीएसपी गोपाल चंदेल ने बताया- गोगुंदा पुलिस के सहयोग से यह कार्रवाई की गई। गुरुवार को पूरे मामले का विस्तृत रूप से खुलासा किया जाएगा।
मंदसौर जिले में चाइनीज मांझा पर पूरी तरह प्रतिबंध होने के बावजूद इसकी खुलेआम खरीद-फरोख्त जारी है। कोतवाली थाना पुलिस ने बुधवार को सख्त कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया और उसके कब्जे से 30 गट्टे प्रतिबंधित चाइनीज मांझा जब्त किया है। यह कार्रवाई उस समय हुई जब पुलिस को मांझा बिकने की गुप्त सूचना मिली। प्रतिबंध के बावजूद बिक रहा चाइनीज मांझापुलिस ने मुखबिर की सूचना पर सनसिटी कॉलोनी, अभिनंदन नगर निवासी अरशद शेख पिता रियाज मोहम्मद को पकड़ा। आरोपी के पास से चाइनीज मांझा डोर के 30 गट्टे बरामद किए गए, जिनकी अनुमानित कीमत करीब 18 हजार रुपये बताई गई है। इससे साफ होता है कि प्रतिबंध के बावजूद शहर में चाइनीज मांझा का अवैध कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। सप्लायर की तलाश जारीपुलिस के अनुसार यह कार्रवाई जिला दंडाधिकारी के आदेश के तहत की गई है। मामले में थाना कोतवाली पर अपराध क्रमांक 696/25 धारा 223(ए) बीएनएस के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस अब यह भी पता लगाने में जुटी है कि आरोपी यह प्रतिबंधित मांझा कहां से लाया और किन लोगों को सप्लाई करता था। कोतवाली थाना प्रभारी पुष्पेंद्र सिंह राठौर ने कहा कि चाइनीज मांझा जानलेवा होता है और इसके कारण कई हादसे हो चुके हैं। दोपहिया वाहन चालकों और पक्षियों के लिए यह बेहद खतरनाक है। उन्होंने चेतावनी दी कि चाइनीज मांझा बेचने, रखने या इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ आगे भी सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि प्रतिबंधित मांझा का उपयोग न करें और इसकी जानकारी तुरंत पुलिस को दें।
बागपत जिलाधिकारी अस्मिता लाल की अध्यक्षता में बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में पेंशनर दिवस का आयोजन किया गया। इस दौरान जनपद के पेंशनरों की समस्याओं को सुना गया और संबंधित अधिकारियों को उनके त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए गए। जनपद बागपत में लगभग 8627 पेंशनर हैं, जिन्हें प्रतिमाह लगभग 28 करोड़ रुपए की पेंशन राशि वितरित की जाती है। इस अवसर पर 100 वर्ष से अधिक आयु के तीन पेंशनरों, प्रकाशो कौर, कृष्णा देवी और अंगूरी देवी को सम्मानित किया गया। जिलाधिकारी ने प्रकाशो कौर और कृष्णा देवी को पुष्पमाला पहनाकर तथा शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि चिकित्सा प्रतिपूर्ति के दावों का निस्तारण समयबद्ध तरीके से किया जाए। उन्होंने जीपीएफ भुगतान में किसी भी समस्या से बचने और पेंशन पुनरीक्षण जैसे बिंदुओं पर भी आवश्यक निर्देश दिए। पेंशनरों द्वारा 30 जून और 31 दिसंबर के बाद सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों के लिए सांकेतिक वेतन वृद्धि (notional increment) की मांग भी रखी गई। डीएम ने यह भी निर्देशित किया कि जिन राजकीय पेंशनरों के निःशुल्क चिकित्सा उपचार कार्ड नहीं बने हैं, उनके कार्ड तत्काल बनाए जाएं। इसके लिए कोषागार और कलेक्ट्रेट में शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि पेंशन संगठन की समस्याओं को एक रजिस्टर में दर्ज किया जाए, ताकि उनका आकलन किया जा सके और गुणवत्तापूर्ण व त्वरित निस्तारण सुनिश्चित हो। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि सरकार द्वारा चिह्नित अस्पतालों में पेंशनरों के उपचार में किसी भी प्रकार की लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि पेंशनरों को उनकी सुविधाओं के अनुसार स्वास्थ्य इलाज प्रदान करना सरकार की मुख्य प्राथमिकता है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. तीरथ लाल को निर्देश दिए गए कि 70 वर्ष से अधिक आयु के जिन पेंशनरों के आयुष्मान कार्ड नहीं बने हैं, उनके लिए शिविर लगाकर कार्ड बनवाए जाएं। जनपद के समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और जिला अस्पताल में आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं। इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. तीरथ लाल, वरिष्ठ कोषाधिकारी मनीष कुमार सिंह, वित्त एवं लेखा अधिकारी आशीष, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी गीता चौधरी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
बागपत में दुष्कर्म के दोषी को 10 साल की सजा:कोर्ट ने 20 हजार का लगाया जुर्माना, 6 साल बाद आया फैसला
बागपत न्यायालय ने दुष्कर्म के एक आरोपी को 10 वर्ष के कठोर कारावास की सजा सुनाई है। आरोपी पर 20 हजार रुपए का अर्थदंड भी लगाया गया है। यह फैसला बिनौली थाना क्षेत्र के गलहेता गांव में 2019 में हुई एक वारदात के संबंध में आया है। मुख्य आरोपी रोहित को दुष्कर्म के मामले में दोषी ठहराया गया है। न्यायालय ने सभी गवाहों की गवाही और प्रस्तुत साक्ष्यों के आधार पर यह फैसला सुनाया। इसी मामले में, दुष्कर्म का प्रयास करने वाले आरोपी दीपक को 3 वर्ष के कठोर कारावास और 5 हजार रुपये के अर्थदंड की सजा मिली है। मारपीट के अन्य आरोपी गौतम, लोकेश और दयानंद को 6-6 माह के कारावास और प्रत्येक पर 1-1 हजार रुपए के अर्थदंड का आदेश दिया गया है। यह वारदात 2019 में हुई थी, जिसके बाद पीड़िता की तहरीर पर पुलिस ने मामला दर्ज किया था। यह मामला न्यायालय में विचाराधीन था और अब इस पर अंतिम फैसला सुनाया गया है। एडीजीसी नरेश वेदवान ने बताया कि न्यायालय ने सभी साक्ष्यों और गवाहों की गवाही के बाद अपना फैसला सुनाया है।
उत्तराखंड की टिहरी झील में 28 नवंबर से तीन दिन तक आयोजित सीनियर राष्ट्रीय कायाकिंग एंड कैनोइंग प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए राज्य का नाम रोशन किया है। इंडियन कायाकिंग एंड कैनोइंग एसोसिएशन (IKCA) के तत्वावधान में हुई इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ की टीम ने 1 रजत और 3 कांस्य पदक अपने नाम किए। प्रतियोगिता में पदक जीतने के बाद छत्तीसगढ़ प्रदेश कायाकिंग एंड कैनोइंग संघ के सहसचिव प्रशांत सिंह रघुवंशी के नेतृत्व में विजेता खिलाड़ियों ने राज्य के खेल अरूण साव से मुलाकात की। इस दौरान एनआईएस कोच पिंकी साहू, सहायक कोच (एनआईएस) प्रवेश सोनवाने सहित प्रतियोगिता में शामिल सभी विजेता खिलाड़ी उपस्थित रहे। इक्विपमेंट सुरक्षा को लेकर रखी गई मांग खिलाड़ियों और संघ पदाधिकारियों ने खेल मंत्री के समक्ष बोट्स और पैडल की सुरक्षा का मुद्दा उठाया। प्रशांत सिंह रघुवंशी ने बताया कि असामाजिक तत्व बोट्स को नुकसान पहुंचा रहे हैं, जिसकी लिखित शिकायत थाने में भी की गई है। छत्तीसगढ़ के पदक विजेता खिलाड़ी राष्ट्रीय प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ को मिले चार पदक इस प्रकार हैं— संघ पदाधिकारियों ने दी शुभकामनाएं इस अवसर पर बलदेव सिंह भाटिया (अध्यक्ष), रोहित काले (कार्यकारी अध्यक्ष), अभिजीत मिश्रा (सचिव), प्रशांत सिंह रघुवंशी (सहसचिव) और अमरजीत छाबड़ा (सह सचिव), छत्तीसगढ़ प्रदेश कायाकिंग एंड कैनोइंग संघ ने पदक विजेता खिलाड़ियों को शुभकामनाएँ दीं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
महराजगंज में विवाहिता का पेड़ से लटकता मिला शव:गांव के ही युवक से पैसे के लेनदेन का विवाद चल रहा था
महराजगंज के परसा मलिक थाना क्षेत्र के सिसहनिया उर्फ शीशमहल गांव में बुधवार देर शाम एक विवाहिता का शव पेड़ से लटका मिला। सूचना मिलने पर पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की। मृतक महिला की पहचान सुधा अग्रहरि के रूप में हुई है। उसके दो बच्चे हैं, जिनमें बड़ी बेटी रीना अग्रहरि और छोटा बेटा विशाल अग्रहरि शामिल हैं। सुधा के पति गोरखपुर में मजदूरी करते हैं। जानकारी के अनुसार, कुछ दिन पहले सुधा का गांव के ही एक व्यक्ति से विवाद हुआ था। इस संबंध में महिला ने परसा मलिक थाने में शिकायत भी दर्ज कराई थी। हालांकि, गांव के कुछ लोगों ने हस्तक्षेप कर दोनों पक्षों के बीच सुलह-समझौता करा दिया था। सूत्रों के मुताबिक, यह विवाद पैसे के लेनदेन से संबंधित था। बताया जा रहा है कि महिला इस समझौते से संतुष्ट नहीं थी। घटना की सूचना मिलते ही परसा मलिक पुलिस के साथ नौतनवा सीओ अंकुर गौतम भी घटनास्थल पर पहुंचे। जांच के लिए फोरेंसिक टीम को भी बुलाया गया। पुलिस ने शव को पेड़ से नीचे उतरवाकर अपने कब्जे में ले लिया है। मामले की गहनता से जांच की जा रही है और आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है।
रायसेन जिले के बेगमगंज में बुधवार को कक्षा ग्यारहवीं की एक नाबालिग छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह घटना बुधवार शाम को हुई। छात्रा ने अपने कमरे में घर की छत से निकले कुंदे में दुपट्टे से फंदा बनाया और गैस सिलेंडर पर चढ़कर लटक गई। घटना का पता तब चला जब छात्रा का छोटा भाई स्कूल से शाम करीब पांच बजे घर पहुंचा। उसने आवाज लगाई और गेट की कुंडी भी खटखटाई, लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं मिला। खिड़की से झांककर देखने पर उसने अपनी बहन को फंदे पर लटका देखा। इस भयावह दृश्य को देखकर भाई ने तुरंत पड़ोसियों को बुलाया। किराए से रहते थे भाई बहननगर के खिरिया नारायण दास मोहल्ले में किराए के मकान में रहने वाली यह छात्रा 16 वर्ष की थी और कक्षा 11वीं में पढ़ती थी। पड़ोसियों ने दरवाजा तोड़ा तो देखा कि छात्रा ने पंखे के कुंदे से लटककर फांसी लगाई थी गले में फंदा कसा होने के कारण उसकी मौत हो चुकी थी। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामा बनाया। पुलिस ने दो किताबें भी जब्त की हैं, जिन पर कुछ नंबर और मेल आईडी लिखी हुई है। सांदीपिनी स्कूल में पढ़ती थी छात्रा थाना प्रभारी राजीव उइके ने बताया कि ग्राम झिरिया निवासी राजेश लोधी अपने बच्चों को बेगमगंज में रखकर पढ़ा रहे थे। उन्होंने खिरिया नारायण दास में महेश राय का मकान किराए पर लिया था। घटना के समय राजेश लोधी और उनकी पत्नी अपने गृह ग्राम झिरिया गए हुए थे। इसी दौरान उनकी बेटी ने यह कदम उठा लिया। मृतक बालिका सांदीपिनी विद्यालय में कक्षा 11वीं में अध्ययनरत थी। आत्महत्या का कारण अभी अज्ञात है। पुलिस ने मामला दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है। पुलिस मृतिका के मोबाइल से कॉल डिटेल सहित अन्य साक्ष्य जुटाने में लगी है और सभी पहलुओं पर पड़ताल कर रही है। मृतक बालिका के माता-पिता को घटना की सूचना दे दी गई है। गुरुवार को शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा।
पीलीभीत में कड़ाके की ठंड और शीतलहर के प्रकोप को देखते हुए प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है। जिलाधिकारी ज्ञानेंद्र सिंह ने कक्षा 1 से 8 तक के सभी विद्यालयों के समय में परिवर्तन करने का आदेश जारी किया है। यह निर्णय बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए लिया गया है। नए निर्देशों के अनुसार, जिले के सभी परिषदीय, सहायता प्राप्त, मान्यता प्राप्त और सीबीएसई/आईसीएसई बोर्ड से संबद्ध विद्यालय अब सुबह 10:00 बजे से दोपहर 3:00 बजे तक संचालित होंगे। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है। इससे पहले, सुबह जल्दी खुलने वाले स्कूलों के कारण छोटे बच्चों को ठंड और कोहरे में स्कूल पहुंचने में काफी परेशानी हो रही थी। पहाड़ों से आ रही बर्फीली हवाओं के कारण पीलीभीत का न्यूनतम तापमान काफी नीचे गिर गया है। सुबह के समय घना कोहरा छाने से दृश्यता भी कम हो जाती है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है। इन परिस्थितियों को देखते हुए विद्यालय के समय में बदलाव आवश्यक हो गया था। जिलाधिकारी ने इस आदेश का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के लिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) और जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) को निर्देश दिए हैं। आदेश में स्पष्ट किया गया है कि यदि कोई विद्यालय निर्धारित समय का उल्लंघन करता पाया गया, तो उसके विरुद्ध कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। जिला प्रशासन के इस फैसले का अभिभावकों और शिक्षक संगठनों ने स्वागत किया है। अभिभावकों का कहना है कि 10 बजे से स्कूल खुलने से बच्चों को ठंड से बचाने और उन्हें तैयार करने में काफी राहत मिलेगी। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले कुछ दिनों तक शीतलहर का प्रकोप जारी रहने की संभावना है। प्रशासन ने आम जनता से भी ठंड से बचाव के लिए आवश्यक सावधानी बरतने की अपील की है।
संतकबीर नगर में सपा की महिला सभा की प्रदेश उपाध्यक्ष प्रिया पाठक ने निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री संजय निषाद के बेशर्मी भरे बयान पर आक्रोशित नजर आईं। प्रिया पाठक ने संजय निषाद पर हमला बोलते हुए कहा कि महिलाओं के प्रति अभद्र टिप्पणी करना कितना उचित है। प्रिया पाठक ने संजय निषाद के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए कहा, संजय निषाद कहते हैं कि आप लोग नकाब पर हंगामा कर रहे हैं, कहीं इधर-उधर छू दिए होते तो क्या होता। उन्होंने इस बयान को हंसते हुए दिया, जिस पर प्रिया पाठक ने टिप्पणी की कि उनका दिमाग खराब हो गया है। वे शराब के नशे में बात कर रहे हैं। उनका दिमागी संतुलन बिगड़ चुका है। इस मामले में प्रिया पाठक ने मेंहदावल थाना अध्यक्ष से मुलाकात कर एक ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने संजय निषाद के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पाठक ने चेतावनी दी कि यदि कार्रवाई नहीं होती है, तो वे आगे की रणनीति पर विचार करेंगी। प्रिया पाठक ने कहा कि संजय निषाद एक राष्ट्रीय पार्टी के अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री हैं, और महिलाओं के लिए ऐसे शब्दों का प्रयोग करना बेहद शर्मनाक है। उन्होंने यह भी कहा कि संजय निषाद को महिलाओं के लिए ऐसे शब्दों का प्रयोग करने का कोई हक नहीं है। पाठक ने उदाहरण देते हुए कहा कि जिस तरह नीतीश कुमार द्वारा महिला के चेहरे से नकाब हटाने को गलत बताया गया था, क्योंकि चेहरा देखने के लिए महिला से खुद हटवाने को कहा जा सकता था, छूने की आवश्यकता नहीं थी। थाने पर उन्हें आश्वासन दिया गया है कि उनके पत्र पर संज्ञान लेकर कार्रवाई की जाएगी। सपा महिला सभा की प्रदेश उपाध्यक्ष प्रिया पाठक ने एसओ सुरेंद्र कुमार सिंह को संजय निषाद पर एफआईआर दर्ज करने के लिए प्रार्थना पत्र भी दिया है।
कोहरे में बाइक डिवाइडर से टकराई, एक की मौत:दूसरा युवक गंभीर घायल, पुलिस ने अस्पताल में कराया भर्ती
मऊ जिले में एक सड़क हादसे में एक युवक की मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। यह घटना सरायलखंसी थाना क्षेत्र के बढूआ गोदाम के पास बुधवार शाम करीब 8:30 बजे हुई, जब एक तेज रफ्तार बाइक अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गई। जानकारी के अनुसार, घने कोहरे के कारण बदुवा गोदाम फोर लेन के पास बाइक अनियंत्रित होकर डिवाइडर से जा टकराई। टक्कर इतनी भीषण थी कि बाइक पर सवार दोनों युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे में गुलशन कुमार पुत्र सीता यादव की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, मटेहू, जनपद गाजीपुर निवासी जितेंद्र कुमार पुत्र नंदलाल राजभर गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय लोगों और पुलिस ने दोनों घायलों को तत्काल जिला अस्पताल पहुंचाया। चिकित्सकों ने गुलशन कुमार को मृत घोषित कर दिया, जबकि जितेंद्र कुमार की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें वाराणसी रेफर कर दिया गया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, हादसे के समय सड़क पर घना कोहरा छाया हुआ था, जिससे दृश्यता बेहद कम थी। इसी वजह से बाइक डिवाइडर से टकराई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच कर रही है।
हरदोई में बढ़ती ठंड और शीतलहर के मद्देनजर बुधवार देर रात जिलाधिकारी अनुनय झा ने शहर के विभिन्न रैन बसेरों और अलाव केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने वहां मौजूद सुविधाओं का जायजा लिया और रैन बसेरों में ठहरे लोगों तथा यात्रियों से बातचीत कर उनकी समस्याओं को जाना। निरीक्षण की शुरुआत रेलवे गंज ईस्ट स्थित रैन बसेरे से हुई, जहां जिलाधिकारी ने ठहरे लोगों से व्यवस्थाओं की जानकारी ली। इसके बाद, उन्होंने रेलवे स्टेशन पर बने रैन बसेरे का भी निरीक्षण किया और यात्रियों से सुविधाओं के बारे में पूछा। इस दौरान जरूरतमंदों को कंबल भी वितरित किए गए। जिलाधिकारी ने अलाव की स्थिति का जायजा लेते हुए उन्हें लगातार जलते रहने के निर्देश दिए। अगले चरण में, जिलाधिकारी नगर पालिका परिसर में स्थापित रैन बसेरा पहुंचे। यहां उन्होंने साफ-सफाई, ठहरने की व्यवस्था और स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि कोई यात्री बीमार होता है, तो उसे तत्काल दवा उपलब्ध कराई जाए और सफाई व्यवस्था में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। निरीक्षण के अंतिम पड़ाव में, जिलाधिकारी ने बस अड्डे पर बने रैन बसेरे का दौरा किया। यहां उन्होंने अलाव और कंबल वितरण की स्थिति का अवलोकन किया। कुछ स्थानों पर अलाव की संख्या कम पाए जाने पर, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका को अतिरिक्त अलाव जलवाने के निर्देश दिए गए। उन्होंने यह भी कहा कि अलाव उपयुक्त स्थानों पर जलाए जाएं और रैन बसेरे के केयर टेकर रात में बस अड्डे पर सोने वाले लोगों को रैन बसेरे की जानकारी दें। मौसम विभाग के अनुसार, 16 दिसंबर को अधिकतम तापमान 17.5 डिग्री और न्यूनतम 8.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इस दौरान दृश्यता 50 से 100 मीटर के बीच रही। विभाग ने 18 और 19 दिसंबर को अत्यधिक घना कोहरा छाए रहने की संभावना जताई है, जिससे ठंड में और वृद्धि हो सकती है। प्रशासन ने आम जनता से सतर्क रहने की अपील की है
पुलिस उपाधीक्षक रेलवे बलिया सावि रत्न गौतम ने बुधवार को जीआरपी थाना गाजीपुर सिटी का अर्धवार्षिक निरीक्षण किया। इस दौरान थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह भी उपस्थित रहे। निरीक्षण के दौरान उन्होंने सीसीटीएनएस, मालखाना, शस्त्रागार और थाना कार्यालय के अभिलेखों का गहनता से अवलोकन किया। पाई गई कमियों को तत्काल दूर करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए। उन्होंने रेलवे स्टेशन पर चल रहे निर्माणाधीन कार्यों का भी जायजा लिया। पुलिस उपाधीक्षक ने लंबित विवेचनाओं की समीक्षा की और साक्ष्य संकलित कर गुण-दोष के आधार पर उनके शीघ्र निस्तारण का निर्देश दिया। उन्होंने थाना क्षेत्र के हिस्ट्रीशीटरों पर कड़ी निगरानी रखने तथा ट्रेन में होने वाली पत्थरबाजी और रेलवे ट्रैक अवरोध की घटनाओं पर त्वरित कार्रवाई के लिए कार्ययोजना बनाकर अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। महिला हेल्प डेस्क की समीक्षा करते हुए, महिलाओं की सुरक्षा और सहायता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए। शस्त्रों के रख-रखाव और पुलिसकर्मियों की संचालन दक्षता का भी परीक्षण किया गया, तथा इस संबंध में भी आवश्यक निर्देश दिए गए। यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर सभी पुलिसकर्मियों को ब्रीफ किया गया, उनकी समस्याओं को सुना गया और उनके निस्तारण के लिए निर्देश दिए गए। थाना कार्यालय के रजिस्टरों के अवलोकन के बाद, रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म, सर्कुलेटिंग एरिया, आउटर, पार्किंग, वेटिंग हॉल और सीसीटीवी कैमरों का सघन निरीक्षण किया गया। जीआरपी थाना प्रभारी निरीक्षक गाजीपुर सिटी को यात्रियों की सुरक्षा के लिए अलर्ट मोड पर रहने, संदिग्ध व्यक्तियों और ज्वलनशील पदार्थों पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए गए। उन्हें आरपीएफ के साथ समन्वय स्थापित कर सघन चेकिंग अभियान चलाने और दंगा नियंत्रण उपकरणों को सक्रिय अवस्था में रखने का भी निर्देश दिया गया।
ग्वालियर की कोतवाली थाना पुलिस ने धोखाधड़ी के मामले में सात साल से फरार चल रहे तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन पर एक ही कृषि भूमि को फर्जी दस्तावेजों के जरिए कई लोगों को बेचने का आरोप है। पुलिस ने आरोपियों को ग्राम हस्तिनापुर से पकड़ा है। थाना प्रभारी मोहिनी वर्मा ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि तीनों आरोपी हस्तिनापुर गांव में हैं। वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में एक टीम गठित की गई, जिसने घेराबंदी कर मानसिंह पुत्र हीरालाल, लक्ष्मण पुत्र गणपत कुशवाह और शंकर पुत्र गणपत (सभी निवासी ग्राम तोर) को चाय की टपरी के पास से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में तीनों आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। पुलिस टीम ने उन्हें थाना कोतवाली के अपराध क्रमांक 137/18 में गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों से इस मामले में विस्तृत पूछताछ की जा रही है। यह पूरा मामला ग्वालियर के पटेल नगर, सिटी सेंटर निवासी रेखा मिश्रा द्वारा न्यायालय में दिए गए परिवाद पत्र से शुरू हुआ था। रेखा मिश्रा ने आरोप लगाया था कि लक्ष्मण सिंह, अमतलाल, तेजसिंह, पिंका, मानसिंह और शंकर सिंह (निवासी ग्राम तौर, हस्तिनापुर, जमरोहा) ने उनकी ग्राम जमरोहा स्थित लगभग 4.944 हेक्टेयर कृषि भूमि के फर्जी दस्तावेज तैयार किए। आरोपियों ने धोखाधड़ीपूर्वक इस भूमि का विक्रय दर्शाया और रकम प्राप्त कर ली। इसके बाद उसी जमीन को दोबारा अन्य व्यक्तियों को बेच दिया गया। न्यायालय के आदेश पर 25 अप्रैल 2018 को थाना कोतवाली में आरोपियों के खिलाफ धारा 467, 468, 471, 34 भादवि के तहत मामला दर्ज किया गया था।
छत्तीसगढ़ राज्य उपभोक्ता आयोग ने टोयोटा कंपनी को 61.46 लाख रुपए का भुगतान करने का आदेश दिया है। यह आदेश इनोवा कार के दुर्घटनाग्रस्त होने पर एयरबैग न खुलने के कारण दिया गया है, जिसे आयोग ने विनिर्माण दोष (मैन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट) माना है। यह राशि कोरबा के रहने वाले सुमित अग्रवाल को दी जाएगी। दरअसल, सुमित अग्रवाल अपने भाई सुमित अग्रवाल की इनोवा कार से रायपुर से कोरबा लौट रहे थे। इस दौरान एक वाहन को बचाने के चक्कर में उनकी गाड़ी पलट गई। लेकिन कार का एयरबैग नहीं खुला। इस हादसे में अमित अग्रवाल को गंभीर चोटें आईं और इलाज के लिए करीब 36.83 लाख रुपए खर्च हुए थे। जानिए क्या है पूरा मामला ? दरअसल, सीतामढ़ी के रहने वाले सुमित अग्रवाल रोड कंस्ट्रक्शन का काम करते हैं। इसके अलावा उनके अलग-अलग दुकान भी है। 22 अप्रैल 2023 वो अपने भाई सुमित अग्रवाल के साथ रायपुर गए थे। 23 अप्रैल को वापस लौटने के दौरान ग्राम तरदा के पास सामने से आ रहे वाहन को बचाने के प्रयास में कार पलटकर पेड़ से टकरा गई। एयरबैग नहीं खुलने के कारण सुमित अग्रवाल गंभीर रूप से घायल हो गए। उनका इलाज रायपुर और हैदराबाद में चला। इस दौरान उनके 36.83 लाख रुपए खर्च हुए। बाद में भाई सुमित ने इनोवा कार के निर्माता टोयोटा किर्लोस्कर मोटर कंपनी के खिलाफ कोरबा उपभोक्ता आयोग में शिकायत दर्ज कराई। कंपनी और बीमा पक्ष की दलील जिला आयोग के एकपक्षीय आदेश के खिलाफ टोयोटा किर्लोस्कर मोटर कंपनी ने छत्तीसगढ़ राज्य उपभोक्ता आयोग, बिलासपुर में अपील की। कंपनी के एडवोकेट ओम कुकरेजा ने एकपक्षीय फैसले पर आपत्ति जताई, जबकि बीमा कंपनी ने कार की मरम्मत के लिए डीलर को 12 लाख रुपए दिए थे। विशेषज्ञ की रिपोर्ट पेश नहीं की गई जबकि एयरबैग न खुलने के संबंध में कोई विशेषज्ञ रिपोर्ट नहीं ली गई थी। दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद राज्य उपभोक्ता आयोग ने टोयोटा कंपनी के तर्कों को स्वीकार नहीं किया। आयोग ने अपने फैसले में सर्वेयर रिपोर्ट, कार डैमेज और अमित अग्रवाल की गंभीर चोटों को आधार मानते हुए कहा कि इतनी बड़ी दुर्घटना के बावजूद एक भी एयरबैग का न खुलना कार में विनिर्माण दोष को दर्शाता है। 30 दिनों में मुआवजे का आदेश राज्य उपभोक्ता आयोग ने 28 नवंबर 2025 को दिए गए फैसले में टोयोटा कंपनी को आदेश दिया कि वह 30 दिनों के भीतर सुमित अग्रवाल को नई इनोवा कार या उसकी कीमत 23.83 लाख रुपए, इलाज पर खर्च हुई 36.53 लाख रुपए की राशि, शारीरिक और मानसिक पीड़ा के लिए 1 लाख रुपए और वाद व्यय के रूप में 10 हजार रुपए का भुगतान करे।
दिल्ली के झंडेवालान स्थित ऐतिहासिक श्री बाबा पीर रतननाथ जी महाराज पेशावर वाले मंदिर-दरगाह पर 29 नवंबर 2025 को हुई प्रशासनिक कार्रवाई के विरोध में सहारनपुर में श्रद्धालुओं ने प्रदर्शन किया। बड़ी संख्या में एकत्र हुए प्रदर्शनकारियों ने कलेक्ट्रेट परिसर में नारेबाजी की और जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार तक अपनी बात पहुंचाने की मांग की। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यह मंदिर-दरगाह सदियों से सनातन परंपरा, अखंड राम नाम जप, लंगर सेवा और गौसेवा का प्रमुख केंद्र रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि हालिया कार्रवाई के दौरान तुलसी वाटिका और लंगर हॉल सहित कई धार्मिक संरचनाओं को नुकसान पहुंचाया गया, जिससे धार्मिक गतिविधियां बाधित हुईं। श्रद्धालुओं ने दावा किया कि इससे स्थानीय आस्था के साथ-साथ देश-विदेश में रहने वाले पंजाबी और हिंदू समाज की भावनाएं भी आहत हुई हैं। सेवादार लक्ष्मी नारायण ने बताया कि वर्ष 1947 में देश विभाजन के समय यह गद्दी पेशावर से दिल्ली लाई गई थी और उस दौरान पूरी भूमि विधिवत रूप से आवंटित की गई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) की कार्रवाई में मंदिर की पावन भूमि पर कब्जा कर लिया गया, लंगर हॉल को ध्वस्त कर दिया गया और पूजा-अर्चना बुरी तरह प्रभावित हुई। दरगाह पर हुई बुलडोजर कार्रवाई के विरोध में सहारनपुर में पंजाबी समाज का आक्रोश स्पष्ट रूप से देखा गया। प्रदर्शनकारी भगवा झंडे लेकर भजन-कीर्तन करते हुए सड़कों पर उतरे और दरगाह की भूमि को सुरक्षित रखने की मांग की। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मामले में हस्तक्षेप कर धार्मिक स्थल की भूमि को बचाने की अपील की। जिला प्रशासन को प्रधानमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें बुलडोजर कार्रवाई पर तत्काल रोक लगाने और निष्पक्ष जांच की मांग की गई। इस दौरान महिला सेवादार और सत्यनारायण सेवादार ने भी अपनी बात रखी और कार्रवाई को अनुचित बताया। प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा, लेकिन लोगों में गहरा आक्रोश साफ नजर आया।
अमृत-2 योजना के तहत सीहोर में बन रही पानी की टंकियों के निर्माण में बिजली चोरी का मामला सामने आया है। गुजरात की श्याम कंस्ट्रक्शन कंपनी पर बिजली विभाग ने 1 लाख 46 हजार रुपये से ज्यादा का जुर्माना लगाया है। यह कार्रवाई शिकायत मिलने के बाद की गई। नगर पालिका क्षेत्र में कुल 9 पानी की टंकियां बनाई जा रही हैं। जांच के दौरान पता चला कि गंज दशहरा मैदान और कलेक्टर बंगले के पास बालविहार मैदान में बन रही टंकियों के लिए न तो स्थायी और न ही अस्थायी बिजली कनेक्शन लिया गया था। इसके बावजूद मिक्सर मशीन, वेल्डिंग और अन्य मशीनें चोरी की बिजली से चलाई जा रही थीं। बिना अनुमति बिजली उपयोग कर रहा था ठेकेदारहैरानी की बात यह है कि यह निर्माण कार्य साल 2023 से चल रहा था और ठेकेदार पिछले दो साल से बिना अनुमति बिजली का इस्तेमाल कर रहा था। इस दौरान बिजली विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिससे विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठे हैं। निर्माण स्थलों पर बाहर से आए मजदूर लंबे समय तक काम करते हैं। बिना वैध बिजली कनेक्शन के काम करने से मजदूरों की जान को खतरा बना हुआ था। बिजली विभाग ने कार्रवाई करते हुए बालविहार मैदान की टंकी पर 65,065 रुपये, पीडब्ल्यूडी के पीछे बनी टंकी पर 51,450 रुपये और गंज टंकी पर 30,378 रुपये का जुर्माना लगाया है। विभाग ने साफ किया है कि आगे भी ऐसी कार्रवाई जारी रहेगी।
गोरखपुर में पेंशनर्स डे के अवसर पर सीनियर सिटीजन एंड पेंशनर्स एसोसिएशन के तत्वावधान में बेतियाहाता स्थित प्रेमचंद पार्क में वरिष्ठ नागरिक सम्मान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में गोरखपुर नगर निगम के महापौर मंगलेश श्रीवास्तव मुख्य अतिथि तथा नगर आयुक्त गौरव सिंह सुगरवाल विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में वरिष्ठ नागरिकों, पेंशनर्स और संगठन से जुड़े पदाधिकारियों ने भाग लिया। सम्मान समारोह में वरिष्ठ जनों को मिला सम्मानकार्यक्रम के दौरान बेतियाहाता क्षेत्र के लोकप्रिय पार्षद विश्वजीत त्रिपाठी सोनू ने वरिष्ठ नागरिकों को अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया। सम्मान पाकर वरिष्ठ जनों में उत्साह देखने को मिला। कार्यक्रम का संचालन शिवपूजन सिंह यादव ने किया, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता रत्नेश्वर शुक्ला ने की। मुख्य अतिथि महापौर मंगलेश श्रीवास्तव ने अपने संबोधन में कहा कि वरिष्ठ नागरिक समाज की अमूल्य धरोहर हैं। उनके अनुभव और मार्गदर्शन से समाज को दिशा मिलती है। उन्होंने कहा कि नगर निगम का दायित्व है कि शहर में रहने वाले वरिष्ठ जनों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। उनकी समस्याओं के समाधान और सुविधाओं के विस्तार के लिए नगर निगम लगातार प्रयास करता रहेगा। डे केयर सेंटर को लेकर नगर आयुक्त की अहम जानकारीविशिष्ट अतिथि नगर आयुक्त गौरव सिंह सुगरवाल ने वरिष्ठ नागरिकों को संबोधित करते हुए बताया कि गोरखपुर क्लब के सामने वरिष्ठ जनों के लिए सीनियर सिटीजन डे केयर सेंटर संचालित किया जा रहा है। इस केंद्र में बैठने की सुविधा, स्वास्थ्य से जुड़ी मूलभूत व्यवस्था, मनोरंजन और देखरेख जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। उन्होंने बताया कि सीनियर सिटीजन एंड पेंशनर्स एसोसिएशन की मांग पर डे केयर सेंटर का शुल्क घटाकर 500 रुपये वार्षिक कर दिया गया है, ताकि वरिष्ठ नागरिक कम खर्च में इन सुविधाओं का लाभ उठा सकें। संगठन ने जताया आभारएसोसिएशन के पदाधिकारियों ने नगर निगम और प्रशासन का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि शुल्क में की गई यह कमी वरिष्ठ नागरिकों के लिए बड़ी राहत है। संगठन ने भविष्य में भी वरिष्ठ जनों से जुड़ी सुविधाओं के विस्तार की मांग उठाने की बात कही।
वंडरलैंड फूड्स, भारत के प्रीमियम नट्स एवं ड्राई फ्रूट्स उद्योग की एक प्रमुख कंपनी, उत्तर प्रदेश के यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) क्षेत्र में एक ग्रीनफील्ड नट्स एवं ड्राई फ्रूट्स प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित करेगी। इस परियोजना में कंपनी लगभग 240 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इस प्रस्तावित परियोजना के आंशिक वित्तपोषण के लिए आशा वेंचर्स फंड-I और ब्रिटिश इंटरनेशनल इन्वेस्टमेंट पीएलसी (यूनाइटेड किंगडम सरकार का उपक्रम) द्वारा कंपनी में 140 करोड़ रुपये का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) किया जा रहा है। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) राकेश कुमार सिंह ने बुधवार को कंपनी के चेयरमैन राकेश कुमार गुप्ता को सेक्टर 8D में परियोजना के लिए 30,000 वर्ग मीटर औद्योगिक भूमि का आशय पत्र (लेटर ऑफ इंटेंट) प्रदान किया। इस अवसर पर अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी (ACEO) शैलेंद्र भाटिया और राजेश कुमार भी उपस्थित थे। कंपनी को भूमि का कब्जा मिलने के 24 महीनों के भीतर इस परियोजना में उत्पादन शुरू होने की संभावना है। कंपनी के संस्थापक राकेश कुमार गुप्ता के अनुसार, यह परियोजना समाज के कमजोर वर्ग से आने वाली 750 से अधिक महिलाओं को रोजगार प्रदान करेगी। परियोजना के पूरी तरह से चालू होने पर इससे प्रतिवर्ष 800 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व उत्पन्न होने की उम्मीद है।
विधायक खेल प्रतियोगिता के तहत 20 व 21 दिसम्बर को डाभासेमर स्टेडियम में विभिन्न खेल मुकाबलों का आयोजन किया जाएगा। प्रतियोगिता जूनियर, सब-जूनियर एवं सीनियर स्तर पर महिला व पुरुष वर्गों में आयोजित होगी। आयोजन में वॉलीबाल, बैडमिंटन, कुश्ती, कबड्डी एवं एथलेटिक्स (दौड़ सहित विभिन्न ट्रैक व फील्ड स्पर्धाएं) प्रतियोगिताएं कराई जाएंगी। प्रतियोगिता को लेकर तैयारियां तेज कर दी गई हैं। विधायक वेद प्रकाश गुप्ता ने कहा कि खेल प्रतियोगिताओं का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण व शहरी क्षेत्र की प्रतिभाओं को मंच प्रदान करना है, ताकि जिले के उभरते खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का बेहतर प्रदर्शन कर सकें। उन्होंने कहा कि खेल शारीरिक एवं मानसिक विकास के साथ अनुशासन, टीम भावना और नेतृत्व क्षमता को भी मजबूत करते हैं। प्रदेश सरकार खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने और खेल संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयासरत है। प्रोत्साहन नीति से देश-प्रदेश में खेल संस्कृति को नया आयाम मिला विधायक वेद प्रकाश गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फिट इंडिया मूवमेंट और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की खेल प्रोत्साहन नीति से देश-प्रदेश में खेल संस्कृति को नया आयाम मिला है। विधायक खेल प्रतियोगिता उसी सोच का स्थानीय स्तर पर विस्तार है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की प्रतिभाओं को पहचान दिलाना और उन्हें आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि खेल न केवल शारीरिक और मानसिक विकास का माध्यम हैं, बल्कि युवाओं में अनुशासन, आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता भी विकसित करते हैं।उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध कराई गई है, जिसके माध्यम से अब तक लगभग एक हजार खिलाड़ी आवेदन कर चुके हैं। जो खिलाड़ी किसी कारण वश ऑनलाइन आवेदन नहीं कर पाएंगे, वे आयोजन स्थल पर भी अपना पंजीकरण करा सकेंगे, ताकि कोई भी इच्छुक खिलाड़ी अवसर से वंचित न रहे। विजयी खिलाड़ियों को प्रशस्ति पत्र व पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा।इस अवसर पर महानगर अध्यक्ष ने कहा कि इस तरह के आयोजनों से युवाओं को सकारात्मक दिशा मिलती है । कहा कि यह सुनिश्चित किया जाएगा कि खिलाड़ियों को बेहतर खेल वातावरण, अनुशासनपूर्ण व्यवस्था और उत्साह वर्धक माहौल मिले, जिससे वे पूरी क्षमता के साथ प्रदर्शन कर सकें। प्रेस वार्ता के दौरान क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारी मसौधा रोशनी श्रीवास्तव व अभिषेक चौबे मौजूद रहे।
सहारनपुर में मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास योजना के तहत एक मजदूर के साथ कथित धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। पीड़ित ने एसएसपी आशीष तिवारी से शिकायत कर निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। देवबंद तहसील के खेड़ा मुगल गांव निवासी आदेश कुमार पुत्र मैनपाल ने बुधवार को सहारनपुर पुलिस लाइन पहुंचकर अपनी शिकायत दर्ज कराई। आदेश कुमार ने बताया कि वह एक मजदूर है और उसने मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास योजना के तहत 5 लाख रुपये के मुद्रा लोन के लिए 6 अगस्त 2025 को पंजाब नेशनल बैंक की खेड़ा मुगल शाखा में आवेदन किया था। बैंक प्रबंधक शशांक वर्मा ने उनसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक से संबंधित कागजात और चार हस्ताक्षरित चेक लिए थे। पीड़ित का आरोप है कि बैंक ने सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उसका लोन स्वीकृत कर दिया। बैंक के फील्ड अफसर ने अतुल कांट्रैक्टर नामक व्यक्ति से 4 लाख 10 हजार रुपये और 18 प्रतिशत जीएसटी सहित कुल 5 लाख रुपये की कोटेशन बनवाई। बैंक नियमों का हवाला देते हुए लोन की पूरी राशि सीधे अतुल कांट्रैक्टर के खाते में ट्रांसफर कर दी गई। आदेश कुमार का कहना है कि यह राशि उसके खाते में नहीं आई और न ही उसे अब तक कोई मशीन, सामान या अन्य लाभ प्राप्त हुआ है, जबकि उसके नाम से पूरा लोन पास हो चुका है। पीड़ित ने आरोप लगाया है कि बैंक अधिकारियों और संबंधित कांट्रैक्टर की मिलीभगत से यह धनराशि हड़प ली गई है। पीड़ित ने एसएसपी से मामले की निष्पक्ष जांच कराने और दोषी बैंक अधिकारियों व कांट्रैक्टर के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। उसने यह भी अनुरोध किया है कि उसका स्वीकृत लोन उसे दिलाया जाए, ताकि वह अपना रोजगार शुरू कर सके। इस मामले ने सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता और निगरानी व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
सहारनपुर में किसान मेला आयोजित:कम लागत में अधिक आय पर विशेषज्ञों ने दिए सुझाव
सहारनपुर में कृषि सूचना तंत्र सुदृढ़ीकरण एवं कृषक जागरूकता कार्यक्रम के तहत एक दिवसीय एग्रोक्लाइमेटिक किसान मेला और गोष्ठी का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम बुधवार को दिल्ली रोड स्थित जश्न बैंक्वेट हॉल में हुआ। उत्तर प्रदेश सरकार के लोक निर्माण विभाग के राज्यमंत्री कुँवर बृजेश सिंह ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की, जबकि रामपुर मनिहारान विधायक देवेन्द्र निम मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। राज्यमंत्री कुँवर बृजेश सिंह ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार किसानों के हित में लगातार योजनाएं चला रही है। उन्होंने गन्ना मूल्य में वृद्धि का उल्लेख किया, जिससे गन्ना किसानों की आय बढ़ेगी। उन्होंने किसानों से आधुनिक तकनीक अपनाकर कम लागत में अधिक उत्पादन करने का आह्वान किया, ताकि आय दोगुनी करने का लक्ष्य प्राप्त हो सके। विधायक देवेन्द्र निम ने कृषि विभाग द्वारा लगाए गए विभिन्न स्टालों का निरीक्षण किया। उन्होंने किसानों से इन स्टालों पर प्रदर्शित नवाचारों को अपनाने का आग्रह किया, जिससे खेती को अधिक लाभकारी बनाया जा सके। गोष्ठी में विशेषज्ञों ने किसानों को महत्वपूर्ण जानकारी दी। इफको के क्षेत्रीय प्रबंधक गुंजन विश्वकर्मा ने नैनो यूरिया, नैनो डीएपी और नैनो पोटाश जैसे उर्वरकों के प्रयोग से उत्पादन बढ़ाने के तरीके बताए। एफपीओ निदेशक संजय सैनी ने मधुमक्खी पालन, शहद उत्पादन और औषधीय पौधों की खेती को कृषि विविधीकरण का प्रभावी माध्यम बताया। जिला उद्यान अधिकारी गमपाल सिंह ने उद्यान विभाग की योजनाओं की जानकारी दी। कृषि विज्ञान केंद्र के डॉ. वीरेन्द्र वर्मा ने रबी फसलों की उन्नत खेती पर प्रकाश डाला। प्रभारी कृषि विज्ञान केंद्र डॉ. आई.के. कुशवाह ने सरसों सहित अन्य फसलों में कीट-रोग नियंत्रण की तकनीकों से अवगत कराया। डॉ. रविन्द्र तोमर ने फसल अवशेष प्रबंधन के महत्व पर जोर देते हुए मृदा स्वास्थ्य सुधारने की सलाह दी। कार्यक्रम में प्राकृतिक खेती, गौ आधारित खेती, जीवामृत और बीजामृत जैसे उपायों पर भी जानकारी दी गई। विभिन्न विभागों द्वारा लगभग 25 स्टॉल लगाए गए थे। अंत में, उप कृषि निदेशक संदीप पाल ने सभी अतिथियों, किसानों और सहयोगी विभागों का आभार व्यक्त किया।
कानपुर के बिनगवा में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) ने मिलावटखोरों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए ओरामाइन डाई से रंगा गया 372 क्विंटल भुना चना जब्त किया है। जब्त किए गए माल की अनुमानित कीमत करीब 33 लाख 48 हजार रुपये बताई जा रही है। आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, उत्तर प्रदेश तथा जिलाधिकारी श्री जितेन्द्र प्रताप सिंह के निर्देशानुसार जनपद में विशेष प्रवर्तन अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में सहायक आयुक्त (खाद्य) श्री संजय प्रताप सिंह के नेतृत्व में एफएसडीए कानपुर नगर की टीम ने बिनगवां स्थित बाबा बैजनाथ ट्रेडर्स के परिसर पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान गोदाम में संग्रहीत कुल 1240 बोरा भुना चना की जांच की गई। प्रारंभिक जांच में भुना चना ओरामाइन डाई से रंगा हुआ पाया गया, जो खाद्य सुरक्षा मानकों के विरुद्ध है। टीम ने मौके पर ही नमूने संग्रहित कर विधिक प्रक्रिया के तहत पूरे स्टॉक को जब्त कर लिया। खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जांच रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद संबंधित व्यापारी के खिलाफ नियमानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं विभाग ने स्पष्ट किया है कि जनहित को देखते हुए मिलावटी और अस्वास्थ्यकर खाद्य पदार्थों के खिलाफ अभियान लगातार जारी रहेगा।
छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में 11 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। इनमें 5 महिलाएं भी शामिल हैं। इन सभी नक्सलियों पर कुल 37 लाख रुपए का इनाम घोषित था। हिंसा का रास्ता छोड़कर सभी नक्सलियों ने सरकार के समक्ष आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में वापसी की है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों पर 1 लाख रुपए से लेकर 8 लाख रुपए तक का इनाम घोषित था। ये सभी नक्सली पिछले कई वर्षों से नक्सली संगठन से जुड़े हुए थे। इनमें से अधिकांश नक्सली उत्तर बस्तर डिवीजन की मिलिट्री कंपनी में भी सक्रिय रहे हैं। ये नक्सली कई मुठभेड़ों में शामिल रहे हैं और हत्या, आगजनी समेत अन्य कई बड़ी वारदातों में भी शामिल रहे हैं। अब सरकार की पुनर्वास नीति से प्रेरित होकर और एनकाउंटर के डर से सभी नक्सलियों ने हिंसा का रास्ता छोड़ दिया है। ये हैं सरेंडर करने वाले नक्सली SP बोले- इस साल 298 नक्सलियों ने किया सरेंडर नारायणपुर के एसपी रॉबिंसन गुड़िया ने बताया कि आज की कार्रवाई के बाद वर्ष 2025 में जिले में कुल 298 माओवादी कैडर ने हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में शामिल हो चुके हैं। यह आंकड़ा दर्शाता है कि क्षेत्र में विश्वास, शांति और विकास की प्रक्रिया लगातार गति पकड़ रही है।
फलोदी जिला पुलिस ने एरिया डोमिनेशन अभियान के तहत जिलेभर में एक साथ बड़ी और सघन कार्रवाई को अंजाम दिया। इस अभियान में कुल 26 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने अपराधियों पर दबाव बनाने और कानून-व्यवस्था मजबूत करने के उद्देश्य से 21 पुलिस टीमों का गठन किया, जिन्होंने 148 अलग-अलग स्थानों पर एक साथ दबिश दी। पुलिस अधीक्षक कुंदन कंवरिया ने बताया- यह विशेष अभियान वांछित अपराधियों, स्थाई और गिरफ्तारी वारंटियों तथा लोकल और स्पेशल एक्ट के तहत फरार चल रहे आरोपियों की धरपकड़ के लिए चलाया गया। अभियान की पूरी निगरानी एडीशनल एसपी ब्रजराज सिंह चारण के निर्देशन में की गई, जबकि सीओ अचलसिंह देवड़ा (फलोदी) और सीओ नगेन्द्र कुमार (लोहावट) ने फील्ड स्तर पर कार्रवाई को सुपरवाइज किया। चोरी और आबकारी मामलों के आरोपी पकड़े गए गिरफ्तार किए गए 26 व्यक्तियों में 5 वांछित अपराधी, 9 स्थाई और गिरफ्तारी वारंटी तथा 12 गैर सायलान आरोपी शामिल हैं। ये सभी आरोपी चोरी, नकबजनी, आबकारी अधिनियम सहित विभिन्न मामलों में लंबे समय से फरार चल रहे थे। पुलिस के अनुसार, इनकी गिरफ्तारी से जिले में आपराधिक गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश लगेगा। जिला पुलिस ने आमजन से अपील की है कि यदि कहीं कोई संदिग्ध व्यक्ति, गतिविधि या वाहन नजर आए तो तुरंत नजदीकी पुलिस थाना या कंट्रोल रूम को सूचना दें। पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि सूचना देने वाले व्यक्ति की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी।
मऊगंज जिले के देवतालाब क्षेत्र में बुधवार को जीएसटी एंटी इवेजन ब्यूरो ने विश्वकर्मा फर्नीचर एंड बिल्डिंग मटेरियल प्रतिष्ठान पर बड़ी कार्रवाई की। यह छापा टैक्स चोरी की आशंका के चलते मारा गया है। प्रतिष्ठान के प्रोपराइटर शिवेंद्र कुमार बताए जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार, सतना और रीवा की संयुक्त जीएसटी टीम दोपहर करीब 2 बजे देवतालाब स्थित फर्म पर पहुंची। इस अचानक हुई कार्रवाई से पूरे व्यापारिक क्षेत्र में हड़कंप मच गया। टीम ने फर्म में मौजूद स्टॉक, खरीद-बिक्री से जुड़े दस्तावेज और कंप्यूटर डेटा को अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। यह पूरी कार्रवाई संयुक्त आयुक्त राकेश साल्वी के निर्देश पर डिप्टी कमिश्नर यूसी त्रिपाठी के मार्गदर्शन में की जा रही है। कार्रवाई में सहायक आयुक्त अभिनव त्रिपाठी और राजीव गोयल, राज्य कर अधिकारी पीयूष मिश्रा व प्रसून मिश्रा, इंस्पेक्टर जितेंद्र मिश्रा, हरिहर तिवारी और सुभाष सिंह सहित अन्य अधिकारी शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक, लंबे समय से फर्म की व्यापारिक टर्नओवर के अनुपात में कम टैक्स जमा करने की शिकायतें मिल रही थीं। फिलहाल, जीएसटी टीम ने स्टॉक मिलान और इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) से जुड़े दस्तावेजों की जांच की है। जांच के बाद टैक्स चोरी की पुष्टि होने पर आगे की कड़ी कार्रवाई की जा सकती है।
हरदा में बुधवार शाम को ग्राम उड़ा के पास एक सड़क हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई। इस दुर्घटना में दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घायलों की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें जिला अस्पताल से इंदौर रेफर किया गया है। मृतक की पहचान ग्राम उन्द्राकच्छ निवासी राजेश मोरी के रूप में हुई है। घायलों में धौलपुर निवासी सचिन पिता रेवाराम राजपूत और बसंत पिता सूरज दोगने शामिल हैं। यह हादसा ग्राम उड़ा की पुलिया के पास हुआ। टक्कर के बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस ने फरार ट्रक चालक की तलाश शुरू कर दी है। ग्रामीणों के अनुसार, बाइक तेज गति से आ रही थी। संभवतः बाइक का हैंडल ट्रक से टकराया, जिससे बाइक सवार तीनों नाली में गिर गए। ग्रामीणों ने उन्हें नाली से बाहर निकालकर एम्बुलेंस की मदद से जिला अस्पताल पहुंचाया।
सीधी जिले के बहरी में राष्ट्रीय राजमार्ग 39 पर हुए एक सड़क हादसे में 32 वर्षीय युवक की मौत हो गई। बुधवार शाम हुई इस घटना में उसका दोस्त गंभीर रूप से घायल हो गया। दोनों युवक चाट खाने के लिए घर से निकले थे। यह हादसा बहरी थाना क्षेत्र अंतर्गत सिहौलिया रोड मोड़ के पास बुधवार शाम करीब 7:30 बजे हुआ। जानकारी के अनुसार, सिंगरौली की ओर से बहरी की तरफ आ रहा एक तेज रफ्तार ट्रक सामने से आ रही बाइक से टकरा गया। टक्कर के बाद बाइक सवार सड़क पर गिर पड़े और ट्रक उनके ऊपर चढ़ गया। दोनों युवक चाट खाने जा रहे थे मृतक की पहचान ग्राम सिहौलिया निवासी रामलल्लू साकेत (32 वर्ष) के रूप में हुई है। बाइक चला रहे उनके पड़ोसी राजकुमार साकेत (31 वर्ष) गंभीर रूप से घायल हैं, जिनका जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। दोनों पड़ोसी शाम के समय घर से लगभग 2 किलोमीटर दूर बहरी बाजार चाट खाने जा रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सिहौलिया रोड मोड़ पर राष्ट्रीय राजमार्ग 39 का निर्माण अधूरा है। यहां न तो कोई चेतावनी बोर्ड लगा है और न ही वाहनों की रफ्तार नियंत्रित करने के कोई इंतजाम हैं। भारी वाहनों की तेज आवाजाही के कारण यह मोड़ पहले भी कई हादसों का गवाह बन चुका है। घटना की सूचना मिलते ही बहरी पुलिस मौके पर पहुंची। 112 एंबुलेंस की मदद से घायलों को जिला अस्पताल भेजा गया। अस्पताल चौकी प्रभारी देवराज सिंह ने बताया कि रात करीब 8:30 बजे सूचना मिलने पर पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है और प्रकरण बहरी थाने को सौंप दिया गया है।
शिवपुरी जिले के दिनारा थाना क्षेत्र के ग्राम सेवड़ीकलां में गोवंश के साथ क्रूरता का मामला सामने आया है। एक युवक ने जमीन पर कब्जा करने की नीयत से 25 से अधिक गोवंशों को एक पठार पर रस्सियों से बांध दिया। ये गोवंश पिछले सात दिनों से बंधे हुए थे और उन्हें चारा-पानी या सर्द रातों में कोई सुरक्षा नहीं मिली थी, जिसके कारण तीन की मौत हो गई और तीन अन्य मरणासन्न हालत में थे। बुधवार को ग्रामीणों की सूचना पर दिनारा थाना पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टीम मौके पर पहुंची। अधिकारियों ने पठार पर अलग-अलग जगहों पर गोवंशों को रस्सियों से बंधा पाया। टीम ने शेष गोवंशों को तुरंत मुक्त कराकर उनके लिए चारा-पानी और उपचार की व्यवस्था की। मौके पर दिनारा थाना प्रभारी रामेन्द्र सिंह चौहान, करैरा एसडीएम अनुराग निंगवाल, तहसीलदार कल्पना शर्मा, नायब तहसीलदार अशोक श्रीवास्तव और पशु चिकित्सक उपस्थित थे। पशु चिकित्सकों ने बीमार गोवंशों का उपचार शुरू किया। पुलिस जांच में सामने आया कि ग्राम सेवड़ीकलां निवासी दयानंद यादव (40) पुत्र प्रताप यादव ने इस घटना को अंजाम दिया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसकी मंशा गोवंशों को वहां बांधकर जमीन पर कब्जा करने की थी। पुलिस ने आरोपी दयानंद यादव के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम सहित अन्य संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। मामले की विवेचना जारी है।
रतलाम में बन रहा मेमू ट्रेन का शेड:वेस्टर्न रेलवे जीएम का दौरा, सीनियर DCM के खिलाफ हुई नारेबाजी
सिंहस्थ 2028 की भीड़ को संभालने के लिए रेलवे ने बड़ा कदम उठाया है। रतलाम में मेमू ट्रेनों के लिए एक नया स्पेशल शेड बनाया जा रहा है, जिससे यहां ट्रेनों का मेंटेनेंस होगा और ज्यादा संख्या में मेमू ट्रेनें चलाई जा सकेंगी। अभी तक वेस्टर्न रेलवे में मेमू ट्रेनों का शेड केवल बड़ोदरा में है, लेकिन रतलाम की जरूरत को देखते हुए यह सुविधा यहां विकसित की जा रही है। यह जानकारी वेस्टर्न रेलवे के महाप्रबंधक विवेक कुमार गुप्ता ने बुधवार शाम रतलाम में मीडिया से चर्चा के दौरान दी। उन्होंने बताया कि सिंहस्थ से पहले इस शेड का निर्माण पूरा कर लिया जाएगा, ताकि आयोजन के दौरान यात्रियों को बेहतर रेल सुविधा मिल सके। जीएम विवेक कुमार गुप्ता बुधवार को रतलाम रेल मंडल के चित्तौड़गढ़ से रतलाम तक चल रहे दोहरीकरण कार्यों के निरीक्षण के लिए मुख्यालय के सभी विभागीय अधिकारियों के साथ पहुंचे थे। सुबह से शाम तक उन्होंने विभिन्न स्थानों पर चल रहे कार्यों का जायजा लिया और प्रगति की समीक्षा की। निरीक्षण के बाद जीएम स्पेशल ट्रेन से रतलाम पहुंचने पर उनके साथ रतलाम रेल मंडल के डीआरएम अश्वनी कुमार सहित अन्य विभागीय अधिकारी भी मौजूद रहे। स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 7 पर मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि सालाना सेफ्टी इंस्पेक्शन होता है। चित्तौड़गढ़ से लेकर रतलाम तक चल रहे कार्यों को संतुष्टिपूर्ण बताया। जीएम ने कहा कि दोहरीकरण का कुछ कार्य चल रहा है। मार्च 26 तक पूरा कर लिया जाएगा। कुछ ब्लॉक सेक्शन थोड़ा बहुत काम बचा है। चित्तौड़, नीमच स्टेशन को देखा है। जीएम ने कहा कि विंटर सीजन भी चल रहा है। सेफ्टी यह इंस्पेक्शन जरूरी था। 800 करोड़ के विकास कार्य स्वीकृत जीएम ने कहा कि 2028 का उज्जैन का सिंहस्थ हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण आयोजन है। स्टेट गर्वमेंट के साथ हमारा समन्वय है। उज्जैन में डिफरेंट प्लानिंग किया जा रहा है। केवल उज्जैन को नहीं देखा जा रहा है। आसपास स्टेशनों पर आने वाले यात्रियों की सुविधा का ध्यान रखा जा रहा है। इसके लिए उज्जैन से आगे नागदा की तरफ दो स्टेशन व भोपाल की तरफ दो स्टेशन पर काम किया जा रहा है। जिनमें नयाखेड़ी से पिंगलेश्वर के अलावा फतेहाबाद से चिंतामण गणेश स्टेशन पर काम किया जा रहा है। कुल मिलाकर 800 करोड़ के काम स्वीकृत हो चुके है। अगले एक से डेढ़ साल में पूरे कर लिए जाएंगे। सिंहस्थ में आने वाली भीड़ को देखते हुए रतलाम, मक्सी, देवास व भोपाल में प्लानिंग की जा रही है। ताकि यात्रियों को नियंत्रित किया जा सके। जिससे कि आने वाले व जाने वाले यात्रियों को ट्रेनों में आराम से लाना व वापस ले जाना कर सके। सीनियर डीसीएम की शिकायत जीएम के रतलाम आने पर कई रेल संगठन उनसे मिलने पहुंचे। रतलाम मंडल रेल संघर्ष समिति ने जीएम के समक्ष सीनियर डीसीएम व वाणिज्य विभाग के अधिकारियों की शिकायत की। यहां तक सीनियर डीसीएम के खिलाफ नारेबाजी भी की। नारेबाजी होने पर जीएम खुद आगे होकर समिति सदस्यों के पास मिलने पहुंचे। समिति अध्यक्ष यतेंद्र भारद्वाज, सचिव मनीष शर्मा आदि ने कहा कि सीनियर डीसीएम का रवैया सही नहीं है। जनप्रतिनिधियों के फोन तक नहीं उठाती है। आपातकालीन कोटे में इनके द्वारा अनियमितता की जा रही है। समिति द्वारा 15 बिंदुओं का ज्ञापन भी सौंपा गया। जीएम ने शिकायतों के निराकरण का आश्वासन दिया।
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने प्रदेशभर में 780 ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्षों की घोषणा की है। प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी की जारी इस सूची को प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी का अनुमोदन प्राप्त है। इसी क्रम में, नीमच जिले की तीनों विधानसभाओं- जावद, नीमच और मनासा – में भी ब्लॉक अध्यक्ष नियुक्त किए गए हैं। इन नियुक्तियों को लंबे समय से चल रही संगठनात्मक कवायद का हिस्सा माना जा रहा है। पार्टी का उद्देश्य संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत करना, जनता से सीधा संवाद स्थापित करना और आगामी चुनावी तैयारियों को गति देना है। सूची जारी होने के बाद नीमच जिले के कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों में उत्साह देखा गया। इन नेताओं को मिली जिम्मेदारी जावद विधानसभा क्षेत्र में जावद ब्लॉक के लिए महेंद्रसिंह सिसोदिया उर्फ जीतू बापू, रतनगढ़ ब्लॉक के लिए शंभू भाई चारण और सिंगोली ब्लॉक के लिए सत्तूलाल धाकड़ को ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। नीमच विधानसभा क्षेत्र में नीमच शहर-1 से महेंद्र लोक्स, नीमच शहर-2 से ओम दीवान, नीमच ग्रामीण-1 से बलवंत पाटीदार, नीमच ग्रामीण-2 से विनोद सिंह चौहान और जीरन ब्लॉक से नरेंद्रसिंह राणावत को ब्लॉक अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है। मनासा विधानसभा क्षेत्र में मनासा ब्लॉक के लिए श्याम सोनी, कुकड़ेश्वर ब्लॉक के लिए जसवंतसिंह चंद्रावत और रामपुरा ब्लॉक के लिए ईश्वर मुजावदिया को ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। नवनियुक्त ब्लॉक अध्यक्षों को बधाइयां देने का सिलसिला शुरू हो गया है। कांग्रेस नेतृत्व का मानना है कि इन नियुक्तियों से स्थानीय स्तर पर संगठन को नई मजबूती मिलेगी और आगामी राजनीतिक रणनीति को बल मिलेगा।
गोरखपुर में दोपहर हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (HURL) की फैक्ट्री में अचानक हड़कंप मच गया। अमोनिया गैस के रिसाव की सूचना के साथ ही फैक्ट्री परिसर में लगे सायरन तेज आवाज में बजने लगे। कर्मचारी इधर-उधर भागते नजर आए और आसपास के इलाकों में भी अफरातफरी जैसी स्थिति बन गई। कुछ ही देर में पुलिस, अग्निशमन, एंबुलेंस और आपदा प्रबंधन से जुड़े वाहनों की तेज आवाजाही शुरू हो गई, जिससे हालात बेहद गंभीर प्रतीत होने लगे। दरअसल, यह पूरी आपात स्थिति वास्तविक दुर्घटना नहीं, बल्कि ऑन साइट सह ऑफ साइट मॉक ड्रिल का हिस्सा थी। इस अभ्यास का उद्देश्य औद्योगिक आपदा की स्थिति में प्रशासन, राहत एजेंसियों और फैक्ट्री प्रबंधन की तैयारियों, समन्वय और प्रतिक्रिया क्षमता को परखना था। ईओसी को दी गई सूचना, सभी विभाग किए गए अलर्ट मॉक ड्रिल के तहत फैक्ट्री प्रबंधन की ओर से जिला इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर (EOC) को सूचना दी गई कि परिसर के भीतर अमोनिया गैस का रिसाव हो रहा है और इसे नियंत्रित करने के लिए बाहरी एजेंसियों की आवश्यकता है। सूचना मिलते ही एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, अग्निशमन, स्वास्थ्य विभाग और अन्य आपातकालीन सेवाओं को तत्काल मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए गए। राहत और बचाव कार्य में किसी तरह की देरी न हो, इसके लिए पुलिस और यातायात विभाग ने प्रमुख मार्गों पर ग्रीन कॉरिडोर की व्यवस्था की। एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड और आपदा प्रबंधन के वाहन बिना रुकावट फैक्ट्री परिसर तक पहुंचे। मौके पर पहुंचते ही सभी टीमों ने तय मानकों के अनुसार रिसाव नियंत्रण की कार्रवाई शुरू की। सायरन से अलर्ट, स्कूलों में सुरक्षा को लेकर जागरूकता मॉक ड्रिल के दौरान फैक्ट्री की ओर से आसपास के क्षेत्रों में सायरन बजाकर लोगों को सतर्क किया गया। नागरिक सुरक्षा और एसडीआरएफ टीम ने केंद्रीय विद्यालय, जबकि अग्निशमन विभाग और जीसीआई स्वराज की टीम ने सैनिक स्कूल में छात्र-छात्राओं को जागरूक किया। बच्चों को बताया गया कि गैस रिसाव की स्थिति में गीले कपड़े या रुमाल से मुंह-नाक ढकें, जमीन पर लेटकर सुरक्षित रहें और घबराहट से बचते हुए दूसरों की मदद करें। अमोनिया लोड वाहन में रिसाव हुआ मॉक ड्रिल के अगले चरण में अमोनिया गैस से भरे वाहन में रिसाव का परिदृश्य प्रस्तुत किया गया। फैक्ट्री प्रबंधन की ओर से आउटर कॉर्डन में स्प्रिंकलर सिस्टम सक्रिय किया गया। इसके बाद अग्निशमन, स्वास्थ्य विभाग, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, नागरिक सुरक्षा और आपदा मित्रों के संयुक्त प्रयास से स्थिति पर नियंत्रण पाया गया। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न विभागों ने आपदा प्रबंधन से जुड़े उपकरणों की प्रदर्शनी लगाई। गैस रिसाव से बचाव, व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण, प्राथमिक उपचार और राहत कार्य में उपयोग होने वाले संसाधनों की जानकारी दी गई, ताकि जरूरत पड़ने पर इनका सही उपयोग किया जा सके। कई विभागों की रही सक्रिय भागीदारी इस मॉक ड्रिल में राजस्व, नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, नागरिक सुरक्षा, पुलिस, कारखाना, अग्निशमन, आपदा मित्र, साथ ही जेसीआई (स्वराज) और भारत सेवा मिशन के अधिकारी-कर्मचारी शामिल रहे। पूरे अभ्यास का संचालन HURL तथा जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों और कर्मचारियों ने संयुक्त रूप से किया।
गोरखपुर में चला SIR अभियान:नए पंजीकरण- संशोधन के फार्म भरे गए, मौके पर हुआ फार्म भरने का कार्य
गोरखपुर में मतदाता गहन पुनरीक्षण (SIR) कार्यक्रम के अंतर्गत वार्ड नंबर 07 सैनिक नगर सेक्टर नंदा नगर में वृहद स्तर पर अभियान चलाया गया। अभियान का उद्देश्य मतदाता सूची को अद्यतन करना और पात्र मतदाताओं का नाम सूची में सुनिश्चित करना रहा। अभियान के दौरान मतदाता सूची में नाम जोड़ने, हटाने, स्थानांतरण और संशोधन से संबंधित विषयों पर मतदाताओं को विस्तार से जानकारी दी गई। नए पात्र मतदाताओं को पंजीकरण प्रक्रिया समझाई गई और सूची शुद्धिकरण की आवश्यकता पर जोर दिया गया। SIR में छूटे मतदाताओं के फार्म भरे गए मौके पर उपस्थित नव मतदाताओं के फॉर्म-06, मतदाता सूची शुद्धिकरण से जुड़े प्रपत्र और SIR में छूटे मतदाताओं के फार्म भरवाकर सत्यापन के बाद संबंधित विभाग को आगे की कार्रवाई के लिए प्रेषित किए गए। अभियान के तहत पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने क्षेत्र में घर-घर संपर्क कर मतदाताओं को SIR कार्यक्रम की जानकारी दी। मतदाताओं को आवश्यक दस्तावेजों के साथ समय पर फार्म भरने के लिए प्रेरित किया गया, जिससे अधिक से अधिक पात्र नागरिकों को जोड़ा जा सके। भाजपा पदाधिकारियों की सक्रिय भागीदारी अभियान में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता परमेश्वर उर्फ मुन्ना सिंह, पार्षद उपेंद्र सिंह नन्हे, महानगर मीडिया प्रभारी इंजीनियर बृजमोहन, सेक्टर संयोजक दयानंद साहनी, बूथ अध्यक्ष घनश्याम तिवारी, राम प्रकाश त्रिपाठी, महेंद्र सिंह सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और स्थानीय मतदाता मौजूद रहे। पदाधिकारियों ने बताया कि मतदाता सूची को पूरी तरह शुद्ध और अद्यतन बनाने के लिए आगे भी वार्ड स्तर पर अभियान जारी रहेगा, ताकि कोई भी पात्र नागरिक मतदाता सूची से वंचित न रह जाए।
मेरठ में हाईकोर्ट बैंच की मांग को लेकर वकीलों द्वारा शहर को बंद किया गया। इस दौरान व्यापारियों, स्कूल, डॉक्टर के साथ लगभग सभी संगठन, समाज के लोगों ने उनका पूर्ण रूप से समर्थन किया । इसके बीच कुछ ऐसे भी लोग रहे जिनको इस बंदी में कुछ समस्याओं का भी सामना करना पड़ा। बैंक और प्राईवेट कर्मचारी दिखे परेशानसुबह से ही बंदी के कारण शहर में पेट्रोल पंप भी बंद हो गए थे। इस कारण लोगों को पेट्रोल नहीं मिला। इसमें कुछ लोग तो अपनी मंजिल तक पहुंच गए लेकिन कुछ अपने वाहनों को लेकर वहीं खड़े रहे। उनका साफ तौर पर ये कहना था कि अब पह न तो अपने ऑफिस जा सकते हैं और न ही वाहन को ऐसे छाेड़ सकते हैं। दूध सप्लाई में हुई परेशानीदौराला से कैंट में दूध सप्लाई करने वाले योगेश ने बताया कि सुबह 5 बजे वह दूध लेकर आया था, उस समय जल्दी के कारण पेट्रोल नहीं डलवाया वापस जाने लगा तो पेट्रोल नहीं मिला। उसके बाद जहां दूध सप्लाई करता हूं वहां वापस गया और उनकी स्कूटी से पेट्रोल निकालकर अपनी बाइक में डालकर घर आया। हालांकि परेशानी के बाद भी लोगों ने वकीलों को पूरा समर्थन दिया और उन्होंने कहा कि वह इस लड़ाई में उनके साथ हैं और अपने स्तर से हर संभव सहयोग वह इसमें करेंगे क्योंकि इससे हर एक गरीब, अमीर, व्यापारी मजदूर सभी लोग जुड़े हैं।
मऊगंज जिले के हनुमना क्षेत्र स्थित प्राचीन हाटेश्वर धाम में बुधवार को पूसी तेरस के पावन अवसर पर भव्य मेला आयोजित किया गया। इस ऐतिहासिक मेले में मऊगंज, रीवा, सीधी सहित उत्तर प्रदेश से भी हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे। प्रशासनिक सतर्कता और पुलिस की मुस्तैदी के कारण मेला शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित ढंग से संपन्न हुआ। धार्मिक आयोजन और पूजा-अर्चना हनुमना जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत हाटा में स्थित हाटेश्वर धाम में यह मेला प्रतिवर्ष पूसी तेरस पर आयोजित होता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान शिव, माता पार्वती, हनुमान जी और भैरव बाबा के दर्शन से विशेष पुण्य मिलता है। श्रद्धालुओं ने मंदिर में पूजा-अर्चना कर अपने परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की। मेले के दौरान सत्यनारायण कथा और भंडारे का भी आयोजन किया गया। मेले में दूर-दराज से आए व्यापारियों ने गृहस्थी का सामान, बच्चों के खिलौने और खान-पान की दुकानें लगाई। बच्चों और युवाओं के लिए मनोरंजन के साधन विशेष आकर्षण का केंद्र रहे। गन्ना, लाई और स्थानीय व्यंजनों की दुकानों पर भारी भीड़ देखी गई। धाम के समीप प्राकृतिक दृश्यों ने भी पर्यटकों को खींचा, जहां लोग तस्वीरें लेने में व्यस्त रहे। सतर्क रहा पुलिस-प्रशासन भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस अधीक्षक दिलीप सोनी के निर्देश पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए। एसडीएम हनुमना रश्मि चतुर्वेदी के नेतृत्व में एसडीओपी सचि पाठक और थाना प्रभारी अनिल काकड़े सहित पुलिस बल पूरे समय मुस्तैद रहा। प्रशासन की सतर्कता के कारण मेला शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ, जिससे श्रद्धालुओं ने बिना किसी बाधा के मेले का आनंद लिया।
प्रदेश के अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित कुमार घोष ने अयोध्या में अयोध्या, देवी पाटन और प्रयागराज मंडल की स्वास्थ्य सेवाओं की विस्तृत समीक्षा बैठक की। यह बैठक मंडल आयुक्त सभागार में आयोजित की गई, जिसमें तीनों मंडलों के स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित कुमार घोष ने बताया कि 13 से 15 दिसंबर के बीच तीनों मंडलों में स्वास्थ्य सेवाओं की जमीनी हकीकत जानने के लिए विशेष टीमों का गठन किया गया था। इन टीमों को स्वास्थ्य इकाइयों पर भेजा गया, जहां उन्होंने व्यवस्थाओं, सुविधाओं और कमियों का बारीकी से निरीक्षण किया। 700 से अधिक बिंदुओं पर चेकिंग कराई गई उन्होंने बताया कि अयोध्या मंडल में कुल 2240 स्वास्थ्य इकाइयां हैं, जिनमें से 1154 इकाइयों पर टीमों ने निरीक्षण किया। देवी पाटन मंडल में 1873 स्वास्थ्य इकाइयों में से 990 और प्रयागराज मंडल में 2256 में से 1313 स्वास्थ्य इकाइयों की जांच की गई। सभी टीमों को जांच के लिए भेजने की इस प्रक्रिया को “सपोर्टिव सुपरविजन” नाम दिया गया है। निरीक्षण के दौरान लगभग 700 से अधिक बिंदुओं पर चेकिंग कराई गई, जिसमें कई स्थानों पर सुधार की आवश्यकता सामने आई। आरोग्य मेलों में मरीजों की संख्या बेहद कम अपर मुख्य सचिव ने बताया कि रविवार को आयोजित होने वाले आरोग्य मेलों में मरीजों की संख्या बेहद कम है, जिसके लिए प्रचार-प्रसार बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।इसके साथ ही स्वास्थ्य इकाइयों पर पुरुष और महिला के लिए अलग-अलग शौचालय निर्माण के निर्देश दिए गए हैं। जहां महिला शौचालय नहीं हैं, वहां तत्काल निर्माण कराया जाएगा। शिकायत और सुझाव पेटिका लगाने के भी निर्देश नागरिकों के अधिकारों को ध्यान में रखते हुए सभी स्वास्थ्य इकाइयों पर सिटीजन चार्टर के तहत शिकायत और सुझाव पेटिका लगाने के भी निर्देश दिए गए हैं। साथ ही अभिलेखों के रखरखाव में या अन्य पाई गई कमियों को चरणबद्ध तरीके से दूर करने के आदेश दिए गए हैं।
झांसी में सिरफिरे युवक ने पड़ोसी से विवाद में LPG की गैस पाइप लाइन तोड़ दी, जिससे पूरे इलाके में गैस का तेजी से रिसाव होने लगा। आसपास के लोगों को इसकी भनक लगी तो मोहल्ले में भगदड़ मच गई। सभी अपनी जान बचाने के लिए सुरक्षित स्थान पर पहुंचे। पुलिस और गैस की सप्लाई करने वाली कंपनी को सूचना दी गई। कोई अनहोनी न हो, इसलिए पुलिस ने तुरंत इलाके की बिजली बंद कराई गई। लगभग 30 मिनट की कोशिश के बाद गैस का रिसाव बंद किया जा सका। घटना सीपरी बाजार थाना क्षेत्र के केके पूरी कॉलोनी की है। सीपरी बाजार थाना इलाके के आवास विकास से सटी केके पुरी कॉलोनी में रहने वाले जय शिव के घर में LPG (लिक्विड पेट्रोलियम गैस) की सप्लाई पाइप लाइन से होती है। उन्होंने CUGL (सेंट्रल यूपी गैस लिमिटेड) से कनेक्शन लिया है। जयशिव ने बताया कि बुधवार को उनके पड़ोस में रहने वाले युवक ने जमकर गालियां दीं। उन्होंने उसकी गालियों को यह सोचकर नजरअंदाज कर दिया कि वह मानसिक रोगी है। लेकिन, शाम होते ही उसी युवक ने फिर से हंगामा किया और उनके घर में जा रही LPG की लाइन को हाथों से हिलाकर तोड़ दिया। इससे तेजी से गैस का रिसाव होने लगा। देखते ही देखते पूरी कॉलोनी में गैस की बदबू फैल गई। यहां इलाके के लोगों को जब जानकारी हुई तो उन्होंने पूरे इलाके में दहशत फैल गई। तेजी से हो रहे गैस के रिसाव की आवाज सुनकर लोग घरों से बाहर निकल आए और सुरक्षित स्थान तलाशने लगे। इसी बीच किसी ने पुलिस और CUGL के अधिकारियों को फोन कर घटना के बारे में बताया। यहां सूचना मिलते ही सीपरी बाजार थाना प्रभारी विनोद मिश्रा अपने हमराह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और बिजली विभाग को फोन कर इलाके की बिजली बंद कराई। इसी दौरान सीयूजीएल के कर्मी भी पहुंच गए। इसके बाद तेजी से रिस रही गैस के पाइप को बंद किया गया। मानसिक रूप से बीमार है युवक केके पुरी कॉलोनी में मानसिक रूप से बीमार युवक की हरकत से पूरा इलाका दहशत में है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ये पहली बार नहीं है, जो उक्त युवक ने सभी की जान को खतरे में डाला हो। बताया कि युवक के परिजन दूसरी जगह रहते हैं, जबकि युवक यहां रहता है। केके पुरी की रहने वालीं देवा देवी ने बताया कि युवक हमेशा लोगों को परेशान करता है। छोटे बच्चे भी यहां बाहर नहीं निकल पाते। फिलहाल पुलिस ने युवक को पकड़कर उसे परिजनों को सौंप दिया है। अपने आप बंद नहीं होती गैस की सप्लाई बता दें कि महानगर के कई इलाकों में गैस की पाइप लाइन बाहर खुली हुई लगी हैं। ऐसे में अक्सर इन्हें नुकसान होने का खतरा बना रहता है। वहीं, इससे सबसे बड़ा खतरा ये है कि अगर पाइप टूट जाता है तो गैस रिसना बंद नहीं होती। हालांकि, कंपनी के कर्मचारी का दावा है कि आग लगने की स्थिति में वह फैलती नहीं है। हालांकि, ये अपने आप बंद भी नहीं होती। अभी जिस मकान में युवक रहता है उसमें ताला डला हुआ है।
रेवाड़ी जिले के भगवानपुरा एरिया में पुलिस खाद्य आपूर्ति विभाग ने अवैध गैस रिफिलिंग का भंडाफोड़ करते हुए गैस के 118 सिलेंडर बरामद किए हैं। गांव की बाप-बेटा मिलकर अवैध रिफिलिंग का गोरखधंधा चला रहे थे। पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने अवैध सिलेंडरों के साथ रिफिलिंग करने के औजार और वाहन भी अपने कब्जे में लिए हैं। गुप्त सूचना पर की छापेमारीसदर थाना पुलिस को गांव भगवानपुर क्षेत्र में रसोई गैस की अवैध रिफिलिंग की शिकायत मिली थी। जिसके बाद पुलिस ने खाद्य आपूर्ति विभाग के साथ एक संयुक्त टीम का गठन किया और बुधवार देर शाम छापेमारी की। तलाशी के दौरान टीम को मौके पर छोटे-बड़े गैस सिलेंडर और सिलेंडरों की सप्लाई करने वाले वाहन मिले। जिन्हें दो आरोपियों के साथ पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया। पूरे गांव में सप्लाई करते थे सिलेंडरजानकारी के अनुसार हिरासत में लिए गए भगवानपुरा के बाप बेटा लंबे समय से यह काम कर रहे थे। बड़े सिलेंडरों से गैस छोटे सिलेंडरों में भरकर वाहनों से पूरे गांव में सप्लाई करते थे। अवैध गैस रिफिलिंग के अवैध कारोबार से आसपास के लोगों को हमेशा हादसे का डर बना रहता था। जारी है कार्रवाई सदर थाना एसएचओ राजेंद्र कुमार ने बताया कि खाद्य आपूर्ति विभाग की टीम के साथ बुधवार देर शाम संयुक्त कार्रवाई की गई। मौके से 100 से अधिक छोटे-बड़े गैस सिलेंडर मिले हैं। सप्लाई में प्रयोग होने वाले वाहन भी मौके पर मिले है। गांव भगवानपुरा के बाप-बेटा मिलकर गैस रिफिलिंग का अवैध कारोबार चला रहे थे। जिन्हें हिरासत में लिया गया है। अवैध गैस रिफिलिंग के दौरान मामूली लापरवाही किसी बड़े हादसे का कारण बन सकती थी। पुलिस ने मौके पर मिले सामान को कब्जे में लेकर आरोपी बाप-बेटे के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
नारनौंद से कांग्रेस विधायक जस्सी पेटवाड़ पर क्षेत्र को विकास में पीछे धकेलने का आरोप लगा है। यह आरोप मार्केट कमेटी चेयरमैन मास्टर उदय सिंह लोहान और बास चेयरमैन शमशेर मोर ने बुधवार को लगाए। मीडिया से बात करते हुए मास्टर उदय सिंह लोहान ने कहा कि प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने अपने कार्यकाल में नारनौंद हलके में रिकॉर्ड तोड़ विकास कार्य करवाए थे। उन्होंने दावा किया कि कैप्टन अभिमन्यु के कार्यकाल में सड़कों, शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे में व्यापक और संतुलित विकास हुआ, जिसे लोग आज भी याद करते हैं। झूठे आरोप लगाकर सुर्खियों में बने रहने का प्रयास : लोहान लोहान ने मौजूदा विधायक जस्सी पेटवाड़ पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वे केवल भाजपा नेताओं पर झूठे आरोप लगाकर सुर्खियों में बने रहने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक ने चुनाव के समय जनता से बड़े-बड़े वादे किए, लेकिन सत्ता में आने के बाद उन्हें पूरा करने में विफल रहे। मार्केट कमेटी चेयरमैन ने यह भी कहा कि वोट चोरी के मुद्दे पर भाजपा पर आरोप लगाने वाले विधायक खुद चुनाव के दौरान मतदाताओं से चार-चार वोट डालने जैसी बात करते रहे हैं। उन्होंने इसे जनता के साथ धोखा बताया और कहा कि विधायक के पास विकास का कोई ठोस विजन या भविष्य की स्पष्ट योजना नहीं है, वे केवल बयानबाजी से जनता को भ्रमित कर रहे हैं। विधायक से विकास पर ध्यान देने का आग्रह मार्केट कमेटी चेयरमैन ने विधायक से आरोप-प्रत्यारोप छोड़कर विकास पर ध्यान देने का आग्रह किया। इस मौके पर मंडल प्रधान कर्णपाल पेटवाड़ ने भी विधायक पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वे अपने ही गांव में विकास के नाम पर एक भी ईंट नहीं लगवा पाए हैं और जनता के पैसे से केवल अपना निजी विकास किया है। पेटवाड़ ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री को डमी बताने वाले विधायक खुद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की डमी के रूप में काम कर रहे हैं। इस दौरान मार्केट कमेटी के वाइस चेयरमैन बिजेंद्र शर्मा, आजाद शर्मा, एडवोकेट दीपक लोहान, कर्णपाल पेटवाड़, महावीर श्योराण, सोनू सैनी, देवेंद्र बूरा, अमरजीत लोहान सहित कई लोग मौजूद रहे।
अलवर में शिव शक्ति समिति और जीवन स्पर्श एनजीओ के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार को 551 डॉग बेड का वितरण किया गया। बेजुबान जानवरों को सर्दी से बचाने और असहाय पशुओं को राहत देने के उद्देश्य से त्रिपोलिया महादेव मंदिर में यह कार्यक्रम आयोजित हुआ। इन बेड्स को शहर की गलियों और प्रमुख चौराहों पर लगाया गया, ताकि सर्द मौसम में सड़क पर रहने वाले पशुओं को राहत मिल सके। इस सेवा कार्य का उद्घाटन त्रिपोलिया महादेव मंदिर के महंत जितेंद्र खेड़ापति ने किया। कार्यक्रम के उपलक्ष्य में मंदिर परिसर में भक्तों को 101 किलो खीर का प्रसाद भी वितरित किया गया। यह सेवा कार्य महंत जितेंद्र खेड़ापति के नेतृत्व में संपन्न हुआ। कार्यक्रम में उपस्थित वरुण विरमानी ने कहा- पशु प्रेमी परिवार पूरे वर्ष बेजुबान जानवरों की सेवा करता है। इस बार सर्दियों को ध्यान में रखते हुए 551 डॉग बेड बांटे गए हैं, जिससे गलियों, मोहल्लों और शहर की सड़कों पर रहने वाले जानवर ठंड से सुरक्षित रह सकें। इस कार्यक्रम में पशु प्रेमी परिवार की टीम से देव खेमानी, प्रवीण मित्तल, अभिषेक यादव, पूजा, यशिका, जानवी, आदित्य, राजा, अजय अरोड़ा, जीतू सरदार, अपूर्वा गुप्ता, जूली, सरोज गुप्ता, टीटू पार्षद भाटी, विशु सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे।
ग्वालियर में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद है कि अब वे पुलिस से भी हाथापाई, मारपीट और धमकाने से पीछे नहीं है रहे हैं। बुधवार को अवैध हथियार लेकर घूम रहे दो अपराधियों का पीछा करते हुए पुलिस की भिड़ंत अपराधियों से हो गई। इस दौरान बदमाश पुलिसकर्मी के साथ उलझ गया और उसके साथ हाथापाई कर मारपीट करने लगा मौके पर खासी भीड़ जमा हो गई सभी के सामने अपराधी पुलिसकर्मी को धमकाते हुए बोला ‘अब तू मरेगा और मैं खुलकर कह रहा हूं मैं तुझे मारूंगा‘ इसके बाद मौके पर वर्दी धारी पुलिस पहुंची तब जाकर बदमाश पर काबू पाया गया। घटना पड़ाव थाना क्षेत्र की है। दरअसल, पड़ाव थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि दो अपराधी अशोक जाटव और विजय उर्फ भेंड़ा हथियार लेकर घूम रहे हैं और कभी भी किसी वारदात को अंजाम दे सकते हैं क्योंकि दोनों ही आदतन अपराधी भी हैं। इन पर कई मामले दर्ज भी हैं। पुलिस को देख भागने लगे, आधे घंटे बाद पकड़ाएसूचना मिलते ही पड़ाव थाना प्रभारी शैलेंद्र भार्गव ने टीम गठित कर एसआई रोहित चौधरी, हेड कॉन्स्टेबल सुदीप और काॅन्स्टेबल शिव कुमार को अपराधियों का पीछा करने के लिए भेजा गया। इसकी भनक अपराधियों को भी लग चुकी थी। वह तत्काल पुलिस को आता देख मौके से भागने लगे। लगभग आधा घंटे पीछा करने के बाद शिंदे की छावनी पेट्रोल पंप के पास हड़बड़ाहट में अपराधियों की गाड़ी फिसल गई जिन्हें पीछा कर रही पुलिस टीम ने धर दबोचा। जब बदमाश को पकड़ा तो वह विवाद करते हुए आरक्षक के साथ हाथापाई करने लगा। इस दौरान उसने आरक्षक का गिरेबान भी पकड़ लिया। आरक्षक सादा वर्दी में था, इसी को देखते हुए बदमाश धमकाते हुए बोला कि 'यह तू गलत कर रहा है तू मरेगा और मैं खुलकर कह रहा हूं कि मैं तुझे मारूंगा।' मौके पर जमा हो गई लोगों की भीड़बदमाश और पुलिस के बीच होती हाथापाई को देख मौके पर भीड़ भी जमा हो गई। जिसका फायदा उठाकर बदमाशों ने भागने की कोशिश भी की। वह निरंतर खुद को छुड़ाने की कोशिश करता रहा लेकिन पुलिस टीम ने दोनों को पकड़े रखा। मौके पर भीड़ ने भी सवाल जवाब करना शुरू कर दिया था। हालांकि, कुछ ही देर में वर्दी धारी टीम मौके पर पहुंची तो बदमाशों को गिरफ्तार कर थाने ले गई। पुलिस ने गिरफ्तार बदमाशों से अवैध कट्टा और राउंड बरामद किया है। उनकी बाइक MP07-ZR2823 को भी जब्त कर लिया है।
भदोही के कोतवाली क्षेत्र स्थित काजीपुर मोहल्ला गोला मजार में बुधवार शाम एक जर्जर मकान को तोड़ते समय हादसा हो गया। पटिया निकालते समय पैर फिसलने से एक मजदूर की मौत हो गई, जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया। सूचना मिलते ही मृतक के परिवार में कोहराम मच गया। मृतक की पहचान राजेश सरोज (55 वर्ष) पुत्र तुलसी सरोज, निवासी ग्रामसभा सायरे, थाना औराई, जनपद भदोही के रूप में हुई है। पटिया निकालते समय उनका पैर फिसल गया और पटिया उनके ऊपर गिर गया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। मकान मालिक मो. जफर के पुत्र शाहबाज उन्हें तत्काल महाराजा बलवंत सिंह राजकीय चिकित्सालय ले गए, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस हादसे में एक और मजदूर विजय शंकर सरोज (50 वर्ष) पुत्र मोहनलाल सरोज, निवासी सेमुहीरामपुर, जिला जौनपुर भी घायल हो गए। उनके पैर में गंभीर चोटें आई हैं और उनका इलाज एमबीएस अस्पताल में चल रहा है। मृतक राजेश सरोज मेहनत-मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते थे। मृतक मजदूर के साथ काम कर रहे राजू सरोज, बब्लू सरोज और नन्हे सरोज ने बताया कि वे पांच मजदूर मिलकर जर्जर मकान तोड़ने का काम कर रहे थे। उन्होंने 11 हजार रुपये का ठेका लिया था और यह काम का दूसरा दिन था। शाम करीब 5 बजे राजेश सरोज पटिया निकाल रहे थे, तभी यह हादसा हुआ। घटना की सूचना मिलते ही मृतक के परिजन और कोतवाली पुलिस अस्पताल पहुंच गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतक राजेश सरोज के पांच पुत्र और दो पुत्रियां हैं।
विदिशा के शंकर नगर स्थित राम जानकी मंदिर में हुई चोरी का कोतवाली पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में दो शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से करीब ₹1.75 लाख कीमत का चोरी का सामान बरामद किया गया है। इस चोरी का खुलासा करने के लिए पुलिस ने व्यापक जांच अभियान चलाया। इसमें 130 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई और 65 से ज्यादा संदिग्धों से पूछताछ की गई। मंदिर के पास रहने वाले दीपक शर्मा ने 13 दिसंबर को कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया था कि अज्ञात चोरों ने रात में राम जानकी मंदिर के ताले तोड़कर चांदी के आभूषण और नकदी चोरी कर ली थी। पुलिस अधीक्षक रोहित काशवानी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए चोरों को जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए थे। तकनीकी साक्ष्य और मुखबिर की सूचना के आधार पर पुलिस ने संदिग्धों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान भोपाल के नारियल खेड़ा निवासी अफजल अली (32) और मालीखेड़ी, चोपड़ा कला, भोपाल निवासी अतिउल्लाह उर्फ आशु (30) के रूप में हुई है। पुलिस जांच में सामने आया है कि दोनों पेशेवर चोर हैं और उनके खिलाफ पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। आरोपियों के कब्जे से तीन बड़े और दो छोटे चांदी के मुकुट, चांदी की नागफनी, करधोनी, ₹2600 नकद और चोरी में इस्तेमाल की गई एक मोटरसाइकिल बरामद की गई है। बरामद किए गए कुल सामान की कीमत लगभग ₹1.75 लाख बताई गई है। पुलिस के अनुसार, ये दोनों आरोपी भोपाल में कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री राजकुमार पटेल के घर हुई चोरी में भी शामिल थे। उस घटना में दो लाइसेंसी रिवॉल्वर और अन्य कीमती सामान चोरी हुआ था, जिसके बाद बागसेवनिया पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया था। इस पूरे ऑपरेशन में थाना प्रभारी निरीक्षक आनंद राज, उप निरीक्षक गौरव रघुवंशी, सहायक उप निरीक्षक मुकेश ठाकुर, प्रधान आरक्षक अमित सक्सेना सहित कोतवाली पुलिस टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
उमरिया जिले के हर्रवाह के सिलपरी के केपीएस वेयरहाउस में एक किसान के साथ मारपीट के मामले में प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई की है। वेयरहाउस संचालक करण सिंह के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा डालने और किसान से मारपीट करने के आरोप में बिलासपुर चौकी में FIR दर्ज की गई है। इसके साथ ही केपीएस वेयरहाउस को धान खरीदी के कार्य से हटा दिया गया है। यह है पूरा मामला जानकारी के अनुसार, किसान संजय राय अपनी धान की फसल बेचने के लिए सिलपरी वेयरहाउस पहुंचे थे। वहां तौल को लेकर उनका करण सिंह से विवाद हो गया। विवाद बढ़ने पर वेयरहाउस संचालक ने किसान के साथ मारपीट की। प्रभारी मंत्री के निर्देश पर कार्रवाई घटना की जानकारी मिलते ही मामला प्रशासन तक पहुंचा। प्रभारी मंत्री नागर सिंह चौहान ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद गठित जांच टीम ने पूरे मामले की जांच कर कलेक्टर को प्रतिवेदन सौंपा। जांच रिपोर्ट के आधार पर कलेक्टर ने वेयरहाउस संचालक के खिलाफ बिलासपुर चौकी में FIR दर्ज करने के आदेश दिए। प्रभारी खाद्य अधिकारी रोहित सिंह ने FIR दर्ज कराई और प्रशासन ने तुरंत केपीएस वेयरहाउस को धान खरीदी के कार्य से अलग कर दिया। प्रशासन ने कहा कि किसानों के साथ किसी भी प्रकार के अनुचित व्यवहार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि आगे ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई की जाएगी और किसानों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।
पाली में बुधवार की देर शाम पूर्व पार्षद को बीच रास्ते रोक कर बदमाशों ने मारपीट की। इसके बाद आरोपी फरार हो गए। घायल पूर्व पार्षद को इलाज के लिए पाली के बांगड़ हॉस्पिटल लाया गया, जहां उनका इलाज जारी है। जानकारी के अनुसार- पाली शहर के ग्रीन पार्क निवासी पूर्व पार्षद दिलीप ओड बुधवार देर शाम करीब साढ़े 8 बजे सूरजपोल की तरफ आ रहे थे। इस दौरान बाइक पर आए 4- 5 युवकों ने उन्हें रोक लिया। पूर्व पार्षद कुछ समझ पाते, इससे पहले ही युवकों ने उनके हाथ और पैर पर लोहे के सरियों से हमला कर दिया और उनकी बाइक लेकर मौके से लोडिया पाल रोड होकर फरार हो गए। घटना की जानकारी मिलने पर औद्योगिक नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपियों की तलाश शुरू की। घटना के बाद घायल पूर्व पार्षद को इलाज के लिए हॉस्पिटल पहुंचाया गया। घटना की जानकारी मिलने co सिटी मदन सिंह, कोतवाल जसवंत सिंह जोधपुर रोड स्थित भटवाड़ा पहुंचे और वहां एकत्रित हुए लोगों को हटाया ताकि शांति बनी रहे। सूचना पर कांग्रेस नेता महावीर सिंह राजपुरोहित, हकीम भाई, महबूब टी, फकीर मोहम्मद सिंधी, विनोद मोदी, प्रकाश बंजारा, किशोर सोमनानी सहित कई कांग्रेसी नेता और रिश्तेदार बांगड़ हॉस्पिटल पहुंचे और घायल की सेहत को लेकर हाल-चाल पूछे। साथ ही पुलिस से मामले में शीघ्र कार्रवाई करने की मांग की।
भजनलाल सरकार के 2 साल का कार्यकाल पूरा होने पर राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल (RSPCB) द्वारा गुरुवार को 'हरियालो राजस्थान: पर्यावरण कॉन्क्लेव' का आयोजन किया जा रहा है। इस कॉन्क्लेव की शुरुआत मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा करेंगे। इस दौरान राजस्थान को हरा-भरा बनाने के साथ ही प्रदूषण को नियंत्रित करने को लेकर भी चिंतन और मंथन किया जाएगा। पर्यावरण कॉन्क्लेव के दौरान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा राजस्थान की हरित अर्थव्यवस्था पर आधारित प्रदर्शनी का उद्घाटन किया जाएगा। इसके साथ ही 'मेरी लाइफ – सस्टेनेबल लाइफस्टाइल फॉर एनवायरनमेंट' विषयक पोस्टर का भी विमोचन किया जाएगा। इस कार्यक्रम में संसदीय कार्य एवं विधि मंत्री जोगाराम पटेल, वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री संजय शर्मा, मुख्य सचिव वी. श्रीनिवास समेत वन विभाग और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आला अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। बता दें कि राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल द्वारा पिछले दो वर्षों में प्रदूषण नियंत्रण और Ease of Doing Business को बढ़ावा देने के लिए कई प्रभावी कदम उठाए गए हैं। उद्योगों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से सहमति संचालन तंत्र में ऑटो-नवीनीकरण सुविधा शुरू की गई है। वहीं, जिन लघु श्रेणी की खनन इकाइयों के पास वृक्षारोपण के लिए पर्याप्त भूमि उपलब्ध नहीं है, उनके लिए वन विभाग के माध्यम से वृक्षारोपण योजना लागू की गई है। वायु प्रदूषण नियंत्रण और गुणवत्ता सुधार के लिए प्रदेश के 50 नगरीय क्षेत्रों में वाटर स्प्रिंकलर (पानी छिड़काव), मैकेनिकल स्वीपर (सफाई मशीन) और वृक्षारोपण की व्यवस्था की गई है, जिसके लिए 13.50 करोड़ रुपए की राशि स्थानीय स्वशासन विभाग को प्रदान की गई। इसके साथ ही केंद्रीय प्रयोगशाला सहित प्रदेश की सभी 14 क्षेत्रीय प्रयोगशालाओं को NABL मान्यता प्राप्त हुई है, जिससे परीक्षण व्यवस्था और अधिक मजबूत हुई है।
फरीदाबाद में मुजेसर थाना क्षेत्र में एक स्क्रैप कारोबारी के बेटे को बंधक बनाकर बेरहमी से पीट-पीटकर अधमरा करने मामला सामने आया है। मामूली कहासुनी के चलते चार- पांच युवकों ने इस वारदात को अंजाम दिया। युवक के पूरे शरीर पर गंभीर चोटें आई हैं और कुछ मांसपेशियां फट गई हैं। घायल अवस्था में उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उपचार के बाद बुधवार को डॉक्टरों ने उसे बेड रेस्ट की सलाह देकर घर भेज दिया। पीड़ित की शिकायत पर मुजेसर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी फिलहाल फरार हैं। घायल युवक सेक्टर-53 निवासी ईशानदीप सिंह उर्फ ईशांत के पिता इंद्रदीप सिंह पेशे से स्क्रैप कारोबारी हैं। ईशांत भी उनके साथ कारोबार में सहयोग करता है। पुलिस को दी शिकायत में ईशांत ने बताया कि 15 दिसंबर की रात करीब 10 बजे वह अपने दोस्त शंकर के साथ हार्डवेयर चौक पर बैठा हुआ था। रात करीब 11 बजे उसका जानकार निशांत अपने तीन दोस्तों के साथ स्विफ्ट कार में वहां पहुंचा और सामान्य बातचीत करने लगा। कहीं और बैठकर बात करने की बात कही आरोप है कि बातचीत के दौरान निशांत ने कहीं और बैठकर बात करने की बात कही और खुद ईशांत की कार चलाने लगा। ईशांत और उसका दोस्त शंकर भी उसी कार में बैठ गए। इसके बाद वे गंदा नाला, 33 फुट रोड स्थित संजय कॉलोनी में निशांत के एक परिचित के कार्यालय पहुंचे। कुछ ही देर बाद निशांत के अन्य दोस्त भी स्विफ्ट कार से वहां आ गए। पीड़ित के अनुसार, कार्यालय पहुंचते ही निशांत ने उस पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह उसके बारे में गलत बातें फैलाता है और खुद को बड़ा चौधरी समझता है। इतना कहते ही निशांत और उसके साथियों ने ईशांत और शंकर के साथ मारपीट शुरू कर दी। आरोपियों ने दोनों को रस्सियों से बांधकर कार्यालय के अंदर बंद कर दिया और करीब ढाई से तीन घंटे तक बंधक बनाकर रखा। इस दौरान दोनों के साथ लगातार मारपीट की गई। पुलिस ने दर्ज किया केस, जल्द गिरफ्तार करने का दावा पीड़ित का आरोप है कि काफी मिन्नतें करने के बाद आरोपियों ने रस्सियां खोलीं, लेकिन इसके बाद भी मुख्य आरोपी निशांत ने लोहे की रॉड से दोबारा ईशांत की पिटाई शुरू कर दी। किसी तरह मौका पाकर ईशांत और उसका दोस्त शंकर वहां से भाग निकले और तुरंत डायल 112 पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी। पुलिस के मौके पर पहुंचने से पहले ही सभी आरोपी फरार हो गए। ईशांत के पिता इंद्रदीप सिंह ने बताया कि बेटे की हालत बेहद गंभीर थी और उसके शरीर पर कई जगह गहरी चोटों के निशान हैं। फिलहाल वह घर पर बेड रेस्ट पर है। वहीं, पुलिस प्रवक्ता यशपाल सिंह ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है। हमलावरों की संख्या चार से पांच बताई जा रही है, जो स्विफ्ट कार और बाइक पर आए थे। पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है और जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी का दावा कर रही है।
शास्त्री नगर थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मोबाइल फोन लूटने की घटनाओं का खुलासा किया है। कार्रवाई में दो शातिर आरोपी रूपाराम उर्फ हपिया (22) निवासी राजीव गांधी नगर जोधपुर और दिलीप सिंह निवासी थाना राजीव गांधी नगर जोधपुर को गिरफ्तार कर उनसे 28 मोबाइल फोन और वारदात में प्रयुक्त एक मोटरसाइकिल जब्त की। शास्त्री नगर थाना में 15 दिसंबर को सुधीर कुमार ने रिपोर्ट दर्ज कराई। इसमें बताया कि 12 दिसंबर को बैंक के सामने चाय की दुकान के पास सड़क पार करते समय वह मोबाइल पर बात कर रहा था। तभी मोटरसाइकिल सवार दो बदमाशों में से पीछे बैठे बदमाश ने झपटा मारकर उसका मोबाइल छीन लिया और फरार हो गए। आरोपियों ने कई वारदातें कबूलींरिपोर्ट के बाद थानाधिकारी जुल्फिकार के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई। जांच के दौरान पुलिस ने शहर के विभिन्न स्थानों पर हुई मोबाइल झपटमारी की घटनाओं की कड़ियां जोड़ीं। सीसीटीवी फुटेज के विश्लेषण के बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपियों ने जोधपुर शहर में कई स्थानों पर मोबाइल लूटने की वारदातें करना स्वीकार किया।
बैतूल में मक्का के दाम कम मिलने पर गीत:मेले में गाया- कितनी सस्ती कर दी मक्का, लगा है सबको धक्का
बैतूल के रतनपुर में आयोजित गुरूसाहब बाबा मेले में एक भजन सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। सीहोर जिले के महावीर भजन मंडल सोयत के कलाकार शंभू चौबे ने कक्का कह रहे दद्दा, कितनी सस्ती कर दी मक्का, लगा है सबको धक्का... भजन गाया, जिसने किसानों की पीड़ा को उजागर किया। इस भजन में मक्का के कम दामों से किसानों की लाचारी और निराशा को दर्शाया गया है। बोल थे, भैया मक्का पर भरोसा था पक्का, पर कितनी सस्ती कर दी मक्का... बच्ची की शादी टूट गई है, धोखा दे गई मक्का... शंभू चौबे की प्रस्तुति ने दर्शकों को प्रभावित किया। वर्तमान में प्रदेश में मक्का का समर्थन मूल्य 2400 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित है, जबकि बाजार में यह औसतन 1300 रुपये में बिक रही है। पिछले वर्ष मक्का 2300 रुपये प्रति क्विंटल तक बिकी थी। किसानों को इस बार इथेनॉल की बढ़ती मांग के कारण अच्छे दाम मिलने की उम्मीद थी, लेकिन मांग घटने से कीमतें गिर गईं। कुछ दिनों पहले, जिला कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व विधायक निलय डागा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मक्का के गिरते दामों के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने इथेनॉल फैक्ट्रियों को लाभ पहुंचाने का आरोप भी लगाया। पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष रमेश गायकवाड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री ने सोयाबीन 6000 रुपये और मक्का 2400 रुपये से नीचे न बिकने का वादा किया था। हालांकि, हकीकत यह है कि मक्का 1300 रुपये से भी कम में बिक रही है, जिसे उन्होंने किसानों के साथ धोखा बताया। रतनपुर में आयोजित गुरूसाहब बाबा मेले की राजसत्ता में इस बार भोपाल, इटारसी, नर्मदापुरम, देवास, छिंदवाड़ा, बैतूल, सीहोर और रायसेन से कुल 9 भजन मंडलों ने हिस्सा लिया। सभी मंडलों को समान पुरस्कार प्रदान किए गए। इस रामसत्ता के आयोजक लखन यादव ने बताया कि मक्का वाला भजन अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। लोग इसे किसानों के दर्द की सच्ची अभिव्यक्ति मान रहे हैं।
रायसेन में बुधवार शाम एक किसान परिवार अपनी जमीन पर कब्जा दिलाने की मांग को लेकर नायक तहसीलदार कार्यालय के गेट पर धरने पर बैठ गया। यह परिवार देवनगर क्षेत्र के ग्राम ग्यारसावाद का निवासी है। किसान हरनाम सिंह यादव ने बताया कि उनकी करीब 4 एकड़ जमीन पर गांव के कुछ दबंगों ने कब्जा कर रखा है। उन्होंने बताया कि 2022 में पहली बार नपती कराने पर माहेश्वरी परिवार के कब्जे में उनकी करीब 5 एकड़ जमीन पाई गई थी, जिसे सालों से एक मीणा परिवार जोत रहा है। कोर्ट ने पक्ष में सुनाया फैसला, दबंगों ने फिर कब्जा कियातहसील न्यायालय में मामला चलने के बाद 2023 में हरनाम सिंह को जमीन का कब्जा दिला दिया गया था। इसके बाद दूसरे पक्ष ने एसडीएम कोर्ट में अपील की, जहां से अक्टूबर 2025 में हरनाम सिंह के पक्ष में फैसला आया। प्रशासन की टीम ने तीन थानों की पुलिस के साथ मौके पर पहुंचकर उन्हें दोबारा कब्जा दिलाया। हालांकि, इसके बावजूद गांव के दबंगों, जिनमें भगवान सिंह मीणा, अजब सिंह मीणा, हरिनारायण और निरपत सिंह शामिल हैं, ने जमीन पर फिर से कब्जा कर लिया। उन्होंने पहले से बोई गई धान की फसल काटकर गेहूं की फसल बो दी। पीड़ित परिवार एसडीएम ऑफिस के बाहर धरने पर बैठाबुधवार को हरनाम सिंह अपनी पत्नी मोतीबाई, बहन सीताबाई, बेटियों अमृता, सपना और नातिन हर्षिका के साथ एसडीएम कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए। शाम 5 बजे शुरू हुआ यह धरना डेढ़ घंटे बाद शाम 6:30 बजे एसडीएम की समझाइश के बाद समाप्त हुआ। एसडीएम ने उचित कार्रवाई और कब्जा दिलाने का आश्वासन दिया। इस संबंध में एसडीएम मनीष शर्मा ने बताया कि फसल काटने के मामले में मीणा परिवार के खिलाफ देहगांव थाने में पहले से ही आपराधिक प्रकरण दर्ज है। उन्होंने कहा कि दोबारा कब्जा करने वाले दोषियों को जेल भेजा जाएगा। एसडीएम ने यह भी बताया कि किसान को दोबारा कब्जा दिलाने के लिए एक दल का गठन किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि पहले भी टीम बनाकर कब्जा दिलाया गया था, लेकिन किसान ने उस जमीन को पूर्ण रूप से अपने कब्जे में नहीं लिया था। धरने के दौरान की तस्वीर
नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव ने बुधवार को अंबिकापुर भाजपा कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि बीजेपी सदैव पारदर्शिता, सुशासन और जनहितैषी सुधारों की पक्षधर रही है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में पिछले दो वर्षों के दौरान राजस्व और पंजीयन विभाग में कई बड़े, तकनीकी और जनहितैषी सुधार लागू किए गए हैं। उन्होंने कहा कि गाइडलाइन दरों में सुधार जनहित में एक ऐतिहासिक कदम है। वित्त मंत्री ओपी चौधरी के नेतृत्व में किए जा रहे आर्थिक सुधारों की श्रृंखला में गाइडलाइन दरों को युक्तिसंगत बनाना एक महत्वपूर्ण कदम है। कांग्रेस की ओर से विरोध यह दर्शाता है कि वह आज भी काले धन की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना चाहती है, जबकि भाजपा सरकार पारदर्शी व्यवस्था स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है। काले धन पर लगेगी रोक संजय श्रीवास्तव ने कहा कि पहले जमीन की वास्तविक बाजार कीमत और गाइडलाइन दरों में भारी अंतर होने से सबसे अधिक परेशानी ईमानदार और मध्यमवर्गीय नागरिकों को होती थी। वास्तविक कीमत पर रजिस्ट्री न होने के कारण उन्हें समुचित होम लोन नहीं मिल पाता था। अब गाइडलाइन दरों के युक्तिसंगत होने से वास्तविक लेन-देन दर्ज होगा, काले धन पर प्रभावी रोक लगेगी और आम जनता को भूमि की वास्तविक कीमत पर ऋण सुविधा उपलब्ध होगी। काले धन पर लगेगी रोक उन्होंने कहा कि पहले कम गाइडलाइन दरों के कारण रजिस्ट्री केवल गाइडलाइन मूल्य पर होती थी और शेष राशि नकद में दी जाती थी। अब केवल गाइडलाइन मूल्य पर ही पंजीयन शुल्क लेने की व्यवस्था से फर्जीवाड़ा रुकेगा और फॉर्मल इकॉनॉमी को मजबूती मिलेगी। कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार ने गाइडलाइन दरें बढ़ाने के बजाय लगभग 30 प्रतिशत तक घटाईं, ताकि कोयला, शराब, पीएससी, महादेव ऐप, धान, DMF जैसे घोटालों से अर्जित काले धन को जमीन में खपाया जा सके। विसंगतियों का अंत, घोटालों पर रोक ग्रामीण क्षेत्रों में वर्गमीटर और हेक्टेयर दरों के बीच 5 से 20 गुना के अंतर के कारण भारतमाला, एनटीपीसी, उरगा-कटघोरा राष्ट्रीय राजमार्ग और अन्य परियोजनाओं में बड़े घोटाले हुए। अब वर्गमीटर दर हटने से इस प्रकार के घोटालों की संभावना लगभग समाप्त हो गई है। कानून के अनुसार हर साल गाइडलाइन दरों का पुनरीक्षण आवश्यक है, लेकिन छत्तीसगढ़ में 2017-18 के बाद यह नहीं हुआ था। इस अवधि में बाजार मूल्य 2 से 5 गुना तक बढ़ गया था। अब यह सुधार कर “ब्लैक मनी स्पॉट” की छवि को समाप्त किया जा रहा है। किसानों और मध्यम वर्ग को बड़ी राहत नागरिक आपूर्ति निगम अध्यक्ष ने बताया कि किसानों के हित में परिवर्तित भूमि, असिंचित भूमि, दो फसली भूमि, कुआं, बोरिंग, तालाब, कच्चे मकान, पेड़ फलदार वृक्ष और बाउंड्रीवाल पर लगने वाले अतिरिक्त शुल्क समाप्त किए गए हैं। शहरी क्षेत्रों में मल्टीस्टोरी भवनों में अब केवल बिल्ट-अप एरिया पर ही शुल्क लिया जाएगा, जिससे मध्यम वर्गीय परिवारों को 20 से 30 प्रतिशत तक लाभ मिलेगा। जमीन रजिस्ट्री आसान करने के लिए 117 पंजीयन कार्यालयों को स्मार्ट कार्यालयों में बदला जा रहा है।
हिसार के मंडी आदमपुर स्थित जवाहर नगर में अपनी मां की गोली मारकर हत्या करने के आरोपी बेटे कमल को अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश (एडीजे) निशांत शर्मा की कोर्ट ने दोषी करार दिया है। कोर्ट अब 22 दिसंबर को उसे सजा सुनाएगी। यह वारदात 5 जून 2024 को हुई थी। आदमपुर थाना पुलिस ने आरोपी कमल की पत्नी संतोष देवी के बयान पर हत्या का मामला दर्ज किया था। शिकायत के अनुसार, संतोष देवी की शादी करीब चार महीने पहले जवाहर नगर निवासी कमल से हुई थी। सास रोशनी देवी अलग रहती थीं, जबकि संतोष अपने पति कमल के साथ किराए के मकान में रहती थी। बेटे को मां के चरित्र पर शक था घटना वाले दिन कमल ने अपनी पत्नी संतोष को बताया कि उसने अपनी मां को गोली मार दी है। जब संतोष मौके पर पहुंची, तो रोशनी देवी मुंह के बल पड़ी थीं और उनके सिर से खून बह रहा था। संतोष ने तुरंत अपने देवर रूपेश उर्फ भक्कलु को सूचना दी, जिसने डायल 112 पर कॉल की। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और मामले की जांच शुरू की। शिकायत में बताया गया कि कमल को अपनी मां के चाल-चलन पर शक था और इसी रंजिश में उसने हत्या को अंजाम दिया। बुधवार को कोर्ट ने सुनवाई पूरी करने के बाद कमल को दोषी पाया। अब इस मामले में 22 दिसंबर को सजा का ऐलान किया जाएगा।
नागौर के प्रसिद्ध हैंड टूल्स उद्योग के लिए राहत भरी खबर सामने आई है। नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल की मांग और व्यक्तिगत प्रयासों के बाद केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने इस क्षेत्र के लघु और कुटीर उद्योगों को बड़ी रियायत दी है। केंद्र सरकार ने नागौर के हैंड टूल्स क्लस्टर में तैयार होने वाले प्रमुख उत्पाद 'कॉम्बिनेशन साइड कटिंग प्लायर' को भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) के अनिवार्य आदेश से एक वर्ष के लिए मुक्त करने का निर्णय लिया है। इस निर्णय से न केवल नागौर बल्कि देशभर के सूक्ष्म और लघु उद्योग जगत को फायदा मिल सकेगा। बेनीवाल से मिले थे हैंड टूल्स के निर्माताजानकारी के अनुसार- अक्टूबर महीने में नागौर के हैंड टूल्स निर्माताओं ने सांसद हनुमान बेनीवाल से मुलाकात कर अपनी पीड़ा जाहिर की थी। उद्यमियों ने बताया था कि वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के नए आदेश के तहत बीआईएस मानकों की अनिवार्यता से इस पारंपरिक कुटीर उद्योग के अस्तित्व पर संकट छाने लगा है। स्थानीय कारीगरों की मांग पर सांसद बेनीवाल ने तुरंत संज्ञान लिया और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखने के साथ-साथ उनसे व्यक्तिगत मुलाकात कर नागौर के इस उद्योग के महत्व के बारे में बताया। नागौर में 1911 से भी पुराना है हैंड टूल्स उद्योगबता दें कि नागौर के हैंड टूल्स उद्योग का गौरवपूर्ण इतिहास रहा है। साल 1911 में भारत में पहली बार हैंड टूल्स और प्लायर जैसे औजारों का निर्माण नागौर में ही शुरू हुआ था। बिना किसी विशेष सरकारी मदद के यहां के हुनरमंद कारीगरों ने अपनी मेहनत और कौशल के दम पर विश्व स्तर पर पहचान बनाई और चीनी औजारों की कड़ी प्रतिस्पर्धा के बावजूद बाजार में डटे रहे। सांसद बेनीवाल का कहना है कि उनका अगला लक्ष्य उद्योग संबंधी संसद की स्थाई समिति का दौरा नागौर और डीडवाना-कुचामन जिले में करवाना है, जिससे यहां के स्थानीय उद्योगों को एमएसएमई (MSME) योजना के तहत मिलने वाली सुविधाओं और तकनीकी सहायता का पूरा लाभ मिल सके और यह उद्योग और अधिक ऊंचाइयों को छू सके।

