इंदौर में कुंडली में दोष बताकर हवन-पूजापाठ के नाम पर ठगी का एक बड़ा मामला सामने आया है। खुद को एस्ट्रोलॉजर और बाबा बताने वाले ठग ने एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर से 6 लाख 20 हजार रुपए की ठगी कर ली। पीड़ित की शिकायत पर क्राइम ब्रांच ने तीन बैंक खातों को ब्लॉक करवा दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। एडिशनल डीसीपी क्राइम ब्रांच राजेश दंडोतिया ने बताया कि 24 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर एक निजी आईटी कंपनी में कार्यरत है। उसने साइबर फ्रॉड की शिकायत दर्ज कराई है। इंस्टाग्राम विज्ञापन से शुरू हुई ठगी प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि सॉफ्टवेयर इंजीनियर अपनी प्रोफेशनल लाइफ और पर्सनल रिलेशनशिप को लेकर परेशान चल रहा था। इसी दौरान उसने इंस्टाग्राम पर एक एस्ट्रोलॉजर का विज्ञापन देखा, जिसमें समस्याओं के समाधान का दावा किया गया था और संपर्क नंबर भी दिया गया था। कुंडली में बताया दोष, हवन पूजन करना होगा एडिशनल डीसीपी ने बताया कि पीड़ित ने विज्ञापन में दिए गए नंबर पर कॉल किया। बातचीत के दौरान उसने अपनी निजी और पेशेवर परेशानियों के बारे में बताया। इसके बाद कथित एस्ट्रोलॉजर ने उसकी कुंडली में गंभीर दोष होने की बात कही और समस्याओं से निजात दिलाने के लिए हवन-पूजन और विशेष अनुष्ठान कराने की सलाह दी। अलग-अलग खातों में जमा कराए रुपए आरोपी ने अलग-अलग बहानों से पीड़ित को कई बार भुगतान करने के लिए कहा। भरोसे में आए सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने विभिन्न ट्रांजेक्शन के जरिए कुल 6.20 लाख रुपए आरोपी द्वारा बताए गए तीन बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिए। बाद में जब समस्या का समाधान नहीं हुआ और आरोपी संपर्क से बाहर होने लगा, तब युवक को ठगी का एहसास हुआ। इसके बाद उसने क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज कराई। खाते ब्लॉक, जांच जारी क्राइम ब्रांच ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उन तीनों खातों को ब्लॉक करा दिया, जिनमें राशि ट्रांसफर की गई थी। साथ ही आरोपियों की पहचान और नेटवर्क को लेकर जांच शुरू कर दी है। क्राइम ब्रांच ने जारी की एडवाइजरी इस घटना के बाद क्राइम ब्रांच ने आम नागरिकों के लिए साइबर एडवाइजरी जारी की है। पुलिस का कहना है कि इस तरह के मामलों में सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि
आजाद अधिकार सेना के मंडल अध्यक्ष मास्टर अजीज ठेकेदार के नेतृत्व में किसानों का एक जत्था सोमवार को किसान कमिश्नरी कार्यालय पहुंचा। उन्होंने गांव के दबंगों पर दलित किसानों की जमीनों पर अवैध कब्जा करने और उन्हें जान से मारने की धमकियां देने का आरोप लगाते हुए कार्यालय का घेराव किया। किसानों ने चेतावनी दी कि यदि 15 दिनों के भीतर उनकी जमीन वापस नहीं मिली, तो वे यहीं आत्मदाह करने पर मजबूर होंगे। आजाद अधिकार सेना ने मामले की विस्तृत स्थलीय जांच भी की। इस दौरान 50-60 से अधिक पीड़ित दलित परिवारों के बयान दर्ज किए गए, जिनमें भूमि विवादों की पुष्टि हुई। जांच में कई गंभीर तथ्य सामने आए, जिनमें 4-5 दबंग भूमाफियाओं द्वारा दलितों की जमीनों पर अवैध कब्जा, कब्जाई गई भूमि पर ठेके पर खेती कर करोड़ों रुपए की कमाई, और पोल्ट्री फॉर्म के जहरीले अपशिष्ट को सीधे गंगा नदी में डालकर गंभीर प्रदूषण फैलाने जैसे मामले शामिल हैं। जांच में कुछ राजस्व कर्मियों, विशेषकर लेखपाल नीरज की भूमिका संदिग्ध पाई गई। निष्पक्ष जांच न होने के प्रमाण भी मिले हैं। पूरे प्रकरण में भूमाफियाओं को राजनीतिक और प्रशासनिक संरक्षण मिलने की आशंका जताई गई है। दलित किसान सतीश ने बताया कि उनकी करीब 1600 बीघा जमीन पर फतेहपुर गांव के किरण पाल, नरेंद्र, ऋषि और उनके अन्य साथियों ने कब्जा कर रखा है। तहसील और एसडीएम स्तर पर शिकायतें करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि जमीन वापस मांगने पर आरोपी उन्हें जान से मारने की धमकी देते हैं। किसान कमिश्नरी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करते हुए आजाद अधिकार सेना के कार्यकर्ताओं और पीड़ित किसानों ने प्रशासन से तुरंत कार्रवाई की मांग की।
केंद्र की मोदी सरकार द्वारा मनरेगा योजना का का नाम बदलने और अरावली बचाने को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण की ओर से सूचना केंद्र चौराहे पर पूर्व राजस्व एवं वन पर्यावरण मंत्री रामलाल जाट के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन का किया गया। धरना- प्रदर्शन में बड़ी संख्या में शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के कार्यकर्ता इकट्ठा हुए और सूचना केंद्र चौराहे पर प्रदर्शन किया।इस दौरान रंगमंच से जुड़े कलाकार जुट और उन्होंने अपनी कला के माध्यम से अरावली बचाने और मनरेगा का नाम नहीं बदलने का विरोध किया। आम लोगों को गांधी जी के विचारों से दूर किया जा रहा है पूर्व राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने बताया कि केंद्र सरकार ने महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना का केवल नाम नहीं बदला,नाम बदल कर आम लोगों को गांधी जी के विचारों से दूर किया है।ये लोकतंत्र पर सीधा हमला है, योजना से लोगों को रोजगार मिलना चाहिए लेकिन आपने लोगों रोजगार छीनने का का काम किया है। पहले मनरेगा का एक्शन प्लान ग्राम पंचायत बनती थी, आज पंचायत से अधिकार छीन लिया है, आम लोगों का अधिकार छीन लिया है। सरकार का काम रोजगार देने का सरकार का रोजगार देने का काम होना चाहिए, लेकिन इससे लोगों की बेरोजगारी बढ़ेगी ।आज मजदूर से व्यापार चलता था, बाजार चलते थे इन तमाम चीजों को खत्म करने का काम केंद्र सरकार ने किया है । कांग्रेस पार्टी आज शांतिपूर्ण संवैधानिक तरीके से इस मुद्दे पर आम लोगों के बीच में जा रही है, आज भीलवाड़ा शहर में भी शांतिपूर्ण तरीके से लोगों को जागृत करने का काम कर रहे हैं।यह पहले की तरह कानून रहे,जहां तक बदलाव का सवाल है, इसमें अधिकार सरकार अपने पास ले रही हैं। सबसे मिलकर चर्चा करनी चाहिए थी राज्य सरकारों की हालत ही नहीं है पैसे की,सारे मुख्यमंत्री, रूरल डेवलपमेंट मिनिस्टर सब से मिलकर चर्चा करनी चाहिए थी। पहले इस कानून को सर्वसम्मति से पारित किया था,आज बिना सहमति के इन्होंने इसमें बदलाव करने का काम कर दिया है।मुगलों की परंपरा पर चलने का काम मोदी सरकार कर रही है।सरकार को इस पर विचार करना चाहिए इस कानून को वापस लेना चाहिए ये आमजन की भावना है। एनवायरमेंट विशेषज्ञों के अनुरूप कार्य होना चाहिए अरावली से जुड़ा मुद्दा जब सरिस्का में माइनिंग बंद हुई उसी समय यह स्टार्ट हुआ है,हमने सुप्रीम कोर्ट में मांग की जो एनवायरमेंट विशेषज्ञ है उन्हीं के अनुरूप कार्य होना चाहिए।पर्यावरण असंतुलन से कई गंभीर बीमारियों से पूरी दुनिया सामना कर रही है,पर्यावरण को बचाने के लिए हम लोगों ने जो फैसला किया था वो हमने हमारे घर के लिए नहीं किया। मैं पहले मिनिस्टर था, हमने पर्यावरण के लिए कई माइनिंग को बंद किया है लेकिन ये सरिस्का में माइनिंग खोलने काम कर रहे है। पर्यावरण बचेगा तो देश बचेगा इसीलिए यह पर्यावरण बचेगा तो देश बचेगा और इस महात्मा गांधी गारंटी योजना से अरावली को ठीक किया जा सकता है। दोनों एक दूसरे के पूरक हैं, जैसे कृषि और पशुपालन है वैसे ही महानरेगा योजना,महात्मा गांधी के विचार और अरावली से विचारों से जुड़ी हुई है।अरावली बचाने की मुहिम के लिए भीलवाड़ा कांग्रेस लोकतांत्रिक तरीके से आज सूचना केंद्र चौराहे पर शांतिपूर्ण तरीके से लोगों को जगाने का काम कर रही है। इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण कार्यकर्ता मौजूद रहे ।
प्रतापगढ़ में 7 साल की बच्ची से दुष्कर्म का प्रयास:विरोध में उड़ैयाडीह बाजार बंद, पुलिस बल तैनात
प्रतापगढ़ के पट्टी इलाके में सात साल की बच्ची से दुष्कर्म के प्रयास के विरोध में सोमवार को उड़ैयाडीह बाजार बंद रहा। व्यापारियों ने दुकानें बंद कर आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। घटना के बाद से इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है। आरोपी के दूसरे समुदाय का होने के कारण स्थिति तनावपूर्ण हो गई है। एहतियात के तौर पर बाजार में पुलिस और पीएसी बल तैनात किया गया है। सीओ के आश्वासन के बाद दोपहर करीब 1 बजे दुकानें खोली गईं। यह घटना शनिवार शाम को हुई थी, जिसके बाद से स्थानीय लोगों में आक्रोश है। पुलिस ने आरोपी जावेद उर्फ चांद बाबू के खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है। पुलिस की तीन टीमें आरोपी की तलाश में जुटी हैं। शनिवार देर रात से रविवार भोर तक पट्टी-रानीगंज मार्ग पर स्थित पूरेघना जंगल में भी तलाशी अभियान चलाया गया। शौच के लिए घर से निकली मासूम बालिका के साथ छेड़खानी और दुष्कर्म के प्रयास का आरोप है। पीड़िता के पिता की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। तनाव को देखते हुए गांव में पुलिस और पीएसी तैनात है। सीओ मनोज कुमार सिंह रघुवंशी ने जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया है। आरोपी को पकड़ने के लिए स्वाट टीम भी लगाई गई है।
चाईबासा पुलिस ने दुगरी इलाके में एक महिला से बैग छिनतई के मामले का त्वरित खुलासा करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर अपराध नियंत्रण के लिए यह कार्रवाई की गई। यह घटना 20 दिसंबर 2025 को दुगरी क्षेत्र में हुई थी। पीड़िता माधुरी आलडा के बैग में एक मोबाइल फोन, 3000 रुपए नगद और कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज थे, जिनकी छिनतई की गई। पीड़िता के आवेदन पर सदर थाना में मामला दर्ज किया गया था। घटना की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सदर के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। इस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी रवि कुमार साव (उम्र लगभग 32 वर्ष, पिता सुरेश साव, निवासी न्यू कॉलोनी नीमडीह, सदर थाना, पश्चिमी सिंहभूम, चाईबासा) को गिरफ्तार कर लिया। घटना में इस्तेमाल की गई बाइक भी जब्त पुलिस ने आरोपी के कब्जे से पीड़िता का छीना गया ओप्पो कंपनी का नीले रंग का मोबाइल फोन, 3000 रुपए नगद, आधार कार्ड की छायाप्रति, एक किताब और अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं। इसके अलावा, घटना में इस्तेमाल की गई बाइक भी जब्त की गई है। पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार अभियुक्त रवि कुमार साव का आपराधिक इतिहास भी है। वह पहले मुफ्फसिल थाना कांड संख्या 84/25, दिनांक 23.05.2025, धारा 309 (4) बीएनएस के तहत लूट के एक मामले में जेल जा चुका है। आरोपी को आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
उन्नाव में किसान के खेत से मिट्टी चोरी:70-75 डंपर मिट्टी ले जाने का आरोप, लाखों का नुकसान
उन्नाव में अवैध खनन का एक बड़ा मामला सामने आया है। सदर तहसील क्षेत्र के देवारा खुर्द गांव में एक किसान के खेत से कथित तौर पर 70 से 75 डंपर मिट्टी चोरी कर ली गई है। इस मिट्टी की कीमत लाखों रुपये बताई जा रही है। घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है। पीड़ित किसान सतीश चौहान, जो सम्भर खेड़ा के निवासी हैं, ने बताया कि देवारा खुर्द गांव स्थित उनके खेत (खाता संख्या 192 और 193) से अवैध रूप से मिट्टी का खनन किया गया है। किसान के अनुसार, जब वह अपने खेत पर पहुंचे तो वहां बड़े-बड़े गड्ढे बने हुए थे और खेत की ऊपरी उपजाऊ मिट्टी पूरी तरह गायब थी। किसान का अनुमान है कि खेत से मिट्टी निकालने का काम कई दिनों तक चला। लगभग 70 से 75 डंपर मिट्टी हटाई गई है, जिससे खेत को भारी नुकसान पहुंचा है। सतीश चौहान ने बताया कि उपजाऊ परत हट जाने के कारण अब फसल बोना मुश्किल हो गया है और भविष्य में भी खेती प्रभावित होगी। घटना की जानकारी मिलते ही किसान ने तत्काल संबंधित अधिकारियों से शिकायत की। उन्होंने एसडीएम सदर को प्रार्थना पत्र देकर अवैध खनन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। इसके अतिरिक्त, गंगाघाट पुलिस को भी मामले की सूचना दी गई है। किसान ने आरोप लगाया कि बिना किसी अनुमति के इतनी बड़ी मात्रा में मिट्टी निकालना प्रशासनिक लापरवाही को दर्शाता है। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र में लंबे समय से मिट्टी खनन का अवैध कारोबार चल रहा है। रात के समय भारी वाहनों की आवाजाही आम बात है, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं होती। ग्रामीणों ने प्रशासन से खनन माफियाओं पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।फिलहाल प्रशासन की ओर से मामले की जांच की बात कही जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि जांच के बाद दोषियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
बागपत में बिजली संकट पर किसानों का आक्रोश:भाकियू भानु गुट का अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर धरना
बागपत में भारतीय किसान यूनियन (भानु गुट) ने बिजली विभाग के खिलाफ अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन जिला अध्यक्ष राजीव चौधरी के नेतृत्व में हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में किसान, पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हुए। धरने के दौरान किसानों ने बिजली विभाग पर कई गंभीर आरोप लगाए। किसानों का कहना था कि उनके नाम पर लगातार फर्जी बिजली बिल जारी किए जा रहे हैं, जिससे उन्हें मानसिक और आर्थिक परेशानी हो रही है। कई किसानों को बिना किसी स्पष्ट कारण के अत्यधिक बिल थमा दिए गए हैं, जिनका विभाग द्वारा कोई समाधान नहीं किया जा रहा। किसानों ने यह भी आरोप लगाया कि गांवों में घरों के ऊपर से जर्जर विद्युत लाइनें गुजर रही हैं, जिससे बड़े हादसे का खतरा बना हुआ है। विभाग द्वारा इन लाइनों को न तो बदला जा रहा है और न ही सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, पुराने और खराब ट्रांसफार्मरों को लंबे समय से नहीं बदलने के कारण बिजली आपूर्ति बाधित हो रही है। प्रदर्शन के दौरान किसानों ने स्मार्ट मीटर को लेकर भी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने स्मार्ट मीटर हटाने की मांग करते हुए कहा कि इन मीटरों से गलत रीडिंग आ रही है और बिल अधिक आ रहे हैं, जिससे किसान परेशान हैं। जिला अध्यक्ष राजीव चौधरी ने चेतावनी दी कि यदि किसानों की समस्याओं का जल्द समाधान नहीं किया गया, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसान शांतिपूर्ण ढंग से अपनी मांगें रख रहे हैं, लेकिन विभाग की अनदेखी स्वीकार्य नहीं होगी। धरने के बाद किसानों ने अपनी मांगों से संबंधित एक ज्ञापन अधीक्षण अभियंता को सौंपा। विभागीय अधिकारियों ने समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया है। हालांकि, किसानों ने स्पष्ट किया कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो वे दोबारा बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
देवरान में युवक ने फांसी लगाकर जान दी:मौके पर पहुंची बार पुलिस ने शव पोस्टमार्टम को भेजा
बार थाना क्षेत्र के देवरान गांव में सोमवार सुबह एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। जानकारी के अनुसार, मृतक की पहचान धर्मेंद्र साहू के रूप में हुई है। वह अपने माता-पिता से अलग कटाईजा मुहल्ला स्थित सोसायटी के पीछे बने मकान में रहता था। उसके मवेशी भी वहीं बंधे रहते थे। मृतक की पत्नी अपने दोनों बच्चों (एक पुत्र और एक पुत्री) के साथ मायके गई हुई थी। धर्मेंद्र दो भाइयों में बड़ा था। थाना प्रभारी अजमेर सिंह ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली है कि युवक ने पहले भी दो बार आत्महत्या का प्रयास किया था। बताया जा रहा है कि इस वर्ष धर्मेंद्र को गेहूं की खरीद में नुकसान हुआ था। हालांकि, अभी तक फांसी लगाने के स्पष्ट कारणों का पता नहीं चल सका है। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
बालोतरा पुलिस ने डोडा पोस्त तस्करी के एक मामले में लंबे समय से फरार चल रहे 5 हजार रुपए के इनामी आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी सिणधरी क्षेत्र में चाय के ढाबों पर अवैध रूप से डोडा पोस्त सप्लाई करने का वांछित था। पुलिस के अनुसार, ये मामला 31 मार्च को सिणधरी कस्बे में चाय के ढाबों पर अवैध डोडा पोस्त तस्करी के खिलाफ की गई कार्रवाई से जुड़ा है। उस दौरान ढाबा संचालक सांवलाराम और सोनाराम को गिरफ्तार किया गया था। दोनों के खिलाफ सिणधरी थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था। जांच के दौरान सामने आया कि इन ढाबा संचालकों को डोडा पोस्त की सप्लाई पप्पुराम उर्फ पदमाराम निवासी मीठीबेरी, गुड़ामालानी, जिला बाड़मेर द्वारा की जा रही थी। इसके बाद पुलिस टीमें आरोपी की तलाश में जुट गईं, लेकिन गिरफ्तारी से बचने के लिए वह लगातार अपने ठिकाने बदलता रहा और फरार हो गया। पप्पुराम उर्फ पदमाराम को शातिर डोडा पोस्त तस्कर बताया गया है। उसकी गिरफ्तारी न होने पर पुलिस ने उस पर 5 हजार रुपए का इनाम घोषित किया, जिसके बाद उसकी तलाश और तेज कर दी गई। डीएसटी प्रभारी लूणाराम के नेतृत्व में पुलिस टीम ने सूचना तंत्र और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आरोपी को हिरासत में लिया। गहन पूछताछ के बाद उसे विधिवत गिरफ्तार कर लिया गया। फिलहाल पुलिस आरोपी से डोडा पोस्त की खरीद-फरोख्त और उसके सप्लाई नेटवर्क के संबंध में पूछताछ कर रही है। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ पहले से भी एक आपराधिक प्रकरण दर्ज है। उसकी आपराधिक गतिविधियों को लेकर आगे की जांच जारी है। इस कार्रवाई में एसआई लूणाराम, कॉन्स्टेबल लूणाराम, शेभूराम, धर्मेंद्र कुमार और मुकेश की महत्वपूर्ण भूमिका रही। पुलिस का कहना है कि अवैध मादक पदार्थ तस्करी के खिलाफ यह अभियान लगातार जारी रहेगा।
हरदा में रविवार को करणी सेना ने जनक्रांति आंदोलन के दौरान एक नए राजनीतिक दल के गठन की घोषणा की। यह शक्ति प्रदर्शन गत जुलाई माह में हरदा में हुई लाठीचार्ज की घटना और 21 सूत्रीय मांगों को लेकर किया गया था। आंदोलन में मध्य प्रदेश के साथ राजस्थान, हरियाणा सहित अन्य राज्यों से हजारों करणी सैनिक शामिल हुए। आंदोलन के दौरान करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीवनसिंह शेरपुर ने मंच से करणी सैनिकों के समर्थन से नए राजनीतिक दल के गठन का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि अब किसी भी राजनीतिक दल पर भरोसा नहीं किया जाएगा और सर्व समाज को साथ लेकर अपना दल बनाया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि यदि न्याय नहीं मिला और मांगें पूरी नहीं हुईं, तो विधानसभा और लोकसभा चुनाव में अपने प्रत्याशी उतारे जाएंगे, ताकि जनहित की आवाज सदन तक पहुंचाई जा सके। जीवनसिंह बोले- लव मैरिज माता-पिता की अनुमति जरूरी अध्यक्ष जीवनसिंह शेरपुर ने कहा कि लव मैरिज में माता-पिता की अनुमति अनिवार्य होनी चाहिए। उन्होंने नेताओं की बेटियों का उल्लेख करते हुए कहा कि वे उनकी लड़ाई भी लड़ रहे हैं, लेकिन सरकार इस पर सहमत नहीं है। वहीं करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना ने कहा कि महिलाओं पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इसका जवाब दिया जाएगा। उन्होंने 21 सूत्रीय मांगों को मनवाने के लिए दिल्ली घेराव की बात कही। भीम आर्मी ने आंदोलन को बाबा साहेब के विचारों के खिलाफ बताया करणी सेना के जनक्रांति आंदोलन को लेकर भीम आर्मी के संभागीय अध्यक्ष महेंद्र काशिव ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन बाबा साहेब के विचारों के खिलाफ था और वे पहले भी इसका विरोध कर चुके हैं। काशिव ने आरोप लगाया कि करणी सेना ने सर्व समाज के लोगों को गुमराह कर अपनी राजनीतिक रोटी सेंकी है। उन्होंने 15 मार्च को एक बड़े आंदोलन की घोषणा भी की। भाजपा मंडल अध्यक्ष ने कहा- राजनीति में स्थापित होने की कोशिश सिराली भाजपा मंडल अध्यक्ष अनिल राजपूत ने कहा कि करणी सेना की यह लड़ाई समाज की नहीं, बल्कि खुद को राजनीति में स्थापित करने की थी। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने सर्व समाज या करणी सैनिकों से बिना पूछे नए दल की घोषणा कर दी। राजपूत ने समाज से इस दिशा में सोचने का आग्रह किया। उन्होंने यह भी कहा कि 21 सूत्रीय मांगों में से अब तक केवल एक ही मांग मानी गई है, जबकि आंदोलन को सर्व समाज का समर्थन मिला था।
रोहतक के मिनी चिड़ियाघर में युवाओं द्वारा बाड़े में घुसकर मगरमच्छ को पत्थर मारते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। वीडियो वायरल होने के बाद वन्य जीव विभाग के इंस्पेक्टर राजेश ने आईएमटी थाने में शिकायत दी है। पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इंस्टाग्राम पर वायरल हो रही रील में कुछ युवक मिनी चिड़ियाघर में जाते हुए दिखाई दे रहे है। इसके बाद एक युवक मगरमच्छ के बाड़े में घुस जाता है और दूसरे युवक वीडियो शूट करने लगे। बाड़े में घुसा युवक मगरमच्छ को पत्थर मारते और डंडा मारते हुए नजर आ रहा है। यह वीडियो इंस्टाग्राम पर तेजी से वायरल हो रहा है। हवाबाजी के चक्कर में मगरमच्छ को किया परेशान मिनी चिड़ियाघर में तीन से चार दोस्त घूमने गए और हवाबाजी करते हुए नजर आए। हवाबाजी के चक्कर में ही एक युवक मगरमच्छ के 8 फुट ऊंचे बाड़े के जाल के ऊपर से कूदकर अंदर घुसा और मगरमच्छों को सताने लगा। हवाबाजी में ही वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दी। वन्य जीव विभाग ने दी पुलिस को शिकायतमगरमच्छ के बाड़े में घुसे युवक की सोशल मीडिया पर वायरल हो रही वीडियो के मामले में वन्य जीव विभाग के इंस्पेक्टर राजेश ने बताया कि उन्हें वीडियो के बारे में पता चला है। इस मामले में गैर जिम्मेदार युवकों के खिलाफ आईएमटी थाने में शिकायत दी गई है। वन्य जीव विभाग की तरफ से मिली शिकायत आईएमटी थाना एसएचओ बिजेंद्र सिंह ने बताया कि इस मामले में वन्य जीव विभाग से शिकायत मिली है। मामले में जो भी उचित कार्रवाई होगी, वह की जाएगी। वीडियो को देखा जा रहा है। वन्य जीव विभाग भी अपने स्तर पर कार्रवाई करेगा।
आजमगढ़ जिले के रौनापार थाना क्षेत्र में तेज रफ्तार ट्रेलर और पिकअप की टक्कर का मामला सामने आया है। यह हादसा उस वक्त हुआ जब गोरखपुर आजमगढ़ राजमार्ग पर दाह संस्कार कार्यक्रम से लौट रहे पिकअप में ट्रेलर ने जोरदार टक्कर मार दी। इस हादसे में छह लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मामले की जानकारी मिलने के बाद आसपास के लोगों की मदद से सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई। मृतक की पहचान तिलक राजभर 58 के रूप में हुई है जो की जोकहरा गांव के पूर्व प्रधान भी रह चुके हैं। वहीं अन्य घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां सभी का इलाज चल रहा है। अंतिम संस्कार से वापस लौटते समय हुआ हादसा आजमगढ़ जिले के जोकहरा गांव के बड़ी संख्या में लोग दोहरीघाट पर अंतिम संस्कार में शामिल होने गए थे। पिकअप से वापस लौटते समय तेज रफ्तार ट्रेलर ने पिकअप में जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर की आवाज सुनकर आसपास के बड़ी संख्या में लोग मौके पर पहुंचे और सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया। घायलों में बालचंद कुमार (67), रघु कुमार (62), लक्ष्मण (63), अभिमन्यु राजभर (29), संदीप (28) और अजय राजभर (32) हैं। जिनका इलाज चल रहा है। इस बारे में क्षेत्राधिकारी सगड़ी अनिल कुमार वर्मा ने बताया कि सभी घायलों का इलाज चल रहा है। पुलिस मामले में वैधानिक कार्रवाई कर रही है।
प्रयागराज में चल रहे बज्म-ए-विरासत महोत्सव में इन दिनों शहर की रौनक और बढ़ गई है। देश के जाने-माने फिल्म निर्देशक अनुभव सिन्हा भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने प्रयागराज पहुंचे। मुल्क, आर्टिकल 15, थप्पड़, तुम बिन-2 और फराज जैसी चर्चित फिल्मों के निर्देशक अनुभव सिन्हा ने अपने शहर की गलियों में घूमकर बचपन की यादें ताजा कीं। घाट पर खेला क्रिकेट, संगम में चलाई नाव प्रयागराज पहुंचे अनुभव सिन्हा ने संगम में नाव चलाई और लोकनाथ की गलियों का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने प्रयागराज की गलियों और यहां की दिव्यता की खुलकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि प्रयागराज एक दिव्य शहर है और यहां की गलियों में एक अलग ही ऊर्जा और आत्मीयता महसूस होती है। लोकनाथ में चखा दमआलू का स्वाद लोकनाथ क्षेत्र में उन्होंने शहर के प्रसिद्ध नाश्ते दमआलू-खस्ता का स्वाद भी चखा और इसे बेहद खास बताया। उन्होंने दमआलू को कहा की दिव्य मैटर है। साथ ही उन्होंने प्रयागराज की गलियों का भ्रमण किया चाय की टपरी का अनुभव लिया। अनुभव सिन्हा का जन्म प्रयागराज में हुआ है और आज वह हिंदी सिनेमा के बड़े निर्देशकों में गिने जाते हैं। बज्म-ए-विरासत कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे प्रयागराज बज्म-ए-विरासत के फिल्म डिस्कशन सत्र में अनुभव सिन्हा के साथ देशभर से आए कई बड़े सितारे और निर्देशक भी शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने फिल्म निर्माण, सिनेमा के बदलते स्वरूप और प्रयागराज से जुड़ी कई यादें और किस्से दर्शकों से साझा किए। कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना चुके शहर के कई सितारों की मौजूदगी ने बज्म-ए-विरासत को और भी खास बना दिया।
लखनऊ में विधानसभा सत्र के दौरान सोमवार को लोडर ऑटो चालकों ने भारी चालान के विरोध में प्रदर्शन किया। बड़ी संख्या में लोडर ऑटो चालक विधानसभा का घेराव करने के लिए पहुंचे, जहां पुलिस ने उन्हें रोक लिया। प्रदर्शनकारी चालकों ने बापू भवन के पास एकत्र होकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। चालकों का आरोप है कि छोटी गाड़ियों पर भारी-भरकम चालान किए जा रहे हैं, जिससे उनका रोज़गार प्रभावित हो रहा है। इसी मांग को लेकर वे अपनी आवाज़ सरकार तक पहुंचाने के लिए विधानसभा की ओर बढ़ रहे थे। विधानसभा में जहां एक ओर सत्र चल रहा था, वहीं दूसरी ओर लोडर ऑटो चालकों का यह प्रदर्शन चर्चा का विषय बना रहा। सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनज़र पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया और उन्हें इको गार्डन भेज दिया।
अलीगढ़ में श्री बारहसैनी कॉलेज सोसाइटी के चुनाव को लेकर भारी उत्साह देखा जा रहा है। सोमवार को प्रधान, वरिष्ठ उपप्रधान, कनिष्ठ उपप्रधान, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, कनिष्ठ उपसचिव और कोषाध्यक्ष के पद के लिए मतगणना जारी है। अभी तक तीसरे राउंड के परिणाम सामने आ चुके हैं। 62.7 फीसदी हुआ मतदान चुनाव के लिए रविवार को मतदान हुआ था। इसमें अलीगढ़ सहित अन्य शहरों से आए मतदाताओं ने हिस्स लिया था। प्रधान, वरिष्ठ उपप्रधान, कनिष्ठ उपप्रधान, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, कनिष्ठ उपसचिव और कोषाध्यक्ष के पद के लिए 62.7 फीसदी मतदान हुआ था। सदस्य पद से हुई मतगणना की शुरुआत मतगणना का दौर जारी है। दूसरे राउंड के नतीजे सामने आ गए हैं। कुल 43 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला आठ शाम तक हो जाएगा। मतगणना की शुरुआत सदस्य पद से की गई है। प्रधान, वरिष्ठ उपप्रधान, कनिष्ठ उपप्रधान, वरिष्ठ संयुक्त सचिव, कनिष्ठ संयुक्त सचिव और कोषाध्यक्ष पदों पर दो-दो प्रत्याशी आमने-सामने हैं। इन पदों पर मुकाबला काफी रोचक बना हुआ है। वहीं सचिव पद पर तीन प्रत्याशियों के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है। ये हैं दूसरे राउंड के परिणाम (सदस्य पद) इंजीनियर नेहा वार्ष्णेय – 986 शिखा राजाजी – 825 बोस्की वार्ष्णेय – 781 एड. कपिल गुप्ता ‘स्क्रैप’ – 763 डॉ. कौशल किशोर (एडवोकेट) – 741 रेनू रानी – 740 शैलेंद्र कुमार वार्ष्णेय ‘शैलू’ – 722 डॉ. तुषार वार्ष्णेय – 683 राजा सौरभ – 678 रविकर आर्य – 667 मंजू वार्ष्णेय – 637 अभिषेक गुप्ता ‘जॉर्डन’ – 589 सुमित कुमार गुप्ता (एडमिन)– 556 मुकेश गुप्ता – 530 नवरतन गुप्ता – 517 विपिन कुमार वार्ष्णेय – 497 सुधीर कुमार (सहपऊ वाले) – 464 विपेंद्र कुमार वार्ष्णेय (वीडियो वाले) – 455 प्रवीन वार्ष्णेय – 437 विष्णु गुप्ता – 397 अभिषेक वार्ष्णेय एड. – 385 अजय वार्ष्णेय – 348 आलोक कुमार गुप्ता – 317 हृदेश कुमार वार्ष्णेय – 304 अमान्य मत – 64 रिजर्व कैटेगरी देवेंद्र कुमार मोनू– 604 सीमा वाष्र्णेय– 569 इन पदों पर है सीधा मुकाबला प्रधान पर की ये है स्थिति धीरेंद्र कुमार गुप्ता डॉ. उमाशंकर वार्ष्णेय वरिष्ठ उपप्रधान प्रज्ञा वार्ष्णेय सीए सचिन आर्य कनिष्ठ उपप्रधान आमोद कुमार महाशय राजीव कुमार वार्ष्णेय सचिव (त्रिकोणीय मुकाबला): सीए गौरव वार्ष्णेय आकाशदीप वार्ष्णेय (एडवोकेट) गौरव वार्ष्णेय वरिष्ठ संयुक्त सचिव संदीप कुमार मुकेश वार्ष्णेय कनिष्ठ संयुक्त सचिव स्वाति गुप्ता घनेंद्र कुमार गुप्ता कोषाध्यक्ष राजीव कुमार वार्ष्णेय अनूप कुमार गुप्ता
इंदौर की लसूडिया पुलिस ने एक युवती की शिकायत पर उसके रिश्तेदार के खिलाफ बंधक बनाकर रखने, मारपीट करने और धमकी देने के मामले में FIR दर्ज की है। पीड़िता के अनुसार आरोपी ने उसका मोबाइल छीना और उसे कई दिनों तक बंधक बनाकर रखा। लसूडिया पुलिस के अनुसार 21 वर्षीय युवती की शिकायत पर आनंद निवासी बिचोली मर्दाना के खिलाफ कार्रवाई की गई है। युवती ने बताया कि 11 दिसंबर को वह तुलसी क्लीनिक, केलोद कांकड़ में जॉब के सिलसिले में गई थी। इस दौरान आनंद वहां आया और कहा कि वह उससे प्यार करता है और शादी करना चाहता है। इसके बाद आरोपी ने युवती को जबरन बाइक पर बैठाया और उसका मोबाइल अपने पास रख लिया। आनंद ने उसे कुछ समय तक साथ घुमाया और फिर देवास में कमरे में रखा। इसके बाद चितोडगढ़ ले जाकर शादी के लिए दबाव बनाया और मारपीट की। आरोपी ने धमकी दी कि अगर शादी नहीं हुई तो परिवार के लोगों को जान से मार देगा। पीड़िता ने राहगीर की मदद से मोबाइल वापस लिया और परिवार से संपर्क किया। इसके बाद परिवार के लोग उसे लेने पहुंचे। टीआई तारेश सोनी ने बताया कि रात में आरोपी आनंद को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी एक फैक्ट्री में काम करता है और उसने पीड़िता को जान से मारने की धमकी दी थी। आरोपी ने मोबाइल अपने पास रखे होने के कारण युवती परिवार से संपर्क नहीं कर पा रही थी।
मेरठ में हिंदू स्वाभिमान परिषद ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रही हिंसा के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया। परिषद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा और कहा कि कट्टरपंथी मानसिकता से भारत भी खतरे में हैं, ऐसे लोगों का इलाज करना आवश्यक है। ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि बांग्लादेश में हिंदुओं की लगातार हत्याएं हो रही हैं और यूनुस सरकार इस पर मौन साधे हुए है। परिषद ने इसे 'इस्लामिक षडयंत्र' बताया। इसमें 19 दिसंबर को दीपू चंद्र दास की बर्बर हत्या का भी जिक्र किया गया, जिसे मानवता को शर्मसार करने वाला कृत्य बताया गया। कट्टरपंथी मानसिकता से देश को भी खतरा परिषद ने दावा किया कि यह 'मजहबी जिहादियों' द्वारा बांग्लादेश को हिंदू-विहीन करने की साजिश है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि हिंदुओं के कत्लेआम पर सभी देश, मानवाधिकार संगठन और राजनीतिक दल चुप हैं, जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि सभी ने मौन स्वीकृति दे रखी है। ज्ञापन में भारत सरकार से तत्काल बांग्लादेश के साथ सभी मैत्री संबंध समाप्त करने की मांग की गई। परिषद ने भारत से बांग्लादेश पर कार्रवाई कर उसे नक्शे से मिटाने और 'वीरता एवं शौर्य' का परिचय देने का भी आह्वान किया। भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग प्रदर्शन में शामिल लोगों ने भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि जिस तरह बांग्लादेश में हिंदुओं का नरसंहार हो रहा है, उसी तरह देश में भी विशेष वर्ग की जनसंख्या बढ़ रही है। यदि उनकी जनसंख्या पर रोक नहीं लगी, तो भारत में भी नरसंहार की संभावना बढ़ सकती है। इस अवसर पर हिंदू स्वाभिमान परिषद के मूलचंद शर्मा, राष्ट्रीय प्रभारी सुशील वर्मा, प्रदेश प्रचारक मोहित किस्की, प्रदेशाध्यक्ष अमित तोमर, जिलाध्यक्ष प्रवीण चौहान, महानगर अध्यक्ष हर्ष गुप्ता, व्यापार प्रकोष्ठ से बिजेंद्र सोम, चिकित्सा प्रकोष्ठ से डॉ. राहुल उपाध्याय, प्रदेश प्रचारक विशाल शर्मा, धर्माचार्य जिलाध्यक्ष मृदुल शास्त्री, महानगर अध्यक्ष अंकित वाजपेयी, सिवाल खास विधानसभा अध्यक्ष जॉनी चौधरी और अशोक चौहान सहित कई सदस्य उपस्थित रहे।
जयपुर ईस्ट पुलिस ने साइबर अपराध के खिलाफ सफलता हासिल करते हुए करोड़ों रुपए के क्रिप्टो लेन-देन से जुड़े एक संगठित साइबर ठगी गिरोह का पर्दाफाश किया है। जवाहर सर्किल थाना पुलिस ने 5 करोड़ रुपए से अधिक के साइबर फ्रॉड का खुलासा करते हुए दो मास्टरमाइंड और एक खाता धारक को गिरफ्तार किया है। साइबर फ्रॉड से जुड़े मामले में पुलिस को 10 दिसंबर को मुखबिर की सूचना पर कोर्डन वे होटल, डब्ल्यूटीपी के पीछे मालवीय नगर क्षेत्र में संदिग्ध रूप से खड़े दो युवकों अनिल श्योराण (23 वर्ष) पुत्र राजपाल, निवासी कायमसर, थाना रामगढ़ शेखावटी और अनुराग सिंह ( 22 वर्ष) पुत्र धीसू सिंह उर्फ घनश्याम सिंह, उम्र, निवासी फतेहपुर शेखावटी, जिला सीकर को डिटेन किया गया। पूछताछ के दौरान संतोषजनक जवाब नहीं देने पर उनके बैग की तलाशी ली गई, जिसमें 1 बैंक पासबुक, 6 चेकबुक, 4 एटीएम कार्ड, एक फर्जी सिम कार्ड और दो मोबाइल फोन बरामद किए गए। आरोपी बेरोजगार-जरूरतमंद लोगों को पैसे का लालच देकर उनके बैंक खाते कमीशन पर लेते जांच में सामने आया कि आरोपी बेरोजगार और जरूरतमंद लोगों को पैसे का लालच देकर उनके बैंक खाते कमीशन पर लेते थे और उन खातों का उपयोग ऑनलाइन फ्रॉड, साइबर ठगी और यूएसडीटी के जरिए क्रिप्टो ट्रांजेक्शन कर अवैध रकम को वाइट मनी में बदलने के लिए करते थे। समन्वय पोर्टल पर जांच के दौरान आरोपियों से जुड़े 19 बैंक खातों पर देश के विभिन्न राज्यों में दर्ज साइबर ठगी की शिकायतें पाई गईं। दोनों आरोपी शुभम गुप्ता को यूपी से जयपुर बुलाकर बैंक से नगद राशि निकलवाते डीसीपी ईस्ट संजीव नैन (आईपीएस) ने बताया- जांच के दौरान चेकबुक व खातों की तस्दीक के लिए पुलिस टीम को मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश) भेजा गया। पुलिस टीम ने आगे कार्रवाई करते हुए मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश) से एक खाता धारक शुभम गुप्ता(21 वर्ष) पुत्र कमलकांत गुप्ता, निवासी नवीन नगर, एमडीए कॉलोनी, थाना सिविल लाइन, जिला मुरादाबाद (उ.प्र.) को भी पकड़ा है। पूछताछ में उसने बताया कि अनिल श्योराण और अनुराग सिंह उसे जयपुर बुलाते थे, जहां उसके विभिन्न बैंक खातों में लाखों रुपए क्रेडिट कराए जाते थे। इसके बाद आरोपी उसे गाड़ी में बैंक ले जाकर चेक के माध्यम से नगद राशि निकलवाते थे और आपस में रकम का बंटवारा किया जाता था। सभी दस्तावेज, एटीएम कार्ड, सिम कार्ड और मोबाइल फोन जब्त पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से बरामद सभी दस्तावेज, एटीएम कार्ड, सिम कार्ड और मोबाइल फोन जब्त कर लिए हैं। आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर अनुसंधान जारी है। आरोपियों को न्यायालय में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा जा चुका है। जयपुर पूर्व पुलिस ने आमजन से अपील की है कि किसी भी लालच में आकर अपने बैंक खाते, एटीएम कार्ड या ओटीपी किसी को न दें। साइबर ठगी की आशंका होने पर तुरंत 1930 साइबर हेल्पलाइन या नजदीकी पुलिस थाने से संपर्क करें।
पड़ोसी के आंगन में मिला महिला का शव:हत्या की आशंका, रविवार को घर से निकली थी; फॉरेंसिक जांच हो रही
उमरिया के थाना क्षेत्र के ग्राम बंधवाबारा में एक महिला का शव पड़ोसी के घर के आंगन में संदिग्ध परिस्थितियों में मिला है। सूचना मिलने पर पाली पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की। मृतका की पहचान अमशिया बैगा (45) के रूप में हुई। परिजनों के अनुसार, महिला रविवार को घर से निकली थी और कुछ समय बाद ही उसके मृत होने की सूचना मिली। परिजनों ने तत्काल पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। सोमवार को पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस ने संदिग्ध परिस्थितियों के मद्देनजर आसपास के लोगों और संभावित संदिग्धों से पूछताछ शुरू कर दी है। शव मिलने पर फॉरेंसिक टीम जांच में जुटी एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लैब) की टीम को भी घटनास्थल पर बुलाया गया है। मृतका के परिजन लाला ने बताया कि रविवार को उन्हें घटना की जानकारी मिली। वे मौके पर पहुंचे तो पड़ोसी के घर के आंगन में अमशिया का शव पड़ा हुआ था। उन्होंने तत्काल पुलिस को सूचित किया। पाली थाना प्रभारी राजेश चंद्र मिश्रा ने जानकारी दी कि मामले में सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। प्रथम दृष्टया यह हत्या का मामला प्रतीत हो रहा है। पुलिस गहन पूछताछ कर रही है और जल्द ही पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा।
भोपाल के आर्च ब्रिज पर चढ़ा युवक:पुलिस और नगर निगम की टीम ने घंटे की मशक्कत के बाद उतारा
भोपाल के बड़े तालाब पर बने आर्च ब्रिज पर करीब 50 फीट की ऊंचाई तक युवक अर्ध नग्न होकर चढ़ गया। वह ब्रिज से तालाब में छलांग लगाने की धमकी दे रहा था। हालांकि उसकी कोई मांग नहीं थी। सूचना के बाद मौके पर पहुंची नगर निगम और पुलिस की टीम ने युवक को समझाइश देकर नीचे उतार लिया। तलैया थाने के टीआई दीपक ढहरिया ने बताया कि दोपहर करीब 1:15 बजे युवक ब्रिज पर चढ़ गया था। जिसकी सूचना डायल 112 पर राहगीरों ने दी थी। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने नगर निगम की टीम की मदद से युवक को समझाइश देकर उतार लिया। वह मानसिक विक्षिप्त था। वहीं नगर निगम के गोताराखोर शेख आसिफ ने बताया कि युवक को समझाइश देकर नीचे उतारा है। वह तालाब में कूदकर सुसाइड की धमकी दे रहा था। उसका मानसिक संतुलन बिगड़ा हुआ है। युवक कमला पार्क और पास के इलाकों में अकसर भीख मांगता दिखाई दिया है।
ग्वालियर-इटावा नेशनल हाईवे 719 को सिक्स लेन बनाने की मांग को लेकर संत समाज का आंदोलन एक बार फिर तेज हो गया है। सोमवार को संत समाज के प्रतिनिधियों ने भिंड कलेक्टर केएल मीणा से मुलाकात कर हाईवे चौड़ीकरण की मांग उठाई। संतों ने साफ कहा कि मौजूदा टू-लेन हाईवे अब ट्रैफिक का दबाव नहीं झेल पा रहा है। आए दिन हो रहे हादसों में लोगों की जान जा रही है। टोल रोड होने के बावजूद सुरक्षा के इंतजाम नाकाफी हैं। संत समाज के अध्यक्ष कालिदास महाराज ने प्रशासन को अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने कहा, लंबे समय से सिक्स लेन की मांग की जा रही है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने 6 महीने का आश्वासन दिया था, जो पूरा हो चुका है। हमने अपनी तरफ से एक महीना और दिया, लेकिन अब तक न DPR बनी, न काम शुरू हुआ। अब 29 तारीख को सांकेतिक प्रदर्शन किया जाएगा। 'नो रोड, नो टोल' अभियान के तहत दोनों टोल प्लाजा फ्री कराए जाएंगे और संत सभा आयोजित की जाएगी। कलेक्टर बोले- चौड़ी सड़कों पर भी होते हैं हादसेकलेक्टर केएल मीणा ने संतों की बात सुनने के बाद कहा कि शासन हाईवे चौड़ीकरण को लेकर गंभीर है, लेकिन यह भी सच है कि फोरलेन और सिक्स लेन पर भी हादसे होते हैं। उन्होंने कहा कि हादसों को केवल सड़क की चौड़ाई से नहीं, बल्कि अनुशासन और स्पीड कंट्रोल से रोका जा सकता है। कलेक्टर ने बताया कि शासन के निर्णय और प्रक्रिया में अभी एक से डेढ़ महीने का समय लग सकता है। हेल्पर चला रहे डंपर, चेकिंग की मांग बैठक में परशुराम सेना के जिला अध्यक्ष देवेश शर्मा (सोनू) ने एक गंभीर मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि इटावा की ओर से लौटने वाले डंपर और ट्रक अक्सर हेल्परों के हवाले कर दिए जाते हैं, जिससे हादसे बढ़ रहे हैं। समाजसेवियों ने हाईवे पर स्पीड कंट्रोल के लिए चेक पॉइंट लगाने और ड्राइवरों के लाइसेंस की नियमित जांच करने की मांग की है। प्रशासन ने सुरक्षा उपायों पर कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
राजधानी रायपुर के उरला इलाके में पंथी नाच के विवाद में सोमवार की सुबह नाबालिगों ने युवक की चाकू मारकर हत्या कर दी। घटना के बाद आरोपी मृतक के दोस्तों को धमकी देकर फरार हो गए। घटना की सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने मामले में मर्ग कायम करके जांच शुरू कर दी है। संदेह के आधार पर दो नाबालिगों से पूछताछ की जा रही है। मृतक का नाम पुलिस द्वारा निखिल खरे बताया जा रहा है। उरला निरीक्षक रोहित माहेलकर ने बताया, कि आरोपियों ने पंथी नाच में हुए विवाद की रंजिश भुनाने के लिए सोमवार की सुबह वारदात को अंजाम दिया है। उरला पुलिस के अनुसार बेमेतरा निवासी नीतिल खरे, उरला निवासी अपने चाचा टीजे खरे के घर आया हुआ था। रविवार की रात को अपने दोस्तों के साथ उरला के सतनाम चौक पर आयोजित जयंती समारोह में शामिल होने पहुंचा था। रविवार–सोमवार रात ढ़ाई बजे नीतिल डांस कर रहा था, इस दौरान उसका दो नाबालिगों से विवाद हो गया। समारोह में मौजूद लोगों ने विवाद छुड़वा दिया। सुबह 5.30 निखिल खरे अपने चाचा के घर जा रहा था, इस दौरान आरोपियों ने रोका और चाकू से पांच वार किए। चाकू लगने के कारण निखिल जमीन में गिर पड़ा और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। स्थानीय निवासियों की सूचना पर पहुंचे निखिल के चाचा ने पुलिस को घटना की जानकारी दी। मौके पर ही तोड़ा दम हमला इतना गंभीर था कि निखिल खरे की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही उरला थाना पुलिस के साथ वरिष्ठ अधिकारी और एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लैब) की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना कर साक्ष्य जुटाए और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। दो संदेही हिरासत में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले दो नाबालिगों को हिरासत में ले लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। जांच अधिकारियों का कहना है, कि आरोपियों को गिरफ्तार करके पूरे मामले का खुलासा जल्द करेंगे।
इंडिगो एयरलाइंस की उड़ानों के निरस्त होने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। कंपनी ने सोमवार को इंदौर से हैदराबाद और चेन्नई की उड़ानों को निरस्त कर दिया, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। इससे पहले रविवार रात को भी जयपुर से आने-जाने वाली उड़ानें रद्द की गई थीं। इंदौर एयरपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार आज सुबह 6:50 बजे हैदराबाद से इंदौर पहुंचने और 7:25 बजे वापस हैदराबाद जाने वाली उड़ान, वहीं रात में 9:40 बजे चेन्नई से इंदौर आने और 10:10 बजे वापस चेन्नई जाने वाली उड़ान को इंडिगो ने निरस्त किया है। इस तरह कुल चार उड़ानें रद्द रहीं। इन उड़ानों में बुकिंग करा चुके यात्रियों को कंपनी की ओर से रिफंड और री-बुकिंग का विकल्प उपलब्ध कराया गया है। जयपुर रूट पर भी परेशानी इंडिगो ने रविवार रात 8:40 बजे इंदौर से जयपुर जाने वाली उड़ान को भी निरस्त कर दिया था। वहीं देरी के चलते रात 10 बजे जयपुर से इंदौर आने वाली उड़ान भी रद्द रही। बताया जा रहा है कि सुबह 6:35 बजे जयपुर जाने वाली उड़ान को निरस्त होने से बचाने के लिए विमान को इंदौर में ही रोका गया था। यह विमान रात और सुबह के यात्रियों को लेकर रवाना हुआ, लेकिन रात में यात्रा करने वाले यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। जोधपुर फ्लाइट बंद, रीवा की सीधी उड़ान शुरू इंदौर के देवी अहिल्याबाई होलकर विमानतल से आज से रीवा के लिए सीधी उड़ान की शुरुआत की गई है। हालांकि, इस नई सेवा के लिए इंडिगो एयरलाइंस ने इंदौर–जोधपुर फ्लाइट को बंद कर दिया। इस फैसले से जहां इंदौर से रीवा जाने वाले यात्रियों को सीधी सुविधा मिलेगी, वहीं जोधपुर रूट के यात्रियों को अब असुविधा का सामना करना पड़ेगा। फिलहाल इंदौर से राजस्थान के लिए केवल जयपुर और उदयपुर की सीधी उड़ानें ही संचालित रहेंगी। उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले समय में कंपनी जोधपुर रूट पर दोबारा उड़ानें शुरू कर सकती है। लगातार उड़ानों के निरस्त होने से यात्रियों में नाराजगी देखी जा रही है और वे इंडिगो एयरलाइंस की उड़ान संचालन व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं।
गाजीपुर समाजवादी महिला सभा ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और यूपी कैबिनेट मंत्री संजय निषाद के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग की है। संगठन का आरोप है कि एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने एक महिला के नकाब को छूने और इस घटना का समर्थन करने वाले दो मंत्रियों की टिप्पणियां महिलाओं के सम्मान के खिलाफ हैं। गाजीपुर जिलाध्यक्ष विभा पाल ने कहा कि हाल ही में एक सार्वजनिक मंच पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार का आचरण महिलाओं के प्रति असंवेदनशील मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि इसके बाद केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और कैबिनेट मंत्री संजय निषाद का समर्थन में महिलाओं को लेकर आपत्तिजनक बयान दिए, जिससे समाज में आक्रोश फैल गया। महिला सभा की जिलाध्यक्ष ने आगे कहा कि इस तरह की टिप्पणियां न केवल महिलाओं का अपमान हैं, बल्कि समाज में महिलाओं की गरिमा और सम्मान के मूल्यों को भी ठेस पहुंचाती हैं। संगठन का मानना है कि इस प्रकार के बयान और व्यवहार से समाज में गलत संदेश जाता है, जो महिलाओं के प्रति असम्मान और हिंसा को बढ़ावा दे सकता है। समाजवादी महिला सभा गाजीपुर ने तीनों नेताओं के खिलाफ FIR दर्ज कर कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
कानपुर देहात में सोमवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मनरेगा योजना में महात्मा गांधी का नाम बदलने के विरोध में प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन अकबरपुर ओवरब्रिज के नीचे किया गया, जहां से जुलूस निकालकर माती रोड तक नारेबाजी की गई। कानपुर देहात कांग्रेस के जिला अध्यक्ष अंबरीश सिंह गौर के नेतृत्व में हुए इस प्रदर्शन में भाजपा सरकार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधा गया। कांग्रेसियों ने मनरेगा योजना का नाम बदलकर उसमें राज्य सरकार की सहभागिता जोड़ने पर आपत्ति जताई। केंद्र सरकार द्वारा संचालित महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) में किए गए परिवर्तनों को लेकर देशभर में कांग्रेसी विरोध कर रहे हैं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि महात्मा गांधी का नाम बदलकर 'बापू योजना' करना और पूरी तरह से केंद्र द्वारा संचालित योजना में राज्य सरकार को जोड़ना महात्मा गांधी का अपमान है। जिला अध्यक्ष अंबरीश सिंह गौर ने कहा कि केंद्र और प्रदेश की सरकारें विफल हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों से देश में बेरोजगारी और भ्रष्टाचार बढ़ रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि इस बदलाव को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और सड़क से लेकर संसद तक इसका विरोध किया जाएगा। गौर ने प्रधानमंत्री मोदी पर ईडी का उपयोग कर सत्ता में बने रहने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि देश की जनता सच्चाई जान चुकी है और कांग्रेस मोदी के मंसूबों को सफल नहीं होने देगी। इस अवसर पर पूर्व प्रत्याशी मनोरमा संखवार, जाबिर मंसूरी, नीलम दिवाकर, राजेंद्र सचान, गुलफाम खान, मुन्ना खान, राकेश दोहरे, गोविंद यादव, बसंत लाल, वाजिद कुरैशी, दिलीप सिंह मुन्ना सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।
जौनपुर में शीतलहर, स्कूल बंद:कक्षा 1 से 8 तक के विद्यालय 23 और 24 दिसंबर को रहेंगे बंद
जौनपुर में अत्यधिक ठंड और शीतलहर के मद्देनजर, जिलाधिकारी के निर्देश पर कक्षा 1 से 8 तक के सभी विद्यालयों को 23 और 24 दिसंबर को विद्यार्थियों के लिए बंद रखने का आदेश जारी किया गया है। यह आदेश परिषदीय, मान्यता प्राप्त, सहायता प्राप्त, सीबीएसई, आईसीएसई और उत्तर प्रदेश बोर्ड से संबद्ध सभी विद्यालयों पर समान रूप से लागू होगा। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने स्पष्ट किया है कि इस अवधि में विद्यालयों के सभी शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक कर्मचारी निर्धारित समय पर विद्यालय में उपस्थित रहेंगे। उन्हें विभागीय कार्य, एसआईआर अभियान और अन्य सौंपे गए शासकीय दायित्वों का नियमित रूप से निर्वहन करना होगा। सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में इस आदेश का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए गए हैं।
उदयपुर में अरावली बचाने को लेकर जिला कलेक्ट्रेट के बाहर सोमवार को जोरदार प्रदर्शन हुआ। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हल्की झड़प की स्थिति भी बन गई, जिसके बाद पुलिस कई प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर बसों में बैठाकर ले गई। उदयपुर में पिछले कई दिनों से मेवाड़ अंचल में लगातार आंदोलन चल रहा है। आज भी शहर के साथ ही ग्रामीण इलाकों से भी लोग विरोध दर्ज कराने पहुंचे। विरोध कर रहे कई लोगों ने शांतिपूर्ण तरीके से अपनी गिरफ्तारियां भी दीं। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक अरावली की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं होती, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। प्रदर्शन के माध्यम से उन्होंने सरकार से अरावली संरक्षण के लिए ठोस और प्रभावी कदम उठाने की मांग की। इस आंदोलन में सर्व समाज के लोगों के साथ कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष एवं बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता भी शामिल हुए। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने राजस्थान सरकार और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि अरावली हमारी मां है, इसे नहीं मिटने देंगे। अरावली बचाओ, भविष्य बचाओ जैसे नारों से कलेक्ट्री परिसर गूंजता रहा। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि अरावली केवल पहाड़ों की श्रृंखला नहीं, बल्कि मेवाड़ की जीवनरेखा, इतिहास और सांस्कृतिक पहचान है। कांग्रेस शहर जिलाध्यक्ष फतेह सिंह राठौड़ ने बताया कि अरावली के लिए सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को बदलना ही होगा, अरावली से हमारा गहरा इतिहास और नाता रहा है। समय-समय पर अरावली ने हमें बड़ी आपदाओं से बचाया है। अगर अरावली खत्म हो गई तो वन्य जनजीवन समाप्त हो जाएगा। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि खनन और अन्य गतिविधियों के कारण अरावली को लगातार नुकसान पहुंचाया जा रहा है, जिससे पर्यावरण, जलस्तर और आने वाली पीढ़ियों का भविष्य खतरे में है।
रेवाड़ी में 15/16 दिसंबर की रात दिल्ली-जयपुर हाइवे पर कार लूट के मास्टरमाइंड देवांशु ने हीस्ट्रीशीटर से बदला लेने के लिए हथियार खरीदे थे। पुलिस ने पूछताछ के बाद आरोपियों से हथियारों का बड़ा जखीरा बरामद किया है। पांच दिन का रिमांड खत्म होने के बाद आरोपियों को पुलिस अदालत में पेश करेगी। बावल डीएसपी सुरेंद्र श्योराण ने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में यह जानकारी दी। हिस्ट्रीशीटर को पकड़ने में थी अहम भूमिका डीएसी ने बताया कि देवांशु के पिता सूरजभान राजस्थान पुलिस में सिपाही थे। सूरजभान ने हीस्ट्रीशीटर विनोद फैडरिक को गिरफ्तार करने में अहम भूमिका निभाई थी। जिसका गिरफ्तारी के ठीक एक साल बाद 1995 में एक्सीडेंट हो गया था। विनोद का शक था कि पिता का एक्सीडेंट हीस्ट्रीशीटर विनोद फैडरिक ने ही करवाया है। विनोद का साम्राज्य खत्म करना था लक्ष्यदेवांशु पिता के एक्सीडेंट का बदला लेने के साथ हीस्ट्रीशीटर नशा कारोबारी विनोद फैडरिक का साम्राज्य खत्म करना चाहता था। इसके लिए उसने हथियार जमा करने के लिए मेरठ के बंटी से संपर्क किया था। जिसके लिए देवांश मौका मिलते ही हथियार खरीदता था। वारदात में प्रयोग किए गए हथियारों से पहले भी देवांशु ने हथियार खरीदे थे। बंटी को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया था और तीन चार दिन के रिमांड पर था। हथियारों का जखीरा मिलाडीएसपी सुरेंद्र श्योराण ने बताया कि सीआईए ने आरोपियों से पूछताछ के दौरान 5 देशी पिस्टल, 250 जिंदा कारतूस, 8 मैगजीन, 22 मैगजीन की स्प्रिंग, एक बैरल की स्प्रिंग, एक बैग, एक आईफोन, 6 वाकी-टॉकी सैट, 5 वॉकी-टॉकी चार्जर, 5 अडैप्टर, एक पैकेट दस्ताना, एक दूरबीन, 2 पावर अडैप्टर, 3 कारतूस की खाली डब्बी, एक हथकड़ी बरामद हुई है। इससे पहले पुलिस ने गिरफ्तारी के समय दो पिस्टल, तीन मैगजीन, 79 कारतूस, जैमर, जीपीएस ट्रैकर सिस्टम बरामद किया था। देवांशु और शुभम को किया था गिरफ्तारपुलिस ने कार लूट की वारदात के बाद मंगलवार को अजमेर निवासी देवांशु और आजमगढ़ निवासी शुभम वर्मा को गिरफ्तार किया था। जिन्हें कोर्ट से पांच दिन के पुलिस रिमांड पर लिया था। पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ के बाद देवांशु को हथियार देने के आरोपी बंटी को गिरफ्तार किया था। देवांशु की पढ़ाई के दौरान ही शुभम से दोस्ती हुई थी और उसे बताया था कि उसका खनन का कारोबार है। देवांशु ने शुभम को काम देने के बहाने अपने पास अजमेर बुलाया था। जहां से उसे लेकर लूट की वारदात को अंजाम देने से पहले दिल्ली लेकर गया था। दिल्ली से जयपुर के लिए टैक्सी बुक की थी और 15/16 दिसंबर की रात दिल्ली जयपुर हाइवे के बनीपुर चौक पर ड्राइवर संजय को गोली मारकर कार लूट ली थी।
मेरठ की रैपिड ट्रेन में सामने आए अश्लीलता मामले की जांच अब गाजियाबाद पुलिस करेगी। प्रारंभिक जांच में घटना स्थल गाजियाबाद क्षेत्र का पाए जाने के बाद मोदीनगर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। मामला तब सामने आया जब ट्रेन के भीतर एक युवक-युवती द्वारा अश्लील हरकतें की गईं और इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। घटना के बाद रेलवे सुरक्षा और पुलिस प्रशासन सक्रिय हो गया। वीडियो रिकॉर्ड करने वाले ‘नमो भारत’ कर्मचारी को तत्काल निलंबित कर दिया गया। अधिकारियों ने कहा कि बिना अनुमति वीडियो बनाना और उसे सार्वजनिक करना नियमों का गंभीर उल्लंघन है। कर्मचारी के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है। गाजियाबाद पुलिस, आरपीएफ और अन्य सुरक्षा एजेंसियां मिलकर जांच कर रही हैं। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और ट्रेन में मौजूद अन्य यात्रियों से जानकारी जुटाई जा रही है। आरोपी युवक-युवती की पहचान के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि सार्वजनिक परिवहन में ऐसी हरकतें बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। रैपिड ट्रेन में निगरानी और सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की जाएगी। मामले में जल्द गिरफ्तारियां और कानूनी कार्रवाई की संभावना है।
डीडवाना-कुचामन जिले में 20 और 21 दिसंबर को 2 दिवसीय विशेष एरिया डोमिनेशन अभियान चलाया गया। पुलिस अधीक्षक ऋचा तोमर के निर्देश पर संचालित इस अभियान के तहत कुल 139 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया।जिले में अपराधों की रोकथाम और कानून-व्यवस्था सुदृढ़ करने के उद्देश्य से यह अभियान चलाया गया। इसमें 47 पुलिस टीमों के 183 पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों ने वांछित अपराधियों की धरपकड़ के लिए 325 स्थानों पर दबिश दी। अभियान के दौरान गंभीर प्रकरणों में वांछित 3 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा 19 स्थायी वारंटी/पीओ मफरूर/गिरफ्तारी वारंटों का निस्तारण किया गया।पुलिस ने 25 गिरफ्तारी वारंटों का निस्तारण करते हुए सामान्य प्रकरणों में 4 बदमाशों को भी गिरफ्तार किया। वहीं धारा 170 बीएनएसएस के तहत 88 बदमाशों को पकड़ा गया। एसपी ऋचा तोमर ने बताया कि जिले में कानून-व्यवस्था बनाए रखना और आमजन को सुरक्षित वातावरण प्रदान करना पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता है।उन्होंने कहा कि अपराधियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई कर कानून का भय स्थापित करने के लिए ऐसे विशेष एरिया डोमिनेशन अभियान आगे भी निरंतर चलाए जाएंगे। उन्होंने आमजन से किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तत्काल पुलिस को देने और सहयोग करने की अपील की।यह अभियान जिले में शांति, सुरक्षा और कानून के प्रति विश्वास को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ है।
गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन स्थित गौर सेंट्रल मॉल में 'धुरंधर' फिल्म के प्रदर्शन के दौरान विवाद हो गया। नाबालिग दर्शकों के लिए फिल्म रोके जाने पर मॉल प्रबंधन और अभिभावकों के बीच तीखी बहस हुई, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जानकारी के अनुसार, कुछ नाबालिग बच्चे अपने परिजनों के साथ फिल्म देखने पहुंचे थे। फिल्म शुरू होने के कुछ देर बाद ही मॉल प्रबंधन ने अचानक इसे बीच में रोक दिया। स्क्रीन बंद होने से दर्शक हैरान रह गए और बच्चों में भी भ्रम की स्थिति बन गई। 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को फिल्म देखने की अनुमति नहीं सिनेमाघर के मैनेजर और स्टाफ ने मौके पर पहुंचकर बच्चों के माता-पिता से बात की। प्रबंधन ने बताया कि नियमों के तहत 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को यह फिल्म देखने की अनुमति नहीं है, इसलिए फिल्म को रोका गया। वहीं, अभिभावकों ने प्रबंधन के इस फैसले पर आपत्ति जताई। उनका तर्क था कि टिकट काउंटर पर उम्र संबंधी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई थी और टिकट भी बिना किसी आपत्ति के जारी कर दिए गए थे। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों के बीच बहस तेज हो गई। इस दौरान सिनेमाघर में मौजूद अन्य दर्शकों को भी असुविधा का सामना करना पड़ा। विवाद का यह वीडियो किसी दर्शक ने रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया, जो अब तेजी से वायरल हो रहा है। कुछ समय तक चली बातचीत और समझाइश के बाद मामला शांत हुआ। इसके बाद फिल्म को दोबारा शुरू किया गया, जिससे दर्शकों ने राहत की सांस ली और फिल्म देखना जारी रखा।
बागपत जनपद के टटीरी कस्बे में एक सड़क हादसे में स्कूटी सवार तीन युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना टटीरी स्थित सीएनजी पंप के सामने हाइवे पर हुई, जब एक अज्ञात वाहन ने स्कूटी को टक्कर मार दी। जानकारी के अनुसार, टटीरी निवासी अरुण ने बताया कि तीनों युवक एक ही स्कूटी पर सवार होकर टटीरी से बागपत की ओर जा रहे थे। जैसे ही वे सीएनजी पंप के सामने हाइवे पर पहुंचे, तभी सामने से आ रहे एक अज्ञात वाहन ने उनकी स्कूटी को टक्कर मार दी। हादसे में निशांत, प्रिंस सहित तीनों युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। राहगीरों ने तुरंत एम्बुलेंस को सूचना दी। मौके पर पहुंची एम्बुलेंस ने घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बागपत में भर्ती कराया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उनका उपचार चल रहा है। चिकित्सकों के अनुसार, घायलों की स्थिति फिलहाल गंभीर बनी हुई है, हालांकि उन्हें खतरे से बाहर बताया जा रहा है। घटना की सूचना मिलने पर टटीरी पुलिस चौकी से पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जानकारी जुटाई। पुलिस ने क्षतिग्रस्त स्कूटी को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से अज्ञात वाहन की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है। इस संबंध में टटीरी पुलिस चौकी प्रभारी विपिन कुमार यादव ने बताया कि अभी तक पीड़ित पक्ष की ओर से तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने के बाद अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा और जस्टिस रविंद्र कुमार अग्रवाल की डिवीजन बेंच ने विभागीय जांच में सजा पाए एक सरकारी कर्मचारी की रिव्यू पीटिशन को सख्त टिप्पणी के साथ खारिज कर दी है। कोर्ट ने कहा कि बिना किसी स्पष्ट त्रुटि के, केवल फैसले पर दोबारा सुनवाई कराने के उद्देश्य से रिव्यू पीटिशन लगाना न्यायिक प्रक्रिया का दुरुपयोग है। इतना ही नहीं, अलग-अलग चरणों में अलग वकीलों को नियुक्त कर बार-बार याचिकाएं दायर करना बार की स्वस्थ परंपरा के खिलाफ है। इस टिप्पणी के साथ ही हाईकोर्ट ने याचिकाकर्ता पर 50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। दरअसल, याचिकाकर्ता संजीव कुमार यादव के खिलाफ विभागीय जांच की गई, जिसमें दोष सिद्ध होने पर उसकी चार वेतनवृद्धियां रोकने की सजा दी गई थी। इस आदेश के खिलाफ उन्होंने पहले हाईकोर्ट की सिंगल बेंच में याचिका दायर की, जिसे जनवरी 2025 में खारिज कर दी गई। इसके बाद उन्होंने डिवीजन बेंच में रिट अपील की, जिसे मार्च 2025 में निरस्त कर दिया गया। याचिकाकर्ता ने इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में विशेष अनुमति याचिका (एसएलपी) भी दाखिल की, जिसे अगस्त 2025 में खारिज कर दिया गया। इसके बाद याचिकाकर्ता ने फिर से हाईकोर्ट में रिव्यू पीटिशन दायर कर दिया। एसएलपी खारिज होने के बाद राहत नहींहाईकोर्ट ने इस मामले की सुनवाई के बाद स्पष्ट किया कि सुप्रीम कोर्ट से एसएलपी खारिज होने के बाद तथ्यों के आधार पर रिव्यू पीटिशन का कोई ठोस आधार नहीं बनता। जिस कथित तथ्यात्मक त्रुटि का हवाला दिया गया, उसका रिकॉर्ड में मेल नहीं है। डिवीजन बेंच ने कहा कि यह याचिका कोर्ट का कीमती समय नष्ट करने वाली है। हालांकि, याचिकाकर्ता के वकील द्वारा बिना शर्त माफी मांगने पर हाईकोर्ट ने दो लाख के बजाए 50 हजार रुपए का जुर्माना लगाया। यह राशि सरकारी विशेषीकृत दत्तक ग्रहण एजेंसी, गरियाबंद को दी जाएगी। याचिकाकर्ता द्वारा राशि एक माह में जमा नहीं करने पर भू-राजस्व की तरह वसूली की जाएगी। हाईकोर्ट ने की सख्त टिप्पणीहाईकोर्ट ने साफ कहा कि रिव्यू पीटिशन किसी मामले में अपील का विकल्प नहीं हो सकती। यह तभी स्वीकार्य है, जब रिकॉर्ड पर कोई स्पष्ट और प्रत्यक्ष त्रुटि हो। कोर्ट ने यह भी नोट किया कि सिंगल बेंच, डिवीजन बेंच और रिव्यू पीटिशन में अलग-अलग वकीलों को नियुक्त किया गया। जिस वकील ने रिट अपील पर की बहस की थी, उसने रिव्यू पीटिशन दायर नहीं की। यह प्रवृत्ति सुप्रीम कोर्ट के पूर्व निर्णयों के अनुसार निंदनीय है। डिवीजन बेंच ने तमिलनाडु इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड बनाम एन. राजू रेड्डियार सहित कई सुप्रीम कोर्ट के फैसलों का हवाला देते हुए कहा कि वकील बदलकर रिव्यू पीटिशन दायर करना न्यायिक अनुशासन के विपरीत है। हाईकोर्ट ने लिखा हेडनोटफैसले के हेडनोट में हाईकोर्ट ने दो टूक कहा कि, बिना स्पष्ट त्रुटि के वकील बदलकर रिव्यू पीटिशन दायर करना बार की स्वस्थ परंपरा के अनुकूल नहीं है। रिव्यू के नाम पर पहले से तय मामले को दोबारा बहस के लिए खोलने की अनुमति नहीं दी जा सकती। इस फैसले के जरिए हाईकोर्ट ने न केवल समीक्षा याचिकाओं की सीमाएं दोहराईं, बल्कि न्यायिक प्रक्रिया के दुरुपयोग पर सख्त संदेश भी दिया है।
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा- पहले कहा अरावली मामले में इनके डेथ वारंट पर साइन हैं, पूरी बीजेपी को भुगतना पड़ेगा। फिर बोले माना कि राजस्थान की जनता भोली है, चुनाव जिता सकती है, लेकिन इतनी ताकतवर भी है कि अरावली को बचा सकती है। जूली ने आगे कहा- मंत्री के मन का तभी पता चल गया था जब सरिस्का में किसानों की जमीन को सीटीएच में शामिल कर लिया और खान वाली भूमि को सीटीएच से बाहर कर दिया था। इतना तो हमने नहीं सोचा था कि पूरे राजस्थान की अरावली माता को बेच देंगे। जूली ने यह बात सोमवार को अलवर के मिनी सचिवालय के बाहर मनरेगा का नाम बदलने और अरावली के पहाड़ों की ऊंचाई तय करने पर सरकार के खिलाफ किए गए विरोध प्रदर्शन के दौरान कही। जूली ने प्रदर्शन के दौरान ये चार अहम बातें कहीं... 1. अरावली राजस्थान की जान, इसे बर्बाद नहीं होने देंगेजूली ने कहा कि केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव कल कह रहे थे अरावली का दायरा तय करने से कुछ पर्सेंट का ही फर्क पड़ेगा। इसी दो पर्सेंट में खेल कर दोगे। इनके नियम से 11 हजार पहाड़ बाहर हो जाएंगे। मैं कहता हूं ये अरावली राजस्थान की जान है। इसे बर्बाद नहीं होने देंगे। चैलेंज करना चाहता सरकार को झुकना पड़ेगा और सरकार काे कानून वापस लेना पड़ेगा। अब ये कांग्रेस का नहीं जन-जन आंदोलन हो गया है। एक-एक युवा जुड़ चुका है। इनके पैरों के नीचे से जमीन निकल चुकी होगी तब एहसास होगा। अभी ये घमंड में है। जहां से चुनाव लड़ा वो अरावली नहीं दिख रही है। 2. वन मंत्री जनता को गुमराह करने में लगेजूली ने कहा- सरिस्का में खनन माफिया को पनाह देना चाहते थे। सांसद के मन का तभी पता चल गया था जब ये सीटीएच बदलकर खनन माफिया को खान देने पर उतारू थे। यह भी कहा कि वन मंत्री जनता को गुमराह करने में लगे हैं। खुद के मंत्रालय ने अरावली की पहाड़ी 100 मीटर तय करने के लिए कोर्ट से सिफारिश कराई। इसलिए कह रहा हूं बीजेपी के नेताओं ने डैथ वारंट पर साइन किया है पूरी बीजेपी को भुगतना पड़ेगा। या तो समझ आ जाए। नहीं आने वाले समय में पूरे राजस्थान में अभियान चलेगा। अलवर में भी बड़ा प्रदर्शन होगा। 3. मनरेगा को भी खत्म कर दियाजूली ने कहा कि मनेरगा का नाम ही नहीं बदला जा रहा बल्कि मनरेगा को खत्म किया जा रहा है। वे इस कानून को खत्म करना चाहते हैं। पिछले चुनावों में भी कहा था कि नरेगा में गड्ढे बहुत हो गए ह्रें उसे खत्म करेंगे। मनरेगा को पूरी तरह खत्म कर दिया। जो मजदूरों से धोखा है। मनरेगा के कारण पहले बंधुआ मजदूरी से मुक्ति मिली थी। अब पूरा परिवर्तन कर दिया। अब मजदूरों को बजट के आधार पर काम मिलेगा। अब केंद्र सरकार काम तय करेगी। वापस बंधुआ मजदूर हो जाएंगे। पैसे के आधार पर काम मिलेगा। जिससे गरीबों को खमियाजा भुगतना पड़ेगा। कांग्रेस की ओर से किए गए विरोध प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस के विधायक, जिलाध्यक्ष प्रकाश गंगावत सहित पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद थे। सबने विरोध करते हुए अपनी बात रखी।
इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग ने सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा महिला आयुष डॉक्टर को नियुक्ति पत्र देते समय कथित रूप से उसका हिजाब खींचने के विरोध में आयोजित किया गया। प्रदर्शनकारियों ने महिलाओं के कथित अपमान के खिलाफ रोष व्यक्त किया और राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। ज्ञापन में लीग ने राष्ट्रपति से दो मुख्य मांगें कीं। पहली मांग में कहा गया कि बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार को बर्खास्त कर राज्यपाल शासन लागू किया जाए। दूसरी मांग में मुख्यमंत्री के खिलाफ कथित अभद्र व्यवहार और महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के लिए दंडात्मक कार्रवाई करते हुए उन्हें जेल भेजने की बात कही गई। मुस्लिम महिलाओं की इज्जत के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहींमुस्लिम लीग के प्रदेश महासचिव मौ. उवैस एडवोकेट ने ज्ञापन सौंपते समय कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा महिला डॉक्टर के साथ की गई कथित छेड़छाड़ और हिजाब खींचने की हरकत संविधान द्वारा दिए गए धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार का उल्लंघन है। उन्होंने इसे अपराध बताते हुए आरोप लगाया कि यह पूरे मुस्लिम समाज और विशेषकर महिलाओं के प्रति सत्ता पक्ष की मानसिकता को उजागर करता है। महानगर अध्यक्ष अय्यूब सैफी ने कहा कि इस कृत्य से देश के मुसलमानों और न्यायप्रिय लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंची है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को उनके पद से हटाना आवश्यक है। ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ जैसे नारों की वास्तविकताशहर महासचिव आसिफ एडवोकेट ने टिप्पणी की कि इस प्रकार की घटनाएं भाजपा और उसके सहयोगी दलों के 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' जैसे नारों की वास्तविकता को दर्शाती हैं। पार्षद रिजवान अंसारी ने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार के शासन में महिलाएं और कमजोर वर्ग सुरक्षित नहीं हैं और उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री पहले भी महिलाओं के साथ इस तरह की हरकतें कर चुके हैं, इसलिए उन्हें पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
दरोगा की टोपी पहनकर पुलिसकर्मी बनने का प्रयास:देवरिया में युवक गिरफ्तार, शांति भंग का चालान
देवरिया में एक युवक को दरोगा की टोपी पहनकर खुद को पुलिसकर्मी के रूप में प्रस्तुत करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह मामला नगर पंचायत मझौलीराज का है, जहां सोशल मीडिया पर युवक की तस्वीरें वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया था। सलेमपुर कोतवाली पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को हिरासत में लिया। आरोपी की पहचान नगर पंचायत मझौलीराज के मिश्र टोला वार्ड नंबर-8 निवासी राज मिश्रा पुत्र अखिलानंद मिश्रा के रूप में हुई है। उस पर आरोप है कि उसने पुलिस की दरोगा टोपी पहनकर अपनी तस्वीरें खिंचवाईं और उन्हें सोशल मीडिया पर साझा किया। इस कृत्य को कानून का उपहास उड़ाने और आम जनता को भ्रमित करने वाला माना गया। मामला सामने आने के बाद सलेमपुर पुलिस ने तत्काल जांच शुरू की। जांच में आरोप सही पाए जाने पर राज मिश्रा को हिरासत में ले लिया गया। पूछताछ के दौरान आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने केवल रौब जमाने और चर्चा में आने के लिए यह हरकत की थी। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ शांति भंग की धाराओं में कानूनी कार्रवाई करते हुए उसका चालान किया। साथ ही उसे भविष्य में ऐसी किसी भी गतिविधि से दूर रहने की सख्त चेतावनी दी गई है। पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि पुलिस की वर्दी, टोपी या किसी भी सरकारी पहचान का दुरुपयोग एक दंडनीय अपराध है। पुलिस का कहना है कि इस तरह के कृत्य न केवल कानून-व्यवस्था को प्रभावित करते हैं, बल्कि आम नागरिकों के बीच पुलिस की विश्वसनीयता को भी नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे मामलों में कोई रियायत नहीं दी जाएगी और समाज में गलत संदेश फैलाने वाले कृत्यों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बलरामपुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. मुकेश कुमार रस्तोगी की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। यह बैठक कोहरे और खराब मौसम के कारण होने वाली संभावित दुर्घटनाओं के प्रभावी चिकित्सकीय उपचार और समय पर प्रबंधन पर केंद्रित थी। सीएमओ ने निर्देश दिए कि शीतकालीन मौसम में कोहरे के कारण सड़क दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ जाती है, इसलिए सभी स्वास्थ्य इकाइयों को अलर्ट मोड पर रखा जाए। उन्होंने आकस्मिक सेवाओं, एम्बुलेंस व्यवस्था, दवाओं, ऑक्सीजन, जीवनरक्षक उपकरणों और प्रशिक्षित स्टाफ की उपलब्धता सुनिश्चित करने पर विशेष जोर दिया। डॉ. रस्तोगी ने कहा कि दुर्घटना की स्थिति में घायलों को त्वरित प्राथमिक उपचार और रेफरल सेवाएं समयबद्ध रूप से उपलब्ध कराई जानी चाहिए, ताकि जनहानि को कम किया जा सके। आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन विभाग से समन्वय बनाए रखने के निर्देश भी दिए गए। बैठक में आपदा प्रबंधक अरुण सिंह, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अजय कुमार शुक्ला, डॉ. अनिल कुमार चौधरी, डॉ. श्यामजी श्रीवास्तव, जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी अरविंद मिश्रा सहित अन्य अधिकारी और चिकित्सक उपस्थित रहे। सीएमओ ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे जनपद में शीतकालीन आपात स्थितियों से निपटने के लिए पूर्व तैयारी और सतत निगरानी बनाए रखें, ताकि आमजन को समय पर बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।
हाथरस की मानवी बंसल ने एम्स नई दिल्ली में नेत्र रोग (ऑफ्थैल्मोलॉजी) के पीजी रेजिडेंट्स के बीच आयोजित फाइनल परीक्षा में सर्वोच्च अंक प्राप्त कर गोल्ड मेडल हासिल किया है। इस उपलब्धि से उन्होंने जिले का नाम रोशन किया है। मानवी ने देश के सर्वोच्च चिकित्सा संस्थान में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। उन्होंने यह साबित कर दिया कि प्रतिभा किसी बड़े शहर की मोहताज नहीं होती। मानवी बंसल शहर की गिर्राज कॉलोनी की निवासी हैं। उनके पिता राजकुमार अग्रवाल हींग के कारोबारी हैं, जबकि माता सोनल अग्रवाल सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहती हैं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा डीपीएस अलीगढ़ से हुई, जिसके बाद उन्होंने एसएन मेडिकल कॉलेज आगरा से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी की। वर्ष 2023 में मानवी का चयन एम्स नई दिल्ली में नेत्र रोग पीजी कोर्स के लिए हुआ था। कड़ी प्रतिस्पर्धा और कठिन प्रशिक्षण के बावजूद, मानवी ने न सिर्फ खुद को साबित किया, बल्कि फाइनल परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए सर्वाधिक अंक हासिल किए। इसके परिणामस्वरूप उन्हें गोल्ड मेडल के लिए चुना गया, जो किसी भी मेडिकल छात्र के लिए एक प्रतिष्ठित सम्मान है। मानवी और परिजनों को भी बधाई... मानवी बंसल की इस सफलता पर जिले के शिक्षकों, चिकित्सकों, समाजसेवियों और परिचितों ने उन्हें बधाई दी है। उनका कहना है कि मानवी जैसी बेटियां आज की पीढ़ी के लिए प्रेरणा हैं, जो यह दिखाती हैं कि निरंतर मेहनत, लगन और सही मार्गदर्शन से किसी भी मुकाम को हासिल किया जा सकता है। व्यापारी वर्ग से जुड़े परिवार से आने वाली मानवी का परिवार अब उच्च शिक्षा और चिकित्सा क्षेत्र से भी जुड़ा हुआ है। उनकी बड़ी बहन पलक बंसल सेंट स्टीफन हॉस्पिटल नई दिल्ली में रेडियोलॉजिस्ट हैं, जबकि छोटा भाई शिव बंसल दिल्ली से चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) की पढ़ाई कर रहा है। यह परिवार में शिक्षा और मेहनत की मजबूत परंपरा को दर्शाता है।
कई सुपरफास्ट ट्रेनें घंटों लेट, दो रद्द:बस्ती रूट पर यात्रियों को हुई भारी परेशानी
बस्ती में रेलवे की अव्यवस्थाओं के कारण यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। सोमवार को पूर्वोत्तर रेलवे सहित कई रूटों पर चलने वाली प्रमुख एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनें घंटों विलंब से चलीं, जबकि दो ट्रेनों को रद्द कर दिया गया। इससे यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर घंटों इंतजार करना पड़ा और वे अपने गंतव्य तक समय पर नहीं पहुंच सके। जानकारी के अनुसार, ट्रेन संख्या 14674 शहीद एक्सप्रेस लगभग 2 घंटे की देरी से चली। इसी प्रकार, 22424 गोरखपुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से 6 घंटे 30 मिनट विलंब से पहुंची। 22423 अमृतसर जनसाधारण सुपरफास्ट एक्सप्रेस लगभग 3 घंटे, 14012 राधिकापुर एक्सप्रेस करीब 2 घंटे और 12556 गोरखधाम सुपरफास्ट एक्सप्रेस लगभग 7 घंटे की देरी से चली। इन देरी के कारण यात्रियों में नाराजगी देखी गई। विशेष ट्रेनों की स्थिति भी प्रभावित रही। 02565 बरौनी क्लोन स्पेशल लगभग 11 घंटे और 02563 न्यू दिल्ली क्लोन स्पेशल (अप) लगभग 4 घंटे 30 मिनट की देरी से चली। लंबी देरी के कारण कई यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर रात गुजारनी पड़ी, जिससे बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों को विशेष कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। रेलवे ने दो ट्रेनों को पूरी तरह निरस्त भी कर दिया। इनमें 15904 डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस और 13019 बाघ एक्सप्रेस शामिल हैं। ट्रेनों के अचानक रद्द होने से यात्रियों की यात्रा योजनाएं बाधित हुईं और उन्हें वैकल्पिक परिवहन के लिए अतिरिक्त खर्च उठाना पड़ा। यात्रियों ने रेलवे पर समय पर सूचना और बेहतर प्रबंधन न कर पाने का आरोप लगाया है। दूसरी ओर, रेलवे अधिकारियों ने ट्रेनों के विलंब और निरस्तीकरण का कारण परिचालन संबंधी दिक्कतें बताई हैं। उन्होंने यात्रियों से सहयोग की अपील की है।
धनबाद जिले में चोरी की दो बड़ी घटनाएं सामने आई हैं। बलियापुर और भूली में चोरों ने लाखों की संपत्ति पर हाथ साफ किया। इन घटनाओं से स्थानीय लोगों और व्यापारियों में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। पहली घटना बलियापुर के करमाटांड स्थित बालाजी ज्वैलर्स में हुई। देर रात चोरों ने दुकान के पीछे का शटर तोड़कर प्रवेश किया और लाखों रुपए के गहने चुरा लिए। ऑनलाइन सीसीटीवी फुटेज में कुछ हलचल देखी दुकान मालिक ने सुबह करीब साढ़े तीन बजे अपने फोन पर ऑनलाइन सीसीटीवी फुटेज में कुछ हलचल देखी। उन्होंने तुरंत बलियापुर थाने को सूचना दी और दुकान पहुंचे, जहां शटर टूटा और सामान बिखरा देखकर उनके होश उड़ गए। सीसीटीवी फुटेज में चोरों को सुनियोजित तरीके से दुकान में घुसते और चोरी को अंजाम देकर फरार होते साफ देखा जा सकता है। पुलिस फुटेज के आधार पर चोरों की पहचान करने और आसपास के इलाकों में अन्य सीसीटीवी कैमरों की जांच करने में जुटी है। मकान मालिक मां के निधन पर गए थे इटखोरी इसी क्रम में, भूली के ए ब्लॉक में भी एक चोरी की वारदात हुई। यहां अशोक रवानी के घर को चोरों ने निशाना बनाया। उनकी मां के निधन के बाद वे अपने गांव इटखोरी गए हुए थे, तभी देर रात उनके घर से लाखों की संपत्ति चोरी हो गई। सुबह जब स्थानीय लोग अपने घरों से निकले, तो उन्होंने अशोक रवानी के घर पर लगे ताले को टूटा और सामान बिखरा हुआ पाया। इसकी सूचना स्थानीय थाने को दी गई है। यह पिछले एक हफ्ते में भूली में हुई चोरी की चौथी घटना है, जिससे स्थानीय लोगों में भय का माहौल है। लोग स्थानीय थाने की कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं और पुलिस से जल्द कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
राजस्थान में अरावली को बचाने के लिए अलग-अलग स्तर पर अभियान शुरू किया गया है। वहीं, उदयपुर के एक शेफ ने सेव अरावली मिशन के तहत तरबूज पर अरावली की पहाड़ियों की आकृति को उकेरा और प्राकृतिक खूबसूरती को दर्शाया। उदयपुर निवासी शेफ हर्षवर्धन ने अपनी अनोखी कला के जरिए इस अभियान को नया आयाम दिया है। उन्होंने तरबूज पर बारीक कार्विंग करते हुए अरावली की पहाड़ियों की आकृति उकेरी और क्षेत्र की प्राकृतिक खूबसूरती को दर्शाया। इस कलाकृति के माध्यम से उन्होंने 'सेव द अरावली, सेव द राजस्थान' का सशक्त संदेश दिया। शेफ हर्षवर्धन की यह पहल सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। लोग इसे रचनात्मक विरोध का प्रभावी उदाहरण बता रहे हैं। उदयपुर के हींता गांव से आने वाले हर्षवर्धन ने कहा- अरावली पर्वतमाला का अस्तित्व दुनिया के अस्तित्व से भी अधिक पुराना माना जाता है। ऐसे में इसे नुकसान पहुंचाने वाला कोई भी फैसला स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने कहा कि अरावली केवल पहाड़ नहीं, बल्कि हमारी जीवनरेखा है, जो जल, जैव विविधता और जलवायु संतुलन में अहम भूमिका निभाती है।
कटनी शहर में यातायात व्यवस्था सुधारने और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस ने एक नई पहल शुरू की है। पुलिस अधीक्षक अभिनय विश्वकर्मा के निर्देश पर ऑटो और ई-रिक्शा चालकों के लिए विशेष अभियान और डेटाबेस सिस्टम लागू किया गया है। इस अभियान की शुरुआत बुधवार को मुख्य रेलवे स्टेशन जंक्शन परिसर से हुई, जहां चालकों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक किया गया और पहले दिन 37 ऑटो वाहनों पर डेटाबेस स्टिकर लगाए गए। रेलवे स्टेशन से अभियान की हुई शुरुआत ऑटो और ई-रिक्शा चालकों के लिए शुरू किए गए इस विशेष अभियान की शुरुआत आज मुख्य रेलवे स्टेशन जंक्शन परिसर में जागरूकता कार्यक्रम के साथ की गई। कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक अभिनय विश्वकर्मा स्वयं मौजूद रहे और उन्होंने चालकों से सीधा संवाद किया। यातायात नियमों को लेकर दी गई समझाइश एसपी अभिनय विश्वकर्मा ने ऑटो और ई-रिक्शा चालकों को यातायात नियमों का पालन करने, निर्धारित स्थान पर वाहन खड़ा करने और यात्रियों से मर्यादित व्यवहार करने की समझाइश दी। उन्होंने कहा कि शहर की ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने में चालकों की भूमिका बेहद अहम है। पहले दिन 37 वाहनों पर लगे डेटाबेस स्टिकर अभियान के पहले दिन 37 ऑटो वाहनों पर विशेष ‘डेटाबेस स्टिकर’ लगाए गए। यह स्टिकर पुलिस द्वारा सत्यापित चालकों को ही दिए जा रहे हैं, ताकि यात्रियों को सुरक्षित और भरोसेमंद सेवा मिल सके। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि कटनी शहर में करीब 7500 ऑटो और ई-रिक्शा पंजीकृत हैं। इन सभी वाहनों का चरणबद्ध तरीके से पुलिस सत्यापन किया जा रहा है, ताकि अवैध और बिना अनुमति चल रहे वाहनों पर रोक लगाई जा सके। स्टिकर में होगी चालक और पुलिस की पूरी जानकारी हर सत्यापित वाहन के पीछे लगाए जाने वाले स्टिकर में चालक का मोबाइल नंबर, वाहन का पंजीकरण क्रमांक, पुलिस सहायता केंद्र का नंबर और आपातकालीन संपर्क नंबर दर्ज रहेगा। इससे जरूरत पड़ने पर यात्री तुरंत पुलिस से संपर्क कर सकेंगे। महिलाओं और बाहरी यात्रियों को मिलेगा सुरक्षा का भरोसा यह व्यवस्था खास तौर पर महिलाओं और बाहर से आने वाले यात्रियों के लिए सुरक्षा की भावना बढ़ाएगी। किसी तरह के दुर्व्यवहार या सामान गुम होने की स्थिति में यात्री स्टिकर पर दी गई जानकारी के माध्यम से पुलिस को तुरंत सूचना दे सकेंगे। चालान नहीं, सुधार और प्रोत्साहन है उद्देश्य एसपी अभिनय विश्वकर्मा ने साफ किया कि यह अभियान चालकों पर दबाव बनाने या केवल चालान काटने के लिए नहीं है। इसका मुख्य उद्देश्य सुधार और जागरूकता है, ताकि चालक जिम्मेदारी के साथ सेवा दें। जो ऑटो और ई-रिक्शा चालक यातायात नियमों का ईमानदारी से पालन करेंगे और यात्रियों के साथ अच्छा व्यवहार करेंगे, उन्हें पुलिस प्रशासन द्वारा सम्मानित भी किया जाएगा। इससे चालकों को सकारात्मक संदेश मिलेगा। जाम और अव्यवस्था पर लगेगी लगाम शहर के प्रमुख चौराहों पर बेतरतीब खड़े ऑटो और बढ़ते ट्रैफिक दबाव के कारण अक्सर जाम की स्थिति बनती है। इस पहल से अवैध वाहनों की पहचान आसान होगी और यातायात व्यवस्था में सुधार आएगा। पुलिस विभाग का लक्ष्य है कि जल्द से जल्द सभी 7500 ऑटो और ई-रिक्शा वाहनों का सत्यापन कर डेटाबेस तैयार किया जाए, ताकि कटनी शहर की यातायात व्यवस्था को और सुरक्षित व सुगम बनाया जा सके।
बाराबंकी में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने केंद्र सरकार पर महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) को समाप्त करने की साजिश रचने का आरोप लगाया है। पार्टी ने दावा किया कि मोदी सरकार मनरेगा को आर्थिक अभाव के कारण कमजोर कर रही है। पार्टी के राज्य परिषद सदस्य रणधीर सिंह सुमन ने प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार आर्थिक रूप से कमजोर हो चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सरकार महात्मा गांधी के नाम से नफरत करती है और गोडसे को स्वीकार्यता दिलाने की मानसिकता के तहत मनरेगा जैसी योजना को खत्म करना चाहती है। माकपा के जिला सचिव बृजमोहन वर्मा ने कहा कि राज्य सरकारें पहले से ही कर्ज के बोझ तले दबी हैं। ऐसे में वे नई योजनाओं में 40 प्रतिशत हिस्सेदारी नहीं कर पाएंगी। उन्होंने आशंका व्यक्त की कि धन के अभाव में मनरेगा जैसा कानून भी दम तोड़ देगा। राज्य परिषद सदस्य प्रवीण कुमार ने इस अवसर पर कहा कि लगभग 70 करोड़ लोगों को आंशिक रोजगार प्रदान करने वाले इस कानून को समाप्त करना केंद्र सरकार की आर्थिक विफलता को दर्शाता है। किसान सभा के अध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने कहा कि मनरेगा कानून कम्युनिस्ट पार्टी के संघर्षों का परिणाम है। उन्होंने घोषणा की कि इस योजना को बचाने के लिए पार्टी व्यापक आंदोलन करेगी। प्रदर्शन के बाद, पार्टी के कोषाध्यक्ष शिव दर्शन वर्मा के नेतृत्व में जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन सौंपा गया। इस प्रदर्शन में मो. कदीर हसन, राजकुमार वर्मा, प्रेमचंद्र वर्मा, महेंद्र यादव, धर्मेंद्र शर्मा, प्रमेंद्र वर्मा, सर्वेश यादव, रामनरेश वर्मा, दीपक वर्मा, सचिंदानंद श्रीवास्तव, सुंदरलाल सोनी, दीपक शर्मा, आशीष वर्मा, संदीप तिवारी, अमर सिंह प्रधान, राजेंद्र बहादुर सिंह, श्याम सिंह, रूबी सिंह चंदेल, संतोष कुमार और अंकुल वर्मा सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
पंजाब के लुधियाना में आज फिरोजपुर रोड पर एलिवेटेड पुल पर एक तेज-रफ्तार BMW कार डिवाइडर से टकरा गई। कार के ड्राइवर से स्टेयरिंग का संतुलन बिगड़ गया जिस कारण वह गाड़ी को संभाल नहीं सका। कार असंतुलित होकर डिवाइडर से टकराया तो धमाके जैसे आवाज आई। ड्राइवर ने रास्ते में पहले भी एक अन्य कार को साइड मारी है। गाडी नंबर उतर प्रदेश का है। पुल पर रंगाई का काम कर रही लेबर जब ड्राइवर को कार से सुरक्षित बाहर निकालने पहुंचे तो ड्राइवर नशे की हालत में था। मदद के लिए आए लोगों को वह गालियां देने लगा। लोगों ने थाना डिवीजन नंबर 8 की पुलिस को सूचित किया। फुटपाथ से टकरा गाड़ी सड़क पर गिरी जानकारी देते हुए कुलविंदर सिंह जस्सा ने कहा कि वह पुल पर रंग करने का काम करता है। उसने देखा कि गाड़ी बहुत तेज रफ्तार से आई। पहले गाड़ी फुटपाथ डिवाइडर से टकराई फिर सड़क पर जा गिरा। ड्राइवर नशे की हालत में था। उसकी जब मदद करनी चाही तो उसने उन्हें गालियां दी। मौके पर कुछ अन्य लोग भी अपने वाहन रोक कर खड़े हो गए। ड्राइवर ने उन्हें भी गालियां निकाली। गाड़ी की रफ्तार इतनी अधिकारी थी कि यदि वह साइड डिवाइडर से टकराती तो हो सकता था कि पुल के नीचे गिर जाती। कार का अगला पहिया तक खुल गया है। फ्रंट सीट के दोनों एयर बैग खुल गए है। मौके पर पहुंच पुलिस ने गाड़ी कब्जे में लेकर गाड़ी मालिक के परिजनों को सूचित कर दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
लखीमपुर में स्वच्छ भारत मिशन (नगरीय) के तहत नगर पालिका परिषद और क्रीड़ा भारती के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित लखीमपुर खेल महोत्सव सीजन-2 के सातवें दिन विभिन्न खेलों का रोमांच देखने को मिला। शहर के मेमोरियल ग्राउंड में आयोजित इस महोत्सव में विभिन्न आयु वर्ग के खिलाड़ियों ने उत्साहपूर्वक प्रतियोगिताओं में भाग लिया। खो-खो बालक वर्ग में कुल 36 टीमों ने हिस्सा लिया। जूनियर वर्ग में गांधी विद्यालय बेलरायां ने धर्म सभा इंटर कॉलेज को हराया। बालक ओपन वर्ग में एसएसबी लखीमपुर ने डॉक्टर रवि मेमोरियल क्लब पर जीत दर्ज की। कुश्ती बालिका वर्ग में व्याख्या, हिमांशी और अनन्या मिश्रा ने अपने-अपने भार वर्गों में मुकाबले जीते। 4 तस्वीरें देखिए... एथलेटिक्स प्रतियोगिताओं में बालक और बालिका वर्ग के लिए 50, 80, 100, 200, 400 और 800 मीटर दौड़ आयोजित की गईं, जिनमें खिलाड़ियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। पुलिस लाइन ग्राउंड में हुए फुटबॉल बालक वर्ग के पहले सेमीफाइनल में आरएफसी गोला ने संपूर्णानगर टीम को 3-0 से पराजित किया। चेस प्रतियोगिता में 230 खिलाड़ियों ने भाग लिया और इसके चार राउंड पूरे किए गए। जेनेसिस स्पोर्ट्स क्लब में बैडमिंटन और टेबल टेनिस के मुकाबले हुए। क्रिकेट मैच में पुलिस टीम ने बीएसए सनराइजर्स को 8 विकेट से हराया। इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष डॉ. इरा श्रीवास्तव, अधिशासी अधिकारी संजय कुमार, क्रीड़ा भारती के जिला अध्यक्ष कपिल श्रीवास्तव और खेल महोत्सव संयोजक आशीष सिंह चौहान सहित कई जनप्रतिनिधि, खेल पदाधिकारी, कोच, सभासद, खिलाड़ी और बड़ी संख्या में दर्शक उपस्थित थे।
स्कूल प्रबंधक के घर 28.5 लाख की चोरी:मऊ के हलधरपुर में वारदात, पुलिस जांच में जुटी
मऊ के हलधरपुर थाना क्षेत्र में एक बड़ी चोरी की वारदात सामने आई है। मोहम्मदपुर बरहिया गांव स्थित डीडी पब्लिक स्कूल के प्रबंधक परशुराम भारद्वाज के घर से चोरों ने सोमवार तड़के सुबह लगभग 20 लाख रुपए के आभूषण और 8.5 लाख रुपए नकद चुरा लिए। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी है। परशुराम भारद्वाज ने बताया कि सोमवार तड़के करीब 3 बजे चोर मकान के पिछले हिस्से से चौकी और सीढ़ी का उपयोग कर घर में दाखिल हुए। उन्होंने घर के अन्य कमरों में सो रहे लोगों के दरवाजों की कुंडी बाहर से बंद कर दी। इसके बाद चोरों ने एक कमरे में रखी अलमारी से नकदी और जेवरात चुरा लिए। चोरी की वारदात को अंजाम देने के बाद चोर भागते समय बाहर खड़ी तीन मोटरसाइकिलों के प्लग काट दिए, ताकि उनका पीछा न किया जा सके। इसके बाद वे मौके से फरार हो गए। परशुराम भारद्वाज हलधरपुर क्षेत्र में डीडी पब्लिक स्कूल, मुंहवा विजयगढ़ के प्रबंधक हैं। घर के सदस्यों ने सुबह डायल 112 पर कॉल कर पुलिस को घटना की सूचना दी। पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया है। इस पूरे मामले पर हलधरपुर थानाध्यक्ष जितेंद्र कुमार ने बताया कि मामला संज्ञान में है और पुलिस इसकी गहनता से जांच कर रही है।
कोटपूतली में आगामी जनगणना-2027 को लेकर जिला प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। यह जनगणना पूरी तरह डिजिटल और पेपरलेस होगी। जानकारी जुटाने के लिए मोबाइल ऐप का इस्तेमाल किया जाएगा। इस संबंध में जिला कलेक्ट्रेट सभागार में प्रशासनिक इकाइयों की सूची और नक्शों के सत्यापन को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। इसमें जिला कलेक्टर और एडीएम ने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उप निदेशक आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग बाबूलाल मीना ने बताया कि जनगणना का काम राष्ट्र हित से जुड़ा है, इसलिए इसमें किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। उन्होंने 2011 के बाद हुए सीमा परिवर्तनों, नई नगर पालिकाओं और ग्राम पंचायतों के नक्शों का बारीकी से सत्यापन करने पर जोर दिया। हाईटेक जनगणना होगी गृह मंत्रालय, भारत सरकार से आई जनगणना टीम ने बताया कि इस बार की जनगणना पहले से ज्यादा हाईटेक होगी। कागज की जगह मोबाइल ऐप से डेटा दर्ज किया जाएगा, जिससे प्रक्रिया तेज और पारदर्शी बनेगी। जनगणना दो चरणों में होगी। पहला चरण अप्रैल से सितंबर 2026 के बीच मकान सूचीकरण और आवास गणना का होगा। दूसरा चरण फरवरी 2027 में जनसंख्या गणना के रूप में पूरा किया जाएगा। इस बार प्रश्नावली में भी बदलाव किया गया है। नागरिकों से कुल 33 तरह की जानकारियां ली जाएंगी, जिनमें खान-पान की आदतें, घर में इंटरनेट और स्मार्टफोन की सुविधा, वाहन, मकान की बनावट, पेयजल, शौचालय और रसोई में इस्तेमाल होने वाले ईंधन से जुड़ी जानकारी शामिल होगी।
अलवर में रविवार रात करीब 7 बजे जटियाना गांव के पास बहरोड़ रोड स्थित मोटल होटल के सामने हुए सड़क हादसे को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। हादसे में बाइक सवार दो चचेरे भाइयों की मौत के बाद परिजनों और ग्रामीणों ने जिला अस्पताल में पोस्ट मार्टम कराने से इनकार कर दिया है। परिजनों का आरोप है कि यह हादसा नीलगाय से नहीं, बल्कि विजय मंदिर थाना पुलिस की 112 गाड़ी की टक्कर से हुआ है, जबकि पुलिस मामले को नीलगाय से हुआ एक्सीडेंट बता रही है। मृतकों की पहचान रामधन (32) निवासी अमृत बास और उसके चचेरे भाई शेर सिंह (33) के रूप में हुई है। हादसे के बाद विजय मंदिर थाना पुलिस दोनों को जिला अस्पताल लेकर पहुंची, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतकों के परिजन यादराम ने बताया कि पुलिस ने रात में सूचना दी कि नीलगाय से टक्कर के कारण दोनों की मौत हुई है। इसके बाद जब परिजन और ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे तो वहां मौजूद तुड़ी से भरे ट्रैक्टरों के चालकों और आसपास के लोगों ने बताया कि बाइक को तेज रफ्तार में आ रही पुलिस की 112 गाड़ी ने टक्कर मारी थी। लोगों का कहना है कि टक्कर के बाद 112 चालक ने थाने में सूचना दी और दूसरी पुलिस गाड़ी बुलाकर घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। परिजनों का आरोप है कि पुलिस उन पर दबाव बना रही है कि किसी अन्य वाहन से हादसा दिखा दिया जाए, ताकि बीमा क्लेम मिल सके और परिवार को फायदा मिल जाए और 112 के चालक को बचाया जा सके। वहीं विजय मंदिर थाने के एएसआई निहाल सिंह ने मीडिया को बयान दिया था कि हादसा नीलगाय से हुआ है। मामले को लेकर जिला अस्पताल में परिजनों और पुलिस के बीच तीखी बहस भी हुई। परिजन निष्पक्ष जांच और दोषी ड्राइवर के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े हैं। इस पूरे मामले पर राजस्थान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस खुद को बचाने के लिए नीलगाय से एक्सीडेंट की बात कह रही है, जबकि बाइक को पुलिस वाहन ने टक्कर मारी थी। उन्होंने सरकार से मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा देने और अलवर एसपी से मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। भास्कर के पास एक वीडियो भी है, जिसमें थाने के एएसआई निहाल सिंह परिजनों से यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि वे चाहते हैं कि परिवार को कुछ फायदा मिल जाए। आप समझो मेरी बात में भी समाज का आदमी हू। और तीखी बहस हो रही है।
कांग्रेस छोड़कर BJP में गए कैप्टन अमरिंदर सिंह और सुनील जाखड़ पर कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने बड़ा बयान दिया है। राजा वडिंग ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह बेहद सोची समझी राजनीति के तहत कांग्रेस प्रेम वाले बयान दे रहे हैं क्योंकि वह भाजपा में अटेंशन चाहते हैं और उनके बयान के बाद यह अटेंशन मिलने भी लगी है। सुनील जाखड़ के बारे में राजा वडिंग ने कहा कि वह कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री की कुर्सी 350 करोड़ में बिकी है। दरअसल वह हारकर भी मुख्यमंत्री बनना चाहते थे और कांग्रेस ने नहीं बनाया है। इस वजह से उनकी तरफ से इस तरह के बयान दे रहे हैं। जबकि उनकी ही पार्टी के नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह दो बार मुख्यमंत्री रहे हैं और उनसे पूछ लेना चाहिए कि कितने पैसे दिए हैं। चंडीगढ़ में पत्रकारवार्ता के दौरान अमरिंदर संह राजा वडिंग ने कहा कि आम आदमी पार्टी की तरफ से बलाक समिति और जिला परिषद चुनाव में जीत की दी जा रही जानकारियों में उलझन में किया जा रहा है। वह बायकाट की गई सीटों, कागज रद्द होने वाली सीटों और फाइलें फाड़कर डरा धमकाकर बैठे प्रत्याशियों की सीटों को भी जीत में जोड़ रहे हैं। जबकि यह चुनाव जीता नहीं बल्कि लूटा गया है। उनका यह दावा पटियाला पुलिस की वायरल हुई ऑडियो से लगाया जा सकता है। शिरोमणि अकाली दल पर बोलते हुए अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने कहा कि अकेले बठिंडा और श्री मुक्तसर साहिब में सीटें जीतने पर डायनासोर आने जैसी बातें की जा रही हैं, जबकि दस जिलों में उन्हें एक भी सीट नहीं आई है। सुखबीर सिंह बादल पर तीखा तंज कसते हुए अमरिंदर सिंह राजा वडिंग का कहना है कि जो व्यक्ति खुद को अच्छा कहे जाने और पिता को गलत कहे जाने पर खुश हो रहा हो उस पर क्या ही कहा जा सकता है। शिरोमणि अकाली दल बादल 100 साल पुरानी पार्टी है और तीसरे नंबर पर आने से ही खुश हो रही है। इससे बुरे हालात अकाली दल के क्या हो सकते हैं।
औरैया जिलाधिकारी डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी ने जनहित के कार्यों और शासकीय योजनाओं के संचालन में किसी भी स्तर पर लापरवाही या शिथिलता बरतने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि 26 दिसंबर तक डिफॉल्ट होने वाले सभी प्रकरणों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित करें। ये निर्देश उन्होंने जूम मीटिंग के माध्यम से विभिन्न कार्यों और योजनाओं की समीक्षा करते हुए दिए। जिलाधिकारी ने फार्मर रजिस्ट्री की प्रगति को तेजी से 80 प्रतिशत तक पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया। उन्होंने जिला पंचायत राज अधिकारी को आदर्श ग्राम योजना के तहत चयनित ग्रामों की कार्ययोजना 26 दिसंबर तक ग्रामवार तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए, ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके। ठंड से बचाव के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में अलाव जलाने हेतु स्थान चिह्नित करने और उन्हें तत्काल जलवाने के निर्देश दिए गए। साथ ही, उन्होंने ग्राम पंचायतों में सड़क किनारे स्थित विद्युत पोलों पर रेडियम स्टीकर लगवाने को कहा, ताकि घने कोहरे के कारण होने वाली दुर्घटनाओं को रोका जा सके। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को आवारा गोवंशों को पकड़कर संरक्षित करने के अभियान में लापरवाही बरतने वाले खंड विकास अधिकारियों और नगर पालिका/नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारियों को चेतावनी जारी करने का निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि ऐसे अधिकारियों के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई कर शासन को अवगत कराया जाए। जिला मजिस्ट्रेट एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ने विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण कार्यक्रम (SIR) के तहत शेष मैपिंग कार्य को 95 प्रतिशत तक पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों और सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों को बीएलओ के साथ बूथवार समीक्षा करने को कहा, ताकि कोई भी कार्य शेष न रहे और समय पर पूरा हो सके।
प्रधान जी के दावे-वादे:हापुड़ ब्लॉक की अनवरपुर पंचायत के प्रधान से खास बातचीत
दैनिक भास्कर संवाददाता हापुड़ जिले के हापुड़ ब्लॉक की अनवरपुर पंचायत के प्रधान नरेश चंद सैनी से मिले। अपने द्वारा किए गए विकास कार्यों के बारे में प्रधान ने ये बातें कहीं।नमस्कार, नरेशचंद सैनी वर्तमान में प्रधान ग्राम अनवरपुर जिला हापुड़। और मैंने लाइटें आदि लगवाई हैं, हर खंभे पर लगवाई हैं। पंचायत घर बनवाया है, डंपिंग यार्ड बनवाया है, शौचालय बनवाया है। और दो-तीन सड़कें ढाई-ढाई सौ मीटर की बनवाई हैं, जो आरसीसी से निर्मित करवाई हैं। नल आदि सभी की मरम्मत करवा रहा हूँ। और नालियाँ भी बनवाई हैं। सोनी जी। और जो कार्य शेष रह गए हैं, उन्हें मैं अपने इस कार्यकाल में, यदि ग्रामवासी चाहेंगे तो अवश्य करवाऊँगा। और सभी खबरें दैनिक भास्कर से मिलती रहेंगी। सोनी जी।डिस्क्लेमर: दैनिक भास्कर, प्रधान के दावों की पुष्टि नहीं करता हैं
झज्जर कमिश्नर ने युवाओं से की अपील:कोहरे के दौरान सड़क पर दौड़ लगाने, व्यायाम करने से करें परहेज
झज्जर में ठंड के मौसम के साथ धुंध एवं कोहरे का प्रभाव लगातार बढ़ रहा है, जिससे सुबह और देर शाम के समय दृश्यता अत्यंत कम हो जाती है। झज्जर कमिश्नर डॉ. राजश्री सिंह ने युवाओं से अपील की है कि सुबह और शाम के समय में सड़क पर व्यायाम और अभ्यास करने से बचाव करें। कमिश्नर ने कहा कि कोहरे में सड़क पर दौड़ने, टहलने या व्यायाम करने वाले नागरिकों के लिए सड़क दुर्घटनाओं का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि कोहरे के कारण वाहन चालकों को सामने चल रहे व्यक्ति समय पर दिखाई नहीं देते, जिससे अचानक हादसे हो सकते हैं। विशेष रूप से प्रातकालीन समय में मॉर्निंग वॉक और रनिंग करने वाले लोग अधिक जोखिम में रहते हैं। भर्ती की तैयारी के लिए खुले मैदान में जाएं उन्होंने कहा कि हरियाणा के अधिकांश युवा एवं जवान पैरामिलिट्री फोर्स, सेना और अन्य सुरक्षा बलों में भर्ती होने की तैयारी करते हैं, जिसके लिए वे नियमित रूप से दौड़ और शारीरिक अभ्यास करते हैं। ऐसे युवाओं से विशेष अपील है कि वे सड़क के बजाय खेल स्टेडियम, खुले मैदान, पार्क या अन्य सुरक्षित स्थानों पर ही अभ्यास करें। स्वास्थ्य और फिटनेस के साथ सुरक्षा जरूरी पुलिस कमिश्नर डॉ. राजश्री सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य और फिटनेस अत्यंत महत्वपूर्ण है, लेकिन जीवन की सुरक्षा उससे भी अधिक जरूरी है। सुरक्षित स्थानों पर अभ्यास करने से न केवल दुर्घटनाओं से बचाव होगा, बल्कि बेहतर वातावरण में प्रशिक्षण भी संभव होगा। यदि किसी कारणवश सड़क के पास जाना आवश्यक हो, तो रिफ्लेक्टर युक्त जैकेट या चमकीले कपड़े पहनें।उन्होंने वाहन चालकों से भी अपील की कि कोहरे के समय धीमी गति से वाहन चलाएं, फॉग लाइट का प्रयोग करें और यातायात नियमों का सख्ती से पालन करें। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि सड़क सुरक्षा हम सभी की साझा जिम्मेदारी है।
हाथरस में सोमवार को पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर लेबर कॉलोनी पार्क में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें जिला पंचायत अध्यक्ष सीमा उपाध्याय, मुरसान ब्लाक प्रमुख रामेश्वर उपाध्याय, सुभाष उपाध्याय, रानू पंडित, सुधीर पचौरी, लवकुश शर्मा सहित काफी लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय के छवि चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। मौजूद लोगों ने रामवीर उपाध्याय के विकास कार्यों को याद किया। वक्ताओं ने कहा कि उन्होंने हाथरस क्षेत्र और जिले के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया, जो किसी अन्य राजनेता ने नहीं किया। उन्होंने हाथरस को जिला बनवाने के लिए अपनी कुर्सी तक दांव पर लगा दी थी।वक्ताओं ने उन्हें हाथरस के जन-जन का नेता बताया। लोगों ने कहा कि वह एकमात्र ऐसे राजनेता थे, जिन्होंने हाथरस की तीनों विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की थी। इस अवसर पर सैकड़ों की संख्या में जरूरतमंदों को कंबल भी वितरित किए गए। पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय की जयंती पर मौजूद जिला पंचायत अध्यक्ष सीमा उपाध्याय, ब्लॉक प्रमुख रामेश्वर उपाध्याय और अन्य लोग। जरूरतमंदों को कंबल वितरित करती जिला पंचायत अध्यक्ष सीमा उपाध्याय। वीडियो।
हाईकोर्ट ने तेज रफ्तार स्कॉर्पियो से हुए भीषण हादसे के मामले में आरोपी की जमानत याचिका खारिज कर दी है। आरोपी घटना के समय स्कॉर्पियो चला रहे युवक के बगल की सीट पर बैठा था। अदालत ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सख्त रुख अपनाया और कहा कि आरोपी चाहें तो अपने साथी को इतनी तेज रफ्तार से वाहन चलाने से रोक सकता था, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। इसलिए उसे जमानत का लाभ नहीं दिया जा सकता। दरअसल, करीब एक माह पहले आधी रात को 100 किमी प्रति घंटे से अधिक रफ्तार से दौड़ रही स्कॉर्पियो ने बाइक सवार तीन युवकों को जोरदार टक्कर मार दी थी। हादसे में दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि तीसरा युवक अब भी अस्पताल में भर्ती है और गंभीर हालत में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है। इस दिल दहला देने वाले हादसे का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था। देर रात 2 बजे हुई थी टक्कर हादसा 8 नवंबर की रात करीब 2 बजे लाइफ केयर अस्पताल के पास हुआ था। तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने बाइक सवार आयुष राठौर, कृष्णपाल सिंह तंवर और श्रेयांश राठौर को जोरदार टक्कर मार दी थी। हादसे में आयुष राठौर और पीछे बैठे कृष्णपाल सिंह तंवर की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि श्रेयांश राठौर गंभीर रूप से घायल हो गया। वह अब भी अस्पताल में भर्ती है और उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। मामले में लसूडिया पुलिस ने शिवम, देवराज और दीपांशु उर्फ अनुराग के खिलाफ बीएनएस 2023 की धारा 105, 110 और मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 134 के तहत केस दर्ज किया था। पुलिस के अनुसार, तीनों आरोपी नशे की हालत में थे और घटना के समय स्कॉर्पियो देवराज चला रहा था। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इस मामले में आरोपी दीपांशु की ओर से हाई कोर्ट में जमानत याचिका दायर की गई। बचाव पक्ष ने दलील दी कि दीपांशु वाहन नहीं चला रहा था, वह छात्र है और स्कॉर्पियो में देवराज की बगल वाली सीट पर बैठा था। उसके साथ पीछे एक अन्य साथी शिवम भी मौजूद था। इसी आधार पर उसे जमानत देने की मांग की गई थी। दूसरे पक्ष ने किया विरोध दूसरी ओर, मृतक आयुष राठौर और कृष्णपाल सिंह तंवर की ओर से सीनियर एडवोकेट अभिनव धनोतकर और ऋषि चौकसे ने हाईकोर्ट में जमानत याचिका का कड़ा विरोध किया। उन्होंने दलील दी कि दीपांशु अन्य सह-आरोपियों के साथ स्कॉर्पियो में सवार था और सभी नशे की हालत में थे। वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने कहा कि दीपांशु, चालक देवराज को तेज और लापरवाह तरीके से वाहन चलाने से रोक सकता था, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। इतना ही नहीं, हादसे के बाद आरोपियों ने घायल युवकों को पास के अस्पताल ले जाने के बजाय मौके से फरार होना बेहतर समझा। ऐसे हालात में दीपांशु को जमानत देने का कोई आधार नहीं बनता। केस डायरी के हवाले से दिए आदेश दोनों पक्षों की दलीलों और प्रस्तुत दस्तावेजों के अवलोकन के बाद हाईकोर्ट ने पाया कि भले ही आरोपी दीपांशु ने स्वयं को छात्र बताया, लेकिन इसे साबित करने के लिए उसने न तो कोई प्रयास किया और न ही अपनी शिक्षा से संबंधित कोई दस्तावेज प्रस्तुत किए। कोर्ट ने यह भी माना कि घटना के समय वह स्कॉर्पियो वाहन में सवार था, ऐसे में यह नहीं कहा जा सकता कि उसकी अपराध में कोई भूमिका नहीं थी। कोर्ट ने केस डायरी के हवाले से कहा कि हादसे के वक्त स्कॉर्पियो शहर के व्यस्त इलाके में करीब 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलाई जा रही थी। ऐसी स्थिति में यह तर्क स्वीकार नहीं किया जा सकता कि आवेदक सह-आरोपी देवराज द्वारा की जा रही लापरवाह ड्राइविंग को नियंत्रित करने की स्थिति में बिल्कुल नहीं था। इन सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए अदालत ने आरोपी दीपांशु को जमानत देने से इनकार कर दिया। इसके साथ ही 19 दिसंबर को उसकी जमानत याचिका खारिज कर दी गई। 100 की स्पीड से आई स्कॉर्पियो, फंसे युवक प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को दिए बयान में कहा था कि स्कॉर्पियो नई गाड़ी लग रही थी, उस पर माला लगी हुई थी। स्कॉर्पियो नक्षत्र चौराहे से तकरीबन 100 की स्पीड से आ रही थी। इसी दौरान पेट्रोल पंप के सामने बने डिवाइडर के कट से बाइक सवार तीनों युवक निकले, जिनको कार ने जोरदार टक्कर मारी। बाइक (MP 09 QZ 0714) डिवाइडर में फंस गई, जबकि युवक घिसटते हुए आगे फिका गए। आधे घंटे तक सड़क पर पड़े रहे शव हादसे के बाद करीब आधे घंटे तक कृष्ण पाल और आयुष के शव अस्पताल के ठीक सामने सड़क पर पड़े रहे। बाद में टीआई केके शर्मा के साथ एडीसीपी आलोक शर्मा और एसीपी हिमानी मिश्रा मौके पर पहुंची, तब जाकर अस्पताल प्रबंधन बाहर आया। घटना से जुड़ी यह खबर भी पढे़ं... इंदौर में स्कॉर्पियो ने तीन छात्रों को रौंदा, दो मौत इंदौर में एक स्कॉर्पियो ने बाइक सवार तीन इंजीनियरिंग छात्र को रौंद दिया। दो छात्रों की मौके पर ही मौत हो गई। एक की हालत गंभीर है। तीनों खंडवा के रहने वाले हैं। हादसे के बाद स्कॉर्पियो सवार 4 युवक गाड़ी छोड़कर भाग निकले। पुलिस ने स्कॉर्पियो को जब्त कर लिया है। पढ़ें पूरी खबर
मझगांवा सीएचसी में डॉक्टर नदारद, मरीज परेशान:बदहाल स्वास्थ्य सेवाएं; घंटों इंतजार को मजबूर लोग
देवरिया के मझगांवा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पर स्वास्थ्य सेवाएं लगातार बदहाल होती जा रही हैं। यहां तैनात चिकित्सक और कर्मचारी समय से ड्यूटी पर नहीं पहुंच रहे, जिससे इलाज के लिए आने वाले मरीजों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। कड़ाके की ठंड और शीतलहर के बीच यह लापरवाही मरीजों के लिए किसी यातना से कम नहीं है। सुबह से ही इलाज की आस लेकर आने वाले मरीज ओपीडी खुलने का इंतजार करते रहते हैं, लेकिन तय समय पर डॉक्टरों की मौजूदगी न होने से उन्हें निराशा हाथ लगती है। सोमवार को जब भास्कर की टीम ने मझगांवा सीएचसी की पड़ताल की, तो स्थिति बेहद चिंताजनक सामने आई। सुबह 10 बजे से 10:30 बजे के बीच पूरे अस्पताल परिसर में केवल एक चिकित्सक अनिल सिंह और फार्मासिस्ट रितेश कुमार सिंह ही मौजूद पाए गए। बाकी कक्षों में ताले लटके थे या सन्नाटा पसरा हुआ था। जबकि इस स्वास्थ्य केंद्र पर कुल 36 कर्मचारी तैनात हैं, जिनमें 17 सरकारी और 19 संविदा कर्मचारी शामिल हैं। इसके बावजूद अधिकांश कर्मचारी और चिकित्सक नदारद रहे, जिससे अस्पताल की कार्यप्रणाली पूरी तरह ठप नजर आई। प्रभारी भी गायब, ओपीडी के बाहर मरीजों की कतारस्थिति तब और गंभीर हो गई जब यह जानकारी सामने आई कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सक भी मौके पर मौजूद नहीं थे। प्रभारी के न रहने से अस्पताल की व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई। न तो किसी ने मरीजों की सुध ली और न ही यह बताया गया कि डॉक्टर कब तक आएंगे। ओपीडी कक्ष के बाहर मरीजों की लंबी कतार लगी हुई थी। कोई बुखार से पीड़ित था, तो कोई सर्दी-खांसी, बदन दर्द और सांस की समस्या से जूझ रहा था। मरीजों ने बताया कि वे सुबह 8 बजे से ही अस्पताल पहुंच गए थे, क्योंकि उन्हें उम्मीद थी कि समय पर डॉक्टर मिल जाएंगे। लेकिन 10 बजे के बाद भी अधिकांश चिकित्सक नहीं आए। मजबूरी में उन्हें ठंड में घंटों बैठकर इंतजार करना पड़ा। बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों को सबसे अधिक परेशानी उठानी पड़ी। कई बुजुर्ग कांपते हुए अलाव की तलाश करते नजर आए, तो कुछ महिलाएं छोटे बच्चों को गोद में लेकर इलाज का इंतजार करती रहीं। पहली बार नहीं, रोज का हालस्थानीय लोगों का कहना है कि मझगांवा सीएचसी की यह स्थिति कोई पहली बार नहीं है। यहां चिकित्सकों और कर्मचारियों की गैरहाजिरी अब आम बात हो चुकी है। न तो ओपीडी समय से शुरू होती है और न ही जांच व इलाज की व्यवस्था सुचारु रहती है। कई बार तो मरीजों को बिना इलाज कराए ही वापस लौटना पड़ता है। ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले मरीजों ने बताया कि वे कई किलोमीटर दूर से इलाज की उम्मीद में आते हैं, लेकिन डॉक्टर न मिलने से उन्हें निराश होकर लौटना पड़ता है। इससे न सिर्फ उनका समय और पैसा बर्बाद होता है, बल्कि बीमारी भी और गंभीर हो जाती है। लोगों का कहना है कि अगर यही हाल रहा तो सरकारी अस्पतालों से जनता का भरोसा पूरी तरह उठ जाएगा और गरीब मरीजों को मजबूरी में महंगे निजी अस्पतालों का रुख करना पड़ेगा। ठंड में बढ़ी जिम्मेदारी, लेकिन लापरवाही बरकरारकड़ाके की ठंड के मौसम में बीमारियों का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। सर्दी, खांसी, बुखार, सांस की बीमारी और बुजुर्गों से जुड़ी समस्याएं इस समय अधिक देखने को मिलती हैं। ऐसे में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की भूमिका बेहद अहम हो जाती है, क्योंकि यही ग्रामीण और गरीब तबके के लिए इलाज का पहला और सबसे सुलभ केंद्र होते हैं। लेकिन मझगांवा सीएचसी पर स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही मरीजों पर भारी पड़ रही है। डॉक्टरों और कर्मचारियों की गैरहाजिरी के चलते न तो समय पर इलाज मिल पा रहा है और न ही जरूरी दवाइयां। सबसे चिंताजनक बात यह है कि जिले के आला अधिकारी इस स्थिति पर आंख मूंदे हुए नजर आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों की मेहरबानी के चलते अब तक किसी के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं हो सकी है, जिससे लापरवाह कर्मचारियों के हौसले बुलंद हैं। प्रशासनिक उदासीनता पर उठे सवालस्थानीय राजन का आरोप है कि शिकायतों के बावजूद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कभी गंभीरता से जांच नहीं करते। कभी-कभार निरीक्षण की औपचारिकता जरूर निभाई जाती है, लेकिन उसके बाद सब कुछ पहले जैसा हो जाता है। नतीजतन, मरीजों की समस्याएं जस की तस बनी रहती हैं। कई लोगों ने यह भी कहा कि अगर समय से डॉक्टर और कर्मचारी ड्यूटी पर आ जाएं तो आधी समस्याएं अपने आप खत्म हो जाएं। लेकिन जब जिम्मेदार ही लापरवाह हों, तो सुधार की उम्मीद करना बेमानी है। यह स्थिति स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है। कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन की चेतावनीस्थानीय जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों ने भी मझगांवा सीएचसी की बदहाल व्यवस्था पर नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि यदि जल्द ही स्वास्थ्य केंद्र की व्यवस्थाओं में सुधार नहीं किया गया और समय से ड्यूटी पर न पहुंचने वाले चिकित्सकों व कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई नहीं हुई, तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे। सामाजिक संगठनों का कहना है कि स्वास्थ्य सेवाएं आम जनता का अधिकार हैं और इसमें लापरवाही किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जा सकती। उन्होंने मांग की है कि उच्च अधिकारी स्वयं मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लें और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें। सुधार की दरकार, वरना बढ़ेगी मुश्किलकुल मिलाकर मझगांवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थिति जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है। अगर समय रहते सुधार नहीं किया गया, तो इसका सबसे ज्यादा नुकसान गरीब और ग्रामीण मरीजों को उठाना पड़ेगा। अब देखना यह है कि जिम्मेदार अधिकारी कब तक इस ओर ध्यान देते हैं और क्या वास्तव में कोई ठोस कदम उठाया जाता है, या फिर मरीज यूं ही इलाज के लिए दर-दर भटकने को मजबूर रहेंगे। जनता की नजरें अब प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी हैं।
बुलंदशहर की छतारी नगर पंचायत में अवैध रूप से परिवार रजिस्टर बनाए जाने का गंभीर मामला सामने आया है। आरोप है कि कुछ लोग सुनियोजित तरीके से फर्जी परिवार रजिस्टर तैयार कर रहे हैं। इस संबंध में नगर पंचायत के सभासद मनीष कुमार ने मुख्यमंत्री को संबोधित एक शिकायत जिलाधिकारी को भेजी है, जिसमें जांच की मांग की गई है। आरोप है कि यह कार्य विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के दौरान नाम कटने से बचाने के उद्देश्य से किया जा रहा है। सभासद मनीष कुमार ने बताया कि छतारी नगर पंचायत क्षेत्र में बिना किसी अधिकृत आदेश या निर्धारित प्रक्रिया के परिवार रजिस्टर बनाए जा रहे हैं। उन्होंने फोटो और वीडियो साक्ष्य भी प्रस्तुत किए हैं, जिनमें कुछ लोग घर-घर जाकर परिवार के सदस्यों के नाम दर्ज करते दिख रहे हैं। शिकायत के अनुसार, यह कार्य न तो नगर पंचायत के अधिकृत कर्मचारियों द्वारा किया जा रहा है और न ही इसके लिए कोई विधिवत अनुमति ली गई है। यह प्रक्रिया पूरी तरह से अनधिकृत है। सभासद का आरोप है कि आगामी एसआईआर प्रक्रिया को देखते हुए यह 'खेल' खेला जा रहा है। जिन लोगों को आशंका है कि जांच के दौरान उनके नाम कट सकते हैं, वे फर्जी तरीके से परिवार रजिस्टर बनवाकर अपने नाम सुरक्षित कराने की कोशिश कर रहे हैं। इससे प्रशासनिक प्रक्रिया और सरकारी रिकॉर्ड की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल खड़े हो सकते हैं। मनीष कुमार ने चेतावनी दी है कि यदि इस पर समय रहते रोक नहीं लगाई गई, तो बड़ी संख्या में फर्जी नाम सरकारी अभिलेखों में दर्ज हो सकते हैं। इससे भविष्य में सरकारी योजनाओं, राशन कार्ड, पेंशन, मतदाता सूची सहित अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेजों में गड़बड़ी होने की आशंका है। इस मामले के सामने आने के बाद स्थानीय लोगों में भी नाराजगी देखी जा रही है। लोगों ने मांग की है कि यदि परिवार रजिस्टर अवैध रूप से तैयार किए जा रहे हैं, तो इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
भोपाल के कमला नगर में रहने वाली महिला पटवारी की अपनी छत से पड़ोसी के घर में गिरने के बाद मौत हो गई। वह बालकनी से बच्ची का बैलून उतारने का प्रयास कर रही थीं। इसी दौरान पांव फिसलने के बाद शेड की चादरों सहित पड़ोसी के घर में जा गिरीं। घटना 11 दिसंबर की शाम की है। इलाज के दौरान आज सुबह प्राइवेट हॉस्पिटल में उनकी मौत हो गई। गांधी मेडिकल कॉलेज की मर्चुरी में आज दोपहर पीएम के बाद बॉडी को परिजनों के हवाले कर दिया गया है। भदभदा विश्रामघाट में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। थाना प्रभारी निरूपा पांडे के मुताबिक 32 वर्षीय मीनाक्षी पटेल रायसेन जिले की गौहरगंज तहसील में पटवारी थीं। जबकि उनके पति सेना में पदस्थ हैं और उनके ससुर पीएचक्यू में इंस्पेक्टर के पद पदस्थ हैं। बीते 11 दिसंबर को वह बच्ची के साथ छत पर खेल रही थीं, तभी अचानक छत से नीचे गिर गई थीं। इसके बाद उन्हें परिजनों ने एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उनकी मौत हो गई। डॉक्टरों ने पुलिस को बताया कि उनके सिर में चोट लगने की वजह से वहां खून जम गया था। जिस कारण उनकी मौत हुई है। अब पुलिस पीएम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। शेड से बैलून उतारते समय हादसा हुआ परिजनों के मुताबिक खेलते समय बच्चे का बैलून पड़ोसी के शेड पर गिर गया। उसे उतारने के प्रयास में मीनाक्षी बाउंड्री क्रॉस कर पड़ोसी के शेड पर उतरने का प्रयास कर रही थीं। तभी पांव स्लिप होने के बाद वह शेड पर गिरीं और शेड की चादरें टूट गईं। जिससे पड़ोसी के घर में गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गईं। तत्काल उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया था। जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। तीन साल पहले हुई थी शादी मीनाक्षी की शादी तीन साल पहले हुई थी। दो साल पहले उन्होंने बेटी को जन्म दिया था। रायसेन जिले की गौहरगंज तहसील के अंदर आने वाले दामखेड़ा गांव में पटवारी थीं। छुटि्टयों के चलते इन दिनों भोपाल आई हुई थीं। वहीं पुलिस का कहना है कि परिजनों के डिटेल बयानों को दर्ज नहीं कराया जा सका है।
कुशीनगर के सरैया महंथ पट्टी गांव के 26 गरीब परिवारों ने अपनी पट्टे की जमीन पर भू-माफियाओं द्वारा अवैध कब्जे का आरोप लगाया है। इन परिवारों ने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें राजस्व कर्मियों की मिलीभगत से जमीन हड़पने की बात कही गई है। प्रार्थी परिवारों के अनुसार, उन्हें वर्ष 1994 में ग्राम सभा सरैया महंथ पट्टी में भूमि का पट्टा आवंटित किया गया था। इन 26 परिवारों में रामदेव, योगेन्द्र, दीनानाथ, रामधारी, सुमंत, जग्गू, मक्खन, रामप्रीत, रोझन, स्वामीनाथ, तिलक और बुद्धिराम जैसे लोग शामिल हैं। उनकी जमीनें खाता संख्या 00783 के तहत दर्ज हैं। पीड़ित परिवारों का आरोप है कि गांव के कुछ दबंग लोगों ने उनकी पूरी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया है और उस पर खेती कर रहे हैं। भू-माफिया जबरदस्ती, गुंडागर्दी और पैसों के बल पर हथियारों तथा लाठी-डंडों से लैस होकर उनकी पट्टे की जमीन पर अतिक्रमण कर फसल उगा रहे हैं। परिवारों ने बताया कि वर्ष 1994 से उन्हें जमीन का आवंटन हुआ है और वर्तमान में भी खतौनी में उनके नाम दर्ज हैं, जिसकी छायाप्रति भी ज्ञापन के साथ संलग्न की गई है। उन्होंने उच्चाधिकारियों से इस मामले की जांच कराने, भू-माफियाओं से जमीन मुक्त कराकर उन्हें शांतिपूर्ण कब्जा दिलाने और दोषियों के खिलाफ आवश्यक वैधानिक कार्रवाई करने की मांग की है।
भारतीय रेलवे के लेवल क्रॉसिंग खत्म करने के अभियान के तहत रायपुर रेल मंडल ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। मंडल के बैकुंठ–सिल्यारी और निपनिया यार्ड सहित 7 रेलवे फाटकों को अब स्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। इन फाटकों के बंद होने से जहां सड़क जाम और हादसों से राहत मिलेगी, वहीं यात्री और मालगाड़ियों की रफ्तार में भी बड़ा इजाफा होगा। 50 किमी प्रति घंटे बढ़ जाएगी रफ्तार फाटकों के बंद होने के बाद रायपुर रेल मंडल में ट्रेनों की औसत रफ्तार में करीब 50 किमी/घंटा की बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। यात्रियों को अब न फाटक पर इंतजार करना पड़ेगा और न ही ट्रेनों को आउटर पर खड़ा होना पड़ेगा। रेलवे के इस कदम से सफर ज्यादा तेज, सुरक्षित और भरोसेमंद होगा। स्पीड अपडेट: इन रूट्स पर अब सुपरफास्ट सफर फाटकों के पूरी तरह बंद होने के बाद रेलवे ने कई रूट्स पर ट्रेनों की अधिकतम गति बढ़ा दी है— रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, इससे ट्रेनों के ठहराव का समय घटेगा और सफर पहले से ज्यादा तेज और सुगम होगा। कुल 7 फाटक बंद, जाम और हादसों से स्थायी राहत हालिया फैसले के बाद रायपुर रेल मंडल में अब इन इलाकों से फाटकों का पूरी तरह से हटा दिया गया है— 70 किमी लंबी ‘सुरक्षा दीवार’ से सुरक्षित होगा ट्रैक तेज रफ्तार ट्रेनों को देखते हुए रेलवे ने सुरक्षा इंतजाम भी मजबूत किए हैं—
बांग्लादेश के ढाका में हिंदू युवक दीपू को जिंदा जलाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। आजमगढ़ में विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों ने घटना के विरोध में सोमवार को प्रदर्शन किया। उन्होंने कलेक्ट्रेट के पास बांग्लादेश का पुतला फूंका। जिला प्रशासन को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भी सौंपा। विश्व हिंदू परिषद के गौ रक्षा विभाग के पदाधिकारी गौरव रघुवंशी का कहना है कि बांग्लादेश में जिहादियों द्वारा हिन्दुओं पर अत्याचार किया जा रहा है। सड़कों पर लोगों को जिंदा जलाया जा रहा है। अत्याचार करने वाले लोगों की विदेशों से फंडिंग की जा रही है। वहां की सरकार मामले पर चुपी साधे हुए हैं। इस घटना से पूरा हिंदू समाज दुखी है। ऐसे में हम आज एक ही संदेश देना चाहेंगे कि यदि बंटेंगे नहीं तो कटेंगे नहीं। हम सभी को एक होकर रहना चाहिए। हमारी सरकार से मांग है कि इस मामले में हस्तक्षेप करे और हिंसा करने वाले लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
यमुनानगर में घर में लगी आग, सामान जलकर राख:कमरे में बच्चे समेत दंपती फंसे, फायर ब्रिगेड़ ने पाया काबू
यमुनानगर जिले के जगाधरी स्थित लोहरान गली में एक मकान के अंदर आग लग गई, जिससे अंदर रखा सारा सामान जलकर राख हो गया। हादसे के समय घर में बच्चों सहित आठ लोग सौ रहे थे। गनीमत रही कि हादसे में कोई हताहत नहीं है। सूचना मिलते ही लोगों की घर के बाहर इकट्ठा हो गई। थोड़ी ही देर में पुलिस व फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची और करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग लगने का कारण अभी पता नहीं चल पाया है। पती-पत्नी व बच्ची कमरे में फंसे पारस ओबरॉय ने बताया कि वह प्रिंटिंग प्रेस का काम करते हैं। घर में उसके माता-पिता, चाचा-चाची और पत्नी व बच्चों सहित आठ सदस्य रहते हैं। रात को वह दरवाजे व बिजली के स्विच अच्छे से बंद करके सो गए थे। वह अपने पत्नी व छोटी बच्ची के साथ फस्ट फ्लोर पर बने कमरे में सो रहा था। सुबह करीब चार बजे उसे एक धमाका सुनाई दिया, जिससे उनकी आंख खुल गई। ऐसे में बाहर से काफी तेज कुछ टूटने की आवाजें आने लगी। जैसे ही उसने बाहर जाकर देखने के लिए दरवाजा खोला, तो सामने कमरे में आग की लपटें उठ रही थीं। बाहर जाने का रास्ता भी उसी कमरे में से था, जिस कारण वह अपनी पत्नी व बच्ची समेत अंदर ही फंस गया। गली संकरी होने से फायर ब्रिगेड की गाड़ी फंसी थोड़ी ही देर बाद घर के बाहर उसके अन्य परिजन व पड़ोसी इकट्ठा हो गए और आग पर काबू पाने का प्रयास करने लगे। आग धीरे-धीरे बढ़ती चली गई और कमरे में रखा फ्रिज, वॉशिंग मशीन, तीन सोफे, पंखे, व अन्य फर्नीचर अपनी चपेट में ले लिया। सूचना मिलते के थोड़ी ही देर में फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची। गली संकरी होने के कारण गाड़ी घर तक नहीं आ पाई। ऐसे में फायर कर्मचारी पाइप को लंबा करके घर तक लेकर आए और करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। जिसके बाद वह अपनी बच्ची व पत्नी के साथ कमरे से बाहर निकल सका। करीब डेढ़ लाख का नुकसान पारस ने बताया कि इस आगजनी में उसके पिता राकेश ओबरॉय को भी मामूली चोट आई है। वहीं आग लगने के कारण उन्हें करीब डेढ़ लाख रुपए का नुकसान भी हुआ है। आग लगने का कारण भी अभी तक उन्हें पता नहीं चल पाया है।
रायपुर निवासी एक युवक–युवती का ड्रग्स, पैसे और मोबाइल के साथ वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। यह वायरल वीडियो अमलीडीह इलाके का बताया जा रहा है। 17 सेकेंड के इस वीडियो में युवक मोबाइल में बात करते हुए, युवती वीडियो बनाते हुए और गालियां देते हुए दिख रही है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि एक टेबल में मोबाइल, पैसे और ड्रग्स (संभावित MDMA/कोकीन) की 19 लाइन खिची हुई टेबल में दिख रही है। लाइन का पास क्रेडिट कार्ड पड़ा हुआ है। यह पूरा वीडियो युवक के साथ दिख रही युवती ने ही बनाया है। वीडियो सामने आने के बाद यह बात स्पष्ट है कि पुलिस द्वारा लगातार कार्रवाई करने के बाद भी राजधानी रायपुर में धडल्ले से ड्रग्स की बिक्री जा रही है। यह बिक्री युवक और युवतियों के सिंडिकेट द्वारा की जा रही है। पुलिस की समझाइश और सख्ती के बाद भी ड्रग्स तस्कर सोशल मीडिया के माध्यम से ड्रग्स की बिक्री कर रहे है। छह महीने में अभियान चलाकर पुलिस ने 79 पैडलर्स को पकड़ा रायपुर में छह माह पहले भी इसी तरह के वीडियो सामने आए थे। वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने अभियान चलाकार कार्रवाई की और 79 पैडलर्स को जेल भेजा। आरोपियों को जेल भेजने के साथ करोड़ों का सामान भी जब्त किया। पुलिस की इस कार्रवाई से पैडलर कुछ दिन थमे, लेकिन नए साल के मद्देनजर राजधानी रायपुर में फिर से एक्टिव हो गए है। अब पढ़े डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने क्या कहा गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि नशे के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई पिछले दो माह में तेज हुई है। पुलिस एंड टू एंड इन्वेस्टीगेशन कर रही है। नशे से जुड़े वायरल वीडियो चिन्हांकित किए जा रहे हैं और दोषियों तक जल्द कार्रवाई कर पहुंचा जाएगा। अब पढ़े MDMA ड्रग्स क्या, ये कितना खतरनाक MDMA यानी मिथाइलीनडाइऑक्सी मेथाम्फेटामाइन (MDMA) या मेफेड्रोन या एक्सटेसी। एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की कथित गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती और जया शाह के वॉट्सऐप चैट से इसकी चर्चा शुरू हुई। इसके एक ग्राम की कीमत करीब 15 हजार रुपए है। नशा करने वालों के बीच इसके और भी कोड नेम है। इसे लेने के बाद दिमाग में नशा चढ़ता है। मदहोशी आती है। अधिकतर लोग इसे मस्ती के लिए लेते हैं। ज्यादा मात्रा में एक साथ लेने पर यह जान के लिए खतरा तक बन सकती है। अब पढ़िए रायपुर शहर में क्या-क्या बिक रहा रायपुर पुलिस 2025 से अब तक नशा बेचने वाले 700 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। ये आरोपी रायपुर में गांजा, एमडीएमए, एलएसडी, ओजी (विदेशी गांजा) हेरोइन, नशे की गोलियां, अफीम, कफ सिरप को बेचते और उसे लाते हुए पकड़े गए। इन आरोपियों से पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला, कि ये आरोपी ओडिशा से गांजा और महाराष्ट्र, दिल्ली, पंजाब-हरियाणा से ड्रग्स लाते और उनको रायपुर सहित अन्य जिलो में बेचते हैं। छत्तीसगढ़ के अलावा दूसरे राज्यों में इन आरोपियों द्वारा नशीली सामग्री पहुंचाई जाती है। रायपुर के होटलों, पब और फॉर्म हाउसों में आयोजित प्राइवेट पार्टियों में ड्रग्स को कोडवर्ड के सहारे बेचा जा रहा है। ये सब बात पुलिस की जांच में पहले भी सामने आ चुकी है।
इंदौर में महूं नाके के पहले, लालबाग के पीछे स्थित पुराने आरटीओ भवन परिसर और उससे लगी खाली जमीन पर लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर का स्मारक बनाया जाएगा। इस परियोजना पर 110 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे, जिसमें पहले चरण में 40 करोड़ रुपए व्यय की जाएगी। परियोजना के तहत पुराने आरटीओ भवन में मौजूद हॉल और अन्य निर्माणों को तोड़ा नहीं जाएगा, बल्कि उन्हें संरक्षित रखते हुए आधुनिक स्वरूप दिया जाएगा। स्मारक में थ्री-डी प्रोजेक्शन, लाइट एंड साउंड शो, चित्रों और दृश्य प्रस्तुतियों के माध्यम से लोकमाता अहिल्याबाई के जीवन, उनके योगदान और आदर्शों को दर्शाया जाएगा। महेश्वर में बनेगा ‘अहिल्या लोक’ इंदौर के साथ-साथ महेश्वर में भी उज्जैन के महाकाल लोक की तर्ज पर ‘अहिल्या लोक’ विकसित किया जाएगा। इस पर मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम द्वारा लगभग 110 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। कुछ माह पूर्व कैबिनेट ने इस परियोजना को मंजूरी दे दी थी और अब टेंडर सहित अन्य प्रक्रियाएं शुरू कर दी गई हैं। नर्मदा तट पर बनने वाले अहिल्या लोक में लाइट एंड साउंड शो, प्राचीन मंदिरों और घाटों का जीर्णोद्धार तथा पूरे नर्मदा तट का समग्र विकास किया जाएगा। इस परियोजना को तीन हिस्सों में विकसित किया जाएगा। लोकमाता के जीवन पर आधारित होगी संपूर्ण प्रस्तुति पहले हिस्से में लोकमाता अहिल्याबाई की जीवंत जीवनगाथा, उनके प्रेरणादायक प्रसंग, इंदौर आगमन, विवाह, शौर्य, सुशासन और आध्यात्मिक कार्यों को दर्शाया जाएगा। इसके लिए एक विशेष फिल्म भी बनाई जाएगी। दूसरे और तीसरे चरण में म्यूजियम का जीर्णोद्धार, बाग-बगीचों का विकास, माता अहिल्या की गादी, उनके द्वारा निर्मित शिव मंदिरों सहित अन्य मंदिरों का संरक्षण और जीर्णोद्धार किया जाएगा। साथ ही यहां की बुनकर कला को भी प्रदर्शित किया जाएगा, जिसमें महेश्वरी साड़ियों और पारंपरिक वस्त्रों की ब्रांडिंग की जाएगी। नर्मदा किनारे 15 एकड़ भूमि चिन्हित अहिल्या लोक के लिए नर्मदा किनारे 15 एकड़ भूमि चिन्हित की गई है। परियोजना पूर्ण होने के बाद यहां भी महाकाल लोक की तरह बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं और पर्यटकों के पहुंचने की संभावना है। सिंहस्थ से पहले अहिल्या लोक के निर्माण को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है, ताकि देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु ओंकारेश्वर और महेश्वर भी दर्शन के लिए पहुंच सकें। उद्योगपति विनोद अग्रवाल ने दिए 5 करोड़ इंदौर में बनने वाले अहिल्याबाई होल्कर स्मारक के लिए गठित स्मारक प्रतिष्ठा की अध्यक्ष पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन हैं। उन्होंने इंदौर में राजवाड़ा पर आयोजित कैबिनेट बैठक में मुख्यमंत्री के समक्ष इस परियोजना का प्रजेंटेशन भी प्रस्तुत किया था। समाजसेवी रामस्वरूप मूंदड़ा ने बताया कि इंदौर स्मारक परियोजना की कुल लागत करीब 100 करोड़ रुपए है, जिसमें पहले चरण के लिए 40 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं। इस परियोजना के लिए इंदौर के प्रसिद्ध उद्योगपति और दानवीर विनोद अग्रवाल ने 5 करोड़ रुपए के सहयोग की घोषणा की है।
शाजापुर जिले के मोहन बड़ोदिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का सोमवार दोपहर करीब 12 बजे आगर-मालवा से आई स्वास्थ्य विभाग की टीम ने निरीक्षण किया। यह निरीक्षण कायाकल्प योजना के तहत अस्पताल की व्यवस्थाओं, साफ-सफाई, संसाधनों और मरीजों को दी जा रही सुविधाओं का जायजा लेने के लिए किया गया। निरीक्षण के दौरान आगर की स्वास्थ्य विभाग टीम ने जच्चा-बच्चा वार्ड, डिलीवरी वार्ड, जनरल वार्ड और अन्य विभागों का अवलोकन किया। टीम ने वार्डों की स्वच्छता, बायोमेडिकल वेस्ट प्रबंधन, पेयजल व्यवस्था, शौचालयों की स्थिति, रिकॉर्ड संधारण और मरीजों की सुविधाओं से संबंधित विभिन्न बिंदुओं की गहनता से जांच की। मोहन बड़ोदिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बीएमओ डॉ. राजेश रुहेला ने बताया कि यह कायाकल्प आंकलन के तहत किया गया निरीक्षण था। उन्होंने जानकारी दी कि अस्पताल प्रशासन द्वारा शासन के निर्देशों के अनुसार सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है। निरीक्षण के समय अस्पताल का चिकित्सकीय और पैरामेडिकल स्टाफ भी मौजूद रहा, जिसने टीम को आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराई। निरीक्षण के बाद टीम ने अस्पताल की व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए। स्वास्थ्य विभाग का यह आंकलन अस्पताल में गुणवत्ता सुधार की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
धनबाद में सड़क हादसे में युवक की मौत:बलियापुर रोड पर दुर्घटना, आक्रोशित लोगों ने किया सड़क जाम
धनबाद के बाईपास बलियापुर रोड स्थित डांगी मोड़ के पास सोमवार को एक सड़क दुर्घटना में विनोद नगर निवासी डब्लू कुमार की मौके पर ही मौत हो गई। यह घटना तब हुई, जब डब्लू कुमार अपने काम से जा रहे थे और एक अनियंत्रित वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी। दुर्घटना के बाद स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए और उन्होंने डांगी मोड़ के पास मुख्य सड़क को जाम कर दिया। प्रदर्शनकारी वाहन चालकों की लापरवाही और सड़क सुरक्षा के अपर्याप्त इंतजामों को लेकर विरोध जता रहे थे। आक्रोशित भीड़ और परिजनों को समझाकर शांत किया सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस और क्षेत्र के गणमान्य व्यक्ति मौके पर पहुंचे। उन्होंने आक्रोशित भीड़ और परिजनों को समझाकर शांत किया। पुलिस ने उचित कानूनी कार्रवाई और मुआवजे का आश्वासन दिया, जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने सड़क से जाम हटा लिया। जाम हटने के बाद, पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल भेज दिया है।
करनाल में कार ने ई-रिक्शा को मारी टक्कर:ड्राइवर की मौत, परिजनों का आरोप- गाड़ी सवार नशे में थे
करनाल जिले में एक बार फिर तेज रफ्तार और ड्रिंक एंड ड्राइव का कहर देखने को मिला। सड़क पर नियमों की अनदेखी करते हुए एक कार ने ई-रिक्शा को टक्कर मार दी, जिससे ई-रिक्शा ड्राइवर की मौके पर ही हालत गंभीर हो गई और बाद में उसकी मौत हो गई। हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची, लेकिन परिजनों ने पुलिस की भूमिका पर भी गंभीर सवाल खड़े किए हैं। पुलिस ने आज शव का पोस्टमॉर्टम करवा शव परिजनों के हवाले कर दिया। नमस्ते चौक के पास हादसा मृतक की पहचान गुरविंद्र सिंह के रूप में हुई है। वह शादीशुदा था और छह महीने की एक बेटी का पिता था। परिवार के अनुसार गुरविंद्र मेहनत-मजदूरी कर परिवार का पालन-पोषण करता था। अचानक हुए इस हादसे ने पूरे परिवार को तोड़कर रख दिया है। यह दर्दनाक हादसा रविवार रात को करनाल के नमस्ते चौक के पास हुआ। ई-रिक्शा ड्राइवर अपने पिता के साथ घर की ओर जा रहा था। जैसे ही ई-रिक्शा डिवाइडर के कट से मुड़ने लगा, सामने से तेज रफ्तार में आ रही एक कार ने सीधे टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि ई-रिक्शा कई पलटे खा गया और ड्राइवर उसके नीचे दब गया। ई-रिक्शा ड्राइवर की बिगड़ी हालत हादसे में ई-रिक्शा ड्राइवर को गंभीर चोटें आईं। आसपास मौजूद लोगों ने तुरंत मदद की कोशिश की, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। घायल को अस्पताल ले जाने की तैयारी के बीच उसकी हालत और बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई। नशे में होने का आरोप मृतक के पिता ने आरोप लगाया कि कार सवार युवकों ने शराब पी हुई थी। कार के अंदर शराब की बोतलें और नमकीन चिप्स के पैकेट पड़े हुए थे। जब कार सवार युवक उनके पास आए, तो उनके मुंह से शराब की बदबू आ रही थी और वे साफ तौर पर नशे में नजर आ रहे थे। डायल-112 और पुलिस पर गंभीर आरोप मृतक की बहन ने बताया कि घटना के तुरंत बाद डायल-112 पर कॉल की गई थी। आरोप है कि पुलिस को पीड़ित परिवार की मदद करनी चाहिए थी, लेकिन पुलिस ने कार सवार युवकों से बातचीत कर उन्हें मौके से भगा दिया। बहन का कहना है कि पुलिसकर्मी ने गाड़ी वालों को पकड़ने की बजाय उनसे बातचीत की और उन्हें जाने दिया। इतना ही नहीं पुलिसकर्मी रास्ते में परिवार का पीछा करते हुए बहसबाजी करता रहा। मेडिकल न होने पर उठे सवाल परिजनों का कहना है कि यदि कार सवार युवकों का तुरंत मेडिकल कराया जाता, तो नशे की सच्चाई सामने आ जाती। परिवार ने मांग की है कि आरोपियों के साथ-साथ लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए। मामले की जांच में जुटी पुलिस पुलिस ने रात को ही शव को कब्जे में लेकर करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज के मॉर्च्युरी हाउस में भिजवा दिया था। सोमवार दोपहर को पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और सभी पहलुओं को ध्यान में रखा जा रहा है।
हरियाणा के नारनौल में कुख्यात गैंगस्टर सुरेंद्र चीकू के साथी विक्की डोहर उर्फ विक्रांत पर हुए जानलेवा हमले के मामले में पुलिस ने 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। यह कार्रवाई सीआईए नारनौल की टीम द्वारा की गई है। हालांकि, इस मामले में नामजद मुख्य आरोपियों में से 2 आरोपी अभी भी फरार बताए जा रहे हैं। जबकि एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। बता दें कि 17 दिसंबर को नसीबपुर गांव में जेठू मंदिर के पास करीब 15 से 20 लोगों ने विक्की डोहर पर कुछ युवकों ने सुनियोजित तरीके से हमला किया। हमलावरों ने धारदार हथियारों और अवैध हथियारों का इस्तेमाल किया, जिससे विक्की डोहर गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल अवस्था में उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए जयपुर रेफर कर दिया गया था। तीन हैं मुख्य आरोपी इस मामले में पीड़ित पक्ष की ओर से पुलिस को दी गई शिकायत में 3 आरोपियों बब्बू खायरा, पोंटी सिंह और महेश बाछौद को नामजद किया गया था। जबकि 14 से 15 अन्य अज्ञात लोगों पर भी हमले में शामिल होने का आरोप लगाया गया था। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आर्म्स एक्ट समेत कई संगीन धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया था। सीआईए टीम ने किए गिरफ्तार मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर सीआईए नारनौल की टीम को जांच सौंपी गई। टीम ने तकनीकी साक्ष्यों, सीसीटीवी फुटेज और मुखबिर तंत्र के आधार पर कार्रवाई करते हुए अलग-अलग स्थानों से 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में आरोपियों से हमले में प्रयुक्त हथियारों और घटना से जुड़े अन्य अहम सुराग मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। ये हुए अभी गिरफ्तार पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी महेश बाछौद के अलावा निखिल उर्फ मोटा निवासी मोहल्ला रावका, रेवाड़ी के कोसली निवासी संदीप, कनीना के सचिन, कुलदीप, रक्षक, अजय और महेंद्रगढ़ के 2 युवाओं को गिरफ्तार किया है। जल्दी होंगे सभी गिरफ्तार पुलिस अधिकारियों के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों को पूछताछ के बाद अदालत में पेश किया जाएगा। वहीं, फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही फरार आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा और मामले का खुलासा किया जाएगा।
हरियाणा से राज्यसभा सांसद सुभाष बराला ने कांग्रेस समेत विपक्षी दलों पर मनरेगा का नाम बदलने पर बेवजह मुद्दा बनाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा मनरेगा को वीबी जीरामजी करने पर कांग्रेस समेत पूरे विपक्षी दल बेवजह तिलमिलाए हुए हैं। बेशक मनरेगा कानून कांग्रेस सरकार में बना था। मगर इसमें खामियां और अनियमितताएं थी, इसलिए इसमें संशोधन किए गए हैं। बराला सोमवार को फतेहाबाद में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अब इस कानून के तहत 100 दिन की बजाय मजदूरों को 125 दिन का काम मिलेगा। 75 दिन केंद्र सरकार और 50 दिन का रोजगार प्रदेश सरकार देगी। गैर एनडीए सरकारें जिम्मेदारी से भागना चाह रही 60 फीसदी खर्च केंद्र सरकार जबकि 40 प्रतिशत राज्य सरकार देगी। इसमें सुधार भी किए गए हैं। इसमें प्रदेश सरकारें फसल की कटाई, बुवाई की मजदूरी किसान के खेत से मिलने की व्यवस्था भी कर सकेंगी। गैर भाजपा-गैर एनडीए सरकारें अपनी जिम्मेदारी से भागना चाहती हैं। उनको अब अतिरिक्त पैसा खर्च करना पड़ेगा, इसलिए उनको तकलीफ हो रही है। आज भ्रम फैलाया जा रहा है। जब केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान सदन में इसका रिप्लाई दे रहे थे, उस समय विपक्ष ने अभद्र व्यवहार करने का काम किया, उसे स्वीकार नहीं किया जा सकता। सबका बीमा-सबकी रक्षा कानून बनाया गया है। उससे हर आदमी को बीमा का फायदा मिल सकेगा। 2014 के बाद 1577 कानून निरस्त किए बराला ने कहा कि लंबे समय से व्यवस्थाओं में बाधक बने कानूनों को बदला गया है। साल 2014 से पहले तक केवल 1291 कानून बदले गए, लेकिन साल 2014 के बाद पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 1577 कानून बदले गए हैं या फिर निरस्त किए गए हैं। भारतीय उत्तराधिकार अधिनियम की धारा 213 में ऐसी व्यवस्था थी कि हिंदू, बौद्ध, सिख, जैन, पारसी की वसीयतों के लिए न्यायालय की पुष्टि बनती थी, लेकिन मुस्लिम और ईसाई के लिए नहीं बनती थी। इतना भेदभाव होता था। इन अधिनियमों को रद्द करने का काम मोदी सरकार ने किया है। सरकार ने वक्फ के कानून में बड़ा बदलाव किया है। सरकारी प्रॉपर्टी पर नमाज पढ़ने वाला दावा बराला ने कहा कि समाज या सरकार की प्रॉपर्टी पर कोई नमाज पढ़ने लगता तो वह वक्फ की प्रॉपर्टी का दावा कर देता था। इसको बदलने का काम सरकार ने किया है। इस मौके पर बीजेपी जिलाध्यक्ष प्रवीण जोड़ा, हरकोफैड के चेयरमैन वेद फूलां, जिप प्रधान प्रतिनिधि सुभाष खिचड़, जिला मीडिया प्रभारी कंवल चौधरी, जगदीप मोंगा समेत कई लोग मौजूद रहे।
भिंड जिले में ठंड ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। पिछले एक हफ्ते से मौसम का मिजाज लगातार सर्द बना हुआ है। हालात ये हैं कि बीते 5 दिनों से शहर और आसपास के इलाकों में घना कोहरा छाया हुआ है, जिससे सुबह के समय सूर्यदेव के दर्शन तक नहीं हो पा रहे हैं। जिले में न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस पर आ गया है, जबकि अधिकतम तापमान 20 डिग्री के आसपास सिमट गया है। रात 8 बजे से अगले दिन दोपहर 12 बजे तक कोहरा कोहरे का असर इतना ज्यादा है कि रात 8 बजे से ही धुंध छाना शुरू हो जाती है, जो अगले दिन दोपहर 12 बजे तक रहती है। मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर भारत के पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर यहां दिख रहा है। उत्तर दिशा से 7 से 10 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बर्फीली हवाएं चल रही हैं, जिससे ठिठुरन बढ़ गई है। दिन में भी धूप बहुत कमजोर रहती है। विजिबिलिटी कम, रेंग रहे वाहन कोहरे की मार से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है। विजिबिलिटी कम होने से सड़कों पर वाहनों की रफ्तार धीमी पड़ गई है। खासकर रात के समय वाहन चालकों को रास्ता साफ नजर नहीं आ रहा, जिससे हादसों का खतरा बढ़ गया है। सुबह काम पर जाने वालों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बच्चों की सेहत की चिंता, समय बदलने की मांग ठंड का सबसे ज्यादा असर स्कूली बच्चों पर पड़ रहा है। सुबह के समय बच्चे ठिठुरते हुए स्कूल जाने को मजबूर हैं। इसे देखते हुए अभिभावकों ने प्रशासन से स्कूलों के समय में बदलाव की मांग की है, ताकि बच्चों को कड़ाके की ठंड से थोड़ी राहत मिल सके। अलर्ट: अभी और गिरेगा पारा मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में सर्दी का सितम और बढ़ेगा। न्यूनतम और अधिकतम तापमान में और गिरावट हो सकती है। घना कोहरा छाए रहने के आसार हैं, इसलिए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
मोर के शिकार का आरोप, 3 गिरफ्तार:कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष अपने खेत पर हिस्ट्रीशीटर के साथ कर था पार्टी
उदयपुर के ऋषभदेव इलाके में राष्ट्रीय पक्षी मोर के शिकार का मामला सामने आया है। पुलिस ने मोर को पकाकर खाने की तैयारी कर रहे तीन आरोपियों को पकड़ा है। आरोपियों में एक कांग्रेस का ब्लॉक अध्यक्ष है, जिसके खेत पर यह नॉनवेज पार्टी की जा रही थी। ब्लॉक अध्यक्ष एक हिस्ट्रीशीटर और उसके दोस्त के साथ वहीं मौजूद था। मामला रविवार देर शाम को ऋषभदेव के बीलख गांव का है। पुलिस तीनों आरोपियों को आज कोर्ट में पेश कर रिमांड की मांग करेगी। ऋषभदेव थानाधिकारी हेमंत अहारी ने बताया कि रविवार शाम को मुखबीर से सूचना मिलने पर एक खेत पर पहुंचे तो वहां मोर को मारकर उसको पकाकर खाने की तैयारी हो रही थी। यह खेत कांग्रेस का ब्लॉक अध्यक्ष रूपलाल का था। रूपलाल, हिस्ट्रीशीटर अर्जुन के साथ वहीं था। पुलिस ने रूपलाल, अर्जुन और राकेश को गिरफ्तार किया। इस खेत पर एक कमरा बना था, जिस पर तीनों लोग नॉनवेज पार्टी कर रहे थे। पूछताछ में सामने आया कि आरोपियों ने नॉनवेज पार्टी के इरादे से खेत पर मोर का शिकार किया था। उसके मांस को पकाकर वहीं खाने का प्लान था। पुलिस की सूचना पर वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची और सेम्पलिंग की। वन विभाग ने भी अपनी पुष्टि कि मोर का शिकार हुआ है।
खंडवा जिले के आदिवासी बाहुल्य खालवा ब्लॉक में चोरों ने किसानों की नींद उड़ा रखी है। रबी सीजन के चलते खेतों में सिंचाई के लिए लगाए गए मोटर-पंप और केबल चोरी हो रहे हैं। पुलिस की सुस्ती से नाराज ग्रामीणों और व्यापारियों ने रविवार को रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया। विरोध बढ़ता देख पुलिस हरकत में आई और चोरी के एक मामले में एफआईआर दर्ज की। टीआई ने जल्द ही चोरों को ट्रेस करने का आश्वासन दिया है। 15 दिन में एक दर्जन चोरियां, CCTV में दिखे संदिग्ध पिछले 15 दिनों के भीतर खालवा नगर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में एक दर्जन से अधिक चोरी की घटनाएं हो चुकी हैं। नगर में लगे सीसीटीवी कैमरों में संदिग्ध लोग भी नजर आए हैं, लेकिन पुलिस उन पर अंकुश लगाने में नाकाम रही है। लगातार हो रही वारदातों से नाराज व्यापारी संघ, किसान संघ और हिंदू उत्सव समिति ने रविवार को संयुक्त रैली निकाली। उन्होंने खालवा टीआई को ज्ञापन सौंपकर चोरों को जल्द पकड़ने की मांग की। पुलिस ने सोमवार को मामले में FIR दर्ज कर ली है। कंबल बेचने वालों और बाहरी लोगों की हो जांच ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि कुछ बाहरी लोग क्षेत्र में रहकर व्यापार कर रहे हैं। ये लोग गली-गली घूमकर कंबल, चटाई और कुर्सी बेचते हैं, लेकिन इनका कोई पुलिस वेरिफिकेशन नहीं है। वहीं, कुछ लोग किराए के कमरे लेकर निजी कंपनियों में काम कर रहे हैं। लोगों को शक है कि रेकी करके चोरियों को अंजाम दिया जा रहा है। ज्ञापन में मांग की गई है कि ऐसे बाहरी लोगों का रिकॉर्ड रखा जाए और सत्यापन किया जाए। विरोध के बाद जागी पुलिस, एक FIR दर्ज प्रदर्शन के बाद पुलिस ने चोरी के एक मामले में केस दर्ज किया है। कोठा गांव के रहने वाले किसान साबुलाल (56) ने रिपोर्ट दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि खेत में सिंचाई के लिए मांझरी नदी में 3 एचपी की पनडुब्बी मोटर और केबल डाली थी, जिसे चोर चुरा ले गए।
हरियाणा के कुरुक्षेत्र में अमेरिका से लौटे से लॉ स्टूडेंट को ट्रेडिंग में फंसाकर साढ़े 17 लाख रुपए की साइबर ठगी कर ली। साइबर ठग ने स्टूडेंट को 3 गुना प्रॉफिट देने का लालच दिया था। ठग ने भरोसा जमाने के लिए शुरू में 50 हजार रुपए लेकर ऐप में 3 लाख रुपए का प्रॉफिट भी दिखाया। शिव दयाल निवासी कुरुक्षेत्र ने साइबर थाना पुलिस को बताया कि वे पिछले साल लॉ (कानून) की पढ़ाई के लिए अमेरिका गए थे। करीब 3 महीने पहले ही इंडिया लौटे। सितंबर में उनके मोबाइल नंबर पर एक अज्ञात वॉट्सऐप नंबर से कर्ण सिंह का मैसेज आया। लुभाना ऑफर दिया इस कर्ण सिंह ने उनको ट्रेडिंग में इन्वेस्ट करने के लिए ऑफर दिया। उसने लाख रुपए इन्वेस्ट करने पर 4 लाख और चार लाख लगाने पर 12 लाख का प्रॉफिट देने का ऑफर दिया। आरोपी ने उसे फंसाने के लिए कई चैट्स और डॉक्यूमेंट भेजे। 50 हजार रुपए लगाए आरोपी ने उसे अपने साथ ग्रुप में जोड़ लिया। विश्वास करके उसने शुरुआत में 50 हजार रुपए इन्वेस्ट कर दिए। तब आरोपी ने उसके मोबाइल में CONIFER ऐप इंस्टॉल करवाई। इस ऐप पर ट्रेडिंग में इन्वेस्ट पैसे और प्रॉफिट की पूरी जानकारी मिलती थी। 3 लाख का प्रॉफिट दिखाया कुछ दिन बाद उस ऐप पर 3 लाख रुपए का प्रॉफिट दिखाया गया। विश्वास होने पर उन्होंने अपने अलग-अलग खातों से 17 लाख 57 हजार रुपए जमा कर दिए। ऐप पर उनका कुल प्रॉफिट करीब 2 करोड़ रुपए तक पहुंच गया। उन्होंने ऐप में जमा पैसे अपने अकाउंट में विड्रॉ करने की कोशिश की। मैसेज और कॉल का कोई जबाव नहीं दिया पैसे ट्रांसफर नहीं हुए, तो उसने कर्ण को मैसेज और कॉल किए, लेकिन कर्ण ने उसके मैसेज और कॉल का कोई जबाव नहीं दिया। बाद में उसे पता चला कि उसके साथ साइबर फ्रॉड हुआ। उन्होंने तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके शिकायत दर्ज कराई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज शाम को उज्जैन पहुंचेंगे। वे यहां पॉलिटेक्निक कॉलेज ग्राउंड पर आयोजित कार्यक्रम में आगामी फिल्म ‘राहु केतु’ के प्रमोशन और फिल्म के एक गीत की लॉन्चिंग में शामिल होंगे। इसके साथ ही वे डोंगला स्थित ऑब्जर्वेटरी में आयोजित कार्यक्रम में वर्चुअल सहभागिता करेंगे। शाम को होने वाले कार्यक्रम के लिए फिल्म के हीरो पुलकित सम्राट,वरुण शर्मा और हीरोइन शालिनी पांडे उज्जैन पहुंचे। तय कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री शाम करीब 5:30 बजे उज्जैन हेलीपैड पहुंचेंगे। इसके बाद वे शाम 6 बजे पॉलिटेक्निक कॉलेज ग्राउंड पर होने वाले कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। फिल्म ‘राहु केतु’ की पूरी टीम पहले ही उज्जैन पहुंच चुकी है। शाम के कार्यक्रम में इंटरनेशनल रेपर राजा कुमारी द्वारा फिल्म में गाए गए गीत को मुख्यमंत्री के साथ प्रमोट किया जाएगा। फिल्म ‘राहु केतु’ नशा मुक्ति और गृह-नक्षत्र की थीम पर आधारित है। कार्यक्रम के दौरान राजा कुमारी द्वारा शिव भजन की प्रस्तुति भी दी जाएगी। वैदिक गणित पर राष्ट्रीय कार्यशाला में वर्चुअल सहभागिता इसके अलावा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव डोंगला स्थित ऑब्जर्वेटरी में आयोजित ‘भारत की वैदिक गणित परंपरा’ विषय पर आधारित राष्ट्रीय कार्यशाला में वर्चुअल जुड़ेंगे। कार्यशाला में प्रदेश और देश के प्रतिष्ठित विषय विशेषज्ञ, शोधार्थी, शिक्षाविद् और शिक्षक शामिल होंगे। कार्यशाला में वैदिक गणित की वैज्ञानिकता, आधुनिक गणित से उसके संबंध और शिक्षा में इसके अनुप्रयोग पर गहन विमर्श किया जाएगा।
चक्रधरपुर रेल मंडल के चक्रधरपुर-राउरकेला व चाईबासा डीपीएस रेलखंड की रेल पटरियों के आसपास हाथियों के मूवमेंट के कारण 21 मेमू ट्रेनों को 24 दिसंबर तक के लिए कैंसिल कर दिया गया है। रेलवे ने हाथियों की सुरक्षा व जानमाल के नुकसान होने की संभावित कारणों से ट्रेनों का परिचालन कैंसिल किया है। 22 से 24 दिसंबर तक 21 मेमू पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन रद्द किए गए हैं। उक्त ट्रेनें टाटा नगर से राउरकेला, चक्रधरपुर से राउरकेला, टाटानगर से चाईबासा भाया डीपीएस, बिरमित्रापुर-बरसुआं, हटिया-राउरकेला रूट पर चलती हैं। इन रेल रूटों पर हाथियों के झुंड होने की सूचना पर रेलवे ने ट्रेनों को 24 दिसंबर तक कैंसिल किया है। मालूम हो कि पिछले एक सप्ताह से लगातार ट्रेनें कैंसिल हो रही हैं। 5 साल 9 महीने बाद में इस्पात एक्सप्रेस का ठहराव शुरू रेलवे स्टेशन में पांच साल नौ महीने बाद हावड़ा-कांताबाजी इस्पात सुपरफास्ट एक्सप्रेस का ठहराव शुरू हो गया। रविवार को शाम करीब साढ़े पांच बजे ट्रेन करीब छह घंटे विलंब से स्टेशन पहुंची तो लोगों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। बता दें कि कोरोना काल के बाद जब ट्रेनों का परिचालन सामान्य हुआ तो सितंबर 2023 में रेलवे ने हावड़ा–टिटलागढ़ इस्पात एक्सप्रेस का स्टॉपेज दिया था। लेकिन सप्ताह में चार दिन चलने वाली हावड़ा–कांताबाजी इस्पात एक्सप्रेस का ठहराव रेलवे की चूक के कारण शुरू नहीं हो सका था। इससे यात्रियों में इस्पात एक्सप्रेस के ठहराव को लेकर असमंजस की स्थिति बनी रहती थी।
झज्जर जिले में कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) और हरियाणा लोक सेवा आयोग (HPSC) की चयन प्रक्रिया को लेकर युवाओं ने आज रोजगार अधिकार यात्रा निकाली है। युवाओं का आरोप है कि मौजूदा भर्ती प्रणाली में पारदर्शिता का अभाव है और CET के नॉर्मलाइजेशन के नाम पर योग्य उम्मीदवारों के साथ अन्याय हो रहा है। झज्जर में यात्रा के दौरान युवाओं ने कहा कि HPSC असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती में 613 पदों के मुकाबले इंटरव्यू के लिए केवल 151 अभ्यर्थियों का चयन किया गया, जबकि 75 प्रतिशत से अधिक पद खाली छोड़ दिए गए। आरोप है कि 2200 से अधिक उम्मीदवारों में से 35 प्रतिशत अंक भी बहुत कम अभ्यर्थी ही हासिल कर पाए, जिससे चयन प्रक्रिया की निष्पक्षता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। योग्य उम्मीदवारों को किया जा रहा चयन से बाहर झज्जर में आज सोमवार को देश की बात फाउंडेशन के बैनर तले युवाओं ने यात्रा निकाली और युवाओं का कहना है कि NET-JRF, गोल्ड मेडलिस्ट और PhD स्कॉलर जैसे योग्य उम्मीदवार भी चयन से बाहर हो रहे हैं। उनका दावा है कि यह योग्यता की हार नहीं, बल्कि सिस्टम की खामी है। युवाओं ने आरोप लगाया गया है कि Raw Marks, Percentile और Normalised Score के आधार पर अलग-अलग चरणों में कट-ऑफ लगाने से एक ही अभ्यर्थी को दो बार नुकसान होता है। नॉर्मलाइजेशन फॉर्मूला सार्वजनिक करने की मांग आरोप यह भी हैं कि न तो नॉर्मलाइजेशन का फॉर्मूला सार्वजनिक किया गया है और न ही उम्मीदवारों को Raw Marks और Answer Sheets उपलब्ध कराई जा रही हैं। इससे पारदर्शिता पर गंभीर प्रश्न युवाओं ने उठाए हैं। युवाओं की मांग है कि CET नॉर्मलाइजेशन की स्वतंत्र जांच, HPSC की न्यायिक जांच, सभी खाली पदों को शीघ्र भरने, परीक्षा प्रणाली में पारदर्शिता और युवाओं के लिए स्थायी रोजगार नीति बनाई जाए। स्कोलरशिप को शुरू करने की उठाई मांग रोजगार अधिकार यात्रा के दौरान युवाओं ने मांग उठाई है कि 2024 से स्कॉलरशिप भी बंद है उसे भी शुरू करने की मांग उठाई है। युवाओं ने यात्रा के दौरान प्राइवेट बसों में भी छात्र छात्राओं के पास को मान्य करने की मांग उठाई। युवाओं ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन तेज किया जाएगा।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में हिंदूवादी संगठनों ने प्रदर्शन किया। इसके बाद बांग्लादेश सरकार का प्रतीकात्मक पुतला फूंका। सोमवार को भगवान भगवान टॉकीज चौराहे पर इकठ्ठा हुए प्रदर्शनकारियों ने कहा- प्रदर्शनकारियों का कहना था कि बांग्लादेश में लगातार हिंदू अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है। पिछले दिनों एक हिंदू युवक की सरेआम हत्या कर दी गई। वहां मंदिरों पर हमले, घरों में तोड़फोड़, महिलाओं पर अत्याचार और जबरन पलायन जैसी घटनाएं सामने आ रही हैं, जो मानवाधिकारों का खुला उल्लंघन हैं। इन घटनाओं की कड़ी निंदा करते हुए भारत सरकार से इस मुद्दे पर सख्त रुख अपनाने की मांग की। रौनक ठाकुर ने कहा- भारत हमेशा से शरण देने वाला देश रहा है, लेकिन बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। उन्होंने मांग की कि भारत सरकार अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इस मुद्दे को गंभीरता से उठाए और बांग्लादेश सरकार पर दबाव बनाए, ताकि वहां रह रहे हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इसके साथ ही प्रदर्शनकारियों ने भारत में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों को देश से बाहर किए जाने की भी मांग की। उनका कहना था कि अवैध घुसपैठ से देश की सुरक्षा और संसाधनों पर असर पड़ता है, इसलिए तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए।
दतिया जिले में एक सफेद अर्टिगा कार से पांच अवैध पिस्टल बरामद कर चार शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है। हथियारों की तस्करी में इस्तेमाल की जा रही कार को भी जब्त कर लिया गया है। पुलिस को 21 दिसंबर की शाम सूचना मिली थी कि करैरा की ओर से दतिया की तरफ एक सफेद अर्टिगा कार (MP 07 ZQ 9953) में कुछ लोग अवैध हथियार लेकर आ रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस ने ग्राम कमरारी तिराहे पर चेकिंग पॉइंट लगाया। कुछ ही देर में बगेदरी की ओर से आती संदिग्ध अर्टिगा कार को रोका गया। कार में सवार चार युवकों को घेराबंदी कर अभिरक्षा में लिया गया और तलाशी ली गई। तलाशी में बरामद हुए हथियारतलाशी के दौरान जितेंद्र सेन, सोनू शर्मा और प्रिंस उर्फ विशाल बुंदेला के पास से एक-एक पिस्टल और जबकि बांबी राजा बुंदेला के पास से दो अवैध पिस्टल बरामद की गईं। इस तरह कुल 5 अवैध पिस्टल जब्त की गईं। साथ ही तस्करी में प्रयुक्त अर्टिगा वाहन को भी पुलिस ने जब्त कर लिया। जब्त सामान की कीमत करीब साढ़े 12 लाखपुलिस के अनुसार जब्त हथियारों और वाहन की अनुमानित कीमत करीब 12 लाख 50 हजार रुपए है। आरोपियों से वैध लाइसेंस मांगे गए, लेकिन कोई भी दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सका। बड़वानी से लाए गए थे हथियारपूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि वे ये पिस्टलें ग्राम मैइदा, जिला बड़वानी (सेंधवा) से खरीदकर दतिया ला रहे थे। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि हथियार किन उद्देश्यों से लाए जा रहे थे और इनके पीछे कोई बड़ा नेटवर्क तो नहीं है। आपराधिक रिकॉर्ड खंगाल रही पुलिसजांच में सामने आया है कि सोनू शर्मा पर पहले से 3 आपराधिक मामले दर्ज हैं। जबकि बांबी राजा बुंदेला के खिलाफ 11 गंभीर अपराध पंजीबद्ध हैं, जिनमें हत्या और हत्या के प्रयास जैसे संगीन मामले शामिल हैं। आर्म्स एक्ट में केस दर्ज यह कार्रवाई जिगना थाना पुलिस और एसडीओपी बड़ौनी की संयुक्त टीम ने की। पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ आर्म्स एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है और पूरे नेटवर्क की कड़ी से कड़ी जोड़ने के लिए आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
सतना के नईबस्ती-डोंगरी में दुर्गेश यादव के घर के बाहर फायरिंग कर दहशत फैलाने वाले शराब कंपनी के दो और कर्मचारियों को कोलगवां पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से पिस्टल और जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। इससे पहले 5 आरोपियों को सलाखों के पीछे भेजा जा चुका है, जबकि 3 अब भी फरार हैं। गौरतलब है कि 18 दिसंबर की रात को 3 अलग-अलग फोर व्हीलर से कई बदमाश दुर्गेश के घर पहुंचे और जमकर गाली-गलौज कर हवाई फायर किया था। यह घटनाक्रम पीड़ित के घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया था, जिसके आधार पर पुलिस ने अपराध पंजीबद्ध कर चौबीस घंटे के अंदर 5 आरोपियों को हिरासत में लेते हुए 2 फोर व्हीलर जब्त कर ली थी। पूछताछ के बाद कोर्ट में किया पेश रविवार को बदखर शराब दुकान में कार्यरत और वारदात के मुख्य आरोपी राहुल पटेल (26) को पकड़ लिया गया, जिसके कब्जे से 40 हजार कीमत की पिस्टल व एक जिंदा कारतूस भी बरामद किया गया है। आरोपी की निशानदेही पर उसके एक साथी ललित प्रजापति (29) को भी हिरासत में लिया गया। दोनों को कोर्ट में पेश कर सेंट्रल जेल भेज दिया गया। राहुल के जरिए पुलिस टीम ने वारदात में शामिल अन्य आरोपियों को भी चिह्नित कर धरपकड़ तेज कर दी है।
राजस्थान अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग के राजनैतिक सदस्यों ने सोमवार को जिला परिषद सभागार में जिला स्तरीय जनसंवाद एवं परिचर्चा का आयोजन किया। आयोग के सदस्य प्रो. राजीव सक्सेना एवं गोपाल कृष्ण शर्मा ने जनप्रतिनिधियों से संवाद कर अन्य पिछड़ा वर्गो के क्षेत्रवार मुद्दे, विकास संबंधी आवश्यकताएँ, सामाजिक-आर्थिक चुनौतियां और ओबीसी समुदाय के कल्याण से जुड़ी समस्याओं, अपेक्षाओं व सुझाव लिए। जनसंवाद के दौरान ओबीसी के आरक्षण से संबंधित विभिन्न विषयों एवं मुद्दों पर हितधारको के साथ चर्चा कर सुझाव लिए एवं प्राप्त सुझावों को रिपोर्ट में समाहित कर रिपोर्ट सौंपेगा ताकि राज्य में ओबीसी समुदाय के सामाजिक न्याय एवं सशक्तिकरण के लिए ठोस नीति -निर्माण हो सके। संवाद में सांसद मुरारीलाल मीणा, बांदीकुई विधायक भागचंद टांकडा समेत जनप्रतिनिधियों ने सुझाव दिए। रिपोर्ट के आधार पर लागू होगा आरक्षण राज्य में स्थानीय निकायों (ग्रामीण / शहरी) में सभी स्तरों पर ओबीसी के पिछड़ेपन का गहन अध्ययन कर पंचायती राज संस्थाओं एवं नगरीय निकायों के निर्वाचनों में अन्य पिछड़ा वर्ग के आरक्षण के संबंध में अनुशंसाएं राज्य सरकार को भेजेगी। यह आयोग प्रदेश की सामाजिक एवं शैक्षिक रूप से पिछड़े वर्गों के कल्याण एवं स्थानीय निकायों में उनके समुचित राजनीतिक प्रतिनिधित्व को सुनिश्चित करने हेतु पंचायती राज और शहरी निकायों में ओबीसी जातियों को आरक्षण देने का फार्मूला तय कर अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को प्रस्तुत करेगा। इसी रिपोर्ट के आधार पर प्रदेश में आरक्षण लागू किया जाएगा।
इंदिरा बाजार स्थित रायसर प्लाज़ा एक बार फिर विवादों में है। प्लाज़ा के व्यापारियों ने मेंटेनेंस सोसायटी की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाते हुए वित्तीय गबन और पारदर्शिता की कमी के आरोप लगाए हैं। व्यापारियों ने प्रदेश के सरकारी मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग से हस्तक्षेप की मांग की है।व्यापारियों का कहना है कि प्लाजा में पार्किंग सहित कई निर्माण कार्य कराए गए, लेकिन न तो टेंडर प्रक्रिया सामने रखी गई और न ही लागत व ठेका प्रक्रिया की जानकारी दी गई। इससे सोसायटी के कामकाज को लेकर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं।सोसायटी की कार्यकारिणी पर सवालव्यापारी बुद्धिप्रकाश अमेरिया ने बताया कि यह बाजार ‘रायसर प्लाज़ा मेंटेनेंस सोसायटी’ के नाम से रजिस्टर्ड है। यहां करीब 600 दुकानें हैं। जिसमें इलेक्ट्रॉनिक्स, मोबाइल, कंप्यूटर, लैपटॉप और जूतों से जुड़ा व्यापार होता है।यहां बड़ी संख्या में रिटेलर और होलसेल कारोबारी यहां से जुड़े हुए हैं। बुद्धिप्रकाश ने बताया- जब बिल्डर्स से दुकानें खरीदी गई थीं, उसी समय सभी दुकानदारों से एक हजार रुपए शुल्क लेकर उन्हें मेंबर बनाया गया था। नियमों के अनुसार कार्यकारिणी को साधारण सभा के जरिए बजट पास कराना चाहिए था, लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ।चुनाव नहीं, समस्याओं की सुनवाई भी नहींव्यापारी दीपक सांवरिया ने बताया कि वे साल 2014 से यहां सीसीटीवी का व्यापार कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि समिति के कार्यालय में कोई सुनने वाला नहीं है। समय पर चुनाव नहीं होते और साधारण सभा की बैठक भी नहीं बुलाई जाती। बजट सभी की सहमति से पास होना चाहिए, लेकिन यहां ऐसा कभी नहीं होता।उन्होंने बताया कि प्लाजा में चारों तरफ गंदगी के ढेर लगे रहते हैं। टॉयलेट और बाथरूम की सफाई नहीं होती। अध्यक्ष व्यापारियों की समस्याओं पर न ध्यान देते हैं और न ही समाधान की कोशिश की जाती है। इसका असर सीधे व्यापार पर पड़ रहा है और रिटेलर की हालत खराब होती जा रही है।लिफ्ट, पार्किंग और सुरक्षा की बदहालीव्यापारियों का कहना है कि तीसरी और चौथी मंजिल पर जिनकी दुकानें हैं, उन्हें आने-जाने में भारी परेशानी होती है। बिल्डिंग में चार लिफ्ट हैं, लेकिन एक लिफ्ट को स्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। बाकी तीन लिफ्ट कभी चलती हैं, कभी बंद रहती हैं।लोडिंग-अनलोडिंग के लिए भी पर्याप्त जगह नहीं है। आसपास बेतरतीब तरीके से गाड़ियां खड़ी रहती हैं, जिससे माल लाने-ले जाने में दिक्कत होती है। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं हैं और पार्किंग की कोई प्रॉपर व्यवस्था नहीं है। व्यापारियों का आरोप है कि कई बार कस्टमर की गाड़ियां भी यहां से गायब हो चुकी हैं।
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में एक भीषण सड़क हादसे में इक्को वाहन सवार व्यवसायी की मौत हो गई, जबकि उसके तीन छोटे बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा धरमजयगढ़ थाना क्षेत्र में हुआ, जहां पिकअप चालक ने लापरवाहीपूर्वक वाहन चलाते हुए सामने से टक्कर मार दी। जानकारी के अनुसार, कमोसिनडांड निवासी पौलाराम भगत (36) रविवार को अपने तीन बच्चे अर्पण भगत (9), अरुणा भगत (7) और अंशु भगत (5) के साथ धरमजयगढ़ साप्ताहिक बाजार गए थे। वे इक्को वाहन से बाजार पहुंचे थे, जहां दिनभर व्यवसाय करने के बाद देर शाम घर लौट रहे थे। इसी दौरान जब उनका वाहन मिरीगुड़ा यात्री प्रतीक्षालय के पास पहुंचा, तभी सामने से आ रही एक पिकअप ने तेज रफ्तार और लापरवाही से इक्को को जोरदार टक्कर मार दी। जबड़े और पैर में गंभीर चोट, अस्पताल में मौत टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि इक्को वाहन का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। पौलाराम भगत को जबड़े और पैर में गंभीर चोटें आईं, जबकि उनके तीनों बच्चों को भी गंभीर रूप से चोट लगी। स्थानीय लोगों की मदद से सभी को धरमजयगढ़ सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान पौलाराम की मौत हो गई। पत्नी को अस्पताल में मिली मौत की खबर हादसे की सूचना मिलने पर पौलाराम की पत्नी सुनीता भगत मौके पर पहुंचीं। अस्पताल पहुंचने पर उन्हें पति की मौत और बच्चों के घायल होने की जानकारी मिली। इसके बाद उन्होंने धरमजयगढ़ थाने में मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई। पिकअप चालक वाहन छोड़कर फरार इस मामले में धरमजयगढ़ थाना प्रभारी सीताराम ध्रुव ने बताया कि हादसे के बाद पिकअप चालक वाहन मौके पर छोड़कर फरार हो गया है। आरोपी की तलाश की जा रही है और जल्द ही उसे गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस ने आरोपी चालक के खिलाफ धारा 184 मोटर व्हीकल एक्ट, 106(1), 125(a) और 281 BNS के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
बल्लभगढ़ में नाले में गिरने से व्यक्ति की मौत:लोग बोले नशे की हालत में था, लोगों ने बाहर निकाला
फरीदाबाद जिले के सारन थाना क्षेत्र अंतर्गत जवाहर कॉलोनी स्थित 60 फीट रोड पर प्लॉट नंबर-1 के पास बने बड़े नाले में गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। घटना रविवार देर रात की है। मृतक की उम्र करीब 42 वर्ष बताई जा रही है। घटना की जानकारी मिलते ही इलाके में हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों की मदद से व्यक्ति को नाले से बाहर निकाला गया और पुलिस को सूचना दी गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मृतक घटना से कुछ देर पहले पास ही एक फर्नीचर की दुकान के बाहर नशे की हालत में बैठा हुआ था। फर्नीचर दुकान पर काम करने वाले बृजलाल ने बताया कि व्यक्ति दुकान के साथ बने बड़े नाले की दीवार के पास करीब 10 से 15 मिनट तक बैठा रहा। इसी दौरान दुकान पर ग्राहक आने पर वे अंदर चले गए। जब वे वापस बाहर आए तो उन्होंने देखा कि व्यक्ति उल्टे मुंह नाले में गिरा हुआ है। पहले उन्हें लगा कि उसकी जैकेट नाले में गिरी है, लेकिन डंडे से दबाकर देखने पर पता चला कि वह व्यक्ति नीचे नाले में गिर चुका है। अस्पताल में डॉक्टरों ने किया मृत घोषित इसके बाद आसपास के दो-तीन अन्य लोगों को बुलाया गया और सभी ने मिलकर उसे नाले से बाहर निकाला। उस समय उसकी सांसें चल रही थीं, जिसके बाद तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। सूचना मिलने पर सारन थाना पुलिस मौके पर पहुंची और व्यक्ति को इलाज के लिए सिविल अस्पताल फरीदाबाद लेकर गई, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया।
गाजियाबाद में फ्लैट में लगी आग:गोविंदपुरम पंचशील सोसाइटी के फ्लैट में हीटर ताप रहे थे बुजुर्ग
गाजियाबाद के गोविंदपुरम पंचशील सोसाइटी के फ्लैट में भीषण आग लग गई। इस दौरान अफरा तफरी मच गई। इस फ्लैट में एक बुजुर्ग व्यक्ति रहते हैं। गोविंदपुरम इलाके में पंचशील प्राइमर सोसाइटी की यह घटना है। पुलिस ने बताया की हीटर से हाथ सेंकते समय यह हादसा हुआ है। हीटर जलाकर हाथ सेक रहे थे बुजुर्ग हीटर से इसी दौरान अचानक आग भड़क उठी और देखते ही देखते आग ने पूरे कमरे को अपनी चपेट में ले लिया, आग लगने से फ्लैट में रखा घरेलू सामान जलकर खाक हो गया। घटना के बाद सोसाइटी में अफरा-तफरी मच गई। आसपास के लोगों ने सूझबूझ दिखाते हुए तुरंत आग बुझाने का प्रयास किया और समय रहते आग पर काबू पा लिया। बाद में दमकल की गाड़ी भी पहुंची। गनीमत यह रही कि इस हादसे में किसी तरह की जनहानि नहीं हुई और बुजुर्ग व्यक्ति सुरक्षित हैं। सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस और फायर विभाग भी जांच कर रहा है। आग लगने का कारण हीटर से निकली चिंगारी माना जा रहा है।
सीआईए ने नशा तस्कर को स्मैक के साथ पकड़ा:पलवल में 37.96 ग्राम अवैध स्मैक बरामद, पूछताछ जारी
पलवल की हथीन सीआईए टीम ने गुराकसर गांव से एक नशा तस्कर को गिरफ्तार किया है। उसके कब्जे से 37.96 ग्राम स्मैक बरामद की गई है। आरोपी के खिलाफ हथीन थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। हथीन सीआईए प्रभारी पीएसआई दीपक गुलिया ने बताया कि एसआई हकीमुद्दीन के नेतृत्व में उनकी टीम क्षेत्र में नशा गतिविधियों पर नजर रखने के लिए गश्त कर रही थी। इसी दौरान टीम को सूचना मिली कि रजपुरा गांव निवासी दिलशाद स्मैक बेचने का अवैध कारोबार करता है। वह गुराकसर गांव के पास एक खंडहर पड़े स्कूल भवन के पास स्मैक लेकर बेचने के लिए खड़ा है। सूचना मिलते ही टीम ने मौके पर घेराबंदी की। पुलिस को देखकर आरोपी दिलशाद भागने की कोशिश करते हुए गांव की ओर दौड़ा, लेकिन संतुलन बिगड़ने से वह रास्ते में गिर गया। घुटने में हल्की चोट लगने के कारण वह दोबारा भाग नहीं सका और पुलिस टीम ने उसे दबोच लिया। आरोपी को हिरासत में लेकर ड्यूटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में उसकी तलाशी ली गई, जिसमें उसके कब्जे से 37.96 ग्राम स्मैक बरामद हुई। बरामद स्मैक की बाजार कीमत लाखों रुपये बताई जा रही है। आरोपी को अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा ताकि स्मैक के स्रोत और इसके खरीद-फरोख्त में शामिल अन्य आरोपियों का पता लगाया जा सके।
मैहर जिले की अमरपाटन तहसील के ककरा गांव में रास्ते के विवाद को लेकर दो पक्षों में मारपीट हो गई। रविवार दोपहर धान से भरे ट्रैक्टर को निकालने के दौरान हुए इस झगड़े में तीन लोग घायल हो गए। विवाद की शुरुआत तब हुई जब एक पक्ष ने रास्ते पर पत्थर रखकर कब्जा करने का प्रयास किया। दूसरे पक्ष ने इसका विरोध किया, जिसके बाद दोनों के बीच कहासुनी हो गई। यह कहासुनी जल्द ही गाली-गलौज और लाठी-डंडों से मारपीट में बदल गई। इस झगड़े में महिलाएं भी शामिल थीं, जिन्होंने लाठी-डंडे चलाए। घटना में दो महिलाएं और एक पुरुष घायल हुए हैं। आक्रोशित परिजनों ने रास्ते में लगे जाली और लकड़ी के पोल भी उखाड़ दिए। घटना का एक वीडियो रविवार रात सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिससे गांव में तनाव का माहौल बन गया। पुलिस ने शाम करीब 6 बजे मामला दर्ज किया। घटना के बाद एक पक्ष अमरपाटन थाने पहुंचा और शिकायत दर्ज कराई। पीड़ित पक्ष ने गांव के कमलेश पटेल और उनके परिवार पर लाठी-डंडों से हमला करने का आरोप लगाया है। सूचना मिलने पर अमरपाटन थाना पुलिस मौके पर पहुंची। थाना प्रभारी विजय सिंह परस्ते ने बताया कि दोनों पक्ष एक ही परिवार के हैं और उनके बीच रास्ते को लेकर विवाद हुआ था। दोनों पक्षों के लोगों को मामूली चोटें आई हैं। पुलिस दोनों पक्षों पर काउंटर केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। झगड़े के वायरल वीडियो के आधार पर भी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने मामला दर्ज कर पूरे घटनाक्रम की जांच शुरू कर दी है।
केंद्र की भाजपा सरकार की ओर से मनरेगा महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम को कमजोर करने, महात्मा गांधी जी के नाम को हटाने तथा रोजगार के कानूनी अधिकार को समाप्त करने की साजिश के विरोध में कांग्रेस की ओर से अजमेर कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया जा रहा है। कहां किसको काम चाहिए। अब तो ऊपर से चिट्टी आएगी यहां प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष गोविंदसिंह डोटासरा ने कहा कि मनरेगा में ग्राम पंचायत ही मूल आधार था कि कहां किसको काम चाहिए। अब तो ऊपर से चिट्टी आएगी। जैसे मुख्यमंत्री की आई है। जहां मर्जी आएगी, वहां पैसा मिलेगा। यह गरीबो के हक पर हमला किया है। यह निंदनीय है। इसका पुरजोर विरोध करेंगे। यह दिल्ली की तानाशाह सरकार व डबल इंजन की सरकार जो गरीब के लिए कानून बनाए, उनको चेंज करने का प्रयास कर रही है। पहला कानून था जिसे काम मांगने पर मिलता था, आज नाम ही नहीं बल्कि उसकी मूल आत्मा ही खत्म कर दी। यह बहुत गलत है। स्टेट का भार बढ़ा दिया गया और सबसे बड़ा परिवर्तन किया कि अब काम देना है या नहीं देना। यानि इस कानून को योजना बना दिया। इसे खिलाफ लड़ाई पूरी ताकत से लडे़ंगे। प्रदर्शन में कांग्रेसियों ने कहा-मनरेगा से गांव, किसान का विकास शहर अध्यक्ष डॉ राजकुमार जयपाल, देहात अध्यक्ष विकास चौधरी, पूर्व विधायक डॉ. श्रीगोपाल बाहेती, पूर्व आरटीडीसी चेयरमेन भूपेन्द्रिसंह राठौड़, पूर्व देहात जिलाध्यक्ष भूपेन्द्रसिंह राठौड़, पूर्व शहर जिलाध्यक्ष विजय जैन सहित कांग्रेसी मंच पर है। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि मनरेगा से गांव, किसान का विकास हो रहा है। रोजगार की गारंटी है और उसे कमजोर करने और महात्मा गांधी के नाम को मिटाने का प्रयास किया जा रहा है, इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। फोटोज में देखें धरना-प्रदर्शन...
छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में एक दंतैल हाथी का आतंक जारी है। पिछले 72 घंटों में इस हाथी ने बिलासपुर रेंज और कोरबा जिले के कई क्षेत्रों में 3 लोगों की जान ले ली है। हाथी ने करीब 75 किलोमीटर का सफर तय करते हुए 40 से अधिक गांवों को प्रभावित किया है। अभी करतला वन परिक्षेत्र के बड़मार जंगल में डेरा डाले हुए है। जानकारी के अनुसार, हाथी ने पहले बिलासपुर रेंज में एक महिला को मौत के घाट उतारा था। इसके बाद कोरबा जिले के कटघोरा वन मंडल में 24 घंटे के भीतर दो महिलाओं की जान ली। फिर कोरबा शहर से सटे बालको रेंज में एक ग्रामीण को भी अपना शिकार बनाया। 72 घंटे में 75 किलोमीटर की दूरी तय वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि, यह हाथी पिछले 72 घंटों में लगभग 75 किलोमीटर की दूरी तय कर चुका है, जिससे लगभग 40 गांव प्रभावित हुए हैं। यह कई गांवों के बीच और खेतों से होते हुए गुजरा है। वर्तमान में इसे कोरबा वन मंडल के करतला रेंज के सुईयारा जंगल के बड़मार बीट में देखा गया है। कोटमेर, तुर्रिकटरा, दादरपारा, बड़मार और टीमनभौना जैसे गांवों में भी इसकी मौजूदगी दर्ज की गई है। गांवों में कराई जा रही मुनादी वन विभाग की टीम ड्रोन कैमरे की मदद से हाथी की गतिविधियों पर लगातार नजर रख रही है। आसपास के ग्रामीणों को मुनादी कराकर हाथी से दूर रहने की चेतावनी दी जा रही है। प्रभावित क्षेत्रों में ग्रामीणों को गांव से लगे जंगल और खेतों में जाने से भी रोका जा रहा है ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। ग्रामीणों को विशेष रूप से समझाया जा रहा है कि यदि रात में घर के आंगन या बाड़ी से किसी चीज के टूटने की आवाज आए, तो बिल्कुल भी बाहर न निकलें। सुबह होने के बाद जंगल की ओर न जाएं। यह हाथी अक्सर घरों से लगी बाड़ी में जा रहा है, इसलिए बाड़ी में रात को विश्राम न करें, खासकर जहां धान रखा हो, वहां बिल्कुल न सोएं। वन विभाग की दो अलग-अलग टीमें 24 घंटे हाथी पर नजर रख रही हैं। इसके साथ ही, हाथी द्वारा किए गए नुकसान का सर्वे भी किया जा रहा है ताकि आगे की आवश्यक कार्रवाई की जा सके।
इंदौर से रीवा के बीच सोमवार 22 दिसंबर से इंडिगो एयरलाइंस की सीधी उड़ान शुरू हो चुकी है। पहले दिन यह फ्लाइट अपने तय समय से 45 देरी से इंदौर एयरपोर्ट से रवाना हुई। बताया जा रहा है कि इस फ्लाइट में इंदौर से 50 से ज्यादा यात्री सवार हुए हैं। इंदौर से रीवा की सीधी फ्लाइट शुरू होने से समय कम हो जाएगा। अभी ट्रेन या बस से 15 घंटे में पूरी होने वाली यात्रा महज 1 घंटा 45 मिनट में पूरी हो सकेगी। इसका फायदा विंध्य के आठ जिलों को मिलेगा। देवी अहिल्याबाई होलकर एयरपोर्ट से इंदौर से रीवा के लिए प्रतिदिन 70 सीटर विमान का संचालन किया जाएगा। किराया 4700 रुपए के करीब है। इंडिगो एयरलाइंस की इस नियमित सेवा में वायुयान सुबह 11.30 बजे इंदौर से रवाना होकर दोपहर बाद 1.15 बजे रीवा आयेगा। तदुपरांत 1.35 बजे रीवा से इंदौर रवाना होगा। आज पहले दिन इंडिगो एयरलाइंस के विमान से नगरीय विकास एवं आवास मंत्री विजयवर्गीय अपने 40 से अधिक सदस्यीय दल के साथ इंदौर से रीवा के लिए रवाना हुए है। वहीं उप मुख्यमंत्री शुक्ल भी इस विमान से 70 से अधिक यात्रियों के साथ रीवा से इंदौर के लिए रवाना होंगे। बेहतर होगी कनेक्टिविटी रीवा से इंदौर हवाई सेवा विन्ध्य क्षेत्र की कनेक्टिविटी को नई गति देगा तथा विकास, व्यापार और पर्यटन के अवसरों को सशक्त बनाएगा। इससे विन्ध्य क्षेत्र के इंदौर में निवासरत हजारों नागरिकों को बेहतर सुविधा मिलेगी और इंदौर विमानतल से मुंबई, दिल्ली, जयपुर, अहमदाबाद, बैंगलोर आदि शहरों के साथ ही विदेशों के लिए भी सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी। उन्होंने कहा कि इस हवाई सेवा से विन्ध्य क्षेत्र के सतना, सीधी, शहडोल, मऊगंज आदि क्षेत्रों के नागरिकों को व्यापार, व्यवसाय के साथ ही विद्यार्थियों को शिक्षा में सुविधा भी मिलेगी। मंत्री के साथ दो दिवसीय यात्रा पर मंत्री विजयवर्गीय के साथ हवाई यात्रा कर रीवा पहुंचने के बाद सभी यात्री चित्रकूट और मैहर की दो दिवसीय तीर्थयात्रा पर जाएंगे। यात्रा कार्यक्रम के अनुसार आज 22 दिसंबर को ही चित्रकूट के लिए प्रस्थान किया जाएगा, जबकि कल 23 दिसंबर को सभी कार्यकर्ता मैहर में देवी दर्शन करेंगे। 23 दिसंबर की रात को सभी यात्री मैहर से विमान द्वारा वापस इंदौर लौटेंगे। हवाई सेवा के माध्यम से तीर्थयात्रा पर जाने को लेकर सभी कार्यकर्ताओं में उत्साह है और उन्होंने इस अवसर के लिए मंत्री विजयवर्गीय के प्रति आभार व्यक्त किया है। विधानसभा के 40 कार्यकर्ताओं के साथ सफर मंत्री विजयवर्गीय ने कहा कि मेरी विधानसभा मेरा परिवार है। इसी भाव के साथ आज का दिन मेरे लिए विशेष रूप से आनंद और संतोष से भरा रहा। इंदौर से रीवा के लिए इंडिगो की नई विमान सेवा के शुभारंभ के साथ इंदौर विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 1 के 40 समर्पित कार्यकर्ता साथियों को पहली बार हवाई यात्रा कराना मेरे जीवन के सबसे भावुक क्षणों में से एक है। जब कार्यकर्ता पहली बार विमान में बैठे तो उनकी आंखों में चमक, चेहरे पर मुस्कान थी। मन में अपार उत्साह था। उस पल उनकी खुशी शब्दों से परे थी और उसे देखकर मेरा हृदय आत्मीयता से भर उठा। ये सभी साथी रीवा पहुंचकर चित्रकूट और मैहर की दो दिवसीय पावन तीर्थयात्रा पूर्ण कर पुनः इंदौर लौटेंगे। तीन कैटेगरी में कर रही कंपनी बुकिंग इंदौर से रीवा के लिए शुरू हुईं इंडिगो की फ्लाइट में तीन कैटेगरी में टिकट रखे गए हैं। पहली कैटेगरी सेवर फेयर है जिसका किराया 5,203 रुपए है, दूसरी कैटेगरी फ्लेक्सी प्लस फेयर है जिसका किराया 5,518 रुपए है वहीं तीसरी कैटेगरी सुपर 6E फेयर है, जिसका किराया 6,778 रुपए है। यह खबर भी पढ़ें... आज से शुरू हुई इंदौर-रीवा सीधी फ्लाइट विंध्य क्षेत्र के लोगों के लिए आज का दिन ऐतिहासिक साबित हुआ। आज से इंदौर और रीवा के बीच सीधी हवाई सेवा शुरू हो गई है। इंडिगो एयरलाइंस द्वारा संचालित इस फ्लाइट के शुरू होने से यात्रियों को बड़ी राहत मिली है। पढ़ें पूरी खबर
बारां जिले में खाद्य सुरक्षा योजना के तहत 433 अपात्र किसान निशुल्क गेहूं लेते पाए गए हैं। यह खुलासा जनाधार और आधार डेटा को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पोर्टल पर गेहूं बेचने वाले किसानों के डेटा से मिलान के बाद हुआ। रसद विभाग ने इन किसानों के नाम हटाने की तैयारी शुरू कर दी है। जिला रसद अधिकारी विश्वजीत सिंह ने बताया कि ये आर्थिक रूप से संपन्न किसान राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना का लाभ उठा रहे थे। विभाग की जांच में सामने आया कि इन किसानों ने सरकार को 100 क्विंटल गेहूं बेचा है, जबकि खाने के लिए लगभग 10,000 क्विंटल गेहूं निशुल्क प्राप्त किया है। विभाग ने चेतावनी दी है कि यदि ये किसान 'गिवअप अभियान' के तहत स्वेच्छा से खाद्य सुरक्षा योजना से अपना नाम नहीं हटवाते हैं, तो उनसे 27 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से गेहूं की वसूली की जाएगी। अब तक लिए गए कुल गेहूं की बाजार दर से यह वसूली होगी। नोटिस जारी कर 31 दिसंबर तक का देंगे मौकाखाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के निर्देश पर इन 433 किसानों को तहसीलदारों और डीलरों के माध्यम से नोटिस जारी किए जा रहे हैं। उन्हें 31 दिसंबर तक स्वेच्छा से नाम हटवाने का मौका दिया गया है।यदि निर्धारित तिथि तक नाम नहीं हटवाया जाता है, तो 1 जनवरी 2026 से विभाग स्वतः ही इन किसानों को अपात्र घोषित कर देगा और उनसे वसूली की कार्रवाई शुरू की जाएगी।
खरगोन जिले के बोरावां में बी फार्मेसी के थर्ड एयर के एक छात्र ने रविवार रात जहरीली दवा पीकर आत्महत्या कर लिया। उसे गंभीर हालत में खरगोन जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन इलाज के दौरान सोमवार तड़के करीब 3 बजे उसकी मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने कॉलेज प्रबंधन पर छुट्टी न देने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। कसरावद पुलिस मामले की जांच कर रही है। मृतक छात्र की पहचान खंडवा जिले के गुड्डी पिपलोद निवासी 20 वर्षीय सचिन जायसवाल के रूप में हुई है। वह बी फार्मेसी का द्वितीय वर्ष का छात्र था। पुलिस और अस्पताल के अनुसार, उसने रविवार रात जहरीली दवा ली। उसके हॉस्टल के साथी छात्रों ने उसे गंभीर हालत में खरगोन जिला अस्पताल में भर्ती कराया। भाई ने कॉलेज पर लगाया छुट्टी नहीं देने का आरोप सचिन के भाई शुभम जायसवाल ने बताया कि कॉलेज के अन्य छात्रों को छुट्टी दे दी गई थी, लेकिन हॉस्टल वार्डन और टीजी शिक्षक कौशल पटेल ने सचिन को छुट्टी नहीं दी। शुभम ने आरोप लगाया कि कॉलेज प्रबंधन ने सचिन की कोई सुध नहीं ली और साथी छात्रों को दरवाजा तोड़कर उसे अस्पताल ले जाना पड़ा। पुलिस की टीम जांच में जुटी सोमवार सुबह करीब 9:30 बजे सचिन का शव पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। अस्पताल चौकी के प्रधान आरक्षक गटाराम ने बताया कि अस्पताल पुलिस ने मामला कसरावद थाना पुलिस को सौंप दिया है। पुलिस ने मर्ग कायम कर घटनाक्रम की विस्तृत जांच शुरू कर दी है।

