देवरिया में एकौना थाना क्षेत्र के माझा नारायण गांव में शिक्षामित्र रंजू देवी (40) का बीएलओ ड्यूटी के दौरान निधन हो गया। मंगलवार रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बैठक के बाद उनकी तबीयत बिगड़ी थी। उन्हें लखनऊ ले जाते समय रास्ते में डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, मौत का कारण कार्डियक अरेस्ट बताया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार, मनियापूरा टोला निवासी रंजू देवी देर शाम बीएलओ कार्यों से संबंधित एक महत्वपूर्ण वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बैठक में शामिल थीं। इस बैठक में मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान को लेकर विस्तृत दिशा-निर्देश दिए गए थे। परिजनों ने बताया कि बैठक में उन्हें लगभग 50 एसआईआर फॉर्म शीघ्र भरकर जमा करने का निर्देश मिला था। इसके बाद वे मानसिक रूप से दबाव में दिख रही थीं और बैठक समाप्त होने के कुछ घंटे बाद से ही बेचैनी महसूस कर रही थीं। रात लगभग 11 बजे अचानक उनके सीने में तेज दर्द उठा और वे बेहोश होकर गिर पड़ीं। परिजन तत्काल उन्हें लेकर लखनऊ स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज (KGMU) के लिए रवाना हुए। बस्ती जिले में फोरलेन के पास उनकी हालत गंभीर हो गई। परिजन उन्हें नजदीकी जिला अस्पताल ले गए, जहाँ डॉक्टरों ने प्राथमिक परीक्षण के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतका के पति जगदम्बा दुबे, जो किसान हैं, ने बताया कि रंजू देवी वर्ष 2006 से प्राथमिक विद्यालय, मठिया पांडेय में शिक्षामित्र के रूप में कार्यरत थीं। शिक्षण कार्य के साथ-साथ वह मतदाता सूची पुनरीक्षण के दौरान बीएलओ की जिम्मेदारी भी निभाती थीं। उनके दो बच्चे हैं—बेटा हिमांशु (20) और बेटी दिव्यानी (17)।
शामली जिला अस्पताल का ICU वार्ड में फैला कूड़ा:बाहर से ताला लगा और अंदर गंदगी के ढेर
शामली में जिला अस्पताल के आईसीयू वार्ड की बदहाल स्थिति का एक वीडियो सामने आया है। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। गंभीर मरीजों के लिए तैयार किया गया लाखों–करोड़ों की लागत वाला यह आईसीयू वार्ड इन दिनों उपयोग में नहीं है। कूड़ेदान जैसा नजर आ रहा है। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि वार्ड के बाहर ताला लगा है। जबकि भीतर गंदगी के ढेर, बिखरा सामान और धूल-धूसरित बेड स्पष्ट रूप से दिख रहे हैं। मरीजों और तीमारदारों के अनुसार, उन्होंने शीशे से अंदर देखते हुए यह दृश्य अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर साझा किया। जिसके बाद मामला चर्चा में आ गया। जांच के दौरान सामने आया कि आईसीयू वार्ड का प्रभार नर्सिंग ऑफिसर रेणु धामा के पास है और उनके निर्देश पर वार्ड में ताला लगाया गया है। जिला अस्पताल इंचार्ज डॉ. किशोर आहूजा से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में नहीं था। उन्होंने वायरल वीडियो की जांच कराने और आवश्यक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
मेरठ के अब्दूल्लापुर चौकी के पीछे लगी आग:छात्र नेता ने कहा कूड़े और गंदगी के कारण तेजी से फैली आग
मेरठ के अब्दुल्लापुर रोड स्थित चेक पोस्ट के पास देर रात भीषण आग लग गई। घटना के समय पहले हल्का धुआँ उठता दिखाई दिया, लेकिन कुछ ही मिनटों में आग ने भयावह रूप ले लिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार आसपास बड़ी मात्रा में जमा कूड़ा-कचरा और कुछ संदिग्ध ज्वलनशील वस्तुएँ आग फैलने का प्रमुख कारण बनीं। छात्र नेता ने दी सूचना आग लगते ही छात्र नेता विनीत चपराना ने तुरंत नगर निगम, फायर ब्रिगेड और अपर नगर आयुक्त लवी त्रिपाठी को फोन कर स्थिति की गंभीरता से अवगत कराया। विनीत ने कहा कि मैंने तुरंत सूचना दी, लेकिन यदि पहले से उचित कदम उठाए गए होते तो इतनी बड़ी आग नहीं लगती। फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुँची और लगातार पानी डालकर आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू किया। तेज़ हवा और कूड़े का ढेर होने के कारण आग बुझाने में काफी मेहनत करनी पड़ी। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि कुछ दिन पहले भी इसी स्थान पर कूड़े के ढेर और अव्यवस्था को लेकर विरोध किया गया था, पर सफाई और निगरानी में लापरवाही बरती गई। प्रशासन ने कहा है कि आग के कारणों का पता तकनीकी जाँच के बाद ही लगाया जा सकेगा। फिलहाल क्षेत्र में आसपास के व्यापारियों को आग के खतरे के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
बाराबंकी के रामनगर थाना क्षेत्र में बुधवार को एक बड़ा हादसा टल गया। रामनगर-फतेहपुर मार्ग पर बने बुढ़वल रेलवे ओवरब्रिज से एक तेज रफ्तार ट्रक बैरिकेडिंग तोड़कर नीचे गिर गया। घटना ओवरब्रिज पर हुई, जहां ट्रक ने नियंत्रण खो दिया और बैरिकेडिंग को तोड़ते हुए नीचे जा गिरा। हालांकि, इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस बल, रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौके पर पहुंच गए। स्थिति को नियंत्रित करने और जांच शुरू करने के लिए आवश्यक कदम उठाए गए। चूंकि ट्रक रेलवे ट्रैक के ऊपर गिरा था, इसलिए कुछ समय के लिए अफरा-तफरी का माहौल बन गया था। हालांकि, रेलवे ट्रैक पूरी तरह सुरक्षित रहा और ट्रेनों की आवाजाही पर कोई असर नहीं पड़ा। एडिशनल एसपी विकास त्रिपाठी ने पुष्टि की है कि रेलवे ट्रैक सुरक्षित है।
लखनऊ में अपराधियों के खिलाफ चल रहे अभियान के तहत पुलिस ने बुधवार को कुख्यात गैंग लीडर आशीष सिंह उर्फ राजा और उसके गैंग की अवैध संपत्ति कुर्क कर दी। पुलिस उपायुक्त पश्चिम के निर्देश पर वजीरगंज और ठाकुरगंज थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने कार्रवाई की। इंस्पेक्टर वजीरगंज राजेश त्रिपाठी ने बताया गैंग के सरगना आशीष सिंह उर्फ राजा (38) के साथ उसके भाइयों मनीष सिंह (35) और अवनीश सिंह (32) के खिलाफ थाना ठाकुरगंज में गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज है। जांच के दौरान तीनों भाइयों द्वारा अवैध तरीके से जुटाई गई संपत्तियों का सत्यापन और चिन्हांकन किया गया। पुलिस आयुक्त के आदेश पर बुधवार को गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए टीम ने चल और अचल संपत्तियों को कुर्क कर दिया। राजस्व विभाग की मौजूदगी में की गई। इस कार्रवाई में करीब 1 करोड़ 10 लाख रुपए मूल्य की संपत्ति जब्त हुई। पुलिस के मुताबिक गैंग की अन्य अवैध कमाई की संपत्तियों की जानकारी जुटाने की प्रक्रिया जारी है। अधिकारियों ने बताया कि गैंग लंबे समय से क्षेत्र में दबदबा बनाकर अवैध गतिविधियों में लिप्त था। जिसे आर्थिक तौर पर कमजोर करने के लिए यह कार्रवाई आवश्यक थी। कुर्क/जब्तशुदा संपत्ति 1. गाड़ी नंबर UP32HS2424 महेन्द्र स्कार्पियो - आशीष सिंह 2. गाड़ी नंबर UP32KB2424 टोयेटा फार्च्यूनर - मनीष सिंह 3. गाड़ी नंबर UP32KR2424 मारुती स्विट डिजायर - अवनीश सिंह 4. खसरा संख्या 524 (मिल जुमला) भूखण्ड संख्या 3 का भाग रक्बा 2666 वर्ग फीट ग्राम नरौना परगना काकोरी तहसील लखनऊ (आरोपी आशीष, मनीष व अवनीश)
बरेली के नवाबगंज क्षेत्र के ग्राम गंगापुर स्थित एशियन लॉ कॉलेज में बुधवार को उपाधि वितरण समारोह आयोजित किया गया। LLB, LLM और BALLB के 99 विधि छात्रों को उपाधियां प्रदान की गईं। डिग्री मिलते ही छात्रों के चेहरे खुशी से चमक उठे। संविधान दिवस पर प्रेरक संदेशसमारोह के मुख्य अतिथि सांसद छत्रपाल सिंह गंगवार ने कहा कि आज संविधान दिवस है और इसी दिन आप सभी विधि स्नातक बन रहे हैं। यह दिन आपके लिए जिम्मेदारी बढ़ाने वाला है। संविधान का सम्मान और उसकी रक्षा अब आपकी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है।सांसद ने छात्रों से अपील की कि वे अपने करियर में हमेशा सत्य और न्याय का साथ दें। कोई गरीब या पीड़ित व्यक्ति मिले तो उसका केस बिना शुल्क लड़े, यह एक वकील की असली सेवा है। ये गणमान्य रहे मौजूद कार्यक्रम में सांसद छत्रपाल सिंह गंगवार, विधायक डॉ. एम.पी. आर्य, भाजपा जिलाध्यक्ष सोमपाल शर्मा, पूर्व सांसद धर्मेंद्र कश्यप, ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि डॉ. ए.के. गंगवार, बार अध्यक्ष शिशुपाल गंगवार, बार के पूर्व अध्यक्ष सैयद माजिद हुसैन जैदी और रबिंद्र पाल गंगवार ने मिलकर उपाधियां वितरित की। समारोह से पूर्व कॉलेज के प्रबंध निदेशक नंद किशोर श्रीवास्तव, निदेशक अभिषेक श्रीवास्तव और मंत्री रेशम ने अतिथियों का पुष्पमालाओं से स्वागत किया और स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया। कार्यक्रम में मौजूद रहे गणमान्य लोगआयोजन में हरित सेना के संस्थापक आचार्य अरविंद, बरेली बार सचिव दीपक पांडेय, पीलीभीत बार अध्यक्ष धीरेन्द्र मिश्रा, भाजपा जिला मंत्री राहुल साहू, रिठौरा के पूर्व चेयरमैन आर.के. कश्यप, ओज कवि चैतन्य प्रकाश श्रीवास्तव, भाजपा नगर अध्यक्ष केशव गुप्ता, मंडल अध्यक्ष सरजू गंगवार, राजीव गंगवार, मनोज शर्मा, शशि कपूर, विहिप अध्यक्ष अविनाश मिश्रा, व्यापारी नेता मोहित मिश्रा, जीतू चड्ढा, देवेश देवल और पूर्व प्रधान बुद्धसेन गंगवार सहित कई लोग मौजूद रहे। सांसद छत्रपाल सिंह गंगवार का वर्जन“संविधान दिवस के अवसर पर विधि स्नातकों को उपाधि मिलना उनके जीवन का महत्वपूर्ण पड़ाव है। अब उनके कंधों पर संविधान की रक्षा और न्याय दिलाने की बड़ी जिम्मेदारी है। मैं चाहता हूं कि ये युवा वकील हमेशा सत्य का साथ दें और किसी गरीब या पीड़ित व्यक्ति की मदद करने में कभी पीछे न हटें।”
सोनीपत में बुधवार शाम दिल्ली–कटरा एक्सप्रेसवे पर गिवाना गांव के पास तेज रफ्तार कार पिलर से जा टकराई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार रेलिंग तोड़ती हुई ग्रीनबेल्ट में उतर गई। देखते ही देखते कार में आग लग गई और पूरा वाहन आग की लपटों में घिर गया। हालांकि आग लगने से पहले युवक को बाहर निकाल लिया गया। लेकिन युवक की मौत हो गई। युवक अमृतसर से अपनी महिला दोस्त की शादी से लौट रहा था। हादसा देखकर राहगीर तुरंत रुके और कार की ओर भागे। भीतर फंसे युवक को बाहर निकालने में उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ी। बाहर निकाले जाने पर युवक ने स्वयं को दिल्ली के गगन विहार निवासी मनु बंका बताया। उसकी हालत गंभीर थी और राहगीर उसे सुरक्षित दूरी पर ले गए। कुछ ही मिनटों में धधक उठी कार, मौके पर पहुंची पुलिस टीम युवक को निकालने के बाद कार में आग तेजी से फैल गई और कुछ ही देर में वाहन पूरी तरह जलकर राख हो गया। सूचना पर सदर थाना पुलिस, एएसआई प्रदीप के नेतृत्व में मौके पर पहुंची और घायल युवक को नागरिक अस्पताल गोहाना ले जाया गया। चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हादसे से पहले पिता से हुई थी आखिरी बातचीत मृतक मनु बंका के पिता ने बताया कि हादसे से कुछ समय पहले उनकी बेटे से फोन पर बात हुई थी। मनु ने कहा था कि वह शादी समारोह में गया है। पिता ने उसे कार न चलाने की सलाह दी, जिस पर मनु ने बताया कि कार ड्राइवर चला रहा है और साथ में उसके दोस्त भी हैं। पिता ने कहा कि हादसे की सूचना मिलने पर उन्हें बताया गया कि कार में केवल एक युवक मिला है, बाकी लोग कहां गए इसका पता नहीं चल पाया है। अमृतसर में फ्रेंड की शादी में गया था जानकारी के मुताबिक युवक मनु अपने दोस्त शोभित के साथ दिल्ली से अमृतसर में कॉमन फ्रेंड की शादी में गए थे। वहीं देर रात शादी में खूब एंजॉय किया और सुबह के वक्त मनु ने पिता की फैक्ट्री में जाकर काम संभालने के लिए कहा। लेकिन इस दौरान शोभित ने उसे मना किया की रात भर सोए नहीं है। इसलिए आराम करते हैं और उसके बाद चलेंगे। लेकिन मनु ने शोभित से कहा कि उसे फैक्ट्री में काम संभालना है, इसीलिए उसको जाना पड़ेगा। लेकिन वही शोभित अमृतसर ही रुक गया और वह ट्रेन की टिकट करा कर बाद में दिल्ली पहुंचा है। नींद के कारण हुआ हादसादेर रात है शादी समारोह में मनु सो नहीं पाया था और अपने दोस्तों के साथ पार्टी में इंजॉय कर रहा था। रात भर जागने के चलते नींद पूरी नहीं हुई थी। माना जा रहा है कि गोहाना में जम्मू कटरा हाईवे पर अचानक उसे नींद की झपकी आई और जिसके चलते रेलिंग से टकरा गई और हादसा हो गया। गाड़ी में मनु अकेला था और वह गाड़ी चला रहा था। पिता की डांट से बचने के लिए उसने झूठ बोला था कि उसके साथ उसके कई दोस्त और ड्राइवर है। सगाई की बात चल रही थीपूरी जानकारी के मुताबिक मनु परिवार का बड़ा लड़का था और उसकी सगाई की बात चल रही थी। वहीं दूसरी तरफ उसका छोटा भाई डॉक्टर है। पिता की दिल्ली में तार बनाने की फैक्ट्री है और मन्नू फैक्ट्री में पीता का बिजनेस संभालता था। वही मामले को लेकर रहे पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर सिविल हॉस्पिटल गोहाना भेज दिया है और गुरुवार को पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा।
डीएम अस्मिता लाल ने मतदाताओं से की अपील:SIR 2026 फॉर्म जमा करें, साइबर फ्रॉड से रहें सतर्क
बागपत। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के तहत जनपद बागपत में SIR 2026 अभियान सक्रिय रूप से चलाया जा रहा है। बुधवार को जिला निर्वाचन अधिकारी एवं जिलाधिकारी (डीएम) अस्मिता लाल ने जनपद के सभी मतदाताओं से विशेष अपील की। उन्होंने मतदाताओं से गणना प्रपत्र (फॉर्म) सही जानकारी के साथ भरकर संबंधित बीएलओ को उपलब्ध कराने और साइबर धोखाधड़ी से सतर्क रहने का आग्रह किया। डीएम अस्मिता लाल ने बताया कि निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार, प्रत्येक मतदाता को अपना फॉर्म सही जानकारी के साथ भरकर बीएलओ को देना चाहिए। यह प्रक्रिया मतदाता सूची को अधिक सटीक, अद्यतन और त्रुटिरहित बनाने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक नागरिक का यह दायित्व है कि वह लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजबूत बनाने में सक्रिय योगदान दे। उन्होंने आगे बताया कि SIR 2026 अभियान का मुख्य उद्देश्य जनपद की मतदाता सूची को पूर्ण पारदर्शिता और शुद्धता के साथ तैयार करना है, ताकि आगामी चुनावों में किसी भी प्रकार की त्रुटि न रहे। इसी के तहत बीएलओ घर-घर जाकर गणना प्रपत्र एकत्र कर रहे हैं और आवश्यक सूचनाएं संकलित कर रहे हैं। गलत जानकारी देना या प्रपत्र जमा न करना भविष्य में मतदान अधिकार को प्रभावित कर सकता है। डीएम अस्मिता लाल ने मतदाताओं को साइबर फ्रॉड और फर्जी कॉल्स से सावधान रहने की भी सख्त हिदायत दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि कोई व्यक्ति स्वयं को बीएलओ या किसी अन्य अधिकारी बताकर ओटीपी, आधार नंबर, बैंक संबंधी जानकारी या कोई कोड मांगता है, तो यह धोखाधड़ी का प्रयास है। मतदाताओं को किसी भी स्थिति में ओटीपी या निजी जानकारी साझा नहीं करनी चाहिए। उन्होंने लोगों से अपील की कि ऐसी किसी भी संदिग्ध कॉल या गतिविधि की सूचना तुरंत जिला प्रशासन को दें, ताकि आवश्यक कार्रवाई की जा सके। डीएम ने अंत में कहा कि SIR 2026 अभियान तभी सफल होगा जब प्रत्येक मतदाता जिम्मेदारी के साथ सहयोग करेगा और अपनी जानकारी सही समय पर उपलब्ध कराएगा।
उदयपुर की एक अदालत ने एक लाख रुपए की रिश्वत लेने के मामले में केंद्रीय विद्यालय जावर माइंस के तत्कालीन प्राचार्य को विभिन्न धाराओं में 3 साल कारावास की सजा सुनाई है। प्राचार्य असलम परवेज पर सीनियर सेकेंडरी स्कूल को सीबीएसई से मान्यता दिलाने के लिए परफेक्ट रिपोर्ट तैयार करने की एवज में एक लाख रुपए की रिश्वत मांगने का आरोप था। बुधवार को वशिष्ठ न्यायाधीश भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम संख्या दो की पीठासीन अधिकारी संदीप कौर ने इस मामले में सजा सुनाई। दरीबा स्कूल के प्राचार्य ने की थी शिकायतजानकारी के अनुसार, दयानंद एग्लावैदिक हिंदुस्तान जिंक सीनियर सैकेंडरी स्कूल राजपुरा दरीबा के प्राचार्य केके नारायण, निवासी सोनीपत हरियाणा ने 4 मई 2011 को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो उदयपुर को शिकायत दी थी। इसमें बताया गया कि पहले उनका विद्यालय डीएवी एच जेड नाम से संचालित होता था। सीबीएसई ने अस्थाई रूप से एक वर्ष के लिए मान्यता प्रदान की थी। इसके बाद स्थाई मान्यता के लिए कमेटी का गठन किया गया, जिसमें केंद्रीय विद्यालय जावर माइंस के तत्कालीन प्राचार्य असलम परवेज पुत्र अब्दुल सकर निवासी मंगलपुरा झालावाड़ को भी सदस्य नामित किया गया था। रिश्वत की मांग और गिरफ्तारीइसके बाद केके नारायण जावर माइंस जाकर प्राचार्य असलम परवेज से मिले, जिसने स्थाई मान्यता के पेपर पूर्ण करने के बदले तीन लाख रुपए की मांग की। इसमें से कुछ रुपया सीबीएससी के रिजनल ऑफिस में भी देने की बात कही थी। बाद में ब्यूरो टीम ने आरोपी असलम परवेज को एक लाख रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया और न्यायालय में उसके खिलाफ आरोप पत्र पेश किया। 20 गवाह और 38 दस्तावेज पेश, अभियुक्त को सजासुनवाई के दौरान विशिष्ठ लोक अभियोजक महेंद्रकुमार ने 20 गवाह और 38 दस्तावेज पेश कर अभियुक्त के खिलाफ दोषसिद्ध करने में सफलता प्राप्त की। दोनों पक्षों की बहस सुनने के उपरांत पीठासीन अधिकारी ने अभियुक्त असलम परवेज को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत तीन साल कारावास और 25 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई।
प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सीएम डॉ. मोहन यादव की नाराजगी और सख्ती के बाद पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना ने कहा है कि फील्ड में पदस्थ वरिष्ठ अधिकारियों का अधीनस्थ अफसरों पर नियंत्रण नहीं रहता। इसके लिए सीनियर अफसरों को खुद भी आदर्श आचरण रखना होगा। इस बात पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस की उपस्थिति हर स्तर पर महसूस होनी चाहिए। पेट्रोलिंग पूरी तरह प्रभावी हो, निरीक्षण नियमित और गंभीरता से किया जाए। धरना, प्रदर्शन, चक्काजाम और अन्य संवेदनशील परिस्थितियों में जनता तथा जनप्रतिनिधियों से सतत संवाद बनाए रखना आवश्यक है। पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना ने बुधवार को पुलिस मुख्यालय से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश भर के एडीजी, आईजी, भोपाल एवं इंदौर के पुलिस कमिश्नर, रेंज डीआईजी एवं सभी पुलिस अधीक्षक व उपायुक्त के साथ कानून-व्यवस्था की स्थिति की रिपोर्ट ली। उन्होंने कहा कि पुलिस अमला प्रोफेशनल तरीका (व्यवसायिक दृष्टिकोण) अपनाकर अपने काम-काज को अंजाम दे। इससे बेहतर ढंग से कानून का पालन होगा। साथ ही पुलिस के प्रति समाज में सम्मान एवं विश्वास भी बढ़ेगा। पुलिस महानिदेशक मकवाना ने कहा कि वरिष्ठ अधिकारी अपने अधीनस्थों का मार्गदर्शन करें, उन पर नियंत्रण बनाए रखें और स्वयं भी आदर्श आचरण प्रस्तुत करें। उन्होंने निर्देश दिए कि महत्वपूर्ण मामलों पर जिलों में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीडिया को तथ्यात्मक और स्पष्ट जानकारी दी जाए। गलत सूचनाओं का खंडन किया जाए। साथ ही अच्छे कार्यों को सामने लाकर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों को सम्मानित किया जाए, ताकि सकारात्मक कार्य को निरंतर बढ़ावा मिले। बेसिक पुलिसिंग को सबसे ज्यादा प्राथमिकताउन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में बेसिक पुलिसिंग को मजबूत करने को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। शहरों, कस्बों, बाजारों और मुख्य सड़कों पर पुलिस की उपस्थिति स्पष्ट और भरोसेमंद दिखनी चाहिए।पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस उप महानिरीक्षक और पुलिस अधीक्षक स्वयं फील्ड पर निकलकर आकस्मिक निरीक्षण करें, ताकि कानून-व्यवस्था पर बेहतर नियंत्रण स्थापित रहे। माइक्रो बीट व्यवस्था पर विशेष ध्यान, नाकाबंदी और रात्रिकालीन चेकिंग को और प्रभावी बनाने तथा लिस्टेड गुंडों और हिस्ट्रीशीटरों की नियमित जांच सुनिश्चित करने के निर्देश भी उन्होंने दिए। कार्य में लापरवाही पर क्विक एक्शन होपुलिस महानिदेशक मकवाना ने कहा कि ट्रैफिक रेगुलेशन पर विशेष ध्यान दिया जाए। महत्वपूर्ण प्रकरणों की केस डायरी, आरोपियों की त्वरित गिरफ्तारी, थाना अमले से संवाद, नियमित परेड और फोर्स के उचित उपयोग जैसे सभी दायित्वों को गंभीरता से निभाया जाए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कार्य में लापरवाही और उदासीनता पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। प्रदेश को लगातार अलर्ट मोड पर रखेंउन्होंने देशभर में पिछले दिनों हुई बड़ी घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रदेश को लगातार अलर्ट मोड पर रहना होगा। 6 दिसंबर को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ करने, फोर्स की पूरी तैयारी रखने तथा धार्मिक और जातीय संवेदनशीलता वाले मामलों में विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए।वरिष्ठ अधिकारियों की सक्रिय उपस्थिति और नेतृत्व, अपराध नियंत्रण तथा सार्वजनिक सुरक्षा का सबसे प्रभावी माध्यम है। इसलिए सभी अधिकारी फील्ड में उतरें, जनता से संवाद बढ़ाएं, पुलिस की उपस्थिति दृश्यमान बनाएं । सीएम के रिव्यू और निर्देशों से कराया अवगतपुलिस महानिदेशक ने मुख्यमंत्री द्वारा की गई समीक्षा का संदर्भ देते हुए जिलों को अत्यधिक सजग और सक्रिय रहने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पुलिस की उपस्थिति हर स्तर पर महसूस होनी चाहिए। पेट्रोलिंग पूर्णतः प्रभावी हो, निरीक्षण नियमित और गंभीरता से किया जाए। धरना, प्रदर्शन, चक्काजाम और अन्य संवेदनशील परिस्थितियों में जनता तथा जनप्रतिनिधियों से सतत संवाद बनाए रखना आवश्यक है।
रायपुर में लकड़ी गोदाम में भड़की आग VIDEO:शॉर्ट सर्किट की आशंका, फायर ब्रिगेड ने पाया काबू
राजधानी रायपुर के फाफाडीह के एक पुराने लकड़ी के गोदाम में बुधवार शाम करीब 6 बजे अचानक आग लग गई। बताया जा रहा है कि यह गोदाम कई सालों से बंद पड़ा था। अचानक गोदाम से आग की लपटे उठने लगी। देखते ही देखते आग ने भीषण रूप ले लिया और आसपास के इलाके में धुआं फैल गया। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की तीन गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट मानी जा रही है, हालांकि आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है। एहतियातन पूरे इलाके की बिजली आपूर्ति अस्थायी रूप से बंद कर दी गई थी। गंज थाना क्षेत्र के इस हादसे में किसी जनहानि की सूचना नहीं है। स्थानीय पुलिस और दमकल विभाग के अधिकारियों ने करीब 1 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। फिलहाल नुकसान का आकलन किया जा रहा है।
तकनीकी कारणों के चलते आज रात (26 नवंबर) को भगत की कोठी-काचीगुड़ा एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या 17606) को री-शेड्यूल किया गया है। यह ट्रेन अपने निर्धारित प्रस्थान समय रात 22:30 बजे के स्थान पर अब 1 घंटे 25 मिनट की देरी से 23.55 बजे भगत की कोठी स्टेशन से रवाना होगी। रेल प्रशासन की ओर से यात्रियों से अपील की गई है कि वे यात्रा से पहले समय की दोबारा पुष्टि कर लें। जिन यात्रियों के पास अग्रिम आरक्षण है, उन्हें सलाह दी गई है कि वे निर्धारित समय से कुछ देर बाद स्टेशन पहुंचे, ताकि अनावश्यक प्रतीक्षा से बच सकें।
बिनौली गोदाम से 102 बोरी चावल बरामद:बागपत में आपूर्ति विभाग ने की कार्रवाई, जांच जारी
बागपत के बिनौली में आपूर्ति विभाग की टीम ने एक गोदाम पर छापेमारी कर 102 बोरी चावल बरामद किया है। टीम ने बरामद चावल को सुरक्षित स्थान पर रखवा दिया है। पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। आपूर्ति विभाग को राशन के चावल की कालाबाजारी होने की सूचना मिली थी। इसी सूचना के आधार पर टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए बिनौली स्थित गोदाम पर छापा मारा, जहां से यह बड़ी मात्रा में चावल बरामद हुआ। आपूर्ति विभाग के अधिकारी अब यह पता लगाने में जुटे हैं कि आखिर यह चावल क्यों इकट्ठा किया गया था और यह किसका है। अधिकारियों का कहना है कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है। आपूर्ति विभाग के अधिकारी योगेंद्र कुमार ने बताया कि उन्हें एक स्थान पर कुछ चावल इकट्ठा किए जाने की सूचना मिली थी। तत्काल टीम मौके पर पहुंची और एक गोदाम से 102 बोरी चावल बरामद किया। उन्होंने आगे बताया कि बरामद चावल को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया है। इस पूरे मामले की जांच की जा रही है और जांच के निष्कर्षों के आधार पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सीएम भजनलाल के बयान पर पलटवार किया। अशोक गहलोत ने कहा- ये लोग (भाजपा वाले) एक तरफ तो कहते हैं कि हमारी सरकार के अधिकारी भ्रष्ट थे, लेकिन आज उन्हीं अधिकारियों को अच्छी पोस्टिंग दी हुई है। इस सरकार में लगते ही वो अधिकारी अच्छे हो गए? अधिकारी तो सारे वहीं हैं। सीएम कहते हैं कि अधिकारी तो सरकार के होते हैं, तो फिर योजनाएं भी सरकार की होती हैं, उन्हें क्यों बंद किया गया? अगर अशोक गहलोत की फोटो छपा हुआ थैला पसंद नहीं था, तो अपनी फोटो लगवा देते, लेकिन योजनाएं बंद नहीं करनी चाहिए थीं। पूर्व मुख्यमंत्री ने यह बात सीकर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही। गहलोत ने मीडिया से कहीं ये 3 बड़ी बातें.... 1. 'हड़बड़ी में हो रहा काम, सरकार दे जवाब'पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एसआईआर (SIR) प्रक्रिया में अव्यवस्था, अत्यधिक दबाव और अत्यल्प समय-सीमा को लेकर गंभीर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि देशभर में बीएलओ (BLO) की असामयिक मृत्यु इस प्रक्रिया की हड़बड़ी और गलत प्रणाली का परिणाम हैं, जिस पर सरकार को जवाब देना चाहिए। गहलोत ने सवाल उठाया कि जब 12 राज्यों में एसआईआर शुरू की गई है तो इतनी जल्दबाज़ी की क्या ज़रूरत थी? चुनावों में अभी तीन-तीन साल बचे हैं, ऐसे में प्रक्रिया को आराम से और पारदर्शी ढंग से पूरा किया जा सकता था। गहलोत ने कहा कि सरकार की यह हड़बड़ी संदेह पैदा करती है और लोकतांत्रिक ढांचे के लिए चिंताजनक है। उन्होंने यह भी कहा कि बीएलओ आत्महत्या क्यों कर रहे हैं? क्योंकि उन पर दबाव है। 4 तारीख तक नाम जुड़ नहीं पाएंगे और 9 तारीख को सूची जारी होनी है, जिसके बाद नाम जोड़ने की लंबी और जटिल प्रक्रिया शुरू होती है, जिससे लोग बहुत परेशान हैं। 2. भाजपा के आरोप झूठे, हमारे अधिकारियों को फिर अहम पद क्यों?गहलोत सरकार के समय महत्वपूर्ण विभागों में तैनात रहे अधिकारियों को भाजपा शासन में भी अहम पद मिलने से जुड़े सवालों पर प्रतिक्रिया देते हुए अशोक गहलोत ने कहा- अधिकारियों की पोस्टिंग मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार होता है। भाजपा नेताओं ने सरकार बनने के समय आरोप लगाया था कि मेरे कार्यकाल में तैनात अधिकारी भ्रष्ट थे और गलत तरीके से महत्वपूर्ण पदों पर लगाए गए थे। लेकिन विडंबना यह है कि अब वही अधिकारी भाजपा सरकार द्वारा फिर से अच्छी और प्रभावी पोस्टों पर लगाए जा रहे हैं। इससे साफ है कि उस समय लगाए गए आरोप केवल झूठ थे और जानबूझकर माहौल खराब करने के लिए लगाए गए थे। 3. योजनाएं बंद, सड़कें जर्जर, पेंशन गायबगहलोत ने प्रदेश भर में उनके कार्यकाल में शुरू की गईं जनहित की योजनाओं को बंद या धीमा किए जाने पर सरकार से जवाब मांगा। उन्होंने कहा कि राजस्थान में जो विकास योजनाएं चल रही थीं, आपने उन्हें धीमा या बंद क्यों कर दिया? वे किसी एक व्यक्ति की नहीं, सरकार की योजनाएं थीं। सरकारें बदलती हैं, पर जनता के हित में चलने वाली योजनाएं कभी नहीं रुकनी चाहिए। गहलोत ने राज्य में सड़कों की दुर्दशा पर भी चिंता जताई और कहा- सरकार को अभियान चलाकर सड़कों के गड्ढों को भरना चाहिए। निकाय चुनाव पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि जब यह स्पष्ट है कि कानून के अनुसार चुनाव कराना अनिवार्य है, तब भी सरकार लगातार टालमटोल कर रही है। ---- सीएम भजनलाल से जुड़ी ये खबर भी पढ़िए... 'गहलोत साहब अधिकारी सरकार का होता है':सीएम भजनलाल बोले- न हमारा, न आपका; आज भी वही अफसर, एक भी पेपर लीक हुआ तो बताएं मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा- अशोक गहलोत का एक बयान आया। हमारे समय में जो अधिकारी लगे थे, उन्हें लगा रहे हैं। गहलोत साहब अधिकारी सरकार का होता है, आपका नहीं होता। हमारा भी नहीं होता। मैं आपसे पूछना चाहता हूं। मुझे पता है आप इसका जवाब जरूर देंगे। पढ़ें पूरी खबर
उत्तर प्रदेश आशा वर्कर्स यूनियन से संबद्ध ऐक्टू के आह्वान पर सोमवार को प्रयागराज में सैकड़ों आशा और आशा संगिनी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। बालसन चौराहा से जिलाधिकारी कार्यालय तक चेतावनी मार्च निकाला गया। कार्यकर्ताओं ने 21,000 रुपये मानदेय सहित अपनी 14 सूत्रीय मांगों को लेकर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा और मांगें न माने जाने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी। जिलाधिकारी कार्यालय पर हुए प्रदर्शन के दौरान ऐक्टू के प्रदेश सचिव अनिल वर्मा ने कहा कि प्रदेशभर की आशाएं और संगिनियां वर्षों से शासन-प्रशासन की वादाखिलाफी का सामना कर रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि 2019 से लंबित प्रोत्साहन राशियों और मानदेय का भुगतान न होने के कारण हजारों आशा कार्यकर्ता आर्थिक संकट में हैं, जबकि वे केंद्र और राज्य सरकार की कई महत्वपूर्ण स्वास्थ्य योजनाओं में योगदान देती हैं। वर्मा ने यह भी आरोप लगाया कि आयुष्मान कार्ड, गोल्डन कार्ड और आभा आईडी जैसे महत्वपूर्ण कार्यों में आशाओं के योगदान के लिए 225 करोड़ रुपये का भुगतान अभी तक नहीं किया गया है। आशा कार्यकर्ताओं ने बताया कि 6 अक्टूबर और 13 अक्टूबर 2025 को मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री को भेजे गए ज्ञापनों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। 1 नवंबर को किए गए पूर्ण कार्यबंदी आंदोलन के बाद भी शासन ने न तो भुगतान किया और न ही वार्ता के लिए बुलाया। मार्च के दौरान आशाओं ने जिलाधिकारी को 14 सूत्रीय मांगपत्र सौंपा। इसमें वर्षों से लंबित प्रोत्साहन राशि का भुगतान, आशा और आशा संगिनी को सरकारी कर्मचारी का दर्जा, न्यूनतम वेतन लागू कर आशा के लिए 21,000 रुपये और संगिनी के लिए 28,000 रुपये मानदेय तय करना, ईपीएफ, ईएसआई की सदस्यता, सेवानिवृत्ति पर ग्रेच्युटी, 10 लाख का स्वास्थ्य बीमा व 50 लाख का जीवन बीमा, कार्य की सीमा का निर्धारण और बेहतर कार्यदशा सुनिश्चित करना, तथा संगिनी कार्यकर्ताओं को यात्रा भत्ता या स्कूटी उपलब्ध कराना जैसी प्रमुख मांगें शामिल हैं। आशा कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने 15 दिसंबर तक उनकी मांगें पूरी नहीं कीं, तो प्रदेशभर में अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी जाएगी। इस प्रदर्शन में जिले के सभी ब्लॉकों से भारी संख्या में आशा और आशा संगिनी कार्यकर्ता शामिल हुईं।
रायबरेली में कार ने बाइक सवार को मारी टक्कर:युवक की मौत, गलत दिशा से आ रही थी बाइक
रायबरेली के खीरों थाना क्षेत्र में बुधवार देर शाम कार ने बाइक सवार को टक्कर मार दी। जिससे बाइक सवार युवक की मौत हो गयी। एक सड़क हादसे में मथुरा खेड़ा गांव निवासी शिवम कुमार के रूप में हुई। जानकारी के अनुसार, शिवम अपने घर मथुरा खेड़ा से सेमरी चौराहा जा रहे थे। निहस्ता कॉलोनी की ओर से वे हाईवे पर गलत दिशा में आ रहा था। तभी सामने से आ रही एक कार से उनकी जोरदार टक्कर हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कार उन्नाव से लालगंज की ओर जा रही थी। गलत दिशा से अचानक सामने आई बाइक से उसकी टक्कर हो गई। हादसा इतना भीषण था कि शिवम गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्होंने मौके पर ही दम तोड़ दिया। घटना की सूचना मिलते ही बाइक के मालिक आसाराम मौके पर पहुंचे और पुष्टि की कि दुर्घटना के समय बाइक शिवम ही चला रहे थे। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरा और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
जयपुर में चल रहे खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स राजस्थान 2025 में बुधवार का दिन गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी (GNDU) और जैन यूनिवर्सिटी के नाम रहा। ट्रैप शूटर नीरू ढांडा ने महिलाओं की ट्रैप स्पर्धा में लगातार चौथा गोल्ड जीतकर एक बार फिर दबदबा कायम किया। जैन यूनिवर्सिटी ने स्विमिंग में चार और गोल्ड जोड़कर पदक तालिका में शीर्ष पायदान पर अपनी बढ़त मजबूत रखी। खेलों की मेजबानी पूर्णिमा यूनिवर्सिटी कर रही है, जबकि आयोजन स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया और राजस्थान स्टेट स्पोर्ट्स काउंसिल मिलकर कर रहे हैं। सात शहरों में चल रहे इन गेम्स में 222 यूनिवर्सिटी के 4448 खिलाड़ी 23 खेलों में हिस्सा ले रहे हैं। जगतपुर शूटिंग रेंज पर हुए फाइनल में नीरू ढांडा ने 47 पॉइंट्स के साथ गोल्ड जीता। मनीषा कीर (39) ने सिल्वर और नंदिका (30) ने ब्रॉन्ज जीता। तीनों खिलाड़ियों ने मिलकर 344 पॉइंट्स के साथ टीम गोल्ड भी जीता। इस दौरान नीरू ने कहा यह मेरा आखिरी KIUG है, मैं इसे गोल्ड के साथ खत्म करना चाहती थी। पुरुष वर्ग में आदित्य भारद्वाज (GNDU) ने 45 पॉइंट्स के साथ गोल्ड जीता। पंजाबी यूनिवर्सिटी के जंगशेर सिंह विरक ने सिल्वर (43) और मानव रचना के भक्तियार मलिक ने ब्रॉन्ज (34) जीता। GNDU ने पुरुष टीम गोल्ड भी अपने नाम किया। इंडिविजुअल रोड रेस में महिला गोल्ड मीनाक्षी रोहिल्ला (GNDU) जबकि पुरुष गोल्ड – अक्षर त्यागी (GNDU) ने जीता। इन जीतों से GNDU की गोल्ड संख्या दोहरे अंक में पहुंच गई। जैन यूनिवर्सिटी ने मंगलवार को स्विमिंग में चार गोल्ड जीते। इनमें नीना वेंकटेश ने 50m बटरफ्लाई, भव्या सचदेवा ने 400 मीटर, पुरुष और महिला 4100m फ्रीस्टाइल रिले में इसके साथ जैन यूनिवर्सिटी ने दिन के अंत तक आठ गोल्ड अपने नाम किए। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के हर्ष सरोहा ने पुरुष 50m बटरफ्लाई में ओलंपियन श्रीहरि नटराज को पछाड़कर 24.90 सेकंड में गोल्ड जीता। उन्होंने 200 मीटर बटरफ्लाई में भी गोल्ड जीता।उनके साथी ईशान राठी ने 200 मीटर बैकस्ट्रोक में स्वर्ण हासिल किया। इसके साथ ही पुरुष वर्ग में एमजी यूनिवर्सिटी, चितकारा, पंजाब यूनिवर्सिटी और मुंबई यूनिवर्सिटी ने सेमीफाइनल में जगह बनाई। जबकि महिला वर्ग में चितकारा, LPU, SRM और MDU रोहतक ने क्वालिफाई किया। वहीं आदमस यूनिवर्सिटी ने CSM यूनिवर्सिटी को 3–1 से हराया, जबकि GNDU और कलकत्ता यूनिवर्सिटी का मैच 1–1 से ड्रॉ रहा। वेटलिफ्टिंग में महिला 58kg में रिमा भोई (LPU) ने 197kg के कुल वजन के साथ गोल्ड जीता।
कुशीनगर में पडरौना कोतवाली थाना क्षेत्र के हरका चौराहे पर बुधवार को हुए एक सड़क हादसे में दो युवकों की मौत हो गई। तेज रफ्तार बाइक और एक अज्ञात चारपहिया वाहन की टक्कर में गुलेल गांव निवासी अरमान और इरफान ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। पुलिस के अनुसार, अरमान और इरफान बाइक से कुबेरस्थान की ओर जा रहे थे। हरका चौराहे पर सामने से आ रहे एक चारपहिया वाहन ने उनकी बाइक में टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि दोनों युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद आसपास के लोगों में अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों ने तुरंत परिजनों और पुलिस को सूचना दी। गुलेल गांव के नौशाद अंसारी, शमसाद अंसारी, सलमान अंसारी, अफरोज, दीपक प्रसाद, सचिन प्रसाद और सतीश प्रसाद सहित कई ग्रामीण मौके पर पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। दोनों युवक गांव में मिलनसार और लोकप्रिय थे, जिससे खबर फैलते ही पूरे गांव में शोक छा गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। सैकड़ों लोग दोनों युवकों की अंतिम विदाई में शामिल हुए, जिससे गांव में गमगीन माहौल रहा। सिधुआं बाजार पुलिस चौकी इंचार्ज अखिलेश त्रिपाठी ने बताया कि टक्कर एक पिकअप वाहन से हुई थी। उन्होंने स्पष्ट किया कि एक युवक की मौत मौके पर हुई, जबकि दूसरे ने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर शाम 5 बजे पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। पुलिस अज्ञात वाहन चालक की तलाश में जुटी है और मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने खंडवा दौरे के दौरान खरगोन में बन रहे बाईपास का अचानक निरीक्षण किया। निरीक्षण में गंभीर लापरवाही मिलने पर उन्होंने अधीक्षण यंत्री विजयसिंह पंवार को तुरंत निलंबित कर दिया। मंत्री ने उपयंत्री और सुपरविजन कंसल्टेंट कंपनी के खिलाफ भी कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने साफ कहा कि सड़क निर्माण की गुणवत्ता से किसी भी तरह का समझौता नहीं होगा। माप में कमी और खराब गुणवत्ता होने पर कार्रवाई बुधवार रात करीब 7:30 बजे मंत्री राकेश सिंह राष्ट्रीय राजमार्ग-347 के निर्माण स्थल पर पहुंचे। जांच में पता चला कि डीबीएम (DBM) की मोटाई तो सही है, लेकिन उसका कॉम्पेक्शन मानक के अनुसार नहीं है। इसके अलावा, सड़क के किनारों (शोल्डर) पर रखे गए पत्थर भी ज्यादा बड़े आकार के पाए गए। सैंपलिंग के दौरान भी मिली गड़बड़ी सड़क निर्माण की गुणवत्ता जांचने के लिए जब सामग्री के सैंपल लिए गए, तब पता चला कि विभाग के पास मापदंडों के अनुसार जरूरी बैग भी उपलब्ध नहीं थे। मंत्री ने इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए तुरंत कार्रवाई के आदेश दिए। मामले को गंभीर मानते हुए अधीक्षण यंत्री विजयसिंह पंवार को तत्काल निलंबित कर दिया गया। उपयंत्री पर कार्रवाई के लिए मुख्य अभियंता को निर्देश दिए गए हैं। वहीं सुपरविजन में कमी मिलने पर कंसल्टेंट कंपनी ICON के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। निरीक्षण के दौरान मुख्य अभियंता बीपी बोरासी सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
बांदा में दहेज हत्या के एक मामले में पति और सास को 10-10 साल के कारावास की सजा सुनाई गई है। बांदा सत्र न्यायालय ने यह फैसला सुनाया है। दोनों दोषियों पर 3-3 हजार रुपए का अर्थदंड भी लगाया गया है। यह निर्णय पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश के 'ऑपरेशन कन्विक्शन' और 'मिशन शक्ति' अभियान के तहत आया है। यह मामला बबेरू थाना क्षेत्र का है। बिसंडा के ग्राम पारा निवासी ओमप्रकाश ने 29 जुलाई 2020 को बबेरू थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया था कि उनकी बेटी की शादी 1 मई 2018 को बबेरू के ग्राम उमरी निवासी अंकित उर्फ पप्पू से हुई थी। शिकायत के अनुसार, शादी के बाद से ही ससुराल वाले दहेज की मांग को लेकर उनकी बेटी को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे थे। दहेज की मांग पूरी न होने पर ससुराल वालों ने 12 जुलाई 2020 को उनकी बेटी की फांसी लगाकर हत्या कर दी थी। इस संबंध में बबेरू थाने में मामला दर्ज किया गया था। तत्कालीन क्षेत्राधिकारी बबेरू, आनंद कुमार पाण्डेय ने मामले की विवेचना की। प्रभावी जांच के बाद, विवेचक ने 18 अक्टूबर 2022 को न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल किया था। लोक अभियोजक विजय बहादुर सिंह और उमाशंकर पाल ने न्यायालय में प्रभावी पैरवी की। कोर्ट मोहर्रिर आरक्षी भानुप्रताप और पैरोकार आरक्षी चक्रधारी के अथक प्रयासों से आरोपी पति अंकित उर्फ पप्पू और सास रेनू देवी को दोषी ठहराया गया। न्यायालय ने अभियुक्तों अंकित उर्फ पप्पू (पुत्र राकेश पाण्डेय, निवासी उमरी, थाना बबेरू, जनपद बांदा) और रेनू देवी (पत्नी राकेश पाण्डेय, निवासी उमरी, थाना बबेरू, जनपद बांदा) को 10-10 वर्ष के कारावास और 3-3 हजार रुपये के अर्थदंड से दंडित किया है।
गोरखपुर नगर निगम में बुधवार को नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव पी. गुरुप्रसाद पहुंचे। उनके आगमन पर नगर निगम में एक विस्तृत बैठक आयोजित की गई, जिसमें शहर में चल रहे और पूरे हो चुके विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा की गई। बैठक के दौरान प्रमुख सचिव ने नगर निगम द्वारा तैयार की गई पीपीटी प्रस्तुति में गोरखपुर के सभी प्रमुख प्रोजेक्ट देखे। इनमें वे प्रोजेक्ट भी शामिल रहे जो पूरा हो चुके हैं, जिन पर काम चल रहा है और वे योजनाएं भी जो प्रस्तावित हैं। उन्होंने हर परियोजना के बारे में विस्तृत जानकारी ली और आगे की जरूरतों पर चर्चा की। UFMC, ICCC और ITMS का किया निरीक्षण समीक्षा बैठक के बाद प्रमुख सचिव ने नगर निगम स्थित अर्बन फ्लड मैनेजमेंट सेंटर (UFMC), इंटीग्रेटेड कंट्रोल एवं कमांड सेंटर (ICCC) और इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ITMS) का दौरा किया। उन्होंने इन आधुनिक प्रणालियों की कार्यप्रणाली को समझा और बताया कि तकनीक के उपयोग से शहर प्रबंधन और भी बेहतर हो रहा है। दैनिक भास्कर से बातचीत में कही ये बातें दैनिक भास्कर से बातचीत में प्रमुख सचिव ने कहा कि गोरखपुर में मुख्यमंत्री के निर्देश पर पहले से ही कई बड़े विकास कार्य हो रहे हैं। उनके मुताबिक, गोरखपुर आने का मुख्य उद्देश्य नगर विकास और आवास विभाग की परियोजनाओं की वास्तविक प्रगति को समझना था।उन्होंने बताया कि नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ अर्बन डेवलपमेंट द्वारा गोरखपुर में रिवर फ्रंट विकसित किया जाना है, जिसका प्रेजेंटेशन भी देखा गया। उन्होंने कहा कि नगर निगम को हाल ही में मिले अवार्ड बेहद सराहनीय हैं और गोरखपुर पूरे देश में एक मिसाल बनकर उभर रहा है। रिवर फ्रंट और अन्य प्रोजेक्ट का भी निरीक्षण निरीक्षण के दौरान प्रमुख सचिव ने शहर के कई महत्वपूर्ण स्थलों का दौरा किया, जिनमें शामिल हैं:• गोड़धोईया नाला• तकियाघाट• एकला बंधा रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट• राजघाट• महेसरा में बन रहा स्पॉन्ज पार्क इसके साथ ही उन्होंने गोरखपुर नगर निगम और विकास प्राधिकरण द्वारा किए जा रहे अन्य विकास कार्यों की भी समीक्षा की। शहर में विकास की रफ्तार तेज प्रमुख सचिव के दौरे से स्पष्ट है कि गोरखपुर में शहरी विकास से जुड़े प्रोजेक्ट तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। शहर में हो रहे ये काम न सिर्फ मूलभूत सुविधाओं को मजबूत करेंगे, बल्कि स्मार्ट सिटी की दिशा में भी गोरखपुर की प्रगति को तेज करेंगे।
मैनपुरी में कोतवाली क्षेत्र के शीतला माता मंदिर परिसर में एक मानसिक रूप से बीमार महिला के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। घटना का वीडियो होने के बाद आरोपी ने शिकायतकर्ता को गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी दी। पीड़ित पक्ष ने वीडियो सबूत के साथ पुलिस अधीक्षक और कोतवाली प्रभारी को शिकायत सौंपकर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। ग्राम ईकरी निवासी शिवकीर्ति उर्फ शेर सिंह द्वारा दी गई शिकायत के अनुसार, 25 नवंबर की रात मानसिक रूप से बीमार महिला मंदिर के प्रांगण में सो रही थी। इसी दौरान गवालटोली निवासी अजय उर्फ बंडा वहां पहुंचा और महिला के साथ आपत्तिजनक हरकतें करने लगा। मंदिर परिसर में मौजूद एक व्यक्ति ने इस घटना को अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया। कुछ देर बाद जब महिला हिली तो आरोपी अजय मौके से भाग निकला। वीडियो सामने आने के बाद अजय ने रिकॉर्डिंग करने वाले व्यक्ति से झगड़ा भी किया। शिकायत पत्र में बताया कि अगली सुबह, 25 नवंबर को ही अजय दोबारा शीतला माता मंदिर पहुंचा। वहां उसने शिकायतकर्ता शिवकीर्ति के साथ गाली-गलौज की। जाति सूचक अपमानजनक शब्द कहे और धमकी दी कि यदि शिकायत की गई तो वह उसे जान से मार देगा। शिकायतकर्ता का आरोप है कि अजय को स्थानीय स्तर पर संरक्षण प्राप्त है, जिसके कारण वह लगातार दबंगई दिखाते हुए पीड़ित पक्ष को डराने-धमकाने का प्रयास कर रहा है। पीड़ित ने पुलिस से मांग की है कि मानसिक रूप से बीमार महिला के साथ हुई इस गंभीर छेड़छाड़ के मामले में तत्काल संज्ञान लेते हुए आरोपी अजय उर्फ बंडा पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए और शिकायतकर्ता व महिला दोनों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। पीड़ित पक्ष ने वीडियो साक्ष्य सहित पूरा मामला पुलिस को सौंप दिया है। पुलिस ने बताया कि प्रकरण की जांच जारी है और जांच पूरी होने के बाद उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
जयपुर में बुधवार को दवा प्रतिनिधियों ने राजकीय श्रम आयुक्तालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन संयुक्त ट्रेड यूनियंस और सीटू के राष्ट्रीय आह्वान पर केंद्र सरकार की चार श्रम संहिताओं के विरोध में आयोजित किया गया था। राजस्थान मेडिकल एवं सेल्स रिप्रजेंटेटिव्ज यूनियन जयपुर के जिला सचिव टिंकू यादव ने बताया कि दवा उद्योग में दवा प्रतिनिधियों के लिए समान और वैधानिक सेवा शर्तों को लागू करने की मांग लंबे समय से लंबित है। उन्होंने केंद्र सरकार से त्रिपक्षीय समिति की बैठक बुलाकर इन शर्तों को तत्काल लागू करने की अपील की। प्रदर्शन के दौरान केंद्र सरकार द्वारा लागू की गई चार श्रम संहिताओं को राजस्थान राज्य में लागू न करने, सेल्स प्रमोशन एक्ट 1976 को अधिक प्रभावी बनाने, सरकारी अस्पतालों में दवा प्रतिनिधियों के प्रवेश पर लगे प्रतिबंध को हटाने और औद्योगिक विवाद अधिनियम की धारा 2(s) में संशोधन कर सेल्स प्रमोशन एंप्लॉयज को 'कामगार' का दर्जा देने जैसी प्रमुख मांगें उठाई गईं। कार्यक्रम में विभिन्न यूनियंस से 1000 से अधिक सदस्य उपस्थित थे। प्रदर्शन के अंत में राष्ट्रपति के नाम राजकीय श्रम आयुक्त को एक ज्ञापन सौंपा गया। संयुक्त ट्रेड यूनियंस ने केंद्र सरकार को चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो आने वाले समय में आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
शाजापुर जिले के मोहन बड़ोदिया थाना क्षेत्र में एक सड़क हादसे में 35 वर्षीय बाइक सवार देवीलाल की मौत हो गई। बुधवार शाम मंडोदा जोड़ के समीप एक अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी, जिससे उन्हें गंभीर चोट आईं। हादसा बुधवार शाम करीब 6:30 बजे हुई। टक्कर के बाद देवीलाल को सिर में गंभीर चोट आईं। सूचना मिलने पर 108 सारंगपुर एम्बुलेंस की मदद से उन्हें मोहन बड़ोदिया सीएचसी ले जाया गया। एंबुलेंस पायलट मांगीलाल दांगी और ईएमटी सुरेश दांगी ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया। सीएचसी में डॉक्टरों ने देवीलाल को मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों के अनुसार, सिर में गंभीर चोटें लगने के कारण उनकी मौत हुई। वह ग्राम डाकनी के रहने वाले थे। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। मृतक का पोस्टमॉर्टम गुरुवार सुबह किया जाएगा। फिलहाल, यह जानकारी सामने नहीं आई है कि घटना के समय देवीलाल कहां जा रहे थे।
मध्य प्रदेश सरकार ने राज्यभर में चार कंपनियों की छह आयुर्वेदिक दवाओं के कुछ बैच नंबरों पर प्रतिबंध लगा दिया है। इन कंपनियों में दतिया की शर्मायु जैन्यून आयुर्वेद, श्री शर्मा आयुर्वेद मंदिर, डाबर इंडिया लिमिटेड और धनवंतरी हर्बल्ला शामिल हैं। राज्य सरकार द्वारा की गई जांच में इन दवाओं के नमूने गुणवत्ता मानकों पर खरे नहीं उतरे। लैब जांच में सामने आईं गड़बड़ियां ये दवाएं आमतौर पर बुखार, अम्लपित्त और खांसी-जुकाम जैसी समस्याओं में उपयोग की जाती हैं। इनकी जांच ग्वालियर स्थित शासकीय औषधि परीक्षण प्रयोगशाला में की गई। छिंदवाड़ा जिले से भेजे गए नमूनों में कई तरह की गड़बड़ियां मिलीं। रिपोर्ट में स्पष्ट कहा गया कि ये नमूने असुरक्षित हैं और इनका सेवन स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है। दतिया में बिक्री पर तत्काल रोक जांच रिपोर्ट मिलने के बाद दतिया जिले में जिला आयुष अधिकारी ने तुरंत प्रभाव से इन सभी दवाओं की बिक्री, खरीद और भंडारण पर रोक लगाने के आदेश जारी कर दिए। मेडिकल स्टोरों से प्रतिबंधित बैचों का स्टॉक हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, ताकि असुरक्षित दवाएं बाजार में न बिक सकें। किन बैचों पर लगी रोक प्रतिबंधित दवाओं में श्री शर्मा आयुर्वेद मंदिर की गिलोय सत्व (बैच 005P-1) और कामदुधा रस (25117002P-1) शामिल हैं। धनवंतरी हर्बल्ला की प्रवाल पिष्टी (PPMB-077) और मुक्ता शुक्ति (MSBDO 059) को भी असुरक्षित घोषित किया गया है। देश की बड़ी कंपनी डाबर इंडिया लिमिटेड की कफकुठार रस (SB 00066) और लक्ष्मी विलास रस नारदीय (SB 00885) भी मानकों पर खरा नहीं उतरी।
लखनऊ में बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी:6 जिलों के स्टूडेंट्स जुटेंगे, जुबली इंटर कॉलेज में आयोजन होगा
लखनऊ में राज्य विज्ञान शिक्षा संस्थान के निर्देशन और राज्य परियोजना निदेशक की मौजूदगी में तीन दिवसीय मंडल स्तरीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी गुरुवार को शुरू होगी। राजकीय जुबली इंटर कॉलेज में प्रदर्शनी का आयोजन होगा। मंडलीय विज्ञान प्रगति अधिकारी डॉ.दिनेश कुमार ने बताया कि प्रदर्शनी का आयोजन सिटी स्टेशन स्थित राजकीय जुबिली इंटर कॉलेज में सुबह 10 बजे शुरू होगी। छात्र छात्राओं संग शिक्षक भी हुनर का प्रदर्शन करेंगे। प्रदर्शनी में लखनऊ समेत मंडल के सभी छह जिलों के जिला स्तरीय प्रदर्शनी के विजेता हिस्सा लेंगे। 6 जिलों के स्टूडेंट्स लेंगे भाग तीन चरण में आयोजित प्रदर्शनी के पहले चरण में जूनियर संवर्ग के विद्यार्थी स्थिर और क्रियाकारी मॉडल को शो केश करेंगे। दूसरे चरण में सीनियर संवर्ग और तीसरे चरण में शिक्षक टीचिंग लर्निंग मैटीरियल का प्रदर्शन करेंगे। प्रदर्शनी की सभी तैयारियां राजकीय जुबिली इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ.आशुतोष कुमार सिंह ने पूरी कर ली हैं।
दतिया में चंबल रेंज के डीआईजी सुनील कुमार जैन बुधवार को जिला स्तरीय वार्षिक समीक्षा बैठक के लिए दतिया पहुंचे। पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित बैठक में उन्होंने पिछले तीन वर्षों में जिले में घटित अपराधों की विस्तृत समीक्षा की। थाना स्तर पर अपराधों की पेंडेंसी, जघन्य अपराधों की जांच, न्यायालयीन चालान, प्रतिबंधात्मक कार्रवाई और फरार वांछित आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर उन्होंने नाराजगी जताई। डीआईजी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि महिला एवं नाबालिग बालिकाओं के विरुद्ध होने वाले अपराधों में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई हो, लंबित प्रकरणों का जल्द और गुणवत्तापूर्ण निराकरण किया जाए, एनडीपीएस एक्ट सहित चिन्हित अपराधों की नियमित समीक्षा अनिवार्य रूप से की जाए। उन्होंने पुलिस की पैदल गश्त, शाम का निरीक्षण और बिना नंबर प्लेट वाले वाहनों पर विशेष अभियान चलाने के निर्देश भी दिए। बैठक में जिला अभियोजन अधिकारी रमेश चंद्र चतुर्वेदी ने अभियोजन प्रक्रियाओं को प्रभावी बनाने के लिए थाना प्रभारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में पुलिस अधीक्षक सूरज कुमार वर्मा, जिले के सभी एसडीओपी और थाना प्रभारी मौजूद रहे। निर्धारित समीक्षा के बाद डीआईजी जैन ने थाना प्रभारियों के साथ अलग से चर्चा की और शहरवासियों से भी मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं। शहर में बढ़ती ट्रैफिक समस्या को लोगों ने प्रमुख मुद्दा बताया। ऑटो संचालकों ने व्यवस्थित ऑटो स्टैंड की मांग रखी। डीआईजी ने कहा कि सभी सुझावों का गंभीरता से विश्लेषण किया जाएगा और जरूरत के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। निरीक्षण के दौरान डीआईजी कोतवाली थाने भी पहुंचे, जहां गंदगी देखकर उन्होंने नाराजगी जताई और सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए। एसपी सूरज वर्मा ने कहा कि दतिया शहर की जनसंख्या और व्यापार तेजी से बढ़ रहा है, जिसके साथ अपराधों की प्रकृति भी बदल रही है और नए प्रकार के अपराध, विशेषकर साइबर क्राइम, सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को नए अपराधों से बचाने के लिए लगातार जागरूक किया जा रहा है और पुलिस व्हाट्सएप ग्रुप, फेसबुक व ट्विटर के माध्यम से नागरिकों से सीधे जुड़ने की पहल कर रही है।
जयपुर के गुप्त वृन्दावन धाम में वैश्विक अभियान 'श्रील प्रभुपाद बुक मैराथन 2025' का शुभारंभ हुआ। अभियान का मुख्य उद्देश्य पूरे विश्व को श्रील प्रभुपाद के वैदिक साहित्य से जोड़ना है। इस दो महीने के अभियान के तहत, मंदिर के भक्त विश्वभर में आध्यात्मिक ग्रंथ जैसे श्रीमद् भगवद गीता, श्रीमद्भागवतम और अन्य वैदिक पुस्तकों का वितरण करेंगे। इस मैराथन की प्रेरणा 1 दिसंबर को मनाई जाने वाली गीता जयंती से ली गई है। गीता जयंती के अवसर पर गुप्त वृन्दावन धाम में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का भी आयोजन किया जाएगा। यह मान्यता है कि इसी दिन भगवान कृष्ण ने कुरुक्षेत्र में अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। श्रील प्रभुपाद बुक मैराथन का उद्देश्य है कि विश्व के अधिक से अधिक लोग भगवद गीता का अध्ययन कर सकें और भगवान कृष्ण के उपदेशों को अपने जीवन में अपना सकें। बुक मैराथन 2025 के तहत, पुस्तक वितरण में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले भक्तों को पुरस्कार और सम्मान पत्र प्रदान किए जाएंगे। इस अभियान के परिणाम 15 फरवरी 2026 को घोषित किए जाएंगे। विश्व गुरु श्रील प्रभुपाद ने कहा था, एक पुस्तक किसी का संपूर्ण जीवन बदल सकती है। जिसने मेरी एक भी किताब वितरित की, उसने मेरे हृदय को प्रसन्न कर दिया।
बुरहानपुर जिले के महलगुराड़ा गांव में बुधवार को प्रतिबंध के बावजूद हेलों (पाड़ों) की टक्कर आयोजित की गई। इस दौरान पानी के बीच हो रही टक्कर के दौरान भगदड़ मच गई, जिसमें तीन-चार लोगों को मामूली चोटें आईं। घटना की सूचना मिलने पर वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति को संभाला। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जानकारी के अनुसार, बुधवार दोपहर महलगुराड़ा में हेलों की टक्कर का आयोजन किया गया था। इस दौरान दो हेला मालिकों के पाड़ों के बीच टक्कर हुई, जिसमें एक हेला मालिक का पाड़ा जीत गया। इसके बाद किसी बात को लेकर दोनों हेला मालिकों के समर्थकों के बीच विवाद शुरू हो गया। बताया जा रहा है कि विवाद इतना बढ़ गया कि लाठी-डंडे भी चले। तीन-चार लोगों पर मारपीट का आरोप लगाया गया है। हालांकि, मामले की जांच जारी होने के कारण अभी तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। शिकारपुरा थाना प्रभारी विक्रम चौहान ने बताया कि आरोपियों की पहचान की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि मेला आयोजकों के खिलाफ बिना अनुमति हेलों की टक्कर कराए जाने के मामले में कार्रवाई की जाएगी।
भारतीय जनता युवा मोर्चा के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष श्याम टेलर बुधवार रात करीब 8 बजे अपने गृह नगर शाजापुर पहुंचे। पहली बार शाजापुर आगमन पर भाजपा कार्यकर्ताओं और शहरवासियों ने उनका स्वागत किया। भोपाल से शाजापुर पहुंचने पर बड़ी संख्या में लोग उनके स्वागत के लिए सड़कों पर मौजूद रहे। श्याम टेलर का रोड शो टंकी चौराहे से शुरू हुआ और धोबी चौराहा, महूपुरा, किला रोड, आजाद चौक, नई सड़क और बस स्टैंड क्षेत्रों से होते हुए भाजपा कार्यालय पर समाप्त हुआ। पूरे मार्ग में कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की, पुष्पवर्षा की और आतिशबाजी कर उनका अभिनंदन किया। जेसीबी और क्रेन से बरसाए फूल कई स्थानों पर जेसीबी और क्रेन की मदद से विशाल फूलमालाएं पहनाकर टेलर का स्वागत किया गया, जिससे माहौल उत्सवमय हो गया। हाल ही में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए श्याम टेलर के नाम पर मुहर लगाई है। इस चयन के बाद से शाजापुर सहित पूरे जिले में उत्साह का माहौल है। टेलर ने कहा- एक छोटे से कार्यकर्ता को इतनी बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई मीडिया से बातचीत करते हुए श्याम टेलर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ही एकमात्र ऐसी पार्टी है, जहां एक छोटे से कार्यकर्ता को इतनी बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जाती है। उन्होंने इसे एक साधारण परिवार से आने वाले कार्यकर्ता के लिए प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व मिलना गर्व की बात बताया। टेलर ने इस अवसर पर पार्टी नेतृत्व, कार्यकर्ताओं और शुभचिंतकों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में कई लोगों की जेब काटी प्रदेश अध्यक्ष युवा मोर्चा के स्वागत कार्यक्रम के दौरान बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे। इसी बीच दो से तीन युवकों ने भीड़ का फायदा उठाकर कई लोगों की जेब काटी। जेब कटने की शिकायत मिलने पर मौके पर मौजूद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए दो संदिग्ध युवकों को हिरासत में ले लिया। पुलिस हिरासत में लिए गए युवकों से पूछताछ कर रही है।
सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि कांग्रेस सरकार में जो काम 5 सालों में नहीं हो सके। वह हमने 23 माह में पूरे किए हैं। यह उपलब्धि आमजन तक पहुंचाना बहुत जरूरी है। उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओं से कहा कि कांग्रेस की गुटबाजी सब जानते हैं। बीजेपी कार्यकर्ता और पदाधिकारी कांग्रेस के दुष्प्रचारों का जवाब तथ्यों से दें। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के बड़े-बड़े घोटाले आज भी आमजन को याद हैं। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता और पदाधिकारी सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं और 2 सालों की उपलब्धियों को सोशल मीडिया और अन्य मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से आमजन तक पहुंचाए। पार्टी की रीति और नीति को भी हर वर्ग तक पहुंचाने का कार्य करें। सीएम आज सीएमआर में आयोजित भरतपुर व उदयपुर संभाग के पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित कर रहे थे। निकाय और पंचायत चुनाव की तैयारी करेंमुख्यमंत्री ने कहा कि जिलाध्यक्ष और मंडल अध्यक्ष जनसेवा के साथ-साथ समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए कार्य करें। संगठन में युवाओं को केंद्र व राज्य के कार्यक्रमों से जोड़े और उन्हें जिम्मेदारी भी दें। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने भेद-भाव और तुष्टीकरण के आधार पर वार्डों और पंचायतों को जोड़ा और तोड़ा था। लेकिन हमारी सरकार ने तथ्यों और आवश्यकता को देखते हुए पुनर्गठन के कार्य को पूरा किया है इसलिए सभी कार्यकर्ता आने वाले निकाय और पंचायतीराज चुनाव की तैयारी करें। बिना भेदभाव के 200 विधानसभाओं में बजट दियामुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने प्रदेश में युवाओं को 92 हजार नियुक्तियां दी हैं। राइजिंग राजस्थान का आयोजन कर 35 लाख करोड़ रूपए के एमओयू किए। जिनमें से 7 लाख करोड़ रूपए के एमओयू धरातल पर उतर चुके हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रवासी राजस्थानी दिवस का आयोजन करने जा रही है। यह आयोजन प्रवासी राजस्थानियों को प्रदेश की मिट्टी से जोड़ेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के दो साल के कार्यकाल पूरा होने पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में सभी अपनी सक्रिय भागीदारी निभाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के विकास के लिए राज्य सरकार ने दो बजटों में सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों को बिना भेदभाव के विकास कार्यों के लिए बजट दिया। हमारी सरकार 'सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास-सबका प्रयास' के मूलमंत्र पर कार्य कर रही है।
बरेली के बिथरी चैनपुर इलाके में बुधवार रात उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब उड़ला गांव के पास स्थित एक प्लाईवुड फैक्ट्री अचानक आग की चपेट में आ गई। आग की ऊंची-ऊंची लपटें दूर तक दिखाई दीं, जिससे आस-पड़ोस के लोग घरों से बाहर निकल आए और पूरे इलाके में दहशत फैल गई। कुछ ही मिनटों में आग ने लिया विकराल रूपकरीब रात 9 बजे फैक्ट्री से धुआं उठता दिखा। कर्मचारियों ने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन फैक्ट्री में प्लाईबोर्ड और कच्चे लकड़ी के बड़े स्टॉक होने के कारण आग ने कुछ ही मिनटों में भीषण रूप ले लिया। तेज हवा की वजह से आग तेजी से एक हिस्से से दूसरे हिस्से तक फैल गई। फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचींआग लगने की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं। टीम लगातार आग को काबू करने की कोशिश कर रही है। आग की तेज लपटों के कारण स्थानीय लोग घबराकर घरों से बाहर निकल आए। पुलिस भी मौके पर पहुंच गई है। प्लाईबोर्ड की अधिकता बनी आग का बड़ा कारणफैक्ट्री में प्लाईबोर्ड, लकड़ी और केमिकल से भरी सामग्री बड़ी मात्रा में रखी थी, जो आग पकड़ते ही तेजी से भड़क उठी। यही वजह रही कि आग कुछ ही मिनटों में विकराल बन गई और काबू पाना मुश्किल हो गया।
टोंक में बुधवार को अलीपुर में दूल्हा हेलिकॉप्टर से दुल्हन को लेने पहुंचा। पहली बार गांव में आए हेलिकॉप्टर को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। दूल्हे ने बताया कि उसने अपनी स्वर्गीय दादी की इच्छा पूरी करने के लिए हेलिकॉप्टर से दुल्हन को लाने का फैसला किया था। जिले के अलीपुर निवासी दूल्हा परगट कुमार पुत्र रणजीत सांसी मंगलवार को मालपुरा गया था और आज दोपहर बाद ढाई बजे शादी की सभी परंपराओं को निभाकर दुल्हन लेकर वापस गांव पहुंचा। परगट ने बताया कि दादी कहा करती थी कि मेरे पोते की बहू हेलिकॉप्टर में लेकर आऊंगी। लेकिन इस बीच करीब 2 साल पहले दादी का निधन हो गया। फिर मेरे पूरे परिवार ने यह डिसाइड किया कि दादी भले ही हमें छोड़कर चली गई, लेकिन उसकी बहू को हेलिकॉप्टर से लाएंगे। इसके बाद पूरा मामला दुल्हन वालों को बताया और हेलिकॉप्टर उतरने के लिए दोनों जगह की स्वीकृति ली। इसके बाद मंगलवार को हेलिकॉप्टर से दूल्हा बारात लेकर मंगलवार वधू पक्ष के घर गया। फिर आज शादी होने के बाद दुल्हन को हेलिकॉप्टर से लेकर गांव पहुंचा। इसके बाद दोनों ही पक्ष काफी खुश हुए। दूल्हा RAS की तैयारी कर रहा, दुल्हन बीएड डिग्रीधारीमनोज सांसी ने बताया कि अब उनकी समाज में लोगों की हर क्षेत्र में सोच बदल रही है। शिक्षा में आगे बढ़ रहे हैं। दुल्हन डिग्गी की रहने वाली है, लेकिन करीब 12 साल से उनके पिता दिनेश मालावात परिवार के साथ मालपुरा में रहते है। ऐसे में दूल्हा कल बारात भी मालपुरा ही लेकर गया था। दुल्हन पलक मालावत के पिता दिनेश मालावात डिग्गी में स्कूल व्याख्याता हैं। दूल्हा और दुल्हन बीएड डिग्रीधारी हैं। दूल्हा जयपुर रहकर RAS की तैयारी कर रहा है, जिसके पिता राजस्थान पुलिस में कॉन्स्टेबल है। दूल्हे का परिवार अलीपुर निवासी है। देखिए- हेलिकॉप्टर से आए दूल्हा- दुल्हन की तस्वीरें
हजरत फातमा जहरा की शहादत:अय्यामे फातमियां की पांच दिवसीय मजलिस का जयपुर में आयोजन
जयपुर में पैगंबर मोहम्मद साहब की बेटी हजरत फातमा ज़हरा (स.अ.) की शहादत की याद में अय्यामे फातमियां की पांच दिवसीय मजलिस का आयोजन किया गया। यह आयोजन शिया वक्फ इमाम बारगाह हकीम मोमिन अली खां, मेहरो की नदी, पन्नीग्रान, सुभाष चौक में हुआ। अय्यामे फातमा के संयोजक सैयद शेर अब्बास ज़ैदी ने बताया कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी इन मजलिस में अंजुमन सीपाहै हुसैनी ने नोहाखुवानी की। दिल्ली से आए शिया धर्म गुरु मौलाना हाफिज मोहम्मद रजा रिजवी ने मजलिस को संबोधित किया। शहर की तमाम अंजुमनों ने भी मातम किया। शिया समुदाय के बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग काले कपड़े पहनकर पाँच दिनों तक मोहर्रम की तरह शोक मनाते रहे। मंगलवार मध्य रात्रि को इन पांच दिवसीय मजलिस का समापन हुआ। अपने संबोधन में मौलाना रिज़वी ने पैगंबर मुहम्मद साहब की बेटी हज़रत फातमा ज़हरा (स.अ.) की शहादत का बयान किया। मौलाना ने बताया कि पैगंबर साहब की बेटी की शहादत उनके शरीर की पसलियां टूटने की वजह से हुई थी। उन्होंने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि हज़रत फातमा पर किया गया हमला मदीना शरीफ में उनके घर पर हुआ था। मौलाना ने इसे कर्बला की जंग की शुरुआत बताया, जो पैगंबर मोहम्मद साहब के परिवार के साथ कर्बला के मैदान में लड़ी गई थी। उन्होंने हज़रत फातमा की जीवनी बयान करते हुए कहा कि पैगंबर मुहम्मद साहब ने अपनी बेटी को अपना हिस्सा बताया था। मौलाना ने यह भी बताया कि हज़रत फातमा की शहादत पैगंबर मोहम्मद साहब की वफ़ात के 75 या 90 दिन बाद हुई थी। मौलाना रिज़वी ने कहा कि हज़रत फातमा ज़हरा की जीवनी संसार की महिलाओं के लिए एक आदर्श है। उनकी जीवनी से यह प्रेरणा मिलती है कि कठिन परिस्थितियों में भी धैर्य बनाए रखना चाहिए और अपने हक व अधिकारों के लिए संघर्ष करना चाहिए, क्योंकि हो सकता है व्यक्ति को तुरंत हक न मिले, लेकिन वह हक हमेशा उसी का कहलाएगा।
हिसार में सीएम फ्लाइंग टीम ने दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय परिवार सुरक्षा योजना में धोखाधड़ी का खुलासा किया है। जांच में सामने आया कि हिसार के एक कॉमन सविर्स सेंटर (सीएससी) संचालक ने गरीब परिवार को मिलने वाली 5 लाख रुपए की सहायता राशि धोखे से पीड़ित के बैंक खाते से अपने खाते में ट्रांसफर कर ली। मामले का पर्दाफाश होने पर आजाद नगर पुलिस थाने में आरोपी संचालक राजेंद्र, निवासी गांव कोटली (सिरसा) के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया है। सीएम फ्लाइंग हिसार रेंज इंचार्ज सुनैना ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि कुछ सीएससी संचालक दीनदयाल अंत्योदय परिवार सुरक्षा योजना में कमीशनखोरी और धोखाधड़ी कर रहे हैं।सरकार द्वारा बीपीएल परिवारों को 6 से 60 वर्ष की आयु में किसी सदस्य की मृत्यु पर एक लाख से पांच लाख तक की आर्थिक सहायता दी जाती है, लेकिन कई स्थानों पर संचालकों द्वारा पीड़ित परिवारों से 25 से 30 प्रतिशत तक कमीशन वसूले जाने की शिकायतें मिल रही थीं। सीएम फ्लाइंग टीम ने गुप्त जांच शुरू की इन्हीं शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए सीएम फ्लाइंग टीम ने गुप्त जांच शुरू की। जांच के दौरान सामने आया कि रमेश निवासी गांव भगाणा के पुत्र गोविंदा की मृत्यु के बाद उसे योजना का लाभ दिलवाने के नाम पर सीएचसी संचालक राजेंद्र ने कई दस्तावेज अपने कब्जे में ले लिए। जांच में सामने आया कि आरोपी ने अपने केंद्र के माध्यम से गरीब मजदूरों के नाम पर स्टाम्प और खाली कागजों पर हस्ताक्षर करवा लेता है, ताकि जरूरत पड़ने पर उनका दुरुपयोग किया जा सके। सीएम फ्लाइंग हिसार रेंज इंचार्ज सुनैना ने बताया कि आरोपी राजेंद्र ने रमेश को भरोसे में लेकर मृतक के नाम से हिसार मुख्य डाकघर में खाता खुलवाया और प्रक्रिया पूरी करने के नाम पर उसके मोबाइल का सिम भी कई दिनों तक अपने पास रख लिया। 6 मार्च 2025 को योजना के तहत 5 लाख रुपए खाते में आए, जिनको आरोपी ने NEFT के माध्यम से अपने खाते में ट्रांसफर कर लिया, जबकि न तो पीड़ित से हस्ताक्षर करवाए गए और न ही अंगूठा लगाया गया। बाद में उसने योजना बंद होने का बहाना बनाकर सिम कार्ड वापस कर दिया और पूरी राशि देने से साफ मना कर दिया। गांव भगाना के व्यक्ति ने किया था आर्थिक सहायता के लिए आवेदन जांच में यह भी पाया है कि पूरी राशि धोखे से अपने खाते में डालकर आरोपी ने गंभीर वित्तीय अनियमितता और धोखाधड़ी को अंजाम दिया। सीएम फ्लाइंग की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पीड़ित गांव भगाना निवासी रमेश कुमार ने बताया कि उक्त योजना के लिए जब उन्होंने आवेदन किया था, उस समय उनका नाम बीपीएल सूची में दर्ज था और वे बीपीएल श्रेणी के तहत मिलने वाली सरकारी सुविधाओं का लाभ ले रहे थे। लेकिन आरोपी राजेंद्र ने न सिर्फ उनसे 5 लाख की धोखाधड़ी की, बल्कि अपनी सीएससी के माध्यम से उनकी आय में मनमाना बदलाव कर दिया। आय बढ़ा देने के कारण रमेश कुमार का परिवार बीपीएल सूची से बाहर हो गया और वे अब बीपीएल श्रेणी के तहत मिलने वाली सभी सुविधाओं से वंचित रह गए हैं।
रायसेन शहर में बुधवार शाम धान की ट्रॉलियों और सड़क पर लगे सब्जी के ठेलों के कारण आधे किलोमीटर लंबा जाम लग गया। इस जाम में सैकड़ों वाहन करीब 30 मिनट तक फंसे रहे। जाम की शुरुआत तब हुई जब शाम 6 बजे सड़क पर लगे एक सब्जी के ठेले से एक कार टकरा गई। इस घटना के बाद कई वाहन कार के पीछे रुक गए, जिससे जाम बढ़ता चला गया। जिला अस्पताल से सागर तिराहे तक करीब आधा किलोमीटर के इस जाम में एंबुलेंस और डायल 112 सहित कई वाहन फंसे रहे। रास्ता डायवर्ट करने के बाद हटा जामजाम की सूचना मिलते ही यातायात पुलिस के जवान मौके पर पहुंचे। उन्होंने कुछ वाहनों को रामलीला मैदान की ओर डायवर्ट किया, जिसके बाद धीरे-धीरे जाम समाप्त हो सका। बता दें कि इन दिनों धान की बंपर आवक के कारण प्रतिदिन शहर में लगभग 800 ट्रॉलियां आ रही हैं। इससे पूरे शहर और सभी रास्तों पर लगातार जाम की स्थिति बन रही है। सुबह से रात तक शहर की सड़कों पर कई बार जाम लगता है। आसपास के लोगों ने बताया कि किसान मंडी में धान बेचने के बाद वापस जाते समय कई बार अपनी ट्रॉलियां सड़क पर ही खड़ी कर चले जाते हैं, जिससे जाम लगता है। वहीं, दूसरी ओर सब्जी और फल विक्रेता भी अपने ठेले सड़क पर ही लगा रहे हैं, जबकि नई सब्जी मंडी बनकर तैयार है। इसके बावजूद विक्रेताओं की मनमानी के कारण आम नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जाम के दौरान की तस्वीरें
मेयो कॉलेज अजमेर की 150वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में बुधवार को स्पेशल साइकिल रैली राइड टू मेयो 150 किमी का आयोजन हुआ। राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने सिटी पैलेस के सर्वतोभद्र चौक द्वार से रैली को हरी झंडी दिखाकर अजमेर के लिए रवाना किया। मेयो साइक्लिंग नेटवर्क की यह रैली इससे पहले भारत के 33 शहरों और कई विदेशों में भी आयोजित हो चुकी है। उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने मेयो कॉलेज को 150 सालों की गौरवशाली यात्रा पर बधाई देते हुए कहा कि मेयो कॉलेज ने शिक्षा, संस्कृति और नेतृत्व के क्षेत्र में देश को अनमोल प्रतिभाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि संस्थान ने शिक्षा के साथ-साथ खेल, फिटनेस और भारतीय विरासत को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने यह भी बताया कि उनके परिवार के सदस्य भी इस प्रतिष्ठित संस्थान के विद्यार्थी रहे हैं। रैली में 20 मेयो एलुमनाई ने हिस्सा लिया, जिसका नेतृत्व पूर्व छात्र मोमो सिंह ने किया। लेफ्टिनेंट जनरल आलोक क्लेर (सेवानिवृत्त) भी इस राइड में शामिल हुए। कार्यक्रम में मेयो कॉलेज एलुमनाई एसोसिएशन, जयपुर चैप्टर के अध्यक्ष जगदीप सिंह, मेयो 150 इयर्स सेलिब्रेशन के संयोजक हरीश भार्गव, ग्लोबल सिटी राइड लाइफ साइकिल के संयोजक स्वराज सिंघी सहित कई पूर्व छात्र मौजूद रहे।
फिरोजाबाद में सिरसागंज थाना क्षेत्र के सोथरा रोड पर बुधवार देर शाम एक सड़क हादसे में बाइक सवार युवक की मौत हो गई। यह घटना डिवाइन स्कूल के पास हुई। मृतक की पहचान मैनपुरी के बरनाहल थाना क्षेत्र के चंदीकरा गांव निवासी रिंकू पुत्र जयवीर (लगभग 25 वर्ष) के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार, रिंकू बुधवार देर शाम अपने एक रिश्तेदार को छोड़कर अपनी अपाचे बाइक से घर लौट रहा था। सोथरा रोड स्थित डिवाइन स्कूल के पास पहुंचने पर एक अज्ञात वाहन ने उसकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर के कारण रिंकू गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे की सूचना मिलते ही सिरसागंज थाना पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची। पुलिस ने गंभीर रूप से घायल रिंकू को एम्बुलेंस की सहायता से सिरसागंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पहुंचाया। सीएचसी में डॉक्टरों ने जांच के बाद रिंकू को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई करते हुए शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना की सूचना मिलने पर रिंकू के परिजन भी अस्पताल पहुंचे। थानाध्यक्ष सिरसागंज ने बताया कि मृतक बाइक चालक का नाम रिंकू पुत्र जयवीर है, जो ग्राम चंदीकरा, थाना बरनाहल, मैनपुरी का निवासी था। मृतक के पिता जयवीर सिंह ने पुलिस को बताया कि उनका बेटा एक रिश्तेदार को छोड़कर घर लौट रहा था तभी यह हादसा हुआ।
जोधपुर में थाने के बाहर से वाहनों के पास चुराने का मामला सामने आया है। पुलिस ने चोरी के का प्रयास करते थे तीन आरोपियों को पकड़ा है। मामला जोधपुर कमिश्नर रेट के जिला पूर्व के रातानाडा थाना का है। यहां थाने के बाहर खड़े जब्तशुदा पुराने वाहनों से कुछ लोग पार्ट्स चोरी करने का प्रयास कर रहे थे। इसी दौरान थाने के पुलिसकर्मी की नजर उन पर पड़ गई। पहले भी कर चुके हैं वारदातें पुलिसकर्मियों ने जब उनसे पूछताछ की तो पता चला कि आरोपी आदतन अपराधी हैं। पहले भी वह इस तरह की चोरी की वारदातें कर चुके हैं और उनके खिलाफ विभिन्न तारों में केस दर्ज हैं। रातानाडा थाना अधिकारी दिनेश लखावत ने बताया कि तीनों आरोपी किशन, राहुल और सुल्तान को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ में कई और वारदात के खुलासे की भी संभावना है
शिवपुरी जिले के बदरवास थाना क्षेत्र की 16 वर्षीय नाबालिग को पुलिस ने दिल्ली से सुरक्षित बरामद कर लिया। आरोपी युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक अमनसिंह राठौड़ के निर्देश पर मुस्कान अभियान के तहत की गई। कैसे हुआ मामला दर्ज 30 अक्टूबर 2025 को नाबालिग के पिता ने बदरवास थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी 28–29 अक्टूबर की रात घर से अचानक गायब हो गई। पुलिस ने मामले में अप.क्र. 297/2025 दर्ज किया और बीएनएस की धारा 137(2) के तहत जांच शुरू की। दिल्ली से मिली लोकेशन जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि लड़की को दिल्ली के विकास नगर इलाके में रखा गया है। इसके बाद बदरवास थाना पुलिस की टीम 24 नवंबर को दिल्ली पहुंची और नाबालिग को माता-पिता की मौजूदगी में बरामद किया। नाबालिग ने बयान दिया कि सत्यभान गुर्जर उसे शादी का झांसा देकर घर से ले गया था और दिल्ली में पति-पत्नी की तरह रख रहा था। उसके बयान के आधार पर पुलिस ने केस में और भी गंभीर धाराएं जोड़ दीं, जिनमें बीएनएस की धारा 64(2)m, 87, पॉक्सो एक्ट की धारा 5(L)/6 और एससी-एसटी एक्ट की धाराएं शामिल हैं। आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार पुलिस ने 26 नवंबर 2025 को आरोपी सत्यभान गुर्जर (20 वर्ष), निवासी प्रतापपुरा (थाना रिठौरा, मुरैना) को गिरफ्तार किया। उसे न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
प्रयागराज के सुलेमसराय क्षेत्र में एक फर्नीचर कारोबारी का शव पानी भरे गड्ढे में मिला है। 25 वर्षीय अनुराग पटेल उर्फ गोलू का शव बुधवार को महिला ग्राम स्कूल के पास झाड़ियों के बीच पाया गया। इस घटना से इलाके में हड़कंप मच गया। सुबह टहलने निकले लोगों ने जब गड्ढे में शव देखा तो तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस और मृतक के परिजन मौके पर पहुँच गए। अनुराग के पिता विजय कुमार पटेल स्थानीय निवासी हैं। अनुराग अपने चाचा के साथ साझेदारी में फर्नीचर की दुकान चलाते थे। परिजनों के अनुसार, अनुराग मंगलवार को रोज की तरह दुकान गए थे। शाम को घर लौटने के बाद वे थोड़ी देर में फिर दुकान के लिए निकले, लेकिन उसके बाद वापस नहीं आए। रातभर परिजन उनकी तलाश करते रहे, लेकिन मोबाइल पर भी संपर्क नहीं हो सका। मृतक के चाचा वीरेंद्र सिंह ने बताया कि अनुराग का मोबाइल फोन और पर्स मौके से गायब हैं। पर्स में करीब 15 से 20 हजार रुपये होने की बात कही गई है। परिजनों ने आशंका जताई है कि अनुराग की हत्या कर शव गड्ढे में फेंका गया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अनुराग की मौत डूबने से दम घुटने के कारण बताई गई है। हालांकि, कई बिंदुओं पर स्थिति संदिग्ध लग रही है, जिसके चलते पुलिस ने विसरा सुरक्षित रख लिया है। इसका उद्देश्य यह पता लगाना है कि शरीर में कोई जहरीला पदार्थ या रासायनिक तत्व मौजूद तो नहीं था। धूमनगंज पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि अनुराग खुद किसी कारणवश गड्ढे में गिरे या किसी ने उनकी हत्या कर शव वहां फेंका। मोबाइल और पर्स का गायब होना घटना को और रहस्यमय बना रहा है।
धार में भोज उत्सव समिति और सकल हिंदू समाज ने बसंत पंचमी 23 जनवरी 2026 को भोजशाला में अखण्ड पूजा-अर्चना की अनुमति के लिए केंद्रीय मंत्री एवं सांसद सावित्री ठाकुर और विधायक नीना वर्मा को बुधवार को ज्ञापन सौंपा। समिति ने मांग की है कि बसंत पंचमी 2026 पर सूर्योदय से सूर्यास्त तक पूरे दिन अखण्ड पूजा, यज्ञ और हवन की अनुमति सुनिश्चित की जाए। इसका उद्देश्य धार्मिक परंपरा को निर्विघ्न रूप से संपन्न करना और क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखना है। समिति के महामंत्री सुमित चौधरी ने बताया कि ज्ञापन में केंद्रीय पुरातत्व विभाग के 7 अप्रैल 2003 के आदेश का उल्लेख किया गया है। इस आदेश के अनुसार, बसंत पंचमी के दिन हिंदू समाज को पूरे दिन पूजा-अर्चना का अधिकार प्राप्त है। चौधरी ने यह भी बताया कि वर्ष 2006, 2013 और 2016 में इस आदेश की मूल भावना का पालन नहीं हो सका था। इससे हिंदू समाज आहत हुआ था और कई बार क्षेत्र की कानून व्यवस्था भी प्रभावित हुई थी। ज्ञापन सौंपते समय समिति के वरिष्ठ पदाधिकारी, मातृशक्ति और बड़ी संख्या में हिंदू समाजजन उपस्थित थे। यह जानकारी भोज उत्सव समिति के महामंत्री सुमित चौधरी ने दी।
बुधवार को प्रयागराज के पत्थर गिरजा धरना स्थल पर किसान आंदोलन की पांचवीं वर्षगांठ मनाई गई। संयुक्त किसान मोर्चा और केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने इस अवसर पर सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने चार लेबर कोड, धान के गिरते दाम, खाद की कालाबाजारी, स्मार्ट मीटर, जमुना बालू खनन, और संगम क्षेत्र में अवैध वसूली जैसे कई मुद्दों पर अपना आक्रोश व्यक्त किया। उन्होंने माइक्रोफाइनेंस से कर्ज मुक्ति, पुरानी पेंशन स्कीम की बहाली और 300 यूनिट मुफ्त बिजली की भी मांग की। पुलिस द्वारा कथित तौर पर रास्ते में बाधाएं खड़ी करने के बावजूद, जमुना पार, गंगा पार और बाबा इलाके से भारी संख्या में किसान जुटे। शहरी क्षेत्र के मजदूरों ने भी धरने में शामिल होकर एकजुटता का प्रदर्शन किया, जिससे आंदोलन का माहौल जीवंत हो उठा। प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार पर 9 दिसंबर 2021 को किसान आंदोलन समाप्त करते समय दिए गए लिखित आश्वासनों को पूरा न करने का आरोप लगाया। उन्होंने कछार की खेती के पट्टों की बहाली, मनरेगा में 200 दिन का रोजगार और 700 रुपये मजदूरी, तथा राशन पोर्टल खोलकर हटाए गए नामों को जोड़ने की मांग दोहराई। किसानों ने 10,000 रुपये मासिक पेंशन, बंद किए गए स्कूलों को फिर से खोलने और बस्तियों में खुली शराब की दुकानों को हटाने की भी मांग की। इसके अतिरिक्त, दलितों, अति पिछड़ों और भूमिहीनों को घरों व खेतों से जबरन बेदखली तथा अभिलेखों में हेराफेरी के खिलाफ भी कड़ा विरोध दर्ज कराया गया। ट्रेड यूनियनों ने उत्तर प्रदेश कारखाना अधिनियम में किए गए संशोधनों को रद्द करने, फिक्स्ड टर्म अपॉइंटमेंट योजना समाप्त करने, बड़े कॉर्पोरेट घरानों पर 4% संपत्ति कर लगाने और असंगठित मजदूरों के लिए 26,000 रुपये मासिक न्यूनतम मजदूरी लागू करने की मांग उठाई। संगठनों ने 2015 से लंबित इंडियन लेबर कॉन्फ्रेंस को तत्काल बुलाने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि मजदूरों से जुड़े मामलों में केंद्र सरकार की जवाबदेही तय की जानी चाहिए। किसान व मजदूर संगठनों की भारी भागीदारीट्रेड यूनियनों में सीटू, एटक, इंटक, एचएमएस, एआईयूटीयूसी, एक्टू, बैंक–बीमा–रेलवे यूनियन, राज्य एवं केंद्रीय कर्मचारी संगठन भी बड़ी संख्या में शामिल हुए। नेताओं ने भरी हुंकार, अंत में लेबर कोड की प्रतियां जलाईंसभा को डॉक्टर आशीष मित्तल, अविनाश मिश्रा, नसीम अंसारी, राम कैलाश कुशवाहा, उपेंद्र पटेल, जालंधर पटेल, राजकुमार पथिक, आनंद मालवीय, घनश्याम मौर्य, विनोद निषाद, आलोक तिवारी, अमित श्रीवास्तव, सुखदेव, शीतला प्रसाद, सुभाषचंद, विशेश्वर, पार्थ, विकास स्वरूप, भूपेंद्र सिंह, देवेंद्र और अनिल वर्मा समेत तमाम नेताओं ने संबोधित किया। कार्यक्रम के अंत में चारों लेबर कोड की प्रतियां जलाकर किसान–मजदूर मोर्चे ने अपने आंदोलन को आगे और तेज़ करने का ऐलान किया।धरने में शामिल प्रमुख किसान संगठनों में अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा, अखिल भारतीय किसान सभा, भारतीय किसान यूनियन, श्रमिक जनशक्ति, क्रांतिकारी किसान यूनियन सहित कई संगठन मौजूद रहे।
शिक्षक बिना डिग्री कर रहा था इलाज:कलेक्टर ने किया निलंबित, क्लिनिक से दवाएं और इंजेक्शन जब्त
बैतूल के घोड़ाडोंगरी विकासखंड की प्राथमिक शाला कुण्डीखेड़ा में पदस्थ प्राथमिक शिक्षक रघुनाथ फौजदार को निलंबित कर दिया गया है। उन पर बिना वैध डॉक्टरी डिग्री और पंजीयन के अवैधानिक रूप से मरीजों का उपचार करने का आरोप है। यह कार्रवाई कलेक्टर श्री नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बैतूल के प्रतिवेदन के आधार पर की है। जानकारी के अनुसार, 8 नवंबर 2025 को शिक्षक रघुनाथ फौजदार को मरीजों का इलाज करते हुए पकड़ा गया था। जांच टीम को मौके से एलोपैथिक दवाइयां, बायोमेडिकल वेस्ट, इंजेक्शन के वायल और उपचार में उपयोग होने वाले कई उपकरण मिले थे। शिक्षक का यह कृत्य मध्यप्रदेश सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के नियम 3 का उल्लंघन माना गया है, जो कदाचार की श्रेणी में आता है। इसी आधार पर मध्यप्रदेश सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम 1966 के नियम 9 के तहत उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। निलंबन अवधि के दौरान प्राथमिक शिक्षक श्री फौजदार का मुख्यालय विकासखंड शिक्षा अधिकारी, घोड़ाडोंगरी कार्यालय निर्धारित किया गया है। उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता प्रदान किया जाएगा। बताया जा रहा है कि कलेक्टर को इस मामले की शिकायत की गई थी।जिस पर उन्होंने सीएमएचओ को जांच टीम बनाकर मौके पर भेजने के निर्देश दिए।थे।टीम जब शिक्षक के घर पहुंची तो वह स्कूल के बजाए घर पर मरीजों का इलाज करते मिला था।
सीहोर जिले के प्रतिभाशाली खिलाड़ी आरव मसीह का चयन मध्यप्रदेश की अंडर-16 क्रिकेट टीम में हुआ है। वह आगामी विजय मर्चेंट ट्रॉफी में अपनी बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग का प्रदर्शन करेंगे। यह टूर्नामेंट 7 दिसंबर से रायपुर, छत्तीसगढ़ में आयोजित किया जाएगा। मात्र 14-15 वर्ष की आयु के आरव ने छह साल की उम्र से ही बल्ला थाम लिया था। वह एक विस्फोटक बल्लेबाज और कुशल विकेटकीपर हैं। हाल ही में एक लीग टूर्नामेंट में उन्होंने 600 रन बनाए और विकेटकीपर के तौर पर एक दर्जन से अधिक विकेट लिए। एमपी अंडर 14 की संभाल चुके कमानआरव पिछले सात वर्षों से शहर के बीएसआई मैदान पर अभ्यास कर रहे हैं। वह शहर के केंद्रीय विद्यालय में 10वीं कक्षा के छात्र हैं। उन्होंने 12 साल की उम्र में मध्यप्रदेश अंडर-14 टीम की कप्तानी भी संभाली थी। जिला क्रिकेट एसोसिएशन (डीसीए) के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि आरव पिछले तीन माह से मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में शामिल हो रहे हैं। रायपुर में होने वाली इस ट्रॉफी के लिए वह पिछले तीन माह से कड़ी मेहनत और अभ्यास कर रहे हैं।
केंद्र ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देकर बताया कि अनरेगुलेटेड ऑनलाइन गेमिंग ऐप्स का टेरर फाइनेंस और मनी लॉन्ड्रिंग से लिंक है। इसलिए इन्हें रेगुलेट करने के लिए कानून बनाना जरूरी था। केंद्र ने बताया कि ऑनलाइन पैसों वाले गेम तेजी से बढ़ रहे हैं और इससे धोखाधड़ी, मनी लॉन्ड्रिंग, टैक्स चोरी और कुछ मामलों में आतंकवाद को फंडिंग हो रही है, जो नेशनल सिक्योरिटी के लिए खतरा हैं। केंद्र ने कहा कि ऑनलाइन गेमिंग कंपनियां बड़े विज्ञापनों, सेलिब्रिटी और इन्फ्लुएंसर के प्रमोशन का इस्तेमाल कर प्रचार करती हैं, जिससे युवाओं और कमजोर वर्गों तक इन ऐप्स की पहुंच और असर बढ़ जाता है। सरकार का कहना है कि ऑनलाइन मनी गेम्स की वजह से देशभर में आर्थिक नुकसान और सुसाइड केस बढ़ रहे हैं। अगर हर राज्य का डेटा जोड़ा जाए, तो कुल संख्या बहुत ज्यादा होगी। जस्टिस जेबी पारदीवाला और केवी विश्वनाथन की बेंच ने कहा कि वे गुरुवार को मामले की सुनवाई करने की कोशिश करेंगे। 8 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र की याचिका मंजूर कर ऑनलाइन गेमिंग एक्ट, 2025 को चुनौती देने वाली हाईकोर्ट की सभी याचिकाएं अपने पास मंगवा लीं, ताकि अलग-अलग फैसले न हों। कई प्लेटफॉर्म विदेश से ऑपरेट होते हैं सरकार ने कहा कि ऑनलाइन मनी गेम्स का लोगों, परिवारों और समाज पर गंभीर बुरा असर पड़ रहा है। ये गेम जटिल तकनीक, एल्गोरिदम और देश-विदेश के नेटवर्क के जरिए चलते हैं। कई प्लेटफॉर्म विदेश से ऑपरेट होते हैं, जिससे वे भारतीय कानूनों से बच जाते हैं और राज्यों के नियम भी कमजोर पड़ जाते हैं। पूरी तरह बैन को सही ठहराते हुए सरकार ने कहा कि लोगों को हर साल लगभग 20,000 करोड़ रुपए का नुकसान होता है और 45 करोड़ लोग ऐसे गेम्स से प्रभावित हैं। सरकार ने कहा कि लोगों की भलाई, पब्लिक हेल्थ, उपभोक्ता सुरक्षा, नैतिक मूल्यों और देश की आर्थिक सुरक्षा को देखते हुए, ऑनलाइन गेमिंग पर कानून बनाना जरूरी था। सरकार का मानना है कि इससे एक सुरक्षित, व्यवस्थित और इनोवेशन को बढ़ावा देने वाला डिजिटल माहौल बनाया जा सकेगा। ऑनलाइन गेमिंग बिल के बारे में जानें... प्रमोशन एंड रेगुलेशन ऑफ ऑनलाइन गेमिंग बिल 2025 के तहत देश में रियल मनी गेमिंग पर बैन लगाया जाएगा। यह बिल 20 अगस्त को लोकसभा और 21 अगस्त को राज्यसभा से पास हुआ था। 22 अगस्त को राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने के बाद यह कानून बना और 1 अक्टूबर से लागू किया गया। ऑनलाइन गेमिंग कानून को 3 हाईकोर्ट में चुनौती ऑनलाइन गेमिंग कानून में 4 सख्त नियम इस कानून में कहा गया है कि चाहे ये गेम्स स्किल बेस्ड हों या चांस बेस्ड दोनों पर रोक है। इंडस्ट्री पर क्या असर पड़ेगा? इस कानून के आने के बाद ड्रीम11, गेम्स24x7, विंजो, गेम्सक्राफ्ट, और माय11सर्कल जैसे बड़े प्लेटफॉर्म्स ने अपने मनी-बेस्ड गेम्स बंद कर दिए हैं। उदाहरण के लिए: ऑनलाइन गेमिंग मार्केट में 86% रेवेन्यू रियल मनी फॉर्मेट से थी भारत में ऑनलाइन गेमिंग मार्केट अभी करीब 32,000 करोड़ रुपए का है। इसमें से 86% रेवेन्यू रियल मनी फॉर्मेट से आता था। 2029 तक इसके करीब 80 हजार करोड़ रुपए तक पहुंचने की उम्मीद थी। लेकिन अब इन्होंने रियल मनी गेम्स बंद कर दिए हैं। इंडस्ट्री के लोग कह रहे हैं कि सरकार के इस कदम से 2 लाख नौकरियां खतरे में पड़ सकती हैं। सरकार को हर साल करीब 20 हजार रुपए के टैक्स का नुकसान भी हो सकता है। -------------------------------- ये खबर भी पढ़ें... ऑनलाइन जुआ-सट्टा केस, सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से जवाब मांगा सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को ऑनलाइन गेमिंग कानून को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई की। इस दौरान कोर्ट ने सभी याचिकाओं पर सरकार से विस्तृत जवाब देने को कहा है। जस्टिस जेबी पारदीवाला और केवी विश्वनाथन की बेंच ने कहा- हम चाहते हैं कि केंद्र सरकार की ओर से पेश अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल जवाब की कॉपी याचिकाकर्ताओं के वकीलों को पहले से दे दें। पूरी खबर पढ़ें...
प्रयागराज में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत रोजगार सृजन की गति लगातार तेज होती जा रही है। ताजा आंकड़े बताते हैं कि बीते चार वित्तीय वर्षों में जिला प्रशासन ने न केवल निर्धारित लक्ष्यों को पूरा किया है। बल्कि कई बार इन्हें पार करते हुए ग्रामीण परिवारों को बेहतर आजीविका उपलब्ध कराई है। गांवों में आर्थिक स्थिरता और श्रमिकों को समय पर काम देने के लिए मनरेगा एक मजबूत सहारा साबित हुआ है। प्रशासनिक निगरानी, ग्राम पंचायतों की सक्रियता और श्रमिकों की बढ़ती भागीदारी ने मिलकर इस प्रदर्शन को नई ऊंचाई दी है। चार साल में लक्ष्य से बेहतर प्रदर्शन वित्तीय वर्ष 2022–23 में जिले को 63,43,004 मानव-दिवस का लक्ष्य मिला था। जिला प्रशासन ने इसे पार करते हुए 63,59,006 मानव-दिवस सृजित किए। इसके बाद 2023–24 में 70,83,534 मानव-दिवस का अनुमान था। जिसके मुकाबले जिले ने 69,60,760 मानव-दिवस रोजगार उपलब्ध कराया। जिला श्रम अधिकारी गुलाब ने बताया कि इस साल भी कार्यों की रफ्तार धीमी नहीं हुई है। ग्राम पंचायतों के प्रधानों ने योजनाओं को जमीन पर उतारने में अहम भूमिका निभाई है। मजदूरों को समय से काम और भुगतान मिल रहा है। लक्ष्य से कहीं आगे निकला 2024–25 वित्तीय वर्ष 2024–25 में जिले को 51,24,635 मानव-दिवस का लक्ष्य दिया गया था। लेकिन मनरेगा टीम ने उम्मीदों से बेहतर प्रदर्शन करते हुए 61,11,706 मानव-दिवस सृजित किए। यह उपलब्धि ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए एक राहत भरी खबर है। चालू वर्ष 2025–26 में भी तेजी जारी चालू वित्तीय वर्ष 2025–26 में अब तक 36,62,353 मानव-दिवस दर्ज किए जा चुके हैं। अधिकारियों का मानना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में कामकाज की मांग अभी बनी हुई है और अगले महीनों में यह आंकड़ा और बढ़ने की पूरी संभावना है। मनरेगा की यह निरंतर उपलब्धि बताती है कि ग्रामीण विकास से जुड़े कार्यों पर जमीन पर गंभीरता से काम हो रहा है। जिला प्रशासन का दावा है कि आने वाले समय में और अधिक श्रमिकों को जोड़कर रोजगार सृजन की इस रफ्तार को बरकरार रखा जाएगा।
खरगोन पुलिस ने 1.77 करोड़ रुपए मूल्य के गांजे की फसल उगाने वाले मुख्य आरोपी टीडिया पिता दितु जमरे को 14 दिन बाद गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी महाराष्ट्र सीमा से लगे टांडावाडी के नवादिया फाल्या में की गई कार्रवाई के दौरान फरार हो गया था। पुलिस ने 12 नवंबर को इस क्षेत्र में 3200 गांजे के पौधे बरामद किए थे, जिनका कुल वजन 35.51 क्विंटल था। यह कार्रवाई पहाड़ी क्षेत्र के नो मोबाइल नेटवर्क एरिया (शेडो एरिया) में की गई थी, जहां पुलिस ने पहले ड्रोन का उपयोग करके सर्चिंग की थी। गांजे की फसल जब्त करने की कार्रवाई के दौरान आरोपी टीडिया जमरे मौके से फरार हो गया था। पुलिस ने लगातार उसकी तलाश की और 14 दिन बाद बुधवार को उसे गिरफ्तार करने में सफलता पाई। गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने शेडो एरिया में मुखबिरों की मदद ली। आरोपी अपने खेत के तीन अलग-अलग हिस्सों में मादक पदार्थ की खेती कर रहा था और इसके लिए आधुनिक सिंचाई पद्धतियों का उपयोग कर रहा था। आरोपी के खिलाफ चैनपुर थाने में अपराध क्रमांक 381/2025 के तहत धारा 8/20 एनडीपीएस एक्ट में मामला दर्ज किया गया है। चैनपुर थाना प्रभारी गेहलोद सेमलिया ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर फरार आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। उसे न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया गया है। ड्रोन से पकड़ा 1.77 करोड़ रुपए का गांजा खरगोन जिले के आदिवासी पहाड़ी क्षेत्र में पुलिस ने ड्रोन सर्चिंग के जरिये गांजे की अवैध खेती पकड़ी है। यह इलाका नो मोबाइल नेटवर्क जोन में आता है। यहां से पुलिस ने 1 करोड़ 77 लाख 56 हजार 200 रुपए के 3200 गांजे के पौधे जब्त किए। इनका कुल वजन 35.51 क्विंटल बताया गया है। पूरी खबर पढ़ें
गांव में आए बदमाश को पकड़कर खूंटे से बांधा:शिवपुरी में पुलिस ने गिरफ्तार किया; झगड़ा करने आया था आरोपी
शिवपुरी जिले के भौंती थाना क्षेत्र के बामौर गांव में ग्रामीणों ने एक बदमाश को खूंटे से बांधकर पुलिस के हवाले कर दिया। आरोपी एसपी राजा चौहान गांव में झगड़ा करने आया था, जिसे ग्रामीणों ने पहचान लिया और पकड़ लिया। जानकारी के अनुसार, दूसरे गांव का बदमाश एसपी राजा चौहान जैसे ही बामौर गांव में घुसा, लोगों ने उसे पहचान लिया। ग्रामीणों ने कहा कि वह फिर झगड़ा करने आया है। देखते ही देखते भीड़ जमा हो गई और लोगों ने उसे धर दबोचा। ग्रामीणों ने आरोपी को रस्सी से खूंटे पर बांध दिया और फिर पुलिस को सूचना दी। आरोपी ग्राम बिरौली, चौकी हिम्मतपुर, थाना पिछोर का निवासी है। बताया गया कि उसने बामौर गांव की एक महिला से शादी की थी, लेकिन महिला उसे काफी समय पहले छोड़कर चली गई थी। इसके बावजूद आरोपी अक्सर इस गांव में आकर विवाद करता था। एसपी राजा चौहान पर मारपीट, ठगी और फर्जी दुल्हन बनाकर शादी कराने के नाम पर पैसे ऐंठने जैसे कई मामले दर्ज हैं। वह कई बार जेल भी जा चुका है। ठगी करने के बाद वह अक्सर अहमदाबाद भाग जाता था और पैसे खत्म होने पर वापस गांव लौट आता था। घटना की सूचना मिलते ही भौंती थाना पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने उसे तहसील पिछोर कोर्ट में पेश कर उप-जेल पिछोर भेज दिया है। थाना प्रभारी मनोज राजपूत ने बताया कि आरोपी को शांतिभंग की धाराओं में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। आरोपी की आवश्यकता थाना करैरा को भी एक मारपीट प्रकरण और स्थाई वारंट में है। करैरा पुलिस अब उसके खिलाफ आगे की कार्रवाई करेगी।
सरदार पटेल जयंती पर नर्मदा प्रवाह यात्रा धार पहुंची:स्थानीय नेताओं और नागरिकों ने भव्य स्वागत किया
सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती वर्ष पर नागपुर (महाराष्ट्र) से शुरू हुई नर्मदा प्रवाह यात्रा बुधवार को धार पहुंची, जहां इसका भव्य स्वागत किया गया। यह यात्रा मध्यप्रदेश के कई जिलों से होकर गुजरात के केवड़िया स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक जाएगी। यात्रा के धार पहुंचने पर केंद्रीय राज्यमंत्री सावित्री ठाकुर, विधायक नीना वर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष सरदार सिंह मेड़ा, भाजपा जिलाध्यक्ष महंत नीलेश भारती, कलेक्टर प्रियंक मिश्रा और एसपी मयंक अवस्थी ने यात्रा प्रमुख कपिल परमार और सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया। 'एकता का संदेश देने वाली यात्रा' — सावित्री ठाकुर केंद्रीय राज्यमंत्री सावित्री ठाकुर ने कहा कि यह यात्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत के संकल्प को आगे बढ़ाती है। यह सरदार पटेल के एकता, समरसता और राष्ट्रनिर्माण के संदेश को हर व्यक्ति तक पहुंचाने का महत्वपूर्ण माध्यम है। यात्रा के केंद्रीय प्रभारी कपिल परमार ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश आत्मनिर्भर भारत की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने विश्वास जताया कि सभी क्षेत्रों में बेहतर काम कर यह लक्ष्य हासिल किया जाएगा। इस स्वागत कार्यक्रम में युवा मोर्चा, सामाजिक संगठनों, माय भारत स्वयंसेवकों और विभिन्न शिक्षण संस्थानों के युवाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। जिला युवा अधिकारी दीर्घा राजावत, युवा मोर्चा जिला महामंत्री अंकित भावसार, मंडल अध्यक्ष विशाल निगम, जयराज देवड़ा और जिला खेल अधिकारी राजेश शाक्य भी मौजूद रहे।
भोपाल के अभिषेक जैन ने महिलाओं की सुरक्षा और जमीन से जुड़े मामलों में सख्त कानून बनाने की मांग को लेकर भोपाल से दिल्ली तक साइकिल यात्रा शुरू की है। उनकी यह यात्रा शनिवार सुबह विदिशा पहुंची, जहां स्थानीय लोगों और संगठनों ने उनका स्वागत किया। जैन ने बताया कि भोपाल सहित प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में हाल ही में सामने आए कुछ मामलों ने उन्हें इस अभियान के लिए प्रेरित किया है। उनका उद्देश्य प्रधानमंत्री से मुलाकात कर सामाजिक अपराधों पर कठोर कानून बनाने की अपील करना है। अभिषेक जैन ने 10 से 15 दिनों के भीतर दिल्ली पहुंचने का लक्ष्य रखा है। दिल्ली पहुंचकर वह प्रधानमंत्री को अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपेंगे। उनकी प्रमुख मांगों में लव जिहाद, लैंड जिहाद और ड्रग्स माफिया पर सख्त कार्रवाई शामिल है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह यात्रा किसी राजनीतिक उद्देश्य से नहीं, बल्कि सामाजिक जागरूकता के लिए की जा रही है। विदिशा पहुंचने पर, समाजसेवी संगठनों और स्थानीय निवासियों ने अभिषेक जैन का गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने जैन के इस प्रयास की सराहना की और उन्हें आगे की यात्रा के लिए शुभकामनाएं दीं।
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने जयपुर के आयकर अपील ट्रिब्यूनल (ITAT) में रिश्वत लेकर अपीलों पर फैसला करवाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। सीबीआई ने जयपुर, कोटा समेत कई ठिकानों पर छापेमारी कर सबूत बरामद किए हैं। सीबीआई ने आयकर अपील ट्रिब्यूनल के एक ज्यूडिशियल मेंबर, वकील और अपीलकर्ता को गिरफ्तार किया है। ज्यूडिशियल मेंबर की कार से 30 लाख रुपए की नकदी मिली है। सूत्रों से के अनुसार- सीबीआई को जयपुर के आयकर अपील ट्रिब्यूनल में रिश्वत लेकर अपीलों की सुनवाई और उनमें मनमाने फैसले करने की जानकारी मिली थी। इसके बाद सीबीआई ने जयपुर सहित कई ठिकानों पर छापेमारी की। सीबीआई ने ट्रिब्यूनल के एक वकील, एक ज्यूडिशियल मेंबर, ट्रिब्यूनल के एक सहायक रजिस्ट्रार, एक अपीलकर्ता और एक अफसर के खिलाफ मामला दर्ज किया है। वकील ने अपीलकर्ता से हवाला के जरिए ली 5.50 लाख की रिश्वतसीबीआई ने कार्रवाई के दौरान आयकर अपील ट्रिब्यूनल के जयपुर के वकील को हवाला नेटवर्क से भेजे गए रिश्वत के पैसों के साथ गिरफ्तार किया। वकील ने अपीलकर्ता से हवाला के जरिए पैसा भेजने को कहा था। सीबीआई को इसकी जानकारी पहले से थी। वकील ने जैसे ही हवाला का पैसा लिया, सीबीआई ने उसे गिरफ्तार कर लिया। ज्यूडिशियल मेंबर 30 लाख सहित गिरफ्तारवकील को गिरफ्तार करने के बाद सीबीआई ने ट्रिब्यूनल के ज्यूडिशियल मेंबर को गिरफ्तार किया। उसकी कार से 30 लाख रुपए बरामद किए गए। यह पैसा भी रिश्वत का बताया जा रहा है। अब सीबीआई इस पूरे गिरोह से पूछताछ कर अब तक रिश्वत लेकर करवाए गए फैसलों का ब्योरा जुटाएगी। सीबीआई को छापों में मिली 1 करोड़ से ज्यादा की नकदीसीबीआई की कई टीमों ने जयपुर, कोटा और अन्य कई ठिकानों पर छापे मारे। छापों में 1 करोड़ रुपए से ज्यादा की नकदी, लेनदेन के कागज, संपत्ति के दस्तावेज और अन्य दस्तावेज जब्त किए गए हैं। अब तक की सीबीआई कार्रवाई में रिश्वत के संगठित गिरोह का संकेत मिला है।
बालाघाट जिले की भरवेली पंचायत में सरपंच गीता अनिल बिसेन ने उपसरपंच की मांग पर अपना कार्यालय कक्ष छोड़ दिया है। अब वह पंचायत भवन के पास नीम के पेड़ के नीचे बैठकर ग्रामीणों की समस्याएं सुन रही हैं और पंचायत के कार्य कर रही हैं। दरअसल, यह वही पंचायत है जिसके भवन का लोकार्पण प्रदेश के पंचायत मंत्री प्रहलाद पटेल ने किया था। बुधवार को सरपंच गीता अनिल बिसेन ने मीडिया को बताया कि कार्यकाल की शुरुआत से ही उपसरपंच और उनके समर्थक पंच पंचायत में गतिरोध बनाए हुए हैं। हाल ही में उन्होंने लंबे समय तक आंदोलन कर अधिकारियों से मांग की थी कि उन्हें सरपंच की तरह एक अलग कक्ष दिया जाए। पंचायत भवन में उपसरपंच के लिए हॉल बना सरपंच बिसेन के अनुसार, पंचायत भवन में उपसरपंच, पंच और ग्रामीणों की बैठकों के लिए हॉल उपलब्ध है। इसके अलावा, सचिव और पटवारी के लिए भी अलग कमरे बनाए गए हैं ताकि जनता प्रशासनिक कार्यों के लिए उनसे मिल सके। हालांकि, उपसरपंच अपने लिए सरपंच का कक्ष खाली कराने की जिद पर अड़े थे। इस स्थिति को देखते हुए, सरपंच गीता अनिल बिसेन ने स्वयं अपने कक्ष का त्याग करने का निर्णय लिया। उन्होंने पंचायत सचिव और जनपद सीईओ को पत्र लिखकर सरपंच कक्ष उपसरपंच को आवंटित करने की जानकारी दी है। इसके बाद से वह नीम के पेड़ के नीचे से ही पंचायत के कामकाज संभाल रही हैं। यह जिले में अपनी तरह का पहला मामला है, जहां किसी सरपंच ने उपसरपंच के लिए अपना कार्यालय कक्ष छोड़ा है।
विदिशा के खामखेड़ा वृत्त में पदस्थ नायब तहसीलदार कविता कंडेला की तीसरी मंजिल से गिरकर मौत हो गई। इस घटना पर कलेक्टर अंशुल गुप्ता ने गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने इसे विभाग के लिए एक बड़ी क्षति बताया। कलेक्टर अंशुल गुप्ता ने कहा कि यह एक बेहद दुखद घटना है और प्रशासन ने एक मेहनती अधिकारी को खो दिया है। उन्होंने बताया कि पुलिस इस मामले की हर एंगल से जांच कर रही है, इसलिए फिलहाल किसी भी तरह की अटकलें लगाना उचित नहीं है। कलेक्टर ने आम लोगों से अपील की है कि वे सोशल मीडिया या अन्य माध्यमों पर बिना पुष्टि की जानकारी साझा न करें। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी कोई टिप्पणी या संदेश न करें जिससे दिवंगत अधिकारी की छवि को ठेस पहुंचे। साथ ही, चुनाव से संबंधित अपुष्ट बातें फैलाना कानूनन अपराध है। जानकारी के अनुसार, कविता कंडेला मूल रूप से इंदौर की निवासी थीं और लगभग छह महीने पहले ही विदिशा जिले में पदस्थ हुई थीं। घटना के बाद कलेक्टर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे थे। पुलिस फिलहाल सभी पहलुओं से मामले की जांच कर रही है।
लखनऊ की हजरतगंज के साथ अब नाजा मार्केट भी नए रूप में नजर आएगी। एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने दोनों क्षेत्रों में चल रहे फसाड अपग्रेडेशन और सौंदर्यीकरण के कामों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने साफ निर्देश दिए कि काम तय समय में और बेहतर क्वालिटी के साथ पूरे किए जाएं। एलडीए हजरतगंज चौराहे से डीएम आवास तक लगभग 850 मीटर लंबे स्ट्रेच को हेरिटेज लुक देने में जुटा है। करीब 16 करोड़ की लागत से यहां फसाड अपग्रेडेशन, पाथ-वे सुधार और स्ट्रीटस्केप डेवलपमेंट चल रहा है। उपाध्यक्ष ने निर्देश दिया कि सड़क के दोनों ओर हेरिटेज डिज़ाइन वाली स्ट्रीट लाइटें लगें। मीडियन पर लगी पुरानी लाइटें न हटाई जाएं। सभी इमारतों और साइनेज को एक रूप देने के लिए तय कलर पैलेट का ही इस्तेमाल हो। बोलार्ड, बेंच, डस्टबिन से पाथ-वे को मिलेगा नया लुक उपाध्यक्ष ने मल्टीलेवल पार्किंग के पास की इमारत पर किए गए पेंट सैंपल को चेक कर फाइनल किया। साथ ही व्यापारी हित में साइनेज बोर्ड का आकार भी बढ़ाने के निर्देश दिए। पाथ-वे पर लगने वाले बोलार्ड, बेंच, डस्टबिन और सैंडस्टोन गमलों के डिज़ाइन भी फाइनल की हैं। नाजा मार्केट में प्लाजा स्ट्रीट होगी वॉक-ओनली निरीक्षण के दौरान नाजा मार्केट के प्लाजा स्ट्रीट को पैदल यात्रियों के लिए पूरी तरह सुरक्षित बनाने पर जोर दिया गया। पाथ-वे पर बोलार्ड लगाकर वाहनों की आवाजाही रोकी जाएगी। शर्मा चाय के पास सुदर्शन मूर्ति स्थल और पार्क का प्लेसमेकिंग व सौंदर्यीकरण कराया जाएगा। इसके लिए 15 दिन में कार्ययोजना तैयार करने का निर्देश दिया गया है। राष्ट्र प्रेरणा स्थल: 15 दिन में पूरा हो म्यूजियम क्यूरेशन बसंतकुंज योजना स्थित राष्ट्र प्रेरणा स्थल का भी निरीक्षण किया गया। उपाध्यक्ष ने यहां म्यूजियम क्यूरेशन और फिनिशिंग के बचे हुए काम 15 दिन में पूरा कराने को कहा। निरीक्षण के दौरान मुख्य अभियंता नवनीत शर्मा, अधिशासी अभियंता मनोज सागर सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
सरगुजा जिले में ऐतिहासिक रामगढ़ पहाड़ से लगे हसदेव अरण्य क्षेत्र में केते एक्सटेंशन कोल ब्लॉक को छत्तीसगढ़ सरकार के वन एवं पर्यावरण विभाग ने मंजूरी दे दी है। केते एक्सटेंशन कोल ब्लॉक में कुल 1742 हेक्टेयर वनभूमि में कोयला खदान खोलने का रास्ता साफ हो गया है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सरकार के फैसले पर सवाल उठाते हुए सोशल मीडिया में लिखा है-अडाणी के नाम हुआ जंगल। केते एक्सटेंशन खदान का विरोध कर रहे टीएस सिंहदेव ने छत्तीसगढ़ सरकार के इस फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। टीएस सिंहदेव ने कहा कि इस फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट जाने के रास्ते तलाशे जाएंगे। हसदेव अरण्य क्षेत्र का केते एक्सटेंशन कोल ब्लॉक राजस्थान राज्य विद्युत निगम लिमिटेड को आवंटित किया गया है। केते एक्सटेंशन खदान के 1742 हेक्टेयर भूमि में से मात्र 0.445 हेक्टेयर भूमि राजस्व की है, शेष 1742.155 हेक्टेयर भूमि वनभूमि है, जिसमें घने जंगल हैं। छत्तीसगढ़ सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने केते एक्सटेंशन कोल ब्लॉक के लिए वनभूमि के डायवर्सन की मंजूरी 25 नवंबर 2025 को दे दी है। इसके साथ ही कोल ब्लॉक खोलने का रास्ता साफ हो गया है। भूपेश ने कहा-अडाणी के नाम हुआ जंगल केते एक्सटेंशन कोल ब्लॉक के लिए डायवर्सन की मंजूरी दिए जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया है। भूपेश ने लिखा है- अडाणी के नाम हुआ जंगल, छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार ने भारी विरोध के बावजूद केते एक्सटेंशन के लिए वन एवं पर्यावरण की मंजूरी दे दी है। मतलब कि 1700 हेक्टेयर जंगल की कटाई होगी। ऐतिहासिक महत्व वाली रामगढ़ की पहाड़ियों पर खतरा मंडराता रहेगा। कांग्रेस राज्य की जनता के साथ मिलकर इस मंजूरी का भरपूर विरोध करेगी। टीएस बोले-दुर्भाग्यपूर्ण निर्णय, गलत जानकारी दीपूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने कहा कि यह निर्णय दुर्भाग्यपूर्ण है। रामगढ़ पहाड़ी को संभावित नुकसान के कारण यह ज्यादा चिंताजनक है। हम लोग देखेंगे कि इसमें कानूनी सहायता ली जा सकती है या नहीं। हाईकोर्ट जाने के विकल्प तलाशे जाएंगे। सिंहदेव ने कहा कि हमने रामगढ़ से लगे केते एक्सटेंशन को मंजूरी के खिलाफ पहल की थी। यह दुर्भाग्यपूर्ण रहा कि पीएमओ और पर्यावरण मंत्रालय से जानकारी आने के बाद, और जब रिकार्ड स्पष्ट उपलब्ध हैं कि रामगढ़ पहाड़ में स्थित रामजी का मंदिर 10 किलोमीटर के दायरे के अंदर है। इसके बाद भी इसे मंजूरी दी गई है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। भाजपा-कांग्रेस ने बनाया था अध्ययन दल कांग्रेस ने दावा किया है कि वर्तमान में संचालित PKEB खदान में विस्फोट के कारण रामगढ़ की पहाड़ी दरक रही है। पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने कहा है कि वर्ष 2020 में पीकेईबी खदान से सीताबेंगरा की दूरी 11 किलोमीटर बताकर खदान में कोयला उत्खनन की मंजूरी दी गई थी। PKEB सहित केते एक्सटेंशन खदान से एएसआई द्वारा संरक्षित रामगढ़ पर्वत एवं रामजी के मंदिर की दूरी 10 किलोमीटर के अंदर है। मामला तूल पकड़ने पर भाजपा और कांग्रेस ने रामगढ़ अध्ययन दल बनाया था। भाजपा के अध्ययन दल ने दावा किया था कि केते एक्सटेंशन खदान से रामगढ़ पहाड़ को कोई खतरा नहीं है। वहीं कांग्रेस अध्ययन दल ने रिपोर्ट में कहा है कि रामगढ़़ की ऐतिहासिक पहाड़ कोयला खदान के कारण खतरे में है। संबंधित खबर... रामगढ़ के अस्तित्व पर संकट...गलत NOC देकर सहमति:सिंहदेव बोले-BJP सरकार कोल-ब्लॉक को दे रही मंजूरी, भूपेश कार्यकाल में भी दी गई थी गलत रिपोर्ट छत्तीसगढ़ के पूर्व डिप्टी CM टीएस सिंहदेव ने हसदेव क्षेत्र में प्रस्तावित केते एक्सटेंशन कोल ब्लॉक को लेकर गंभीर आपत्ति जताई है। सिंहदेव ने कहा कि कोल ब्लॉक को मंजूरी दिलाने के लिए गलत NOC तैयार की गई है। DFO अभिषेक जोगावत की गलत रिपोर्ट के आधार पर BJP सरकार नए खदान को मंजूरी देने जा रही है। सिंहदेव ने बताया कि DFO ने वन डायवर्सन के लिए दी गई सहमति में भी सीताबेंगरा तक की दूरी 11 किलोमीटर बताई है। खदान की सीमा के नजदीकी छोर के बजाय दूसरे नजदीकी छोर से यह दूरी नापी गई है। केते एक्सटेंशन कोल ब्लॉक की सीमा से रामगढ़ पहाड़ की दूरी 8.1 किलोमीटर, जोगीमाड़ा की दूरी 9.3 किलोमीटर है। सिंहदेव ने कहा कि यह कोल ब्लॉक सिर्फ एक उद्योगपति को फायदा पहुंचाने के लिए हड़बड़ी में खोला जा रहा है। यह कोयला खदान नहीं खुलेगा तो किसी को कोई भी नुकसान नहीं होगा। लेकिन खोला गया तो रामगढ़ पहाड़ का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। हम आने वाली पीढ़ी के लिए इस विरासत को खो देंगे। यहां पढ़ें पूरी खबर...
दुर्ग पुलिस ने बुधवार तड़के बड़े स्तर पर कार्रवाई की। ऑपरेशन विश्वास के तहत छावनी और दुर्ग अनुविभाग के संवेदनशील और संदिग्ध इलाकों में सुबह 4 बजे से 7 बजे तक सघन चेकिंग अभियान चलाया गया। कार्रवाई छावनी अनुविभाग के देवार मोहल्ला और मछली मार्केट, खुर्सीपार तथा दुर्ग अनुविभाग के सिकोला भाठा क्षेत्र में की गई। इन इलाकों को लंबे समय से अवैध मादक पदार्थों के विक्रय, हथियारबाजी और संदिग्ध गतिविधियों के लिए चिन्हित किया गया था। इसी के आधार पर पुलिस ने विशेष रणनीति बनाकर तड़के ही इलाकों की घेराबंदी की। पहले ये तस्वीरें देखिए... देवार मोहल्ला, मछली मार्केट और सिकोला भाठा में छापामार कार्रवाई सुबह की धुंध के बीच पुलिस की कई टीमें अलग-अलग हिस्सों में पहुंचीं और एक साथ करीब 300 मकानों में दबिश दी गई। अचानक हुई कार्रवाई से इन क्षेत्रों में हलचल मच गई। पुलिस दल घरों के भीतर मौजूद संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान की पुष्टि में जुटी रही। अभियान की कमान संबंधित अनुविभाग के नगर पुलिस अधीक्षकों के पास रही, वहीं राजपत्रित अधिकारियों की निगरानी में पुलिस की विशेष टीमों ने दबिश दी। संदिग्धों के फिंगरप्रिंट लिए, बनाया जा रहा डेटाबेस दबिश के दौरान पुलिस ने कई ऐसे व्यक्तियों को चिन्हित किया जिनकी गतिविधियां संदिग्ध लग रही थीं। इन सभी का मौके पर ही फिंगरप्रिंट लिया गया। पुलिस अब इन फिंगरप्रिंट्स का डेटाबेस तैयार कर रही है, जिससे भविष्य में अपराधों की जांच में मदद मिल सकेगी। फिलहाल जांच के आधार पर आगे की वैधानिक कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। नशा तस्करी और हथियारबाजी पर सख्ती एएसपी पद्मश्री तंवर ने कहा कि अभियान का मुख्य उद्देश्य जिले में शांति व्यवस्था बनाए रखना, नशा तस्करी पर नकेल कसना, और उन आरोपियों पर कार्रवाई करना था जो चाकू व अन्य हथियारों के दम पर क्षेत्र में आतंक फैलाते हैं। पुलिस का कहना है कि संदिग्ध व्यक्तियों और वाहनों की पहचान कर त्वरित कार्रवाई की जाएगी। अधिकारी ने बताया कि सुबह 4 बजे से 7 बजे तक चले इस अभियान ने कई महत्वपूर्ण इनपुट दिए हैं। अब आगे जांच में तकनीकी विश्लेषण और स्थानीय स्तर पर मिली सूचनाओं का मिलान किया जाएगा।
भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने पाकिस्तानी नागरिक को पकड़ा है। युवक रात के अंधेरे में तारबंदी क्रॉस कर भारतीय सीमा में करीब 200 मीटर तक घुस गया था। वह गायों के एक बाड़े में छुपकर बैठा था। BSF जवानों ने बुधवार सुबह युवक को दबोच लिया। बीएसएफ ने पूछताछ के बाद पाकिस्तानी नागरिक को सेड़वा थाना पुलिस को सौंप दिया। मामला बाड़मेर जिले में दीपला बीओपी ढाणी के पास का है। बाड़मेर एसपी नरेंद्र सिंह मीना ने बताया- बीएसएफ जवानों ने सेड़वा पुलिस थाना क्षेत्र में एक पाकिस्तानी नागरिक को पकड़ा। पूछताछ में पाक नागरिक ने अपना नाम हिंदाल (24) पुत्र बरसा निवासी नयातला तहसील छाछरो जिला मीठी (पाकिस्तान) बताया। युवक भारतीय सीमा में कुछ मीटर अंदर घुस आया था और जेठाराम व हरचंद राम निवासी जाटों का बैरा के गायों के बाड़े में बैठा था। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंचे बीएसएफ के जवानों ने उसे पकड़ा और पूछताछ की। फिलहाल उसके पास से किसी प्रकार की संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है। बीएसएफ ने उसे सेड़वा थाना पुलिस को सौंप दिया है। BSF द्वारा रिपोर्ट देने पर नियमानुसार विभिन्न एजेंसियों से JIC करवाकर कार्रवाई की जाएगी। पाकिस्तानी नागरिक ने कौनसे पिलर से भारतीय सीमा में प्रवेश किया था, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। उसके पदचिह्नों को खोजा जा रहा है, ताकि आगे से ऐसी घटनाओं पर लगाम लगाई जा सके। 45 दिन पहले आए थे पाकिस्तानी नागरिक और बेटाइससे पहले भी 8 अक्टूबर को भारत-पाकिस्तान बॉर्डर के जीरो पॉइंट पर सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने पाकिस्तानी नागरिक और उसके 7 साल के बेटे को पकड़ा था। दोनों पाकिस्तानी बॉर्डर से भारतीय सीमा में घुसने का प्रयास कर रहे थे। जवानों ने दोनों को भारतीय सीमा में बने गांव जानपालिया के पास जीरो पॉइंट पर पकड़ लिया था। दोनों से पूछताछ की गई। इसके बाद उन्हें पुलिस को सौंपा था। पूछताछ में सामने आया है कि पाकिस्तानी नागरिक के रिश्तेदार पहले से ही भारत में रह रहे थे। पाकिस्तान जासूसों से क्या डिमांड करता है?एक्सपर्ट के अनुसार युद्ध के समय हर छोटी से छोटी जानकारी दुश्मन देश के लिए महत्वपूर्ण होती है। जासूस सीमावर्ती क्षेत्रों में हर तरह की जानकारी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के एजेंटों को शेयर करते हैं। सरहदी इलाकों से जासूस के पकड़े जाने की ये खबरें भी पढ़ें.. जैसलमेर में बॉर्डर से पकड़ा गया पाकिस्तानी जासूस:ISI को भेज रहा था सेना से जुड़ी सूचनाएं; ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भी दी थी जानकारियां राजस्थान की सीआईडी इंटेलिजेंस ने जैसलमेर में बॉर्डर से पाकिस्तानी जासूस हनीफ खान को गिरफ्तार किया है। हनीफ खान पैसों के लालच में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को भारतीय सेना से जुड़ी गोपनीय सूचनाएं भेज रहा था। (पढ़ें पूरी खबर) बॉर्डर पार करने 2000 KM दूर जैसलमेर पहुंचा युवक:बोला- सऊदी अरब जाना चाहता था, वीजा नहीं मिलने पर ये प्लान बनाया जैसलमेर में बॉर्डर के पास पकड़े गए पश्चिम बंगाल के युवक लालचंद ने चौकाने वाले खुलासे किए हैं। 10 दिन में 2000 किमी सफर कर जैसलमेर पहुंचा। लालचंद अरब देशों में जाना चाहता था। उसे वीजा नहीं मिला तो उसने जैसलमेर के रास्ते पाकिस्तान और वहां से अरब देशों में जाने का रास्ता चुना। (पढ़ें पूरी खबर)
एसआईआर (SIR) सर्वे को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक बार फिर निशाना साधा है। भूपेश बघेल ने कहा कि अब तक हम सुनते आए हैं कि सांप के काटने से मौत होती है, लेकिन अब केंचुआ के काटने से भी मौत हो रही है। दैनिक भास्कर से बातचीत में भूपेश बघेल ने कहा कि बीएलओ बहुत मुश्किल से फॉर्म इकठ्ठा कर पा रहे हैं। उनके खिलाफ शिकायतें भी आ रही हैं। बीजेपी के गुंडे धमका रहे हैं और सर्वर भी ठीक से काम नहीं कर रहा है। एक घंटे में केवल 2-3 फॉर्म ही अपलोड हो पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक महीने की समय-सीमा और ‘केंचुआ’ यानी केंद्रीय चुनाव आयोग की वजह से बीएलओ की मौत हो रही है। पहले सांप-बिच्छू के काटने से मौत होती थी, अब केंचुआ के डसने से दर्जनों बीएलओ की मौत हो रही है। SIR के नाम पर नाम काटने की है तैयारी भूपेश बघेल ने आरोप लगाया कि SIR के नाम पर बड़े पैमाने पर नाम काटने की तैयारी है। कहा जा रहा है कि इससे अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों को बाहर किया जाएगा, लेकिन सरकार अब तक यह नहीं बता पाई कि कितने बांग्लादेशी हैं। बघेल ने इसे एक राजनीतिक खेल करार दिया। रायपुर में भी सर्वे के दौरान सामने आया था विवाद कुछ दिनों पहले एसआईआर प्रक्रिया के दौरान पुरानी बस्ती के महंत लक्ष्मी नारायण दास वार्ड (क्रमांक 42) का विवाद सामने आया था। सर्वे के दौरान एक महिला बीएलओ भावुक होकर रो पड़ी थी और उन्होंने भाजपा पार्षद पर धमकी देने का आरोप लगाया था। इस घटना के बाद कांग्रेस ने पार्षद पर एफआईआर की मांग की, जबकि भाजपा ने महिला बीएलओ के खिलाफ निर्वाचन आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी। बढ़ाई जाए एसआईआर सर्वे की समय-सीमा-कांग्रेस कांग्रेस ने SIR की समय सीमा तीन महीने बढ़ाने की मांग की है। पार्टी का कहना है कि इस समय राज्य में धान खरीदी का सीजन पूरे चरम पर है और किसान बेहद व्यस्त हैं। ऐसे में ग्रामीण और आदिवासी इलाकों में लोग SIR प्रक्रिया में पूरी तरह हिस्सा नहीं ले पा रहे हैं। कांग्रेस ने यह भी कहा कि BLO द्वारा घर-घर जाकर सत्यापन किया जाना चाहिए और मतदाता से लिखित पुष्टि ली जानी चाहिए। फोटो और फोटोकॉपी जैसी सुविधाएं दूरस्थ इलाकों में उपलब्ध नहीं होती, इसलिए उनकी जिम्मेदारी चुनाव आयोग को लेनी चाहिए।
इटारसी रेलवे स्टेशन से गायब हुए एक शख्स को पिछले 24 घंटे से उसके परिजन ढूंढ़ रहे थे। उन्होंने सोशल मीडिया पर फोटो वायरल किया तो मुंबई से एक रेल यात्री का फोन आया और उसने बताया कि इस व्यक्ति की तबीयत बिगड़ गई थी, जिसे खंडवा स्टेशन पर उतारकर अस्पताल भेजा गया था। परिजन इटारसी से सीधे खंडवा जिला अस्पताल पहुंचे, तब तक शख्स की मौत हो चुकी थी। टीटी द्वारा ट्रेन से उतारने की बात सामने आईदरअसल, छनेरा-हरसूद का रहने वाले रामकृष्ण का लंबे समय से भोपाल में इलाज चल रहा था। दोनों किड़निया खराब होने के चलते वहां डायलिसिस हो रही थी। डिस्चार्ज होने के बाद वह मंगलवार को ट्रेन में सवार होकर घर लौट रहा था। साथ में पत्नी और बेटा भी था। तीनों के पास जनरल टिकट था लेकिन जनरल कोच में भीड़ को देखते हुए परिवार ने रामकृष्ण को एसी कोच के दरवाजे के पास नीचे बैठा दिया था। रामकृष्ण की पत्नी और बेटा जनरल कोच में सवार हो गए। तभी इटारसी जंक्शन पर ट्रेन रुकी, यहां टीसी ने रामकृष्ण को जनरल टिकट पर एसी कोच के गेट पर बैठा देखा तो उसका सामान प्लेटफार्म पर फेंक दिया। फिर रामकृष्ण को धक्का देकर नीचे उतार दिया। पीछे की बोगी में बैठी पत्नी की नजर पड़ी तो वह बाहर आई और बिखरे हुए कपड़े बटोरने लग गई। तभी ट्रेन चलने लगी तो वह वापस जनरल कोच में जाकर बैठ गई। उसने सोचा कि रामकृष्ण भी बोगी में बैठ गए होंगे लेकिन खिरकिया स्टेशन पर उतरने के बाद पता चला कि वो ट्रेन में नहीं है। हालत गंभीर थी, खोजबीन में पुलिस भी जुट गईखिरकिया स्टेशन पर रामकृष्ण के ना मिलने पर पत्नी और बेटा दोनों वापस इटारसी पहुंचे। वहां तलाश की, फिर जीआरपी थाने में शिकायत की। पुलिस ने फोटो वायरल किए, सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इसी दौरान मुंबई से एक शख्स को फोन आया। उसने जानकारी दी कि रामकृष्ण को गंभीर हालत में खंडवा स्टेशन पर उतारा गया था। वहां से अस्पताल भेजा गया। परिजन खंडवा अस्पताल आए तो रामकृष्ण को मृत पाया। जांच के बाद टीसी के खिलाफ कार्रवाई होगीइधर, भोपाल रेल मंडल के पीआरओ नवल अग्रवाल ने कहा कि रेलवे स्टाफ नियमों के अनुसार ड्यूटी करता है। मानवीय आधार पर फैसला लेना उसके विवेक पर निर्भर करता है। उस समय की स्थिति जांच का विषय है। जांच के बाद ही संबंधित टीसी पर कार्रवाई होगी।
औद्योगिक नगर पीथमपुर के सेक्टर एक थाना क्षेत्र में आज नगर पुलिस अधीक्षक (CSP) रवि सोनैर के नेतृत्व में पैदल मार्च निकाला गया। यह मार्च घनी रहवासी बस्तियों से होकर गुजरा। CSP रवि सोनैर ने बताया कि यह पैदल मार्च सेक्टर एक थाना क्षेत्र के छत्रछाया कॉलोनी, जय नगर और तीन बत्ती चौराहे से होता हुआ निकला। इस दौरान उनके साथ सेक्टर एक थाना प्रभारी ओम प्रकाश अहीर और पुलिस बल भी मौजूद था। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह मार्च पुलिस की नियमित प्रक्रियाओं का हिस्सा है। इसका उद्देश्य क्षेत्र में पुलिस की उपस्थिति दर्ज कराना, अपराधों पर नियंत्रण स्थापित करना और आम जनता के बीच सुरक्षा की भावना को मजबूत करना है। इस प्रकार के पैदल मार्च पूरे पीथमपुर अनुभाग में विभिन्न समय पर आयोजित किए जाते हैं। इन मार्चों में संबंधित थाना प्रभारी सहित पूरा पुलिस बल शामिल होता है।
कसरावद विधायक और कांग्रेस सरकार के पूर्व मंत्री सचिन यादव ने मध्य प्रदेश के विधानसभा सत्र को छोटा करने पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कसरावद में कहा कि विधानसभा सत्र को छोटा करना सरकार की सोची-समझी रणनीति है, ताकि जनता के ज्वलंत मुद्दों पर खुली बहस से बचा जा सके। दिसंबर के सत्र को केवल चार बैठकों का रखा गया है। यादव के अनुसार, सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने और जवाबदेही से बचने की कोशिश कर रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि यह छोटा सत्र स्वीकार्य नहीं होगा और सरकार को हर हाल में जवाब देना ही पड़ेगा। सत्र के दिन कम करना लोकतांत्रिक व्यवस्था को कमजोर करने जैसाविधायक यादव ने कांग्रेस सरकार के कार्यकाल का हवाला देते हुए कहा कि तब विधानसभा सत्र महीनों तक चलते थे, जहां जनता से जुड़े हर मुद्दे पर खुली और गहन चर्चा होती थी। उन्होंने मौजूदा सत्र की अवधि में लगातार कमी को लोकतांत्रिक व्यवस्था को कमजोर करने का संकेत बताया। जनता के मुद्दों पर बहस से बचने के की रणनीति उन्होंने विभिन्न समस्याओं का जिक्र करते हुए कहा कि आज किसानों की परेशानियां चरम पर हैं। किसानों को यूरिया के लिए कतारों में खड़ा होना पड़ रहा है, सोयाबीन और मक्का की एमएसपी पर खरीदी नहीं हो रही है, तथा धान और कपास के उचित दाम नहीं मिल रहे हैं। इसके साथ ही, कानून-व्यवस्था लगातार बिगड़ रही है और स्वास्थ्य सेवाएं 'वेंटिलेटर' पर हैं। इन मुद्दों पर विधानसभा में चर्चा से बचना लोकतंत्र का अपमान और जनता के साथ अन्याय है। यादव ने आरोप लगाया कि सरकार अपनी विफलताओं को छिपाना चाहती है। उन्होंने कहा कि वे जनता के सवालों से सरकार को भागने नहीं देंगे और किसान, नौजवान, महिला तथा व्यापारी सहित हर वर्ग की आवाज विधानसभा में गूंजेगी।
नीमच में पत्रकार से मारपीट, धमकी और दो लाख रुपए की रंगदारी मांगने के मामले में केंट पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। एसपी अंकित जायसवाल के निर्देश पर की गई इस कार्रवाई के बाद दोनों आरोपियों को बुधवार देर शाम कोर्ट में पेश किया गया। ऑफिस में घुसकर मांगी रंगदारी, न देने पर मारपीट फरियादी महेश जैन ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि वे ग्वालटोली स्थित अपने कार्यालय में काम कर रहे थे। तभी दो महिलाएं और एक पुरुष वहां पहुंचे। उनमें से एक महिला, पुष्पांजलि, ने आरोप लगाया कि उसने उसका और विष्णु नामक व्यक्ति का वीडियो वायरल किया है। इसी बात को लेकर आरोपियों ने दो लाख रुपए की मांग की और रकम न देने पर जान से मारने व झूठे प्रकरण में फंसाने की धमकी दी। जब महेश ने पैसे देने से इनकार किया तो तीनों ने मिलकर उनके साथ मारपीट की, जिससे उन्हें चोट आई। पास की दुकानों के लोगों ने बीच-बचाव कर उन्हें बचाया। दो आरोपी गिरफ्तार रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने अपराध क्रमांक 555/2025 के तहत विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया। पुलिस ने मुख्य आरोपी विष्णु पिता बंशीलाल मीणा (42) और पुष्पा पिता ओमप्रकाश चौरसिया (29) को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में दोनों ने अपना जुर्म स्वीकार किया। पुलिस के अनुसार, दोनों आरोपियों पर पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। मुख्य आरोपी विष्णु पर बघाना और नीमच केंट थानों में कई गंभीर धाराओं में प्रकरण दर्ज हैं। आरोपी पुष्पा चौरसिया पर भी बघाना, जीआरपी नीमच और नीमच केंट में पांच से अधिक प्रकरण दर्ज हैं। पत्रकार संघ ने दिया ज्ञापन मामला सामने आने के बाद जिले के पत्रकारों में रोष व्याप्त है। कैंट पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी विष्णु मीणा और महिला आरोपी पुष्पा चौरसिया को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। घटना के विरोध में बुधवार शाम जिले के वरिष्ठ पत्रकारों ने एसपी को ज्ञापन देकर इसे मीडिया की स्वतंत्रता पर हमला बताया और आरोपी गिरोह पर कठोर कार्रवाई की मांग की
बालाघाट जिले में बुधवार को एक दुखद घटना सामने आई, जहां शासकीय उच्चतर माध्यमिक स्कूल लामता के कक्षा 10वीं के छात्र इंद्रजीत मेरावी का सिर कटा शव रेलवे ट्रैक पर मिला। आशंका है कि छात्र रीवा-पुणे एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आ गया, जिससे उसकी मौत हो गई। लामता पुलिस ने शव को बरामद कर जांच शुरू कर दी है। यह घटना बालाघाट-लामता ट्रैक पर हुई, जहां छात्र का सिर धड़ से अलग होकर पटरी के पास पड़ा था। शव मिलने के बाद पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और पंचनामा की कार्रवाई पूरी की। इसके बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया। पूर्व जनसंपर्क अधिकारी का बेटा था मृतक मृतक छात्र इंद्रजीत मेरावी लामता निवासी कमलकिशोर मेरावी का बेटा था, जो जिले के पूर्व जनसंपर्क अधिकारी रह चुके हैं। इस घटना की सूचना रेलवे विभाग ने लिखित रूप में पुलिस को दी थी। छात्र स्कूल में दो पीरियड अटेंडेंट किए थे स्कूल प्रबंधन के अनुसार, इंद्रजीत बुधवार को प्रतिदिन की तरह स्कूल आया था। वह दो पीरियड तक कक्षा में मौजूद था, जिसके बाद वह स्कूल से गायब हो गया। उसका शव स्कूल से लगभग 3 किलोमीटर दूर रेलवे ट्रैक पर पाया गया। रेलवे कर्मचारी आत्माराम भलावी ने बताया कि रीवा-पुणे एक्सप्रेस के ड्राइवर ने इस घटना की सूचना नैनपुर रेलवे स्टेशन को दी थी। वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में, वे घटनास्थल पर पहुंचे और शव देखकर पुलिस तथा परिजनों को सूचित किया। पुलिस के सहायक उपनिरीक्षक इगल मरकाम ने बताया कि रेलवे कर्मचारियों के लिखित आवेदन पर पुलिस बल के साथ वे घटनास्थल पर पहुंचे। वहां काफी संख्या में भीड़ और परिजन मौजूद थे। परिजनों ने छात्र की मौत पर किसी प्रकार का संदेह व्यक्त नहीं किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
शिवपुरी जिले के इंदार थाना क्षेत्र में बुधवार शाम एक सड़क हादसे में मामा-भांजे की मौत हो गई। दोनों बदरवास से अपने गांव लौट रहे थे, तभी अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। ग्राम डगौरा और ऐचवारा के बीच सड़क किनारे दो युवक गंभीर हालत में मिले। राहगीरों की सूचना पर डायल 112 की टीम उन्हें बदरवास अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद दोनों को मृत घोषित कर दिया। बाइक को अज्ञात वाहन ने टक्कर मारीमृतकों की पहचान ग्राम रिजौदा निवासी बहादुर (40) पुत्र रामरतन केवट और उसके भांजे किशोरी (25) पुत्र माखन केवट, निवासी ग्राम डोडयाई, के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, बहादुर और किशोरी केवट बुधवार दोपहर किसी काम से बदरवास आए थे। वे बाइक से अपने गांव की ओर लौट रहे थे, तभी रास्ते में किसी अज्ञात वाहन ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर मारने के बाद चालक मौके से फरार हो गया। अज्ञात के खिलाफ मामला दर्जसूचना मिलने पर पुलिस ने परिजनों को हादसे की जानकारी दी। देर शाम बदरवास पीएम हाउस पर परिजनों ने शवों की पहचान की। इंदौर पुलिस ने अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
छत्तीसगढ़ शराब घोटाला केस में EOW ने बुधवार को रायपुर की स्पेशल कोर्ट में करीब 7 हजार पेज की 7वीं चार्जशीट पेश की। चार्जशीट में पूर्व एक्साइज कमिश्नर निरंजन दास समेत 6 आरोपियों के नाम हैं। सभी आरोपी रायपुर सेंट्रल जेल में बंद हैं। EOW के मुताबिक, अब तक इस मामले में कुल 50 लोगों के खिलाफ चालान पेश किया जा चुका है। जांच में पता चला कि निरंजन दास ने 16 करोड़ कमाए। भ्रष्टाचार के कारण सरकार को 530 करोड़ का नुकसान हुआ। नितेश पुरोहित और उसका बेटा यश पुरोहित अपने होटल में सिंडिकेट का पैसा जुटाते थे। जांच से पता चला कि निरंजन दास ने तीन साल के कार्यकाल के दौरान एक्साइज पॉलिसी में कई बदलाव किए। टेंडर में हेरफेर किया और सिस्टम में हेरफेर किया, जिससे शराब घोटाला सिंडिकेट को फायदा हुआ। सिंडिकेट को अनिल टुटेजा और अनवर ढेबर का संरक्षण प्राप्त था। पूर्व आबकारी आयुक्त को हर महीने मिलते थे 50 लाख रुपए EOW की चार्जशीट के मुताबिक निरंजन दास को एक्साइज पॉलिसी में बदलाव करने के लिए हर महीने 50 लाख रुपए मिलते थे। इस तरह से निरंजन ने करीब 16 करोड़ रुपए की अवैध कमाई की। इस रकम से निरंजन दास ने अपने परिजनों के लिए संपत्ति खरीदी, जिसकी जांच जारी है। चार्जशीट के मुताबिक शराब कंपनियों से जबरन कमीशन लेने के लिए गलत FL-10A लाइसेंस प्रणाली बनाई गई। इसके तहत ओम साई बेवरेजेस कंपनी के संचालक अतुल सिंह और मुकेश मनचंदा पर भी आरोप साबित हुए हैं। अतुल सिंह और मुकेश मनचंदा कंपनियों और सिंडिकेट के बीच बिचौलिये के रूप में काम करते थे। गलत लाइसेंस नीति (FL-10A) के कारण सरकार को लगभग 530 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। इसमें से 114 करोड़ रुपए का फायदा इनकी कंपनी को मिला। नितेश और यश घोटाले के पैसे होटल में छिपाते थे EOW की चार्जशीट के मुताबिक नितेश पुरोहित और उनके बेटे यश पुरोहित घोटाले की बड़ी रकम अपने होटल में इकट्ठा करते थे। उसे छुपाने के साथ आगे भेजने का काम करते थे। शुरुआती जांच में पता चला है कि उनके माध्यम से 1000 करोड़ रुपए से ज्यादा की अवैध रकम का लेन-देन हुआ। अनवर ढेबर के करीबी दीपेन चावड़ा पर भी कई आरोप हैं। उसने सिंडिकेट के लिए बड़ी रकम संभाली। उसे हाई-प्रोफाइल लोगों तक पहुंचाया। हवाला लेन-देन में भी शामिल था। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की 2020 की रेड के बाद 1,000 करोड़ से ज्यादा कैश और सोना जमा किया। उसे अलग-अलग जगहों पर छिपाया। अब जानिए क्या है छत्तीसगढ़ का शराब घोटाला छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में ED जांच कर रही है। ED ने ACB में FIR दर्ज कराई है। दर्ज FIR में 2 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के घोटाले की बात कही गई है। ED ने अपनी जांच में पाया कि तत्कालीन भूपेश सरकार के कार्यकाल में IAS अफसर अनिल टुटेजा, आबकारी विभाग के एमडी AP त्रिपाठी और कारोबारी अनवर ढेबर के सिंडिकेट के जरिए घोटाले को अंजाम दिया गया था। A, B और C कैटेगरी में बांटकर किया गया घोटाला A: डिस्टलरी संचालकों से कमीशन 2019 में डिस्टलरी संचालकों से प्रति पेटी 75 रुपए और बाद के सालों में 100 रुपए कमीशन लिया जाता था। कमीशन को देने में डिस्टलरी संचालकों को नुकसान ना हो, इसलिए नए टेंडर में शराब की कीमतों को बढ़ाया गया। साथ ही फर्म में सामान खरीदी करने के लिए ओवर बिलिंग करने की राहत दी गई। B: नकली होलोग्राम वाली शराब को सरकारी दुकानों से बिकवाना डिस्टलरी मालिक से ज्यादा शराब बनवाई। नकली होलोग्राम लगाकर सरकारी दुकानों से बिक्री करवाई गई। नकली होलोग्राम मिलने में आसानी हो, इसलिए एपी त्रिपाठी के माध्यम से होलोग्राम सप्लायर विधु गुप्ता को तैयार किया गया। होलोग्राम के साथ ही शराब की खाली बोतल की जरूरत थी। खाली बोतल डिस्टलरी पहुंचाने की जिम्मेदारी अरविंद सिंह और उसके भतीजे अमित सिंह को दी गई। खाली बोतल पहुंचाने के अलावा अरविंद सिंह और अमित सिंह को नकली होलोग्राम वाली शराब के परिवहन की जिम्मेदारी भी मिली। सिंडिकेट में दुकान में काम करने वाले और आबकारी अधिकारियों को शामिल करने की जिम्मेदारी एपी त्रिपाठी को सिंडिकेट के कोर ग्रुप के सदस्यों ने दी। शराब बेचने के लिए प्रदेश के 15 जिले शॉर्ट लिस्टेड किए गए शराब बेचने के लिए प्रदेश के 15 जिलों को चुना गया। शराब खपाने का रिकॉर्ड सरकारी कागजों में ना चढ़ाने की नसीहत दुकान संचालकों को दी गई। डुप्लीकेट होलोग्राम वाली शराब बिना शुल्क अदा किए दुकानों तक पहुंचाई गई। इसकी एमआरपी सिंडिकेट के सदस्यों ने शुरुआत में प्रति पेटी 2880 रुपए रखी थी। इनकी खपत शुरू हुई, तो सिंडिकेट के सदस्यों ने इसकी कीमत 3840 रुपए कर दी। डिस्टलरी मालिकों को शराब सप्लाई करने पर शुरुआत में प्रति पेटी 560 रुपए दिया जाता था, जो बाद में 600 रुपए कर दिया गया था। ACB को जांच के दौरान साक्ष्य मिला है कि सिंडिकेट के सदस्यों ने दुकान कर्मचारियों और आबकारी अधिकारियों की मिलीभगत से 40 लाख पेटी से अधिकारी शराब बेची है। C: डिस्टलरीज की सप्लाई एरिया को कम/ज्यादा कर अवैध धन उगाही करना देशी शराब को CSMCL के दुकानों से बिक्री करने के लिए डिस्टलरीज के सप्लाई एरिया को सिंडिकेट ने 8 जोन में विभाजित किया। इन 8 जोन में हर डिस्टलरी का जोन निर्धारित होता था। 2019 में सिंडिकेट की ओर से टेंडर में नई सप्लाई जोन का निर्धारण प्रतिवर्ष कमीशन के आधार पर किया जाने लगा। एपी त्रिपाठी ने सिंडिकेट को शराब बिक्री का जोन अनुसार विश्लेषण मुहैया कराया था, ताकि क्षेत्र को कम-ज्यादा करके पैसा वसूल किया जा सके। इस प्रक्रिया को करके सिंडिकेट डिस्टलरी से कमीशन लेने लगा। EOW के अधिकारियों को जांच के दौरान साक्ष्य मिले हैं कि तीन वित्तीय वर्ष में देशी शराब की सप्लाई के लिए डिस्टलरीज ने 52 करोड़ रुपए पार्ट C के तौर पर सिंडिकेट को दिया है। ........................................... इससे जुड़ी ये खबर भी पढ़ें शराब घोटाला...सुप्रीम कोर्ट से ED को फटकार:कोर्ट ने पूछा-लखमा के खिलाफ कौन-सी जांच है, जो पूरी नहीं हो रही, इनवेस्टिगेशन अफसर एफिडेविट में बताए छत्तीसगढ़ शराब घोटाला केस में सुप्रीम कोर्ट ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) को कड़ी फटकार लगाई है। सुप्रीम कोर्ट ने ED से पूछा कि ऐसी कौन-सी जांच बची है, जो अभी तक पूरी नहीं हो पाई है। इस जांच को पूरा करने के लिए कितने समय की जरूरत है। पढ़ें पूरी खबर...
सरकार और संगठन में समन्वय बढ़ाने के मकसद से उदयपुर संभाग के बीजेपी के पदाधिकारियों की आज शाम महत्वपूर्ण बैठक हुई। जयपुर में करीब 4 घंटे तक चली बैठक में सीएम भजनलाल शर्मा ने लगातार एक-एक पदाधिकारी की बात सुनी और उनसे फीडबैक लिया। वहीं राजस्थान में पहली बार किसी सीएम द्वारा इस तरह से सभी कार्यकर्ताओं से वन टू वन फीडबैक लेने की पहल पर सराहना हुई। सीएम ने एसआईआर पर आ रही दिक्कतों में बीएलओ का साथ देकर सभी के नाम जुड़वाने के निर्देश दिए। राज्य सरकार के 2 साल पूरे होने पर योजनाओं के प्रचार पर फोकस करने को कहा। बैठक में उदयपुर नगर निगम से जुडे़ एक अधिकारी और एमबी हॉस्पिटल से जुडे़ बडे़ डॉक्टर की शिकायत भी हुई। पहले देखिए बैठक से जुड़े 5 फोटोज बैठक में उदयपुर के दोनों जिलाध्यक्षों के नेतृत्व में करीब 125 से पदाधिकारी शामिल हुए। इसमें मंडल अध्यक्ष समेत पार्टी के महामंत्री समेत जिले की लगभग पूरी टीम मौजूद थी। बैठक में सीएम शर्मा के अलावा बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़, डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी, अरूण चतुर्वेदी, घनश्याम तिवाड़ी भी शामिल हुए। एमबी हॉस्पिटल में अलग से कैंसर यूनिट की मांग सीएमआर में आयोजित इस बैठक में जब सीएम शर्मा ने बजट को लेकर उदयपुर शहर के पदाधिकारियों से पूछा तो उन्होंने एमबी हॉस्पिटल में अलग से कैंसर यूनिट शुरू करने की मांग की। पदाधिकारियों ने कहा कि एमबी हॉस्प्टिल संभाग का सबसे बड़ा हॉस्पिटल है, लेकिन कैंसर के पेशेंट बढ़ने बावजूद यहां अब तक कैंसर यूनिट बन पाई है। इससे लोगों को कभी अहमदाबाद या जयपुर का रूख करना पड़ता है। इस दौरान राजस्थान के आयुष्मान कार्ड को गुजरात में नहीं मानने की बात भी सामने आई। साथ ही अतिवष्टि के दौरान सरकार द्वारा घोषित मुआवजे को समय से दिलवाने की मांग हुई। इसके साथ शहर में टूटी रोड को समय से ठीक करवाने और यूडीए के पेराफेरी क्षेत्र में लंबित विकास कार्यों को पूरा करवाने की बात कही। इस पर सीएम ने संबंधित विभाग को निर्देश देने की बात कही। इसके साथ ही जनप्रतिनिधियों की मॉनिटरिंग पर जानकारी ली। अटल जन्म जयंती पर कार्यक्रम आयोजन के निर्देश शहर जिलाध्यक्ष गजपाल सिंह राठौड़ ने बताया कि सीएम शर्मा ने रन फॉर यूनिटी, विकसित भारत के सम्मेलन के कार्यक्रम को विस्तार से बात की। सरकार और संगठन के बीच तालमेल रखने के साथ योजनाओं पर उदयपुर की स्थिति पर फीडबैक लिया। सरकार के 2 साल पूरे होने पर 10 दिसंबर से 25 दिसंबर तक अटल जन्म जयंती पर कार्यक्रम आयोजन के निर्देश दिए। 84 पदाधिकारी भी बैठक में शामिल हुए बैठक में बीजेपी के उदयपुर शहर जिलाध्यक्ष गजपाल सिंह राठौड़, जिला प्रभारी बंशीलाल खटीक, आपदा राहत विभाग के प्रदेश संयोजक डॉ जिनेन्द्र शास्त्री, महामंत्री देवीलाल सालवी, पारस सिंघवी, पंकज बोराणा समेत कुल 12 मंडल अध्यक्ष मौजूद रहे। वही देहात जिलाध्यक्ष पुष्कर तेली समेत जिले के 84 पदाधिकारी भी बैठक में शामिल हुए। जयपुर में बुधवार को उदयपुर संभाग के सभी 7 जिलों के कार्यकर्ताओं को बुलाया गया था। इसमें उदयपुर, सलूंबर, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, बांसवाड़ा और प्रतापगढ़ के पदाधिकारी शामिल हुए थे। बैठक में प्रतापगढ़ जिले के कार्यकर्ताओं ने कहा कि जिले में बाप विधायक धर्मांतरण पर जोर दे रहे हैं और क्षेत्र के बड़े पुलिस अधिकारी भी उनका साथ दे रहे हैं, जबकि पार्टी पदाधिकारियों की धरियावद में अधिकारी कम सुनते है। पदाधिकारियों ने धर्म परिवर्तन से गंभीर मामलों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की।
संविधान दिवस पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के महासचिव सचिन पायलट धमतरी पहुंचे। इस दौरान उन्होंने भाजपा से पूछा कि उसने पिछले 11 सालों में कितने घुसपैठियों को देश से बाहर भेजा है, इसकी सूची जारी करे। सचिन पायलट ने भाजपा पर घुसपैठियों के नाम पर लोगों को भयभीत करने का आरोप लगाया। उन्होंने भाजपा को चुनौती देते हुए कहा कि केंद्र में उनकी सरकार को 11 साल हो गए हैं, वे बताएं कि उन्होंने कितने बांग्लादेशियों को भारत से बाहर भेजा है। उन्होंने मतदाता सूची के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण (SIR) मुद्दे पर भी बात की। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा लोगों को भ्रमित कर रही है और बेवजह मतदाताओं के नाम सूची से काटे जा रहे हैं। SIR प्रक्रिया हमेशा लोकतंत्र में शुद्धिकरण और नए मतदाता जोड़ने की प्रक्रिया रही है। लेकिन, अब यह आशंका का विषय बन गई है। यह प्रक्रिया बहुत जल्दबाजी में कराई जा रही है, यहां तक कि उन जगहों पर भी जहां चुनाव में अभी तीन साल बाकी हैं। इस प्रक्रिया को जटिल बनाकर कुछ हासिल करना चाहते हैं, लेकिन कांग्रेस पार्टी के सभी सदस्यों को इस पर डटे रहना होगा। मीडिया से चर्चा करते हुए कही ये बातें मीडिया से चर्चा करते हुए सचिन पायलट ने कहा कि संविधान दिवस के दिन सभी को यह संकल्प लेना चाहिए कि बाबा साहब अंबेडकर ने जो संविधान बनाया है, उसमें सभी को अधिकार दिए गए हैं। दबाव की राजनीति, टकराव की राजनीति और नफरत के लिए उसमें कोई जगह नहीं है। दुर्भाग्य से देश में ऐसा माहौल बनाया जा रहा है, जहां द्वेष, टकराव और दुश्मनी की भावना बढ़ रही है तथा एजेंसियों का दुरुपयोग कर विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है, जो संविधान के बिल्कुल विपरीत है।
हिसार-बांद्रा एक्सप्रेस ट्रेन के कोच में एक महिला यात्री अपना मोबाइल भूल गई। टीटीई भैराराम चौधरी ने ईमानदारी दिखाते हुए उन्हें सुरक्षित लौटा दिया। घटना ट्रेन नंबर 22916 के कोच ए-1 की सीट संख्या 35 पर घटी, जहां से महिला यात्री अपना मोबाइल भूल गई थीं। दरअसल, ज्योत्सना खत्री हिसार-बांद्रा एक्सप्रेस के कोच ए-1 में सीट नंबर 35 पर यात्रा कर रही थीं। जोधपुर पहुंचने पर वे अपना मोबाइल फोन सीट पर ही छोड़कर उतर गईं। इस दौरान ट्रेन में ड्यूटी पर तैनात टीटीई भैराराम चौधरी को कोच की नियमित जांच के दौरान यह मोबाइल मिला। सत्यापन के बाद लौटाया फोन टीटीई चौधरी ने मोबाइल मिलने के बाद रेलवे स्टेशन पर अधिकारियों को सूचना दी। इसी दौरान अपना मोबाइल ढूंढते हुए महिला यात्री ने भी स्टेशन पर रेल अधिकारियों से संपर्क किया। टीटीई चौधरी ने सत्यापन किया और जोधपुर स्टेशन पर ज्योत्सना खत्री को उनका मोबाइल सुरक्षित लौटा दिया। महिला यात्री ने टीटीई की ईमानदारी की सराहना करते हुए रेलवे प्रशासन और भैराराम चौधरी दोनों का आभार जताया।
एमडी ड्रग्स केस में फरार नौशाद गिरफ्तार:देहात पुलिस को बड़ी कामयाबी, पूरी सप्लाई चेन की पड़ताल शुरू
छिंदवाड़ा शहर में एमडी ड्रग्स की सप्लाई से जुड़े बड़े मामले में देहात थाना पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने लंबे समय से फरार चल रहे मुख्य आरोपी नौशाद को सिंगोड़ी बस स्टैंड से गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले छिंदवाड़ा पुलिस ने नागपुर के दो युवकों को एमडी ड्रग्स के साथ पकड़ा था, जिनसे पूछताछ में नौशाद का नाम सामने आया था। हाल ही में नागपुर के दो युवकों को 13.62 ग्राम एमडी ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया गया था। शुरुआती पूछताछ में आरोपियों ने बताया था कि यह ड्रग्स नौशाद के कहने पर ही छिंदवाड़ा लाया जाता था। तभी से पुलिस उसकी तलाश में थी। सिंगोड़ी बस स्टैंड से गिरफ्तारी बुधवार सुबह देहात थाना पुलिस को सूचना मिली कि नौशाद सिंगोड़ी बस स्टैंड पर मौजूद है। टीम ने तुरंत घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया। गिरफ्तारी के बाद पुलिस उससे लगातार पूछताछ कर रही है। जांच में यह भी सामने आया है कि नौशाद कुछ साल पहले नागपुर के युवकों की संगत में आया, जहां पहली बार उसे एमडी का नशा कराया गया। इसके बाद वह खुद भी इस ड्रग्स का आदी हो गया और सप्लाई चेन से जुड़ गया। पुलिस के मुताबिक नौशाद द्वारा आदिल और अतीक को करीब 3 हजार रुपए ऑनलाइन भेजकर नागपुर से एमडी मंगवाई जाती थी। सप्लाई नेटवर्क की जांच तेजदेहात थाना पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि नौशाद शहर में किन-किन लोगों को ड्रग्स सप्लाई करता था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के श्री गुरु तेगबहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस के समागम में श्री आनंदपुर साहिब न पहुंचने पर राजनीतिक घमासान शुरू हो गया है। आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने बयान जारी कर कहा कि प्रधानमंत्री पंजाब और सिखों से नफरत करते हैं, इसलिए प्रधानमंत्री श्री आनंदपुर साहिब नहीं आए। अमन अरोड़ा के इस बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिख गुरुओं और परंपरा को मानते हैं। इसके लिए उन्हें किसी से प्रमाणपत्र लेने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने गुरुओं की परंपरा को पूरी दुनिया में पहुंचा दिया। श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर खुलवाया। उन्होंने कहा कि AAP ने श्री आनंदपुर साहिब में विधानसभा सत्र बुलाने का ड्रामा किया और जनता के करोड़ों रुपए बर्बाद कर दिए। इससे उन्होंने दिल्ली के ठेकेदारों की जेब भर दी। उन्होंने कहा कि, पब्लिक सरकार से पैसों का हिसाब किताब न मांग ले इससे ध्यान भटकाने के लिए वो इस मुद्दे पर राजनीति करने पर उतर गए हैं। दिल्ली के लाल किले पर पहली बार प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम करवाया जाखड़ ने कहा कि गुरु तेग बहादुर जी की 400वीं जयंती हो या 350वें शहादत वर्ष का आयोजन, प्रधानमंत्री मोदी ने विश्वभर में गुरु साहिबान की शिक्षाओं और शहादत का संदेश पहुंचाया।उन्होंने कहा कि लाल किले पर ‘हिंद दी चादर’ को जिस सम्मान से नमन किया गया, वह इतिहास में पहली बार हुआ। इसे राजनीतिक चश्मे से देखना गलत है। मुख्यमंत्रियों- मंत्रियों के नहीं पहुंचने को नफरत बताना गलत : जाखड़ अमन अरोड़ा द्वारा मुख्यमंत्रियों और केंद्रीय मंत्रियों के न आने पर उठाए सवालों पर जाखड़ ने कहा कि इसे नफरत या विरोध का रंग देना ठीक नहीं। उन्होंने कहा कि अगर आयोजन श्रद्धा के साथ होता, राजनीति से ऊपर उठकर किया जाता, तो सभी नेता आते। AAP ने इसे राजनीति में बदल दिया और माहौल खराब किया। अमन अरोड़ा के फोन कॉल दावे पर जाखड़ का जवाब जाखड़ ने कहा कि अमन अरोड़ा का उन्हें फोन आया था, जिस पर उन्हें साफ कह दिया था कि वो खुद कीर्तन दरबार आयोजित कर रहे हैं और गुरु महाराज के चरणों में नतमस्तक हो रहे हैं। जाखड़ ने कहा कि जिस तरह से AAP ने राजनीति की है, उसके हिसाब से तो कोई भी इस कार्यक्रम में नहीं पहुंचा। एसजीपीसी के साथ मिलकर सरकार समागम करवाती जाखड़ ने कहा कि एसजीपीसी सिखों की एक मान्यता प्राप्त संस्था है और वही गुरुघरों का संचालन कर रही है। सरकार अगर गुरुद्वारा साहिब में कार्यक्रम करवाना चाहती थी तो एसजीपीसी के साथ मिलकर करती तो पूरी दुनिया से लोग समागम में आते। जाखड़ बोले, पार्टी की तरफ से मुख्यमंत्री माफी मांगे जाखड़ ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री दिल्ली की लाइन पर चलते हैं। जहां श्रद्धा की बात आई, वहां भी राजनीतिक सोच हावी रही। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को अपनी पार्टी की तरफ से माफी मांगनी चाहिए कि उन्होंने प्रधानमंत्री को सिखों और पंजाब के प्रति नफरत करने वाला बताया।
झालावाड़ हादसे के बाद प्रदेश के कई सरकारी स्कूल भवनों को बंद करके स्कूलों को अन्य परिसर में शिफ्ट कर दिया गया। बीकानेर के अर्जनसर स्थित महात्मा गांधी स्कूल को भी दूसरे परिसर में शिफ्ट किया। ऐसे स्कूल को दो शिफ्ट में चलाना पड़ा। लेकिन ग्रामीणों को ये बात अखरी और जन सहयोग करके स्कूल को फिर से तैयार कर दिया। कुछ रुपए सरकारी सहयोग से लगे तो कुछ स्थानीय लोगों ने अपने स्तर पर व्यवस्थाएं कर दी। अब स्कूल में न सिर्फ मरम्मत हो गई है, बल्कि सीसीटीवी कैमरों के साथ रंग रोगन भी हो गया है। दरअसल, स्कूल भवनों की हुई जांच में अर्जुनसर के महात्मा गांधी स्कूल को भी असुरक्षित और जर्जर मानते हुए 11 सितंबर 2025 को इस भवन को स्कूल संचालन के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया था। इसी के साथ कस्बे की राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल के भवन में महात्मा गांधी स्कूल को दूसरी पारी में लगाने के आदेश जारी कर दिए गए थे। इस नई व्यवस्था में आसपास के गांव, चक, ढाणियों के न केवल बच्चे बल्कि उनके पेरेंट्स भी असहज हो गए। एक ही घर से जाने वाले दो बच्चों को अलग-अलग समय पर अलग-अलग वाहनों से भेजने की यह मजबूरी आर्थिक रूप से भी बोझ साबित हुई। बच्चों की चिंता हुई, ग्रामीण एकजुट हुएशुरुआती दौर में सिर्फ महात्मा गांधी स्कूल के विद्यार्थी ही प्रभावित हो रहे थे लेकिन सर्दी की शुरुआत होने के साथ ही दोनों ही स्कूलों के विद्यार्थी और शिक्षक तक इस व्यवस्था में प्रताड़ित होने लग गए। सर्दियों में जहां सुबह 7 बजे ठंड शुरू हो रही है, वहीं महात्मा गांधी स्कूल के बच्चे शाम को छह बजे के बाद ठंड और अंधेरे में आसपास के गांव में जाने में भारी परेशानी का सामना करने लग गए। शहरी क्षेत्र में चलने वाली इस दो पारी की व्यवस्था को ग्रामीण एरिया में प्रतिकूल बताते हुए पूर्व उपप्रधान शिवरतन शर्मा के नेतृत्व में ग्रामीण एवं जन प्रतिनिधियों ने जिला कलेक्टर सहित शिक्षा विभाग को अपनी पीड़ा से अवगत करवाया। शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक ने स्वयं मौका देखा तथा लोगों की बात को उचित व जायज मानते हुए भवन की मरम्मत के निर्देश दिए। ग्राम पंचायत एवं जन सहयोग से लोगों ने महात्मा गांधी स्कूल के भवन की जरूरी मरम्मत करते हुए रंग रोगन भी नया करवा दिया। इसके साथ ही स्कूल में पानी, लाइट और सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था कर दी है। विभागीय तकनीकी जांच एवं ग्राम पंचायत के द्वारा भवन सुरक्षित होने की रिपोर्ट के बाद यह व्यवस्था पूर्ववत किए जाने के प्रस्ताव निदेशालय में स्वीकृति के लिए भिजवाए गए थे। शिक्षा निदेशक सीताराम जाट ने बुधवार को संचालन की पूर्व व्यवस्था को लागू करने की स्वीकृति संयुक्त निदेशक को जारी कर दी गई हैं। इस आदेश पर कस्बे के लोगों ने खुशी जताते हुए विभाग को धन्यवाद दिया है। बदलाव के लिए पूर्व उपप्रधान पतराम गोदारा, हनुमान जसू, बाबूलाल खंडेलवाल, लक्ष्मीनारायण ओझा, विक्रम सिंह, जगदीश थालौड़, गणेश रांकावत, उम्मेदसिंह राठौड़, पूर्णाराम सारस्वत आदि का भी लोगों ने आभार जताया है। पूर्व उप प्रधान शिवरतन शर्मा ने बताया कि बच्चों एवं ग्रामीणों के लिए असुविधाजनक साबित हुई दो पारी की व्यवस्था को पुनः यथावत करने पर शिक्षा विभाग एवं सहयोगी रहे सभी अधिकारियों का साधुवाद व्यक्त करते हैं।
संविधान दिवस के अवसर पर बुधवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से जिले में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। प्राधिकरण के सचिव संतोष अग्रवाल ने बताया कि जिला मुख्यालय पर स्थित सभी न्यायिक अधिकारियों एवं न्यायालय व प्राधिकरण के कर्मचारियों ने न्यायालय प्रांगण में संविधान की शपथ ली। कार्यवाहक जिला जज रविकांत सोनी ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी न्यायिक अधिकारियों एवं कर्मचारियों को संविधान की उद्देशिका के महत्व के बारे में बताया तथा सभी को संविधान की शपथ दिलाई। इस अवसर पर लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम की विशिष्ट न्यायाधीश रेखा राठौड़ ने संबोधित करते हुए कहा कि सैकड़ों वर्षों की गुलामी के पश्चात् हमारे पूर्वजों, स्वतंत्रता सैनानियों के बलिदान एवं संघर्ष से हमें संविधान प्राप्त हुआ है। हमें इसकी उद्देशिका के हर शब्द को अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए। उन्होंने संविधान में प्रदत्त पांच स्वतंत्रताओं में से विचारों की स्वतंत्रता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संविधान हमें यह अधिकार देता है कि हम स्वतंत्र रूप से अपने विचारों को व्यक्त कर सकते हैं। संविधान में आम नागरिकों को प्रदत्त विचारों की स्वतंत्रता के कारण ही मनुष्य को उत्तरोत्तर सोचने का अवसर मिला है जिससे मानव जाति का कल्याण हुआ है। उन्होंने यह भी बताया कि आज लोगों को रील्स व अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से उनके विचारों को जाति, धर्म, संप्रदाय के आधार पर प्रभावित करने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन हमें इन सभी विचारों के बीच इस बात पर प्रतिबद्ध रहना है कि हमारे विचारों की स्वतंत्रता बरकरार रहे।
स्कूल शिक्षा विभाग ने उज्जैन के जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) आनंद शर्मा को राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल में पदस्थ किया है। यह आदेश बुधवार को जारी किया गया, जिसमें उन्हें तत्काल प्रभाव से उज्जैन से हटाकर नई जिम्मेदारी सौंपी गई है। स्कूल शिक्षा विभाग के उप सचिव कमल सोलंकी द्वारा जारी आदेश के अनुसार, प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी आनंद शर्मा को समान सामर्थ्य एवं वेतनमान में आगामी आदेश तक राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल में पदस्थ किया है। हालांकि, उज्जैन जिला शिक्षा अधिकारी के पद पर फिलहाल किसी नए अधिकारी की नियुक्ति के आदेश जारी नहीं हुए हैं। आनंद शर्मा वर्ष 2021 में उज्जैन जिला शिक्षा अधिकारी के रूप में पदस्थ हुए थे। उनके स्थानांतरण के बाद, संभावना जताई जा रही है कि शिक्षा विभाग के सहायक संचालक महेंद्र खत्री को उज्जैन डीईओ का प्रभार मिल सकता है।
राजधानी भोपाल में हवा की गुणवत्ता लगातार बिगड़ती जा रही है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की वेबसाइट पर उपलब्ध लाइव मॉनिटरिंग सिस्टम के ताजा आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश के 98 प्रतिशत शहरों में पीएम 2.5, यानी धूल के बारीक कणों का स्तर बढ़ा हुआ है। सिंगरौली प्रदेश में पहला तो भोपाल दूसरा सबसे प्रदूषित शहर है। प्रदूषण के आंकड़े सामने आने के बाद भोपाल में नगर निगम का अमला मैदान में उतर गया है। बुधवार को निगम की सहायक आयुक्त कीर्ति चौहान व जोन नंबर-8 के अमले ने तंदूर का उपयोग करने पर बिट्टन मार्केट स्थित बापू की कुटिया रेस्टोरेंट संचालक से 10 हजार रुपए की राशि का जुर्माना किया। निगम अमले ने अन्य क्षेत्रों में कार्रवाई करते हुए सड़कों व सार्वजनिक स्थलों पर गंदगी फैलाने वालों के विरुद्ध भी कार्रवाई की। कुल 193 प्रकरण 58 हजार 350 रुपए की राशि वसूल की गई, जबकि सीएंडडी वेस्ट फैलाने वालों के विरुद्ध 4 प्रकरण में 3 हजार 250 रुपए वसूले गए। 15 जनवरी तक शुरू होगा चारकोल प्लांटभोपाल के आदमपुर में 15 जनवरी तक चारकोल प्लांट का ट्रायल रन शुरू होगा। महापौर मालती राय से एनटीपीसी के अधिकारियों ने टोरीफाईड चारकोल प्लांट की स्थिति की जानकारी देते हुए बताया कि आदमपुर में सूखे कचरे से टोरीफाईड चारकोल निर्माण प्लांट का ट्रायल रन 15 जनवरी तक शुरू किया जाएगा। ट्रायल रन के बाद प्लांट को पूर्ण रूप से संचालित किया जाएगा।
खैरागढ़ में 20 लाख रुपए के इनामी नक्सली दंपती ने एसपी के सामने आत्मसमर्पण किया। सरकार की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति-2025 से प्रभावित होकर दोनों ने मुख्यधारा से जुड़ने का फैसला लिया। आत्मसमर्पण करने वालों में 14 लाख का इनामी नक्सली धनुष उर्फ मुन्ना (25) और पत्नी 6 लाख की इनामी महिला नक्सली रोनी उर्फ तुले (25) शामिल हैं। दोनों माओवादी संगठन के माड़ डिवीजन और एमएमसी जोन के सदस्य थे। रोनी सीसी मेंबर के साथ कर चुकी है काम वे लंबे समय से टाण्डा–मलाजखंड इलाके में सक्रिय थे और कई नक्सली घटनाओं में शामिल रहे। रोनी पहले एमएमसी जोन प्रभारी और सीसी मेंबर रामदेर के साथ पार्टी सदस्य के रूप में काम कर चुकी है। धनुष को कंप्यूटर और हिंदी–अंग्रेजी टाइपिंग का अच्छा ज्ञान था। दंपती सीमावर्ती क्षेत्रों में नक्सल गतिविधियों में शामिल रहा ऐसे में वह संगठन के तकनीकी काम और टाइपिंग से जुड़े काम करता था। यह दंपती छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश की सीमावर्ती क्षेत्रों में नक्सल गतिविधियों में शामिल रहा। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, नक्सल प्रभावित गांवों में सर्च ऑपरेशन, जागरूकता कार्यक्रम और सामुदायिक पुलिसिंग चलाई जा रही है। साथ ही सरकार की पुनर्वास नीति और सुविधाओं की जानकारी पोस्टर और पंपलेट के माध्यम से ग्रामीणों तक पहुंचाई जा रही है, जिससे लोगों का पुलिस पर भरोसा बढ़ा है। सरकार की पुनर्वास नीति और सुरक्षा बलों की रणनीतियों से नक्सली संगठन कमजोर हो रहे हैं और लोग मुख्यधारा की ओर बढ़ रहे हैं।
अजमेर मंडल पर रेल यात्रियों की सुविधाओं में लगातार वृद्धि की जा रही है। इसी क्रम में मंडल के 7 और स्टेशनों पर एकीकृत यात्री सूचना प्रणाली (Integrated Passenger Information System) स्थापित की गई है। यह प्रणाली अजमेर मंडल के जावर, जयसमंद, सेमारी, रिखबदेव, बिच्छीवाड़ा, सेन्दड़ा और स्वरूपगंज स्टेशनों पर लगाई गई है। वरि मंडल सिगनल व दूरसंचार इंजीनियर राम अवतार मीना के निर्देशन में यह कार्य संपन्न हुआ है। मंडल रेल प्रबंधक राजू भूतड़ा ने इस पहल पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इससे यात्रियों को अपनी ट्रेन और कोच तक पहुंचने में आसानी होगी। यात्रियों को ट्रेन से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण सूचनाएं भी आसानी से मिल सकेंगी। इस सुविधा के तहत, सभी यात्रियों को इन स्टेशनों पर कोच पोजिशन और ट्रेनों के आवाजाही की पूरी जानकारी विजुअल रूप से प्राप्त होगी। इस प्रणाली की कुल लागत लगभग 3 करोड़ 60 लाख रुपए है। एकीकृत यात्री सूचना प्रणाली में कोच गाइडेंस सिस्टम, सिंगल लाइन डिस्प्ले बोर्ड, एट ए ग्लांस डिस्प्ले बोर्ड और ऑटो अनाउंसमेंट सिस्टम शामिल हैं। इस यात्री सुविधा प्रणाली का संस्थापन निर्धारित समय से पहले पूरा कर यात्रियों को बेहतर सुविधा प्रदान की गई है।
सतना में स्कोर्पियो-बाइक की भिड़ंत, 3 की मौत:पिता-बेटे और चाचा की गई जान, बेटी गंभीर घायल
सतना जिले के सिंहपुर थाना क्षेत्र में बुधवार शाम एक सड़क दुर्घटना में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि एक बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गई। यह हादसा नागौद–कालिंजर स्टेट हाइवे पर टेकनपुर गांव के पास हुआ। जानकारी के अनुसार, एक तेज रफ्तार स्कोर्पियो कार (एमपी 16 सीबी 6093) ने सामने से आ रही बाइक (एमपी 19 जेडएच 9981) को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज थी कि बाइक सवार दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। एक युवक और एक बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें स्थानीय ग्रामीणों की मदद से अस्पताल पहुंचाया गया। इलाज के दौरान युवक ने भी दम तोड़ दिया। नागौद से गांव लौट रहे थेमृतकों की पहचान नारायणपुर निवासी संतू कोल (पिता बेटू), मुकेश कोल और आकाश कोल के रूप में हुई है। घायल बच्ची दिव्या कोल है, जो मृतक मुकेश की बेटी है। पुलिस के अनुसार, बाइक सवार सभी लोग नागौद से अपने गांव लौट रहे थे। हादसे के बाद ग्रामीणों ने स्टेट हाइवे पर चक्काजाम कर दिया। ग्रामीणों का आरोप था कि क्षेत्र में तेज रफ्तार वाहनों के कारण लगातार दुर्घटनाएं होती हैं, लेकिन प्रशासन कोई ठोस कार्रवाई नहीं करता। घटना की सूचना मिलते ही सिंहपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया। पुलिस अधिकारियों ने लोगों को समझाकर जाम खुलवाया। पुलिस ने मृतकों के बारे में जानकारी जुटाई है और स्कोर्पियो चालक की तलाश शुरू कर दी है, जो घटना के बाद वाहन छोड़कर फरार हो गया था। घटनास्थल पर बाइक पूरी तरह क्षतिग्रस्त हालत में मिली।
जौरा विद्युत विभाग में आउट सोर्स कर्मचारी मुकेश गुर्जर बिलगांव फीडर के मानपुर बिसगपुरा विद्युत लाइन पर परमिट लेकर मेंटिनेश का कार्य कर रहा था लेकिन अचानक बिजली सप्लाई चालू हो गई जिससे मुकेश गुर्जर की करंट लगने से मौके पर ही मौत हो गई। घटना से नाराज मुकेश के परिजनों ने एन एच 552 नहर पुलिया के पास जाम लगा दिया। जाम लगने के बाद मौके पर पुलिस प्रशासन पहुंच गया लेकिन जाम पिछले डेढ़ घंटे से लगा रहा। परिजनों ने जांच और दोषियों पर कार्यवाही की अनुशंसा मिलने के बाद जाम खोला। परमिट लेकर कर रहा था कार्यदरअसल आउट सोर्स कर्मचारी मुकेश गुर्जर दोपहर को बिलगांव विद्युत फीडर के बिसगपुरा विद्युत लाइन पर विधिवत परमिट लेकर मेंटिनेंस का कार्य कर रहा था। कार्य करते समय अचानक बिजली सप्लाई चालू कर दी गई। बिजली सप्लाई के चलते लाइन पर काम कर रहे मुकेश गुर्जर को करंट लग गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मौत के बाद नाराज परिजनों ने मुकेश गुर्जर का शव रखकर एनएच 552 पुरानी पुलिया के पास जाम लगाया। नेशनल हाईवे 552 पर जाम की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के द्वारा परिजनों को काफी समझाइश दी लेकिन परिजन जाम खोलने को लेकर राजी नहीं हो रहे। परिजनों की मांग है कि घटना में दोषी कर्मचारियों और अधिकारियों पर हत्या का मामला दर्ज कर तुरंत गिरफ्तार किया जाए। जौरा एसडीओपी नितिन बघेलन के अनुसार बिजली आउट सोर्स कर्मचारी मुकेश की मौत के बाद परिजनों ने जाम लगाया है जाम खुलवाने के लिए समझाइश दी जा रही है। एसडीएम जौरा भी मौके पर पहुंचे।परिजनों ने जांच और दोषियों पर कार्यवाही की अनुशंसा मिलने के बाद जाम खोला गया।
करनाल में नवनिर्मित भाजपा कार्यालय तक पहुंचने वाली सड़क बनाने के लिए 40 पूर्ण विकसित पेड़ उखाड़े जाने पर सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा सरकार को कड़ी फटकार लगाई है। शीर्ष अदालत ने इस कार्रवाई को “दयनीय” बताते हुए कहा कि विकास के नाम पर पेड़ काटना गंभीर लापरवाही है। कोर्ट ने सरकार से पूछा कि आखिर इतनी बड़ी संख्या में पेड़ों को क्यों हटाया गया और इनका क्या किया गया। कोर्ट ने सख्त लहजे में चेतावनी दी कि आगे लापरवाही मिली तो राज्य और उसके संबंधित निकायों को कार्रवाई के दायरे में लाया जाएगा। अदालत ने पूरे मामले में सुधारात्मक कार्रवाई योजना भी मांगी है। पीठ ने पूछा- पेड़ क्यों उखाड़े, कार्यालय कहीं और क्यों नहीं शिफ्ट कर सकते सुप्रीम कोर्ट की न्यायमूर्ति जे बी पार्डीवाला और न्यायमूर्ति के वी विश्वनाथन की पीठ 1971 युद्ध के वेटरन कर्नल (सेवानिवृत्त) दविंदर सिंह राजपूत की याचिका पर सुनवाई कर रही थी। याचिका में करनाल के सेक्टर-9, अर्बन एस्टेट की आवासीय कॉलोनी में राजनीतिक दल को जमीन आवंटित करने और बाद में उसके कार्यालय तक जाने के लिए हरित पट्टी में 40 पेड़ काटकर सड़क बनाने पर आपत्ति जताई है। पेड़ हटाने की जरूरत क्यों पड़ी पीठ ने हरियाणा सरकार का पक्ष रख रहे अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल विक्रमजीत बनर्जी से साफ शब्दों में पूछा कि 40 पूर्ण विकसित पेड़ों को हटाने की आवश्यकता क्यों पड़ी और इस पर उनका स्पष्टीकरण क्या है। पीठ ने यह भी सवाल उठाया कि राजनीतिक दल का कार्यालय किसी ऐसे स्थान पर क्यों नहीं बनाया गया, जहां पेड़ काटने की जरूरत ही न पड़े। सरकार बोली-सारी मंजूरियां ली थीं, मानकों का पालन हुआ एएसजी विक्रमजीत बनर्जी ने कोर्ट को बताया कि भूखंड के आवंटन और सड़क निर्माण के लिए सभी आवश्यक अनुमतियां ली गई थीं। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) और अन्य निकायों ने हरित मानकों का पालन किया है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि काटे गए पेड़ों की संख्या के अनुपात में पौधे लगाए जाएंगे। लेकिन पीठ इस जवाब से संतुष्ट नहीं हुई। कोर्ट ने कहा कि पूर्ण विकसित पेड़ आसानी से वापस नहीं आ सकते और हरित संतुलन बिगाड़ने की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए। पीठ ने पूछा कि इन पेड़ों के नुकसान की भरपाई कौन करेगा। अदालत ने बनर्जी और राज्य सरकार की ओर से पेश अन्य वकीलों को चेतावनी देते हुए कहा कि आगे कोई भी विकास कार्य बिना जानकारी के किया गया तो इसे गंभीरता से लिया जाएगा। 36 साल पहले खरीदी थी जमीन कर्नल (सेवानिवृत्त) दविंदर सिंह राजपूत, जो 79 वर्ष के हैं और 1971 के युद्ध में घायल हुए थे तथा वीर चक्र से सम्मानित हैं। उन्होंने अपनी याचिका में कहा है कि उन्होंने 36 साल पहले सेक्टर-9 में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (तत्कालीन हुडा) से एक हजार वर्ग गज का भूखंड खरीदा था। यह भूखंड हरित पट्टी की ओर था, जिसके लिए उन्होंने 10 प्रतिशत अधिमान्य स्थान शुल्क भी दिया था। राजनीतिक दल को आवंटित कर दिया जमीन का टुकड़ा याचिकाकर्ता का आरोप है कि उनकी जमीन के ठीक पास स्थित आवासीय कॉलोनी में 1 हजार 550 वर्ग गज के अनियमित आकार वाले एक खाली भूखंड को संस्थागत श्रेणी में बदलकर राजनीतिक दल को आवंटित कर दिया गया। यह भूखंड 9 मीटर चौड़ी सड़क पर स्थित था और 1989 से खाली था। उनका कहना है कि यह पूरा आवंटन हरियाणा अर्बन डेवलपमेंट एक्ट, 1977 और टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग की नीतियों का उल्लंघन है। याचिका में कहा-हरित पट्टी में 10 मीटर चौड़ा रास्ता बना दिया राजपूत की याचिका के अनुसार उनके घर के सामने 100 मीटर चौड़ी हरित पट्टी थी। इसी में 10 मीटर चौड़ा रास्ता बनाकर पेड़ हटाए गए। उन्होंने कहा कि हरित पट्टी को बदलना प्रावधानों के विपरीत है और इससे पर्यावरण व निवासियों को नुकसान हो रहा है। हाईकोर्ट ने रिट याचिका खारिज की थी, सुप्रीम कोर्ट में दी चुनौती याचिकाकर्ता की ओर से एडवोकेट भूपेंद्र प्रताप सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में दलील रखी कि हाईकोर्ट ने 3 मई को उनकी रिट याचिका यह कहते हुए खारिज कर दी थी कि आवंटन में कोई खामी नहीं है। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट ने लेआउट प्लान में परिवर्तन और संस्थागत स्थलों के लिए कम से कम 24 मीटर चौड़ी सड़क होने के नियमों पर गौर नहीं किया। सुप्रीम कोर्ट पहले भी दे चुका है चेतावनी सुनवाई के दौरान कोर्ट ने यह भी याद दिलाया कि 15 अक्टूबर को हरियाणा सरकार को कथित विकास कार्यों के संबंध में यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया गया था। अदालत ने एचएसवीपी के मुख्य प्रशासक को व्यक्तिगत रूप से रिकॉर्ड सहित तलब किया था और पूछा था कि आखिर किस परिस्थिति में 40 से अधिक पेड़ काटे गए और उनका क्या किया गया। कोर्ट ने फिर सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कि अब से यदि कोई और विकास कार्य किया गया तो इस मामले को बहुत सख्ती से देखा जाएगा। अगली सुनवाई से पहले सरकार को स्पष्टीकरण देना होगा सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार को अगली सुनवाई से पहले पूरे मामले पर विस्तृत स्पष्टीकरण, पेड़ों की भरपाई की योजना और संस्थागत भूखंड आवंटन से जुड़े सभी रिकॉर्ड प्रस्तुत करने का आदेश दिया है। अदालत ने साफ किया है कि पर्यावरणीय क्षति को हल्के में नहीं लिया जाएगा और जिम्मेदारी तय की जाएगी। मामले की अगली सुनवाई में कोर्ट यह भी देखेगा कि पेड़ काटने के निर्णय में किन अधिकारियों की भूमिका थी, और क्या नियमों का सही पालन हुआ या नहीं।
शिवपुरी के कमलागंज घोषीपुरा इलाके में मकान की छत डालने को लेकर मंगलवार और बुधवार को दो पड़ोसियों के बीच झगड़ा हुआ। यह मामूली विवाद जल्दी ही मारपीट में बदल गया। पहली शिकायत रहीश खान (40) ने बताया कि 25 नवंबर को वह अपने भाई अब्दुल रहीम के मकान की छत का काम करवा रहे थे। इसी दौरान पड़ोसी इस्लाम खान ने आकर काम रोक दिया और विवाद करने लगा। मना करने पर इस्लाम ने पत्थर से हमला किया, जिससे रहीश के कान में चोट आई और खून बहने लगा। उनकी पत्नी और भाई मौके पर पहुंचे, तब इस्लाम ने जान से मारने की धमकी दी और चला गया। दूसरी शिकायत दूसरे दिन, 26 नवंबर को इस्लाम खान की पत्नी तराना खान (40) ने भी थाने में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने कहा कि रहीश खान, पप्पू खान और कल्लू खान ने उन्हें गाली दी और लात-घूंसों से मारा। उनके हाथ और पीठ में चोटें आईं। उनके पति और बेटे ने बीच-बचाव किया, तब उन पर भी हमला हुआ। फिजिकल थाना पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायतों के आधार पर क्रॉस केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मामले की गहन जांच जारी है और मारपीट के वीडियो सोशल मीडिया पर भी सामने आए हैं।
बारां में बुधवार को जिला रोजगार कार्यालय परिसर में आयोजित एक रोजगार सहायता शिविर में 429 युवाओं का विभिन्न कंपनियों में नौकरी के लिए प्रारंभिक चयन किया गया। इसके अतिरिक्त, 30 युवाओं को स्वरोजगार के लिए मार्गदर्शन भी प्रदान किया गया। यह शिविर जिला प्रशासन और जिला रोजगार कार्यालय, बारां द्वारा राजस्थान कौशल रोजगार एवं उद्यमिता विभाग के देखरेख में आयोजित किया गया था। मुख्य आयोजना अधिकारी कैलाशचंद मीणा और जिला रोजगार अधिकारी राकेश कुमार वर्मा ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। जिला रोजगार कार्यालय, बारां के वरिष्ठ सहायक देवेन्द्र कुमार मीणा ने शिविर में भाग लेने वाली कंपनियों और उपलब्ध रिक्तियों के बारे में जानकारी दी। इसके बाद, कंपनियों के प्रतिनिधियों ने अपनी संस्थाओं, उपलब्ध नौकरियों और प्रशिक्षण संबंधी विवरण प्रस्तुत किए, जिसके उपरांत साक्षात्कार प्रक्रिया शुरू हुई। शिविर में कुल 641 युवाओं ने पंजीकरण कराया। इसमें 10 कंपनियों और संस्थाओं ने भाग लिया, जिनके माध्यम से कुल 459 युवाओं का प्रारंभिक चयन हुआ। इनमें से 429 युवाओं को वेतनभोगी नौकरियों के लिए चुना गया, जबकि रूडसेट संस्थान ने 30 युवाओं को स्वरोजगार के लिए मार्गदर्शन प्रदान किया। विभाग ने राज्य सरकार की प्रमुख 'मुख्यमंत्री युवा संबल योजना' के बारे में भी जानकारी दी। युवाओं को इस योजना के तहत अधिक से अधिक आवेदन करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। इस रोजगार सहायता शिविर में सुशांत एसोसिएट्स, आरएसएलडीसी, गुप्त वृंदावन धाम जयपुर (अक्षयपात्र फाउण्डेशन), नवभारत फर्टिलाइजर्स लिमिटेड जयपुर, ऑल इंडिया जॉब सॉल्यूशन, ग्रॉफास्ट ऑर्गेनिक, डायमंड प्राइवेट लिमिटेड, प्रेरणा इंजीनियरिंग एजुकेशन प्राइवेट लिमिटेड, प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन जोधपुर, शांति व्हील प्राइवेट लिमिटेड बारां और चंबल फर्टिलाइजर्स स्किल इंस्टीट्यूट सहित कई कंपनियों ने चयन प्रक्रिया में हिस्सा लिया। आरएसएलडीसी के जिला समन्वयक तनवीर अहमद ने युवाओं को कौशल प्रशिक्षण योजनाओं के महत्व और लाभों के बारे में जागरूक किया।
जबलपुर आर्थिक अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने बुधवार को छिंदवाड़ा और मंडला में एक साथ कार्रवाई करते हुए वन विभाग के उप वन मंडलाधिकारी, दो रेंज अधिकारी, एक वनपाल के बेटे, तथा मंडला जिले के सरपंच और सचिव के खिलाफ गबन और फर्जी भुगतान के मामलों में FIR दर्ज की है। जांच में सामने आया कि वन विभाग में 30 लाख से अधिक की राशि फर्जी मजदूर और फर्जी फर्म के नाम पर निकाली गई, जबकि मंडला में ग्राम पंचायत बेलखेड़ी में बिना कार्य करवाए 22.87 लाख रुपए का गबन किया गया था। 30 लाख के फर्जी भुगतान का आरोप जबलपुर EOW को शिकायत मिली थी कि कैम्पा योजना की राशि का गलत उपयोग किया जा रहा है। जांच में पता चला किअनादि बुधोलिया, उप वन मंडलाधिकारी (परासिया, छिंदवाड़ा),कीर्ति बाला गुप्ता, परिक्षेत्र अधिकारी (सांवरी रेंज),हीरालाल सनोड़िया, परिक्षेत्र अधिकारी (सांवरी रेंज)और वनपाल चेतराम चौबे के पुत्र सुशील चौबेने साठगांठ कर कई मदों में फर्जी भुगतान किए। फर्जी मजदूर-फर्म के नाम पर भुगतान EOW की जांच में खुलासा हुआ कि वनपाल चेतराम चौबे के पुत्र सुशील चौबे का नाम फर्जी मजदूर के रूप में दर्ज किया गया था। जांच में सामने आया कि सुशील चौबे को मजदूरी के नाम पर 2,71,379 रुपए का फर्जी भुगतान किया गया। इसके अलावा सुशील चौबे की ही फर्म अवनी कंस्ट्रक्शन के खातों में 23,21,199 रुपए ट्रांसफर किए गए। यह पूरी राशि निर्माण कार्य, बाउंड्रीवाल और कैम्पा योजना के अन्य कामों के नाम पर स्वीकृत दिखाई गई थी, जबकि वास्तविकता में ये भुगतान कागजों पर हेराफेरी कर फर्जी तरीके से किए गए थे। 1 दिन में मजदूर को 2 बार भुगतान जांच में यह भी सामने आया कि एक ही कार्य के लिए एक ही मजदूर को एक ही तारीख में दो बार भुगतान किया गया, जो सीधे तौर पर भ्रष्टाचार की श्रेणी में आता है। स्वीकृति से पहले किए भुगतान सांवरी परिक्षेत्र में बाउंड्रीवाल निर्माण के लिए स्वीकृत15 लाख रुपए में से6,97,643 रुपए के ही देयक मिले।बाकी राशि का गबन पाया गया।इसके अलावा स्वीकृति जारी होने के पहले ही 2,22,176 रुपए का भुगतान कर दिया गया था। साथ ही परासिया वन मंडल द्वारा CCTV और DVR की खरीद में कोटेशन से अधिक 52,534 रुपए का भुगतान किया गया। यह भुगतान भी कार्य स्वीकृति से पहले कर दिया गया था। जांच में यह भी सामने आया कि आरोपी अधिकारी अनादि बुधोलिया अपने 19 वर्ष के सेवा काल में से 17 वर्ष एक ही वन मंडल में तैनात रहे। सरपंच–सचिव ने किया गबन बता दें मंडला के ग्राम पंचायत बेलखेड़ी और बीरमपुर में विकास कार्यों में अनियमितताओं की शिकायत भी EOW को ग्रामीणों से मिली थी। जांच में पाया गया कि तत्कालीन सरपंच बीरन सिंह काकोडिया और सचिव मिथलेश उददे ने वर्ष 2014 से 2022 के बीच सीसी रोड, चौपाल निर्माण, पुलिया, नाली निर्माण और पंचायत भवन मरम्मत जैसे 9 कार्यों के लिए स्वीकृत राशि में से 22,87,370 रुपए बिना काम करवाए निकाल लिए। दोनों ने फर्जी दस्तावेज बनाकर, संयुक्त हस्ताक्षर से राशि आहरण कर सरकारी रुपयों का गबन कर लिया। EOW ने फर्जीवाड़े के तहत की FIR दोनों जिलों में कार्रवाई के बाद EOW ने संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार, गबन और फर्जीवाड़े के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है। आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ आगे मामले की वित्तीय जांच और जिम्मेदार अधिकारियों की भूमिका की पड़ताल कर रहा है।
कांग्रेस ने बामनवास विधायक इंदिरा मीणा को संगठन सृजन अभियान के तहत सवाई माधोपुर जिलाध्यक्ष के पद पर नियुक्ति दी है, जिसके बाद आज पहली बार विधायक इंदिरा मीणा जयपुर से सवाई माधोपुर पहुंची। जिलाध्यक्ष बनने के बाद इंदिरा मीणा के सवाई माधोपुर आने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। जयपुर से आते वक्त जैसे ही इंदिरा मीणा का काफिला सवाई माधोपुर जिले की सीमा में दाखिल हुआ वैसे ही बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनको फूल मालाओं से लाद दिया। फूल मालाओं के साथ ही कार्यकर्ताओं ने शॉल, साड़ी और कांग्रेस का दुपट्टा पहनकर उनका जोरदार स्वागत किया। जयपुर से सवाई माधोपुर पहुंचने के दौरान कार्यकर्ताओं ने दतवास मोड़, मित्रपुरा, बोरदा, उदगांव, घाटानैनवाड़ी, पीपलदा, जास्टाना, टोंड, मलारना, तारनपुर सहित सूरवाल करमोदा, बाबा टी स्टॉल आदि जगहों पर जोरदार स्वागत किया गया। कांग्रेस जिलाध्यक्ष इंदिरा मीणा जगह जगह स्वागत सत्कार के बाद सीधे अंबेडकर सर्किल पहुंची और संविधान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में शिरकत की। इस दौरान उन्होंने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उन्हें संविधान की प्रति भेंट की। भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा- पार्टी ने जिस विश्वास और भरोसे के साथ उन्हें जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है, वो उस विश्वास और भरोसे पर पर खरा उतरने का प्रयास करेंगी। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को एकजुट कर जिले में पार्टी को मजबूत करने का काम करेंगे। इस दौरान इंदिरा मीणा ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार दो साल पूरे होने वाले है, लेकिन यह सरकार दो सालों में हर मोर्चे पर पूरी तरह से फेल साबित हुई है। उन्होंने कहा- भाजपा सरकार पूरी तरह से नाकाम रही है। आज प्रदेश में किसानों की समस्या हो या महिलाओं, बालिकाओं से सम्बन्धित समस्या हो, हर मोर्चे पर सरकार फैल साबित हो रही है। प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से फेल है और हर तरफ भ्रष्टाचार का बोलबाला है। प्रदेश की भाजपा सरकार के जनविरोधी निर्णयों और जन विरोधी नीतियों के खिलाफ पुरजोर तरीके से आवाज उठाएंगी।
जगराओं के सिधवां बेट स्थित हुजरा गांव में पंचायत भूमि पर कब्जा करने की कोशिश की शिकायत पर गई पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया। इस मामले में बाप-बेटी सहित 13 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। आरोपियों ने पंचायत सरपंच पति और एक हेड कॉन्स्टेबल पर हमला किया था। जानकारी के अनुसार, कुछ लोगों ने गांव की पंचायत भूमि पर खड़ी फसल काटनी शुरू कर दी थी। इसकी सूचना पंचायत सदस्यों ने तुरंत पुलिस को दी। गुरप्रीत सिंह निवासी गगकलां ने 112 पर कॉल कर बताया था कि कुछ लोग जबरन पंचायत की जमीन पर फसल काटकर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं और रोकने पर हमला कर रहे हैं। सरपंच पति के साथ मारपीट थाना सिधवां बेट के एएसआई गुरमीत सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने पाया कि कुछ लोग सरपंच पति गुरप्रीत सिंह के साथ मारपीट कर रहे थे। जब पुलिस ने पीड़ित को छुड़ाने की कोशिश की, तो आरोपियों ने हेड कॉन्स्टेबल बलविंदर सिंह पर भी हमला कर दिया। आरोपियों ने बलविंदर सिंह की वर्दी पकड़ी, धक्का-मुक्की की और वर्दी का लोगो तोड़ दिया। स्थिति बिगड़ने पर थाना सिधवां बेट से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया, लेकिन तब तक आरोपी मौके से फरार हो चुके थे। महिला पर लोगों को भड़काने का आरोप हेड कॉन्स्टेबल बलविंदर सिंह की शिकायत पर पुलिस ने बाप-बेटी सहित 13 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोपियों की पहचान हुजरा गांव निवासी वनीता, शीतल और हरबंस के रूप में हुई है। पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस ने बताया कि आरोपी वनीता ने लोगों को काफी भड़काया, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया था। पुलिस ने आरोपियों पर धारा 132, 221, 115(2), 190, 191(3) के तहत थाना सिधवां बेट में केस दर्ज कर लिया।
बिलासपुर में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बूथ लेवल अधिकारी (BLO) को सम्मानित किया गया। कलेक्टर संजय अग्रवाल के निर्देश पर एक बीएलओ को उनके परिवार के साथ मॉल में पसंदीदा फिल्म दिखाई गई और लंच भी कराया गया। तखतपुर ब्लॉक के ग्राम बेलपान की बीएलओ दशमत ध्रुव ने निर्धारित समय सीमा में अपना काम पूरा कर लिया। उनके इस उत्कृष्ट कार्य के लिए कलेक्टर संजय अग्रवाल ने उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। जिला प्रशासन की ओर से पुरस्कार स्वरूप दशमत ध्रुव और उनके परिवार के लिए मैग्नेटो मॉल में फिल्म देखने और लंच की व्यवस्था की गई। दशमत ध्रुव ने बताया कि वे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं और उन्हें बीएलओ की जिम्मेदारी दी गई थी। उन्होंने अपने क्षेत्र के 420 मतदाताओं का पूरा डेटा ऑनलाइन एंट्री के साथ समय पर पूरा किया। गांव में बाहर से आई बहुओं का डेटा एकत्र करने में उन्हें शुरू में कुछ कठिनाई हुई, लेकिन पूरी जानकारी समझाने के बाद आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध हो सके। सम्मानित किए जाने पर खुशी व्यक्त की उन्होंने कलेक्टर की ओर से सम्मानित किए जाने पर खुशी व्यक्त की। कहा कि वे भविष्य में भी अपने कार्य और दायित्व का निर्वहन बेहतर ढंग से करेंगी। दशमत ध्रुव ने बताया कि उन्होंने मॉल में एक पसंदीदा फिल्म का आनंद लिया। इन्हें भी किया गया सम्मानित मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण कार्य में शत-प्रतिशत डिजिटाइजेशन और उत्कृष्ट कार्य करने पर कलेक्टर कार्यालय में 13 अन्य बीएलओ को भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। सम्मानित होने वालों में विधानसभा क्षेत्र कोटा से श्रवण कुमार यादव, अमरिका बाई, शैल जगत, तखतपुर से रेणु खांडे, मस्तुरी से खेमतला, शारदा ओरकेरा, दिनेश कुमार भारती, उर्वशी जगत, संतोषी मरकाम और बिलासपुर विधानसभा क्षेत्र से प्रशांत शर्मा, अवधेश विमल शामिल हैं। 8 बीएलओ को मिलेंगे 5-5 हजार एसआईआर का कार्य 28 नवम्बर तक शत-प्रतिशत पूर्ण करने वाले 18 बीएलओ को चुनाव आयोग 5-5 हजार की पुरस्कार राशि, प्रशस्ति पत्र के साथ सम्मानित करेगा। आधिकारिक जानकारी के मुताबिक मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में सबसे पहले 100 प्रतिशत कार्य पूर्ण करने वाले प्रथम तीन बीएलओ को चुनाव आयोग सम्मानित करेगा। प्रत्येक बीएलओ को प्रशस्ति पत्र के साथ 5 हजार रूपए की नगद राशि भेंट की जाएगी। जिला निर्वाचन कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिन विधानसभा क्षेत्रों में किसी भाग संख्या पर 800 या उससे अधिक मतदाता हैं और उस भाग संख्या के बीएलओ ने 28 नवम्बर तक गणना फॉर्म वितरण, संग्रहण, डिजिटाइजेशन का कार्य पूर्ण किया है, वे इस पुरस्कार के हकदार होंगे। 25 जनवरी को सम्मानित होंगे बीएलओ राष्ट्रीय मतदाता दिवस 25 जनवरी 2026 के अवसर पर चयनित बीएलओ को जिला स्तरीय समारोह में सम्मान दिया जाएगा। 100 प्रतिशत कार्य पूर्ण करने वाले बीएलओ का चिन्हांकन संबंधित विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी करेगा। ईआरओ की ओर से अनुशंसित बीएलओ ही पुरस्कार के लिए पात्र होंगे। जिले की छह विधानसभा क्षेत्रों में 18 बीएलओ को सम्मानित किया जाएगा।
हनुमान नगर को चौसली में शामिल करने का विरोध:ग्रामीणों ने हनुमान नगर को बताया खींवताना का हिस्सा
राज्य सरकार द्वारा हाल ही में किए गए पंचायत पुनर्गठन में खींवताणा क्षेत्र के हनुमान नगर गांव को नई ग्राम पंचायत चौसली में शामिल करने के विरोध में ग्रामीणों ने कलेक्टर, नागौर को एक ज्ञापन सौंपा है। ग्रामीणों ने मांग की है कि हनुमान नगर को पुनर्गठित कर खींवताणा ग्राम पंचायत में ही शामिल किया जाए, क्योंकि यह भौगोलिक और सामाजिक रूप से खींवताणा के अधिक निकट है। ग्रामीणों ने अपने ज्ञापन में कहा कि सरकार ने 20 नवंबर 2025 के पुनर्गठन आदेश के तहत हनुमान नगर को खींवताणा पंचायत समिति से हटाकर चौसली में शामिल कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि वे वर्षों से खींवताणा के लोगों के साथ रहते आए हैं और उनके सामाजिक संबंध भी खींवताणा से ही हैं। इस मनमानी अलगाव से उनके सामने कई समस्याएं खड़ी हो गई हैं। खींवताना से दूरी मात्र 3 किमी ग्रामीणों ने तर्क दिया कि हनुमान नगर की खींवताणा से दूरी मात्र 3 किलोमीटर है, जबकि उन्हें जिस नई ग्राम पंचायत चौसली में शामिल किया गया है, उसकी दूरी 5 किलोमीटर है। उन्होंने यह भी बताया कि 2011 की जनगणना के अनुसार भी हनुमान नगर एक राजस्व ग्राम के रूप में खींवताणा ग्राम पंचायत का हिस्सा रहा है। उनका आरोप है कि इस बार गलत तरीके से उन्हें चौसली ग्राम पंचायत से जोड़ दिया गया है। इस अलगाव के कारण आधार कार्ड, राशन कार्ड और मूल निवास प्रमाण पत्र जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेज बनवाने में उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हनुमान नगर के ग्रामीणों ने कलेक्टर से तुरंत हस्तक्षेप करने और गांव को चौसली से अलग कर वापस खींवताणा ग्राम पंचायत में शामिल करने की मांग की है, ताकि उनकी मूलभूत समस्याएं दूर हो सकें। ज्ञापन सौंपने वालों में बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।
डूंगरपुर। बिछीवाड़ा थाना क्षेत्र में नेशनल हाईवे 48 पर आमजरा के पास एक युवक शव संदिग्ध हालत में सड़क किनारे पड़ा हुआ मिला। वहीं युवक की बाइक भी कुछ ही दूरी पर पड़ी हुई थी। घटना के बाद सनसनी फैल गई। परिवार के लोग इकट्ठे हो गए। घटना को लेकर परिजनों ने जांच की मांग की है। बिछीवाड़ा थाना अधिकारी कैलाश सोनी ने बताया कि आज बुधवार को नेशनल हाईवे 48 पर आमजरा में एक युवक का शव पड़ा होने की सूचना मिली थी। जिस पर मौके पर पहुंचे तो सर्विस रोड के पास गड्ढे में युवक का शव पड़ा हुआ था। करीब 500 मीटर दूर ही उसकी बाइक भी पड़ी हुई मिली। युवक की पहचान संजय ( 22) पुत्र हुरजी डोडा निवासी बौखला के रूप में की गई। घटना के बाद सनसनी फैल गई और लोग इकट्ठे हो गए। सूचना पर परिवार के लोग भी पहुंच गए। घटना के बाद शव को डूंगरपुर अस्पताल के मॉर्च्युरी में रखवाया है। परिवार के लोग घटना को लेकर संदेह जाता रहे हैं और घटना की जांच की मांग कर रहे है। वहीं कल गुरुवार को पोस्टमॉर्टम की कार्रवाई की जाएगी।
डूंगरपुर की बिछीवाड़ा थाना पुलिस ने राजस्थान-गुजरात के रतनपुर बॉर्डर पर एक कंटेनर से 6.50 लाख रुपए मूल्य की अवैध शराब के 50 कार्टन जब्त किए हैं। पुलिस ने इस मामले में कंटेनर चालक को भी गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई पुलिस द्वारा अवैध शराब तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे 'ऑपरेशन स्वच्छता' के तहत की गई। बिछीवाड़ा थाने के सीआई कैलाश सोनी ने बताया कि मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने रतनपुर बॉर्डर पर नाकेबंदी की। इसी दौरान एक संदिग्ध कंटेनर को रोककर उसकी तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान कंटेनर में प्लास्टिक ड्रमों की आड़ में एक विशेष बॉक्स बनाकर शराब के कार्टन छिपाए गए थे। पुलिस ने कंटेनर से अवैध शराब के 50 कार्टन बरामद किए, जिनकी अनुमानित कीमत 6 लाख 50 हजार रुपए बताई जा रही है। पुलिस ने कंटेनर को जब्त कर लिया है और हरियाणा निवासी चालक संदीप वाल्मीकि को आबकारी अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी से पुलिस आगे की पूछताछ कर रही है ताकि इस तस्करी नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों का पता लगाया जा सके।
सोनीपत जिले के कुंडली क्षेत्र में हेल्थ विभाग और सीएम फ्लाइंग की टीम ने सोमवार दोपहर एक फर्जी क्लिनिक पर छापेमारी की। टीम ने मौके से अवैध दवाइयां जब्त की। क्लिनिक संचालक से वैध कागजात मांगे, जो वह प्रस्तुत नहीं कर सका। वहीं मौके पर पकड़े गए व्यक्ति को पूछताछ के लिए पुलिस को सौंप दिया। पुलिस मामले की शिकायत के आधार पर कार्रवाई करेगी। कुंडली के प्याऊ मनिहारी क्षेत्र में संचालित डॉ. श्रीकांत क्लिनिक पर हेल्थ विभाग और सीएम फ्लाइंग की टीम ने अचानक छापा मारा। टीम ने जांच के दौरान पाया कि क्लिनिक पूरी तरह बिना अनुमति और बिना मेडिकल योग्यता के चलाया जा रहा था। जांच के दौरान अधिकारियों ने क्लिनिक संचालक श्रीकांत से मेडिकल डिग्री, रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट और ड्रग लाइसेंस जैसे दस्तावेज मांगे, लेकिन वह कोई भी वैध कागजात पेश नहीं कर सका। इससे स्पष्ट हुआ कि क्लिनिक अवैध रूप से चलाया जा रहा था। अवैध दवाइयां जब्त, क्लिनिक पर कड़ी कार्रवाई शुरू टीम ने मौके से बड़ी मात्रा में अवैध दवाइयां, इंजेक्शन और अन्य मेडिकल सामग्री कब्जे में ली। सभी दवाओं की विस्तृत सूची तैयार कर ली गई है। अधिकारियों ने कहा कि मरीजों की जान जोखिम में डालने वाली ऐसी गतिविधियों को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जांच में खुलासा हुआ कि यह क्लिनिक लंबे समय से संचालित हो रहा था और इसके उपचार तरीकों को लेकर कई बार संदेह जताया गया था। शिकायत मिलने के बाद हेल्थ विभाग और सीएम फ्लाइंग ने संयुक्त अभियान चलाया। संचालक के खिलाफ होगी सख्त कानूनी कार्रवाई हेल्थ विभाग ने स्पष्ट किया कि जिले में फर्जी क्लिनिक और झोलाछाप डॉक्टर्स पर लगातार कार्रवाई जारी रहेगी। जांच पूरी होने के बाद क्लिनिक संचालक के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। मौके पर कुंडली थाना पुलिस भी टीम के साथ मौजूद रही।

