पाकिस्तान का समर्थन करने के चलते भारत में तुर्की का बहिष्कार बढ़ता जा रहा है। न सिर्फ ट्रैवल बुकिंग्स रद्द हो रही हैं, बल्कि कई सेलेब्रिटीज ने वहां अपने कार्यक्रम भी रद्द कर दिए हैं। इसी कड़ी में सिंगर राहुल वैद्य ने भी हाल ही में तुर्की में परफॉर्म करने से इनकार कर दिया। उन्हें इसके लिए 50 लाख रुपए का ऑफर मिला था। दरअसल, राहुल वैद्य को तुर्की के अंताल्या में 5 जुलाई को एक शादी में परफॉर्म करने के लिए राहुल 50 लाख रुपए का ऑफर मिला था। नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, राहुल वैद्य ने कहा, 'यह ऑफर बहुत बढ़िया था। वे मुझे 50 लाख रुपए दे रहे थे। लेकिन मैंने उनसे कहा कि कोई काम, कोई पैसा और कोई प्रसिद्धि देश के हित से बढ़कर नहीं हो सकती। उन्होंने मुझे और भी अधिक की पेशकश की। लेकिन मैंने साफ कह दिया कि यह पैसे के बारे में नहीं है। यह मुद्दा उससे कहीं अधिक जरूरी है। यह एक पर्सनली मेरे बारे में नहीं है। यह राष्ट्र के बारे में है और हमें अपने राष्ट्र के साथ खड़ा होना चाहिए।' राहुल ने कहा, मुझे किसी ऐसे देश में रुचि नहीं है, जो भारत का विरोधी हो और उसकी गरिमा का सम्मान न करता हो। आज जो कुछ भी मैं हूं वो सिर्फ अपने देश और देशवासियों की बदौलत हूं। ऐसे में जो भी भारत या उसके लोगों के हितों के खिलाफ जाता है, उसे किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जा सकता। राहुल ने कहा कि भारतीय लोग तुर्की में बहुत पैसा खर्च करते हैं, चाहे घूमने जाएं या वहां शादी करें। इससे तुर्की को करोड़ों रुपए का फायदा होता है। लेकिन फिर भी वह देश भारत के खिलाफ खड़ा हो गया। ऐसे में सवाल है कि क्या हमें ऐसे देश में अपना पैसा लगाना चाहिए जो हमारे साथ वफादारी नहीं निभाता? राहुल ने साफ कहा कि जो भारत के खिलाफ है, वो उनके लिए भी मंजूर नहीं है। बात सीधी और साफ है। FWICE ने भी की थी तुर्की के बहिष्कार की अपील फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (FWICE) ने ओटीटी प्लेटफॉर्म्स से अपील की है कि वे तुर्किये कंटेंट का बहिष्कार करें और स्पष्ट रुख अपनाएं। FWICE ने यह कदम भारत और तुर्किये के बीच बढ़ते तनाव के कारण उठाया है। इससे पहले FWICE ने भारतीय प्रोड्यूसर से तुर्किये का बहिष्कार करने की अपील की थी। पूरी खबर पढ़ें..
उर्वशी रौतेला इन दिनों कांस फिल्म फेस्टिवल में पहुंचकर सुर्खियों में बनी हुई हैं। पहले दिन तोते वाला क्लच, दूसरे दिन रिवॉल्विंग डोर में फंसने के बाद अब उर्वशी ड्रेस फटने से ट्रोलर्स के निशाने पर आ गई हैं। हालांकि ड्रेस फटने के बावजूद उर्वशी ने पूरे कॉन्फिडेंट के साथ वॉक पूरी की थी। कांस फिल्म फेस्टिवल के रेड कार्पेट से उर्वशी रौतेला की कुछ तस्वीरें और वीडियोज सामने आई हैं। कांस में आखिरी दिन उर्वशी ने ब्लैक शीर शोल्डर वाली लॉन्ग गाउन पहनी थी और साथ में बन बनाया था। हालांकि जैसे ही उन्होंने फ्लाइंग किस देने के लिए हाथ ऊपर किए, वैसे ही हर किसी का ध्यान उनके कंधे के नीचे तरफ गया, जिस जगह की ड्रेस फटी हुई थी। वीडियो सामने आने के बाद एक्ट्रेस को जमकर ट्रोल किया जा रहा है। एक यूजर ने एक्ट्रेस की वीडियो के साथ लिखा है, उर्वशी रौतेला-पहली इंडियन एक्ट्रेस जिसने कांस में फटी हुई ड्रेस पहनी? कांस रेड कार्पेट उर्वशी ने भी अपनी उसी ड्रेस में तस्वीरें पोस्ट की हैं, हालांकि उनके अकाउंट से पोस्ट हुई तस्वीरों का एंगल ऐसा है, जिसमें ड्रेस का फटा हुआ हिस्सा नजर नहीं आ रहा है। एक नजर उर्वशी के लुक पर- कांस इवेंट से पहले रिवॉल्विंग डोर में फंस गई थीं उर्वशी कांस के दूसरे दिन उर्वशी रौतेला अपनी भारी-भरकम ड्रेस के साथ रिवॉल्विंग डोर में फंस गईं। उन्हें निकालने के लिए टीम को भी मशक्कत करनी पड़ी थी। रिपोर्ट के मुताबिक सामने आया हुआ वीडियो कार्ल्टन होटल कहा है, जहां उर्वशी ठहरी थीं। कांस के दूसरे दिन एक्ट्रेस ऑफ व्हाइट लॉन्ग ट्रेल ड्रेस पहनकर इवेंट के लिए रवाना होने वाली थीं, लेकिन एंट्रेंस में ही एक्ट्रेस रिवॉल्विंग ड्रेस में फंस गईं। होटल स्टाफ और टीम की मदद से उर्वशी को जैसे-तैसे निकाला गया। एक्ट्रेस करीब 25 मिनट तक डोर में फंसने से खड़ी रहीं। इस दौरान उन्हें परेशान होते भी देखा गया। रेड कार्पेट में पोज दे रही थीं उर्वशी, सिक्योरिटी टीम ने हटने को कहा कांस के पहले दिन उर्वशी रौतेला मल्टीकलर गाउन, पैरेट क्लच और मल्टीकलर क्राउन में रेड कार्पेट का हिस्सा बनी थीं। रेड कार्पेट पर उर्वशी एक जगह ठहरीं और फोटोग्राफर्स को पोज देने लगीं, तभी वहां मौजूद सिक्योरिटी टीम के एक सदस्य ने उनके पास जाकर उन्हें वहां से हटने को कहा गया।
फिल्म आशिकी से स्टार बनीं अनु अग्रवाल बीते कई सालों से फिल्म इंडस्ट्री से दूर हैं। हाल ही में एक्ट्रेस ने सिनेमा के बदलते दौर के बारे में बात करते हुए खुलासा किया है कि एक जमाने में दाऊद इब्राहिम का दबदबा हुआ करता था और फिल्मों में अंडरवर्ल्ड के पैसे लगते थे। पिंकविला को दिए इंटरव्यू में अनु अग्रवाल ने कहा है कि फिल्म इंडस्ट्री एक डर्टी बिजनेस था। मुझे नहीं पता है कि आज ये कितना डर्टी है, क्योंकि मैं अब इस इंडस्ट्री का हिस्सा नहीं हूं। मैं फिल्म करूंगी, तो आप मेरा इंटरव्यू करना मैं फिर आपको बताऊंगी कि अब कितना डर्टी है। आगे एक्ट्रेस ने कहा है, उस समय गुपचुप और गैरकानूनी तरीके डील हुआ करती थी। दाऊद इब्राहिम जैसे लोग फिल्म इंडस्ट्री चलाते थे। फिल्म इंडस्ट्री में जो भी पैसा लगाया जाता था वो अंडरवर्ल्ड से आता था। उस समय का तरीका एकदम अलग था। बातचीत के दौरान अनु अग्रवाल अपने शुरुआती दिनों पर भी बात की है। एक्ट्रेस ने बताया है कि मॉडलिंग के दिनों में मुंबई जैसे शहर में अकेले रहना काफी मुश्किल था। उन्होंने कहा, कई लोगों ने मेरे मुंह पर दरवाजे बंद कर दिए। मुझे पीजी नहीं मिलता था। लोग पूछते थे पापा कहा हैं, जब मैं कहती थी वो दिल्ली में हैं, लेकिन जैसे ही वो सुनते थे कि मॉडलिंग करती हूं, दरवाजा बंद कर देते थे। बताते चलें कि अनु अग्रवाल ने फिल्म आशिकी से बॉलीवुड डेब्यू किया था। पहली ही फिल्म से उन्हें स्टारडम हासिल हुआ। उन्होंने चंद और फिल्में कीं, लेकिन फिर 1999 में हुए एक एक्सीडेंट से उनकी याददाश्त चली गई थी। इस एक्सीडेंट से उनका शरीर पैरालाइज्ड हो गया था। वो करीब 29 दिनों तक कोमा में भी रही थीं। इसके बाद उन्होंने फिल्मों से दूरी बना ली और संन्यासिनी बन गईं। अनु का लुक एक्सीडेंट के बाद काफी बदल चुका है और पहली नजर में तो उन्हें पहचान पाना ही मुश्किल लगता है।
शेख मुजीब उर रहमान की बायोपिक मुजीबः द मेकिंग ऑफ ए नेशन में शेख हसीना का किरदार निभाने वालीं बांग्लादेशी एक्ट्रेस नुसरत फारिया की रविवार शाम एयरपोर्ट से गिरफ्तारी हुई है। एक्ट्रेस का नाम एक हत्या के प्रयास के मामले में सामने आया है। ढाका ट्रिब्यूनल की रिपोर्ट के अनुसार, नुसरत की गिरफ्तारी ढाका के हजरत शाहजलाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से हुई है। उन्हें वाटर पुलिस स्टेशन ले जाया गया था, जिसके बाद उन्हें ढाका मेट्रोपोलिटन पुलिस की डिटेक्टिव ब्रांच को सौंप दिया गया है। नुसरत फारिया ढाका से थाइलैंड के लिए रवाना होने वाली थीं, तभी उन्हें एयरपोर्ट के इमिग्रेशन चेक पॉइंट पर रोक लिया गया था और फिर पुलिस को सूचित किया गया। एक्ट्रेस के खिलाफ लंबे समय से गिरफ्तारी वारंट जारी है। एक्ट्रेस को बांग्लादेश में सरकार के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान एक शख्स की हत्या करने के प्रयास के मामले में संलिप्तता के लिए गिरफ्तार किया गया है। बीते साल बांग्लादेश में हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान वातारा इलाके में एक छात्र की हत्या की कोशिश हुई थी। इस मामले में 2024 में नुसरत फारिया समेत 17 के खिलाफ शिकायत दर्ज हुई है। बता दें कि ये मामला तब का है जब बांग्लादेश में शेख हसीना के खिलाफ जमकर विरोध हुआ था। हिंसा इतनी भड़क गई थी कि उन्हें इस्तीफा देकर जान बचाते हुए बांग्लादेश छोड़कर भागना पड़ा था। उनके देश छोड़ते ही हिंसा और भड़क गई थी और प्रदर्शनकारियों ने उनके घर में घुसकर सारा सामान लूट लिया था। नुसरत फारिया के फिल्मी करियर की बात करें तो एक्ट्रेस 2023 में रिलीज हुई बांग्लादेश के पहले प्रेसिडेंट मुजीब उर रहमान की बायोपिक में नजर आई थीं। उन्होंने फिल्म में शेख हसीना का किरदार निभाया था। ये भारत-बांग्लादेश के को-प्रोडक्शन में बनी थी, जिसका निर्देशन श्याम बेनेगल ने किया था। इसके अलावा नुसरत फारिया बांग्लादेशी फिल्मों आशिकी, हीरो 420 और ऑपरेशन सुंदरबन जैसी कई फिल्मों में नजर आ चुकी हैं। आने वाले सालों में उनकी 6 फिल्में रिलीज होने वाली हैं।
बीते महीने सिंगर सोनू कक्कड़ ने सरेआम ऐलान कर दिया था कि वो अपने छोटे भाई-बहन टोनी कक्कड़ और नेहा कक्कड़ से रिश्ते खत्म कर रही हैं। हालांकि चंद दिनों बाद ही फिर एक बार कक्कड़ भाई-बहनों की तिगड़ी पेरेंट्स की एनिवर्सरी पर साथ थिरकती नजर आ रही है। तस्वीरें सामने आने के बाद से ही तीनों के सुलह की खबरें तेज हो गई हैं। रविवार को नेहा कक्कड़ ने अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम अकाउंट से पेरेंट्स की एनिवर्सरी पर कई तस्वीरें और वीडियोज पोस्ट की हैं। एक तस्वीर में सोनू कक्कड़, पेरेंट्स, भाई टोनी और बहन नेहा के साथ पोज करती नजर आ रही हैं। हालांकि इसके अलावा किसी दूसरी तस्वीर या वीडियो में सोनू नजर नहीं आई हैं। साथ स्पॉट होते ही खबरें हैं कि कक्कड़ तिगड़ी के रिश्तों में सुधार आ चुका है। हालांकि ये भी मुमकिन है कि भाई-बहन मतभेदों के बीच पेरेंट्स के लिए साथ पहुंचे हों। बताते चलें कि 12 अप्रैल को सोनू कक्कड़ ने अपने ऑफिशियल X प्लेटफॉर्म (पहले ट्विटर) पर भाई-बहन से रिश्ता तोड़ने की अनाउंसमेंट कर लिखा, आप सभी को ये बताते हुए बेहद दुख हो रहा है कि अब मैं दो टैलेंटेड सुपरस्टार नेहा कक्कड़ और टोनी कक्कड़ की बहन नहीं हूं। मेरा ये फैसला गहरी भावनात्मक पीड़ा से लिया गया है और मैं आज वाकई निराश हूं। ये खबर चौंका देने वाली इसलिए भी रही क्योंकि इसके ठीक एक महीने पहले होली पर सोनू कक्कड़ ने भाई-बहनों के साथ होली सेलिब्रेट की थी और साथ में कई तस्वीरें पोस्ट की थीं। इन तस्वीरों के साथ नेहा ने लिखा था- न जुदा होंगे हम। इस बीच हर किसी की नजरें टोनी कक्कड़ की बर्थडे पार्टी की तस्वीरों पर पड़ीं, जिनमें पूरा कक्कड़ परिवार मौजूद था, हालांकि सोनू इसका हिस्सा नहीं थीं। अजीब बात ये भी थी कि सोनू कक्कड़ सोशल मीडिया पर अब भी भाई-बहन को फॉलो करती हैं। 45 साल की सोनू कक्कड़ तीनों भाई-बहनों में सबसे बड़ी हैं। उनसे छोटे टोनी कक्कड़ हैं और सबसे छोटी नेहा कक्कड़ हैं। सोनू साल 2003 से इंडस्ट्री का हिस्सा हैं। उन्होंने फिल्म दम के गाने बाबू जी जरा धीरे चलो से बतौर प्लेबैक सिंगर इंडस्ट्री में कदम रखा था। पहले ही गाने से सोनू को पॉपुलैरिटी मिल गई थी।
आज पूरी दुनिया नवाजुद्दीन सिद्दीकी के एक्टिंग टैलेंट का लोहा मानती है। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के एक छोटे से गांव बुढ़ाना में एक किसान परिवार में जन्मे नवाज के लिए बॉलीवुड का सफर इतना भी आसान नहीं था। कभी वॉचमैन की नौकरी की तो कभी बिस्किट खाकर गुजारा किया। कड़े संघर्ष के बावजूद नवाज ने कभी हिम्मत नहीं हारी। उनका एक ही सपना था, एक्टर बनना। भले ही इस सपने को पूरा होने में 50 साल क्यों ना लग जाते। इसलिए उन्होंने अपने करियर के लिए प्लान बी नहीं बनाया था। अनुराग कश्यप की फिल्म ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ के बाद नवाज ने फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। अब तक कई यादगार किरदार निभा चुके नवाज का विवादों से भी गहरा नाता रहा है। पूर्व मिस इंडिया अर्थ और बॉलीवुड एक्ट्रेस निहारिका सिंह ने उन पर सेक्शुअल हैरेसमेंट के आरोप लगाए थे। नवाजुद्दीन सिद्दीकी के 51वें जन्मदिन के मौके पर जानते हैं उनकी लाइफ से जुड़े कुछ और किस्से… एक साल तक अंधे बने रहे नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने एनएसडी (नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा) से पहले भारतेंदु नाट्य अकादमी से एक्टिंग की पढ़ाई की थी। नवाजुद्दीन ने अपनी एक्टिंग की पढ़ाई लखनऊ में स्थित भारतेंदु नाट्य अकादमी में डेढ़ साल तक की। इसके बाद उन्होंने दिल्ली में नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में दाखिला लिया और वहां एक्टिंग की पढ़ाई की। लखनऊ में एक्टिंग की पढ़ाई के दौरान नवाज ने सस्ती सब्जी खरीदने के लिए एक साल तक अंधे की एक्टिंग की। इस दौरान सब्जी वाला नहीं समझ पाया कि वे अंधे नहीं हैं। बिस्किट देखकर ही कंपकपी छूट जाती है दिल्ली में संघर्ष के दिनों में नवाजुद्दीन सिद्दीकी और विजय राज साथ रहते थे। शुरुआत में उन्होंने दिल्ली में वॉचमैन की नौकरी भी की थी। उस दौरान एक ऐसा भी समय आया जब उन्हें बिस्किट खाकर गुजारा करना पड़ा। पिंकविला को दिए इंटरव्यू में नवाजुद्दीन ने कहा था कि संघर्ष के दिनों में पारले-जी बिस्किट ही इनका नाश्ता, लंच और डिनर था। जब भी भूख लगती तो ये पारले-जी बिस्किट खाते थे। नवाज ने अपने जीवन में इतने पारले-जी बिस्किट खाए कि उन्हें अब इस बिस्किट को देखकर ही कंपकपी छूट जाती है। गार्ड ने सेट में घुसने से रोक दिया था दिल्ली से मुंबई आने के बाद भी नवाजुद्दीन सिद्दीकी को काफी स्ट्रगल करना पड़ा। एक इंटरव्यू के दौरान नवाज ने बताया था कि करियर के शुरुआती दौर में जब वो ऑडिशन के लिए जाते थे, तो लोग कहते थे कि वे अभिनेता जैसे नहीं दिखते। इससे उन्हें गुस्सा और दुख होता था। आमिर खान की फिल्म 'तलाश' का एक किस्सा शेयर करते हुए नवाज ने कहा था कि फिल्म की शूटिंग के दौरान एक गार्ड ने उन्हें सेट में घुसने से रोक दिया था। गार्ड को समझाने के बाद ही उन्हें अंदर जाने दिया गया। शक्ल से लोग नफरत करते थे नवाजुद्दीन के रंग और शक्ल को लेकर लोगों ने उनके साथ बहुत बुरा बर्ताव किया। न्यूज 18 को दिए इंटरव्यू के दौरान नवाज ने कहा था- कुछ लोग मेरी शक्ल से नफरत करते हैं, पता नहीं क्यों? शायद इसलिए कि मैं बुरा दिखता हूं। मैं आईने में देखता हूं तो सोचता हूं कि इतनी खराब शक्ल लेकर फिल्म इंडस्ट्री में क्यों आया? सेट से कॉलर पकड़कर निकाले गए नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने हाल ही एक इंटरव्यू में उस दौर को याद किया, जब वह फिल्मों में छोटे-मोटे रोल किया करते थे। तब शूटिंग के दौरान सेट पर उनके साथ बुरा बर्ताव किया जाता था। एक बार नवाजुद्दीन सिद्दीकी को सिर्फ इस बात पर कॉलर से पकड़कर बाहर निकाल दिया गया था, क्योंकि वह उस जगह खाना खा रहे थे, जहां मेन लीड एक्टर्स खाते थे। सेट पर खाने की व्यवस्था और खुद के साथ हुए बर्ताव पर नवाजुद्दीन ने कहा था- इंडस्ट्री में खाने का अरेंजमेंट भी अलग-अलग होता है। जूनियर आर्टिस्ट के लिए अलग होता है। जो बड़े आर्टिस्ट होते हैं, उनके लिए अलग और जो मेन आर्टिस्ट होते हैं, उनका भी अलग अरेंजमेंट होता है। कई बार मैंने वहां खाने की कोशिश की। जहां लीड एक्टर्स खाते थे, लेकिन वहां से कॉलर पकड़कर भगा दिया गया। नवाज ने मान लिया था कि वह नहीं बचेंगे एक समय ऐसा भी था जब नवाज के पास खाने तक के लिए पैसे नहीं होते थे। इसकी वजह से उनकी सेहत बिगड़ने लगी थी। अपनी बिगड़ती सेहत को देखकर उन्होंने मान लिया था कि वह नहीं बचेंगे। फिर भी उन्होंने बॉलीवुड को नहीं छोड़ा। वो डटे रहे, उन्हें इस बात का भरोसा था कि उनके लिए बॉलीवुड के दरवाजे जरूर खुलेंगे। भले ही 50 साल क्यों न लग जाए। इसलिए उन्होंने अपने करियर के लिए कोई दूसरा प्लान भी नहीं बनाया था। अनुराग कश्यप ने जमकर फटकार लगाई थी अनुराग कश्यप की फिल्म ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ ने नवाजुद्दीन सिद्दीकी की किस्मत चमका दी थी। शुभंकर मिश्रा के पॉडकास्ट में नवाज ने ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ से जुड़ा दिलचस्प किस्सा सुनाया। इस फिल्म की शूटिंग के दौरान अनुराग ने नवाजुद्दीन सिद्दीकी को जमकर फटकार लगा दी थी। नवाज ने बताया कि एक दिन अनुराग ने फोन कर कहा कि मैं एक फिल्म बना रहा हूं। मैं तुझे एक स्क्रिप्ट भेज रहा हूं। मैं कैरेक्टर की 10-15 लाइन पढ़कर समझ गया था कि ये शानदार रोल है। मैं किसी भी हाल में ये रोल नहीं छोड़ूंगा। निहारिका सिंह ने लगाए थे सेक्शुअल हैरेसमेंट के आरोप फिल्म ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ की सफलता के बाद नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। इस फिल्म के बाद उन्होंने कई यादगार किरदार निभाए तो वहीं उन पर सेक्शुअल हैरेसमेंट के आरोप भी लगे। #MeToo अभियान के तहत पूर्व मिस इंडिया अर्थ और बॉलीवुड एक्ट्रेस निहारिका सिंह ने नवाजुद्दीन सिद्दीकी पर सेक्शुअल हैरेसमेंट के आरोप लगाए थे। निहारिका के मुताबिक एक सुबह जब मैं घर पर थी, नवाज रातभर शूटिंग करके लौटे थे। वो मेरे घर के आसपास ही रहते थे। मैंने उन्हें ब्रेकफास्ट के लिए घर पर बुलाया। जब मैंने गेट खोला तो नवाज ने मुझे जोर से जकड़ लिया। मैंने उन्हें धक्का देने की कोशिश की और काफी झूमाझटकी के बाद मैं उनकी पकड़ से छूट पाई। कई लड़कियों के साथ रिलेशनशिप में थे मुझे समझ नहीं आ रहा था कि इस रिश्ते का क्या करना है। नवाज ने मुझसे कहा- मेरा सपना है कि परेश रावल और मनोज वाजपेयी की तरह उनकी पत्नी भी मिस इंडिया या फिर एक्ट्रेस हो। निहारिका के मुताबिक, उन्हें काफी समय के बाद पता चला कि नवाज कई लड़कियों के साथ रिलेशनशिप में हैं और सबको अलग-अलग कहानियां सुनाते हैं। एक के बाद एक झूठ सामने आने की वजह से मैंने उनसे रिश्ते खत्म कर लिए थे। सुसाइड करने की सोचने लगे थे पंचायत फेम एक्ट्रेस सुनीता राजवार नवाजुद्दीन सिद्दीकी की पहली गर्लफ्रेंड थीं। इस बात का जिक्र नवाज ने अपनी किताब 'एन ऑर्डिनरी लाइफ' में किया है। नवाज ने अपनी किताब में सुनीता का जिक्र करते हुए लिखा है कि वो उनका पहला प्यार थीं, लेकिन गरीबी के कारण सुनीता ने उन्हें छोड़ दिया। नवाज ने लिखा था कि बेरोजगारी की वजह से जब उनका ब्रेकअप हुआ, उस वक्त वो सुसाइड तक की सोचने लगे थे। एक्ट्रेस बोलीं नवाज मुझे तुमसे घिन आती है जब ये किताब सुनीता ने पढ़ी तो उन्हें इसमें झूठ के सिवाय कुछ ना मिला। तब सुनीता ने नवाज के खिलाफ एक लंबी-चौड़ी पोस्ट लिखी। इन झूठी बातों से नाराज सुनीता ने लिखा था कि नवाज मुझे तुमसे घिन आती है। तुम्हें औरतों की इज्जत करनी नहीं आती। मैंने तुम्हें तुम्हारी गरीबी की वजह से नहीं, तुम्हारी गरीब सोच की वजह से छोड़ा था। तुमने अपनी बायोग्राफी से साबित कर दिया कि मैं जिस नवाज को जानती थी तुम आज उससे ज्यादा गरीब हो। न तुम्हें तब औरतों की इज्जत करनी आती थी और न ही अब सीख पाए हो। पतंग से लड़की को चिट्ठी भेजते थे पिंकविला को दिए इंटरव्यू के दौरान नवाज ने बचपन का एक किस्सा शेयर करते हुए अपने पड़ोस की एक लड़की को पसंद करने की बात कबूल की थी। उन्होंने कहा था- मैं अपने पड़ोस की एक लड़की को पतंग पर चिपकाकर चिट्ठी भेजता था। मैं पतंग उस लड़की की छत की तरफ उड़ाता था। वह लड़की पतंग से चिट्ठी निकाल लेती थी। कई बार मुझे हवा की दिशा सही होने का इंतजार भी करना पड़ता। एक दिन लड़की के पिता ने एक चिट्ठी पकड़ ली। फिर हम दोनों के लिए थोड़ी मुश्किल हो गई थी। लड़की के चक्कर में दोस्त से हुई थी लड़ाई स्वानंद किरकिरे और नवाजुद्दीन एक साथ एनएसडी में पढ़ते थे और दोनों ही एक लड़की को पसंद करते थे। स्वानंद ने ललनटॉप को दिए इंटरव्यू में बताया था कि वो लड़की के साथ प्रगति मैदान में टहल रहे थे, तभी नवाजुद्दीन भी वहां आ गए। दोनों के बीच उस लड़की को लेकर बहस हुई, जो बाद में झगड़े में बदल गई। स्वानंद का कहना है कि नवाजुद्दीन को यह बात पसंद नहीं आई कि वह लड़की के साथ अकेले टहल रहे थे। नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने बॉलीवुड पर कसा तंज बहरहाल, नवाजुद्दीन सिद्दीकी आज ऐसे मुकाम पर हैं जहां वे अपनी बात खुलकर सामने रख सकते हैं। हाल ही में उन्होंने बॉलीवुड पर तंज कसते हुए कहा कि बॉलीवुड में नए विचारों की कमी है और असुरक्षा की भावना ने यहां क्रिएटिविटी को पीछे धकेल दिया है। बॉलीवुड में एक ही चीज को पांच साल तक घसीटा जाता है। जब लोग बोर हो जाते हैं, तभी उसे छोड़ा जाता है। हमारे यहां असुरक्षा बहुत बढ़ गई है। लोग सोचते हैं कि एक फॉर्मूला चल रहा है, तो उसे बार-बार दोहराओ। अब तो दो, तीन और चार भाग बनने लगे हैं। _____________________________________________________ बॉलीवुड की यह खबर भी पढ़ें.. माधुरी @58 आमिर ने हाथ पर थूका:कट बोलने पर भी किस करते रहे विनोद खन्ना, सिंगर सुरेश वाडकर ने शादी के लिए किया रिजेक्ट चाहे उन्हें मोहिनी कहिए या धक-धक गर्ल, निशा कहिए या चंद्रमुखी.. माधुरी दीक्षित ने हर किरदार को अपनी अदाओं से अमर बना दिया। पूरी खबर 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बैंगलोर में एक कॉन्सर्ट के दौरान कन्नड़ भाषा पर दिए गए एक बयान के चलते सोनू निगम के खिलाफ 3 मई को शिकायत दर्ज हुई है। इस मामले में जल्द ही सोनू निगम का बयान दर्ज किया जाएगा। हालांकि कर्नाटक हाई कोर्ट ने इस मामले में सिंगर को बड़ी राहत दी है। उन्हें बयान दर्ज करवाने कर्नाटक नहीं जाना होगा, बल्कि कर्नाटक पुलिस बयान दर्ज करवाने के लिए मुंबई आएगी। रिपोर्ट के अनुसार, बैंगलोर के अवलाहल्ली पुलिस स्टेशन के एक इंसपेक्टर और 2 अधिकारी इस मामले की जांच कर रहे हैं। वे जल्द ही मुंबई पहुंचकर सिंगर का बयान लेंगे, जिसकी वीडियो रिकॉर्डिंग होगी। सूत्रों के अनुसार, कर्नाटक हाई कोर्ट ने आदेश दिए हैं कि अगली सुनवाई तक सिंगर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी। अदालत ने इस मामले में अंतिम रिपोर्ट दाखिल करने से भी रोक लगाने के आदेश दिए थे। अतिरिक्त राज्य लोक अभियोजक बी.एन. जगदीश ने अदालत को सूचित किया है कि अगर सोनू निगम जांच में सहयोग करते हैं तो उनके खिलाफ कोई दंडात्मक कदम नहीं उठाए जाएंगे। बताते चलें कि 3 मई को सिंगर के खिलाफ बैंगलोर के अवलाहल्ली पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता की धाराओं 351 (2) (आपराधिक धमकी देने), 352 (सार्वजनिक तौर पर भड़काने) और 352 (1) (शांतिभंग करने के इरादे से भड़काने या अपमान करने) के तहत शिकायत दर्ज हुई थी। शिकायत दर्ज होने के बाद सोनू निगम ने कर्नाटक उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर शिकायत रद्द करने की मांग की थी। जानिए क्या है पूरा विवाद? सोनू ने हाल ही में बैंगलोर के एक कॉलेज में परफॉर्मेंस दी थी। सिंगर अपने आइकॉनिक हिंदी गाने गा रहे थे, इसी बीच एक फैन जोर-जोर से चिल्लाते हुए कन्नड़-कन्नड़ बोलने लगा। ये सुनते ही सोनू निगम ने अपनी परफॉर्मेंस बीच में ही रोक दी और लड़के को जमकर फटकार लगाई। फैन को फटकार लगाते हुए सोनू ने कहा, मुझे अच्छा नहीं लगा कि वहां पर एक लड़का, जिसकी उम्र उतनी नहीं होगी, जितने सालों से मैं कन्नड़ गाने गा रहा हूं। ये कितना रूड था कि वो भीड़ से चिल्ला रहा था- कन्नड़-कन्नड़। यही कारण है, पहलगाम में जो हुआ है न, यही कारण है, ये जो तुम कर रहे हो न यहां पर। सोनू निगम के खिलाफ हुई थी FIR दर्ज इसके बाद सिंगर सोनू निगम पर कन्नड़ समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में एफआईआर दर्ज हुई। सिंगर के खिलाफ बेंगलुरु के अवलाहल्ली पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया। वहीं, मामला बढ़ता देख सोनू निगम ने इस पर भी अपनी सफाई भी दी। उन्होंने कहा था, ‘प्यार से बात करने और धमकाने में फर्क होता है। वहां पर सिर्फ चार-पांच ही गुंड़े टाइप के थे, जो वहां पर चिल्ला रहे थे। वहां मौजूद हजारों लोग उन्हें मना भी कर रहे थे। मुझे याद है कि लड़कियां भी उन पर चिल्ला रही थीं। उन्हें रोक रही थीं कि ऐसा मत करो। उन पांचों को याद दिलाना बहुत जरूरी था कि पहलगाम में भाषा पूछकर पैंट नहीं उतारी गई थी। कन्नड़ के लोग बहुत प्यारे होते हैं। आप लोग ये मत सोचिए कि वहां पर ऐसी कोई वेव चल रही थी। कन्नड़ इंडस्ट्री ने किया बैन लगाने का ऐलान 5 मई को कर्नाटक फिल्म चैंबर ऑफ कॉमर्स की एक बैठक हुई, जिसमें सोनू निगम को बैन करने का फैसला लिया गया। बैठक में तय हुआ कि जब तक सोनू निगम इस मुद्दे पर माफी नहीं मांग लेते, तब तक उन्हें कन्नड़ इंडस्ट्री में कोई काम नहीं दिया जाएगा। सोनू निगम ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट से लिखा है, 'सॉरी कर्नाटक, आपके लिए मेरा प्यार, मेरे ईगो से ज्यादा बड़ा है। हमेशा प्यार।' मुझे हजारों लोगों के सामने धमकाया- सोनू निगम इसके अलावा भी सोनू निगम ने एक और पोस्ट शेयर की है। इसमें एक्टर ने पूरे मामले में अपना नजरिया रखा। उन्होंने लिखा, 'नमस्कार, मैंने भाषा, संस्कृति, संगीत, संगीतकारों, राज्य और लोगों को अभूतपूर्व प्यार दिया है, न केवल कर्नाटक में बल्कि दुनिया में कहीं भी। वास्तव में मैंने हिंदी सहित अन्य भाषाओं के गीतों की तुलना में अपने कन्नड़ गीतों का अधिक सम्मान किया है। सोशल मीडिया पर सैकड़ों वीडियो इस बात के प्रमाण हैं। मेरे पास एक घंटे से ज्यादा के कन्नड़ सॉन्ग हैं, जिन्हें मैं कर्नाटक में होने वाले हर कॉन्सर्ट के लिए तैयार करता हूं। हालाँकि, मैं कोई युवा नहीं हूं जो किसी से अपमान सहूं। मैं 51 साल का हूं, अपने जीवन के दूसरे हिस्से में हूं और मुझे इस बात पर नाराज होने का हक है कि मेरे बेटे जैसे युवा ने मुझे हजारों लोगों के सामने भाषा के नाम पर धमकाया, वो भी कन्नड़ में जो मेरे काम के मामले में मेरी दूसरी भाषा है।' आगे सिंगर ने कहा, 'वो भी कॉन्सर्ट के मेरे पहले गाने के ठीक बाद! उसने कुछ और लोगों को उकसाया। उनके अपने लोग शर्मिंदा थे और उन्हें चुप रहने के लिए कह रहे थे, मैंने उन्हें बहुत विनम्रता और प्यार से कहा कि शो अभी शुरू हुआ है, यह मेरा पहला गाना है और मैं उन्हें निराश नहीं करूंगा, लेकिन उन्हें मुझे कॉन्सर्ट जारी रखने देना होगा जिस तरह से मैंने योजना बनाई है। हर कलाकार के पास गानों की एक सूची तैयार होती है ताकि संगीतकार और टेक्नीशियन तालमेल बिठा सकें। लेकिन वे हंगामा मचाने और मुझे बेतहाशा धमकाने पर आमादा थे। मुझे बताओ कि गलती किसकी है?' सिंगर बोले- नफरत फैलाने वालों से नफरत है अपनी पोस्ट में सिंगर ने आगे लिखा है, 'एक देशभक्त होने के नाते मैं उन सभी लोगों से घृणा करता हूं जो भाषा, जाति या धर्म के नाम पर नफरत फैलाने की कोशिश करते हैं, खासकर पहलगाम में जो कुछ हुआ उसके बाद। मुझे उन्हें समझाना था, और मैंने ऐसा किया, और हजारों छात्रों और शिक्षकों ने इसके लिए मेरी जय-जयकार की। मामला खत्म हो गया और मैंने एक घंटे से ज्यादा समय तक कन्नड़ गाया। यह सब सोशल मीडिया पर है, मैं यह कर्नाटक के समझदार लोगों पर छोड़ता हूं कि वे तय करें कि यहां कौन दोषी है। मैं आपके फैसले को विनम्रता से स्वीकार करूंगा। मैं कर्नाटक की कानून एजेंसियों और पुलिस का पूरा सम्मान करता हूं और उन पर भरोसा करता हूं और मुझसे जो भी अपेक्षा की जाएगी, उसका पालन करूंगा। मुझे कर्नाटक से दिव्य प्रेम मिला है और आपका फैसला चाहे जो भी हो, मैं इसे बिना किसी द्वेष के हमेशा संजो कर रखूंगा।'
जावेद अख्तर हाल ही में बुक नरकातला स्वर्ग के लॉन्च इवेंट का हिस्सा बने थे। इस दौरान उन्होंने कहा है कि उन्हें भारत और पाकिस्तान दोनों तरफ से गालियां मिलती हैं। हालांकि अगर उन्हें पाकिस्तान या जहन्नुम (नर्क) में से किसी एक जगह जाना हुआ, तो वो पाकिस्तान नहीं बल्कि जहन्नुम जाना पसंद करेंगे। जावेद अख्तर ने मंच पर संबोधन करते हुए लिखा है, मैं ये बताना चाहता हूं कि जैसे किसी भी जनतंत्र में एक असेंबली, एक पार्लियामेंट की जरुरत है, अलग-अलग विचारधारा वाली पार्टी की जरुरत है, ईमानदार मीडिया की जरुरत होती है। उसी तरह ऐसे लोगों भी होनी चाहिए, जो किसी पार्टी के न हों। उन्हें जो सच लगे कहें, जो बात बुरी लगे वो कहें। सब पार्टी हमारी और कोई पार्टी हमारी नहीं हो। मैं भी उन्हीं लोगों में से एक हूं। तो इसका नतीजा क्या होता है कि अगर आप एक तरफ से बात कर रहे हैं तो एक ही तरह के लोगों को नाखुश करेंगे, लेकिन अगर हर तरफ से बात कर रहे हैं तो बहुत ज्यादा लोगों को नाखुश करते हैं। आप कभी मिलिएगा तो मैं दिखाऊंगा आपको ट्विटर, अपना व्हॉट्सएप, जिसमें मुझे दोनों तरफ से गालियां आती हैं। आगे उन्होंने कहा, ऐसा नहीं है कि मैं बहुत थैंक लेस होऊंगा और ये न कहूं कि बहुत से लोग तारीफ भी करते हैं, बहुत से लोग हिम्मत भी बढ़ाते हैं, प्रशंसा करते हैं। लेकिन ये भी सच है कि मुझे इधर से भी जो एक्सट्रीमिस्ट है वो गाली देते हैं और उधर के भी एक्सट्रीमिस्ट गाली देते हैं। यही सही है। अगर इनमें से एक ने गाली देना बंद कर दी, तो मुझे परेशानी हो जाएगी कि मैं क्या गड़बड़ कर रहा हूं। आगे जावेद अख्तर ने वो लाइनें कहीं, जिससे पूरा ऑडिटोरियम तालियों की गड़गड़ाहट से भर उठा। उन्होंने कहा, ये कहते हैं कि तू तो काफिर (अधर्मी) है और जहन्नुम (नर्क) में जाएगा। वो कहते हैं जिहादी पाकिस्तान चला जा। अब अगर मेरे पास सिर्फ चॉइस पाकिस्तान और जहन्नुम यानी नर्क की है, तो मैं नर्क ही जाना पसंद करूंगा। अगर यही बस चॉइस है। बताते चलें कि इससे पहले भी जावेद अख्तर ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान के खिलाफ बढ़-चढ़कर आवाज उठाई थी। साथ ही उन्होंने पाकिस्तानी कलाकारों के भारत में बैन लगने के फैसले को भी सही ठहराया था। उन्होंने कहा था कि भारत-पाकिस्तान का रिश्ता एकतरफा है, क्योंकि भारत में पाकिस्तानी कलाकारों को इज्जत दी गई, लेकिन पाकिस्तान ने कभी इंडियन एक्टर्स को सम्मान नहीं दिया।
एक्टर और पॉलिटिशियन मिथुन चक्रवर्ती को हाल ही में BMC (बृहन्मुंबई मुंसिपल कॉर्पोरेशन) की तरफ से लीगल नोटिस जारी किया गया है। आरोप हैं कि मिथुन चक्रवर्ती ने मलाड स्थित प्लॉट पर अवैध निर्माण करवाया है। नोटिस में ये भी साफ किया गया है कि अगर प्रॉपर्टी मालिक की तरफ से संतुष्ट करने वाला जवाब नहीं मिलता है तो अवैध निर्माण को गिराया जाएगा और कानूनी कार्रवाई होगी। हालांकि मिथुन ने इन खबरों को बेबुनियाद बताया है। 10 मई को नगर निगम ने 101 प्रॉपर्टी की सूची बनाई है, जो अवैध हैं। इनमें मलाड स्थित एरंगल गांव के हीरा देवी मंदिर के पास स्थित वो प्लॉट भी शामिल है, जिसके मालिक मिथुन चक्रवर्ती हैं। BMC का आरोप है कि उस जगह बिना अनुमति के ग्राउंड प्लस मेजलाइन फ्लोर वाले 2 स्ट्रक्चर, एक ग्राउंड फ्लोर का ढांचा और 10 बाय 10 की 3 अस्थायी यूनिट बनाई गई हैं। इन यूनिट्स में ईंट, लकड़ी की पट्टियां, कांच की दीवारें और एसी शीट्स की छतें भी इस्तेमाल की गई हैं, जो गैरकानूनी है। BMC द्वारा जारी किए गए लीगल नोटिस के अनुसार, अगर प्रॉपर्टी मालिक की तरफ से संतोषजनक जवाब नहीं मिलता तो उनके खिलाफ धारा 475A के तहत कानूनी कार्रवाई होगी और साथ ही अवैध निर्माण को तोड़ा जाएगा। मिथुन चक्रवर्ती की सफाई- हमने अवैध निर्माण नहीं किया लीगल नोटिस भेजे जाने की खबरों के बीच मिथुन चक्रवर्ती ने फ्री प्रेस जर्नल को दिए इंटरव्यू में कहा है, मैंने कोई अवैध निर्माण नहीं करवाया है और मेरे पास कोई अनधिकृत संरचना नहीं है। कई लोगों को नोटिस भेजे गए हैं और हम अपना जवाब भेज रहे हैं। करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं मिथुन चक्रवर्ती बॉलीवुड के डिस्को डांसर नाम से मशहूर मिथुन चक्रवर्ती के पास कई आलीशान बंगले, होटल्स और खेती की जमीनें हैं। कोलकाता स्थित घर के अलावा मुंबई में भी उनके 2 बंगले हैं। मिथुन ने अपना सबसे पहला घर बांद्रा में खरीदा था। जब वे बॉलीवुड के स्टार बने, तब उन्होंने मुंबई के मड आइलैंड में 1.5 एकड़ जमीन पर आलीशान बंगला बनाया है। आज इस बंगले की कीमत 45 करोड़ रुपए है। मुंबई के अलावा उनका ऊटी में एक फार्महाउस है। जिसकी करोड़ों में कीमत है। मिथुन को गार्डनिंग का भी काफी शौक है। उन्होंने अपने घर के चारों तरफ पेड़-पौधे लगाकर ग्रीनरी बना रखी है। कई लग्जरी होटल्स के हैं मालिक इसी के साथ मिथुन एक बिजनेसमैन भी हैं। वो मोनार्क ग्रुप ऑफ होटल्स के CEO हैं, जहां वे लग्जरी होटल्स का बिजनेस करते हैं। ऊटी में उनके होटल मोनार्क में 59 कमरे, चार लग्जरी सुइट्स, एक फिटनेस सेंटर और एक इनडोर स्विमिंग पूल जैसी सुविधाएं हैं। इसके अलावा तमिलनाडु और कर्नाटक के बड़े शहरों में भी उनके लग्जरी होटल्स हैं। मिथुन की गाड़ियों का कलेक्शन मिथुन के पास 1975 की विंटेज कार मर्सेडीज बेंज है, जिसकी कीमत करीब 3 करोड़ रुपए है। यह एक रियर व्हील ड्राइव कार है, जो अपने दौर में काफी बेहतरीन हुआ करती थी। इसके अलावा उनके पास फोर्ड एंडेवर और टोयोटा फॉर्च्यूनर भी है, जिनकी कीमत 1 करोड़ से ज्यादा है। बताते चलें कि बीते साल 24 अगस्त को साउथ सुपरस्टार नागार्जुन के हैदराबाद स्थित अवैध एन कन्वेंशन सेंटर को बुलडोजर से तोड़ दिया गया था। उन्होंने यह सेंटर रंगारेड्डी जिले के शिल्परामम के पास माधापुर में हाईटेक सिटी के पास बनाया था। एक्टर पर आरोप थे कि उन्होंने झील की जमीन पर इस सेंटर का अवैध निर्माण कराया था। हैदराबाद आपदा राहत एवं संपत्ति संरक्षण एजेंसी (HYDRA) की टीम ने आज सुबह इसे गिरा दिया।
कुछ समय पहले ही बाबिल खान का एक वीडियो वायरल हो गया था, जिसमें वो रोते-बिलखते फिल्म इंडस्ट्री को अपशब्द कह रहे थे। इसके कुछ देर बाद बाबिल की टीम ने सफाई दी थी कि उनके बयान का गलत अर्थ निकाला गया है। इस पर फिल्ममेकर साई राजेश भड़क गए। उन्होंने बाबिल को फटकार लगाई, तो दोनों के बीच बहस शुरू हो गई। अब विवादों के बीच बाबिल ने अनाउंस कर दिया है कि वो फिल्मों से ब्रेक ले रहे हैं। इतना ही नहीं उन्होंने साई राजेश की फिल्म भी छोड़ दी है। बाबिल खान ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से फिल्म से हटने पर कहा है, काफी हिम्मत, जुनून और आपसी सम्मान के साथ मैंने और साई राजेश सर ने इस जादुई यात्रा में कदम रखा था। दुर्भाग्य से अलग तरह की स्थिति पैदा होने के चलते चीजें वैसी नहीं हुईं, जैसा सभी ने प्लान किया था। क्योंकि मैं कुछ समय का ब्रेक ले रहा हूं, इसलिए मैं साई राजेश सर और उनकी टीम को इस सफर के लिए शुभकामनाएं देता हूं। मैं जानता हूं कि हमारे बीच बहुत प्यार है और हम भविष्य में जल्द ही मिलेंगे और मैजिक क्रिएट करेंगे। वहीं दूसरी तरफ साई राजेश ने भी बाबिल के फिल्म से हटने की ऑफिशियल अनाउंसमेंट कर दी है। उन्होंने लिखा है, मैं जितने भी एक्टर्स से मिला हूं, बाबिल उनमें से सबसे हार्डवर्किंग और टैलेंटेड एक्टर हैं, लेकिन मुझे रियलिटी की ये दुर्भाग्य बात को अपनाना ही होगा। फिल्म की तैयारी के दौरान बाबिल के साथ समय बिताने का मौका मिला, इतने टेलेंटेंड एक्टर के साथ काम करके बहुत खुश था। मैं हमेशा उन्हें अपने सामने परफॉर्म करते हुए देखने के एक्सपीरियंस को संजो कर रखूंगा। मुझे अपने हीरो की याद आएगी। मैं खुद की देखभाल करने के लिए उनके फैसले का सम्मान करता हूं और उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता हूं और ढेर सारा प्यार भेजता हूं। मुझे पता है कि हम दोनों मिलकर वो जादू जरूर बनाएंगे। सरेआम हुई थी बाबिल-साई राजेश की बहस दरअसल कुछ समय पहले ही बाबिल का एक वीडियो वायरल हो गया था, जिसमें वो बुरी तरह रोते हुए फिल्म इंडस्ट्री के लिए अपशब्द कह रहे थे। इसके बाद उनकी टीम की तरफ से स्टेटमेंट जारी कर बताया गया था कि बाबिल तारीफ कर रहे थे, लेकिन उनके शब्दों को गलत तरह लिया जा रहा है। इस स्टेटमेंट के बाद साई राजेश ने एक पोस्ट शेयर कर लिखा, क्या आपको लगता है कि हम इतने भोले हैं कि चुपचाप निकल जाएंगे। हमारे साथ कैसा व्यवहार किया जा रहा है। ऐसा लगता है कि जिन लोगों के नाम आपने वीडियो में लिए हैं, वहीं बस इज्जत के हकदार हैं और बाकी हम सब मूर्ख हैं, जो आपके बुरे समय में आपके साथ खड़े रहे। सिर्फ इसलिए क्योंकि उन्होंने आपके लिए पोस्ट की, इसलिए आप उन्हें वैल्यू दे रहे हैं और बाकी सबको इग्नोर कर रहे हैं। अगर ऐसा है तो हम भी माफी के हकदार हैं। फिल्ममेकर के बयान पर बाबिल ने कमेंट कर लिखा, इस बात का जिक्र नहीं करना चाहिए कि मैंने अपनी आत्मा को कितना दर्द और पीड़ा में डाला, गंदगी में जीया, सिर्फ ये सुनिश्चित करने के लिए कि सर साई राजेश किरदार से खुश हैं। लेकिन अब ठीक है। अब मेरा काम बात करेगा। अलविदा। मेरी दाढ़ी में कीड़े थे, क्योंकि आपको वो किरदार ऐसा ही चाहिए थे। मैंने खुद आंसू लेकर उन्हें खुशी दी। मैंने उनके लिए कलाई तक काट ली। विवाद बढ़ने के बाद बाबिल ने अपने कमेंट डिलीट कर दिए थे। इसके कुछ समय बाद साई राजेश ने भी पोस्ट हटा दी थी। रोते-बिलखते वायरल हुआ बाबिल का वीडियो, बॉलीवुड को कहे अपशब्द कुछ समय पहले बाबिल खान का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने इंडस्ट्री के लिए अपशब्द कहे। उन्होंने कहा, बॉलीवुड बहुत रूड है। बॉलीवुड सबसे सबसे ज्यादा फेक है। सबसे फेक इंडस्ट्री जिसका मैं हिस्सा रहा हूं। यहां कुछ लोग हैं जो बॉलीवुड को बेहतर बनाना चाहते हैं। मैं आपको बहुत कुछ दिखाना चाहता हूं। बहुत कुछ। मेरे पास आपको देने के लिए बहुत कुछ है। ये कहते ही बाबिल फूट-फूटकर रोने लगे। इसी समय का एक और वीडियो सामने आया है। जिसमें बाबिल ने कहा है, मैं ये कहना चाहता हूं कि आप लोगों को पता हो कि यहां शनाया कपूर, अनन्या पांडे, अर्जुन कपूर, सिद्धांत चतुर्वेदी, राघव जुयाल और आदर्श गौरव और यहां तक कि अरिजीत सिंह भी हैं। यहां बहुत सारे नाम हैं, बॉलीवुड कितना ****, बॉलीवुड बहुत रूड है। रेडिट में पोस्ट किए गए इन वीडियोज के साथ दावा किया जा रहा है कि बाबिल ने ये वीडियो इंस्टाग्राम पर पोस्ट किए थे। हालांकि कुछ ही देर बाद ये वीडियो हटा दिए गए। इसी के साथ बाबिल का इंस्टाग्राम अकाउंट भी बंद कर दिया गया था। हालांकि रविवार शाम को उन्होंने इंस्टाग्राम पर वापसी कर दोबारा पोस्ट करना शुरू कर दिया है। परिवार ने जारी किया था ऑफिशियल स्टेटमेंट वीडियो वायरल होने के बाद बाबिल खान की टीम और परिवार की तरफ से एक जॉइंट स्टेटमेंट जारी किया गया है। स्टेटमेंट में कहा गया है, बाबिल मेंटल हेल्थ पर खुलकर बात करते रहते हैं। उन्हें भी कभी बुरा महसूस करने की आजादी है, ये भी उनका बुरा दिन था। हम सबको तसल्ली देना चाहते हैं वो अब सेफ हैं और जल्द ठीक हो जाएंगे। साथ ही स्टेटमेंट में कहा गया है कि बाबिल ने इंडस्ट्री या अर्जुन कपूर-अनन्या पांडे के लिए अपशब्द नहीं कहे, बल्कि वो उनकी तारीफ कर रहे थे।
एक्टर सुनील शेट्टी हाल ही में नाना बने हैं। नाना बनने के बाद से उनकी खुशी छिपाए नहीं छिप रही है। एक्टर ने बेटी अथिया शेट्टी की मदरहुड जर्नी पर बात की। इस दौरान उन्होंने डिलीवरी के लिए नेचुरल तरीका चुनने के लिए अथिया की तारीफ की। साथ ही सिजेरियन डिलीवरी पर अपनी राय रखते हुए उसे कंफर्ट का मामला बता दिया। सी-सेक्शन को लेकर उनकी की गई टिप्पणी पर सोशल मीडिया यूजर्स भड़क गए हैं। यूजर्स इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए, एक्टर को आउटडेटेड और असंवेदनशील बताया है। हर कोई सी-सेक्शन चाहता है न्यूज 18 को दिए एक इंटरव्यू में सुनील कहते हैं- ‘आज के समय में जहां हर कोई आराम से सिजेरियन डिलीवरी से बच्चे को जन्म देना चाहता है, उसने ऐसा न करके नॉर्मल डिलीवरी को विकल्प चुना। मुझे याद है कि अस्पताल में हर नर्स और पेडिट्रिशियन ने कहा था कि वो जिस तरह पूरी प्रक्रिया से गुजरी, वो अविश्वसनीय है।’ इंटरनेट पर कई लोगों को यह कमेंट पसंद नहीं आया। क्रिटिक्स ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक्टर की आलोचना शुरू कर दी। एक यूजर ने तंज करते हुए लिखा, ‘सी-सेक्शन का आराम! यह नया है!’ एक दूसरे यूजर ने लिखा, 'इसमें गर्व करने वाली क्या बात है? इस तरह या उस तरह, बच्चा सुरक्षित होना चाहिए, मां सुरक्षित होनी चाहिए। बर्थ जर्नी सी-सेक्शन या नॉर्मल डिलीवरी के बारे में नहीं है। शर्म आती है उन लोगों पर जो अभी भी ऐसा सोचते हैं।' एक यूजर ने लिखा- 'केवल एक पुरुष ही यह सोचने का साहस कर सकता है कि सी-सेक्शन एक आराम है।' अथिया की पेरेंटिंग देख हैरान हैं सुनील इंटरव्यू में एक्टर बताते हैं कि डिलीवरी के दौरान अथिया की ताकत देखकर वह कितने प्रभावित हुए। उन्होंने कहा, 'एक पिता के तौर पर यह बात मुझे बहुत प्रभावित कर गई।’ इसी इंटरव्यू में सुनील ने बताया कि किस तरह पेरेंटिंग के लिए अथिया का शांत अप्रोच ने उन्हें हैरान कर दिया है। वो कहते हैं- ‘वह बिल्कुल शानदार है। हर पिता अपनी बेटियों को छोटी बच्ची ही समझता है। मैंने भी ऐसा ही सोचा था। मुझे लगा था कि क्या वह मदरहुड को संभाल पाएगी, लेकिन वह अविश्वसनीय है! जिस तरह से उसने इस नई लाइफ को अपनाया है, चीजों को संभाला है और अपनी डिलीवरी को अंजाम दिया है, उससे मुझे बहुत गर्व महसूस होता है।’ उन्होंने यह भी बताया कि अथिया के साथ उनकी डिजिटल बातचीत अब पेरेंटिंग के इर्दगिर्द होती है। उनका इंस्टाग्राम फीड पूरी तरह से बच्चों के बारे में है। अब वो अथिया को बच्चों की देखभाल वाली रील भेजते हैं। वहीं, अथिया उन्हें ग्रैंड पेरेंट्स और ग्रैंड चिल्ड्रेन के बॉन्ड के बारे में रील भेजती रहती है। बता दें कि एक्ट्रेस अथिया शेट्टी और क्रिकेटर केएल राहुल के घर 24 मार्च को बेटी का जन्म हुआ था। कपल ने बेटी का नाम- इवारा विपुला राहुल रखा है।
जैकलीन फर्नांडिज 78वें कांस फिल्म फेस्टिवल का हिस्सा बनीं। इस दौरान उन्होंने अपनी दिवंगत मां और ठग सुकेश को लेकर उनकी जिंदगी में होने वाली उथल-पुथल पर भी बात की। जैकलीन ने कहा कि इस सबके चलते उन्हें पब्लिक स्क्रूटनी का भी सामना करना पड़ा। जैकलीन ने सुकेश के मामले में सीधे तौर पर तो नहीं लेकिन मुश्किल घड़ी में पेरेंट्स से मिलने वाले सपोर्ट पर बात की। द हॉलीवुड रिपोर्टर से बात करते हुए उन्होंने कहा- ‘इंडस्ट्री में हम एक्टर के तौर पर जिस दौर से गुजरते हैं, हमारे पेरेंट्स को भी उससे गुजरना पड़ता है। एक्टर होने के नाते आपसे जुड़ी हर चीज पब्लिक के बीच है। माता-पिता के लिए हर वक्त आपका साथ देना मुश्किल होता है। मेरी मां को हमेशा मुझे पर गर्व था और वो हमेशा चाहती थीं कि मैं कोशिश करती रहूं। सपने देखती रहूं।’ बता दें कि जैकलीन उस समय विवादों में घिर गई, जब ठग सुकेश के साथ उनकी कुछ रोमांटिक तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। 200 करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ठग सुकेश चंद्रशेखर बीते कई सालों से जेल में बंद है। जांच में सामने आया कि एक समय में जैकलीन, सुकेश के साथ रिलेशनशिप में रह चुकी हैं। इसके चलते एक्ट्रेस भी जांच के दायरे में आ गई थीं। जांच में सामने आया कि सुकेश ने खुद को बिजनेसमैन बताते हुए जैकलीन से रिश्ता रखा था। उस समय वह उन्हें कई महंगे तोहफे भी देता था। वहीं, जैकलीन ने पुलिस को दिए बयान में कहा था कि वे नहीं जानती थीं कि सुकेश एक ठग है। जैकलीन के इनकार के बाद भी सुकेश अक्सर खास मौकों पर जेल से उनके लिए चिट्ठी लिखता है और उन्हें कोई ना कोई तोहफा देने का दावा करता है। जैकलीन बनीं ‘वीमेन इन सिनेमा’ की खास मेहमान कांस में जैकलीन को ‘वीमेन इन सिनेमा’ इनिशिएटिव के तहत दुनिया भर से चुनी गई 6 खास महिलाओं में शामिल किया गया था। यह पहल रेड सी फिल्म फेस्टिवल की ओर से शुरू की गई है। इस सम्मान के साथ जैकलीन ने इंस्टाग्राम पर तस्वीरें भी शेयर कीं और लिखा, “@redseafilm के साथ कान्स का पहला दिन। महिला कहानीकारों को बढ़ावा देने वाली पहल ‘वुमेन इन सिनेमा’ में सम्मानित होने पर प्रसन्नता हुई।”
हिंदी सिनेमा की मशहूर अभिनेत्री दिव्या भारती की जिंदगी जितनी चमकदार थी, उतनी ही रहस्यमयी भी रही। उनके निधन के सालों बाद भी उनका नाम आते ही लोगों की आंखें नम हो जाती हैं। कुछ दिन पहले एक्ट्रेस गुड्डी मारुति ने दिव्या को याद करते हुए उनके साथ बिताए लम्हों को शेयर किए थे। दिव्या बहुत जिंदादिल और बिंदास सिद्धार्थ कन्नन को दिए गए इंटरव्यू में गुड्डी मारुति ने कहा था कि दिव्या भारती एक जिंदादिल और बिंदास लड़की थीं। गुड्डी मारुति ने कहा, “एक इंसान के तौर पर वो बहुत अच्छी लड़की थी, लेकिन शायद वो थोड़ी सी उलझन में थी। मुझे नहीं पता, मुझे उसका बचपन या उसकी उम्र का कोई खास पता नहीं है, लेकिन कुछ तो था जो उसे अंदर से परेशान करता था। वो जिंदगी ऐसे जीती थी जैसे बस आज का दिन ही है बिंदास, बेपरवाह, लेकिन फिर भी, वो एक बहुत अच्छी लड़की थी। गुड्डी मारुति कहा था, “जब 'शोला और शबनम' बन रही थी, उस वक्त वो साजिद नाडियाडवाला के साथ थी। गोविंदा, दिव्या, साजिद, डेविड और हम सब 4 अप्रैल को मेरे बर्थडे पर वांग चू में पार्टी कर रहे थे। बाहर से तो सब ठीक लग रहा था, लेकिन अंदर से मुझे लगा कि वो (दिव्या) बहुत उदास है। वो बार-बार कह रही थी कि मुझे आउटडोर शूटिंग पर नहीं जाना, लेकिन साजिद ने कहा कि प्रोड्यूसर को कमिटमेंट है तो जाना ही पड़ेगा। अगले दिन 'दुलारा' की शूटिंग थी। फ्लाइट में रतन जैन ने खबर दीगुड्डी मारुति ने आगे ये भी बताया, “5 अप्रैल की रात को सब कुछ हुआ। 6 अप्रैल की सुबह मेरी कुल्लू-मनाली की फ्लाइट थी। फ्लाइट में रतन जैन (फिल्म प्रोड्यूसर) मिले। उन्होंने कहा कि दिव्या... सुना? अब नहीं रही।’ मैं हैरान रह गई। मैंने कहा कि क्या कह रहे हैं आप? उन्होंने बताया कि पिछली रात सब कुछ हुआ। फिर जब दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरी तो मैंने घर फोन किया और अपने पति (जो उस समय दोस्त थे) से कहा कि कुछ अजीब सा हुआ है, देखो क्या पता चलता है। फिर उन्होंने जाकर कूपर हॉस्पिटल में देखा... सब कुछ बहुत दुखद था। पांचवें माले की बाउंड्री के बाहर बैठी थीगुड्डी मारुति ने यह भी बताया, “एक दिन की बात है, नेचुरल आइसक्रीम शॉप के पास एक पांच मंजिला इमारत थी। रात को मैंने ऊपर देखा तो दिव्या पांचवें माले की पैराबिट (बाउंड्री) के बाहर बैठी थी, उसके पैर नीचे लटक रहे थे। मैंने ऊपर देखा और चौंक गई और कहा कि दिव्या, ये क्या कर रही हो, अंदर आओ’ लेकिन वो बोली कि कुछ नहीं होता। दिव्या को ऊंचाई से डर नहीं लगता था। उन्होंने ये भी कहा, “जब उसकी मौत हुई तब भी शायद वो यही कर रही थी, किसी खिड़की से बाहर निकली और संतुलन बिगड़ गया। लोग कहते हैं कि शायद उस वक्त वो ‘हाई’ थी और उसने बस इतना कहा कि मैं देख रही थी साजिद आ रहा है या नहीं। जिस खिड़की में ग्रिल नहीं थी, वहीं से नीचे उतरी और संतुलन बिगड़ गया। बहुत दुखद था। क्या जिंदगी थी, क्या सुंदर लड़की थी, कितनी अच्छी एक्ट्रेस थी, और कितनी जिंदादिल इंसान थी। गुड्डी मारुति ने ये भी बताया कि दिव्या भारती ने उन्होंने मजाक में एक अंगूठी दे दी थी। गुड्डी मारुति ने कहा, “एक दिन उसने मुझे अपनी एक हरे रंग की एमरल्ड जैसी अंगूठी दी और बोली, 'पहन लीजिए, आपकी शादी जल्दी हो जायेगी।' मैं उस वक्त शादीशुदा नहीं थी। उसने मस्ती में दी थी, लेकिन दिल से चाहती थी कि मेरी भी शादी हो जाए।
साउथ सुपरस्टार विजय देवरकोंडा और एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना के रिश्ते को लेकर आए दिन कुछ ना कुछ छपता रहता है। हाल ही में विजय और रश्मिका की सगाई की खबरें भी आई थीं। अपने हालिया एक इंटरव्यू में विजय ने सगाई की अफवाहों, शादी और रश्मिका को लेकर बात की है। रश्मिका को बताया खूबसूरत और मेहनती फिल्मफेयर मैगजीन को दिए एक इंटरव्यू में रश्मिका मंदाना के बारे में बात करते हुए विजय ने उन्हें मेहनती बताया। उन्होंने कहा- 'मैंने रश्मिका के साथ ज्यादा फिल्में नहीं की हैं। मुझे उनके साथ और फिल्में करनी चाहिए। वो एक बेहतरीन एक्ट्रेस हैं। वो एक खूबसूरत महिला हैं इसलिए केमिस्ट्री में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। वह बहुत मेहनती हैं। वो अपने इच्छा और कॉन्फिडेंस से किसी भी चीज को हरा सकती हैं। वो दयालु हैं और अपने ऊपर बाकियों के आराम और खुशी को प्रायोरिटी देती हैं।' फिलहाल शादी का कोई इरादा नहीं है इंटरव्यू के दौरान रश्मिका को डेट करने की बात पर विजय ने ना तो इसे खारिज किया और ना ही स्वीकार किया। शादी की बात पर एक्टर ने कहा- 'मैं शादी जरूर करूंगा। फिलहाल मैं पार्टनर की तलाशा नहीं कर रहा हूं।' विजय से जब पूछा गया कि क्या रश्मिका उनकी आदर्श पत्नी के पैमाने में फिट बैठती हैं? एक्टर ने जवाब में कहा- कोई भी अच्छी दिल वाली महिला इस पैमाने में फिट बैठती है। अक्सर साथ नजर आते हैं रश्मिका-विजय रश्मिका और विजय को अक्सर साथ देखा जाता है। दोनों को कई बार डेट पर जाते देखा गया है। जिसके चलते दोनों के रिलेशनशिप में होने की अफवाह है। हालांकि, दोनों ने अब तक अपने रिलेशनशिप को ऑफिशियली एक्सेप्ट नहीं किया है। रश्मिका मंदाना हाल ही में फिल्म सिकंदर में सलमान खान के साथ नजर आई थी। फिल्म 30 मार्च को सिनेमाघरों में रिलीज हुई। फिल्म रिलीज होने के कुछ घंटे बाद रश्मिका को मुंबई के एक रेस्टोरेंट में रूमर्ड बॉयफ्रेंड विजय देवरकोंडा के साथ देखा गया था। ऐसा कहा जा रहा था कि दोनों लंच डेट पर गए थे। हालांकि दोनों ने खुद कभी अपने रिश्ते की बात नहीं स्वीकारी है। दोनों एक-दूसरे को बस अच्छा दोस्त बताते हैं।
सिंगर अभिजीत सावंत ने हाल ही में एक खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि शादी के कुछ साल बाद उन्होंने ऑनलाइन डेटिंग प्लेटफॉर्म टिंडर को जॉइन किया था। पत्नी शिल्पा सावंत को इस बारे में पता नहीं था। हालांकि, बाद में उन्होंने इस बंद कर दिया था। हिंदी रश से बातचीत में सिंगर अभिजीत सावंत ने कहा, ‘मैं एक जिज्ञासु इंसान हूं। मुझे हमेशा से जिज्ञासा रही है। मैं अमेरिका में अपने दोस्त के साथ था। उसने कहा कि ये एक नया ऐप है, डेटिंग के लिए है। मैंने तब अपनी प्रोफाइल बनाई और वो वैसी की वैसी ही पड़ी रही। मैं कभी-कभी बीच में जाता था और देखता था कि क्या है ये सब, क्या होता है? मैंने अपना ही नाम रखा था। सब कुछ सही था। बीवी को नहीं पता था। लेकिन मैंने कुछ किया नहीं, किसी से मिला नहीं, कुछ था भी नहीं। अभिजीत ने कहा, मैंने 2-3 महिलाओं से बात की है। टिंडर पर जिन महिलाओं से बात की। उनसे काफी बातचीत हुई। मैं बस आता था और बात करता था। ये चीजें ना बहुत अजीब होती हैं। मुझे बात करने का शौक है और आप लड़कियों से बहुत गहराई में बात कर सकते हो। मैं बहुत बात करता था। दो-तीन लोग मिल गए थे जो अच्छे से बात करते थे। फिर ट्विटर पर मेरा अकाउंट था और मैंने सोचा कि यह अच्छा नहीं लगेगा। पत्नी को भी नहीं पता था, अब उसे पता चल जाएगा। यह ओपन अकाउंट है। अगर आप कुछ करना चाहते हैं, तो इसे बेझिझक करें। मैं सब कुछ कैसे संभाल सकता हूं।' अभिजीत-शिल्पा की शादी 2007 में हुई थी अभिजीत और शिल्पा की शादी 2007 में हुई थी। अभिजीत ने बताया कि दोनों एक ही कॉलोनी में रहते थे और बचपन से एक-दूसरे को जानते थे। शुरुआत में शिल्पा ने उनका प्रपोजल ठुकरा दिया था, लेकिन बाद में वह मान गईं। इसके बाद दोनों ने करीब एक साल तक एक-दूसरे से बात नहीं की। फिर धीरे-धीरे उन्हें एहसास हुआ कि वे एक-दूसरे से प्यार करते हैं। बता दें कि इस कपल के दो बच्चे हैं – सोनाली और अमित सावंत। अभिजीत और शिल्पा ने साथ में 'नच बलिए सीजन 4' में भी हिस्सा लिया था।
टीवी शो 'छोटी सरदारनी' में नजर आ चुकीं एक्ट्रेस निम्रत कौर अहलूवालिया ने हाल ही में एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि 19 साल की उम्र में जब वह कानून की पढ़ाई कर रही थीं और इंटर्नशिप के दौरान सुप्रीम कोर्ट में एक सुनवाई के लिए गई थीं, तब उनके साथ यौन शोषण की कोशिश की गई थी। हाउटरफ्लाई से बातचीत में निम्रत कौर अहलूवालिया ने बताया, 19 साल की उम्र में जब मैं कानून की पढ़ाई के दौरान इंटर्नशिप कर रही थीं। तब एक सुनवाई देखने सुप्रीम कोर्ट गई थी। वहां काफी भीड़ थी, तभी पीछे खड़े किसी व्यक्ति ने मुझे गलत तरीके से छूने की कोशिश की। मैंने सबसे पहले महसूस किया कि किसी का हाथ मेरी पीठ पर था। पहले तो मुझे लगा कि शायद मैं ज्यादा सोच रही हूं क्योंकि वहां बहुत भीड़ थी और सब बहुत करीब खड़े थे। मैंने पीछे मुड़कर देखा, तो वो शख्स सीधा आगे देख रहा था। न मेरी तरफ देखा, न ही मेरी मौजूदगी को महसूस किया। मुझे थोड़ा घबराहट होने लगी, तो मैंने सोचा कि अपनी पोजीशन बदल लेती हूं। लेकिन फिर मैंने महसूस किया कि किसी ने मेरा बट को छुआ और वो वही आदमी था। फिर उसने दोबारा वही हरकत की और मेरे बट पर हाथ लगाया। उस समय मेरी आंखों में आंसू आ गए थे। मैं पूरी तरह सदमे में थी। निम्रत ने आगे कहा, फिर कोर्ट में एक महिला वकील ने मुझे असहज स्थिति में देखा। तुरंत वह मेरे पास आईं और मेरा साथ देते हुए उस आदमी को थप्पड़ मार दिया। कुछ ही मिनटों में वहां हंगामा मच गया, जिसके बाद पुलिस अधिकारियों को बुलाया गया और मामला उनके हाथ में सौंप दिया गया। एक्ट्रेस ने कहा, ऐसा लगता है कि आप एक सुरक्षित जगह पर हैं क्योंकि आप सुप्रीम कोर्ट में खड़े हैं। लेकिन फिर भी ऐसा हो गया।
शाहरुख खान और रानी मुखर्जी के फैंस के लिए खुशखबरी है। 19 साल बाद ये जोड़ी एक बार फिर साथ में स्क्रीन पर दिखेगी। रिपोर्ट्स की मानें तो रानी शाहरुख की फिल्म 'किंग' में नजर आएंगी। इस फिल्म उनका कैमियो रोल है। एक्ट्रेस ने अपने रोल के लिए पांच दिनों की शूटिंग भी कर ली है। पिंकविला की रिपोर्ट के मुताबिक, फिल्म में रानी मुखर्जी सुहाना खान की मां की भूमिका निभाएंगी। एक महीने पहले कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि दीपिका सुहाना की मां की भूमिका निभाती नजर आएंगी। उनका भी कैमियो रोल ही होगा। लेकिन पिंकविला की रिपोर्ट के अनुसार, दीपिका का रोल ‘किंग’ में कैमियो नहीं उससे कहीं अधिक है। बता दें कि शाहरुख खान की बेटी सुहाना खान फिल्म 'किंग' के जरिए अपना थियेट्रकिल डेब्यू करने वाली हैं। सिद्धार्थ आनंद के डायरेक्शन में बनी रही एक्शन थ्रिलर ‘किंग’ एक मल्टीस्टारर फिल्म है। फिल्म में दीपिका पादुकोण, अभिषेक बच्चन, अनिल कपूर, जैकी श्रॉफ, सुहाना खान, अभय वर्मा, अरशद वारसी और जयदीप अहलावत भी अहम भूमिका में हैं। अभय वर्मा सुहाना खान के अपोजिट दिखेंगे। वहीं, शाहरुख और रानी को ऑनस्क्रीन जोड़ी की बात करें तो दोनों ने ‘कुछ कुछ होता है’, ‘कभी खुशी कभी गम’ और ‘कभी अलविदा ना कहना’ जैसी हिट फिल्मों में काम किया है। उन दोनों की ही जोड़ी दर्शकों को बेहद पसंद भी आई है। फिल्म की बात करें तो इसकी कहानी सुजॉय घोष, सिद्धार्थ आनंद, सुरेश नायर और सागर पांड्या ने लिखी है। अब्बास टायरवाला किंग के डायलॉग लिखे हैं। इस फिल्म को रेड चिलीज़ एंटरटेनमेंट और मार्फ्लिक्स प्रोड्यूस कर रही है। ।
बॉलीवुड के मशहूर कोरियोग्राफर बॉस्को मार्टिस ने फिल्म देवरा के गाने चुट्टामल्ले में कोरियोग्राफी करने और क्रेडिट को लेकर बड़ी बात कही है। हाल ही में बीबीसी एशियन नेटवर्क को दिए एक इंटरव्यू में जब बॉस्को से ये सवाल पूछा गया कि आधा घंटे तक मुझे ये नहीं पता था कि आपने चुट्टामल्ले को कोरियोग्राफ किया है, तो बॉस्को ने इस पर मुस्कुराते हुए कहा, काश जान्हवी अपने प्रमोशन में इस बारे में बात करती, लेकिन ठीक है, कोई बात नहीं। बता दें कि इस गाने में जूनियर एनटीआर और जान्हवी कपूर नजर आए थे और यह गाना सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ। यूट्यूब पर इस गाने को 300 मिलियन से भी ज्यादा बार देखा गया। काला चश्मा की शूटिंग में बॉस्को को 5 घंटे का इंतजार करना पड़ासाथ ही इस इंटरव्यू में बॉस्को ने ये बताया कि काला चश्मा की शूटिंग के दौरान उनको पांच घंटे तक इंतजार करना पड़ा था। उन्होंने कैटरीना के साथ शूट किए गाने का जिक्र करते हुए बताया, कैटरीना ने लहंगा पहना हुआ था और जो स्टेप्स हमने बनाए थे, उनमें फुटवर्क की जरूरत थी। मुझे याद है कि हमने पहले दिन 5 घंटे खो दिए क्योंकि कैटरीना लहंगे में थीं। दूसरे दिन हमें फिर 5 घंटे इंतजार करना पड़ा ताकि वो उस डिजाइनर साड़ी में आ सकें जो उन्होंने मनीष मल्होत्रा के साथ मिलकर बनाई थी। उन्होंने ये भी कहा कि वो आउटफिट इसलिए खास लगा क्योंकि उसमें पैरों की मूवमेंट साफ दिख रही थी, साथ ही भारतीयता भी बनी रही। बॉस्को ने कहा, जब ये सारी चीजे एक साथ आती हैं, तो लगता है कि वो 5 घंटे का इंतजार वाकई जरूरी था क्योंकि उसके बाद आप कैटरीना को उनका जादू बिखेरते हुए देखते हैं। 'कोरियोग्राफर्स का प्रमोशन में भी नाम छूट जाता' बॉस्को मार्टिस ने ये भी कहा, कोरियोग्राफर्स को आमतौर पर उनका हक नहीं मिलता, जबकि गाने को जैसा वो दिखता है वैसा बनाने में बहुत मेहनत, बहुत प्लानिंग और बहुत एक्सपर्टीज लगती है। जब गाना रिलीज होता है और सुपरहिट हो जाता है या चाहे जैसा भी हो, तो कोरियोग्राफर को भूल जाते हैं। यहां तक कि जब गाने का प्रमोशन होता है, जहां उस गाने को दिखाया जाना होता है, तब भी कोरियोग्राफर को सेलिब्रेट नहीं किया जाता। अगर कोई गाना पहली बार दिखाया जा रहा हो, तो कई बार कोरियोग्राफर का नाम तक नहीं लिखा जाता। उन्होंने आगे कहा, जितना म्यूजिक डायरेक्टर को सराहा जाता है, जितना लिरिसिस्ट को सराहा जाता है, जितना सिंगर को सराहा जाता है, और तो और एक्टर को तो पूरी तरह से सराहा जाता है क्योंकि वो गाने का चेहरा होता है, उतना ही कोरियोग्राफर को पीछे कर दिया जाता है और कई बार तो वो गायब ही हो जाता है। मैं इस बारे में खुलकर बोलता रहा हूं क्योंकि मुझे लगता है कि अब समय आ गया है इस पर बात करने का। खासकर इंडिया में जब किसी रेडियो स्टेशन पर गाने की बात होती है तो म्यूजिक डायरेक्टर की बात होती है, लिरिसिस्ट की बात होती है, सिंगर की बात होती है, लेकिन कोरियोग्राफर का नाम कोई नहीं लेता। जैसे 'काला चश्मा' की बात करें, तो कोई नहीं कहेगा कि ये गाना बॉस्को और सीजर ने कोरियोग्राफ किया है। ये नाम कहीं नहीं आता। बॉस्को ने विक्की कौशल की तारीफ कीएक्टर विक्की कौशल की तारीफ करते हुए बॉस्को ने कहा, मुझे लगता है कि अब हर कोरियोग्राफर को खड़ा होना चाहिए और इस बारे में बात करनी चाहिए। हां, ये भी है कि जब आप बोलते हो, आवाज उठाते हो, तो लोग आपको चुप कराने की कोशिश करते हैं या फिर आपको घमंडी कहने लगते हैं और यही एक पतली रेखा होती है, आप घमंडी नहीं दिखना चाहते, बस बराबरी की बात करना चाहते हो। मुझे लगता है कि ये सम्मान की बात है, घमंड की नहीं और मैं ये नहीं कह रहा कि कोरियोग्राफर की तस्वीर हर जगह लगाओ, बस इतना कह रहा हूं कि कोरियोग्राफर को क्रेडिट दो। यहां तक कि जब कोई एक्टर, जैसे विक्की कौशल ने किया उन्होंने बहुत ग्रेसफुली मेरे बारे में बात की, मुझे सेलिब्रेट किया और शायद इसी वजह से दुनिया को पता चला कि इस गाने के कोरियोग्राफर कौन हैं। बॉस्को के पॉपुलर गानेबता दें कि बॉस्को ने कई सुपरहिट गानों को कोरियोग्राफ किया है। शाहरुख खान की फिल्म पठान का गाना झूमे जो पठान उन्हीं की कोरियोग्राफी है। इसके अलावा उन्होंने फिल्म देवरा: पार्ट 1 का चुट्टामल्ले और विक्की कौशल की फिल्म बैड न्यूज का गाना तौबा तौबा भी कोरियोग्राफ किया है। बॉस्को उन कोरियोग्राफर्स में से हैं जो अपने डांस स्टाइल और यूनिक विजन के लिए जाने जाते हैं।
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया था। इस कार्रवाई के बाद दोनों देशों के बीच तनाव लगातार बढ़ता गया। हालांकि, हाल ही में हुए सीजफायर के बाद हालात में कुछ हद तक सुधार देखने को मिला है। इसी बीच सोशल मीडिया पर सुष्मिता सेन का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह पाकिस्तानी कलाकारों का सपोर्ट करती नजर आईं। इस वीडियो को लेकर सोशल मीडिया यूजर्स भड़क गए और एक्ट्रेस को ट्रोल करना शुरू कर दिया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि सुष्मिता सेन एक इवेंट से निकलते हुए दिखाई दे रही हैं। इस दौरान जब उनसे फिल्म ‘अबीर गुलाल’ को लेकर हो रहे विवाद पर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा, मुझे इतना सब तो नहीं पता है, लेकिन मैं बस इतना जानती हूं कि हुनर और क्रिएटिविटी में कोई बाउंड्री नहीं होती है और होनी भी नहीं चाहिए। एक्ट्रेस ने आगे कहा, एक स्पोर्ट्स और एक हमारी क्रिएटिव फील्ड है, जहां पर क्रिएटिविटी आजादी से जन्म लेती है। ऐसे में इसके लिए कोई सरहद नहीं होनी चाहिए। सपोर्ट के बाद एक्ट्रेस हुईं ट्रोल जैसे ही एक्ट्रेस का यह वीडियो सामने आया तो सोशल मीडिया पर यूजर्स की तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। एक यूजर ने लिखा, ‘यहां एक डिसलाइक का बटन भी होना चाहिए था।’, दूसरे ने टिप्पणी की, ‘बहन, तुम भी वहीं जाकर काम कर लो।’, वहीं, एक अन्य यूजर ने कहा, ‘मैं अब बॉलीवुड की फिल्में देखना ही बंद कर दूंगा।’, इसके अलावा भी कई लोगों ने अभिनेत्री की आलोचना की। बॉलीवुड में आठ साल बाद वापसी कर रहे थे फवाद खान पाकिस्तानी एक्टर फवाद खान बॉलीवुड में आठ साल बाद वापसी कर रहे थे। उनकी आने वाली फिल्म 'अबीर गुलाल' का टीजर आज (1 अप्रैल) रिलीज हुआ था, जिसे लेकर फैंस के बीच उत्साह का माहौल था। हालांकि, जैसे ही फिल्म के रिलीज होने की जानकारी सामने आई, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया था और फिल्म को महाराष्ट्र में रिलीज न करने की धमकी दी थी।
फिल्ममेकर एस. एस. राजामौली के अलावा आमिर खान और राजकुमार हिरानी भी जल्द ही दादासाहेब फाल्के की जिंदगी पर फिल्म बनाने जा रहे हैं। इसी बीच दादासाहेब फाल्के के पोते चंद्रशेखर श्रीकृष्ण पुसालकर ने आमिर-हिरानी की तारीफ की है, लेकिन वह राजामौली से नाराज नजर आए। उन्होंने कहा कि राजामौली ने बायोपिक के लिए उनसे कभी संपर्क नहीं किया। अमर उजाला से बातचीत के दौरान चंद्रशेखर श्रीकृष्ण पुसालकर ने कहा, दादासाहेब फाल्के पर राजामौली फिल्म बना रहे हैं। इस बारे में मैंने सिर्फ चर्चा सुनी है, लेकिन उन्होंने इसके लिए मुझसे कभी संपर्क नहीं किया। अगर कोई फाल्के जी पर फिल्म बना रहा है, तो कम से कम परिवार से बात तो करनी चाहिए। परिवार को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता, असली कहानियां हम ही जानते हैं।’ इसी दौरान चंद्रशेखर श्रीकृष्ण पुसालकर ने आमिर खान और हिरानी की तारीफ की। उन्होंने कहा, आमिर-हिरानी की टीम ने भरोसा जीतने के लिए कड़ी मेहनत की। आमिर खान और राजकुमार हिरानी का प्रोजेक्ट मेरे लिए भी एक सरप्राइज था। मुझे अभी पता चला कि उन्होंने समझौता कर लिया है, लेकिन उनके सहायक निर्माता हिंदुकुश भारद्वाज पिछले तीन सालों से मेरे संपर्क में हैं। वह मुझसे बार-बार मिलने आते थे, रिसर्च करते थे और विवरण पूछते थे। मैंने उनसे साफ कहा, 'आप लोग ईमानदारी से काम कर रहे हैं, आप आगे बढ़ें, मुझे कोई आपत्ति नहीं है'। उन्होंने कहा मुझे लगता है कि विद्या बालन उनकी दादी, दादासाहेब की पत्नी, सरस्वती बाईफाल्के की भूमिका निभाने के लिए बेस्ट रहेंगी। पुसलकर ने यह भी कहा कि हिरानी और आमिर को उनकी दादी सरस्वती बाई फाल्के का रोल निभाने के लिए एक्ट्रेस विद्या बालन को लेना चाहिए। -------------- इससे जुड़ी खबर पढ़ें.. दादासाहेब फाल्के पर फिल्म बनाएंगे आमिर और राजकुमार हिरानी:इसी साल अक्टूबर में शुरू होगी शूटिंग; पिछले 4 साल से स्क्रिप्ट पर काम जारी दादासाहेब फाल्के को भारतीय सिनेमा का जनक माना जाता है। उन्होंने भारत में फिल्मों की शुरुआत की थी। उनकी याद में सबसे बड़ा फिल्म पुरस्कार 'दादासाहेब फाल्के पुरस्कार' रखा गया है। उनका जीवन और फिल्मों का सफर बहुत दिलचस्प रहा है। अब उनकी कहानी पर एक फिल्म बनने जा रही है। आमिर खान और राजकुमार हिरानी मिलकर दादा साहेब फाल्के की जिंदगी पर फिल्म बनाने की तैयारी कर रहे हैं। पूरी खबर पढ़ें..
मुंबई के एक सेशन कोर्ट ने गुरुवार को एक्टर एजाज खान की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी। एजाज के खिलाफ एक एक्ट्रेस ने रेप का केस दर्ज कराया था। पीड़िता का आरोप है कि एजाज ने शादी का झांसा देकर उसके साथ संबंध बनाए। वहीं, मामले में एजाज खान ने अपनी याचिका में दावा किया कि महिला को पता था कि वह पहले से शादीशुदा है। उनका कहना है कि दोनों के बीच जो भी हुआ, वह आपसी सहमति से हुआ। एजाज ने कोर्ट में ये भी कहा कि उसके पास व्हाट्सएप चैट्स और वीडियो के रूप में सबूत हैं। उनका आरोप है कि महिला ने केस वापस लेने के बदले 10 लाख रुपये की मांग की थी। बता दें कि मामले में FIR चारकोप पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई थी। शिकायत में महिला ने कहा कि एजाज खान ने खुद को सेलेब्रिटी और रिएलिटी शो होस्ट बताकर उस पर प्रभाव जमाया। उन्होंने अप्रैल महीने में शादी और आर्थिक मदद देने का वादा करके कई बार शारीरिक संबंध बनाए। पुलिस ने किया एजाज की अग्रिम जमानत का विरोध हालांकि, पुलिस ने एजाज की अग्रिम जमानत का विरोध किया। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जरूरी है। एजाज का फोन बरामद करना, चैट्स की जांच, और अन्य डिजिटल सबूत जुटाना बाकी है। कोर्ट ने पूछताछ को बताया जरूरीसेशन कोर्ट के जज डी जी धोबले ने अपने आदेश में कहा कि FIR में साफ-साफ तारीख, जगह और घटनाओं का जिक्र है। महिला को सिर्फ शादी का वादा नहीं, बल्कि प्रोफेशनल और फाइनेंशियल मदद का भरोसा भी दिया गया था। जज ने कहा कि यह सिर्फ सहमति से बना रिश्ता नहीं लग रहा। ऐसा प्रतीत होता है कि सहमति धोखे या झूठे वादों के आधार पर ली गई है। कोर्ट ने आगे कहा कि व्हाट्सएप चैट्स में ऐसा कुछ नहीं दिखता कि महिला ने पैसे मांगे हों। ऐसे में एजाज की कस्टडी में पूछताछ जरूरी है। वहीं, मामले में पुलिस ने ये भी कहा कि एजाज पहले भी ड्रग्स केस में फंसे थे। अगर उन्हें अग्रिम जमानत मिलती है, तो वो सबूतों से छेड़छाड़ कर सकते हैं या गवाहों को प्रभावित कर सकते हैं।
एक्ट्रेस काजल अग्रवाल को नितेश तिवारी की आने फिल्म रामायण में काजल को एक अहम किरदार मिला है। वो इस फिल्म में रावण की पत्नी मंदोदरी का रोल निभा रही हैं। रावण के रोल में साउथ के सुपरस्टार यश नजर आएंगे। पहले खबरें थीं कि ये किरदार साक्षी तंवर निभा सकती हैं, लेकिन अब प्रोडक्शन से जुड़े एक करीबी सूत्र ने कन्फर्म किया है कि मंदोदरी का रोल काजल को मिला है। यही नहीं, उन्होंने शूटिंग भी शुरू कर दी है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार एक सूत्र ने बताया, मंदोदरी का किरदार बहुत भावनात्मक और मजबूत है। इसके लिए एक ऐसी अभिनेत्री चाहिए थी जो गंभीरता और गरिमा को अच्छी तरह निभा सके। काजल इसमें बिल्कुल फिट बैठती हैं। वहीं, एक दूसरे प्रोडक्शन सदस्य ने कहा, फिल्ममेकर्स चाहते थे कि ये रोल ऐसी एक्ट्रेस निभाए जो पूरे देश में पॉपुलर हो। कई नामों पर विचार किया गया, लेकिन काजल की नॉर्थ और साउथ दोनों में अच्छी फैन फॉलोइंग है, इसलिए उन्हें चुना गया। रामायण पर फिल्म बना रहे नितेश तिवारीइस मेगा प्रोजेक्ट को यश और नमित मल्होत्रा मिलकर प्रोड्यूस कर रहे हैं। फिल्म को दो भागों में बनाया जा रहा है। पहला भाग दिवाली 2026 और दूसरा दिवाली 2027 में रिलीज होगा। फिल्म में रणबीर कपूर भगवान राम के किरदार में दिखेंगे, साई पल्लवी सीता बनेंगी, रवि दुबे लक्ष्मण, लारा दत्ता कैकेयी और सनी देओल हनुमान के रोल में नजर आएंगे। फिल्म के विजुअल इफेक्ट्स का काम ऑस्कर-विनिंग स्टूडियो DNEG कर रहा है, जिससे उम्मीद की जा रही है कि ये एक शानदार और भव्य सिनेमाई अनुभव होगा। काजल अग्रवाल ने कई हिट फिल्मों में काम किया हैअभिनेत्री काजल अग्रवाल आखिरी बार सलमान खान की फिल्म 'सिकंदर' में नजर आई थीं। काजल अग्रवाल की फिल्मी सफर की बात करें तो उन्होंने कई हिट फिल्मों में काम किया है। मगधीरा (2009) में उनके ड्यूल रोल ने उन्हें स्टार बना दिया। सिंघम (2011) में अजय देवगन के साथ उन्होंने बॉलीवुड डेब्यू किया। थुप्पाकी (2012) और मर्सल (2017) जैसी साउथ की फिल्मों में भी उनका काम सराहा गया। आर्या 2, मिस्टर परफेक्ट और डार्लिंग जैसी तेलुगू रोमांटिक फिल्मों में उनके किरदार आज भी लोगों को याद हैं।
नए जेनरेशन स्टार किड में अनन्या पांडे, सुहाना खान के बाद संजय कपूर की बेटी शनाया कपूर भी बॉलीवुड डेब्यू करने जा रही हैं। फिलहाल उनका एक म्यूजिक वीडियो आया है, जिसमें वो सिंगर गुरु रंधावा के साथ नजर आ रही हैं। शनाया का म्यूजिक वीडियो सोशल मीडिया यूजर्स को कुछ खास पसंद नहीं आया है। ऐसे में वो अनन्या पांडे को शनाया से बेहतर बता रहे हैं। शनाया ने इस गाने को अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर पोस्ट किया है। जहां, उन्हें लोगों का मिलाजुला रिएक्शन मिल रहा है। कुछ लोगों को शनाया बहुत पसंद आ रही हैं और उनकी तुलना कैटरीना से कर रहे हैं। वहीं कुछ लोगों ने शनाया को एकदम से फेक बता दिया है। अनुराग गुप्ता लिखते हैं- 'डांस भी करना नहीं आता।' आएशा तसनीम लिखती हैं- 'ये एक्सप्रेशन है? मुझे नहीं पता क्यों लेकिन ये एक्ट्रेस जैसी नहीं दिखती है। अब मैं अनन्या पांडे को बहुत सारा रिस्पेक्ट देना चाहती हूं।' मोहम्मद नाम के एक यूजर लिखते हैं- 'नेपोटिज्म बढ़ाता जा रहा है।' मोहित अहूजा लिखते हैं- 'एक प्रॉपर मॉडल को कास्ट करो। यह फेक है। कोई एक्सप्रेशन नहीं है।' बता दें कि गुरु रंधावा के म्यूजिक वीडियो 'वाइब' में शनाया के अलावा मोरक्कन-अमेरिकन रैपर फ्रेंच मोंटाना भी नजर आ रहे हैं। इस वीडियो को लास वेगास में शूट किया गया है। 16 मई को रिलीज हुई इस वीडियो को अब तक दस मिलियन से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं। ये गाना यूट्यूब ट्रेंडिग में भी शामिल है। शनाया कपूर की डेब्यू की बात करें तो पहले वो धर्मा प्रोडक्शन की फिल्म बेधड़क से डेब्यू करने वाली थीं लेकिन फिल्म बंद हो गई। अब वो जल्द ही फिल्म ‘आंखों की गुस्ताखियों’ में नजर आएंगी। इस फिल्म में उनके ओपजिट विक्रांत मैसी दिखेंगे।
बॉलीवुड में राजेश खन्ना को अक्सर पहला सुपरस्टार कहा जाता है, लेकिन उनसे पहले दिलीप कुमार और भारत भूषण जैसे दिग्गज कलाकारों ने इंडस्ट्री पर राज किया था। भारत भूषण एक साधारण इंसान थे, लेकिन 1950 के दशक में उन्होंने ‘बैजू बावरा’, ‘मिर्जा गालिब’ जैसी फिल्मों से अपनी पहचान बना ली। उनकी अदायगी और मासूमियत ने उन्हें उस दौर का रोमांटिक हीरो बना दिया, लेकिन फिल्म प्रोडक्शन में कुछ गलत फैसलों ने उनका करियर और जमा पूंजी दोनों खत्म कर दी। कहा तो यहां तक जाता है कि उन्होंने अपना बंगला, गाड़ियां और किताबें तक बेच दीं। आखिरकार, वे मुंबई के मलाड इलाके के एक छोटे से फ्लैट में रहने लगे। 1992 में जब उनका निधन हुआ, तो अंतिम संस्कार में सिर्फ सात-आठ लोग मौजूद थे। अमिताभ ने ब्लॉग में जिक्र किया था इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत भूषण से जुड़ी एक घटना को अभिनेता अमिताभ बच्चन ने भी ब्लॉग में शेयर किया था। 2008 में एक ब्लॉग में उन्होंने लिखा था कि एक सुबह जब वे काम पर जा रहे थे, तब उन्होंने भारत भूषण को सांताक्रूज के एक बस स्टॉप पर अकेले खड़ा देखा। कोई उन्हें पहचान नहीं रहा था, कोई उनके पास नहीं आ रहा था। वो भीड़ में बस एक आम आदमी की तरह थे। भारत भूषण को कार में बिठाना चाहते थे अमिताभ बच्चन ने लिखा था कि उन्होंने उन्हें कार में बिठाने का सोचा, लेकिन हिम्मत नहीं जुटा पाए। उन्हें लगा कि कहीं वो उन्हें शर्मिंदा न कर दें। अमिताभ ने लिखा था, “लेकिन वो सीन मेरे दिल में रह गया है और शायद हमेशा रहेगा। ये किसी के भी साथ हो सकता है।” उन्होंने गुरु दत्त की फिल्म ‘कागज के फूल’ की पंक्तियों को याद करते हुए लिखा था— “वक्त ने किया क्या हसीन सितम, तुम रहे न तुम, हम रहे न हम...” वहीं, पत्रकार अली पीटर जॉन ने भी भारत भूषण के उतार-चढ़ाव पर लिखा था। उनके मुताबिक, 'बैजू बावरा फिल्म के लिए दिलीप कुमार और नरगिस पहली पसंद थे, लेकिन निजी कारणों से उन्होंने साथ काम करने से मना कर दिया। इसके बाद भारत भूषण को मौका मिला और फिल्म ने इतिहास रच दिया, लेकिन वक्त ने करवट बदली। स्टारडम खत्म हुआ। काम मिलना बंद हो गया। एक समय के हीरो को छोटे-मोटे रोल करने पड़े। उनकी मौत एक गुमनाम कलाकार की तरह हुई। भारत भूषण की कहानी सिर्फ एक अभिनेता की नहीं, बल्कि फिल्मी दुनिया की असलियत है — जहां चमकते सितारे भी कभी-कभी अंधेरे में खो जाते हैं।' भारत भूषण का ऐसा रहा था करियरभारत भूषण का जन्म मेरठ में 1920 में हुआ। मां की मौत के बाद वे दादाजी के पास अलीगढ़ चले गए। पिता वकील बनाना चाहते थे, लेकिन भारत ने एक्टर बनने की ठानी। पहले कलकत्ता और फिर मुंबई पहुंचे भारत भूषण ने 1941 में किदार शर्मा की फिल्म 'चित्रलेखा' से अपने करियर की शुरुआत की। शुरुआत में उनकी फिल्मों को ज्यादा सफलता नहीं मिली। 1948 की 'सुहागरात' कुछ हद तक चली। 1952 में 'बैजू बावरा' सुपरहिट रही और उन्होंने बतौर हीरो पहचान बनाई। फिल्म का संगीत बेहद लोकप्रिय हुआ और नौशाद को पहला फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला। उसी साल 'मां' और 'आनंद मठ' ने भी अच्छा प्रदर्शन किया। 1953 में 'लड़की' फिल्म बड़ी हिट रही और साल की दूसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी। इस तरह भारत भूषण स्टार बन गए। उन्होंने मधुबाला के साथ कई हिट फिल्में दीं। मधुबाला से शादी करना चाहते थे, लेकिन ऐसा न हो सका। उनकी शादी सरला से हुई, जिनका निधन डिलीवरी के दौरान हो गया। बाद में उन्होंने एक्ट्रेस रत्ना से शादी की। बाद में छोटे-मोटे रोल करने पड़े60 के दशक में उन्होंने कई बंगले, गाड़ियां और किताबें खरीदीं। भाई के कहने पर उन्होंने फिल्मों में पैसा लगाया। बसंत बहार और बरसात की रात हिट रहीं, लेकिन आगे के प्रोजेक्ट फ्लॉप हो गए। सब कुछ बिक गया। बुरे दौर में उन्हें जूनियर आर्टिस्ट के रोल तक करने पड़े। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था, “रोटी के लिए भी रोल करना पड़ा।” बेटी अपराजिता ने बताया था कि उनका अंतिम वक्त मुंबई के एक छोटे फ्लैट में बीता। उन्होंने कभी किसी से मदद नहीं मांगी।
एक्ट्रेस कल्कि कोचलिन ने बताया कि वो कई सालों तक वह अपनी स्विफ्ट कार में फिल्मफेयर अवॉर्ड्स के रेड कारपेट पर पहुंचती थीं। उनकी ड्रेस कार से बड़ी होती थी और लोग कार को रोक देते थे। जिससे उन्हें इनवाइट दिखाकर समझाना पड़ता था कि मैं ही हूं। यूट्यूब चैनल अलीना डिसेक्ट्स को दिए इंटरव्यू में कल्कि ने कहा, कई सालों तक मैं अपनी स्विफ्ट कार में फिल्मफेयर के रेड कारपेट पर पहुंचती थी और मेरी ड्रेस मेरी कार से बड़ी होती थी और लोग कार को रोक देते थे। उसे अंदर नहीं जाने देते थे। फिर मुझे अपना इनवाइट दिखाना पड़ता था और कहना पड़ता था कि मैं ही हूं... हां, मैं ही हूं। फ्लैट छोटा, गाड़ी बड़ीसाथ ही कल्कि ने कहा, 'मैं ऐसे लोगों को जानती हूं जो एक छोटे से वन बीएचके फ्लैट में रहते हैं, लेकिन ऑडी जैसी बड़ी गाड़ी रखते हैं। वो मीटिंग्स में ऑडी से आते हैं, ड्राइवर के साथ बैठते हैं, लेकिन असल में उनका घर बहुत छोटा होता है. हालांकि, ये उनकी चॉइस है। कल्कि को पसंद है आजादी कल्कि ने ये भी कहा कि मेरी आजादी मेरे लिए ज्यादा जरूरी है। मुझे प्रकृति पसंद है, इसलिए मैं उस पर पैसा खर्च करती हूं। मैंने गोवा में एक खूबसूरत घर में रहने के लिए खर्च किया है। मैं हर हफ्ते या दो हफ्ते में प्लेन से वहां जाती हूं। मेरी कमाई वहीं जाती है, लेकिन ये मेरी चॉइस है क्योंकि इससे मुझे वो आजादी मिलती है, जिससे मैं अपनी जिंदगी एंजॉय कर सकूं, अपनी बेटी का बचपन देख सकूं, हर वीकेंड बीच पर जा सकूं ऐसे पल जी सकूं और हां, ये भी सही है कि मैं खुद को लकी मानती हूं कि मैं ये चॉइस कर सकती हूं। बहुत से लोगों के पास ये चॉइस नहीं होती। तो आखिर में ये सब इसी पर निर्भर करता है, आपके पास क्या है और आप क्या चाहते हैं। फिल्म देव डी से किया डेब्यूकल्कि ने फिल्मों की शुरुआत देव डी से की थी, जिसमें उन्हें फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला था। वो जिंदगी ना मिलेगी दोबारा, ये जवानी है दीवानी, गली बॉय जैसी हिट फिल्मों में नजर आईं। मार्गरीटा विद ए स्ट्रॉ के लिए उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार मिला। साथ ही वो मेड इन हेवेन और सेक्रेड गेम्स जैसी वेब सीरीज में भी नजर आईं हैं।
फिल्म ‘द लंच बॉक्स’ में दिवंगत एक्टर इरफान खान के साथ पर्दे पर एक नया चेहरा दिखा। सीधा-सादा, बिना मेकअप का वो चेहरा लोगों के जेहन पर छप गया। हां, ये बात बहुत कम लोगों को पता है कि लाखों दिल में उतरने से पहले उस चेहरे ने 13 साल लगातार मेहनत की थी, रिजेक्शन भी झेला था। उस एक फिल्म ने रिजेक्शन के हर उस घाव को भर दिया था, जो उसे फिल्म इंडस्ट्री से मिले थे। ‘द लंच बॉक्स’ से उस चेहरे को इतनी पहचान मिली कि आज उस चेहरे की अदायगी की डिमांड बॉलीवुड ही नहीं हॉलीवुड में भी है। आज की सक्सेस स्टोरी में निमरत कौर अपनी बॉलीवुड टू हॉलीवुड जर्नी बता रही हैं…. कश्मीर में पापा को आतंकियों ने अगवा कर बेरहमी से मारा 1994 का साल था, जब सर्दियों की छुट्टी में मां और हम दोनों बहन पापा से मिलने कश्मीर पहुंचे थे। वहां एक दिन हिजबुल के आतंकियों ने पापा को उनके वर्कप्लेस से अगवा कर लिया। पापा को छोड़ने के बदले वो कुछ आतंकियों की रिहाई चाहते थे। सात दिनों तक पापा को टॉर्चर करने के बाद उन्होंने गोली मारी दी। उस वक्त मैं सिर्फ 11 साल की थी। पापा के ना रहने का मेरे जीवन पर गहरा असर पड़ा। ये उम्र का वो पड़ाव होता है, जिसमें आप न तो छोटे बच्चे होते हैं और न ही मैच्योर इंसान। उस फेज में मुझे जिंदगी का कड़वा सच सहना पड़ा। मेरी जिंदगी की फाउंडेशन वहां से चेंज हो गई। मैं समय से पहले मैच्योर हो गई। उसका एहसास तब नहीं हुआ, आज जब मैं उस समय के बारे में सोचती हूं फिर लगता है। मां हम दोनों बहनों के लेकर दिल्ली शिफ्ट हो गई। आर्मी और सिविलियन लाइफ में बहुत फर्क था पापा मेरे फौज में थे तो पूरा बचपन कॅन्टोमेंट में बीता। छोटे शहरों के आर्मी कैंट में बहुत ही सुंदर और सुरक्षित माहौल हुआ करता था। सारे घरों में एक सा फर्नीचर, बच्चों के पास एक सा स्कूल बैग होता था। असल में कहूं तो सिंपल और सादा एनवायरमेंट था। आर्मी एरिया से सिविलियन एरिया में आना मेरी लाइफ के लिए बहुत बड़ा बदलाव था। मैं हमेशा पंजाब, कश्मीर के छोटे-छोटे शहरों में रही थी। वहां से दिल्ली आना मेरे लिए बहुत बड़ी बात थी। उस वक्त के हिसाब से नोएडा भी मेरे लिए बहुत बड़ा शहर था। सिविलियन एरिया में लोग अलग थे, जीवन जीने का तरीका अलग था, माहौल अलग था। पापा के बिना लाइफ ने एक अलग ही मोड़ ले लिया था। जिंदगी की कायापलट हो गई थी। मैं 10 साल तक मैं दिल्ली रही फिर वहां से मुंबई आ गई। ऑटो इम्यून डिजीज ने स्पोर्ट्स से दूर किया मैं 9 साल की थी, तब मुझे रुमैटिक हार्ट फीवर नाम की अजीब सी ऑटो इम्यून प्रॉब्लम हो गई थी। इसकी वजह से मैं एक साल तक कुछ नहीं कर पाई थी। मैं लगभग बेड रिडन वाली हालात में पहुंच गई थी। उस समय मैं पटियाला में पढ़ाई करती थी और स्प्रिंटर थी। रुमैटिक हार्ट फीवर की वजह से मुझे एथलेटिक लाइफ को छोड़ना पड़ा। रनिंग मेरा शौक था, वो छूट गया। मैं स्टेज को बहुत प्यार करती थी। मैं स्कूल में एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटी का हिस्सा बनती थी। मैं हमेशा डिबेट, स्कूल लेवल के प्ले का हिस्सा बनती थी। मैं शर्माती नहीं थी। मुझे स्टेज इसलिए पसंद था कि मुझे लोगों के रिएक्शन देखने का मौका मिलता था। पढ़ाई से मन भरा तो मॉडलिंग की राह चुनी कॉलेज के बाद मुझे पढ़ाई नहीं करनी थी। मैं पढ़ाई कर करके परेशान हो गई थी। मुझे समझ आ गया था कि अब कुछ ऐसा करना पड़ेगा, जिससे पैसे आएं और पढ़ाई नहीं करनी पड़े। मैंने मम्मी को जब ये बात बताई तो वह बहुत परेशान हो गईं। आर्मी के माहौल से मॉडलिंग की दुनिया में जाने को लेकर मेरी मां डरी थीं लेकिन उन्हें मुझ पर भरोसा बहुत ज्यादा था। उन्हें पता था कि ये लड़की उस दुनिया में गुम नहीं होगी। ऐसे में मैं दिल्ली से मुंबई आ गई। यहां आकर सबसे पहले मैंने अपना पोर्टफोलियो बनवाया। मेरा पोर्टफोलियो मेरे एक जानने वाले ने बनाया था तो इस काम में मेरे पैसे बच गए। मैं आम लड़की थी, जिसे बहुत ज्यादा अटेंशन नहीं मिलता था। मुझे पता नहीं था कि मैं कैसी दिखती हूं। बालों में तेल, लंबे स्कर्ट, ऊपर तक मोजे ऐसे मैं रही थी। बचपन ऐसा था, जहां कैसी दिखती हूं, जैसी बातों की अवेयरनेस नहीं थी। स्टेज पर दिखाना है, माधुरी दीक्षित बनना है, कपड़े बदल-बदलकर डांस करना है। ये मेरा सपना था लेकिन इसे हकीकत में कैसे बदलना है, वो मुझे पता नहीं था। ये वो समय था,जब भारत में ब्यूटी पेजेंट का बोलबाला था। सुष्मिता सेन मिस यूनिवर्स बनी थीं। वो भी आर्मी बैकग्राउंड से आती हैं। फिर भी शाहरुख खान का इंटरव्यू खूब पढ़ती थी। उनके इंटरव्यू का मुझ पर बहुत गहरा असर रहा। उनका दिल्ली कनेक्शन था। ये सारी चीजों को मिलकर मैं सोचती थी कि मेरा भी चांस बन सकता है। 100 ऑडिशन दिए, सब में मिला रिजेक्शन पोर्टफोलियो बनने के बाद मैं खुद उस प्रोडक्शन हाउस में देकर आती थी। मैंने 90-100 ऑडिशन दिए, तब जाकर मुझे मेरा पहला काम मिला था। मेरा पहला एड एशियन पेंट का था, जिसे शूजित सरकार ने शूट किया था। कैमरा पर मेरा पहला एक्सपीरियंस ‘तेरा-मेरा प्यार’ म्यूजिक वीडियो का रहा है। सोनी म्यूजिक के कुछ कंपोजर लंदन से आए थे। उन्हें एक नई लड़की की तलाश थी। मुझे जैसे ही ये बात पता चली, मैंने अपना पोर्टफोलियो एक कॉमन फ्रेंड के जरिए भेजा और मुझे वो म्यूजिक वीडियो मिल गया। मैं बहुत लकी रही कि मेरे पहले काम को ही लोगों ने बहुत प्यार दिया। आज तक उस गाने को लेकर लोगों में क्रेज दिखता है। लगातार मिले रिजेक्शन से सेल्फ डाउट में गई मुंबई में चीजें आसान नहीं थीं। घर से दूर रहना, आस-पास कोई फैमिली का नहीं, ऐसे में खूब रोना धोना करती थी। घर में बात भी नहीं सकती थी, वरना वो कहते वापस आ जाओ। ऑडिशन देते-देते कभी-कभार ऐसी हालत होती थी कि पूरा दिन निकल जाता था और खाना नहीं मिलता था। ट्रेन से सफर, अपना मेकअप भी खुद करती थी। एक बार मैं ऑडिशन के लिए जा रही थी तो एक गाड़ी वाले ने मुझ पर पूरा कीचड़ उछाला दिया। मैंने खुद को जैसे-तैसे साफ किया और फिर जाकर ऑडिशन दिया। इतने रिजेक्शन के बाद सेल्फ डाउट होने लगा था। मैं सोचने लगी कि क्या मैं जैसी दिखती हूं, वो काफी नहीं है? क्या मैं पर्दे पर आने लायक नहीं हूं। कभी कहते कि बहुत मॉर्डन दिखती हो। कभी बहुत इंडियन दिखने की बात कहकर रिजेक्ट कर देते थे। ऐसे में समझ नहीं आता था कि मैं कहां फिट बैठती हूं। रिजेक्शन देख-देखकर मैं परेशान हो गई कि मैं अपनी लाइफ के साथ कर क्या रही हूं। थियेटर में बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड मिला मुंबई आने के चार साल के अंदर मैंने बहुत सारी एड फिल्म्स कर ली थीं। शुरू में इतना काम मिलने लगा कि रसोई और घर का रेंट निकलने लगा। मेरा बैंक बैलेंस ठीक ठाक हो गया। मुझे बहुत ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं थी। बतौर निमरत, मुझे पता था कि हंसना, शर्माना और हैरानी वाले एक्सप्रेशन कैसे देते हैं। लेकिन बतौर एक्टर लाइन कैसे पढ़ते हैं, ये मुझे नहीं आता था। मुझे नहीं पता था कि मैं अलग-अलग किरदारों को कैसे प्ले करूं। मैंने मुंबई में थियेटर जाना शुरू किया। प्ले देखने के बाद मुझे एहसास हुआ कि बेहतर एक्टर बनने के लिए मुझे उन लोगों के साथ काम करना होगा। मैं एक बहुत बड़े डायरेक्टर सुनील शानबाग के पास गई। वो उस वक्त कुछ म्यूजिकल प्ले बना रहे थे। उन्होंने मुझसे पूछा कि तुम्हें गाना आता है? मैंने हां में जवाब दिया। उन्होंने मुझे रिहर्सल पर बुला लिया। उस म्यूजिकल प्ले में मैंने छोटा सा रोल निभाया था। ऐसे करके मेरी थियेटर की जर्नी शुरू हो गई। मुझे मेरे अगले ही प्ले के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड मिला। थियेटर में बेस्ट एक्ट्रेस का टैग मिलना बहुत बड़ी बात होती है। इससे मेरा और कॉन्फिडेंस बढ़ा। मैंने 5-6 साल जमकर थियेटर किया। हिंदी, इंग्लिश और छोटे-बड़े हर तरह का प्ले किया। इसके साथ मैं एड फिल्म भी करती रही। आज मैंने ज्यादातर थियेटर से ही सीखा है। फिल्म ‘द लंच बॉक्स’ ने मेरी लाइफ बदल दी ये फिल्म शायद मेरे सब्र का फल थी। मुझे जब ये फिल्म ऑफर की गई थी, तब मुझे नहीं पता था कि इस फिल्म में और कौन काम कर रहा है। मुझे कहानी बहुत पसंद आई थी और मैंने हां कह दी थी। फिल्म में जो मेरा किरदार था, उसकी सिर्फ 9 दिनों में मलाड में शूटिंग हो गई थी। फिल्म बहुत कम रिसोर्स और बजट में बनी है। मेरे लिए कोई हेयर मेकअप वाला भी नहीं था। मैं अपना सबकुछ खुद ही देख रही थी। मैं इरफान सर से पहली बार रीडिंग पर मिली थी। वो बहुत चुप रहते थे तो हमारी बहुत बात नहीं हुई। प्रॉपर मिलना और बातचीत फिल्म के सेट पर हुई। इरफान का काम देखकर बहुत कुछ सीखा। उनमें एक जादू था। इस फिल्म को जब कांस में दिखाया गया तो लोग पहले ही उठकर जाने लगे थे। हम सब डर गए कि ये क्या हुआ। क्या फिल्म लोगों को पसंद नहीं आई। बाद में हमें पता चला कि लोगों को फिल्म इतनी पसंद आई थी कि वो उस फिल्म की राइट्स लेने जा रहे थे। लंच बॉक्स 175 देशों में रिलीज हुई थी। मुझे क्लोजर चाहिए था इसलिए कश्मीर वापस गई फिल्म ‘द लंच बॉक्स’ के बाद मैं कश्मीर गई। मेरी फिल्म को कांस में जो रिस्पांस मिला, मैं उससे बहुत ज्यादा अभिभूत थी। उस समय मुझे कश्मीर की याद आई। मुझे लगा कि अगर मैं अब वहां जाऊं तो मैं पापा को थोड़ा अपने करीब महसूस कर सकती हूं। पापा की मौत के बाद पहली बार वहां गई थी। साल 1994 में जब हमने उन्हें खो दिया, हमारे पास क्लोजर नहीं था। घटना वाले दिन मैंने पापा को ऑफिस जाते देखा था और उसके बाद सीधे उनका कॉफिन देखने को मिला। हमें समझ नहीं आया था कि हमारे साथ हुआ क्या? मई में कांस हुआ था, मैं जून में कश्मीर गई। मैं उस गांव में गई, जहां पापा को गोली मारी गई थी। मैं उस कॅन्टोमेंट गई, जहां हम लोग रहे थे। वहां पर पापा के नाम पर एक व्यू प्वाइंट है, जहां से पूरे कश्मीर वैली का पहला व्यू मिलता है। मैं वहां गई। मैं क्लोजर की उम्मीद में उन सारी जगहों पर गई, जहां से मेरी यादें जुड़ी थीं। मन में कोई गुस्सा नहीं था, सिर्फ दुख था। आज गंगानगर में उनकी मूर्ति लगी है। ये मेरे परिवार की दिली इच्छा थी। हम इस पर बहुत सालों से काम कर रहे थे। मैं खुद को खुशनसीब मनाती हूं कि मैं उस पोजिशन पर हूं, जहां से ये करना पॉसिबल हुआ। आर्मी और सिविल एडमिनिस्ट्रेशन के कोलेबोरेशन से ये मुमकिन हुआ कि पापा के बर्थ प्लेस पर उनकी याद में मूर्ति लग पाई। इससे वहां के लोगों को प्रेरणा मिलेगी। फिल्म ‘द लंच बॉक्स’ ने मुझे हॉलीवुड पहुंचा दिया मैं अपनी फिल्म 'द लंच बॉक्स' को लंदन में प्रमोट कर रही थी, जब मुझे हॉलीवुड सीरीज 'होमलैंड' के ऑडिशन के लिए बुलाया गया। मुझे ऑडिशन के लिए ईमेल आया था। मैं एकदम हैरान थी। मैं मुंबई में एक छोटी सी फिल्म कर रही थी और वहां से सीधे इंटरनेशनल प्रोजेक्ट के लिए कॉल आ गया। सीरीज क्या होता है, मुझे पता भी नहीं था। मैंने 'होमलैंड' देखी भी नहीं थी। मैंने शूट के पहले एक दिन में सीरीज के तीनों पार्ट देखे। मैं स्क्रीन टेस्ट पर अपने ही कपड़े लेकर गई थी। मैं सीरीज में पाकिस्तानी लड़की का रोल निभा रही थी। ‘द लंच बॉक्स’ में मैं एक हाउसवाइफ थी और ‘होमलैंड’ में मुझे सीधे आईएसआई एजेंट का किरदार निभाना था। मैंने उन्हें सलाह दी कि पंजाब दोनों तरफ है, ऐसे में कुछ कल्चरल वैल्यू होना चाहिए। मैंने सीरीज के लिए पंजाबी का इस्तेमाल और स्कार्फ का आइडिया दिया था। ‘एयरलिफ्ट’ से चखा कमर्शियली सफलता का स्वाद मैं अब तक आर्ट फिल्म और थियेटर कर रही थी। इस बीच मुझे अक्षय कुमार के साथ काम करने का मौका मिला। ‘एयरलिफ्ट’ के प्रोड्यूसर निखिल आडवाणी को इस फिल्म के लिए मैं ही चाहिए थी। मेरे लिए अक्षय कुमार के साथ काम करना बड़ी बात थी। जब मैं उनसे सेट पर पहली बार मिली, तब उनकी फिल्मों के गाने मेरे सामने घूम रहे थे। स्कूल, बर्थडे पार्टी इन सारी जगहों पर उनके गानों पर डांस करके बड़ी हुई हूं। ‘एयरलिफ्ट’ बड़ी हिट फिल्म साबित हुई, इस तरह कमर्शियली सक्सेफुल फिल्म भी कर ली। ‘एयरलिफ्ट’ खत्म की, तब तक मुझे फिर से एक इंटरनेशनल प्रोजेक्ट मिल गया। मैंने अमेरिकी मिस्ट्री साइंस फिक्शन सीरीज ‘वेवार्ड पाइंस’ में काम किया। ‘द टेस्ट केस’ के लिए बहुत कुछ त्याग करना पड़ा साल 2017 में मैंने ‘द टेस्ट केस’ वेब सीरीज की, जो इंडियन आर्मी पर बेस्ड थी। ये सीरीज मेरे दिल के बहुत करीब थी। इसके लिए मैंने मेहनत भी खूब की थी। मैंने 3 महीने तक कॉम्बैट ट्रेनिंग ली। शुगर, कैफीन, कार्ब सब कुछ छोड़ दिया था। फिजिकली मैंने इतनी मेहनत की थी, एक समय के बाद मुझे लगने लगा था कि मैं आर्मी की कमांडो हूं। ये सीरीज और यूनिफॉर्म मुझे मेरे पापा की याद दिलाते हैं इसलिए सीरीज की कॉस्ट्यूम मैंने अपने पास रखी है। इसका क्लाईमैक्स इतना मुश्किल था कि मैं बेहोश हो गई थी। बोरीवली के नेशनल पार्क में मैं एक्शन सीन शूट कर रही थी और गर्मी बहुत ज्यादा थी। डिहाइड्रेशन हुआ और मेरा बीपी बहुत लो गया था। इस सीरीज का इम्पैक्ट लड़कियों पर बहुत ज्यादा रहा है। आज भी जब मैं एयरपोर्ट सिक्योरिटी से निकलती हूं तो कई बार सीआरपीएफ की लड़कियां मुझे बताती हैं कि वो इस सीरीज को देखकर फोर्सेज में आई हैं। फिल्म ‘दसवीं’ के लिए 15 किलो वजन बढ़ाया इस सीरीज के बाद मैंने अभिषेक बच्चन के साथ फिल्म ‘दसवीं’ में काम किया। फिल्म के लिए मुझे 15 किलो वजन बढ़ाना पड़ा। ‘दसवीं’ कोविड के पहले शूट हो रही थी, फिर कोविड आ गया। मेरा सिर्फ दो दिन का काम बचा था, तब तक लॉकडाउन लग गया। मुझे 15 किलो वजन लंबे समय तक मेंटेन करना पड़े क्योंकि मेरा शूट बचा था। वो समय मेरे लिए बहुत मुश्किल रहा। फिर मैंने ‘स्कूल ऑफ लाइज’ किया और फिर अमेरिकन सीरीज ‘फाउंडेशन’ भी की। इसी साल मेरी फिल्म ‘स्काईफोर्स’ और सीरीज ‘कुल- द लीगेसी ऑफ रायसिंघ्स’ रिलीज हुई है, जिसे ऑडियंस का बहुत प्यार मिला है। जल्द ही मैं अमिताभ बच्चन के साथ ‘सेक्शन-84’ में भी दिखूंगी। पिछले हफ्ते की सक्सेस स्टोरी यहां पढ़ें... मोटी होने का ताना सुन खुद को अंडरवेट बनाया:TV एक्ट्रेस का टैग लगा, रंग-वजन के कारण फिल्मों से निकाली गईं, 'कबीर सिंह' ने बदली किस्मत एक लड़की जिसका बचपन बेहद अनुशासन में बीता। 10वीं तक वो आम दुनिया से बेखबर थी। कॉलेज में गई तब उसे दुनिया की खबर हुई और उसके सपनों को पंख मिले, लेकिन इसी दौरान उसे दुनिया का क्रूर चेहरा भी देखने को मिला। उसे बताया गया कि वो खूबसूरत नहीं है। इस बात का उसे गहरा सदमा लगा और सुंदर दिखने के लिए खुद को टॉर्चर करने की हद तक गई। पूरी स्टोरी यहां पढ़ें...
फिल्म हेरा फेरी 3 लगातार सुर्खियों में बनी हुई है। इसी बीच अब फिल्म को लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस बार फिल्म में परेश रावल नजर नहीं आएंगे। बताया जा रहा है कि मेकर्स और परेश रावल के बीच कुछ क्रिएटिव मतभेद हो गए थे, जिसके चलते एक्टर ने फिल्म से अलग होने का फैसला किया है। बॉलीवुड हंगामा की रिपोर्ट के अनुसार, परेश रावल ने खुद इस बात की पुष्टि की है। इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स का मानना है कि जैसे 2022 में अक्षय कुमार ने भी फिल्म से किनारा कर लिया था, जिससे दर्शकों को निराशा हुई थी, लेकिन बाद में वह फिल्म में लौट आए थे। ठीक उसी तरह उम्मीद की जा रही है कि परेश रावल भी वापसी कर सकते हैं। साल की शुरुआत में हुआ था फिल्म का ऐलान डायरेक्टर प्रियदर्शन ने अपने जन्मदिन पर फिल्म हेरा फेरी 3 का ऐलान किया था। अपने एक पोस्ट में उन्होंने परेश रावल, अक्षय कुमार और सुनील शेट्टी को टैग किया था। हालांकि, फिल्म की रिलीज डेट को लेकर कोई भी ऑफिशियल बयान सामने नहीं आया है। फिल्म में तब्बू भी आ सकती हैं नजर फिल्म हेरा फेरी 3 में तब्बू भी नजर आ सकती हैं। एक्ट्रेस ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया था, जिसमें उन्होंने लिखा था कि उनके बिना तो कास्ट अधूरी है। एक्ट्रेस की इस पोस्ट के बाद से ही फैंस कयास लगाने लगे थे कि वह भी इस फिल्म का हिस्सा होंगी। ‘हेरा फेरी 1’ में नजर आई थीं तब्बू ‘हेरा फेरी’ के पहले पार्ट में तब्बू नजर आई थीं। इसमें उन्होंने सुनील शेट्टी की गर्लफ्रेंड की भूमिका निभाई थी। ये फिल्म 2000 में रिलीज हुई थी और इसे प्रियदर्शन ने ही डायरेक्ट किया था। इसके बाद साल 2006 में इस फिल्म का दूसरा पार्ट आया, जिसे नीरज वोरा ने डायरेक्ट किया था। हालांकि इस फिल्म में तब्बू नजर नहीं आई थीं।
आमिर खान हाल ही में एक बार फिर अपनी गर्लफ्रेंड गौरी स्प्रैट के साथ स्पॉट किए गए। सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो में देखा जा सकता है कि गौरी आमिर को मुंबई एयरपोर्ट पर रिसीव करने पहुंचीं। इस दौरान आमिर गौरी के कंधे पर सिर रखते हुए भी नजर आए। गौरी के कंधे पर सिर रखते नजर आए आमिर वीडियो में देखा जा सकता है कि आमिर खान मुंबई एयरपोर्ट पर नजर आ रहे हैं। जैसे ही वह अपनी कार में बैठते हैं, देखा जाता है कि उनकी गर्लफ्रेंड गौरी पहले से ही कार में मौजूद हैं। कार पार्किंग से रवाना होते समय आमिर प्यार भरे अंदाज में गौरी के कंधे पर सिर रख देते हैं। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। फैंस इस कपल की केमिस्ट्री को काफी पसंद कर रहे हैं और कमेंट सेक्शन में रेड हार्ट इमोजी के जरिए अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। बर्थडे में की रिलेशनशिप की ऑफिशियल अनाउंसमेंट 14 मार्च को आमिर खान ने मीडिया के साथ अपने 60वें बर्थडे का सेलिब्रेशन किया। इस दौरान उन्होंने मीडिया को गौरी से मिलवाते हुए उनसे अपना रिलेशनशिप ऑफिशियल कर दिया। हालांकि इस समय आमिर ने मीडिया से रिक्वेस्ट की थी कि गौरी की तस्वीर न क्लिक की जाए। मकाई फिल्म फेस्टिवल में दी थी साथ में पहली पब्लिक अपीयरेंस आमिर खान ने हाल ही में नई गर्लफ्रेंड गौरी स्प्रैट के साथ मकाऊ इंटरनेशनल कॉमेडी फिल्म फेस्टिवल पहुंचे थे। इस दौरान आमिर, गर्लफ्रेंड का हाथ थामे नजर आए। इवेंट से सामने आए वीडियो में देखा जा सकता था कि आमिर खान रेड कार्पेट पर साथ पहुंचे लोगों के साथ पोज करने से पहले गर्लफ्रेंड की तरफ हाथ बढ़ाते हैं। गौरी आमिर का हाथ थामती हैं और दोनों साथ पैपराजी को पोज करते हैं। पैपराजी को पोज करते हुए आमिर खान पूरे समय गौरी का हाथ थामे रहे। वहीं दूसरी तरफ गौरी लगातार आमिर को निहार रही थीं। आमिर खान अपनी अपकमिंग फिल्म 'सितारे जमीन पर' की रिलीज को लेकर चर्चा हैं। 20 जून को ये थिएटर्स में रिलीज होगी, जिसमें एक्टर दिव्यांग बच्चों के साथ एक अनोखी कहानी के साथ दिखाई देंगे। ये मूवी हालांकि हॉलीवुड की 'चैम्पियंस' की रीमेक है। एक्टर मुंबई में नहीं थे। वह शहर से बाहर थे। मगर 16 मई की सुबह उन्हें एयरपोर्ट पर स्पॉट किया गया। जिन्हें लेने के लिए गौरी कार से पहुंची थीं।
ऑपरेशन सिंदूर और सीजफायर को एक हफ्ते से भी ज्यादा का समय हो गया है। एक्टर अनिल कपूर ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर अब पोस्ट किया है, जिसकी वजह से इंटरनेट यूजर्स उनकी आलोचना कर रहे हैं। पोस्ट में अनिल ने लिखा, 'जो करना था, वह कर दिया गया। किस परिवार के सदस्यों में मतभेद नहीं होते, लेकिन जब बात देश की आती है, तो हम एक हो जाते हैं। हमेशा रहा है, हमेशा रहेगा। हमारे आर्म्ड फोर्स का आभारी हूं कि वे डटे रहे और वीरता के साथ जवाब दिया। भारत भूलता नहीं है। भारत माफ नहीं करता है। जय हिंद...जय हिंद की सेना!' ऑपरेशन सिंदूर को लेकर इतनी देरी से पोस्ट लिखना फैंस का रास नहीं आया। उन्होंने कमेंट सेक्शन में एक्टर की आलोचना की है। एक फैंस ने लिखा- ‘आप बहुत लेट हैं सर।’ एक दूसरे फैंस ने एक्टर पर तंज करते हुए पूछा- ‘बॉम्बे में सुबह हो गई?’ एक यूजर ने लिखा- ‘ये सारे एक साथ नींद से जाग गए हैं। बहुत अजीब।’ एक अन्य यूजर ने पूछा, ‘कैसे सभी सेलिब्रिटी अचानक देशभक्ति पर पोस्ट करने लगे। भाई लोग संघर्ष विराम हो गया है। अब क्यों?’ बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद दोनों देशों के बीच टेंशन बढ़ गई थी। एक तरफ पाकिस्तानी कलाकार अपने देश के सपोर्ट में सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे थे, वहीं भारतीय सेलिब्रेटी ने कुछ भी पोस्ट नहीं किया। पूरा मामला शांत हो जाने के बाद आलिया भट्ट ने शहीदों और सैनिकों के लिए एक लंबा-चौड़ा पोस्ट लिखा था। आलिया के पोस्ट पर कुछ यूजर्स भड़क गए थे। यूजर्स का कहना था कि आलिया ने अपनी पोस्ट में पाकिस्तान के खिलाफ कुछ नहीं लिखा और अब इस पोस्ट से कवर-अप कर रही हैं। एक्टर कुणाल खेमू को देरी से पोस्ट करने के लिए सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा। एक यूजर ने लिखा, ‘सो जाओ भाई,’ तो दूसरे ने तंज कसते हुए कहा, ‘अब याद आया आपको, बड़ी जल्दी याद आया।’ इसके अलावा एक्ट्रेस प्रीति जिंटा, AIMIM नेता वारिस पठान ने भी बॉलीवुड स्टार्स पर सवाल उठाते हुए कहा था कि जो देश का नहीं वो हमारा नहीं।
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अब धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। इसी बीच जब एक्टर कुणाल खेमू ने इस मुद्दे पर अपना रिएक्शन दिया है। उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' की तारीफ की, तो उनकी देर से आई पोस्ट को लेकर सोशल मीडिया यूजर्स नाराज हो गए और उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया। कुणाल खेमू ने अपने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर किया। इसमें उन्होंने लिखा, ‘डर, दिल टूटना, बेचैनी, नुकसान, जीत, उलझन, एकता की भावना, बंटवारे की भावना, गुस्से की भावना, दुख की भावना, ताकत की भावना और बेबसी की भावना। वीरता की भावना, आभार की भावना, सुन्नता की भावना, और सच्चाई को समझने की भावना। धीरे-धीरे चीजें सामान्य होने लगती हैं या उसके करीब पहुंचने लगती हैं। हमने एक व्यक्ति के तौर पर, एक परिवार के रूप में और एक देश के रूप में कठिन समय झेला है। हमने पहले भी ऐसे दौर देखे हैं और मुझे यकीन है कि आगे भी देखने पड़ेंगे। मैं 'हम' कहता हूं क्योंकि भले ही यह स्थिति हम में से अधिकतर को सीधे तौर पर प्रभावित न कर पाई हो, लेकिन फिर भी इसने हम सबको किसी न किसी रूप में जरूर प्रभावित किया। हम सभी ने इसे अपने-अपने तरीके से संभाला। लेकिन जानों की क्षति और उस डर के असर की भरपाई कभी नहीं की जा सकती, जो इसने कई लोगों के दिलों में छोड़ दिया है। आतंक का इस दुनिया में कोई स्थान नहीं होना चाहिए और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के रूप में दिया गया जवाब उसी का हकदार था। एक भारतीय नागरिक होने के नाते मैं देश के नेताओं और हमारी सशस्त्र सेनाओं की ताकत का आभारी हूं। सिर्फ इसलिए नहीं कि उन्होंने देश के लोगों और इसकी मूल्यों की रक्षा की, बल्कि इसलिए भी कि उन्होंने पूरी दुनिया को यह दिखा दिया कि अगर हम सम्मान में सिर झुका सकते हैं, तो हम यह कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे कि कोई उस पर पैर रखे। और अगर कोई हमें या हमारे परिवारों और देशवासियों की जान को खतरे में डालता है, तो हम उस खतरे को कुचलने की ताकत और संकल्प दोनों रखते हैं। जैसे ही कुणाल ने यह पोस्ट शेयर की तो लोगों की प्रतिक्रियाएं आने लगीं। पोस्ट देर से करने को लेकर उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग का सामना भी करना पड़ा। एक यूजर ने लिखा, ‘सो जाओ भाई,’ तो दूसरे ने तंज कसते हुए कहा, ‘अब याद आया आपको, बड़ी जल्दी याद आया।’
फिल्ममेकर करण जौहर ने उन लोगों को करारा जवाब दिया है जो अब भी आलिया भट्ट को नेपो किड कहकर बुलाते हैं। एक इंटरव्यू में उन्होंने साफ कहा कि अब वह नेपोटिज्म की इस बहस से तंग आ चुके हैं। गलाटा प्लस के साथ बातचीत में करण जौहर ने कहा, क्या आपने हाइवे देखी है? क्या आपने उड़ता पंजाब देखी है? क्या आपने राजी देखी है? क्या आपने गंगूबाई देखी है? सिर्फ उसकी फिल्में देखिए। अगर इसके बाद भी आप उसे नेपो किड कह रहे हैं, तो आप इस दुनिया के सबसे मूर्ख इंसान हैं और फिर कोई आपकी मदद नहीं कर सकता। स्टार किड को लॉन्च करने पर भी करण जौहर ने कहा, मैं स्टार किड्स के टैलेंट में विश्वास जारी रखूंगा। क्या मैं बॉलीवुड की नफरत का चेहरा हूं और अगर हां तो मुझे ये टैग देने के लिए थैंक्यू। लेकिन क्या मैं इसके लायक हूं? मुझे नहीं लगता कि मैं इस टैग के लायक हूं। करण जौहर और आलिया भट्ट के बीच रिश्ता सिर्फ़ पेशेवर नहीं है, बल्कि उससे कहीं ज़्यादा गहरा और व्यक्तिगत है। करण आलिया को अपनी बेटी की तरह मानते हैं। उन्होंने ही आलिया को स्टूडेंट ऑफ द ईयर से डेब्यू करवाया था। ETimes के साथ एक पुराने इंटरव्यू में करण ने कहा था, वो पहली इंसान है, जिसे लेकर मुझे पैरेंटल फीलिंग आई। मैं उससे प्यार करता हूं, और देश जानता है कि वो हमारी सबसे बेहतरीन अभिनेत्रियों में से एक है। आलिया भट्ट ने किया था कांस डेब्यू कैंसिल 78वें कांस फिल्म फेस्टिवल के पहले दिन यानी 14 मई को आलिया भट्ट कांस के रेड कार्पेट पर डेब्यू करने वाली थीं, हालांकि उन्होंने डेब्यू कैंसिल कर दिया था। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, आलिया ने भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के चलते ये फैसला लिया था। उन्हें इस सेंसिटिव टाइम में कांस का हिस्सा बनना ठीक नहीं लग रहा था।
टीवी की मशहूर एक्ट्रेस दीपिका कक्कड़ इन दिनों अपनी सेहत को लेकर मुश्किल दौर से गुजर रही हैं। दीपिका के पति और एक्टर शोएब इब्राहिम ने एक व्लॉग में बताया कि दीपिका को कुछ दिनों से पेट में दर्द हो रहा था। पहले उन्हें लगा कि ये सिर्फ एसिडिटी है, लेकिन जब दर्द कम नहीं हुआ तो उन्होंने फैमिली डॉक्टर तुषार शाह से संपर्क किया। शुरुआती ब्लड टेस्ट में इंफेक्शन निकला, जिसके बाद CT स्कैन कराया गया। दीपिका के लिवर के बाएं हिस्से में एक बड़ा ट्यूमररिपोर्ट आने पर पता चला कि दीपिका के लिवर के बाएं हिस्से में एक बड़ा ट्यूमर है, जो टेनिस बॉल जितना बड़ा है। यह खबर सुनकर दोनों ही हैरान रह गए। डॉक्टरों ने उन्हें जल्द अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी है। शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह ट्यूमर शायद बेनाइन (गैर-कैंसरस) है, लेकिन कुछ टेस्ट्स अभी बाकी हैं। दीपिका का ऑपरेशन जल्द ही कोकिलाबेन अस्पताल में हो सकता है। सबसे बड़ी चिंता रूहान को लेकर हैशोएब ने यह भी कहा कि उनके बेटे रूहान को मां से दूर रहना बिल्कुल पसंद नहीं है। शोएब ने कहा कि दीपिका सबसे ज्यादा परेशान अपने बेटे रूहान को लेकर हैं। उन्होंने कहा, रूहान ने कभी मां से एक दिन की दूरी नहीं देखी। वो अभी ब्रेस्टफीड पर है। फार्मूला ट्राय कर रहे हैं, लेकिन उसे चाहिए मां ही। दीपिका की पहली चिंता यही थी कि अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान वह रूहान से कैसे दूर रहेंगी और उसकी फीडिंग कैसे होगी। प्लीज दुआ कीजिए- शोएब की भावुक अपीलअपने वीडियो में शोएब ने सभी से दीपिका के लिए दुआ करने की अपील की। उन्होंने कहा, हमारे चाहने वाले हों या नफरत करने वाले, सब इंसानियत के नाते दुआ कर लें कि सर्जरी सफल हो और रिपोर्ट्स ठीक आएं। उन्होंने यह भी कहा कि, मुझे नहीं पता किसकी दुआ कब लग जाए। बता दें कि कुछ दिनों पहले दीपिका और शोएब कश्मीर में थे, जब पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था। उस समय उनके सोशल मीडिया पोस्ट्स पर लोगों ने सवाल उठाए थे। बाद में शोएब ने वीडियो में हमले की निंदा करते हुए सफाई दी और पीड़ितों के प्रति संवेदना जताई।
फ्रांस के रिवेरा शहर में चल रहे कांस फिल्म फेस्टिवल 2025 में बॉलीवुड एक्ट्रेस जैकलीन फर्नांडिस और ‘लापता लेडीज’ फेम नितांशी गोयल ने अपने स्टाइल और भारतीयता से सबका दिल जीत लिया। जैकलीन बनीं ‘वीमेन इन सिनेमा’ की खास मेहमानजैकलीन फर्नांडिस ने भले ही ओपनिंग सेरेमनी का रेड कार्पेट मिस किया हो, लेकिन तीसरे दिन वो पूरे स्टाइल में कांस पहुंचीं। उन्होंने सफेद शर्ट, सिल्वर टच वाले पैंट और कमर तक फैले मेटैलिक चेन वाले खास लुक में एंट्री ली। बालों को स्लीक बन में बांधकर, मैचिंग इयररिंग्स और ब्लैक पंप्स के साथ जैकलीन का लुक काफी शानदार रहा। जैकलीन को ‘वीमेन इन सिनेमा’ इनिशिएटिव के तहत दुनिया भर से चुनी गई 6 खास महिलाओं में शामिल किया गया। यह पहल रेड सी फिल्म फेस्टिवल की ओर से शुरू की गई है। इस सम्मान के साथ जैकलीन ने इंस्टाग्राम पर तस्वीरें भी शेयर कीं और लिखा, “@redseafilm के साथ कान्स का पहला दिन। महिला कहानीकारों को बढ़ावा देने वाली पहल ‘वुमेन इन सिनेमा’ में सम्मानित होने पर प्रसन्नता हुई।” नितांशी गोयल ने दी गोल्डन एरा को श्रद्धांजलिपहली बार कांस के रेड कार्पेट पर उतरीं नितांशी गोयल भी चर्चा में रहीं। उन्होंने दो लुक्स अपनाए, पहला एक स्ट्रैपलेस ब्लैक गाउन जिसमें गोल्डन डिजाइन और हल्का सा ट्यूल लगा हुआ था। वहीं दूसरा लुक पारंपरिक था। जिसमें उन्होंने मोतियों से सजी खास लहंगा साड़ी पहनी थी। इस ट्रेडिशनल लुक में नितांशी ने अपने बाल चोटी में बांधे और रेखा, मधुबाला, मीना कुमारी और नरगिस जैसी क्लासिक अभिनेत्रियों की तस्वीरों को अपने आउटफिट में शामिल किया। भारतीय सितारे छा गए कांस मेंइस साल कान्स में भारत से कई नाम शामिल हुए हैं। जैकलीन और नितांशी के अलावा, पहले दिन उर्वशी रौतेला और पायल कपाड़िया भी रेड कार्पेट पर नजर आईं। आने वाले दिनों में ऐश्वर्या राय, जाह्नवी कपूर, ईशान खट्टर और शर्मिला टैगोर भी फेस्टिवल में शिरकत करेंगी। ‘भारत पवेलियन’ का उद्घाटनइसी बीच गुरुवार को 78वें कांस फिल्म फेस्टिवल में 'भारत पवेलियन' का उद्घाटन भी हुआ। इस मौके पर अनुपम खेर और शेखर कपूर जैसे दिग्गज मौजूद थे।
नील नितिन मुकेश जल्द ही वेब सीरीज है जुनून में जैकलीन फर्नांडिस के साथ नजर आएंगे। यह कहानी न सिर्फ संगीत और सुरों की दुनिया की झलक दिखाती है, बल्कि उस संघर्ष और प्रतिस्पर्धा को भी सामने लाती है, जिससे आज की युवा पीढ़ी गुजर रही है। सीरीज में नील नितिन मुकेश और जैकलीन फर्नांडिस लीड रोल में हैं, जबकि सुमेध मुदगलकर, सिद्धार्थ निगम, युक्ती थरेजा और बोमन ईरानी भी अहम किरदारों में नजर आएंगे। इस दौरान वेब सीरीज की स्टार कास्ट ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत की। 'है जुनून' में आपके किरदार की कोई ऐसी खास बात बताइए जो आपकी असल जिंदगी से बिल्कुल अलग थी और जिसे निभाना काफी मुश्किल रहा? जवाब/नील- इसमें मेरा किरदार गगन आहूजा का है, जो अपने पैशन को लेकर बेहद जुनूनी है। शायद मैं खुद को उस स्तर पर नहीं देख पाता। टीजर में एक सीन है जहां मैं गिटार तोड़ देता हूं। भले ही वो एक डमी गिटार था। लेकिन उस सीन को करने से पहले मैंने सच में हाथ जोड़े थे, क्योंकि मैं एक ऐसे परिवार से आता हूं जहां म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट्स को बहुत सम्मान और प्यार से देखा जाता है। उस वक्त मेरे मन में कई सवाल थे, खासकर यह कि मेरे दादाजी के फैंस इस सीन को देखकर क्या सोचेंगे। हालांकि, कलाकार होने के नाते हमें कई बार ऐसे सीन निभाने पड़ते हैं जो हमारी असल जिंदगी से बिल्कुल अलग होते हैं। यही एक सीन था जो मेरे स्वभाव और सोच से पूरी तरह जुदा था। सिद्धार्थ, करियर के नजरिए से जुनून आपके लिए क्या मतलब रखता है? जवाब/सिद्धार्थ- मुझे लगता है कि जब से मैंने अपना करियर शुरू किया और आज जो कुछ भी कर रहा हूं, वो सब मेरे उसी जुनून की वजह से है। मेरी यह जर्नी आज भी चल रही है, क्योंकि जुनून ही वो ताकत रहा है, जिसने मुझे आगे बढ़ने का हौसला दिया। अगर मेरे अंदर वो जुनून नहीं होता, तो शायद जितने रिजेक्शन मैंने फेस किए हैं या जो मुश्किलें देखी हैं, उन्हें पार कर पाना इतना आसान नहीं होता। क्या कभी आपके या किसी और के साथ ऐसा हुआ कि जुनून हद से बढ़ गया हो? जवाब/सुमेध- नहीं, मेरे साथ ऐसा कभी नहीं हुआ। लेकिन मैंने ऐसे लोग जरूर देखे हैं जिनका जुनून सही दिशा में नहीं था। अगर वो चाहते तो अपने जुनून को बेहतर तरीके से इस्तेमाल कर सकते थे। जहां तक मेरी बात है, मेरे अंदर अपने काम को लेकर इतना जुनून है कि बाकी सब चीजें पीछे छूट जाती हैं। जब हम शूट कर रहे होते हैं तो कई बार समय पर खाना नहीं खा पाते, नींद पूरी नहीं होती और घरवालों से बात तक नहीं हो पाती। मेरे ख्याल से ये सही नहीं है। कभी-कभी किसी सीन को परफेक्ट बनाने के चक्कर में हमारी निजी जिंदगी पर भी असर पड़ता है। ऐसे में लगता है कि हां, जुनून अगर हद से बढ़ जाए तो थोड़ा गलत हो सकता है। प्रियांक, जब आपको इस सीरीज और किरदार के लिए अप्रोच किया गया, तो आपका पहला रिएक्शन क्या था? जवाब/प्रियांक- साल 2021 में मैंने इस किरदार के लिए ऑडिशन दिया था। उस वक्त यह शो थोड़ा अलग था। स्टोरी लाइन भी अलग थी और यह इतनी बड़ी फ्रेंचाइजी नहीं थी। शुरुआत में सिर्फ कुछ ही लोगों को अप्रोच किया गया था। उस समय नील नितिन मुकेश और जैकलीन भी हिस्सा नहीं थे। लेकिन जैसे-जैसे ये बड़े नाम इससे जुड़े, शो की क्रेडिबिलिटी भी बढ़ गई और हमारे अंदर इसे लेकर एक अलग ही जुनून आ गया। क्या आपको कभी इस इंडस्ट्री से जुड़ा होने का कोई विशेष लाभ मिला है? जवाब/नील- नहीं, मुझे इस इंडस्ट्री से होने का कोई विशेष लाभ कभी नहीं मिला। हां, दादा मुकेश का पोता और पिता नितिन मुकेश का बेटा होने के नाते लोगों से प्यार और इज्जत जरूर मिली, लेकिन काम पाने के लिए मुझे काफी संघर्ष करना पड़ा। अक्सर लोगों को लगता है कि अगर कोई इंडस्ट्री से है तो उसे काम आसानी से मिल जाता होगा, लेकिन सच यह है कि हमें भी उतनी ही मेहनत और संघर्ष करना पड़ता है। इंडस्ट्री में हर किसी को धक्के खाने पड़ते हैं, चाहे वो नया हो या किसी बड़े परिवार से आता हो। मेरे लिए भी रास्ता आसान नहीं था। मुझे लगता है कि बिना संघर्ष के कुछ भी हासिल नहीं होता। चाहे कोई भी हो, कितना भी बड़ा स्टार क्यों न हो, हर किसी की जिंदगी में संघर्ष जरूरी होता है। यही संघर्ष आगे बढ़ने की असली ताकत देता है। आपने श्रीकृष्ण का किरदार निभाया है। कब आपको महसूस हुआ कि अब इससे आगे बढ़ना है और कुछ नया करके दिखाना है? जवाब/सुमेध- मैं शुरू से ही चाहता था कि मुझे अलग-अलग तरह के रोल निभाने को मिलें। पहले तो बस यही लगता था कि एक्टर बनना है और टीवी पर आना है। लेकिन जब इस फील्ड में कदम रखा और एक्टिंग करनी शुरू की, तब समझ में आया कि असल में एक एक्टर क्या होता है। अब तक मैंने कई तरह के किरदार निभाए हैं। नेगेटिव रोल भी किया है और श्रीकृष्ण का रोल भी। लेकिन मेरे मन में हमेशा यह था कि मुझे एक आम इंसान का, एक नॉर्मल कैरेक्टर भी निभाना है, जो लोगों से जुड़ा हुआ हो। इसी जुनून के चलते मुझे ऐसा किरदार निभाने का मौका मिला, और वो मेरे लिए एक नई शुरुआत जैसा था। क्या आप अपने 20 साल के करियर से संतुष्ट हैं? क्या कोई ऐसा ड्रीम रोल है, जिसे अब तक निभाने का मौका नहीं मिला? जवाब/नील- हां, बिल्कुल। मैं अपने करियर से बहुत संतुष्ट हूं। अब तक मुझे कई बड़े-बड़े सुपरस्टार्स के साथ काम करने का मौका मिला है, जो मेरे लिए गर्व की बात है। जहां तक ड्रीम रोल की बात है, तो ऐसे कई किरदार हैं जिन्हें निभाने की ख्वाहिश है, खासकर वो जो लोगों की सोच को बदल सकें। अक्सर मेरे रंग-रूप को लेकर लोगों की अलग-अलग राय रही है, लेकिन मैं दिल और दिमाग से पूरी तरह देसी हूं। मेरा मानना है कि अगर एक कलाकार को सही मौका मिले, तो वो किसी भी किरदार में खुद को ढाल सकता है।
फेमस एक्टर-डायरेक्टर कमल हासन ने हाल ही में अपने संघर्षों से जुड़ी बातें शेयर कीं हैं। कमल हासन ने बताया उन्होंने अपनी मां को चिढ़ाने के लिए नाई का काम करना शुरू कर दिया था। उन्होंने बताया कि मां को लगता था कि वो कुछ नहीं कर रहे हैं, तो उन्होंने बाल काटने का हुनर सीखा था। हॉलीवुड रिपोर्टर इंडिया से बातचीत में कमल हासन ने कहा, जिसने मुझसे कहा था कि मेरी सबसे अच्छी जोड़ी श्री बालचंदर जी के साथ बनेगी, वो भी मेरे एक गुरु ही थे। वो नाई थे और मुझे बाल काटना सिखाया था। मैंने एक सैलून में नाई का काम भी किया, लेकिन वो मैंने इसलिए किया ताकि अपनी मां को चिढ़ा सकूं क्योंकि उन्हें लगता था कि मैं कुछ नहीं कर रहा हूं। मैं सिर्फ किताबें पढ़ता था और सिनेमा देखता था। मां को यह सब बेकार लगता था। उनके हिसाब से मुझे कोई ढंग का काम करना चाहिए था। मेरे पास जो हुनर था, उसके हिसाब से मुझे आसानी से काम नहीं मिल रहा था। तब मैंने सोचा, ऐसा क्या करूं जिससे मां को सबसे ज्यादा बुरा लगे… और फिर मैं नाई बन गया। 'जरा सी जिंदगी' में किस्सा बना सीन कमल हासन ने ये भी बताया कि उनकी यह कहानी सुनकर मशहूर निर्देशक के. बालाचंदर काफी प्रभावित हुए थे। इतना ही नहीं, उन्होंने इस किस्से को अपनी फिल्म 'जरा सी जिदगी' के क्लाइमेक्स में भी इस्तेमाल किया। उन्होंने बताया कि फिल्म में जब एक पिता दाढ़ी बनवाने आता है, तो उसे अपना बेटा मिलता है। बेटा पढ़ा-लिखा है, डिग्री होल्डर है, डबल डिग्री होल्डर है। वो कहता है, मैं यहां नौकरी के लिए नहीं आया, मैं यहां ज्ञान लेने आया हूं और वो मुझे यहीं मिला है। बालचंदर ने डायरेक्टर बनने से रोका थाकमल ने बताया कि जब वह 19 साल के थे, तब उन्होंने बालचंदर जी से कहा था कि वह डायरेक्टर बनना चाहते हैं, लेकिन बालचंदर जी ने उन्हें यह रास्ता छोड़ने की सलाह दी। उन्होंने कहा था, अगर तुम डायरेक्टर बने तो जिंदगी भर ऑटो रिक्शा में घूमते रहोगे। बल्कि उन्होंने ही सबसे पहले कहा था कि कमल हासन में एक फिल्म स्टार बनने की काबिलियत है। कमल हासन ने कहा, अगर मैंने उनकी बात नहीं मानी होती तो आज मैं शायद ऑटो रिक्शा में मरा पड़ा होता। वो भी किसी को पता नहीं चलता। उन्होंने यह भी बताया कि उनके कई दोस्त, जो उनसे ज्यादा टैलेंटेड थे, दुखद हालात में अपनी जान गंवा बैठे। वे सड़कों पर मर गए। कमल हासन ने बालचंदर जी को धन्यवाद देते हुए ये भी कहा, अगर उन्होंने मुझे सही सलाह न दी होती, तो मैं भी उन्हीं दोस्तों की तरह खो जाता।
मशहूर लेखक और गीतकार जावेद अख्तर ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर के हिंदुओं को लेकर दिए गए बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है। साथ ही उन्होंने असीम मुनीर को बहुत ही संवेदनहीन आदमी बताया। पाकिस्तान के आर्मी चीफ पर भड़कते हुए जावेद अख्तर ने कहा, 'मैंने उसका भाषण यूट्यूब पर देखा। बहुत ही संवेदनहीन आदमी है वो। अगर उसको हिंदुस्तानी बुरे लगते हैं तो आप हमें गाली दीजिए, कोई बात नहीं, लेकिन आप हिंदुओं को गाली क्यों दे रहे हैं? आपके देश में भी तो हिंदू रहते हैं, भले ही कम हों। क्या उनकी इज्जत नहीं करनी चाहिए?' जावेद अख्तर ने नेताओं-फौज पर लगाया भड़काने का आरोपजावेद अख्तर ने मशहूर वकील कपिल सिब्बल के यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए ये कहा, 'अगर पाकिस्तान की सरकार और फौज बुरा बर्ताव करती है, तो उसका असर सबसे पहले पाकिस्तान के आम नागरिकों पर ही पड़ता है। हमारा विरोध सिर्फ पाकिस्तान की सरकार, फौज और आतंकवादियों से है, आम लोगों से नहीं।' अख्तर ने कहा, 'कोई भी देश एक जैसा नहीं होता। हर देश में अच्छे-बुरे लोग होते हैं। पाकिस्तान के आम लोग हमारे दुश्मन नहीं हैं। वे भी हमारी तरह शांति चाहते हैं, लेकिन उनके नेता और फौज उन्हें भड़काते हैं।' गौरतलब है कि पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए। इसके जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया। इस दौरान POK और पाकिस्तान के भीतर आतंकियों के ठिकानों पर कार्रवाई की गई। चार दिन की इस सैन्य कार्रवाई के बाद 10 मई को दोनों देशों में सीजफायर हुआ। हमले से कुछ दिन पहले पाकिस्तान के आर्मी चीफ असीम मुनीर ने भड़काऊ बयान दिया था। उन्होंने कहा था, 'हमारे पूर्वजों ने माना था कि हम हर मामले में हिंदुओं से अलग हैं। हमारा धर्म, रिवाज, परंपराएं, सोच और महत्वाकांक्षाएं सब अलग हैं।' यह बयान आतंकियों को उकसाने वाला माना गया। इतिहास को लेकर तंजसाथ ही जावेद अख्तर ने पाकिस्तान के इतिहास पर भी सवाल उठाए। अख्तर ने कहा, 'उनकी मिसाइल का नाम अब्दाली है, जिसने मुसलमानों पर ही हमला किया था। क्या ये आपके लिए गर्व की बात है? पाकिस्तान का इतिहास और भूगोल दोनों ही उलझे हुए हैं।' कश्मीर युद्ध की याद दिलाईजावेद अख्तर ने करगिल युद्ध का जिक्र करते हुए कहा, 'जब हमारे सैनिक शहीद होते हैं तो हम उन्हें सलाम करते हैं, लेकिन करगिल में मारे गए पाकिस्तानी सैनिकों के शवों को उनकी फौज ने वापस लेने से इनकार कर दिया था। भारतीय सैनिकों ने ही उन्हें सम्मानपूर्वक दफनाया।
अभिनेता विजय राज को यौन उत्पीड़न और पीछा करने के आरोपों से बरी कर दिया गया। फिल्म 'शेरनी' (जिसमें विद्या बालन भी मुख्य भूमिका में थीं) की शूटिंग के दौरान एक सहकर्मी द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न और पीछा करने के आरोपों से बरी कर दिया गया है। न्यायालय ने मुकदमे की पूरी सुनवाई के बाद उन्हें निर्दोष करार दिया और उनके खिलाफ लगाए गए सभी आरोपों से रिहा कर दिया है। उनकी वकील मशहूर अधिवक्ता सवीना बेदी सच्चर ने हमसे बातचीत में बताया कि अभिनेता विजय राज, जो नागपुर के पास 'शेरनी' की शूटिंग कर रहे थे, इस मामले के चलते न केवल फिल्म की शूटिंग अधूरी छोड़ने को मजबूर हुए, बल्कि इसके बाद उन्हें कई काम भी गंवाने पड़े। हालांकि अब जब उन्हें न्यायालय से पूरी तरह निर्दोष घोषित किया गया है, वह आशा करती हैं कि यह मामला उन लोगों के लिए एक मिसाल बनेगा जो किसी पर आरोप लगते ही उसे दोषी मान लेते हैं। यह मामला 4 नवंबर, 2020 का है जब मध्यप्रदेश के बालाघाट में एक होटल में ठहरे फिल्म क्रू की एक सदस्य द्वारा लगाए गए छेड़छाड़ के आरोपों के चलते विजय राज को गिरफ्तार किया गया था। उन्हें उसी दिन जमानत पर रिहा कर दिया गया था। दुबई में ड्रग्स केस में हुए थे गिरफ्तार इससे पहले विजय राज को साल 2005 में दुबई में ड्रग रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। बाद में वह जमानत पर रिहा हुए थे। 'कौवा बिरयानी' सीन के लिए हुए थे फेमस विजयराज राज बॉलीवुड फिल्म 'रन' में अपने 'कौवा बिरयानी' वाले सीन के लिए बेहद लोकप्रिय हुए थे। उनकी कुछ चर्चित फिल्मों में धमाल, वेलकम, दीवाने हुए पागल, रघु रोमियो, मुंबई एक्सप्रेस, बॉम्बे टू गोवा और मानसून वेडिंग शामिल हैं।