वरुण धवन, जाह्नवी कपूर, सान्या मल्होत्रा और रोहित सराफ की रोमांटिक-कॉमेडी फिल्म 'सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी' का ट्रेलर रिलीज हो चुका है। हैरान करने वाली बात यह है कि ट्रेलर लॉन्च के दौरान फिल्म के प्रोड्यूसर करण जौहर खुद नदारत रहें। इस बारे में मीडिया से बात करते हुए एक्टर वरुण धवन ने कहा कि करण जौहर कंट्रोवर्सी के डर से नहीं आए। दरअसल, करण जौहर अक्सर ट्रोल्स का शिकार होते हैं। उनपर लगातार नेपोटिज्म को बढ़ावा देने के आरोप भी लगते रहे हैं। किसी भी मीडिया इवेंट्स में उनपर सवालों की बौछार कर दी जाती है। वरुण ने कहा- कहां हैं करण जौहर सर... तो देखिए उन्हें आप बर्थडे पर देखते हो, मुंडन पर, शादी पर देखते हो और किसी की सुहागरात पर देखते हो। बहरहाल, करण जौहर की प्रोडक्शन में बनी फिल्म ‘सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी' 2 अक्टूबर को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। इससे पहले उनके प्रोडक्शन के बैनर तले बनी फिल्म पर नजर डाले तो पिछले दो साल में उनकी 9 फिल्में फ्लॉप रही हैं। करण जौहर के खुद के डायरेक्शन में बनी फिल्म ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ 28 जुलाई 2023 को रिलीज हुई थी। इस फिल्म के अलावा उनकी सभी फिल्में फ्लॉप रहीं। सिद्धार्थ मल्होत्रा की एक्शन थ्रिलर फिल्म 'योद्धा' को करण जौहर ने प्रोड्यूस किया था। यह फिल्म 15 मार्च 2024 में रिलीज हुई थी। इसके करण जौहर की 'ए वतन मेरे वतन' फिल्म प्रोड्यूस अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज हुई। यह फिल्म भी लोगों को पसंद नही आई थी। जान्हवी कपूर और राजकुमार राव स्टारर फिल्म 'मिस्टर एंड मिसेज माही' को भी दर्शकों का प्यार नहीं मिला। 'जिगरा' का निर्माण करण जौहर ने आलिया भट्ट के साथ किया था। फिल्म में आलिया एक्शन सीन करती नजर आईं, लेकिन बड़े पर्दे पर ये फिल्म बुरी तरह से फ्लॉप रही। इब्राहिम अली खान की डेब्यू फिल्म नादानियां ओटीटी पर रिलीज हुई थी, जिसमें खुशी कपूर भी थीं। इस फिल्म को नेगेटिव रिव्यू मिले थे। इब्राहिम को उनकी एक्टिंग के लिए ट्रोल होना पड़ा था। गिप्पी ग्रेवाल और करण जौहर ने पंजाबी हिंदी फिल्म ‘अकाल द अन कॉनक्योरड’ प्रोड्यूस की थी। यह फिल्म भी बॉक्स ऑफिस पर यह फिल्म खास कमाल नहीं दिखा पाई। आर माधवन और फातिमा सना शेख स्टारर ‘आप जैसा कोई’ नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई थी। इस फिल्म को भी दर्शकों का प्यार नहीं मिला। इब्राहिम अली खान की दूसरी फिल्म 'सरजमीन’ जियो हॉटस्टार पर रिलीज हुई थी। इस फिल्म की खूब आलोचना हुई। धर्मा प्रोडक्शन की 'धड़क 2' भी बुरी तरह से फ्लॉप रही। इस बीच ‘केसरी चैप्टर 2: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ जलियांवाला बाग’ और ‘बैड न्यूज’ एवरेज फिल्म साबित हुई थी।
डायरेक्टर अनुराग कश्यप नए चेहरों के साथ फिल्म ‘निशांची’ लेकर आ रहे हैं। कनपुरिया टच वाली इस फिल्म के जरिए बालासाहेब ठाकरे के पोते ऐश्वर्या ठाकरे अपना डेब्यू कर रहे हैं। फिल्म में उनके अपोजिट वेदिका पिंटो नजर आएंगी। ट्रेलर रिलीज के बाद दोनों की एक्टिंग, फिल्म के गाने और कहानी की खूब चर्चा हो रही है। 'निशांची' के लिए अनुराग की पहली पसंद दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत थे। अनुराग ने फिल्म, एक्टर और नए टैलेंट को लेकर दैनिक भास्कर से खास बातचीत की है। ‘निशांची’ का ट्रेलर लोगों को बहुत पसंद आ रहा है। हर जगह इसके बारे में बात हो रही है। कैसा फील हो रहा है? मैं तो बहुत अच्छा फील कर रहा हूं। हम लोगों ने कानपुर-लखनऊ की असली फिल्म बनाई है। आशा करता हूं कि ये लोगों तक भी इसी मजे और असलियत के साथ पहुंचे। वासेपुर के बाद मिर्जापुर आया तो लोगों का लगा लोग उधर ऐसे ही हैं। मिर्जापुर सीरीज में मिर्जापुर कम था। मैं मिर्जापुर से हूं। सीरीज में जैसा दिखाया गया है, वैसा है ही नहीं। लेकिन वो सक्सेसफुल सीरीज है। वासेपुर की वजह से लोगों को लगता है कि गालियों का ईजाद मैंने किया है। मेरे सिर पर ये भी भार था। मैं उत्तर प्रदेश में पला-बढ़ा हूं और वहां के कई रंग हैं। इस राज्य में कदम-कदम पर रंग बदलते रहते हैं। सोनभद्र का रंग अलग है, बनारस का रंग अलग है। लखनऊ-कानपुर का रंग अलग है। लखनऊ की तहजीब अलग है और कानपुर का रंग एकदम ही अलग है। कनपुरिया बकैती और एटिट्यूड बिल्कुल अलग है। कानपुर की बकैती कमाल की है इसलिए हमने फिल्म का सेटअप वहां रखा है। ‘निशांची’ में बकैती है। ये फिल्म बकैती वाली है लेकिन इसमें एक बेहद संवेदनशील कहानी भी है। ये गैंगस्टर वाली फिल्म नहीं है बल्कि एक परिवार की कहानी है। एक मां-बाप और उनके बच्चों की कहानी है। दो भाई और उनके बीच एक लड़की की प्रेम की कहानी है। ये फिल्म दोस्ती और दोस्ती में आई दरार की कहानी है। जैसे ‘दीवार’ और ‘त्रिशूल’ गैंगस्टर नहीं बल्कि परिवार की कहानी थी। ठीक, वैसे ही निशांची है। ये अपराध और सजा की कहानी है। बचपन में मैंने जितना सलीम-जावेद घोंटा है, उसको मैंने निशांची में उडेला है। इस फिल्म की कहानी आपके पास 2016 से थी, फिर इसे बनाने में इतना टाइम क्यों लगा? इतना टाइम इसलिए लगा क्योंकि मैं सही तरीके से फिल्म बनाना चाहता था। मैं डेस्पेरेशन में फिल्म नहीं बनाना चाहता था। मुझे नॉर्थ इंडियन एक्टर चाहिए था। एक समय पर मैं निशांची को सुशांत सिंह राजपूत के साथ बनाना चाह रहा था। सुशांत के पास जो भी रीजन रहा हो, उसने इस फिल्म को नहीं किया। पहले उसने फिल्म को हां कहां फिर गायब हो गए। बाद में उन्होंने कुछ रिएक्शन ही नहीं दिया। फिल्म बनने से रह गई। मैं काफी दिन तक इस फिल्म के लिए एक्टर ढूंढता रहा। फिर एक दिन मैंने ऐश्वर्य का ऑनलाइन एक वीडियो देखा, जिसमें उसने अलग-अलग किरदार के मोनोलॉग किया था। उनमें से एक मोनोलॉग 'शूल' फिल्म का था। उसे देखने का बाद मुझे लगा कि ये तो निशांची के लिए परफेक्ट है। जब मैं मिला तो मैंने देखा कि वो बहुत शांत किस्म का लड़का है। लेकिन जब वो दूसरों की नकल करता है, तो कमाल करता है। मैंने उस स्क्रिप्ट दी और उसका रिएक्शन जानना चाहा। स्क्रिप्ट पढ़कर वो काफी उत्साहित था। मैंने उससे कहा कि अगर ये फिल्म करोगे तो कुछ और नहीं करना होगा। तुम्हें थोड़ा कनपुरिया बनना पड़ेगा। ऐश्वर्य ने इस फिल्म को अपनी लाइफ के पांच साल दिए हैं। क्या ऐसे टैलेंट मुश्किल से मिलते हैं, जो एक प्रोजेक्ट के लिए अपना सब कुछ देने के लिए तैयार हो? ऐसा नहीं है कि नहीं मिलते। ऐसे लोग इंडस्ट्री में मिलते नहीं लेकिन बाहर वालों को भी बहुत जल्दी होती है। दिक्कत ये होती है कि अगर वो काम नहीं करेंगे तो उनका जीवन यापन कैसे चलेगा। जैसे मुक्केबाज की तैयारी के लिए विनीत कुमार ने एक साल के लिए अपना सब कुछ बेच दिया था। मेरी भी फाइनेंशियली हेल्प करने की एक लिमिट है। 'मुक्केबाज' में प्रोड्यूसर था तो मैं फाइनेंशियली हेल्प कर सकता था। लेकिन इस फिल्म के लिए कोई प्रोड्यूसर नहीं था। ऐसे में मेरे साथ दिक्कत होती है। एक्टर्स से इतने सारे अच्छे हैं। मैंने एक दूसरी फिल्म बनाई, उसमें 110 एक्टर्स हैं। 80-90 तो उसमें सिर्फ थिएटर एक्टर्स थे, जो बस इसलिए आए थे क्योंकि मैं फिल्म कर रहा था। सबके अंदर भूख है। हर वो आदमी अपना सब कुछ देने को तैयार है। जब आप ऐश्वर्य ठाकरे से पहली बार मिले, तब आपको पता था कि ये राजनीतिक घराने से आते हैं? नहीं, पहली बार नहीं मालूम था। लेकिन बाद में पता चल गया। क्या है कि मैं जब किसी से कमिटमेंट चाहता हूं तो उनकी फैमिली से मिलता हूं। मैंने शुरू में जब उससे कहा कि देखो तुम एक्टर बनना चाहता हो और मुझे तीन-चार साल का कमिटमेंट चाहिए। मुझे तुम्हारी फैमिली से मिलना पड़ेगा। तब उसने खुद अपनी फैमिली के बारे में बताया। मैं पहली बार उसकी मां से मिला। मैंने उनसे कहा कि अगर मुझ पर भरोसा है तो अपने बेटे को मुझे सौंप दीजिए। वो भी उसके लिए उस समय दो-तीन ऑप्शन देख रही थी लेकिन मुझ पर भरोसा दिखाया। फिर जब मैं वेदिका से मिला तो यही बात मैंने उसके पेरेंट्स से भी कहा। मैंने उनसे कहा कि ये फिल्म मेरे लिए बहुत खास है और तैयारी के लिए मुझे समय लगेगा। उस समय तक वेदिका एक-दो फिल्म कर चुकी थी। मैंने कहा कि मैं नहीं चाहूंगा कि इस दौरान ये कुछ और करे। तब क्या आप जानते थे कि ऐश्वर्या ठाकरे कमाल के म्यूजिक कंपोजर भी हैं? हां, मुझे मालूम था। मैं जानता था कि म्यूजिक इसका पैशन है। म्यूजिक में मैंने इसकी ग्रोथ देखी है। फिल्म का गाना पिजन कबूतर उसने लिखा और कंपोज किया है। जब फिल्म एडिट पर थी, तब हम लोग ढूंढ रहे थे कि किसी तरह का स्कोर होना चाहिए। ऐश्वर्या ने रातों-रात गाना बना दिया। जब मैंने सुना मैं हैरान रह गया। मेरा रिएक्शन था कि ये कहां से आया। उसने बताया कि ये एक सीन से निकला हुआ गाना है। मैंने उससे कहा कि ये तो कमाल गाना है। फिर हमें इस गाने के लिए सही आवाज चाहिए थी। हमने सिंगर भूपेश सिंह की आवाज ली। भूपेश वही सिंगर हैं, जिसने वासेपुर में यशपाल शर्मा के लिए गाया था। ऐश्वर्या ने खुद भी फिल्म में दूसरे गाने गाए हैं। आपकी फिल्मों का म्यूजिक भी काफी यूनिक होता है। आप आर्टिस्ट को पूरी आजादी देते हो। हां, मैं सबको एकदम फ्री छोड़ देता हूं। मैं सबके साथ स्क्रिप्ट शेयर कर देता हूं और उनसे पूछता हूं कि आप बताओ क्या करना है। हर म्यूजिक डायरेक्टर सिचुएशन के हिसाब से अपना म्यूजिक खुद लेकर आया। डियर कंट्री गाने को बिरहा सिंगर विजय यादव और प्यारेलाल यादव ने जबरदस्त गाया है। इस गाने को लिखा भी उन्होंने ने ही है। इसका म्यूजिक ध्रुव घाणेकर ने दिया है। इन लोगों ने मिलकर मैजिक क्रिएट किया है। इस गाने ने फिल्म का मूड सेट किया। इस गाने में हिंदी, इंग्लिश, फ्रेंच, भोजपुरी सबकुछ मिक्स है। फिल्म में अलग-अलग म्यूजिक डायरेक्टर अलग-अलग फ्लेवर लेकर आए हैं। आपने इस फिल्म के जरिए कमर्शियल सिनेमा और इंडी सिनेमा के बीच की दीवार गिरा दी है। निशांची में कमर्शियल फैक्टर भी है और इंडिपेंडेंट सिनेमा का भी टच है। ये कैसे किया? मुझे लगता है कि एक फिल्ममेकर में कहानी के प्रति ईमानदारी होनी चाहिए। अगर कहानी सर्वोपरि है तो मेरी ईमानदारी कहानी के प्रति होनी चाहिए। कौन सी कहानी कैसे कही जानी चाहिए, ये कहानी तय करेगी। अगर मैं हर कहानी एक ही तरह से कहूंगा या अपने तरीके में फिट करने वाली कहानी ढूंढूंगा तो मेरी फिर कोई ग्रोथ ही नहीं है। ऐसे में मैं बोनसाई होकर रह जाऊंगा। मुझे अपनी जड़ें बढ़ानी है। मुझे बरगद बनना है और इसके लिए बहुत सारी चीजें करनी होती हैं। अलग-अलग कहानियों को अलग-अलग तरीके से कही जानी चाहिए। इसका अपना एक अलग मजा होता है। इस फिल्म को बनाने की वजह वो नहीं है, जिसकी वजह से मैंने कैनेडी बनाई या कोई और फिल्म बनाई।
बिग बॉस 19 के पहले एविक्शन में घर से बाहर हुईं विदेशी कंटेस्टेंट नतालिया जानोसजेक ने शो में भले ही कम समय बिताया, लेकिन उन्होंने दर्शकों के दिलों में अपनी जगह बना ली। बिग बॉस के घर में उनके नेचर, बातचीत का अंदाज़ और मृदुल बसीर के साथ उनकी ट्यूनिंग खास तौर पर चर्चा में रही। शो से बाहर निकलने के बाद उन्होंने हमसे खास बातचीत की, जिसमें उन्होंने सलमान खान के वादे से लेकर अपने अपकमिंग प्रोजेक्ट्स तक कई बातें साझा कीं... सवाल- बिग बॉस के घर में रहने से पहले और अब बाहर आने के बाद, क्या आपने अपने अंदर कोई बड़ा बदलाव महसूस किया है? नतालिया जानोसजेक- मुझे लगता है अभी यह कह पाना थोड़ा जल्दी होगा, क्योंकि मैं हाल ही में बिग बॉस के घर से निकली हूं। जब मैं थोड़ा आराम से बैठूंगी और खुद के साथ समय बिताऊंगी, तब बेहतर समझ पाऊंगी। लेकिन हां, मैंने शो से कुछ अहम बातें सीखी हैं। जैसे कि किसी भी स्थिति में अपने लिए कैसे खड़ा होना है, अपनी आवाज को कैसे दबने नहीं देना है। अगर किसी से कोई दिक्कत है, तो उसे सही तरीके से कैसे व्यक्त करना चाहिए। और सबसे जरूरी चीज जो मैंने सीखी वो है डर का सामना करना। सवाल- बिग बॉस 19 के पहले ही एविक्शन में बाहर हो जाना... क्या आपको लगता है आपके साथ कुछ गलत हुआ? इसकी वजह क्या हो सकती है? नतालिया जानोसजेक- मुझे लगता है कि मेरे एविक्शन का सबसे बड़ा कारण यह रहा कि मेरा इंडिया में उतना बड़ा फैन बेस नहीं है जितना बाकी कंटेस्टेंट्स का है। दुर्भाग्य से मैं उन लोगों के साथ नॉमिनेट हुई जिनके सोशल मीडिया पर भारी फॉलोअर्स हैं। जैसे ही मेरा नाम नॉमिनेशन में आया, मुझे उसी वक्त अंदाजा हो गया था कि अब मैं बाहर जाने वाली हूं। उस वक्त मुझे सिर्फ बसीर से उम्मीद थी कि शायद वो मुझे बचा पाएंगे। सवाल- आपकी जर्नी तो यहीं खत्म हुई, लेकिन क्या कोई ऐसा कंटेस्टेंट है जिसे आप घर से बाहर रहकर पूरी तरह सपोर्ट करेंगी? नतालिया जानोसजेक- हां, मैं दिल से मृदुल और बशीर को सपोर्ट करूंगी, भले ही उन्हें मेरी जरूरत न हो। मेरा और मृदुल का कनेक्शन बहुत नेचुरल था। हम साथ में नाचते-गाते थे, बातें करते थे। वहीं बात की जाए बशीर की तो,बशीर को इंग्लिश आती है, जिससे मेरे लिए उससे बात करना आसान होता था। बाकी कंटेस्टेंट्स भी अच्छे थे, खासकर कुनिका जी, जो मेरे लिए मां जैसी थीं। सवाल- जैसे आपने कहा कि आप मृदुल को सपोर्ट करेंगी, तो मृदुल के फैंस जानना चाहते हैं कि इज भाभी कमिंग टू नोएडा? नतालिया जानोसजेक- हां, बिल्कुल! भाभी नोएडा जरूर जाएगी। जब मृदुल बिग बॉस के घर से बाहर आएंगे, तो मैं उनसे मिलूंगी और उनके साथ नोएडा भी जाऊंगी। मैं वहां उनके फैंस से भी मिलना चाहूंगी। मृदुल एक बहुत अच्छा लड़का है। हमारी फ्लर्टिंग मजाक में शुरू हुई थी लेकिन अब हमारी दोस्ती गहरी हो चुकी है। सवाल- आपको कौन लगता है इस बार बिग बॉस 19 का विनर बन सकता है? नतालिया जानोसजेक- कई कंटेस्टेंट्स इस बार जीत के दावेदार हैं। गौरव जी और बशीर मुझे बहुत स्ट्रॉन्ग लगते हैं। मृदुल के फैंस अगर उन्हें वोट करते रहें तो वो भी जीत सकते हैं, लेकिन मृदुल थोड़ा नादान है। पता नहीं कैसे सर्वाइव करेगा। जीशान अगर गेम में थोड़ा और फोकस करें, तो उनके भी चांसेस हैं। और हां, अभिषेक की भी जीतने की पूरी संभावना है। सवाल- अगर आपकी जगह किसी और को एविक्ट किया जाना चाहिए था, तो वो कौन होता? नतालिया जानोसजेक- मुझे लगता है मेरी जगह नेहल को बाहर जाना चाहिए था। घर में कोई उसे पसंद नहीं करता था। वो बहुत ज्यादा ड्रामा करती थी। वीकेंड का वार में आपने देखा ही होगा कि उसने अमाल और बशीर से कैसे बहस की थी। मेरी जगह उसे बाहर जाना चाहिए था। सवाल 7- बिग बॉस के घर से निकलते ही आपने सबसे पहले क्या किया? किसी को फोन किया, भरपेट खाना खाया या कुछ और… नतालिया जानोसजेक- मैं सबसे पहले सोई... और बहुत ज्यादा सोई। लगभग 20 घंटे तक लगातार सोती रही। घर के अंदर नींद बहुत कम मिलती थी। लाइट्स हमेशा ऑन रहती थीं और अलार्म की आवाज से हमें हर सुबह उठना पड़ता था। जैसे ही निकली, सबसे पहले नींद पूरी की, फिर फोन चेक किया। फोन खोलते ही मैं शॉक हो गई क्योंकि ढेरों मैसेज मेरा इंतजार कर रहे थे। सवाल- बिग बॉस के बाद अब आप बॉलीवुड में क्या करना चाहेंगी? कोई अपकमिंग प्रोजेक्ट? नतालिया जानोसजेक- इस साल के अंत तक मेरी फिल्म ‘मस्ती 4’ रिलीज हो रही है। नए साल की शुरुआत में एक और फिल्म आएगी, लेकिन फिलहाल उस पर बात नहीं कर सकती। इसके अलावा मेरी दिली ख्वाहिश है कि मैं एक मसाला आइटम सॉन्ग करूं। अगर मुझे रिएलिटी शोज जैसे ‘झलक दिखला जा’ या ‘खतरों के खिलाड़ी’ मिलते हैं, तो मैं जरूर करना चाहूंगी। सवाल- सलमान खान के साथ आपकी ट्यूनिंग कैसी रही? उनके लिए कुछ कहना चाहेंगी? नतालिया जानोसजेक- मैं सलमान खान को “वॉटरमेलन” कहूंगी।उन्होंने मुझसे एक प्रॉमिस किया था। वीकेंड के वार के दूसरे दिन वो वॉटरमेलन सलाद खा रहे थे और उन्होंने मुझसे पूछा कि “क्या तुम खाओगी?” मैंने हां कहा... लेकिन अब तक उन्होंने मुझे वो सलाद नहीं दिया। मैं आज भी उसका बेसब्री से इंतजार कर रही हूं!
भोजपुरी एक्टर पवन सिंह इन दिनों राइज एंड फॉल शो को लेकर चर्चा में हैं। शो के एक एपिसोड में पवन सिंह ने अपनी दूसरी पत्नी ज्योति से शादी के बारे में बात की थी। दोनों के बीच रिश्ते ठीक नहीं है, मामला तलाक तक पहुंच गया है। इसी बीच पवन सिंह की पत्नी ने अपने एक इंटरव्यू के माध्यम से गुहार लगाई है कि मेरे पति को लौटा दो। दरअसल, बीते दिनों ज्योति ने इंस्टा पोस्ट में लिखा था कि पवन सिंह ना तो उनसे मिलते हैं और ना ही बात करते हैं। इसलिए उनके पास सुसाइड करने के अलावा दूसरा कोई ऑप्शन नहीं बचा है। झगड़े और तनाव के बीच ज्योति अपने पति पवन सिंह को ‘राइज एंड फॉल’ शो में सपोर्ट कर रही हैं। हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान ज्योति सिंह अपने पति को वापस मांगने की गुहार लगाई है। पब्लिक एंटरटेनमेंट के साथ बातचीत में ज्योति ने कहा था- मैं सबके सामने आंचल फैलाकर अपना पति मांगती हूं। कानून के मुताबिक अगर वो मुझे तलाक देते हैं तो मैं उनकी आधी प्रॉपर्टी मांग सकती हूं। क्योंकि मैं उनकी धर्मपत्नी हूं, इसलिए आधे की हकदार हूं, लेकिन पैसों की कोई बात नहीं है। मुझे पैसा नहीं चाहिए और ना ही मुझे उनकी संपत्ति से कोई मतलब नहीं है। मुझे बस अपना पति चाहिए। मैं चाहती हूं कि एक बार मेरी उनसे बात करा दी जाए। ज्योति सिंह ने कहा था- जब तक कोर्ट का फैसला नहीं आ जाता तब तक मैं उनकी पत्नी हूं, लेकिन पवन सिंह की टीम नहीं मिलने देती है। मैं चाहती हूं कि बस मुझे अपने पति से एक बार बात करवा दी जाए। एक बार मेरे पति को सामने बैठा दिया जाए। मैं बस उनसे एक बार मिलना चाहती हूं। बता दें कि पवन सिंह ने ‘राइज एंड फॉल’ के हालिया एपिसोड में बताया था कि घर वालों के दबाव में आकार उन्होंने ज्योति से शादी की थी। अब पत्नी के साथ उनका तलाक का केस चल रहा है।
रिपोर्ट्स में दावा कटरीना कैफ बनने वाली हैं मां:अक्टूबर-नवंबर में बच्चा ले सकता है जन्म
बॉलीवुड कपल कटरीना कैफ और विक्की कौशल जल्द माता-पिता बन सकते हैं। हालांकि, कपल ने अभी तक इस बारे में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन NDTV की रिपोर्ट के अनुसार कैटरीना कैफ प्रेग्नेंट हैं और बच्चा अक्टूबर-नवंबर में जन्म लेगा। बता दें कि कई महीनों से कटरीना के प्रेग्नेंसी की खबरें चर्चा में रही हैं। कपल इस पर चुप्पी साधे हुए हैं और मीडिया से दूर रहे हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि अफवाहों के बाद कटरीना लाइमलाइट से दूर हैं। ऐसा भी बताया गया है कि बच्चा आने के बाद वह लंबा मैटर्निटी ब्रेक लेंगी। सूत्रों के अनुसार, वह अपने बच्चे के साथ समय बिताना चाहती हैं। वहीं, इससे पहले कटरीना के प्रेग्नेंसी अफवाहों पर विक्की कौशल का रिएक्शन भी सामने आया था। जून 2024 में फिल्म ‘बैड न्यूज’ के ट्रेलर लॉन्च पर उनसे इस बारे में सवाल किया गया था। जिस पर विक्की ने कहा था, जहां तक गुड न्यूज की बात है, हम इसे आपके साथ शेयर करेंगे। अभी अफवाहों में कोई सच्चाई नहीं है। अभी ‘बैड न्यूज’ को इंजॉय लीजिए। जब अच्छी खबर आएगी, हम जरूर बताएंगे। बता दें कि कटरीना और विक्की की शादी 2021 में हुई थी। इस शादी में केवल करीबी लोग शामिल हुए थे। कपल अक्सर इंस्टाग्राम पर अपनी तस्वीरें शेयर करते हैं। वर्क फ्रंट की बात करें तो विक्की आखिरी बार फिल्म ‘छावा’ में नजर आए थे। वहीं, कटरीना को आखिरी बार फिल्म ‘मेरी क्रिसमस’ में विजय सेतुपति के साथ देखा गया था। ..................................... कटरीना कैफ से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें कटरीना@42, पिता ने छोड़ा साथ, मां ने अकेले पाला:महेश भट्ट ने रातों-रात फिल्म से निकाला, सलमान-रणबीर को किया डेट; बिना स्कूल गए बनीं सुपरस्टार बॉलीवुड की बार्बी गर्ल कटरीना कैफ भले ही आज इंडस्ट्री की टॉप एक्ट्रेसेज में शुमार हैं, लेकिन यहां तक पहुंचना उनके लिए कभी आसान नहीं रहा। जब कटरीना बहुत छोटी थीं, तभी उनके माता-पिता का तलाक हो गया था। पूरी खबर यहां पढ़ें....
12 सितंबर को एक ऐसी डॉक्यूमेंट्री रिलीज हो रही है, जो उस खिलाड़ी की कहानी कहती है जिसने भारत को अंडर-19 वर्ल्ड कप जिताया, लेकिन जिसे कभी टीम इंडिया की जर्सी पहनने का मौका नहीं मिला। एक ऐसा खिलाड़ी जिसने लाखों उम्मीदें जगाईं, लेकिन जब सपनों को हकीकत में बदलने का वक्त आया, तो हालात ने साथ नहीं दिया और सिर्फ 28 साल की उम्र में संन्यास लेना पड़ा।फिल्ममेकर राघव खन्ना द्वारा बनाई गई यह डॉक्यूमेंट्री सिर्फ एक क्रिकेटर की कहानी नहीं, बल्कि हर उस इंसान की कहानी है जो एक और मौका, एक दूसरी शुरुआत चाहता है। दैनिक भास्कर ने इस फिल्म के नायक उन्मुक्त चंद और निर्देशक राघव खन्ना से खास बातचीत की… सवाल- जब पहली बार अपने हाथ में बैट पकड़ा था, तब क्या सोचा था कि एक दिन इसी बैट से वर्ल्ड कप भी लेकर आऊंगा? उन्मुक्त- नहीं, मैंने ऐसा बिल्कुल नहीं सोचा था। पर हां, एक सपना जरूर था। मैं चार साल का था जब मैंने पहली बार क्रिकेट खेलना शुरू किया था। 11-12 साल की उम्र में अकादमी भी जॉइन कर ली थी। और काफी हद तक ये पता था कि मैं क्रिकेटर ही बनूंगा। मैं अपनी स्क्रैप बुक में यही इच्छा लिखा करता था। और अंडर-19 वर्ल्ड कप खेलना किसी भी खिलाड़ी के लिए सबसे बड़ा मोमेंट होता है, जो मैंने भी जिया। सवाल- राघव, आपकी उन्मुक्त से कैसे मुलाकात हुई, और आपने कैसे सोचा कि इस पर एक डॉक्यूमेंट्री बननी चाहिए? राघव- भारत में लोगों को क्रिकेट का जबरदस्त जुनून है, मुझे भी बहुत पैशन है। मैंने भी गली-मोहल्ले में खूब क्रिकेट खेला है और मैं खुद को सबसे बड़ा क्रिकेट प्रेमी मानता हूं। जब 2011 में एम.एस. धोनी की कप्तानी में हमने वर्ल्ड कप जीता, तब देशभर में एक नई ऊर्जा आई थी। और ठीक अगले साल, 2012 में अंडर-19 वर्ल्ड कप में उन्मुक्त ने हमें जीत दिलाई। मीडिया ने उन्हें रातों-रात स्टार बना दिया। सभी को लगा था कि अब ये खिलाड़ी जल्द ही सीनियर टीम में दिखेगा। फिर एक दिन फोन पर नोटिफिकेशन आया उन्मुक्त ने टीम इंडिया से संन्यास ले लिया है और अमेरिका जा रहे हैं। उस पल मेरे मन में बहुत सारे सवाल उठे। इतना टैलेंटेड लड़का इतनी जल्दी रिटायर क्यों हो रहा है? ज़रूर इसके पीछे कोई गहरी कहानी है। मैंने उन्मुक्त से संपर्क किया, लेकिन वो अमेरिका जा चुके थे। बाद में जब मैं किसी काम से अमेरिका गया, तो उनसे मुलाकात हुई। देखिए, किसी महान व्यक्ति की कहानी कहना आसान नहीं होता। वह प्रेरणादायक तो हो सकती है, लेकिन हर किसी से जुड़ नहीं पाती। पर उन्मुक्त की कहानी सिर्फ प्रेरणा नहीं, बल्कि पहचान भी देती है। 19 की उम्र में जिसे 'महान' कहा गया, उसे 24 में भुला दिया गया। फिर भी वो हार नहीं मानता और खुद को एक दूसरा मौका देता है। यही बात मुझे छू गई। सवाल- जब राघव ने आप पर डॉक्यूमेंट्री बनाने की बात की, तब क्या आपके मन में संकोच था? उन्मुक्त- मैंने अपनी कहानी से अब शांति पा ली है। जब मैं अमेरिका शिफ्ट हुआ, तो बहुत दिक्कतें आईं। जिस इंडिया कैप के लिए मैं खेलता था, जो मेरी प्रेरणा थी, मुझे उसका लक्ष्य बदलना पड़ा। लेकिन उस दौर में मैंने जिंदगी के बारे में बहुत कुछ सीखा। समय के साथ सब ठीक हो गया। अब मैं अपनी कहानी से डरता नहीं, बल्कि उसका दोस्त बन चुका हूं। राघव के साथ बीते 3-4 साल बहुत अच्छे रहे। उन्होंने मुझे इतना सहज कर दिया कि मैं खुलकर अपनी कहानी उन्हें बता सका। सवाल- संन्यास लेने का फैसला क्या निजी था या किसी दबाव का नतीजा? उन्मुक्त- मैंने कई साल दिल्ली से रणजी ट्रॉफी खेली, फिर उत्तराखंड गया, फिर वापस दिल्ली आया। लेकिन सबकुछ वैसा नहीं हुआ जैसा मैंने सोचा था। दबाव बढ़ता जा रहा था। मुझे लगने लगा कि यहां आगे खेलना अब मुश्किल है। और फिर कुछ ऐसे पल आए जिससे मेरे अंदर से क्रिकेट का जुनून ही कम होने लगा। वैसे भी एक खिलाड़ी की उम्र सीमित होती है। इसलिए मैंने 2021 में संन्यास लिया और अमेरिका में नए मौके तलाशने लगा। सवाल- आपके कोच उदित ने कहा कि बुरा वक्त तो सचिन और कोहली जैसे खिलाड़ियों पर भी आता है, लेकिन उन्हें सपोर्ट मिला, उन्मुक्त अकेला रह गया। उन्मुक्त- कॉल्स तो बहुत आए, लेकिन आज के प्रोफेशनल स्पोर्ट्स की परिभाषा बदल चुकी है। कभी सपोर्ट मिलता है, कभी नहीं। मेरे लिए दिल्ली में उस वक्त क्रिकेट खेलना मुश्किल हो गया था। मैं सिर्फ बेंच पर बैठने के लिए नहीं खेलता था। मुझे खेलते रहना था। आज के समय में 25-26 की उम्र तक आपको टीम इंडिया से खेल लेना चाहिए, वर्ना चयनकर्ता आगे देखने लगते हैं। जब अमेरिका से मौका मिला, तो मैंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और अब मैं बाकी अंतरराष्ट्रीय लीग्स को एक्सप्लोर करना चाहता हूं। सवाल- क्या डॉक्यूमेंट्री बनाते समय कोई चुनौतियां भी आईं? राघव- आंकड़े तो हर खिलाड़ी के सार्वजनिक होते हैं, लेकिन असली लड़ाई जो वो रोज़ अपने भीतर लड़ता है, उसे दिखाना हमारा मकसद था। मैं उन्मुक्त और उनके माता-पिता का आभारी हूं, जिन्होंने मुझ पर भरोसा किया। अपने देश को छोड़कर, किसी दूसरे देश में जाकर जीरो से सब कुछ शुरू करना आसान नहीं होता। ये फिल्म उन सभी लोगों को उम्मीद देगी जो जीवन में दूसरा मौका चाहते हैं या जो अपने संघर्ष में अकेले पड़ चुके हैं। सवाल- दर्शक आपकी कहानी से क्या सीखकर निकलें? उन्मुक्त- जब मैं अपनी जिंदगी को पीछे मुड़कर देखता हूं, तो लगता है कि उतार-चढ़ाव से भरी रही है। अंडर-19 वर्ल्ड कप में कप्तानी की, और फिर एक वक्त ऐसा भी आया जब रणजी से बाहर हो गया। ऐसा लगने लगा कि मैं बस एक क्लब प्लेयर रह जाऊंगा। लेकिन मैंने हर इमोशन बहुत जल्दी-जल्दी महसूस किया। अब मुझे अपने अतीत से डर नहीं लगता। मैंने उसे अपना लिया है। मुझे पता है कि जीवन में सफलता भी आएगी और असफलता भी। ये हर किसी की जिंदगी में होता है, और मेरी कहानी शायद इसलिए हर किसी से जुड़ सकेगी। सवाल- आपने इंस्टाग्राम पर लिखा है “फीनिक्स की तरह उठो”, ऐसे मुश्किल वक्त में आपके साथ कौन सबसे मजबूती से खड़ा रहा? उन्मुक्त- मेरी पत्नी सिमरन। हम 2018 से साथ हैं और 2021 में शादी की। उन्होंने मेरा सबसे कठिन समय देखा है, जब सबकुछ गिर रहा था। जिस तरह से उन्होंने मेरा साथ दिया, वो मेरे लिए बहुत ताकत देने वाला था। वो वक्त नहीं देखा जब सब मेरी तारीफ कर रहे थे, लेकिन जब मैं टूट रहा था तब वो मेरे साथ थीं। यही रिश्ता मजबूत बनाता है। और इस भरोसे की ताकत ने मुझे दोबारा खड़ा किया। डॉक्यूमेंट्री में भी वो मोमेंट्स रिकॉर्ड किए गए हैं। सवाल- उन्मुक्त का बचपन, अंडर-19 वर्ल्ड कप, आईपीएल, अमेरिका शिफ्ट होना। ये सब फिल्म में है, लेकिन इसका अंत कैसे होगा? राघव- एक महान निर्देशक अल्फ्रेड हिचकॉक ने कहा था जब आप फिल्म बना रहे होते हैं तो निर्देशक भगवान होता है, लेकिन जब आप डॉक्यूमेंट्री बना रहे होते हैं, तो भगवान ही निर्देशक होता है। मैंने ये बात पहले पढ़ी थी, लेकिन उसका मतलब अब जाकर समझ में आया।जो कुछ उन्मुक्त के साथ बीत चुका था, उस पर मेरा पूरा कंट्रोल था।हमारी प्लानिंग थी कि 2024 टी-20 वर्ल्ड कप में उन्मुक्त अमेरिका की टीम से खेलेंगे और उनकी कहानी का एक ड्रीम एंडिंग होगा जैसे फिल्में खत्म होती हैं। लेकिन जब ये खबर आई कि उन्मुक्त का चयन नहीं हुआ, तो एक दोस्त के रूप में मुझे दुख हुआ और एक फिल्मकार के रूप में मेरी परफेक्ट एंडिंग भी टूट गई। इसके बाद मेरी एक नई यात्रा शुरू हुई एक बेहतरीन अंत की तलाश में। मैं दोबारा अमेरिका गया। उन्मुक्त से मिला और उसे एक छत पर ले गया ।जहां सिर्फ मैं और वो थे। मैं जानता था कि जो मैं करने जा रहा हूं, वो कैमरे के सामने अकेले में ही संभव है।मैंने कैमरा ऑन किया और हमने एक गहराई भरी बातचीत शुरू की।उस बातचीत में उन्मुक्त की आंखें भर आईं। मैं मन ही मन सोच रहा था काश इस पल में बारिश हो जाती।और यकीन मानिए, 30 सेकेंड के भीतर ही बारिश शुरू हो गई। वहीं पर मुझे लगा यही है इस कहानी का असली अंत।एक ऐसा अंत जो बताता है कि कभी कोई “डेड एंड” नहीं होता। हर मोड़ एक नया रास्ता बन सकता है।यह फिल्म हर उस इंसान को उम्मीद देगी जिसने कभी हार मान ली हो या जिसे दुनिया ने भुला दिया हो।
ऐश्वर्या राय बच्चन और अभिषेक बच्चन बाद अब प्रोड्यूसर- डायरेक्टर करण जौहर ने भी दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर कर बिना उनकी अनुमति के उनके फोटो, आवाज और अन्य व्यक्तिगत प्रतीकों का इस्तेमाल नहीं करने की मांग की है। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक करण जौहर ने व्यक्तित्व अधिकार की सुरक्षा के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका दायर की है। उन्होंने लोगों को उनके नाम पर अवैध रूप से सामान बेचने से रोकने की मांग की है। करण जौहर ने आज सोमवार को दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाकर अपनी पहचान और प्रचार अधिकारों की सुरक्षा की मांग की है। करण जौहर की यह याचिका न्यायमूर्ति मनमीत पीएस अरोड़ा के समक्ष सुनवाई के लिए आई है, जिन्होंने उनके वकील से कुछ स्पष्टीकरण मांगे हैं। करण जौहर ने अपने व्यक्तित्व और प्रचार अधिकारों की सुरक्षा के अलावा अदालत से यह अनुरोध भी किया है कि कुछ वेबसाइट्स और प्लेटफॉर्म्स को निर्देश देने के लिए एक आदेश पारित किया जाए कि वे उनके नाम और तस्वीर वाले मग और टी-शर्ट सहित अन्य सामान की अवैध बिक्री न करें। इस मामले में ऐश्वर्या राय बच्चन और अभिषेक बच्चन को भी दिल्ली हाई कोर्ट से राहत मिली है। कोर्ट ने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स को एक्टर की अनुमति के बिना उनके नाम, तस्वीरें और आवाज के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। साथ ही अभिषेक की AI से जनरेट की गई तस्वीरों के इस्तेमाल पर भी रोक लगाई गई है। ऐश्वर्या राय और अभिषेक बच्चन से पहले इसी साल मई में एक्टर जैकी श्रॉफ भी कोर्ट पहुंचे थे। उन्होंने आरोप लगाया था कि उनकी इमेज और वीडियो बदलकर बिना इजाजत मर्चेंडाइज बेचा जा रहा है। उस समय कोर्ट ने उनके पर्सनैलिटी और पब्लिसिटी राइट्स को भी सुरक्षित किया था। साल 2023 में कोर्ट ने अनिल कपूर की इमेज, वॉयस और उनके झकास कैचफ्रेज का गलत इस्तेमाल पर रोक लगाई थी। वहीं, नवंबर 2022 में अमिताभ बच्चन की पर्सनैलिटी और पब्लिसिटी राइट्स की भी सुरक्षा दी गई थी।
जी स्टूडियो की फिल्म ‘जटाधारा’ 7 नवंबर 2025 को हिंदी और तेलुगु भाषा में रिलीज होगी। फिल्म में सुधीर बाबू और सोनाक्षी सिन्हा लीड रोल में हैं। फिल्म के प्रोड्यूसर्स ने सोमवार को मूवी का मोशन पोस्टर जारी किया है। पोस्टर में अच्छाई और बुराई, प्रकाश और अंधकार, मानव इच्छा और ब्रह्मांडीय नियति का संघर्ष दिखाया गया है। फिल्म में सुधीर और सोनाक्षी के अलावा दिव्या खोसला कुमार, शिल्पा शिरोडकर, इंदिरा कृष्णा, रवि प्रकाश, नवीन नेनी भी दिखाई देंगे। फिल्म ‘जटाधारा’ के प्रोड्यूसर्स उमेश कुमार बंसल, शिविन नारंग, अरुणा अग्रवाल, प्रेरणा अरोड़ा, शिल्पा सिंघल और निखिल नंदा शामिल हैं। को-प्रोड्यूसर अक्षय केजरीवाल और कुसुम अरोड़ा हैं। क्रिएटिव प्रोड्यूसर दिव्या विजय और सुपरवाइजिंग प्रोड्यूसर भाविनी गोस्वामी हैं। फिल्म का साउंड जी म्यूजिक कम्पनी ने दिया है। फिल्म को लेकर जी स्टूडियो के सीईओ उमेश कुमार बंसल ने कहा, जी स्टूडियो जिस तरह ‘जटाधारा’ को दुनिया तक पहुंचाने की कोशिश कर रहा है, उस पर हमें गर्व है। यकीन मानिए यह सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि एक ऐसा अनुभव है जो स्केल, कहानी और दृष्टिकोण को नए लेवल पर ले जाएगा। हमें यकीन है कि हमारे पार्टनर एस के जी इंटरप्राइजेज के साथ, सुदीप बाबू, सोनाक्षी सिन्हा और पूरी टीम दर्शकों को एक ऐसी दुनिया में ले जाएंगे, जैसा उन्होंने पहले कभी नहीं देखा होगा। प्रेरणा अरोड़ा ने इसे एक गहराई से जुड़ी कहानी बताया वहीं, प्रोड्यूसर प्रेरणा अरोड़ा ने कहा, “रुस्तम’ की सफलता के बाद मैं जी स्टूडियोज के साथ एक और बड़ी फिल्म लेकर आई हूं। यह मेरे लिए गर्व और आभार का मौका है। यह फिल्म एक गहराई से जुड़ी कहानी है, जो हमारी संस्कृति को दुनिया भर की सिनेमा की दृष्टि से जोड़ती है। हमारी टीम के साथ हम दर्शकों को एक अनोखा अनुभव देने जा रहे हैं, जो भावनाओं और दृश्यों में यादगार रहेगा।” निर्देशक अभिषेक जायसवाल और वेंकट कल्याण ने कहा, ‘जटाधारा’ एक लोककथा पर आधारित फिल्म है, जहां अंधकार दैवीय शक्ति से टकराते हुए, दर्शकों को ईश्वर की उपस्थिति का एहसास कराता है। यह विश्वास, डर और ब्रह्मांडीय नियति की कहानी है।”
सीएम योगी आदित्यनाथ के जीवन पर बनी फिल्म ‘अजेय: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ ए योगी’ 19 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। इस फिल्म को लेकर भोजपुरी सिनेमा के जुबली स्टार दिनेश लाल यादव निरहुआ ने हाल ही में दैनिक भास्कर से खास बातचीत की। दिनेश ने बताया यह राजनीतिक फिल्म नहीं बल्कि एक साधारण परिवार में जन्मे बच्चे की सिस्टम में बदलाव की कहानी है। जो हर किसी के लिए प्रेरणादायक फिल्म होगी। पढ़िए दिनेश लाल यादव निरहुआ से हुई बातचीत के कुछ और प्रमुख अंश… सवाल- बहुत अड़चनों के बाद यह फिल्म रिलीज होने जा रही है, इस समय फिल्म को लेकर आपकी क्या प्रतिक्रिया है? जवाब- किसी सब्जेक्ट पर जब बहुत मेहनत करते हैं और रुकावट होती है तब बहुत घबराहट होती है। मैं तो भोजपुरी फिल्म का एक्टर हूं। यह मेरी पहली हिंदी फिल्म है। मुझे लगा कि एक अच्छा अवसर मिला है। अड़चने आईं तो लगा कि ये क्या हो गया? अब सबकुछ ठीक है। फिल्म का ट्रेलर लोगों को बहुत पसंद आ रहा है। बहुत अच्छा लग रहा है। हम लोग खुद थिएटर में जाकर फिल्म देखेंगे और लोगों से आग्रह करेंगे कि यह फिल्म देखे। क्योंकि इस फिल्म की कहानी हम जैसे लोगों की है। एक साधारण परिवार में जन्म लेने के बाद किन-किन संघर्षों के साथ कोई भी व्यक्ति कहीं पहुंचता है। ‘अजेय द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ ए योगी’ भी एक ऐसी कहानी है, जिसमें एक बहुत ही साधारण परिवार में जन्मा एक बच्चा समाज के सिस्टम को देखकर उसमें बदलाव लाने की कोशिश करता है। यह हर किसी के लिए प्रेरणादायक फिल्म होगी। जो भी पेरेंट्स अपने बच्चों के साथ फिल्म देखेंगे तो अपने बच्चों को प्रेरणादायी फिल्म दिखाएंगे। सवाल- और फिल्म में आपका किरदार भी बहुत महत्वपूर्ण है? जवाब- जी, बिल्कुल। हमारे जो पत्रकार बंधु हैं उनका ही किरदार पहली बार निभाने का इस फिल्म में मौका मिला है। इस किरदार को निभाकर बहुत ही मजा आया। सवाल- जब आपको हिंदी फिल्म में इस तरह का रोल मिला तब आपको क्या चीज खास लगी? जवाब- जब मैंने किताब और फिल्म की स्क्रिप्ट पढ़ी तो मुझे ऐसा महसूस हुआ कि यह फिल्म समाज को एक संदेश दे सकती है। यह ऐसी फिल्म है जो लोगों को इंस्पायर कर सकती है। इंसान कहीं भी कितनी भी गरीबी में पैदा हुआ हो, लेकिन अगर उसके अंदर कुछ करने की आग है तो वह क्या-क्या कर सकता है। यह बात मुझे इस फिल्म में दिखी। मुझे लगा कि यह एकदम सही विषय है। अगर यह फिल्म बन रही है और इसका हिस्सा बनने का अवसर मुझे मिल रहा है तो यह फिल्म जरूर करूं। चूंकि मैं रियल लाइफ में योगी जी के साथ मंच साझा करता हूं। उनके साथ बहुत सारी सभाएं करता हूं। मैं व्यक्तिगत रूप से भी उनको बहुत जानता हूं। जब हम लोग फिल्म कर रहे थे तब मैंने देखा कि योगी जी का किरदार अनंत जोशी इतने बखूबी से निभा रहे थे कि उनकी एक्टिंग देखकर मुझे कभी-कभी ऐसा लगता था कि योगी जी से बात कर रहा हूं। सवाल- सालों से आपका पत्रकारों से बहुत अच्छा रिश्ता है, आपका अपना किरदार भी निभाने में बहुत आसानी रही होगी? जवाब- बिल्कुल, जब मैं गांव में एल्बम गाता था। वहां से मुझे पत्रकार भाइयों का बहुत सपोर्ट मिला। मेरे एल्बम के बारे में लिखा जाता था। मेरा इंटरव्यू ले रहे थे। मेरी जर्नी पत्रकार भाइयों के साथ ही रही है। उनके हाव-भाव मुझे बहुत अच्छे से पता था। उसी चीज को मैंने अपने किरदार में उतारने की कोशिश की है। जब आप फिल्म देखेंगे तो खुद ही कहेंगे कि कितना बढ़िया हो पाया है। सवाल- आपकी कभी योगी जी से इस फिल्म के बारे में बात हुई? जवाब- इस फिल्म के बारे में कभी योगी जी से बात नहीं हुई। जब फिल्म की शूटिंग शुरू हुई तब मुझे लगा कि ये लोग फिल्म बना रहे हैं तो जरूर योगी जी से परमिशन लेकर बना रहे होंगे। इसलिए इस विषय में कभी योगी जी से बात नहीं हुई। रिलीज के समय जब पता चला कि फिल्म तो रुक गई है। मुझे बताया गया कि हमारे पास एनओसी नहीं है। सेंसर बोर्ड सीएम ऑफिस से एनओसी मांग रहा है। तब प्रोड्यूसर ने बताया कि उनकी तो योगी जी से मुलाकात ही नहीं हुई है। मुझे लगा कि मैं कहां फंस गया। मैंने सोचा कि कहीं महाराज जी मुझसे ना पूछ बैठे कि फिल्म बन रही है और तुम एक्टिंग कर रहे हो, मुझे नहीं बताए। खैर, जब कोर्ट ने फिल्म देखकर इसे प्रेरणादायक फिल्म बताया, तब मुझे लगा कि बेवजह ही विवाद पैदा हो गया था। सेंसर बोर्ड ने बिना फिल्म देखे एक अलग धारणा बना ली थी। इस फिल्म में किसी का गुणगान नहीं किया गया। फिल्म का पूरा भाव यह है कि अगर सिस्टम में कुछ गलत लगता है और उसे कोई बदलना चाहता है। तो वैसा तेवर होना चाहिए? इस फिल्म के एक सीन के बारे में बताना चाहूंगा, जब उसे पढ़ा तब मेरे रोंगटे खड़े हो गए थे। योगी जी जब कॉलेज में थे, तब वहां के कुछ उदंड बच्चे लेडीज टॉयलेट में कुछ अपशब्द लिख देते हैं। योगी जी ने उसकी शिकायत कॉलेज में की, लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गई। तब योगी जी ने टॉयलेट में ताला लगा दिया। जब कॉलेज के प्रबंधक ने पूछा तो योगी जी ने कहा कि मेरे पास सिर्फ 250 रुपए थे। पैसे और होते तो बुलडोजर चलवा देता। यह तेवर उनके अंदर पढ़ाई के समय ही था। कोई व्यक्ति अपने जीवन में कुछ भी बना है तो वह किन चीजों को झेलकर पहुंचा है। उसके अंदर सिस्टम को बदलने का कितना भाव है। आज वो आदमी कहीं भी गलत देखता है तो बुलडोजर चलवा देता। इस फिल्म का एक और सीक्वेंस बता रहा हूं। जब योगी जी राजनीति में नहीं थे। गोरखपुर में कुछ ऐसी घटना हुई थी, जिसकी शिकायत लेकर योगी जी डीएम के पास चले गए थे। डीएम ने कहा कि आप सवाल करने वाले कौन होते हैं? क्या विधायक, सांसद या सीएम हो? तब योगी जी कहा कि तुमसे बात करने के लिए कुछ बनना पड़ेगा। फिर योगी जी ने अपने गुरु जी से राजनीति में आने की बात की। सांसद बनने के बाद डीएम के ऑफिस के बाहर ही बैठ गए। सवाल– जब किसी राजनीतिक शख्सियत पर फिल्म बनती है तो उसे 'प्रोपेगेंडा' कहा जाता है। इस पर क्या कहेंगे? जवाब- मैं ऐसा नहीं मानता, जब मैंने फिल्म की स्क्रिप्ट सुनी तब मुझे लगा कि यह बहुत ही कमाल की फिल्म है। यह एक तरह से प्रेरणा है। अगर कोई चीज गलत लग रही है तो दो ही रास्ते हैं। या तो उसे चुपचाप सहो, या उसे बादलो। सवाल- आप योगीजी के बहुत करीब हैं, क्या आप उन्हें फिल्म दिखाने पर विचार कर रहे हैं? जवाब- मेरी हिम्मत ही नहीं है कि योगी जी को फिल्म देखने के लिए कहूं। जब भी मिलता हूं तब देखता हूं कि योगी जी सुबह जल्दी उठकर अपनी दिनचर्या शुरू कर देते हैं। बिना थके काम करते रहते हैं, उनका जीवन बेहद व्यस्त रहता है। ऐसे में मेरी तो हिम्मत ही नहीं होती कि उनसे कहूं कि मेरी ढाई घंटे की फिल्म देखिए। योगी जी जिस जगह पर बैठे हैं, उनपर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है, जिसे बहुत अच्छे से निभा रहे हैं। हम लोग कलाकार हैं, जो हमारी सामाजिक जिम्मेदारी है, वही हम निभा रहे हैं।
बॉलीवुड एक्ट्रेस सोहा अली खान ने हाल ही में बताया कि उनके साथ विदेश में एक परेशान करने वाली घटना हुई थी। उन्होंने कहा कि दिन के समय पब्लिक प्लेस पर एक आदमी ने उन्हें अपने प्राइवेट पार्ट दिखाए। हाउटरफ्लाई के साथ बातचीत में जब उनसे पूछा गया कि क्या कभी उन्हें पब्लिक में फ्लैश किया गया है, तो उन्होंने जवाब दिया, इटली में, हां। वहां शायद यह अक्सर होता है। लेकिन दिनदहाड़े? वहीं, जब उनसे पूछा गया इनका मकसद क्या होता है? तो उन्होंने कहा कि हम उनके बारे में ज्यादा सोचते नहीं हैं। कास्टिंग काउच पर भी सोहा ने दी प्रतिक्रिया एक्ट्रेस ने बातचीत में बॉलीवुड के कास्टिंग काउच को लेकर भी अपनी राय रखी। उन्होंने कहा,शायद मेरा बैकग्राउंड ही वजह रहा कि मै इससे बच गई। सबको लगता था कि सैफ हैं, शर्मिला जी हैं। शायद इसी कारण मुझे ऐसी कोई स्थिति का सामना नहीं करना पड़ा। मेरा ऐसा अनुभव नहीं रहा। बता दें कि सोहा की शादी एक्टर कुणाल खेमू से हुई है। 25 जनवरी 2015 को दोनों ने शादी की थी। शादी से पहले दोनों सात साल तक रिलेशनशिप में थे। कपल की एक बेटी इनाया है। वर्कफ्रंट की बात करें तो सोहा हाल ही में अमेजन प्राइम फिल्म 'छोरी 2' में नजर आई थीं। 2022 में वह जी5 की सीरीज 'कौन बनेगी शिखरवती' और प्राइम वीडियो की सीरीज 'हश हश' में भी दिखीं। बता दें कि सोहा ने 2004 में फिल्म 'दिल मांगे मोर' से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी। उन्हें 'रंग दे बसंती' (2006) और 'आहिस्ता-आहिस्ता' (2006) जैसी फिल्मों से पहचान मिली। 2017 में उन्होंने 'द पेरिल्स ऑफ बीइंग मॉडरेटली फेमस' किताब लिखी, जिसे 2018 में क्रॉसवर्ड बुक अवॉर्ड मिला।
77वें प्राइमटाइम एमी अवॉर्ड्स इस रविवार लॉस एंजिलिस के पीकॉक थिएटर में हुए। कॉमेडी सीरीज 'द स्टूडियो' ने इतिहास रच दिया। इसे कुल 13 अवॉर्ड्स मिले। किसी कॉमेडी सीरीज को अब तक इतने अवॉर्ड्स पहली बार मिले हैं। सेवरेंस और द स्टूडियो का दबदबा रहा सीरीज सेवरेंस इस बार सबसे ज्यादा नॉमिनेट हुई। इसके एक्टर्स ट्रामेल टिलमैन और ब्रिट लोअर ने अपने-अपने कैटेगरी में अवॉर्ड जीते। 'बेस्ट ड्रामा सीरीज' का एमी अवॉर्ड ‘द पिट’ एक मेडिकल ड्रामा सीरीज है। इसमें पिट्सबर्ग के अस्पताल की 15 घंटे की शिफ्ट की कहानी दिखाई गई है। इसका पहला सीजन लोगों और समीक्षकों को बहुत पसंद आया। इस शो को 'बेस्ट ड्रामा सीरीज' का एमी अवॉर्ड मिला। साथ ही, नोआ वाइल को बेस्ट लीड एक्टर और कैथरीन ला नासा को बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का अवॉर्ड मिला। बेस्ट कॉमेडी सीरीज बनी 'द स्टूडियो' ‘द स्टूडियो’ एक कॉमेडी सीरीज है, जिसमें सेथ रोगन और उनकी टीम ने बनाया है। इसमें फिल्म इंडस्ट्री की दुनिया को मजेदार तरीके से दिखाया गया है और इसमें कई सितारों की झलक भी मिलती है। इस शो ने 13 एमी अवॉर्ड्स जीते, जो किसी भी कॉमेडी सीरीज के लिए अब तक का रिकॉर्ड है। सेठ रोगन को भी इस शो के लिए बेस्ट लीड एक्टर का अवॉर्ड मिला। एडोलसेंस को भी मिला अवॉर्ड‘एडोलसेंस’ एक लिमिटेड सीरीज है। इसकी कहानी एक परिवार पर आधारित है, जिसमें 13 साल के बेटे पर हत्या का आरोप लगता है। इस शो को 'बेस्ट लिमिटेड/एंथोलॉजी सीरीज' का एमी अवॉर्ड मिला। इसे एक्टिंग, डायरेक्शन और राइटिंग के लिए भी कई अवॉर्ड्स मिले। 15 साल के ओवेन कूपर ने इस शो में बेहतरीन काम कर सपोर्टिंग एक्टर का अवॉर्ड जीतकर नया रिकॉर्ड बनाया। भारत में भी हुआ लाइव टेलीकास्टएमी अवॉर्ड्स का लाइव टेलीकास्ट अमेरिका में सीबीएस पर हुआ। पैरामाउंट विद शो-टाइम के सब्सक्राइबर इसे रियल टाइम देख पाए। पैरामाउंट के स्टैंडर्ड सब्सक्रिप्शन वाले लोग सोमवार से 21 सितंबर तक यह शो देख पाएंगे। भारत में इस अवॉर्ड शो का लाइव टेलीकास्ट जियो हॉटस्टार पर हुआ।
टेलीविजन का पॉपुलर रियलिटी शो बिग बॉस 19 इन दिनों चर्चा में बना हुआ है। शो में आए दिन कंटेस्टेंट्स के बीच बड़े-बड़े झगड़े देखने मिल रहे हैं। हालांकि अब शो में बाद हाथापाई तक पहुंच चुकी है। शो में शहनाज गिल के भाई शहबाज और अभिषेक बजाज के बीच जमकर बहस हुई जो हाथापाई में तब्दील हो गई। दोनों एक-दूसरे पर हाथ उठाने लगे, जिसके बाद बिग बॉस को हस्तक्षेप करना पड़ा है। हाल ही में जियो हॉटस्टार रियलिटी द्वारा शो का नया प्रोमो जारी किया गया है। प्रोमो में इस हफ्ते घर के कैप्टन बने अमाल मलिक, कुनिका सदानंद से किचन में इंटरफेयर करने से रोकते नजर आए हैं। इस पर कुनिका सदानंद भड़क गईं और उनकी अमाल से जमकर बहस हो गई। इस दौरान अमाल ने भी तेज आवाज में उन्हें जमकर बातें सुनाईं। अमाल ने आवाज ऊंची कर कुनिका से कहा, मैं आपसे बहुत तमीज से बात कर रहा हूं, आप क्यों जा रही हो किचन जब आपकी ड्यूटी ही नहीं है। जवाब में कुनिका ने कहा- ये इज्जत दे रहे हैं। जिस पर अमाल ने कहा- इज्जत देने का मतलब ये नहीं है कि नौकर बन जाऊं आपका। बहस बढ़ने पर सभी घरवाले भी इकट्ठा हो गए। इस दौरान अभिषेक बजाज ने कहा, बेइज्जती कमानी होती है। ये सुनकर शहबाज अभिषेक पर भड़क गए और दोनों के बीच पहले बहस हुई और फिर हाथापाई। सभी घरवाले दोनों को एग्रेसिव होता देख उन्हें रोकते नजर आए। इसी बीच शहबाज ने अभिषेक पर अटैक कर दिया। बिग बॉस के नियमों के अनुसार, शो में हाथापाई करना सख्त मना है। ऐसे में सजा के तौर पर बिग बॉस द्वारा अभिषेक बजाज और शहबाज को बिग बॉस के पूरे सीजन के लिए नॉमिनेट कर दिया गया है। बताते चलें इस वीकेंड का वार में सबसे ज्यादा फटकार कुनिका सदानंद, नेहल और बसीर अली को लगाई है। इस हफ्ते फराह खान ने सलमान खान की जगह शो होस्ट किया था। वहीं इस हफ्ते डबल एविक्शन हुआ जिसमें नगमा मिराजकर और नतालिया एविक्ट हो गई हैं।
यूपी के बरेली में बॉलीवुड एक्ट्रेस दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग के बाद पूरा परिवार दहशत में है। दिशा पाटनी की बहन खुशबू पाटनी 72 घंटे से घर के अंदर कैद है। गेट से बाहर तक नहीं निकली। पुलिस ने अब तक 2000 CCTV कैमरे चेक किए हैं। पुलिस ने दिल्ली-मुरादाबाद नेशनल हाईवे पर फतेहगंज पश्चिमी टोल, नैनीताल हाईवे पर दोहना टोल और भोजीपुरा तक के कैमरों को खंगाला। भोजीपुरा के बाद दोनों बदमाश दिखाई नहीं दिए। अब मिलते-जुलते हुलिए वाले लोगों को भी चेक किया जा रहा है। पहले जानिए पूरा मामलादिशा पाटनी के घर पर हुई फायरिंग की प्लानिंग 30 जुलाई से शुरू हो गई थी, उस दिन खुशबू पाटनी ने अनिरुद्धाचार्य के महिलाओं को लेकर दिए एक बयान पर विरोध जताया था। 30 जुलाई को जब खुशबू पाटनी ने अपनी वीडियो शेयर की, तो उस पर काफी विवाद हुआ। वीडियो वायरल होते ही उसे संत प्रेमानंद महाराज के बयान से जोड़कर भी दिखाया गया। इसी बात से नाराज कुख्यात गैंगस्टर गोल्डी बरार और रोहित गोदारा ने शुक्रवार 11 सितंबर, 2025 की सुबह 3 बजे फायरिंग करके दहशत फैला दी। लोकल बदमाशों से भी पूछताछबरेली पुलिस लोकल बदमाशों से पूछताछ कर रही है। पुलिस का मानना है कि एक बदमाश लोकल हो सकता है, जिसे इलाके की पूरी जानकारी थी। जबकि दूसरा बाहर का था। एसपी सिटी मानुष पारीक के नेतृत्व में पुलिस टीमें सुराग जुटाने में लगी हैं। एसपी ट्रैफिक मुहम्मद अकमल के नेतृत्व में शहर से लेकर देहात तक के कैमरों की जांच हो रही है। सर्विलांस सेल मोबाइल टॉवर और संदिग्ध नंबरों को ट्रेस कर रही है। कॉलोनी में दहशत, गैंगस्टरों ने ली जिम्मेदारीजैसे ही बदमाश भागे, कॉलोनी के लोग घरों से बाहर निकल आए। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। शाम तक बड़ा खुलासा हुआ कि इस फायरिंग की जिम्मेदारी कुख्यात गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा ने ली है। रोहित गोदारा ने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि सनातन धर्म और पूजनीय संतों के खिलाफ बोलने वालों का यही अंजाम होगा। उसने चेतावनी दी“ये तो सिर्फ ट्रेलर है, पूरी पिक्चर बाकी है।” कुल मिलाकर मामला अब सनातन बनाम गैंगस्टर की लड़ाई में बदल गया है। बदमाश ट्रेंड शूटर, पुलिस से बचने के लिए सुबह का वक्त चुना इस केस में पुलिस के सामने कुछ चैलेंज भी हैं, मसलन दोनों बार बदमाशों ने हमले के लिए सुबह का वक्त चुना। ये वो वक्त होता है, जब सूरज पूरी तरह से निकला नहीं होता है। ऐसे में अंधेरे में बदमाशों की पहचान करने के लिए पुलिस ने 300 CCTV चेक किए। मगर कहीं पर भी बदमाशों का चेहरा स्पष्ट नहीं है। कपड़ों का रंग भी ठीक से दिखाई नहीं पड़ रहा है। जानिए बदमाश कहां-कहां CCTV में दिखेबदमाशों ने हमले से पहले होमवर्क पूरा किया था। उनका टारगेट किसी को मारना नहीं था, बल्कि दहशत फैलाना था। साथ ही, उन्हें पुलिस की चेकिंग पॉइंट का भी अंदाजा था। दिल्ली-बरेली हाईवे से झुमका चौराहा होते हुए बदमाश शहर के अंदर दाखिल हुए थे। मगर उन्होंने भागने के लिए वही रूट नहीं चुना है। गोली चलाने के बाद वह सिटी स्टेशन रोड होते हुए, किला पुल पर चढ़कर मिनी बाईपास तिराहा क्रॉस करके विलयधाम तक पहुंचे हैं। इन स्पॉट पर CCTV में बदमाश दिख रहे हैं। इसके बाद वो दोनों बदमाश बाइक से नैनीताल हाईवे पर पहुंचे। इसके बाद वह नहीं दिखे हैं। इसलिए पुलिस 11 और 12 सितंबर को हुए हमलों में 72 घंटे पहले और उतने ही समय बाद तक की फुटेज चेक कर रही है। ताकि और मूवमेंट पकड़े जा सके। SSP ने 6 टीमें बनाई, सबको अलग-अलग टास्क फायरिंग करने वाले बदमाशों को पकड़ने के लिए SSP अनुराग आर्य ने 6 टीमों का गठन किया है। इसमें साइबर सेल, सर्विलांस सेल और SOG शामिल हैं। SP सिटी मानुष पारीक के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई है, वहीं SP ट्रैफिक मुहम्मद अकमल की अगुआई में एक स्पेशल टीम लगाई गई है। इसके अलावा STF से ASP अब्दुल कादिर के नेतृत्व में भी एक टीम इस केस पर काम कर रही है। पाटनी परिवार की सुरक्षा के लिए चौबीसों घंटे घर के बाहर पुलिस तैनात कर दी गई है। एक स्पेशल टीम SP ट्रैफिक के नेतृत्व में शहर के CCTV कैमरों और आई-ट्रिपल-सी कंट्रोल रूम की फुटेज खंगाल रही है। साइबर सेल को सोशल मीडिया अकाउंट्स पर नजर रखने की जिम्मेदारी दी गई है। जिस गैंगस्टर ने जिम्मेदारी ली, उसका फेसबुक अकाउंट डिलीट मिला SSP अनुराग आर्य ने कहा- गैंगस्टर गोल्डी बरार ने इस वारदात की जिम्मेदारी ली है। उसकी फेसबुक पर एक पोस्ट वायरल हुई थी, जो फॉरवर्ड होकर पुलिस तक पहुंची। जब अकाउंट ट्रेस किया गया तो वह डिलीट मिला। अब यह जांच की जा रही है कि वह पोस्ट असली थी या फर्जी और किस अकाउंट से डाली गई थी। इस पर भी साइबर सेल काम कर रही है। SSP बोले- 6 से 7 राउंड फायरिंग की पुष्टि SSP कहते हैं- जहां तक फायरिंग का सवाल है, मौके से 6-7 राउंड फायरिंग की पुष्टि हुई है। यह जानकारी लोकल लोगों और घटनास्थल से मिले खोखों के आधार पर सामने आई है। फोरेंसिक टीम ने खोखे कलेक्ट किए हैं, जिनसे यह पता लगाने की कोशिश होगी कि किस हथियार से गोली चली। CCTV से भी कुछ अहम सुराग पुलिस के हाथ लगे हैं। आरोपियों का कनेक्शन लोकल या बाहर से? इस पर SSP कहते हैं- अभी यह बताना जल्दबाजी होगी। जब आरोपी पकड़े जाएंगे, तभी सभी तथ्य साफ हो पाएंगे। मैंने खुद परिवार से बैठकर बात की है और भरोसा दिलाया है कि उनकी सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी पुलिस की है। घर पर हथियारबंद पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। अब पढ़िए जिम्मेदारी लेने वाले गैंग ने फेसबुक पर क्या लिखा... पहला मैसेज एक्ट्रेस के लिए- फेसबुक पर आगे लिखा - इसने हमारे सनातन धर्म को नीचा दिखाने की कोशिश की है। हमारे आराध्य देवी-देवताओं का अपमान नहीं सहा जाएगा। ये तो बस ट्रेलर था, अगली बार अगर इसने या किसी ने हमारे धर्म के प्रति कुछ भी अभद्रता दिखाई, तो उनके घर में से किसी को जिंदा नहीं छोड़ेंगे। दूसरा मैसेज बॉलीवुड इंडस्ट्री के लिए- पुलिस के पास जिस फेसबुक पेज की पोस्ट की कटिंग वॉट्सऐप पर आई थी। उस अकाउंट को ट्रेस किया गया। मगर यह पेज नहीं मिल सका। इसके बाद पुलिस ने कैलिफोर्निया फेसबुक ऑफिस को ई-मेल करके जानकारी मांगी है। दिशा पाटनी के घर पर जो हमला हुआ, इसकी जिम्मेदारी लेने वाले रोहित गोदारा और गोल्डी बराड़ कभी लॉरेंस बिश्नोई के लिए काम करते थे। रोहित ने दिशा पाटनी के घर हमला कराने के बाद ऑडियो रिकॉर्डिंग जारी की, जिसमें उसने कहा- मेरा नाम लॉरेंस बिश्नोई के नाम न जोड़ा जाए। अब ये जानिए कि लॉरेंस बिश्नोई कौन है? 1. गैंगस्टर लॉरेंस: गैंगस्टर लॉरेंस पर करीब 84 FIR दर्ज हैं। 2016 में उसे नेपाल से गिरफ्तार किया गया था। तब से वह जेल में ही बंद है। इस वक्त वह गुजरात की साबरमती जेल में बंद है। करीब 9 साल से वह बाहर नहीं आया है। इसके बावजूद देश में हुए कई केसों में उसका नाम आया है। लॉरेंस मूल रूप से पंजाब के फाजिल्का जिले के दुतारावली गांव का रहने वाला है। लॉरेंस के बड़े केसों में मशहूर पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला, राजस्थान के करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव गोगामेड़ी और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी का मर्डर शामिल है। इसके अलावा वह काले हिरण के शिकार के आरोपों से घिरे बॉलीवुड स्टार सलमान खान के भी पीछे पड़ा है। गोल्डी बराड़: पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब के रहने वाले सतविंदर सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ का जन्म 1994 में हुआ था। गोल्डी के पिता शमशेर सिंह पंजाब पुलिस में ASI थे। गोल्डी बराड़ लॉरेंस गैंग का एक प्रमुख सदस्य है। वह राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और दिल्ली में 20 से ज्यादा हत्याएं करवा चुका है। गोल्डी स्टडी वीजा पर कनाडा गया था। इसके बाद उसने वहां की नागरिकता ले ली। गोल्डी तब चर्चा में आया, जब उसने पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की मानसा में हत्या करवा दी। इसके बाद लॉरेंस के इशारों पर 20 से ज्यादा हत्याएं करवाईं। दर्जनों लोगों से रंगदारी मांगी और कई कारोबारियों के घर पर फायरिंग करवाई। गोल्डी पहले यूके, फिर थाईलैंड और अब कनाडा में बैठकर वारदातें करवा रहा है। जून 2022 में बराड़ के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। जनवरी 2024 में आतंकवादी घोषित हुआ। उस पर UAPA के तहत कार्रवाई की गई। रोहित गोदारा: राजस्थान का कुख्यात गैंगस्टर रोहित गोदारा बीकानेर के लूणकरणसर का रहने वाला है। असली नाम रावताराम स्वामी है। पंजाब के सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड, राजस्थान में करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी, गैंगस्टर राजू ठेहट मर्डर सहित अन्य कई प्रमुख हत्याओं का मास्टरमाइंड है। गोदारा पर देश में करीब 35 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। 13 जून 2022 को दिल्ली से फर्जी पासपोर्ट के जरिए दुबई भाग गया था। अब वह पुर्तगाल में है। वह गोल्डी के साथ मिलकर गैंग चला रहा है। अब जानिए दिशा पाटनी और उनके परिवार से नाराजगी की वजह है... खुशबू पाटनी ने कहा था- अनिरुद्धाचार्य का मुंह तोड़ दूंगी 30 जुलाई को दिशा पाटनी की बहन और पूर्व आर्मी ऑफिसर खुशबू पाटनी ने एक वीडियो जारी किया था। कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के लिव-इन-रिलेशनशिप वाले बयान पर खुशबू ने कहा- ऐसे लोगों का तो मैं मुंह तोड़ दूंगी। अगर ये शख्स मेरे सामने होता तो मैं इसे अच्छे से समझा देती कि 'मुंह मारना' क्या होता है। इसे राष्ट्र विरोधी कहने में मुझे कोई हिचक नहीं। जिस इंसान की सोच इतनी घटिया हो, उसे मंच मिलना ही नहीं चाहिए। खुशबू पाटनी ने सवाल उठाया- अगर कोई लिव-इन में है तो क्या लड़की अकेली है? क्या लड़के शामिल नहीं होते? खुशबू बोलीं- इन्हें समाज के नामर्द फॉलो कर रहेखुशबू ने आगे कहा- ये दुखद है कि ऐसे बद्जुबान लोगों को समाज में फॉलो किया जाता है। समाज के सारे नामर्द इसे फॉलो कर रहे हैं। जो लड़कियों के चरित्र पर उंगली उठाता है, वो किसी भी धर्म या संस्कृति का प्रतिनिधि नहीं हो सकता। सोशल मीडिया पर भी अब सवाल उठने लगे हैं कि आखिर किस आधार पर एक कथावाचक ऐसा भद्दा बयान देता है? क्या धर्म के मंच से इस तरह के प्रवचन दिए जा सकते है? अब भक्त का सवाल और अनिरुद्धाचार्य का जवाब पढ़िए, जिस पर घमासान मचा सवाल: गुरुजी शादी से डर लगता है। जिस वीडियो पर विवाद खड़ा हुआ था, वह एक कथा के दौरान का है। जिसमें एक भक्त सवाल करता है- गुरु जी राधे-राधे, घर वाले मुझसे शादी करने के लिए बोलते हैं। लेकिन, मुझे थोड़ा डर लगता है। हम आजकल देख रहे हैं बहुत जल्द डायवोर्स हो जा रहे हैं। जवाब : 25 साल की लड़की चार जगह मुंह मार चुकी होती है...अनिरुद्धाचार्य ने कहा- इसका एक ही समाधान है। लड़की 14 साल की होगी और 14 साल की कोई लड़की आपके घर दुल्हन बन कर आ जाएगी तो उस समय तो वो बच्ची होगी। समझ रहे हो? लोग फिर जल्दी शादियां करना शुरू कर देंगे। क्योंकि अब लड़कियां लाते हैं 25 साल की, 25 साल की लड़की चार जगह मुंह मार चुकी होती है। वो 25 साल की जब तक आती है तो पूरी जवान हो कर आएगी। स्वाभाविक है कि उसकी जवानी कहीं न कहीं फिसल जाएगी। आज लड़के-लड़कियां 10 के साथ लिव-इन में रह रहे : अनिरुद्धाचार्यइसके अलावा अनिरुद्धाचार्य का एक और वीडियो सामने आया था। जिसमें वह कथा में कह रहे हैं कि पहले के लोग इतने समझदार थे कि लिव-इन की जरूरत नहीं थी। अपनी पत्नी और पति के साथ ही वह लिव-इन में रहा करते थे। आज के लोग क्या कर रहे हैं, पहले 10 लड़कियों या 10 लड़कों के साथ लिव-इन में रह लिया। अब जो 10 के संग रह चुकी है या रह चुका है वो एक के साथ साथ कैसे रहेगी या रहेगा। पहले तो यह सोचो जो 10 जगह मुंह मार चुका है या चुकी है, वो एक के साथ बंधेगी या बंधेगा कभी। अनिरुद्धाचार्य बोले- आधी बात सुनकर दिल दुखा तो क्षमा करेंविवाद के बाद अनिरुद्धाचार्य ने वीडियो जारी कर माफी मांगी थी। उन्होंने कहा- राधे-राधे, जय गौरी गोपाल… आप लोगों द्वारा हमें सूचना मिली कि हमारी कुछ बहनें नाराज हैं। क्योंकि उन लोगों ने आधी एक वीडियो सुनी, जिस वीडियो में कहा गया कि आजकल 25 साल की लड़की… देखो बात क्या कही जाती है कि कुछ लड़कियां कैसी होती हैं? कुछ लड़कियां ऐसी होती हैं, जो लिव-इन में रह कर चार जगह मुंह मार कर आती है और वो किसी के भी घर की बहू बन जाएंगी। अब आप ही बताइए कि क्या वो रिश्ते को निभा पाएंगी? इसलिए लड़की हो या लड़का दोनों को पहले तो चरित्रवान होना चाहिए। यह बात कुछ लड़कियों के लिए कही थी। जैसे कि अभी एक राजा रघुवंशी को उसकी पत्नी ने मार दिया और वह 25 साल की ही थी। जिस लड़की ने अपने पति राजा को मारा वो 25 साल की है और उसने किसी पराए पुरुष के कारण अपने पति को मार दिया। तो वही बात कही जा रही है कि आजकल कुछ लड़कियां…अब देखो मेरी वीडियो से कुछ शब्द हटा दिया। मेरे द्वारा कभी नारी का अपमान नहीं किया जा सकता। नारी तो हमारी लक्ष्मी है। फिर भी मेरी आधी अधूरी बात सुनकर के किसी भी बहन बेटी का दिल दुखा हो तो ये दास सदा आपका था। आपका है, आपका ही रहेगा। यदि आधी अधूरी बात सुन कर आपका दिल दुखा तो मुझे क्षमा अवश्य करें। ===== ये भी पढ़ें : यूपी की एक्ट्रेस दिशा पाटनी को गैंगस्टर ने धमकाया, बोला- हमने गोली चलवाई, पिता बोले- बेटी ने प्रेमानंद जी का अपमान नहीं किया 'सुबह करीब 3 बजे कुत्ते की भौंकने की आवाज आई। मेरी नींद खुल गई। मैंने झांककर देखा तो बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। जिस पिस्टल से फायरिंग हुई, वह विदेशी थी। एक बार ट्रिगर दबाने पर 10–15 राउंड निकल रहे थे। जैसे वेल्डिंग करने पर चिंगारियां निकलती हैं, वैसे ही गोलियां सामने वाले घर पर लगीं। फायरिंग से हम लोग बहुत डर गए। हमने तुरंत पुलिस को सूचना दी।' पढ़िए पूरी खबर...
पिछले महीने एक्टर आमिर खान की फिल्म 'सितारे जमीन पर' यूट्यूब पर पे-पर-व्यू मॉडल पर रिलीज हुई थी। इस मॉडल में कोई भी 100 रुपए में फिल्म देख सकता है। हाल ही में आमिर खान ने बताया कि उन्हें फिल्म के लिए 125 करोड़ रुपए की ओटीटी डील का ऑफर भी मिला था। वहीं, यूट्यूब पर मिले रिस्पॉन्स को लेकर आमिर ने कहा कि उनकी फिल्म ने सामान्य बिजनेस से 20 गुना ज्यादा कमाई की। गेम चेंजर्स पॉडकास्ट में आमिर ने कहा, “यूट्यूब की पॉलिसी है कि वह पे-पर-व्यू रिलीज के लिए व्यूज की संख्या नहीं बताता। मैं इसका सम्मान करता हूं, लेकिन पे-पर-व्यू बिजनेस अभी शुरुआती दौर में है। इस समय तक हमने सामान्य कमाई से 20 गुना ज्यादा कमाया है, जो अपने आप में बड़ी बात है, लेकिन अगर इसे सीधी संख्याओं में देखें, तो यह 125 करोड़ रुपए की स्ट्रीमिंग डील छोड़ने जितना फायदेमंद नहीं है।” हालांकि, आमिर ने आगे यह भी कहा, “अगर आप इसे ऐब्सौल्यूट नंबर्स में देखें, तो क्या यह 125 करोड़ छोड़ने लायक है? नहीं, इसकी तुलना उस ऑफर से नहीं की जा सकती, लेकिन मैं मानता हूं कि यह अभी एक प्रक्रिया है, वर्क इन प्रोग्रेस है। मुझे लगता है कि यह एक अच्छी शुरुआत है। इसकी सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि जो शिकायत मुझे हमेशा मिलती थी कि मेरी फिल्म सबके लिए उपलब्ध नहीं होती, अब वह खत्म हो गई है। इस मॉडल से मेरी फिल्म भारत की बड़ी आबादी तक पहुंच सकी है।” आमिर ने कहा कि उन्हें ओटीटी से कोई आपत्ति नहीं है। उन्होंने कहा, “मैंने कभी नहीं कहा कि मैं अपनी फिल्म ओटीटी प्लेटफॉर्म को नहीं बेचूंगा। ऐसा क्यों करूंगा? मेरी समस्या सिर्फ उस समय अवधि से है (थिएटर और स्ट्रीमिंग रिलीज के बीच आठ हफ्ते का अंतर)। इसके अलावा, दुनिया भर में जो पे-पर-व्यू मॉडल की विंडो है, वह हमारे यहां नहीं थी। मेरी कोशिश है कि उसके लिए एक नया विकल्प खोला जाए ताकि फिल्म का सही तरीके से उपयोग हो सके। मुझे ओटीटी से कोई दिक्कत नहीं है। मैं खुद भी ओटीटी पर देखता हूं।”
बॉलीवुड एक्टर सलमान खान ने 15 साल के सिंगर जोनास कॉनर की तारीफ की है। रविवार को सलमान ने एक्स पर जोनास की एक तस्वीर शेयर की और उनके कुछ पसंदीदा गानों का जिक्र किया। सलमान ने लिखा, “मैंने कभी नहीं देखा कि 15 साल का बच्चा अपने दर्द को इतना खूबसूरत बना दे। जोनास कॉनर भगवान तुम्हें आशीर्वाद दें। बार-बार 'फादर इन अ बाइबल', 'पीस विद पेन', 'ओह एपलाचिया' सुन रहा हूं। उन्होंने आगे लिखा, “ऐसे बच्चों को अगर सपोर्ट नहीं किया तो क्या किया। भाइयों और बहनों, इनके गाने अंग्रेजी में हैं। हमारे यहां भी ऐसे कई टैलेंटेड बच्चे हैं। उन्हें प्रोत्साहित करो, शोषण मत करो।” सलमान की बात करें तो वो लद्दाख में बैटल ऑफ गलवान फिल्म की शूटिंग कर रहे हैं। इसमें सलमान के अपोजिट अभिनेत्री चित्रांगदा सिंह नजर आएंगी। साथ ही फिल्म में कई नए चेहरे भी दिखेंगे। फिल्म में सलमान कर्नल बी.संतोष बाबू की भूमिका में नजर आएंगे। फिल्म का म्यूजिक हिमेश रेशमिया देंगे। कौन हैं जोनास कॉनर? बता दें कि जोनास अमेरिका के टेनेसी राज्य के रहने वाले हैं। उनका संगीत कंट्री और फोक शैली का मिश्रण है। उन्होंने पिछले साल फादर इन अ बाइबल नाम का गाना खुद रिलीज किया था। यह गाना रिलीज होने के एक महीने में ही 20 लाख से ज्यादा बार सुना गया। जोनास को 12 साल की उम्र में टाइप-1 डायबिटीज हुआ। इसके बावजूद उन्होंने लिखना और गाना जारी रखा और अपने गाने ऑनलाइन शेयर किए। जोनास कॉनर गूगल पर ट्रेंड कर रहे हैं
पाकिस्तानी एक्टर फवाद खान फिल्म अबीर गुलाल से बॉलीवुड में कमबैक करने वाले थे, हालांकि पहलगाम आतंकी हमले के बाद फिल्म को बैन कर दिया गया था। लंबे विवाद के बाद फिल्म 12 सितंबर को भारत के अलावा कई देशों में रिलीज हुई है। दावा किया जा रहा था कि अबीर गुलाल 26 सितंबर को भारत में रिलीज होगी। अब PIB (प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो) ने इस दावे को खारिज कर साफ कर दिया है कि ये फिल्म भारत में रिलीज नहीं होगी। PIB के ऑफिशियल X प्लेटफॉर्म (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट शेयर कर लिखा गया है, कई मीडिया आउटलेट द्वारा ये दावा किया जा रहा है कि फवाद खान और वाणी कपूर स्टारर फिल्म अबीर गुलाल 26 सितंबर को भारतीय सिनेमाघरों में रिलीज होगी। ये दावा फर्जी है। फिल्म को किसी तरह का क्लीयरेंस नहीं मिला है। भारत में फिल्म अबीर गुलाल की रिलीज की खबरें सामने आने के बाद FWICE (फिल्म फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न सिनेमा एंप्लॉयज) के अध्यक्ष बी.एन.तिवारी ने दैनिक भास्कर को दिए इंटरव्यू में साफ किया था कि फिल्म किसी भी कीमत पर भारत में रिलीज नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने कहा- फेडरेशन हमेशा पाकिस्तानी कलाकारों का विरोध करती आई है। अगर फवाद खान की फिल्म भारत में रिलीज होती है तो हम अपने फेडरेशन और फिल्म इंडस्ट्री की तरफ से इसका विरोध करेंगे। हम थिएटर मालिकों से भी रिक्वेस्ट करेंगे कि इस तरह की फिल्म को रिलीज ना करें। आज भी पाकिस्तान की हरकतें भारत के लिए अच्छी नहीं है। फिर भी अगर हम पाकिस्तानी कलाकारों को इज्जत देते हैं, उनकी फिल्मों को रिलीज होने देते हैं तो हिन्दुस्तानी कलाकारों की क्या जगह है। यह हमारा अपमान है। पहलगाम हमले का हम बदला लेने और स्वाभिमान की बात करते हैं तो फिल्म का रिलीज होना बहुत घोर अपमान है। हम इसका विरोध करते हैं और फिल्म को भारत में नहीं रिलीज होने देंगे। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत में हुआ फिल्म का विरोध बताते चलें कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद फिल्म अबीर गुलाल को बैन कर दिया गया था, हालांकि इसका विरोध इससे पहले ही शुरू हो चुका था। 1 अप्रैल को फिल्म का ट्रेलर रिलीज हुआ था, जिसके बाद से ही महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया। MNS के प्रवक्ता अमेय खोपकर ने दैनिक भास्कर को दिए इंटरव्यू में कहा था कि किसी भी सूरत में ये फिल्म महाराष्ट्र में रिलीज नहीं होने दी जाएगी। वहीं सोशल मीडिया पर उन्होंने लिखा था, कई बार कहने के बावजूद कि पाकिस्तानी कलाकार की फिल्म भारत में रिलीज नहीं होगी, कुछ घटिया लोग नाक में दम कर रहे हैं, ऐसे लोगों को कुचलने का काम मन सैनिक का होगा। हम करेंगे और करते रहेंगे। इसका मतलब ये नहीं है कि अबीर गुलाल भारत में रिलीज नहीं होगी। शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय निरुपम ने फवाद खान की फिल्म के बारे में कहा, 'भारत में पाकिस्तान से बड़े पैमाने पर नफरत है। जब पाकिस्तान से कोई फिल्म रिलीज होती है, तो भारतीय लोग उसे देखना पसंद नहीं करते। एक-आध फिल्म को एक मिनट के लिए देखने की बात अलग है, लेकिन पाकिस्तान के आर्टिस्ट की फिल्में भारतीय ऑडियंस में ज्यादा पॉपुलर नहीं हो पातीं। इसीलिए पाकिस्तान के स्टार्स कभी भी भारत में सफल नहीं हो पाए। मैं तो पाकिस्तानियों को यह सलाह दूंगा कि हिंदुस्तान के मार्केट को एक्सप्लोर करने से बेहतर है कि वे अपने ही देश में काम करें। बताते चलें कि फिल्म अबीर गुलाल 9 मई को रिलीज होने वाली थी। फिल्म में फवाद खान और वाणी कपूर लीड रोल में हैं, जबकि साइड रोल में लीजा हेडन, सोनी राजदान, रिद्धी डोगरा, फरीदा जलाल, परमीत सेठी जैसे कलाकार भी हैं। फिल्म की शूटिंग लंदन में 29 सितंबर 2024 से शुरू हुई थी, और इसे आरती एस. बागरी ने निर्देशित किया है। इसके निर्माता विवेक अग्रवाल, अवंतिका हरि और राकेश सिप्पी हैं।
बॉलीवुड की पॉपुलर एक्ट्रेस दिशा पाटनी के बरेली स्थित घर में 12 सितंबर यानी शुक्रवार को फायरिंग की गई थी। जिस समय फायरिंग हुई उस समय दिशा घर में नहीं थीं। अब एक्ट्रेस ने सोशल मीडिया पर न्यूयॉर्क में हुए एक फैशन इवेंट की झलक शेयर की है। दिशा पाटनी न्यूयॉर्क में केल्विन क्लेन का स्प्रिंग 2026 कलेक्शन प्रमोट करने पहुंची थीं, जिसे वेरोनिका लिओनी द्वारा डिजाइन किया गया है। एक्ट्रेस ने ऑफिशियल इंस्टाग्राम अकाउंट से रेड कार्पेट का खूबसूरत वीडियो शेयर किया है। बरेली स्थित घर में हुई फायरिंग, बहन और पेरेंट्स घर में ही थे दिशा पाटनी का घर उत्तर प्रदेश के बरेली में है। शुक्रवार के दिन उनके घर के बाद 2 बाइक सवार अज्ञात लोगों ने 2 राउंड फायरिंग की और मौके से फरार हो गए। जिस समय फायरिंग हुई उस समय दिशा की बहन खुशबू पाटनी घर पर ही थीं, जो एक आर्मी ऑफिसर हैं। इसके अलावा दिशा के पिता जगदीश पाटनी और मां भी घर में मौजूद थीं। गोलियां चलने के तुरंत बाद एक्ट्रेस के पिता ने पुलिस को सूचित किया। जांच में घर के बाहर से 2 खाली कारतूस बरामद किए गए। सीसीटीवी में बाइकसवारों की झलक भी दिखी है। लॉरेंस गैंग के लोगों ने ली फायरिंग की जिम्मेदारी फायरिंग के कुछ समय बाद ही लॉरेंस गैंग के रोहित गोदारा और गोल्डी बराड़ गैंग ने इसकी जिम्मेदारी ली है। गैंग ने कहा कि दिशा की बहन खुशबू ने प्रेमानंद महाराज और कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज के खिलाफ बयान दिया था, जिसकी वजह से उनके घर में फायरिंग करवाई गई है। उन्होंने चेतावनी भी दी है कि अगर भविष्य में ऐसा दोबारा किया जाता है तो वो किसी को जिंदा नहीं छोड़ेंगे। क्या था खुशबू का बयान? दरअसल, कुछ समय पहले ही प्रेमानंद महाराज और कथावाचक अनिरुद्धाचार्या ने लिव इन रिलेशनशिप पर बयान दिए और कहा कि कई लड़कियों के चरित्र पवित्र नहीं हैं। इसके बाद दिशा की बहन और आर्मी ऑफिसर खुशबू ने 30 जुलाई को एक वीडियो जारी कर कहा- ऐसे लोगों का तो मैं मुंह तोड़ दूंगी। अगर ये शख्स मेरे सामने होता तो मैं इसे अच्छे से समझा देती कि 'मुंह मारना' क्या होता है। इसे राष्ट्र विरोधी कहने में मुझे कोई हिचक नहीं। जिस इंसान की सोच इतनी घटिया हो, उसे मंच मिलना ही नहीं चाहिए। खुशबू पाटनी ने सवाल उठाया- अगर कोई लिव-इन में है तो क्या लड़की अकेली है? क्या लड़के शामिल नहीं होते?
मिर्जापुर सीरीज में मुन्ना त्रिपाठी का रोल निभा चुके दिव्येंदु शर्मा हाल ही में अपने नए गाने ‘जुल्मी सावरिया’ पर डांस करते नजर आए। यह गाना गरबा फेस्टिव वाइब पर बेस्ड है और दिव्येंदु की एनर्जी इसमें साफ झलक रही है। हाल ही में दैनिक भास्कर के साथ बातचीत में उन्होंने शूटिंग, गाने के अनुभव और अपने डांस के सफर पर खुलकर बातें कीं। सवाल: इस वाइब के साथ जब आप यह गाना लेकर आए, क्या फीलिंग थी जब पहली बार गाना सुनाया गया? जवाब: बहुत अच्छा अनुभव हुआ, गाना तुरंत पसंद आ गया। कई बार ऐसा होता है कि सितारे खुद-ब-खुद सामंजस्य बिठा लेते हैं और वही चीज आपके हिस्से में आती है जो आपको करनी होती है। यही इस गाने के साथ हुआ। काम करके बहुत मजा आया और जब लोगों से इतने अच्छे रिएक्शन मिल रहे हैं, तो खुशी और भी बढ़ जाती है। सवाल: हर किरदार में एक अलग अंदाज और रवैया होता है। यह डांस सॉन्ग में भी दिखा, इसका राज क्या है? जवाब: मैं बस जो भी कर रहा हूं, उसे एंजॉय करने की कोशिश करता हूं। शायद वही एंजॉयमेंट स्क्रीन पर पर भी दिखता है। सवाल: अमित त्रिवेदी के साथ काम करने का अनुभव कैसा रहा? जवाब: अमित कमाल के कंपोजर और सिंगर हैं। उन्होंने इतना खूबसूरत और आसान गरबा सॉन्ग बनाया है कि इसे लोग सिर्फ डांस ही नहीं, बल्कि गुनगुनाना भी पसंद करेंगे। फेस्टिव सॉन्ग्स अक्सर हाई टेंपो वाले होते हैं, लेकिन इसमें एक परफेक्ट बैलेंस है। उनके साथ काम करना एक शानदार मौका रहा। सवाल: आपकी गरबा से जुड़े कोई खास यादें? जवाब: पहली याद तो वही है जब मैं गोरेगांव के बांगुर नगर में रहता था। बहुत अच्छी और शांत सोसाइटी थी। वहां एक बहुत बड़ा मैदान था, जहां शानदार गरबा होता था। पहली बार देखा तो दंग रह गया। लगा जैसे ये बहुत बड़ा आयोजन है। हमारे उत्तर भारत में दिवाली का मेला सबसे बड़ा माना जाता है, लेकिन जब मैंने ये गरबा देखा तो लगा कि ये उससे भी अलग और खास है। हम लोग भी अंदर जाकर शामिल होने का सोच रहे थे, लेकिन वहां के लोग इतने तैयारी के साथ नाच रहे थे कि लगा दूर से ही पकड़ लिए जाएंगे, तो हमने छोड़ दिया। पर तभी समझ आया कि मुंबई में ये कितना बड़ा उत्सव होता है। यकीनन गुजरात में तो और भी ज्यादा धूमधाम से होता होगा। सबको रंग-बिरंगे कपड़ों में देखना, उनकी तैयारियां, एक साथ मिलकर उत्सव मनाना ये बहुत अच्छा लगता था। असल में शहर में ऐसे सांस्कृतिक मौके जरूरी हैं, जहां लोग खुशी से एक साथ आएं, जश्न मनाएं, संगीत हो। मेरा मानना है कि ऐसे उत्सव सालभर चलते रहने चाहिए, क्योंकि यही हमें बेहतर इंसान बनाते हैं। सवाल: सेट पर डांस और एनर्जी का माहौल कैसा रहा? जवाब: बहुत शानदार। कोरियोग्राफर विजय गांगुली ने गजब का काम किया। उनके स्टेप्स इतने आसान और सहज थे कि तुरंत पकड़ में आ गए। प्रोड्यूसर्स हितेंद्र और पीयूष ने भी बहुत सुंदर माहौल तैयार किया। पूरा सेट किसी फिल्म शूट जैसा लग रहा था। सवाल: फिल्म इंस्टीट्यूट वाले एक्टर्स को एक्टिंग में निपुण और डांस में कमजोर माना जाता है, आपने यह धारणा कैसे तोड़ी? जवाब: फिल्म इंस्टीट्यूट (FTII) में जाने से पहले मैं दिल्ली में बारातों में खूब नाचा हूं, तो सबके पास सुर-ताल की एक समझ तो होती ही है। मुझे समझ नहीं आता लोग डांसिंग के बारे में क्यों सोचते हैं कि ‘अरे, आप डांस भी कर लेते हो?’ अरे यार, इंडियन होकर कौन ऐसा है जो डांस ना करता हो! फर्क बस इतना है कि कुछ लोग ताल में नाचते हैं और कुछ अपने ही अंदाज में। शुक्र है कि हम सुर-ताल में नाच लेते हैं।
बरेली में बॉलीवुड एक्ट्रेस दिशा पाटनी के घर पर हुई फायरिंग ने पूरे बॉलीवुड में सनसनी मचा दी है। शुरुआती जांच में हमले के पीछे रोहित गोदारा और गोल्डी बरार गैंग का नाम समाने आया है। यह वही गैंग है, जिसने पंजाब के सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या जैसी बड़ी वारदात को अंजाम दिया था। हरियाणा का रहने वाला रोहित गोदारा लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का खास शूटर है, जिस पर हत्या और रंगदारी जैसे दर्जनों केस दर्ज हैं। वहीं गोल्डी बरार कनाडा से बैठकर पूरे नेटवर्क को ऑपरेट करता है और अपने गैंगस्टरों को इंटरनेट कॉलिंग के जरिए टारगेट देता है। अभी तक इनका आतंक मुंबई, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और राजस्थान तक था, लेकिन पहली बार इस गैंग ने यूपी में भी दस्तक दे दी है। लॉरेंस बिश्नोई की एंट्री यूपी के बरेली में होने से पुलिस महकमे में भी हड़कंप मचा हुआ है। आइए जानते है कि आखिर रोहित गोदारा और गोल्डी बरार कौन है?बरेली में दिशा पाटनी के घर पर इस गैंग ने क्यों फायरिंग की है?इस गैंग ने दिशा पाटनी के बरेली के घर को ही क्यों चुना, जबकि दिशा पाटनी मुंबई में रहती है? इन्हीं सब सवालों का जवाब जानने के लिए दैनिक भास्कर ऐप की टीम यूपी की राजधानी लखनऊ से ढाई सौ किलोमीटर दूरी पर स्थित बरेली पहुंची। जहां पर बॉलीवुड एक्ट्रेस दिशा पाटनी का परिवार रहता है। हमने वहां जाकर पुलिस अधिकारियों से लेकर दिशा पाटनी के पिता जगदीश सिंह पाटनी और पड़ोसियों से बातचीत की। हर एंगल को देखा, कोशिश की कि दैनिक भास्कर ऐप के दर्शकों को हम पूरी जानकारी दे सके। रोहित गोदारा: सिरसा से उठा, गैंगस्टर बना रोहित गोदारा हरियाणा के सिरसा जिले का रहने वाला है। शुरुआत में छोटे-छोटे अपराधों से लेकर अवैध वसूली, सुपारी किलिंग और गैंगवार तक उसने अपराध की दुनिया में अपनी पहचान बनाई। गोदारा ने कई युवाओं को अपने गिरोह में जोड़ा और सोशल मीडिया पर लगातार सक्रिय रहकर खुद को गैंगस्टर की तरह प्रस्तुत किया। उसके ऊपर हत्या, लूट, रंगदारी और गैंगस्टर एक्ट जैसे दर्जनों केस दर्ज हैं। गोल्डी बरार: कनाडा से ऑपरेट होने वाला नेटवर्क अपराध की दुनिया का बेताज बादशाह गोल्डी बरार का जन्म 1994 में पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब में हुआ। 31 साल के गोल्डी बरार का असली नाम सतिंदरजीत सिंह बरार है। वह पंजाब का रहने वाला है और 2017 में पढ़ाई के बहाने कनाडा गया था। वहीं से उसने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के साथ मिलकर अपना नेटवर्क मजबूत किया। गोल्डी बरार ने कनाडा में रहते हुए गैंग को डिजिटल तरीके से चलाना शुरू किया। फोन कॉल, व्हाट्सएप और इंटरनेट कॉलिंग के जरिए उसने भारत में सुपारी देने और अपराधों को अंजाम दिलवाने का सिलसिला शुरू किया। सिद्धू मूसेवाला मर्डर: दोनों गैंग का सबसे बड़ा क्राइम 2022 में पंजाब के मशहूर गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में गोल्डी बरार और रोहित गोदारा का नाम सामने आया। इस मर्डर ने पूरे देश को हिला दिया। लॉरेंस बिश्नोई ने जेल से प्लान बनाया, गोल्डी बरार ने कनाडा से मॉनिटरिंग की और रोहित गोदारा गैंग के लड़के एक्टिव ग्राउंड पर रहे। इस घटना ने इन गैंग्स को इंटरनेशनल लेवल पर सुर्खियों में ला दिया। गैंग का नेटवर्क और नए साथी इन दोनों गैंग्स ने हरियाणा-पंजाब की सीमा से लेकर राजस्थान और दिल्ली तक अपना मजबूत नेटवर्क तैयार किया। रोहित गोदारा ने हरियाणा के युवाओं को जोड़कर अपनी फौज बनाई जबकि गोल्डी बरार ने कनाडा और दुबई से जुड़े अपराधियों को सहयोगी बना लिया। इनके गिरोह में मोनू ग्रुप, काला राणा, नरेश सेठी और टीनू हरियाणा जैसे नाम भी जुड़े रहे। कई बार ये ग्रुप एक-दूसरे के सपोर्ट में आते हैं तो कभी आपसी वर्चस्व की लड़ाई में भिड़ जाते हैं। सोशल मीडिया पर गैंगस्टर इमेज दोनों गैंग्स ने फेसबुक, इंस्टाग्राम और यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करके युवाओं में अपनी इमेज बनाई। गैंगस्टर स्टाइल फोटो, गानों में धमकी, वीडियो मैसेज और पोस्टर के जरिए ये गैंग अपने विरोधियों को खुली चेतावनी देते रहे। पंजाब-हरियाणा के कई गांवों में युवाओं ने इनके नाम से प्रभावित होकर अपने सोशल अकाउंट तक बनाए। पुलिस और एसटीएफ की कार्रवाई हरियाणा और पंजाब पुलिस के साथ-साथ दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और एनआईए भी इन गैंग्स पर लगातार कार्रवाई कर रही है। कई एनकाउंटर में इनके साथी ढेर हुए, कई गिरफ्तार किए गए। रोहित गोदारा खुद फरार है और उस पर कई राज्यों में इनामी रकम घोषित है। वहीं गोल्डी बरार कनाडा में रहकर अब भी गैंग चला रहा है। भारत सरकार ने कनाडा से उसकी प्रत्यर्पण की मांग की है। इंटरनेशनल कनेक्शन गोल्डी बरार और रोहित गोदारा दोनों का नेटवर्क सिर्फ भारत तक सीमित नहीं रहा। इनके कनेक्शन दुबई, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा तक फैले हैं। हवाला के जरिए पैसा ट्रांसफर होता है और वहीं से हथियार मंगाए जाते हैं। पंजाब और हरियाणा में पकड़े गए कई अपराधियों ने पुलिस पूछताछ में इस नेटवर्क की पुष्टि की है। गिरोह के बड़े अपराध ऐसा माना जाता है कि रोहित गोदारा और गोल्डी बरार गैंग को खत्म करना आसान नहीं है क्योंकि ये गैंग अब विदेशों से ऑपरेट हो रहा है। भारत की एजेंसियां कनाडा और दुबई सरकार से लगातार संपर्क कर रही हैं। वहीं हरियाणा और पंजाब पुलिस ने स्थानीय स्तर पर इनके गुर्गों पर नकेल कसने की कोशिश तेज कर दी है। रोहित गोदारा और गोल्डी बरार गैंग ने हरियाणा-पंजाब की कानून व्यवस्था को गहरा नुकसान पहुंचाया है। इन गैंग्स के कारण न सिर्फ कई निर्दोष लोगों की जान गई बल्कि युवाओं का एक बड़ा वर्ग अपराध की तरफ आकर्षित हुआ। अब देखना यह है कि पुलिस और इंटरनेशनल एजेंसियों की साझी कार्रवाई इन दोनों गैंग्स को किस हद तक रोक पाती है। अब रोहित गोदारा और गोल्डी बराड़ को जानिए...रोहित गोदारा: राजस्थान पुलिस ने रखा है 1 लाख का इनाम रोहित गोदारा बीकानेर में लूणकरणसर इलाके के कपूरीसर का रहने वाला है। वह साल 2010 से अपराध की दुनिया में है। उस समय उसकी उम्र महज 19 साल थी। बीकानेर शहर में रहते हुए मोबाइल रिपेयरिंग करता था, लेकिन धीरे- धीरे अपराध की दुनिया में आगे बढ़ता चला गया। राजस्थान में लॉरेंस बिश्नोई के खास गुर्गों में इन दिनों रोहित गोदारा का नाम सबसे ऊपर है।गैंगस्टर रोहित गोदारा के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस के लिए 15 फरवरी को इंटरपोल को लेटर लिखा गया था। साथ ही देश के सभी एयरपोर्ट पर लुक आउट नोटिस जारी है।नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने पर 5 लाख और राजस्थान पुलिस ने 1 लाख रुपए का इनाम भी घोषित कर रखा है। गोदारा के खिलाफ राजस्थान में 32 केस दर्ज है। इनमें हत्या, वसूली जैसे मामले हैं। पुलिस के अनुसार रोहित 13 जून 2022 को दिल्ली से दुबई भाग गया था।उसने पवन कुमार के नाम से एक फर्जी पासपोर्ट बनवाया था। पासपोर्ट बनाने के 2 दिन बाद रोहित दिल्ली से निकला था। दुबई जाने के बाद रोहित को दुबई में खतरा लगा था। इसके बाद अजरबैजान चला गया था। अजरबैजान में उसे पुलिस ने पकड़ा, लेकिन उसके खिलाफ कोई सबूत नहीं होने पर उसे छोड़ दिया था। अजरबैजान पुलिस ने रोहित को दो बार पकड़ा था। वहां से रोहित फिर दुबई चला गया और अभी वहीं है। अपनी पूरी गैंग को चला रहा है। गोल्डी बराड़ पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब का रहने वाला है। साल 1994 में जन्म हुआ, माता पिता ने नाम रखा सतविंदर सिंह। पिता पुलिस में सब इंस्पेक्टर थे। बेटे को भी पढ़ा लिखा कर काबिल बनना चाहते थे, लेकिन सतविंदर उर्फ गोल्डी ने तो अपनी अलग ही राह चुन ली थी।गोल्डी बराड़ के चचेरे भाई गुरलाल बराड़ की चंडीगढ़ में हत्या हो गई। गुरलाल को इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1 स्थित एक क्लब के बाहर 11 अक्टूबर 2020 की रात गोली मारी गई। वह पंजाब यूनिवर्सिटी (PU) का छात्र नेता था।गुरलाल बराड़ लॉरेंस बिश्नोई का सबसे करीबी था। गुरलाल बराड़ और लॉरेंस पंजाब यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट ऑर्गेनाइजेशन ऑफ पंजाब यूनिवर्सिटी (SOPU) से जुड़े रहे। गुरलाल बराड़ की हत्या के बाद लॉरेंस गैंग ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि अब नई जंग की शुरुआत है, सड़कों पर खून नहीं सूखेगा। गोल्डी बराड़: सिद्धू मूसेवाला और गोगामेड़ी की हत्या करवाई गोल्डी ने गोगामेड़ी की हत्या करवाई 5 दिसंबर 2023 को राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की घर में घुसकर हत्या करवा दी गई। हत्या गोल्डी बराड़ ने करवाई, जिसमें गोल्डी ने माना था कि गोगामेड़ी के साथ उसका जमीनी विवाद चल रहा था। गोगामेड़ी की हत्या के बाद पूरे राजस्थान में दंगे जैसा माहौल बना। घटना में गोगामेड़ी का एक सुरक्षाकर्मी भी मारा गया था।UAPA के तहत गोल्डी बराड़ आतंकी घोषित गैंगस्टर गोल्डी बराड़ को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इसी साल एक जनवरी को UAPA के तहत आतंकी घोषित कर दिया। उसके खालिस्तानी आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) से कनेक्शन मिले थे। गोल्डी बराड़ कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का राइट हैंड था। इसके बाद केंद्रीय एजेंसियों द्वारा गोल्डी को आतंकी घोषित कर दिया। बरेली में बॉलीवुड एक्टर दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग हुई है। इस मामले में दैनिक भास्कर ऐप रिपोर्टर अनूप मिश्रा ने बरेली के एसएसपी अनुराग आर्य से खास बातचीत की। सुनिए क्या कहना है एसएसपी का..... बरेली में दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग की सूचना मिली थी। हमारी जितनी भी स्पेशलाइज्ड टीमें हैं, उन्हें मौके पर भेजा गया। परिवार वालों से बातचीत की गई और उनकी तहरीर ली गई। उसी आधार पर एफआईआर दर्ज की गई है। धारा 307 और आईटी एक्ट, जो कि 109 बीएनएस है, के तहत मामला दर्ज किया गया। घटना को वर्कआउट करने के लिए पाँच टीमों का गठन किया गया है। एक स्पेशल टीम एसपी ट्रैफिक के नेतृत्व में लगाई गई है, जो पूरे शहर के CCTV कैमरों और आई-ट्रिपल-सी कंट्रोल रूम की फुटेज कलेक्ट कर रही है। साइबर सेल को सोशल मीडिया अकाउंट्स की निगरानी के लिए लगाया गया है। जितने भी एंगल हैं, उन सभी पर काम किया जा रहा है और बहुत जल्द घटना को वर्कआउट किया जाएगा। गैंगस्टर गोल्डी बरार ने इसकी जिम्मेदारी ली है। उसकी फेसबुक पर की गई एक पोस्ट वायरल हुई थी। यह पोस्ट फॉरवर्ड होकर पुलिस तक पहुँची थी। जब अकाउंट ट्रेस किया गया तो वह उपलब्ध नहीं मिला। अब उस पोस्ट की जाँच की जा रही है कि वह असली है या फर्जी, किसने और किस अकाउंट से की है। इस पर भी साइबर सेल की टीम काम कर रही है। जहाँ तक फायरिंग की बात है, वहाँ 6-7 राउंड फायरिंग हुई। यह जानकारी स्थानीय लोगों और मौके पर मिले खोखों से मिली है। फॉरेंसिक टीम द्वारा खोखे कलेक्ट किए गए हैं। इससे यह पहचानने की कोशिश की जाएगी कि किस हथियार से वारदात हुई। CCTV से भी अहम सुराग मिले हैं। क्या आरोपियों का कनेक्शन लोकल से है या बाहर से?इस पर एसएसपी ने कहा कि अभी यह बताना जल्दबाजी होगी। जब केस वर्कआउट होगा, आरोपी पकड़े जाएंगे, तभी सभी तथ्य सामने आएंगे। एसएसपी ने बताया कि मैने खुद परिवार से काफी देर तक बैठकर बात की है और भरोसा दिलाया है कि उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी हमारी है। वहाँ चौबीसों घंटे पुलिस की मौजूदगी है। घर पर स्टैटिक गार्ड तैनात किया गया है, पुलिसकर्मी हथियारों के साथ लगाए गए हैं और परिवार को सुरक्षा का आश्वासन दिया गया है। एसएसपी अनुराग आर्य का साफ कहना है कि परिवार को सुरक्षा उपलब्ध करा दी गई है और इस वारदात में शामिल अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। पिता जगदीश पाटनी से बातचीत दैनिक भास्कर ऐप रिपोर्टर अनूप मिश्रा ने दिशा पाटनी के पिता और रिटायर्ड डीएसपी जगदीश सिंह पाटनी से लंबी बातचीत की। उन्होंने घटना की पूरी कहानी और परिवार की स्थिति साझा की। प्रश्न- घटना उस वक्त हुई जब आप सो रहे थे। गोलियों की आवाज कैसी थी? कितने राउंड फायरिंग हुई?जगदीश पाटनी: देखिए, मैंने पहले भी कहा कि जब फायरिंग होती है तो कोई अनुमान नहीं लगा सकता कि कितने राउंड चले। यहां इस्तेमाल हुई पिस्टल स्थानीय नहीं थी। अगर हमारी पिस्टल होती तो एक बार ट्रिगर दबाने पर 3 राउंड निकलते, लेकिन इसमें तो एक बार दबाने पर 10-15 राउंड एक साथ निकल रहे थे। मैंने खुद अपनी आंखों से देखा कि जैसे वेल्डिंग की चिंगारियां निकलती हैं, वैसे ही गोलियों की लपटें सामने वाले घर तक चली गईं।प्रश्न- उस वक्त घर में कौन-कौन मौजूद था?जगदीश पाटनी: पूरा परिवार मौजूद था। मेरे घर में भतीजा, ताई और बाकी सभी लोग थे। करीब 5-6 लोग घर पर थे। प्रश्न- क्या पुलिस की कार्यवाही से संतुष्ट है?जगदीश पाटनी: पुलिस ने जिस तेजी से एक्शन लिया है, उसकी जितनी तारीफ की जाए कम है। एसएसपी अनुराग आर्य, एडीजी रमित शर्मा और बाकी अफसर तुरंत पहुंचे। पुलिस ने हमें भरोसा दिलाया है कि वे हमारे साथ हैं। प्रश्न- गोल्डी बराड़ गैंग का नाम सामने आया है। क्या कहना चाहेंगे?जगदीश पाटनी: इस बारे में मैं अभी कुछ नहीं कह सकता। सोशल मीडिया पर जो पोस्ट आया है, वही सबके सामने है। प्रश्न- सोशल मीडिया पर संत प्रेमानंद जी का नाम जोड़ा गया है, इस पर क्या कहेंगे?जगदीश पाटनी: प्रेमानंद जी हमारे पूज्य संत हैं। हमारी पूरी आस्था सनातन धर्म में है। हम उन्हें आदर और सम्मान देते हैं। अगर किसी पोस्ट को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है तो वह हमारी बेटी की सोच नहीं है। अगर किसी को ठेस पहुंची है तो हम क्षमा चाहते हैं। हमारी इच्छा है कि कभी उनके दर्शन करने का मौका मिले। प्रश्न- सरकार से आपकी क्या मांग है?जगदीश पाटनी: सरकार से यही मांग है कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। मैं खुद पुलिस परिवार से हूं, ऐसे मामले झेले हैं, लेकिन आम आदमी के लिए ये हालात सहना मुश्किल है। अपराधियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। प्रश्न- जब फायरिंग हुई तो आप लोग जाग गए थे?जगदीश पाटनी: हां, उस वक्त हम सो रहे थे। घर के कुत्तों ने भौंककर हमें जगाया। जैसे ही मैं बाहर देखने आया, बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। प्रश्न- क्या पहले भी किसी तरह की धमकी मिली थी?जगदीश पाटनी: नहीं, ऐसी कोई धमकी नहीं मिली थी। सोशल मीडिया पर छोटी-मोटी बातें और मैसेज आते रहते हैं, लेकिन हमने कभी गंभीरता से नहीं लिया था। इतना बड़ा हादसा होगा, इसकी उम्मीद नहीं थी। क्यों भड़के गैंग? खुशबू पाटनी के बयान से जुड़ा विवाद 30 जुलाई को दिशा पाटनी की बहन और पूर्व आर्मी ऑफिसर खुशबू पाटनी ने एक वीडियो जारी किया था। इसमें उन्होंने कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के लिव-इन रिलेशनशिप वाले बयान पर आपत्ति जताई थी। खुशबू ने कहा था—“ऐसे लोगों का तो मैं मुंह तोड़ दूंगी। अगर ये शख्स सामने होता तो मैं इसे समझा देती कि मुंह मारना क्या होता है। ऐसे लोगों को मंच मिलना ही नहीं चाहिए।“ खुशबू ने आगे कहा—“ये दुखद है कि समाज के नामर्द लोग ऐसे बद्जुबान कथावाचकों को फॉलो कर रहे हैं। लड़कियों के चरित्र पर उंगली उठाना किसी भी धर्म या संस्कृति का प्रतिनिधित्व नहीं हो सकता।“ गैंगस्टरों ने इसी बयान को बहाना बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया और फायरिंग की जिम्मेदारी ली। गैंग की धमकी- फिल्म इंडस्ट्री को भी चेतावनी फेसबुक पर वायरल पोस्ट में लिखा गया-“आज खुशबू और दिशा पाटनी के घर फायरिंग करवाई है। ये सिर्फ ट्रेलर था। अगर किसी ने धर्म और संतों का अपमान किया तो जिंदा नहीं छोड़ा जाएगा।“ पोस्ट में फिल्म इंडस्ट्री को चेतावनी दी गई कि कोई भी हमारे धर्म और संतों का अपमान न करे। इसमें कई कुख्यात गैंगस्टरों और बदमाशों को टैग भी किया गया।
आज अनसुनी दास्तान में जानेंगे कहानी हॉलीवुड और टीवी के पहले सुपरमैन की मिस्टीरियस मौत की कहानी, जिसकी गुत्थी 76 साल बाद भी अनसुलझी ही है। 16 जून 1959 की बात है जॉर्ज रीव्स ने लॉस एंजिल्स के घर में एक पार्टी रखी थी। इस पार्टी में हॉलीवुड इंडस्ट्री के कई लोगों समेत जॉर्ज की मंगेतर लियोनोर भी मौजूद थीं। सभी नाच गाने के बीच शराब के नशे में डूबे हुए थे। रात करीब 1 बजे जॉर्ज अचानक ग्राउंड फ्लोर में चल रही पार्टी छोड़कर पहली मंजिल में स्थित अपने बैडरूम चले गए। करीब डेढ़ बजे मेहमानों ने गोली चलने की आवाज सुनी। जब मेहमान ऊपर पहुंचे तो बैडरूम का भयावह मंजर देख हर किसी की चीखें निकल पड़ीं। जॉर्ज के शरीर में कपड़े नहीं थे, वो बिस्तर पर पेट के बल बेसुध पड़े थे और बिस्तर पर खून ही खून था। आधा शरीर बिस्तर पर और पैर जमीन को छू रहे थे। पुलिस बुलाई गई, शुरुआती जांच में इसे आत्महत्या माना गया, लेकिन मौका-ए-वारदात पर मिले सबूत कुछ और ही बयां कर रहे थे। कमरे में तीन गोलियां मिलीं, जबकि जॉर्ज की कनपट्टी में सिर्फ एक गोली लगी थी और आवाज भी सिर्फ एक गोली की आई थी। मेडिकल एक्सपर्ट का मानना था कि उन्होंने खुद गोली नहीं चलाई, क्योंकि उनके शरीर या कमरे से कहीं गन पाउडर नहीं मिला था, जो अपने आप में बड़ा सवाल था। ऐसे में शक सीधे उनकी मंगेतर पर था। मेहमानों के बयान के अनुसार, उनकी जॉर्ज से बहस भी हुई थी, लेकिन उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं थे। लीजेंड्री एक्टर जॉर्ज की जिंदगी अक्सर विवादों में रही थी। एक बड़े प्रोडक्शन हाउस के मालिक की पत्नी से उनका अफेयर था। ऐसे में उनकी हत्या की एंगल पर भी जांच हुई। लेकिन आज उनकी मौत के 76 साल बीते, लेकिन उनकी मौत का सही कारण आज भी साफ नहीं है। अनसुनी दास्तानें के 3 चैप्टर्स में पढ़िए जॉर्ज रीव्स की रहस्यमयी मौत की सिलसिलेवार कहानी और उससे जुड़ी 3 अनसुलझी थ्योरीज- जॉर्ज रीव्स की लाश मिलने के तुरंत बाद सभी ने लॉस एंजिलिस पुलिस डिपार्टमेंट को इसकी सूचना दी। लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेजे जाने के ठीक बाद कमरे की तलाशी शुरू हुई, जो बेहद शॉकिंग थी। पहली संदिग्ध बात- जॉर्ज की नग्न लाश के पास एक गन पड़ी हुई मिली। फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स ने पाया कि उस गन में कोई फिंगरप्रिंट्स ही नहीं थे। जांच टीम का सवाल था कि क्या ये मुमकिन है कि किसी शख्स ने खुद को गोली मारने के बाद गन क्लीन की हो, या उन्होंने मौत से पहले किसी कपड़े या ग्लव्स की मदद से गन पकड़ी थी, अगर हां, तो क्या सिर पर गोली लगने के बाद उन्हें इतना होश रहा होगा कि वो ग्लव्स उतार सकें या कपड़ा छिपा सकें, क्योंकि लाश के पास न तो कोई ग्लव्स मिला, न कोई कपड़ा। दूसरी संदिग्ध बात- अगर जॉर्ज रीव्स ने गन चलाई, तो उनके हाथ या चेहरे के आसपास कहीं गन पाउडर क्यों नहीं था। क्योंकि इसे साफ करने की कोई गुंजाइश ही नहीं थी। तीसरी संदिग्ध बात- जांच टीम को जिस बुलेट से जॉर्ज रीव्स की मौत हुई थी, वो बैडरूम की सीलिंग से बरामद की गई, जबकि उसका कवर जॉर्ज की नग्न लाश के नीचे मिला था। चौथी संदिग्ध बात- जॉर्ज को एक गोली लगी थी, लेकिन उनके कमरे से तीन बुलेट बरामद की गई। पार्टी में मौजूद सभी गेस्ट ने भी यही कहा कि उन्हें सिर्फ एक बार गोली चलने की आवाज आई थी। तो क्या 2 बार हवाई फायरिंग की गई, अगर हां तो किसी ने आवाज क्यों नहीं सुनी। अगर गन में साइलेंसर इस्तेमाल हुआ तो तीसरी बार गोली चलाते हुए जो आवाज आई, क्या उससे पहले कातिल ने या जॉर्ज ने गन से साइलेंसर हटाया होगा। क्योंकि तीनों ही बुलेट उसी गन की थीं, जो जॉर्ज की लाश के पास मिली थी। पांचवी संदिग्ध बात- बैडरूम में फोर्स एंट्री या किसी दूसरे शख्स की मौजूदगी के कोई सबूत नहीं थे। मेहमानों के बयान के अनुसार, गोली की आवाज सुनकर वो कमरे में गए। दरवाजा अंदर से बंद था, जिसे तोड़ना पड़ा था। वहीं कुछ मेहमानों का कहना है कि दरवाजा लॉक नहीं था, धक्का देने भर से खुल गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, जॉर्ज की मौत गोली लगने से ही हुई थी। अब पुलिस ने मेहमानों के बयान लेने शुरू किए। जॉर्ज की मंगेतर का बयान- लियोनोर लेमॉन ने पुलिस को दिए बयान में कहा कि जिस वक्त गोली चली वो लिविंग रूम में दूसरे मेहमानों के साथ थी। पार्टी में मौजूद बिल ब्लिस का बयान- रात 1 बजकर 20 मिनट पर गोली चली, वो सभी ऊपर पहुंचे तो जॉर्ज का दरवाजा अंदर से लॉक था। उन्होंने दरवाजा तोड़ा और लाश देखी। तब तक दूसरे मेहमान भी आ चुके थे। जॉर्ज के को-स्टार फ्रेड क्रेन का बयान- जॉर्ज के साथ फिल्म गोन विद द विंड में काम कर चुके और उनके करीबी दोस्त फ्रेड क्रेन पार्टी में नहीं थे, लेकिन वो अक्सर उनके घर की पार्टियों में जाते थे। इस हादसे के बाद उन्होंने पार्टी में मौजूद बिल ब्लिस और मिलिसेंट ट्रेंट से बात की थी। दोनों ने ही बताया था कि जिस समय गोली चलने की आवाज आई उस समय जॉर्ज की मंगेतर लियोनोर सीढ़ियों से घबराई हुई नीचे उतरकर आईं और कहा कि सभी से कहना कि मैं नीचे ही थी। और उनका बर्ताव भी काफी अलग लग रहा था। ऐसे में फ्रेड क्रेन ने शक जताया कि गोली चलने के समय लियोनोर कमरे में थीं, या आसपास थीं। पार्टी में मौजूद बिल ब्लिस ने फ्रेड को ये भी बताया था कि जॉर्ज रीव्स उस पार्टी में काफी गुस्से में लग रहे थे। उन्होंने जमकर शराब पी थी। नशे में उनकी और मंगेतर लियोनोर की बहस भी हुई थी, जिसके बाद जॉर्ज कमरे में गए थे। दोनों के रिश्ते तनावपूर्ण थे। पार्टी में मौजूद मेहमानों के आधार पर पुलिस को जॉर्ज की मंगेतर लियोनोर लेमॉन पर शक था, लेकिन कमरे में फिंगरप्रिंट्स न मिलने और फोर्स एंट्री के निशान न होने पर पुलिस लियोनोर को जांच के घेर में नहीं ले सकी। लियोनोर ने ये भी बताया कि फिल्मों में मनचाहा काम न मिलने से जॉर्ज काफी परेशान रहने लगे थे। वो काफी चिड़चिड़े हो गए थे। लंबी जांच के बाद लॉस एंजिलिस पुलिस ने इसे आत्महत्या करार दिया। हालांकि, कई लोग उनके इस नतीजे के खिलाफ थे। पुलिस द्वारा जॉर्ज रीव्स की मौत को आत्महत्या करार दिए जाने के बाद उनकी मां ने इस केस को री-ओपन करवाया। उनका मानना था कि जॉर्ज आत्महत्या नहीं कर सकते, उनकी हत्या किसी साजिश के तहत की गई है। ऐसे में केस री-ओपन हुआ और जॉर्ज का दोबारा पोस्टमार्टम किया गया। मौत की वजह तब भी गोली लगना ही आई, लेकिन इस बार पोस्टमार्टम में कुछ नया मिला था। जॉर्ज के सिर और पेट पर कुछ चोटों के निशान थे, लेकिन इनकी वजह साफ नहीं हो सकी। जॉर्ज के दोस्तों और एक्टर्स एलन लैड और गिग यंग ने भी आत्महत्या की बात को सिरे से नाकार दिया, वहीं रोरी कैलहोन ने भी मीडिया से कहा कि हॉलीवुड में कोई भी जॉर्ज की मौत को आत्महत्या मानने के लिए राजी नहीं है। करीब डेढ़ महीने की जांच के बाद इस केस को सबूतों की कमी के चलते फिर बंद कर दिया गया। जांच के दौरान जॉर्ज रीव्स और टोनी मैनिक्स का रिलेशनशिप और ब्रेकअप भी खूब चर्चा में रहा। कहा गया कि टोनी के पति एडी मैनिक्स का जॉर्ज की संदिग्ध मौत में हाथ हो सकता है। दरअसल, एडी मैनिक्स हॉलीवुड के सबसे बड़े प्रोडक्शन हाउस MGM के प्रेसिडेंट थे। वो हॉलीवुड के सबसे ताकतवर लोगों में से एक थे। उस दौर में हॉलीवुड में माफिया का गहरा प्रभाव था और माना जाता था कि एडी मैनिक्स के इनके साथ मजबूत रिश्ते थे। MGM स्टूडियो के प्रेसिडेंट रहते हुए वो इस प्रोडक्शन से जुड़े बड़े-बड़े एक्टर्स को स्कैंडल्स से बचाने का काम करते थे, जिससे उनके प्रोडक्शन की छवि साफ-सुथरी रहे। ये बात भी सार्वजनिक थी कि एडी और उनकी पत्नी टोनी की शादी नाम मात्र की थी। एडी ने पत्नी को दूसरे एक्टर्स से संबंध रखने की खुली आजादी दे रखी थी। पॉपुलर सीरीज एडवेंचर ऑफ सुपरमैन में काम करते हुए जॉर्ज रीव्स की मुलाकात टोनी से हुई थी। चंद हफ्तों में ही दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ने लगीं। इस रिश्ते से टोनी के पति एडी को भी कोई आपत्ति नहीं थी। समय के साथ टोनी जॉर्ज के लिए बेहद संजीदा हो गईं। वो उन्हें कई लग्जरी तोहफे दिया करती थीं। उन्होंने जॉर्ज को एक लग्जरी कार और एक घर भी गिफ्ट किया था। कुछ रिपोर्ट्स में जॉर्ज की कामयाबी का श्रेय भी टोनी और उनके हाई प्रोफाइल कॉन्टैक्ट्स को दिया जाता था। ये रिश्ता करीब 8 सालों तक चला। जॉर्ज को लगने लगा था कि टोनी बेहद कंट्रोलिंग हो गई हैं। यही वजह रही कि जॉर्ज ने उनसे ब्रेकअप का फैसला कर लिया। जब उन्होंने ये बात टोनी को बताई तो वो बुरी तरह टूट गईं। वो जॉर्ज से अलग नहीं होना चाहती थीं। इस बात से टोनी के पति एडी भी काफी नाराज हुए, क्योंकि दोनों के ब्रेकअप की खबरें हॉलीवुड में स्कैंडल बन गईं। कपल के साथ-साथ स्टूडियो की भी बदनामी हुई थी। लेकिन जब जॉर्ज की मौत हुई तो टोनी और एडी का कहीं जिक्र नहीं हुआ। हालांकि जॉर्ज की मौत के करीब 37 साल बाद एक बुक आई, जिसने जॉर्ज की मौत को फिर सुर्खियों में ला दिया। किताब का नाम था, हॉलीवुड क्रिप्टोनाइटः द बुलडॉग, द लेडी एंड द डेथ ऑफ सुपरमैन। इसके राइटर थे सैम कैश्नर और नैंसी शॉनबर्गर। किताब में लिखा गया था कि जॉर्ज की मौत के पीछे एडी मैनिक्स हैं। उन्होंने अपने माफियाओं से संबंध की मदद से उनकी सुपारी दी और हत्या की साजिश रची। हालांकि पुलिस ने कभी इस एंगल से न तो जांच की, न ही इस दावे से जुड़े कोई पुख्ता सबूत थे। टोनी से ब्रेकअप के बाद साल 1959 में जॉर्ज रीव ने सोशलाइट लियोनोर से सगाई की थी। DC के सबसे पॉपुलर कैरेक्टर में से एक थे जॉर्ज रीव्स जॉर्ज रीव्स ने 1952 की टेलीविजन सीरीज एडवेंचर ऑफ सुपरमैन में क्लार्स कैंट यानी सुपरमैन की भूमिका निभाई थी। जिससे उन्हें हॉलीवुड में फेम मिला था। इसके अलावा वो गोन विद द विंड, ब्लड एंड सैंड्स, जंगल जिम जैसी बेहतरीन फिल्मों का हिस्सा थे। मौत के बाद 1960 में जॉर्ज रीव्स को हॉलीवुड वॉक ऑफ फेम से सम्मानित किया गया था। साल 2023 में रिलीज हुई DC एक्सटेंडेड फिल्म द फ्लैश में कंप्यूटर ग्राफिक्स के जरिए जॉर्ज रीव्स के सुपरमैन किरदार को बनाया गया था। हालांकि उनके सीन्स की काफी आलोचना हुई थी। जॉर्ज रीव्स की जिंदगी पर बनी है हॉलीवुड फिल्म हॉलीवुडलैंड साल 2006 में फिल्म हॉलीवुडलैंड रिलीज हुई थी, जिसमें बैन एफ्लेक ने जॉर्ज रीव्स की और डायना लेन ने टोनी मैनिक्स का किरदार निभाया है। ये फिल्म उनकी डेथ मिस्ट्री पर प्राइवेट डिटेक्टिव की इन्वेस्टिगेशन पर आधारित है। फिल्म में उनकी मौत के कई संभावित कारण दिखाए गए हैं। पहला संभावित कारण- जॉर्ज रीव्स ने गुस्से और नशे में मंगेतर से बहस के दौरान खुद को गोली मार ली। दूसरा संभावित कारण- MGM के प्रेसिडेंट एडी मैनिक्स ने पत्नी टोनी का दिल टूटने पर कॉन्ट्रैक्ट किलर हायर कर जॉर्ज की हत्या करवा दी। तीसरा संभावित कारण- टोनी मैनिक्स ने ब्रेकअप का बदला लेने के लिए जॉर्ज की हत्या करवाई, क्योंकि उनके पास जॉर्ज के घर की डुप्लीकेट चाबियां थीं और वो घर के पीछे के रास्ते से वाकिफ थीं, जिससे मेहमानों की नजर से बचते हुए किलर बैडरूम तक पहुंचे। जिसमें एडी ने पत्नी की मदद की। चौथा संभावित कारण- जॉर्ज ने करियर में मिल रही नाकामी और पर्सनल लाइफ की दिक्कतों से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। साल 2006 में रिलीज हुई इस फिल्म ने 16 मिलियन डॉलर यानी 142 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया था। फिल्म के लिए बैन एफ्लेक को गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड में नॉमिनेट किया गया था।
ऐश्वर्या राय बच्चन के बाद अब उनके पति और एक्टर अभिषेक बच्चन को भी दिल्ली हाई कोर्ट से राहत मिली है। कोर्ट ने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स को एक्टर की अनुमति के बिना उनके नाम, तस्वीरें और आवाज के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। साथ ही अभिषेक की AI से जनरेट की गई तस्वीरों के इस्तेमाल पर भी रोक लगाई गई है। इस मामले की सुनवाई जस्टिस कारिया ने की। सुनवाई के दौरान उन्होंने कहा कि अदालत ने अभिषेक बच्चन की ओर से पेश की गई दलीलों और सबूतों का अवलोकन किया है। पहली नजर में उनकी बात काफी मजबूत लगी। ऐसे में उन्हें एकतरफा अंतरिम राहत दी जानी चाहिए, ताकि संभावित नुकसान से बचा जा सके। अभिषेक बच्चन ने 10 सितंबर, बुधवार को दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। इसमें उन्होंने अदालत से अनुरोध किया था कि उनके पब्लिसिटी और पर्सनैलिटी राइट्स (जनता में छवि और व्यक्तित्व अधिकार) की सुरक्षा की जाए। साथ ही, वेबसाइट्स और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स को उनकी इमेज, पर्सोना और नकली वीडियो, खासतौर पर सेक्शुअल कंटेंट का उपयोग करने से रोका जाए। जबकि इससे पहले मंगलवार को उनकी पत्नी ऐश्वर्या राय बच्चन ने भी पर्सनैलिटी राइट्स के लिए दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। पहली सुनवाई में अभिषेक बच्चन की तरफ से पेश हुए एडवोकेट प्रवीन आनंद ने कोर्ट को बताया कि कई डिफेंडेंट्स AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) तकनीक का इस्तेमाल कर नकली वीडियो और तस्वीरें बना रहे हैं। इन फर्जी कंटेंट में अभिषेक बच्चन का नाम, फोटो और नकली हस्ताक्षर तक शामिल हैं। इन सेलेब्स के पास हैं पर्सनैलिटी राइट्स ऐश्वर्या राय और अभिषेक बच्चन से पहले इसी साल मई में एक्टर जैकी श्रॉफ भी कोर्ट पहुंचे थे। उन्होंने आरोप लगाया था कि उनकी इमेज और वीडियो बदलकर बिना इजाजत मर्चेंडाइज बेचा जा रहा है। उस समय कोर्ट ने उनके पर्सनैलिटी और पब्लिसिटी राइट्स को भी सुरक्षित किया था। साल 2023 में कोर्ट ने अनिल कपूर की इमेज, वॉयस और उनके झकास कैचफ्रेज का गलत इस्तेमाल पर रोक लगाई थी। वहीं, नवंबर 2022 में अमिताभ बच्चन की पर्सनैलिटी और पब्लिसिटी राइट्स की भी सुरक्षा दी गई थी।
'ओह माय गॉड' और '102 नॉट आउट' जैसी फिल्में बनाने वाले डायरेक्टर उमेश शुक्ला की फिल्म ‘हीर एक्सप्रेस’ थिएटर में रिलीज हो चुकी है। पारिवारिक पृष्ठभूमि बनी इस फिल्म में रिश्तों की उलझनें, भावनाओं की गहराई और समाज की सच्चाई को बड़े ही संवेदनशील ढंग से प्रस्तुत किया गया है। इस फिल्म में दिविता जुनेजा, प्रीत कमानी के साथ आशुतोष राणा, संजय मिश्रा और गुलशन ग्रोवर की अहम भूमिका है। इस फिल्म की लेंथ 2 घंटा 20 मिनट है। दैनिक भास्कर ने इसे 5 में से 3 स्टार रेटिंग दी है। फिल्म की कहानी क्या है? हीर एक्सप्रेस एक फैमिली कॉमेडी-ड्रामा फिल्म है जो प्यार और परिवार के महत्व को दर्शाती है। कहानी हीर वालिया (दिविता जुनेजा) नामक एक युवा, महत्वाकांक्षी लड़की के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसे खाना पकाने का शौक है। वह अपने पाक कौशल से दुनिया जीतने का सपना देखती है। हीर अपना रेस्टोरेंट खोलने के इरादे से शेफ के रूप में काम करने के लिए लंदन जाती है। हालांकि रास्ते में उसे कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। खासतौर पर यह फिल्म यह सवाल खड़ा करती है कि क्या समाज की बनाई सीमाओं में रहकर कोई अपनी इच्छाओं को पूरा कर सकता है या नहीं। स्टारकास्ट की एक्टिंग कैसी है? इस फिल्म से दिविता जुनेजा ने इंडस्ट्री डेब्यू किया है। उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया है। बात करें एक्टिंग की तो दिविता ने फिल्म में बढ़िया एक्टिंग की है। उनकी डायलॉग डिलिवरी काफी अच्छी। दिविता की मासूमियत और उनके प्यार से बोलने का अंदाज आपको कई दिनों तक याद रह जाएगा। उन्हें देखकर कहीं नहीं लगता कि यह उनकी पहली फिल्म है। उन्होंने अपने किरदार को पूरी ईमानदारी से निभाया है। दिविता जुनेजा के अपोजिट प्रीत कमानी है जिनके साथ उनकी कैमिस्ट्री सहज और प्यारी लगती है। फिल्म में आशुतोष राणा, संजय मिश्रा और गुलशन ग्रोवर का भी किरदार प्रभावशाली है। फिल्म का डायरेक्शन कैसा है? इस फिल्म का निर्देशन उमेश शुक्ला ने किया है। निर्देशक ने कहानी को बिना भटकाव के सहजता से पेश किया है। फिल्म इंटरवल से पहले किरदारों के संघर्ष और बैकग्राउंड को दिखाने पर केंद्रित रहती है, जबकि उसके बाद कहानी भावनाओं के टकराव और क्लाइमेक्स की तरफ जाती है। वही फिल्म भावनात्मक दृश्य दर्शकों को बांधे रखती है। इसके अलावा फिल्म की सिनेमैटोग्राफी, बैकग्राउंड स्कोर और डायलॉग्स सभी कहानी के साथ न्याय करते हैं। फाइनल वर्डिक्ट, देखे या नहीं? 'हीर एक्सप्रेस' समाज को आईना दिखाने वाली फिल्म है। यह दर्शाती है कि किसी भी लड़की या युवक के सपनों को दबाना नहीं चाहिए। बल्कि उसका साथ देना चाहिए आगे बढ़ने में। इस तरह की यह फिल्म एक खास संदेश देती है। ऐसी फिल्म का थिएटर में आनंद लिया जा सकता है।
9 साल के बाद बॉलीवुड एक्टर टाइगर श्रॉफ एक बार फिर फ्लाइंग जट्ट के अवतार में नजर आए हैं। मौका था कैंसर पीड़ित बच्चों से मिलने का। कैंसर पेशेंट्स एंड एसोसिएशन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में टाइगर श्रॉफ ने सुपर हीरो फ्लाइंग जट्ट बनकर आज शिकरत की। इस मौके पर टाइगर श्रॉफ ने कैंसर पीड़ित बच्चों के साथ बातचीत की और उनके साथ समय बिताया। एक्टर ने बच्चों के बेहतर सेहत के लिए भगवान से प्रार्थना की। टाइगर श्रॉफ से मिलकर कैंसर पीड़ित बच्चों के चेहरे पर मुस्कान लौट आई। टाइगर श्रॉफ की मौजूदगी ने बच्चों को ऐसी खुशी दी, जो उन्हें अपने दर्द को भुलाने में मदद करती है। ठीक उसी तरह जैसे उनकी फिल्म ‘अ फ्लाइंग जट्ट' में सुपर हीरो का किरदार था। वैसे ही इन बच्चों के दिलों में वे हमेशा के लिए एक सुपरहीरो बन गए हैं। उनकी यह यात्रा बच्चों के दिलों में सालों तक स्नेह और सम्मान के साथ याद रहेगी। टाइगर श्रॉफ की यह पहल न केवल उन बच्चों के लिए एक प्रेरणा है, बल्कि दूसरों के लिए भी एक उदाहरण है कि कैसे एक छोटे से प्रयास से किसी के जीवन में बड़ा बदलाव लाया जा सकता है। यह दर्शाता है कि समाज के हर वर्ग को इस तरह के प्रयासों में आगे आना चाहिए ताकि कैंसर से लड़ रहे बच्चों को मानसिक और भावनात्मक बल मिल सके। बात करें फिल्म 'ए फ्लाइंग जट' की तो यह फिल्म 25 अगस्त 2016 को रिलीज हुई थी। रेमो डिसूजा के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म में टाइगर श्रॉफ, जैकलिन फर्नांडिस, अमृता सिंह के अलावा विलेन के किरदार में हॉलीवुड स्टार नैथन जॉन्स भी नजर आए थे। इस फिल्म का निर्माण एकता कपूर ने किया था।
भोजपुरी एक्ट्रेस आम्रपाली दुबे ने हाल ही में एक्टर पवन सिंह की दूसरी शादी के बारे में बात की। एक्ट्रेस ने बताया कि उन्होंने पवन को किसी और से शादी करने से रोकने की कोशिश की थी, क्योंकि अक्षरा उनसे प्यार करती थीं। सिद्धार्थ कन्नन से बातचीत में आम्रपाली दुबे ने बताया कि पवन सिंह की शादी सबके लिए एक झटका थी। उन्होंने कहा, पूरी दुनिया जानती है कि पवन जी की शादी अचानक हुई थी। बहुत से लोगों को जिनमें हम भी शामिल हैं, निमंत्रण कार्ड नहीं मिला था। हमें अचानक पता चला कि पवन जी बलिया जा रहे हैं और शादी कर रहे हैं। आम्रपाली ने कहा, यह हम सभी के लिए बहुत चौंकाने वाली खबर थी। मैं लगातार अक्षरा को कॉल कर रही थी कि आखिर क्या हुआ। एक दिन उसने फोन उठाया और बताया कि पवन जी की शादी हो रही है और उनकी तबीयत बिल्कुल भी ठीक नहीं है। यह सुनते ही मैंने फिर लगातार उन्हें (पवन) कॉल कर रही थी, लेकिन वो मेरे कॉल उठा ही नहीं रहे थे। काफी देर बाद उन्होंने फोन उठाया। मैंने उनसे पूछा कि क्या आपको लगता है जो आप कर रहे हैं वो सही है? आप ऐसा क्यों कर रहे हैं? पवन जी ने मुझसे कहा पंडित जी आपको क्या बताऊं, आप समझ नहीं पाएंगी। मेरे लिए मां की खुशी से बढ़कर कुछ भी नहीं है। मेरी मां की इज्जत से बढ़कर कुछ भी नहीं है। मैं वही करूंगा जो मेरी मां कहेंगी। हाल ही में पवन सिंह उस वक्त सुर्खियों में आए जब उन्होंने अपनी को-स्टार अंजली राघव के साथ दुर्व्यवहार किया, हालांकि बाद में उन्होंने अपने व्यवहार के लिए माफी मांग ली। इस समय पवन सिंह भोजपुरी शो ‘राइज एंड फॉल’ में नजर आ रहे हैं। इसके अलावा पवन सिंह पर उनकी पत्नी ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पवन सिंह उन्हें कई दिनों से इग्नोर कर रहे हैं और उनके पास आत्महत्या के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है। जब इस पूरे मामले पर पब्लिक एंटरटेनमेंट ने एक्ट्रेस अक्षरा सिंह से बात की तो उन्होंने कहा, मुझे नहीं पता कि इस मुद्दे का असली मेटर क्या है और ना ही मैं इसमें पड़ना चाहती हूं। मैंने हमेशा लड़कियों को सपोर्ट किया है और आगे भी करती रहूंगी।
भोजपुरी आम्रपाली दुबे ने हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान टीवी एक्टर शोएब इब्राहिम और एक्ट्रेस दीपिका कक्कड़ के रिश्ते पर बात की। आम्रपाली दुबे ने शोएब इब्राहिम के साथ अपनी बॉन्डिंग पर भी बात की। सिद्धार्थ कन्नन के साथ इंटरव्यू में जब आम्रपाली दुबे से पूछा गया कि ऐसा कहा जाता है कि शोएब इब्राहिम से शादी के बाद दीपिका कक्कड़ ने अपना अस्तित्व खो दिया है। इस सवाल के जवाब में आम्रपाली दुबे ने कहा- मैं दीपिका से पर्सनली नहीं मिली हूं, लेकिन वो काफी खुश दिखती हैं। अगर वो घर और पति के साथ खुश हैं, तो हम कौन होते हैं उन्हें जज करने वाले। दीपिका शोएब के साथ खुश हैं और बस यही खुशी मैटर करती है। बता दें कि आम्रपाली दुबे और शोएब इब्राहिम ने पहली बार टीवी शो 'पलकों की छांव में' शो में काम किया था। शोएब इब्राहिम के साथ अपनी बॉन्डिंग पर आम्रपाली दुबे ने कहा- वो शाहरुख खान वाली वाइब देते थे। मुझे उन पर क्रश था। हम लोग उसे चिढ़ाते भी थे। आम्रपाली से जब पूछा गया कि क्या आपने शोएब इब्राहिम से मोहब्बत का इजहार किया? आम्रपाली ने कहा- मोहब्बत नहीं थी, बस क्रश था। हम उसे काफी परेशान करते थे और वो शरमा जाता था। शोएब बहुत ज्यादा मेहनती थे। वो परफेक्ट हसबैंड, बेटा और भाई वाली वाइब देते थे। आम्रपाली ने बताया कि शोएब भोपाल से मुंबई काम की तलाश में आए थे। वो काम को लेकर बहुत जुनूनी थे और अपने रोल को शिद्दत से निभाते थे। चाहे धूप हो या बारिश वो हमेशा 15 मिनट पहले सेट पर पहुंच जाते थे। मेरे मम्मी-पापा के लिए वो बेटे की तरह थे। मेरी मम्मी शोएब के लिए खाना बनाकर भेजती थीं। हालांकि, आम्रपाली अभी शोएब के टच में नहीं है। आम्रपाली कहती हैं कि एक फिल्म प्रमोशन के दौरान वो 11 साल बाद शोएब से लखनऊ में मिली थीं, लेकिन उनसे मिलकर ऐसा नहीं लगा कि इतना वक्त हो चुका है। आम्रपाली दुबे ने कहा- मैं भोजपुरी इंडस्ट्री आ चुकी हूं। इसलिए अब टीवी वाले दोस्तों से मिलना-जुलना नहीं हो पाता है।
रजनीकांत की कुली में आमिर खान ने कैमियो किया था। हाल ही में सोशल मीडिया पर यह दावा किया जा रहा है कि एक्टर ने कहा इस फिल्म में काम करना सबसे बड़ी गलती थी। हालांकि, इस मामले में एक्टर से जुड़ी करीबी सूत्रों का रिएक्शन सामने आया है। जानिए क्या है पूरा मामला? दरअसल, एक्स पर एक स्क्रीनशॉट वायरल हुआ है, जिसमें दावा किया गया है कि आमिर खान ने एक मीडिया हाउस से इंटरव्यू में कहा था, मैंने ये कैमियो रजनी सर के लिए किया था। ईमानदारी से कहूं तो आज तक समझ नहीं आया कि मेरे किरदार का मकसद क्या था। ऐसा लगा जैसे मैं बस एक-दो लाइनें बोलने स्क्रीन पर आया और फिर गायब हो गया। उसमें कोई असली मकसद नहीं था, न ही कोई सोच। वो सीन बहुत ही ढीला-ढाला और बिना सोचे-समझे बनाया गया था। आगे यह भी कहा गया है कि आमिर खान ने फिल्म के कमजोर बॉक्स ऑफिस प्रदर्शन और मिली-जुली रिएक्शन पर भी बात की। उन्होंने कहा, फिल्म कैसे बन रही थी, उसमें शामिल नहीं था, इसलिए मुझे नहीं पता था कि मेरा सीन आखिर में कैसा नजर आएगा। मैंने सोचा था कि यह एक मजेदार कैमियो होगा, लेकिन साफ है कि दर्शकों से वह जुड़ नहीं पाया। मुझे ऐसी प्रतिक्रिया की उम्मीद नहीं थी, लेकिन अब पीछे मुड़कर देखता हूं तो समझ आता है कि लोग क्यों निराश हुए। वह सीन प्रभावी नहीं था बात बस इतनी सी है। यह एक बड़ी भूल थी और भविष्य में मैं ज्यादा सतर्क रहूंगा। हालांकि, आमिर खान से जुड़े सूत्रों के मुताबिक यह खबर फर्जी है और एक्टर ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है।
हरियाणा के हिसार की युवती स्नेहा बिश्नोई ने कौन बनेगा करोड़पति (KBC) में साढ़े 12 लाख रुपए जीत लिए। उन्होंने अमिताभ बच्चन को बताया कि उनके परिवार पर 15 लाख रुपए का कर्ज है और वह हमेशा सोचती थीं कि इसे कैसे चुकाया जाए। शो में जब स्नेहा ने फास्टेस्ट फिंगर फर्स्ट राउंड जीता तो वह भावुक होकर रो पड़ीं। इस पर अमिताभ बच्चन ने उन्हें टिशू पेपर दिए। यूथ वीक के आखिरी दिन वे इस खास कैटेगरी में चुनी गईं और 10 कंटेस्टेंट्स के बीच खेलने पहुंचीं। स्नेहा ने बताया कि बारिश में उनकी फसलें खराब हो गईं, जिसकी वजह से पिता पर कर्ज बढ़ता गया। रोजमर्रा के खर्च पूरे करना भी मुश्किल हो गया। कार्यक्रम में उनके घर और परिवार की हालत भी दिखाई गई। उन्होंने कहा कि धीरे-धीरे कर्ज बढ़कर 15 लाख रुपए तक पहुंच गया था। घर पर जब कोई पैसे मांगने आता था तो गुस्सा भी आता था। अक्सर सोचती थी कि इन परेशानियों से आखिर कैसे निकलूं। स्नेहा को बिश्नोई समाज ने दी बधाईस्नेहा ने कहा कि मम्मी-पापा को मैं बस यहीं कहना चाहती हूं कि चाहे थोड़ा वक्त ही क्यों न लग जाए, लेकिन मैं सब ठीक कर दूंगी। स्नेहा के कौन बनेगा करोड़पति में पहुंचने पर बिश्नोई समाज ने उसे बधाई दी है। स्नेहा को बधाई देने को लेकर सोशल मीडिया पर कई पोस्ट भी डाली गई हैं। इसके अलावा स्नेहा की फोटो को पोस्ट कर लिखा है कि बिश्नोई समाज की होनहार बेटी ने समाज का नाम रोशन किया है। इसे फोटो को कई प्लेटफार्म पर शेयर किया गया है। जानिए, किन सवालों के सही जवाब देकर साढ़े 12 लाख रुपए जीती स्नेहा.. पहला सवाल (5 हजार रुपए के लिए): इनमें से किसका अर्थ बड़ा है।सही उत्तर: C ( विशाल ) दूसरा सवाल (10 हजार रुपए के लिए): हींग, दालचीनी, लौंग किस चीज से कनेक्ट हैं।सही उत्तर: ( डी ) खाना पकाना तीसरा सवाल (15 हजार रुपए के लिए): तस्वीर में दिख रहा उपकरण खेती में किस काम आता है। ( स्प्रिंकलर दिखाया गया )सही उत्तर: ( बी ) सिंचाई चौथा सवाल (20 हजार रुपए के लिए): इनमें से किस ग्रंथ में वानरों के लंका तक पहुंचने के लिए पुल बनाने की कथा है।सही उत्तर: ( डी ) वाल्मीकि रामायण पांचवा सवाल (25 हजार रुपए के लिए): जमानत वो धनराशि है, जो एक व्यक्ति द्वारा किस स्थान से निकलने के लिए दी जाती है?सही उत्तर: ( ए ) जेल छठवां सवाल (50 हजार रुपए के लिए): इनमें से किसे पर्यावरण का अजैविक अंग माना जाता है।सही उत्तर: ( सी ) प्रकाश सातवां सवाल ( 1 लाख रुपए के लिए): इनमें से धुआंधार झरना किस राज्य में स्थित है। ( लाइफलाइन ऑडियंस पोल लिया)सही उत्तर: ( बी ) मध्यप्रदेश आठवां सवाल (2 लाख रुपए के लिए): इनमें के किसमें से एचजीएच ( मानव ग्रंथ्रि वृद्धि) निकलता है।सही उत्तर: ( सी ) पिट्रकटी ग्लैंड नौवां सवाल (3 लाख रुपए के लिए): इनमें से किस राज्य की सीमा चित्र में चिह्नित दोनों राज्यों से नहीं लगती है।सही उत्तर: ( डी ) ओडिसा दसवां सवाल (5 लाख रुपए के लिए): इनमें से दो कार्यकाल तक उपराष्ट्रपति तक रहने वाले एक मात्र शख्स कौन हैं।सही उत्तर: ( ए ) सर्वपल्ली राधा कृष्णन ( फिप्टी फिफ्टी लाइफपलाइन ली ) ग्यारहवां सवाल (साढ़े 7 लाख रुपए के लिए): इनमें से संगीत का कौन सा रूप पंजाब में ऊंट सवारों से इंस्पायर है।सही उत्तर: ( ए ) टप्पा बारहवां सवाल ( साढ़े 12 लाख रुपए के लिए): बनावली के प्राचीन स्थल से इनमें से किस संस्कृति के अवशेष नहीं मिले हैं। ( लाइफ लाइन, संकेत सूचक लिया)सही उत्तर: ( डी ) गांधार तेरहवां सवाल (25 लाख रुपए के लिए):- इनमें से 2024 में दस ओंलिपिंक में भाग लेने वाली पहली महिला कौन है।सही उत्तर: ( सी) नीनो सालुकवाजे ( स्नेहा इसका जवाब नहीं दे पाई। उन्होंने कटिंका होगडू को गैस किया लेकिन इससे पहले गेम से क्विट कर लिया, जिस वजह से उन्हें साढ़े 12 लाख रुपए जीतने में कामयाबी मिली।) जीती रकम से पिता का कर्ज उतारेगी स्नेहाहिसार में काजला गांव की रहने वाली स्नेहा ने कहा कि इस रकम से वह आधे से ज्यादा कर्ज चुका पाएगी। स्नेहा हिसार में फैमिली कोर्ट में क्लर्क के पद पर कार्यरत हैं। कुछ माह पहले ही उसकी नौकरी कोर्ट में लगी है। पिता श्रवण कुमार बिश्नोई भी स्नेहा का हौसला बढ़ाने के लिए कौन बनेगा करोड़पति कार्यक्रम में पहुंचे थे। कार्यक्रम के दौरान अभिनेता अमिताभ बच्चन ने स्नेहा से उनकी नौकरी के बारे में पूछा तो स्नेहा ने बताया कि करीब 5 माह पहले ही उसकी नौकरी लगी है। वहीं स्नेहा के पिता को कहा कि आपकी बेटी इस मंच पर पहुंची है, इसके लिए आपको बहुत बहुत बधाई। उन्होंने कहा कि आपकी बेटी बहुत प्रतिभावान है। साथ ही उनके काम के बारे में पूछा तो श्रवण कुमार ने बताया कि वह खेतीबाड़ी करते हैं। इस पर अमिताभ बच्चन ने पूछा कि आपने अपने खेत में क्या बोया है। श्रवण ने कहा कि गेहूं व बाजरा बोया है। एक महीना पहले कुरुक्षेत्र के लेक्चरर KBC में पहुंचे थेहरियाणा से कुरुक्षेत्र के लेक्चरर जयभगवान शर्मा कौन बनेगा करोड़पति (KBC) कार्यक्रम में पहुंचे थे, मगर वे फास्टेस्ट फिंगर फर्स्ट राउंड में फेल हो गए थे। वह सही उत्तर नहीं दे पाए थे। उनके मुकाबले में 9 कंटेस्टेंट थे। जयभगवान को सबसे कम सेकेंड में जवाब देना था। वे बिग बी अमिताभ बच्चन के सामने हॉट सीट पर बैठने से सिर्फ एक कदम दूर रह गए। अमिताभ बच्चन ने जयभगवान का परिचय 7वें कंटेस्टेंट के रूप में कराया था। अमिताभ ने कार्यक्रम के दौरान कहा था अब मिलते हैं कुरुक्षेत्र के जय... भगवान से। बता दें कि जयभगवान शर्मा कुरुक्षेत्र के मॉडल टाउन 7-बी कॉलोनी में रहते हैं। वह इंग्लिश के लेक्चरर हैं।
तेजा सज्जा की फिल्म ‘मिराई’ में एक्ट्रेस रितिका नायक की एक्टिंग को दर्शक खूब पसंद कर रहे हैं। फिल्म रिलीज होने के बाद ट्विटर और सोशल मीडिया पर लोग उनके रोल की तारीफ कर रहे हैं। दर्शक रितिका के किरदार की गहराई और परफॉर्मेंस से प्रभावित हुए हैं। रितिका नायक कौन हैं? टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, रितिका नायक दिल्ली की रहने वाली हैं। वह एक मिडिल क्लास ओड़िया परिवार में पैदा हुईं। उन्होंने अपनी पढ़ाई दिल्ली पुलिस पब्लिक स्कूल, सफदरजंग एंक्लेव से की है। बचपन में पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान था, लेकिन रितिका हमेशा क्रिएटिविटी में रुचि रखती थीं। इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, रितिका ने दिल्ली विश्वविद्यालय से पढ़ाई की है। रितिका के करियर की शुरुआत 2019 में हुई, जब कॉलेज के दिनों में उन्होंने मॉडलिंग प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेना शुरू किया और कई में जीत भी हासिल की। उन्होंने दिल्ली टाइम्स फ्रेश फेस सीजन 12 का खिताब जीतकर पहचान बनाई और बाद में मिस डिवा 2020 में फाइनलिस्ट बनीं। वहीं, रितिका ने एक्टिंग में कदम ‘अशोक वनमलो अर्जुन कल्याणम’ फिल्म से रखा। फिल्म में वसुधा के रोल के लिए उन्हें दर्शकों की तारीफ मिली और SIIMA अवॉर्ड में बेस्ट फीमेल डेब्यू – तेलुगु के लिए नॉमिनेशन भी मिला। इसके बाद वह नानी स्टारर ड्रामा फिल्म ‘हाई नन्ना’ में भी नजर आईं। अब ‘मिराई’ में उनका रोल एक विभा नाम की एक साध्वी का है। रितिका ने हाल ही में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “अर्जुन कल्याणम के बाद मैं एक मजबूत किरदार की तलाश में थी। ‘मिराई’ का रोल मुझे तुरंत पसंद आया। इस रोल में ऊर्जा और गहराई दोनों हैं।” रितिका नायक की एक्टिंग पर लोगों की प्रतिक्रिया सोशल मीडिया पर दर्शक रितिका की एक्टिंग को बहुत पसंद कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, रितिका नायक के लुक्स और एक्टिंग ने इंप्रेस किया है। वहीं, दूसरे यूज़र ने कहा, कल रात 'मिराई' देखी। तेजा सज्जा और मनोज कुमार मांचू की परफॉर्मेंस शानदार थी। रितिका नायक की परफॉर्मेंस बेहतरीन थी। नेटिजन्स उनके आने वाले प्रोजेक्ट्स को लेकर भी उत्साहित हैं। एक यूजर ने लिखा, “वह अलग-अलग जॉनर आजमाने का इरादा दिखा रही हैं। कनक राजू और गोपीचंद की पीरियडिकल फिल्म में उनका रोल देखने को मिलेगा।” रितिका नायक गूगल पर ट्रेंड कर रही हैं
एक्ट्रेस अंकिता लोखंडे के पति विक्की जैन अस्पताल में भर्ती हैं। उनके एक हाथ में पट्टी बंधी नजर आई तो वहीं दूसरे हाथ में ड्रिप लगी दिखाई दी। चेहरे पर सूजन भी है। विक्की जैन का यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। एक्टर समर्थ जुरेल ने सोशल मीडिया पर यह वीडियो शेयर करते हुए विक्की जैन के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना भी की। समर्थ जुरेल ने इंस्टाग्राम स्टोरी पर विक्की जैन का वीडियो शेयर किया। वीडियो में विक्की जैन के हाथ में पट्टी बंधी दिखाई दी और बाएं हाथ में ड्रिप लगी नजर आई। वीडियो में अंकिता लोखंडे भी नजर आईं। हालांकि अभी तक विक्की जैन के अस्पताल में भर्ती होने की वजह सामने नहीं आई है। अंकिता लोखंडे और विक्की जैन के फैंस भी विक्की के जल्द ठीक होने की कामना कर रहे हैं और उनके स्वास्थ्य के बारे में और अपडेट का इंतजार कर रहे हैं। बता दें कि अंकिता लोखंडे और विक्की जैन अब तक 3 रियलिटी शोज 'बिग बॉस 17', 'स्मार्ट जोड़ी' और 'लाफ्टर शेफ्स: अनलिमिटेड एंटरटेनमेंट', में साथ नजर आ चुके हैं। बिग बॉस में उनके रिश्ते ने खूब सुर्खियां बटोरी थी। अंकिता लोखंडे और विक्की जैन ने 2021 में शादी की थी। शादी से पहले उन्होंने करीब 3 साल तक डेट किया था और 2018 में अपने रिश्ते को ऑफिशियल किया था उनकी मुलाकात एक कॉमन फ्रेंड के जरिए हुई थी।
‘लव इन वियतनाम’ भारत-वियतनाम की साझेदारी में बनी एक रोमांटिक ड्रामा है, जिसका निर्देशन राहत काजमी ने किया है। यह फिल्म खूबसूरत लोकेशन्स, संगीत और क्रॉस-कल्चरल प्रेम की कहानी पेश करती है, लेकिन कहानी की गहराई और पात्रों का विकास कुछ जगहों पर कमजोर है। फिल्म की कहानी मानव (शांतनु महेश्वरी) पंजाब का युवक है, जो अपनी संगीत की चाहत और परिवार की उम्मीदों के बीच फंसा हुआ है। उसकी बचपन की दोस्त सिम्मी (अवनीत कौर) हमेशा उसके साथ रहती है, लेकिन मानव की जिंदगी बदल जाती है जब वह वियतनाम जाता है और वहां पेंटिंग में दिखी लड़की लिन्ह (खा नगान) से टकराता है। लिन्ह रहस्यमयी तरीके से उसकी जिंदगी में आती है और फिर गायब हो जाती है। मानव का दिल सिम्मी और लिन्ह के बीच उलझ जाता है और यहीं से शुरू होता है प्रेम, दर्द और तलाश का सिलसिला। फिल्म में एक्टिंग शांतनु महेश्वरी (मानव) – ईमानदार और सहज अभिनय, पर कुछ भावुक दृश्यों में गहराई की कमी दिखती है। अवनीत कौर (सिम्मी) – मासूमियत और समर्पण का अच्छा संतुलन; दूसरे हिस्से में उनका दर्दभरा अभिनय असर डालता है। खा नगान (लिन्ह) – रहस्यमयी और आकर्षक स्क्रीन उपस्थिति, लेकिन पटकथा उन्हें पूरी तरह निखार नहीं पाती। फिल्म का डायरेक्शन और तकनीकी पक्ष अच्छाइयां – वियतनाम के खूबसूरत सीन्स और लोकेशन्स कैमरे में शानदार कैद हुए हैं। फिल्म की सिनेमैटोग्राफी पोस्टकार्ड जैसी लगती है। संगीत (‘फकीरा’, ‘बड़े दिन हुए’) फिल्म को भावनात्मक रंग देता है। कमियां – कहानी कई जगह अनुमानित है, पहला हिस्सा धीमा चलता है और क्लाइमैक्स जल्दबाजी में खत्म होता महसूस होता है। कुछ सहायक पात्र अधूरे लगते हैं। क्यों देखें फिल्म: -रोमांटिक फिल्मों के शौकीन हैं। -खूबसूरत लोकेशन्स और सोलफुल म्यूजिक पसंद करते हैं। -वियतनाम की संस्कृति और प्राकृतिक खूबसूरती बड़े पर्दे पर देखना चाहते हैं। क्यों ना देखें फिल्म: अगर आपको गहराई वाली कहानी, दमदार किरदार और तेज रफ्तार नरेटिव चाहिए। कुल मिलाकर ‘लव इन वियतनाम’ देखने लायक है, मगर कमियों के साथ। यह दिल को छू लेने वाले संगीत और पोस्टकार्ड-जैसे दृश्यों के लिए जरूर देखी जा सकती है, लेकिन मजबूत कहानी और भावनाओं की गहराई चाहने वाले दर्शकों को यह फिल्म अधूरी लगेगी।
फिल्म 'दिलवाले' का गाना 'गेरुआ' बॉलीवुड के सबसे खूबसूरत गानों में गिना जाता है। हाल ही में फिल्ममेकर फराह खान ने बताया कि इस गाने में करीब 7 करोड़ रुपए खर्च हुए थे। अपने नए व्लॉग में फराह खान दिल्ली गई थीं। उनके साथ उनके कुक दिलीप भी थे। दोनों ने यहां बिजनेसमैन अशनीर ग्रोवर और उनकी पत्नी माधुरी से मुलाकात की। बातचीत के दौरान ग्रोवर कपल ने बताया कि वे हाल ही में आइसलैंड घूमकर आए हैं। माधुरी ने कहा कि वे अपनी एक छुट्टी की फोटो के लिए कोई हिंदी गाना ढूंढ रहे थे। तभी फराह को 'दिलवाले' का मशहूर गाना 'गेरुआ' याद आया। बातचीत में जब फराह ने बजट का जिक्र किया तो अशनीर और माधुरी हैरान रह गए। फराह ने कहा, आइसलैंड बहुत महंगा है। हमने वहां सिर्फ दो लोगों के साथ वह गाना शूट किया। सिर्फ उस एक गाने पर 7 करोड़ रुपये खर्च हुए, क्योंकि आइसलैंड सबसे महंगी जगह है। बता दें कि 'दिलवाले' साल 2015 में रिलीज हुई थी। फिल्म का डायरेक्शन रोहित शेट्टी ने किया था और इसे गौरी खान और रोहित शेट्टी ने मिलकर प्रोड्यूस किया था। इसमें शाहरुख खान, काजोल, वरुण धवन और कृति सेनन मुख्य भूमिकाओं में थे। फिल्म ने दुनियाभर में 376 करोड़ रुपए से ज्यादा की कमाई की थी और कई अवॉर्ड्स के लिए नॉमिनेट भी हुई थी।
बिग बॉस कंटेस्टेंट तान्या मित्तल के कथित एक्स बॉयफ्रेंड और यूट्यूबर बलराज सिंह को गिरफ्तार किया गया है। शुक्रवार को टेली मसाला की रिपोर्ट में बताया कि मुंबई एयरपोर्ट पर बलराज की गिरफ्तारी हुई। हालांकि, उन्हें कब गिरफ्तार किया गया और उनकी गिरफ्तारी का कारण क्या था, इस बारे में रिपोर्ट में जानकारी नहीं दी गई है। कौन हैं बलराज सिंह? बलराज एक सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर हैं। इंस्टाग्राम पर बलराज के 26 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। इसके अलावा, उनके यूट्यूब चैनल बलराज सिंह एंटरटेनमेंट के 82 हजार से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं। बता दें कि तान्या मित्तल के बिग बॉस हाउस में जाने के बाद से बलराज लगातार उन पर बयान दे रहे हैं। उन्होंने तान्या को 'फेक' कहा और आरोप लगाया था कि वह खुद को अमीर और पावरफुल दिखाती हैं, जबकि सच्चाई अलग है। बलराज ने तान्या मित्तल का एक्स बॉयफ्रेंड होने का दावा किया था, लेकिन तान्या ने बलराज के साथ अपने रिश्ते पर कभी सीधे तौर पर कुछ नहीं कहा। बलराज ने कहा था कि तान्या से उनकी ज्यादा समय तक नहीं चल पाई क्योंकि उन्हें फेक लोग बिल्कुल पसंद नहीं। बलराज के अनुसार, तान्या अक्सर दिखावे की बातें करती हैं। उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा था कि वह चांदी के बर्तनों में पानी पीने और सोने की थाली में खाना खाने जैसी बातें करती हैं, जबकि असल में साधारण बोतल और गिलास से भी पानी पीती रही हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि एक तरफ वह स्प्रिचुअलिटी की बातें करती हैं और दूसरी तरफ 4 बॉयफ्रेंड बनाने की बात करती हैं। तान्या स्टाफ के साथ अच्छा व्यवहार नहीं करतीं: बलराज बलराज ने कहा था कि तान्या अपने स्टाफ के साथ अच्छा व्यवहार नहीं करतीं हैं और अपनी इमेज बनाने के लिए दिखावे का सहारा लेती हैं। कानूनी नोटिस का मामला बलराज ने तान्या की टीम को लीगल नोटिस भी भेजा था। उनका आरोप था कि तान्या ने उनकी पुरानी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किए और उन पर रोमांटिक गाने डाले। उन्होंने कहा था कि यह सब उनकी मंजूरी के बिना किया गया। टाइम्स नाउ से बातचीत में बलराज ने कहा था, वे मेरे वीडियो मेरी इजाजत के बिना इस्तेमाल नहीं कर सकते। इन पोस्ट से यह दिखाया गया कि हमारा रिश्ता अलग तरह का था। मैं मानहानि का केस कर सकता था, लेकिन अभी सिर्फ नोटिस दिया है।