सिंगर और रैपर बादशाह ने उन आरोपों का खंडन किया है, जिसमें कहा गया था कि ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने के कारण गुरुग्राम ट्रैफिक पुलिस ने उन पर और उनकी टीम पर 15,500 रुपये का जुर्माना लगाया था। बादशाह ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर एक पोस्ट शेयर किया, जिसमें उन्होंने लिखा, ‘भाई, थार तो मेरे पास है ही नहीं, ना मैं उस दिन ड्राइव कर रहा था। मुझे व्हाइट वेलफायर में ले जाया जा रहा था और हम हमेशा जिम्मेदारी से गाड़ी चलाते हैं, चाहे गाड़ियां हो या गेम।’ बादशाह की टीम का ऑफिशियल स्टेटमेंटइसके अलावा, बादशाह की टीम ने मंगलवार रात एक ऑफिशियल स्टेटमेंट भी जारी किया। उन्होंने कहा कि कुछ रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा है कि 15 दिसंबर को दिल्ली एनसीआर में करण औजला के कॉन्सर्ट के बाद बादशाह ने ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन किया और गलत दिशा में गाड़ी चलाई। इस पर हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि ये सभी आरोप पूरी तरह से झूठे हैं। टीम ने कहा कि बादशाह और उनकी टीम के किसी भी वाहन पर कोई जुर्माना नहीं लगाया गया। वे पूरी जांच में सहयोग कर रहे हैं और सच्चाई जल्द ही सामने आ जाएगी। जानें पूरा मामला?बादशाह रविवार (15 दिसंबर) को गुरुग्राम में सेक्टर-68 में करण औजला के कॉन्सर्ट में आए थे। इस दौरान उनके काफिले में शामिल गाड़ियों को रॉन्ग साइड से ले जाया जा रहा था। इसके बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लोगों ने सवाल उठाए थे। वहीं, जब पोस्ट वायरल हुई तो पुलिस ने एक्शन लिया था। पानीपत के युवक के नाम पर रजिस्टर्ड है थारगुरुग्राम ट्रैफिक पुलिस ने 16 दिसंबर को थार गाड़ी का 15 हजार 500 रुपए का चालान किया था। इसके अलावा CCTV फुटेज भी कब्जे में ले ली थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, बादशाह जिस काले रंग की थार गाड़ी में सवार थे, वह पानीपत के एक युवक के नाम पर रजिस्टर्ड है।
बिग बॉस फेम पवित्रा पुनिया और एजाज खान इन दिनों अपने रिश्ते को लेकर सुर्खियों में हैं। एक्ट्रेस के इंटरव्यू के बाद सोशल मीडिया पर यूजर्स सवाल उठा रहे हैं कि क्या दोनों के ब्रेकअप की वजह पवित्रा पर धर्म परिवर्तन का दबाव डालना था। अब इस मामले में एजाज ने चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा कि उनके रिश्ते में कभी भी धर्म को लेकर कोई मुद्दा नहीं था। एजाज के प्रवक्ता ने बताया कि एक्टर के पिता को उनके दोस्तों से फोन आ रहे हैं, जिसमें पूछा जा रहा है कि क्या उनके बेटे ने अपनी गर्लफ्रेंड (पवित्रा पुनिया) से इस्लाम अपनाने के लिए कहा था। इन सभी सवालों से वह काफी दुखी हैं, क्योंकि जब उन्हें एजाज और पवित्रा के रिश्ते के बारे में पता चला था, तो वह बहुत खुश थे। एजाज के प्रवक्ता ने अपने आधिकारिक बयान में यह भी कहा कि उनके रिश्ते में कभी भी धर्म का कोई मुद्दा नहीं था और अब इसे बिना वजह घसीटा जा रहा है, जबकि उनका रिश्ता पहले ही खत्म हो चुका है। प्रवक्ता ने बताया कि पवित्रा पुनिया की बातों को गलत तरीके से पेश किया गया है, ताकि एजाज खान को बुरा दिखाया जा सके, जबकि इंटरव्यू में पवित्रा ने धर्म परिवर्तन की बात को नकारा है। लेकिन अब, केवल धर्म परिवर्तन वाला हिस्सा ही लोग देख रहे हैं। बाकी चीजों पर गौर नहीं किया जा रहा है। बता दें, टेली मसाला के साथ एक इंटरव्यू में पवित्रा पुनिया ने उन खबरों के बारे में बात की थी, जिनमें कहा गया था कि धर्म को लेकर दोनों का ब्रेकअप हो गया था। एक्ट्रेस ने इन सभी खबरों को गलत बताया और कहा था, ‘असल में मेरा परिवार खुश था। उन्हें लगता था कि इस इंडस्ट्री में जात-पात का कोई फर्क नहीं पड़ता। लेकिन मैंने रिश्ते की शुरुआत में ही एजाज से साफ कहा था कि मैं अपना धर्म परिवर्तन नहीं करूंगी।’ 'बिग बॉस 14' में नजर आए थे एजाज-पवित्रा साल 2020 में आए 'बिग बॉस 14' शो में एजाज खान और पवित्रा पुनिया बतौर कंटेस्टेंट नजर आए थे। शो की शुरुआत में दोनों एक दूसरे से नाराज रहते थे। लेकिन कुछ हफ्तों बाद ही दोनों की दोस्ती हो गई थी। एजाज खान और पवित्रा पुनिया की रोमांटिक केमिस्ट्री दर्शकों को भी खूब पसंद आई थी। बिग बॉस शो से बाहर निकलने के बाद से ही पवित्रा पुनिया और एजाज खान अक्सर साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड करते नजर आते थे। यहां तक कि दोनों राहुल वैद्य और दिशा परमार की शादी में भी साथ पहुंचे थे। एजाज ने अपने भतीजे के जन्मदिन पर भी पवित्रा को अपने परिवार से मिलवाया था।
मुकेश खन्ना ने सोनाक्षी सिन्हा के जवाब पर अब अपना रिएक्शन दिया है। उन्होंने कहा कि उनका कोई गलत इरादा नहीं था, बल्कि एक्ट्रेस के पिता शत्रुघ्न सिन्हा के साथ उनके बहुत अच्छे रिश्ते हैं। दरअसल, एक्टर ने रामायण में भगवान हनुमान से जुड़े सवाल का जवाब ना देने पर एक्ट्रेस की परवरिश पर सवाल उठाए थे, जिसके बाद सोनाक्षी ने सोशल मीडिया पर एक लंबा नोट लिखकर मुकेश खन्ना को जवाब दिया था। न्यूज 18 के साथ बातचीत में मुकेश खन्ना ने कहा, ‘मैं इस बात से हैरान हूं कि सोनाक्षी को जवाब देने में इतना समय लगा। मुझे पता था कि मैं केबीसी शो में हुए उस वाकये का जिक्र करके उनका नाम लेकर उन्हें नाराज कर रहा था, लेकिन मेरा उन्हें या उनके पिता, जो मेरे सीनियर हैं, को बदनाम करने का कोई इरादा नहीं था। मेरे उनके साथ बहुत अच्छे रिश्ते हैं।’ मुकेश खन्ना ने कहा, ‘मेरा इरादा सिर्फ और सिर्फ आज की पीढ़ी पर अपनी राय देना था, जिसे इन दिनों लोग 'Gen Z' कहते हैं, जो आज की गूगल दुनिया और मोबाइल फोन की गुलाम बन गई है। उनका ज्ञान विकिपीडिया और यूट्यूब जैसे प्लेटफार्मों पर लोगों से इंटरैक्ट करने तक ही सीमित रह गया है। मैंने बस अपनी बात रखने के लिए सोनाक्षी सिन्हा का उदाहरण दिया, जो एक जानी-मानी हस्ती हैं।’ जानें क्या है पूरा मामला?दरअसल, साल 2019 में कौन बनेगा करोड़पति शो में सोनाक्षी सिन्हा से सवाल पूछा गया था कि भगवान हनुमान किसके लिए संजीवनी बूटी लाए थे? जिसका जवाब सोनाक्षी नहीं दे पाई थीं। इसके बाद उन्हें सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल भी किया गया था। मुकेश खन्ना ने सिद्धार्थ कन्नन से बातचीत में कहा था कि उन्हें लगता है कि आजकल के बच्चों को काफी गाइडेंस की जरूरत है। नई पीढ़ी के बच्चे भटक रहे हैं। गर्लफ्रेंड- बॉयफ्रेंड के साथ घूमते रहते हैं। आज के बच्चे इंटरनेट के कारण भटक रहे हैं। उन्हें अपने दादा-दादी के नाम भी याद नहीं रहते। एक लड़की को तो ये भी नहीं पता था कि भगवान हनुमान किसके लिए संजीवनी बूटी लाए थे। जबकि वो लड़की शत्रुघ्न सिन्हा की बेटी है। इसके बाद सोनाक्षी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक लंबा नोट लिखा और मुकेश खन्ना पर पलटवार किया था। उन्होंने कहा था कि 'अगली बार अगर मेरी परवरिश पर सवाल उठाए तो याद रखें उसी परवरिश के कारण आज मैंने आपको सम्मान से जवाब दिया है।' --------------- इससे जुड़ी खबरें पढ़ें.. 1. मुकेश खन्ना ने सोनाक्षी की परवरिश पर उठाए सवाल:कहा- रामायण के बारे में भी नहीं जानती एक्ट्रेस, अधूरे ज्ञान के लिए माता-पिता जिम्मेदार एक्टर मुकेश खन्ना अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहते हैं। एक्टर ने हाल ही में सोनाक्षी सिन्हा और शत्रुघ्न सिन्हा पर तंज कसा। उन्होंने सोनाक्षी को रामायण की जानकारी न होने के लिए एक्ट्रेस के पिता शत्रुघ्न सिन्हा को जिम्मेदार ठहराया। पूरी खबर पढ़ें.. 2. परवरिश पर उठाए सवाल तो मुकेश खन्ना पर भड़कीं सोनाक्षी:बोलीं- पिता के संस्कारों के कारण सम्मान से जवाब दिया सोनाक्षी सिन्हा ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक लंबा नोट लिखा है। इसके जरिए उन्होंने शक्तिमान फेम मुकेश खन्ना के उस बयान का जवाब दिया। पूरी खबर पढ़ें..
पांच बार के ग्रैमी पुरस्कार विजेता विश्वविख्यात तबला वादक जाकिर हुसैन का शनिवार को अमेरिका में 73 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। दिग्गज शायर और गायक तलत अजीज उनके बेहद करीबी थे। तलत अजीज ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत में जाकिर हुसैन के बारे में बात की। पेश हैं प्रमुख अंश .. जाकिर हुसैन का पार्थिव शरीर इंडिया लाया जाएगा या उनका अंतिम संस्कार अमेरिका में ही होगा? उनकी पत्नी वहीं हैं। वैसे वह इटैलियन मूल की हैं, लेकिन अमेरिका ही रहती हैं। उनकी ख्वाहिश थी कि जाकिर हुसैन साहब का अंतिम संस्कार वहीं किया जाए। उनकी दो बेटियां हैं, लेकिन वे म्यूजिक फील्ड से नहीं हैं। आपकी हाल में जाकिर हुसैन साहब से मुलाकात कब हुई थी? एक कार्यक्रम के दौरान 6 महीने पहले मुलाकात हुई थी। उस समय उनकी सेहत ठीक नहीं थी। मास्क पहन कर आए थे और दुबले भी हो गए थे। मैंने पूछा तो बोले, ‘भाई संभालना पड़ता है, कोविड की वजह से अभी तक पूरी तरह से ठीक नहीं हो पाया हूं। उन्हें हार्ट का प्रॉब्लम दो साल पहले से ही था। अभी दो हफ्ते से आईसीयू में थे। फेफड़ों में तकलीफ हो गई थी। वो हर साल अक्टूबर में इंडिया आते थे और वह मार्च तक यही रहते थे। जाकिर हुसैन साहब के साथ आप अक्सर कार्यक्रम में भाग लेते थे, उससे जुड़ी कुछ खास यादें, जो आप शेयर करना चाहें? 80 के दशक में हम साथ में जब बनारस जाते थे। वहां की एक याद शेयर करना चाहूंगा। एक दिन हमारा BHU में कार्यक्रम था। उस कार्यक्रम में पंडित किशन महाराज जी बैठे थे। उन्होंने कहा था कि बनारस बहुत गुणी लोगों का शहर है। वहां संगीत सुनने वाले बहुत कमाल के लोग हैं। आज आपने वाकई कमाल कर दिया। पंडित रविशंकर साहब और अल्ला रक्खा खान साहब ने इंडियन म्यूजिक को जहां तक पहुंचाया, जाकिर भाई उसे और आगे दुनिया के मंच पर लेकर गए। अमेरिका प्रवास के दौरान की कुछ खास यादें? 2002 में अमेरिका टूर पर गया था। जाकिर साहब मिलने आए और अपने घर पर लेकर गए। उनकी वाइफ के साथ इटालियन रेस्टोरेंट में गए, जहां हमने खाना खाया। वहां से वो मुझे खुद अपनी गाड़ी से मेरे होटल तक छोड़ने आए।
आमिर खान ने हाल ही में एक्स वाइफ किरण राव के बारे में बात की है। वे खुद को खुशकिस्मत मानते हैं कि किरण उनकी लाइफ में आईं। BBC न्यूज इंडिया को दिए इंटरव्यू में आमिर ने किरण राव के बारे में कहा- मैं बहुत आभारी और भाग्यशाली महसूस करता हूं कि किरण मेरी जिंदगी में आईं। हमने 16 खूबसूरत साल एक साथ बिताए हैं। मुझसे उनसे बहुत कुछ सीखने को मिला है। वे एक अद्भुत इंसान हैं। वे एक महान डायरेक्टर भी हैं। आमिर ने कहा- किरण एक ईमानदार डायरेक्टर हैं आमिर ने यह भी बताया कि उन्होंने फिल्म लापता लेडीज के डायरेक्शन के लिए किरण राव को क्यों चुना। उन्होंने कहा- जब मैंने स्क्रिप्ट पढ़ी, तो मेरे दिमाग में सबसे पहला नाम किरण का आया क्योंकि मुझे लगता है कि वो एक ईमानदार डायरेक्टर हैं। यह एक नाटकीय कहानी है और मुझे एक ऐसे डायरेक्टर की जरूरत थी जो इसे बहुत ईमानदारी से कहे। एक बार जब वह किसी स्क्रिप्ट या फिल्म की जिम्मेदारी ले लेती हैं, तो वह उसमें अपना सब कुछ झोंक देती हैं। मुझे पता है कि फिल्म के लिए जो भी जरूरी है, उसे पूरा करने के लिए मैं उन पर निर्भर रह सकता हूं। ‘हम एक-दूसरे से प्यार करते हैं, सम्मान करते हैं’ तलाक के बावजूद आमिर खान और किरण राव अच्छा बॉन्ड शेयर करते हैं। इस पर एक्टर ने कहा- इसमें कोई सीक्रेट नहीं है। वह एक अच्छी इंसान हैं और मैं भी उतना बुरा नहीं हूं। इस वजह से हमारे बीच बहुत अच्छी बनती है। हम एक-दूसरे से बहुत प्यार करते हैं। हम एक-दूसरे का सम्मान करते हैं। हो सकता है कि हमारे रिश्ते में थोड़ा बदलाव आया हो, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम एक-दूसरे के लिए जो महसूस करते हैं, वह कम हो गया है। शादी के 16 साल बाद आमिर खान-किरण राव हुए अलग आमिर खान और किरण राव ने शादी के 16 साल बाद 2021 में तलाक लेने की अनाउंसमेंट की थी। उनका एक बेटा है, जिसका जन्म 2011 में सरोगेसी के जरिए हुआ था।
नवाजुद्दीन सिद्दीकी ऐसे एक्टर हैं, जो बॉलीवुड के तीनों खान के साथ काम कर चुके हैं। हाल ही में म्यूजिक वीडियो ‘यंता’ की लॉन्चिंग पर एक्टर ने बॉलीवुड के तीनों खान के साथ काम करने का अपना अनुभव शेयर किया। उन्होंने कहा कि शाहरुख खान कमाल के मिमिक्री आर्टिस्ट हैं। फिल्म ‘रईस’ की शूटिंग के दौरान जब उन्होंने प्रोड्यूसर- डायरेक्टर विधु विनोद चोपड़ा की कॉपी की, तो लगा कि विधु विनोद चोपड़ा आ गए। दैनिक भास्कर से खास बातचीत के दौरान नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने और क्या कहा? पढ़िए बातचीत के कुछ खास अंश… म्यूजिक वीडियो ‘यंता’ में पहली बार आप डांस करते दिखाई दे रहे हैं। डांस को लेकर किस तरह की तैयारियां करनी पड़ी? देखिए, मैं तो डांसर बिल्कुल भी नहीं हूं। गाने की शूटिंग से पहले कोरियोग्राफर अमित सियाल ने कुछ स्टेप्स सीखा दिए थे। जब सेट पर पहुंचा तो सब कुछ भूल गया। शूटिंग के समय कोरियोग्राफर और को-एक्टर और सिंगर रेणुका पंवार का सपोर्ट सिस्टम अच्छा था। मुझसे किसी तरह से डांस हो गया। यह पहला ऐसा मौका था जब शूटिंग के दौरान मैंने डांस को एन्जॉय किया। ‘यंता’ का मतलब ही मौज मस्ती होता है। इस म्यूजिक वीडियो में भी मौज मस्ती भरा डांस है। बॉलीवुड में आप किसे अच्छा डांसर मानते हैं? मेरी नजर में अमिताभ बच्चन और गोविंदा बहुत अच्छे डांसर हैं। इनके डांस की खासियात यह रही है कि ये लोग ऐसा डांस करते हैं, जिसे देखकर मैं भी डांस कर सकता हूं। बॉलीवुड में और भी अच्छे डांसर हैं, लेकिन उनके जैसा मैं डांस नहीं कर सकता, इसलिए उनमें मुझे कोई भी दिलचस्पी नहीं है। बिजी समय में म्यूजिक वीडियो के लिए समय कैसे निकाल पाते हैं? जब पहली बार मैंने ‘यंता’ का सॉन्ग सुना तो खुद को रोक ही नहीं पाया। यह बहुत ही रिदमिक सॉन्ग है। म्यूजिक को लोग लंबे समय तक याद रखते हैं। म्यूजिक को जितने करोड़ों व्यूज मिलते हैं। उतना लोग फिल्म नहीं देखते हैं। पहले के बड़े स्टार्स को देखिए, तो उनको आगे बढ़ाने में म्यूजिक का बहुत बड़ा कंट्रीब्यूशन रहा है। देव आनंद और दिलीप कुमार साहब को जब याद करते हैं, तो उनकी फिल्मों से पहले उन पर फिल्माए गीत याद आते हैं। देव आनंद और दिलीप कुमार पर फिल्माए गीत जब बजते थे, पता चला चलता था कि किस सिंगर ने आवाज दी होगी। आज की तारीख में आप की आवाज कौन सिंगर बन सकता है? अब वक्त काफी बदल गया है। यह बदलाव शायद आज के म्यूजिशियन और सिंगर्स की वजह से हुआ है। आज इस बात पर लोगों का फोकस नहीं है कि किस स्टार्स पर किस सिंगर्स की आवाज फिट बैठ सकती है। आज सिंगर्स अपनी आवाज के लिए जाने जाते हैं। आप दिलजीत दोसांझ को ही देख लीजिए, वे अपनी आवाज के लिए पहचाने जाते हैं। उनकी बहुत ही तगड़ी फैन फॉलोइंग है। अगर आपको गाने का मौका मिले तो गाएंगे? मैं बहुत खराब सिंगर हूं। मैं बिल्कुल नहीं गा सकता। मैं कान का बहुत अच्छा हूं, अच्छे गाने सुनता हूं। मुझे हर तरह के गाने सुनने पसंद हैं। किसी की आवाज में अगर कशिश होती है, तो वह अपनी ओर मुझे खींच लेती है। वैसे तो सारे सिंगर एक सुर में ही होते हैं, लेकिन कुछेक की गायिकी में एक अलग तरह का फ्लेवर होता है। आप ऐसे एक्टर हैं, जो बॉलीवुड के तीनों खान के साथ काम कर चुके हैं। उनसे जुड़े कुछ खास किस्से शेयर करें। शुरू आमिर खान से करते हैं? मैंने आमिर खान के साथ पहली फिल्म ‘सरफरोश’ की थी। इसके बाद उन्होंने फिल्म ‘पीपली लाइव’ प्रोड्यूस की थी। उस फिल्म का सब्जेक्ट बहुत ही आर्टिस्टिक था। उस समय वैसे सब्जेक्ट पर कोई हाथ नहीं लगाता, लेकिन आमिर साहब ने उस फिल्म को प्रोड्यूस की। वह हमारे लिए बहुत बड़ी बात थी। उनकी सबसे खास बात यह है कि उन्हें स्क्रिप्ट की बहुत अच्छी सेंस है कि किस तरह की ऑडियन्स फिल्म को देखेगी। शाहरुख और सलमान खान के बारे में क्या कहना चाहेंगे? शाहरुख खान साहब की खास बात यह है कि शूटिंग से पहले बहुत रिहर्सल करते हैं। वो बहुत ही मेहनती एक्टर हैं। सलमान भाई के साथ काम करके बहुत मजा आता है। वो समाने से अपना डायलॉग मुझे बोलने के लिए दे देते थे। शाहरुख खान के साथ शूटिंग के दौरान का कोई खास किस्सा? हम लोग गुजरात में फिल्म ‘रईस’ की शूटिंग कर रहे थे। रात में हम लोग एक बार बैठे थे। वो विधु विनोद चोपड़ा की बहुत अच्छी नकल करते हैं। वो कमाल के मिमिक्री आर्टिस्ट हैं। जब उन्होंने विधु विनोद चोपड़ा की नकल की ,मुझे लगा कि वे सामने से आ रहे हैं।
20 दिसंबर को बाप-बेटे के रिश्ते पर आधारित फिल्म वनवास रिलीज होगी। इसका डायरेक्शन अनिल शर्मा ने किया है। अनिल ने ही पिछले साल गदर-2 जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्म बनाई थी। फिल्म वनवास में नाना पाटेकर और अनिल के बेटे एक्टर उत्कर्ष शर्मा लीड रोल में हैं। फिल्म की रिलीज से पहले अनिल शर्मा और उत्कर्ष शर्मा ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत की है। डायरेक्टर अनिल शर्मा ने कहा कि उन्होंने फिल्म ‘अपने’ बनाई थी। फिल्म का टाटइल ट्रैक था- अपने तो अपने होते हैं। आज इतने साल बाद वनवास बनाई है। फिल्म के ट्रेलर में दिखाया गया कि कैसे अपने ही अपनों को वनवास भेज देते हैं। अनिल ने कहा कि फिल्म ‘अपने’ से ‘वनवास’ बनाने के सफर में समाज की प्रवृत्ति कितनी बदल गई। सवाल- अनिल जी, आपको अपनी फिल्म के लिए नाना पाटेकर ही क्यों चाहिए थे?जवाब- मुझे इस फिल्म के लिए ऐसा कैरेक्टर चाहिए था, जिसे जीवन जीने का अनुभव हो। कैरेक्टर बहुत कॉम्प्लेक्स था, इसके लिए मुझे नाना सर से बेहतर कोई नहीं लगा। किरदार को निभाना नहीं, बल्कि उसे जीना था। नाना सर ने अपने पूरे करियर में किरदारों को जिया है, न कि निभाया है। मैं दावे से कह सकता हूं कि इस फिल्म को देखने के बाद आज की जेनरेशन हतप्रभ हो जाएगी। उन्हें यह देखकर बहुत अच्छा लगेगा कि नाना सर जैसा व्यक्तित्व हमारे बीच है। सवाल- उत्कर्ष, आपने बचपन से ही बड़े कलाकारों के साथ काम किया है, अब नाना के साथ का एक्सपीरियंस बताइए?जवाब- मैं अपने आप को लकी मानता हूं कि मुझे नाना सर के साथ काम करने का मौका मिला। इनसे मिलना मेरे लिए एक फैन बॉय वाला मोमेंट था। नाना सर हमेशा इस बात पर जोर देते हैं कि फिल्म के सारे एक्टर्स को अपना काम बेहतर करना चाहिए। वे बैटिंग पार्टनरशिप का उदाहरण देते हैं। नाना सर कहते हैं कि अगर पिच पर सिर्फ एक ही बैट्समैन सेंचुरी मारेगा और बाकी के सारे बल्लेबाज रन नहीं बनाएंगे तो टीम जीत नहीं पाएगी। सवाल- कहा जाता है कि नाना जी थोड़े सख्त मिजाज के हैं, तो उत्कर्ष आपको इनके साथ काम करने में डर नहीं लगा?जवाब- पता नहीं वे कौन लोग हैं, जो नाना सर को सख्त कहते हैं। मेरे साथ ऐसा कुछ नहीं हुआ। सेट पर हम दोनों फ्रेंड की तरह रहते थे। इस सवाल पर नाना ने भी जवाब देते हुए कहा- फिल्म के सेट पर उत्कर्ष के दो पिता थे। एक तो अनिल शर्मा और दूसरा मैं। ---------------- यह भी पढ़ें.. नाना पाटेकर बोले- कमाने से पहले पिता गुजरे, दवा का पैसा भी नहीं दे सका बातचीत के दौरान नाना पाटेकर थोड़े भावुक नजर आए। उन्होंने पिता से अपने रिश्ते पर बात की। नाना ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन में इतने पैसे कमाए, लेकिन पिता की मदद नहीं कर पाए। ऐसा इसलिए क्योंकि सफल होने के पहले ही उनके पिता गुजर गए थे। पूरी खबर पढ़ें..
फिल्म ‘लापता लेडीज’ 97वें ऑस्कर अवॉर्ड-2025 की रेस से बाहर हो गई है। यह फिल्म अंतिम 15 फिल्मों की सूची में शामिल नहीं हो पाई। एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज (AMPAS) ने बुधवार की सुबह यह ऐलान किया। हालांकि, ब्रिटिश-इंडियन डायरेक्टर संध्या की फिल्म ‘संतोष’ अंतिम 15 में जगह बनाने में कामयाब रही। फिल्म ब्रिटेन का प्रतिनिधित्व करेगी। फिल्म लापता लेडीज को फॉरेन कैटगरी में अवॉर्ड के लिए भेजा गया था। फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया ने 23 सितंबर को ऑस्कर 2025 में इसे भेजने का ऐलान किया था। इसको किरण राव ने डायरेक्ट किया था और आमिर खान प्रोडक्शन्स के बैनर तले बनाई गई थी। इसमें रवि किशन, स्पर्श श्रीवास्तव, प्रतिभा रांटा और नितांशी गोयल ने मुख्य भूमिका निभाई है। दरअसल, ऑस्कर अवॉर्ड के लिए नॉमिनेशन का ऐलान 17 जनवरी को किया जाएगा। 2 मार्च को ऑस्कर अवॉर्ड सेरेमनी होगी। इसी में विनर्स का ऐलान किया जाएगा। सैम बहादुर और सावरकर भी सिलेक्शन की दौड़ में थीं फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया सिलेक्शन कमेटी की 13 मेंबर वाली ज्यूरी ने भारत से 'लापता लेडीज' को चुना था। ऑस्कर नॉमिनेशन की रेस में हनु-मान, कल्कि 2898 AD, एनिमल, चंदू चैंपियन, सैम बहादुर, स्वातंत्र्य वीर सावरकर, गुड लक, घरत गणपति, मैदान, जोरम, कोट्टुकाली, जामा, अर्टिकल 370, अट्टम, आदुजीविथम और ऑल वी इमेजिन ऐज़ लाइट समेत कुल 29 फिल्में शामिल थी। लेकिन ज्यूरी ने फैसला लापता लेडीज के पक्ष में दिया। अब तक भारत की तरफ से ऑस्कर की फॉरेन फिल्म कैटेगरी में 3 फिल्में मदर इंडिया, सलाम बॉम्बे और लगान नॉमिनेट की जा चुकी हैं, लेकिन किसी को अवॉर्ड नहीं मिल सका। पूरी टीम के हार्डवर्क से मिला यह अचीवमेंट: किरण रावफिल्म की नॉमिनेशन के बाद डायरेक्टर किरण राव ने कहा था, 'मैं बेहद सम्मानित और खुशी महसूस कर रही हूं कि हमारी फिल्म ‘लापता लेडीज’ को ऑस्कर में भारत की तरफ से ऑफिशियल एंट्री के रूप में चुना गया। यह अचीवमेंट मेरी पूरी टीम के हार्डवर्क का रिजल्ट है, जिनके समर्पण और जुनून ने इस कहानी को जीवंत किया। मुझे उम्मीद है कि यह फिल्म दुनियाभर के दर्शकों को भी पसंद आएगी।' किरण ने ये भी कहा था, 'मैं सिलेक्शन कमेटी के उन सभी लोगों का धन्यवाद करती हूं, जिन्होंने इस फिल्म पर भरोसा किया। मैं आमिर खान प्रोडक्शंस और जियो स्टूडियोज की भी शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने इस फिल्म को सपोर्ट किया। अंत में अपनी ऑडियंस को थैंक्स कहना चाहूंगी, जिन्होंने इस फिल्म को इतना प्यार दिया।' 5 करोड़ में बनी लापता लेडीज ने 25 करोड़ कमाएफिल्म 'लापता लेडीज' इसी साल 1 मार्च को थिएटर्स में रिलीज हुई थी। इस फिल्म को आमिर की सेकेंड एक्स वाइफ किरण राव ने डायरेक्ट किया था। 5 करोड़ में बनी इस फिल्म ने भले ही बॉक्स ऑफिस पर लाइफटाइम 25 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया हो, पर इस फिल्म की क्रिटिक्स और पब्लिक दोनों ने ही जमकर तारीफ की थी। फिल्म की कहानी क्या है? फिल्म की कहानी एक ग्रामीण इलाके से शुरू होती है। गांव में शादियों का सीजन चल रहा है। दो युवक अपनी दुल्हनों को लेकर ट्रेन में चढ़ते हैं। दोनों दुल्हनों के चेहरे पर घूंघट है, जिसकी वजह से उनका चेहरा नहीं दिख रहा है। सफर खत्म होने के बाद दोनों दुल्हनें नीचे उतरती हैं और कहीं लापता हो जाती हैं। एक युवक ‘दीपक’ गलती से दूसरी दुल्हन ‘पुष्पा’ को अपने घर ले आता है। उसकी असल पत्नी ‘फूल’ वहीं स्टेशन पर ही रह जाती है। दुल्हन शायद घूंघट नहीं लगाती तो गायब नहीं होती। इस खबर से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... आप जब मुझे परफेक्शनिस्ट बुलाते हैं तो घरवाले हंसते हैं:‘लापता लेडीज’ पर बोले आमिर- यह हमारे बैनर की बेहतरीन फिल्मों में से एक आमिर खान इन दिनों अपनी अगली फिल्म ‘लापता लेडीज’ के प्रमोशन में बिजी हैं। इस फिल्म को उनकी सेकेंड एक्स वाइफ किरण राव ने डायरेक्ट किया है। वहीं, आमिर जो आमतौर पर किसी भी फिल्म पर आसानी से ऑन बोर्ड नहीं आते इस फिल्म के प्रोड्यूसर हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें... मूवी रिव्यू- लापता लेडीज:किरण राव का डायरेक्शन कमाल; कहानी में दम, स्टारकास्ट की एक्टिंग भी बेहतर आज हम किरण राव की डायरेक्शन वाली फिल्म लापता लेडीज का रिव्यू करेंगे। सामाजिक मुद्दे को उठाती इस फिल्म की लेंथ 2 घंटे 2 मिनट है। दैनिक भास्कर ने फिल्म को 5 में से 3.5 स्टार रेटिंग दी है। पूरी खबर यहां पढ़ें...
फिल्ममेकर एटली कुमार हाल ही में ‘द ग्रेट इंडियन कपिल शो’ में अपने नए प्रोडक्शन वेंचर ‘बेबी जॉन’ को प्रमोट करने के लिए पहुंचे थे। इसके बाद सोशल मीडिया पर काफी गुस्सा देखा गया। कुछ यूजर्स ने कपिल शर्मा पर एटली की अपीयरेंस को लेकर मजाक बनाने का आरोप लगाया। अब कपिल शर्मा ने इन आरोपों का पलटवार करते हुए कहा कि उन्होंने एटली का मजाक उड़ाने की कोशिश नहीं की। उन्होंने यूजर्स से इस एपिसोड को देखने और खुद फैसला करने की अपील की। कपिल ने एक सोशल मीडिया यूजर के पोस्ट का जवाब दिया, जिसमें लिखा था, 'कपिल शर्मा ने एटली के लुक्स का मजाक उड़ाया? एटली का जवाब एक बॉस की तरह: लुक्स से मत देखो, दिल से देखो। #Atlee #KapilSharma।' इस पोस्ट में एटली के बातचीत का वीडियो भी शेयर किया गया। जवाब में कपिल ने लिखा, 'प्रिय सर, बताएं कि इस वीडियो में मैंने लुक्स के बारे में कब और कहां बात की? सोशल मीडिया पर नफरत फैलाने की कोशिश मत कीजिए, धन्यवाद। (लोग खुद देखें और कोई ट्वीट फॉलो न करें, भेड़ की तरह)।' क्या है पूरा मामला? ‘द ग्रेट इंडियन कपिल शो’ के एक वीडियो में एटली और कपिल शर्मा के बीच बातचीत दिखी। इस बातचीत में कपिल एटली से पूछते हैं, 'एटली सर, आप इतने युवा हैं। इतनी बड़ी प्रोड्यूसर, डायरेक्टर कैसे बन गए? कभी ऐसा हुआ है कि किसी स्टार से पहली बार मिले और उसने कहा ‘एटली कहां है?’ इस पर एटली कहते हैं, 'आपकी बात समझ में आई। मैं इसे समझाने की कोशिश करूंगा। मैं AR मुरुगदास सर का बहुत शुक्रगुजार हूं। क्योंकि उन्होंने मेरी पहली फिल्म बनाई। उन्होंने स्क्रिप्ट मांगी, लेकिन उन्होंने मेरे लुक्स या मेरी क्षमता के बारे में सवाल नहीं किया। लेकिन उन्होंने मेरी कहानी पसंद की। हमें सिर्फ दिल से देखना चाहिए, लुक्स से नहीं।' ‘बेबी जॉन’ के साथ ‘वरुण धवन’, ‘वामीका गब्बी’ और ‘कीर्ति सुरेश’ भी इस एपिसोड में एटली के साथ दिखाई दिए। बता दें, एटली ने 2013 की तमिल फिल्म ‘राजा रानी’ से अपने निर्देशन की शुरुआत की, जिसमें अजय, जय, नयनतारा और नाजरिया नाजिम मुख्य भूमिका में थे। फिल्म का निर्माण AR मुरुगदास ने किया था। इसके बाद एटली ने ‘थेरी’, ‘मर्सल’, ‘बिगिल’, ‘जवान’ जैसी और भी फिल्में डायरेक्ट कीं।
बॉलीवुड अभिनेता और टीवी धारावाहिक महाभारत में धृतराष्ट्र की भूमिका निभाने वाले अभिनेता गिरिजा शंकर आज सचखंड गोल्डन टेंपल माथा टेकने पहुंचे। गिरिजा अपनी दो नई डाक्यूमेंट्री फिल्म की रिलीज़ के लिए आशीर्वाद लेने पहुंचे थे। टीवी एक्टर गिरिजा शंकर ने गुरु घर में अरदास की और कीर्तन श्रवण किया। उन्होंने कहा कि उन्होंने काफी समय से गुरु घर में हाजिरी नहीं लगाई थी। इसलिए आज हाजिरी लगाने आए हैं। उन्होंने कहा कि महाभारत सीरियल में धृतराष्ट्र का किरदार निभाया था। उन्होंने कहा कि उसके बाद कई अंग्रेजी बॉलीवुड फिल्में कीं और कई हिंदी फिल्में भी कीं। उन्होंने कहा कि दो डॉक्यूमेंट्री फिल्में बन चुकी हैं, जिनके लिए आज वह गुरु घर से आशीर्वाद लेने पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब एक बहुत अच्छा राज्य है और पंजाबी सभी से बहुत प्यार करते हैं। आने वाली फिल्म की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि यह पंजाब और पंजाबी संस्कृति पर बनी डाक्यूमेंट्री है। जिसमें पंजाब की वो झलक दिखाई गई है जो कि कहीं नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा कि पंजाब बेहद प्यारा और प्यार से भरा राज्य है जहां से लोग हमेशा नई यादं को समेटते हुए जाते हैं और फिर से नई यादें बनाने के लिए आते है।
सिंगर और एक्टर दिलजीत दोसांझ इन दिनों अपने म्यूजिकल टूर दिल-लुमिनाटी को लेकर सुर्खियों में हैं। इसी बीच वह अपने एक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर विवादों में घिर गए हैं। दरअसल, दिलजीत ने अपने हालिया पोस्ट में पंजाब की स्पेलिंग 'PANJAB' लिख दी थी, जिसके बाद उन्हें सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल किया गया। इस पर अब उन्होंने सफाई दी और कहा कितनी बार साबित करना पड़ेगा कि मैं भारत से प्यार करता हूं। दरअसल, दिलजीत दोसांझ का चंडीगढ़ में एक कॉन्सर्ट होने वाला था, जिसकी जानकारी उन्होंने सोशल मीडिया पर दी थी। लेकिन इस दौरान उन्होंने पंजाब की स्पेलिंग 'PANJAB' लिख दी, जिसके बाद विवाद छिड़ गया था। इस पर अब सिंगर ने सफाई देते हुए एक ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, 'अगर किसी एक ट्वीट में पंजाब के साथ झंडा लगाना रह गया तो साजिश। बेंगलुरु इवेंट के एक ट्वीट में मेंशन करना रह गया था तो विवाद छिड़ा। अगर पंजाब को 'Panjab' लिखा तो साजिश। पंजाब को चाहे 'Punjab' लिखें या 'Panjab', पंजाब तो हमेशा पंजाब ही रहेगा।' दिलजीत ने अपने ट्वीट में पंजाब का मतलब भी बताया और साथ ही कहा 'मैं तो भविष्य में भी पंजाबी में पंजाब लिखूंगा, तुम नहीं हटोगे मुझे पता है। लगे रहो.. अब कितनी बार साबित करना होगा कि हमें भारत से प्यार है। कोई नई बात करो यार, या फिर तुम्हें टास्क ही यही मिला है?' दिलजीत के इस पोस्ट पर कई फैंस अपना रिएक्शन दे रहे हैं। उन्होंने लिखा कि सिंगर को ट्रोलर्स को जवाब देने की जरूरत नहीं है। जबकि इसपर रिएक्टर करते हुए दिलजीत ने कहा, कोई परेशानी नहीं है। वरना ये लोग बार-बार ट्वीट करके झूठे दावों को सच में साबित कर देंगे। इस वजह से काउंडर करना बेहद जरूरी है। जानें कैसे शुरू हुआ था विवाद बता दें, सिंगर के पोस्ट पर विवाद तब छिड़ा जब सिंगर गुरु रंधावा ने भी एक पोस्ट किया और उन्होंने पंजाब की स्पेलिंग 'PUNJAB' लिखी, साथ ही भारत के राष्ट्रध्वज वाला इमोजी भी लगाया था। इसके अलावा गुरु रंधावा ने अपनी अगली पोस्ट में लोगों से एक साथ होने और देश का समर्थन करने की भी अपील की थी। उन्होंने लिखा था, 'मेरी मिट्टी, मेरा देश दुनिया का बेस्ट देश है। हालांकि, गुरु रंधावा ने अपनी इस पोस्ट में किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन लोगों का मानना है कि इस पोस्ट के जरिए उन्होंने दिलजीत दोसांझ पर निशाना साधा है। बता दें, 1947 में जब भारत और पाकिस्तान का बंटवारा हुआ था, उस दौरान पंजाब के भी दो हिस्से हुए थे। पाकिस्तान के हिस्से वाले पंजाब की स्पेलिंग इंग्लिश में 'PANJAB' लिखी जाती है, जबकि भारत में इसे 'PUNJAB' लिखते हैं। ------------- इससे जुड़ी खबर पढ़ें.. भारत में अब परफॉर्म नहीं करेंगे दिलजीत दोसांझ:बोले- कॉन्सर्ट के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर ठीक नहीं, जब तक प्रशासन उचित व्यवस्था नहीं करता, शो नहीं करूंगा सिंगर और एक्टर दिलजीत दोसांझ इन दिनों अपने म्यूजिकल टूर दिल-लुमिनाटी को लेकर सुर्खियों में हैं। हाल ही में उन्होंने चंडीगढ़ में परफॉर्म किया। शो के दौरान का सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वो कह रहे हैं कि भारत में अब परफॉर्म नहीं करेंगे। पूरी खबर पढ़ें..
पंजाबी सिंगर और एक्टर दिलजीत दोसांझ इन दिनों अपने म्यूजिकल टूर दिल-लुमिनाटी को लेकर सुर्खियों में हैं। हाल ही में उन्होंने चंडीगढ़ में परफॉर्म किया। शो के दौरान का सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वो कह रहे हैं कि अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर मिलने के बाद भी यहां पर प्रफॉर्म करेंगे। मगर सोशल मीडिया पर दावा किया गया था कि उक्त बात वह पूरे भारत के लिए कर रहे थे। आज दिलजीत दोसांझ ने एक स्पष्टीकरण जारी किया है। जिसमें उन्होंने कहा कि मैं सिर्फ चंडीगढ़ की बात कर रहा है, भारत की नहीं। दिलजीत ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा- नहीं, ये गलत है। मैंने कहा चंडीगढ़ में वेन्यू की दिक्कत थी। इसलिए जब तक चंडीगढ़ में सही वेन्यू नहीं मिलता, मैं यहां पर शो नहीं करूंगा। बस बात इतनी ही थी। हालांकि इस पोस्ट को 20 मिनट बाद ही डिलीट कर दिया गया। इंफ्रास्ट्रक्चर सुधाने के लिए शो में दिया था बयान दिलजीत दोसांझ ने बीते दिनों हुए चंडीगढ़ शो में कहा था कि जब तक सरकार में कॉन्सर्ट के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर सुधारती नहीं है, तब तक वहां कोई कॉन्सर्ट नहीं करेंगे। उन्होंने कॉन्सर्ट के दौरान खराब इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर अपनी निराशा जाहिर की थी। मगर सोशल मीडिया पर दिलजीत के इस बयान को पूरे भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ जोड़ कर देखा जाने लगा। जिसके चलते आज उन्हें अपने बयान पर स्पष्ट करण देना पड़ गया। जिसे बाद में डिलीट कर दिया। दिलजीत ने कहा था- परेशान करने के बजाए वेन्यू मैनेजमेंट करना चाहिए दरअसल, दिलजीत दोसांझ के शो में बड़े पैमाने पर लोगों की भीड़ जमा होती है। ऐसे में कई बार लोग हादसों का भी शिकार हो जाते हैं। निशाना कॉन्सर्ट को बनाया जाता है। दिलजीत ने कहा कि हमें परेशान करने की बजाय वेन्यू और मैनेजमेंट तय करना चाहिए। मैं संबंधित अधिकारियों से कहना चाहता हूं कि यहां में लाइव शो के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं है। यह बड़ी कमाई का स्रोत है, कई लोगों को काम मिलता है और वे यहां काम करने में सक्षम हैं। दिलजीत कहते हैं कि लाइव शो के हिसाब से उनका सेट डिजाइन नहीं किया गया। वे चाहते हैं कि उनका सेट बीच में हो और उनके फैंस उनके चारों तरफ हों। ऐसा नहीं होगा तब तक वे भारत में कॉन्सर्ट नहीं करेंगे। क्या था पूरा मामला.... बता दें कि चंडीगढ़ में दिलजीत दोसांझ के लाइव शो के दौरान दर्जनों लोगों ने मार्केट में स्थित ठेके से शराब खरीदकर खुले में पी और पुलिसकर्मी मूक दर्शक बने रहे। बड़े से लेकर छोटे मुलाजिम लाइव शो के दौरान ड्यूटी पर मौजूद थे। लेकिन किसी ने उन्हें शराब पीने से नहीं रोका। जबकि खुले में शराब पीने पर केस दर्ज कर गिरफ्तारी की जाती है। पुलिस कर्मियों का ध्यान केवल दिलजीत दोसांझ के कार्यक्रम पर था। कार्यक्रम के बाहर लोग नियमों को तोड़ते रहे। भारी संख्या में पुलिसकर्मी बाहर तैनात थे। लाइव शो के दौरान जमकर आतिशबाजी भी हुई, जबकि स्टेज के बिल्कुल पीछे पेट्रोल पंप था। ऐसे में कोई हादसा हो जाए तो कौन जिम्मेदार होता? यह तब हुआ जब खुद पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ड्यूटी पर मौजूद थे। देश के 10 बड़े शहरों में कॉन्सर्ट बता दें कि दिलजीत 26 अक्टूबर 2024 से पूरे भारत में टूर कर रहे हैं। उन्होंने अपने इस टूर को दिल-लुमिनाटी टूर नाम दिया है। इसके तहत उन्होंने अपना पहला शो दिल्ली में 26 अक्टूबर को किया था। इसके बाद हैदराबाद, अहमदाबाद, लखनऊ, पुणे, कोलकाता, बेंगलुरु और इंदौर में उन्होंने शो किया। अब 14 दिसंबर को चंडीगढ़ में उनका कॉन्सर्ट होने जा रहा है। इसके बाद 29 दिसंबर को गुवाहाटी में कॉन्सर्ट कर दिलजीत अपना टूर संपन्न करेंगे। उन्होंने देश के कुल 10 बड़े शहरों को अपने टूर के लिए चुना था।
मशहूर बॉलीवुड एक्टर संजय दत्त आज अमृतसर में दिखे। जहां वह मशहूर चाय की दुकान पर चाय पीने के बाद अपने फैंस से घिर हुए नजर आए। इस दौरान गाड़ी में बैठकर उन्होंने चाय की चुस्कियां ली। संजय दत्त के आने से भंडारी पुल पर भी फैंस का जमावड़ा हो गया। उन्होंने समोसे और कचोरी का सेवन भी किया। एक्टर संजय दत्त कल रात से अमृतसर में हैं। कल शाम की फ्लाइट से वो अमृतसर एयरपोर्ट पहुंचे, जहां से होटल जाने के बाद आज दिन में मशहूर चाय की दुकान पर दिखे। जहां उन्हें देखते ही न केवल दुकान के अंदर बैठे लोग बल्कि बाहर जा रहे फैंस भी उनसे मिलने के लिए लालायित रहे। जैसे ही संजय दत्त वहां से बाहर निकले तो लोग उनके साथ सेल्फी लेने के लिए भागे। संजय दत्त ने भी बेहद प्यार से लोगों के साथ समय बिताया। फिल्म धुरंधर की शूटिंग के लिए पहुंचे संजय दत्त आजकल अपनी नई फिल्म धुरंधर के लिए चर्चा में है जो वर्तमान में प्री-प्रोडक्शन में है। यह फिल्म मुंबई के अंडरवर्ल्ड के बारे में एक मल्टी-कास्ट प्रोजेक्ट है। फिल्म के लिए संजय दत्त के लुक को उनके किरदार के आधार पर विस्तृत किया जा रहा है। अभिनेता लुक टेस्ट से गुजर रहे हैं। संजय दत्त अपने स्कॉच व्हिस्की ब्रांड, द ग्लेनवॉक के लिए भी जाने जाते हैं, जिसे जून 2023 में लॉन्च किया गया था। संजय दत्त, रणवीर सिंह के साथ आने वाली अगली फिल्म एक अनाम जासूसी थ्रिलर फिल्म की शूटिंग के लिए पहुंचे हैं। इस फिल्म के निर्देशक आदित्य धर हैं। बताया जा रहा है कि फिल्म का नाम 'धुरंधर' है। जिसमें रणवीर सिंह, संजय दत्त, आर. माधवन, अक्षय खन्ना और अर्जुन रामपाल हैं। शेड्यूल से पहले रणवीर सिंह ने गोल्डन टेंपल में माथा टेका था, जबकि संजय दत्त का अभी तक गोल्डन टेंपल न शेड्यूल शेयर नहीं किया गया है।
सोनाक्षी सिन्हा ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक लंबा नोट लिखा है। इसके जरिए उन्होंने शक्तिमान फेम मुकेश खन्ना के उस बयान का जवाब दिया, जिसमें उन्होंने रामायण में भगवान हनुमान से जुड़े सवाल का जवाब ना देने पर एक्ट्रेस को ट्रोल किया था और उनकी परवरिश पर सवाल खड़े किए थे। सोनाक्षी ने कहा, 'अगली बार अगर मेरी परवरिश पर सवाल उठाए तो याद रखें उसी परवरिश के कारण आज मैंने आपको सम्मान से जवाब दिया है।' दरअसल, सोनाक्षी सिन्हा ने अपने इंस्टाग्राम स्टोरी पर एक नोट लिखा, 'मुकेश खन्ना सर जी, मैंने हाल ही में आपका एक बयान पढ़ा, जिसमें रामायण से जुड़े सवाल का जवाब नहीं देने पर आपने मेरे पिता के संस्कारों पर सवाल खड़े कर दिए। तो सबसे पहले मैं आपको याद दिला दूं उस दिन हॉट सीट (KBC शो) पर दो महिलाएं बैठी थीं और दोनों ही उस सवाल का जवाब नहीं दे पाई थीं। लेकिन आपने सिर्फ मेरा ही नाम लिया।’ सोनाक्षी ने लिखा, ‘हां, शायद उस दिन मुझसे थोड़ी भूल हो गई, जोकि आमतौर पर एक इंसान से हो जाती है। मुझे उस समय याद नहीं आया था कि संजीवनी बूटी किसके लिए लाई गई थी। लेकिन इतना साफ है कि आप भगवान राम द्वारा सिखाए गए माफ करने और भूलने के कुछ पाठ भी भूल गए हैं। अगर भगवान राम मंथरा को माफ कर सकते हैं, अगर वह कैकेयी को माफ कर सकते हैं। अगर वे महान युद्ध के बाद रावण को भी माफ कर सकते हैं तो आप यकीनन इसकी तुलना में इतनी छोटी सी बात को छोड़ सकते हैं। वैसे तो मुझे आपकी माफी नहीं चाहिए, लेकिन हां मैं चाहती हूं कि आप भी इसे भूल जाए और एक ही बात को बार-बार उठाना का कोई फायद नहीं है। इसे बंद करें ताकि मैं और मेरा परिवार किसी और खबरों का हिस्सा ना बने।' सोनाक्षी ने आगे लिखा, ‘आखिरी बात अगर अगली बार आप मेरे पिता या फिर उनकी द्वारा दी गई परवरिश के बारे में कुछ कहते हैं तो याद रखिए कि आज उसी परवरिश की वजह से मैंने आपको रिस्पेक्ट से जवाब दिया है।’ बता दें, मुकेश खन्ना ने सिद्धार्थ कन्नन से बातचीत में कहा था कि उन्हें लगता है कि आजकल के बच्चों को काफी गाइडेंस की जरूरत है। नई पीढ़ी के बच्चे भटक रहे हैं। गर्लफ्रेंड- बॉयफ्रेंड के साथ घूमते रहते हैं। आज के बच्चे इंटरनेट के कारण भटक रहे हैं। उन्हें अपने दादा-दादी के नाम भी याद नहीं रहते। एक लड़की को तो ये भी नहीं पता था कि भगवान हनुमान किसके लिए संजीवनी बूटी लाए थे। जबकि वो लड़की शत्रुघ्न सिन्हा की बेटी है। ------------- इससे जुड़ी खबर पढ़ें.. मुकेश खन्ना ने सोनाक्षी की परवरिश पर उठाए सवाल:कहा- रामायण के बारे में भी नहीं जानती एक्ट्रेस, अधूरे ज्ञान के लिए माता-पिता जिम्मेदार एक्टर मुकेश खन्ना अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहते हैं। एक्टर ने हाल ही में सोनाक्षी सिन्हा और शत्रुघ्न सिन्हा पर तंज कसा। उन्होंने सोनाक्षी को रामायण की जानकारी न होने के लिए एक्ट्रेस के पिता शत्रुघ्न सिन्हा को जिम्मेदार ठहराया। पूरी खबर पढ़ें..
कटरीना कैफ सोमवार को अपनी सास वीना कौशल के साथ शिर्डी स्थित साईं बाबा के दर्शन करने पहुंचीं। इस दौरान उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं, जिसमें कटरीना हाथ जोड़कर भक्ति में लीन नजर आ रही हैं। फैंस भी एक्ट्रेस के सादगी भरे अंदाज को देखकर उनकी जमकर तारीफ कर रहे हैं। कटरीना कैफ ने इस दौरान सफेद रंग का सूट पहना हुआ था। सोशल मीडिया पर जो तस्वीरें सामने आई हैं, उनमें कटरीना को हाथ जोड़कर प्रार्थना करते हुए देखा जा सकता है। उन्होंने साईं बाबा की तस्वीर के सामने भी सिर झुकाया। इस मौके पर एक्ट्रेस के साथ उनकी सास वीना कौशल भी नजर आईं। फैंस ने की एक्ट्रेस की तारीफकटरीना और उनकी सास वीना के मंदिर के अंदर के वीडियो और फोटोज सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं। फैंस भी एक्ट्रेस के विनम्र स्वभाव की तारीफ कर रहे हैं। साथ ही उन्हें परफेक्ट बहू बताया गया। कटरीना-विक्की की शादी को तीन साल पूरेबता दें, 9 दिसंबर को कटरीना कैफ और विक्की कौशल की शादी को तीन साल पूरे हो गए हैं। इस बार एनिवर्सरी सेलिब्रेट करने के लिए दोनों राजस्थान गए थे, जहां की तस्वीरें भी एक्ट्रेस ने अपने इंस्टाग्राम पर शेयर की थीं, जिसके कैप्शन में उन्होंने लिखा था, ‘जंगल में बिताए 48 घंटे।’ 'जी ले जरा' में जल्द आएंगी नजरकटरीना कैफ श्रीराम राघवन की फिल्म 'मेरी क्रिसमस' में विजय सेतुपति के साथ दिखाई दी थीं। वहीं, अब वह जल्द ही फरहान अख्तर की फिल्म 'जी ले जरा' में नजर आएंगी। इसमें उनके साथ लीड रोल में प्रियंका चोपड़ा और आलिया भट्ट भी नजर आएंगी। फिल्म जी ले जरा की अनाउंसमेंट 2021 में की गई थी। ये 3 लड़कियों की रोड ट्रिप की कहानी होने वाली है, जिसे फरहान अख्तर डायरेक्ट करेंगे। फिल्म को जोया अख्तर ने लिखा है। इसके प्रोड्यूसर्स में रीमा कागती, जोया अख्तर, रितेश सिधवाना और फरहान अख्तर शामिल हैं।
एक्टर मुकेश खन्ना अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहते हैं। एक्टर ने हाल ही में सोनाक्षी सिन्हा और शत्रुघ्न सिन्हा पर तंज कसा। उन्होंने सोनाक्षी को रामायण की जानकारी न होने के लिए एक्ट्रेस के पिता शत्रुघ्न सिन्हा को जिम्मेदार ठहराया। आजकल के बच्चों को काफी गाइडेंस की जरूरत है- मुकेश मुकेश खन्ना ने सिद्धार्थ कन्नन से बातचीत में कहा- मुझे लगता है कि आजकल के बच्चों को काफी गाइडेंस की जरूरत है। नई पीढ़ी के बच्चे भटक रहे हैं। गर्लफ्रेंड- बॉयफ्रेंड के साथ घूमते रहते हैं। आज के बच्चे इंटरनेट के कारण भटक रहे हैं। उन्हें अपने दादा-दादी के नाम भी याद नहीं रहते। एक लड़की को तो ये भी नहीं पता था कि भगवान हनुमान किसके लिए संजीवनी बूटी लाए थे। जबकि वो लड़की शत्रुघ्न सिन्हा की बेटी है। शत्रुघ्न सिन्हा पर भड़के मुकेश खन्ना इस बातचीत के बीच में उन्हें टोकते हुए पूछा कि क्या वह सोनाक्षी सिन्हा के बारे में बात कर रहे हैं। जिस पर मुकेश खन्ना ने कहा- हां, मैं सोनाक्षी की ही बात कर रहा हूं और उसके इस अधूरे ज्ञान के लिए उसके पिता शत्रुघ्न सिन्हा जिम्मेदार हैं। उसके भाइयों का नाम लव और कुश हैं, और घर का नाम रामायण है, फिर भी उसको रामायण का ज्ञान नहीं है। भारतीय संस्कृति ओर सनातन धर्म का ज्ञान जरूरी मुकेश खन्ना ने आगे कहा- उस समय लोग इस बात से काफी नाराज थे कि सोनाक्षी को इतना भी नहीं पता था, लेकिन मैं कहूंगा कि यह उसकी गलती नहीं है, उसके पिता की गलती है। उन्होंने अपने बच्चों को यह क्यों नहीं सिखाया? वे इतने मॉडर्न क्यों हो गए? अगर मैं आज शक्तिमान होता, तो मैं बच्चों को बैठाकर उन्हें भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म के बारे में सिखाता। साल 2019 में पूछा गया था एक्ट्रेस से सवाल बता दें, यह पूरा मामला साल 2019 में कौन बनेगा करोड़पति शो का है। शो के दौरान सोनाक्षी से एक सवाल पूछा गया था कि भगवान हनुमान किसके लिए संजीवनी बूटी लाए थे? जिसका जवाब सोनाक्षी नहीं दे पायी थीं। जवाब नहीं देने के कारण एक्ट्रेस को सोशल मीडिया पर भी काफी ट्रोल किया गया था।
इंडियन सिनेमा के शोमैन राज कपूर की 100वीं बर्थ एनिवर्सरी पर रिद्धिमा कपूर ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत की। इस दौरान रिद्धिमा कपूर ने अपने दादा राज कपूर के साथ बिताए पलों को याद किया। उन्होंने बचपन की कुछ बेहतरीन यादें शेयर करते हुए कहा कि दादा जी उनके लिए खुद खाना बनाते थे। घर पर अक्सर पार्टियां चलती थीं, लेकिन बच्चों को पार्टी में आने की अनुमति नहीं थी। हर वीकेंड में दादा जी के साथ रहते थे रिद्धिमा कपूर ने अपने दादा राज कपूर के साथ बचपन में बिताए पलों को याद करते हूए कहा- वीकेंड में दादा जी के साथ चेंबूर में ही हम अपना समय बिताते थे। शनिवार को सीधे स्कूल से ही दादा जी के पास चले जाते थे और सोमवार को सुबह वहीं से स्कूल भी चले जाते थे। दादा-दादी हमेशा बच्चों को अपने आस-पास पाकर खुश होते थे, जिससे माहौल खुशनुमा हो जाता था। खाना खिलाने के बहुत शौकीन थे कपूर खानदान खाने पीने का बहुत ही शौकीन है। रिद्धिमा कपूर कहती हैं- दादा जी को खाना खिलाने का बहुत शौक था। डाइनिंग टेबल पूरा खाने के सामान से भरा रहता था। जिसकी जो मर्जी खाए, लेकिन वो खुद एक अंडा और बहुत ही साधारण खाना खाते थे। हमारे लिए खुद ही खाना बनाते थे राज कपूर अपने सभी पोते-पोतियों से बहुत प्यार करते थे। रिद्धिमा कहती हैं- दादा जी हमारे लिए खुद ही खाना बनाते थे। कभी-कभी मैं दोस्तों को भी लेकर आती थी। दादा जी किचन में खुद जाकर अपने हाथ से चीज मैक्रोनी बनाते थे और हमें अपने हाथ से खिलाते भी थे। कोई मेहमान आता था, तो दादा जी उन्हें अपने हाथ से खाना परोसते थे। आज भी हमारे घर में ऐसी परंपरा है कि बिना खाना खिलाए, किसी भी मेहमान जाने नहीं दिया जाता है। फ्रीज में चॉकलेट भरा रहता था राज कपूर के कमरे में आने के लिए बच्चों पर बिल्कुल भी पाबंदी नहीं थी। रिद्धिमा कहती हैं- दादा जी के कमरे में एक छोटा सा फ्रीज था। जिसमें चॉकलेट भरा रहता था। जब भी मन करता था उनके कमरे में चले जाते थे और चॉकलेट खाते थे। साउथ इंडियन खाना भी हमारा फेवरेट था राज कपूर कितना भी व्यस्त क्यों ना रहे, लेकिन वीकेंड पर पोते-पोतियों के साथ ही समय बिताते थे। रिद्धिमा ने कहा- अक्सर दादा जी हमें मुंबई स्थिति वाशी के एक क्लब बिग स्प्लैश में भी ले जाते थे। पूरा दिन वहां खूब मस्ती करते थे। उसके बाद दादा जी हमें माटुंगा में एक साउथ इंडियन रेस्तरां, उडुपी में जाते थे। वहां इडली और डोसा का लुत्फ उठाते थे। वीकेंड पर प्लेनेटेरियम और अजंता एलोरा भी जाते थे रिद्धिमा आगे बताती हैं- दादा जी हमें ऐसी जगहों पर घुमाने लेकर जाते थे,जहां पर एंटरटेनमेंट के साथ-साथ कुछ सीखने को भी मिले। दादा जी मुझे और रणबीर को प्लेनेटेरियम, अजंता एलोर गुफाएं दिखाने भी ले जाते थे। रणबीर के लिए सूट और मेरे लिए टियारा ड्रेस लेकर आते थे रणबीर कपूर से राज कपूर का ज्यादा लगाव था। रिद्धिमा आगे बताती हैं- दादा जी सभी बच्चों से बहुत प्यार करते थे। मुझे याद है, जब कभी इंटरनेशनल टूर पर जाते थे तो हमारे लिए एक खास ड्रेस लेकर आते थे। रणबीर के लिए सूट और मेरे लिए खास टियारा ड्रेस लेकर आते थे। पार्टियों में हमें आने की इजाजत नहीं थी राज कपूर साहब पार्टियों के बहुत शौकीन थे। रिद्धिमा कहती हैं- घर पर आए दिन पार्टी होती रहती थी। कोई ना कोई स्टार पार्टी में रहता ही था। उन पार्टीज में हमें जाने की इजाजत नहीं थी, क्योंकि हम बच्चे थे। इसलिए हम दूर से नजारा देखते थे। मैं 9 साल की और रणबीर 7 साल का था, जब दादा जी की मृत्यु हुई। बचपन में उनके साथ बिताया एक-एक पल हमें याद है। __________________________________________________________________ राज कपूर की 100वीं बर्थ एनिवर्सरी पर ये स्टोरी भी पढ़ें… एपिसोड-1 भास्कर सीरीज पार्ट-1 शोमैन राजकपूर के 100 साल:पिता ने नदी में फेंका, 7 की उम्र में भाइयों की मौत देखी; थप्पड़ खाकर मिली पहली फिल्म साल 1930, जगह बॉम्बे का सेंट जेवियर स्कूल। स्कूल में नाटक चल रहा था। 6 साल के एक लड़के ने पादरी की तरह लंबा चोगा पहना हुआ था। चोगा लंबा था और लड़के की हाइट छोटी। मुश्किल से वो खुद को संभाल पा रहा था। मंच पर चढ़ा तो जोश में था, एक ही डायलॉग दो बार बोल गया। पूरी खबर पढ़ें… एपिसोड-2 भास्कर सीरीज पार्ट-2 शोमैन राज कपूर के 100 साल:फिल्म के लिए नौकर से पैसे उधार मांगे; नेहरू ने कहा तो बच्चों पर पिक्चर बनाई राज कपूर की फिल्में नहीं चल रही थीं। फ्लॉप फिल्में परेशानी बन सकती हैं ये राज को पता था। उन्होंने पीछे हटने की जगह एक कदम आगे बढ़कर 1948 में खुद का प्रोडक्शन हाउस ‘आरके फिल्म्स’ शुरू कर दिया। पूरी खबर पढ़ें.. एपिसोड-3 शोमैन राजकपूर के 100 साल:कपूर कुनबा 1100 से ज्यादा फिल्मों में दिखा; बहू-बेटियों को एक्टिंग की मनाही थी, मजबूरी में बेचा RK स्टूडियो सीरीज के अंतिम एपिसोड में बात कपूर फैमिली की लीगेसी की। यह दो चैप्टर में है, पहले चैप्टर में अचीवमेंट और दूसरे चैप्टर में कपूर फैमिली से जुड़े विवाद। पूरी खबर पढ़ें..
एम. एम. फारुकी उर्फ लिलिपुट ने हाल ही में आमिर खान की फिल्म फना के बारे में कुछ दिलचस्प किस्सा शेयर किया है। उन्होंने बताया कि साल 1988 में उन्होंने एक फिल्म लिखी थी, जिसका नाम शहादत सोचा था। एक्टर ने कहा कि हम फिल्म बना ही रहे थे कि तभी पता चला कि आमिर खान की कोई फिल्म आई है जिसका नाम फना है और उसकी स्टोरी मेरी स्क्रिप्ट से काफी मिलती थी। मैंने फना की स्क्रिप्ट शहादत के नाम से लिखी थी- लिलिपुट लिलिपुट से द लल्लनटॉप में बातचीत के दौरान एक सवाल पूछा गया कि क्या उन्हें अफसोस है कि वो अपनी लिखी हुई कहानी शहादत पर फिल्म नहीं बना पाए थे। जिसका जवाब देते हुए एक्टर ने कहा- वो कहानी मैंने साल 1988 में सोची थी, पहली बार मैंने वन लाइन सोचा था, जो मैंने शरद जी को सुनाया था। उस वक्त मुझे डायरेक्टर बनने का शौक था। मैं रूस गया हुआ था, फिल्म शिकारी की शूटिंग के लिए। वहां मुझे 15 दिन का समय मिला और उस वक्त मैंने शहादत का स्क्रीन प्ले लिख डाला था। खर्चे के लिए वाइफ के जेवर बेच दिए थे- लिलिपुट लिलिपुट ने आगे कहा- जब मैं रूस से वापस आया तो मैंने फिल्म के लिए डायलॉग लिखना शुरू कर दिए थे। मैंने डायलॉग लिखने के बाद फिर आत्मा जी को सुनाए थे, जिस पर उन्होंने कहा इसको एनएफडीसी में भेज दो। फिर मैंने पूरी कॉपी बनाई, खर्चे के लिए वाइफ के जेवर बेच दिए। एनएफडीसी में कॉपी जमा की। मगर वहां से वो सब वापिस आ गई, जिसके बाद मैंने भी उम्मीद छोड़ दी थी। 'फिल्म शहादत कई बार बनाने की कोशिश की' लिलिपुट ने बताया कि उन्होंने काफी बार अपनी लिखी हुई कहानी शहादत पर फिल्म बनाने की कोशिश की लेकिन कभी बना नहीं पाए। जब फिल्म बनाने की बारी आई तो तभी पता चला कि आमिर खान की फिल्म फना रिलीज हुई है, जिसकी कहानी सेम टू सेम शहादत की कहानी जैसी है। उन्होंने बताया, 'मेरा एक दोस्त मुझे काफी समय बाद मिला था। उसने कहा कि हम फिल्म बनाएंगे। उसे हीरो बनने का शौक था। हमने नसीरुद्दीन शाह को भी सिर्फ फिल्म का टाइटल सुनाया था और वो भी इस फिल्म में काम करने के लिए तैयार हो गए थे। जिसके बाद मुहूर्त हुआ। लेकिन किसी वजह से फिल्म की शूटिंग रुक गई थी।’ मेरी लिखी हुई कहानी की सेम टू सेम थी फिल्म फना लिलिपुट ने बताया- मैं एक शूटिंग के लिए गया था। जहां मैंने एक प्रोड्यूसर को फिर से ये कहानी सुनाई और वो फिल्म बनाने के लिए तैयार हो गया था। मैंने फिर से स्क्रिप्ट पर थोड़ा काम किया, कुछ ट्रिम करके स्क्रिप्ट को फाइनल किया। एक बार फिर फिल्म का मुहूर्त करने वाले थे। लेकिन फिर प्रोड्यूसर का फोन आया और उन्होंने मुझसे पूछा कि आमिर की फिल्म फना रिलीज हुई है वो देखिए। मैंने फना देखी, वो सेम टू सेम मेरी स्क्रिप्ट जैसी थी। शुरू से अपना लिखा हुआ सुनाने का शौक है- लिलिपुट एम. एम. फारुकी ने बताया कि उन्हें शुरू से आदत थी, अपना लिखा हुआ सबको सुनाने की। जिसकी वजह से हो सकता है कि उनकी कहानी फना फिल्म के मेकर्स तक भी पहुंच गई होगी। अब कुछ कर तो नहीं सकते थे, पहुंच गई तो पहुंच गई। लिलिपुट के लिखे हुए शो से करण जौहर ने डेब्यू किया था बता दें, लिलिपुट उर्फ एम. एम. फारुकी ने कई कहानियां लिखी हैं, उनकी लिखी हुई कहानियों में से एक कहानी साल 1989 में दूरदर्शन पर आई थी। ये एक बच्चों का शो था, जिसका नाम इंद्रधनुष था। इस शो में फिल्म प्रोड्यूसर करण जौहर ने भी बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट अपना एक्टिंग डेब्यू किया था।
मलाइका अरोड़ा ने हाल ही में अपने मॉडलिंग करियर के शुरूआती समय के कुछ किस्से शेयर किए हैं। इस दौरान एक्ट्रेस ने बताया कि उन्होंने काफी कम उम्र में ही काम करना शुरू कर दिया था। कम अटेंडेंस की वजह से हमेशा मां को कॉल आते थे- मलाइका बॉलीवुड एक्ट्रेस मलाइका अरोड़ा ने कर्ली टेल्स से बातचीत में अपने कॉलेज और मां से जुड़ा किस्सा शेयर किया। उन्होंने कहा- मां को अक्सर मेरी कम अटेंडेंस के कारण कॉलेज से कॉल आते थे। कॉलेज के समय ही काम करना शुरू कर दिया था- मलाइका इस बातचीत के दौरान मलाइका से एक सवाल पूछा गया कि उन्होंने कॉलेज में रहते हुए मॉडलिंग कैसे शुरू की। जिस पर एक्ट्रेस ने जवाब देते हुए कहा- ‘मैंने जय हिंद कॉलेज में दो साल पूरे किए फिर उसके बाद मॉडलिंग शुरू कर दी थी। हालांकि, यह काफी मुश्किल था क्योंकि मेरी मां को कॉलेज से कॉल आने लग गए थे कि मेरी कॉलेज अटेंडेंस कम है। मेरी अटेंडेंस इसलिए कम हो गई थी क्योंकि मैंने कुछ एडवर्टाइजमेंट और कुछ शो में काम करना शुरू कर दिया था। कॉलेज से बार-बार कॉल आने के बाद एक्ट्रेस ने अपनी मां को बताया कि वह काम करना चाहती हैं क्योंकि वह इंडिपेंडेंट रहना चाहती हैं।' फेम और इंडिपेंडेंसी चाहती थीं एक्ट्रेस इस बातचीत के दौरान एक्ट्रेस से एक और सवाल किया गया कि क्या वो फेम और इंडिपेंडेंसी चाहती थीं। इस सवाल का जवाब देते हुए मलाइका ने कहा- मैं हमेशा से इंडिपेंडेंट होना चाहती थी। मुझे कुछ ऐसा करना थी जिससे मुझे वेल्यू मिले। जहां तक पैसे की बात है, तो पैसा मेरे लिए इतना जरूरी नहीं था। अगर हम काम करते हैं तो पैसा तो मिलता ही है। बड़ी बेटी होने के नाते काम करना चाहती थी- मलाइका एक्ट्रेस ने कहा- मुझे काम इसलिए नहीं करना था कि मुझे अपना घर चलाने की जरूरत थी। लेकिन मुझे लगता था कि इससे मैं मेरी मां की मदद कर सकती हूं। ये एक अच्छा तरीका है क्योंकि मेरी मां सिंगल पैरेंट हैं। ऐसा नहीं है कि मेरी मां ने कभी इसकी उम्मीद की थी, लेकिन मुझे ही लगता था कि बड़ी बेटी होने के नाते यह मेरी रिस्पांसिबिलिटी है। अक्सर मलाइका अपनी मां का जिक्र करती हैं मलाइका अक्सर अपनी मां जॉयस के साथ तस्वीरें शेयर करती रहती हैं। साल 2022 में ग्राजिया के साथ एक इंटरव्यू में मलाइका ने अपनी मां के साथ अपने रिश्ते के बारे में बात करते हुए कहा कि उन्होंने अपनी मां को हमेशा एक नए और यूनिक नजरिए से देखा है। मेरा बचपन काफी अच्छा रहा है- मलाइका इस बातचीत में एक्ट्रेस ने कहा था- मेरा बचपन काफी अच्छा रहा, लेकिन मेरे लिए कुछ भी आसान नहीं था। मैं पीछे मुड़कर देखूं तो मैं इसे शब्दों में बयां नहीं कर सकती। लेकिन कठिन समय काफी कुछ सिखाता है। मेरे माता-पिता के अलग होने से मुझे अपनी मां को जानने का काफी मौका मिला। 11 साल की उम्र में हो गया था पैरेंट्स का तलाक बता दें, मलाइका महज 11 साल की थीं जब उनके पैरेंट्स का तलाक हो गया था। उस समय मलाइका की छोटी बहन अमृता अरोड़ा सिर्फ छह साल की थीं। दोनों बहनें अपनी मां जॉयस के साथ ठाणे से चेंबूर चली गईं थी। तलाक के बाद दोनों की परवरिश मां जॉयस ने ही की।
13 दिसंबर को एक फिल्म ‘जीरो से रीस्टार्ट’ रिलीज हुई। यह फिल्म पिछले साल की मूवी '12th फेल' की मेकिंग पर बेस्ड है। भारतीय सिने इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ कि किसी फिल्म की मेकिंग या यूं कहें तो BTS (बिहाइंड द सीन्स) पर एक अलग फिल्म बनाई गई है। इसके प्रोड्यूसर विधु विनोद चोपड़ा ने कन्फर्म किया है कि यह कोई डॉक्यूमेंट्री नहीं, बल्कि एक प्रॉपर फिल्म है। उन्होंने दैनिक भास्कर को एक्सक्लूसिव इंटरव्यू दिया है। विधु विनोद चोपड़ा के 3 सिद्धांत हैं, जो वे अपनी फिल्मों के जरिए दिखाने की कोशिश करते हैं.. तीसरे पॉइंट को समझाते हुए विधु विनोद चोपड़ा कहते हैं, ‘मेरी नई फिल्म जीरो से रीस्टार्ट थिएटर में लगी है। यह 12th फेल की मेकिंग पर बेस्ड है। मेकिंग के दौरान मेरे टीम के लोग हर वक्त कैमरा लिए खड़े रहते थे। वे शूटिंग के अतिरिक्त भी हर चीज को कैमरे में रिकॉर्ड करते थे। मैं किससे बात कर रहा हूं। लोकेशन कैसे फाइनल कर रहा हूं। कहां-कहां जा रहा हूं। किससे लड़ रहा हूं, यह सारी बातें रिकॉर्ड होती थीं। एक दिन मेरे टीम मेंबर ने मुझे ऐसी एक क्लिप दिखाई। मैं बड़ा इंप्रेस हुआ। मुझे लगा कि यह तो बड़ी शानदार जर्नी साबित हो सकती है। फिर मैंने सारे बिहाइंड द सीन्स वीडियो को कंपाइल करके एक फिल्म बनाई- 'जीरो से रीस्टार्ट'। फिल्म का नाम जीरो से रीस्टार्ट क्यों रखा? यह जानने के लिए थोड़ा पीछे चलते हैं..6 साल पहले विधु विनोद चोपड़ा ने IPS मनोज शर्मा की लाइफ पर बेस्ड बुक '12TH फेल' पर फिल्म बनाने की सोची। उन्होंने स्क्रिप्ट लिखी, लेकिन उनके सहयोगियों ने खास रिस्पॉन्स नहीं दिया। सबको लगा कि कहानी में दम नहीं है। यहां तक कि फिल्म डायरेक्ट करने के लिए भी कोई तैयार नहीं था। हालांकि, विधु को अपनी स्क्रिप्ट पर भरोसा था। उन्होंने विक्रांत मैसी को लेकर फिल्म बना दी। वर्ड ऑफ माउथ की वजह से फिल्म चल गई। खैर, चलती तो बहुत सारी फिल्में हैं, लेकिन इसने प्रभाव छोड़ दिया। अब वापस ‘जीरो से रीस्टार्ट’ पर आते हैं। विधु विनोद चोपड़ा को लगा कि '12TH फेल' ने लोगों के जीवन में इतना प्रभाव छोड़ा है। अगर हम इसकी मेकिंग पर दूसरी एक फिल्म बनाएंगे, तो कितना इंपैक्ट होगा। क्योंकि जिस फिल्म को सभी ने नकार दिया था, डायरेक्टर तक कतरा रहे थे। वह फिल्म शुरू से अंत तक कैसे बनी, अगर इसकी जर्नी दिखाएंगे तो दुनिया के लिए भी एक अलग अनुभव होगा। इस तरह बन गई फिल्म 'जीरो से रीस्टार्ट'। 13 दिसंबर को रिलीज भी हो गई है। विधु विनोद चोपड़ा से बातचीत यहां पढ़िए.. सवाल- '12th फेल' की मेकिंग पर फिल्म बनाने की सोच कैसे आ गई?जवाब- मैं जब मुखर्जी नगर में '12th फेल' की शूटिंग कर रहा था, तब वहां लोगों के चेहरे पर उदासी देखी। स्टूडेंट्स काफी बेचैन दिखते थे। उन दिनों कोटा से भी काफी सारे सुसाइड के मामले सुनने को मिलते थे। मैंने सोचा कि ऐसी फिल्म बनाऊं, जो लोगों को जीरो से रीस्टार्ट करने के लिए प्रेरित करे। इसके लिए मैंने '12th फेल' की मेकिंग वीडियोज का सहारा लिया। हालांकि, फिल्म कैसे बनाई जाए, यह समझ नहीं आ रहा था। लेकिन जब बनानी शुरू की तो बन गई। बस, यही बात लोगों को बताना चाहता हूं कि कभी हिम्मत नहीं हारनी चाहिए। सवाल- आपको रियल लोकेशन पर फिल्म शूट करने के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ी, फिल्म सिटी क्यों नहीं गए?जवाब- मुझे कोशिश करते रहना अच्छा लगता है। मैं आराम से किसी भी स्टूडियो में सेट लगाकर शूटिंग कर सकता था। मुझे क्या जरूरत थी कि मुखर्जी नगर जाऊं। मुझे क्या जरूरत थी कि चंबल के किसी गांव में जाकर शूटिंग करूं। अब आप इसे पागलपन कह सकते हैं, लेकिन यही पागलपन मेरी मजबूती है। लोग मुझसे कहते हैं कि आप 72 साल के दिखते नहीं। शायद इसलिए क्योंकि मैं थकने वाला इंसान नहीं हूं। मुझे नए-नए प्रयोग करना अच्छा लगता है। सवाल- शूटिंग के दौरान आपने एक आदमी का कॉलर पकड़ लिया था। क्या मामला था?जवाब- मैं गलत बात नहीं सह सकता। आप मुझसे अच्छी तरह बात कर रहे हैं। हालांकि, इसी जगह पर कई बार हुआ कि मैं नाराज होकर चला गया हूं। सामने वाला गलत सवाल करता है तो मुझे बुरा लग जाता है। मानता हूं कि इस इंटरव्यू के बाद 10 लोग मेरी फिल्म देख लेंगे। हालांकि, इस चक्कर में जो बात मुझे बुरी लग जाएगी, उसका क्या? आप जिस आदमी की बात कर रहे हैं, मैंने कॉलर ही नहीं बल्कि उसकी कमीज फाड़ दी थी। शायद वह चीज कैमरे पर रिकॉर्ड नहीं हुई। वह सेट पर आकर बदतमीजी कर रहा था। सवाल- '12th फेल' को डायरेक्ट करने के लिए कोई राजी नहीं था, फिर क्या सोचकर खुद जिम्मेदारी संभाली?जवाब- आप हैरान हो जाएंगे, 5 डायरेक्टर्स ने फिल्म बनाने से मना कर दिया था। जिन लोगों ने कहानी रिजेक्ट की, उन्होंने गिनती की फिल्में बनाई थीं। उनमें से एक ने तो सिंगल फिल्म तक नहीं बनाई थी। यहां तक कि मुझसे बोला गया कि सर, यह फिल्म मत बनाइए, बिल्कुल नहीं चलेगी। लेकिन फिल्म बनी भी और इसने सिल्वर जुबली भी कंप्लीट की। यहां तक कि एक वक्त पर थिएटर, टीवी और ओटीटी सहित हर प्लेटफॉर्म पर चल रही थी। सवाल- मार्केटिंग और फिल्म प्रमोशन को आप किस नजरिए से देखते हैं?जवाब- मार्केटिंग वगैरह सब झूठी बातें होती हैं। झूठ में फिल्म को हाउसफुल बताया जाता है, जबकि थिएटर खाली मिलते हैं। खुद से ही टिकट खरीदकर ऑडियंस को बेवकूफ बनाया जाता है। देखिए, मैं आपसे खुद कह रहा हूं कि कल मेरी फिल्म देखने कोई नहीं पहुंचा। एक जगह 7 लोग पहुंचे थे। वह भी मेरे लिए बड़ी बात थी, क्योंकि मैं तो 5 लोगों की उम्मीद लेकर बैठा था। सवाल- फिल्म 'जीरो से रीस्टार्ट' को लेकर लोगों की क्या प्रतिक्रियाएं आ रही हैं?जवाब- लोगों को लग रहा है कि मैंने कुछ अजूबा कर दिया है। पहली बार किसी फिल्म की मेकिंग पर अलग मूवी बनी है। लोगों को फिल्म पसंद आ रही है। मुझे लिफाफे भेजे जा रहे हैं। लोग तारीफ में लाइनें लिख रहे हैं। एक कार्ड में तो 20 रुपए भी नजर आया। वह 20 रुपए मेरे लिए एक एप्रिसिएशन मनी है, जिसकी वैल्यू मेरे लिए काफी ज्यादा है। सवाल- आपके लिए सबसे बड़ी सक्सेस क्या है, जीवन में कुछ और इच्छाएं हैं?जवाब- जब मैं फिल्म इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में पढ़ता था। तब मैंने जीवन में एक ही इच्छा रखी। मैं चाहता हूं कि अंतिम समय में मेरे सामने मेरी फिल्मों की डीवीडी हो। मैं बस अपनी बनाई फिल्में देखता रहूं। उस वक्त चेहरे पर मुस्कान हो। मेरा दिल मुझसे कहे कि मैंने जो भी काम किया, अच्छा किया। जहां तक सक्सेस की बात आपने पूछी। मेरी अंतरात्मा प्रसन्न रहे, बस यही सफलता है। --------------------------------------- इससे जुड़ी यह खबर भी पढ़ें.. खुद के पास मारुति थी, बच्चन को रोल्स रॉयस दी, आडवाणी तक से उलझे विधु विनोद चोपड़ा विधु विनोद चोपड़ा वो शख्सियत हैं जिन्होंने अमिताभ बच्चन को चार करोड़ की रोल्स रॉयस कार गिफ्ट कर दी, जबकि खुद मारुति वैन से चलते थे। विधु विनोद चोपड़ा जब इंडस्ट्री में आए तो उनके पास इलाज के लिए पांच रुपए तक नहीं थे। पूरी खबर पढ़ें..
मेरठ में कॉमेडियन सुनील पाल के किडनैपर्स लवी पाल और उसके गुर्गों पर एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया। कॉमेडियन सुनील पाल और टीवी एक्टर मुश्ताक खान के किडनैप का मास्टर माइंड लवी मेरठ और बिजनौर पुलिस को लगातार चकमा दे रहा है। मेरठ में लवी और उसके गुर्गों के खिलाफ कॉमेडियन सुनील पाल के किडनैप का मामला दर्ज है। बिजनौर में लवी और उसके साथियों के खिलाफ एक्टर मुश्ताक खान के किडनैप का मुकदमा दर्ज है। मेरठ पुलिस इस मामले में लवी के साथी अर्जुन को पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार होने के बाद जेल भेज चुकी है। बिजनौर पुलिस भी लवी के 4 साथियों को गिरफ्तार कर चुकी है। विस्तार से जानिए पूरा मामला... कॉमेडियन सुनील पाल के मुताबिक अनिल नाम के युवक ने कॉल करके खुद को इवेंट कंपनी का डायरेक्टर बताया। हरिद्वार के एक इवेंट में आने को कहा। इसके लिए कुछ रकम भी ट्रांसफर की। 2 दिसंबर को सुनील पाल फ्लाइट से मुंबई से दिल्ली पहुंचे। दिल्ली से मेरठ के बीच सुनील पाल को किडनैप कर लिया गया। किडनैपर सुनील पाल को मेरठ लाए। आंखों पर पट्टी बांधकर मेरठ में रखा। 3 दिसंबर को बदमाशों ने फिरौती के 8 लाख रुपए ऑनलाइन मंगाए। पैसे मिलने के बाद बदमाशों ने 20 हजार मुझे फ्लाइट के टिकट के लिए दिए। इसके बाद लालकुर्ती थाना क्षेत्र में मुझे छोड़ दिया। फिरौती की रकम से बदमाशों ने बेगमपुल के आकाश गंगा ज्वेलर्स से 4 लाख रुपए और जवाहर क्वार्टर में अक्षित सिंघल की शॉप से सवा 2 लाख के जेवरात खरीदे। दोनों जगह पर सुनील पाल के नाम से बिल बनवाए। सुनील पाल के आधार कार्ड और पैन कार्ड की कॉपी भी दी गई। अक्षय कुमार की 'स्पेशल-26' फिल्म का देता था उदाहरण लवी के साथी अर्जुन को पुलिस ने शनिवार रात को गिरफ्तार किया था। उसके पास से पुलिस ने किडनैप में इस्तेमाल की गई स्कॉर्पियो कार, 2 लाख रुपए और फिरोती में इस्तेमाल किया गया मोबाइल बरामद किया था। रविवार को मेडिकल चेकअप के लिए ले जाते समय उसने दरोगा की पिस्टल छीनकर भागने का प्रयास किया था। पुलिस मुठभेड़ में उसको पैर में गोली लगने के बाद गिरफ्तार किया गया था। अर्जुन ने पुलिस को बताया था-घटना से पहले लवी गैंग के सारे मेंबर को बताता था कि प्लानिंग हो तो कोई नहीं पकड़ सकता। इसको लेकर वह अक्षय कुमार की मूवी स्पेशल-26 का उदाहरण देता था कि कैसे फर्जी सीबीआई टीम बनकर वे छापा मारते थे। शिकार बनने वाले किसी को बताते भी नहीं थे। वो कहता था कि ऐसे ही ये एक्टर होते हैं। इनको लूट भी लेंगे ताे ये किसी को नहीं बताएंगे। लवी कहता था कि कोई भी साथी टेंशन नहीं लेना। तुम्हारे दोस्त का प्लान इतना फुल-प्रूफ है कि पुलिस उनको कभी नहीं पकड़ पाएगी। लवी पहले से कोई प्लानिंग शेयर नहीं करता था। वह ऐन वक्त पर गैंग के सदस्यों को बताता था कि किसको क्या करना है। उन लोगों को ये भी जानकारी नहीं होती थी कि कब किसको टारगेट बनाया जाएगा। लवी जो कहता था गैंग के मेंबर वही करते थे। सरेंडर करने के फिराक में है लवी पाल लवी समेत गैंग में 10 लोग शामिल हैं। लवी पाल को गैंग का मास्टरमाइंड है। लवी ब्याज पर पैसे देने का काम करता है। वह पार्षद का चुनाव भी लड़ चुका है। 2016 में एक चोरी के मामले में जेल गया था। किडनैपिंग का मास्टरमाइंड लवी पाल मेरठ के कुछ वकीलों के साथ मिलकर सरेंडर करने के फिराक में है। अब जानिए एक्टर मुश्ताक खान के अपहरण की कहानी 15 अक्तूबर को मेरठ से राहुल सैनी ने मुश्ताक खान से वरिष्ठ लोगों को सम्मानित करने के लिए आयोजित कार्यक्रम के संबंध में बात की। 20 नवंबर को मुंबई से दिल्ली के लिए एक फ्लाइट का टिकट बुक कराया। 20 नवंबर को सार्थक चौधरी उर्फ रिक्की, लवी, आकाश, शिवा, अर्जुन, अंकित, अजीम, शुभम, और सबी उद्दीन, किराए की कार और लवी की स्कॉर्पियो में बैठकर दिल्ली गए। यह लोग दिल्ली बॉर्डर पर जैन शिकंजी रेस्टोरेंट से स्कॉर्पियो में बैठा लिया। अपहरण कर उन्हें बिजनौर के मोहल्ला चाहशीरी स्थित एक मकान में रखा गया। ऑटो वाले ने बताया मस्जिद का रास्ता मुश्ताक खान ने बताया कि मुझे लवी के घर बंधक बनाया था। मस्जिद में अजान सुनकर सुबह होने की जानकारी हुई। साहस किया और बंधनमुक्त होकर घर से बाहर निकला। रास्ते में टेंपो चालक मिला, जिसने मस्जिद पर जाने का रास्ता बताया। वहां पहुंचा और लोगों ने मेरी मदद की। 21 नवंबर को गाजियाबाद में अपने दोस्त के घर पहुंचा। 22 नवंबर को मुंबई वापस पहुंच गया। बदमाशों ने दो दिन उन्हें बिजनौर में ही ढूंढा था। पुलिस को घटनाक्रम सुनाते-सुनाते मुश्ताक की आंखों में आंसू आ गए। बिजनौर पुलिस इस मामले में 4 आरोपियाें को जेल भेज चुकी है। 5 आरोपी हो चुके हैं गिरफ्तार सुनील पाल और मुश्ताक खान के किडनैप में अब तक 5 आरोपी गिरफ्तारी हो चुके हैं। 4 आरोपियों सार्थक चौधरी उर्फ रिक्की, सबीउद्दीन उर्फ संबी, अजीम और शशांक कुमार को बिजनौर पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। एक आरोपी अर्जुन कर्णवाल को मेरठ पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।
विक्रांत मैसी का एक्टिंग से ब्रेक लेने का फैसला सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो गया, खासकर तब जब उनकी हाल की फिल्मों ने जबरदस्त सफलता हासिल की। हालांकि, जो उनके फैंस ने इसे एक रिटायरमेंट समझा, वो असल में एक लंबा ब्रेक था, जैसा कि बाद में विक्रांत ने खुद बताया। अब, टाइम्स नेटवर्क इंडिया इकोनॉमिक कॉन्क्लेव में, एक्टर ने अपने फैसले के पीछे के कारणों के बारे में और ज्यादा खुलकर बात की। परिवार के कारणों का हवाला देते हुए, उन्होंने कहा कि वो अपने परिवार के साथ ज्यादा वक्त बिताना चाहते हैं, खासकर अब कि वो एक नए माता-पिता हैं। उन्होंने इवेंट में कहा, ‘जो जिंदगी मैंने हमेशा चाही, आखिरकार वो मिल गई है, तो अब इसे जीने का वक्त है। एक ब्रेक लेना चाहता हूं, क्योंकि अंत में सबकुछ अस्थायी होता है, इसलिए अगले साल सिर्फ एक फिल्म कर रहा हूं।’ सोशल मीडिया को भी एक वजह बताते हुए एक्टर ने कहा, ‘सोशल मीडिया का दबाव भी उस ब्रेक को साझा करने के पीछे एक कारण था, जिसे मैं मानता हूं। मैं एक पब्लिक पर्सन हूं, और थोड़ा सा इन्ट्रोवर्ट हूं। अगर कोई मुझसे कहे तो मैं इसे चुनने के बारे में सोचूंगा, जब भी मुझे कुछ शेयर करने का मन होगा।’ उन्होंने आगे कहा, ‘फिर मेरा बेटा हुआ, मैं उसे और अपनी पत्नी के साथ क्वालिटी टाइम नहीं बिता पाया। ये सब एक साथ हो रहा था। इसलिए मैंने उस इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा कि एक एक्टर, बेटे, पिता और पति के रूप में, अब मुझे खुद को फिर से संभालने का वक्त है। और जब मैं अपनी प्रोफेशनल जिंदगी पर नजर डालता हूं, तो सोचता हूं, ‘अभी तक मैंने क्या और ज्यादा कर सकता था?’ बस अपने आप को एक आर्टिस्ट के रूप में और बेहतर करना चाहता हूं।’ इंस्टाग्राम पोस्ट के बारे में बात करते हुए, विक्रांत ने कहा, ‘जैसा उस पोस्ट में लिखा था, पिछले कुछ साल मेरे लिए बहुत खास रहे हैं। शायद मैं पिछले साल को पूरी विनम्रता और आभार के साथ याद करता हूं। जो भी चाहा उससे ज्यादा मिला। एक कलाकार के तौर पर, मैंने 21 साल तक पेशेवर रूप से काम किया है। लेकिन 12th फैल के बाद यह वाकई खास रहा। पोस्ट मैंने आधी रात को डाला क्योंकि मुझे नींद नहीं आ रही थी।’ बता दें, 2 दिसंबर को विक्रांत ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट डालकर यह ऐलान किया कि वो एक्टिंग से ब्रेक ले रहे हैं। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा- ‘कुछ साल और उससे ज्यादा बहुत अच्छे रहे हैं। मैं हर किसी का शुक्रिया अदा करता हूं। लेकिन जैसे-जैसे मैं आगे बढ़ता हूं, महसूस होता है कि अब मुझे खुद को फिर से संभालने का वक्त है। एक पति, पिता और बेटे के तौर पर। और एक एक्टर के रूप में भी। तो आने वाले 2025 में, हम आखिरी बार मिलेंगे। आखिरी 2 फिल्में और कई सालों की यादें। फिर से धन्यवाद। सब कुछ और उस बीच में। हमेशा का ऋणी।’ विक्रांत मैसी फिलहाल दो फिल्मों - ‘यार जिगरी’ और ‘आंखों की गुस्ताखियां’ पर काम कर रहे हैं। 2023 में, उन्होंने विदु विनोद चोपड़ा की ‘12th फैल’ के लिए एक्टर ऑफ द ईयर ट्रॉफी जीती।
उस्ताद जाकिर हुसैन के निधन ने उनके तबला मेकर हरिदास व्हटकर को गहरा सदमा दिया है। 59 वर्षीय व्हटकर, जो तीसरी पीढ़ी के तबला मेकर हैं, ने भावुक होकर PTI को कहा, 'मैंने सबसे पहले उनके पिता अल्ला रक्खा जी के लिए तबला बनाना शुरू किया। जाकिर हुसैन साहब के लिए 1998 से तबला बना रहा हूं।' अगस्त में हुई आखिरी मुलाकात व्हटकर ने आगे बताया कि उस्ताद जाकिर हुसैन से उनकी आखिरी मुलाकात इस साल अगस्त में हुई थी। इस बारे में उन्होंने कहा, 'गुरु पूर्णिमा का दिन था। हम एक हॉल में मिले, जहां उनके कई प्रशंसक भी मौजूद थे। अगले दिन मैं उनके नेपियन सी रोड स्थित शिमला हाउस सोसाइटी के घर गया। हम घंटों बातचीत में मशगूल रहे।' तबले को लेकर थे परफेक्शनिस्ट जाकिर हुसैन के तबले के प्रति लगाव और परफेक्शन की चर्चा करते हुए व्हटकर ने आगे कहा, 'उन्हें हमेशा अपने तबले का सही ट्यूनिंग चाहिए होता था। वह तबले की हर छोटी-बड़ी बात का खास ध्यान रखते थे - कैसा बना है, और कब चाहिए।' बनाए तबलों की गिनती नहीं बातचीत के दौरान, व्हटकर ने बताया कि उन्होंने जाकिर हुसैन के लिए इतने तबले बनाए हैं कि गिनना मुश्किल है। 'बहुत सारे बनाए। उनके कई तबले अभी भी मेरे पास हैं। मैं नए तबले बनाने के साथ पुराने तबलों की मरम्मत भी करता था। मैंने उनके लिए तबला बनाया और उन्होंने मेरी जिंदगी बना दी।' नियमित संपर्क नहीं, लेकिन गहरा जुड़ाव जब उनसे पूछा गया कि क्या वह जाकिर हुसैन से नियमित संपर्क में रहते थे, तो उन्होंने कहा, 'ज्यादा नहीं। वह तभी कॉल करते थे जब नया तबला चाहिए होता था या पुराने की मरम्मत करनी होती थी। हमारी बातचीत महीनों के अंतराल में होती थी। इसे नियमित संपर्क नहीं कह सकते।' तबला मेकिंग की विरासत बता दें, हरिदास ने बचपन में ही तबला बनाने की कला सीखी। उनके दादा केरप्पा रामचंद्र व्हटकर और पिता रामचंद्र केरप्पा व्हटकर भी तबला मेकर थे। 1994 में मुंबई आने के बाद उन्होंने हरिभाऊ विश्वनाथ कंपनी के साथ काम शुरू किया। अब उनके बेटे किशोर और मनोज भी इस परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं। जाकिर हुसैन को अंतिम विदाई 73 साल के जाकिर हुसैन, जिन्हें अपनी पीढ़ी का सबसे बड़ा तबला वादक माना जाता है, का सैन फ्रांसिस्को के एक अस्पताल में निधन हो गया। अपनी कला के लिए विश्वभर में मशहूर इस कलाकार के परिवार में उनकी पत्नी एंटोनिया मिनेकोला और दो बेटियां अनीसा कुरैशी और इसाबेला कुरैशी हैं।
सैफ अली खान ने हाल ही में दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कपूर परिवार की हुई मुलाकात के बारे में बात की। उन्होंने कहा- पीएम ने मेरे माता-पिता शर्मिला टैगोर और दिवंगत मंसूर अली खान के बारे में पर्सनली बातचीत की और उन्हें लगता है कि हम तैमूर और जहांगीर को भी उनसे मिलवाएंगे। सैफ बोले- करीना- करिश्मा की वजह से PM मोदी से मिल पायासैफ अली खान ने हाल ही में हिन्दुस्तान टाइम्स से बातचीत में कहा- मुझे खुशी है कि मैं करीना, करिश्मा और रणबीर के कारण इस मुलाकात का हिस्सा बन सका। राज साहब की 100वीं जयंती मनाने के लिए उनके नाम पर एक डाक टिकट होना परिवार के लिए बड़ा सम्मान है। सैफ के बच्चों के बारे में भी PM ने पूछासैफ ने आगे कहा- ‘पीएम एक दिन संसद में रहने के बाद हम लोगों से मिलने आए थे। इसलिए मुझे लगा कि वो थके हुए होंगे, लेकिन उन्होंने मुस्कुराते हुए हम सभी से बहुत अच्छे से मुलाकात की। पीएम पूरे टाइम हम सबके साथ अटेंटिव रहे।’ पीएम ने तैमूर और जेह के बारे में भी पूछा। साथ ही उन्होंने मेरे मां शर्मिला टैगोर और दिवंगत पिता मंसूर अली खान के बारे में पर्सनली बातचीत की। उन्हें लगता है कि हम तैमूर और जहांगीर को भी उनसे मिलवाएंगे।’ 'सिर्फ 3 घंटे की आराम कर पाते हैं PM मोदी'सैफ ने बताया, ‘करीना के कहने पर पीएम ने तैमूर और जेह के लिए एक कागज पर सिग्नेचर किए थे। मुझे लगा कि वह देश चलाने के लिए बहुत मेहनत कर रहे हैं, और फिर भी सभी चीजों में जुड़ने के लिए समय निकाल रहे हैं। मैंने उनसे पूछा कि उन्हें कितना आराम मिलता है तो पीएम ने बताया कि उनको रात में लगभग तीन घंटे का ही आराम मिलता है। यह मेरे लिए एक खास दिन था। पीएम को हमसे मिलने और परिवार को इतना सम्मान देने के लिए धन्यवाद।' बताते चलें, इस हफ्ते की शुरुआत में, करीना कपूर खान, रणबीर कपूर, आलिया भट्ट, रिद्धिमा कपूर साहनी, नीतू कपूर, करिश्मा कपूर, समेत कपूर खानदान के बाकी लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। इस दौरान कपूर खानदान ने पीएम को राज कपूर की 100वीं जयंती समारोह के लिए इन्वाइट किया।
वरुण धवन ने हालिया इंटरव्यू में बताया है कि बेटी के जन्म के बाद उनकी लाइफ पूरी तरह से बदल गई है। उन्होंने बताया कि बेटी के रोने पर वे डर जाते हैं। कपिल शर्मा के द ग्रेट इंडियन कपिल शो में वरुण ने कहा- पहले मुझे एक महिला डांटती थी। लेकिन अब मुझे दो लोग डांटते हैं। मैं सीख रहा हूं कि उसे (बेटी) कैसे डकार दिलाऊं, उसे कैसे लपेटूं। कभी-कभी जब वो रोने लगती है तो मुझे डर लगता है। कभी-कभी रात में, जब मैं थक जाते हूं और वह रोने लगती है तो मैं उठने का नाटक करता हूं। हालांकि नताशा (पत्नी) मुझसे पहले उठ जाती है और उसे शांत करने चली जाती है। वरुण ने कहा था- बेटी के लिए बहुत प्रोटेक्टिव हूंकुछ समय पहले द हॉलीवुड रिपोर्टर इंडिया को दिए इंटरव्यू में वरुण ने कहा था, ‘मुझे लगता है कि जब कोई भी माता-पिता बनता है, तो खासकर मां के लिए यह एक अलग अनुभव होता है। मुझे लगता है कि वह शेरनी बन जाती है। उस पल बस कुछ घटित होता है। लेकिन जब एक पुरुष पिता बनता है, तो अपनी बेटी के प्रति प्रोटेक्टिव हो जाता है। मुझे यकीन है कि आप बेटों के लिए भी महसूस करते हैं। लेकिन बेटी के लिए… अगर कोई उसे इतना (थोड़ा) भी नुकसान पहुंचाएगा तो मैं उसे मार डालूंगा। जब मैं ऐसा कहता हूं तो मैं बहुत सीरियस हो जाता हूं। सचमुच मैं उसे मार डालूंगा।’ जून 2024 में पिता बने थे वरुणवरुण-नताशा इसी साल 3 जून को पेरेंट्स बने हैं। नताशा ने बेटी लारा को जन्म दिया था। वहीं फरवरी 2024 में कपल ने अनाउंस किया था कि वो पेरेंट्स बनने वाले हैं। दोनों ने एक फोटो शेयर की थी जिसमें वरुण वाइफ के बेबी बंप को किस करते नजर आ रहे थे। वहीं, कपल ने 24 जनवरी 2021 में शादी की थी। अलीबाग में हुई इस शादी में कपल के क्लोज मेंबर्स ही शामिल हुए थे। ‘बेबी जॉन’ पर काम कर रहे हैं वरुणवर्कफ्रंट पर वरुण की अगली फिल्म ‘बेबी जॉन’ है। इसमें उनके अलावा कीर्ति सुरेश, वामिका गब्बी, सान्या मल्होत्रा और जैकी श्रॉफ जैसे कलाकार नजर आएंगे। इसे ‘जवान’ फेम डायरेक्टर एटली डायरेक्ट कर रहे हैं। इसके अलावा वरुण हाल ही में वेब सीरीज ‘सिटाडेल: हनी बनी’ में भी नजर आए हैं।
उस्ताद जाकिर हुसैन का सैन फ्रांसिस्को में 73 साल की उम्र में निधन हो गया। उस्ताद कहते थे- तबले के बिना जिंदगी है, ये मेरे लिए सोचना असंभव है 20वीं सदी के सबसे विख्यात तबलावादक उस्ताद अल्लाह रक्खा कुरैशी ने जब अपने बेटे को गोद में लिया था तो कान में आयत नहीं पढ़ी, बल्कि तबले के बोल कहे। जब परिवार ने वजह पूछी तो कहा, तबले की ये तालें ही मेरी आयत है। वो बच्चा था जाकिर हुसैन, जिसने दुनियाभर को तबले की थाप पर झूमने का मौका दिया। संगीत की विरासत को रगों में संजोए जाकिर हुसैन देश के उन फनकारों में से एक थे जिन्होंने वैश्विक स्तर पर न सिर्फ भारतीय शास्त्रीय संगीत के सम्मान में चार चांद लगाए, बल्कि तालवाद्यों की दुनिया में तबले को प्रमुख स्थान भी दिलवाया। पहला प्रोफेशनल शो 12 साल की उम्र में कियाजाकिर हुसैन का जन्म 9 मार्च 1951 को महाराष्ट्र में उस्ताद अल्लाह रक्खा और बावी बेगम के घर हुआ था। बचपन पिता की तबले की थाप सुनते ही बीता और 3 साल की उम्र में जाकिर को भी तबला थमा दिया गया, जो फिर उनसे कभी नहीं छूटा। पिता और पहले गुरु उस्ताद अल्लाह रक्खा के अलावा जाकिर ने उस्ताद लतीफ अहमद खान और उस्ताद विलायत हुसैन खान से भी तबले की तालीम ली। जाकिर ने भारत में पहला प्रोफेशनल शो 12 साल की उम्र में किया था जिसके लिए उन्हें 100 रुपए मिले थे। एकसाथ तीन ग्रैमी अवॉर्ड जीतने वाले इकलौते भारतीयशास्त्रीय संगीत में तो उन्हें महारत हासिल थी ही, कंटेंप्रेरी वर्ल्ड म्यूजिक यानी पश्चिम और पूर्व के संगीत को साथ लाने के कामयाब प्रयोग की वजह से उन्हें काफी कम उम्र में ही इंटरनेशनल आर्टिस्ट के रूप में भी ख्याति मिली। मिकी हार्ट, जॉन मेकलॉफ्लिन जैसे आर्टिस्ट्स के साथ फ्यूजन म्यूजिक बनाने के दौरान ही उन्होंने अपना बैंड शक्ति भी शुरू किया। इसी साल, 2024 में इस बैंड को 3 ग्रैमी अवॉर्ड से नवाजा गया है। वे एकसाथ 3 ग्रैमी अवॉर्ड जीतने वाले पहले भारतीय हैं। फ्यूजन म्यूजिक बनाने के बाद भी उन्होंने कभी तबले को नहीं छोड़ा, क्योंकि उनके मुताबिक तबला बचपन से उनके साथ एक दोस्त और भाई की तरह रहा। जाकिर हुसैन उस दुर्लभ योग्यता के तबलावादक थे, जिन्होंने सीनीयर डागर ब्रदर्स, उस्ताद बड़े गुलाम अली खान साहब से लेकर बिरजू महाराज और निलाद्रि कुमार, हरिहरन जैसे 4 पीढ़ियों के कलाकारों के साथ तबले पर संगत की। सिनेमा जगत में भी उस्ताद जाकिर हुसैन का योगदान अहम है, बावर्ची, सत्यम शिवम सुंदरम, हीर-रांझा और साज जैसी पुरानी फिल्मों के संगीत में उस्ताद की बड़ी भूमिका थी। सिर्फ संगीत ही नहीं लिटिल बुद्धा और साज़ जैसी फिल्मों में उस्ताद ने एक्टिंग भी की थी। सबसे कम उम्र में पद्मश्रीजाकिर हुसैन को 1988 में सबसे कम उम्र (37 साल) में पद्मश्री से नवाजा गया। उसी समय पहली बार पंडित रविशंकर ने जाकिर को उस्ताद कहकर संबोधित किया था। इसके बाद यह सिलसिला कभी नहीं थमा। 1990 में संगीत नाटक एकेडमी अवॉर्ड, 1992 में जाकिर के को-क्रिएट किए गए एल्बम, प्लानेट ड्रम को ग्रैमी अवॉर्ड से नवाजा गया। इसमें हिंदुस्तानी ताल विद्या और विदेशी ताल विद्या को मिलाकर रिकॉर्डिंग की गई थी, जो उस वक्त दुर्लभ था। यही वजह थी कि उस वक्त इस एल्बम के करीब 8 लाख रिकॉर्ड्स बिके थे। उस्ताद को 2002 में पद्म भूषण, 2006 में कालीदास सम्मान, 2009 में उनके 'ग्लोबल ड्रम प्रोजेक्ट' एल्बम को ग्रैमी अवॉर्ड मिला। 2023 में पद्म विभूषण और 4 फरवरी 2024 को 66वें एनुअल ग्रैमी अवॉर्ड्स में एकसाथ 3 ग्रैमी अवॉर्ड्स जीत कर उन्होंने इतिहास रच दिया। देश-दुनिया में जाकिर हुसैन के दीवाने संगीत प्रेमियों के लिए ये सभी अचीवमेंट्स बहुत बड़े हैं, लेकिन निजी तौर पर जाकिर के लिए सबसे बड़ा अवॉर्ड था, जब पद्मश्री मिलने पर खुशी से गदगद गुरु और पिता उस्ताद अल्लाह रक्खा ने उन्हें हार पहनाया था। एक शागिर्द के लिए इससे बेहतरीन यादगार क्षण और क्या हो सकता है। साल 2010 में उस्ताद अल्लाह रक्खा इंस्टीट्यूट ऑफ म्यूजिक की तरफ से उन्हें पंजाब घराने के तबला वादन के सबसे बड़े गुरु होने की उपाधि दी गई। उस्ताद के इंटरेस्टिंग किस्से
मनोज बाजपेयी इन दिनों अपनी फिल्म डिस्पैच को लेकर काफी चर्चा में हैं। इसी बीच एक्टर ने अपने निजी जीवन के बारे में कुछ दिलचस्प किस्से शेयर किए हैं। उन्होंने बताया- मैंने शबाना रजा से इंटरफेथ मैरिज की थी। शादी को लेकर मेरे ऊपर किसी भी तरह का फैमिली प्रेशर नहीं था। ‘मैं और शबाना एक-दूसरे के धर्म की इज्जत करते हैं’ मनोज बाजपेयी ने अपनी शादी के बारे में बताते हुए कहा- मेरे पिता काफी ब्रॉड माइंडेड इंसान थे। इसलिए वह कभी भी मेरे रिश्ते के अगेंस्ट नहीं थे। मैं भी अपनी बेटी को यही समझाता हूं कि वो अपने धर्म को लेकर खुद फैसला ले। मैं और शबाना दोनों ही एक-दूसरे के धर्म की काफी इज्जत करते हैं। हम दोनों का धर्म अलग होने के कारण कभी भी हमारे घर में कोई इश्यू नहीं होता है। धर्म को लेकर सबका अपना स्पेस है। पिता के अंतिम संस्कार में मुस्लिम लोग ज्यादा थे- मनोज मनोज बाजपेयी ने बरखा दत्त से बातचीत के दौरान उनसे सवाल किया गया था कि एक मुस्लिम लड़की से शादी करने का एक्सपीरियंस कैसा था? जिसका जवाब देते हुए एक्टर ने कहा कि मुझे कोई दिक्कत नहीं हुई थी। मेरे पिता एक जेंटलमैन थे, वो काफी मिलनसार थे और उनके कई सारे दोस्त मुस्लिम थे। उनके अंतिम संस्कार में हिंदुओं से ज्यादा मुस्लिम लोग आए थे। मेरी परवरिश ऐसे ही हुई है। मेरी बेटी ने पूछा मेरा धर्म क्या है- मनोज एक्टर ने आगे कहा- मेरी बेटी के धर्म को लेकर भी अब घर पर बात होने लगी है कि वो किस धर्म को मानेगी। मेरी बेटी ने एक बार अपनी मां से पूछा- मेरा धर्म कौन-सा है? तो मैंने और उसकी मां ने कहा कि ये तुम्हारा फैसला है कि तुम्हें किस धर्म को मानना है। मैं रोज पूजा करता हूं- मनोज इस बातचीत के दौरान मनोज ने बताया कि वो हर रोज मंदिर में पूजा करते हैं। तो वहीं, उनकी वाइफ अपने धर्म को फॉलो करती हैं। वो घर में धर्म को लेकर कुछ डिस्कस नहीं करते हैं। हाल ही में जी 5 पर रिलीज हुई फिल्म बात करें मनोज बाजपेयी के अपकमिंग प्रोजेक्ट की तो वो इन दिनों फिल्म डिस्पैच को लेकर काफी चर्चा में हैं। ये फिल्म 13 दिसंबर को ओटीटी प्लेटफॉर्म जी 5 पर रिलीज हुई है। इस फिल्म में मनोज के अलावा शहाना गोस्वामी, रितुपर्णा सेन मुख्य भूमिका में हैं। सोशल मीडिया पर इस फिल्म की काफी चर्चा हो रही है।
विश्व विख्यात तबला वादक और पद्म विभूषण उस्ताद जाकिर हुसैन का निधन हो गया है। सोमवार सुबह उनके परिवार ने इसकी पुष्टि की। परिवार के मुताबिक हुसैन इडियोपैथिक पल्मोनरी फाइब्रोसिस से पीड़ित थे। परिवार ने बताया कि वे पिछले दो हफ्ते से सैन फ्रांसिस्को के अस्पताल में भर्ती थे। हालत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें आईसीयू में एडमिट किया गया था। वहीं उन्होंने आखिरी सांस ली। जाकिर का जन्म 9 मार्च 1951 को मुंबई में हुआ था। उस्ताद जाकिर हुसैन को 1988 में पद्म श्री, 2002 में पद्म भूषण और 2023 में पद्म विभूषण से नवाजा गया था। उनके पिता का नाम उस्ताद अल्लाह रक्खा कुरैशी और मां का नाम बीवी बेगम था। जाकिर के पिता अल्लाह रक्खा भी तबला वादक थे। जाकिर हुसैन की प्रारंभिक शिक्षा मुंबई के माहिम स्थित सेंट माइकल स्कूल से हुई थी। उन्होंने ग्रेजुएशन मुंबई के ही सेंट जेवियर्स कॉलेज से किया था।जाकिर हुसैन ने सिर्फ 11 साल की उम्र में अमेरिका में पहला कॉन्सर्ट किया था। 1973 में उन्होंने अपना पहला एल्बम 'लिविंग इन द मैटेरियल वर्ल्ड' लॉन्च किया था। रविवार देर रात निधन की गलत खबर आई थी रविवार देर रात भी उनके निधन की खबर आई थी। भारत के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने भी निधन संबंधी पोस्ट शेयर की थी। लेकिन बाद में इसे हटा लिया गया था। इसके बाद जाकिर की बहन और भांजे आमिर ने जाकिर के निधन की खबर को गलत बताया था।जाकिर हुसैन को तीन ग्रैमी अवॉर्ड मिल चुके थे। सपाट जगह देखकर उंगलियों से धुन बजाने लगते थे उस्ताद जाकिर हुसैनजाकिर हुसैन के अंदर बचपन से ही धुन बजाने का हुनर था। वे कोई भी सपाट जगह देखकर उंगलियों से धुन बजाने लगते थे। यहां तक कि किचिन में बर्तनों को भी नहीं छोड़ते थे। तवा, हांडी और थाली, जो भी मिलता उस पर हाथ फेरने लगते थे। तबले को अपनी गोद में रखते थे जाकिर हुसैनशुरुआती दिनों में उस्ताद जाकिर हुसैन ट्रेन में यात्रा करते थे। पैसों की कमी की वजह से जनरल कोच में चढ़ जाते थे। सीट न मिलने पर फर्श पर अखबार बिछाकर सो जाते थे। इस दौरान तबले पर किसी का पैर न लगे, इसलिए उसे अपनी गोद में लेकर सो जाते थे। 12 साल की उम्र में 5 रुपए मिले, जिसकी कीमत सबसे ज्यादा रहीजब जाकिर हुसैन 12 साल के थे तब अपने पिता के साथ एक कॉन्सर्ट में गए थे। उस कॉन्सर्ट में पंडित रविशंकर, उस्ताद अली अकबर खान, बिस्मिल्लाह खान, पंडित शांता प्रसाद और पंडित किशन महाराज जैसे संगीत की दुनिया के दिग्गज पहुंचे थे। जाकिर हुसैन अपने पिता के साथ स्टेज पर गए। परफॉर्मेंस खत्म होने के बाद जाकिर को 5 रुपए मिले थे। एक इंटरव्यू में उन्होंने इस बात का जिक्र करते हुए कहा था- मैंने अपने जीवन में बहुत पैसे कमाए, लेकिन वो 5 रुपए सबसे ज्यादा कीमती थे। जाकिर हुसैन का सम्मान अमेरिका भी करता हैजाकिर हुसैन का सम्मान दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका भी करता है। 2016 में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने उन्हें ऑल स्टार ग्लोबल कॉन्सर्ट में भाग लेने के लिए व्हाइट हाउस में आमंत्रित किया था। जाकिर हुसैन पहले इंडियन म्यूजिशियन थे, जिन्हें यह इनविटेशन मिला था। शशि कपूर के साथ हॉलीवुड मूवी में एक्टिंग कीजाकिर हुसैन ने कुछ फिल्मों में एक्टिंग भी की है। उन्होंने 1983 की एक ब्रिटिश फिल्म हीट एंड डस्ट से डेब्यू किया था। इस फिल्म में शशि कपूर ने भी काम किया था। जाकिर हुसैन ने 1998 की एक फिल्म साज में भी काम किया था। इस फिल्म में उनके अपोजिट शबाना आजमी थीं। जाकिर हुसैन ने इस फिल्म में शबाना के प्रेमी का किरदार निभाया था। जाकिर हुसैन को फिल्म मुगल ए आजम (1960) में सलीम के छोटे भाई का रोल भी ऑफर हुआ था, लेकिन पिता को उस वक्त यह मंजूर नहीं था। वे चाहते थे कि उनका बेटा संगीत पर ही ध्यान दे।
'लवी कहता था कि कोई भी साथी टेंशन नहीं लेना। तुम्हारे दोस्त का प्लान इतना फुल-प्रूफ है कि पुलिस उनको कभी नहीं पकड़ पाएगी। लवी पहले से कोई प्लानिंग शेयर नहीं करता था। वह ऐन वक्त पर गैंग के सदस्यों को बताता था कि किसको क्या करना है। उन लोगों को ये भी जानकारी नहीं होती थी कि कब किसको टारगेट बनाया जाएगा। लवी जो कहता था गैंग के मेंबर वही करते थे।' यह कहना है कॉमेडियन सुनील पाल और एक्टर मुश्ताक खान किडनैप करने वाले अर्जुन कर्णवाल का। पुलिस ने 15 दिसंबर को उसे मुठभेड़ में पकड़ लिया, अर्जुन दरोगा की पिस्टल छीन कर भाग रहा था। अर्जुन की रविवार को मेरठ पहुंची। उसने पुलिस वालों से कहा-मेरे बेटे को लवी ने फंसाया है। मेरे बेटे ने तो मेरठ कॉलेज से बीकॉम किया था। लवी की सोहबत में आकर ही वो बिगड़ गया। सारा दोष लवी का है। विस्तार से जानिए पूरा मामला... चेकअप के समय भाग रहा थारविवार यानी 15 दिसंबर को लालकुर्ती पुलिस अर्जुन को मेडिकल चेकअप के लिए जिला अस्पताल लेकर जा रही थी। रास्ते में अर्जुन ने दरोगा की पिस्टल छीन ली। जीप से कूदकर भागने लगा। पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में एक गोली अर्जुन के पैर में लगी। उसको उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। अक्षय कुमार की 'स्पेशल-26' फिल्म का देता था उदाहरण अर्जुन ने पुलिस को बताया-घटना से पहले वह गैंग के सारे मेंबर को बताता था कि प्लानिंग हो तो कोई नहीं पकड़ सकता। इसको लेकर वह अक्षय कुमार की मूवी स्पेशल-26 का उदाहरण देता था कि कैसे फर्जी सीबीआई टीम बनकर वे छापा मारते थे। शिकार बनने वाले किसी को बताते भी नहीं थे। वो कहता था कि ऐसे ही ये एक्टर होते हैं। इनको लूट भी लेंगे ताे ये किसी को बताएंगे नहीं। वहीं, SSP विपिन ताडा ने टीम बनाई है, जो लवी की तलाश में ताबड़तोड़ छापेमारी कर रहे हैं। अब तक जो भी आरोपी पकड़े गए हैं। वे नई-नई बात बता रहे हैं। इनमें कितनी सच्चाई है ये सब लवी पाल की गिरफ्तारी के बाद ही पता चलेगी। अर्जुन के पास से पुलिस ने किडनैप में इस्तेमाल की गई स्कॉर्पियो कार, 2 लाख रुपए और फिरौती में इस्तेमाल किया गया। 2 दिसंबर को सुनील पाल काे किडनैप किया था कॉमेडियन सुनील पाल के मुताबिक उनको 2 दिसंबर की रात हरिद्वार के एक इवेंट में बुलाया गया था। सुनील पाल फ्लाइट से मुंबई से दिल्ली पहुंचे। दिल्ली से मेरठ के बीच सुनील पाल को किडनैप कर लिया गया। किडनैपर सुनील पाल को मेरठ लाए। आंखों पर पट्टी बांधकर मेरठ में रखा गया। दोस्तों को फोन करके 8 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई। फिरौती की सारी रकम ऑनलाइन मंगाई गई। इसके बाद बदमाशों ने बेगमपुल के आकाश गंगा ज्वेलर्स से 4 लाख रुपए और जवाहर क्वार्टर में अक्षित सिंघल की शॉप से सवा 2 लाख के जेवरात खरीदे। दोनों जगह पर सुनील पाल के नाम से बिल बनवाए। सुनील पाल के आधार कार्ड और पैन कार्ड की कॉपी भी दी गई। 3 दिसंबर को बदमाशों ने फिरौती के 8 लाख रुपए ऑनलाइन मंगाए। पैसे मिलने के बाद बदमाशों ने 20 हजार मुझे फ्लाइट के टिकट के लिए दिए। इसके बाद लालकुर्ती थाना क्षेत्र में मुझे छोड़ दिया। सुनील पाल के मुताबिक, 16 दिन पहले पहले अनिल नाम के युवक ने कॉल करके खुद को इवेंट कंपनी का डायरेक्टर बताया। उसने सुनील को हरिद्वार के एक इवेंट में आने को कहा। इसके लिए सुनील पाल को कुछ रकम भी ट्रांसफर की। 2 दिसंबर को सुनील दिल्ली पहुंचे तो इवेंट कंपनी की तरफ से उनको हरिद्वार ले जाने के लिए कार भेज दी गई। सुनील के कार में बैठते ही आरोपियों ने उन्हें बंधक बना लिया। घटना की कहानी सुनील पाल की जुबानी मेरठ पुलिस ने कॉमेडियन सुनील पाल को 12 दिसंबर को मुंबई के सांताक्रूज थाने बुलाया था। यहां पर थाना प्रभारी योगेंद्र कुमार ने सुनील के बयान दर्ज किए थे। सुनील पाल ने बताया कि जिंदगी भर वह लोगों को हंसाते रहे, डर से न घबराने की सलाह देते रहे। मगर 2 दिसंबर का दिन उनके लिए बेहद डरावना और कभी न भूलने वाला अनुभव दे गया। मैं कभी इतना नहीं डरा, जितना उस दिन डरा। मेरी जिंदगी के वो 22 घंटे बेहद डरावने थे। मैं हर पल वहां से भागने के बारे में सोच रहा था, कभी सोचता था क्या मैं सही-सलामत अपनों के बीच पहुंच पाऊंगा। अपहरण कर आरोपियों ने मुझे बेड पर लिटाया था, मगर वह बेड के पास ही जमीन पर सोते थे। मेरा मोबाइल छीन लिया, पासवर्ड पूछकर उससे मेरी निजी जानकारी हासिल कर ली। इसके बाद आरोपियों ने मुझे डराना और धमकाना शुरू कर दिया। जहर का इंजेक्शन लगाकर जान से मारने की धमकी दी। मुझे टॉर्चर किया। मैं इतना डर गया था कि आरोपियों ने जो कहा मैंने वो किया, जो बुलवाया, वो मैंने बोला। सुनील पाल ने बताया कि बिजनौर के रहने वाले लवी पाल और पूर्व पार्षद सार्थक उर्फ रिक्की ने अपने 8 साथियों के साथ एक फर्जी इवेंट कंपनी बनाई। उसके जरिए मुझे बुकिंग करके मेरठ बुलाया। 2 दिसंबर को मुझे और 21 नवंबर को कॉमेडियन मुश्ताक खान को इवेंट के लिए बुक किया। मेरठ पहुंचने पर मुश्ताक खान को अगवा कर लिया गया। फिर इसी तरह से मुझे हरिद्वार में कार्यक्रम कराने के बहाने बुलाकर मेरठ से अगवा किया गया। हम दोनों को बिजनौर में अगवा करके रखा गया। उन्होंने दिल्ली से मेरठ पहुंचने, फिर किडनैप होने के बाद से छूटने तक की दास्तां पॉइंट टु पॉइंट पुलिस को बताई। अपहरणकर्ता बिजनौर के रहने वालेपुलिस जांच में सुनील पाल का अपहरण करने वाले बदमाश बिजनौर के रहने वाले निकले। मुख्य आरोपियों की पहचान बिजनौर निवासी लवी पाल और अर्जुन कर्णवाल के रूप में हुई थी। मेरठ पुलिस ने शहर के 100 से अधिक CCTV खंगालकर आरोपियों की पहचान की थी। इसके बाद बिजनौर पुलिस हिरासत में अजीम और सैनुद्दीन को अरेस्ट कर लिया था। आरोपियों ने बताया कि अपहरण के बाद मुश्ताक और सुनील पाल को लवी पाल ने अपनी स्कॉर्पियो में बैठाया था। वही बिजनौर लेकर आया था। उनसे पूछताछ में सामने आया कि सुनील पाल को भी रात को बिजनौर शहर के नजीबाबाद रोड स्थित स्वयंवर बैंक्वेट हॉल में रखा गया था। इस मामले में मेरठ और बिजनौर पुलिस ने 25 लोगों को हिरासत में लिया हुआ है। वहीं पुलिस ने लवी पाल गैंग के मुख्य सदस्य अर्जुन को बुधवार रात अरेस्ट कर लिया था। मगर वह पुलिस को पूरी जानकारी नहीं दे पा रहा है। उसने पुलिस को बताया कि लवी पाल 2 महीने से ज्यादा समय तक मुंबई में था। उसके वहां काफी कलाकारों से संबंध हो गए। इसके बाद लवी ने कलाकारों को अगवा करके अपराध को अंजाम दिया। उसने पूछताछ में एक और नाम अंकित का लिया। बताया कि अंकित लवी का साथी है। यह भी वारदात में शामिल है। पुलिस लवी पाल का मुंबई के एक्टर से कनेक्शन भी खंगाल रही है। सरेंडर करने के फिराक में है लवी पाललवी और अर्जुन की गैंग में 9 लोग शामिल हैं। लवी पाल को गैंग का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। लवी ब्याज पर पैसे देने का काम करता है। वह पार्षद का चुनाव भी लड़ चुका है। 2016 में एक चोरी के मामले में जेल गया था। किडनैपिंग का मास्टरमाइंड लवी पाल मेरठ के कुछ वकीलों के साथ मिलकर सरेंडर करने के फिराक में है। एक्टर मुश्ताक खान के अपहरण की कहानीबॉलीवुड अभिनेता मुश्ताक खान ने अपने किडनैप के मामले में 10 दिसंबर को FIR कराई। तहरीर में बताया गया कि अभिनेता मुश्ताक खान पश्चिम मुंबई के रहने वाले हैं। मुश्ताक मौहम्मद खान इंवेट्स, अवॉर्ड शो आदि में जाते रहते हैं। 15 अक्टूबर 2024 को मेरठ से राहुल सैनी नामक के युवक ने उनको कॉल किया। बताया कि मुझे कुछ वरिष्ठ लोगों को सम्मानित करना है, जो आपकी फीस होगी मैं आपको दे दूंगा। इसके बाद राहुल सैनी ने 4 नवंबर 2024 को 25,000 मुश्ताक के खाते में जमा करा दिए। बाकी रुपए इवेंट्स पर आने के बाद देने को कहा। राहुल सैनी ने उनका फ्लाइट का टिकट बुक कराया। 20 नवंबर की शाम 15:45 बजे मुंबई से दिल्ली तक एअर इंडिया की फ्लाइट बुक की गई। इसके बाद मुश्ताक 20 नवंबर को दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे। यहां से कैब से मेरठ के लिए चल दिए। रास्ते में बदमाशों ने उनका अपहरण कर लिया और उनको एक मकान में ले गए। वहां पर ड्राइवर के साथ 7 लोग थे। बदमाशों ने टॉर्चर करना शुरू कर दिया। जान से मारने की धमकी दी। बदमाशों ने मुश्ताक की पत्नी और बेटे से पासवर्ड पूछकर नेट बैंकिंग के जरिए दो खातों से 2 लाख रुपए निकाल लिए। इसके बाद बदमाश शराब पार्टी करने लगे। बदमाशों के नशे में हो जाने के कारण मुश्ताक मौका पाकर सुबह के समय अपना सामान छोड़कर वहां से भाग निकले। बिजनौर में कल हुई थी 4 आरोपियों की गिरफ्तारीबिजनौर पुलिस ने रविवार को आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया। एसएसपी मेरठ विपिन ताडा ने शनिवार को बताया कि 9 दिसंबर को फिल्म अभिनेता मुश्ताक मोहम्मद खान के इवेंट मैनेजर शिवम यादव ने थाना कोतवाली शहर में शिकायत दी थी। इसमें कहा गया था कि 15 अक्टूबर को मेरठ से राहुल सैनी ने मुश्ताक मोहम्मद खान से वरिष्ठ लोगों को मेरठ में सम्मानित करने के लिए इवेंट के बारे में फोन पर बात की। इसके लिए राहुल ने एडवांस 25 हजार की पेमेंट भेजी। 20 दिसंबर को अभिनेता के लिए मुंबई से दिल्ली के लिए फ्लाइट की टिकट भी बुक कराई। मुश्ताक मोहम्मद खान दिल्ली एयरपोर्ट से राहुल सैनी की बुक कराई कैब में बैठ गए। वहां से उनको मेरठ लाया गया। रास्ते में कैब ड्राइवर ने गाड़ी रोककर मुश्ताक को दूसरी गाड़ी में यह कहकर बैठाया गया कि यह मेरठ जाएगी। कुछ दूर जाने के बाद 2 लोग और कार में बैठ गए। ये लोग मुश्ताक मोहम्मद खान को किडनैप करके एक घर में ले गए। पैसों की मांग की गई। फोन का पासवर्ड ले लिया गया। 21 नवंबर की सुबह मुश्ताक खान उनसे बचकर निकल गए और मुंबई लौट गए। उनका मोबाइल, बैग और अन्य सामान अपहरण कर्ताओं के पास रह गया। कॉमेडियन सुनील पाल को किडनैप करने वाले का एनकाउंटर: मेरठ में दरोगा की पिस्टल छीनकर गाड़ी से कूदा कॉमेडियन सुनील पाल और एक्टर मुश्ताक खान किडनैप मामले में गिरफ्तार अर्जुन कर्णवाल ने रविवार को पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश की। मेडिकल चेकअप के लिए ले जाते समय वह दरोगा की पिस्टल छीनकर गाड़ी से कूद गया और पुलिस पर फायरिंग कर दी। क्रॉस फायरिंग में उसके पैर में गोली लगी। अर्जुन को पुलिस ने शनिवार रात पकड़ा था। उसके पास से किडनैप में इस्तेमाल की गई स्कॉर्पियो कार, 2 लाख रुपए और फिरौती में इस्तेमाल किया गया मोबाइल मिला था। अर्जुन ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि उसको लवी टास्क देता था। किसका किडनैप करना है, कितनी फिरौती वसूलनी है, इस पूरी कहानी के बारे में सिर्फ लवी ही जानता था। अर्जुन को सिर्फ उतना ही पता होता था, जितना लवी उसे बताता था। पढ़ें पूरी खबर
विश्व विख्यात तबला वादक और पद्म विभूषण उस्ताद जाकिर हुसैन का निधन हो गया है। सैन फ्रांसिस्को में उनका इलाज चल रहा था। वहीं उन्होंने आखिरी सांस ली। अस्पताल से जुड़े सूत्रों ने उस्ताद के निधन की पुष्टि की है, लेकिन उनके परिवार का बयान अभी नहीं आया है। उनका जन्म 9 मार्च 1951 को मुंबई में हुआ था। उस्ताद जाकिर हुसैन को 1988 में पद्म श्री, 2002 में पद्म भूषण और 2023 में पद्म विभूषण से नवाजा गया था। जाकिर हुसैन को तीन ग्रैमी अवॉर्ड भी मिल चुके थे। उनके पिता का नाम उस्ताद अल्लाह रक्खा कुरैशी और मां का नाम बीवी बेगम था। जाकिर के पिता अल्लाह रक्खा भी तबला वादक थे। जाकिर हुसैन की प्रारंभिक शिक्षा मुंबई के माहिम स्थित सेंट माइकल स्कूल से हुई थी। इसके अलावा उन्होंने ग्रेजुएशन मुंबई के ही सेंट जेवियर्स कॉलेज से किया था। जाकिर हुसैन ने सिर्फ 11 साल की उम्र में अमेरिका में पहला कॉन्सर्ट किया था। 1973 में उन्होंने अपना पहला एल्बम 'लिविंग इन द मैटेरियल वर्ल्ड' लॉन्च किया था। सपाट जगह देखकर उंगलियों से धुन बजाने लगते थे उस्ताद जाकिर हुसैनजाकिर हुसैन के अंदर बचपन से ही धुन बजाने का हुनर था। वे कोई भी सपाट जगह देखकर उंगलियों से धुन बजाने लगते थे। यहां तक कि किचन में बर्तनों को भी नहीं छोड़ते थे। तवा, हांडी और थाली, जो भी मिलता उस पर हाथ फेरने लगते थे। तबले को अपनी गोद में रखते थे जाकिर हुसैनशुरुआती दिनों में उस्ताद जाकिर हुसैन ट्रेन में यात्रा करते थे। पैसों की कमी की वजह से जनरल कोच में चढ़ जाते थे। सीट न मिलने पर फर्श पर अखबार बिछाकर सो जाते थे। इस दौरान तबले पर किसी का पैर न लगे, इसलिए उसे अपनी गोद में लेकर सो जाते थे। 12 साल की उम्र में 5 रुपए मिले, जिसकी कीमत सबसे ज्यादा रहीजब जाकिर हुसैन 12 साल के थे तब अपने पिता के साथ एक कॉन्सर्ट में गए थे। उस कॉन्सर्ट में पंडित रविशंकर, उस्ताद अली अकबर खान, बिस्मिल्लाह खान, पंडित शांता प्रसाद और पंडित किशन महाराज जैसे संगीत की दुनिया के दिग्गज पहुंचे थे। जाकिर हुसैन अपने पिता के साथ स्टेज पर गए। परफॉर्मेंस खत्म होने के बाद जाकिर को 5 रुपए मिले थे। एक इंटरव्यू में उन्होंने इस बात का जिक्र करते हुए कहा था- मैंने अपने जीवन में बहुत पैसे कमाए, लेकिन वो 5 रुपए सबसे ज्यादा कीमती थे। जाकिर हुसैन का सम्मान अमेरिका भी करता थाजाकिर हुसैन का सम्मान दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका भी करता था। 2016 में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने उन्हें ऑल स्टार ग्लोबल कॉन्सर्ट में भाग लेने के लिए व्हाइट हाउस में आमंत्रित किया था। जाकिर हुसैन पहले इंडियन म्यूजिशियन थे, जिन्हें यह इन्विटेशन मिला था। शशि कपूर के साथ हॉलीवुड मूवी में एक्टिंग कीजाकिर हुसैन ने कुछ फिल्मों में एक्टिंग भी की है। उन्होंने 1983 की एक ब्रिटिश फिल्म हीट एंड डस्ट से डेब्यू किया था। इस फिल्म में शशि कपूर ने भी काम किया था। जाकिर हुसैन ने 1998 की एक फिल्म साज में भी काम किया था। इस फिल्म में उनके अपोजिट शबाना आजमी थीं। जाकिर हुसैन ने इस फिल्म में शबाना के प्रेमी का किरदार निभाया था। जाकिर हुसैन को फिल्म मुगल ए आजम (1960) में सलीम के छोटे भाई का रोल भी ऑफर हुआ था, लेकिन पिता को उस वक्त यह मंजूर नहीं था। वे चाहते थे कि उनका बेटा संगीत पर ही ध्यान दे।
मुकेश खन्ना ने हाल ही में कपिल शर्मा के शो के फॉर्मेट पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा है कि कपिल के शो में अश्लीलता होती है और दोहरे अर्थ वाले डायलॉग्स होते हैं। लोग भले इस पर हंसते हैं, लेकिन इसमें कोई शालीनता नहीं दिखती है। यही वजह है कि वे इस शो में नहीं जाते हैं। मुकेश ने यह भी खुलासा किया कि एक बार कपिल उनसे अवॉर्ड शो में मिले थे, लेकिन हेलो तक नहीं कहा था। शायद ऐसा उन्होंने अहंकार में किया होगा। मुकेश बोले- नहीं बुलाने की वजह अहंकार हो सकता है सिद्धार्थ कानन को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा- मुझे नहीं पता कि उनकी समस्या क्या है। लेकिन उन्होंने मुझसे कभी कॉन्टैक्ट नहीं किया। यह अहंकार और शर्म की वजह से हो सकता है। मुझे यह पता है क्योंकि लोगों ने इस बारे में बहुत कुछ कहा है। कपिल के मजाक पर भड़के मुकेश खन्ना मुकेश ने बताया कि जब उन्होंने शो के एक प्रोमो में अरुण गोविल से भद्दा सवाल पूछा गया तो उन्हें बहुत खराब लगा। इस बारे में उन्होंने कहा- मैंने एक प्रोमो देखा था, पूरा एपिसोड नहीं। जहां अरुण गोविल थे और कपिल शर्मा उनसे एक मजेदार सवाल पूछ रहे थे। सवाल था- अरुण जी, आप नहा रहे हैं और भीड़ चिल्लाई, देखो देखो देखो, राम जी ने वीआईपी अंडरवियर पहना है। अरुण गोविल बस मुस्कुराए और वहीं बैठ गए। अगर मैं वहां होता तो मैं चढ़ जाता। आप यह सवाल ऐसे शख्स से पूछ रहे हैं जिसकी इतनी बड़ी छवि है। उनसे इतना घटिया सवाल पूछ रहे हो। मुकेश ने आगे कहा- मुझे उस शो में अश्लीलता दिखती है। मुझे दोहरे अर्थ वाले संवाद, भद्दे चुटकुले दिखते हैं। हालांकि लोग हंसते हैं, मुझे इसमें कोई शालीनता नहीं दिखती। अवॉर्ड शो में मुकेश को कपिल ने किया था इग्नोर मुकेश ने यह भी बताया कि एक बार अवॉर्ड शो के दौरान कपिल ने उन्हें इग्नोर किया था। उन्होंने कहा- एक अवॉर्ड शो में वे मेरे बगल में बैठे थे। मुझे बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का अवॉर्ड भी मिला था। वे आए हुए थे, शायह वह फिल्म सिटी में कहीं शूटिंग कर रहे थे। वे 10 मिनट तक मेरे बगल में बैठे रहे, लेकिन हेलो तक नहीं कहा। ऐसा नहीं है कि मैं चाहता हूं कि वह हेलो कहें, लेकिन मैं कहता हूं कि आपके पास कोई शिष्टाचार नहीं है।