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लुधियाना में 31 एकड़ जमीन पर कब्जे का प्रयास:NRI की गेहूं काटने को घुसे 35 व्यक्ति; पुलिस ने कंबाइन-गाड़ियां जब्त की

लुधियाना के जगराओं में एक NRI के खेतों में खड़ी फसल को जबरन काटने व कब्जा करने का प्रयास किया। यहां पर 31 एकड़ में गेहूं की बिजाई की गई है। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची तो फसल काटने आए व्यक्ति कंबाइन मशीन और गाड़ियां मौके पर छोड़ कर फरार हो गए। पुलिस मामले में छानबीन कर रही है। जानकारी के अनुसार, लुधियाना जिले के गांव गांव तरफकोटली में रहने वाले मनदीप सिंह अमेरिका में रहते हैं। वे NRI हैं और उन्होंने गांव में अपनी 31 एकड़ जमीन पर गेहूं की फसल की बिजाई की गई है। करीब 35 लोग कंबाइन मशीनें और गाड़ियां लेकर खेत में घुस गए। मनदीप सिंह को जब इसकी जानकारी मिली, तो उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचित किया। पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। आरोपी पुलिस को देखते ही कंबाइन और गाड़ियां छोड़कर फरार हो गए। चौकी गिद्दड़विड़ी के इंचार्ज सुखविंदर सिंह जैतो और थाना सिधवां बेट की टीम ने सभी गाड़ियों को कब्जे में ले लिया है। मनदीप सिंह ने बताया कि इससे पहले भी कुछ लोगों ने उनकी जमीन के फर्जी कागज तैयार कर जमीन को आगे बेच दिया था। इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई थी। जांच अधिकारी सुखविंदर सिंह ने बताया कि मामले की गहराई से जांच की जा रही है। फसल काटने आए सभी लोगों की पहचान कर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि पुलिस पहले भी एनआरआई की जमीन पर कब्जा करने वाले कुछ लोगो पर मामला दर्ज किया है।

दैनिक भास्कर 15 Apr 2025 10:50 am

लड़की की आवाज में इंटिमेट बातें करता था आरोपी:वाइस चेंजर एप से NRI से की 2 करोड़ 68 लाख की ठगी, कैमरा ऑन होने पर हुआ खुलासा

NRI के साथ 2 करोड़ 68 लाख की ठगी करने वाले इंदौर के आरोपियों ने चौंकाने वाले बात सामने लाई है। इस खुलासे से इंदौर पुलिस भी आश्चर्य में पड़ गई। आरोपी विशाल जेसवानी लड़की की आवाज में NRI वेंकट से रात में इंटिमेट बातें करता था। लड़की की आवाज निकालने के लिए उसने फीमेल वाइस ट्रांसलेट एप्लिकेशन का इस्तेमाल किया। वीडियो कॉल पर भी बात करने के दौरान वह इस एप्लिकेशन का इस्तेमाल करता, लेकिन अपनी तरफ का बंद रखता था। एक रात वीडियो कॉल पर कैमरा ऑन हो गया तो उनके इस ठगी का भंडाफोड़ हो गया। पहले जानिए क्या है पूरा मामला आंध्र प्रदेश का रहने वाला वेंकट कलगा नामक युवक वर्तमान में अमेरिका के नॉर्थ कैरोलिना में जॉब करता है और NRI है। वेंकट ने क्राइम ब्रांच को शिकायत की कि भारत मेट्रोमोनियल साइट पर अज्ञात व्यक्तियों ने इंस्टाग्राम मॉडल गर्ल के फोटो अपलोड कर प्रोफाइल बनाकर शादी की बात की। बातचीत के दौरान मोबाइल नंबर शेयर करे। वॉट्सऐप के जरिए चैटिंग और कॉल पर बात की। भरोसा दिलाया, जिसके बाद अलग-अलग बहाने बनाकर किश्तों में 2 करोड़ 68 लाख रुपए ठग लिए। क्राइम ब्रांच ने शिकायत पर केस दर्ज कर मामले की पड़ताल शुरू की। इस पड़ताल में पुलिस के हाथ आरोपी विशाल जेसवानी और उसकी बहन सिमरन तक पहुंचे। क्राइम ब्रांच ने विशाल को अहमदाबाद से तो सिमरन को इंदौर से गिरफ्तार कर लिया। जानिए कैसे आरोपियों ने NRI को भरोसे में लेकर ठगा सिमरन ने 2023 में मेट्रोमोनियल वेबसाइट पर इंस्टाग्राम से मॉडल की फोटो कॉपी कर प्रोफाइल बनाई। उस प्रोफाइल पर शादी के लिए वेंकट से चैटिंग की और मोबाइल नंबर ले लिए। वॉट्सऐप पर चैटिंग करते हुए खुद को बरखा जेसवानी बताया। बातचीत बढ़ने लगी। बात गहरी होने पर आरोपी ने वेंकट को अपने जाल में फंसाना शुरू किया। वो कभी बरखा की बीमारी के नाम पर, कभी अमेरिका आने के लिए, तो कभी घर की परेशानियों का हवाला देकर वेंकट से ऑनलाइन अपने और परिजनों के खातों में रुपए मंगवाने लगे। ऐसा कर अप्रैल 2023 से जून 2024 तक आरोपियों ने 2 करोड़ 68 लाख 64 हजार 481 रुपए ठग लिए। आरोपी की बात सुन चौंक गई पुलिस मामले में पकड़े भाई-बहन से क्राइम ब्रांच की टीम पूछताछ कर रही है। एक-एक करके आरोपियों से कई बातें सामने आ रही है। मगर आरोपी विशाल की एक बात ने पुलिस को भी चौंका दिया। विशाल ने बताया कि वेंकट से कॉल पर दो-तीन बार उसकी बहन ने बात की। इसके बाद वह लड़की की आवाज में बात करता था। इसके लिए उसने वाइज चेंजर एप्लिकेशन का इस्तेमाल किया। वह रात में उससे इंटिमेट बातें भी करता था। वीडियो कॉल पर अपने तरफ का कैमरा बंद करके इस एप्लिकेशन का इस्तेमाल कर लड़की की आवाज में बातें करता। सिमरन ने भी बरखा की बहन बनकर दो से तीन बार वीडियो कॉल पर वेंकट से बात की थी। पूछताछ में सामने आया कि इस पूरी ठगी का मास्टर माइंड विशाल है। एडिशनल डीसीपी क्राइम ब्रांच राजेश दंडोतिया ने कहा विशाल ने बताया कि वह NRI से वाइज चेंजर एप्लिकेशन का इस्तेमाल कर लड़की की आवाज में बात करता था। वह कई बार उससे इंटिमेट बात कर चुका है। वीडियो कॉल पर अपनी तरफ का कैमरा बंद कर इस एप्लिकेशन से बात करता था। एक रात को वीडियो कॉल पर बात करने के दौरान अचानक कैमरा स्विच ऑन हो गया। कैमरा ऑन होते ही वेंकट को पता चला कि उससे लड़की की आवाज में उसका भाई बात कर रहा है। इस पर उसे संदेह हुआ और आगे भी बात करने पर उसकी शंका बड़ी तो उसने इस मामले की शिकायत की। जिसके बाद क्राइम ब्रांच ने केस दर्ज कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों का 15 अप्रैल तक का पुलिस रिमांड मिला है। उनसे ओर भी पूछताछ की जाएगी। ये बात भी सामने आई है कि विशाल ही अलग-अलग बहाने बनाकर वेंकट से पैसा मंगवाता था। ठगी के पैसों से चुकाए दो कार और लोन, खुद का व्यापार भी खोला आरोपियों ने NRI से जो 2 करोड़ 68 लाख रुपए ठगे। उससे उन्होंने एक गोल्ड लोन चुकाया। होम लोन चुकाया। इसके बाद उन्होंने दो कार खरीदी। अहमदाबाद और इंदौर में कपड़े का व्यापार शुरू किया। इसके अलावा उन्होंने कुछ गोल्ड भी इस ठगी के पैसों से खरीदा। इसे भी विवेचना में लिया जाएगा और आगे जब्त किया जाएगा।

दैनिक भास्कर 13 Apr 2025 6:15 am

क्राइमब्रांच में साइबर ठगी पीड़ितों से वसूली का खेल:कानपुर में NRI डॉक्टर से 80 लाख की रकम ठगों के खाते से लौटाने को पुलिस ने मांगे 27 लाख

कानपुर कमिश्नरेट की क्राइमब्रांच में साइबर ठगी के बाद पीड़ितों से ठगों के खाते से रकम लौटाने के नाम पर मोटी वसूली का खेल चल रहा है। गीता नगर निवासी एनआरआई डॉक्टर से साइबर ठगों ने 80 लाख की साइबर ठगी की वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने ठगों के खाते में 3.71 करोड़ फ्रीज कर दिया था। इसके बाद ठगी के शिकार डॉक्टर से उनकी रकम ठग के खाते से लौटाने के नाम पर 27 लाख की डिमांड की गई, उन्होंने डिमांड पूरी नहीं की तो कोर्ट के आदेश के बाद भी ठगी के रकम डॉक्टर के खाते में नहीं लौटाई गई। बल्कि ठगी के रकम दूसरे राज्य के एक मामले में रिलीज कर दिया गया। मामले में अब एडिशनल सीपी से शिकायत के बाद जांच शुरू की गई है। तत्कालीन ACP मोहसिन पर 27 लाख की घूस की डिमांड का आरोप काकादेव के गीता नगर में रहने वाले संजय टंडन ने बताया कि अमेरिका से लौटे 85 वर्षीय चाचा डॉ. रमेश चंद्र टंडन उनके साथ रहते हैं। वह अमेरिका में डॉक्टर थे, लेकिन कुछ समय से उनके साथ ही हैं। रमेश चंद्र टंडन के मोबाइल पर 26 अगस्त 2024 को एक वॉट्सऐप कॉल आई। फोन करने वाले ने अपना नाम अजय बंसल बताया। कहा कि आपके खिलाफ इंटरनेशनल मनी लॉन्ड्रिंग का केस चल रहा है। जिसकी जांच CBI कर रही है, इसके जांच अधिकारी IPS राहुल यादव हैं। जांच से जुड़ा लेटर CBI ऑफिसर विराज कुमार की ओर से जारी किया गया था। जिसे वॉट्सऐप पर भेजा गया। इसके बाद डॉक्टर से 80 लाख 86 हजार रुपए की साइबर ठगी को अंजाम दिया था। संजय ने मामले में साइबर थाने में मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके बाद साइबर थाना ने जांच की तो ठगों के खाते में 3.71 करोड़ रुपए फ्रीज कर दिया था। अब आरोप है कि प्रार्थी ने 9 सितंबर 2024 को उक्त फ्रीज धनराशि से ठगी की रकम वापस करने को प्रार्थना पत्र दिया था। कोर्ट ने भी मामले में ठगी की रकम वापस करने का आदेश दिया था। इसके बाद कोर्ट का आदेश लेकर पीड़ित साइबर थाने पहुंचा तो विवेचक प्रदीप ने बताया कि आपकी ठगी की पूरी रकम रिलीज कर दी जाएगी, लेकिन उसके लिए 27 लाख रुपए की डिमांड रखी। कहा कि अब आप इसके लिए तत्कालीन एसीपी क्राइम मो. मोहसिन खान से बात कर लीजिए। एसीपी से मिलने पर उन्होंने कहा कि जांच अधिकारी प्रदीप ने जो कहा है उसे पूरा करा दीजिए। आपकी ठगी की पूरी रकम खाते में वापस पहुंच जाएगी। पीड़ित ने डिमांड पूरी करने से इनकार कर दिया। इसके बाद साइबर थाना ने कोर्ट के आदेश के बाद भी साइबर ठग के खाते से पंजाब के एक ठगी के मामले में पूरी रकम को रिलीज कर दिया। पीड़ित ने मामले में कंटेम्ट ऑफ कोर्ट में चला गया तो अब कोर्ट ने मामले में एफआईआर दर्ज कराने का आदेश दिया है। एडिशनल सीपी ने दोषी अफसरों को किया तलब मामले की पैरवी कर रहे अधिवक्ता नरेश मिश्रा ने बताया कि कोर्ट ने मामले में मौखिक रूप से रिपोर्ट दर्ज कराने का आदेश दिया है। इसके चलते उन्होंने विवेचक प्रदीप और तत्कालीन एसीपी मोहसिन खान के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए एडिशनल सीपी विनोद सिंह को तहरीर दी है। उन्होंने मामले में क्राइमब्रांच के अफसरों को शनिवार को तलब किया है। शनिवार को अफसरों का पक्ष जानने के बाद मामले में रिपोर्ट दर्ज की जाएगी। एडिशनल सीपी विनोद कुमार सिंह के मुताबिक मामले में जांच की जा रही है। अगर पीड़ित के आरोप सही पाए गए तो मामले में रिपोर्ट दर्ज करने की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल क्राइमब्रांच के अफसरों को दस्तावेज के साथ तलब किया गया है।

दैनिक भास्कर 12 Apr 2025 6:33 am

ठगी का मामला:मेट्रिमोनियल साइट पर मॉडल का फर्जी फोटो लगा एनआरआई से 2 करोड़ 68 लाख ठगे

मेट्रिमोनियल साइट पर फर्जी फोटो लगाकर यूएसए के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के साथ 2.68 करोड़ की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। ये धोखाधड़ी इंदौर में रहने वाली युवती ने भाई के साथ मिलकर की। साइट पर किसी मॉडल का फोटो लगाकर एनआरआई को फंसाया, फिर सवा साल तक चैटिंग कर उसे अपनी समस्याएं बताईं और अलग-अलग किस्तों में उससे करीब 2 करोड़ 68 लाख रुपए ठग लिए। इंजीनियर वेंकट कलगा को शंका हुई तो उसने वीडियो कॉल पर युवती से बात करने को कहा। जब कॉल किया तो दूसरी युवती निकली। इसके बाद वेंकट ने पुलिस ​कमिश्नर संतोष सिंह को शिकायत की। क्राइम ब्रांच डीसीपी राजेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि आरोपी सिमरन (27) पति लव माखिजानी ने आरोपी भाई विशाल माखिजानी के साथ मिलकर ये धोखाधड़ी की। सिमरन को इंदौर से और उसके भाई विशाल को अहमदाबाद से गिरफ्तार किया है। फरियादी वेंकट ने सिमरन से मेट्रिमोनियल साइट पर मार्च 2023 में उसका फोटो देखकर संपर्क किया था। सिमरन ने एक मॉडल फोटो अपनी प्रोफाइल पर लगा रखी थी। जब वेंकट ने संपर्क किया तो सिमरन झूठ बोलकर चैटिंग करती रही। आर्थिक परेशानी, बीमारी और लोन के नाम पर रुपए ऐंठे आरोपी सिमरन ने बरखा बनकर चैटिंग की। वह वेंकट को अपनी परेशानियां बताती रही और रुपए ऐंठती रही। कुछ समय पहले सिमरन ने बीमारी के नाम पर 65 लाख रुपए मांगे। फिर लोन चुकाने की परेशानी बताकर 30 लाख हड़पे। इन पैसों से सिमरन ने इंदौर में खुद की गारमेंट शॉप तक खोल ली थी। वेंकट ने बताया कि वे मूलतः आंध्र प्रदेश के रहने वाले हैं। वर्तमान में अमेरिका के नॉर्थ कैरोलिना में एक साफ्टवेयर कंपनी में जॉब करते हैं।

दैनिक भास्कर 12 Apr 2025 5:56 am

NRI से करोड़ों की ठगी करने वाले भाई-बहन पकड़ाए:ठगी के रुपए से लोन चुकाया, घर-कार खरीदी, गारमेंट शॉप भी डाल ली

इंदौर क्राइम ब्रांच ने पौने तीन करोड़ रुपए की ठगी के मामले में इंदौर के एक भाई-बहन को पकड़ा है। दोनों ने मेट्रोमोनियल साइट पर एक एनआरआई को शादी का झांसा देकर ठगी की थी। इस मामले में अभी पूछताछ की जा रही है।अमेरिका की एक कंपनी में काम करने वाले इंदौर निवासी वेंकटराव कलगा ने अप्रैल 2025 में डीसीपी राजेश त्रिपाठी से शिकायत की थी। इसके अनुसार उन्होंने भारतीय मेट्रोमोनियल साइट पर शादी के लिए लड़की पसंद की थी। उसकी आईडी बरखा जेसवानी के नाम से थी। बरखा ने उन्हें धोखे में रखते हुए करीब 2 करोड़ 68 लाख रुपए ठग लिए। इस मामले में क्राइम ब्रांच लगातार जांच कर रही थी। आरोपियों ने वेंकटराव से अलग-अलग अकाउंट में पैसे डलवाए थे। टीम ने बैंक ट्रांजैक्शन की जानकारी निकालकर सगे भाई बहन सिमरन और विशाल जेसवानी को पकड़ा। आरोपियों ने फर्जी अकाउंट खोलने के बाद वेंकटराव को झांसे में लेकर उसके साथ ठगी की वारदात की थी। आरोपियों में से एक को इंदौर, जबकि दूसरे को अहमदाबाद से पकड़ा गया है। लोन चुकाया, घर और कार ली डीसीपी ने बताया कि आरोपियों ने ठगे गए रुपए से आलीशान घर, कार खरीदा और कपड़े की एक दुकान खोल ली थी। इसके साथ ही अपना पुराना लोन भी ठगी की रकम से चुकाया था। पूछताछ में दोनों ने वेंकट से ठगी करना कबूली है। अब आरोपियों से जब्ती की कार्रवाई की जा रही है। आरोपी पूर्व में भी एक मामले में जेल जा चुके है।

दैनिक भास्कर 11 Apr 2025 4:25 pm

दहेज का सामान खुर्द-बुर्द करने वाले एनआरआई पति और ससुर पर केस

भास्कर न्यूज | अमृतसर थाना राजासांसी पुलिस ने सोशल मीडिया पर पत्नी सहित परिवार की शादी वाली तस्वीर पर गंदे कमेंट लिखकर अपलोड और दहेज के सामान को खुर्द बुर्द करने के आरोप में एनआरआई पति और ससुर के खिलाफ केस दर्ज किया है। आरोपी की पहचान सुखचैन सिंह और उसके पिता तरसेम सिंह निवासी न्यूजीलैंड के रूप में हुई है। पुलिस को दी शिकायत में सुखदेव सिंह निवासी बगा कलां ने बताया कि 10 जनवरी को उसकी बेटी सहित उनके परिवार की शादी वाली तस्वीर पर गंदे कमेंट लिखकर सोशल मीडिया पर अपलोड किया गया। इसके अलावा आरोपियों ने एकतरफा तालाक कर दहेज के सामान को खुर्द-बुर्द किया। पुलिस ने बताया कि इस मामले में आरोपियों के खिलाफ आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। यह घटना सोशल मीडिया के दुरुपयोग और दहेज उत्पीड़न जैसे गंभीर मुद्दों को उजागर करती है, जिसके खिलाफ पुलिस सख्त कार्रवाई कर रही है।

दैनिक भास्कर 11 Apr 2025 4:43 am