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UK सांसद ढेसी की मंत्री संजीव अरोड़ा से मुलाकात:NRI के इश्यू पर बनी स्ट्रेटजी; बोले- जमीनी झगड़े और अवैध कब्जों से जूझ रहे पंजाबी

पंजाब के कैबिनेट मंत्री संजीव अरोड़ा से UK के सांसद तनमनजीत सिंह ढेसी ने मुलाकात की। इस दौरान NRI (अनिवासी भारतीय) के मुद्दों पर रणनीति बनाई गई। अरोड़ा ने ढेसी को आश्वासन दिया कि सरकार उनकी समस्याओं पर जरूर विचार करेगी। तनमनजीत सिंह ढेसी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि लंबे समय से NRI भूमि विवादों, संपत्तियों पर अवैध कब्जे और पंजाब लौटने पर जबरन वसूली की धमकियों से जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये कोई अलग-थलग मामले नहीं हैं, बल्कि एक ऐसे पैटर्न का प्रतिनिधित्व करते हैं जो कई लोगों को अपनी जड़ों से जुड़े रहने से रोकता है। ढेसी ने कहा कि आज जरूरत है विदेश गए पंजाबियों को अपनी मिट्टी से जुड़े रहने के लिए प्रोत्साहित करने की। शिकायतों को समय पर हो निपटारा ढेसी ने NRI भारतीयों की शिकायतों को समयबद्ध और पारदर्शी तरीके से निपटाने के लिए एक विशेष तंत्र स्थापित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि प्रवासी पंजाबियों को नौकरशाही की देरी या उत्पीड़न का सामना किए बिना समस्याओं का समाधान करने में मदद करने के लिए एक विश्वसनीय सिंगल-विंडो प्रणाली की स्थापना जरूरी है। इसके अलावा, ढेसी ने पंजाब के लिए बेहतर अंतर्राष्ट्रीय हवाई संपर्क का भी आह्वान किया, ताकि सीधी उड़ानें मिल सकें। उन्होंने कहा कि इसे पूरा करने के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे और राजनीतिक इच्छाशक्ति की जरूरत है। सीधी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें न केवल प्रवासी भारतीयों के लिए फ़ायदेमंद होंगी, बल्कि व्यापारिक संबंधों में वृद्धि के जरिए स्थानीय व्यवसायों को भी बढ़ने में मदद करेंगी। कौन हैं तनमनजीत सिंह ढेसी? तनमनजीत सिंह ढेसी का जन्म 17 अगस्त 1978 को स्लो, इंग्लैंड में भारतीय प्रवासियों के परिवार में हुआ। वे यूके के पहले पगड़ीधारी सांसद हैं। उन्होंने यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन से गणित और प्रबंधन अध्ययन में स्नातक की डिग्री प्राप्त की है। इसके बाद उन्होंने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से भी उच्च शिक्षा प्राप्त की है। ढेसी 2007 से 2015 तक ग्रेवशम बरो काउंसिल में नॉर्थफ्लीट नॉर्थ का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं और 2011 से 2012 तक ग्रेवशम के मेयर भी रहे हैं।

दैनिक भास्कर 24 Aug 2025 9:58 am

लुधियाना में दहेज के लिए पत्नी को पीटा:NRI पति ने कनाडा में प्रेमिका से बनाए संबंध, 2021 में हुई थी शादी

लुधियाना में एक एनआरआई पति ने अपनी पत्नी को दहेज के लिए प्रताड़ित किया। आरोपी पति ने अपनी प्रेमिका से शादी करने के लिए पत्नी को जान से मारने की धमकी भी दी। घटना जगराओं की है। पीड़िता के पिता हरविंदर सिंह ने पुलिस को बताया कि उनकी बेटी की शादी 2021 में हरप्रीत सिंह से हुई थी। शादी के बाद से ही हरप्रीत और उसके परिवार वाले दहेज की मांग करने लगे। शादी के कुछ समय बाद ही लड़का कनाडा वापस चला गया। उसके बाद उसके माता पिता ने लड़की को तंग परेशान किया जाने लगा।पीड़िता के पिता ने 5 लाख रुपए का इंतजाम करके दिया, लेकिन आरोपियों की मांग बढ़ती गई। कनाडा में कर रहा परेशान- पिताथाना सदर रायकोट के एएसआई जगदीप सिंह के अनुसार, आरोपी हरप्रीत सिंह ने किसी अन्य महिला से अवैध संबंध बना लिए। वह अपनी प्रेमिका से शादी करने के लिए पत्नी को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लगा। पहले भारत में और अब विदेश में भी पीड़िता को परेशान किया जा रहा है। पुलिस ने मामले की जांच के बाद आरोपी पति हरप्रीत सिंह, उसके पिता दर्शन सिंह और मां परमिंदर कौर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। तीनों आरोपी गांव दाता के रहने वाले हैं। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है।

दैनिक भास्कर 23 Aug 2025 1:24 pm

मे​​डिकल में NRI कोटे की जांच अब एम्बेसी से:फर्जी सर्टिफिकेट वाला एक छात्र पकड़ा गया

शहर के एक मेडिकल कॉलेज में फर्जी एनआरआई सर्टिफिकेट के आधार पर एमबीबीएस में एडमिशन लेने का मामला सामने आया है। छात्र ने एडमिशन के लिए बेलारूस स्थित भारतीय एम्बेसी का एनआरआई सर्टिफिकेट लगाया था। इसी आधार पर काउंसलिंग में उसे इंदौर के अरबिंदो मेडिकल कॉलेज में सीट भी आवंटित हो गई थी। कॉलेज ने जब जांच के लिए सर्टिफिकेट एम्बेसी को भेजा तो मात्र 33 मिनट में ही क्रॉस चेक कर जवाब दे दिया गया कि यह दस्तावेज फर्जी है। इसके बाद छात्र का एडमिशन निरस्त कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई। बताया जा रहा है कि लंबे समय से एजेंटों के जरिए फर्जी एनआरआई सर्टिफिकेट पर मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश होते आ रहे हैं, लेकिन यह पहला मामला है जिसमें छात्र रंगे हाथों पकड़ा गया है। छात्र का नाम बलदेव पिता गोविंद रमानी, निवासी ट्रेजर टाउन बिजलपुर, इंदौर है। नीट में उसका स्कोर 276 और ऑल इंडिया रैंक 5,15,923 थी। उसने बेलारूस की भारतीय एम्बेसी से जारी एनआरआई सर्टिफिकेट लगाया था, जो गुरुशरण सिंह पूर्बा (पासपोर्ट नंबर S9306380) के नाम से 7 जुलाई को बना दिखाया गया था। इसमें गुरुशरण को जालंधर का मूल निवासी और 2020 से बेलारूस में रहने वाला बताया गया था। कॉलेज ने मामले की जानकारी मेडिकल एजुकेशन विभाग, सीबीआई और अन्य जांच एजेंसियों को भेज दी है। इसमें बड़े एजेंट गिरोह के खुलासे की संभावना है। परिजन बोले–रिश्तेदार ने दिया सर्टिफिकेटएनआरआई सर्टिफिकेट फर्जी पाए जाने पर जब छात्र एवं उसके परिजन से बात की गई थी तो उन्होंने साफ तौर पर कहा कि किसी रिश्तेदार ने उन्हें यह सर्टिफिकेट बनवा कर दिया था। हालांकि ज्यादातर मामलों में यह काम एडमिशन एजेंट करते हैं। इसके पहले फर्जी नोटरी सर्टिफिकेट पर एडमिशन के मामले पकड़े गए थे।

दैनिक भास्कर 23 Aug 2025 4:23 am

भिवानी के NRI उद्योगपति का ब्रिटेन में निधन:गांव चांग से बेटी के कैंसर का इलाज करवाने गए थे लॉर्ड स्वराज पॉल, फिर वहीं बस गए

भिवानी के NRI उद्योगपति लॉर्ड स्वराज पॉल का ब्रिटेन में 94 साल की उम्र में निधन हो गया। 1960 के दशक में उनका परिवार भिवानी जिले के गांव चांग में रहता था। स्वराज पॉल अपनी बेटी के कैंसर का उपचार करवाने के लिए साठ के दशक में ब्रिटेन गए थे। 4 साल की उम्र में उनकी बेटी का निधन हो गया। जिसके बाद उन्होंने बेटी के नाम से अंबिका पॉल फाउंडेशन की स्थापना की। फाउंडेशन के जरिये बच्चों और युवाओं के शिक्षा-स्वास्थ्य सहित अन्य योजनाओं के लिए दान किया। जिन्होंने अपने चांग गांव के स्कूल के भवन का निर्माण करवाने के लिए भी दान दिया था। पॉल का जन्म पंजाब के जालंधर में हुआ था। उनका वीरवार को ब्रिटेन की अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। NRI उद्योगपति लॉर्ड स्वराज पॉल के निधन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट डाली। जिसमें उन्होंने NRI उद्योगपति लॉर्ड स्वराज पॉल के की एक फोटो भी सांझा की और लिखा Deeply saddened by the passing of Shri Swaraj Paul Ji. His contributions to industry, philanthropy and public service in the UK, and his unwavering support for closer ties with India will always be remembered. I fondly recall our many interactions. Condolences to his family and admirers. Om Shanti. एक साल पहले गांव आया था पोताभिवानी के गांव चांग के सरपंच प्रतिनिधि प्रदीप कुमार ने बताया कि NRI उद्योगपति लॉर्ड स्वराज पॉल के पोते आयुष पॉल करीब एक साल पहले गांव चांग में आए थे। यहां पर उन्होंने गांव का दौरा किया। इस दौरान गांव के स्कूल के भवन बनाने के लिए कहा गया था। साथ ही गांव के राजकीय सीनियर सेकेंडरी कन्या स्कूल के भवन निर्माण के लिए 3 करोड़ रुपए देने की बात कही थी। जो शायद शिक्षा निदेशालय को दिए गए हैं। 94 वर्ष की उम्र में निधनभारतीय मूल के दिग्गज ब्रिटिश उद्योगपति लॉर्ड स्वराज पॉल का निधन 94 साल की उम्र में हो गया। अग्रवाल वैश्य समाज के अध्यक्ष भिवानी निवासी अशोक बुवानीवाला ने लॉर्ड स्वराज पॉल के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने कहा यूके में उद्योग, परोपकार और सार्वजनिक सेवा में उनके योगदान और भारत के साथ घनिष्ठ संबंधों के लिए उनके अटूट समर्थन को हमेशा याद किया जाएगा। बेटी का इलाज करवाने ब्रिटेन गए थेअशोक बुवानीवाला ने कहा कि स्वराज पॉल का जन्म जालंधर में हुआ था। उसके बाद उनका परिवार भिवानी जिले के गांव चांग में रहा है। 1960 के दशक में वह अपनी छोटी बेटी अंबिका के कैंसर के इलाज के लिए ब्रिटेन आ गए थे। 4 साल की उम्र में अंबिका के निधन होने के बाद उन्होंने 'अंबिका पॉल फाउंडेशन' की स्थापना की। देश में एपीजे स्कूल-कॉलेज पॉल परिवार की देनदेश भर में एपीजे स्कूल की स्थापना भी पॉल परिवार की ही देन है। एपीजे एजुकेशन सोसायटी का गठन 1967 में डॉ. सत्य पॉल ने किया था। जो गांधीवादी स्वतंत्रता सेनानी रहे और स्वराज पॉल के पिता थे। दादरी (पहले भिवानी का हिस्सा) में भी एपीजे कॉलेज व स्कूल हैं। फरीदाबाद, गुरुग्राम, सोहना में भी एपीजे शिक्षण संस्थान हैं। ​​​​​​​गांव चांग में शोक की लहरस्वराज पॉल के निधन की सूचना से उनके गांव चांग में भी शोक की लहर फैल गई। ग्रामीणों ने कहा कि वो हमारे गांव के बेटे थे। यहां से हमेशा ही नाता रहा। उनके पोते जब पिछले साल आए तो ग्रामीणों के साथ अपने दादा से जुड़ी बातें पूछी थी।साल 2007 में MDU के दीक्षांत समारोह में आए, डॉक्टरेट की मानद उपाधि मिली लॉर्ड स्वराज पॉल ने हरियाणा का दौरा 3 अप्रैल 2007 को किया था। इस दिन वे रोहतक में महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (MDU) के दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में आए। उन्हें विश्वविद्यालय द्वारा प्रबंधन विज्ञान में डॉक्टरेट की मानद उपाधि (Honorary Ph.D.) प्रदान की गई थी। इस कार्यक्रम में हरियाणा के राज्यपाल डॉ. ए. आर. किदवाई भी मौजूद रहे।

दैनिक भास्कर 22 Aug 2025 11:04 am

NRI की जमीन पर कब्जा, पुलिस कमिश्नर से शिकायत:अजरबैजान से आए युवक ने लगाया आरोप, प्लॉट खाली करने के एवज में मांग रहे रंगदारी

कानपुर कमिश्नरेट पुलिस द्वारा भूमाफियाओं के खिलाफ चलाए जा रहे आपरेशन महाकाल 2.0 के दौरान एक एनआरआई ने शहर आकर पुलिस कमिश्नर से शिकायत की। उनका आरोप है कि उनकी जमीन पर एक अधिवक्ता ने कब्जा कर रखा है। जो उन्हें फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दे रहा है। साथ ही प्लाट खाली करने के एवज में रगंदारी मांग रहा है। पुलिस ने पीड़ित एनआरआई की शिकायत पर मामले की जांच शुरु की। 1991 से विदेश में रह रहे मूलरूप से मेरठ की आजाद कॉलोनी निवासी मो. अफरोज रफी वर्ष 1991 से अजरबैजान में रह कर लॉजिस्टिक का काम करते है। उन्होंने बताया कि कुछ साल पहले उनकी मां शमीम आरा ने कानपुर के चकेरी मोड़ के पास 250 गज की जमीन खरीदी थी। दिसंबर 2024 में मां की मौत के बाद उन्होंने वह जमीन अपने नाम चढ़वा ली। फर्जी मुकदमा लिखवा जेल भिजवाने की धमकी जिसके बाद वह जमीन पहुंचे तो वहां एक अधिवक्ता का बोर्ड लगा हुआ था। जिसने उस प्लॉट को किराए पर उठा रखा है, जब उन्होंने अधिवक्ता से बातचीत की तो जमीन छोड़ने की धमकी देने लगा। विरोध करने पर अधिवक्ता ने फर्जी मुकदमे लगाकर जेल भिजवाने की धमकी दी। साथ ही जमीन खाली करने के एवज में रंगदारी की मांग की। एसीपी कल्याणपुर को सौंपी गई जांच जिसके बाद पीड़ित ने पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार से मिलकर मामले की शिकायत की। जिन्होंने चकेरी एसीपी अभिषेक पांडेय को मामले की जांच सौंपी। चकेरी एसीपी अभिषेक पांडेय ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। आरोप साबित होने पर मुकदमा दर्जकर कार्रवाई की जाएगी।

दैनिक भास्कर 21 Aug 2025 4:59 pm