Sheikh Hasina condolences Khaleda Zia:खालिदा जिया और शेख हसीना की दुश्मनी को “बेगमों की जंग” कहा जाता था. तीन दशकों तक दोनों ने बारी-बारी से सत्ता संभाली और एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए हैं. हसीना के शासन में जिया को भ्रष्टाचार के मामलों में जेल हुई, जबकि हसीना की सत्ता गिरने के बाद जिया रिहा हुईं. ऐसे में हसीना का इस तरह संदेश लिखना बहुत मायने माने जा रहे हैं.
ढाका में हुआ था ये बड़ा बवाल! जान के खतरे के चलते प्रणब मुखर्जी और खालिदा जिया की मुलाकात हुई कैंसल
Khaleda Zia security threat: साल 2013 में सुरक्षा कारणों से खालिदा जिया ने भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मिलने वाली बैठक रद्द कर दी थी. 80 साल की उम्र में उनका निधन हो गया, वे लंबे समय से बीमार थीं और ढाका के एक निजी अस्पताल में भर्ती थीं.
जापान में बर्ड फ्लू का कहर, सामने कई मामले; 2.40 लाख मुर्गियां की जाएंगी नष्ट
Bird Flu: जापान के ग्रेटर टोक्यो इलाके के साइतामा प्रांत में एवियन इन्फ्लूएंजा का 12वां मामला सामने आया है. कृषि मंत्रालय ने पुष्टि की कि एक पोल्ट्री फार्म में संक्रमण फैला है, जिसमें 2 लाख 40 हजार मुर्गियां थीं. सभी मुर्गियों को नष्ट कर सैनिटाइजेशन अभियान चलाया जाएगा.
ISI तो जमात पर दांव लगा रही थी, खालिया जिया की मौत से बदलेगा आलम? भारत की लगी टकटकी
Khaleda Zia death:बांग्लादेश की पहली महिला प्रधानमंत्री खालिदा जिया की मौत के बाद अब बांग्लादेश के चुनाव के समीकरण बदलते हुए दिख रहे हैं. फरवरी 2026 चुनाव से ठीक पहले खालिदा की मौत से बीएनपी को सहानुभूति की बड़ी लहर मिल सकती है. बेटे तारिक रहमान की वापसी से पार्टी ने हुंकार जिस तरह भरी है उससे ISI की जमात-केंद्रित रणनीति को झटका लग सकता है.
ढाका में कल होगा खालिदा जिया का अंतिम संस्कार
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री बेगम खालिदा जिया का अंतिम संस्कार बुधवार को राजधानी के मानिक मियां एवेन्यू में होने का अनुमान है
आज तकनीक बहुत आगे बढ़ गई है लेकिन हाल ही में आई खबर ने सदियों पुरानी यात्रा अनुभवों की याद दिला दी है. चीन 5 क्रेन की डिलीवरी के लिए 90 दिनों 37000 किलोमीटर का सफर तय किया है.
साथ-साथ गुजरा बचपन, फिर पढ़ाई के लिए गईं US; सड़के हादसे में दो दोस्तों ने छोड़ दी दुनिया
Telangana News: कैलिफोर्निया में दो बचपन की दोस्तों की एक साथ साथ मौत हो गई, ये दोनों एक साथ पढ़ाई करने के लिए US गईं हुई थीं. दोनों तेलंगाना की रहने वाली थीं.
Iran warns US:ईरान के टॉप एडवाइजर अली शमखानी ने ट्रंप के उस बयान पर बहुत करारा जवाब दिया है. जिसमें ट्रंप ने कहा था कि अगर ईरान अपना बैलिस्टिक मिसाइल या न्यूक्लियर प्रोग्राम दोबारा बनाएगा, तो उसे हमला करके खत्म कर दिया जाएगा. जानें पूरी रिपोर्ट.
Vladimir Putin: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने उन्हें बताया कि यूक्रेनी ड्रोन ने उनके आवास पर हमले की कोशिश की थी. हालांकि, यूक्रेनी अधिकारियों ने इस दावे का खंडन करते हुए इसे झूठ बताया.
Military-backed party to win in Myanmar:म्यांमार में 28 दिसंबर को पहले चरण के चुनाव हुए, सेना समर्थक USDP ने 102 में से 82 सीटें जीतने का दावा किया. गृहयुद्ध जारी है. कई इलाकों में वोटिंग नहीं हुई है. नोबेल विजेता आंग सान सू अभी भी लापता हैं. जानें पूरी खबर.
ताइवान पर हमले की तैयारी कर रहा चीन? द्वीप के आसपास सेना तैनात, बड़े सैन्य अभ्यास से इलाके में तनाव
ताइवान को लेकर चीन और जापान समेत इस क्षेत्र में तनाव फिर से बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। जापान की प्रधानमंत्री साने ताकाइची की टिप्पणी के बाद से चीन ने अब तक का सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया है
वो चमत्कारी बाबा जिसने महारानी के 'दिल' पर किया कब्जा, खुद की मौत की भी कर चुका था भविष्यवाणी
इतिहास के पन्नों में कई ऐसी कहानियां दफन हैं, जिन्हें हम अब पढ़ते हैं तो हैरानी बहुत हैरानी होती है. आज हम आपको रूस के शाही परिवार से जुड़ी एक ऐसी ही कहानी का बारे में बताने जा रहे हैं.
सन 81 की वो हत्या जिसने खालिदा जिया के मुस्तकबिल को बदला, सियासत ने दिया 'बैटल ऑफ बेगम्स' का नाम
Khalida vs Hasina Rivalry: शेख मुजीबुर रहमान की बेटी और अवामी लीग की नेता शेख हसीना वाजेद और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) की प्रमुख रहीं बेगम खालिदा जिया के बीच काफी लंबी राजनीतिक लड़ाई चली, यह संघर्ष तब शुरू हुआ जब 1975 में हसीना के पिता शेख मुजीबुर रहमान को मार दिया गया. आइए जानते है इस संघर्ष की पूरी कहानी...
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया का 80 वर्ष की उम्र में निधन
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की चेयरपर्सन बेगम खालिदा जिया का मंगलवार सुबह लंबी बीमारी के बाद 80 साल की उम्र में निधन हो गया
2026 का पूरी दुनिया को इंतजार है. कुछ जगहों पर 24 घंटे बाद नया साल शुरू हो जाएगा. ऐसे में बीतते साल 2025 पर एक नजर दौड़ाने की जरूरत है. दुनिया में सियासी नजरिए से देखें तो कुछ बयान काफी चर्चा में रहे. इसमें पीएम नरेंद्र मोदी, डोनाल्ड ट्रंप, पुतिन, इटली की पीएम मेलोनी के बयान प्रमुख थे.
खालिदा जिया ने कहा दुनिया को अलविदा, कैसे तय किया जलपाईगुड़ी से पीएम तक का सफर?
Khaleda Zia: बांग्लादेश की पूर्व पीएम खालिदा जिया का निधन हो गया. खालिदा जिया बांग्लादेश की पहली महिला पीएम थीं, इनके पति जियाउर रहमान बांग्लादेश के राष्ट्रपति भी रह चुके थे. जानिए इनका राजनीतिक सफर कैसा था.
बांग्लादेश की पहली महिला प्रधानमंत्री खालिदा जिया का इंतकाल, 1 दिन पहले भरा था चुनावी पर्चा
Khalida Zia: बांग्लादेश की पहली महिला प्रधानमंत्री खालिदा जिया का 80 साल की उम्र में इंतकाल हो गया है. मौत से कुछ घंटे पहले ही उन्होंने अस्पताल से ही चुनावी पर्चा भरा था.
ट्रंप को मिलेगा एक और 'पीस प्राइज', फीफा के बाद अब नेतन्याहू देंगे इजरायल का सर्वोच्च सम्मान
IsraelPeacePrize:इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को इजरायल का सर्वोच्च नागरिक सम्मान देने की घोषणा की है. यह पुरस्कार 80 वर्षों में पहली बार किसी गैर-इजरायली नागरिक को और शांति श्रेणी में पहली बार प्रदान किया जा रहा है.
हमने ड्रग्स की नर्सरी को तबाह कर दिया... अमेरिका ने एक और बोट पर किया हमला; अब तक 107 की मौत
US Strike on Drugs Boat: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पुष्टि करते हुए बताया कि उन्होंने एक ड्रग्स की एक और बोट पर हमला कर दिया है. इस हमले में 2 लोगों की मौत हुई है.
Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर ईरान को बड़ी धमकी दी है. उन्होंने कहा है कि अगर ईरान ने न्यूक्लियर प्रोग्राम जारी रखा तो US उस पर हमला कर सकता है.
Trump Netanyahu Meeting: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है, गाजा शांति योजना का दूसरा चरण जल्द से जल्द शुरू किया जाएगा. फ्लोरिडा के मार-ए-लागो में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात की. इस दौरान ट्रंप ने साफ किया कि गाजा में शांति के लिए हमास का हथियार डालना जरूरी है. साथ ही उन्होंने गाजा के पुनर्निर्माण की बात भी कह दी.
‘जब नीतीश कुमार ने नकाब खींचा, तो समझ नहीं आया कौन, कहां से मुझे खींच लेगा। वहां सब हंसने लगे थे। इतना कुछ पहले हो गया था, न जाने और क्या करते। मैं जल्दी-जल्दी वहां से निकली, ताकि मुझे कोई देख न ले। थोड़ी देर बाद दोबारा वहां गई अपॉइंटमेंट लेटर फाड़कर फेंकने, लेकिन तब तक सब जा चुके थे।’ नुसरत परवीन ने ये आपबीती भाई बबलू को सुनाई थी। वही नुसरत, जिनका हिजाब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जॉइनिंग लेटर देते वक्त खींच दिया था। तारीख 15 दिसंबर थी। इसके बाद से नुसरत सामने नहीं आई हैं। अब तक कुछ कहा भी नहीं है। बिहार सरकार की ओर से जॉइनिंग की तारीख बढ़ाने के बाद भी उन्होंने नौकरी जॉइन नहीं की है। नुसरत और उनका परिवार पटना से कोलकाता चला गया। भाई का दावा है कि पति ने नुसरत को मीडिया से बात करने और बाहर निकलने से मना किया है। परिवार भी इसका विरोध नहीं कर रहा, क्योंकि हम नहीं चाहते कि पति-पत्नी का रिश्ता बिगड़े। पहले पटना में तलाशतारीख: 23 और 24 दिसंबरदो पते, पहला घर खाली और दूसरा बंद, परिवार गायब नुसरत और उनका परिवार पटना में रह रहा था। हमें घर का पता चला। न्यू पाटलिपुत्र के कमर प्लाजा में मकान नंबर-102 में किराए पर पूरा परिवार रहता है। परिवार में नुसरत के पति डॉ. आसिफ अली खान, 14 साल का बड़ा और 9 साल का छोटा बेटा है। हम उस पते पर पहुंचे, लेकिन वे इस घर को छोड़कर कुछ दूर किसी और मकान में रहने लगे हैं। बदला पता है- मोहिदिन इन्क्लेव, न्यू पाटलिपुत्र कॉलोनी। यहां पहुंचे, तो गेट पर ताला मिला। सिक्योरिटी गार्ड शंभू ने बताया कि परिवार 17 दिसंबर को कहीं चला गया है। नुसरत तिब्बी कॉलेज में पीजी कर रही हैं। पति डॉ. आसिफ साइकियाट्रिस्ट हैं। वे हाजीपुर मेडिकल कॉलेज में पढ़ाते हैं और पटना के चांद मेमोरियल अस्पताल में प्राइवेट प्रैक्टिस करते हैं। नुसरत के घर के पास रहने वाले रफीक बताते हैं कि नुसरत का परिवार यहीं रहता था, लेकिन उनसे बहुत मेलजोल नहीं था। रफीक आगे कहते हैं, ‘मेरी पत्नी भी कुवैत में सरकारी नौकरी करती हैं। वहां भी जॉब करने वालों को फेस खुला रखना पड़ता है, लेकिन चेहरे से नकाब महिला पुलिस ही हटाती है।’ नुसरत के इस घर के सामने मस्जिद है। पता चला कि नुसरत के पति डॉ. आसिफ वहां नमाज पढ़ने जाते थे। वहां के इमाम मोहम्मद फारूक ने बताया कि डॉ. आसिफ से बहुत ताल्लुक नहीं है। बस कभी सलाम-कलाम करते थे। चार महीने पहले ही उमरा करके आए थे। उस दौरान दिन में 2-3 दफा नमाज पढ़ने आ जाया करते थे। इससे ज्यादा पता नहीं।’ इसी कड़ी में इमाम साहब की पत्नी हुस्ना खातून बताती हैं, नुसरत बालकनी में कपड़े डालने आती थीं, तब नकाब नहीं पहनती थी। वहीं से दुआ-सलाम हो जाती थी। वो किसी के घर नहीं आती-जाती थीं। नुसरत के पति ने अस्पताल आना बंद किया, पटना भी छोड़ामोहल्ले से निकलकर हम चांद मेमोरियल अस्पताल पहुंचे। नुसरत के पति डॉ. आसिफ यहां रोज शाम 6 बजे मरीजों को देखते थे। उस दिन डॉ. आसिफ अस्पताल नहीं पहुंचे। उन्हें कॉल किया, लेकिन कोई जवाब नहीं आया। अस्पताल के मैनेजर ने फोन मिलाया, तो उन्होंने आने से मना कर दिया। हम अगली सुबह, यानी 24 दिसंबर को फिर अस्पताल पहुंचे। मैनेजर ने बताया कि डॉ. आसिफ शहर में ही नहीं हैं। नकाब वाले मामले के बाद मीडिया से बच रहे हैं। शायद कोलकाता गए हैं।’ अब पटना से कोलकाता तक तलाश तारीख: 25-26 दिसंबरनुसरत का पता लगाने हम पटना से कोलकाता रवाना हुए। पता चला कि नुसरत और उनका परिवार कोलकाता के तोपसिया के कोहिनूर बाजार में रहता है। हम वहां घंटों तक उनके घर का पता खोजते रहे। आखिरकार नुसरत के बडे़ भाई सरफराज का पता मिला। वहां पहुंचे, तो घर में कोई नहीं था। पता चला कि नुसरत के छोटे भाई बबलू का प्रॉपर्टी का काम है। हम उनके ऑफिस SK ट्रेडर्स 77/2 तोपसिया पहुंचे। पहचान छिपाते हुए उनके घर का पता पूछा। बताया गया कि अभी सब नुसरत की बहन के घर गए हैं। साथ ही सरफराज का फोन नंबर दे दिया। बहन का घर भी उसी बाजार में है। करीब घंटेभर की मशक्कत के बाद उनका पता मिल गया। हम उनके अपार्टमेंट जेनटेक्स प्लाजा पहुंचे। सिक्योरिटी गार्ड ने हमें रोक लिया। कुछ ही देर में बबलू भी स्कूटी से वहां आ गया। हमें देखकर हमारी सही पहचान पूछने लगा। इस बार हमने बता दिया कि दैनिक भास्कर से हैं। बहुत समझाने और भरोसा दिलाने पर वो हमें अपने घर ले जाने को राजी हो गया। नुसरत की बहन देखते ही भड़कीं, बोलीं- यहां से चले जाइएहम बबलू के साथ बिल्डिंग के दूसरे फ्लोर पर पहुंचे। सामने गेट पर एक महिला खड़ी थीं। ये नुसरत की छोटी बहन हैं। उन्होंने गुस्से से पूछा- आप लोग कौन हैं? मीडिया से होने की वजह से उन्होंने हम पर चिल्लाना शुरू कर दिया। कुछ देर में घर से और लोग बाहर आने लगे। ये वही घर है, जिसमें नुसरत और उनके पति डॉ. आसिफ मौजूद थे। परिवार के लोगों ने धमकी दी कि गार्ड से कहकर, धक्के मारकर बाहर करवा देंगे। हमने उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने बात नहीं की। इसके बाद हम बाहर आ गए। भाई बोले- हम नहीं चाहते कि पति-पत्नी अलग हो जाएंबाहर जाने पर बबलू ने हमें अपने भतीजे वकार से मिलवाया। वकार सरफराज के बेटे हैं। वे वकालत करते हैं। उन्होंने ऑफिस चलने के लिए कहा। ऑफिस पहुंचकर बताया कि नुसरत के पति ने उसे मीडिया से दूर रखा है। सोशल मीडिया पर भी कुछ लिखने से मना किया है। इसी वजह से नुसरत घर में बंद है। हम कुछ नहीं कर सकते, हम नहीं चाहते कि मियां-बीवी अलग हो जाएं। इसलिए हम चुप हैं।’ ‘भाई परमिशन दें तो नीतीश समेत सभी मंत्रियों पर FIR करा दूं’बबलू आगे कहते हैं, ‘मौजूदा हुकूमत से कौन उलझेगा। हम लोगों को बहुत तकलीफ है। अगर आज मेरा बड़ा भाई परमिशन दे दे, तो अभी तोपसिया थाना जाकर नीतीश कुमार समेत वहां मौजूद सभी मंत्रियों के नाम FIR करवा दूं।’ हमने पूछा कि नुसरत क्या चाहती हैं? भाई जवाब देते हैं, ‘पति के बोलने पर ही वो कुछ करेंगी।’ नुसरत, पढ़ी-लिखी, समझदार हैं, फिर ऐसा कैसे? इस पर वकार ने कहा, ‘मुस्लिम परिवार है। यही सबसे बड़ी वजह है।’ आखिरकार नुसरत के घरवालों ने हमें उनसे नहीं मिलने दिया। भाई सरफराज ने कहा, ‘नुसरत इस माहौल में मीडिया से बात नहीं करना चाहतीं। एक महीने बाद वे मीडिया से बात करेंगी। उसने कॉलेज जाना बंद कर दिया है। मुख्यमंत्री ने जॉइनिंग लेटर दिया है, लेकिन जॉइन नहीं किया।’ हालांकि बिहार के आयुष विभाग की तरफ से जॉइनिंग की तारीख 20 दिसंबर से बढ़ाकर 31 दिसंबर कर दी गई है। अब देखना यही है कि नुसरत के पति, नुसरत के लिए क्या फैसला करते हैं। हिजाब विवाद की शुरुआत15 दिसंबर को बिहार के CM नीतीश कुमार पटना में आयुष डॉक्टरों को जॉइनिंग लेटर दे रहे थे। डॉ. नुसरत लेटर लेने मंच पर आईं। नीतीश कुमार उन्हें लेटर देने लगे। नीतीश कुमार ने नुसरत के हिजाब की ओर इशारा करते हुए पूछा कि ये क्या है जी। नुसरत ने जवाब दिया, हिजाब है सर। CM ने कहा कि हटाइए इसे। इसके बाद नीतीश कुमार ने नुसरत का हिजाब खींच दिया। इस दौरान डिप्टी CM सम्राट चौधरी नीतीश कुमार को रोकने की कोशिश करते दिखे। हिजाब हटाने से नुसरत थोड़ी देर के लिए असहज हो गईं। आसपास मौजूद लोग हंसने लगे। अधिकारियों ने नुसरत को जॉइनिंग लेटर देकर जाने का इशारा किया। इसके बाद नुसरत वहां से चली गईं। 32 हजार सैलरी, आयुष डॉक्टर की नौकरी, लेकिन नुसरत नहीं पहुंचींडॉ. नुसरत पटना के राजकीय तिब्बी कॉलेज अस्पताल से पढ़ाई कर रही हैं। यहां बैचलर ऑफ यूनानी मेडिसिन एंड सर्जरी की पढ़ाई होती है। नुसरत की नियुक्ति 32 हजार रुपए सैलरी पर आयुष डॉक्टर के पद पर हुई है। उन्हें 20 दिसंबर 2025 को पटना सिटी के पीएचसी सदर में जॉइन करना था। हिजाब विवाद के बाद नुसरत ने नौकरी जॉइन नहीं की। इस दौरान इस जॉइनिंग की तारीख 31 दिसंबर कर दी गई। अगर वे इस तारीख तक जॉइन नहीं करती हैं, तो उनका अपॉइंटमेंट रद्द हो सकता है। यूपी, झारखंड और कश्मीर में नीतीश के खिलाफ शिकायतइस विवाद के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ लखनऊ, रांची और श्रीनगर में शिकायत दर्ज कराई गई। सपा की प्रदेश प्रवक्ता सुमैया राणा ने लखनऊ के कैसरबाग थाने में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ तहरीर दी। सुमैया मशहूर शायर मुनव्वर राणा की बेटी हैं। झारखंड की राजधानी रांची के इटकी थाने में सोशल वर्कर मो. मुर्तजा आलम ने शिकायत देकर जांच और कार्रवाई की मांग की है। शिकायत में कहा गया है कि धार्मिक पोशाक के साथ सार्वजनिक मंच पर किया गया ऐसा व्यवहार आपत्तिजनक है। जम्मू-कश्मीर के विपक्षी दल पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता और पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने श्रीनगर पुलिस में नीतीश कुमार के खिलाफ शिकायत दी है।
पुतिन के घर 91 ड्रोन से हमला, रूस ने लगाया यूक्रेन पर आरोप, कीव बोला- हमने नहीं किया अटैक
Drone Attack on Russia: नोवगोरोड क्षेत्र में कथित हमले के बाद सर्गेई लावरोव ने कहा कि यूक्रेन पर मॉस्को के हमले को खत्म करने के लिए चल रही शांति वार्ता में 'रूस की बातचीत की स्थिति में बदलाव किया जाएगा.' लावरोव ने कहा कि इस घटना में कोई नुकसान या जानमाल का नुकसान नहीं हुआ.
Iran-America War: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की बैठक के बीच अमेरिका और ईरान के बीच जंग छिड़ने की संभावना जताई जा रही है
Putin Christmas gifts:क्रिसमस बीत गया लेकिन एक दूसरे को तोहफे देने का दौर जारी है. 25 दिसंबर की रात से शुरू हुआ जश्न एक जनवरी के बाद तक चलेगा. दुनियाभर के हाट-बाजार क्रिसमस की सजावट और गिफ्ट्स की रौनक से पटे पड़े हैं. इस बीच सैंटा बनकर तोहफे बांट रहे रूसी राष्ट्रपति पुतिन का वीडियो वायरल हो रहा है. क्या है खास आइए जानते हैं.
बौखलाया पाकिस्तान ! भारत ने चिनाब नदी पर दुलहस्ती-2 परियोजना को दी मंजूरी
भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान पाकिस्तान के साथ सिंधु जल समझौते को रद्द कर दिया। भारत का ये फैसला पाकिस्तान के लिए बड़ा झटका था। हालांकि, पाकिस्तान अभी तक इस झटके से उबर भी नहीं पाया था कि भारत ने उसे एक और झटका दे दिया
उस्मान हादी के हत्यारों को लेकर भारत-बांग्लादेश में कड़वाहट
बांग्लादेशी युवा नेता उस्मान हादी के हत्यारों के भारत में छिपने के दावे ने दोनों देशों के बीच संबंधों में कड़वाहट को और बढ़ाया. हादी के संगठन इंकलाब मंच ने वहां काम करने वाले भारतीयों के वर्क परमिट रद्द करने की मांग की
Antarctica news:ग्लेशियर की अनंत गहराइयों में तैरते हुए पहुंचना और उसकी खोज-खबर निकालना आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI पावर से लैस रोबोट के लिए भी आसान नहीं था. शुरुआत में सिग्नल और तस्वीरें नहीं मिलीं तो रोबोट को लापता मान लिया गया था, जबकि हकीकत में वो किसी दूसरी जगह फंसा था.
बांग्लादेश में निर्दलीय उम्मीदवार शरीफ उस्मान हादी की हत्या के मामले में अब तक इंसाफ नहीं मिला है। हादी के समर्थक और इंकलाब मंच के कार्यकर्ता यूनुस के खिलाफ अपना आक्रोश जाहिर कर रहे हैं। इंकलाब मंच और उससे जुड़े समूहों ने बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन किया
1,79,87,650 रुपये की घूस! बुरी फंसी इस देश के पूर्व राष्ट्रपति की पत्नी, भ्रष्टाचार से हिला मुल्क
अभियोजन पक्ष ने किम केओन-ही के खिलाफ गंभीर आरोपों के चलते कड़ी सजा की मांग की है. अभियोजन ने अदालत से अनुरोध किया है कि किम केओन-ही को 15 साल की जेल की सजा दी जाए. उन पर बिचौलिया बनकर विभिन्न सौदे कराने, घूस लेने और सरकारी नियुक्तियों में अवैध रूप से हस्तक्षेप करने जैसे आरोप लगाए गए हैं.
Bangladeshi Hindu under attack: उपद्रवियों ने घटना को उस समय अंजाम दिया जब हिंदू परिवार घर में सुबह के वक्त सो रहा था. इससे पहले चट्टोग्राम रावजान में भी जिहादियों ने सुबह के वक्त इसी तरह हिंदुओं के घर में आग लगा दी थी.
भारत के सबसे बड़े भगोड़े... वीडियो के बाद ललित मोदी की माफी, नेटिजन्स बोले– सामने आकर कहो
Lalit Modi: भगोड़े ललित मोदी ने सोमवार को X पर पोस्ट करते हुए माफी मांगी है और कहा कि मेरा इरादा किसी को ठेस पहंचाने का नहीं था. ललित मोदी ने यह माफी हाल ही में विजय माल्या के साथ शेयर किए फोटो विवाद के बाद आई है.
BNP files Tarique Rahman's Dhaka-17 nomination:बांग्लादेश की पूर्व PM खालिदा जिया के बेटे तारिक रहमान ने 17 साल के निर्वासन के बाद ढाका-17 सीट से नामांकन दाखिल कर सनसनी मचा दी है. BNP में खुशी की लहर है, क्योंकि यह कदम पूर्व PM शेख हसीना के पतन के बाद की राजनीति को पलट सकता है. चुनाव फरवरी 2026 में होंगे.जानें पूरी खबर.
What Is robo-grandma dolls: हम सब आजकल इतने व्यस्त हैं कि माता-पिता या दादा-दादी का ध्यान नहीं रख पाते. अधिकतर लोगों के साथ यह समस्या है. साउथ कोरिया में तो हालात इतने बदतर हो गए कि लोग सुसाइड कर रहे हैं. इन सबको रोकने के लिए एक कंपनी ने छोटे-छोटे AI रोबोट बनाए हैं जो बच्चे जैसे दिखते हैं. ये बुजुर्गों से बात करते हैं, गले लगाते हैं, दवा याद दिलाते हैं। इससे उनका अकेलापन कम होता है और मन खुश रहता है. हजारों बुजुर्गों की जिंदगी बेहतर हुई है. जानें पूरी कहानी.
Turkiye News: आतंकवाद को पालने वाले देश पाकिस्तान का समर्थक देश तुर्की अब खुद आतंकवाद को लेकर डरा-सहमा है, इसी बीच उत्तर-पश्चिमी तुर्की के यालोवा प्रांत में इस्लामिक स्टेट (IS) के संदिग्ध मिलिटेंट्स के साथ झड़प हुई, जिसमें तुर्की पुलिस के 7 ऑफिसर घायल हो गए है.
North Korea test launch of long-range cruise missiles: उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने एक बार फिर दुनिया को अपनी न्यूक्लियर ताकत का डर दिखाया है. 28 दिसंबर 2025 को उन्होंने लंबी दूरी की स्ट्रैटेजिक क्रूज मिसाइलों के टेस्ट लॉन्च की खुद निगरानी की है. इसके साथ ही8700 टन न्यूक्लियर सबमरीन की तस्वीरें पब्लिक के सामने आई है. वह भी किम के बेटी के साथ. जानें इसके पीछे की कहानी.
'सोमालीलैंड' विवाद पर नेतन्याहू को मुस्लिम देशों की चुनौती, खूंखार आतंकी संगठन ने दी हमले की धमकी
Netanyahu: सोमालीलैंड को स्वतंत्र राष्ट्र के तौर पर मान्यता देने के बाद इजरायल को धमकियां मिल रही हैं. आतंकी संगठन हूती ने भी नेतन्याहू को खुली चुनौती थी है और मुस्लिम देशों से एकजुट होने की अपील की है.
इंडोनेशिया में भयानक आग से मचा हाहाकार, 16 लोगों की हुई मौत, मरने वालों को पहचानने में लगी टीम
Indonesia Fire: इंडोनेशिया के एक नर्सिंग में भयानक आग लग गई, इस आग की चपेट में आने की वजह से 16 लोगों की जान चली गई. हादसे के बाद पुलिस मामले की जांच शुरू कर दी है.
Donald Trump Russia Wants Ukraine Success: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मुलाकात के दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि रूस भी चाहता है कि यूक्रेन एक सफल देश बने और पुतिन यूक्रेन के प्रति सकारात्मक सोच रखते हैं. उनकी इस टिप्पणी पर जेलेंस्की मुस्कुराए और इसी पल का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो गया.
इंडोनेशिया के नर्सिंग होम में भीषण आग, 16 लोगों की मौत
इंडोनेशिया में एक नर्सिंग होम में भीषण आग लगने की घटना सामने आई है। इस घटना में 16 लोगों की मौत हो गई है। आग लगने की वजह क्या थी, इसके बारे में अब तक कोई जानकारी सामने नहीं आई
बांग्लादेश: इस्लामी कट्टरपंथियों के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी एनसीपी
बांग्लादेश की सबसे बड़ी इस्लामी कट्ट्ररपंथी पार्टी ने ऐलान किया है कि वह पिछले साल आंदोलन करने वाले छात्रों की पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी. हालांकि कुछ छात्र नेताओं ने इसका विरोध किया है
चार साल से यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध को खत्म कराने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपना पूरा जोर लगा दिया है। रविवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने फ्लोरिडा के पाम बीच स्थित मार-ए-लागो क्लब में डोनाल्ड ट्रंप से मुकालात की। इसके बाद ट्रंप ने संकेत दिए कि यूक्रेन युद्ध को खत्म करने की दिशा में बड़ा समझौता पूरा होने के बहुत करीब है
Suriname News: सूरीनाम में भयानक चाकूबाजी हुई है, जिसकी वजह से 9 लोगों की जान चली गई, वारदात के पुलिस ने हमलावर को गिरफ्तार कर लिया है, इस हमले की वजह से लोगों में दहशत का माहौल है.
मेक्सिको में बड़ा हादसा : पटरी से उतरी ट्रेन, 13 लोगों की मौत
दक्षिणपूर्वी मेक्सिको के निज़ांडा के पास रविवार को एक यात्री ट्रेन पटरी से उतरकर गहरी खाई में गिर गई। ट्रेन में कुल 241 यात्री और नौ चालक दल सवार थे। हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई
तो इसलिए इजरायल ने सोमालिलैंड को दी मान्यता? अरब देशों की नाराजगी की वजह है गाजा, समझें पूरा विवाद
Somaliland Controversy:सोमालीलैंड को एक स्वतंत्र राष्ट्र के तौर पर मान्यता देने के बाद इजरायल का कई देश विरोध भी कर रहे हैं. इसमें कई मुस्लिम देश भी शामिल हैं. इस खबर में हम जानेंगे कि सोमालीलैंड विवाद क्या है, इजरायल ने क्यों मान्याता दी और अरब देश इसका विरोध क्यों कर रहे हैं.
अरब के बाद अब यूरोप में हमास पर इजराइल तगड़ा एक्शन, कर दी ये बड़ी कार्रवाई
Hamas Leader Muhammad Hanoun: इजराइल सरकार ने बताया कि इटली में हमास के एक वरिष्ठ नेता मुहम्मद हनून समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिससे यूरोप में हमास के नेटवर्क को बड़ा झटका लगा है. यह कार्रवाई इजराइली सुरक्षा एजेंसियों द्वारा साझा की गई खुफिया जानकारी के आधार पर की गई है.
अमेरिका के फ्लोरिडा में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेनी प्रेसिडेंट वोलोडिमीर जेलेंस्की की मुलाकात होने वाली है
कौन हैं नेपाल में नए 'किंग' की कुर्सी के दावेदार बालेंद्र शाह, आखिर कैसे बने GEN-Z की पहली पसंद?
Who is Balendra Shah: काठमांडू के मेयर बालेंद्र शाह को रविवार को नेपाल में प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया गया है. बता दें, बालेंद्र शाह 2022 में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में काठमांडू के मेयर चुने गए थे. महज 32 वर्ष की उम्र में उनकी जीत को नेपाल की राजनीति में बड़ा बदलाव माना गया था.
Video: हवा में हादसा, न्यू जर्सी में उड़ते-उड़ते टकराए दो हेलीकॉप्टर; खतरनाक मंजर देख उड़े होश
Helicopter Crash Video: न्यू जर्सी में में उड़ते-उड़ते दो हेलीकॉप्टर हवा में टकरा गए, जिसकी वजह से एक पायलट की मौत हो गई है, जबकि दूसरा घायल हो गया है, इस हादसे का खतरनाक वीडियो भी सामने आया है.
मेक्सिको में पटरी से उतरी ट्रेन, पहाड़ी से नीचे गिरे डिब्बे, 13 की मौत, कई घायल
Train Derails in Mexico: मेक्सिको में एक बड़ा रेल हादसा हो गया है जिसकी वजह से हाहाकार मचा हुआ है. यहां पर ट्रेन पटरी से उतर गई और डिब्बे पहाड़ी के नीचे गिर गए, हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई.
Donald Trump: रूस और यूक्रेन में कई साल से जंग छिड़ी है, एक बार फिर इस जंग को खत्म करने के लिए यूनाइटेड स्टेट्स के प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने फ्लोरिडा में मुलाकात की.
LAC पर चीन ने एक स्ट्रैटजिक खामोशी ओढ़ रखी है, क्योंकि वो भारत के राज्य अरुणाचल प्रदेश पर कब्जे की तैयारी कर रहा है। ये बात अमेरिकी डिफेंस ऑफिस पेंटागन ने चीन पर अपनी सालाना रिपोर्ट में कही है। अमेरिका ने चीन की दोहरी चाल पर चेताया है कि एक तरफ वो भारत से रिश्ते सुधार रहा है और दूसरी तरफ पाकिस्तान को हथियार सप्लाई कर रहा है। चीन ने 2027 तक ताइवान पर कब्जे और 2049 तक अमेरिका से ज्यादा ताकतवर बनने का मिशन तैयार कर रखा है। आखिर चीन में अंदरखाने क्या-क्या चल रहा है; मंडे मेगा स्टोरी में पूरी कहानी... **** रिसर्च सहयोग: रागिनी राय ग्राफिक्स: द्रगचन्द्र भुर्जी, अजीत सिंह और अंकुर बंसल ------- ये खबर भी पढ़िए... क्या पाकिस्तान से बड़ा खतरा बांग्लादेश:संसदीय समिति ने माना- चीन और कट्टरपंथियों का दखल बढ़ा; क्या भारत को बड़ा एक्शन लेना चाहिए 1971 में जो देश भारत की वजह से अस्तित्व में आया, वही अब सबसे बड़ा रणनीतिक संकट बन गया है। अगस्त 2024 से दोनों देशों के रिश्तों में जारी उथल-पुथल पिछले 4-5 दिनों से बदतर हो गई है। विदेश मामलों की संसदीय समिति ने भी आगाह किया है कि भारत को जल्द कुछ करना पड़ेगा, वरना चीजें हाथ से निकल जाएंगी। पूरी खबर पढ़िए...
‘जस्टिस स्वामीनाथन ब्राह्मणिक इकोसिस्टम के बड़े समर्थक हैं। कोर्ट प्रोसिडिंग में साफ दिखता है कि वे खास कम्युनिटी के वकीलों के साथ सांठगांठ में काम करते हैं। कई वकीलों ने उनके आदेशों के खिलाफ शिकायत की है। आम लोग आदेशों को गहराई से नहीं देखते, लेकिन वकील जानते हैं कि कैसे यह पैटर्न चल रहा है।’ तमिलनाडु के मद्रास हाईकोर्ट में सीनियर एडवोकेट सारनाथन मदुरै बेंच के जस्टिस जीआर स्वामीनाथन पर जाति के आधार पर भेदभाव के गंभीर आरोप लगाते हैं। वे कहते हैं कि जस्टिस स्वामीनाथन का RSS की विचारधारा की ओर झुकाव है और वे ब्राह्मण वकीलों को तरजीह देते हैं। ये व्यवहार कानूनी निष्पक्षता के खिलाफ है। जस्टिस स्वामीनाथन का विरोध करने वालों में एडवोकेट सारनाथन अकेले नहीं हैं। मद्रास हाईकोर्ट के 8 से ज्यादा पूर्व जस्टिस और कई वकील भी उनका विरोध कर रहे हैं। DMK और इंडिया ब्लॉक के 120 सांसदों ने स्वामीनाथन को हटाने के लिए लोकसभा में महाभियोग का नोटिस दिया है। 9 दिसंबर 2024 को दिए गए महाभियोग नोटिस पर फिलहाल लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कोई फैसला नहीं लिया है। उन्होंने 19 दिसंबर को कहा कि वे नियमों और प्रक्रिया के मुताबिक, इसकी जांच कर रहे हैं। जस्टिस स्वामीनाथन पर लगे आरोपों के पीछे वजह क्या है, कोर्ट में उनके व्यवहार और फैसलों पर सवाल क्यों उठ रहे हैं? ये समझने के लिए हमने मद्रास हाईकोर्ट के पूर्व जस्टिस, वकीलों और सीनियर जर्नलिस्ट से बात की। पूरा मामला शुरू कहां से हुआ9 दिसंबर को कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी, सपा सांसद अखिलेश यादव, DMK सांसद कनिमोझी के साथ विपक्ष के 120 सांसदों ने लोकसभा अध्यक्ष को महाभियोग का नोटिस सौंपा। इसमें जस्टिस स्वामीनाथन पर आरोप लगाया है कि वे खास समुदाय के वकीलों को गलत तरीके से फायदा पहुंचाते हैं। साथ ही वे फैसले खास राजनीतिक विचारधारा के आधार पर लेते हैं, जो भारतीय संविधान के सेकुलर सिद्धांतों के खिलाफ है। यह नोटिस जस्टिस स्वामीनाथन के 2 दिसंबर के एक फैसले के बाद आया। उन्होंने मदुरै के तिरुपरनकुंद्रम पहाड़ी पर दरगाह के पास एक पत्थर के खंभे पर दीया जलाने की इजाजत दी थी। इसके लिए विश्व हिंदू परिषद और दूसरे हिंदू संगठनों ने याचिका दाखिल की थी। जस्टिस स्वामीनाथन के फैसले पर तमिलनाडु की DMK सरकार ने आरोप लगाया कि VHP और जस्टिस स्वामीनाथन सांप्रदायिक तनाव भड़का रहे हैं। सरकार ने फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। हालांकि, 50 से ज्यादा पूर्व जजों ने जस्टिस स्वामीनाथन के खिलाफ महाभियोग का विरोध किया है। गृह मंत्री अमित शाह ने भी 10 दिसंबर को सदन में कहा कि विपक्षी सांसद अपने वोट बैंक को ध्यान में रखकर महाभियोग प्रस्ताव लाए हैं। उन्होंने कहा, ‘आजादी के बाद इतने साल में ऐसा कभी नहीं हुआ कि कोई जज फैसला सुनाएं, तो उन्हें इस तरह से महाभियोग का सामना करना पड़ रहा हो।’ जस्टिस स्वामीनाथन पर ब्राह्मणवाद को बढ़ावा देने के आरोप क्यों लगे 11 अगस्त को भी INDIA ब्लॉक के लगभग 50 सांसदों ने CJI और राष्ट्रपति को लेटर लिखा था। उन्होंने आरोप लगाया कि सिंगल जज बेंच के दौरान जस्टिस ने खास वकीलों के केसों को लिस्टिंग में तवज्जो दी और टाइम स्लॉट अलॉट किया। खासतौर पर ब्राह्मण समुदाय के वकीलों और दक्षिणपंथी समूहों से जुड़े वकीलों को ये राहत दी गई। इसके अलावा इसी साल 14 जून को मद्रास हाईकोर्ट के वकील एस. वंचिनाथन ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया के सामने जस्टिस स्वामीनाथन पर जातिगत पक्षपात जैसे गंभीर आरोप लगाए। इसके बाद 25 जुलाई को एक अलग केस की सुनवाई के दौरान जस्टिस स्वामीनाथन ने एडवोकेट वंचिनाथन को कोर्ट में बुलाया। 28 जुलाई को जस्टिस स्वामीनाथन और के. राजशेखर की बेंच ने सुनवाई में कहा कि वकील के आरोप आपराधिक अवमानना के दायरे में आते हैं। इस फैसले के बाद वकीलों ने कोर्ट परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। जस्टिस के. चंद्रू समेत 8 रिटायर्ड जजों ने जॉइंट लेटर जारी कर वंचिनाथन का सपोर्ट किया। उन्होंने जस्टिस स्वामीनाथन से अपील की थी कि वे इस मामले से खुद को अलग रखें। कोर्ट में वकीलों से पक्षपात का आरोप मदुरै बैंच में प्रैक्टिस करने वाले सीनियर एडवोकेट सारनाथन जस्टिस स्वामीनाथन के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। वे अभी जस्टिस स्वामीनाथन की कोर्ट में ही प्रैक्टिस कर रहे हैं। वे आरोप लगाते हैं कि जस्टिस कोर्ट में खास समुदाय के वकीलों का फेवर करते हैं। उनसे असहमत वकीलों पर कोर्ट में अपमानजनक टिप्पणियां करते हैं। सारनाथन एडवोकेट वंचिनाथन केस की सुनवाई का जिक्र करते हुए बताते हैं, ‘मैंने उनके कोर्ट में सीधे कोई केस नहीं लड़ा, लेकिन एडवोकेट वंचिनाथन को 'कावर्ड' (कायर, डरपोक) कहा गया, तब मैं कोर्ट में मौजूद था।’ ‘CJI से शिकायत पर जस्टिस को आधिकारिक तरीके से जवाब देना चाहिए था, लेकिन उन्होंने गुस्से में वंचिनाथन को कोर्ट में पेश होने के लिए कहा। ये सही नहीं था। वंचिनाथन ब्राह्मण समुदाय से नहीं आते और दलितों के लिए काफी एक्टिव रहे हैं।’ वकील अवमानना के डर से बोलने से बच रहेमद्रास हाईकोर्ट एक वकील कहते हैं कि सिटिंग जज के खिलाफ वकील खुलकर नहीं बोलते क्योंकि अवमानना का डर रहता है। जस्टिस स्वामीनाथन तो अपने खिलाफ केस में खुद सुनवाई के लिए बैठ जाते हैं। ये वकील आरोप लगाते हैं कि जस्टिस स्वामीनाथन काफी चतुराई के साथ अपनी छवि पर काम कर रहे हैं। उन्होंने दलित विरोधी न दिखने की भी कोशिश की है। उन्होंने सभी यूनिवर्सिटी चांसलर ऑफिस में डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर की फोटो लगाने का आदेश दिया। ऐसे एक-दो ही उदाहरण हैं, उनके ज्यादातर फैसले संविधान विरोधी ही रहे हैं।’ आरोप: जज बनने के बाद RSS के कार्यक्रम में गए थे जस्टिस स्वामीनाथनएडवोकेट सारनाथन जस्टिस स्वामीनाथन के जज बनने को ही गलत मानते हैं। वे कहते हैं कि वकालत के दौरान जस्टिस RSS विचारधारा के समर्थक थे। तब ये उनकी निजी राय हो सकती है, लेकिन जज बनना पूरी प्रक्रिया के विरुद्ध था। जज बनने के बाद भी वे निष्पक्ष नहीं रहे। सोर्स बताते हैं कि 1994 में जस्टिस स्वामीनाथन ने तमिलनाडु से डेलिगेट के तौर पर RSS की लॉयर विंग अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद की बैठक में हिस्सा लिया था। 2023 में जज बनने के बाद वे परिषद के राष्ट्रीय सम्मेलन में दोबारा गए। यहां उन्होंने कहा कि मैं परिषद का कार्यकर्ता हूं। इसके अलावा मार्च, 2023 में हरियाणा में RSS के एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इसमें उन्होंने भारतीय संविधान को कॉपी किया हुआ दस्तावेज बताते हुए कहा कि यह 1935 के गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट से लिया गया है और इसमें कोई मौलिकता नहीं है। सारनाथन महाभियोग को सही तरीका नहीं मानते, लेकिन वे फिर भी इसका समर्थन करते हैं। इसके पीछे कारण बताते हैं, ‘महाभियोग जजमेंट को चुनौती देने का सही रास्ता नहीं है क्योंकि डिवीजन बेंच और सुप्रीम कोर्ट में अपील का विकल्प मौजूद है। फिर भी जज के पक्षपात वाले फैसलों को सार्वजनिक रूप से उजागर करने के लिए यह जरूरी था।’ सारनाथन दावा करते हैं कि सभी बार एसोसिएशन जज के रवैये के खिलाफ हैं। मदुरै बेंच में भी उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुए। मद्रास हाईकोर्ट में विरोध हुआ। तिरुपरनकुंद्रम विवाद में असंवेदनशीलता का आरोप एडवोकेट सारनाथन तिरुपरनकुंद्रम विवाद में जस्टिस स्वामीनाथन पर असंवेदनशीलता का आरोप लगाते हैं। वे कहते हैं कि उनके फैसले ने मंदिर में 100 से ज्यादा साल से चले आ रहे रिवाज को अचानक बदल दिया। ये फैसला सामाजिक संतुलन को बिगाड़ सकता है। पूर्व जस्टिस बोले- स्वामीनाथन कम उम्र से ही RSS से जुड़े जस्टिस स्वामीनाथन के विरोध में सबसे ज्यादा मुखर मद्रास हाईकोर्ट के पूर्व जस्टिस के. चंद्रू हैं। वे दलितों के लिए काम करते रहे हैं। उनके ऊपर जय भीम नाम से फिल्म बन चुकी है। वे आरोप लगाते कि स्वामीनाथन कॉलेज में ABVP के सदस्य थे। उन्होंने यह कहकर छात्रों को लामबंद करना शुरू किया था कि लॉ स्कूल का सिलेबस बेकार है। ‘10 साल से ज्यादा वक्त तक उन्होंने चेन्नई में प्रैक्टिस की। 2004 में नए बने मदुरै बेंच में शिफ्ट हो गए। मदुरै में नेटवर्क बढ़ाया और RSS से जुड़े रहे भारत के उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन के करीबी हो गए।’ पूर्व जस्टिस चंद्रू कहते हैं कि स्वामीनाथन ने भारत के एडिशनल सॉलिसिटर जनरल का पद हासिल करने की कोशिश की, लेकिन कामयाब नहीं हुए। 2014 में उन्हें मदुरै बेंच के लिए असिस्टेंट सॉलिसिटर जनरल नियुक्त किया गया। ये पद मद्रास हाईकोर्ट के मदुरै बेंच में एडिशनल जज बनने की सीढ़ी था। 2019 में स्वामीनाथन को स्थायी जज बना दिया गया। महाभियोग के लिए मिसबिहेवियर साबित होना जरूरीपूर्व जस्टिस चंद्रू महाभियोग नोटिस को सही मानते हैं। वे कहते हैं, ‘आर्टिकल 217 के तहत हाईकोर्ट जज पर महाभियोग के लिए मिसबिहेवियर साबित होना जरूरी है। इसमें कोर्ट के बाहर गलत बर्ताव या भ्रष्ट फैसले भी शामिल होते हैं।’ ‘स्वामीनाथन का कोर्ट के बाहर आचरण 1999 के ज्यूडिशियल स्टेटमेंट ऑफ वैल्यूज के विरुद्ध है। वे हिंदुवादी और RSS से जुड़े वकीलों की बैठकों में गए। यहां वे भारतीय संविधान और कानून की आलोचना करते हैं और शास्त्रों-पुराणों को मौजूदा कानूनी व्याख्या का विकल्प बनाने की वकालत करते हैं।’ हालांकि पूर्व जस्टिस चंद्रू मिसबिहेवियर साबित करने को चैलेंजिंग बताते हैं। वे समझाते हैं कि सिटिंग जज के आचरण पर चर्चा में ऑब्जेक्टिव स्टैंडर्ड बनाना मुश्किल है क्योंकि उन्हें ऑर्डर देने की गहराई से समझ है। 80% सिटिंग जज उनके व्यवहार और आचरण से नाराज हैं, लेकिन कुछ वकीलों का सपोर्ट उन्हें मिला हुआ है। सपोर्ट की वजह क्या है? पूर्व जस्टिस बताते हैं, ‘जस्टिस स्वामीनाथन वकीलों को चतुराई से प्रभावित करते हैं। वे उन्हें कई तरह की राहत देते हैं। कोर्ट में तय घंटों से ज्यादा काम करके ऑर्डर बांटते हैं।’ हालांकि कई वकील जस्टिस स्वामीनाथन का समर्थन करते हैं। मद्रास हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करने वाले वकील रामास्वामी मयप्पन जस्टिस स्वामीनाथन पर लगे आरोपों को राजनीति से प्रेरित मानते हैं। वे कहते हैं, ‘जस्टिस स्वामीनाथन 2023 में जज रहते हुए ABAP के प्रोग्राम में गए थे। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी तक RSS के फंक्शन में गए हैं। RSS वैध संगठन है। उसकी अधिवक्ता परिषद रजिस्टर्ड सोसायटी है। उसके कार्यक्रम में जाना गलत नहीं है।’ ब्राह्मणवाद को बढ़ावा देने के आरोपों को भी रामास्वामी खारिज करते हैं। वे कहते हैं, उनके केस की संख्या सार्वजनिक है। गैर-ब्राह्मण वकीलों को भी उनसे फायदा मिला है। जस्टिस स्वामीनाथन के खिलाफ महाभियोग का नोटिस न्यायपालिका को कंट्रोल करने की कोशिश हैं। DMK को कोई फैसला पसंद नहीं आया तो ऐसा प्रस्ताव ले आए। जर्नलिस्ट बोले- जस्टिस का एक विचारधारा की ओर झुकाव दिखता हैतमिलनाडु में द रूसटर न्यूज के नाम से यूट्यूब चैनल चला रहे सीनियर जर्नलिस्ट राहुल मानते हैं कि जस्टिस एम. स्वामीनाथन पर लगे आरोपों में दम हैं। वे बताते हैं कि स्वामीनाथन 2014 से 2017 तक एडिशनल सॉलिसिटर जनरल रहते हुए BJP के कार्यक्रमों में स्पीकर बने और भाषण दिए। उन्होंने तमिलनाडु के BJP प्रदेश अध्यक्ष रहे अन्नामलाई की तारीफ की। यह उनके वैचारिक झुकाव को दिखाता है। जस्टिस स्वामीनाथन के विवादित फैसले और बयान1. बैन हो चुकी धार्मिक प्रथा को मंजूरी2024 में एक याचिकाकर्ता ने तमिलनाडु के करूर में एक मंदिर उत्सव में अन्नदान और अंगप्रदक्षिणम की अनुमति मांगी। अंगप्रदक्षिणम के तहत मडे स्नाना में ब्राह्मणों के खाने के बाद बचे केले के पत्तों पर लोटा जाता है। एक डिवीजन बेंच ने इसे अमानवीय बताते हुए बैन लगा दिया था। जस्टिस स्वामीनाथन की सिंगल बेंच ने इस प्रथा को मंजूरी दे दी। उन्होंने डिवीजन बेंच के पुराने फैसले को शून्य घोषित कर दिया, जो सिंगल बेंच जज का काम नहीं है। डिवीजन बेंच ने बाद में उनका फैसला पलट दिया और इसे न्यायिक अनुशासनहीनता कहा। 2. PM पर कमेंट करने वाले को क्रिप्टो-क्रिश्चियन कहा18 जुलाई 2021 को तमिलनाडु विधानसभा चुनाव के दौरान एक विरोध प्रदर्शन में दिए भाषण के लिए 2022 में एक ईसाई प्रीस्ट पर मुकदमा चला। उन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर अपमानजनक टिप्पणियां करने वाले बयानों का आरोप लगा था। इस पर जस्टिस स्वामीनाथन ने अपने फैसले में कन्याकुमारी की डेमोग्राफी पर टिप्पणी की और क्रिप्टो-क्रिश्चियंस शब्द का इस्तेमाल किया। ये उन हिंदुओं के लिए था, जो ईसाई बन गए, लेकिन कानूनी रूप से हिंदू ही रहते हैं। 3. लड़की की आत्महत्या में जबरन धर्मांतरण की जांच कराई2022 में 17 साल की लड़की की आत्महत्या का केस जस्टिस स्वामीनाथन के सामने आया था। उन्होंने लड़की के कैथोलिक स्कूल की तरफ से धर्मांतरण का दबाव बताकर जांच CBI को सौंप दी। उन्होंने तमिलनाडु पुलिस की आलोचना की। CBI को जबरन धर्मांतरण का कोई सबूत नहीं मिला।
रूस-यूक्रेन शांति योजना पर हलचल तेज, ट्रंप ने पुतिन से की बात, अब करेंगे जेलेंस्की के साथ बैठक
Russia Ukraine War in Hindi: रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच शांति का रास्ता खुल सकता है. ट्रंप ने आज रूसी राष्ट्रपति से फोन पर बात की. अब वे इस मुद्दे पर यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ आमने-सामने की बैठक करने जा रहे हैं.
ऑनलाइन सर्कुलेट हो रहे मैसेज में, हैकर्स ने दावा किया कि उनके पास डिवाइस से ली गई फाइलें, प्राइवेट चैट, ऑडियो रिकॉर्डिंग और वीडियो मटीरियल हैं, और उन्होंने कंटेंट को अलग-अलग हिस्सों में पब्लिश करने की धमकी दी. हंडाला हैकर्स का कहना है कि वे फिर नई जानकारी जारी करेंगे जो ब्रेवरमैन को कतरगेट स्कैंडल से जोड़ती है.
बीच पर मस्ती कर रहे थे टूरिस्ट, अचानक समंदर में आ गिरा हवाई जहाज; कैमरे में कैद हुआ भयानक मंजर
Brazil Plane Crash Video: ब्राजील के कोपाकबाना बीच (Copacabana Beach) पर समुद्र में विमान क्रैश हो गया. इस हादसे में पायलट की मौत हो गई और हादसे के कारणों की जांच की जा रही है. समुद्र में क्रैश होते विमान का वीडियो सामने आया है.
म्यांमार में रविवार को पांच वर्षों में पहली बार हो रहे मतदान को लेकर लोगों में कोई उत्साह नहीं देखा गया। मतदान केन्द्र सूने पड़े रहे, और मतदान बूथों पर बेहद कमजोर व्यवस्था देखी गयी
म्यांमार में हो रहे चुनाव सिर्फ सियासी तमाशा हैं?
गृह युद्ध झेल रहे म्यांमार में रविवार को आम चुनावों के पहले चरण के लिए वोट डाले जा रहे हैं. आलोचकों का कहना है कि यह चुनाव सेना को सत्ता में बनाए रखने के लिए हो रहे राजनीतिक तमाशे से ज्यादा कुछ नहीं हैं
खैबर पख्तूनख्वा (केपी) के युवा वजीर-ए-आला यानी मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी पाकिस्तानी हुकूमत के सामने बड़ी चुनौती पेश कर रहे हैं। इन दिनों लाहौर में हैं और रविवार को वो मीनार-ए-पाकिस्तान में एक बड़ी पब्लिक रैली का नेतृत्व करेंगे। स्थानीय मीडिया के मुताबिक उनका पंजाब के लाहौर को चुनना मुल्क की सियासत में बड़े बदलाव की दस्तक है
IMF ने चुपके से फिर दिया लोन... $1.29 बिलियन लेकर भी नहीं सुधर सकता पाकिस्तान; देखें रिपोर्ट
IMF on Pakistan loans and corruption: IMF ने पाकिस्तान को 1.29 बिलियन डॉलर का ऋण मंजूर किया, जबकि अपनी रिपोर्ट में भ्रष्टाचार को गंभीर खतरा बताया गया है. इस ऋण से अस्थायी राहत तो मिलेगी, लेकिन स्थायी आर्थिक सुधार और विकास संभव नहीं है.
फरार हो हुए उस्मान हादी कत्ल के आरोपी... नाकाम ढाका पुलिस बोली- भारत चले गए
Bangladesh News: बांग्लादेश में स्टूडेंट लीडर उस्मान हादी की मौत के बाद देश में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन और हिंसा हुआ, आलम ऐसा है कि हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है. अब उस्मान हादी के संदिग्ध को लेकर बड़ा बयान दिया है.
बांग्लादेश में छात्र से नेता बने शरीफ उस्मान हादी की हत्या को लगभग दो हफ्ते से ज्यादा समय बीत चुका है, लेकिन अब तक हत्यारों को पकड़ा नहीं जा सका है। इस बीच इकबाल मंच ने रविवार को पूरे देश में पूरी तरह से नाकाबंदी करने का ऐलान कर दिया है
म्यांमार में विवादों के बीच चुनाव : आम चुनाव के लिए वोटिंग शुरु
म्यांमार में 2025 के बहुदलीय लोकतांत्रिक व्यवस्था की स्थापना के लिए तीन चरणों में होने वाले देशव्यापी आम चुनावों के तहत रविवार को पहले चरण के लिए मतदान शुरु हो गया
USA: व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी कैरोलिन लेविट मैटरनिटी लीव पर नहीं जाएंगी और पद पर बनी रहेंगी. लारा ट्रम्प ने स्पष्ट किया कि उनकी जगह किसी और की नियुक्ति नहीं होगी.
Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच चले रहे युद्ध को रोकने की कोशिशें तेज हैं. आज यानी 28 दिसंबर को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करने वाले हैं. इससे ठीक पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक चेतावनी दी है.
Snowfall and storms in the United States: उत्तर-पूर्वी अमेरिका में भारी बर्फबारी से छुट्टियों के दौरान हवाई और सड़क यातायात प्रभावित हुआ और हजारों उड़ानें रद्द करनी पड़ीं है, वहीं कैलिफोर्निया में बारिश और बाढ़ से भारी नुकसान हुआ, जहां चार लोगों की मौत की हुई है.
इजरायल के फैसले से हिली दुनिया! क्या कबूल हो गई मुस्लिम देशों की दुआ? UN ने बुलाई हंगामी मीटिंग
Israel recognizes Somaliland: इजरायल द्वारा सोमालिलैंड को मान्यता दिए जाने के फैसले पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद आपात बैठक बुला रही है, जिस पर सोमालिया समेत कई देशों ने कड़ा विरोध जताया है. इस कदम से हॉर्न ऑफ अफ्रीका में शांति और क्षेत्रीय संतुलन पर असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है.
कनाडा में भारत ने खोला 'वन स्टॉप सेंटर फॉर वीमेन'; परेशान महिलाओं को मिलेगी हर संभव मदद
कनाडा के टोरंटो में भारत के वाणिज्य दूतावास ने महिलाओं के लिए एक खास वन स्टॉप सेंटर (ओएससीडब्ल्यू) बनाया है
बिहार के दरभंगा जिले का रहने वाला मैं मुकेश कुशवाहा। मुझ पर 17 साल की लड़की के रेप और पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा चला। वो लड़की मेरे दोस्त की प्रेमिका थी। दोस्त ने उसे प्रेग्नेंट किया था, लेकिन मुकदमा मुझ पर चला। थानेदारों ने ऐसा केस बनाया कि बेकसूर को जेल भेज दिया गया। सेशन कोर्ट ने 20 साल की सजा सुनाई। मुकदमा लड़ने में मेरी जमीनें बिक गईं। मेरे पापा का सारा काम-धंधा बर्बाद हो गया। मुझ पर ‘रेप आरोपी’ का ठप्पा लग गया। तब मैं 20 साल का था। जवानी में जेल गया। लगा कि अब शायद बुढ़ापे में ही बाहर आ पाऊंगा। आऊंगा भी या नहीं, पता नहीं। मामला हाईकोर्ट पहुंचा। वहां एक ऑडियो ने पूरे केस को पलट दिया और 5 साल बाद मैं बाइज्जत बरी हो गया। मुकदमा लड़ते मेरी जिंदगी तबाह हो गई। मेरी पढ़ाई छूट गई। बिना किसी अपराध के मैं सालों जेल में रहा। दरअसल, बात 2020 की है। दरभंगा शहर से 55 किलोमीटर दूर मेरा गांव है- मौजमपुर। यहीं मेरे दो भाई, एक बहन और मम्मी-पापा समेत पांच लोगों का परिवार रहता था। कोरोना का समय था। एक दिन पता चला कि पड़ोस की 17 साल की लड़की 3 महीने से प्रेग्नेंट है। उस लड़की का मेरे दोस्त दिनेश से संबंध था। दिनेश मेरे बचपन का दोस्त था। हम दोनों साथ में स्कूल जाते थे। साथ खेलते-कूदते। एक ही थाली में खाने वाले जिगरी दोस्त…। दिनेश की प्रेमिका के प्रेग्नेंट होने की बात आग की तरह गांव में फैल गई। लड़की के घर वालों ने दिनेश के खिलाफ पंचायत बुलाई। गांव में ही एक मैदान है, जहां राम जानकी, दुर्गा जी और हनुमान जी का मंदिर है। इसी मैदान में 400 लोगों की पंचायत बैठी। लड़की का परिवार और गांव वाले जमा हुए। उस वक्त मेरे पापा और चाचा, दोनों लुधियाना में थे। पंचायत ने लड़की से पूछा- ‘तुम्हारा किसके साथ संबंध है। तुम्हारे पेट में किसका बच्चा है?’ लड़की कांपते हुए सिर झुकाए बोली- ‘मेरे पेट में दिनेश का बच्चा है। हम दोनों का डेढ़ साल से संबंध है।’ उसके बाद पंचायत ने दिनेश से पूछा- ‘लड़की जो बोल रही है वो सच है?’ दिनेश ने भी हामी भरते हुए कहा- ‘हम दोनों एक-दूसरे से प्यार करते हैं।’ ये सुनते ही पंचायत उठ कर चली गई। लड़की उस वक्त दरभंगा शहर में रहकर आईटीआई की पढ़ाई कर रही थी। दिनेश भी वहीं रहता था। दूसरे दिन फिर पंचायत बैठी। लड़की के घर वालों ने कहा कि दिनेश को हमारी बेटी से शादी करनी होगी। पंचायत के दबाव में दिनेश के घर वाले राजी हो गए। तभी पंचायत के गंगा और विष्णु महतो जैसे कुछ लोगों ने कहा- इन दोनों की शादी नहीं हो सकती। दोनों एक ही समाज के हैं। दिनेश के दोस्त मुकेश कुशवाहा का भी इसमें हाथ है। उसे भी बुलाओ। उसके बाद मैं भागा-भागा पंचायत में गया। मुझे देखते ही वो लड़की भरी सभा में चीख पड़ी-’मेरा संबंध दिनेश से है, मुकेश से नहीं। ये बच्चा भी दिनेश का है।’ तब गंगा, विष्णु ने कहा- ‘दिनेश और मुकेश के परिवार को लड़की के परिवार वालों को 12 लाख रुपए देने होंगे। 6 लाख दिनेश का परिवार और 6 लाख मुकेश का परिवार देगा। यह शादी नहीं हो सकती। लड़की का बच्चा गिराया जाएगा।’ ये सुनते ही मेरे पैरों चले जमीन खिसक गई। मैंने चीखते हुए पंचायत से कहा- मेरा इस लड़की से कोई लेना-देना नहीं है। लड़की भी तो कह रही है कि उसका मेरे दोस्त दिनेश से संबंध था। वही उसका प्रेमी है और उसके बच्चे का बाप भी। मैं तो दो साल बाद इस लड़की को देख रहा हूं। उस पर मुझे थप्पड़ जड़ते हुए गंगा, विष्णु महतो ने कहा- ‘होशियारी मत करो। चुपचाप 6 लाख रुपए दो और मामला खत्म करो।’ मैंने हाथ जोड़कर उन लोगों से कहा कि मेरे पास तो फूटी कौड़ी भी नहीं है, 6 लाख रुपए कहां से लाऊंगा? जब मेरी कोई गलती ही नहीं है तो मैं पैसे क्यों भरूंगा? तब वहां बैठे कुछ बुजुर्गों ने मुझे मारना शुरू कर दिया। पंचायत ने सख्त लहजे में आदेश दिया कि ‘पहले एक लाख रुपए का बॉन्ड भरो। तब हम लोग तय करेंगे कि तुम निर्दोष हो या नहीं। देखेंगे कि इस लड़की के बच्चे का क्या करना है।’ उस दिन दिनेश के परिवार ने लड़की के परिवार को 6 लाख रुपए दिए। उसके बाद पंचायत खत्म हो गई। दरअसल, गंगा, विष्णु महतो की नाराजगी की वजह कुछ और थी। दोनों के घर के पास ही एक 20 डिसमिल जमीन थी। जिसपर उनके और हमारे दोनों परिवार की दावेदारी थी। मेरे पापा-चाचा ने खेती के लिए वो जमीन खरीद ली। तभी उन लोगों ने हमें बर्बाद करने की कसम खा ली थी। कुछ दिनों बाद मेरी मां उसी खेत में भिंडी तोड़ने गई थीं। अचानक गंगा-विष्णु महतो का परिवार वहां पहुंचा गया और मां को गाली देने लगा, मारपीट करने लगा। गाली देने लगे। मां रोती-बिलखती घर आईं। मैं फौरन मां के साथ बहेड़ा थाने पहुंचा। थाना प्रभारी को पूरा मामला बताया और FIR दर्ज कराई। तकरीबन 44 दिन तक मामला थाने में रहा। बाद में थाना प्रभारी और गांव वालों की तरफ से दबाव बनाया जाने लगा कि मैं केस वापस ले लूं। 8 सितंबर 2020 की बात है। रात का समय था। बहेड़ी थाने की पुलिस मुझे घर से उठाकर ले गई। जब मैंने पूछा कि मेरा कसूर क्या है? तब थानेदार ने कहा- ‘तुमने अपने गांव की लड़की के साथ रेप किया है। वह नाबालिग तीन महीने से प्रेग्नेंट है। उसके पेट में तुम्हारा बच्चा है। तुम अब उससे शादी करने से इनकार कर रहे हो। उसके साथ मारपीट कर रहे हो। उस लड़की ने थाने में आकर यह बयान दर्ज कराया है।’ ये सुनते ही मैं जमीन पर बैठ गया। थानेदार से कहा कि ये सब झूठ है। मेरा लड़की से कोई संबंध नहीं है। उसका संबंध तो दिनेश के साथ है। उसने भरी पंचायत में ये बात कबूली भी है। मैं तो बस दिनेश का दोस्त हूं। उस बात पर थानेदार मुझ पर आग-बबूला हो गया। कहने लगा कि अब कोर्ट में अपनी कहानी सुनाना, तब तक हवालात में सड़ो। पुलिस ने चार दिन तक मुझे हवालात में रखा। फिर पॉक्सो एक्ट और धारा 376 के तहत रेप का मुकदमा दर्ज करके मुझे दरभंगा के बेनीपुर सब-जेल भेज दिया। मैं उस समय 12वीं में फेल हो गया था। दूसरी बार परीक्षा की तैयारी कर रहा था। इसी बीच, इस केस में मुझे फंसाकर दरभंगा जेल भेज दिया गया। जब घर वालों को पता चला कि मुझ पर मुकदमा कर दिया गया है, तो मां भागती हुईं विष्णु-गंगा महतो के घर गईं। उनके पैर पकड़कर गिड़गिड़ाने लगीं, लेकिन उन लोगों ने मां को दुत्कार कर भगा दिया। उस वक्त पापा और चाचा लुधियाना में थी। कोरोना की वजह से ट्रेन नहीं मिल रही थी। खबर मिलते ही आनन-फानन में वो लोग बस से निकले। 12,000 रुपए देकर तीन दिन बाद घर पहुंचे। तब तक मुझे दरभंगा जेल भेज दिया गया था। पहले दिन वहां बंद कैदियों ने मुझसे पूछा- ‘कितने साल के हो।’ मैंने सिर झुकाकर कहा- 20 साल। क्या किए हो? रेप केस में मुझे अंदर कर दिया गया है। वे हंसते हुए कहने लगे-’जवानी में गलती करोगे तो यही सब होगा।’ कैसे समझाता कि झूठे मुकदमे में फंसाया गया हूं। वहां के कैदी मुझे बहुत मारते थे। ये बात मेरे घर वालों को पता चली। उन्होंने कैदियों को 15 हजार रुपए दिए, तब जाकर मेरे साथ मारपीट बंद हुई। मैं जेल की कैंटीन में खाना बनाता था। कोर्ट में साढ़े तीन साल तक स्पीड ट्रायल चली। हर महीने 5 से 10 तारीखें पड़ती थीं। एक तारीख का खर्च 5 हजार रुपए होता था। यानी हर महीने 50 हजार का खर्च। पापा-चाचा 10-10 किलोमीटर पैदल चलकर कोर्ट जाते, ताकि आने-जाने का खर्च बच जाए। जब पैसे खत्म हो गए, तब घरवालों ने अनाज बेचकर मुकदमा लड़ा। उसके बाद जमीनें बेचनी शुरू कर दी। एक समय ऐसा भी आया कि घर में खाने के लिए अनाज खत्म हो गया। मेरा परिवार दिन में खाता तो रात के लिए तरसता। रात में खाता तो दिन में चूल्हा ठंडा पड़ा रहता था। पापा-मम्मी जब जेल में मुझसे मिलने आते, तो फूट-फूटकर रोते। मां कहती कि घर-दुआर सब तहस-नहस होने लगा है। मैं जेल में बैठा यही सोचता कि अब तो पूरी जिंदगी खत्म हो गई। बाहर की दुनिया देखने की उमर में जेल आ गया। मैं जेल में बमुश्किल से 2 घंटे सो पाता। नींद नहीं आती थी। उस दौरान मैंने तीन बार जमानत के लिए अर्जी लगाई। तीनों बार खारिज कर दी गई। मेरे विरोधियों ने तीन-तीन वकील लगाए थे। साल 2024 में दरभंगा सेशन कोर्ट ने मुझे पॉक्सो एक्ट के तहत 20 साल और धारा 376 के तहत 10 साल की जेल की सजा सुनाई। इसके बाद 10 दिन तक मैंने कुछ नहीं खाया। हर दिन जेल में अपनी उम्र गिनता था। सोचता था कि अब कभी बाहर नहीं जा पाऊंगा। दिन-रात रोता। इसी बीच, दिल्ली में मेरे चाचा के एक जानने वाले ने उन्हें बताया कि गांव में चिंटू सिंह नाम के एक समाजसेवी हैं। वो मामले में कुछ कर सकते हैं। पापा और चाचा फौरन उनके पास पहुंचे। चिंटू सिंह की कोशिशों से मामला पटना हाईकोर्ट पहुंचा। 2025 में कोर्ट ने पूरे मामले को फिर से जांच करने का आदेश दिया। तब जाकर मामले की सीआईडी जांच हुई। कोर्ट में पूरी बात आई, तो मामले की असलियत से पर्दा उठा। जांच में पंचायत का एक 57 मिनट का ऑडियो क्लिप भी मिली, जिसमें 12 लाख रुपए में डील करने की बात कही गई थी। लड़की के साथ रेप का फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाया गया था। जिसमें दावा किया गया था कि लड़की के प्राइवेट पार्ट पर मेरा सीमन मिला है। जबकि हकीकत में लड़की का अबॉर्शन करवा दिया गया था। मेडिकल रिपोर्ट में ऐसी महिला डॉक्टर का नाम लिखा गया था, जो हकीकत में थी ही नहीं। मामले में लापरवाही देखते हुए पटना हाईकोर्ट ने एसएचओ, एसडीपीओ और इन्वेस्टिगेटिव ऑफिसर को सस्पेंड करने का आदेश दिया और मुझे बाइज्जत बरी कर दिया। जब मैं जेल से निकलकर घर आया, तो पापा रोते हुए बोले- मुझे तो लगा था कि अब तुम कभी नहीं निकल पाओगे। ऐसा लग रहा था कि एक बेटे से हाथ धो लिया। आज भले ही जेल से बाहर आ गया हू्ं, लेकिन मेरा सब कुछ बर्बाद हो गया है। जिस लड़का-लड़की का मामला था, उनकी तो अलग-अलग जगह शादी हो गई है और मैं बर्बाद हो गया। मेरा जेल में 5 साल बर्बाद हो गया। मेरी जमीनें बिक गईं। पापा का सब काम-धंधा चौपट हो गया। 10 लाख रुपए का कर्ज है। मेरे 5 साल कौन लौटाएगा? जिस उम्र में मैं कुछ बनता। नौकरी-चाकरी करता, उस उम्र में फर्जी मुकदमे में जेल चला गया…। मैंने सरकार से मुआवजा देने की मांग की है। मेरा एक कमरे का मकान है। जितना पैसा मुकदमे में फूंका, उतने में तो एक घर आबाद हो जाता। अब बहन की शादी करनी है। ये सारी चीजें सोच-सोचकर आज नींद नहीं आती। खैर… भगवान ऐसी दोस्ती किसी को न दें। दिनेश की दोस्ती ने मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी। मैं जिंदा होते हुए भी मरा हुआ महसूस करता हूं। अब कुछ दिनों से मां-बाप को देख पा रहा। फिर से उठ खड़ा होने की कोशिश कर रहा हूं। (मुकेश कुशवाहा ने अपने ये जज्बात भास्कर रिपोर्टर नीरज झा से साझा किए हैं) -------------------------------------------------- 1- संडे जज्बात-रिश्तेदार की लाश लेकर आया, मेरे गाल छूने लगा:लाशें जलाने के कारण शादी नहीं हुई- पति के बिना जी लूंगी, लाशों के बिना नहीं मैं टुम्पा दास- पश्चिम बंगाल में डोम समुदाय की पहली महिला हूं, जो पिछले कई सालों से कोलकाता के बड़िपुर गांव के श्मशान में लाशें जला रही हूं। पता नहीं भारत में कोई और महिला यह काम करती है या नहीं, पर मैंने यही रास्ता चुना… और यह रास्ता आसान नहीं था। पूरी स्टोरी यहां पढ़ें 2- संडे जज्बात-मैं मुर्दा बनकर अर्थी पर भीतर-ही-भीतर मुस्कुरा रहा था:लोग ‘राम नाम सत्य है’ बोले तो सोचा- सत्य तो मैं ही हूं, थोड़ी देर में उठकर साबित करूंगा मेरा नाम मोहनलाल है। बिहार के गयाजी के गांव पोची का रहने वाला हूं। विश्व में शायद अकेला ऐसा इंसान हूं, जिसने जिंदा रहते अपनी शव यात्रा देखी। यह बात चंद करीबी लोगों को ही पता थी। मरने का यह सारा नाटक किसी खास वजह से किया गया था। पूरी स्टोरी यहां पढ़ें
‘मैं और मान्या एक-दूसरे से प्यार करते थे। मान्या ने मुझे बताया कि उसके घरवाले उसे पीटते हैं और वो उनके साथ नहीं रहना चाहती। वो मेरे साथ रहना चाहती थी। हमने तय किया कि शादी कर लेंगे। जून में हमने घर छोड़ दिया और शादी कर ली। शादी के बाद हम थाने गए, बयान दर्ज कराए और घर लौट आए। ये बात मान्या के घरवालों को बर्दाश्त नहीं हुई। उन्होंने उसे इसलिए मार दिया क्योंकि उसने एक दलित लड़के से शादी की थी।’ ये आपबीती सुना रहे विवेकानंद की जिंदगी 22 दिसंबर के बाद पूरी तरह बदल गई। विवेकानंद कर्नाटक के हुबली-धारवाड़ जिले के इनाम वीरापुर गांव में रहते हैं। उनकी पत्नी मान्या की घर में ही हत्या कर दी गई। 20 साल की मान्या प्रेग्नेंट थीं। हत्या का आरोप मान्या के परिवार पर है। विवेकानंद और मान्या का परिवार एक ही गांव में रहते हैं। इस केस में 15 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। हुबली पुलिस ने मान्या के पिता प्रकाशगोड्डा पाटिल और दो रिश्तेदारों इरन्ना और अरुण समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। 22 दिसंबर की शाम क्या हुआमान्या और विवेकानंद के घर के बीच करीब 200 मीटर की दूरी है। विवेकानंद पिता हनुमंतप्पा डोड्डामणि और मां रीनाव्वा के साथ रहते हैं। विवेकानंद बताते हैं, ‘मान्या और मैं एक-दूसरे को पसंद करते हैं, ये बात उसके घरवालों को पता चल गई थी। मान्या मुझसे शादी करना चाहती थी। उसका परिवार इसके लिए राजी नहीं था। वे रोज उसे मारते-पीटते थे। मान्या परेशान हो गई थी। उसकी हालत देखकर हमने तय किया कि भागकर शादी करेंगे। मई में हम दोनों गांव से मेरे मामा के घर हावेरी चले गए।’ ‘मान्या प्रेग्नेंट हुई, तो मैं उसे जांच के लिए हावेरी में ही हॉस्पिटल ले जाता था। 5 महीने बाद उसे ज्यादा देखभाल की जरूरत थी। जान का खतरा था, इसलिए मैं धारवाड़ जिले के SP गुंजन आर्य सर से मिला। उन्हें बताया कि मेरी पत्नी के घरवाले हमें खोज रहे हैं। वे हम दोनों को मार डालेंगे। मेरी बात सुनकर उन्होंने भरोसा दिया कि कुछ नहीं होगा।’ ‘हमारा डर दूर करने के लिए मान्या के परिवार को धारवाड़ पुलिस स्टेशन बुलाया गया। उसके पिता ने पुलिस के सामने कहा कि मैं अपनी बेटी को मरा हुआ मान चुका हूं। अब उससे हमारा कोई लेना-देना नहीं है।’ विवेकानंद के मुताबिक, पुलिस के समझाने पर हम 8 दिसंबर को मान्या को लेकर गांव लौट आए। मेरे घरवालों ने मान्या को खुशी-खुशी अपनाया, लेकिन उसके मायके वाले इस बात से नाराज थे। मान्या और उसकी सास को अकेला देख घर में घुसे हमलावरविवेकानंद के मुताबिक, ‘22 दिसंबर की शाम करीब 6:30 बजे मान्या के पिता प्रकाशगोड्डा पाटिल अपने दो रिश्तेदारों इरन्ना, वीरप्पा और अरुण के साथ हमारे घर में घुस गए। उस वक्त घर में मान्या और मां मौजूद थी। हमलावरों के हाथ में कुल्हाड़ी और स्प्रिंक्लर पाइप थे। ये देख मां ने शोर मचाया। उनकी आवाज सुनकर पापा दौड़कर आए। वे मान्या को बचाने के लिए भागे, तो हमलावरों ने उन्हें पकड़कर रॉड से पीटा।‘ ‘इसके बाद मान्या के पिता प्रकाशगोड्डा ने उसके सिर पर कुल्हाड़ी और पाइप में हमला कर दिया। इसी बीच मान्या के पापा ने उसके सिर पर रॉड मार दी। वो जमीन पर गिर गई। वे उसे मारते रहे। उन्हें यकीन हो गया कि वो मर गई है, तो सभी लोग भाग गए। मैं मान्या को अस्पताल ले गया। रात 9:30 बजे उसने दम तोड़ दिया।’ मान्या की मौत की खबर मिलते ही हुबली-धारवाड़ पुलिस कमिश्नर एन. शशिकुमार, SP गुंजन आर्य और हुबली रुरल थाने के SHO मुरुगेश चन्ननावर हॉस्पिटल पहुंचे। उन्होंने अस्पताल और इनाम वीरापुर गांव में पुलिस तैनात कर दी। मान्या के सिर और पेट पर घाव, मकसद बच्चे को मारना थाहुबली पुलिस के सोर्स के मुताबिक, मान्या पाटिल को लोहे की रॉड और स्प्रिंकलर पाइप से पीटा गया। डॉक्टरों ने सिर और पेट में गहरी चोटें होने की बात कही है। डेडबॉडी पर चोट के निशानों से साबित होता है कि मान्या पर हमला सिर्फ उसकी हत्या के लिए नहीं, बल्कि उसके पेट में पल रहे बच्चे की जान लेने के इरादे से किया गया। फोरेंसिक जांच में इसकी पुष्टि हुई है। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई। CCTV फुटेज में कुल्हाड़ी लिए दिखा प्रकाशहुबली-धारवाड़ पुलिस कमिश्नर एन. शशिकुमार के आदेश पर 3 स्पेशल पुलिस यूनिट ने मामले की जांच शुरू की गई। हुबली पुलिस के एक सीनियर ऑफिसर बताते हैं, ‘हमें इनपुट मिला कि मुख्य आरोपी प्रकाश और उसके दो रिश्तेदार हुबली में ही छिपे हैं। बाकी आरोपी भी उसी लोकेशन पर हो सकते हैं। लोकल इंटेलिजेंस यूनिट की मदद से हमने आरोपियों को ट्रैक किया और प्रकाश समेत 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।’ पुलिस दोनों पक्षों से पूछताछ और सबूतों के आधार पर जांच कर रही है। हम ये भी पता लगा रहे हैं कि हत्या में शामिल धारदार हथियार और सामान कहां से खरीदे गए। कुछ हमलावर अभी भी फरार हैं, उनकी तलाश हो रही है। हुबली-धारवाड़ पुलिस को घटना वाले दिन का एक CCTV फुटेज भी मिला है, जिसमें प्रकाशगोड्डा कुल्हाड़ी और रॉड लेकर विवेकानंद के घर में घुसता दिख रहा है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से एक के पास प्लास्टिक का डिब्बा मिला, जिसमें पेट्रोल भरा हुआ था। इससे साबित होता है कि हमलावर घटना के बाद घर को आग लगाना चाहते थे। हुबली इंस्पेक्टर बोले- हॉरर किलिंग के सबूत मिलेकर्नाटक के हुबली रूरल पुलिस स्टेशन के SHO मुरुगेश चन्ननावर इस केस की जांच कर रहे हैं। हमने उनसे फोन पर बात की। मुरुगेश कहते हैं, ‘घटना वाली रात ही हमने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। लड़की के पति विवेकानंद की तहरीर पर उसके पिता प्रकाशगोड्डा पाटिल समेत 15 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। इनमें से ज्यादातर अज्ञात लोग हैं, जिन्हें पीड़ित परिवार नहीं जानता है।’ 'शुरुआती जांच में ये हॉरर किलिंग का मामला लग रहा है। मान्या पाटिल लिंगायत समुदाय से थी, उसका पति विवेकानंद मदार समुदाय से है। दोनों एक ही गांव के रहने वाले थे और ग्रेजुएशन की पढ़ाई के दौरान एक-दूसरे के संपर्क में आए। दोनों ने 19 जून को हुबली के रजिस्ट्रार दफ्तर में शादी की थी। मान्या ने घरवालों को विवेकानंद से शादी न कराने पर आत्महत्या की धमकी दी थी। शादी के बाद पुलिस ने दोनों परिवारों के बीच सुलह कराई थी। बावजूद इसके ये घटना हो गई।’ मान्या की सास की हालत नाजुक, प्रशासन ने 5 लाख रुपए की मदद दीघटना के बाद हुबली जिला प्रशासन ने हमले में घायल मान्या के सास–ससुर को कर्नाटक मेडिकल सेंटर में भर्ती करवाया है। मान्या की सास की हालत गंभीर है। 23 दिसंबर को धारवाड़ की डिप्टी कमिश्नर दिव्या प्रभु ने विवेकानंद के पिता को मदद के तौर पर 5 लाख रुपए का चेक सौंपा। कर्नाटक के सबसे बड़ा दलित संगठन 'दलित महामंडल' के सदस्यों ने भी पीड़ित परिवार से मुलाकात की है। समता सेना के स्टेट प्रेसिडेंट गुरुनाथ उल्लीकाशी ने कर्नाटक सरकार से 'ऑनर किलिंग कंट्रोल एक्ट' लागू करने, पीड़ित परिवार को हुबली में 10 एकड़ जमीन के अलावा विवेकानंद को सरकारी नौकरी देने की मांग की है। देश में हॉरर किलिंग के सबसे ज्यादा मामले झारखंड मेंनेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो की रिपोर्ट के मुताबिक, 2023 में झारखंड में सबसे ज्यादा हॉरर किलिंग के 9 मामले सामने आए। इसके बाद हरियाणा का नंबर है, जहां ऐसे 6 केस हुए। ये हत्याएं परिवार का सम्मान बचाने के नाम पर की गईं। देश में दर्ज 38 मामलों में करीब 58% केस मध्य प्रदेश, पंजाब, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, छत्तीसगढ़ और कर्नाटक में सामने आए।
'सुबह 4:45 बजे का है ये हाल...', रोजगार के लिए दुबई जाना चाहते हैं तो वीडियो में दिख जाएगा कड़वा सच
Dubai Viral Video: कई यूज़र्स ने बेहतर कमाई की तलाश में घर से दूर रहने की भावनात्मक कीमत पर विचार किया. एक यूज़र ने लिखा, 'हमारे भारत से बेहतर कुछ नहीं है, और हमारे परिवार से ज़्यादा महत्वपूर्ण कुछ नहीं है. हम जो कुछ भी कमाना या हासिल करना चाहते हैं, वह अपने परिवार के साथ रहकर करना चाहिए, घर से दूर जाकर नहीं.'
आखिर अपने ही रॉकस्टार पर बांग्लादेशियों ने क्यों बरसाए पत्थर? जेम्स कॉन्सर्ट हिंसा की पूरी कहानी
DNA: गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर ने कहा था कि कला का कोई धर्म नहीं होता, वो तो मानव हृदय की अभिव्यक्ति है. इस विचार के मुताबिक कला किसी धर्म, जाति या सीमा से बंधी नहीं होती, बल्कि सर्वव्यापी और मानवीय होती है. लेकिन मोहम्मद यूनुस के नए बांग्लादेश में कला अपराध की श्रेणी में आ गई है. यहां कला और कलाकारों को कट्टरपंथी चुन-चुनकर निशाना बना रहे हैं.
China installed cameras in Nepal: चीन भले ही खुद के शक्तिशाली होने का दावा करता हो. लेकिन सच ये है कि वो अंदर ही अंदर जनता की बगावत से बहुत डरा रहता है. इसके लिए उसने पूरे चीन में सीसीटीवी लगा रखे हैं. अब उसकी यह सनक सीमा पार करके नेपाल पहुंच गई है.
Bangladesh Dipu Chandra Das Murder News: बांग्लादेश में हिंदू युवक दीपू चंद्र दास को सुनियोजित तरीके से मारा गया था. कट्टरपंथी उसे नौकरी मिलने और प्रमोशन की संभावना से झुंझलाए हुए थे. उन्होंने योजना बनाकर उस पर ईशनिंदा का आरोप लगाया और फिर मार डाला.
कनाडा में परेशान महिलाओं के लिए भारत बढ़ाए मदद के हाथ, खोल दिया 'वन स्टॉप सेंटर फॉर वीमेन'
टोरंटो में भारतीय वाणिज्य दूतावास की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया, 'वन स्टॉप सेंटर परेशान महिलाओं को समय पर और सही मदद के तरीकों से जोड़कर, लाभार्थी-केंद्रित सहायता प्रदान करेगा. इसमें तुरंत परामर्श और साइको-सोशल मदद की सुविधा के साथ ही कानूनी मदद और सलाह भी दी जाएगी.'
बांग्लादेश में हिंदुओं की हत्या, नेपाल में गुस्से का ज्वालामुखी फूटा
बांग्लादेश में हिंदू पुरुषों की बेरहम हत्या के विरोध में शुक्रवार और शनिवार को नेपाल के बीरगंज, जनकपुरधाम और गोलबाजार जैसे बड़े शहरों में प्रदर्शन किया गया
बांग्लादेश हिंसा के बीच इस 'जरूरी चीज' की क्यों हो गई भारी कमी? बस इतने दिनों का बचा है स्टॉक
मैनपावर की कमी के बारे में, DGFP के उप निदेशक इरशाद अहमद नोमानी ने कहा कि फील्ड-लेवल के 25 प्रतिशत पद, जैसे फैमिली प्लानिंग असिस्टेंट और इंस्पेक्टर, फैमिली वेलफेयर वॉलंटियर और सब-असिस्टेंट कम्युनिटी मेडिकल ऑफिसर, खाली पड़े हैं.
'रूस ने हमला किया तो हम झेल नहीं पाएंगे...', पद छोड़ने से पहले इस देश के आर्मी चीफ की आखिरी चेतावनी
Swiss army chief: फिलहाल स्विट्जरलैंड अपने रक्षा बजट को देश के घरेलू सकल उत्पाद के 1 प्रतिशत बराबर तक बढ़ाना चाहता है जो फिलहाल सिर्फ 0.7 प्रतिशत है. ये फिलहाल नाटो की तरफ से मिलने वाली सहमति 5 प्रतिशत से भी काफी दूर है.
नेशनल पीपुल्स कांग्रेस की स्थायी कमेटी ने 27 दिसंबर को नव संशोधित विदेशी व्यापार कानून पास किया, जो 1 मार्च 2026 से लागू होगा
फ्लोरिडा में मिलेंगे ट्रंप और जेलेंस्की, किन मुद्दों पर होगी बात
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप शनिवार को फ्लोरिडा में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मिलेंगे. यह मुलाकात ऐसे समय में हो रही है जब अमेरिका अपनी यूक्रेन शांति योजना को आगे बढ़ा रहा है
ट्रंप-जेलेंस्की की बैठक से पहले रूस का कहर, कीव-यूक्रेन पर मिसाइलों और ड्रोन से बड़ा हमला
रूस ने शनिवार को कीव और यूक्रेन के दूसरे इलाकों पर मिसाइलों और ड्रोन से हमला किया। यह हमला राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के उस बयान के बाद हुआ जिसमें उन्होंने कहा था कि करीब चार साल से चल रहे युद्ध को खत्म करने की डील पर काम करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ एक अहम बैठक होगी
बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष तारिक रहमान (बीएनपी के एक्टिंग चेयरमैन) ने शनिवार को वोटर रजिस्ट्रेशन और एनआईडी संबंधी औपचारिकताएं पूरी कीं। 17 साल निर्वासन में रहने के बाद उनकी वतन वापसी हुई है। इस बीच, अवामी लीग ने इस प्रक्रिया को 'विशेष छूट' बताते हुए कानूनी उल्लंघनों और असमानता का आरोप लगाया है, खासकर 2026 चुनावों के संदर्भ में जहां अवामी लीग बैन है
Christopher Luxon: न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन ने शनिवार को कहा कि भारत के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट से रोजगार, निर्यात और आय में बढ़ोतरी होगी. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए कहा कि भारत के साथ यह समझौता उनके पहले कार्यकाल में पूरा करने का वादा था जिसे अब उन्होंने पूरा किया.
Khalistan: खुफिया एजेंसियों ने ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तान आंदोलन के तेजी से बढ़ने पर चिंता जताई है. एजेंसियों का कहना है कि कनाडा और यूनाइटेड किंगडम में खालिस्तानी संगठन की गतिविधियों में कमी आई है और पिछले कुछ महीनों में ऑस्ट्रेलिया में अपनी मौजूदगी बढ़ाई है.
थाईलैंड-कंबोडिया ने बॉर्डर चेकपॉइंट पर सीजफायर समझौते पर किए साइन
थाईलैंड के रक्षा मंत्री नत्थापोन नाकपानिच और कंबोडिया के उप प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री टी सिया ने शनिवार को थाईलैंड के चांथाबुरी प्रांत में एक बॉर्डर चेकपॉइंट पर सीजफायर समझौते पर साइन किए
Bangladesh Elections 2026:बांग्लादेश के आगामी चुनावों में NCP जमात-ए-इस्लामी से सीट-शेयरिंग समझौते की दिशा में बढ़ रही है लेकिन NCP के कुछ नेता BNP की तरफ जाना चाहते है. जिसकी वजह से पार्टी में गठबंधन को लेकर गुटबाजी और इस्तीफे हो रहे हैं.
क्या खत्म हो जाएगी रूस-यूक्रेन जंग? ट्रंप फिर करेंगे पुतिन से बात; देंगे ऑर्डर या लगाएंगे गुहार!
Trump-Putin Meeting:अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया कि वे यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की से मुलाकात से पहले रूस के राष्ट्रपति पुतिन से बात करेंगे. जेलेंस्की ने ट्रंप के साथ अपनी बैठक की पुष्टि की और कहा कि यह शांति वार्ता में मददगार हो सकती है, हालांकि कोई तत्काल समझौता नहीं होगा.
थम गई थाईलैंड और कंबोडिया में जंग, एक बार फिर दोनों देशों ने डाले हथियार, युद्धविराम समझौता हुआ लागू
Thailand News: थाईलैंड और कंबोडिया दोनों देश युद्ध को खत्म करने के लिए तैयार हो गए हैं. रक्षा मंत्री नत्थापोन नाकपानिच और कंबोडिया के उप प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री टी सिया ने शनिवार को थाईलैंड के चांथाबुरी प्रांत में एक बॉर्डर चेकपॉइंट पर सीजफायर समझौते पर साइन किए.
मलेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री नजीब रजाक को 15 साल जेल की सज़ा, सत्ता के दुरुपयोग का आरोप
मलेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री नजीब रजाक को शुक्रवार को सत्ता के दुरुपयोग के चार मामलों में 15 साल जेल की सज़ा सुनाई गयी
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि अगर रूस कम से कम 60 दिनों के लिए सीजफायर पर सहमत होता है, तो वह इस संकट को खत्म करने के लिए एक शांति योजना पर जनमत संग्रह कराने के लिए तैयार हैं

