अब छिड़ेगी बड़ी जंग? क्यों फेल हो गई पाकिस्तान और अफगानिस्तान की बैठक, ये हैं 4 बड़ी वजह
Pakistan Afghanistan peace talk: पाकिस्तान चाहता है कि टीपीपी और उससे जुड़े नेटवर्क को खत्म करने के लिए अफगानिस्तान लिखित समझौते पर साइन करें ताकि सीमापार आंतकवादी हमलों को रोका जा सके. इस पर तालिबान सरकार ने रूख साफ करते हुए किसी भी आतंकवादी संगठन के खिलाफ कार्रवाई को अफगानिस्तान के कानूनों के तहत बताया.
गीजा के पिरामिड के नीचे दिखे दो खुफिया कमरे, क्या मिल गया सम्राट के 'अकूत खजाने' का असली दरवाजा?
Menkaure Pyramid: रिसर्च में शोधकर्ताओं का ध्यान पिरामिड के पूर्वी हिस्से पर बने एक रहस्यमयी भाग की ओर गया, जहां पर लगभग 13 फीट ऊंचे और 20 फीट चौड़े चिकने ग्रेनाइट पत्थरों की एक दीवार बनी हुई है. ऐसे पत्थर केवल उत्तरी हिस्से में पाए जाते हैं.
Nepal News: नेपाल के त्रिभुवन एयरपोर्ट पर अचानक रोकी गई उड़ानों की आवाजाही, यात्रियों में अफरा-तफरी
Tribhuvan International Airport News: नेपाल के त्रिभुवन इंटरनेशल एयरपोर्ट पर विमानों की आवाजाही अचानक रोक दी गई है. जो फ्लाइट उड़ानें भरने वाली थीं, उन्हें होल्ड पर कर दिया गया है.
अमेरिका ने बदल डाली वीजा नियमों की ABCD, रिजेक्शन नहीं चाहिए तो जान लें आवेदन का सही तरीका
America changes H1 visa rules: अमेरिका में हेल्थ सुरक्षा और मेडिकल खर्च के चलते बढ़ रही चिंताओं को कम करने के लिए उड्डयन विभाग की तरफ से आदेश जारी किया गया है. इस आदेश में वीजा प्रक्रिया के तहत मेडिकल रिपोर्ट को अहम हिस्सा बनाया गया है.
World Power Slap Championship: पावर स्लैप एक वर्ल्ड वाइड प्रतियोगिता है जिसमें दो खिलाड़ी आमने-सामने खड़े होकर एक दूसरे को बारी-बारी से जोरदार थप्पड़ मारते हैं. इस खेल के नियम अनुसार, जिस खिलाड़ी की बारी नहीं होती है उसको अपने दोनों हाथ पीछे रखने होते हैं.
Vivek Ramaswamy: अमेरिका के ओहियो में गवर्नर पद के लिए चुनाव होने वाला है. इस चुनाव में भारतीय मूल के विवेक रामास्वामी भी मेयर पद की रेस में है. उन्हें ट्रंप का समर्थन मिल रहा है.
हूतियों के निशाने पर यूएई का बुर्ज खलीफा? क्या है सोशल मीडिया पर किए गए दावे की सच्चाई
UAE news: क्या यमन के गुस्से की चिंगारी अरब देशों तक पहुंच गई है. अफ्रीका की हिफाजत से क्या यमन के हूतियों का कोई वास्ता है. क्योंकि ऐसी अटकलों को लेकर दावा किया जा रहा था कि बुर्ज खलीफा को निशाना बनाया जा सकता है.
Worlds longest non stop flight:एक विदेशी एयरलाइंस ने जहाज बनाने वाली कंपनी 'एयरबस' को ऑर्डर देकर एक खास प्लेन बनवाया है जिससे दुनिया की सबसे लंबी फ्लाइट के सफर का आपका एक्सपीरियंस एकदम बदलकर अद्भुत हो जाएगा. जिसकी खासियतें जानकर आप भी इसमें कभी न कभी ट्रैवल करने का मन बना लेंगे.
Trump ने भारतीय मूल के विवेक रामास्वामी को बताया 'कुछ खास', ओहियो के लिए चुना युवा और मजबूत चेहरा
Vivek Ramaswamy for Governer: अमेरिकी राष्ट्रपति Trump ने ओहियो को एक महान राज्य कहा. उन्होंने यह भी कहा कि अगर विवेक रामास्वामी चुनाव जीतते हैं तो वह एक शानदार गवर्नर बनेंगे.
Trump Russia Oil Ban: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओरबान के साथ हुई बातचीत में हंगरी को रूसी तेल के प्रतिबंध से छूट दिलाने का संकेत दिया है.
जी-20 सम्मेलन का ट्रंप ने किया बहिष्कार, दक्षिण अफ्रीका पर भेदभाव का आरोप
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की है कि इस साल दक्षिण अफ्रीका में होने वाली जी-20 बैठक में अमेरिकी सरकार का कोई भी अधिकारी शामिल नहीं होगा
अमेरिका में नस्लीय तनाव की वापसी! ट्रंप के विवादित आदेश ने G20 को कैसे बनाया सियासी अखाड़ा?
G20 in South Africa: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका का कोई भी सरकारी अधिकारी दक्षिण अफ्रीका में होने वाली बैठक में हिस्सा नहीं लेगा.
भजन क्लबिंग, क्लबिंग से कैसे अलग है, ये चलन में कैसे आया, इसका क्रेडिट किसको जाता है, भारत में भजन क्लबिंग को लेकर क्या कह रहे लोग, पूरी जानकारी के लिए ऊपर दी गई इमेज पर क्लिक कर देखें वीडियो
आवारा कुत्तों पर सुप्रीम कोर्ट का एक और सख्त आदेश आया है। तीन जजों की बेंच ने शुक्रवार को सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से कहा कि वो सार्वजनिक जगहों से आवारा कुत्तों को हटा दें। इनमें अस्पताल, स्कूल, कॉलेज, खेल परिसर और रेलवे स्टेशन शामिल हैं। कोर्ट ने कहा कि इसका सख्ती से पालन करना जरूरी है, लापरवाही को गंभीरता से लिया जाएगा। आखिर कब तक हट जाएंगे आवारा कुत्ते, गड़बड़ी पर कौन जिम्मेदार होगा और कोर्ट ने क्यों सुनाया इतना सख्त फैसला; भास्कर एक्सप्लेनर में 5 जरूरी सवालों के जवाब जानेंगे… सवाल-1: स्कूलों, अस्पतालों, सड़कों से कब तक हट जाएंगे आवारा कुत्ते? जवाबः जस्टिस विक्रम नाथ, संदीप मेहता और एवी अंजारिया की बेंच ने आदेश में कहा कि इस फैसले को तत्काल प्रभाव से लागू किया जाए… अदालत ने कहा कि निर्देशों को पूरे भारत में समान रूप से लागू किया जाना चाहिए। 8 हफ्ते बाद 13 जनवरी की सुनवाई में सभी मुख्य सचिव और NHAI के अध्यक्ष अनुपालन प्रमाण पत्र दाखिल करेंगे। जिसमें हाईवे से आवारा पशुओं को हटाने और शेल्टर होम, गश्ती दलों का गठन और हेल्पलाइन की स्टेटस रिपोर्ट होगी। सवाल-2: अगर 13 जनवरी के बाद भी कुत्ते दिख जाते हैं तो किसकी जिम्मेदारी होगी? जवाबः सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिया कि स्कूल, अस्पताल, रेलवे स्टेशन जैसी हर चिह्नित जगह के प्रबंधक रखरखाव और सफाई के लिए जिम्मेदार एक नोडल अधिकारी को नॉमिनेट करें और यह सुनिश्चित करें कि आवारा कुत्ते कैम्पस में न प्रवेश करने पाएं और न वहां घूमते दिखें। नामित अधिकारी का नाम संस्थान के गेट पर लिखा जाएगा और उस इलाके के नगर निकाय या प्राधिकरण को भी सूचित किया जाएगा। स्थानीय नगरपालिका प्राधिकरण और पंचायतें ऐसे सभी कैम्पस का हर तीन में महीने में कम से कम एक बार नियमित निरीक्षण करेगी। जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि वहां कोई आवारा कुत्ता तो मौजूद नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने चेतावनी दी कि इसका सख्ती से पालन करना जरूरी है वरना अधिकारियों को व्यक्तिगत तौर पर जिम्मेदार ठहराया जाएगा। आदेश में कहा गया है कि सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिव इन निर्देशों का कड़ाई से पालन कराएं। वे अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में बार-बार होने वाली घटनाओं के लिए संबंधित अधिकारियों को व्यक्तिगत रूप से जवाबदेह ठहराएंगे। सवाल-3: सुप्रीम कोर्ट ने जोर देकर क्यों कहा- जहां से पकड़ें, वहां न छोड़ें कुत्ते? जवाबः सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि चिह्नित स्थानों से कुत्तों को उठाकर उनकी नसबंदी की जाए और फिर शेल्टर होम में भेजा जाए। आवारा कुत्तों को उसी स्थान पर वापस नहीं छोड़ा जाएगा, जहां से उन्हें उठाया गया था। अगर ऐसा करने की इजाजत दी गई तो इन जगहों से आवारा कुत्तों से मुक्त करवा पाने का मकसद पूरा नहीं हो पाएगा। अदालत ने कहा कि उठाए गए मवेशियों और अन्य आवारा पशुओं को उचित शेल्टर होम या गौशालाओं में रखा जाएगा। उन्हें सभी आवश्यक भोजन, पानी और पशु चिकित्सा देखभाल प्रदान की जाएगी। इससे पहले 22 अगस्त को इसी बेंच ने कहा था कि कुत्तों को कीड़े की दवाई देने, नसबंदी करने और एंटी-रेबीज वैक्सीन लगाने के बाद उसी इलाके में वापस छोड़ा जा सकता है। सिर्फ रेबीज से संक्रमित और आक्रामक स्वभाव वाले कुत्तों को वैक्सीन लगाकर अलग डॉग शेल्टर में ही रखा जाएगा। सवाल-4: सुप्रीम कोर्ट ने आवारा कुत्तों को लेकर इतना सख्त फैसला क्यों सुनाया? जवाबः वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन यानी WHO के मुताबिक दुनिया में हर साल 55 हजार से ज्यादा लोगों की मौत रेबीज से होती है। इनमें से हर तीसरा यानी करीब 18 से 20 हजार मौतें भारत में होती हैं। भारत में डॉग बाइट से मरने वाले आधे से ज्यादा 15 साल से कम उम्र के बच्चे हैं। केंद्रीय पशुपालन मंत्री एसपी सिंह बघेल ने 1 अप्रैल 2025 को लोकसभा में बताया था कि 2024 में देशभर में कुत्तों के काटने के करीब 37 लाख 15 हजार मामले दर्ज हुए। जबकि साल 2023 में ऐसे 30 लाख 52 हजार मामले सामने आए थे। इससे पहले 11 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस आर महादेवन की बेंच ने कुत्ते के काटने और रेबीज की बढ़ती घटनाओं पर चिंता जताते हुए कहा, 'छोटे बच्चे किसी भी कीमत पर रेबीज का शिकार नहीं होने चाहिए। कार्रवाई ऐसी हो, जिससे लोगों को भरोसा हो कि वे बिना डर के घूम सकते हैं और उन पर आवारा कुत्ते हमला नहीं करेंगे। इसमें कोई भावनात्मक पक्ष नहीं होना चाहिए।' सवाल-5: क्या होता है रैबीज और क्या इसका कोई इलाज नहीं? जवाबः बुलंदशहर जिले में फराना गांव के रहने वाले 22 साल के बृजेश कबड्डी के स्टेट लेवल के खिलाड़ी थे। करीब दो महीने पहले एक कुत्ते के बच्चे को नाले से निकालने के दौरान उसने बृजेश की उंगली में काट लिया। कुछ दिन बाद उन्हें ट्रेनिंग के दौरान उंगली में सुन्नपन महसूस हुआ। जल्द ही बृजेश को हाइड्रोफोबिया हो गया यानी पानी से डर लगने लगा। तब डॉक्टर्स को रेबीज का शक हुआ। इलाज शुरू हुआ, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। बृजेश की मौत हो गई। रेबीज लीजावायरस (Lyssavirus) नाम के वायरस से होने वाली बीमारी है। WHO के मुताबिक, इंसानों में 99% मामलों में रेबीज का संक्रमण कुत्तों से होता है। ये वायरस इंसानों में तीन तरीके से आता है- रेबीज के वायरस की खासियत है कि ये इंसान के शरीर में घुसने के बाद खून के बजाय सीधे नर्वस सिस्टम पर हमला करता है। नर्वस सिस्टम का केंद्र हमारा दिमाग है। रेबीज संक्रमित को पहले पानी से डर लगना शुरू होता है। पानी पिलाने पर उसका गला चोक होने लगता है। इसके बाद हवा और रोशनी से डर लगने लगता है। इसके अलावा घबराहट, भ्रम, बहुत ज्यादा लार बनना और आखिर में पैरालिसिस यानी लकवा मार जाता है। एक बार लक्षण आने के बाद रेबीज से पीड़ित इंसान को पूरी तरह ठीक करना लगभग नामुमकिन है। यानी वायरस को खत्म करने का कोई तरीका नहीं है। व्यक्ति को जो लक्षण हैं, उनका इलाज किया जाता है। ----------------- ये खबर भी पढ़ें... सुप्रीम कोर्ट का आदेश- स्कूल, अस्पताल से आवारा कुत्ते हटाएं:जहां से पकड़ें, नसबंदी के बाद वहीं न छोड़ें; हाईवे से आवारा जानवर भी हटाएं सुप्रीम कोर्ट ने आवारा कुत्तों को स्कूल, कॉलेज, अस्पताल और बस स्टैंड से दूर रखने के आदेश दिए हैं। कोर्ट ने शुक्रवार को कहा कि स्कूल-कॉलेज और अस्पतालों में बाड़ लगाई जाए, ताकि कुत्ते वहां न पहुंच सकें। पढ़िए पूरी खबर...
अमेरिका का नया पैंतरा, आपको ये सारी बीमरियां हैं, तो वीजा मिलना होगा मुश्किल
अमेरिका डायबिटीज, हार्ट डिजीज और दूसरी पुरानी बीमारियों से परेशान लोगों को वीजा देने से इनकार कर सकता है. ऐसे में कई लोगों के लिए यूएस जाना मुश्किल हो सकता है.
‘अगवा किए जाने के बाद आदर्श का एक वीडियो सामने आया है। जिसमें अपहरणकर्ता उससे शाहरुख खान के बारे में पूछ रहे हैं। बातचीत से वो उनके फैन लग रहे हैं। हम शाहरुख खान से अपील करना चाहते हैं कि वे आदर्श की रिहाई में हमारी मदद करें। अगर वो एक अपील कर देंगे तो शायद अपहरणकर्ता आदर्श को छोड़ दें।‘ सूडान में बंधक बनाए गए ओडिशा के आदर्श बेहरा की पत्नी सुष्मिता उनकी सकुशल रिहाई की कोशिश में लगी हैं। परिवार रेड क्रॉस से भी मामले में मदद की अपील कर रहा है। सूडान में 2023 से सूडानी सशस्त्र बलों (SAF) और रैपिड सपोर्ट फोर्स (RSF) के बीच जंग जारी है। 26 अक्टूबर को RSF ने देश के अल-फशर शहर पर कब्जा कर लिया। इसी दौरान आदर्श को भी बंधक बना लिया गया। आदर्श सूडान में एक प्लास्टिक फैक्ट्री में मशीन ऑपरेटर का काम कर रहे थे। परिवार को उनके बंधक बनाए जाने की जानकारी तब मिली, जब उनका वीडियो सामने आया। जिसमें वो RSF के सैनिकों के बीच हाथ जोड़कर रिहाई की गुहार लगाते नजर आ रहे हैं। परिवार के मुताबिक, आदर्श को अभी दक्षिण दारफुर में RSF के गढ़ न्याला में रखा गया है। अब आदर्श का परिवार भारत सरकार, ओडिशा के CM मोहन चरण मांझी और एक्टर शाहरुख खान से मदद की अपील कर रहा है। दैनिक भास्कर की टीम ने ओडिशा के जगतसिंहपुर में आदर्श के गांव पहुंचकर परिवार वालों से मुलाकात की और पूरा मामला समझा। सबसे पहले आदर्श की मां की बात…परिवार का खर्च नहीं संभला तो ज्यादा कमाने के लिए बाहर गयाआदर्श ओडिशा के जगतसिंहपुर जिले के कोटकणा गांव के रहने वाले हैं। पिता खेत्रबासी बेहरा चूड़ा बेचकर और मजदूरी करके परिवार का खर्च उठा रहे हैं। परिवार में माता-पिता के अलावा पत्नी सुष्मिता और दो बेटे हैं। आदर्श की मां आरती बताती हैं, ‘हमने बहुत मुश्किलों का सामना करके आदर्श को पाल पोसकर बड़ा किया। पति घर-घर घूमकर चूड़ा बेचते थे और छोटे-मोटे काम किया करते थे। कई बार तो दो वक्त की रोटी मिलना भी मुश्किल हो जाता था। गरीबी के चलते बेटे को भी ज्यादा पढ़ा-लिखा नहीं सके।‘ ‘आदर्श ने सिर्फ 10वीं तक ही पढ़ाई की। इसके बाद वो मुंबई, आंध्र प्रदेश और फिर गुजरात के राजकोट कमाने चला गया। उसने प्लास्टिक फैक्ट्री में लगभग 8-10 साल काम किया। यहां सैलरी कम थी, सिर्फ 15-16 हजार रुपए ही मिलते थे। इसमें परिवार का खर्च चलाना मुश्किल हो रहा था। इसलिए देश से बाहर जाना पड़ा।‘ कहकर गए सब सही कर दूंगा, अपहरणकर्ताओं के चंगुल में फंस गएपत्नी सुष्मिता बताती हैं, ‘पहले आदर्श के साथ मैं भी गुजरात की प्लास्टिक फैक्ट्री में काम करती थी। जब से छोटा बेटा हुआ, तब से काम करना बंद कर दिया। आदर्श के लिए अकेले परिवार पालना मुश्किल हो रहा था। इसी बीच उन्हें सूडान की ‘सुक्रती प्लास्टिक फैक्ट्री‘ से 50-60 हजार रुपए सैलरी में काम करने का ऑफर मिला। आदर्श ने इसे अपने बच्चों का भविष्य संवारने का मौका माना और चले गए।‘ ‘आदर्श 2022 में सूडान गए। उन्होंने सोचा था ज्यादा कमाकर बच्चों को बेहतर जिंदगी दे सकेंगे। टूटे मकान की मरम्मत करा सकेंगे। उन्होंने भरोसा दिलाया था कि जल्द सब ठीक करके वो घर लौट आएंगे। उन्हें गए 3 साल हो चुके हैं लेकिन वो लौट नहीं सके। अब बस सरकार उन्हें अपहरणकर्ताओं के चंगुल से निकाल लाए।‘ हमने पूछा कि आदर्श के अपहरण की खबर कैसे मिली। इस पर सुष्मिता बताती हैं, ‘पहले फोन पर पता चला फिर उनका वीडियो मिला। उनके चारों तरफ लोग बंदूक लिए घूमते दिख रहे हैं। ये सब देखकर मैं बेचैन हो गई और मेरी तबीयत बिगड़ गई। चक्कर आने लगे और मैं बेहोश हो गई। हाथ-पैर में सूजन आ गई है। अभी बालासोर के अस्पताल में इलाज चल रहा है।’ ’आखिरी बार जब आदर्श से बात हुई थी, तब मैंने बच्चों को दिखाने के लिए वीडियो कॉल करने को कहा लेकिन आदर्श ने खतरे की बात करते हुए मना कर दिया था।’ वहीं अपहरण का वीडियो देखकर आदर्श की मां आरती भी परेशान हैं। वे कहती हैं, ‘हमें अचानक एक वीडियो मिला, जिसमें बेचा अपनी रिहाई की भीख मांग रहा है। वीडियो देखने के बाद से हमारा खाना-पीना तक बंद हो गया है। पिछले करीब 12 दिनों से हमारी आदर्श से बातचीत पूरी तरह बंद हो गई है। हम सिर्फ उसके वीडियो ही देख पाते हैं।‘ सुष्मिता के लिए अब दोनों बच्चों के साथ काम करना मुमकिन नहीं रह गया है। वे बताती हैं , ’छोटा बेटा 3 साल का है इसीलिए अभी काम पर नहीं जा रही हूं। सास-ससुर भी बुजुर्ग हो गए हैं। अब परिवार का खर्च उठाना मुश्किल हो गया है। हम खाने-पीने के मोहताज हैं।’ रेड क्रॉस से मदद मिलने की आखिरी उम्मीद क्या आदर्श ने किसी से मदद लेने की बात कही है। इस पर सुष्मिता बताती हैं, ‘उनकी एकमात्र उम्मीद अब रेड क्रॉस ही है। बंधक बनाए जाने के बाद से अपहरणकर्ताओं ने जब भी बात कराई, वो बार-बार रेड क्रॉस का ही नाम लेते हैं। वे कहते हैं कि रेड क्रॉस वालों से कहो, वही मुझे बचा सकते हैं।‘ ‘आदर्श बता रहे हैं कि जिस जगह पर उन्हें अगवा करके रखा गया है, वहां सिर्फ रेड क्रॉस वाले ही मदद कर सकते हैं इसीलिए हम उनसे उम्मीद लगाए बैठे हैं। आदर्श ने ये भी बताया क्योंकि वो भारत से हैं इसीलिए अपहरणकर्ताओं ने उन्हें कुछ दिनों की मोहलत दी है।’ आदर्श की कंपनी से कोई बात हुई क्या? इसके जवाब में सुष्मिता बताती हैं, ‘कंपनी के सेठ ने इतना ही बताया है कि जब वो आदर्श को अपने साथ लेकर शहर से निकल रहे थे। तभी रास्ते में उन्हें रोका गया और आदर्श को अगवा कर लिया गया। वो आदर्श को भारत वापस भेजने के लिए लेकर जा रहे थे।‘ क्या कंपनी मालिक ने किसी तरह की आर्थिक मदद का भरोसा दिलाया है। इस पर वे कहती हैं, ‘आदर्श को 8 महीने बाद से ही तनख्वाह मिलनी बंद हो गई थी। तब से कुछ नहीं हुआ। कंपनी के सेठ से जब शिकायत की तो उन्होंने कहा था कि उनके इलाके में बैंक बंद कर दिए गए हैं इसलिए दिक्कत आ रही है।‘ बेटे के अपहरण की खबर ने उम्मीदें तोड़ी, अब कैसे संभालें परिवारआदर्श के पिता खेत्रबासी कहते हैं कि बेटे के अपहरण की खबर ने उनकी उम्मीदें तोड़ दी हैं। आदर्श की सुरक्षा की भी चिंता है और आर्थिक तंगी ने भी परेशान कर दिया है। वे कहते हैं, ’हमें पता चला था कि हमारे बेटे और उसकी कंपनी के मालिक के भाई दोनों को बंधक बना लिया गया है। आदर्श से उसका मोबाइल, पासपोर्ट और बाकी डॉक्यूमेंट्स भी छीन लिए गए हैं। पिछले दो साल से बेटा पैसे भी नहीं भेज सका इसलिए माली हालत भी खराब है। अब 65 साल का हो गया हूं। इस उम्र में कमाने में असमर्थ हूं, भला परिवार का खर्च कैसे उठाऊं?’ ‘मुख्यमंत्री को ये सब बताते हुए हम रोने लगे। हालांकि उन्होंने बेटे की सकुशल वापसी का भरोसा दिलाया है। हालांकि अब तक प्रशासन से कोई मदद नहीं मिली है। हम SP के पास गए थे लेकिन वहां से हमें कलेक्टर ऑफिस जाने को कहा गया। अगले दिन जब कलेक्टर के कार्यालय पहुंचे, तब तक कलेक्टर पारादीप चले गए थे। उसके बाद जब हम पारादीप में CM साहब से मिलने पहुंचे। वहीं हमारी मुलाकात SP और कलेक्टर से हुई थी।‘ मां आरती भी कहती हैं कि मुख्यमंत्री ने कहा कि बेटे को जल्द वापस ले आएंगे। वो 2-3 दिन के अंदर दिल्ली जाएंगे और सारी व्यवस्थाएं करके उसे ले आएंगे। कंपनी मालिक ने बताया- अपहरणकर्ता पैसे मांग रहे आदर्श के अगवा होने से पहले उनके साले दीपक बेहरा लगातार उनके संपर्क में थे। वे बताते हैं, ‘बंधक बनाए जाने से पहले आखिरी बार आदर्श से मेरी बात 24 अक्टूबर को हुई थी। उसने कहा था कि वो ठीक है और अपने रूम में है। 26 अक्टूबर को जब बात हुई तो आदर्श ने बताया कि उसे बंधक बना लिया गया है और वो अल फशीर की मीना जेल में है। वो हमसे बार-बार मदद की गुहार लगा रहा है।‘ आदर्श सरकार से अपील करते हुए कहते हैं कि सरकार रेड क्रॉस से इसे लेकर बात करें क्योंकि वहां एक मात्र रेड क्रॉस ही है जो लोगों की मदद कर रहा है। अभी आदर्श को न्याला सिटी में रखा गया है और उसे कहीं दूर ले जाने की तैयारी की जा रही है। दीपक बताते हैं कि सूडान में इंडियन एंबेसी से लगभग 10 दिनों से बात हो रही है लेकिन कोई खास डेवलपमेंट नहीं दिख रहा। कंपनी मालिक के पिता और बहन से पता चला है कि RSF के अपहरणकर्ताओं ने पैसों की मांग की है। उन्होंने भरोसा दिलाया है कि वो सारे पैसे देंगे और आदर्श को रिहा कराएंगे। परिवार की शाहरुख खान से मदद की अपीलदीपक बताते हैं कि अपहरणकर्ताओं ने एक वीडियो में एक्टर शाहरुख खान का भी जिक्र किया है। वो आदर्श से शाहरुख के बारे में पूछ रहे हैं, जिसके जवाब में आदर्श ने खुद को भारतीय बताया। परिवार का मानना है कि अपहरणकर्ता शाहरुख खान के फैन हो सकते हैं और सुपरस्टार की अपील पर वे आदर्श को छोड़ सकते हैं। दीपक ने बताया, ‘उन्होंने शाहरुख खान से मदद के लिए आदर्श को टैग करके कुछ ट्वीट किए हैं। अगर एक्टर छोड़ने की अपील कर दें तो उनकी मदद से शायद आदर्श छूट जाए।‘ आदर्श के परिवार की सारी उम्मीदें अब सरकार और प्रशासन पर टिकी हैं। पत्नी का कहना है कि अब तक SP और कलेक्टर से गुहार लगा चुके हैं। ओडिशा के CM मोहन माझी और PM मोदी से भी गुजारिश कर चुके हैं कि जल्द से जल्द हमारे आदर्श को वापस भारत ले आएं। आदर्श को लौटा लाए सरकार, गांव में खुशहाली लौट आएगीहम आदर्श के बचपन के दोस्त गौरांग से भी मिले। वे बताते हैं, ‘आदर्श को मैं बचपन से जानता हूं। हमनें साथ पढ़ाई की है। आदर्श विदेश जाकर पैसे कमाना चाहता था ताकि लौटकर अपना घर बनावा सके। उसने शादी के लिए भी लोन लिया था, उसे वो भी खत्म करना था। हालांकि वो ऐसी मुसीबत में फंस जाएगा, ये किसी ने नहीं सोचा था।‘ ‘गांव भी उसी खबर मिलने के बाद से सब दुखी हैं। हमारा पूरा गांव सरकार से गुहार लगा रहा है कि आदर्श को लौटा लाएं। उसकी वापसी से गांव में खुशहाली लौट आएगी। पूरा गांव दुखी है, किसी के चेहरे पर खुशी नहीं है।‘ विधायक बोले- केंद्र सरकार से दखल की मांग कीतिरतोल के विधायक रमाकांत भोई ने आदर्श के माता-पिता से मुलाकात की और हर संभव मदद का भरोसा भी दिलाया है। उन्होंने कहा, ‘ये सरकार की जिम्मेदारी है कि आदर्श को किसी तरह से छुड़ाए। हम अभी आदर्श के माता पिता के साथ हैं। मेरी भी सरकार से मांग है कि जल्द से जल्द उसकी सकुशल वापसी हो। मैंने इस बारे में एसपी से भी बात की थी। एसपी ने बताया कि सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं और मामले की जांच कर रहे हैं।‘ विधायक ने इस मामले में केंद्र सरकार से दखल की मांग की और कहा ‘मैं PM से भी इस मामले को गंभीरता से लेने का आग्रह करूंगा क्योंकि ये सिर्फ हमारे तिरतोल ही नहीं बल्कि पूरे ओडिशा का मामला है। ये पार्टी की बात नहीं माटी की बात है, पार्टी लाइन को भूल कर हम काम करेंगे।‘.................... ये खबर भी पढ़ें... सऊदी में ड्राइवर की नौकरी देकर कचरा उठवाया-बकरी चरवाई 59 साल की सूरजकली बेटे राजीव की फोटो देखकर भावुक हो जाती हैं। राजीव मई 2023 में सऊदी अरब में ड्राइवर की नौकरी करने गए थे, लेकिन वहां वो कफाला सिस्टम का शिकार हो गए। उन पर धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ। वे रियाद में 3 साल कैद की सजा काट रहे। उन पर 18 लाख रुपए जुर्माना भी लगा है। ये कहानी सिर्फ राजीव की ही नहीं है। सऊदी में कफाला सिस्टम के शिकार बन चुके तमाम भारतीयों की है। पढ़िए पूरी खबर..
Pakistan Afghanistan News: पाकिस्तान और अफगानिस्तान में खुले युद्ध के आसार बढ़ते जा रहे हैं. पाकिस्तानी सेना ने अफगानिस्तान की कई चौकियों पर हमले किए, जिसके बाद तालिबान भड़क उठा है.
ममदानी के मुस्लिम मेयर बनते ही न्यूयॉर्क से पलायन और धर्मांतरण, सेना उतारने की तैयारी में ट्रंप !
DNA Analysis: आज हम ममदानी के राज में धर्मांतरण और पलायन का दोहरा विश्लेषण करेंगे. अमेरिका के न्यूयॉर्क में मुस्लिम मेयर बनते ही 48 घंटे के अंदर पहला धर्मांतरण हो गया और वहां से 7 लाख अरबपतियों के पलायन की तैयारी भी शुरू हो गई. मुस्लिम मेयर जोहरान ममदानी के राज में न्यूयॉर्क कैसे धर्मांतरण की राजधानी बन सकती है और क्यों अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप वहां सेना उतारने की तैयारी कर रहे हैं? इसका विश्लेषण करना आज जरूरी है.
DNA: इजरायल से दोस्ती के लिए मुस्लिम देशों में 'रेस', UAE कजाकिस्तान सहित ये देश कतार में
DNA: कजाकिस्तान से पहले UAE, मोरक्को, सूडान और बहरीन जैसे इस्लामिक मुल्क भी इस समझौते का हिस्सा बन चुके हैं. कजाकिस्तान का अब्राहम अकॉर्ड से जुड़ना क्या वाकई कोई बड़ी बात है या फिर ये ट्रंप के PR को बढ़ाने के लिए किया गया है.
जलवायु परिवर्तन पर UN की बैठक में अमेरिका ने मढ़ा आरोप तो भड़का चीन, दिखाया आईना
Climate Security Council meeting: श्वांग ने चीन को वैश्विक जलवायु परिवर्तन कार्रवाई में सबसे आगे बताया है. जलवायु और सुरक्षा परिषद की बैठक ने श्वांग ने कहा कि चीन की जनसंख्या 1.4 अरब है और उसका जीडीपी दुनिया में दूसरे स्थान पर है.
बांग्लादेश के ऊपर छपी इस नई किताब में बताया गया है कि अगर उन्हें भारत से कॉल नहीं गई होती तो वे वहीं रुक जाती और फिर चरमपंथियों की भीड़ का सामना करने पर मजबूर हो जातीं ऐसे में उनकी जान बच पाना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन था.
Zohran Mamdani Latest News: अमेरिका में न्यूयार्क शहर के मेयर चुनाव में जोहरान ममदानी की जीत से अरब मुसलमानों में जबरदस्त खुशी का माहौल है. सीरिया के लोग तो उसे अपना जीजा साहब कह रहे हैं. आखिर वे जीजा क्यों पुकार रहे हैं?
विमान की सीट पर छूटी सुई से HIV का खतरा, शख्स ने एयरलाइन पर ठोक दिया 50 लाख डॉलर का मुकदमा
Man Files 50 Lakh Dollar Fine on Airlines: एक वर्जीनिया निवासी को जान का खतरा महसूस हुआ जब मिस्र से वाशिंगटन जा रही एक उड़ान में सीटबैक पॉकेट में हाथ डालने पर उसे सुई चुभ गई. उसने इजिप्ट एयर पर 50 लाख डॉलर का मुकदमा किया है.
चांद की मिट्टी में छिपा भविष्य का ईंधन, NASA से लेकर चाइना तक में पाने की लगी होड़
Moon Mission:चंद्रमा पर हीलियम-3 की खोज ने अंतरिक्ष जगत में एक नई होड़ शुरू कर दी है. यह तत्व भविष्य की स्वच्छ और असीमित ऊर्जा का स्रोत बन सकता है, जो पृथ्वी की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में मदद कर सकता है.
Al-Sharaa to meet Trump at the White House next Monday:अहमद अल-शराआ पर कभी अमेरिका ने 10 मिलियन डॉलर का इनाम रखा था, जो अल-कायदा से जुड़े हायात तहरीर अल-शाम के लीडर थे. 2011 से सीरिया पर सैंक्शंस ने जिंदगी नरक बना दी. लेकिन 2024 में असद को उखाड़ फेंकने के बाद सब बदल गया. अब राष्ट्रपति बनकर ट्रंप से व्हाइट हाउस में मिलेंगे. इसके लिए सयुंक्त राष्ट्र ने उनपर लगे सभी प्रतिबंध हटा दिए हैं.
ये किला है या शहर? 70,000 वर्ग मीटर में फैला दुनिया का सबसे बड़ा फोर्ट! हर साल आते हैं लाखों टूरिस्ट
Worlds Largest Castle or Fort: चेक गणराज्य की राजधानी प्राग में दुनिया का सबसे बड़ा और पुराना किला मौजूद है, जिसका नाम है प्राग किला (Prague Castle). 70,000 वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्र में फैला यह किला 9वीं शताब्दी जितना पुराना है. यह यूनेस्को की विश्व धरोहर भी है. आज भी यह किला चेक राष्ट्रपति का निवास है और अपनी ऐतिहासिक सुंदरता के कारण हर साल 30 लाख से ज्यादा पर्यटकों को अपनी ओर खींचता है.
इंडोनेशिया: स्कूल की मस्जिद में जुमा की नमाज के दौरान धमाका, 54 लोग घायल
Indonesia Blast: इंडोनेशिया में आज एक स्कूल के अंदर मौजूद मस्जिद के में जुमा की नमाज के दौरान धमाका हुआ है. जिसमें 54 लोगों के जख्मी होने की खबर है. कहा जा रहा है कि धमाका उस समय हुआ जब मस्जिद भरी हुई थी.
Zohran Mamdani: न्यूयॉर्क के नए मेयर बने जोहरान ममदानी इन दिनों काफी ज्यादा सुर्खियां बटोर रहे हैं. इसी बीच उनकी पत्नी की सादगी और राजनीतिक दूरी चर्चाओं का विषय बनी है. आइए जानते हैं कौन हैं ममदानी की पत्नी रमा दुवाजी?
कल्पना करो, कोई ट्रंप के ठीक पीछे खड़े हो, और अचानक चक्कर आ जाएं. फिर वहां का माहौल कैसे होगा. कुछ इसी तरह हुआ व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में. जहां 6 नवंबर 2025 को ट्रंप वजन घटाने वाली पॉपुलर दवाओं कीमतें कम करने का ऐलान कर रहे थे. तभी नोवो नॉर्डिस्क कंपनी के ग्लोबल ब्रांड डायरेक्टर गॉर्डन फिंडले जो रिजॉल्यूट डेस्क के पीछे खड़े थे, बेहोश होकर धड़ाम से गिर पड़े. देखें वीडियो.
Most Electricity Producer: इलेक्ट्रिसिटी का हमारे जीवन में महत्वपूर्ण स्थान है. आज के समय में फ्रिज, कूलर यहां तक की गाड़ियां भी बिजली पर निर्भर हैं. ऐसे में बहुत कम लोगों को पता होगा कि दुनिया के ये 5 देश सबसे ज्यादा बिजली का उत्पादन करते हैं.
Nancy Pelosi Retirement News: नैंसी पेलोसी अमेरिकी इतिहास में पहली महिला स्पीकर बनीं और दो बार इस पद पर रहीं पहले 2007 से 2011 तक और फिर 2019 से 2023 तक. उन्होंने न केवल डेमोक्रेटिक पार्टी का चेहरा बनीं, बल्कि अमेरिकी विधायी व्यवस्था में शक्ति और नेतृत्व का प्रतीक भी रहीं.
Killer Nurse in Germany: नर्स है या हैवान... वर्क लोड कम करने के लिए 10 मरीजों को ही मार डाला
Germany Killer Nurse: जर्मनी केएक पैलिएटिव केयर नर्स को 10 मरीजों की हत्या और 27 अन्य की हत्या की कोशिश के लिए दोषी ठहराए जाने के बाद आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है.
1 ट्रिलियन डॉलर के पैकेज को मंजूरी, ऐसी खुशी कि रोबोट के साथ डांस करने लगे एलन मस्क
Elon Musk Dance Video: गुरुवार को अमेरिका की ऑस्टिन सिटी में हुई टेस्ला की एनुअल जनरल मीटिंग (AGM) में कंपनी के शेयरधारकों ने एलन मस्क के लिए 1 ट्रिलियन डॉलर (करीब 83 लाख करोड़ रुपये) के रिकॉर्ड तोड़ वेतन को मंजूरी दे दी. इसी के साथ आने वाले 10 सालों के लिए कंपनी ने टारगेट भी सेट किए हैं. इस दौरान एलन मस्क रोबोट के साथ डांस करते नजर आए.
मेल या फीमेल और कुछ नहीं, गायब हुआ थर्ड जेंडर! US में ट्रंप की जेंडर पालिसी को हरी झंडी
US Supreme Court on Third Gender: अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने ट्रंप की जेंडर पॉलिसी को हरी झंडी दिखा दी है.अब अमेरिकी पासपोर्ट पर ट्रांसजेंडर का ऑप्शन नहीं होगा. इससे पहले सेना में थर्ड जेंडर्स की भर्ती पर पाबंदी लग चुकी है.
US-Russia:रूस-यूक्रेन जंग के बीच रूसी रक्षा मंत्री आंद्रे बेलौसोव ने ऐसा दावा किया है, जिसके बाद तो पुतिन और ट्रंप के बीच और मतभेद हो सकता है. अमेरिका और रूस के बीच अगर जंग हुई तो मंजर क्या होगा यह सोचकर ही हैरानी होती है, लेकिनरूसी रक्षा मंत्री के दावे ने बहुत बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है.
चीन की 'रेयर अर्थ बादशाहत' को ट्रंप की चुनौती! 5 देशों संग हाथ मिलाकर डिनर पर तय हुई डिप्लोमेसी
Donald Trump on Rare Earth: रेयर अर्थ मेटल्स को लेकर चीन और अमेरिका के बीच बादशाहत की होड़ में ट्रंप ने बड़ी चाल चली है. उन्होंने मध्य एशियाई देशों के साथ व्हाइट हाउस में डिनर पर बड़ी रणनीति बनाई है.
Trump says open to considering lifting Iran sanctions:अमेरिका के सामने सिर पर कफन बांध हमेशा लड़ने वाला देश ईरान अब सरेंडर के मूड में है. ये बात हम नहीं कह रहे बल्कि यह खुद अमेरिकी राष्टपति का दावा है. ट्रंप ने कहा है कि ईरान ने अपने ऊपर लगे भारी भरकम प्रतिबंधों को हटाने की गुजारिश की है. कभी मिडिल-ईस्ट में सबसे ताकतवर माने जाने वाले ईरान को लेकर ट्रंप का नजरिया बदला हुआ है. जानें क्याडोनाल्ड दिखाएंगे दरियादिली!
ट्रंप सरकार का बड़ा ऐलान, अब इतनी सस्ती मिलेंगी वजन कम करने वाली दवाएं, कंपनियों की भी बल्ले-बल्ले
Weight loss drugs Rate in US: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को ऐलान किया कि उनकी सरकार ने कंपनियों के साथ समझौता कर लिया है, जिसके बाद मोटापा कम करने वाली मशहूर दवाओं Wegovy और Zepbound के दाम काफी कम हो जाएंगे. आइए जानते हैं वजन कम करने वाली इन दवाओं की कीमत अब कितनी होगी....
नए साल में भारत के दौरे पर आ रहे हैं डोनाल्ड ट्रंप? पीएम मोदी के लिए कही बड़ी बात
India US Trade Talks:अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि वो अगले साल भारत दौरे पर (Donald Trump India Visit) जाएंगे. इसी दौरे में उन्होंने एक बार फिर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफों के पुल बांध दिए.
RS-28 Sarmat: जब 10 मुखी 'दानव' की एंट्री से कांप गए सातों महाद्वीप! ट्रंप भी देखते रह गए
Russia Vs US:यूक्रेन में पिछले चार साल से नाटो ने न्यूक्लियर भट्टी सुलगा रखी है. ट्रंप के न्यूक्लियर टेस्ट करने और मिनटमैन मिसाइल को दागकर उसमें बारूद डालने का काम किया है. यकीनन पुतिन ने भी अब ऑर्डर जारी कर दिया और यकीनन हालात इतने विस्फोटक हो गए हैं कि मामूली सी चिंगारी महाविनाश का कारण बन सकती है.
क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी IPL 2026 में भी खेलते नजर आएंगे. इसकी पुष्टि खुद चेन्नई सुपर किंग्स के CEO काशी विश्वनाथन ने की है. लेकिन पिछले दो सालों से टीम के खराब प्रदर्शन के बावजूद 44 साल के धोनी अब तक CSK से क्यों जुड़े हुए हैं? आखिर धोनी को CSK से और CSK को धोनी से कितना फायदा है, जानने के लिए ऊपर दी गई इमेज पर क्लिक करें और देखें वीडियो…
दैनिक भास्कर की इलेक्शन सीरीज नाच के पहले एपिसोड में कहानी उस लौंडा नाच की, जिसका इस्तेमाल चुनावों में भीड़ जुटाने के लिए किया जाता है... छह फीट से जरा सी कम लंबाई। एक बार में तकरीबन डेढ़ फीट जमीन नाप ले, ऐसी चाल। बहुत ज्यादा पान मसाला खा लेने से बदरंग हो चुके दांत और फटे होंठ। जिसकी बात हो रही है, उनके लंबे बालों को छोड़ दें, तो सब कुछ मर्दाना है, लेकिन मन है कि लहंगा-चुन्नी पहनकर, चेहरे पर श्रृंगार करके नाचने को करता है। सो अब सल्टू लाठौर काजल लगाने वाले हैं। कमाल ये कि काजल लगाने के लिए भी अगर हाथ उठे तो लगता है जैसे कोई डांस स्टेप हो। दाएं हाथ से आंखों को थोड़ा सा नीचे खींचकर दूसरे से काजल की गहरी लाइन खींचते वक्त ऐसा लगता है जैसे सच में ये बाएं हाथ का ही खेल हो। चेहरे के बाद अब बालों को पीछे की ओर रिबन से कसकर बांध लिया है। सिर पर मटमैले हो चुके लहंगे की चुनरी सेफ्टी पिन से फंसाने के बाद झुमके की बारी है। उंगलियां झुमके के पेंच कस रही हैं और अचानक थिरकने लगी हैं। यह श्रृंगार महिंद्रा की स्कॉर्पियो गाड़ी में उकड़ू बैठ कर किया जा रहा है। स्कॉर्पियो आरा के अगियाव बाजार में बने सरकारी हाईस्कूल मैदान के बाउंड्री से लगकर खड़ी है। यहां आज बीस मिनट की एक चुनावी सभा होनी है, जो RJD प्रत्याशी दीपू राणावत के समर्थन में होगी। यहां लौंडा नाच होना है, मंच से बार-बार लौंडा नाच का ऐलान हो रहा है, मानो वही आज का मेन इवेंट है। मैं लौंडा नाच की टीम से मिलने स्कॉर्पियो के पास पहुंचा हूं, जहां माइक टेस्टिंग की आवाज आ रही है। माइक से कभी किसी नेता का नाम लेकर जिंदाबाद के नारे लग रहे हैं, कभी कोई फिल्मी गीत बजाकर आवाज जांची जा रही है। सल्टू स्पीकर में बज रहा गीत गुनगुनाते हुए लिपस्टिक लगाने लगे हैं। पान खाकर बदरंग हो चुके होठों पर लाल चटख लिपस्टिक तीन बार घिसने के बाद मेरी तरफ अचानक घूम कर कहते हैं, 'जब होठ फटा रहता है तो लिपस्टिक से जलन होने लगती है। हम पहले होंठों पर सरसों का तेल लगा लेते थे तो लिपस्टिक नहीं चढ़ती थी।' बिहार के भोजपुर जिले की मशहूर नाच पार्टी ‘भुअरा के नाच’ की आज बहार है। उसके सबसे ‘डिमांडिंग’ लौंडा सल्टू का आज नाच प्रोग्राम है। सल्टू इस नाच पार्टी के साथ बीते 15 साल से ‘लौंडा’ बनकर नाचते आ रहे हैं। आजादी के बाद से 20वीं सदी के खत्म होने-होने तक भोजपुरी भाषी बिहार के पहचान की तरह देखा जाने वाला लौंडा नाच अब किस स्थिति में है? ‘विमल’ नाम के गुटखा ब्रांड के झोले में से श्रृंगार का सामान निकालते सल्टू के पास चेहरा देखने के लिए हथेली भर का शीशा है। वो अपने साथी लौंडा अंबिका से बड़ा शीशा मांगते हैं, मगर उनके पास भी तो ही शीशा है वो भी छोटा ही है। मर्दों के लिए तय किए कपड़े उतार कर वो बारी-बारी से लहंगा, ब्लाउज, दुपट्टा पहन चुके हैं। वो तैयार तो हो रहे हैं, लेकिन मुझसे बात नहीं करना चाहते। मुझे बुरा भी न लगे इसलिए रह-रह कर एक-दो शब्द बोल देते हैं। लिपस्टिक के बाद बाल की बारी आती है। चूंकि शीशा छोटा है, तो उसे किसी के सहारे ईंट से टिकाकर वो मेरी तरफ देखते हैं। ‘एक रात पहले बाल धोना पड़ता है, नहीं तो बांधने नहीं बनता है। मेरे बाल मेरी औरत (पत्नी) के बाल से ज्यादा सुंदर हैं।’ पूरी तरह तैयार हो चुके सल्टू, बंधे हुए बालों में कंघी फेर रहे हैं। वो कभी शीशे से चेहरा हटाकर बाल देखने लगते हैं तो कभी बड़ा सा जूड़ा बांधने लगते हैं। मेरे पूछने पर कि, चेहरे पर अभी क्या-क्या करना होगा, लिपस्टिक के बाद? वो कहते हैं, अगर शाम को कार्यक्रम रहता है तो सुबह में दाढ़ी बनवाकर फिटकरी लगा लेते हैं, फिर पाउडर से ही काम चल जाता है। अगर दाढ़ी नहीं बनवाए हैं तो ज्यादा तैयार होना पड़ता है। लिपस्टिक के बाद मैं पाउडर लगाता हूं। उसके बाद एक क्रीम है जिससे पाउडर का सफेदी कम हो जाता है, उसको लगा कर सुखा लेता हूं। बस!' सल्टू ने बताया कि चुनावी रैली दिन में होती है इसलिए उन्हें आज थोड़ा भड़कीले रंग का कपड़ा पहना होगा। उन्हें खुद ही कभी भड़कीले तो कभी बहुत ही सहज रंग के लहंगे का ध्यान रखना पड़ता है, वैसे तो सबसे पहले कपड़ा ही बदलते हैं, यहीं भीड़ ज्यादा थी, तो सोचे कि कपड़ा बाद में बदल लेंगे। पहले चेहरा ही ठीक कर लेते हैं। यह मंडली आज ही तीन अलग-अलग जगहों पर लौंडा नाच करेगी। हर परफॉर्मेंस का उन्हें हजार रुपया दिए जाने का वादा हुआ है। चुनाव का यह समय सल्टू के लिए त्योहार से कम नहीं है। भीड़ बटोरने के लिए जब सल्टू नाचते हैं, तो उन्हें बाकी दिनों से अलग, हजार- पांच सौ रुपए ज्यादा मिलते हैं। कभी-कभी दोनों वक्त का खाना भी। बातचीत के बीच ही स्कूल के फिल्ड में माइक पर ‘लालू प्रसाद यादव-जिंदाबाद’ का नारा लगने लगता है। कुछ देवी-देवताओं के जयकारे के बाद एक उम्रदराज शख्स दीपू राणावत के लिए दो शब्द कहता है और वाद्ययंत्रो की आवाज धीरे-धीरे तेज होने लगती है। इधर, स्कॉर्पियो की पिछली सीट पर बैठे सल्टू पूरी तरह कैरेक्टर में आ चुके हैं। उनके हावभाव बदल चुके हैं और देखकर ही समझ आ जाता है कि उन्होंने इस नाच को मन से अपना लिया है। सल्टू माइक के पास आते हैं। पूरी टीम के साथ वाद्ययंत्र को हाथ जोड़कर प्रणाम करते हैं और फिर दर्शकों की तरफ मुड़ते हैं। कमर तक झुककर सबको प्रणाम करने के बाद नाचने आए साथी लौंडा नर्तक के साथ वो गोल-गोल घूमने लगते हैं । इसके बाद लालू यादव के नाम से बनाया गया एक गीत बजता है जिसके धुन में लालटेन चुनाव निशान का बार-बार जिक्र हो रहा है। उनके साथी अंबिका और बाकी के कलाकार यूं नाचते हैं जैसे उन्हें गाने के बोल से कोई मतलब ही नहीं है। वो बीट पकड़कर कमर थिरकाते हैं। बीच-बीच में लालू प्रसाद यादव की तारीफ से बात शुरू होती है और तेजस्वी की सरकार बनाने पर खत्म होती है। वोट चोरी, सांप्रदायिकता और महिला सुरक्षा पर बात होती है। तकरीबन 30 मिनट के बाद अब दूसरी जगह जाने की बारी है। सल्टू के उस्ताद, सुरेश ठाकुर मंच के पीछे पीकअप जीप लगाते हैं और सभी को उसमें बैठने का इशारा करते हैं। टीम के साथ लहंगा-चुन्नी में ही अंबिका, सल्टू और साथी नर्तक पीछे बैठ जाते हैं। पूछने पर कि कहां जा रहे हैं, कहते हैं- यहां से जाएंगे दरियागंज (भोजपुर) के पास। वहां एक गांव में जाकर नाचना है। कैसी व्यवस्था है, नहीं पता। वे मुझे भी अपनी स्कॉर्पियो में बैठा लेते हैं। अब मेरे पास सल्टू और उनके साथी हैं, जिनसे लौंडा नाच और चुनाव में उनके इस्तेमाल पर बात की जा सकती है। मैंने नाच प्रोग्राम के दौरान लोगों के रिएक्शन और उनके रोजमर्रा की दिक्कतों से बात शुरू की। इतने में सल्टू के सहयोगी नर्तक अंबिका बोल पड़ते हैं, 'हम लोगों का प्रोग्राम लगा झारखंड के धनबाद में। पहली बार मैं वहां नाचने गया था। शादी-ब्याह का माहौल था, इसलिए बारात लगने के बाद देर रात नाच शुरू हुआ। एक घंटे के बाद शामियाना खाली हो गया और बस गांव के लोग बचे। 14-15 साल का लड़का मेरी तरफ देखकर बुलाने का इशारा किया। मैं पास गया तो कहता है, गोद में बैठोगी तो पैसा देंगे। फिर उसने मेरा हाथ पकड़ लिया और अपनी तरफ खींचकर कहा, तुमको क्या लगता है कि नहीं बैठोगी तो बच कर चली जाओगी? हम लोगों को सिखाया जाता है कि नाच तभी रुकेगा जब म्यूजिक बंद होगा। इसलिए हमको सिर्फ गाना सुनाई दे रहा था। मैं उसी में मगन था लेकिन समझ में आ रहा था कि बदतमीजी हो सकती है। इसलिए मैंने नाचते हुए ही कहा, मैं भी तुम्हारी तरह लड़का ही हूं, बस दो पैसे की मजबूरी में साड़ी पहन कर नाच रहा हूं। इसके बाद भी वो मेरा हाथ पकड़कर खींचता रहा। मुझे उसके गोद में बैठना ही पड़ा। जैसे-तैसे मेरी जान बची। मुझे उस पूरी रात डर लगता रहा, लेकिन मैं फिर भी नाचा। वो पहली बार था जब मेरा नाचने का मन नहीं कर रहा था।' इस बात के बाद पूरी गाड़ी में दस मिनट के लिए चुप्पी छायी रही। अंबिका बताते हैं, 'हम लोग इसी गाड़ी में बैठकर तैयार होते हैं, प्रोग्राम खत्म करके इसी में खाते हैं। यहीं सो जाते हैं। किसी भी कार्यक्रम में चाहे शादी हो या मरनी, हमें लोग घर पर नहीं बुलाते- बिठाते। केवल नाच देखकर खुश होते हैं और वापस भेज देते हैं। हां, छेड़खानी करते वक्त उनको नहीं याद रहता कि हमको छूना-पकड़ना नहीं चाहिए। सल्टू के लिए यह सब कुछ काम का हिस्सा है। उन्हें अब इस बात का भी फर्क नहीं पड़ता कि सामने बैठने वाला किस तरह के इशारे कर रहा है। वो कहते हैं, हम लोगों के कहने पर उतना तक कर देते हैं जितना देखने में भी अच्छा लगे। लौंडा नाच करने वाले और इस तरह की मंडलियों को चलाने वाले नट समाज के लोग होते हैं। इनके प्रेरणास्रोत लोक कलाकार भिखारी ठाकुर हैं। उन्होंने ही बिहार में ‘नाच प्रोग्राम पार्टी’ का कॉन्सेप्ट दिया। भिखारी ठाकुर (1887–1971) लोक कला के इतिहास में एक जरुरी नाम हैं। नाई समाज से थे। उनके चर्चित नाटक बिदेसिया, बेटी बेचवा, गबरघिचोर और राजा हरिश्चंद्र काफी मशहूर हैं। आज भी लौंडा नाच करने वाले अधिकतर लोग अनुसूचित जाति से आने वाले नट समुदाय के हैं। बिहार के जातिगत सर्वे के अनाधिकारिक रिपोर्ट की मानें तो यहां 1.5 लाख आबादी नट समाज की है, जिनकी आर्थिक-सामाजिक स्थिति किसी से छिपी नहीं है। बिहार में इमरजेंसी के बाद लौंडा नाच राजनीतिक रंग लेता गया। इमरजेंसी के बाद बिहार में लालू प्रसाद यादव, रामविलास पासवान और नीतीश कुमार जैसे नए नेताओं को नेशनल पॉलिटिक्स में जगह मिल चुकी थी। ये सभी नेता समाज के उन वर्गों की ही राजनीति करते थे जिनकी बात लौंडा नाच के कार्यक्रमों में पहले से होती आ रही थी। बिहार में लंबे समय से काम कर रहे जर्नलिस्ट विष्णु नारायण बताते हैं, 'लालू यादव ने चुनाव में लौंडा नाच का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया। बिहार और खासकर पूर्वी बिहार, जिस इलाके के लालू खुद रहने वाले थे, वहां मनोरंजन का सबसे बड़ा साधन लौंडा नाच ही था। लालू जिस यादव समाज से आते थे, उसके लिए लौंडा नाच देखना सबसे आसान था। तब तक समाज की तथाकथित ऊंची जाति के लोगों के लिए लौंडा नाच कम सम्मानित चीज थी और उसकी जगह ‘बाई जी का नाच’ देखा-सुना जाता था। भिखारी ठाकुर का नाटक और उसके साथ ही लौंडा नाच इसलिए भी तेजी से फैलता गया। एक दौर था जब लालू प्रसाद यादव लौंडा नाच के माध्यम से चुनाव प्रचार करते थे। नाच के कार्यक्रमों से पहले पता लगाकर पहुंच जाते थे, रिक्वेस्ट करके दो-चार मिनट के लिए माइक लेते और अपना चुनाव प्रचार कर लेते थे। लालू ने तो भिखारी ठाकुर के नाच पार्टी वाले रामचंद्र मांझी को लड़की की ड्रेस में स्टेज पर बिठाया और सीएम बनने के बाद कलाकारों को नौकरियां दीं, जिन पर कोर्ट की जांच तक बैठ गई। वहीं, नीतीश कुमार ने आर्केस्ट्रा को ज्यादा तवज्जो दी।' इस सब में लौंडा नाच का क्या हुआ और इतिहास में लौंडा नाच मुगलों के दौर के ‘बाई जी के नाच’ के समाने कैसे जगह बना पाया, जानेंगे अगले एपिसोड में...
‘मुस्लिम लड़कियों को उठा ले जाओ। ऐसा बयान क्या कोई समझदार नेता देता है? वो कहते हैं कि हम मुसलमानों को उठवा लेंगे तो कभी गोली चलवा देंगे। हमें तो लगता है कि उन्हें सत्ता का नशा चढ़ गया है। इसलिए वो बार-बार ऐसे नाजायज बयान दे रहे हैं। अब लोग बता रहे हैं कि 10 तारीख को फिर उनकी जनसभा होगी। इसलिए गांव के लोग डरे हुए हैं।’ UP के सिद्धार्थनगर के धनखरपुर गांव के रहने वाले अख्तर हुसैन की ये नाराजगी BJP नेता राघवेंद्र सिंह के उस बयान पर है, जिसमें उन्होंने कहा था- 'अगर मुस्लिम लड़के दो हिंदू लड़कियां ले जाते हैं और उन्हें मुस्लिम बनाते हैं, तो तुम 10 मुस्लिम लड़कियां लाकर हिंदू बनाओ।' अख्तर के मुताबिक, पूर्व विधायक की बदजुबानी की वजह से गांव में नाराजगी और डर का माहौल है। महिलाएं और बेटियां खौफजदा हैं। 16 अक्टूबर 2025 को राघवेंद्र प्रताप सिंह ने धनखरपुर गांव में एक जनसभा में मुस्लिम लड़कियों को भगाने पर हिंदू लड़कों को खाना और नौकरी देने जैसी बातें कही थीं। उनके बयान पर विवाद बढ़ता जा रहा है। सपा से लेकर बसपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने BJP नेता की बातों को आपत्तिजनक, भड़काऊ और महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान को ठेस पहुंचाने वाला बताया और कानूनी कार्रवाई की मांग की। दूसरी तरफ राघवेंद्र दैनिक भास्कर से बात करते हुए अपने बयान को सही ठहराते हैं। उनका कहना है कि बयान 'कंडीशनल' था, उसमें कुछ भी गलत नहीं। UP की डुमरियागंज विधानसभा सीट से पूर्व विधायक राघवेंद्र आखिर क्यों विवादों में हैं? मामले में 20 दिन बीतने के बावजूद अब तक कार्रवाई क्यों नहीं हुई? जिन 2 हिंदू लकड़ियों के भागने पर पूरा विवाद शुरू हुआ, आखिर वो कहां हैं? इन सवालों के जवाब जानने हम सिद्धार्थनगर पहुंचे। मुस्लिम बहुल धनखरपुर गांव के लोग सहमेसिद्धार्थनगर से 54 किलोमीटर दूर डुमरियागंज पड़ता है। धनखरपुर गांव इसी विधानसभा में आता है। लगभग 4000 की आबादी वाले इस गांव में 70% लोग मुस्लिम बिरादरी से आते हैं। गांव में BJP नेता की जनसभा के बाद से ही लोगों में नाराजगी साफ दिखती है। महिलाएं सुरक्षा को देखते हुए इस पर बात नहीं करतीं। हालांकि अख्तर हुसैन विवाद पर बात करने से खुद को रोक नहीं पाते। अख्तर कहते हैं, ‘गांव के कोटेदार विकास गौतम उर्फ शब्लू ने ही राघवेंद्र प्रताप सिंह की जनसभा करवाई थी। हमने वीडियो में देखा है कि वो कैसे मुसलमानों के खिलाफ जहर उगल रहे थे। वो जिन लड़कियों को भगाने की बात कह रहे थे, असल में वो अपनी मर्जी से घरवालों को छोड़कर गई हैं।’ अख्तर से बात करने के बाद हम धनखरपुर में उस जगह पर गए जहां BJP नेता की जनसभा हुई थी। लोगों ने बताया कि सभा में बाकायदा BJP का बैनर लगाया गया, जिस पर पार्टी के सीनियर लीडर्स की तस्वीरें और पार्टी का सिम्बल ‘कमल’ का निशान था। राघवेंद्र प्रताप सिंह के बयान का जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। उसमें वो कह रहे हैं, ‘एक महीने के अंदर यहां से दो हिंदू लड़कियां मुस्लिम लड़कों के साथ भाग गईं। ये हमें पच नहीं रहा है। मुसलमानों सुन लो, दो का बदला भारी होने वाला है। मैं कह रहा हूं, कम से कम 10 मुस्लिम लड़कियां लाओ। 2 के बदले 10 से कम मंजूर नहीं।‘ धनखरपुर से सटे कादिराबाद गांव के इकबाल मलिक क्षेत्र के बड़े किसानों में आते हैं। वो इस मामले के बाद धनखरपुर में अपने करीबियों से मिलने गए थे। राघवेंद्र के बयान पर इकबाल कहते हैं, ‘BJP के एजेंडे में भले ही 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' हो, लेकिन पूर्व विधायक ने ऐसा बयान दिया जो उनकी पार्टी की सोच से ही विपरीत था। क्षेत्र में अपने बयानों से डर पैदा करना एक विधायक को शोभा नहीं देता है।‘ राघवेंद्र अपनी कही गई बातों पर कोई सफाई भी नहीं देना चाहते क्योंकि उन्हें इस बात का घमंड है कि वे योगी बाबा के भक्त हैं। उन्हें कुछ नहीं होगा। जिन दो हिंदू लड़कियों के भागने पर विवाद हुआ, वो कहां? राघवेंद्र जनसभा के दौरान बार-बार 2 हिंदू लड़कियों का बदला लेने की बात दोहरा रहे थे। हम उनका पता लगाने के लिए उनके घरवालों से मिले। एक बच्ची दलित और दूसरी सवर्ण परिवार से है। दोनों बालिग हैं। पीड़ितों ने हमें बताया कि दोनों लड़कियां 2 से 3 महीने पहले घर छोड़कर गांव के ही मुस्लिम बिरादरी के लड़कों आशिफ और अली के साथ भाग गई थीं। (गोपनीयता के कारण हम लड़कियों और उनके घरवालों की पहचान नहीं बता रहे।) पहली लड़की के भाई दिनेश (बदला हुआ नाम) ने हमसे बात की। वो कहते हैं, ‘मेरी बहन को गए 3 महीने बीत चुके हैं। वो गांव के पास ही एक स्कूल में पढ़ाती थी। जब वो गायब हुई, तब हमने लोकल पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई। हालांकि थाने में हमारी रिपोर्ट नहीं लिखी गई। हम उसे एक बार वृंदावन से खोजकर घर लाए, लेकिन वो फिर उसी लड़के के साथ भाग गई।‘ दूसरी लड़की की मां कहती हैं, ‘मेरी बेटी 2 महीने पहले गांव के ही मुसलमान लड़के के साथ भाग गई थी, तब से लौटी नहीं है। हम लोगों ने पुलिस से बताया, लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ। बेटी घर लौट आए, इसके लिए हमने पूर्व विधायक राघवेंद्र सिंह से निवेदन किया है। वो उसे खोजकर ले आएंगे।’ पीड़ित परिवारों से मिलकर हम धनखरपुर में रहने वाले मुस्लिम लड़कों के घरवालों से भी मिले। हालांकि वे इस मामले पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हुए। वजह पूछने पर उन्होंने बताया कि वो नहीं चाहते कि उन्हें और परेशान किया जाए। राघवेंद्र बोले- जो भी कहा, उसमें कुछ भी गलत नहींएक धर्म विशेष को लेकर राघवेंद्र प्रताप सिंह के बयान पर सभी प्रमुख विपक्षी पार्टियों ने निशाना साधा है। बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने राघवेंद्र के बयान को असंवैधानिक और नफरत फैलाने वाला बताया। वहीं सपा नेता और UP विधानसभा में नेता विपक्ष माता प्रसाद पांडे ने कहा कि ऐसे बयान BJP नेता की खराब मानसिकता को दिखाते हैं। 2022 में उन्होंने अपनी विधायकी भी गंवा दी। वो अपनी हार से उबर नहीं पाए हैं और ऐसे बेतुके बयान दे रहे हैं। हालांकि राघवेंद्र अब तक अपने बयान पर कायम हैं। उनका कहना है कि वे विपक्ष के आरोपों और प्रतिक्रियाओं पर ध्यान नहीं देते। वे हमेशा हिंदुत्व के साथ खड़े रहे हैं और आगे भी खड़े रहेंगे। दैनिक भास्कर से बात करते हुए राघवेंद्र कहते हैं, ’बलरामपुर के उतरौला में छांगुर बाबा ने 1000 से ज्यादा हिंदू लड़कियों को मुसलमान बना दिया। सिद्धार्थनगर का धनखरपुर गांव भी बलरामपुर की सीमा से सटा हुआ है, जहां बीते कुछ सालों में 5 हिंदू लड़कियों का धर्मांतरण करवाकर उन्हें मुस्लिम बना दिया गया। जब मुझे ये बात पता चली तो मैं उस गांव गया। ’ 16 अक्टूबर को जब मैं धनखरपुर पहुंचा तो वहां के लोगों ने बताया कि कुछ दिनों पहले यहां की 2 गरीब हिंदू लड़कियों को मुस्लिम लड़के भगा ले गए हैं। वहां लोग घबराए हुए थे। ’इसी डर को दूर करने के लिए मैंने कहा कि अगर वो दो को ले गए हैं, तो तुम लोग उनकी 10 लड़कियां ले जाओ। मेरा बयान कंडीशनल था, उस समय के संदर्भ को देखते हुए था।’ ’मैंने कुछ सोच विचार करके बयान नहीं दिया था, न ही मैं इसे अपनी गलती मानता हूं। रही बात बिगड़े बोल की तो अखिलेश यादव से भी ये पूछा जाना चाहिए कि उन्हें गाय के गोबर से बदबू क्यों आती है। जबकि उनके पूर्वजों का वही पेशा रहा है। वो अयोध्या के दीपोत्सव को पैसे की बर्बादी बताते हैं, जबकि 2014 में सैफेई महोत्सव में उन्होंने 350 करोड़ रुपए लुटा दिए थे।’ धनखरपुर गांव के मुसलमानों का कहना है कि अगर वो आपके खिलाफ बोलेंगे तो उनपर झूठे मुकदमे लगा दिए जाएंगे? इसके जवाब में राघवेंद्र कहते हैं, ’मेरे विधायक बनने से पहले डुमरियागंज की हिंदू बहन-बेटियों के साथ आए दिन रेप के मामले सामने आते थे। डर के कारण कोई हिंदू FIR कराने नहीं जाता था। चौराहों पर बहू-बेटियों को पकड़कर उनसे छेड़खानी की जाती थी। यहां न जाने कितने हिंदुओं की हत्याएं हुईं।’ ’आज योगी आदित्यनाथ के राज में रामराज्य चल रहा है। यहां के हिंदू-मुस्लिमों को लड़ाने का काम केवल यहां की विधायिका सैयदा खातून कराती हैं। मैंने आज तक किसी निर्दोष मुसलमान को न तो परेशान किया, न ही उसे छेड़ा है।” राघवेंद्र की पॉलिटिक्स में ‘हिंदू युवा वाहिनी’ की झलकसिद्धार्थनगर के सीनियर जर्नलिस्ट रविंद्रनाथ त्रिपाठी कहते हैं, ’राजनीति में आने से पहले राघवेंद्र गोरखनाथ मठ से जुड़े रहे। वहां वे योगी आदित्यनाथ के करीबियों में शामिल हो गए। इसका सबसे पहला प्रमाण 2012 में मिला, जब योगी के कहने पर राघवेंद्र को डुमरियागंज विधानसभा से BJP का टिकट मिला। हालांकि पहले चुनाव में उन्हें पीस पार्टी के प्रत्याशी कमाल यूसुफ मलिक ने हरा दिया था।’ ’राघवेंद्र सिंह हमेशा से एग्रेसिव नेचर के रहे हैं। वे शुरुआत से ही हिंदुत्व के मुद्दों को प्राथमिकता देते आए हैं। यही वजह है कि वे हिंदू युवा वाहिनी के गोरक्षा और सनातन संस्कृति की रक्षा जैसे मकसद को अपनी राजनीति की ढाल बनाकर चलते आए हैं। समय-समय पर इसकी झलक उनके बयानों में भी देखने को मिलती है।’ 2002 में योगी आदित्यनाथ ने हिंदू युवा वाहिनी नाम का संगठन बनाया था, लेकिन यूपी का मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने इसे भंग कर दिया। सैयदा बोलीं- डुमरियागंज के हिंदू मेरे साथ, राघवेंद्र का डर नहींडुमरियागंज विधानसभा में राघवेंद्र सिंह की सबसे बड़ी सियासी दुश्मनी सैयदा खातून से रही है। 2017 में बतौर BSP कैंडिडेट सैयदा, राघवेंद्र से महज 171 वोटों से हार गई थीं, लेकिन 2022 में उन्होंने इस हार का बदला ले लिया। इस चुनाव में सपा के टिकट पर सैयदा ने राघवेंद्र सिंह को 700 से ज्यादा वोटों से हरा दिया। धनखरपुर मामले में भी सैयदा लगातार राघवेंद्र को घेर रही हैं। 31 अक्टूबर को सैयदा ने राघवेंद्र सिंह के खिलाफ बस्ती मंडल के DIG संजीव त्यागी और सिद्धार्थनगर के SP अभिषेक महाजन को लिखित शिकायत दी। हालांकि वो पुलिस पर अब तक कोई भी कार्रवाई न करने का आरोप लगाती हैं। सैयदा कहती हैं, ’डुमरियागंज हमेशा से अपनी गंगा-जमुनी तहजीब के लिए जाना जाता रहा है, लेकिन अब पूर्व विधायक अपने बयानों से यहां का माहौल बिगाड़ रहे हैं। मैं उन्हें इस मकसद में कभी कामयाब नहीं होने दूंगी।’ ‘राघवेंद्र सिंह ने 2017 से लेकर 2022 तक डुमरियागंज के निर्दोष लोगों पर फर्जी मुकदमे दर्ज करवाए। हर जगह छोटे-छोटे मामले उठाकर हिंदू-मुस्लिम करने में लगे हुए हैं। हालांकि डुमरियागंज के लोगों ने हमेशा उसे ही पसंद किया, जिसने यहां के विकास की बात की, न कि उन्हें जिन्होंने एक-दूसरे के खिलाफ भड़काया हो।’ सिद्धार्थनगर पुलिस बोली- BJP नेता के खिलाफ शिकायत मिली, जांच जारी सिद्धार्थनगर पुलिस के मुताबिक डुमरियागंज के धनखरपुर में 2 हिंदू लड़कियों के दूसरे धर्म के लड़कों के साथ भागने का मामले सामने आया था। इस पर अलग-अलग जगहों से लड़कियों को खोजकर वापस सिद्धार्थनगर लाया गया। हालांकि उन्होंने वापस घर जाने से इनकार कर दिया क्योंकि लड़कियां बालिग हैं, ऐसे में इस केस पर आगे कार्रवाई नहीं बढ़ी। BJP नेता राघवेंद्र के बयान पर कार्रवाई कहां अटकी? इस सवाल पर सिद्धार्थनगर के SP डॉक्टर अभिषेक महाजन ने बताया, ‘धनखरपुर में हुई जनसभा में दिए गए विवादित बयान के खिलाफ हमें शिकायत मिली है। इसकी जांच सिद्धार्थनगर के डुमरियागंज CO बृजेश वर्मा कर रहे हैं। जो भी बातें सामने आएंगी, उसके मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।’.................. ये खबर भी पढ़ें... 50 महीने जेल-600 करोड़ खत्म, चुनाव लड़ने पर बैन यूपी सरकार में कभी कैबिनेट मंत्री रहे आजम ने बीते 5 सालों में अपनी जिंदगी के 50 महीने जेल में काटे। योगी सरकार आने के बाद वो 2 बार जेल गए। पहली बार फरवरी 2020 से मई 2022 तक और फिर अक्टूबर 2023 से सितंबर 2025 तक जेल में रहे। कैद में रहते हुए आजम की करोड़ों की प्रॉपर्टी पर बुलडोजर चला और स्कूल बंद कर दिए गए। पढ़िए पूरी रिपोर्ट...
DNA:पुतिन ने भारत को दिया KH-69 मिसाइल का ऑफर, यूक्रेन में मचाई थी तबाही
रूस ने भारत को दुनिया की सबसे बेहतरीन क्रूज मिसाइल्स में से एक KH-69 का ऑफर दिया है लेकिन ये ऑफर में सिर्फ मिसाइल ही नहीं है बल्कि इसके साथ साथ कई बोनस भी हैं रूस ने भारत को KH-69 मिसाइल की की टेक्नोलॉजी ट्रांसफर करने को तैयार है.
अमेरिका से लेकर रूस तक, ये हैं सबसे लंबा बार्डर शेयर करने वाले देश; जानें किस स्थान पर भारत ?
Border Length Ranking: सीमाएं न केवल भौगोलिक विभाजन हैं बल्कि वे देशों की संस्कृति, संबंधों और सुरक्षा नीतियों को भी प्रभावित करती हैं. आइए जानते हैं दुनिया के कौन से देश है जो आपस में सबसे लंबी सीमा शेयर करते हैं...
जब न्यूजीलैंड में चालान माफी के लिए पीयूष गोयल ने कर दी ये अजीब मांग, जानिए वो दिलचस्प किस्सा
पीयूष गोयलने बताया कि जब वो वापस भारत लौटे तो उन्हें न्यूजीलैंड से स्पीडिंग फाइन मिले. एक के बद एक करके कई चालान उनके घर पहुंचे थे. इसमें से पहला चालान 200 डॉलर का दूसरा चालान 400 डॉलर का और एक चालान 800 डॉलर का भी न्यूजीलैंड से उनके घर पहुंचा था.
Fake Labubu Dolls: क्या आप भी अपने बच्चों की खुशी के लिए उन्हें नए-नए गुड्डे लाकर देते हैं. अगर हां तो अलर्ट हो जाएं. वे गुड्डे अनजाने में बच्चों की मौत का सामान भी बन सकते हैं.
फिलिपींस में Typhoon Kalmaegi के बाद नेशनल इमरजेंसी, 140 लोगों की मौत; 127 लापता
Typhoon Kalmaegi:फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर ने गुरुवार को देश में तूफान कालमेगी के कारण कम से कम 140 लोगों की मौत के बाद आपातकाल की घोषणा की. आपातकाल की घोषणा तूफान के विनाश के मद्देनजर की गई है जिसे स्थानीय लोग टिनो कहते है.
अफगानिस्तान में बढ़ा खसरे प्रकोप, कई बच्चों की मौत; WHO ने जारी किया अलर्ट
WHO ने अफगानिस्तान में खसरे के प्रकोप की चेतावनी दी है और 5 साल से कम उम्र के बच्चों का टीकाकरण कराने का आग्रह किया है. बता दें, खसरा एक गंभीर बीमारी है और टीकाकरण इसके प्रसार को रोकने का सबसे प्रभावी तरीका है.
हिज्बुल्लाह ने लेबनान के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और संसद के अध्यक्ष को संबोधित एक खुला पत्र जारी किया है, जिसमें उसने सरकार से आग्रह किया है कि वह उसके निरस्त्रीकरण पर ध्यान देने के बजाय इजरायल को युद्धविराम समझौते का पालन करने के लिए मजबूर करे
'मुझे ही देनी होती है मंजूरी…' जोहरान ममदानी के भाषण पर ट्रंप का तीखा पलटवार
Zohraan Mamdani Speech: न्यूयॉर्क सिटी के नए मेयर जोहरान ममदानी के पहले संबोधन पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रतिक्रिया दी है. ट्रंप ने कहा कि ममदानी का भाषण बहुत गुस्से वाला था, खासकर उनके प्रति. उन्होंने कहा कि ममदानी को उनके साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए.
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तनाव जारी है। दोनों देशों के बीच दो राउंड की बैठकें बेनतीजा रही हैं। गुरुवार को इस्तांबुल में दोनों देशों के प्रतिनिधियों की मुलाकात से पहले पाकिस्तान के रक्षा मंत्री आसिफ ख्वाजा ने एक बार फिर अफगानिस्तान को चेतावनी दी
ट्रंप के टैरिफ को लेकर अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई जारी, आज आ सकता है आखिरी फैसला
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ के ऐलान के साथ वैश्विक व्यापार जगत में उथल-पुथल मच गई। ट्रंप के टैरिफ को लेकर अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई जारी रही, जिसके बाद उम्मीद की जा रही है कि इसपर आखिरी फैसला भी आज आ जाए। वहीं, दूसरी ओर पूरी दुनिया की निगाहें इस पर टिकी हुई हैं
दुनिया का इकलौता देश, जहां मुस्कुराता है हर चेहरा ! इंडियंस को बहुत पसंद आती है ये जगह
Thailand land of smiles: क्या आप जानते हैं कि दुनिया में एक ऐसा देश है, जहां हर किसी के चेहरे पर आपको मुस्कान दिखेगी? यह है थाईलैंड, जिसे 'मुस्कान की धरती' (Land of Smiles) कहा जाता है. यहां के लोग बौद्ध धर्म की शिक्षाओं से प्रभावित होकर, मुश्किल हालातों में भी चेहरे पर शांति और धैर्य वाली मुस्कान बनाए रखते हैं. यह मुस्कान उनके सम्मान, शिष्टाचार और मिलनसार स्वभाव की पहचान है, जो इसे भारतीयों का पसंदीदा टूरिस्ट स्पॉट बनाती है.
Zohran Mamdani: जोहरान ममदानी ने न्यूयॉर्क का चुनाव जीतकर इतिहास रच दिया हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि वे कभी भी अमेरिका के राष्ट्रपति नहीं बन सकते हैं. आइए जानते है कि ऐसा क्यों है?
मुझे बांधा फिर अंडरवियर उतारकर...आतंकियों के चंगुल से आजाद हुए बंधक की आपबीती झकझोर देगी
कपड़े उतारकर 21 साल के शख्स के साथ आतंकियों ने गंदी हरकत की. 2 साल से ज्यादा समय तक उसके साथ घिनौना काम किया गया. कुछ हफ्ते पहले हमास के चंगुल से आजाद हुए इजरायली शख्स ने एक इंटरव्यू में सब कुछ बताया है. उसे खाना देने के बदले धर्म बदलने को भी कहा गया था.
Trump ON India-Pakistan conflict:अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फिर दावा किया कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच मई में शांति कराई है. इस बार उन्होंने एक अलग दावा किया है. जिसमें उन्होंने बताया है कि लड़ाई में गिराए गए लड़ाकू विमानों की संख्या 7 नहीं बल्कि 8 है. जानें पूरी खबर.
कार में मर गई दो साल की 'परी', 'एडल्ट' दुनिया में खोया रहा पिता, अब क्यों उठाया खौफनाक कदम
America News: अमेरिका से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां पर एक युवक ने सुसाइड कर लिया, उसे अपनी बेटी के मौत का जिम्मेदार ठहराया गया था. जिसे सजा दी मिलनी थी, इससे पहले उसने ये खौफनाक कदम उठाया.
Japan launches operation to tackle deadly bear attacks:आप सोचकर हैरान हो जाएंगे कि किसी देश में भालुओं ने ऐसा तांडव मचाया है कि पूरे देश में हाहाकार मच गया है. सरकार मजबूर होकर सेना अब उतार दी है. अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है. सैकड़ों लोग घायल हो चुके हैं. जानें पूरी खबर.
Donald Trump recounts meeting Xi delegation:अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ मलेशिया में हुई बैठक का मजेदार किस्सा सुनाया. उन्होंने शी की टीम को 'जीवन में इतने डरे हुए मर्द कभी नहीं देखे' कहा, जो सख्ती से खड़े रहते थे और चुप्पी साधे थे.
khawaja asif on Pakistan Afghanistan peace talks: तुर्की की राजधानी इस्तांबुल में पाकिस्तान-अफगानिस्तान के बीच शांति वार्ता होनी है. इससे पहले पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने बड़ी धमकी दी है. उन्होंने इस बार तालिबान को सीधे जंग की धमकी दी है. आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला...
रूस : पुतिन ने परमाणु परीक्षण का प्रस्ताव पेश करने के दिए सख्त आदेश
रूस और अमेरिका के बीच परमाणु तनाव एक बार फिर गहराने के संकेत मिल रहे हैं। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने शीर्ष अधिकारियों को संभावित परमाणु हथियार परीक्षणों पर ठोस प्रस्ताव तैयार करने का आदेश दिया है
दक्षिण कोरिया अपने शिपयार्ड में बनाएगा पहली परमाणु पनडुब्बी, रक्षा मंत्री आह्न ग्यू-बैक का संकेत
दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्री आह्न ग्यू-बैक ने कहा कि देश की अपनी जहाज निर्माण तकनीक और औद्योगिक क्षमता इतनी उन्नत है कि वह स्वयं अपनी पहली परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बी बना सकता है
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दावा किया है कि हरियाणा इलेक्शन 2024 में एक ब्राजीलियन महिला ने सीमा, स्वीटी जैसे कई फर्जी नामों से 10 अलग - अलग बूथ पर वोट डाले है. लेकिन ये महिला कौन है. आखिर इस दावे में कितनी सच्चाई है.जानने के लिए ऊपर दी गई इमेज पर क्लिक कर देखें वीडियो...
‘मेरे बच्चे नहीं हैं। पत्नी की मौत के बाद अकेला हो गया था। मुझे आंख से दिखाई नहीं देता। एक रिश्तेदार के यहां रहने चला गया। वहां बहुत जलील हुआ तो एक दूसरे रिश्तेदार के यहां रहने पहुंचा, लेकिन उन्होंने अपने यहां रखने से साफ मना करा दिया। उस दिन मन में विचार आया कि सब खत्म कर दूं। सोचा कि यमुना में कूद जाऊं। फिर मरने के लिए एक बस डिपो पर गया। वहां बाहर घंटों बैठा रहा। सोच रहा था, कोई बस आए और मैं उसके नीचे चला जाऊं। विडंबना देखिए, उस दिन कई बसें आईं, लेकिन किसी के नीचे नहीं गया। शायद नियति को मेरी कहानी अभी खत्म नहीं करनी थी।’ ये कहते हुए अशोक कुमार शर्मा का गला रुंध जाता है। ब्लैकबोर्ड में इस बार उन बुजुर्गों की स्याह कहानी, जो अपने आत्मसम्मान के लिए बच्चों को छोड़कर वृद्धा आश्रम में आकर रहने लगे, लेकिन वे हर सुबह सोचते हैं कि कोई आए और उन्हें घर ले चले। दिल्ली के द्वारका का एक वृद्धाश्रम। 200 गज में बना, तीन मंजिला मकान। इसमें हर फ्लोर पर एक बड़ा हॉल है, जिसमें बुजुर्ग रह रहे हैं। ग्राउंड फ्लोर पर बुजुर्ग महिलाएं और पहली मंजिल पर बुजुर्ग पुरुष। जबकि दूसरी मंजिल पर मानसिक रूप से बीमार बुजुर्ग रहते हैं। दिल्ली के गोविंदपुरी के रहने वाले 76 साल के देव सिंह इसी वृद्धाश्रम में रहते हैं। वह कहते हैं- मैं ऑटो चलाता था और कब नशे की लत पड़ गई, पता ही नहीं चला। धीरे-धीरे शराब ने मुझे गुलाम बना लिया। पहले हर शाम को पीता था, फिर सुबह उठते ही बोतल ढूंढता। दिन-रात नशे में रहने लगा था। मेरा एक बेटा, बहू और एक बेटी हैं। हर शाम नशे की हालत में घर जाता। झगड़ा-लड़ाई शुरू हो जाती। बीवी और बच्चे बहुत समझाने की कोशिश करते, पर किसी की नहीं सुनता था। उल्टा उन पर चिल्लाता था। कई बार तो बात हाथापाई तक पहुंच जाती। अब जब से वृद्धाश्रम आया हूं तो लगता है, गलती मेरी ही थी। यह कहते हुए देव सिंह की आंखें किसी पुराने दरवाजे की तरह बंद हो जाती हैं, जैसे भीतर कुछ दबा हुआ महसूस कर रहे हों। फिर बातचीत शुरू करते हैं। वह कहते हैं मेरे बेटे ने कई बार कहा कि शराब छोड़ दो, पर नहीं छोड़ पाया। हर दिन घर से कहकर निकलता कि आज पी कर नहीं आऊंगा, लेकिन शाम होते-होते मेरा फिर वही हाल हो जाता। घर वाले तंग आ गए। मुझसे नफरत करने लगे। बेटा, बहू, बेटी सब मुझसे दूर हो गए। बेटे की शादी हुई और जब बहू घर आई तो हालात और बिगड़ गए। गुस्से में बेटे को कुछ कह देता, तो मुझे बहू के सामने मारता। एक दिन जब मेरी बेटी ने मुझ पर हाथ उठा दिया तो उस दिन तो मैं टूट गया। सोच रहा था उसका बाप हूं। आखिर मेरा उस पर कोई हक नहीं रहा। उस दिन के बाद तो सब कुछ बदल गया। बेटी ने कहा घर से निकल जाओ और कभी मत आना। वही बेटी जिसे ऑटो से स्कूल छोड़ने जाता था। उस दिन रातभर नींद नहीं आई। मैंने तय कर लिया अब सब खत्म कर दूंगा। सुबह हुई तो घर से निकल गया। वापस नहीं लौटा। सोचा रहा था इधर-उधर बिताकर कुछ दिन में घर लौट जाऊंगा, लेकिन वो दिन कभी नहीं आया। इस वृद्धाश्रम में आ गया और यहां छह साल हो गए हैं। अब तक किसी ने मुझे ढूंढने की कोशिश नहीं की। शायद अब उन्हें मेरी जरूरत नहीं है। जब देव सिंह ने इस वृद्धाश्रम में पहली बार कदम रखा, तो बहुत शर्मिंदगी महसूस होती थी। लगता था कि वह अपने परिवार की एक नाकामी की तरह हैं। वह कहते हैं- मानता हूं कि मैंने ही खुद को और अपने परिवार को बर्बाद किया। अगर शराब छोड़ देता, तो शायद आज अपने पोते-पोतियों के साथ खेल रहा होता। अब सोचता हूं कि अगर वक्त पीछे जा पाता, तो सबसे पहले शराब छोड़ता और अपने घर रहता, लेकिन अब कुछ नहीं हो सकता। अब वो सिर्फ कल्पना है। देव सिंह के इन शब्दों में दर्द के साथ एक गहरा स्वीकार और पछतावा है। देव सिंह कहते हैं- मुझे अपनी बीवी की आवाज, बेटी की मुस्कान, बेटे का गुस्सा, सब याद आता है। कभी-कभी सोचता हूं, अगर मेरे घर से कोई मुझसे मिलने आ जाए, तो क्या वह पहचान पाएगा? शायद नहीं, लेकिन रोज सुबह उठकर यही सोचता हूं कि शायद आज कोई मिलने आएगा, पर कोई नहीं आता। बच्चे अपने में खुश हैं और मैं भी यहां खुश रहने की कोशिश करता हूं। अब यहां पर रहने वाले बाकी बुजुर्ग ही मेरा परिवार हैं। हां, यहां इस बात का सुकून है कि कोई किसी को तौलता नहीं क्योंकि सब अपने-अपने दर्द लेकर आए हैं। वृद्धाश्रम की खिड़की से बाहर झांकते हुए देव सिंह कहते हैं कि अब यही मेरा घर है, यही मेरा परिवार। अब यहीं आखिरी सांस लूंगा। अशोक शर्मा ने कहा- वृद्धाश्रम में आया तो लगा दोबारा जन्म मिला इसी वृद्धाश्रम के हलचल भरे हॉल में 71 साल के अशोक कुमार शर्मा बैठे हैं। उनके चेहरे पर सुकून है, लेकिन उन्हें पिछले 20 साल से कुछ दिखाई नहीं देता। बातचीत शुरू करने पर वह काफी धीमे स्वर में कहते हैं कि करीब 20 साल पहले मुझे दिखाई देना बंद हो गया। पहले धुंधला दिखता था, फिर धीरे-धीरे सब अंधेरा नजर आने लगा। घर पर कुछ कर नहीं पाता था। लोगों की बातों सुन-सुनकर ऐसा लगने लगा कि परिवार पर बोझ बन गया हूं। बस, फिर घर छोड़ने का फैसला कर लिया। मेरी जिंदगी को सबसे बड़ा झटका तब लगा, जब मेरी पत्नी की मौत हुई। उनको कैंसर था। उनके इलाज में मैंने अपनी सारी जमा-पूंजी लगा दी, लेकिन बचा नहीं सका। उसके बाद तो मेरा घर बिक गया। मेरी बची-खुची हिम्मत भी चली गई। मजबूरी में एक रिश्तेदार के घर जाकर रहने लगा, लेकिन वहां भी चैन नहीं मिला। वे लोग मुझे ठीक से खाना नहीं देते। कहते कि बुड्ढा अंधा हो गया है, अब यह किसी काम का नहीं। उनकी बातों के शर्म से घर पर दिनभर चुपचाप बैठा रहता। किसी से बात नहीं करता था। एक दिन बहुत तंग हुआ। तय किया कि अब वहां नहीं रहूंगा। उसके बाद एक दूसरे रिश्तेदार के घर गया। सोचा कि शायद वहां अपनापन मिलेगा, लेकिन जब वहां पहुंचा तो उन्होंने साफ कह दिया- ‘कहीं जाकर मर जाओ, हमारे यहां जगह नहीं है।’ उस वक्त लग गया कि अब दुनिया में मेरे लिए कोई जगह नहीं है। यह कहते हुए उनकी आवाज कांप जाती है। अशोक कहते हैं कि उस दिन बहुत दुख हुआ। वापस लौटते हुए रास्ते में बहुत रोया। एक सड़क पार कर रहा था। तभी एक महिला ने मेरा हाथ पकड़ लिया। बोलीं- भाई साहब, आपको दिखता नहीं क्या? इस तरह सड़क पार करोगे तो गाड़ी के नीचे आ जाओगे। मैंने कहा था- हां, मुझे दिखता नहीं। दिखता, तो शायद इस तरह न भटकता। उस महिला ने मेरी हालत देखकर किसी तरह सड़क पार कराया। उस दिन वापस फिर उसी अपने पुराने रिश्तेदार के घर लौट गया। बहुत परेशान था, लेकिन कुछ सूझ नहीं रहा था। एक दिन एक अनजान शख्स से मैंने मदद मांगी। उसने मुझे समझाया और द्वारका के इस वृद्धाश्रम तक पहुंचाया। जब यहां आया तो इतना अच्छा लगा, जैसे किसी ने मुझे दोबारा जन्म दिया हो। यहां के लोग मेरा ध्यान रखते हैं। समय पर खाना देते हैं। बीमार होने पर दवा दिलाते हैं। मेरे जैसे लोगों के लिए ये जगह किसी जन्नत से कम नहीं है। अब यहां रहते हुए मुझे आठ साल हो चुके हैं। रिश्तेदार के यहां लगता था कि मेरी तो दुनिया ही खत्म हो गई है। मेरा कोई बच्चा नहीं है। सोचता हूं अगर वह होता भी, तो क्या पता मेरा ख्याल रखता? यहां देव सिंह जी का शुक्रिया अदा करता हूं, जिन्होंने मुझे अपने साथ रहने के लिए जगह दी। साथ ही वो अनजान शख्स न मिला होता, तो शायद आज मैं जिंदा न होता। अशोक कुमार जब यह बातें कह रहे थे, तब तक वृद्धाश्रम की खिड़की से उनके चेहरे पर धूप पड़ने लगी थी। उन्हें भले ही आंखों से दिखाई नहीं देता था, पर चेहरे का सुकून ऐसा था, जैसे किसी अंधेरे कमरे में एक छोटी सी रोशनी जल उठी हो। मुकेश के भाई ने फर्जी साइन कराकर बैंक से पैसे निकाले वृद्धाश्रम के हॉल के एक किनारे 61 साल के मुकेश धीरे-धीरे चलते हुए दिखते हैं। उनके एक पैर में तकलीफ है। बातचीत शुरू होते ही बोल पड़ते हैं- 'मुझे किसी गैर ने नहीं, अपनों ने ही धोखा दिया।' मुकेश कहते हैं कि मैं कभी दो मकानों का मालिक था। एक मेरे नाम और दूसरा भाई के साथ साझा नाम पर था। मैंने शादी नहीं की। परिवार में हम दो भाई, तीन बहनें और उनके बच्चे रहते थे। हमेशा यही सोचता कि मेरा भाई मेरा सबसे बड़ा सहारा है। मेरे पैर में दिक्कत बढ़ने लगी। उस समय भाई ने अपने पास आकर रहने को कहा। कहा- ‘मेरे पास आ जाओ, तुम्हारा ऑपरेशन करा दूंगा।’ अपनेपन की वजह से मैंने हामी भर दी। सोचा कि अपना भाई है, बुरा नहीं चाहेगा। उसके घर रहने चला गया। पहले तीन महीने तो बहुत अच्छा रहा। ऐसा लगा कि अकेलापन खत्म हो गया है। लेकिन तीन महीने बाद चीजें बदलने लगीं। उसने मेरे साथ अजीब तरह की हरकतें करनी शुरू कर दी। एक दिन उसने मेरे खाने में कुछ मिला दिया। खाया तो बेहोश हो गया। जब होश आया तो देखा कि उसने मेरे पास दारू की बोतल, बीड़ी और सिगरेट रखे थे। मैंने पूछा कि ये सब क्या है? उसने कहा कि बस कभी-कभी थोड़ी पी लेता हूं, लेकिन बाद में पता चला कि दरअसल, वो बेहोश होने पर मेरी फोटो खींचता था। उसे मेरी बहन और जीजा को भेजता था। उन्हें फोटो भेजकर कहता था- ‘मुकेश बहुत नशे में डूबे हुए हैं!’ यही नहीं, बेहोश होने पर मेरे आस-पास कुछ दवाइयां रख देता था, ताकि मेरे रिश्तेदारों को लगे कि मैं बीमार हूं। इस तरह उसने धीरे-धीरे सभी रिश्तेदारों को मेरे खिलाफ कर दिया। एक साल में ही उसने मेरी छवि ऐसी बना दी कि रिश्तेदारों ने मुझसे बात करना बंद कर दिया। सबको यकीन हो गया कि मैं शराबी हूं, झगड़ालू हूं। कोई काम नहीं करता। यह बताते हुए मुकेश का दिल भारी हो जाता है। वह कहते हैं कि ये सब उसने मेरा पैसा हड़पने के लिए किया। मेरे नशे में होने पर फर्जी साइन कराकर मेरे सारे बैंक अकाउंट्स से पैसे निकाल लिए। जब मुझे पता चला तो उसने कहा- 'जहां जाना है जाओ, मेरे घर मत आना।' इस तरह भाई होकर भी उसने मुझे लूट लिया। फिर उसके घर से निकल गया। एक बहन पर भरोसा था। उसे फोन किया। उस दिन फोन मेरी भांजी ने उठाया। उसने सीधे कह दिया- मामा आज तो आपने फोन कर दिया, पर आगे से फोन मत करना। उस दिन लगा कि अब मेरा कोई नहीं। मैंने तय कर लिया और इस वृद्धाश्रम में आ गया। यहां आया तो लगा कि एकदम सही किया। कम से कम यहां कोई मेरा फायदा तो नहीं उठाता। यहां हम सब एक-दूसरे के अपने हैं। जो कुछ भी है, हम सबका है। मुकेश कहते हैं कि उन्हें अब सबसे ज्यादा डर लोगों पर भरोसा करने में लगता है। कोई भरोसा दिलाता है तो वही पुरानी बातें याद आ जाती हैं। इस वृद्धाश्रम को चलाने वाले 65 साल के देव गोस्वामी पेशे से एक बस ड्राइवर रहे हैं। वे कहते हैं कि जब वह बस चलाते थे, तो सड़क पर इस तरह के बेसहारा लोगों की हालत देखकर परेशान हो जाते थे। उनमें कोई भूखा, कोई कई दिनों से नहाया नहीं होता था। किसी के पास कपड़े नहीं, तो किसी के पास सिर छिपाने की जगह नहीं होती थी। एक दिन तय किया कि अब ऐसे लोगों की मदद करूंगा। 1990 में यह आश्रम खोला और बुजुर्गों की सेवा में लग गया। दिल्ली में अब तक मैंने तीन आश्रम बनवाए हैं। इनमें लगभग 400 लोग रहते हैं। जिन लोगों को उनका परिवार छोड़ देता है, हम उन्हें अपने परिवार का हिस्सा बनाते हैं। देव गोस्वामी लोगों से अपील करते हैं कि जो भी आपके परिवार का हिस्सा हो, उसे कभी घर से मत जाने दीजिए। आखिर जिन्होंने हमें पालकर बड़ा किया, उन्हें बुढ़ापे में अकेला छोड़ना कितनी गलत बात है। ---------------------- 1- ब्लैकबोर्ड- इलाज के बहाने डॉक्टर ने मुझे निर्वस्त्र किया:स्कूल में टीचर बैड टच करते, लड़के लंगड़ी बुलाते हैं; कहानी विकलांग लड़कियों की ‘मेरे पैर का ऑपरेशन हुआ था। पट्टियां हटने के बाद उसमें हल्का-हल्का दर्द हो रहा था। मैं डॉक्टर के पास गई थी। उस डॉक्टर ने मुझे कमरे में बुलाया और कहा, 'मैं आपकी मसाज थेरेपी करूंगा। उसने मुझे स्ट्रेचर पर लिटाया। कमरे की लाइट धुंधली कर दी और उसने मेरे सारे कपड़े उतार दिए। मुझे बहुत अजीब लगा। मैं घबराकर स्ट्रेचर से उठी और कपड़े पहनते हुए कमरे से बाहर निकल आई। घर पहुंचकर अपने कमरे में गई और बहुत रोई।’, राखी पांडे बताती हैं।- पूरी स्टोरी यहां पढ़ें 2- ब्लैकबोर्ड-पत्नी को लोग कोठेवाली समझते हैं:जीबी रोड का पता देख बच्चों को एडमिशन नहीं मिलता; दोस्त कहते हैं चलो तुम्हारे घर मौज करते हैं हलचल भरी दिल्ली में शाम ढलने लगी थी। मैं शहर के जीबी रोड पहुंची। इसे रेड लाइट एरिया भी कहा जाता है। यह इलाका सेक्स वर्क के लिए बदनाम है। दूर से ही सेक्स वर्कर्स के कोठे नजर आ रहे थे, जिनकी खिड़कियों से सजी-संवरी महिलाएं झांक रही थीं। एक-एक करके ग्राहक बाहर बनी सीढ़ियों से उन कोठों पर जा रहे थे। पूरी स्टोरी यहां पढ़ें
चीन का अमेरिका से आयातित वस्तुओं पर अतिरिक्त टैरिफ उपायों में समायोजन
चीनी राज्य परिषद टैरिफ आयोग ने अमेरिका से आयातित वस्तुओं पर अतिरिक्त टैरिफ उपायों में समायोजन के संबंध में एक घोषणा जारी की
इस्तांबुल में कल होगी अफगानिस्तान-पाकिस्तान के बीच अगले दौर की वार्ता
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच अगले दौर की वार्ता गुरुवार को इस्तांबुल में होगी। दोहा के बाद इस्तांबुल में हुई दूसरे दौर की वार्ता सफल नहीं रही थीं
Zohoran Mamdani: न्यूयॉर्क में ममदानी का आना क्या अमेरिका में कट्टरपंथियों की हुकूमत का ट्रेलर है?
New York Mayor: आज न्यूयॉर्क में 9/11 ट्रेंड कर रहा है. कारण वहां के नए मेयर हैं. जिस न्यूयॉर्क में 24 साल पहले एक इस्लामिक आतंकी ने सबसे विध्वंसक हमला किया था, जहां से इस्लामिक आतंकवाद का खौफ पूरी दुनिया में फैला, वही न्यूयॉर्क शहर अब एक ऐसे मुस्लिम मेयर के हाथ में आ गया है जिन्हें कट्टरपंथ का पर्याय माना जाता है.
Indian Trekker Dies:पिंटू मुखर्जी ने पहाड़ की ओर पांच घंटे चलने के बाद सीने में दर्द की शिकायत की थी. वह अपनी टीम के चार अन्य सदस्यों के साथ अन्नपूर्णा सर्किट रीजन में ट्रैकिंग करते हुए गिर पड़े.
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चीन की कंपनी फ्रांस में बेच रही थी बच्चों जैसी Sex Doll, राष्ट्रपति मैक्रों ने लिया बड़ा फैसला
Sex Dolls:फ्रांस सरकार ने बच्चों जैसी दिखने वाली सेक्स डॉल्स की बिक्री को लेकर उठे विवाद के बाद चीनी मूल की फास्ट-फैशन कंपनी शीन (Shein) के खिलाफ कड़ा कदम उठाया है. सरकार ने कंपनी के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है.
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US Missile Test News: दुनिया एक बार फिर न्यूक्लियर जंग की हवा महसूस कर रही है. रूस और चीन के साथ बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच, अमेरिका ने मिनिटमैन-III इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) का सफल परीक्षण किया है.
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AI ने 3 दोस्तों को बनाया अरबपति! 22 साल की उम्र में तैयार की 88 हजार करोड़ की कंपनी..
Worlds Youngest Self Made Billionaires: जहां AI से लोग डर रहे हैं, वहीं कुछ लोगों के लिए AI वरदान साबित हुआ है. अमेरिका में तीन दोस्तों को AI ने बिलियनेयर बना दिया. ऐसे में इस खबर में हम आपको इन तीन दोस्तों की बताएंगे.
Airplane Accident News in Hindi: यूएस के लुइसविले में मंगलवार रात बड़ा प्लेन हादसा हुआ. इस घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसे देखकर लोग सिहर उठे हैं.
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Spider Silk: सर्दियों के टाइम कहीं-कहीं पर बर्फबारी होती हैं तो कहीं पर बर्फ की चादरें बन जाती हैं. हालांकि एक देश ऐसा है जहां पर सर्दियों के बगैर भी बर्फ की चादरें बनती हैं. ये आलम जो कोई भी देखता है हैरान रह जाता है.
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US nuclear weapons testing can forever scar a nation:अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जबसे न्यूक्लियर टेस्टिंग फिर शुरू करने की बात की है, पूरी दुनिया में हाहाकार मचा है. ये कहना तो बहुत आसान है कि न्यूक्लियर टेस्टिंग करेंगे, लेकिन उसका परिणाम क्या होगा यह सिर्फ इस दुनिया मेंमार्शल द्वीपों के लोग ही बता सकते हैं, जहां पर अमेरिका ने 67 बम फोड़े थे. जानें ये इतिहास.

