बुलंदशहर पुलिस ने अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए एक विशेष अभियान चलाया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह के निर्देश पर चलाए गए इस 36 घंटे के अभियान में विभिन्न मामलों में वांछित चल रहे 204 गैर-जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) और वारंटी अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। जनपदीय पुलिस के सभी थाना प्रभारियों ने अपने-अपने थाना क्षेत्र में वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कीं। इन टीमों ने ताबड़तोड़ दबिशें दीं और निर्देशों का पालन करते हुए एनबीडब्ल्यू/वारंटी अभियुक्तों की तलाश की। इस अभियान के दौरान सर्किल नगर ने सबसे बेहतरीन प्रदर्शन किया, जहां 95 वारंटियों को गिरफ्तार कर पहला स्थान प्राप्त किया गया। थाना कोतवाली देहात ने भी 55 वारंटियों को गिरफ्तार कर प्रथम स्थान हासिल किया। इसके अतिरिक्त, थाना कोतवाली नगर ने 27 वारंटी और थाना स्याना ने 13 वारंटी गिरफ्तार किए। अभियान में नगर क्षेत्र ने कुल 159 एनबीडब्ल्यू/वारंटियों को गिरफ्तार कर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। हालांकि, ग्रामीण क्षेत्रों का प्रदर्शन खराब रहा। इस पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने ग्रामीण क्षेत्र के सभी राजपत्रित अधिकारियों और थाना प्रभारियों को प्रदर्शन में सुधार करने के लिए कड़ी चेतावनी दी है।
सीपीआईएम की वरिष्ठ नेत्री वृंदा करात ने पाकुड़ स्थित पार्टी कार्यालय में मीडिया से बात की। उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव परिणामों के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर आक्रामक रुख अपनाने और विभिन्न राज्यों में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया। वृंदा करात ने कहा कि भाजपा झारखंड में विघटनकारी नारों के बावजूद सरकार नहीं बना पाई, बल्कि उसकी सीटें भी कम हो गईं। प्रधानमंत्री सहित भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं ने विभाजनकारी भाषण दिए उन्होंने बिहार चुनाव परिणामों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि चुनाव के दौरान मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट (आचार संहिता) का खुलेआम उल्लंघन किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री सहित भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं ने विभाजनकारी भाषण दिए, लेकिन चुनाव आयोग ने उन पर कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने यह भी बताया कि चुनाव से एक दिन पहले मतदाताओं के बैंक खातों में 10,000 रुपए भेजे गए थे। देश की जनता को चौकस रहने की जरूरत वृंदा करात ने चुनाव आयोग की भूमिका पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि बिहार चुनाव ने साबित कर दिया है कि वोट की चोरी केवल मतदाता सूची से ही नहीं, बल्कि अन्य तरीकों से भी हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग भाजपा आयोग के रूप में काम कर रहा है और देश की जनता को चौकस रहने की जरूरत है। उन्होंने चेतावनी दी कि भाजपा की विभाजनकारी राजनीति झारखंड में भी घुसपैठ करने का प्रयास करेगी। उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) सरकार से आग्रह किया कि वह सभी दलों के साथ बैठक कर राज्य में वैकल्पिक नीतियों को मजबूती से लागू करने पर बहस करे। वृंदा करात ने झारखंड में रैयतों की जमीन के गलत तरीके से मापी और भुगतान किए जाने का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कोल इंडिया पर निशाना साधते हुए कहा कि वह निजी कंपनियों को कोयला खदानें देकर खुलेआम लूट करवा रही है। उन्होंने कोयला खनन से होने वाले प्रदूषण पर भी चिंता व्यक्त की। सीपीआईएम नेत्री ने घोषणा की कि इन मुद्दों को लेकर पार्टी जल्द ही जिला स्तर पर आंदोलन करेगी।
महराजगंज के चौक नगर पंचायत में सोमवार को भारत रत्न सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती पर एकता यात्रा का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने किया। नगर पंचायत चौक पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी का स्वागत किया। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष रविकांत पटेल, जिलाध्यक्ष संजय पांडेय और सदर विधायक जय मंगल कन्नौजिया को भी सम्मानित किया गया। यात्रा गंभीरनाथ तिराहे से शुरू होकर विभिन्न मार्गों से होते हुए सोनाडी माता मंदिर पर समाप्त हुई। इस दौरान सरदार पटेल अमर रहें, वंदे मातरम्, एक भारत, श्रेष्ठ भारत के नारे लगाए गए। स्थानीय नागरिकों ने यात्रा मार्ग में पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। यात्रा से पूर्व जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल ने अपने साहस और दृढ़ इच्छाशक्ति से देश की 562 रियासतों का एकीकरण कर अखंड भारत का निर्माण किया। उन्होंने भारत की एकता और अखंडता में सरदार पटेल के अद्वितीय योगदान को रेखांकित किया। पंकज चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरदार पटेल के सपनों को साकार करने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। उनके नेतृत्व में देश ने एकता, विकास और अखंडता के नए आयाम स्थापित किए हैं। उन्होंने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को सरदार पटेल को श्रद्धांजलि बताते हुए कहा कि यह उनके दिखाए मार्ग पर चलकर राष्ट्र को सशक्त बनाने का संकल्प भी है। सदर विधायक जय मंगल कन्नौजिया ने अपने संबोधन में कहा कि सरदार पटेल के आदर्श आज भी हमारे लिए प्रेरणा के स्रोत हैं।
पारिवारिक विवाद में जानलेवा हमले के करीब 9 साल पुराने मामले में न्यायालय अपर सेशन न्यायाधीश क्रम 4 (ADJ-4) ने आरोपी को सजा सुनाई। कोर्ट ने आरोपी आरोपी महावीर प्रसाद जांगिड़ (52) निवासी दुर्गा नगर, नांता कुन्हाड़ी को 10 साल कठोर कारावास की सजा व 26 हजार के अर्थदंड से दंडित किया है। आरोपी कोटा रोड़वेज डिपो में ड्राइवर है। उसने अपने समधी को बस से टक्कर मारी थी। अपर लोक अभियोजक नरेंद्र मालव ने बताया कि घटना पीड़ित ओमप्रकाश कोटा रोडवेज डिपो में वर्कशॉप में मैकेनिक है। ओमप्रकाश की बेटी दीप्ति की शादी आरोपी महावीर प्रसाद के बेटे नरेंद्र से हुई थी। शादी के कुछ समय बाद दोनों परिवारों में बिगाड़ हो गया। ओम प्रकाश ने उसके समधी के खिलाफ कुन्हाड़ी थाने में शिकायत दे रखी थी। जिसमें बेटी व परिवार के साथ मारपीट का आरोप लगाया था। बेटी ने भी दहेज व मारपीट की शिकायत महिला थाने में दे रखी थी। दोनों मामलों में कोर्ट में चालान पेश हो चुका था। पीड़ित ओम प्रकाश ने गुमानपुरा में दी शिकायत में बताया कि दोनों केस की रंजिसवस महावीर ड्राइवर मुझे जान से मारना चाहता है। वो कई बार धमकी दे चुका। 9 मई 2016 की दोपहर साढ़े 4 बजे ड्यूटी पर जा रहा था। बाइक से रोड़वेज डिपो के गेट पर ही पहुंचा था उस समय महावीर ने रोड़वेज से टक्कर मार दी। करीब 10 फीट तक डिपो की दीवार तक घसीटा ले गया। टक्कर से बाइक चकनाचूर हो गई। मेरे पसलियों ओर हाथ पैर में गम्भीर चोट लगी। मौके पर मौजूद लोगों ने हॉस्पिटल पहुंचाया। शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में चालान पेश किया। कोर्ट में 13 गवाहों के बयान करवाए।
बदायूं में बाइक की टक्कर से साइकिल सवार की मौत:बाजार जाते समय हुआ था हादसा, जांच में जुटी पुलिस
बदायूं में 3 नवंबर को हुए एक सड़क हादसे में साइकिल सवार सुखपाल की देर रात इलाज के दौरान मौत हो गई। अलापुर थाना क्षेत्र में एक तेज रफ्तार बाइक ने उनकी साइकिल को टक्कर मार दी थी। सुखपाल पुत्र बेनीराम अलापुर थाना क्षेत्र के गांव ढका के निवासी थे। 3 नवंबर को वे अपने गांव से कस्बा म्याऊं साइकिल से किसी काम से जा रहे थे। म्याऊं और उनके गांव ढाका के बीच पीछे से आ रही एक तेज रफ्तार बाइक ने उनकी साइकिल में टक्कर मार दी। जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना मिलते ही परिजन घटनास्थल पर पहुंचे और उन्हें म्याऊं सीएचसी ले गए। वहां डॉक्टरों ने उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जिला अस्पताल से उन्हें मेडिकल कॉलेज और फिर अलीगढ़ के हायर सेंटर रेफर किया गया। अलीगढ़ से परिजन सुखपाल को बदायूं के एक निजी अस्पताल में ले आए, जहां उनका उपचार चल रहा था। रविवार परिजन उन्हें छुट्टी कराकर घर ले गए थे। देर रात घर पर उनकी अचानक मौत हो गई। मृत्यु की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और सुखपाल के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
अयोध्या में पंचायत चुनावों से पहले संगठन को मजबूत करने और युद्ध स्तर पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने के उद्देश्य से राजीव गांधी पंचायती राज संगठन द्वारा अयोध्या में दो दिवसीय ‘सर्वोदय संकल्प शिविर’ आयोजित किया जा रहा है। यह शिविर 19 और 20 नवंबर 2025 को रामनेवाज सिंह महाविद्यालय, कुमारगंज में संपन्न होगा। कांग्रेस ने इस शिविर को पंचायत चुनावों की रणनीतिक तैयारियों के लिहाज़ से बेहद महत्वपूर्ण माना है। शिविर में जिला और ब्लॉक स्तर के पदाधिकारियों को संगठनात्मक कौशल, चुनावी रणनीति और पंचायत व्यवस्था से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि वे गांव-गांव में पार्टी की पकड़ को मजबूत कर सकें। शिविर के आयोजक दिनेश शुक्ला ने बताया कि पूर्वांचल जोन के सभी जिलों के जिला अध्यक्षों और उनकी कमेटियों को इसमें शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है। उन्होंने कहा कि यह शिविर पंचायत स्तर पर कांग्रेस के संगठन को नई दिशा और मजबूती देने वाला साबित होगा। कांग्रेस नेताओं ने इसे पंचायती राज व्यवस्था को सुदृढ़ करने और ग्रामीण नेतृत्व को सक्षम बनाने की दिशा में एक अहम कदम बताया। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य संजय तिवारी, वरिष्ठ कांग्रेस नेता अंबरीश पाण्डेय, पांडेपुर ब्लॉक अध्यक्ष तेज बाली, अमानीगंज सभासद विकास सिंह विक्की, सभासद प्रतिनिधि संतोष कुमार सहित कई अन्य प्रमुख नेता मौजूद रहे। शिविर के दौरान संगठनात्मक विस्तार, ग्रामीण मुद्दों की समझ, बूथ प्रबंधन और चुनावी रणनीतियों पर विशेष सत्र आयोजित किए जाएंगे। कांग्रेस का मानना है कि पंचायत चुनावों में मजबूती से उतरने के लिए प्रशिक्षित और सक्रिय कार्यकर्ता ही पार्टी की वास्तविक शक्ति हैं।
झज्जर शहर में छारा चुंगी के पास सोमवार सुबह उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब एक मकान में बने कबाड़ के गोदाम में अचानक आग भड़क उठी। घटना सुबह करीब साढ़े 10 बजे की है। आग इतनी तेजी से फैली कि कुछ ही मिनटों में गोदाम के अधिकांश हिस्से को अपनी चपेट में ले लिया। गनीमत रही कि समय पर सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू पा लिया, जिससे बड़ा हादसा टल गया।जानकारी के अनुसार छारा चुंगी पर रामप्रकाश कटारिया के मकान में कबाड़ का गोदाम बना हुआ है। गोदाम की छत पर बड़ी मात्रा में कबाड़ सामग्री—प्लास्टिक, गत्ता और अन्य ज्वलनशील सामान जमा था। सोमवार सुबह अचानक धुआं उठने लगा और देखते ही देखते आग फैल गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत मकान मालिक और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। दमकलकर्मियों ने तत्परता दिखाते हुए आग पर पाया काबूसूचना पाते ही फायर ब्रिगेड की टीम दमकल वाहन लेकर मौके पर पहुंची। आग ज्वलनशील सामान में लगी होने के कारण तेजी से बढ़ रही थी, लेकिन दमकलकर्मियों ने तत्परता दिखाते हुए कुछ ही समय में आग को नियंत्रित कर लिया। टीम ने आसपास के घरों और दुकानों तक आग को फैलने से रोका, जिससे एक बड़ा हादसा होने से बच गया।फायर विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आग किन कारणों से लगी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन शुरुआती जांच में यह संभव है कि किसी चिंगारी या शार्ट सर्किट के कारण आग लगी हो। फिलहाल नुकसान का आकलन किया जा रहा है, हालांकि गोदाम में रखा काफी सामान जलकर राख हो गया है।
उदयपुर में पेराफेरी के गांवों में चल रहे पट्टा विवाद को लेकर आज माहौल गर्मा गया। शहर से सटे कई गांवों के लोगों ने सर्व समाज के बैनर तले जिला कलेक्ट्रेट के बाहर ज़ोरदार प्रदर्शन किया सभी ने यूडीए की कार्रवाइयों के खिलाफ विरोध जताते हुए जोरदार प्रदर्शन किया। पेराफेरी पंचायत जिला संघर्ष समिति के बैनर तले यह प्रदर्शन हुआ। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि पेराफेरी क्षेत्रों में हजारों परिवार कई दशकों से रह रहे हैं, लेकिन यूडीए उन्हें स्थायी अधिकार देने के बजाय लगातार तोड़फोड़ और हटाने की कार्रवाई कर रहा है। 2022 में बड़े संघर्ष के बाद 45 पंचायतों को आबादी जमीन यूडीए से पंचायतों के नाम हस्तांतरित करवाई गई थी, लेकिन कई पेराफेरी पंचायतों की फाइलें अब भी अफसरों की मेज पर दबकर पड़ी हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि गरीब और मध्यम वर्ग के परिवारों के आशियाने बिना समाधान के उजाड़े जा रहे हैं, जबकि उनकी 2000 से अधिक फाइलें यूडीए दफ्तर में धूल खा रही हैं। सर्व समाज के नेताओं ने कहा कि न्यूनतम दर पर पट्टे जारी करना सरकार और प्रशासन की जिम्मेदारी है, ताकि लोग कानूनी रूप से अपने घरों में सुरक्षित रह सकें। उनका कहना था कि शहर का विस्तार हमेशा से इन गांवों के सहयोग से हुआ है और ऐसे में यहां रहने वाले परिवारों को अस्थिरता में रखना गलत है। पिछले कई यूडीए आयुक्त राहुल जैन विकास की बड़ी-बड़ी बाते कर मनमानी कर रहे हैं। आदिवासी और गरीब जनता को टारगेट कर उनके मकान तोड़ने की पूरी कोशिश हो रही है। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे चन्दन सिंह देवड़ा ने मंच से कहा कि आबादी क्षेत्रों में रहने वाले सभी लोगों को बिना भेदभाव के पट्टे दिए जाएं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर प्रशासन ने जल्द कदम नहीं उठाया तो आगामी दिनों में आंदोलन और बड़ा होगा। देवड़ा ने कहा कि लोग मजबूरी में सड़क पर उतर रहे हैं, क्योंकि यूडीए की हर नई कार्रवाई उन्हें असुरक्षित बना रही है। उन्होंने साफ कहा कि अगर इस मुद्दे पर समाधान नहीं निकला तो पेराफेरी के गांव बड़े पैमाने पर उग्र आंदोलन की ओर बढ़ेंगे। समिति ने साफ किया कि वह अतिक्रमण के समर्थन में नहीं है, लेकिन जहां वर्षों से लोग बसे हुए हैं, वहां प्रशासन सर्वे करवाकर पंचायतों और निगम के जरिए पट्टे जारी करे। यूडीए की कार्रवाई के आधार पर पूरे पेराफेरी क्षेत्र को अतिक्रमी कहना गलत है। समिति ने यह भी कहा कि जिन गरीबों के मकान बिना नोटिस तोड़े गए हैं, उन्हें मुआवजा दिया जाए और भविष्य में किसी का आशियाना बिना सुनवाई के नहीं गिराया जाए। समिति ने आरोप लगाया कि यूडीए पेराफेरी क्षेत्र की जमीन ट्रांसफर से जुड़े 4 जनवरी 2022 के आदेश की पालना नहीं कर रहा है। जहां 31 दिसंबर 2024 तक आबादी बस चुकी है, वहां की जमीन तुरंत पंचायतों को आबादी प्रयोजनार्थ हस्तांतरित की जाए और जिन फाइलों पर निगम विस्तार अधिसूचना से पहले आपत्तियां जारी हो चुकी हैं, उन्हें 69ए में पट्टे देकर निपटाया जाए।
बिहार चुनाव में गठबंधन की हार के बाद समाजवादी पार्टी ने 2027 में होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करना शुरू कर दिया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव प्रदेश से लेकर जिला स्तर तक पार्टी की टीम को नए सिरे से तैयार कर रहे हैं। इसी क्रम में प्रयागराज के वरिष्ठ समाजवादी नेता बब्बन दुबे को प्रदेश कार्यकारिणी में सदस्य बनाया गया है। उनके नाम की घोषणा होते ही पार्टी कार्यालय से लेकर उनके घर तक बधाई देने वालों का तांता लगा रहा। कार्यकारिणी में शामिल किए जाने के बाद सपा कार्यालय प्रयागराज में बब्बन दुबे का सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इस दौरान पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने उन्हें माला पहनाकर स्वागत किया। नेताओं ने एक स्वर में कहा कि 2027 विधानसभा चुनाव में पार्टी को मजबूत स्थिति में लाने के लिए वे पूरी ताकत से मैदान में उतरेंगे। इस अवसर पर सपा नेता बब्बन दुबे ने कहा कि संगठन में मिली नई जिम्मेदारी उनके लिए सम्मान के साथ बड़ी जिम्मेदारी भी है। उन्होंने बताया कि वे एसआईआर (सोशल इंडेक्स रिपोर्ट) और बूथ प्रबंधन पर विशेष फोकस करेंगे। उनका कहना था कि 2027 की लड़ाई बूथ स्तर पर लड़नी होगी और इसके लिए शहर से लेकर गांव तक हर सेक्टर में टीम तैयार की जा रही है। उन्होंने साफ कहा कि 2027 का चुनाव समाजवादी कार्यकर्ताओं के लिए करो या मरो की तरह होगा। लोकसभा चुनाव में PDA फार्मूले पर बड़ी कामयाबी मिली थी, लेकिन कई सीटों पर भाजपा ने मशीनरी का दुरुपयोग कर जीत दर्ज कराई। इस बार आम लोग जागरूक हैं और हर बूथ पर नजर रखी जाएगी। हमारे कार्यकर्ता 10 हजार रुपए में बिकने वाले नहीं हैं। हम लड़ेंगे और आखिरी दम तक लड़ेंगे, भाजपा को सत्ता में नहीं आने देंगे। दक्षिणी विधानसभा से टिकट की मांग पर उन्होंने कहा कि वे दावेदारी रखते हैं, लेकिन यदि पार्टी किसी और को टिकट देती है तो भी वे पूरी निष्ठा से उसका समर्थन करेंगे।
सरकार को जहां भी महामंडलेश्वर लोग बनाना है हम साथ देंगे, लेकिन हम हमारी जन्मभूमि नहीं छोड़ेंगे। रात के 3-4 बजे जब सब सो रहे होते है, तब प्रशासन अंधेरे में आकर सर्वे का काम करती है। ये कैसा प्रशासन और सरकार है। ये कहना है ओंकारेश्वर के ब्रह्मपुरी क्षेत्र की सुनीता रावत का। इसी विरोध के साथ ब्रह्मपुरी के स्थानीय लोग धरने पर बैठे हैं। ओंकारेश्वर में अभी लॉकडाउन जैसे हालात बन गए हैं। सोमवार सुबह से होटल-रेस्टोरेंट से लेकर चाय और नाश्ते तक की दुकानें नहीं खुली। ऑटो-टैक्सी से लेकर नर्मदा में नौका विहार जैसी सेवाएं तक ठप रही। ऐसा अगले तीन दिन तक चलेने की संभावना है। दैनिक भास्कर की टीम मौजूदा हाल जानने के लिए ग्राउंड पर पहुंची। इस रिपोर्ट में पढ़िए ओंकारेश्वर में स्थानीय लोग क्यों हैं विरोध में... तीर्थनगरी के लोग सरकार के 120 करोड़ की प्रस्तावित ममलेश्वर लोक प्रोजेक्ट का विरोध कर रहे हैं। स्थानीय प्रशासन ने ममलेश्वर लोक का सर्वे शुरू किया, जिसमें सैकड़ों मकान, दुकानें, आश्रम, मठ और प्राचीन संरचनाएं शामिल की गई हैं। प्रोजेक्ट से हजारों लोग प्रभावित होंगे। स्थानीय विधायक और जनप्रतिनिधियों का घेराव कर चुके नगरवासियों ने अब आंदोलन का रास्ता चुन लिया है। जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से भी मुलाकात की लेकिन, कोई बात नहीं पाई। दो दिन पहले सांसद ने अफसरों और जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक ली थी। इस दौरान कलेक्टर ने साफ तौर पर कहा था कि सिंहस्थ से पहले ममलेश्वर मंदिर क्षेत्र का विस्तार के साथ विकास होना है। अब श्रद्धालुओं की तादाद बढ़ने लगी है, इसलिए यह अति-आवश्यक है। सर्वे कार्य को रोकना उचित नहीं है, जो लोग भी प्रभावित होंगे, उन्हें दुकान, मकान के बदले तीर्थ क्षेत्र में ही दूसरी जगह विस्थापित किया जाएगा। चाय-पानी को तरसे, होटल भी नहीं मिले दैनिक भास्कर की टीम लोगों के तीन दिन के विरोध आह्वान के बाद सोमवार सुबह ओंकारेश्वर पहुंची। यहां मार्केट पूरी तरह बंद था। हर शटर पर ताले लटके हुई थे। होटलों पर नो बुकिंग बताया जा रहा था। वहीं मंदिर किनारे पूजन की सामाग्री की दुकान भी नहीं खुली। वहीं रोज घाट किनारे फूल-पत्ती और पूजा सामग्री बेचने वाले भी आज नदारद थे। ओंकारेश्वर दर्शन के लिए ग्वालियर से आए राजवीर सिंह ने बताया कि उन्हें पहले तो बस स्टैंड से मंदिर तक जाने के लिए कोई टैक्सी नहीं मिली। फिर चाय-पानी के लिए भी तरस गए। कोई होटल, रेस्टोरेंट नहीं खुला था। साथ में बच्चे थे, जो रोने लग गए, ऐसे में सनावद में रहने वाले एक रिश्तेदार से संपर्क किया। उनसे बात की फिर वे सनावद से फल-फ्रूट और पानी की बोतल लेकर आए। इस तरह हमने भूख-प्यास मिटाई। 189 मकान,184 दुकानें, 34 आश्रम-होटल टूटेंगे सरकार ने ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर परिसर में विस्तार की जगह कम होने से ममलेश्वर लोक निर्माण की मंजूरी दी थी। ममलेश्वर लोक में ब्रह्मपुरी घाट, रोड से लेकर गजानंद आश्रम, झूलापुल से गोमुख घाट, काशी विश्वनाथ मंदिर से जूना अखाड़ा का क्षेत्र शामिल किया है। इस क्षेत्र में आने वाले पक्के मकान और दुकानों को हटाया जाएगा। ममलेश्वर लोक निर्माण के सरकारी सर्वे में 189 मकान, 184 दुकानें, आश्रम 10, गेस्ट हाउस 15, धर्मशालाएं 9 सहित प्राचीन मंदिरों और मठों के चबूतरे व आश्रम भी आ रहे हैं। रहवासियों के मुताबिक, ओंकारेश्वर में ब्रह्मपुरी क्षेत्र का 1954 के सरकारी रिकार्ड में जिक्र है। यह ओंकारेश्वर की सबसे पुरानी बस्ती है। 1954 में यहां पर 24 मकानों के बने होने का भी जिक्र है। सरकार का वादा- जमीन की जगह दूसरी जमीन देंगे सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल, कलेक्टर ऋषव गुप्ता और क्षेत्र के विधायक नारायण पटेल की मौजूदगी में बैठक हुई तो स्पष्ट रूप से कहा गया कि ममलेश्वर लोक प्रोजेक्ट बनकर रहेगा, लोगों को विस्थापित होना होगा। दुकान और मकानों का सर्वे होगा, मुआवजे की बजाय लोगों को स्थान दिया जाएगा, प्रोजेक्ट में जो मार्केट बनेगा, उनमें विस्थापितों को प्राथमिकता दी जाएगी। विस्थापन और नये स्थान के आंवटन के दौरान रहवासी किराये के मकानों में रहेंगे, उसका भुगतान भी सरकार करेगी। जब बैठक में शामिल कुछ अधिकारी ओंकारेश्वर पहुंचे तो उन्होंने लोगों के समक्ष सरकार की मंशा रखी। इस पर लोग आक्रोशित हो गए और अब तीन दिन के लिए बंद का ऐलान कर दिया। ब्रह्मपुरी की शीतल उपाध्याय कहती है कि हमें हमारी ब्रह्मपुरी छोड़कर नहीं जाना है। ब्रह्मपुरी मंदिर के पीछे बहुत जगह पड़ी हुई है। इससे डबल जमीन वहां पर है। सरकार वो जमीन ले लें। सरकार को केवल ब्रह्मपुरी क्षेत्र ही क्यों चाहिए। इसका जवाब दें। हमारे परिवार वाले मासिक तौर पर डिस्टर्ब होने लगे है। आज हमें कुछ हो जाएगा तो क्या सरकार उन बच्चों का पालनपोषण करेगी। 4.6 हेक्टेयर में 120 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट ओंकारेश्वर में 4.6 हेक्टेयर में 120 करोड़ की लागत से ममलेश्वर लोक का निर्माण होगा। जिसके लिए सर्वे का काम पूरा हो चुका है। सिंहस्थ के आयोजन को ढ़ाई साल का समय बाकी है। ऐसे में दिसंबर 2027 तक निर्माण काम को पूरा करने की शासन ने डेडलाइन तय की है। इसी साल जमीन के समतलीकरण के टेंडर लगना है, जिसके लिए प्रशासन जोर-शोर से तैयारी में लगा है कि हर हाल में लोग विस्थापन के लिए राजी हो और बगैर किसी विवाद के विस्थापन हो जाए। अन्यथा नोटिस देकर समय देंगे और कार्रवाई करेंगे।
पाली शहर में सड़क-नाली और सीवरेज लगभग हर मोहल्ले की प्रमुख समस्या में शामिल है। परेशान लोग कभी कलेक्ट्रेट तो कभी नगर निगम के चक्कर काटते नजर आ जाते है।ताजा ममता पाली शहर के सुंदर नगर का है। यहां रहने वाले तीन-चार गलियों के लोग खासे परेशान है। उनकी शिकायत है कि उनकी गलियों में पिछले करीब 25 साल से सड़क का निर्माण नहीं हुआ। सीवरेज लाइन बिछाई गई लेकिन टूटी सड़क पर सीवरेज का चैंबर ऊपर उठे हुए है जो हादसे का कारण बन रहे है। क्षेत्रवासी बोले- नहीं हो रही सुनवाईक्षेत्र के रहने वाले सोहनलाल प्रजापति ने बताया कि 25 साल से सड़क का निर्माण नहीं हो रहा है। सड़क पर जगह-जगह गड्ढे हो चुके है। कई जने नीचे गिरकर चोटिल भी चुके है लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो रहा।मंगलसिंह ने बताया कि कॉलोनी बसे हुए करीब 30 साल हो गए। लेकिन पक्की सड़क का निर्माण अभी तक नहीं हुआ। ऐसे में खस्ताहाल सड़क हादसों का कारण बनी हुई है। टेक्सी वाले इन गलियों में आने आने को राजी नहीं होते।गिरधारीलाल लखारा ने बताया कि क्षेत्र की तीन गलियों में सड़कें खराब है। आने-जाने में दिक्कत होती है लेकिन कोई सुनने वाला नहीं। दी भूख हड़ताल की चेतावनीमोहल्ले के रहने वाले रितिक दवे ने कहा कि कई बार समस्या अधिकारियों को बता दी लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। उन्होंने कहा अब भी समाधान नहीं हुआ तो वे क्षेत्र के लोगों के साथ भूख हड़ताल पर बैठेंगे।
गाजीपुर में जर्जर सड़कों के खिलाफ चल रहे हस्ताक्षर अभियान के आठवें दिन विकास भवन चौराहे पर लगभग 700 लोगों ने हस्ताक्षर किए। इस अभियान में अब तक कुल 6500 लोग अपना समर्थन दर्ज करा चुके हैं। अभियान का नेतृत्व कर रहे विवेक कुमार सिंह 'शम्मी' ने कहा कि समय पर कार्य पूरा न करने वाली कार्यदायी संस्थाओं की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए और उन पर कार्रवाई की जानी चाहिए। राज्य कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष दुर्गेश श्रीवास्तव ने भी कई कर्मचारियों के साथ अभियान का समर्थन किया। उन्होंने बताया कि सड़कों की बदहाली के कारण आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। श्रीवास्तव के अनुसार, विकास भवन के आसपास की सड़कें गड्ढों में बदल चुकी हैं, जिससे कार्यालय पहुंचने वाले कर्मचारियों को काफी परेशानी होती है। सड़क के गड्ढों और धूल के गुबार के कारण कर्मचारी सुबह ही थका हुआ महसूस करते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि आए दिन सड़कों पर टोटो पलटने से लोग घायल हो रहे हैं। धूल और मिट्टी के कारण कपड़े खराब हो जाते हैं और आंखों में जलन की समस्या आम हो गई है। मौके पर मौजूद कर्मचारी नेताओं ने आरोप लगाया कि सत्ता पक्ष या विपक्ष का कोई भी जनप्रतिनिधि शहर की दुर्दशा को लेकर चिंतित नहीं है और वे केवल चुनाव के समय ही दिखाई देते हैं। राहगीरों ने भी हस्ताक्षर कर बताया कि गाजीपुर नगर क्षेत्र की सड़कों की स्थिति आसपास के जिलों की तुलना में बेहद खराब है। कई क्षेत्रों में तो ऑटो-रिक्शा या टोटो चालक भी जाने से मना कर देते हैं। अभियान के आयोजक विवेक कुमार सिंह 'शम्मी' ने घोषणा की कि वे नगर के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर 10,000 हस्ताक्षर पूरे होने तक यह अभियान जारी रखेंगे। आलोक राय, गोविंद श्रीवास्तव, राजेश, बबुआ यादव, रामप्रकाश राय समेत बड़ी संख्या में कर्मचारियों के साथ ही आम लोग मौजूद रहे।
गाजियाबाद में पति ने महिला पर चाकू से किया हमला:गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती, आरोपी फरार
गाजियाबाद के थाना सिहानी गेट की लोहियानगर चौकी क्षेत्र स्थित हिंदी भवन के पास एक महिला पर उसके पति ने चाकू से हमला कर दिया। गंभीर रूप से घायल महिला को राहगीरों ने सड़क किनारे देखा, जिसके बाद तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने घायल महिला की पहचान नंदग्राम गाजियाबाद निवासी सीमा के रूप में की। बताया जा रहा है कि सीमा और उसके पति रमेश के बीच पिछले चार साल से तलाक का मामला चल रहा है। पुलिस के अनुसार, सीमा सुबह आरडीसी की ओर जा रही थी। हिंदी भवन के पास उसके पति रमेश ने पीछे से आकर उस पर चाकू से कई वार किए। हमला करने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। सीमा के गले, पेट और हाथ पर गंभीर चोटें आई हैं। पुलिस ने तुरंत घायल महिला को संजय नगर स्थित जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों के मुताबिक, महिला की हालत पर लगातार नजर रखी जा रही है। पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह मामला पारिवारिक विवाद से जुड़ा प्रतीत होता है। हमलावर पति की पहचान रमेश के रूप में हुई है। SHO ने जानकारी दी कि जांच जारी है और महिला के बयान तथा मौके के हालात को देखते हुए आरोपी की गिरफ्तारी के लिए कई टीमें गठित की गई हैं। पुलिस का कहना है कि आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसके साथ ही, पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाल रही है ताकि आरोपी के भागने की दिशा का पता चल सके। पुलिस टीम घटना के समय की अधिक जानकारी जुटाने के लिए स्थानीय लोगों से भी पूछताछ कर रही है।
सेक्टर-42 के जंगल में एक व्यक्ति का शव फांसी के फंदे से लटका मिला। वहां से गुजर रहे लोगों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को नीचे उतारा। मृतक की पहचान हरीश (25) साल हुई है। वो सदरपुर के गली नंबर-3 में किराए के कमरे पर रहता था। बताया गया कि पारिवारिक विवाद के चलते वो मानसिक रूप से परेशान चल रहा था। जिसके चलते उसने फांसी लगाई। हालांकि मृतक के पास से कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला है। प्राथमिक जांच में गले में रस्सी के निशान और दम घुटने से मौत की वजह सामने आ रही है। फांसी लगाने में ऐसे ही मौत होती है। हरीश छोले भटूरे का ठेला लगाता है। उसकी शादी हो चुकी है। बीते कई दिनों से पारिवारिक विवाद चल रहा था। जिसके चलते परेशान चल रहा था। बताया गया कि कई दिनों से उसने ठेला भी नहीं लगाया था। 16 नवंबर की रात उसका घर में किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ। जिसके बाद वो वहां से चला गया। सुबह उसका शव सेक्टर-42 के जंगल में पेड़ से लटका मिला। थाना सेक्टर-39 पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ एक बार फिर सुर्खियों में है। शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय के निरीक्षण के एक महीने बाद भी विश्वविद्यालय प्रशासन अपनी व्यवस्था सुधारने में नाकाम साबित हुआ है। हालात यह हैं कि जिस जिम के टूटे और खराब उपकरणों पर शिक्षा मंत्री ने कड़ी आपत्ति जताई थी, वह आज भी उसी स्थिति में पड़ा हुआ है। इससे नाराज़ छात्रों ने सोमवार को विश्वविद्यालय परिसर में प्रदर्शन कर अपनी आवाज़ बुलंद की।न फिटनेस कीट से चोट लगने का डर प्रदर्शन कर रहे छात्र नेता शिवम यादव ने कहा- विश्वविद्यालय प्रशासन की लापरवाही अब छात्रों की सहनशक्ति से बाहर हो चुकी है। सरकार पैसा भेज रही है, लेकिन यहां पर भ्रष्टाचार चरम पर है। जिम में लगाए जा रहे उपकरण इतने घटिया हैं कि उनसे छात्रों को फायदा होने के बजाय चोट लगने का डर ज्यादा रहता है,उन्होंने कहा शिवम यादव का यह भी आरोप है कि कई बार शिकायत करने के बाद भी विश्वविद्यालय के जिम्मेदार अधिकारियों ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की, जिससे छात्रों में गहरा आक्रोश है। विश्वविद्यालय में सुधार की उठाई मांग छात्रों का कहना है कि जिम के अलावा भी कई विभागों में संसाधनों की भारी कमी है। खेल सुविधाओं से लेकर प्रयोगशालाओं तक, कई जगह उपकरणों की स्थिति बेहद खराब है। छात्र–छात्राओं को रोजमर्रा की पढ़ाई और अभ्यास में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। छात्रों का कहना है कि महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ जैसे ऐतिहासिक और प्रतिष्ठित संस्थान में ऐसी लचर व्यवस्था किसी भी तरह स्वीकार्य नहीं है। छात्रों ने दी चेतावनी प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और मांग की कि जिम उपकरणों को तुरंत बदलकर उच्च गुणवत्ता वाले संसाधन उपलब्ध कराए जाएं। साथ ही उन्होंने भ्रष्टाचार में शामिल अधिकारियों पर कार्रवाई की भी मांग की। छात्रों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द सुधार नहीं हुआ, तो आंदोलन को और तीव्र किया जाएगा।
पंजाब के खरड़ नगर काउंसिल की बैठक सोमवार सुबह पार्षदों ने हंगामा कर दिया। पार्षद एक ठेकेदार के कामकाज से असंतुष्ट थे, इसके विरोध स्वरूप वह काउंसिल दफ्तर में जमीन पर बैठ गए। इस हंगामे की जानकारी मिलने के बाद विधायक अनमोल गगन मान बैठक मीटिंग में नहीं पहुंची। लेकिन पूर्व विधायक अनमोल गगन मान ने ईओ सुखदेव सिंह के फोन स्पीकर पर ईओ, पार्षदों और नगर काउंसिल प्रधान से बातचीत की। उन्होंने पार्षदों से पूजा कंजर क्लेश क्यों किया हुआ है। पार्षदों ने कहा कि अब चार महीने उनके कार्यकाल को रह गए है। दो महीने के बाद कोड ऑफ कंडक्ट लग जाएगा। ऐसे में पहले मीटिंग साढ़े 12 बजे तक और बाद में बाद में स्थगित कर दीद गई। अब विधायक और पार्षदों के बीच फोन पर हुई बात को पांच प्वाइंट में समझते है- 1. चार महीने तो इलेक्शन में रह गए विधायक व पूर्व मंत्री मंत्री अनमोल गगन मान ने ने कहा कि अमन भाई, चीमा भाई रोज मुझसे मिलकर जाते हैं। मैंने उन्हें बताया था कि ऊपर से बात हो गई। चार महीने तो इलेक्शन में नहीं रह गए हैं। ऐसे में लड़ना क्यों है। यहां पर बैठ जाओ, कहो कि पिछली चार मीटिंगों की प्रोसिडिंग पास करवानी है। उसमें कह दो कि आपका काम नहीं पड़ा हुआ है, उसे इमरजेंसी वर्क में डाल लो। मैं कल प्रधान साहब को कहा था कि कोई मीटिंग करने से पहले सारे एमसी को बिठा लिया करो। वहां पर इतना क्लेश पड़ा हुआ है, इन्होंने कहा कि इसलिए मैं दफ्तर ही चली गई। 2. ठेकेदार से दिक्कत है, उसे बदलो ईओ साहब इतना क्लेश डालने से बेहतर है काम करें, अब काम थोड़ा रह गया है। सुबह से अब वार्ड में काम हो रहे हैं। इस पर पार्षदों ने कहा कि मैडम जी आप आ जाओ, बैठकर बात करते हैं। ठेकेदार से दिक्कत है तो ठेकेदार को बदल दो ईओ साहिब, कोई निजामुदीन नाम का ले रहे हैं, वह काम नहीं कर रहा है। उसे बदल दो, किसी और को काम दे दो। सबसे राय लो। पार्षद कहने लगे कि पांच साल से मुद्दा उठा रहे हैं। 3. जो काम करवाने है, उन्हें तो पास करवा लो प्रधान साहब के पैर में दिक्कत थी। 15 दिन के बाद मीटिंग रखो। सारे राय लो, कौन से-कौन से काम होने हैं। इस मीटिंग में प्रधान जी के वार्ड के काम होने हैं। एक-दो और पार्षदों के वार्ड के काम होने हैं। यह मुझे नहीं पता। इस बेसिकली अपने तीन सिटी पार्क हैं। बाकी स्टेडियम आदि के लिए कंसल्टेंट हायर करना पड़ेगा। कुछ अपने कॉमन काम भी हैं। वह तो पास कर लो। सिटी पार्क का काम पास कर लो। जो आर्किटेक्ट रखना है उस काम को पास कर लो। अगर मीटिंग डिले करनी है तो डिले कर लो। 4. मैडम अब हमारे पास टाइम नहीं है इस पर पार्षद मन्ना ने खड़े होकर व अन्य ने एक सुर में कहा कि मीटिंग डिले कर लो। मैडम हमारे पास टाइम नहीं है। चार महीने एमसी के पास रह गए हैं। दो महीने के बाद कोड लग जाना है। इस पर आगे से मैडम ने जवाब दिया कि इतना अंदर कंजर क्लेश क्यों किया हुआ है। इस पर मन्ना व अन्य ने कहा कि धरने पर तो बैठे हैं। इसके बाद विधायक ने कहा कि जब धरने लगाने तो लगाए नहीं। अब काम हो रहे हैं। 100 करोड़ के प्रस्ताव पास हुए हैं। कल मेरी मिनिस्टर से बात हुई है। इस पर मन्ना ने पूछा कि मैडम आप आ रहे हो। मैंने कहा आना है, आप क्लेश ही डाल लो। अगर आपका क्लेशन पिटेगा, उसके बाद ही मैं आऊंगी। 5. साढ़े चार महीने एक मीटिंग हुई है बात ऐसे है कि जो हमारी पिछली प्रधान थी, वह 48 महीने रही है। 48 महीनों में उन्होंने 39 मीटिंग की हैं। अब जो आम आदमी पार्टी की प्रधान बनाई है, इन्हें साढ़े चार महीने हो गए हैं। अभी तक एक मीटिंग हुई है। दूसरी बात मैडम पिछली प्रधान ने 700 करोड़ के कामों का प्रस्ताव बनाया। इसमें से साढ़े चार सौ करोड़ के काम पास होकर आ गए। जब से आपकी कमेटी आई है, आपकी प्रधान बनी है, एक करोड़ का भी काम नहीं हुआ है। इस पर मैडम ने पूछा कि आप कौन बोल रहे हैं। इस पर पार्षद ने कहा कि मैं मन्ना बोल रहा हूं। 6. इस पर विधायक ने कहा कि आपके वार्ड के काम हो नहीं रहे हैं। आप वीडियो डाल रहे हो खानपुर की। इस पर मन्ना ने कहा कि आपने वीडियो देखी थी, मुझे पता लगा था। आपके तीन सालों में सड़क नहीं बनी थी। आपने कहा था। इस पर मन्ना ने कहा कि मैम अभी पास होकर नहीं आई थी वह। पीछे आप बिल्डर खड़ा करके जिसकी कॉलोनी भी पास नहीं है। आप कह रहे सड़क बन रही है। पता ने कि हमने किसी से भेदभाव नहीं किया। इस पर मन्ना ने कहा कि काम रुक गया था। प्रधान साहब ने मीटिंग नहीं रखी। वह बीमारी थी। प्रधान साहब आप 15–14 दिन के बाद मीटिंग रखे। इन्हें बोलने का मौका क्यों देते हो।
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिला में दो होलसेल मेडिकल दुकान में चोरी की घटना घटित हुई है। जहां 3-4 चोरों ने दुकान का शटर तोड़कर भीतर प्रवेश किया और गल्ले में रखे तकरीबन डेढ़ लाख की चोरी कर फरार हो गए। घटना SP ऑफिस से करीब 100 मीटर दूरी स्थित दुकान में हुई है। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है। मिली जानकारी के मुताबिक गांधी गंज के भीतर प्रगति इंटरप्राइजेस और प्राची मेडिकोज होलसेल दवा दुकानों का संचालन होता है। जहां रविवार को प्रगति इंटरप्राईजेस का संचालक सांवरिया गोयल व प्राची मेडिकोज का संचालक बसंत अग्रवाल रात में काम के बाद दुकान का शटर बंद कर घर चले गए। सुबह जब दुकान में पहुंचे तो उन्हें जानकारी हुई कि उनके दुकान का शटर टूटा हुआ है और दोनों दुकान के गल्ले में रखे तकरीबन ढेड़ लाख रुपए को चोरों ने पार कर दिया है। जिसके बाद उन्होंने मामले की सूचना कोतवाली पुलिस को दी। ऐसे में पुलिस व फाॅरेसिंग एक्सपर्ट मौके पर पहुंचे और जांच शुरू कर दी। पुलिस ने खंगााला CCTV फूटेज दुकान में लगे CCTV को पुलिस ने खंगाला, जिसमें पूरी घटना कैद हुई है। ऐसे में CCTV फूटेज में 3 लोग दिख रहे हैं, जिन्होंने चोरी की घटना को अंजाम दिया है। बताया जा रहा है कि घटना को सुबह तकरीबन 4 बजे चोरों ने अंजाम दिया और मौके से फरार हो गए। वहीं एक-दो और दुकानों में चोरी करने का प्रयास किया गया, लेकिन वे सफल नहीं हो सके। पुलिस मामले की जांच कर रहीइस संबंध में कोतवाली थाना प्रभारी सुखनंदन पटेल ने बताया कि सुबह चोरी की सूचना मिली। गांधी गंज के दो दुकानों में चोरी हुई है। पुलिस CCTV फुटेज खंगाल रही है और मामले में 2-3 टीम बनाकर आरोपी की पतासाजी में जूट गई है। फिलहाल मामले में आगे की जांच चल रही है।
बरेली में कूड़े के विवाद को लेकर दो पक्षों में खूनी संघर्ष हो गया। एक ही समुदाय के दो पक्ष आपस में भिड़ गए। दोनों ओर से जमकर ईट-पत्थर और लाठी-डंडे चले। इसके बाद क्षेत्र में दहशत फैल गई। पुलिस के मौके पर पहुंचने पर मामला शांत हुआ। वहीं, इस घटना में एक दर्जन लोग घायल हुए हैं, जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। खाली प्लॉट बना विवाद की शुरुआत कैंट थाना क्षेत्र के मोहनपुर ठिरिया में एक खाली प्लॉट पड़ा है। इसी प्लॉट पर लोग कूड़ा डाल देते हैं और कुछ लोग अपने जानवर बांधते हैं। सोमवार सुबह पहले पक्ष के सलाउद्दीन, रईस खान, मोईन, कमरुद्दीन, जलालुद्दीन और हनीफ खान ने दूसरे पक्ष के सद्दाम हुसैन, सरताज, नईम, रियाज, नईम उर्फ गुड्डू और मैराजुद्दीन को कूड़ा डालने से मना किया। गाली-गलौज से मारपीट तक पहुंचा मामला मना करने के बाद दोनों पक्षों में विवाद बढ़ गया। पहले गाली-गलौज हुई और फिर देखते ही देखते ईट-पत्थर और लाठी-डंडे चलने लगे। घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव का माहौल है। पुलिस ने मौके पर फोर्स तैनात कर दी है। दोनों पक्षों पर मुकदमा दर्ज पुलिस ने दोनों ओर से मुकदमा दर्ज कर लिया है। सभी घायलों का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। इस घटना में दोनों पक्षों के कुल एक दर्जन लोग घायल बताए जा रहे हैं। घायलों में पहले पक्ष के सलाउद्दीन, रईस खान, मोईन, कमरुद्दीन, जलालुद्दीन और हनीफ खान शामिल हैं। वहीं, दूसरे पक्ष में सद्दाम हुसैन, सरताज, नईम, रियाज, नईम उर्फ गुड्डू और मैराजुद्दीन घायल हुए हैं।
झांसी की बबीना विधानसभा में सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर निकाली जा रही एकता यात्रा में शामिल होने प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य झांसी पहुंच गए हैं। पुलिस लाइन में हैलीकॉप्टर से पहुंचे डिप्टी सीएम को यहां गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया, इसके बाद वह कार में सवार होकर चिरगांव के लिए रवाना हो गए। यहां वह मंच से भाजपा कार्यकर्ता और आमजन को सम्बोधित करेंगे। तीन तस्वीरों में देखें केशव प्रसाद का झांसी आगमन... बता दें कि सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150 वीं जयंती पर भारतीय जनता पार्टी लगातार कार्यक्रम और पद यात्रा आयोजित कर रही है। इससे पहले झांसी से सदर विधायक रवि शर्मा ने यात्रा निकाली थी। वहीं, अब बबीना से विधायक राजीव सिंह पारीछा अपने निर्वाचन क्षेत्र में एकता यात्रा निकाल रहे हैं, जिसमें बतौर मुख्य अतिथि और उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य शामिल हो रहे हैं। यह यात्रा चिरगांव में निकाली जा रही है। यात्रा का समय पार्टी ने 11 बजे निर्धारित किया था लेकिन डिप्टी सीएम 1.30 बजे झांसी पहुंचे। उनका हैलीकॉप्टर झांसी पुलिस लाइन में लैंड किया, जहां उन्हें रिसीव करने एसएसपी बीबीजीटीएस मूर्ति, सिटी मैजिस्ट्रेट प्रमोद झा, एसपी सिटी प्रीति सिंह पहुंचीं। वहीं, भारतीय जनता पार्टी के नेता और जिला पंचायत अध्यक्ष पवन गौतम समेत अन्य भाजपा नेता डिप्टी सीएम के स्वागत के लिए पुलिस लाइन पहुंचे थे। डिप्टी सीएम को यहां गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया, इसके बाद वह कार्यक्रम में शामिल होने के लिए चिरगांव रवाना हो गए। यहां वह एकता यात्रा में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे। वहीं, यात्रा से पहले चिरगांव में उनका जन संबोधन कार्यक्रम भी रखा गया है।
हजारीबाग स्थित बरही चौक पर रविवार रात हथियारबंद अपराधियों ने जय माता दी ज्वेलर्स के दुकानदार रविंद्र कुमार से लाखों रुपए के जेवरात लूट लिए। यह घटना रात करीब 9 बजे हुई, जब वो दुकान बंद कर जेवरातों से भरा बैग अपनी कार में रख रहे थे। कार का शीशा तोड़कर जेवरात निकाला इसी दौरान दो बाइक पर सवार चार अपराधी मौके पर पहुंचे और हवाई फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग के बाद अपराधियों ने कार का शीशा तोड़कर जेवरात से भरा बैग छीन लिया। रविंद्र कुमार ने विरोध करने का प्रयास किया, जिस पर अपराधियों ने उन पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया। कोडरमा की ओर हो गए फरार घटना को अंजाम देने के बाद सभी अपराधी बाइक पर सवार होकर कोडरमा की ओर फरार हो गए। घायल प्रोपराइटर को स्थानीय लोगों की मदद से हजारीबाग स्थित शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। पीड़ित ने पुलिस को बताया कि अपराधी पहले से रेकी कर रहे थे। नाकेबंदी कर छापेमारी अभियान चलाया जा रहा घटना की सूचना मिलते ही एसडीपीओ अजीत कुमार बिमल ने थाना प्रभारी विनोद कुमार को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। पुलिस टीम मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गई है। पूरे क्षेत्र में नाकेबंदी कर छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है और सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। पुलिस कई लोगों से पूछताछ कर रही है। थाना प्रभारी बिनोद कुमार यादव ने बताया कि घटना में शामिल अपराधियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस घटना से बरही के व्यापारियों में चिंता का माहौल है। व्यापारियों ने प्रशासन से अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी और बाजार क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की मांग की है।
गोंडा लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद और विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह उर्फ राजा भैया ने फारूक अब्दुल्ला के बयान पर पलटवार किया है। फारूक अब्दुल्ला ने कहा था कि 'ऑपरेशन सिंदूर' दोबारा नहीं होगा। इस पर कीर्तिवर्धन सिंह ने कहा कि कई लोग राष्ट्रहित को ध्यान में नहीं रखते, बल्कि अपनी स्वार्थ की राजनीति को जीवित रखने तक ही सीमित रहते हैं। मंत्री ने कहा कि यह दुखद है कि फारूक अब्दुल्ला इस तरह के बयान दे रहे हैं। उन्होंने जोर दिया कि जनता ऐसे लोगों को नकार रही है। बिहार के चुनाव ने स्पष्ट कर दिया है कि अब जनता देश की मजबूती, विकास और अपने बच्चों के भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए वोट देगी। दरअसल, यह पूरा मामला रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के एक बयान से जुड़ा है। राजनाथ सिंह ने कहा था कि 'ऑपरेशन सिंदूर' अभी रुका नहीं है। इसी बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए फारूक अब्दुल्ला ने कहा था कि ऐसा नहीं होगा, क्योंकि हमने अपने लोगों की जान गंवाई है और इससे कुछ हासिल नहीं हुआ। उन्होंने कहा था कि 'ऑपरेशन सिंदूर' दूसरा नहीं होगा। इस बयानबाजी के बाद, विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह उर्फ राजा भैया ने अपने आवास पर आए लोगों से मुलाकात की। उन्होंने लोगों की समस्याओं को सुना और अधिकारियों को उन पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए है। जनता दर्शन में मिलने आए फरियादियों को कीर्ति वर्धन सिंह उर्फ राजा भैया ने निर्देश दिया है। कि उनकी समस्याओं का समाधान किया जाएगा उन्हें दिक्कत नहीं होने दी जाएगी
दतिया के गोराघाट कस्बा में रविवार रात एक कृषि सेवा केंद्र में भीषण आग लग गई। आग रात करीब 10 बजे आनंदी सहकारी कृषि सेवा केंद्र में लगी। इस घटना में दुकान में रखा खाद, बीज, कृषि दवाइयों का स्टॉक और बिल्डिंग जलकर राख हो गई। आग से लगभग 50 लाख रुपए का नुकसान होने का अनुमान है। गोराघाट पुलिस और फायर ब्रिगेड ने जेसीबी की मदद से शटर तोड़कर आग पर काबू पाया। आग लगने का कारण अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। जानकारी के अनुसार, रात करीब 10 बजे लगी आग इतनी तेज़ थी कि कुछ ही मिनटों में पूरी दुकान धधकने लगी। सूचना मिलते ही गोराघाट थाना पुलिस तुरंत फायर ब्रिगेड की टीम के साथ मौके पर पहुंची। जेसीबी से शटर तोड़कर बुझाई आगआग बुझाने के लिए जेसीबी की मदद से दुकान का शटर तोड़ा गया। काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका, लेकिन तब तक दुकान पूरी तरह जल चुकी थी। आग बुझने तक दुकान के अंदर रखा खाद, बीज और कृषि दवाइयों का पूरा स्टॉक जलकर राख हो चुका था। 50 लाख के नुकसान का अनुमानदुकान संचालक कृष्णकांत दांगी के अनुसार, अकेले दुकान के सामान का लगभग 40 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। इसके अतिरिक्त, जिस किराए की बिल्डिंग में कृषि सेवा केंद्र चल रहा था, वह भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। इससे कुल नुकसान का अनुमान लगभग 50 लाख रुपए तक पहुंच गया है। आग लगने के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
वाराणसी में पेड़ से लटका मिला युवक का शव:पुलिस ने आत्महत्या की आशंका पर जांच शुरू की
वाराणसी के शिवदासपुर गुडमार्निंग कॉलोनी में एक युवक का शव पेड़ से लटका मिला। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया और घटना की जांच शुरू कर दी है। मंडुवाडीह थाना प्रभारी ने मृतक की पहचान डब्लू (26 वर्ष) के रूप में की है। डब्लू प्लंबर का काम करता था। पुलिस अगल-बगल के लोगों से भी पूछताछ कर रही है। पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि पारिवारिक कलह के कारण युवक ने यह आत्मघाती कदम उठाया। मृतक के परिजनों को सूचित कर दिया गया है और वे पोस्टमार्टम हाउस पहुंच चुके हैं। पोस्टमार्टम होने के बाद पुलिस द्वारा शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
अनूपपुर में कोल विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष और भाजपा के पूर्व विधायक रामलाल रौतेल मजदूरों की बहाली की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट के सामने धरने पर बैठ गए हैं। यह धरना अमरकंटक ताप विद्युत गृह में कार्यरत निजी कंपनी की ओर से मजदूरों को नौकरी से निकाले जाने के विरोध में दिया जा रहा है। मेसर्स हैप्पी आउट सोर्स कंपनी ने उन मजदूरों को काम से निकाल दिया है जो पिछले लगभग 10-12 साल से वहां कार्यरत थे। आयोग अध्यक्ष रौतेल लगातार जिला प्रशासन को इस मामले की जानकारी दे रहे थे और मजदूरों की बहाली की मांग कर रहे थे। कंपनी ने केवल दो मजदूरों को बहाल करने पर सहमति जताई हालांकि, कंपनी ने केवल दो मजदूरों को बहाल करने पर सहमति जताई, जिसके बाद आयोग अध्यक्ष ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। रामलाल रौतेल ने बताया कि इन मजदूरों को बिना किसी ठोस कारण के नौकरी से निकाला गया है। उन्होंने 6 नवंबर को श्रम विभाग को एक पत्र सौंपा था, जिसमें मजदूरों की बहाली की मांग की गई थी और बहाली न होने पर 17 नवंबर को कलेक्ट्रेट के सामने धरने पर बैठने की चेतावनी दी गई थी। सभी मजदूर बहाल होने तक आंदोलन नहीं रुकेगा मजदूरों की बहाली न होने के कारण रौतेल धरने पर बैठे हैं और उन्होंने घोषणा की है कि जब तक सभी मजदूरों को बहाल नहीं किया जाता, उनका धरना जारी रहेगा। उनके साथ बरगवां अमलाई के उपाध्यक्ष डॉ. राज तिवारी और कुछ पार्षद भी धरने में शामिल हैं।
राजस्थान में फेल व मजाक की सरकार है। फिर भी ये मत सोचो कि अपने आप घर बैठे राज आ जाएगा। नहीं आ रहा है। क्योंकि ये ये (बीजेपी सरकार) साल भर पहले 10 हजार रुपए बांटेंगे, फर्जी वोट कराएंगे। कहीं बम फोड़ देंगे। कहीं कुछ और कराएंगे। ये माहौल बनाने की कोशिश करेंगे। लेकिन हमारा वोटर हमारे साथ रहा तो चाहे कुछ करो। कुछ नहीं कर पाएंगे। ये बात सोमवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के कार्यालय पर आयोजित बूथ लेवल एजेंट प्रशिक्षण कार्यक्रम में कही। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने मौजूदा बिहार चुनावों पर केंद्री की बीजेपी सरकार को घेरते हुए बिहार चुनाव पर कहा कि चुनाव से पहले सरकार ने अनेक स्पेशल ट्रेनें चला दी। पाेलिंग से पहले स्पेशल ट्रेनें चलती रही। ये सब इनका षड़यंत्र का हिस्सा है। दूसरी तरफ बिहार की जनता काे विश्वास नहीं हो रहा है एनडीए जीत सकती है। बिहार में आमजन में आंदोलन है। जनता कह रही है कि महागठबंधन के लिए एकतरफा गांवों से बीजेपी को आधे वोट कैसे आ गए। यह सब षड़यंत्र है। एसआईआर के नाम पर लाखों वोट काट दिए। जूली का नेता प्रतिपक्ष जितेंद्र सिंह ने नहीं बनाया पूर्व मंत्री ने राजस्थान में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली को लेकर कहा कि जितेंद्र सिंह ने जूली को नेता प्रतिपक्ष नहीं बनाया। बल्कि अलवर ग्रामीण की जनता ने बनाया है। जूली तो बहरोड़ के रहने वाले थे। जनता ने इनको अपनाया। पहले जिला प्रमुख बनाया। फिर विधानसभा जीतने के बाद जूली ने छाप छोड़ी। उसके बाद मंत्री बने। मंत्री बनने के बाद भी जनता ने अच्छे वोट से जिताया तो राहुल गांधी व खड़गे ने इनको पहचानकर राजस्थान में नेता प्रतिपक्ष का जिम्मा सौंपा है। यह सब अलवर ग्रामीण की जनता के दम पर हुआ है। नेता प्रतिपक्ष जूली ने कहा - गरीब तबके व कांग्रेस के वोट काटने की साजिश नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि एसआईआर अभियान चलाएं कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन इसके पीछे गरीब तबके और कांग्रेस के पक्ष के वोट काटने की साजिश है। बिहार में भी 65 लाख वोट काटे गए थे। यह संख्या बहुत बड़ी है। राजस्थान में भी एसआईआर इतनी जल्दी कराने का कारण यही है कि यहां पंचायत व नगर निकाय के चुनाव होने हैं। सरकार की हालत खराब है। अंता विधानसभा से सरकार की हालत सामने आ चुकी है। नगर निकाय व पंचायत चुनाव से पहले वोट काटने की जद्दोजहद है। सरकार ने इसी मंशा के साथ पहले चरण में राजस्थान को शामिल किया है। जूली ने उदाहरण देकर समझाया कि एसआईआर पर क्यों ध्यान रखने की जरूर है। कहा कि मान लिजिए अलवर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में 300 पोलिंग बूथ हैं। यहां हर बूथ से 20 से 30 वोट भी काटते हैं तो 6000 वोट बनते हैं। प्रदेश में पूरा राज इन वोटों से बनता है। प्रदेश में 50 से ज्यादा विधानसभा सीट पर तो 10 हजार से कम वोटों से हार-जीत होती है। पिछले विधानसभा में कठूमर, तिजारा व अलवर शहर सहित प्रदेश भर में अनेक विधानसभा क्षेत्रों में इतने कम वोट से हार जीत हुई है। इस कार्यक्रम में विधायक ललित यादव व दीपचंद खेरिया, पूर्व मंत्री शकुंतला रावत, संजय यादव, संजीव बाहरेठ, दीनबंधु शर्मा, इम्तियाज, सुमन देवी सहित काफी संख्या में कांग्रेसी मौजूद थे।
देवरिया के बाबा राघव दास पीजी कॉलेज में सोमवार को इग्नू अध्ययन केंद्र द्वारा जुलाई 2025 सत्र के नवप्रवेशित छात्रों के लिए इंडक्शन मीटिंग का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में कॉलेज के प्राचार्य एवं इग्नू के पूर्व समन्वयक प्रो. हरिशंकर गोविंद राव मुख्य अतिथि रहे, जबकि प्रो. रजनीश ने मुख्य वक्ता और प्रो. सुबाश ने अध्यक्ष की भूमिका निभाई। कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए समन्वयक डॉ. अमरनाथ ने अतिथियों, नवप्रवेशित छात्रों और प्रेस प्रतिनिधियों का स्वागत किया। उन्होंने इग्नू की प्रवेश प्रक्रिया, अध्ययन सामग्री, असाइनमेंट प्रणाली, परीक्षा व्यवस्था और दूरस्थ शिक्षा की विशेषताओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। डॉ. अमरनाथ ने बताया कि इग्नू के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों के छात्र-छात्राएँ भी केंद्रीय विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। यह विश्वविद्यालय भारत ही नहीं, विदेशों में भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर रहा है, जिससे इसकी डिग्रियाँ और प्रमाणपत्र अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्य हैं। उन्होंने यह भी बताया कि अध्ययन केंद्र पर स्नातक, परास्नातक, स्नातकोत्तर डिप्लोमा, डिप्लोमा और प्रमाणपत्र पाठ्यक्रमों सहित कुल 36 कोर्स उपलब्ध हैं। मुख्य वक्ता प्रो. रजनीश कुमार ने इग्नू द्वारा शिक्षा के नए आयामों और इसके बढ़ते प्रभाव पर प्रकाश डाला। मुख्य अतिथि प्रो. राव ने अपने समन्वयक कार्यकाल के अनुभव साझा करते हुए इग्नू के इतिहास, स्थापना और उद्देश्यों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि इग्नू ने औपचारिक शिक्षा से वंचित लोगों को शिक्षा की मुख्यधारा में जोड़ने का महत्वपूर्ण कार्य किया है। नौकरीपेशा, किसान और मजदूर समेत विभिन्न वर्गों तक शिक्षा पहुँचाना इग्नू का मुख्य मिशन रहा है, जिसे संस्थान ने सफलतापूर्वक आगे बढ़ाया है। कार्यक्रम का संचालन रसायन शास्त्र विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. विनय कुमार सिंह ने किया। इस अवसर पर कॉलेज के प्रोफेसर संजय कुमार, प्रोफेसर प्रदीप द्विवेदी, प्रोफेसर रमेश यादव, डॉ. अरविंद यादव, डॉ. संजय कुमार (बी.एड.), डॉ. हेमंत दुबे, डॉ. सिकंदर पासवान, डॉ. विजय कुमार, डॉ. सतीश चंद्र वर्मा, डॉ. विजय पाल, डॉ. धीरज, डॉ. हृदय, डॉ. भावना सिन्हा, डॉ. प्रतिभा यादव सहित कॉलेज के कर्मचारी विवेक शुक्ला, जयप्रकाश, उपेंद्र और रामबदन आदि उपस्थित रहे।
झालावाड़ में NH-52 पर रॉन्ग साइड से आए ट्रक की जोरदार टक्कर से कार के परखच्चे उड़ गए। हादसे में ड्राइवर और एक 7वीं कक्षा के छात्र की मौत हो गई। वहीं छात्र के दादा समेत परिवार पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी को झालावाड़ के SRG हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। जहां से दो लोगों को कोटा रेफर किया गया है। हादसा कमलापुर और जालिमपुरा गांव के पास रविवार रात 8:30 बजे हुआ। कार में सात लोग सवार थे, सभी पूजन कार्यक्रम के लिए जा रहे थे जानकारी के अनुसार झालावाड़ में बखानी के पास करलं गांव का रहने वाला परिवार कोटा जिले के नोताडा गांव में आयोजित धार्मिक पूजन के लिए जा रहे था। इस दौरान कमलापुर के पास हाईवे पर रॉन्ग साइड से आ रहे ट्रक ने कार को सामने से टक्कर मारी दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। एक की मौके पर मौत, दूसरे ने अस्पताल में दम तोड़ा हादसे में कार ड्राइवर सुरेश लोधा (24) निवासी करलं गांव की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि हर्षित सेन (17) पुत्र भगवान सेन निवासी करलं गांव को गंभीर हालत में SRG अस्पताल झालावाड़ लाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। हर्षित बकानी स्कूल में 7वीं कक्षा का छात्र था। पांच लोग घायल, दो की हालत गंभीर मोड़क पुलिस के अनुसार, कार में सवार अन्य पांच लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। इनमें से शिवलाल और एक अन्य रामेश्वर की हालत गंभीर होने पर उन्हें कोटा रेफर किया गया है। बाकी घायलों का इलाज SRG अस्पताल झालावाड़ में जारी है। मोड़क पुलिस ने अस्पताल पहुंचकर कार्रवाई की घटना की सूचना के बाद मोड़क थाना पुलिस टीम रात में ही SRG अस्पताल और मोड़क मॉर्च्युरी पहुंची। मृतक हर्षित सेन का पोस्टमॉर्टम मेडिकल बोर्ड से करवाया गया और शव परिजनों को सौंपा गया। चालक सुरेश लोधा का शव मोड़क अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखा गया था, जहां सोमवार सुबह पोस्टमॉर्टम करवाया गया। मृतक हर्षित के पिता बनने चले थे परिवार का सहारा परिजनों ने बताया कि मृतक किशोर हर्षित सेन के पिता बकानी पंचायत समिति में ड्राइवर का काम करते हैं। हर्षित घर में इकलौता लड़का था और पढ़ाई में भी अच्छा था। हादसे के बाद पूरे गांव में शोक का माहौल है।
फिरोजाबाद में भारतीय रेल के रनिंग स्टाफ के किलोमीटर भत्ते में 25 प्रतिशत की वृद्धि न किए जाने के विरोध में नॉर्थ सेंट्रल रेलवे मेंस यूनियन (NCRMU) ने सोमवार को टूंडला संयुक्त क्रू लॉबी पर विशाल विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांगों को लेकर मंडल यातायात प्रबंधक (DTM) पूर्वी गर्ग को महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा। यूनियन का कहना है कि महंगाई भत्ता 50 प्रतिशत से अधिक हो चुका है। नियमों के अनुसार, 1 जनवरी 2024 से रनिंग स्टाफ के किलोमीटर भत्ते में 25 प्रतिशत की अनिवार्य वृद्धि लागू होनी चाहिए थी। हालांकि, भारत सरकार की ओर से अब तक इस संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया गया है, जिससे कर्मचारी आक्रोशित हैं। यह विरोध प्रदर्शन ऑल इंडिया रेलवे फेडरेशन (AIRF) और NCRMU के राष्ट्रव्यापी आह्वान के तहत किया गया था। इसके तहत देशभर की लॉबियों पर जन विरोध कार्यक्रम आयोजित किए गए। टूंडला में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता मंडल उपाध्यक्ष ओमवीर सिंह ने की, जबकि संचालन शाखा मंत्री सरदार सिंह और जयकिशन अजवानी ने किया। विरोध प्रदर्शन का संपूर्ण आयोजन शाखा मंत्री गौरव कुमार द्वारा किया गया। ज्ञापन सौंपते हुए यूनियन ने जल्द कार्रवाई की मांग रखी। प्रदर्शन में शाखा अध्यक्ष नाहर सिंह मीना, दीपक शर्मा, सतेंद्र कुमार, कैलाश चंद्र, सुनील कुमार, अमित पाल सिंह, मुदित शर्मा, गौरव पाल, संतोष सुमन, मेवराज, राघवेंद्र कुमार, गुलशन तोमर, राहुल यादव, राज प्रताप सिंह, भूप सिंह, वाशु यादव, रवि मोहन, दिनेश कुमार, सृजन, अंकित यादव, आकाश शर्मा, आलोक कुमार, रितेश कुमार, राजेश मीना, पुरनमल मीना, मुकेश कुमार, राधेश्याम, राकेश बघेल, सोमेश यादव, अभिषेक सहित बड़ी संख्या में कर्मचारी मौजूद रहे। यूनियन ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार जल्द ही किलोमीटर भत्ते पर कोई निर्णय नहीं लेती है, तो उनका आंदोलन और तेज किया जाएगा।
9 साल के मासूम की बॉडी को लेकर परिजन जिला कलेक्ट्रेट पहुंच गए। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। परिजनों से जानकारी लेकर बॉडी को हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में शिफ्ट करवाया गया। घटना बाड़मेर जिले के गरल गांव आज करीब 10 बजे का है। परिजनों का आरोप है कि बुखार से पीड़ित से मासूम को हॉस्पिटल ले जाने के लिए गाडी मंगवाई थी, लेकिन पड़ोसियों ने रास्ता बंद करने के कारण समय पर हॉस्पिटल ले जा नहीं पाए। इससे उसकी मौत हो गई। गरल गांव निवासी गोरधरामराम ने बताया- भतीज कमलेश (9) पुत्र डूंगराराम को बुखार आ रहा था। अलसुबह उसकी तबीयत बिगड़ गई। गाडी वाले को फोन किया। रोड से दो किलोमीटर दूर घर होने और रास्ता नहीं होने के कारण काफी देर तक इंतजार किया। रास्ता नहीं देने पर गाडी वाला भी चला गया। मासूम बच्चा तड़पता रहा। हमने पड़ोसियों से समझाइश कि लेकिन उन्होंने गाडी आने के लिए रास्ता नहीं दिया। फिर जैस-तैसे करके मासूम को पैदल तक रोड तक लेकर आए। गाडी में लेकर बाड़मेर हॉस्पिटल पहुंचे। वहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अगर समय पर हॉस्पिटल लेकर पहुंचते तो शायद उसकी जान बच जाती। हॉस्पिटल से मासूम को लेकर पहुंचे कलेक्ट्रेट परिजन डॉक्टरों की मृत घोषित करने पर मासूम को गाडी में लेकर कलेक्ट्रेट पहुंच गए। जब इसकी सूचना पुलिस को मिली तो कोतवाली थानाधिकारी बलभद्र ओर डीएसपी रमेश कुमार शर्मा पहुंचे। उन्होंने परिजनों से समझाइश कर बॉडी को हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में शिफ्ट करवाया है। पटवारी और आरआई को भेजा मौके पर तहसलीदार हुकमीचंद का कहना है कि- मासूम गरल गांव का है। बीमारी से हॉस्पिटल में डेथ हो गई। उनके ओर से पहले भी रास्ता बंद करने की बात कही थी। पहले भी हमने रास्ता खुलवाया था। लेकिन अब इनका कहना है कि पड़ोसियों ने रास्ता बंद कर दिया है। पटवारी और आरआई को मौके पर भेज दिया है। अगर रास्ता बंद कर है तो उसको खुलवा दिया जाएगा। प्रशासन ने रास्ता खुलवाने के बाद भी फिर बंद कर दिया परिजनों का कहना है कि सरपंच और स्थानीय जनप्रतिनिधि और प्रशासन ने आने-जाने के रास्ता दो बार खुलवाया था। लेकिन रास्ता फिर से लोहे की जाली लगाकर रास्ता बंद कर दिया। इस कारण मासूम की जान चली गई।
कौशांबी जिलाधिकारी डॉ. अमित पाल शर्मा ने सोमवार को भरवारी रेलवे क्रॉसिंग का निरीक्षण किया। यह निरीक्षण हावड़ा-दिल्ली के व्यस्ततम रूट पर लगने वाले भीषण जाम से निजात पाने के लिए प्रस्तावित रेलवे अंडरब्रिज (RUB) के निर्माण के संबंध में किया गया। इस दौरान प्रयागराज मंडल के सीनियर सेक्शन इंजीनियर आशुतोष यादव, एक्सईएन स्टेट पीडब्ल्यूडी हरबंश सिंह और सेतु निगम के एई आरके तोमर भी मौजूद रहे। अधिकारियों ने जिलाधिकारी को भरवारी रेलवे क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम की समस्या से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि भरवारी रेलवे फाटक के बगल से नौड़िया रोड स्थित पानी टंकी के पास राधा कृष्ण मंदिर से बंद पड़ी पुरानी प्राइमरी स्कूल तक RUB निर्माण का प्रस्ताव है। अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि इस स्थान पर RUB के निर्माण से स्थानीय नागरिकों के मकानों को कोई क्षति नहीं होगी, जिससे लोगों की समस्या का समाधान भी हो जाएगा। उन्होंने प्रस्तावित RUB का नक्शा भी दिखाया, जिसकी ऊंचाई 6 मीटर और चौड़ाई 2.5 मीटर होगी। जिलाधिकारी ने रेलवे अधिकारियों को इस संबंध में विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए। भरवारी रेलवे क्रॉसिंग पर पिछले कई वर्षों से गंभीर जाम की समस्या बनी हुई है, जिससे यात्रियों और स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसी समस्या के स्थायी समाधान के लिए रेलवे के उच्च अधिकारियों ने RUB निर्माण के लिए निरीक्षण के निर्देश दिए थे। निरीक्षण के बाद प्रयागराज मंडल के सीनियर सेक्शन इंजीनियर आशुतोष यादव ने बताया कि ट्रेनों की गति बढ़कर 160 किलोमीटर प्रति घंटा हो गई है। ऐसे में लेवल क्रॉसिंग को बंद करना रेलवे की योजना का हिस्सा है। इसी के तहत भरवारी रेलवे फाटक पर RUB का निर्माण प्रस्तावित है। आशुतोष यादव ने बताया कि निरीक्षण रिपोर्ट डीआरएम सहित अन्य पैनल के अधिकारियों को सौंपी जाएगी, जिसके बाद आगे की विभागीय कार्रवाई की जाएगी। यदि सब कुछ ठीक रहा, तो एक महीने के भीतर निर्माण कार्य शुरू हो सकता है। इस निरीक्षण के दौरान नगर पालिका भरवारी के ईओ रामसिंह, नगर पालिका अध्यक्ष सहित कई अन्य लोग मौजूद रहे। अधिकारियों के इस निरीक्षण से भरवारी में स्थानीय लोगों के बीच चर्चा का माहौल रहा।
बिजनौर में नहर में मिला व्यक्ति का शव:सगाई से लौटते समय हुआ हादसा, आंख और पैर में चोट के निशान
बिजनौर के कादराबाद के गांव आलमपुर निवासी 45 वर्षीय चमन पुत्र छज्जू का शव सोमवार सुबह नवाबपुरा गांव में नहर की पुलिया के पास पानी में मिला। चमन कई वर्षों से नवाबपुरा में हरविंदर सिंह के यहां परिवार सहित रहकर मजदूरी का काम करता था। ग्रामीणों ने सुबह नहर में एक अधेड़ व्यक्ति का शव पड़ा होने की सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पानी से बाहर निकलवाया। व्यक्ति की पहचान आलमपुर निवासी चमन के रूप में हुई, जिसकी मौत हो चुकी थी। चमन रविवार शाम को समीप के गांव तुरतपुर में अपने रिश्तेदार कालका के यहां एक सगाई कार्यक्रम में शामिल होने गया था। बताया जा रहा है कि देर रात वह खा-पीकर नशे की हालत में पैदल ही वहां से निकला था। सूचना मिलने पर परिजनों में शोक छा गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। सीओ आलोक कुमार के अनुसार चमन नशे की हालत में दावत के बाद पैदल निकला था और संभवतः पुलिया से या किसी अज्ञात वाहन से टकराकर पानी में गिर गया, जहां से वह बाहर नहीं निकल सका। शव पर आंख और पैर में चोट के कुछ निशान भी मिले हैं।
भोपाल के बजरिया इलाके में रहने वाले सिक्योरिटी गार्ड ने घर की छत से कूदकर जान दे दी। उसकी लाश पिता ने सोमवार तड़के सुबह घर के आंगन में देखी। वे बाथरूम के लिए उठे थे। मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक 32 वर्षीय आकाश बाथम चांदबड़ थाना बजरिया क्षेत्र में रहता था। वह इंडस्ट्रीयल एरिया में गार्ड की नौकरी करता था। तीन साल पहले मां की मौत हो चुकी है। इसी के बाद से उसका मानसिक संतुलन बिगड़ गया था। एक मनोचिकित्सक के पास उसका इलाज चल रहा था। आए दिन जान देने की बातें परिजनों से करता था। आकाश चार भाइयों में तीसरे नंबर था। अकसर भाईयों से मां के पास जाने की बातें करता था। सोमवार तड़के तीन बजे आकाश के पिता प्रभुदयाल बाथम बाथरूम में जाने के लिए उठे, उन्होंने आंगन में बेटे को खून से लथपथ देखा। अन्य बेटों को उठाया और अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने चेक करने के बाद उसे मृत घोषित कर दिया।
मानसरोवर सेक्टर-8 सिटी पार्क के पास स्थित होटल प्रबंधन एवं पाककला अध्ययन संस्थान (आईएचएमसीएस) में क्रिसमस से पहले होने वाला पारंपरिक ‘हार्वेस्ट टू हार्मनी – केक मिक्सिंग सेरेमनी’ आयोजित हुई। हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में हर साल होने वाले इस समारोह में स्टूडेंट्स और मेहमानों ने मिलकर त्योहार की शुरुआत का खास माहौल बनाया। सेरेमनी के दौरान सूखे मेवों, मसालों और रंग-बिरंगी कैन्डी को मिलाने की रस्म पूरी की गई, जिसे क्रिसमस केक की तैयारी का पहला और महत्वपूर्ण चरण माना जाता है। कार्यक्रम में संस्थान के निदेशक रवि पुरी ने मेहमानों का स्वागत किया और बताया कि केक मिक्सिंग सेरेमनी केवल एक रस्म नहीं, बल्कि हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री की सबसे पुरानी परंपराओं में से एक है, जो त्योहारों के मौसम में एकता और उत्साह को बढ़ाती है। कार्यक्रम की आयोजक शैली पांडे ने कहा कि यह आयोजन हर साल स्टूडेंट्स के लिए सीख और अनुभव का अवसर भी बनता है, जिसमें वे इंडस्ट्री के कई महत्वपूर्ण पहलुओं को समझते हैं। मेहमानों ने मिक्सिंग में हिस्सा लिया और आने वाले त्योहारों के माहौल, होटल सेक्टर की तैयारियों और क्रिसमस केक में इस्तेमाल होने वाली रिच सामग्री पर विस्तार से चर्चा की। सेरेमनी के दौरान तैयार किया गया मिक्स आने वाले दिनों में खास खुशबू और स्वाद वाला रिच केक बनाने में इस्तेमाल होगा। यह परंपरा समुदाय, खुशी और आने वाले फेस्टिव सीजन का स्वागत करने का प्रतीक मानी जाती है।
कोरबा जिले में 8-10 लकड़ी तस्करों ने मिलकर 3 वनकर्मियों की पिटाई की है। जोगीपाली गांव के मुड़धोवा पतरा क्षेत्र में 15 नवंबर को वनकर्मियों की सर्चिंग ड्यूटी लगी थी। जहां क्षेत्र में पहले से मौजूद लकड़ी तस्करों ने वनकर्मियों को बंधक बनाकर बेरहमी से मारपीट की। मामला करतला वन परिक्षेत्र का है। तस्कर जान से मारने की धमकी देकर वनकर्मियों को जबरन गाड़ी में बिठाकर गांव ले गए, जहां उनके मोबाइल भी लूट लिए गए। इस मामले में एक दर्जन से अधिक तस्करों के खिलाफ करतला थाने में मामला दर्ज किया गया है। वहीं, मारपीट में तीनों वनकर्मी घायल हुए है। हाथियों की निगरानी के लिए लगी थी ड्यूटी जानकारी के अनुसार, बीते पखवाड़े भर से करतला वन परिक्षेत्र में 38 हाथियों का झुंड विचरण कर रहा है। इनकी निगरानी के लिए रामपुर के वनपाल चमरू सिंह कंवर और बीट गार्ड गजाधर सिंह राठिया की ड्यूटी लगाई गई थी। 15 नवंबर की रात वे हाथियों की निगरानी कर रहे थे, तभी उन्हें रामपुर परिसर के कक्ष क्रमांक ओए 1464 मुड़धोवा पतरा, ग्राम जोगीपाली में जंगल से अवैध कटाई की सूचना मिली। 8-10 तस्कर शामिल थे मौके पर पहुंचने पर वनकर्मियों ने जंगल से आ रहे एक ट्रैक्टर को रोका। तलाशी लेने पर ट्रैक्टर की ट्रॉली में साल के तीन लट्ठे लदे मिले। ट्रैक्टर में जोगीपाली के मनाराम पटेल, अंकुश पटेल सहित 8-10 अन्य लोग सवार थे। ट्रैक्टर रुकते ही तस्करों ने वनकर्मियों से विवाद शुरू कर दिया। उन्होंने वनकर्मियों के मोबाइल छीन लिए, गाली-गलौज की और लाठी-डंडों, कुल्हाड़ी व मुक्कों से हमला कर दिया। जान से मारने की दी धमकी इसके बाद तस्करों ने वनपाल और बीट गार्ड को जबरन अपने वाहन में बिठाकर जोगीपाली गांव ले गए। उन्हें धमकी दी गई कि यदि वे वाहन से उतरकर भागने की कोशिश करेंगे तो जान से मार दिया जाएगा। गांव पहुंचने पर तस्करों ने अपने रिश्तेदारों और कुछ अन्य ग्रामीणों को भी बुला लिया। लगभग 20-25 लोगों ने मिलकर एक बार फिर वनकर्मियों की पिटाई की और उनकी वर्दी फाड़ दी। किसी तरह एक वनकर्मी उनकी चंगुल से निकलकर भागने में सफल रहा। हालांकि, तस्करों ने उसका पीछा किया और पकड़ने के बाद उसे निर्वस्त्र कर बेरहमी से पीटा। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग इस घटना के बाद वनकर्मियों की शिकायत पर करतला थाने में मामला दर्ज किया गया है। डीएफओ प्रेमलता यादव ने बताया कि पीड़ितों के साथ थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई गई है। उन्होंने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और सख्त कार्रवाई की मांग की है। डीएफओ ने यह भी कहा कि यदि कार्रवाई नहीं हुई तो एसपी और डीएफओ को ज्ञापन सौंपकर उग्र आंदोलन किया जाएगा।
सिंगरौली के इटमा में युवक की मौत:परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया, संदिग्ध से पूछताछ
सिंगरौली जिले के सरई थाना क्षेत्र के इटमा गांव में सोमवार सुबह एक युवक का शव संदिग्ध परिस्थितियों में घर के अंदर मिला। मृतक की पहचान राजेंद्र साकेत उर्फ पप्पू के रूप में हुई है। परिजनों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी और आरोप लगाया कि युवक की मौत पिटाई के कारण हुई है। मृतक की बहन सुभद्रा साकेत ने पुलिस को बताया कि रविवार शाम राजेंद्र का गांव के ही रवि साकेत से विवाद हुआ था। विवाद बढ़ने पर रवि साकेत ने कथित तौर पर लाठी-डंडों से राजेंद्र की पिटाई की थी। सुभद्रा के अनुसार, कुछ ग्रामीणों ने मारपीट के बाद उनके भाई को घर तक पहुंचाया था। सोमवार सुबह जब राजेंद्र नहीं उठा, तो परिवार के लोग उसके कमरे में गए और उसे मृत पाया। परिजनों का दृढ़ विश्वास है कि रवि साकेत द्वारा की गई पिटाई के कारण ही राजेंद्र की मौत हुई है। घटना की सूचना मिलते ही सरई थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। एक दिन पहले हुआ था झगड़ा थाना प्रभारी जितेंद्र भदौरिया ने बताया कि घटना संदिग्ध लग रही है। उन्होंने कहा, मृतक के शरीर पर कुछ चोट के निशान हैं, लेकिन कोई स्पष्ट प्राणघातक चोट दिखाई नहीं दे रही है। मृतक का एक दिन पहले झगड़ा हुआ था, जिसमें मारपीट की पुष्टि हुई है। थाना प्रभारी के अनुसार, मौत का वास्तविक कारण पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। पुलिस ने परिजनों के आरोपों के आधार पर रवि साकेत को पूछताछ के लिए बुलाया है और उससे घटना के संबंध में विस्तृत जानकारी ली जा रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को बस्ती जिले का दौरे पर पहुंचेंगे। वो पुरानी बस्ती स्थित नंदा बाबा आश्रम में ब्रह्मलीन नंदबाबा को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। यह श्रद्धांजलि सभा ब्रह्मलीन नंदबाबा की स्मृति में आयोजित की गई है। बता दें कि 4 नवंबर को नंदा बाबा का निधन हुआ था। नंदा बाबा योगी जी के करीबी माने जाते थे। गोरक्ष पीठ से भी जुड़े हुए थे। सीएम ने उनके निधन पर दुख जताया था। आज उनकी श्रद्धांजलि सभा है। ये खबर अपडेट हो रही है..
जोधपुर की लूणी, जोजरी और बांडी सहित अन्य नदियों के प्रदूषण से जुड़े मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को सुनवाई के दौरान राजस्थान सरकार से सीधे सवाल पूछे। जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस संदीप मेहता की पीठ ने राज्य सरकार के अधिवक्ताओं से जवाब मांगा कि वे नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के फैसलों को चुनौती देने वाली विभिन्न याचिकाओं को जारी रखना चाहते हैं या नहीं? सुनवाई के दौरान राजस्थान सरकार की ओर से वकीलों ने कोर्ट को राज्य सरकार की उन याचिकाओं को वापस लेने की मंशा के बारे में अवगत कराया। इन याचिकाओं में एनजीटी द्वारा फरवरी 2022 में पारित आदेश को चुनौती दी गई थी, जिसमें राजस्थान स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट एंड इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (रीको), नगर परिषद पाली, नगर परिषद बालोतरा और नगर निगम जोधपुर शामिल थे। कोर्ट की सख्त टिप्पणी: मिलीभगत से हो रहा सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कि जो कुछ हुआ है, वह सभी अधिकारियों की मिलीभगत से राज्य सरकार की नाक के नीचे हुआ है। जस्टिस संदीप मेहता ने कहा, जो कुछ हुआ है वह आपकी नाक के नीचे और सभी अधिकारियों की मिलीभगत से हुआ है। इसका कोई और रास्ता नहीं है। जस्टिस विक्रम नाथ ने भी इस टिप्पणी पर सहमति जताई। राज्य सरकार को स्पष्ट रुख रखने का निर्देश पीठ ने राजस्थान सरकार से कहा कि उनका जो भी रुख हो, उसे अगली सुनवाई से पहले कोर्ट में स्पष्ट रूप से रखें, ताकि उसे ध्यान में रखते हुए निर्णय लिया जा सके। कोर्ट ने मामले में अगली सुनवाई 21 नवंबर को निर्धारित की है। 20 लाख लोगों की जिंदगी दांव पर सुप्रीम कोर्ट ने 16 सितंबर को इस मामले में स्वत: संज्ञान लिया था कि जोजरी नदी में मुख्य रूप से टेक्सटाइल और अन्य फैक्ट्रियों से औद्योगिक कचरा छोड़ा जा रहा है, जिससे सैकड़ों गांव प्रभावित हो रहे हैं और पीने का पानी मनुष्यों और जानवरों दोनों के लिए उपयोग योग्य नहीं रह गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए एनजीटी ने इसे पर्यावरण आपदा करार दिया था। नदी लूणी अजमेर में अरावली पर्वत श्रृंखला से निकलती है और जोधपुर, पाली और बाड़मेर जिलों से होकर बहती है। नदी बांडी, लूणी की सहायक नदी है जो पाली, जोधपुर और बाड़मेर जिलों से होकर बहती है और अंततः लूणी नदी में मिल जाती है। जोजरी नदी जोधपुर जिले की सीमाओं के भीतर बहती है। जोधपुर, पाली और बालोतरा के उद्योग जिम्मेदार एनजीटी ने जोधपुर में टेक्सटाइल और स्टील उद्योगों तथा बालोतरा और पाली जिलों के टेक्सटाइल उद्योगों द्वारा फैलाए जा रहे औद्योगिक प्रदूषण को नियंत्रित करने के प्रयास में एक विशेष टास्क फोर्स (एसटीएफ) का गठन किया था। रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रतिदिन 300 मिलियन लीटर जहरीला कचरा नदी में डाला जा रहा है। एनजीटी ने लगाया था 2 करोड़ रुपये का जुर्माना एनजीटी ने फरवरी 2022 के अपने आदेश में रीको और जोधपुर, पाली तथा बालोतरा के नगरीय निकायों पर 2-2 करोड़ रुपये का पर्यावरण क्षतिपूर्ति शुल्क लगाया था। ट्रिब्यूनल ने राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (आरएसपीसीबी) को निर्देश दिया था कि वह यह सुनिश्चित करे कि कोई भी अनुपचारित या आंशिक रूप से उपचारित प्रदूषक जल निकायों या भूमि में छोड़ा न जाए। रीको की अपील पर सवाल कोर्ट ने पहले भी 6 नवंबर को सुनवाई के दौरान सवाल उठाया था कि रीको एनजीटी के आदेश के खिलाफ अपील में क्यों है। पीठ ने टिप्पणी की थी, रीको अपील में क्यों है? ये प्रदूषण साफ करने के निर्देश हैं और रीको इसका विरोध करना चाहता है। सैकड़ों गांव प्रभावित, पानी पीने लायक नहीं औद्योगिक अपशिष्ट, मुख्य रूप से टेक्सटाइल और अन्य कारखानों से निकलने वाले कचरे से नदी में प्रदूषण सैकड़ों गांवों को प्रभावित कर रहा है। पीने का पानी मनुष्यों और जानवरों दोनों के लिए उपयोग योग्य नहीं रह गया है, जिससे स्वास्थ्य और अन्य पारिस्थितिक तंत्र प्रभावित हो रहे हैं।
बिहार के विधानसभा चुनाव में एनडीए को मिले प्रचंड बहुमत में स्टार प्रचारक के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले आजमगढ़ के पूर्व सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ आज आजमगढ़ पहुंचे। आजमगढ़ पहुंचकर सबसे पहले भगवान भोलेनाथ के सबसे बड़े मंदिर बाबा भवन नाथ में पूजन अर्चन किया। इस दौरान पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। मीडिया से बातचीत करते हुए पूर्व सांसद निरहुआ ने कहा कि बिहार में एनडीए को जो जीत मिली है विपक्ष भले ही कहे कि की ईवीएम हैक हुई है। वोट चोरी हुई है लेकिन ऐसा कुछ नहीं है। अगर वोट चोरी होती तो आजमगढ़ से वह चुनाव क्यों हारते। उन्होंने कहा कि विपक्ष जब चुनाव हारता है तो इस तरह के आरोप लगाया है। एनडीए की जीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा कराए गए विकास कार्यों का महत्वपूर्ण योगदान है। रोहिणी आचार्य का घर छोड़ना गलत भाजपा के पूर्व सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ ने लालू प्रसाद यादव के परिवार में चल रहे कलह पर उन्होंने कहा कि रोहिणी आचार्य का घर छोड़ना बेहद दुखद है। ऐसा नहीं होना चाहिए था क्योंकि परिवार से बड़ा कुछ नहीं होता। तेजस्वी यादव पर बिना नाम लिए निशाना साधते हुए कहा कि जब परिवार ही साथ नहीं है तो राजनीति करने का क्या मतलब। उन्होंने कहा कि वह लालू परिवार के बेहद करीबी हैं और जब भी समय मिलता है लालू जी से आशीर्वाद लेते रहते हैं। अखिलेश यादव का होगा खेसारी लाल जैसा हाल भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव के चुनाव हारने पर उन्होंने कहा कि जो हश्र खेसारी लाल यादव का बिहार के विधानसभा चुनाव में हुआ है। वही हश्र उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव का होगा। जिस तरह से बिहार के विधानसभा चुनाव में खेसारी लाल यादव ने राम मंदिर पर टिप्पणी की इसी तरह से अखिलेश यादव भी मंदिर और सनातन पर टिप्पणी करते हैं। जिसे जनता पसंद नहीं करती है। खेसारी लाल यादव अब राजनीति में आ गए हैं तो जनता की सेवा करें जीत हार तो लगी रहती है। जैसे मैं हार के बाद भी आजमगढ़ के विकास के लिए लगा रहता हूं। बिहार विधानसभा चुनाव में महिलाओं को 10000 नीतीश सरकार द्वारा दिए जाने को विपक्ष जीत का कारण बता रहा है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए दिनेश लाल यादव ने कहा कि हकीकत यह है कि बिहार की जनता गुंडाराज नहीं चाहती थी और राजद के लोग चुनाव जीतने से पहले ही गाने के माध्यम से और अन्य माध्यम से गुंडागर्दी की बात करने लगे थे जनता को उनका गुंडाराज पसंद नहीं आया। पूर्व सांसद निरहुआ ने कहा कि जल्द ही जिले को आजमगढ़ से दिल्ली के लिए एक नई ट्रेन मिलने वाली है जिसके लिए उन्होंने रेल मंत्री से बातचीत की है। इसके साथ ही वाराणसी से गोरखपुर वाया आजमगढ़ होते हुए रेल लाइन का काम भी आगे बढ़ा है और रिंग रोड का काम भी शुरू होने जा रहा है। इस अवसर पर भाजपा के जिला अध्यक्ष ध्रुव कुमार सिंह पूर्व जिला अध्यक्ष जयनाथ सिंह सहित बड़ी संख्या में भाजपा के पदाधिकारी उपस्थित रहे।
ग्रीनर टुमारो और रन फॉर मार्टियर्स थीम पर पिंकसिटी में होने जा रही वज्र रन-2025 का प्रोमो रन जवाहर सर्किल पर आयोजित किया गया। कार्यक्रम में यंगस्टर्स ने विभिन्न स्टेप्स में दौड़ लगाने के साथ ही कई प्रकार की फन एक्टिविटीज में हिस्सा लिया। मीटियर ग्रुप और इन्फ्रूट इवेंट्स की ओर से 14 दिसंबर को होने जा रही वज्र रन के इस प्रोमो इवेंट में ऑर्गेनाइजिंग टीम से फाउंडर प्रवीण बजाज, रक्षन बजाज के अलावा जोश रन क्लब के श्रेष्ठ भारद्वाज, आदित्य भारद्वाज, पार्थ जंगम और अक्षिता भारद्वाज का सहयोग रहा। वज्र रन के आयोजक प्रवीण बजाज ने बताया कि इस दौरान ग्रीनर टुमारो थीम पर प्रत्येक धावक पौधरोपण करेगा, वहीं भारतीय सेना के शहीदों के परिवारों को भी संपूर्ण आय की 10 प्रतिशत सहयोग राशि भेंट की जाएगी। वज्र रन-2025 के बारे में टीम लीडर जयश्री पेरिवाल स्कूल के 11वीं कक्षा के स्टूडेंट रक्षन बजाज ने बताया कि 14 दिसंबर को नेवटा डैम स्थित आरआरपीसी डेरा अश्व कैम्पस में होने वाली इस अनूठी दौड़ में चार कैटेगरीज में धावक दौड़ेंगे। 4 किमी वेटरन श्रेणी की शौर्य पथ में 1, 2 और 3 किमी पर नॉर्मल रन के अलावा रनर्स 4 किमी जिग जैग ट्रैक पर दौड़ेंगे। 4 किमी की अग्नि पथ दौड़ में 1 किमी पर 50 मीटर लांजेस, 2 किमी पर 10 बॉक्स जंप, 3 किमी पर 25 मीटर प्लैंक वॉक होगी। 7 किमी की वायु पथ श्रेणी में 2 किमी पर 50 मीटर लांजेस, 4 किमी पर 10 बॉक्स जंप, 6 किमी पर 25 मीटर प्लैंक वॉक होगी। इसी प्रकार 10 किमी की रुद्र पथ में 3 किमी पर 50 मीटर लांजेस, 6 किमी पर 10 बॉक्स जंप, 9 किमी पर 25 मीटर प्लैंक वॉक होगी। वज्र रन के विजेताओं के लिए कुल 10 लाख रुपए की प्राइस मनी रखी गई है, जिसमें हर केटेगरी में प्रथम विजेता को 21 हजार, द्वितीय विजेता को 15 हजार और थर्ड पोजिशन पर आने वाले विनर्स को 11 हजार के कैश प्राइज दिए जाएंगे।
अम्बेडकर रोजगार प्रोत्साहन योजना: लाभार्थियों का चयन:26 नवंबर को कलेक्ट्रेट सभागार में साक्षात्कार
बलिया के जिला विकास अधिकारी आनंद प्रकाश ने 'बाबा साहब अम्बेडकर रोजगार प्रोत्साहन योजना' के संचालन के निर्देश मिलने की जानकारी दी है। इस योजना के तहत लाभार्थियों को लाभान्वित किया जाएगा। योजना के अंतर्गत किसी भी जाति, धर्म या वर्ग का व्यक्ति लाभार्थी हो सकता है। लाभार्थी की न्यूनतम आयु 18 वर्ष और अधिकतम आयु 85 वर्ष निर्धारित की गई है। योजना का लाभ उन्हीं लाभार्थियों को मिलेगा जिनके परिवार की सभी स्रोतों से वार्षिक आय 2,00,000 रुपये से अधिक न हो। लाभार्थी का ग्रामीण क्षेत्र का निवासी होना अनिवार्य है। योजना के तहत परियोजना की लागत व्यवसाय क्षेत्र के लिए 2,00,000 रुपये और सेवा/उद्योग क्षेत्र के लिए अधिकतम 5,00,000 रुपये तक रखी जाएगी। अनुसूचित जाति/जनजाति और दिव्यांग लाभार्थियों को प्रति इकाई वितरित ऋण का 35% अनुदान या अधिकतम 70,000 रुपये (जो भी कम हो) देय होगा। सामान्य लाभार्थियों को 25% अनुदान या अधिकतम 50,000 रुपये (जो भी कम हो) तक की राज्य सहायता मिलेगी। 2,50,000 रुपये से ऊपर के ऋण पर, सामान्य लाभार्थियों से इकाई लागत का 7.5% और अनुसूचित जाति/जनजाति, दिव्यांग (सभी जाति के) लाभार्थियों से 5% मार्जिन मनी जमा कराई जाएगी, जो इकाई या प्रोजेक्ट का हिस्सा होगी। इस योजना के लाभार्थियों के चयन के लिए साक्षात्कार 26 नवंबर को सुबह 11 बजे से कलेक्ट्रेट सभागार में जिला चयन एवं क्रियान्वयन समिति द्वारा आयोजित किया जाएगा। सभी सहायक विकास अधिकारी (आई.एस.बी.) अपने-अपने विकास खंड के संबंधित अभ्यर्थियों, उनके मूल आवेदन पत्र और प्राप्ति रजिस्टर के साथ साक्षात्कार की कार्यवाही हेतु उपस्थित रहेंगे।
एटा जिले के पिलुआ थाना क्षेत्र के जवाहरपुर अर्थरा गांव में बकरियों के लिए पत्ते तोड़ते समय एक 10 वर्षीय किशोर की हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से मौत हो गई। किशोर का शव करीब एक घंटे तक पेड़ पर उल्टा लटका रहा। परिजनों को अनहोनी की आशंका होने पर उन्होंने मौके पर जाकर देखा, जिसके बाद विद्युत विभाग को सूचना दी गई। मृतक की पहचान अल्तमश पुत्र वाजिद अली निवासी जवाहरपुर अर्थरा के रूप में हुई है। घटना के बाद उसे एटा के वीरांगना अवंतीबाई मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजन बिना पोस्टमार्टम कराए शव को वापस घर ले गए। मृत किशोर के चाचा अशरफ हुसैन ने बताया कि उनका भतीजा खेतों की तरफ गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि हाईटेंशन लाइन बहुत नीचे, करीब 8 फुट की ऊंचाई से गुजर रही है। विद्युत लाइन की चपेट में आने से अल्तमश की मौके पर ही मौत हो गई और वह काफी देर तक पेड़ पर लटका रहा। उन्होंने बिजली विभाग को जानकारी देने के बाद उसे अस्पताल पहुंचाया। इस मामले पर जब पिलुआ थाना प्रभारी संजय राघव से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि थाना स्तर पर ऐसी किसी भी घटना की कोई जानकारी नहीं है।
हिसार में हेरोइन समेत तस्कर गिरफ्तार:पुल के नीचे खड़े थे दो व्यक्ति, पुलिस को आता देखकर एक फरार
हिसार पुलिस की नशा निरोधक टीम ने जिंदल पुल के नीचे कार्रवाई करते हुए एक युवक को काबू कर उसके कब्जे से 9.65 ग्राम हेरोइन/चिट्टा और एक स्कूटी बरामद की है। टीम प्रभारी उप निरीक्षक इंदर सिंह ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि दो युवक नशीला पदार्थ लेकर जिंदल पुल के नीचे किसी का इंतजार कर रहे हैं। सूचना की पुष्टि होने पर पुलिस टीम तुरंत मौके पर पहुंची। मौके पर पहुंचते ही पुलिस को एक स्कूटी के पास दो युवक दिखाई दिए। पुलिस को देखते ही दोनों भागने लगे। टीम ने पीछा कर एक युवक को स्कूटी सहित काबू कर लिया, जबकि दूसरा अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया। पकड़े गए युवक ने अपनी पहचान सुखजीत उर्फ बिट्टू निवासी सैनियान मोहल्ला हिसार के रूप में बताई, जबकि फरार युवक को मॉडल टाउन निवासी दीपक के रूप में चिह्नित किया गया है। नियमानुसार पुलिस उप अधीक्षक संजीव कुमार की मौजूदगी में की गई तलाशी में सुखजीत उर्फ बिट्टू के कब्जे से एक पॉलिथीन में 9.65 ग्राम हेरोइन/चिट्टा बरामद की गई। पुलिस ने नशा बरामदगी और स्कूटी को कब्जे में लेकर दोनों आरोपियों के खिलाफ थाना अर्बन एस्टेट में एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज किया। आरोपी को कोर्ट ने भेजा जेल प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि उक्त नशीला पदार्थ सैनियान मोहल्ला निवासी एक अन्य व्यक्ति से लाया गया था। आरोपी सुखजीत उर्फ बिट्टू को पूछताछ के बाद अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। मामले में फरार आरोपी दीपक और सप्लायर की तलाश जारी है तथा आगे की कार्रवाई प्रगति पर है।
चूरू सांसद राहुल कस्वां के जयपुर रवाना हुए ट्रैक्टर एकता मार्च को पुलिस ने रोक लिया। पुलिस ने 100 से ज्यादा ट्रैक्टर जब्त कर 15-20 किसानों को हिरासत में लिया है। राष्ट्रीय राजमार्ग 52 (NH-52) पर पुलिस जाब्ते के साथ एसटीएफ तैनात की गई है। जिले की सीमा सील कर दी गई है। मार्च रोकने के बाद सांसद राहुल कस्वां किसानों के साथ सड़क पर धरने पर बैठ गए। वे कलेक्टर को मौके पर बुलाकर बात करने पर अड़े हुए हैं। सांसद राहुल कस्वां फसल मुआवजे और किसानों की अन्य समस्याओं को लेकर सोमवार सुबह 11 बजे राजगढ़ से ट्रैक्टर एकता मार्च के साथ रवाना हुए। यह मार्च करीब 15 किलोमीटर चलकर रतनपुरा गांव पहुंचा तो हाईवे पर पुलिस की गाड़ियां और वज्र वाहन सड़क पर तिरछा लगाकर किसानों को रोक लिया। इसके बाद 100 से अधिक ट्रैक्टर जब्त कर लिए और 15-20 किसानों को हिरासत में लिया गया है। सांसद राहुल कस्वां के साथ तारानगर विधायक नरेंद्र बुडानिया, रतनगढ़ विधायक पुसाराम गोदारा, सुजानगढ़ विधायक मनोज मेघवाल, नोहर विधायक अमित चाचान, कांग्रेस जिला अध्यक्ष इंद्राराज खींचड़, पूर्व विधायक कृष्णा पूनियां, रफीक मंडेलिया सहित कई नेता भी धरने पर बैठे हैं। एसटीएफ के साथ पुलिस बल तैनातकिसानों के धरना स्थल और हाईवे पर राजगढ़, दूधवाखारा, चूरू थाने की पुलिस, एसटीएफ सहित बड़ी संख्या में अतिरिक्त पुलिस फोर्स तैनात है। इसके साथ ही हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर से भी पुलिस जाब्ता मौके पर बुलाया गया है। पुलिस ने नाकेबंदी कर रखी थीएकता मार्च को रोकने के लिए पुलिस ने NH-52 पर होटल झंकार और होटल सनवे के पास नाकाबंदी की थी। सुबह से ही किसान अपने ट्रैक्टर लेकर इन स्थानों पर पहुंचने लगे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया और उनके ट्रैक्टर जब्त कर लिए। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला कलेक्टर अभिषेक सुराना और पुलिस अधीक्षक (SP) जय यादव यादव मौके पर मौजूद रहे। दोनों अधिकारियों ने किसान नेताओं और कांग्रेस नेताओं से बातचीत का प्रयास किया। कलेक्टर सुराना ने बताया कि किसानों की बड़ी संख्या को देखते हुए पुलिस बल तैनात किया गया है और लगातार वार्ता के प्रयास जारी है। सरकार पर किसानों के हितों पर कुठाराघात करने का आरोपप्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष रफीक मंडेलिया ने आरोप लगाया कि सरकार किसानों के हितों पर कुठाराघात कर रही है। उन्होंने कहा कि किसान शांतिपूर्वक ट्रैक्टर मार्च कर रहे थे, लेकिन पुलिस प्रशासन ने उनके ट्रैक्टरों को पहले ही जब्त कर लिया। सांसद राहुल कस्वां राजगढ़ से ट्रैक्टर मार्च लेकर आने वाले थे, लेकिन रतनपुरा और दूधवाखारा में भी भारी पुलिस बल तैनात कर उन्हें आगे बढ़ने नहीं दिया गया।
लखनऊ में बिहार चुनाव के नतीजों को लेकर झगड़ा हो गया। मेडिकल स्टोर संचालक ने डेंटिस्ट से चिढ़कर उस पर गुम्मे बरसा दिए। दोस्त के साथ शराब पीकर आया और कमरा छोड़ने की धमकी देने लगा। डेंटिस्ट का कसूर सिर्फ इतना था कि उसने बिहार चुनाव में BJP की जीती सीटों की संख्या पूछ ली। घटना चिनहट थाना क्षेत्र के मल्हौर की है। पीड़ित डॉक्टर श्रवण कुमार तिवारी ने चिनहट थाने में शिकायत दी है। इसमें उन्होंने बताया- वह निजामपुर मल्हौर में सौर्य डेंटल क्लिनिक चलाते हैं। शनिवार शाम को क्लिनिक बंद करके घर जा रहे थे। तभी क्लिनिक के पास एक परिचित मिल गया जिससे वह बातचीत करने लगे।उस दौरान बिहार में आए नतीजों में बीजेपी की सीट की बात होने लगी। तभी क्लिनिक के बगल में मेडिकल स्टोर चलाने वाला चंद्र प्रकाश यादव आकर गाली देने लगा। इस पर उसे समझाने की कोशिश की तो उसने डंडे से हमला कर दिया। जब उसे रोकने की कोशिश की तो अंगूठे को दांत से काट लिया। फिर ईंट और गुम्मों से मारने लगा। दुकान खाली करने की दे रहे धमकी मारपीट के दौरान पीड़ित की घड़ी और चेन टूटकर वहीं गिर गई जो नहीं मिली। अगले दिन चंद्र प्रकाश साथी जसवंत यादव के साथ शराब पीकर आए और गाली गलौज करने लगे। उन्हें समझाने का प्रयास किया तो दुकान छोड़ने की धमकी देने लगे। जबकि उनके ऊपर 50 हजार रुपए पहले से बाकी हैं। इसके बाद जान से मारने की धमकी देकर चले गए। मामले में इंस्पेक्टर दिनेश चंद्र मिश्रा का कहना है कि मुकदमा दर्ज करके जांच की जा रही है।
आगरा में शिक्षक विधायक डॉ. आकाश अग्रवाल के नेतृत्व में वित्तविहीन विद्यालयों के प्रबंधकों ने कमिश्नर को ज्ञापन दिया। आगरा खंड शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र में निर्वाचन संबंधी अनियमितता और विसंगति पर तत्काल रोक लगाने की मांग की।शिक्षक-विधायक डॉ. आकाश अग्रवाल ने कहा कि जिला विद्यालय निरीक्षक आगरा द्वारा शिक्षक मतदाताओं के वोट बनाए जा रहे हैं। लगभग 22 हजार फॉर्म जमा हो चुके हैं लेकिन डीआईओएस आगरा द्वारा अज्ञानता वश 10 हजार से अधिक शिक्षकों के मतदाता फॉर्म निरस्त कर दिए गए हैं। जिसके कारण वह वोट नहीं डाल पाएंगे। जबकि एटा, इटावा, अलीगढ़ सहित अन्य जिलों में भारत निर्वाचन आयोग की नियमावली का पालन किया जा रहा है। आगरा में भी इस नियमावली का पालन करते हुए शिक्षकों के वोट बनाए जाने चाहिए। डॉ. आकाश ने कहा कि कमिश्नर 12 जिलों के एकमात्र निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारी हैं। इन्हीं के दिशा निर्देश पर 12 जिलों में शिक्षक मतदाताओं के वोट बन रहे हैं। 12 जिलों के लिए एक ही निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी होने के बावजूद इनमें एकरूपता नहीं है। इसलिए इनको ज्ञापन देकर तुरंत कार्यवाही के लिए कहा गया है। अगर दो-चार दिन में समाधान नहीं निकला तो आंदोलन किया जाएगा।शैलेंद्र तिवारी ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग की स्पष्ट गाइडलाइन है कि जो फार्म प्रधानाचार्य द्वारा प्रमाणित होगा, उसी को जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा अग्रसारित कर निर्वाचन कार्यालय में जमा करवाना होगा। लेकिन आगरा के जिला विद्यालय निरीक्षक ऐसा नहीं कर रहे।इस दौरान कमिश्नर शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि मतदाता सूचियों के निर्माण का कार्य चल रहा है। आवेदन पत्रों की जांच लगभग अंतिम चरण पर है। ज्ञापन का परीक्षण करवा लिया जाएगा। चुनाव आयोग के निर्देश के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।इस अवसर पर राजेंद्र सिंह विष्ट, राजेश अरेला, संदीप मुखरैया, सुरेंद्र सक्सेना, अरविंद कटारा, निसार अहमद, वीके सिंह, अजय यादव, जावेद खान, विशेष वर्मा, संदीप उपाध्याय, सचिन शर्मा, मनोज यादव, पवन शर्मा और रामवीर फौजदार मौजूद रहे।
बांदा में निजी प्राथमिक चिकित्सा मित्र सेवा सोसाइटी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने आज एक दिवसीय प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन केंद्र और राज्य सरकारों, स्थानीय चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग तथा प्रशासनिक अधिकारियों की नीतियों के विरोध में आयोजित किया गया था। प्रदर्शन के बाद, संगठन ने संबंधित अधिकारियों को 12 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। संगठन पिछले 15 वर्षों से अपने अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहा है। ज्ञापन में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार तथा फार्मासिस्टों व अन्य चिकित्सा कर्मियों की समस्याओं के समाधान के लिए कई महत्वपूर्ण मांगें रखी गई हैं। इनमें वर्ष 2015 में पारित फार्मेसी प्रैक्टिस रेगुलेशन एक्ट को गुजरात, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, दिल्ली और पंजाब की तर्ज पर उत्तर प्रदेश सहित पूरे भारत में लागू करने की मांग प्रमुख है। इसके अतिरिक्त, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में स्थापित आयुष्मान आरोग्य केंद्रों में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्रों की अनिवार्यता के साथ डिप्लोमाधारी फार्मासिस्टों की नियुक्ति सुनिश्चित करने की मांग की गई है। इससे ग्रामीण और शहरी मलिन क्षेत्रों में उचित स्वास्थ्य सेवाओं का प्रबंधन हो सकेगा। संगठन ने प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में उत्तीर्ण हो रहे फार्मासिस्टों के लिए मेडिकल लाइसेंस प्रक्रिया को सरल बनाने की भी मांग की है। साथ ही, निजी नर्सिंग होम्स और क्लीनिकों के भीतर संचालित निजी मेडिकल स्टोरों को बंद कराने का आग्रह किया गया है, ताकि बाहर खुले अन्य फार्मासिस्टों की आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके। होलसेल दवा व्यवसाय में भी फार्मासिस्टों की अनिवार्यता सुनिश्चित करने की मांग की गई है।अंत में, संगठन ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और ड्रग इंस्पेक्टरों द्वारा किए जा रहे उत्पीड़न को तत्काल रोकने का आग्रह किया है। उन्होंने अधिकारियों से अनुरोध किया है कि वे इन मांग बिंदुओं पर गंभीरता से विचार करें और उन्हें तत्काल प्रभाव से लागू करने के लिए आवश्यक कदम उठाएं।
पाली में 4 बच्चों की मां को सोते समय किसी जहरीले जीव ने काट लिया। परिजन उसे इलाज के लिए हॉस्पिटल भी ले गए लेकिन आखिरकार उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। महिला की अकाल मौत से उसके बच्चों का रो-रो कर बुरा हाल है। जहरीले जीव के काटने से हुई मौत घटना पाली जिले के गुंडा मांगलिया (सादड़ी) की है। यहां रहने वाली ममता (35) पत्नी जगदीश कुमार अपने घर में सो रही थी। रविवार अलसुबह उसे सोते समय किसी जहरीले जीव ने काट लिया। परिजन उसे निजी हॉस्पिटल इलाज के लिए ले गए। जहां से उसे बाद में सादड़ी के सरकारी हॉस्पिटल ले गए। वहां से रेफर करने परिजन रविवार देर शाम को ममता को पाली के बांगड़ हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने सोमवार को पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंपने की कार्रवाई की। चार बच्चों की मां थी ममता ममता के पति जगदीश मजदूरी का काम करते है। ममता के चार बच्चे हैं। सबसे बड़ी बेटी 14 साल की है। जो मां की अकाल मौत से हॉस्पिटल परिसर में ही रोती नजर आई। ममता के पति का भी रो-रो कर बुरा हाल था। उसे भी यकीन नहीं हो रहा था कि अचानक यह क्या हो गया। हॉस्पिटल आए अन्य रिश्तेदारों ने उन्हें सांत्वना देते नजर आए।
कल्याणपुर पंचायत समिति की साधारण सभा सम्पन्न:उपचुनाव के बाद पहली बार हुई बैठक, समस्याओं पर चर्चा की
बालोतरा में कल्याणपुर पंचायत समिति की साधारण सभा उपचुनाव के बाद पहली बार आयोजित की गई। इस बैठक में क्षेत्र की सभी ग्राम पंचायतों के सदस्यों ने अपनी-अपनी पंचायतों की समस्याओं और आवश्यक विकास कार्यों पर चर्चा की। बैठक की अध्यक्षता पंचायत समिति प्रधान श्रवण सिंह राजपुरोहित ने की। इस अवसर पर समिति के पूर्व जिला अध्यक्ष, कल्याणपुर समिति के वीडियो देवी सिंह सोढा, कल्याणपुर थाना अधिकारी बुद्धाराम चौधरी, सभी सरपंच और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। सभा में सड़क, पेयजल, स्वच्छता, नालों की मरम्मत, आवागमन की समस्याओं और विभिन्न विकास योजनाओं की प्रगति पर विस्तृत चर्चा हुई। सदस्यों ने अपने-अपने क्षेत्रों की प्रमुख समस्याओं के प्राथमिकता से समाधान की मांग की। प्रधान श्रवण सिंह राजपुरोहित ने सभी सदस्यों को आश्वस्त किया कि ग्राम पंचायतों की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा और विकास कार्यों में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।
हाथरस में बढ़ी सांस और हृदय रोगियों की संख्या:सर्दी बढ़ने से अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ी
हाथरस में सर्दी का प्रकोप बढ़ने के साथ ही हृदय और सांस संबंधी बीमारियों से पीड़ित मरीजों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। सरकारी और निजी अस्पतालों की इमरजेंसी तथा ओपीडी में मरीजों की भीड़ बढ़ गई है। बढ़ती ठंड का सबसे अधिक असर बुजुर्गों और सांस के रोगियों पर देखा जा रहा है। जिला अस्पताल की ओपीडी में आज सोमवार को 100 से अधिक मरीज सांस संबंधी समस्याओं के साथ पहुंचे। निजी अस्पतालों में भी स्थिति समान बनी हुई है। सरकारी एमडीटीबी अस्पताल में भी इस समय हृदय और सांस संबंधी रोगों के बड़ी संख्या में मरीज आ रहे हैं। अधिकांश मरीजों को सीने में दर्द और सांस फूलने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। सर्दी से करें अपना बचाव... जिला अस्पताल के चिकित्सक डॉ. वरुण चौधरी ने बढ़ती सर्दी और गिरते तापमान को देखते हुए हृदय रोगियों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है। उन्होंने बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों से सर्दी से बचाव करने और अपनी नियमित दवाएं लेते रहने का आग्रह किया है।
पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम से जुड़े दो पैन कार्ड मामले में आज कोर्ट फैसला सुना सकती है। इस मामले में फैसले के लिए आजम खान और मामले के वादी भाजपा विधायक आकाश सक्सेना कोर्ट पहुंचे। यह मामला अब्दुल्ला आजम द्वारा दो अलग-अलग जन्म प्रमाण पत्रों के आधार पर दो पैन कार्ड बनवाने से संबंधित है। भाजपा नेता और वर्तमान शहर विधायक आकाश सक्सेना ने 2019 में सिविल लाइंस थाने में अब्दुल्ला आजम के खिलाफ यह मुकदमा दर्ज कराया था। इस केस में आजम खान भी आरोपी हैं। अदालत ने बचाव पक्ष की बहस पूरी होने के बाद फैसले के लिए 17 नवंबर की तारीख तय की थी। आज इस मामले में अंतिम निर्णय आने की संभावना है। कोर्ट जाते समय आजम खान का काफिला आकाश सक्सेना के काफिले में फंसकर निकला। 6 दिन पहले हेट स्पीच मामले में बरी हुए थे बता दें कि 6 दिन पहले बीते मंगलवार को आजम खान हेट स्पीच मामले में बरी हो गए थे। रामपुर की MP-MLA कोर्ट ने उन्हें दोषमुक्त करार दिया। आजम खान ने कोर्ट से बाहर आते ही कहा था कि बहुत कम ऐसा हुआ है कि बेगुनाह ही बेगुनाह साबित हुआ है। पुलिस ने जिस तरह से मुकदमा किया। उन्होंने सच को छुपाने के लिए कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ी थी। हम बरी हुए ताे मतलब सारी हदें पार की अगर हम इसमें बरी हुए हैं, तो इसका मतलब यह है कि हमनें सभी हदें पार कीं। उस साजिश व मंसूबेबाजी के खिलाफ इंसाफ पाने में कामयाब हुए, जिसमें पूरे परिवार को मुजरिम बनाने की कोशिश की गई थी। तमाम सबूत-इलेक्ट्रॉनिक वीडियो और ऑडियो देने के बावजूद उन्हें नहीं माना गया। इसके बाद तो अल्लाह मियां को आसमान से उतरकर आना बाकी रह गया था। आजम खान पर 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान मतदाताओं को पुलिस के खिलाफ भड़काने और निर्धारित समय के बाद भी मतदान करने के लिए उकसाने का आरोप था। एआरओ प्रेमप्रकाश तिवारी और एसडीएम सदर ने थाना सिविल लाइंस में मुकदमा दर्ज कराया था।
विदिशा जिले के हैदरगढ़ थाना क्षेत्र में करीला धाम से लौट रहे श्रद्धालुओं से भरी एक पिकअप अनियंत्रित होकर पलट गई। दुर्घटना में एक महिला की मृत्यु हो गई, जबकि 15 अन्य यात्री घायल हो गए हैं। घायलों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं, जिनमें से 10 को गंभीर हालत में विदिशा रेफर किया गया है। हादसा सोमवार सुबह हिम्मतपुर के पास एक पुलिया के निकट हुआ। बताया जा रहा है कि तेज रफ्तार के कारण वाहन (क्रमांक MP 04 GB 0776) अनियंत्रित हो गया। मृतक की पहचान ग्राम मदनई निवासी 45 वर्षीय लक्ष्मीबाई कुशवाहा के रूप में हुई है। उनके शव का पोस्टमार्टम ग्यारसपुर अस्पताल में किया जा रहा है। 10 गंभीर घायल विदिशा रेफरहादसे में दस गंभीर घायलों को तत्काल विदिशा जिला अस्पताल रेफर किया गया है। इनमें पांच महिलाएं, तीन लड़कियां और दो बच्चे शामिल हैं, जिनमें एक डेढ़ वर्ष का बच्चा भी है। पिकअप ड्राइवर मनोहर कुशवाहा (30), एक अन्य महिला, एक 15 वर्षीय लड़की और एक पांच वर्षीय बच्ची को मामूली चोटें आई हैं। इनका इलाज ग्यारसपुर अस्पताल में जारी है। धामनोद के आसपास के रहने वाले हैंसभी यात्री ग्राम धामनोद और आसपास के क्षेत्रों के रहने वाले हैं और करीला धाम से दर्शन कर लौट रहे थे। हादसे की सूचना मिलते ही ग्यारसपुर और हैदरगढ़ पुलिस मौके पर पहुंची। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रशांत चौबे ने एक महिला की मौत और कई यात्रियों के घायल होने की पुष्टि की है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हादसे के बाद की तस्वीरें...
इटावा। सोमवार सुबह जनपद में एक दर्दनाक हादसा हुआ, जब शराब के नशे में धुत ट्रैक्टर-थ्रेसर चालक ने तेज रफ्तार में वाहन चलाते हुए डीएफसी रेलवे पुल के पास ट्रैक्टर को पुलिया में टक्कर मारी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ट्रैक्टर से जुड़ा थ्रेसर टूटकर पास से गुजर रहे बच्चों पर जा गिरा। इस घटना में 12 वर्षीय कुश की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद चालक मौके से फरार हो गया। प्रत्यक्षदर्शी किशोरी ने बताया कि चालक शराब के नशे में था और बच्चों को धमकाते हुए तेज गति से ट्रैक्टर चला रहा था। पुलिया पर ट्रैक्टर बेकाबू होकर टकराया और थ्रेसर बच्चों पर गिर गया। किशोरी ने आरोप लगाया कि हादसे के तुरंत बाद उसे और उसके पिता को धमकाकर चुप रहने की चेतावनी भी दी गई। मृतक और घायल बच्चे, हादसे का घटनाक्रम मृतक कुश (12) पुत्र अरविंद कक्षा 6 का छात्र था। वह अपने भाई लव और गांव के अन्य बच्चों के साथ खेत से घर लौट रहा था। इसी दौरान गांव का नशे में चालक ट्रैक्टर-थ्रेसर लेकर उनकी ओर तेजी से बढ़ा और पुलिया में टकरा गया।हादसे में कुश की मौके पर मौत हो गई, जबकि 15 वर्षीय आकाश (पुत्र राजवीर), 10 वर्षीय रोहित (पुत्र राजवीर) और 15 वर्षीय शिवा (पुत्र विपिन) गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। परिजन बोले—चालक ने जानबूझकर मोड़ा वाहन मृतक के चाचा गुलशन ने आरोप लगाया कि चालक नशे में था और बच्चों की ओर जानबूझकर ट्रैक्टर मोड़ने की कोशिश कर रहा था। तभी ट्रैक्टर पुलिया से टकराया और थ्रेसर टूटकर बच्चों पर गिर गया। परिजन चालक की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने शुरू की जांच, आरोपी फरार इकदिल पुलिस ने सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचकर घायलों को जिला अस्पताल भेजा। मृतक कुश का शव पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भेजा गया। पुलिस ने बताया कि आरोपी चालक फरार है और उसकी तलाश की जा रही है। मामले की गहन जांच की जा रही है।
महारानी फार्म स्थित एड्युब्रेन प्री-स्कूल में जयपुर का पहला चिल्ड्रन आर्ट फेस्टिवल—‘जूनियर पिकासो आर्ट फेस्ट’ आयोजित हुआ। इस आयोजन में गुलाबी नगरी के नन्हे बच्चों की कल्पनाओं, उनकी अभिव्यक्ति और कला को एक मंच मिला, जहां उन्होंने अपने भीतर छिपे कलाकार को खुलकर सामने रखा। एड्युब्रेन स्कूल की डायरेक्टर अंकिता आर.पारीक ने बताया कि बदलते समय के साथ छोटे बच्चों के तनाव और मानसिक दबाव जैसी समस्याएं बढ़ रही हैं। ऐसे में कला, संगीत और रचनात्मक गतिविधियां बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य को संतुलित रखने में बड़ी भूमिका निभाती हैं। यही सोच इस फेस्टिवल की प्रेरणा बनी। उन्होंने बताया कि 3 से 8 वर्ष के बच्चों के लिए आयोजित इस फेस्ट में शहर के कई प्री-स्कूल्स के बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। नन्हे हाथों की बड़ी कल्पनाएं फेस्टिवल में बच्चों द्वारा बनाई गई दर्जनों कलाकृतियां प्रदर्शित की गईं। इनमें गांव, पहाड़, नदी, पक्षी, फूल, तितली, परिवार, स्पेसक्राफ्ट, सुपरहीरो, और भारतीय त्योहार,साथ ही श्री गणेश, शिव, हनुमान, राधा-कृष्ण और दशावतार जैसे जटिल विषयों पर बनाए चित्रों ने सभी को चौंका दिया। दर्शकों ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि इतनी छोटी उम्र में बच्चों की कल्पनाशक्ति और रंगों की समझ बेहद प्रभावशाली है। बच्चों के साथ पेरेंट्स भी हुए शामिल पूरे दिन पेरेंट्स भी बच्चों के साथ क्ले आर्ट, कोलाज आर्ट, मंडला आर्ट, डूडल आर्ट सहित कई रोचक आर्ट टेक्निक्स करते नजर आए। सभी ने इस पहल के लिए एड्युब्रेन स्कूल की टीम की सराहना की। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में डॉ. निशा जैन ग्रोवर, डॉ. सुनील अग्रवाल, डॉ. रीना प्रजापत और डॉ. ललिता कनोजिया शामिल हुए। अतिथियों ने कहा कि मोबाइल की बढ़ती आदत और पढ़ाई के तनाव के बीच बच्चों के लिए ऐसी गतिविधियां बेहद जरूरी हैं। विशेष आमंत्रित कमलेश कृष्ण डाल, प्रमिति पारीक, भावना टंडन और पुष्पा पारीक ने भी इस पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि नन्हे कलाकारों की प्रतिभा को मंच देना अत्यंत आवश्यक है। फेस्ट में भाग लेने वाले प्रत्येक बच्चे को सर्टिफिकेट और आर्ट किट प्रदान की गई, ताकि उनकी रचनात्मकता को आगे बढ़ने का प्रोत्साहन मिले। अतिथियों ने कहा कि बच्चों की कला के ऐसे अनोखे नमूने एक जगह देखने का मौका कम ही मिलता है।उन्होंने आग्रह किया कि इस तरह के आयोजन नियमित रूप से होने चाहिए ताकि बच्चों की सृजनात्मकता और आत्मविश्वास बढ़े। अंत में स्कूल की एकेडमिक हेड नेहा धनराज कुमावत ने सभी मेहमानों और पेरेंट्स का धन्यवाद किया और कहा कि एड्युब्रेन स्कूल आगे भी बच्चों के लिए ऐसी गतिविधियों के जरिए तनाव-रहित शिक्षा का माहौल बनाता रहेगा।
अलीगढ़ के सांकरा-नानऊ मार्ग पर गांव नगला अटा के पास रविवार देर शाम हुए एक सड़क हादसे में एक युवक की मौत हो गई, जबकि उसका साथी गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल युवक को दिल्ली के एम्स अस्पताल रेफर किया गया है, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। यह हादसा तब हुआ जब 35 वर्षीय विनय कुमार (पुत्र भजनलाल, निवासी मोहल्ला शिवनगर, कस्बा दादों) अपने साथी दीपक (पुत्र शास्त्री, निवासी मोहल्ला राजनगर) के साथ कस्बा छर्रा से वापस लौट रहे थे। इसी दौरान पीछे से आ रही एक तेज रफ्तार मैक्स लोडर ने उनकी बाइक में जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर लगने से दोनों युवक सड़क किनारे जा गिरे और गंभीर रूप से घायल हो गए। राहगीरों की सूचना पर पहुंचे परिजनों ने टक्कर मारकर भाग रही मैक्स लोडर का पीछा कर उसे पकड़ लिया। परिजन घायलों को तुरंत अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज ले गए, जहां चिकित्सकों ने विनय को मृत घोषित कर दिया। दीपक की गंभीर हालत को देखते हुए सोमवार सुबह उसे दिल्ली के एम्स अस्पताल रेफर किया गया। मृतक विनय सांकरा स्थित भारत पेट्रोलियम पंप पर मैनेजर के पद पर कार्यरत था। उसके परिवार में पत्नी, एक बेटा और एक बेटी हैं। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मैक्स वाहन को कब्जे में लेकर थाने ले आई। पुलिस ने मृतक विनय के शव का पंचनामा भरकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
छत्तीसगढ़ में 15 नवंबर से धान खरीदी शुरू होने के साथ ही इस मुद्दे पर सियासत तेज हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने धान खरीदी को लेकर मौजूदा भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मुंगेली के लोरमी में एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे भूपेश बघेल ने कहा कि भाजपा सरकार की गलत नीतियों के कारण प्रदेश में लाखों टन धान सड़ गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार इसकी वसूली कर्मचारियों और सहकारिता विभाग से कर रही है, जिसके चलते कर्मचारी हड़ताल पर हैं। बघेल ने दावा किया कि सरकार की धान खरीदी की नीयत ही नहीं है। उन्होंने कहा कि लगभग डेढ़ लाख किसानों का रकबा काट दिया गया है और उनका नाम सोसायटियों में भी नहीं है।
सोमवार को कैसरबाग इलाके में आम दिन से अलग माहौल देखने को मिला। अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री दानिश आजाद अंसारी अचानक एबीवीपी कार्यालय के बाहर लगे मटर-खस्ता के ठेले पर पहुंच गए। पुराने दोस्तों के साथ पहुंचे मंत्री ने बिना किसी प्रोटोकॉल के वहीं खड़े होकर खस्ता खाया। मंत्री को इस अंदाज में देखकर आसपास मौजूद लोग रुकते गए और कुछ ही मिनट में ठेले के पास भीड़ जमा हो गई। कई लोगों ने मोबाइल निकालकर वीडियो बनाना शुरू कर दिया। अचानक ठेले पर पहुंचे मंत्री मंत्री का अचानक ठेले पर पहुंचना स्थानीय लोगों के लिए चौंकाने वाला था। मौके पर पहुंचे लोग पहले तो समझ नहीं पाए, लेकिन जैसे ही मंत्री ने खस्ता लिया, माहौल हल्का हो गया। मंत्री दोस्तों के साथ पुराने दिनों की बातें करते रहे और लोग मोबाइल में उनका यह सामान्य अंदाज कैद करते रहे। ठेले वाले को भी इतनी भीड़ देख हैरानी हुई, लेकिन मंत्री से बातचीत के दौरान उसके चेहरे पर खुशी साफ झलक रही थी। इसी ठेले पर बैठकर खस्ता खाते थे मंत्री दानिश अंसारी ने मौके पर बताया- “जब हम विद्यार्थी जीवन में एबीवीपी कार्यालय में आते-जाते थे, तो इसी ठेले पर बैठकर खस्ता खाते थे। आज दोस्तों के साथ यहां आने पर वही स्वाद फिर मिल गया। सच में यादें ताजा हो गईं।” मंत्री की बातें सुनकर आसपास मौजूद लोग भी मुस्कुराए और कई ने उनके साथ सेल्फी भी ली।
पीलीभीत के अमरिया बाजार में 5 दुकानों में चोरी:लाखों का माल गायब, सीसीटीवी में पिस्टल लिए दिखे बदमाश
पीलीभीत के अमरिया थाना क्षेत्र के मुख्य बाजार में बीती रात चोरों ने पाँच दुकानों को निशाना बनाया। चोर लाखों रुपये का सामान और नकदी लेकर फरार हो गए। इस घटना से पुलिस की रात्रि गश्त व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। चोरों ने सबसे पहले बाला जी ज्वैलरी शॉप में सेंध लगाई। शटर काटकर दुकान में घुसे चोरों ने लाखों रुपये के सोने के आभूषण और नकदी चोरी कर ली। इसके अतिरिक्त, चोरों ने एक मेडिकल स्टोर, एक रेडीमेड गारमेंट्स की दुकान और एक टेंट के गोदाम सहित कुल पाँच व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया। चोरी की यह पूरी वारदात दुकानों में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई है। फुटेज में चोरों का एक समूह घटना को अंजाम देता दिख रहा है। सीसीटीवी फुटेज में एक चोर के हाथ में पिस्टल भी नजर आ रही है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन हरकत में आया। सहायक पुलिस अधीक्षक नताशा गोयल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचीं। उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण किया और पीड़ित दुकानदारों से जानकारी जुटाई। व्यापारियों ने पुलिस को बताया कि यह बाजार का मुख्य क्षेत्र है। इसके बावजूद इतनी बड़ी चोरी की वारदात होना पुलिस की गश्त में कमी को दर्शाता है। सहायक पुलिस अधीक्षक नताशा गोयल ने मीडिया को बताया कि पीड़ित दुकानदारों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने पुष्टि की कि सीसीटीवी फुटेज प्राप्त कर लिए गए हैं, जिनके आधार पर चोरों की तलाश की जा रही है। गोयल ने जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया।
लुधियाना के खन्ना में मलेरकोटला रोड पर सोमवार सुबह एक सड़क हादसा हुआ। इसमें एक तेज रफ्तार कार ने बाइक सवार दो युवकों को टक्कर मार दी, जिससे वे सामने से आ रही ट्रैक्टर-ट्रॉली से टकरा गए। इसमें बाइक सवार एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। दुर्घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। इसमें कार की तेज रफ्तार स्पष्ट दिख रही है। हादसा इतना जोरदार था कि बाइक बुरी तरह से डैमेज हो गई। मृतक की पहचान फैज़गढ़ निवासी 35 वर्षीय कुलविंदर सिंह के रूप में हुई है। वह तीन बेटियों का पिता था। कार की रफ्तार तेज थी, सीधी बाइक में मारी टक्कर जानकारी के अनुसार, कुलविंदर सिंह एक फैक्ट्री में काम करता था। वह रात की ड्यूटी समाप्त कर सुबह घर लौट रहा था। इसी दौरान, अपने पालतू कुत्ते की तबीयत खराब होने के कारण वह अपने दोस्त गगनदीप सिंह उर्फ हैप्पी के साथ बाइक पर खन्ना में पशु चिकित्सक के पास जा रहा था। जब वे जेठी नगर स्थित बीकानेर स्वीट्स के पास पहुंचे, तभी सामने से आ रही एक तेज रफ्तार कार ने उनकी बाइक को सीधी टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि बाइक अनियंत्रित होकर सामने से आ रही ट्रैक्टर-ट्रॉली से जा टकराई। घटना के बाद कार चालक फरार इस हादसे में कुलविंदर सिंह की मौके पर ही मृत्यु हो गई, जबकि उनके साथी गगनदीप सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका उपचार चल रहा है। दुर्घटना के बाद कार चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस ने तत्काल घटनास्थल का मुआयना किया और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज अपने कब्जे में ले ली है। फुटेज में कार को तेज रफ्तार से आते और बाइक को टक्कर मारते हुए देखा जा सकता है। पुलिस ने बताया कि कार चालक की तलाश जारी है और जल्द ही उसकी पहचान कर उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
रेलवे स्टैंड ठेकेदार ने 10 की जगह लिए 50 रुपए:शहडोल में शिकायत वापस लेने युवक पर बना रहे दबाव
शहडोल के ब्यौहारी रेलवे स्टेशन पर स्टैंड ठेकेदार के कर्मचारियों के अवैध वसूली का मामला सामने आया है। एक युवक ने बाइक पार्किंग के निर्धारित 10 रुपए की जगह 50 रुपए वसूले जाने की शिकायत टोल फ्री नंबर पर दर्ज कराई, जिसके बाद अब ठेकेदार उस पर शिकायत वापस लेने का दबाव बना रहा है। ब्यौहारी के वार्ड नंबर 5 निवासी धीरेंद्र कुमार पटेल अपनी बीमार मां के साथ शक्तिपुंज ट्रेन से कटनी गए थे और इंटरसिटी से लौटे। उन्होंने अपनी बाइक रेलवे स्टेशन के बाहर खड़ी की थी। ठेकेदार के कर्मचारियों ने उन्हें एक पर्ची दी थी, जिसमें बाइक पार्किंग का शुल्क 10 रुपए निर्धारित था। आठ घंटे बाद जब धीरेंद्र अपनी बाइक लेने स्टैंड पहुंचे, तो वहां मौजूद कर्मचारी ने उनसे 50 रुपए की मांग की। धीरेंद्र ने इसका विरोध किया, जिसके बाद कर्मचारी भड़क गया और धमकाने लगा। धीरेंद्र ने इस घटना का वीडियो भी बना लिया, जिसमें कर्मचारी 50 रुपए मांगता दिख रहा है। बाद में धीरेंद्र ने 50 रुपए देकर अपनी बाइक ली और मां के साथ घर लौट आए। टोल फ्री नंबर पर की शिकायत घर लौटने के बाद पीड़ित धीरेंद्र ने रेलवे के टोल फ्री नंबर 139 पर इसकी शिकायत दर्ज कराई। धीरेंद्र का आरोप है कि शिकायत दर्ज कराने के बाद बीती रात से ठेकेदार और उसके कर्मचारी उन्हें फोन कर शिकायत वापस लेने का दबाव बना रहे हैं। सोमवार सुबह धीरेंद्र ने मीडिया को इस पूरे मामले की जानकारी दी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। धीरेंद्र ने बताया कि उन्होंने अभी तक थाने में शिकायत दर्ज नहीं कराई है, लेकिन अब वह पुलिस में भी शिकायत दर्ज कराकर कार्रवाई की मांग करेंगे।
इंदौर में पिकनिक/बारात का परमिट लेकर सवारी ले जा रही एक बस को ट्रैफिक पुलिस ने रोक लिया। ड्राइवर ने परमिट दिखाया, लेकिन पुलिस को उसकी बात पर विश्वास नहीं हुआ। जब बस में सवार यात्रियों से पूछा गया, तो उन्होंने बताया कि वे आम यात्री हैं। इस पर ट्रैफिक पुलिस ने बस पर 10 हजार रुपए का जुर्माना लगाया। सोमवार को ट्रैफिक सूबेदार सुमित बिलोनिया और उनकी टीम चोइथराम चौराहे पर वाहन चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान टीम ने एक बस को रोका और ड्राइवर से दस्तावेज मांगे। काफी देर बाद ड्राइवर ने जो परमिट दिखाया, वह पिकनिक/बारात का पाया गया। लेकिन बस के अंदर बैठे लोगों को देखकर ऐसा नहीं लग रहा था कि वे किसी पिकनिक या बारात में जा रहे हों। बस मुंबई से लखनऊ जा रही थी ट्रैफिक पुलिस को शक हुआ तो उन्होंने बस में बैठे लोगों से पूछताछ की। इसमें पता चला कि बस में बैठी सभी सवारियां मुंबई से लखनऊ जा रही थीं। उनमें से कोई भी पिकनिक या बारात का यात्री नहीं था। इस पर परमिट शर्तों का उल्लंघन करते हुए सवारी ढोने के कारण ट्रैफिक पुलिस ने बस पर 10 हजार रुपए का जुर्माना लगाया। नो एंट्री उल्लंघन पर भी कार्रवाई शहर में पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। पिछले 24 घंटे में 16 नवंबर की सुबह से 17 नवंबर की सुबह तक नो एंट्री में प्रवेश करने वाले 9 भारी वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की गई और 95 हजार रुपए का समन शुल्क वसूला गया। इसके अलावा अन्य बसों पर भी कार्रवाई की गई।
कांकेर का खुड़खुड़िया किंग अपने घर से पकड़ाया:पुलिस ने जुआ सामग्री और 4730 रुपये नकद जब्त किए
छत्तीसगढ़ के कांकेर में पुलिस ने 'खुड़खुड़िया किंग' विजय साहू और उसके एक साथी को उनके गृह ग्राम जामगांव से जुआ खिलाते हुए गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से जुआ खेलने की सामग्री और 4730 रुपये नकद जब्त किए हैं। उनके खिलाफ छत्तीसगढ़ जुआ प्रतिषेध अधिनियम 2022 की धारा 6(क) के तहत मामला दर्ज कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई में अलग-अलग आरोपियों के पास से अलग-अलग नकद राशि जब्त की गई। राकेश छाटा से 500 रुपए, आशीष पटेल से 600 रुपए और रामाधार साहू से 530 रुपए बरामद हुए। इसके अलावा एक सफेद रंग का रेग्जीन फ्लेक्सी 'खुड़खुड़िया चार्ट' (जिस पर ईंट, पान, चिड़ी, झंडा, मुंडा, हुकुम अंकित थे) भी जब्त किया गया। विजय साहू के पास से 800 रुपए, छह प्लास्टिक की गोटियां (जिन पर ईंट, पान, चिड़ी, झंडा, मुंडा, हुकुम अंकित थे) और एक काले रंग का रेग्जीन लेदर बरामद हुआ। जुआ फंड से 2300 रुपए भी मिले। कुल मिलाकर, पुलिस ने 4730 रुपए नकद और जुआ सामग्री जब्त की है। खुड़खुड़िया खेल के तरीके के बारे में जानकारी मिली है कि इसे खेलने के लिए ताश के पत्तों की तरह छपा हुआ एक चार्ट बिछाया जाता है। इसके बाद लूडो की तरह पासा फेंका जाता है। पासे के अंक के अनुसार जिस खाने की जीत होती है, उस पर पैसा लगाने वाला व्यक्ति बाकी सभी का पैसा जीत लेता है।
हिसार जिले के नारनौंद उपमंडल क्षेत्र में पराली जलाने के मामलों पर प्रशासन सख्त कार्रवाई कर रहा है। हरसैक ऐप से मिली लोकेशन के आधार पर गांव बास अकबरपुर में दो अलग-अलग स्थानों पर पराली जलाने की पुष्टि हुई है। इसके बाद दो किसानों पर 5-5 हजार रुपए का जुर्माना लगाकर पुलिस ने मामले दर्ज किए हैं। पहला मामला 14 नवंबर को गांव बास आजमशाहपुर की लोकेशन हरसैक ऐप पर प्राप्त होने के बाद सामने आया। वीएलसी टीम मौके पर पहुंची और जांच में पराली जलाने की पुष्टि हुई। यह खेत किसान महाबीर का था, जहां 2 एकड़ में पराली जली हुई मिली। इसका खसरा नंबर 558//23,24 दर्ज किया गया। मौके पर मौजूद टीम में ग्राम सचिव अमित, पशु परिचारक अशोक, कृषि विभाग से नरेश और पटवारी मुकेश शामिल थे। मामले की रिपोर्ट थाना बास को भेजी गई, जिसके बाद सब इंस्पेक्टर रमेश की उपस्थिति में अभियोग दर्ज कर आगे की कार्रवाई की गई। 2 एकड़ में जली पराली इसी तरह, 14 नवंबर को हरसैक ऐप पर मिली दूसरी लोकेशन के आधार पर भी वीएलसी टीम ने मौके का निरीक्षण किया। यहां भी पराली जलाने की घटना पाई गई। यह खेत किसान करतार का था, जहां 2 एकड़ में पराली जली हुई मिली। इसका खसरा नंबर 586//19,20 दर्ज हुआ। इस टीम में भी ग्राम सचिव अमित, पशु परिचारक अशोक, कृषि विभाग से नरेश और पटवारी मुकेश मौजूद थे। मामले की सूचना थाना बास को दी गई, जहां सब इंस्पेक्टर योगेंद्र की उपस्थिति में केस दर्ज किया गया। दोनों ही मामलों में प्रशासन ने किसानों पर 5-5 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है। साथ ही, किसानों को सख्त चेतावनी दी गई है कि पराली जलाना भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 163 के तहत प्रतिबंधित है। पुलिस ने बताया कि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं पर और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल और हॉस्पिटलों के अधीक्षकों को निजी प्रैक्टिस पर रोक लगाने के आदेशों का विरोध तेज हो गया है। आज सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज (SMS) से अटैच तमाम हॉस्पिटल के अधीक्षकों ने प्रिंसिपल डॉक्टर दीपक माहेश्वरी को सामूहिक इस्तीफे की पेशकश की। इस दौरान वे सभी एसएमएस हॉस्पिटल अधीक्षक के चैंबर में पहुंचे और वहां इस मुद्दे पर चर्चा करने के बाद हेल्थ मिनिस्टर गजेन्द्र सिंह खींवसर से मिलने रवाना हो गए। सोमवार दोपहर को जे.के. लोन हॉस्पिटल के आर.एम. सेहरा, सांगानेरी गेट महिला चिकित्सालय से आशा वर्मा, सैटेलाइट हॉस्पिटल सेठी कॉलोनी के गोर्वधन मीणा, गणगौरी हॉस्पिटल से डॉ. लिनेश्वर हर्षवर्धन समेत अन्य हॉस्पिटल के अधीक्षक अपना इस्तीफा पत्र लेकर एसएमएस हॉस्पिटल पहुंचे। यहां एसएमएस हॉस्पिटल में प्रिंसिपल के चैंबर में बातचीत के बाद सभी ने अपना इस्तीफा पत्र और ज्ञापन पत्र प्रिंसिपल डॉक्टर दीपक माहेश्वरी को सौंपा। इसके बाद सभी इस मामले पर ज्ञापन पत्र और इस्तीफे की कॉपी सौंपने के लिए हेल्थ मिनिस्टर गजेन्द्र सिंह खींवसर से मिलने चले गए। विरोध कर रहे इन डॉक्टरों (अधीक्षकों) ने सरकार के फैसले को एक तरफा बताया। उन्होंने कहा- कि प्रशासन ने बिना किसी विचार-विमर्श करके ये आदेश जारी कर दिया, जिसमें कई अनियमितताएं है। कल सचिव संग हो सकती है बैठक मंत्री खींवसर से उनके आवास पर मुलाकात के बाद सभी डॉक्टरों ने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा- प्रेक्टिस पर रोक लगाने और हॉस्पिटलों में उनकी वर्किंग को 25 फीसदी तक सीमित करना न्यायोचित नहीं है। उन्होंने कहा- 57 साल की उम्र तक के ही डॉक्टर अधीक्षक और प्रिंसिपल के लिए आवेदन कर सकते हैं, ये कैसा नियम है। जबकि सरकार ने इस पद पर रहने की उम्र 62 साल निर्धारित कर रखी है। ऐसे में अगर कोई डॉक्टर 58 या 59 साल का है और सीनियर है। वह इस पद के लिए आवेदन ही नहीं कर सकेगा। ये तमाम बातें सुनने के बाद मंत्री खींवसर ने आश्वासन दिया कि वे जल्द इस विवाद का कोई निष्कर्ष निकालेंगे। इसके लिए उन्होंने मेडिकल एज्युकेशन सचिव संग 18 नवंबर को बैठक बुलाने के लिए कहा है। RMCTA ने जताया था विरोध इससे पहले 11 नवंबर को जारी आदेशों का राजस्थान मेडिकल कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन (RMCTA) ने सरकार के इस फैसले का विरोध जताया था। इसे क्लिनिकल चिकित्सकों को हाशिए पर धकेलने वाला बताया था। साथ ही अधीक्षक, प्रिंसिपल पद पर नियुक्ति के लिए आवेदन की अधिकतम 57 साल की आयु का नियम नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) के नियमों के खिलाफ बताते हुए इसका विरोध जताया था।
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में पिछले 24 घंटों के अंदर तीन अलग-अलग सड़क हादसे हुए इनमें एक युवक की मौत हो गई, जबकि दो ट्रकों के पलटने से चार अन्य लोग घायल हुए है। पहला मामला, कुदरी के पास एक बाइक सवार युवक बिजली के खंभे से टकरा गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, पीपरडोल के पास कोयले से लदा एक ट्रेलर अनियंत्रित होकर पलट गया। इसके अलावा, कोटमी मरवाही मुख्य मार्ग पर राशन ले जा रहा एक ट्रक भी पलट गया, हालांकि उसका चालक बाल-बाल बच गया। पिछले 4 दिन में गई 3 की जान जिले में सड़क हादसों का यह सिलसिला लगातार जारी है। पिछले चार दिनों में कुल तीन लोगों की जान जा चुकी है, जो सड़क सुरक्षा की गंभीर स्थिति को दर्शाता है। इन हादसों पर अंकुश लगाना पुलिस प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है। स्थानीय यातायात विभाग को निगरानी बढ़ाने की आवश्यकता है, क्योंकि अक्सर लोग नशे की हालत में वाहन चलाते और यातायात नियमों का उल्लंघन करते देखे जा रहे हैं। सड़क सुरक्षा अभी भी चुनौतीपूर्ण पिछले कुछ महीनों में भी जिले में तेज रफ्तार वाहनों की टक्कर, ट्रकों के पलटने और अनियंत्रित ड्राइविंग के कारण कई गंभीर दुर्घटनाएं हुई हैं, जिनमें कई लोगों की मौत हुई और कई घायल हुए। प्रशासन ने वाहनों की जांच और चालकों पर कार्रवाई भी की है, लेकिन सड़क सुरक्षा अभी भी एक चुनौतीपूर्ण मुद्दा बना हुआ है। क्षेत्रवासी लगातार सड़क हादसों को रोकने के लिए स्पीड ब्रेकर लगाने, चेतावनी संकेत स्थापित करने और सख्त पुलिस कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, ताकि ऐसी घटनाओं को कम किया जा सके।
आल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने दावा किया है कि बिहार में नीतीश कुमार और बीजेपी गठबंधन की भारी जीत और कांग्रेस व राजद की हार की असली वजह अब तक किसी ने समझी ही नहीं है। उनके मुताबिक यह चुनाव पूरी तरह बरेलवी और देवबंदी वोट में बंटे मुस्लिम समाज के फैसले पर टिक गया। वक्फ संशोधन बिल बना चुनावी मोड़ मौलाना ने अपने बयान में कहा कि जब वक्फ संशोधन बिल पास हुआ, तो मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने इसका जोरदार विरोध किया। इस विरोध का केंद्र पटना बन गया। इसी दौरान रमजान का महीना आया और नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री आवास पर रोजा इफ्तार का कार्यक्रम रखा। इसमें देवबंदी और बरेलवी दोनों तरह के उलमा को दावत भेजी गई। देवबंदी उलमा का बायकॉट, बरेलवी उलमा की बड़ी भागीदारी देवबंदी उलमा ने इस इफ्तार का बायकॉट कर दिया, जबकि बरेलवी उलमा बड़ी संख्या में शामिल हुए। मौलाना के अनुसार यहीं से बिहार के मुसलमान दो हिस्सों में बंट गए। इसके तुरंत बाद नीतीश कुमार इदारा ए शरिया पटना पहुंचे और बरेलवी नेतृत्व से लंबी बातचीत की। उसके बाद सरकार में कई बरेलवी उलमा को महत्वपूर्ण पद दिए गए। बरेलवी वोट गया नीतीश के साथ, देवबंदी वोट कांग्रेस गठबंधन के साथ मौलाना रजवी का दावा है कि बिहार में करीब साठ फीसदी वोट बरेलवी मुसलमानों का है और इस वोट ने नीतीश कुमार की जीत पक्की की। जबकि देवबंदी समुदाय कांग्रेस गठबंधन के साथ चला गया। उसी वजह से कांग्रेस और राजद की कोशिशें नतीजों में नहीं दिखीं।
बनारस से धनबाद आ रही गंगा सतलुज एक्सप्रेस में एक यात्री की मौत हो गई। 35 वर्षीय दिवाकर कुमार ट्रेन में बेहोशी की हालत में मिले थे। धनबाद स्टेशन पर ट्रेन पहुंचते ही जीआरपी ने उन्हें उतारकर रेलवे अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। दिवाकर के चचेरे भाई गजेंद्र राम ने बताया कि एक महीने पहले उनके पिता का निधन हो गया था, जिसके बाद वह गंगा स्नान के लिए बनारस गए थे। गजेंद्र राम के अनुसार, धनबाद पहुंचने से करीब 10 मिनट पहले दिवाकर की तबीयत अचानक बिगड़ गई थी। परिजनों ने आशंका जताई है कि ठंड लगने या दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हुई होगी। जीआरपी से सूचना मिलने पर परिजन अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने मौत की पुष्टि की। यात्री को ट्रेन से उतारा और अस्पताल पहुंचाया जीआरपी स्टाफ राकेश कुमार ने जानकारी दी कि उन्हें गंगा सतलुज एक्सप्रेस में एक यात्री के बेहोश होने की सूचना मिली थी। स्टेशन प्रबंधन को सूचित करने के बाद, जीआरपी टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए यात्री को ट्रेन से उतारा और अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने वहां उन्हें मृत घोषित कर दिया। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। मौत का वास्तविक कारण पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। दिवाकर कुमार धनसार थाना क्षेत्र के बरमसिया शंकर नगर के निवासी थे। वह विवाहित थे और उनके दो बच्चे हैं।
चकेरी थानाक्षेत्र के विराट नगर में खाना बनाने को लेकर पत्नी से हुए झगड़े के बाद एक युवक ने बच्चों के सामने फंदा लगाकर जान दे दी। परिजनों ने बताया कि सुसाइड के दौरान दो बार उसका फंदा टूट गया था। आहट आने पर पत्नी ने नाटक समझा, कुछ देर बाद पत्नी ने कमरे में जाकर देखा तो पति का शव फंदे से लटक रहा था। मूलरूप से बांदा, मवई घाट जसपुरा के रहने वाले अशोक सिंह कंस्ट्रक्शन का काम करते थे। वह तीन माह पहले पत्नी विश्व मोहिनी, दो बेटे नमन (9) व अंश (6) के साथ रहने आए थे। चाचा विनोद सिंह ने बताया कि रविवार शाम विश्व मोहिनी छत पर फैले गेहूं समेट रही थी, इस दौरान खाना बनाने को लेकर उसका अशोक से झगड़ा हो गया था। जिसके बाद अशोक ने कमरे में जाकर बच्चों के सामने फंदा लगाकर सुसाइड करने का प्रयास किया, जिस पर दो बार उनका फंदा टूट गया। आहट होने पर पत्नी ने आत्महत्या को नाटक समझा, तीसरे बार के प्रयास में अशोक ने फंदा लगाकर जान दे दी। कुछ देर बाद पत्नी कमरे में पहुंची तो पति का शव फंदे से लटकता देखा। घटना की जानकारी पर मौके पहुंची चकेरी पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। थाना प्रभारी अजय प्रकाश मिश्र ने बताया कि तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
रेवाड़ी में चलती कार में लगी भीषण आग:नीलगाय से टकराने के बाद हुई बेकाबू, ड्राइवर ने कूदकर बचाई जान
रेवाड़ी में दिल्ली-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-48) पर सोमवार अलसुबह एक बड़ा हादसा हो गया। बनीपुर चौक फ्लाईओवर के पास चलते हुए एक कार में अचानक आग लग गई। हादसे में गाजियाबाद से जयपुर जा रहे मोहित की जान बाल-बाल बची, जबकि कार पूरी तरह जलकर खाक हो गई। जानकारी के अनुसार, मोहित अपनी कंपनी की बैठक में शामिल होने के लिए गाजियाबाद से जयपुर जा रहे थे। करीब तड़के 3 बजे NH-48 पर अचानक एक नीलगाय सड़क पर आ गई। जिसे बचने का प्रयास किया, लेकिन टकराने के बाद ब्रेजा कार बेकाबू हो गई। कुछ दूरी आगे बढ़ने पर बनीपुर चौक के पास कार के बोनट से धुआं उठने लगा और देखते ही देखते आग भड़क गई। दमकलकर्मियों ने बुझाई आग ड्राइवर मोहित ने स्वयं आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन कामयाब नहीं हुए। इसके बाद उन्होंने तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम के 100 नंबर पर कॉल कर घटना की सूचना दी। सूचना मिलते ही राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) की टीम, दमकल विभाग और कसौला थाना पुलिस मौके पर पहुंची। दमकलकर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक कार पूरी तरह जल चुकी थी। जांच अधिकारी एसआई मनीष ने बताया कि सुबह कंट्रोल रूम से आग लगने की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंचकर दमकलकर्मियों की सहायता से आग बुझाई गई। चालक मोहित पूरी तरह सुरक्षित हैं और घटना के बाद उन्हें कसोला थाने ले जाया गया। आग लगने का प्रारंभिक कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। हादसे के दौरान राजमार्ग पर कुछ समय के लिए यातायात प्रभावित रहा, जिसे बाद में सामान्य कर दिया गया। पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है।
अंबाला में मारपीट के 3 आरोपी गिरफ्तार:पत्थरों से किया हमला, जान से मारने की दी धमकी, गाली-गलौज भी की
हरियाणा में डीजीपी द्वारा चलाए जा रहे 'ऑपरेशन ट्रैक डाउन' के तहत अंबाला पुलिस ने दो अलग-अलग मामलों में कार्रवाई करते हुए 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। थाना अंबाला कैंट पुलिस ने बताया कि यह गिरफ्तारियां हाल ही में दर्ज किए गए झगड़े और जान से मारने की धमकी से जुड़े मामलों में की गई हैं। पहले मामले में शिकायतकर्ता परविंद्र सिंह निवासी पूजा विहार अंबाला कैंट ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि 24 अक्टूबर 2025 को रात करीब 9 बजे जब वह हरियाणा शिशु भवन के पास ग्रामीण लाइट्स एरिया में मौजूद थे, तभी आरोपी रोहित पुत्र सुशील और शुभम यादव उर्फ सोनू पुत्र जीवन यादव निवासी बीसी बाजार, थाना अंबाला कैंट उनसे भिड़ गए। आरोप है कि दोनों ने शिकायतकर्ता के साथ मारपीट की, गाली-गलौज की और गंभीर चोटें पहुँचाईं। इस संबंध में थाना अंबाला कैंट में मुकदमा नंबर 384, दिनांक 25.10.2025, धारा 115(2), 117(2), 351(2) BNS के तहत मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने जांच के दौरान दोनों आरोपियों की तलाश शुरू की और विशेष टीम द्वारा दबिश देते हुए रोहित और शुभम यादव उर्फ सोनू को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ जारी है और पुलिस का कहना है कि आरोपियों के आपराधिक इतिहास की भी जांच की जा रही है। यह है दूसरा मामला दूसरे मामले में अंबाला कैंट निवासी अमन पुत्र रमेश कुमार की शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई की। अमन ने बताया कि 13 नवंबर 2025 की रात वह बुड़िया मंडी अंबाला बाबन रोड पर मौजूद था। इसी दौरान वहां मौजूद युवकों शुभम और विशाल ने उसके साथ झगड़ा किया और पत्थरों से हमला करने की कोशिश की। अमन ने बताया कि आरोपियों ने उसे जान से मारने की धमकी भी दी और हाथापाई में उसे चोटें भी आईं। इस मामले में थाना अंबाला कैंट में मुकदमा नंबर 425, में धारा 190(1),118(1),3(5),333,351(3) BNS के तहत मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी विशाल पुत्र सतीश कुमार निवासी भोला की मंडी, कच्चा बाजार अंबाला कैंट को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार दूसरे आरोपी की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। थाना अंबाला कैंट प्रभारी सुरेंद्र सिद्धू ने बताया कि ‘ऑपरेशन ट्रैक डाउन’ के तहत पुलिस लगातार अपराधियों पर शिकंजा कस रही है। जिन मामलों में लोग झगड़ा, धमकी, या अन्य आपराधिक घटनाओं से पीड़ित हैं, उनकी शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई की जा रही है।
करौली में खेलो इंडिया अभियान के तहत बालिका खेलों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक दिवसीय अस्मिता टेनिस बॉल बालिका क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिला टेनिस बॉल क्रिकेट संघ द्वारा आयोजित इस प्रतियोगिता में जिले की 9 टीमों ने भाग लिया। इसका मुख्य लक्ष्य खेलों के माध्यम से बालिकाओं में अनुशासन, संगठन और आत्मविश्वास को विकसित करना था। यह प्रतियोगिता जिला मुख्यालय स्थित मुंशी त्रिलोक चंद माथुर स्टेडियम में संपन्न हुई। इसका उद्घाटन जिला टेनिस बॉल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष संतराम मीणा, सचिव सलीम खान, बाल कल्याण समिति सदस्य फजले अहमद, पूर्व शारीरिक शिक्षक ओमप्रकाश शर्मा और शारीरिक शिक्षक फजले खान सहित अन्य अतिथियों ने किया। अस्मिता टेनिस बॉल बालिका क्रिकेट प्रतियोगिता का आगाज, देखें फोटोज... इस अवसर पर संघ के अध्यक्ष संतराम मीणा ने कहा कि भारत सरकार खेलों को बढ़ावा दे रही है, जिससे युवा अपने भविष्य को नई दिशा दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि खेल न केवल शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार करते हैं, बल्कि अनुशासन, एकता और संगठन की भावना भी विकसित करते हैं। मीणा ने सभी खिलाड़ियों से प्रतिदिन किसी न किसी आउटडोर गतिविधि में भाग लेने का आग्रह किया। प्रतियोगिता में शामिल खिलाड़ियों ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि खेल उन्हें अनुशासित रहने, टीम भावना विकसित करने और जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं। इस दौरान बालिका खिलाड़ियों ने पूरे उत्साह और उमंग के साथ अपने खेल कौशल का प्रदर्शन किया।
दिल्ली कार ब्लास्ट से सुर्खियों में आई फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी के चेयरमैन जवाद अहमद सिद्दीकी पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। महू निवासी जवाद के भाई हमूद सिद्दीकी को पुलिस ने हैदराबाद से गिरफ्तार किया है। उसे 16 नवंबर को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। आरोप है कि हमूद ने चिटफंड कंपनी खोलकर पैसा दोगुना करने का झांसा दिया, फिर लोगों से निवेश करवाया। इसके बाद रुपए लेकर भाग गया। इस मामले में पुलिस उसको 25 साल से तलाश रही थी। जवाद फरीदाबाद की उस अल फलाह यूनिवर्सिटी का संस्थापक चेयरमैन है, जिसमें धमाके का मुख्य आरोपी डॉ. उमर नबी पढ़ाता था। वह अल फलाह चैरिटेबल ट्रस्ट का संचालक भी है। चिटफंड कंपनी खोली, निवेश का पैसा लेकर भागा थामहू थाने के टीआई कमल सिंह गेहलोद ने बताया- साल 2000 में जवाद ने अपने भाई हमूद के साथ मिलकर उसी के नाम पर चिटफंड कंपनी खोली थी। लोगों को पैसा दोगुना करने का लालच देकर इसमें इन्वेस्टमेंट कराया। सेना के रिटायर्ड कर्मचारी और मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेस (MES) में काम करने वाले को भी फंसाया। इसके बाद सारा पैसा लेकर दोनों भाई परिवार समेत महू से भाग निकले। कंपनी में निवेश करने वाले लोगों ने मामले में पुलिस में केस दर्ज कराया था। हैदराबाद में शेयर ट्रेडिंग कारोबार कर रहा था हमूदटीआई गेहलोद का कहना है कि हमूद हैदराबाद में शेयर ट्रेडिंग का कारोबार कर रहा था। पुलिस ने सिद्दीकी परिवार के रिश्तेदारों से उसकी जानकारी निकाली। इसके बाद योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई करते हुए उसे पकड़ा। पुलिस अदालत से रिमांड पर लेकर हमूद से पूछताछ करेगी। जानकारी निकालेगी कि महू छोड़ने के बाद वह किन लोगों से संपर्क में रहा? उसकी आय किन-किन रास्तों से आती रही? दो दिन पहले बुरहानपुर आई थी एनआईए की टीम10 नवंबर को दिल्ली में लाल किले के पास हुंडई i20 कार में ब्लास्ट हुआ था। इसमें 13 लोगों की जान चली गई थी। इस सिलसिले में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) की एक टीम जांच के लिए 15 नवंबर को बुरहानपुर भी आई थी। हालांकि, टीम ने स्थानीय पुलिस अफसरों से संपर्क नहीं किया था। पिता शहर काजी रहे, सौतेला भाई जेल जा चुका हैजवाद का परिवार करीब 25 साल पहले महू के कायस्थ मोहल्ले में रहता था। उसके दो भाई भी यहीं पढ़े-लिखे हैं। पिता मोहम्मद हम्माद सिद्दीकी महू के शहर काजी रह चुके हैं। उसका सौतेला भाई अफाम हत्या के मामले में जेल जा चुका है।जवाद ने इंदौर के गोविंदराम सेकसरिया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस (GSITS) से बीटेक की डिग्री ली थी। इससे पहले वह महू के क्रिश्चियन मिशनरी स्कूल राजेश्वर विद्यालय से 11वीं तक पढ़ा था। उसने सिविल सर्विसेज परीक्षा में तीन बार इंटरव्यू तक दिया, लेकिन सिलेक्शन नहीं हो सका था। अल फलाह यूनिवर्सिटी में 3 कॉलेज, 600 बेड का अस्पतालअल फलाह यूनिवर्सिटी के तहत तीन कॉलेज संचालित हैं- अल फलाह स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, ब्राउन हिल कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी और अल फलाह स्कूल ऑफ एजुकेशन एंड ट्रेनिंग। यूनिवर्सिटी परिसर में ही 600 बिस्तरों वाला अस्पताल भी है, जहां मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले डॉक्टर ही इलाज करते थे। साल 2015 में यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (यूजीसी) द्वारा इसे मान्यता दी गई थी। पिता के नाम पर है मकानमहू में जवाद के परिवार का मकान कायस्थ मोहल्ले में बना है। चार मंजिला इमारत में 25 से ज्यादा खिड़कियां हैं। एक बड़ा तलघर भी है। 90 के दशक में बने इस मकान को स्थानीय लोग मौलाना की बिल्डिंग के नाम से जानते हैं। मकान जवाद के पिता हम्माद के नाम पर हैं, उनकी 1995 में मौत हो चुकी है। मामले से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... दिल्ली कार ब्लास्ट मामले का महू से कनेक्शन दिल्ली में हुए कार ब्लास्ट और हरियाणा के फरीदाबाद से जब्त विस्फोटक के मामले में एक नया मोड़ आया है। जांच में सामने आया है कि आतंकी साजिश के आरोपों से घिरी अल-फलाह यूनिवर्सिटी का चेयरमैन जवाद अहमद सिद्दीकी मूल रूप से महू का रहने वाला है। पढ़ें पूरी खबर... दिल्ली ब्लास्ट-NIA ने आतंकी डॉ. उमर को सुसाइड बॉम्बर माना दिल्ली में लाल किले के पास चांदनी चौक में 10 नवंबर को हुंडई i20 कार में ब्लास्ट सुसाइड अटैक ही था। NIA ने रविवार को बताया कि कार चला रहा डा. उमर उल नबी एक आत्मघाती हमलावर (सुसाइड बॉम्बर) था। यह पहली बार है, जब किसी सुरक्षा एजेंसी ने ऑफिशियल तौर पर इसकी पुष्टि की है। पढे़ं पूरी खबर...
डीडवाना जिले के नावा शहर में मौसम में लगातार हो रहे बदलाव का सीधा असर आमजन के हेल्थ पर दिखाई दे रहा है। सोमवार को नावा उप जिला चिकित्सालय की ओपीडी में मरीजों की भारी भीड़ देखने को मिली। चिकित्सा अधिकारियों के अनुसार, इन दिनों मौसमी बीमारियों में अचानक बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जिसके चलते अस्पताल में रोजाना आने वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 400 से 500 तक पहुंच रही है। वायरल बीमारियों के मामलों के साथ-साथ बड़े हार्ट अटैक के मामले भी सामने आए हैं, जिसे देखते हुए डॉक्टरों ने सतर्कता बरतने की सलाह दी है। मौसमी बीमारियों के साथ बड़े हार्ट अटैक के मामले हॉस्पिटल प्रशासन ने बताया कि इस समय सर्दी-जुकाम, वायरल बुखार, डेंगू और मलेरिया जैसे संक्रमणों के केस सबसे ज्यादा बढ़ रहे हैं। चिकित्सकों ने चिंता व्यक्त करते हुए बताया कि मौसम में उतार-चढ़ाव के कारण हार्ट अटैक के मरीजों की संख्या भी सामान्य दिनों की तुलना में अधिक आ रही है। चिकित्सा अधिकारी डॉ. श्रवण नायक ने बताया कि बदलते तापमान और दिन-रात के बड़े अंतर के कारण लोग जल्दी बीमार पड़ रहे हैं, जिसके लिए नागरिकों को विशेष सावधानी बरतना जरूरी है। हॉस्पिटल प्रशासन ने की विशेष व्यवस्थाएं मौसमी बीमारियों के इस बढ़ते प्रकोप से निपटने के लिए हॉस्पिटल प्रबंधन ने विशेष व्यवस्थाएं की है। डेंगू और मलेरिया के संदिग्ध मरीजों के लिए अतिरिक्त जांच सुविधाएं सक्रिय कर दी गई हैं, वहीं गंभीर मरीजों को तुरंत उपचार उपलब्ध कराया जा रहा है। ओपीडी में अचानक आई भीड़ को देखते हुए, हॉस्पिटल ने चिकित्सा कर्मियों की ड्यूटी रोटेशन में बढ़ोतरी की है, ताकि किसी भी मरीज को इलाज में परेशानी का सामना न करना पड़े। डॉक्टरों ने दी सतर्कता बरतने की सलाह डॉक्टरों ने नागरिकों को सलाह देते हुए कहा है कि इस बदलते मौसम में विशेष सतर्कता अपनाएं। लोगों को साफ-सफाई रखने, मच्छरों से बचाव के उपाय करने, पर्याप्त पानी पीने और आवश्यक होने पर ही घर से बाहर निकलने की सलाह दी गई है। स्वास्थ्य विभाग ने अपील की है कि गले में दर्द, तेज बुखार, शरीर में दर्द या सांस लेने में तकलीफ जैसे कोई भी लक्षण दिखने पर लापरवाही न बरतें और तुरंत चिकित्सालय में जांच कराएं, ताकि बीमारी गंभीर रूप न ले पाए।
शाजापुर में खाद न मिलने पर किसानों का चक्काजाम:सोसाइटी के शटर पर पत्थर फेंके; तहसीलदार ने समझाया
शाजापुर के शहरी हाईवे पर टंकी चौराहे के पास यूरिया खाद न मिलने से नाराज किसानों ने चक्काजाम कर दिया। किसान कई दिनों से खाद की किल्लत से परेशान थे, जिसके बाद उन्होंने यह कदम उठाया। किसानों ने पहले सोसाइटी कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया। आक्रोशित किसानों ने समिति के बंद शटर पर पत्थर फेंके और लातें मारीं। इसके बाद उन्होंने शहरी हाईवे पर आकर यातायात बाधित कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही तहसीलदार और कोतवाली थाने का पुलिस बल मौके पर पहुंचा। तहसीलदार की समझाइश के बाद किसान माने और चक्काजाम समाप्त किया। इस दौरान कुछ किसानों ने समिति के एक कर्मचारी के साथ झूमा-झटकी भी की। जिले में किसानों को समय पर खाद नहीं मिल पा रहा है। किसान सोसाइटियों की ओर से की जा रही खाद वितरण व्यवस्था पर भी सवाल उठा रहे हैं। प्रशासन जहां जिले में खाद का पर्याप्त भंडारण होने का दावा कर रहा है, वहीं हकीकत कुछ और ही नजर आ रही है। पोर्टल नहीं चलने से परेशानी नायब तहसीलदार नाहिदा अंजुम ने बताया कि पोर्टल न चलने के कारण पिछले दो-तीन दिनों से खाद वितरण में परेशानी आ रही है। खाद वितरण की प्रक्रिया ऑनलाइन है और पोर्टल में दिक्कत होने से समस्या हो रही है। इस संबंध में भोपाल भी शिकायत की गई है। टोकन मिलने के बाद जूझ रहे किसानों ने बताया कि उन्हें खाद के लिए टोकन मिल गए हैं, लेकिन दो-तीन दिनों से खाद नहीं मिल पा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि वे पहले से ही बिजली की समस्या से जूझ रहे हैं और अब खाद की किल्लत उनकी मुसीबत और बढ़ा रही है। प्रदर्शन की अन्य तस्वीरें...
सीकरी कस्बे में ट्रांसफार्मर में लगी आग:शॉर्ट सर्किट से हुआ हादसा, दमकल ने पाया काबू
डीग के सीकरी कस्बे में कुंडावास गुरुद्वारे के पास एक बिजली के ट्रांसफॉर्मर में आग लग गई। घटना रविवार शाम को शॉर्ट सर्किट के कारण हुई। आग की लपटें देखकर वहां से गुजर रहे लोगों में अफरा-तफरी मच गई। समाजसेवी इंजमाम खान ने तत्काल अग्निशमन विभाग को सूचना दी। सूचना मिलते ही अग्निशमन दल मौके पर पहुंचा और आग पर काबू पाया। गनीमत रही कि आग के कारण ट्रांसफॉर्मर में कोई बड़ा विस्फोट नहीं हुआ, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। हालांकि, मौके पर मौजूद कुछ राहगीरों ने अग्निशमन दल की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। उनका आरोप था कि दमकल समय पर पहुंचने के बावजूद आग को तुरंत बुझा नहीं पाई, क्योंकि पानी फेंकने वाले पाइप में पर्याप्त दबाव नहीं था।
सिरसा जिले के गांव नटार में सोमवार को सुबह 11 बजे तालाब में एक युवक की डेडबॉडी देखी गई। अभी तक डेडबॉडी की पहचान नहीं हो पाई है और ज्यादा समय बीत जाने के कारण बॉडी में गलन हो चुकी है। पुलिस को सूचना दे दी गई है। मगर अभी डेढ़ बजे तक गांव में कोई टीम नहीं पहुंची है, जिससे शव को बाहर निकाला जा सके। ग्रामीणों के अनुसार, सुबह 11 बजे तालाब के पास बने मकान में रहने वाले पंच मदनलाल ने ही सबसे पहले डेडबॉडी को देखा था। इसके बाद सरपंच और पुलिस को सूचना दी। ऐसे में पुलिस व अन्य टीम जल्द पहुंचने वाली है। अभी तक डेडबॉडी की पहचान कर पाना मुश्किल है, क्योंकि बॉडी फुल चुकी है और गलन भी है। गांव से कोई भी मिसिंग नहीं गांव से भी कोई मिसिंग नहीं बताया जा रहा। ऐसे में किसी को गांव के व्यक्ति की डेडबॉडी होने का शक नहीं है। यह बॉडी किसी बाहरी व्यक्ति की ही होने का शक जताया जा रहा है, बाकी पहचान होने के बाद ही पता चल सकेगा कि हत्या है या सुसाइड। इसका एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिससे पता लगाना मुश्किल है। तालाब में पड़ी किसी ने नहीं देखी बॉडी ग्रामीणों के अनुसार, पिछले कई दिनों से जोहड़ या तालाब में लोग पशु लेकर नहीं आते। इस वजह से किसी ने तालाब की ओर देखा नहीं। ऐसा लगता है कि करीब छह से सात दिनों से डेडबॉडी तालाब में पड़ी थी। बॉडी बाहर निकालने के बाद ही पता चल सकेगा कि मृतक कौन है और कहां का रहने वाला है और यहां कैसे पहुंचा।
ताजमहल और आगरा किले के बीच में स्थित कॉरिडोर में जमा कूड़े के ढेर में किसी ने आग लगा दी। इससे ताजमहल के आसपास धुआं हो गया। इसकी वजह से कुछ देर के लिए आगरा किला से ताजमहल साफ दिखाई नहीं दिया। अब इसका वीडियो सामने आया है। सोमवार दोपहर लगभग 1 बजे किसी ने कॉरिडोर में एकत्रित कूड़े के ढेर में आग लगा दी। इससे आसमान में सफेद धुआं हो गया। ये धुआं इतना था कि आगरा किला से ताजमहल कुछ देर के लिए धुंधला दिखाई दिया। लगभग एक घंटे तक धुआं उठता रहा। इस बीच किसी ने न तो आग बुझाने का प्रयास किया और न ही धुंए की रोकथाम का कोई बंदोबस्त किया गया। ये स्थिति तब है कि जब प्रदूषण की रोकथाम के लिए शहर में कूड़ा जलाने पर प्रतिबंध है। इसके बावजूद इसकी निगरानी नहीं हो रही। शहर के दूसरे क्षेत्र तो दूर, ताजमहल के आसपास ही कूड़ा जलाया गया। बता दें कि ताजमहल को प्रदूषण से बचाने के लिए इसके 500 मीटर दायरे में ईंधन से चलने वाले चार पहिया प्रतिबंधित हैं। सिर्फ विशेष अनुमति वाले वाहन ही इस दायरे में चल सकते हैं।ताजमहल के पास धुंए की वीडियो सोमवार दोपहर को सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ। सोशल मीडिया पर ये लिखा इस वीडियो के साथ लिखा-ताजमहल के पास ताज कॉरिडोर में पड़े कचरे में किसी ने आग लगा दी, जिसकी वजह से ताज और आगरा किला के पास धुआं ही धुआं नजर आ रहा है। जबकि ताज की वजह से प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों को आगरा से हटा दिया गया है लेकिन सिरफिरे लोग हैं कि ताज के शहर को प्रदूषित कर रहे हैं।
झज्जर जिले के बहादुरगढ़ सेक्टर-16 की औद्योगिक एरिया में सोमवार को एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। मुंबई से इथियम बैटरी और पावर बैंक की खेप लेकर पहुंचे एक कंटेनर में अचानक आग लग गई। आग ने देखते ही देखते पूरे कंटेनर को अपनी चपेट में ले लिया और मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। गनीमत यह रही कि समय पर फायर ब्रिगेड को सूचना देने और त्वरित कार्रवाई के चलते आग पर नियंत्रण पा लिया गया, जिससे जनहानि नहीं हुई। घटना सुबह उस समय हुई, जब यूपी के इलाहाबाद के सुरेश अपने कंटेनर नंबर MH-46-BF-4057 में इथियम बैटरी और पावर बैंक का माल लेकर सेक्टर-16 के प्लॉट नंबर 78 में बनी नास्तिक कंपनी बहादुरगढ़ पहुंचा। जैसे ही सुरेश बैटरियां उतारने लगा, कंटेनर में रखे पैकेटों के बीच से धुआं उठने लगा। कुछ ही पलों में बैटरियों में तेज गर्मी बनने के कारण आग भड़क गई और पूरी खेप धधकने लगी। सूचना मिलते ही 3 गाड़ियां मौके पर पहुंची सुरेश ने तुरंत कंपनी प्रबंधन और फायर विभाग को सूचना दी। कॉल मिलते ही बहादुरगढ़ फायर स्टेशन से तीन फायर ब्रिगेड गाड़ियां मौके पर पहुंची। दमकलकर्मियों ने करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग इतनी तीव्र थी कि कंटेनर के अंदर रखा अधिकतर माल जलकर राख हो गया। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार लाखों रुपए का नुकसान बताया जा रहा है। समय पर पहुंची फायर ब्रिगेड, हादसा टला फायर अधिकारियों के अनुसार इथियम बैटरी और पावर बैंक ज्वलनशील होते हैं और तापमान बढ़ने पर तुरंत आग पकड़ लेते हैं। संभावना है कि ट्रांसपोर्ट के दौरान बैटरियों में घर्षण या ओवर हीटिंग के चलते आग लगी होगी। मौके पर पहुंची टीम ने आग को आसपास की यूनिट्स तक फैलने से रोक दिया, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। कंटेनर में आग का फोटो
गोरखपुर शहर में देर रात ट्रक लेकर घूमने निकले छह दोस्तों ने खूब उत्पात मचाया। शहर के अंदर तेज रफ्तार में ट्रक चलाकर लोगों को भयभीत कर दिया। पुलिसवालों ने रोकने का प्रयास किया तो कुचलने का प्रयास करते हुए भागने लगे। कैंट क्षेत्र में करीब आरकेबीके के पास बैरिकेडिंग लगाकर रोकने का प्रयास किया गया। वे उसे भी तोड़कर निकल गए। कुछ ही दूर जाने पर ट्रक का पहिया फंस गया तो गाड़ी रुक गई। पुलिस ने बल प्रयोग कर 6 लोगों को हिरासत में ले लिया। कूदने के दौरान सभी को हल्की चोटें आई हैं। पकड़े गए युवकों की पहचान पिपराइच के रंजीत पासवान (चालक), कैंपियरगंज का सुहेल अहमद, गोरखनाथ सिंधी काॅलोनी का दीपक कुमार, चिलुआताल के बलराम निषाद, गुलरिहा के प्रमोद कुमार और चिलुआताल के सचिन निषाद के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार सभी युवक नशे में थे और मौज-मस्ती के लिए निकले थे। ट्रक से सात मोबाइल फोन बरामद हुए हैं। पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है। प्रेशर हॉर्न बजाते हुए तेज स्पीड में चला रहे थे ट्रक रविवार की देर रात ट्रक लगभग 12:15 बजे विश्वविद्यालय चौराहे से मोहद्दीपुर की ओर आ रहा था। रास्ते में पुलिस टीम चेकिंग कर रही थी। ट्रक तेज गति और प्रेशर हार्न बजाते हुए पुलिस पार्टी की ओर बढ़ा। पुलिस ने टॉर्च और रोड लाइट की रोशनी में रोकने का इशारा किया तो ड्राइवर और भी तेज गति से बैरिकेडिंग तोड़कर वाहन भगाते हुए कुड़ाघाट की ओर भागने लगा। इसी दौरान ट्रक का टायर बैरिकेड में फंस गया और वाहन रुक गया। पकड़े जाने से बचने के लिए ड्राइवर और उसके पांच साथी ट्रक से कूदकर रेलवे लाइन की ओर भागे। पीछा करने पर सभी युवक रेलिंग कूदते समय ताल के किनारे पत्थरों से टकराकर गिर पड़े। उन्हें काफी चोटें भी आई हैं। थाना प्रभारी संजय कुमार सिंह की तहरीर पर कैंट थाने में 6 युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस कानूनी कार्रवाई कर रही है। वहीं ट्रक को कब्जे में लेकर सीज कर दिया गया है। पुलिस के मुताबिक, ट्रक के अंदर सभी युवक पार्टी कर रहे थे। देर रात में ही उन्हें शहर से बाहर निकलना था। जिस तरह सड़क पर गाड़ी चला रहे थे, कहीं भी एक बड़ा दुर्घटना हो सकती थी।
दुर्ग शहर के एक ऑटो दुकान में चोरी हुई है जिसका सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। पुराने बस स्टैंड स्थित मध्यानी ऑटो स्टोर्स में 15 नवंबर की रात यह वारदात हुई। यह दुकान SP ऑफिस से मात्र 50 मीटर की दूरी पर है। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है। चोर पीछे दीवार पर लगे कूलर के सहारे दुकान पर चढ़ा था। ने दुकान से नकद मोबाइल समेत 40 हजार की चोरी की है। बताया जा रहा है चोर ने दुकान में घुसते ही लगभग सभी सीसीटीवी कैमरों की केबल काट दिया था लेकिन एक कैमरे का तार नहीं कट पाया जिसमें घटना रिकॉर्ड हो गई। 35 हजार नकद और एक मोबाइल चुराया दुकान मालिक मोहित मध्यानी (28) ने बताया कि उन्होंने 15 नवंबर की रात करीब 9:15 बजे दुकान बंद की थी। अगले दिन सुबह 9:15 बजे दुकान खोलने पर काउंटर खुला मिला। काउंटर से लगभग 35,000 रुपए नकद और करीब 5,000 रुपए का सैमसंग मॉडल S-01 अल्ट्रा मोबाइल गायब था। मोहित के अनुसार, चोर ने दुकान में घुसते ही लगभग सभी सीसीटीवी कैमरों की केबल काट दी थी। हालांकि, एक कैमरा चालू रह गया, जिसमें चोरी की पूरी वारदात रिकॉर्ड हो गई। डक्ट कूलर के सहारे ऊपर चढ़ा चोर फुटेज में दिखा कि 20-21 साल का एक युवक रात 11:44 बजे दुकान के पीछे वाली गली से बाइक से पहुंचा। वह दीवार पर लगे डक्ट कूलर के सहारे ऊपर चढ़कर दुकान में दाखिल हुआ। इसके बाद वह सीधे काउंटर तक पहुंचा और नकद व मोबाइल निकालते हुए दिखाई दिया। चोरी के बाद युवक उसी रास्ते से भागता हुआ भी कैमरे में कैद हुआ है। चोरी गए सामान और नकदी की कुल कीमत लगभग 40,000 रुपए आंकी गई है। आरोपी की पहचान में जुटी पुलिस सूचना मिलने पर सिटी कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और सीसीटीवी फुटेज जब्त कर लिया। दुकान मालिक मोहित मध्यानी की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात युवक के खिलाफ धारा 331(4) एवं 305 बीएनएस के तहत अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार, फुटेज साफ है और आरोपी की पहचान के लिए तकनीकी टीम को लगाया गया है। चोरी से पहले रेकी की पुलिस आसपास के अन्य सीसीटीवी कैमरों की भी पड़ताल कर रही है, ताकि युवक के प्रवेश और निकास मार्ग की सटीक जानकारी मिल सके। थाना प्रभारी नवीन सिंह राजपूत ने बताया कि प्रारंभिक जांच में लग रहा है कि आरोपी ने पहले से दुकान के पीछे की जगह की रेकी की थी। संभावना है कि वह इलाके से परिचित हो सकता है।आरोपी की गिरफ्तारी जल्द—पुलिसपुलिस ने आसपास के दुकानदारों से पूछताछ शुरू कर दी है और जल्द ही आरोपी की पहचान कर गिरफ्तारी की बात कही है।
सूरजपुर में एक स्कॉर्पियो वाहन अनियंत्रित होकर पलट गया। इस हादसे में स्कॉर्पियो में सवार सभी 9 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इनमें से सात गंभीर घायलों को बेहतर उपचार के लिए अंबिकापुर रेफर किया गया है। मामला विश्रामपुर थाना क्षेत्र का है। घटना 17 नवंबर की सुबह नेशनल हाईवे 43 पर विश्रामपुर के पास हुई। वाहन में सवार 9 लोग अंबिकापुर से बारात में शामिल होकर रामानुजनगर लौट रहे थे। तभी ड्राइवर ने गाड़ी से नियंत्रण खो दिया। शेष दो घायलों का इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र विश्रामपुर में चल रहा है। हादसे के दौरान सड़क किनारे खड़ी एक स्कूटी भी क्षतिग्रस्त हो गई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। घटना के कारणों का पता लगाया जा रहा है।
बुरहानपुर में इंदौर-इच्छापुर हाईवे पर झीरी से बुरहानपुर शहर तक डामरीकृत सड़क का निर्माण कार्य सोमवार को शुरू हो गया है। नेपानगर विधायक मंजू दादू ने झीरी में इस कार्य का शुभारंभ किया और मार्ग का निरीक्षण किया। यह सड़क पहले जर्जर स्थिति में थी, जिससे लोगों को काफी परेशानी होती थी। विधायक मंजू दादू ने बताया कि इंदौर-इच्छापुर के नए फोरलेन राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण के साथ ही अब झीरी से बुरहानपुर तक की सड़क का कार्य प्रारंभ हुआ है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि बुरहानपुर से शाहपुर और शाहपुर से इच्छापुर तक के सड़क निर्माण का कार्य भी जल्द ही शुरू होगा। पीएम और गडकरी का माना आभार, दी चेतावनीविधायक दादू ने इस सड़क निर्माण की सौगात के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, और खंडवा लोकसभा सांसद ज्ञानेश्वर पाटील का आभार व्यक्त किया। उन्होंने संबंधित एजेंसी के अधिकारियों को कार्य की गुणवत्ता और प्रगति का सूक्ष्मता से सतत निरीक्षण करने का निर्देश दिया, साथ ही किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त न करने की चेतावनी दी। जर्जर मार्ग से मिलेगी राहतविधायक मंजू दादू ने कहा कि यह मार्ग पहले जर्जर स्थिति में था, जिससे आवागमन में कठिनाइयां होती थीं। निर्माण कार्य पूरा होने के बाद लोगों को बेहतर सुविधा मिलेगी और यात्रा सुगम होगी। उन्होंने जल्द ही इस निर्माण कार्य के पूर्ण होने की उम्मीद जताई। ये रहे शुभारंभ के दौरान मौजूदइस अवसर पर पूर्व राज्य मंत्री संजय जाधव, जिला पंचायत सदस्य अनिल राठौर, मनोज टंडन, भाजपा नेता गजेंद्र पाटील, जन भागीदारी समिति अध्यक्ष महेंद्र कामले, जय पाटील, एमआईसी चैयरमैन व पार्षद भारत इंगले, नितेश दलाल, राजेश महाजन, भारत मराठे, मंडल अध्यक्ष अमोल भगत, सरपंच आशा विकास कैथवास सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।
कोटा के एमबीएस अस्पताल में एक नाबालिग की मौत का मामला सामने आया है। 17 वर्षीय बालिका बूंदी जिले की रहने वाली थी। नाबालिग की गुमशुदगी का मुकदमा उदयपुर के अंबा माता थाने में दर्ज है। रविवार शाम को बालिका को तबीयत बिगड़ने पर एक युवक ने कोटा के एमबीएस अस्पताल में भर्ती करवाया था, लेकिन हालत ज्यादा खराब होने पर वह युवक अस्पताल से फरार हो गया। नाबालिग ने अस्पताल में तोड़ा दम नयापुरा थाना अधिकारी विनोद नागर ने बताया कि बालिका को रविवार शाम करीब 6 से 7 बजे के बीच युवक ने एमबीएस अस्पताल में भर्ती कराया था। रविवार को देर रात करीब 2.30 बजे इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने तुरंत इसकी सूचना परिजनों और उदयपुर पुलिस को दी। मृतका के परिजन पहुंचे कोटा नागर ने बताया कि बालिका का शव एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में पोस्टमार्टम के लिए रखवाया गया। सूचना के बाद सोमवार सुबह मृतका के परिजन भी कोटा पहुंच गए। उदयपुर में नाबालिग की गुमशुदगी का मामला दर्ज था नयापुरा थाना अधिकारी ने बताया कि उदयपुर में नाबालिग की गुमशुदगी का मामला दर्ज था। परिजनों ने एक युवक पर शक जताया था, जो बूंदी के नैनवां थाना इलाके का रहने वाला है। उदयपुर से कोटा जा रही थी 17 वर्षीय बालिका प्रारंभिक जानकारी के अनुसार लड़की उदयपुर से कोटा की बस में यात्रा कर रही थी, तभी उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। इसके बाद उसके साथ में जा रहे युवक ने उसे अस्पताल पहुंचाया, लेकिन गंभीर स्थिति देखते ही वह मौके से गायब हो गया। प्रारंभिक जांच में प्रेस-प्रसंग से जुड़ा हो सकता है मामला उन्होंने ने बताया कि गुमशुदगी का मुकदमा 14 नवंबर की शाम को दर्ज किया गया था और प्रथम दृष्टया मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा लग रहा है। फिलहाल उदयपुर पुलिस कोटा पहुंचकर पोस्टमार्टम और अन्य कानूनी प्रक्रियाएं पूरी करेगी। पुलिस मौत के वास्तविक कारणों की जांच में जुट गई है। नाना-नानी के साथ उदयपुर में रहती थी बालिका पुलिस के मुताबिक,बालिका नाना-नानी के साथ यहां उदयपुर में रहती थी। लेकिन वह अचानक घर से गायब हो गई। इसके बाद नाना-नानी ने उदयपुर के अंबा माता थाने में गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज कराया। जिसके बाद पुलिस उसकी तलाश में जुट गई थी।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस में संगठनात्मक बदलाव का इंतजार अब खत्म होने वाला है। जिलाध्यक्षों की नई सूची किसी भी वक्त जारी हो सकती है, कल देर रात दिल्ली में राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की बैठक हुई, जिसमें जिलाध्यक्षों के नामों पर विस्तार से चर्चा की गई। अब सोमवार को एआईसीसी की बैठक में इन नामों पर अंतिम मुहर लगनी तय मानी जा रही है। इस बैठक में नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज और प्रदेश के तीनों प्रभारी भी मौजूद रहेंगे। हर जिले के लिए 6-6 नामों का है पैनल कांग्रेस ने ‘संगठन सूजन अभियान’ के दौरान 9 से 17 अक्टूबर तक प्रदेश के 41 जिलों में पर्यवेक्षक भेजे थे। हर जिले से छह नामों का पैनल तैयार कर एआईसीसी को भेजा गया था। इसके बाद वरिष्ठ नेताओं से चर्चा कर शॉर्टलिस्ट बनाई गई। राहुल गांधी के साथ हुई चर्चा के बाद अब नाम लगभग फाइनल हो चुके हैं। कांग्रेस बिहार चुनाव के बाद अब पूरी तरह संगठन को मजबूत करने में जुटी है, इसलिए छत्तीसगढ़ में यह फेरबदल अहम माना जा रहा है। किस जिले से कौन हैं दावेदार कांग्रेस संगठन में जिलाध्यक्षों की दौड़ में कई नामों की चर्चा है— रायपुर शहर: सुबोध हरितवाल, श्रीकुमार मेनन, विनोद तिवारी रायपुर ग्रामीण: प्रवीण साहू, उधोराम वर्मा, भावेश बघेल कोरबा शहर: नत्थू, पालू राम कोरबा ग्रामीण: मनोज खैरागढ़: सुनील, अशोक साहू, हेमंत वैष्णव, रंजीत चंदेल धमतरी: निशू, तारणी, पंकज महावर इस बार कांग्रेस के संगठन में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। 41 जिलाध्यक्षों में से केवल पांच को ही दोबारा मौका मिल सकता है, क्योंकि ये नियुक्तियां अभी कुछ महीने पहले ही हुई थीं। बाकी जिलों में नए चेहरे सामने आने तय हैं। कांग्रेस पहली बार परफॉर्मेंस-बेस्ड सिस्टम अपना रही है, जिसमें हर छह महीने में जिलाध्यक्षों के काम की समीक्षा होगी। दुर्ग, पाटन, सरगुजा, अंबिकापुर और बलरामपुर के जिलाध्यक्ष दोबारा अपनी कुर्सी बचा सकते हैं। नई सूची जारी होने से पहले ही पूरे प्रदेश में चर्चा तेज है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस में अगले 48 घंटे बेहद अहम रहने वाले हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने धर्मांतरण विरोधी कानून को लेकर राज्य सरकार को नोटिस जारी किया है। जस्टिस विक्रमनाथ और जस्टिस संदीप मेहता की बेंच ने जयपुर कैथोलिक वेलफेयर सोसाइटी की याचिका पर सुनवाई करते हुए राज्य सरकार से चार सप्ताह में जवाब मांगा है। याचिका में कहा गया था- धर्मांतरण विरोधी कानून सुप्रीम कोर्ट के फैसलों और मानकों से परे है। इस बिल को बनाते समय विधायिका ने अपने क्षेत्राधिकार से बाहर जाकर काम किया है। यह कानून संवैधानिक सीमाओं का भी उल्लंघन करता है। दरअसल, राजस्थान में 29 अक्टूबर से यह कानून लागू हो गया है। धर्म परिवर्तन कराने वाली संस्था के खिलाफ कड़े प्रावधानराजस्थान विधानसभा ने 9 सितंबर को धर्मांतरण विरोधी बिल (राजस्थान विधिविरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध विधेयक 2025) को पास किया था। राज्यपाल से मंजूरी मिलने के बाद 29 अक्टूबर को इसकी अधिसूचना जारी कर दी गई। इसके बाद कानून के प्रावधान पूरे प्रदेश में लागू हो गए हैं। सामूहिक धर्म परिवर्तन कराने वाली संस्थाओं पर चलेगा बुलडोजरनए कानून में धर्मांतरण कराने वाली संस्थाओं पर बुलडोजर चलाने का भी प्रावधान है। गलत तरीके से धर्म परिवर्तन कराने वाली संस्थाओं के भवनों को सील करने और तोड़ने का प्रावधान किया गया है। बुलडोजर एक्शन तभी होगा, जब उनमें नियमों का उल्लंघन हुआ हो या अतिक्रमण करके बनाई गई हों। स्थानीय निकाय और प्रशासन जांच के बाद ही बुलडोजर चलाएंगे। अगर किसी जगह पर सामूहिक धर्म परिवर्तन होता है तो वहां उस संपत्ति को तोड़ा जा सकेगा। जिस भवन में सामूहिक धर्म परिवर्तन हुआ है, उसे प्रशासन जब्त करेगा। लव जिहाद के मामलों में 20 साल की सजा का प्रावधानलव जिहाद के मामलों में 20 साल की सजा होगी। केवल धर्म परिवर्तन के उद्देश्य से की गई शादी को भी रद्द करवाया जाएगा। अगर कोई व्यक्ति अपनी मर्जी से धर्म बदलना चाहता है तो प्रशासन की मंजूरी लेना जरूरी होगा। धर्म परिवर्तन से कम से कम 90 दिन पहले कलेक्टर या एडीएम को सूचना देनी होगी। घोषणा पत्र देना होगा कि वह अपनी सहमति से धर्म परिवर्तन करना चाहता है। धर्म परिवर्तन कराने वाले धर्माचार्य को भी दो महीने पहले मजिस्ट्रेट के यहां नोटिस देना होगा। इसके बाद धर्म परिवर्तन की सूचना कलेक्टर, एडीएम के दफ्तर के नोटिस बोर्ड पर लगाई जाएगी। 2 महीने में आपत्तियां मांगी जाएंगी। कोई आपत्ति आने पर उसकी सुनवाई और निपटारे के बाद ही धर्म परिवर्तन हो सकेगा। ... ये खबर भी पढ़िए- अब नए कानून में दर्ज होंगे जबरन धर्मांतरण के मामले:लव जिहाद करने पर 20 साल की सजा; धर्म परिवर्तन के लिए सरकार की मंजूरी जरूरी प्रदेश में अब बहला-फुसलाकर और लोभ-लालच देकर धर्म परिवर्तन करने से जुड़े मुकदमे नए कानून में दर्ज होंगे। धर्म परिवर्तन से जुड़े सभी मामलों में जमानत भी नहीं होगी। (पढ़िए पूरी खबर)
कुक्षी में MBBS छात्र का शव मिला:दीपावली पर कजाकिस्तान से लौटा था; सिर पर चोट के निशान
कुक्षी में बाग बायपास रोड स्थित अंबेडकर चौराहे के पास सोमवार सुबह एक 23 वर्षीय युवक का शव मिला। मृतक की पहचान सचिन मंडलोई के रूप में हुई है, जो कजाकिस्तान यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस (डॉक्टर) का तीसरे वर्ष का छात्र था। वह दीपावली की छुट्टियों में घर आया हुआ था। उसके सिर पर दो गहरे चोट के निशान मिले हैं। परिजनों ने बताया कि सचिन मंगलवार शाम 7:30 बजे सुतार मोहल्ले स्थित अपने घर से सामान लेने निकला था। रात 8:30 बजे जब परिजनों ने उसे फोन किया, तो किसी तीसरे व्यक्ति ने फोन उठाया। उसने बताया कि फोन अंबेडकर चौराहे के पास बज रहा था और उसे वहीं मिला है। रात भर घर नहीं लौटने पर परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। उनके अनुसार, जब उन्होंने सचिन के मोबाइल पर दोबारा कॉल किया, तो एक अज्ञात व्यक्ति ने फोन उठाया और बताया कि फोन सड़क पर पड़ा मिला था। पुलिस को बुधवार सुबह युवक का शव मिला। पुलिस ने सचिन का मोबाइल फोन अपने कब्जे में ले लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। फोरेंसिक जांच दल पहुंचा थाना प्रभारी राजेश यादव ने जानकारी दी कि मृतक का पोस्टमॉर्टम तीन डॉक्टरों के पैनल से कराया जाएगा। शव का एक्सरे भी कराया गया है। फोरेंसिक जांच दल भी कुक्षी पहुंच गया है। पुलिस को उम्मीद है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से मौत के कारणों का खुलासा होगा। पुलिस उस व्यक्ति मोहन सिरवी से भी पूछताछ कर रही है, जिसे सचिन का मोबाइल फोन मिला था। पुलिस ने बताया कि मामले की गहनता से जांच की जाएगी और युवक के मोबाइल की कॉल डिटेल भी खंगाली जाएगी। हत्या का आरोप परिजनों ने सचिन की हत्या का आरोप लगाया है और दोषियों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। मृतक के भाई रोहित मंडलोई ने बताया कि जिस व्यक्ति को रविवार रात में मोबाइल मिला था, उस समय शव वहां नहीं था। सोमवार सुबह उसी स्थान पर उनके भाई सचिन का शव मिला है।
हरियाणा के नारनौल में नागरिक अस्पताल में सुपरवाइजर ने सफाईकर्मी को थप्पड़ मार दिया। थप्पड़ मारने की घटना से नाराज एचकेआरएन के कर्मचारियों ने सुबह कामकाज ठप कर दिया। जिसके कारण करीब दो घंटे तक नागरिक अस्पताल में कोई काम नहीं हो पाया। बाद में मौके पर पहुंची एमएस ने कर्मचारियों को समझाया। जिसके बाद ही कर्मी काम पर लौटे। नागरिक अस्पताल में कार्यरत कर्मचारी अनूप ने बताया कि वह अस्पताल में स्वीपर के पद पर कार्यरत है और उसकी ड्यूटी इमरजेंसी वार्ड में है। बीते कल भी वह सुबह की शिफ्ट में कार्यरत था। इस दौरान उसको कोई काम हो गया। वह वहां पर वार्ड इंचार्ज और अन्य स्टाफ को कहकर 10 मिनट के लिए बाहर चला गया। सुपरवाइजर ने मार दिया थप्पड़ 10 मिनट बाद वह वापस आया तो मनोज सुपरवाइजर ने उससे पूछा की कहां गया था। तब उसने बताया कि वह पूछकर किसी काम से गया था। इस पर मनोज ने बिना किसी की सुने उसके साथ गाली गलौच शुरू कर दी। अभद्र भाषा का प्रयोग किया और गला पकड़कर उसे थप्पड़ मार दिया। चिकित्सा अधिकारी को दी शिकायत अनूप ने बताया कि इसके बाद उसने एमएस को शिकायत भी भेजी, मगर उसकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिसके बाद आज उन्होंने अन्य कर्मचारियों को यह बात बताई तो कर्मचारियों ने मिलकर हड़ताल शुरू कर दी। दो घंटे लोग रहे परेशान कर्मचारियों ने हड़ताल शुरू कर अस्पताल के गेट के सामने नारेबाजी की। वहीं हड़ताल पर बैठ गए। सूचना मिलने पर एसएस आशा शर्मा ने पहुंचकर कर्मचारियों से बात की। उन्होंने कर्मचारियों को समझाया। वहीं सुपरवाइजर मनोज को बुलाकर माफी मंगवाई। जिसके बाद ही कर्मचारी काम पर लौटे। इससे करीब 2 घंटे तक अस्पताल में आए लोगों को परेशानी हुई। सुपरवाइजर बोला- नहीं मारा थप्पड़ इस बारे में सुपरवाइजर मनोज से बात की तो मनोज ने बताया कि अनूप शादी ब्याह में हलवाई का काम करता है। यह शादियों का सीजन है। इसलिए वह कई बार बिना बताए काम पर चला जाता है। उसने कई बार अनूप को टोका है, मगर वह नहीं मानता। थप्पड़ मारने का आरोप बेबुनियाद है।
राजसमंद झील तक पानी पहुंचाने वाले खारी फीडर को मजबूत करने का काम होना है, जिसके लिए लोगों की जमीनें ली जाएंगी। इस जमीन लेने के काम को सही और पारदर्शी बनाने के लिए 18 नवंबर से पूरे जिले में लोगों की शिकायतें और सुझाव सुनने का कार्यक्रम (जनसुनवाई) शुरू किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में जिन जमीन मालिकों की जमीनें प्रभावित हो रही हैं, उनसे उनकी आपत्तियां और सुझाव लिए जाएंगे। अवाप्ति प्रक्रिया के लिए जनसुनवाई का आगाज जल संसाधन विभाग के इंजीनियर मान सिंह जोरवाल ने बताया कि खारी फीडर से प्रभावित हर गांव में एक तय तारीख पर सुनवाई होगी, ताकि ग्रामीण बिना किसी डर के सीधे अपनी बात रख सकें और जमीन अधिग्रहण का काम ईमानदारी और निष्पक्षता से हो सके।
हिसार के हांसी में सोमवार को उपमंडल परिसर में आयोजित समाधान शिविर लोगों की लंबित समस्याओं का आइना बनकर सामने आया। नायब तहसीलदार सुरेश कुमार ने आमजन की शिकायतें तो सुनीं, लेकिन अधिकतर मामलों में विभागीय देरी, कागजी कार्रवाई की ढिलाई और लोगों को बार-बार चक्कर लगाने की मजबूरी साफ दिखाई दी। शिविर में सबसे ज्यादा शिकायतें राशन कार्ड कटने और फैमिली आईडी में गलत आय दर्ज होने से जुड़ी रहीं। कई ग्रामीण दूसरी बार शिविर पहुंचे, लेकिन समाधान की उम्मीद अब भी अधूरी है। खरकड़ा गांव से आए ग्रामीणों ने बताया कि 2018 में भाइयों के खाते अलग किए गए थे और 2023 में कब्जा भी मिल चुका है, इसके बावजूद 2023 से 2025 तक इंतकाल अभी तक दर्ज नहीं हुआ। आवास योजना में पहले नाम था, अब काट दिया चैन्नत गांव के राजेंद्र ने बताया कि उनकी मां अंग्रेजी काल के खंडहरनुमा मकान में रहती हैं। 2019 से 2025 तक उनका नाम प्रधानमंत्री आवास योजना की सूची में था, लेकिन जनवरी 2025 के सर्वे में नाम हटा दिया गया। अगस्त 2025 में एसडीएम को ज्ञापन देने के बाद बीडीओ और पंचायती राज विभाग ने जांच तो की, परंतु अब तक कोई भी जांच रिपोर्ट अधिकारियों तक नहीं पहुंची। उन्होंने कहा कि मकान जर्जर है और एक भाई मानसिक रूप से बीमार है, जिसे मजबूरी में जंजीर से बांधकर रखना पड़ता है, फिर भी उन्हें योजना का लाभ नहीं मिल पाया। आय गलत दर्ज होने से राशन बंद कुंभा गांव के मोनू, जो दिव्यांग हैं और किराए की ई-रिक्शा चलाकर परिवार का खर्च चलाते हैं, फैमिली आईडी में आय गलत दर्ज होने से राशन कार्ड कटने की शिकायत लेकर दूसरी बार शिविर पहुंचे। थूराना गांव के उमेद सिंह भी लगातार कई समाधान शिविरों में अपनी समस्या रख चुके हैं, लेकिन समाधान अब तक नहीं हुआ। ग्रामीणों ने मांग की कि समाधान शिविर केवल औपचारिकता बनकर न रह जाएं, बल्कि लोगों की समस्याओं का समयबद्ध और प्रभावी निपटारा सुनिश्चित किया जाए।
अंता (बारां) उपचुनाव में बीजेपी की हार की वजह पार्टी की अंदरूनी खींचतान को माना जा रहा है। यह बात बारां जिले की छबड़ा सीट से विधायक प्रताप सिंह सिंघवी के पत्र में सामने आई है। उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखा है। यह पत्र उन्होंने वोटिंग से चार दिन पहले लिखा था। इसमें उन्होंने खुद की अनदेखी और पार्टी के भीतर चल रही आपसी खींचतान का जिक्र किया। उन्होंने लिखा- छबड़ा सीट से मेरे पिता जनसंघ और बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीते। साल 1977 में स्वर्गीय भैरों सिंह शेखावत के लिए उन्होंने इस सीट को खाली किया। इसी सीट से मुझे सात बार जीतने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। पार्टी के लगातार विश्वास से ही मैं राजस्थान विधानसभा में दूसरा सबसे वरिष्ठ विधायक हूं। स्टार प्रचारकों में शामिल नहीं किया गयाउन्होंने लिखा- अंता में प्रचार के लिए 17 अक्टूबर 2025 को 40 नेताओं की सूची जारी की गई। इसमें मुझे शामिल नहीं किया गया। मुझसे जूनियर बारां जिले के दो अन्य विधायकों का नाम इसमें शामिल है। इससे मेरा मन आहत हुआ। मैंने अपनी मनोदशा से बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ को अवगत कराया। फिर भी मेरी उपेक्षा का क्रम यहीं नहीं थमा। पार्टी की ओर से 24 अक्टूबर 2025 को उपचुनाव के लिए चुनाव समिति घोषित की गई। इसमें मेरा नाम सदस्य के तौर पर सातवें क्रम में शामिल किया गया। इस पर मुझे कोई असंतोष नहीं है। लेकिन आज तक समिति ने न तो मुझे कोई संपर्क किया और न ही मुझे कोई जिम्मेदारी देना उचित समझा। ऐसा षड्यंत्र किसने और क्यों किया?पत्र में आगे विधायक सिंघवी ने लिखा- मुझे अपमानित करने की इंतहा तो तब हो गई, जब 6 नवम्बर 2025 को अंता-मांगरोल में आयोजित सीएम भजनलाल शर्मा की विजय संकल्प यात्रा का विज्ञापन समाचार पत्रों में दिया गया। इसमें बारां जिले के पार्टी को दोनों विधायकों राधेश्याम बैरवा और ललित मीणा का फोटो प्रकाशित किया गया, लेकिन मेरा नाम तक नहीं दिया गया। इस अनपेक्षित घटनाक्रम से मेरा मन अत्यन्त व्यथित है। मैं अभी तक यह समझने में असमर्थ हूं कि ऐसा षड्यंत्र किसने, क्यों और किस स्वार्थ से किया गया। हार के बाद उठ रहे कई सवालअंता उपचुनाव में हार के बाद कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। पार्टी ने जिन 40 नेताओं को प्रचार की जिम्मेदारी दी थी, उनमें से आधे से ज्यादा नेता प्रचार के लिए ही नहीं पहुंचे। चुनाव प्रबंधन, अंदरूनी खींचतान और गुटबाजी को लेकर उठे सवालों पर बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा था कि हार किसी एक की नहीं, बल्कि सामूहिक जिम्मेदारी है। सबसे ज्यादा जिम्मेदारी मेरी है। उन्होंने कहा था- हम हार की समीक्षा करेंगे और कहीं कोई ऑपरेशन भी करना पड़ा तो करेंगे। --- अंता उपचुनाव की यह खबर भी पढ़िए... अंता में कैसे फेल हुआ बीजेपी का चुनावी मैनेजमेंट?:मंत्रियों की दूरी बड़ा कारण, नरेश मीणा का गलत एनालिसिस भी पड़ा भारी कांग्रेस ने आखिरकार अंता सीट बीजेपी से छीन ली है। सत्ता में होने के बावजूद बीजेपी क्यों हारी और कांग्रेस ने कैसे इस सीट को जीतने में कामयाबी हासिल की? इसके कारण भी चौंकाने वाले हैं। (पूरी खबर पढ़ें)
रीवा में रविवार को एक माह के मासूम बच्चे की जान बचाने के लिए एक बड़ा मेडिकल रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। दिल में छेद (CHD) की गंभीर बीमारी से पीड़ित नवजात को रीवा एयरपोर्ट से एयर एम्बुलेंस के जरिए एयरलिफ्ट कर मुंबई के SRCC चिल्ड्रन हॉस्पिटल रेफर किया गया। यह पूरा ऑपरेशन उपमुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ला के निर्देश पर तत्काल प्रभाव से शुरू किया गया, जिसमें राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (RBSK) और पीएम श्री योजना ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जन्म के बाद से बिगड़ता स्वास्थ्य, जांच में सामने आई गंभीर समस्यारायपुर ब्लॉक के रहने वाले शशिभूषण तिवारी और प्रियंका पाठक के घर एक माह पहले जन्मे बेटे की तबीयत कुछ ही दिनों में बिगड़ने लगी। परिजन उसे पहले एक निजी अस्पताल ले गए, जहां बच्चे को निमोनिया बताकर इलाज किया गया, लेकिन स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ। इसके बाद उन्होंने बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. शब्द सिंह से संपर्क किया। डॉक्टर ने कार्डियक इको करवाया। हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. के.डी. सिंह की जांच में पता चला कि बच्चे के दिल में छेद है और उसकी स्थिति बेहद गंभीर होती जा रही है। आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण परिजन नवजात को कुशाभाऊ ठाकरे जिला अस्पताल लाए, जहां सिविल सर्जन डॉ. प्रतिभा मिश्रा ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बच्चे को भर्ती कराया। उन्होंने मामले को RBSK शाखा के शीघ्र हस्तक्षेप प्रबंधक विष्णु प्रताप सिंह तक पहुँचाया। टीम ने तत्काल पंजीयन प्रक्रिया शुरू की और मुंबई स्थित पीडियाट्रिक सर्जन डॉ. प्रिया प्रधान से समन्वय बनाया, जिन्होंने तुरंत उपचार के लिए हरी झंडी दे दी। उपमुख्यमंत्री के निर्देश पर मिनटों में तैयार हुआ एयर एम्बुलेंस प्लानउपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला के निर्देश पर रीवा कलेक्टर प्रतिभा पाल, CMHO और SGMH अधीक्षक डॉ. राहुल मिश्रा की टीम ने रातोंरात बच्चे को मुंबई भेजने की तैयारी शुरू की। बच्चे का ऑक्सीजन लेवल गिर रहा था और हालत तेजी से बिगड़ रही थी, इसलिए एयर एम्बुलेंस ही एकमात्र सुरक्षित विकल्प था। रविवार सुबह 9 बजे रीवा एयरपोर्ट से मासूम को एयर लिफ्ट किया गया और सीधे SRCC हायर सेंटर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने तुरंत उपचार शुरू कर दिया। आयुष्मान भारत योजना के तहत होगी सर्जरीSGMH अधीक्षक डॉ. राहुल मिश्रा ने बताया कि बच्चे की हृदय सर्जरी आयुष्मान भारत योजना के तहत पूरी तरह निशुल्क कराई जाएगी। डॉक्टरों का कहना है कि समय पर एयर लिफ्ट और उचित उपचार मिलने से बच्चे के स्वस्थ होने की पूरी उम्मीद है।

