हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी आज को यमुनानगर पहुंच रहे हैं। सबसे पहले वें श्री गुरु तेग बहादुर जी के शहीदी दिवस पर आयोजित यात्रा में सुबह 11 बजे शामिल होंगे। इसके बाद दोपहर करीब 1 बजे वे यमुनानगर जिले के प्रसिद्ध कलेसर नेशनल पार्क पहुंचकर लगभग जंगल सफारी का लुत्फ उठाएंगे। इस दौरान वे प्रदेश के पहले ऐसे मुख्यमंत्री होंगे जो कलेसर में जंगल सफारी करेंगे। मुख्यमंत्री के दौरे को देखते हुए वन्य प्राणी विभाग ने पार्क में व्यापक इंतजाम किए हैं। जंगल सफारी ट्रैक को पूरी तरह समतल कर दिया गया है। सफारी के लिए 8 से 10 हाई-पावर दूरबीनें उपलब्ध कराई गई हैं, जिनसे मुख्यमंत्री हाथी, चीता, बाघ, सांभर, चीतल, हिरण, जंगली मोर, अजगर, कोबरा, लंगूर आदि वन्य प्राणियों को करीब से निहार सकेंगे। 18 फीट ऊंचा ट्री-हाउस बनाया जा रहा पार्क में पहली बार 18 फीट ऊंचाई पर ट्री-हाउस भी बनाया जा रहा है, जिसका निर्माण मुरादाबाद के कारीगर कर रहे हैं। यह ट्री-हाउस नए मुख्यद्वार के पास तैयार हो रहा है। इससे वनकर्मी ऊंचाई से पूरे जंगल पर नजर रख सकेंगे। इसके अलावा पार्क में अब दो मुख्यद्वार होंगे। नया मुख्यद्वार प्रवेश के लिए और पुराना मुख्यद्वार निकासी के लिए होगा। नए मुख्यद्वार के पास टिकट हाउस भी बनाया जा रहा है, जहां से सैलानी सीधे टिकट लेकर सफारी का आनंद ले सकेंगे। मुख्यमंत्री इस नए मुख्यद्वार का उद्घाटन करेंगे तथा वन्य प्राणी विभाग परिसर में आयोजित जनसभा को संबोधित भी करेंगे। 11, 570 एकड़ में फैला है नेशनल पार्क हिमाचल की शिवालिक पहाड़ियों से सटा 11 हजार 570 एकड़ में फैला कलेसर नेशनल पार्क जैव-विविधता के लिए प्रसिद्ध है। यहां चार लोहे के वॉच टावर पहले से मौजूद हैं, जिनसे वन्य प्राणियों पर निगरानी रखी जाती है।वन्य प्राणी निरीक्षक लीलू राम ने बताया कि मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। नया रास्ता, टिकट घर और ट्री-हाउस सहित सभी कार्य समय से पूरे कर लिए गए हैं।
हिसार में ट्रांसपोर्टर की हत्या मामले में पुलिस ने चौथे आरोपी को पकड़ लिया है। गिरफ्तार आरोपी की पहचान राजापुर, उत्तर प्रदेश निवासी अभिषेक के रूप में हुई है। अभिषेक पर 6 अक्टूबर को सुंदर नगर निवासी राजेश की गोली मारकर हत्या करने में शामिल होने का आरोप है। उसने मुख्य आरोपी को वारदात में इस्तेमाल हथियार उपलब्ध कराया था। राजेश की गिरफ्तारी से खुलासा हुआ है कि मृतक ट्रांसपोर्टर राजेश की हत्या पारिवारिक रंजिश के चलते की गई थी। पुलिस प्रवक्ता के अनुसार, 6 अक्टूबर की शाम थाना शहर हिसार को सुंदर नगर में गोली चलने की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंची पुलिस को गली में एक व्यक्ति मृत अवस्था में मिला, जिसकी पहचान राजेश के रूप में हुई। शव को कब्जे में लेकर सिविल अस्पताल भेजा गया और मृतक के भाई की शिकायत पर हत्या सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया था। हमलावरों ने सीने पर मारी थी गोली हिसार के सुंदर नगर इलाके में 6 अक्टूबर की रात 8 बजे बाइक पर सवार होकर आए दो लोगों ने ट्रांसपोर्टर राजेश (45) के सीने में गोली मारी थी। गोली लगने के बाद राजेश मौके पर ही नीचे गिर गया था। गोली की आवाज सुनकर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। इसके बाद उन्होंने पुलिस को घटना की सूचना दी और राजेश को अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने अजय को मृत घोषित कर दिया। पुलिस का कहना है कि राजेश मूल रूप से भिवानी के नकीपुरा गांव का रहने वाला था। पारिवारिक रंजिश का निकला मामला जांच में सामने आया कि मृतक राजेश और मुख्य आरोपी अमित उर्फ धोला के बीच दूर की रिश्तेदारी को लेकर विवाद चल रहा था। इसी रंजिश के चलते अमित ने अपने साथी सोनू उर्फ सरपंच के साथ मिलकर राजेश की रेकी की और योजनाबद्ध तरीके से हत्या को अंजाम दिया। पुलिस ने पहले ही मुख्य आरोपी अमित उर्फ धोला और सोनू उर्फ सरपंच को गिरफ्तार कर 10 दिन का रिमांड लिया हुआ है। एक नाबालिग आरोपी को भी अभिरक्षा में लेकर ऑब्जर्वेशन होम भेजा जा चुका है। पुलिस इस मामले में गहन जांच कर रही है और अन्य पहलुओं पर भी पड़ताल जारी है। शादी को हो गए थे 16 साल, पत्नी से अलग रहता था अजय ट्रांसपोर्ट के काम के साथ राजेश कनफेक्शनरी की दुकान भी चलाता था। उसकी शादी को करीब 16 साल हो गए थे। उसका 15 साल का एक बेटा और एक एक छोटी बेटी है। पड़ोसियों का कहना था कि राजेश करीब 5 साल से पत्नी से अलग रह रहा था। दुकान के पास ही कमरा लेकर अपनी गर्लफ्रेंड के साथ रहता था। आखिरी बार दशहरे पर अपने बच्चों से मिलने गया था। पत्नी मंजीत बच्चों के साथ हिसार के मिलगेट एरिया में रहती है। दोनों के बीच गर्लफ्रेंड को लेकर झगड़ा भी होता रहता था। कोरोना काल में मुंबई से हिसार आया था राजेश पहले मुंबई में रहकर ट्रांसपोर्ट का काम करता था। कोरोना काल में मुंबई छोड़कर हिसार आ गया था। अब हिसार से ही मुंबई के ट्रांसपोर्ट का काम देखता था। इसके बाद उसने कनफेक्शनरी की दुकान भी खोल ली। ट्रांसपोर्टर की हत्या की जानकारी देता भाई संतो।
जोधपुर में ट्रैफिक पुलिस ने सोमवार को शहरभर में विशेष चेकिंग अभियान चलाकर ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की। अलग-अलग इलाकों में की गई जांच के दौरान एक ही दिन में कुल 2367 वाहन चालकों के चालान बनाए गए। एडीसीपी (ट्रैफिक) दुर्गाराम चौधरी ने बताया कि ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर बनाने और सड़क दुर्घटनाओं पर नियंत्रण के लिए यह अभियान चलाया गया। इसमें 185 एमवी एक्ट के तहत 19, तेज गति से वाहन चलाने के 494, खतरनाक तरीके से ड्राइव करने के 105, गलत दिशा से आने-जाने के 1434, बिना रिफ्लेक्टर के 220 और बिना नंबर की गाड़ियों के 95 चालान किए गए। एडीसीपी दुर्गाराम चौधरी ने कहा कि कई वाहन चालक लापरवाही से नियमों की अनदेखी कर खुद की और दूसरों की जान जोखिम में डालते हैं। ऐसे चालकों के खिलाफ कड़े कदम उठाए जाएंगे। ये अभियान आगे भी लगातार जारी रहेगा।ट्रैफिक पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे यातायात नियमों का पालन करें, वाहन चलाते समय सीट बेल्ट और हेलमेट का उपयोग अनिवार्य रूप से करें तथा सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता दें।
करनाल के मार्किट कमेटी कार्यालय की सस्पेंडेड सचिव आशा रानी कोई ओर नहीं बल्कि पूर्व विधायक मामूराम गोंदर की बेटी है। आशा रानी कोई पहली बार सस्पेंड नहीं हुई है, इससे पहले भी वर्ष 2016 में करनाल की इसी मंडी में आशा रानी सस्पेंड हुई थी और 2018 में इसको क्लीन चीट मिल गई थी। सस्पेंड होने के बाद से ही पुलिस आशा रानी को गिरफ्तार करने के लिए दबिश दे रही है, लेकिन आशा रानी अभी कथित तौर पर फरार बताई जा रही है। हालांकि बात यह भी सामने आई है कि गिरफ्तारी से बचने के लिए मंडी सचिव आशा रानी ने अदालत में अग्रिम जमानत याचिका लगाई थी, लेकिन अदालत ने जमानत याचिका खारिज कर दी है। वही सूत्रों की माने तो अब आशा रानी हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका लगाने की जुगत में है। आपको बता दे कि नई अनाज मंडी करनाल में हुए धान घोटाले में एफआईआर दर्ज होने के 11 दिन बाद शनिवार को मंडी सचिव आशा रानी को विभाग ने सस्पेंड कर दिया है। इन पर चार नवंबर को केस दर्ज हुआ था। तब से सचिव अपने कार्यालय से नदारद हैं। मंडी सचिव की गिरफ्तारी के लिए पुलिस संदिग्ध ठिकानों पर भी दबिश दे रही है। डीएमईओ ईश्वर सिंह की शिकायत पर मंडी सचिव आशा रानी, मंडी कर्मचारी राजेंद्र कुमार, अजय कुमार व अमित कुमार के खिलाफ करनाल शहर थाने में केस दर्ज किया गया था। चारों आरोपियों की अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई है। मामले में मंडी सुपरवाइजर पंकज तुली और दो कंप्यूटर ऑपरेटर पुलिस गिरफ्त में आ चुके हैं। इनसे हुई पूछताछ में फर्जी तरीके से गेट पास काटने और धान घोटाले संबंधित मामले का खुलासा हुआ। दो बड़े फर्जीवाड़ों के मामले से हिला शासन व प्रशासन करनाल में सरकारी अनाज की हेराफेरी और मंडियों में फर्जीवाड़े के दो बड़े मामलों ने प्रशासन और जांच एजेंसियों को गंभीर सवालों के घेरे में ला दिया है। जिले में धान घोटाले की जांच जितनी आगे बढ़ रही है, उतने ही नए खुलासे सामने आ रहे हैं। इसी कड़ी में इंद्री के यूनाइटेड फूड्स राइस मिल में रविवार को हुई भौतिक जांच में करीब 10 हजार क्विंटल धान कम पाया गया। दूसरी ओर करनाल अनाज मंडी में फर्जी गेटपास घोटाले में ऑक्शन रिकॉर्डर यशपाल को भी निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही करनाल मार्किट कमेटी की फरार सचिव आशा रानी को पकड़ने के लिए भी पुलिस दबिश दे रही है। इन मामलों में जांच तेज है और कई कर्मचारियों व मिल मालिकों पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है। वहीं हरियाणा के कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा का कहना है कि मामले में लिप्त किसी भी आरोपी को बक्शा नहीं जाएगा। इंद्री के राइस मिल में मिला 10 हजार क्विंटल धान कम, 2.61 करोड़ की अनियमितता का अंदेशा करनाल जिले में धान घोटाले के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। रविवार को इंद्री के शेखपुरा बांगड स्थित यूनाइटेड फूड्स राइस मिल में विभागीय टीम ने फिजिकल वेरिफिकेशन करते हुए पाया कि सरकार द्वारा आवंटित स्टॉक की तुलना में 10 हजार क्विंटल धान कम है। प्रारंभिक आकलन के अनुसार, इस धान की कीमत करीब 2 करोड़ 61 लाख रुपए है। विभागीय टीम की जांच में सामने आया कि मिल को करीब 37 हजार 720 क्विंटल धान अलॉट हुआ था, जबकि परिसर में केवल 27 हजार 670 क्विंटल स्टॉक मिला। इस खुलासे के बाद बुटाना थाना पुलिस ने मिल मालिक नसीब सिंह और उनकी पत्नी संतोष रानी के खिलाफ धोखाधड़ी और सरकारी अनाज के दुरुपयोग का केस दर्ज कर लिया है। यह करनाल में धान घोटाले से संबंधित पांचवी एफआईआर है, जो यह संकेत देती है कि स्टॉक में अनियमितता की घटनाएं बड़े पैमाने पर हो रही हैं। प्रशासन की कड़ी निगरानी पर उठे सवाल, इंस्पेक्टर की भूमिका संदिग्ध इस मामले ने विभागीय निगरानी पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जिस विभागीय इंस्पेक्टर के जिम्मे धान के आगमन, भंडारण और निकासी की ट्रैकिंग थी, उसकी भूमिका अब संदेह के घेरे में है। सवाल यह है कि इतनी बड़ी मात्रा में धान बिना किसी विभागीय रिकॉर्ड में दर्ज हुए कैसे गायब हो सकता है। फिजिकल जांच के बाद विभागीय अधिकारी भी मान रहे हैं कि इस प्रकार की अनियमितता बिना मिलीभगत के संभव नहीं है। अब जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि मिल मालिकों के अलावा अन्य कौन-कौन इस हेराफेरी में शामिल था। असंध की मिलों में भी मिला था करोड़ों का कम स्टॉक यह पहला मामला नहीं है जब जिले में धान के स्टॉक में इतनी बड़ी गड़बड़ी सामने आई हो। इससे पहले असंध की दो मिलों में करीब 9.25 करोड़ रुपये का धान कम मिलने पर मामला दर्ज किया गया था। सग्गा और पखाना की मिलों में भी इसी तरह की अनियमितता सामने आ चुकी है। इन मामलों में पुलिस ने एक आरोपी सुनील गोयल को रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। जांच अधिकारी मान रहे हैं कि यह कोई एक-दो मिलों तक सीमित घोटाला नहीं, बल्कि एक बड़ा नेटवर्क भी हो सकता है। फर्जी गेटपास घोटाले में भी बड़ा एक्शन, ऑक्शन रिकॉर्डर यशपाल निलंबित इसी बीच करनाल अनाज मंडी में हुए फर्जी गेटपास घोटाले में नई कार्रवाई की गई है। इस मामले में ऑक्शन रिकॉर्डर यशपाल को मुख्यालय ने निलंबित कर दिया है। भले ही उसका नाम प्रारंभिक एफआईआर में नहीं था, लेकिन पुलिस जांच में यह साफ हुआ कि निलंबित मंडी सुपरवाइजर पंकज तुली, सचिव आशा रानी और यशपाल ने मिलकर फर्जी गेटपास बनवाए थे। मामले में इससे पहले दो कंप्यूटर ऑपरेटर अंकुश और अंकित को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। निलंबन आदेश के बाद यशपाल को रोहतक में जेडएमईओ कार्यालय में हाजिरी लगाने के निर्देश दिए गए हैं। यह भी स्पष्ट कर दिया गया है कि बिना मुख्यालय की अनुमति के वह कार्यालय नहीं छोड़ सकता। पुलिस की दबिश जारी, कई कर्मचारी अभी भी फरार फर्जी गेटपास घोटाले की जांच सीआईए टू कर रही है। जांच अधिकारी मुकेश कुमार के अनुसार सचिव आशा रानी और यशपाल दोनों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। आशा रानी की अग्रिम जमानत याचिका अदालत ने पहले ही खारिज कर दी है। इसके अलावा एफआईआर में आरोपी मंडी कर्मचारी राजेंद्र, अजय कुमार और अमित कुमार भी अब तक पकड़ में नहीं आए हैं। पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है और उम्मीद है कि सभी आरोपी जल्द गिरफ्तार होंगे। दोनों घोटालों ने खड़े किए बड़े सवाल, जांच एजेंसियां अब कड़ाई से जोड़ रही कड़ियां धान घोटाले और गेटपास फर्जीवाड़े के दो बड़े मामलों ने करनाल के प्रशासनिक ढांचे पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक ओर मिलों में सरकारी धान का स्टॉक कम मिलना विभागीय निगरानी की खामियों को उजागर कर रहा है, तो दूसरी ओर गेटपास मामले ने मंडी सिस्टम में मौजूद कमियों को सामने ला दिया है। दोनों मामलों में कई कर्मचारियों की मिलीभगत की आशंका है, इसलिए जांच एजेंसियां अब दोनों नेटवर्क के बीच संभावित कनेक्शन भी तलाश रही हैं। अधिकारियों का कहना है कि किसी भी स्तर पर लापरवाही सामने आई तो कठोर कार्रवाई होगी। वहीं किसान संगठनों ने भी मांग उठाई है कि पूरे जिले में धान के आवंटन और निकासी की पारदर्शी जांच करवाई जाए, ताकि भ्रष्टाचार की जड़ तक पहुंचा जा सके। कृषि मंत्री बोले-होगी सख्त कार्रवाई वहीं हरियाणा के कृषि मंत्री ने धान घोटाले व फर्जीगेटपास के मामले पर कहा कि सरकार ने किसानों की सुविधा के लिए कुछ नियम बनाए थे, लेकिन उनका दुरूपयोग किया गया। धान घोटाले या फिर फर्जी गेटपास मामले में किसी भी दोषी को बक्शा नहीं जाएगा। सबके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
उत्तर भारत से चल रही बफीर्ली हवा से तापमान में लगातार धीरे-धीरे गिरावट हो रही है। इससे रात के साथ-साथ दिन में भी सर्दी बढ़ रही है। सोमवार को राजस्थान में कोल्ड-वेव के असर से तापमान 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया। वहीं, दिन में भी सर्दी बढ़ने से सोमवार को राजस्थान के बीकानेर, जोधपुर, बाड़मेर, फलोदी को छोड़कर शेष सभी जिलों में अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा। मौसम विभाग ने 18 नवंबर को भी 5 जिलों में शीतलहर का येलो अलर्ट जारी किया गया है। राज्य में अगले 5 दिन मौसम शुष्क रहने और सर्दी से राहत नहीं मिलने की संभावना जताई है। पिछले 24 घंटे के दौरान सबसे कम न्यूनतम तापमान सीकर के पास फतेहपुर में 4.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। सीकर, फतेहपुर, झुंझुनूं, नागौर, अजमेर, टोंक और कोटा में कोल्ड-वेव का असर सबसे ज्यादा रहा। कोटा में सोमवार को न्यूनतम तापमान 10.6, सीकर में 5.5, झुंझुनूं में 9.2, नागौर में 5.6, चूरू में 8, बारां में 7.7, जालोर में 7.4, करौली में 7.6, अजमेर में 9.8, भीलवाड़ा में 8.6, वनस्थली (टोंक) 7.9, अलवर में 8, चित्तौड़गढ़ में 8.2, उदयपुर में 8.5 और जयपुर में 11.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। 4 शहरों को छोड़कर सभी में अधिकतम तापमान 30 से नीचे शीतलहर से शहरों में दिन में भी तापमान कम रहने लगा। इससे दिन में भी हल्की सर्दी महसूस हो रही है। करौली, प्रतापगढ़ में अधिकतम तापमान 26.4, भीलवाड़ा में 27, अलवर में 26.6, बारां में 27.2, जैसलमेर में 28.4, डूंगरपुर में 28.3, उदयपुर में 27, चूरू में 29.7, कोटा में 27.3, सीकर में 27, जयपुर में 28.4 और झुंझुनूं में 28.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। सबसे ज्यादा तापमान 32.2 डिग्री सेल्सियस बाड़मेर में दर्ज हुआ।
राजस्थान क्राइम फाइल्स में आज 21 साल पुराना केस। श्रीगंगानगर के जवाहरनगर थाना क्षेत्र में एक महिला पति, दो बेटियों और एक बेटे के साथ रहती थी। वह पति के साथ गुरु के घर जाया करती थी। कुछ समय बाद परिवार गुरु के साथ रहने लगा। एक दिन वह पीहर से लौटी तो पति घर पर नहीं मिला। काफी तलाश के बाद भी कोई सुराग नहीं मिला। हारकर उसने पुलिस को सूचना दी। पुलिस की जांच में जो सच सामने आया, उसने महिला के होश उड़ा दिए। एक गड्ढे से उसके पति की लाश निकली। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… 20 अप्रैल 2004 महिला अपने पति और दो बेटियों तथा बेटे के साथ सिरसा से श्रीगंगानगर आई। यहां वे अर्जुन कॉलोनी में किराए के मकान में रहने लगे। परिवार पहले एक गुरुजी के डेरे पर रहता था। इसके बाद अर्जुन कॉलोनी में आकर रहने लगा, क्योंकि यहां गुरुजी बड़ी जमीन पर डेरा बनाने वाले थे। महिला का पति गुरुजी की हर बात मानता था। महिला की भी गुरु के प्रति आस्था थी। गुरु के कहने पर ही परिवार अर्जुन नगर में आकर रहने लगा। महिला गुरुजी से जून 2001 में मिली थी। उसके पति ने ही गुरुजी से मिलवाया था। महिला का पति शराब का आदी था। साथ ही वह चर्म रोग से भी परेशान था। गुरुजी ने उसे कुछ देसी दवा और भभूति दी, जिससे उसे फायदा हुआ। इसके बाद परिवार की आस्था गुरुजी में बढ़ गई। 8 मई 2004 को गुरुजी ने महिला को बच्चों के साथ मायके जाने के लिए कहा। महिला हैरान हुई। वह गुरुजी की बात टालती नहीं थी। ऐसे में वह अपने बच्चों को लेकर किराए की कार से अपने माता–पिता के घर चली गई। 12 मई को महिला घर लौटी। उसे उसका पति वहां नहीं मिला। गुरुजी ने बताया कि वह चंतापूर्णी माता के दर्शन के लिए गया है। गुरुजी के साथ उसके 2 चेले भी रहते थे। तीनों से जब बार–बार उसने उसके पति के बारे में पूछा तब उन्होंने यही कहा कि वह चंतापूर्णी माता के मंदिर गया है। महिला ने दो दिन तक इंतजार किया। तीसरे दिन 14 मई को शाम सात बजे थाने पहुंची और पति की गुमशुदगी दर्ज करवाई। उसने पुलिस को बताया कि वह गुरुजी के यहां रह रही थी। गुरुजी ने उसे मायके भेजा। वापस लौटी तो उसका पति घर पर नहीं मिला। तीन दिन इंतजार करने के बाद भी जब कोई खबर नहीं मिली, तब गुमशुदगी दर्ज करवाई। पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर जांच शुरू की। सबसे पहले गुरुजी और उनके दोनों चेलों से पूछताछ की। पूछताछ के बाद तीनों पर पुलिस का शक गहरा गया। तीनों को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की। घर की तलाशी भी ली। घर के पीछे ताजा मिट्टी खुदी हुई मिली। पुलिस ने वहां खुदाई कराई तो महिला के पति की लाश मिली। पति का शव देखकर महिला के होश उड़ गए। सवालों के जवाब जानने के लिए कल पढ़िए राजस्थान क्राइम फाइल्स, पार्ट-2
छत्तीसगढ़ की विधायी इतिहास का साक्षी रहा पुराना विधानसभा भवन आज आखिरी बार सत्र की मेजबानी कर रहा है। इसके बाद विधानसभा का शीतकालीन सत्र नवा रायपुर के नए विधानसभा भवन में होगा। करीब ढाई दशक से यह भवन सिर्फ बहस का मंच नहीं रहा, बल्कि सत्ता के उतार-चढ़ाव, विपक्ष की तल्खियां, राजनीतिक नाटकों, ऐतिहासिक फैसलों और लोकतंत्र के अनेक रंगों का जिंदा गवाह रहा है। यही वो सदन है जहां पहली बार नियम तय हुए, पहली बार टेबल थपी, पहला अविश्वास प्रस्ताव आया और पहली बार सत्ता-पक्ष के ही एक मंत्री ने वॉकआउट कर पूरे राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी थी। यहीं पर नई परंपराएं बनीं, यहीं अविश्वास प्रस्ताव पर रिकॉर्ड 19 घंटे लगातार चर्चा हुई थी, और यहीं सत्ता पक्ष के एक मंत्री ने खुद वॉकआउट कर राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी थी। ऐसी कई घटनाएं केवल रिकॉर्ड में ही नहीं बल्कि इस सदन की स्मृतियों में दर्ज हैं। नए परिसर में जाने से पहले आज का यह एकदिवसीय सत्र सिर्फ़ कार्यवाही नहीं… बल्कि उस पूरे दौर को याद करने का मौका है, जिसने छत्तीसगढ़ की लोकतांत्रिक यात्रा को आकार दिया। इस रिपोर्ट में पढ़िए कैसा रहा इन 25 सालों का सफर, कौन से फैसले बने मील का पत्थर, और नया भवन क्यों छत्तीसगढ़ की संसदीय संस्कृति को अगले दौर में ले जाने वाला है:- राज्य गठन और संसदीय यात्रा की शुरुआत: अस्थायी हॉल से पहला सत्र 1 नवंबर 2000…..इस दिन छत्तीसगढ़ देश के 26वें राज्य के रूप में अस्तित्व में आया। लेकिन नए राज्य के सामने चुनौतियां भी कम नहीं थीं। न स्थायी राजधानी का ढांचा, न विधानसभा भवन, न प्रशासनिक इंतजाम। इसी बीच, लोकतंत्र का पहिया थमा नहीं। तत्कालीन सरकार ने अस्थायी व्यवस्था के तहत राजधानी रायपुर के ऐतिहासिक राजकुमार कॉलेज परिसर को विधानसभा के पहले सत्र की मेजबानी के लिए चुना। राजकुमार कॉलेज, जिसे अंग्रेज शासनकाल में 1882 में जबलपुर में स्थापित किया गया था और 1894 में रायपुर लाया गया।वहीं का जशपुर हॉल छत्तीसगढ़ की संसदीय परंपरा का पहला साक्षी बना।कुर्सियां, टेंट और फर्नीचर तक किराया भंडार से मंगाए गए। हॉल के बाहर पंडाल में कार्यमंत्रणा समिति की बैठकें होती थीं। लेकिन व्यवस्था कितनी भी अस्थायी रही हो, यही वह जगह थी जहां छत्तीसगढ़ की विधायी परंपरा की पहली लाइन लिखी गई। पहला विधानसभा सत्र: 14 से 19 दिसंबर 2000 पहला सत्र कुल छह दिन चला। यहां कई ऐतिहासिक घटनाएं घटीं, जो आगे चलकर राज्य की संसदीय परंपरा को दिशा देने वाली थीं। पहली विधानसभा की महत्वपूर्ण घटनाएं पहली संस्कृत शपथ इस सत्र की सबसे अनोखी और यादगार घटना रही भाजपा नेता नंदकुमार साय द्वारा संस्कृत में शपथ लेना। वे राज्य के पहले नेता प्रतिपक्ष बने। इसी सत्र में जोगी मंत्रिमंडल के रामचंद्र सिंह देव, डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम सहित कई मंत्रियों ने शपथ ग्रहण की। जशपुर हॉल के बाहर आज भी पूर्व केंद्रीय मंत्री दिलीप सिंह जूदेव की प्रतिमा उस ऐतिहासिक समय को याद कराती है। अस्थायी व्यवस्था से दूसरा पड़ाव: केन्द्रीय जल संसाधन भवन में विधानसभा पहले सत्र के लगभग दो महीने बाद 27 फरवरी 2001 को छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र एक नए भवन में आयोजित हुआ। यह भवन मूल रूप से विधानसभा के लिए नहीं बना था। यह दरअसल राजीव गांधी राष्ट्रीय भूजल प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान का परिसर था, जिसकी स्थापना 1997 में 11वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान की गई थी। जीरो प्वाइंट कहलाने वाला क्षेत्र बाद में विधानसभा चौक नाम से जाना जाने लगा। अस्थायी ढांचे, किराए की कुर्सियां और सीमित जगह इन सबके बीच छत्तीसगढ़ विधानसभा धीरे-धीरे अपने स्थायी रूप की ओर बढ़ती गई। छत्तीसगढ़ विधानसभा में वेल में जाने से खुद ही निलंबित हो जाते हैं विधायक’ छत्तीसगढ़ विधानसभा ने अपने शुरुआती वर्षों में ही एक ऐसा नियम बनाया, जिसने इसे देश की अन्य विधानसभाओं से अलग पहचान दिलाई।यह नियम था - गर्भगृह (वेल) में पहुंचते ही सदस्य स्वतः निलंबित माने जाएंगे। यह देश की किसी भी विधानसभा में लागू होने वाला पहला और अनोखा नियम था।यही कारण है कि जहां संसद और अन्य विधानसभाओं में वेल में उतरकर हंगामा आम बात है, वहीं छत्तीसगढ़ विधानसभा में ऐसा दृश्य लगभग नहीं के बराबर है। यह नियम न केवल देश में, बल्कि अन्य लोकतांत्रिक संस्थाओं में भी चर्चा का विषय बना। 25 साल में 9 बार अविश्वास प्रस्ताव दो दशकों से ज्यादा के इतिहास में विधानसभा में कुल 9 बार अविश्वास प्रस्ताव लाए गए: विस्तार- हर बार अविश्वास प्रस्ताव गिर गया। अविश्वास प्रस्ताव की वो रात, जब सदन 19 घंटे बिना रुके चला छत्तीसगढ़ विधानसभा के इतिहास में अगर किसी एक रात को सबसे लंबी, सबसे तीखी और सबसे यादगार बहस के तौर पर याद किया जाता है, तो वह है 22 दिसंबर 2017 की अविश्वास प्रस्ताव वाली रात।उस दौरान विधानसभा अध्यक्ष रहे गौरीशंकर अग्रवाल आज भी उस दिन को “छत्तीसगढ़ की संसदीय परंपरा के लिए मील का पत्थर” मानते हैं। अग्रवाल बताते हैं- “उस दिन सच में इतिहास बना था। अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा लगातार 19 घंटे चली… बिना भोजन अवकाश के। यह प्रदेश की अब तक की सबसे लंबी विधायी बैठक है।” उन्होंने कहा कि 47 विधायकों ने प्रस्ताव पर बोलने के लिए नाम दिया था। सबसे लंबा भाषण तब के नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव का रहा, जिन्होंने करीब दो घंटे तक सरकार पर सवालों की झड़ी लगा दी। मंत्री, विपक्षी सदस्य और ट्रेजरी बेंच हर तरफ से बहस तेज होती चली गई और आधी रात कब बीत गई, किसी को पता ही नहीं चला। सत्ता पक्ष की तरफ से खासकर तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह भी धैर्य के साथ सदन में मौजूद रहे और सबकी बातें सुनते रहे। अग्रवाल का कहना है।“स्पीकर के रूप में मेरी कोशिश यही थी कि हर सदस्य को बराबर मौका मिले। कोई भी यह न कहे कि उसे बोलने नहीं दिया। इसलिए रात भर सदन की कार्यवाही जारी रही।” भोर करीब 5 बजे तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह खड़े हुए और सरकार की ओर से संक्षिप्त जवाब दिया।भले ही पूरी रात जागने की वजह से सभी थक गए थे लेकिन सदन में वही ऊर्जा बनी रही। हर सीट भरी हुई, सभी सदस्य जवाब सुनने के लिए वैसे ही तैनात। इसी दौरान एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया..ध्वनि मत के बजाय वोटिंग कराई जाए। इसलिए सदन खाली कराया गया और विधायकों को अंदर बुलाकर मतदान कराया गया। नतीजा आया और अविश्वास प्रस्ताव गिर गया।लेकिन उस रात संसद जैसी गंभीर बहस, लगातार 19 घंटे का मैराथन सत्र और सत्ता–विपक्ष के बीच तेज राजनीतिक टकराव सब कुछ इस भवन की स्मृतियों में दर्ज हो गया। गौरीशंकर अग्रवाल मानते हैं कि -“इस पुराने भवन में जो संसदीय संस्कृति बनी, जो मिसालें कायम हुईं, वैसा दौर दोबारा मिलना मुश्किल है। जब सत्ता पक्ष के मंत्री ने ही कर दिया था वॉकआउट… सदन में मचा था भारी हंगामा छत्तीसगढ़ विधानसभा के 25 साल के इतिहास में वह दिन भी दर्ज है, जब सत्ता पक्ष के ही एक वरिष्ठ मंत्री ने सदन से वॉकआउट कर दिया था।ऐसा कदम न पहले कभी देखा गया था और न उसके बाद दोबारा हुआ। यह घटना उस पुराने विधानसभा भवन की स्मृतियों में एक असाधारण संसदीय पल के तौर पर दर्ज है। यह मामला तब शुरू हुआ जब शून्यकाल में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू एक FIR का विवरण पढ़कर सुनाने के लिए खड़े हुए। FIR विधायक बृहस्पत सिंह की ओर से दर्ज कराई गई थी। जैसे ही साहू ने FIR की कॉपी पढ़नी शुरू की, विपक्ष भड़क उठा। भाजपा विधायकों का कहना था कि सरकार असल मुद्दे को भटका रही है और जिस विषय पर जवाब मांगा गया था, उस पर कोई स्पष्टता नहीं दी जा रही। इसी हंगामे के बीच अचानक स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव अपनी सीट से खड़े हुए। उनका चेहरा गंभीर था और आवाज पहले से कहीं ज्यादा दृढ़। सिंहदेव ने कहा-“अब बहुत हो गया। मेरे ऊपर जो आरोप लगाए गए हैं, उन पर सरकार का स्पष्ट जवाब आए बिना मेरा सदन में रहना उचित नहीं है। मेरे माता-पिता के आचरण, चरित्र और सार्वजनिक जीवन से यह सदन अच्छी तरह परिचित है। इसके बावजूद मेरे खिलाफ ऐसी बातें कही जा रही हैं। मैं तब तक वापस नहीं आऊंगा, जब तक शासन अपनी स्थिति साफ नहीं करता।” ये कहते ही सिंहदेव सदन से बाहर निकल गए।सत्ता पक्ष का मंत्री अपने ही सरकार के खिलाफ इस तरह खड़ा हो जाए। ये वाक्या पूरे सदन को स्तब्ध कर देने वाला था। इसके बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। अगले दिन अध्यक्ष विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने सरकार की ओर से गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू को बयान देने के लिए बुलाया। यह वही मुद्दा था जिसने घंटे से सदन की पूरी कार्यवाही रोक दी थी।गृहमंत्री साहू ने स्पष्ट शब्दों में कहा“विधायक बृहस्पत सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव पर जान से मारने की कोशिश के जो आरोप लगाए थे, वे पूरी तरह निराधार हैं।” गृह मंत्री के बयान और विधायक के खेद व्यक्त करने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खड़े हुए। उन्होंने विपक्ष का आभार जताते हुए कहा “इतने गंभीर मुद्दे पर सदन की संवेदनशीलता बनी रही, इसके लिए मैं विपक्ष का धन्यवाद करता हूं।” इसके कुछ देर बाद, दोपहर 1 बजकर 2 मिनट पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव वापस सदन में पहुंच गए। सिंहदेव ने अपनी सीट संभाली और सदन की कार्यवाही सामान्य ढंग से आगे बढ़ी।इस तरह पिछले एक दिन से चल रहा विवाद समाप्त हो गया और सदन ने अपना एजेंडा आगे बढ़ाया। राष्ट्रपतियों का संबोधन: छत्तीसगढ़ को मिला विशेष गौरव 25 साल की संसदीय यात्रा में अब तक छत्तीसगढ़ विधानसभा को तीन राष्ट्रपति संबोधित कर चुके हैं। 25 साल- चेहरे और नेतृत्व विधानसभा अध्यक्ष विधानसभा सचिव / प्रमुख सचिव प्रोटेम स्पीकर महेन्द्र बहादुर सिंह, राजेंद्र प्रसाद शुक्ल, बोधराम कंवर, सत्यनारायण शर्मा, रामपुकार सिंह ठाकुर, राम विचार नेताम नेता प्रतिपक्ष नंदकुमार साय, महेंद्र कर्मा, रविंद्र चौबे, टीएस सिंहदेव, धरमलाल कौशिक, नारायण चंदेल, डॉ. चरणदास महंत समापन: लोकतंत्र का सफर अब नए भवन में नए अध्याय के साथ छत्तीसगढ़ विधानसभा की 25 साल की यात्रा अस्थायी जशपुर हॉल से शुरू होकर 52 एकड़ में बने अत्याधुनिक भवन तक पहुंची है। नया भवन आने वाले दशकों के लिए छत्तीसगढ़ की विधायी जरूरतों को पूरा करने वाला है। राज्य की संसदीय परंपरा अब एक नए, भव्य और आधुनिक अध्याय में प्रवेश कर रही है और लेकिन उससे पहले आज यानी 18 नवंबर का विशेष सत्र छत्तीसगढ़ के संसदीय इतिहास का गवाह रहे भवन का आखिरी पन्ना साबित होगा।
मध्यप्रदेश में चुनाव आयोग की सख्ती के बाद अब तक कुल 9.72 प्रतिशत गणना पत्रकों का डिजिटाइजेशन किया जा चुका है। चुनाव आयोग द्वारा इसको लेकर रोज की जा रही समीक्षा के आधार पर एमपी का नम्बर देश के 12 राज्यों में कराई जा रही एसआईआर की कार्यवाही में छठे नम्बर पर है। गोवा में सबसे अच्छा परफार्मेंस सामने आया है। यहां 35 प्रतिशत से अधिक डिजिटाइजेशन हो चुका है। चुनाव आयोग द्वारा सोमवार को दोपहर बाद तीन बजे तक की स्थिति में जारी गणना पत्रक वितरण और डिजिटाइजेशन की रिपोर्ट के अनुसार देश के राज्य 12 राज्यों में कराई जा रही एसआईआर की कार्यवाही में मध्य प्रदेश का परफॉर्मेंस छठे स्थान पर है। चुनाव आयोग द्वारा एसआईआर गणना पत्र के वितरण और गणना पत्र के डिजिटाइजेशन को लेकर जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि मध्य प्रदेश में गणना पत्रक वितरण 99.63% और डिजिटाइजेशन की कार्रवाई 9.72% हुई है। रिपोर्ट के अनुसार मध्य प्रदेश में 5 करोड़ 74 लाख 6 हजार 143 वोटर्स में से 5 करोड़ 71 लाख 94 हजार 700 वोटर्स को गणना पत्रक बांटे जा चुके हैं। इसके साथ ही 55 लाख 81 हजार 488 गणना पत्रकों का डिजिटाइजेशन किया जा चुका है। देश के 12 राज्यों में की जा रही एसआईआर की कार्रवाई की तुलनात्मक रिपोर्ट से पता चलता है कि मध्य प्रदेश की प्रोग्रेस छठे स्थान पर है और सबसे अच्छी स्थिति गोवा की है जहां 100% गणना पत्रक वितरण और 35.74% डिजिटाइजेशन का काम हो चुका है।इसके बाद राजस्थान में 98.85% गणना पत्रक बांटे जा चुके हैं और 27.84% डिजिटाइजेशन किया जा चुका है। तीसरे नंबर पर लक्षद्वीप है जहां 100% गणना पत्रक वितरण और 19.64% डिजिटाइजेशन किया जा चुका है। पुडुचेरी चौथे स्थान पर है जहां 94.35 प्रतिशत गणना पत्रक बांटे गए हैं और 18.79 प्रतिशत डिजिटाइजेशन किया जा चुका है। 50 करोड़ 97 लाख मतदाताओं की हो रही SIR चुनाव आयोग की रिपोर्ट के अनुसार 12 राज्यों के 50 करोड़ 97 लाख 84 हजार 423 वोटर्स में से 50 करोड़ 11 लाख 75 हजार 907 मतदाताओं को गणना पत्रक बांटे जा चुके हैं। इनमें से चार करोड़ 42 लाख 64 हजार 69 मतदाताओं की गणना पत्रकों का डिजिटाइजेशन किया जा चुका है जो कुल मतदाता संख्या का 8.68 प्रतिशत है। सभी 12 राज्यों में गणना पत्रक वितरण का प्रतिशत 98.32 है। क्या है गणना पत्रकचुनाव आयोग के आदेश पर प्रदेश के सभी जिलों में गणना पत्रक बांटे जाने का काम बीएलओ कर रहे हैं। बीएलओ जो गणना पत्रक बांट रहे हैं, उसमें तय फार्मेट में चुनाव आयोग मतदाताओं का वेरिफिकेशन करा रहा है। इसमें 2003 में हुई एसआईआर के आधार पर वर्तमान मतदाता के माता-पिता, परिजनों, रिश्तेदारों की मतदाता सूची संख्या के आधार पर वेरिफिकेशन किया जा रहा है। इस रिपोर्ट के आधार पर शिफ्ट हुए, मृत हो चुके मतदाताओं की पहचान कर मतदाता सूची को फाइनल किया जाएगा। एसआईआर में टिमरनी के बीएलओ का काम 100 प्रतिशत पूर्णउधर संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी आरपीएस जादौन ने बताया कि विशेष गहन पुनरीक्षण SIR–26 के अंतर्गत, विधानसभा क्षेत्र 134 टिमरनी के भाग संख्या 68, ग्राम खरतलाय में नियुक्त बूथ लेवल ऑफिसर हंस कुमार दिलारे द्वारा सारा कार्य शत-प्रतिशत पूर्ण किया गया है। यह भी उल्लेखनीय है कि जिला हरदा में सर्वप्रथम 100% कार्य पूर्ण करने का दायित्व ग्राम खरतलाय में रोजगार सहायक पद पर नियुक्त BLO द्वारा सफलतापूर्वक पूरा किया गया है, जो सराहनीय है।
यदि आप कोई प्रॉपर्टी या सामान खरीदने-बेचने का एग्रीमेंट करते हैं या किरायानामा बनवाते हैं तो उसे कानूनी रूप देने के लिए स्टांप ड्यूटी चुकाना पड़ती है। इसके लिए एडहेसिव( चिपकाने वाले ) स्टांप का इस्तेमाल होता है। ये डाक टिकट की तरह होते हैं। मगर, जो स्टांप खरीदे जाते हैं, क्या वह असली है? दरअसल, दैनिक भास्कर की पड़ताल में एक ऐसे घोटाले का पर्दाफाश हुआ है जो आपकी जेब के साथ-साथ सरकारी खजाने को हर दिन लाखों का चूना लगा रहा है। यह घोटाला अब्दुल करीम तेलगी के महाघोटाले की याद दिलाता है, लेकिन इसका तरीका कहीं ज्यादा शातिराना है। राजधानी भोपाल में एक ऐसा ही गिरोह सक्रिय है जो सरकारी दफ्तरों और बैंकों से चोरी किए गए पुराने दस्तावेजों से यूज्ड एडहेसिव स्टांप निकालकर उन्हें केमिकल से साफ करता है और फिर बिल्कुल नया बताकर बाजार में बेच देता है। इस खेल में शहर के कुछ नामी स्टांप वेंडर हैं, जो बैंककर्मियों और सरकारी बाबुओं की मिलीभगत से इस गोरखधंधे को अंजाम दे रहे हैं। दैनिक भास्कर ने इस पूरे रैकेट का खुलासा करने के लिए स्टिंग ऑपरेशन किए, रि-फिनिश किए गए स्टांप खरीदे और एक्सपर्ट से उनकी जांच कराई। पढ़िए यह पूरी रिपोर्ट। जानिए स्टांप ड्यूटी और एडहेसिव स्टांप के बारे मेंस्टांप ड्यूटी एक प्रकार का टैक्स है जो विभिन्न दस्तावेजों पर लगाया जाता है ताकि उन्हें कानूनी मान्यता मिले। भारतीय स्टांप अधिनियम, 1899 इस टैक्स की वसूली और उपयोग को नियंत्रित करता है। स्टांप ड्यूटी से संबंधित धारा 10, 11 और 12 प्रमुख होती हैं। इनके तहत ही स्टांप ड्यूटी का भुगतान, एडहेसिव स्टांप का इस्तेमाल और उसे रद्द करने की प्रक्रिया होती है। तेलगी के अंदाज में, लेकिन नए तरीके से घोटाला90 के दशक में अब्दुल करीम तेलगी ने फर्जी स्टाम्प छापकर देश को 2000 करोड़ से ज्यादा का चूना लगाया था। तेलगी ने भी अपने घोटाले की शुरुआत पुराने दस्तावेजों से एडहेसिव स्टांप निकालकर ही की थी। तेलगी तो पकड़ा गया' लेकिन उसकी कार्यप्रणाली ने प्रदेश में कई 'छोटे तेलगी' पैदा कर दिए हैं। ये गिरोह जिम्मेदारों की नाक के नीचे सरकारी राजस्व को पलीता लगा रहे हैं' लेकिन किसी की नजर इन पर नहीं जा रही। यह घोटाला इसलिए भी खतरनाक है क्योंकि इसमें नकली स्टांप नहीं, बल्कि असली एडहेसिव स्टांप को ही अवैध रूप से रिसाइकिल किया जा रहा है, जिससे इन्हें पकड़ना लगभग नामुमकिन हो जाता है। हमारी टीम एक ऑफिस कर्मचारी बनकर मामा स्टांप वेंडर की दुकान पर पहुंची। दुकान पर एक अधेड़ व्यक्ति बीड़ी पी रहा था। रिपोर्टर: ऑफिस के लिए कुछ टिकट( एडहेसिव स्टांप) चाहिए। दुकानदार: (बीड़ी का कश लगाते हुए) कितने के? रिपोर्टर: 800 रुपए के। दुकानदार ने रिपोर्टर को ऊपर से नीचे तक घूरकर देखा और संदेह भरे लहजे में पूछा' ‘ले जाते रहते हो ना? आपके साहब का ऑफिस कहां है?’ रिपोर्टर: हां ले जाता हूं। एमपी नगर में है। इस जवाब से संतुष्ट होने के बाद दुकानदार ने कहा' ‘ठीक है' कागज में रखकर दे देता हूं।’ उसने दराज से एक 500 रुपए और 100-100 रुपए के तीन स्टांप निकालकर एक कागज में लपेटे और कहा, ‘संभालकर रख लो।’ रिपोर्टर ने स्टांप लिए और वहां से निकल आया। पहली नजर में ये नए लग रहे थे, लेकिन असल में ये सरकारी सप्लाई की नहीं, बल्कि पुराने दस्तावेजों से चुराए गए एडहेसिव स्टांप थे। जिन्हें बाजार के पूरे दाम पर बेचा जा रहा था। दुकानदार की पूछताछ का मकसद सिर्फ यह जानना था कि ग्राहक कोई अनजान व्यक्ति तो नहीं है। इस बार रिपोर्टर एक किराएदार बनकर दुकान पर पहुंचा और पुराना किरायानामा रिन्यू कराने की बात कही। रिपोर्टर: यह एग्रीमेंट रिन्यू कराना है। दुकानदार: कितने के स्टांप पर करना है? रिपोर्टर: 1000 रुपए के। दुकानदार: ई-स्टांप पर या टिकट पर? रिपोर्टर: किसी पर भी कर दीजिए' बस रिन्यू कराना है। दुकानदार: ठीक है' 1300 रुपए में हो जाएगा। ऑपरेटर ने मैटर टाइप कर एग्रीमेंट तैयार किया और 100 रुपए के स्टांप पेपर पर प्रिंट निकालकर हस्ताक्षर कराए। इसके बाद एक लड़का स्टांप पेपर लेकर दुकान के अंदर गया और कुछ देर बाद 900 रुपए के एडहेसिव स्टांप लगाकर वापस ले आया। रिपोर्टर ने पेमेंट किया और वहां से निकल गया। कुछ दूर जाकर जब रिपोर्टर ने एग्रीमेंट पर लगे एडहेसिव स्टांप को ध्यान से देखा तो धोखाधड़ी साफ नजर आ गई। 100-100 रुपए के चार स्टांप तो नए थे, लेकिन 500 रुपए के जिस स्टांप पर नोटरी ने अपनी सील जोर से लगाई थी, वह पुराना था। उसके पीछे 'कृते बैंक' की एक पुरानी सील लगी हुई थी, जिसे मिटाने की कोशिश में ये फट गया था। वेंडर ने फटे हुए हिस्से को बड़ी चालाकी से अपनी सील के नीचे छिपा दिया था। इस तरह, वेंडर ने रद्दी के भाव खरीदा गया 500 रुपए का यूज्ड स्टांप का इस्तेमाल कर सीधे-सीधे 500 रुपए बचा लिए। कैसे काम करता है यह पूरा नेटवर्क? 1. सरकारी दफ्तरों और बैंकों से चोरीभास्कर की पड़ताल में पता चला कि इस गिरोह के तार सरकारी कार्यालयों और बैंकों तक जुड़े हैं। इन संस्थानों में जमा होने वाले लाखों दस्तावेजों पर एडहेसिव स्टांप लगे होते हैं। कुछ सालों बाद ये दस्तावेज अनुपयोगी मानकर स्टोर रूम में डाल दिए जाते हैं। यहीं से घोटाले का खेल शुरू होता है। गिरोह के सदस्य बाबुओं, स्टोर कीपर और चपरासियों से सांठगांठ कर इन दस्तावेजों को कौड़ियों के भाव खरीद लेते हैं। इसके लिए स्टांप की कीमत का महज 10 से 15 प्रतिशत ही चुकाया जाता है। 2. केमिकल एक्सपर्ट करते हैं सफाईदस्तावेजों से टिकटें हासिल करने के बाद सबसे बड़ी चुनौती उन पर लगी सील और स्याही को हटाना होता है। गिरोह में शामिल केमिकल एक्सपर्ट इन स्टांप को पहले दस्तावेजों से बेहद सफाई से निकालते हैं। इसके बाद एक खास तरह के केमिकल का उपयोग कर इन पर लगी सील, हस्ताक्षर और स्याही को साफ कर दिया जाता है। यह काम इतनी बारीकी से होता है कि ये बिल्कुल नए जैसे दिखने लगते हैं। फिर इन्हें सुखाकर और प्रेस करके बाजार में बेचने के लिए तैयार कर लिया जाता है। 3. वेंडर की सील से छिप जाती है हर कमीजो एडहेसिव स्टांप सफाई के दौरान थोड़ी खराब हो जाते हैं या जिन पर पुरानी सील के हल्के निशान रह जाते हैं, उन्हें सीधे बेचने की बजाय दस्तावेजों पर इस्तेमाल किया जाता है। जब कोई ग्राहक एग्रीमेंट या किरायानामा बनवाने आता है, तो वेंडर इन्हीं पुराने एडहेसिव स्टांप को चिपकाकर उन पर तुरंत अपनी नोटरी की सील लगा देता है। दो-तीन सीलें लगने के बाद यह पहचानना नामुमकिन हो जाता है कि स्टांप पुराना था या नया। एक्सपर्ट जांच में हुआ असली और नकली का पर्दाफाशदैनिक भास्कर ने खरीदे गए स्टांप और किरायानामे की जांच हैंडराइटिंग और डॉक्यूमेंट एक्सपर्ट से कराई। जांच में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए 1. खुरदरी सतह और पुरानी सील: मामा नोटरी से खरीदे गए एडहेसिव स्टांप की सतह असली स्टांप की तरह चिकनी और चमकदार नहीं, बल्कि खुरदरी थी। एक स्टांप के किनारे पर पुरानी नीली सील का हल्का निशान बाकी था। 2. यूवी लाइट में चमका पुराना गोंद: टिकटों को जब यूवी लाइट में जांचा गया, तो उन पर पहले इस्तेमाल हुआ गोंद चमकने लगा। यह इस बात का सबूत था कि इन्हें किसी पुराने दस्तावेज से उखाड़ा गया है। 3. इंफ्रारेड लाइट में दिखी छिपी हुई सील: एएम नोटरी से बनवाए गए किरायानामे पर लगी 500 रुपए की टिकट को जब इंफ्रारेड लाइट फिल्टर से जांचा गया, तो ऊपर लगी नोटरी की नई सील की स्याही हल्की हो गई और उसके नीचे छिपी बैंक की पुरानी सील 'कृते बैंक' साफ-साफ उभर आई। इससे यह साबित हो गया कि टिकट का पहले इस्तेमाल हो चुका है। 4. 10 साल पुराने प्रिंटिंग ईयर: स्पेशल फिल्टर से जांचने पर टिकटों का प्रिंटिंग ईयर भी सामने आ गया। कुछ टिकटें 2015 और कुछ 2017 में छपी थीं। इसका मतलब है कि ये टिकटें लगभग 10 साल पुरानी हैं, जिन्हें अब दोबारा बेचा जा रहा है।
हरियाणा में आज रात से कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम में बदलाव हो सकता है। आज रात से बादल छाने का अनुमान है इससे रात के तापमान में बढ़ोतरी किंतु दिन के तापमान में हल्की गिरावट देखने को मिल सकती है। हरियाणा में दिन का तापमान सामान्य के आसपास बना हुआ है मगर रात के तापमान में 4.7 डिग्री तक की गिरावट देखने को मिल रही है। खासकर राजस्थान से सटे हरियाणा के इलाकों में लगातार न्यूनतम तापमान घट रहा है। प्रदेश में हिसार का तापमान सबसे कम 7.1 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं महेंद्रगढ़ में पारा 7.5, नारनौल में 8.0 डिग्री, सिरसा में 8 डिग्री और भिवानी में 8.5 डिग्री तापमान दर्ज किया गया है। इसके अलावा करनाल और सोनीपत में तापमान 8 डिग्री के करीब पहुंच गया है। राज्य में अधिकतम तापमान 25 से 29 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 6 से 10 डिग्री सेल्सियस के मध्य रहने की संभावना है। एक्सपर्ट बोले- आज रात से बदलेगा मौसम मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, हरियाणा में आज रात तक मौसम शुष्क रहने की संभावना है। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि उत्तर और उत्तर पश्चिमी हवाएं हल्की से मध्यम गति से चल रही हैं इसके कारण तापमान विशेषकर रात का गिर रहा है। दिन में अब भी कड़ाके की धूप खिल रही है। आज रात से मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है। दिन में तेज धूप से ठंड से राहतIMD चंडीगढ़ के बुलेटिन के अनुसार, हरियाणा में औसत अधिकतम तापमान सामान्य के आसपास बना हुआ है। सिरसा में अधिकतम तापमान सबसे ज्यादा 29.4 दर्ज किया गया है। जो सामान्य से 2 डिग्री अधिक है। वहीं रोहतक में तापमान 24.8 डिग्री दर्ज किया गया है जो सामान्य से 3.4 डिग्री तक कम है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, राज्य में फिलहाल बारिश की कोई संभावना नहीं है और आसमान साफ रहेगा। हालांकि, आने वाले दिनों में सुबह और देर रात के समय हल्की धुंध जा सकती है और शीत लहर चल सकती है।
मेरठ की इंटरनेशनल जैवलीन थ्रोअर अन्नू रानी की आज शादी होगी। अन्नू रानी रोहतक, हरियाणा के रहने वाले नेशनल खिलाड़ी साहिल भारद्वाज के साथ 7 फेरे लेंगी। अन्नू के पैतृक गांव बहादुरपुर मेरठ में ही शादी समारोह संपन्न होगा। पिछले 5 दिनों से अन्नू के घर पर रिश्तेदारों का आना शुरू हो चुका है। शादी की सारी रस्में मेरठ से ही होंगी। 19 नवंबर की सुबह विदाई के बाद रोहतक में अन्नू-साहिल की शादी का ग्रैंड रिसेप्शन होगा। इसमें पॉलिटिक्स, स्पोर्ट्स और रेलवे के वीआईपी गेस्ट शामिल होंगे। अन्नू रानी अपने दोस्त साहिल के साथ शादी के बंधन में बंधने जा रही हैं। दैनिक भास्कर से बातचीत में अन्नू ने बताया कि ये शादी उनके माता, पिता की पसंद से हो रही है। ये कंप्लीट अरेंज मैरिज है। बता दें कि अन्नू रानी इंटरनेशनल भालाफेंक खिलाड़ी हैं। ओलंपियन हैं और नेशनल लेवल पर कई बार अपने ही रिकार्ड्स तोड़ चुकी हैं।
मंगलवार को मेयर-इन-कौंसिल की मीटिंग होना है। दोपहर 3 बजे निगम मुख्यालय स्थित महापौर सभागृह में ये मीटिंग होगी, जिसमें BRTS सहित अन्य मुद्दों पर मंथन किया जाएगा और जरूर निर्णय लिए जाएंगे। मीटिंग में कई जनप्रतिनिधि शामिल होंगे। मीटिंग में मुख्य रूप से इन विषयों पर होगा मंथन
आपको हम बता रहे हैं, भोपाल शहर में आज कहां-क्या हो रहा है। यहां हर वो जानकारी होगी, जो आपके काम आएगी। संगीत-संस्कृति, आर्ट, ड्रामा के इवेंट से लेकर मौसम, सिटी ट्रैफिक, बिजली-पानी की सप्लाई से जुड़ा हर अपडेट मिलेगा। काम की जरूरी लिंक्स
वार्ड 50 से पार्षद संजय सिंह सैनी ने भाजपा से निकाले जाने के बाद बगावत शुरु कर दी है। संजय सिंह सैनी ने बगावती तेवर दिखाते हुए सोशल मीडिया पर अपनी एक वीडियो जारी कर भाजपा महानगर अध्यक्ष के विरूद्ध मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने महानगर अध्यक्ष विवेक रस्तौगी को दलित व पिछड़े समाज का विरोधी बताते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं। उनके साथ हुए दुर्व्यवहार और हाथापाई से संजय सैनी आहत दिखे। आइए एक नजर डालते हैं पूरे घटनाक्रम पर सोमवार को शास्त्रीनगर बी ब्लॉक स्थित नगर निगम के कार्यालय में कार्यकारिणी सदस्यों के चुनाव की प्रक्रिया शुरु हुई। भाजपा से पार्षद अनुज वशिष्ठ और संजय सैनी ने भी नामांकन पत्र दाखिल किया। नाम वापसी का समय आया तो पार्टी के नेताओं ने संजय सैनी पर नामांकन पत्र वापस लेने का दबाव बनाया लेकिन संजय सैनी ने ऐसा करने से मना कर दिया। इसके बाद जबरदस्त हंगामा हुआ। चुनाव रद्द कर दिया गया। शाम को महानगर अध्यक्ष विवेक रस्तौगी ने संजय सैनी पर अनुशासनहीनता का आरोप लगाते हुए पार्टी से बाहर निकालने का फरमान सुना दिया। महानगर अध्यक्ष के विरूद्ध मोर्चा खोला पार्टी से निकाले जाने के बाद पार्षद संजय सैनी ने भी बगावती तेवर दिखाने शुरु कर दिए। उन्होंने सोशल मीडिया इंस्टाग्राम समेत कई प्लेटफार्म पर अपनी वीडियो बनाकर डाल दी। इस वीडियों में वह पार्टी नेताओं खासकर भाजपा महानगर अध्यक्ष विवेक रस्तौगी पर गंभीर आरोप लगाते दिखाई पड़ रहे हैं। उन्होंने आरोप लगा दिया कि भाजपा के लोकल नेता दलितों और पिछड़ों का शोषण कर रहे हैं। उन्होंने अपने दम पर जीत दर्ज कर ली। यह बात भाजपा नेताओं को रास नहीं आई और उन्होंने ना केवल चुनाव निरस्त कराया बल्कि उन्हें पार्टी से बाहर निकाल दिया। संजय सैनी ने किया बैठक का जिक्र इंस्टाग्राम पर वायरल वीडियो में संजय सैनी ने बताया कि 16 नवंबर को कार्यकारिणी चुनाव को लेकर महापौर कैंप कार्यालय पर महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में पार्टी के जनप्रतिनिधियों के अलावा सभी पार्षद व महानगर अध्यक्ष विवेक रस्तौगी और महामंत्री महेश बाली भी मौजूद रहे। उन्होंने घोषणा की कि पार्टी अपने चार प्रत्याशी उतारेगी। पांचवां प्रत्याशी अपने लिए इधर-उधर से वोट जुटाए और चुनाव लड़े। पार्टी को कोई आपत्ति नहीं होगी। संजय सैनी का कहना है कि इसीलिए वह चुनाव लड़े और जीत भी गए लेकिन उनकी जीत को दलित व पिछड़ा समाज विरोधी पचा नहीं पाए। 18 साल से कर रहा पार्टी की सेवा संजय सैनी ने कहा कि वह पूर्व में तय हो चुकी रणनीति के तहत ही काम कर रहे थे। फिर इसमें उनकी गलती कहां रही जो उनसे हाथापाई की गई। वह बोले- 18 साल से वह भाजपा की सेवा करते आ रहे हैं और उन्हें यह सिला मिला। लोकल नेता दलित व पिछड़ो से इतना दुर्व्यवहार कर रहे हैं कि अब बर्दाश्त से बाहर हो रहा है और वह कार्यकर्ता पार्टी छोड़कर जा रहे हैं। यह लोग मेरठ की स्थिति खराब कर चुके हैं। इनको केवल उगाही से, ठेकेदारी से मतलब है। कहां से पैसा आना है। कहां से महीना बंधना है, केवल इन चीजों पर ध्यान है। अध्यक्ष बोले- पहले भी अनुशासनहीनता कर चुके संजय सैनी भाजपा महानगर अध्यक्ष विवेक रस्तोगी ने कहा- पूर्व अध्यक्ष सुरेश जैन ऋतुराज के समय में भी पार्षद संजय सैनी ने पार्टी संगठन से इतर जाकर काम करने का प्रयास किया था। इसके लिए उन्हें नोटिस भी दिया गया था। भाजपा के लिए चुनाव सबसे महत्वपूर्ण फेज होता है। भाजपा के कार्यकर्ता अपनी पार्टी के प्रति समर्पित रहते हैं। संजय सैनी ने बिना प्रत्याशियों के नामों की घोषणा हुए पहले आकर अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया बल्कि पार्टी के कहने पर वह वापस भी नहीं लिया। इसलिए उनको सदस्यता से निलंबित कर दिया गया है।
18.57 लाख जमा करने पर मिलेगी मुकदमे से राहत:चेक बाउंस मामले में आगरा जिला कोर्ट ने सुनाया फैसला
आगरा में चेक बाउंस के एक गंभीर मामले में अदालत ने आरोपी को साफ चेतावनी देते हुए बताया है कि तय रकम जमा होने पर ही उसे कानूनी राहत मिल सकती है। कोर्ट के इस आदेश के बाद मामला फिर सुर्खियों में आ गया है। अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (8) कन्हैय्या जी की अदालत ने चेक डिसऑनर के आरोप में आरोपी अनूप सिंह चाहर को समन जारी किया है। अदालत ने आदेश में यह स्पष्ट कर दिया कि अगर आरोपी फिलहाल 18,57,600 रुपये अदालत में जमा कर देता है। तो उसके खिलाफ चल रहा मुकदमा आगे नहीं बढ़ेगा और उसे विचारण से राहत मिल सकती है। मामले के अनुसार वादी थान सिंह, निवासी देवरी का नगला (थाना ताजगंज), ने अपने अधिवक्ता राजेश कुशवाह के माध्यम से अदालत में शिकायत दर्ज की थी। वादी का आरोप है कि आरोपी ने उससे खेत खरीदने का सौदा 1,02,28,700 रुपये में किया था। भुगतान के लिए आरोपी ने 18.57 लाख रुपये का चेक दिया, लेकिन चेक बैंक में प्रस्तुत होने पर डिसऑनर हो गया। वादी ने कानूनी नोटिस भेजा, पर आरोपी ने भुगतान नहीं किया। इसके बाद मामला अदालत पहुंचा। कोर्ट ने मुकदमे की सुनवाई के लिए आरोपी को पेश होने का आदेश देते हुए समन में यह भी अंकित किया कि राशि जमा करने पर उसे मुकदमे से राहत मिल सकती है, वरना केस नियमित रूप से चलेगा।
जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट की विवेक विहार थाना पुलिस ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए 42 किलोग्राम डोडा पोस्त बरामद कर एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी मोटरसाइकिल पर अवैध रूप से मादक पदार्थ का परिवहन कर रहा था। पुलिस ने वाहन जब्त कर एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस टीम ने सोमवार को विवेक विहार थाना टीम ने नन्दवान क्षेत्र में नाकाबंदी की। इसी दौरान बाइक लेकर आ रहा युवक संदिग्ध नजर आया। उसे रुकवाया गया तो उसके पास से कट्टे में भरा 42 किलोग्राम डोडा पोस्त बरामद हुआ। इस पर पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट में मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपी की पहचान राजु पावड़ पुत्र गोपाराम पावड़ (उम्र 23 वर्ष) निवासी सादो का बास, नन्दवान के रूप में हुई है। फिलहाल पुलिस आरोपी से डोडा पोस्त की खरीद-फरोख्त और सप्लाई नेटवर्क को लेकर पूछताछ जारी है। बता दें कि इस माह में विवेक विहार पुलिस की ओर से मादक पदार्थ तस्करी को लेकर तीसरी कार्रवाई की गई है।
कैथल में स्वास्थ्य विभाग अब नागरिक अस्पताल में पेंडिंग विभिन्न बीमारियों से संबंधित ऑपरेशनों को एक सप्ताह में पूरा करेगा। इसके लिए विभाग की ओर से संबंधित डॉक्टरों को आदेश दिए गए हैं। ये डॉक्टर छह-छह घंटे की दो शिफ्टों में रोजाना काम करेंगे। केवल इमरजेंसी में ही डॉक्टरों को बाहर जाने की अनुमति होगी। विभाग ने 22 नवंबर तक सभी डॉक्टरों को इसके लिए 22 नवंबर तक समय दिया है। इसका बड़ा कारण कुछ निजी अस्पतालों में आयुष्मान के तहत होने वाले ऑपरेशनों का बंद होना है। वहीं विभिन्न बीमारियों के ऑपरेशन के लिए अलग-अलग दिनों का निर्धारण होना है। बता दें कि इस समय अस्पताल में विभिन्न बीमारियों के करीब 60 मरीजों के ऑपरेशन होने पेंडिंग हैं। अभी सप्ताह के सभी दिनों में डॉक्टर ऑपरेशन करेंगे, ताकि किसी मरीज का ऑपरेशन पेंडिंग न रहे और उन्हें जल्द से जल्द इलाज मिल सके। बता दें कि इस समय नागरिक अस्पताल में आंखों, हड्डियों, बच्चेदानी, अपेंडिक्स, कान व अन्य कई बीमारियों का ऑपरेशन करवाने के लिए मरीज पहुंच रहे हैं। इनमें से ज्यादातर आंखों और हडि्डयों से संबंधित मरीज होते हैं। हर सप्ताह करीब 20 मरीज इन दोनों तरह के ऑपरेशन करवाने के लिए पहुंचते हैं। उन सभी को ऑपरेशन के लिए एक निर्धारित दिन में आने की सलाह दी जाती है। स्वास्थ्य विभाग का निर्णय इसके अलावा अन्य बीमारियों के ऑपरेशनों को भी डॉक्टरों को समय देना होता है, जिसके चलते बाकी मरीजों को अगल सप्ताह बुलाया जाता है। वहीं कुछ मरीज ऐसे भी हैं, जो आयुष्मान से प्राइवेट इलाज लेना चाहते थे, लेकिन निजी अस्पतालों में नहीं मिल रहा। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने निर्णय लिया है कि सभी पेंडिंग ऑपरेशनों को जल्द पूरा किया जाए। जिला नागरिक अस्पताल के प्रिंसिपल मेडिकल ऑफिसर डाॅ. दिनेश कंसल ने बताया कि इस संबंध में अस्पताल के सभी ऑपरेशन करने वाले डॉक्टरों से बातचीत की गई है। स्पेशल मुहीम के तहत इस सप्ताह में सभी तरह के पेंडिंग ऑपरेशन निपटाए जाएंगे। विभाग के आदेशानुसार डॉक्टर एक सप्ताह तक दो शिफ्टों में काम करेंगे।
लुधियाना के जगराओं में शहर के चुंगी नंबर सात के पास पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी के एससी विंग के प्रधान अजय गिल के मकान को युद्ध नशा के विरुद्ध के तहत तोड़ा। घर को नगर काउंसिल और पुलिस की संयुक्त टीम ने भारी विवाद के बीच ध्वस्त कर दिया। पुलिस ने जिस घर को ध्वस्त किया हे उसके बाहर अजय गिन भाजपा एससी मोर्चा देहाती प्रधान की प्लेट लगी है। नगर काउंसिल और भारी पुलिस बल काका डॉन और उनके बेटे अजय गिल का घर गिराने पहुंचे। अजय गिल पर नशा तस्करी के कई गंभीर मामले दर्ज हैं। परिवार की महिलाओं ने कार्रवाई का विरोध करते हुए अधिकारियों को अदालत के आदेशों की प्रति सौंपी। नगर काउंसिल के सुपरिंटेंडेंट विष्णु दत्त ने कार्रवाई अगली सुनवाई तक रोक दी और टीम को वापस बुला लिया। दोबारा डीएसपी और ईओ खुद पहुंचे, मकान गिरवाया टीम के वापस लौटने के लगभग एक घंटे बाद, नगर काउंसिल के कार्यकारी अधिकारी हरनरेंद्र सिंह शेरगिल और डीएसपी कुलवंत सिंह दोबारा भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने तुरंत घर गिराने का आदेश दिया। रास्ता तंग होने के कारण जेसीबी मशीन अंदर नहीं जा सकी, जिसके बाद मकान को हथौड़ों से तोड़ा गया। अजय गिल भाजपा एससी विंग का उपप्रधान जिस अजय गिल का घर गिराया गया है, उसके घर के बाहर जगराओं बीजेपी (एससी विंग) प्रधान की नेम प्लेट लगी है। इलाके में उसके बड़े-बड़े होर्डिंग लगे हैं। होर्डिंग पर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य वरिष्ठ बीजेपी नेताओं की तस्वीरें हैं। पुलिस का दावा है कि अजय गिल पर नशा तस्करी सहित कुल सात गंभीर मामले दर्ज हैं। सत्तापक्ष के दबाव में की जा रही हे कार्रवाई अजय गिल की बहन सुमिता ने आरोप लगाया कि उसके भाई को सत्ता पक्ष के दबाव में झूठे मामलों में फंसाया जा रहा है क्योंकि वह बीजेपी से जुड़ा हुआ है। उन्होंने यह भी दावा किया कि परिवार ने पुलिस के खिलाफ कई अदालती मामले दायर किए हैं, जिनमें पहले सिटी थाना के एसएचओ और एक एएसआई ने उन्हें कथित तौर पर केस वापस लेने के लिए धमकाया भी था। जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते दिखे दोनों विभाग कार्रवाई से पहले जब पत्रकारों ने पुलिस अधिकारियों से कारण पूछा, तो पुलिस का कहना था कि घर नगर काउंसिल की भूमि पर अवैध कब्जा कर बनाया गया है और तोड़फोड़ की कार्रवाई नगर काउंसिल कर रही है। वहीं नगर कौंसिल की बिल्डिंग शाखा की इंस्पेक्टर रमनदीप कौर ने उलटा दावा किया कि कार्रवाई पुलिस के आदेश पर हो रही है और यह डिप्टी कमिश्नर द्वारा भेजी गई लिस्ट के आधार पर की जा रही है। उनका कहना था कि घर अवैध निर्माण की श्रेणी में नहीं आता और यह कार्रवाई सरकार की तरफ से चल रही ‘युद्ध नशियां विरुद्ध’ मुहिम के तहत की जा रही है। दोनों विभाग इस दौरान एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डालते नज़र आए। इसके बावजूद शाम को पुलिस और नगर काउंसिल अधिकारियों ने अदालत के आदेशों की अगली तारीख 26 नवंबर बताकर मकान गिरा दिया। पुलिस ने सुमिता को मीडिया से बात करने से रोका जानकारी के मुताबिक जब परिवार की युवती सुमिता मीडिया के सामने अपनी बात रख रही थी, तो एसएचओ उसे बार-बार घर के अंदर बुलाते दिखे। जब पत्रकार कवरेज के लिए घर के भीतर गए, तो पुलिस ने उनसे कैमरे बंद करने को कहा। मौके पर मौजूद कई पत्रकारों ने आरोप लगाया कि कवरेज रोकने के दौरान उन्हें पुलिस की ओर से धक्के भी दिए गए। जिला देहाती के प्रधान डा. रजिंदर शर्मा ने बताया कि उन्होंने अभी तक एस सी मोर्चा की नई टीम का गठन नहीं किया। अगर उसके घर के बाहर इस तरह का बोर्ड लगा है तो वह इस की जांच करेंगे।
अमरोहा में निकाह से कुछ देर पहले ही दुल्हन ने शादी तोड़ दी। शादी के जोड़े में सजा दूल्हा बिना दुल्हन ही बारात लेकर वापस चला आया। दरअसल, सोमवार को लड़का बारात लेकर लड़की के घर पहुंचा तभी उसकी प्रेमिका भी वहां पहुंच गई और हाई वोल्टेज ड्रामा करने लगी। बोली-हम दोनों 8 साल से रिलेशन में हैं। ये मुझसे झूठ बोलकर यहां शादी करने चला आया। मंडप में ही प्रेमिका बैठ कर जोर-जोर से रोने लगी। दुल्हन के घरवालों ने पहले समझाया फिर पुलिस बुला ली। मौके पर पहुंची पुलिस दूल्हे को थाने ले गई। इतना सब होने के बाद लड़की ने दूल्हे से निकाह करने से इनकार कर दिया। इधर शादी टूटने की खबर सुनते ही प्रेमिका भी मौके से फरार हो गई। इसके बाद लड़के के घरवाले समझाते रहे लेकिन लड़की नहीं मानी। दूल्हे ने भी कहा, मैं उस लड़की को नहीं जानता। वो झूठ बोल रही है। लेकिन दुल्हन नहीं मानी और बिना दुल्हन ही बारात वापस चली गई। पूरा मामला सैद नंगली थाना क्षेत्र के ढक्का गांव का है। जहां हापुड़ से बारात आई थी। पहले प्रेमिका के हंगामे की दो तस्वीर देखें... निकाह से पहले पहुंची प्रेमिका सैद नंगली के ढक्का गांव में कलुआ का घर है। कलुआ खेती किसानी करते हैं। कलुआ ने 6 महीने पहले अपनी बेटी की शादी हापुड़ के मुदाफरा गांव के युवक से तय की। लड़का दुबई में रहकर प्राइवेट नौकरी करता है। 17 नवंबर को शादी की तारीख तय हुई। घर में शादी की तैयारी होने लगी। दहेज में देने के लिए सामान खरीद लिया गया। मंडप बना, रिश्तेदार आ गए। बस बारात का इंतजार था। सोमवार शाम लड़का बारात लेकर पहुंचा। बारातियों का स्वागत हुआ। सभी ने खाना खाया और निकाह की तैयारी में जुट गए। लड़की दुल्हन के जोड़े में तैयार बैठी थी लड़की दुल्हन के जोड़े में तैयार बैठी थी। घर पर शादी के गीत बज रहे थे। मौलाना निकाह पढ़वाते तभी शादी में गाजियाबाद की रहने वाली एक लड़की ढक्का गांव पहुंची। घर पूछते हुए लड़की के घर पहुंच गई। यहां मंडप में लड़के को दूल्हे के रूप में देख भड़क गई। बोली-मुझसे शादी का वादा कर यहां शादी कर रहे हो? मैं ऐसा नहीं होने दूंगी। तुम मुझे धोखा नहीं दे सकते। फिर मंडप में ही जोर-जोर से रोने लगी। रोने की आवाज और हंगामा सुन परिजन और रिश्तेदार जुट गए। लड़की सबके सामने बोली मैं इसकी प्रेमिका हूं और 8 साल से रिलेशन में हूं। जबकि लड़के ने प्रेमिका को पहचानने से इनकार कर दिया। बोला- मैं इसे नहीं जानता। लेकिन लड़की रोए जा रही थी। इतना देख लड़की के घरवालों ने पुलिस बुला ली। मौके पर पहुंची पुलिस ने लड़के से पूछताछ की और थाने लेकर चली गई। प्रेमिका भी साथ में थाने पहुंची। पुलिस से सारी बात बताई। अब जानिए प्रेमिका ने क्या कहा- युवती ने बताया मैं 8 साल से इसके साथ रिलेशनशिप में थी। शादी का भरोसा दिलाकर मेरे साथ संबंध बनाए। मैंने पहले गाजियाबाद में इसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करा रखा है। अब जब यह मुझे बिना बताए शादी करने लगा तो मैं यहां पहुंची। इसने मुझे और उस लड़की दोनों को धोखा दिया है। इसने कहा था मैं तुमसे ही शादी करूंगा। अब झूठ बोलकर चला आया। लड़की के घर वालों ने पुलिस को बुला लिया। मौके पर पहुंची पुलिस प्रेमिका को समझाती रही। दूल्हे ने गुस्से सेहरा उतार कर माला तोड़ दिया दूल्हा बोले-ये लड़की मुझे बदनाम करने के लिए आई इधर लड़की को हंगामा करता देख लड़का बोला- मैं इस लड़की को जानता ही नहीं। ये झूठ बोल रही है। मुझे बदनाम कर रही है। लेकिन लड़के की बात का किसी ने यकीन नहीं किया। जब पुलिस ने कहा- थाने चलो तो लड़के ने गुस्से में सेहरा उतार दिया। पुलिस के साथ थाने गया और सफाई देता रहा। लेकिन प्रेमिका मानने को तैयार नहीं थी। इधर हंगामा होता देख दुल्हन ने कहा- मैं इस लड़के से अब शादी नहीं करूंगी। शादी टूटने की बात पता चलने पर प्रेमिका थाने से बाहर निकली और वापस चली गई। इसके बाद लड़का दुल्हन के घर पहुंचा। बोला-शादी कर लो। लड़के के घरवालों ने भी लड़की को बहुत समझाया। लेकिन लड़की नहीं मानी। आखिर में बिना दुल्हन बारात वापस लौटी। युवती का मकसद शादी रोकना था थाना प्रभारी विकास सेहरावत ने बताया कि युवती का बारात में पहुंचकर हंगामा करने का उद्देश्य सिर्फ शादी को रोकना था। आगे की कानूनी कार्रवाई गाजियाबाद पुलिस द्वारा की जाएगी।
'सर्वाइकल कैंसर को हराना है':DDU ने अन्य संस्थाओं के साथ शुरू की मुहीम, किया जागरूक
गोरखपुर में विश्व सर्वाइकल कैंसर उन्मूलन दिवस के अवसर पर जागरूकता रैली और सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए वैक्सीनेशन कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिसमें सैकड़ों की संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया। यह कार्यक्रम डीडीयू यूनिवर्सिटी के महिला अध्ययन केंद्र, हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर हॉस्पिटल और इनर व्हील क्लब सेवा संस्थान के सहयोग से किया गया। जिसमें ज्यादा संख्या में लोगों ने शामिल होकर जागरूकता फैलाई। सोमवार को यूनिवर्सिटी के मेन गेट से सर्वाइकल कैंसर वैक्सीनेशन से संबंधित जागरूकता रैली कुलपति प्रोफेसर पूनम के आह्वान और महिला अध्ययन केंद्र की डायरेक्टर प्रो. दिव्या रानी सिंह के नेतृत्व में निकाली गई। जिसमें सीएमओ डॉ राजेश झा, वरिष्ठ स्त्री/ प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. मधु गुलाटी, आईएमए सचिव डॉक्टर वाई सिंह, डॉ शिव शंकर शाही, शाही ग्लोबल हॉस्पिटल की डायरेक्टर डॉ.सीमा शाही, इनर व्हील की प्रेसिडेंट कविता त्रिपाठी, संगीता मल्ल, डॉ प्रियंका श्रीवास्तव और यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर अनुभूति दुबे, डॉ. टीएन मिश्रा ,डॉ. वेद प्रकाश राय , डॉ. अनुपमा कौशिक, डॉ. नीता सिंह, डॉ. गार्गी पांडे ,डॉ. गरिमा यादव और छात्र-छात्राएं सम्मिलित हुए। कस्तूरबा गांधी विद्यालय का भी योगदान साथ ही कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की छात्र-छात्राओं और शिक्षकों का प्रमुख योगदान रहा। इस रैली का उद्देश्य महिलाओं में होने वाले सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम, नियमित जांच और एचपीवी टीकाकरण के महत्व को जन-जन तक पहुंचाना थाl कार्यक्रम के दूसरे चरण में उपस्थित सभी सम्मानित जनों को पुष्पगुच्छ और अंग वस्त्र देकर उनका स्वागत और सम्मानित किया गया। उसके बाद सभी अतिथियों के मौजूदगी में डिवीजन हेड यूपी सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया एपी सिंह और उनकी टीम ने कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की छात्राओं के सातवें चरण के टीकाकरण को शुरू किया। बच्चियों का हुआ वैक्सीनेशन इस दौरान पचास छात्राओं को पहली डोज लगाई गई। वहीं पंद्रह छात्राओं को दूसरी डोज लगी। इस तरह उनका टीकाकरण शेड्यूल पूरा हुआ। इसी के साथ अब तक लगभग साढ़े तीन सौ से ज्यादा छात्राओं का टीकाकरण संपन्न सहयोग कर के किया जा चुका है। यह जागरूकता और वैक्सीनेशन अभियान समाज और प्रशासन के साथ महिला संस्थाओं के सहयोग से निरंतर चलाया जा रहा है। जांच और वैक्सीनेशन से हो सकता रोकथाम इस अवसर पर कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने कहा- सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में सबसे अधिक होने वाले कैंसर में से एक है, लेकिन समय पर जांच और एचपीवी वैक्सीनेशन से इसे रोका जा सकता है। हमारे यूनिवर्सिटी की जिम्मेदारी है कि हम शिक्षा के साथ-साथ स्वास्थ्य सुरक्षा का संदेश भी समाज तक पहुंचाएं। वहीं डॉक्टर मधु गुलाटी ने बताया- गीडा क्षेत्र में स्थापित कंपनियों को भारतीय समुदाय कल्याण कोष (ICWF) में अपना योगदान देकर इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाने में मदद करने की आवश्यकता है। लकड़ों का वैक्सीनेशन भी जरूरी सीएमओ डॉ राजेश झा ने बताया- सिर्फ महिलाओं या लड़कियों तक ना सीमित रहकर यह वैक्सीन लड़कों को भी अति आवश्यक रूप से लगवाया जाए। कार्यक्रम के दौरान अन्य महाविद्यालयों से आए शिक्षिकाए डॉक्टर कनक मिश्रा,डॉक्टर स्नेहा, डॉ सुषमा श्रीवास्तव, शोधार्थी कविता त्रिपाठी, अर्चिता चौरसिया, तरन्नुम खातून, कीर्ति, स्तुति जयसवाल, तान्या यादव, शालिनी त्रिपाठी और विभिन्न विभागों के सदस्यों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया।
बरेली शहर के गौरव और नव युग के तुलसीदास कहे जाने वाले पंडित राधेश्याम कथावाचक की प्रतिमा अब जीआईसी ऑडिटोरियम में स्थापित की जाएगी। इसी के साथ ऑडिटोरियम का नाम बदलकर स्व पंडित राधेश्याम कथावाचक स्मृति भवन रखा जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसके लोकार्पण के लिए बरेली आएंगे। डीएम अविनाश सिंह ने लखनऊ में सीएम से मुलाकात कर प्रस्ताव को अंतिम रूप दिया। सीएम का दौरा 25 नवंबर से 10 दिसंबर के बीच होने की संभावना है। इस दौरान वे 22 अरब रुपये से ज्यादा की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। प्रतिमा को मूर्तिकार संदीप पटेल ने तैयार किया हैप्रतिमा को कानपुर के मूर्तिकार संदीप पटेल ने बनाया है। प्रतिमा के स्थापित होते ही जीआईसी ऑडिटोरियम की पहचान बदल जाएगी। ऑडिटोरियम के ठीक सामने जिला पंचायत परिसर में पंडित राधेश्याम की पौत्री शारदा भार्गव रहती हैं। उन्होंने अपने आवास के एक कक्ष को पंडित जी की याद में समर्पित किया है। इसी कक्ष में पंडित राधेश्याम म्यूजियम बनाया जाएगा, जिसमें उनकी पांडुलिपियां, उपदेश, मंचन की स्क्रिप्ट और जीवन से जुड़ी महत्वपूर्ण वस्तुएं रखी जाएंगी। कौन थे पंडित राधेश्याम कथावाचकबरेली के बिहारीपुर में 1890 में जन्मे पंडित राधेश्याम कथावाचक सिर्फ कथावाचक नहीं, बल्कि अद्भुत साहित्यकार, नाटककार और लोकसंस्कृति के संरक्षक थे। 1913 में उन्होंने अपनी अनोखी शैली में रामायण की रचना की। इसमें हिंदी, उर्दू, ब्रज और अवधी की सहज बोली का मिश्रण उन्होंने इस तरह किया कि हर तबके का व्यक्ति इसे सुनते ही जुड़ जाता था।रामायण इतना लोकप्रिय हुआ कि उनके जीवनकाल में ही इसकी करीब पौने दो करोड़ प्रतियां बिक गईं। देश भर की रामलीलाओं में आज भी उनके संवाद, दोहे और गायन शैली का ही मंचन होता है। नेपाल नरेश ने भी पंडित जी को विशेष सम्मान से नवाजा था।रामायण के अलावा उन्होंने 18 नाटक भी लिखे, जिनमें भारतीय संस्कृति, त्याग, धर्म और सामाजिक मूल्यों का बेहतरीन चित्रण मिलता है। पंडित जी की रामायण अपनी गायन शैली और संवाद प्रधान प्रस्तुति के लिए प्रसिद्ध है। रामचरित मानस की तर्ज पर राधेश्याम रामायण में भी मर्यादा, युद्ध, भक्ति और नीति के भाव बेहद प्रभावी तरीके से सामने आते हैं। मंचों पर बोले जाने वाले उनके लोकप्रिय संवाद आज भी रामलीला की पहचान हैं। उनकी गायन शैली में छंद, चौपाई, दोहा और मंत्र इस तरह पिरोए गए थे कि पूरा मंच भक्ति रस से भर जाता था। बरेली को अपने इस गौरव का इंतजारजैसे ही प्रतिमा लगेगी और नया नामकरण होगा, बरेली को अपनी सांस्कृतिक धरोहर पर एक और गर्व का अवसर मिलेगा। सीएम योगी के दौरे से पहले तैयारियां तेज हैं और प्रशासन इसे बरेली की बड़ी सांस्कृतिक उपलब्धि मान रहा है। नेपाल नरेश ने दिया था ऊँचा सम्मान लोकनाट्य शैली और प्रभावशाली वाचन की वजह से नेपाल के तत्कालीन नरेश भी उनके कायल थे। कई ऐतिहासिक दस्तावेज बताते हैं कि नेपाल नरेश ने राधेश्याम को कथा वाचस्पति, कथाशिरोमणि और साहित्यवाचस्पति जैसी बड़ी उपाधियाँ देकर सम्मानित किया था। उन्हें सोने की मुद्राओं से भरी थैलियाँ और चांदी के सिक्कों की बाल्टियाँ भी भेंट में दी गई थीं। यह उस दौर में कथा कला को मिला सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय सम्मान माना जाता है। पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद ने भी दिया था सम्मान देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने राधेश्याम को राष्ट्रपति भवन बुलवाया था। उन्होंने करीब 15 दिन तक उनकी कथा सुनी थी। राष्ट्रपति द्वारा बुलाकर कथा सुनना उस समय का सर्वोच्च सम्मान माना जाता था। खड़ी बोली में रामायण लिखकर बदल दी कथा की दुनिया राधेश्याम कथावाचक की सबसे बड़ी पहचान उनकी राधेश्याम रामायण है। इसे उन्होंने खड़ी बोली में, लोकनाट्य मंचन शैली के हिसाब से लिखा था। उस दौर में अवधी और ब्रज की परंपराओं को तो लोग जानते थे, लेकिन खड़ी बोली में इतनी सशक्त रामकथा पहली बार सामने आई थी। देशभर में उनके मंचन होते थे और हर जगह भीड़ उमड़ आती थी। वही लोकप्रियता उन्हें नेपाल दरबार और राष्ट्रपति भवन तक ले गई। नाट्यकला के सुधि कलाकार और बड़े सामाजिक संदेश वे सिर्फ रामायणकार नहीं थे, बल्कि उनके कई नाटक, संवाद और मंचन आज भी उत्तर भारत के लोक नाट्य (रासलीला-रामलीला) में आधार स्तंभ माने जाते हैं।उनका लिखा साहित्य न सिर्फ धार्मिक आस्था का माध्यम है, बल्कि एक युग के सामाजिक और सांस्कृतिक चरित्र का दस्तावेज भी है।
बरेली में इस बार 25 दिसंबर को भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेई के सम्मान में अटल मैराथन का आयोजन होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीएम अविनाश सिंह के साथ भेंट वार्ता में इस मैराथन की स्वीकृति दे दी है। पहली बार होने जा रहा यह आयोजन शहर के प्रोफेशनल खिलाड़ियों के साथ आम नागरिकों को भी जोड़ेगा। प्रशासन की तैयारी है कि इसे बरेली का ऐतिहासिक कार्यक्रम बनाया जाए। रूट प्लान से लेकर मेडिकल और सिक्योरिटी कवरेज तक सभी व्यवस्थाओं को फाइनल किया जा रहा है। दामोदर स्वरूप पार्क के पास बनेगी आकर्षक रोटरीअटल सेतु की तरफ आने वाला तिराहा लंबे समय से दुर्घटना की दृष्टि से संवेदनशील बना हुआ है। यहां रोटरी न होने से वाहनों का दबाव हमेशा रहता है। अब इसी तिराहे पर आकर्षक रोटरी का निर्माण कराया जाएगा। लखनऊ की तर्ज पर तैयार इस मॉडल में बीच में अशोक स्तंभ होगा और चारों तरफ दौड़ते हुए घोड़े बनाए जाएंगे। डिज़ाइन तैयार है और जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होने वाला है। रोटरी बनते ही इस मार्ग पर आवागमन सुरक्षित और व्यवस्थित हो जाएगा। सरकारी जमीन से हटेंगे कब्जे, ईडब्ल्यूएस आवास बनेगासरकारी भूमि पर अवैध कब्जों को हटाकर गरीबों के लिए ईडब्ल्यूएस आवास बनाने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिए हैं। बरेली प्रशासन ने इस पर तेजी से काम शुरू कर दिया है। शहर के विभिन्न इलाकों में चिन्हित जमीन की रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी, जिसके बाद योजना के अनुसार निर्माण कार्य शुरू होगा। इससे आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को किफायती घर मिल सकेंगे। बरेली को मिलेंगे 2200 करोड़ से ज्यादा की योजनाएंमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने बरेली दौरे पर 2200 करोड़ रुपये से अधिक की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। इन योजनाओं में सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, शहरी विकास और धार्मिक पर्यटन से जुड़े बड़े प्रोजेक्ट शामिल हैं। दौरे को लेकर प्रशासनिक तैयारियां तेज कर दी गई हैं।
बरेली में युवाओं के लिए अब रोजगार और स्किल डेवलपमेंट के नए रास्ते खुलने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिले में 100 एकड़ जमीन पर एक विशाल एम्प्लायमेंट जोन बनाने के निर्देश दिए हैं। यह जोन देश के लौह पुरुष सरदार बल्लभभाई पटेल के नाम पर बनाया जाएगा। जिला प्रशासन को जमीन चिन्हित करने और प्रोजेक्ट की रूपरेखा तैयार करने के आदेश पहले ही दे दिए गए हैं। युवाओं के लिए रोजगार और ट्रेनिंग का हबएम्प्लायमेंट जोन का उद्देश्य सिर्फ रोजगार उपलब्ध कराना नहीं, बल्कि युवाओं को उद्योगों की जरूरत के हिसाब से प्रशिक्षित करना भी है। यहां स्किल डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट, टेक्निकल ट्रेनिंग सेंटर, प्लेसमेंट सेल, इनोवेशन लैब, स्टार्टअप सपोर्ट हब और उद्योगों से जुड़े प्रशिक्षण केंद्र विकसित किए जाएंगे। प्रशासन का मानना है कि एक ही परिसर में प्रशिक्षण से लेकर रोजगार तक की सभी सुविधाएं मिलने से युवाओं के लिए अवसर कई गुना बढ़ जाएंगे। जमीन चिन्हित करने की प्रक्रिया शुरूडीएम अविनाश सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद संबंधित विभागों को जमीन चिन्हित करने का काम सौंप दिया गया है। जल्द ही 100 एकड़ का लोकेशन फाइनल कर रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। इसके बाद डीपीआर तैयार होगी और निर्माण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। प्रशासन का लक्ष्य है कि इस प्रोजेक्ट को तेजी से धरातल पर उतारा जाए ताकि क्षेत्र के युवाओं को जल्द लाभ मिल सके। उद्योगों को एक ही जगह स्पेसएम्प्लायमेंट जोन में मध्यम और छोटे उद्योगों को भी स्पेस मिलेगा। इससे स्थानीय स्तर पर इंडस्ट्री कलस्टर विकसित होंगे, जहां कंपनियां ट्रेनिंग लेकर तैयार हुए युवाओं को तुरंत रोजगार दे सकेंगी। यह मॉडल रोजगार देने के साथ-साथ बरेली को एक नए औद्योगिक हब के रूप में भी पहचान दिलाएगा। सरकार की बड़ी योजना का हिस्सायूपी सरकार लगातार रोजगार और उद्योगों के विस्तार पर जोर दे रही है। सरदार पटेल एम्प्लायमेंट जोन इसी कड़ी का अहम हिस्सा है। यह प्रोजेक्ट सफल हुआ तो आने वाले वर्षों में बरेली न सिर्फ धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान के कारण, बल्कि रोजगार के लिए भी बड़ी पसंद बनकर उभरेगा। युवाओं का कहना है कि समय की जरूरतशहर के युवाओं का कहना है कि अब सबसे अधिक जरूरत स्किल आधारित रोजगार की है। अगर जिला स्तर पर इतना बड़ा केंद्र बनता है तो बरेली के हजारों युवाओं को अपने शहर में ही अवसर मिलेंगे और बड़े शहरों में पलायन कम होगा। सरदार पटेल के नाम पर बनने वाला यह एम्प्लायमेंट जोन बरेली के विकास में नया अध्याय जोड़ने जा रहा है।
मेरठ में नगर निगम की कार्यकारिणी का चुनाव में भाजपा कार्यकर्ताओं में खूब अंदरूनी कलह देखने को मिली। वार्ड 50 के भाजपा पार्षद को पार्टी के खिलाफ जाकर चुनाव लड़ना इतना महंगा पड़ा कि उनकी जीत की घोषणा से थोड़ा पहले ही उनकी पार्टी के नेताओं द्वारा ही न सिर्फ चुनाव निरस्त कराया गया बल्कि उनको पार्टी से भी निकाल दिया गया। नामांकन वैरिफिकेशन से शुरू हुआ विवाद पार्षद संजय सैनी ने बताया कि जब वह अपने पर्चे में वैरिफिकेशन के लिए पहुंचे तब भी अनुज वशिष्ठ ने उनका पर्चा निरस्त करने की बात चुनाव अधिकारी अमित भार्गव से की। इसके बाद भी जब उनका पर्चा कैंसिल नहीं हुआ तो सभ्ज्ञी लोग पार्टी के उनके खिलाफ हो गए। जीतकर बोले भाजपा जिंदाबाद संजय सैनी को 12 वोट मिलने के बाद जब उनके कार्यकारिणी सदस्य बनने का रास्ता साफ हो गया और लोग उनको बधाई देने लगे तो उन्होंने वहां भारतीय जनता पार्टी जिंदाबाद बोलते हुए अपनी जीत पाटी को ही समर्पित कर दी। उन्होंने कहा कि यह सच और मेहनत की जीत है इसके बाद मतगणना केंद्र पर अन्य भाजपाइयों द्वारा चुनाव अधिकारी पर आरोप लगाते हुए चुनाव निरस्त करा दिया गया। भाजपा में होता है पिछड़ाें का शोषण अपनी पूरी पार्टी को अपने सामने खड़ा देख और उनकी सदस्यता खत्म होने की खबर सुनकर उन्होंने कहा कि मैं अभी तक भाजपा का सच्चा सिपाही था। इस पार्टी में पिछड़ों को दबाया जाता है औश्र उनका शोषण किया जाता है इसलिए आज मैं खुद यह पार्टी छोड़ रहा हूं। महानगर अध्यक्ष पर भी लगाए आरोप संजय सैनी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो डालते हुए कहा कि चुनाव से पहले दिन पार्टी की एक मीटिंग हुई थी। इसमे महानगर अध्यक्ष ने कहा था कि हमे अपने चार प्रत्याशी तो जिताने ही है अबर कोई चाहे तो दूसरे पार्षदों की वोट लेकर पांचवा सदस्य भी बन सकता है। उन्होंने कहा कि महानगर अध्यक्ष के साथ साथ अन्य भाजपा नेता भी उगाही में व्यस्त हैं।
मथुरा के बरसाना में मंगलवार से सीताराम महोत्सव शुरू होने जा रहा है। इस महोत्सव में प्रसिद्ध कथा प्रवक्ता रमेश भाई ओझा श्री मद्भागवत कथा का भक्तों को श्रवण कराएंगे। दिन में यहां श्री मद्भागवत कथा का आयोजन होगा वहीं शाम को सीताराम विवाह लीला का मंचन किया जायेगा। महोत्सव की आयोजकों द्वारा सभी तैयारी पूरी कर ली है। पद्म श्री रमेश बाबा करेंगे शुभारंभ भारत की सबसे बड़ी माताजी गौशाला में 65000 गायों के मध्य विश्व विख्यात भागवत कथा प्रवक्ता रमेश भाई ओझा 9 दिन तक बृजवासियों और गौ माता को श्रीमद् भागवत कथा श्रवण करेंगे। श्रीमद् भागवत कथा एवं सीताराम विवाह महोत्सव का शुभारंभ मंगलवार को पद्मश्री संत रमेश बाबा और गुरु शरणानंद महाराज द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन करके किया जाएगा। माताजी गौशाला में होगा आयोजन मान मंदिर के महंत संत रमेश बाबा महाराज के सानिध्य में माता जी गौशाला में वर्ष भर अनेक धार्मिक आयोजन होते रहते हैं इसी श्रृंखला में मंगलवार से प्रख्यात भागवत कथा प्रवक्ता रमेश भाई ओझा द्वारा व्यास पीठ से बृजवासियों और देश के कोने-कोने से आए हजारों भक्तों को श्रीमद् भागवत कथा श्रवण कराई जाएगी। माताजी गौशाला के व्यवस्थापक ब्रज शरण महाराज ने जानकारी देते हुए बताया कि 18 से 26 नवंबर तक नौ दिवसीय आयोजन किया जाएगा इस दौरान व्यास पीठ से विशाल मंच पर रमेश भाई ओझा श्रीमद् भागवत कथा श्रवण कराएंगे, वहीं संध्या के सत्र में 7:00 बजे से बक्सर वाले श्री नारायण भक्ति माली मामा जी की बेटी द्वारा सीताराम विवाह महोत्सव लीला का मंचन किया जाएगा। धार्मिक और राजनीतिक जगत की हस्तियां करेंगी शिरकत माताजी गौशाला और मान मंदिर के सचिव सुनील सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि इस दिव्य आयोजन में देश के नामी गिरामी संत महात्मा पधारेंगे। वहीं 25 नवंबर को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी पहुंचेंगे और 9 दिवसीय आयोजन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आने का भी कार्यक्रम है।
मध्य प्रदेश की राजनीति, नौकरशाही और अन्य घटनाओं पर चुटीली और खरी बात का वीडियो देखने के लिए ऊपर क्लिक करें। इन खबरों को आप पढ़ भी सकते हैं। 'बात खरी है' मंगलवार से रविवार तक हर सुबह 6 बजे दैनिक भास्कर ऐप पर मिलेगा। धीरेंद्र शास्त्री ने एंकर बनकर खूब हंसायाबागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा 2.0 का विश्राम हो गया है। 10 दिन तक चली इस यात्रा में पंडित धीरेंद्र शास्त्री हास-परिहास कर पदयात्रियों का उत्साह बढ़ाते रहे। उनके मंच पर कई कलाकारों ने अपनी प्रतिभा दिखाई। धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा का एक ऐसा ही वीडियो सामने आया है। जिसमें वे एंकर बन गए। उन्होंने जो अंग्रेजी बोली, उसे सुनकर पंडाल में मौजूद हर कोई हंस-हंसकर लोटपोट हो गया। यात्रा में एक शख्स ने अपने सिर, कोहनी से नारियल फोड़ने की कला का प्रदर्शन किया। इस दौरान धीरेंद्र शास्त्री ने किसी शो की तरह इस प्रदर्शन को देखने का ऐलान किया। मंच पर एक विदेशी नागरिक भी बैठा रहा। धीरेंद्र शास्त्री ने रोचक अंदाज में उससे अंग्रेजी में बात की। पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा- यू लाइव वॉच इंडियन गॉट टैलेंट। फिर जमकर हंसे। उन्होंने नारियल को लेकर कहा- शी इज द कोकोनट, वेरी स्ट्रॉन्ग कोकोनट। पास में बैठे विदेशी नागरिक से कहा- यू चेक, वेरी स्ट्रॉन्ग। फिर उन्होंने पूछा- दिस मेन इज स्ट्रॉन्ग या कोकोनट स्ट्रॉन्ग? इस पर जमकर ठहाके लगे। धीरेंद्र शास्त्री ने जैसे ही 1,2,3.. स्टार्ट बोला, युवक ने सिर से नारियल फोड़ने शुरू कर दिए। इस पर जमकर तालियां बजीं। ताड़ी की तारीफ में खो गए सीएम यादवभगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आलीराजपुर पहुंचे थे। जहां उन्होंने जिले की प्राकृतिक सुंदरता की जमकर तारीफ की। इस दौरान वो वहां की 'ताड़ी' के आनंद में भी डूबे नजर आए। मुख्यमंत्री ने मंच से कहा- यहां ताड़ी के पेड़ का आनंद भी अलग ही है। लोग पता नहीं क्या-क्या कहते हैं लेकिन जो मजे लेता है, वो तो उससे ही पूछो कि क्या होता है। जिसके मन में जो भाव हो, लेकिन आनंद आता है। मैं तो आपको देखकर ही खुश हो जाता हूं। जीतू पटवारी को मोहन यादव का जवाबमुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के भाषण के अंदाज पर, उनके बार-बार 'अभिनंदन करो', 'तालियां बजाओ' कहने पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने उन्हें 'अभिनंदन मुख्यमंत्री' का नाम दिया था। मुख्यमंत्री ने शाजापुर जिले के मक्सी में इसे लेकर जीतू पटवारी पर पलटवार किया है। उन्होंने मंच से ही कहा- हमारे कांग्रेस के अध्यक्ष को, जब मैं ताली बजाने को बोलता हूं, अभिनंदन करने का बोलता हूं, तो उनको कीड़ा काटता है, ये क्यों बोलते हो, ये क्यों बोलते हो। मुख्यमंत्री यहीं नहीं रुके, उन्होंने जीतू पटवारी को लेकर ढपोरशंख की कहानी सुना दी। मुख्यमंत्री ने पटवारी के नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए कहा कि कांग्रेस गर्त में जा रही है। उनके खिलाफ उनकी पार्टी में ही आंदोलन हो रहे हैं। सीएम ने जीतू पटवारी को लेकर कहा- कोई बात नहीं भैया तू बोलता रह, तू ढपोरशंख की भूमिका निभा ले, हम तो भक्त की भूमिका में ही खुश हैं। फिर छलका शिवराज सिंह चौहान का दर्दमध्य प्रदेश में साल 2023 के चुनाव में भाजपा की बड़ी जीत हुई थी, लेकिन पार्टी ने सीएम के रूप में शिवराज सिंह चौहान को रिपीट नहीं किया। मुख्यमंत्री पद के लिए डॉ. मोहन यादव का नाम तय किया गया। लगता है कि शिवराज सिंह को इसका अब भी मलाल है। उनका ये दर्द फिर छलक आया। इसका जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उस दौरान उनके माथे पर कोई बल नहीं आया। वो हालात उनके लिए किसी परीक्षा के जैसे थे। भोपाल में किरार समाज के कार्यक्रम में बोलते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा, '2023 के विधानसभा चुनाव के बाद की परिस्थितियां जीवन की बड़ी परीक्षा थीं। बंपर बहुमत मिला था। सबको लगा था कि अब सब कुछ स्वाभाविक है, लेकिन जब तय हुआ कि मुख्यमंत्री मोहन जी होंगे। मेरे माथे पर बल नहीं पड़ा।' उन्होंने कहा, 'अलग-अलग रिएक्शन हो सकते थे। गुस्सा भी आ सकता था कि मैंने इतनी मेहनत की, लोगों ने किसे वोट दिया? लेकिन दिल ने कहा- शिवराज, ये तेरी परीक्षा की घड़ी है। माथे पर शिकन मत आने देना। आज तू कसौटी पर कसा जा रहा है। और मैंने मोहन जी का नाम प्रस्तावित किया। यही परीक्षा होती है। उसके बाद मुझे प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में दिल्ली में काम करने का मौका मिला।' कांग्रेस अब इस पर तंज कस रही है। पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा- शिवराज सिंह चौहान ने बिल्कुल सही कहा। भाजपा ने उन्हें दूल्हा बनाया, घोड़ी पर बैठाकर खूब घुमाया और चुनाव परिणाम आने के बाद घोड़ी पर मोहन यादव को बैठा दिया। बात खरी है सीरीज की ये कड़ी भी पढ़ें... धीरेंद्र शास्त्री को याद आया ‘भूलभुलैया’ वाला हनुमान अवतार, ‘संस्कारी पार्टी’ के नेता की सांसद को गाली पंडित धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा में अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी और अभिनेता राजपाल यादव भी पहुंचे थे। वे धीरेंद्र शास्त्री के मंच पर उनके चरणों में बैठे। इस दौरान राजपाल यादव को देखकर धीरेंद्र शास्त्री को फिल्म भूलभुलैया का उनका कैरेक्टर याद आ गया। शास्त्री ने शिल्पा को लेकर भी बड़ी बात कही। पढ़ें पूरी खबर...
आरएनटी मेडिकल कॉलेज:एमबी में रोबोटिक सर्जरी अगले साल से, प्रस्ताव भेजा, डॉक्टरों का प्रशिक्षण शुरू
आरएनटी मेडिकल कॉलेज से जुड़े संभाग के सबसे बड़े एमबी हॉस्पिटल में अगले साल से रोबोटिक सर्जरी शुरू हो जाएगी। इस अत्याधुनिक सुविधा के शुरू होने से जटिल ऑपरेशनों को अधिक सटीकता से किया जा सकेगा। इसमें समय भी कम लगेगा। कॉलेज प्रशासन ने रोबोटिक सर्जरी यूनिट की स्थापना के लिए सरकार को प्रस्ताव भेज दिया है। इसके साथ ही आरएनटी के डॉक्टरों का रोबोटिक सर्जरी के लिए प्रशिक्षण भी शुरू हो चुका है। इसके तहत विभागवार डॉक्टरों को देशभर के अस्पतालों में भेजा जा रहा है। एम्स जोधपुर में हुए चार दिवसीय प्रशिक्षण में असिस्टेंट प्रोफेसर सर्जरी, गेस्ट्रो सर्जरी विभाग में कार्यरत डॉ. राजवीर सिंह ने देसी रोबोट एसएसआई मंत्रा (लागत 5-8 करोड़) और विदेशी रोबोट दा विन्सी (लगभग 20 करोड़) पर सर्जरी की तकनीक का अभ्यास किया। यह प्रशिक्षण सर्जिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग की ओर से आयोजित हेपेटो पैंक्रियाटिको बिलिअरी सर्जरी पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन दिया गया। इसमें शीर्ष स्तर के राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय वरिष्ठ गैस्ट्रो सर्जन ने अपने अनुभव और सर्जिकल स्किल साझा कीं। रोबोटिक मॉड्यूल (एसएसआई मंत्रा और दा विंची) और कडैवेरिक लीवर रिट्रीवल पर भी प्रशिक्षण दिया गया। खास बात यह है कि वर्ष 2024 में आरएनटी में साढ़े दस हजार से अधिक और 2025 में इस वर्ष अब तक 8,804 सर्जरी हो चुकी हैं। इतनी बड़ी संख्या में होने वाली सर्जरियों के बीच यदि रोबोटिक सर्जरी शुरू होगी तो वेटिंग में कमी आएगी। इसका सीधा फायदा मरीजों को मिलेगा। जटिल सर्जरी आसान होगी, 20 से 30 फीसदी बचेगा समय डॉ. राजवीर सिंह बताते हैं कि रोबोटिक तकनीक में होने वाली सर्जरी में आम सर्जरी के मुकाबले 20 से 30 प्रतिशत तक समय कम लगेगा। कठिन जगहों पर भी टांके लगाने सहित अत्यंत जटिल सर्जरी को भी आसानी से किया जा सकता है। वर्तमान में प्राइवेट अस्पतालों में रोबोटिक सर्जरी का खर्च 3 से 10 लाख रुपए तक आता है। यदि आरएनटी में यह सुविधा शुरू होती है तो मरीजों को न के बराबर खर्च करना पड़ेगा। इन ऑपरेशन में रोबोट सर्जरी है सटीक केडैवरिक लीवर रिट्रीवल, लीवर, पेन्क्रियाज, गॉल ब्लैडर से जुड़ी पेटिको-पेन्क्रियाटिको-बिलेयरी सर्जरी, इसोफेगस (भोजननली), रेक्टम (मलाशय), पेन्क्रियाज कैंसर, पेल्विक सर्जरी, प्रोस्टेट और स्त्री रोग संबंधी जटिल सर्जरी जैसी प्रक्रियाओं में रोबोट की कार्यप्रणाली बेहतर साबित होती है। थ्री-डी विजन इसे और भी बेहतर कर सकता है। प्रदेश में तीसरा अस्पताल होगा एमबीएम्स जयपुर में दो रोबोट स्थापित किए गए हैं। सर्जरी भी शुरू कर दी गई है। जोधपुर एम्स में भी हाल ही इसकी शुरुआत की जा चुकी है। जयपुर और जोधपुर के बाद रोबोटिक सर्जरी शुरू करने वाला उदयपुर का एमबी प्रदेश का तीसरा सरकारी हॉस्पिटल होगा। जनजाति बाहुल्य को देखते हुए इसकी यहां सबसे ज्यादा जरूरत भी है। प्रिंसिपल बोले-सरकार को भेजा प्रस्ताव आरएनटी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. विपिन माथुर ने बताया कि रोबोटिक सर्जरी यूनिट की स्थापना के लिए सरकार को प्रस्ताव भेज दिया है। सरकार की ओर से एसएमएस में दो रोबोट लगाए गए हैं। जोधपुर एम्स में भी नई शुरुआत हो चुकी है। उम्मीद है कि अगले वर्ष हमें रोबोट उपलब्ध हो जाएगा। इसके बाद यहां जटिल सर्जरी में नई ऊंचाइयों को प्राप्त कर सकेंगे। काम की बात- दिल्ली-रायपुर-भोपाल एम्स समेत इन सरकारी अस्पतालों में रोबोटिक सुविधा
साइबर ठगों ने क्रिप्टो करेंसी में निवेश के नाम पर ग्रेटर नोएडा के रहने वाले एक इंजीनियर से 13 लाख रुपए ठग लिए। ठगों ने टेलीग्राम मैसेज से संपर्क कर मुनाफा होने का झांसा दिया। मुनाफा समेत रकम नहीं निकलने पर पीड़ित को साइबर ठगी होने का एहसास हुआ। पीड़ित ने साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस मामले में जांच कर रही है। ग्रेटर नोएडा के रहने वाले रवि मलिक इंजीनियर हैं। वह शेयर बाजार में भी रुचि रखते हैं। 24 अगस्त को टेलीग्राम पर एक मैसेज आया था। ठग ने क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर मोटा मुनाफा कमाने की योजना बताई थी। बातचीत करने पर ठग ने के वाट्स अप ग्रुप से जोड़ दिया। फिर ठगों ने बिटकॉइन नाम की एक एप डाउनलोड कराई। रवि ने एक सितंबर को 10 हजार रुपए का निवेश कर दिया। कुछ समय में ही एप पर मुनाफा दिखने लगा। रवि ने रकम निकालकर बैंक खाते में डाली तो वह क्लिक करते ही आ गई। रकम निकालने का प्रयास ग्रुप से किया बाहररवि ने विश्वास कर रकम निवेश करने का मन बनाया। फिर क्या था। जैसे-जैसे ठग कहते जाते। वैसे-वैसे रवि करता जाता। रवि ने 24 सितंबर तक पांच बार में 13 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। पीड़ित ने रकम निकालने का प्रयास किया तो ठग ने कर के रूप में और रकम जमा करने को बोला। यह सुनकर रवि चौक गए। उन्होंने और रकम नहीं होने से मना कर दिया। रवि के रकम नहीं देने पर ठगों ने संपर्क तोड़ लिया। रवि ने एनसीआरपी पोर्टल और साइबर क्राइम थाना पुलिस से शिकायत की।
नमस्कार, कल की बड़ी खबर दिल्ली ब्लास्ट की जांच से जुड़ी है। आतंकी का एक साथी पकड़ा गया है। दूसरी खबर रामपुर की है, जहां रिहाई के 56 दिन बाद आजम खान को फिर जेल भेज दिया गया। बेटा भी साथ जेल गया। हम आपको यह भी बताएंगे कि बांग्लादेश की पूर्व पीएम को फांसी की सजा क्यों सुनाई गई। ⏰ आज का प्रमुख इवेंट, जिस पर रहेगी नजर... कल की बड़ी खबरें... 1. दिल्ली ब्लास्ट-आतंकी उमर का श्रीनगर से एक और साथी गिरफ्तार: ड्रोन-रॉकेट बनाता दिल्ली ब्लास्ट मामले में NIA ने जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर से आतंकी उमर के एक और साथी जसीर बिलाल वानी उर्फ दानिश को गिरफ्तार किया। आरोप है कि जसीर आतंकी उमर को टेक्निकल सपोर्ट देता था। विस्फोट के लिए ड्रोन मॉडिफाई करता था और रॉकेट बनाने की भी कोशिश की थी। ब्लास्ट में शू बॉम्ब के इस्तेमाल का शक: इस ब्लास्ट में सुरक्षा एजेंसियों को शू बम के इस्तेमाल का शक है। सूत्रों के मुताबिक जांच एजेंसियों को विस्फोट वाली कार से एक जूता मिला है। इसकी जांच में अमोनियम नाइट्रेट और TATP के ट्रेस मिले, जिन्हें शुरुआती सुराग माना जा रहा है। TATP बेहद खतरनाक विस्फोटक: यह मामूली झटके, रगड़ या थोड़ी सी गर्मी से भी फट सकता है। इसी वजह से इसे आतंकी दुनिया में 'Mother of Satan' यानी 'शैतान की मां' कहा जाता है। पढ़ें पूरी खबर... 2. आजम और बेटे अब्दुल्ला को 7-7 साल की सजा, बिस्किट के 2 पैकेट लेकर जेल गए सपा नेता आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला को फिर 7-7 साल की सजा हुई है। रामपुर की एमपी/एमएलए कोर्ट ने फर्जी पैन कार्ड मामले में सोमवार को दोनों को दोषी करार दिया। फैसले के तुरंत बाद दोनों को जेल भेज दिया गया। आजम अपने साथ जेल में दो पैकेट बिस्किट लेकर गए। जेल में दाखिल होने से पहले आजम ने कहा- कोर्ट का फैसला है, कोर्ट ने गुनहगार समझा तो सजा सुनाई है। फर्जी पैन कार्ड बनवाया था: आजम खान 2017 में अखिलेश सरकार में नगर विकास मंत्री थे। उन्होंने अपने रसूख के दम पर लखनऊ नगर निगम से बेटे का फर्जी जन्म प्रमाण पत्र (बर्थ सर्टिफिकेट) बनवाया। उसी के आधार पर फर्जी पैन कार्ड बनवाकर अब्दुल्ला को चुनाव लड़वाया था। अखिलेश का सरकार पर हमला: आजम के जेल जाने के बाद सपा प्रमुख ने कहा- सत्ता के गुरूर में जो नाइंसाफी और जुल्म की हदें पार कर देते हैं। वो खुद एक दिन कुदरत के फैसले की गिरफ्त में आकर एक बेहद बुरे अंत की ओर जाते हैं। सब, सब देख रहे हैं। पढ़ें पूरी खबर... 3. बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना को फांसी की सजा: कोर्ट ने छात्रों की हत्याओं का दोषी माना बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को मौत की सजा सुनाई गई है। उन्हें ढाका की इंटरनेशनल क्राइम्स ट्रिब्यूनल (ICT) ने हत्या के लिए उकसाने और हत्या का आदेश देने के लिए मौत की सजा दी। बाकी मामलों में उन्हें उम्रकैद की सजा सुनाई। ICT ने उन्हें 5 मामलों में आरोपी बनाया था। तख्तापलट के बाद भारत आ गईं थीं हसीना: 5 अगस्त 2024 को तख्तापलट के बाद शेख हसीना और पूर्व गृहमंत्री असदुज्जमान ने देश छोड़ दिया था। दोनों नेता पिछले 15 महीने से भारत में रह रहे हैं। क्या भारत से वापस जाएंगी: बांग्लादेश के पीएम ऑफिस ने बयान जारी कर कहा कि भारत और बांग्लादेश के बीच जो प्रत्यर्पण संधि है, उसके मुताबिक यह भारत की जिम्मेदारी बनती है कि वह पूर्व बांग्लादेशी पीएम को सौंप दे। पढ़ें पूरी खबर... 4. योगी बोले- मर्सिडीज वाले लोग गमले चुरा ले गए, पकड़ते तो बेइज्जती होती, इसलिए बुलाकर CCTV फुटेज दिखाए सीएम योगी ने लखनऊ में कहा, 'G-20 समिट के बाद कार्यक्रम स्थल के आसपास लगाए गए गमलों को लोग मर्सिडीज से उठाकर ले गए। अब सोचिए, कहां मर्सिडीज कार की कीमत और कहां एक गमले की? अगर हम कार्रवाई करते तो शहर की गलत पहचान बनती। लोग कहते कि गमला चोर पकड़े जा रहे हैं, यह तो बहुत बड़ा एक्शन है। इसलिए हमने उन लोगों को बुलाकर गमले चोरी करने के CCTV फुटेज दिखाए।' AI आज की जरूरत: योगी BBD यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे। योगी ने कहा- जब हम दुनिया से 10 कदम आगे की सोच लेकर चलेंगे, तब दुनिया खुद हम पर ध्यान देने को मजबूर होगी। AI आज की जरूरत है। लेकिन ध्यान रहे, उसे आप चलाएं, वह आपको न चलाने लगे। पढ़ें पूरी खबर... 5. बिहार में 20 नवंबर को नई सरकार का शपथ ग्रहण: 19 को भंग होगी विधानसभा बिहार विधानसभा चुनाव में NDA की ऐतिहासिक जीत के बाद नई सरकार बनाने की कवायद शुरू हो गई है। नीतीश कुमार ने राज्यपाल से मुलाकात कर 19 नवंबर को विधानसभा भंग किए जाने की जानकारी दी। 20 नवंबर को गांधी मैदान में नीतीश कुमार 10वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। नई कैबिनेट में 36 मंत्री होंगे: केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने बताया कि नई कैबिनेट में 36 मंत्री होंगे, जिसमें 16 भाजपा से, 15 जदयू से, 3 लोजपा (आर) से, हम और रालोमो से 1-1 मंत्री होंगे। गांधी मैदान में इसकी तैयारी चल रही है। शपथ ग्रहण में PM नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे। पढ़ें पूरी खबर... 6. सोना ₹1,870 गिरा, कीमत ₹1.23 लाख प्रति 10 ग्राम: इस साल दाम ₹46,762 बढ़े सोना-चांदी के दाम में गिरावट हुई है। 10 ग्राम सोना 1,870 रुपए गिरकर 1,22,924 रुपए पर आ गया है। इससे पहले सोने की कीमत 1,24,794 रुपए प्रति 10 ग्राम थी। वहीं, चांदी 4,434 रुपए गिरकर 1,54,933 रुपए प्रति किलोग्राम पर आ गई है। इससे पहले इसकी कीमत 1,59,367 प्रति किलोग्राम थी। फिर 1.25 लाख तक जा सकता है सोना: एक्सपर्ट्स के अनुसार आने वाले दिनों में सोने के दामों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। हालांकि शादियों का सीजन चालू हो चुका है इससे सोने को सपोर्ट मिलेगा। इससे आने वाले दिनों में इसकी कीमत फिर एक बार 1.25 लाख रुपए तक जा सकती है। पढ़ें पूरी खबर... 7. सऊदी अरब में मक्का से मदीना जा रहे 45 भारतीयों की मौत: 18 एक ही परिवार से सऊदी अरब में एक सड़क हादसे में 45 भारतीयों की मौत हो गई। मक्का से मदीना जाते समय इनकी बस डीजल टैंकर से टकरा गई और उसमें आग लग गई। मृतकों में 18 महिलाएं, 17 पुरुष और 10 बच्चे शामिल हैं। मारे गए लोगों में से 18 एक ही परिवार के थे। 54 लोग हैदराबाद से सऊदी गए थे: हैदराबाद पुलिस के मुताबिक 9 नवंबर को 54 लोग हैदराबाद से सऊदी गए थे। वे 23 नवंबर को वापस आने वाले थे। इनमें से 4 लोग रविवार को कार से अलग से मदीना गए थे। वहीं 4 लोग मक्का में रुक गए थे। दुर्घटना वाली बस में 46 लोग सवार थे। पढ़ें पूरी खबर... आज का कार्टून ⚡ कुछ अहम खबरें हेडलाइन में… 1. नेशनल: मोदी बोले- लालू यादव ने विकास की जगह जंगलराज चुना: बिहार के रिजल्ट सबक देते हैं, सरकारों की प्राथमिकता सिर्फ विकास होना चाहिए (पढ़ें पूरी खबर) 2. नेशनल: आर्मी चीफ बोले- एक साल से भारत-चीन संबंधों में सुधार: कोशिश रहे दोनों देशों के रिश्ते विवाद में न बदलें; LAC समझौता फायदेमंद (पढ़ें पूरी खबर) 3. नेशनल: आजम और बेटे अब्दुल्ला को 7-7 साल की सजा: बिस्किट के 2 पैकेट लेकर जेल गए, पढ़िए बेटे के चक्कर में कैसे फंसे (पढ़ें पूरी खबर) 4. नेशनल: सुप्रीम कोर्ट बोला-तेलंगाना स्पीकर तय करें नया साल कहां मनाएंगे: कहा- BRS विधायकों की अयोग्यता पर जल्द फैसला करें, नहीं तो कोर्ट आना होगा (पढ़ें पूरी खबर) 5. नेशनल: स्पीच देते आया 24 वर्षीय लड़की को आया हार्ट अटैक: अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत, गुजरात में सूरत के कॉलेज का मामला (पढ़ें पूरी खबर) 6. नेशनल: दिल्ली ब्लास्ट में डॉक्टर-इमाम-पेशेंट मॉड्यूल: मरीजों की मदद के बहाने फिदायीन हमलावर ढूंढते थे डॉ. मुजम्मिल-शाहीन; 3 केस सामने आए (पढ़ें पूरी खबर) 7. क्रिकेट: भारत घर में 6 में से 4 टेस्ट हारा: अपने ही स्पिन ट्रैक में फंस रही टीम? कोलकाता में 60% भारतीय विकेट स्पिनरों ने लिए (पढ़ें पूरी खबर) ️ बयान जो चर्चा में है... खबर हटके... 200 किलो वजनी रोटी बनाने की कोशिश, पलटने में टूटी केन्या में युगांडा के कंटेंट क्रिएटर रेमंड काहुमा ने 200 किलो वजन की दुनिया की सबसे बड़ी चपाती बनाने की कोशिश की। इसके लिए उन्होंने टीम के साथ मिलकर 2 मीटर का स्टील का विशाल तवा बनवाया, चार बोरी कोयला जलाया, और 8 लाख रुपये से ज्यादा खर्च कर डाले लेकिन जब टीम ने तवे से रोटी पलटने की कोशिश की तो वह टूटने लगी और यह मिशन फेल हो गया। काहुमा इससे पहले भी दो गिनीज रिकॉर्ड बना चुके हैं, जिसमें सबसे बड़ा एग रोल और सबसे तेज चपाती बनाने का रिकॉर्ड शामिल है। फोटो जो खुद में खबर है भास्कर की एक्सक्लूसिव स्टोरीज, जो सबसे ज्यादा पढ़ी गईं… 1. राबड़ी आवास में लालू के सामने उस रात क्या हुआ: रोहिणी बोली- संजय हार का जिम्मेदार, उधर से आवाज आई- गंदी औरत, मुंह बंद रख 2. ग्राउंड रिपोर्ट- कहां गया बांके बिहारी मंदिर का 1000 करोड़ का खजाना: सेवादारों पर आरोप, पुरोहित बोले- हम जानते थे, तहखाने में कुछ नहीं मिलेगा 3. मंडे मेगा स्टोरी- 6 सीएम, 16 मंत्री, 200 सांसद हफ्तों बिहार में रहे: बीजेपी ज्यादातर चुनाव हारती क्यों नहीं; 8 फैक्टर्स ने इलेक्शन मशीन में बदला 4. आज का एक्सप्लेनर- बुढ़ापे वाला आंत-मलद्वार का कैंसर युवाओं में बढ़ने लगा; वजह- पैकेट वाला खाना और आलस्य; जानिए- लक्षण और बचाव 5. स्पॉटलाइट- यौन हिंसा, POCSO आरोपी यश को RCB ने क्यों रखा: विराट के साथ पोस्टर पर दिखे, UP-T20 लीग में क्यों हुए बैन,देखें वीडियो 6. जरूरत की खबर- सर्दियों में गुड़ खाने के 11 फायदे: अगर डायबिटिक या ओबीज हैं तो न खाएं, डॉक्टर से जानें कितनी मात्रा सुरक्षित 7. फिजिकल हेल्थ- सर्दियों में लोग कम पानी पीते हैं: डिहाइड्रेशन की रिस्क बढ़ती है, 13 संकेतों से पहचानें, प्यास न लगे तो भी पानी पिएं करेंट अफेयर्स ⏳आज के दिन का इतिहास बाजार का हाल ️ मौसम का मिजाज कर्क राशि वालों को रुका पैसा मिल सकता है। बिजनेस के लिहाज से भी अनुकूल दिन है। जानिए आज का राशिफल... आपका दिन शुभ हो, पढ़ते रहिए दैनिक भास्कर ऐप… मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ को और बेहतर बनाने के लिए हमें आपका फीडबैक चाहिए। इसके लिए यहां क्लिक करें...
लखनऊ विश्वविद्यालय से सम्बद्ध महाविद्यालय शिक्षक संघ (लुआक्टा) का चुनाव सोमवार को मुमताज पीजी कॉलेज में संपन्न हुआ। दिनभर शांतिपूर्ण हुए मतदान के बाद शाम को वोटों की गिनती शुरू हुई। रात करीब 11 बजे तक 50% मतगणना पूरी हो चुकी थी। इस बीच हंगामा शुरू हो गया और देर रात मतगणना रोककर हसनगंज थाने की पुलिस बुलानी पड़ी। इसके बाद ही मतगणना शुरू हो सकी। रात करीब 1 बजे अध्यक्ष पद पर डॉ.मनोज पांडेय की नाम की घोषणा हुई। डॉ. मनोज पांचवीं बार अध्यक्ष बने हैं। चौथी बार बनी महामंत्री डॉ. अंशु केडिया ने महामंत्री पद पर जीत हासिल की। डॉ. अंशु चौथी बार महामंत्री बनी हैं। चुनाव अधिकारी डॉ. एसपी त्रिपाठी ने बताया कि देर रात चली मतगणना में पांच पदों पर प्रत्याशियों के जीत की घोषणा हो सकी। इसमें कोषाध्यक्ष पद पर कीर्ति तिवारी और संयुक्त सचिव पद पर तीन प्रत्याशियों की जीत हुई। इसमें लखनऊ से डॉ. वाहिद अली, डॉ. पूजा दुबे और रायबरेली से शिवाकांत ने जीत दर्ज की। दिन में मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण रही लेकिन शाम करीब सात बजे के बाद वोटों की गिनती शुरू हुई। 10 बजे तक माहौल शांत रहा। इसके बाद जैसे ही अध्यक्ष पद पर डॉ.मनोज पांडेय और महामंत्री पद पर अंशु केडिया जीत की ओर बढ़ीं तो प्रत्याशियों के दूसरे गुट ने हंगामा शुरू कर दिया। उपाध्यक्ष पद पर भी चुनाव में धांधली का आरोप लगाया। रात करीब 11:30 बजे हंगामा इतना ज्यादा बढ़ गया कि वोटों की गिनती रोककर पुलिस बुलानी पड़ी। चुनाव में लखनऊ सहित मंडल के लखीमपुर, सीतापुर, रायबरेली और हरदोई के शिक्षकों ने मतदान किया। कुल 989 वोटर के सापेक्ष 888 वोट पड़े।
प्रयागराज में सनातनी किन्नर अखाड़ा बनने के साथ जो चेहरे चर्चा में आए, उनमें ट्रांसजेंडर गौरी सावंत उर्फ गौरी मां का नाम टॉप पर रहा। नया अखाड़ा क्यों बना लिया? इस पर वह कहती हैं– भगवा दुपट्टा ओढ़ने से कोई महामंडलेश्वर नहीं बन जाता है, अगर ऐसा होने लगा तो वर्षों से तप करने वाले साधु संतों का क्या होगा? ममता कुलकर्णी का भगवा आतंक मैं चलने नहीं दूंगी। वह गुस्से में आगे कहती हैं- जो देशद्रोह और आतंक से जुड़े लोगों का समर्थन करती हैं, उन्हें किन्नर अखाड़े में महामंडलेश्वर किस आधार पर बनाया गया, इसकी जांच होनी चाहिए। दैनिक भास्कर ने गौरी मां से खास बातचीत की। पढ़िए पूरा इंटरव्यू… मैं किन्नर अखाड़े की संस्थापक सदस्य रहींगौरी सावंत कहती हैं- जब 2014 में किन्नर अखाड़ा बन रहा था, तब मैं भी उसकी संस्थापक सदस्य रही। मैं उस अखाड़े में शुरूआती दिनों में जुड़ गई थी, मगर वह अखाड़ा अपने उद्देश्यों से भटक गया था, तब हमने अखाड़े से दूरी बना ली। हमने पूछा- वो उद्देश्य क्या थे, जिनसे अखाड़े के भटकने की बातें कही जा रही है? गौरी सावंत कहती हैं- 4 मुख्य उद्देश्य थे, मगर अब वो सब पीछे छूट गए। कमला होतीं महामंडेलश्वर, ऐन वक्त पर लक्ष्मीनारायण को बनाया गौरी मां ने आगे कहा- जब किन्नर अखाड़े की स्थापना हो रही थी, तब उज्जैन में ही कमला मौसी आचार्य महामंडलेश्वर बनने वाली थीं, लेकिन ऐन वक्त पर कुछ घटनाक्रम हुए। जो मैं आपको बता नहीं सकती हूं, फिर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी आचार्य महामंडलेश्वर बनीं। अब गौरी सावंत के जीवन से जुड़े सवाल… सवाल : आप अपने शुरुआती जीवन के बारे में कुछ बताइए?जवाब : (बचपन के दिनों को याद करते हुए) 2 जुलाई, 1979 को पुणे के एक मराठी परिवार में मेरा जन्म हुआ। पापा पुलिस में थे और मां हाउसवाइफ। मेरे जन्म के समय डॉक्टर ने कहा था- ‘सावंत सर बधाई हो, बेटा हुआ है।’ एक बेटी के बाद बेटा पैदा हुआ था, इसलिए मेरे मां-बाप बहुत खुश हुए थे। मेरे जन्म पर बाकी बच्चों की तरह ही मिठाइयां बांटी गईं, सोहर गाई गई। माता-पिता ने ही मेरा नाम बड़े प्यार से गणेश नंदन रखा था, लेकिन जैसे-जैसे मैं बड़ी होती गई, वैसे-वैसे मैं उनके लिए शर्मिंदगी का कारण बनती गई। सवाल : आपने घर किन हालात में छोड़ा था?जवाब : मां बहुत प्यार करती थीं, लेकिन 7 साल की उम्र में ही मुझे छोड़कर चली गईं। मां के बाद दादी ने पाला। मुझे दादी की साड़ियां पहनना, सजना-संवरना अच्छा लगता था। 7-8 साल तक की उम्र में मैं लड़कियों के साथ खेला करती थी। स्कूल में बच्चे मेरा मजाक बनाते। मुझ पर भद्दे ताने कसते। जैसे-जैसे बड़ी होने लगी, पिता मेरे प्रति सख्ती बरतने लगे। मैंने उन्हें अपनी बात समझाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने डांटा और बात करना छोड़ दिया। कॉलेज में पहुंची तो लड़कों के प्रति आकर्षित होने लगी। मैंने अपने परिवार को अपनी सेक्सुएलिटी के बारे में बताया, लेकिन उन लोगों ने कभी भी स्वीकार नहीं किया। मैं भी अपने परिवार और पिता के लिए शर्मिंदगी का कारण बनना नहीं चाहती थी, इसलिए 16 साल की उम्र में सिर्फ 60 रुपए लेकर घर से निकल गई। सवाल : फिर आप कहां गई?जवाब : मुंबई पहुंची, उस वक्त मेरे पास न खाने को खाना और न रहने को घर था। मैले से कपड़ों में एक सिग्नल के पास खड़े होकर भीख मांगने लगी, तभी किसी ने 5 रुपए का फटा नोट मेरी हथेली पर रख दिया। उस नोट को उलट-पुलट कर देखा। फिर फैसला किया कि हां, मुझे लड़कियों की तरह रहना है, साड़ी पहननी है, सजना-संवरना है, लेकिन भीख नहीं मांगनी है और न ही सेक्स वर्कर बनना है। मुझे मेहनत की कमाई खानी है और सम्मान की जिंदगी जीनी है। इसके बाद मुंबई के दादर में ट्रांसजेंडर कम्युनिटी के साथ रहने लगी। सवाल : लाइफ में बदलाव कब हुआ?जवाब : मुंबई में आने के कुछ दिन बाद ही मेरी मुलाकात कंचन अम्मा से हुई। जिन्होंने मुझे अपना शिष्य बनाया और हमने उन्हें अपना गुरु मान लिया। इसके बाद हमने एनजीओ बनाया और सोशल वर्कर के रूप में काम करना शुरू किया। ट्रांसजेंडर के वेलफेयर के लिए काम करना शुरू कर दिया। ‘हमसफर’ ट्रस्ट के साथ जुड़कर किन्नरों के हित के लिए काम करने लगी। इसी ट्रस्ट की मदद से खुद की वेजिनोप्लास्टी करवा ली और गणेश नंदन से हमेशा के लिए गौरी सावंत बन गई। साल 2000 में 'सखी चार चौघी' नाम से एक संस्था बनाई और किन्नरों के हित के लिए काम करना शुरू कर दिया। सवाल : आपके ऊपर एक मूवी ताली बनाई गई है, क्या वो आपकी रियल लाइफ है?जवाब : ताली मूवी में जो दिखाया गया है, वह मेरी रियल लाइफ की कहानी है। बारिश में अस्पताल में धरने पर बैठने से लेकर मैंने जो कुछ किया, वो सब उस मूवी में दिखाया गया है। इसमें बालीवुड एक्ट्रेस सुष्मिता सेन ने किन्नर गौरी सावंत की भूमिका निभाई थी। ताली मूवी सिर्फ एक गौरी की कहानी नहीं है, बल्कि हर उस गौरी की कहानी है, जो चौराहों पर ताली बजाकर पैसे मांगती है। हम सभी अपनों से बिछड़े हुए हैं और समाज से दुत्कारे गए हैं। हर दिन हम किन्नरों को परीक्षा देनी होती है, क्योंकि हमारा जीवन ही संघर्षों से भरा होता है। हम भले किन्नर हैं, मगर सनातनी हैं...उन्होंने कहा, मैं अनाथ बच्चों के साथ काम करती हूं। किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं है। हमारे यहां हिंदू और मुस्लिम सभी के बच्चे आते हैं। लेकिन मेरा जन्म हिंदू परिवार में हुआ है, इसलिए ईश्वर पर विश्वास है। सनातन के लिए काम करते हैं। भगवान पर किसी का अधिकार तो नहीं है कि सिर्फ स्त्री या पुरुष ही पूजा कर सकते हैं। सनातन को जेंडर में नहीं बांधना चाहिए। हम भले ही किन्नर हैं लेकिन सनातनी हैं। जानिए कौन हैं गौरी सावंत उर्फ गौरी मां अब ये जानिए कि ममता कुलकर्णी ने क्या कहा था... उसने कोई बम ब्लास्ट नहीं किया, वो आतंकी नहींगोरखपुर के दौरे के दौरान अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को लेकर उन्होंने कहा था, “उसने कोई बम ब्लास्ट नहीं किया, वह आतंकी नहीं है।” उन्होंने यह भी साफ किया कि वह दाऊद से कभी नहीं मिलीं। ममता ने कहा था, “मैं आज पूरी तरह अध्यात्म के मार्ग पर हूं। राजनीति या फिल्म इंडस्ट्री से मेरा कोई संबंध नहीं है।” हालांकि, पूरे मामले पर बवाल होने के बाद ममता ने अपने बयान से किनारा कर लिया है और सफाई दी। बयान पर बवाल होने के बाद ममता का यू-टर्न 'दाऊद इस देश का टेररिस्ट है और रहेगा'अपने बयान को लेकर घिरने के बाद ममता कुलकर्णी ने गुरुवार को दैनिक भास्कर से बातचीत में सफाई दी। उन्होंने कहा- दाऊद से मेरा लेना-देना नहीं है। दाऊद इस देश का टेररिस्ट है और रहेगा। मैं विक्की गोस्वामी की बात कर रही थी। उसका विस्फोट से कोई लेना-देना नहीं था। आज मेरा उससे कोई लेना-देना नहीं है। मेरा बयान गलत ढंग से दिखाया गया। मैं महामंडलेश्वर हूं। उसी के अनुरूप कार्य कर रही हूं। नाराज टीना मां ने सनातनी किन्नर अखाड़ा बनायाममता कुलकर्णी को किन्नर अखाड़ा का महामंडलेश्वर बनाए जाने से नाराज टीना मां ने 5 नवंबर को 'सनातनी किन्नर अखाड़ा' बना लिया। वह आचार्य महामंडलेश्वर बन गईं हैं। चर्चा रही कि ममता कुलकर्णी के किन्नर अखाड़े में महामंडलेश्वर बनाए जाने के बाद से वह नाराज चल रही थीं। प्रयागराज में पट्टाभिषेक से पहले टीना मां संगम से जल लेकर पहुंचीं थी। बैरहना स्थित आश्रम में गुरु अंजलि ने उनका पट्टाभिषेक कराया था। इसके बाद टीना मां ने सनातनी किन्नर अखाड़े के नए ध्वज को फहराया। टीना मां के पट्टाभिषेक के बीच 51 ब्राह्मणों ने मंत्रोच्चार किया। इस दौरान काशी से 20 से अधिक डमरू वादक भी पहुंचे। बैंडबाजों की धुन पर किन्नरों ने जमकर डांस किया। टीना मां ने पट्टाभिषेक के बाद संजनानंद गिरी को महामंडलेश्वर और संध्यानंद गिरी को श्रीमहंत बनाने की घोषणा की। ................अब सनातनी किन्नर अखाड़ा बनने की कहानी भी जानिए... ममता कुलकर्णी से टीना मां इतनी नाराज क्यों?: सनातनी किन्नर अखाड़ा को बनाने वाले 3 चेहरे कौन, पढ़िए इनसाइड स्टोरी टाइम - 10.45 बजे (रात), 23 जनवरी, 2025, स्पॉट - महाकुंभ में किन्नर अखाड़े का टेंट। मुख्य आसन पर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर डॉ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी बैठी थीं। करीब ही बॉलीवुड एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी मौजूद थीं। दूसरी तरफ जो अखाड़े के कुछ अहम चेहरे बैठे थे, उनमें कौशल्या नंद गिरि उर्फ टीना मां भी शामिल थीं। पढ़िए पूरी खबर...
26 नवंबर, 2020 को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और सीएम योगी ने प्रयागराज में गंगा नदी पर बहुप्रतिक्षित पुल का शिलान्यास किया। बजट 980 करोड़ रुपए था। लंबाई- करीब 10 किलोमीटर। देश का दूसरा सबसे लंबा सिक्स लेन एलिवेटेड पुल था। 16 फरवरी, 2021 से काम शुरू हुआ। ठीक 1095 दिन यानी फरवरी 2024 में बन जाना था, लेकिन नहीं बन पाया। डेट आगे बढ़ी, फिर बढ़ती चली गई। आज भी बढ़ती चली जा रही। अब तक पुल नहीं पूरा हो पाया। दैनिक भास्कर की टीम ने इस इस पुल को लेकर रिपोर्ट की। पुल की मौजूदा स्थिति को देखा। काम की प्रगति को देखा। काम कर रहे कर्मचारियों से बात की। कब तक शुरू होगा, इसे भी समझने की कोशिश की। सब कुछ एक तरफ से जानते हैं… फाफामऊ पुल पर हर समय लगता है जामप्रयागराज शहर एक तरह से टापू जैसा है। गंगा-यमुना नदी से घिरा है। शहर में दाखिल होने के लिए किसी न किसी पुल को पार करना होता है। चित्रकूट, मिर्जापुर, बांदा या फिर रीवा की तरफ से आने वाले नैनी ब्रिज से दाखिल होते हैं। वाराणसी-भदोही की तरफ से आने वाले झूंसी साइड से। ये दोनों ही रास्ते फोर लेन हैं। जो लोग लखनऊ, रायबरेली, प्रतापगढ़, अयोध्या या फिर पश्चिम यूपी से सड़क के रास्ते प्रयागराज पहुंचते हैं, वो आज भी फाफामऊ पुल से ही होकर शहर में दाखिल होते हैं। दो लेन का यह पुल करीब 40 साल पुराना है। अक्सर किसी गाड़ी के खराब होने से पूरा-पूरा दिन जाम की स्थिति रहती है। आप इस पुल की व्यस्तता का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि हर दिन छोटे-बड़े करीब 40 हजार वाहन इस पुल से गुजरते हैं। प्रयागराज की जनता की मांग पर सरकार ने नए पुल की घोषणा की। शिलान्यास भी कर दिया। काम भी शुरू हो गया। लेकिन, यहां चुनौतियां बहुत थीं। क्योंकि जिस रास्ते से पुल जाना था, उस रास्ते में करीब 4 किलोमीटर का हिस्सा गंगा नदी का है। अब तक गंगा नदी पर इतना बड़ा पुल कहीं नहीं बना। 980 करोड़ 77 लाख में एसपी सिंगला कंपनी को टेंडर मिल गया। भदरी से शुरुआत, बेली पर खत्म9.9 किलोमीटर लंबा यह ब्रिज ईपीसी मोड (इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन) के तहत बनाया जा रहा है। इसकी शुरुआत भदरी गांव से होती है। निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेस-वे यहां से 4 किलोमीटर की दूरी पर खत्म होता है। भदरी से लेकर मलाका तक यह पुल पूरा हो गया है। गाड़ियां भी चल रही हैं। यहीं हमें पड़ोस के गांव सराय गोपाल के अशोक कुमार मिले। वह कहते हैं- अगर पुल बन जाता, तो बहुत अच्छा रहता। लोगों को जाम की समस्या से निजात मिल जाएगी। भदरी गांव से करीब 2 किलोमीटर आगे मलाका चौराहा पड़ता है। यह इस ब्रिज का मुख्य चौराहा है। प्रयागराज से आने वाली गाड़ियां यहीं से अलग-अलग रास्ता पकड़ती हैं। यहां का काम पूरा हो चुका है। यह पुल पूरी तरह से बन जाने के बाद लोगों के पास शहर के अंदर जाने का विकल्प होगा। अगर किसी को शांतिपुरम, फाफामऊ या फिर तेलियरगंज में काम नहीं होगा, तो वह इस पुल को पकड़ेगा और सीधे शहर में दाखिल होगा। पूरे ब्रिज पर सिर्फ एक टोल प्लाजा होगाइस ब्रिज पर चढ़ने या फिर उतरने पर टोल प्लाजा नहीं होगा, बल्कि बीच में ही एक टोल प्लाजा बनाया जा रहा। अभी वहां मिट्टी का काम आखिरी चरण में है। इसके बाद सीमेंटेड सड़क बनाई जाएगी। इस पर चलने पर टोल कितना देना होगा, यह बन जाने के बाद तय होगा। इसी टोल प्लाजा के पास रेस्टोरेंट भी बनाए जाने का प्रस्ताव है। अफसर कहते हैं- इस चीज का भी ध्यान रखा जाएगा कि उचित पार्किंग की व्यवस्था हो। प्रस्तावित टोल प्लाजा के ठीक आगे से गंगा नदी शुरू हो जाएगी। इस ब्रिज का 3,840 मीटर हिस्सा इसी गंगा नदी पर होगा। इसके लिए 67 पिलर तैयार किए गए हैं। गंगा नदी में बाढ़ आने पर इन जगहों पर करीब 4 महीने तक पानी भरा रहता है। जिस जगह पर गंगा नदी हमेशा मौजूद रहती है, वहां कंपनी पुल बनाने में जर्मन टेक्नॉलॉजी का इस्तेमाल कर रही है। यहां केबल और बॉक्स के जरिए ब्रिज बनाया जा रहा। 2 महीने पहले ट्रक पलटा, इसलिए शूट की मनाहीजिस जगह पर केबल ब्रिज बनाया जा रहा, वहां 25 अगस्त को एक ट्रक कंक्रीट स्ट्रक्चर लेकर जा रहा था। तभी संतुलन बिगड़ गया और भारी-भरकम कंक्रीट स्ट्रक्चर नदी में गिर गया। ट्रक भी पलट गया। वहां मौजूद कर्मचारी ने जैसे-तैसे भागकर खुद को बचाया। इस घटना का वीडियो भी सामने आया। इससे सिंगला कंपनी की काफी किरकिरी हुई। इसके बाद निर्माणाधीन स्थलों पर उन्होंने वीडियो शूट रोक लगा दी। जिस जगह पर जर्मन टेक्नोलॉजी के जरिए पुल बनाया जा रहा, उसी जगह हमारी मुलाकात कुछ स्थानीय लोगों से हुई। उन्होंने बताया कि इस पुल के बन जाने से आम आदमी को काफी राहत मिल जाएगी। स्थानीय किसान राजेंद्र कहते हैं- पहले जिसे शहर जाना होता था, वह भी जाम में फंसा रहता था। फाफामऊ के पुल पर अगर कोई गाड़ी खराब हो जाती थी, तो पूरा का पूरा दिन जाम लगा रहता था। अब उसी जाम से राहत के लिए ये पुल बना है। हम लोगों को भी अब आराम हो जाएगा। पूर्व डिप्टी मैनेजर बोले- कंपनी ने कर्मचारी कम कर दिएइस ब्रिज को 1095 दिन में पूरा हो जाना था, यानी फरवरी 2024 में। लेकिन नहीं हो पाया, फिर डेट बढ़ी। पहले जून 2024 हुई फिर अगस्त 2024, लेकिन पुल पूरा नहीं हो पाया। इसके बाद कंपनी और सरकार ने बीच का रास्ता निकाला। महाकुंभ के लिए एक अस्थायी ब्रिज बनाया। ये करीब 470 मीटर लंबा था। इसमें 4500 टन लोहा लगा था। लागत करीब 60 करोड़ आई। कुंभ खत्म होने के बाद इस पुल को फिर से खोल लिया गया। कंपनी के पूर्व डिप्टी मैनेजर शैलेंद्र सिंह से हमने बात की। वह काम को लेकर कहते हैं- कंपनी ने अब कर्मचारियों की संख्या 60% तक घटा दी है। इसके चलते भी काम धीमा हो गया। पहले एक साल लेट हुआ, अब कहा जा रहा कि 2026 के शुरुआत में दे देंगे। लेकिन अभी की स्थिति देखकर लगता है कि उस वक्त तक भी नहीं बन पाएगा। क्योंकि जहां केबल का काम होना है, वह जगह बेहद चुनौतीपूर्ण है। कंपनी इस पूरे प्रोजेक्ट में उलझ गई है। सितंबर 2026 में हम इसे शुरू कर देंगेहमने पुल निर्माण के पूरा होने को लेकर इसमें मैनेजर वरुण वार्ष्णेय से बात की। उनका कहना है कि निर्माण का काम लगातार चल रहा है। अब जो काम हो रहा हो रहा, उसमें बारीकी ज्यादा है। हम धीरे धीरे बढ़ रहे हैं। जहां गंगा नदी की धारा हमेशा रहती है, वहां केबल (एक्स्ट्रा डोज) के जरिए पुल बनाया जा रहा। इस वक्त डे और नाइट की शिफ्ट में 400 से 500 कर्मचारी काम कर रहे हैं। जहां तक बात इसके शुरू करने की है, हम जून 2026 में इसके निर्माण को पूरा कर लेंगे और सितंबर 2026 में इसे शुरू कर देंगे। -------------------------- ये खबर भी पढ़ें... मेरठ के बिगुल की कहानी, जिसे GI टैग मिला, 140 साल पहले बनना शुरू हुआ उत्तर प्रदेश में मेरठ जिले के बिगुल को GI (जीओ ग्राफिकल इंडिकेटर) टैग मिला है। बिगुल एक वाद्ययंत्र है, जो किसी भी आंदोलन/कार्यक्रम की शुरुआत के लिए बजाया (फूंका) जाता है। 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध का बिगुल फूंकना हो या RSS के पहले स्थापना दिवस पर बिगुल बजाना। मेरठ का बिगुल ही हर जगह इस्तेमाल हुआ। देश की ज्यादातर आर्म्ड फोर्सेज के बैंड में आज मेरठ का बिगुल शामिल है। GI टैग मिलने के बाद इसे बनाने वालों को अब क्या संभावनाएं नजर आती हैं? बिगुल का इतिहास क्या है? ये समझने के लिए दैनिक भास्कर मेरठ की जली कोठी में पहुंचा। यहां से दुनियाभर के लिए वाद्य यंत्र बनाए और सप्लाई किए जाते हैं। पढ़िए पूरी खबर...
अयोध्या के राममंदिर के शिखर पर ध्वजा फहराने की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। 25 नवंबर को PM मोदी बटन दबाकर ध्वजा को फहराएंगे, उनके साथ मोहन भागवत भी मौजूद रहेंगे। इसके लिए 12 बजे से 12.30 बजे के बीच अभिजीत मुहूर्त तय किया गया है। बटन दबाने के बाद 10 सेकेंड में ही ध्वज हवा में फहराने लगेगा। केसरिया रंग की खास ध्वजा पर सूर्य, ॐ और कोविदार (अयोध्या का शाही वृक्ष, जो कचनार के नाम से जाना जाता है) के प्रतीक बने हुए हैं। ये सभी चिह्न सूर्यवंश के प्रतीक है। ध्वज को वैदिक मंत्रों के बीच सलामी दी जाएगी। ध्वज फहराते ही मंदिर परिसर में घंटे-घड़ियाल बजने लगेंगे। राम मंदिर के 161 फुट ऊंचे शिखर पर 42 फुट ऊंचा स्तंभ स्थापित किया गया है। इसी स्तंभ पर 22 फुट लंबी और 11 फुट चौड़ी पताका फहराएगी। जोकि 3Km दूर से दिखेगी। आयोजन में कब क्या होगा? PM मोदी का मूवमेंट कैसा रहेगा? पढ़िए पूरी रिपोर्ट... ऑटोमैटिक फ्लैग होस्टिंग से ध्वजा बदलेगीध्वजा फहराने के लिए ऑटोमैटिक फ्लैग होस्टिंग सिस्टम लगाया गया है। ध्वज बदलने के लिए भी इस सिस्टम की मदद ली जाएगी। हालांकि, ट्रस्ट ने अभी ये नहीं क्लियर किया है कि कितने-कितने अंतराल के बाद ये ध्वजा बदली जाएगी। हवा के बहाव के साथ ध्वजा 360 डिग्री पर घूम सकेगी। राम मंदिर में पहली बार राम-सीता विवाह उत्सव मनाया जा रहा है। इस दौरान 8 हजार लोगों के पहुंचने का अनुमान है। इनमें से ढाई हजार लोगों के रुकने के लिए तीर्थ पुरम में टेंट सिटी बसाई जा रही है। 25 नवंबर को VIP मूवमेंट की वजह से आम लोग दर्शन नहीं कर सकेंगे। ट्रस्ट के अनुसार, भक्त 26 नवंबर को ही दर्शन कर सकेंगे। PM का 3 घंटे का दौरा, हनुमानगढ़ी के बाद राम मंदिर जाएंगेअयोध्या में PM मोदी का दौरा 3 घंटे का होगा। वह 11 बजे अयोध्या पहुंच जाएंगे। पीएम मोदी राम मंदिर से पहले हनुमानगढ़ी पहुंचेंगे। वहां दर्शन-पूजन करेंगे। वह रामलला समेत राम दरबार के दर्शन कर आरती उतारेंगे। अभिजीत मुहूर्त में दोपहर 12 से 12.30 के बीच 191 फीट ऊंचे शिखर पर पीएम मोदी ध्वजारोहण करेंगे। PM सप्त मंदिर परकोटा, शेषावतार मंदिर और रामायण के श्री डी म्यूरल्स भी देख सकते हैं। फिर वो मंदिर में काम करने वाले इंजीनियर और श्रमिकों से मुलाकात कर सकते हैं। उनके लिए मां अन्न पूर्णा मंदिर के पीछे ग्रीन हाउस तैयार किया गया है। SPG ने यहां की सिक्योरिटी अपने कब्जे में रखी है। अहमदाबाद के कारीगरों ने पैराशूट फैब्रिक से बनाई ध्वजाअहमदाबाद के कारीगरों द्वारा तैयार राम मंदिर पर फहराने वाली ध्वजा कई मायनों में खास है। ध्वजा को विशेष नायलॉन पैराशूट फैब्रिक से तैयार किया गया है, जो धूप, बारिश और तेज हवा से सुरक्षित रहेगा। इसमें नमी और तापमान के प्रभाव को कम करने के लिए डबल कोटेड सिंथेटिक परत बनाई गई है। ध्वज पर सूर्य वंश, ॐ , कोविदार वृक्ष के चिह्न बनाए गए हैं। राम मंदिर पर फहराने वाली ध्वजा को लेकर चर्चा हो रही है कि क्या ये तिरुपति बालाजी की तर्ज पर हर रोज बदली जाएगी। ट्रस्ट के मुताबिक, ऑटोमैटिक सिस्टम की वजह से इस ध्वजा को बदलने के लिए पुजारियों को शिखर पर ऊपर नहीं जाना होगा। जिस तरह से बटन दबाकर ध्वजा फहराई जाएगी। उसी तरह से कंट्रोल रूम से ध्वजा को नीचे भी लाया जा सकेगा। पुजारी इस ध्वजा को आसानी से बदल लेंगे। हालांकि, अभी तक तय नहीं किया गया कि ध्वजा कितने अंतराल पर बदली जाएगी। मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र कहते हैं- अभिजीत मुहूर्त में ही भगवान राम का जन्म हुआ था। इसी मुहूर्त में ही ध्वजारोहण भी किया जाएगा। भगवान से जुड़े सभी कार्यों में उनके जन्म नक्षत्र का बहुत महत्व है। यजमान 4 दिन पहले से ट्रस्ट के बताए भवनों में रहेंगे जन्मभूमि मंदिर परिसर के सभी मंदिरों में ध्वजारोहण का पूजन अर्चन 21 नवंबर से शुरू होगा। ट्रस्ट ने सभी मंदिरों के लिए पूजन-अर्चन के लिए अलग-अलग यजमान के नाम तय किए हैं। सभी यजमान गृहस्थ बनाए गए हैं। इनमें मुख्य यजमान श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के सदस्य डॉ अनिल मिश्र और ट्रस्टी राधामोहन भी हैं। सभी यजमान 21 नवंबर से 25 नवंबर तक श्रीराम मंदिर परिसर या ट्रस्ट द्वारा तय भवन में ही रहेंगे। राम मंदिर में मोबाइल नहीं ले जा सकेंगे मेहमान पहले 25 नवंबर के आयोजन में मेहमानों को मोबाइल ले जाने की अनुमति दी गई थी। मगर दिल्ली में ब्लास्ट होने के बाद 1 बदलाव किया गया है। अब मेहमान अपने साथ मोबाइल अंदर नहीं ले जा सकेंगे। 8 हजार लोग पहुंच रहे, तीर्थ क्षेत्र पुरम में टेंट सिटी बसाई राम मंदिर बनने के बाद पहली बार राम-सीता विवाह का उत्सव मनाया जा रहा है। इसमें यूपी के अलावा जनकपुरी (नेपाल) से भी मेहमान बुलाए गए हैं। RSS प्रमुख मोहन भागवत और CM योगी आदित्यनाथ भी उत्सव में मौजूद रहेंगे। देश-दुनिया से जो मेहमान अयोध्या आ रहे हैं, उन्हें ठहराने के लिए 5000 से ज्यादा कमरों की व्यवस्था की गई है। इनमें से 1600 कमरे राम मंदिर ट्रस्ट ने विशेष रूप से बुक किए हैं। ताकि मेहमानों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। तीर्थ क्षेत्र पुरम में एक भव्य टेंट सिटी बनाई जा रही है, जहां करीब 1600 लोगों के ठहरने की व्यवस्था होगी। मेहमानों को खाने-पीने की दिक्कत न हो, इसके लिए ट्रस्ट ने 7 जगह पर भोजन और प्रसाद की व्यवस्था की है। परिसर में बड़ी-बड़ी एलईडी स्क्रीन भी लगाई जाएंगी। 7 दिन पहले से उत्सव, 12 मंदिरों से निकलेगी राम बारातध्वजारोहण से 7 दिन पहले से अयोध्या में राम विवाह का उत्सव शुरू हो जाएगा। हर घर में सजावट दिखेगी। मंदिरों में हल्दी, तेल और बारात पूजन के अनुष्ठान शुरू हो जाएंगे। पूरे शहर की दीवारों को धर्म की ध्वजा से सजाया जाएगा। 25 नवंबर को अयोध्या के प्रमुख मंदिरों से भव्य राम बारात निकाली जाएगी। कनक भवन, मणिरामदास छावनी, रामवल्लभाकुंज, रंगमहल, जानकी महल, श्रीरामहर्षण कुंज, लक्ष्मण किला सहित 12 मंदिरों से प्रभु की बारात और झांकियां पूरी अयोध्या में निकाली जाएगी। जो बारात, जिस मंदिर से शुरू होगी, वहीं पर आकर खत्म होगी। भक्ति संगीत, शहनाइयों और मृदंग की ताल पर भक्त नाचते हुए चलेंगे। विहिप के केंद्रीय मंत्री राजेंद्र सिंह पंकज कहते हैं- 5 जून, 2025 को राम दरबार की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद पहली बार विवाह उत्सव होने जा रहा है। ट्रस्ट इस पर विचार कर रहा है कि ये उत्सव मंदिर परिसर या फिर अंगद टीला परिसर में किया जाए। मेहमानों को मिलेगा 500Kg लड्डुओं का प्रसादध्वजारोहण और राम विवाह के उत्सव में अयोध्या आने वाले मेहमान खाली हाथ वापस नहीं जाएंगे। इसके लिए ट्रस्ट 500 Kg लड्डू तैयार करवा रहा है। ये लड्डू पहले रामलला को अर्पित किए जाएंगे। इसके बाद प्रसाद रूप में इसे मेहमानों को दिया जाएगा। प्रसाद को तैयार करने के लिए देश के प्रसिद्ध मिष्ठान विशेषज्ञों से सलाह ली गई थी। शुद्ध घी, बेसन और मेवा से बने यह लड्डू रामलला की रसोई में तैयार होंगे। श्रीराम जन्मभूमि परिसर में काउंटर बनाए गए हैं। अयोध्या आने वाले मेहमानों के लिए 10 हजार से ज्यादा लॉकर बने हैं, जहां श्रद्धालु सामान जमा कर सकेंगे। एंट्री और एग्जिट रूट पर 2Km में कैनोपी लगाई गईं हैं, ताकि श्रद्धालु धूप और बारिश से बच सकें। परिसर में 30 से ज्यादा रामायण कालीन वृक्ष हैं। 10 एकड़ में पंचवटी का निर्माण हो रहा है। यहां बंदरों, पक्षियों, मोर का बसेरा होगा। साथ ही एक छोटा जलाशय भी बन रहा है। अयोध्या में 2 दिन रहेंगे भागवतRSS प्रमुख मोहन भागवत ध्वजारोहण आयोजन से 1 दिन पहले अयोध्या आ जाएंगे। उनका 2 दिन 24 और 25 नवंबर का अयोध्या स्टे रहेगा। वह इस दौरान किन लोगों से मुलाकात करेंगे, इसको लेकर RSS की तरफ से कोई जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है। QR कोड से सिक्योर कार्डआमंत्रण कार्ड पर क्यूआर कोड लगाए गए हैं। इनमें खास मेहमान की पूरी डिजिटल पहचान है। इसे स्कैन करते ही गेस्ट की पहचान, सीट नंबर और प्रवेश द्वार की डिटेल आ जाएगी। सिक्योरिटी को लेकर एडमिनिस्ट्रेशन इसलिए भी ज्यादा संजीदा है, क्योंकि PM रहते हुए नरेंद्र मोदी की ये 5वीं अयोध्या यात्रा होगी। इससे पहले वो 4 बार अयोध्या आ चुके हैं। अब अधिकारियों की बात पढ़िए CM योगी खुद तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं। VIP मूवमेंट की वजह से आम लोगों को परेशानी नहीं होगी। VIP मूवमेंट के बावजूद सामान्य उड़ाने प्रभावित नहीं होंगी। - निखिल टीकाराम फुके, DM सभी कैमरों को एकीकृत कंट्रोल रूम से जोड़ा गया है, जहां से रियल टाइम मॉनिटरिंग की जाएगी। ड्रोन कैमरों से भी हर गतिविधि की निगरानी की जाएगी। - डॉ. गौरव ग्रोवर, SSP ============== ये भी पढ़ें -अयोध्या राम मंदिर का ध्वज आंधी-तूफान में भी फहराएगा, 360 डिग्री घूमेगा; PM मोदी 25 नवंबर को फहराएंगे, 10 हजार मेहमान बुलाए, 3000 रूम बुक अयोध्या में भगवान राम का मंदिर तय समय में बनकर तैयार हो चुका है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने के 1 साल 9 महीने के बाद अयोध्या में एक बार फिर बड़ा आयोजन होगा। PM नरेंद्र मोदी यहां 25 नवंबर को धर्मध्वजा फहराएंगे। केसरिया रंग की खास ध्वजा पर सूर्य, ॐ और कोविदार (अयोध्या का शाही वृक्ष, जो कचनार के नाम से जाना जाता है) के प्रतीक बने हुए हैं। राम मंदिर के 161 फुट ऊंचे शिखर पर 42 फुट ऊंचा स्तंभ स्थापित किया गया है। पढ़िए पूरी खबर..
दिल्ली विस्फोट में पकड़ी गई डॉ. शाहीन के कानपुर में एक महिला विंग होने का खुलासा हुआ है। इसमें 19 से ज्यादा महिलाएं जुड़ी हुई थीं और शाहीन के लिए काम करती थीं। इन सभी की जांच-पड़ताल शुरू हुई तो सभी के मोबाइल स्विच ऑफ मिले हैं। यह सभी मोबाइल नंबर कानपुर और आसपास के जिलों में बंद हुए हैं। जांच एजेंसियों की मानें तो इन सभी महिलाओं को धार्मिक कट्टरता और ब्रेन वॉश करके शाहीन ने अपने ग्रुप से जोड़ा था। आखिर इन सभी महिलाओं का शाहीन क्या इस्तेमाल करने वाली थी, जांच एजेंसियां इसकी जानकारी जुटाने में लगी हुई हैं। डॉ. शाहीन ने तैयार कर दी थी कानपुर में महिला स्लीपर सेल दिल्ली विस्फोट के बाद डॉ. शाहीन सईद का नाम आया तब सामने आया कि लेडी डॉक्टर जैश की महिला विंग जमात उल मोमीनात की इंडिया हेड का जिम्मा संभाल रही थी। दावा किया जा रहा है कि उसका टारगेट ही यही था कि भारत में महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा आतंकी ग्रुप में जोड़ा जाए। इसी क्रम में जब जांच करते-करते एटीएस और एनआईए की टीम कानपुर पहुंची तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। सिर्फ कानपुर में ही शाहीन की महिला विंग से 19 महिलाएं जुड़ी हुई थीं। शाहीन इज्तिमा जैसे धार्मिक आयोजन में जाती थी। उसके बेकनगंज, जाजमऊ, चकेरी, रावतपुर गांव आदि मुस्लिम इलाकों में उसका मूवमेंट था। उसने धार्मिक कट्टरता और ब्रेन वॉश करके इन महिलाओं को अपनी विंग में शामिल किया था। इसी ग्रुप के जरिए वह अपने मंसूबों का प्रचार प्रसार करती थी। जांच एजेंसियों को इनके स्लीपर सेल होने का शक है। इसी कड़ी में हो रही जांच में मोबाइल नंबर खंगाले गए तो वह बंद मिले। अंतिम लोकेशन में मोबाइल नंबर फतेहपुर, कन्नौज ओर उन्नाव में बंद होने की जानकारी सामने आ रही है। सूत्र बताते हैं कि कट्टरपंथ की आड़ में शाहीन लेडी विंग की स्लीपर सेल को देश विरोधी गतिविधियों के लिए तैयार कर रही थी। महिला होने के चलते इन पर जल्दी कोई शक भी नहीं करता है। खास तौर पर रेकी करने के लिए इन महिला स्लीपर सेल का इस्तेमाल किया जाता था। सूत्र सुरक्षा एजेंसियों को कुछ संदिग्ध महिलाओं के फुटेज मिलने की बात भी बता रहे हैं। इन फुटेज की मदद से इनकी तलाश की जा रही है। शाहीन की अरेस्टिंग होते ही बंद हुए मोबाइल शाहीन के पास से उसकी महिला विंग या स्लीपर सेल्स के जो नंबर मिले हैं, अब वो बंद हो चुके हैं। बताया जा रहा है कि शाहीन की गिरफ्तारी के कुछ घंटों के बाद ही वह नंबर बंद हो गए थे। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि 19 महिला स्लीपर सेल्स ने पुराने नंबर बंद करके नए मोबाइल या सिम लिए होंगे। लिहाजा खुफिया एजेंसियों ने सिम बेचने वाली कंपनियों से 10 नवंबर के बाद बिके सिमों की डिटेल मांगी है। इसे फिल्टर कर कुछ इनफार्मेशन कलेक्ट करने का प्लान बनाया गया है। एटीएस और एनआईए की कानपुर में गोपनीय जांच जारी कानपुर में शाहीन और लखनऊ में परवेज के संपर्कों की तलाश शुरू हुई तो कई नाम और मोबाइल नंबर सामने आए। इसी के चलते स्पेशल सेल ने डॉ. आरिफ को भी उठाया। लेकिन अब जांच एजेंसियों के हाथ कोई और संदिग्ध नहीं लग सका है। सूत्र बताते हैं के पिछले दो दिनों में एटीएस ने कानपुर में पांच जगह छापेमारी की। हालांकि कोई संदिग्ध उनके हाथ नहीं लगा है। सूत्रों के मुताबिक जम्मू-कश्मीर पुलिस से ही एटीएस को पता चला था कि डॉ. शाहीन दो महीना पहले लखनऊ गई थी। उसके मददगार चारबाग होटल में रुके थे। उसके बाद यह लोग डॉ. शाहीन व डॉ. परवेज के साथ कानपुर आए थे। इस मामले में एटीएस ने जांच शुरू की लेकिन कोई ठोस साक्ष्य एजेंसियों के हाथ नहीं लगे। सूत्रों ने बताया कि शाहीन से मिली जानकारी के बाद एटीएस ने दो दिनों में बेकनगंज और जाजमऊ में पांच जगहों पर छापेमारी की। जिन संदिग्धों की जानकारी शाहीन ने दी थी, वह लोग उन्हें नहीं मिले। दिल्ली विस्फोट में यूज हुए कानपुर के सिम दिल्ली विस्फोट में कानपुर का कनेक्शन पहले ही सामने आ चुका है। अब उसकी परतें धीरे-धीरे खुल रही हैं। सूत्र बताते हैं कि एजेंसियों को नई जानकारी मिली है। दिल्ली विस्फोट में कानपुर से जारी सिम का यूज हुआ था। डॉ. उमर ने आत्मघाती हमले से पहले कुछ लोगों से बात की इसके बाद मोबाइल बंद कर लिया। जांच एजेंसियों ने बीटीएस (बेस ट्रासीवर स्टेशन) का डाटा निकाला जिसमें कानपुर से जारी मोबाइल नंबर मिले हैं। इन नंबरों की जांच में एटीएस कानपुर भी आ चुकी है। उमर की कॉल डिटेल में भी कई संदिग्ध नंबर मिले हैं जो अब बंद बताए जा रहे हैं। जांच एजेंसियों को पता चला है कि दिल्ली में हुए विस्फोट में यूज किए गए सिम कानपुर के बेकनगंज से खरीदे लिए गए थे। हालांकि अभी इसकी जांच चल रही है।
जिले में रेशम का उत्पादन नित नए आयाम गढ़ रहा है। जिस जिले को कभी रेशम उत्पादन से नहीं जोड़ा जाता था, वहीं आज घाटमपुर, पतारा और भीतरगाँव के गांवों में ऐरी और मलबरी रेशम का काम तेजी से फैल रहा है। खेती के बीच शुरू हुआ यह प्रयोग अब सैकड़ों किसानों की अतिरिक्त आय का भरोसेमंद आधार बन गया है। जिले के करीब 600 प्रगतिशील किसान एरी और मलबरी रेशम उत्पादन से जुड़ चुके हैं। अरण्डी में पाल रहे कीट किसान खेतों में अरण्डी की बुआई करते हैं और उसकी पत्तियों पर कीट पालते हैं। साल में तीन से चार चक्र में कीटपालन हो जाता है। एक किसान 100 से 150 डीएफएल डालकर 50 से 60 किलो कोया तैयार कर लेता है। बीजू कोया 300 रुपये किलो और व्यावसायिक कोया 100–110 रुपये किलो में खरीदा जाता है। एक कोया में 800 से 1200 मीटर तक रेशमी धागा मिलता है। कई राज्यों से आ रहे व्यापारी गुजरात, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और बनारस के व्यापारी गांव पहुंचकर खरीद करते हैं, जिससे किसानों को दाम और बाजार की चिंता नहीं रहती। ग्राम सुजानपुर के किसान राजेश कुमार बताते हैं कि रेशम ने खेती की अनिश्चितता काफी हद तक खत्म कर दी है। हर चक्र में नकद आय हो जाती है। अब व्यापारी गांव में ही खरीद लेते हैं, इससे समय और खर्च दोनों बचते हैं। किसान जितेंद्र कुमार ने बताया कि अरण्डी के साथ रेशम जोड़ना आसान काम है। साल में कई बार आय मिल जाती है। अब गांव के अन्य किसान भी जुड़ने लगे हैं। वाइट गोल्ड बना शहतूती रेशम बिल्हौर के राजेपुर और हिलालपुर स्थित दो राजकीय रेशम फार्मों के माध्यम से 40 से 50 किसान शहतूती रेशम उत्पादन कर रहे हैं। मलबरी रेशम का दाम अधिक मिलता है और इसकी गुणवत्ता भी बेहतर मानी जाती है। मलबरी रेशम को उसकी चमक और ऊँची कीमत के कारण कई जगह ‘वाइट गोल्ड’ भी कहा जाता है। इसी वजह से किसान इसे स्थिर और मजबूत आय का विकल्प मानने लगे हैं। 389.6 कुंतल रेशम उत्पादन हुआ सहायक निदेशक (रेशम) एस.के. रावत ने बताया कि घाटमपुर, पतारा और भीतरगाँव में एरी रेशम कीटपालन एक मजबूत मॉडल बन चुका है। लगभग छह सौ किसान हर चक्र में औसतन 50–60 किलो कोया तैयार कर रहे हैं। बिल्हौर के दोनों फार्म मलबरी रेशम में भी किसानों को तकनीकी आधार दे रहे हैं। वर्ष 2024-25 में जनपद में 389.6 कुंतल रेशम का उत्पादन हुआ। प्रशिक्षण और मार्केटिंग की हो रही व्यवस्था डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि शासन की नीति है कि किसानों को स्थिर और सुरक्षित आय के नए अवसर मिलें। रेशम कीटपालन उसी दिशा में सफल मॉडल बनकर सामने आया है। प्रशिक्षण, तकनीक और विपणन की पूरी व्यवस्था उपलब्ध कराई जा रही है।
यूपी में प्राइवेट कर्मचारी कहीं पिस तो नहीं रहा? उसके साथ कंपनी या मालिक अन्याय तो नहीं कर रहे? फिक्स घंटों से ज्यादा तो काम नहीं करना पड़ रहा? इस तरह के सवाल आम बात है। हर प्राइवेट कर्मचारी के अंदर इसको लेकर दर्द है। इसीलिए यूपी सरकार ने दुकान और वाणिज्य अधिष्ठान अधिनियम 1962 में 63 साल बाद बड़ा बदलाव किया है। अब यह कानून सिर्फ शहरों में ही नहीं, पूरे यूपी में लागू होगा। इस बदलाव का मुख्य मकसद बड़े व्यापारिक प्रतिष्ठानों में काम करने वाले कर्मचारियों को कानूनी सुरक्षा और उनके अधिकार दिलाना है। दुकान एवं वाणिज्य अधिष्ठान अधिनियम क्या होता है? यह कहां-कहां लागू होगा? महिलाओं और युवाओं से जुड़े क्या प्रावधान हैं? आम आदमी को इसके लागू होने से क्या फायदा-नुकसान होगा? नियम न मानने पर क्या पेनल्टी है? पढ़िए सभी सवालों के जवाब भास्कर एक्सप्लेनर में… सवाल: दुकान एवं वाणिज्यिक अधिष्ठान अधिनियम का उद्देश्य क्या है?जवाब: किसी दुकान या बिजनेस, ऑफिस में काम करने वाले कर्मचारियों को सुरक्षित माहौल देना इस कानून का उद्देश्य है। साथ ही कर्मचारियों को निश्चित समय और उचित सुविधाएं मिलें। बिजनेस मालिक भी तय नियम के तहत काम करें। सवाल: यह कब लागू हुआ था?जवाब: सहायक श्रम आयुक्त सुमित कुमार बताते हैं- यह 1962 का एक्ट है। यूपी विधानसभा ने इस कानून को 1 नवंबर, 1962 को पारित किया था। यह वह दिन था, जब इसे औपचारिक रूप से मंजूरी मिली। अधिनियम को 26 दिसंबर, 1962 को यूपी सरकार के आधिकारिक गजट में प्रकाशित किया गया। तब से यह अधिनियम मुख्य रूप से शहरी क्षेत्रों में लागू था। लेकिन, इसमें समय-समय पर इसमें संशोधन किए गए। 2025 में संशोधन के बाद यह कानून अब पूरे यूपी में लागू होगा। सवाल: क्या सभी दुकानों पर लागू होगा?जवाब: नहीं। सरकार ने यह साफ कहा है कि यह कानून सिर्फ उन प्रतिष्ठानों पर लागू होगा, जहां कम से कम 20 कर्मचारी काम करते हैं। उससे कम वाले प्रतिष्ठानों पर यह ऐच्छिक रहेगा। सवाल: अधिनियम में संशोधन के बाद से क्या होगा?जवाब: श्रम मंत्री अनिल राजभर के मुताबिक, इस बदलाव से छोटे प्रतिष्ठानों पर कोई अतिरिक्त बोझ नहीं पड़ेगा। वे पहले की तरह ही आसानी से अपना काम चला सकेंगे। वहीं, बड़े प्रतिष्ठानों में काम करने वाले कर्मचारियों को कानून के अनुसार सभी सुविधाएं और सुरक्षा मिलेंगी। सरकार ने इस अधिनियम का दायरा बढ़ाते हुए क्लिनिक, पॉलीक्लिनिक, डिलीवरी होम, आर्किटेक्ट, टैक्स सलाहकार, टेक्निकल सलाहकार, सेवा प्रदाता, सर्विस सेंटर और ऐसे कई अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को भी इसमें शामिल किया है। अब इन जगहों पर काम करने वाले कर्मचारियों को भी सुरक्षित माहौल मिलेगा। काम के घंटे तय होंगे, छुट्टियां भी तय होंगी। साथ ही और अन्य कानूनी फायदे मिल सकेंगे। सवाल: महिलाओं और युवाओं को क्या फायदा होगा?जवाब: सरकार ने महिला कर्मचारियों की रात की शिफ्ट के समय में बदलाव किया है। पहले महिलाओं के लिए रात की शिफ्ट रात 9 से सुबह 6 बजे तक मानी जाती थी। अब इसे बदलकर शाम 7 से सुबह 6 बजे तक कर दिया गया है। यानी महिलाएं शाम 7 बजे के बाद रात की शिफ्ट में मानी जाएंगी। जहां भी कर्मचारी दिनभर खड़े होकर काम करते हैं, वहां अब नियोक्ता के लिए बैठने की व्यवस्था करना जरूरी होगा। जिससे कर्मचारी आराम कर सकें। इसके अलावा अब हर नियोक्ता को हर कर्मचारी को नियुक्ति पत्र देना अनिवार्य होगा, जिससे नौकरी का साफ रिकॉर्ड रहेगा। पहले किसी प्रतिष्ठान पर केस दर्ज करने से पहले सुधार नोटिस देने का नियम नहीं था। अब नया नियम यह है कि किसी भी कानूनी कार्रवाई से 15 दिन पहले नियोक्ता को सुधार का नोटिस देना जरूरी होगा। जिससे वह गलती ठीक कर सके। सवाल: ओवरटाइम के क्या नियम हैं?जवाब: संशोधन के बाद इसमें कर्मचारियों की डेली काम की टाइमिंग 8 घंटे से बढ़ाकर 9 घंटे कर दी गई है। हालांकि सप्ताह में कुल काम के घंटे अभी भी 48 घंटे ही रहेंगे। इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है। अब किसी भी कर्मचारी से एक दिन में अधिकतम 11 घंटे काम कराया जा सकता है। पहले यह सीमा 10 घंटे थी। ओवरटाइम में भी बदलाव किया गया है। पहले नियम के हिसाब से कोई भी कर्मचारी 3 महीने में कुल 125 घंटे से ज्यादा ओवरटाइम नहीं कर सकता था। अब यह सीमा 144 घंटे कर दी गई है। अगर कोई कर्मचारी ओवरटाइम करता है, तो हर घंटे के लिए उसकी सामान्य प्रति घंटे की सैलरी से 2 गुना पैसा दिया जाएगा। सवाल: जुर्माने से जुड़े नियमों में क्या बदलाव हुए?जवाब: यूपी सरकार ने दुकान एवं वाणिज्यिक अधिष्ठान अधिनियम 1962 में सजा के प्रावधानों को सख्त कर दिया है। नए संशोधनों के तहत नियमों का उल्लंघन करने पर अब पहले की तुलना में ज्यादा जुर्माना लगेगा। पुराने कानून में किसी भी नियम का उल्लंघन होने पर नियोक्ता पर सिर्फ 100 से 500 रुपए तक का जुर्माना लगाया जाता था। यह राशि बहुत कम मानी जाती थी। इससे नियमों का पालन कराने में कठिनाई होती थी। अब सरकार ने जुर्माना राशि बढ़ा दी है। पहली गलती पर 2,000 रुपए तक का जुर्माना है। दूसरी बार गलती पर 10 हजार तक का जुर्माना है। इस संशोधन में बदलाव से सरकार का लक्ष्य बड़े व्यापारिक प्रतिष्ठानों में काम करने वाले कर्मचारियों को मजबूत कानूनी संरक्षण देना है। जिससे उनके साथ होने वाले किसी भी शोषण या अनियमितता को रोका जा सके। सवाल: कैसे होती है जांच?जवाब: प्रमुख सचिव श्रम एवं सेवायोजन डॉ. एमके शन्मुगा सुंदरम ने बताया कि हमारे श्रम प्रवर्तन अधिकारी (LEO) जांच करने के लिए केंद्रीय निरीक्षण प्रणाली (CIS) के नियम के अनुसार जाते हैं। CIS खुद ही रैंडम तरीके से रजिस्टर्ड प्रतिष्ठानों की लिस्ट बनाता है कि किन-किन जगहों पर जांच होनी है। उसी सूची के आधार पर LEO मौके पर जांच करते हैं। अगर किसी प्रतिष्ठान की शिकायत मिलती है, तो LEO बिना CIS की लिस्ट के भी सीधी जांच कर सकते हैं। सवाल: शिकायत कैसे करें?जवाब: सहायक श्रम आयुक्त सुमित कुमार बताते है कि वर्कर अपनी शिकायत IGRS, स्थानीय श्रम कार्यालय या लेबर कोर्ट में कर सकता है। इसके अलावा श्रम विभाग की हेल्पलाइन (1800 1805160) पर भी शिकायत दर्ज की जा सकती है। ----------------------- ये खबर भी पढ़ें... यूपी में केशव का कद बढ़ेगा, टूट सकती है अखिलेश-राहुल की जोड़ी, जानिए बिहार नतीजों का असर बिहार चुनाव में NDA ने रिकॉर्ड जीत हासिल की है। BJP सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। इसका असर अब यूपी में पंचायत चुनाव से लेकर 2027 के विधानसभा चुनाव पर पड़ना तय है। BJP पर सहयोगी पार्टी राष्ट्रीय लोकदल, अपना दल (S), सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा), निषाद पार्टी का दबाव कम होगा। पढ़िए पूरी खबर...
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सपा नेता आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला को फिर जेल भेज दिया गया। रामपुर की एमपी/एमएलए कोर्ट ने फर्जी पैन कार्ड मामले में सोमवार को दोनों को 7-7 साल की सजा सुनाई। जेल जाते वक्त आजम ने काला चश्मा लगा रखा था। हाथ में दो पैकेट बिस्किट थे। अब्दुल्ला ने जेल के गेट पर भाई अदीब को गले लगाया। करीब दो महीने पहले आजम सीतापुर जेल से रिहा हुए थे। VIDEO में देखिए बेटे अब्दुल्ला का करियर बनाने के चक्कर में आजम कैसे मुश्किलों से घिरते गए और उनका राजनीतिक पतन हो गया?
ललिता मूडिया का मामला:रात्रि को महिला ला सकती है तो बात कर भुगतान का आधा हिस्सा भी मुझे देना पड़ेगा
हलैना के गांव मूडिया ललिता के ग्राम विकास अधिकारी(वीडीओ) द्वारा सीएलएफ की महिला अध्यक्ष को सफाई कर्मियों का बिल पास करने से पहले रात्रि को महिला बुलाने और भुगतान होने पर कमीशन की डिमांड करने का मामला सामने आया है। वहीं वीडीओ ने भी सीएलएफ की महिला अध्यक्ष सहित 3 जनों के खिलाफ बिल पास कराने के लिए अनुचित दबाव डालने और मारपीट कर राजकार्य में बाधा डालने की रिपोर्ट दर्ज कराई है। हलैना थाना पर तिरंगा राजीविका महिला सर्वांगीण विकास सहकारी समिति क्लस्टर हलैना की महिला अध्यक्ष ने रिपोर्ट में बताया कि ग्राम पंचायत मूडिया ललिता में सफाई कार्य के लिए ग्राम पंचायत व सीएलएफ के बीच 28 अप्रैल को एमओयू हुआ था। जिसके बाद ग्राम पंचायत में सफाईकर्मी लगाकर सफाई चालू करा दी। करीब 6 महीने बाद भी 5 लाख रुपए का भुगतान नहीं हुआ तो खण्ड विकास अधिकारी को अवगत कराया। फिर भी ग्राम विकास अधिकारी गुमराह करता रहा। भुगतान नहीं करने वीडीओ को मिले चुके कई नोटिस सरकार द्वारा इन दिनों ग्राम पंचायतों में नियमित सफाई पर लाखों रुपए खर्च किया जा रहा है। लेकिन प्रशासन के द्वारा मॉनिटरिंग में घोर लापरवाही बरतने से सफाई का भुगतान लेने व देने वाले जिम्मेदारों की पौ बारह पच्चीस हो रही है। जबकि ग्राम पंचायतों में गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। हालात यह है कि तमाम ग्राम पंचायतों में तो लोगों को गंदगी के चलते नाक मुंह पर कपड़ा लगाकर निकलना पड़ता है। सफाई कर्मियों को भुगतान नहीं करने पर ब्लॉक विकास अधिकारी ने भी कई बार वीडीओ को नोटिस दिए हैं, लेकिन उन्होंने आज तक किसी भी नोटिस का जबाव नहीं दिया और न ही कर्मचारियों का भुगतान किया है। उन्होंने बताया कि वीडीओ के कहे अनुसार 14 नवंबर को अटल सेवा केंद्र पहुंची तो कार्यालय पर ताला लगा मिला। उसके बाद 15 नवंबर को अपने बेटे को साथ लेकर दोबारा पहुंची तो बेटा सफाईकर्मी के पास रुक गया और वह कार्यालय के अंदर गईं जहां वीडीओ अकेले बैठा मिला। महिला अध्यक्ष का आरोप है कि वीडीओ ने मेरा हाथ पकड़ अश्लील हरकत की। साथ ही कहा कि तुम्हारे अंडर में बहुत सारी महिलाएं है। किसी महिला को रात्रि में मेरे पास केंद्र पर लेकर आ सकती है तो ही बार कर। इसमें भी यह शर्त रहेगी कि 1.80 लाख या 1.50 लाख का भुगतान करूंगा तो आधा तेरी सफाई कर्मियों व गाड़ी का रहेगा और आधा मेरा व प्रशासक का रहेगा। दूसरी तरफ वीडीओ सुरेंद्र ने भी रिपोर्ट दर्ज कराई है कि वह 15 नवंबर को राजीव गांधी सेवा केंद्र कार्यालय पर राजकार्य कर रहा था तभी सीएलएफ़ की नामजद महिला व उसके बेटा सहित 3 जने आए और अनुचित तरीके से बिल बनवाने का दबाव देने लगी। मैंने नियम अनुसार कार्य करने को कहा। इसी बात पर मेरी गलेवान पकड़ ली और मारपीट कर बैठक व स्वच्छता रजिस्टर फाड़ दिए। कार्यालय में तोड़फोड़ की। साथ ही स्वच्छता रजिस्टर को छीन ले गए। एलडीसी व एक अन्य ने मुझे बचाया। सफाई का भुगतान किया न नोटिस दिया सूत्रों के अनुसार ग्राम पंचायत मुड़िया ललिता में सफाई का एमओयू होने के बाद सफाई कार्य चालू हो गया। तय था कि हर महीने 1 से 5 तारीख के बीच सफाई का भुगतान किया जाएगा। फिर भी 5 -6 महीने से भुगतान अटका रखा था। क्लस्टर अध्यक्ष ने बीडीओ से इसकी शिकायत भी की लेकिन सुनवाई नहीं हुई। मैं कहीं बैठा हुआ हूं। इस मामले में कल बता पाऊंगा। - सुरेंद्र कुमार, वीडीओ, मूड़िया ललिता मैंने 15 दिन पहले ही चार्ज संभाला है। मूडिया ललिता के वीडीओ को सफाई का भुगतान नहीं करने पर नोटिस दे रखे हैं। लेकिन वीडीओ ने नोटिस पर कोई जवाब नहीं दिया है। ग्राम पंचायत सफाई का भुगतान करती हैं। -सुरेश सैनी, बीडीओ वैर
दिल्ली ब्लास्ट में इस्तेमाल हुआ अमोनियम नाइट्रेट राजस्थान में खुलेआम बिक रहा है। इसी विस्फोटक से साल 2008 में जयपुर में हुए सीरियल ब्लास्ट में 71 लोगों की जान गई थी। अमोनियम नाइट्रेट ही नहीं जुलाई 2025 में बैन किया जा चुका इलेक्ट्रिक डेटोनेटर (ED) भी खुलेआम बेचा जा रहा है। दैनिक भास्कर रिपोर्टर ने 3 दिन तक जोधपुर और ब्यावर में ग्राहक बनकर इन्वेस्टिगेशन किया तो ये खुलासा हुआ। सार्वजनिक प्याऊ और दुकानों में अमोनियम नाइट्रेट और ED बिक रहा है। माइनिंग करने वाले बेरोकटोक ये विस्फोटक खरीद रहे हैं। इस काले कारोबार में महिलाएं भी शामिल हैं। बेचने वाले के पास न लाइसेंस है और न खरीदने वाले के पास। सबसे चौंकाने वाली बात यह कि तबाही का ये सामान आर्मी एरिया और पुलिस थाने के पास बिक रहा है। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… जोधपुर का बड़ली और बालसमंद आर्मी एरिया से 1 ही किलोमीटर दूर है। इसके बावजूद बेखौफ विस्फोटक बेचा जा रहा है। अवैध माइनिंग के लिए ये विस्फोटक इस्तेमाल हो रहे हैं। भास्कर रिपोर्टर ने सबसे पहले बड़ली (जोधपुर) इलाके से इन्वेस्टिगेशन शुरू की। पहला दिन : प्लास्टिक शॉप की आड़ में बेच रहे बारूद रिपोर्टर फिदूसर चौराहे पर स्थित फिदूसर जनरल प्लास्टिक शॉप पर ग्राहक बनकर पहुंचा। दुकान पर एक आदमी बैठा था। बोर्ड पर प्लास्टिक शॉप लिखा था, लेकिन अंदर प्लास्टिक का काेई सामान नहीं था। दुकान पूरी तरह से खाली थी। रिपोर्टर ने ढाई फीट के 20 होल में ब्लास्ट करने के लिए सामान मांगा। दुकानदार ने रिपोर्टर से सिर्फ गांव का नाम पूछा और सामान की लिस्ट देखने लगा। पढ़िए पूरी बातचीत… (बारूद खरीदना नहीं था। ऐसे में रिपोर्टर अगली दुकान से एक साथ पूरा सामान लेने का बहाना कर निकल गया।) दुकानदार बोला- इन चीजों के लिए लाइसेंस चाहिए उसी दिन शाम को रिपोर्टर बड़ली और बालसमंद के बीच एक और दुकान पर गया। वहां भी विस्फोट और माइनिंग से जुड़े हुए सामान थे। दूसरा दिन : प्याऊ की आड़ में बेच रहे विस्फोटक अगले दिन रिपोर्टर बड़ली और बाल समंद के रास्ते पर एयरबेस से 1 किमी दूर एक सार्वजनिक प्याऊ पर पहुंचा। लोगों ने यहां अवैध विस्फोटक मिलने वाली दुकान बताई थी, लेकिन रिपोर्टर पहुंचा तो कोई दुकान नहीं मिली। प्याऊ के अंदर 2 आदमी बैठे थे। पढ़िए पूरी बातचीत… (इसके बाद दुकानदार के पास बैठे आदमी ने सामान की जानकारी लेनी शुरू कर दी। सामान निकालने के लिए अंदर कमरे में चला गया) (दुकानदार ने फोन की दूसरी तरफ मौजूद आदमी को बताया कि कजनाऊ गांव से कोई आए हैं। सामान लेने के लिए। इनके पास आदमी नहीं है शायद। इसके बाद उस आदमी से रिपोर्टर की बात करवाई। तसल्ली होने के बाद दुकानदार ने फोन काट दिया।) आर्मी एरिया के पास ED से ब्लास्ट जिस समय रिपोर्टर प्याऊ पर ग्राहक बनाकर विस्फोटक बेचने वाले से बात कर रहा था, उसी दौरान प्याऊ के सामने ही एक मजदूर ने ED (इलेक्ट्रिकल डेटोनेटर) से ब्लास्ट किया। यह नजारा रिपोर्टर के कैमरे में कैद भी हो गया। जुलाई 2025 से पूरे देश में ED बैन कर दिया गया है। हैरानी की बात ये है कि जहां विस्फोट किया, वहां पास में ही एयरबेस स्टेशन व अन्य आर्मी कैम्प भी हैं। तीसरा दिन : थाने से महज 500 मीटर दूर बिक रहा अमोनियम नाइट्रेटभास्कर टीम ब्यावर पहुंची। पड़ताल में ब्यावर से 20 किलोमीटर दूर जवाजा गांव में एक बिल्डिंग मैटेरियल की दुकान पर विस्फोट का सामान बिकने की बात सामने आई। रिपोर्ट ने जवाजा गांव पहुंचकर सोर्स से मिले 98751***** नंबर पर कॉल किया। सफेद बारूद (अमोनियम नाइट्रेट) की डिमांड की। उस आदमी ने जवाजा गांव की रोड पर ही एक बिल्डिंग मैटेरियल की दुकान के सामने कार में ही इंतजार करने के लिए कहा। कुछ देर बाद दुकान के अंदर से एक महिला आई और सामान ले जाने का इशारा किया। रिपोर्टर दुकान के अंदर गया तो दो महिलाओं ने अमोनियम नाइट्रेट और ब्लास्ट करने वाली ब्लास्टिंग कैप तैयार कर रखी थी। महिलाओं ने सामान तौलकर रखा और रिपोर्टर को गिनवाना शुरू कर दिया। (दुकान गांव की मुख्य सड़क पर है। यहां से महज 500 मीटर की दूरी पर जवाजा पुलिस थाना है। इसके बावजूद बेखौफ विस्फोटक बेचा जा रहा है।) 50 से 100 रुपए में मिल रहे डेटोनेटरटीम को इन्वेस्टिगेशन के दौरान जोधपुर-ब्यावर में 50 से 100 रुपए में डेटोनेटर भी मिल गए। जवाजा में डेटोनेटर की डिमांड की तो दुकानदार ने जरूरत के हिसाब से उपलब्ध करा दिया। डेटोनेटर विस्फोट करने में काम आता है। इसे ब्लास्टिंग कैप कहते हैं। साधारण भाषा में समझें तो पटाखे को सुलगाने के लिए आगे लगी हुई बत्ती जैसा। डेटोनेटर दो तरह के होते हैं। साधारण ब्लास्टिंग वाले और इलेक्ट्रिक डेटोनेटर। भारत में इलेक्ट्रिक डेटोनेटर जुलाई 2025 से बैन कर दिया गया है। पुलिस को पता ही नहीं, इलाके में बिक रहा विस्फोटकभास्कर ने जोधपुर के जिन इलाकों में इन्वेस्टिगेशन किया, वहां के थानाधिकारियों से बात कर उनका पक्ष भी जाना। मंडोर थानाधिकारी किशनलाल विश्नोई ने बताया कि उनके थाना क्षेत्र में किसी भी तरह की विस्फोटक बेचने वाली मैग्जीन (भंडार) नहीं है। किसी को अमोनियम नाइट्रेट बेचने की भी अनुमति नहीं है। सूरसागर थानाधिकारी हरीश सोलंकी ने बताया कि उनके थाना क्षेत्र में किसी ने भी अमोनियम नाइट्रेट बेचने की अनुमति नहीं ले रखी है। हालांकि क्षेत्र में कुछ मैग्जीन हैं। उसकी संख्या फाइल देखकर बतानी पड़ेगी।
अय्यप्पा मंदिर में विधायक लारिया हुए शामिल, आशीर्वाद लिया
सागर | मकरोनिया नगर पालिका के शिवाजी वार्ड आनंद नगर स्थित अय्यप्पा मंदिर में मलयाली समाज का 58 दिवसीय मकर विलक्कू पर्व का शुभारंभ किया गया। पर्व के शुभारंभ पर नरयावली विधायक प्रदीप लारिया पूजा में शामिल हुए। श्री अय्यप्पा सेवा संघम के अध्यक्ष केजीसी नायर ने विधायक लारिया को बताया इस मंदिर में सबरीमाला मंदिर में होने वाले अनुष्ठानों की तर्ज पर 58 दिनों तक पर्व निरंतर चलेगा। विधायक लारिया ने मलयाली समाजजनों को मकर विलक्कू पर्व की शुभकामनाएं दीं और श्रद्धाभाव से भगवान अय्यप्पा के दर्शन किए। इस मौके पर पार्षद बलबंत ठाकुर सहित मलयाली समाज के धर्मावलंबी बड़ी संख्या में मौजूद थे।
बुंदेलखंड कायस्थ समाज का सदस्यता अभियान शुरू, रत्नेश बने संरक्षक
सागर | बुंदेलखंड कायस्थ समाज के सदस्यता अभियान की शुरुआत सिविल लाइन वार्ड से हुई, जिसमें वरिष्ठ कॉलोनाइजर रत्नेश श्रीवास्तव सहित 11 सदस्यों ने समाज की सदस्यता ग्रहण की। रत्नेश श्रीवास्तव ने समाज के संरक्षक पद को सहर्ष स्वीकार करते हुए कहा कि समाजोत्थान, विकास और नई परंपराओं की दिशा में युवाओं की यह पहल प्रेरणादायी है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि समाज के प्रत्येक युवा और सदस्य के लिए वे तन-मन-धन से सदैव तत्पर रहेंगे। अध्यक्ष हेमंत श्रीवास्तव ने बताया कि अभियान अब अन्य वार्डों में भी चलाया जाएगा। कार्यक्रम में दिनेश खरे, एसएस श्रीवास्तव, जयप्रकाश खरे, केसी सक्सेना, संदीप वर्मा, चंद्रहास श्रीवास्तव एवं आशीष वर्मा सहित समाज के अन्य सदस्य उपस्थित रहे। सदस्यता लेने वालों में ब्रजेश खरे, आयुष, अनिल, अशोक, राहुल, गगन और दीपक श्रीवास्तव शामिल रहे।
एसआईआर : संयुक्त कलेक्टर, 2 एसडीएम, 13 तहसीलदार को नोटिस, 3 बीएलओ निलंबित
भास्कर संवाददाता| सागर बगैर तैयारी के शुरू हुआ मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का काम अब अफसरों व बीएलओ के गले पड़ रहा है। पहले तो गणना पत्रक ही नहीं आए, बंटने में देरी हुई। अब बीएलओ एप पर भरने की गति भी कमजोर है। सोमवार को सीईओ कार्यालय भोपाल के साथ ही वीडियो कान्फ्रेसिंग में इसकी समीक्षा की गई। इसमें नाराजगी जताई और काम तेज करने की हिदायत दी गई। इसके बाद कलेक्टर ने बड़ी कार्रवाई करते हुए संयुक्त कलेक्टर के साथ 2 एसडीएम व 13 तहसीलदारों को कारण बताओ नोटिस दिए हैं। साथ ही 3 बीएलओ को निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई मतदाता सूची सर्वे में हो रही देरी के कारण की गई है। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी संदीप जीआर ने कहा कि निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित समयसीमा में सर्वे कार्य पूरा किया जाना अनिवार्य है। इन अफसरों को कारण बताओ नोटिस: संयुक्त कलेक्टर व निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारी आरती यादव, एसडीएम खुरई मनोज चौरसिया, एसडीएम सुरखी रोहित वर्मा, अंबर पंथी तहसीलदार बीना, राकेश कुमार अहिरवार तहसीलदार खुरई, कमलेश कुमार सतनामी तहसीलदार मालथौन, निर्मल सिंह राठौर तहसीलदार राहतगढ़, हरीश लालवानी तहसीलदार जैसीनगर, प्रीति रानी चौरसिया तहसीलदार देवरी, प्रेम नारायण सिंह, राजेश कुमार पांडे तहसीलदार रहली, महेश दुबे तहसीलदार सुरखी, संदीप तिवारी तहसीलदार सागर, देवी प्रसाद चक्रबर्ती भू अभिलेख अधीक्षक, मोहित जैन तहसीलदार बंडा, ज्ञानचंद्र राय तहसीलदार शाहगढ़। बीएलओ निलंबित: सुरखी में मैपिंग एवं एसआईआर सर्वे कार्य के दौरान गंभीर लापरवाही पाए जाने पर बूथ लेवल अधिकारियों को निलंबित किया है। इनमें देवेन्द्र चौरसिया, प्राथमिक शिक्षक मतदान केंद्र क्रमांक 155, जैसीनगर, अरुण अहिरवार शिक्षक मतदान केंद्र क्रमांक 257 करैया व कामता प्रसाद पटेल सचिव ग्राम कटंगी मतदान केंद्र क्रमांक 193 हैं।
माता वैष्णोदेवी के लिए तीर्थयात्रा 31 जनवरी को जाएगी
सागर | वैष्णोदेवी तीर्थयात्रा पर जाने के इच्छुक लोग जनवरी में जा सकते हैं। मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन यात्रा के लिए 17 जनवरी तक आवेदन किए जा सकते हैं। यह यात्रा 31 जनवरी को जाएगी। इससे पहले अगस्त- सितंबर में वैष्णोदेवी तीर्थयात्रा के लिए आवेदन मंगाए थे, लेकिन उस समय वैष्णोदेवी क्षेत्र में भारी बारिश हुई थी। ट्रैक क्षतिग्रस्त हो गए थे, इस कारण यात्रा में बदलाव कर द्वारिकाधीश यात्रा कर दिया था। अब फिर एकबार वैष्णोदेवी यात्रा का प्रस्ताव है। तीर्थदर्शन यात्रा पर जाने के लिए किए जा रहे आवेदन में आधार कार्ड नंबर अनिवार्य है। आवेदन साफ्ट कॉपी एवं हार्डकॉपी में कार्यालय में 17 जनवरी 2026 तक भेजना जरूरी है। यात्रियों द्वारा प्रस्तुत आवेदन पत्रों के साथ चिकित्सीय प्रमाण पत्र भी जमा किए जाएंगे।
गेहूं फसल कहीं 15 तो कहीं 10 दिन की हो गई
भास्कर संवाददाता | उज्जैन गेहूं फसल के लिए मौसम अनुकूल हो गया। ठंड गिरने लगी है। कहीं 15 दिन तो कहीं 10 दिन का गेहूं होने से यह खेतों से बाहर झांकने लगी है। इस बार किसानों ने संपूर्ण खेत का रकबा गेहूं का ही रखा है और अधिक पैदावार वाली किस्म का गेहूं का बीज खेतों में डाला है। किसान कमल पटेल ने बताया कहीं पहले पानी दिया गया तो कहीं बाद में पहली सिंचाई कर दी गई है। अब तक के हालात गेहूं फसल के अच्छे बताए गए हैं। किसान हाकम सिंह आंजना ने बताया केंद्र सरकार के 2585 रुपए के भाव समर्थन दाम के घोषित होने से किसानों ने अन्य फसल की ओर ध्यान नहीं दिया है। देखा जाए तो गेहूं के लिए मालवा बेल्ट अनुकूल होने से पैदावार भी रिकॉर्ड मिलती है। इस समय मालवराज तेजस, लोकवन की अलग-अलग क्वालिटी वाला गेहूं खेतों में बोया गया है। गत वर्ष गेहूं की पैदावार बंपर होने से गेहूं के दाम किसानों को मनमाफिक मिले। बाजार में कीमत काबू में रहने से इस वर्ष महंगाई का सामना नहीं करना पड़ा, लेकिन यह जरूर की गेहूं सीजन में 200 रुपए महंगा बिका। उस दौरान सालभर की खरीदी करने वालों को 200 रुपए का महंगे भाव का फटका जरूर लग गया। इस समय गेहूं की उपलब्धता अधिक और कारोबार ठंडा होने से भाव में कोई तेजी मंदी भी नहीं हो रही है। इधर आटा वाले गज्जर क्वालिटी का गेहूं 15 से 20 रुपए महंगा खरीद कर सस्ता आटा बेच रहे हैं। शादी-विवाह का दौर होने से आटे की मांग बढ़ने लगी है। उज्जैन लोकल में अनेक ब्रांड का आटा बिक रहा है। इधर मंडी में निर्मित तैयार आटा 890 का प्रति 30 किलो पैकिंग में बेचा जा रहा है। गेहंू की फसल जमीन से बाहर आ गई है।
महिला सांझी कार्यक्रम में नवरत्न महिला मंडल ने द्वितीय पुरस्कार प्राप्त किया
उज्जैन | नवरत्न महिला मंडल, उज्जैन ने इंदौर में आयोजित सांझी प्रतियोगिता में द्वितीय पुरस्कार प्राप्त किया। यह प्रतियोगिता उदयरत्न मसा की गणी पदवी निमित्त आयोजित की गई थी, जिसमें 15 महिला मंडलों ने भाग लिया था। नवरत्न महिला मंडल की अध्यक्ष पदमा जैन ने बताया प्रस्तुति में कविता जैन, पूनम, राजकुमारी, हेमा सालेचा, ममता बिजलीवाला, प्रीति सुराना, ईना, राखी, दिव्या और कोमल जैन ने भाग लिया था।
संघ के सह सर कार्यवाह आज से उज्जैन प्रवास पर
उज्जैन | राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह कृष्णगोपाल मालवा प्रांत के दो दिवसीय प्रवास अंतर्गत 18-19 नवंबर को उज्जैन में रहेंगे। संघ स्थापना के शताब्दी वर्ष में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को साधु-संतों का मार्गदर्शन प्राप्त हो, इस क्रम में अपने प्रवास के पहले दिन वे उज्जैन में आध्यात्मिक संस्थाओं और साधु-संतों के साथ बैठक में शामिल होंगे। दूसरे दिन कथावाचकों के साथ बैठक करेंगे।
विधिक सेवा सप्ताह : बाइक रैली निकाल कर आमजन को जागरूक किया
उज्जैन | विधिक सेवा दिवस के उपलक्ष्य में न्याय उत्सव विधिक सेवा सप्ताह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष पीसी गुप्ता की उपस्थिति में बाइक रैली का शुभारंभ एडीआर सेंटर जिला न्यायालय परिसर से किया गया। बाइक रैली में न्यायाधीशगण, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव, मंडल अभिभाषक संघ के अध्यक्ष और अन्य अधिवक्तागण उपस्थित थे। इस दौरान जन सामान्य को नालसा और सालसा द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान की गई और नालसा निशुल्क हेल्पलाइन नंबर 15100 से अवगत कराया गया। विभिन्न कॉलेज और स्कूलों में निबंध, चित्रकला, क्विज और स्लोगन प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। जिला न्यायाधीशों ने विद्यार्थियों को पोक्सो, साइबर सेफ्टी और गुड टच बेड टच विषयों पर जानकारी देते हुए जागरूक किया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव मनोज कुमार भाटी ने श्रवण बाधित, दृष्टि बाधित और मानसिक रूप से विक्षिप्त विद्यालयों के विद्यार्थियों के मध्य शिविर आयोजित कर उन्हें बिस्किट के पैकेट वितरित किए।
सिंहस्थ : हीट एक्शन प्लान बनने लगा
उज्जैन | सिंहस्थ 2028 का आयोजन गर्मी के मौसम में होना है। ऐसे में एचएपी (हीट एक्शन प्लान) भी बनाया जाने लगा है। सोमवार को जिला पंचायत सीईओ श्रेयांश कुमट की अध्यक्षता में बैठक की गई। हीट एक्शन प्लान में अत्यधिक गर्मी की घटनाओं के विरुद्ध तैयारी, शमन और अनुकूलन क्षमता को मजबूत करने को लेकर बातें हुई।
सिंहस्थ से पहले तीन स्वास्थ्य केंद्रों का होगा पुनर्निर्माण
भास्कर संवाददाता | उज्जैन सिंहस्थ 2028 को देखते हुए शहर में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने की दिशा में तीन प्रमुख स्वास्थ्य केंद्र जीवाजीगंज, भेरूगढ़ और छत्री चौक स्थित इन केंद्रों के पुनर्निर्माण की प्रशासनिक स्वीकृति मिल चुकी है। योजना है कि 2028 से पहले भवन तैयार हो जाएं, ताकि उपकरणों की स्थापना, फर्नीचर और स्टाफ की नियुक्तियां समय पर की जा सकें। इन इलाकों में बड़ी आबादी बसती है, जो फिलहाल प्राथमिक सेवाओं पर निर्भर है। नए भवन बनने के बाद क्षेत्रवासियों को बुनियादी इलाज के लिए जिला अस्पताल नहीं जाना पड़ेगा। हालांकि निर्माण प्रक्रिया अभी टेंडर चरण में है, कुछ का होना बाकी भी है, जिसके चलते काम शुरू नहीं हो पाया। निर्माण कार्य अब अगले वर्ष से ही शुरू हो सकेगा। तीनों ही केंद्रों पर सीमित सुविधाएं हैं और बेड संख्या कम है। पुनर्निर्माण के बाद जहां-जहां जरूरत होगी, वहां बेड बढ़ाए जाएंगे और चरणबद्ध तरीके से डॉक्टर व स्टाफ की नियुक्तियां होंगी। योजना यह भी है कि नए भवन पूरी तरह संचालित होने से पहले मरीजों के लिए ओपीडी, आईपीडी और जांच का सेटअप तैयार कर दिया जाए। सीएमएचओ डॉ. अशोक पटेल के अनुसार जीवाजीगंज में चार मंजिला भवन का निर्माण होगा। भेरूगढ़ में 6 बेड वाले छोटे अस्पताल का निर्माण 1 करोड़ 75 लाख की लागत से किया जाएगा। छत्री चौक में 10 बेड का नया भवन प्रस्तावित है, जिसका बजट लगभग 24 करोड़ है।
46 सूत्रीय मांगों को लेकर संघ ने सौंपा ज्ञापन
मुरैना । मध्य प्रदेश भारतीय मजदूर संघ के आव्हान पर जिला इकाई ने सोमवार को श्रमिक कर्मचारियों की 46 सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में विभिन्न विभागों के श्रमिक, संविदा कर्मचारी, पेंशनर्स, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, अतिथि शिक्षक, ई-रिक्शा चालक सहित विभिन्न संवर्गों की समस्याओं के निराकरण की मांग की गई। लगभग 250 से अधिक श्रमिकों ने एकजुट होकर सरकार से शीघ्र मांगों के समाधान की अपील की है। जिनमें विभाग प्रमुख बृजराज डंडोतिया, संगठन मंत्री सुरेश शर्मा, प्रदेश मंत्री आशाराम पाठक, प्रदेश उपाध्यक्ष ललिता शर्मा, जिला मंत्री गबदालाल कर्ण, जिला अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा, आंगनवाड़ी संघ की जिला अध्यक्ष सुनीता गुर्जर, जिला सचिव यशोदा शर्मा सहित संगठनों के पदाधिकारी मौजूद रहे।
ओल्ड पेंशन सिर्फ पेंशन नहीं, जीने का सहारा है
मुरैना | नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम के तहत सोमवार को जिला स्तरीय बैठक बीटीआई परिसर स्थित हनुमान मंदिर पर जिलाध्यक्ष संजय कुमार दीक्षित की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस बैठक में 25 नवंबर को दिल्ली में होने वाले विशाल जन आंदोलन को सफल बनाने को लेकर विस्तृत चर्चा की गई। जिलाध्यक्ष दीक्षित ने कहा कि ओल्ड पेंशन सिर्फ पेंशन नहीं, बल्कि वृद्धावस्था में जीने का सहारा है। यदि कर्मचारी एकजुट नहीं हुए तो भविष्य में पेंशन के अधिकार से वंचित होना पड़ेगा। दीक्षित ने सभी कर्मचारियों से अपील की कि वे अधिक से अधिक संख्या में दिल्ली पहुंचकर अपनी सहभागिता दर्ज कराएं, ताकि सरकार कर्मचारी एकता को देखकर अपने निर्णय में बदलाव पर विचार करे और ओल्ड पेंशन योजना को पुनः लागू करें। इस अवसर पर जिला सचिव थान सिंह सिकरवार, मप्र शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष पवन सिंह परिहार, ब्लॉक उपाध्यक्ष राजमोहन शर्मा, ब्लॉक अध्यक्ष योगेंद्र यादव, जिला मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र भारद्वाज, हरीश राठौर, अवनीश राठौर, लज्जाराम कुशवाह, रामबरन सिंह सिकरवार आदि उपस्थित रहे।
आनंद बने रोटरी 3053 के डिस्ट्रिक्ट सेक्रेटरी
मुरैना । रोटेरियन आनंद गुप्ता को रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3053 के आगामी सत्र 2026-27 के लिए डिस्ट्रिक्ट सेक्रेटरी मेंबरशिप मप्र की जिम्मेदारी सौंपी है। यह मनोनयन प्रांतपाल रोटेरियन ब्रजमोहन अग्रवाल द्वारा किया। इस दायित्व के तहत आनंद गुप्ता मप्र जोन के करीब 25 क्लबों में मेंबरशिप ग्रोथ तथा वर्षभर होने वाले सभी मेंबरशिप सेमिनार और संबंधित कार्यक्रमों का संचालन करेंगे।
एमजीएम ऑफ स्कूल्स में फन फिएस्टा कार्निवल' का आयोजन
मुरैना । एमजीएम ग्रुप ऑफ स्कूल्स में बाल दिवस के उपलक्ष्य में 14 नवंबर को “फन फिएस्टा कार्निवल” का आयोजन किया। इस अवसर पर विद्यालय प्रांगण में उत्सव का माहौल देखने योग्य था। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि आरज़ू भदौरिया (मैनेजिंग ट्रस्टी) द्वारा फीता काटकर किया गया। मुख्य अतिथि महोदया ने विद्यार्थियों द्वारा लगाए गए सभी स्टॉल्स का अवलोकन किया और बच्चों की रचनात्मकता, उत्साह तथा उद्यमशीलता की प्रशंसा की। विद्यालय के विद्यार्थियों ने स्वयं स्टॉल्स जैसे- डार्ट थ्रो, थ्रो बॉल, चाट स्टॉल, छोले कुलचे, बेकरी, चाय एवं कॉफी, चाइनीज़ फूड, पाव भाजी, बड़ा पाव एवं समोसा चाट आदि का संचालन किया। इस वर्ष कार्निवल की थीम “वाटर पार्क” रखी गई थी, जिसमें विद्यार्थियों ने जल से संबंधित जीव-जंतुओं, जल संरक्षण और पर्यावरण संतुलन पर सुंदर प्रदर्शनी प्रस्तुत की। प्रदर्शनी ने “जल है तो कल है” का सशक्त संदेश दिया। लगभग 700 से अधिक अभिभावकों ने भी इस कार्निवल में पहुंचकर विद्यार्थियों के आयोजन और उनके प्रयासों की सराहना की। कार्यक्रम में नन्हे-मुन्ने बच्चों से लेकर वरिष्ठ विद्यार्थियों तक ने मनमोहक नृत्य, गीत और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। कार्यक्रम के सफल आयोजन पर स्कूल के कार्यकारी निदेशक आयुष सिकरवार (मैनेजिंग डायरेक्टर) ने मुख्य अतिथि का आभार व्यक्त किया तथा विद्यार्थियों की रचनात्मकता और आयोजन कौशल की सराहना की। “फन फिएस्टा कार्निवल” का समापन उल्लास, उमंग और विद्यार्थियों के उत्साहपूर्ण सहभाग के साथ हुआ, जिसने बाल दिवस को एक अविस्मरणीय उत्सव में परिवर्तित कर दिया।
जोधपुर के मंडोर थाना क्षेत्र के गोकुलजी प्याऊ चौराहा क्षेत्र में हुई नकबजनी की वारदात का मंडोर पुलिस ने खुलासा किया है। पुलिस ने मामले तीसरे और मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी ईमरान खान उर्फ भूरिया पुत्र असलम खान निवासी गुलजारपुरा, हाल कबीरनगर सुरसागर थाना क्षेत्र का हिस्ट्रीशीटर है। जिसके खिलाफ नकबजनी, लूट और हत्या के प्रयास जैसे 12 मामले दर्ज हैं। बता दें कि परिवादी कमल सिंह राजपुरोहित की और से इसको लेकर मामला दर्ज करवाया गया था। जिसमें बताया कि 9 नवंबर के बीच उनके मकान में चोरों ने वारदात को अंजाम दिया। घटना के समय वो अपने परिवार सहित गांव गए हुए थे। लौटने पर घर में सामान बिखरा मिला और करीब 50 हजार रुपये नकद, चांदी के जेवर व सोने की अंगूठी गायब थी। पुलिस ने रिपोर्ट के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की। टीम ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे खंगालने पर तीन संदिग्ध युवक बाइक से जाते हुए दिखे। पुलिस ने आरोपियों की पहचान कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। थाना अधिकारी किशनलाल ने बताया टीम ने इस मामले में पहले गोपाल और मोहसीन उर्फ शाहरुख को गिरफ्तार कर उनसे चोरी का माल और मोटरसाइकिल बरामद की थी। दोनों को जेल भेज दिया गया था। इधर गिरफ्तारी की भनक लगते ही मुख्य आरोपी ईमरान खान फरार हो गया था, लेकिन मंडोर पुलिस ने सुरसागर क्षेत्र से पकड़ लिया। पूछताछ में उसने चोरी की घटना में शामिल होना कबूल कर लिया।आरोपी के खिलाफ अलग-अलग थानों में नकबजनी के 12 प्रकरण दर्ज हैं।
खेलो इंडिया खेलों की तर्ज पर गांवों में रेस्लिंग प्रतिभा बढ़ाने के लिए नोएडा प्राधिकरण तीन गांवों में मार्डेन अखाड़े बनाने जा रहा है। यहां खिलाड़ियों के रुकने की पूरी व्यवस्था भी होगी। अखाड़ों में स्टेट और नेशनल लेवल के मुकाबले भी देखने को मिलेंगे। प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम अखाडों के निर्माण पर सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। अब इनकी डीपीआर तैयार करके निर्माण के लिए टेंडर जारी किया जाएगा। गांवों में स्थान किया चिह्नितडीजीएम विजय रावल ने बताया कि नोएडा के सोरखा, सर्फाबाद, और पर्थला गांव में अखाड़ा का निर्माण किया जाएगा। इसमें रुम भी बनाए जाएंगे। इसके लिए करीब 2.5 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। सर्फाबाद में महादेव अपार्टमेंट सेक्टर-73 , पर्थला में खेल मैदान एफएनजी मार्ग के पास , गांव सोरखा में शिव गेट के पास बनाया जाएगा। इनका निर्माण टेंडर जारी होने के छह महीने में पूरा कर लिया जाएगा। अखाड़ों में पहलवानों को ट्रैंड करेंगे कोचउन्होंने बताया कि खेल परिसर के चारों ओर चार दिवारी , शेड और बैठने के बेंचें फाउंटेन भी लगाए जाएंगे। यहां नेशनल स्तर के कुश्ती प्रतियोगिताओं का आयोजन भी होगा। साथ खिलाड़ियों को प्रोत्साहित और उनको हुनर सिखाने के लिए कोच भी होंगे। इसकी पूरी तैयारी की जा रही है। बता दे नोएडा के इन तीनों गांव से पहले भी कई पहलवान सामने आ चुके है जो राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुके है।
सड़क दुर्घटना के घायलों को निजी हॉस्पिटल में मिलेगा इलाज
खंडवा| भारत सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा सड़क दुर्घटना पीड़ितों के लिए नगदी रहित उपचार योजना - 2025 लागू की गई है। सीएमएचओ डॉ.ओपी जुगतावत ने बताया कि इस योजना के तहत डेजिग्नेटेड एवं नॉन डेजिगनेटेड चिकित्सालयों द्वारा उपचार उपलब्ध कराया जाएगा। शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के निजी हॉस्पिटल को अधिकृत किया है।
मथुरा में निकाली रन फॉर यूनिटी:भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हुए शामिल,राष्ट्रीय एकता की दिलाई शपथ
पूर्व गृह मंत्री और लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वी जयंती के अवसर पर रन फॉर यूनिटी का आयोजन किया गया। मांट विधानसभा क्षेत्र में रन फॉर यूनिटी को पूर्व मंत्री एवं प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी, बृज क्षेत्र के अध्यक्ष दुर्ग विजय शाक्य, विधायक मांट राजेश चौधरी, विधायक बल्देव पूरन प्रकाश एवं जिलाध्यक्ष निर्भय पाण्डेय ने हरी झंडी दिखाकर शुरू किया। एक भारत श्रेष्ठ भारत का पहुंचा रहे विचार पूर्व मंत्री एवं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी के साथ बृज क्षेत्र के रीजनल अध्यक्ष दुर्ग विजय शाक्य, विधायक मांट राजेश चौधरी , विधायक बल्देव पूरन प्रकाश एवं जिला अध्यक्ष निर्भय पाण्डेय ने सरदार@150यूनिटी पदयात्रा एक भारत, आत्मनिर्भर भारत कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। सभी अतिथियों ने पदयात्रा को गांव अयेरा खेड़ा के कॉलेज ग्राउंड से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष अमन ठाकुर, उप-जिलाधिकारी मांट रितु सिरोही, खंड शिक्षा अधिकारी, खंड विकास अधिकारी, पुलिस अधिकारी, प्रभारी जिला युवा अधिकारी मेरा युवा भारत मथुरा के रामवीर शर्मा के साथ अन्य अधिकारियों, एनसीसी, एनएसएस, स्काउट तथा स्कूल व कॉलेज के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। सैकडों रियासतों को जोड़कर बनाया अखंड भारत समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि भूपेन्द्र चौधरी ने कहा कि स्वतंत्र भारत के शिल्पकार, लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में पूरे भारत में मनाया जा रहा है। सरदार वल्लभ भाई पटेल ने भारत की सैकड़ों रियासतों को जोड़कर एक अखंड राष्ट्र का रूप दिया।राष्ट्रीय एकता दिवस हमें याद दिलाता है कि संविधान के आदर्शों को जीवंत रखने के लिए नागरिक चेतना आवश्यक है। क्षेत्रीय अध्यक्ष दुर्ग विजय शाक्य ने अपने उद्बोधन में कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती उस विचार का उत्सव है, जो भारत की विविधता को उसकी शक्ति बनाता है। इस अवसर पर विधायक मांट राजेश चौधरी ने कहा कि एकता के संकल्प के साथ देश को सबसे सुंदर स्वरूप देने का श्रेय लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल को जाता है। उन्होंने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि देश समाज के लिए आज रन फॉर यूनिटी के अवसर पर संकल्प ले और कोई ऐसा अच्छा कार्य करे, जिसके बल पर प्रदेश और देश का नाम रोशन हो। कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्र निर्माण, सामाजिक समरसता और युवा चेतना के प्रतीक उत्सव के रूप में किया गया, जिससे एक भारत-श्रेष्ठ भारत का संदेश जन-जन तक पहुंचा। इस यात्रा में लोग हाथों में तिरंगा थामे चले और सामूहिक रूप से यह संदेश दिया कि राष्ट्र की एकता तभी सुदृढ़ होगी जब हम सभी नागरिक जागरूक, उत्तरदायी और सक्रिय होंगे। युवाओं का उत्साह देखने लायक था। छात्र-छात्राओं, स्वयं सेवकों और नागरिकों ने देश भक्ति के नारों के साथ पदयात्रा में भाग लिया। राष्ट्रीय एकता की दिलाई शपथ कार्यक्रम का आयोजन मेरा युवा भारत, युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार मथुरा व जिला प्रशासन द्वारा किया गया। इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को मुख्य अतिथि द्वारा राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई गई। इस अवसर पर विशेष रूप से श्याम बाबू शुक्ला, पंकज शर्मा, पवन, रमन चतुर्वेदी, विष्णु चौधरी का सहयोग रहा है।
ईडी-सीबीआई जैसी केंद्रीय एजेंसियों को सोच-समझकर आराम से काम करना चाहिए। यह नहीं कि कुछ इन्फॉरमेशन मिल गई तो रेड करो, जेल में डालो। ये नहीं होना चाहिए कि पहले जेल में डालें, फिर इन्वेस्टिगेशन करें। यह कहना है सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस मदन बी लोकुर का। वे सोमवार को भोपाल पहुंचे। जहां उन्होंने विकास संवाद कार्यक्रम में पत्रकारिता के शोधार्थियों को संबोधित किया। इसके बाद दैनिक भास्कर से उन्होंने विशेष बातचीत की। जस्टिस लोकुर से पूछा कि हिंदू राष्ट्र बनाने की बातें हो रहीं हैं। कहीं न कहीं सरकारें भी उसमें साथ नजर आती हैं। आप क्या सोचते हैं? जवाब में उन्होंने कहा कि ये हिंदू राष्ट्र तो खैर हो नहीं सकता। संविधान ही पूरा बदलना पडे़गा। मुझे तो कुछ नजर नहीं आ रहा कि संविधान पूरा बदल सकता है। पढ़िए, जस्टिस लोकुर ने सवालों के क्या जवाब दिए... सवाल: बार-बार राजनीतिक बयान आते हैं कि संविधान खतरे में हैं। ज्युडिशियरी क्या सोचती है?जस्टिस लोकुर: संविधान खतरे में हैं पता नहीं लेकिन कोर्ट में तो काफी बदलाव आ रहे हैं। एक बात तो ये है कि बहुत ज्यादा केसेज पेंडिंग है। आज 5 करोड़ से ज्यादा केस लंबित हैं। ये अच्छा नहीं हैं। इसके बारे में कुछ न कुछ तो करना पडे़गा। ज्युडिशियरी अपने आप तो कुछ कर नहीं सकती। सरकार को भी इसके बारे में सोचना पडे़गा। 5 करोड़ तो बहुत ही ज्यादा केसेज हैं। जैसा चल रहा है पता नहीं केसेज कब खत्म होंगे। सवाल: आपने ज्युडिशियरी में ऑनलाइन सिस्टम शुरू कराने में भूमिका निभाई। उसमें अभी क्या कमियां देखते हैं?जस्टिस लोकुर: वो पिकअप नहीं हुआ। सुप्रीम कोर्ट में तो ऑनलाइन हो गया है। लेकिन, तालुका लेवल पर शायद कहीं नहीं हुआ है। तालुका स्तर पर तो गरीब लोग ही हैं। वे कहां ऑनलाइन फाइल करेंगे। उनके बारे में सोचना चाहिए। ये नहीं कि सिर्फ सुप्रीम कोर्ट के बारे में ही सोचें। जो जिला और तालुका स्तर के कोर्ट हैं उनके बारे में भी सोचना चाहिए। सवाल: बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना को फांसी की सजा हुई है? इस पर आप क्या कहेंगे?जस्टिस लोकुर: अभी फैसला तो मैंने देखा नहीं है। अभी फोन पर देखा कि उनको डेथ पैनाल्टी मिल गई है। उनके खिलाफ मैंने अखबार में जो पढ़ा है वो क्राइम अगेंस्ट ह्यूमैनिटीज का केस था। क्राइम अगेंस्ट ह्यूमैनिटीज का तो नॉर्मली जहां पर है वहां डेथ पैनाल्टी देते हैं। कई देश ऐसे हैं जो डेथ पैनाल्टी नहीं मानते। इट्स अ वेरी सीरियस ऑफेंस। सवाल: कॉलेजियम सिस्टम में और क्या मुख्य बदलाव होने चाहिए?जस्टिस लोकुर: मुख्य बदलाव तो ट्रांसपेरेंसी का होना चाहिए। कुछ छोटे-मोटे बदलाव तो होते हैं। पहले जो उन्होंने कहा था कि हम पूरा डीटेल्ड रेजोल्यूशन पास करेंगे। अब उन्होंने कहा कि हम डीटेल्ड रेजोल्यूशन क्या, रेजोल्यूशन ही पास नहीं करेंगे। सिर्फ स्टेटमेंट देंगे। ये तो सुप्रीम कोर्ट को देखना है। जहां तक मेरी बात है तो मैं समझता हूं कि ट्रांसपेरेंसी आनी चाहिए। सवाल: कई बार सुप्रीम कोर्ट के फैसलों पर सवाल उठाए जाते हैं?जस्टिस लोकुर: वो तो दैट इज अ पार्ट ऑफ डेमोक्रेसी... हर एक फैसला तो ठीक नहीं हो सकता। उसमें सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दे दिया तो लोग सपोर्ट करेंगे और अपोज करेंगे। सवाल: क्या भारत में न्यायपालिका उतनी स्वतंत्र है जितनी हमारे संविधान निर्माताओं ने कल्पना की थी?जस्टिस लोकुर: ये बड़ा मुश्किल सवाल है। लेकिन, एडमिनिस्ट्रेटिव एरिया में तो मेरे हिसाब से सरकार का एंटरफेयरेंस लग रहा है। ज्यूडिशियल फंक्शनिंग में तो मेरे पास कोई एविडेंस नहीं है कि कोई हस्तक्षेप है। सवाल: कोर्ट रूम की पूरी कार्रवाई लाइव है। उसके वीडियो सोशल मीडिया पर आते हैं तो कहा जाता है कि उन्हें हटाना चाहिए। इस पर आप क्या सोचते हैं?जस्टिस लोकुर: अगर सुप्रीम कोर्ट या किसी कोर्ट का ऑब्जेक्शन है तो वो बंद कर सकते हैं। ये कहना कि सोशल मीडिया पर नहीं आना चाहिए। केवल रिकॉर्डिंग होनी चाहिए। अगर रिकॉर्डिंग होगी तो जरूर आएगा। सवाल: ज्युडिशयरी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का आप कितना रोल मानते हैं?जस्टिस लोकुर: अभी तक तो कुछ खास है नहीं। आगे कैसे करेंगे, क्या करेंगे कुछ कह नहीं सकते। सवाल: देश में ईवीएम को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं?जस्टिस लोकुर: मेरी कोई राय नहीं है। सवाल: जो युवा ज्युडिशियरी में आना चाहते हैं उन्हें आप क्या कहना चाहेंगे?जस्टिस लोकुर: आप भारत के संविधान के बारे में सोचिए। जो संविधान में लिखा है उसे मानिए। कॉन्टिट्यूशन स्पिरिट का ध्यान रखिए। ईमानदारी से काम कीजिए। सवाल: सुप्रीम कोर्ट में जज रहते हुए कौन सा फैसला था, जिसने आपको व्यक्तिगत रूप से बदला हो?जस्टिस लोकुर: मैं अपने फैसलों के बारे में बात नहीं करना चाहता। सवाल: अब रिटायरमेंट के बाद आप समाज के लिए क्या करना चाहते हैं?जस्टिस लोकुर: समाज के लिए जो मैं कर रहा हूं वो कंटिन्यू करना चाहता हूं। जैसे मैं यहां पर आया हूं तो समाज के प्रोग्राम में जितना कंट्रीब्यूशन कर सकता हूं, मैं करूंगा।
शहर के पूर्वी इलाके में सबसे चौड़ी सड़क बनाने के लिए जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) ने काम शुरू कर दिया है। मास्टर प्लान के तहत बनने वाली यह सड़क गोनेर से दांतली सिरोली तक सीधी कनेक्टिविटी देगी। इस सड़क के निर्माण से रोपाड़ा मोड़ से आगरा रोड तक भी 200 फीट चौड़ी कनेक्टिविटी उपलब्ध होगी। मास्टर प्लान में प्रस्तावित इस सड़क के लिए जेडीए ने गत वर्ष दिसंबर में गोनर से रोपाड़ा मोड़ तक सर्वे और डिमार्केशन की प्रक्रिया शुरू की थी। यह हिस्सा लगभग 7 किमी लंबाई में 300 फीट चौड़ा बनाया जाएगा। इसके बाद लूणियावास और आगरा रोड तक सड़क की चौड़ाई 200 फीट रहेगी। सड़क शहर के पूर्वी इलाके में आगरा रोड से गोनर तक कनेक्टिविटी देने के लिए प्रस्तावित की गई थी। हालांकि मौजूदा सड़क केवल 60 से 80 फीट चौड़ी है और आगरा रोड से लूणियावास तक जगह-जगह अतिक्रमण मौजूद है। इस सड़क का पूरा उपयोग तभी संभव होगा, जब आगरा रोड से दांतली आरओबी तक अतिक्रमण हटाकर प्रस्तावित चौड़ाई में सड़क बनाई जाए।
दिल्ली विस्फोट को लेकर अब साइबर ठग सक्रिय हो गए और आतंकी गतिविधियों में संलिप्तता की धमकी देकर कानपुर में बुजुर्ग महिला को डिजिटल अरेस्ट करके 6.66 लाख ठग लिए। महिला ने सोमवार को साइबर थाने में मामले की शिकायत दर्ज कराई है। इस तरह के आधा दर्जन से ज्यादा ठगी के मामले कानपुर में सामने आने के बाद साइबर सेल और क्राइमब्रांच ने जांच शुरू कर दी है। अरेस्टिंग लेटर भेजकर डराया फिर ट्रांसफर कराई रकम बिरहाना रोड के पटकापुर में रहने वाली 62 साल की बुजुर्ग महिला ने बताया कि उनके पति का देहांत हो चुका है। बेटा बाहर नौकरी करता है और बेटी की शादी हो चुकी है। 10 नवंबर को हुए दिल्ली विस्फोट के कुछ घंटो बाद रात 8:22 बजे उन्हें एक कॉल आयी। कॉल करने वाले ने कहा कि वह एटीएस चीफ प्रेम कुमार गौतम बोल रहा है। इसके बाद उन्हें डरा धमकाकर वीडियो काल करने को मजबूर किया। फिर कहा, आपका आधार कार्ड मनी लाड्रिग व आतंकी गतिविधियों में उपयोग हुआ है। जांच के नाम पर डरा धमकाकर डिजिटल अरेस्ट कर लिया। इसी दौरान महिला का गिरफ्तारी लेटर भी भेजा। गिरफ्तारी लेटर देखकर वह डर गईं और रुपये देने को राजी हो गईं। 11 नवंबर की सुबह 6:46 बजे सदानन्द दादे नाम के व्यक्ति ने वीडियो कॉल की और खुद को एटीएस का अफसर बताकर खाते की पूरी डिटेल ले ली, कहा कि जल्दी रुपए ट्रांसफर करों नहीं तो फिर अरेस्टिंग करनी पड़ेगी। इससे दहशत में आई महिला ने अपने बैंक एकाउंट पीएनबी ब्रांच मालरोड से आईडीएफसी बैंक सहारानपुर अंबाला रोड महक फाउंडेशन के खाते में 6.66 लाख रुपये आरटीजीएस कर दिए। साइबर ठग यहीं नहीं रुके। और रुपयों की डिमांड शुरू कर दी। जिसके बाद महिला को साइबर फ्राड का अंदेशा हुआ तो उन्होंने साइबर सेल के टोलफ्री नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद साइबर सेल में प्रार्थना पत्र दिया है। महिला ने प्रार्थना पत्र के साथ बैंक खाते का डिटेल, वाट्सएप स्क्रीन शॉट, उन्हें भेजे गए गिरफ्तारी वारंट समेत अन्य दस्तावेज भी दिए हैं। साइबर सेल दस्तावेजों की जांच कर रही है। खबर लिखे जाने तक मुकदमा दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही थी। डीसीपी क्राइम अतुल श्रीवास्तव ने बताया कि दिल्ली ब्लास्ट में नाम आने की बात कहकर बुजुर्ग महिला से 6.66 लाख रुपये ठगी की गई है। जिन खातों में पैसा भेजा गया है, उनकी जांच चल रही है। इस तरह के करीब आधा दर्जन मामले अब तक सामने आ चुके हैं। सभी मामलों की जांच की जा रही है। जागरूकता ही साइबर ठगी का बचाव है।
जयपुर वैभवम्:दसों दिशाओं से देखता जयपुर; इतिहास, वास्तु, विज्ञान की बसावट
जयपुर आज 298 वर्ष का हो गया है। सवाई जयसिंह ने 18 नवंबर 1727 को नौ ग्रहों पर आधारित वास्तु के अनुसार इस शहर की नींव ईशान कोण में गंगापोल गेट पर रखी थी। जयपुर के हर कोने में स्थापित दस प्रमुख गेट- गंगापोल, जोरावरसिंह, सूरजपोल, घाटगेट, सांगानेरी, न्यूगेट, अजमेरी, चांदपोल, सम्राटगेट और गलतागेट दसों दिशाओं से निगरानी और सुरक्षा प्रदान करते हैं। वहीं शहर में मंत्र-तंत्र-यंत्र का भी संगम है। छोटीकाशी के नाम से जाने वाले जयपुर के परकोटे में सैकड़ों मंदिर हैं। जिनसे रोज सुबह पूरा परकोटा मंत्रोच्चार से गुंजायमान रहता है। परकोटे का तंत्र इतना मजबूत है वर्षों बाद बारिश के बाद कुछ ही मिनटों में पानी नहीं दिखता। वहीं आज भी अगर बाहरी वाहनों का प्रवेश नहीं हो तो जाम भी नहीं होगा। इसके अलावा चंद्रमहल के पास बने जंतर-मंतर में स्थापित सम्राट यंत्र न केवल समय बल्कि आज भी मौसम की सटीक जानकारी देता है। आज भी बारिश का आंकलन इसी से किया जाता है। स्थापना समारोह में 1084 रुपए खर्च हुए सवाई राजा जयसिंह ने 18 नवंबर 1727 (मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष षष्ठी, विक्रम संवत 1784) को शहर की स्थापना की थी। पंडित जगन्नाथ सम्राट के आचार्यत्व में शिलान्यास समारोह हुआ। आयोजन के लिए आमेर के राजकोष से 1084 रुपए व्यय किए गए। नगर स्थापना के उपलक्ष्य में राजा जयसिंह ने पंडित जगन्नाथ सम्राट के नाम पर ब्रह्मपुरी में सम्राट गेट बनवाया और उन्हें हवेली उपहार में दी। तीन देवियों की तीन चौपड़, सबका अपना-अपना यश 1946 में भट्ट मथुरानाथ शास्त्री ने संस्कृत में जयपुर की महिमा पर “जयपुरवैभवम्” काव्य लिखा। इस काव्य में शहर की संस्कृति, इतिहास और परंपरा के साथ ढूंढाड़ राज्य के रजवाड़ों का वर्णन किया गया। विद्वानों का योगदान और जंतर-मंतर की योजना
ग्राम पंचायत रवांजना चौड़ निवासी रेलकर्मी पॉइंटमैन अभिमन्यु सिंह (30) पुत्र नंद सिंह राजावत की बीकानेर में रेलवे शंटिंग के दौरान मौत हो गई। 6 दिन बाद 22 नवंबर को उसकी शादी थी। उसे दूल्हा बनकर बूंदी बारात ले जाने की तैयारी चल रही थी। सोमवार को टीका लग्न का कार्यक्रम था। मगर सोमवार को हादसे में उसकी जान चली गई। सोमवार जैसे ही गांव में शव पहुंचा तो पूरे गांव के लोग रो पड़ा। विलाप करते मां-बाप और भाई बेसुध हो गए। रोते-बिलखते परिजनों ने अपने लाड़ले का अंतिम संस्कार किया। अभिमन्यु सिंह तीन भाइयों में सबसे छोटा था। दो साल पहले ही रेलवे में नौकरी लगी थी। अभिमन्यु सिंह लालगढ़ (बीकानेर) रेलवे स्टेशन स्थित यार्ड में प्वाइंट मैन पर कार्यरत था। रविवार सुबह ड्यूटी समाप्त होने के बाद उसे गांव लौटना था। सुबह 8 बजे ड्यूटी खत्म होने के बाद वह 9 बजे की ट्रेन से घर आने की तैयारी में था। सुबह लगभग 6 बजे रेलवे यार्ड में शंटिंग कार्य के दौरान अचानक उसका पैर फंस गया। उसी समय एक धीमी गति से चल रही ट्रेन से वह हादसे की चपेट में आ गया। गंभीर चोट लगने से मौके पर ही उसकी मौत हो गई। पिता के साथ बहन की शादी का कार्ड बांटने जा रहे किशोर की सड़क हादसे में मौत, पिता घायल नैनवां (बूंदी)| स्टेट हाइवे-34 पर नैनवां-बूंदी रोड पर स्थित पेट्रोल पंप के पास सोमवार शाम बड़ा हादसा हो गया। दो बाइकों की भिड़ंत में किशोर रोहित (15) की मौत हो गई जबकि हादसे में 3 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतक किशोर अपने पिता के साथ बहन की शादी के कार्ड बांटने जा रहा था। 30 नवंबर को उसकी बड़ी बहन किरण की शादी होनी है। हादसे से शादी की खुशियों में डूबे परिवार में अचानक मातम छा गया। जजावर निवासी शांतिलाल (40) अपने बेटे रोहित (15) के साथ बेटी की शादी के निमंत्रण बांटने देई जा रहा था। पेट्रोल पंप के पास देई की तरफ से आ रही दूसरी बाइक से पिता-पुत्र की बाइक की जोरदार भिड़ंत हो गई। हादसे में शांतिलाल गंभीर घायल हो गया और रोहित की मौके पर ही मौत हो गई। दूसरी बाइक पर सवार संडीला निवासी अंकित (18) और अजय (15) भी घायल हुए हैं। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और चारों घायलों को एंबुलेंस से अस्पताल भिजवाया। डॉक्टरों ने रोहित को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने बताया कि शव को मोर्चरी में रखवाया गया, जिसका पोस्टमार्टम मंगलवार सुबह होगा। रोहित 10वीं कक्षा में पढ़ता था और पढ़ने में होशियार था। शांतिलाल कारीगरी का काम करते हैं। दुर्घटना की खबर जैसे ही जजावर पहुंची, गांव के लोगों की आंखें नम हो गईं। भाई की मौत के बाद बहन किरण का भी रो-रोकर बुरा हाल है। बहन के साथ मां अपने कलेजे के टुकड़े की मौत की खबर के बाद सुधबुध खो बैठी।
छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में एक युवक ने अय्याशी के लिए बाइक चोर गिरोह बनाया। चोरी की बाइक बेचकर महंगे कपड़े पहनता था, झोपड़ीनुमा घर में रहता था, लेकिन लड़कियों को खुद को अमीर बताता था। झूठ बोल-बोलकर 6 से ज्यादा गर्लफ्रेंड बनाई और अय्याशी की। जानकारी के मुताबिक बाइक चोरी गिरोह के मास्टरमाइंड का नाम जयसिंह पटेल (27) है, जो कोहड़िया का रहने वाला है। पुलिस ने आरोपी के पास से 14 बाइक जब्त की है। साथ ही गिरोह के 5 और साथियों को अरेस्ट किया है। मास्टरमाइंड के फोन से कई खुलासे हुए हैं। जानिए क्या है पूरा मामला ? दरअसल, दीपका पुलिस को कुछ दिनों पहले SECL दीपका खदान से रोलर चोरी होने की शिकायत मिली थी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि खदान के पास जंगल में पेड़ों के बीच एक युवक झोपड़ी बनाकर रह रहा है। पुलिस ने शक के आधार पर युवक से पूछताछ की। इस दौरान पता चला कि उसका नाम जयसिंह है। उसका न तो आधार कार्ड है, न ही पैन कार्ड। पिछले 10 साल से खदान के आसपास घूमता रहता था। खाना खाकर कहीं भी सो जाता था। पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो बाइक चोरी गिरोह का खुलासा हुआ। 2 साथियों के साथ मिलकर बनाया बाइक चोर गिरोह बाइक चोर गिरोह के मास्टरमाइंड जयसिंह ने बताया कि 2 साथियों के साथ मिलकर उसने बाइक चोर गैंग बनाया। इसके बाद अलग-अलग इलाकों में बाइक की चोरियों की। साथ ही उसने खदान में रोलर चोरी के अलावा कुसमुंडा थाना, दीपका और सर्वमंगला चौकी क्षेत्र में कई बाइक चोरी की थी। मास्टरमाइंड ने बताया कि पहले रेकी करते थे, इसके बाद वारदात को अंजाम देते थे। इन वारदात में 2 सहयोगी भी शामिल रहते थे। सभी साथ में मिलकर बाइक चोरी की वारदात को अंजाम देते थे। चोरी के बाद बाइक को अलग-अलग खरीदारों को बेच देते थे। 10 साल से था गायब, परिवार सोच रहा था मर गया पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक मास्टरमाइंड जयसिंह पिछले 10 साल से अपने घर से गायब था। परिवार के लोगों को लग रहा था कि जयसिंह की मौत हो चुकी है। अगर जिंदा होता तो वह अपने घर आता, लेकिन 10 साल में एक भी बार अपने घर नहीं गया। तीन बाइक खरीदारों को भी गिरफ्तार किया गया दीपका थाना प्रभारी प्रेमचंद साहू ने बताया कि जयसिंह के 2 सहयोगियों और तीन बाइक खरीदारों को भी गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों में अनस खान, शिवचरण, रामप्रसाद, रोहिदास, लालजी यादव और इमरान अंसारी शामिल हैं। दीपका थाना प्रभारी प्रेमचंद साहू ने बताया कि चोरी की 14 चोरी बाइक जब्त की गई है। गिरफ्तारी के बाद सभी आरोपियों से चोरी को लेकर विस्तार से पूछताछ की गई, जिसमें कई खुलासे हुए हैं। सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से कोर्ट ने आरोपियों को जेल भेज दिया है। ...................................... क्राइम से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें रायपुर में महंगी बाइक का शौकीन चोर गिरफ्तार:डिलीवरी बॉय की स्पोर्ट्स बाइक और मेडिकल कॉम्प्लेक्स से बुलेट की थी पार, बाइक बरामद रायपुर में महंगी बाइक चलाने का शौकीन चोर गिरफ्तार हुआ है। आरोपी ने रायपुर के दो अलग-अलग थाना क्षेत्र में बाइक चोरी की वारदात की थी। एक स्पोर्ट्स डिलीवरी बाइक थी तो वहीं मेडिकल कॉम्प्लेक्स से बुलेट पार की थी। पुलिस ने चोर के पास से दोनों बाइक बरामद कर ली है। यह पूरा मामला राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र का है। पढ़ें पूरी खबर...
हाल ही में 15 नवंबर को एक कार्यक्रम में श्रीगंगानगर कलेक्टर डॉ. मंजू और स्थानीय एडीएम सुभाषचंद्र के कार्यक्रम में समय पर नहीं पहुंचने को लेकर विधायक जयदीप बिहाणी के साथ कहा-सुनी का वीडियो वायरल होकर चर्चा में है। यह मामला सत्ता और संगठन के बीच पहुंच चुका है। भास्कर ने इसी प्रकरण पर विधायक जयदीप बिहाणी से गुस्सा होने के मामले में सवाल-जवाब किए तो उन्होंने अफसरों पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि वे अपना पक्ष आगे रख चुके हैं। उन्हें आश्वस्त किया गया है कि सत्ता और संगठन इस मामले को देखेगा। बहरहाल, यह विधायकों के प्रोटोकॉल और इज्जत से जुड़ा मुद्दा है। कलेक्टर ने कहा है कि वे कार्यक्रम में आपसे पहले पहुंची थीं, क्या कहेंगे? वे सही नहीं बोल रही हैं। अगर सरदार पटेल के सम्मान से जुड़े कार्यक्रम में कलेक्टर पहुंची थीं तो मंच पर होना चाहिए था। वे सड़क पर खड़े होने की बात कहकर गुमराह कर रही हैं। कलेक्टर लेट हो गईं तो क्या फर्क पड़ गया? कलेक्टर और एडीएम का व्यवहार ठीक नहीं है। यह चौथा मौका था जब इस तरह की हरकत हुई है। पिछले महीने की ही बात है, कलेक्टर ने मुझे 20 मिनट से अधिक समय तक अपने कमरे के बाहर इंतजार कराया था। विधायक का प्रोटोकॉल इन्हें याद नहीं रहता। हमें ही याद कराना पड़ता है। एडीएम समेत कई अफसरों की वर्किंग से गंगानगर परेशान है। हमारा बोलना तो बनता है। अपॉइंटमेंट लेकर मिलना चाहिए? मैं तो हमेशा पीए से अपॉइंटमेंट लेकर ही मिलने जाता हूं। फिर भी इनका आचरण और व्यवहार गलत हो तो क्या करें? आपने एडीएम सुभाषचंद्र से यह क्यों कहा — “घर जाओ, निकलो यहां से”? कलेक्टर की तरफ से अफसरों को प्रताड़ित किया जा रहा है और एडीएम ने इसका गुस्सा मुझ पर निकालने की कोशिश करते हुए कहा कि ट्रांसफर करा दीजिए। मैंने भी कह दिया कि यह मैं नहीं कराने वाला हूं, सरकार से आग्रह करें। यहां पर दिक्कत है तो निकल जाओ, घर जाओ। वैसे भी इन अफसरों के खिलाफ जनता की रोज शिकायतें पहुंच रही हैं कि ये लोग आमजन की समस्याएं ठीक तरह से नहीं सुन रहे हैं। अफसरों से 3-4 बार विवाद हुआ है तो सत्ता या संगठन तक बात पहुंचाई? यह मामला प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ से लेकर सीएम भजनलाल तक पहुंच गया है। संगठन ने आश्वस्त किया है कि अब यह मामला वे देखेंगे। इस वजह से अब मेरा ज्यादा बोलना ठीक नहीं है। संगठन हमारे काम से अच्छी तरह वाकिफ है। कलेक्टर को उंगली दिखाकर बात करना कितना ठीक है? जब हम बोलते हैं तो हाथ का मूवमेंट होता है। ऐसे में उंगली नीचे रखकर बात करने की कहकर विधायक की सरेआम बेइज्जती करने की कोशिश की। मैं तो उनका सम्मान करता हूं और एडीएम की शिकायत पर बात करने गया था, उल्टा वे भी भड़क गईं। मैं विधायक होकर कलेक्टर आवास पर दीवाली पर शिष्टाचार के नाते मिलने गया था। मेरी कोई पर्सनल दुश्मनी नहीं है, लेकिन ऐसा व्यवहार मुझे दिक्कत कर रहा है।
बिहार विधानसभा चुनाव परिणामों को लेकर कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी के पति राबर्ट वाड्रा ने मांग की है कि बिहार में दोबारा चुनाव कराए जाएं बिहार के नतीजों से लोग खुश नहीं हैं। फेसबुक पर किए गए इस पोस्ट पर भोपाल से बीजेपी के पूर्व सांसद आलोक संजर के कमेंट से विवाद हो गया है। पूर्व सांसद आलोक संजर ने कमेंट में लिखा- तुम भी दोबारा विवाह करो, तुम्हारे से दोनों परिवार वाले नाखुश हैं। फिर दोबारा चुनाव करवा देंगे-दुखी लोगों... राबर्ट वाड्रा ने कहा: बिहार में लोगों को 10 हजार रुपए देकर खरीदा गया बिजनेसमैन राबर्ट वाड्रा ने सोमवार को ओंकारेश्वर में बिहार चुनाव और पीएम नरेंद्र मोदी की भविष्यवाणी पर कहा कि बिहार के चुनावी रिजल्ट से लोग खुश नहीं हैं। लोगों को 10 हजार रुपए देकर खरीदा गया है। ऐसी चीजें रोकी जानी चाहिए थी, उसको इसे बंद कराना चाहिए थी। देश और बिहार की जनता इस रिजल्ट से खुश नहीं है। वाड्रा ने कहा अगर कभी भी इलेक्शन दोबारा हों, बैलेट पेपर से चुनाव होंगे तो मुझे लगता है कि रिजल्ट बदलेगा। एकतरफा महागठबंधन की सरकार बनेगी। मेरा अनुभव है हम उनकी मांगें बुलंद करें। महागठबंधन एकजुट, कोई फूट नहीं होगीप्रधानमंत्री की भविष्यवाणी पर राबर्ट वाड्रा ने कहा कि, कोई फूट नहीं होगी। सब लोग एकजुट है, महागठबंधन भी पूरी तरह एकजुट हैं। ये लोग हार से भी सीख लेते हैं। जो गलत हो रहा है, उसके लिए लड़ रहे हैं। राहुल को देख ही रहे हैं कि, वे लोगों के बीच जा रहे हैं। अब जानिए आलोक संजर कौन हैंआलोक संजर भोपाल से 2014 में सांसद बने थे। वे एमपी बीजेपी के प्रदेश कार्यालय मंत्री भी रह चुके हैं। बीजेपी संगठन के पुराने नेता माने जाते हैं। फेसबुक पर उनके 43 हजार फॉलोअर हैं। ये खबर भी पढ़ें... रॉबर्ट वाड्रा बोले- बिहार में दोबारा चुनाव होना चाहिए बिहार की जनता चुनाव परिणाम से खुश नहीं है। जो हुआ वो चुनाव आयोग के कारण हुआ है। ये परिणाम चुनाव आयोग की मदद से आए और उससे कोई भी सहमत नहीं है। बिहार में दोबारा चुनाव होना चाहिए। ये बात रविवार को इंदौर पहुंचे कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा ने कही है। पूरी खबर पढ़ें
भोपाल में मेट्रो के कमर्शियल रन के लिए सबसे अहम कमिश्नर मेट्रो रेल सेफ्टी (CMRS) अपनी रिपोर्ट इसी हफ्ते मेट्रो कॉरपोरेशन को दे सकती है। सब कुछ 'ओके' होने के बाद प्रदेश सरकार को रिपोर्ट दी जाएगी। वहीं, नई दिल्ली से हरी झंडी मिलने के बाद मेट्रो के कमर्शियल रन की शुरुआत हो जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकार्पण करेंगे। वे भोपाल मेट्रो के पहले यात्री भी बन सकते हैं। इंदौर में 31 मई को उन्होंने वर्चुअली तरीके से लोकार्पण किया था। सीएमआरएस 12 नवंबर को भोपाल पहुंची थी। अगले 3 दिन यानी, 13, 14 और 15 नवंबर को टीम ने डिपो से लेकर ट्रैक और ट्रेन तक निरीक्षण किया था। कमिश्नर नीलाभ्र सेनगुप्ता के साथ टीम ने मेट्रो के नट-बोल्ड तक देखे थे। इसके बाद टीम वापस लौट गई। इसके साथ ही अब रिपोर्ट का इंतजार है। मेट्रो अफसरों का कहना है कि मेट्रो के कमर्शियल रन के लिए वे सभी काम पूरे हो चुके हैं, जो जरूरी है और सीएमआरएस के पैमाने के हैं। स्टेशनों का कुछ काम जरूर बचा है, लेकिन उससे कमर्शियल रन पर असर नहीं पड़ेगा। इसलिए उम्मीद है कि सीएमआरएस की रिपोर्ट 'ओके' ही रहेगी। CMRS की मंजूरी तो आगे ये प्रक्रिया सीएमआरएस के आखिरी दौर में यह रहा सीएमआरएस ने यह की जांच की इनका भी बारीकी से निरीक्षणसभी स्टेशनों पर फायर सेफ्टी सिस्टम पर खास फोकस रहा। वहीं, लिफ्ट, एस्कलेटर, पब्लिक एड्रेस सिस्टम आदि को लेकर भी बारीकी से निरीक्षण किया। डिपो में कंट्रोल रूम से ट्रेनों के आने-जाने, सिग्नल आदि पर नजर रखी। क्या है CMRS की भूमिका?सीएमआरएस किसी भी मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए सुरक्षा की अंतिम स्वीकृति देते हैं। उनकी रिपोर्ट के बाद ही मेट्रो पर यात्रियों का संचालन शुरू किया जा सकता है। इन पहले अक्टूबर में था टारगेट, अब नवंबर-दिसंबर में उम्मीदबता दें कि इससे पहले सरकार ने अक्टूबर में भोपाल में मेट्रो दौड़ने का टारगेट रखा था। इसलिए सितंबर और अक्टूबर में सीएमआरएस के दो अहम दौरे भी हो चुके थे। पूर्व मेट्रो कमिश्नर जनक गर्ग ने टीम के साथ सुभाष नगर स्थित मेट्रो डिपो और प्रायोरिटी कॉरिडोर के 6.22 किलोमीटर रूट को देखा था। वे ट्रेन में सवार हुए थे। अब आखिरी दौरा भी हो चुका है। ऐसे में रिपोर्ट मिलने के बाद नवंबर के आखिरी सप्ताह या फिर दिसंबर में मेट्रो का कमर्शियल रन हो सकता है। इससे पहले बिहार चुनाव की वजह से अक्टूबर में मेट्रो का कॉमर्शियल रन नहीं हो सका था। ऐसे में अब उम्मीद है कि जल्द ही मेट्रो आम लोगों के लिए ट्रैक पर दौड़ने लगेगी। साल 2018 से शुरू हुआ था मेट्रो का कामभोपाल में पहला मेट्रो रूट एम्स से करोंद तक 16.05 किलोमीटर लंबा है। इसमें से एम्स से सुभाष नगर के बीच 6.22 किलोमीटर पर प्राथमिकता कॉरिडोर के तौर पर 2018 में काम शुरू किया गया था। सुभाष नगर से आरकेएमपी स्टेशन तक काम पूरा हो चुका है। इसके आगे अलकापुरी, एम्स और डीआरएम मेट्रो स्टेशन के कुछ काम बाकी हैं, जो पूरे किए जा रहे हैं। रेल ट्रैक के ऊपर दो स्टील ब्रिज भी बनाए गए हैं। दो साल पहले हुआ था पहला ट्रायलराजधानी में पहली बार मेट्रो 3 अक्टूबर 2023 को पटरी पर दौड़ी थी। तब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सुभाष नगर से रानी कमलापति स्टेशन तक मेट्रो में सफर किया था।
दिल्ली बम ब्लास्ट के बाद जांच एजेंसियां फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी पर शिकंजा कसती जा रही हैं। जांच एजेंसियों ने आतंकी मॉड्यूल से जुड़े डॉ. निसार उल हसन की डॉक्टर पत्नी और MBBS कर रही बेटी को यूनिवर्सिटी कैंपस में ही हाउस अरेस्ट किया है। इनके अलावा MBBS के 10 और छात्रों के यूनिवर्सिटी कैंपस से बाहर जाे पर रोक लगाई गई है। इनके मोबाइल जांच एजेंसियों के पास हैं। मोबाइल की कॉल डिटेल रिकॉर्डिंग व अन्य डेटा चेक किया जा रहा है। डॉ नासिर हसन अल-फलाह यूनिवर्सिटी में मेडिसन विभाग के प्रोफेसर है। वह दिल्ली में लाल किले के सामने बम ब्लास्ट में खुद को उड़ाने वाले आतंकी डॉ उमर नबी, डॉ मुजम्मिल शकील और डॉ शाहीन सईद के संपर्क में था। 10 नंवबर को हुए दिल्ली ब्लास्ट के बाद डॉ. नासिर फरार हो गया। बाद में जांच एजेंसियों ने पश्चिमी बंगाल से गिरफ्तार किया। जम्मू-कश्मीर में भी आतंकी नेटवर्क का हिस्सा रहा डॉ. निसारजांच से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि डॉ. निसार पहले से ही इस आतंकी नेटवर्क का हिस्सा था। वो जम्मू-कश्मीर में रहते हुए भी विवादों में आया था। तब वह श्रीनगर में SMHS अस्पताल में असिस्टेंट प्रोफेसर था। वहां साल 2023 में जम्मू-कश्मीर सरकार द्वारा बर्खास्त किया गया। आरोप था कि उसकी गतिविधियां राज्य की सुरक्षा के खिलाफ थी। डॉ. उमर, आदिल व मुजम्मिल के संपर्क में थाडॉ. निसार पहले से ही डॉ. उमर नबी, डॉ. आदिल और डॉ. मुजम्मिल के संपर्क में था। जिसके कारण अल फलाह यूनिवर्सिटी में आसानी से नियुक्ति मिल गई और जॉइन से पहले उसका बैकग्राउंड तक चेक नहीं किया गया। पत्नी अस्पताल में गायनी, बेटी मेडिकल पढ़ रहीडॉ. निसार हसन की गिरफ्तारी के बाद अब जांच एजेंसियां उनकी पत्नी डॉ. सुरइया और बेटी निबिया से पूछताछ कर रही हैं। जांच एजेंसी ने दोनों को यूनिवर्सिटी के कैंपस में उनके घर में ही नजरबंद रखा है। डॉ. नासिर की बेटी अल-फलाह यूनिवर्सिटी में MBBS सेकेंड ईयर की छात्रा है, जबकि डॉ. सुरइया यूनिवर्सिटी के अस्पताल में गायनी हैं। जांच एजेंसी ने दोनों को यूनिवर्सिटी के कैंपस में बने उनके घर में ही रखा है। दोनों से पूछताछ के बाद उनके मोबाइल जब्त कर लिए गए हैं। एजेंसी अब मोबाइल का डेटा खंगाल रही है। दोनों को घर से बाहर निकलने और किसी से बात करने से मना किया गया है। आतंकी मॉड्यूल से जुड़े डॉक्टरों के संपर्क वाले स्टूडेंट्स संदेह मेंजांच एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, डॉ. आलिम गौर, डॉ. सैमशुल, डॉ. आशील समेत कई MBBS स्टूडेंट्स और इंटर्न से भी पूछताछ चल रही है। डॉ. आलिम और डॉ. आशील दिल्ली ब्लास्ट के आरोपी डॉ. उमर की लाल रंग की इको स्पोर्ट कार चलाते थे। डॉ. सैमशुल डॉ. आलिम का दोस्त है। सभी के मोबाइल जब्त किए गए हैं। हालांकि, अभी तक यह खुलासा नहीं हुआ है कि किस तरह की बातचीत होती थी, इसको लेकर अभी जांच चल रही है। वॉर्ड बॉय तक से हो रही पूछताछइसके अलावा दिल्ली पुलिस ने धौज गांव के रहने वाले शोएब को भी हिरासत में लिया है। रविवार को पुलिस शोएब को उसके घर गांव में लेकर आई थी और घर की तलाशी ली गई थी। शोएब यूनिवर्सिटी के मेडिकल विंग में 7 हजार रुपए महीने पर वार्ड बॉय की नौकरी करता था। उसने डॉ. मुजम्मिल की गाड़ी ठीक कराने में मदद की थी। इसके अलावा, गांव धौज के ही रहने वाले मुस्तफा को भी पूछताछ के लिए ले जाया गया था, जिसे अब पुलिस ने छोड़ दिया है। मुस्तफा मेडिकल विंग में वार्ड में बेड अलॉट करने का काम करता था। ----------------------------------- ये खबर भी पढ़ें :- व्हाइट-कॉलर टेरर मॉड्यूल 2 साल पहले शुरू हुआ, फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी में मिली डॉक्टरों की डायरी से खुलासा दिल्ली ब्लास्ट की जांच कर रही नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी से मिली डॉक्टरों की डायरी में लिखे मैसेज डिकोड कर लिए हैं। डॉ. उमर की 150 पेज की डायरी में ज्यादातर नंबरों में मैसेज लिखे हैं, जिन्हें समझने के लिए फोरेंसिक लैब में क्रिप्टो ग्राफिक एक्सपर्ट जांच कर रहे हैं। पढ़ें पूरी खबर...
चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग (CTU) ने 15 साल मियाद पूरी कर चुकी 77 नॉन एसी डीजल बसों को फ्लीट से बाहर कर आज (18 नवंबर) से बंद कर दिया है। CTU प्रशासन का कहना है कि इससे ट्राईसिटी में बस सेवाएं प्रभावित नहीं होंगी। इसके लिए पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में चलने वाली 73 सिर्फ नॉन एसी बसों के रूट अस्थायी रूप से बंद किए गए हैं। अब ये बसें शहर में चलेंगी। वहीं लॉन्ग रूट पर AC बसें चलती रहेंगी। वहीं दावा किया गया है कि बिना लिखित आदेश दिए 120 ड्राइवरों को काम से हटा दिया गया है। CTU के डायरेक्टर गम्दूर सिंह ने बताया कि लंबी दूरी की ये बसें तब तक ही बंद रहेंगी, जब तक नई इलेक्ट्रिक बसें फ्लीट में शामिल नहीं हो जातीं। इसके बाद इन बसों को चालू कर दिया जाएगा। बंद हुई बसों की जगह इन बसों को पहले से निर्धारित समय पर ही चलाया जाएगा। 120 ड्राइवरों को काम से हटायाबंद की गईं 77 बसों को सेक्टर-42 स्थित CTU वर्कशॉप में खड़ा कर दिया गया है। ड्राइवर सुरजीत सिंह ने कहा कि इन बसों पर तैनात 120 ड्राइवरों को कार्यमुक्त कर दिया गया है, हालांकि इस संबंध में विभाग ने कोई लिखित आदेश नहीं दिया, जिसके चलते वे विरोध प्रदर्शन की तैयारी में हैं। ये सभी ड्राइवर एग्रीमेंट के आधार पर लगे हुए थे। 15 साल पुराने डीजल मॉडल को फ्लीट से हटाया गयाये सभी बसें टाटा कंपनी की थीं, जिन्हें 2009–10 के आसपास फ्लीट में शामिल किया गया था। 15 साल की वैधता पूरी होने के बाद इनकी आरसी समाप्त हो गई है, इसलिए इन्हें नियमित संचालन से हटाना दिया गया। फिलहाल सेक्टर-42 में CTU के बस स्टैंड की वर्कशाप में खड़ा किया जा रहा है और कंपनी को वापस कर इन्हें यहां से भी हटा दिया जाएगा।
हरियाणा के जिला महेंद्रगढ़ से साइबर अपराधियों ने ऑनलाइन निवेश और शेयर मार्केट में भारी मुनाफे का झांसा देकर एक सरकारी टीचर से 35 लाख13 हजार 311 रुपए की ठगी कर ली। पीड़ित की शिकायत पर साइबर क्राइम थाना नारनौल ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शहर थाना कनीना के गांव ककराला निवासी मदनपाल ने साइबर थाने में दी शिकायत में बताया कि वह सरकारी टीचर हैं, ने बताया कि 12 सितंबर 2025 को उन्हें वॉट्सऐप पर “Chola Security Group” नामक ग्रुप में जोड़ लिया गया। ग्रुप में रोजाना हाई क्वालिटी स्टॉक, OTC ट्रेड और IPO में भारी मुनाफे का वादा किया गया। निवेश करने के लिए “Chola Pro” नामक ऐप डाउनलोड करवाई गई और कहा गया कि यह ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म सिर्फ मेम्बरों के लिए है। शुरू में जमा किए 20 हजार रुपए मदनपाल ने शुरुआत में 20,000 रुपए फोन पे के माध्यम से जमा किए और अगले दिन 10% मुनाफा दिखाया गया। इसी तरह लगातार राशि डालने के लिए प्रेरित किया गया। बाद में उन्हें “Rubican Research IPO” में 8282 शेयर अलॉट होने का दावा दिखाया गया। जिसकी कीमत 13 लाख से अधिक बताई गई। जब उन्होंने इतनी बड़ी रकम डालने से मना किया, तो अकाउंट फ्रीज करने की धमकी दी गई। इसी डर से उन्होंने 7,10,000 रुपए RTGS से भेज दिए। दबाव बनाकर जमा करा लिए 35 लाख इसके बाद एक के बाद एक “Service Fees”, “Lockup Period”, “OTC Trade”, “Tax” आदि के नाम पर लाखों रुपए जमा करवाए गए। कुल मिलाकर पीड़ित ने 35 लाख से ज्यादा की राशि अलग-अलग खातों में भेज दी। रकम निकालने की कोशिश करने पर नए-नए बहाने बनाकर और पैसे भेजने का दबाव बनाया जाता रहा। अंत में, जब पीड़ित लोन लेने की स्थिति तक पहुंच गया और फिर भी पैसा नहीं मिला, तो उसे समझ आया कि यह एक साइबर ठगी है। मदनपाल ने ऑनलाइन शिकायत दर्ज करवाकर बीते कल साइबर थाना नारनौल में अपनी शिकायत की।
हरियाणा के सोनीपत में कांग्रेस की लेडी पार्षद ने खरखौदा से भाजपा विधायक पवन कुमार और सोनीपत के मेयर राजीव जैन को खरी खोटी सुनाई। पार्षद ने इसका वीडियो भी रिकॉर्ड किया। असल में यहां भगत कॉलोनी के कम्युनिटी सेंटर के नवीनीकरण कार्य का शिलान्यास होना था। कांग्रेसी पार्षद मोनिका नागर का आरोप है कि शिलापट्ट पर सोनीपत से कांग्रेस सांसद सतपाल ब्रह्मचारी का नाम लिखा गया था। बाद में विधायक और मेयर ने वो पत्थर तुड़वाकर दूसरा लगवाया। वीडियो में दिख रहा है कि पार्षद मौके पर ही वीडियो बनाते हुए जोर-जोर से कह रही हैं, यह गलत किया जा रहा है। इसके बावजूद विधायक व मेयर नारियल फोड़कर उद्घाटन करते दिख रहे हैं। इसके बाद मेयर तो मुस्करा कर निकल जाते हैं, जबकि विधायक पार्षद को हरियाणवी में जवाब देते हैं। हालांकि, मेयर राजीव जैन का कहना है कि उन्होंने कोई पत्थर नहीं तुड़वाया। अब जानिए…वीडियो में पार्षद मोनिका ने क्या कहा.... पार्षद बोलीं- मैंने वार्ड में खुद काम करवाया थावीडियो में वार्ड-16 की पार्षद मोनिका कह रही हैं- कम्युनिटी सेंटर के नवीनीकरण कार्य के लिए जिस पत्थर पर लोकसभा सांसद सतपाल ब्रह्मचारी और मेरा नाम लिखा गया था, उस पत्थर को तोड़ दिया गया है। मेयर राजीव जैन ने उनसे पूछा था कि पत्थर में सांसद का नाम क्यों लिखा गया। आपने वार्ड में मैंने खुद काम करवाया था, लेकिन उसकी जगह पर मेयर राजीव जैन और विधायक पवन खरखौदा के नाम वाला पत्थर लगवा दिया गया। सांसद सतपाल ब्रह्मचारी और मेरे नाम वाला पत्थर मेयर राजीव जैन ने तुड़वाया है और मेरे पास इस संबंध में रिकॉर्डिंग भी मौजूद है। विधायक खरखौदा का तंज- घणा याद ना होवें घणे शोर सेवीडियो में सुनाई व दिखाई दे रहा है कि विधायक पवन खरखौदा पार्षद की तरफ आते हैं और बातचीत की कोशिश करते हैं। फिर कहते हैं- “गलत पढ़ा हुआ रुका मारे, जोर-जोर से, घणा याद ना होवें घणे शोर से…”। इस पर मोनिका जवाब देती हैं-“मैंने तो शोर मचा दिया है, ठीक है।” वह कहती हैं कि ग्राउंड लेवल पर काम पार्षद करता है, लेकिन उद्घाटन वह व्यक्ति कर जाता है जो क्षेत्र में आता भी नहीं है। अब वार्ड के सभी दस्तावेज मेयर राजीव जैन और विधायक पवन खरखौदा ही उठाकर घूमेंगे। इस पर पवन खरखौदा कहते हैं- “बहन जी, हम तो 20 साल से कागज उठाकर घूम रहे हैं।” इसके बाद मोनिका कहती हैं कि आप तो जीत दर्ज करने के बाद धन्यवाद तक देने नहीं आए। मेयर राजीव जैन बोले-पत्थर नहीं तुड़वायाइस संबंध में दैनिक भास्कर एप ने सोनीपत नगर निगम के मेयर राजीव जैन से बात की। उन्होंने कहा- किसी भी वार्ड में विकास कार्यों के शिलान्यास या उद्घाटन के लिए जो बोर्ड तैयार होते हैं, उनका कार्य नगर निगम का होता है। निगम ही उन्हें तैयार करवाता है। इसमें मेयर या विधायक का कोई रोल नहीं होता। पार्षद द्वारा लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं और उनमें तनिक भी सच्चाई नहीं है। उन्होंने कोई बोर्ड नहीं तुड़वाया। मोनिका नागर बोलीं- मेरे वार्ड में जबरदस्ती कीकांग्रेस पार्षद मोनिका अनिल नगर ने कहा कि मेरे साथ वार्ड 16 में जबरदस्ती की गई है। मैं चाहती थी कि सांसद सतपाल ब्रह्मचारी के नाम और अपने नाम वाले बोर्ड के साथ उद्घाटन सांसद ब्रह्मचारी द्वारा किया जाए। भगत कॉलोनी में कम्युनिटी सेंटर के नवीनीकरण का शिलान्यास 13 नवंबर को होना था और इसलिए उन्होंने सांसद सतपाल ब्रह्मचारी के नाम वाली 12 नवंबर की रात ही शिलान्यास प्लेट लगाई। 2 अलग-अलग कार्यों का शिलान्यास होना थामोनिका ने कहा कि दो कार्यों पर अलग-अलग शिलान्यास होना था। एक लहराड़ा गांव के कब्रिस्तान की बाउंड्री, टीन शेड, हॉल और कमरा बनाने के लिए करीब 57 लाख रुपए पास हुए थे। दूसरा कम्युनिटी सेंटर के नवीनीकरण पर 25 से 26 लाख रुपए खर्च होने हैं जिसमें खिड़की-दरवाजे और अन्य मरम्मत शामिल है। 16 नवंबर को मेयर राजीव जैन और विधायक पवन खरखौदा ने मिलकर कम्युनिटी सेंटर के नवीनीकरण का उद्घाटन कर दिया। पार्षद बोलीं- विधायक ने कहा है, अगली बार वार्ड से भाजपा का पार्षद बनाएंगेपार्षद मोनिका ने कहा कि जब मैंने विरोध किया तो विधायक पवन खरखौदा ने कहा कि अगली बार वे बीजेपी का पार्षद बनाएंगे। विधायक ने गांव वालों से भी कहा कि चिंता मत करो, अगली बार यहां बीजेपी का ही पार्षद बनेगा। इससे लगता है कि बीजेपी हर जगह वोट सेटिंग का खेल खेलती है। मैं 2020 में पार्षद चुनी गई थी और 7 जनवरी 2021 को मैंने शपथ ग्रहण की। अब मेरा डेढ़ से दो महीने का कार्यकाल ही बचा है। कार्यक्रम में सांसद के आने को लेकर पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि सांसद सतपाल ब्रह्मचारी ने आने से मना कर दिया था। कहा था कि वे अपना प्रतिनिधि भेजेंगे।
बर्फीली हवाओं की वजह से मध्य प्रदेश में कड़ाके की सर्दी शुरू हो गई है। भोपाल, इंदौर समेत कई शहरों में पारा रिकॉर्ड लेवल पर लुढ़का है। भोपाल में तो नवंबर के इतिहास की सबसे सर्द रात रिकॉर्ड हो गई है। मौसम विभाग ने अगले 2 दिन तक प्रदेश के आधे हिस्से में शीतलहर का अलर्ट जारी किया है। भोपाल, इंदौर और राजगढ़ में मंगलवार को सीवियर कोल्ड वेव यानी तीव्र शीतलहर का अलर्ट है। वहीं, धार, बड़वानी, खरगोन, खंडवा, हरदा, बैतूल, देवास, सीहोर, शाजापुर, विदिशा, रायसेन, सागर, शिवपुरी, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सतना, पन्ना, दमोह, जबलपुर, कटनी, मैहर और शहडोल में शीतलहर की चेतावनी जारी की गई है। इंदौर में कलेक्टर शिवम वर्मा ने 18 नवंबर से स्कूलों की टाइमिंग सुबह 9 बजे से करने के आदेश जारी किए हैं। भोपाल में भी जिला शिक्षा अधिकारी ने सभी स्कूलों में नर्सरी से लेकर 8वीं तक की कक्षा सुबह 8:30 बजे से पहले नहीं लगाने के निर्देश दिए हैं। ग्वालियर, देवास, झाबुआ, छिंदवाड़ा, सागर, शहडोल और खंडवा में भी स्कूल लगने के समय में बढ़ोतरी की जा चुकी है। वहीं, जबलपुर-उज्जैन समेत अन्य जिलों में बच्चों को राहत नहीं मिल पाई है। भोपाल में 84 साल का रिकॉर्ड टूटासीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि भोपाल में नवंबर का रात का तापमान ब्रेक हो गया है। रविवार-सोमवार की रात में पारा 5.2 डिग्री सेल्सियस रहा था। इससे पहले साल 1941 में 6.1 डिग्री तापमान रहा था। वर्तमान में प्रदेश में मौसम साफ है। इस वजह से उत्तरी हवाओं का असर ज्यादा बना रहेगा। 22 नवंबर से देश के दक्षिण-पूर्वी खाड़ी में एक लो प्रेशर एरिया (निम्न दबाव का क्षेत्र) एक्टिव हो रहा है। इससे पहले प्रदेश में अगले 2 दिन तक शीतलहर का अलर्ट है। भोपाल में नवंबर की सबसे सर्द रात दर्जरविवार-सोमवार की रात भोपाल में नवंबर के इतिहास की सबसे सर्द रात दर्ज की गई। यहां पारा 5.2 डिग्री सेल्सियस रहा। एक ही रात में 1.2 डिग्री की गिरावट हुई। इससे 84 साल पुराना रिकॉर्ड भी टूट गया है। भोपाल में नवंबर की सर्दी का ओवरऑल रिकॉर्ड 30 नवंबर 1941 में 6.1 डिग्री का था। इंदौर में पारा 7.2 डिग्री रहा। यहां पिछले 25 साल में सबसे ज्यादा ठंड पड़ रही है। हालांकि, एक ही रात में पारे में 0.8 डिग्री की बढ़ोतरी हुई। राजगढ़ में तापमान रिकॉर्ड 5 डिग्री दर्ज किया गया। इस सीजन में पहले कभी भी पारा इतने नीचे नहीं गया। ग्वालियर में 9.8 डिग्री, उज्जैन में 9.6 डिग्री और जबलपुर में 9.3 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। 12 डिग्री से कम है प्रदेश में तापमानमौसम विभाग के अनुसार, फिलहाल प्रदेश में रात का पारा 12 डिग्री सेल्सियस से कम चल रहा है। रविवार-सोमवार की बात करें तो राजगढ़ में 5 डिग्री, उमरिया में 7 डिग्री, छतरपुर के नौगांव में 7.3 डिग्री, बैतूल में 8.2 डिग्री, रीवा में 8.3 डिग्री, बालाघाट के मलाजखंड में 8.4 डिग्री, शिवपुरी-धार में 9 डिग्री, मंडला-खजुराहो में 9.4 डिग्री, छिंदवाड़ा में 9.6 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। इसी तरह दमोह-खंडवा में 10 डिग्री, सागर, गुना-सिवनी में 10.2 डिग्री, रतलाम, श्योपुर-खरगोन में 10.6 डिग्री, दतिया में 10.7 डिग्री, टीकमगढ़ में 10.8 डिग्री, नरसिंहपुर-सतना में 11 डिग्री तापमान रहा। दिन में मलाजखंड, सिवनी-सीधी सबसे ठंडेइधर, दिन में बालाघाट का मलाजखंड, सिवनी, सीधी और पचमढ़ी सबसे ठंडे हैं। सोमवार को मलाजखंड में 22.8 डिग्री, सिवनी में 24.4 डिग्री, सीधी में 24.6 डिग्री और पचमढ़ी में पारा 24.8 डिग्री सेल्सियस टेम्प्रेचर रहा। भोपाल में 25.4 डिग्री, इंदौर में 26.1 डिग्री, ग्वालियर में 27.5 डिग्री, उज्जैन में 28 डिग्री और जबलपुर में 25.5 डिग्री पारा रहा। बैतूल, नरसिंहपुर, नौगांव, रीवा में भी पारा 26 डिग्री से कम ही रहा। इस बार नवंबर में पहले सप्ताह में ही तेज ठंडप्रदेश में नवंबर में पिछले 10 साल से ठंड के साथ बारिश का ट्रेंड भी है। इस बार भी ऐसा ही मौसम है। आम तौर पर दूसरे सप्ताह में कड़ाके की ठंड पड़ती है, लेकिन इस बार पहले सप्ताह से ही तेज ठंड का असर है। वहीं, बारिश के लिहाज से अक्टूबर का महीना उम्मीदों पर खरा उतरा है। इस महीने औसत 2.8 इंच पानी गिर गया, जो सामान्य 1.3 इंच से 121% ज्यादा है। जानिए, नवंबर में 5 बड़े शहरों का मौसम... भोपाल: इस बार टूट गया ओवरऑल रिकॉर्डनवंबर में भोपाल में रात का तापमान 9 से 12 डिग्री सेल्सियस पहुंच जाता है। पिछले 10 साल से ऐसा ही ट्रेंड रहा है। इस बार पहले सप्ताह से ही तेज ठंड का असर रहा। मौसम विभाग के अनुसार, भोपाल में नवंबर में रात का तापमान 6.1 डिग्री तक पहुंच चुका है। यह 30 नवंबर 1941 को दर्ज किया गया था, लेकिन इस साल 16 नवंबर की रात में पारा 5.2 डिग्री रहा। इस तरह नवंबर की सर्दी का ओवरऑल रिकॉर्ड बन गया है। यहां इस महीने बारिश होने का ट्रेंड भी है। 10 साल में तीन बार बारिश हो चुकी है। साल 1936 में महीने में साढ़े 5 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है। इंदौर: 5.6 डिग्री तक जा चुका न्यूनतम पाराइंदौर में नवंबर में ठंड का असर रहता है। खासकर दूसरे सप्ताह से पारा तेजी से गिरता है। इस वजह से रातें ठंडी हो जाती हैं और टेम्प्रेचर 10 से 12 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। 25 नवंबर 1938 को पारा 5.6 डिग्री सेल्सियस तक जा चुका है। इंदौर में कभी-कभार बारिश भी हो जाती है। दिन में 31 से 33 डिग्री के बीच तापमान रहता है। ग्वालियर: 1927 में 3 इंच पानी गिरा थापिछले 10 साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो नवंबर में ग्वालियर में पारा 8 डिग्री तक पहुंच चुका है। 54 साल पहले वर्ष 1970 में टेम्प्रेचर 3 डिग्री गया था। यह ओवरऑल रिकॉर्ड है। 2 नवंबर 2001 को दिन का तापमान 37.3 डिग्री तक रहा, जबकि यह सामान्य तौर पर 33 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। ग्वालियर में इस महीने बारिश भी होती है। 1927 में पूरे महीने 3 इंच से ज्यादा पानी गिरा था। 10 साल में 3 बार ऐसा ही मौसम रह चुका है। जबलपुर: 1946 में 6 इंच से ज्यादा बारिशजबलपुर में पिछले 10 साल में 2022 में न्यूनतम पारा 7.8 डिग्री सेल्सियस तक जा चुका है। ओवरऑल रिकॉर्ड 12 नवंबर 1989 को दर्ज किया गया था, तब टेम्प्रेचर 3.9 डिग्री तक पहुंच गया था। 1946 में पूरे महीने 6 इंच से ज्यादा पानी गिरा था। 10 साल में दो बार बारिश हो चुकी है। दिन में 30 से 33 डिग्री सेल्सियस के बीच तापमान रहता है। उज्जैन: न्यूनतम तापमान 10-11 के बीचउज्जैन में 30 नवंबर 1974 को रात का तापमान 2.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है। यह ओवरऑल रिकॉर्ड है। वहीं, 6 नवंबर 2008 को दिन का तापमान 36.5 डिग्री रहा था। पिछले 10 साल की बात करें तो न्यूनतम तापमान 10-11 डिग्री के बीच रहा है, जबकि दिन में यह 33 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा है।
बोगस फर्मो से करोड़ों के टैक्स का खेल, एफआईआर दर्ज:जीएसटी के अधिकारियों को मूल पते पर नहीं मिली फर्म
बोगस फर्मों के जरिए एक फर्म ने करोड़ों रुपए के टैक्स का खेल कर दिया। यह खेल आईटीसी के भुगतान का अगली फर्म को क्लेम देकर किया गया। मामले की भनक एसजीएसटी के अधिकारियों को लगी तो जांच की गई। जांच में मूल फर्म के पते पर कुछ भी नहीं मिला। पूरे खेल का खुलासा करते हुए एसजीएसटी के डिप्टी कमिशनर एसआईबी संतोष कुमार सिंह ने कल्याणपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। संदिग्ध लगा मामला तो हुई जांचजीएसटी अधिकारियों ने बताया कि विभागीय जांच में मीना ट्रेडर्स के लेनदेन का मामला संदिग्ध लगा। अधिकारियों की जांच में पता चला कि फर्म ने वित्तीय वर्ष 2025-26 में 628.18 लाख रुपये की आउटवर्ड सप्लाई घोषित की। जिस पर 113.8 लाख रुपये की आईजीएसटी देयता थी। बावजूद इसके इसे पूरी तरह से फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) से समायोजित किया गया। फर्म ने बालाजी एंटरप्राइजेज, कृष्णा एंटरप्राइजेज और राम एंटरप्राइजेज जैसी फर्जी सप्लायर फर्मों से 236.92 लाख रुपये की इनवर्ड सप्लाई दिखाई। फर्जी आईटीसी पास ऑन की गई जिनमें से बालाजी का पंजीकरण एक सितंबर 2025 को निलंबित कर दिया गया, जबकि उनके जीएसटी नंबर अपठनीय पाए गए। इनसे कुल 42.64 लाख रुपये की फर्जी आईजीएसटी आईटीसी क्लेम की गई। विभाग का कहना है कि ये सप्लायर फर्में अस्तित्वहीन हैं और बिना वास्तविक माल की आपूर्ति के केवल कागजी लेन-देन से फर्जी आईटीसी पास-ऑन की गई। मौके पर नहीं मिले फर्म के आफिस अधिकारियों ने मूल फर्म की और बिठूर स्थिति फर्म की युनिट की रेकी की तो अधिकारियो को जानकारी हुई कि यह फर्म का कार्यालय भी मौके पर नहीं था। पूरे मामले की जांच के बाद जीएसटी अधिकारियों ने इस मामले का कल्याणपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।
आप ने प्रदेश में जल, जंगल, जमीन बचाने पर चर्चा की
कोरबा | आम आदमी पार्टी की जिला स्तरीय बैठक पार्टी कार्यालय घंटाघर में जिलाध्यक्ष रिचर्ड लोगन की उपस्थिति में हुई। जिसमें पार्टी की छत्तीसगढ़ बचाबो यात्रा के संबंध में चर्चा की गई। इसका उद्देश्य राज्य के जल, जंगल, जमीन और स्थानीय अधिकारों से जुड़े मुद्दे को उठाना है। कोरबा पहुंचने पर यात्रा को सफल बनाने रणनीति बनाई गई। पार्टी में चारों विधानसभा क्षेत्र से बड़ी संख्या में लोगों ने सदस्यता ली। जिला अध्यक्ष लोगन और प्रदेश संयुक्त सचिव प्रतिमा सिन्हा ने सभी को सदस्यता दिलाई। जिसमें रामपुर विधानसभा से लता सिंह, कमल सिंह धुर्वे, पाली से विनोद कुमार, कटोरी नगोई से ईश्वर सिंह, आशीष लाल नीलू दिवाकर, रूमगरा रा से पप्पू साहू, निर्मला साहू, पूजा साहू, रितेश श्याम, रंजीत ठाकुर, उपेंद्र कुमार, लता सुनीता लश्कर, रजनी, गजनी बाई, राम कुमारी, तिरुपति यादव, नवीन ठाकुर, मीना साहू, पवन सिंह शामिल हैं। इस मौके पर लोकसभा सचिव शत्रुघ्न साहू, भूषण कुर्रे, विजय नायक, सत्येंद्र यादव, रमेश श्रीवास, धर्मदास गुप्ता, गोरेलाल पटेल, सोमराज, वेद लाल वनवासी, रामलाल मार्को जगलाल राठिया व सरोज यादव उपस्थित थे।
विज्ञान शिक्षण संगोष्ठी में अंशु को तृतीय पुरस्कार मिला
गेवरा-दीपका | चार दिनी राज्य स्तरीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी व पश्चिम भारत विज्ञान मेला में प्रदेश के सरकारी स्कूलों के व्याख्याताओं के बीच राज्य स्तरीय विज्ञान शिक्षण संगोष्ठी स्पर्धा हुई। स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट स्कूल ढेलवाडीह की भौतिक शास्त्र की व्याख्याता अंशु मानिकपुरी ने तृतीय पुरस्कार हासिल कर जिले को गौरवान्वित किया है। छत्तीसगढ़ स्थापना के रजत जयंती वर्ष में आयोजित संगोष्ठी का विषय क्वांटम युग का आगाज, संभावनाएं और चुनौतियां रही। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ राज्य के 9 जोन से चयनित कुल 18 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। संगोष्ठी में व्याख्याता मानिकपुरी की प्रस्तुति को राज्य स्तर पर सराहना मिली और इस प्रतियोगिता में तृतीय स्थान हासिल की। राज्य स्तरीय स्पर्धा में चयन से पहले व्याख्याता के ब्लॉक, जिला व संभाग स्तर की प्रतियोगिताओं में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के आधार पर चयन किया गया था। ब्लॉक स्तर पर कटघोरा में पहले स्थान पर रहे। व्याख्याता की इस उपलब्धि पर डीईओ टीपी उपाध्याय, जिला विज्ञान प्रभारी फरहाना अली व स्कूल के प्राचार्य परमानंद उईके ने प्रसन्नता जताई है। शिक्षा अधिकारियों ने जिले में विज्ञान शिक्षण के उत्थान के लिए प्रेरणादायी उपलब्धि बताया।
दीपका में स्वास्थ्य मंत्री का भाजपाइयों ने किया स्वागत
गेवरा-दीपका | दीपका प्रवास पर आए प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल का भाजपा दीपका मंडल के भाजपाईयों ने स्वागत किया। एसईसीएल दीपका हाउस में भाजपा दीपका मंडल के उपाध्यक्ष मनोज दुबे के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने मुलाकात की। पार्षद सुजीत सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री के नगर आगमन पर भाजपाईयों में खासा उत्साह रहा। हम सभी युवा स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार और विकास कार्यों को आगे बढ़ाने प्रतिबद्ध हैं। सरकार की युवाओं व आम लोगों के लिए चलाई जा रही योजनाएं सराहनीय है। भाजपा मंडल के पदाधिकारियों ने स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकताओं व विकास से जुड़े सुझाव की जानकारी दी।
छात्रों के सीखने के लिए बाल मेला बेहतर माध्यम: ममता
हरदीबाजार | कटघोरा ब्लॉक के कटसीरा संकुल के गवर्नमेंट मिडिल स्कूल छुईहापारा में हेडमास्टर ब्रम्हानंद राठौर के मार्गदर्शन में छात्रों ने बाल मेला का आयोजन किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जनपद पंचायत कटघोरा की उपाध्यक्ष ममता दामोदर राठौर ने कहा कि छात्रों के सीखने के लिए बाल मेला बेहतर माध्यम है। इससे छात्रों का सर्वांगीण विकास संभव है। उपाध्यक्ष राठौर ने कार्यक्रम का शुभांरभ मां सरस्वती के तैल चित्र पर दीप प्रज्जवलन से किया। देशभक्ति थीम पर आधारित छात्रों की रंगोली स्पर्धा आकर्षण का केन्द्र रहा। छात्रों को नोडल प्राचार्य कैलाश बिहारी कौशिक, हेडमास्टर राठौर समेत अन्य शिक्षकों ने भी संबोधित किया। रंगोली में प्रथम स्थान प्राची व उसकी टीम साथी, द्वितीय पूनम व उसकी टीम व तीसरे स्थान पर रिद्धि व उसकी टीम रही। देविका व श्रुति को सांत्वना पुरस्कार दिए गए। इसी तरह स्टॉल में खाद्य सामान लगाने वाले उत्कृष्ट प्रतिभागियों व कुर्सी दौड़, भाषण स्पर्धा के विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। बाल मेला कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि सरपंच फगुनिया बाई, उप सरपंच उषा मनहर, स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष विजय मनहर, उपाध्यक्ष संतरा यादव, स्कूल की वरिष्ठ शिक्षिका गायत्री राजवाड़े, शिक्षक महेंद्र कुमार सिंह, रमाकांत मार्बल, समिति के सदस्य जमीला यादव, श्यामा यादव, हलधर सिंह, उर्मिला यादव, राजेश्वरी राठौर समेत अन्य उपस्थित थे।
जर्जर सड़कों के डामरीकरण व वार्डों में नाली निर्माण को मंजूरी
भास्कर न्यूज | कोरबा नगर निगम मेयर इन काउंसिल की बैठक सोमवार को मुख्य प्रशासनिक भवन सकेत के सभाकक्ष में हुई। महापौर संजू देवी राजपूत की अध्यक्षता में और आयुक्त आशुतोष पांडेय की उपस्थिति में 72 करोड़ के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। सबसे बड़ा प्रस्ताव बरबसपुर में टीपी नगर निर्माण का है। इसके अलावा सड़क, पानी, बिजली और पेयजल के कार्य शामिल हैं। महापौर ने निर्माण कार्यों की विस्तार से समीक्षा भी की। महापौर ने कहा कि जो भी कार्य मंजूर किए जा रहे हैं वह समय सीमा पर पूर्ण होना चाहिए, ताकि लोगों को इसका लाभ मिल सके। वार्ड क्रमांक 30 दादर रोड कल्वर्ट से मानिकपुर मुक्तिधाम तक कल्वर्ट और नाली निर्माण कराया जाएगा। वार्ड क्रमांक 56 दर्री जोन में पीएमएवाय साइड से लाटा तलाब तक आरसीसी नाली का निर्माण, पोड़ी बहार चर्च से हनुमान मंदिर तक सीसी रोड, मेमन शॉप से रेलवे घाट तक 100 बेड हॉस्पिटल के सामने नाली का निर्माण, रवि शंकर शुक्ल नगर, कोसाबाड़ी और कोरबा जोन में स्ट्रीट लाइट की स्थापना, दर्री और सर्वमंगला जोन में स्ट्रीट लाइट, जल आवर्धन योजना संचालन, संधारण कार्य, बुधवारी सर्कस मैदान स्थल में कामर्शियल कांप्लेक्स निर्माण के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है।इसके अलावा वार्डों में जर्जर सड़कों का डामरीकरण के कार्य भी शामिल हैं। निगम में रिक्त पदों की पूर्ति, प्लेसमेंट कर्मचारियों के पारिश्रमिक दर में वृद्धि, बरबसपुर में नया ट्रांसपोर्ट नगर, बीओटी और पीपीपी मॉडल के तहत एकीकृत बिल्डिंग सुविधा सहित मुख्यमंत्री पेंशन योजना, राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना, सामाजिक सहायता कार्यक्रम के तहत पेंशन योजना को भी मंजूरी दी गई है। इस मौके पर एमआईसी मेंबर फिरत राम साहू, अजय गोड़, अजय कुमार चंद्रा, सरोज शांडिल्य, धन कुमारी गर्ग, उर्वशी राठौर, ममता यादव, भानुमति जायसवाल, अपर आयुक्त विनय मिश्रा, अधीक्षण अभियंता सुरेश बरुआ, उपयुक्त पवन वर्मा, नीरज कौशिक के साथ जोन कमिश्नर और कार्यपालन अभियंता भी मौजूद रहे।
बक्साही और उतरदा केंद्र में किसानों ने बेचा धान
कोरबा | जिले के 65 धान खरीदी केंद्रों में से 4 में बोहनी हो चुकी है। सोमवार को उतरदा और बक्साही समिति में दो किसानों ने 57.20 क्विंटल धान की बिक्री की है। मंगलवार को धान बेचने के लिए 9 किसानों ने टोकन लिया है। 6 केंद्रों में 408.4 क्विंटल धान की खरीदी होगी। अब समितियों से भी टोकन जारी होने लगा है। समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की आवक धीरे-धीरे बढ़ रही है। अभी तक 97.20 क्विंटल धान की खरीदी हुई है। जिला खाद्य अधिकारी जीएस कंवर ने बताया कि 41 सहकारी समितियों के 65 केंद्रों के माध्यम से धान खरीदी शुरू की गई है। अभी तक 4 किसानों ने ही धान की बिक्री की है ।किसान सुबह से ही धान लेकर पहुंच गए थे ।बक्साही में बूंद लाल मरकाम ने 30 क्विंटल और उतरदा में समुद्र सिंह सरोते ने 27.20 क्विंटल धान की बिक्री की। दोनों किसानों का फूल मालाओं से स्वागत भी किया गया। धान की कटाई तेजी से जारी है। दिसंबर से धान खरीदी की रफ्तार बढ़ेगी। मंगलवार को धान बेचने के लिए उतरदा, कटघोरा, कोथारी, भैसमा, रामपुर और नोनबिर्रा समिति के किसानों ने टोकन लिया है।
पैरावट में लगी आग को निजी कंपनी के दमकल ने बुझाया
भास्कर न्यूज | हरदीबाजार रेकी गांव में एक किसान द्वारा मवेशियों के लिए रखे गए पैरावट में आग लग गई। सूचना पर निजी कंपनी के दमकल ने पहुंचकर आग बुझाया। हरदीबाजार थाना अंतर्गत रेकी चौक भाटापारा निवासी ग्रामीण अहिर राम ने मवेशियों के चारे के लिए घर के पीछे बाड़ी में पैरावट रखा था। मंगलवार की देर शाम पैरावट में आग लग गई और तेज लपटें उठने लगी। आसपास मकान होने से वहां हड़कंप मच गया। ग्रामीणों ने पुलिस समेत नगर पालिका को सूचना दी। करीब आधे घंटे बाद बांधाखार स्थित निजी कंपनी से दमकल मौके पर पहुंची और राहत व बचाव कार्य शुरू करके आग को बुझाया गया। अहिर राम ने पैरावट को किसी के द्वारा आग लगाने की आशंका जताई है। साथ ही वहां साढ़े 4 एकड़ खेत का पैरा जलने से 30 हजार रुपए का नुकसान होना बताया है। मामले में पुलिस जांच कर रही है।
पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति के लिए आवेदन 30 तक करें
कोरबा| जिले के सभी शासकीय, शासकीय महाविद्यालय, मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज, पॉलिटेक्निक, नर्सिंग कॉलेज, आईटीआई और डाइट के छात्रों को पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति दी जाती है। राज्य शासन ने पात्र छात्रों को आवेदन जमा करने 30 नवंबर तक का समय दिया है। आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त ने बताया कि नवीनीकरण के लिए भी छात्र आवेदन कर सकते हैं।
नाबालिग से दुष्कर्म के तीनों आरोपियों को 25–25 वर्ष का सश्रम कारावास
सक्ती | डभरा थाना क्षेत्र में नाबालिग पीड़िता से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में फास्ट ट्रैक (पॉक्सो) कोर्ट ने सख्त रुख अपनाते हुए तीनों आरोपियों को 25–25 वर्ष के सश्रम कारावास की सजा सुनाई है। मामला 2 सितंबर 2024 का है। पीड़िता ने डभरा थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी कि आरोपियों वोटलाल माली, गणेश उर्फ गणेशी माली और मदन सुंदर माली ने उसे जबरदस्ती वोटलाल माली के घर ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म किया। शिकायत के बाद पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 70(1) और 127(2) के तहत अपराध पंजीबद्ध कर जांच शुरू की।
भास्कर विशेष सीरीज-7 80 साल को हो गया हूं। ये जो कटा पैर देख रहे हैं, वो भारत-पाकिस्तान के बीच 1971 में हुए का नतीजा है। पाकिस्तानी फाइटर प्लेन की बमबारी में हुए ब्लास्ट में ऐसा हुआ। आज सबकुछ ठीक है, लेकिन कुछ शिकायत है उन अफसरों से जो योद्धाओं के बेटल कैज्युलटी के मिलने वाले लाभों में अड़चनें डाल रहे हैं। मैं बुढ़ापे में एक पैर से सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रहा हूं, सहायता में मिलने वाली जमीन की फाइल अफसरों को नहीं मिल रही! हम जयपुर से करीब 30 किमी दूर रामपुरा में फौजी नानूराम गुर्जर के घर पर हैं। बैसाखियों के सहारे जिंदगी बसर कर रहे इस जाबांज फौजी को इस बात का गर्व है कि वे उस फौज का हिस्सा रहे जिन्होंने पाकिस्तानी सेना को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था। वे अतीत में खोते हैं- तब पंजाब के डेराबाबा नानग से लाहौर सेक्टर एरिया में उनकी तैनातगी थी। युद्ध छिड़ चुका था। 9 दिसंबर 1971 को पाकिस्तानी फाइटर प्लैन ने बमबारी शुरु की। हमने जवाबी हमला किया, लेकिन इसी दौरान फटे बम ने उनके पैर को उड़ा दिया। ब्लास्ट ने सबकुछ बदल कर रख दिया। वे खून से लथपथ थे। बचे कैसे उन्हें खुद ही पता नहीं। साथी जवान उन्हें अमृतसर, पुणे आर्मी हॉस्पिटल ले गए, लेकिन सिवाय पैर को काटने के डाक्टरों के पास कोई चारा नहीं बचा था। नानूराम सिर्फ साक्षर हैं। उस दौरान 75 रुपए महीने के वेतन पर फौज में भर्ती हुए थे। 1984 में रिटायरमेंट के बाद वे अपने घर पर ही हैं। बताते हैं-युद्ध के बाद ही उन्हें सरकार की ओर से 72 में 12 बीघा जमीन तो दे दी गई, लेकिन बाकी 13 बीघा जमीन के लिए वे एक पैर पर सरकारी दफ्तरों में भटक रहे हैं। कलेक्ट्रेट में बाबूओं ने कहा अब आपकी फाइल ही नहीं मिल पा रही है। बीकानेर, सैनिक कल्याण विभाग में भी कई चक्कर काटने के बाद अब हार मान ली है। जिंदगी के आखिरी दौर को मैं मजे के साथ जीना चाहता हूं। उन्हें इस बात की खुशी है कि इंडियन आर्मी का हिस्सा रहे है। आज भी आर्मी उनका पूरा ख्याल रखती है। राज्य सरकार से उनकी दरख्वास्त है कि ऐसी कोई नीति बने कि समय-समय पर देश के ऐसे घायल फौजियों का हालचाल जान लिया जाए। 17 नवंबर 2025; रामपुरा में रहते हैं। जमीन की फाइल गुम होने की बात बताते हुए बेहद निराश नजर आए नानूराम। योद्धाओं के घर पहुंचा भास्कर देश के लिए युद्ध लड़ने का गर्व है, आर्मी भी ध्यान रखती है ...सिस्टम से हार मान ली मैंने 1971; पाकिस्तान से युद्ध के दौरान लाहौर सेक्टर एरिया में तैनात थे
गिरहोला : बच्चों को कराया न्यौता भोज
नंदिनी अहिवारा| शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला गिरहोला में बाल दिवस का आयोजन किया गया। इस दौरान चन्द्रिका सहारे ने विद्यार्थियों को अपनी ओर से पेन भेंट किया। दामेश्वरी ध्रुवे की ओर से सभी बच्चों को न्योता भोजन कराया गया, जिसमें बच्चों को हलवा-पूरी खिलाई गई। बच्चों की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुतीकरण किया गया। इस कार्यक्रम में सोफिया जोसेफ, रामहिन उईके, मनीषा चौरे, राहुल वासनिक, पंच शिव टंडन आदि मौजूद थे।
कनिष्ठ अधिवक्ताओं को सिविल व एनडीपीएस कानूनों की जानकारी दी
दुर्ग | दुर्ग के कुटुंब न्यायालय के नवीन सभागार में सोमवार को कनिष्ठ अधिवक्ताओं के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें द्वितीय जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रशांत पराशर और लोक अभियोजक एनडीपीएस प्रकाश शर्मा ने महत्वपूर्ण बिंदुओं पर जानकारी दी। इस अवसर पर न्यायाधीश पाराशर ने घोषणात्मक वाद के बारे में कनिष्ठ अधिवक्ताओं को बताया, जो सिविल से संबंधित प्रकरणों से जुड़े हैं। वहीं विशेष लोक अभियोजक दुर्ग प्रकाश शर्मा ने एनडीपीएस के संबंध में जानकारी दी। बताया गया कि एनडीपीएस की धारा 41, 42, 50, 52, 52ए , 57 और धारा 55 अध्यापक प्रधान है, उसका पालन होना अति आवश्यक।
सचिन, कुणाल के बाद लोमरोर व कार्तिक के शतक
जयपुर | रणजी ट्रॉफी में राजस्थान टीम ने सोमवार को एक अलग उपलब्धि हासिल की है। दिल्ली के खिलाफ नाथद्वारा के मिराज स्टेडियम में खेले जा रहे मैच के दूसरे दिन राजस्थान ने 7 विकेट पर 570 रन का विशाल स्कोर खड़ा कर पारी घोषित की। इस पारी के दौरान राजस्थान के चार बल्लेबाजों ओपन सचिन यादव (130), विकेटकीपर बल्लेबाज कुणाल राठौड़ (102), कप्तान महिपाल लोमरोर (128*) और कार्तिक शर्मा (120) ने शतकीय पारियां खेलीं। राजस्थान रणजी ट्रॉफी के इतिहास में यह पहली बार है जब एक ही पारी में चार बल्लेबाजों ने शतक लगाए हैं। {आंकड़े आरसीए के स्टेटिशियन ओपी शर्मा ने उपलब्ध कराए। 7वें विकेट के लिए 225 रन जोड़े पहले दिन सचिन और कुणाल ने शतकीय पारी के दौरान तीसरे विकेट के लिए 217 रन की पार्टनरशिप की थी तो दूसरे दिन सोमवार को लोमरोर और कार्तिक ने 7वें विकेट के लिए 225 रन की पार्टनरशिप करते हुए टीम को 570 रन के विशाल स्कोर तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक दिल्ली ने अपनी पहली पारी में बिना विकेट गंवाए 8 रन बना लिए थे। संक्षिप्त स्कोर : राजस्थान (पहली पारी) : 570/7 घो. (सचिन यादव 130, कुणाल राठौड़ 102, महिपाल लोमरोर 128*, कार्तिक शर्मा 120, दीपक हूडा 36, अजय कूकना 17*)। दिल्ली (पहली पारी) : 8/0। {570/7 घोषित दिल्ली के खिलाफ राजस्थान का बेस्ट स्कोर। {4 राजस्थान के बल्लेबाजों ने पहली बार रणजी ट्रॉफी की एक पारी में शतक लगाए (नाथद्वारा)। {136वीं बार 4 या उससे ज्यादा बल्लेबाजों ने एक पारी में शतक बनाए हैं। {32वीं बार भारतीय घरेलू टीम ने ऐसा किया है। {21वीं बार रणजी ट्रॉफी में ऐसा हुआ है। {6 बल्लेबाजों ने 1945-46 में होलकर (अब एमपी) टीम के लिए मैसूर (अब कर्नाटक) के खिलाफ शतक लगाए थे। {6 बार मुंबई (बॉम्बे) टीम के चार बल्लेबाजों ने रणजी ट्रॉफी में शतक लगाए हैं। महिपाल लोमरोर 128* रन 229 गेंद 7 चौके 4 छक्के कार्तिक शर्मा 120 रन 154 गेंद 5 चौके 9 छक्के
रूबी ने टेकस्टार्ट समिट में प्रदेशभर के संस्थानों के बीच जगह बनाई
सिटी रिपोर्टर | भिलाई छत्तीसगढ़ में नवाचार और तकनीक को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ टेकस्टार्ट 2025 कार्यक्रम के दौरान राज्यभर के उन इनक्यूबेटर्स और स्टार्टअप्स को सम्मानित किया, जिन्होंने इनोवेशन के क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। इस सूची में भिलाई की रूंगटा इंटरनेशनल स्किल्स यूनिवर्सिटी के बिजनेस इन्क्यूबेशन सेंटर (रूबी) को भी आउट स्टेंडिंग परफॉमेंस एज इन्क्यूबेटर्स अवॉर्ड से नवाजा गया। इसके अलावा रूबी से पंजीकृत स्टार्टअप वर्टेक्स सूट भी सम्मान का हकदार बना। स्टार्टअप के फाउंडर रायपुर के सजल मलहोत्रा ने अवॉर्ड लिया। उन्हें सीएम साय ने बतौर पुरस्कार 51 हजार का चेक सौंपा। इसी तरह रूंगटा इन्क्यूबेशन सेंटर के डीन इन्क्यूबेशन अनुराग शर्मा ने भी मुख्यमंत्री साय के हाथों अवॉर्ड लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि, यह सम्मान राज्य में स्टार्टअप इकोसिस्टम को मजबूत बनाने, युवाओं को मार्गदर्शन देने और नई तकनीकी परियोजनाओं को आगे बढ़ाने में उसके योगदान के लिए दिया गया। इसके साथ ही एनआईटी रायपुर और इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय को भी इनक्यूबेशन और नवाचार को बढ़ावा देने में उनकी भूमिका के लिए सम्मानित किया गया। इस तरह प्रदेश के प्राइवेट कॉलेजों और यूनिवर्सिटीज के बीच रूंगटा यूनिवर्सिटी अकेला संस्थान रहा, जिसने उत्कृष्ट इन्क्यूबेशन सेंटर की सूची में जगह बनाई और पुरस्कार हासिल किया। बता दें कि आईपीएफसी सेंटर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों और स्टार्टअप्स को बौद्धिक संपदा (इंटेलेक्चुअल प्रॉपटी) पंजीकरण, संरक्षण और व्यावसायीकरण की सुविधा उपलब्ध कराएगा। छत्तीसगढ़ में अब केवल तीन आईपीएफसी सेंटर हैं। पहला एमएसएमई डीआई, दूसरा सीजीकॉस्ट रायपुर और अब तीसरे संस्थान के तौर पर रूंगटा आर-1 इंजीनियरिंग कॉलेज को शामिल किया गया है। इस सेंटर के माध्यम से उद्यमी अपने विचारों को सुरक्षित कर प्रतिस्पर्धी बाजार में अपनी मजबूत पहचान बना सकेंगे। रूंगटा आर-१ ग्रुप का अपना बिजनेस इनक्यूबेटर सेंटर (रूबी) पहले से ही ३२ छात्र इनोवेटर्स, 17 स्टार्टअप और 10 इनक्यूबीटी स्टार्टअप्स को क्षमता निर्माण, तकनीकी सहयोग और उद्योग मार्गदर्शन प्रदान कर रहा है।
रेलवे के जीएम तरुण ने किया क्रू बुकिंग लॉबी, रनिंग रूम और बीएमवाई का निरीक्षण
भिलाई | महाप्रबंधक दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे तरुण प्रकाश ने सोमवार को रायपुर-भिलाई रेल खंड का विंडो निरीक्षण किया। उन्होंने रेल खंड पर ट्रैक मेंटेनेंस, सिग्नलिंग सिस्टम, कर्व, समपार फाटक एवं क्रॉसिंग प्वॉइंट्स को देखा। इस दौरान उन्होंने गति प्रतिबंधों, संरक्षा मानकों एवं परिचालन से संबंधित विभिन्न पहलुओं की समीक्षा की। उन्होंने मेमू कार शेड भिलाई के ले-आउट का जायजा लिया। काम के दौरान अपनाई जाने वाली सावधानियों के प्रति सचेत किया। मशीनों को रखरखाव के मापदंडों के अनुरूप रखने के निर्देश दिए। उन्होंने पेन्यूमेटिक टेस्ट रूम, इलेक्ट्रिकल टेस्ट रूम, ईएमसी टेस्ट बेंच, मेमू सवारी डिब्बों के वॉश रूम की साफ-सफाई का अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया। थ्री-फेस और कन्वेंशनल मेमू रैक के परिचालन के पैरामीटर को चेक किए। लोको पायलट, सहायक लोको पायलट, ट्रेन मैनेजर एवं उनके परिजनों से चर्चा की। उनका मनोबल बढ़ाया। फूट प्लेट इंस्पेक्शन, निर्धारित क्षेत्र में रेल परिचालन के निर्धारित गति को मानने, इमरजेंसी ब्रेक, व्हिसिल कोड, लोको पायलट और ट्रेन मैनेजर के बीच प्रॉपर कम्युनिकेशन बढ़ाने एवं तकनीकी ज्ञान कौशल बढ़ाने पर जोर दिया। विश्रामगृह बीएमवाई में क्रू मेंबर्स को दी जा रही सुविधाओं रेस्ट रूम, खान-पान, योग और मेडिटेशन की वस्तुस्थिति की जांच की।
डॉ. संजय दानी के गजल संग्रह चश्मे बद्दूर का विमोचन दुर्ग भवन में हुआ
सिटी रिपोर्टर| दुर्ग आईएमए भवन दुर्ग में डॉ. संजय दानी के गजल संग्रह चश्मे बद्दूर का विमोचन किया गया। मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि वे उनकी सात पुस्तकों के विमोचन के साक्षी रहे हैं और आगे भी सात पुस्तकों के विमोचन के साक्षी बनने की आशा रखते हैं। अध्यक्षता करते हुए रवि श्रीवास्तव ने कहा कि डॉ. दानी न केवल एक उत्कृष्ट गजलकार हैं, बल्कि दुर्ग–भिलाई के साहित्यकारों को साथ लेकर चलना उनकी बड़ी विशेषता हैं। विशिष्ट अतिथि डॉ. परदेशीराम वर्मा ने कहा कि डॉ. दानी की कई गजलें नामचीन शायरों की फिलॉसफी को उकेरती हैं। रायपुर से आए डॉ. चितरंजन कर, जिन्हें इस वर्ष छत्तीसगढ़ सरकार ने पंडित सुन्दर लाल शर्मा सम्मान से विभूषित किया है, ने कहा कि डॉ. दानी की रचनाएं अच्छी है।
हनुमानगढ़ ने जीती माउंटेन बाइक और रोड साइक्लिंग चैम्पियनशिप
जयपुर | राजस्थान माउंटेन बाइक साइक्लिंग और राजस्थान रोड साइक्लिंग चैंपियनशिप हनुमानगढ़ ने जीत ली। पहली बार इसका आयोजन भी हनुमानगढ़ में ही हुआ था। समापन समारोह के मुख्य अतिथि विधायक गणेशराज बंसल और भामाशाह सत्यजीत बेनीवाल ने विजेता खिलाड़ियों को मेडल पहना कर सम्मानित किया। चैम्पियनशिप में राजस्थान के 22 जिलों के करीब 200 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। माउंटेन बाइक में 34 प्वाइंट के साथ और रोड साइक्लिंग में 27 प्वाइंट के साथ हनुमानगढ़ विजेता रहा। राजस्थान साइक्लिंग संघ सचिव ओ.पी. विश्वकर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

