सोनीपत के गोहाना में पुलिस और वकीलों के बीच टकराव ने गंभीर रूप ले लिया है। मंगलवार शाम को सिटी थाना गोहाना में वकीलों के साथ हुई कथित मारपीट के बाद बार एसोसिएशन गोहाना ने वर्क सस्पेंड (हड़ताल) का ऐलान कर दिया है। पुलिसकर्मियों पर आरोप है कि उन्होंने एक जूनियर वकील को थाने में ले जाकर पीटा और जब अन्य वकील विरोध जताने पहुंचे तो उनके साथ भी मारपीट की गई। फिलहाल पुलिस की ओर से इस विवाद पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। मामला क्या है प्रधान एडवोकेट संदीप पुनिया गोहाना ने बताया शाम के समय उनका साथी वकील अंकित अपने घर जा रहा था तो इस दौरान पुलिस का कोई काफिला आ रहा था। जहां एडवोकेट अंकित को तुरंत बाइक हटाने के लिए बोला। अंकित ने तुरंत ब्रेक लगाकर साइड लगाने की कोशिश की तो पुलिस कर्मचारियों ने मौके पर थप्पड़ मार दिया। मौके पर चालान भी कर दिया। जिसके चलते विवाद हो गया और आरोप है कि इस दौरान दोनों पक्ष में बहस शुरू हुई तो पुलिस ने एडवोकेट अंकित को थाने ले गई। उसके बाद अन्य वकील उनके पक्ष में आए तो उनके साथ भी दुर्व्यवहार किया गया। इसी को लेकर मामला तूल पकड़ गया है। आरोप लगाया गया है कि चालान भी किया गया। थाने में मौजूद अन्य वकीलों से भी मारपीट का आरोप वकीलों का आरोप है कि थाने में जब पुलिस ने उस वकील को हिरासत में लिया तो कुछ देर बाद अन्य सात से आठ वकील वहां पहुंचे और पुलिसकर्मियों से पूछा कि बिना किसी FIR के उन्हें हिरासत में लिया । वकीलों का आरोप है कि पूछताछ करने पर पुलिस ने उनके साथ भी मारपीट की। इस मारपीट में कई वकीलों को गंभीर चोटें आई हैं। वकीलों का कहना है कि थाने में हुई इस बर्बरता के बाद सभी घायल वकीलों को नागरिक अस्पताल गोहाना लाया गया। स्थिति गंभीर होने पर दो से तीन वकीलों को पीजीआई खानपुर रेफर किया गया है। घटना के बाद अस्पताल में भारी संख्या में वकील जुटे और नाराजगी जताई। बार प्रधान का आरोप: SHO समेत पुलिसकर्मियों ने की बर्बरता गोहाना बार एसोसिएशन के प्रधान और अन्य वरिष्ठ वकीलों ने सिटी थाना SHO पवन कुमार और अन्य पुलिसकर्मियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि पहले एक जूनियर वकील को मारा गया और बाद में थाने में मौजूद कई अन्य वकीलों को भी बेरहमी से पीटा गया। आज गोहाना समेत जिले में वर्क सस्पेंड, राज्यस्तरीय हड़ताल की चेतावनी गोहाना बार एसोसिएशन ने आज वर्क सस्पेंड (हड़ताल) की घोषणा की है। बार एसोसिएशन गोहाना के प्रधान संदीप पुनिया ने बताया कि आज बैठक रखी गई है। आज सोनीपत जिले के सभी वकील हड़ताल पर रहेंगे। वकीलों का कहना है कि अगर दोषी पुलिसकर्मियों पर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो यह आंदोलन हरियाणा स्तर तक फैल सकता है। बार एसोसिएशन ने डीजीपी हरियाणा को पत्र लिखकर SHO और शामिल पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस की चुप्पी, आधिकारिक पक्ष का इंतजार इस पूरे मामले पर अब तक पुलिस प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि विवाद की शुरुआत कैसे हुई और पुलिस को क्यों मारपीट करनी पड़ी। पुलिस का पक्ष आने के बाद ही मामले की पूरी तस्वीर साफ हो पाएगी।
मथुरा के थाना राया क्षेत्र के गांव गजू में एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है। पत्नी को वापस लाने ससुराल गए 32 वर्षीय ईश्वर सिंह की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने ससुराल पक्ष पर जहर देकर हत्या करने का गंभीर आरोप लगाया है। औरंगाबाद निवासी ईश्वर की शादी लगभग आठ साल पहले गजू गांव की एक युवती से हुई थी। विवाह के बाद दोनों के बीच रिश्तों में खटास आ गई थी। इसी कारण ईश्वर की पत्नी पिछले सात महीनों से अपने मायके में रह रही थी। रविवार को ईश्वर अपनी पत्नी को मनाने और घर वापस लाने के लिए ससुराल पहुंचा था। लेकिन कुछ ही घंटों में उसकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि ससुराल वाले ईश्वर को पसंद नहीं करते थे। उन्होंने साजिश के तहत ईश्वर को जहर दे दिया। हालत बिगड़ने पर ससुराल वाले उसे मथुरा के एक निजी अस्पताल ले गए। वहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। परिजनों का यह भी आरोप है कि ससुरालीजन अस्पताल में ही शव छोड़कर फरार हो गए। थाना राया प्रभारी निरीक्षक अजय कौशल ने बताया कि मृतक के पिता की शिकायत पर ससुराल पक्ष के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल सकेगा। ईश्वर की मौत से औरंगाबाद और गांव गजू दोनों क्षेत्रों में शोक की लहर है। मृतक के परिजन दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी और कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
राजगढ़ के नरसिंहगढ़ में सावन के आखिरी सोमवार को लगे मेले में पुलिस को 3 साल की एक बच्ची लावारिस हालत में मिली। घंटों तक खोजने पर भी कोई उसके परिजन नहीं मिले। पुलिस ने तुरंत जिले और राज्यभर में बच्ची की सूचना प्रसारित की। मेडिकल जांच के बाद पता चला कि बच्ची का भोपाल के गांधी नगर थाना क्षेत्र से अपहरण हुआ था। एसपी राजगढ़ अमित तोलानी के निर्देशों पर पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई की। एएसपी के.एल. बंजारे, SDOP ब्यावरा प्रकाश शर्मा और थाना प्रभारी शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में टीम ने बच्ची को सुरक्षित परिजनों तक पहुंचाया। बच्ची को सुरक्षित घर पहुंचाने इन्होंने की कार्रवाई इस अभियान में महिला उपनिरीक्षक गुंजा जमादार, एएसआई सीता यादव और महिला आरक्षक मोनिका परमार शामिल थीं। साथ ही प्रधान आरक्षक राजमल, दीपक यादव, हृदेश, गजेंद्र रघुवंशी भी थे। आरक्षक राकेश अगाल, मोहन खटीक, धर्मेंद्र रघुवंशी और सुनील सहित नरसिंहगढ़ पुलिस स्टाफ ने सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से लगातार प्रयास किए।
हिसार के हांसी उपमंडल के गांव पुट्ठी में मंगलवार सुबह हड़कंप मच गया। गांव से सटे खेतों से गुजरने वाली ड्रेन का किनारा अचानक टूट गया। ड्रेन में पहले से ही पानी का भारी दबाव था। जब सुबह किसान खेतों में पहुंचे तो वहां सिर्फ पानी ही पानी दिखाई दे रहा था। किसान सोनू ने बताया कि ड्रेन सोमवार की दोपहर से ही फुल चल रही थी। लेकिन समय रहते कोई कार्रवाई नहीं हुई। आज सुबह जब किसान खेतों की ओर गए तो ड्रेन टूट चुकी थी। पानी तेज रफ्तार से खेतों में फैलता जा रहा था। कई एकड़ में खड़ी फसलें जलमग्न हो चुकी हैं। किसानों के सोलर पंप, पाइप और अन्य कीमती उपकरण भी पानी में डूब चुके हैं। ग्रामीणों का संपर्क कटा स्थिति इतनी बिगड़ गई है कि खेतों में बसी ढाणियों तक जाने वाले रास्तों में भी भारी जलभराव हो गया है। इससे ग्रामीणों का संपर्क पूरी तरह कट गया है। किसानों ने राहत की बात यह बताई कि ड्रेन का पानी गांव की ओर नहीं गया। अगर ऐसा होता तो पूरा पुट्ठी गांव जलमग्न हो सकता था। घटना के कई घंटे बीत जाने के बावजूद कोई भी अधिकारी या सिंचाई विभाग की टीम मौके पर नहीं पहुंची है। इससे किसानों में भारी नाराजगी है। ग्रामीणों की मांग है कि प्रशासन तुरंत नुकसान का आंकलन करवाए। मुआवजा घोषित करे और ड्रेन की तात्कालिक मरम्मत कर ऐसे हादसों से बचाव के उपाय किए जाएं।
जयपुर के भवानी सिंह रोड स्थित वेद पणिग्रह में सावन के अंतिम सोमवार पर रुद्राभिषेक साधना का आयोजन हुआ। मेडिटेशन एक्सपर्ट निर्मला सेवानी की अगुवाई में हुई इस विशेष साधना में बड़ी संख्या में साधकों ने भाग लिया। आयोजन में पारंपरिक जल, दूध, मधु और पुष्पों के साथ अभिषेक तो हुआ, लेकिन इसके साथ साधकों ने ध्यान और मंत्रों के जरिए आत्मिक जागृति और भीतर के अंधकार से बाहर निकलने की कोशिश की। निर्मला सेवानी ने बताया कि यह सिर्फ पूजा नहीं बल्कि शिव ऊर्जा की ओर बढ़ने का एक साधन है। उन्होंने कहा कि श्रावण मास शिव को समर्पित होता है और इस दौरान वे अपने भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण करने वाले स्वरूप में माने जाते हैं। साधना स्थल को धूप, दीप, ध्वनि और गंध से इस तरह सजाया गया था कि वहां पहुंचते ही साधकों को भीतर की शांति और ऊर्जा का अनुभव हो। आत्मिक स्थिरता की ओर ले जाने वाली साधना निर्मला सेवानी ने बताया- इस तरह की साधनाएं महामारी के बाद मानसिक और आत्मिक स्थिरता देने में मददगार साबित हो रही हैं। रुद्राभिषेक के दौरान ध्यान की गहराई और मंत्रों की ध्वनि ने साधकों को उनके भीतर के चक्रों से जोड़ने का काम किया। उन्होंने बताया कि जब व्यक्ति अपने भ्रम, अहंकार और नकारात्मकता को छोड़ता है, तब ही वह शिवत्व की ओर बढ़ता है। यह आयोजन परंपरा से आगे बढ़कर जीवन को साधना में ढालने और भगवान से जुड़ने का एक जरिया बना। जहां भक्त और भगवान के बीच कोई दूरी नहीं रह जाती।
आगरा में साइबर क्रिमिनल्स के निशाने पर महिलाएं हैं। दो अलग-अलग मामले में महिला समेत दो को डिजिटल अरेस्ट कर 65 लाख रुपए ठग लिए। दोनों को मुंबई पुलिस का अधिकारी बनकर कॉल की गई। इसके बाद मनी लॉन्ड्रिंग में फंसने का डर दिखाकर जेल भेजने की धमकी दी। धोखाधड़ी का पता चलने पर पीड़ित पुलिस के पास पहुंचे। मनी लॉन्ड्रिंग बताकर जमा कराए रुपएथाना न्यू आगरा क्षेत्र के कालिंदीपुरम निवासी महिला के पास 16 जुलाई को कॉल आई। उनके पति जल निगम में थे। पति की मृत्यु के बाद उन्हें नौकरी मिल गई। बेटा और बेटी आगरा से बाहर रहते हैं। कॉल करने वाले ने कहा कि वह कोलाबा पुलिस स्टेशन, मुंबई से बोल रहा है। आपके नाम से मुंबई में एक खाता खोला गया था। खाते में मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित रुपयों का लेन-देन हो रहा है। केस दर्ज किया गया है। जिसमें आपका नाम है। गिरफ्तारी की जाएगी। इस पर वो घबरा गईं। उनसे खातों की जानकारी मांगी गई। इसके बाद कहा कि तभी बच सकती हैं, जब रकम देंगी। बताया गया कि उन्हें डिजिटल अरेस्ट किया गया है। उन्हें बैंक भेजकर 22.50 लाख रुपये जमा करा लिए गए। बाद में उन्हें धोखाधड़ी का पता चला। उन्होंने पुलिस से शिकायत की। मामले में पुलिस खातों की जांच कर रही है। रिटायर अधिकारी की पत्नी को भी धमकायान्यू आगरा क्षेत्र निवासी सिंचाई विभाग से रिटायर अधिकारी ने पुलिस को बताया कि उनके पास 18 जुलाई को एक कॉल आई। बताया गया कि कोलाबा पुलिस स्टेशन, मुंबई से बोल रहे हैं। कहा कि आपके संबंध में जेल में वर्ष 2023 से बंद नरेश गोयल से हैं। दोनों ने मिलकर बड़ी धनराशि का हेरफेर किया है। मनी लॉन्ड्रिंग का मामला है। इस अपराध में संलिप्तता मान लो। मना करने पर कहा कि वो डीसीपी हैं। मेज पर अरेस्ट वारंट रखा है। गिरफ्तारी कराकर उल्टा लटकाकर पिटाई करूंगा। इसके बाद कबूल ने के लिए कई बार धमकाया। बाद में खाते और एफडी की जानकारी फोन पर मांग ली। इसके बाद बैंक जाकर एफडी तुड़वाने के लिए बोला। मगर उन्होंने कह दिया कि वह चल-फिर नहीं सकते हैं। इसलिए उन्होंने अपनी पत्नी से बात कराई। उन्हें भी धमकाया। 6 दिन तक कई बार काॅल करके आरोपियों ने डिजिटल अरेस्ट रखा। इसके बाद खाते में 43 लाख रुपए जमा करा लिए। बाद में उन्हें धोखाधड़ी का पता चला। उनके पैरों से जमीन खिसक गई। यह रकम उनकी जिंदगी भर की जमा पूंजी थी।
हापुड़ के गढ़ कोतवाली क्षेत्र के छोटे बाजार में स्थित एक जर्जर सरकारी स्कूल की बिल्डिंग अचानक भरभराकर गिर गई। घटना के समय वहां से गुजर रही एक महिला बाल-बाल बच गई। यह पूरी घटना आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। दरअसल, यह स्कूल पिछले कई वर्षों से बंद पड़ा था और इसकी बिल्डिंग पूरी तरह से जर्जर हो चुकी थी। स्थानीय लोगों ने कई बार अधिकारियों से इस बिल्डिंग को गिरवाने की मांग की थी। लेकिन उनकी शिकायतों को नजरअंदाज कर दिया गया। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने मौके पर एकत्र होकर प्रशासन की लापरवाही पर नाराजगी जताई। उन्होंने जल्द ही मलबा हटवाने व सुरक्षा व्यवस्था करने की मांग की है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि यदि यह बिल्डिंग स्कूल के समय या व्यस्त सड़क पर गिरती, तो कई लोगों की जान जा सकती थी। उन्होंने मांग की है कि जिले में स्थित अन्य जर्जर सरकारी इमारतों का भी जल्द से जल्द निरीक्षण किया जाए। SDM अंकित वर्मा ने बताया कि पूरे मामले की जानकारी मिली है। वहां से मलबे को हटवाया जाएगा।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट की एम्स ग्रीन एवेन्यू सोसाइटी में सोमवार रात एक बड़ा हादसा होते-होते बच गया। सोसाइटी के एच टावर की लिफ्ट छठे फ्लोर से फ्री फॉल होकर सीधे बेसमेंट में जा गिरी। घटना के समय लिफ्ट में सोसाइटी के दो निवासी विकास तोमर और गिरीश सवार थे। विकास ने बताया कि जब वे छठे फ्लोर से नीचे जा रहे थे, तभी लिफ्ट अचानक फ्री फॉल हो गई। गनीमत रही कि दोनों को कोई गंभीर चोट नहीं आई, वरना बड़ा हादसा हो सकता था। निवासियों का आरोप है कि एच टावर की यह लिफ्ट कई दिनों से खराब चल रही थी। इसकी शिकायत बिल्डर प्रबंधन से कई बार की गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। टावर में केवल एक ही लिफ्ट संचालित है और वह भी अक्सर खराब रहती है। घटना के बाद पीड़ितों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मेंटेनेंस प्रबंधन से बात की। निवासियों का आरोप है कि मेंटेनेंस प्रबंधन की ओर से उन्हें धमकी दी जा रही है कि कुछ भी नहीं होगा। सोसाइटी में अन्य समस्याएं भी हैं। बेसमेंट में गंदे पानी के कारण रहवासियों को परेशानी हो रही है। निवासियों के अनुसार, सोसाइटी में कुल चार लिफ्ट हैं, लेकिन केवल एक ही चल रही है, जो कभी भी बंद हो जाती है। पीड़ितों ने बिल्डर प्रबंधन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने की मांग की है। सोसाइटी के लोग इन समस्याओं से काफी परेशान हैं और त्वरित समाधान की मांग कर रहे हैं। तस्वीर..
सरोसी-परियर मुख्य मार्ग की हालत बदहाल:गड्ढे और जलभराव से आवागमन मुश्किल, ग्रामीणो ने विरोध जताया
उन्नाव। जिले को परियर से जोड़ने वाला सरोसी मुख्य मार्ग विभागीय अनदेखी और ओवरलोड वाहनों की मार झेल रहा है। इस मार्ग की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि लोगों का गुजरना मुश्किल हो गया है। सड़क पर गहरे गड्ढे और चारों ओर फैला जलभराव आमजन की मुसीबत का कारण बन गया है। स्थानीय लोगों ने सड़क पर खड़े होकर विरोध प्रदर्शन किया है। उन्होंने बताया कि यह मार्ग जिले के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। यही रास्ता कई गांवों को मुख्य शहर से जोड़ता है। लेकिन वर्षों से इस मार्ग पर न तो कोई मरम्मत हुई है और न ही जल निकासी की व्यवस्था दुरुस्त की गई है। सड़क की दुर्दशा का सबसे अधिक असर स्कूली बच्चों पर पड़ रहा है। सरोसी और करोवन जैसे गांवों से छात्र जब विद्यालय जाते हैं तो रास्ते में गड्ढों में फिसलकर चोटिल हो जाते हैं। बरसात के दिनों में जलभराव इतना बढ़ जाता है कि गड्ढों का अंदाजा लगाना भी मुश्किल हो जाता है। इससे रोज़ नए हादसे होते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने इस मार्ग की मरम्मत के लिए कई बार संबंधित विभाग को शिकायती पत्र दिया है। लेकिन हर बार केवल खाना पूर्ति कर दी जाती है। न तो स्थायी समाधान की कोशिश होती है, न ही अधिकारियों की ओर से कोई निरीक्षण किया जाता है। लोगों ने सोशल मीडिया और प्रशासनिक अधिकारियों को पत्राचार के माध्यम से भी अवगत कराया है। पर कोई सुनवाई नहीं हुई। स्थानीय लोगों का आरोप है कि सफाईकर्मी महीनों से इलाके में नहीं आए हैं। इससे नालियां पूरी तरह से चोक हो चुकी हैं। जाम नालियों का गंदा पानी अब सड़कों पर बहने लगा है। यदि समय पर नालियों की सफाई होती, तो सड़कों पर जलभराव की नौबत ही नहीं आती। लेकिन जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारी अपने दायित्वों को लेकर उदासीन बने हुए हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि इस मार्ग का तत्काल निरीक्षण कर मरम्मत कार्य शुरू कराया जाए। साथ ही नालियों की नियमित सफाई सुनिश्चित की जाए ताकि आने वाले समय में लोगों को राहत मिल सके।
संभल के जिला कलेक्ट्रेट बहजोई सभागार में श्रीगणेश चतुर्थी मेले की तैयारियों को लेकर बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मेला 25 अगस्त से शुरू होकर 14 सितंबर तक चलेगा। मेला स्थल पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर मेला स्थल से संबंधित साइन बोर्ड लगाने के निर्देश दिए गए हैं। एसडीएम चंदौसी आशुतोष तिवारी ने मेला संबंधित जानकारी डीएम को दी। बैठक में मेला टेंडर प्रक्रिया और विद्युत कनेक्शन पर चर्चा हुई। जिलाधिकारी ने विद्युत विभाग को निर्देश दिए कि बिजली आपूर्ति सुचारू रहे। जल निगम को मेला स्थल पर हैंडपंपों की मरम्मत और नए हैंडपंप लगाने के निर्देश दिए गए। रोडवेज विभाग को मेले के दौरान चंदौसी में अस्थायी बस स्टॉप बनाने और पर्याप्त बसों की व्यवस्था करने को कहा गया। डीएम ने मेला कमेटी के सदस्यों से अपील की कि वे लोगों को गणेश मूर्ति विसर्जन के लिए केवल मिट्टी या गोबर से बनी मूर्तियों का उपयोग करने के लिए जागरूक करें। अग्निशमन विभाग को मेला स्थल के पास छोटे अग्निशामक वाहन तैनात करने के निर्देश दिए गए। 27 अगस्त को होने वाली रथयात्रा के दिन पार्किंग की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने कहा कि मेला स्थल प्लास्टिक मुक्त रहे और प्लास्टिक की बोतलों का प्रयोग न किया जाए। जिलाधिकारी ने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि दुकानें निर्धारित स्थान से आगे न बढ़ें। दुकानों के पास डस्टबिन लगाए जाएं और साफ-सफाई की उचित व्यवस्था रहे। विद्युत विभाग के एक जूनियर इंजीनियर को प्रतिदिन मेला स्थल का निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए। स्वास्थ्य विभाग को मेला स्थल पर शिविर लगाने और दवाइयों की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। इसके साथ ही आयुर्वेद, योग और होम्योपैथी की भी व्यवस्था करने को कहा गया है। एसपी ने मेला कमेटी को दुकानों एवं मेला स्थल का ले-आउट उपलब्ध कराने के लिए कहा तथा मेला स्थल के बाहर कोई दुकान न लगे इसको लेकर भी संबंधित को निर्देशित किया। यातायात बाधित न हो यह भी सुनिश्चित किया जाए। इस अवसर पर एडीएम प्रदीप वर्मा, एएसपी राजेश श्रीवास्तव, क्षेत्राधिकारी चंदौसी अनुज चौधरी तथा तहसीलदार चंदौसी रवि सोनकर, पालिका चंदौसी ईओ धर्मराज एवं मेला कमेटी के सदस्य ललित किशोर, विनय अग्रवाल, डॉ. राजीव, मनोज गुप्ता, रविन्द्र कुमार, सुधीर कुमार, प्रजीत लालू, नीरज अग्रवाल, फहीमुद्दीन, अरविंद कुमार एवं अन्य सदस्य तथा संबंधित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।
चित्रकूट को दक्षिण एशिया का पहला यूनेस्को वैश्विक जियोपार्क का दर्जा मिल गया है। यह उपलब्धि 4 अगस्त 2025 को हासिल हुई। इस परियोजना की शुरुआत 1 अगस्त 2024 को की गई थी। उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश सरकारों ने आपसी सहमति से इस जियोपार्क की स्थापना का निर्णय लिया है। दोनों राज्य सरकारें संयुक्त रूप से सभी प्रकार के संसाधन, सुविधाएं और आर्थिक सहयोग प्रदान करेंगी। इस निर्णय से चित्रकूट को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलेगी। यह परियोजना चित्रकूट और पूरे बुंदेलखंड क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इससे रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। क्षेत्र में बेरोजगारी की समस्या कम होगी। अंतरराष्ट्रीय पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। जियोपार्क की स्थापना से लघु और कुटीर उद्योगों में वृद्धि होगी। आसपास के हवाई अड्डों और रेल मार्गों का उपयोग बढ़ेगा। होटल, यात्रा और परिवहन उद्योगों को लाभ होगा। बुंदेलखंड से हो रहे पलायन की समस्या का समाधान भी इससे संभव होगा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के प्रयासों से यह उपलब्धि संभव हुई है। दीनदयाल शोध संस्थान के संगठन सचिव अभय महाजन, अश्वनी अवस्थी का भी इसमें महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को बांके बिहारी कॉरिडोर मामले में मंदिर कमेटी से तीखे सवाल किए। कोर्ट ने पूछा- मंदिर निजी हो सकता है, लेकिन देवता सबके हैं। वहां लाखों श्रद्धालु आते हैं। मंदिर का फंड श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा से जुड़े विकास में क्यों नहीं इस्तेमाल हो सकता? आप क्यों चाहते हैं कि सारा फंड आपके पॉकेट में ही जाए? सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस सूर्य कांत और जस्टिस जोयमाल्या बागची की बेंच सुनवाई कर रही थी। उन्होंने कहा कि याचिकाकर्ता को राज्य सरकार के कानून को हाईकोर्ट में चुनौती देनी चाहिए। मंदिर मैनेजमेंट कमेटी ने मंदिर के प्रबंधन को लेकर राज्य सरकार के अध्यादेश का विरोध करते हुए याचिका दाखिल की है। जिसकी सुनवाई के दौरान कोर्ट ने ये टिप्पणी की। आज फिर इस मामले में सुनवाई होनी है। याचिकाकर्ता के वकील के स्टेटमेंट पर कोर्ट की सख्त टिप्पणीकमेटी ने 15 मई को आए सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले का भी विरोध किया, जिसमें राज्य सरकार को बांके बिहारी कॉरिडोर बनाने के लिए मंदिर के फंड के इस्तेमाल करने की अनुमति दी गई थी। कोर्ट के सख्त सवालों के जवाब में याचिकाकर्ता के वकील श्याम दीवान ने कहा- असल बात यह है कि हमें सुने बिना ऐसा आदेश सुप्रीम कोर्ट से कैसे आया? जबकि मामला कुछ और था, उसमें अचानक आदेश आ गया कि मंदिर का फंड कॉरिडोर बनाने के लिए लिया जाए। इससे असहमति जताते हुए कहा कि किसी जगह का विकास सरकार की जिम्मेदारी है। अगर उसे भूमि अधिग्रहण करना तो वह अपने पैसों से कर सकती है। अब पढ़िए वो दलील जिसको लेकर कोर्ट ने तीखे सवाल पूछे... याचिकाकर्ता की तरफ से वकील श्याम दीवान ने कोर्ट में कहा कि बांके बिहारी मंदिर एक निजी मंदिर है। उसमें धार्मिक गतिविधियों और मैनेजमेंट को लेकर 2 गुटों में विवाद था। राज्य सरकार ने बिना अधिकार उसमें दखल दिया। मामले को सुप्रीम कोर्ट में ले आई और कॉरिडोर के लिए मंदिर के फंड के इस्तेमाल का आदेश ले लिया। इसके बाद जल्दी-जल्दी एक अध्यादेश भी जारी कर दिया। इसका परिणाम यह हुआ कि मंदिर की स्थापना करने वाले और सदियों से उसे संभाल रहे गोस्वामी प्रबंधन से बाहर हो गए। इसी पर कोर्ट ने नाराजगी दिखाते हुए सख्त टिप्पणी की। 15 मई का आदेश वापस ले सकता है कोर्टसुप्रीम कोर्ट में लगभग 50 मिनट चली सुनवाई के बाद जजों ने इस बात का संकेत दिया कि 15 मई को यूपी सरकार के बनाए अध्यादेश के फेवर में दिए गए आदेश को वापस लिया जा सकता है। फिलहाल मंदिर प्रबंधन के लिए रिटायर्ड हाईकोर्ट जज की अध्यक्षता में कमेटी बनाई जा सकती है। इसमें जिलाधिकारी को भी रखा जाएगा। बांके बिहारी क्षेत्र के ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए आर्कियोलोजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की भी उसके आस-पास के विकास में मदद ली जाएगी। कोर्ट ने कहा कि धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना चाहिए। इसके लिए उचित सुविधाओं का विकास जरूरी है। सुनवाई मंगलवार, 5 अगस्त की सुबह 10.30 तक के लिए स्थगित कर दी गई है। पढ़िए 15 मई को कोर्ट ने क्या आदेश दिया था... सुप्रीम कोर्ट के 15 मई को कॉरिडोर बनाने की मंजूरी दी थी। इसके साथ ही बांके बिहारी मंदिर के खजाने से कॉरिडोर बनाए जाने का रास्ता भी साफ हो गया था। कोर्ट ने यूपी सरकार को मंदिर के 500 करोड़ रुपए से कॉरिडोर के लिए मंदिर के पास 5 एकड़ जमीन अधिगृहीत करने की इजाजत दी थी। शर्त रखी थी कि अधिगृहीत भूमि भगवान के नाम पर पंजीकृत होगी। सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश को भी संशोधित किया। हाईकोर्ट ने मंदिर के आसपास की भूमि को सरकारी धन का उपयोग करके खरीदने पर रोक लगा दी थी। जिसके बाद बांके बिहारी कॉरिडोर को लेकर हाईकोर्ट के आदेश के बाद सुप्रीम कोर्ट में ईश्वर चंद्र शर्मा ने याचिका दाखिल की थी। इसमें दो मुद्दे रखे गए थे। पहला- रिसीवर को लेकर, दूसरा- कॉरिडोर निर्माण को लेकर। इन दोनों मुद्दों पर 15 मई को सुप्रीम कोर्ट ने आदेश जारी किया था। मंदिर के खजाने से खरीदी जाएगी कॉरिडोर के लिए जमीनबांके बिहारी कॉरिडोर बनाने के लिए प्रदेश सरकार मंदिर के खजाने की राशि से कॉरिडोर के लिए जमीन खरीदना चाहती थी। लेकिन, इसका मंदिर के गोस्वामियों ने विरोध किया और मामला हाइकोर्ट पहुंच गया। हाइकोर्ट ने मंदिर के खजाने की राशि के इस्तेमाल पर रोक लगा दी थी। इसके बाद याचिकाकर्ता ईश्वर चंद्र शर्मा सुप्रीम कोर्ट पहुंचे और कॉरिडोर को लेकर याचिका दाखिल की। सुप्रीम कोर्ट ने दिए आदेश में कहा कि मंदिर के खजाने से कॉरिडोर की जमीन खरीदने के लिए पैसा लिया जा सकेगा। सरकार को जमीन मंदिर के नाम लेनी होगी। सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट सार्थक चतुर्वेदी ने बताया कि सरकार सिर्फ जमीन खरीदने के लिए बांके बिहारी मंदिर के खजाने से पैसा ले सकती है। 500 करोड़ रुपए से बनेगा कॉरिडोरबांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर बनाने के लिए 500 करोड़ रुपए खर्च होगा। यह खर्च भूमि अधिग्रहण के लिए किया जाएगा। बांके बिहारी मंदिर के खजाने में करीब 450 करोड़ रुपए हैं। इसी धनराशि से कॉरिडोर के लिए जमीन खरीदी जाएगी। इस जमीन को अधिगृहीत करने में जिनके मकान और दुकान आएंगे, उन्हें मुआवजा दिया जाएगा। ------------------------------ ये भी पढ़ें : बांके बिहारी मंदिर के पास 360 करोड़ रुपए:महीने में एक बार खुलती है दान पेटी; 110 गोस्वामी परिवार देते हैं ड्यूटी मथुरा के वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर में कॉरिडोर बनना लगभग तय हो गया है। सर्वे का काम करीब-करीब पूरा हो गया है। लेकिन विरोध जारी है। गोस्वामी परिवार विरोध में है, लोग लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। उनके मन में कई तरह की आशंका है। डर इस बात का भी है कि कॉरिडोर बनने के बाद कहीं मंदिर की जिम्मेदारी उनके हाथ से न निकल जाए। (पढ़ें पूरी खबर)
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में एक कबाड़ी वाले ने 5 साल की बच्ची से रेप किया है। आरोपी केवड़ाबाड़ी बस स्टैंड के पास से बच्ची को अपने साथ कबाड़ बिनने के बहाने ले गया और सुनसान जगह में ले जाकर घटना को अंजाम दिया। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है। पुलिस के मुताबिक, बच्ची को वह अपने साथ जबलपुर ले गया था। जहां उसे 3 दिन तक रेप किया और मारपीट करते हुए जान से मारने की धमकी दी। पुलिस ने बच्ची को बरामद किया और आरोपी को जेल भेजा। वहीं, पॉक्सों कोर्ट ने आरोपी को 20 साल की कठोर सजा सुनाई है। ये है पूरा मामला घटना 11 अगस्त 2023 की है। जहां घरेलू विवाद के चलते मां अपनी 5 साल की बेटी और 10 साल के बेटे को लेकर केवड़ाबाड़ी बस स्टैण्ड के यात्री प्रतीक्षालय में रहती थी। साथ ही पास के एक होटल में काम करती थी। वहीं, आरोपी कैलाश राजपूत जशपुर का रहने वाला था, वह रायगढ़ में कबाड़ बिनने का काम करता था और बस स्टैण्ड के यात्री प्रतीक्षालय में रहता था। घटना वाले दिन मां की तबीयत खराब थी, वह सो रही थी, दोनों बच्चे खेल रहे थे। इसी बीच शाम 4 बजे बेटा अपनी मां को जगाते हुए बताया कि बहन को कैलाश राजपूत बुलाकर कहीं ले गया है। जिसके बाद आसपास खोजबीन की लेकिन उसका कुछ पता नही चला। जिसके बाद मां ने कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 363, 368 के तहत अपराध दर्ज कर मामले को जांच में ले लिया। 15 अगस्त 2023 को पीड़िता को जबलपुर के सेवा भारती मातृछाया से बरामद कर रायगढ़ लाया गया और आरोपी को भी हिरासत में लिया गया। पूछताछ में बच्ची ने बताया कि आरोपी कैलाश राजपूत कबाड़ बिनने के लिए अपने साथ ले गया था। जहां रेलवे स्टेशन में रखा और सुनसान जगह पर ले जाकर उसके साथ रेप करने की कोशिश करता रहा। पीड़िता के चिल्लाने पर उसके साथ मारपीट करते हुए मारकर फेंकने की भी धमकी देता रहा। आरोपी को 20 साल की सजा सुनाई गई पीड़िता के बयान के बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 323, 506, 366 (क) 376 (2) (ढ) एवं लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम की धारा 06 पास्को एक्ट जोड़ते हुए आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया। जहां दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश एफटीएससी पास्को न्यायालय के पीठासीन अधिकारी देवेन्द्र साहू ने आरोपी कैलाश राजपूत को सभी धारा के आरोप में दोष सिद्ध पाया और अलग-अलग धाराओं में कुल 20 साल के कठोर कारावास और 8 हजार के अर्थदण्ड से दंडित किया है। न्यायालय के आदेश में आरोपी के द्वारा अर्थदण्ड न पटाने पर अलग-अलग धाराओं में पृथक से सजा भुगतान का भी प्रावधान किया गया है। मामले की विवेचना टीआई शनीफ रात्रे और एसआई दीपिका निर्मलकर ने की और अभियोजन पक्ष की ओर से अपर लोक अभियोजक मोहन सिंह ठाकुर ने पैरवी की।
उत्तर प्रदेश के बलिया के बैरिया थाना क्षेत्र के भवन टोला (पूर्वी) जयप्रकाश नगर गांव में सोमवार को सांप काटने से 61 वर्षीय महिला की मौत हो गई। मृतका की पहचान सुभारती देवी पत्नी हरेंद्र सिंह के रूप में हुई है। हरेंद्र सिंह ने बताया कि उनकी पत्नी सुभावती देवी परिवार के साथ खाना खाकर सोने चली गई थी। रात लगभग एक बजे अचानक सांप ने उन्हें काट लिया। घटना के बाद परिवार और गांव के लोग उन्हें तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनवसा ले गए। वहां ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक ने सुभारती देवी को मृत घोषित कर दिया। इसकी सूचना बैरिया थाना पुलिस को दी गई। चौकी प्रभारी जयप्रकाश नगर अवधेश कुमार ने बताया कि तहरीर के अनुसार शव का पंचनामा कर पोस्टमॉर्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेज दिया गया है। पुलिस अब आगे की विधिक कार्रवाई कर रही है। इस दुखद घटना के बाद मृतका के परिवार और गांव में शोक का माहौल है।
साइबर ठगों के निशाने पर लोगों के बैंक खाते और मोबाइल हैं। तमाम प्रकार के भय और लालच दिखाकर साइबर ठग लोगों के बैंक खातों से रकम उड़ा रहे हैं। लेकिन, मप्र पुलिस मात्र 1 करोड़ 90 लाख रुपए ही वापस दिला पाई है। कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह के सवाल के जवाब में गृह विभाग ने ये जवाब दिया है। एक फीसदी राशि भी वापस नहीं दिला पाई पुलिसएक मई 2021 से लेकर 13 जुलाई 2025 तक साइबर फ्रॉड के जरिए मप्र के अलग-अलग जिलों से करीब 1054 करोड़ रुपए की ठगी की गई है। गृह विभाग के मुताबिक इस दौरान करीब 105.21 करोड़ रुपए होल्ड होने की जानकारी भी मिली है। एनसीआरपी पोर्टल के मुताबिक 1 करोड़ 94 लाख रुपए ठगी के शिकार लोगों को वापस लौटाए गए हैं। हर साल मिल रहीं 4 लाख से ज्यादा शिकायतेंविधानसभा में जो जानकारी दी गई उसमें बताया गया कि पुलिस विभाग के सीसीटीएनएस के डेटा के अनुसार पिछले 4 सालों में ECIR यानी एनफोर्समेंट केस इनफार्मेशन रिपोर्ट के दर्ज आंकड़ों को देखें तो 2023 को छोड़कर हर साल 4 लाख से ज्यादा ECIR दर्ज हो रहीं हैं।ECIR के आंकडे 1193 एफआईआर दर्ज हुई2020 से लेकर 15 जुलाई 2025 तक कुल 1193 एफआईआर दर्ज की गईं हैं। इनमें से 585 मामलों में चालान पेश हुआ। 608 मामले अब भी लंबित हैं। वहीं, 579 मामलों में जांच जारी है। 166 मामलों को निरस्त किया गया। पुलिस के पास साइबर फ्रॉड से निपटने के संसाधन और गंभीरता नहींविधायक जयवर्धन सिंह ने कहा, ये बहुत ही गंभीर मुद्दा है। मैंने विधानसभा में ये प्रश्न पूछा था कि 2021 से लेकर 2025 तक कितने साइबर फ्रॉड के मामलों में कितने रुपयों की ठगी हुई है। आश्चर्य की बात ये है कि 1054 करोड़ की साइबर ठगी हुई और मात्र 1 करोड 94 लाख रुपए ही वापस करा पाए हैं। जयवर्धन सिंह ने कहा, एक तरफ प्रधानमंत्री जी कहते हैं कि ऑनलाइन ट्रांजैक्शन कीजिए लेकिन मप्र में 4 साल में एक हजार करोड़ से ज्यादा की ठगी हुई और वापसी मात्र 1 करोड 94 लाख हो पाए। ये बताता है कि ऑनलाइन ट्रांजैक्शन में कितना खतरा है। मप्र पुलिस की साइबर विंग के द्वारा कोई कोई ऐसा ठोस प्रयास नहीं किया, जिससे बेहतर रिकवरी हो पाए। ऐसे मुद्दों को लेकर मेरे पास लोग आते हैं लेकिन पुलिस की जो गंभीरता होना चाहिए वो नहीं दिखती। मप्र पुलिस के पास साइबर फ्रॉड का समाधान करने के लिए जो संसाधन होने चाहिए वो नहीं हैं। सरकार को इस विषय पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए।
चंदौली जिले में आगामी त्योहारों को देखते हुए ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए चार दिवसीय विशेष अभियान चलाया गया। इस अभियान के तहत ट्रैफिक इंस्पेक्टर सत्यप्रकाश यादव ने मानकों की अनदेखी करने वाले 407 वाहनों का चालान किया। इंस्पेक्टर यादव ने चेतावनी दी कि अगली बार नियमों का उल्लंघन करने पर वाहन सीज कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि ट्रैफिक नियमों की अनदेखी से सड़क दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है। एसपी आदित्य लांग्हे के आदेश पर चलाए गए इस अभियान में बिना हेलमेट वाहन चलाने वाले 187, नो पार्किंग में खड़े 78 और गलत दिशा में चलने वाले 13 वाहनों सहित अन्य वाहनों का चालान काटा गया। अभियान के दौरान लोगों को नशे में वाहन न चलाने, निर्धारित सीमा से अधिक सवारी न बैठाने, हेलमेट पहनने और वाहनों को ओवरलोड न करने के बारे में जागरूक किया गया। एसपी लांग्हे ने कहा कि वाहन चालकों की लापरवाही से होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए सभी को ट्रैफिक नियमों का पालन करना आवश्यक है। यदि लोग मानकों का पालन करेंगे तो सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सकती है।
झालावाड़ जिले के अकलेरा पंचायत समिति की ग्राम पंचायत गेहूखेड़ी क्षेत्र में खाल पुलिया पर हुए गड्ढों की मरम्मत और क्षतिग्रस्त सड़क दीवार का निर्माण कार्य प्रगति पर है। यह कार्य सरपंच रामकन्या बाई और उनके प्रतिनिधि फूलचंद माली की देखरेख में किया जा रहा है। इस पहल से बैरागढ़, देवली और गेहूखेड़ी ग्राम पंचायतों के निवासियों को बड़ी राहत मिलेगी। ग्राम विकास अधिकारी भारत मीना ने बताया कि तेज बारिश के कारण इस पुलिया पर जलभराव हो जाता था। इससे तीनों ग्राम पंचायतों का आवागमन बाधित होता था। जलभराव के कारण पुलिया जर्जर हो गई थी और गड्ढे बन गए थे। इस मार्ग से रटलाई, भालता, घाटोली और छापी डेम की ओर बड़ी संख्या में लोग दिन-रात आते-जाते हैं। खराब स्थिति के कारण दुर्घटना का खतरा बना हुआ था। ग्रामीणों ने बताया कि इस समस्या पर पीडब्ल्यूडी विभाग की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा था। ग्रामीणों की परेशानी को देखते हुए सरपंच ने स्थिति का संज्ञान लिया। अब ग्राम पंचायत के सहयोग से यह मरम्मत कार्य चल रहा है। इससे स्थानीय निवासियों को बारिश के मौसम में होने वाली परेशानियों से निजात मिलेगी और आवागमन सुगम होगा।
आगरा के थाना शाहगंज क्षेत्र में पंचकुइयां स्थित होटल खुबसरस में आईआईटी मुंबई से पढ़े मेरठ निवासी इंजीनियर रोहित कुमार (30) ने फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। सोमवार सुबह कमरे से बाहर नहीं आने पर होटल कर्मचारियों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर अंदर प्रवेश किया। पुलिस को मृतक के पास मिली पेन ड्राइव में पीडीएफ फाइल के रूप में एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें उन्होंने एक महिला चिकित्सक के बारे में लिखा है। साथ ही यह भी लिखा है कि उसके शव को मेडिकल छात्रों को पढ़ाई के लिए दे दिया जाए। एसीपी लोहामंडी मयंक तिवारी ने बताया कि पंचकुइयां (लोहामंडी) स्थित होटल खुबसरस में रविवार शाम को मेरठ स्थित शिवरामपुरम, गोलाबाद निवासी रोहित कुमार ने कमरा लिया था। होटलकर्मियों ने उन्हें कमरा नंबर 204 दिया था। रात में वह बाहर जाने के बाद फिर से कमरे में आ गए। इसके बाद बाहर नहीं निकले।सोमवार सुबह काफी देर तक बाहर नहीं आने पर कर्मचारियों को शक हुआ। दरवाजा खटखटाने पर भी कोई जवाब नहीं मिला। इस पर पुलिस को सूचना दी। पुलिस टीम ने फोरेंसिक टीम की मदद से साक्ष्य संकलित करते हुए कमरा खुलवाया। रोहित का शव पंखे से फंदे पर लटका था। पुलिस को परिजन के मोबाइल नंबर मिल गए। इस पर पुलिस को सूचना दी गई। परिजन ने पुलिस को बताया कि रोहित ने आईआईटी मुंबई से बीटेक किया था। मेरा शव परिजन को न दें...एसीपी ने बताया कि मृतक के पास से एक पेन ड्राइव मिली। इसको चेक किया गया। इसमें सुसाइड नोट मिला, जिसमें ज्यादा कुछ लिखा नहीं था। बस एक महिला चिकित्सक का नाम लिखा था। इसके बाद लिखा कि मेरे शव को परिजन और रिश्तेदारों को न दें। दान कर दें या फिर मेडिकल स्टूडेंट को दे दिया जाए। अंग दान कर दिए जाएं, जिससे चिकित्सकों की पढ़ाई के लिए काम में लाया जा सके। महिला चिकित्सक पहले आगरा में थी। अब दूसरे जिले में है। आत्महत्या की क्या वजह रही, यह पुलिस पता कर रही है।
मेरठ के दिनेश तलवार और उनकी पत्नी दिशा तलवार पिछले 31 वर्षों से जनसंख्या नियंत्रण कानून के लिए संघर्ष कर रहे हैं। यह दंपति अपनी नहीं, बल्कि देश की तरक्की और खुशहाली के लिए लगातार प्रयासरत हैं। दंपति ने अब तक देश के 400 शहरों की यात्रा की है। वे लगातार देश की जनता से जनसंख्या नियंत्रण कानून की आवाज उठाने की अपील कर रहे हैं। सोमवार को वे जनसंख्या नियंत्रण कानून के बैनर लेकर मुख्यमंत्री सभा स्थल पहुंचे थे। उन्होंने मुख्यमंत्री से मिलने की कोशिश की लेकिन इस बार भी उनकी मुलाकात नहीं हो पाई। दिनेश और दिशा तलवार का कहना है कि देश की जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है। कुछ समय पहले देश की जनसंख्या 130 करोड़ थी जो अब बढ़कर 150 करोड़ हो चुकी है। उनका मानना है कि अगर जल्द ही जनसंख्या नियंत्रण कानून नहीं बनाया गया तो यह आंकड़ा 200 करोड़ तक पहुंच जाएगा। दंपति के अनुसार बढ़ती जनसंख्या से देश में बेरोजगारी जैसी समस्याएं बढ़ रही हैं। वे कहते हैं कि पिछले 31 वर्षों में उन्होंने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से मिलने के कई प्रयास किए हैं। लेकिन उनकी मुलाकात किसी से नहीं हो पाई है। दिनेश और दिशा का कहना है कि उन्हें दौलत नहीं देश से प्यार है। वे अपने खुद के पैसों से 400 शहरों की यात्रा कर जनता को जागरूक करने का प्रयास कर रहे हैं। उनका मानना है कि अगर जनसंख्या नियंत्रण कानून जल्द नहीं बनाया गया तो आने वाली पीढ़ियों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। तस्वीर..
हरियाणा सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र में एक बड़ी तकनीकी पहल करने जा रही है। अब प्रदेश की सभी स्वास्थ्य संबंधी काउंसिल मेडिकल, डेंटल, नर्सिंग, आयुष, फार्मेसी, फिजियोधीरेपी और होम्योपैथी एक ही डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होंगी। इसके लिए सरकार हारट्रोन की मदद से विशेष पोर्टल तैयार करवा रही है। जल्द ही पोर्टल के माध्यम से पंजीकरण, दस्तावेज सत्यापन, प्रमाण-पत्र जारी करना और अन्य जरूरी सेवाएं पूरी तरह ऑनलाइन उपलब्ध होंगी। DG हेल्थ कर रहे पोर्टल की मॉनिटरिंग दरअसल, स्वास्थ्य विभाग ने यह पहल मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव के दिशा-निर्देशों पर शुरू की है। स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव (ACS) सुधीर राजपाल से मिले सुझावों के बाद महानिदेशक स्वास्थ्य विभाग हरियाणा डॉ. मनीष बंसल को निगरानी में पोर्टल विकसित किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि यह पोर्टल हरियाणा में हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स के लिए एक बड़ी सुविचा साबित होगा। जिससे डिजिटल गवर्नेस को भी बढ़ावा मिलेगा। 15 अगस्त से कर सकती है शुरुआत जिस रफ्तार से सरकार इस पोर्टल को इजाद करने में जुटी हुई है, उसे देखकर लगता है कि सरकार इस पोर्टल की शुरुआत 15 अगस्त पर कर सकती है। इसके शुरू होने से सबसे ज्यादा फायदा हरियाणा के आवेदकों को होगा। उन्हें बिना किसी देरी की सेवाओं का लाभ मिलेगा। क्योंकि जिलास्तर के सभी संबंधित कार्यालयों को भी इससे जोड़ा जाएगा। ये प्रक्रिया न केवल पेपरलेस होगी बल्कि आवेदकों को डीजी लॉकर सर्टिफिकेट जैसी सुविधा प्रदान करने में भी कारगर साबित होगी। एक जगह से ही हो सकेगी मॉनिटरिंग मेडिकल काउंसिल के रजिस्ट्रार डॉ. मनदीप सचदेवा का कहना है कि इससे आवेदकों को संबंधित काउंसिल के कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। इसके शुरू होने से समय और श्रम दोनों की बचत होगी। इस एकीकृत पोर्टल की मदद से पारदर्शिता भी सुनिश्चित होगी। सभी काउंसिल की प्रक्रियाएं एक जगह से मॉनिटर की जा सकेंगी। पोर्टल के विकास का कार्य अंतिम चरण में है। इसे जल्द ही जनता के लिए शुरू किया जाएगा। आवेदकों को एक ही प्लेटफॉर्म से सभी काउंसिल की सेवाएं मिलेंगी। फिजिकल वेरिफिकेशन की आवश्यकता घटेगी। पारदर्शी और समयबद्ध प्रक्रिया सुनिश्चित होगी। प्रशासनिक कानों में दक्षता बढ़ेगी।
यमुना नदी का जलस्तर कम होना शुरू:फतेहपुर में बाढ़ प्रभावित लोगों ने पुल और ऊंचे रास्ते की मांग की
फतेहपुर जिले के ललौली क्षेत्र में यमुना नदी के जलस्तर में कमी आने से लोगों को राहत मिलने लगी है। बाढ़ के कारण बेहाल हुए जनजीवन में अब धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। जलस्तर कम होने से कुछ लोग अपने घरों की ओर लौटने लगे हैं। प्रभावित क्षेत्र पलटू का पुरवा में प्रशासन ने ऊंचे स्थानों पर राहत शिविर स्थापित किए हैं। इन शिविरों में शासन के निर्देशानुसार सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। बारिश को देखते हुए प्रोटोटाइप ऑटोमोबाइल्स टॉयलेट, पेयजल और साफ-सफाई की व्यवस्था भी की गई है। सोमवार शाम तक यमुना का जलस्तर 101.10 मीटर तक कम हो गया है। यह अभी भी खतरे के निशान 100 मीटर से 1.10 मीटर ऊपर है। जिला प्रशासन द्वारा संचालित राहत शिविरों में प्रतिदिन सुबह का नाश्ता, दोपहर और रात का पक्का भोजन दिया जा रहा है। पलटू पुरवा में तंबू लगाए लोगों का कहना है कि उन्हें केवल दो पूड़ी और दाल ही मिली है। प्रशासन का दावा है कि पलटू पुरवा में तीन नावें, बिंदकी तहसील के सैमसी गांव में एक नाव और कुकड़ी गांव में दो नावें संचालित की जा रही हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा दवा छिड़काव के साथ ओआरएस का वितरण भी किया गया है। बाढ़ प्रभावित लोगों ने रास्ता और पुलिया बनाने की मांग की है। पलटू से ललौली को जोड़ने वाला रास्ता निचले क्षेत्र में है, जिससे 70 मीटर रास्ता पुलिया समेत डूब जाता है। जनप्रतिनिधियों के प्रति लोगों में आक्रोश भी देखने को मिला है। एक-एक तिरपाल और पन्नी लगाकर बारिश के बीच जीवन बिता रहे बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि उनकी कोई सुनवाई नहीं होती। उनका कहना है, अभी तो यहां सब आ रहे हैं, पानी कम होगा तो सब चले जाएंगे और फिर कोई नहीं सुनेगा। पुलिया और रास्ता ऊंचा न होने से बाढ़ आने पर गांव डूब जाता है और हम लोग निकल नहीं पाते हैं।
सोरोंजी से कांवड़ लेकर मुरैना जा रहे कांवड़ियों की मैक्स गाड़ी को एक तेज रफ्तार डंपर ने टक्कर मार दी। हादसा धौलपुर जिले की बरैठा सीमा से सटे सैंया उत्तर प्रदेश क्षेत्र में पार्वती नदी के पास हुआ। टक्कर के बाद मैक्स गाड़ी हाईवे किनारे गहरी खाई में गिरकर पलट गई। इस हादसे में गाड़ी में सवार 6 कांवड़िए गंभीर घायल हो गए। सूचना मिलते ही पुलिस और एम्बुलेंस मौके पर पहुंची। घायलों को पहले सीएचसी सैंया में भर्ती कराया गया। जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश के मुरैना जिले के जौरा कस्बे के मजरा साठा थाना बागचीनी के 30 युवक सोरोंजी से डाक कांवड़ लेकर अपने गांव जा रहे थे। कांवड़ियों का तरीका था कि एक युवक दौड़ते हुए कांवड़ को दूसरे साथी को देकर साथ चल रही गाड़ी में बैठ जाता था। हादसे के समय गाड़ी में 15 कांवड़िए सवार थे। आगरा-ग्वालियर हाईवे पर पार्वती नदी के पास सोमवार दोपहर करीब एक बजे तेज रफ्तार डंपर ने मैक्स को टक्कर मार दी। गाड़ी सड़क किनारे खाई में गिरकर पलट गई, जिससे चीख-पुकार मच गई। हादसे में दीपेश, अंकुर, विकास, नितिन, सुभाष शर्मा और विवेक शर्मा गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को सैंया अस्पताल में प्राथमिक इलाज के बाद एसएन अस्पताल आगरा रेफर कर दिया गया है।
जबलपुर स्वच्छता में 5वां, लेकिन हकीकत अलग:यादव कॉलोनी और गोकुलपुर में कचरे के ढेर, निवासी परेशान
जबलपुर को स्वच्छता सर्वेक्षण में देश में 5वां स्थान मिला है, लेकिन शहर की वास्तविक स्थिति इससे बिल्कुल अलग है। यादव कॉलोनी और गोकुलपुर जैसे कई इलाकों में कचरे के ढेर लगे हुए हैं। यहां तक कि नगर निगम की कचरा गाड़ियां भी यहां कचरा फेंक जाती हैं। गंदगी और मच्छरों से स्थानीय निवासी परेशान हैं। कमला नेहरू वार्ड के यादव कॉलोनी की सुभांषी साहू ने बताया कि उनके वार्ड में न तो नियमित सफाई कर्मचारी आते हैं और न ही कचरा गाड़ी। इस कारण लोग खाली प्लॉटों में कचरा फेंकते हैं। स्थानीय निवासी अभिषेक ने भी बताया कि नगर निगम की गाड़ियां भी यहां कचरा फेंक जाती हैं। उन्होंने कहा कि उनका घर पास में है और वे कीड़े-मच्छरों से परेशान हो चुके हैं। मना करने के बावजूद लोग कचरा फेंकने से नहीं मानते। पार्षद से शिकायत करने पर भी सफाई नहीं होती गोकुलपुर की पानी की टंकी के पास भी कचरे का ढेर लगा हुआ है। यहां के निवासियों का कहना है कि न तो कचरा गाड़ी आती है और न ही कोई हॉकर। उन्होंने नगर निगम को कई बार आवेदन दिए, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। स्थानीय निवासी मनोज ने बताया कि नगर निगम दावा करता है कि एक घंटे में सफाई हो जाएगी, लेकिन फोन करने पर भी कोई नहीं आता। उन्होंने पार्षद से भी कई बार शिकायत की है। एएचओ ने कहा-लोग रात में कचरा फेंक जाते नगर निगम के सहायक स्वास्थ्य अधिकारी अनिल बारी ने इस मामले पर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि कचरे का भंडार हर शहर में होता है। उनके यहां डोर-टू-डोर की व्यवस्था है, लेकिन लोग रात में खाली प्लॉटों में कचरा फेंक देते हैं। वे ऐसे लोगों पर चालान की कार्रवाई करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर नगर निगम की गाड़ियां खुले में कचरा फेंकती हैं, तो सुपरवाइजर पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल ने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए एक अहम फैसला लिया है। चित्तौड़गढ़ जिले के चंदेरिया रेलवे स्टेशन पर रुकने वाली गाड़ी संख्या 08611/08612 संतरागाछी-अजमेर–संतरागाछी स्पेशल ट्रेन के फेरे अब फिर से बढ़ा दिए गए हैं। पहले यह ट्रेन सीमित समय तक चलने वाली थी, लेकिन अब यह ट्रेन सितंबर तक यात्रियों को अपनी सेवा देती रहेगी। इससे उन लोगों को बहुत राहत मिलेगी जो इस रूट पर सफर करते हैं। गाड़ी संख्या 08611 संतरागाछी से अजमेर जाने वाली ट्रेन पहले 28 जुलाई तक ही चलने वाली थी, लेकिन अब यह 15 सितंबर तक चलाई जाएगी। वहीं गाड़ी संख्या 08612 अजमेर से संतरागाछी जाने वाली ट्रेन पहले 31 जुलाई तक चलने वाली थी, जिसे अब 18 सितंबर तक बढ़ा दिया गया है। इसका मतलब यह है कि अब यात्रियों को इस ट्रेन की सुविधा पहले से ज्यादा समय तक मिलेगी। रेलवे की तरफ से यह साफ कर दिया गया है कि इस ट्रेन के टाइम टेबल, रूट और कोचों की संख्या में कोई बदलाव नहीं किया गया है। मतलब, यह ट्रेन पहले जैसे ही अपने तय समय पर और तय स्टेशनों पर रुकते हुए चलेगी। ट्रेन की पूरी जानकारी जैसे कि कहां-कहां रुकती है, कितने बजे आती-जाती है, कितने कोच होते हैं – यह सब जानने के लिए यात्री वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं। इस फैसले से चित्तौड़गढ़ जिले को काफी फायदा होगा। चंदेरिया रेलवे स्टेशन पर ट्रेन का ठहराव जारी रहने से स्थानीय लोगों को अजमेर, कोलकाता, जमशेदपुर, रांची जैसे बड़े शहरों तक सीधे पहुंचने की सुविधा मिलती रहेगी। यह ट्रेन खासकर उन यात्रियों के लिए बहुत उपयोगी है जो पढ़ाई, नौकरी, व्यापार या किसी पारिवारिक कारण से इन शहरों की यात्रा करते हैं। इसके अलावा, इस रूट से आने वाले पर्यटक भी अब चित्तौड़गढ़ तक आसानी से पहुंच सकेंगे, जिससे स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। व्यापारी वर्ग के लिए भी यह ट्रेन फायदेमंद रहेगी, क्योंकि वे आसानी से व्यापारिक यात्रा कर पाएंगे। साथ ही, त्योहारों और खास अवसरों पर जब यात्रियों की संख्या बढ़ जाती है, तब इस ट्रेन का चलना राहत पहुंचाएगा। इस तरह, रेलवे द्वारा ट्रेन के फेरे बढ़ाना चित्तौड़गढ़ जिले के लोगों के लिए एक अच्छी खबर है। यह न सिर्फ यात्रा को आसान बनाएगा, बल्कि शहर की आर्थिक और सामाजिक गतिविधियों को भी गति देगा।
सवाई माधोपुर में सावन का आखरी सोमवार सूखा ही रहा। यहां पिछले कुछ दिनों से बारिश पर ब्रेक लगा हुआ है। सवाई माधोपुर में बारिश नहीं होने से धूप में भी तेजी आई है। सवाई माधोपुर में पिछले 24 घंटे में अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। वहीं न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जिले में अब तक औसत 786.05 MM बारिश सवाई माधोपुर जिले में सोमवार सुबह आठ बजे से मंगलवार सुबह आठ बजे तक कही भी बारिश नहीं हुई। इस दौरान जिले के सभी रेनगेज सेंटर्स पर बारिश दर्ज नहीं हुई। यहां के सभी 20 रेनगेज सेंटर रीते रहे। हालांकि पूर्व में हुई बारिश से फिलहाल नदी नालों में पानी की आवक बनी हुई है। जिले में अब तक औसत 786.05 MM बारिश हो चुकी है। जबकि जिले के 18 में से 12 बांध ओवरफ्लो होकर बह रहे हैं। जल संसाधन एवं सिंचाई विभाग के अनुसार जिले के सभी बांध अगस्त माह के अंत तक भरने की संभावना है। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों हुई बारिश से जिले के की इलाकों का संपर्क सवाई माधोपुर से कट गया था । अब बारिश पर ब्रेक लगने से फिर से यहां रास्ता खुलने की संभावना है।
जौन्पुर में युवक को 10 साल की कैद:दो को तीन-तीन साल की सजा, पड़ोसी पर किया था हमला
जौनपुर में अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम पी एन पांडे की अदालत ने एक महत्वपूर्ण फैसला सुनाया है। बदलापुर थाना क्षेत्र के तियरा निवासी संजय को गैरइरादतन हत्या का दोषी ठहराते हुए 10 साल की सजा सुनाई गई है। साथ ही उस पर 17,500 रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है। मामले में शामिल अन्य दो दोषियों राजनाथ और लाल बहादुर को तीन-तीन साल की सजा और प्रत्येक पर 7,500 रुपए जुर्माना लगाया गया है। यह मामला 21 मार्च 2021 का है। शाम लगभग 7 बजे वादी राजपति यादव के पड़ोसी संजय, राजनाथ और लाल बहादुर ने पुरानी रंजिश के चलते उनके घर पर हमला कर दिया। आरोपी लाठी-डंडे और धारदार हथियारों से लैस थे। उस समय वादी के बेटे भारत, पुत्रवधू सुनीता देवी और पत्नी जयराजी घर के बाहर काम कर रहे थे। आरोपियों ने तीनों पर हमला किया। सुनीता देवी जब घर के अंदर भागीं, तो आरोपियों ने उन्हें घर से बाहर खींच लिया। इससे वह बेहोश हो गईं। भारत के सिर पर गंभीर चोटें आईं। उसे पहले जिला अस्पताल जौनपुर ले जाया गया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उसकी स्थिति देखते हुए वाराणसी रेफर कर दिया। वाराणसी में इलाज के दौरान भारत की मृत्यु हो गई। पुलिस ने मामले की विवेचना करके कोर्ट में केस डायरी दाखिल की। अदालत ने दोनों पक्षों की बहस सुनने और पत्रावली में उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर संजय को गैरइरादतन हत्या का दोषी ठहराया। उसे 10 साल की सजा सुनाई गई। अन्य दो आरोपियों राजनाथ और लालबहादुर को तीन-तीन साल की सजा दी गई है।
छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय, C3iHub, IIT कानपुर और छत्रपति शाहू जी महाराज इनोवेशन फाउंडेशन के बीच साइबर सुरक्षा पर व्यावसायिक पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इस समझौते का उद्देश्य छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए साइबर सुरक्षा में एक व्यावसायिक पाठ्यक्रम की शुरुआत करना है। इस तरह के पाठ्यक्रम से छात्रों का कौशल विकास होता हैसमारोह में मुख्य अतिथियों के रूप में मौजूद कानपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने कहा कि वर्तमान समय में तकनीक के समावेश के साथ समन्वय पर जोर देने की जरूरत हैं। इस तरह के पाठ्यक्रम से छात्रों का कौशल विकास होता है।समझौते पर C3iHub की COO और अंतरिम CEO डॉ. तनीमा हाजरा और CSJMIF की CEO डॉ. शिल्पा डी. कैस्था द्वारा औपचारिक रूप से हस्ताक्षर किए गए। हिंदी भाषा में पढ़ाया जाएगा खास बात ये है कि हर वर्ग के छात्र-छात्राएं इस कोर्स को कर सकते हैं। इस सहयोग के अंतर्गत एक सेमेस्टर-लंबा ऑनलाइन पाठ्यक्रम लॉन्च किया जा रहा है, जो पूरी तरह हिंदी भाषा में पढ़ाया जाएगा, जिससे छात्रों के लिए इसे समझना सरल और सहज होगा। यह पाठ्यक्रम साइबर सुरक्षा की मूलभूत जानकारी और व्यावहारिक कौशल पर केंद्रित है।पाठ्यक्रम की मुख्य विशेषताएं ये हैंऑनलाइन और हिंदी में उपलब्ध होगा ये पाठ्यक्रम। साइबर अपराध, सोशल मीडिया खतरें, पहचान चोरी, व्यक्तिगत डेटा लीक, महिलाओं एवं बच्चों की ऑनलाइन सुरक्षा, डार्क वेब, साइबर आतंकवाद और अवैध गतिविधियां जैसे विषयों को शामिल किया गया है।इसके अलावा क्विज और फीडबैक सिस्टम से छात्रों की समझ को मापा जाएगा। वर्चुअल लैब्स के माध्यम से व्यावहारिक अनुभव प्राप्त होगा।
राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े आज सुबह उदयपुर पहुंचे। यहां पर राज्यपाल का स्थानीय अधिकारियों ने स्वागत किया। राज्यपाल आज उदयपुर और राजसमंद जिले के दौरें पर है। राज्यपाल सुबह करीब सवा आठ बजे यहां सर्किट हाउस पहुंचे। यहां पर पुलिस महानिरीक्षक गौरव श्रीवास्तव, जिला कलेक्टर नमित मेहता, बडगांव एसडीएम लतिका पालीवाल ने उनकी अगवानी की। राज्यपाल ने यहां अधिकारियों से चर्चा की। आज ये कार्यक्रम है राज्यपाल के
जहरीला पदार्थ खाने के बाद किशोरी की हालत बिगड़ गई जानकारी के बाद परिवार के सदस्यों ने इलाज करने के लिए अस्पताल पहुंचाया। जहां चिकित्सकों ने स्थानीय पुलिस को सूचना देते हुए इलाज शुरू किया। अब हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। मिली जानकारी के मुताबिक हलियापुर के पूरे मल्हन गांव में एक दुखद घटना सामने आई है। 17 वर्षीय अंजली ने सोमवार की देर शाम जहरीला पदार्थ खा लिया। उसकी हालत बिगड़ने पर परिवार के सदस्य उसे इलाज के लिए सौ शैय्या संयुक्त चिकित्सालय कुमारगंज ले गए। अस्पताल में मौजूद चिकित्सक डॉ. अनमोल पाठक और फार्मासिस्ट शैलेंद्र मणि ने कुमारगंज पुलिस को सूचना देते हुए तुरंत इलाज शुरू किया। परिवार के सदस्यों ने बताया कि अंजली ने जहरीला पदार्थ खाया था, जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई थी। घटना के पीछे का कारण परिवार के अनुसार भाई से हुआ विवाद था। सोमवार की देर शाम को अंजली और उसके भाई के बीच किसी बात को लेकर कहा-सुनी हो रही थी। भाई की बातों से नाराज होकर अंजली ने यह कदम उठाया। अंजली के पिता की पहले ही मौत हो चुकी है। घर पर वह अपनी मां, भाई और भाभी के साथ रहती है। उसकी मां का मानसिक संतुलन भी ठीक नहीं रहता है। परिवार में आए दिन मामूली बातों पर विवाद होता रहता है। डॉ. अनमोल पाठक ने बताया कि अंजली का इलाज जारी है। पहले की तुलना में उसकी हालत में काफी सुधार हो गया है।
डिंडौरी में मंगलवार की सुबह आसमान में कोहरा छाया रहा। पिछले दो दिनों से रुक-रुक कर हो रही हल्की बारिश के बाद अब मौसम साफ हो रहा है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में वर्षा की बौछार और कोहरे की संभावना है। मौसम में नमी बनी रहेगी और हवा की गति 8 किलोमीटर प्रति घंटे रहने का अनुमान है। जिले में बारिश के आंकड़े जानकारी के अनुसार 1 जून से 4 अगस्त तक डिंडौरी जिले में 35 इंच बारिश दर्ज की गई है। यह पिछले वर्ष की 18.1 इंच की तुलना में दोगुनी है। इस अवधि में डिंडौरी में 53 इंच, अमरपुर में 30 इंच, समनापुर में 21 इंच, बजाग में 37 इंच, करंजिया में 28 इंच, शहपुरा में 36 इंच और मेहदवानी में 41 इंच बारिश दर्ज की गई है। वर्तमान में अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। कोहरे से फसलों को फायदा किसान बुद्धू लाल ने बताया कि सुबह से कोहरा छाया होने का मतलब है कि अब कुछ दिनों तक बारिश नहीं होगी। उनके अनुसार इससे धान, अरहर सहित अन्य फसलों को फायदा होगा, क्योंकि अत्यधिक बारिश से फसलों को नुकसान होने का खतरा रहता है। मौसम के खुलने से फसलों की पैदावार अच्छी होने की उम्मीद है।
पानीपत जिले में आज (सोमवार को) सरकार द्वारा मनोनीत पार्षदों को शपथ दिलाई जाएगी। जिला प्रशासन की ओर से लघु सचिवालय में दोपहर के समय कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष दुष्यंत भट्ट, शहरी विधायक प्रमोद विज सहित अन्य सभी बड़े नेता शामिल होंगे। कानूनी सलाह लेने में जुटे जिलाध्यक्ष वहीं, मनोनीत पार्षदों के शपथ लेने को लेकर पानीपत के कुछ गलत अफवाहें फैल रही थी। जिसे लेकर जिलाध्यक्ष दुष्यंत भट्ट द्वारा कुछ यूटयूब चैनलों की निंदा की गई। वहीं, मंगलवार सुबह जिलाध्यक्ष दुष्यंत भट्ट ने अपने कार्यालय पर वकीलों को बुलाकर कानूनी सलाह ली। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने मेरे बारे में गलत अफवाहें फैलाकर लोगों को भ्रमित करने का काम किया है, उन लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया जाएगा, उन्हें किसी भी सूरत में छोड़ा नहीं जाएगा। मनोनीत पार्षदों को नहीं वोटिंग का अधिकार मनोनीत पार्षदों को निर्वाचित पार्षदों के समान ही अधिकार होते हैं, लेकिन उन्हें कुछ विशेष मामलों में मतदान करने का अधिकार नहीं होता है। मनोनीत पार्षद, निर्वाचित पार्षदों की तरह ही अपने वार्ड के विकास कार्यों में भाग लेते हैं और स्थानीय शासन के कार्यों में योगदान करते हैं। वे नगर निगम के अंतर्गत आने वाले सभी कार्यों में मेयर की सहायता करते हैं और उनके आदेशों का पालन करते हैं। मनोनीत पार्षद अपने वार्डों के विकास कार्यों में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं और स्थानीय समस्याओं के समाधान के लिए काम करते हैं। इन्हें निर्वाचित पार्षदों की भांति वोटिंग का अधिकार नहीं है। पानीपत शहर से तीन मनोनीत पार्षद बता दें कि, नगर निगम का चुनाव मार्च महीने में कराया था। भाजपा की कोमल सैनी मेयर बनी थी। साथ ही भाजपा के 23 पार्षद बनकर आए थे। वार्ड-8 से सरोज देवी व अंजली शर्मा कांग्रेस समर्थित रही थी। वार्ड-18 के बबलू निर्दलीय जीतकर आए थे। इसके बाद डॉ. गौरव श्रीवास्तव, धर्मबीर कश्यप और हिमांशु बांगा पार्षद मनोनीत किया था। समालखा के दो पार्षद ले चुके शपथ वहीं, समालखा नगर पालिका में वीरेंद्र कुमार नीटू और राधेश्याम जिंदल को पार्षद मनोनीत किया था। दोनों मनोनीत पार्षदों को शपथ ले चुके हैं। पानीपत नगर निगम के मनोनीत पार्षदों की शपथ बाकी थी। जिन्हें आज शपथ दिलाई जाएगी। तीनों मनोनीत पार्षदों का शपथ ग्रहण कार्यक्रम जिला सचिवालय के द्वितीय तल पर दोपहर बाद तीन बजे किया जाएगा। साथ ही विकास कार्यों पर भी चर्चा की जा सकती हैं। चहेतों को चमकाने में जुटे नेता पानीपत नगर निगम में 26 वार्ड हैं। इनमें 14 वार्ड शहरी विधानसभा क्षेत्र और 12 वार्ड पानीपत ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं। पानीपत शहरी विधायक प्रमोद विज और ग्रामीण क्षेत्र से शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा अपने-अपने चहेतों की मजबूत पैरवी कर रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्र से वार्ड-21 के पार्षद संजीव दहिया, वार्ड एक से अनीता परुथी भी अपनी पैरवी कर रही है। वहीं, पंचायत मंत्री कृष्णलाल पंवार अपने नजदीकी रिश्तेदार अशोक कटारिया को दोनों में से एक पद के लिए जोर लगा सकते हैं। इनके आने पर मुकाबला कड़ा हो सकता है। हालांकि अशोक कटारिया अपने वार्ड में विकास कार्य कराने की बात कह रहे हैं। डॉ. गौरव श्रीवास्तव का विरोध बंद शहर के लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है कि सरकार की ओर से मनोनीत पार्षद चुने जाने पर डॉ. गौरव श्रीवास्तव का विरोध किया जा रहा है। जिस पर शहरवासियों में संशय बना हुआ है कि सरकार द्वारा मनोनीत पार्षदों की सूची में फेरबदल किया जा सकता है। जिसको लेकर एक दिन पहले जिलाध्यक्ष दुष्यंत भट्ट की ओर से स्पष्ट कर दिया गया है कि कोई बदलाव नहीं होने वाला है, क्योंकि सरकार की ओर से कोई नई नोटिफिकेशन जारी नहीं की गई है। पार्षदों को पत्र भेज करेंगे सूचित- आयुक्त इस संबंध में नगर निगम आयुक्त डॉ. पंकज ने बताया कि आज मनोनीत पार्षदों को शपथ दिलाई जाएगी और सीनियर व डिप्टी मेयर का चुनाव 11 अगस्त को कराया जाएगा। यह फैसला सब हाउस का होगा और पार्षदों को पत्र भेजकर सूचित किया जाएगा।
प्रयागराज में गंगा और यमुना का जलस्तर डेंजर लेवल से ऊपर है। मंगलवार सुबह 8 बजे की रिपोर्ट के मुताबिक, नैनी में यमुना खतरे से 1.23 मीटर ऊपर बह रही है, यहां 8 सेमी घटकर जलस्तर 85.96 मीटर हो गया है। इसी तरह फाफामऊ में गंगा डेंजर लेवज से 1.36 मीटर ऊपर बह रही है, यहां जलस्तर 6 सेमी बढ़कर 86.09 मीटर पहुंचा है। छतनाग में भी गंगा डेंजर लेवल से 63 सेमी ऊपर बह रही, यहां जलस्तर 1 सेमी घटकर 85.37 मीटर पहुंच गया है। प्रयागराज में डेंजर लेवल 84.73 मीटर है। जलस्तर बढ़ने से गलियों में नाव चल रही है। पिछले 5 दिनों से लगातार गंगा और यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा था। यही कारण रहा है कि प्रयागराज के तमाम इलाके जलमग्न हो गए। अभी भी दोनों नदियां ऊफान पर ही हैं। जनपद के 107 गांव व मोहल्ले बाढ़ से प्रभावित जिला प्रशासन के आंकड़ाें के मुताबिक, अभी तक 107 गांव व मोहल्ले बाढ़ से प्रभावित हैं। इसमें सबसे ज्यादा सदर के 47 गांव व मोहल्ले हैं। कछार मऊ/सरैया, राजापुर देह माफी, असदुल्लापुर मो.बाद, बेली कछार, बेली उपरहार, बघाड़ा जहरूद्दीन, बघाड़ा बालन, मेहदौरी कछार, शिवकुटी, चांदपुर सलोरी उपरहार, सादियाबाद कछार, चिल्लापटटी, अराजी बारूद खाना कछार, आराजी जोधवल, अराजी बारूद खाना उपरहार, गोविंदपुर, चांदपुर सलोरी कछार, बकशी उपरहार, बकशी कछार, बभनपटटी कछार, बराही पटटी कछार, मुस्तफा बाद मुंस्कसमा, सराय मौज उर्फ कीडगंज, बखतियारा, दरियाबाद, मेहदौरी उपरहार, म्योराबाद, नकौली कछार, कछार भिखी सराय, नकौली उपरहार, नेवादा, बम्रौली कछार, असरौली कछार, गोहटी कछार, गोहटी उपरहार, करैली, करैला बाग, मैनापुर, असरावलखुर्द, फतेहपूर घाट, उझिली पटटी, चकसेरखां, लखनपुर, आदमपुर मदारीपुर, जोंदवल एवं फुलवा शामिल हैं। फूलपुर के 18 गांव प्रभावित : सोनौटी, बदरा, धोकरी, भदकार, लीलापुर, पुरे सूरदारपूर, कोहना, हवेलिया, बहादुरपूर, शेरडीह, उस्तापुर, महमूदाबाद, नीबीकला, छिबैया, ककड़ उपरहार, दुबावल, कोतारी एवं कालीकट। करछना के 8 गांव : देहली भगेसर, हथसरा, पनासा, पनासा उपरहार, भडेरा, कब्का, कचरी एवं खरकोनी। सोरांव के 8 गांव : फाफामऊ, गंगानगर,रंगपुरा, फतुपर, अकबरपुर गंगागंज, टिकरी, चपरी, सराय जयराम। मेजा के 12 गांव: झरियारी, अमिलिया खुर्द, इसौटा, मदरा, महेवा, समहन छतावा चौकी, परानीपुर, झरियारी, डेंगुपूर, बगहा एवं अमिलिया। बारा के 8 गांव : अमिलिया आमद चायल, कंजासा, घूरपुर, गोहरा तरहार, बिरवल, मझियारी, लालापुर एवं पूरे किन्नर। हंडिया के 6 गांव : बढौली, हरिहरपुर, इन्फवार, गोडरी, कसौधन एवं मवैया।
फतेहपुर जिले के ललौली क्षेत्र में यमुना नदी के जलस्तर में कमी आने से लोगों को राहत मिलने लगी है। बाढ़ के कारण बेहाल हुए जनजीवन में अब धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। जलस्तर कम होने से कुछ लोग अपने घरों की ओर लौटने लगे हैं। प्रभावित क्षेत्र पलटू का पुरवा में प्रशासन ने ऊंचे स्थानों पर राहत शिविर स्थापित किए हैं। इन शिविरों में शासन के निर्देशानुसार सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। बारिश को देखते हुए प्रोटोटाइप ऑटोमोबाइल्स टॉयलेट, पेयजल और साफ-सफाई की व्यवस्था भी की गई है। 6 तस्वीरों में देखिए बाढ़ से प्रभावित लोगों की जिंदगी... सोमवार शाम तक यमुना का जलस्तर 101.10 मीटर तक कम हो गया है। हालांकि, यह अभी भी खतरे के निशान 100 मीटर से 1.10 मीटर ऊपर है। जिला प्रशासन द्वारा संचालित राहत शिविरों में प्रतिदिन सुबह का नाश्ता, दोपहर और रात का पक्का भोजन पर्याप्त मात्रा में दिया जा रहा है। लेकिन पलटू पुरवा में तंबू लगाए लोगों का कहना है कि उन्हें केवल दो पूड़ी और दाल ही मिली है। प्रशासन का दावा है कि पलटू पुरवा में तीन नावें, बिंदकी तहसील के सैमसी गांव में एक नाव और कुकड़ी गांव में दो नावें पूरी सुरक्षा के साथ संचालित की जा रही हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा दवा छिड़काव के साथ ओआरएस का वितरण भी किया गया है। बाढ़ प्रभावित लोगों ने रास्ता और पुलिया बनाने की मांग की है। पलटू से ललौली को जोड़ने वाला रास्ता काफी निचले क्षेत्र में है, जिससे 70 मीटर रास्ता पुलिया समेत डूब जाता है। जनप्रतिनिधियों के प्रति लोगों में आक्रोश भी देखने को मिला। एक-एक तिरपाल और पन्नी लगाकर बारिश के बीच जीवन बिता रहे बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि उनकी कोई सुनवाई नहीं होती। उनका कहना है, अभी तो यहां सब आ रहे हैं, पानी कम होगा तो सब चले जाएंगे और फिर कोई नहीं सुनेगा। पुलिया और रास्ता ऊंचा न होने से बाढ़ आने पर गांव डूब जाता है और हम लोग निकल नहीं पाते हैं।
सीहोर के कुबेरेश्वर धाम मंदिर से चितावलिया हेमा गांव तक 6 अगस्त को कावड़ यात्रा निकाली जाएगी। पिछले कुछ सालों की तरह इस बार भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। कानून एवं शांति-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अपर कलेक्टर वृंदावन सिंह ने अधिकारियों की ड्यूटी लगाई है। उन्होंने एसडीएम तन्नय वर्मा को सम्पूर्ण व्यवस्था का प्रभारी नियुक्त किया है। ये व्यवस्था कावड़ यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कठिनाई न हो, इसके लिए की गई है। हजारों भक्तों को पूरे सावन प्रसादी वितरण किया गयापंडित प्रदीप मिश्रा ने बताया कि कांवड़ यात्रियों के ठहरने और भोजन-नाश्ते और पेयजल की व्यवस्था के लिए क्षेत्रवासी आगे आए हैं। शहर के सोया चौपाल के पास श्री राधेश्याम कालोनी में पूरे सावन मास प्रसादी का वितरण किया गया था। हजारों भक्तों के लिए 60 क्विंटल से ज्यादा आटे की पूड़ी, हलवा, नुक्ति, केले, चाय, नाश्ते के अलावा पेयजल का इंतजाम किया गया है। चार हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था शहर के छावनी स्थित नमक चौराहे पर श्रीसिद्ध हनुमान मंदिर पर करीब चार हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था की गई है। यहां कांवड़ यात्रियों के लिए भोजन प्रसादी और पेयजल आदि का वितरण किया जाएगा। 6 अगस्त को सुबह 7 बजे से होगा भंडारा श्रीराम सेवा समिति बढ़िया खेड़ी बड़ा मंदिर द्वारा कावड़ियों के लिए कोलीपुरा चौराहा पर 6 अगस्त को सुबह 7 बजे से विशाल भंडारे का आयोजन होगा। इसके अलावा राधेश्याम मंदिर, बजरंग अखाड़े, अटल पार्क, लुर्द माता स्कूल और शास्त्री पब्लिक स्कूल बढ़िया खेड़ी में भी कांवड़ियों के ठहरने की व्यवस्था की गई है। सीवन नदी के पास भी कांवड़ियों के ठहरने की व्यवस्था वार्ड क्रमांक 1 के पार्षद प्रतिनिधि ने बताया कि पूरा वार्ड कांवड़ यात्रियों के स्वागत के लिए तैयार है। शहर के वरिष्ठ समाजसेवी द्वारा बढियाखेड़ी सीवन नदी के पास भी कांवड़ियों के ठहरने की व्यवस्था की गई है। आज 12 बजे से कल रत 11 बजे तक रहेगा सड़क पर डायवर्सनएसपी दीपक शुक्ला ने बताया की सीवन घाट सीहोर से कुबेरेश्वर धाम कावड़ यात्रा अंतर्गत डायवर्सन एवं पार्किंग प्लान पुलिस ने तय किया है। मंगलवार से बुशवार तक सीवन घाट सीहोर से कुबरेश्वर धाम सीहोर तक पंडित प्रदीप मिश्रा कावड़ यात्रा का आयोजन कर रहे हैं। इसे देखते हुए अलग-अलग मार्गों से डायवर्सन किया गया है, ये डायवर्सन मंगलवार रात 12 बजे से बुधवार रत 11 बजे तक रहेगा| यात्रा मार्ग पर 24 घंटे का डायवर्सन प्लान-1.भोपाल तरफ से आने वाले भारी वाहन थाना-परवलिया अंतर्गत मुबारकपुर जोड़ एवं थाना-खजूरी अंतर्गत तुमड़ा जोड़ से होकर श्यामपुर-कुरावर-ब्यावरा-शाजापुर-मक्सी से होकर देवास इंदौर जा सकेंगे। इसी प्रकार देवास ,इंदौर से आने वाले भारी वाहन देवास से मक्सी- शाजापुर- ब्यावर- कुरावर-श्यामपुर होते हुए भोपाल जा सकेंगे। 2. भोपाल से आष्टा- देवास- उज्जैन- इंदौर जाने वाले छोटे वाहन एवं सवारी वाहन सीहोर न्यू क्रिसेंट चौराहा से भाऊखेड़ी जोड़ से अमलाहा होते हुए आष्टा, देवास ,उज्जैन ,इंदौर जा सकेंगेइसी प्रकार इंदौर-उज्जैन-देवास से भोपाल जाने वाले छोटे वाहन एवं सवारी वाहन आष्टा- अमलाहा- भाऊखेड़ी जोड़-न्यू क्रिसेंट चौराहा होते हुए भोपाल जा सकेंगे।
जयपुर में मॉर्निंग वॉक से लौट रहे लेबर इंस्पेक्टर को आरएसी जवान ने गोलियों से भून दिया। इंस्पेक्टर की मौके पर ही मौत हो गई। जानकारी के अनुसार हत्यारा जवान अजय और इंस्पेक्टर शंकर लाल रिश्ते में साला-जीजा हैं। घटना बगरू थाना इलाके में मंगलवार सुबह 6.30 बजे की है। घर में घुसते ही राइफल से फायरिंग आरोपी अजय सुबह जयपुर से बगरू में शंकर लाल के घर पहुंचा था। उस वक्त शंकर लाल मॉर्निंग वॉक पर गए थे। वे जैसे ही वापस लौटे तो हत्यारे ने एसएलआर राइफल से करीब 7 राउंड फायर कर दिए। हत्या के बाद आरोपी ने फुलेरा थाना में सरेंडर कर दिया। खबर अपडेट की जा रही है...
सोनभद्र में ड्रोन के अनियंत्रित इस्तेमाल को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन सख्त हो गया है। अपर पुलिस अधीक्षक मुख्यालय अनिल कुमार ने कहा कि ड्रोन नीति 2023 का कड़ाई से पालन कराया जाएगा। बिना अनुमति ड्रोन उड़ाने पर कड़ी कार्रवाई होगी। इसमें गैंगस्टर एक्ट तक की धाराएं लग सकती हैं। यह फैसला हाल ही में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सामने आए ड्रोन दुरुपयोग के मामलों को देखते हुए लिया गया है। एएसपी अनिल कुमार ने स्पष्ट किया कि किसी भी आयोजन—चाहे वह धार्मिक हो, सामाजिक हो या फिर सर्वेक्षण—ड्रोन के इस्तेमाल के लिए संबंधित थाने से पूर्व अनुमति लेना अनिवार्य है। ड्रोन उड़ाने की अनुमति देने की जिम्मेदारी थानाध्यक्ष/प्रभारी निरीक्षक को सौंपी गई है। पुलिस विभाग ने आम लोगों के बीच जागरूकता फैलाने की भी तैयारी की है। ग्राम/मोहल्ला समितियां, व्यापार मंडल, विद्यालय और महाविद्यालयों के जरिए जनजागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएंगे, ताकि लोग ड्रोन नीति के नियमों को समझ सकें और उसका पालन करें। सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों से रहें सतर्क एएसपी अनिल कुमार ने आम नागरिकों से सोशल मीडिया पर फैल रहे संदेशों को लेकर सतर्क रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया ग्रुप्स पर आने वाले किसी भी संदेश की सत्यता की जांच किए बिना न उस पर विश्वास करें और न ही उसे आगे बढ़ाएं। पुलिस की टीम भ्रामक सूचनाओं पर नजर बनाए हुए है।
खंडवा में सोमवार को सिंधी समाज की महिलाओं द्वारा निकाली गई कांवड़ यात्रा में पश्चिम बंगाल भाजपा प्रवक्ता और सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता नाजिया इलाही खान ने भाग लिया। उन्होंने खुद भी कांवड़ उठाई और महादेवगढ़ मंदिर तक पहुंचीं। नाजिया इलाही ने कहा कि “मैं जब मंदिर आई तो मुझे शिवशक्ति कहा गया, सम्मान मिला। जबकि सपा सांसद डिंपल यादव जब साड़ी पहनकर मस्जिद गई थीं तो मौलानाओं ने इस्लामिक नियमों के नाम पर अपमानजनक टिप्पणी की थी। मेरे समाज के मौलाना, मौलवी कभी इतनी इज्जत नहीं दे सकते।” दो मुस्लिम युवकों ने अपनाया सनातन धर्मकांवड़ यात्रा के बाद महादेवगढ़ मंदिर में दो मुस्लिम युवकों ने सनातन धर्म अपनाया। नाजिया इलाही की मौजूदगी में महादेवगढ़ के पुजारी अश्विन खेड़े ने विधिपूर्वक धर्म परिवर्तन की प्रक्रिया पूरी कराई। इनमें एक युवक रेहान शेख अब रोहन बन गया है, जबकि दूसरा समीर मंसूरी अब शंकर के नाम से जाना जाएगा। देखिए 2 तस्वीरें... 'सनातन ही सत्य, गजवा-ए-हिंद एक साजिश'नाजिया इलाही ने कहा कि ये दोनों युवक स्वेच्छा से और कानूनी प्रक्रिया पूरी करके सनातन धर्म में आए हैं। उन्होंने दावा किया कि देश में ‘लव जिहाद’ एक ट्रैप है और यह गजवा-ए-हिंद की स्ट्रैटजी का हिस्सा है, जो देश को तोड़ने की साजिश है। उन्होंने कहा, “सनातन ही सत्य है, और यही धर्म आत्मसम्मान और सुरक्षा देता है।” मंदिर समिति का दावा: इस साल कई लोगों ने अपनाया सनातन धर्ममहादेवगढ़ मंदिर के प्रमुख अशोक पालीवाल ने बताया कि इस वर्ष की शुरुआत से अब तक कई लोग मंदिर में आकर सनातन धर्म अपना चुके हैं। मंदिर में प्रतिदिन कांवड़ यात्राएं और धर्म जागरण गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं।
फिरोजाबाद के थाना उत्तर क्षेत्र स्थित सरकारी ट्रॉमा सेंटर में सोमवार रात्रि इलाज के दौरान एक वृद्ध की मौत हो गई। इसके बाद परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया। मृतक की पहचान जगजीवन राम नगर निवासी 70 वर्षीय असर्फी राम के रूप में हुई है। परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया। हंगामे के दौरान अस्पताल का स्टाफ और डॉक्टर मौके से गायब हो गए। सूचना मिलने पर थाना उत्तर पुलिस मौके पर पहुंची। परिजनों ने बताया कि डॉक्टरों ने ठीक से उनका इलाज नहीं किया जिसके चलते उनकी जान चली गई। रात्रि के समय डॉक्टर भी मरीज को देखने के लिए नहीं आते। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया और कार्रवाई का आश्वासन देते हुए मामले को शांत कराया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। मृतक थाना दक्षिण क्षेत्र के जगजीवन राम नगर का रहने वाला था। इंस्पेक्टर संजुल कुमार पांडे का कहना है कि वृद्ध की उपचार के दौरान मौत हो गई थी। हंगामा कर रहे परिजनों को समझा बुझाकर शांत करा दिया गया है। आगे तहरीर प्राप्त होने पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
गाजियाबाद में एक मीट व्यापारी की पुलिस को धमकाते हुए सरेआम वीडियो सामने आई है, यह घटना गाजियाबाद के मुरादनगर क्षेत्र की है। जहां सावन महीने में पुलिस मीट की दुकान बंद कराने को गई थी। गाली गलौज करते हुए मीट व्यापारी सरेआम पुलिस के सामने धमकी दे रहा है। पुलिस मित्र ने दिखाई दबंगई गाज़ियाबाद में सावन माह में मुरादनगर कस्बे में मीट बिक्री को लेकर एक शिकायत पर पुलिस सक्रिय हुई। लेकिन कार्रवाई के दौरान मीट व्यापारी ने पुलिस को ही गाली गलौज करते हुए धमकाया।यहां मुरादनगर कस्बा चौकी की पुलिस ने प्रतिबंधित समय में मीट बेचने की शिकायत पर कुछ दुकानदारों को चौकी बुलाया था। इसी दौरान खुद को पुलिस मित्र बताने वाला भूरा चौधरी मौके पर पहुंचा और वहां तैनात पुलिसकर्मियों से बदसलूकी करने लगा। भूरा चौधरी ने पुलिसकर्मियों के साथ गाली-गलौज करते हुए उन्हें धमकाया और यहां तक कह डाला, किसी मे दम है, मैं दुकान खुलवाकर दिखाता हूँ। हराम का माल दे दूंगा तो छोड़ दोगे? सारा मुसलमान सड़क पर उतरने को तैयार बैठा है। वीडियो से माहौल भड़काने का प्रयास भूरा द्वारा खुलेआम दी गई यह धमकी और अभद्र भाषा का प्रयोग न सिर्फ पुलिस की छवि पर सवाल खड़े करता है, बल्कि पुलिस मित्र जैसे संवेदनशील दायित्व के दुरुपयोग को भी उजागर करता है। पुलिस मित्र बनकर एक मीट व्यापारी सरेआम का गालियां दे रहा है पुलिस को खुलेआम धमकी दे रहा है। वीडियो आने के बाद पुलिस ने गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया। एडिशनल पुलिस कमिश्नर आलोक प्रियदर्शिका कहना है कि पूरे मामले में जांच कर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है, जो भी इस घटना में दोषी होंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी।
राजस्थान में हेल्थ डिपार्टमेंट का सूचना तंत्र बीमार हो गया है। जिलों में तैनात मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO), प्रमुख चिकित्सा अधिकारी (PMO) के खिलाफ लगातार आमजन या दूसरे स्तर से लापरवाही या अन्य गड़बड़ी की शिकायतें आ रही हैं। लेकिन विभाग के इनके ऊपर बैठे अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं लग रही। मजबूरन लोगों को जब कलेक्ट्रेट जाकर शिकायत करनी पड़ रही है। उसके लिए कलेक्टर, एडीएम, एसडीएम के स्तर पर जांच करवाई जा रही है। उस पर कार्यवाही के लिए फाइल भेजकर अनुशंषा की जा रही है। विभाग के इस बीमार सूचना तंत्र से अब हेल्थ डिपार्टमेंट के आला-अफसर खफा हो गए हैं। पिछले दिनों ज्वाइंट सेक्रेट्री के स्तर से एक पत्र निदेशक हेल्थ को लिखा गया और इस पर नाराजगी जताई। सचिव ने पत्र में बताया- हमारे पर ज्यादातर CMHO और PMO के खिलाफ कार्रवाई के लिए उपखंड अधिकारी, अतिरिक्त कलेक्टर के जरिए कलेक्टर के स्तर से फाइल भेजकर अनुशंषा करवाई जा रही है। जबकि इन स्तर के डॉक्टरों (CMHO, PMO) के खिलाफ शिकायत सुनने और उस पर कार्यवाही के लिए जोन लेवल पर संयुक्त निदेशक और निदेशालय स्तर पर अतिरिक्त निदेशक है। पत्र में सचिव ने चेतावनी देते हुए कहा, कि जल्द विभाग के सूचना तंत्र को मजबूत किया जाए और आमजन की शिकायतों को विभाग के स्तर पर दर्ज करके उन पर नियमानुसार कार्यवाही की जाए, ताकि भविष्य में CMHO और PMO के खिलाफ कार्यवाही के लिए विभाग के स्तर पर मौजूद अधिकारियों से ही राज्य सरकार के पास अनुशंषा के लिए फाइल आए।
सतना जिले के कोलगवां थाना अंतर्गत उतैली में रविवार रात एक घर के अंदर अज्ञात बदमाश ने पेट्रोल बम फेंक दिया। घटना रात करीब 11:30 बजे की है, जब नारायण तालाब के पास रहने वाले लल्लू पांडेय अपने परिवार के साथ खाना खाकर सोने की तैयारी कर रहे थे। इसी दौरान बाउंड्री के अंदर किसी ने बाहर से पेट्रोल बम फेंका, जिससे तेज धमाका हुआ। धमाके से परिवार में मची भगदड़धमाके की आवाज सुनते ही लल्लू पांडेय और उनके परिजन घर से बाहर भागे, लेकिन उन्हें वहां कोई नजर नहीं आया। गेट के पास कांच की बोतल के टुकड़े पड़े मिले, जिससे अंदाजा लगाया गया कि पेट्रोल बम का इस्तेमाल किया गया था। घटना के बाद पूरा परिवार दहशत में आ गया। डायल 100 पर दी सूचना, थाने में दर्ज कराई रिपोर्टघटना के तुरंत बाद परिवार ने डायल 100 पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी। इसके बाद सोमवार सुबह थाने में पहुंचकर उन्होंने लिखित शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सीसीटीवी में भागता दिखा एक युवकपड़ोस में लगे सीसीटीवी कैमरे में एक संदिग्ध युवक भागते हुए नजर आया है। हालांकि, घटना के वक्त बारिश और अंधेरा होने के कारण वीडियो में स्पष्ट पहचान नहीं हो पा रही है। पुलिस फुटेज के आधार पर जांच कर रही है और आरोपी की तलाश जारी है।
‘खर्राटे लेना नींद की कोई एक सामान्य अवस्था नहीं है, बल्कि यह एक गंभीर बीमारी है। खर्राटे लेने से हार्ट अटैक, नींद के दौरान हांफना, सोने में कठिनाई, सुबह अत्यधिक सिरदर्द रहना, दिन में बहुत नींद आना जैसी विभिन्न समस्याओं की उत्पत्ति होती है।’ ये कहना है डॉ. मधुकर वशिष्ठ का। उन्होंने छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कही। नेशनल इण्टीग्रेटिड मेडिकल एसोसिएशन (नीमा) महिला फोरम के बैनर तले कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। योग के माध्यम से इसे सही किया जा सकता है उन्होंने बताया कि योग, चिकित्सा एवं अन्य उपकरणों जैसे पीएपी, सीपीएपी आदि के माध्यम इस बीमारी को सही किया जा सकता है। कार्यक्रम में वरिष्ठ आयुर्वेदाचार्य नीमा महिला फोरम की महासचिव डॉ. वंदना पाठक ने कहा कि स्लीप एपनिया के उपचार में आयुर्वेद बहुत कारगर है। योग व आयुर्वेद के माध्यम दैनिक जीवन में इसे रोका जा सकता है। उन्होंने खान-पान के नियम, योग और आहार के समुचित प्रबंधन पर विशेष बल दिया और उसके माध्यम से स्वस्थ जीवन शैली के बारे में जागरूक किया। डॉ. वंदना पाठक ने बताया कि इस समस्या से जो लोग ग्रस्त है, उनकी इस बीमारी के लिए निःशुल्क शिविर भी विश्वविद्यालय में आयोजित किया जा रहा है। इसमें लगभग 90 मरीजों ने पंजीकरण कराया है। ये लोग भी रहे मौजूदकार्यक्रम का उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने दीप प्रज्जवलन कर किया। इस मौके पर नीमा वूमेन फोरम कानपुर की अध्यक्ष डॉ. नीरजा दुबे, सचिव डॉ. वंदना पाठक, कोषाध्यक्ष डॉ. प्रतिमा गुप्ता, डॉ. मधुकर वशिष्ठ, वरिष्ठ आयुर्वेदाचार्य डॉ. निरंकार गोयल, संस्थान के निदेशक डॉ. मुनीश रस्तोगी, एसो. डीन प्रशासन डॉ. दिग्विजय शर्मा आदि लोग उपस्थित रहे।
शहर के व्यस्ततम इलाके गांधी चौक के समीप सोमवार सुबह भीषण आग लग गई। भारतीय प्रेस, हरियाणा हैंडलूम और अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को इस आग ने अपनी चपेट में ले लिया। एक दर्जन से अधिक दुकानें और प्रतिष्ठान इस आग की चपेट में आ गए। इससे लगभग एक से दो करोड़ रुपए तक की संपत्ति के नुकसान का अनुमान है। सुबह जब स्थानीय लोगों ने दुकानों से धुआं और लपटें देखीं, तब पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। देखते ही देखते आग ने कई दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया। घटनास्थल के पास स्थित भारती टावर होटल में उस समय कई लोग परिवार सहित रुके हुए थे। कोतवाली पुलिस, नगर पालिका और राहत दल मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य में जुटे हैं। दमकल पड़ी कम आग बुझाने के लिए नगर पालिका की दमकल गाड़ी सबसे पहले पहुंची। लेकिन वह आग को नियंत्रित करने में असफल रही। इसके बाद अन्य क्षेत्रों से अतिरिक्त दमकल गाड़ियां बुलाई गईं। आग पर काबू पाने की कोशिशें अभी भी जारी हैं। अग्निकांड के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। फिलहाल शॉर्ट सर्किट की संभावना जताई जा रही है। पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर मौजूद है। CCTV फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं। घटना की सूचना फैलते ही सैकड़ों लोग मौके पर जमा हो गए। व्यापारियों का कहना है कि अगर फायर बिग्रेड व्यवस्था सही होती, तो नुकसान को रोका जा सकता था। आग की चपेट में आए दुकानदारों ने तुरंत मुआवजा और पुनर्वास की मांग की है। पुलिस प्रशासन, नगरपालिका और स्थानीय अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद हैं। अग्निकांड से प्रभावित इलाके की घेराबंदी कर दी गई है। आगजनी की अन्य तस्वीरें..
शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी बीते दो दिनों से खेजड़ी पेड़ काट रही सोलर कंपनी के विरोध में बाड़मेर जिले के बरियाड़ा गांव में धरने पर बैठे है। उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से सामने आ रहा है। जिसमें विधायक सीआई सत्यप्रकाश पर बिफरे नजर आ रहे है। बंक में बने कंपनी के ऑफिस को बंद करवा रहे है। इस दौरान सीआई को कह रहे है कि आप हद कर रहे हो। कोई चीज समझ में नहीं आ रही है। सीआई बोले रहे कि मैं आपसे निवेदन कर रहा हूं। विधायक ने कहा- यह लोग यहां पर किस लिए बैठे है। आप जिन लोगों ने खेजड़ियां काटी है उनके साथ में बैठे हो। सीआई ने कहा- हम नहीं बैठ रहे है। विधायक बोले- तो इनको ऑफिस से निकालों बाहर और बंद करवाओ। हद कर रहे हो आप लोग। सीआई बोले- मेरे को तो यह कहा गया था कि इन्होंने बुलाया है। विधायक बोले किसने बुलाया.. नहीं बुलाया गया। जो रिपोर्ट देनी थी वो दे दीजिए फिर बात करेंगे। एसडीएम साहब से करेंगे बात। विधायक बोले- इसको (आफिस) बंद करवाओ। निकाला इनको बाहर। सीआई ने कहा कि बंद करवाने का मेरे अधिकार क्षेत्र में नहीं है। विधायक बोले- फिर कौन बंद करवाएंगा मैं करवाऊं बंद.. मैं करवाऊं....मैं करवाऊं..। सीआई ने कहा आपकी इच्छा है आपका विवेक है। मेरे अधिकार क्षेत्र से बाहर है। विधायक बोले- मैं यहां पर बैठूं धरने पर। आप लोग कंपनियों के साथ बैठ रहे हो। सीआई बोले- हम नहीं बैठ रहे है। विधायक बोले- एक घंटे पहले चार खेजड़िया निकाल रहे थे तब वहां पर बैठे थे। अब कंपनी के साथ बैठने लग गए। सीआई बोले- कंपनी के साथ नहीं बैठते है। हमारे इनसे कोई लेना-देना नहीं है। विधायक बोले- हद कर रहे हो, किसानों से लेना-देना ही नहीं है। दादागिरी करोंगे। करों दादागिरी। सीआई बोले- हमारे लिए लॉ-इन-ऑर्डर है। विधायक बोले- है लॉ-इन-ऑर्डर, मजाक समझ रखी है। कंपनी के कर्मचारी को डांटते हुए कहा कि बंद कर इसको। वो ब्लैक-व्हाइट इसको बंद कर। बाहर आ जा भईया, और कौन है अंदर। बाहर आ जा। बाहर आ.. बाहर आजा भाई। दिमाग खराब हो रखा है। दादागिरी है। हाथ लगाओ इसको। गलत फहमी के शिकार हो रखे। बंद करो यह सारें। रविवार को विधायक पहुंचे थे धरने पर रविवार को खेजड़ी वृक्षों की अवैध कटाई और उसके पश्चात् रात के अंधेरे में उन्हें जलाने की सूचना सामने आने के बाद विधायक भाटी स्वयं बरियाड़ा-खुड़ाल पहुंचे और समस्त ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठ गए। उनकी अगुआई में शुरू हुआ यह आंदोलन अब न केवल एक पर्यावरणीय चेतना का प्रतीक बन गया है, बल्कि प्रशासनिक तंत्र की निष्क्रियता पर भी सवाल खड़े कर रहा है। विधायक ने राख पर चारपाई डाल बिताई रात, सुबह खुदाई कर निकाले दर्जनों खेजड़ी वृक्षों के अवशेष रविवार की रात विधायक भाटी ने धरना स्थल पर खेजड़ी की जल चुकी राख के ऊपर ही चारपाई बिछाकर रात बिताई — यह प्रतीकात्मक और व्यावहारिक दोनों ही दृष्टिकोणों से एक गहन संदेश था कि यह आंदोलन सिर्फ औपचारिक विरोध नहीं, बल्कि संवेदनशील प्रतिबद्धता और ज़मीनी संघर्ष की प्रत्यक्ष अभिव्यक्ति है। विधायक की निगरानी में दफनाए खेजड़ी पेड के अवशेष निकालें सोमवार सुबह उन्होंने स्वयं की निगरानी में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में स्थल की खुदाई करवाई, जिसमें काटे गए दर्जनों खेजड़ी वृक्षों के अवशेष बाहर निकाले गए। यह स्पष्ट प्रमाण था कि इन वृक्षों को काटकर अपराध के साक्ष्य मिटाने के लिए जानबूझकर ज़मीन में गाड़ दिया गया था। विधायक भाटी ने मौके पर मौजूद अधिकारियों से तीखे सवाल किए कि यह सब कुछ उनकी मौजूदगी में और प्रशासन की नाक के नीचे कैसे संभव हुआ? उन्होंने पूछा कि क्या प्रशासनिक तंत्र अब सोलर कंपनियों के दबाव में मौन रहना स्वीकार कर चुका है? इस पर उपस्थित अधिकारियों की ओर से कोई ठोस उत्तर नहीं मिला, बल्कि गोलमोल जवाब दिए गए। प्रशासनिक कार्यवाही नहीं हुई तो कलेक्ट्रेट तक ले जाएंगे खेजड़ी के अवशेष विधायक भाटी ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि इस मामले में शीघ्र, निष्पक्ष और कठोर प्रशासनिक कार्यवाही नहीं की गई, तो वह निकाले गए खेजड़ी वृक्षों के अवशेषों को स्वयं जिला कलेक्ट्रेट लेकर जाएंगे और वहाँ प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि यह केवल पर्यावरण का सवाल नहीं है, बल्कि ग्रामीण गरिमा, परंपरा और संविधान में प्रदत्त पर्यावरणीय अधिकारों की रक्षा का विषय है।
प्रयागराज में सोमवार को एक कथावाचिका ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों का आरोप है कि युवती को एक युवक ने प्रेम जाल में फंसाया था। वह चोरी-छिपे उसके घर मिलने आता था। घटना करछना थाना क्षेत्र की है। परिवार को दोनों के मिलने की जानकारी हुई तो उन्होंने युवक को रंगे हाथों पकड़कर चेतावनी दी। इसके बाद भी वह लगातार युवती को कॉल और मैसेज करता रहा। युवती की मां ने बताया कि समाज में बदनामी और मानसिक प्रताड़ना से आहत होकर उनकी बेटी ने सोमवार को आत्महत्या कर ली। मां ने आरोप लगाया कि गांव के लेखपाल की मदद से युवक उनके घर आता था। उन्होंने कहा कि युवक ने उनकी बेटी के साथ जबरन शारीरिक संबंध भी बनाए। थाना प्रभारी अनूप सरोज ने बताया कि परिजनों की तहरीर मिल गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। घटना की जानकारी मिलने पर करछना विधायक पियूष रंजन निषाद और ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि कमलेश द्विवेदी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की। उन्होंने परिवार को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
फर्जी पासपोर्ट मामले में छठी गिरफ्तारी:इकबाल खान को कोलकाता से पकड़ा, आतंकी कनेक्शन भी तलाश रही एटीएस
फर्जी दस्तावेजों के जरिये भारतीय पासपोर्ट बनवाने के मामले में एंटी टेरेरिस्ट स्क्वायड (ATS) ने अफगानी नागरिक इकबाल खान (27) पिता इस्लाम खान को कोलकाता से सोमवार को गिरफ्तार किया है। वह फर्जी पासपोर्ट के जरिये अफगानिस्तान जाने की फिराक में था। उसे मंगलवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। इसे मिलाकर इस केस में अब तक 6 लोग पकड़े जा चुके हैं। इससे पहले रविवार को एटीएस ने अकबर खान को भी कोलकाता से गिरफ्तार किया था। एटीएस ने अकबर खान से सख्ती से पूछताछ की। उसने अहम जानकारी देते हुए इकबाल खान का नाम बताया और कहा कि वह कोलकाता में छिपा है। बता दें कि एटीएस ने शुक्रवार रात जबलपुर शहर के छोटी ओमती इलाके से अफगानी नागरिक सोहबत खान को गिरफ्तार किया था, जो 10 साल से छिपकर रह रहा था। आम नागरिक की तरह कंबल, चादर बेचने वाला सोहबत खान फर्जी पासपोर्ट बनवाकर लोगों को अफगानिस्तान भिजवाता था। एटीएस इस गिरोह में आतंकी कनेक्शन भी खंगाल रही है। जब यह जानकारी एटीएस को लगी तो उस पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे तार जुड़ते गए। अभी तक एटीएस ने सोहबत खान, अकबर खान, इकबाल खान, दिनेश गर्ग, चंदन सिंह, महेश सुखदान को गिरफ्तार किया है। इनमें से सोहबत खान, अकबर खान, दिनेश गर्ग, चंदन सिंह, महेश सुखदान केंद्रीय जेल जबलपुर में हैं। मामले में एटीएस ने स्थानीय पार्षद की भी भूमिका को संदिग्ध माना है। एटीएस ने उससे पूछा है कि फर्जी दस्तावेज आखिर तैयार कैसे हुए। AK-47 के साथ सोशल मीडिया पर डाला था फोटो करीब पांच माह पहले एटीएस ने सोशल मीडिया से एक फोटो रिकवर की। फोटो में युवक एके-47 के साथ था। जानकारी जुटाई गई तो पता चला युवक का नाम सोहबत खान है, जो कि अफगानिस्तान का है, पर कुछ सालों से मध्यप्रदेश के जबलपुर में अवैध रूप से छिपकर रह रहा है। एटीएस ने सोहबत खान के विषय में और जानकारियां जुटाई तो पता चला कि उसने जबलपुर की एक महिला से शादी कर ली है। इसके बाद पासपोर्ट के लिए उसने अपना आधारकार्ड भी बनवा लिया। एटीएस ने सोहबत खान को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो जबलपुर में वन विभाग में पदस्थ दिनेश गर्ग, शंकरशाह नगर में रहने वाले चंदन सिंह और कटंगा निवासी महेश सुखदान के नाम सामने आए। फर्जी पासपोर्ट बनवाने में सभी के अलग-अलग जिम्मेदारी थी। इसके लिए सोहबत खान उन्हें अच्छी खासी रकम भी देता था। आठनल के पास रहता था किराए से सोहबत खान छोटी ओमती के आठनल के पास किराए के मकान में रहता था। वह 2015 में भारत आया था। यहां उसने शादी करने के बाद फर्जी आधार कार्ड, पेनकार्ड, मूल निवासी, ड्राइविंग लाइसेंस सहित अन्य दस्तावेज बनवा लिए थे। उन्हीं दस्तावेजों के आधार पर 2020 में सोहबत खान ने फर्जी पासपोर्ट बनवा लिया था। डॉक्टर की भूमिका भी संदिग्ध सूत्र बताते हैं कि गिरफ्तारी के बाद सोहबत खान की गैंग के सदस्य चंदन गर्ग ने खुद को एचआईवी पॉजिटिव बताया था। जिला अस्पताल में उसकी जांच कराई गई तो रिपोर्ट पॉजिटिव ही आई। एटीएस ने सोमवार को फिर से जांच कराई तो रिपोर्ट निगेटिव आ गई। इससे जिला अस्पताल के डॉक्टर की भूमिका पर संदेश किया जा रहा है। किस व्यक्ति का क्या था काम मामले से संबंधित ये खबरें भी पढ़िए... अब कोलकाता से पकड़ाया अफगानी नागरिक एंटी टेरेरिस्ट स्क्वायड (ATS) ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए भारतीय पासपोर्ट बनवाने के मामले में एक और अफगानी नागरिक को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान 53 वर्षीय अकबर के रूप में हुई है, जो करीब 20 साल पहले अफगानिस्तान से भारत आया और यहीं बस गया था। अकबर पश्चिम बंगाल में रह रहा था और उसे कोलकाता से गिरफ्तार किया गया है। एटीएस की टीम उसे रविवार देर रात जबलपुर लेकर पहुंची। सोमवार को उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। पूरी खबर पढ़ें... जबलपुर में ATS ने अफगानी नागरिक को गिरफ्तार किया जबलपुर में 10 साल से छिपकर रह रहे एक अफगानी नागरिक को एटीएस (एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड) ने गिरफ्तार किया है। सूत्रों के अनुसार, एटीएस की टीम एक सप्ताह से लगातार उस पर निगरानी रखे हुए थी। शुक्रवार को उसे जबलपुर शहर के छोटी ओमती इलाके से पकड़ा गया। जबलपुर पुलिस को एटीएस की इस पूरी कार्रवाई की भनक तक नहीं लगी। गिरफ्तार युवक का नाम सोहबत खान है, जो किराए के मकान में रहकर प्राइवेट नौकरी कर रहा था। फिलहाल एटीएस उसे किसी अज्ञात स्थान पर ले गई है। उसके पास से कई अहम दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं। पूरी खबर पढ़ें... भोपाल में किन्नर बनकर रह रहा था बांग्लादेशी अब्दुल कलाम भोपाल पुलिस ने शहर के बुधवारा क्षेत्र से बांग्लादेशी नागरिक अब्दुल कलाम को हिरासत में लिया है। वह पहचान बदलकर कई सालों से यहां रह रहा था। लोग उसे नेहा नाम से जानते हैं। इसी नाम से उसने अपना पहचान पत्र भी बनवा रखा है। उसके फर्जी पहचान पत्र को भी कब्जे में ले लिया गया है। पढ़ें पूरी खबर...
बारिश से अमेठी में जलभराव:एसडीएम ने छोड़ा आवास, कस्तूरबा विद्यालय से मशीन से निकाला पानी
अमेठी में लगातार हुई भारी बारिश ने शहरों से लेकर गांवों तक की तस्वीर बिगाड़ दी है। जल भराव की स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि एसडीएम आशीष सिंह को अपना सरकारी आवास छोड़ना पड़ा। चार अगस्त को हुई जोरदार बारिश के कारण अमेठी में चारों तरफ पानी ही पानी नजर आने लगा। जिला मुख्यालय गौरीगंज और अमेठी में पानी निकासी की उचित व्यवस्था न होने के कारण दो फिट से अधिक पानी भर गया। गौरीगंज के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में कई फिट पानी भर जाने से स्थिति विकट हो गई। देर रात मशीन की सहायता से पानी निकालने की कवायद शुरू की गई। घंटों की मेहनत के बाद पानी निकाला गया, तब जाकर छात्राओं ने राहत की सांस ली। अमेठी के पॉश इलाके एसडीएम कॉलोनी में स्थित एसडीएम का आवास तालाब में तब्दील हो गया। इसके बाद एसडीएम आशीष सिंह को अपना आवास खाली करना पड़ा। वे अपना सामान निजी वाहन पर लादकर दूसरी जगह रहने के लिए रवाना हो गए। बारिश से कई जगह पेड़ गिरने से घरों और गाड़ियों को भारी नुकसान हुआ है। बिजली की कटौती से जनजीवन भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
बागचीनी थाना क्षेत्र में लाखों रुपए के जुए के साथ 8 आरोपी, बाइक और कार पकड़े जाने के एक दिन बाद मुरैना एसपी समीर सौरभ ने बड़ी कार्रवाई की है। एसडीओपी जौरा नितिन बघेल की रिपोर्ट के आधार पर थाना प्रभारी डिंपल मौर्य, प्रधान आरक्षक भूरी यादव, आरक्षक अरविंद परमार और आरक्षक विनेश सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। एसडीओपी नितिन बघेल ने 3 अगस्त को प्रतिवेदन क्रमांक 1177 में लिखा कि बागचीनी थाना क्षेत्र में धारा 13 पब्लिक गैंबलिंग एक्ट के तहत अपराध क्रमांक 132/2025 दर्ज है। इस मामले में थाना प्रभारी और टीम द्वारा गंभीर लापरवाही और कार्य में उदासीनता बरती गई। रिपोर्ट में बताया गया कि क्राइम बैठकों में स्पष्ट निर्देश दिए गए थे कि थाना क्षेत्र में जुआ और अवैध गतिविधियां नहीं होनी चाहिए। थाना प्रभारी की जिम्मेदारी तय की गईप्रतिवेदन में पुलिस रेग्युलेशन एक्ट 581 का हवाला देते हुए कहा गया कि अपराधों को रोकना थाना प्रभारी का प्रमुख कर्तव्य है। ऐसे में क्षेत्र में जुआ का पकड़ा जाना स्पष्ट रूप से टीआई की लापरवाही और जिम्मेदारी से मुंह मोड़ने को दर्शाता है। साथ ही कार्रवाई में शामिल पुलिसकर्मियों की भूमिका भी सवालों के घेरे में आई। एसपी ने मानी रिपोर्ट, तत्काल निलंबन के आदेशएसपी समीर सौरभ ने रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद चारों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। इस आदेश से पुलिस महकमे में संदेश गया है कि अवैध गतिविधियों को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
युवक पर चाकू से जानलेवा हमला:पेट्रोल पंप पर लगी लाइन में हुई थी कहासुनी; रास्ते में रोककर किया अटैक
कोटा शहर के किशोरपुरा थाना क्षेत्र के रावतभाटा रोड इलाके में एक युवक पर चाकू से हमला करने का मामला सामने आया है। पेट्रोल भरने की बात पर कहासुनी के बाद युवक पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। घायल युवक को एमबीएस हॉस्पिटल ले जाया गया जहां इमरजेंसी वार्ड में उसका इलाज जारी है। युवक पर चाकू से हमला किशोरपुरा थाना की भूरी सिंह ने बताया कि सोमवार रात पेट्रोल पंप पर दो बाइक सवारों ने अभिषेक शर्मा के पीठ पर चाकू मार दिया। अभिषेक पेट्रोल भराने गया था। लाइन में लगने के दौरान वहां मौजूद युवकों से कहासुनी हो गई। बाइक सवार वहां से निकल गए। अभिषेक पेट्रोल भरवा कर जैसे ही निकला, उन्होंने उसे रोक लिया और उस पर चाकू से ताबड़तोड़ वार किए। हॉस्पिटल में चल रहा इलाज चाकू के हमले में घायल अभिषेक को एमबीएस हॉस्पिटल भर्ती में करवाया, जहां इसका इलाज जारी है। थाना अधिकारी ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही एमबीएस अस्पताल पहुंचे, जहां युवक के बयान लिए। हमलावरों की तलाश की जा रही है।
जिंदल सॉ की ओर से अवैध ब्लास्टिंग करने को लेकर ग्रामीणों ने हाथ में पेट्रोल की बोतल लेकर आत्महत्या की चेतावनी दी। महुआखुर्द ग्राम पंचायत के जालिया गांव में जिंदल सॉ लि. की ओर से अवैध ब्लास्टिंग एवं खनन करने को लेकर सोमवार को ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए ब्लास्टिंग नहीं करने की अपील आक्रोशित ग्रामीणों ने जिंदल सॉ के लापिया पॉइंट पर पेट्रोल की बोतलों के साथ प्रदर्शन किया। जालिया गांव के किसानों और महिलाओं ने जिंदल की अवैध ब्लास्टिंग के खिलाफ प्रदर्शन कर नारेबाजी की। ग्रामीणों ने ब्लास्टिंग के लिए पहुंची बारूद की गाड़ियों को रोकने के साथ कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए ब्लास्टिंग नहीं करने की अपील की। ब्लास्टिंग के लिए आए एक टैंकर और दो पिकअप गाड़ियों को ग्रामीणों ने वापस लौटा दिया। महिलाओं ने हाथ में पेट्रोल की बोतलें लेकर नारेबाजी की ग्रामीणों ने कोर्ट के आदेश की पालना करो और अवैध ब्लास्टिंग बंद करो के नारे लगाए। महिलाओं ने हाथ में पेट्रोल की बोतलें लेकर नारेबाजी की। आत्महत्या के लिए मजबूर मत करो का नारा लगाया। आक्रोशित ग्रामीणों का कहना था कि अवैध ब्लास्टिंग व कोर्ट के आदेशों की पालना नहीं करने को लेकर बार-बार प्रशासन को अवगत करवाने के बाद भी प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है, जिससे लोगों में प्रशासन के खिलाफ आक्रोश है। सांसद अग्रवाल ने संसद में उठाया था अवैध ब्लास्टिंग का मुद्दा सांसद दामोदर अग्रवाल ने भी उठाया था अवैध ब्लास्टिंग का मामला जिंदल सॉ की ओर से अवैध ब्लास्टिंग के मुद्दे को हालही में सांसद दामोदर अग्रवाल ने संसद में उठाया था लेकिन फिर भी जिन्दल द्वारा नियम विरुद्ध ब्लास्टिंग की जा रही है। पेट्रोल डाल कर सुसाइड कर लेंगे ग्रामीणों ने प्रशासन से जालिया गांव के पास स्थित लापिंया पॉइंट पर होने वाली अवैध ब्लास्टिंग को बंद करवाने के लिए कहा। जालिया गांव के किसानों और महिलाओं ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र ब्लास्टिंग पर रोक नहीं लगाई गई तो वे पेट्रोल डालकर आत्महत्या करने को मजबूर होंगे, जिसका जिम्मेदार प्रशासन और सरकार होगी। ओवरब्रिज बनाओ संघर्ष समिति ने कलेक्टर से की शिकायत ओवरब्रिज बनाओ संघर्ष समिति के सदस्यों ने कलेक्टर जसमीत सिंह संधु को ज्ञापन सौंपकर जिंदल शॉ लिमिटेड द्वारा समोड़ी तालाब के बीच माइनिंग के लिए बनाई गई लगभग डेढ़ किलोमीटर लंबी अवैध सड़क पर तत्काल कानूनी कार्रवाई की मांग की। जिंदल द्वारा सुप्रीम कोर्ट व एनजीटी के आदेशों की अवहेलना जिंदल द्वारा सुप्रीम कोर्ट व एनजीटी के आदेशों की खुली अवहेलना करते हुए तालाब के बीच अवैध रूप से सड़क बनाई गई है, जिससे जल स्रोत का क्षेत्रफल कम हो गया है और उसका मूल स्वरूप भी बिगड़ गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि जिंदल शॉ लिमिटेड, खान विभाग और जिला प्रशासन की अनदेखी के कारण यह निर्माण कार्य हुआ है। समिति ने मांग की कि इस अवैध सड़क को तत्काल हटाकर तालाब को पूर्व स्थिति में बहाल किया जाए, साथ ही जिम्मेदारों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। कार्रवाई नहीं हुई तो किया जाएगा जन आंदोलन संघर्ष समिति ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी ने जल स्रोतों की सुरक्षा के स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए हैं, जिनके बावजूद समोड़ी तालाब के बीच इस तरह का निर्माण होना गंभीर चिंता का विषय है। सदस्यों ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो जन आंदोलन की राह अपनाई जाएगी।
उन्नाव के आसीवन थाना क्षेत्र के कस्बा मियागंज में दहेज विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। बेटी की ससुराल पहुंचे मायके पक्ष और ससुराल पक्ष के बीच कहासुनी लाठी-डंडों की झड़प में बदल गई। इस झगड़े में दोनों पक्षों से महिलाओं सहित कुल पांच लोग घायल हो गए। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। मियागंज के मोहल्ला मेवाती टोला निवासी मुश्ताक के पुत्र जावेद का विवाह करीब ढाई वर्ष पूर्व एटा जनपद के थाना अलीगंज क्षेत्र के तप्पन टोला निवासी आसिफ की पुत्री करीना (18) के साथ हुआ था। विवाह के बाद से ही ससुरालीजन करीना को दहेज के लिए प्रताड़ित करते थे। करीब पांच माह पहले जावेद विदेश काम करने के लिए चला गया। इसी बीच करीना की मां कल्लो (55) अपनी बेटी की स्थिति की जानकारी मिलने के बाद अपने परिजनों के साथ स्कॉर्पियो से मियागंज पहुंचीं। करीना की ससुराल पहुंचने पर दोनों पक्षों के बीच कहासुनी शुरू हो गई। देखते ही देखते लाठी-डंडे चलने लगे और मारपीट शुरू हो गई। हिंसक झड़प में प्रथम पक्ष से कल्लो, करीना, रिजवाना (42) और शबाना (35) घायल हो गईं। ससुराल पक्ष से मोहम्मद परवेज (40) को गंभीर चोटें आईं। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को संभाला और घायलों को मियागंज सीएचसी भिजवाया। सीएचसी में प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने करीना और मोहम्मद परवेज की हालत गंभीर देखते हुए उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया है। घटना के बाद क्षेत्र में तनाव का माहौल बन गया है। पुलिस बल की तैनाती के साथ स्थिति पर नजर रखी जा रही है। थाना प्रभारी निरीक्षक अजय कुमार सिंह ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। दोनों पक्षों से तहरीर प्राप्त हुई है। मामले की जांच की जा रही है। दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
शहडोल के खैरहा थाना क्षेत्र के बंगवार गांव में 32 वर्षीय महिला लीला बाई बैगा ने अपने पति के साथ हुए घरेलू विवाद के बाद सोमवार को आत्महत्या कर ली। महिला का शव उसके घर के कमरे में फांसी पर लटकता हुआ मिला। गांव के निवासी शिवलाल बैगा ने बताया कि उनकी पत्नी लीला बाई के साथ पिछले कुछ समय से घरेलू मुद्दों को लेकर विवाद चल रहा था। घटना वाले दिन दोनों के बीच एक बार फिर बहस हुई। इसके बाद लीला ने यह कदम उठाया। इस घटना से पूरे गांव में शोक का माहौल है। सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और जानकारी जुटाई। पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में एक अजीबो-ग़रीब मामला सामने आया है। जिस सांप ने एक युवक को डसा, उसी सांप को वह डिब्बे में बंद करके सबूत के तौर पर अस्पताल लेकर पहुंच गया। सांप को देख अस्पताल में हड़कंप मच गया। डॉक्टरों ने तत्काल इलाज शुरू किया और मरीज को सांप से दूर रखने की सलाह दी। मामला हैदरगढ़ तहसील के थाना सुबेहा क्षेत्र के पट्टी वार्ड का है। यहां के रहने वाले गुरू प्रसाद सोमवार देर शाम घर के कुछ घरेलू काम निपटा रहे थे। इसी दौरान उन्हें एक जहरीले सांप ने उंगली में काट लिया। पर उन्होंने घबराने की बजाय पहले सांप को पकड़ लिया और प्लास्टिक के डिब्बे में बंद कर दिया। डिब्बे में बंद सांप लेकर अस्पताल पहुंचे सांप पकड़ने के बाद उन्होंने घरवालों को इसकी जानकारी दी। इसके बाद पूरे परिवार के साथ गुरू प्रसाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैदरगढ़ पहुंचे। जैसे ही डिब्बा डॉक्टरों के सामने खोला गया और उसमें सांप देखा गया, वहां मौजूद हर कोई हैरान रह गया। अन्य मरीजों में भी अफरा-तफरी मच गई। सांप को डिब्बे में ही बंद रखें, इलाज जारी चिकित्सकों ने तुरंत गुरू प्रसाद का इलाज शुरू कर दिया और सांप को डिब्बे से बाहर न निकालने की सख्त हिदायत दी। सीएचसी के डॉक्टर प्रियांश ने बताया कि मरीज का इलाज किया जा रहा है। अगर स्थिति नहीं सुधरी तो उसे जिला अस्पताल रेफर किया जाएगा।
फिरोजाबाद के सिरसागंज स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में सोमवार को सीनियर छात्रों ने खाने और हॉस्टल की समस्याओं को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। छात्रों ने हॉस्टल में खुद को बंद रख लिया और न तो कक्षाओं में गए और न ही भोजन किया। ग्राम गुरैया सोयलपुर में स्थित विद्यालय में छात्रों के इस कदम से प्रबंधन में हड़कंप मच गया। प्रबंधन ने छात्रों से बात करने की कोशिश की, लेकिन छात्र केवल प्रशासनिक अधिकारियों से ही बात करने पर अड़े रहे। सूचना मिलने पर एसडीएम सिरसागंज सुदर्शन कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। छात्रों ने एसडीएम को अपनी समस्याएं बताईं। उन्होंने शिकायत की कि उन्हें रोज़ाना दलिया खाने को दिया जाता है, बाथरूम में कुंडी नहीं है और प्रिंसिपल डॉ. अरविंद कुमार उपाध्याय जाति के आधार पर भेदभाव करते हैं। एसडीएम ने छात्रों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और प्रधानाचार्य से इस बारे में बात की। उन्होंने बताया कि दो दिन पहले सीनियर और जूनियर छात्रों के बीच झगड़ा भी हुआ था, जिससे बच्चे नाराज थे। एसडीएम सुदर्शन कुमार के समस्याओं के निस्तारण का आश्वासन देने पर छात्रों ने अपना विरोध समाप्त किया और भोजन ग्रहण किया। एसडीएम की पहल से मामला शांत हो गया और स्थिति सामान्य हो गई।
जालोर के बागरा थाना क्षेत्र के बारलावास गांव में महिला की मौत के मामले में उसके पति को गिरफ्तार किया गया। परिजन ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने मर्डर का झूठा मामला दर्ज किया है। पति की गिरफ्तारी दो दिन बाद दिखाई और कोर्ट में देरी से पेश किया। परिजन ने न्याय की मांग की है। जानकारी के अनुसार बागरा थाना इलाके के बारलावास में चंद्रा नाम की महिला की मौत हो गई। पुलिस ने चंद्रा के पति अशोक को मामले में गिरफ्तार किया। अशोक के परिजन ने कलेक्टर को सोमवार को ज्ञापन देकर जांच की मांग की है। अब परिजन का आरोप है कि अशोक को हत्या के मामले में गिरफ्तार करना गलत है। पुलिस ने 2 अगस्त को अशोक को पकड़ा और 4 अगस्त को गिरफ्तारी दिखाई। कोर्ट में भी देर से पेश किया। अशोक के भाई हीराराम ने कहा- अशोक की पत्नी चंद्रा पिछले कई दिनों से बीमार थी और उसे उदयपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। चंद्रा की मृत्यु बीमारी व इलाज में लापरवाही के चलते 31 जुलाई को हुई थी। पुलिस ने बागरा में मेडिकल बोर्ड के द्वारा पोस्टमॉर्टम कर शव ससुराल पक्ष को सौंप दिया। इससे पहले ही 31 जुलाई को चंद्रा के पति अशोक को मर्डर के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बिना प्राथमिक सूचना रिपोर्ट के ही अशोक को उसी दिन दोपहर 12 बजे गिरफ्तार किया। नियमानुसार मेडिकल भी नहीं कराया और न समय पर मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। पुलिस अधिकारियों पर भी विभागीय कार्यवाही करने की मांग की गई है।
मैहर में किशोरियों की सुरक्षा और उनके भटकाव को रोकने के लिए प्रबोधिनी अभियान के तहत सोमवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सभागार में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। एसपी सुधीर अग्रवाल के निर्देशन में अक्टूबर 2024 में शुरू हुए इस अभियान का मुख्य उद्देश्य किशोरियों में आत्मरक्षा, साइबर सुरक्षा और नशामुक्ति के प्रति जागरूकता फैलाना है। अभियान के तहत जिले के कई स्कूलों, कॉलेजों और गांवों में कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। कार्यक्रम विशेष अतिथि अंतरराष्ट्रीय पर्वतारोही अंजना सिंह का स्वागत किया गया। अंजना ने यूरोप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एलब्रुश फतह कर देश का नाम रोशन किया है। वे पुलिस के नशे से दूरी है जरूरी अभियान की भी सक्रिय सहभागी रही हैं। एसपी अग्रवाल ने अंजना सिंह को शॉल, श्रीफल, पुष्पगुच्छ और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में एएसपी डॉ. चंचल नागर, समस्त थाना प्रभारी, महिला अधिकारीगण, कई स्कूलों की छात्राएं, शिक्षकगण और मीडिया प्रतिनिधि उपस्थित थे। अंजना ने विचार किए साझा अंजना सिंह ने छात्राओं को आत्मविश्वास, लक्ष्य निर्धारण और आत्मरक्षा के महत्व पर प्रेरक विचार साझा किए। पुलिस अधिकारियों ने बालिकाओं से संवाद करते हुए उन्हें सतर्क रहने, कानूनी जानकारी रखने और साइबर अपराधों से सावधान रहने की सलाह दी। भविष्य में अभियान से जुड़ी छात्राओं का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जाएगा। इसके माध्यम से उन्हें निरंतर मार्गदर्शन और सहायता मिलेगी। साथ ही वे अन्य किशोरियों तक भी यह संदेश पहुंचा सकेंगी। प्रबोधिनी अब एक सामाजिक आंदोलन का रूप ले रहा है जो जिले की किशोरियों को सुरक्षित और सशक्त भविष्य देने की दिशा में कार्य कर रहा है।
मौसम के साथ-साथ अलग-अलग तरह की लोगों को समस्याओं का भी सामना करना पड़ता हैं। वैसे बरसात के मौसम में नमी रहने के कारण स्किन से संबंधित बीमारियां अधिक होने लगती हैं, लेकिन इसके साथ-साथ बाल झड़ने की समस्या भी काफी आती हैं। इन दिनों गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज कानपुर के हैलट अस्पताल की स्किन रोग विभाग की ओपीडी में दाद, खाज, खुजली के अलावा बाल झड़ने वाले मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ गई हैं। करीब 15 प्रतिशत मरीज इस समस्या को लेकर आ रहे हैं। गीले न रखे अपने बाल स्किन रोग विशेषज्ञ डॉ. श्वेतांक ने बताया कि मानसून के मौसम में गीले बाल झडने की समस्या एक आम समस्या है। गीले बालों में कंघी करने से बाल आसानी से टूट सकते हैं, क्योंकि बाल गीले होने पर कमजोर हो जाते हैं। डॉक्टरों से ले सलाह उन्होंने बताया कि यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि बालों का झडना एक सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन बाल बहुत ज्यादा झड़ रहे हैं तो डॉक्टर से सलाह लेना उचित है। मानसून में कभी भी बारिश हो जाती है। ऐसे में कई बार आपके बाल गीले हो जाते हैं। ऐसे में बालों को खुला छोडने की वजह, बालों को बांध लेती हैं। बता दें कि इससे सिर की त्वचा या यूं कहें कि स्कैल्प में नमी बरकरार रहती है। इससे बालों की जड़ें कमजोर हो जाती हैं और स्कैल्प में इंफेक्शन का खतरा बढ़ने लगता है। पोषक तत्वों की कमी डॉ. श्वेतांक ने बताया कि बालों की समस्या का बहुत बड़ा कारण शरीर में पोषक-तत्वों की कमी। ऐसे में अगर आपके शरीर में आयरन, विटामिन-डी और बायोटिन का लेवल कम होता है, तो बाल जरूरत से ज्यादा झडने लगते हैं। ऐसे में आपको अपनी डाइट में आयरन और विटामिन-डी युक्त फूड्स को शामिल करना चाहिए। इससे बालों के झडने की समस्या से बचा जा सकता है। मौसमी फल, घी, नारियल और आयरन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन बढ़ा सकते हैं।
संभल की शाही जामा मस्जिद बनाम श्रीहरिहर मंदिर मामले में आज (5 अगस्त) सिविल सीनियर डिवीजन चंदौसी कोर्ट में सुनवाई होनी है। इससे पहले 21 जुलाई को सुनवाई होनी थी लेकिन अधिवक्ताओं की हड़ताल के चलते सुनवाई नहीं हो सकी। न्यायालय ने सुनवाई के लिए अगली तारीख पांच अगस्त दी थी। इससे पहले हिंदू पक्ष ने एक नई आपत्ति दर्ज कराई है। मां कैलादेवी धाम के महंत ऋषिराज गिरी महाराज और अन्य हिंदू पक्षकारों ने कहा है कि हिंदू शक्ति दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सिमरन गुप्ता को पक्षकार बनाए जाने की कोई आवश्यकता नहीं है। उन्होंने आशंका जताई कि यह विपक्ष की साजिश हो सकती है। महंत ऋषिराज गिरी ने कहा- मामला कोर्ट में है, हम पहले से पक्षकार हैं। किसी और को जोड़ने की जरूरत नहीं। अगर मंदिर खुलेगा तो दर्शन सभी को होंगे, सिमरन गुप्ता को भी। बता दें, सिमरन गुप्ता ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर खुद को पक्षकार बनाए जाने की गुहार लगाई थी, जिसे फाइल में शामिल तो कर लिया गया, लेकिन उस पर कोई निर्णय नहीं हुआ है। क्या है पूरा विवाद? हिंदू पक्ष ने 19 नवंबर 2024 को दावा किया था कि संभल की शाही जामा मस्जिद असल में श्री हरिहर मंदिर है। उसी दिन मस्जिद परिसर का पहले चरण का सर्वे हुआ। दूसरे चरण का सर्वे 24 नवंबर को तय हुआ, लेकिन उस दिन हालात बेकाबू हो गए। मस्जिद परिसर के बाहर हजारों की भीड़ जमा हो गई। पुलिस पर पथराव और फायरिंग हुई, जिसमें चार लोगों की मौत हुई। उग्र भीड़ ने कई वाहनों में आग लगा दी। अब तक 96 लोग जेल भेजे जा चुके हैं हिंसा के बाद पुलिस ने एक्शन लिया और अब तक तीन हत्यारोपी, तीन महिलाएं और मस्जिद इंतजामिया कमेटी के अध्यक्ष जफर अली एडवोकेट समेत 96 लोगों को जेल भेजा गया। 24 जुलाई को हाईकोर्ट ने जफर अली को जमानत दी, जबकि 1 अगस्त को एमपी-एमएलए कोर्ट ने भी उनकी जमानत मंजूर की। सांसद बर्क समेत 23 के खिलाफ चार्जशीट हिंसा के बाद सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क, सपा विधायक इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल और 40 अन्य नामजद लोगों के खिलाफ FIR दर्ज हुई थी।इसके अलावा 2750 अज्ञात लोगों पर भी मुकदमा दर्ज किया गया।18 जून को SIT ने करीब 1128 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की, जिसमें सांसद बर्क समेत 23 लोगों को आरोपी बनाया गया। हालांकि सुहैल इकबाल का नाम चार्जशीट में नहीं है। कोर्ट ने क्या आदेश दिया कोर्ट ने सांसद जियाउर्रहमान बर्क सहित चार आरोपियों को समन भेजा है। तीन आरोपियों के खिलाफ बॉन्ड वारंट (BW) और 15 के खिलाफ गैरजमानती वारंट (NBW) जारी किया गया है। ---------------------------------------------------------------------- ये खबर भी पढ़ेंः- लखनऊ में मर्चेंट नेवी अफसर की पत्नी फंदे से लटकी:6 महीने पहले शादी हुई थी, पिता बोले- बेटी को मारकर टांगा गया लखनऊ में मर्चेंट नेवी अफसर की पत्नी ने फांसी लगाकर जान दे दी। पति ने नौकर की मदद से शव को फंदे से नीचे उतारा। दोनों की 6 महीने पहले शादी हुई थी। महिला के पिता ने दामाद पर हत्या का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा- मेरी बेटी को मारकर फंदे पर टांग दिया है, जिससे यह सुसाइड लगे। पढ़ें पूरी खबर...
जासूसी के शक में DRDO गेस्ट हाउस मैनेजर को पकड़ा:सुरक्षा एजेंसियों को पाकिस्तान से कॉन्टैक्ट का शक
जैसलमेर में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के गेस्ट हाउस मैनेजर को जासूसी के शक में हिरासत में लिया गया है। जानकारी के अनुसार आरोपी महेंद्र प्रसाद पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज के गेस्ट हाउस में पोस्टेड है। अल्मोड़ा (उत्तराखंड) के रहने वाले आरोपी को सुरक्षा एजेंसियों ने सोमवार (4 अगस्त) रात को पकड़ा है। आरोप है कि मैनेजर खुफिया जानकारियां पाकिस्तान भेज रहा था। जैसलमेर एसपी अभिषेक शिवहरे ने बताया कि आरोपी को आज जॉइंट इंटेरोगेशन कमेटी को सौंपा जाएगा। इसके बाद जिले की दूसरी एजेंसियां भी उससे पूछताछ करेंगी। बीते 7 साल से बॉर्डर के पास पोस्टिंग महेंद्र प्रसाद साल 2018 से मैनेजर के तौर पर DRDO के गेस्ट हाउस में तैनात है। फील्ड फायरिंग रेंज में सेना, DRDO के कई बड़े अधिकारी और वैज्ञानिक आदि युद्धाभ्यास, हथियारों के परीक्षण आदि के लिए आते रहते हैं। ऐसे में महेंद्र प्रसाद पर इनकी जानकारियां पाकिस्तान को मोबाइल फ़ोन से साझा करने के आरोप हैं। उसके मोबाइल फोन पर पाकिस्तान से कॉल आने की जानकारी के बाद से वो एजेंसियों के रडार पर था। अब मोबाइल से कई अहम सुराग मिलने की उम्मीद है।
बरेली पुलिस ने जनसेवा के क्षेत्र में एक और उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। उत्तर प्रदेश शासन द्वारा संचालित जनसुनवाई पोर्टल (आई.जी.आर.एस.) पर शिकायतों के निस्तारण में बरेली पुलिस ने लगातार दूसरे महीने प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। जुलाई 2025 में शासन द्वारा किए गए मूल्यांकन में बरेली के सभी 27 थानों ने 100 में से 100 अंक अर्जित किए। यह उपलब्धि साबित करती है कि बरेली पुलिस आम जनता की समस्याओं के समाधान में अग्रणी है। जनसुनवाई पोर्टल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है। इसे आमजन की शिकायतों के त्वरित और प्रभावी समाधान के लिए शुरू किया गया था। इस पोर्टल पर आने वाली शिकायतों का समयबद्ध, निष्पक्ष और पारदर्शी निस्तारण शासन की प्राथमिकता है। बरेली पुलिस का लगातार दूसरे माह सर्वोच्च स्थान प्राप्त करना जनपद के लिए गर्व की बात है। यह पूरे प्रदेश के लिए प्रेरणास्रोत भी बन गया है। इस सफलता का श्रेय एसएसपी अनुराग आर्य के नेतृत्व और दिशानिर्देशों को दिया जा रहा है। उन्होंने जिले के सभी थाना प्रभारियों को स्पष्ट निर्देश दिए थे। हर पीड़ित के साथ संवेदनशीलता, सम्मान और न्यायपूर्ण व्यवहार सुनिश्चित करने को कहा था। शिकायतों के त्वरित और निष्पक्ष निस्तारण के लिए तय समय सीमा का भी सख्ती से पालन किया गया। जनसुनवाई पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों की जांच स्थानीय स्तर पर मौके पर जाकर की जाती है। इससे जांच की निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित होती है। इसके बाद संबंधित पर्यवेक्षण अधिकारी जांच रिपोर्टों की गहन समीक्षा करते हैं। यह दोहरी प्रक्रिया शिकायतों की गुणवत्ता और समाधान के स्तर को उच्च बनाए रखती है। इस उपलब्धि पर एसएसपी अनुराग आर्य ने समस्त पुलिस टीम की सराहना करते हुए कहा, यह सम्मान केवल एक आंकड़ा नहीं, बल्कि जनता के विश्वास का प्रमाण है। हम सभी को इसी तरह समर्पित भाव से कार्य करते रहना है।
बिजनौर जिले में पहाड़ी और मैदानी इलाकों में हो रही तेज बारिश के कारण गंगा नदी का जलस्तर खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है। पिछले 30 घंटे में गंगा का जलस्तर दोगुना से भी अधिक बढ़ चुका है, जिससे इलाके में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। गंगा बैराज पर जलस्तर 221.50 मीटर दर्ज 5 अगस्त को सुबह 4 बजे गंगा बैराज पर जलस्तर 221.50 मीटर दर्ज किया गया, जो कि खतरे के निशान 220.00 मीटर से 1.5 मीटर अधिक है। वर्तमान में गंगा में लगभग 1,62,000 क्यूसेक पानी बह रहा है। जिले में लगातार हो रही बारिश से बाढ़ स्थिति जिले में पिछले 28 घंटे से तेज बारिश जारी है, जिससे कई क्षेत्रों में पानी भर गया है। नजीबाबाद क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति सबसे गंभीर है, जहां सड़कों पर पानी भर गया है और घरों व दुकानों में भी पानी घुसने से स्थानीय लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मालन नदी भी उफान पर भारी बारिश के कारण केवल गंगा ही नहीं, बल्कि मालन नदी भी उफान पर है। रविवार रात से शुरू हुई बारिश के बाद गंगा का जलस्तर सोमवार सुबह 70 हजार क्यूसेक तक पहुंच गया था, जो शाम तक बढ़कर 1,40,000 क्यूसेक हो गया। मंगलवार सुबह यह जलस्तर 1,62,000 क्यूसेक से भी अधिक हो गया। इसके कारण खेतों में पानी भर गया है और सड़कों पर जल जमाव हो गया है। सिंचाई विभाग और प्रशासन अलर्ट पर गंगा बैराज के अपस्ट्रीम में जलस्तर 221.50 मीटर है और डाउनस्ट्रीम में जलस्तर 219.60 मीटर है, जहां से भी उतना ही पानी बह रहा है। सिंचाई विभाग ने बताया कि मुख्य गंगा कैनल स्लूइस-1 और स्लूइस-2 से कोई पानी नहीं छोड़ा जा रहा है। विभाग ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अपने स्टाफ को हाई अलर्ट पर रखा है। स्थानीय लोगों को सतर्क रहने की सलाह मध्यगंगा सिंचाई खंड के एक्सईन ब्रजेश मौर्य ने बताया कि पहाड़ी और मैदानी इलाकों में हो रही बारिश के कारण गंगा का जलस्तर बढ़ा है। उन्होंने कहा कि विभागीय स्टाफ को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रखा गया है। स्थानीय प्रशासन ने नदी के किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है और उन्हें संभावित खतरे से बचने के लिए जरूरी कदम उठाने की अपील की है।
हरियाणा में रोहतक की सुनारिया जेल में बंद डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम एक बार फिर बाहर आ गया है। उसे 40 दिन की पैरोल मिली है। राम रहीम मंगलवार सुबह ही सिरसा डेरे के लिए रवाना हुआ। वह 14वीं बार पैरोल या फरलो लेकर बाहर आया है। बता दें कि राम रहीम साध्वियों से रेप और हत्या के केस में 20 साल जेल की सजा काट रहा है। वह इससे पहले 9 अप्रैल 2025 को 21 दिन की फरलो पर बाहर आया था, और सिरसा डेरे में ही रहा था। इस दौरान सिरसा डेरे में अपने अनुयायियों से मुलाकात की। साथ ही डेरे का स्थापना दिवस भी मनाया था। सूत्रों के अनुसार, इस बार डेर प्रमुख अपना जन्मदिन बनाने के लिए बाहर आया है। राम रहीम का 15 अगस्त को 58वां जन्मदिन है। हालांकि, उसे सिरसा डेरे में भीड़ जमा करने की इजाजत नहीं है। फिर भी वह वर्चुअली अपने अनुयाइयों को संबोधित कर सकता है। गुरमीत राम रहीम के जन्मदिन पर लाखों की तादाद में पौधरोपण किया जाता है, जिसके चलते राम रहीम ने पैरोल के लिए अप्लाई किया था। उसकी 40 दिन की पैरोल इस साल की बची हुई थी। लग्जरी गाड़ियों का पहुंचा काफिला40 दिन की पैरोल मिलने के बाद 5 अगस्त को सुनारिया जेल से सुबह करीब साढ़े 6 बजे गुरमीत राम रहीम कड़ी सुरक्षा के बीच सिरसा के लिए रवाना हुआ। उसका लग्जरी गाड़ियों का काफिला निकला था, जिसमें दो बुलेट प्रूफ लैंड क्रूजर, 2 फॉर्च्यूनर व 2 अन्य गाड़ियां शामिल रहीं। 14वीं बार जेल से बाहर आए रामरहीमडेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम अब तक 14 बार जेल से बाहर आ चुका है। रोहतक जेल प्रशासन ने गुरमीत राम रहीम को गुप-चुप तरीके से सुनारिया से सिरसा के लिए भेजा था। राम रहीम को 40 दिन पैरोल मिली है। राम रहीम इस बार बागपत के बरनावा नहीं गया, बल्कि सिरसा स्थित डेरे में रहेगा। राम रहीम 2017 से जेल में है25 अगस्त 2017 को 2 साध्वियों के यौन शोषण केस में राम रहीम को 20 साल कैद हुई। इसके बाद 17 जनवरी 2019 को पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड में उम्र कैद हुई। वहीं, डेरा मैनेजर रणजीत सिंह के हत्या मामले में अक्टूबर 2021 में CBI कोर्ट ने उसे उम्र कैद की सजा सुनाई। सजा मिलने के 3 साल बाद राम रहीम को इस मामले में हाईकोर्ट ने बरी कर दिया। अभी राम रहीम रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है। यहां से पैरोल और फरलो लेकर वह अब तक 13 बार बाहर आ चुका है। यह 14वां मौका है, जब राम रहीम जेल से बाहर आया है। क्या होती हैं पैरोल-फरलो, जिन पर राम रहीम आता रहता हैं... ॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰ यह खबर भी पढ़ें... गुरमीत राम रहीम जेल से 13वीं बार बाहर आया:21 दिन की फरलो मिली, हनीप्रीत लेने पहुंची; सिरसा डेरे में पहुंचकर वीडियो जारी किया हरियाणा में रोहतक की सुनारिया जेल में रेप और हत्या के मामले में 20 साल की सजा काट रहा डेरा मुखी गुरमीत राम रहीम एक बार फिर जेल से बाहर आया है। उसे 21 दिन की फरलो मिली है। इस दौरान राम रहीम पूरे 21 दिन सिरसा डेरे में ही रहेगा। पूरी खबर पढ़ें...
दरा नाल में ट्रैफिक जाम से मिलेगी राहत:9.98 करोड़ से बनेगा नया आरयूबी, केंद्र सरकार ने दी मंजूरी
कोटा-झालावाड़ राष्ट्रीय राजमार्ग-52 पर दरा घाटी में सालों से चली आ रही ट्रैफिक जाम की समस्या से राहत मिलेगी। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के प्रयासों से केंद्र सरकार ने कंवलपुरा और दरा रेलवे स्टेशनों के बीच आर्च ब्रिज संख्या 148 के पास नया रेलवे अंडरपास (आरयूबी) बनाने की प्रशासनिक और वित्तीय स्वीकृति दे दी है। इस परियोजना का काम पश्चिम मध्य रेलवे द्वारा डिपॉजिट वर्क के रूप में किया जाएगा। 9.98 करोड़ रुपए स्वीकृत परियोजना के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने 9.98 करोड़ रूपए स्वीकृत किए हैं। आरयूबी का निर्माण कोटा-झालावाड़ सेक्शन के किलोमीटर 297.7 पर राष्ट्रीय राजमार्ग-52 पर किया जाएगा। निर्माण कार्य जल्द शुरू किया जाएगा और इसे तय समय सीमा में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। लोगों को मिलेगी राहत दरा नाल में लंबे समय से यातायात जाम की समस्या है। जिससे लोगों को परेशानी उठानी पड़ती थी। इस दबाव को कम करने के लिए एक वैकल्पिक मार्ग के रूप में नई सड़क की योजना पर भी विचार हुआ था। हालांकि परियोजना दीर्घकालिक समाधान के रूप में उपयुक्त थी। लेकिन इसमें अधिक समय लगने के कारण तात्कालिक राहत के लिए आरयूबी को प्राथमिकता दी गई। बिरला ने इस प्रस्ताव पर संबंधित मंत्रालयों एवं रेलवे अधिकारियों के साथ लगातार बात कर इसे स्वीकृति दिलाई। यह नया आरयूबी कोटा और झालावाड़ के बीच यातायात को सुगम बनाएगा और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को भी बड़ी राहत मिलेगी।
'जब गाड़ी नदी में गिरी तो शोर मचा और कुछ सेकेंड में गाड़ी डूबने लगी। न जाने किसका हाथ लगा कि मेरी साइड वाला गेट खुल गया। किसी तरह ड्राइवर बाहर आया। फिर मैं बाहर निकला तो सत्यम की उंगली पकड़ में आई, तो उसे घसीटा। फिर पीछे बैठे लोगों को बचाने लगा, लेकिन गाड़ी डूब गई। मेरी कमर से ऊपर पानी आ गया, तो गाड़ी छोड़कर जंगली घास पकड़ ली। सोचा एक हाथ से किसी को तो बचा ही लेंगे। लेकिन, गाड़ी पकड़ में नहीं आई। इतने में रिंकी किसी तरह बाहर आई। उसे पकड़कर घास के सहारे ऊपर चढ़ाया। कहा कि तीनों लोग गांव में जागो और लोगों को बुलाओ। मैं यहीं पर हूं। मैं घास पकड़कर रोता-चिल्लाता रहा। हमारा शोर-शराबा सुनकर 2 लोग आए। नहर में कूदे, लेकिन गाड़ी नहीं निकाल पाए। तब तक और लोग आ गए। गाड़ी का शीशा तोड़ा, किसी का हाथ, तो किसी का पैर पकड़कर बाहर निकाला। लेकिन, यह सब करने में 20 मिनट लग गए। गाड़ी में पानी भरने से न कोई सांस ले सका, न बाहर आ सका। तड़प-तड़पकर मेरी पत्नी और साली समेत 11 लाेगाें ने दम तोड़ दिया। बाहर लाशें गिनीं तो रचना गायब थी, फिर उसकी तलाश शुरू की गई।' यह कहना है गोंडा में हुए बोलेरो हादसे में जिंदा बचे रामललन और 15 साल के सत्यम उर्फ अभिषेक का। गोंडा में सरयू नहर में बोलेरो के गिरने से 12 लोगों की जान चली गई। 4 लोग जिंदा बचे। इनमें पिंकी और ड्राइवर शामिल हैं। पिंकी हादसे का वो मंजर याद कर बार-बार बेहोश हो जाती है। वो सभी को बचाने के लिए सीपीआर देती रही, लेकिन कोई नहीं बचा। जो लोग जिंदा बचे हैं, उनसे इस बड़े हादसे की वजह और उनका दर्द जानने के लिए दैनिक भास्कर की टीम मोतीगंज थाना क्षेत्र के सीहागांव पहुंची। सिलसिलेवार पढ़िए पूरी रिपोर्ट... पूरे गांव में मातमी सन्नाटा, नहीं जले चूल्हेजिला मुख्यालय से 25 किमी दूर सीहा गांव है। यहां बच्चों से हमने प्रहलाद का घर पूछा तो पता चला कि गांव के बाहर सड़क किनारे कच्चा-पक्का झोपड़ीनुमा मकान है। करीब 3000 की आबादी वाले गांव में हर घर के बाहर सन्नाटा था। पास के गांवों में भी चूल्हे नहीं जले। गांव के बाहर पहुंचे तो नीले रंग का टेंट दिखा। इसी के पास में प्रहलाद का घर था। बाहर मृतकों को भोग लगाने के लिए ईंटों का चूल्हा बना था, जिस पर चावल पक रहे थे। प्रहलाद के बगल में उनके भाई रामकरण और रामरूप उर्फ ननकन का टीन-शेड वाला घर है। रामकरण के घर में ही उनके पड़ोसी रामललन बैठे थे। घर में महिलाएं मातम मना रही थीं। सभी की आंखें नम थीं। हादसे का मंजर याद कर पिंकी की आंखें पथराईंपत्नी-बेटी, भाई और भतीजों समेत 9 लोगों का अंतिम संस्कार करने वाले प्रहलाद कसौधन की आंखें पथरा गई हैं। हादसे में जिंदा बची उनकी बेटी पिंकी रो-रोकर बेहोश हो जा रही है। हमने उससे बात करने की कोशिश की। लेकिन, कैमरे के सामने आते ही हादसे का मंजर याद कर वो रोने लगी और बेहोश हो गई। फिर हमने किसी तरह प्रहलाद से बात करने का प्रयास किया। प्रहलाद बोले- नहीं पता था गाड़ी में कितने लोग जा रहेअपने परिवार के 9 लोगों को खोने वाले प्रहलाद की आंखों में रुक रुककर आंसू आ रहे थे। प्रहलाद ने किसी तरह खुद को संभाला। बात करने को राजी हुए। उन्होंने बताया- मैं बीमार था, इसलिए दवा खाकर में लेटा था। मैं यह भी देखने नहीं निकला कि कितने लोग गाड़ी में बैठकर जा रहे हैं। बच्चों की छुट्टी थी, इसलिए पृथ्वीनाथ मंदिर में जल चढ़ाने जा रहे थे। हमारी पत्नी, बिटिया काजल समेत काफी लोग गाड़ी में थे। अब सब चला गया, कुछ नहीं बचा। मेरे भाई के स्कूल में बिटिया काजल पढ़ाती थी। वो हमारी गरीबी का सहारा बनती। कहती थी कि हम टीचर बन जाएंगे। फिर पापा के लिए बढ़िया कपड़े लाएंगे। अच्छा घर बनवाएंगे। हम लोग गरीबी में जी रहे हैं, लेकिन बहुत दिन गरीबी में नहीं बिताने पड़ेंगे। वो कहती थी कि चाचा के स्कूल को इंटर तक की मान्यता दिलवाकर ही मानूंगी। लेकिन, उसके साथ सब उम्मीदें चली गईं। हादसे में मेरी पत्नी बीना (40), बेटी काजल (22), 17 साल की महक उर्फ रिंकी की मौत हुई है। नहीं पता था, वो आखिरी मुलाकात होगीप्रहलाद कहते हैं- जो ड्राइवर शिवशरण गाड़ी चला रहे थे, वह हमारे बगल के रहने वाले हैं। फोन से पता चला कि इतना बड़ा हादसा हो गया। मैंने कभी नहीं सोचा था कि अपने परिवार से वो आखिरी मुलाकात होगी। मैं टिक्की लगाकर परिवार का पेट पालता हूं। कॉपी-किताब की दुकान काजल ही चलाया करती थी। अब इस दुकान का क्या करेंगे, किताब-कॉपियों का क्या करेंगे? सत्यम बोला- रामललन की कॉल पर सब तैयार हुएबोलेरो गाड़ी से कूदकर जान बचाने वाला प्रहलाद का छोटा बेटा सत्यम उर्फ अभिषेक भी हादसे का मंजर याद कर रोने लगा। किसी तरह शांत हुआ तो हमने उससे बात की। उसने बताया- हमारे पड़ोसी रामललन चाचा ने फोन किया था कि आज रविवार है। हम लोग खाली हैं, चलो पृथ्वीनाथ मंदिर घूमकर आते हैं। उनके फोन पर मेरे घर के भी सभी लोग तैयार हो गए। फिर हम लोगों ने 1400 रुपए में बोलेरो गाड़ी बुक कराई। मैं, रामललन, ड्राइवर सीता शरण आगे वाली सीट पर बैठे थे। हमारी पिंकी दीदी, जो बची हैं, वह पीछे वाली सीट पर बैठी थीं। हम लोग मस्ती करते जा रहे थे। ड्राइवर अंकल पहली बार उस रोड पर गए थे। इसीलिए उनको नहर का ज्यादा अंदाजा नहीं था। सिंगल रोड है। गाड़ी की स्टेयरिंग को वो मोड़ नहीं पाए और गाड़ी सीधे नहर में चली गई। पड़ोसी चाचा ने हमें बचाया, फिर चिल्लाए तो लोग पहुंचेसत्यम बताता है- जब गाड़ी गिरी, तो सबसे पहले ड्राइवर सीता शरण दरवाजा खोलकर बाहर निकले। उसके बाद रामललन बाहर निकले। इसके बाद हमारी मम्मी ने बहन पिंकी को धक्का मारा तो वो बाहर आई। उसको रामललन वर्मा ने खींचकर गाड़ी से निकाला। फिर हमको भी खींचकर रामललन चाचा ने निकाला। वहां पर जंगली घास थी, उसे पकड़कर हम बाहर आए। इसके बाद हम और हमारी बहन गांव में लोगों को मदद के लिए बुलाने गए। रामललन चाचा वहीं पर चिल्लाते रहे कि कोई हमें बचा लो। गाड़ी डूब गई है। गांव के 2 लड़के मौके पर आए। उन्होंने बचाने का प्रयास किया, लेकिन गाड़ी और अंदर चली गई। 20 मिनट बाद ट्रैक्टर आया। रस्सा बांधकर गाड़ी को खींचा गया। फिर शीशे तोड़कर सभी को बाहर निकाला गया। तब तक बहुत देर हो चुकी थी। सूचना देने की आधे घंटे बाद मौके पर पुलिस पहुंची और 1 घंटे बाद एंबुलेंस पहुंची। मेरी दीदी पिंकी सभी के मुंह में सांस देकर उनको बचाने का प्रयास कर रही थी कि शायद कोई बच जाए, लेकिन कोई नहीं बचा। मां और बहन काजल को याद कर रोने लगा सत्यमसत्यम ने आगे बताया- हमारी दीदी काजल कह रही थी कि बरसात हो रही है। जल्दी लौटना है। हम लोगों ने मोबाइल से गाना बजाया था। दीदी काजल चाहती थीं कि उनका खुद का स्कूल बन जाए। स्कूल की मान्यता हो जाए। मम्मी बीना कहती थीं कि हम लोगों के दुख के दिन खत्म हो गए हैं, सुख के दिन आ गए हैं। लेकिन, अब कोई खुशी मनाने वाला बचा ही नहीं। ड्राइवर अंकल ने कहा था जितने लोग बैठ पाओ, बैठ जाओ। मुझे कोई दिक्कत नहीं। ये कहते ही सत्यम फफककर रोने लगा। रोते हुए बोला- हमारी काजल दीदी जिनकी मौत हुई है, वह पीछे वाली सीट पर बैठी थीं। चाचा रामकरण भी पीछे वाली सीट पर अपने परिवार के साथ बैठे थे। चाचा के बच्चे गाड़ी में खिलौने खरीदने की जिद कर रहे थे। हम सरकार से चाहते हैं कि वहां की रोड ठीक करवा दे, ताकि आगे कभी किसी के साथ ऐसा न हो। रामललन बोले- मैं बाइक से जा रहा था, काजल ने रोक लियाहादसे में जिंदा बचे प्रहलाद के पड़ोसी रामललन ने बताया- हम लोगों का एक महीने से प्लान बन रहा था। लेकिन, आजकल के चक्कर में प्लान टल रहा था। 3 अगस्त को रविवार था। प्रहलाद की बेटी काजल का स्कूल भी बंद था। हमारे बच्चे भी फ्री थे। मैं अपनी ससुराल में किराना स्टोर चलाता हूं। बारिश के कारण उसे बंद कर यहां आ गया था। सुबह प्रोग्राम बना कि हम मोटरसाइकिल से जाएंगे। बरसात होने लगी तो काजल और बाकी लोगों ने कहा कि हम लोग गाड़ी से चलेंगे। गाड़ी यहां पर आई तो सब लोग उसमें बैठकर चल दिए। मैं आगे ही बैठा था। देख रहा था कि कहीं-कहीं 50 के नीचे गाड़ी की स्पीड आई, बाकी रास्ते 50 से ऊपर ही स्पीड थी। रास्ते में हमने 5-6 बार कहा कि बरसात हो रही है, गाड़ी स्लो चलाइए। बरसात की वजह से सामने थोड़ा कम दिख रहा है। लेकिन, शिवशरण ने रफ्तार कम नहीं की। जहां हादसा हुआ, वहां से 100 मीटर पहले शिवशरण से गाड़ी का बैलेंस बिगड़ा। उन्होंने गाड़ी को कच्चे रास्ते में उतारने का प्रयास किया और गाड़ी स्लिप हो गई। इसके बाद फिर सीधे सरयू नहर में चली गई। भाग्य से गेट खुल गया तो 4 लोग बच गएरामललन ने बताया- हम लोगों की किस्मत थी कि ड्राइवर का हाथ गेट पर लग गया और आगे का गेट खुल गया। उसके बाद हम 4 लोग निकल पाए, बाकी लोग उसी में फंसे रह गए। जब हम निकले तो पहले लोगों को बचाने का प्रयास किया। पहले हमने गेट खोलने का प्रयास किया तो गेट के ऊपर लगभग 1 फीट तक पानी भर गया था। जितना हम प्रयास कर रहे थे, उतनी गाड़ी पानी में जा रही थी। हमारी कमर तक पानी आ गया था। गांव में शोर मचाकर लोगों से मदद मांगी थी। लोगों आते और रस्सी-ट्रैक्टर लाते। इतने में करीब 20 मिनट चले गए। गांव के 2 लोग, फिर 4 लोग आए और नदी में कूद गए। गाड़ी में रस्सी बांधी और ट्रैक्टर से खींचने का प्रयास किया। फिर दूसरा ट्रैक्टर आया, तो गाड़ी को साइड में लाया गया। गाड़ी का लॉक नहीं खुला, तो ईंट से लॉक तोड़ा। फिर शीशा तोड़कर सभी को निकाला गया। जब तक निकाला गया, सब लोग खत्म हो चुके थे। ड्राइवर नहीं बोला कि गाड़ी ओवरलोड हैरामललन ने बताया कि हादसे में मेरी पत्नी संजू वर्मा और साली अंजू वर्मा दोनों की मौत हो गई। ड्राइवर ने हम लोगों से एक बार भी नहीं कहा कि इतने लोगों को आप मत लेकर चलिए। ड्राइवर को अगर ओवरलोड गाड़ी दिख रही थी, तो कहना चाहिए था। अगर वह कहता तो हम लोग खुद ना जाते। हम ड्राइवर को 100% दोषी मानते हैं। अगर गाड़ी का गेट न खुलता, तो हमारी भी लाशें ही मिलतीं। अगर ड्राइवर गाड़ी को कच्ची सड़क की जगह पुल पर ले जाकर लड़ा देता तो शायद लोगों का हाथ-पैर ही टूटता। लेकिन, इतनी जानें नहीं जातीं। अब सब खत्म हो गया। रामकरण के घर में कोई दीया जलाने वाला नहीं बचाप्रहलाद के भाई रामकरण के परिवार में कोई नहीं बचा है। रामकरण, उनकी पत्नी अनुसुइया, बेटे शुभ (7) और बेटी सौम्या (9) की जान चली गई। रामकरण समोसा बेचने के साथ खेती का काम भी कर लेते थे। प्रहलाद के घर के पास ही उनके छोटे भाई रामकरण का घर है। टीन-शेड के नीचे रामकरण अपने परिवार के साथ रहते थे। इसी के नीचे गैस चूल्हे पर समोसे बनाकर गांव-गांव ले जाकर बेचने का काम करते थे। अब उनका घर वीरान हो चुका है। यहां रहने वाला कोई नहीं है। शुभ और सौम्या का स्कूल बैग रखा हुआ है। घर में सब्जी और धुले हुए बर्तन रखे हैं। ननकन घर में अकेले बचेप्रहलाद के घर से 50 मीटर दूर उनके भाई रामरूप उर्फ ननकन का घर है। ननकन का एक कमरे और बरामदे का मकान है। उनकी 10 साल की बेटी रचना, 14 साल के बेटे अमित और पत्नी दुर्गेश नंदिनी की भी हादसे में मौत हुई है। अब अपने परिवार में सिर्फ ननकन अकेले बचे हैं। अब परिवार पर एक नजरप्रहलाद कुल 5 भाई थे। छोटा भाई जगदीश, इनसे छोटे रामरूप उर्फ ननकन हैं। इनसे छोटे रामकरण और सबसे छोटे झिनकन हैं। जगदीश गांव-गांव जाकर सब्जी बेचने का काम करते हैं। सबसे छोटे भाई झिनकन अपने पिता स्व. रामदेव के नाम पर स्वर्गीय श्री रामदेव मेमोरियल पब्लिक स्कूल चलाते हैं। इसी स्कूल में प्रहलाद की बेटी काजल पढ़ाती थी। ----------------------------------------------------------------- ये खबर भी पढ़ें गोंडा में बोलेरो नहर में गिरी, 11 की मौत, गाड़ी में छटपटाते रहे, बाहर नहीं निकल पाए; एक परिवार के 9 लोग यूपी के गोंडा में रविवार सुबह 10 बजे तेज रफ्तार बोलेरो बेकाबू होकर सरयू नहर में गिर गई। हादसे में 12 लोगों की मौत हो गई। इनमें 3 भाइयों के परिवार के 10 लोग थे, जबकि 2 लोग पड़ोसी परिवार के थे। छोटे भाई का पूरा परिवार खत्म हो गया। ड्राइवर समेत 4 लोग बच गए। इनके अलावा 10 साल की बच्ची लापता हो गई। देर रात सभी शवों का अंतिम संस्कार किया गया। पूरी खबर पढ़ें
पीलीभीत के बीसलपुर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम परसिया में सोमवार देर रात एक बुजुर्ग की ईंट से पीटकर हत्या कर दी गई। घटना से पूरे गांव में सनसनी फैल गई है। पुलिस ने रात में ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। घटना सोमवार रात लगभग 10:20 बजे की है। ग्राम परसिया निवासी 60 वर्षीय ढाकन लाल अपने घर से नहर के पास स्थित पशुशाला जा रहे थे। इसी दौरान रास्ते में गांव का ही पप्पू उर्फ रामपाल उन्हें मिला। वह शराब के नशे में था और रास्ते में गाली-गलौज कर रहा था। जब ढाकन लाल ने उसे गाली देने से मना किया तो वह अचानक हमलावर हो गया। आरोपी ने नहर के पास रखी ईंट उठाकर ढाकन लाल के मुंह और चेहरे पर कई बार प्रहार कर दिया। इससे वह मौके पर ही गंभीर रूप से घायल होकर गिर पड़े। हमले के बाद बुजुर्ग की चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग दौड़कर पहुंचे। उन्होंने देखा कि ढाकन लाल रक्तरंजित हालत में नहर किनारे पड़े हैं। कुछ ही देर में परिजनों को भी घटना की सूचना मिल गई और वे मौके पर पहुंच गए। परिवार वालों ने तत्काल कोतवाली प्रभारी निरीक्षक संजीव कुमार शुक्ला को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस बल के साथ प्रभारी निरीक्षक मौके पर पहुंचे। थोड़ी देर बाद पुलिस उपाधीक्षक प्रगति चौहान भी घटनास्थल पर पहुंचीं और मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने मृतक के शव का पंचनामा भरकर उसे सील किया। शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया गया। साथ ही हत्या के आरोपी को रात में ही हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी गई। बीसलपुर थाना अध्यक्ष संजीव शुक्ला के अनुसार प्रारंभिक जांच में घटना का कारण आपसी कहासुनी और नशे की हालत में आरोपी का आक्रामक होना प्रतीत हो रहा है। हालांकि, मामले के सभी पहलुओं की गहनता से जांच की जा रही है।
कानपुर में पिछले कई दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण मौसम काफी ठंडा हो गया है। मौसम वैज्ञानिकों ने मंगलवार को भी बारिश की पूरी संभावना जताई हैं। पिछले 4 दिनों के अंदर शहर का तापमान 5 डिग्री नीचे आया है। शहर में भर में जल भराव से लोग काफी परेशान है। वहीं, घूमने वाली जगहों पर लोगों की खूब भीड़ भी देखने को मिल रही है। शाम और सुबह के समय शहर में भीषण जाम का भी लोगों को सामना करना पड़ रहा हैं। वहीं, बारिश के अलर्ट को देखते हुए मंगलवार को सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं। ऐसे गिरता गया शहर का पारा 1 अगस्त को अधिकतम तापमान 30.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। इसके बाद 2 अगस्त को अधिकतम तापमान 31.5 डिग्री दर्ज हुआ। 3 अगस्त को अधिकतम तापमान 28.9 डिग्री रहा और 4 अगस्त को अधिकतम तापमान 26.6 दर्ज किया गया। वहीं सोमवार को न्यूनतम तापमान 24.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम आर्द्रता 98 प्रतिशत और न्यूनतम आर्द्रता 97 प्रतिशत रही। हवा की औसत गति 4.7 किमी/घंटा रही और हवा कि दिशा दक्षिण से पश्चिम की ओर चली। 24 घंटे में 43 मिली मीटर से ज्यादा हुई बारिश हुई चंद्र शेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के मौसम वैज्ञानिक प्रो. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि रविवार से लेकर सोमवार तक करीब 43.8 मिली मीटर बारिश रिकॉर्ड हुई हैं।कानपुर और भारत मौसम विज्ञान विभाग से प्राप्त मौसम पूर्वानुमान के अनुसार कल यानि 6 अगस्त तक अभी मौसम ऐसा ही रहेगा। बादलों की आवाजाही के बीच रुक-रुक कर बरसात होती रहेगी। अरुणाचल प्रदेश की ओर जा रही टर्फ लाइन प्रो. सुनील पांडेय ने बताया कि मॉनसून की टर्फ लाइन पंजाब के अमृतसर, उत्तराखंड के देहरादून, बिहार के बाल्मीकि नगर, छपरा होते हुए ऊपर पूर्वोतर के असम के जलपाई गुढ़ी होते हुए अरुणाचल प्रदेश की ओर जा रही है।
छत्तीसगढ़ के पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने प्रदेश सरकार पर आंकड़ों में हेरफेर कर केते एक्सटेंशन कोल ब्लॉक को अनुमति देने का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश सरकार के इस कदम से सरगुजा की सांस्कृतिक धरोहर रामगढ़ पर्वत के साथ ही लेमरू हाथी प्रोजेक्ट के अस्तित्व पर संकट खड़ा हो गया है। सिंहदेव ने कहा कि साल 2020-21 में प्रदेश की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने वन विभाग से सर्वे कराने के बाद पाया था कि रामगढ़ पर्वत केते एक्सटेंशन कोल माइंस के 10 किलोमीटर के दायरे में आता है। माइंस के कारण इस ऐतिहासिक धरोहर पर संकट आ जाएगा। सिंहदेव ने कहा कि इस खदान की वजह से लेमरू हाथी अभ्यारण के हाथियों को पलायन करना पड़ेगा, जिससे मानव हाथी द्वंद बढ़ेगा। इन गुण-दोषों के आकलन के बाद कांग्रेस की सरकार ने इस खदान को स्वीकृति देने से मना कर दिया था। 4 लाख पेड़ कटेंगे, पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने का आरोप विदेश प्रवास पर गए टीएस सिंहदेव ने वीडियो मैसेज जारी किया है। वीडियो मैसेज में सिंहदेव ने कहा कि इस प्रोजेक्ट के कारण 4 लाख से अधिक पेड़ों को भी काटा जाएगा। यह कारण भी खदान को एनओसी जारी करने के खिलाफ था। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया है कि राजस्थान सरकार की आड़ में अपने पूंजीपति मित्रों के लाभ के लिए आंकड़ों में हेराफेरी करते हुए रामगढ़ पर्वत को खदान से 11 किमी की दूरी को 10 किलोमीटर बताते हुए केते एक्सटेंशन खदान को हरी झंडी दे दी है। ऐतिहासिक धरोहरों को खतरा सिंहदेव ने कहा कि इस माइंस के चालू हो जाने पर रामगढ़ पर्वत से जुड़ी प्रभु श्रीराम और सीतामाता के वनवास काल से संबंधित प्रतीक सीता बेंगरा और जोगीमारा गुफा के साथ ही प्राचीन नाट्यशाला, पर खतरा उत्पन्न हो जाएगा। पहले से मौजूद 2 खदानों में माइनिंग के कारण रामगढ़ पर्वत में कई दरारें पड़ चुकी है। पर्वत के ठीक बगल में यह माइंस खुल जाने से स्थिति और गंभीर हो जाएगी। सिंहदेव ने कहा कि खदान की अनुमति को तत्काल निरस्त किया जाये नहीं तो हम रामगढ़ पर्वत के अडिग चट्टानों की तरह संघर्ष के लिए तैयार हैं।
जोधपुर के वेस्ट जिले की पुलिस ने कमिश्नर ओमप्रकाश के निर्देशन पर एरिया डोमिनेशन अभियान चलाया। इस अभियान के तहत पुलिस की 45 टीमों का गठन किया गया जिसमें 238 पुलिसकर्मियों ने 327 ठिकानों पर दबिश दी। दबिश के दौरान पुलिस ने हार्डकोर अपराधियों को भी चेक किया इसके अलावा कई आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया। डीसीपी वेस्ट विनीत कुमार बंसल ने बताया कि टीम ने एरिया डोमिनेशन अभियान के दौरान 22 मामले दर्ज किए। जिसमें से दो प्रकरण आरएनसी एक्ट पुलिस थाना लूणी, सात प्रकरण 13 RPGO, 9 प्रकरण आबकारी एक्ट व 4 प्रकरण एनडीपीएस एक्ट में दर्ज किए गए। पुलिस ने अभियान के दौरान एनडीपीएस एक्ट में 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया। उनके कब्जे से 49.269 किलोग्राम अवैध डोडा पोस्त, 567 ग्राम अवैध गांजा बरामद किया गया। एरिया डोमिनेशन के दौरान अन्य एक्ट में 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। जबकि विभिन्न मामलों में फरार 12आरोपियों को पकड़ा गया। इस अभियान में पुलिस ने 5 हिस्ट्रीशीटर, 1 पांच हजार के इनामी को भी गिरफ्तार किया।
गाजियाबाद में 24 जुलाई को दिनदहाड़े हुई ज्वेलर्स की दुकान में लूट की गुत्थी को पुलिस ने लगभग सुलझा लिया है। सोमवार देर रात हुई मुठभेड़ में पुलिस ने तीसरे आरोपी और 25 हजार रुपये के इनामी बदमाश को गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान एनकाउंटर में पुलिस की गोली बदमाश के दोनों पैरों में लगी। घायल बदमाश की पहचान अभिषेक पुत्र लवकुश निवासी ग्राम बहेटा हाजीपुर, थाना लोनी बॉर्डर, गाजियाबाद के रूप में हुई है। अभिषेक ने पुलिस को बताया कि मानसी ज्वेलर्स में हुई लूट की साजिश में उसका बड़ा रोल था। उसी ने अपने साथियों को चोरी की बाइक और Blinkit तथा Swiggy जैसी डिलीवरी कंपनियों की फर्जी ड्रेस मुहैया कराई थी, जिससे वारदात को अंजाम देने के बाद पुलिस को गुमराह किया जा सके। पुलिस ने रोका तो तमंचे से फायर किया24 जुलाई को लिंक रोड थाना क्षेत्र स्थित मानसी ज्वेलर्स में दो बदमाश तमंचे के बल पर दुकान में घुसे और करीब 20 किलो चांदी व 125 ग्राम सोना लूटकर फरार हो गए। इस दौरान दुकान मालिक कृष्ण कुमार वर्मा को धमकाया भी गया था। घटना की CCTV फुटेज सामने आने के बाद पुलिस ने दो बदमाशों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। तीसरे आरोपी की तलाश में पुलिस पिछले 10 दिन से लगातार दबिश दे रही थी। सोमवार रात लिंकरोड थाना पुलिस और स्वाट टीम की संयुक्त चेकिंग के दौरान चौकी औद्योगिक क्षेत्र के पास एक बिना नंबर प्लेट वाली बाइक सवार युवक दिखाई दिया। जब पुलिस ने उसे रुकने का इशारा किया तो वह बाइक मोड़कर भागने लगा। पीछा करने पर युवक ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली उसके दोनों पैरों में लगी और वह गिर गया। रेकी बाद कराई थी लूटघायल अभिषेक ने पूछताछ में कबूल किया कि उसने ही कपिल और मनीष को लूट की योजना बनाने में मदद की थी। बाइक से लेकर Blinkit और Swiggy की फर्जी यूनिफॉर्म तक उसी ने मुहैया कराई थी, जिससे कोई उन पर शक न करे। अभिषेक पहले भी दिल्ली में डकैती और लूट जैसे मामलों में जेल जा चुका है। पुलिस ने मौके से अभिषेक के पास से चोरी की स्प्लेंडर बाइक, 6 हजार रुपए नकद, एक तमंचा और एक मोबाइल फोन बरामद किया है। ACP ने दी जानकारीACP श्वेता यादव ने बताया कि आरोपी के खिलाफ पहले से कई संगीन अपराध दर्ज हैं। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है और कोर्ट में पेश करने की तैयारी की जा रही है। पुलिस अन्य सहयोगियों की भूमिका भी खंगाल रही है और उनके ठिकानों पर छापेमारी जारी है। इस लूटकांड में Blinkit और Swiggy जैसी कंपनियों की डिलीवरी यूनिफॉर्म का दुरुपयोग किया गया था, जिससे वारदात के तरीके ने सभी को चौंका दिया। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि बदमाशों को ये फर्जी ड्रेस कहां से और कैसे मिलीं, और क्या कोई अन्य गैंग इसमें शामिल है।
रोहतक में एक युवक की पीट पीट कर बेरहमी से हत्या करके शव को एक निजी अस्पताल के बाहर फेंकने के मामले में पुलिस अभी तक आरोपियों को नहीं पकड़ पाई। मामले में आर्य नगर थाना पुलिस जांच कर ही है, लेकिन सीसीटीवी खंगालने के बाद भी आरोपी अभी तक पुलिस गिरफ्त से दूर है। मृतक की पहचान गांव सिंहपुरा हाल कैलाश कॉलोनी निवासी सुमित के रूप में हुई थी। सुमित का पुराना आईटीआई के पास होटल है, जिसके पार्टनर रौनक राणा निवासी गांव पाकस्मा व साहिल मलिक निवासी गांव कारोर है। मृतक के परिजनों ने पार्टनर रौनक राणा व उसके साथी विशाल ग्रेवाल पर ही हत्या कर शव फेंकने की शिकायत दी हुई है, लेकिन पुलिस उन्हें पकड़ नहीं पाई है। सीसीटीवी खंगाल रही है पुलिस युवक के शव को अस्पताल के बाहर फेंकने के मामले में आर्य नगर थाना पुलिस अस्पताल के बाहर लगे सीसीटीवी व आसपास के क्षेत्र में लगे सीसीटीवी की फुटेज की खंगाल रही है। वहीं, थार गाड़ी पर टैम्परेरी नंबर बताया जा रहा है। जिसके कारण पुलिस को थोड़ी परेशानी हो रही है। पुलिस कर रही आरोपियों की तलाश आर्य नगर थाना के एसएचओ बिजेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस को एक शव पुलिस लाइन के पास प्राइवेट अस्पताल के बाहर पड़ा मिला था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू की थी। मृतक की पहचान सुमित के रूप में हुई। मृतक के चाचा अजमेर की शिकायत पर केस दर्ज किया गया। पुलिस आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही है। जल्द आरोपियों को काबू कर लिया जाएगा।
घुमाने के बहाने ले जाकर बच्चे का किडनैप:कॉल कर मां से मांगी फिरौती; धमकाया- पीयूष चाहिए तो 1 लाख दो
जयपुर में घुमाने के बहाने 11 साल के बच्चे के किडनैप करने का मामला सामने आया है। परिचित किडनैप ने उसकी मां को कॉल कर फिरौती मांगी। धमकाया- पीयूष चाहिए तो एक लाख रुपए दो, तुम्हारा बच्चा मेरे पास है। रामनगरिया थाना पुलिस ने सूचना मिलने पर पीछा किया। पुलिस पकड़ में आने के डर से अलवर में बच्चे को छोड़कर भाग गया। पुलिस ने किडनैपिंग के करीब 8 घंटे में बच्चे को ढूंढ निकाला । सीसीटीवी फुटेज व मोबाइल लोकेशन से ढूंढा पुलिस ने बताया कि आरोपी जगतपुरा के महल रोड स्थित ढाबे पर रोजाना खाना खाने आता था, इसलिए ढाबा संचालक मां और बच्चे से जान-पहचान हो गई। इसके बाद रविवार दोपहर 12:30 बजे पीयूष योगी को घुमाने के बहाने बाइक पर बैठाकर साथ ले गया। यहां से महवा जाने के बाद उसने मां को फोन कर फिरौती मांगी। पुलिस ने उसके मोबाइल की लोकेशन ट्रेस की ताे आगरा रोड महवा की आई। इसके बाद उसका पीछा करना शुरू किया ताे वह अलवर के लक्ष्मणगढ़ पहुंच गया। रेस्टोरेंट के पास छोड़कर भागा रामनगरिया पुलिस ने लक्ष्मणगढ़ पुलिस के सहयोग से क्षेत्र की घेराबंदी की। उसे लगा कि अब पुलिस की घेराबंदी बढ़ती जा रही है तो बच्चे को लक्ष्मणगढ़ के एक फास्ट फूड रेस्टोरेंट के नजदीक छोड़ कर भाग गया। जहां से पुलिस ने उसको बरामद कर लिया। रामनगरिया थानाधिकारी चंद्रभान ने बताया कि आरोपी की पहचान की गई तो पता चला कि वह महल रोड रामनगरिया में काम करता है। उसकी गिरफ्तारी के बाद ही अपहरण के सही कारणों का खुलासा हाे पाएगा।
छिंदवाड़ा शहर के चंदनगांव स्थित 132 केव्ही अति उच्चदाब उपकेन्द्र में मेंटेनेंस कार्य किया जाएगा, जिसके चलते मंगलवार 5 अगस्त को सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक शहर और ग्रामीण क्षेत्रों की बिजली आपूर्ति ठप रहेगी। उपकेन्द्र में जंपर सुधार कार्य के कारण यह शटडाउन लिया जा रहा है। ये इलाके होंगे प्रभावितमेंटेनेंस के चलते शहर के प्रमुख इलाकों मोक्षधाम, पातालेश्वर मंदिर, चौड़ा बाबा, मालधक्का, फासिया सेमर ढाना, साबलेवाड़ी, गुलमोहर कॉलोनी, शनिचरा बाजार और पानी की टंकी क्षेत्र में बिजली सप्लाई बाधित रहेगी। अधीक्षण यंत्री खुशीयाल शिववंशी ने बताया कि इस अवधि में विद्युत सप्लाय को वैकल्पिक माध्यम से सुचारू रखने का प्रयास किया जाएगा। इधर, पूर्व संभाग के कार्यपालन यंत्री संजय सिंह ने बताया कि आकस्मिक शट डाउन का असर 11 केव्ही फीडरों पर भी पड़ेगा। इससे हिन्दुस्तान लीवर, अंजनिया, वी नेचुरल, व्यंकटेश फूड, वाटर सप्लाय, ऐन पंजाब, वृंदावन, सफल, व्यंकटेश बायो, लहगडुआ, सोनाखार और सोनपुर उपकेन्द्र से जुड़े सभी शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों की सप्लाई भी प्रभावित रहेगी। बिजली विभाग ने उपभोक्ताओं से इस दौरान सहयोग की अपील करते हुए कहा है कि जरूरी कार्य समय से पहले निपटा लें।
शहडोल में युवक की नदी में डूबने से मौत:बिजौरी गांव में मछली पकड़ने गया था; पानी में फंसा मिला शव
शहडोल के सोहागपुर थाना क्षेत्र के बिजौरी गांव में मुड़ना नदी में मछली पकड़ने गए 30 वर्षीय शीतल सिंह की डूबने से मौत हो गई। शीतल सिंह पिता लल्लू सिंह बिजौरी गांव के निवासी था। वह सोन और मुड़ना नदी के संगम के पास मुड़ना नदी में खड़े होकर बंशी से मछली पकड़ने गया था। परिजनों के अनुसार, घटना के समय वहां कोई मौजूद नहीं था। जब शीतल काफी समय तक घर नहीं लौटा, तब परिजनों ने उनकी खोजबीन शुरू की। तलाश के दौरान उन्हें मुड़ना नदी में पत्थर में फंसा शीतल का शव मिला। आसपास के लोगों ने मामले की जानकारी पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पानी से बाहर निकलवाया और पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेजा। थाना प्रभारी भूपेंद्र मणि पांडे ने बताया कि मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी गई है। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने मत्स्य विभाग के अधिकारियों पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि 15 अगस्त तक मछली पकड़ना गैर कानूनी है। फिर भी लोग बारिश के मौसम में नदी-तालाबों में मछली पकड़ते हैं। लोगों का आरोप है कि विभाग इस पर ध्यान नहीं देता।
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) की 8वीं कक्षा की सामजिक विज्ञान (सोशल साइंस) की किताब में एक नक्शे को लेकर जैसलमेर के पूर्व राजपरिवार ने आपत्ति जताई है। जैसलमेर के पूर्व राजपरिवार सदस्य चैतन्यराज सिंह का कहना है कि नक्शे में जैसलमेर को मराठा साम्राज्य का हिस्सा दिखाया गया है। यह गलत है। उन्होंने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से जल्द से जल्द इसमें संशोधन की मांग की है। नक्शे पर चैतन्यराज सिंह की आपत्ति... ऐतिहासिक रूप से भ्रामक, तथ्यहीन और गम्भीर रूप से आपत्तिजनक सोमवार शाम 5.26 बजे जैसलमेर के पूर्व राजपरिवार सदस्य चैतन्यराज सिंह ने सोशल मीडिया हैंडल 'X' पर पोस्ट किया। उन्होंनें अपना विरोध दर्ज करवाया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से संशोधन की मांग कर दी। उन्होंने 8वीं की NCERT की सामाजिक विज्ञान विषय पाठ्यपुस्तक (यूनिट 3, पृष्ठ संख्या 71) में दर्शाए गए मानचित्र को लेकर एतराज किया। इसमें जैसलमेर को तत्कालीन मराठा साम्राज्य का भाग दर्शाया गया है। उन्होंने लिखा है- यह ऐतिहासिक रूप से भ्रामक, तथ्यहीन और गम्भीर रूप से आपत्तिजनक है। जैसलमेर रियासत में मराठाओं का कभी दखल नहीं रहाउन्होंने लिखा है- इस प्रकार की अपुष्ट और ऐतिहासिक साक्ष्य विहीन जानकारी न केवल NCERT जैसी संस्थाओं की विश्वसनीयता पर प्रश्नचिह्न लगाती है, बल्कि हमारे गौरवशाली इतिहास और जनभावनाओं को भी आघात पहुंचाती हैं। यह विषय केवल एक पाठ्यपुस्तक की गलती नहीं, बल्कि हमारे पूर्वजों के बलिदान, संप्रभुता और शौर्य गाथा को धूमिल करने का प्रयास प्रतीत होता है। जैसलमेर रियासत के संदर्भ में उपलब्ध प्रामाणिक ऐतिहासिक स्रोतों में कहीं भी मराठा आधिपत्य, आक्रमण, कराधान या प्रभुत्व का कोई उल्लेख नहीं मिलता। इसके विपरीत, हमारी राजकीय पुस्तकों में भी स्पष्ट लिखा गया है कि जैसलमेर रियासत में मराठाओं का कभी भी, कोई दखल नहीं रहा। चैतन्यराज सिंह ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को पोस्ट टैग कर लिखा- शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान जी, संपूर्ण जैसलमेर परिवार की ओर से मैं आपका ध्यान इस ज्वलंत विषय की ओर आकृष्ट करना चाहता हूं कि NCERT द्वारा की गई इस प्रकार की त्रुटिपूर्ण, दुर्भावनापूर्ण और एजेंडा-प्रेरित प्रस्तुति को गंभीरता से लेते हुए तत्काल संशोधन करवाया जाए। यह केवल एक तथ्य संशोधन नहीं, बल्कि हमारी ऐतिहासिक गरिमा, आत्मसम्मान और राष्ट्रीय पाठ्यक्रम की सत्यनिष्ठा से जुड़ा विषय है। इस विषय पर त्वरित एवं ठोस कार्रवाई की अपेक्षा है। नक्शे में क्याकिताब में छपे नक्शे में मराठा साम्राज्य का जिक्र है और जैसलमेर रियासत को भी मराठा साम्राज्य का भाग दिखाया गया है। इसी पर आपत्ति है। दावा है कि जैसलमेर मराठा साम्राज्य का हिस्सा नहीं रहा। जैसलमेर के दर्ज इतिहास के अनुसार- मुगल भी जैसलमेर को नहीं जीत पाए थे। जैसलमेर की स्थापना भारतीय इतिहास के मध्यकाल के प्रारंभ में साल 1178 के लगभग यदुवंशी भाटी के वंशज रावल-जैसल ने की थी। रावल जैसल के वंशजों ने यहां भारत के गणतंत्र में परिवर्तन होने तक बिना वंश क्रम को भंग किए हुए 770 साल तक सतत शासन किया, जो अपने आप में एक महत्वपूर्ण घटना है। जैसलमेर राज्य ने भारत के इतिहास के कई काल को देखा व सहा है। यह राज्य मुगल साम्राज्य में भी लगभग 300 वर्षों तक अपने अस्तित्व को बनाए रखने में सफल रहा। जैसलमेर शहर पर खिलजी, राठौर, मुगल, तुगलक आदि ने कई बार आक्रमण किया था। लेकिन वे कभी इसे जीत नहीं पाए। भाटियों के इतिहास का यह संपूर्ण काल सत्ता के लिए संघर्ष का काल नहीं था। वरन अस्तित्व को बनाए रखने के लिए संघर्ष था, जिसमें ये लोग सफल रहे। भारत में अंग्रेजी राज्य की स्थापना से लेकर समाप्ति तक भी इस राज्य ने अपने वंश गौरव व महत्व को यथावत रखा। भारत की स्वतंत्रता के बाद यह भारतीय गणतंत्र में विलीन हो गया। भारतीय गणतंत्र के विलीनीकरण के समय इसका भौगोलिक क्षेत्रफल 16,062 वर्ग मील के विस्तृत भू-भाग पर फैला हुआ था। सोशल मीडिया पर छिड़ी बहससोशल मीडिया पर इस आपत्ति के बाद बहस छिड़ी है। कई यूजर्स ने इस आपत्ति का समर्थन किया है तो कई ने मराठा के पक्ष में अपनी बात कही है। इस बीच सोशल मीडिया पर एक मैप डालकर दावा किया कि यह ग्वालियर में सिंधिया पूर्व राजपरिवार के म्यूजियम में है।
खैरथल-तिजारा जिले के शेखपुर अहीर थाना इलाके में रविवार को पुलिसकर्मियों पर एक खेत में महिला के साथ बदसलूकी का आरोप लगा। आरोप लगा कि बिना महिला पुलिसकर्मी के आए 2 पुलिसवाले महिला को जबरन बाइक पर बिठाने की कोशिश कर रहे थे। वीडियो सामने आने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया। पुलिस ने महिला समेत वीडियो बनाने वाले पिता-पुत्र को हिरासत में ले लिया। रविवार रात को 12 बजे लोगों के धरने-प्रदर्शन के बाद तीनों को छोड़ा गया। इधर, मामले में पुलिस पर नाबालिग सिख के केश पकड़ने का भी आरोप लगाया है। हालांकि, तिजारा एसपी ने आरोपों को गलत बताया है। सच जानने के लिए भास्कर टीम मौके पर पहुंची। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… सबसे पहले जानिए- क्या है पूरा मामला शेखपुर थाने के एसएचओ लोकेश मीणा ने बताया कि बामनखेड़ी गांव में अवैध शराब बेचने की सूचना था। इस पर पुलिसकर्मियों को वहां भेजा गया। गांव में एक खेत पर अवैध शराब की भट्टी बनी थी, जिसे वे नष्ट कर रहे थे। एक युवक अवैध शराब लेकर भागने लगा तो उसे पकड़ने को कोशिश की। इसी दौरान परिवार की महिलाएं आ गई और आरोपी को फरार करवा दिया। वहीं, घरवालों का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने सिविल ड्रेस में आकर जबरन परिवार के युवक को पकड़ने की कोशिश की। जब विरोध किया तो महिलाओं के साथ मारपीट की। मारपीट का वीडियो बनाने वाले पिता-पुत्र को भी हिरासत में ले लिया। महिला को बाइक पर ले जाने पर बोले– अस्पताल ले जा रहे थे इस घटनाक्रम का जो वीडियो सामने आया उसमें पुलिसकर्मी महिला राजो को जबरन बाइक पर बैठाते नजर आ रहे थे। पुलिस का दावा है कि महिला की तबीयत इस दौरान बिगड़ गई थी। वहां तक चौपहिया वाहन आने की जगह नहीं थी, इसलिए महिला को बाइक पर बैठा कर अस्पताल ले जा रहे थे। इसी का वीडियो बनाकर गलत तरीके से वायरल किया गया है। एसएचओ लोकेश मीणा ने दावा किया कि महिला काॅन्स्टेबल भी मौके पर गई थी, लेकिन कीचड़ होने से गाड़ी फंस गई और वो मौके पर नहीं पहुंच पाई, लेकिन कुछ देर में पहुंच गई थी। वहीं परिवार का दावा है कि पुलिसकर्मी महिला राजो को जबरन बाइक पर बैठा कर थाने ले जा रहे थे। इस दौरान वह बेहोश हो गई तो काफी देर तक ऐसे ही जमीन पर उन्हें पटका रखा। आरोप : 15 साल के लड़के से मारपीट, केश पकड़ गाड़ी में बैठाया मामले में वीडियो बनाने वाले पिता और उनके बेटे को पुलिस ने हिरासत में लिया था। 15 साल का नाबालिग नौवीं कक्षा में पढ़ता है। उसने बताया कि वो पिता के साथ खेत में गया था। इसी दौरान पास के खेत में शोर शराबे की आवाज आई। वो उनके रिश्तेदार का है। उन्होंने देखा कि दो पुलिसकर्मी उनकी मामी राजो कौर के साथ बदतमीजी कर रहे थे। हमने मारपीट का वीडियो बनाना शुरू कर दिया। कुछ ही देर में दो और पुलिसकर्मी आ गए। जिन्होंने आते ही लाठी मारना शुरू कर दिया। पुलिस कर्मियों ने मेरे बाल पकड़ने की कोशिश की तो मेरी दस्तार खुल गई। इस पर पुलिसकर्मी लालचंद ने उसके केश पकड़कर जीप में खींचा। उसने कहा कि वो सिख है और उसके बाल पकड़ना गलत है तो पुलिसकर्मी ने कहा कि ये बाल कटवा ले। इसके बाद गाली गलौज भी की ओर थाने ले जाकर बैठा दिया। प्रेग्नेंट महिला के साथ भी मारपीट का आरोप घटना के समय राजो कौर की बड़ी बहू रेखा और छोटी बहू रजनी कौर भी मौके पर ही थी। रजनी तीन महीने की प्रेग्नेंट है। उसने बताया कि जब हमने विरोध किया तो पुलिस ने मुझे और रेखा को लात-घूंसों और लाठियों से पीटा। रजनी और रेखा के शरीर पर चोटों के कई निशान हैं। परिवार का गुड़ का कारोबार, पुलिस जबरन पकड़ने लगी राजो कौर के बेटे अजीत ने बताया कि उनका खेती के साथ गुड़ बेचने का काम भी है। रविवार को मैं गुड़ लेकर आ रहा था। पुलिसकर्मियों ने मुझे शराब बनाने के आरोप में पकड़ने की कोशिश की। इस पर परिवार की महिलाओं ने विरोध जताया। जिसके बाद पुलिस ने अभद्रता शुरू कर दी। वीडियो बना रहे जिन पिता पुत्र को पुलिस ले गई थी, उनका भी कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड सामने नहीं आया है। पिता पंखे की फैक्ट्री में सीनियर अकाउंटेंट है। वहीं बड़ा बेटा 12वीं और छोटा बेटा नौवीं में पढ़ता है, जिसे पुलिस ने हिरासत में लिया था। कार्रवाई की मांग, तीन दिन का अल्टीमेटम मामले में महिलाओं के साथ मारपीट और सिख युवक के केश पकड़ने के आरोप को लेकर सोमवार को सिख समाज की खालसा टीम के लोग भी पहुंचे थे। समाज के लोगों ने इस मीटिंग में चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने, नंगे पैर गुरुद्वारे जाकर माफी मांगने और जिस बालक के केश पकड़े थे उसे दस्तार पहनाने की मांग का निर्णय लिया गया है। मीटिंग में निर्णय लिया है कि तीन दिन में ये कार्रवाई नहीं हुई तो आगे का फैसला लिया जाएगा। सोमवार को समाज के लोग एसपी ऑफिस भी पहुंचे और मामले में कार्रवाई की मांग की। पुलिस बोली– गांव में होता है शराब का काम एसएचओ लोकेश का दावा है कि इस गांव में खुले आम लोग शराब बनाते हैं। खेतों में भट्ठियां बनाई हुई है। पहले भी कई बार गांव में कार्रवाई की है। रविवार को भी सूचना मिलने के बाद कार्यवाही के लिए पहुंचे थे लेकिन महिलाओं ने हंगामा कर दिया। मारपीट के आरोप गलत है। गिरफ्तारी किसी की नहीं की गई थी, हिरासत में लिया था जिन्हें छोड़ दिया गया। उन्होंने दावा किया कि मौके पर शराब मिली थी हालांकि वे कार्रवाई की जानकारी नहीं दे सके। जिसे फरार बताया वो घर पर मिला वहीं इस मामले में पुलिस ने बताया कि महिलाओं ने बीच बचाव कर अजीत को फरार करवा दिया। भास्कर टीम पहुंची तो वो घर पर ही था। उसने कहा- घटना के समय जब पुलिस ने मारपीट शुरू की तो हम तितर-बितर हो गए थे। शाम को मैं लोगों के साथ थाने भी गया था। गांव में मीटिंग में भी था। मैं फरार होता तो थाने में गया था तब ही पकड़ लेते। पुलिस जबरन शराब बनाने का आरोप लगा रही थी। बच्चे के केश खींचने के आरोप गलत : एसपी मामले में तिजारा एसपी प्रशांत किरण का कहना है कि अप्रैल में भी इस परिवार पर कार्रवाई हुई थी। रविवार को भी कार्रवाई के दौरान परिवार की महिलाओं ने विरोध करना शुरू कर दिया। बच्चे के केश खींचने के आरोप भी गलत हैं। ऐसा कोई पुलिसकर्मी नहीं करेगा। हमारे पास मौके के सभी वीडियो हैं। .... खैरथल-तिजारा से जुड़ी ये खबर भी पढ़िए... पुलिसकर्मियों ने महिला को जबरन बाइक पर बैठाया, VIDEO:युवक ने विरोध किया तो नाबालिग बेटे के साथ हिरासत में लिया; ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन खैरथल-तिजारा जिले के भिवाड़ी में खेत में काम कर रही महिला के साथ 4 पुलिसकर्मियों ने बदसलूकी की और जबरन बाइक पर बैठा लिया। इस दौरान महिला बेहोश होकर गिर गई। पूरी खबर पढ़िए...
जामताड़ा जिले के मिहिजाम थाना क्षेत्र के हांसीपहाड़ी इलाके में 19 वर्षीय विवाहिता पूजा यादव का शव उसके घर में संदिग्ध परिस्थितियों में मिला। पूजा पश्चिम बंगाल के न्यू मार्केट इलाके की रहने वाली थी। 16 महीने पहले उसकी शादी हांसीपहाड़ी के रहने वाले रोहित यादव से हुई थी। पूजा का एक पांच महीने का बेटा भी है। मृतका के पिता प्रेम सागर यादव ने बेटी की मौत को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि पूजा की हत्या उसके पति और ससुराल वालों ने मिलकर की है। अब वे इसे आत्महत्या का रूप देने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि जब वे घटनास्थल पर पहुंचे, तब तक पूजा को फंदे से उतार लिया गया था। जिससे संदेह और भी गहरा हो गया। पति बोला- दरवाजा काट कर निकाला दूसरी ओर, पूजा के पति रोहित यादव ने कहा कि खाना खाने के बाद पूजा ने खुद को कमरे में बंद कर लिया था। काफी देर तक दरवाजा खटखटाने के बाद भी जब कोई जवाब नहीं मिला, तो कटर मशीन की मदद से दरवाजा काटा गया। अंदर जाकर देखा गया तो पूजा मृत अवस्था में मिली। घटना की सूचना मिलते ही जामताड़ा एसडीपीओ विकास आनंद लांगुरी, पुलिस इंस्पेक्टर राजेश मंडल और मिहिजाम थाना प्रभारी विवेकानंद दूबे अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पूरे मामले की जांच हर पहलू से की जा रही है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से ही होगा खुलासा एसडीपीओ विकास आनंद लांगुरी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है, लेकिन पुलिस सभी पहलुओं पर गंभीरता से जांच कर रही है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि पूजा की मौत आत्महत्या थी या हत्या। फिलहाल, पुलिस सभी बिंदुओं पर छानबीन कर रही है।
मंगलवार भस्म आरती दर्शन:भगवान महाकाल को चन्दन अर्पित कर त्रिपुण्ड और आभूषण से दिव्य श्रृंगार
श्रावण माह के मंगलवार को विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर के कपाट तड़के (3 बजे) खोले गए। भस्म आरती के दौरान सभा मंडप में वीरभद्र जी के कान में स्वस्ति वाचन कर घंटी बजाकर भगवान से आज्ञा लेकर सभा मंडप वाले चांदी के पट खोले गए। गर्भगृह के पट खोलकर पुजारियों ने भगवान का श्रृंगार उतारकर पंचामृत पूजन के बाद कर्पूर आरती की। त्रिनेत्रधारी भगवान महाकाल का चन्दन का त्रिपुण्ड, रुद्राक्ष की माला और रजत मुकुट अर्पित कर श्रृंगार किया। नंदी हाल में नंदी जी का स्नान, ध्यान, पूजन किया। जल से भगवान महाकाल का अभिषेक करने के बाद दूध, दही, घी, शकर, शहद, फलों के रस से बने पंचामृत से पूजन किया गया। भगवान महाकाल को रजत चंद्र, त्रिशूल, मुकुट, भांग, चन्दन, ड्रायफ्रूट और भस्म चढ़ाई गई। भगवान महाकाल ने शेषनाग का रजत मुकुट, रजत की मुण्डमाल और रुद्राक्ष की माला के साथ सुगन्धित पुष्प से बनी माला धारण की। फल और मिष्ठान का भोग लगाया। झांझ-मंजीरे, डमरू के साथ भगवान महाकाल की भस्म आरती की गई। भस्म आरती में बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल का आशीर्वाद लिया। महा निर्वाणी अखाड़े की ओर से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गई। मान्यता है कि भस्म अर्पित करने के बाद भगवान निराकार से साकार रूप में दर्शन देते हैं।
मुरादाबाद में बुर्का पहनी महिला से सरेआम छेड़खानी करने वाले आरोपी को पुलिस ने मुठभेड़ में पैर में गोली मारकर पकड़ लिया है। सोमवार रात 12 बजे पुलिस चेकिंग कर रही थी, तभी आरोपी बाइक से आया। पुलिस ने उसे रोकने की कोशिश की तो उसने फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में पुलिस ने उसके बाएं पैर में गोली मार दी। गोली लगते ही वह जमीन पर गिर गया। पुलिस ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। एनकाउंटर की सूचना पर एसपी सिटी अस्पताल पहुंचे। उन्हें देखकर आरोपी कान पकड़कर माफी मांगने लगा। कहा- अब कभी ऐसा नहीं करूंगा, मुझे एक बार माफ कर दो। मुठभेड़ जिगर कॉलोनी में नट बाबा मठ के पीछे रामगंगा घाट पर हुई। आरोपी आदिल (22) से पुलिस ने तमंचा और बाइक बरामद की है। आदिल डिप्टी गंज चौराहे पर प्राइवेट नर्सिंग होम में कंपाउंडर है। एसपी सिटी ने बताई एनकाउंटर की पूरी कहानी एसपी सिटी रणविजय सिंह ने बताया- मुरादाबाद क्षेत्र में ड्रोन को लेकर अफवाह चल रही है। उसी के मद्देनजर सभी क्षेत्रों में जाकर लोगों को अवेयर कर रहे हैं। इस क्रम में नागफनी और रामगंगा किनारे लोगों को अवेयर कर रही थी। नदी किनारे के क्षेत्र में इस दौरान बिना प्लेट की बाइक से एक व्यक्ति जा रहा था। उसे रोककर पूछताछ की कोशिश की तो वह नदी के किनारे बने नट बाबा मठ की ओर से चांदमारी घाट की ओर भागने लगा। उसके भागते ही पुलिस टीम ने उसका पीछा किया। उन्होंने बताया- आगे नदी किनारे भागते समय आरोपी की बाइक फिसल गई। फिर उसने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। इस दौरान उसके बाएं पैर में गोली लगी। इसके बाद उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। पूछताछ में उसने अपना नाम आदिल उर्फ पप्पू बताया। आरोपी के पास से जिंदा कारतूस, तमंचा और बाइक बरामद हुआ है। उन्होंने कहा- पुलिस टीम ने बेहतर काम किया है। 12 से 14 घंटे में ही महिला से गंदी हरकत करने वाले को पकड़ लिया। जानिए पूरा मामला रविवार को डिप्टीगंज गोल कोठी इलाके में महिला से छेड़खानी का वीडियो सामने आया था। महिला ने नागफनी थाने पर घटना की FIR दर्ज कराई थी। कहा था- शाम करीब 6 बजे मैं सब्जी लेकर अपने घर जा रही थी, तभी एक युवक ने गोल कोठी के पास उसे पीछे से पकड़ लिया। उसके साथ छेड़खानी की। शोर मचाने पर युवक भाग निकला। पूरी घटना वहां लगे CCTV कैमरे में कैद हो गई थी। इसके आधार पर पुलिस ने आरोपी आदिल की पहचान की। इसके बाद से जगह-जगह उसकी तलाश में चेकिंग अभियान चला रही थी। देखिए कैसे युवक ने महिला से छेड़छाड़ की थी... पढ़िए वीडियो में क्या दिख रहा... युवक 30 सेकेंड तक करता रहा अश्लीलताडिप्टी गंज गोल कोठी के पास बुर्का पहने एक महिला सड़क पर जा रही थी। तभी एक युवक पीछे से तेज कदमों से आता है। वह वहां खड़ी कार के पास महिला को सरेआम पकड़ लेता है। इसके बाद युवक महिला के साथ करीब 30 सेकेंड तक अश्लीलता करता रहता है। फिर तेजी से एक तरफ भाग निकलता है। इस दौरान युवक का चेहरा ढका हुआ नहीं था। इसी वजह से कुछ दूरी पर लगे एक CCTV में युवक का चेहरा कैद हो गया है। पुलिस इसी तस्वीर के आधार पर आरोपी युवक की तलाश में जुटी है। ---------------------- ये खबर भी पढ़ें : यूपी में ट्रैफिक रूल तोड़ा, तो AI तुरंत पकड़ेगा:तेज स्पीड, मोबाइल पर बात करना पड़ेगा महंगा, चालान वसूली तेज होगी यूपी में हर महीने 2000 से ज्यादा लोग सड़क हादसे में जान गंवाते हैं। साल-दर-साल ये आंकड़ा बढ़ रहा है। इस साल सिर्फ जून महीने तक 14 हजार से ज्यादा लोगों की मौत सड़क हादसों में हुई है। इन हादसों को रोकने के लिए सड़क सुरक्षा विभाग और परिवहन विभाग के सारे प्रयास फेल हाे रहे हैं। पढ़िए पूरी खबर
तारागढ़ वन क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने के बाद भविष्य में पूरे वन संरक्षित क्षेत्र में अतिक्रमण रोकने के लिए वन विभाग 4 अस्थायी चौकियां बनाएगा। अधिकारी इन 4 चौकियों के लिए स्टाफ का चयन करने में जुटे हैं। इसके अलावा एक विशेष निगरानी टीम का गठन करने पर भी विचार किया जा रहा है। इसके साथ अन्य वन्य भूमियों पर किए गए अतिक्रमणों की जानकारी भी विभाग निकाल रहा है, इसके लिए संयुक्त सर्वे की मंजूरी भी प्रशासन से ली जाएगी। वन विभाग, प्रशासन और पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन के तहत शनिवार को तारागढ़ वन क्षेत्र पर कब्जा कर बनाई गई 213 दुकानों को ध्वस्त कर दिया गया था। इस क्षेत्र में दोबारा अतिक्रमण की आशंका को देखते हुए विभाग अब अस्थायी चौकियां बनाएगा। डीएफओ वीरेंद्र सिंह जोय के मुताबिक वन क्षेत्र में पुख्ता निगरानी रखने के लिए 4 पुख्ता अस्थायी चौकियां बनाई जाएंगी। वन भूमि की सीमा पर पत्थरगड़ी करवा सीमा निर्धारित कर दी जाएगी। सर्वे के बाद वन विभाग के खाते में आई जमीन की सीमाबंदी की जाएगी ताकि आम लोगों और विभाग के कार्मिकों को भी यह पता रहे कि वन भूमि कौन सी है। वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक लेपर्ड सफारी के लिए तय वन भूमि के अलावा जो वन भूमि बचेगी वहां ईको पाइंट बढ़ाने का प्रस्ताव भेज दिया गया है। मलबा उठाने का टेंडर देने का भी प्रयास करेंगे डीएफओ वीएस जोरा ने बताया कि तारागढ़ वन भूमि पर अतिक्रमण तोड़ने के बाद जमा हुए मलबे को हटाने के लिए टेंडर देने का एक प्रयास और किया जाएगा। यह मलबा हटाने के लिए तीन एजेंसियों ने इनकार कर दिया था। इसका कारण यह था कि जंगल से पहाड़ी रास्ते पर होकर यह सामान हाथों में उठाकर नहीं लाया जा सकता। जहां दुकानें तोड़ी गई वहां वाहन नहीं जा सकते। लेकिन वन विभाग एक आखिरी प्रयास टेंडर देने का करेगा। डीएफओ ने बताया कि जिले में अन्य वन क्षेत्रों में अतिक्रमण की समीक्षा की जाएगी। जहां भी अतिक्रमण पाया गया उसे ध्वस्त किया जाएगा। कई जगह सीमाज्ञान की समस्या होने से संयुक्त सर्वे कराने की भी मंजूरी ली जाएगी। इस सर्वे के बाद वन विभाग की चिंहित जमीन पर अगर अतिक्रमण पाया गया तो कार्रवाई की जाएगी। यह खबर भी पढ़ें.... अजमेर-तारागढ़ पहाड़ी से 213 दुकानों को हटाया:वन विभाग की जमीन से 10 घंटे में हटाया अतिक्रमण; 55 मामलों पर कोर्ट का स्टे
बीकानेर के होटल में विदेशी महिला टूरिस्ट से रेप हुआ है। लालगढ़ इलाके में हुई इस घटना के संबंध में बिछवाल थाने में लिखित रिपोर्ट दी गई है। पुलिस ने होटल से एक युवक को डिटेन भी किया है। उससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार- महिला बीछवाल थाना इलाके के लालगढ़ एरिया के एक होटल में रह रही थी। मामला एसपी कावेंद्र सिंह सागर के पास पहुंचा तो पुलिस तुरंत एक्टिव हुई। 2 दिन पहले की थी वारदातमहिला घूमने के लिए बीकानेर आई थी। वह लालगढ़ के जिस होटल में ठहरी थी, उसी में 2 अगस्त को युवक ने रेप किया। PBM हॉस्पिटल अधीक्षक डॉ. सुरेंद्र वर्मा की ओर से गठित बोर्ड ने पीड़ित महिला का मेडिकल किया है। विदेशी महिला से भी पूछताछ की जा रही है। इस मामले में एसपी कावेंद्र सिंह सागर और बीछवाल थाना इंचार्ज गोविंद सिंह चारण जानकारी देने से बच रहे हैं। एक महीने पहले उदयपुर में फ्रांस की युवती से हुआ था रेप एक महीने पहले उदयपुर में एड शूट करने आई फ्रांस की टूरिस्ट के साथ रेप का मामला सामने आया था। आरोपी ने वारदात से पहले कैफे में युवती के साथ पार्टी भी की थी। इसके बाद वह टूरिस्ट को बहला-फुसलाकर बड़गांव इलाके में अपने मकान पर ले गया। यहां उसके साथ घिनौनी हरकत की थी। (पूरी खबर पढ़ें) चूरू में 13 साल की विदेशी लड़की के साथ हुई थी जबरदस्ती करीब 8 महीने पहले चूरू में भी विदेशी लड़की से रेप का मामला सामने आया था। 13 साल की नाबालिग के पेट में दर्द होने पर घरवाले उसे डीबी अस्पताल ले गए। वहां जांच कराने पर नाबालिग करीब 5 महीने (19 सप्ताह) की प्रेग्नेंट निकली थी। नाबालिग घरवालों के साथ किराए के मकान में रह रही थी। (पूरी खबर पढ़ें) फेसबुक पर दोस्ती हुई थी, राजस्थान बुलाकर रेप किया थाकरीब एक साल पहले का मामला है। आरोप लगाया गया था कि शादीशुदा वकील ने फेसबुक पर USA की 45 साल की तलाकशुदा महिला से दोस्ती की थी। खुद को अविवाहित होने का झांसा देकर उसे भारत बुलाया। जयपुर, अजमेर सहित कई स्थानों पर उसे होटल में रुकवाया। इस दौरान वह विदेशी महिला के साथ रेप करता रहा। (पूरी खबर पढ़ें)
रक्षाबंधन जैसे बड़े त्योहार से पहले नोएडा में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (FSDA) ने मिलावटी मिठाइयों और तेल की रोकथाम के लिए मोर्चा संभाल लिया है। बीते 24 घंटों में विभाग की कई टीमों ने शहर के अलग-अलग इलाकों में मिठाई की दुकानों, तेल ट्रेडर्स और खाद्य सामग्री विक्रेताओं पर छापेमारी की। इस दौरान कई जगहों से सैंपल लिए गए, जबकि संदिग्ध खाद्य पदार्थ को सीज या नष्ट भी किया गया। सहायक आयुक्त (खाद्य द्वितीय) सर्वेश मिश्रा ने बताया कि दादरी क्षेत्र के इटेहरा स्थित सुंदर ट्रेडिंग से रिफाइंड राइस ब्रान ऑयल का सैंपल लिया गया। जांच के दौरान पाया गया कि 150 किलो राइस ब्रान ऑयल में मिलावट की आशंका है, जिसके चलते उसे मौके पर ही सीज कर दिया गया। 178 किलो रिफाइंड किया सीजवहीं, बिसरख की बीकानेरी स्वीट्स दुकान से लड्डू का एक सैंपल लिया गया, जिसे लैब भेजा गया है। इसी क्रम में कुलेसरा में मुस्कान ट्रेडर्स से दो सैंपल लिए गए। एक मुनक्का और एक रिफाइंड सोयाबीन ऑयल का। लेकिन जब अधिकारी ने इन उत्पादों की पैकेजिंग जांची तो उस पर बैच नंबर और एक्सपायरी डेट गायब थे। नियमों के तहत यह बड़ी लापरवाही मानी जाती है, इसलिए लगभग 15 किलो मुनक्का और 178 किलो रिफाइंड सोयाबीन ऑयल सीज कर दिया गया। एक अन्य टीम ने ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर इंडस्ट्रियल एरिया साइट सी स्थित नमस्कार स्वीट्स पर छापा मारा। यहां से दूध, छेना और खोया के सैंपल लिए गए। जांच में 35 किलो खोया संदिग्ध पाया गया जिसे वहीं नष्ट कर दिया गया। नोएडा में नामी स्वीट्स दुकानों से लिए सैंपलइस अभियान के तहत नोएडा की कई नामी मिठाई दुकानों से भी सैंपल लिए गए। सेक्टर 52 में बीकानेर स्वीट्स से घेवर का सैंपल, सेक्टर 31 की ओम स्वीट्स और अग्रवाल स्वीट्स से घेवर, सेक्टर 44 स्थित बीकानेर मलाई वाला से घेवर और बर्फी के नमूने लिए गए। सभी नमूने लैब जांच के लिए भेजे गए हैं। इतना ही नहीं, सेक्टर 43 स्थित हल्दीराम रेस्टोरेंट से भी खाद्य सामग्री के सैंपल लिए गए। यहां से कॉटन सीड ऑयल और उपयोग किए जा चुके कुकिंग ऑयल (यूज्ड कुकिंग ऑयल) का नमूना लिया गया। खाद्य सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि सभी सैंपल लैब जांच के लिए भेजे गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद ही यह तय होगा कि कहां मिलावट थी और किन दुकानों पर कार्रवाई होगी। अगर कोई सैंपल मानकों पर खरा नहीं उतरा, तो संबंधित प्रतिष्ठान के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
ग्वालियर में करीब आठ महीने पहले हुई पांच लाख रुपए की लूट के मामले में एक और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह वारदात सिटी सेंटर में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के बाहर हुई थी, जब पीएचई विभाग के ठेकेदार विनय आनंद से बाइक सवार बदमाशों ने पैसे से भरा बैग छीन लिया था। अब पुलिस ने इस केस में आरोपी मनोज उर्फ सिंटू ग्वाला को महाराष्ट्र के पुणे से पकड़ा है। यह आरोपी पश्चिम बंगाल के राजगढ़ का रहने वाला है, लेकिन हर वारदात के बाद वह अपना ठिकाना बदल देता था। पुलिस का कहना है कि ये शातिर अपराधी है और बड़े कटिहार गैंग का हिस्सा है, जो बिहार, झारखंड और बंगाल में सक्रिय है। मंगलवार शाम तक पुलिस आरोपी मनोज को लेकर ग्वालियर पहुंच जाएगी, जिसके बाद विस्तृत पूछताछ की जाएगी। सीसीटीवी में दिखे थे बदमाश, टोल पर भी दिखे 25 नवंबर 2024 को दोपहर करीब 2:55 बजे पीएचई ठेकेदार विनय आनंद बैंक से 5 लाख रुपए निकालकर बाहर निकले ही थे कि बाइक पर आए दो बदमाशों ने उनका बैग छीन लिया और भाग गए। यह पूरी घटना बैंक के बाहर लगे CCTV कैमरे में रिकॉर्ड हो गई थी। वारदात के 90 मिनट बाद एक बदमाश पल्सर बाइक पर दोपहर 3:49 बजे सैंया टोल (धौलपुर, राजस्थान) में दिखा। मुरैना और सैंया टोल पर एक ही पल्सर बाइक नजर आई, जिसका RTO रजिस्ट्रेशन हरियाणा के हिसार जिले का था। यह पहली CCTV फुटेज और पहली लोकेशन थी जो राजस्थान के धौलपुर से मिली थी। एक दिन बाद आगरा में भी बदमाशों की फुटेज मिली थी, जिसके आधार पर पुलिस ने इस गिरोह की पहचान कटिहार गैंग के रूप में की। इस गैंग का सरगना मनीष यादव है, जो पूरे नेटवर्क को संचालित करता है। यह गैंग देशभर में बैंकों के आसपास लूटपाट की घटनाएं अंजाम देता है। गैंग मोबाइल का नहीं करता उपयोगग्वालियर पुलिस की टीम एमपी, यूपी, राजस्थान, उत्तराखंड, दिल्ली, बिहार और ओडिशा में इस गैंग की तलाश में भटक चुकी है, लेकिन पहले किसी भी आरोपी को पकड़ना संभव नहीं हो पाया था। कुछ समय पहले पश्चिम बंगाल से एक सदस्य पकड़ा गया, जिससे मनोज उर्फ सिंटू ग्वाला के बारे में जानकारी मिली, जो पुणे में था। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को जानकारी मिली है कि यह गैंग मोबाइल फोन का उपयोग नहीं करता, जिससे उनकी ट्रैकिंग मुश्किल हो जाती है। यदि किसी के पास मोबाइल होता भी है, तो वह हर 10 दिन में सिम कार्ड बदल देता है। जैसे ही पुलिस की टीम उनके नजदीक पहुंचती है, वे स्थान बदल लेते हैं। यहां भी कर चुके हैं लूट की वारदात ग्वालियर लाकर पूछताछ होगी एसएसपी ग्वालियर धर्मवीर सिंह ने बताया कि पांच लाख की लूट के मामले में पुणे से एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। घटना के समय मिले CCTV फुटेज में जो बदमाश बाइक चला रहा था, वही आरोपी मनोज उर्फ सिंटू है। उसे अब ग्वालियर लाकर पूछताछ की जाएगी। ये खबर भी पढ़ें... ग्वालियर में बाइक सवार बदमाशों ने लूटे 5 लाख रुपए ग्वालियर के सिटी सेंटर में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की रीजनल ब्रांच के सामने बाइक सवार बदमाश एक पीएचई ठेकेदार से नकदी से भरा बैग लूटकर फरार हो गए। बैग में पांच लाख रुपए थे, जो कुछ ही मिनट पहले बैंक से निकाले गए थे। यह रकम ठेकेदार के बहनोई पीएचई के रिटायर्ड एक्जीक्यूटिव इंजीनियर की थी। रिटायर्ड इंजीनियर और ठेकेदार कार में बैठने ही वाले थे कि घात लगाए बदमाशों ने झपट्टा मारकर बैग छीन लिया और बाइक से फरार हो गए। ठेकेदार ने पीछा करने की कोशिश की, लेकिन बदमाश तेज रफ्तार में भाग निकले। पूरी खबर पढ़ें...
हरियाणा के पूर्व CM दिवंगत भजनलाल के भतीजे और फतेहाबाद के पूर्व विधायक दुड़ाराम के भाई उग्रसेन की गाड़ी पर हमला किया गया है। हमलावरों ने सोमवार देर रात करीब 11 बजे झलनिया-एमपी रोही रोड स्थित बोलू वाली डिग्गी के पास लाठी-डंडों से हमला किया। हमले के समय उग्रसेन और उनके ड्राइवर सुशील कुमार गाड़ी से गांव एमपी रोही से फतेहाबाद शहर की ओर आ रहे थे। उसी समय दो गाड़ी में सवार होकर आए चार-पांच हमलावरों ने उग्रसेन की गाड़ी के आगे अपनी गाड़ी लगा दी। फिर डंडों से गाड़ी पर हमला कर दिया। गनीमत रही कि हमले में किसी को ज्यादा चोटें नहीं आई। इसके बाद तत्काल पुलिस को सूचना दी गई। सूचना पाकर सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और पूरे मामले की जानकारी ली। हालांकि, पुलिस के अनुसार गाड़ी में सिर्फ उग्रसेन का ड्राइवर सुशील था। उसी ने पुलिस को शिकायत दी है। मगर, पारिवारिक जानकारों की मानें तो उग्रसेन रोजाना सुबह और शाम को अपने पैतृक गांव एमपी रोही जाकर आते हैं। गांव में उनके पुश्तैनी घर में उनकी मां रहती है। पुरानी चुनावी रंजिश मानी गई है हमले का कारणइस हमले का कारण चुनाव के दौरान की पुरानी रंजिश मानी जा रही है। सूचना मिलने के बाद से पुलिस हमलावरों की तलाश में जुटी है। पांच भाइयों में चौथे नंबर के हैं उग्रसेनस्वर्गीय भजनलाल के छोटे भाई स्वर्गीय मनफूल सिंह के पांच बेटे हैं। जिनमें सबसे बड़े पूर्व विधायक दुडाराम, दूसरे नंबर पर द्वारका प्रसाद, तीसरे नंबर के देवीलाल, चौथे उग्रसेन और पांचवें गवर्नर बिश्नोई हैं। उग्रसेन फतेहाबाद शहर में पूर्व विधायक दुडाराम की कोठी के साथ वाली कोठी में रहते हैं। आरोपियों को पकड़ने के लिए लगाई 3 टीम फतेहाबाद के एसपी सिद्धांत जैन ने बताया कि, रात में पूर्व विधायक दुड़ाराम के भाई की गाड़ी पर हुए हमले एवं तोड़फोड़ मामले में अज्ञात लोगों पर केस दर्ज कर लिया गया है। CIA समेत तीन टीम आरोपियों को पकड़ने के लिए प्रयास कर रही है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले के सरकारी स्कूल में मध्यान्ह भोजन के दौरान बच्चों को कुत्ते का जूठा भोजन खिलाया गया। इस पर हाईकोर्ट ने नाराजगी जाहिर की है। मीडिया रिपोर्ट्स को जनहित याचिका मानकर हाईकोर्ट ने राज्य शासन के स्कूल शिक्षा सचिव को मामले में चार बिंदुओं पर शपथ पत्र के साथ जवाब मांगा है। चीफ जस्टिस रमेश कुमार सिन्हा और जस्टिस बीडी गुरु की डिवीजन बेंच ने यह भी पूछा है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने क्या कदम उठाए जाएंगे। शिक्षक-महिला समूह पर क्या कार्रवाई हुई। केस की अगली सुनवाई 19 अगस्त को होगी। ये है पूरा मामला दरअसल, 29 जुलाई को बलौदाबाजार जिले के पलारी ब्लॉक के लच्छनपुर गांव के सरकारी स्कूल में मिड-डे मील के नाम पर बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां मध्यान्ह भोजन के लिए बच्चों को दिए जाने वाले खाना को आवारा कुत्तों ने जूठा कर दिया था। छात्रों ने जब शिकायत की, तब भी उनकी बातों को नजरअंदाज कर दिया गया और उन्हें कुत्तों के जूठे भोजन को परोस दिया गया। जब छात्रों ने यह बात अभिभावकों को बताई तो स्कूल समिति की बैठक हुई और दबाव में आकर विद्यार्थियों को दो डोज एंटी रेबीज वैक्सीन दी गई। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक 84 बच्चों ने भोजन किया, जिसमें से 78 को वैक्सीन दी गई। इसी पर हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया है। हाईकोर्ट बोला- लापरवाही नहीं, बच्चों की जान से खिलवाड़ चीफ जस्टिस सिन्हा की डिवीजन बेंच ने इस मामले की सुनवाई के दौरान कहा कि छात्रों को परोसा जाने वाला भोजन कोई औपचारिकता नहीं है, यह गरिमा के साथ होना चाहिए। कुत्ते का जूठा भोजन परोसना न सिर्फ लापरवाही है बल्कि बच्चों की जान को सीधा खतरे में डालना है। एक बार रेबीज हो जाने पर इलाज संभव नहीं होता। कोर्ट ने घटना को गंभीर प्रशासनिक विफलता और अमानवीय कृत्य करार दिया है। ............................... इससे जुड़ी खबर भी पढ़ें... स्कूल में छात्रों को खिलाया कुत्ते का जूठा खाना:बच्चे बोले- शिकायत के बाद भी महिला समूह ने परोसा, 78 बच्चों को लगा एंटी-रेबीज डोज बलौदाबाजार जिले में सरकारी स्कूल के 84 बच्चों को कुत्ते का जूठा खाना खिलाए जाने का मामला सामने आया है। पलारी ब्लॉक के ग्राम लछनपुर मिडिल स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों ने बताया कि मध्यान्ह भोजन का खाना खुला रखा था। तभी एक आवारा कुत्ता सब्जी को जूठा कर दिया। पढ़ें पूरी खबर...
इंदौर नगर निगम MIC की बैठक आज:गणेशोत्सव में झांकी निर्माण के लिए अनुदान देने पर लग सकती है मोहर
इंदौर नगर निगम की एमआईसी की बैठक मंगलवार को आयोजित की जा रही है। इस बैठक में श्री गणेशोत्सव में झांकी निर्माण के लिए अनुदान देने, अमृत 2.0 योजना के अंतर्गत सीवेज काम के लिए पैकेज की वित्तीय एवं अनुबंध स्वीकृति पर मोहर लग सकती है। बैठक में विभिन्न मुद्दों पर महापौर पुष्यमित्र भार्गव एमआईसी मेबरों के साथ चर्चा करेंगे। बैठक में इन मुद्दों पर भी होगी चर्चा इसके अलावा महापौर द्वारा अन्य जरूरी प्रकरणों पर भी एमआईसी मेबरों के साथ चर्चा की जा सकती है। साथ ही कई महत्वपूर्ण निर्णय भी एमआईसी की बैठक में लिए जा सकते हैं।
गुना जिले के बजरंगगढ़ इलाके में युवक नीलम यादव की मौत के मामले में कोर्ट ने चार आरोपियों को दोषी मानते हुए 6-6 साल की सजा सुनाई है। खेत की बागड़ में फैलाए गए करंट की चपेट में आने से उसकी मौत हुई थी। इसके बाद शव को कंबल में लपेटकर कुएं में फेंका गया था। कोर्ट ने आरोपियों को हत्या नहीं, बल्कि गैर इरादतन हत्या और सबूत छिपाने का दोषी माना है। 13 फरवरी 2023 को बरखेड़ा गिर्द निवासी चंद्रभान यादव ने अपने चचेरे भाई नीलम यादव की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। बताया गया कि नीलम 12 फरवरी की रात 11:30 बजे खेत पर गया था और अगली सुबह तक वापस नहीं आया। तलाश करने पर उसकी बाइक खेत पर खड़ी मिली, लेकिन वह खुद नहीं मिला। प्रदर्शन के बीच कुएं में मिला शव, कंबल में लिपटा थारिपोर्ट के अगले दिन समाज के लोगों ने SP ऑफिस पर ज्ञापन सौंपा और प्रदर्शन किया। उसी दौरान पुलिस ने गांव के एक कुएं से नीलम का शव बरामद किया। शव कंबल में लिपटा हुआ था और उसके साथ भारी पत्थर भी बंधा था। घटना से आक्रोशित लोगों ने हनुमान चौराहे पर चक्काजाम किया और कुछ वाहनों में तोड़फोड़ भी की। हंगामे के बाद छह आरोपियों पर FIR दर्ज की गई। फेंसिंग में फैला था करंट, हिरण भी मरा मिलापुलिस जांच के दौरान खेत में एक मृत हिरण मिला। वहीं तीतर, शराब की बोतलें और जिबह के हथियार भी मिले। खेत की फेंसिंग में करंट फैला हुआ था। पुलिस ने आशंका जताई कि करंट की वजह से नीलम की मौत हुई होगी। परिजनों ने आरोप लगाया कि खेत मालिकों ने करंट लगाकर नीलम को मारा और बाद में शव छिपा दिया। कोर्ट ने चार आरोपियों को दोषी माना, दो बरीसुनवाई के दौरान कोर्ट ने चार आरोपियों- मोनू उर्फ मोहन, मांगीलाल सिंह, धर्मेंद्र धाकड़ और शिवकुमार धाकड़ को गैर इरादतन हत्या और सबूत छिपाने का दोषी माना। कोर्ट ने सभी को 6 साल की सजा और 7-7 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई। फैसला पंचम अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ओपी रघुवंशी ने सुनाया, जबकि सरकारी पक्ष की ओर से पैरवी एडीपीओ सुनील शर्मा ने की।
जोधपुर के वेस्ट जिले की पुलिस ने बोरानाडा क्षेत्र में 2 अगस्त की रात को तीन मकान में हुई चोरी की वारदात का खुलासा किया है। टीम ने मामले में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से चोरी का माल बरामद किया गया। पुलिस ने आरोपियों को एक मकान में चोरी के लिए घुसे थे इसके चलते पुलिस ने मकान के बाहर की कुंडी लगा दी थी। बाद में जाब्ता लगाकर मकान का गेट खुलवाकर दोनों आरोपी को पकड़ा पूरे मामले को लेकर डीसीपी वेस्ट विनीत कुमार बंसल ने जानकारी दी। बताया कि 2 अगस्त को साकेतपुरम देवासियों की ढाणी पाल में चोरों ने दो मकान में घुसकर नकबजनी की वारदात को अंजाम दिया था और बाद में फरार हो गए थे। इस पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो मकान के ताले टूटे हुए मिले। पुलिस ने तलाश शुरू की तो थोड़ी देर बाद एक गली में बाइक पर दो संदिग्ध व्यक्ति एक घर में घुसते हुए नजर आए। इस पर पुलिस ने दोनों को बाहर से मकान की कुंडी लगाकर बंद कर दिया और घर के चारों तरफ जाब्ता लगा दिया। जब पुलिस ने बाहर का दरवाजा खोला तो चोरों ने घर के दरवाजे को अंदर से बंद कर दिया। इसके बाद बड़ी मशक्कत से पुलिस ने घर के अंदर का गेट खुलवाया। गेट खुलवाने पर आरोपियों ने अपना नाम इमरान उर्फ भूरिया उर्फ छोटा चेतन पुत्र असलम खान निवासी गुलजारपुरा प्यारे चौक सोजती गेट व दूसरे आरोपी ने अपना नाम विनोद सिंह चौहान पुत्र गंगा सिंह चौहान राजपूत निवासी अशोक नगर चांदना भाकर, हाल पवन पुत्र कॉलोनी झालामंड बताया। दोनों आरोपियों को थाने लाकर पूछताछ करने पर बताया कि उन्होंने साकेतपूरम व पाल में तीन मकानों के ताले तोड़कर चोरी की वारदात को अंजाम दिया। आरोपियों के पास से एक बाइक भी बरामद की गई। गिरफ्तार विनोद सिंह चौहान पुलिस थाना प्रताप नगर का हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ विभिन्न थानों में 19 मामले दर्ज हैं, जबकि दूसरे आदमी इमरान उर्फ भूरिया के खिलाफ 16 मामले दर्ज हैं। दोनों आला दर्जे के शातिर नकबजन है। पुलिस अब उनसे चोरी की अन्य वारदातों को लेकर पूछताछ कर रही है।
मौसम विभाग ने उत्तर छत्तीसगढ़ में अगले 5 दिनों तक आंधी-तूफान का अलर्ट जारी किया है। कल यानी 6 अगस्त से प्रदेश भर में गरज चमक के साथ बारिश हो सकती है। वहीं आज सुकमा, बस्तर, बीजापुर, सूरजपुर, बलरामपुर, सरगुजा, रायपुर सहित 17 जिलों में आंधी और बिजली गिरने का अलर्ट है। प्रदेश में पिछले 48 घंटों में दुर्ग, रायपुर और बस्तर संभाग के कुछ स्थानों हल्की से मध्यम बारिश हुई है। बिलासपुर और सरगुजा संभाग के जिलों में कई जगहों पर मध्यम बारिश रिकॉर्ड की गई है। वहीं बलरामपुर जिले के एक-दो स्थानों पर भारी बारिश हुई है। तापमान की बात करें तो सोमवार को प्रदेश में सबसे अधिक तापमान 34.2C रायपुर में और सबसे कम न्यूनतम तापमान 21.6C पेण्ड्रा रोड में दर्ज किया गया। पिछले 7 दिनों में सिर्फ 42 MM बारिश 28 जुलाई तक 603 MM औसत बारिश प्रदेश में हुई थी। 29 जुलाई को यही आंकड़ा 611.5 MM और 30 जुलाई को 623 MM, 31 जुलाई को 627.1MM तक पहुंचा और एक अगस्त को 629.2 MM बारिश ही हुई। 2 अगस्त को बारिश का आंकड़ा सिर्फ 633 MM तक ही पहुंच पाया। हालांकि 3 अगस्त को बारिश के आंकड़े में कुछ बढ़ोत्तरी हुई है। लगभग 7MM बारिश प्रदेश में रिकॉर्ड की गई। जो पिछले चार दिनों से हो रही बारिश से बेहतर है। दरअसल, 28 और 29 जुलाई के बीच 8.5 MM, 29 और 30 जुलाई के बीच 11.5 MM, 30 से 31 जुलाई के बीच 4.1MM, 31 से 01 अगस्त के बीच 2MM बारिश हुई। वहीं 1 अगस्त से 2 अगस्त के बीच सिर्फ 4MM बारिश हुई। 02 से 03 अगस्त के बीच 7 MM बारिश हुई है। और 03 से 04 अगस्त के बीच लगभग 5MM पानी बरसा है। यानी 28 जुलाई से 04 अगस्त के बीच सिर्फ 42MM औसत बारिश ही दर्ज की गई। जून से जुलाई के बीच 623.1 MM मिलीमीटर बारिश प्रदेश में 1 जून से 30 जुलाई तक कुल 623.1 MM मिमी बारिश हुई। जबकि 558MM के करीब होनी चाहिए थी। यानी एक्चुअल से 12 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है। वहीं सिर्फ जुलाई महीने की बात करें तो कुल 453.5 मिमी बारिश हुई है। पिछले 10 सालों में सिर्फ 2 बार ही जुलाई में बारिश का आंकड़ा 400MM पार हुआ है। 2023 में जुलाई माह में प्रदेश में सबसे ज्यादा 566.8MM पानी बरसा था। इससे पहले 2016 में 463.3MM पानी गिरा था। बलरामपुर में सबसे ज्यादा बारिश, बेमेतरा में सबसे कम प्रदेश में अब तक बलरामपुर जिले में सर्वाधिक 1050.1 मिमी वर्षा हुई है। बेमेतरा जिले में सबसे कम 326 मिमी पानी बरसा है। जानिए इसलिए गिरती है बिजली दरअसल, आसमान में विपरीत एनर्जी के बादल हवा से उमड़ते-घुमड़ते रहते हैं। ये विपरीत दिशा में जाते हुए आपस में टकराते हैं। इससे होने वाले घर्षण से बिजली पैदा होती है और वह धरती पर गिरती है। आकाशीय बिजली पृथ्वी पर पहुंचने के बाद ऐसे माध्यम को तलाशती है जहां से वह गुजर सके। अगर यह आकाशीय बिजली, बिजली के खंभों के संपर्क में आती है तो वह उसके लिए कंडक्टर (संचालक) का काम करता है, लेकिन उस समय कोई व्यक्ति इसकी परिधि में आ जाता है तो वह उस चार्ज के लिए सबसे बढ़िया कंडक्टर का काम करता है। जयपुर में आमेर महल के वॉच टावर पर हुए हादसे में भी कुछ ऐसा ही हुआ। आकाशीय बिजली से जुड़े कुछ तथ्य जो आपके लिए जानना जरूरी आकाशीय बिजली से जुड़े मिथ
मुरादाबाद पुलिस ने सरेआम महिला से छेड़खानी करने वाले मनचले को गोली मारकर गिरफ्तार किया है। पुलिस मुठभेड़ में युवक को पैर में गोली लगी है। जख्मी हालत में उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मनचला एक प्राइवेट अस्पताल में कंपाउंडर है। अस्पताल में बेहोशी की हालत में पड़ा युवक बुदबुदा रहा था, मुझे माफ कर दो, जिंदगी में ऐसी गलती दोबारा नहीं करूंगा। मुठभेड़ में गिरफ्तार किया गया आरोपी आदिल कांठ थाना क्षेत्र में ऊमरी चौराहा का रहने वाला है। ये मुठभेड़ मुरादाबाद में जिगर कालोनी में नट बाबा मठ के पीछे रामगंगा के घाट पर हुई। संदेह होने पर पुलिस ने आदिल को रोकने की कोशिश की तो उसने पुलिस पर गोली चला दी। घटना सोमवार को रात करीब 12 बजे की है। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में आदिल को पैर में गोली लगी है। प्राइवेट अस्पताल में कंपाउंडर है महिला से बैड टच करने वाला आदिलसरेआम महिला से बैड टच करने वाला आदिल डिप्टी गंज चौराहे पर,डॉ. रेणुका त्यागी के प्राइवेट नर्सिंग होम में कंपाउंडर है। इसी डिप्टी गंज चौराहे के पास महिला के साथ उसने सरेआम छेड़खानी की थी। पिछले काफी समय से वह अस्पताल में कंपाउंडर का काम कर रहा है। एनकाउंटर की तस्वीरें बेहोशी की हालत में बुदबुदाता रहा-मुझे जान से मत मारो, माफ कर दो मुठभेड़ में गोली लगने के बाद पुलिस जब आदिल को जख्मी हालत में लेकर अस्पताल पहुंची तो वह बेहोश हो चुका था। उसे जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में एडमिट किया गया। जहां वो बेहोशी की हालत में बुदबुदाता रहा कि, मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गई। मुझे जान से मत मारो। एक बार माफ कर दो। मैं ऐसी गलती जिंदगी में दोबारा नहीं करूंगा। अस्पताल पहुंचे एसपी सिटी को देखते ही उसने कान पकड़कर माफी मांगी बोला, अब कभी ऐसा नहीं करूंगा, मुझे एक बार माफ कर दो। सरेआम महिला का प्राइवेट पार्ट टच किया डिप्टी गंज गोल कोठी के पास बुर्का पहने एक महिला सड़क पर जा रही थी। तभी एक युवक पीछे से तेज कदमों से आता है। वह वहां खड़ी कार के पास महिला को सरेआम पकड़ लेता है। इसके बाद युवक महिला के साथ करीब 30 सेकेंड तक अश्लीलता करता रहता है। फिर तेजी से एक तरफ भाग निकलता है। इस दौरान युवक का चेहरा ढका हुआ नहीं था। इसी वजह से कुछ दूरी पर लगे एक CCTV में युवक का चेहरा कैद हो गया है। पुलिस इसी तस्वीर के आधार पर आरोपी युवक की तलाश में जुटी है। CCTV की मदद से आरोपी की तलाश में जुटी थी पुलिसवीडियो सामने आने के बाद महिला ने नागफनी थाने पर घटना की एफआईआर दर्ज कराई है। महिला ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि शाम करीब 6 बजे वो सब्जी लेकर अपने घर जा रही थी। तभी एक युवक ने गोल कोठी के पास उसे पीछे से पकड़ लिया। उसके साथ छेड़खानी की। शोर मचाने पर युवक भाग निकला। पुलिस सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपी की तलाश में जुटी थी।
अंबाला कैंट के लघु सचिवालय स्थित तहसील कार्यालय में शराब पीते दो लोगों की वीडियो वायरल होने के मामले पर प्रदेश के परिवहन मंत्री अनिल विज ने सख्त रुख अपनाया है। वीडियो में दोनों व्यक्ति सरकारी कार्यालय के भीतर जाम छलकाते और मस्ती करते नजर आ रहे हैं। इस पर विज ने छावनी के एसडीएम से न केवल जवाब-तलब किया, बल्कि फोन पर कहा कि आपकी तहसील के हालात ठीक नहीं हैं। एसडीएम ने सफाई देते हुए बताया कि वीडियो में दिख रहे व्यक्ति सरकारी कर्मचारी नहीं हैं। इस पर विज ने सवाल उठाया कि जब वे सरकारी कर्मचारी नहीं हैं, तो फिर उन्हें दफ्तर के भीतर बैठकर शराब पीने की इजाजत किसने दी? बिना किसी सरकारी कर्मी की मिलीभगत के ऐसा मुमकिन नहीं है। पूरे मामले को गंभीर मानते हुए मंत्री ने अतिरिक्त मुख्य सचिव को भी फोन कर जांच के आदेश दिए हैं और सख्त कार्रवाई की बात कही है। कुछ समय से इनका प्रवेश निषेध किया गया वायरल वीडियो में दो व्यक्ति पंजाबी गानों पर झूमते नजर आ रहे हैं, जबकि तीसरा व्यक्ति टेबल पर शराब के पैग बनाता दिख रहा है। हालांकि रविवार को जारी हुआ वायरल वीडियो पुराना बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि जो व्यक्ति वीडियो में नाचते हुए नजर आ रहे हैं वह प्राइवेट पर्सन यानि एजेंट हैं। वर्जित क्षेत्र में छलके जाम जिस स्थान पर यह वीडियो शूट हुआ, उस कार्यालय में हाल ही में एक स्कैनर लगाया गया है, जिससे सिर्फ अधिकृत कर्मचारी, पटवारी और तहसीलदार ही प्रवेश कर सकते हैं। ऐसे में यह माना जा रहा है कि इन लोगों ने सरकारी तंत्र के साथ स्कैनर को भी धोखा दे दिया हो।