आगरा के थाना कमला नगर क्षेत्र में पुल से पास खड़ी कार में आग लग गई। किसी ने गाड़ी के पास पड़े कूड़े के ढेर में आग लगा दी थी। जिसके कुछ देर बाद देखते ही देखते कार ने आग को पकड़ लिया। इसके बाद कार से आग की लपटें तेज उठने लगी। और आसमान में काला धुआं उठने लगा। किसकी कार है, ये अभी पता नहीं चला है। लोगों ने बताया-जब कार में आग लगी थी, उस दौरान इसके पास एक और कार खड़ी थी। कार में आग की पता चलने पर दूसरी कार को तुरंत हटा दिया गया। जिससे बड़ा हादसा होने से टल गया। होटल के मैनेजर राहुल राठौर ने बताया- मुझसे कमला नगर के एसएचओ मिलने आए थे, तभी आग लगने की सूचना मिली। थाना पुलिस फोर्स जलती हुई कार के पास पहुंची। इसके बाद होटल के फायर सिलेंडरों को लेकर कार के पास पहुंचे। और आग को बुझाने का प्रयास किया। अगर फायर ब्रिगेड का इंतजार करते तो कार पूरी तरह जल कर राख हो जाती। होटल के फायर सिलेंडरों से आग पर काबू पाया। थाना कमला नगर पुलिस ने साहस दिखाते हुए आग पर काबू पाकर बड़ा नुकसान होने से बचाया। पुलिस की इस कार्रवाई से लोगों ने राहत की सांस ली।
आजमगढ़ जिला प्रशासन यूपी बोर्ड परीक्षा की तैयारी में जुट गया है। माध्यमिक शिक्षा परिषद की तरफ से 18 फरवरी से शुरू होने वाली यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए माध्यमिक शिक्षा परिषद तैयारी में जुट गया है। जिले में यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए 273 केंद्रों का निर्धारण किया गया है। इसके तहत 216 परीक्षा केंद्र उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के माध्यम से ऑनलाइन निर्धारित किए गए हैं। इसके साथी जनपद यह परीक्षा समिति के माध्यम से 57 केंद्र निर्धारित किए गए हैं। परीक्षा केदो के निर्धारण को लेकर बोर्ड के अधिकारियों के साथ जूम मीटिंग भी की जा चुकी है। इसके साथ ही जिले में परीक्षा केदो के निर्धारण को लेकर 385 आपत्तियां जिला विद्यालय निरीक्षक और जिले के डीएम के पास पहुंची थी। इन आपत्तियों में शिफ्टिंग आवंटन आधारभूत सुविधाओं के साथ-साथ परीक्षा केंद्रों पर होने वाली मूलभूत सुविधाओं की कमी के कारण यह आपत्तियां आई थी। ऐसे में इन सभी पर विचार कर लिया गया है। इसकी पुष्टि जिले के जिला विद्यालय निरीक्षक वीरेंद्र प्रताप सिंह ने की है। SOP का नहीं रखा गया ध्यान दैनिक भास्कर से बातचीत करते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक वीरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि 2026 यूपी बोर्ड परीक्षा की तैयारी में स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर का ध्यान नहीं रखा गया था। यही कारण है कि 385 से अधिक आपत्ति दर्ज कराई गई थी। हालांकि सभी आपत्तियों पर विचार कर लिया गया है। जिसके आधार पर तैयारी कर ली गई है। जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया कि 2026 की हाई स्कूल की परीक्षा में 83628 अभ्यर्थियों ने नामांकन किया है। जबकि इंटरमीडिएट की परीक्षा में 86258 अभ्यर्थियों ने नामांकन किया है। ऐसे में कुल मिलाकर हाई स्कूल और इंटर में 179886 अभ्यर्थियों का नामांकन किया गया है। जो पिछले वर्ष की अपेक्षा में 7223 अभ्यर्थियों से कम है। यूपी बोर्ड के परीक्षा केंद्रों के निर्धारण की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। जिसे जल्दी से पूरा कर लिया जाएगा।
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनने के ठीक दो साल बाद मंगलवार 16 दिसंबर को एमपी में कांग्रेस के 780 ब्लॉक अध्यक्ष घोषित किए गए हैं। भोपाल जिले में बैरसिया के ब्लॉक अध्यक्ष नरेंद्र शर्मा बनाए गए हैं। भोपाल उत्तर के यावर जमील, नरेला में फहीम बक्श, भोपाल मध्य में फैज कुरैशी, हुजूर (फंदा) में रामभरोसे राठौर ब्लॉक अध्यक्ष बनाए गए हैं। सभी नवनियुक्त ब्लॉक अध्यक्षों के नामों की सूची
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 2018 की उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती से जुड़े मामले में कहा है कि केवल प्रशिक्षण की तिथियों या बैच के आधार पर चयनित अभ्यर्थियों के वेतन में अंतर नहीं किया जा सकता।कोर्ट ने कहा कि ऐसा करना संविधान के अनुच्छेद 14 के तहत समानता के अधिकार का उल्लंघन है। कोर्ट ने राज्य सरकार द्वारा अपनाई गई उस नीति को असंवैधानिक और मनमाना करार दिया, जिसके तहत एक ही चयन प्रक्रिया से नियुक्त कांस्टेबलों को अलग-अलग प्रशिक्षण बैचों में भेजने के आधार पर वेतन संरक्षण (पे प्रोटेक्शन) के लाभ से वंचित किया गया था। कोर्ट ने कहा कि जब सभी अभ्यर्थी एक ही विज्ञापन, एक ही चयन प्रक्रिया और एक ही अंतिम चयन सूची से नियुक्त किए गए हैं तो उन्हें समान सेवा लाभों से वंचित नहीं किया जा सकता।कोर्ट के इस निर्णय से भर्ती 2018 के हजारों कांस्टेबलों को समान वेतन और सेवा अधिकार सुनिश्चित होने का रास्ता साफ हो गया है। यह आदेश न्यायमूर्ति सौमित्र दयाल सिंह एवं न्यायमूर्ति स्वरूपमा चतुर्वेदी की खंडपीठ ने राज्य सरकार की विशेष अपील पर सुनवाई करते हुए दिया। विशेष अपील में राज्य सरकार ने एकल पीठ के उस निर्णय को चुनौती दी थी, जिसमें भूतपूर्व सैनिक श्रेणी के याचियों को पहले प्रशिक्षण बैच के समान वेतन संरक्षण देने का निर्देश दिया गया था। खंडपीठ ने राज्य की सभी विशेष अपीलों को खारिज करते हुए एकल पीट के फैसले की पुष्टि कर दी। राज्य सरकार का कहना था कि कोविड-19 महामारी और प्रशिक्षण केंद्रों में सीमित बुनियादी ढांचे के कारण भर्ती प्रक्रिया के तहत चयनित अभ्यर्थियों को चार अलग-अलग चरणों में प्रशिक्षण देना पड़ा। इसी कारण पहले बैच को अन्य बैचों की तुलना में पहले नियुक्ति और वेतन लाभ मिले। हालांकि कोर्ट ने इस दलील को स्वीकार करने से इनकार करते हुए कहा कि प्रशासनिक बाधाएं या असाधारण परिस्थितियां, जैसे महामारी, किसी सजातीय वर्ग के भीतर भेदभाव का आधार नहीं बन सकतीं। कोर्ट ने नियमों का उल्लेख करते हुए कहा कि कांस्टेबल भर्ती नियमों के तहत नियुक्ति पत्र प्रशिक्षण से पहले जारी किया जाता है और प्रशिक्षण चयन प्रक्रिया का हिस्सा नहीं है, बल्कि चयनित अभ्यर्थियों के लिए एक अनिवार्य औपचारिकता मात्र है। ऐसे में प्रशिक्षण बैच की तिथि के आधार पर वेतन संरचना में अंतर करना न केवल अनुचित है, बल्कि संवैधानिक समानता के सिद्धांत के भी विरुद्ध है। कोर्ट ने राज्य सरकार को निर्देश दिया कि 12 सप्ताह के भीतर विपक्षियों सहित कांस्टेबल भर्ती 2018 के तहत नियुक्त सभी समान रूप से स्थित अभ्यर्थियों को पहले बैच के समान ‘पे प्रोटेक्शन’ का लाभ और उससे उत्पन्न सभी परिणामी सेवा लाभ प्रदान करे।
मेरठ में मंगलवार रात एक शादी समारोह में शामिल होने पहुंचे भाजपा कार्यकर्ताओं पर कुछ युवकों ने हमला कर दिया। हमले में कार्यकर्ता घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस हमलावरों की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है। एक नजर डालते हैं वारदात पर मेडिकल थाना क्षेत्र के गढ़ रोड स्थित एक मंडप में मंगलवार रात शादी समारोह चल रहा था। इस समारोह में परीक्षितगढ़ निवासी धर्मेंद्र मलिक आए हुए थे जो भाजपा से जुड़े हैं। इसी समारोह में किठौर क्षेत्र के कुछ युवक भी आए हुए थे जो किसी सपा नेता के समर्थक बताए जा रहे हैं। बताया जाता है कि खाना खाने के दौरान धर्मेंद्र की इन युवकों से कहासुनी हो गई। उस वक्त तो लोगों ने मामला शांत करा दिया और दोनों पक्ष वहां से चले गए। बाहर निकलते वक्त बोला हमला कुछ देर बाद धर्मेंद्र अपने साथियों के साथ घर के लिए जाने लगे। जैसे ही वह मंडप से निकलकर अपनी गाड़ी की तरफ बढ़े, उन युवकों ने हमला कर दिया। धर्मेंद्र खुद को बचाने के लिए भागने लगे लेकिन सिर में चोट लगने के कारण वह घायल हो गए। आनन फानन में लोग उन्हें लेकर लोकप्रिय अस्पताल पहुंचे और भर्ती करा दिया। भाजपा कार्यकर्ताओं का थाने पर हंगामा धर्मेंद्र पर हमले की सूचना मिलते ही काफी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता पहले अस्पताल और फिर मेडिकल थाने पहुंच गए। आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर उन्होंने हंगामा कर दिया। चर्चा है कि जिन युवकों ने यह हमला किया, वह एक सपा नेता के साथ वहां आए थे। हमलावरों की तलाश कर रही पुलिस मेडिकल थाना प्रभारी शिव प्रकाश सिंह ने बताया कि जिन युवको ने हमला किया था, उनकी पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है। घायल का अस्पताल में उपचार कराया जा रहा है। सीसीटीवी कैमरे की फुटेज भी देखी जा रही है।
मेरठ के गंगानगर थाना क्षेत्र में क्रिकेट खेलने के दौरान दो पक्षों में जबरदस्त संघर्ष हो गया। आरोप है कि एक पक्ष ने दूसरे पर ट्रैक्टर चलाने की कोशिश की। इसी दौरान किसी ने गोली चला दी। एक युवक पैर में गोली लगने से घायल हुआ है, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पहले एक नजर विवाद पर इंचौली थाना क्षेत्र के ग्राम सिखैड़ा के रहने वाले कुछ युवक निर्माणाधीन आउटर रिंग रोड के पास स्थित मैदान पर मैच खेलने के लिए पहुंचे। उनका मैच नंगला मुख्तयारपुर गांव के युवकों के साथ था। मैच के दौरान किसी बात को लेकर दोनों पक्षों में पहले कहासुनी और फिर मारपीट हो गई। देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ गया कि खूनी संघर्ष का रूप ले लिया। एक युवक को जांघ में गोली लगी देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ गया कि जमकर क्रिकेट बैट, स्टंप व डंडे चलने लगे। आरोप है कि इसी दौरान एक शख्स ने अपना ट्रैक्टर दौड़ा लिया और उसे दूसरे पक्ष के युवकों पर चढ़ाने की कोशिश की। विवाद इतना बढ़ गया कि दूसरे पक्ष से किसी ने गोली चला दी। शिवम व आर्यन पक्ष में संघर्ष पुलिस छानबीन में सामने आया है कि एक पक्ष शिवम तो दूसरा आर्यन का था। शिवम पक्ष के व्यक्ति ने ही ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की, जिस पर आर्यन पक्ष के दो युवकों ने तमंचे से फायरिंग कर दी। यह सभी चेहरे पर कपड़ा लपेटे हुए थे। एक गोली शिवम की जांघ में लगी, जिस कारण उसे सुशीला जसवंत राय अस्पताल में भर्ती कराया गया। शिवम की मां ने दी तहरीर बेटे को गोली लगने की सूचना पर मां शशि अस्पताल पहुंच गई। महिला ने हंगामा कर दिया। सूचना पाकर पुलिस पहुंची और जानकारी ली। देर शाम शशि की तरफ से इंचौली थाने में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की गई। आरोपियों में आर्यन के अलावा उदित, कार्तिक, हर्ष, उज्जवल के नाम सामने आए हैं। पुलिस के हाथ लगा वीडियो सीओ सदर देहात शिव प्रताप सिंह ने बताया कि इस पूरी घटना का एक वीडियो पुलिस के हाथ लगा है, जिसमें दोनों पक्षों में संघर्ष दिखाई दे रहा है। मारपीट के अलावा गोली चलाने वाले युवक भी दिख रहे हैं, जिन्होंने चेहरे ढके हैं। उनकी पुष्टि की जा रही है। घायल की मां की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।
सुप्रीम कोर्ट ने डिजिटल अरेस्ट जैसे ऑनलाइन ठगी के मामलों में पीड़ितों को मुआवजा दिलाने के लिए केंद्र सरकार से ठोस कदम उठाने को कहा है। हरियाणा के बुजुर्ग दंपति की शिकायत पर सुनवाई के दौरान कोर्ट ने चिंता जताई कि साइबर अपराधी इस तरीके से देश से बेहद बड़ी रकम बाहर भेज रहे हैं। मुख्य न्यायाधीश सूर्यकांत की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा कि यह देखकर हैरानी होती है कि इन ठगों ने देश से कितना पैसा बाहर भेज दिया है। अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणी ने बताया कि केंद्र सरकार एक इंटर–मिनिस्ट्रीयल (कई मंत्रालयों की संयुक्त) बैठक बुलाने जा रही है, जिसमें डिजिटल अरेस्ट से निपटने की रणनीति पर चर्चा होगी। इस मामले में कोर्ट की मदद के लिए नियुक्त सलाहकार वकील एन एस नप्पिनै ने सुझाव दिया कि पीड़ितों के लिए मुआवजा योजना बने। बिल्कुल वैसे ही जैसे ब्रिटेन में ऑथोराइज्ड पुश पेमेंट (APP) स्कैम के मामलों में बैंकिंग सिस्टम के जरिए पीड़ितों को अनिवार्य रिफंड दिलाया जाता है। हरियाणा के बुजुर्ग दंपति की शिकायत पर स्वतः संज्ञान लिया हरियाणा के एक बुजुर्ग दंपति ने शिकायत की थी कि कुछ लोगों ने खुद को पुलिस और कोर्ट से जुड़ा दिखाकर उन्हें डिजिटल अरेस्ट किया। ठगों ने उनका सारा पैसा ट्रांसफर करा लिया। मामले में सुप्रीम कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए कहा कि ऐसे अपराध सिर्फ आम साइबर फ्रॉड नहीं हैं, बल्कि न्यायपालिका के नाम, मुहर और फर्जी आदेशों का दुरुपयोग करके पूरे सिस्टम पर जनता के भरोसे पर सीधा हमला करते हैं। इसके बाद से सुप्रीम कोर्ट लगातार यह साफ कर रहा है कि डिजिटल अरेस्ट, फर्जी कोर्ट ऑर्डर और जजों के नाम का दुरुपयोग करने वाले गैंग के खिलाफ देश–व्यापी स्तर पर कड़ी कार्रवाई हो। डिजिटल अरेस्ट क्या है और कैसे होता है फ्रॉड डिजिटल अरेस्ट एक तरह की ऑनलाइन ठगी है, जिसमें अपराधी खुद को पुलिस अधिकारी, कोर्ट के स्टाफ या किसी सरकारी एजेंसी का अधिकारी बताकर वीडियो कॉल, ऑडियो कॉल या ऑनलाइन मीटिंग पर लोगों को डराते हैं। ठग नकली नोटिस, फर्जी वॉरंट या बनावटी केस दिखाकर पीड़ित को डिजिटल तरीके से हिरासत में रखते हैं। घंटों तक कॉल पर या कमरे में बंद करके धमकाते हैं और दबाव डालकर उनके बैंक अकाउंट से पैसे ट्रांसफर करवा लेते हैं। अधिकतर मामलों में ठग कहते हैं कि पीड़ित का नाम किसी ड्रग्स केस, मनी लॉन्ड्रिंग या अश्लील वीडियो वाले मामले में फंसा है और तुरंत पैसे न दिए तो गिरफ्तारी, मीडिया में बदनामी या परिवार को परेशान करने की धमकी दी जाएगी। बुजुर्ग, अकेले रहने वाले लोग और टेक्नोलॉजी से ज्यादा वाकिफ न होने वाले लोग ऐसे गैंग के आसान निशाने बन जाते हैं। कोर्ट के निर्देश: CBI, RBI, बैंक और राज्यों की क्या जिम्मेदारी सुप्रीम कोर्ट पहले ही CBI को देशभर में डिजिटल अरेस्ट से जुड़े मामलों की एक संयुक्त जांच करने का आदेश दे चुका है। अदालत ने रिजर्व बैंक से पूछा था कि जब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग मौजूद है, तो फिर इनका इस्तेमाल संदिग्ध या ‘म्यूल अकाउंट’ पहचानने और तुरंत फ्रीज करने के लिए क्यों नहीं किया जा रहा। कोर्ट ने अलग–अलग राज्यों, खासकर विपक्ष शासित राज्यों जैसे पश्चिम बंगाल, केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक और तेलंगाना से कहा था कि वे CBI को अपने यहां ऐसे मामलों की जांच के लिए मंजूरी दें, ताकि एक समान और समन्वित जांच हो सके। साथ ही, सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को निर्देश दिया गया कि वे साइबर क्राइम से निपटने के लिए क्षेत्रीय और राज्य स्तर पर साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर बनाएं, जो CBI और अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर काम करेंगे। बैंकों, टेलिकॉम कंपनियों और IT प्लेटफॉर्म पर सख्ती कोर्ट ने कहा कि IT इंटरमीडियरी यानी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, मैसेजिंग ऐप और अन्य ऑनलाइन सर्विस देने वाली कंपनियां CBI को पूरी जानकारी और तकनीकी मदद दें। इसकी मदद से ऐसे गैंग पकड़े जा सकें जो इन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर के लोगों को फंसा रहे हैं। अदालत ने CBI को यह भी कहा है कि वह इंटरपोल की मदद ले, क्योंकि कई गैंग विदेशी लोकेशन या टैक्स हेवेन देशों से काम करते हैं और भारत के लोगों के अकाउंट से पैसे निकालते हैं। डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकॉम को निर्देश दिया गया कि टेलिकॉम कंपनियां किसी एक व्यक्ति या संस्था को मनमाने तरीके से कई सिम कार्ड न दें, क्योंकि यही सिम बाद में फर्जी कॉल और OTP फ्रॉड के लिए इस्तेमाल होते हैं। कोर्ट ने साफ कहा कि अगर किसी बैंक अधिकारी की मिलीभगत मिले, जो ठगों को म्यूल अकाउंट खोलने या चलाने में मदद कर रहे हों, तो उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत केस दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाए। ------------------- ये खबर भी पढ़ें... सुप्रीम कोर्ट में SIR के खिलाफ याचिका पर सुनवाई:अदालत ने EC से जवाब मांगा था; आज 5 राज्यों-UT के ड्राफ्ट रोल जारी होंगे सुप्रीम कोर्ट में आज स्पेशल इंटेंसिव रिविजन (SIR) प्रक्रिया को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई होगी। इस मामले में अदालत ने चुनाव आयोग (ECI) से जवाब भी मांगा है और बड़ी टिप्पणियां की थीं। वहीं 11 दिसंबर को हुई सुनवाई में याचिकाकर्ताओं के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा था कि चुनाव आयोग को इतनी गहराई से जांच करने का अधिकार नहीं है। एक अन्य वकील ने कहा कि EC वोटरों को शक की नजर से देखकर पुलिस की तरह जांच नहीं कर सकता है। पूरी खबर पढ़ें...
प्रयागराज में इलाज में लापरवाही के आरोपों से जुड़े दो मामले सामने आए हैं, जिनमें अलग-अलग थाना क्षेत्रों में दो डॉक्टरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पहला मामला जॉर्जटाउन थाना क्षेत्र का है, जबकि दूसरा कर्नलगंज थाना क्षेत्र से जुड़ा है। इन दोनों मामलों में एक मुकदमा सीधे तहरीर पर दर्ज हुआ है, जबकि दूसरा मामला अदालत के आदेश पर पंजीकृत किया गया है। दो डॉक्टरों के अलावा आईसीयू स्टाफ भी आरोपी प्रयागराज के जॉर्ज टाउन थाना क्षेत्र स्थित साकेत मैटरनिटी एंड नर्सिंग होम में कथित गंभीर चिकित्सीय लापरवाही से एक महिला की मौत के मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। मृतका के पति महेश कुमार मिश्र की तहरीर पर नर्सिंग होम के प्रबंधक/संचालक डॉ. एस.डी. वर्मा, डॉक्टर आनंद मिश्रा, आईसीयू स्टाफ सहित अन्य के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया है। आईसीयू में भर्ती को लेकर गंभीर आरोप एफआईआर के अनुसार 45 वर्षीय विभा मिश्रा की तबीयत बिगड़ने पर 2 अगस्त 2025 की सुबह उन्हें साकेत नर्सिंग होम लाया गया, जहां ओपीडी से सीधे आईसीयू में भर्ती कर ऑक्सीजन लगा दी गई। जबकि भर्ती के समय बीपी, आरबीएस, पल्स और एसपीओ₂ सामान्य बताए गए हैं। तहरीर में आरोप है कि मरीज की हालत आईसीयू स्तर की गंभीर नहीं थी, इसके बावजूद कूटरचित तथ्यों के आधार पर गंभीर सहमति पत्र पर हस्ताक्षर कराए गए। गलत इलाज और प्रोटोकॉल उल्लंघन का आरोप एफआईआर में कहा गया है कि डॉ. एस.डी. वर्मा सर्जन होते हुए भी फेफड़ों से संबंधित इलाज करते रहे और दिनभर खतरनाक दवाओं का प्रयोग किया गया। आरोप है कि अल्ट्रासाउंड में सभी आंतरिक अंग सामान्य थे, फिर भी गलत उपचार से मरीज की हालत बिगड़ती चली गई और वह मल्टी ऑर्गन फेलियर की स्थिति में पहुंच गई। रेफर करने में देरी, दूसरे अस्पताल में मौत आईसीयू बीपी चार्ट के अनुसार हालत गंभीर होने के बाद परिजनों पर मरीज को अन्यत्र ले जाने का दबाव बनाया गया। इसके बाद मरीज को आरोग्यवरम् क्रिटिकल केयर अस्पताल ले जाया गया, जहां 4 अगस्त 2025 को करीब 3 बजे हार्ट अटैक से उसकी मृत्यु हो गई। सीएमओ जांच में गंभीर लापरवाही एफआईआर में मुख्य चिकित्सा अधिकारी के आदेश संख्या 6862 दिनांक 6 अक्टूबर 2025 के तहत गठित मेडिकल बोर्ड की जांच रिपोर्ट का हवाला दिया गया है, जिसमें गंभीर चिकित्सीय लापरवाही, आईसीयू प्रोटोकॉल उल्लंघन, गलत दवाओं का प्रयोग, समय पर रेफर न करना और आर्थिक शोषण की पुष्टि होने का उल्लेख है। जॉर्जटाउन पुलिस का कहना है की जांच की जा रही है। जो भी आरोप लगाए गए हैं उनके संबंध में साथियों का संकलन किया जा रहा है। अस्पताल संचालक नामजद, कर्मचारी भी बनाए गए आरोपी उधर कर्नलगंज थाना क्षेत्र में स्थित गंगादीप अस्पताल के निदेशक डॉ. उधर ओ.पी. गुप्ता, अस्पताल कर्मचारियों और तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ विशेष सीजेएम न्यायालय के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया है। वरिष्ठ अधिवक्ता अवधेश कुमार मिश्र ने अदालत में आरोप लगाया कि बाएं पैर में सूजन के इलाज के दौरान बिना स्पष्ट जांच के गलत उपचार किया गया और इलाज के नाम पर भारी धनराशि वसूली गई। आरोप है कि रुपये देने से इनकार करने पर मारपीट, धमकी और जबरन पैसे छीने गए। बाद में मरीज को लखनऊ के निजी अस्पताल में ऑपरेशन कराना पड़ा, जहां उसकी जान बच सकी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
करनाल के व्यस्त इलाके क्लब मार्केट के सामने पार्किंग में खड़ी एक इलेक्ट्रिक स्कूटर में मंगलवार देर रात को अचानक आग लग गई। देखते ही देखते स्कूटर धूं-धूं कर जलने लगी और आसपास धुएं का गुबार फैल गया। आग लगते ही बाजार में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। दुकानदारों और राहगीरों ने सूझबूझ दिखाते हुए आग बुझाने का प्रयास किया, बाद में फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। पार्किंग में खड़ी थी स्कूटी, अचानक उठने लगा धुआं दुकानदारों ने बताया कि क्लब मार्केट की पार्किंग में एक इलेक्ट्रिक स्कूटर खड़ी हुई थी। अचानक स्कूटर से धुआं उठने लगा और कुछ ही पलों में आग भड़क गई। आग की लपटें उठती देख आसपास मौजूद लोग मौके पर इकट्ठा हो गए। कई दुकानदार अपनी दुकानें छोड़कर बाहर आ गए और स्थिति को संभालने में जुट गए। पानी डालने से नहीं बुझी आग, फायर एग्जिंट क्यूटर का सहारा आग पर काबू पाने के लिए सबसे पहले दुकानदारों ने पानी डाला, लेकिन इससे आग और तेज हो गई। इसके बाद दुकानों में रखे फायर एग्जिंट क्यूटर मंगवाए गए। आग बुझाने के लिए एक के बाद एक दो सिलेंडर इस्तेमाल किए गए, लेकिन आग पूरी तरह से शांत नहीं हुई। एक बार आग बुझी, लेकिन कुछ ही देर में फिर से भड़क गई। तीसरा सिलेंडर इस्तेमाल करने के बाद भी आग दोबारा उठने लगी। राहगीरों ने बताई पूरी घटना मौके पर मौजूद राहगीर राहुल, विकास और विनोद ने बताया कि आग इतनी भयानक थी कि पानी डालने से भी कोई असर नहीं हुआ। फायर एग्जिंट क्यूटर के दो सिलेंडर खाली हो गए। बार-बार आग भड़कने से आसपास खड़े अन्य वाहनों के भी चपेट में आने का खतरा बना रहा। फायर ब्रिगेड की टीम ने पाया काबू स्थिति की गंभीरता को देखते हुए फायर ब्रिगेड को कॉल की गई। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह से काबू पाया। पैराडायज दुकानदार की स्कूटी, कारणों का नहीं चला पता पैराडायज के दुकानदार ने बताया कि आग उनकी स्कूटी में लगी थी, जो पार्किंग में खड़ी थी। स्कूटी में खड़ी-खड़ी ही आग लग गई। आगजनी के कारणों का अभी तक खुलासा नहीं हो पाया है। दुकानदारों ने मांग की है कि पार्किंग एरिया में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं, ताकि भविष्य में किसी बड़े हादसे से बचा जा सके।
इलाहाबाद हाई कोर्ट ने कहा है कि अदालतें कानून का पालन करने वाले नागरिकों के लिए हैं, न कि उन बेईमान लोगों के लिए, जिनका कानून में कोई विश्वास नहीं है और जो बिना किसी डर कानून का उल्लंघन करते हैं। कोर्ट के अनुसार अतिक्रमण ध्वस्त करने का वचन देने वाला बाद में मुकर नहीं सकता है। यह टिप्पणी करते हुए न्यायमूर्ति सरल श्रीवास्तव तथा न्यायमूर्ति सुधांशु चौहान की खंडपीठ ने प्रयागराज के पूर्व मंडलायुक्त बादल चटर्जी की याचिका की सुनवाई करते हुए न्यू कटरा में उनके निवास के समीप हुए अतिक्रमण के ध्वस्तीकरण की अनुमति दे दी है। उम्मीद जताई है कि 18 दिसंबर को अगली सुनवाई तिथि से पहले यह काम कर लिया जाएगा। कोर्ट ने इस मामले में प्रयागराज विकास प्राधिकरण की भी खिंचाई की है। और पी डी ए उपाध्यक्ष को दुबारा हाजिर रहने को कहा है। याची की तरफ से मांग की गई थी कि प्रतिवादियों को प्लॉट नंबर 64, कटरा हाउसिंग स्कीम, हाउस नंबर 70-ए/67 और हाउस नंबर 70-ए का हिस्सा, दिलकुशा पार्क, नया कटरा में कराया जा रहा निर्माण रोकने के लिए प्रयागराज विकास प्राधिकरण को निर्देशित किया जाए। साथ ही नियमों की अनदेखी कर बनवाए जा रहे वाणिज्यिक ढांचे को ध्वस्त करने का निर्देश दिया जाए। कोर्ट कमिश्नर नियुक्त कर स्वतंत्र जांच कराई जाए और उसे मुआवजा दिलवाया जाए।आरोप लगाया गया कि प्रतिवादियों ने पीडीए से प्लॉट पर निर्माण के लिए जो मानचित्र स्वीकृत करवाया था, उसके अनुसार काम नहीं करवाया। स्वीकृत योजना को दरकिनार कर दिया। कोई सेट बैक नहीं छोड़ा गया। स्वीकृत मानचित्र के तहत अनुमत सीमा से परे बेसमेंट का निर्माण कराया गया। प्रतिवादी क्रमांक चार ने चौथी मंजिल पर निर्माण कराया, जबकि स्वीकृत मानचित्र के तहत चौथी मंजिल पर कोई निर्माण नहीं हो सकता था।पूर्व मंडलायुक्त के अनुसार उनका घर बहुत पुराना है और इस कार्य से उनकी नींव कमजोर हो सकती है। सेट बैक नहीं छोड़े जाने के कारण हवा और धूप का उनका अधिकार बाधित हो रहा है। पीडीए ने पूर्व तीन मई को प्रतिवादी छह सात का परिसर सील करने का आदेश दिया था। प्रतिवादी सीमा सिंह ने प्राधिकरण से आग्रह किया कि परिसर को सील किए जाने की कार्यवाही वापस ली जाए। उनका यह भी कहना था कि निर्माण शुरू करने से पहले याची से उसने मौखिक सहमति ली थी। पीडीए के तत्कालीन सचिव ने दो जून को सील हटाने की अनुमति दे दी और तीन जून को जोनल अधिकारी ने आदेश पारित कर दिया। कोर्ट ने कहा- हम यह समझने में असमर्थ हैं कि तत्कालीन सचिव ने शपथ पत्र के आधार पर ही बिना अतिक्रमण हटाए संपत्ति को डी-सील करने की अनुमति किस शक्ति के तहत दी? प्रतिवादियों ने इतना होने पर भी गैर-कानूनी काम बंद नहीं किया। कोर्ट ने कहा-यह कहने की जरूरत नहीं है कि ऐसा निर्माण पीडीए अधिकारियों की मिलीभगत के बिना नहीं किया जा सकता था।जब न्यायालय ने मामले को संज्ञान में लिया तब पीडीए ने खुद को बचाने के लिए 24 नवंबर 2025 को संपत्ति सील करने का आदेश पारित किया। पीडीए उपाध्यक्ष ने 28 नवंबर 2025 को कोर्ट के समक्ष यह बात मानी कि प्रतिवादियों द्वारा किया गया निर्माण स्वीकृत योजना के अनुरूप नहीं था और कंपाउंडिंग लिमिट से बाहर था। कोर्ट ने सोमवार 15 दिसंबर को सुनवाई में प्रतिवादी के अधिवक्ता की इस दलील को खारिज कर दिया कि याचिका का आधार नहीं है।
अंतरजातीय विवाह के लिए मिलने वाली शासकीय प्रोत्साहन राशि के भुगतान के बदले रिश्वत मांगने का मामला सामने आया है। लोकायुक्त पुलिस भोपाल की टीम ने कलेक्टर कार्यालय नर्मदापुरम में पदस्थ सहायक ग्रेड-2 को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। लोकायुक्त पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, हरिजन मोहल्ला, ग्राम सिपुर सिवनी मालवा निवासी 36 वर्षीय प्रवीण सोलंकी ने अंतरजातीय विवाह किया था। इसके तहत शासन की ओर से उन्हें दो लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि मिलनी थी। राशि के भुगतान के लिए जब उन्होंने कलेक्टर कार्यालय के जनजातीय विभाग की भंडार शाखा में पदस्थ सहायक ग्रेड-2 मनोज सोनी से संपर्क किया, तो आरोप है कि बाबू ने फाइल बैकडेट में तैयार कराने और भुगतान कराने के एवज में पहले 20 हजार रुपए और काम होने के बाद 70 हजार रुपए रिश्वत की मांग की। इससे परेशान होकर आवेदक प्रवीण सोलंकी ने लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक भोपाल दुर्गेश राठौर से शिकायत की। शिकायत के सत्यापन में आरोप सही पाए जाने पर ट्रैप दल का गठन किया गया। तय योजना के अनुसार मंगलवार 16 को लोकायुक्त टीम ने जनजातीय कार्यालय, कलेक्टर परिसर नर्मदापुरम स्थित आरोपी के कक्ष में दबिश दी। इस दौरान आरोपी मनोज सोनी को आवेदक से 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा गया। लोकायुक्त पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधित 2018) की धारा 7 के तहत प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एक महत्वपूर्ण निर्णय कहा है कि अगर किसी महिला की पहली शादी अभी समाप्त नहीं हुई है तो वह अपने साथ रहने वाले पार्टनर से सीआरपीसी की धारा 125 के तहत भरण-पोषण का दावा नहीं कर सकती। कोर्ट ने कहा कि शादी जैसा लंबा रिश्ता भी उसे 'पत्नी' का कानूनी दर्जा नहीं देता, अगर उसने अपने पहले पति से तलाक नहीं लिया है। न्यायमूर्ति मदन पाल सिंह ने कहा कि अगर समाज में ऐसी प्रथा की इजाज़त दी जाती है, जहां एक महिला कानूनी तौर पर एक आदमी से शादीशुदा रहती है। फिर भी पहली शादी खत्म किए बिना दूसरे आदमी के साथ रहती है। उसके बाद दूसरे आदमी से मेंटेनेंस मांगती है तो सीआरपीसी की धारा 125 का मकसद और पवित्रता खत्म हो जाएगी और शादी की संस्था अपनी कानूनी और सामाजिक अखंडता खो देगी। कोर्ट ने एक महिला द्वारा दायर पुनरीक्षण याचिका खारिज करते हुए यह टिप्पणी की।याचिका में ट्रायल कोर्ट के उस आदेश को चुनौती दी थी जिसने उसकी भरण पोषण याचिका खारिज कर दी थी। याचिकाकर्ता ने दावा किया कि उसने जून 2009 में विपक्षी से शादी की थी, जब उसने बताया था कि उसने अगस्त 2005 में एक समझौते के ज़रिए अपनी पहली पत्नी से संबंध खत्म कर लिए। उसने बताया कि वे लगभग दस वर्षों तक पति-पत्नी की तरह साथ रहे और उसकी पत्नी के तौर पर उसका स्टेटस उसके आधार कार्ड और पासपोर्ट जैसे सरकारी दस्तावेज़ों में दर्ज है। उसने आरोप लगाया कि दस साल बाद मार्च, 2018 में उसके साथ क्रूरता की गई और उसे छोड़ दिया गया, इसलिए उसे भरण पोषण के लिए कोर्ट जाना पड़ा।दूसरी ओर, विपक्षी ने उसके दावे का विरोध करते हुए कहा कि याचिकाकर्ता उसकी दूर की रिश्तेदार है और उनके बीच कोई वैध शादी नहीं हुई। यह भी कहा गया कि याचिकाकर्ता ने अपने पहले पति से तलाक का कभी नहीं लिया। इस तरह वह उससे भरण पोषण नहीं मांग सकती क्योंकि वह कानूनी तौर पर किसी दूसरे आदमी की पत्नी है। इन तर्कों के आधार पर हाईकोर्ट ने मामले के रिकॉर्ड की जांच की और पाया कि याचिकाकर्ता पहले से ही शादीशुदा थी। हालांकि उसने तलाक की याचिका दायर की, लेकिन उसे डिफ़ॉल्ट रूप से खारिज कर दिया गया। कोर्ट ने कहा कि कानून की नज़र में उसकी पहली शादी अभी भी कायम थी।कोर्ट ने यह भी कहा कि विपक्षी भी पहले से ही एक महिला से शादीशुदा था और वह शादी भी खत्म नहीं हुई। हिंदू विवाह अधिनियम की धारा 11 के अनुसार जीवित पति या पत्नी के जीवनकाल में की गई शादी शुरू से ही अमान्य होती है, कोर्ट ने कहा कि चूंकि दोनों पक्ष अन्य व्यक्तियों से शादीशुदा थे, इसलिए उनका रिश्ता उनके बीच पति और पत्नी का कानूनी दर्जा नहीं बना सकता। कोर्ट ने कहा कि याचिकाकर्ता ने खुद माना कि उसकी शादी अभी भी कायम है और तलाक का कोई आदेश नहीं मिला है। कोर्ट ने ट्रायल कोर्ट के भरण-पोषण का आवेदन खारिज करने का आदेश बरकरार रखते हुए याचिका खारिज कर दी।
गोरखपुर के कोतवाली इलाके में रहने वाले बैंककर्मी के साथ 16.28 लाख की साइबर जालसाजी का मामला सामने आया है। ऑनलाइन ट्रेडिंग और निवेश में भारी मुनाफे का लालच देकर साइबर जालसाजों ने ठगी की घटना को अंजाम दिया है। इसके बाद सात बार में आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और उत्तराखंड के हरिद्वार से जालसाजी की रकम निकाली गई है। आर्यनगर के अमर सिंह पब्लिक स्कूल के पास रहने वाले अमन पांडेय (24) की शिकायत पर कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। कोतवाली पुलिस ने साइबर सेल की मदद से जालसाजी की 7.18 लाख रुपये बैंक में होल्ड भी करा दिया है। मंगलवार को पुलिस ने बैंक खातों को डिटेल निकलवाया है। जिसके आधार पर जालसाजों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। अमन पांडेय मऊ जिले में स्थित एक्सिस बैंक में काम करते हैं। अब जानें पूरा मामलाकोतवाली थाना क्षेत्र के आर्य नगर उत्तरी, अमर सिंह पब्लिक स्कूल के पास रहने वाले अमन पांडेय ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि 17 अक्तूबर को उन्हें व्हाट्सएप पर “93 डीबीएस एनेलिस्ट फोरम” नामक एक ग्रुप में जोड़ा गया। इस ग्रुप में रोजाना ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट से जुड़े टिप्स दिए जाते थे। ग्रुप में रजत वर्मा और मीना भट्ट नामक लोग निवेश की सलाह देते थे। कुछ समय बाद नीना थक्कर नाम की महिला ने निजी संदेश भेजकर निवेश से होने वाले मुनाफे के स्क्रीनशॉट दिखाए और उन्हें निवेश के लिए प्रेरित किया। पीड़ित के अनुसार, तीन नवंबर को उन्होंने निवेश के लिए आवेदन किया, जिसे पांच नवंबर को स्वीकृत कर लिया गया। इसके बाद अलग-अलग बैंक खातों में रकम जमा कराई गई। शुरुआत में पहले 25 हजार निवेश किया। अच्छा मुनाफा हुआ। इसके बाद 50 हजार रुपये लगाए, फिर अच्छा मुनाफा हुआ। जिससे भरोसा बढ़ गया। ठगों ने पहले स्टॉक, फिर आईपीओ और ओटीसी स्टॉक में निवेश कराया और खाते में लाखों रुपये का मुनाफा दिखाया गया। दोस्तों से उधार ली रकम अमन पांडेय का आरोप है कि बाद में उन्हें जबरन अधिक राशि के आईपीओ अलॉटमेंट में फंसा दिया गया और कहा गया कि यदि पूरी रकम जमा नहीं की गई तो अब तक का सारा पैसा होल्ड हो जाएगा। डर के कारण उन्होंने लोन और दोस्तों से उधार लेकर अलग-अलग खातों में लाखों रुपये ट्रांसफर किए। उनके खाते में बैलेंस 40 लाख रुपये से अधिक दिखाया गया लेकिन जब उन्होंने रकम निकालने की कोशिश की तो बार-बार निकासी असफल होती रही। आखिरकार एक दिसंबर को उनसे 14 लाख रुपये की ‘सर्विस फीस’ मांगी गई, जिस पर उन्हें ठगी का एहसास हुआ। इसके बाद दो दिसंबर को उन्होंने राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई। अंजान व्यक्ति न करें पैसे का लेनदेन इस संबंध में कोतवाली थाना प्रभारी छत्रपाल सिंह ने बताया कि मामला संगठित साइबर ठगी से जुड़ा प्रतीत हो रहा है। बैंक खातों, मोबाइल नंबरों और डिजिटल साक्ष्यों के आधार पर जांच की जा रही है। 7.18 लाख रुपये बैंक में होल्ड करा दिए गए हैं। लोगों से अपील है कि वे ऑनलाइन निवेश के नाम पर आने वाले अनजान कॉल, मैसेज और ग्रुप से सावधान रहें और बिना सत्यापन किसी भी लिंक या खाते में धनराशि न भेजें।
इंदौर की विशेष सीबीआई अदालत ने सोमवार को व्यापमं घोटाले से जुड़े पटवारी भर्ती परीक्षा–2008 में फर्जीवाड़ा करने के दोषी पाए गए 10 आरोपियों को 5-5 साल की सश्रम कारावास की सजा सुनाई। कोर्ट ने प्रत्येक आरोपी पर 3 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया है। व्यापमं घोटाला मध्य प्रदेश के सबसे बड़े भर्ती और प्रवेश परीक्षा घोटालों में से एक रहा है। इसमें मध्य प्रदेश व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) द्वारा कराई गई कई परीक्षाओं में व्यापक स्तर पर नकल, फर्जी दस्तावेजों का उपयोग और अवैध चयन जैसे मामले सामने आए थे। इसका फंडाफोड़ होने के बाद देशभर में हलचल मची और अंततः सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर व्यापमं से जुड़े मामलों की जांच सीबीआई को सौंपी गई। पटवारी भर्ती परीक्षा 2008 से जुड़ा मामला यह मामला विशेष रूप से 2008 में आयोजित पटवारी भर्ती परीक्षा से संबंधित है। जांच में सामने आया कि कुछ उम्मीदवारों ने फर्जी प्रमाण पत्र और दस्तावेजों का इस्तेमाल कर परीक्षा में चयन हासिल किया, जिससे योग्य अभ्यर्थियों के अधिकारों का हनन हुआ।कोर्ट ने आरोपी रामेश्वर, राकेश, देवेंद्र, चेतन, बलराम, हरपाल, गोपाल, जितेंद्र, दिनेश और दिग्विजय सिंह सोलंकी को दोषी ठहराया। 2012 में खंडवा में दर्ज हुई थी FIR मामले की शुरुआत 26 अक्टूबर 2012 को खंडवा जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र में दर्ज एफआईआर से हुई थी। जांच के बाद खंडवा पुलिस ने 28 मई 2014 को कोर्ट में चार्जशीट पेश की थी। लंबे समय तक चले ट्रायल के बाद कोर्ट ने माना कि अभियोजन पक्ष आरोप सिद्ध करने में सफल रहा है। इसके बाद सभी 10 आरोपियों को दोषी ठहराते हुए पांच वर्ष की सश्रम कैद और जुर्माने की सजा सुनाई।
जब घर की एकमात्र कमाने वाली मां अचानक दुनिया छोड़ जाती है, तो सिर्फ एक इंसान नहीं जाता, बल्कि पूरा परिवार अनिश्चित भविष्य के अंधेरे में चला जाता है। टीकमगढ़ जिला अस्पताल में संविदा एएनएम के पद पर कार्यरत कर्मचारी की आकस्मिक मृत्यु के बाद कुछ ऐसा ही हुआ। मां के जाने से घर की जिम्मेदारियां, भाई की पढ़ाई और बीमार पिता की देखभाल, सब कुछ एक साथ उनकी बेटी जानकी नामदेव के कंधों पर आ गया। महीनों तक दर-दर भटकने, दफ्तरों के चक्कर लगाने और टूटती उम्मीदों के बीच जब जानकी को नौकरी का नियुक्ति पत्र मिला, तो यह सिर्फ एक कागज नहीं था, बल्कि परिवार के लिए दोबारा जीने का सहारा बन गया। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मध्यप्रदेश की संविदा नीति के तहत यह पहली अनुकंपा नियुक्ति है, जिसने एक परिवार को फिर से खड़े होने की ताकत दी है। जानकी की जुबानी दर्द और राहत की कहानीजानकी नामदेव बताती हैं कि हमारे घर में मां ही कमाने वाली थीं। उनकी सैलरी से भाई की पढ़ाई चल रही थी, वह अभी कक्षा 10 में है। पापा बीमार रहते हैं, उन्हें हाई ब्लड प्रेशर और शुगर की समस्या है। मां के जाने के बाद घर की हालत बहुत खराब हो गई थी। कोई आय का स्रोत नहीं था। उन्होंने बताया कि इन चार महीनों में नौकरी के लिए 20 से ज्यादा चक्कर लगाए। हर बार उम्मीद रहती थी कि शायद आज कुछ हो जाए। जब मंगलवार को नियुक्ति पत्र मिला तो ऐसा लगा जैसे जिंदगी दोबारा शुरू हो गई हो। संविदा कर्मचारियों के लिए बड़ा बदलावराष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) मध्यप्रदेश ने 1 अप्रैल से लागू किए गए नए एचआर मैनुअल में संविदा कर्मचारियों के हित में कई अहम बदलाव किए हैं। अब हर साल संविदा अनुबंध के नवीनीकरण की अनिवार्यता समाप्त कर दी गई है। इसके साथ ही कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) के अनुसार वार्षिक वेतन वृद्धि का प्रावधान भी किया गया है। जिला स्वास्थ्य समिति के स्तर पर जिले के भीतर स्थानांतरण की सुविधा भी लागू की गई है, जिससे कर्मचारियों को राहत मिलेगी। अनुकंपा नियुक्ति: संविदा नीति का ऐतिहासिक फैसलासंविदा नीति में सबसे बड़ा और संवेदनशील बदलाव यह है कि अब किसी भी संविदा कर्मचारी की आकस्मिक मृत्यु पर उसके परिवार को अनुकंपा नियुक्ति का अधिकार मिलेगा। इससे पहले ऐसी स्थिति में केवल अनुग्रह राशि दी जाती थी, लेकिन अब मृतक कर्मचारी के आश्रित को विकल्प दिया है कि वह अनुग्रह राशि या अनुकंपा नियुक्ति में से किसी एक का चयन कर सकता है। पात्रता की स्थिति में अनुकंपा नियुक्ति देने का अधिकार मिशन संचालक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मध्यप्रदेश को सौंपा गया है। 32 हजार कर्मचारियों के लिए सुरक्षा कवचमध्यप्रदेश में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत 32 हजार से अधिक संविदा कर्मचारी कार्यरत हैं। बीते सालों में कई कर्मचारियों की आकस्मिक मृत्यु के मामले सामने आए, जिनमें परिवारों को गंभीर आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा। नई नीति ऐसे ही परिवारों के लिए सुरक्षा कवच बनकर आई है, जिससे संविदा कर्मचारियों में भी स्थायित्व और भरोसे की भावना मजबूत हुई है। टीकमगढ़ से शुरू हुई पहली मिसालजिला चिकित्सालय टीकमगढ़ में संविदा एएनएम के पद पर कार्यरत महिला कर्मचारी की 2 जुलाई 2025 को आकस्मिक मृत्यु हो गई थी। इसके बाद उनकी आश्रित पुत्री जानकी नामदेव ने अनुकंपा नियुक्ति के लिए आवेदन किया। निर्धारित शैक्षणिक योग्यता के आधार पर जानकी को संविदा डेटा एंट्री ऑपरेटर के पद पर नियुक्ति प्रदान की गई। यह राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मध्यप्रदेश के इतिहास की पहली अनुकंपा नियुक्ति है। नियुक्ति पत्र सौंपते हुए मिशन संचालक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मध्यप्रदेश डॉ. सलोनी सिडाना ने कहा कि मिशन अपने सभी कर्मचारियों और उनके परिवारों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। संविदा कर्मचारियों के सामने विपरीत परिस्थितियां आने पर मिशन उनके साथ खड़ा है और उन्हें अकेला नहीं छोड़ेगा। विभागीय मंत्री और उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल, प्रमुख सचिव संदीप यादव और आयुक्त तरुण राठी ने इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि यह निर्णय मध्यप्रदेश शासन की कर्मचारी हितैषी नीतियों को दर्शाता है। उन्होंने इसे संविदा कर्मचारियों के मनोबल को बढ़ाने वाला कदम बताया।
भाजपा की ओर से मतदाता जागरूकता और फार्म भरवाने के अभियान को तेज किया जा रहा है। इस क्रम में वरिष्ठ भाजपा नेता डॉ. नीरज सिंह ने पूर्वी विधानसभा क्षेत्र के इंदिरा नगर स्थित पारिजात पैलेस के एसआईआर कार्यालय में विधानसभा अभियान से जुड़े संयोजक, सह-संयोजक, मंडल अध्यक्ष, महामंत्री और पार्षदों के साथ बैठक की। बैठक में बढ़ी हुई समयसीमा के भीतर शत-प्रतिशत पात्र मतदाताओं के फार्म भरवाने की रणनीति पर विस्तार से चर्चा हुई। डॉ. नीरज सिंह ने कार्यकर्ताओं से कहा कि किसी कारणवश छूट रहे मतदाताओं के फार्म भरवाने के लिए सभी को युद्ध स्तर पर काम करना होगा। मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने का अभी पर्याप्त अवसर है, जिसे हर हाल में उपयोग में लाया जाए। उन्होंने बताया कि 26 दिसंबर तक ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से गणना प्रपत्र भरकर जमा किए जा सकते हैं। संध्या व प्रभात फेरी से घर-घर संपर्क क्षेत्रीय प्रभारी प्रवीण गर्ग ने बताया कि संगठन की योजना के तहत 20 दिसंबर को विशेष अभियान के अंतर्गत संध्या फेरी और 21 दिसंबर को प्रभात फेरी निकाली जाएगी। इस दौरान हर वार्ड में मतदाताओं के घर जाकर संपर्क किया जाएगा और छूट रहे पात्र मतदाताओं के फार्म भरवाकर जमा कराए जाएंगे। बैठक और अभियान में उपाध्यक्ष राकेश सिंह, सौरभ वाल्मीकि, सीता नेगी, केके जायसवाल, अभिषेक राय, नरेंद्र देवडी, रीना चौरसिया, कमल पांडे, सुमित खन्ना और पूजा जसवानी सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।
सीतापुरा स्थित परीक्षा केंद्र पर आयोजित रेलवे भर्ती बोर्ड की ग्रुप-डी परीक्षा के दौरान बायोमैट्रिक जांच में चेहरा मेल न खाने पर डमी अभ्यर्थी पकड़े जाने से बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए डमी छात्र और उसके सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया। डीसीपी साउथ राजर्षि राज (IPS) ने बताया- 10 दिसंबर को आरोपी ऋषभ रंजन उर्फ रिषभ रंजन मूल अभ्यर्थी अभिषेक मीना के स्थान पर परीक्षा देने पहुंचा था। प्रवेश के दौरान आधार व पैन कार्ड के साथ बायोमैट्रिक सत्यापन में चेहरा मैच नहीं हुआ, जिस पर उसे मौके पर पकड़ लिया गया। इस संबंध में थाना सांगानेर सदर में मामला दर्ज किया गया। मास्टरमाइंड गौतम बिहार और यूपी में 10 परीक्षाओं में बना डमी अभ्यर्थी जांच में सामने आया कि इस फर्जीवाड़े का मास्टरमाइंड गौतम कुमार उर्फ गोटी है, जो डमी अभ्यर्थी तैयार कर परीक्षा दिलाने का काम करता है। वह बिहार और उत्तर प्रदेश में करीब 10 परीक्षाओं में डमी अभ्यर्थी के रूप में शामिल रह चुका है और पूर्व में जयपुर के कानोता क्षेत्र में भी पकड़ा जा चुका है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर 31,250 रुपए नकद बरामद किए हैं, जो परीक्षा दिलाने की तय राशि थी। गिरफ्तार आरोपियों में ऋषभ रंजन उर्फ रिषभ रंजन (27) निवासी मुंगेर, बिहार को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है, जबकि गौतम कुमार उर्फ गोटी (28) निवासी पटना, बिहार से अन्य परीक्षाओं में संलिप्तता और सहयोगियों के संबंध में पूछताछ जारी है।
डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय के कृत्रिम अंग एवं पुनर्वास केंद्र ने आवासीय पब्लिक स्कूल, सदरोना रोड, पारा में एक शारीरिक दिव्यांगता परीक्षण कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्कूली बच्चों में प्रारंभिक अवस्था में शारीरिक विकृतियों की पहचान कर समय रहते उपचार सुनिश्चित करना था। परीक्षण के दौरान कुल 300 छात्रों में से 56 में शारीरिक विकृतियों के लक्षण पाए गए। कार्यक्रम में विद्यालय के सभी विद्यार्थियों ने भाग लिया। विशेषज्ञों की टीम ने छात्रों को शारीरिक दिव्यांगता से जुड़ी विभिन्न समस्याओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इसमें रीढ़ की हड्डी से संबंधित विकृतियां, जेनु वैल्गम, धनुर्जानु (जीनू वेरम), फ्लैट फूट, सेरेब्रल पाल्सी, टेलिप्स इक्विनस, क्यूबिटस वैल्गस सहित पैर और हाथ की संरचनात्मक विकृतियों के लक्षणों को समझाया गया। बच्चों और शिक्षकों को इन विकृतियों को पहचानने के सरल तरीके भी बताए गए। 56 छात्रों में फ्लैट फूट की समस्या सामने आई कुल 300 छात्रों का शारीरिक परीक्षण किया गया, जिसमें 56 छात्रों में शारीरिक विकृतियों के लक्षण मिले। इन सभी 56 छात्रों में फ्लैट फूट की समस्या प्रमुखता से सामने आई। इसके साथ ही, परीक्षण में रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्याएं, जेनु वैल्गम, धनुर्जानु, सेरेब्रल पाल्सी, टेलिप्स इक्विनस, रूमेटाइड आर्थराइटिस से संबंधित विकृतियां, बाउटोनीयर, क्यूबिटस वैल्गस और कुछ आनुवंशिक बीमारियों के संकेत भी देखे गए। यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य संजय सिंह के संरक्षण में आयोजित किया गया। कुलसचिव रोहित सिंह और पैरामेडिकल एवं रिहैबिलिटेशन संकाय के अधिष्ठाता प्रो. वी.के सिंह के मार्गदर्शन में कृत्रिम अंग एवं पुनर्वास केंद्र के कार्यशाला प्रबंधक डॉ. रणजीत कुमार ने कार्यक्रम का संयोजन किया। असिस्टेंट प्रोफेसर कुमरपाल सिंह और डेमोंस्ट्रेटर डॉ. राज कमल ने इसके सफल संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।विद्यालय की ओर से निदेशिका सुनीता, प्रभारी विजय, प्रधानाचार्य हरिओम, प्रबंधक गोविंद और सभी शिक्षकगण उपस्थित रहे।
लखनऊ में पांच दिवसीय गायत्री महायज्ञ संपन्न:शांतिकुंज हरिद्वार के शताब्दी वर्ष पर हुआ आयोजन
लखनऊ विनीत खंड-दो में आयोजित पाँच दिवसीय पावन प्रज्ञा पुराण कथा, गायत्री महायज्ञ एवं दीप महायज्ञ का समापन हो गया। यह आयोजन अखिल विश्व गायत्री परिवार, शांतिकुंज हरिद्वार की ओर से शताब्दी वर्ष के अवसर पर आयोजित किया गया। कार्यक्रम का आयोजन गायत्री महिला मंडल, गोमती नगर द्वारा किया गया, जिसमें लखनऊ के विभिन्न क्षेत्रों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। पाँच दिनों तक चले इस आध्यात्मिक आयोजन में प्रज्ञा पुराण कथा का सस्वर व भावपूर्ण वाचन डॉ. प्रणव शुक्ला एवं उनकी टोली द्वारा किया गया। कथा के दौरान मानव जीवन में सदाचार, संयम, आत्मबल, राष्ट्र निर्माण और युग परिवर्तन के संदेश दिए गए। कथा स्थल पर प्रतिदिन श्रद्धालुओं की भारी उपस्थिति रही और वातावरण मंत्रोच्चार, भजन व दीप प्रज्वलन से आध्यात्मिक ऊर्जा से भर गया। पाँच दिवसीय आयोजन में हजार लोगों ने हिस्सा लिया कार्यक्रम के संयोजन और व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी मिथिलेश श्रीवास्तव की टोली ने संभाली। उनके नेतृत्व में समस्त स्वयंसेवकों ने सेवा, अनुशासन और समर्पण के साथ कार्यक्रम को सफल बनाया। आयोजकों के अनुसार, इस पाँच दिवसीय आयोजन में लगभग एक हजार भाई-बहनों ने सहभागिता कर ज्ञान, साधना और संस्कार की गंगा में डुबकी लगाई। गायत्री महायज्ञ एवं दीप महायज्ञ के माध्यम से पर्यावरण शुद्धि, मानसिक शांति और सामाजिक समरसता का संदेश दिया गया। यज्ञ में आहुतियाँ देकर उपस्थित श्रद्धालुओं ने नशामुक्ति, सदाचार, स्वच्छ समाज और राष्ट्र सेवा के लिए संकल्प लिया। प्रज्ञा पुराण कथा जीवन में सकारात्मक परिवर्तन कार्यक्रम में गोमती नगर क्षेत्र की गीता सिंह, माधुरी पांडे, गीता मिश्रा, कमला यादव, वरिष्ठ गायत्री साधक सुधाकर सिंह, एस.के. अग्रवाल, राजेंद्र यादव, दिनेश यादव (प्रभारी, गोमती नगर) सहित सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे।इस अवसर पर गीता सिंह ने कहा कि प्रज्ञा पुराण कथा से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आता है और समाज में नैतिक मूल्यों की स्थापना होती है। वहीं माधुरी पांडे ने कहा कि गायत्री यज्ञ और दीप महायज्ञ से परिवार, समाज और राष्ट्र में शांति व सद्भाव का वातावरण बनता है।
लखनऊ बेंच के हाईकोर्ट ने बलरामपुर के जिलाधिकारी पर 11 हजार रुपये का हर्जाना लगाया है। यह हर्जाना छह साल से बार-बार आदेश के बावजूद जवाबी हलफनामा दाखिल न करने पर लगाया गया है। न्यायालय ने हर्जाना वापस लेने की प्रार्थना को खारिज करते हुए जिलाधिकारी को तीन दिनों के भीतर राशि जमा करने का आदेश दिया है। मामले की अगली सुनवाई जनवरी के दूसरे सप्ताह में होगी। यह आदेश न्यायमूर्ति राजन रॉय और न्यायमूर्ति राजीव भारती की खंडपीठ ने नबी अली व अन्य द्वारा वर्ष 2019 में दाखिल जनहित याचिका पर दिया है। याचिका में बलरामपुर जनपद में एक अंत्येष्टि स्थल पर शेड लगाने की मांग की गई है। न्यायालय ने 8 नवंबर 2019 को पहली बार जिलाधिकारी बलरामपुर को लघु प्रतिउत्तर शपथ पत्र दाखिल करने का निर्देश दिया था। इसके बाद 22 नवंबर 2019, 6 दिसंबर 2019 और 5 मार्च 2020 को भी शपथ पत्र दाखिल करने के लिए समय दिया गया। छह साल बाद भी जवाब दाखिल न होने पर न्यायालय ने 20 नवंबर को जिलाधिकारी पर हर्जाना लगाने का आदेश पारित किया था। न्यायालय ने इस बात पर भी आश्चर्य व्यक्त किया कि आदेश वापस लेने का प्रार्थना पत्र जिलाधिकारी ने स्वयं दाखिल न कर एक सहायक अभियंता ने दाखिल किया, जो मामले में पक्षकार भी नहीं है। प्रार्थना पत्र में यह भी कहा गया था कि लघु शपथ पत्र तैयार करके मुख्य स्थायी अधिवक्ता के कार्यालय में दे दिया गया था। इस पर न्यायालय ने स्पष्ट किया कि यह उसका विषय नहीं है और न ही मुख्य स्थायी अधिवक्ता का कार्यालय हाईकोर्ट प्रशासन का कोई अंग है, बल्कि यह जिलाधिकारी और मुख्य स्थायी अधिवक्ता के बीच का मामला है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की नियुक्ति को चुनौती देने वाली एक जनहित याचिका खारिज कर दी है। न्यायालय ने अपने निर्णय में कहा कि 19 मार्च 2017 को हुई दोनों नियुक्तियाँ संविधान के पूर्णतः अनुरूप थीं। यह याचिका वर्ष 2017 में संजय शर्मा द्वारा दाखिल की गई थी। न्यायमूर्ति राजन रॉय और न्यायमूर्ति राजीव भारती की खंडपीठ ने यह फैसला सुनाया। याचिकाकर्ता ने तर्क दिया था कि शपथ ग्रहण के समय योगी आदित्यनाथ और केशव प्रसाद मौर्य दोनों संसद सदस्य थे। इसलिए, वे एक साथ दो संवैधानिक पद नहीं संभाल सकते थे। याची ने इसे शक्तियों के पृथक्करण और 'ऑफिस ऑफ प्रॉफिट' (लाभ का पद) के सिद्धांत के विरुद्ध बताया था। हाईकोर्ट ने अपनी विस्तृत सुनवाई में इन सभी दलीलों को सिरे से खारिज कर दिया। न्यायालय ने स्पष्ट किया कि संविधान में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है, जो किसी सांसद को मुख्यमंत्री या उपमुख्यमंत्री बनने से रोकता हो। कोर्ट ने कहा कि सांसद का पद कोई 'संवैधानिक पद' नहीं, बल्कि एक निर्वाचित पद है, जबकि मुख्यमंत्री की नियुक्ति राज्यपाल द्वारा अनुच्छेद 164 के तहत की जाती है। न्यायालय ने यह भी बताया कि संविधान स्वयं यह अनुमति देता है कि कोई व्यक्ति, जो राज्य विधानमंडल का सदस्य नहीं है, वह छह माह की अवधि तक मुख्यमंत्री या मंत्री रह सकता है। इस अवधि के भीतर योगी आदित्यनाथ और केशव प्रसाद मौर्य ने संसद की सदस्यता से इस्तीफा भी दे दिया था। 'ऑफिस ऑफ प्रॉफिट' के मुद्दे पर कोर्ट ने कहा कि अनुच्छेद 102(1)(a) के स्पष्टीकरण में मंत्रियों को इस अयोग्यता से स्पष्ट रूप से बाहर रखा गया है। न्यायालय ने अंततः कहा कि याचिका में कोई संवैधानिक या विधिक आधार नहीं था।
यूपी के शामली में सनसनीखेज वारदात हुई है। बुर्का न पहनने पर एक व्यक्ति ने पत्नी और दो नाबालिग बेटियों की हत्या कर दी। फिर तीनों शवों को घर के आंगन में सेप्टिक टैंक में दफना दिया। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल किया है। आरोपी फारुख ने बताया- उसने पत्नी ताहिरा और बड़ी बेटी आफरीन की गोली मारकर हत्या की, जबकि दूसरी बेटी सहरीन की गला घोंटकर जान ले ली। इसके बाद तीनों शवों को घर के आंगन में शौचालय के लिए पहले से बनाए गए गड्ढे में दबा दिया। मंगलवार देर शाम पुलिस ने फारुख की निशानदेही पर सेप्टिक टैंक की खुदाई कराई। टैंक से तीनों शव बरामद हुए। मामला कांधला थाना क्षेत्र के गांव गढ़ी दौलत का है। अब विस्तार से पढ़िए... पत्नी को पर्दे में रहने के लिए कहता थापुलिस के अनुसार, गढ़ी दौलत गांव निवासी दाउद के 5 बेटे हैं। उनमें फारुख तीसरे नंबर का है। वह एक होटल पर रोटी बनाने का काम करता है। फारुख अपने पिता और भाइयों से अलग मकान में रहता है। उसके पांच बच्चे थे। जिनमें तीन बेटियां और दो बेटे हैं। आरोप है कि फारुख अपनी पत्नी ताहिरा और बेटियों- आफरीन (16) और सहरीन (14) को इस्लामिक रीति-रिवाज के मुताबिक पर्दे में रहने के लिए कहता था। लेकिन ताहिरा को यह बात मंजूर नहीं थी। दोनों के बीच इस बात को लेकर आए दिन झगड़ा होता था। इसे फारुख अपनी सामाजिक बेइज्जती मानता था। 10 दिन से लापता थीं पत्नी और दो बेटियांफारुख की पत्नी और दोनों बेटियां 10 दिन से लापता थीं। फारुख के पिता दाउद ने अनहोनी की आशंका जताते हुए पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने फारुख को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो वह बहाने बनाता था। कड़ाई से पूछताछ में वह टूट गया। पुलिस पूछताछ में फारुख ने बताया- पत्नी और बेटियां बुर्का पहने बगैर घर से बाहर निकलती थीं। यह बात मुझे अखरती थी। इस पर मैंने तीनों को मारने का प्लान बनाया। कैराना से अवैध तमंचा और कारतूस खरीदे। घर के आंगन में सेप्टिक टैंक खुदवाया। उस वक्त पत्नी ताहिरा मायके में थी। उसे घर बुला लिया। 8 दिसंबर की रात में चाय के बहाने उसे जगाया और गोली मारकर हत्या कर दी। गोली की आवाज सुनकर आफरीन और सहरीन की नींद खुल गई। मैंने आफरीन को भी गोली मार दी। जबकि सहरीन का गला घोंट दिया। हत्या करने के बाद तीनों को सेप्टिक टैंक में दफना दिया। इसके बाद परिजनों को गुमराह करने के लिए उसने कहा- वह बच्चों को लेकर शामली में किराये पर कमरा लेकर रह रहा है। जब काफी समय तक महिला और बच्चियों का कोई पता नहीं चला, तो परिजनों को शक हुआ और पुलिस को सूचना दी गई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एनपी सिंह ने बताया- ग्राम प्रधान द्वारा दो बच्चियों और एक महिला के लापता होने की सूचना मिली थी। जांच के दौरान महिला के पति फारुख से सख्ती से पूछताछ की गई। जिसमें उसने हत्या की बात स्वीकार कर ली। पुलिस ने तीनों शव बरामद कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है। --------------------------------- ये भी पढ़ें.... जलती गाड़ियां, हर तरफ चीख-पुकार, 15 तस्वीरों में मथुरा हादसा:अपनों को ढूंढते रहे लोग, सीटों पर चिपकीं लाशें, अब DNA टेस्ट होगा जलती गाड़ियां, रोते-चीखते लोग। आसमान छूती आग की लपटें। कोई खिड़की से कूद रहा था, तो कोई बदहवास होकर अपनों को खोज रहा था। हर तरफ चीख-पुकार। यह दर्दनाक मंजर मथुरा में यमुना एक्सप्रेस-वे का है। मंगलवार सुबह करीब साढ़े 3 बजे कोहरे के चलते 8 बसें और 3 कारें भिड़ गईं। टक्कर होते ही गाड़ियों में आग लग गई। भाजपा नेता समेत 13 लोगों की जलकर मौत हो गई। 70 घायल हैं। पढ़ें पूरी खबर...
नशे में पत्नी की हत्या की फर्जी सूचना दी:पुलिस की जांच में मामला झूठा निकला, शांतिभंग में चालान
संभल जिले के चंदौसी कस्बे में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की हत्या की फर्जी सूचना देकर पुलिस को गुमराह किया। मंगलवार दोपहर डायल 112 पर कॉल कर उसने बताया कि उसके साले ने पत्नी की हत्या कर दी है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन जांच में मामला झूठा निकला। यह घटना चंदौसी कोतवाली क्षेत्र के गौशाला रोड पर हुई। शशांक पुत्र सुशील भटनागर नामक व्यक्ति ने दोपहर करीब 12 बजे डायल 112 को अपनी पत्नी प्रीति सक्सेना की हत्या की सूचना दी थी। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो कॉल करने वाला शशांक नशे की हालत में पाया गया। डायल 112 पुलिस ने पूरे घटनाक्रम की जांच की, जिसमें पता चला कि शशांक नशे में था और उसने पत्नी की हत्या की झूठी खबर फैलाई थी। उसने पुलिस को बताया था कि उसके साले ने उसकी पत्नी की हत्या कर दी है। आरोपी शशांक की शादी मुरादाबाद की लाइन पार निवासी प्रीति सक्सेना से करीब छह साल पहले हुई थी। इंस्पेक्टर अनुज तोमर ने बताया कि फर्जी सूचना मिलने पर डायल 112 की टीम मौके पर पहुंची थी। पूछताछ में घटना झूठी पाए जाने के बाद युवक को कोतवाली लाया गया। फर्जी सूचना देने के आरोप में शशांक का शांतिभंग के तहत यूपी जिला मजिस्ट्रेट न्यायालय के लिए चालान कर दिया गया है।
मेरठ के परतापुर थाना क्षेत्र की शताब्दीनगर सेक्टर-5 कॉलोनी मंगलवार रात तनावग्रस्त हो गई। यहां सैकड़ों हिन्दू समाज के लोग पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाते हुए धरने पर बैठ गए। प्रदर्शनकारियों ने कॉलोनी के पार्क में टेंट लगाकर विरोध शुरू किया और अपने मकानों पर 'मकान बिकाऊ' व 'पलायन' के पोस्टर लगाए। उन्होंने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की। यह मामला एक विशेष समुदाय की युवती से संबंधित है। आरोप है कि कॉलोनी का एक हिन्दू युवक युवती को अपने साथ ले आया था। इसकी सूचना मिलने पर युवती के पिता मौके पर पहुंचे और हंगामा करने लगे। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच कहासुनी हुई, जो बाद में मारपीट में बदल गई। मारपीट में युवती के पिता के सिर में चोट आई। घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने युवती को उसके पिता के साथ भेज दिया और हिन्दू युवक को हिरासत में ले लिया। पुलिस की इस कार्रवाई से कॉलोनीवासी नाराज हो गए। उन्होंने पुलिस पर निष्पक्ष जांच किए बिना एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया। कॉलोनी निवासी राजेंद्र पाल ने बताया कि देर रात विशेष समुदाय का व्यक्ति अपने परिवार के साथ एक महिला के घर पहुंचा। उसने आरोप लगाया कि महिला के बेटे ने उसकी बेटी को बंधक बनाकर रखा और छेड़छाड़ की। जब कॉलोनी के लोगों ने बीच-बचाव कर मामला शांत कराने का प्रयास किया, तो उन्हें झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकियां दी गईं। इसके बाद पुलिस को बुलाया गया और महिला के बेटे को हिरासत में ले लिया गया। धरने पर बैठे लोगों का कहना है कि संबंधित व्यक्ति पहले भी इस तरह के आरोप लगाकर कॉलोनी में तनाव पैदा कर चुका है। पिंटू कुमार ने बताया कि डर और असुरक्षा के माहौल के कारण कई परिवार पहले ही अपने मकान बेचकर कॉलोनी छोड़ चुके हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए सीओ ब्रह्मपुरी सौम्या अस्थाना मौके पर पहुंचीं। उन्होंने लोगों को समझाने का प्रयास किया और निष्पक्ष जांच तथा उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
संभल जनपद के असमोली विधानसभा क्षेत्र के सलारपुर कलां गांव में मतदाता सूची (SIR) प्रक्रिया में त्रुटियों की शिकायत मिलने पर मंगलवार को जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया पहुंचे। उन्होंने आठ घरों का दौरा कर इन गड़बड़ियों की जांच की। जांच के दौरान एक वृद्ध महिला के फॉर्म पर हस्ताक्षर मिले, जबकि हस्ताक्षर करने वाली महिला के फॉर्म पर अंगूठा लगा पाया गया। जिलाधिकारी ने बताया कि असमोली विधानसभा के सलारपुर कलां में मैपिंग सही न होने की शिकायतें प्राप्त हुई थीं। इसके बाद उन्होंने बीएलओ, ग्राम प्रधान, राशन कोटेदार, पंचायत सहायक, सचिव, लेखपाल, सुपरवाइजर और एआरओ के साथ गांव का भ्रमण किया। उन्होंने कहा कि आठ स्थानों पर मिली त्रुटियों को सुधारा जाएगा, क्योंकि ये अभी लॉजिकल एरर और ईआरओ लॉगिन में दिखाई दे रही हैं। अन्य विधानसभाओं में भी मतदाता सूची को शुद्ध बनाने के लिए बैठकें की जाएंगी। डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने बताया कि उन्होंने एक वृद्ध महिला से बात की जो अंगूठा लगाती हैं, और दूसरी महिला से बात की जो हस्ताक्षर करती हैं। हालांकि, दोनों के फॉर्म पर विपरीत स्थितियां मिलीं है। एक पर अंगूठा और दूसरे पर हस्ताक्षर है, उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि परिवार के सदस्यों ने अपनी इच्छा से फॉर्म भरते समय किसी दूसरे के नाम से अंगूठा या हस्ताक्षर कर दिए हैं। इस मामले में नियमानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। जिलाधिकारी गांव में दो घंटे से अधिक समय तक रुके। इस दौरान संभल एसडीएम रामानुज, डिप्टी कलेक्टर निधि पटेल, नायब तहसीलदार दीपक जुरैल और बीडीओ संभल प्रेमपाल सिंह भी मौजूद रहे।
CLAT 2026 रिजल्ट:ऑल इंडिया रैंक 10 लाकर आरव टिक्कू ने किया भोपाल टॉप, जल्द शुरू होगी काउंसलिंग
कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट (CLAT) 2026 का रिजल्ट आते ही देशभर के हजारों छात्रों की धड़कनें तेज हो गईं। कंसोर्टियम ऑफ नेशनल लॉ यूनिवर्सिटीज (NLUs) ने फाइनल आंसर-की के बाद अब आधिकारिक रूप से रिजल्ट घोषित कर दिया है। इस बार भोपाल के लिए रिजल्ट खास रहा। भोपाल से परीक्षा की तैयारी करने वाले आरव टिक्कू ने ऑल इंडिया 10वीं रैंक प्राप्त की है। हालांकि, उनका डोमिसाइल उत्तराखंड के हल्द्वानी का है, लेकिन उन्होंने पढ़ाई और परीक्षा भोपाल से ही दी। वहीं भोपाल के पार्थ ने ऑल इंडिया रैंक 11 हासिल कर शहर का नाम रोशन किया है। इसके अलावा भोपाल की काशवी सिंघा ने ऑल इंडिया रैंक 39 हासिल की है। 92 हजार से ज्यादा उम्मीदवारों ने दी परीक्षाइस साल CLAT 2026 के लिए देशभर से लगभग 92,000 उम्मीदवारों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। इनमें से 75,009 उम्मीदवार अंडर ग्रेजुएट (UG) लॉ प्रोग्राम्स के लिए परीक्षा में शामिल हुए, जबकि 17,335 अभ्यर्थियों ने पोस्ट ग्रेजुएट (PG) कोर्सेज के लिए परीक्षा दी। CLAT के जरिए देश की प्रतिष्ठित नेशनल लॉ यूनिवर्सिटीज के साथ-साथ कई अन्य लॉ कॉलेजों में एडमिशन मिलता है, इसलिए यह परीक्षा देश की सबसे प्रतिस्पर्धी प्रवेश परीक्षाओं में गिनी जाती है। अब शुरू होगी CLAT 2026 काउंसलिंग प्रक्रियारिजल्ट घोषित होने के बाद कंसोर्टियम ऑफ NLUs अब CLAT 2026 की काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू करेगा, जो उम्मीदवार क्वालिफाई हुए हैं, उन्हें ऑफिशियल वेबसाइट पर काउंसलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन करना होगा। काउंसलिंग के जरिए उम्मीदवारों को उनकी रैंक, पसंद और सीट उपलब्धता के आधार पर देशभर की भाग लेने वाली NLUs और अन्य एफिलिएटेड कॉलेजों में UG और PG कोर्सेज में एडमिशन दिया जाएगा। स्कोरकार्ड ऐसे करें चेक और डाउनलोडCLAT 2026 का स्कोर कार्ड देखने और डाउनलोड करने के लिए उम्मीदवारों को कुछ आसान स्टेप्स फॉलो करने होंगे। सबसे पहले कंसोर्टियम ऑफ NLUs की ऑफिशियल वेबसाइट consortiumofnlus.ac.in पर जाना होगा। इसके बाद CLAT 2026 कैंडिडेट लॉग-इन लिंक पर क्लिक करें। यहां रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर या एप्लिकेशन आईडी और पासवर्ड डालकर लॉग-इन करें। लॉग-इन के बाद डैशबोर्ड पर स्कोर कार्ड दिख जाएगा, जिसे भविष्य के लिए डाउनलोड और सेव किया जा सकता है। आंसर-की के बाद जारी हुआ फाइनल रिजल्टCLAT 2026 परीक्षा 7 दिसंबर को की गई थी। कंसोर्टियम ने 10 दिसंबर को प्रोविजनल आंसर-की और क्वेश्चन बुकलेट जारी की थी। उम्मीदवारों को 12 दिसंबर तक आंसर-की पर आपत्ति दर्ज कराने का मौका दिया गया। सभी आपत्तियों पर विचार करने के बाद फाइनल आंसर-की जारी की गई और अब उसी के आधार पर CLAT 2026 का रिजल्ट घोषित किया गया है। लॉ की पढ़ाई का सपना अब एक कदम करीबCLAT 2026 के नतीजों के साथ ही हजारों छात्रों का देश की टॉप लॉ यूनिवर्सिटीज में पढ़ने का सपना अब एक कदम और करीब आ गया है। अब सबकी नजर काउंसलिंग शेड्यूल और सीट अलॉटमेंट पर टिकी है, जहां से इन छात्रों के कानूनी करियर की दिशा तय होगी।
बदायूं में तेज रफ्तार ट्रैक्टर-ट्राला की टक्कर से बाइक सवार दो युवकों की मौत हो गई। यह हादसा उसावां थाना क्षेत्र में शाहजहांपुर बॉर्डर पर हुआ। इस दुर्घटना में एक अन्य युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। ट्रॉला पहले सड़क किनारे खड़ी एक बोलेरो को टक्कर मारकर भागा था। बाइक सवार युवक उसी का पीछा कर रहे थे, तभी यह दुर्घटना हुई। यह घटना मंगलवार रात उसावां थाना क्षेत्र में शाहजहांपुर के कलान बॉर्डर पर काली मंदिर के पास हुई। ट्राले ने उसावां नगर में एफएम हाइवे पर शराब के ठेके के पास खड़ी एक बोलेरो और पास में खड़ी एक बाइक को टक्कर मारी थी। टक्कर के बाद चालक मौके से फरार हो गया। बुलेट पर उसावां थाना क्षेत्र के उदैया नगला गांव निवासी बंटू (25) पुत्र पेशकार, उनके चचेरे बहनोई दिनेश (25) पुत्र पप्पू निवासी नूरपुर, थाना गंजडुंडवारा, जिला कासगंज, और मनोज (28) पुत्र सुदेश निवासी नैनसुख भदैया नगला, थाना सिकंदरपुर वैश्य, जिला कासगंज सवार थे। पीछा करते हुए जब वे उसावां-कलान बॉर्डर पर पहुंचे, तो ट्रैक्टर-ट्राला ने बुलेट सवार तीनों को कुचल दिया। इस हादसे में बंटू और उनके चचेरे बहनोई दिनेश की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि मनोज गंभीर रूप से घायल हो गया। देर रात तक हादसाग्रस्त लोगों का रिश्ता क्लियर नहीं था, इतना जरूर है कि ये आपसी रिश्तेदार हैं। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने घायल मनोज को तत्काल जिला अस्पताल भिजवाया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने दोनों मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। घायल मनोज ने पुलिस को बताया कि वह अपने साढ़ू दिनेश के साथ अपनी ससुराल में साले अंकित की बेटी के नामकरण संस्कार में शामिल होने आया था। कार्यक्रम के बाद किसी काम से उसावां पहुंचे थे, तभी यह हादसा हो गया। पुलिस का कहना है कि फरार ट्रैक्टर-ट्राला की तलाश की जा रही है और पूरे मामले की जांच जारी है। साले-बहनोई की मौत की खबर मिलते ही परिवारों में कोहराम मच गया है।
फतेहाबाद-शमसाबाद रोड पर मंगलवार रात करीब 8:30 बजे एक सड़क हादसे में बाइक पर बैठे युवक की ट्रक की टक्कर से मौके पर ही मौत हो गई। घटना से आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया, जो करीब डेढ़ घंटे तक चला। मृतक की पहचान हाकिम सिंह (लगभग 28 वर्ष) पुत्र दुर्गा प्रसाद, निवासी गांव गढ़ी गोदना, फतेहाबाद के रूप में हुई है। परिजनों के अनुसार, हाकिम शाम को पास के गांव गढ़ी गुसाईं में दूधिया की मां की तबीयत खराब होने की सूचना पर बाइक से गए थे। लौटते समय गांव में एक परचून की दुकान के पास सड़क किनारे बाइक खड़ी कर वह दुकान स्वामी से बातचीत कर रहे थे। इसी दौरान शमसाबाद की ओर से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक ने पीछे से जोरदार टक्कर मार दी, जिससे हाकिम सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। हाकिम सिंह आलू खुदाई का ठेका लेकर मजदूरों की व्यवस्था करता था और अपने परिवार की आजीविका का एकमात्र सहारा था। मृतक के चार छोटे बच्चे हैं—सबसे बड़ी बेटी 8 वर्ष, कंचन 6 वर्ष, बेटा भूपेंद्र 5 वर्ष और सीटू 3 वर्ष। हादसे के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है। घटना के बाद ट्रक चालक वाहन छोड़कर फरार हो गया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन आक्रोशित ग्रामीण मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता और आरोपी ट्रक चालक की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे। पुलिस द्वारा समझाने के बावजूद लोग जाम खोलने को तैयार नहीं हुए। रात करीब 10 बजे इंस्पेक्टर तरुण धीमान द्वारा उचित कार्रवाई और सहायता का आश्वासन दिए जाने के बाद ग्रामीणों ने जाम खोल दिया। इसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस का कहना है कि ट्रक की पहचान कर चालक की तलाश की जा रही है और तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
उत्तर प्रदेश सरकार के नगर विकास राज्य मंत्री राकेश राठौर मंगलवार शाम महोबा पहुंचे। जहां भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। इसके बाद मंत्री ने विरमा भवन में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर नगर विकास योजनाओं की समीक्षा की और जनसमस्याओं के त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए। बैठक के उपरांत मंत्री राठौर ने भाजपा कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों के साथ अलग से संगठनात्मक बैठक की। इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं की समस्याएं सुनीं और भरोसा दिलाया कि अब उनकी बातों को गंभीरता से लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार और संगठन कार्यकर्ताओं के सम्मान और समस्याओं के समाधान के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं तथा अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि शिकायतों का त्वरित समाधान किया जाए। मंत्री राठौर ने भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी के चयन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पार्टी में होने वाला हर बदलाव सकारात्मक ऊर्जा लेकर आता है। उन्होंने कहा कि नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा से कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ा है, जिसका प्रभाव आगामी चुनावों में स्पष्ट रूप से दिखाई देगा। उन्होंने कहा कि भाजपा की विशेषता यह है कि पार्टी में यह पहले से तय नहीं होता कि कौन कहां तक पहुंचेगा। 2027 के विधानसभा चुनाव को लेकर मंत्री ने दावा किया कि प्रदेश का माहौल पूरी तरह भाजपा के पक्ष में है और पार्टी तीसरी बार भारी बहुमत से सरकार बनाएगी। विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार में परिवारवाद और जातिवाद हावी रहा, जबकि भाजपा ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ की नीति पर काम कर रही है। सरकार की योजनाओं का लाभ समाज के हर वर्ग तक पहुंच रहा है। मंत्री राठौर ने कहा कि कार्यकर्ताओं का बढ़ा हुआ मनोबल ही भाजपा की सबसे बड़ी ताकत है, जिसके बल पर प्रदेश और केंद्र में एक बार फिर भाजपा की सरकार बनना तय है।
झाबुआ कलेक्टर नेहा मीना की रंगोली से ऑटो चालक ने मंगलवार को तस्वीर बनाई है। मोजीपाड़ा के रहने वाले कपिल देवड़ा और उनकी पत्नी ललिता सामाजिक सरोकार के कार्यों से जुड़े हैं। ललिता एक ओर जहां महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा देती हैं, वहीं दूसरी ओर अपने पति कपिल के साथ ऑटो चलाकर परिवार के खर्च में भी सहयोग करती हैं। कपिल देवड़ा ने कलेक्टर नेहा मीना के लोगों के लिए किए कार्यों से प्रभावित होकर अपने घर के आंगन में यह रंगोली बनाई। कलेक्टर नेहा मीना के व्यक्तित्व को दर्शाती यह रंगोली आकर्षक बनी है और यह स्थानीय लोगों के बीच जन चर्चा का विषय बन गई है। जैसे ही यह रंगोली सोशल मीडिया पर आई, कपिल देवड़ा के इस कार्य की जमकर प्रशंसा होने लगी। लोग उनकी कला और कलेक्टर के प्रति उनके सम्मान की भावना की सराहना कर रहे हैं। कलेक्टर नेहा मीना ने भी कपिल की बनाई गई इस रचनात्मक रंगोली की प्रशंसा की है, जिससे कपिल का उत्साह और भी बढ़ा है।
संभल जिले में घने कोहरे के कारण हुए सड़क हादसे में एक बाइक सवार युवक की मौत हो गई। यह घटना रात 8 बजे गुन्नौर तहसील के धनारी थाना क्षेत्र में मानकपुर तिराहे के पास हुई, जब एक अज्ञात ट्रक ने युवक की बाइक को टक्कर मार दी। मृतक की पहचान 25 वर्षीय पुष्पेंद्र पुत्र अनोखे सिंह के रूप में हुई है, जो धनारी थाना क्षेत्र के गांव कूबरी भूड़ का निवासी था। पुष्पेंद्र बबराला से अपनी बाइक पर सवार होकर घर लौट रहा था। बहजोई-बबराला मार्ग पर मानकपुर तिराहे के पास घना कोहरा होने के कारण अज्ञात ट्रक ने उसकी बाइक में जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर के बाद पुष्पेंद्र गंभीर रूप से घायल होकर सड़क पर गिर गया। वहां से गुजर रहे राहगीरों ने तुरंत 108 एंबुलेंस को सूचना दी। एंबुलेंस ने घायल पुष्पेंद्र को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया। परिजन जब उसे बेहतर इलाज के लिए मुरादाबाद ले जा रहे थे, तभी रास्ते में उसने दम तोड़ दिया। ट्रक चालक मौके से फरार हो गया। थाना प्रभारी संजय कुमार ने बताया कि सड़क हादसे में बाइक सवार युवक को अज्ञात वाहन ने टक्कर मारी थी। परिजनों के अनुसार, प्राथमिक उपचार के बाद मुरादाबाद ले जाते समय युवक की मौत हो गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और परिजनों की ओर से अभी कोई शिकायत नहीं मिली है।
उज्जैन का लैंड पूलिंग एक्ट निरस्त:विधायकों और किसान संघ की नाराजगी के बाद वापस लिया
उज्जैन सिंहस्थ क्षेत्र में जमीनों के स्थाई अधिग्रहण को लेकर लाया गया लैंड पूलिंग एक्ट सरकार ने वापस ले लिया है। विधायकों और भारतीय किसान संघ के लगातार विरोध के बाद सरकार ने यह फैसला किया है। नगरीय विकास एवं आवास विभाग की ओर से इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है। क्या है लैंड पूलिंग एक्ट और विवाद की जड़ लैंड पूलिंग एक्ट के तहत सरकार विकास परियोजनाओं के लिए किसानों से जमीन लेती है, फिर उसी क्षेत्र को विकसित कर उसका एक हिस्सा वापस मालिकों को प्लॉट या विकसित भूमि के रूप में देती है। सरकार का दावा है कि इससे किसानों को जमीन का बेहतर मूल्य और शहर को सुनियोजित विकास मिलता है। लेकिन उज्जैन में इस एक्ट को लेकर किसानों की आपत्ति यह रही कि जमीन देने की प्रक्रिया स्वैच्छिक नहीं लग रही, विकसित जमीन कब और कितनी मिलेगी, इस पर स्पष्टता नहीं है। सिंहस्थ और महाकाल लोक से जुड़े क्षेत्रों में जमीनों की कीमत बहुत अधिक है, ऐसे में किसान नुकसान की आशंका जता रहे हैं। कुछ गांवों में बिना पर्याप्त सहमति के सर्वे और नोटिस की बात सामने आई। इन्हीं कारणों से उज्जैन में लैंड पूलिंग एक्ट के खिलाफ प्रदर्शन, ज्ञापन और जनप्रतिनिधियों पर दबाव बढ़ा। 15 दिसंबर को विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा का पत्र उज्जैन उत्तर से बीजेपी विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा ने 15 दिसंबर को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखकर इस विवाद की ओर ध्यान दिलाया। अपने पत्र में उन्होंने साफ तौर पर कहा कि उज्जैन में लैंड पूलिंग एक्ट को लेकर आम नागरिकों और किसानों में असंतोष है। पत्र में विधायक ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि उज्जैन में लैंड पूलिंग को जबर्दस्ती लागू न किया जाए। किसानों और जमीन मालिकों की सहमति और भरोसा प्राथमिक शर्त हो। सिंहस्थ 2028 और धार्मिक महत्व वाले क्षेत्रों में जमीन नीति को लेकर अलग और संवेदनशील दृष्टिकोण अपनाया जाए। किसी भी योजना से पहले स्थानीय जनप्रतिनिधियों और प्रभावित लोगों से व्यापक संवाद किया जाए।
जिला प्रबंधक कार्यालय का लिपिक गिरफ्तार:25 हजार रुपए रिश्वत लेते एंटी करप्शन टीम ने पकड़ा
मऊ जनपद में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है। यूपी सतर्कता अधिष्ठान गोरखपुर की टीम ने पीसीएफ कार्यालय में तैनात एक लिपिक को 25 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई से विभागीय गलियारों में हड़कंप मच गया है। गिरफ्तार किए गए लिपिक की पहचान राम मिलन यादव के रूप में हुई है, जो जिला प्रबंधक, पीसीएफ जनपद मऊ के कार्यालय में कार्यरत थे। उन्हें मंगलवार, 16 दिसंबर 2025 को शाम करीब 5:30 बजे भीटी चौराहा, तहसील सदर मऊ से पकड़ा गया। यह कार्रवाई शिकायतकर्ता शौकत अली की लिखित शिकायत के आधार पर की गई। शौकत अली, जो साधन सहकारी समिति बी-पैक्स भीटी मऊ में धान क्रय केंद्र प्रभारी हैं। उन्होंने सतर्कता अधिष्ठान गोरखपुर को बताया था कि सरकारी धान खरीद के दौरान आई मशीन खराब होने पर फिंगर मशीन और जूट के बोरे उपलब्ध कराने के लिए लिपिक राम मिलन यादव ने 25 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। यह मांग जिला प्रबंधक पीसीएफ मऊ के निर्देश पर की गई थी। शिकायतकर्ता ने रिश्वत देने से इनकार करते हुए आरोपी को रंगेहाथ पकड़वाने का अनुरोध किया था। शिकायत का सत्यापन होने के बाद, सतर्कता अधिष्ठान की ट्रैप टीम ने योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई करते हुए लिपिक राम मिलन यादव को रिश्वत लेते हुए दबोच लिया। गिरफ्तार अभियुक्त के विरुद्ध थाना उप्र सतर्कता अधिष्ठान गोरखपुर में सुसंगत धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। विभाग द्वारा अपील किया गया कि भ्रष्टाचार पर प्रभावी अंकुश लगाने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक, उप्र सतर्कता अधिष्ठान गोरखपुर सेक्टर गोरखपुर ने आमजन से अपील की है कि यदि किसी भी लोक सेवक द्वारा सरकारी कार्य के बदले रिश्वत की मांग की जाती है तो तुरंत मोबाइल नंबर 9454401870 या सतर्कता मुख्यालय के हेल्पलाइन नंबर 9454401866 पर सूचना दें, ताकि त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।
लखनऊ में कंपनी में निवेश कर मोटा मुनाफा कमाने का झांसा देकर जालसाजों ने 50 लाख रुपये की ठगी कर ली। जब पीड़ित ने अपने रुपये वापस मांगे तो आरोपी महिला ने झूठे मुकदमे में फंसाकर जेल भिजवाने की धमकी देनी शुरू कर दी। पीड़ित की शिकायत पर हुसैनगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई है। मेरठ के परतापुर थाना क्षेत्र के ग्राम काशी निवासी बिलाल के मुताबिक उनके व्हाट्सएप पर एक अंजान नंबर से ऑनलाइन निवेश से जुड़ा मैसेज आया था। मैसेज में दिए गए नंबर पर कॉल करने पर उनकी बातचीत कैसरबाग खंदारी बाजार निवासी अंजनी शर्मा उर्फ अंजली से हुई। अंजली ने खुद को फॉरएवर लिविंग प्रोडक्शन नामक कंपनी से जुड़ा बताते हुए प्रोडक्ट की खरीद-फरोख्त के जरिए निवेश पर अच्छा मुनाफा देने का दावा किया। कंपनी का कार्यालय हजरतगंज स्थित एसबीआई शाखा के पीछे बताया गया। 14 जुलाई 2024 को दिल्ली में आयोजित कंपनी की एक मीटिंग में बिलाल को बुलाया गया, जहां अंजली ने कंपनी के अधिकारी लक्ष्मण सुनरी, ममता, आशुतोष, अमन शर्मा सहित अन्य लोगों से उनकी मुलाकात कराई। मीटिंग में निवेश पर सात फीसदी प्रतिमाह मुनाफा मिलने का दावा किया गया। पीड़ित ने शुरुआत में कम रकम का निवेश किया, जिस पर कुछ समय तक मुनाफा भी मिला। इससे भरोसा बढ़ा और आरोपितों के कहने पर बिलाल ने अलग-अलग किस्तों में कुल 50 लाख रुपये निवेश कर दिए। 27 अप्रैल को मेरठ में एक और मीटिंग हुई। इसके बाद जब निवेशकों ने अपने रुपये वापस मांगने शुरू किए तो अंजली ने एक सप्ताह में भुगतान का भरोसा दिलाया। हालांकि, करीब एक माह बीत जाने के बाद भी रुपये नहीं लौटाए गए। अब रकम मांगने पर आरोपित झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देने लगे। पीड़ित की तहरीर पर हुसैनगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। थाना प्रभारी शिवमंगल सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और साक्ष्यों के आधार पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के धान खरीदी केंद्रों पर अमानक और व्यापारी धान खपाने के मामलों में जिला निरीक्षण टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। टीम ने दो अलग-अलग केंद्रों से करीब 150 क्विंटल से अधिक धान जब्त किया। जब्त किए गए धान को संबंधित खरीदी केंद्र प्रभारियों को सौंप दिया गया है। जिला निरीक्षण टीम के नोडल अधिकारी शेष नारायण जायसवाल, सदस्य उमेश चौहान और संजय तिवारी ने धान खरीदी केंद्र परासी (मरवाही) का निरीक्षण किया। जांच के दौरान चांगेरी के एक किसान द्वारा लाया गया लगभग 44 क्विंटल धान अमानक पाया गया। यह धान पांच किस्मों का था और इसमें डंक लगे हुए थे, जो निर्धारित मानकों के विपरीत था। टीम ने इसे जब्त कर केंद्र प्रभारी को सुपुर्द कर दिया। इसी क्रम में, धान खरीदी केंद्र कोड़गार में नोडल अधिकारी शेष नारायण जायसवाल, उमेश चौहान, राजस्व निरीक्षक संजय तिवारी और खाद्य निरीक्षक राहुल राजपूत ने संयुक्त रूप से जांच की। यहां अमारु के एक किसान के नाम पर लाया गया लगभग 108 क्विंटल धान व्यापारी का माल निकला। यह धान गुणवत्ता की दृष्टि से भी खराब पाया गया, जिसके बाद टीम ने इसे जब्त कर खरीदी केंद्र प्रभारी कोड़गार को सौंप दिया। अधिकारियों ने सभी खरीदी केंद्रों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि समर्थन मूल्य पर केवल पात्र किसानों से और निर्धारित मानकों के अनुरूप ही धान की खरीदी की जाए। निरीक्षण दल ने चेतावनी दी है कि व्यापारी धान खपाने या अमानक धान बेचने की किसी भी कोशिश पर भविष्य में भी इसी तरह की कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
हाई कोर्ट ने घटाई हत्या आरोपी की सजा:2023 में आगरा कोर्ट ने सुनाई थी सजा, 9 साल पहले हुई थी हत्या
करीब नौ साल पुराने हत्या के मामले में हाईकोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाते हुए आरोपी की सजा में संशोधन किया। कोर्ट ने हत्या की धारा हटाकर गैर इरादतन हत्या में दोषी मानते हुए आरोपी को जेल में बिताई सजा के आधार पर रिहा करने का आदेश दिया। आगरा के थाना सदर बाजार क्षेत्र में वर्ष 2016 में हुए हत्या के मामले में हाईकोर्ट ने आरोपी पवन अग्रवाल को आंशिक राहत दी है। 16 जून 2016 की रात केंट स्टेशन क्षेत्र में नशे को लेकर हुए विवाद में आरिफ की मौत हो गई थी। आरोप था कि नशे के लिए सुलोचन न मिलने पर आरोपी ने बीयर की बोतल तोड़कर आरिफ के पेट में वार किया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मामले में निचली अदालत के एडीजे नितिन कुमार ठाकुर ने 31 अक्टूबर 2023 को आरोपी को हत्या का दोषी मानते हुए आजीवन कारावास और जुर्माने की सजा सुनाई थी। इस सजा के खिलाफ आरोपी की ओर से हाईकोर्ट में अपील की गई। हाईकोर्ट ने मामले की सुनवाई के बाद माना कि घटना पूर्व नियोजित नहीं थी और न ही आरोपी की हत्या की मंशा थी। दोनों पक्षों के बीच कोई पुरानी दुश्मनी भी सामने नहीं आई। कोर्ट के अनुसार यह घटना अचानक हुए विवाद और नशे की हालत में हुई। इन तथ्यों के आधार पर हाईकोर्ट ने हत्या की सजा को गैर इरादतन हत्या में बदल दिया। कोर्ट ने यह भी ध्यान में रखा कि आरोपी लगभग 8 वर्ष 10 माह जेल में बिता चुका है। इसी अवधि को पर्याप्त मानते हुए हाईकोर्ट ने आरोपी को रिहा करने के आदेश दिए।
कोरबा जिले के रामपुर गांव के सैकड़ों किसानों ने मंगलवार को वन अधिकार पत्र की मांग को लेकर SDM कार्यालय का घेराव किया और जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। ये किसान पोंडी उपरोड़ा विकासखंड से आए थे और लंबे समय से लंबित वन अधिकार पत्रक जारी न होने से नाराज थे। किसानों का कहना है कि वे पिछले तीन पीढ़ियों से जिस भूमि पर निवास कर खेती-किसानी कर रहे हैं, उस पर उन्हें आज तक वन अधिकार अधिनियम के तहत वैधानिक अधिकार पत्र नहीं मिल पाया है। वे इसी भूमि पर धान सहित अन्य फसलों की नियमित पैदावार करते आ रहे हैं। किसानों ने फर्जी वन अधिकार पत्र बनाने का आरोप लगाया प्रदर्शनकारी किसानों ने आरोप लगाया कि संबंधित फड़ प्रभारी द्वारा फर्जी तरीके से वन अधिकार पत्र बनाए गए हैं, जबकि वास्तविक पात्र किसानों को इसका लाभ नहीं मिला है। किसानों ने बताया कि कई बार आवेदन और शिकायत के बावजूद उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, जिसके कारण उन्हें आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ा। समाजसेवी ने आदिवासियों के वन अधिकारों पर जोर दिया समाजसेवी और एकता परिषद के कार्यकर्ता मनोज कुमार ने बताया कि छत्तीसगढ़ के कई जिलों में वन अधिकार कानून को लेकर लड़ाई लड़ी जा रही है। इसी के तहत कोरबा जिले में भी आदिवासियों को उनका हक दिलाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 13 दिसंबर 2005 के कानून के अनुसार, जो भी आदिवासी जिस जमीन पर रह रहे हैं, उन्हें अधिकार पत्र मिलना चाहिए। किसानों ने फर्जी पट्टों के मामले में कार्रवाई की मांग की एक ग्रामीण ने यह भी बताया कि उन्हें फर्जी पट्टा बनाकर दिया गया था और उसके बदले पैसे लिए गए थे। बाद में पता चला कि वह पट्टा फर्जी था। किसानों ने ऐसे लोगों पर जांच कर कार्रवाई की मांग की है। किसानों की शिकायत पर SDM ने कार्रवाई का भरोसा दिया प्रदर्शन की सूचना मिलते ही SDM सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और किसानों से चर्चा कर उनकी समस्याएं सुनीं। पोड़ी उपरोड़ा के एसडीएम मनोज कुमार ने बताया कि ग्रामीणों की शिकायत है कि उनसे पट्टे के बदले पैसे की मांग की जा रही है, जिसकी शिकायत के बाद जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
भोपाल की ऐतिहासिक ताजुल मस्जिद में कंटेंट क्रिएशन को लेकर शुरू हुआ विवाद अब और गहरा गया है। ₹10 वाले बिस्कुट फ्रेम से जुड़ा वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करने वाले कंटेंट क्रिएटर शादाब जकाती के खिलाफ ऑल इंडिया मुस्लिम त्योहार कमेटी ने कड़ा रुख अपनाया है। इसी क्रम में कमेटी की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें मामले को गंभीर बताते हुए कानूनी कार्रवाई का निर्णय लिया गया। बैठक के बाद कमेटी की ओर से कोहेफिजा थाना पुलिस को एक लिखित शिकायत सौंपी गई है। शिकायत में शादाब जकाती पर धार्मिक भावनाएं आहत करने और मस्जिद की पवित्रता और मर्यादा को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया गया है। कमेटी ने पुलिस से मांग की है कि मामले में संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाए। भोपाल मुस्लिम कमेटी ने कहा- मस्जिद की गरिमा से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं भोपाल मुस्लिम कमेटी के संरक्षक शमशुल हसन ने कहा कि मस्जिदें इबादत की जगह हैं, न कि सोशल मीडिया के लिए हल्के-फुल्के या मजाकिया वीडियो बनाने का मंच। ऐसे कृत्य से न केवल धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं, बल्कि मस्जिद में आने वाले बच्चों और युवाओं पर भी गलत संदेश जाता है। उन्होंने मस्जिद कमेटियों और समाज के जिम्मेदार लोगों से अपील की कि इस तरह के कंटेंट का खुलकर विरोध किया जाए। साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स को चेतावनी दी कि धार्मिक स्थलों और भोपाल की तहजीब से जुड़ी हस्तियों का मजाक उड़ाना किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाएगा। कमेटी का कहना है कि यदि समय रहते सख्त कदम नहीं उठाए गए, तो भविष्य में धार्मिक स्थलों की गरिमा पर और भी सवाल खड़े हो सकते हैं। फिलहाल पुलिस द्वारा शिकायत पर कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू किए जाने की बात कही जा रही है।
राजगढ़ जिले में बच्चों की सुरक्षित आवाजाही को लेकर परिवहन विभाग और यातायात पुलिस ने संयुक्त रूप से सख्त अभियान चलाया। इस कार्रवाई के दौरान स्कूल बसों और यात्री वाहनों की जांच की गई, जिसमें नियमों का उल्लंघन करने पर कुल 1 लाख 33 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया। वहीं, बिना वैध परमिट चल रही एक स्कूल बस को जब्त कर लिया गया। अधिकारियों की टीम ने बोड़ा और पचोर क्षेत्र के स्कूल परिसरों में पहुंचकर बसों की गहन जांच की। इस दौरान वाहनों के बीमा, परमिट, फिटनेस और प्रदूषण प्रमाणपत्र (पीयूसी) सहित सभी जरूरी दस्तावेजों की जांच की गई। कई बसें तय मानकों पर खरी नहीं उतरीं, जिसके बाद मौके पर ही चालानी कार्रवाई की गई। जांच के दौरान एक स्कूल बस का परमिट समाप्त पाया गया। नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर बस को जब्त कर बोड़ा थाना परिसर में पुलिस अभिरक्षा में खड़ा कराया गया है। परिवहन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जिले में अभी भी कई ऑटो, ई-रिक्शा और स्कूल वाहन बिना वैध दस्तावेजों के संचालित हो रहे हैं। उन्होंने साफ कहा कि बच्चों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा और ऐसे वाहनों के खिलाफ आगे भी लगातार कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों ने स्कूल प्रबंधन और वाहन संचालकों को चेतावनी दी है कि यदि नियमों का पालन नहीं किया गया तो उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
नवाबगंज थानाक्षेत्र के पॉश इलाके NRI सिटी की 9वीं मंजिल से किशोर ने कूद कर जान दे दी। पिता ने बताया कि ट्यूशन टीचर के डांटने पर बेटे ने आत्मघाती कदम उठाया। वहीं किशोर ने मां ने पति पर बच्चे को प्रताड़ित करने का आरोप लगाकर हंगामा किया। आरोप लगाया कि पति बेटे से मिलने नहीं देते थे, दबाव बनाने पर उसे कमरे में बंद कर पीटते थे। किशोर की माँ बोस्की त्रिपाठी ने बताया कि उसके पति सुधांशु त्रिवेदी शराब के लती हैं। घर में नशे में धुत होकर लंबे समय से मारपीट करते हैं, इसलिए उनका कोर्ट में तलाक और घरेलू हिंसा का मुकदमा चल रहा है, वह उसकी देखभाल नहीं करते थे। मुकदमे होने के बाद से बेटे प्रखर को लगातार जबरन अपने पास रखकर मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करते रहे। बताया कि कोर्ट के आदेश पर महीने में एक बार मां से मिलने की अनुमति होने पर भी सुधांशु मिलने नहीं दे रहे थे और उनके खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करते थे। बोस्की ने बताया कि मुलाकात के दौरान प्रखर ने उन्हें बताया था कि सुधांशु उसके साथ मारपीट करते और किसी को न बताने की धमकी देते थे। इन सब कारणों से वह परेशान चल रहा था। पीड़ित मां का आरोप है कि उनके पास आने की गुजारिश पर पति बेटे को कमरे में बांध कर पीटते थे। घटना की जानकारी पर नवाबगंज पुलिस मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल की। पूछताछ में मृतक के पिता ने बताया कि ट्यूशन टीचर के डांटने पर बेटे ने 9वीं मंजिल से कूदकर जान दे दी। नवाबगंज इंस्पेक्टर ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
गोरखपुर के मियां बाजार स्थित इमामबाड़ा मुस्लिम गर्ल्स इंटर कॉलेज में सालाना जलसा-ए-ईद मिलादुन्नबी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत कुरआन शरीफ की तिलावत से हुई। इसके बाद कॉलेज की छात्राओं ने नात और मनकबत पेश कीं। जलसे में पैगंबर-ए-इस्लाम हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की जीवन-शिक्षाओं पर विस्तार से चर्चा की गई। छात्राओं की ओर से खानपान के स्टाल लगाए गए, जबकि जरूरतमंद छात्राओं को मुफ्त किताबें भी बांटी गईं। इल्म को बताया अनिवार्यमुख्य अतिथि गजाला शाह ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि इस्लाम में इल्म हासिल करना हर मुसलमान पर फर्ज है। उन्होंने कहा कि पैगंबर-ए-इस्लाम ने बेटियों की तालीम और उनकी बेहतर परवरिश पर विशेष जोर दिया है। शिक्षा से लड़कियों में आत्मविश्वास आता है, वे आत्मनिर्भर बनती हैं और अपने अधिकारों को समझ पाती हैं। गजाला शाह ने कहा कि लड़कियों की शिक्षा से पूरे परिवार और समाज का स्तर ऊपर उठता है। लड़कियों की शिक्षा से समाज मजबूतकार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहीं कॉलेज की प्रधानाचार्या आमना खातून ने कहा कि लड़कियों की तालीम केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं होनी चाहिए। यह उन्हें आत्म-सम्मान, आर्थिक स्थिरता और समाज में सक्रिय भागीदारी का अवसर देती है। उन्होंने कहा कि शिक्षित लड़कियां न सिर्फ अपने परिवार बल्कि समाज और देश के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। दरूदो सलाम के साथ समापनकार्यक्रम के अंत में दरूदो सलाम पढ़कर देश में अमन, शांति, विकास और भाईचारे की दुआ मांगी गई। जलसे का संचालन सरवत रहमा ने किया। इस मौके पर शाइस्ता मिर्जा, शहनाज हसन, शबनम परवीन, नौशीन, अंजुम अरीबा, शाइस्ता सेराज, अंजुम फातिमा, अर्चना समेत कॉलेज की अध्यापिकाएं और बड़ी संख्या में छात्राएं मौजूद रहीं।
जींद जिले में नरवाना में कपड़ा व्यापारी नरेश जैन से 50 लाख रुपए की फिरौती मांगने और फायरिंग करने वाले आरोपी को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। सीआईए स्टाफ नरवाना ने यह गिरफ्तारी महज दो दिन के भीतर की। सीआईए स्टाफ नरवाना के इंचार्ज सुखदेव सिंह के नेतृत्व में टीम ने आरोपी अनूप निवासी बेलरखा को दाता सिंह वाला क्षेत्र में काबू किया। पुलिस के अनुसार, मुठभेड़ के दौरान आरोपी ने पुलिस टीम पर फायरिंग की। जवाबी कार्रवाई में आरोपी अनूप की दोनों टांगों में गोली लगी, जिससे एक टांग में फ्रैक्चर भी आया है। मुठभेड़ के दौरान सीआईए प्रभारी सुखदेव सिंह पर भी सीधी गोली चलाई गई, लेकिन बुलेट प्रूफ जैकेट के कारण वे सुरक्षित बच गए। दो अवैध पिस्तौल और कारतूस बरामद पुलिस ने आरोपी के कब्जे से दो अवैध पिस्तौल और भारी मात्रा में जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। घायल आरोपी को इलाज के लिए नागरिक अस्पताल नरवाना में भर्ती कराया गया है। गौरतलब है कि रविवार को आरोपी ने नरवाना शहर के एक व्यापारी से 50 लाख रुपए की फिरौती मांगते हुए फायरिंग की थी। इस घटना के बाद से पुलिस लगातार उसकी तलाश में जुटी हुई थी। पुलिस मामले की आगे की जांच कर रही है। बता दें कि आरोपी ने कपड़ा व्यापारी नरेश जैन के शोरुम पर पहुंचकर फायरिंग की थी और 50 लाख रुपए की फिरौती मांगी थी।
गोरखपुर के नीना थापा इंटर कॉलेज इंग्लिश मीडियम में 18 से 20 दिसंबर तक तीन दिवसीय स्पोर्ट्स कार्निवल का आयोजन किया जाएगा। इस आयोजन का उद्देश्य छात्रों में खेलों के प्रति रुचि बढ़ाने के साथ अनुशासन, टीम भावना और शारीरिक दक्षता को विकसित करना है। कार्निवल में स्कूल के विभिन्न वर्गों के छात्र-छात्राएं हिस्सा लेंगे। उद्घाटन समारोह के साथ होगी प्रतियोगिताओं की शुरुआतस्पोर्ट्स कार्निवल के पहले दिन उद्घाटन समारोह आयोजित किया जाएगा, जिसके बाद एथलेटिक्स से जुड़ी कई व्यक्तिगत प्रतियोगिताएं कराई जाएंगी। इसमें 100 मीटर, 200 मीटर और 400 मीटर दौड़, 200 मीटर रिले रेस, लंबी कूद और स्लो साइक्लिंग शामिल हैं। इन प्रतियोगिताओं के माध्यम से छात्रों की गति, संतुलन और सहनशक्ति की परीक्षा ली जाएगी। दूसरे दिन होंगे टीम इवेंट्सकार्निवल के दूसरे दिन पूरी तरह टीम गेम्स पर फोकस रहेगा। इस दिन कबड्डी, खो-खो और बैडमिंटन की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। इन खेलों के जरिए छात्रों में आपसी तालमेल, रणनीति और खेल भावना को बढ़ावा दिया जाएगा। तीसरे दिन क्रिकेट और पुरस्कार वितरणआयोजन के अंतिम दिन क्रिकेट प्रतियोगिता कराई जाएगी, जिसे लेकर छात्रों में खासा उत्साह देखा जा रहा है। क्रिकेट मुकाबलों के बाद समापन समारोह आयोजित होगा, जिसमें विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता और उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा। खेलों के जरिए सर्वांगीण विकास पर जोरकॉलेज प्रबंधन का कहना है कि स्पोर्ट्स कार्निवल के जरिए पढ़ाई के साथ-साथ खेलों को भी समान महत्व देने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि छात्रों का शारीरिक और मानसिक विकास बेहतर तरीके से हो सके।
जेवर एयरपोर्ट सुरक्षा मजबूत करने की तैयारी:दो नए थाने, चार अस्थायी चौकियां स्थापित होंगी
गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नरेट ने जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के निर्देश पर एयरपोर्ट क्षेत्र में दो नए पुलिस थाने और चार अस्थायी पुलिस चौकियां स्थापित की जा रही हैं। एयरपोर्ट के चालू होते ही इन स्थानों पर थाना प्रभारी और पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी जाएगी। एयरपोर्ट के आसपास सुरक्षा, यातायात नियंत्रण और आपातकालीन सहायता को उच्चस्तरीय तथा तकनीक-आधारित बनाने पर जोर दिया जा रहा है। इसी क्रम में, जेवर डोमेस्टिक टर्मिनल पुलिस स्टेशन की स्थापना एयरपोर्ट टर्मिनल के अंदर की गई है। जबकि, जेवर इंटरनेशनल टर्मिनल पुलिस स्टेशन को एयरपोर्ट टर्मिनल के बाहर स्थापित किया जा रहा है। पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, जेवर डोमेस्टिक टर्मिनल स्टेशन पर एक निरीक्षक, दो उपनिरीक्षक, नौ मुख्य आरक्षी, पंद्रह आरक्षी, दो चालक आरक्षी और तीन कंप्यूटर ऑपरेटर की तैनाती को स्वीकृति मिल चुकी है। एयरपोर्ट की ओर आने-जाने वाले प्रमुख मार्गों पर चार अस्थायी पुलिस चौकियां भी स्थापित की गई हैं। इनमें जेवर थाना क्षेत्र में जेवर इंटरचेंज, रबूपुरा थाना क्षेत्र में करौरल अंडरपास, दनकौर थाना क्षेत्र में अच्छेजा कट और दादरी थाना क्षेत्र में बील कट शामिल हैं। इन चौकियों पर कुल 49 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। इन चौकियों का मुख्य उद्देश्य यमुना एक्सप्रेसवे, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे और दिल्ली-मुंबई हाईवे से एयरपोर्ट आने-जाने वाले यात्रियों और वाहनों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। सभी चौकियों पर आधुनिक तकनीक से लैस सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं, जिनकी निगरानी एक केंद्रीय कंट्रोल रूम से की जाएगी। दोनों नए पुलिस थानों और अस्थायी चौकियों को डिजिटल पुलिसिंग सिस्टम से जोड़ा जाएगा, जिससे वास्तविक समय में सूचनाओं का त्वरित आदान-प्रदान संभव हो सकेगा। यातायात नियंत्रण के लिए इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम को भी मजबूती से लागू किया जा रहा है। आपातकालीन स्थितियों में त्वरित राहत प्रदान करने के लिए स्थानीय अस्पतालों और एम्बुलेंस सेवाओं के साथ एक एकीकृत प्रणाली भी विकसित की जा रही है।
राजनांदगांव नगर निगम ने अवैध विज्ञापन बोर्डों के खिलाफ कार्रवाई की है। निगम की टीम ने आरके नगर से कमला कॉलेज तक लगे लगभग 60 अवैध पोस्टर और छोटे विज्ञापन बोर्ड हटा दिए। यह कार्रवाई नगर निगम आयुक्त अतुल विश्वकर्मा के निर्देश पर की गई। आयुक्त विश्वकर्मा ने बताया कि निगम सीमा क्षेत्र में निजी भवनों की दीवारों, छतों पर लगे होर्डिंग्स, बिजली के खंभों पर लगे छोटे बैनर-पोस्टर और फ्लाईओवर के पिलरों पर बिना अनुमति के विज्ञापन लगाए गए थे। यह छत्तीसगढ़ विज्ञापन पंजीकरण एवं विनियमन उपविधि 2012 की कंडिका 9 और छत्तीसगढ़ नगर पालिक निगम अधिनियम 1956 की धारा 248 एवं 434 का स्पष्ट उल्लंघन है, जो एक दंडनीय अपराध है। आरके नगर से कमला कॉलेज तक 60 अवैध पोस्टर और बोर्ड हटाए गए उन्होंने जानकारी दी कि इस संबंध में पहले भी संबंधितों को अवैध बोर्ड हटाने के लिए कहा गया था। हालांकि, कुछ लोगों ने इन अवैध होर्डिंग्स और बोर्डों को नहीं हटाया था। इसके बाद आज निगम की टीम ने कार्रवाई करते हुए लगभग 60 अवैध बोर्ड हटाए। यह कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। आयुक्त ने सभी विज्ञापन एजेंसियों और संस्थानों से अपील की है कि वे विज्ञापन बोर्ड लगाने के लिए नियमानुसार नगर निगम से विधिवत अनुमति और स्वीकृति प्राप्त करें। उन्होंने चेतावनी दी कि बिना पूर्व सूचना के, बिना अनुमति लगे होर्डिंग्स, बैनर-पोस्टर और अन्य प्रकार के विज्ञापन बोर्डों के लिए अर्थदंड लगाया जाएगा। साथ ही, इन बोर्डों को निगम द्वारा हटा या जब्त कर लिया जाएगा और अवैध विज्ञापनकर्ताओं के खिलाफ प्रथम सूचना रिपोर्ट (FIR) दर्ज कराई जाएगी। इस प्रकार होने वाली क्षति और खर्च के लिए संबंधित एजेंसी या व्यक्ति स्वयं जिम्मेदार होंगे।
लखनऊ विश्वविद्यालय के समाजशास्त्र विभाग में चौथा टी.एन धर स्मारक व्याख्यान आयोजित किया गया। यह व्याख्यान हिमालयीय पर्यावरण पुनर्वास और जन क्रियाशीलता समिति (SHERPA) द्वारा विभाग के सहयोग से हुआ हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रख्यात पर्यावरण समाजशास्त्री प्रोफेसर सुधा वासन ने मुख्य वक्ता के रूप में अपने विचार प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में प्रोफेसर वासन का अभिनंदन प्रख्यात कथक नृत्यांगना और भातखंडे संगीत विश्वविद्यालय की पूर्व कुलपति मिस कुमकुम धर ने किया। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में SHERPA के अध्यक्ष और लखनऊ विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति जी. पटनाइक (आईएएस सेवानिवृत्त) ने संबोधित किया। उन्होंने बताया कि SHERPA की स्थापना हिमालयी पारिस्थितिकी और मानव-पर्यावरण संबंधों की गहरी समझ विकसित करने के उद्देश्य से की गई है। पटनाइक ने हिमालय से निकलने वाली नदियों को जीवनरेखा बताया, लेकिन चिंता व्यक्त की कि एन्थ्रोपोसीन युग में वनों की अंधाधुंध कटाई और मानव हस्तक्षेप ने इस क्षेत्र को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। पर्यावरणीय मुद्दों पर जानकारी साझा की अपने मुख्य व्याख्यान में प्रोफेसर सुधा वासन ने 'हिमालयों की गति: स्थायी पर्वतीय विकास के लिए एक चयापचयी दृष्टिकोण' विषय पर चर्चा की। उन्होंने पर्यावरणीय मुद्दों को समझने के लिए 'क्षेत्र' की अवधारणा को नए सिरे से परिभाषित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उनके अनुसार, क्षेत्र केवल एक प्रशासनिक इकाई नहीं है, बल्कि एक जटिल सामाजिक-पर्यावरणीय संरचना है जो विभिन्न नेटवर्कों और प्रवाहों से आकार लेती है। हिमालयी क्षेत्र में समाजशास्त्रीय बदलाव आया प्रोफेसर वासन ने लखनऊ स्कूल ऑफ सोशियोलॉजी के संस्थापक प्रोफेसर राधा कमल मुखर्जी की सामाजिक पर्यावरणवाद की अवधारणा का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि हाल के वर्षों में हिमालयी क्षेत्र में महत्वपूर्ण समाजशास्त्रीय बदलाव आए हैं। कृषि का विविधीकरण, आकांक्षात्मक प्रवासन, बहु-स्थानिक परिवार, पर्यटन, शहरीकरण और पूंजी-प्रधान आधारभूत संरचनाओं ने लोगों, संसाधनों और संस्कृति की गतिशीलता को बढ़ाया है। इस व्याख्यान में 200 से अधिक शोधार्थी, परास्नातक छात्र और विभाग के संकाय सदस्य उपस्थित थे। कार्यक्रम का सफल समन्वयन प्रोफेसर सुकेत चौधरी ने किया। इस अवसर पर समाजशास्त्र विभाग की पूर्व प्रमुख प्रोफेसर प्रतिभा रंजू साहू और वर्तमान विभागाध्यक्ष प्रोफेसर प्रमोद कुमार गुप्ता ने भी अपने विचार साझा किए।
लखीमपुर खीरी जिले के निघासन-पलिया मार्ग पर मंगलवार देर शाम दुबहा के पास एक सड़क हादसे में युवक की मौत हो गई। दुबहा गन्ना क्रेशर से काम कर घर लौट रहे युवक को अज्ञात ट्रक ने कुचल दिया। हादसे के बाद चालक ट्रक समेत फरार हो गया। जानकारी के अनुसार, दुबहा निवासी रोशन लाल (पुत्र चंद्रभाल) गन्ना क्रेशर से काम खत्म कर पैदल अपने घर लौट रहा था। इसी दौरान पीछे से आ रही एक तेज रफ्तार मोटरसाइकिल ने उसे टक्कर मार दी, जिससे रोशन लाल सड़क पर गिर गया। तभी पलिया की और से आ रहे एक अज्ञात तेज रफ्तार ट्रक ने उसे कुचल दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही निघासन कोतवाली प्रभारी महेश चंद्र पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। फरार ट्रक और उसके चालक की तलाश शुरू कर दी गई है। हादसे की खबर मिलते ही परिजन घटनास्थल पर पहुंचे। वही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस ने बताया कि आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों और प्रत्यक्षदर्शियों की मदद से फरार वाहन और चालक की पहचान की जा रही है। पुलिस ने जल्द ही आरोपी को पकड़ने का आश्वासन दिया है। इसी बीच, घटनास्थल पर जुटी भीड़ को देखकर सड़क से गुजर रहे गन्ने से लदे एक ट्रैक्टर-ट्रॉली चालक ने अचानक ब्रेक लगा दिया, जिससे ट्रैक्टर-ट्रॉली बीच सड़क पर पलट गई। हालांकि, इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ।
नेशनल हेराल्ड मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को क्लीन चिट दे दी है। इस फैसले के बाद प्रयागराज सहित देशभर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने खुशी व्यक्त की। प्रयागराज में कार्यकर्ताओं ने मिठाइयां बांटकर इस निर्णय का स्वागत किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले को 'सत्य और न्याय की जीत' बताया। उन्होंने कहा कि यह निर्णय कांग्रेस नेतृत्व पर लगे आरोपों को निराधार साबित करता है। कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि लंबे समय से राजनीतिक दुर्भावना के तहत कांग्रेस नेताओं को बदनाम करने की कोशिश की जा रही थी, लेकिन सर्वोच्च अदालत ने निष्पक्ष फैसला सुनाया है। इस अवसर पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें कांग्रेस कार्यकर्ता एकत्रित हुए। उन्होंने एक-दूसरे को मिठाई खिलाई और 'सत्य की जीत' तथा 'न्यायपालिका जिंदाबाद' जैसे नारे लगाए। नेताओं ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था और न्यायपालिका में जनता के विश्वास को मजबूत करता है। कार्यक्रम में मौजूद कांग्रेस नेताओं ने दावा किया कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने हमेशा संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए संघर्ष किया है। उन्होंने इस क्लीन चिट को उसी संघर्ष का परिणाम बताया। नेताओं ने कहा कि इस फैसले से यह स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस नेतृत्व बेदाग है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने यह भी कहा कि पार्टी जनहित के मुद्दों को उठाना जारी रखेगी और लोकतंत्र को कमजोर करने के प्रयासों का मुकाबला करेगी। उनका मानना है कि यह फैसला कांग्रेस के लिए नई ऊर्जा लेकर आया है। इस कार्यक्रम में रावेंद्र प्रकाश रवि, इरशाद उल्ला, विनोद कुमार दीक्षित, विनोद कुमार सिंह, जगदीश यादव, शाहिद अली सहित कई वरिष्ठ कांग्रेस कार्यकर्ता और पदाधिकारी मौजूद थे। सभी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए इसे कांग्रेस और लोकतंत्र के लिए महत्वपूर्ण बताया।
कोटा जिले में 30 हजार वोटर्स की मैपिंग नहीं हुई। जिला निर्वाचन अधिकारी पीयूष समारिया ने विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) कार्यक्रम के तहत तैयार ड्राफ्ट रोल के बारे में राजनीतिक दलों के साथ बैठक की। बैठक में बीजेपी की ओर से शहर अध्यक्ष राकेश जैन व देहात अध्यक्ष प्रेम गोचर, कांग्रेस की ओर से देहात अध्यक्ष भानू प्रताप, अमित धारीवाल आदि शामिल हुए। जिले में 2 प्रतिशत वोटर्स ( लगभग 30 हजार) की मैपिंग नहीं हुई। ऐसे वोटर्स ने SIR में प्रक्रिया तो करवा दी, लेकिन उन्होंने 2002 में उनके परिवार के सदस्यों का नाम किस केंद्र पर था उसकी जानकारी अपडेट नहीं कराई या तय दस्तावेज नहीं दिए। ऐसे मतदाताओं को अब बीएलओ के जरिए नोटिस दिए जाएंगे। इसके बाद ये यह प्रक्रिया पूरी करा देंगे तो इनके नाम फाइनल सूची में आ जाएंगे। जो भी आपत्ति होगी, वो लगाएंगे : कांग्रेस देहात अध्यक्ष भानू प्रतापमीडिया से बातचीत में कांग्रेस देहात अध्यक्ष भानू प्रताप ने कहा- जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा तैयार ड्राफ्ट रोल की सॉफ्ट व हार्डकॉपी राजनीतिक दलों को मिल गई है। अब इसमें एक महीने का टाइम है। हमें जो भी आपत्ति होगी वो लगाएंगे। फाइनल प्रकाशन के पहले सभी से मिलकर आई आपत्तियों को दूर करने का प्रयास करेंगे। कोटा जिले में करीब डेढ़ लाख के फॉर्म नहीं भर पाए। राजनीतिक दलों के बीएलए 2 ग्राउंड पर जाकर काम करेंगे, तब सच्चाई सामने आएगी। अगर उनमें कुछ मिलते हैं तो नाम एड कराने की कोशिश करेंगे। वैसे पहले फेज में कोई दिक्कत नहीं आई। ग्रामीण क्षेत्र की विधानसभाओं में हम संतुष्ट हैं। ड्राफ्ट के हिसाब से देखेंगे। उसमें कोई आपत्तियां होगी तो उसके लिए संबंधित विधानसभा के रिटर्निंग ऑफिसर से बात करेंगे। वास्तविक मतदाताओं के नाम जुड़े रह जाएंगे : भाजपा अध्यक्ष जैनवहीं बीजेपी शहर अध्यक्ष राकेश जैन ने कहा- शिफ्टिंग में कई नाम छूट गए थे। उसे लेकर जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया था। उस पर कार्रवाई चल रही है। प्रकिया से हम सन्तुष्ट हैं। अब वास्तविक मतदाता हैं, उनके नाम जुड़ेंगे या जुड़े रह जाएंगे। कलेक्टर पीयूष समारिया ने कहा- आपत्ति-दावे सुनने के लिए ईआरओ व एईआरओ दोनों ही सक्षम अधिकारी हैं। आमजन इनसे संपर्क कर आपत्ति-दावे दर्ज करवा सकते हैं। इसके अलावा बीएलओ ओर बीएलए 2 जो फील्ड लेवल पर हर बूथ पर नियुक्त हैं। इनके माध्यम से भी लेकर आ सकते हैं। जितनी भी आपत्तियां आएंगी, उन्हें हर हफ्ते ईआरओ व एईआरओ ऑफिस में नोटिस बोर्ड पर चस्पा की जाएगी।
तिल्दा-नेवरा: तिल्दा-सिमगा मुख्य मार्ग पर रविवार देर रात एक सड़क दुर्घटना में नर चीतल हिरण की मौत हो गई। यह घटना ग्राम बिलाड़ी स्थित हरियाली ढाबा से लगभग 300 मीटर दूर हुई। जानकारी के अनुसार, चीतल किसी अज्ञात और तेज रफ्तार वाहन की चपेट में आ गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। दुर्घटनास्थल पर खून के निशान भी मिले हैं, जो टक्कर की गंभीरता दर्शाते हैं। इस घटना ने बिलाड़ी जंगल क्षेत्र से वन्यजीवों के आबादी वाले क्षेत्रों और सड़कों पर आने की समस्या को उजागर किया है। यह वन्यजीवों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है। बिलाड़ी जंगल में चीतल, नीलगाय सहित बड़ी संख्या में वन्यप्राणी निवास करते हैं। वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए नहीं किए गए हैं पर्याप्त उपाय स्थानीय निवासियों और वन्यजीव प्रेमियों का आरोप है कि वन विभाग द्वारा इस क्षेत्र में वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त उपाय नहीं किए गए हैं। शिकायतकर्ताओं के अनुसार, वन विभाग ने जंगल के चारों ओर जानवरों को सड़क पर आने से रोकने के लिए बाड़ लगाई थी। हालांकि, वर्तमान स्थिति को देखते हुए संदेह है कि यह बाड़ या तो अधूरा है या इसकी गुणवत्ता खराब है। चीतल का पोस्टमार्टम कराए जाने के बाद उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। वन विभाग के अधिकारी सनत भारती ने बताया कि मृत नर हिरण का पोस्टमार्टम नियमों के अनुसार किया गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है और रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मेरठ के मवाना, परीक्षितगढ़, बहसूमा व दौराला थाना क्षेत्र में हुई छह चोरी की वारदातों का मंगलवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया। कुल तीन आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं, जिनके पास से चोरी का सामान बरामद किया गया है। एक आरोपी फरार हैं, जिसकी तलाश में दबिश दी जा रही है। एक नजर चोरी की वारदातों पर पुलिस लाइन में एसपी देहात अभिजीत सिंह ने बताया कि मवाना थाना क्षेत्र के सुभाष चौक के निकट 3/4 दिसंबर की रात चोरों ने तीन दुकानों में चोरी की वारदात को अंजाम दिया। यहां छत के रास्ते घुसकर बदमाश सुभाष बुक डिपो, अग्रवाल साइकिल स्टोर और न्यू जैन मिष्ठान भंडार नाम की दुकानों से करीब 40 हजार रुपये चोरी कर ले गए। पुलिस ने चोरी का मुकदमा किया और बदमाशों की तलाश शुरु कर दी। खुलासे के लिए सर्विलांस टीम को लगाया एसपी देहात ने बताया कि एक साथ तीन दुकानों में चोरी की गई थी। इसके लिए तीन पुलिस टीम के साथ एक सर्विलांस टीम को भी लगाया गया। टीमों ने सीसीटीवी कैमरों की मदद से छानबीन शुरु की और सोमवार रात मील रोड से दो बदमाशों को दबोच लिया। दोनों ने अपने नाम रिजवान पुत्र एहसास व सलमान पुत्र यूनुस निवासी इंचौली बताए। चोरी का सामान किया गया बरामद दोनों बदमाशों से सख्ती से पूछताछ करने के बाद पुलिस ने चोरी का कुछ सामान बरामद कर लिया। इसके अलावा पुलिस को एक तमंचा 315 बोर, दो कारतूस, चोरी में प्रयुक्त बाइक व करीब 900 रुपये के सिक्के बरामद कर लिए। तीन पुरानी चोरियां भी कुबूलीं एसपी देहात ने बताया कि इन बदमाशों ने तीन और चोरियों को कुबूल किया है। उन्होंने बताया कि इनका एक साथी शाहरुख पुत्र मेहताब गाजियाबाद के लोनी में रह रहा है। उसके साथ मिलकर इन दोनों ने मवाना में सुभाष चौक के पास एक हार्डवेयर शॉप, बहसूमा व दौराला में भी दो दुकानों को निशाना बनाया था। परीक्षितगढ़ चोरी का 10 दिन में खुलासा एसपी देहात ने 10 दिन पहले परीक्षितगढ़ क्षेत्र में हुई चोरी का भी अनावरण किया। उन्होंने बताया कि सतीश कुमार गर्ग की मैसर्स धर्मदास मुंशीलाल एंड संस नाम से किराना की दुकान है। 6 दिसंबर की सुबह हर रोज की तरह सतीश के पुत्र आयुष गर्ग ने दुकान आकर खोली तो अंदर का नजारा देखकर दंग रह गए। दुकान का सामान अस्त व्यस्त पड़ा था और चोरी हो चुकी थी। सोमवार रात चोरी की योजना बनाते दबोचा सोमवार देर रात पुलिस गश्त पर थी। इसी दौरान दो संदिग्धों को पुलिस ने रोक लिया। पुलिस को देखकर एक आरोपी तक अंधेरे का लाभ उठाकर भाग निकला लेकिन दूसरे को पुलिस ने दबोच लिया। पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम जोनी पुत्र लखम चन्द निवासी भीम नगर थाना हापुड़ बताया। फरार साथी की पहचान उसने उस्मान पुत्र निहालशाह निवासी तरवियतपुर सुमाली थाना किठौर के रूप में कराई।
राज्य सरकार के दो साल पूरे होने पर फलोदी नगर परिषद में जिला स्तरीय प्रदर्शनी का शुभारंभ किया गया। विधायक पब्बाराम विश्नोई और जिला कलेक्टर श्वेता चौहान ने इसका उद्घाटन किया। उन्होंने विकास कार्यों और विभागीय उपलब्धियों का अवलोकन किया। अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वे अधिक से अधिक पात्र लोगों को सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित करें। इस जिला स्तरीय प्रदर्शनी में पिछले दो वर्षों में चलाए गए विभिन्न शिविरों, जन कल्याणकारी कार्यक्रमों की प्रगति और विभागीय योजनाओं से लाभान्वित व्यक्तियों की कहानियों तथा उपलब्धियों को प्रदर्शित किया गया है। कार्यक्रम के दौरान जिला विकास पुस्तिका का भी विमोचन किया गया। इस पुस्तिका में 'वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान', शहरी एवं ग्रामीण सेवा शिविर, दीनदयाल उपाध्याय संबल पखवाड़ा, बजट घोषणाओं और विभागीय उपलब्धियों का विवरण शामिल है। इसमें जिले में हुए नवाचारों और फलोदी जिले की प्रशासनिक संरचना की जानकारी भी दी गई है। विधायक पब्बाराम विश्नोई ने अपने संबोधन में कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में हर क्षेत्र में उल्लेखनीय विकास कार्य हुए हैं। इन कार्यों का लाभ समाज के सभी वर्गों को मिला है और राज्य सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों से सभी लोग लाभान्वित हो रहे हैं। 18 दिसंबर तक खुली रहेगी प्रदर्शनीजिला कलेक्टर श्वेता चौहान ने जिलेवासियों से प्रदर्शनी का अवलोकन करने की अपील की। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी के माध्यम से विभागीय कार्यों और योजनाओं का समुचित उल्लेख किया गया है। यह प्रदर्शनी 18 दिसंबर तक सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक नगर परिषद परिसर में आमजन के लिए खुली रहेगी। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों का धन्यवाद भी किया। ये अधिकारी रहे मौजूदएडिशनल एसपी ब्रजराज सिंह चारण ने पुलिस विभाग की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने नागरिकों से सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करने और दूसरों को भी जागरूक करने में सहयोग करने की अपील की। कार्यक्रम में अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी गौतम चौधरी, एसडीएम पूजा चौधरी, तहसीलदार बिशन सिंह सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
मेरठ में हाईकोर्ट बेंच की स्थापना की मांग को लेकर जोरदार आंदोलन जारी है। इस मांग को 1200 से अधिक संगठनों का समर्थन मिला है। इसी कड़ी में, सेंट्रल मार्केट के व्यापारियों ने सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए एक मौन जुलूस निकाला। आंदोलनकारियों का कहना है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों को न्याय के लिए इलाहाबाद जाना पड़ता है, जो काफी दूर है। हाईकोर्ट बेंच की स्थापना से क्षेत्रीय लोगों को न्याय मिलने में आसानी होगी और समय की भी बचत होगी। आंदोलनकारी सरकार से हाईकोर्ट बेंच की स्थापना के लिए जल्द से जल्द कदम उठाने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया है कि वे अपनी मांग से पीछे नहीं हटेंगे। मेरठ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय शर्मा ने बताया कि हाईकोर्ट बेंच की इस लड़ाई को 1200 से अधिक व्यापार संगठनों के साथ-साथ सामाजिक और राजनीतिक संगठनों का भी समर्थन प्राप्त है। उन्होंने आगामी रणनीति की जानकारी देते हुए बताया कि सुबह 6:30 बजे से अधिवक्ता सक्रिय हो जाएंगे। शर्मा ने बताया कि शहर में 8 मोबाइल गाड़ियां यह सुनिश्चित करेंगी कि बाजार पूरी तरह बंद रहे। इसके अतिरिक्त, शहर के 35 प्रमुख बिंदुओं पर अधिवक्ता मौजूद रहेंगे ताकि बंदी सफल हो सके। उन्होंने यह भी बताया कि इस बंदी को स्कूल और कॉलेजों का भी समर्थन मिल रहा है, और वे भी बंद रहेंगे। शर्मा के अनुसार, यह बंदी एक जन आंदोलन का रूप ले चुकी है, क्योंकि इसमें जनता भी उनके साथ जुड़ी है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इस आंदोलन की गूंज दिल्ली तक पहुंचेगी और हाईकोर्ट बेंच की स्थापना होकर रहेगी। आंदोलनकारियों का तर्क है कि हाईकोर्ट बेंच पश्चिमी उत्तर प्रदेश की केवल एक मांग नहीं, बल्कि एक आवश्यकता है। उनका कहना है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोग देश को 75% से अधिक राजस्व देते हैं। केंद्र और प्रदेश दोनों में भाजपा की सरकार होने के बावजूद, हाईकोर्ट बेंच की स्थापना नहीं हो पाई है। आंदोलनकारियों ने सस्ते और सुलभ न्याय के वादों के विपरीत वास्तविकता पर सवाल उठाया। पश्चिमी उत्तर प्रदेश पिछले 40 वर्षों से इस मांग के लिए संघर्ष कर रहा है ।
स्वर्गीय शम्भू नाथ पाण्डेय की जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में एक स्मृति संध्या का आयोजित किया गया।यह आयोजन आलमबाग स्थित गौरांग वाटिका में मंगलवार को किया गया।इस अवसर पर उनके काव्य संग्रह 'साथ चलते चलते' का विमोचन भी हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने दीप प्रज्वलित कर किया। उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने अपने संबोधन में शम्भू नाथ पाण्डेय के व्यक्तित्व और कृतित्व को स्मरण करते हुए उन्हें एक प्रेरणादायी व्यक्तित्व बताया। उन्होंने कहा कि शम्भू नाथ पाण्डेय जैसे साहित्यकार और समाजसेवी समाज की अमूल्य धरोहर थे। पाठक ने कहा कि पाण्डेय ने साहित्य, सामाजिक सरोकार और मानवीय मूल्यों को पूरी निष्ठा के साथ आत्मसात किया था। उनका सादगीपूर्ण जीवन नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। काव्य संग्रह उनके अनुभवों का जीवंत दस्तावेज उपमुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि काव्य संग्रह 'साथ चलते चलते' शम्भू नाथ पाण्डेय के विचारों, भावनाओं और अनुभवों का जीवंत दस्तावेज है, जो पाठकों को जीवन के गहरे अर्थों से जोड़ता है। कार्यक्रम में वक्ता सुरेन्द्र नाथ ने पाण्डेय के जीवन को सादगी, संघर्ष और समर्पण का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि पाण्डेय जी ने परिवार के साथ-साथ समाज के हित में भी सदैव सकारात्मक सोच के साथ कार्य किया। इस्कॉन के अध्यक्ष अपरिमेय दास ने अध्यात्म पर चर्चा करते हुए कहा कि शम्भू नाथ पाण्डेय ने अपने जीवन में सादगी अपनाई और सदैव प्रभु स्मरण में लीन रहे। उन्होंने कहा कि पाण्डेय जी आज भी हमारे हृदयों में जीवित हैं। वीरेन्द्र कुमार पाण्डेय ने अपने संबोधन में कहा कि 'साथ चलते चलते' केवल एक काव्य संग्रह नहीं, बल्कि जीवन के अनुभवों, भावनाओं और रिश्तों का चित्रण है। साहित्य को अपने जीवन व्यवहार में उतारा था डॉ. गौरांग पाण्डेय ने बताया कि शम्भू नाथ पाण्डेय ने साहित्य को केवल लेखन तक सीमित नहीं रखा, बल्कि उसे अपने जीवन व्यवहार में उतारा था । उन्होंने सभी अतिथियों और साहित्य प्रेमियों के प्रति आभार व्यक्त किया। इस स्मृति संध्या में साहित्यकारों, बुद्धिजीवियों और नगर के गणमान्य नागरिकों की बड़ी संख्या उपस्थित रही। काव्य पाठ और स्मृतियों के आदान-प्रदान के साथ यह कार्यक्रम भावनात्मक वातावरण में संपन्न हुआ।
हरियाणा में गुरुग्राम की 13 साल पुराने बहुचर्चित गीतांजलि गर्ग की मौत के मामले में मंगलवार को पंचकूला में CBI की स्पेशल कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया। कोर्ट ने ठोस सबूतों के अभाव और गवाहों के विरोधाभासी बयानों के आधार पर गीतांजलि के पति तत्कालीन चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट रवनीत गर्ग, उनके ससुर रिटायर्ड सेशन जज केवल कृष्ण गर्ग और सास रचना गर्ग को बरी कर दिया। CBI कोर्ट के जज राजीव गोयल ने फैसले में कहा कि अभियोजन यह साबित नहीं कर सका कि मौत हत्या थी या दहेज संबंधी मामला। आरोपियों को संदेह का लाभ देते हुए उन्हें बरी किया जाता है। जज का फैसला सुनने के बाद CJM परिवार के साथ फूट-फूटकर रोए। सिलसिलेवार ढंग से जानिए पूरा मामला.... 17 जुलाई 2013 को मिला था शव मूल रूप से अंबाला की रहने वाली गीतांजलि गर्ग की शादी 3 नवंबर 2007 को रवनीत गर्ग से हुई थी। केस के अनुसार शादी में गीतांजलि के परिवार ने 2 से 2.5 करोड़ रुपए खर्च किए थे। 17 जुलाई 2013 को गुरुग्राम के पुलिस लाइन पार्क में गीतांजलि का खून से लथपथ शव मिला। पास में पति रवनीत की सर्विस रिवॉल्वर पड़ी थी। 8 सितंबर 2016 को रवनीत गिरफ्तार हुएपोस्टमॉर्टम में शरीर से तीन गोलियां निकलीं। फ्लैट की तलाशी में 19 जिंदा कारतूस मिलने पर आर्म्स एक्ट भी जोड़ा गया। 20 जुलाई 2013 को रवनीत, केवल कृष्ण और रचना गर्ग पर दहेज हत्या (धारा 304-बी), साजिश (धारा 120-बी) और दहेज उत्पीड़न (धारा 498-ए) का मामला दर्ज हुआ। बाद में मामला CBI को सौंपा गया। CBI ने 8 सितंबर 2016 को रवनीत गर्ग को गिरफ्तार किया। वे 23 महीने जेल में रहे, लेकिन बाद में पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट से जमानत मिल गई। CJM पति ने कोर्ट में अपना पक्ष रखारवनीत ने कोर्ट में अपना पक्ष रखते हुए कहा कि 17 जुलाई 2013 को वे ड्यूटी पर थे। शाम करीब 6 बजे घर लौटे तो पत्नी घर पर नहीं थीं। परिवार से पूछताछ के बाद उन्होंने पुलिस को लापता होने की सूचना दी। कुछ देर बाद पुलिस ग्राउंड में शव मिलने की खबर आई। रवनीत ने इसे हत्या बताया और पुलिस बयान दिया, जिसे CBI ने कथित तौर पर नजरअंदाज किया। अब सरकार ने तीनों आरोपियों को बरी कर दिया। केस करीब 9 साल तक चला। 12 दिसंबर 2016 से 16 दिसंबर 2025 तक कुल 160 सुनवाइयां हुईं। करीब 88 गवाह पेश हुए।
जबलपुर के पनागर में सराफा व्यापारी पर जानलेवा हमला कर जेवरात से भरे 3 बैग लूट लिए गए। घटना मंगलवार रात करीब 8 से 8.30 बजे के बीच की है। सराफा व्यापारी सुनील सोनी अपने बेटे के साथ मेन रोड पर स्थित दुकान बंद कर स्कूटी से घर जा रहे थे। जैसे ही दोनों रोड के किनारे गली में घुसे, अचानक नकाबपोश बदमाशों ने उन पर हमला कर दिया। दुकान संचालक ने लुटेरों का विरोध किया तो एक नकाबपोश ने उनके सिर पर कट्टा मार दिया। फिर पिता-पुत्र पर चाकू से हमला किया गया। दोनों को लहूलुहान हालत में छोड़कर बदमाश जेवरातों से भरे बैग लेकर फरार हो गए। पिता-पुत्र को इलाज के लिए जबलपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया है। उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। इधर, सूचना मिलते ही पनागर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे खंगालना शुरू कर दिया है। बिना नंबर की 3 बाइक पर आए बदमाशसराफा कारोबारी सुनील सोनी की मेन रोड पर भूरा ज्वेलर्स के नाम से दुकान है। मंगलवार रात वे अपने बेटे संभव सोनी के साथ स्कूटी में सवार होकर घर जयप्रकाश नगर जा रहे थे। अचानक बिना नंबर की 3 बाइक पर सवार होकर कुछ लोग उनके नजदीक पहुंच गए। उन्होंने पिता-पुत्र को रोकते हुए उन पर कट्टा तान दिया। बदमाशों ने दोनों पर हमला कर दिया। उनके पास रखे तीनों बैग में सोने-चांदी के जेवरात थे। इन्हें लूटकर बदमाश भाग निकले। घायल हालत में दोनों पिता-पुत्र सुनील और संभव ने बदमाशों को रोकने का भरसक प्रयास किया, लेकिन वे सफल नहीं हो पाए। प्रत्यक्षदर्शी ने कहा-आधे घंटे खड़े रहे रास्ते मेंपनागर में रहने वाले एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि करीब 8.30 बजे मैं रास्ते से निकल रहा था। तभी देखा कि 4 से 5 लोग 3 बाइक लेकर खड़े हुए हैं। वे आधे घंटे तक खड़े भी रहे। मैं कई बार यहां से निकला, पर समझ नहीं आया कि ये लोग वारदात को अंजाम देने खड़े हैं। तभी अचानक सुनील सोनी की बचाओ-बचाओ आवाज आई। मैने देखा कि वे बदमाश कट्टे की बट से उन पर हमला कर रहे हैं। एएसपी घटना स्थल पर पहुंचे, जांच शुरूतीन बाइक पर 6 लुटेरे सवार थे। ये कौन हैं? कहां से आए थे, पुलिस इसकी जांच कर रही है। जानकारी लगते हुए एएसपी क्राइम जितेंद्र सिंह भी घटनास्थल पहुंच गए। वहीं, टीआई विपिन ताम्रकार भी टीम के साथ मौके पर हैं। उन्होंने बताया कि पिता-पुत्र अभी बयान देने की स्थिति में नहीं है। लिहाजा अभी यह नहीं बताया जा सकता है, कि बैग में कितनी कीमत के जेवरात रखे हुए थे।
उत्तर बस्तर कांकेर जिले के लैम्पस सरोना अंतर्गत कुम्हानखार धान उपार्जन केंद्र पर टोकन लिमिट कम होने से किसान परेशान हैं। किसानों ने आज जिला विपणन अधिकारी और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर प्रतिदिन की खरीदी सीमा 310 क्विंटल से बढ़ाकर 550 क्विंटल करने की मांग की है। उनका कहना है कि ऐसा न होने पर निर्धारित समय सीमा में धान की खरीदी पूरी नहीं हो पाएगी। टोकन लिमिट कम होने से किसान परेशान किसानों के अनुसार, कुम्हानखार केंद्र की वर्तमान टोकन लिमिट प्रतिदिन 310 क्विंटल है। पिछले वर्ष इस केंद्र पर 19,381.60 क्विंटल धान की खरीदी हुई थी। यदि पिछले साल के आंकड़ों को आधार मानें और 31 जनवरी 2026 तक की समय सीमा देखें, तो केवल 34-35 दिन शेष हैं। वर्तमान धीमी गति से ग्राम सारंडा, कुम्हानखार और झूलना तेंदु के सभी किसानों का धान बेचना संभव नहीं होगा, जिससे वे चिंतित हैं। वरिष्ठ आदिवासी नेता सरजू शोरी ने इस स्थिति पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि धान खरीदी केंद्रों और कलेक्ट्रेट के चक्कर लगाने से किसान परेशान हैं। शोरी ने सरकार से छत्तीसगढ़ के किसानों से हर एक दाना धान खरीदने के अपने वादे को पूरा करने की मांग की। कुम्हानखार उपार्जन केंद्र की लिमिट बढ़ाने की मांग किसानों ने ज्ञापन के माध्यम से प्रशासन से आग्रह किया है कि कुम्हानखार उपार्जन केंद्र की प्रतिदिन की लिमिट 310 क्विंटल से बढ़ाकर 550 क्विंटल की जाए। इससे किसान समय पर अपनी उपज बेच सकेंगे और उन्हें अनावश्यक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। ज्ञापन सौंपते समय बलराम यादव, रमाकांत शोरी, तिलकराम पटेल, देव प्रसाद यादव, उत्तम वट्टी, कुबल सुरोजिया, प्रह्लाद नेताम, दुकालु यादव, रमेश सहारे, मदन नेताम सहित बड़ी संख्या में क्षेत्र के किसान मौजूद थे।
सीएम योगी ने मंगलवार को कहा- आज सुबह चार बजे सोकर उठा। उठते ही मुझे मथुरा में कोहरे के कारण आठ बसें टकराने और 20 से अधिक लोग मरने का दुखद समाचार मिला। सीएम बीते तीन-चार दिन से कोहरे के कारण हो रही सड़क दुर्घटनाओं पर दुखी हुए और चिंता भी जताई। उन्होंने ट्रैफिक पुलिस और परिवहन विभाग के एक्सप्रेसवे-वे पर पेट्रोलिंग बढ़ाने और दुर्घटनाएं रोकने के लिए हर संभव इंतजाम करने के निर्देश दिए। दरअसल, योगी आदित्यनाथ योजना भवन में सीएम डैश बोर्ड और कुछ विभागों के बजट खर्च की समीक्षा कर रहे थे। इसमें दोनों डिप्टी सीएम केशव मौर्य और ब्रजेश पाठक शामिल हुए। सीएम ने अफसरों से कहा- दयाशंकर बिहार ज्यादा रहते हैं- CM ने चुटकी ली बैठक में परिवहन मंत्री दयाशंकर भी थे। CM ने उन्हें देखकर चुटकी ली। कहा- परिवहन मंत्री तो यूपी में कम बिहार में ज्यादा रहते हैं। योगी की इस बात मंत्री दयाशंकर ने हाथ जोड़ लिए। बैठक में शहरी नियोजन विभाग की ओर से बताया गया कि 100 नई टाउनशिप बनाई जानी है इसमें से 70 का प्लान तैयार हो गया है। बैठक में महिला एवं बाल कल्याण मंत्री बेबीरानी मौर्य, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ओमप्रकाश राजभर, बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह और समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण भी मौजूद थे। यूपी में निर्मित बसें खरीदें सीएम योगी ने कहा- अब बसें यूपी में बनने लगी हैं तो यूपी रोडवेज को यूपी में बन रही बसें ही खरीदनी चाहिए। बाहर बन रही बसों को क्यों खरीदा जा रहा है? इस पर परिवहन मंत्री ने कहा- वह ऐसी नीति बना रहे हैं, जिससे भविष्य में कम से कम 50 फीसदी बसें यूपी में निर्मित ही खरीदी जाएंगी। CM ने तीन और बड़े निर्देश जानिए... पीएम आवास का बजट खर्च नहीं सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए स्वीकृत बजट अभी तक खर्च नहीं हुआ है। ग्राम्य विकास विभाग की ओर से बताया गया कि योजना के लिए लाभार्थियों का चयन अभी पूरा हुआ है, अब आवास निर्माण की पहली किस्त जारी की जाएगी। पीपीपी मोड पर बनाएं पार्किंगसीएम ने कहा कि शहरों में पीपीपी मोड पर मल्टीलेवल पार्किंग बनाएं। उन्होंने कहा कि पार्किंग स्थल की जगह सरकार देगी, निर्माण का खर्च संबंधित ठेकेदार वहन करेंगे। तीन-चार फ्लोर की पार्किंग और दो-तीन फ्लोर पर वह व्यवसायिक गतिविधियां संचालित कर सकेंगे। स्मार्ट क्लास का बजट उपयोग करेंसीएम ने कहा कि यूपी में परिषदीय स्कूलों में स्मार्ट क्लास के लिए भी 300 करोड़ का बजट मिला है, लेकिन अभी तक बजट खर्च नहीं हुआ है। उन्होंने स्कूलों में स्मार्ट क्लास जल्द बनाने के निर्देश दिए। अब जानिए मथुरा में क्या हुआ? 8 बसें-3 कारें टकराईं, 13 जिंदा जले, शरीर के टुकड़े 17 पॉलीथिन में ले गए मथुरा में यमुना एक्सप्रेस-वे पर कोहरे के चलते 8 बसें और 3 कारें भिड़ गईं। टक्कर होते ही गाड़ियों में आग लग गई। भाजपा नेता समेत 13 लोगों की जलकर मौत हो गई। 70 लोग घायल हैं। मरने वालों का आंकड़ा और भी बढ़ सकता है, क्योंकि बसों में कटे हुए अंग मिले हैं। पुलिस ने इन्हें 17 पॉलिथीन बैग में भरकर ले गई है। अब डीएनए टेस्ट से इनकी पहचान की जाएगी। हादसा थाना बलदेव क्षेत्र में माइलस्टोन 127 पर हुआ। पुलिस, फायर ब्रिगेड और SDRF के 50 जवानों और 9 थानों की पुलिस ने 6 घंटे में रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा किया। हादसे के चलते एक्सप्रेस-वे पर 3 किमी लंबा जाम लग गया था। हादसे की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए गए हैं। ADM प्रशासन अमरेश जांच का नेतृत्व करेंगे। मजिस्ट्रेट जांच में 2 सदस्यों को जोड़ा गया है। पढ़ें पूरी खबर... ----------------- यह खबर भी पढ़िए... 'नीतीश कुमार ने नकाब छुआ, कुछ और छू लेते तब':यूपी के मंत्री निषाद का बेशर्मी भरा बयान, सांसद इकरा हसन बोलीं- ये खतरनाक पटना में महिला डॉक्टर का हिजाब हटाए जाने पर यूपी के मंत्री संजय निषाद ने बिहार CM नीतीश कुमार का बचाव किया है। संजय निषाद ने कहा- अरे वो भी तो आदमी ही हैं न...छू लिया नकाब, तो इतना पीछे नहीं पड़ जाना चाहिए। कहीं और छू लिया तो क्या होता? आपको क्या लगता है कहीं और भी छू लेते हैं क्या? नहीं... नकाब पर आप लोग इतना कह रहे हैं। कहीं चेहरा-वेहरा छू लेते...कहीं और उंगली पड़ जाती तब क्या करते आप लोग? पढ़ें पूरी खबर...
संतकबीरनगर में आरएसएस के शताब्दी वर्ष के अवसर पर आयोजित हिंदू सम्मेलन में संघ के सर कार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि भारत में जन्म लेना और हिंदू होना हमारा परम सौभाग्य है। उन्होंने लोगों से हिंदू धर्म के सांस्कृतिक और शाश्वत मूल्यों से जुड़ने का आह्वान किया। शहर के एक मैरेज लॉन में आयोजित इस भव्य सम्मेलन में बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे। अपने संबोधन में होसबोले ने हिंदू धर्म को मानवता, सहिष्णुता और विश्व कल्याण की विरासत बताया। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति और हिंदू धर्म संपूर्ण विश्व के कल्याण की कामना करते हैं। सर कार्यवाह ने कहा कि हिंदू धर्म के शाश्वत मूल्यों ने दुनिया को मानवता की राह दिखाई है। भारत ने कभी किसी के साथ टकराव की नीति नहीं अपनाई, बल्कि सदैव शांति और समरसता का मार्ग दिखाया है। उन्होंने उपस्थित जनसमूह से जाति, भाषा, पंथ, छुआछूत और भेदभाव को समाप्त कर हिंदू धर्म के मूल मूल्यों को अपनाने का आग्रह किया। दत्तात्रेय होसबोले ने स्वदेशी अपनाने पर भी विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि जब भारत विश्व पटल पर पुनः सम्मान प्राप्त कर रहा है, तब प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि वह भारत माता का योग्य पुत्र-पुत्री बनने का प्रयास करे। इसके लिए उन्होंने कर्म, भक्ति, परिश्रम और उत्तम आचरण से जीवन जीने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि किसी भी राष्ट्र की श्रेष्ठता और अमरता समाज की जीवनशैली और वाणी में निहित होती है। उन्होंने समाज में व्याप्त छुआछूत, भेदभाव और जातिवाद को गंभीर चिंता का विषय बताते हुए कहा कि हिंदू समाज में ऊंच-नीच का कोई स्थान नहीं है, हम सभी एक ही परिवार के सदस्य हैं। सम्मेलन में संत समाज की ओर से बाबा भूलोटन दास ने हिंदू राष्ट्र के विचार पर अपने विचार रखे और समाज से एकजुट होने का आह्वान किया। वहीं मातृशक्ति की ओर से प्रो. पुनीता त्रिपाठी ने नारी सम्मान और महिला सशक्तिकरण पर जोर दिया। सम्मेलन की अध्यक्षता कबीर मठ मगहर के महंत विचार दास ने की। उन्होंने सामाजिक समरसता और सर्वधर्म समभाव का संदेश दिया। कार्यक्रम स्थल को भगवामय सजावट, छात्राओं द्वारा बनाई गई रंगोली और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने विशेष रूप से आकर्षक बना दिया। इस अवसर पर क्षेत्र प्रचारक अनिल जी, प्रांत प्रचारक रमेश जी, सह प्रांत प्रचारक सुरजीत जी, प्रांत प्रचार प्रमुख सुनील जी, प्रांत प्रचारक प्रमुख अवधेश जी, विभाग प्रचारक ऋषि जी, जिला प्रचारक धीरज जी, पूर्व सांसद इंद्रजीत मिश्र, भाजपा जिलाध्यक्ष नीतू सिंह, सदर विधायक अंकुर राज तिवारी, धनघटा विधायक गणेश चंद्र चौहान, भास्कर मणि त्रिपाठी, दिग्विजय नारायण सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
खैरथल-तिजारा जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. आर्तिका शुक्ला की अध्यक्षता में राजनैतिक दलों की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक के दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया- एसआईआर शुरू होने से पहले खैरथल-तिजारा जिले में कुल मतदाताओं की संख्या 7,79,618 थी। जिनको गणना प्रपत्र वितरित किए गए। गणना चरण के दौरान जिले/विधानसभा क्षेत्र में कुल 7,28,987 मतदाताओं द्वारा अपने गणना प्रपत्र भरकर जमा करवा दिए गए, जिनके नाम 16 दिसंबर को जारी प्रारूप मतदाता सूची में शामिल किए गए हैं। 4 नवंबर से 11 दिसंबर तक चला एसआईआरकलेक्टर ने बताया-भारत निर्वाचन आयोग की ओर से राजस्थान में 27 अक्टूबर को मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण, 2026 का कार्यक्रम घोषित किया गया था। इसके बाद 4 नंवबर से 11 दिसंबर तक गणना चरण के दौरान जिले के सभी मतदाताओं को गणना प्रपत्रों का वितरण एवं संग्रहण कार्य संपन्न किया गया। इन बैठकों की कार्यवाही विवरण और अप्राप्त गणना प्रपत्रों की सूची कारण सहित जिले की वेबसाइट https://khairthaltijara.rajasthan.gov.in पर भी उपलब्ध कराई गई है। जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया- आयोग द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 16 दिसंबर से 15 जनवरी तक दावे एवं आपत्तियां प्राप्त की जाएंगी। इस अवधि में प्रारूप मतदाता सूची से संबंधित अथवा अन्य किसी भी प्रकार की दावे-आपत्तियां प्रस्तुत की जा सकती हैं। संबंधित निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी द्वारा प्राप्त दावे एवं आपत्तियों की सूचियां फॉर्म 9, 10, 11, 11ए एवं 11बी में तैयार की जाएंगी तथा इनकी एक प्रति प्रत्येक कार्य दिवस कार्यालय के नोटिस बोर्ड पर प्रदर्शित की जाएगी। साथ ही, प्रति सप्ताह प्राप्त दावे एवं आपत्तियों की सूचियां मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के साथ साझा की जाएंगी। राजनीति दलों के प्रतिनिधि रहे मौजूदबैठक के दौरान भारतीय जनता पार्टी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस एवं आम आदमी पार्टी के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक में महासिंह चौधरी (जिला अध्यक्ष, भाजपा), बलराम यादव (जिला अध्यक्ष, कांग्रेस), राकेश शर्मा (कार्यवाहक जिला अध्यक्ष, आम आदमी पार्टी), पवन यादव (जिला महामंत्री, भाजपा), हनुमान सिंह (जिला महासचिव, कांग्रेस), मनीष शर्मा (मंडल अध्यक्ष, भाजपा) एवं यशवीर नरूका (जिला उपाध्यक्ष, यूथ कांग्रेस) उपस्थित रहे।
संभल में रोजगार सेवक की सड़क हादसे में मौत:बाइक को डीसीएम ने टक्कर मारी, चालक हिरासत में
संभल में 50 वर्षीय रोजगार सेवक गामा सिंह यादव की सड़क हादसे में मौत हो गई। बहजोई क्षेत्र में मंगलवार दोपहर एक डीसीएम ने उनकी बाइक को पीछे से टक्कर मार दी, जब वह पंचर ठीक कराकर घर लौट रहे थे। हादसे के बाद उन्हें मुरादाबाद रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। मृतक अपने पीछे पांच बच्चों को छोड़ गए हैं। यह हादसा मंगलवार दोपहर करीब 1 बजे जनपद संभल की कोतवाली बहजोई क्षेत्र के गांव करीमपुर घेर में मध्य गंगा नहर के पास हुआ। मृतक की पहचान गामा सिंह यादव (50 वर्षीय) पुत्र विद्याराम यादव, निवासी गांव लहरशीश, थाना हयातनगर के रूप में हुई है। हादसे के बाद गामा सिंह को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बहजोई ले जाया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद जिला संयुक्त चिकित्सालय रेफर किया गया। गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें मुरादाबाद रेफर किया गया, जहां लगभग 3 घंटे के इलाज के बाद दोपहर करीब 3:30 बजे उन्होंने दम तोड़ दिया। मृतक की पत्नी कृष्णा देवी ने बताया कि गामा सिंह मंगलवार सुबह 11 बजे अपनी बाइक का पंचर ठीक कराने के लिए थाना बहजोई क्षेत्र के गांव चिरौली भगवंतपुर गए थे। घर लौटते समय करीमपुर घेर में मध्य गंगा नहर के पास पीछे से आ रही तेज रफ्तार डीसीएम ने उनकी बाइक में जोरदार टक्कर मार दी। सूचना मिलने पर पंवासा पुलिस चौकी इंचार्ज नरेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे। थाना प्रभारी संत कुमार ने बताया कि डीसीएम चालक को हिरासत में ले लिया गया है और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। परिजनों की ओर से अभी तक कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है।
मऊ के रवि सिंह का IPL में चयन:राजस्थान रॉयल्स ने 95 लाख में खरीदा, पिता यूपी क्राइम ब्रांच में हैं
आईपीएल 2026 को लेकर सभी 10 टीम में पूरी तरह से तैयार है मंगलवार को आगामी सीजन के लिए खिलाड़ियों की मिनी नीलामी पूरी हुई जिसमें मऊ जिले के रहने वाले रवि सिंह का राजस्थान रॉयल्स में चयन हुआ है जिससे जिले में खुशी का माहौल है। बताते चलें कि मऊ जनपद के इमिलियाडीह निवासी रवि सिंह का चयन आईपीएल की राजस्थान रॉयल्स टीम में हुआ है। राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें 95 लाख रुपये में खरीदा है। इस चयन से उनके परिवार और पूरे जिले में खुशी का माहौल है। रवि सिंह के पिता पृथ्वीराज सिंह उत्तर प्रदेश पुलिस की क्राइम ब्रांच में कार्यरत हैं। रवि को बचपन से ही क्रिकेट में गहरी रुचि थी।वे अपने पिता के साथ वाराणसी में रहकर सिगरा स्टेडियम में क्रिकेट का अभ्यास करते थे। वर्तमान में रवि कोलकाता रेलवे टीम के खिलाड़ी हैं।
मंदसौर में भगवान पशुपतिनाथ लोक का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। इसके शीघ्र लोकार्पण की तैयारी है। मंगलवार शाम को भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश दीक्षित, पूर्व विधायक यशपाल सिंह सिसौदिया और नगर पालिका अध्यक्ष रमादेवी गुर्जर के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने निर्माणाधीन लोक का अवलोकन किया। इस दौरान, नेताओं ने उपस्थित इंजीनियरों और ठेकेदारों से निर्माण कार्यों की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने लोक में श्रद्धालुओं को मिलने वाली सुविधाओं और अन्य व्यवस्थाओं के बारे में भी पूछा। नेताओं ने निर्माण कार्य में तेजी लाने का आग्रह किया। उनका उद्देश्य है कि मंदसौर जिले सहित देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को जल्द ही इस लोक के दर्शन का लाभ मिल सके। अवलोकन के अवसर पर भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अनिल कियावत और सुषमा आर्य सहित कई जिला पदाधिकारी, मंडल अध्यक्ष और पार्षदगण उपस्थित रहे। भाजपा नेताओं ने विश्वास व्यक्त किया कि पशुपतिनाथ महालोक के पूर्ण होने से मंदसौर धार्मिक पर्यटन के मानचित्र पर एक नई पहचान बनाएगा और श्रद्धालुओं को विश्वस्तरीय सुविधाएं मिलेंगी। देखिए तस्वीरें...
मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित प्रदेश स्तरीय पर्यटन क्विज प्रतियोगिता में खरगोन जिले की टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पहला स्थान हासिल किया है। सांदीपनी स्कूल, महेश्वर की टीम ने इस उपलब्धि के साथ जिले का नाम पूरे प्रदेश में रोशन किया। भोपाल में हुआ राज्य स्तरीय मुकाबला राज्य स्तरीय पर्यटन क्विज प्रतियोगिता मंगलवार को भोपाल के मिंटो हॉल में आयोजित की गई। जिला स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने के बाद खरगोन की टीम ने लिखित परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए प्रदेश की छह चयनित टीमों में जगह बनाई। मल्टीमीडिया राउंड में किया शानदार प्रदर्शन प्रतियोगिता के दूसरे चरण में आयोजित मल्टीमीडिया राउंड में खरगोन टीम ने 130 अंक अर्जित किए, जो प्रतियोगिता में सर्वाधिक रहे। इसी के साथ टीम ने प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया। यह पहली बार है जब खरगोन जिले की किसी टीम ने राज्य स्तरीय पर्यटन क्विज प्रतियोगिता में यह बड़ी सफलता हासिल की है। पर्यटन क्विज के जिला नोडल अधिकारी नीरज अमझरे ने बताया कि प्रतियोगिता मध्य प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों, उनकी भौगोलिक स्थिति, समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, वन संपदा और राष्ट्रीय उद्यानों से संबंधित जानकारी पर आधारित थी। दूसरे चरण में 10 मल्टीमीडिया राउंड आयोजित किए गए, जिनमें ऑडियो-वीडियो के माध्यम से प्रश्न पूछे गए। विजेता टीम को मिला सम्मान विजेता टीम में मयंक रावल, अंकिता रावल और श्रद्धा मालवीय शामिल रहे। इस उपलब्धि पर कलेक्टर भव्य मित्तल, जिला पंचायत सीईओ आकाश सिंह, सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग इकबाल आदिल हुसैन, जिला शिक्षा अधिकारी एस.के. कानुड़े, मार्गदर्शी शिक्षक राजकुमार शर्मा और क्विज मास्टर अमित शर्मा ने टीम को बधाई देते हुए उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिन 25 दिसंबर को हर साल सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसी के मद्देनजर कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी ने अधिकारियों को सुशासन सप्ताह (19 से 25 दिसंबर) के दौरान योजनाओं का प्रचार-प्रसार करने और की गई गतिविधियों की जानकारी अटल मॉनिटरिंग पोर्टल में अपडेट करने के निर्देश दिए। बैठक में जनसमस्याओं और शिकायतों के निपटारे की समीक्षा की गई। कलेक्टर ने प्रधानमंत्री सूर्यघर मुक्त बिजली योजना में तेजी लाने पर जोर दिया और कहा कि योजना के अधिक से अधिक लोगों को लाभ मिलना चाहिए। उन्होंने जिले के अधिकारी-कर्मचारियों से कहा कि वे अपने घरों में भी सोलर पैनल लगवाएं। कलेक्टर ने रोजगार, स्वरोजगार और आजीविका मिशन के तहत भेजे गए बैंक ऋण प्रकरणों का फॉलोअप करने, बैंकों को लंबित प्रकरण जल्दी निपटाने और किसी भी कमी के बारे में विभागों को जानकारी देने के निर्देश दिए। जिला प्रशासन ने ई-ऑफिस और सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रम के लिए नए निर्देश जारी किए अन्य निर्देशों में कहा गया है कि 1 जनवरी से सभी फाइलों का काम अनिवार्य रूप से ई-ऑफिस के माध्यम से किया जाएगा। इसके साथ ही दस साल से निष्क्रिय पड़े बैंक खातों को सक्रिय किया जाए। ग्राम जोहार अभियान के तहत प्राप्त लंबित आवेदनों का शीघ्र निपटारा किया जाए और स्कूल जाने वाले बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र बनाए जाएं। आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषण आहार की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए और उनका नियमित निरीक्षण किया जाए। पेंशन से जुड़े प्रकरणों का समाधान किया जाए और उच्च न्यायालय में विचाराधीन मामलों में समय-सीमा के भीतर जवाब दायर किया जाए। इसके अलावा, राजस्व अभिलेखों में हुई गलतियों को सुधारा जाए और सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत सभी लाभार्थियों की पेंशन सीधे डीबीटी के माध्यम से समय पर वितरित की जाए। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में 66 निष्क्रिय खाते सक्रिय वहीं, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में सरकार की विशेष पहल 'आपकी पूंजी आपका अधिकार' के तहत 10 वर्षों से निष्क्रिय पड़े बैंक खातों को सक्रिय करने का अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत जिला पंचायत के नर्मदा सभा कक्ष में आयोजित एक शिविर में 14 लाख 05 हजार रुपये की राशि वाले 66 निष्क्रिय खातों को सक्रिय किया गया। शिविर के दौरान 5 लाख 50 हजार रुपये की राशि वाले 11 अन्य खातों के फॉर्म भी एकत्रित किए गए। लीड बैंक एसबीआई शाखा पेंड्रारोड के मुख्य प्रबंधक श्री राघवेंद्र बघेल ने बताया कि शिविर में लाभार्थियों को प्रमाण पत्र भी प्रदान किए गए। इस अवसर पर जिला अधिकारियों से सरकारी खातों को सुचारू रूप से और समय पर सक्रिय करने में सहयोग प्रदान करने का आग्रह किया गया। यह पहल नागरिकों को उनकी निष्क्रिय पूंजी तक पहुंच सुनिश्चित करने के उद्देश्य से शुरू की गई है। शिविर में प्रभारी अपर कलेक्टर श्री अमित बेक, सीएमएचओ डॉ. रामेश्वर शर्मा, जिला कोषालय अधिकारी श्री धर्मेंद्र सोनी, जनपद सीईओ गौरेला श्रीमती शुभा मिश्रा, जनपद सीईओ पेंड्रा श्रीमती नम्रता शर्मा और एसबीआई बिलासपुर के सहायक महा प्रबंधक श्री अविनाश सोनी सहित सभी बैंकों के अधिकारी उपस्थित थे।
सोनभद्र में व्यापारी के घर से लाखों की चोरी:नकली जेवरात रखकर असली चुराए, कमरे रखी थी अलमारी की चाबी
सोनभद्र के पिपरी थाना क्षेत्र में एक व्यापारी के घर से लाखों रुपये नकद और कीमती जेवरात चोरी होने का मामला सामने आया है। चोरों ने वारदात को इतनी चालाकी से अंजाम दिया कि असली सोने के हार की जगह नकली (रोल्ड गोल्ड) हार रख दिया गया। घटना को कई महीने बीत जाने के बावजूद पिपरी पुलिस अब तक चोरी का खुलासा नहीं कर सकी है। यह मामला पिपरी थाना क्षेत्र के रेनुकूट मेन रोड स्थित अग्रवाल रेमंड शॉप के मालिक अशोक कुमार अग्रवाल के घर का है। अशोक कुमार अग्रवाल अपने परिवार के साथ दुकान के पीछे बने आवास में रहते हैं। उन्होंने बताया कि परिवार के आभूषण और नकदी उनके कमरे में रखी गोदरेज की अलमारी में सुरक्षित रखी जाती थी। अलमारी की चाबी उसी कमरे की दूसरी अलमारी में रखी रहती थी। 5 जुलाई 2025 को जब उन्होंने किसी काम से अलमारी खोली, तो उसमें रखे एक लाख रुपए नकद गायब मिले। जांच करने पर पता चला कि अलमारी से एक सोने की चेन, एक सोने का हार, चार सोने की चूड़ियां और कुछ कान के टॉप्स भी चोरी हो चुके हैं। हैरानी की बात यह रही कि एक डिब्बे में असली हार की जगह नकली रोल्ड गोल्ड का हार रखा हुआ था। ये सभी जेवरात उनकी बेटी की शादी के लिए रखे गए थे। पीड़ित दंपति ने काफी तलाश की और बैंक लॉकर भी चेक किया, लेकिन चोरी गए जेवरात का कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद अशोक कुमार अग्रवाल ने पिपरी थाने में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में उन्होंने बताया कि उनकी दुकान पर दो युवतियां स्टाफ के रूप में काम करती हैं और एक अन्य महिला उनके घर में झाड़ू-पोछा का कार्य करती है। इन सभी का परिवार के रहने वाले कमरे में आना-जाना लगा रहता था, जिससे उन्हें इन्हीं लोगों पर संदेह है। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की, लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी। इससे क्षुब्ध होकर अशोक कुमार अग्रवाल ने पुलिस अधीक्षक (एसपी) से मुलाकात कर पूरे मामले की गहन जांच की मांग की। पीड़ित के अनुसार, एसपी ने उन्हें पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया है और पिपरी पुलिस को मामले की दोबारा गंभीरता से जांच करने के निर्देश दिए हैं। पीड़ित अशोक कुमार अग्रवाल ने बताया कि चोरी में एक लाख रुपए नकद और लगभग 40 से 50 लाख रुपए मूल्य के जेवरात गायब हुए हैं। घर का कोई दरवाजा या अलमारी टूटी नहीं पाई गई है।उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि दुकान पर काम करने वाली एक लड़की घर पर भी आती थी और उसने अपने बॉयफेंड को मौसी का लड़का बताकर घर लाया था। इसी कारण उस पर पूरा संदेह है। इसकी शिकायत पहले भी पिपरी पुलिस से की गई थी।हालांकि पुलिस ने जांच शुरू कर दी है, लेकिन अब तक कोई ठोस सबूत हाथ नहीं लगा है। एसपी ने पिपरी पुलिस को दोबारा गहनता से जांच करने और साक्ष्य जुटाने के निर्देश दिए हैं।
जोधपुर के लूणी थाना पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के मामले में करीब साढ़े तीन साल से फरार चल रहे आरोपी कैलाश को गिरफ्तार किया है। आरोपी कैलाश थाने के टॉप-10 अपराधियों की सूची में शामिल था। तत्कालीन थानाधिकारी ने मुखबिर की सूचना पर 20 मई 2022 को लूणी थाना क्षेत्र के हमीनगर फिंचयाना निवासी श्यामलाल के घर दबिश दी। तलाशी के दौरान घर में रखी लकड़ी की अलमारी से पॉलीथिन में अफीम का दूध पाया गया। इलेक्ट्रॉनिक कांटे से तौल करने पर एक किलोग्राम वजन मिला। पूछताछ में श्यामलाल ने बताया- उसने ये अफीम का दूध मध्यप्रदेश के नीमच जिले के ढाकणी गांव निवासी कैलाश मालवीय से खरीदा था। इस पर श्यामलाल को एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया। वहीं मुख्य आरोपी कैलाश फरार चल रहा था। साढ़े तीन साल बाद गिरफ्तारीमामले की गंभीरता देखते हुए थाना स्तर पर विशेष टीम का गठन किया गया। साढ़े तीन वर्ष से फरार आरोपी कैलाश (53) पिता प्रकाशचंद्र निवासी अचलपुरा जिला नीमच (मध्यप्रदेश) को गिरफ्तार किया गया। आरोपी कैलाश के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में पहले से कई प्रकरण दर्ज हैं। इनमें वर्ष 2019 एवं 2022 के एनडीपीएस मामलों के साथ धोखाधड़ी व षड्यंत्र से जुड़े प्रकरण शामिल हैं।
बुरहानपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में विराट हिंदू सम्मेलनों की एक श्रृंखला आयोजित की जाएगी। इन सम्मेलनों का उद्देश्य सामाजिक जागरूकता और समरसता को मजबूत करना है। ये आयोजन 1 जनवरी से 15 जनवरी तक जिले के विभिन्न नगर, मंडल और बस्ती स्तर पर होंगे। इन सम्मेलनों की तैयारियों को लेकर नगर के पाटीदार मंगल परिसर सभागार में सकल हिंदू समाज की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इसमें नगर और बस्तियों के सामाजिक, प्रबुद्धजन, हिंदू संगठनों तथा विभिन्न समाजों के प्रतिनिधियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। बैठक में सम्मेलनों को भव्य और प्रभावी बनाने पर विस्तृत चर्चा की गई। सर्वसम्मति से नगर की 30 बस्तियों में हिंदू सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय लिया गया। आयोजनों के सुचारु संचालन के लिए एक आयोजन समिति का भी गठन किया गया है। आयोजकों के अनुसार, इन सम्मेलनों का मुख्य उद्देश्य हिंदू समाज को एकजुट करना, सामाजिक समरसता, पर्यावरण संरक्षण, कुटुंब प्रबोधन, स्वदेशी और राष्ट्रभक्ति की भावना को जागृत करना है। इन सम्मेलनों के माध्यम से मंदिरों को हिंदू समाज की शक्ति के केंद्र के रूप में स्थापित करने का प्रयास किया जाएगा। सकल हिंदू समाज नगर संयोजक प्रभाकर चौधरी और सह संयोजक दिलीप इंगले ने बताया कि इन आयोजनों का लक्ष्य हिंदू समाज को संगठित करना, सांस्कृतिक चेतना को सशक्त करना तथा पारिवारिक और सामाजिक मूल्यों को पुनर्स्थापित करना है। वे बढ़ती सामाजिक दूरी, पारिवारिक विघटन और सांस्कृतिक विस्मृति जैसे विषयों पर भी समाज को जागरूक करेंगे। इन सम्मेलनों में देश के विभिन्न संत-महात्मा, मठ-मंदिरों के प्रमुख, प्रबुद्धजन और सामाजिक विचारक समाज को संबोधित करेंगे। हिंदू सम्मेलनों से पहले नगर में भूमिपूजन और धर्म ध्वज स्थापना की जाएगी। इसके बाद प्रत्येक बस्ती में घर-घर जाकर पीले चावलों के साथ निमंत्रण दिया जाएगा। आयोजनों को लेकर नगर में तैयारियां शुरू हो चुकी हैं।
रायसेन कलेक्टर अरुण कुमार विश्वकर्मा ने सीएम हेल्पलाइन शिकायतों के निराकरण में लापरवाही बरतने पर मंगलवार को सात अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं। इसके साथ ही तीन अन्य अधिकारियों को कार्यप्रणाली में सुधार लाने और शिकायतों का समयबद्ध निराकरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए की समीक्षा कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक सह वीडियो कॉन्फ्रेंस में कलेक्टर ने नवंबर माह में प्राप्त सीएम हेल्पलाइन शिकायतों की विभागवार और अधिकारीवार समीक्षा की। बैठक में जिला अधिकारी, एसडीएम, तहसीलदार, जनपद सीईओ सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। कलेक्टर ने लंबित शिकायतों के कारणों पर नाराजगी जताते हुए जिम्मेदार अधिकारियों से जवाब मांगा। इन अधिकारियों को जारी हुए नोटिस लापरवाही के मामलों में जल संसाधन विभाग की कार्यपालन यंत्री प्रतिभा सिंह, जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. यशपाल वाल्यान, अन्य पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की सहायक संचालक संगीता जायसवाल को नोटिस जारी किया गया है।इसके अलावा गैरतगंज कृषि उपज मंडी के सचिव शिवनारायण वाडिया, मंडीदीप सीएमओ डॉ. प्रशांत कुमार जैन, जिला विपणन अधिकारी कल्याण सिंह ठाकुर और नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा विभाग के डीआरईओ सत्येंद्र साहू को भी कारण बताओ नोटिस थमाए गए हैं। कलेक्टर ने सभी संबंधित अधिकारियों को तीन दिवस के भीतर व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर अपना जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। समय सीमा में जवाब न देने की स्थिति में एकतरफा कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। इन अधिकारियों को दी सख्त हिदायत इसके अलावा योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के सहायक सांख्यिकी अधिकारी अशोक कुमार रिछारिया, सांची बौद्ध-भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय के सहायक नियंत्रक परीक्षा विनोद शर्मा और सेम ग्लोबल यूनिवर्सिटी भोपाल के रजिस्ट्रार ललित अवस्थी को भी पत्र जारी कर सीएम हेल्पलाइन शिकायतों के शीघ्र निराकरण के निर्देश दिए गए हैं।
अयोध्या में युवक की चाकू से हत्या:घटनास्थल पर तमंचा छोड़कर हमलावर फरार हुए
अयोध्या के हैदरगंज थाना क्षेत्र के रखौना गांव में मंगलवार शाम अज्ञात हमलावरों ने एक युवक पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर उसकी हत्या कर दी। हमलावर वारदात के बाद मौके से फरार हो गए। जाते समय वे घटनास्थल पर एक देसी तमंचा छोड़ गए। घटना से गांव में दहशत और शोक का माहौल है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। मृतक की पहचान रखौना गांव निवासी विजय श्याम विश्वकर्मा (35) पुत्र राम लवल के रूप में हुई है। वह सोमवार शाम करीब 7:30 बजे किसी काम से अपने गांव से हैदरगंज की ओर जा रहे थे। इसी दौरान सीहीपुर कसिया डाडे गंगानगर मार्ग पर तीन महुआ के पेड़ों के पास पहले से घात लगाए बैठे हमलावरों ने अचानक उन पर हमला कर दिया। चाकू से कई वार किए गए, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। इलाज के दौरान युवक की हुई मौत चीख-पुकार सुनकर आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे। उन्होंने तुरंत परिजनों और पुलिस को सूचना दी। घायल अवस्था में विजय श्याम को एंबुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैदरगंज पहुंचाया गया। वहां फार्मासिस्ट विनय कुमार सिंह तथा चिकित्सक डॉ. अब्दुल कादिर और डॉ. राकेश ने इलाज शुरू किया। हालत नाजुक होने के कारण डॉक्टर उन्हें नहीं बचा सके। कुछ देर बाद उनकी मौत हो गई। घर के अकेले थे विजय श्याम, परिजनों को रो–रोकर बुरा हाल विजय श्याम अपने परिवार के एकमात्र कमाने वाले सदस्य थे। वह गांव के चौराहे के पास फर्नीचर की दुकान चलाते थे। परिवार में पत्नी के अलावा दो छोटे बच्चे हैं। बेटे का नाम अंश और बेटी का नाम अंशिका है। पिता की मौत के बाद दोनों बच्चों के सिर से साया उठ गया। खबर मिलते ही घर में कोहराम मच गया। पत्नी बदहवास हो गईं और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि मोहन यादव ने बताया कि विजय श्याम मेहनती और शांत स्वभाव के व्यक्ति थे। उनकी किसी से दुश्मनी की जानकारी नहीं है। हत्या की वजह क्या है, यह फिलहाल साफ नहीं हो सका है। घटना की सूचना मिलते ही हैदरगंज थाना पुलिस मौके पर पहुंची। बीकापुर सीओ पीयूष कुमार ने बताया कि पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। मौके से मिले देसी तमंचे को कब्जे में ले लिया गया है। मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपियों की पहचान कर गिरफ्तारी की जाएगी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया है।
छतरपुर जिले में रबी सीजन के दौरान खाद की भारी किल्लत से परेशान किसानों का गुस्सा मंगलवार शाम फूट पड़ा। किसानों ने शाम करीब 4:30 बजे सटई रोड पर चक्का जाम कर दिया। अचानक लगे जाम के कारण करीब 30 मिनट तक सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। सूचना मिलते ही एसडीएम अखिल राठौर और सिविल लाइन थाना प्रभारी सतीश सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने किसानों से संवाद कर उन्हें शांत कराया और उनकी समस्याएं सुनीं। ब्लैक में खाद बेचने का आरोप किसानों ने बताया कि बुवाई का समय तेजी से निकल रहा है, लेकिन समय पर खाद नहीं मिलने से फसल प्रभावित होने का खतरा बढ़ गया है। उनका कहना था कि पिछले दो-तीन दिनों से वे लगातार खाद वितरण केंद्रों के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन हर बार खाली हाथ लौटना पड़ रहा है। किसानों ने आरोप लगाया कि जहां सरकारी दर 266 रुपये प्रति बोरी है, वहीं बाजार में खाद 500 से 600 रुपये में ब्लैक में बेची जा रही है। दलपतपुरा निवासी किसान अंकित पाल ने सवाल उठाया कि यदि प्रशासन के पास पर्याप्त खाद है, तो उसका सही तरीके से वितरण क्यों नहीं किया जा रहा। वहीं किसान प्रियंका पटेल ने बताया कि वह सुबह 6 बजे से लाइन में लगी थीं, लेकिन घंटों इंतजार के बाद भी खाद नहीं मिल सकी, केवल घोषणाएं होती रहीं। स्थिति बिगड़ती देख प्रशासन ने जल्द खाद उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। इसके बाद किसानों ने चक्का जाम समाप्त कर दिया। अधिकारियों ने दिया आश्वासनएसडीएम अखिल राठौर ने बताया कि फिलहाल छतरपुर मंडी में खाद खत्म हो गई थी, जिससे यह स्थिति बनी। समझाइश के बाद करीब 250 महिलाओं को प्रति महिला दो बोरी खाद वितरित की गई है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि नई रैक आते ही सभी किसानों को पर्याप्त खाद उपलब्ध कराई जाएगी।
उदयपुर विकास प्राधिकरण द्वारा कराए जा रहे विकास कार्यों एवं ठेकेदारों के रजिस्ट्रेशन से जुड़ी प्रक्रियाओं में गंभीर वित्तीय अनियमितता हुई है। जांच में खुलासा हुआ कि कुछ ठेकेदार फर्मों ने निविदा प्रक्रिया के तहत सिक्योरिटी राशि के रूप में मूल एफडीआर के स्थान पर रंगीन फोटोकॉपी जमा कराई। प्रारंभिक जांच में गंभीर अनियमितता सामने आने पर यूडीए ने 5 फर्मों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। साथ ही 1.91 करोड़ की सिक्योरिटी एफडीआर जब्त कर ली है। इन पांच कंपिनयों ने समय से पहले निकाली राशिउदयपुर विकास प्राधिकरण के आयुक्त राहुल जैन ने बताया- प्राधिकरण द्वारा यूनियन बैंक ऑफ इंडिया न्यू फतेहपुरा शाखा से कराए गए सत्यापन में पता लगा कि मैसर्स अलीफ कंस्ट्रक्शन, मैसर्स फैज कंस्ट्रक्शन, मैसर्स हनीफ कंस्ट्रक्शन, मैसर्स मीरा कंस्ट्रक्शन तथा मैसर्स उमैर कंस्ट्रक्शन द्वारा कुल 23 एफडीआर की निर्धारित अवधि से पहले ही राशि निकाल ली। इससे प्राधिकरण को आर्थिक नुकसान हुआ। मामले की गंभीरता देखते हुए संबंधित फर्मों के खिलाफ थाना अंबामाता में धोखाधड़ी, जालसाजी एवं आपराधिक षड्यंत्र के आरोपों में मामला दर्ज कराया है। संबंधित ठेकेदारों के साथ किए सभी एग्रीमेंट निरस्तआयुक्त राहुल जैन ने बताया- प्राधिकरण ने संबंधित ठेकेदारों के साथ किए गए सभी एग्रीमेंट एवं कार्यादेश निरस्त कर दिए हैं। जैन ने बताया कि सभी एफडीआर राशि को वापस बैंक में नई एफडीआर के रूप में जमा कराया गया। यूडीए ने कड़ा रुख अपनाते हुए इन नई एफडीआर की कुल राशि 1 करोड़ 91 लाख 86 हजार 200 को जब्त कर लिया है। मामले की विस्तृत जांच जारी है। साथ ही दोषी पाए जाने वाले ठेकेदारों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
मेरठ में KL इंटरनेशनल स्कूल के प्रधानाचार्य सुधांशु शेखर को 2026 GEMS Education Global Teacher Prize के लिए चयनित किया गया है। यह पुरस्कार शिक्षकों के लिए विश्व का सर्वोच्च सम्मान माना जाता है, जिसकी कुल पुरस्कार राशि 10 लाख अमेरिकी डॉलर है। सुधांशु शेखर साथ सीबीएसई सिटी कोऑर्डिनेटर भी हैं। पूरे भारत से सिर्फ तीन शिक्षकVarkey Foundation और UNESCO के सहयोग से दिए जाने वाले इस पुरस्कार के लिए इस वर्ष हजारों शिक्षकों ने नामांकन किया था। इनमें से 50 शिक्षकों का चयन किया गया, जिसमें भारत से केवल तीन शिक्षकों को जगह मिली है। इस सूची में मेरठ के सुधांशु शेखर का चयन भी हुआ है। सुधांशु शेखर ने सामाजिक आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों और ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले विद्यार्थियों के लिए शिक्षा को सरल और प्रभावी बनाने की दिशा में लगातार कार्य किया है। वर्ष 2024 में सुधांशु शेखर को राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि उनके लिए व्यक्तिगत नहीं, बल्कि शिक्षण कार्य के प्रति समर्पण और समाज के प्रति जिम्मेदारी की पहचान है। उनका लक्ष्य शिक्षा को केवल अकादमिक उपलब्धियों तक सीमित न रखकर चरित्र निर्माण और वैश्विक दृष्टिकोण से जोड़ना है। ग्लोबल टीचर प्राइज 2026 के अंतिम विजेता की घोषणा अगले वर्ष दुबई में की जाएगी।
मोहाली में तेज रफ्तार बोलेरो ने पहले एक बाइक को टक्कर मारी, फिर डिवाइडर पार कर गलत साइड से आ रही एक कार से जा भिड़ी। इस हादसे में पति-पत्नी समेत तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे में ऑल्टो कार सवार मोहम्मद शहजान (43) और उनकी पत्नी शाहजहां (37) निवासी समराला, लुधियाना की मौके पर ही मौत हो गई। बाइक चालक शाम सिंह निवासी एकता नगर, पटियाला गंभीर रूप से घायल हो गए, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बोलेरो ड्राइवर हरविंदर सिंह निवासी गांव बालीवाल, जिला ऊना (हिमाचल प्रदेश) की भी इलाज के दौरान मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बोलेरो की रफ्तार काफी तेज थी और वाहन के अंदर शराब की बोतल भी मिली, जिससे शराब पीकर वाहन चलाने की आशंका जताई जा रही है। कल (बुधवार को) पोस्टमॉर्टम किया जाएगा। उत्तराखंड की ओर जा रही रही थी बोलेरो हादसा सोमवार रात करीब 9:30 बजे शंभू थाना क्षेत्र के गांव चमारू के पास नेशनल हाईवे पर हुआ। बोलेरो (नंबर HP 80-7778) उत्तराखंड की ओर जा रही थी। गांव चमारू के पास गाड़ी ने एक बाइक को पीछे से टक्कर मार दी। टक्कर के बाद बोलेरो बेकाबू होकर डिवाइडर को पार कर गई और ऑल्टो कार को टक्कर मार दी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। एम्बुलेंस की मदद से मृतकों के शवों को सिविल अस्पताल राजपुरा पहुंचाया। जहां पोस्टमॉर्टम की कार्रवाई की जा रही है। शंभू थाना पुलिस ने बोलेरो ड्राइवर के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं 281, 125(ए), 106(1) व 324(5) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि हादसे के सभी पहलुओं की गहनता से जांच की जा रही है। वहीं इस हादसे में मुसलमानी बिरादरी के पंजाब प्रधान पंजाब इरफान अली सलमानी, महासचिव मुनीर हसन सलमानी ने बताया कि बिरादरी में शोक की लहर है।
बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए मुख्यालय में रहने के लिए अनिवार्य किया गया है, ताकि शासकीय कार्य समय पर और सुचारु रूप से संपन्न हो। वहीं, रामानुजगंज में विशेष विद्युत शिविर आयोजित कर 77 नए कनेक्शन जारी किए गए, बिजली बिल सुधारे गए और 13.40 लाख रुपये की वसूली भी की गई। बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में शासकीय कार्यों की सुचारुता सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है। कलेक्टर की अध्यक्षता में हुई साप्ताहिक समय-सीमा बैठक में स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि जिला, विकासखंड, संकुल और शाला स्तर के सभी अधिकारी, कर्मचारी और शिक्षक अपने पदस्थापना मुख्यालय में ही निवास करेंगे। कार्यालयीन समय का कड़ाई से पालन अनिवार्य जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा जारी आदेश के अनुसार, राज्य शासन द्वारा निर्धारित कार्यालयीन समय सुबह 10 बजे से शाम 5:30 बजे तक का कड़ाई से पालन अनिवार्य है। प्रशासन को शिकायतें मिली थीं कि कई अधिकारी-कर्मचारी समय पर कार्यालय में उपस्थित नहीं रहते, जिससे शासकीय कार्य प्रभावित हो रहे हैं। आदेश में यह भी बताया गया है कि पूर्व में भी समय पर उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए गए थे। अब कलेक्टर के निर्देश पर जिला स्तर पर एक निगरानी समिति गठित की गई है। यह समिति मुख्यालय में निवास की जांच कर रिपोर्ट संकलित करेगी। यदि किसी अधिकारी, कर्मचारी या शिक्षक के मुख्यालय में निवास न करने की पुष्टि होती है, तो उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। जिला शिक्षा अधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों से इन निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने को कहा है, ताकि शैक्षणिक और प्रशासनिक कार्यों में किसी प्रकार की बाधा न आए। रामानुजगंज शिविर में 77 नए बिजली कनेक्शन जारी रामानुजगंज वितरण केंद्र में विशेष विद्युत शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का मुख्य उद्देश्य नए विद्युत कनेक्शन जारी करना, बिजली बिलों में सुधार करना, पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना की जानकारी देना और बकायादार उपभोक्ताओं से लंबित राशि की वसूली करना था। शिविर के दौरान कुल 77 नए विद्युत कनेक्शन जारी किए गए। इसके अतिरिक्त, 17 त्रुटिपूर्ण बिजली बिलों में सुधार कर संशोधित बिल उपभोक्ताओं को दिए गए। पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के तहत लोगों को अपने घरों की छतों पर सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने के लिए भी प्रेरित किया गया। बकायादार 748 उपभोक्ताओं से कुल 13.40 लाख रुपये की वसूली की गई। वहीं, बकाया राशि का भुगतान न करने वाले 48 उपभोक्ताओं के विद्युत कनेक्शन काट दिए गए। यह शिविर नगर पालिका अध्यक्ष रमन अग्रवाल की मांग पर आयोजित किया गया था। शिविर में पार्षद अर्जुन दास, पार्षद सुमित गुप्ता, पार्षद अशोक जायसवाल सहित बड़ी संख्या में विद्युत उपभोक्ता उपस्थित रहे। कार्यक्रम में बलरामपुर के कार्यपालन अभियंता प्रकाश कुमार अग्रवाल, सहायक अभियंता, कनिष्ठ अभियंता और अन्य विभागीय कर्मचारी भी मौजूद थे।
मंदसौर शहर के जीवागंज क्षेत्र में 14 दिसंबर को दिनदहाड़े 1 वर्षीय बालक के अपहरण का मामला सामने आया था। पीड़िता के अनुसार, तीन आरोपी उसके घर पहुंचे, जो पहले से परिचित थे। उन्होंने बच्चे को खिलाने के बहाने अपने पास लिया और पशुपतिनाथ मंदिर दर्शन चलने की बात कही। पीड़िता अपनी एक अन्य पुत्री के साथ आरोपियों की गाड़ी में बैठी। आरोप है कि कुछ दूरी पर पहुंचते ही आरोपियों ने वाहन को जबरन सीतामऊ रोड की ओर मोड़ दिया। महिला द्वारा विरोध करने पर आरोपियों ने उसके साथ धक्का-मुक्की की और महिला व उसकी पुत्री को सड़क पर उतार दिया। इसके बाद आरोपी 1 वर्षीय बालक को अपने साथ लेकर फरार हो गए। मोबाइल बंद कर संपर्क तोड़ा घटना के बाद आरोपियों ने मोबाइल फोन के माध्यम से शामगढ़ आने की जानकारी दी, लेकिन वहां पहुंचने पर वे नहीं मिले। कुछ समय बाद आरोपियों के मोबाइल फोन भी बंद हो गए। पीड़िता की शिकायत पर सिटी कोतवाली थाना में धारा 137 बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया। इसके बाद संभावित ठिकानों पर तलाश शुरू की गई। राजस्थान से बालक की बरामदगी जांच के दौरान आरोपियों की लोकेशन राजस्थान के नागौर जिले के मेड़ता शहर में मिलने पर टीम वहां पहुंची। कार्रवाई के दौरान अपहृत 1 वर्षीय बालक को सकुशल बरामद कर लिया गया और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस के अनुसार, आरोपियों को न्यायालय में पेश कर दिया गया है। मामले से जुड़े अन्य पहलुओं की जांच जारी है।
दौसा जिले की मीणा सीमला ग्राम पंचायत के सरपंच द्वारा जातिसूचक टिप्पणी करने का मामला सामने आया है। एक युवक ने सरपंच के खिलाफ सदर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है तो वहीं सामाजिक संगठनों ने एसपी को ज्ञापन सौंपकर 24 घंटे में गिरफ्तारी की मांग की। इसके बाद मंगलवार शाम को कलेक्ट्रेट के गेट पर धरना शुरू कर दिया है। सोशल मीडिया पर भी सरपंच की गिरफ्तारी मांग उठ रही है। ऐसे में पुलिस-प्रशासन भी मामले को लेकर सतर्क हो गया है। यह था मामलादरअसल, 14 दिसंबर को दौसा के सिंगवाडा रोड स्थित नाथ समाज छात्रावास में नाथ समाज की प्रदेश स्तरीय चुनाव को लेकर आयोजित मीटिंग में सरपंच ने भाषण के दौरान जातिसूचक टिप्पणी कर दी थी। इसका वीडियो सामने आने के बाद लोग सरपंच के विरोध में उतर गया। इसके बाद मामला बढ़ता देख सरपंच ने वीडियो जारी कर टिप्पणी पर खेद जताते हुए माफी मांग ली थी। सदर थाने में दर्ज कराई रिपोर्टइसके विरोध में सतीश ने सदर थाने में सरपंच के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया कि नाथ समाज छात्रावास में मीटिंग में नाथ समाज के जिलाध्यक्ष शिवचरण योगी ने सार्वजनिक रूप से गलत टिप्पणी की। इससे समाज के लोगों में रोष व्याप्त है। ऐसे व्यक्ति सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने का कार्य कर रहे हैं। कलेक्ट्रेट पर शुरू किया धरनाहालांकि 24 घंटे बाद भी सरपंच की गिरफ्तारी नहीं होने से नाराज संगठनों से जुडे युवा मंगलवार रात कलेक्ट्रेट के मुख्य गेट पर धरने पर बैठ गए। धरनार्थियों ने बताया कि मामले में पुलिस को 24 घंटे का समय दिया गया था, इसके बावजूद गिरफ्तारी नहीं की गई। इससे समाज में रोष व्याप्त है। ऐसे में जब तक सरपंच को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, तब तक धरना जारी रहेगा। साथ ही चेतावनी दी है कि जल्द गिरफ्तारी नहीं होने पर आंदोलन और तेज किया जाएगा।
भिवानी जिले में अब आवारा कुत्तों की नसबंदी और टीकाकरण का काम जल्दी शुरू होगा। डीसी साहिल गुप्ता ने इसके लिए अधिकारियों को आदेश दे दिए हैं, ताकि कुत्तों की आबादी को कंट्रोल किया जा सके और उन्हें बीमारियों से बचाया जा सके। उन्होंने संबंधित विभागों को इस संबंध में तेजी लाने को कहा। डीसी गुप्ता मंगलवार को लघु सचिवालय स्थित वीसी रूम में आवारा कुत्तों की जनसंख्या नियंत्रण पर संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दे रहे थे। उन्होंने बताया कि सर्वोच्च न्यायालय ने हाल ही में आवारा कुत्तों द्वारा विशेषकर छोटे बच्चों को काटे जाने के भय के चलते जनसंख्या नियंत्रण और रेबीज मुक्त अभियान चलाने का आदेश दिया था। सरकार इन आदेशों पर गंभीरता से कदम उठा रही है। नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश डीसी ने खेल विभाग, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षण संस्थाओं, बस स्टैंड, रेलवे, कॉलेज, विश्वविद्यालय और नेशनल हाईवे को अपने-अपने परिसर क्षेत्रों में नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिए। नेशनल हाईवे को डिस्प्ले बोर्ड लगाकर आवश्यक कार्रवाई करने के लिए भी कहा गया है। पशुपालन विभाग की देखरेख में होगा टीकाकरण इस दौरान जिला नगर आयुक्त गुलजार मलिक ने बताया कि आवारा कुत्तों को पकड़ने, उन्हें अस्थाई शेल्टर होम तक पहुंचाने और टीकाकरण के बाद वापस उसी जगह पर छोड़ने के लिए नगर परिषद प्रशासन द्वारा टेंडर जारी कर दिया गया है। नसबंदी और रेबीज मुक्त टीकाकरण का काम एक एजेंसी करेगी, जो पशुपालन विभाग की देखरेख में होगा। हेल्पलाइन नंबर किया जारी एजेंसी द्वारा रोहतक रोड पर गांव रिवाड़ी खेड़ा के पास एक अस्थाई शेल्टर होम स्थापित किया जा रहा है। नगर परिषद ने नंदीशाला के पास आवारा कुत्तों के लिए शेल्टर हेतु जगह भी चिह्नित की है। जिला नगर आयुक्त गुलजार मलिक ने यह भी बताया कि नागरिक आवारा कुत्तों की नसबंदी और टीकाकरण के लिए हेल्पलाइन नंबर 9817101199 पर संपर्क कर सकते हैं।
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने बीजेपी सरकार के दो साल के कार्यकाल पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा है कि 70 प्रतिशत वादे पूरे करने का दावा हवा हवाई है। मैं मुख्यमंत्री से बहस के लिए तैयार हूं, समय और स्थान मुख्यमंत्री बता दें। इस सरकार के बनने के बाद राजस्थान पर 1.55 लाख करोड़ का कर्ज बढ़ गया है, यह कर्ज आगे और बढ़ेगा। हर राजस्थानी पर एक लाख का कर्ज है। जूली जयपुर आवास पर मीडिया से बातचीत कर रहे थे। जूली ने कहा- बीजेपी सरकार ने दो बजट में 1727 बजट घोषणाएं की हैं, उनमें से केवल 754 बजट घोषणा ही पूरी हुई हैं, 1256 बजट घोषणाएं अभी भी अधूरी हैं जिन पर काम ही पूरा नहीं हआ। 760 बजट घोषणाएं ऐसी हैं, जिन पर अभी तक कोई काम नहीं हुआ है। बीजेपी राज में सरकारी स्कूलों में नामांकन घटे जूली ने कहा- बीजेपी राज में सरकारी स्कूलों में नामांकन घटे हैं, स्टूडेंट्स की संख्या कम हुई है। साल 2023- 24 में सरकारी स्कूलों में 1.67 करोड़ स्टूडेंट थे, जो 2024- 25 में घटकर 1.62 करोड़ रह गए हैं, इनमें 5 लाख विद्यार्थियों की कमी आई है। इस सरकार ने चार लाख नौकरियां देने का वादा किया था, लेकिन दो साल में 95 हजार नौकरी दी हैं और वो भी वे नौकरियां है जो हमारे समय की प्रक्रिया में चल रही थी। 35 लाख करोड़ के एमओयू पर जवाब ही नहीं देती सरकार जूली ने कहा- सरकार का दावा है कि 35 लाख करोड़ के एमओयू हुए हैं और 8 लाख करोड़ के एमओयू जमीन पर उतार दिए हैं। सरकार को इसकी जानकारी नहीं है कि 8 लाख करोड़ के एमओयू जमीन पर उतार दिए। जब हम सरकार से विधानसभा में सवाल करते हैं तो कोई जवाब नहीं मिलता है। आरटीआई के जरिए भी इसका कोई जवाब नहीं दिया जा रहा है। किसानों की आय दोगुनी का वादा अधूरा नेता प्रतिपक्ष ने कहा- 2025 तक सभी घरों में नल से जल देने और 25 लाख कनेक्शन देने का वादा था, लेकिन अब तक सिर्फ 9 लाख कनेक्शन ही दिए गए। MSP पर खरीद दोगुनी करने का वादा पूरा नहीं हुआ। बाजरे की MSP पर खरीद का दावा झूठा साबित हुआ। तबादल नीति नहीं बनी, स्टूडेंट के यूनिफॉर्म का पैसा किया आधा जूली ने कहा- तबादला नीति की घोषणा की गई, लेकिन आज तक कोई नीति नहीं बनी। स्टूडेंट्स को यूनिफॉर्म के लिए 1200 रुपए देने का वादा झूठा निकला, एससी-एसटी के विद्यार्थियों को केवल 600 रुपए दिए जा रहे हैं, ओबीसी और सामान्य वर्ग को इससे बाहर कर दिया। पशुओं का बीमा अधूरा है, हमारे समय में 80 लाख पशु पंजीकृत थे। इस सरकार ने केवल 20 लाख पशुओं का ही बीमा किया। शिक्षा विभाग में सभी एक लाख पद भरने का वादा किया गया, लेकिन आज भी हजारों पद खाली हैं। गुजरात, हरियाणा की तर्ज पर पेट्रोल-डीजल सस्ता करने का वादा पूरा नहीं उन्होंने कहा- IIT और AIIMS की तर्ज पर नए संस्थान खोलने का वादा किया लेकिन इस सरकार ने केवल नाम बदले। किसानों की जमीन नीलामी पर रोक लगाने का कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। गुजरात और हरियाणा की तर्ज पर पेट्रोल-डीजल सस्ता करने का वादा भी पूरा नहीं हुआ।
छत्तीसगढ़ सरकार ने जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने की प्रक्रिया को पूरी तरह डिजिटल कर दिया है। अब राज्य में सभी जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र केवल ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से ही जारी किए जा रहे हैं। भारत सरकार के महापंजीयक कार्यालय नई दिल्ली ने साल 2023 में संशोधित पोर्टल के सफल क्रियान्वयन के बाद यह व्यवस्था लागू की है। संशोधित जन्म–मृत्यु पंजीकरण अधिनियम 1969 के तहत अक्टूबर 2023 के बाद जन्म लेने वाले सभी बच्चों के लिए जन्म प्रमाण पत्र ही जन्म तिथि का एकमात्र वैध दस्तावेज माना जाएगा। इससे पहचान से जुड़े दस्तावेजों में स्पष्टता और एकरूपता सुनिश्चित हुई है। वहीं, अक्टूबर 2023 से पहले जन्मे बच्चों के लिए पहले की तरह अन्य वैकल्पिक दस्तावेज मान्य रहेंगे। पहले से जारी ऑफलाइन प्रमाण पत्रों को भी अब पोर्टल पर डिजिटल रूप में सुरक्षित किया जा सकता है। तकनीकी समस्याओं का समाधान, पोर्टल पूरी तरह सुचारु राज्य में अक्टूबर 2023 से सभी जन्म प्रमाण पत्र ऑनलाइन जारी किए जा रहे हैं। शुरुआती दौर में आई तकनीकी दिक्कतों को समय रहते दूर कर लिया गया है। वर्तमान में पोर्टल पूरी तरह सुचारु रूप से कार्य कर रहा है। भारत सरकार के महापंजीयक कार्यालय की तरफ से लगातार तकनीकी सहयोग और मार्गदर्शन भी उपलब्ध कराया जा रहा है। रजिस्ट्रार को मिला प्रशिक्षण, जिलों में भी हो रहे कार्यक्रम व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए राज्य के सभी जन्म–मृत्यु रजिस्ट्रार को पोर्टल संचालन का प्रशिक्षण दिया गया है। जरूरत के अनुसार जिला स्तर पर भी नियमित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, ताकि नागरिकों को प्रमाण पत्र बनवाने में किसी प्रकार की परेशानी न हो। आधार से जुड़ी प्रक्रियाओं में भी आएगी एकरूपता राज्य सरकार ने आधार कार्ड निर्माण से संबंधित प्रक्रियाओं में एकरूपता लाने के लिए सभी संबंधित एजेंसियों को स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी करने का अनुरोध किया है। इससे नागरिकों को सही और समय पर दस्तावेज मिल सकेंगे। डिजिटल सेवाओं की दिशा में बड़ा कदम यह पहल छत्तीसगढ़ में डिजिटल सेवाओं के विस्तार, प्रशासनिक दक्षता और नागरिक सुविधा को बढ़ाने की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है। इससे आम लोगों को तेज, सुरक्षित और भरोसेमंद सेवाएं उपलब्ध हो रही हैं।
प्रयागराज में गैंगवार में एक हिस्ट्रीशीटर की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। कंचनपुर के पास बाइक सवार 2 से 3 बदमाशों ने इस वारदात को अंजाम दिया। बदमाश पहले से घात लगाकर बैठे थे। हिस्ट्रीशीटर बाइक से आ रहा था। बदमाशों ने रोककर सिर में गोली मार दी। मौके पर ही हिस्ट्रीशीटर की मौत हो गई। हिस्ट्रीशीटर जमानत पर बाहर चल रहा था। 2 साल पहले एक गैंगवार एक हिस्ट्रीशीटर की हत्या कर दी थी। उसी मामले में जेल में बंद था। दूसरे गैंग के लोगों ने कसम मारने की कसम खाई थी। उसी को लेकर हत्या की गई है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। घटना मऊ आइमा थाना क्षेत्र के कंचनपुर के पास की है। 2 तस्वीरें देखिए... अब जानिए पूरा मामलाहिस्ट्रीशीटर अफसर अहमद रईसुल जमा का बेटा था। वह मूल रूप से प्रतापगढ़ के जगदलपुर थाना देहलूपुर का निवासी था। इस समय वह प्रयागराज के मारखा मऊ में अपनी ससुराल में रहता था। अफसर अहमद सोरांव से अपने घर मारखा मऊ लौट रहा था। जानकारी के मुताबिक, अफसर आमतौर पर सफारी गाड़ी से चलता था, लेकिन आज वह बाइक से आ रहा था। कंचनपुरा चौराहे से पहले घात लगाए 2-3 बदमाशों ने उसे रोक लिया। इसके बाद उसके सिर में गोली मार दी। मौके पर ही उसकी मौत हो गई। फिलहाल पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच में जुटी है, आरोपियों की तलाश के लिए टीमें गठाई गई हैं। इलाके में दहशत का माहौल है। दो साल पुराने नसीम हत्याकांड में मुख्य आरोपी था मृतकपुलिस इस हत्या को दो साल पुराने नसीम हत्याकांड से जोड़कर देख रही है। 9 जनवरी 2024 को मारखा मऊ निवासी नसीम अहमद और अफसर अहमद के बीच गैंगवार हुआ था। दोनों पक्षों के बीच मारपीट और गोली बारी हुई थी। जिसमें नसीम अहमद की मौत हो गई। पुलिस के अनुसार नसीम और अफसर के बीच क्षेत्र में वर्चस्व को लेकर लंबे समय से तनातनी चल रही थी। इसी गैंगवार के दौरान नसीम की मौत हो गई थी। नसीम की मौत के बाद उसके गैंग के लोगों ने अफसर को मारने की कसम खाई थी। कुछ दिन पहले जमानत पर बाहर आया था मृतक इस हत्याकांड में अफसर अहमद आरोपी बना था। जेल भी गया था। अभी कुछ दिन पहले जमानत पर बाहर आया था। पुलिस मान रही है कि उसी हत्याकांड की रंजिश में अफसर अहमद की हत्या को अंजाम दिया गया है। पुलिस ने इस मामले में 19 जनवरी 2024 को मुकदमा संख्या 13/24 दर्ज किया था। तब से अफसर जेल में था। अफसर के खिलाफ 10 से ज्यादा मुकदमे दर्ज थे। इस घटना के संबंध में एसीपी फूलपुर विवेक यादव ने बताया- बदमाशों ने अफसर अहमद को गोली मारने की सूचना मिली है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।
दीपका के सुभाष नगर में पानी की समस्या:निवासियों ने सीएमओ को सौंपा ज्ञापन, तत्काल सुधार की मांग
कोरबा के नगर पालिका परिषद दीपका के अंतर्गत आने वाले वार्ड क्रमांक 5 सुभाष नगर के निवासी पिछले कुछ दिनों से पानी की समस्या का सामना कर रहे हैं। वार्ड में पुराना ज्ञान विज्ञान स्कूल के पास स्थित जल आपूर्ति बोरवेल खराब हो गया है। बोरवेल के खराब होने के कारण इसके आसपास के दर्जनों घरों में पानी की आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गई है। इससे वार्डवासियों में असंतोष है और उन्हें दैनिक कार्यों के लिए पानी नहीं मिल पा रहा है। सुभाष नगर के निवासियों ने CMO को सौंपा ज्ञापन पानी की किल्लत से प्रभावित सुभाष नगर के निवासियों ने आज नगर पालिका परिषद दीपका के मुख्य नगर पालिका अधिकारी (CMO) को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में उन्होंने अपनी गंभीर समस्या को उजागर करते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की है। पानी की आपूर्ति न होने से इलाके के लोग परेशान निवासियों ने बताया कि बोरवेल पर निर्भर कई परिवारों को खाना बनाने, नहाने और साफ-सफाई जैसे दैनिक कार्यों के लिए पानी नहीं मिल पा रहा है, जिससे उनकी परेशानियां बढ़ गई हैं। बच्चों को सुबह स्कूल जाने और लोगों को काम पर जाने में भी दिक्कत हो रही है। वार्ड के निवासी रिंकू खान ने बताया कि पानी की आपूर्ति न होने के कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने पानी टैंकर की व्यवस्था की भी मांग की। कुछ लोगों के घरों में निजी बोर और कुएं हैं, जहां से आसपास के लोग पानी लेकर काम चला रहे हैं, लेकिन उन्हें भी कठिनाई हो रही है। निवासियों ने नगर पालिका प्रशासन से इस समस्या को प्राथमिकता से हल करने की अपील की है।
बागपत पुलिस ने ललितपुर जिला कारागार में बंद कुख्यात हिस्ट्रीशीटर ज्ञानेन्द्र ढाका से करीब एक घंटे तक पूछताछ की। यह पूछताछ जेल के भीतर से मोबाइल फोन के जरिए एक स्कूल प्रबंधक से 20 लाख रुपए की रंगदारी मांगने के मामले को लेकर की गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार, 4 नवंबर को ज्ञानेन्द्र ढाका ने ललितपुर जेल से बागपत के ढिकोली गांव स्थित सीवीएसएम स्कूल के प्रबंधक कृष्णपाल राणा को फोन किया था। उसने उनसे 20 लाख रुपए की रंगदारी मांगी और रकम न देने पर उनके बेटे की हत्या करने की धमकी दी थी। इस संबंध में स्कूल प्रबंधक ने बागपत में ज्ञानेन्द्र ढाका के खिलाफ रंगदारी का मुकदमा दर्ज कराया था। उल्लेखनीय है कि ज्ञानेन्द्र ढाका को 28 अक्टूबर को हिस्ट्रीशीटर प्रवीण उर्फ बब्बू की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद उसे ललितपुर जिला कारागार भेजा गया, जहां वह बीते छह महीनों से बंद है। जेल के अंदर से रंगदारी मांगने का मामला सामने आने के बाद ललितपुर कारागार प्रशासन में हड़कंप मच गया था। जांच में ज्ञानेन्द्र ढाका तक मोबाइल फोन पहुंचाने की पुष्टि होने पर जेलर समेत दो वार्डनों को निलंबित कर दिया गया था। वर्तमान में ज्ञानेन्द्र ढाका को ललितपुर कारागार की तन्हाई बैरक में रखा गया है। जेल अधीक्षक ने बताया कि बागपत जिले से एक उपनिरीक्षक (दरोगा) पूछताछ के लिए जेल पहुंचे थे। उन्होंने आरोपी से लगभग एक घंटे तक गहन पूछताछ की।
पाली में हाईवे पर लगा लंबा जाम:गैस का टैंकर पलटा, जाम लगने से यात्री परेशान
पाली में गुंदोज के निकट हाईवे पर मंगलवार दोपहर को घरेलू गैस से भरा एक टैंकर असंतुलित होकर डिवाइडर पर पलट गया। हादसे में टैंकर का अगला हिस्सा भी अलग हो गया। इस हादसे के चलते हाईवे पर जाम लग गया। वाहनों की लम्बी कतार सड़क के दोनों तरफ लग गई। मौके पर कम्पनी के प्रतिनिधि को बुलाया गया ताकि सुरक्षित तरीके से गैस से भरे टैंकर को सड़क किनारे किया जा सके। रात नौ बजे तक यहां जाम जैसी स्थिति रही। वाहनों की लम्बी कतार लगने से लोग परेशान नजर आए। बताया जा रहा है कि हादसे के चलते चार-पांच घंटे से जाम जैसी स्थिति बनी हुई है। मामले में गुंदोज चौकी प्रभारी समुंदरसिंह ने कहा कि मौके पर कम्पनी के प्रतिनिधि को बुलाया गया है। ताकि गैस के टैंकर को सही सलामत सड़क किनारे करवाकर यातायात सुचारू किया जा सके। इस हादसे में टैंकर का ड्राइवर भी घायल हो गया। जिसे हॉस्पिटल ले जाया गया।
दुर्ग जिले में डायल 112 पुलिस वाहन पर तलवार से हमला करने के मामले में भिलाई के युवक को दोषी ठहराया गया है। सत्र न्यायाधीश के. विनोद कुजूर की कोर्ट ने उसे हत्या के प्रयास, सरकारी काम में बाधा डालने, आर्म्स एक्ट और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने जैसे गंभीर अपराधों के लिए कुल 7 साल की सश्रम जेल की सजा सुनाई। ये सजा सभी अपराधों के लिए एक साथ लागू होगी। यह मामला 20 जून 2023 की शाम का है। थाना वैशाली नगर क्षेत्र अंतर्गत रामनगर मुस्लिम कब्रिस्तान के पास डायल 112 की पेट्रोलिंग चल रही थी। इसी दौरान एक युवक खुलेआम तलवार लहराते हुए गाली-गलौज कर रहा था। मौके पर पहुंचे डायल 112 वाहन चालक अमन कुमार साहू और आरक्षक विजय नाग ने उसे समझाने का प्रयास किया, लेकिन आरोपी और उग्र हो गया। आरोपी ने तलवार से पुलिस वाहन पर किया वार आरोपी ने तलवार से डायल 112 वाहन पर कई वार किए, जिससे वाहन के आगे और पीछे के कांच टूट गए। टूटे कांच के टुकड़े चालक अमन साहू के चेहरे और आंख के पास लगे, जिससे वह घायल हो गया। आरोपी ने चलते वाहन के पीछे दौड़ते हुए भी तलवार से हमला किया। नशे की हालत में दोषी ने वारदात को दिया अंजाम दोषी करार दिए गए आरोपी की पहचान थानू यादव उर्फ अक्कू (लगभग 21 वर्ष) के रूप में हुई है। वह मुस्लिम कब्रिस्तान के पास, लक्ष्मी किराना स्टोर्स के पास, केम्प-1, भिलाई, थाना छावनी, जिला दुर्ग का निवासी है। बताया गया कि वारदात के वक्त आरोपी नशे की हालत में था। कोर्ट में डायल 112 चालक अमन कुमार साहू और आरक्षक विजय नाग के बयानों के साथ मेडिकल सबूत भी प्रस्तुत किए गए। शासकीय अस्पताल सुपेला की डॉक्टर श्रेया द्विवेदी ने चोटों की पुष्टि की, हालांकि उन्हें साधारण प्रकृति का बताया। तलवार की अवैध बरामदगी और सरकारी वाहन को नुकसान पहुंचाने के तथ्य भी कोर्ट में प्रमाणित हुए। लोक अभियोजक के तर्क राज्य की ओर से प्रकरण की पैरवी लोक अभियोजक एम.के. दिल्लीवार ने की। उन्होंने कोर्ट में दलील दी कि आरोपी का कृत्य अत्यंत गंभीर है, जिसमें शासकीय कर्मचारी की जान को खतरे में डाला गया और लोक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया। ऐसे अपराध में नरमी समाज के लिए गलत संदेश होगा। कोर्ट की सख्त टिप्पणी सजा सुनाते हुए कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट के फैसलों का हवाला देते हुए कहा कि कम दंड देने से न्याय व्यवस्था पर आमजन का विश्वास कमजोर होता है। अपराध की प्रकृति और उसके प्रभाव को देखते हुए कठोर दंड आवश्यक है। अदालत ने सुनाई सजा न्यायालय ने आरोपी को विभिन्न धाराओं में दोषी पाते हुए कुल मिलाकर 7 वर्ष का सश्रम कारावास, अलग-अलग धाराओं में अतिरिक्त सजा और अर्थदंड से दंडित किया। सभी सजाएं साथ-साथ चलेंगी। आरोपी जमानत पर था, जिसे निरस्त कर उसे केन्द्रीय कारागार दुर्ग भेजने के आदेश दिए । अदालत ने आरोपी की जमानत निरस्त करते हुए उसे केन्द्रीय जेल दुर्ग भेजने के आदेश दिए।
फतेहाबाद जिले के टोहाना शहर पुलिस ने एक मोटिवेशनल महिला स्पीकर की सोशल मीडिया पोस्ट पर अश्लील कमेंट करने के आरोप में एक व्यक्ति को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पीड़ित महिला ने 1 दिसंबर को पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि वह महिला सशक्तिकरण पर इंस्टाग्राम पर पोस्ट डालती हैं। उनका उद्देश्य महिलाओं को समाज में बराबरी का हक दिलाना है। हालांकि, आरोपी सिद्धांत आनंद ने उनके डिजिटल प्लेटफॉर्म पर अश्लील और लैंगिक आभास वाली टिप्पणियां कर उनकी छवि खराब करने तथा महिलाओं को नीचा दिखाने का प्रयास किया। होटल मैनेजमेंट का छात्र है आरोपी आरोपी की पहचान ईस्ट दिल्ली के त्रिलोकपुरी निवासी 23 वर्षीय सिद्धांत आनंद के रूप में हुई है, जो होटल मैनेजमेंट का छात्र है। जांच अधिकारी पीएसआई रजत कुमार ने बताया कि पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि उसकी पुरुषवादी सोच के कारण वह महिलाओं को पुरुषों से आगे नहीं देख सकता, जिसके चलते उसने यह गलत कमेंट की थी। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से कमेंट करने में इस्तेमाल किया गया मोबाइल भी बरामद कर लिया है। कल कोर्ट में किया जाएगा पेश पुलिस ने आरोपी सिद्धांत आनंद के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 75(2), 75(3), 78, 79 और आईटी एक्ट 2000 की धारा 67 के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी। आरोपी को बुधवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा, जिसके बाद उसे जेल भेजा जाएगा।
सीहोर जिले के उमरपुर गांव में अवैध खनन ग्रामीणों के लिए बड़ी मुसीबत बन गया है। खनन के दौरान हो रहे तेज विस्फोटों से गांव के कच्चे मकानों की छतों पर पत्थर गिर रहे हैं, जिससे जान-माल का खतरा बना हुआ है। विस्फोटों से उठने वाली धूल और मिट्टी ने गांव के लोगों को गंभीर बीमारियों की चपेट में ला दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि लगातार उड़ती धूल के कारण दमा, एलर्जी और टीबी जैसी बीमारियां फैल रही हैं। अब तक धूल के कारण हो रही बीमारियों से गांव के 9 लोगों की मौत हो चुकी है। हालात इतने खराब हो गए हैं कि लोग ढंग से खाना तक नहीं खा पा रहे हैं। जनसुनवाई में पहुंचे ग्रामीणमंगलवार को ग्राम पंचायत सेंधोखेड़ी के उमरपुर गांव के लोग जनसुनवाई में पहुंचे और खनिज विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। ग्रामीणों ने बताया कि खसरा नंबर 103 की लगभग 7.851 हेक्टेयर भूमि पर केशर नामक व्यक्ति द्वारा बड़े पैमाने पर अवैध खनन किया जा रहा है। उत्खनन के दौरान किए जा रहे विस्फोटों से आसपास के गांव भी हिल जाते हैं और भूकंप जैसे झटके महसूस होते हैं। घरों की छत पर गिरते हैं कंकड़ पत्थरग्रामीणों ने बताया कि 9 दिसंबर को सुबह 11 से 12 बजे के बीच हुए एक तेज विस्फोट से कई घरों की छतों पर पत्थर गिरे और पूरे गांव में धूल का गुबार फैल गया। सरपंच और ग्रामवासियों ने इस मामले की शिकायत एसडीएम और खनिज विभाग के अधिकारियों से कई बार की, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। ग्रामीणों का आरोप है कि अवैध खनन से पर्यावरण को भी भारी नुकसान हो रहा है, लेकिन पर्यावरण विभाग भी कार्रवाई से दूर बना हुआ है। महिलाओं ने बताया कि गांव में फैली बीमारियों और डर के कारण लड़के-लड़कियों के विवाह तक रुक गए हैं। न तो कोई अपनी बेटी इस गांव में देना चाहता है और न ही यहां की बीमार लड़कियों से शादी करने को तैयार है।
स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने थर्ड ग्रेड एक टीचर को मंगलवार को अरेस्ट किया है। डमी कैंडिडेट बैठाकर उसने सरकारी नौकरी हासिल की। पांच लाख रुपए में सौदा तय कर देवी लाल निवासी सिणधरी बालोतरा ने डमी कैंडिडेट से एग्जाम पास करवाई। एसओजी टीम फिलहाल गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ कर रही है। एडीजी (एसओजी) विशाल बंसल ने बताया- थर्ड ग्रेड टीचर देवी लाल (25) पिता तुलसाराम निवासी सिणधरी बालोतरा को अरेस्ट किया है। बायतु के राजकीय प्राथमिक स्कूल में पोस्टेडदेवी लाल बालोतरा के बायतु स्थित राजकीय प्राथमिक स्कूल में थर्ड ग्रेड टीचर की पोस्ट पर लगा हुआ है। एसओजी को सूचना मिली कि आरोपी टीचर देवी लाल ने डमी कैंडिडेट बैठाकर सरकारी नौकरी हासिल की थी। एसओजी के सूचना को डवलप करने पर एग्जाम फॉर्म में लगे फोटो-सिग्नेचर संदिग्ध मिले। 5 लाख रुपए में किया था सौदाजांच करने पर पता चला कि आरोपी टीचर देवी लाल की जगह देवी राम ने डमी कैंडिडेट बैठकर परीक्षा दी थी। एग्जाम पास कराने के एवज में 5 लाख रुपए में सौदा तय किया था। एग्जाम देने के बाद 3 लाख रुपए दिए थे। एसओजी में शिकायत का पता चलने पर आरोपी देवी स्कूल में भी गैरहाजिर होकर फरार हो गया। एसओजी टीम ने मंगलवार दोपहर दबिश देकर फरार टीचर देवी लाल को अरेस्ट किया।
राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर के निर्देशों के तहत आगामी 21 दिसंबर 2025 को आयोजित होने वाली इस वर्ष की अंतिम राष्ट्रीय लोक अदालत को सफल बनाने के उद्देश्य से मंगलवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, खैरथल-तिजारा द्वारा एक समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जिला एवं सेशन न्यायाधीश मीनाक्षी शर्मा ने की। यह बैठक हाइब्रिड मोड में आयोजित हुई, जिसमें जिला मुख्यालय सहित जिले के सभी तालुकाओं के न्यायिक अधिकारियों ने ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम से भाग लिया। जिला एवं सेशन न्यायाधीश मीनाक्षी शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि लोक अदालतें भारतीय न्याय व्यवस्था का एक सशक्त माध्यम हैं, जो न केवल मुकदमों का निस्तारण करती हैं, बल्कि पक्षकारों के बीच आपसी सौहार्द भी बनाए रखती हैं। उन्होंने सभी न्यायिक अधिकारियों को आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत के लिए 'मिशन मोड' में कार्य करने का निर्देश दिया। शर्मा ने इस बात पर जोर दिया कि न्यायालयों में लंबित पुराने प्रकरणों और प्री-लिटिगेशन मामलों को अधिक से अधिक संख्या में चिन्हित किया जाना चाहिए। न्यायाधीश शर्मा ने स्पष्ट किया कि जब कोई मामला राजीनामे के माध्यम से सुलझता है, तो उसमें किसी की हार नहीं होती, बल्कि दोनों ही पक्ष जीतते हैं। यही लोक अदालत की वास्तविक सफलता है। उन्होंने अधिकारियों से अधिवक्ताओं और पक्षकारों के साथ समन्वय स्थापित कर उन्हें राजीनामे के लिए प्रेरित करने को कहा। उनका मुख्य ध्येय न्यायालयों पर बढ़ते मुकदमों के बोझ को कम करना और न्याय की प्रतीक्षा कर रहे अंतिम व्यक्ति तक त्वरित राहत पहुंचाना है। मीनाक्षी शर्मा ने विशेष रूप से यह सुनिश्चित करने को कहा कि लोक अदालत के दिन अधिक से अधिक मामलों का निस्तारण हो, ताकि वर्ष का समापन एक सकारात्मक संदेश के साथ किया जा सके। इस दौरान, बैठक में मौजूद तालुका विधिक सेवा समिति, किशनगढ़ बास के अध्यक्ष जे.पी. मीणा और प्राधिकरण के अन्य अधिकारियों ने भी अपने सुझाव दिए और लोक अदालत की तैयारियों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
लुधियाना के ताजपुर रोड स्थित सेंट्रल जेल में मंगलवार रात करीब 7 बजे कैदियों के बीच किसी बात को लेकर झड़प हो गई। इसी दौरान अधिकारी रूटीन चेकिंग के लिए जेल के अंदर पहुंचे, तो कैदियों ने एक पुलिसकर्मी पर हमला कर दिया गया। हमले की सूचना मिलते ही जेल सुपरिटेंडेंट कुलवंत सिद्धू मौके पर पहुंचे और हालात शांत करने की कोशिश की। इसी दौरान एक कैदी ने जेल सुपरिटेंडेंट के सिर पर ईंट मार दी, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं। घायल अवस्था में उन्हें तुरंत एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। मामले की जानकारी जेल मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर तक भी पहुंच गई है। उन्होंने जेल अधिकारियों से पूरी स्थिति की रिपोर्ट तलब की है। वहीं, पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा समेत वरिष्ठ अधिकारी जेल परिसर में मौजूद हैं और हालात पर नजर रखी जा रही है। उधर, जेल से रिहा होकर बाहर आए एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि एक बैरेक के करीब 200 से 250 कैदियों ने पुलिस वालों पर हमला किया है। यह व्यक्ति किसी केस में अंदर था और उसकी मंगलवार को ही जमानत हुई है। 3 पॉइंट में जानिए पूरा मामला.... सेंट्रल जेल के बाहर का माहौल तनावपूर्ण घटना के तुरंत बाद सेंट्रल जेल के बाहर माहौल तनावपूर्ण हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जेल परिसर के अंदर से करीब 20 मिनट तक सायरन की आवाजें सुनाई देती रहीं, जिससे स्थिति की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है। रात होते ही पुलिस और जेल प्रशासन के आला अधिकारियों की गाड़ियों का जेल के बाहर तांता लग गया। कई वरिष्ठ अधिकारी लगातार जेल के अंदर और बाहर आते-जाते देखे गए। इसके साथ ही एम्बुलेंस और अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की भी सूचना है। हालांकि, इस पूरे घटनाक्रम को लेकर अब तक जेल प्रशासन या पुलिस की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। अधिकारी इस मामले पर फिलहाल चुप्पी साधे हुए हैं। लेकिन मौके पर मौजूद गाड़ियों की लगातार आवाजाही और आपातकालीन सायरन से यह स्पष्ट है कि सेंट्रल जेल के अंदर कोई बड़ी और गंभीर घटना हुई है।

