भारतीय एयरलाइंस के लगभग 200-250 एयरक्राफ्ट्स पर तेज सोलर रेडिएशन का खतरा मंडरा है। न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक यह रेडिएशन एयरबस A320 फैमिली प्लेन को फ्लाइट कंट्रोल के लिए जरूरी डेटा पर असर डाल सकता है। इसलिए सोलर रेडिएशन की समस्या को ठीक करने के लिए सॉफ्वेटयर में बदलाव करने होंगे। इसके लिए संबंधित एयरक्राफ्ट को कुछ समय के लिए ग्राउंड करना होगा, जिससे ऑपरेशनल दिक्कतें आएंगी। भारत A320 फैमिली नैरो-बॉडी एयरक्राफ्ट के लिए एक बड़ा मार्केट है, और इंडिगो, एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस इन प्लेन्स को ऑपरेट करते हैं। डोमेस्टिक एयरलाइंस लगभग 560 ऐसे प्लेन ऑपरेट करती हैं। A320 फैमिली एयरक्राफ्ट में A320 CEOs और Neos, A321 CEOs और Neos शामिल हैं। सोलर रेडिएशन का प्लेन पर क्या असर होगा A320 फैमिली दुनिया की सबसे जयादा इस्तेमाल की जाने वाली सिंगल-आइल प्लेन फैमिली है। हजारों विमान इसी श्रेणी के हैं। एयरबस ने संकट चेतावनी (Alert Operators Transmission, AOT) जारी की है और कई विमानों में सॉफ्टवेयर अपडेट के अलावा जहां जरूरत हो उनमें हार्डवेयर प्रोटेक्शन लागू कराने का निर्देश दिया है। यह AOT यूरोपियन यूनियन एविएशन सेफ्टी एजेंसी (EASA) के इमरजेंसी एयरवर्थनेस डायरेक्टिव में दिखेगा। गौरतलब है कि अगर सोलर रेडिएशन से फ्लाइट-कंट्रोल डेटा गड़बड़ा जाए तो ऊंचाई, दिशा-निरोध, नियंत्रण जैसी बेहद अहम जानकारी गलत हो सकती है; इससे विमान संचालन में जोखिम हो सकता है। A320 फैमिली प्लेन की खासियत
गोरखपुर के सैयद मोदी रेलवे स्टेडियम में चल रही 69वीं अखिल भारतीय रेलवे वॉलीबॉल चैंपियनशिप–2025 के तीसरे दिन भी कई रोमांचक मुकाबले खेले गए। पूर्वोत्तर रेलवे खेल संघ के देखरेख में 26 नवम्बर से 2 दिसम्बर तक चल रही यह प्रतियोगिता खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन की गवाह बन रही है। पहले देखिए 2 तस्वीरें... पूर्व रेलवे ने दक्षिण रेलवे को 3-0 से हराया दिन के पहले मैच में पूर्व रेलवे की टीम ने शुरुआत से ही बेहतरीन लय पकड़ी और दक्षिण रेलवे को एक भी सेट नहीं लेने दिया। पहला सेट: 25–21 दूसरा सेट: 25–23 तीसरा सेट: 25–19 तीनों सेट जीतकर पूर्व रेलवे ने मुकाबला 3-0 से अपने नाम किया। मध्य रेलवे ने बनारस लोकोमोटिव कारखाना को हराया दूसरा मैच मध्य रेलवे और बनारस लोकोमोटिव कारखाना (BLW) के बीच खेला गया, जो काफी रोमांचक रहा। दोनों टीमों ने दमदार खेल दिखाया, लेकिन मध्य रेलवे ने लगातार तीनों सेट जीतकर मैच पर कब्जा कर लिया। पहला सेट: 25–18 दूसरा सेट: 25–21 तीसरा सेट: 25–22इसके साथ ही मध्य रेलवे ने मुकाबला 3-0 से जीतकर अगले चरण में अपनी दावेदारी मजबूत कर ली। राष्ट्रीय स्तर की इस चैंपियनशिप को देखने के लिए बड़ी संख्या में वॉलीबॉल प्रेमी और खिलाड़ी स्टेडियम में मौजूद रहे। दर्शकों के उत्साह ने खिलाड़ियों का मनोबल और बढ़ा दिया।
अलीगढ़ के थाना लोधा के गांव जतनपुर चिकावटी में किसान की बाउंड्रीवाल ध्वस्त करने पर ग्रामीणों ने एडीए की टीम के साथ नोकझोंक और हाथापाई कर दी। बुलडोजर लेकर ग्रामीणों के बीच में फंसे एडीए के अवर अभियंता ने किसी तरह पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह से एडीए की टीम को मौके से निकाला। अवैध निर्माण के खिलाफ चल रहा है अभियान एडीए ने लगातार अवैध निर्माण के खिलाफ अभियान चला रखा है। शुक्रवार को भी एडीए के अवर अभियंता अनिल सिंह टीम के साथ खेरेश्वर और उसके पास हो रहे अवैध निर्माण को ध्वस्त करने पहुंचे। खैर रोड पर वाटर पार्क के सामने अवैध तरीके से बन रही कॉलोनी को ध्वस्त करने के बाद टीम जतनपुर चिकावटी गांव पहुंच गई। प्लॉट पर किसान ने कराई थी बाउंड्री जतनपुर चिकावटी में टीम ने पहुंचकर एक प्लॉट पर हो रही बाउंड्री को तोड़ दिया। इसकी जानकारी पर ग्रामीण एकत्रित होने लगे। थोड़ी ही देर में किसान और महिलाएं भी मौके पर पहुंच गईं। एडीए की टीम के अवैध निर्माण पर कार्रवाई करने की बात पर ग्रामीण भड़क गए और नोकझोंक शुरू हो गई। कुछ लोगों ने टीम के साथ हाथापाई भी की। बाउंड्री करवाने की जिद पर अड़े ग्रामीण ग्रामीणों के आक्रोशित होने पर एडीए के अवर अभियंता अनिल सिंह ने अवैध निर्माण की फाइल ग्रामीणों को दिखाई। फाइल देखने पर पता चला कि, एडीए की टीम ने गलत बाउंड्री को तोड़ दिया है। वह एडीए की कार्रवाई में शामिल ही नहीं था और ना ही पहले कभी किसान को नोटिस दिया गया है। इसके बाद ग्रामीणों ने एडीए की गाड़ी और बुलडोजर को घेर लिया और बाउंड्री का निर्माण कराने की जिद पर अड़ गए। पुलिस ने ग्रामीणों को समझाकर निकाली टीम ग्रामीणों से घिरे एडीए के अवर अभियंता ने किसी तरह पुलिस को सूचना दी। जानकारी पर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण पुलिस के सामने में एडीए की टीम से उलझते रहे। बाद में किसी तरह पुलिस ने लोगों को समझाकर टीम को मौके से निकाला। सुरपवाइजर की गलती पड़ी भारी अवर अभियंता अनिल सिंह ने बताया कि अवैध कॉलोनियों के खिलाफ लगातार ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जा रही है। पहले वाटर पार्क पर अवैध कॉलोनी को ध्वस्त किया था, इसके बाद सुपरवाइजर ही वहां ले गया। उनको प्रवर्तन की अधिक जानकारी नहीं है। इसीलिए गलती कार्रवाई हो गई। ग्रामीणों से नोकझोंक हुई थी, लेकिन बाद में मामला शांत हो गया।
राजस्थान सरकार ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (RPS) स्तर के 26 अधिकारियों के तबादले किए हैं। इनमें जोधपुर पुलिस आयुक्तालय और जोधपुर रेंज से जुड़े कई अहम पदों पर बदलाव शामिल है। गृह विभाग की से शुक्रवार रात को जारी इस संक्षिप्त तबादला सूची में जोधपुर के डिस्कॉम, ट्रैफिक, अभय कमांड सेंटर, पुलिस कमांडो ट्रेनिंग स्कूल और इंटेलिजेंस-प्रोटोकॉल से जुड़े पदों पर नई पोस्टिंग की गई है। इनमें – नरेंद्र चौधरी: अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, डिस्कॉम, जोधपुर से स्थानांतरित होकर अब अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त, अभय कमांड एंड कंट्रोल सेंटर, पुलिस आयुक्तालय जोधपुर बनाए गए हैं। दुर्गाराम चौधरी: अभी तक अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त, यातायात, पुलिस आयुक्तालय जोधपुर थे, अब इन्हें अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, अपराध एवं सतर्कता, जोधपुर रेंज पद पर लगाया गया है। शालिनी राज: अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, नीमराणा, जिला कोटपुतली-बहरोड़ से ट्रांसफर होकर अब अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त, यातायात, पुलिस आयुक्तालय जोधपुर बनेंगी, यानी जोधपुर ट्रैफिक की कमान अब उनके पास होगी। गोपाल सिंह भाटी: कमांडेंट, पुलिस कमांडो ट्रेनिंग स्कूल, जोधपुर से उन्हें कमांडेंट, राजस्थान पुलिस ट्रेनिंग सेंटर (RPTC), जोधपुर पद पर पदस्थापित किया गया है। राजवीर सिंह चम्पावत: अभी तक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, महिला अपराध अनुसंधान सैल, झुंझुनूं थे, अब इन्हें अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त, इंटेलिजेंस सिक्योरिटी/प्रोटोकॉल, पुलिस आयुक्तालय जोधपुर के पद पर लगाया गया है। देखें पूरी तबादला सूची -
किशोरी से दुष्कर्म और हत्या जैसे जघन्य अपराध में सगे मौसा को दोषी पाते हुए कोर्ट ने सख्त रुख दिखाया है। कोर्ट ने उसे तीन धाराओं में दोषी पाते हुए तीनों में अलग-अलग उम्र कैद की सजा सुनाई है। कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा कि आरोपी ने रिश्ते में मौसा होकर उसके साथ बलात्कार जैसा घृणित अपराध कर उसकी हत्या कर दी। वर्तमान परिदृश्य में महिला न केवल घर के बाहर बल्कि घर में रिश्तेदारों में भी असुरक्षित हैं। आरोपी मौसा द्वारा जिन परिस्थितियों में अपराध किया गया है, वह उसकी मानसिक और कुंठित मानसिक दशा को दर्शाता है। ऐसी दशा में आरोपी को कम सजा से दंडित किया जाना न्यायोचित और विधिपूर्ण नहीं है। बल्कि कठोर से कठोर दंड से दंडित किया जाना आवश्यक है। मौसा के कमरे में खून से लथपथ मिला था शव घटना 21 जून 2022 की है। 14 वर्षीय किशोरी के पिता ड्राइवर हैं और काम के सिलसिले में बाहर थे। मां अपनी दो बेटियों के साथ काम पर गई थी और बेटा खेलने चला गया था। शाम को जब वह बेटियों के साथ घर लौटी तो किशोरी घर पर नहीं दिखी, जबकि घर के बगल में रहने वाले मौसा के कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। कई बार दरवाजा खटखटाने पर भी कोई आवाज नहीं आई। इस पर उसने आसपास के लोगों और अपनी बेटियों की मदद से दरवाजा तोड़ा तो देखा कि उसकी बेटी कमरे में मृत अवस्था में जमीन पर पड़ी हुई थी। नाटकीय घटनाक्रम में मौसा मिला घायल किशोरी के शव के पास मौसा खून से लथपथ पड़ा हुआ था और उसके गले पर चोट का निशान था। कमरे में आसपास काफी खून फैला हुआ था। आसपास के लोग मौसा को अस्पताल ले गए और किशोरी का शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। जांच के दौरान पाया गया कि किशोरी के गले, चेहरे, पेट पर चोट के निशान थे और प्राइवेट पार्ट पर काफी खून था। ये मजबूत फोरेंसिक एविडेंस माता-पिता के बयान कमजोर, परिस्थितिजन्य साक्ष्य रहे ठोस तीन साल चली सुनवाई के बाद शुक्रवार को जिला कोर्ट ने मौसा को दुष्कर्म, हत्या में दोषी पाया। खास बात यह कि गवाहों में माता-पिता ने अभियोजन का समर्थन नहीं किया और उनके बयान कमजोर रहे। अन्य गवाहों और खासकर परिस्थितिजन्य साक्ष्य, फोरेंसिक रिपोर्ट, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आदि मजबूत आधार रही जिनके आधार पर आरोपी को दोषी पाया। इन गंभीर धाराओं हुआ तिहरा कारावासकोर्ट ने आरोपी को भादंवि की धारा 376-ए, 376 (2)(च) और धारा 302 में तीनों धाराओं में अलग-अलग आजीवन कारावास और कुल 30 हजार रु. के अर्थदंड से दंडित किया। अभियोजन की ओर से पैरवी विशेष लोक अभियोजक प्रीति अग्रवाल, सुशीला राठौर और सहयोगी अविसारिका जैन (ADPO) ने की। कोर्ट ने इसके साथ ही मृतिका किशोरी के माता-पिता को 3 लाख रुपए की मदद दिलाने की अनुशंसा भी की है।
भास्कर अपडेट्स:लेह हिंसा- बयान दर्ज करने के लिए ज्यूडिशियल जांच का समय 10 दिन बढ़ाया गया
लेह हिंसा की जांच कर रहे ज्यूडिशियल जांच कमीशन ने लेह एपेक्स बॉडी (LAB) के औपचारिक अनुरोध के बाद बयान दर्ज करने और सबूत जमा करने की समय सीमा 10 दिन बढ़ा दी है। सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज बीएस चौहान की अध्यक्षता वाले तीन सदस्यों वाले कमीशन को 17 अक्टूबर को गृह मंत्रालय ने यह पता लगाने के लिए नोटिफाई किया था कि 24 सितंबर को लेह में हिंसा वजह क्या थी। शुक्रवार को जारी एक आदेश के अनुसार, आयोग को 27 नवंबर को LAB के को-चेयरमैन से एक लिखित अनुरोध मिला, जिसमें अतिरिक्त समय मांगा गया था, यह कहते हुए कि बहुत से लोग अभी भी आयोग के सामने अपने बयान देना और सबूत जमा करना चाहते हैं। केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख को राज्य का दर्जा और छठी अनुसूची का दर्जा देने की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प में चार आम लोगों की मौत हो गई और 90 लोग घायल हो गए, जिससे महीनों से चल रहा आंदोलन और बढ़ गया। आज की अन्य बड़ी खबरें... इंडिया गेट प्रोटेस्ट केस: कोर्ट ने 2 आरोपियों को 1 दिन की पुलिस कस्टडी और 13 को ज्यूडिशियल कस्टडी में भेजा दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने शुक्रवार को वागीशा और आयशा की एक दिन की कस्टडी पुलिस को दे दी। बाकी 13 आरोपियों को सात दिन की ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया गया। उन्हें माओवादी माडवी हिडमा के सपोर्ट में प्रोटेस्ट और नारे लगाने के सिलसिले में कर्तव्य पथ पुलिस स्टेशन में दर्ज FIR से जुड़े मामले में गिरफ्तार किया गया था। ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास (JMFC) अरिदमन सिंह चीमा ने सात आरोपियों की रिहाई की अर्जी भी खारिज कर दी और गिरफ्तारी को कानूनी माना।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा है कि सरकारी कर्मचारी की ज़िम्मेदारी बहुत ऊँची होती है। वह सिर्फ़ सैलरी कमाने के लिए ही काम नहीं करता, बल्कि उसका काम देश बनाने में भी मदद करना है। कोर्ट ने कहा सरकारी महकमे में तेज़ी से बढ़ रहे भ्रष्टाचार को रोकने के लिए, रिटायर्ड अधिकारियों को कोई छूट नहीं मिलनी चाहिए। जनता या उसके नुमाइंदों को छूट मिलनी चाहिए कि वे किसी सरकारी कर्मचारी, चाहे वह सेवानिवृत्त हो या नौकरी में हो, को अपनी सरकारी ड्यूटी करते समय किसी भी तरह की लापरवाही के बारे में बता सकें। एक जनप्रतिनिधि की समाज में अहम भूमिका रहती है। उसे ज़मीनी स्तर पर आम जनता की कई शिकायतें झेलनी पड़ती हैं। इसलिए हर शिकायत को राजनीति से प्रेरित नहीं कहा जा सकता। शिकायत में लगाए गए आरोपों को इस आधार पर नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता कि वे किसी जन प्रतिनिधि या उसके रिश्तेदार ने लगाए हैं। इसी के साथ कोर्ट ने तकनीकी कनिष्ठ अभियंता फर्रुखाबाद को पद से सेवा निवृत्त होने के बाद जांच में अनियमितता पाये जाने पर जारी कारण बताओ नोटिस पर हस्तक्षेप से इंकार कर दिया है और याची को नोटिस का जवाब देने तथा सक्षम अधिकारी को याची की सेवानिवृत्ति को ध्यान में रखते हुए नियमानुसार अनुमन्य कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। यह आदेश न्यायमूर्ति मंजू रानी चौहान की एकलपीठ ने विपिन चन्द्र वर्मा की याचिका को खारिज करते हुए दिया है। याची के खिलाफ विधायक के साले ने विधानसभा अध्यक्ष से अनियमितता की शिकायत की जांच करने की मांग की। जिस पर जिलाधिकारी को जांच करने का आदेश दिया गया। जिलाधिकारी फर्रुखाबाद ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनाई। जिसने अनियमितता बरतने की पुष्टि के साथ अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी। तब तक याची सेवानिवृत्त हो चुका था। जिलाधिकारी ने याची को अनियमितता के आरोपों का जवाब देने के लिए कारण बताओ नोटिस दी। जिसे यह कहते हुए चुनौती दी गई कि वह अब सेवानिवृत्त हो चुका है। स्वामी सेवक का संबंध नहीं रह गया है। इसलिए सेवानिवृत्त कर्मचारी के विरुद्ध कार्रवाई नहीं की जा सकती। नोटिस रद्द की जाय। सरकार की तरफ से विरोध किया गया।कहा गया कि केवल कारण बताओ नोटिस दी गई है।जिसका जवाब मांगा गया है।ऐसे में याचिका पोषणीय नहीं है। कोर्ट ने याचिका को पोषणीय नहीं माना और हस्तक्षेप करने से इंकार कर दिया।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अजय कुमार अंबष्ट ए डी एम वित्त एवं राजस्व जौनपुर को अवमानना नोटिस जारी की है और उन्हें एक माह में आदेश का पालन कर हलफनामा दाखिल करने अथवा कारण बताने का निर्देश दिया है। कोर्ट ने कहा कि क्यों न उनके खिलाफ अवमानना कार्यवाही की जाय। याचिका की अगली सुनवाई 27 फरवरी 26 को होगी। कोर्ट ने कहा प्रथमदृष्टया विपक्षी पर अवमानना का केस बनता है। यह आदेश न्यायमूर्ति दिनेश पाठक ने शाहगंज के महरौदा गांव की निवासी दुर्गावती की अवमानना याचिका की सुनवाई करते हुए दिया है। याची का कहना था कि उसकी जमीन के मुआवजे का 22 लाख का अवार्ड दिया गया है। जमीन हथिया ली गई किंतु एक पैसे का भुगतान नहीं किया गया। जिस पर दाखिल याचिका पर सरकार की तरफ से आपत्ति की गई कि याची को स्वामित्व व मुआवजे संबंधी दस्तावेज पेश करने का पत्र लिखा गया है।इसका पालन न कर याचिका दायर की गई है।जो पोषणीय नहीं है। इस पर कोर्ट ने याची को एक हफ्ते में दस्तावेज पेश करने तथा उस पर तीन हफ्ते में आदेश पारित करने का आदेश देते हुए याचिका निस्तारित कर दी। इस आदेश का पालन नहीं किया गया तो यह अवमानना याचिका दायर की गई है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कूट रचित शासनादेश के आधार पर कार्यकारिणी परिषद के प्रस्ताव से कुलसचिव संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के आदेश से विक्रय अधिकारी पद से डायरेक्टर प्रकाशन पद पर याची की प्रोन्नति को सही माना है। कोर्ट ने उसे 60 साल के बजाय 62 साल में सेवानिवृत्त करने का आदेश दिया है। यह आदेश न्यायमूर्ति सौरभ श्याम शमशेरी की एकलपीठ ने डायरेक्टर प्रकाशन डा पद्माकर मिश्र की याचिका पर दिया है। कोर्ट ने कहा याची की फर्जी शासनादेश 31 दिसंबर 2003 से पदोन्नति की गई। बाद में जांच के बाद शासनादेश कूट रचित पाया गया और 17 सितंबर 19 के आदेश से पूर्व शासनादेश निरस्त कर दिया गया। किन्तु इसका प्रभाव याची पर नहीं पड़ा। न तो कार्यकारिणी परिषद का उसे पदोन्नति देने का प्रस्ताव रद्द हुआ और न ही याची की प्रोन्नति ही निरस्त की गई और वह कार्यरत है। कुलसचिव ने याची को डायरेक्ट प्रकाशन पद पर नियुक्ति के अयोग्य होने के कारण 60 साल में 30 नवंबर 25 को सेवानिवृत्त करने का आदेश दिया। जिसे कोर्ट ने यह कहते हुए रद्द कर दिया कि याची ने पदोन्नति पाने में कोई धोखाधड़ी नहीं की है और शासन ने डायरेक्टर प्रकाशन की सेवानिवृत्ति आयु 62 साल निर्धारित करने का आदेश जारी किया है। इसलिए याची 62 साल की आयु तक कार्यरत रहने का हकदार हैं। कोर्ट ने कहा यदि विश्वविद्यालय कोई प्रतिकूल आदेश जारी करता है तो याची को नोटिस देकर ही जारी करें। मालूम हो कि 18 अगस्त 98 को कुलसचिव ने याची को विक्रय अधिकारी पद पर नियुक्ति दी। 31 दिसंबर 2003 के शासनादेश से राज्यपाल ने डायरेक्टर प्रकाशन पद को पदोन्नति से भरने की अनुमति दी।याची की डायरेक्टर शिक्षण शोध एवं प्रकाशन पद पर पदोन्नति की गई। इसके कई साल बाद 2019 मे बताया गया कि 31 दिसंबर 2003 का शासनादेश फर्जी था। निरस्त कर दिया गया है।याची की 23 अगस्त 12 को प्रोन्नति कर दी गई थी।
कोरियर कंपनी की आड़ में चल रहा सेक्स रैकट, FIR:रिटायर्ड ACP की साली समेत 15 लोगों के नाम शामिल
कोहना थाना क्षेत्र में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। एक ट्रांसपोर्टर ने काेरियर कंपनी की आड़ में सेक्स रैकेट चलने का आरोप लगाया है। सेक्स रैक्ट में दो दर्जन से अधिक लोग शामिल है, जिनका नेटवर्क कानपुर से दिल्ली तक फैला हुआ है। इतना ही नहीं व्हाट्सएप व टेलीग्राम के जरिए लड़कियों की डिमांड होने पर शहर से भोली-भाली लड़कियों को बाहर भेजा जाता है। फिलहाल, पुलिस मुकदमा दर्जकर मामले की जांच कर रही है। उन्नाव के एक गांव में रहने वाला ट्रांसपोर्टर वर्तमान में दिल्ली के पालम में रह रहा है। ट्रांसपोर्टर की तहरीर के मुताबिक सैक्स रैकेट से जुड़ा ब्रोकर सोशल मीडिया के जरिए अश्लील वीडियो व फोटो ग्राहकों को भेज उन्हें फंसाते का काम करता है। गिराेह में पुराना कानपुर की एक महिला भी शामिल है, जिसका नेटवर्क दिल्ली व लखनऊ तक फैला है। इतना ही नहीं गिरोह में दिल्ली के रिटायर एसीपी की साली भी शामिल है। पूरा संजाल एक कोरियर कंपनी की आड़ में चल रहा है। शिकायत पत्र में तीन वेबसाइट का भी जिक्र है। उसका दावा है कि, इन्ही वेबसाइट के जरिए सेक्स रैकेट गिरोह चलाया जा रहा है। थाना प्रभारी विनय तिवारी ने बताया कि तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच कर विधिक कार्रवाई की जाएगी। रिटायर एसीपी की साली समेत 15 पर केस शिकायतकर्ता ने रिटायर एसीपी की साली समेत दिल्ली के सात लोगों के नाम है, जबकि पुराना कानपुर की एक महिला व चौबेपुर का एक शख्स के अलावा 5 नामजद लोगों का पता अज्ञात है। वहीं ब्रोकर का नाम नहीं खोला गया। हालांकि, चाैबेपुर निवासी युवक व महिला की पूरा गिरोह ऑपरेटिंग करने में अहम भूमिका बताई है। 17 पन्नों में वेबसाइट व साक्ष्य किए शामिल देह व्यापार की शिकायत करने वाले ने 17 पन्नों में वेबसाइट में जिक्र किया। साथ ही मोबाइल नंबर समेत तमाम जानकारी साक्ष्य के रूप में तैयार कर दी है। उसने अपनी जान का खतरा भी बताया।
मोहन कैबिनेट की बैठक में मंत्रियों कैलाश विजयवर्गीय और प्रहलाद पटेल द्वारा जीएसटी कलेक्शन कम आने पर सवाल उठाने के बाद डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा ने जीएसटी वसूली के लिए अफसरों की बैठक ली है। शुक्रवार को बुलाई गई बैठक में उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने जीएसटी राजस्व वसूली के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। देवड़ा ने शुक्रवार को निवास कार्यालय में वाणिज्यिक कर वसूली, जीएसटी, आबकारी एवं पंजीयन राजस्व की वसूली के लक्ष्य प्राप्ति के संबंध में समीक्षा की। देवड़ा ने अधिकारियों ने निर्देश दिए, कहा-समय-सीमा टारगेट अचीव करने के लिए पूरी ताकत से प्रयास करें। टारगेट पूरा करने में आने वाली दिक्कतों के बारे में भी उन्होंने जानकारी ली और कहा कि व्यापारियों के सहयोग से काम साधने के लिए प्रयास करें। व्यापारी समुदाय को समय पर टैक्स जमा करने के फायदे बताने, उन्हें प्रभावित किये जाने पर काम किया जाए। तीनों विभागों के मैदानी अधिकारियों को भी राजस्व टारगेट तय समय में हासिल करने के लिए कहा गया। 10 हजार टैक्स पेयर्स देते हैं राजस्व वसूली का 90 प्रतिशत बैठक में बताया गया कि प्रदेश में 10 हजार टैक्स पेयर है, जो राजस्व वसूली का 90 प्रतिशत देते हैं। इसी तरह पांच लाख बीस हजार ऐसे टैक्स पेयर जो 10 प्रतिशत टैक्स देते हैं। डिप्टी सीएम ने कहा कि पंजीयन विभाग एक बड़ा और दीर्घकालिक लक्ष्य हासिल कर सकता है। भौतिक दस्तावेज का डिजिलाइजेशन तेजी से पूरा किया जा रहा है। आबकारी में 11 हजार करोड़ का राजस्व आया उप मुख्यमंत्री देवड़ा को आबकारी आयुक्त अभिजीत अग्रवाल ने बताया कि आबकारी विभाग ने तय निर्धारित लक्ष्य 18 हजार करोड़ में माह नवम्बर तक 11 हजार करोड़ जुटा लिया है। आने वाले 4 माह में लक्ष्य को पूरा कर लिया जाएगा। पूरे प्रदेश में बैंक गारंटी के लिये ईबीजी को अनिवार्य किया गया है। ओवर रेटिंग को रोकने के लिये विशेष अभियान भी चलाए जा रहे है, जल्द ही विभागीय अधिकारियों की बैठक भी ली जाएगी। अब प्रदेश में पिछले दो वर्षों में आबकारी नीति ने नए पारदर्शी और जनहितकारी स्वरूप को हासिल किया है। परिणामस्वरूप आबकारी राजस्व में वृद्धि हुई है और विभागीय कामकाज को पूरी तरह डिजिटल बनाया गया है। सभी सरकारी कामकाज ऑनलाइन किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 एवं वित्तीय वर्ष 2024-25 में राजस्व अर्जन में 9.98 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। नवाचारी व्यवस्थाएं बताईं डिप्टी सीएम को
लखनऊ के खुर्रम नगर में आठ साल पुराने ध्वस्तीकरण आदेश के बावजूद एक अवैध शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के निर्माण मामले में कार्रवाई शुरू हो गई है। एलडीए के उपाध्यक्ष (वीसी) प्रथमेश कुमार ने इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच को बताया कि जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है। उन्होंने यह भी बताया कि कुछ एलडीए कर्मचारियों को निलंबित किया गया है। यह मामला एक अवैध निर्माण से जुड़ा है, जिसे गिराने का आदेश आठ साल पहले दिया गया था। इसके बावजूद, एलडीए की सील हटाकर उस अवैध निर्माण को शॉपिंग कॉम्प्लेक्स का रूप दे दिया गया। न्यायालय ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 2 दिसंबर की तारीख तय की है और एलडीए वीसी को इस संबंध में सभी तथ्यों को रिकॉर्ड पर लाने का निर्देश दिया है। न्यायमूर्ति राजन रॉय और न्यायमूर्ति राजीव भारती की खंडपीठ ने हेमंत कुमार मिश्रा द्वारा वर्ष 2016 में दायर जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए यह आदेश पारित किया। पिछली सुनवाई के दौरान, एलडीए के अधिवक्ता ने स्वीकार किया था कि शॉपिंग कॉम्प्लेक्स अवैध है और इसे सील किया गया था। हालांकि, अवैध कब्जेदारो ने सील तोड़कर निर्माण पूरा कर लिया था, जिसके संबंध में गुडंबा थाने में एक एफआईआर भी दर्ज कराई गई है। इस पर न्यायालय ने सख्त रुख अपनाते हुए जिम्मेदार अधिकारियों का ब्यौरा तलब किया था। न्यायालय ने कहा है कि अगली सुनवाई पर वह इस तथ्य पर भी विचार करेगी कि क्या ध्वस्तीकरण का आदेश जारी होने के बाद सील इमारत की सीलिंग हटाकर गैर कानूनी तरीके से किए गए निर्माण को भी प्रशमित (कम्पाउंड) किया जा सकता है। न्यायालय ने दर्ज एफआईआर की स्थिति भी बताने का आदेश दिया है।
हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने राजधानी में ई-रिक्शा के पंजीकरण के लिए लखनऊ का स्थानीय निवासी होने की अनिवार्य शर्त को निरस्त कर दिया है। न्यायालय ने कहा कि ऐसी शर्त समानता, व्यवसाय की स्वतंत्रता और जीवन के मौलिक अधिकारों का स्पष्ट उल्लंघन है। यह आदेश न्यायमूर्ति शेखर बी सराफ और न्यायमूर्ति बृजराज सिंह की खंडपीठ ने अजीत यादव की याचिका सहित चार याचिकाओं पर एक साथ सुनवाई के बाद पारित किया। याचिकाओं में बताया गया था कि 5 फरवरी 2025 को सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी, प्रशासन, लखनऊ ने एक आदेश जारी कर ई-रिक्शा के पंजीकरण पर दो प्रतिबंध लगाए थे। इनमें पहला यह था कि जिस व्यक्ति के पास पहले से ई-रिक्शा का पंजीकरण है, उसे नए रिक्शे का पंजीकरण नहीं मिलेगा। दूसरा प्रतिबंध यह था कि लखनऊ में स्थायी तौर पर निवास करने वाले व्यक्ति को ही नए ई-रिक्शा का पंजीकरण मिलेगा। याचिकाओं में लखनऊ में स्थायी निवास संबंधी दूसरी शर्त को चुनौती दी गई थी। राज्य सरकार ने याचिकाओं पर जवाब देते हुए कहा कि लखनऊ में किराए पर रहने वाले ई-रिक्शा मालिकों को फिटनेस की समाप्ति आदि के संबंध में नोटिस देने में कठिनाई होती है। उनका पता बदलने पर उन्हें तलाशना मुश्किल हो जाता है। न्यायालय इस जवाब से संतुष्ट नहीं हुआ और इसे किराए पर रहने वाले व्यक्तियों को पंजीकरण से वंचित रखने का उचित आधार नहीं माना। न्यायालय ने टिप्पणी की कि ई-रिक्शा की संख्या को नियंत्रित करने के अन्य तरीके हो सकते हैं, जैसे एक वर्ष में निश्चित संख्या में ही पंजीकरण करना या वैध फिटनेस सर्टिफिकेट न रखने वाले ई-रिक्शों को जब्त करना। हालांकि, लखनऊ में स्थायी निवास न होने के आधार पर पंजीकरण से इनकार करना मनमाना है।
आजमगढ़ जिले के अहिरौला थाना क्षेत्र के रूपाईपुर गांव के रहने वाले राजीव यादव ने पानीपत में अपनी पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी डेड बॉडी को ठिकाने लगाने की कोशिश में था। पर आरोपी अपने मंसूबे में सफल नहीं हो सका। मौके पर कुछ लोगों के आ जाने से आरोपी पति डेडबॉडी छोड़कर मौके से फरार हो गया। मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस आरोपी तक पास के CCTV के माध्यम से पहुंची। पानीपत में नौकरी करता था राजीवआजमगढ़ के अहिरौला थाना क्षेत्र का रहने वाला राजीव पानीपत में अपनी पत्नी प्रियंका यादव के साथ रहकर नौकरी करता था। राजीव यादव ने अपनी पत्नी प्रियंका की 24 नवंबर को कमरे पर ही गोली मारकर हत्या कर दी थी और शव को ठिकाने लगाने जा रहा था। सीसीटीवी के माध्यम से पुलिस उसके कमरे तक पहुंची थी। तब घटना का की जानकारी पुलिस को हुई। हरियाणा पुलिस के द्वारा घटना की सूचना परिजन और मायके पक्ष के लोगों को दी गई थी। अहरौला थाना क्षेत्र के रूपाईपुर निवासी राजीव यादव पुत्र राम मूरत यादव की शादी लगभग 13 साल पहले जौनपुर जनपद के सराय ख्वाजा गांव के उत्तर पट्टी गांव में प्रियंका यादव के साथ हुई थी। प्रियंका यादव अपने सास ससुर के साथ अहरौला थाना क्षेत्र के रूपाईपुर गांव में ससुराल में रह रही थी। प्रियंका का पति राजीव यादव बीते कुछ सालों से हरियाणा के पानीपत में रोजी-रोटी के लिए प्राइवेट नौकरी कर रहा था। इसके पहले भी कुछ दिनों के लिए प्रियंका हरियाणा अपने पति के यहां आती जाती रही। 6 महीना से प्रियंका अपने पति के साथ हरियाणा के पानीपत में रह रही थी। किसी अन्य युवती से संबंध राजीव यादव का हरियाणा की किसी महिला से संबंध है। हरियाणा में 24 नवंबर को राजीव अपने कमरे पर ही अपनी पत्नी को दो गोली मार कर उसकी हत्या कर दिया और उसका सर ईट से कुचलकर अपने परिचित की मोटरसाइकिल लेकर पत्नी का शव बोरी में भरकर नहर में फेंकने ही जा रहा था। अचानक कुछ लोग आ गए जिससे वह वहीं शव छोड़कर फरार हो गया। बाद में मौके पर पहुंची पुलिस जांच पड़ताल में जुटी तो उसमें महिला का शव मिला। पुलिस सीसीटीवी कैमरा चेक करते हुए उसके कमरे तक जा पहुंची और तब पुलिस को पूरी घटना की जानकारी हुई। जौनपुर मे महिला के मौत की सूचना मायके वालो को दी। मायके के लोग वहां पहुंच गए और आरोपी पति के खिलाफ पानीपत के थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया। वहीं मृतका प्रियंका यादव के एक 12 साल की बेटी और एक लगभग 8 साल का बेटा है। सारी कानूनी प्रक्रिया पूरा करने के बाद मायके वाले शुक्रवार को शव लेकर प्रियंका के ससुराल पहुंचे। जहां देर रात्रि अंतिम संस्कार किया गया।
फॉर्च्यूनर सवार दबंगों का कहर, वीडियो:बरेली में मैक्स गाड़ी के ड्राइवर-कंडक्टर को पीटा
बरेली में गुरुवार रात करगैना चौकी क्षेत्र में दबंगई का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में कुछ युवक मैक्स गाड़ी के ड्राइवर और कंडक्टर को लाठी-डंडों से बेरहमी से पीटते दिखाई दे रहे हैं। मामला सुभाषनगर थाने इलाके के इटऊआ रोड का बताया जा रहा है। साइड न देने पर रोकी मैक्स, फिर की मारपीटसफेद रंग की फॉर्च्यूनर UP 32 FJ 0999 में सवार 3–4 युवक मैक्स गाड़ी को साइड न मिलने से नाराज हो गए। इसके बाद उन्होंने बीच सड़क मैक्स को रोक लिया और ड्राइवर और कंडक्टर को उतारकर पिटाई शुरू कर दी। वीडियो में पूरे घटनाक्रम के दौरान फॉर्च्यूनर और हमलावर साफ दिख रहे हैं। दूसरी कार में बैठे लोगों ने बनाई वीडियोमारपीट का पूरा वीडियो मौके पर मौजूद दूसरी कार में बैठे लोगों ने रिकॉर्ड किया। लोग इसे शेयर करके आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। पुलिस तक पहुंचा मामलावीडियो वायरल होने के बाद मामला पुलिस की जानकारी में आया है। इंस्पेक्टर जितेंद्र ने बताया कि अभी तक कोई तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलते ही कार्यवाही की जाएगी।
प्रयागराज में माघ मेला-2026 में भारी भीड़ की उम्मीद को देखते हुए परिवहन विभाग ने बस संचालन की बड़ी योजना तैयार की है। शुक्रवार को ICCC सभागार में हुई बैठक में यूपी परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक प्रभु एन. सिंह ने रोडवेज बस मूवमेंट प्लान की विस्तृत समीक्षा की। बैठक में मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल, पुलिस आयुक्त जोगेंद्र कुमार, ADCP डॉ. अजय पाल शर्मा और मेला अधिकारी ऋषिराज मौजूद रहे। महाकुंभ-2025 में रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थे। इसी आधार पर माघ मेला 2025-26 में भी भीड़ बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। 3800 बसें होंगी तैनात मेला अवधि में श्रद्धालुओं के अर्न्तजनपदीय आवागमन के लिए परिवहन विभाग 3800 डीजल बसें चलाएगा। इनमें से 200 बसें आवश्यकतानुसार शहर के भीतर या अन्य रूट पर रिजर्व रखी जाएँगी। चार अस्थायी बस स्टेशन बनेंगे रोडवेज ने मेला क्षेत्र के आसपास अस्थायी बस स्टेशन बनाने का प्रस्ताव रखा है— नेहरू पार्क (कानपुर मार्ग) बेला कछार (लखनऊ/अयोध्या मार्ग) लेप्रोसी (रीवा/चित्रकूट/मिर्जापुर मार्ग) झूंसी (गोरखपुर/वाराणसी मार्ग) मुख्य पर्वों पर भीड़ को देखते हुए एक अतिरिक्त बस स्टेशन के लिए भूमि चयन भी प्रस्तावित है। पहली बार शटल बस सेवा श्रद्धालुओं को संगम तक पैदल दूरी कम तय करनी पड़े, इसके लिए पहली बार शटल बसें चलाई जाएँगी। सामान्य दिनों में 100 शटल बसें 50इलेक्ट्रिक (प्रयागराज), 25 इलेक्ट्रिक (अन्य जिलों की एसपीवी से) और 25 डीजल बसें रोडवेज की। मुख्य पर्वों पर 275 शटल बसें 50 इलेक्ट्रिक (प्रयागराज), 25 इलेक्ट्रिक (अन्य जिले) और 200 डीजल बसें रोडवेज से। अधिकारियों ने कहा कि मेला क्षेत्र में बस संचालन को सुचारू रखने के लिए पुलिस, प्रशासन और परिवहन विभाग संयुक्त रूप से पूरी योजना पर काम कर रहा है।
बरेली की कुतुबखाना सब्जी मंडी में शुक्रवार रात अचानक बुलडोजर पहुंच गया। बाजार बंद हो चुका था, लेकिन नगर निगम की टीम कोतवाली पुलिस के साथ सीधे मंडी में दाखिल हुई और ध्वस्तीकरण शुरू कर दिया। कुछ ही मिनटों में कई ठेले, टीन शेड और चबूतरे जमीन पर नजर आने लगे। जैसे ही व्यापारियों को इसकी खबर लगी, वे बड़ी संख्या में मौके पर जुट गए। हंगामा बढ़ने लगा तो निगम की टीम पीछे हट गई, लेकिन तब तक सब्जी विक्रेताओं का हजारों का नुकसान हो चुका था। 100 वर्ष से अधिक पुरानी है कुतुबखाना सब्जी मंडीबरेली की 100 वर्ष से अधिक पुरानी कुतुबखाना सब्जी मंडी में रात करीब साढ़े 10 बजे नगर निगम के अधिकारी प्रवर्तन दल की टीम के साथ बुलडोजर लेकर पहुंचे। उस समय बाजार पूरी तरह बंद था। टीम ने बुलडोजर से सब्जी विक्रेताओं की अस्थायी दुकानों को तोड़ना शुरू कर दिया। इस दौरान व्यापारियों को सूचना मिल गई और वे मौके पर पहुंच गए। तब तक सब्जी विक्रेताओं का काफी नुकसान हो चुका था। शनिवार को भी चलेगा बुलडोजरसब्जी विक्रेताओं के ठेले, फड़ और टीन शेड बुलडोजर से चकनाचूर कर दिए गए। हजारों रुपये की सब्जी भी नष्ट हो गई। हालांकि व्यापारियों के विरोध के चलते नगर निगम की टीम वापस लौट गई। बताया जा रहा है कि शनिवार को भी सब्जी मंडी में बुलडोजर चलाया जाएगा। सब्जी विक्रेताओं में कार्रवाई को लेकर भारी आक्रोश है। उनका कहना है कि अगर हटाना ही था तो पहले नोटिस देना चाहिए था, लेकिन कोई नोटिस नहीं दिया गया। नगर आयुक्त बोले—रात में नहीं चलाना चाहिए था बुलडोजरइस मामले में नगर आयुक्त संजीव कुमार मौर्य ने बताया कि उद्योग बंधु की बैठक में शिकायत की गई थी कि कुतुबखाना सब्जी मंडी में भारी अतिक्रमण है, जिसकी वजह से आवागमन में दिक्कत होती है। इसी के बाद निगम की टीम वहां कार्रवाई के लिए पहुंची। उन्होंने कहा कि रात में बुलडोजर नहीं चलाना चाहिए था।
भोपाल मेमोरियल अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र (BMHRC) के न्यूरो सर्जरी विभाग ने क्रेनियोवर्टिब्रल (सीवी) जंक्शन, यानी सिर और रीढ़ के मिलन पॉइंट पर स्थित दो अत्यंत संवेदनशील स्थितियों की सफल सर्जरी कर मरीजों को नया जीवन दिया। एक मरीज स्पाइनल ट्यूमर से पीड़ित था, जिसने उसके हाथ पैर की शक्ति छीन ली थी। जबकि, दूसरा युवक जन्मजात संरचनात्मक गड़बड़ी से लकवे की कगार पर था। दोनों सर्जरी आयुष्मान भारत योजना के तहत की गईं और विशेषज्ञों ने माइक्रो-न्यूरो तकनीक से इन गंभीर चुनौतियों को पार किया। दुर्लभ स्पाइनल ट्यूमर से पीड़ित था 39 वर्षीय मरीज पहला मामला 39 वर्षीय पुरुष का था, जिसकी सी वन हड्डी के पास एक अत्यंत दुर्लभ प्रकार का स्पाइनल ट्यूमर विकसित हो गया था। ट्यूमर के दबाव के कारण दाहिने हाथ पैर में लगातार कमजोरी थी। चलने फिरने में कठिनाई और लकवे जैसी स्थिति बनने लगी थी। जांच में पता चला कि ट्यूमर सीवी जंक्शन पर स्थित था। यह क्षेत्र इतना संवेदनशील है कि जरा सी गड़बड़ी सांस, शरीर संतुलन, स्वचालित क्रियाओं और मूवमेंट को प्रभावित कर सकती है। सर्जरी टीम ने माइक्रो न्यूरो तकनीक का उपयोग करते हुए रीढ़ की हड्डी के ऊपरी हिस्से को सावधानी से हटाकर ट्यूमर तक पहुंच बनाई और उसे सुरक्षित रूप से निकाल दिया। यह प्रक्रिया जटिल मानी जाती है। क्योंकि, यहां मौजूद नसें बेहद नाजुक होती हैं। चिकित्सा साहित्य के अनुसार इस प्रकार के ट्यूमर हर 1 लाख में केवल कुछ मामलों में ही पाए जाते हैं। जन्मजात असमानताएं, संक्रमण या कोशिकीय तेजी से बढ़ने लगती हैं। सर्जरी के बाद मरीज की कमजोरी में सुधार शुरू हो चुका है। सिर गर्दन के बीच बढ़ गई थी हड्डीदूसरा मामला एक 17 वर्षीय युवक का था, जिसकी सिर-गर्दन के जंक्शन की हड्डियां जन्म से ही असामान्य विकसित हुई थीं। कुछ दिन पहले गिरने से चोट लगने पर उसकी स्थिति बिगड़ गई और उसके चारों अंगों में तेज कमजोरी आ गई। युवक का शरीर लगभग लकवे की स्थिति में पहुंच चुका था। स्थिति को गंभीर देखते हुए तुरंत सर्जरी का निर्णय लिया गया। सर्जरी में सिर के पीछे की हड्डी को गर्दन की ऊपरी हड्डी से स्क्रू-रॉड प्रणाली की मदद से स्थिर किया गया। इससे नसों पर दबाव कम हुआ और जंक्शन सुरक्षित तरीके से स्थिर हो सका। सर्जरी के बाद मरीज अब सहारे से उठ बैठ पा रहा है और फिजियोथेरेपी के साथ सुधार की उम्मीद है। सीवी जंक्शन सर्जरी क्यों जटिल? इन डॉक्टरों ने की सर्जरीविभागाध्यक्ष डॉ. संदीप सोरते, एसोसिएट प्रोफेसर डॉ, सौरभ दीक्षित और असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. सौरभ गुप्ता की टीम ने इन सर्जरी को अंजाम दिया। एनेस्थीसिया विभाग से प्रोफेसर डॉ. सैफुल्लाह टीपू और एसोसिएट प्रोफेसर डॉ कनिका सुहाग ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बीएमएचआरसी निदेशक ने टीम की सराहना की। बीएमएचआरसी की प्रभारी निदेशक डॉ. मनीषा श्रीवास्तव ने कहा कि क्रेनियोवर्टिब्रल जंक्शन सर्जरी अत्यंत संवेदनशील और कठिन मानी जाती है। इन दोनों मामलों की सफलता हमारी टीम की दक्षता और उच्च स्तर की चिकित्सीय तैयारी को दर्शाती है। हम मरीजों को उन्नत तकनीक और कुशल विशेषज्ञों के साथ सर्वोत्तम उपचार देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के छोटे बेटे डॉ. अभिमन्यु यादव की शादी समारोह के पहले दिन शुक्रवार को माता पूजन, मंडप, मेहंदी और डांस के फोटो वायरल हुए। जिसमे सीएम सहित पूरा परिवार नजर आ रहा है। सुबह हुई माता पूजन में सीएम मोहन यादव की पत्नी सहित बड़े बेटे वैभव यादव,बेटी डॉ आकांक्षा यादव, बड़े भाई नारायण यादव, बहन कलावती यादव पारिवारिक कार्यक्रम में सभी ने मिलकर जमकर डांस किया था। इसके बाद दिन भर चली शादी की रस्मों में सीएम सपत्नीक पूजन करते नजर आए तो वहीं दूल्हा बने डॉ अभिमन्यु और डॉ इशिता की मेहंदी की रस्म के फोटो भी सामने आए है। जिसमें सीएम का परिवार पूजन के बाद एक साथ शादी का जश्न मनाता दिखाई दे रहा है। हालांकि सुबह शुरू हुए कार्यक्रम में सीएम शामिल नहीं हो पाए थे। वे दोपहर बाद हुए अन्य कार्यक्रम में शामिल हुए। सीएम के बेटे डॉ अभिमन्यु का विवाह खरगोन की डॉ. इशिता से सामूहिक विवाह समारोह में 30 नवम्बर को होने जा रहा है। सामूहिक विवाह समारोह के लिए उज्जैन के सांवरा खेड़ी में इसकी तैयारी चल रही है। यहां पर 21 जोड़े एक साथ फेरे लेंगे इसमें सीएम के बेटे-बहू भी शामिल होंगे। देखें समारोह की तस्वीरें...
कल्याणपुर में इंद्रा नगर के जुग्गी-झोपड़ी और आसपास की झोपड़ियों में शुक्रवार को पुलिस ने रोहिंग्या व बांग्लादेशियों को चिह्नित करने का अभियान चलाया। पुलिस ने करीब 50 से अधिक झोपड़ियों में पहुंचकर आधार समेत अन्य कागजातों का सत्यापन किया। आधा दर्जन से अधिक कबाड़ की दुकानों में जांच-पड़ताल के बाद समीप की बस्तियों में भी पूछताछ की। दिल्ली धमाके की आरोपी डॉ. शाहीन का कानपुर से कनेक्शन जुड़ने के बाद शहर में रोहिंग्या व बांग्लादेशियों का सत्यापन अभियान शुरू है। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी प्रदेश के सभी जिलों में चिह्नित करने के आदेश दिए हैं। इसी क्रम में शुक्रवार को एसीपी कल्याणपुर रंजीत कुमार के नेतृत्व में पुलिस बल ने इंद्रा नगर के जुग्गी-झोपड़ी और आसपास की झोपड़ियों में पहुंचकर सत्यापन अभियान चलाया। पुलिस ने करीब चार दर्जन से अधिक झोपड़ियों में रहने वालों के आधार कार्ड चेक किए। फोटो का मिलान कराया। निवास की अवधि, पेशा और अन्य गतिविधियों के बारे में पूछा। परिवार के सदस्यों और बच्चों के बारे में जानकारी ली। पड़ोसियों से भी जानकारी ली और फिर दी गई सूचना का मिलान कराया। बस्ती के युवा और बुजुर्गों से कहा कि अगर कोई संदिग्ध दिखे तो तत्काल सूचना दी। इसके अलावा अगर कोई बाहरी झोपड़ी बनाकर रहने आए तो उसके बारे में जानकारी करके पुलिस को अवगत कराए। संदिग्ध गतिविधियों की भी जानकारी दें। आसपास की झोपड़ियों व दुकानों में भी पड़ताल की झोपड़ी में सत्यापन अभियान के बाद पुलिस ने सड़क के किनारे टट्टर, दुकान और झोपड़ी में भी जांच की। कबाड़ की दुकानों में आधार, कागजात देखने के बाद कारोबार की जानकारी ली। कबाड़ खरीदने की फेरी लगाने वाले, बिनने वालों के बारे में भी पूछा। कागजातों से संतुष्ट होकर संदिग्धों का पता चलने पर फौरन सूचना देने को कहा। इसके बाद अवैध रूप से जीटी रोड के किनारे रहने वाले और ऑटो व ई-रिक्शा चालकों के भी आधार चेक किए।
लखनऊ के घैला पुल चौराहे के पास शुक्रवार सुबह फिल्मी अंदाज में बाइकर्स गैंग ने महिला से चेन लूट ली। वारदात के तुरंत बाद पीछे से आ रहे कार सवार युवकों ने लुटेरों को दौड़ा लिया। आईआईएम रोड पर तेज रफ्तार में भाग रहे लुटेरों ने पीछा कर रहे कार सवारों पर कमर से असलहा निकालने की एक्टिंग कर उन्हें डराने की भी कोशिश की। शाम होते-होते पीछा करने का पूरा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। जिसके बाद मड़ियांव और ठाकुरगंज पुलिस हरकत में आई। सुनीता यादव से छीनी चेन, चीखती रह गई पीड़िता पुलिस सूत्रों की मानें तो सुनीता यादव नाम की महिला घर का सामान लेने निकली थीं। घैला पुल चौराहे के पास पहुंचते ही दो बाइक सवार उनके पीछे आ धमके। इससे पहले कि वह कुछ समझ पातीं, पीछे बैठे लुटेरे ने झपट्टा मारकर उनकी चेन छीन ली। सुनीता चीखती हुई उनके पीछे भागीं लेकिन लुटेरे पलक झपकते ही निकल गए। कार सवारों ने दिखाई बहादुरी लेकिन तंग गलियों में गायब हो गए लुटेरे घटना देखकर पीछे से आ रहे कार सवार युवकों ने बाइक का पीछा शुरू कर दिया। आईआईएम रोड पर करीब आधा किलोमीटर तक कार और बाइक में रेस जैसी स्थिति बनी रही। इस दौरान पीछे बैठा लुटेरा बार-बार कमर पर हाथ ले जाकर असलहा निकालने की एक्टिंग कर कार सवारों को डराता रहा।गली में बाइक मोड़ते ही दोनों लुटेरे आंखों से ओझल हो गए। पुलिस पहुंची सीमा विवाद में उलझ गई वीडियो वायरल होने के बाद मड़ियांव और ठाकुरगंज थानों की पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन दोनों के बीच इलाके की सीमा को लेकर विवाद हो गया।थाना प्रभारी ठाकुरगंज ओमवीर सिंह चौहान का कहना है कि लूट की घटना घैला पुल क्रॉस कर उनके क्षेत्र में हुई है।वहीं पुलिस का कहना है कि पीड़ित महिला ने अभी तक तहरीर नहीं दी है।
मुख्य सचिव अनुराग जैन ने कहा है कि थानों में पहुंचने वाले लोगों से एफआईआर दर्ज नहीं किए जाने की शिकायतें नहीं मिलनी चाहिए। कानून व्यवस्था के मामले में पुलिस अधीक्षकों की जिम्मेदारी है कि हर बात मीडिया तक पहुंचाई जाए। साथ ही हेलमेट का उपयोग जिला में अनिवार्य किया जाना चाहिए ताकि दुर्घटनाओं में कमी आ सके। जिलों में खाद-बीज का इश्यू नहीं रहना चाहिए। इसके साथ ही धान, सोयाबीन की खरीदी को लेकर भी कलेक्टरों को सतर्कता से काम करना है।सीएस जैन ने ये बातें शनिवार को प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हुई मीटिंग में कहीं। बैठक में कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक वर्चुअल शामिल हुए। अक्टूबर में हुई कलेक्टर-कमिश्नर कॉन्फ्रेंस में लिए गए फैसले की समीक्षा के लिए बुलाई गई इस बैठक में मुख्य सचिव ने सभी विभाग प्रमुखों के साथ विभागवार हर बिन्दु पर चर्चा की। विभागों की ओर से इस दौरान डेढ़ माह की प्रोग्रेस को लेकर प्रजेंटेशन भी दिए गए और कहा गया कि सरकार की प्राथमिकता वाले कामों और कलेक्टर-कमिश्नर कॉन्फ्रेंस के निर्णयों पर अमल के लिए तेजी से काम करना है। इसको लेकर एक माह बाद फिर रिव्यू मीटिंग करने के लिए कहा गया है। लॉ एंड ऑर्डर से अवगत कराने के निर्देश मुख्य सचिव जैन ने कानून व्यवस्था की समीक्षा को लेकर कहा कि मीडिया को लॉ एंड ऑर्डर के मामलों से अवगत कराने के साथ कलेक्टर और एसपी जिलों में दो पहिया वाहन चालकों के लिए हेलमेट अनिवार्य करें। सबसे अधिक एक्सीडेंट दो पहिया वाहन चालकों के होते है और मौतें भी इसी कारण होती है, इसलिए हेलमेट पहनने का अभियान चलाने से दुर्घटना और मौतों का आंकड़ा कम किया जा सकेगा। यह बैठक साढ़े तीन घंटे से अधिक समय तक चली। मुख्य सचिव जैन ने स्वास्थ्य और महिला बाल विकास की हितग्राही मूलक योजनाओं के अमल की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि कलेक्टर्स जिला स्वास्थ्य और पोषण समितियों की हर माह बैठक करें। जिला चिकित्सालय सहित अन्य शासकीय अस्पतालों का निरीक्षण कर रोगी कल्याण सुविधाओं को सुनिश्चित करें। मुख्य सचिव ने बैठक में स्कूल शिक्षा विभाग के कार्यों पर संतोष व्यक्त करते हुए प्रदेश के हर स्कूल में एक कक्षा को स्मार्ट क्लास बनाने की जरूरत बताई। उन्होंने नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के बिंदुओं पर समीक्षा करते हुए स्वच्छता कार्यक्रमों और प्रधानमंत्री आवास योजना, शहरी सहित इसी तरह के अन्य प्रोजेक्ट के लिए भूमि आवंटन के मामले को त्वरित गति से निपटाने के कलेक्टर्स को निर्देश दिए। बैठक में पट्टा वितरण, अवैध कालोनियों के प्रबंधन, प्रधानमंत्री स्व निधि योजना और वायु गुणवत्ता को बेहतर बनाने के उपायों पर भी कलेक्टर्स को निर्देश दिए गए। मुख्य सचिव ने रोड सेफ्टी उपायों, गीता भवन के निर्माण, कैटल फ्री रोड आदि के लिए जिलों में किए गए कार्यों की समीक्षा की। सिंहस्थ के लिए 50 हजार हेक्टेयर में फूलों की खेती आगामी सिंहस्थ के दृष्टिगत मुख्यमंत्री की मंशा अनुसार उज्जैन और आस-पास के जिलों में फूलों की खेती के लिए 50 हजार हेक्टेयर क्षेत्र लिए जाने पर कार्य हो रहा है। गुना में गुलाब की खेती को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। बंद पड़ी मिलों संबंधी सेटलमेंट, वेलनेस सिटी, पयर्टन उद्योग, खाद्य प्रसंस्करण क्लस्टर, फूड पार्क आदि पर भी जिला कलेक्टर्स से जानकारी ली गई। मुख्य सचिव जैन ने सभी कलेक्टर्स से कहा कि बैकंर्स की मासिक और त्रैमासिक बैठक सतत रूप से हों जिससे विभिन्न लक्ष्यों की समय रहते पूर्ति की जा सके। उन्होंने मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना सहित अन्य स्वरोजगार योजनाओं में कलेक्टर्स से बेहतर प्रदर्शन की अपेक्षा की है। पंचायत ग्रामीण विकास विभाग के कार्यों की समीक्षा के दौरान संबंधित कलेक्टर्स को वृंदावन ग्राम योजना, नर्मदा परिक्रमा पथ के कार्य को पूरा करने के लिए वन विभाग आदि के साथ समन्वय करने के लिए कहा है। समर्थन मूल्य पर धान और मोटे अनाज की खरीदी कार्य की समीक्षा की और कहा कि भंडारण और परिवहन का बेहतर प्लान बनाएं तथा कोशिश करें कि केंद्रों से अधिकतम धान मिलर्स को दिया जाए। उन्होंने सिकमी-बटाई दारों के वेरिफिकेशन के निर्देश भी दिए। कलेक्टर और एसडीएम रोस्टर अनुसार तहसीलों का निरीक्षण करें। हर माह राजस्व समीक्षा बैठक हो और नक्शा, दुरुस्ती के बाद ही प्रकरण को अंतिम रूप से निराकृत कराकर पोर्टल में दर्ज करें। उन्होंने नए पुराने खसरों को लिंक करते हुए डिजिलाइजेशन के निर्देश दिए। कलेक्टर और एसपी साथ में विजिट करें बैठक में प्रदेश की कानून व्यवस्था की समीक्षा के दौरान मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि कलेक्टर सहित सभी कार्यपालिक दंडाधिकारी और पुलिस अधिकारी एक साथ दौरा करें, जिससे आमजन में कानून व्यवस्था के प्रति और भरोसा बढ़े तथा अपराधियों के हौसले पस्त हों। उन्होंने महिलाओं और अनुसूचित जाति-जनजाति के प्रति अपराधों को रोकने के लिए सुनियोजित मुहिम चलाने के लिए कहा। मुख्य सचिव जैन ने सड़कों पर दोपहिया वाहन चालकों की बिना हेलमेट के होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए समाज की सहभागिता से हेलमेट के उपयोग के प्रति जागरूकता के लिए विशेष अभियान चलाने के लिए कहा है। उन्होंने रोड सेफ्टी के लिए समितियों की नियमित बैठक करने के लिए कहा है। मुख्य सचिव ने कहा कि जिले के अधिकारी टीम भावना से काम करें। इन मुद्दों पर भी रहा फोकस राजस्व विभाग के अधिकारी जिलों में नामांतरण, सीमांकन और बंटवारे के मामलों का तेजी से निराकरण कराएं और लोगों को दफ्तर का चक्कर काटने से बचाएं। प्रदेश में प्रदूषण की रोकथाम को लेकर भी कार्रवाई करने के लिए कहा गया। सीएस जैन ने कहा कि चार जिलों में तेजी से एक्यूआई बढ़ रहा है। भोपाल, मंडीदीप, सिंगरौली समेत चारों जिलों में इसके लिए तेजी से काम करने को कहा गया है। प्रदेश में रबी फसल की बोनी चल रही है, इसलिए किसानों को खाद-बीज का इश्यू नहीं रहना चाहिए। गेहूं, धान की खरीदी को लेकर गंभीरता से काम किया जाए।
लेनदेन से जुड़े विवाद में दबाव बनाने के लिए गाजियाबाद निवासी एक शख्स ने उरई से भाजपा विधायक गौरी शंकर वर्मा के फर्जी लेटरपैड का सहारा लिया। डीआईजी ने जांच कराई तो मामला खुल गया। शुक्रवार को आरोपी के खिलाफ ब्रह्मपुरी थाने में एफआईआर दर्ज करा दी गई। एक नजर डालते हैं पूरे मामले परडीआईजी रेंज कलानिधि नैथानी को 23 जून, 2025 को एक लेटर मिला। यह लेटर उरई से भाजपा विधायक गौरी शंकर वर्मा का था। लेटर में गाजियाबाद के मुरादनगर निवासी गुलफामुद्दीन की सिफारिश की गई थी। आई जानते हैं क्या थी सिफारिश लेटर में भाजपा विधायक ने लिखा था कि गुलफामुद्दीन उनके परिचित हैं। मेरठ के ब्रह्मपुरी क्षेत्र में रहने वाले उवैश पर गुलफामुद्दीन के 3.18 लाख रुपये हैं। लेकिन तकादा करने के बाद भी उवैश रुपये नहीं लौटा रहा है। आरोपी पर मुकदमे की सिफारिशलेटर के माध्यम से उवैश पर मुकदमे की सिफारिश की गई थी। डीआईजी को इस पर शक हुआ और उन्होंने एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह को मामले की जांच सौंप दी। तब से एसपी सिटी जांच करते आ रहे थे। जांच में लेटरपैड निकला फर्जीजून से ही एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह इस मामले की जांच कर रहे थे। उन्होंने भाजपा विधायक गौरी शंकर वर्मा से भी इस संबंध में बात की, जिसमें मामला खुलकर सामने आ गया। लेटरपैड फर्जी था। डीआईजी के निर्देश पर मुकदमाएसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने कुछ दिन पहले अपनी जांच रिपोर्ट डीआईजी को सौंप दी। डीआईजी ने इसका संज्ञान लिया और तत्काल मुकदमे के आदेश दिए। इसके बाद ब्रह्मपुरी थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल का शुक्रवार रात 81 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वह कानपुर से तीन बार सांसद रहे थे और केंद्रीय कोयला मंत्री का पद भी संभाला था। उनका रामपुर के नवाब परिवार से गहरा संबंध था और वे कई बार यहां आए थे। जायसवाल केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के रूप में कई बार रामपुर का दौरा कर चुके थे। उनके पूर्व सांसद बेगम नूरबानो और पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां से अच्छे संबंध थे। वे शाही परिवार का बहुत सम्मान करते थे। बेगम नूरबानो के तत्कालीन मीडिया प्रभारी काशिफ खां ने बताया कि जब श्रीप्रकाश जायसवाल केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के पद पर थे, तब उन्होंने नूर महल में लोगों से मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने जनसमस्याएं भी सुनी थीं। काशिफ खां ने उन्हें एक अच्छे नेता के रूप में याद किया। श्रीप्रकाश जायसवाल के निधन पर पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां ने भी गहरा शोक व्यक्त किया है।
अलीगढ़ में शुक्रवार को गाड़ी संख्या 12312 नेताजी एक्सप्रेस के जनरल कोच में एक व्यक्ति का शव मिलने से हड़कंप मच गया। घटना की जानकारी सबसे पहले प्रयागराज रेलवे हेल्पलाइन के माध्यम से मिली। इसके बाद अलीगढ़ जंक्शन पर पुलिस और चिकित्सा टीम पहुंची और शव को निकाला। यात्री ने प्रयागराज हेल्पलाइन को दी थी सूचना यात्री कासिम ने प्रयागराज हेल्पलाइन को ट्रेन के जनरल कोच में एक व्यक्ति के अचेत अवस्था में पड़ा होने की सूचना दी थी। सूचना मिलते ही उपनिरीक्षक धीरज ने यात्री से फोन पर संपर्क कर जानकारी ली। कासिम ने बताया कि वह गाजियाबाद से फफूंद की यात्रा पर थे और ट्रेन में चढ़ते समय उन्होंने एक बुजुर्ग व्यक्ति को बाथरूम के पास अचेत पड़े देखा। बाथरूम के पास पड़ा था बुजुर्ग उपनिरीक्षक धीरज ने मामले से डिप्टी एसएस अलीगढ़ को अवगत कराया और डॉक्टर की व्यवस्था करने के लिए कहा। ट्रेन सुबह करीब 9:00 बजे अलीगढ़ जंक्शन पहुंची। यहां पर उपनिरीक्षक धीरज, हमराह स्टाफ, डिप्टी एसएस अलीगढ़ एसपी सिंह और जीआरपी के कांस्टेबल ब्रजमोहन कोच में पहुंच गए। कोच में बाथरूम के पास लगभग 65 वर्ष का बुजुर्ग व्यक्ति अचेत अवस्था में मिला। उसे नीचे उतारकर प्लेटफॉर्म पर लाया गया। नहीं हो सकी पहचान जानकारी पर रेलवे चिकित्सक डॉ. मंसूर अहमद मौके पर पहुंचे। जांच करने पर उन्होंने व्यक्ति को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद जीआरपी उपनिरीक्षक लक्ष्मी सिंह भी मौके पर पहुंचीं। मृतक की तलाशी लेने पर कोई पहचान पत्र, टिकट या पास नहीं मिला, जिससे उसकी पहचान नहीं हो सकी। नहीं किया फॉम नंबर 1 जारी डिप्टी एसएस ने बताया कि जीआरपी पंचनामे की कार्रवाई कर शव को ले गई। प्रथम दृष्टया मौत का कारण प्राकृतिक प्रतीत हो रहा है। इसलिए फॉर्म नंबर 1 जारी नहीं किया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मौत का सही कारण पता चल सकेगा।
पनकी मंदिर परिसर में अपने चार माह के भाई को गोद में लेकर भीख मांग रही किशोरी से उसके भाई लेकर एक महिला आटो से भाग निकली। मामले की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। रावतपुर की थारू बस्ती में रहने वाली एक महिला और उसकी बेटी पनकी मंदिर में भीख मांगती हैं। शुक्रवार देर शाम महिला भीख मांगने नहीं आई, लेकिन उसकी 13 वर्षीय बेटी अपने 4 माह के भाई को गोद में लेकर पनकी मंदिर के गेट नंबर चार के पास बैठकर भीख मांग रही थी। तभी एक महिला किशोरी के पास पहुंच कर बच्चे को गोद में लेकर खिलाने लगी। इसी बीच मौका पाकर महिला बच्चे को लेकर मंदिर के बाहर खड़े आटो में बैठ कर गंगागंज की ओर भाग निकली। पनकी इंस्पेक्टर मनोज भदौरिया ने बताया कि तहरीर के आधार पर अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कर सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे है। जल्द ही आरोपी महिला को गिरफ्तार किया जाएगा।
यूपी में लापरवाह और लगातार गैरहाजिर चल रहे डॉक्टरों पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बड़ी कार्रवाई की है। डिप्टी सीएम ने स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित कुमार घोष को लापरवाह सात डॉक्टरों को बर्खास्त करने के निर्देश दिए हैं। डिप्टी सीएम ने बताया कि सबसे ज्यादा चार डॉक्टर मैनपुरी जिले हैं। इन चिकित्सकों के बाद खाली पदों के सापेक्ष डॉक्टरों की भर्ती की जाएगी। ताकि रोगियों को उपचार हासिल करने में अड़चन न आए। बलिया के सेवानिवृत्त सीएमओ की पेंशन से होगी 30% कटौती सेवानिवृत्त चिकित्साधिकारी डा.पीके सिंह पर बलिया में मुख्य चिकित्साधिकारी के पद पर रहते हुए वित्तीय अनियमितताएं करने के आरोप लगे। इसकी जांच कराई गई। डिप्टी सीएम ने उनकी पेंशन से 30 प्रतिशत की कटौती किये जाने के आदेश दिये हैं। प्रयागराज स्थित राजकीय मेडिकल कॉलेज में आर्थोपेडिक्स विभागाध्यक्ष डा. डीसी श्रीवास्तव पर ओपीडी में डॉक्टरों की उपस्थिति सुनिश्चित कराये जाने में लापरवाही बरतने का आरोप है। डिप्टी सीएम ने डा.डीसी श्रीवास्तव को परिनिंदा का दंड देने के आदेश दिए हैं। तबादले के तीन माह बाद डा.केडी गुप्ता ने श्रावस्ती जिला चिकित्सालय में ज्वाइन नहीं किया। लिहाजा उन्हें परिनिन्दा का दण्ड प्रदान किया गया है। डा. सर्वेश कुमार यादव को फर्रुखाबाद से पूर्व तैनाती स्थल मैनपुरी में सरकारी आवास खाली करने में देरी पर परिनिन्दा का दंड दिया गया है। विभागीय कार्रवाई के ओदश अयोध्या के कुमारगंज में 100 शैय्या संयुक्त चिकित्सालय में तैनात डा.सोनम सिन्हा और गौतमबुद्ध भंगेल के 50 बेड मैटरनिटी विंग में तैनात डा.मुहम्मद वासिफ मंजूर, चिकित्साधिकारी पीएचसी बरनाहल मैनपुरी द्वारा बिना शासन की अनुमति की पीजी कोर्स करने एवं बिना सूचना के अनुपस्थित होने पर दोनों के विरूद्ध विभागीय कार्यवाही होगी। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव को आदेश दिए गए हैं। गोवर्धन सीएचसी में तैनात डा.तुलाराम और मांट सीएचसी में तैनात डा. अमित अग्रवाल पर नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में लापरवाही के आरोप लगे हैं। इन पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। 11 डॉक्टरों पर गाज गिरी कानपुर देहात में तैनात डा.रूचि श्रीवास्तव, बिजनौर धामपुर सीएचसी के डा. जॉन सिंह, उन्नाव जिला कारागार में तैनात दो चिकित्साधिकारियों डा.बीबी सिंह व डा. गौरव अग्रवाल बिना सूचना अनुपस्थित चल रहे हैं। मथुरा के मांट सीएचसी में तैनात डा. योगेन्द्र सिंह राना, रामपुर जिला महिला चिकित्सालय की डा. विनीता चतुर्वेदी, मऊ जिला चिकित्सालय में सर्जन डा. रूपेश राय, वाराणसी जिला महिला चिकित्सालय की डा. नीना वर्मा, मेरठ अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण की डा. सीमा अग्रवाल, बांदा जिला चिकित्सालय ट्रामा सेन्टर में तैनात डा. सेवा लाल व प्रयागराज सीएमओ के अधीन डा. गिरीश कुमार तिवारी की एक-एक वेतन वृद्धि रोकते हुए परिनिन्दा का दण्ड दिये जाने के आदेश दिए गए हैं। प्राइवेट प्रैक्टिस के आरोप, तीन वेतनवृद्धि रोकी बुलन्दशहर सीएमओ के अधीन तैनात डॉ. शशिकांत राय द्वारा गौतमबुद्ध नगर में तैनाती के दौरान निजी चिकित्सालयों में प्राइवेट प्रैक्टिस करने के आरोप लगे। गोंडा में तैनात डा. राम किशन वर्मा ने बरेली के नबीक्श मुडिया पीएचसी में प्रभारी चिकित्साधिकारी पद पर रहते हुए उच्चाधिकारियों से अभद्र व्यवहार किये जाने पर तीन वेतनवृद्धियों रोकने और परिनिन्दा का दंड देने के आदेश दिए गए हैं।
चौधरी जयंत सिंह ने अपनी सांसद निधि से खेल परियोजनाओं के लिए 2.30 करोड़ रुपये की पहली किस्त जारी की है। यह धनराशि बागपत के श्री कृष्ण इंटर कॉलेज बालैनी, मेरठ के गांधी स्मारक इंटर कॉलेज दबथुआ और शालिग्राम शर्मा स्मारक पीजी कॉलेज रासना में खेलों के विकास पर खर्च की जाएगी। बालेनी में आज इस पहल को लेकर उत्साह का माहौल देखने को मिला। युवा खिलाड़ियों एक दूसरे को मिठाई खिलाकर इस पहल की प्रशंसा की इस दौरान अभयवीर यादव भी मौजूद रहे। यह पहल युवाओं को खेल और फिटनेस के क्षेत्र में सशक्त बनाने के उद्देश्य से की गई है। जारी की गई राशि तीन महत्वपूर्ण खेल परियोजनाओं पर खर्च होगी, जिससे हजारों खिलाड़ियों को लाभ मिलने की उम्मीद है। रालोद के वरिष्ठ नेता सुनील रोहटा ने बताया कि पहली परियोजना श्री कृष्ण इंटर कॉलेज, बालैनी (बागपत) में विकसित की जा रही है। इस पर लगभग एक करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसमें 200 मीटर से अधिक और 100 मीटर विस्तारित छह-लेन सिंथेटिक रनिंग ट्रैक, हैमर थ्रो, जेवलिन और डिस्कस थ्रो के लिए समर्पित क्षेत्र तथा खिलाड़ियों के लिए इंडोर ट्रेनिंग हॉल का निर्माण शामिल है। शेष धनराशि मेरठ के गांधी स्मारक इंटर कॉलेज दबथुआ और शालिग्राम शर्मा स्मारक पीजी कॉलेज रासना में खेल सुविधाओं के विकास पर खर्च की जाएगी। इन परियोजनाओं से ग्रामीण क्षेत्रों की खेल प्रतिभाओं को बेहतर अवसर मिलेंगे। वरिष्ठ नेता अभयवीर यादव ने इस कदम का स्वागत करते हुए कहा कि इससे युवाओं को बेहतर अवसर मिलेंगे। उन्होंने जोर दिया कि ग्रामीण क्षेत्रों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है और यह निधि युवा खिलाड़ियों के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
मेरठ के सरधना थाना के खिर्वा जलालपुर में पूर्व प्रधान के बेटे की अचानक मौत हो गई। मृतक का नाम दिलशाद कुरैशी उम्र 42 साल है। दिलशाद के पिता सगीर कुरैशी यहां के पूर्व प्रधान है। घटना दोपहर को उस वक्त हुई जब दिलशाद मैदान में वालीबॉल खेल रहे थे। अचानक सीने में दर्द हुआ। दिल का दौरा पड़ने से मौत हो । परिजनों ने उन्हें बेहोशी की हालत में तत्काल नजदीकी निजी अस्पताल पहुंचाया। वहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस बारे में परिजनों ने पुलिस को कोई सूचना नहीं दी। देर रात शव दफना दिया गया। जर्सी उतारने के दौरान हुआ दर्द गांव के लोगों ने बताया कि दिलशाद जब भी मेरठ अाता यहां रोजाना गांव के युवकों के साथ मैदान में खेलता था। गुरुवार को भी यही हुआ। वो युवाओं के साथ गांव के बाहरी छोर पर स्थित खेल मैदान में वालीबाल खेलने गया था। कुछ देर खेलने के बाद वह मैदान के किनारे जाकर आराम करने लगा। बताया कि वह घर जाने को पास में एक पेड़ पर रखी जर्सी को उतारने लगा। तभी उसके सीने में दर्द हुआ और नीचे गिर गया। अस्पताल में डॉक्टरों ने मृत घोषित किया मौके पर मौजूद युवकों ने तुरंत उसके परिजनों को कॉल करके सूचना दी। परिजन मौके पर पहुंचे और दिलशाद को बेहोशी की हालत में मोदीपुरम स्थित एसडी ग्लोबल अस्पताल में ले गए। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक के भाई इरफान ने बताया कि चिकित्सक के अनुसार दिलशाद की मौत हार्ट फेल होने से हुई है। शुक्रवार को हैदराबाद वापसी थी दिलशाद हैदराबाद में कपड़े बेचने का काम करता था और शुक्रवार सुबह वह जाने वाला था। उसकी अचानक मौत से स्वजन में कोहराम मच गया। दिलशाद के छह बच्चे माज, जैद, रुकैया, अबुजर, उजैफ, अली व पत्नी शबनम हैं। विशेष सावधानियां डॉक्टरों की सलाह 30 वर्ष से अधिक आयु वाले लोग नियमित हृदय जांच कराएं। व्यायाम की शुरुआत कम तीव्रता से करें और धीरे-धीरे बढ़ाएं। खेलते समय सीने में दर्द, चक्कर, या सांस फूलने जैसे लक्षणों को हल्का न लें। संतुलित खानपान, पर्याप्त पानी और तनाव नियंत्रण बेहद जरूरी है।
संतकबीर नगर। मानपुर गांव का नेहालूपुरवा शुक्रवार को उस वक्त ठहर-सा गया, जब 22 साल पहले गुम हो चुका जुबेर अहमद अचानक लेन के मुहाने पर दिखाई दिया। 2003 में लखपति बनने का सपना लेकर घर से निकला जुबेर असम की पहाड़ियों में माओवादी कैंपों में बंधक की तरह जी रहा था। एक माह पहले वह किसी तरह माओवादियों के चंगुल से निकल भागा और शुक्रवार सुबह महुली कस्बे में ऑटो से उतरते ही अपने ही बचपन की गंध को पहचानने लगा। कस्बे में घूमती नज़रें जैसे समय को टटोल रही थीं। तभी एक स्थानीय ऑटो चालक ने उसे पहचान लिया—“तुम… जुबेर?”—और यह पहचान घर तक पहुँच गई। परिवार ने दरवाज़ा खोला तो सामने 22 साल के अंधेरे से लौटा बेटा खड़ा था। घर में जैसे हवा तक भरभरा उठी। लखपति बनने की चाह, और अंधेरी सुरंग की शुरुआत जुबेर ने बताया कि 2003 में दो लोगों ने उसे बड़े काम और अमीरी के सपने दिखाए। वे उसे बस्ती ले गए, फिर एक व्यक्ति से मिलवाया जिसने भरोसा दिलाया कि “जीवन बदल जाएगा।” इसके बाद सफर शुरू हुआ—पहले राजस्थान। छह वर्षों तक अलग-अलग जगहों पर उसे काम कराया जाता रहा। हर बार यही कहा गया कि वेतन बढ़ रहा है, घर जाने पर दे दिया जाएगा। इतना ही नहीं, साथियों ने साफ चेतावनी दी थी—घर जाने की बात की, तो ज़िंदा नहीं बचेगा। नेपाल में ट्रेनिंग, 300–400 लोग, और बढ़ता डर राजस्थान से उसे नेपाल ले जाया गया, जहाँ सात–आठ साल तक वह एक कैम्प में रहा। यहां 300–400 लोग रहते थे। हथियारबंदी, पहाड़ी जीवन और गुप्त गतिवधियों का प्रशिक्षण दिया जाता था। हर वक्त बताया जाता था—“तुम्हारा वेतन बढ़ रहा है।” लेकिन वेतन की कोई झलक न कभी दिखी, न उसके बारे में पूछने का साहस रहा। असम की पहाड़ियां: माओवादियों की निगरानी में जीवन नेपाल के बाद उसे असम के जंगलों में बने माओवादी कैंप में भेज दिया गया। यहां उसकी तबीयत बिगड़ गई और उसे फालिज ने जकड़ लिया। कैम्प में मौजूद चिकित्सक उसका इलाज करते थे, लेकिन ज़िंदगी अब किसी और के कब्जे में थी। इसी दौरान एक महिला से उसके आत्मीय संबंध बने। उसने पहली बार अपने मन की बात कही—“मुझे घर वापस जाना है।” महिला ने उसे चेताया—“यह बात किसी से कही, तो तुम्हारी हत्या कर देंगे।” फिर भी वही महिला उसकी उम्मीद बन गई। महिला ने दिलाई आज़ादी, गुवाहाटी से गोरखपुर और फिर घर लगभग एक माह पहले जब जुबेर शारीरिक रूप से थोड़ा ठीक हुआ, तो उस महिला ने जान जोखिम में डालकर उसे गुपचुप तरीके से गुवाहाटी पहुँचा दिया। वहां से उसने ट्रेन पकड़ी और गोरखपुर होते हुए अपने गांव पहुँचा। जुबेर ने बताया कि वह पूरे देश में माओवादियों के साथ कई राज्यों की यात्राएं भी कर चुका है। उसकी हर गतिविधि कई स्तरों पर निगरानी में रहती थी। घर लौटते समय भी उसकी आंखों में उसी भय की परछाईं साफ दिख रही थी—जैसे पहाड़ों की किसी घाटी से अभी भी कोई छाया उसका पीछा कर रही हो। गांव में उसकी वापसी से खुशी तो है, लेकिन उसकी कहानी ने लोगों को स्तब्ध कर दिया है। पुलिस और स्थानीय प्रशासन अब उससे पूरे प्रकरण की जानकारी एकत्र कर रहा है।
सीतापुर के महोली कोतवाली कस्बे में पुलिस की लापरवाही के चलते एक शातिर जेब कतरे ने बेखौफ होकर गुड़ व्यापारी को निशाना बनाते हुए एक लाख रुपए उड़ा दिए। जेब कतरे की यह करतूत वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। घटना बृहस्पतिवार दोपहर की है, जब रन्नूपुर गांव निवासी 63 वर्षीय विशंभर वर्मा गुड़ आढ़तियों से वसूली कर लौट रहे थे। इलाके में दो गुड़ बेल संचालित करने वाले विशंभर नियमित रूप से आढ़तियों से भुगतान लेने आते हैं। उसी दिन उन्होंने करीब तीन लाख रुपए की वसूली की थी, जिसमें से दो लाख एक जेब में और एक लाख रुपए दूसरी जेब में रखे थे। विशंभर जब कोतवाली के निकट पिंकू आढ़त से वापस चौराहे की ओर आ रहे थे, तभी यूपी 27 नंबर की सफेद डिजायर कार उनका पीछा करती नजर आई। व्यापारी को शक तक नहीं हुआ। गुजिया मोड़ के पास कार उनके बराबर रुकी। उसमें बैठे व्यक्ति ने बड़ागांव रोड पर 112 पुलिस वाहन के पास छोड़ने की बात कहते हुए लिफ्ट मांग ली। पीड़ित विशंभर के रोकते ही वह युवक काली बैग हाथ में लेकर उनकी बाइक पर पीछे बैठ गया। बताया जाता है कि भीड़भाड़ वाले बाजार में करीब 700 मीटर का सफर तय करते हुए शातिर युवक ने बड़ी सफाई से व्यापारी की जेब काटकर उसमें रखे एक लाख रुपए निकाल लिए। थोड़ी दूरी पर कस्बा चौकी की तरफ बढ़ते समय विशंभर को जेब कटने का एहसास हुआ, जिसके बाद उन्होंने तत्काल पुलिस को सूचना दी। लोगों का कहना है कि कस्बे में पुलिस की कमजोर गश्त और लापरवाही के चलते ऐसी घटनाओं के लिए अपराधी बेखौफ हैं। घटना के बाद कस्बा पुलिस ने CCTV फुटेज खंगालना शुरू कर दिया है, जिसमें आरोपी स्पष्ट रूप से व्यापारी की बाइक पर बैठा दिखाई दे रहा है। शिकायत दर्ज होने के बावजूद करीब 24 घंटे बीत चुके हैं, लेकिन पुलिस अब तक आरोपी का कोई सुराग नहीं जुटा सकी है।
बरेली। इज्जतनगर थाना क्षेत्र की एक महिला ने अपनी बेटी के ससुराल पक्ष पर दहेज उत्पीड़न, मारपीट और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है। महिला ने एसएसपी बरेली अनुराग आर्य को प्रार्थना पत्र देकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई और परिवार की सुरक्षा की मांग की है। महिला ने प्रार्थना पत्र में बताया कि उनकी बेटी मुस्कान सक्सेना का विवाह 6 मार्च 2024 को वंशज चंद्रा से हुआ था। उन्होंने अपनी हैसियत के अनुसार दान-दहेज में 15 लाख रुपये नकद और 10 लाख रुपये मूल्य की कार दी थी। इसके बावजूद, ससुराल पक्ष के लोग 50 लाख रुपये और एक मकान की मांग कर रहे थे। आरोप है कि मांग पूरी न होने पर बेटी के साथ मारपीट, मानसिक उत्पीड़न और गाली-गलौज की जाती थी। महिला के अनुसार, 6 मई की रात ससुराल पक्ष के चार सदस्यों ने मुस्कान को घर से बाहर निकाल दिया। कई बार समझाने के बावजूद ससुराल पक्ष उसे वापस रखने को तैयार नहीं हुआ। इस मामले में महिला ने थाना इज्जतनगर में शिकायत दर्ज कराई है। साथ ही, भरण-पोषण और घरेलू हिंसा अधिनियम की धारा 12 के तहत न्यायालय में भी मामला दायर किया गया है। महिला ने आरोप लगाया है कि कानूनी कार्रवाई शुरू होने के बाद ससुराल पक्ष की ओर से धमकियां मिलनी शुरू हो गईं। उनके अनुसार, आरोपी पक्ष ने फोन पर उन्हें 'ठिकाने लगाने' और 'मकान पर कब्जा करने' जैसी बातें कहीं। महिला ने एसएसपी बरेली से कहा है कि वह, उनके पति और पुत्री असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने किसी भी अप्रिय घटना के लिए ससुराल पक्ष को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से सुरक्षा प्रदान करने और आरोपियों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
सहारनपुर के गंगोह थाना क्षेत्र के गांव बेग्गी में शुक्रवार शाम एक शादी समारोह में हुई आतिशबाजी से दिलशाद नामक व्यक्ति की झोपड़ी में आग लग गई। इस घटना में गरीब परिवार का लाखों रुपये का सामान जलकर राख हो गया। सरसावा क्षेत्र के हुसैनपुर से आई बारात के दौरान दुल्हन की विदाई के समय जमकर आतिशबाजी की जा रही थी। इसी दौरान आतिशबाजी से निकली एक चिंगारी पास में स्थित दिलशाद की फूस की झोपड़ी पर जा गिरी। शुरुआत में लोगों ने आग को मामूली समझा, लेकिन देखते ही देखते इसने विकराल रूप धारण कर लिया। फूस की झोपड़ी होने के कारण आग ने कुछ ही मिनटों में पूरे आशियाने को अपनी चपेट में ले लिया। झोपड़ी से उठती लपटों और धुएं को देखकर गांव में हड़कंप मच गया। ग्रामीण बाल्टी और अन्य साधनों से आग बुझाने में जुट गए, लेकिन सूखे फूस के कारण आग पर काबू पाना मुश्किल हो गया। सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची। लगभग एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग को नियंत्रित किया जा सका, लेकिन तब तक झोपड़ी में रखा सारा सामान जलकर राख हो चुका था। दिलशाद एक बेहद गरीब व्यक्ति है और उसी झोपड़ी में रहकर अपने परिवार का पालन-पोषण करता था। वह अपनी बेटी की शादी के लिए लंबे समय से घरेलू सामान और जरूरी चीजें इकट्ठा कर रहा था, जो सभी आग की भेंट चढ़ गईं। ग्रामीणों के अनुसार, इस हादसे में दिलशाद को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। आग बुझने के बाद जब पीड़ित ने जली हुई झोपड़ी और राख में तब्दील सामान देखा, तो उसकी आंखों में आंसू छलक पड़े। घटना के बाद गांव में बारात की खुशी मातम में बदल गई और लोगों में भारी आक्रोश देखने को मिला। सूचना पर गंगोह थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची और घटना की जानकारी जुटाई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। ग्रामीणों ने प्रशासन से पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
ग्रेटर नोएडा में पुलिस-गौकश मुठभेड़:एक बदमाश को गोली लगी, दर्जनभर से ज्यादा मुकदमे दर्ज
ग्रेटर नोएडा के जारचा थाना क्षेत्र में पुलिस और गौकशों के बीच मुठभेड़ हुई। इस दौरान एक गौकश के पैर में गोली लगने से वह घायल हो गया, जबकि उसका दूसरा साथी अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गया। पुलिस ने बदमाशों के कब्जे से हथियार और अन्य सामान बरामद किए हैं। ग्रेटर नोएडा के एडीसीपी सुधीर कुमार ने बताया कि शुक्रवार देर शाम जारचा रोड पर पुलिस चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान बिना नंबर प्लेट की एक संदिग्ध बाइक पर सवार लोगों को रोकने का प्रयास किया गया। बदमाशों ने भागने की कोशिश की और पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चलाई, जिससे बदमाश साजिद के पैर में गोली लग गई। उसका साथी शाहनवाज अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया। घायल बदमाश साजिद को इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। साजिद मेरठ के सिवालखास कस्बे का निवासी है और गौकशी करने वाले गिरोह से जुड़ा है। उस पर पहले से ही एक दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने बदमाशों के पास से एक देसी तमंचा, कारतूस, गंडासा, चाकू, रस्सी, प्लास्टिक का कट्टा और दो इंजेक्शन सहित कई अन्य सामान बरामद किए हैं। यह गिरोह जंगलों में घूमने वाले गोवंशों को निशाना बनाता था। उन्हें एकांत जगह पर ले जाकर रस्सी से बांधने के बाद हथियारों से काट दिया जाता था और फिर उनके मांस को बाजारों में बेचा जाता था। जारचा पुलिस ने साजिद के खिलाफ गोवंश संरक्षण अधिनियम और आर्म्स एक्ट सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। मुठभेड़ में बरामद बिना नंबर प्लेट की स्प्लेंडर मोटरसाइकिल का उपयोग कई आपराधिक मामलों में किया गया है। फरार आरोपी शाहनवाज की तलाश में कॉम्बिंग अभियान चलाया जा रहा है।
नाबालिग से दुष्कर्म, आरोपी को 20 वर्ष की सजा:कोर्ट ने 35 हजार रुपये का अर्थदंड भी लगाया
बरेली में नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में विशेष पॉक्सो कोर्ट ने आरोपी शानू को 20 वर्ष के कठोर कारावास की सजा सुनाई है। कोर्ट ने उस पर कुल 35 हजार रुपये का अर्थदंड भी लगाया है। घटना 14 मार्च 2023 की रात लगभग 10:30 बजे हुई थी। आरोपी शानू, जो काशीराम कॉलोनी, थाना सीबीगंज का निवासी है, ने पीड़िता के परिवार के सो जाने के बाद नाबालिग लड़की को बहला-फुसलाकर भगा लिया था और उसके साथ दुष्कर्म किया। पीड़िता की मां की तहरीर पर थाना सीबीगंज में पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। मामले की सुनवाई के दौरान कुल 9 गवाहों को पेश किया गया। उनकी गवाही के आधार पर विशेष पॉक्सो कोर्ट, बरेली ने आरोपी शानू को दोषी पाया। पॉक्सो एक्ट के तहत उसे 20 वर्ष का कठोर कारावास और 20,000 रुपये का अर्थदंड सुनाया गया। अर्थदंड न देने पर 6 माह का अतिरिक्त कारावास भुगतना होगा। अन्य धाराओं में आरोपी को 3 वर्ष का कारावास और 5,000 रुपये का अर्थदंड दिया गया, जिसके न देने पर 3 माह का अतिरिक्त कारावास होगा। एक और धारा में 5 वर्ष का कारावास और 10,000 रुपये का अर्थदंड सुनाया गया, जिसके न देने पर 4 माह का अतिरिक्त कारावास भुगतना होगा। कुल मिलाकर, आरोपी को 35,000 रुपये का अर्थदंड देना होगा, और इसे जमा न करने की स्थिति में उसे अतिरिक्त सजा भुगतनी पड़ेगी।
मथुरा पुलिस ने शातिर चोर को किया गिरफ्तार:सोने-चांदी, नकदी और अवैध हथियार सहित अर्टिगा कार बरामद
मथुरा के थाना गोविन्दनगर पुलिस ने चोरी की एक बड़ी वारदात का खुलासा करते हुए एक शातिर चोर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से सोने-चांदी के आभूषण, 22,710 रुपए नकद, एक अवैध तमंचा, दो जिंदा कारतूस और घटना में उपयोग की गई अर्टिगा कार बरामद की है। गिरफ्तार आरोपी की पहचान शकील पुत्र हनीफ निवासी श्यामनगर, लिसाढ़ी, जिला मेरठ, हाल निवासी रिहान गार्डन उज्जवल कॉलोनी, थाना लिसाढ़ी गेट, मेरठ के रूप में हुई है। थाना प्रभारी के अनुसार, यह मामला 31 अक्टूबर 2025 को दर्ज किया गया था। वादी ने अपने घर में हुई चोरी की घटना की तहरीर दी थी, जिसके आधार पर गोविन्दनगर थाने में मुकदमा दर्ज कर पुलिस टीम गठित की गई थी। जांच के दौरान, 28 नवंबर 2025 को पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि चोरी की वारदात में शामिल आरोपी हनुमान जी मंदिर के पास सड़क किनारे मौजूद है। सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने घेराबंदी कर आरोपी शकील को चोरी के सामान सहित गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसके पास से एक पीली धातु की अंगूठी, सफेद धातु की एक जोड़ी पायल, 22,710 रुपए नकद, एक अवैध तमंचा, दो जिंदा कारतूस और चोरी में प्रयुक्त अर्टिगा कार बरामद की। बरामद अवैध हथियार के आधार पर आरोपी के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत एक अतिरिक्त मुकदमा भी दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार, शकील एक शातिर और सक्रिय अपराधी है। उसके खिलाफ मेरठ और मथुरा के विभिन्न थानों में चोरी, लूट, आर्म्स एक्ट और गैंगस्टर एक्ट सहित 14 से अधिक मुकदमे पंजीकृत हैं। आरोपी शकील को आवश्यक विधिक कार्रवाई पूरी करने के बाद न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है।
मेरठ के टीपीनगर इलाके में सगाई समारोह के दौरान वेटर ने नाबालिग से छेड़छाड़ कर दी। इससे गुस्साए परिजनों ने वेटर को पीट दिया। बीच बचाव के लिए उसके साथी पहुंचे, जिन्हें भीड़ ने दौड़ा लिया। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को संभाला। नाबालिग के परिवार ने तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। पहले एक नजर डालते हैं विवाद पर टीपीनगर थाना क्षेत्र के वेदव्यासपुरी स्थित द ग्रैंड सफायर में सदर निवासी जेपी जैन के बेटे का सगाई समारोह चल रहा था। काफी मेहमान आए हुए थे। इन ही मेहमानों में एक नाबालिग भी मौजूद थी, जिस पर एक वेटर आशू निवासी ग्राम डूंगरावली ने छींटाकशी कर दी। यह बात उस किशोरी ने तुरन्त अपने परिवार को जाकर बताई। बेटी से छेड़छाड़ की बात पर परिजनों का पारा चढ़ गया और वह वेटर को ढूंढते हुए मौके पर पहुंच गए और उसे दबोचकर पीट दिया। बीच बचाव को आए साथियों को दौड़ायाकिशोरी के परिजन इतने आक्रोशित थे कि उन्होंने जाते ही आशू को पीटना शुरु कर दिया। अफरातफरी मच गई। देखते ही देखते भीड़ जमा हो गई। आशू के साथ मौजूद कुछ साथियों ने विरोध करने का प्रयास किया लेकिन किशोरी के परिजनों ने उन्हें भी दौड़ा लिया। इसके बाद आरोपी वेटर की इतनी पिटाई की गई कि उसके सिर में चोट आ गई और खून निकलने लगा। सूचना पर पहुंचे दरोगा से नोकझोंक हंगामे की सूचना पर टीपीनगर थाने के दरोगा मौके पर पहुंच गए। उन्होंने दोनों पक्षों को शांत कराया और घायल आशू को डाक्टरी के लिए भिजवा दिया। अभी पुलिस वहां छानबीन कर ही रही थी कि वेटर आशू के गांव की काफी महिलाएं वहां पहुंच गई और हंगामा कर दिया। महिलाएं बोली- युवक पर झूठा आरोप सगाई समारोह खत्म होने के बाद किशोरी पक्ष के लोग जाने लगे। तभी काफी संख्या में महिलाएं मौके पर पहुंच गईं। यह महिलाएं वेटर के गांव की थीं, जिनमें से कुछ यहां काम भी करती थीं। इन्होंने कार्रवाई की मांग उठा दी। उनकी दरोगा से नोकझोंक तक हो गई। उनका कहना था कि वेटर इस तरह का लड़का नहीं है। उस पर झूठे आरोप लगाए गए हैं। देर रात तक थाने पर जमे रहे लोग पुलिस दोनों पक्षों को लेकर टीपीनगर थाने आ गई। यहां भी वेटर पक्ष की महिलाओं ने हंगामा करने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने उन्हें शांत करा दिया। एसएचओ अरुण मिश्रा का कहना है कि अभी किसी भी पक्ष की तरफ से तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलते ही पुलिस कार्रवाई करेगी। फिलहाल जांच की जा रही है।
रायपुर के कबीर नगर थाना क्षेत्र में हुई चोरी की वारदात का खुलासा हुआ है। पुलिस ने एक नाबालिग को गिरफ्तार किया है। आरोपी के खिलाफ थाना कबीर नगर पुलिस ने उसके कब्जे से चोरी की नगदी रकम 37,500 रुपये बरामद की है। देवकुंवर मरावी निवासी अटल आवास कबीर नगर ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 25 नवंबर की सुबह वह काम पर गई थी और शाम को लौटने पर उसने पाया कि अलमारी का लॉकर तोड़कर उसमें रखे सोने के आभूषण और 40,000 रुपये नगद चोरी कर लिए गए हैं। चोरी की इस घटना के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। थाना प्रभारी कबीर नगर के नेतृत्व में पुलिस टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण करते हुए आसपास के लोगों से पूछताछ की और सीसीटीवी फुटेज खंगाले। जांच के दौरान विधि से संघर्षरत बालक की पहचान कर हिरासत में लिया गया। पूछताछ में बालक ने चोरी करना स्वीकार किया। बालक को गिरफ्तार कर किशोर न्याय बोर्ड, माना रायपुर में पेश किया गया है।
लारी के रैन बसेरे में 24 घंटे तड़पे मरीज के प्रकरण को लेकर KGMU प्रशासन हरकत में आया है। शुक्रवार सुबह रैन बसेरे का अधिकारियों ने जायजा लिया। हालांकि मरीज घर वापस लौट गया। अब मरीजों को असुविधा से बचाने के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। सीतापुर के रहने वाले रवीन्द्र कुमार को 26 नवम्बर को कार्डियोलॉजी विभाग की इमरजेंसी में लाया गया था। प्राथमिक इलाज के बाद मरीज की इमरजेंसी से छुट्टी कर दी गई थी। मरीज को OPD में दिखाने की सलाह दी गई थी। परिवारीजनों का आरोप था कि टोकन न मिलने से मरीज को ओपीडी में नहीं दिखा पाए। इस दौरान मरीज रैन बसेरे में लेटा रहा। बाद में परिवारीजन मरीज को लेकर घर चले गए। इमरजेंसी में मरीजों को मिलेगा इलाज प्रवक्ता डॉ. केके सिंह ने बताया कि कार्डियोलॉजी विभाग की इमरजेंसी में आने वाले सभी मरीजों का इलाज मुहैया कराया जा रहा है। लक्षण के आधार पर जरूरी जांचें कराई जाती हैं। रवीन्द्र को तत्काल भर्ती कर समुचित इलाज दिया गया था। मरीजों को उनकी हालत के अनुसार OPD में फॉलोअप के लिए भेजा गया था। इस नंबर पर करें सम्पर्क KGMU प्रशासन ने लारी में मरीजों को दिक्कतों से बचाने के लिए हेल्प लाइन नम्बर शुरू किया है। प्रवक्ता ने बताया कि यदि किसी मरीज को भर्ती प्रक्रिया या ओपीडी में दिखाने में असुविधा होती है तो वे कार्डियोलॉजी विभाग के पीआरओ कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं। हेल्प लाइन नंबर 9415099528 पर संपर्क कर सकते हैं।
कबीर महोत्सव 2025 का लखनऊ में उद्घाटन:कबीर की विचारधारा, साहसिक सत्य और मानवता पर केंद्रित
कबीर महोत्सव 2025 का लखनऊ के गोमती नगर स्थित संगीत नाटक अकादमी में उद्घाटन किया गया। यह तीन दिवसीय महोत्सव अपने दसवें वर्ष में प्रवेश कर चुका है। इसका मुख्य उद्देश्य कबीर की विचारधारा—साहसिक सत्य, सृजनात्मक स्वतंत्रता और मानवता—को जन-जन तक पहुंचाना है। महोत्सव के पहले दिन की शुरुआत सामुदायिक कला परियोजना के साथ हुई। इसके बाद समझो सिनेमा सत्र में महिलाओं के चित्रण, सिनेमा के सामाजिक प्रभाव और कहानी कहने के विभिन्न तौर-तरीकों पर गहन विचार-विमर्श किया गया। 'सिंग आउट लाउड' संगीत सत्र का आयोजन कार्यक्रम में जम्मू-कश्मीर के प्रसिद्ध नाट्य कलाकार लकीजी गुप्ता द्वारा निर्देशित और राजेश जी द्वारा रचित नाटक बहुरूपिया का मंचन हुआ। यह नाटक पारंपरिक बहुरूपिया कलाकारों के जीवन की सामाजिक और राजनीतिक चुनौतियों को प्रभावी ढंग से दर्शाता है।शाम को सिंग आउट लाउड संगीत सत्र आयोजित किया गया, जिसमें गुरु दत्त और ज़ुबीन गार्ग को श्रद्धांजलि दी गई। कलाकारों ने जाने वो कैसे लोग थे, चौदवीं का चाँद और या अली जैसे लोकप्रिय गीत प्रस्तुत किए, जिस पर दर्शक झूम उठे। बच्चों और बुजुर्गों ने मिलकर सहज नृत्य भी किया। नाटक में मानवीय संवेदनाओं को प्रस्तुत किया सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ-साथ जादू नहीं विज्ञान सत्र ने सामान्य घटनाओं के पीछे की वैज्ञानिक सच्चाई को उजागर किया। इस सत्र ने युवा दर्शकों में जिज्ञासा जगाई और उन्हें विज्ञान तथा कल्पना के बीच के अंतर को समझा। समापन ज्योति डोगरा द्वारा लिखित और निर्देशित अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त नाटक मेज़ोक के प्रदर्शन के साथ हुआ। इस नाटक ने मानवीय इच्छाओं, सामाजिक दबावों और भावनात्मक जटिलताओं को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया। यह आयोजन तीन दिनों तक चलेगा महोत्सव की समन्वयक उपासना त्रिपाठी ने बताया कि यह आयोजन तीन दिनों तक चलेगा।महोत्सव के पहले दिन समाज के सभी वर्गों और आयु समूहों के दर्शक उपस्थित रहे। इस आयोजन में थिएटर, संगीत, कला, फिल्म विमर्श, युवा संवाद और सामुदायिक सत्रों का समृद्ध संयोजन देखने को मिला, जो कबीर की विचारधारा को आधुनिक कला और सामाजिक चेतना के साथ जीवंत रूप में प्रस्तुत करता है।
बागपत शहर कोतवाली क्षेत्र के मुगलपुरा मोहल्ले में पैसों के लेनदेन को लेकर दो पक्षों के बीच खूनी संघर्ष हो गया। इस दौरान दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर जानलेवा हमला किया, जिसमें ईंट-पत्थर और धारदार हथियारों का इस्तेमाल किया गया। संघर्ष के दौरान वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई। इस घटना में तीन महिलाओं सहित सात से अधिक लोग घायल हुए हैं। घायलों को उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया है। एक पक्ष की ओर से फायरिंग करने का भी आरोप लगाया गया है। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए हैं। शहर कोतवाली प्रभारी दीक्षित कुमार त्यागी ने बताया कि घायलों का उपचार कराया जा रहा है। पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है और नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
रवीन्द्र भवन में चल रहे विश्वरंग–2025 टैगोर अंतर्राष्ट्रीय साहित्य एवं कला महोत्सव के दूसरे दिन कला, संस्कृति, सिनेमा, कौशल, साहित्य और क्रिकेट की अनोखी छटा देखने को मिली। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने देश-विदेश से आए साहित्यकारों, कलाकारों और युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश की सृजनात्मक धरती अब भारतीय भाषा, चेतना और वैश्विक साहित्यिक संवाद का प्रमुख केन्द्र बन गई है। उन्होंने कहा- “कला, संस्कृति और संवेदनाओं का समावेशन ही विश्वरंग की आत्मा है।”इस अवसर पर विश्वरंग का कैटलॉग व हिन्दी भाषा मार्गदर्शिका सीएम को भेंट की गई। हिन्दी ने घर-घर पहुंचाया:आकाश चोपड़ा दिन का सबसे लोकप्रिय सत्र भारतीय क्रिकेटर और कमेंटेटर आकाश चोपड़ा के नाम रहा। उन्होंने कहा- “हिन्दी में जज्बात हैं, इसलिए हिन्दी कॉमेंट्री ने मुझे घर-घर पहचान दिलाई।”उन्होंने क्रिकेट लेखन पर चर्चा करते हुए बताया कि इतिहास को समझना, आज को महत्व देना सिखाता है। इस सत्र में उनकी पुस्तक पर भी बातचीत हुई। संगीत हमें चिंताओं से दूर ले जाता है- स्वानंद किरकिरे गीतकार, लेखक और अभिनेता स्वानंद किरकिरे ने “शब्दों की दुनिया, जिंदगी का संगीत” विषय पर कहा- “जब शब्द और सुर मिलते हैं, तो मन को ऊर्जा देने वाली अलग दुनिया बनती है। ”उन्होंने अपने चर्चित गीत “बावरा मन” और “बहती हवा सा था वो” के पीछे की भावनाओं को साझा किया और कहा कि संगीत जीवन की बेचैनी को अर्थ देता है। संस्कृति संध्या में ‘द कलेक्टिव क्वॉयर’ ने बांधा समां शाम के कार्यक्रम में गुजरात के प्रतिष्ठित क्वॉयर बैंड ‘द कलेक्टिव क्वॉयर बाय RK’ ने अपने दमदार सुरों और विश्वस्तरीय हार्मोनी से मंच को जीवंत कर दिया। 14 कलाकारों की टीम ने प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। दर्शकों ने स्टैंडिंग ओवेशन देकर उनका उत्साह बढ़ाया। महिलाओं की कहानियां अब मुख्यधारा में: दिव्या दत्ता अंजनी सभागार में आयोजित सत्र “सिनेमा- कल, आज और कल” में अभिनेत्री दिव्या दत्ता ने कहा कि अब दर्शक महिलाओं की उन परतों को भी देखना चाहते हैं, जहां अकेलापन और संघर्ष है। ”उन्होंने जेंडर बायस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कलाकार की पहचान उसके काम से होनी चाहिए, न कि उसके जेंडर से।अपनी भाई की लिखी कविताएं पढ़कर उन्होंने हर महिला के दिल को छू लिया। मुंबई ने संघर्ष सिखाया, पंचायत ने पहचान- फैजल मलिक लोकप्रिय अभिनेता फैजल मलिक ने ‘पंचायत’ सीरीज़ की सफलता और अपने संघर्षों पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा “मुंबई आसान नहीं, पर यदि टिक गए तो यहीं बस जाते हैं।”उन्होंने बताया कि ‘डबलू–बबलू’ उनके सबसे पसंदीदा किरदार हैं और उन पर अलग सीरीज़ बन सकती है। अभिनय की प्रक्रिया पर उन्होंने कहा कि किरदार को समझना और सवाल पूछना उन्हें मजबूती देता है।
मऊगंज जिला विकास समिति गठित, सीएम अध्यक्ष:प्रभारी मंत्री उपाध्यक्ष, 20 प्रतिनिधि सदस्य भी शामिल
मऊगंज जिले में विकास कार्यों को गति देने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने जिला विकास समिति का गठन कर दिया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को इस समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है, जबकि जिले के प्रभारी मंत्री लखन पटेल (पशुपालन एवं डेयरी विभाग) उपाध्यक्ष होंगे। कलेक्टर संजय कुमार जैन ने बताया कि समिति में जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों के अनुभवी व्यक्तियों को भी शामिल किया गया है। इसका लक्ष्य जिले के लिए एक मजबूत और सर्वसमावेशी विकास रोडमैप तैयार करना है। समिति के प्रमुख सदस्यों में सांसद जनार्दन मिश्र, देवतालाब विधायक गिरीश गौतम और मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, जिला पंचायत अध्यक्ष नीता कोल, मऊगंज जनपद अध्यक्ष नीलम सिंह, हनुमना जनपद अध्यक्ष गोविंद नारायण तिवारी और नईगढ़ी जनपद अध्यक्ष ममता कुंज विहारी तिवारी भी सदस्य हैं। जिले के कई क्षेत्रों से 20 प्रतिनिधि सदस्यों को भी समिति में जगह मिली है। इनमें राजेंद्र मिश्रा, दीपक गुप्ता, रामनिवास कुशवाहा, श्रवण गुप्ता, रामचंद्र गुप्ता, प्रदीप पटेल, रामलखन यादव, रामपाल सिंह, सुनीता पटेल, अवध बिहारी पाण्डेय, ब्रह्मप्रकाश शुक्ला, देवेंद्रनाथ पाण्डेय, उमेश कुशवाहा, मुनींद्र प्रसाद मिश्रा, श्रीनिवास त्रिपाठी, प्रभाशंकर पाठक, रमानिवास पाण्डेय, अरविंद पटेल, बिहारीलाल कोल और संतोष गुप्ता प्रमुख हैं।
महराजगंज। फरेंदा की न्यायिक मजिस्ट्रेट अदालत ने मारपीट और धमकी देने के एक पुराने मामले में शुक्रवार को फैसला सुनाया है। अदालत ने अभियुक्त प्रकाश को दोषी मानते हुए एक दिन की न्यायिक अभिरक्षा और 500 रुपये जुर्माने की सजा सुनाई। प्रकाश महराजगंज जिले के पुरन्दरपुर थाना क्षेत्र के राजथानी गांव का निवासी है। यह मामला वर्ष 1999 का है। पीड़ित ने थाने में तहरीर दी थी, जिसमें बताया गया था कि किसी विवाद के चलते अभियुक्त प्रकाश ने उसे मारा-पीटा और जान से मारने की धमकी दी थी। घटना के बाद पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर तत्काल मुकदमा दर्ज किया और जांच शुरू की। जांच के दौरान घटनास्थल का निरीक्षण, गवाहों के बयान और चिकित्सकीय रिपोर्ट सहित आवश्यक साक्ष्य जुटाए गए थे। मामले का चालान अदालत में प्रस्तुत होने के बाद यह प्रकरण लंबे समय तक विचाराधीन रहा। सुनवाई के दौरान, अभियोजन पक्ष ने अभियुक्त के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य और गवाह पेश किए, जिनसे मारपीट और धमकी देने की घटना साबित हुई। अदालत ने सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद पाया कि अभियुक्त प्रकाश के खिलाफ लगाए गए आरोप सिद्ध होते हैं। आरोप सिद्ध होने पर न्यायिक मजिस्ट्रेट फरेंदा ने उसे एक दिन की न्यायिक अभिरक्षा और 500 रुपये का अर्थदंड दिया। अदालत ने यह भी स्पष्ट किया कि जुर्माना अदा न करने पर अतिरिक्त सजा का प्रावधान होगा। इस संबंध में पुरन्दरपुर के कोतवाल मनोज कुमार ने बताया कि न्यायालय की ओर से एक अभियुक्त को सजा सुनाई गई है।
कांकेर जिले के एक महाविद्यालय में जनजातीय समाज के ऐतिहासिक, सामाजिक और आध्यात्मिक योगदान विषय पर एक दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें भाजपा छत्तीसगढ़ के प्रदेश उपाध्यक्ष सतीश लाटिया, जनपद पंचायत चारामा की अध्यक्ष जागेश्वरी भास्कर और जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष अंकित जैन सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान जनजातीय नायकों से संबंधित एक प्रदर्शनी लगाई गई। विद्यार्थियों द्वारा बनाई गई रंगोली, चित्रकला पोस्टर और छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का भी अवलोकन किया गया। अवलोकन के पश्चात् अतिथियों का परिचय और स्वागत किया गया। आदिवासी नायकों के योगदान पर कार्यक्रम प्राचार्य द्वारा स्वागत उद्बोधन दिया गया, जबकि कार्यक्रम के संयोजक कुलेश्वर प्रसाद ने जनजातीय समाज के गौरवशाली अतीत के संबंध में प्रस्तावना प्रस्तुत की। मुख्य वक्ता विकेश कुमार हिचामी ने जनजातीय समाज के गौरवपूर्ण ऐतिहासिक, सामाजिक और आध्यात्मिक योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि बस्तर सहित पूरे देश में कई जनजातीय जननायक हुए हैं, जिन्होंने अंग्रेजों के विरुद्ध संघर्ष में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हिचामी ने भगवान बिरसा मुंडा, शहीद वीर नारायण सिंह, शहीद गेंदसिंह और रानी दुर्गावती जैसे नायकों के इतिहास को युवाओं के लिए जानना आवश्यक बताया। वीर नारायण सिंह और बिरसा मुंडा के आदिवासी संघर्ष को किया याद उन्होंने बिरसा मुंडा के प्रकृति प्रेम और उनके द्वारा गांव में एकता व पर्यावरण जागरूकता बढ़ाने के प्रयासों का उल्लेख किया। छत्तीसगढ़ के प्रथम स्वतंत्रता सेनानी शहीद वीर नारायण सिंह का भी जिक्र किया गया, जिन्होंने किसानों और गरीबों की रक्षा के लिए संघर्ष किया। उन्हें 1857 में अंग्रेजों द्वारा षड्यंत्र पूर्वक गिरफ्तार कर लिया गया था। वक्ताओं ने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में बस्तर के आदिवासी बंधुओं के महत्वपूर्ण योगदान पर भी जोर दिया।
देवरिया मजार भूमि राजस्व अभिलेखों में बंजर दर्ज:अभिलेख दुरुस्ती का वाद दाखिल, दोषियों की सूची तैयार
देवरिया में गोरखपुर रोड ओवरब्रिज के पास स्थित विवादित मजार और कब्रिस्तान की भूमि को राजस्व अभिलेखों में बंजर दर्ज कर दिया गया है। एएसडीएम न्यायालय के आदेश के बाद यह कार्रवाई हुई है। अभिलेख दुरुस्ती के आधार पर शुक्रवार को एसडीएम न्यायालय में एक वाद भी दाखिल किया गया है। यह भूमि फसली वर्ष 1399 की खतौनी में मूल रूप से बंजर के रूप में दर्ज थी। हालांकि, वर्ष 1992 में एडीएम वित्त एवं राजस्व तथा अपर वक्फ आयुक्त के न्यायालय से जारी एक संदिग्ध परवाने के आधार पर इसे कूटरचना कर मजार और कब्रिस्तान के नाम पर गलत तरीके से दर्ज कर दिया गया था। राजस्व विभाग की जांच में यह प्रविष्टि अवैध पाई गई। यह मामला जून माह में तब सुर्खियों में आया जब सदर विधायक डॉ. शलभ मणि त्रिपाठी ने विधानसभा में और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर इस भूमि विवाद की शिकायत की। इसके बाद प्रशासन सक्रिय हुआ और अपर जिला शासकीय अधिवक्ता (राजस्व) जयदीप गुप्ता ने एसडीएम कोर्ट में अभिलेख दुरुस्ती का वाद दाखिल किया। सुनवाई के बाद एएसडीएम अवधेश निगम ने अपने आदेश में स्पष्ट किया कि मजार और कब्रिस्तान के नाम पर दर्ज प्रविष्टियाँ फर्जी और कूटरचित थीं। उन्होंने इन्हें तत्काल प्रभाव से निरस्त करते हुए भूमि को पुनः बंजर खाते में दर्ज करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही, इस अवैध दर्जीकरण में शामिल व्यक्तियों, कर्मचारियों और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए गए। एएसडीएम के आदेश के अनुपालन में तहसील प्रशासन ने खतौनी में संशोधन कर दिया है। तहसीलदार सदर केके मिश्र ने बताया कि न्यायालय के आदेश के अनुसार खतौनी में आवश्यक परिवर्तन किए गए हैं। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि इस प्रकरण में दोषी कर्मचारियों और अधिकारियों की सूची अंतिम चरण में है, और रिपोर्ट जल्द ही जिलाधिकारी को भेजी जाएगी।
सिंधिया के काफिले में तीन गाड़ियां अशोकनगर में भिड़ीं:SDOP सहित कई घायल; अचानक ब्रेक लगने से हादसा
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के काफिले में शामिल तीन गाड़ियां अशोकनगर में आपस में टकरा गईं। यह घटना शुक्रवार रात करीब 9:30 बजे गुना रोड स्थित जीके मैरिज गार्डन के पास हुई। हादसे में अशोकनगर एसडीओपी विवेक शर्मा सहित कुछ अन्य लोगों को मामूली चोटें आई हैं। जानकारी के अनुसार, सिंधिया के काफिले के पीछे चल रही गाड़ियों में से एक फॉरच्यूनर में अशोकनगर एसडीओपी की गाड़ी टकरा गई। इसके ठीक पीछे आ रही अशोकनगर तहसीलदार भारतेंदु यादव की गाड़ी भी इन वाहनों से भिड़ गई। घायलों को जिला अस्पताल भेजा गयाहादसे के बाद सिंधिया का मुख्य काफिला आगे बढ़ता रहा। घायलों को तत्काल इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। घटना के बाद क्षतिग्रस्त वाहनों को सड़क से हटा दिया गया। वाहनों को आगे और पीछे से नुकसान पहुंचा है। यह टक्कर सिंधिया के स्वागत के लिए खड़े कुछ लोगों के कारण अचानक ब्रेक लगाने से हुई। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया चंदेरी में टेंट सिटी का शुभारंभ करने के बाद गुना लौट रहे थे। उनकी गाड़ियां कारकेड में चल रही थीं, तभी यह हादसा हुआ।
बीकानेर के बज्जू एरिया में एक 78 साल के बुजुर्ग की उसी के बेटे ने हत्या कर दी। इसके बाद परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार करते हुए दफना दिया। किसी अनजान शख्स ने पुलिस को शिकायत की तो शुक्रवार को मृतक का शव वापस बाहर निकलवाया गया। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाने के साथ ही हत्या का मामला भी दर्ज कर लिया है। बज्जू थानाधिकारी जगदीश प्रसाद ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को पत्र लिखकर शव का पोस्टमार्टम करवाने का आग्रह किया है। सीएमएचओ को दिए पत्र में थानाधिकारी ने बताया कि संज्ञान में आया है कि गोपीराम पुत्र लेखराम जाति विश्नोई उम्र 78 वर्ष निवासी गौडू पुलिस थाना बज्जू की उसके पुत्र योगीराज ने 27 नवम्बर को हत्या की थी। मृतक का शव चक 03 एमडीएम गौडू में मृतक के पुत्र ख्यालीराम के खेत में 28 नवम्बर को दफना दिया गया है। मृतक गोपीराम विश्नोई के दफनाये हुए शव को निकालकर पोस्टमार्टम करवाया जाना है। इसके लिए एसडीएम से अनुमति प्राप्त की गई। पिता-पुत्र के बीच किस बात को लेकर विवाद हुआ, ये स्थिति अभी स्पष्ट नहीं हुई है। वहीं मृतक के दूसरे बेटे ख्यालीराम ने इस संबंध में बज्जू थाने में अपने भाई के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। ख्यालीराम ने पुलिस को बताया कि उसके भाई ने बताया था कि गिरने से पिता घायल हो गए थे। जिस पर विश्वास करके अंतिम संस्कार कर दिया। अब पड़ौसी ने बताया कि बाप-बेटे आपस में झगड़ रहे थे। इस पर भाई से पूछा तो उसने बताया कि हां, मार दिया था। इसके बाद से मृतक का बेटा भाग गया।
झांसी में यातायात माह नवंबर का समापन हो गया। शुक्रवार को जिलाधिकारी मृदुल चौधरी और एसएसपी बीबीजीटीएस मूर्ति ने पुलिस-प्रशासन की यातायात व्यवस्था दुरुस्त करने में मदद करने वाले संगठन के पदाधिकारियों का सम्मान किया। बता दें कि पूरे नवंबर के महीने में यातायात माह मनाया गया। जिसमें वाहन चालकों को ट्रैफिक रूल्स फॉलो करने के लिए प्रेरित किया गया तो दूसरी तरफ जानबूझकर नियम तोड़ने वाले वाहनों के चालान भी किए गए। इसके अलावा स्कूल्स, कॉलेज, सरकारी कार्यालयों में जाकर वहां पढ़ने और काम करने वालों को भी जिम्मेदार नागरिक बनाने के लिए प्रेरित किया। इस अभियान में सामाजिक, व्यापारिक और यूनियन के पदाधिकारी व सदस्यों ने भी सहयोग किया। शुक्रवार को जब यातायात माह का समापन हुआ तो शहर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय सभागार में सम्मान समारोह और सेमिनार आयोजित किया गया। इस आयोजन में जिलाधिकारी मृदुल चौधरी, एसएसपी बीबीजीटीएस मूर्ति, ओलंपियन और मेजर ध्यानचंद के बेटे अशोक ध्यानचंद, आरटीओ प्रवर्तन राजेश कुमार वर्मा समेत अन्य अधिकारी भी शामिल हुए। साथ ही स्कूली बच्चों और पुलिस रिक्रूट्स को भी इसमें शामिल किया गया। DM बोले-पुलिस को समझाना पड़ता है कि आपकी जान कीमती है जिलाधिकारी मृदुल चौधरी ने कहा कि जब हम लोग डंडा या चालान का डर दिखाकर रूल्स फॉलो करवाते हैं तो इसका मतलब ये नहीं है कि हमें खजाना भरना है। सरकार का उद्देश्य ये है कि किसी की सड़क हादसे में जान न जाए। उन्होंने कहा कि डंडे से जागरूकता नहीं आती। इसलिए आपको खुद ये बात जननी चाहिए कि आपकी जान कितनी कीमती है। लेकिन, लोगों को हमें (प्रशासन) को बताना पड़ता है कि आपका जीवन अमूल्य है। इस मौके पर उन्होंने सभागार में मौजूद लोगों को यातायात नियमों का पालन करने की भी शपथ दिलाई। साथ ही ट्रैफिक व्यवस्था बनाने वालों को सम्मानित भी किया। SSP ने माज़ाक़-माज़ाक़ में समझाए ट्रैफिक रूल्स के फायदे झांसी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बीबीजीटीएस मूर्ति ने मजाकिया अंदाज में कार्यक्रम में शामिल लोगों को संबोधित करते हुए ट्रैफिक रूल्स फॉलो करने और फॉलो न करने वालों को लेकर समझाया। उन्होंने कहा कि लड़के अक्सर रूल तोड़ने में आगे होते हैं। वह खुद को हीरो समझ लेते हैं। लेकिन, उन्हें नहीं पता होता कि वह रियल लाइफ में कितनी बड़ी गलती कर रहे हैं। ओवर स्पीडिंग से आप कहीं भी नहीं पहुंचेंगे बल्कि, सीधा ऊपर का टिकट कट सकता है। और वहां भी कोई गैरन्टी नहीं कि आप स्वर्गवासी ही होंगे। तो रूल्स फॉलो करिए जिससे आपकी गलती की सजा आपके परिवार को न भुगतनी पड़े।
लखनऊ की ठाकुरगंज पुलिस ने लाल बत्ती से रील बनाने वाले युवक को गिरफ्तार किया है। आरोपी एक चाय की दुकान का प्रमोशन करने पहुंचा था। गाड़ी पर लाल बत्ती और डेस्क बोर्ड पर पुलिस की कैप रखी थी। वायरल वीडियो पर पुलिस ने कार्रवाई की। इंस्पेक्टर ठाकुरगंज ओमवीर सिंह ने बताया कि गुरूवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें सफेद रंग की कार से एक व्यक्ति घण्टाघर पर जोकर चाय वाले के सामने वाहन से उतरता दिखाई दे रहा है। उस वाहन पर नीली और लाल बत्ती लगी हुई है। युवक कार से उतरता है और जोकर चाय वाली दुकान में प्रमोशन में जाता है। कार के आगे डेस्क बोर्ड पर एक पुलिस कैप रखी है। कार से एक अन्य युवक भी जोकर के मुखौटे में निकलता है। पुलिस ने वीडियो पर संज्ञान लेते हुए पत्थर वाली गली मशरगंज वजीरगंज निवासी आरिश किदवई (21) पुत्र अंसार किदवई को गिरफ्तार किया। आरोपी के पास से हुडंई वरना यूपी 32 एफवी 3483 भी सीज की गई। वाहन पर लगी हुई नीली और लाल बत्ती तथा पुलिस की पी-कैप को जब्त किया गया है।
थाना देहात क्षेत्र के जरौठी रोड स्थित एक प्लाईवुड फैक्ट्री में शुक्रवार शाम एक कर्मचारी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतक की पहचान बाबूगढ़ थाना क्षेत्र के उपैड़ा गांव निवासी 40 वर्षीय राजेंद्र कश्यप के रूप में हुई है। मौत की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया और बड़ी संख्या में ग्रामीण देर रात तक अस्पताल में जमा रहे। जानकारी के अनुसार, राजेंद्र कश्यप पिछले कई महीनों से इसी फैक्ट्री में कार्यरत थे और अधिकतर समय वहीं रहते थे। शुक्रवार शाम उन्हें फैक्ट्री से फोन पर राजेंद्र की तबीयत खराब होने की सूचना मिली। कुछ देर बाद, एक फैक्ट्री कर्मचारी बाइक से घर पहुंचा और राजेंद्र की मौत की जानकारी देकर तुरंत लौट गया। फैक्ट्री पर लापरवाही का आरोप इस अचानक सूचना और कर्मचारी के तुरंत वापस जाने से परिजनों व ग्रामीणों में संदेह गहरा गया है। शुक्रवार देर शाम तक राजेंद्र का शव सरकारी अस्पताल में रखा हुआ था। वहां परिजनों के साथ दर्जनों ग्रामीण भी मौजूद थे, जो मौत का सही कारण जानने के लिए बेचैन दिखे। कई ग्रामीणों ने फैक्ट्री प्रबंधन पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि उन्हें घटना के संबंध में स्पष्ट जानकारी नहीं दी जा रही है। सूचना मिलते ही थाना देहात पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी। सीओ वरुण मिश्रा ने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का सही कारण स्पष्ट हो पाएगा और जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस फिलहाल सभी पहलुओं से मामले की जांच कर रही है।
बलिया में ट्रेलर-ट्रैक्टर में टक्कर, दो की मौत:तीन घायल, अनियंत्रित ट्रेलर पेड़ से टकराया
बलिया में एनएच 31 पर शुक्रवार शाम एक तेज रफ्तार ट्रेलर ने ट्रैक्टर-ट्रॉली को टक्कर मार दी। इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना नरहीं थाना क्षेत्र के बसंतपुर में हुई। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। घायलों को तत्काल नरहीं के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) ले जाया गया, जहां से उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। टक्कर के बाद अनियंत्रित ट्रेलर एक पेड़ से जा टकराया। मृतकों की पहचान गाजीपुर जिले के नोनहरा थाना क्षेत्र के पारा गांव निवासी विशाल राम (टेंट मजदूर) और सरवनपुर गांव निवासी 65 वर्षीय शिवनारायण के रूप में हुई है। शिवनारायण ट्रेलर के नीचे आने से मौके पर ही उनकी मौत हो गई थी, जिसे जेसीबी की मदद से बाहर निकाला गया। घायलों में बसंतपुर निवासी 24 वर्षीय मनोज गुप्ता (पुत्र रमेश), बेल्सीपाह गांव निवासी 26 वर्षीय हीरामन यादव और बड़का खेत पलिया खास निवासी 10 वर्षीय आदित्य यादव (पुत्र भरदूल) शामिल हैं। यह हादसा शुक्रवार शाम करीब 6 बजे हुआ। बसंतपुर गांव निवासी नंद जी यादव के बेटे का 30 नवंबर को तिलक समारोह था, जिसकी तैयारियों के लिए गाजीपुर से टेंट हाउस का सामान ट्रैक्टर-ट्रॉली में लादकर लाया जा रहा था। भरौली की ओर से आ रहे तेज रफ्तार ट्रेलर ने ट्रैक्टर-ट्रॉली को जोरदार टक्कर मार दी, जिससे उसके परखच्चे उड़ गए।
छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग ने बिलासपुर में आयोजित जनसुनवाई में 22 प्रकरणों का निराकरण किया। इस दौरान आयोग ने फ्लैट बुकिंग धोखाधड़ी की शिकार एक याचिकाकर्ता को रेरा के माध्यम से 50 लाख रुपये वापस दिलाए। सदर बाजार, बिलासपुर निवासी किरण सराफ ने आयोग को बताया था कि उन्होंने रायपुर में एक फ्लैट बुक किया था, जिसमें उनके साथ धोखाधड़ी हुई थी। आयोग ने इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए रेरा से उन्हें 50 लाख रुपये की राशि वापस दिलवाई। महिला उत्पीड़न के मामलों पर आयोग की सुनवाई आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक ने जिला पंचायत भवन, बिलासपुर में महिला उत्पीड़न से संबंधित इन 22 प्रकरणों पर जनसुनवाई की। यह प्रदेश स्तर पर आयोग की 355वीं और बिलासपुर जिले में 22वीं सुनवाई थी। सुनवाई के दौरान एक अन्य आवेदिका ने बताया कि आंतरिक परिवाद समिति ने उसकी शिकायत की पूरी तरह से जांच नहीं की थी और अनावेदक को दोषमुक्त कर दिया था, जिसके खिलाफ उसने अपील की थी। आवेदिका ने कहा कि यदि अनावेदक माफी मांगता है तो वह अपना आवेदन वापस ले लेगी। अनावेदक ने आयोग के समक्ष आवेदिका से माफी मांगी। इसके बाद आवेदिका ने आंतरिक परिवाद समिति की अपील वापस लेने पर सहमति व्यक्त की। इस आश्वासन के बाद उक्त प्रकरण को नस्तीबद्ध कर दिया गया।
संतकबीर नगर। जिले के सांथा क्षेत्र में शुक्रवार को सहायक विकास अधिकारी आईएसबी (एडीओ) धर्मेंद्र यादव का अचानक निधन हो गया। वे एसआईआर सर्वे में बीएलओ की निगरानी ड्यूटी के दौरान अचानक बीमार हो गए थे। उन्हें उपचार के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन वहां उनकी मृत्यु हो गई। परिजनों के अनुसार, पिछले कुछ दिनों से धर्मेंद्र यादव पर काम का अत्यधिक दबाव था। वे रोजाना सुबह ड्यूटी पर निकलते और देर रात घर लौटते थे। उनकी जिम्मेदारी में क्षेत्र की निगरानी करना और लोगों को घर-घर जाकर मतदान के लिए जागरूक करना शामिल था, ताकि कोई भी मतदाता सूची से छूट न जाए। धर्मेंद्र यादव बखिरा थाना क्षेत्र के गेहूंडीला गांव के निवासी थे। वर्ष 2022 में सचिव पद से प्रोन्नत होकर वे सांथा ब्लॉक में एडीओ आईएसबी के पद पर कार्यरत थे। वे अपने परिवार के इकलौते पुत्र थे और पूरे परिवार की जिम्मेदारी उन्हीं पर थी। उनकी शादी करीब 18 वर्ष पहले महुली क्षेत्र के कठैचा गांव की स्वर्णलता से हुई थी। उनका नौ वर्षीय बेटा शिवांश है। रिश्तेदार आत्माराम यादव ने बताया कि धर्मेंद्र पिछले 5-6 दिनों से सर्दी और खांसी से पीड़ित थे। बृहस्पतिवार को उनकी स्थिति अचानक गंभीर हो गई और उनकी मृत्यु हार्ट अटैक से हुई। उनकी दिनचर्या में प्रतिदिन 45-50 किलोमीटर की यात्रा, क्षेत्र में घूमना और देर रात तक ड्यूटी करना शामिल था। एसआईआर ड्यूटी की प्राथमिकता और असीमित काम के घंटे उनके स्वास्थ्य पर भारी पड़े। धर्मेंद्र यादव का आकस्मिक निधन प्रशासनिक और स्थानीय समाज में शोक और हैरानी का विषय बना हुआ है।
शामली जनपद के आदर्श मंडी थाना क्षेत्र के कस्बा बनत में झाड़ियों से एक नवजात का भ्रूण मिला है। सूचना मिलने पर मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई, लेकिन स्वास्थ्य विभाग का कोई अधिकारी घटनास्थल पर नहीं पहुंचा। यह भ्रूण बनत कस्बे के मोहल्ला प्रेमनगर के पास इमाम साहब जोहड़ के समीप झाड़ियों में पड़ा मिला। इसे सबसे पहले वहां खेल रहे बच्चों ने देखा, जिसके बाद देखते ही देखते घटनास्थल पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, भ्रूण के साथ झाड़ियों में कुछ दवाइयों के रैपर, खून से सनी रूई और एक पॉलिथीन भी मिली। आशंका है कि इसी पॉलिथीन में भ्रूण को लाकर फेंका गया था। लोगों ने शव को दफनाया स्थानीय निवासी वसीम ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के न पहुंचने पर लोगों ने एकजुट होकर नवजात के शव को गड्ढा खोदकर दफनाया और उसका अंतिम संस्कार किया। यह मामला पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस घटना ने शामली के स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। आरोप है कि विभाग अवैध लिंग जांच और भ्रूण हत्या के मामलों को रोकने में लापरवाही बरत रहा है। दरअसल, शामली जनपद में कई ऐसे अस्पताल और अल्ट्रासाउंड सेंटर हैं जिन्हें स्वास्थ्य विभाग लाइसेंस देकर संचालित करवाता है। इनमें से कई को बाहरी टीमों ने लिंग जांच और भ्रूण हत्या के मामलों में उजागर किया है, लेकिन शामली की स्थानीय टीम ने आज तक ऐसे किसी मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं की है। प्रसव पूर्व लिंग की जांच करना गैर-कानूनी है, फिर भी शामली में यह अवैध धंधा बेरोकटोक जारी है। इसी लापरवाही के चलते इस तरह के अवैध कार्य बढ़ रहे हैं।
मोहाली के जीरकपुर में देह व्यापार की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने शुक्रवार देर शाम तीन स्पा सेंटरों पर दबिश देकर 10 लड़कियों को रेस्क्यू किया। इन लड़कियों को आगे की जांच और काउंसलिंग के लिए महिला सुरक्षा एवं काउंसलिंग सेंटर भेजा गया है। मौके से एक ग्राहक को भी हिरासत में लिया गया है, जिससे पूछताछ जारी है। इस कार्रवाई में महिला पुलिसकर्मियों की एक टीम भी शामिल थी। पुलिस को मिल रही थी शिकायतें पुलिस अधिकारियों के मुताबिक इन स्पा सेंटर्स में लंबे समय से अनियमित गतिविधियों की शिकायतें मिल रही थीं। पुलिस ने बताया कि मामले की जांच जारी है और स्पा संचालकों के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जा रहा है। स्थानीय निवासियों ने पुलिस की इस कार्रवाई का स्वागत किया है। उनका कहना है कि शहर में अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए ऐसे सेंटरों पर सख्त निगरानी आवश्यक है।
संभल हिंसा के दौरान मारे गए युवक अयान की हत्या के मामले में फरार गैंगस्टर शारिक साठा के घर पर कुर्की उद्घोषणा का नोटिस चस्पा किया गया है। शारिक साठा को भारत का सबसे बड़ा ऑटो लिफ्टर बताया जाता है। यह कार्रवाई उसके बंद बड़े घर पर की गई है। शुक्रवार को संभल जनपद के थाना नखासा क्षेत्र के हिंदूपुरा खेड़ा पजाया में SIT प्रभारी मेघपाल ने यह कार्रवाई की। भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 84 के तहत यह उद्घोषणा नोटिस चस्पा किया गया है। एक महीने बाद BNS की धारा 85 के तहत कुर्की की कार्रवाई की जाएगी। संभल दंगे के दौरान हुई हत्याओं के मास्टरमाइंड शारिक साठा पुत्र सहायक हुसैन के विरुद्ध थाना नखासा में दर्ज मुकदमे के तहत कुर्की होगी। यह हिंसा 24 नवंबर 2024 को संभल के एक विवादित धार्मिक स्थल (शाही जामा मस्जिद बनाम श्रीहरिहर मंदिर) के सर्वे के दौरान भड़की थी। इस घटना में पांच लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें अयान भी शामिल था। पुलिस साठा के तीन गुर्गों मुल्ला अफरोज, वारिस और गुलाम को पहले ही जेल भेज चुकी है। मुल्ला अफरोज पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई की गई है, जबकि वारिस और गुलाम ने अभी तक जमानत याचिका दाखिल नहीं की है। शारिक साठा 2020 में दिल्ली की जेल से छूटने के बाद दुबई भाग गया था। साठा सहित उसके तीनों गुर्गों पर संभल हिंसा के दौरान भीड़ को उकसाने, विदेशी हथियार मुहैया कराने और चार युवकों की हत्या का आरोप है। पुलिस अधीक्षक कृष्ण विश्नोई ने बताया कि शारिक साठा को गिरफ्तार करने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। जल्दी ही उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस और परमानेंट वारंट जारी कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह दुबई सहित कहीं भी छिपा हो, उसे इंटरपोल की मदद से गिरफ्तार किया जाएगा। एसपी ने यह भी बताया कि शारिक साठा प्रतिवर्ष 300 से अधिक गाड़ियां चोरी करने का काम करता था। उसके खिलाफ उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों में भी कई मुकदमे दर्ज हैं। हिंसा के दौरान सक्रिय उसके तीन गुर्गों को जेल भेजा जा चुका है, और उसे भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
लुधियाना में पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा के आदेश कुछ पुलिस अधिकारियों के तबादले किए गए हैं । चार इंस्पेक्टर, दो सब इंस्पेक्टर और एक एएसआई का ट्रांसफर किया गया है। उन्हें अपनी नई तैनाती पर तुरंत चार्ज लेने के भी आदेश दिए गए हैं । बता दें कि पंजाब में जिला परिषद और जिला समिति के चुनाव होने जा रहे हैं। इन अधिकारियों का हुआ तबादला इंस्पेक्टर कुलबीर सिंह को थाना फोकल प्वाइंट से थाना मेहरबान लगाया है। इसी तरह इंसपेक्टर जगदेव सिंह को मेहरबान से थाना सदर नियुक्ति किया है। इंस्पेक्टर अवनीत कौर को थाना सदर से थाना डेहलों ट्रांसफर किया है। इंस्पेक्टर हरप्रीत सिंह देहल को थाना डेहलों से थाना बस्ती जोधेवाल में तैनात किया गया है। सब-इंस्पेक्टर दलबीर सिंह बस्ती जोधेवाल थाना से एसएचओ फोकल पॉइंट भेजा गया है। सब-इंस्पेक्टर जगतार सिंह को बंसत एवेन्यू से थाना डाबा और एएसआई धमेंदर सिंह को पुलिस लाइन से पुलिस चौकी बसंत एवेन्यू लगाया है। यहां देखें आदेश की कॉपी
अशोकनगर के चंदेरी में शुक्रवार को आयोजित इको रिट्रीट के शुभारंभ मौके पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन से विशेष संदेश भेजकर कार्यक्रम की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वदेशी उत्पादों और कारीगरों को नई पहचान दिलाई है, और इसी सोच के साथ प्रदेश सरकार शिल्पकारों को मजबूत आधार देने की दिशा में तेजी से काम कर रही है। उन्होंने चंदेरी की ऐतिहासिक पहचान, प्राकृतिक खूबसूरती और बुनकरों की कला को राज्य की सांस्कृतिक धरोहर बताया। मुख्यमंत्री ने बताया कि चंदेरी की साड़ियां अपनी गुणवत्ता के आधार पर जीआई टैग प्राप्त कर चुकी हैं, जो स्थानीय शिल्पकारों के लिए बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि तीन महीने तक संचालित रहने वाली टेंट सिटी पर्यटकों के लिए आकर्षण का मुख्य केंद्र बनेगी और स्थानीय बुनकरों को प्रत्यक्ष लाभ प्रदान करेगी। पर्यटन और फिल्म जगत में बढ़ रही चंदेरी की पहचानडॉ. यादव ने कहा कि चंदेरी तेजी से फिल्म और फैशन जगत का खास डेस्टिनेशन बन रहा है, जहां कई फिल्मों और वेब सीरीज की शूटिंग हो चुकी है। इको रिट्रीट के माध्यम से फैशन इंडस्ट्री से जुड़े लोग यहां पहुंचकर लाइव वीविंग की कला को नजदीक से देख सकेंगे। उन्होंने बताया कि वर्ष 2025 को उद्योग एवं रोजगार वर्ष घोषित किया गया है, और इस अभियान के तहत चंदेरी के शिल्पियों को विशेष लाभ प्रदान किए जाएंगे। साड़ियों की ब्रांडिंग से शिल्पियों को नई पहचानइको रिट्रीट के दौरान चंदेरी की विश्व प्रसिद्ध साड़ियों की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ब्रांडिंग की जा रही है। कार्यक्रम में बायर-सेलर मीट, हैंडलूम प्रदर्शन, व्यंजन मेला और लाइट एंड साउंड शो जैसी प्रमुख गतिविधियां शामिल होंगी। इससे स्वयं सहायता समूहों की आर्थिक प्रगति को भी गति मिलेगी। डॉ. यादव ने कहा कि एडवेंचर स्पोर्ट्स जैसी गतिविधियां न सिर्फ युवाओं को आकर्षित करेंगी, बल्कि चंदेरी को पर्यटन मानचित्र पर और प्रमुख बनाएंगी। कार्यक्रम में सिंधिया ने की ऐतिहासिक धरोहर और बुनाई कला की प्रशंसाचंदेरी इको रिट्रीट–2025 के तीसरे संस्करण की अध्यक्षता केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने की। उन्होंने कहा कि चंदेरी केवल एक स्थान नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक आत्मा का महत्वपूर्ण अध्याय है, जहां इतिहास, स्थापत्य कला और सदियों पुरानी बुनाई परंपरा जीवंत रूप में मौजूद है। उन्होंने चंदेरी की साड़ियों की बुनावट, पारंपरिक तकनीक और बुनकरों की मेहनत को वैश्विक पहचान का आधार बताया। साथ ही कहा कि चंदेरी आने वाले समय में अपनी सांस्कृतिक विरासत और हैंडलूम परंपरा के कारण विश्व स्तर पर और मजबूत पहचान बनाएगा। फैशन शो में दिखी चंदेरी की खूबसूरतीटेंट सिटी में आयोजित फैशन शो में चंदेरी वस्त्रों की ऐतिहासिक और कलात्मक यात्रा को आधुनिक रूप में प्रस्तुत किया गया। फैबइंडिया, तनेरिया, इटोकरी, न्वाइज जींस और अन्य ब्रांड्स ने अपनी डिजाइंस प्रदर्शित कीं, जिनमें चंदेरी की पारंपरिक बुनाई प्रमुख रही। रोमांचक गतिविधियों और व्यंजनों का आनंदपर्यटक इको रिट्रीट में एडवेंचर स्पोर्ट्स, इनडोर-आउटडोर गेम्स, किड्स ज़ोन और स्थानीय व्यंजनों का आनंद ले सकेंगे। आयोजन में चंदेरी विधायक जगन्नाथ सिंह रघुवंशी, मुंगावली विधायक ब्रजेन्द्र सिंह यादव के अलावा आलोक तिवारी, अशोकनगर कलेक्टर आदित्य सिंह, पुलिस अधीक्षक राजीव कुमार मिश्रा,मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड के डिप्टी डायरेक्टर (इवेंट एंड मार्केटिंग) युवराज पडोले, फैब इंडिया के एमडी विलियम विसेल, टाटा तनेरिया के सीईओ अंबुज नारायण उपस्थित रहे। देखिए तस्वीरें...
जोधपुर शहर के विभिन्न इलाकों में बिजली रखरखाव के कारण 29 नवंबर शनिवार को 3 घंटे का बिजली का शटडाउन रहेगा। दाेपहर 3 से शाम 6 बजे तक इन इलाकों में बंद रहेगी बिजली 33/11केवी सब-स्टेशन एमडीएम से संबंधित 11केवी फीडर यूजी गर्ल्स हॉस्टल, न्यू एमडीएम मदर एंड चाइल्ड बिल्डिंग, ओपीडी बिल्डिंग और यूजी बॉयज हॉस्टल के आसपास का पूरा क्षेत्र।
फिरोजाबाद पुलिस ने लूट और अपहरण के मामलों में वांछित 15 हजार रुपए के इनामी बदमाश रामवीर उर्फ बीरा को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। शुक्रवार को हुई इस कार्रवाई में अभियुक्त के पैर में गोली लगी, जिसके बाद उसे घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया। थाना दक्षिण पुलिस को शुक्रवार शाम मुखबिर से सूचना मिली थी कि रामवीर उर्फ बीरा लालऊ क्षेत्र के जंगल में छिपा हुआ है और किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है। सूचना पर पुलिस टीम ने इलाके की घेराबंदी की। बडी बाउंड्री लालऊ बिहारीपुर रोड पर एक संदिग्ध युवक को रोकने का इशारा किया गया, जिस पर उसने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में आरोपी के पैर में गोली लगी और वह मौके पर ही गिर गया। पुलिस ने उसे तुरंत दबोच लिया। गिरफ्तार अभियुक्त की पहचान इटावा के सैफई थाना क्षेत्र निवासी रामवीर उर्फ बीरा पुत्र अर्जुन सिंह के रूप में हुई। उसके कब्जे से एक 315 बोर का तमंचा, दो खोखा कारतूस और दो जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। पूछताछ के दौरान रामवीर ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया। उसने बताया कि 7 नवंबर 2025 को उसने अपने साथियों मनीष, अभिषेक और राजकुमार के साथ मिलकर फिरोजाबाद में एक ईको गाड़ी लूटने की योजना बनाई थी। चारों ने आगरा जाने के बहाने एक नई ईको गाड़ी रुकवाई और ड्राइवर को तमंचे के बल पर काबू कर लिया। उसके हाथ-पैर बांधकर सुनसान इलाके में ले गए, जहां मनीष और अभिषेक ने मफलर से गला घोंटकर ड्राइवर की हत्या कर दी। अगले दिन, 8 नवंबर को, आरोपियों ने शिकोहाबाद से बोरा खरीदकर शव को सिरसागंज के पास सर्विस रोड की मक्का कर्ब में डालकर आग लगा दी, ताकि सबूत मिटाए जा सकें। अभियुक्त रामवीर उर्फ बीरा पर फिरोजाबाद और इटावा जिलों में आधा दर्जन से अधिक गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। इस पूरी कार्रवाई में थाना दक्षिण पुलिस की दो टीमों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। टीम प्रभारी निरीक्षक योगेन्द्रपाल सिंह, उपनिरीक्षक योगेश कुमार, उपनिरीक्षक सिंहराज सिंह, उपनिरीक्षक अरुण कुमार, हेड कॉन्स्टेबल पुष्पेंद्र, कॉन्स्टेबल गजेन्द्र सिंह, अमित कुमार शामिल रहे।
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के 41 जिलाध्यक्षों की लिस्ट जारी कर दी है। रायपुर सिटी से श्रीकुमार शंकर मेनन, रायपुर ग्रामीण से राजेंद्र पप्पू बंजारे, बिलासपुर शहर से सिधांशु मिश्रा और बिलासपुर ग्रामीण से महेंद्र गंगोत्री को जिला अध्यक्ष बनाया गया है। वहीं सुकमा में पूर्व मंत्री कवासी लखमा के बेटे हरीश लखमा को कमान सौंपी गई है। महासमुंद में द्वारिकादिश यादव, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में अशोक श्रीवास्तव और मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी में सुरजीत सिंह ठाकुर को अध्यक्ष बनाया गया है। वहीं रायगढ़ शहर में शाखा यादव और रायगढ़ ग्रामीण में नागेंद्र नेगी को कमान दी गई है। इसके अलावा सूरजपुर में शशि सिंह कोर्राम को जिम्मेदारी सौंपी गई है। बालोद में चंद्रेश कुमार हिरवानी, बलौदाबाजार में सुमित्रा घृतलहरे, बलरामपुर में हरिहर प्रसाद यादव और बस्तर ग्रामीण के लिए प्रेम शंकर शुक्ला को जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। दंतेवाड़ा में सलीम राजा उस्मान, धमतरी में तारिणी चंद्राकर, दुर्ग शहर में धीरज बाकलीवाल, कोंडागांव में रवि घोष और कोरबा शहर में मुकेश कुमार राठौर को जिम्मेदारी मिली है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के जिलाध्यक्षों की लिस्ट- खबर अपडेट की जा रही है...
मथुरा पुलिस ने हत्या के प्रयास के मामले में फरार चल रहे दो वांछित आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों को जयगुरुदेव चौराहा, हाईवे के पास, मुखबिर की सूचना पर घेराबंदी कर पकड़ा गया। दोनों को जेल भेज दिया गया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान योगेश पहलवान (25 वर्ष), पुत्र मोहर सिंह, और अभिषेक उर्फ़ खिल्ला (19 वर्ष), पुत्र दिगंबर सिंह के रूप में हुई है। दोनों फरह थाना क्षेत्र के सेरसा गांव के निवासी हैं। इनके खिलाफ थाना कोतवाली में हत्या के प्रयास सहित गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज है। मामला बीते 17 नवंबर का है, जब पीड़ित पक्ष ने थाना कोतवाली में तहरीर दी थी। शिकायत में बताया गया कि आरोपी एक राय होकर पीड़ित के घर में घुस गए और लाठी-डंडों तथा तमंचे से हमला किया। इस हमले में पीड़ित के तीन भाइयों को गंभीर चोटें आईं। हमले में एक भाई के हाथ-पैर टूट गए, जबकि दूसरे भाई आकाश को गंभीर चोटें आईं। तीसरे भाई आर्यन को बेरहमी से पीटकर बेहोशी की हालत में छोड़ दिया गया। पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया कि हमलावरों ने जाते-जाते जान से मारने की धमकी भी दी थी। इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें कुछ युवक एक व्यक्ति पर लाठी-डंडों से हमला करते दिखाई दे रहे थे। फुटेज सामने आने के बाद पुलिस ने आरोपियों की तलाश तेज कर दी थी। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक विनोद बाबू मिश्रा ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए दोनों वांछित आरोपियों को गिरफ्तार किया। उन्होंने कहा कि आरोपियों के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है और घटनाक्रम से जुड़े अन्य पहलुओं की जांच भी जारी है। पुलिस फरार अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है।
बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कलेक्टर रोशन कुमार सिंह ने जिले के उ.मा.विद्यालयों के प्राचार्यों की बैठक ली। कलेक्टर ने पिछले वर्ष 50% से कम परिणाम देने वाले स्कूलों के प्राचार्यों को चेतावनी दी और इस बार परिणाम सुधारने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने ई-अटेंडेंस, नियमित शिक्षण, कमजोर विद्यार्थियों की पहचान और दिसंबर तक सिलेबस पूरा करने को प्राथमिकता बताई। कलेक्टर ने यह भी स्पष्ट किया कि इस वर्ष दसवीं और बारहवीं कक्षा के सभी विद्यार्थियों को प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण कराने के लिए हर स्तर पर विशेष प्रयास किए जाएं। परीक्षा तैयारियों की समीक्षा की शुक्रवार को शासकीय उत्कृष्ट उ.मा.वि. के सभा कक्ष में कलेक्टर रोशन कुमार सिंह ने जिले के उ.मा.विद्यालयों के प्राचार्यों के साथ बैठक की। बैठक का मुख्य उद्देश्य वर्ष 2026 की आगामी दसवीं और बारहवीं बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियों को मजबूत करना था। कम परिणाम वालों पर नाराजगी कलेक्टर ने पिछले वर्ष 50% से कम परिणाम देने वाले विद्यालयों के प्राचार्यों से असंतोष जताया। उन्होंने कहा कि इस बार परिणाम में सुधार नहीं हुआ तो संबंधित प्राचार्यों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।उन्होंने शत-प्रतिशत परिणाम लाने वाले स्कूलों की प्रशंसा की और टॉप टेन व बॉटम टेन स्कूलों की अलग-अलग समीक्षा भी की। अटेंडेंस-शिक्षण व्यवस्था पर निर्देश कलेक्टर सिंह ने निर्देश दिए कि प्राचार्य और शिक्षकों की ई-अटेंडेंस प्रतिदिन नियमित रूप से दर्ज की जाए। सभी शिक्षक समय पर स्कूल पहुंचें और कक्षाओं में नियमित रूप से अध्यापन कार्य करें।उन्होंने कहा कि यदि कोई विद्यार्थी नियमित स्कूल नहीं आ रहा है तो प्राचार्य कारण तलाशें और पंचायत सचिव व रोजगार सहायक के साथ समन्वय कर समाधान निकालें। अनियमित विद्यार्थियों के अभिभावकों से भी बात कर बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित किया जाए। सिलेबस पूर्ण करने पर जोर कलेक्टर ने कहा कि सभी विद्यालयों में दिसंबर माह तक पूरा सिलेबस पूरा करना अनिवार्य रहेगा। उन्होंने जरूरत पड़ने पर एक्स्ट्रा क्लासेस लगाने के निर्देश दिए।उन्होंने यह भी कहा कि प्री बोर्ड परीक्षा को बोर्ड परीक्षा जितना ही महत्व दिया जाए और गुणवत्ता में कोई कमी न रहे। पुराने प्रश्नपत्र हल करवाने के निर्देश कलेक्टर ने प्राचार्यों को सलाह दी कि पिछले पांच वर्षों के अनसॉल्व्ड प्रश्नपत्र विद्यार्थियों से हल करवाए जाएं। इससे विद्यार्थियों को बोर्ड परीक्षा के पैटर्न और प्रश्नों के प्रकार का बेहतर अभ्यास मिलेगा।शिक्षा विभाग द्वारा जारी मॉडल प्रश्न बैंक विद्यार्थियों को वितरित कर उन्हें नियमित रूप से हल करवाने के निर्देश भी दिए। अलग से सत्र लेंगे कलेक्टर कलेक्टर सिंह ने बताया कि वे आने वाले दिनों में दसवीं और बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों के साथ सीधे संवाद करेंगे। इस सत्र में छात्रों को उत्तर लिखने की तकनीक, हैंडराइटिंग, समय प्रबंधन और तीन घंटे का प्रश्नपत्र प्रभावी ढंग से हल करने के टिप्स दिए जाएंगे।उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को सही मार्गदर्शन देना सभी की जिम्मेदारी है और बोर्ड परीक्षा में किसी विद्यार्थी को नर्वस नहीं होने देना चाहिए।
कानपुर में ऑन-डिमांड नशे की सप्लाई करने वाले बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है। चकेरी थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि हाई सोसाइटी और पॉश इलाकों में युवकों-युवतियों तक विदेशी नशा पहुंचाया जा रहा है। यह पूरी सप्लाई वॉट्सऐप ग्रुप के जरिए ‘ऑन डिमांड’ होती थी और एक-एक पुड़िया हजारों रुपए में बेची जा रही थी। पुलिस ने छापेमारी कर तीन सप्लायरों को सुभाष नगर से गिरफ्तार कर लिया। इनके कब्जे से टीएचसी, कोकीन, सप्लाई में इस्तेमाल होने वाली स्कूटी, क्रशर, छोटी पन्नियां और नकदी बरामद हुई। आरोपी किराए के फ्लैट में रहकर नशे की डिलीवरी करते थे और समूह बनाकर शहर के अलग-अलग इलाकों में कस्टमर जोड़ रखे थे। पुलिस को इनके मोबाइल से हाईफाई सोसाइटी में रहने वाली महिलाओं, युवतियों और स्टूडेंट के नंबर मिले हैं। पूछताछ में कई अहम सुराग मिले हैं और पुलिस अब गैंग लीडर की तलाश में जुट गई है। काकादेव से सिविल लाइंस तक फैला था नेटवर्क चकेरी पुलिस ने हरबंश मोहाल निवासी कुनाल गुप्ता, अर्जुन सिंह उर्फ ट्विंकल और मनीष उर्फ मन्नू को गिरफ्तार किया। तीनों किराए के फ्लैट से नशे का कारोबार चला रहे थे। इनके पास से 100.38 ग्राम टेट्राहाइड्रो कैनाबिनॉल (टीएचसी) और 3.45 ग्राम कोकीन बरामद हुई। टीएचसी की कीमत करीब 10 लाख और कोकीन 20 हजार रुपए प्रति ग्राम तक बिकती है। साथ ही एक पैकेट कोकीन, तीन क्रशर, छोटी-छोटी पन्नियां, 25 हजार रुपए नकद, स्कूटी और मोबाइल भी मिले हैं। वॉट्सऐप ग्रुप से आती थी डिमांड आरोपियों के मोबाइल में शहर के हर इलाके काकादेव, स्वरूप नगर, गोविंद नगर, सिविल लाइंस समेत कई एरिया के अलग-अलग वॉट्सऐप ग्रुप मिले। इन ग्रुप में कस्टमर लोकेशन, कार नंबर और पेमेंट की जानकारी भेजते थे। सप्लायर स्कूटी से पहुंचता और ग्राहक की गाड़ी में नशा डालकर लौट आता था। पेमेंट ऑनलाइन हो जाती थी। विदेशों से आती सप्लाई, पूल पार्टियों में बढ़ी मांग आरोपियों ने बताया कि यह नशा हिंदुकुश की पहाड़ियों में मिलने वाले एक खास फूल से तैयार होता है। यह फूल इम्पोर्ट होकर भारत आता है और फिर यूपी तक सप्लाई होता है। सबसे ज्यादा डिमांड उन युवाओं की है जो थाईलैंड, सिंगापुर जैसे देशों में घूमकर लौटते हैं। हाई सोसाइटी की पूल पार्टियों में भी इसकी सप्लाई की जाती थी। महिलाएं और युवतियां भी कस्टमर आरोपियों ने खुलासा किया कि नशे की डिमांड केवल युवकों से नहीं, बल्कि युवतियों और महिलाओं से भी आती थी। शहर की कई हाईफाई सोसाइटी और अपार्टमेंट में रहने वाले लोग इनके नियमित ग्राहक थे। कोचिंग मंडियों में पढ़ने वाले स्टूडेंट भी ऑर्डर देते थे। पूछताछ में पुलिस को रैकेट की पूरी चेन का सुराग मिल गया है। जल्द ही गैंग लीडर की गिरफ्तारी की उम्मीद है। जिन वॉट्सऐप ग्रुप से ऑर्डर आते थे, उनमें जुड़े लोगों की भी जांच होगी। कई हाई-प्रोफाइल नाम सामने आने की आशंका है। पहली बार कानपुर में पकड़ा गया टीएचसी एसीपी सुमित रामटेके के अनुसार टीएचसी का इस्तेमाल विदेशों में अधिक होता है। यूपी में यह नशा पहली बार लखनऊ में और दूसरी बार कानपुर में पकड़ा गया है। पूरे नेटवर्क को उजागर करने के लिए पुलिस टीमें लगातार कार्रवाई कर रही हैं। जेसीपी (हेडक्वार्टर एंड क्राइम) विनोद कुमार ने आरोपियों की गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम को 25 हजार रुपए पुरस्कार देने की घोषणा की है।
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली पर पलटवार किया। राठौड़ ने कहा- ये दोनों भजनलाल सरकार की जनहित की नीतियों से डरे हुए हैं। इसलिए अब झूठे आरोप और जुमेलबाजी का सहारा ले रहे हैं। राठौड़ ने कहा- गहलोत को अपने गिरेबां में झांकना चाहिए। उनकी सरकार पूरे 5 साल जनचिंताओं में घिरी रही। गुटों में बंटी रही। भ्रष्टाचार, पेपर लीक और प्रशासनिक अव्यवस्था के कारण जनता में चर्चा का विषय बनी रही। राठौड़ ने कहा- टीकाराम जूली SIR की प्रक्रिया में 25 बीएलओ की मौत का दावा कर रहे हैं। अच्छा रहेगा कि वह उन 25 बीएलओ के नाम सामने रखें। उच्च पदों पर बैठे लोगों को लापरवाही के साथ और बिना तथ्यों के आधार पर बयान देने की मैं निंदा करता हूं। भजनलाल सरकार में प्रति व्यक्ति आय बढ़ीराजेंद्र राठौड़ ने कहा- सरकारों की तुलना जनकल्याण और विकास पर खर्च हुए बजट के आधार पर होती है। इस समय भजनलाल सरकार ने पिछली कांग्रेस सरकार से 24 प्रतिशत अधिक, यानी 1 लाख 3 हजार करोड़ रुपए का बजट बढ़ाकर विकास के नए आयाम स्थापित किए हैं। भजनलाल सरकार के कार्यकाल में राजस्थान की जीएसडीपी में प्रतिवर्ष 19 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई है। प्रति व्यक्ति आय 2023-24 में 1.66 लाख रुपए थी, जो 2025-26 में बढ़कर 2.37 लाख रुपए हो गई। पिछली सरकार की तुलना में 71 हजार 252 रुपए की वृद्धि यह दर्शाती है कि राज्य की अर्थव्यवस्था और आम जनता दोनों समृद्धि की ओर बढ़ रहे हैं। गहलोत कोई निर्णायक नीति नहीं ला सकेराठौड़ ने कहा- भजनलाल सरकार ने नीतिगत फैसलों में रिकॉर्ड बनाते हुए एक दर्जन से अधिक नई नीतियां जैस औद्योगिक, एमएसएमई, खेल, पर्यटन, युवा और टेक्सटाइल नीति लागू की हैं, जो आमजन के जीवन स्तर को सुधारने में मील का पत्थर सिद्ध हो रही हैं। इसके विपरीत गहलोत सरकार अपने कार्यकाल में ऐसी कोई निर्णायक नीति नहीं ला सकी। उन्होंने कहा कि पूंजीगत खर्च में भी भजनलाल सरकार ने इतिहास रचते हुए खर्च को 26,645 करोड़ से बढ़ाकर 53,686 करोड़ रुपए कर दिया है, जो पिछली सरकार से 27 हजार करोड़ अधिक है। राइजिंग राजस्थान समिट में 35 लाख करोड़ के एमओयू साइनराज्य के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 50 से 100 करोड़ तक के विकास कार्य प्रगति पर हैं। राइजिंग राजस्थान समिट में 35 लाख करोड़ के एमओयू साइन हुए, जिनमें से 7.5 लाख करोड़ के एमओयू धरातल पर उतर चुके हैं। यह इस बात का प्रमाण है कि राजस्थान में निवेश अनुकूल वातावरण मजबूत हुआ है।
राजधानी के होटल द ललित में शुक्रवार को दैनिक भास्कर की ओर से रीडर्स चॉइस फूड हॉस्पिटलिटी अवार्ड-2025 का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में शहर और प्रदेश के फूड, हॉस्पिटैलिटी और होटेलियर सेक्टर से जुड़ी प्रमुख ब्रांड्स को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उपमुख्यमंत्री और पर्यटन मंत्री दीया कुमारी रहीं। इवेंट में दीया कुमारी ने बताया- पर्यटन विभाग की कोशिश रहेगी कि अगले साल जयपुर में एक बड़े पैमाने पर जयपुर फूड फेस्टिवल आयोजित किया जाए। उन्होंने कहा- जैसे जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल ने शहर की पहचान को वैश्विक स्तर पर स्थापित किया है। उसी तरह फूड फेस्टिवल भी राजस्थान के टूरिज्म ब्रांड को और मजबूत कर सकता है। ऐसे आयोजन शहर की सांस्कृतिक पहचान को लाते हैं सामनेदीया कुमारी ने कहा- राजस्थान का फूड दुनियाभर में पसंद किया जाता है। यहां के फ्लेवर्स की एक अलग पहचान है। ऐसे आयोजन न सिर्फ पर्यटन को बढ़ावा देते हैं, बल्कि शहर की सांस्कृतिक पहचान को भी और प्रभावी तरीके से सामने लाते हैं। उपमुख्यमंत्री ने बताया- हाल ही 19 नवंबर को जयपुर सहित सातों संभागों में पहली बार घूमर फेस्टिवल आयोजित किया गया, जिसे पूरे प्रदेश में काफी सराहना मिली। इस आयोजन में एक साथ छह हजार महिलाओं द्वारा घूमर किया गया, जो एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हुआ है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में ‘पधारो म्हारे देश’ की भावना हर दौर में कायम रहती है और यही हमारी सबसे बड़ी पहचान है। इन ब्रांड्स को उनके बेस्ट सेक्टर में अवॉर्ड मिले1. स्पाइसेज़ ब्रांड ऑफ द ईयर – कैच साल्ट्स एंड स्पाइसेज़ 2. एक्सक्लूसिव लग्जरी डाइनिंग डेस्टिनेशन – 1932 ट्रेवी 3. होटलियर ऑफ द ईयर – एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर, द ललित सूरी हॉस्पिटैलिटी ग्रुप 4. बेस्ट पेस्ट्री – निक बेकर्स 5. बेस्ट डाइनिंग एक्सपीरियंस – द नॉर्थ क्लब, हयात रीजेंसी जयपुर मानसरोवर 6. बेस्ट MICE होटल – द ललित जयपुर 7. बेस्ट नॉर्थ इंडियन रेस्टोरेंट – तनसुख 8. बेस्ट लाउंज एक्सपीरियंस – द फॉरेस्टा 9. बेस्ट एंबियंस होटल – जय महल पैलेस, जयपुर 10. हेरिटेज डाइनिंग में उत्कृष्टता – राजरासा (शेफ सौरभ) 11. बेस्ट गेस्ट एक्सपीरियंस होटल – मेमेंटोस बाय आईटीसी होटल्स, जयपुर 12. यूनिक डेलिकेसीज़ के लिए ट्रस्टेड ब्रांड – कोटा कचौरी एंड फलाहार 13. बेस्ट कॉमर्शियल किचन इक्विपमेंट ब्रांड – विजय उद्योग 14. प्रॉमिसिंग बिजनेस होटल – फेयरफील्ड बाय मैरियट, टोंक रोड, जयपुर 15. बेस्ट नमकीन/स्नैक ब्रांड – रावत एम्पायर 16. डेयरी एंड न्यूट्रिशन में एक्सीलेंस – फ्रूबॉन 17. बेस्ट डेज़र्ट एंड मिठाई एक्सपीरियंस – कान्हा 18. प्रॉमिसिंग मॉडर्न फ्यूज़न कैफ़े – अल्केमिस्ट कॉफी कंपनी 19. लग्ज़री 5 स्टार होटल – फेयरमोंट जयपुर 20. बेस्ट बार एक्सपीरियंस – माहौल इंडिया 21. बेस्ट कैटरिंग सर्विसेज़ – रसोई एंड गेट टूगेदर सर्विसेज़ (गणेशाम्स रसोई) 22. बेस्ट कोल्ड स्टोरेज सॉल्यूशन प्रोवाइडर – ब्रदर्स टेक सॉल्यूशन 23. बेस्ट ऑल-डे डाइनिंग एक्सपीरियंस – जयपुर मॉडर्न किचन 24. कॉफी एंड बेवरेजेस में एक्सीलेंस – टाफेटा कॉफी 25. रेस्टोरेंट ऑफ द ईयर – द रेस्टोरेंट एट द जौहरी 26. बेस्ट फैमिली रेस्टोरेंट – छाबड़ा 27. मोस्ट लव्ड वेजिटेरियन रेस्टोरेंट – आरजे 14 28. बेस्ट इनोवेटिव ट्रेडिशनल डेज़र्ट – मोहनजी द टेस्ट ऑफ बीकानेर 29. प्रॉमिसिंग होम शेफ 2025 – कुकिंग बाय सारिका 30. फूड व्लॉगर ऑफ द ईयर – द फूडी देवी
मैनपुरी में डंपर की टक्कर से युवक की मौत:पत्नी और बहन घायल, शादी की खरीदारी कर लौट रहे थे
शुक्रवार देर शाम बेवर-कुसमरा मार्ग पर एक सड़क हादसे में बाइक सवार युवक की मौके पर ही मौत हो गई। इस दुर्घटना में उसकी पत्नी और बहन गंभीर रूप से घायल हो गईं। पुलिस ने घायलों को बेवर सीएचसी के माध्यम से जिला अस्पताल रेफर किया है। यह घटना शुक्रवार शाम करीब साढ़े छह बजे की है। इटावा जिले के ऊसराहार थाना क्षेत्र के टाडेहार गांव निवासी अजय कुमार (33) पुत्र तोताराम अपनी पत्नी नेहा शर्मा और बहन अंजली शर्मा (अठलकड़ा, बेवर निवासी नीलेश शर्मा की पत्नी) के साथ बाइक से अपने गांव लौट रहे थे। बरा शिवाला के निकट कुसमरा मार्ग पर सामने से आ रहे एक तेज रफ्तार डंपर ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि अजय कुमार की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई। दोनों महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गईं। राहगीरों की सूचना पर पहुंची पुलिस टीम ने घायलों को एंबुलेंस से सीएचसी बेवर भेजा, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। परिवार के सदस्यों ने बताया कि अजय के मामा के बेटे की शादी 30 नवंबर को थी। अजय इस शादी की तैयारियों के लिए अपनी पत्नी और बहन के साथ बेवर में खरीदारी करने आया था। कपड़े और अन्य आवश्यक सामान खरीदने के बाद तीनों ऊसराहार लौट रहे थे, तभी यह हादसा हो गया। मृतक के परिवार में मातम पसरा हुआ है।
खरगोन जिले के नीमरानी औद्योगिक क्षेत्र में महाकाल ट्रेडर्स कंपनी में अवैध रूप से यूरिया को ग्राइंडर मशीनों में पीसकर बोरियों में भरा जा रहा था। कृषि विभाग ने 313 बोरी यूरिया जब्त की हैं और कंपनी को सील कर दिया। यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई है जब पूरे प्रदेश में यूरिया खाद का संकट बना है। शुक्रवार दोपहर को राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के सदस्यों को एक मेटाडोर में यूरिया भरकर कंपनी पहुंचने की सूचना मिली। भारतीय राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के संजय पाटीदार और अन्य सदस्यों ने तत्काल कृषि विभाग और पुलिस को इसकी जानकारी दी, जिसके बाद अधिकारी मौके पर पहुंचे। कसरावद के सीनियर कृषि विस्तार अधिकारी बीएस सेंगर ने पंचनामा बनाकर 313 बोरी यूरिया जब्त किया और उसे पुलिस को सौंप दिया। शुरुआती जांच में सामने आया है कि यहां यूरिया को पीसकर आगे बेचा जा रहा था। मौके पर कंपनी का कोई भी जिम्मेदार व्यक्ति मौजूद नहीं था। 400 बोरी का एक स्टॉक भी मिला अधिकारियों ने बताया कि एक मेटाडोर में नेशनल फर्टिलाइजर लिमिटेड (NFL) का यूरिया खाद लाया गया था, जिसमें से 268 बोरी यूरिया खाली किया जा चुका था। मेटाडोर में 45 बोरी यूरिया और मिला, जिसमें से 2 बोरी कटी हुई पाई गईं। इसके अलावा, मौके पर 400 बोरी का एक स्टॉक भी था, जिस पर किसी भी कंपनी का नाम, पता या बैच नंबर अंकित नहीं था। कृषि विभाग के अनुसार, महाकाल ट्रेडर्स के पास यूरिया बेचने का लाइसेंस नहीं है। ड्राइवर ने पूछताछ में बताया कि खाद मनावर क्षेत्र से लाया गया था। यह सीधे तौर पर धोखाधड़ी का मामला है। मेटाडोर को पुलिस को सौंप दिया गया है, कंपनी सील कर दी गई है और एफआईआर दर्ज कराई गई है। कंपनी के जिम्मेदार अधिकारियों और सुपरवाइजर को बुलाया गया है और आगे की कार्रवाई जारी है।
अहरौरा में युवक की संदिग्ध मौत, परिजनों का हंगामा:शव लेकर खदान पहुंचे, SDM-CO ने संभाला मोर्चा
मिर्जापुर के अहरौरा में शुक्रवार दोपहर एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। परिजनों ने क्रेशर प्लांट के सामने शव रखकर सीसीटीवी फुटेज दिखाने की मांग को लेकर हंगामा किया। स्थिति को संभालने के लिए उपजिलाधिकारी (SDM) चुनार और क्षेत्राधिकारी (CO) चुनार मौके पर पहुंचे, साथ ही तीन थानों की पुलिस बल तैनात की गई। मृतक की पहचान अहरौरा नगर के कोइरान बाजार मोहल्ला निवासी मंटू उर्फ मृत्युंजय मौर्य (25 वर्ष) पुत्र श्याम मौर्य के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार, मृत्युंजय शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे भंडारी देवी मंदिर के पीछे स्थित बाराडीह पहाड़ी इलाके में गया था। कुछ देर बाद उसका शव पहाड़ी में जाने वाले रास्ते पर, एक क्रेशर प्लांट के ठीक सामने पड़ा मिला। स्थानीय लोगों ने आशंका जताई कि युवक की मौत किसी डंपर की चपेट में आने से हुई है। सूचना मिलने पर अहरौरा पुलिस मौके पर पहुंची और घायल अवस्था में मिले युवक को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गई, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद मृतक के परिजनों ने क्रेशर प्लांट पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज दिखाने की मांग को लेकर अस्पताल के सामने ही शव को कार में रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। करीब चार बजे तक परिजनों और पुलिस के बीच बात नहीं बनी, जिसके बाद प्रभारी निरीक्षक सदानंद से गर्मागर्म नोकझोंक भी हुई। परिजनों ने शव को कार से उतारकर कंधे पर रखकर पैदल ही बाजार होते हुए घटना स्थल तक पहुंचाया। उन्होंने क्रेशर प्लांट के सामने शव रखकर सीसीटीवी फुटेज दिखाने की अपनी मांग पर अड़े रहे। शाम को उपजिलाधिकारी चुनार राजेश वर्मा और क्षेत्राधिकारी चुनार मंजरी राव मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों को शांत करने का प्रयास किया। खदान के ट्रक की चपेट में आने से युवक की मौत की बात सामने आने के बाद परिजन शांत हुए। पुलिस को तहरीर देने की तैयारी की जा रही है।
सीहोर जिले के रेहटी थाना क्षेत्र के नावघाट पर गुरुवार रात नाव के किराए को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया। इस दौरान नाव चलाने वालों ने यात्रियों के साथ मारपीट की और एक व्यक्ति ने हवाई फायर कर दिया। घटना के बाद नाव में सवार लोग डरकर भाग गए। पुलिस ने इस मामले में तीन नामजद आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार, बावरी निवासी अल्काबाई अपने पति और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ बावरी स्थित नर्मदा नदी के नावघाट पर नाव में बैठकर एक पार से दूसरे पार जा रही थीं। नाव को डिमावर निवासी भीमसिंह, गौरव और सौरव चला रहे थे। बताया जाता है कि इसी दौरान किराए के पैसों को लेकर कहासुनी हो गई। कहासुनी बढ़ने पर भीमसिंह, गौरव और सौरव ने अल्काबाई और उनके परिवार के सदस्यों के साथ गाली-गलौज कर मारपीट की। विवाद इतना बढ़ गया कि गौरव ने बंदूक निकालकर हवाई फायर कर दिया, जिससे वहां अफरा-तफरी मच गई। फरियादी अल्काबाई की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी भीमसिंह, गौरव और सौरव के खिलाफ मामला दर्ज किया है। हालांकि, अभी तक तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है। एसडीओपी रवि शर्मा ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि नावघाट पर नाव में बैठने के किराए की बात को लेकर विवाद हुआ था। इसमें एक परिवार के लोगों के साथ तीन लोगों ने मारपीट की और एक व्यक्ति ने हवाई फायर भी किया। पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।
इंदौर पुलिस ने मंदसौर के ज्वाइंट कलेक्टर राहुल चौहान के खिलाफ दहेज प्रताड़ना की FIR दर्ज की है। पत्नी का आरोप है कि शादी के बाद से ही दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाता रहा लेकिन अधिकारी होने के दबाव-प्रभाव के कारण रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई। अब महिला थाना पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है। बयान भी लिए हैं, लेकिन, सामान्य धाराओं में ही केस दर्ज कर लिया। इसमें भी पति के नाम के साथ कहीं भी उनकी पोस्ट ज्वाइंट कलेक्टर का जिक्र नहीं है। पत्नी ने योजनाबद्ध तरीके से अबॉर्शन के भी आरोप पति पर लगाए हैं। पलासिया निवासी निर्मला चौहान (32) की रिपोर्ट पर महिला थाना पुलिस ने 27 नवंबर को राहुल चौहान के खिलाफ दहेज प्रतिषेध अधिनियम 1961-1, 4, भारतीय न्याय संहिता (BNS) 2023 115(2), 296 (b) और 85 के तहत केस दर्ज किया था। जिसकी जानकारी 28 नवंबर को सामने आई है। शादी के अगले ही दिन पति ने की मारपीटमहिला निर्मला ने FIR में बताया कि मेरी शादी 16 दिसंबर 2018 को हुई थी। तब राहुल चौहान ट्रेनी डिप्टी कलेक्टर थे। परिवारवालों की मर्जी से शादी हुई थी। मेरी मां ने अपनी हैसियत अनुसार गृहस्थी का सारा सामान दिया था। शादी के अगले दिन से ही मेरे पति मुझे कम दहेज मिलने की बात पर प्रताड़ित कर गालियां देते हुए मारपीट करने लगे। कुछ दिन बाद मेरी मां ने जमीन रजिस्ट्री के लिए 50 हजार रुपए मेरे ससुर को दिए थे। इसके बाद मैं मेरे पति के साथ खरगोन में रहने लगी। 2019 में भी पति मुझे छोड़कर चले गएजून 2019 को मेरे पति UPSC की तैयारी करने दिल्ली मुझे साथ लेकर गए। मैं भी PSC की तैयारी कर रही थी। वहां भी मेरे पति ने मेरे साथ मारपीट की। फिर 31 जुलाई 2019 को मेरे पति मुझे मेरी मां के घर छोड़कर चले गए और तलाक देने की धमकी दी। फिर कुछ माह मुझे लेने नहीं आए। दहेज की मांग पर मोबाइल तोड़ा, घर से निकालापीड़िता ने पति पर दहेज की मांग, मारपीट, मानसिक उत्पीड़न और दूसरी महिला से संबंध रखने के गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता के अनुसार, सितंबर 2019 में जब उसके पति किसी काम से इंदौर आए थे, तब वह उनके साथ खरगोन उनके घर रहने चली गई थी। 21 सितंबर 2019 को पति ने यह कहते हुए उसका मोबाइल तोड़ दिया कि उसकी मां ने दहेज में लाखों रुपए नहीं दिए हैं। जब उसने असमर्थता जताई, तो पति ने उसके साथ मारपीट की, जिससे उसके हाथ में चोट आई और उसे घर से निकाल दिया गया। इसके बाद मैंने खरगोन थाने में शिकायत दर्ज कराई और मां के साथ इंदौर लौट आई। दो-तीन बार परामर्श केंद्र, खरगोन में समझौते का प्रयास किया, लेकिन पति ने मुझे रखने से इनकार कर दिया। रास्ते भर मारपीट, बिना सुविधाओं के घर में छोड़ा प्रेग्नेंसी के दौरान भी प्रताड़ना, मिसकैरेज हुआमहिला का आरोप है कि 2020 में गर्भावस्था के दौरान भी पति ने उसे प्रताड़ित किया, जिसके कारण उसका मिसकैरेज हो गया। उसका इलाज बॉम्बे अस्पताल, इंदौर में चला। इसके बाद वह मां के साथ मायके में रहने लगी। कुछ समय बाद जब वह पति के पास धार गई, तो उसे पता चला कि उसका पति किसी अन्य महिला के साथ रह रहा है। महिला का कहना है कि पति जहां-जहां पदस्थ रहा, वहां-वहां उसने उसके साथ उत्पीड़न किया। तलाक के लिए लगातार दबावपीड़िता के अनुसार, सरदारपुर में सरकारी आवास में रहने के दौरान पति लगातार तलाक के लिए दबाव बनाता रहा। 17 जुलाई 2022 को पारिवारिक बैठक भी हुई, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला और पति घर छोड़कर चला गया। कुछ दिन वह वहां अकेली रही, फिर अपनी मां के पास इंदौर आ गई। तब से वह मायके में रह रही है। महिला का आरोप है कि उसे दहेज की मांग को लेकर लगातार शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया। राजनीतिक और प्रशासनिक प्रभाव के आरोपपीड़िता के अधिवक्ता प्रवीण कचोले का कहना है कि आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करवाने में उन्हें कई स्तरों पर कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपी का राजनीतिक और प्रशासनिक स्तर पर प्रभाव है। पहली बार जब सरदारपुर थाने में शिकायत दी गई तो यह कहकर आवेदन लेने से इनकार कर दिया गया कि आरोपी वरिष्ठ अधिकारी है। अफसर बोले- सारे आरोप निराधार, कोर्ट से मिलेगा न्यायमामले में राहुल चौहान ने सारे आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने कहा कि मेरा साढ़े तीन साल से तलाक का केस चल रहा है, यह मैंने खुद ने ही लगाया है। अबॉर्शन करवाने की बात झूठी है, आप बॉम्बे हॉस्पिटल के सारे दस्तावेज प्राप्त कर सत्यता पता कर सकते हैं। यहां इलाज का 15 लाख रु. का खर्च मैंने खुद ने उठाया हैं।
मिर्जापुर। विंध्याचल थाना क्षेत्र में अष्टभुजा पहाड़ी पर एक तीर्थ पुरोहित के साथ विवाद के बाद सभासद के बेटे अंकितेश मिश्रा के खिलाफ मारपीट और फायरिंग का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पीड़ित यश पाठक, निवासी कोतवाली रोड गेट नंबर 3, ने बताया कि गुरुवार शाम वह अपने चाचा आशुतोष पाठक के साथ अष्टभुजा पहाड़ी पर टहलने गए थे। शाम करीब 7 बजे गेरुआ तालाब के पास चाय पीते समय आरोपी अंकितेश मिश्रा अचानक वहां पहुंच गया और गाली-गलौज शुरू कर दी। यश पाठक के अनुसार, अंकितेश ने जान से मारने की धमकी देते हुए बंदूक निकाल ली। जब उनके चाचा ने बीच-बचाव करते हुए हथियार छीनने की कोशिश की, तो आरोपी ने फायरिंग कर दी। घटना में कोई घायल नहीं हुआ। पीड़ित ने बताया कि आरोपी पहले भी कई बार उन्हें गाली दे चुका है और जान से मारने की धमकी दे चुका है। घटना के बाद पीड़ित परिवार में भय व्याप्त है। विंध्याचल पुलिस ने तहरीर के आधार पर आरोपी के खिलाफ मारपीट, धमकी, फायरिंग समेत अन्य संबंधित गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने पीड़ित परिवार को सुरक्षा का आश्वासन दिया और कहा कि मामले में आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बुरहानपुर के लोखंडिया स्थित सिद्ध तीर्थ श्री मोती माता मंदिर में प्रथम पुजारी केशव साद महाराज के नवनिर्मित मंदिर में मूर्ति प्राण-प्रतिष्ठा और ध्वज-कलश स्थापना का तीन दिवसीय महोत्सव पूरा हो गया है। महोत्सव का शुभारंभ यज्ञ के साथ किया गया था। यह महोत्सव महामंडलेश्वर 1008 श्री संत सरसपुरी महाराज के सानिध्य में आयोजित किया गया। तीन दिवसीय इस धार्मिक आयोजन के दौरान प्रतिदिन विभिन्न अनुष्ठान और कार्यक्रम हुए। प्रथम पुजारी केशव साद महाराज की प्रतिमा स्थापित अभिजित मुहूर्त में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ मूर्ति प्राण-प्रतिष्ठा की गई। नवनिर्मित मंदिर में मोती माता देवी के प्रथम पुजारी केशव साद महाराज की प्रतिमा स्थापित की गई। इसके साथ ही मंदिर के शिखर पर ध्वजा और स्वर्ण कलश की भी स्थापना की गई। प्राण-प्रतिष्ठा के बाद दोपहर में महाप्रसादी का आयोजन किया गया। मंदिर के पुजारी बाबू महाराज ने बताया कि माता ने सर्वप्रथम अपने प्रथम पुजारी केशव साद महाराज को स्वप्न में दर्शन देकर यहां प्रकट होने की बात कही थी। इसके बाद माता ने केशव साद महाराज को साक्षात् दर्शन दिए थे, तभी से माता की स्वयंभू प्रतिमा यहां स्थापित है। भजन-सत्संग का कार्यक्रम भी हुआ प्राण-प्रतिष्ठा और कलश स्थापना के अवसर पर एक दिवसीय सत्संग का भी आयोजन किया गया। इसमें नर्मदेश्वर महादेव आश्रम बाड़ाटांडा के 1008 श्री संत सरसपुरी महाराज ने प्रवचन दिए, जिसमें उन्होंने माता जी की महिमा का बखान किया और भजन सुनाए। इस अवसर पर ट्रस्ट अध्यक्ष लक्ष्मण झामु, पुजारी बाबू महाराज, ट्रस्ट सचिव प्रकाश राठौड़, सदस्य ईश्वर जाधव, पंडित रसाल, गणेश महाराज, रामकिसन चौहान, हजारीप्रसाद चौहान, घनश्याम पवार, पूर्व राज्य मंत्री संजय जाधव, हिरा महाराज, विलास महाराज, विजय राठौड़ मौजूद रहे।
सोनभद्र में हत्या के दो दोषियों को आजीवन कारावास:19 साल बाद फैसला, एक-एक लाख रुपए जुर्माना भी लगा
सोनभद्र। लगभग साढ़े 19 वर्ष पुराने चालक शारदा प्रसाद चौबे हत्याकांड मामले में अपर सत्र न्यायाधीश एफटीसी/सीएडब्ल्यू अर्चना रानी की अदालत ने शुक्रवार को फैसला सुनाया है। अदालत ने चतरा प्रमुख प्रतिनिधि धीरेंद्र पटेल और राजेश सिंह को दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। दोनों दोषियों पर एक-एक लाख रुपये का अर्थदंड भी लगाया गया है। अर्थदंड अदा न करने पर उन्हें 10-10 माह की अतिरिक्त कैद भुगतनी होगी। जेल में बिताई गई अवधि उनकी सजा में समाहित की जाएगी। अर्थदंड की कुल धनराशि में से डेढ़ लाख रुपये पीड़ित पक्ष को दिए जाएंगे। सजा सुनाए जाने के बाद दोनों दोषियों को जिला कारागार गुरमा भेज दिया गया है। अभियोजन पक्ष के अनुसार, यह मामला 22 फरवरी 2006 को शुरू हुआ था। गाजीपुर निवासी यतींद्र सिंह यादव ने खानपुर थानाध्यक्ष को तहरीर दी थी कि उनकी पत्नी सीमा यादव के नाम से एक मार्शल गाड़ी (यूपी 64एफ/4993) थी। यह गाड़ी उनके बहनोई के पास व्यक्तिगत कार्य हेतु थी, जिसे चालक शारदा प्रसाद चौबे चला रहे थे। भाई ने की थी शव की पहचान 18 फरवरी 2006 को चालक शारदा प्रसाद चौबे आवश्यक कार्य से रॉबर्ट्सगंज गए थे। उसी दिन शाम 5 बजे रॉबर्ट्सगंज के सवेरा होटल के पास से सोनभद्र निवासी राजेश सिंह चालक को अपनी बहन की विदाई कराने वाराणसी ले जाने की बात कहकर साथ ले गया। जब 19 फरवरी को गाड़ी वापस नहीं आई, तो बहनोई ने रॉबर्ट्सगंज थाने में सूचना दी। 21 फरवरी को पता चला कि गाड़ी को राजेश सिंह, बबलू यादव और एक अन्य व्यक्ति लेकर गए थे। 22 फरवरी को एक समाचार पत्र में एक व्यक्ति के शव मिलने की खबर छपी। चालक के भाई विंध्यवासिनी चौबे ने थाने जाकर शव की शिनाख्त अपने भाई शारदा प्रसाद चौबे के रूप में की। इस तहरीर के आधार पर एफआईआर दर्ज कर पुलिस ने विवेचना शुरू की। विवेचना के दौरान धीरेंद्र पटेल का नाम भी सामने आया। पर्याप्त सबूत मिलने पर विवेचक ने चार्जशीट दाखिल की। अदालत ने दोनों पक्षों के अधिवक्ताओं के तर्कों, गवाहों के बयानों और पत्रावली का अवलोकन करने के बाद धीरेंद्र पटेल और राजेश सिंह को दोषी पाया और उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई।
नईगढ़ी क्षेत्र में कड़ाके की ठंड पड़ रही है, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नवंबर का अंतिम सप्ताह होने के बावजूद सुबह-शाम शीतलहर जैसी स्थिति बनी हुई है। नगर प्रशासन द्वारा अभी तक सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है, जबकि यह नगर निकायों की प्राथमिक जिम्मेदारी मानी जाती है। मुख्य बाजार, ब्लॉक चौराहा, हॉस्पिटल परिसर और सब्जी मंडी जैसे व्यस्त स्थानों पर गरीब, असहाय, बुजुर्ग और यात्रियों को सबसे ज्यादा मुश्किल हो रही है। ठंड से बचने के लिए लोग सड़कों पर कागज और पॉलिथीन जलाकर किसी तरह राहत पाने को मजबूर हैं। भास्कर रिपोर्टर ने शुक्रवार शाम 8:30 बजे नईगढ़ी नगर के चौराहों का दौरा किया। इस दौरान देखा गया कि बाजार क्षेत्र में आने वाले ग्रामीण और मुसाफिर चाय-पान की दुकानों की भट्टियों के आसपास बैठकर गर्माहट ले रहे थे। बाइक और साइकिल से यात्रा करने वालों के लिए यह ठंड और भी चुनौतीपूर्ण साबित हो रही है। विशेषकर बुजुर्गों और रोजमर्रा के काम से बाहर निकलने वाले मजदूर वर्ग को अत्यधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अलाव जलवाने की मांग स्थानीय जनप्रतिनिधियों और समाजसेवियों ने बाजार और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर तुरंत अलाव जलवाने की मांग की है। उनका कहना है कि तापमान लगातार गिर रहा है और प्रशासन की निष्क्रियता स्थिति को और गंभीर बना रही है। शीतलहर जैसे हालात के बीच, नईगढ़ी के लोग प्रशासन से जल्द से जल्द अलाव की व्यवस्था सुनिश्चित करने की उम्मीद कर रहे हैं। एक दिसंबर से व्यवस्था करेगा नपा इस संबंध में प्रभारी मुख्य नगर पालिका अधिकारी पूजा द्विवेदी ने बताया कि 1 दिसंबर से नगर के प्रमुख स्थानों पर अलाव की व्यवस्था शुरू कर दी जाएगी।
ग्वालियर के पनिहार से दो नाबालिग छात्र लापता हो गए हैं। घटना पनिहार स्थित बरई गांव में गुरुवार दोपहर 3:30 बजे की है। छात्रों ने अपनी मां से आधार कार्ड मांगा और गुजरात जाने की कहकर निकल गए। परिजन इसे मजाक समझते रहे लेकिन जब शाम तक वह नहीं लौटे तो परिजन को चिंता हुई और उन्होंने अपने स्तर पर दोनों छात्रों की तलाश की। काफी तलाश के बाद भी जब छात्र नहीं मिले हैं तो परिजन पनिहार थाना पहुंचे और मामले की सूचना दी है। पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर छात्रों की तलाश तेज कर दी है। ग्वालियर देहात में पनिहार थाना स्थित बरई गांव निवासी एक युवक ग्वालियर ग्लोरी स्कूल में कर्मचारी है। कर्मचारियों ने पनिहार थाना पहुंचकर सूचना दी है कि गुरुवार सुबह 6:30 बजे मैं स्कूल ड्यूटी के लिए निकल आया था। घर पर 15 वर्षीय बेटा था, जो दसवीं का छात्र है। उसकी मां और दादा-दादी थे। गुरुवार दोपहर 3:30 बजे बेटे ने मां से आधार कार्ड लिया और गुजरात जाने की कहकर निकल आया। परिजन को लगा कि उसे कुछ काम होगा और गुजरात जाने की बात वह मजाक में कह गया होगा। जब शाम तक वह नहीं लौटा तो परिजन ने उसकी तलाश की छात्र का कहीं भी पता नहीं चला है। जब परिजन छात्र की तलाश करते-करते गांव के मिश्रा मोहल्ला पहुंचे तो पता लगा कि लापता छात्र का हम उम्र दोस्त भी अपने घर से गायब है। मामला गंभीर लगा तो दोनों के परिजन पनिहार थाने पहुंचे गुरुवार रात को बच्चों के लापता होने की सूचना दी है। लापताओं के नाबालिग होने पर पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है। घर पर ही छोड़ गए मोबाइल जब परिजनों ने छात्रों के मोबाइल पर कॉल किया तो पता लगा कि वह मोबाइल घर पर ही छोड़ गए हैं। दोनों ही लापता छात्रों के परिजनों का कहना है कि पता नहीं वह कहां चले गए हैं, यदि वह कहीं है और नाराज हैं तो लौट आए। घर पर कोई उन्हें कुछ नहीं कहेगा। मामले में पनिहार थाना पुलिस का कहना है कि लापता छात्रों की तलाश की जा रही है। दोनों छात्रों के घर के आसपास के CCTV कैमरे भी देखे जा रहे हैं। जल्द बच्चों को तलाश लिया जाएगा।
सोनभद्र। समाजवादी पार्टी ने मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण (SIR) अभियान को तेज कर दिया है। महिला जिलाध्यक्ष गीता गौर और जिला सचिव प्रमोद यादव के नेतृत्व में सपा कार्यकर्ताओं ने रावटसगंज क्षेत्र के विभिन्न बूथों में व्यापक जनसंपर्क कर मतदाताओं को सूची में नाम जोड़वाने और सुधार कराने के लिए प्रेरित किया। अभियान के तहत कार्यकर्ताओं ने बूथ संख्या 11, 12, 13 और दलित बस्ती जैसे क्षेत्रों में घर-घर जाकर लोगों से संपर्क किया। उन्होंने मतदाताओं को आवश्यक दस्तावेजों की जानकारी दी और नए मतदाताओं को फॉर्म भरने के लिए प्रोत्साहित किया। सपा नेताओं का कहना है कि मतदाता सूची में नाम दर्ज कराना प्रत्येक नागरिक का अधिकार और कर्तव्य है। इसी उद्देश्य से पदाधिकारी और कार्यकर्ता बूथ स्तर पर जनता से मिलकर SIR प्रक्रिया को सफल बनाने में जुटे हैं। लोगों को फॉर्म भरने, दस्तावेज सत्यापन और आयु व पते से संबंधित विवरण सही कराने की जानकारी भी दी जा रही है। सपा जिला सचिव प्रमोद यादव ने बताया कि कार्यकर्ता 'पीडीए प्रहरी' की भूमिका निभा रहे हैं और समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुँचकर SIR फॉर्म भरने का अनुरोध कर रहे हैं। उन्होंने मुख्य चुनाव आयोग से सोनभद्र जैसे अति पिछड़े जिले में समय सीमा बढ़ाने की भी अपील की, क्योंकि अभी तक दुर्गम क्षेत्रों में फॉर्म उपलब्ध नहीं हो पाए हैं। सपा महिला सभा की जिलाध्यक्ष गीता गौर ने कहा कि सभी महिलाओं को SIR प्रक्रिया में भाग लेने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। महिला प्रकोष्ठ की पदाधिकारी भी विभिन्न स्थानों पर जाकर लोगों से अपील कर रही हैं। इस अभियान में सपा के नगर सचिव मनीष त्रिपाठी, मुन्ना कुशवाहा, मनोज कुमार भारती, जुनैद अंसारी और विक्की कौशल सहित अन्य कार्यकर्ता भी सक्रिय रूप से शामिल रहे।
धार जिले के राजगढ़ में शुक्रवार को दिनदहाड़े चेन स्नैचिंग की घटना सामने आई है। बाइक सवार दो बदमाशों ने शादी समारोह में जा रही सास-बहू को निशाना बनाया। बदमाश बहू के गले से सोने की चेन छीनकर फरार हो गए। जानकारी के अनुसार, राजगढ़ के पुराना बस स्टैंड निवासी किराना व्यापारी शुभम रायली की पत्नी कृतिका अपनी सास राखी के साथ स्कूटी से मोहनखेड़ा में एक शादी समारोह में जा रही थीं। राजगढ़-मोहनखेड़ा रोड स्थित ब्रिज के पास एक बाइक पर सवार दो बदमाशों ने उनकी स्कूटी के सामने आकर रास्ता रोक लिया। 12 ग्राम की सोने की चेन ले गए बदमाश कृतिका रायली ने बदमाशों से पूछा कि यह क्या हरकत है। इतने में एक बदमाश बाइक से उतरा और कृतिका के गले से करीब 12 ग्राम वजनी सोने की चेन झपटकर मोहनखेड़ा की ओर भाग निकला। लूटी गई चेन की कीमत लगभग डेढ़ लाख रुपये बताई जा रही है। घटना के बाद सास-बहू ने तत्काल अपने परिजनों को सूचना दी। इसके बाद परिजनों के साथ राजगढ़ थाने पहुंचकर बदमाशों के खिलाफ केस दर्ज करवाया। बदमाशों के खिलाफ एफआईआर दर्ज, तलाश जारी राजगढ़ थाना प्रभारी समीर पाटीदार ने बताया कि चेन स्नैचिंग के इस मामले में अज्ञात बदमाशों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि घटना को अंजाम देने वाले संदिग्धों की पहचान कर ली गई है और उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। गुरुवार को भी राजगढ़ में 60 वर्षीय एक बुजुर्ग महिला के साथ धोखाधड़ी हुई थी, जिसमें बदमाश सोने की चेन और अंगूठी ले गए थे।
सैयद मुश्ताक अली टी-20 ट्रॉफी में राजस्थान ने शानदार प्रदर्शन करते हुए आज अहमदाबाद में खेले गए मुकाबले में त्रिपुरा को 5 विकेट से मात दी। पहले बल्लेबाजी करते हुए त्रिपुरा ने 20 ओवर में 169 का स्कोर खड़ा किया। टीम के लिए मुरा सिंह ने 40, श्रीदाम ने 37 और हनुमा विहारी ने 36 रन का योगदान दिया। राजस्थान की ओर से कमलेश नागरकोटी ने 34 रन देकर 3 विकेट झटके, जबकि अशोक शर्मा ने 18 रन देकर 2 विकेट लिए। महिपाल लोमरोर और राहुल चाहर ने एक-एक विकेट हासिल किया। वहीं 170 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए राजस्थान ने बेहतरीन शुरुआत की। सलामी बल्लेबाज शुभम गढ़वाल और भरत शर्मा ने पहले छह ओवर में 72 रन की ताबड़तोड़ साझेदारी कर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। शुभम गढ़वाल ने सिर्फ 20 गेंदों में 51 रन की आतिशी अर्धशतकीय पारी खेली, जिसमें 5 चौके और 6 छक्के शामिल थे। टीम के लिए इसके बाद कुणाल सिंह राठौड़ ने नाबाद 33, भरत शर्मा ने 22, महिपाल लोमरोर ने 18 और मानव सुथार ने नाबाद 16 रन बनाए। राजस्थान ने 18.5 ओवर में 5 विकेट खोकर 171 बनाकर जीत दर्ज की। त्रिपुरा की ओर से स्वप्निल ने 42 रन देकर 3 विकेट और साहा ने 27 रन देकर 2 विकेट हासिल किए। राजस्थान की इस जीत के साथ टीम के आत्मविश्वास में बड़ा इजाफा हुआ है। दूसरी ओर RCA अंडर-16 और अंडर-15 विमेंस चैलेंजर ट्रॉफी के मैच भी जारी हैं।
लहंगपुर चौकी पर रिश्वत लेने का वीडियो:भाजपा नेता ने एसपी से शिकायत की, फरियादी को धमकाने का आरोप
मिर्जापुर। लालगंज थाना क्षेत्र की लहंगपुर पुलिस चौकी पर कथित रिश्वतखोरी का एक वीडियो वायरल होने के बाद राजनीतिक उठापटक तेज हो गई है। भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला महामंत्री पुष्पेंद्र द्विवेदी ने पुलिस अधीक्षक (एसपी) को पत्र लिखकर चौकी प्रभारी और कर्मचारियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की है। द्विवेदी ने आरोप लगाया है कि चोरी की शिकायत दर्ज कराने गए एक व्यक्ति को धमकाकर भगा दिया गया और आरोपी से अवैध वसूली की गई। उनके अनुसार, चौकी प्रभारी मनोज सिंह और सिपाही प्रवीण राय आए दिन आम जनता को परेशान करते हैं और चौकी पर बड़े पैमाने पर धन उगाही की जाती है। भाजपा नेता ने अपने पत्र में यह भी दावा किया कि क्षेत्र में गौकसी से जुड़े वाहन और मादक पदार्थों की बिक्री खुलेआम चल रही है और सही कार्यों के लिए कोई भी व्यक्ति न्याय नहीं प्राप्त कर पा रहा है। इसके अलावा उन्होंने आरोप लगाया कि चौकी प्रभारी के इशारे पर विपक्षी से पैसे की मांग करके मामले रफा-दफा किए जा रहे हैं। द्विवेदी ने मस्जिदों में लाउडस्पीकर की आवाज तेज करने का भी जिक्र किया और कहा कि इसके कारण शासन की मंशा के अनुरूप कार्य नहीं हो पा रहे हैं और इससे सरकार की छवि प्रभावित हो रही है। इस मामले पर स्थानीय पुलिस फिलहाल कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दे रही है, लेकिन मामला उच्च अधिकारियों तक पहुँच चुका है।
ठाकुरद्वारा में एक कार चालक ने बाइक सवार से विवाद सुलझा रहे किसान को अपनी गाड़ी से कुचल दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद परिजनों और ग्रामीणों ने कोतवाली व स्वास्थ्य केंद्र पर जमकर हंगामा किया और हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की। यह घटना शुक्रवार शाम कोतवाली क्षेत्र के फरीदनगर और मोहम्मद गंज के बीच पशुपति एक्रीलोन फैक्ट्री के सामने हुई। नगर के वार्ड नंबर 2 निवासी हशमत अली खान उर्फ भोला खां (63 वर्ष) अपने खेत में काम कर रहे थे। तभी वहां एक कार चालक और अज्ञात बाइक सवार के बीच झगड़ा हो गया। किसान हशमत अली ने दोनों के बीच बचाव कर समझौता कराने का प्रयास किया। आरोप है कि समझौता होने के बाद कार चालक फरीदनगर की दिशा में जा रहा था, लेकिन अचानक उसने अपनी कार तेजी से वापस मोड़ी और किसान हशमत अली खान को कुचल दिया। किसान की मौके पर ही मृत्यु हो गई। घटना के तुरंत बाद कार चालक मौके से फरार हो गया। सूचना मिलने पर परिवार के लोग घटनास्थल पर पहुंचे और पुलिस की मदद से शव को राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। स्वास्थ्य केंद्र और कोतवाली में मृतक के परिजनों और ग्रामीणों ने कार चालक पर हत्या का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। उन्होंने मांग की कि कार चालक के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए। कोतवाली प्रभारी मनोज परमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
नागौर मेडिकल कॉलेज में MBBS का दूसरा बैच शुरू:सरस्वती पूजा और हवन के साथ किया स्टूडेंट्स का स्वागत
नागौर के सरकारी मेडिकल कॉलेज में आज दूसरे बैच की परीक्षा में सफलता और एमबीबीएस के नए बैच के आने पर सरस्वती पूजा और हवन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. अशोक कालवार रहे। कॉलेज में वर्तमान में दो बैच संचालित हैं। हवन का आयोजन वरिष्ठ बैच के छात्र-छात्राओं द्वारा किया गया, जिसमें दोनों बैचों के विद्यार्थियों के साथ-साथ कॉलेज के चिकित्सक, शिक्षक व समस्त स्टाफ मौजूद रहा। चरक और केडेवारिक शपथ कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. देव किशन देवरा ने अतिथि का स्वागत किया। मुख्य अतिथि डॉ. अशोक कालवार ने छात्रों को संबोधित किया। इस दौरान महर्षि चरक के समक्ष शपथ ग्रहण की। वहीं, प्रथम वर्ष के नए विद्यार्थियों ने विशेष रूप से कैडेवरिक शपथ भी ली। विशिष्ट अतिथियों ने छात्रों को संबोधित करते हुए चिकित्सा सेवा को मानवता का सर्वोच्च धर्म बताया और उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। धर्म और आध्यात्मिकता तनाव कम करने में सहायक इस अवसर पर अतिरिक्त प्रधानाचार्य डॉ. संदीप चौधरी ने कहा कि मेडिकल की पढ़ाई में तनाव अधिक होता है। ऐसे में मन को स्थिरता देने के लिए धर्म एवं आध्यात्मिकता की विशेष भूमिका है। उन्होंने आश्वासन दिया कि आगे भी हर वर्ष नए बैच के स्वागत पर ऐसे आयोजन नियमित रूप से किए जाएंगे। कार्यक्रम के सफल समापन के बाद प्रसादी का वितरण किया गया।
नरसिंहपुर जिले के बचई स्थित महाकौशल शुगर मिल विवाद ने राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी है। पूर्व राज्यमंत्री जालम सिंह पटेल ने मिल प्रबंधक नवाब रजा के लगाए आरोपों को पूरी तरह निराधार, असत्य और सुनियोजित राजनीतिक षड्यंत्र बताया है। शुक्रवार को विधायक निवास में आयोजित पत्रकार वार्ता में पटेल ने कहा कि पहली बार किसी व्यक्ति ने बिना तथ्य और साक्ष्य के कैबिनेट मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल और उनके खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने जोर दिया कि तथ्यों के बिना सीधे मीडिया में बयान देना स्वयं यह साबित करता है कि यह मामला राजनीतिक उद्देश्यों से प्रेरित है। पूर्व मंत्री ने स्पष्ट किया कि यदि किसी के पास कोई सबूत है तो वह सामने आए, अन्यथा झूठे आरोप लगाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने शासन और प्रशासन से इस मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की, ताकि पूरा सच सामने आ सके। इसी दौरान, जिला भाजपा अध्यक्ष रामस्नेही पाठक ने भी मिल प्रबंधन द्वारा लगाए गए आरोपों को पूरी तरह बेबुनियाद बताया। उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल की छवि हमेशा पारदर्शी और संवैधानिक मर्यादाओं के अनुरूप रही है। पाठक ने आरोप लगाया कि मिल प्रबंधन पूर्व में अतिक्रमण, प्रशासनिक कार्यवाहियों और अन्य विवादों में घिरा रहा है, और अब इसी दबाव से बचने के लिए मामले को राजनीतिक रंग देने की कोशिश की जा रही है। यह है मामला 25 नवंबर को जयदीप दुबे नाम का युवक अपने साथियों के साथ महाकौशल शुगर मिल में घुसा और तौल कांटे बंद करा दिए घटना के दूसरे दिन मामले का वीडियो सामने आया। इसके बाद शुगर मिल संचालक ने गुरुवार को प्रेसवार्ता कर घटना कराने के पीछे केबिनेट मंत्री प्रहलाद पटेल सहित पूर्व राज्यमंत्री उनके भाई जालम सिंह पटेल का हाथ बताया था। ये भी देखें... नरसिंहपुर की महाकौशल शुगर मिल में उपद्रव का मामला:मिल संचालक का आरोप- 'मप्र शासन' लिखे वाहन से आए थे उपद्रवी; निष्पक्ष जांच की मांग नरसिंहपुर जिले की बचई स्थित महाकौशल शुगर मिल में मंगलवार को हुए उपद्रव का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। मिल संचालक नवाब रजा ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उपद्रव करने वाले युवक ‘एमपी शासन’ लिखे वाहन से आए थे। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि मामले की निष्पक्ष जांच नहीं हुई तो वे मिल संचालन बंद करने को मजबूर होंगे।पूरी खबर पढ़ें
नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड (NQAS) की तीन सदस्यीय टीम ने शुक्रवार को बैतूल जिला अस्पताल का दौरा किया। टीम ने अस्पताल के विभिन्न विभागों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की गुणवत्ता का आकलन किया। टीम में डॉ. हर्षा गुप्ता, निलेश गर्ग और संजुलता भार्गव शामिल हैं। टीम ने सबसे पहले अस्पताल के भूतल पर स्थित दवाई वितरण केंद्र का निरीक्षण किया। यहां दवाओं की उपलब्धता, स्टॉक और वितरण प्रक्रिया की जानकारी ली गई। टीम ने रिकॉर्ड को अद्यतन रखने के निर्देश दिए। इसके बाद टीम अस्पताल की भोजनशाला पहुंची, जहां मरीजों के लिए तैयार भोजन की गुणवत्ता जांची गई। टीम ने भोजन के पतीलों का अवलोकन किया, हालांकि भोजन चखकर उसकी गुणवत्ता की विस्तृत जांच नहीं की गई। टीम भोजनशाला में लगभग एक मिनट तक रुकी। आरएमओ डॉ. रानू वर्मा ने बताया कि टीम ने देर शाम तक आठ विभागों का सर्वे किया। यह नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस के लिए एक मूल्यांकन था, जिसमें यह देखा जा रहा है कि अस्पताल में आने वाले मरीज को कितने समय में इलाज मिलता है और इलाज की गुणवत्ता कितनी बेहतर है। टीम अपनी रिपोर्ट मूल्यांकन के बाद राज्य स्तरीय संगठन को भेजेगी, जिसका परिणाम एक माह में आने की संभावना है। टीम का निरीक्षण कल (शनिवार) भी जारी रहेगा। अंतिम रिपोर्ट तैयार होने के बाद अस्पताल की व्यवस्थाओं की वास्तविक स्थिति सामने आएगी। उल्लेखनीय है कि हाल ही में अस्पताल में आगजनी की घटना हुई थी, जिसके बाद धुएं के कारण कई वार्ड खाली कराने पड़े थे। इसके अतिरिक्त, एक महिला मरीज को समय पर इलाज न मिलने से मौत के बाद भी हंगामा हो चुका है। अस्पताल में इलाज में लापरवाही और कथित डॉक्टरों द्वारा पैसे मांगने की शिकायतें भी पहले सामने आई हैं। इन घटनाओं के मद्देनजर अस्पताल की व्यवस्थाओं पर सवाल उठते रहे हैं।
शाजापुर में कार पलटी, एक की मौत:नेशनल हाईवे-52 पर हादसा; पांच घायल, तीन इंदौर रेफर
शाजापुर में नेशनल हाईवे-52 पर गिरवर ब्रिज के पास एक तेज रफ्तार कार बेकाबू होकर पलट गई। हादसे में एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई और पांच अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। इसमें तीन को गंभीर हालत में इंदौर रेफर किया है। घटना शुक्रवार रात करीब 8 बजे की है। 5 लोग जिला अस्पताल में एडमिट हादसे की सूचना मिलते ही डायल 112 की टीम, कोतवाली पुलिस और स्थानीय लोग तुरंत मौके पर पहुंचे। घायलों को निजी वाहनों की सहायता से शाजापुर जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज जारी है। मृतक की पहचान विमल पिता कैलाश कुशवाहा के रूप में हुई है। घायलों में रुपेश पिता शिव कुशवाहा, दिव्यांश पिता राजेश सेन, ओम पिता महेश सौराष्ट्रीय, अनमोल पिता किशोर सूर्यवंशी और अंकित पिता जगदीश केवट शामिल हैं। इन्हें किया इंदौर रेफर 1.रुपेश पिता शिव कुशवाहा उम्र 17 2.ओम सौराष्ट्रीय पिता महेश सौराष्ट्रीय उम्र 17 3अंकित पिता जगदीश केवट उम्र 18 घायलों के परिजन भी अस्पताल पहुंचे जिला अस्पताल में घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ और पुलिसकर्मी मौजूद रहे। घायलों की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें प्राथमिक उपचार के साथ लगातार निगरानी में रखा गया है। हादसे की खबर सुनकर घायलों के परिजन भी अस्पताल पहुंच गए, जिससे वहां भीड़ बढ़ गई। बयान से स्थिति होगी स्पष्ट अस्पताल पुलिस चौकी पर पदस्थ एसआई बाबूलाल डाबी ने बताया कि 8 बजे के करीब एक कर बेकाबू होकर पलटी खा गई थी, जिसमें 6 लोग घायल हो गए थे। सभी घायलों को शाजापुर जिला अस्पताल लाया गया। इलाज के दौरान विमल कुशवाहा (19) की मौत हो गई जबकि 5 लोग घायल हुए हैं। तीन लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद स्थिति गंभीर होने पर इंदौर रेफर किया गया है। जबकि दिव्यांश सेन (12) और अनमोल सूर्यवंशी (15) का शाजापुर जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है। बयान के बाद ही हादसे की जानकारी लेगेगी।
शिवपुरी जिले में अवैध खनिज परिवहन के खिलाफ कार्रवाई की गई है। करैरा और बदरवास क्षेत्र में ओवरलोड खनिज ले जा रहे तीन डम्पर जब्त किए गए। प्रभारी खनिज निरीक्षक सोनू श्रीवास ने 28 नवंबर 2025 को करैरा क्षेत्र का निरीक्षण किया। झांसी रोड पर शिवपुरी की ओर आ रहे दो हाईवा डम्पर रेत से ओवरलोड पाए गए। इन वाहनों को जब्त कर अमोला और सुरवाया थाना की अभिरक्षा में रखा गया है। इसी दौरान, बदरवास तहसील के ग्राम लुकवासा क्षेत्र में भी गिट्टी से भरा एक अन्य ओवरलोड डम्पर पकड़ा गया। इसे जब्त कर लुकवासा थाना में खड़ा कराया गया। जुर्माना लगाने का प्रस्ताव कलेक्टर को भेजा जाएगा जांच में पाया गया कि तीनों डम्पर ई-टीपी में दर्ज मात्रा से अधिक खनिज का परिवहन कर रहे थे। खनिज नियमों का उल्लंघन मानते हुए सभी वाहनों के खिलाफ अवैध परिवहन के प्रकरण दर्ज किए गए हैं। इन प्रकरणों को अब जुर्माना निर्धारण के लिए कलेक्टर न्यायालय भेजा जाएगा।
आगर मालवा जिले में नेशनल हाईवे उज्जैन मार्ग पर तनोड़िया के पास दो बाइकों की आमने-सामने की भिड़ंत हो गई। हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य लोग घायल हो गए हैं। घटना शुक्रवार रात की है। मृतक की पहचान महुड़िया बड़ौद निवासी बलवंत प्रजापत (40) के रूप में हुई है। हादसे में दोनों बाइकें बुरी तरह क्षतिग्रस्त टक्कर इतनी भीषण थी कि दोनों बाइकें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं और उन पर सवार लोग सड़क पर गिर गए। हादसे में घायल हुए तीन लोगों को स्थानीय लोगों की मदद से तुरंत जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज जारी है। घटना की सूचना मिलते ही कोतवाली थाना प्रभारी शशि उपाध्याय और तनोड़िया चौकी पुलिस मौके पर पहुंची। तनोड़िया चौकी प्रभारी सचिन धाकड़ ने बताया कि मृतक बलवंत प्रजापत का शव पंचनामा बनाकर जिला अस्पताल भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम शनिवार सुबह किया जाएगा। पुलिस ने हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी है। स्थानीय लोगों के अनुसार, इस मार्ग पर भारी वाहनों की आवाजाही और तेज रफ्तार के कारण अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती हैं।
शिवपुरी जिले के पोहरी में सांसद खेल महोत्सव का शुक्रवार को शुभारंभ हुआ। ग्वालियर संसदीय क्षेत्र के सांसद भारत सिंह कुशवाह ने एलएसजीके कॉलेज के खेल प्रांगण में इसका उद्घाटन किया। हालांकि, इस दौरान पीने के पानी और भोजन जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी के कारण खिलाड़ी भूख-प्यास से जूझते रहे, जिससे आयोजन की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े हो गए। सांसद ने खेला क्रिकेट मैच सांसद कुशवाह ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर दीप प्रज्वलित किया। उन्होंने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया और क्रिकेट के मैदान पर बैट हाथ में लेकर उनका उत्साह बढ़ाया। सांसद बोले- शिक्षा के साथ खेलों को दें समय सांसद ने कहा कि सांसद खेल महोत्सव ग्रामीण क्षेत्रों की प्रतिभाओं को आगे लाने का एक सशक्त मंच है। उन्होंने खेलों को अनुशासन, आत्मविश्वास और टीम वर्क विकसित करने वाला बताया, और शिक्षा के साथ खेलों को भी जीवन का हिस्सा बनाने पर जोर दिया। मंच पर लगे बैनर में सांसद का फोटो नहीं लगा उन्होंने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर ग्वालियर के रूप सिंह स्टेडियम में फाइनल प्रतियोगिता आयोजित होगी, जहां प्रतिभागियों को विशेष अवसर मिलेगा। इस बीच, मंच पर लगे बैनरों में खेल मंत्री विश्वास सारंग का फोटो नदारद रहना भी चर्चा का विषय बना रहा। छात्रों को नहीं मिला नाश्ता-भोजन कार्यक्रम में उत्साह और भीड़ के बावजूद, व्यवस्थाओं की कमी स्पष्ट दिखी। क्षेत्र के विभिन्न स्कूलों से आए बच्चों को सुबह करीब साढ़े 10 बजे से ही कार्यक्रम स्थल पर बैठा दिया गया था। पीने के पानी और खाने-पीने की कोई व्यवस्था नहीं होने से छोटे खिलाड़ी लंबे समय तक मैदान में परेशान रहे। अभिभावकों और शिक्षकों ने भी इस पर नाराजगी जताई। खिलाड़ियों ने बताया कि प्रतियोगिताओं में भाग लेने से पहले ही उन्हें भूख-प्यास से जूझना पड़ा। सांसद के पोहरी आगमन पर सामाजिक संगठनों और जनप्रतिनिधियों ने पुष्पवर्षा और माल्यार्पण कर उनका स्वागत किया। कार्यक्रम में मध्यप्रदेश गान का सामूहिक गायन हुआ और शिक्षक शिवकुमार श्रीवास्तव ने मंच संचालन किया। कार्यक्रम में किसान मोर्चा प्रदेश कोषाध्यक्ष भरत दांतरे, मंडल अध्यक्ष आशुतोष जैमिनी, एसडीएम पोहरी अनुपम शर्मा, विधानसभा संयोजक विक्की मंगल, जिला महामंत्री पृथ्वीराज सिंह जादौन, बीआरसीसी शिवचरण लाल जाटव और बीईओ अवधेश सिंह तोमर सहित कई जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
खरगोन के अन्नपूर्णा नगर कॉलोनी में एक पागल कुत्ते ने आतंक मचाते हुए कई लोगों पर हमला किया। शुक्रवार को मंदिर जा रही एक महिला पर भी कुत्ते ने हमला कर उसके हाथ का अंगूठा काट लिया। पिछले 12 घंटे में डॉग बाइट के 10 मामले सामने आए हैं। पीड़ित महिला अनीता मालाकार ने बताया कि शाम को वह घर से मंदिर जा रही थी, तभी रास्ते में कुत्ते ने उस पर हमला कर दिया। उसने अपनी जान बचाने के लिए लोगों को पुकारा, लेकिन तब तक कुत्ते ने उसे तीन जगहों पर नौंच लिया था और उसके हाथ का अंगूठा नाखून सहित काट लिया। पड़ोसियों और परिजनों ने दौड़कर कुत्ते को भगाया और महिला को तुरंत जिला अस्पताल पहुंचाया। जिला अस्पताल में महिला की ड्रेसिंग की गई और उसे रैबीज का इंजेक्शन लगाया गया। अनीता मालाकार ने यह भी बताया कि उसी कॉलोनी में 3 से 4 अन्य लोगों को भी कुत्ते ने काटा है। जिला अस्पताल के आंकड़ों के अनुसार, अन्नपूर्णा नगर के अलावा नूतन नगर सहित शहर के विभिन्न स्थानों पर कुल 10 लोगों ने कुत्ते के काटने का इलाज कराया है। परिजनों ने आरोप लगाया है कि विभिन्न कॉलोनियों और मोहल्लों में पागल कुत्तों के हमले लगातार हो रहे हैं, लेकिन खरगोन नगर पालिका इस मामले में लापरवाह बनी हुई है और कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है।

