हरियाणा के पंचकूला में पुलिस ने अवैध माइनिंग पर सख्ती शुरू कर दी है। टीम ने अवैध खनन करते हुए जेसीबी व टिप्पर को जब्त किया है। 24 घंटे सक्रिय निगरानी और सभी जोनों में नियमित चैकिंग के माध्यम से पुलिस हर गतिविधि पर कड़ी नज़र बनाए हुए है। पंचकूला पुलिस की एंटी इलीगल माइनिंग टीम-2 के इन्चार्ज इंस्पेक्टर हितेन्द्र सिंह ने रायपुर रानी क्षेत्र में बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। टीम को सूचना मिली कि गांव शाहजाहपुर के पास जेसीबी मशीन लगाकर टिप्परों के माध्यम से अवैध माइनिंग की जा रही है। सूचना मिलते ही टीम मौके पर पहुंची और अवैध खनन गतिविधि को रंगे हाथों पकड़ लिया। थाने में खड़े करवाए वाहन कार्रवाई के तहत तुरंत रायपुर रानी थाना प्रभारी प्रीतम सिंह और डायल-112 की टीम को मौके पर बुलाया गया। पुलिस ने मौके से एक टिप्पर और एक जेसीबी मशीन को कब्जे में लेकर रायपुर रानी थाना में खड़ा कर दिया है। आगामी आवश्यक कानूनी प्रक्रिया के लिए माइनिंग विभाग को भी औपचारिक रूप से सूचित कर दिया गया है। पुलिस कमिश्नर पंचकूला शिवास कविराज की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में 2 दिन पहले ही अवैध खनन पर जीरो टॉलरेंस अपनाते हुए तत्काल और कठोर कार्रवाई के स्पष्ट निर्देश दिए गए थे। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि अवैध माइनिंग किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी और ऐसी गतिविधियों में संलिप्त लोगों के खिलाफ आगे भी सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
हरियाणा के कुरूक्षेत्र में गीता जयंती महोत्सव के मद्देनजर करनाल में ट्रैफिक व्यवस्था में बड़े बदलाव किए गए हैं। महोत्सव के दौरान आमजन को ट्रैफिक जाम से राहत देने के लिए वाहनों के रूट डायवर्ट कर दिए गए हैं। यह बदलाव 23 और 24 नवंबर को दोपहर बाद से लागू होंगे और 25 नवंबर को पूरे दिन जारी रहेंगे। करनाल ट्रैफिक पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे जारी एडवाइजरी का पालन करें और यात्रा से पहले मार्ग की जानकारी अवश्य ले लें। किसी भी आपात स्थिति में पुलिस कंट्रोल रूम या ट्रैफिक हेल्पलाइन पर तुरंत संपर्क करने की सलाह दी गई है। भारी वाहनों की एंट्री प्रतिबंधित करनाल ट्रैफिक पुलिस के अनुसार 25 नवंबर को जिला कुरुक्षेत्र में गीता जयंती महोत्सव के कार्यक्रम में माननीय प्रधानमंत्री के आगमन के कारण सुरक्षा व्यवस्था सख्त की गई है। भीड़ और जाम से बचाव के लिए भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। यह प्रतिबंध 23 और 24 नवंबर को दोपहर 2 बजे के बाद और 25 नवंबर को पूरे दिन लागू रहेगा। मार्ग परिवर्तन के निर्देश नीचे बताए गए रूट डायवर्ट किए गए हैं, जिन्हें पालन करना अनिवार्य है- करनाल से चंडीगढ़ जाने वाले वाहनों के लिए नया मार्ग 1. करनाल से असंध होकर नेशनल हाईवे 152D की ओर 2. करनाल से निसिंग होकर नेशनल हाईवे 152D की तरफ 3. बलड़ी बाईपास से इंद्री और लाडवा की दिशा में 4. नीलोखेड़ी से निगधू, कौल होते हुए नेशनल हाईवे 152D की तरफ रूट उपयोग में आएगा पुलिस की अपील: अनावश्यक यात्रा से बचें करनाल पुलिस कप्तान गंगाराम पूनिया के अनुसार नागरिक को असुविधा से बचने के लिए इन मार्गों पर बिना जरूरत यात्रा न करें और समय व मार्ग की योजना बनाकर ही घर से निकलें। किसी भी आपात स्थिति में आमजन ट्रैफिक हेल्पलाइन या पुलिस कंट्रोल रूम से तुरंत संपर्क कर सकते है।
राजस्थान में भी धुंध (स्मॉग) का प्रभाव बढ़ने लगा है। उत्तर-पश्चिम दिशा से आ रही हवाओं के कारण प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में सुबह विजिबिलिटी कम रही। इसके असर से शहरों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) लेवल बिगड़ गया। भिवाड़ी के अलावा जयपुर, कोटा, टोंक में शनिवार की शाम को AQI का लेवल 300 से ऊपर दर्ज हुआ। 8 शहरों में एक्यूआई 200 से ऊपर रहा। मौसम विभाग ने प्रदेश में अगले कुछ दिन मौसम ड्राय और इसी तरह हवाओं का प्रभाव रहने का अनुमान जताया है। पिछले 24 घंटे के दौरान हिल स्टेशन माउंट आबू (सिरोही) 2 डिग्री सेल्सियस को छोड़कर सबसे ठंडा शहर सीकर के पास फतेहपुर रहा। यहां न्यूनतम तापमान 6.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। जालोर में 9.3, सिरोही में 7.9, बारां में 9.7, चूरू में 9.6 सीकर में 8.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। इन शहरों के अलावा शेष सभी स्थानों पर न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उससे ऊपर दर्ज हुआ। करौली, उदयपुर, चित्तौड़गढ़, पिलानी (झुंझुनूं), अलवर, भीलवाड़ा, नागौर, दौसा में शनिवार को न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी हुई। इसके बाद इन शहरों में तापमान डबल डिजिट यानी 10 डिग्री या उससे ऊपर दर्ज हुआ। स्मॉग से बिगड़ा शहरों का AQI लेवलप्रदेश के अधिकांश हिस्सों में सुबह से लेकर देर शाम तक धुंध का प्रभाव रहने से धूप कमजोर रही। दिन के तापमान में मामूली गिरावट हुई। इसके साथ ही शहरों में एयर क्वालिटी भी खराब हो गई। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड से जारी रिपोर्ट के मुताबिक, कल (22 नवंबर) प्रदेश में सबसे ज्यादा प्रदूषण का लेवल एनसीआर क्षेत्र भिवाड़ी (खैरथल-तिजारा) में रहा, जहां का AQI लेवल औसत 383 पर पहुंच गया। भिवाड़ी रेड जोन में रहाभिवाड़ी शनिवार को रेड जोन में रहा। इसके अलावा जयपुर में सीतापुरा, मानसरोवर और शास्त्रीनगर एरिया का भी प्रदूषण लेवल क्रमश: 343, 321 और 303 पर दर्ज हुआ। इसी तरह कोटा का धानमंडी एरिया में एक्यूआई लेवल 311 और श्रीनाथपुरम में 310 था। टोंक में कल AQI का स्तर 314 रहा। इन शहरों की स्थिति ठीक नहींसेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, दौसा में AQI लेवल 202, भरतपुर में 219, बीकानेर में 208, चूरू में 171, जयपुर के आदर्श नगर एरिया 281, एमआई रोड पर 248, मुरलीपुरा एरिया में 216, जैसलमेर जिले में 233, जोधपुर में 205, करौली में 200, कोटा के नयापुरा एरिया में 293, नागौर में 242, सवाई माधोपुर में 218 और गंगानगर में 191 पर दर्ज हुआ।
खंडवा रोड स्थित देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के तक्षशिला परिसर के स्पोर्ट्स ग्राउंड में अग्निवीर भर्ती रैली का आयोजन हो रहा है। पिछले कुछ दिनों से यहां तैयारियां की जा रही थीं। आज से यहां कैंडिडेट्स आना शुरू हो जाएंगे। अलग-अलग जिलों के अनुसार कैंडिडेट्स को बुलाया गया है। यहां 5 दिसंबर तक आयोजन होगा। अग्निवीर भर्ती रैली का आयोजन आर्मी रिक्रूटमेंट ऑफिस महू और जिला प्रशासन के निर्देशन में किया जा रहा है। 20 नवंबर से इसकी शुरुआत हो चुकी है। पहले दिन जिन लोगों की ड्यूटी इसमें लगी थी। उनके कार्ड बनाने के साथ-साथ उन्हें ट्रेनिंग भी दी गई। साथ ही सभी को उनकी ड्यूटी के बारे में जानकारी दी गई। इस भर्ती रैली में इंदौर और उज्जैन संभाग के 15 जिलों के उम्मीदवार, जिन्होंने अग्निवीर के लिए ऑनलाइन परीक्षा पास की है, वह इस भर्ती रैली में भाग ले सकेंगे। इसमें करीब 6500 से ज्यादा कैंडिडेट्स शामिल होंगे। बताया जा रहा है कि शनिवार रात में ही कई कैंडिडेट्स आना शुरू हो गए थे। 6 हजार से ज्यादा उम्मीदवार भर्ती रैली में होंगे शामिल उपसंचालक रोजगार पी.एस.मंडलोई ने बताया कि अग्निवीर भर्ती रैली में शामिल होने वाले उम्मीदवारों की सुविधा के लिए जिलेवार तारीख तय की गई है। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन एग्जाम पास करने वाले भर्ती रैली में सभी जिलों के साढ़े 6 हजार से ज्यादा कैंडिडेट्स शामिल होंगे। यहां उनका फिजिकल होगा, जिसमें दौड़, मेडिकल, डॉक्यूमेंट्स चेक सहित कई गतिविधियां यहां होगी। बता दें कि एग्जाम पास कर चुके कैंडिडेट्स को प्रवेश पत्र मेल के माध्यम से भेजे जा चुके हैं। भर्ती रैली में शामिल होने वाले कैंडिडेट्स को प्रवेश पत्र साथ में लाना होगा। साथ ही मूल दस्तावेज और रंगीन फोटो भी लाना होगी।
भोपाल के बड़ा तालाब में 26 नवंबर से अगले 5 दिन तक वाटर स्पोर्ट्स एक्टिविटी होगी। यहां एक साथ दो बड़े राष्ट्रीय रोइंग इवेंट्स होंगे। जिसमें 8वीं इंटर स्टेट चैलेंजर्स और 45वीं जूनियर नेशनल रोइंग चैंपियनशिप शामिल हैं। प्रतियोगिताएं खेल विभाग कराएगा, जबकि रोइंग फेडरेशन ऑफ इंडिया सहयोग करेगा। दोनों ही चैम्पियनशिप में 23 स्टेट के 500 युवा हिस्सा लेंगे। प्रतियोगिता में जूनियर एवं इंटर-स्टेट दोनों श्रेणियों में अत्याधुनिक रोइंग बोट्स के माध्यम से प्रतिभागी अपनी शारीरिक क्षमता, गति, कौशल और अनुशासन का प्रदर्शन करेंगे। ऊपरी झील के प्राकृतिक एवं अनुकूल जल क्षेत्र में प्रतियोगिता का आयोजन रोइंग खेल को नई ऊंचाई प्रदान करेगा। अपर लेक बना प्रमुख खेल स्थलअपर लेक पहले भी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय वाटर स्पोर्ट्स इवेंट्स की सफल मेजबानी कर चुका है। इसी वजह से इसे रोइंग खेल के लिए आदर्श स्थल माना जाता है। इस बार भी बोट हाउस, वार्मअप जोन, सुरक्षा व्यवस्था, मेडिकल टीम और तकनीकी सुविधाओं सहित सभी तैयारियां पूरी की जा रही हैं। जिससे खिलाड़ियों और दर्शकों को बेहतर अनुभव मिल सके। खेल क्षमताओं और पर्यटन को बढ़ावासरकार का प्रयास है कि इस प्रतियोगिता से खिलाड़ियों को प्रेरित करने के साथ मध्यप्रदेश की खेल क्षमताओं और आयोजक कौशल का मजबूत संदेश देशभर में जाए। आयोजन से युवा प्रतिभाओं को राष्ट्रीय मंच मिलेगा और राज्य में खेल पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। खेल एवं युवा कल्याण विभाग की पहलखेल विभाग इस अंतरराज्यीय और राष्ट्रीय स्तर की चैंपियनशिप की मेजबानी कर रहा है। यह प्रदेश में जल खेलों को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा कदम है। विभाग का उद्देश्य अधिकतम युवाओं को रोइंग जैसे ओलंपिक खेलों से जोड़ना और खेल प्रतिभाओं को राष्ट्रीय मंच उपलब्ध कराना है। चैंपियनशिप के लिए यह तैयारी26 से 30 नवंबर तक चलने वाली इस चैंपियनशिप में स्पर्धाओं के लिए तकनीकी व्यवस्था, सुरक्षा इंतजाम, जलपथ चिह्नांकन और प्रतिभागियों की सुविधाएं पूरी तरह तय की गई है। आयोजन समिति ने प्रतियोगिताओं को अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप तैयार किया है। जिससे खिलाड़ियों को सर्वोत्तम प्रतिस्पर्धी वातावरण प्रदान किया जा सके।
नाजरेथ अस्पताल में डॉक्टर पर हमला:प्रयागराज में बीच-बचाव को आए गार्ड-महिला मरीज को भी पीटा, अफरातफरी
प्रयागराज के नाजरेथ अस्पताल में शनिवार दोपहर हंगामा हो गया। 5–6 लोगों ने अस्पताल के कक्ष में घुसकर डॉ रामेश्वर प्रसाद शुक्ला पर हमला कर दिया। घटना लगभग 12:45 बजे की है चैंबर में जबरन घुसे हमलावर हमलावर चैंबर में जबरन घुसे और गाली गलौज करते हुए डॉ शुक्ला के साथ मारपीट की। आरोप है कि हमलावरों ने उनका गला दबाकर जान से मारने की कोशिश की। जान से मारने को भी धमकाया हंगामा सुनकर अस्पताल का गार्ड मौके पर पहुंचा और बीच बचाव किया लेकिन हमलावरों ने उसे भी पीट दिया। डॉक्टर का कहना है कि जाते जाते हमलावरों ने उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी। महिला पर भी हमला घटना के दौरान चैंबर में मौजूद महिला मरीज नीतू यादव 47 वर्ष निवासी प्रतापगढ़ ने विरोध किया तो उन पर भी हमला कर दिया गया। इसमें वह चोटिल भी हुई। सोशल मीडिया पर भी बदनाम किया डॉ शुक्ला ने पुलिस को बताया कि हमलावर सोशल मीडिया पर उनके नाम से दुष्प्रचार भी कर रहे हैं। भड़काऊ पोस्ट डालकर लोगों को उकसाने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस से कार्रवाई की मांग डॉक्टर ने सिविल लाइंस पुलिस से आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। इंस्पेक्टर रामाश्रय यादव ने बताया कि तहरीर मिल गई है। डॉक्टर का मेडिकल कराया गया है और जांच की जा रही है। एएमए ने जताई नाराजगी इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन ने घटना पर कड़ा रोष जताते हुए बताया कि एसोसिएशन के एक वरिष्ठ जनरल फिजिशियन के पास 23 अक्टूबर को पेट दर्द, उल्टी, मिचली और कमजोरी की शिकायत वाली एक महिला मरीज लाई गई थी, जिसकी जांच के बाद उसे वार्ड में भर्ती कर इलाज और आवश्यक टेस्ट किए गए। रिपोर्ट के आधार पर इलाज जारी रहा और गंभीरता को देखते हुए गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट से परामर्श की सलाह दी गई। विशेषज्ञ उपलब्ध न होने पर 26 अक्टूबर को परिजनों को दूसरे अस्पताल ले जाने की सलाह दी गई और 27 अक्टूबर को रेफर करते समय आए झटके के बाद समुचित उपचार कर उसे रेफर किया गया। बाद में 1 नवंबर को मरीज की मृत्यु की जानकारी मिली। एसोसिएशन ने कहा कि इसके बाद सोशल मीडिया पर संबंधित डॉक्टर के खिलाफ पोस्ट किए गए और 22 नवंबर को अस्पताल में कुछ लोगों ने जबरन घुसकर मारपीट व उत्पात किया तथा मरीजों से अभद्रता की। एसोसिएशन ने ऐसी घटनाओं की निंदा करते हुए संबंधित संस्थाओं से आवश्यक कार्रवाई की मांग की है।
हरदोई में आज चार घंटे नहीं रहगी बिजली:सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक शटडाउन, मरम्मत कार्य होगा
हरदोई शहर के सिटी पावर हाउस पर 23 नवंबर को महत्वपूर्ण तकनीकी कार्य प्रस्तावित है। यहां वीसीवी और सीबी कंट्रोल पैनल स्थापित किए जाएंगे, जिसके चलते रविवार, 23 नवंबर को शहर के कई हिस्सों में बिजली आपूर्ति आंशिक रूप से बाधित रहेगी। विद्युत वितरण उपखंड प्रथम के एसडीओ के अनुसार सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक चार घंटे का शटडाउन लिया जाएगा। इस दौरान संबंधित क्षेत्रों में बिजली बीच-बीच में कट सकती है या पूरी तरह बंद रह सकती है। अधिकारियों ने बताया कि यह कार्य पावर हाउस की क्षमता और सुरक्षा बढ़ाने के लिए आवश्यक है, जिससे आगे उपभोक्ताओं को बेहतर विद्युत आपूर्ति मिल सके। एसडीओ ने सभी उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे निर्धारित समय में सहयोग बनाए रखें और जरूरत होने पर वैकल्पिक व्यवस्था कर लें।
आजकल के यूथ के बीच सुसाइडल थॉट के बढ़ते मामले गंभीर चिंता का विषय है। पढाई का प्रेशर बढ़ने से अक्सर बच्चे परेशान हो जाते। फेल्योर का डर उनके मन में इस कदर बैठ जाता है कि रिजल्ट या एग्जाम से पहले ही वे हिम्मत हारने लगते। ऐसे में या तो वे अपना जीवन खत्म करने की सोचते या फिर काउंसलर की मदद लेते हैं। डॉक्टर ने इसकी वजह एडमिशन के बाद रिलैक्स हो कर, पढाई छोड़ देने से प्रेशर बढ़ना बताई है। कंपटीशन के इस दौर में करियर में बेहतर उपलब्धि हासिल करने और जेन जी के माहौल में तालमेल बैठाने के लिए लगभग हर बच्चा पिस रहा है। अगर करियर पर फोकस करते हुए पढ़ाई पर ध्यान दे, तो लाइफ का एंजॉयमेंट छूट जाता है। साथ के लोगों के साथ सर्वाइव करना मुश्किल हो जाता। वहीं अगर लाइफ एंजॉय करने लगे तो पढ़ाई छूट जाती। ऐसे में पेरेंट्स की उम्मीदों पर खरे उतरने और दोस्तों के बीच में खुद को मॉडर्न प्रूव करने में अक्सर तैयारी करने वाले बच्चे मेंटली प्रेशराइज्ड हो जाते हैं। समय बर्बाद होने के बाद फेल्योर के डर से सुसाइडल अटेम्प्ट तक कर रहे हैं। ये प्रॉब्लम ज्यादातर इंजीनियरिंग और मेडिकल फिल्ड में एडमिशन लेने वाले बच्चों में ज्यादा देखी जा रही है। ऐसे बढ़ते मामलों को लेकर साइकेट्रिस्ट और काउंसलर का कहना है कि इस स्टेज पर ही बच्चों पर ज्यादा ध्यान देने, उन्हें समझ कर सपोर्ट करने से उनके लाइफ को बचाया जा सकता है। इसके लिए फैमिली, दोस्त और कॉलेज के टीचर्स अहम भूमिका निभा सकते हैं। नए माहौल में भूल जाते लक्ष्य साइकेट्रिस्ट डॉ. आकृति ने बताया- ये बच्चे पहले तो खूब मेहनत करके इन कठिन कोर्सों में एडमिशन ले लेते हैं। फिर एडमिशन पाने के बाद अचानक से एक रिलैक्स मोड में चले जाते। तीन–चार साल की कड़ी मेहनत के बाद मिली आजादी, नया माहौल, सोशल मीडिया इंगेजमेंट, दोस्ती और रिलेशनशिप का क्रेज उन्हें पढ़ाई से दूर कर देता है। इतना ही नहीं वे अपने लक्ष्यों से भी भटकने लगते हैं। ऐसे केस में अक्सर देखा गया है कि शुरुआती दिनों में जो बच्चे कभी 8 से 10 घंटे पढ़ाई करते थे, कॉलेज लाइफ में इतने शामिल हो जाते हैं कि सिलेबस और एग्जाम दूसरे नंबर पर चले जाते हैं। कुछ घंटों या फिर शॉर्टकट पढाई करने लगते हैं। तैयारी न होने पर बढ़ती टेंशन फिर जब एग्जाम आता है तो कुछ तैयारी ही नहीं रहती। ऐसे में जब सिलेबस का लोड पड़ता है तो घबरा जाते है। इनके दिमाग में बहुत कुछ चलने लगता है। खुद की काबिलियत पर डाउट करने लगते हैं, स्ट्रेस में आ जाते हैं, डिप्रेशन में चले जाते हैं। उन्हें लगता है उनसे नहीं हो पाएगा। तैयारी न होने की वजह से एग्जाम खराब होने और फेल होने का डर सताने लगता है। इतना ही नहीं फेल होने के बाद घर परिवार की बेज्जती होने का भी ख्याल इनके मन में रहता है। इन सब प्रेशर से बचने के लिए उन्हें सबसे आसान अपने जीवन को खत्म करना लगता है। यह सबसे बड़ी वजह है कि आजकल इंजीनियरिंग और मेडिकल के बच्चे ये खौफनाक कदम ज्यादा उठा रहे हैं। एडमिशन के बाद हो जाते रिलैक्स इंजीनियरिंग और मेडिकल में एडमिशन पाना आजकल किसी जंग से कम नहीं है। स्कूल के दिनों में अधिकतर बच्चे का सपना इन फिल्ड में जाना होता है। जिसकी तैयारी में वे तभी से लग जाते हैं। एडमिशन पाने के लिए खूब मेहनत करते हैं और जब कोचिंग, टेस्ट सीरीज, घंटों तक पढ़ाई के बाद एडमिशन मिल जाता है, तो उन्हें लगता है कि उन्होंने सब कुछ हासिल कर लिया है। इसीलिए कुछ दिनों के लिए वे उस मेहनत से दूर हो जाते हैं। साइकोलाजिस्ट इसे 'फॉल्स रिलैक्सेशन जोन' बताते हैं जिसमें बच्चे मान लेते हैं कि अब सब ठीक है और मेहनत की जरूरत नहीं है। यही गलती उन्हें आगे जाकर भारी पड़ती है। फैमिली का प्रेशर फील करते लड़के साइकेट्रिस्ट आकृति बताती हैं कि मेरे पास जो बच्चे काउंसलिंग के लिए आते हैं उनमें ज्यादातर लड़के ही होते हैं। ऐसे केस में पाया जाता है कि फैमिली को उनसे ज्यादा उम्मीद रहने की वजह से वे प्रेशर फील करते हैं। वहीं कॉलेज में कॉम्पिटिशन, अकेलापन और दूसरों से तुलना उन्हें ज्यादा प्रभावित करती है। लड़कियों में ऐसी प्रवृत्ति कम देखने को मिलती है, क्योंकि वे मल्टीटास्किंग होती हैं और अपनी बात दूसरों से शेयर कर लेती हैं। काउंसलिंग में देखा गया है कि मेडिकल स्ट्रीम में लड़कियां और इंजीनियरिंग स्ट्रीम में लड़के अधिक मानसिक दबाव का सामना करते हैं। कॉलेज प्रबंधन करती मोटिवेट डॉ. आकृति ने बताया- ऐसे मामलों में कमी लाने के लिए सबसे बड़ा योगदान कॉलेज प्रबंधन का होता है। शहर के इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेजों की इस बात के लिए मैं सराहना करूंगी कि वे बच्चों को अवेयर करते हैं। उन्हें मोटिवेट करते हैं कि जब भी अच्छा महसूस न हो वे किसी से बात करें। अपनी परेशानी को बताए, साइकेट्रिस्ट से मिले। इसमें कोई बुराई नहीं हैं। ऐसा होता भी है ,बच्चे मेरे पास आते हैं क्योंकि उन्हें कॉलेज में बताया जाता है कि उनके लिए है कोई, वे अकेले नहीं हैं, जब भी परेशान हो वे बेझिझक बात कर सकते हैं। जब बच्चा घर से दूर जाता है, तो उसका सपोर्ट भी छूट जाता है। वो बिल्कुल अकेला पड़ जाता है। ऐसे वक्त में कॉलेज में उन्हें हमेशा मोटिवेशन मिलते रहना चाहिए। फर्स्ट ईयर में दें इन बातों पर ध्यान, नहीं होगी दिक्कत डॉ. आकृति ने बताया कि कॉलेज का फर्स्ट ईयर बहुत खास होता है। अगर उस समय कुछ बातों पर बच्चे ध्यान दें तो उन्हें आगे चलकर कोई दिक्कत नहीं होगी। जिनमें
मासीपीढ़ी में हाईटेंशन तार की चपेट आने से धान जलकर हुआ राख
बड़कागांव | शनिवार को सीकरी थाना अंतर्गत गर्रीकला बेल चौक से केरेडारी अंचलाधिकारी रामरतन वर्णवाल के नेतृत्व में प्रशासन की टीम ने अवैध बालू लदा ट्रैक्टर जब्त किया। कार्रवाई हेतु पुलिस ने जब्त ट्रैक्टर को सीकरी थाना ले लाई है। मामले को लेकर सीकरी थाना प्रभारी रामकुमार राम ने बताया कि जो भी अवैध बालू कारोबार करते पकड़े जाएंगे उन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। छापेमारी में केरेडारी के अंचलाधिकारी रामरतन कुमार वर्णवाल, सीकरी थाना प्रभारी रामकुमार राम एवं सशस्त्र पुलिस बल शामिल थे। बरकट्ठा | बरकट्ठा प्रखंड क्षेत्र के कपका पंचायत के मासीपीढी निवासी सेवली देवी पति दामोदर महतो का धान हाई टेंशन तार की चपेट में आने से जलकर राख हो गया। इस संबध में स्थानीय ग्रामीण संतोष दास ने बताया कि सेवली देवी ने अपने खेत से धान ट्रेक्टर से ला रही थी। इसी दौरान मासीपीढी समीप ट्रेक्टर से लदा धान हाई टेंशन तार की चपेट में आ गया। जिससे धान जलकर राख हो गया। पीड़ित परिवार ने अंचल से मुआवजा की मांग की हैं।
केरेडारी के पेटो पंचायत में सभी आवेदन का किया गया निष्पादन
भास्कर न्यूज |केरेडारी सेवा का अधिकार सप्ताह 2025 के तहत आयोजित आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम के दूसरे दिन केरेडारी प्रखंड के तीन पंचायत पेटो, पचड़ा व पाण्डु में शिविर का आयोजन किया गया। जिला के अपर समाहर्ता संतोष कुमार सिंह पेटो पंचायत के शिविर में शामिल हुए और यहां लाभुकों के बीच परिसम्पत्ति व प्रमाण पत्र वितरित किये। यहां जिला परिषद सदस्या अनिता सिंह, बीडीओ विवेक कुमार, सीओ रामरतन कुमार वर्णवाल,उप प्रमुख अमेरिका महतो, पंसस अरबिंद साव, पंचायत सचिव कुमकुम कुमारी समेत गुरुदयाल साव, रामेश्वर साव, प्रीतम साहू, अशेश्वर यादव, कंचन यादव आदि प्रबुद्ध गण उपस्थित थे। लगातार दूसरे दिन सर्वर खराब रहने के कारण मुख्यमंत्री माइयां सम्मान योजना का पोर्टल नही खुल पाया वैसे आवेदन जमा लिए गए। यहां कार्यक्रम की अध्यक्षता मुखिया कौशल्या देवी व संचालन रामवतार रजक ने किया।पेटो पंचायत के शिविर में कुल 184 आवेदन आये सभी का ऑनलाइन भी हुआ तथा सभी आवेदन को निष्पादित भी किया गया, वहीं पचड़ा पंचायत में कुल 200 आवेदन आये,सभी का ऑनलाइन हुआ 105 आवेदन निष्पादित किये गए वहीं 15 की जांच की जा रही है। पाण्डु पंचायत में कुल 128 आवेदन आये सभी का ऑनलाइन हुआ 109 निष्पादित किये गए 19 आवेदन का जांच की जा रही है। सभी जगह आय, जाति, आवासीय, मृत्यु, जन्म प्रमाण पत्र, दाखिल खारिज, वृद्धापेंशन, विकलांग पेंशन, स्वास्थ्य व अन्य लोक कल्याणकारी योजनाओं के स्टॉल लगाए गए थे। पचड़ा में मुखिया महेश प्रसाद साव,पाण्डु में मुखिया सकीबा खातून शिविर का नेतृत्व कर रही थी। वहीं प्रमुख सुनीता देवी, बीपीओ सुमन कुमार,एम ओ रवि राजा, बीएओ अनुज कुमार भी कार्यक्रम में शामिल थे।
‘ड्रोन टीम-4...पुलिस कंट्रोल रूम….अभी-अभी लोहामंडी के पास दो बाइक सवार एक महिला की चेन तोड़कर तेजी से भागते हुए दिख रहे हैं, हमारा ड्रोन इनका पीछा कर रहा है....ओवर’ ‘कंट्रोल रूम….ड्रोन टीम-4....थाने को अलर्ट कर दिया है, जल्द ही पुलिस पहुंच रही है...ओवर’ ये अमेरिका या यूरोप के किसी शहर की पुलिस नहीं, जयपुर पुलिस है, जो राजस्थान में पहली बार क्राइम कंट्रोल के लिए ड्रोन का उपयोग कर रही है। ड्रोन की मदद से पुलिस शहर में आतंक मचाने वाले चेन स्नेचरों से लेकर अवैध नशा बेचने कई बदमाशों को दबोच चुकी है। बड़ी-बड़ी रैलियों-जुलूस, धरने-प्रदर्शनों में संदिग्ध लोगों पर नजर रख रही है। कहीं भी ट्रैफिक जाम लगता है, तो जल्द खुलवाने में भी इनका इस्तेमाल किया जा रहा है। पुलिस के ये ड्रोन HD कैमरों से लेस हैं और भागते हुए बदमाशों या गाड़ियों का पीछा करने में भी सक्षम हैं। रात के अंधेरे में नजर रख सकते हैं और किसी को भनक तक नहीं लग सकती। पायलट प्रोजेक्ट के तहत पहले फेज में जयपुर पुलिस को 8 ड्रोन दिए गए हैं। इन्हें उड़ाने के लिए 8 टीमें बनाई गई हैं। दूसरे फेज में प्रदेश के हर जिलों को ड्रोन दिए जाएंगे। ये ड्रोन कैसे पुलिस के मददगार बन रहे हैं? कैसे इनकी मदद से पुलिस बदमाशों को दबोच रही है और क्राइम कंट्रोल कर रही है? भास्कर टीम ने इसका रियलिटी चेक किया। संडे बिग स्टोरी में पढ़िए यह रिपोर्ट भास्कर रियलिटी चेक : रात 9 बजे ठेके के बाहर दिखी भीड़, 10 मिनट में पहुंची पुलिसपुलिस ड्रोन से संदिग्ध गतिविधियों पर कैसे नजर नजर रखती है? क्या संदिग्ध एक्टिविटी पाए जाने पर पुलिस एक्शन भी होता है? इसका रियलिटी चेक करने के लिए भास्कर टीम रात 8.30 बजे शास्त्री नगर थाना क्षेत्र में मौजूद ड्रोन टीम के पास पहुंची। रात के करीब 8.50 बजे का समय था। ड्रोन दूध मंडी के पास पहुंचा। यहां एक दुकान के बाहर बड़ी संख्या में लोग खड़े हुए थे। ड्रोन टीम इंचार्ज ने ड्रोन कैमरे को जूम करके देखा तो पता चला कि यह शराब की दुकान है। यहां अवैध तरीके से शराब बेची जा रही थी। ड्रोन टीम इंचार्ज ने फुटेज के आधार पर तत्काल पुलिस कंट्रोल रूम को इसकी सूचना दी। साथ ही वायरलेस भी किया। इधर अभय कमांड सेंटर पर उन फुटेज को LIVE देखने के बाद शास्त्री नगर थाना पुलिस टीम को सूचना दी। करीब 10 मिनट में शास्त्री नगर थाने की पीसीआर मौके पर पहुंची और शराब की दुकान के बाहर खड़े युवकों को वहां से हटाया। ठेके से शराब बेच रहे युवक को डिटेन कर पुलिस टीम उसे थाने लेकर चली गई। जब तक एक्शन पूरा नहीं हो गया तब तक ड्रोन उस एक्टिविटी को कैप्चर करता रहा। जयपुर पुलिस कैसे 8 ड्रोन से ले रही अपराधियों की खबर? एडिशनल पुलिस कमिश्नर लॉ एंड ऑर्डर डॉ. राजीव पचार बताते हैं- जयपुर को 8 हाई डेफिनेशन कैमरे से लैस ड्रोन दिए गए हैं। जयपुर के चारों पुलिस जिलों को एक-एक ड्रोन, ट्रैफिक पुलिस को दो और अभय कमांड सेंटर को दो ड्रोन अलॉट हैं। ड्रोन को उड़ाने के लिए 3-3 पुलिसकर्मियों की 8 टीमें बनाई गई हैं। सभी टीमें अभय कमांड सेंटर से कनेक्ट हैं। एक महीने में 27 एफआईआर दर्जएडिशनल पुलिस कमिश्नर लॉ एंड ऑर्डर डॉ. राजीव पचार ने बताया कि ड्रोन की मदद से कई अवैध गतिविधियां पकड़ी जा चुकी हैं। सबसे ज्यादा मामले रात 8 बजे के बाद अवैध तरीके से शराब बिक्री, ओवर स्पीड के पकड़े गए हैं। ड्रोन फुटेज में अवैध बिक्री कैद होने के बाद अशोक नगर, शास्त्री नगर, संजय सर्किल, गलता गेट थाना इलाकों में न केवल कार्रवाई की गई बल्कि अबतक 27 एफआईआर भी दर्ज की गई हैं। पहले फेज में जयपुर सिटी, दूसरे फेज में सभी जिलों को मिलेंगे ड्रोनजयपुर पुलिस की मानें तो ड्रोन क्राइम कंट्रोल करने में काफी मददगार साबित हुए हैं। जयपुर पुलिस पायलट प्रोजेक्ट के तहत पहले फेज में मिले 8 ड्रोन का इस्तेमाल पिछले महीने से कर रही है। पुलिस मुख्यालय से जुड़े अधिकारियों का कहना है जयपुर सिटी में ड्रोन इस्तेमाल को रिव्यू किया जा रहा है। इसके बाद हर जिले को ड्रोन दिए जाएंगे। आने वाले समय में क्राइम सीन पर भी ड्रोन वीडियो का उपयोग किया जाएगा। इससे केस की जांच बारीकी से की जा सकेगी। इन मामलों में पुलिस के मददगार बन रहे ड्रोनदंगा/तनाव/गुटों में झड़प : कई बार दो पक्षों के बीच में विवाद हो जाता है, पथराव होता है, तनाव बढ़ता है या फिर दंगा भड़कने की स्थिति में ड्रोन काफी कारगर साबित होते हैं। पथराव या अशांति फैलाने वालों को पुलिस टीमें ड्रोन की मदद से चिह्नित कर लेती हैं। पिछले कुछ महीनों में परकोटा के कई इलाकों में ड्रोन उड़ाकर पुलिस टीम ने छतों पर रखे हुए पत्थर और कांच की बोतलों को कैद किया था। इसके बाद वहां पुलिस फोर्स भेजकर छतों को खाली करवाया गया। धरना-प्रदर्शन/रैलियों पर नजर : धरना-प्रदर्शन और बड़ी रैलियों में असामाजिक तत्व भीड़ का फायदा उठा कर माहौल को खराब करने का प्रयास करते हैं। वहां, ड्रोन की मदद से ये लोग आसानी से डिटेन किए जा सकते हैं। अवैध नशा/तस्करी : कई इलाकों में तस्कर खुलेआम नशा बेचते हैं। पुलिस के पहुंचते ही नशे को आसपास के इलाकों में दबा या फेंक देते हैं। इससे नशा बेचने वालों के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं मिलता। हाल ही में जयपुर पुलिस ने नशे की पुड़िया बेचने वालों को चिह्नित कर ड्रोन उड़ाए थे। लोग नशा बेचते हुए डिटेक्ट हो गए थे। ट्रैफिक जाम/VIP मूवमेंट : शहर में किसी बड़े इवेंट के दौरान, आम स्थिति में ट्रैफिक जाम के दौरान ड्रोन से सर्विलांस किया जा सकता है कि जाम कहां तक है। इससे ट्रैफिक कंट्रोल में काफी मदद मिलती है। शहर में वीवीआईपी मूवमेंट के दौरान भी ड्रोन से स्थिति पर नजर रखी जाती है। ड्रोन से जिम्मेदार भी हुए अलर्ट : एडिशनल पुलिस कमिश्नरएडिशनल पुलिस कमिश्नर डॉक्टर राजीव पचार ने बताया कि जयपुर कमिश्नरेट क्षेत्र को हाइटेक और मजबूत बनाया जा रहा है। मुख्य स्थानों पर हाई डेफिनेशन के सीसीटीवी नेटवर्क, ड्रोन कैमरे, एएनपीआर कैमरे (Automatic Number Plate Recognition), ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम और मोबाइल यूनिट्स को तैनात किया है। सिटी में ड्रोन के मूवमेंट से डिजिटल मॉनिटरिंग को काफी मदद मिली है। ड्रोन हर एक्टिविटी पर नजर रखते हैं। इससे फील्ड में तैनात पुलिस टीम भी अलर्ट रहती है। फील्ड में खड़े पुलिसकर्मी एक्टिव होकर काम करते हैं। जिम्मेदार भी समझ गए हैं कि उनकी कोई लापरवाही ड्रोन में कैप्चर हुई तो एक्शन हो सकता है। रियल टाइम जानकारी तो एक्शन : स्पेशल कमिश्नरपुलिस कमिश्नर (स्पेशल ऑपरेशन) राहुल प्रकाश ने बताया कि हमारी प्राथमिकता शहर में ट्रैफिक अनुशासन और कानून-व्यवस्था को मजबूत करना है। इससे हमें रियल-टाइम में जानकारी मिलती है और कार्रवाई भी तुरंत होती है। भविष्य में इस सिस्टम को और अच्छा किया जाएगा। पब्लिक अगर रियल टाइम पर हमें घटना की जानकारी देती है तो उस समय ड्रोन काफी कारगर रहते हैं। दो केस में मोबाइल स्नेचरों को हमारी ड्रोन टीम के द्वारा पकड़ा गया। हमारे ड्रोन का कैमरा रात और दिन में बेहतर फुटेज और फोटो देता है।
अधिकारियों ने ग्रामीणों को दी सरकारी योजनाओं की जानकारी,कहा- लाभ लें
भास्कर न्यूज|किस्को प्रखंड क्षेत्र के हिसरी पंचायत भवन परिसर में सेवा का अधिकार सप्ताह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथि के रूप में मौजूद कार्यपालक दंडाधिकारी प्रमोद कुमार, बीडीओ अरुण उरांव, अंचल अधिकारी अजय कुमार व सांसद प्रतिनिधि दयानंद उरांव द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। इससे पूर्व अतिथियों का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया गया। कार्यक्रम के दौरान अधिकारियों ने क्रमवार विभिन्न विभागों द्वारा संचालित सरकारी योजनाओं की जानकारी ग्रामीणों को दी। मौके पर लाभुकों के बीच परिसंपत्तियों का वितरण भी किया गया। अंचल अधिकारी अजय कुमार ने कहा कि अब सरकारी योजनाओं का लाभ गांव स्तर पर उपलब्ध कराया जा रहा है। लोगों को अब ब्लॉक या जिला मुख्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। जाति, आय, आवासीय, भूमि संबंधित प्रमाणपत्र, आपदा सहायता एवं दुर्घटना लाभ से जुड़े कार्य अब पंचायत स्तर पर ही निपटाए जा सकेंगे। कार्यक्रम में वृद्धावस्था पेंशन, निराश्रित महिला सम्मान पेंशन, धोती-साड़ी योजना, सावित्री बाई फुले समृद्धि योजना, कंबल वितरण, मनरेगा संबंधित आवेदनों सहित विभिन्न योजनाओं का लाभ लोगों को प्रदान किया गया व परिसंपत्तियों का वितरण किया गया। मौके पर प्रभारी बीएओ उदय महतो, पंचायत सचिव अजय कुमार, उपमुखिया आबेदा खातून, वार्ड सदस्य मो. अजहर, वीएलई जफीर अंसारी सहित अन्य लोग मौजूद थे।
धान मिसनी के दौरान सुरसांग के युवक का हाथ थ्रेसर मशीन में फंसा, रिम्स रेफर
चैनपुर|चैनपुर प्रखंड मुख्यालय स्थित प्रेम नगर से एक दुखद घटना सामने आई है, जहां 52 वर्षीय भीनसु गोप ने अपने ही घर में शॉल के सहारे फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। घटना के वक्त मृतक घर पर अकेला था। प्राप्त जानकारी के अनुसार घटना का पता शाम करीब 5:00 बजे चला। मृतक की भाभी राधा देवी ने बताया कि भीनसु गोप सुबह दिखाई दिए थे लेकिन उसके बाद काफी देर तक घर से बाहर नहीं निकले। बुलाने के लिए जब वह उन्हें देखने गईं और दरवाजा खोला तो उन्हें फंदे से लटका हुआ पाया। राधा देवी ने बताया कि भीनसु गोप घर में अकेले रहते थे लेकिन उनका खाना-पीना उनके (भाभी के) घर पर ही होता था। रोज की तरह सुबह उन्हें देखा गया था लेकिन दिन भर बाहर न आने पर उसे बुलाने गए थे। शव को फंदे से लटकता देख परिजनों ने तुरंत आस-पड़ोस के लोगों को इसकी सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को नीचे उतरवाया और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। गुमला|रायडीह प्रखंड के सुरसांग गांव में धान मिसनी के दौरान बड़ा हादसा हो गया, जिसमें गांव के 26 वर्षीय निरास लकड़ा गंभीर रूप से जख्मी हो गए। घटना उस समय हुई जब वे खेतों में धान मिसनी का काम कर रहे थे। अचानक उनका बायां हाथ थ्रेसर मशीन में फंस गया, जिससे उनका हाथ बुरी तरह क्षत-विक्षत हो गया। ग्रामीणों के अनुसार निरास लकड़ा खेत में पूरे मन से काम कर रहे थे, तभी किसी तरह उनका हाथ मशीन के करीब आ गया और देखते ही देखते हाथ मशीन के अंदर चला गया। तेज दर्द और खून बहने के कारण उन्होंने शोर मचाया, जिसके बाद आसपास मौजूद परिजन और ग्रामीण मौके पर दौड़े और मशीन को बंद कराया। घटना स्थल पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। परिजनों ने तुरंत उन्हें उठाकर रायडीह सीएचसी पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार किया। स्थिति गंभीर देखते हुए उन्हें तुरंत गुमला सदर अस्पताल रेफर किया गया। सदर अस्पताल में भी डॉक्टरों ने जांच के बाद बताया कि मरीज की स्थिति गंभीर है, इसलिए बेहतर उपचार के लिए उन्हें रांची रिम्स भेजना आवश्यक है।
राशन कार्ड बनाने का काम शुरू होने पर जताई खुशी, जताया आभार
गुमला| पिछले छह माह से शहरी क्षेत्र सहित जिले भर में राशन कार्ड बनाने का कार्य अवरूद्ध रखे जाने के बाद शुक्रवार से राशन कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दिए जाने पर नगर परिषद की निवर्तमान पार्षद शैल मिश्रा द्वारा प्रसन्नता जाहिर करते हुए जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया गया है। गौरतलब है कि दो दिन पूर्व ही शैल मिश्रा ने लंबी अवधि से लंबित राशन कार्ड के आवेदनों को निष्पादित किए जाने की मांग उपायुक्त महोदया से की थी।
धनबाद विधायक को उत्कृष्ट विधायक के रूप में सम्मानित किए जाने पर दी बधाई
लोहरदगा|भारतीय जनता पार्टी झारखंड प्रदेश कार्यसमिति सदस्य ओम प्रकाश सिंह ने झारखंड के उत्कृष्ट विधायक के रूप में धनबाद के विधायक राज सिन्हा को सम्मानित किए जाने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि विधायक राज सिन्हा को संसदीय कार्यों की पूर्ण जानकारी होने के साथ वे विधानसभा में उच्च आचरण के लिए जाने जाते हैं। झारखंड विधानसभा के वरिष्ठ सदस्य व भाजपा विधायक दल के सचेतक के रूप में भी उनकी महती भूमिका विधानसभा में दिखाई पड़ती है। उन्हें उत्कृष्ट विधायक के रूप में सम्मानित किए जाने पर भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष बृज बिहारी प्रसाद, राज किशोर महतो, मदन मोहन पाठक, राकेश प्रसाद, राजमोहन राम ,अशोक खत्री, श्रीचंद प्रजापति, अधिवक्ता देवाशीष कार, अनिल पांडे, सेवा भारती जिला अध्यक्ष दीपक सर्राफ, प्रवीण भारती, सरोज प्रजापति, ओम गुप्ता सहित अन्य लोगों ने बधाई दी।
सेवा का अधिकार सप्ताह 9 पंचायतों व नगर परिषद क्षेत्र में हुआ आयोजित
लोहरदगा|राज्य सरकार के निर्देश पर सेवा का अधिकार सप्ताह शनिवार को जिला के 9 पंचायतों और नगर परिषद क्षेत्र में आयोजित किया। इसमें सेन्हा प्रखंड का बुटी व अलौदी पंचायत, सदर प्रखंड के हरमू व मन्हो, कैरो प्रखंड के कैरो, किस्को प्रखंड का हिसरी, भंडरा प्रखंड आकाशी, कुडू प्रखंड के बड़कीचांपी व सलगी पंचायत और नगर परिषद क्षेत्र का मैना बगीचा शामिल है। आमजनों में शिविर को लेकर काफी उत्साह देखा जा रहा है और अपनी समस्याओं का निवारण कराने व योजनाओं का लाभ लेने के लिए शिविर में पहुंच रहे हैं। शिविर में जाति प्रमाण पत्र, स्थानीय निवासी प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, दाखिल खारिज, भूमि की मापी, भूमि धारण प्रमाण पत्र, जन्म प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र, नशा राशन कार्ड, विभिन्न प्रकार के सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनाओं की स्वीकृति से संबंधित आवेदन लोगों की ओर से समर्पित किए गए व योजनाओं का लाभ दिया गया।
कुपोषण उपचार केंद्र भंडरा में 2022 से अबतक 537 बच्चे हो चुके हैं स्वस्थ
भास्कर न्यूज|लोहरदगा/भंडरा हर मां अपने बच्चे को स्वस्थ देखना चाहती है, परंतु शुरूआती देखरेख में कमी और दवाओं को सही समय पर उपयोग नहीं होने कई बार बच्चों के कुपोषण की स्थिति से गुजरते हुए देखना पड़ता है। ऐसे में कुपोषण बच्चों के भविष्य को अंधकारमय बना रहा था। परंतु सरकार की एक पहल से और जिला प्रशासन के सजगता से कुपोषित बच्चों के चेहरे पर फिर से रौनक छाने लगी है। जिले के भंडरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में संचालित कुपोषण उपचार केंद्र कुपोषित बच्चों के लिए वरदान साबित हो रहा है। भंडरा कुपोषण उपचार केंद्र से जिले के भंडरा, सेन्हा व लोहरदगा प्रखंड के कुपोषित बच्चों को लाभ मिल रहा है। जिसमें भास्कर प्रतिनिधि द्वारा बीते चार वर्षों में कुपोषित बच्चों के रिकवर होने की स्थिति पर रिपोर्ट सामने लाया जा सका है। जिसमें जनवरी 2022 से अब तक 537 कुपोषित बच्चे पूरी तरह से स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। इसमें वर्ष 2025 में सबसे अधिक कुपोषित बच्चे सामने आए। वहीं सबसे अधिक रिकवर होने वाले बच्चों की संख्या भी वर्ष 2025 में रही। बताया गया भंडरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 14 अप्रैल 2010 में कुपोषण उपचार केंद्र की शुरुआत किया गया था। जिसमें अबतक 1700 से अधिक कुपोषित बच्चे कुपोषण को मात देकर ठीक हो चुके हैं।
पीके ब्रदर्स खलारी ने 1-0 से जीत दर्ज कर फाइनल में प्रवेश किया
भास्कर न्यूज|गुमला लांस नायक परमवीर अलबर्ट एक्का फुटबॉल टूर्नामेंट के रोमांचक मुकाबले जारी हैं। चौथे दिन दो कड़े सेमीफाइनल मैच खेले गए। जिसके बाद पीके ब्रदर्श खलारी और एनएफसी रायडीह की टीमों ने फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली। टूर्नामेंट का पहला सेमीफाइनल मैच शैली स्पोर्ट्स गुमला और पीके ब्रदर्स खलारी के बीच खेला गया। दोनों ही टीमों ने शानदार खेल का प्रदर्शन किया, लेकिन खलारी की टीम अपने प्रतिद्वंद्वी पर हावी रही। कड़े संघर्ष के बाद पीके ब्रदर्स खलारी ने 1-0 के अंतर से जीत दर्ज की और टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश करने वाली पहली टीम बनी। दिन का दूसरा सेमीफाइनल मैच एनएफसी रायडीह और राउरकेला रेड के बीच हुआ। यह मुकाबला भी काफी प्रतिस्पर्धात्मक रहा, जिसमें दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने जीत के लिए जी-जान लगा दिया। आखिरकार, एनएफसी रायडीह की टीम ने अपने विरोधियों को मात देते हुए 1-0 से मैच जीत लिया। इस जीत के साथ ही एनएफसी रायडीह ने फाइनल में प्रवेश कर लिया है, जहाँ उसका मुकाबला पीके ब्रदर्स खलारी से होगा। सेमीफाइनल मैच का शुभारंभ करने के लिए आदिवासी युवा नेता मिशिर कुजूर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे, जबकि जयपुर रेंस्टारेंट के संचालक सह युवा समाजसेवी दीपांकर साहु विशिष्ट अतिथि थे। अतिथियों ने सर्वप्रथम दोनों टीमों के खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया और उनका उत्साहवर्धन किया। मौके पर मिशिर कुजूर ने कहा कि गुमला में गांव-गांव में खिलाड़ी है, मगर उन्हे बेहतर प्लेट फार्म नही मिल पा रह है। झारखंड के अलावे छतीसगढ़, उड़ीसा जैसे राज्य व विदेश के खिलाड़ी भी गुमला के माटी में खेल रहे है। यी खुशी का पहल है। गुमला में खिलाड़ी भरे-पड़े है। दीपांकर साहु ने कहा कि खिलाड़ी बेहतर करें।
11 प्रतियोगिताओं के विजेताओं व प्रतिभागियों को सम्मानित किया
भास्कर न्यूज|गुमला महिला महाविद्यालय के परिसर में चलने वाला तीन दिवसीय युवा महोत्सव सफलतापूर्वक संपन्न हुआ । महोत्सव के तीसरे दिन पारितोषिक वितरण तथा समापन समारोह का आयोजन किया गया। समापन समारोह में रांची विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. गुरु चरण साहू मुख्य अतिथि के रूप में तथा फाइनेंस ऑफिसर डॉ. दिलीप प्रसाद, विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे । कार्तिक उरांव महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डॉ. डी.पी. गुप्ता, प्रोफेसर अमर ज्योति खलखो, वर्तमान प्राचार्य डॉ. बी एन मिश्रा, बी एन जालान महाविद्यालय सिसई के प्राचार्य प्रोफेसर अमिताभ भारती तथा अतिथि के रूप में आमंत्रित शहर के विभिन्न संस्थाओं के अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहें। समारोह की शुरुआत पारंपरिक तौर तरीके से विधिवत दीप प्रज्वलन तथा स्वागत गान से की गई। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉक्टर सीमा ने अपने स्वागत भाषण से तथा स्मृति चिन्ह प्रदान कर सभी अतिथियों का आदरपूर्वक स्वागत किया। तत्पश्चात अतिथियों के हाथों तीन दिनों में आयोजित की गई सभी 11 प्रतियोगिताओं के विजेताओं तथा प्रतिभागियों को मेडल तथा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया । बीच-बीच में छात्राओं की सुंदर प्रस्तुतियों ने समारोह की शोभा बढ़ाती रही । मुख्य अतिथि डॉ. साहू ने कहा कि किसी भी नव स्थापित संस्थान के लिए इस प्रकार का आयोजन आसान नहीं होता । सीमित संसाधनों के बावजूद इस प्रकार का आयोजन करना निश्चित रूप से महाविद्यालय परिवार के सदस्यों में दृढ़ इच्छा शक्ति, उत्साह, मनोबल, सहयोग तथा एकता को दर्शाता है, जो किसी भी संस्थान के विकास के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण होता है। विशिष्ट अतिथि डॉ. दिलीप प्रसाद ने कहा कि जिस मेहनत, लगन, एकता और उत्साह के साथ महाविद्यालय के सभी सदस्यों ने इस तीन दिवसीय महोत्सव को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है, वह काबिले तारीफ है। छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए उन्होंने कहा कि इस प्रकार का समारोह तथा मंच विद्यार्थियों को अपने व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास हेतु सुनहरा अवसर प्रदान करता है और हर एक विद्यार्थियों को चाहिए कि वह इस प्रकार के कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर भाग लें ताकि न केवल उनके अंदर का भय समाप्त हो बल्कि वे अपनी छिपी हुई प्रतिभा को और निखार कर अपना और अपने संस्थान का नाम रोशन कर सके ।
गुमला में आज निकलेगी ख्रीस्त राजा शोभायात्रा
भास्कर न्यूज |गुमला सदर थाना पुलिस ने कोटाम में हाल ही में हुई चोरी की एक महत्वपूर्ण घटना का सफल उद्भेदन करते हुए इलाके में सक्रिय एक चोर को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान असफाक के रूप में की गई है, जो कई दिनों से पुलिस की निगरानी में था। थाना प्रभारी महेंद्र करमाली ने बताया कि कोटाम क्षेत्र में चोरी की घटना की शिकायत दर्ज होते ही पुलिस टीम को सक्रिय किया गया। लगातार छापेमारी और तकनीकी निगरानी के आधार पर पुलिस ने आरोपी असफाक को पकड़ा। उसकी तलाशी के दौरान उसके पास से चोरी हुआ मोबाइल फोन बरामद किया गया, जिसे वह बेचने की फिराक में था। पुलिस के अनुसार, आरोपी से पूछताछ में कई अहम जानकारियां मिली हैं। भास्कर न्यूज |गुमला ख्रीस्त राजा पर्व के पावन अवसर पर गुमला जिले में 23 नवंबर 2025 को काथलिक ईसाई समुदाय द्वारा भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। प्रतिवर्ष की तरह इस बार भी जिले के विभिन्न पल्लियों में प्रार्थनामय एवं भक्तिमय माहौल के बीच श्रद्धालु अपनी भागीदारी दर्ज कराएंगे। ख्रीस्त राजा पर्व काथलिक समुदाय के लिए आस्था, समर्पण और एकता का प्रतीक माना जाता है, जिसके तहत प्रभु यीशु मसीह की प्रभुत्व सत्ता और शांति संदेश को श्रद्धालु जन-जन तक पहुँचाने का संकल्प लेते हैं।जिला मुख्यालय गुमला में मुख्य शोभायात्रा दोपहर 12 बजे संत पात्रिक महागिरजा मैदान से प्रारंभ होगी। इसमें गुमला, टुकूटोली और सोसो पल्ली के हजारों श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है। शोभायात्रा अपने निर्धारित मार्ग टावर चौक, थाना चौक, पटेल चौक, मेन रोड से गुजरते हुए पुनः टावर चौक के रास्ते संत पात्रिक मैदान लौटेगी। इस दौरान भक्तिमय गीत, प्रार्थनाएँ और पवित्र साक्रामेंट का परिभ्रमण श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र रहेगा। शोभायात्रा के समापन पर महागिरजा मैदान में समारोही अनुष्ठान होगा, जिसमें इस वर्ष के मुख्य उपदेशक ओसीडी धर्मसमाज के फादर विलियम एक्का होंगे।पवित्र साक्रामेंट परिभ्रमण की अगुवाई गुमला धर्मप्रांत के विशप लीनुस पिंगल एक्का करेंगे। उनके साथ फादर फ्लोरेस कुजूर (रेक्टर, संत इग्नासियुस उच्च विद्यालय), फादर अगुस्टीन टोप्पो (रेक्टर, डॉन बोस्को स्कूल) तथा फादर एम्मानुएल कुजूर (विकर जनरल, गुमला) विशेष रूप से सम्मिलित रहेंगे। इससे पहले ख्रीस्त राजा पर्व के दिन संत पात्रिक महागिरजा में केवल दो पवित्र मिस्सा बलिदान अर्पित किए जाएंगे। पहली मिस्सा सुबह 5 बजे फादर अविनाश लकड़ा की अगुवाई में तथा दूसरी मिस्सा सुबह 7 बजे फादर डेविड एक्का की अगुवाई में संपन्न होगी। धर्मप्रांत स्तर पर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और समितियों को उनकी जिम्मेदारियां सौंप दी गई हैं। इस अवसर पर केंद्रीय काथलिक सभा के सेत कुमार एक्का ने गुमला जिला प्रशासन, पुलिस विभाग, नगर परिषद और समस्त गुमला नगरवासियों के प्रति सहयोग की अपील की है।
पोजे दुग्गाटोली में हाथियों ने ग्रामीण के घर को किया ध्वस्त
बिशुनपुर|प्रखंड के पूर्व विधायक स्वर्गीय चंद्रेश उरांव को उनकी 14वीं पुण्यतिथि के अवसर पर शनिवार को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। रांगे गांव स्थित उनके स्मारक स्थल पर आयोजित कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ग्रामीण और समर्थक शामिल हुए। इस अवसर पर उनके पुत्र प्रवीण उरांव और भतीजे जिला परिषद सदस्य पवन उरांव ने स्मारक स्थल पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। उनके साथ ही पंचायत प्रतिनिधियों और स्थानीय गणमान्य लोगों ने भी माल्यार्पण कर दिवंगत नेता को याद किया। जिला परिषद सदस्य पवन उरांव ने कहा कि पूर्व विधायक चंद्रेश उरांव का जीवन जनसरोकार और संघर्ष का प्रतीक रहा है। उन्होंने हमेशा गरीबों और वंचितों के हक के लिए कार्य किया। उनके आदर्शों पर चलकर ही हमें क्षेत्र के विकास को नई दिशा देनी है।कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने स्वर्गीय उरांव के राजनीतिक योगदान और सादगी को याद किया। इस मौके ग्रामीणों ने दो मिनट का मौन रखकर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना किया। भास्कर न्यूज|कामडारा पोजे दुग्गाटोली मे बीते शुक्रवार की रात को जंगली हाथियों ने ग्रामीण डुढ़ू तोपनो के कच्चे मकान को पूरी तरह से गिराकर तहस-नहस कर दिया है।जिसके कारण घर के अंदर रखे अनाज व अन्य सामग्री पूरी तरह से बर्बाद हो गया है। इसके अलावे दो बकरी के मौत भी हो गई है। डुढ़ू तोपनो ने आज शनिवार की सुबह मे पंचायत के उपमुखिया अनूप तोपनो और झामुमो नेता अंतोनी तोपनो और समाजसेवी सिकंदर साहू को इसकी जानकारी दी।इसके बाद बसिया के वनपाल को उक्त पूरे मामले के बारे मे अवगत करा दिया गया है। बताया जा रहा है कि इस घटना के एक दिन पहले भी रात्रि के वक्त जंगली हाथियों का झूंड डुढ़ू तोपनो के मकान के इर्द-गिर्द मंडराते हुए मकान को क्षतिग्रस्त किया था। जिसके कारण डरकर शुक्रवार की रात को डुढ़ू तोपनो अपने परिजनों के साथ दूसरे लोगों के मकान पर सोया हुआ था। जिसके कारण उन लोगों की जान बच गई। इधर शनिवार को बसिया के वनपाल लिबनुस कुल्लू से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि जंगली हाथियों का झूंड अभी भी वनटोली-डुमरटोली और पोजे दुग्गाटोली के बीच अवस्थित घने जंगल व झाड़ियों के बीच विचरण कर रहा है। इसे निकालने के लिये पूरा प्रयास किया जा रहा है। वहीं लोगों से अपील की है कि जंगल की ओर कोई भी ग्रामीण न जाए। इसके अलावे हाथियों के नजदीक न जाएं। मालूम हो कि कामडारा प्रखंड क्षेत्र के अंतर्गत गांव टुरुंडू बनटोली, डुमरटोली और दुग्गाटोली के बीच घने जंगल पर लगभग एक सप्ताह से कुल 14 जंगल हाथियों का झूंड विचरण कर रहा है। लगातार खेतों पर लगी फसलों व मकानों को क्षतिग्रस्त कर रहा है। गुमला|सदर थाना क्षेत्र के गुमला मुरकुंडा रोड स्थित बऱगांव के समीप ओटो के पलटने से ओटो में सवार 12 छात्राएं घायल हो गई। घटना शनिवार की सुबह 8 बजे की है। घटना के बाद स्थानीय लोगों के सहयोग से केसीपारा निवासी सुमन कुमारी और शिवानी कुमारी को सदर अस्पताल लाया गया जहां दोनों का इलाज चल रहा है।घटना में सुमन कुमारी को ज्यादा चोट लगी है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक एक ऑटो में सवार होकर 12 स्कूली छात्राएं अरमई सरकारी स्कूल और डुमरडीह स्थित ऑक्साब्रिज स्कूल पढ़ाई करने आ रही थी। तभी बरगांव के पास सामने से आ रहा स्कूटी सवार अनियंत्रित हो गया। उसे बचाने के क्रम में ऑटो सड़क किनारे करीब 6 फीट नीचे गड्ढे में पलट कर गिर गया। घटना में सभी बच्चों को चोट लगी। जिनका स्थानीय स्तर पर इलाज किया गया। जबकि सुमन और शिवानी को दूसरे ओटो से सदर अस्पताल लाया गया। हाल ही में उपायुक्त के निर्देश पर जिला परिवहन पदाधिकारी ने ऑटो व अन्य वाहनों में क्षमता के अनुरूप विद्यार्थियों को बैठाने व रेलिंग लगाकर सुरक्षा नियमों का पालन करने का निर्देश जारी किया था। गुमला|सिसई थाना क्षेत्र में वर्ष 2023 में घटी उस दिल दहला देने वाली घटना में अब अदालत का फैसला आ गया है। जिसमें पति के परिचित ने ही उसकी पत्नी को चाकू का भय दिखाकर दुष्कर्म का शिकार बनाया था। एडीजे-1 प्रेम शंकर की अदालत ने बरगांव निवासी आरोपी सुबोध कुमार को दोषी करार दे दिया है। अब सजा के बिंदु पर सुनवाई 24 नवंबर को होगी। पूरा घटना 17 और 18 जनवरी 2023 की रात का है। सिसई थाना क्षेत्र के एक गांव में यह घटना हुई थी। तब पीड़िता ने पुलिस को अपनी शिकायत में बताया था कि आरोपी सुबोध कुमार, उसके पति का परिचित था। अक्सर घर आना-जाना था, जिससे परिवार के बीच विश्वास का वातावरण बना हुआ था।लेकिन उसी विश्वास को तोड़ते हुए आरोपी ने एक रात तब हमला किया जब पीड़िता का पति घर पर नहीं था। वह दीवार फांदकर घर के अंदर घुसा और चाकू का भय दिखाकर जबरन दुष्कर्म किया। इस दौरान आरोपी ने फोटो और वीडियो भी बना लिए और उन्हें वायरल करने की धमकी देता रहा। आरोपी ने साफ-साफ धमकी दी थी कि यदि पीड़िता ने किसी को कुछ बताया तो वह उसके पति, बच्चों सहित पूरे परिवार की हत्या कर देगा। भय और लोकलाज के कारण पीड़िता सदमे में चुप रही।लेकिन आरोपी यहीं नहीं रुका।वह लगातार फोन कर फोटो-वीडियो वायरल करने की धमकी देता रहा और अवैध संबंध बनाने का दबाव बनाता रहा। आखिरकार तंग आकर पीड़िता ने हिम्मत जुटाई और सिसई थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई। मेडिकल रिपोर्ट, डिजिटल सबूत और गवाहियों के आधार पर अदालत ने माना कि आरोपी ने पीड़िता का विश्वास तोड़ते हुए घोर अपराध किया। अदालत ने अपने फैसले में आरोपी सुबोध कुमार को दुष्कर्म का दोषी करार दिया है। अब 24 नवंबर को यह तय होगा कि इस जघन्य अपराध के लिए आरोपी को कितनी कठोर सजा दी जाएगी। यह फैसला न सिर्फ पीड़िता के लिए न्याय की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।
रेड हंट ऑपरेशन में फिर बड़ी सफलता, लंबे समय से फरार आठ स्थाई वारंटी गिरफ्तार
भास्कर न्यूज|गुमला जिले में अपराधियों के खिलाफ पुलिस की कड़ी कार्रवाई लगातार तेज होती जा रही है। पुलिस अधीक्षक हारिश बिन जमां के निर्देश पर चल रहे रेड हंट ऑपरेशन के तहत शनिवार को देर रात गुमला थाना क्षेत्र में विशेष छापामारी अभियान चलाया गया। थाना प्रभारी महेन्द्र कुमार करमाली के नेतृत्व में गठित टीम ने 21 व 22 नवंबर की रात्रि में अलग-अलग स्थानों पर दबिश देकर लंबे समय से फरार 8 स्थायी वारंटियों को गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई जिले में अपराधियों के खिलाफ पुलिस की अब तक की सबसे तेज और सटीक कार्रवाई मानी जा रही है। गिरफ्तार किए गए ये सभी वारंटी विभिन्न संगीन मामलों में शामिल थे।और वर्षों से कानून की पकड़ से बचते फिर रहे थे। इनमें कोई 10 साल से, तो कोई 20–22 साल से फरार था। इनमें हत्या, दुष्कर्म, लूट, मारपीट, एससी एसटी एक्ट, आर्म्स एक्ट जैसे गंभीर मामलों के आरोप शामिल हैं। इन अभियुक्तों में फागुता उरांव (10 साल से फरार), सुखनाथ महतो (16 साल से), मुनु सिंया उर्फ समीम अंसारी (22 साल से), असरिता देवी (13 साल से), कलाम खान (एससी एसटी एक्ट, 1 साल से), अमृत उरांव (12 साल से), सुधु उरांव (21 साल से) तथा महली उरांव (18 साल से फरार रहे हैं। पुलिस ने सभी को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इस सफल छापामारी में थाना प्रभारी महेंद्र करमाली के साथ पुअनि उद्देश्वर पाल, सअनि सुनील कुमार, सअनि गफ्फार अंसारी, सअनि अंपा हेम्ब्रम तथा सशस्त्र बल के जवान शामिल थे। पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट कहा है कि फरार वारंटियों के खिलाफ अभियान आगे भी निरंतर जारी रहेगा।
पोस्टरों में देशभक्ति भावना और राष्ट्रीय गीत के महत्व को दर्शाया
भास्कर न्यूज|गुमला डीएवी पब्लिक स्कूल गुमला के एनसीसी कैडेट्स ने 78वें एनसीसी दिवस, 75वें संविधान दिवस और वंदे मातरम की 150वीं वर्षगांठ जैसे थीम पर आकर्षक पोस्टर बनाए। इन पोस्टरों में एनसीसी के महत्व, संविधान के मूल्यों और देशभक्ति की भावना को दर्शाया गया है। एनसीसी कैडेट्स ने अपने पोस्टरों में एनसीसी के आदर्श वाक्य एकता और अनुशासन को भी शामिल किया। उन्होंने संविधान दिवस के अवसर पर संविधान के महत्व और इसके निर्माताओं को याद किया। वंदे मातरम थीम पर बनाए गए पोस्टरों में देशभक्ति की भावना और राष्ट्रीय गीत के महत्व को दर्शाया गया। 46 झारखंड बटालियन एनसीसी कमान अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल पी बी शर्मा ने इस आयोजन के लिए सभी को बधाई दी है। डीएवी पब्लिक स्कूल गुमला के प्रधानाचार्य डॉ रमाकांत साहु ने कहा कि ऐसे आयोजन एनसीसी कैडेट्स को देशभक्ति की भावना और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना को विकसित करने में मदद करते हैं। एसोसिएट एनसीसी ऑफिसर सेकेंड ऑफिसर अभिजीत झा ने कहा कि एनसीसी कैडेट्स के पोस्टर बनाने के आयोजन का उद्देश्य एनसीसी के महत्व और इसके आदर्शों को बढ़ावा देना था। सभी कैडेट्स को एनसीसी के आदर्शों को अपने जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
विद्यालय और समुदाय की संयुक्त भागीदारी से शिक्षा के गुणवत्ता में सुधार संभव है : प्राचार्य
भास्कर न्यूज|सेन्हा प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत स्थित पीएमश्री जवाहर नवोदय विद्यालय जोगना में शनिवार को ग्राम सभा का आयोजन किया गया। इस दौरान कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्राचार्य अवनीश चंद्र झा और अरु पंचायत मुखिया राजश्री उरांव द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। ग्राम सभा में शिक्षा, सामुदायिक विकास, स्वच्छता, छात्र कल्याण व विद्यालय समुदाय सहयोग से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर विचार विमर्श किया गया। वहीं विद्यालय के प्राचार्य ने कहा कि विद्यालय और समुदाय की संयुक्त भागीदारी से शिक्षा की गुणवत्ता में निरंतर सुधार संभव है। मुखिया ने ग्राम सभा को ग्रामीण विकास का महत्वपूर्ण माध्यम बताते हुए सभी से बच्चे बच्चियों की शिक्षा में सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की। वहीं कार्यक्रम के सफल आयोजन में विद्यालय के शिक्षक अलीसा एसरन करकेट्टा व रबींद्र कुमार का महती भूमिका रही। मौके पर जेएनवी के शिक्षक, शिक्षिकाएं, अभिभावक और ग्रामीण उपस्थित थे।
धार्मिक यात्रा को सफल बनाने के लिए तैयारी पर की चर्चा
भास्कर न्यूज|डुमरी आदिवासी समाज द्वारा रोहतास गढ़ धार्मिक स्थल की आगामी वर्ष तीर्थ-यात्रा की तैयारी को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता समाजसेवी जगरनाथ भगत ने की। इस अवसर पर उन्होंने रोहतास गढ़ के ऐतिहासिक, धार्मिक व सामाजिक महत्व पर विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की। बैठक में जगरनाथ भगत ने बताया कि रोहतास गढ़ न केवल एक प्राचीन दुर्ग है, बल्कि आदिवासी समाज की आस्था, परंपरा तथा सांस्कृतिक गौरव का महत्वपूर्ण प्रतीक भी है। वह स्थल सदियों से आदिवासी समुदाय के आध्यात्मिक केंद्र के रूप में जाना जाता रहा है। यहां की पवित्र पहाड़ियों, प्राकृतिक गुफाओं और वन क्षेत्र में आदिवासी परंपराओं से जुड़े कई पुरातन स्थल आज भी विद्यमान हैं। आगे बताया कि रोहतास गढ़ केवल धार्मिक दृष्टि से ही महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि यह ऐतिहासिक रूप से भी अत्यंत समृद्ध है। यहां स्थित प्राचीन संरचनाएं, मंदिर, किलेबंदी तथा शिलालेख इस बात का प्रमाण हैं कि यह क्षेत्र आदिकाल से सभ्यता और संस्कृति का केंद्र रहा है। इसके साथ ही आदिवासी समाज के कई सामाजिक अनुष्ठान और रीति-रिवाज आज भी इस क्षेत्र से जुड़े हुए हैं। बैठक में उपस्थित समाज सेवी प्रेमप्रकाश भगत ने आगामी तीर्थ यात्रा को सफल बनाने के लिए यात्रा मार्ग, सुरक्षा, भोजन-पानी की व्यवस्था, स्वास्थ्य सुविधाएं और समूह समन्वय से संबंधित आवश्यक तैयारी पर विशेष चर्चा की। साथ ही कहा कि तीर्थ यात्रियों को रोहतास गढ़ के ऐतिहासिक व धार्मिक महत्व से अवगत कराने के लिए यात्रा के दौरान जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। आगे कहा कि समाज के लिए रोहतास गढ़ की यह यात्रा केवल भक्ति और आध्यात्मिकता का मार्ग नहीं है, बल्कि आदिवासी पहचान, संस्कृति और एकता को मजबूत करने का भी माध्यम है। इस यात्रा के माध्यम से नई पीढ़ी को अपनी विरासत से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। बैठक में मुखिया संजय उरांव,बीरेंद्र भगत, सुरेंद्र उरांव ने यात्रा के सफल आयोजन के िलए सहयोग का आश्वासन दिया।
राष्ट्रीय सुडी-शौन्डिक महासम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे धीरज प्रसाद साहू
लोहरदगा|दिल्ली में आयोजित होने वाले अंतर्राष्ट्रीय सुड़ी-शौन्डिक महासम्मेलन सह सम्मान समारोह के लिए तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। इसी क्रम में छत्तीसगढ़ शौन्डिक समाज के प्रदेश अध्यक्ष शिवरतन प्रसाद गुप्ता ने पूर्व राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू को कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने के लिए औपचारिक आमंत्रण दिया। प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्देश्य समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों को सम्मानित करना, समाजिक एकता को मजबूत करना और युवाओं को समाज की परंपराओं तथा मूल्यों से जोड़ना है। आमंत्रण प्राप्त होने के बाद पूर्व सांसद धीरज प्रसाद साहू ने इसे सहर्ष स्वीकार करते हुए कहा कि वे 14 दिसंबर को आयोजित इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे। साहू ने प्रदेश अध्यक्ष सहित पूरे समाज को इस आयोजन के लिए शुभकामनाएं दीं और भरोसा जताया कि सम्मेलन नई दिशा और नई ऊर्जा प्रदान करेगा। आयोजकों ने बताया कि कार्यक्रम में विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और सम्मान समारोह भी आयोजित किए जाएंगे।
अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में लोहरदगा से 15 लोगों की टीम होगी शामिल
लोहरदगा| सूंडी समाज, छत्तीसगढ़ राज्य के अध्यक्ष के साथ साथ सूंडी समाज के राष्ट्रीय संयोजक शिवरतन गुप्ता का शनिवार को लोहरदगा आगमन हुआ। जिन्होंने सूंडी समाज, लोहरदगा के कोर समिति सदस्यों के साथ बैठक कर दिल्ली में होने वाली सूंडी समाज अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में शामिल होने के लिए विधिवत निमंत्रण दिया। समाज के गणमान्य को इस सम्मेलन में आने के लिए आग्रह किया गया। जिसपर सूंडी समाज लोहरदगा के अध्यक्ष सहित सभी सदस्यों ने शिवरतन गुप्ता का सर्वप्रथम बुके देकर तथा अंगवस्त्र ओढ़ाकर स्वागत किया। साथ ही यह आश्वस्त किया गया कि कम से कम 15 लोग लोहरदगा सूंडी समाज से इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में अवश्य शामिल होंगे। आगे इस सम्मेलन को सफलता को लेकर उन्हें शुभकामना भी दी गई। इस दौरान शिवरतन ने बतलाया कि समाज की एकजुटता ही समाज को सशक्त और मजबूत बनाएगी। गुमला|गुमला के सदर एसडीओ राजीव नीरज ने हाल ही में अपने कार्यालय कक्ष में रेड क्रॉस सोसायटी के सदस्यों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक का मुख्य केंद्र सोसायटी के सदस्यता अभियान को गति देना रहा, ताकि अधिक से अधिक लोगों को इस मानवीय कार्य से जोड़ा जा सके। एसडीओ राजीव नीरज ने जिले में रेड क्रॉस सोसायटी के लिए एक स्थायी कार्यालय स्थापित करने पर जोर दिया। उन्होंने सुझाव दिया कि पुराना जिला परिषद (जिप) कार्यालय इसके लिए सबसे बेहतर स्थान हो सकता है।
बीच सड़क में बस रोककर यात्री चढ़ाने वाली बसों से
भास्कर न्यूज|गुमला गुमला मेन रोड में दिन ब दिन भीड़ बढ़ रही है। इससे जहां शहर में जाम की समस्या उत्पन्न हो रही है। वहीं आम जनों को खासी परेशानी झेलनी पड़ रही है। शहर के मेन रोड से गुजरने के दौरान यात्री बसों की गति धीमी कर बीच में यात्रियों को उठाने के कारण शहर में जाम की स्थित बराबर बनी रहती है। जिला प्रशासन ने बस संचालकों के साथ पूर्व में बैठक कर इसकी मनाही किया था। परंतु इसमें कोई सुधार नहीं होने पर जिला मुख्यालय की यातायात व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने के लिए स्थानीय प्रशासन ने अब कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। डीटीओ ज्ञान शंकर जायसवाल ने जिले में बस चालकों द्वारा लगातार की जा रही अनियमितताओं के खिलाफ एक व्यापक और सघन अभियान चलाकर सख्त कार्रवाई की। इस औचक निरीक्षण के दौरान नियमों का उल्लंघन करते पाए गए पांच बस चालकों और संचालकों पर कुल ₹48 हजार 150 का जुर्माना लगाया गया है। इस कार्रवाई के बाद बस संचालकों के बीच हड़कंप देखा जा रहा है। जांच के दौरान पाया गया कि कई बस चालक बेखौफ होकर शहर के भीतर मुख्य सड़कों पर बसों को रोक रहे थे। जिससे यातायात बाधित हो रहा था। इसके अतिरिक्त, अत्यंत धीमी गति से वाहन चलाने और शहर के विभिन्न हिस्सों में जहां-तहां यात्रियों को चढ़ाने-उतारने जैसी मनमानी गतिविधियां भी प्रमुखता से देखने को मिलीं। जिला प्रशासन ने पहले ही यह स्पष्ट निर्देश जारी कर दिया था कि शहर के अंदर बसों को किसी भी परिस्थिति में रोकने की अनुमति नहीं होगी। यात्रियों को चढ़ाने-उतारने के लिए भट्ठी तालाब स्थित एक निर्धारित प्वाइंट तय किया गया था। जिसका उद्देश्य मुख्य बाजार क्षेत्र और भीड़भाड़ वाले स्थानों को अनावश्यक जाम और अव्यवस्था से मुक्त रखना था। अनियमितता बरतने वाले पांच बस चालकों/सेवाओं के खिलाफ मौके पर ही चलान काटे गए और उन पर भारी जुर्माना लगाया गया। बादन बस सर्विस : नियमों का उल्लंघन करने पर इस बस सेवा के विरुद्ध पंद्रह हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया। यातायात नियमों की अवहेलना के लिए चालक संजय गिरी के विरुद्ध पांच हजार रुपए का चलान काटा गया। तेरा सहरा बस के चालक राशिद करीम के विरुद्ध ग्यारह हजार रुपए, बाबा बस सर्विस बस के विरुद्ध ग्यारह हजार पांच सौ रुपए व जयबाला बस के विरुद्ध 5,650 का जुर्माना लगाया गया।
एसडीओ ने खुले में मांस और मछली बेचने पर लगाई रोक
गुमला| गुमला में शहरी क्षेत्र की स्वच्छता और सार्वजनिक सुविधा को ध्यान में रखते हुए अनुमंडल पदाधिकारी राजीव नीरज ने कड़ा कदम उठाया है। उन्होंने सभी मटन, चिकन और मछली विक्रेताओं को निर्देश दिया है कि अपनी दुकानें करौंदी स्थित बाजार समिति में स्थानांतरित कर लें। एसडीओ ने अपने कार्यालय कक्ष में नगर परिषद के सिटी मैनेजर हेलाल अहमद और मांस-मछली विक्रेताओं के साथ बैठक की। उन्होंने बताया कि विक्रेताओं द्वारा यत्र-तत्र खुले में मांस-मछली बेचे जाने से आम लोगों को भारी परेशानी होती है और शहर की स्वच्छता प्रभावित होती है। सभी विक्रेता करौंदी बाजार समिति में एक सुनियोजित जगह पर दुकान लगाएं। जो दुकानदार अपनी पक्की दुकान रखते हैं, वे शीशे का उपयोग करें। इसका उद्देश्य दुकान से बदबू को बाहर आने से रोकना और मक्खियों को दूर रखना है। मंगलवार और शनिवार को लगने वाले बाजार टांड़ (हाट) में मांस बेचने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। उन्होंने याद दिलाया कि कुछ समय पहले कोर्ट ने भी मटन, चिकन व मछली विक्रेताओं को खुले में काटने पर प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया था। सिटी मैनेजर हेलाल अहमद को निर्देश दिया गया है कि वे सभी विक्रेताओं को बाजार समिति स्थल दिखाएं और व्यवस्थित तरीके से दुकानें लगवाना सुनिश्चित करें। एसडीओ ने सख्त चेतावनी दी है कि यदि कोई भी विक्रेता इस आदेश का पालन नहीं करता है, तो उसके खिलाफ मिनिसिपल लॉ के तहत कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस पहल से शहरी क्षेत्र के लोगों को मांस-मछली खरीदने में आसानी होगी और शहर स्वच्छ एवं सुंदर दिखेगा। बैठक में शहरी क्षेत्र के सभी प्रमुख मटन, चिकन और मछली विक्रेता मौजूद थे।
गुमला में पुलिस ने अड्डेबाजों व नशेड़ियों पर की कार्रवाई
गुमला|शहर में दिन हो या रात अब अड्डेबाजी, नशाखोरी और अवैध शराबखोरी करने वालों की खैर नहीं। एसपी हारिश बिन जमां के सख्त निर्देश के बाद सदर थाना प्रभारी महेंद्र करमाली पूरी तरह एक्शन मोड में आ गए हैं। शहर के मुख्य मार्गों, गली-मोहल्लों और संवेदनशील ठिकानों पर पुलिस ने जोरदार दबिश देकर अड्डों पर बैठकर शराब पीने, बेचने और भीड़ लगाने वालों के खिलाफ कड़ा अभियान चलाया। पुलिस कार्रवाई इतनी तेज थी कि कई जगह नशेड़ियों और अवैध शराब कारोबारियों में भगदड़ की स्थिति बन गई। अभियान के दौरान दर्जनों लोगों को पकड़ा गया, जिनमें अड्डेबाजी करने वाले युवक, हड़िया-महुआ शराब सेवन करने वाले और अवैध शराब बेचने वाले शामिल थे। सभी को कड़ी चेतावनी देकर छोड़ दिया गया, जबकि कई अन्य पुलिस को देखकर मौके से भाग निकले। मौके पर मिले अवैध हड़िया-महुआ शराब को पुलिस ने नष्ट कर दिया और इनके टेंट-तंबू उखाड़ फेंके। यह कड़ा अभियान रांची-गुमला मुख्य मार्ग के भरदा स्कूल के पास, करमडीपा, बीएड कॉलेज के सामने, कार्तिक उरांव कॉलेज के समीप सरना मैदान, दोउठा टोली, पुग्गु मैदान, सरना टोली, सिलम पेट्रोल पंप के समीप, बड़ाइक मोहल्ला और लिप्ट्स बगीचा सहित आधा दर्जन से अधिक इलाकों में चलाया गया।
ढिढोली कांटे टोली में शॉर्ट सर्किट से किसान का धान जलकर राख
गुमला|ढिढोली कांटे टोली निवासी किसान वासुदेव गोप का धान में अचानक आग लग गई। अगलगी में धान पूरी तरह जलकर राख हो गया। घटना देर शाम की है जब ट्रैक्टर से धान की ढुलाई के दौरान हुए शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गई। घटना के संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि चोरी से मोटर चलाने के दौरान बिजली का तार ऊपर से बिछाकर छोड़ दिया गया था। उसी तार के अचानक टूट जाने से शॉर्ट सर्किट हुआ और देखते ही देखते पूरा धान आग की चपेट में आ गया। ग्रामीणों ने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन तब तक सब कुछ राख हो चुका था। किसान वासुदेव गोप को इस घटना में लगभग 50 से 60 हजार रुपए का भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। घटना की सूचना स्थानीय प्रशासन को दे दी गई है। ग्रामीणों ने मांग की है कि पीड़ित किसान को शीघ्र मुआवजा उपलब्ध कराया जाए। किस्को|जिले के किस्को थाना क्षेत्र में एक नाबालिग द्वारा अप्राकृतिक यौन शोषण का गंभीर मामला सामने आया है। बीते शुक्रवार को देर शाम में पीड़ित के परिजनों की शिकायत के बाद किस्को पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी नाबालिग को हिरासत में ले लिया है। थाना प्रभारी मानस कुमार साधू ने बताया कि मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए बाल संरक्षण अधिनियम सहित संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। पीड़ित का मेडिकल परीक्षण कराया गया है और पुलिस अन्य पहलुओं की भी जांच कर रही है। पुलिस के अनुसार, आरोपी के नाबालिग होने के चलते उसे कानूनी प्रक्रिया के तहत बाल सुधार गृह भेजने की कार्रवाई की गई। साथ ही पीड़ित परिवार को सुरक्षा और आवश्यक सहयोग उपलब्ध कराया जा रहा है। गुमला|गुमला शहर के आनंद नगर ढोढरी टोली निवासी सचिन नाग का 13 वर्षीय पुत्र मयंक नाग शनिवार को घर से बिना बताए निकल गया। जिसके बाद परिजन शनिवार दिन के 2 बजे गुमला थाना पहुंचकर सन्हा दर्ज कराए। उन्होंने लोगों से अपील किया है कि छात्र कहीं भी दिखे तो तत्काल 6205 051599 पर कॉल कर जानकारी दे सकते हैं।
जान से मारने की नीयत, तीन पर केस दर्ज
गुमला |धान कटाई के इस मौसम में किसानों के साथ सर्पदंश की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। सिसई थाना क्षेत्र के मूरगु कामता गांव में एक और गंभीर मामला सामने आया, जहां धान के खेत में काम कर रही एक युवती को विषैले सांप ने काट लिया। घटना में 24 वर्षीय निरमा उरांव गंभीर रूप से घायल हो गई, जिन्हें तत्काल परिजनों द्वारा इलाज के लिए सदर अस्पताल गुमला लाया गया। युवती के अनुसार सांप धान के बोझे के भीतर ही छिपा हुआ था और बोझा गिरते ही संभवतः डर या गुस्से में उसने उनके पैर पर हमला कर दिया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए परिजन उसे बिना देर किए गुमला सदर अस्पताल ले आए। सिसई | थाना क्षेत्र के सिसई खेदुआ टोली गांव निवासी तिजुवा उरांव ने जान से मारने की नीयत से दौड़ा दौड़ाकर मारपीट करने और जाति सूचक गाली देने का आरोप लगाते हुए तीन लोगो के विरूद्ध शुक्रवार को थाना में आवेंदन देकर आरोपियों पर कार्रवाई करने की गुहार लगाई है।उसने बस्ती निवासी अशफाक अंसारी, सब्बु अंसारी और एखलाख अंसारी को आरोपी बनाया है।आवेंदन में कहा गया है कि तिजुआ उरांव के जमीन में आरोपी एक साल से बालू भंडारण कर रहे थे, जिससे मना करने के लिए वह शुक्रवार को जमीन के पास गया था, मना करने पर तीनों आरोपी जाति सूचक गाली गलौज देते हुए उसे दौड़ा दौड़ाकर मारने लगे। गुमला | ढिढोली कांटे टोली निवासी किसान वासुदेव गोप का धान शुक्रवार को अचानक आग लग गई।अगलगी में धान पूरी तरह जलकर राख हो गया। घटना देर शाम की है जब ट्रैक्टर से धान की ढुलाई के दौरान हुए शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गई।घटना के संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि चोरी से मोटर चलाने के दौरान बिजली का तार ऊपर से बिछाकर छोड़ दिया गया था। उसी तार के अचानक टूट जाने से शॉर्ट सर्किट हुआ और देखते ही देखते पूरा धान आग की चपेट में आ गया। ग्रामीणों ने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन तब तक सब कुछ राख हो चुका था।किसान वासुदेव गोप को इस घटना में लगभग 50 से 60 हजार रुपए का भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। घटना की सूचना स्थानीय प्रशासन को दे दी गई है। ग्रामीणों ने मांग की है कि पीड़ित किसान को शीघ्र मुआवज़ा उपलब्ध कराया जाए।
मध्य प्रदेश की राजनीति, नौकरशाही और अन्य घटनाओं पर चुटीली और खरी बात का वीडियो (VIDEO) देखने के लिए ऊपर क्लिक करें। इन खबरों को आप पढ़ भी सकते हैं। 'बात खरी है' मंगलवार से रविवार तक हर सुबह 6 बजे दैनिक भास्कर ऐप पर मिलेगा। कांग्रेस विधायक ने जीतू पटवारी को कहा नाना पाटेकरमध्य प्रदेश के श्योपुर से कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल ने एक बार फिर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी को नाना पाटेकर बताया है। उन्होंने मंच से कहा- जीतू पटवारी किसान हैं, नेता नहीं। ये नाना पाटेकर हैं। जीतू पटवारी दो दिन पहले शुक्रवार को किसान न्याय यात्रा में शामिल होने श्योपुर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने सभा में आए लोगों से तालियां बजवाईं और सीएम डॉ. मोहन यादव को जवाब दिया। दरअसल, सीएम डॉ. मोहन यादव को उनके भाषण के दौरान अक्सर 'अभिनंदन करो', 'तालियां बजाओ' कहने पर जीतू पटवारी ने अभिनंदन मुख्यमंत्री कहा था। इस पर सीएम ने शाजापुर जिले के मक्सी में पटवारी के लिए कहा था कि उनको तो तालियां बजवाना ही नहीं आती हैं। जीतू पटवारी ने श्योपुर की सभा में कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल के लिए तालियां बजवाईं। उन्होंने बार-बार लोगों से कहा- बजाओ ताली, और बजाओ। जोरदार तालियां बजने पर उन्होंने सीएम के लिए कहा- मुख्यमंत्री जी, देख लीजिए ये तालियां। टकटकी लगाए गडकरी को सुनते रहे शिवराज सिंहनागपुर में किसानों से जुड़े एक कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को टकटकी लगाए सुनते रहे। दरअसल, नितिन गडकरी ने मंच से कई खरी-खरी बातें कहीं। गडकरी ने इसी कार्यक्रम को लेकर कहा- मैं राजनीति से जुड़ा हूं और पार्टी से हूं तो मुझे मालूम है कि सभा और सम्मेलन में लोग कैसे लाए जाते हैं। खाना-पीना देते हैं। फोकट में बस में लाते हैं। कोई लेना नहीं, कोई देना नहीं। मैंने पहली बार कहा कि ये फोकट वाला काम बंद करो। जिसे आना हो वो आए, जिसे नहीं आना हो, वो मत आए। गडकरी ने कहा कि जिसे अपना भविष्य बनाना है, खुद का बेहतर करना है, वो आएगा ही। उन्होंने कहा कि कोई भी चीज फोकट में देने से गड़बड़ी हो जाती है। उन्होंने कहा कि किसानों के लिए लगी प्रदर्शनी एग्रो विजन 2025 में किसान खुद आ रहे हैं। बता दें कि केंद्रीय कृषि मंत्री के रूप में शिवराज सिंह चौहान ने इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस दौरान नितिन गडकरी ने शिवराज सिंह चौहान की जमकर तारीफ भी की। सांसद की वादाखिलाफी, किसानों ने निकाली अर्थी खंडवा में भाजपा सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल की वादाखिलाफी से किसान इतने नाराज हुए कि उनके पुतले की अर्थी निकाल दी। इस दौरान 'राम नाम सत्य है, सांसद जी मस्त हैं और जनता त्रस्त है' के नारे भी लगाए। टिगरिया गांव में ये प्रदर्शन हुआ। पूरे गांव में अर्थी घुमाई गई। महिलाएं भी इसमें शामिल हुईं। रोना-धोना हुआ। सांसद के नाम की अर्थी पर फूलों की जगह प्याज बिछाए गए। एक किसान ने बाकायदा मुंडन कराया और अर्थी को मुखाग्नि दी। किसानों का कहना है कि पिछले हफ्ते वे अपनी समस्याओं को लेकर 'रेल रोको आंदोलन' करने वाले थे। इस दौरान सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल मौके पर आए थे। उन्होंने समस्याओं के हल के लिए सीएम डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलाने का वादा किया था। जो उन्होंने नहीं निभाया। इसी बात से किसान आक्रोशित हो गए। स्मृति-पलाश की प्री-वेडिंग रस्मों में जमकर हुई मस्तीभारतीय महिला क्रिकेट टीम की खिलाड़ी स्मृति मंधाना और इंदौर के पलाश मुच्छल रविवार को शादी के बंधन में बंधने जा रहे हैं। इस जोड़ी की प्री-वेडिंग रस्मों के कई वीडियो सामने आए हैं। हल्दी सेरेमनी भी धूमधाम से मनाई गई। इसमें पलाश और स्मृति समेत शादी में आए सभी मेहमान जमकर थिरकते नजर आए। इस सेरेमनी में टीम इंडिया की कई खिलाड़ी शामिल हुईं। सभी ने मिलकर जमकर मस्ती की। बात खरी है सीरीज की ये कड़ी भी पढ़ें... भाजपा विधायक की बेइज्जती, गायक कैलाश खेर ने उड़ाया मजाक मंदसौर में भगवान पशुपतिनाथ मेले में मशहूर गायक कैलाश खेर के भजनों और गानों पर लोग जमकर झूमे। इस दौरान कैलाश खेर अलग ही रंग में दिखे। मंच पर कही उनकी बातें चर्चा का विषय बनी हुई हैं। कैलाश खेर ने भाजपा विधायक हरदीप सिंह डंग की फजीहत कर डाली। साथ ही नगर पालिका को लेकर भी तंज किया। पढ़ें पूरी खबर...
मंईयां सम्मान के 500,आवास व पेंशन के 200 आवेदन
भास्कर न्यूज | गिरिडीह सदर प्रखंड के लेदा और सिंदवरिया पंचायत में शनिवार को आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार शिविर का सफल आयोजन किया गया। लेदा पंचायत सचिवालय में शिविर का उद्घाटन मुखिया माधुरी देवी, पंचायत समिति सदस्य शोभा देवी, पंचायत सचिव अनूप कुमार और रोजगार सेवक सुवेश्वर वर्मा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। वहीं सिंदवरिया पंचायत सचिवालय में मुखिया रामेश्वर प्रसाद वर्मा, पंचायत समिति सदस्य नागेश्वरी देवी, पंचायत सचिव भुनेश्वर प्रसाद वर्मा, उपमुखिया डिलचंद प्रसाद वर्मा और रोजगार सेवक रंजीत रजक ने दीप प्रज्वलित कर शिविर का शुभारंभ किया। शिविर में विभिन्न विभागों के स्टॉलों पर बड़ी संख्या में लाभुक पहुंचे। मईया सम्मान योजना के लगभग 500-500 आवेदन दोनों पंचायतों में प्राप्त हुए। अबुआ आवास और सर्वजन पेंशन योजना के लगभग 200-200 तथा बिरसा सिंचाई कूप योजना के करीब 100-100 आवेदन दर्ज किए गए। विभागीय कर्मियों को निर्देश दिया गया कि सभी लाभुकों को पावती दी जाए और किसी का आवेदन अस्वीकृत न किया जाए। शिविर में ऑन-द-स्पॉट लाभ देने की व्यवस्था भी की गई, जिसमें लगभग 20-20 लाभुकों को अबुआ आवास, बिरसा सिंचाई कूप, मनरेगा जॉब कार्ड और सर्वजन पेंशन योजना का लाभ मौके पर ही प्रदान किया गया।
बगोदर में सेवा अधिकार कार्यक्रम के तहत शिविर आयोजित
बगोदर | बगोदर प्रखंड के अडवारा, कुसमरजा और देवराडीह पंचायत सचिवालयों में शनिवार को सेवा का अधिकार सप्ताह के तहत विशेष शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी और विभिन्न विभागों के कर्मी उपस्थित थे। शिविर में आम जनता की सरकारी सेवाओं से संबंधित आवेदनों का पंजीकरण किया गया और कई मामलों का त्वरित निष्पादन भी किया गया। प्राप्त आवेदनों को ऑनलाइन कर संबंधित अधिकारियों को अग्रसारित किया गया। पंचायतवार आवेदन में अडवारा पंचायत में 277, कुसमरजा पंचायत में 285 और देवराडीह पंचायत में 201 आवेदन प्राप्त हुए। देवराडीह पंचायत से प्राप्त आवेदनों में राशन कार्ड के लिए 70, जन्म प्रमाणपत्र 21, जाति प्रमाणपत्र 8, पेंशन 30 और स्थानीय आय प्रमाणपत्र 13 आवेदन शामिल थे। कुल 198 आवेदन प्रक्रिया में आए। कार्यक्रम के दौरान जेएसपीएल की ओर से देवराडीह पंचायत को 90 लाख रुपये का डमी चेक सौंपा गया, जिससे क्षेत्र के स्वयं सहायता समूहों को लाभ मिलेगा। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य लोगों को उनकी दहलीज़ पर सरकारी सेवाएं उपलब्ध कराना और लंबित मामलों का शीघ्र समाधान सुनिश्चित करना बताया गया। ग्रामीणों ने शिविर की सराहना की और कहा कि अब उन्हें कई सेवाओं के लिए प्रखंड कार्यालय जाने की आवश्यकता नहीं है।
िशविर में सात लाभुकों को ऑन-द- स्पॉट पेंशन स्वीकृति
गिरिडीह | नगर निगम क्षेत्र के वार्ड संख्या 1, 2 और 3 के लिए आपकी योजना–आपकी सरकार–आपके द्वार शिविर का आयोजन पचंबा स्थित राजकीय कन्या मध्य विद्यालय परिसर में किया। शिविर का उद्घाटन नगर विकास मंत्री सह गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार सोनू,डीडीसी स्मृता कुमारी, झामुमो नेता शाहनवाज अंसारी, वार्ड संख्या 1 के पार्षद प्रतिनिधि अनिल गुप्ता और वार्ड संख्या 2 के पार्षद प्रतिनिधि सिराज अंसारी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। शिविर को संबोधित करते हुए नगर विकास मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि यह कार्यक्रम सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं को सीधे जनता तक पहुंचाने का माध्यम है। कई पात्र लोग जानकारी के अभाव में अब तक योजनाओं से वंचित रहे हैं, ऐसे में यह अभियान सुनिश्चित करता है कि सरकारी सेवाओं और योजनाओं का लाभ सीधे लोगों के द्वार तक पहुंचे।
तुलाडीह में 24वां साप्ताहिक सामूहिक हवन जप और गायत्री मंत्र लेखन कार्यक्रम आज
गिरिडीह | जिला के बिरनी प्रखंड के तुलाडीह सामुदायिक भवन में आज रविवार को अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा 24वां सप्ताह सामूहिक हवन यज्ञ, जप एवं गायत्री मंत्र लेखन कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। यह आध्यात्मिक अनुष्ठान 4 मई से लगातार जिले भर के विभिन्न क्षेत्रों में प्रत्येक सप्ताह आयोजित किया जा रहा है और आज अपने 24वें सप्ताह में प्रवेश कर रहा है। गायत्री महामंत्र में 24 अक्षर होते हैं और इसी विशेष भाव से प्रेरित होकर यह 24-सप्ताहीय कार्यक्रम निरंतर चल रहा है। कार्यक्रम के सकारात्मक प्रभाव से ग्राम तुलाडीह के जागरूक परिजनों ने सामुदायिक भवन के समीप गायत्री चेतना केंद्र स्थापित करने का संकल्प लिया है। इस केंद्र के निर्माण हेतु भूमि दान करने का संकल्प ग्राम के प्रतिष्ठित नागरिक श्री शिव प्रसाद राम द्वारा लिया गया है।अखिल विश्व गायत्री परिवार, बिरनी ने सभी देवतुल्य भाई-बहनों से अपील की है कि वे समय पर पहुँचकर कार्यक्रम को सफल बनाएं। सामाजिक समरसता, आध्यात्मिक जागरण और सामूहिक सद्भाव का प्रतीक माना जा रहा है।
गिरिडीह में टीबी मुक्त भारत अभियान के लिए लैब तकनीशियनों का दो दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न
भास्कर न्यूज | गिरिडीह राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के तहत जिला यक्ष्मा केन्द्र में शनिवार को दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह प्रशिक्षण जिले के विभिन्न बलग़म जांच केन्द्रों (निर्दिष्ट माइक्रोस्कोपी केन्द्र डीएमसी) में कार्यरत लैब तकनीशियनों के लिए टीबी मुक्त भारत अभियान से संबंधित विषयों पर केंद्रित था। कार्यक्रम का उद्देश्य तकनीशियनों को टीबी की पहचान, जांच प्रक्रिया, रिपोर्टिंग और रोकथाम संबंधी मानकों से और अधिक दक्ष बनाना था।प्रशिक्षण में जिला यक्ष्मा केंद्र, गिरिडीह के वरिष्ठ टी.एल.एस. धर्मेंद्र कुमार और लैब तकनीशियन रमाकांत मुख्य प्रशिक्षक के रूप में शामिल हुए। वरिष्ठ डी.पी.एस. संजीव कुमार, डी.पी.पी.एम.सी. वीरेंद्र प्रसाद यादव, एस.टी.एस. गौतम कुमार, एल.टी. पंकज कुमार, लेखा प्रभारी रवि कांत सिन्हा, डी.ई.ओ. गिरज मंडल, लिपिक विजय कुमार, कुनैन अंसारी, मनोज राम, साजन ठाकुर सहित जिले के सभी लैब तकनीशियन उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान टीबी की शुरुआती पहचान, बलग़म नमूना संग्रह तकनीक, माइक्रोस्कोपी विधि, संक्रमण नियंत्रण उपाय तथा टीबी मरीजों की निगरानी संबंधी विस्तृत जानकारी दी गई। प्रशिक्षकों ने सभी प्रतिभागियों को राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप कार्य करने और टीबी उन्मूलन लक्ष्य को हासिल करने में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया।
सड़क ऐसी जर्जर िक साइकिल रहने के बावजूद दो किमी चलना पड़ता है पैदल
गिरिडीह| यह सड़क है सदर प्रखंड के गादी मोड़ से लेदा चौक तक करीब दो िकलोमीटर की। इस सड़क से लेदा, सिंदवरिया, बजटो और अलगुंदा पंचायत के आठ गांवों अलगुंदा, सिमरिया, चेंगरबासा, बंशीडीह, गोंदलीटांड़, अंबाटांड़, गादी और घोसासिंघा के करीब 300 छात्र-छात्राएं रोज टीआरपी प्लस टू हाई स्कूल लेदा पढ़ने जाते हैं । इस सड़क की हालत ऐसी है िक साइकिल रहने के बावजूद इसपर पैदल चलकर जाना पड़ता है। इस सड़क का निर्माण वर्ष 2007-08 में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत हुआ था। उसके बाद से इसकी मरम्मत नहीं हुई। इस सड़क से होकर रोज स्कूल आने-जानेवाले प्रवीण कुमार, विवेक वर्मा, आशीष कुमार, इंद्रदेव प्रसाद, कुंदन कुमार, नीलम कुमारी, नाजनी खातून, विद्या भारती, मनीषा कुमारी, गुड़िया कुमारी सहित अन्य ने बताया कि सरकार ने उन्नति का पहिया योजना के तहत साइकिल तो दे दी, लेकिन सड़क की स्थिति खराब होने के कारण उन्हें रोज दो किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है। बारिश के दिनों में स्थिति और भी खराब हो जाती है।
झुंड से िबछड़े हाथी ने किसान को मार डाला, भागने में िशक्षक का हाथ टूटा
भास्कर न्यूज | नवडीहा नवडीहा ओपी क्षेत्र के बनविशनपुरा गांव में शनिवार को 11 बजे दिन में एक किसान को कुचल दिया, जिससे किसान जागो महतो उर्फ जगदेव वर्मा (55) की मौत हो गई। जबकि भीमाटांड़ के एक प्राइवेट शिक्षक भीमलाल यादव (33) भागने के क्रम में बायां हाथ टूट गया। भीमलाल अपने बरामो स्थित िनजी स्कूल से पढ़ाकर लौट रहे थे और भय से भागने के क्रम में गिर पड़े। परिजन उन्हें इलाज के लिए तुरंत गिरिडीह ले गए। घटना के बाद आक्रोशित परिजनों एवं स्थानीय ग्रामीणों ने बेंगाबाद-चतरो मुख्य मार्ग को बेहराडीह(बघैयडीह) के पास जाम कर दिया। मौके पर पहुंचे वन विभाग कर्मी की ओर से मृतक के पुत्र को 25 हजार ऑनलाइन ट्रांसफर िकया औरचार लाख रुपए आवश्यक कागजी कार्यवाही के बाद देने की बात कही। तब जाकर करीब एक घंटे बाद सड़क जाम हटाया गया और शव को पोस्टमार्टम के लिए गिरिडीह सदर भेजा गया। इस दौरान सियाटांड़ मुखिया महेंद्र वर्मा ने परिजनों को मुआवजा दिलाने में सहयोग की बात कही। बताया जाता है िक 26 हाथियों के झुंड को वन विभाग ने नवडीहा-बनबिशनपुरा के रास्ते तीन-चार दिनों पूर्व बिहार बॉर्डर छोड़ा गया था। उसी झुंड से दो हाथी सुरांगी अकेसिया जंगल में बिछड़ गया था। उसमें से एक हाथी के पैर में जख्म होने की बात कही जा रही है। शनिवार को जागो महतो अपने धान खेत में काम कर रहा था। उसी दौरान कुछ बच्चों ने हाथियों पर ढेला चला िदया। मौके से बच्चे तो भाग गए, लेकिन जगदेव वर्मा को आक्रोशित हाथी ने पटक कर मार डाला। देवरी।झुंड से बिछड़ गए दो हाथियों को उनके समूह से मिलाने के लिए वन विभाग की टीम लगातार प्रयासरत है। जानकारी के अनुसार, हाथियों का झुंड जिस मार्ग से बिहार बॉर्डर की ओर गया था। वन विभाग के मुताबिक हाथियों का मुख्य झुंड अभी भी बटिया के जंगल में रुका हुआ है और बिछड़े हाथियों का इंतजार कर रहा है। दूसरी ओर, बांकुड़ा से आई विशेष टीम दोनों हाथियों को सुरक्षित रूप से उनके झुंड से मिलाने के प्रयास में लगी हुई है। शनिवार शाम दोनों हाथी जमुआ प्रखंड से देवरी प्रखंड के बेलाटांड़, नईटांड़ होते हुए गिद्धाटांड़ तक पहुंच चुके थे। देवरी के वनपाल नीरज पांडेय और जमुआ के वनपाल संजय कुमार संत ने बताया कि ग्रामीणों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए पूरी टीम हाथियों की गतिविधियों पर नजर रख रही है और झुंड से िमलाने में सुनिश्चित करने में लगी है। जंगल क्षेत्र में टीम की तैनाती बढ़ा दी गई है।
मकतपुर चौक से फर्नीचर कारीगर की बाइक चोरी, दर्ज कराया मामला
गिरिडीह | नगर थाना क्षेत्र के मकतपुर चौक से बीती शुक्रवार को बेंगाबाद थाना क्षेत्र के दीधरिया कला निवासी भुनेश्वर राणा की स्प्लेंडर बाइक(जेएच 11एक्स -1662) चोरी हो गई। भुनेश्वर राणा ने शनिवार को थाना प्रभारी को आवेदन देकर अपनी बाइक बरामद करने का अनुरोध किया। उन्होंने बताया कि वे फर्नीचर बनाने का काम करते हैं। बीती शुक्रवार को उन्होंने मकतपुर चौक के सामने अपनी बाइक खड़ी की और फर्नीचर बनाने में जुट गए। काम समाप्त होने के बाद शाम 4 बजे घर जाने के लिए जब उन्होंने बाइक लेने गए, तो वह वहां नहीं मिली। बाइक की तलाश लगभग दो घंटे तक मकतपुर में की गई, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने चोरी की रिपोर्ट थाना में दर्ज की।
ब्लैक फिल्म लगे वाहनों पर यातायात पुलिस की कार्रवाई
गिरिडीह | शहर की यातायात पुलिस ने कार के शीशे में ब्लैक फिल्म लगाकर चलने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। शनिवार को शहर के बड़ा चौक पर यातायात थाना प्रभारी दुगन टोपनो के नेतृत्व में चेकिंग अभियान चलाया गया और कई वाहनों की जांच की गई। धनबाद नंबर की ब्लैक स्कॉर्पियो में ब्लैक फिल्म लगे होने के कारण वाहन को रोककर शीशे से फिल्म हटाई गई। थाना प्रभारी ने बताया कि लगातार इस दिशा में कार्रवाई जारी रहेगी ताकि ब्लैक फिल्म लगाकर चलने वालों पर कड़ा नियंत्रण रखा जा सके।
गोरखपुर की चटोरी गली में खाने के साथ- साथ अब लोगों को म्यूजिक की मधुर धुन भी सुनाई देगी। नगर निगम की ओर से हर दुकानों पर लगे साउंड सिस्टम में शनिवार की सुबह से गाने बजने शुरू हो गए हैं। जिसका आनंद यहां आने वाले लोग ले रहे हैं। चटोरी गली के किसी भी कोने में बैठे लोगों तक म्यूजिक का आवाज जरूर जाएगा। इसमें भक्ति, बॉलीवुड के साथ रिमिक्स और विभिन्न तरह के गाने बज रहे हैं। शनिवार को चटोरी गली आने वाले आनंद तिवारी ने कहा- यह एक बेहतरीन अनुभव है। नगर निगम का यह बहुत अच्छा पहल है। खाने के साथ- साथ म्यूजिक का आनंद भी मिल रहा है। काफी अच्छा अनुभव है। प्रियांशु यादव ने कहा- चटोरी गली इन दिनों आकर्षण का केंद्र बना हुआ। इससे पहले यहां आने थोड़ा- बहुत जो बोरियत फील होता था वो भी खत्म हो गया है। गाने सुन कर मूड फ्रेश हो जा रहा। प्रीति विश्वकर्मा ने बताया- थके हारे जब कुछ खाने के लिए आओ और पीछे से म्यूजिक सुनाई दे तो काफी अच्छा फील होता है। खाने का आनंद बढ़ जाता है। मैं तो इसे बहुत एन्जॉय कर रही। अमृता ने बताया- काफी नया कॉन्सेप्ट है। काफी अच्छा एक्सपीरिएंस है और इंट्रेस्टिंग भी है। मूड एकदम लाइट हो जा रहा है। गाने भी अच्छे बजाए जा रहे हैं। खाने के साथ म्यूजिक से मजा दोगुना हो जाता है। जानिए इंदिरा बाल विहार के प्रसिद्ध फूड के बारे में... अगर आप स्वादिष्ट स्ट्रीट फूड के शौकीन हैं। ऐसे में इंदिरा बाल विहार आपके लिए एक बेहतरीन जगह है। यह जगह खास तौर पर अपने मोमोज, कबाब पराठा, इडली डोसा, गरमा-गरम गुलाब जामुन, आइसक्रीम, मिश्रांबु, लस्सी, टिकिया मटर और दही बताशा जैसे व्यंजनों के लिए मशहूर है। मोमोज: यहां अफगानी, ग्रेवी, तंदूरी और फ्राइड मोमोज जैसी कई वैराइटी मिलती हैं। हर स्वाद में कुछ अलग और मजेदार फ्लेवर होता है। कबाब पराठा: नरम पराठे में लिपटे मसालेदार कबाब का स्वाद ऐसा होता है कि एक बार खाने के बाद बार-बार खाने का मन करता है। दही बताशा: खट्टी-मीठी चटनी, ठंडी दही और करारे बताशों का कॉम्बिनेशन इस जगह की एक और खास पहचान है। गरम गुलाब जामुन: यहां पर कढ़ाई से निकलते ही गरमा-गरम गुलाब जामुन लोगों को खूब पसंद आते हैं।आइसक्रीम और फालूदा: गर्मी के मौसम में लोग आइसक्रीम खूब खाते हैं, लेकिन इसकी डिमांड ठंडी में भी कम नहीं होती है। कई तरह के मिलते हैं नानवेज व्यंजन यहां सोया चाप, तंदूरी चाप, चिकन टिक्का और भुना हुआ चिकन जैसे और भी कई लजीज ऑप्शन मिलते हैं, जो खासकर नॉनवेज प्रेमियों को खूब पसंद आते हैं। सड़क भी होगी स्मार्ट इंदिरा बाल विहार के सामने की सड़क को स्मार्ट रोड बनाया जा रहा है। इस सड़क को मार्बल से ईंट जैसा डिजाइन देकर और भी आकर्षक बनाया जा रहा है। सड़क के दोनों किनारों पर बैठने के लिए सुंदर सिटिंग एरिया भी बनाया जा रहा है। जिससे लोग आराम से बैठकर खाना खा सकें या बच्चों को खेलते हुए देख सकें। रोड किनारे लगी स्ट्रीट लाइटें भी शाम के समय लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करेंगी। शाम के समय लगने वाली भीड़ और ट्रैफिक से निपटने के 24 घंटे नो व्हीकल जोन लागू किया जाएगा। नगर निगम बुलार्ड पोल लगाएगा, जो दिन में नीचे रहेंगे और शाम को अपने आप ऊपर उठ जाएंगे। इससे कोई वाहन अंदर न आ सके। यह पूरी योजना पुलिस और ट्रैफिक विभाग की सहमति से लागू की जा रही है। बच्चों और परिवार के लिए भी खास पार्क के अंदर बच्चों के खेलने की जगह को नया रूप दिया गया है। अब यहां साफ-सुथरा माहौल, अच्छी रोशनी और सुंदर बैठने की व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था है। नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल के अनुसार, इंदिरा बाल विहार को अब पूरी तरह से स्मार्ट और टूरिस्ट फ्रेंडली फूड स्ट्रीट के रूप में बदला जा रहा है। सफाई, सुरक्षा और व्यवस्था पर खास ध्यान दिया जा रहा है। यहां आने वाले हर व्यक्ति को अच्छा अनुभव मिलेगा।
जिले के थानों में दर्ज 2560 केस पेंडिंग,145 आईओ का वेतन रोका
भास्कर न्यूज|गिरिडीह अनुसंधान में लापरवाही पर एसपी डॉ. विमल कुमार ने 145 अनुसंधानकर्ताओं का वेतन तत्काल प्रभाव से रोकने का आदेश दिया है। गिरिडीह जिले के विभिन्न थानों में दर्ज 2560 मामले डेली रिपोर्ट से हटाए गए थे, लेकिन इन मामलों की चार्जशीट न तो अनुसंधानकर्ताओं(आइओ) ने न्यायालय में समर्पित की और न ही पुलिस के सीसीटीएनएस पोर्टल पर अपडेट िकया। समीक्षा में पाया गया कि कई अनुसंधानकर्ताओं के पास लंबे समय से मामले लंबित हैं, जिन पर कोई प्रगति नहीं हुई। एसपी ने कहा कि चार्जशीट तुरंत न्यायालय में समर्पित की जाए और काम पूर्ण होने के बाद संबंधित प्रमाण-पत्र अनिवार्य रूप से कार्यालय में जमा किए जाएं। लंबित मामलों पर त्वरित कार्रवाई और समय पर अपडेट ही पुलिसिंग की पारदर्शिता को मजबूत करेगा और जनता के भरोसे को बनाए रखेगा। प्रशासन ने पहले भी कई बार निर्देश दिए थे, लेकिन कार्रवाई नहीं होने पर यह कठोर कदम उठाया गया। एसपी ने कहा िक लंबित कांडों की बढ़ती संख्या किसी भी परिस्थिति में स्वीकार्य नहीं है। समीक्षा से यह स्पष्ट हुआ है कि कई अनुसंधानकर्ताओं ने गंभीर लापरवाही बरती है। एसपी ने सभी अनुसंधानकर्ताओं को चेतावनी दी कि भविष्य में कोई भी मामला लंबित न रहे और हर मामले की उचित प्रक्रिया का पालन किया जाए। कहा िक समय पर कार्रवाई और जिम्मेदारीपूर्ण निष्पादन ही पुलिसिंग की विश्वसनीयता को बनाए रख सकता है और जिले में कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करेगा। 6 अनुसंधानकर्ता ऐसे हैं िजनके पास 50 से अधिक मामले लंबित जिले के 145 अनुसंधानकर्ताओं में से 6 ऐसे एएसआई चिह्नित किए गए हैं, जिनके पास 50 से अधिक मुकदमे वर्षों से लंबित पड़े हुए हैं। ये अधिकारी रोजाना थाना में ड्यूटी तो करते हैं, लेकिन कांडों के अनुसंधान को लगातार टालते रहने से पीड़ितों को बार-बार थाना का चक्कर लगाना पड़ रहा है। विभागीय समीक्षा में सामने आया कि हीरोडीह थाना के एएसआई बसंत टोप्पो के पास 75, नगर थाना के एएसआई शिवजतन हेंब्रम के पास 71, हीरोडीह थाना के एएसआई धंजीव कुमार सिंह के पास 58, धनवार थाना के एएसआई अशोक मंडल के पास 58, सरिया थाना के एएसआई श्रवण कुमार सिंह के पास 54 और गिरिडीह मुफ्फसिल थाना के एएसआई राहुल रंजन सिंह के पास 51 मामले पेंडिंग हैं।
2003 की सूची में नाम नहीं हैं तो घबराए नहीं : कलेक्टर
खंडवा| शहर के खानशाहवली वार्ड क्षेत्र में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (एसआईआर) को लेकर रात्रि चौपाल कार्यक्रम किया गया। इसमें वार्ड के लोगों ने एसआईआर फॉर्म भरे। चौपाल में कलेक्टर ऋषव गुप्ता भी शामिल हुए। उन्होंने वार्डवासियों और बीएलओ से चर्चा की। कलेक्टर ने कहा डरने और घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। हम भारतीय हैं। जिसका नाम 2003 की लिस्ट या 2025 की वोटर लिस्ट में नाम नहीं आ रहा हैं। वो बाद में 9 दिसंबर से दावे-आपत्ति लगा सकता है। इस अवसर पर पार्षद शब्बीर कादरी, शहर कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा रघुवंशी नेता प्रतिपक्ष मुल्लू राठौर सहित क्षेत्र के लोग मौजूद थे।
खंडवा| जय भोलेनाथ ग्रुप द्वारा सेवा सप्ताह में नि:शुल्क होम्योपैथी शिविर रविवार सुबह 10 से दोपहर 1 बजे तक हेमू कॉलानी स्मृति सभा कक्ष में लगाया जाएगा। इसमें होम्योपैथी विशेषज्ञ डॉ. एनडी पटेल उपचार करेंगे। ग्रुप के संस्थापक मनोहर शामनानी ने बताया इसके पूर्व शिविर में 60 से अधिक लोगों ने स्वास्थ्य परीक्षण करवाया, नि:शुल्क आयुर्वेदिक दवाई ली। पुष्पा चंचलानी, नंदा चंचलानी ने बताया कि आयुष विभाग की आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ.वर्षा रानी ने स्वास्थ्य परीक्षण किया। भोले भक्त सरिता रूपराज पाटीदार ने सेवा सप्ताह की जानकारी देते हुए बताया कि ‘नर सेवा ही नारायण सेवा’ की सोच के साथ ग्रुप के सदस्यों ने जरूरतमंदों को कंबल, स्वेटर सहित गर्म वस्त्र वितरित किए। स्वास्थ्य शिविर में मोहन पटेल, रेनू अग्निहोत्री, ज्योति चौहान, मुस्कान तोलानी एवं भाव्या साधवानी आदि मौजूद रहे।
इधर, सातवें बारीपदा शॉर्ट फिल्म फेस्टिवल में दिखाई जाएगी ट्राइबल ब्लड मैन पर बनी डॉक्यूमेंट्री
भास्कर न्यूज | धालभूमगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धालभूमगढ़ में शनिवार को रक्तदान शिविर का आयोजन कर कुल 18 यूनिट रक्त का संग्रह किया गया। रक्तदान शिविर का उद्घाटन झमुमो के प्रखंड अध्यक्ष अर्जुन चंद्र हांसदा, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ गोपीनाथ माहली, झामुमो नेता विनोद चौबे, बीपीएम अभय सिंह, बीएएम गोपीनाथ दास, निरंजन महतो ने सामूहिक रूप से दीप जलाकर किया। रक्तदाताओं को अतिथियों के हाथों से प्रमाण पत्र तथा शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। रक्तदान शिविर में जमशेदपुर सदर अस्पताल के ब्लड बैंक के चिकित्सकों की उपस्थिति में रक्त संग्रह किया गया। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी गोपीनाथ माहली ने जानकारी देते हुए बताया कि रक्त की कमी को देखते हुए सिविल सर्जन के निर्देश अनुसार सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इस तरह का रक्तदान शिविर आयोजित कर रक्त संग्रह करने का काम किया जा रहा है। रक्तदान महादान होता है इससे बड़ा और पुण्य का काम कुछ भी नहीं है। रक्तदान शिविर में बढ़ चढ़कर लोगों को रक्तदान करने का आग्रह भी किया गया। इस मौके पर विनय कृष्ण प्रमाणिक, चुनाराम मान्ना, समय मांडी आदि उपस्थित थे। घाटशिला । अपने जीवन में 79वें बार रक्तदान करने वाले और रक्तदान को अपना मिशन बनाने वाले जमशेदपुर के ट्राइबल ब्लड मैन के नाम से चर्चित राजेश मार्डी की जीवनी पर आधारित एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म का सातवें बारीपदा नेशनल इंडिजिनियस शॉर्ट फिल्म फेस्टिवल 2025 के लिए नामांकन किया गया है। यह फिल्म फेस्टिवल बारीपदा के शहीद स्मृति भवन में आगामी 13 व 14 दिसंबर को आयोजित होगा। ट्राइबल ब्लड मैन राजेश मार्डी के नाम से संथाली भाषा में बनी इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म को गोमहेड़ ऊमुल प्रोडक्शन के बैनर तले बनाया गया है, जिसके निर्माता सुशील मुर्मू व निर्देशिका किरण माझी हैं। कैमरामैन के रूप में सूरज मुर्मू व उदय हेम्ब्रम, संपादन जयंत बास्के व राजेश टुडू ने किया है तथा साउंड जयंत बास्के ने दिया है। इस फिल्म फेस्टिवल में झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, दिल्ली, तमिलनाडु, असम सहित कई अन्य जगहों से बनाई गई शॉर्ट फिल्म, डॉक्यूमेंट्री फिल्म व विडियोज को शामिल किया गया है। राजेश मार्डी की इस उपलब्धि पर जमशेदपुर ब्लड सेंटर के जीएम संजय चौधरी सहित उनके प्रशंसकों व नई जिंदगी परिवार के सभी सदस्यों ने बधाई दी है।
जेल में कैदी की संदिग्ध मौत, 2 दिन पहले गिरफ्तार हुआ था
भास्कर संवाददाता| खंडवा जिला जेल में दो दिन पहले शराब के एक पुराने मामले में कोर्ट वारंट पर आए कैदी की अचानक तबीयत बिगड़ गई। जेल प्रबंधन उसे तत्काल अस्पताल ले गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जिला जेल के जेलर ने बताया कैदी अल्कोहलिक था और उसकी किडनियां भी खराब थी, इसलिए मौत हुई। मामले को ज्यूडिशियल जांच में लिया है। घटना के बाद शव को मेडिकल कॉलेज की मर्चूरी में रखा है। पुलिस की सूचना पर परिजन अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें बेटे का शव नहीं दिखाया गया। जिला जेल के अनुसार मृतक जितेंद्र (30) पिता रविशंकर सांगुले, नया हरसूद में रहता था। हरसूद पुलिस के अनुसार, जितेंद्र पर 2022 में आबकारी एक्ट (शराब) के तहत मामला दर्ज हुआ था। पुलिस ने 20 नवंबर को उसे हिरासत में लेकर जेल भेजा था। मृतक के भाई सुधाकर सांगुले ने बताया शनिवार सुबह 9 बजे हरसूद पुलिस से भाई के मौत की जानकारी मिली। जबकि कुछ देर पहले फोन पर बीमार होने की सूचना मिली थी। मृतक की मां श्यामबाई का कहना है कि बेटे की गिरफ्तारी की सूचना पुलिस ने उन्हें नहीं दी। वह जिस महिला के साथ रिलेशनशिप में रहता था, उस महिला ने बताया कि जितेंद्र को पुलिस ले गई है। जितेंद्र शराब पीने का आदी था। उसकी दोनों किडनियां खराब हो गई थी।
बाजार समिति के दुकानों का सत्यापन करने का निर्देश
निरीक्षण करते डीसी और अन्य। भास्कर न्यूज | गढ़वा जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त दिनेश यादव ने शनिवार को आगामी नगरपालिका चुनाव 2026 की तैयारियों की समीक्षा के लिए बाजार समिति का प्रस्तावित मतगणना स्थल व वज्र गृह निर्माण को ले स्थलीय निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए। निरीक्षण के दौरान सभी चुनावी व्यवस्थाओं, मतगणना केन्द्रों की स्थापना और आवश्यक संसाधनों की बारीकी से जांच की गई और संबंधित पदाधिकारियों और कर्मियों को निर्णायक निर्देश दिए गग। ताकि मत पेटीकाओं का संग्रहण व मतगणना प्रक्रिया निष्पक्ष, पारदर्शी और सुचारु रूप से संपन्न हो सके। निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने पाया कि बाजार समिति क्षेत्र में कुछ दुकानों का उपयोग निर्धारित स्वरूप के विपरीत किया जा रहा है और उन दुकानों पर प्रतिबंधित वस्तुएं व सामग्री भी बिक्री के लिए उपलब्ध कराई जा रही थीं। इस पर उन्होंने गहरी नाराज़गी व्यक्त करते हुए गढ़वा एसडीओ को निर्देश दिए कि तत्काल बाजार समिति में संचालित सभी दुकानों का सत्यापन करें तथा नियमों के उल्लंघन पर कड़ी कार्रवाई करें। उपायुक्त ने कहा कि नगरपालिका चुनाव 2026 पूर्णतः निष्पक्ष, शांतिपूर्ण और व्यवस्थित तरीके से संपन्न कराना मुख्य उद्देश्य है। इसके लिए हर स्तर पर समयबद्ध तैयारी, समुचित संसाधन और पारदर्शी प्रक्रिया अनिवार्य है। उन्होंने चुस्त दुरुस्त और पारदर्शी व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश अधिकारियों को दिया है। ताकि जनता का विश्वास कायम रहे। बाजार समिति में दुकानों के सत्यापन के बाद प्रतिबंधित वस्तुओं की बिक्री रोकने के लिए सख्त प्रशासनिक कार्रवाई करने की बात कही। उन्होंने सभी संबंधित विभागों के पदाधिकारियों को निर्वाचन कार्यों को प्राथमिकता देने व निर्धारित समय-सीमा के भीतर आवश्यक सभी व्यवस्था सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया है। उन्होंने बताया कि आगामी दिनों में चुनावी तैयारियों की समीक्षा के लिए और भी निरीक्षण और बैठकें आयोजित की जाएगी। ताकि कोई भी कोताही न रहे। निरीक्षण के क्रम में अपर समाहर्ता राज महेश्वरम, जिला पंचायत राज पदाधिकारी प्रमेश कुशवाहा, गढ़वा एसडीओ संजय कुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी नीरज कुमार, पुलिस उपाधीक्षक यशोधरा, भवन प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता प्रेमलाल सिंह आदि मौजूद थे।
विधायक के एक वर्ष के कार्यकाल पर सवाल, मुद्दे पर विरोध मार्च आज
गढ़वा | सदर एसडीएम संजय कुमार के नियमित साप्ताहिक संवाद कार्यक्रम कॉफी विद एसडीएम के विशेष सत्र में रविवार को अनुमंडल क्षेत्र के थोक वस्त्र विक्रेताओं व वस्त्र विक्रेता संघ के प्रतिनिधियों के साथ बैठक आयोजित की जाएगी। इसी क्रम में एसडीएम ने बताया कि उक्त नियमित साप्ताहिक संवाद कार्यक्रम के 50 सप्ताह पूर्ण होने के उपलक्ष्य में इस बार एक अतिरिक्त विशेष संवाद एवं सम्मान कार्यक्रम रखा गया है। यह विशेष कार्यक्रम हर बुधवार को आयोजित होने वाले नियमित कॉफी विद एसडीएम के अतिरिक्त है। जिसमें विशेष आमंत्रित वर्ग के रूप में अनुमंडल क्षेत्र के थोक वस्त्र विक्रेताओं को आमंत्रित किया गया है। एसडीएम संजय कुमार ने गढ़वा वस्त्र विक्रेता संघ के पदाधिकारियों एवं उसके सदस्यों तथा स्वतंत्र रूप से रेडीमेड कपड़े का व्यवसाय करने वाले व्यवसायियों से अपील की है कि यदि संभव हो तो वे समय निकालकर इस विशेष स्वैच्छिक एवं संवादात्मक कार्यक्रम में जरूर सम्मिलित हों। बताया कि यह आयोजन रविवार को पूर्वाह्न 11 बजे सदर अनुमंडल कार्यालय सभागार में आयोजित किया जाएगा। भवनाथपुर | स्थानीय विधायक के एक वर्ष के कार्यकाल पूर्ण होने पर क्षेत्र की जनता और विपक्ष समेत कई संगठन उनके अधूरे वादों को लेकर आक्रोशित हैं। चुनाव के दौरान विधायक द्वारा छह माह के भीतर भवनाथपुर में पावर प्लांट का काम शुरू कराने का वादा किया गया था, लेकिन एक वर्ष बीत जाने के बाद भी उक्त परियोजना पर कोई प्रगति नहीं दिख रही है। क्षेत्रवासियों का आरोप है कि न केवल पावर प्लांट निर्माण की दिशा में पहल ठप पड़ी है, बल्कि विभिन्न सरकारी विभागों के कामकाज भी पिछले एक वर्ष से प्रभावित हैं। साथ ही कई विभागों में कमीशनखोरी चरम पर होने की शिकायतें भी सामने आ रही हैं।इसी के विरोध में एक संवेदनशील विपक्ष के रूप में जनता की आवाज को मजबूत करने के उद्देश्य से 23 नवंबर को विरोध मार्च एवं सभा का आयोजन किया गया है। कार्यक्रम के तहत सुबह 11 बजे सभी लोग अपने-अपने वाहनों से शिवपूजन यादव के पेट्रोल पम्प पर इकट्ठा होंगे, जहाँ से जुलूस की शुरुआत होगी। जुलूस बाजार मार्ग से होते हुए टाउनशिप स्थित पावर प्लांट शिलान्यास स्थल तक पहुँचेगा, जहाँ ‘पावर प्लांट की खोज’ प्रतीकात्मक कार्यक्रम तथा विरोध सभा आयोजित की जाएगी।इस कार्यक्रम में पूर्व विधायक सह भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष भानू प्रताप शाही भी शामिल होंगे। इसकी जानकारी मंडल अध्यक्ष सोना किशोर यादव ने दी। भवनाथपुर | शनिवार को प्रखंड अंतर्गत चपरी पंचायत भवन के सभागार में आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न मामलों के 930 आवेदन प्राप्त हुए। जबकि इसके पूर्व प्रखंड प्रमुख शोभा देवी, बीडीओ नंदजी राम, सीओ शंभु राम और मुखिया शैलेश चौबे ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत किया।कार्यक्रम में सभी विभागों द्वारा स्टॉल लगाए गया था। कार्यक्रम में सर्वाधिक मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के 346 आवेदन आए। इसके बाद पशुधन विकास योजना के 09, सर्वजन पेंशन योजना के 81, राशन कार्ड के 39, श्रम विभाग के 10, आवास के 244, मनरेगा के 10, स्वास्थ्य विभाग के 125, कृषि विभाग के 6,बिजली विभाग के 3 था अंचल संबंधित 26 आवेदन प्राप्त हुआ। इस कार्यक्रम में पशु डॉक्टर सत्येंद्र नारायण सिंह, बाल विकास परियोजना पर्यवेक्षिका रंजना कुमारी, प्रभारी सीआई इंतखाब आलम, सहायक राकेश सिंह, मनरेगा बीपीओ आनन्द कुमार रजक, पंचायत सचिव विकास कुमार, नवनीत कुमार, राजगीर राम, जेई प्रमेन्द्र विश्वकर्मा, वरुण कुमार, सहायक अभियंता प्रिंस सिंह, कंप्यूटर ऑपरेटर कौशल सिंह, चंदन कुमार, पंकज कुमार, कुंदन दुबे आदि मौजूद थे। केतार | प्रखंड के मुकुंदपुर के सूर्य नारायण वन में शनिवार को सरकार आपके द्वार कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ बीडीओ प्रशांत कुमार, जिप सदस्य ज्वाला प्रसाद और मुखिया मूंगा साह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कार्यक्रम में पेंशन, राशन, आवास, मनरेगा सहित अन्य विभागों द्वारा अलग-अलग स्टॉल लगाकर आवेदन लिया गया। इसमें पेंशन के लिए 49 आवेदन, सावित्रीबाई फुले किशोरी योजना के लिए 42 आवेदन, पशुधन योजना के लिए 42 आवेदन, श्रम योजना के लिए 14, जॉब कार्ड के लिए तीन आवेदन प्राप्त हुए। इनमें 50 आवेदनों का ऑन द स्पॉट निराकरण किया गया। वही मंईयां योजना के लाभुकों का ऑफलाइन आवेदन जमा कराया गया। अधिकारियों द्वारा बताया गया कि अबुआ आवास एवं मंईयां योजना का पोर्टल खुला नहीं रहने के कारण आवेदन ऑफलाइन जमा कराया गया है। इस अवसर पर बीपीओ कमलेश कुमार, समन्वयक राकेश कुमार, बीटीएम राकेश कुमार, पंचायत सचिव आदित्य कुमार,रोजगार सेवक दीपक जायसवाल, धीरेंद्र विश्वकर्मा सहित अन्य लोग मौजूद थे।
रोजगार सृजन लोन लेने वाले 280 डिफॉल्टरों को तीसरी नोटिस जारी
भास्कर न्यूज | गढ़वा कल्याण विभाग से मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत को जिले के 280 ऋणधारकों को डिफॉल्टर घोषित करते हुए तीसरी नोटिस जारी किया गया है। पहली नोटिस 11 सितंबर को व दूसरी नोटिस 31 अक्टूबर को दी गई थी। बावजूद ऋण धारक किस्त की राशि जमा नहीं किए हैं। अब विभाग की ओर से तीसरी व अंतिम नोटिस जारी होने के एक सप्ताह के अंदर राशि जमा नहीं करने बाद ऋणधारकों व गारंटरों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई की जाएगी। ऋण धारक वर्ष 2022-23, 2023-24 व वर्ष 2024-25 के शामिल हैं। योजना के तहत प्राप्त राशि से ऋण धारक दुकान, वाहन की खरीद और अन्य व्यवसाय किए हैं। डिफॉल्टरों में एससी निगम के 78, एसटी निगम के 23, अल्पसंख्यक निगम के 67 व बीसी निगम के 112 ऋण धारक शामिल हैं। व्यवसाय के लिए कम दर पर िदया जाता है पैसा : जिला कल्याण विभाग से संचालित मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना अंतर्गत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक श्रेणी के लाभुकों को स्वरोजगार एवं स्वावलंबन के लिए सरकारी संकल्प के आलोक में किफायती ब्याज दर (6%) और पर्याप्त सब्सिडी (40%) के साथ 50 हजार रुपये से लेकर 25 लाख रुपये राशि मुहैया कराई जाती है। जिससे लोग व्यवसाय कर सकते हैं। महज छह प्रतिशत ही ब्याज देना पड़ता है। 40 प्रतिशत या अधिकतम पांच लाख रुपये देने का प्रावधान है। तीन स्टॉलमेंट बकाया रहने के बाद सब्सिडी के लिए अयोग्य घोषित किए जाते हैं। अविलंब किस्त जमा करें, अन्यथा होगी कड़ी कार्रवाई : डीब्ल्यूओ : जिला कल्याण पदाधिकारी धीरज प्रकाश ने कहा कि विभाग से मासिक समीक्षा बैठक में प्राप्त निर्देश के आलोक में मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के सभी डिफॉल्टर ऋण धारकों से नियमानुसार मासिक किस्तों की वसूली करने के कड़े निर्देशों के अनुपालन के क्रम में तृतीय और अंतिम नोटिस जारी किया गया है। इसके बाद वैसे सभी डिफाल्टर ऋण धारकों का नाम और पिता, पता के साथ अलग-अलग विभिन्न ऋणदाता निगमों के अनुसार अखबारों में प्रकाशित किया जाएगा। ऐसे सभी डिफाल्टर जो कल्याण विभाग के द्वारा दिए गए ऋण की राशि का दुरुपयोग किए हैं और उनके द्वारा मासिक किस्तों का भुगतान कार्यालय में नहीं जमा किया जा रहा है, उन ऋण धारकों तथा गारंटर के खिलाफ राशि गबन के आरोप में प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई एक महीने के बाद प्रारंभ की जाएगी।
जनता दरबार... मझिआंव में 982 व बरडीहा प्रखंड में 341 आवेदन आए
भास्कर न्यूज | मझिआंव आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के अंतर्गत सेवा का अधिकार सप्ताह के तहत मझिआंव प्रखंड के मोरबे पंचायत में सूर्य मंदिर प्रांगण कार्यक्रम आयोजित की गई। इस अवसर पर स्थानीय विधायक सह मोरबे गांव निवासी नरेश प्रसाद सिंह बीडीओ सह सीओ श्रीमती कनक, मुखिया श्रीमती निर्मला सिंह एवं मुखिया प्रतिनिधि ललन प्रसाद सिंह आदि अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस दौरान ग्रामीणों की समस्याओं से संबंधित विभिन्न स्टालों पर आवेदन प्राप्त किए गए। इस दौरान कुल 982 आवेदन प्राप्त किए गए। जिसमें 47आवेदनों का तत्काल निष्पादित कर दिया गया। जबकि 935 आवेदन पेंडिंग रहे। जिसे संबंधित विभागों को कार्रवाई के लिए भेजा गया। इसी तरह बरडीहा प्रखंड मुख्यालय के सलगा पंचायत सचिवालय में बीडीओ सह सीओ राजेश कुमार के निर्देशन में सेवा का अधिकार सप्ताह के तहत कार्यक्रम आयोजित की गई। जिसमें ग्रामीणों से संबंधित आवेदनों का त्वरित निष्पादन किया गया। इस संबंध में बीडीओ ने बताया कि आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में ग्रामीणों के कुल 341 आवेदन प्राप्त किये गए। जिसमें 128 समस्याओं का तत्काल निष्पादन किया गया और 24आवेदन प्रोग्रेस में है। तथा 191आवेदन को संबंधित विभागों को भेज दिया गया है। मौके पर नोडल पदाधिकारी, प्रखंड 20 सूत्री अध्यक्ष शिवप्रसाद गुप्ता एवं मुखिया सहित ग्रामीण उपस्थित थे।
13 एकड़ में बनेगा नगर वन, आज पौधे रोपेंगे
खंडवा| पर्यावरण संरक्षण और हरियाली बढ़ाने के उद्देश्य से नगर निगम शहर में नगर वन विकसित करेगा। करीब 13 एकड़ में प्रस्तावित नगर वन के पहले चरण में 1 एकड़ में 2 हजार पौधे रोपे जाएंगे। इसकी शुरुआत रविवार से होगी। सिविल लाइन कलेक्टर बंगले के पास स्थित नमो वन में दोपहर 12 बजे महापौर अमृता यादव सहित अन्य लोगों द्वारा पौधारोपण किया जाएगा। उन्होंने बताया करीब 20 लाख रुपए की लागत से नगर वन (नमो वन) विकसित किया जा रहा है। पहले चरण में 2 हजार पौधे लगाए जाएंगे। -पढ़िए फ्रंट पेज -पढ़िए स्पोर्ट्स पेज .श्री सत्य साई जन्मोत्सव कहां : प्रोफेसर कॉलोनी समय : सुबह 11.30 बजे
नमस्कार, कल की सबसे बड़ी खबर दिल्ली ब्लास्ट को लेकर है, जिसकी प्लानिंग कश्मीर में बनी। वहीं, दूसरी खबर ब्रजभूषण शरण सिंह के बयान पर है। उन्होंने कहा कि मैं 2029 में जरूर चुनाव लड़ूंगा। ⏰ आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... कल की बड़ी खबरें... 1. कश्मीर में बनी दिल्ली ब्लास्ट की प्लानिंग, अल-फलाह यूनिवर्सिटी तैयारी और नूंह को छिपने के लिए चुना फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी के डॉ. मुजम्मिल और शाहीन सईद NIA की गिरफ्त में हैं, जबकि डॉ. उमर ने 10 नवंबर को दिल्ली ब्लास्ट में खुद को उड़ा लिया था। जांच एजेंसियों के मुताबिक दिल्ली ब्लास्ट की प्लानिंग कश्मीर में हुई और ऑपरेशन सेंटर फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी थी। आतंकियों ने छिपने के लिए लोकेशन नूंह को सिलेक्ट किया था। जांच टीम ने टेरर मॉड्यूल के संपर्क में आए 1,000 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की। देश के कई शहरों में सुसाइड बॉम्बर, ड्रोन अटैक की तैयारी थी। मामले में अब तक 6 आरोपी पकड़े गए हैं। श्रीनगर में एक और आरोपी गिरफ्तार: जांच एजेंसियों ने ब्लास्ट से जुड़े एक बड़े आतंकी नेटवर्क को पकड़ लिया है। हर आरोपी अलग-अलग हैंडलर से निर्देश ले रहा था। मॉड्यूल को एक सीनियर हैंडलर इब्राहिम कंट्रोल कर रहा था, जिसके नीचे मंसूर और हाशिम जैसे हैंडलर काम करते थे।वहीं, जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर से तुफेल नियाज भट को टेरर मॉड्यूल केस में गिरफ्तार किया गया है। पढ़ें पूरी खबर... 2. सम्राट के गृहमंत्री बनते ही एक्शन शुरू, बेगूसराय में एनकाउंटर, हत्या के आरोपी को बिहार पुलिस ने गोली मारी बिहार में नई सरकार बनते ही पुलिस एक्शन में आ गई। बेगूसराय में STF और जिला पुलिस ने मर्डर के आरोपी शिवदत्त राय को एनकाउंटर में घायल किया। वह STF पर फायरिंग कर रहा था। उसके पास से हथियार और कैश मिले। शिवदत्त का इलाज पुलिस हिरासत में चल रहा है। गृहमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार में अपराधियों के लिए जगह नहीं। शिवदत्त पर हत्या का आरोप: 2022 में बेगूसराय के धनकौल पंचायत में सरपंच मीना देवी के घर पर हुए हमले में उनके छोटे बेटे अवनीश की हत्या हो गई थी और बड़ा बेटा रजनीश घायल हुआ था। लूट के विरोध में गोलीबारी हुई थी। मामले में शिवदत्त राय और उसके गिरोह पर FIR हुई थी। पढ़ें पूरी खबर... 3. बृजभूषण बोले- 2029 का चुनाव जरूर लड़ूंगा, BJP टिकट नहीं देगी तो पैदल लड़ेंगे भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और कैसरगंज के पूर्व भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने 2029 के लोकसभा चुनाव में उतरने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा- 2029 का चुनाव जरूर लड़ेंगे। भाजपा लड़ाएगी तो लड़ेंगे, वरना पैदल लड़ जाएंगे। बृजभूषण के 2029 चुनाव लड़ने वाले दो बयान सामने आए हैं। पहला बयान इंटरव्यू में...बृजभूषण शरण सिंह ने अपने आवास पर दिए गए एक इंटरव्यू में कहा था- 2027 में तो नहीं, लेकिन 2029 का चुनाव जरूर लडूंगा। पूर्व सांसद ने कहा कि मैं भाजपा में हूं और रहूंगा। मेरे परिवार में 3 लोग भाजपा से ही राजनेता हैं। मेरी आत्मा अभी भी भाजपा में ही बसती है। दूसरा बयान गोंडा में दियाशनिवार को गोंडा के पस्का कस्बे में एक शादी समारोह में पहुंचे बृजभूषण ने मीडिया से बातचीत में कहा कि भले ही उन्हें निर्दलीय लड़ना पड़े, लेकिन वो 2029 में चुनाव जरूर लड़ेंगे। दरअसल, यौन शोषण के आरोपों के बाद 2024 लोकसभा चुनावों में बृजभूषण का टिकट कट गया था। भाजपा ने उनकी जगह उनके बेटे करण भूषण सिंह को टिकट दिया था। पढ़ें पूरी खबर... 4. दिल्ली में पकड़े गए पाकिस्तान से भेजे हथियार, लॉरेंस-गोगी जैसे गैंगस्टरों को सप्लाई करते थे दिल्ली पुलिस ने ISI से जुड़े इंटरनेशनल हथियार तस्कर नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। चार तस्कर रोहिणी से गिरफ्तार किए गए, जो पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए हाईटेक हथियार मंगाते थे। फिर लॉरेंस और गोगी गैंग को सप्लाई करते थे। पुलिस ने 10 पिस्टल और 92 कारतूस बरामद किए। यह रैकेट पाकिस्तान से ऑपरेट होता था और हवाला के जरिए पैसा भेजा जाता था। हथियार ड्रोन के जरिए भेजे जाते थे: पुलिस के मुताबिक, हथियारों का रैकेट पाकिस्तान से चल रहा था। तुर्किये और चीन से हथियार पाकिस्तान पहुंचते, फिर ड्रोन से पंजाब में गिराए जाते थे। वहां से यूपी-पंजाब के तस्कर इन्हें दिल्ली और आसपास के राज्यों तक पहुंचाते थे। ये हथियार लॉरेंस, बंबिहा, गोगी और हिमांशु भाऊ गैंग को सप्लाई होते थे। पैसा पाकिस्तान को हवाला से भेजा जाता था। पढ़ें पूरी खबर... 5. G20 समिट में मेलोनी से मिले मोदी, ब्राजीली राष्ट्रपति डि-सिल्वा को गले लगाया; कहा- पुराने डेवलपमेंट मॉडल ने रिसोर्स छीने PM मोदी ने जोहान्सबर्ग में G20 समिट के दौरान इटली की PM जॉर्जिया मेलोनी समेत कई नेताओं से मुलाकात की और ब्राजील के राष्ट्रपति लूला को गले लगाया। पहले सत्र में PM मोदी ने कहा पुराने डेवलपमेंट मॉडल ने संसाधन छीने हैं, इसलिए नए मॉडल की जरूरत है। वहीं, दूसरे सत्र में उन्होंने जलवायु परिवर्तन, G20 सैटेलाइट डेटा साझेदारी और डिजास्टर जोखिम कम करने पर बात की। ट्रम्प समिट में नहीं आए: अफ्रीकी राष्ट्रपति रामफोसा ने 2026 की अध्यक्षता किसी 'खाली कुर्सी' को सौंपने की बात कही है। अगले साल 2026 में G20 की अध्यक्षता अमेरिका को मिलनी है, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प इस समिट में भाग नहीं ले रहे हैं। पढ़ें पूरी खबर... 6. तौकीर रजा के करीबी की बिल्डिंग पलभर में ढहाई, बरेली में 25 करोड़ की मार्केट पर चला बुलडोजर बरेली हिंसा के आरोपी मौलाना तौकीर रजा के करीबी की मार्केट और मैरिज हॉल पर बुलडोजर चला। तौकीर के खास कहे जाने वाले मोहम्मद आरिफ की 25 करोड़ कीमत की 2 इमारतों पर शनिवार दोपहर एक साथ बुलडोजर एक्शन हुआ। इलाके में सुरक्षा को देखते हुए 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी और पीएसी तैनात रही। सबसे पहले बुलडोजर जगतपुर की दो मंजिला इमारत को ध्वस्त करने पहुंचा। 2 साल पहले बनी बिल्डिंग में 16 दुकानें थीं। इसकी कुल कीमत 5 करोड़ बताई जा रही। आरिफ के पीलीभीत रोड पर बने परिसर पर भी बुलडोजर चला। इसमें मैरिज हॉल फ्लोरा गार्डन, पीटर इंग्लैंड का आउटलेट और कई दुकानें हैं। इसकी कीमत 20 करोड़ बताई जा रही। हालांकि, शाम 6 बजे तक बिल्डिंग गिराई नहीं जा सकी। इसके बाद रविवार सुबह कार्रवाई शुरू होगी। तौकीर पर 10 मुकदमे दर्ज तौकीर रजा पर बरेली में 26 सितंबर की हिंसा का मास्टरमाइंड होने का आरोप है। पुलिस ने अब तक 10 मुकदमे दर्ज किए हैं। इनमें हत्या की साजिश, भीड़ को उकसाने, पुलिस पर हमले और पेट्रोल बम फेंकने, लूटपाट करने, दंगा कराने जैसी गंभीर धाराएं शामिल हैं। पढ़ें पूरी खबर... 7. बर्फ से ढका बद्रीनाथ धाम, उत्तराखंड में जमने लगी झील, राजस्थान में सर्दी से थोड़ी राहत उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी जारी है। उत्तराखंड के चमोली में स्थित बद्रीनाथ धाम, बर्फ की सफेद चादर से ढंक गया है। यहां का तापमान माइनस 9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। चमोली जिले की ही शेषनेत्र झील भी जम गई है। वहीं, 14500 फीट की ऊंचाई पर स्थित पिथौरागढ़ का आदि कैलाश में भी बर्फबारी हुई। इससे इलाके की सभी झीलें जम गई हैं। दिल्ली-NCR में प्रदूषण से जुड़े नियम बदले: दिल्ली-NCR में बढ़ते प्रदूषण के बीच GRAP नियमों को और सख्त कर दिया गया है। अब जो नियम पहले AQI 450+ पर लागू होते थे, वे AQI 401–450 पर ही लागू होंगे। इसमें सरकारी, निजी और नगर निगम दफ्तरों में सिर्फ 50% स्टाफ बुलाना और बाकी को वर्क-फ्रॉम-होम देना शामिल है। शनिवार सुबह दिल्ली-NCR का AQI 360 रहा, जो बहुत खराब श्रेणी में है। पढ़ें पूरी खबर... आज का कार्टून ⚡ कुछ अहम खबरें हेडलाइन में… ️ बयान जो चर्चा में है... खबर हटके... ट्रेन में इलेक्ट्रिक केतली में चाय-नूडल्स बनाए ट्रेन के एसी कोच में एक महिला ने इलेक्ट्रिक केतली में नूडल्स और 10-15 लोगों की चाय बनाई। वीडियो वायरल होने पर लोगों ने सुरक्षा को लेकर नाराजगी जताई। सेंट्रल रेलवे ने CCTV और ट्रैवल डिटेल्स से महिला को ढूंढ रही है। रेलवे ने इसे यात्रियों की जान से खिलवाड़ बताया और कार्रवाई की बात कही। फोटो जो खुद में खबर है भास्कर की एक्सक्लूसिव स्टोरीज, जो सबसे ज्यादा पढ़ी गईं… करेंट अफेयर्स ⏳आज के दिन का इतिहास ️ मौसम का मिजाज कर्क राशि वालों को मुश्किलों के बावजूद कामयाबी मिलेगी। तुला राशि वालों के नए काम की शुरुआत होने के योग हैं। जानिए आज का राशिफल... आपका दिन शुभ हो, पढ़ते रहिए दैनिक भास्कर ऐप… मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ को और बेहतर बनाने के लिए हमें आपका फीडबैक चाहिए। इसके लिए यहां क्लिक करें...
रेक पॉइंट को लेकर दो पक्षों में मारपीट
खंडवा| रेक पॉइंट को लेकर एक पक्ष के तीन लोगों ने एक व्यक्ति के साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी। शिकायत पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया। पंधाना पुलिस के मुताबिक दीनदयाल फकीरचंद सैनी निवासी नारनौल जिला महेंद्रगढ़ हरियाणा ने शिकायत की कि बोरगांव बुजुर्ग निवासी मोहिद, तौहिद व रफीक ने कृष्णकुमार रामजस जाट निवासी हनुमानगढ़ राजस्थान के साथ रैक पॉइंट को लेकर पाइप से मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी। केस दर्ज किया है।
मेरठ में बॉयफ्रेंड फंदे पर लटक गया। ये सुनकर उसकी गर्लफ्रेंड ने 1 घंटे बाद सुसाइड कर लिया। लड़के को तो गांव के लोगों ने बचा लिया। मगर लड़की की जान चली गई। ये दोनों घटनाएं उलधन गांव में सिर्फ 300 मीटर के फासले पर हुईं। ये लव स्टोरी सिर्फ 8 महीने पुरानी थी। बॉयफ्रेंड दीपांशु को सलमा (बदला हुआ नाम) के परिवार वाले पसंद नहीं करते थे। मामला अलग-अलग धर्मों से जुड़ा होने का भी विवाद था। गांव में पंचायत भी हुई थी, मगर कोई फैसला नहीं हो सका। अब लड़की के परिवार ने बेटी की लाश देखकर आरोप लगाएं– जब हमने बेटी की बॉडी देखी, वो जमीन पर पड़ी हुई थी। हमारी बच्ची के गले पर फंदा था। पास में डंडा पड़ा हुआ था। हमें संदेह है कि हमारी बच्ची के गले में फंदा डालकर उसकी हत्या कर दी गई है। पुलिस ने लड़के के परिजनों के खिलाफ FIR कराई है। वहीं, लड़के का हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है। लव स्टोरी में सुसाइड की इस कहानी को और करीब से समझने के लिए दैनिक भास्कर टीम शहर से 22 km दूर खरखौदा पहुंची। पढ़िए रिपोर्ट… गांव का माहौल लोग बोले- बेटी तो गई, मगर ये लोग सिर उठाकर चल नहीं सकेंगेमेरठ से हापुड़ रूट पर खरखौदा इलाके में गांव उलधन में यह वाकया हुआ था। हाईवे से अंदर आते हुए लोगों के बीच इस घटना की चर्चा होती मिली। एक जगह चाय पीने के लिए हमारी टीम रुकी, यहां पर लोग कह रहे थे कि लड़की के पिता तो मजदूर हैं। 5 भाई-बहन हैं, इन सबकी जिम्मेदारी तो पिता पर ही है, अब ये कलंक लग गया है। बेटी तो खो ही चुके हैं, अब समाज में सिर उठाकर नहीं चल सकेंगे। लोगों की बातों को समझते हुए हम उस गली में पहुंचे, जहां सलमा का घर था। घर की दीवारों पर प्लास्टर नहीं था। परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी। यहां बहुत भीड़ थी। घर के अंदर महिलाएं रो रही थीं। लोग आपस में बात कर रहे थे कि यहीं से 300 मीटर दूर दीपांशु का घर है। उसके पिता किसान हैं, दीपांशु से बड़े 2 भाई हैं, जिनकी शादी हो चुकी है। दीपांशु कोई जॉब नहीं करता था। लड़की के परिजनों की बात चाचा बोले- मेरी भतीजी को मार डाला घर के बाहर ही हमारी मुलाकात सलमा के परिवार के लोगों से हुई। लड़की के चाचा से हमने पूछा- बच्ची के साथ क्या हुआ था? वह कहते हैं- हम लोग मसूरी में रहते हैं। यहां हमारे मां-पिता और भाई का परिवार रहता है। हमें तो यहीं कॉल आया था कि बेटी की हत्या कर दी गई है। पिता बोले- पंचायत में विवाद, फिर मुझे, बेटी को पीटा लड़की के पिता ने कहा- हम इस शादी के खिलाफ थे। हमारा धर्म अलग-अलग है, हम क्या करते। समाज में मुंह दिखाएंगे या नहीं। 21 नवंबर की रात को भी पूरे मामले को सुलझाने के लिए अपनी बेटी को साथ लेकर गए थे। पहले लड़के के घर पर सब लोग बैठे, वहां पंचायत में विवाद हो गया। फिर इन लोगों ने मुझे और मेरी बेटी को पीटा था। आप समझिए, मेरी बेटी को दीपांशु की मां घर से बुलाकर ले गई थी। इसके बाद क्या हुआ? ये नहीं पता, लेकिन सिर्फ इतना जानते हैं कि मेरी बेटी को मार दिया गया है। मैं दीपांशु की तबीयत पूछने उसके घर गया था, वहां उन लोगों ने मुझे मारापीटा, गंदी गालियां देकर धक्के मारकर बाहर निकाल दिया। उनका लड़का तो जिंदा है, लेकिन उन्होंने हमारी बेटी की हत्या कर दी है। बुआ बोलीं- लड़की की बॉडी के पास डंडा क्यों थाकरीब खड़ी लड़की की बुआ कहती हैं- लड़की के गले में फंदा था। जब पुलिस पहुंची, तब लड़की की बॉडी सोफे के पास जमीन पर पड़ी हुई थी। एक मोटा डंडा करीब 3 इंच का, लड़की की गर्दन के पास पड़ा हुआ था। मुझे भी यह सब देखकर लगा ही नहीं कि बच्ची ने सुसाइड किया है। जब मैंने ये बात कही, तो वहां मौजूद लोगों ने मुझे घर से बाहर निकाल दिया। अब दीपांशु के परिजनों की बात लोग बोले- परिवार में झगड़ा, ये लोग छिपकर मिलते थेलड़की के परिवार की बात समझने के बाद हम 300 मीटर दूर लड़के दीपांशु के घर की तरफ आ गए। यहां भी पड़ोसियों का जमावड़ा था। यहां लोग बातें कर रहे थे कि सलमा और दीपांशु के परिवारों में झगड़ा था, मगर ये लोग छिप-छिपकर मिलते थे। सलमा अभी बालिग नहीं हुई थी। मार्केट में इन लोगों की मुलाकात हुई थी। दोस्ती होने के बाद ये लोग मिलने लगे थे। ये बात भी पूरे गांव में फैल चुकी थी कि ये दोनों शादी करना चाहते थे। इस दोनों की शादी नहीं होने के पीछे हमें 2 कारण बताए गए। पहला- लड़का हिंदू है, जबकि लड़की मुस्लिम थी। इसलिए परिवार इस शादी पर रजामंद नहीं थे। दूसरा- दीपांशु के पास नौकरी नहीं थी। लड़की के परिवार इसको लेकर पूरे गांव के सामने विरोध दर्ज करा चुके थे। परिवार की मर्जी से अलग दोनों शादी करना चाहते थे। सलमा अपने परिवार में जिद पर अड़ गई थी कि जिससे प्यार करती हूं, उसी से शादी भी करूंगी। बहन बोली- 10 लाख रुपए मांग रहे थे, धमकी थी कि झूठे केस में फंसा देंगे दीपांशु की बहन नीतू कहती हैं- लड़की की बुआ ने हमारे पिताजी से 10 लाख रुपए की मांग की थी। उन्होंने अपनी लड़की से कहा कि तुम दीपांशु के पिता से कहो कि तुमको 10 लाख रुपए दें, नहीं तो तुम उनकी शिकायत कर झूठा केस करा दोगी। इससे दुखी होकर मेरा भाई शीशम के पेड़ पर लटक गया। तभी गांववालों ने उनको देख लिया और हमने अपने भाई को बचा लिया। वो पेड़ से लटके थे, लेकिन सांस चल रही थी। हमने उन्हें बचा लिया। इसके बाद हम अपने भाई को पेड़ से उतारकर घर ले आए। हम भाई को लेकर घर आ गए। फिर मैं प्रधान के घर गई। जहां वो लड़की उसकी बुआ मुझे मिले। तब मैंने बताया कि तुम्हारी वजह से मेरे भाई ने फांसी लगा ली। इसके बाद मैं प्रधान के घर से लौट आई। पीछे से वो लड़की भी हमारे घर मेरे भाई को देखने आ गई, फिर भाई को देखने के बाद वो लड़की दोबारा प्रधान के घर गई। जहां उसने फांसी लगाकर जान दे दी। भाभी बोली- वो मेरे देवर को टॉर्चर कर रही थीदीपांशु की भाभी ज्योति का आरोप है कि वो लड़की चार-पांच बार हमारे घर आई। मैंने उसे शुक्रवार को ही पहली बार देखा। वो दो बजे के बाद हमारे घर आई। उसने हमारे घर एक वीडियो बनवाया और अपना बयान दिया। इसके बाद वो लड़की वापस चली गई। वो कई बार हमारे घर के चक्कर काटती रही। मेरे देवर को वो टॉर्चर करती रही कि चलो प्रधान के घर चलेंगे। वो बार-बार मेरे देवर को परेशान करती रही। 2 महीने पहले लड़की के घरवालों ने मेरे देवर पर रेप का केस लगाया था। बाद में केस खत्म हो गया था। अब 21 नवंबर की शाम गांव उलधन में जो हुआ, वो जानिए… 1.30 बजे जंगल में दोनों मिले, फिर परिवार पहुंचासलमा और दीपांशु के अफेयर के बारे में पूरे गांव को पता था। गांव में पहले भी पंचायत हो चुकी थीं। ये भी तय हुआ था कि दोनों एक-दूसरे से नहीं मिलेंगे। परिवार के आगे दोनों ने रजामंदी दी, मगर छिप-छिपकर मुलाकातें करते रहे। 21 नवंबर की दोपहर करीब 1.30 बजे दोनों गांव के बाहर जंगल में मिले। गांव के लोगों ने उन्हें देख लिया था। इसकी जानकारी सलमा के परिवार को दी। सलमा के अब्बू जंगल में पहुंचे। वहां से बेटी को डांटा और समझाया, लेकिन वो नहीं मानी। तब तक वहां गांव के लोग भी आ गए। बोले- एक काम करते हैं, जब लड़का-लड़की मान नहीं रहे हैं, तो एक काम करते हैं कि ग्राम प्रधान डॉ. संयोगिता के घर चलते हैं, वो ही लड़की को समझाएंगी। इस तरह से तो गांव का माहौल खराब हो जाएगा। लड़की को काउंसिलिंग के लिए ग्राम प्रधान के घर लाए इस घटना के बाद बॉयफ्रेंड दीपांशु अपने घर चला गया। देर शाम तक सलमा ग्राम प्रधान के घर रही। वहां उसे काफी समझाया गया कि वो दीपांशु से शादी की जिद छोड़ दे, लेकिन लड़की नहीं मानी। इसी दरम्यान लड़की की बुआ और छोटी बहन भी ग्राम प्रधान के घर आ गईं। उन्होंने भी समझाने का प्रयास किया, लेकिन सलमा नहीं मानी। तभी सलमा को उसकी बहन ने बताया कि क्या तुम्हें पता है कि दीपांशु खेत के पास पेड़ की डाल से फंदे पर लटक गया था। सुसाइड कर लिया है। सलमा ये सुनने के बाद दौड़ते हुए दीपांशु के घर पहुंची। घर के गेट पर ही परिवार ने उसको रोक लिया। सलमा को ये लगने लगा कि दीपांशु अब बचेगा नहीं, वो मर चुका है। वो वहां गिड़गिड़ाती रही, लेकिन दीपांशु के परिवार के लोग भी अड़े रहे। रास्ते में कहती हुई गई- वो क्या मरेगा, मैं मरकर दिखाऊंगीअब सलमा दोबारा प्रधान के घर पहुंची। वो बहुत रो रही थी, रास्ते में जो गांव के लोग उससे मिल रहे थे, वो उन्हें कह रही थी कि ये दीपांशु क्या मरेगा, उसे तो मैं मरकर दिखाऊंगी, मरना क्या होता है, ये मैं बताऊंगी। ये कहते हुए लड़की प्रधान के घर पहुंच गई। वहां उसे सभी ने समझाया कि शादी की जिद छोड़ दे। इसके बाद प्रधान के घर पर लोग काम में लग गए। आरोप है कि लड़की अकेली थी। उसने प्रधान के घर के ड्राइंग रूम में दरवाजे के पीछे बनी खूंटी से लटककर जान दे दी। लड़की ने अपने दुपट्टे से फंदा बनाया और खूंटी से लटक गई। ग्राम प्रधान की बात बेटी ने सबसे पहले उसे लटका हुआ देखा ग्राम प्रधान डॉ. संयोगिता कहती हैं- मैं किचन में चाय बनाने गई थी। बच्चे खेल रहे थे, लड़की कमरे में अकेली थी। तभी बच्चे अंदर आए देखा कि सलमा फंदे पर लटकी हुई थी। उसके मुंह से झाग निकल रहा है। मैं किचन से दौड़ते हुए आई, फौरन पुलिस और लड़की के घरवालों को बुलाया। पुलिस ने आकर लड़की को उतारा, देखा तो वो मर चुकी थी। इसके बाद पुलिस लाश लेकर चली गई। दीपांशु को फांसी लगाते लोगों ने देख लियादीपांशु ने शुक्रवार को लगभग 4.30 बजे अपने घर से 200 मीटर दूर खेत में ट्यूबवेल के पास शीशम के पेड़ से लटककर फांसी लगाई थी। लेकिन लोगों ने उसे समय रहते देख लिया और बचा लिया। फिलहाल दीपांशु खरखौदा के एनसीआर अस्पताल में भर्ती है। जहां उसका इलाज चल रहा है। अस्पताल में दीपांशु के साथ उसकी मां और बहन हैं, जबकि उसके पिता और भाई फरार हैं। दीपांशु के फंदे पर लटकने के एक घंटे बाद यानी 5.30 बजे किशोरी सलमा ने भी फांसी लगाकर जान दे दी। लड़की की डेडबॉडी को शुक्रवार को देर शाम दफन कर दिया गया है। CO बोले- दबिश दे रहे, जल्द पकड़ लेंगेपूरे मामले में CO किठौर प्रमोद कुमार सिंह का कहना है- पीड़ित पक्ष की शिकायत के आधार पर मुकदमा लिखा गया है। मामले की जांच की जा रही है। खरखौदा थाने में दीपांशु उसके पिता मंगू, बहन नीतू और भाइयों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस दीपांशु के घरवालों की तलाश में दबिश दे रही है, लेकिन वो फरार हैं।....................... ये भी पढ़ें - कश्मीर से आए फौजी समेत 3 दोस्तों की मौत:अमेठी में बुलेट ट्रक में टकराई, सड़क पर बिखरीं लाशें, पत्नी रो-रोकर बेसुध अमेठी में ट्रक और बुलेट की टक्कर हो गई। हादसे में फौजी समेत तीन दोस्तों की मौत हो गई। तीनों दोस्त की शादी से घर लौट रहे थे। बुलेट की स्पीड 100 के करीब थी। ट्रक सड़क पर खड़ा था। उन्होंने बचने के लिए बुलेट की ब्रेक मारी, लेकिन ट्रक से टक्कर हो गई। युवक छिटककर सड़क पर करीब 10 फीट दूर गिरे। लाशें सड़क पर बिखर गईं। तीनों के सिर में गंभीर चोटें आईं। पढ़िए पूरी खबर...
आपको हम बता रहे हैं, भोपाल शहर में आज कहां-क्या हो रहा है। यहां हर वो जानकारी होगी, जो आपके काम आएगी। संगीत-संस्कृति, आर्ट, ड्रामा के इवेंट से लेकर मौसम, सिटी ट्रैफिक, बिजली-पानी की सप्लाई से जुड़ा हर अपडेट मिलेगा। काम की जरूरी लिंक्स
बाजरा की खरीदी कल से 24 दिसंबर तक
मुरैना। जिले में बाजरा की खरीदी 24 नवंबर से 24 दिसंबर 2025 तक की जाएगी। इसके लिए जिले में 29 खरीदी केन्द्र बनाए गए हैं। धान की खरीदी 1 दिसंबर 2025 से 20 जनवरी 2026 तक होगी। इसके लिए जिले में दो खरीदी केन्द्र बनाए गए हैं। कलेक्टर लोकेश कुमार जांगिड़ के निर्देश पर प्रत्येक खरीदी केन्द्र पर एक-एक नोडल, जोनल, एईओ, पटवारी एवं पंचायत के सचिव मौजूद रहेंगे। खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य पर उपार्जित होने वाले बाजरा, धान का गुणवत्ता परीक्षण प्रथम स्तर पर उपार्जन समिति, उपार्जन एजेंसी द्वारा नियोजित सर्वेयरों द्वारा किया जाए। गठित 3 सदस्यीय दल विभिन्न दायित्वों का पालन करेगा। जिसमें निर्धारित यूनिफार्म स्पेसफिकेशंस के अनुसार कार्य सुनिश्चित करना।
तेज रफ्तार स्कूटी और बाइक की भिड़ंत, बुजुर्ग घायल
दतिया| ग्वालियर झांसी हाइवे स्थित राजघाट कॉलोनी के तिराहे पर तेज रफ्तार एक बाइक व एक स्कूटी की आमने सामने भिड़ंत हो गई, जिससे बाइक चालक बुजुर्ग घायल हो गया। घटना शनिवार शाम छह बजे की बताई गई। जानकारी के अनुसार, ग्वालियर झांसी हाइवे स्थित राजघाट तिराहे पर एक ही दिशा में आ रही एक स्कूटी व बाइक की टक्कर हो गई। टक्कर में बाइक क्रमांक एमपी 32 जेड ए 3667 का चालक घायल हो गया। फिलहाल घायल बुजुर्ग की शिनाख्त नहीं हो सकी है।
बस ड्राइवर ने अचानक लगाया ब्रेक, पीछे आ रहा ई रिक्शा घुसा, 6 घायल
भास्कर संवाददाता | भिंड मुरैना के पोरसा में रिश्तेदारी में विवाह समारोह में शामिल होने जा रहे परिवार को लेकर जा रहा ई रिक्शा आगे जा रही स्कूल बस से टकरा गया। हादसे में ई रिक्शा में सवार एक ही परिवार के 6 लोग घायल हो गए। स्कूल बस ड्राइवर द्वारा अचानक ब्रेक लगाने से हुई इस दुर्घटना के बाद डायल 112 की सहायता से घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया। नारायण कुशवाह 35 साल निवासी अशोक नगर पोरसा निवासी अपने रिश्तेदार के यहां शनिवार को आयोजित शादी समारोह में शामिल होने परिवार के साथ ई रिक्शा से जा रहे थे। पोरसा की ओर जा रहा ई रिक्शा जब अटेर के काली अहरोली गांव के पास पहुंचा, तभी रोड पर जा रही एक तेज रफ्तार स्कूल बस के ड्राइवर ने अचानक ब्रेक लगा दिए। रोड पर अचानक रुकी बस के पीछे आ रहा ई रिक्शा अनियंत्रित होकर बस के पीछे टकरा गया। इस घटना में ई रिक्शा में सवार नारायण कुशवाह सहित आरती 28 साल पत्नी हरिओम कुशवाह, आदित्य 6 साल पुत्र हरिओम कुशवाह, आर्यन 5 साल पुत्र नारायण कुशवाह, राधा 12 साल पुत्री राकेश कुशवाह निवासी खरिका एवं 9 वर्षीय अंकित पुत्र मुकेश कुशवाह निवासी खरिका घायल हो गए। िबना रजिस्ट्रेशन चल रहे ई रिक्शा जिले के ग्रामीण अंचल में चल रहे ऑटो और ई रिक्शा बिना रजिस्ट्रेशन और फिटनेस के सड़कों पर सवारी ढो रहे हैं। आरटीओ में पंजीयन नहीं होने से इनकी कंडीशन जर्जर होने के बाद भी यह सवारी ढो रहे हैं। बिना फिटनेस के चल रहे इन वाहनों में बैठने से सवारियों के साथ दुर्घटना की संभावना बनी रहती है।
लखनऊ में शनिवार शाम यादगार रही। रैपर किंग हनी सिंह ने स्मृति उपवन में अपने गानों से फैंस का दिल जीत लिया। लोगों ने भी सीटी और तालियां बजाकर हनी सिंह का स्वागत किया। हनी सिंह ने लाइव परफॉर्मेंस के दौरान अपना कोट उतार कर फेंका, तो लड़कियां फ्लाइंग किस करने लगीं। इस दौरान हनी सिंह ने ब्लू आइज से लेकर मिलेनियर गाना गाया। तो लोगों ने कहा कि मेरा रैपर बादशाह का बाप है। हनी सिंह ने हर-हर महादेव का जयकारा लगाया। साथ ही कहा कि सूखे नशे से दूर रहो। VIDEO में देखिए हनी सिंह की परफॉर्मेंस...
रामलला अब तंबू की धूल और तपन से निकलकर अपने राजमहल जैसे मंदिर में विराजमान हैं। दो दिन बाद पीएम नरेंद्र मोदी मंदिर के शिखर पर धर्मध्वजा लहराएंगे। अयोध्या आज जिस उत्सव को जी रही है, उसके पीछे 500 साल की आग, मुकदमे और इंतजार की कहानी है। दैनिक भास्कर एप आज से तीन एपिसोड की एक खास सीरीज शुरू कर रहा है। इसमें बाबर की फौज से लेकर अदालतों तक और मंदिर के पत्थरों से लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले तक की पूरी कहानी नए अंदाज में पढ़िए। आज पहले एपिसोड में जानिए कैसे आधी रात में मंदिर टूटा, पुजारियों ने दीवार फांदकर रामलला की मूर्ति बचाई। 1853 के हिंदू-मुस्लिम दंगों के बाद सरयू ने तीन दिन तक लाशें ढोईं। कैसे निहंग सिख ने मस्जिद के आंगन में चबूतरा बनाया और कैसे 1885 में महंत रघुबरदास ने मंदिर बनाने के लिए पहला मुकदमा दायर किया। आज से 8 लाख 80 हजार 100 साल पहले त्रेतायुग अयोध्या, जिसका मतलब है ‘ऐसी भूमि जिसे जीता न जा सके।’ सरयू तट के किनारे इस पावन भूमि पर राजा दशरथ के यहां भगवान राम का जन्म हुआ। विश्वामित्र के संग उन्होंने राक्षसों का संहार किया और जनकपुरी में सीता का वरण। राम वनवास गए तो पिता ने भी देह छोड़ दी। रावण ने सीता का हरण किया। राम ने हनुमान और सुग्रीव समेत पूरी वानर सेना के साथ लंका पर चढ़ाई की और रावण का वध करके धर्म की फिर से स्थापना की। अयोध्या लौटे तो ऐसे आदर्श राज्य की स्थापना की, जहां न्याय, शांति और समृद्धि थी। सालों बाद अपने बेटों लव और कुश को राज्य सौंपकर सरयू में जलसमाधि ली। आज से 497 साल पहले मुगलकाल 15 सितंबर, 1528 की आधी रात। बाबर का सेनापति मीर बाकी अयोध्या के पास डेरा जमाए बैठा था, लेकिन किसी को अंदाजा नहीं था कि वो इतनी जल्दी राममंदिर तक पहुंच जाएगा। भीतर मंदिर के पुजारी हालात समझने की कोशिश कर रहे थे और बाहर अरबी घोड़ों पर सवार मुगलिया फौज तेजी से आगे बढ़ रही थी। मीर बाकी चिल्लाया, “ये जगह खाली करो। बादशाह बाबर का हुक्म है। ये बुतखाना अब यहां नहीं रहेगा।” एक बूढ़ा साधु आगे बढ़ा। उसकी आंखों में हिम्मत थी। वो चीखकर बोला, “ये रामलल्ला का मंदिर है। भगवान यहीं प्रगट हुए थे। पत्थर छूकर देखो, रामनाम ही बोलेगा।” मीर बाकी ने बात काट दी और गरजकर बोला, “दिमाग मत खराब कर बुड्ढे!” इतना कहकर मीर बाकी ने साधु के सीने पर लात मारकर गिरा दिया। फिर सिपाहियों की ओर देखकर बोला, “बादशाह का हुक्म कानून होता है। देख क्या रहे हो… तोड़ दो इसे!” सैनिकों ने हथौड़े उठाए। पहला वार पड़ा। “टन्न…” मंदिर के भीतर पुजारी समझ गए कि मुगल फौज से लड़ना नामुमकिन है। वे गर्भगृह की तरफ भागे। रामलला को उठाया और मंदिर के पीछे की दीवार फांदकर बाहर निकल गए। रात की अंधेरे में मूर्तियां कहीं छिपा दी गईं। उधर मंदिर ढहने लगा। लकड़ी की बीम, कसौटी पत्थर, झूमर सब नीचे गिर रहे थे। मीर बाकी खामोशी से देख रहा था। फिर अचानक बोला एक सिपाही को बुलाकर हुक्म दिया, “इन्हीं पत्थरों से यहां मस्जिद बना दो। पत्थर पर लिख देना- बादशाह बाबर के हुक्म पर मैंने यानी मीर बाकी ने यहां मस्जिद बनवाई।” कुछ दिनों बाद राम मंदिर की जगह एक नई इमारत खड़ी थी, बाबरी मस्जिद। मंदिर के नक्काशीदार पत्थर मस्जिद की दीवारों में लगा दिए गए। (15 सितंबर, 1528 की तारीख हिजरी सन को कैलकुलेट करके निकाली गई है। इसमें कुछ अंतर हो सकता है।) मूर्ति ओरछा पहुंची, ‘रामलला’ हो गए ‘रामराजा सरकार’ अयोध्या के मंदिर में रामलला की मूर्ति राजा विक्रमादित्य ने स्थापित कराई थी। मंदिर टूटने के बाद साल 1575 वो मूर्ति अयोध्या से ओरछा पहुंच गई। अयोध्या के रामलला ही ओरछा के रामराजा सरकार हैं। ओरछा के राजा मधुकर की पत्नी रानी गणेश कुंवरी राम की भक्त थीं। लोकमान्यता है कि एक रात सपने में भगवान राम ने रानी से कहा- ‘मैं अयोध्या में हूं, मुझे आकर ले जाइए।’ इसके बाद रानी पैदल अयोध्या आईं और वो मूर्ति जो कभी राम मंदिर में स्थापित थी, उसे लेकर ओरछा चली गईं। आज वही मूर्ति ओरछा के रामराजा मंदिर में विराजमान है। हिंदू-मुस्लिम में पहली झड़प और अंग्रेजों की बाड़बंदी 1853, वो जगह हमेशा से हिंदुओं की आस्था का केंद्र थी, जहां बाबरी मस्जिद खड़ी है। हालांकि, मस्जिद की घेराबंदी के लिए कोई दीवार या बाड़ नहीं थी। इसी वजह से मस्जिद के अंदर नमाज पढ़ी जाती थी और बाहर बने एक चबूतरे पर पूजापाठ होता था। लेकिन जुलाई की उस सुबह की तस्वीर कुछ बदली हुई थी। चबूतरे के नजदीक कुछ साधु बैठे बात कर रहे थे। एक ने कहा, “ये जगह रामलला की है। मंदिर की है, रामलला कब तक चबूतरे पर बैठे रहेंगे?” दूसरा साधु बोला, “हर बार कहते हैं कि अंदर नमाज होती है, पर कोई ये क्यों नहीं देखता कि पहले यहां मंदिर था।” तीसरा साधु फुसफुसाया, “अगर हम आज भी न बोले तो कभी नहीं बोल पाएंगे।” ये तीन वाक्य ऐसे थे जैसे सूखी घास में चिनगारी। पूरे शहर में अजीब सी गहमा-गहमी फैलने लगी। बात मुस्लिमों के कानों में भी पड़ी। बाबरी मस्जिद के अंदर कुछ नमाजी बैठे बात कर रहे थे। इनमें एक अधेड़ उम्र का आदमी ‘अली’ भी था। वो बोला- “हम सदियों से यहां नमाज पढ़ रहे हैं। अगर जमीन पर दावा बढ़ा तो हमारे इबादत के हक का क्या होगा?”एक बुजुर्ग नमाजी ने सख्त आवाज में कहा- “जिस जगह हम बचपन से सजदा कर रहे हैं, उसे कोई कैसे छीन सकता है?”अली ने गहरी सांस लेते हुए कहा- “मुझे इसका डर नहीं कि कोई जगह ले जाएगा, डर ये है कि आज शहर की हवा कुछ बदली हुई है। और बदली हुई हवा इंसान से गलत फैसले करवाती है।” दोपहर ढलते ही अजान हुई। उसी पल चबूतरे पर घंटियां बजने लगीं। दोनों आवाजें टकराईं और हवा में कुछ टूट सा गया। भीड़ धीरे-धीरे आगे बढ़ी। साधुओं की ओर से आवाज आई- “ये रामलला की जन्मभूमि है। यहां हमारा अधिकार है।” मुस्लिमों की ओर से जवाब आया- “मस्जिद में नमाज होती है, दखल क्यों देते हो?” तनाव और गहराने लगा। इस बीच एक अंग्रेज अफसर कर्नल हैनरी वहां पहुंचा। वर्दी पर धूल और चेहरे पर हैरानी।कर्नल हैनरी घोड़े से उतरा और चिल्लाया- “रुक जाओ! क्या हो रहा है ये सब?” अली आगे बढ़ा और बोला- “हम बस नमाज पढ़ना चाहते हैं, मगर माहौल बिगड़ रहा है।” उधर साधुओं में से एक कर्नल की आंखों में आंख डालकर बोला- “ये राम की जगह है। मंदिर तोड़कर यहां मस्जिद बनाई गई थी। रामलला कब-तक बाहर चबूतरे पर बैठेंगे?” कर्नल ने दोनों की बात सुनी। उसके चेहरे पर उलझन थी। दो धर्मों के बीच फंसा हुआ। उसने दोनों पक्षों को अलग होने को कहा- “भीड़ पीछे हटे... कोई आगे न बढ़े...” उसी समय भीड़ में से किसी ने एक पत्थर उछाला। कुछ ही देर में हो-हल्ला शुरू हो गया। दोनों तरफ से पत्थरों की बौछार होने लगी। लहूलुहान लोग गिरने लगे। कौन किस तरफ था, कुछ समझ नहीं आ रहा था। पूरी अयोध्या में सिर्फ डर और चीख-पुकार था। तीन दिनों तक सरयू में लाशें बहती रहीं। बड़ी मुश्किल से हालात काबू में आए। इसके बाद कर्नल हैनरी ने हिंदू और मुस्लिम पक्ष के नेताओं को बातचीत के लिए बुलाया। कर्नल हैनरी बोला- “जो कुछ भी हुआ ये दोबारा नहीं होना चाहिए।” मुस्लिम पक्ष की ओर से किसी ने कहा- “हमें नमाज के लिए जगह चाहिए… बस उतना।”साधुओं ने उत्तर दिया- “हमें रामलला का जन्मस्थान चाहिए। वहां पूजा का अधिकार चाहिए।”कर्नल ने गहरी सांस ली, बोला- “हम एक चीज कर सकते हैं, वहां रेलिंग लगा देते हैं।” मुस्लिम नेता चौंककर बोला- “रेलिंग?”साधु ने पूछा- “केवल बाड़ से क्या होगा?”कर्नल ने कहा- “इनसाइड नमाज, आउटसाइड पूजा। कोई दूसरे की जगह में नहीं जाएगा। कोई दंगा नहीं होगा।” कुछ दिनों बाद मस्जिद के चारों ओर बाड़ खड़ी कर दी गई। मस्जिद के अंदर फिर से नमाज फिर शुरू हो गई और बाहर चबूतरे पर आरती के दीए जलने लगे। 1853 में सिर्फ एक बाड़ नहीं लगी थी। वो राम मंदिर के इतिहास में पहली घटना थी जिसे अंग्रेज सरकार ने अपनी फाइल में दर्ज किया था। नोट लिखा गया- ‘दो समुदाय अलग-अलग आराधना करते हैं, इसलिए रेलिंग (बाड़) लगाई गई है।’ इस बाड़ ने आने वाले 150 साल की राजनीति, मुकदमेबाजी और विवाद की नींव रख दी। (कुछ किताबों में इस घटना का साल 1853 की जगह 1855 का बताया गया है। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने इसे साल 1853 को सही माना है।) निहंग सिख ने बनाया था रामलला का पहला चबूतरा राम जन्मभूमि विवाद का पहला उपलब्ध प्रमाण अवध के थानेदार शीतल दुबे की 28 नवंबर, 1858 की रिपोर्ट है। इसमें मस्जिद जन्मस्थान के बीचोंबीच पंजाब के रहने वाले निहंग सिख फकीर खालसा की पूजा का जिक्र है। 28 नवंबर 1858, थाने के मुंशी ने धीरे से पूछा, “हुजूर, ये वही मस्जिद जन्मस्थान वाला मामला है ना?”अवध के थानेदार शीतल दुबे ने गहरी सांस लेकर कहा, “हां वही है” थाने में पड़ी उस फाइल में लिखा एक-एक शब्द दुबे को याद था- “मस्जिद-जन्मस्थान के बीचोंबीच पंजाब निवासी निहंग सिख ने पूजा शुरू की। गुरु गोविंद सिंह के नाम पर हवन किया और भगवान का प्रतीक चिह्न स्थापित किया है। करीब 25 सिख ध्वज फहराने के लिए मौजूद हैं।” कुछ दिन पहले दोपहर की वो घटना उनकी आंखों के सामने चलने लगी। शीतल दुबे ने उस दिन सख्त आवाज में पूछा था, “क्या हो रहा है यहां?” एक ऊंची कदकाठी का निहंग सिख आगे बढ़ा और बोला, “जी हम पंजाब तां आए हैं। ये भी निरंकार की जगह है। भगवान का निशान जहां चाहे वहां लग सकता है।”दुबे भौंहे चढ़ाकर बोले, “तुम्हें मालूम है ये मस्जिद का हिस्सा है?” निहंग धीमे लेकिन दृढ़ स्वर में बोला, “हर जगह उसकी (ईश्वर) है। हमने कोई गलत काम नहीं किया। हवन होगा, ध्वज भी रहेगा। राम-राम लिखा है, तो क्या गलत है? नाम तो एक ही है।” मस्जिद की दीवारों पर कोयले से “राम-राम” लिखा था। मस्जिद के दरवाजे के ऊपर, इमाम के चबूतरे के किनारे काले अक्षर चमक रहे थे। उस रात शीतल दुबे ने अपनी रिपोर्ट में सब नोट किया। दो दिन के भीतर ये रिपोर्ट आला अंग्रेज अफसरों की मेज पर थी। केस नंबर 884, मोहल्ला- कोट रामचंद्र, अयोध्या।30 नवंबर, 1858 को बाबरी मस्जिद के खातिब (केयर टेकर) और मुअज्जिन (अजान देने वाला) मोहम्मद असगर ने शिकायत दर्ज कराई- “पंजाब के रहने वाले एक निहंग सिख फकीर सिंह और एक सरकारी मुलाजिम ने मस्जिद की मेहराब और इमाम के चबूतरे के पास मिट्टी का चबूतरा बना लिया है।” मुंशी ने पूछा, “मिट्टी का चबूतरा ही लिखूं या और कुछ?”असगर आंखें बंद करके आगे बोला, “लिखिए, चबूतरे पर एक मजहबी तस्वीर रखी गई है और हवन जारी है। पूरी मस्जिद में कोयले से राम-राम लिखा है।”मुंशी का हाथ थोड़ी देर के लिए रुक गया, “पूरी मस्जिद में?” असगर ने जोर देकर कहा, “हां, हर दीवार पर और ये सब थानेदार शिवगुलाम की साजिश से हुआ है। बैरागियों ने रातोंरात एक बालिश्त (करीब 9 इंच) ऊंचा चबूतरा बना दिया लेकिन अब वो चबूतरा एक गज यानी तीन फुट ऊंचा हो चुका है।” मुंशी लिखता गया- “शहर कोतवाल मौके पर जाकर नया निर्माण हटवाएं, हिंदुओं को वहां से हटाएं। प्रतीक और मूर्तियां हटा दी जाएं और दीवारों पर लिखी सब बातों को धो दिया जाए।” उस समय तो ये सिर्फ एक शिकायती अर्जी थी, लेकिन आने वाले समय में अदालतों के लिए अहम दस्तावेज बन गया, जो झगड़े की असली तस्वीर दिखाता था। उसी दिन निहंग सिख को वहां से हटाने का आदेश जारी हुआ। 1 दिसंबर, 1858 को थानेदार शीतल दुबे ने वो आदेश फकीर सिंह को दिखाया और सख्त लहजे में कहा, “ये जगह खाली करनी होगी।” फकीर सिंह ने दृढ़ आवाज में कहा, “हर जगह निरंकार की है। इस पर किसी का दावा नहीं चल सकता। न्याय तो ये है कि सबको उसे (ईश्वर) यहां याद करने दिया जाए।” दुबे ने निहंग को समझाया, “बाबा जी, ऊपर से आदेश है। जगह खाली करनी होगी।” दुबे ने रिपोर्ट में लिखा- “फकीर सिंह कहता रहा कि हर जगह निरंकार की है। मेरे साथ न्याय होना चाहिए। बार-बार कहने के बावजूद फकीर ने वो जगह नहीं छोड़ी।” इस रिपोर्ट के बाद आदेश आया कि अगर निहंग जगह न छोड़े तो सभी को गिरफ्तार कर लिया जाए। थानेदार दुबे ने 10 दिसंबर, 1858 को आखिरी रिपोर्ट लिखी- “मस्जिद-जन्मस्थान से झंडा उखाड़ दिया गया और वहां रहने वाले फकीर सिंह को हटा दिया गया है।” लेकिन उस रिपोर्ट में ये बात नहीं लिखी था कि मुसलमान फिर से नमाज पढ़ रहे हैं या मस्जिद बहाल हो गई है। जब अदालत में पहली बार पुकारा गया- 'रामलला हाजिर हों' 29 जनवरी, 1885 की एक सर्द शाम। जगह, राम जन्मभूमि का बाहरी परिसर। राम चबूतरे के महंत रघुबर दास एक वकील के साथ बैठे थे। रघुबरदास ने वकील से कहा, “आप देख रहे हैं न? हमारे रामलला भरी सर्दियों में खुले आसमान के नीचे बैठे हैं। हम बाड़ के अंदर की जगह नहीं मांग रहे, हम तो बस इस चबूतरे पर छोटा सी मंदिर चाहते हैं। क्या अंग्रेजी राज इतना भी न्याय नहीं दे सकता?” वकील ने कहा, “महंतजी, अदालत भावनाओं से नहीं कानून से चलती है। हमारी अर्जी तैयार है। हम राम चबूतरे पर एक मंदिर बनाने की इजाजत मांग रहे है। ये हमारा पहला कदम है। जमीन के कागज हैं, आस्था का प्रमाण है। अब बस कोर्ट की मुहर लगनी है।” ये सुनते ही रघुबरदास की आंखों में चमक आ गई। वकील से बोले- “चलिए, यही सही। तलवार से न्याय नहीं मिला तो अब कलम की धार देखेंगे। राम का काम अब फैजाबाद की अदालत में होगा।” दिसंबर 1885, फैजाबाद जिला अदालत में जज एफ.के.ई. चैमियर के रूम में सुनवाई चल रही थी। एक तरफ रघुबरदास और उनके वकील, दूसरी ओर मुस्लिम पक्ष के नुमाइंदे। जज ने धीमे से कहते हैं, “मुकदमा नंबर 61/280, 1885। रघुबर दास बनाम स्टेट। वकील, अपनी आखिरी दलील पेश करें।” महंत रघुबरदास ने अपनी जगह से खड़े होकर कहा, “असल मालिक तो रामलला हैं। केस उनका है, हम तो सेवक हैं।” मुस्लिम पक्ष के वकील ने अंग्रेज जज के सामने कहा, “माई लॉर्ड! चबूतरा, भले ही बाड़ के बाहर हो लेकिन मस्जिद कैंपस का हिस्सा है। अगर एक ईंट रखने की भी इजाजत दी गई, तो ये खतरनाक मिसाल बन जाएगी। आज ये चबूतरे पर मंदिर बनाना चाह रहे हैं, कल मस्जिद पर दावा करेंगे।” रघुबरदास के वकील ने कहा, “माई लॉर्ड, ये आस्था का सवाल है। हमें जन्मभूमि पर प्रार्थना करने का अधिकार है। चबूतरे पर सालों से पूजा हो रही है। हम पर शक न किया जाए। हम बस अपने भगवान को सर्दी, गर्मी, बरसात से बचाना चाहते हैं।” जज ने सारी दलीलें सुनीं। कुछ देर कलम चलाई और फिर फैसला पढ़ना शुरू किया। “कोर्ट हिंदुओं की भावनाओं का सम्मान करती है और मानती है कि राम चबूतरे पर मंदिर बनाने की मांग नैतिक रूप से सही है।” ये सुनते ही कोर्ट रूम में एक हल्की फुसफुसाहट उठी। जज चैमियर ने हाथ के इशारे से सबको शांत कराया और फिर बोलना शुरू किया, “लेकिन मेरी जिम्मेदारी शांति बनाए रखने की है। अगर मंदिर बनता है तो जोखिम बढ़ जाएगा। 350 साल पहले हुई गलती को सुधारने में बहुत देर हो चुकी है। दोनों पक्ष यथास्थिति कायम रखें।” निराश रघुबरदास बोल उठे- “ये कैसा न्याय है, जहां शांति के नाम पर हमारी आस्था को दबाया जा रहा है।” कल पढ़िए कैसे रात के अंधेरे में रामलला की मूर्ति प्रगट हुईं और देश में हलचल मच गई। *** इनपुट- राजीव नयन चतुर्वेदी ग्राफिक्स- सौरभ कुमार रेफरेंस Supreme Court Judgment (2019) | युद्ध में अयोध्या : हेमंत शर्मा | अयोध्या का चश्मदीद : हेमंत शर्मा | Ayodhya: The Dark Night - The Secret History Of Rama's Appearance In Babri Mas : Krishna Jha, Dhirendra K. 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'सवा मन घी' का दीपक देख भड़का औरंगजेब, तोप से उड़वाया 7 मंजिला मंदिर वह दौर था दमन का, जब आस्था के दीप बुझाने के लिए औरंगजेब की तलवार गरज रही थी। ‘कृष्ण पलायन’ सीरीज में आप पढ़ेंगे, कैसे क्रूर बादशाह औरंगजेब की वजह से हजारों साल पुराने दिव्य कृष्ण विग्रह ब्रजभूमि छोड़कर चले गए। कुछ विग्रह 100-200 साल बाद लौट आए। लेकिन, ज्यादातर जहां गए, वहीं के हो गए और बन गए नए धाम के प्राण पूरी स्टोरी पढ़ें...
देखिए… आवासीय नक्शा पास कराओ… और होटल बना लो। JE (जूनियर इंजीनियर) और अफसर आएंगे तो समझा देंगे। वे 50-60 हजार रुपए प्रति छत (एक मंजिल) के हिसाब से लेंगे। 3 छत डाली (3 मंजिला बिल्डिंग) तो डेढ़ लाख रुपए लगेंगे। छत ढलती जाए… पैसा देते जाओ… ऐसा ही होता है यहां…। ये कहना है दलाल यतीश अग्रवाल का। यतीश वृंदावन के आवासीय क्षेत्र में अवैध होटल बनाने का तरीका बता रहा। यतीश मथुरा-वृंदावन डेवलपमेंट अथॉरिटी (MVDA) के अफसर और इंजीनियरों द्वारा रखा प्राइवेट बाबू भी है। वो नॉन-कॉमर्शियल एरिया में होटल निर्माण करने वालों की सेटिंग अफसरों से कराता है। वृंदावन की कुंज गलियों में रज भूमि की पवित्र सुगंध बसती है। यहां राधा रानी की कृपा और नंदबाबा के लल्ला कृष्ण की मधुर लीला हर हृदय को ब्रज भक्ति में डुबो देती है। यूपी सरकार अयोध्या के बाद अब वृंदावन में विश्वस्तरीय काम करा रही है। इसके लिए 30 हजार करोड़ रुपए की लागत से मथुरा, वृंदावन, ब्रज और आसपास के क्षेत्रों को विकसित किया जा रहा। अयोध्या, काशी और उज्जैन के महाकाल लोक की तरह ही वृंदावन में भी बांके बिहारी कॉरिडोर भव्य रूप ले रहा। इन कामों का जिम्मा मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण (MVDA) को दिया गया है। लेकिन, MVDA के अफसर-इंजीनियर भ्रष्टाचार करने में इसे भी नहीं छोड़ रहे हैं। यहां की तंग सड़कें, यानी 9 मीटर से कम चौड़ी रोड पर होटल प्रतिबंधित है। फिर भी नए होटलों का निर्माण करा रहे। यहां के 12 से ज्यादा स्थानों पर करीब 200 अवैध होटल हैं। पिछले सालों में MVDA के अफसरों की भूमाफिया से साठगांठ भी उजागर हुई है। डालमिया बाग प्रोजेक्ट के नक्शे में गड़बड़ी इसका उदाहरण है। रिटायर बाबू वीरेंद्र कुमार अग्रवाल के आय से अधिक संपत्ति के केस ने भी ये उजागर किया कि श्रीकृष्ण के धाम में भी रिश्वतखोरी चल रही। यहां डेवलपमेंट के नियमों का पालन क्यों नहीं हो रहा? किन कामों में रिश्वतखोरी हो रही? ये किस पैटर्न पर काम कर रहा? अवैध होटलों के निर्माण से वृंदावन प्रोजेक्ट पर क्या असर पड़ेगा? इस सवालों के जवाब के लिए दैनिक भास्कर की टीम ने 15 दिन तक मथुरा-वृंदावन में इन्वेस्टिगेशन किया। पढ़िए, पूरा खुलासा… हमने देखा कि बांके बिहारी कॉरिडोर के आसपास प्रेम मंदिर के पीछे सुनरख वांगर रोड, छटीकरा में अक्षय पात्र के पास आश्रम रोड, गोवर्धन रोड पर अडिंग बाईपास के पास, परिक्रमा मार्ग, आश्रम भूमि क्षेत्र में नए होटल बन रहे। जबकि, इन जगहों पर होटल नहीं चलाए जा सकते। हमने पहले 3 स्थानों की जानकारी जुटाकर अवैध होटल निर्माण की बात करने के लिए रिश्वतखोरी करने वाले MVDA के अफसरों की जानकारी खंगाली। इनमें JE (जूनियर इंजीनियर) मनोज अग्रवाल का नाम सामने आया। हमने JE अग्रवाल को कॉल किया तो उन्होंने बातचीत के लिए दफ्तर बुलाया। हम उनके ऑफिस पहुंचे। हमने JE मनोज अग्रवाल से प्रेम मंदिर के पीछे का प्लॉट अवैध होटल बनाने के लिए खरीदने की बात कही। उन्होंने वहां की जानकारी लेने के बाद बताया कि होटल नहीं चला सकते, लेकिन आपमें हिम्मत हो तो चलाओ। रिस्क लेने की क्षमता हो तो चलाओ। हमने पूछा- वहां तो बहुत से अवैध होटल चल रहे, नए बन भी रहे? इस पर उनका कहना था- ठीक है, प्रेम मंदिर के पीछे आप भी ले लो…। आर्किटेक्ट को पकड़कर नक्शा बनवाओ… सभी NOC (नॉन आब्जेक्शन सर्टिफिकेट) लेकर आओ… फिर देखते हैं। इस बातचीत से यह साफ हो गया कि आवासीय का नक्शा पास कराकर होटल बनाया और चलाया जा सकता है। लेकिन, इसके लिए कितनी रिश्वत ली जाती है? इस पर उन्होंने पहले दिन कुछ नहीं बोला। चूंकि हमारे पास जमीन के डॉक्यूमेंट नहीं थे। इसलिए हमने जमीन के पेपर जुटाए। जिससे JE अग्रवाल से दोबारा मुलाकात कर रिश्वतखोरी का नेक्सेस उजागर कर सकें। अपने प्राइवेट बाबू के साथ बैठा था JE अग्रवालहमने प्रेम मंदिर के पीछे सुनरख वांगर रोड पर ऐसी जमीन के पेपर अरेंज किए, जो JE मनोज अग्रवाल को दिखा सकें। सोर्स ने 2 दिन में पेपर अरेंज कर दिए। इसके बाद JE अग्रवाल को कॉल किया, तो उन्होंने शाम 6 बजे ऑफिस बुलाया। यहां JE के साथ दलाल यतीश अग्रवाल बैठा था। ये JE अग्रवाल का प्राइवेट बाबू है। इसी के जरिए वे अवैध होटल बनाने वालों से वसूली करते हैं। यतीश कई प्रोजेक्ट के नक्शे दिखाकर JE अग्रवाल को अपडेट दे रहा था। कुछ समय बाद JE ने हमसे बातचीत शुरू की। रिपोर्टर: जमीन के पेपर लाया हूं। एक बार आप देख लीजिए। JE मनोज अग्रवाल: यहां तो 6 मीटर से कम की सड़क है… यानी 20 फीट से कम रोड हो गई। इसमें कैसे कराओगे? रिपोर्टर: निर्मित (वह एरिया, जहां MVDA नए निर्माण की परमिशन दे रहा) क्षेत्र है। JE मनोज अग्रवाल: निर्मित क्षेत्र होगा तो नक्शा पास हो जाएगा… बाकी देखा जाएगा। रिपोर्टर: रजिस्ट्री के बाद MVDA की क्या प्रोसेस है? क्या करना होगा? JE मनोज अग्रवाल: पहले जमीन खरीदो तो सही… अभी लड़का हुआ नहीं… पहले ही एडमिशन की सोच रहे। रिपोर्टर: डर है कि जमीन खरीदने के बाद फंस न जाएं? JE मनोज अग्रवाल: मैं क्या बताऊं… मुझसे क्या चाहते हो? रिपोर्टर: अगर निर्मित क्षेत्र हुआ तो क्या खर्च आएगा? JE मनोज अग्रवाल: देखो… एक से डेढ़ लाख रुपए नक्शा पास कराने का खर्च आएगा। रिपोर्टर: वो तो सरकारी फीस है… उसका तो ठीक है… बाकी MVDA का क्या खर्च लगेगा? JE मनोज अग्रवाल: अब उसका क्या बताऊं… वो तो जब नक्शा आएगा… तभी बता पाऊंगा। इसके बाद JE अग्रवाल ने दलाल यतीश को इशारा किया। यतीश उठकर हमारे पास आया और खर्च बताने लगा। यतीश अग्रवाल: देखो… सर का कहना है नक्शा किसके पास जाएगा, क्या पता? इसलिए अभी खर्च कैसे बता दें? रिपोर्टर: एवरेज तो पता चल सकता कि कितना खर्च आएगा? यतीश अग्रवाल: एक से डेढ़ लाख रुपए सरकारी फीस जाएगी… और एक से सवा दो लाख रुपए तक एक्स्ट्रा खर्च लगेगा। रिपोर्टर: आवासीय में होटल चलाएंगे तो कोई प्रॉब्लम तो नहीं होगी? यतीश अग्रवाल: एक काम करो… आप मेरा नंबर ले लो… मैं आर्किटेक्ट हूं… आप मुझसे मिलना… मैं सब बता दूंगा… कैसे होगा? मैं सब समझा दूंगा। हम ऑफिस से बाहर निकल गए। करीब 10 मिनट बाद यतीश को कॉल लगाया। वे हमारे पास आ गए। अब उन्होंने अवैश होटल बनाने का पूरा सिस्टम समझाया और रेट बताए। यतीश अग्रवाल: देखो… सबसे पहले नक्शा बनवाकर पास कराने के लिए अप्लाई कर दो। रिपोर्टर: इसमें क्या खर्च आएगा? यतीश अग्रवाल: इसमें 7 से 8 हजार रुपए खर्च आएगा। आवासीय नक्शा पास हो जाएगा। बिल्ड-अप एरिया है वहां…? रिपोर्टर: जो जमीन दिला रहा है… उसने बताया कि वहां होटल पास नहीं हो पाएगा। यतीश अग्रवाल: ऐसा होता है… बिल्डअप एरिया में तरीका होता है… उससे पास हो जाएगा। कितनी चौड़ी रोड है? रिपोर्टर: 20 फीट (6.1 मीटर) से कम रोड है। यतीश अग्रवाल: फिर आवासीय में पास करा लो… आप। रिपोर्टर: फिर वहां होटल चलने देंगे? यतीश अग्रवाल: सब चलने देंगे… रुक्मिणी विहार में होटल चल रहे हैं… जबकि, वहां होटल नहीं चल सकता। रिपोर्टर: कुछ होगा तो नहीं चलाने में? यतीश अग्रवाल: देखो… जब गाज गिरेगी तो सब पर गिरेगी… समझ रहे, मेरी बात को…? रिपोर्टर: …तो इसके लिए कुछ व्यवस्था तो बनानी पड़ेगी? यतीश अग्रवाल: सब व्यवस्था बन जाती है… पैसा खर्च करेंगे तो सब हो जाता है। रिपोर्टर: कितना खर्च आएगा? यतीश अग्रवाल: नक्शा पास करने का मानो आप एक से डेढ़ लाख रुपए… और इतना ही इसके ऊपर से पड़ जाएंगे। रिपोर्टर: यह तो ठीक है… लेकिन जब होटल चलेगा तब भी कुछ करना पड़ेगा क्या…? यतीश अग्रवाल: कुछ नहीं… जब बनते समय आएगा JE तो उससे सेटिंग हो जाएगी… बस, उतना देना पड़ेगा। रिपोर्टर: फिर भी कितना? यतीश अग्रवाल: देखो… एक बार में पैसा नहीं देना है… मान लो, आपने वन टाइम दे दिया और किसी का (अफसर का) ट्रांसफर हो गया। यहां छत (फ्लोर) के हिसाब से पैसा देना पड़ता है… छत लगती जाएगी, उसके हिसाब से आप देते जाना…। रिपोर्टर: एक छत का कितना देना पड़ेगा? यतीश अग्रवाल: जिस दिन नक्शा पास होगा… उसी दिन से आपकी डेट शुरू हो जाएगी… और जब तक निर्माण चलेगा… देना रहेगा। इस बीच जो भी JE आएगा… उससे सब सेट हो जाएगा। रिपोर्टर: कैसे होगा फिर…? यतीश अग्रवाल: अरे… जो हमसे मिल लिया… वो मेरा कंसल्टेंट हो गया। उसका पूरा काम करा देते हैं हम…। रिपोर्टर: अब मेरा सारा काम आप ही करेंगे। यतीश अग्रवाल: करीब 50-60 हजार रुपए एक छत (फ्लोर) के हिसाब से लगेगा… यह जनरल रेट है… बाकी एरिया और जमीन के हिसाब से भी खर्च आता है… अगर 3 छत (3 मंजिला बिल्डिंग) डाली तो समझ लो डेढ़ लाख रुपए हो गए… ये एक बार में नहीं देना है… छत ढलती जाए… पैसे देते जाओ… ऐसे ही होता है यहां…। रिपोर्टर: बनने के बाद जब होटल चलेगा तो कार्रवाई तो नहीं होगी? यतीश अग्रवाल: देखो… शिकायत तो होती रहती है… लेकिन कुछ होगा नहीं… सब सेटिंग हो जाती है… यहां सब इलीगल ही चल रहे हैं… जो भी नक्शा पास कराता है, वो उससे अलग ही बनाता है… आप मुझे अपने रजिस्ट्री के पेपर और जमीन की GPS लोकेशन भेज देना, बाकी मैं सब करा दूंगा। VC बोले- शिकायत मिली तो करेंगे कार्रवाई MVDA के VC (उपाध्यक्ष) श्यामबहादुर सिंह का कहना है- अभी तक इस तरह का कोई मामला मेरे संज्ञान में नहीं है और न ही ऐसी कोई शिकायत मिली। जब भी प्राधिकरण में किसी भी तरह के भ्रष्टाचार का मामला सामने आता है तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाती है। अब जानिए, क्या है बांके बिहारी कॉरिडोर काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, महाकाल लोक की तरह ही वृंदावन में बांके बिहारी कॉरिडोर बनाया जा रहा है। मंदिर के पास 5 एकड़ भक्तों के लिए विशाल वेटिंग रूम, पूजा सामग्री की दुकानें, पार्किंग की व्यवस्था होगी। इसके निर्माण में 900 करोड़ रुपए खर्च होंगे। अनुमान है कि जैसे कॉरिडोर निर्माण के बाद काशी व महाकाल में भक्तों की संख्या 5 गुना हुई है, वैसे ही यहां भी टूरिस्ट बढ़ेंगे। इसलिए, यहां अवैध रूप से होटल निर्माण शुरू हो गए हैं। ---------------------- ये खबर भी पढ़ें.. यूपी में बिजली विभाग में QR कोड से रिश्वत:ऑन कैमरा बाबू बोला– लोड बढ़ाने के 500, सोलर के लिए 1000 लगेंगे देखिए… एक फाइल (घर की छत पर सोलर पैनल लगाने की परमिशन) का 1000 रुपया लगेगा। हां, कैश नहीं है तो ऑनलाइन (मोबाइल फोन पर QR code दिखाते हुए) कर दीजिए। अब तो सभी ऑनलाइन देते हैं… क्या बताएं? पैसा सबको जाता है। JE (जूनियर इंजीनियर), SDO से लेकर एक्सईएन तक…। यूपी के बिजली विभाग में QR कोड स्कैन कराकर रिश्वत ली जा रही है। अगर आपके घर में बिजली के मीटर का लोड 2 किलोवॉट से बढ़ाकर 3 किलोवॉट करना है, तो 500 रुपए की रिश्वत लगेगी। घर की छत पर सोलर पैनल लगाने की परमिशन चाहिए, तो एक्सईएन के तय किए गए बाबू को 1000 रुपए की रिश्वत देनी होगी। पढ़ें पूरी खबर
समर्थन मूल्य पर मूंगफली की खरीद को लेकर बड़ा मामला सामने आया है। ब्लैक लिस्ट से बहाल हुई जिस फर्म को ठेका दिया गया, उसके दस्तावेजों का वेरिफिकेशन ही नहीं हुआ है। राजफैड डेढ़ महीने बाद भी टेंडर कैंसिल करने का फैसला नहीं ले पाया है। जिले में समर्थन मूल्य पर मूंगफली और मूंग की खरीद को लेकर हुए टेंडर में इस बार शर्त रखी कि फर्म ‘द कैरिज बाई रोड एक्ट 2007’ की धारा-3 अनुसार परिवहन विभाग में रजिस्टर्ड होनी चाहिए। बीकानेर-कोलायत और श्रीडूंगरगढ़ में हैंडलिंग और परिवहन का ठेका मैसर्स एसके ट्रांसपोर्ट को मिला है। फर्म ने 2019 में रजिस्टर्ड होने का प्रमाण पत्र पेश किया है। अब इसी को लेकर पेंच फंसा हुआ है। प्रमाण पत्र फर्जी होने की शिकायत पर सहकारिता विभाग के डिप्टी रजिस्ट्रार कैलाश चंद सैनी ने डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए परिवहन विभाग को पत्र लिखे थे, लेकिन आरटीओ ऑफिस में पुराना रिकॉर्ड नहीं मिल रहा। खास बात ये है कि मैसर्स एसके ट्रांसपोर्ट को जैसलमेर में ब्लैक लिस्ट किया गया था। टेंडर लगने से पहले राजफैड एमडी ने उसे बहाल कर दिया। गौरतलब है कि मूंगफली के हैंडलिंग और परिवहन को लेकर बीकानेर-कोलायत और श्रीडूंगरगढ़ के लिए क्रमशः 99 लाख-99 लाख और लूणकरणसर के लिए 45 लाख का टेंडर हुआ है। इन टेंडरों को लेकर विभाग पर राजनीतिक दबाव की भी चर्चा है। पहले 5 साल पुराना रजिस्ट्रेशन मांगा, फिर दो साल किया राजफैड के एमडी ने मूंगफली के हैंडलिंग और परिवहन की निविदा में नई शर्त जोड़ ‘द कैरिज बाई रोड एक्ट 2007’ का प्रमाण पत्र अनिवार्य कर दिया। 24 सितंबर को एक आदेश जारी कर आरटीओ में पांच साल पुराना रजिस्ट्रेशन मांगा गया था। 29 सितंबर को एक संशोधन आदेश जारी कर उसे दो साल किया। हैरानी की बात यह है कि टेंडर में कुल सात फर्मों ने भाग लिया, जिनमें से केवल कृष्णा कैरियर और एसके ट्रांसपोर्ट के पास ही 2019 में बने सर्टिफिकेट हैं, लेकिन कृष्णा की शिकायत नहीं है, पर वेरिफिकेशन दोनों का कराया गया है। फलोदी में भी ऐसा ही विवाद चल रहा है। वहां भी एसके ट्रांसपोर्ट फर्म है। आरटीओ में बीकानेर की तरह फलोदी के वीएसएस को भी 2019 के रिकॉर्ड के अभाव में पत्रावली के वैध या कूटरचित होने पर टिप्पणी करने में असमर्थता जताई है। फर्म 27 को बहाल, 30 को बिड ओपन बीकानेर-कोलायत और श्रीडूंगरगढ़ में मूंगफली के हैंडलिंग और परिवहन के 1.98 करोड़ के ठेके में मैसर्स एसके ट्रांसपोर्ट एल-1 है। डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन नहीं होने से वर्क ऑर्डर जारी नहीं किए गए। टेंडर भी कैंसिल नहीं हुआ। इस फर्म को जैसलमेर में 2023 में तीन साल के लिए विवर्जित (ब्लैक लिस्ट) किया गया था, जिस पर फर्म ने हाईकोर्ट से स्टे ले लिया। 17 अक्टूबर को टेंडर हुए। बिड 28 अक्टूबर के बजाय 30 को ओपन की गई। राजफैड के तत्कालीन एमडी टीकम चंद बोहरा ने 27 अक्टूबर को फर्म को विवर्जित सूची से हटा क्लीन चिट दे दी। क्रय-विक्रय सहकारी समितियों को पाबंद किया है कि विधिक अनुपालना करने वाली फर्म से ही कार्य कराएं। आरटीओ से जारी सर्टिफिकेट की जांच होनी चाहिए। मेरे द्वारा जारी सभी आदेश कागजों पर हैं। -टीकम चंद बोहरा, पूर्व एमडी, राजफैड बीकानेर और श्रीडूंगरगढ़ में हैंडलिंग और परिवहन ठेके में एल-1 फर्म के डॉक्यूमेंट वेरिफाई नहीं हुए हैं। इस संबंध में राजफैड एमडी से मार्गदर्शन का इंतजार है। -उमाकांत व्यास, मुख्य व्यवस्थापक, केवीसीएसएस, बीकानेर-कोलायत हमारे ऑफिस में 2019 का रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं है। ऐसे में सर्टिफिकेट फर्जी है या नहीं, कहा नहीं जा सकता। सहकारिता विभाग को लिख दिया गया है। -अनिल पंड्या, आरटीओ, बीकानेर
महामंदिर थाना क्षेत्र के दाधीच नगर में एक युवक ने टूर्स एंड ट्रेवल्स एजेंट से 4200 अमेरिकी डॉलर लेकर धोखाधड़ी की। आरोपी ने एजेंट को घर बुलाया, रुपए छीने और दरवाजे की कुंडी लगाकर फरार हो गया।पुलिस के अनुसार मंडोर बड़ा बेरा निवासी पदम सिंह (42) पुत्र मूल सिंह टूर्स एंड ट्रेवल्स का काम करता है। करीब 7 दिन पहले नवीन प्रजापत नाम के युवक का फोन आया, जिसने कहा कि उसे डॉलर कमीशन के काम में मदद चाहिए। शुक्रवार दोपहर को उसने पदम सिंह को दाधीच नगर स्थित घर बुलाया।घर पहुंचने पर नवीन ने डॉलर मांगे और मौका मिलते ही पदम सिंह के हाथ से 4200 डॉलर छीन लिए। बाहर से दरवाजे की कुंडी लगाकर भाग गया। कुछ देर बाद पीड़ित ने अपने परिचितों को बुलाया। नवीन की धर्म बहन आलिया पहुंची और दरवाजा खोला।महामंदिर थाना पुलिस ने परिवादी की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। यूएस से पढ़ाई छोड़कर आया जांच अधिकारी एसआई मेहराज के अनुसार नवीन की मां ने बताया कि बेटा कुछ वर्ष पहले यूएस में एमबीबीएस की पढ़ाई करने गया था, लेकिन बीच में ही छोड़कर भारत लौट आया। यहां आने के बाद उसने नशा करना शुरू कर दिया और करीब पांच साल से घर से दूर रह रहा था। हाल में जब उसके भाई का एक्सीडेंट हुआ, तभी वह घर आया था।
रांची मौसम केंद्र के मुताबिक राज्य में फिलहाल किसी बड़ी मौसमी प्रणाली का प्रभाव नहीं है। उत्तर-पश्चिमी से पश्चिमी हवाएं लगातार सक्रिय हैं। जिसके कारण पिछले 24 घंटे मौसम पूरी तरह शुष्क रहा। साहेबगंज में अधिकतम तापमान 30C दर्ज किया गया, जबकि गुमला का न्यूनतम तापमान 10.9C रहा। पूरे राज्य में सबसे कम तापमान गुमला में रहा है। वहीं अधिकांश जिलों में तापमान सामान्य से थोड़ा ऊपर-नीचे रहा। आर्द्रता सुबह के समय 80% से 95% तक पहुंची। आने वाले दिनों में भी सुबह हल्की धुंध या कोहरा छाने की संभावना है। जबकि दिन बढ़ने पर आसमान बिल्कुल साफ रहेगा। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि फिलहाल किसी तरह की चेतावनी नहीं है। मौसम सामान्य बना रहेगा। मध्य, दक्षिण और उत्तर-पश्चिमी जिलों में हल्का कोहरा रांची, बोकारो, रामगढ़, खूंटी, गुमला और कोडरमा जैसे मध्य झारखंड के जिलों में सुबह हल्की धुंध बने रहने की संभावना है। इसी तरह जमशेदपुर, सरायकेला-खरसावां, पश्चिमी सिंहभूम और सिमडेगा में भी सुबह कोहरे का प्रभाव दिखेगा। हालांकि धूप निकलने के बाद मौसम आरामदायक रहेगा। वहीं उत्तर-पश्चिमी जिलों गढ़वा, पलामू और लातेहार में भी सुबह के समय दृश्यता प्रभावित हो सकती है। देवघर, दुमका, जामताड़ा, पाकुड़ और साहेबगंज में भी मौसम पूरी तरह स्थिर है। कहीं भी बारिश की संभावना नहीं है। 24 से 26 नवंबर के दौरान हल्के बादल छा सकते हैं, लेकिन इसका मौसम पर खास असर नहीं पड़ेगा। तापमान में आएगी गिरावट, बढ़ेगी कनकनी मौसम विभाग ने चेताया है कि 23 से 26 नवंबर के बीच तापमान में 10 डिग्री तक की गिरावट आ सकती है। कोडरमा, चतरा, पलामू, लातेहार और गढ़वा में न्यूनतम तापमान 15C से घटकर 11–12C तक पहुंच सकता है। रांची, हजारीबाग और रामगढ़ में भी ठंड बढ़ेगी। राजधानी रांची में अधिकतम तापमान 27C से गिरकर 24–26C के बीच रहेगा। न्यूनतम तापमान 12C से नीचे आकर 10C तक जा सकता है। उत्तर-पूर्वी जिलों धनबाद, देवघर, गिरिडीह और दुमका में अधिकतम तापमान में 4 से 6 डिग्री की कमी दर्ज होने की संभावना है। दक्षिण झारखंड में भी तापमान धीरे-धीरे नीचे आएगा। अगले दिनों में शुष्क मौसम, बारिश की संभावना नहीं 27 और 28 नवंबर को सुबह धुंध और दिन में हल्के बादल रह सकते हैं, लेकिन बारिश की कोई संभावना नहीं है। आर्द्रता शाम को कई जगह 40% से 60% तक घटने से मौसम शुष्क बना रहेगा। मौसम विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि बदलते मौसम को देखते हुए गर्म कपड़े तैयार रखें, क्योंकि 24 नवंबर के बाद राज्य के अधिकांश हिस्सों में कनकनी महसूस होगी। कुल मिलाकर अगले पांच दिन ठंड में बढ़ोतरी और शुष्क मौसम के संकेत दे रहे हैं।
कैथल में सफीदों के विधायक रामकुमार गौतम ने अपने एक बयान को लेकर खेद प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि जो बयान उन्होंने सफीदों में दिया था, वह बयान बिल्कुल गलत है। उनकी भाषा बिल्कुल अमर्यादित थी। उसके लिए उन्हें दुख है और उन्हें ऐसा नहीं बोलना चाहिए था। उन्होंने यह भी कहा कि वे जो भी कहना चाह रहे थे, वह बिल्कुल सही था। बस उनके शब्द गलत थे, उनकी लैंग्वेज गलत थी। विधायक राजकुमार गौतम कैथल में अपने एक नजदीकी के प्रतिष्ठान पर पहुंचे थे। विधायक राजकुमार ने क्या बयान दिया था? बता दें कि, सफीदों में करीब एक सप्ताह पहले सफीदों विधायक रामकुमार गौतम ने विपक्षी दलों से जुड़े कुछ लोगों पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि, बटेऊ (दामाद) चूरमा खा रहा था और कुत्तों को जलन हो रही थी। उन्होंने यह भी कहा था कि कुछ लोगों का हाल उन कुत्तों जैसा ही है जो वर्तमान मुख्यमंत्री नायब सैनी से जलते हैं, लेकिन वे एक बात का ध्यान रखें, नायब सैनी केवल अब ही नहीं, अगले प्लान में भी सीएम बनेंगे। उनको जो करना है कर लो, सीएम का वे कुछ नहीं बिगाड़ सकते। भर्तियों को लेकर पार्टी कटघरे में इसके अलावा उन्होंने हरियाणा कौशल रोजगार निगम (एचकेआरएन) की भर्तियों को लेकर अपनी ही पार्टी को कटघरे में खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा मेरिट के बेस पर भर्ती करना अच्छी बात है, लेकिन उनमें पार्टी के खुद के कार्यकर्ताओं के बच्चे ही मेरिट के कारण पीछे गए हैं और वे लावारिसों की तरह घूम रहे हैं। आगे सरकार बनाने के लिए भाजपा को चाहिए कि कार्यकर्ताओं के बच्चों को नौकरी दी जाए और एचकेआरएन में भर्ती की पावर विधायकों को दी जाए, ताकि वे अपने कार्यकर्ताओं के बच्चों को नौकरियों पर लगा सकें। कार्यकर्ता ही पार्टी की रीढ़ होते हैं। यह बात वे पार्टी की कई मीटिंगों में भी कह चुके हैं। अगर कार्यकर्ताओं के बच्चे नौकरियों पर लगेंगे, तभी पार्टी की रीढ़ बच पाएगी, लेकिन इस तरफ किसी का ध्यान नहीं जा रहा। कांग्रेस पर कटाक्ष किया वहीं, कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि जिस पार्टी के नेता को ही चीजों का ज्ञान नहीं, वह पार्टी कैसे अपना वर्चस्व कायम रख सकती है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को तो यह भी पता नहीं कि कौन सी फसल पेड़ पर लगती है और कौन सी जमीन में पैदा होती है। इसके साथ-साथ उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी को तो भारतीय संस्कृति का पता ही नहीं, वें तो वेस्टर्न संस्कृति को फॉलो करते हैं। अंत में उन्होंने यह भी कहा कि अगर देश को बचाना है तो भाजपा सरकार को यहां रखना ही होगा, अन्यथा दूसरी पार्टियों के कारण भारत में से एक और पाकिस्तान निकल जाएगा।
हाल ही में इंदौर आ रही बसों में दो अलग-अलग घटनाओं में एक युवती और नेशनल शूटर के साथ छेड़छाड़ और अश्लील हरकतें करने का मामला जहां तूल पकड़ रहा है। वहीं अब कसावट भी की जा रही है। दरअसल प्रदेश में सैकड़ों युवतियां ऐसी हैं जो रोज रात को नौकरी, एजुकेशन और पारिवारिक काम के सिलसिले में सफर करती हैं।ऐसे में इनकी बसों में सुरक्षा को लेकर क्या इंतजाम हैं यानी खासकर सीसीटीवी कैमरे, पैनिक बटन आदि को लेकर, इसे लेकर दैनिक भास्कर ने प्रमुख शहरों की स्थिति जानी। इसमें पता चला कि भोपाल और जबलपुर में पैनिक बटन का पूरी तरह पालन नहीं हो रहा है। चूंकि इंदौर में अब दो घटनाएं हो चुकी हैं इसलिए अब कुछ कसावट है। भोपाल: कई बसों में पैनिक बटन नहीं 'दैनिक भास्कर' ने बुधवार को भोपाल ISBT बस स्टैंड पर रैंडम चेकिंग की। जांच में चौंकाने वाली तस्वीर सामने आई, कई बसों में पैनिक बटन तो लगे हैं, लेकिन कई बसें अब भी बिना बटन के चल रही हैं। कुछ ड्राइवरों को तो यह तक नहीं पता कि बटन लगा कहां है। वहीं आरटीओ जितेंद्र शर्मा ने कहा कि पैनिक बटन हर बस में अनिवार्य है, अगर कोई नियम का उल्लंघन करता नजर आया तो उसके खिलाफ तुरंत एक्शन लिया जाएगा। हमने हाल ही में ऐसी सैकडों बसों पर कार्रवाई की है जिनमें पैनिक बटन या अन्य जरूरी दस्तावेज या उपकरण नहीं पाए गए। एक बस में ड्राइवर कनेक्शन जोड़ता दिखाजिन बसों में पैनिक बटन नहीं मिले, उनमें एमपी-30, पीए-4040 और एमपी-38 पी-0664 प्रमुख हैं। इस दौरान एमपी-30 पीए 4040 के ड्राइवर को पैनिक बटन का कनेक्शन जोड़ते हुए देखा गया, लेकिन जब बस के अंदर पैनिक बटन ढूंढा गया तो कहीं भी बटन दिखाई नहीं दिया। महिला यात्रियों ने कहा पैनिक बटन होना जरूरीयात्री दीपांशी पटेल ने बताया कि मैं अक्सर अकेले सफर करती हूं। मुझे आज तक नहीं पता था कि बसों में पैनिक बटन भी होता है। आज पहली बार देखा है। लगता है यह बहुत जरूरी है और हर बस में होना चाहिए। अनूजा ने कहा कि सिंगल वुमन के लिए पैनिक बटन बहुत जरूरी है। यह हर बस में होना चाहिए, इससे सुरक्षा का भरोसा मिलता है। जबलपुर: ड्राइवर-कंडक्टर को जानकारी नहीं जबलपुर में आईएसबीटी बस स्टैंड पर रियलिटी चेक किया। यहां ज्यादातर बसों में न तो पैनिक बटन लगे थे और न ही ड्राइवर–कंडक्टर को इसके बारे में जानकारी थी। एक दर्जन से अधिक बसों का रियलिटी चेक किया। अधिकतर बसों में पैनिक बटन नदारद थे। कुछ बसों में लगे तो थे, लेकिन उनके कनेक्शन नहीं थे। कंडक्टरों का कहना था कि कई यात्री पैनिक बटन को मोबाइल चार्जर समझ लेते हैं, इसलिए कनेक्शन नहीं किया गया है। नागपुर–हैदराबाद चलने वाली एक लग्जरी बस में भी यही हाल मिला। बस में यात्रियों के लिए एसी, मोबाइल चार्जर और वाईफाई की सुविधा तो मौजूद थी, लेकिन पैनिक बटन नहीं था। बस चालक हमारे सवालों का जवाब नहीं दे पाए, हालांकि कंडक्टर ने स्वीकार किया कि बस में फिलहाल पैनिक बटन नहीं लगा है, पर जल्द लगाया जाएगा, क्योंकि बस नई है। कंडक्टर ने बताया कि रोजाना इस बस में 50 से अधिक यात्री सफर करते हैं, जिनमें कई बार महिलाएं या छात्राएं अकेले भी यात्रा करती हैं। कुछ लंबी दूरी की बसें ऐसी भी मिलीं, जिनमें शासन के आदेश का पालन किया गया था। जबलपुर से छिंदवाड़ा चलने वाली एक बस में ड्राइवर की सीट से लेकर यात्रियों की हर सीट पर पैनिक बटन लगा हुआ था। आरटीओ आर.के. रघुवंशी का कहना है कि परिवहन मंत्रालय के आदेश के बाद सभी बस संचालकों को निर्देश दिए गए हैं कि प्रत्येक बस में पैनिक बटन होना अनिवार्य है। जिस बस में पैनिक बटन नहीं होगा, उसका फिटनेस पास नहीं किया जाएगा। ग्वालियर: चालू हालत में मिले पैनिक बटनग्वालियर में बसों में लंबे शहरों की यात्रा करने वाली महिलाओं के लिए सरकार द्वारा आपातकाल समय में महिलाओं के लिए बसों में पैनिक बटन की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। झांसी रोड स्थित वीडियो कोच बस स्टैंड पर पहुंचे तो टीम ने बस स्टैंड पर खड़ी बसों को जब चेक किया गया तो उनमें आपातकाल के समय महिलाओं के लिए पैनिक बटन लगे हुए थे और वह पूर्ण तरीके से आपातकाल के समय काम करने लायक थे। आपातकाल में पैनिक बटन की जानकारी बसों के कंडक्टर और ड्राइवर को भी थी। बस के कंडक्टर ने टीम को इन पैनिक बटन को आपातकाल के समय में हमें दबाकर भी दिखाया। बस मालिक अर्जुन रावत ने बताया कि आपातकाल के समय बसों में सवार महिलाओं के लिए पैनिक बटन लगाए गए हैं। इससे उन्हें आपातकाल के समय में उनकी जो भी परेशानी उसे हल किया जा सके। यह सरकार की एक बहुत ही अच्छी मुहिम है। बस संचालक ने बताया कि इमरजेंसी के समय अगर महिला पेयरिंग बटन दबाती है तो इसकी जानकारी भोपाल में बीट अधिकारी तक पहुंचती है। इसके बाद अधिकारी संबंधित बस के चालक और मालिक से संपर्क करते हैं। उसके बाद जो भी महिला को जो भी परेशानी होती है उसका तत्काल निराकरण कर दिया जाता है। इंदौर: यहां अब हो रही है कसावटइंदौर में मुंबई से लौट रही एक युवती के साथ आधी रात को हुई घटना के बाद पुलिस ने ड्राइवर और क्लीनर गिरफ्तार कर लिया लेकिन मुख्य आरोपी किशोर सिंह अभी तक फरार है। इंदौर में लगातार कसावट कसी जा रही है। पिछले हफ्ते कलेक्टर शिवम वर्मा ने बस ऑपरेटरों-मालिकों की बैठक लेकर कड़ी चेतावनी दी थी। इसमें ड्राइवर-क्वलीर के वैरीफिकेशन, सीसीटीवी कैमरे, फायर सिस्टम और पैनिक बटन पर खास जोर दिया गया था। शुक्रवार को पुलिस कमिश्नर संतोष सिंह ने भी बैठक लेकर सभी को फिर चेतावनी दी थी। इस बीच अधिकांश ट्रेवल्स संचालक अब हर बिंदु पर पालन करते नजर आ रहे हैं। AICTSL की बसों की स्थिति जानी तो पता चला कि यहां 575 बसें संचालित होती हैं। इनमें से करीब पौने दो सौ बसें लंबी दूरी की है। इन सभी में पैनिक बटन होने का दावा किया गया है। अधिकांश बसों में पैनिक बटन भी है लेकिन कई लोगों को यही नहीं पता कि पैनिक बटन होता क्या है, कहां होता और इसका उपयोग कैसे करते हैं। अब हर बस में पांच स्थानों पर पैनिक बटनसुशील अरोरा (महासचिव, बस ऑपरेटर एसोसिएशन मप्र) ने बताया कि मप्र शासन ने जब से अपनी बसें बंद की हैं, एसोसिएशन लगातार सुरक्षा में कसावट कर रहा है। यहां से कोई भी वाहन बिना पैनिक बटन और जीपीएस के संचालित नहीं हो रहा है। अब तो बसों में पांच पैनिक बटन लगाए जा रहे हैं। इसमें बसो में पैसेंजर के हाथों के पास रहते हैं। ड्राइवर सीट केबिन के अलावा पीछे चार पैनिक बटन भी लगे रहते हैं। यात्री कभी भी जरूरत पड़ने पर इनका उपयोग कर सकते हैं। इसका कंट्रोल भोपाल में है।आरटीओ प्रदीप शर्मा का कहना है कि बिना पैनिक बटन के लंबी दूरी वाली बसों को परमिट ही जारी नहीं किया जाता। मुंबई से इंदौर लौटने के दौरान जिस युवती के साथ बस में घटना हुई थी वह वह मुंबई से आई थी। इसमें पैनिक बटन लगा था। बस में पैनिक बटन होने का कितना सच उधर, मुंबई से इंदौर लौटने के दौरान जिस युवती के साथ हंस ट्रेवल्स की बस में घटना हुई थी, उसे लेकर परिवार का कहना है कि पैनिक बटन नहीं था। राजेंद्र नगर पुलिस ने जब ट्रेवल्स के कर्ताधर्ताओं से सीसीटीवी कैमरों के फुटेज के बारे में पूछा तो बताया गया कि वे भी वर्किंग में नहीं थे। तीन इमली बस स्टैंड पर पैनिक बटन की स्थिति जानी तो यहां शाम को चार बसें खड़ी थी इनमें पैनिक बटन मिले जबकि कई बसें बाहर से इंदौर आकर रवाना हो चुकी थी। कहां होता है पैनिक बटन, कैसे करता है कामड्राइवर अब्दुल कायम खान ने पूरी बस की सुरक्षा व्यवस्था के बारे में बताया। उन्होंने हर स्लीपर सीट के पास लगे पैनिक बटन की जानकारी दी। बताया कि धीरे से इसके कांच को अलग बटन दबाने पर काम करने लगेगा। इसकी सूचना पुलिस को पहुंचेगी और वहां से बस मालिक को सूचना मिलेगी। इसके बाद वह स्टाफ को इसकी जानकारी देगा। पैनिक बटन नहीं होने पर 20 हजार रु. ज्यादा का जुर्माना वसूलने का नियम है। इसी बस में नए नियमों के तहत फायर सिस्टम भी लगा मिला जो ड्राइवर अब्दुल ने बताया। उन्होंने ड्राइवर के पास लगा पैनिक बटन के बारे में भी बताया जो चालू हालत में था। ऐसी ही बस में सीसीटीवी कैमरे भी चालू हालत में मिले। किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहींइंदौर कलेक्टर शिवम वर्मा, पुलिस कमिश्नर संतोष सिंह और आरटीओ प्रदीप शर्मा ने बताया कि बसों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर किसी प्रकार लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। नियमों का उल्लंघन करने वाले बस ऑपरेटरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी पुलिस कंट्रोल रूम की नहीं है कनेक्टिविटीभोपाल आरटीओ में राज्य नियंत्रण कमांड सेंटर स्थापित करने पर 18 करोड़ खर्च होने के बावजूद दिसंबर 2022 में ट्रायल के तीन साल बाद भी यह सिस्टम पुलिस कंट्रोल रूम से डिस्कनेक्टेड है। नतीजतन 1.3 लाख वाहनों में लगे पैनिक बटन बेअसर हैं। बटन दबाने पर कमांड सेंटर से केवल रजिस्टर्ड वाहन मालिक को कॉल आती है, पुलिस को नहीं। दरअसल यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कमांड सेंटर को निर्भया फंड से वित्त पोषित किया गया था, लेकिन इसकी अक्षमता के कारण लोगों की जान जोखिम में बनी हुई है।
दलपतपुर के पास हादसा: कार व बाइक में भिड़ंत, दो की मौत
सागर| दलपतपुर से बक्सवाहा नैनागिर रोड पर शनिवार रात कार व बाइक में भिड़ंत हो गई। बाइक सवार दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद रोड पर जाम की स्थिति बन गई। जानकारी के अनुसार बाइक पर दो युवक जा रहे थे। एक युवक पीछे लिफ्ट लेकर बैठा था। आमने-सामने से हुई तेज भिड़ंत में बाइक सवारों की मौत हो गई।
झांसी में भाजपा के जिला मंत्री हरनारायण उर्फ हनी साहू पर 25.59 लाख रुपए के गबन का आरोप लगा है। भक्त कर्माबाई शिक्षा समिति ने एक एफडी कराई थी। आरोप है कि गलत तरीके से एफडी की रकम एकल खाते में जमा करा दी। फिर 2.70 लाख रुपए की जमीन को 26.95 लाख रुपए में खरीदकर फर्जीबाड़ा किया। बबीना पुलिस ने जिला मंत्री हनी साहू समेत विद्यालय प्राचार्य कामिनी झा, लिपिक राहुल साहू समेत संस्था के आठ सदस्यों के खिलाफ बबीना थाने में नामजद रिपोर्ट दर्ज कर ली है। अब पुलिस ने मामले की छानबीन कर रही है। 444 दिन की एफडी कराई थी समिति प्रबंधक जगत नारायण कटेरिया ने पुलिस को बताया कि समिति की ओर से सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के बबीना कैंट शाखा में 23,50,000 रुपए की एफडी की गई थी। यह एफडी 444 दिन यानी 22 दिसंबर 2024 को पूरी होनी थी। आरोप है कि भाजपा जिला मंत्री हनी साहू ने बैंक प्रबंधक पीयूष पांडेय से मिलीभगत करके एफडी की पूरी रकम 25,59,601 रुपए निकालकर उसे एकल खाते में जमा करा दिया। इसके बाद उसने चोरी-चुपके बिना सहायक निबंधक, फर्म सोसाइटी एवं चिट्स को बताए ही उप प्रबंधक राम प्रकाश साहू को प्रबंधक घोषित कर दिया। इसके बाद फर्जीवाड़ा करते हुए हनी साहू ने बबीना की आराजी संख्या 2441 पर 25 डेसीमल जमीन संस्था के नाम खरीदी। इस जमीन के लिए उसने उसी खाते से सर्किल रेट से 10 गुना ज्यादा मूल्य का भुगतान कर दिया। जगत नारायण ने फर्जीवाड़े का आरोप लगाते हुए कहा कि इस पूरी रकम का हनी साहू ने बंदरबाट कर लिया। विरोध करने पर मारपीट करने के साथ ही जान से मार डालने की धमकी दे रहा है। फर्जीवाड़ा करने पर उन्होंने हनी साहू समेत राम प्रकाश साहू, ओमकार साहू, अनिल साहू, प्रीति साहू, सुरभि साहू, प्राचार्य कामिनी झा एवं लिपिक राहुल साहू के खिलाफ बीएनएस की विभिन्न धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई है। थाना प्रभारी तुलसी राम पांडेय ने बताया कि मामले की छानबीन कराई जा रही है।
मेले में देर रात तक शायरों ने पेश किए कलाम
उज्जैन | कार्तिक मेला सांस्कृतिक मंच पर शुक्रवार देर रात तक शहर के 40 से अधिक शायरों ने अपने कलाम और शायरियां पेश करते हुए मुशायरा किया। नगर निगम द्वारा आयोजित कार्तिक मेला सांस्कृतिक मंच पर स्थानीय मुशायरा में शहर के शायर अफरोज पठान सहर को सम्मानित किया। इस दौरान पार्षद छोटेलाल मंडलोई, जाहिद हुसैन, फिरोज पठान और अनवर नागोरी उपस्थित रहे।
सिविल जज बनने पर मुस्कान का किया सम्मान
उज्जैन | राष्ट्रीय मंसूरी समाज व स्वास्थ्य कर्मचारी संघ द्वारा पूर्व हेल्थ सुपरवाइजर सलीम मंसूरी की पुत्री मुस्कान मंसूरी के सिविल जज बनने पर सम्मान समारोह आयोजित किया गया। बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के संभागीय अध्यक्ष मो. रफीक मंसूरी, संभागीय सचिव संजय सिसोदिया, संभागीय उपाध्यक्ष एलएन गहलोत, जिला संरक्षक केएस परमार, पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष हमीद खान के नेतृत्व में राष्ट्रीय मंसूरी समाज के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व पार्षद सलीम कबाड़ी की अध्यक्षता में राष्ट्रीय मंसूरी समाज के जिलाध्यक्ष और पूर्व सरपंच अब्दुल मजीद उर्फ शेरू भाई, प्रदेश महामंत्री अब्दुल वहाब मंसूरी, कृष्णपाल सिंह राठौर, डॉ. अय्यूब मंसूरी, डॉ. सलीम मंसूरी, डॉ. शहजाद मंसूरी की उपस्थिति में मुस्कान मंसूरी को माला पहनाकर, पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत कर बधाई दी। संभागीय अध्यक्ष मो. मंसूरी ने संबोधित करते हुए कहा मुस्कान मंसूरी की यह उपलब्धि सशक्त राष्ट्रीय मंसूरी समाज व सशक्त राष्ट्र निर्माण में सराहनीय सहयोग है। इस दौरान मुस्कान के पिता सलीम मंसूरी ने कहा मुस्कान ने त्याग और लक्ष्य के प्रति समर्पण भाव से इस उपलब्धि को हासिल किया है।
दुर्घटना के बाद भी नहीं मिला बीमा लाभ, लगाई गुहार
उज्जैन | धन्वंतरि आयुर्वेदिक चिकित्सालय में कार्यरत आउटसोर्स कर्मचारी भारती सर्राफ गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रही हैं। मई 2024 में दुर्घटना में पैर टूट गया था, जिसके बाद दो ऑपरेशन किए गए। नियमों के अनुसार आउटसोर्स कर्मचारियों को ईएसआईसी कार्ड के माध्यम से इलाज का खर्च और मेडिकल अवकाश के दौरान वेतन मिलता है, परंतु सेडमैप और उसकी उप कंपनी पटेल कंपनी ने भारती का ईएसआईसी कार्ड ही जनरेट नहीं किया। संस्था द्वारा उन्हें अनुपस्थित भी दर्ज कर दिया गया, जिससे न इलाज का खर्च मिला और न वेतन। पति के निधन के बाद पहले से ही दो बच्चों की जिम्मेदारी निभा रहीं भारती अब इलाज और रोजमर्रा के खर्चों के लिए परेशान हैं। उन्होंने धन्वंतरि आयुर्वेदिक चिकित्सालय के अधीक्षक को आवेदन देकर संबंधित कंपनियों पर कार्रवाई, बीमा राशि व लंबित वेतन दिलाने की मांग की है।
कन्या महाविद्यालय में मनाया एनसीसी का स्थापना दिवस
भास्कर संवाददाता | उज्जैन एकता एवं अनुशासन के साथ सामाजिक कर्तव्यों का निर्वाह करने वाले युवाओं के सबसे बड़े संगठन राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) का 77वां स्थापना दिवस शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय की इकाई द्वारा मनाया गया। एनसीसी दिवस की पूर्व संध्या पर कैडेट माधवनगर अस्पताल में पहुंचे, यहां उन्होंने मौसमी बीमारियों की जानकारी दी। वहीं महाविद्यालय में कैडेट्स ने रंगोली के माध्यम से एनसीसी के इतिहास पर प्रकाश डाला। प्राचार्य डॉ. प्रशांत पुराणिक द्वारा एनसीसी के महत्व पर प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम कैप्टन सरोज रत्नाकर के मार्गदर्शन में हुआ।
लेकसिटी में अमेरिकी अरबपति बिजनेसमैन रामा राजू मंटेना की बेटी नेत्रा मंटेना (एलिजाबेथ) और अमेरिकी मूल के वामसी गडिराजू की रॉयल वेडिंग देश-दुनिया में सुर्खियों में बनी हुई है। शनिवार को बॉलीवुड अभिनेत्री-डांसर नोरा फतेही, माधुरी दीक्षित की धमाकेदार परफॉर्मेंस हुई। एंकरिंग दीया मिर्जा ने की। संगीत कार्यक्रम की शुरुआत रात 10 बजे सिटी पैलेस के माणक चौक में हुई। सबसे पहली प्रस्तुति नोरा फतेही की हुई। उनके एनर्जिक डांस परफॉर्मेंस व अदाओं ने देसी-विदेशी मेहमानों को झूमने पर मजबूर कर दिया। दूल्हा-दुल्हन भी खुद को थिरकने से रोक नहीं पाए। इसके बाद फ्रांस के सर्क डू सोलेइल सर्कस ने रोमांच को चरम पर पहुंचा दिया। कलाकारों ने हवा में गुब्बारों पर लटकते हुए हेरतअंगेज करतब दिखाए। अंत में बॉलीवुड अभिनेत्री माधुरी दीक्षित ने अपनी अदाओं से सभी का मन मोह लिया। रविवार को वेडिंग के आखिरी दिन जनाना महल में रात 8 बजे से पार्टी होगी। इसमें इंटरनेशनल पॉपुलर अमेरिकन सिंगर-डांसर जेनिफर लोपेज की परफॉर्मेंस होगी। बॉलीवुड की अन्य हस्तियां भी प्रस्तुतियां देंगी। बड़ी पाल-रामेश्वर घाट होते हुए माणक चौक पहुंची बारात शाम 4 से 5:30 बजे तक बड़ी पाल जेटी से रामेश्वर घाट जेटी के लिए दूल्हा वामसी की बारात निकली। बारात रामेश्वर घाट से सिटी पैलेस के माणक चौक पहुंची, जहां दुल्हन नेत्रा के परिजनों ने बारात की शाही अगवानी की। बारातियों का माणक चौक में ही शाही भोज हुआ। रात 8:30 बजे से माणक चौक में ही मेहंदी की रस्म हुई। रात 11:30 से 1 बजे तक ताज लेक पैलेस में आफ्टर पार्टी-1 और रात 11:30 से 1 बजे तक लीला पैलेस में आफ्टर पार्टी-2 का आयोजन हुआ। इन आफ्टर पार्टी में डीजे व पंजाबी कलाकारों के गीत-संगीत पर मेहमान जमकर थिरके। सर्क डू सोलेइल शो में शानदार प्रस्तुति दी30 से ज्यादा विदेशी कलाकारों के दल ने सर्क डू सोलेइल शो में शानदार प्रस्तुतियां दीं। उड़ते बैलून्स के बीच हैरतअंगेज करतब दिखाए। एक-एक पहिए पर तेज घूमकर करतब दिखाए। जोशीला डांस किया। एक-दूसरे को पकड़कर हवा में उछल कर भी करतब दिखाए। इस सर्कस का संचालन कनाडाई कंपनी करती है। यह दुनिया में सबसे बड़ी सर्कस कंपनी मानी जाती है। आज जग मंदिर में होंगे फेरे, फिर आफ्टर पार्टीदुल्हन नेत्रा और दूल्हा वामसी रविवार को विवाह बंधन में बंधेंगे। विवाह की रस्में सुबह 9 से दोपहर 3:30 बजे तक जग मंदिर पैलेस में होंगी। यहां दोनों सात फेरे लेंगे। इससे पहले सुबह 5 से 7 बजे तक विवाह के तहत पूजन की अन्य रस्में फतेह प्रकाश पैलेस में होंगी। इसके बाद रात 8 से 3 बजे तक सिटी पैलेस के जनाना महल में आफ्टर पार्टी व डिनर होगा।
अतिक्रमी-तस्कर बेखौफ:फुलवारी सेंचुरी में वनरक्षक पर फायर, बाल-बाल बचे, कार को छूकर निकली गोली
जिले की सबसे बड़ी फुलवारी की नाल सेंचुरी में स्थित अंबासा वन क्षेत्र के टिंडोरी में वनरक्षक प्रभुलाल मीणा पर कुछ लोगों ने फायरिंग कर दी। मीणा बाल-बाल बचे। गोली कार के बोनट को छूते हुए गुजर गई। वनरक्षक ने आश्रम (गुजरात) की ओर भागकर जान बचाई। फिर अपने उच्चाधिकारियों और पानरवा थाना पुलिस को इत्तला दी। घटना के वक्त वनरक्षक मीणा अंबासा वन नाके पर जा रहे थे। सूचना पर वन विभाग और पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंची। तब तक हमलावर घने जंगल और पहाड़ी रास्तों से भाग चुके थे। पानरवा रेंजर राजेश परमार वनरक्षक पर फायरिंग की सूचना मिलते ही टीम को मौके पर भेजा। अतिक्रमियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने घटना की पुष्टि की। थानाधिकारी ने बताया कि पीड़ित की लिखित रिपोर्ट नहीं मिली है, लेकिन फरार आरोपियों की तलाश में जंगल में सर्च ऑपरेशन चलाया है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लेंगे। भास्कर इनसाइट- गुजरात से 4 किमी दूर शराब तस्करों का गढ़ बन रहा यह जंगल, इनका नेटवर्क भी मजबूत फुलवारी की नाल का यह पहाड़ी और सघन वन क्षेत्र अतिक्रमियों के निशाने पर है। इसमें मांडवा-जुड़ा क्षेत्र के बदमाशों का गिरोह सक्रिय है। मांडवा में कई बदमाश पुलिस पर भी हमला कर चुके हैं। अवैध कब्जे हटाने की कोशिश पर हर बार वन विभाग को भी भारी विरोध का सामना करना पड़ा है। बीते सोमवार को भी इसी क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने पहुंची वन टीम को घेरा गया था। रिपोर्ट पर पुलिस ने 17 नवंबर को मुकदमा दर्ज कर 21 नवंबर को 19 लोगों को गिरफ्तार किया था। यह कार्रवाई करने वाली टीम में वनरक्षक मीणा भी थे। ऐसे में संभवतया उन पर फायरिंग विभाग के कर्मचारियों काे डराने के लिए की गई थी। दरअसल यह जमीन गुजरात बॉर्डर और प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पोलो फॉरेस्ट से महज 4 किमी दूर है। गुजरात बॉर्डर पर शराब तस्कर भी एक्टिव हैं। अवैध शराब पहुंचाने का सबसे आसान और सस्ता रास्ता इसी जंगल से गुजरता है। क्षेत्र के लोगों, वन विभाग और पुलिस ने वनरक्षक पर हमले को साजिश बताया है। अतिक्रमणों की एक वजह प्रस्तावित चक सांडमारिया बांध के डूब क्षेत्र को भी बताया जा रहा है। मांडवा-जुड़ा के लाेग कब्जा कर रहे, फायरिंग में जांच जारीयहां मांडवा और जुड़ा के कुछ लोग वन क्षेत्र में कब्जे की कोशिश कर रहे हैं। दो दिन पहले गिरफ्तार 19 लाेगाें ने पूछताछ में कबूला कि जंगल से जमीन निकालने के लिए पेड़ काटे थे। ताकि वन अधिकार पट्टे मिल जाएं। वनकर्मी की कार पर फायरिंग के निशान मिले हैं। ये पिस्टल या देसी कट्टे का फायर हाे सकता है। इसकी जांच जारी है। -भागीरथ बुंदेला, थानाधिकारी, पानरवा
मोटरसाइकिल चोरी के दो आरोपी गिरफ्तार:5 बाइक बरामद, शहर से चोरी कर गांव में बेचते थे बाइक
कुड़ी भगतासनी थाना पुलिस ने मोटरसाइकिल चोरी की वारदात का खुलासा किया है। पुलिस ने दो वाहन चोरों को गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही से चोरी की पाँच मोटरसाइकिलें बरामद की हैं। गिरफ्तार आरोपियों में महेन्द्र विश्नोई एवं दिनेश विश्नोई शामिल हैं। पूछताछ में शहर से कई मोटरसाइकिलें चोरी करने की बात स्वीकार की है। ये है मामला 3 नवंबर 2025 को प्रार्थी धन्नाराम शर्मा निवासी पीपलिया खुर्द ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि वह झालामंड चौराहा स्थित माखन भोग स्वीट्स पर नाश्ता लेने गया था, जहां से उसकी मोटरसाइकिल अज्ञात चोर ले गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। वाहन चोरी की घटनाओं पर रोक लगाने एवं त्वरित खुलासा करने के लिए थानाधिकारी हमीर सिंह भाटी के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। तकनीकी और मानवीय आसूचना से मिला सुराग टीम ने CCTV फुटेज की गहन जांच,वाहन चोरी से जुड़े संदिग्ध अपराधियों से पूछताछ के आधार पर आरोपियों की पहचान की और उन्हें दस्तयाब कर गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपियों ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों से मोटरसाइकिलें चोरी करना स्वीकार किया। तरीका-ए-वारदात आरोपी शहर से भीड़भाड़ वाले इलाकों में खड़ी मोटरसाइकिलों को निशाना बनाते थे। चोरी की गई बाइक को अपने गांव ले जाकर बाद में ग्रामीण इलाकों में सस्ते दामों पर बेच देते थे। 5 मोटरसाइकिलें बरामद दोनों आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने कुल पाँच चोरी की मोटरसाइकिलें बरामद की हैं। बरामद वाहनों के वास्तविक मालिकों की पहचान की प्रक्रिया जारी है।
भविष्य में विकसित भारत के निर्माण में शिक्षा और उद्योग जगत की संयुक्त भूमिका को सशक्त बनाने की दिशा में बीएचयू और भारतीय उद्योग परिसंघ ने एक महत्वपूर्ण साझेदारी की शुरुआत की है। काशी संवाद 2025 में विश्वविद्यालय के मालवीय मूल्य अनुसंधान केंद्र में दोनों संस्थानों के बीच सहयोग एवं सहभागिता को मजबूत करने हेतु एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए। यह MoU विकसित भारत 2047 के विज़न को साकार करने के उद्देश्य से नीति-निर्माताओं, शिक्षाविदों, उद्योग नेताओं तथा विशेषज्ञों को एक साझा मंच पर लाने की इस महत्त्वपूर्ण पहल को और मजबूती प्रदान करेगा। कुलपति प्रो. अजित कुमार चतुर्वेदी और CII के प्रधान सलाहकार एवं CII फाउंडेशन के CEO सुनील मिश्रा ने औपचारिक रूप से दस्तावेज़ों का आदान-प्रदान किया। उद्योग–शिक्षा साझेदारी को नई दिशा समझौते के माध्यम से बीएचयू और CII शिक्षा एवं उद्योग के बीच सहयोग बढ़ाने के लिए नियमित संवाद, संयुक्त कार्यशालाएँ, संगोष्ठियाँ तथा परियोजनाएँ आयोजित करेंगे। इससे विद्यार्थियों को इंटर्नशिप, मेंटॉरशिप तथा पेशेवर प्रशिक्षण जैसे महत्वपूर्ण अवसर प्राप्त होंगे। MoU से अकादमिक अनुसंधान को उद्योग की वास्तविक आवश्यकताओं और अनुभवों से जोड़कर सामाजिक-आर्थिक और औद्योगिक चुनौतियों के समाधान विकसित करने में सहायता मिलेगी। काशी घोषणा पत्र का पहला संस्करण जारी ज्ञान साझेदार डेलॉएट की प्रतिनिधि स्वाती अग्रवाल ने विभिन्न सत्रों में हुई चर्चाओं के आधार पर काशी घोषणा पत्र 2025 का प्रथम संस्करण प्रस्तुत किया। घोषणा पत्र में स्वास्थ्य, शिक्षा, कौशल विकास, सतत विकास, अपशिष्ट प्रबंधन, तकनीक, ग्रामीण नवाचार और सामाजिक परिवर्तन जैसे प्रमुख क्षेत्रों में भविष्य की दिशा को चिह्नित किया गया है।
स्वच्छता में नंबर वन इंदौर अब स्वास्थ्य और फिटनेस में भी अग्रणी बनने की ओर कदम बढ़ा रहा है। रविवार को ‘यूनाइटेड इंदौर फोरम’ की पहल पर ‘वन इंदौर-रन इंदौर’ मैराथन का आयोजन किया जा रहा है। इसे लेकर ट्रैफिक पुलिस ने ट्रैफिक प्लान तैयार किया है। ये आयोजन शहर के पश्चिम क्षेत्र में स्थिति दशहरा मैदान पर होगा। तीन अलग-अलग कैटेगरी में ये मैराथन दौड़ आयोजित होगी। जिसमें बच्चे, युवा, वरिष्ठ नागरिक, दिव्यांगजन, खेल प्रेमियों, डॉक्टर, वकील, सीए, समाजसेवी और जनप्रतिनिधि सहित सभी ऐज ग्रुप के लोग शामिल होंगे। मैराथन 3 किमी, 5 किमी और 7 किमी की कैटेगरी में होगी। इसमें शामिल होने वाले प्रतिभागियों को रनिंग किट वितरित की गई है, वहीं फिनिशिंग पर मेडल भी दिए जाएंगे। इधर, प्रोग्राम स्थल पर मेडिकल टीम, फिजियोथैरेपिस्ट, आपातकालीन सहायता की सुविधाएं उपलब्ध रहेगी, ताकि प्रतिभागियों को सुरक्षित वातावरण मिल सके। स्वस्थ इंदौर-फिट इंदौर यहीं हमारा संकल्प मेयर पुष्यमित्र भार्गव ने बताया कि शहर में 70 संजीवनी क्लिनिक संचालित हैं, जहां रोजाना हजारों लोग नि:शुल्क उपचार पा रहे हैं। 85 वार्डों में 140 स्थानों पर योग सत्र नियमित रूप से आयोजित किए जा रहे हैं, जिनमें हजारों लोग जुड़ चुके हैं। स्वच्छ इंदौर, स्वस्थ इंदौर, फिट इंदौर और नशे के खिलाफ इंदौर यही हमारा संकल्प है। यह मैराथन इस एकता और स्वास्थ्य जागरूकता का प्रतीक बनेगी। पूरा शहर एक प्लेटफॉर्म पर एकजुट होकर अपने स्वास्थ्य के लिए दौड़ेगा। उन्होंने सभी नागरिकों से परिवार सहित इस मैराथन में भाग लेने और एक स्वस्थ इंदौर बनाने में योगदान देने की अपील की। पुलिस ने तैयार किया ट्रैफिक प्लान ‘वन इंदौर-रन इंदौर’ मैराथन रविवार सुबह 6.30 बजे से किया जा रहा है। कार्यक्रम दशहरा मैदान से शुरू होगा। मैराथन के दौरान सुचारू और सुरक्षित ट्रैफिक व्यवस्था के लिए अस्थाई रूप से ट्रैफिक डायवर्ट किया जाएगा तथा वैकल्पिक रूट प्रदान किए जाएंगे। सुबह 6 से 9 बजे तक रहेगा डायवर्जनइन रास्तों पर रविवार सुबह 6 से 9 बजे तक अस्थायी यातायात प्रतिबंध/डायवर्जन लागू रहेगा। आवश्यक स्थानों मार्ग व्यवस्था, डायवर्शन/चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस जवान, वॉलंटियर्स तैनात रहेंगे। वहीं एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड एवं अन्य आपातकालीन सेवाएं सुचारू रूप से संचालित रहेंगी। पुलिस ने वाहन चालकों से अपील की है कि मैराथन क्षेत्र के बजाय वैकल्पिक रास्तों का इस्तेमाल करें।
मध्यप्रदेश में अगले 5 दिन तक कोल्ड वेव यानी, शीतलहर और कड़ाके की ठंड से राहत मिलेगी, लेकिन सुबह घना कोहरा छाएगा। ऐसे में एक्सपर्ट ने लोगों को कोहरे में सुरक्षित ड्राइविंग करने की सलाह दी है। वहीं, मौसम विभाग ने हेल्थ और फसलों को लेकर एडवाइजरी भी जारी की है। प्रदेश में 6 नवंबर से ही कड़ाके की ठंड का दौर शुरू हो गया था। आम तौर पर नवंबर के दूसरे पखवाड़े से तेज ठंड पड़ती है, लेकिन इस बार पहाड़ी राज्य- हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में समय से पहले बर्फबारी हो गई। इस वजह से बर्फीली हवाओं से एमपी भी कांप उठा। भोपाल में लगातार 15 दिन तक शीतलहर चली। शनिवार रात में कोहरा छाया रहा। रिकॉर्ड के अनुसार, साल 1931 के बाद शीतलहर के यह सबसे ज्यादा दिन है। दूसरी ओर, यहां रात का पारा 5.2 डिग्री तक पहुंच गया, जो ओवरऑल रिकॉर्ड भी रहा। इंदौर में भी 25 साल का रिकॉर्ड टूट गया। भोपाल-इंदौर समेत कई शहरों में रात का पारा 10 डिग्री से कम हालांकि, पिछले दो दिन से तेज ठंड से राहत है, लेकिन भोपाल-इंदौर समेत कई शहर ऐसे हैं, जहां रात का पारा 10 डिग्री से कम ही है। शुक्रवार-शनिवार की रात में भोपाल-इंदौर में 9.4 डिग्री रहा। पचमढ़ी में सबसे कम 6.2 डिग्री दर्ज किया गया। राजगढ़ में 8.2 डिग्री, खरगोन में 8.6 डिग्री, नौगांव में 8.8 डिग्री, नरसिंहपुर में 9.4 डिग्री सेल्सियस रहा। बाकी शहरों में पारा 10 डिग्री या इससे अधिक ही दर्ज किया गया। सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि विंड पैटर्न चेंज हुआ है। इस वजह से दिन-रात के तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। फिलहाल अगले 5 दिन तक कहीं भी शीतलहर का अलर्ट नहीं है। कई शहरों में 100 मीटर के बाद देखना भी मुश्किलकड़ाके की ठंड से राहत मिलने के बाद अब घना कोहरा भी छाने लगा है। कई जगहों पर तो 100 मीटर के बाद दूर नहीं दिखा। शनिवार को शाजापुर में घना कोहरा छाया। अकोदिया, शुजालपुर क्षेत्र में सुबह विजिबिलिटी 100 मीटर तक ही रही। इससे गाड़ियों की हेड लाइटें चालू रही। मौसम विभाग के अनुसार, भोपाल, दतिया, इंदौर, जबलपुर में 1 हजार मीटर तक विजिबिलिटी रही। गुना, ग्वालियर, सतना, रीवा, खजुराहो में 500 से 1 हजार मीटर विजिबिलिटी दर्ज की गई। मौसम विभाग की एडवाइजरी-फ्लू, सर्दी-जुकाम होने पर डॉक्टर को दिखाएं एमपी में ठंड से अब तक दो की मौतकड़ाके की ठंड की वजह से पिछले दो दिन में दो लोगों की मौत भी हो चुकी है। रीवा के अमहिया थाना क्षेत्र स्थित अस्पताल चौराहा पर सड़क किनारे एक व्यक्ति की लाश पड़ी मिली थी। इससे पहले रायसेन में भी एक शख्स की मौत हो चुकी है। परिजनों का दावा है कि ठंड की वजह से ही मौत हुई, लेकिन प्रशासन ने ठंड से मौत होने की पुष्टि नहीं की है। जानिए, नवंबर में 5 बड़े शहरों का मौसम... भोपाल: इस बार टूट गया ओवरऑल रिकॉर्डनवंबर में भोपाल में रात का तापमान 9 से 12 डिग्री सेल्सियस पहुंच जाता है। पिछले 10 साल से ऐसा ही ट्रेंड रहा है। इस बार पहले सप्ताह से ही तेज ठंड का असर रहा। मौसम विभाग के अनुसार, भोपाल में नवंबर में रात का तापमान 6.1 डिग्री तक पहुंच चुका है। यह 30 नवंबर 1941 को दर्ज किया गया था, लेकिन इस साल 16 नवंबर की रात में पारा 5.2 डिग्री रहा। इस तरह नवंबर की सर्दी का ओवरऑल रिकॉर्ड बन गया है। यहां इस महीने बारिश होने का ट्रेंड भी है। 10 साल में तीन बार बारिश हो चुकी है। साल 1936 में महीने में साढ़े 5 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है। इंदौर: 5.6 डिग्री तक जा चुका न्यूनतम पाराइंदौर में नवंबर में ठंड का असर रहता है। खासकर दूसरे सप्ताह से पारा तेजी से गिरता है। इस वजह से रातें ठंडी हो जाती हैं और टेम्प्रेचर 10 से 12 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। 25 नवंबर 1938 को पारा 5.6 डिग्री सेल्सियस तक जा चुका है। इंदौर में कभी-कभार बारिश भी हो जाती है। दिन में 31 से 33 डिग्री के बीच तापमान रहता है। ग्वालियर: 1927 में 3 इंच पानी गिरा थापिछले 10 साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो नवंबर में ग्वालियर में पारा 8 डिग्री तक पहुंच चुका है। 54 साल पहले वर्ष 1970 में टेम्प्रेचर 3 डिग्री गया था। यह ओवरऑल रिकॉर्ड है। 2 नवंबर 2001 को दिन का तापमान 37.3 डिग्री तक रहा, जबकि यह सामान्य तौर पर 33 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। ग्वालियर में इस महीने बारिश भी होती है। 1927 में पूरे महीने 3 इंच से ज्यादा पानी गिरा था। 10 साल में 3 बार ऐसा ही मौसम रह चुका है। जबलपुर: 1946 में 6 इंच से ज्यादा बारिशजबलपुर में पिछले 10 साल में 2022 में न्यूनतम पारा 7.8 डिग्री सेल्सियस तक जा चुका है। ओवरऑल रिकॉर्ड 12 नवंबर 1989 को दर्ज किया गया था, तब टेम्प्रेचर 3.9 डिग्री तक पहुंच गया था। 1946 में पूरे महीने 6 इंच से ज्यादा पानी गिरा था। 10 साल में दो बार बारिश हो चुकी है। दिन में 30 से 33 डिग्री सेल्सियस के बीच तापमान रहता है। उज्जैन: न्यूनतम तापमान 10-11 के बीचउज्जैन में 30 नवंबर 1974 को रात का तापमान 2.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है। यह ओवरऑल रिकॉर्ड है। वहीं, 6 नवंबर 2008 को दिन का तापमान 36.5 डिग्री रहा था। पिछले 10 साल की बात करें तो न्यूनतम तापमान 10-11 डिग्री के बीच रहा है, जबकि दिन में यह 33 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा है।
हरियाणा सरकार ने शॉप्स एंड कॉमर्शियल स्टेब्लिशमेंट एक्ट (1958) में संशोधन किया है। इस संशोधन के बाद प्रदेश में बिजनेस आवर्स 9 से बढ़ाकर 10 घंटे किया गए हैं। साथ ही कर्मचारियों के हर तिमाही मिलने वाले ओवर टाइम में भी बढ़ोतरी की है। बड़े व्यापारिक प्रतिष्ठानों के लिए कड़े मानक बनाए गए हैं। इसके तहत अब कर्मचारियों को नौकरी से पहले नियुक्ति पत्र और पहचान पत्र देने जरूरी होंगे। गवर्नर असीम घोष ने हरियाणा शॉप्स एंड कॉमर्शियल स्टेब्लिशमेंट एक्ट में किए गए संशोधन को लेकर एक अध्यादेश जारी कर दिया है। सरकार के सूत्रों का कहना है कि इस अध्यादेश को विधानसभा के विंटर सेशन में पारित कराया जाएगा। यहां पढ़िए सरकार ने एक्ट में क्या संशोधन किए... --------------------------- हरियाणा सरकार से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें.... हरियाणा के सरकारी विभागों के कर्मचारियों को मिलेगा वाई ब्रेक:5 मिनट करेंगे योगा, योग शिक्षक देंगे ट्रेनिंग, एकाग्रता-थकान मिटाने में मिलेगी मदद हरियाणा के सरकारी कार्यालयों में कार्यस्थल पर अनुकूल माहौल बनाने और कर्मचारियों को तनावमुक्त रहकर कार्यक्षमता बढ़ाने में मदद करने के उद्देश्य से प्रतिदिन 5 मिनट का योग ब्रेक (Y ब्रेक) देने का निर्णय लिया है। जिसको लेकर आयुष विभाग ने सभी विभागों को 18 नवंबर को पत्र जारी किया है। (पूरी खबर पढ़ें)
नारनौल में भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय और जिला प्रशासन महेंद्रगढ़ के संयुक्त तत्वावधान में लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में ‘सरदार @150 यूनिटी मार्च’ की तीसरी यात्रा आज निकाली जाएगी। यह यात्रा मेजर सतीश दहिया राजकीय कॉलेज, नांगल चौधरी से शुरू होकर लुजोता तक पहुंचेगी। अतिरिक्त उपायुक्त उदय सिंह ने बताया कि यात्रा में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व मंत्री डॉ. अभय सिंह यादव शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल की जयंती पर आयोजित यह यात्रा ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना को सशक्त करेगी। इसमें हजारों नागरिक हाथों में राष्ट्रीय ध्वज लेकर देशभक्ति गीतों के साथ शामिल होंगे, जो एकता और अखंडता का संदेश देंगे। व्यवस्थाओं के किए गए विशेष इंतजाम अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि यात्रा मार्ग पर विशेष साफ-सफाई, सुरक्षा व्यवस्था, पेयजल तथा एम्बुलेंस की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। यात्रा के समापन पर लुजोता में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसे जनभागीदारी के साथ मनाया जाएगा।
दिल्ली में लाल किले के सामने हुए कार ब्लास्ट के बाद से हरियाणा के फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी जांच के घेरे में है। इससे यूनिवर्सिटी प्रबंधन की मुश्किलें लगातार बढ़ रही हैं। अब स्टूडेंट्स और पेरेंट्स यूनिवर्सिटी का नाम बदलने से लेकर फीस वापसी तक की मांग कर रहे हैं। मामला बढ़ता देख वाइस चांसलर भूपिंदर कौर आनंद MBBS कर रहे स्टूडेंट्स को समझाने पहुंचीं। इस दौरान स्टूडेंट्स ने VC के साथ खूब बहस की। इस नोकझोंक की 40 मिनट की एक ऑडियो रिकॉर्डिंग स्टूडेंट्स ने वायरल की है। कुछ स्टूडेंट्स ने बताया कि VC ने धमकाने के अंदाज में स्टूडेंट्स को वीडियो रिकॉर्ड करने से रोक दिया था। दरअसल, यूनिवर्सिटी की फार्माकोलॉजिस्ट डॉ. शाहीन सईद, सर्जन डॉ. मुजम्मिल शकील और दिल्ली में सुसाइड बॉम्बर बने मेडिसिन डिपार्टमेंट के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. उमर नबी जैसे आतंकी मॉड्यूल का सेंटर बनने के कारण यूनिवर्सिटी लगातार चर्चा में है। NIA समेत अन्य जांच एजेंसियां यहां लगातार आ-जा रही हैं। स्टूडेंट्स पेरेंट्स में भय का माहौलशनिवार को 25 से अधिक पेरेंट्स ने यूनिवर्सिटी पहुंचकर बच्चों के भविष्य की चिंता जताई। फैकल्टी के साथ-साथ खुद VC भी यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स को समझा रही हैं। उन्हें बता रही हैं कि अभी माहौल अलग है। जब तक कोई ऑफिशियल ऑर्डर नहीं आता, तब तक कोई चिंता की बात नहीं है। VC बच्चों को यह भी कह रही हैं कि जांच एजेंसियां लगी हुई हैं, जो भी होगा फेयर ही होगा। यूनिवर्सिटी की ओर से स्टूडेंट्स को भी सख्त हिदायत है कि मीडिया से दूरी बनाएं। स्टूडेंट्स ने स्वास्थ्य मंत्री द्वारा अल-फलाह यूनिवर्सिटी के बारे में दिए गए बयान को लेकर भी सवाल उठाया। पूरे बयान को क्लास में प्ले कर सुना गया। स्टूडेंट्स ने VC से कहा कि यूनिवर्सिटी की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी चाहिए। अब पढ़िए ऑडियो में स्टूडेंट्स VC से कैसे-कैसे तीखे सवाल कर रहे... VC: VC क्लास में एंट्री करती हैं और स्टूडेंट्स के फोन बाहर देखकर डांटती हैं- ये फोन बंद करो, कुछ फर्क नहीं पड़ने वाला इससे। आप डॉक्टर्स हैं, क्या कर रहे हैं? आपको एड्रेस करने आई हूं। मैं कभी इमेजिन नहीं कर सकती कि आप लोग फोन उठा के वीडियो बना रहे हो। इतनी हिम्मत है आप में? आपका दिमाग तो बहुत तेज चल रहा है। VC: ये बहुत ही रेअर इस्टेब्लिस्ड कॉलेज है। बच्चे बहुत हैं, लेकिन अब सब कुछ यहां सही चल रहा है। किसी जमाने में होती थी, जहां पर दो बैच होते थे, लेकिन उसके भी साइड इफेक्ट होते थे, जिसमें बच्चों को अटेंडेंट्स रिलेटेड समस्याएं झेलनी पड़ती थीं। बच्चों को कहीं भी ट्रांसफर कर देते थे, उनके जॉब और करियर को स्टेब्लिश होने में दिक्कत आती थी। इश्यू होते थे कि पुराने कॉलेज से अटेंडेंस पूरी नहीं मिल पाती थी। VC : हमारी यूनिवर्सिटी में सिक्योरिटी भी थी, लेकिन ये चीजें हमारे पकड़ में नहीं आई कि ये सब हो रहा है। अभी कॉलेज को लेकर जांच की जा रही है। मैं नहीं जानती क्या होने वाला है, लेकिन यूनिवर्सिटी में इतनी ज्यादा स्ट्रेंथ है कि कोई और इसकी जिम्मेदारी लेने में असमर्थ होगा। ये घटना इतनी बड़ी है कि मेरी कहानियां नहीं काम आएंगी। इसमें हायर अथॉरिटी से अलग ही फेयर डिसीजन लिया जाएगा। स्टूडेंट्स : मैम हमारी सिक्योरिटी का क्या होगा ..बॉयज हॉस्टल की चेकिंग हो गई, गर्ल्स की क्यों नहीं हुई? VC: क्या गर्ल्स हॉस्टल में चेकिंग नहीं हुई?स्टूडेंट्स : मैम लास्ट थर्सडे को NAAC से एक शोकॉज नोटिस आया था और उसमें 7 पॉइंट्स दिए थे कॉलेज को और एक सप्ताह का समय दिया था। क्या आपने उसका आंसर दिया था? VC : हम ऐसे नोटिस को भूल जाते हैं। (उसके बाद स्टूडेंट्स आपस में फुसफुसाते हुए सुनते हैं।) जो NAAC है वह सभी यूनिवर्सिटी में होता है और नॉन मेडिकल में ज्यादातर होता है। हमारा NAAC जो है, वो कुछ समय पहले एक्सपायर हो गया था। वहीं उसके अप्लाई करने के कुछ रूल्स चेंज हो गए थे, जिसके लिए हम वेट कर रहे थे और हम ट्राई कर रहे हैं। NAAC का मेडिकल पर तो कोई असर नहीं पड़ेगा, यूनिवर्सिटी पर असर पड़ेगा।स्टूडेंट्स : ये बताएं शोकॉज नोटिस का क्या जवाब दिया? VC : NAAC के बारे में विस्तार से बताने लगी तो स्टूडेंट्स ने टोका। स्टूडेंट्स ने VC को तीसरा पॉइंट पढ़कर सुनाया। VC ने स्टूडेंट्स की बात को इग्नोर कर दिया और यूनिवर्सिटी की वेबसाइट को लेकर बात करने लगी। AIU की मेंबरशिप जाने पर सवालस्टूडेंट्स ने ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी एसोसिएशन (AIU) की मेंबरशिप जाने को लेकर भी सवाल किया। इस पर VC ने कहा कि हमारे पास AIU की मेंबरशिप नहीं है। यूनिवर्सिटी से टेररिज्म एक्टीविटी से जुड़े लोग पकड़े गए हैं, जिसका असर हमारी सपोर्ट पर पड़ेगा, लेकिन हम अभी ठीक स्थान पर हैं, सब ठीक चल रहा है और जांच में सब फेयर ही होगा। VC : वैसे यहां ये सब नहीं होता तो भी क्या अल फलाह के नाम से प्रॉब्लम थी?स्टूडेंट्स: नहीं मैम हमें कोई प्रॉब्लम नहीं थी। VC: (एग्रेसिव होते हुए) क्या कभी किसी ने एड्रेस डाला हो और पाकिस्तान का एड्रेस आ गया हो?स्टूडेंट्स : नहीं मैम, एड्रेस में फरीदाबाद ही आता है। VC : अल फलाह के नाम से कोई प्रॉब्लम नहीं है।स्टूडेंट्स अब फर्क पड़ रहा है। अल फलाह के नाम से प्रॉब्लम है। अल फलाह का नाम बदलना चाहिए। पेरेंट्स ने यूनिवर्सिटी प्रबंधन से पूछा - ऐसे डॉक्टर क्यों रखेयूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले छात्रों के अभिभावकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को प्रबंधन से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल की ओर से मांग पत्र सौंपते हुए तीखे सवाल पूछे गए। अभिभावकों ने कहा कि प्रबंधन ने ऐसे डॉक्टरों की नियुक्ति देकर उनके छात्रों के भविष्य को दांव पर क्यों लगाया? अगर यूनिवर्सिटी की मान्यता को रद्द कर दिया गया तो उनके बच्चों का क्या होगा। बच्चों को डॉक्टर बनाने के लिए मोटी रकम खर्च की है। प्रबंधन का दावा- मान्यता पर कोई खतरा नहींयूनिवर्सिटी मैनेजमेंट का कहना है कि यूनिवर्सिटी की मान्यता को कोई खतरा नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि दिल्ली ब्लास्ट के बाद हरियाणा सरकार के कुछ लोगों ने यूनिवर्सिटी का दौरा किया था और कुछ कागजात लिए थे। अभी तक उन लोगों ने कोई रिपोर्ट नहीं दी है। अगर मान्यता को लेकर कोई बुरी खबर होती, तो अब तक आ जाती। अल्पसंख्यक दर्जा खत्म होने को लेकर नोटिस जारी कियादिल्ली ब्लास्ट में अल फलाह यूनिवर्सिटी का नाम आने के बाद राष्ट्रीय अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थान आयोग (NCMEI) ने यूनिवर्सिटी को नोटिस भेजा है। आयोग ने यूनिवर्सिटी से पूछा है कि जब दिल्ली ब्लास्ट में आतंकवादियों का सीधा संबंध सामने आया है, तो क्यों न यूनिवर्सिटी का अल्पसंख्यक दर्जा रद्द कर दिया जाए। इस मामले पर 4 दिसंबर को सुनवाई होगी, जिसमें यूनिवर्सिटी को अपना पक्ष रखना होगा। 25 से अधिक डॉक्टर यूनिवर्सिटी से बाहर गएशनिवार को यूनिवर्सिटी से 25 से ज़्यादा डॉक्टर छुट्टी लेकर अपने घर चले गए। उन्होंने बताया कि वो सब सोमवार को वापस आ जाएंगे। शनिवार को आधा दिन होने की वजह से वो घर जा रहे हैं। यूनिवर्सिटी में कश्मीरी डॉक्टरों की संख्या अच्छी खासी है। --------------------- ये खबर भी पढ़ें... देश में 5 ब्लास्ट करने वाला भी अल–फलाह का स्टूडेंट:2007 में बीटेक किया, उसी साल गोरखपुर में धमाका, अब तक फरार देश में 5 बार ब्लास्ट करने वाला आतंकी मिर्जा शादाब बेग भी फरीदाबाद की अल–फलाह यूनिवर्सिटी का ही स्टूडेंट है। ये खुलासा दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की रिपोर्ट से हुआ है, जिसकी कॉपी भास्कर के पास है। 10 नवंबर को दिल्ली के लाल किला के पास ब्लास्ट करने वाला आतंकी डॉ उमर नबी भी यहां प्रोफेसर था। (पूरी खबर पढ़ें)
शिवराज सरकार के एंटी माफिया अभियान में जिन सरकारी जमीनों को कब्जामुक्त कराया गया था, उन पर एक बार फिर कब्जा हो गया है। जमीन हथियाने वालों में भाजपा नेताओं के आगे रहने के आरोप हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि जिन भू-माफियाओं से जमीन छुड़ाई गई थी, उन्हीं ने ज्यादातर जगहों पर दोबारा कब्जा जमा लिया। 2020 से 2022 के बीच प्रदेश में 15,397 एकड़ सरकारी जमीन माफिया से मुक्त कराई गई थी। इनकी अनुमानित कीमत करीब 11,941 करोड़ रुपए थी। लेकिन इसके बाद जिलों में न तो इन जमीनों का रिकॉर्ड अपडेट हुआ, न ही किसी स्तर पर मॉनिटरिंग। नतीजा-अब यहां ज्यादातर जमीनों पर भाजपा नेताओं का कब्जा है। भास्कर टीम ने सागर, विदिशा, छतरपुर, श्योपुर, अशोकनगर, मुरैना, दतिया, शिवपुरी, राजगढ़ समेत कई जिलों में मौके पर पहुंचकर तथ्य जांचे। कई जगह दुकानें, मकान, गैराज बन चुके हैं। कुछ पर खेती शुरू कर दी गई है। हालांकि कुल जमीन में से 1828.13 एकड़ को आवास योजनाओं और सरकारी कार्यों के लिए आवंटित किया गया है, पर बाकी हिस्से पर दोबारा कब्जा सबसे बड़ा सवाल बन गया है। छतरपुर... 15 एकड़ पर कब्जा कर प्लॉटिंग कर दी, कई लोगों का कब्जा भी करा दिया छतरपुर जिले में एंटी-माफिया अभियान के दौरान 8175 एकड़ सरकारी जमीन मुक्त कराई गई थी। वार्ड-17 में भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व पदाधिकारी हल्के यादव ने 15 एकड़ पर कब्जा कर प्लॉटिंग कर दी और कई लोगों को कब्जा भी दे दिया। प्रशासन ने अतिक्रमण हटाकर जमीन का हिस्सा दिव्यांग पुनर्वास केंद्र को दिया, लेकिन यादव ने दोबारा कब्जा कर केंद्र की जमीन भी हड़प ली। उनका कहना है कि 300 लोगों ने आवास पट्टों के लिए आवेदन किया था, जिसे प्रशासन ने निरस्त कर दिया। विदिशा... स्कूल की 13 बीघा जमीन पर भाजपा महामंत्री और परिजन का कब्जा विदिशा के सांगुल गांव में हाई स्कूल की 13 बीघा जमीन पर भाजपा मंडल महामंत्री दीपक धाकड़ और उनके परिजन का कब्जा है। वे जमीन पर खेती कर रहे हैं, जिससे स्कूल का नया भवन नहीं बन पा रहा और सीमांकन भी अटका है। दीपक धाकड़, जो विधायक सूर्यप्रकाश मीणा के समर्थक हैं, का कहना है कि दूसरे समुदाय के लोग कब्जा करना चाहते हैं, इसलिए उन्होंने जमीन संभालकर रखी है। नटेरन एसडीएम अजय प्रताप सिंह ने कहा कि मामला ज्ञात है और स्कूल या पंचायत के अनुरोध पर अतिक्रमण हटाया जाएगा। सागर... विश्वविद्यालय की 35 करोड़ की 65 एकड़ जमीन पर कब्जा कर खेती सागर के रजौआ गांव में भू-माफिया पर कार्रवाई कर 35 करोड़ रुपए कीमत की 65 एकड़ जमीन मुक्त कराई गई थी, जो विश्वविद्यालय के लिए आवंटित थी। सरपंच राजेश चढ़ार ने बताया कि खुमान पटेल, श्रीराम पटेल, हेमंत पटेल और शोभाराम पटेल सहित अन्य ने जमीन पर कब्जा कर गेहूं और चने की फसल लगा दी। ग्राम कोतवार के माध्यम से शिकायत की गई, लेकिन अतिक्रमण नहीं हटाया गया। हेमंत पटेल का कहना है कि विवि का काम शुरू होते ही कब्जा हटा देंगे। सागर कमिश्नर अनिल सुचारी ने कहा कि छतरपुर और सागर में कार्रवाई कर अतिक्रमण हटाया जाएगा। श्याेपुर.. जिलाध्यक्ष ने कब्जे की जमीन किराये पर दी... बंजारा डैम के पास सरकारी जमीन पर भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष युसुफ पठान का गैराज था, जिसे एंटी-माफिया अभियान में आंशिक रूप से तोड़ा गया, लेकिन आगे कार्रवाई नहीं हुई। अब वहां शराब की दुकान चल रही है। पठान का कहना है कि पूरी बस्ती सरकारी जमीन पर है और उनका गैराज राजनीतिक द्वेष में तोड़ा गया। श्योपुर अपर कलेक्टर रूपेश उपाध्याय ने कहा कि अतिक्रमण की जांच कर कार्रवाई होगी। गोदाम तोड़ा तो टीनशेड की बना ली दुकानें फिर से जमीन शासन से कब्जे में लेंगे
पंजाब के लुधियाना में आतंकियों के एनकाउंटर को लेकर नया खुलासा हुआ है। मुठभेड़ में घायल हुआ राजस्थान का रामलाल घर से झाड़-फूंक की बात कहकर ग्रेनेड की डिलीवरी लेने पहुंचा था। अब राजस्थान पुलिस की टीम श्रीगंगानगर जिले में उसके घर पर रेड कर रही है। पुलिस ने पूछताछ के बाद रामलाल के परिवार के फोन भी जब्त कर लिए। अब पुलिस इन फोन से ही डिटेल निकालने में जुटी है। वहीं घटना पर परिवार का कहना है कि उनका बेटा कर्णी माता मंदिर में पुजारी है। वह रोजाना मंदिर में ही लोगों की झाड़-फूंक करता था। दीपक उसे पंजाब पूजा करने के लिए लेकर गया था। उसने ही रामलाल को इस केस में फंसाया है। लुधियाना में पुलिस ने गुरुवार को ट्रैप लगाकर 3 आतंकियों का एनकाउंटर किया था। इसमें एक आतंकी को 3 और दूसरे को एक गोली लगी थी। पुलिस कमिश्नर ने कहा था ये लोग ग्रेनेड की डिलीवरी लेने के लिए आए थे। जिसके बाद इन्हें पाकिस्तानी हैंडलर के कहे मुताबिक ग्रेनेड अटैक करना था। इसके बाद पुलिस ने घटना को सोशल मीडिया (X) पर पोस्ट कर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI की सपोर्ट वाले गैंगस्टर-टेरर मॉड्यूल करार दिया था। घटना पर रामलाल की मां की अहम बातें... ड्राइवर का भाई बोला- झाड़ फूंक का करता था रामलालअमित के छोटे भाई सुनील (24) ने बताया कि अमित ड्राइविंग का काम करता है। अमित ही रामलाल को पंजाब लेकर गया था। वह कह रहा था कि पंजाब में किसी का इलाज (पाठ-पूजा) करना है। क्योंकि वह माता करणी का भक्त है। वह घर में ही पाठ-पूजा और झाड़ फूंक का काम करता है। जिसके कारण उसके पास झाड़ फूंक करवाने के लिए लोग आते थे। रामलाल के मौसेरे भाई विकास ने बताया कि रामलाल जब भी कहीं बाहर जाता तो अमित को ड्राइविंग करने के लिए साथ लेकर जाता था। अस्पताल सूत्रों ने दोनों की हेल्थ पर क्या अपडेट दिया... पाकिस्तानी हैंडलर जसवीर से जुड़े हैं लिंकदोनों आतंकियों का पाकिस्तान स्थित हैंडलर जसवीर उर्फ चौधरी से लिंक था। दोनों को पंजाब में ग्रेनेड हमला करने के लिए भेजा गया था। लुधियाना कमिश्नर स्वप्न शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले का खुलासा किया था। कमिश्नर ने बताया- पकड़े गए आतंकी लॉरेंस गैंग से जुड़े मॉड्यूल का हिस्सा हैं। एक आतंकी का लिंक सलमान खान के घर फायरिंग करने वाले से भी है। उनकी योजना सरकारी इमारतों और अन्य संवेदनशील स्थानों पर ग्रेनेड फेंककर राज्य में तनाव फैलाने की थी।
छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के अध्यक्ष और जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के प्रमुख अमित बघेल पर कर्नाटक की बेंगलुरु पुलिस ने केस दर्ज किया है। डिफेंस कॉलोनी इंद्रानगर निवासी रामकृष्ण पी ने अमित बघेल के खिलाफ शिकायत की है। शिकायतकर्ता के अनुसार जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के सुप्रीमो अमित बघेल ने उनकी जाति और भगवान को अपशब्द बोलकर अपमान किया है। रामकृष्ण पी ने कहा कि वे अमित बघेल पर एक्शन चाहते हैं। बेंगलुरु में FIR होने के बाद अब अमित बघेल के खिलाफ 12 केस दर्ज हो चुके हैं। रायपुर पुलिस अमित बघेल की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही है। रायपुर पुलिस के अधिकारियों ने फरार बताकर अमित बघेल पर 5 हजार रुपए का इनाम भी रखा है। पुलिस के मुताबिक गिरफ्तारी से बचने के लिए बघेल अपने परिचित के घरों में छिप रहे हैं। पुलिस का दावा है कि अमित बघेल की जल्द गिरफ्तारी करेगी। अब पढ़िए अमित बघेल ने क्या कहा था ? छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति तोड़ने को लेकर 27 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के प्रमुख अमित बघेल ने अग्रसेन महाराज, सिंधी समाज के ईष्ट देवता झूलेलाल पर टिप्पणी की थी। अमित बघेल के बयान के बाद अग्रवाल समाज और सिंधी समाज ने प्रदेशभर और देशभर में प्रदर्शन किया। अलग-अलग थानों में दर्ज कराई FIR अमित बघेल के खिलाफ अग्रवाल और सिंधी समाज ने रायपुर के अलग-अलग थानों में FIR दर्ज कराई है। इसके अलावा छत्तीसगढ़ और देश के अलग-अलग थानों में FIR दर्ज है। इनमें बेंगलुरु, रायपुर, दुर्ग, धमतरी, इंदौर, ग्वालियर, नोएडा, महाराष्ट्र और प्रयागराज शामिल है। जानिए क्या है मूर्ति विवाद ? दरअसल, 26 अक्टूबर 2025 को रायपुर के VIP चौक पर छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति से तोड़फोड़ की गई। छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना मौके पर पहुंची और जमकर हंगामा किया। इस दौरान क्रांति सेना और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प भी देखने को मिली। रविवार के हंगामे के बाद, छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति दोबारा स्थापित कर दी गई। पुलिस ने सोमवार सुबह राम मंदिर के पास से आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया। आरोपी मानसिक रूप से बीमार है और उसने नशे में मूर्ति तोड़ी थी। रायपुर पुलिस के मुताबिक आरोपी मनोज सतनामी सारंगढ़ के पुसौर का रहने वाला है। आरोपी ने घटना को अंजाम देना स्वीकार किया है। परिजनों के मुताबिक आरोपी मानसिक रूप से बीमार है। सेंद्री और रांची में हो चुका है। वह गांव में पहले भी मारपीट कर चुका है। अमित बघेल की विवादित टिप्पणी दरअसल, 27 अक्टूबर 2025 को अमित बघेल ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय, श्यामा प्रसाद मुखर्जी और अग्रसेन महाराज के खिलाफ विवादित टिप्पणी की थी। अमित ने कहा था कि कौन है अग्रसेन महराज। चोर है या झूठा है। पाकिस्तानी सिंधी क्या जानते हैं। मछली वाले भगवान के बारे में। उन्होंने हमारी छत्तीसगढ़ी महतारी के गर्दन को काटकर अपमान किया है। अमित बघेल की इसी आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद देशभर में अग्रवाल समाज और सिंधी समाज भड़क उठा। रायपुर, रायगढ़ और सरगुजा समेत कई जिलों में समाज के लोगों ने विरोध जताते हुए FIR दर्ज करने की मांग की थी। वहीं छत्तीसगढ़ सिंधी पंचायत के सलाहकार अनूप मसंद ने बताया कि अमित बघेल के बयानों से समाज नाराज है। सिंधी समाज के पदाधिकारियों ने बैठक लेकर पुलिस से शिकायत करने की सहमति बनाई। सिटी कोतवाली थाने में अमित बघेल के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई है। 2022 में भूपेश सरकार ने लगवाई थी प्रतिमा तेलीबांधा तालाब के पास स्थित छत्तीसगढ़ महतारी उद्यान में छत्तीसगढ़ महतारी की मुख्य प्रतिमा स्थापित है। इसका अनावरण 2022 में तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया था। यहीं से 33 जिलों में इसी तरह की प्रतिमाएं लगाने की घोषणा हुई थी। प्रतिमा में मातृ स्वरूपा महिला को पारंपरिक छत्तीसगढ़ी परिधान-लुगरा और आभूषणों में दर्शाया गया है। उनके एक हाथ में धान की बालियां हैं जो राज्य की कृषि प्रधान संस्कृति का प्रतीक है। दूसरे हाथ में दीपक (दीया) ज्ञान, शांति और समृद्धि का प्रतीक है। सिर पर मुकुट, चेहरे पर तेज और मुद्रा में मातृत्व तथा गौरव की झलक दिखती है। ..................................... इससे संबंधित ये खबर भी पढ़ें... अग्रवाल समाज के आनंद ने छत्तीसगढ़-महतारी की पहली प्रतिमा लगवाई: दिल्ली में लंगर के सहारे डटे रहे; मूर्ति पर आंदोलनकारियों ने लगाया था खून का टीका छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के प्रमुख अमित बघेल ने सिंधी और अग्रवाल समाज को लेकर विवादित टिप्पणी की। इस पर देशभर में बवाल मचा। इस बीच एक दिलचस्प तथ्य ये सामने आया है कि छत्तीसगढ़ महतारी की पहली मूर्ति स्थापित करने वाले कोई और नहीं, बल्कि अग्रवाल समाज के एक शख्स थे। पढ़ें पूरी खबर
विश्व के नेताओं के हाव-भाव कैसे हैं, उनकी बॉडी लैंग्वेज, बयानों की निरंतरता, कथनी-करनी में क्या समानता है, इन सवालों के जवाब सटीक ढंग डीकोड करने के लिए विदेश मंत्रालय लीडरशिप एनालिसिस फ्रेमवर्क तैयार कर रहा है। सूत्रों के मुताबिक इस सॉफ्ट कूटनीतिक हथियार से दूसरे देशों से भारत के संबंधों की राह तय करने में आसानी होगी। देश के नेतृत्व को भी इनके साथ व्यवहार करने में आसानी होगी। इस फ्रेमवर्क में उन नेताओं की बिहेवियर प्रोफाइलिंग हो रही है, जिनका भविष्य में भारत से नजदीकी सरोकार हो सकता है। इनमें डोनाल्ड ट्रम्प, व्लादिमीर पुतिन, शी जिनपिंग आदि शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि भारत में 2023 में हुए जी20 के शिखर सम्मेलन के वीडियो भंडार से इस काम में काफी मदद मिली है, जहां से सिर्फ नेताओं के नहीं बल्कि उनके सहयोगी अधिकारियों और सलाहकारों के बारे में भी अपार डेटा उपलब्ध हुआ। प्रोफाइलिंग के लिए विभिन्न देशों में भारतीय दूतावास की फील्ड रिपोर्ट्स, वीडियो आर्काइवस, भाषण वीडियो, लीडर्स की सोशल मीडिया अपडेट्स और एआई आधारित एनालिसिस से प्रोफाइलिंग की बुनियाद रखी जा रही है। बयानों की निरंतरता का आकलन किया जा रहा है। मूल रूप से देखा जा रहा है कि बयान और लीडर के एक्शन में कितना फर्क या समानता है। अमेरिका, रूस, ब्रिटेन और चीन शुरुआत कर चुके लीडर के माइक्रो एक्सप्रेशन की रिकॉर्डिंग भी हो रहीप्रोफाइलिंग के लिए इन नेताओं की माइक्रो एक्सप्रेशन की रिकॉर्डिंग भी की जा रही है। इसमें देखा जाता है कि हाव-भाव सहज, सरल या आक्रामक या संशय पूर्ण हैं। जी-20 के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हिस्सेदारी वाले अन्य बहुपक्षीय मंचों जैसे जी-7, ब्रिक्स, क्वाड, ईस्ट एशिया एवं आसियान शिखर सम्मेलनों के माइक्रो एक्सप्रेशन एकत्र किए गए हैं। इन लीडर्स का साइको पॉलिटिकल असेसमेंट भी हो रहा है, ताकि संवाद के समय भारतीय पक्ष और तैयारी के साथ मजबूती से पेश आए। प्रोफाइलिंग बसे बड़ा कूटनीतिक हथियार पूर्व राजनयिक दीपक वोरा ने कहा कि इससे हमारे नेतृत्व को कहने और करने में आसानी होगी। वैश्विक नेताओं की प्रोफाइलिंग आज के समय का सबसे बड़ा कूटनीतिक हथियार बन चुका है। इससे कूटनीतिक छल से बचा जा सकता है। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि कूटनीतिक बातचीत के समय आपका नेतृत्व सहज रहेगा। उन्होंने कहा कि अगर हमारे लीडर के दिमाग में यह साफ हो कि किसी देश का नेता जो बोल रहा है वह किस हद तक सिर्फ कहने और करने तक सीमित है तो निर्णय लेने में आसानी होगी। कुछ नेता जो कहते हैं वही करते हैं, कुछ जो कहते हैं उसका उल्टा करते हैं। जैसे ट्रम्प अनप्रिडिक्टेबल हैं तो शी जटिल-कुटिल और पुतिन सबसे भरोसेमंद शख्सियत हैं। ........................ AI से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... इंसानों की चापलूसी कर रहा AI:सही की बजाए वो जवाब दे रहा जो यूजर सुनना चाहता है; रिसर्च में सामने आई सच्चाई AI इंसानों की हां में हां मिलाने का काम कर रहा है। हाल ही में हुई एक रिसर्च में सामने आया है कि AI मॉडल्स इंसानों से भी ज्यादा चापलूस हैं। यूजर्स के खतरनाक या चालाकी भरे व्यवहार को भी AI सही ठहरा रहा है। यह रिसर्च स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी और कारनेजी मैल्लन यूनिवर्सिटी ने की है। इसमें एक टर्म ‘सोशल साइकोफैंसी’ दिया है। पूरी खबर पढ़ें...
श्री काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन कराने के नाम पर श्रद्धालुओं से अवैध रुप से धनराशि वसूले जाने का गंभीर मामला सामने आया है। इस प्रकरण में चौक थाने में तीन व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। यह कार्रवाई एसडीएम शंभू शरण द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर की गई है। क्या है पूरा मामला? शिकायत पत्र में लिखा गया है कि 12 नवंबर 2025 को कुछ दर्शनार्थियों द्वारा मंदिर कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई गई थी कि उन्हें काशी विश्वनाथ धाम में विशेष दर्शन कराने के नाम पर कुछ व्यक्तियों द्वारा अवैध रूप से धनराशि वसूली गई। श्रद्धालुओं ने बताया कि उन्हें आधिकारिक कर्मचारी बताकर यह राशि ली गई थी। मामले की प्राथमिक जांच में यह आरोप सही पाए गए, जिसके बाद एसडीएम ने इस पूरे प्रकरण पर विस्तृत जांच कर अपराधियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए। किन पर लगा आरोप? जिन तीन लोगों को इस अवैध वसूली का आरोपी पाया गया है उसमें होमगार्ड अमित कुमार सिंह,पूर्व कर्मचारी अन्नपूर्णा मंदिर विनोद कुमार सिंह और एक राज श्रीवास्तव नामक व्यक्ति हैं। इसी क्रम में एसडीएम शंभू शरण ने चौक थाने में तहरीर दी, जिसके आधार पर तीनों आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज हो गया। पुलिस ने शुरू की जांच चौक थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर इसकी जांच शुरू कर दी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपियों के कॉल रिकॉर्ड,सीसीटीवी फुटेज, तथा मंदिर परिसर में तैनात सुरक्षाकर्मियों से पूछताछ जारी है। पुलिस का कहना है कि अगर जरूरत पड़ी तो और भी लोगों की भूमिका की जांच की जाएगी। अब जानिए मंदिर प्रशासन ने क्या कहा श्री काशी विश्वनाथ धाम प्रशासन ने कहा धाम की प्रतिष्ठा एवं श्रद्धालुओं की सुविधा सर्वोपरि है। किसी भी प्रकार की अवैध वसूली, धोखाधड़ी या श्रद्धालुओं को भ्रमित करने के प्रयास को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। श्रद्धालु द्वारा शिकायत मिली थी जिसका जांच कर मुकदमा कराया गया है। धाम प्रशासन ने पुलिस से अनुरोध किया है कि इस तरह के अवांछित तत्वों को चिन्हित कर कठोर कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हो सकें।
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने गहन मंथन के बाद प्रदेश में 45 जिलाध्यक्ष के नामों की घोषणा कर दी है। शनिवार को जारी हुई सूची में जयपुर ग्रामीण वेस्ट विद्याधर चौधरी और ग्रामीण ईस्ट से गोपाल मीना को अध्यक्ष बनाया गया। मीना पूर्व में विधायक रह चुके हैं। वर्तमान में जिला अध्यक्ष हैं। इन्हें दूसरी बार जिला अध्यक्ष बनाया गया है। चौधरी फुलेरा से विधायक हैं और बीजेपी के दिवंगत नेता दीगम्बर सिंह के बेटे डॉ. शैलेश सिंह इनके दामाद हैं। इधर, दो ब्राह्मणों की दावेदारी में जयपुर शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष पद पर पेच फंस गया। इसके चलते शहर अध्यक्ष के नाम की घोषणा अटक गई। माना जा रहा है कि कांग्रेस नेताओं की सर्वसम्मति से सुनील शर्मा का नाम लगभग फाइनल हो चुका था, लेकिन अब पुष्पेंद्र भारद्वाज के नाम को लेकर कुछ नेता अड़ गए हैं। वरिष्ठों के चलते सुनील की दावेदारी मजबूतसुनील शर्मा पूर्व कांग्रेस नेता सुरेश शर्मा के भाई हैं। ब्राह्मण समाज के साथ सभी में अच्छी पकड़। सभी नेताओं से मिल-जुलकर चलने वाले व फाइनेंशियल दृष्टि से मजबूत हैं। सांसद का टिकट मिला था, लेकिन लौटा दिया था। पूर्व सीएम अशोक गहलोत सहित अधिकतर नेताओं ने इनके नाम पर सहमति जताई है। पुष्पेंद्र के नाम पर डोटासरा अड़े हैं, लेकिन कुछ वरिष्ठ कांग्रेसी विरोध में हैं। इनका आरोप है कि भारद्वाज बीजेपी के नेताओं से मिले हैं। उनके साथ भारद्वाज की बिजनेस पार्टनरशिप बताई है। इस वजह से भारद्वाज कांग्रेस की ओर से आयोजित धरना-प्रदर्शन से दूर रहते हैं।
सुप्रीम काेर्ट के आदेश हैं कि राजस्थान के लेवल-1 और लेवल-2 के ट्रॉमा सेंटर्स को डवलप किया जाए और रोड सेफ्टी फंड का बेहतर व सही तरीके से उपयोग हो। सभी नर्सिंग स्टाफ, टेक्नीशियन, रेजिडेंट और डॉक्टर्स को एडवांस लाइफ सेविंग की ट्रेनिंग दी जाए। बेसिक लाइफ सेविंग में ट्रेनिंग मिले। हर ट्रॉमा सेंटर पर न्यूरोसर्जरी, आर्थोपेडिक, एनेस्थीसिया डॉक्टर्स सहित सीनियर नर्सिंग स्टाफ और सीनियर रेजिडेंट होने चाहिए। ट्रॉमा सेंटर के सर्जिकल थिएटर में जो भी उपकरणों की जरूरत है, उन्हें भी पूरा किया जाए। श्री निवास ने शनिवार को कहा कि पांच ऑफिसर हैं, जो सुप्रीम कोर्ट के मॉनिटर कमेटी को रिपोर्ट देने गए थे। इनमें चीफ सेक्रेटरी हैल्थ, एडिशनल चीफ सेक्रेटरी पीडब्ल्यूडी, एडिशनल डीजी ट्रैफिक और सीएस शामिल थे। 15 दिन में ट्रॉमा के लिए रोडमेप तैयार करेंगे और कुछ इंस्टीट्यूट के साथ मिलकर काम करेंगे। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट को रिपोर्ट दी जाएगी। भास्कर ने एसएमएस ट्रॉमा सेंटर सहित प्रदेश भर के 80 से अधिक ट्रॉमा सेंटर के संसाधनों की पड़ताल की तो पता चला कि इनमें बेसिक सुविधाएं ही नहीं हैं। एमएमएस ट्रॉमा में ही 2डी ईको और एमआरआई नहीं होती। न क्विक रेस्पॉन्स टीम ना हर बेड पर मॉनिटर

