बलरामपुर में बढ़ती शीतलहर और कड़ाके की ठंड के मद्देनजर आदर्श नगर पालिका परिषद ने गुरुवार रात शहर के प्रमुख और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में अलाव जलाने की व्यवस्था की है। यह कार्रवाई नगर पालिका अध्यक्ष डॉ. धीरेन्द्र प्रताप सिंह धीरू के निर्देश पर अधिशासी अधिकारी लाल चंद मौर्य द्वारा तत्परता से कराई गई। अलाव की व्यवस्था महिला हॉस्पिटल, मेमोरियल चिकित्सालय, वीर विनय चौराहा, अंबेडकर चौराहा स्थित रैन बसेरा, बस स्टेशन, झारखंडी रेलवे स्टेशन और बलरामपुर रेलवे स्टेशन सहित कई महत्वपूर्ण स्थानों पर सुनिश्चित की गई है। इसका उद्देश्य रात्रि के समय राहगीरों, गरीब तबके के लोगों और जरूरतमंदों को ठंड से राहत प्रदान करना है। अध्यक्ष डॉ. धीरू ने बताया कि नगर पालिका का लक्ष्य है कि इस भीषण ठंड में किसी भी नागरिक को असुविधा न हो। उन्होंने नगर पालिका कर्मियों को निर्देश दिए हैं कि सभी निर्धारित स्थानों पर नियमित रूप से अलाव उपलब्ध कराए जाएं और आवश्यकता पड़ने पर नए स्थलों को भी तत्काल चिन्हित किया जाए। नगरवासियों ने नगर पालिका की इस पहल की सराहना की है, उनका कहना है कि अलाव जलाए जाने से उन्हें काफी राहत मिली है। नगर पालिका ने आश्वासन दिया है कि शीतकालीन मौसम में यह व्यवस्था निरंतर जारी रहेगी।
शिवपुरी में ‘डोसे की भस’ को लेकर दो दुकानदार भिड़े:मारपीट हुई; दोनों पक्ष ने दर्ज कराई FIR
शिवपुरी शहर के न्यू ब्लॉक क्षेत्र में गुरुवार देर शाम डोसा बनाने के दौरान निकलने वाली 'भस' (तीखी भाप) को लेकर दो दुकानदारों के बीच विवाद हो गया। यह विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों में मारपीट हुई, जिसमें कुछ लोग घायल हो गए। जानकारी के मुताबिक, न्यू ब्लॉक में धर्मेंद्र जटारिया 'दिल्ली डोसा एंड चाट भंडार' चलाते हैं, जबकि उनके पड़ोस में राकेश जैन का 'राज गिफ्ट सेंटर' है। राकेश जैन का आरोप है कि डोसा बनाते समय उड़ने वाली तीखी भाप (भस) से उनके ग्राहकों और उन्हें परेशानी होती है। इस मुद्दे पर पहले भी कई बार बातचीत हुई थी, लेकिन कोई समाधान नहीं निकल पाया। गुरुवार देर शाम इसी बात को लेकर दोनों दुकानदारों और उनके स्टाफ के बीच कहासुनी शुरू हो गई। देखते ही देखते यह कहासुनी मारपीट में बदल गई। घटना के बाद दोनों पक्ष शिवपुरी कोतवाली पहुंचे और एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। राकेश जैन ने पुलिस को बताया कि डोसे की भस के कारण उनकी दुकान चलाना मुश्किल हो रहा है। वहीं, धर्मेंद्र जटारिया का कहना है कि उनके पास फिलहाल इस समस्या का कोई ठोस उपाय नहीं है। पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायतें दर्ज कर ली हैं और मामले की जांच शुरू कर दी है।
नोडल जनपद वाराणसी में राष्ट्रीय एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर गुरुवार को “संवर्धन” क्लस्टर आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें वाराणसी, गाज़ीपुर, आज़मगढ़, चंदौली और सोनभद्र जिलों के बड़ी संख्या में PLV (पैरा लीगल वालंटियर)/ अधिकार मित्रों ने भाग लिया। उद्घाटन सत्र के दौरान विभिन्न जिलों से आए PLV के कार्यों की सराहना की गई। गाज़ीपुर से रणजीत कुशवाहा और उजाला श्रीवास्तव को उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया। इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, गाजीपुर के सचिव विजय कुमार भी उपस्थित थे। प्रशिक्षण में पाँचों जिलों के सचिवों और विभागीय प्रतिनिधियों ने PLV/अधिकार मित्रों को मार्गदर्शन प्रदान किया। महिला कल्याण विभाग, वन स्टॉप सेंटर, चाइल्डलाइन, समाज कल्याण विभाग, पुलिस विभाग और बाल संरक्षण इकाइयों ने प्रस्तुतियां दीं। इन प्रस्तुतियों में विभिन्न योजनाओं, सेवाओं और जमीनी स्तर पर सहायता प्रदान करने की प्रक्रियाओं की विस्तृत जानकारी साझा की गई, जिससे प्रतिभागियों को व्यावहारिक ज्ञान मिला। कार्यक्रम का संचालन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, वाराणसी द्वारा किया गया। यह प्रशिक्षण PLV/अधिकार मित्रों को विधिक सेवाओं की समझ बढ़ाने, कौशल में सुधार करने और समाज में न्याय की पहुँच को मजबूत करने में सहायक सिद्ध हुआ।
शादी का प्रलोभन देकर शारीरिक शोषण करने के आरोपी हिमांशु सिन्हा को बालोद पुलिस ने नक्सल प्रभावित सुकमा जिले के तोंगपाल थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। आरोपि घटना के बाद से लगातार फरार चल रहा था और अपना ठिकाना बदलते हुए पुलिस से बचने की कोशिश कर रहा था। दरअसल बालोद थाना में 17 अक्टूबर 2025 को एक छात्रा ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके साथ पढ़ने वाले गोटाटोला (मानपुर) निवासी आरोपी हिमांशु सिन्हा (26वर्ष) ने शादी का झांसा देकर उसके साथ शारीरिक शोषण किया। घटना के बाद आरोपी हुआ फरार रिपोर्ट के आधार पर बीएनएस की धारा 69 एवं एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर विवेचना शुरू की गई। घटना के बाद आरोपी फरार हो गया था। उसके संभावित ठिकानों पर तलाश की गई, लेकिन वह लगातार लोकेशन बदल रहा था। साइबर सेल और थाना बालोद की संयुक्त टीम आरोपी की तकनीकी लोकेशन ट्रैक कर रही थी। आरोपी सुकमा में परिचित के घर से गिरफ्तार इस दौरान इनपुट मिला कि आरोपी नक्सल प्रभावित दर्भा-झीरम होकर तोंगपाल (सुकमा) क्षेत्र में छिपा है। सूचना की पुष्टि के बाद बालोद टीआई शिशुपाल सिन्हा, साइबर सेल प्रभारी एएसआई धरम भुआर्य और टीम ने लोकल पुलिस की सहायता से तोंगपाल में दबिश दी और आरोपी को एक परिचित के घर से गिरफ्तार कर लिया।
लहार में रेडियो दुकान में शॉर्टसर्किट से आग:लाखों का सामान खाक; एक घंटे देरी से पहुंची फायर बिग्रेड
भिंड जिले के लहार कस्बे में गुरुवार शाम पुराने बाजार स्थित एक रेडियो दुकान में अचानक आग लगने से बड़ा नुकसान हो गया। शुरुआती जांच में आग लगने की वजह शॉर्टसर्किट बताई जा रही है। घटना में दुकान के भीतर रखा करीब चार से पांच लाख रुपए का सामान जलकर खाक हो गया। जानकारी के अनुसार, शाम करीब सात बजे कर्मवीर कुशवाह अपनी दुकान में बैठे थे, तभी अचानक शॉर्टसर्किट हुआ और आग भड़क उठी। उन्होंने शुरुआत में अपने स्तर पर आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन लपटें तेजी से फैलती गईं। इसके बाद वे तुरंत दो किलोमीटर दूर स्थित लहार थाने पहुंचे, जहां फायर ब्रिगेड वाहन खड़ा रहता है। वहां सूचना देने के बाद वे वापस दुकान पहुंचे तो पूरी दुकान आग की चपेट में आ चुकी थी। दुकान मालिक का आरोप है कि सूचना देने के बावजूद फायर ब्रिगेड करीब एक घंटे देर से मौके पर पहुंची, जिससे आग पर शुरुआती नियंत्रण का मौका हाथ से निकल गया। देखते ही देखते लपटों ने पूरे दुकान क्षेत्र को जला दिया। स्थिति गंभीर होने पर लहार एसडीएम विजय यादव ने घटना को संज्ञान में लिया और अतिरिक्त मदद के निर्देश दिए। इसके बाद दबोह, आलमपुर, मिहोना और रौन से फायर ब्रिगेड की गाड़ियां तत्काल लहार भेजी गईं। सभी दलों के संयुक्त प्रयास से लगभग दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका।
अलीगढ़ के मासूम बच्चों को निशाना बना रहे सिलोचन माफिया पर अब पुलिस का बड़ा एक्शन शुरू हो गया है। यह पहल उस रात से जन्मी, जब 5 दिसंबर को एसएसपी नीरज कुमार जादौन पैदल गश्त पर कठपुला की ओर निकले। पास ही रेलवे ट्रैक के किनारे कुछ बच्चे पुलिस को देखकर भागने लगे। संदिग्ध हरकत देख एसएसपी तुरंत जीटी रोड के डिवाइडर पर बैठे एक किशोर के पास पहुंचे और उससे प्यार से बात की। जब बच्चे ने धीरे-धीरे सच बताया तो पूरा मामला चौंका देने वाला था। 20 रुपए की सिलोचन, 5 रुपए का रूमाल पूछने पर पता चला कि पंचर लगाने के काम में आने वाले सिलोचन (केमिकल) का इस्तेमाल बच्चों में नशे के लिए हो रहा है। 75 एमएल का सिलोचन का ट्यूब 20 रुपए और इसको इस्तेमाल करने के लिए 5 रुपये में रूमाल बेचा जाता है। बच्चे रूमाल में ट्यूब से सिलोचन निकालकर रखते हैं और नशे के लिए सूंघते रहते हैं। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में सैकड़ों बच्चे इसकी चपेट में हैं। बच्चों से बरामद हुए रूमाल और सिलोचन एसएसपी के आदेश पर गुरुवार को पुलिस ने बच्चों को नशे की गिरफ्त से बचाने के लिए अभियान चलाया। कठपुला और रेलवे ट्रैक के आसपास से करीब 27 बच्चों को पकड़ा गया। तलाशी में किसी–किसी बच्चे से 3 तो किसी के पास से दो सिलोचन के ट्यूब बरामद हुए। सभी बच्चों के पास एक जैसे रूमाल मिलने पर पुलिस नशे का सिंडीकेट होने पर भी काम कर रही है। सिलोचन वाले हाथों में चॉकलेट देख खुश हुए बच्चे पकड़े गए बच्चों में अधिकांश 7 से 10 साल और कुछ 12 से 15 साल के थे। सभी को एसएसपी कार्यालय लाया गया। यहां एसएसपी ने सभी बच्चों की काउंसिलिंग की और नशे से दूर रहने के लिए कहा। बच्चों ने भी नशा न करने का भरोसा दिया। सभी बच्चों को चाय–पकौड़े के साथ ही चॉकलेट भी वितरित की गईं। चॉकलेट देखकर छोटे बच्चे बहुत खुश नजर आए। किसी ने मांगे स्वेटर तो कोई बोला बनेगा अफसर थोड़ी ही देर में बच्चे एसएसपी से घुल–मिल गए। बच्चों के पढ़ने के लिए सामाजिक संस्थाओं से संपर्क करने के लिए भी कहा। इसके बाद पूछने पर कुछ बच्चों ने अफसर तो किसी ने फौजी बनने की बात कही। इसके अलावा कुछ बच्चे ठंड में एसएसपी से स्वेटर भी मांगते नजर आए। एसएसपी ने सभी बच्चों के स्वेटर के इंतजाम करने के निर्देश दिए। सिलोचन बेचने वालों पर सख्त कार्रवाई का आदेश एसएसपी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बच्चों को नशे का आदी बना रहे इलाकों में गश्त बढ़ाई जाए। इसके अलावा बाल कल्याण समिति के साथ मिलकर बच्चों के पुनर्वास की व्यवस्था करने के लिए कहा। उन्होंने निर्देश दिए कि यह केमिकल पंचर लगाने के काम में आता है। अगर इसे बच्चों के लिए बेचा गया तो सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
बदायूं में एक अज्ञात वाहन की टक्कर से बरेली जिले के 28 वर्षीय शराब सेल्समैन प्रमोद कश्यप की मौत हो गई। यह हादसा गुरुवार शाम को हुआ। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। यह दुर्घटना वजीरगंज थाना क्षेत्र के बगरैन चौकी क्षेत्र के पेपल गांव के पास हुई। प्रमोद कश्यप (28) पुत्र कैलाश चंद्र, शादीनगर गांव, आंवला कोतवाली, बरेली के निवासी थे। वह फैजगंज बेहटा की शराब की दुकान पर सेल्समैन के रूप में कार्यरत थे। गुरुवार शाम को वह अपनी बाइक से गांव लौट रहे थे। पेपल गांव के पास पहुंचते ही एक अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर मारने के बाद चालक मौके से फरार हो गया। हादसे की सूचना मिलने पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और घायल प्रमोद को अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। प्रभारी निरीक्षक सुरेंद्र सिंह ने बताया कि अज्ञात वाहन की टक्कर से बाइक सवार शराब सेल्समैन की मौत हुई है। उन्होंने यह भी बताया कि परिजनों को घटना की सूचना दे दी गई है और तहरीर मिलने पर अज्ञात वाहन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसकी तलाश की जाएगी।
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के सरकारी आवास लखनऊ से बड़ा फ्रॉड पकड़ा गया। नोएडा निवासी दशरथ पाल खुद को दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा का प्रतिनिधि बताकर डिप्टी सीएम से मिलने पहुंचा था। सतर्कता टीम ने उसके व्यवहार और दस्तावेजों पर संदेह होने पर तुरंत जांच की और फर्जीवाड़े की पुष्टि होते ही उसे हिरासत में ले लिया। सूचना मिलते ही गौतमपल्ली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि दशरथ पाल जनता से ठगी और राजनीतिक चेहरों के नाम पर फ्रॉड करने का आदी है। पुलिस के अनुसार, वह नोएडा, बुलंदशहर, मेरठ और लखनऊ समेत कई जिलों में लोगों को झांसा देकर धोखाधड़ी कर चुका है। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने घटना की जानकारी तुरंत दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा को दी और पूरे प्रकरण पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है और उसके नेटवर्क की जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि आरोपी के मोबाइल और डिजिटल गतिविधियों की भी जांच की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वह किसी बड़े गिरोह से जुड़ा है या नहीं। प्रशासन ने इसे सुरक्षा और ठगी से जुड़े गंभीर मामले के रूप में लेते हुए जांच को प्राथमिकता पर रखा है।
देवास में 69वीं राष्ट्रीय सॉफ्ट टेनिस शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता गुरुवार से पायोनियर पब्लिक स्कूल में शुरू हुई। प्रतियोगिता का उद्घाटन विधायक गायत्री राजे पवार ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाती हैं और उन्हें निखारती हैं। प्रतियोगिता संयोजक सुदेश सांगते ने बताया कि यह राष्ट्रीय प्रतियोगिता (14, 17, 19 वर्ष बालक, बालिका समूह) 11 दिसंबर से 14 दिसंबर तक आयोजित की जाएगी। इसका आयोजन जिलाधीश ऋतुराज सिंह के मार्गदर्शन में हो रहा है। शुभारंभ कार्यक्रम में भाजपा जिला अध्यक्ष राय सिंह सेंधव, महापौर गीता अग्रवाल, विधायक प्रतिनिधि दुर्गेश अग्रवाल और भाजपा जिला महामंत्री राजेश यादव भी उपस्थित थे। जिला शिक्षा अधिकारी हरि सिंह भारती ने स्वागत भाषण दिया। अतिथियों का स्वागत सुदेश सांगते, भारती नेक्या, माया मालवीय सहित अन्य पदाधिकारियों ने किया। कार्यक्रम में पायोनियर पब्लिक स्कूल और चिमनाबाई हायर सेकेंडरी स्कूल के छात्रों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। अंतरराष्ट्रीय सॉफ्ट टेनिस खिलाड़ी आदित्य बालोदिया ने खिलाड़ियों को शपथ दिलाई। संगठन सचिव एवं जिला शिक्षा अधिकारी हरि सिंह भारती ने जानकारी दी कि इस प्रतियोगिता में 16 राज्यों से 500 खिलाड़ी और ऑफिशियल शामिल हो रहे हैं। प्रतियोगिता के मैच स्पोर्ट्स पार्क टाटा चौराहा, पुलिस लाइन और पायोनियर पब्लिक स्कूल में खेले जाएंगे। कार्यक्रम का संचालन अरविंद त्रिवेदी ने किया, जबकि विश्व मित्र अवॉर्डी सुदेश सांगते ने आभार व्यक्त किया।
लखनऊ के निराला नगर स्थित श्रीरामकृष्ण मठ में श्री माँ सारदा देवी की 173वीं जन्मतिथि का चार दिवसीय उत्सव आरंभ हो गया है। यह समारोह मठ अध्यक्ष स्वामी मुक्तिनाथानन्द के निर्देशन में आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम की शुरुआत आरती और सुप्रभातम् के साथ हुई। इसके बाद पुराने मंदिर व ऑनलाइन माध्यम से जप यज्ञ का आयोजन किया गया। वैदिक स्तोत्रों एवं मन्त्रोच्चार से परिसर में आध्यात्मिक वातावरण बना। ‘सबकी माँ—श्री माँ सारदा’ विषय पर ऑनलाइन विशेष सत्संग भी आयोजित किया गया। ‘माँ की बातें’ विषय पर प्रवचन विशेष पूजा स्वामी इष्टकृपानन्द द्वारा सम्पन्न हुई, जबकि स्वामी रमाधीशानन्द ने चण्डीपाठ किया। लखनऊ के राहुल अवस्थी ने भक्तिगीत प्रस्तुत किए, जिसमें सुमित मल्लिक ने तबला संगत की। इसके उपरांत ‘माँ की बातें’ विषय पर स्वामी विश्वदेवानन्द का प्रवचन दिया। सारदा संघ द्वारा नाम संकीर्तन और भक्तिगान भी प्रस्तुत किए गए। महिलाओं ने भक्तिगीत की प्रस्तुति दी दिन के कार्यक्रमों में हवन, पुष्पांजलि और भोगारती की विधियाँ सम्पन्न हुईं। कानपुर के अशोक मुखर्जी और लखनऊ के शुभम राज ने तबला संगत के साथ सायंकाल के भक्तिगीत सत्रों में प्रस्तुति दी।संध्या आरती के बाद मुख्य जनसभा में ‘संघ जननी श्री माँ सारदा देवी’ विषय पर रामकृष्ण मिशन, वाराणसी के स्वामी ईशानन्द ने प्रवचन दिया।कार्यक्रमों के समापन पर प्रसाद वितरण किया गया। अध्यक्षीय उद्बोधन में स्वामी मुक्तिनाथानन्द ने कहा कि माँ सारदा का जीवन करुणा, सहनशीलता और मातृत्व का शाश्वत प्रतीक है, जो समाज को आज भी प्रेरणा देता है।
सोनीपत के गांव पिपली खेड़ा की पहलवान रिया रावल ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन किया है। रिया ने थाईलैंड में आयोजित प्रो कुश्ती प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतकर देश और प्रदेश का गौरव बढ़ाया। उनकी इस उपलब्धि पर गुरुवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पंडित मोहन लाल बड़ौली और मंत्री कृष्ण बेदी ने रिया को सम्मानित किया तथा स्वर्ण पदक जीतने पर बधाई और शुभकामनाएं दीं। रिया रावल ने बढ़ाया देश और प्रदेश का मान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पंडित मोहन लाल बड़ौली ने कहा कि रिया रावल ने स्वर्ण पदक जीतकर हरियाणा और भारत का नाम ऊंचा किया है। उन्होंने कहा कि हमें अपनी बेटियों पर गर्व है। मोदी और नायब सैनी सरकार बेटियों को हर क्षेत्र में आगे बढ़ाने और उनके सपनों को नई उड़ान देने के लिए निरंतर प्रतिबद्ध है। रिया रावल ने न केवल अपनी प्रतिद्वंदी को पटखनी दी, बल्कि भारतीय खेल की मजबूती और बेटियों की शक्ति को भी दुनिया के सामने साबित किया। हरियाणा की खेल नीति देश में सर्वश्रेष्ठ: बड़ौली पंडित मोहन लाल बड़ौली ने कहा कि हरियाणा में नायब सैनी सरकार खेलों को बढ़ावा देने और खिलाड़ियों के सर्वांगीण विकास के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि हरियाणा की खेल नीति पूरे देश में सर्वश्रेष्ठ है और इसी नीति का परिणाम है कि राज्य के खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि सरकार ने खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए प्रदेश में खेल नर्सरियां खोली हैं। भाजपा सरकार खिलाड़ियों के लिए अनुकूल माहौल तैयार कर उनकी प्रतिभा को नई दिशा दे रही है। आज हरियाणा के खिलाड़ी अपने परिश्रम से शानदार प्रदर्शन करते हुए पदकों की झड़ी लगा रहे हैं। हमारी बेटियां देश का नाम रोशन कर रही हैं: कृष्ण बेदी हरियाणा सरकार में मंत्री कृष्ण बेदी ने कहा कि हमें अपनी बेटियों पर गर्व है और सरकार बेटियों को हर क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। भाजपा सरकार महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए संकल्पित है। उन्होंने कहा कि आज बेटियां अपनी प्रतिभा और मेधा से दुनिया भर में देश का नाम रोशन कर रही हैं। हरियाणा विकास की नई दिशा में अग्रसर कृष्ण बेदी ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में हरियाणा हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। राज्य में युवाओं को योग्यता के आधार पर नौकरियां दी जा रही हैं। नायब सैनी सरकार में सभी वर्गों के लिए कल्याणकारी कार्य किए जा रहे हैं और सरकार की योजनाओं का लाभ समाज के हर वर्ग तक पहुंच रहा है।
बिजनौर में भाभी से विवाद के बाद युवक ने दो साल की मासूम भतीजी की गला रेतकर हत्या कर दी। 5 साल के भतीजे को छत से फेंक दिया। शोर सुनकर परिजन मौके पर पहुंचे, तब तक आरोपी फरार हो गया। गंभीर रूप से घायल भतीजे को अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। आरोपी चाचा के खिलाफ केस दर्ज कर उसकी तलाश कर रही है। मामला मंडावली थाना क्षेत्र का है। अब जानिए पूरा मामला... गांव राजपुर नवादा में जय सिंह का परिवार रहता है। जय सिंह मौत हो चुकी है। परिवार में बेटा हिमांशु और अरुण हैं। गुरुवार शाम हिमांशु का किसी बात को लेकर अपनी भाभी से कहासुनी हो गई। गुस्से में हिमांशु ने अपनी दो साल की भतीजी मानवी की गर्दन पर धारदार हथियार से वारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। गुस्साए हिमांशु ने 5 साल के भतीजे मयंक को छत से फेंक दिया। शोर सुनकर परिजन मौके पर पहुंचे। आसपास के लोग भी आ गए। लेकिन तब तक हिमांशु फरार हो गया। परिजन दोनों बच्चों को मंडावली स्थित एक हॉस्पिटल ले गए। यहां मानवी को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। घायल मयंक को मंडावली के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यहां उसका इलाज चल रहा है। एसपी सिटी डॉक्टर कृष्ण गोपाल सिंह ने बताया– चाचा ने अपनी भतीजी की हत्या की है। भतीजे को भी जान से मारने की कोशिश की। बच्चे का इलाज चल रहा है। तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर आरोपी की तलाश में पुलिस की टीमों को लगाया गया है। ------------------------------------ ये खबर भी पढ़िए- 'मेरी वाइफ को कोई होटल ले जाए, मुझे पसंद नहीं', VIDEO बनाकर जान दी वाराणसी में एक युवक ने पत्नी की बेवफाई से दुखी होकर जान दे दी। उसका शव फांसी के फंदे पर लटका मिला। मौत से पहले युवक ने बाइक चलाते हुए साढ़े सात मिनट का वीडियो बनाया। युवक ने पत्नी के साथ अपने संबंधों और 498A (दहेज उत्पीड़न) कानून के दुरुपयोग के बारे में बात की। यह भी कहा कि पत्नी का एक लड़के से अफेयर है। वह बेटे से भी नहीं मिलने दे रही है। पढ़ें पूरी खबर
एमसीबी में बेटे ने मां की हत्या की:चाय बनाने से मना करने पर फरसे से वार कर काट डाला, आरोपी गिरफ्तार
एमसीबी जिले के पोंडी थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति ने अपनी मां की हत्या कर दी। चाय बनाने से मना करने पर बेटे ने फरसे से वार कर मां को मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद खुद पुलिस स्टेशन जाकर रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। यह घटना 10 दिसंबर की है। प्रार्थी अर्जुन सिंह (34) निवासी लामीगोड़ा, पोड़ी ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। रिपोर्ट के अनुसार, सुबह सोकर उठने के बाद आरोपी अर्जुन सिंह ने अपनी मां शांति बाई से चाय बनाने को कहा। मां शांति बाई (65) ने चाय बनाने से इनकार कर दिया और कहा कि वह खुद चाय बनाकर पी ले। इस बात पर आरोपी अर्जुन सिंह आक्रोशित हो गया। बेटे ने फरसा से किया मां पर हमला गुस्से में आकर उसने घर में रखा लोहे का फरसा उठाया और अपनी मां शांति बाई के बाएं गर्दन और दाहिने कान के पास कई बार वार किए, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद पोड़ी थाने में अपराध दर्ज कर जांच शुरू की गई। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर थाना प्रभारी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी अर्जुन सिंह को हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान आरोपी अर्जुन सिंह ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल लोहे का फरसा जब्त कर लिया है। आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
बागपत पुलिस ने 25 हजार रुपए के इनामी बदमाश कलीराम को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। शामली निवासी कलीराम बड़ौत कोतवाली क्षेत्र में हुई लूट के एक मामले में वांछित था। पुलिस की गोली लगने से उसके पैर में चोट आई है, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह मुठभेड़ खेकड़ा कोतवाली क्षेत्र में बड़ागांव के समीप ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे के पास हुई। पुलिस को सूचना मिली थी कि एक बदमाश किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में घूम रहा है। घेराबंदी के दौरान बदमाश ने पुलिस पर फायरिंग की। जिसके जवाब में पुलिस ने भी गोली चलाई। मुठभेड़ के बाद घायल अवस्था में कलीराम को पकड़ा गया। उसके कब्जे से एक मोटरसाइकिल, एक अवैध तमंचा और दो जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं। बागपत पुलिस अधीक्षक ने कलीराम की गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। बागपत पुलिस अधीक्षक सूरज कुमार राय ने बताया कि लूट के मामले में वांछित चल रहे कलीराम को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके पैर में गोली लगी है और उसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। खेकड़ा कोतवाली में इस संबंध में आगे की वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी है।
सहारनपुर की बडगांव थाना पुलिस ने गुरुवार को चोरी की कई वारदातों का खुलासा करते हुए पांच चोरों को गिरफ्तार किया है। ये चोर क्षेत्र में सक्रिय थे और कई घटनाओं को अंजाम दे चुके थे। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान नानौता क्षेत्र निवासी आबिद, फरमान, इकबाल, इमरान और रहबर के रूप में हुई है। पुलिस ने इनके कब्जे से 800 ग्राम महिलाओं के बाल, 4 किलोग्राम तांबा, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से चोरी किए गए 4 छत के पंखे, 15 हजार रुपये नकद, 5 अवैध चाकू और चोरी की वारदातों में इस्तेमाल की गई एक कार बरामद की है। एसपी देहात सागर जैन ने बताया कि इन सभी आरोपियों को चौकी मौरा क्षेत्र से पकड़ा गया। पूछताछ में आरोपियों ने कई चोरियों का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि करीब चार माह पहले अम्बेहटा चांद स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से पंखे चुराए थे। इसके अलावा, तीन माह पहले महेशपुर क्षेत्र से एक बुलेट बाइक से 17 किलो बाल चोरी किए थे, जिनमें से अधिकांश कबाड़ियों को बेच दिए गए थे। बरामद 800 ग्राम बाल वे आज बेचने जा रहे थे। आरोपियों ने यह भी स्वीकार किया कि 10 दिसंबर की सुबह उन्होंने एक कबाड़ी की दुकान से तांबा चोरी किया था। दुकान मालिक ने उन्हें देख लिया था, लेकिन वे कार में बैठकर फरार हो गए थे। एक माह पहले बडगांव कस्बे में स्थित पशु आहार की दुकान से बैटरियां, इन्वर्टर और एक बच्चे की साइकिल भी इन्होंने ही चुराई थी। ये सभी सामान भी कबाड़ियों को बेचकर पैसे आपस में बांट लिए थे। पुलिस के अनुसार, इन आरोपियों पर पहले भी चोरी के कई मुकदमे दर्ज हैं और ये सभी आदतन अपराधी हैं। गिरफ्तारी करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक रमेश चंद्र सिंह, उपनिरीक्षक हितेश कुमार, सोनू कुमार, हेड कांस्टेबल विवेक कुमार, कांस्टेबल अमरदीप, विक्रांत और होमगार्ड सतीश कुमार शामिल थे। आवश्यक कानूनी कार्रवाई के बाद सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
बलिया के नगर पंचायत मनियर में करोड़ों रुपये की लागत से बन रहे एमआरएफ (मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी) सेंटर पर न्यायालय सिविल जज जूनियर डिवीजन पश्चिमी बलिया ने स्थगन आदेश जारी किया है। यह आदेश विमला उपाध्याय बनाम उत्तर प्रदेश सरकार आदि के वाद के संदर्भ में पारित किया गया है। नगर पंचायत मनियर ने जनवरी 2025 में इस एमआरएफ सेंटर का निर्माण कार्य शुरू किया था। यह परियोजना अब लगभग पूरी हो चुकी है, जिसमें वर्तमान में पेंटिंग और मशीन लगाने का काम चल रहा था। वादिनी द्वारा निर्माण रोकने के प्रयासों के बावजूद कार्य जारी रहा था। मनियर निवासी विमला उपाध्याय पत्नी स्वर्गीय बच्चन उपाध्याय ने उत्तर प्रदेश राज्य सरकार (कलेक्टर बलिया), उप जिलाधिकारी बांसडीह, तहसीलदार बांसडीह और कपिल देव पुत्र स्वर्गीय विश्वनाथ के खिलाफ न्यायालय में वाद दाखिल किया था। विमला का आरोप है कि विवादित जमीन उनकी बैनामाशुदा संपत्ति है और उस पर उनका कब्जा व मालिकाना हक है। न्यायालय ने वादिनी के प्रार्थना पत्र पर सुनवाई करते हुए एकपक्षीय रूप से अस्थाई निषेधाज्ञा स्वीकार कर ली है। यह स्थगन आदेश विवादित भूमि पर लागू होगा, जिससे एमआरएफ सेंटर का आगे का निर्माण कार्य रुक जाएगा। इस संबंध में पूछे जाने पर नगर पंचायत मनियर के अधिशासी अधिकारी संदीप सिंह और उप जिलाधिकारी बांसडीह अभिषेक प्रियदर्शी ने स्थगन आदेश से अनभिज्ञता जाहिर की। उन्होंने बताया कि उन्हें अभी तक कोई आदेश प्राप्त नहीं हुआ है और एमआरएफ केंद्र बनकर तैयार हो चुका है। हालांकि, मनियर थाना प्रभारी कौशल कुमार पाठक ने पुष्टि की है कि आदेश की प्रति अधिशासी अधिकारी मनियर को भिजवा दी गई है।
कौशांबी में दो बाइकों की टक्कर, 3 लोग गंभीर घायल:जिला अस्पताल रेफर, एक बाइक पर 'पुलिस' लिखा हुआ
कौशांबी में गुरुवार रात दो बाइकों की भीषण टक्कर हो गई। इस हादसे में बाइक सवार तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। जिनमें से दो की हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को एम्बुलेंस से जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां उनका इलाज जारी है। यह घटना कोखराज थाना क्षेत्र के सिंघिया (भरवारी) गांव के पास हुई। एक बाइक (यूपी 71 V 4073) पर फतेहपुर के सुल्तानपुर घोष थाना क्षेत्र का पुष्पराज अपने एक साथी के साथ जा रहा था। दूसरी बाइक (यूपी 67 K 2357) पर 'पुलिस' लिखा हुआ था। दोनों बाइकों की आमने-सामने की टक्कर हुई। टक्कर इतनी भीषण थी कि तीनों युवक सड़क पर गिर पड़े। एक युवक के सिर में गंभीर चोट आई है, जबकि दूसरे का पैर टूट गया है। घटना की जानकारी मिलते ही यूपी 112 पुलिस और सिंघिया चौकी पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने स्थानीय लोगों की सहायता से तीनों घायलों को तत्काल एम्बुलेंस से जिला अस्पताल भेजा। पुलिस घायलों के परिजनों को सूचना देने का प्रयास कर रही है। तीनों घायलों की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है।
संभल में ननिहाल से बारात में गए दो सगे भाइयों में से एक का शव लापता होने के चौथे दिन मिला है। वहीं, दूसरा भाई 17 दिन बाद भी लापता है। पुलिस ने छोटे भाई को सकुशल बरामद करने के लिए 8 से 10 टीमें लगाई हैं। दो दर्जन से अधिक लोगों से पूछताछ के बावजूद पुलिस को अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है। यह घटना संभल जिले की गुन्नौर तहसील के थाना धनारी क्षेत्र के गांव मझोला की है। मृतक किशोर की पहचान अमरपाल सिंह (पुत्र रामौतार, निवासी गांव मैथरा धर्मपुर, थाना बहजोई) के रूप में हुई है। लापता भाई का नाम कमल सिंह है। दोनों भाई 26 नवंबर को थाना धनारी क्षेत्र के गांव मझोला स्थित अपनी ननिहाल से बारात में शामिल होने के लिए पिकअप में सवार होकर निकले थे। रास्ते में उनके रिश्ते के मौसेरे भाई धर्मवीर (निवासी गांव सरैरा, थाना उघैती, जनपद बदायूं) ने उन्हें बाइक पर बैठने के बहाने बारात में चलने के लिए उतार लिया। जब दोनों भाई बारात में नहीं पहुंचे, तो परिवार के लोग चिंतित हो गए और उनकी तलाश शुरू कर दी। थाना धनारी पुलिस को घटना की जानकारी दी गई। बारातियों से मिली जानकारी के आधार पर पिता ने थाना धनारी पुलिस में धर्मवीर के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई। 29 नवंबर को थाना रजपुरा क्षेत्र के गांव सिंघौली कल्लू में एक गन्ने के खेत में बड़े भाई अमरपाल सिंह का शव मिला। शुरुआत में उसकी शिनाख्त नहीं हो पाई थी, लेकिन बाद में उसकी पहचान कर ली गई। लापता होने के 17 दिन बीत जाने के बाद भी छोटे भाई कमल सिंह का अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है। एएसपी दक्षिणी अनुकृति शर्मा ने बताया कि किशोर की हत्या के आरोपी की तलाश जारी है। पुलिस की कई टीमें इस मामले में लगाई गई हैं और कई लोगों से पूछताछ की गई है। बच्चे की तलाश में एसओजी की टीम भी जुटी हुई है। पिता रामौतार ने बताया कि बड़े बेटे का शव मिलने के बाद उसका अंतिम संस्कार कर चुके हैं, पुलिस ने उनकी शिकायत तुरंत दर्ज कर ली थी। अब पुलिस और परिवार के अन्य लोग लगातार छोटे बेटे को तलाश कर रहे हैं लेकिन कोई पता नहीं चल रहा है। धर्मवीर हमारे साढू का भतीजा लगता है, उसने ऐसा क्यों किया इसकी हमें कोई जानकारी नहीं है। हमारी तो कोई लड़ाई भी नहीं थी।
सोनीपत पुलिस ने मारपीट की एक पुरानी घटना में संलिप्त उद्घोषित अपराधी को गिरफ्तार किया है। आरोपी को कोर्ट में पेश करने के बाद जमानत पर रिहा कर दिया गया है। पुलिस इस मामले में आगे की कार्रवाई में लगी है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि थाना खरखौदा पुलिस ने नरेला, दिल्ली निवासी सत्वेंद्र उर्फ सोनू को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, वर्ष 2019 में मारपीट की एक घटना में यह आरोपी संलिप्त था। मामले में कोर्ट ने वर्ष 2025 में उसे उद्घोषित अपराधी घोषित किया था और थाना खरखौदा में मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस टीम की भूमिका और आगे की कार्यवाही थाना खरखौदा में नियुक्त मुख्य सिपाही अजय ने अपनी टीम के साथ कार्रवाई करते हुए उद्घोषित अपराधी सत्वेंद्र उर्फ सोनू को गिरफ्तार किया। आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे कोर्ट के आदेशानुसार जमानत पर रिहा कर दिया गया।
महोबा में बाइक सवार को पिकअप ने मारी टक्कर:पति-पत्नी और बेटा गंभीर घायल, हायर सेंटर रेफर
महोबा के शाहपहाड़ी गांव के पास एक सड़क हादसे में बाइक सवार एक ही परिवार के तीन सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए। एक पिकअप कार ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। घायलों में पति-पत्नी और उनका पुत्र शामिल हैं। हादसे के बाद पिकअप चालक मौके से फरार हो गया। ग्रामीणों की मदद से घायलों को सरकारी एम्बुलेंस से जिला अस्पताल पहुंचाया गया। जहां एक घायल की हालत गंभीर होने पर उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। यह घटना गुरुवार शाम महोबा शहर के शाहपहाड़ी गांव के पास हुई। घायलों की पहचान 46 वर्षीय देवी सिंह ठाकुर, उनकी पत्नी 40 वर्षीय सुनीता और बड़े पुत्र 24 वर्षीय धर्म सिंह ठाकुर के रूप में हुई है। बताया गया कि देवी सिंह अपने छोटे पुत्र की हत्या के मुकदमे की तारीख तय करने आगरा जाने के लिए अपनी पत्नी और बड़े पुत्र के साथ महोबा रेलवे स्टेशन जा रहे थे। इसी दौरान शाहपहाड़ी के पास एक तेज रफ्तार पिकअप वाहन ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी, जिससे तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए। जिला अस्पताल में भर्ती सुनीता ने बताया कि उनके पति की हालत नाजुक है, इसलिए उन्हें हायर सेंटर रेफर किया गया है। उनका और बड़े पुत्र का इलाज अस्पताल में जारी है। पुलिस ने बताया कि पिकअप कार चालक घटना के बाद मौके से फरार हो गया है और मामले की जांच की जा रही है।
इंदौर में हुए 49 करोड़ के शराब घोटाले में ED यानी प्रवर्तन निदेशालय ने चालान पेश कर दिया है। यह शराब घोटाला शुरुआत में 49 करोड़ रुपए का था लेकिन अब तक जांच में यह 71 करोड़ रुपए तक पहुंच चुका है। ईडी ने आबकारी घोटाले में स्पेशल कोर्ट इंदौर में मनी लांड्रिंग के तहत चालान पेश कर दिया है। ईडी इस केस में 70 करोड़ के बाजार मूल्य की संपत्तियां अटैच कर चुकी है। ईडी ने इंदौर के रावजी पुलिस स्टेशन में शराब ठेकेदारों के खिलाफ सरकारी राजस्व को नुकसान पहुंचाने के आरोप में दर्ज एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की थी। आरोपी ठेकेदारों पर सरकारी चालानों में जालसाजी और हेरफेर करने का आरोप है। इस केस में शराब ठेकेदारों के साथ ही अधिकारियों की भी मिलीभगत सामने आई थी। इसमें अधिकारियों की जांच भी विभाग स्तर पर जारी है। हालांकि ईडी ने अभी किसी भी अधिकारी को आरोपी नहीं बनाया है।ईडी की पीएमएलए जांच में यह खुलासा जरूर हुआ है कि राजू दशवंत, अंश त्रिवेदी और अन्य शराब ठेकेदार जालसाजी और धोखाधड़ी में शामिल थे। इन पर आपराधिक षड्यंत्र का आरोप है। इससे पहले ईडी ने मुख्य आरोपी राजू दशवंत और अंश त्रिवेदी को गिरफ्तार किया था। दोनों जेल में हैं। बता दें की घोटाले की शुरुआत करीब 8 साल पहले हुई थी, जब रावजी बाजार थाने में आबकारी विभाग ने 14 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज कराई थी। उस समय कुछ अधिकारियों को निलंबित किया गया था, जिनकी विभागीय जांच धीमी गति से चलती रही और कई बाद में बहाल भी हो गए। 70 करोड़ की संपत्तियां अटैच कीईडी ने इंदौर में 49 करोड़ के आबकारी फर्जी चालान घोटाले में जांच के बाद 70 करोड़ की संपत्तियां अटैच की हैं। यह संपत्तियां इंदौर, मंदसौर और खरगोन में स्थित हैं। जांच के दौरान, ईडी इंदौर ने अस्थायी कुर्की आदेश जारी किया था। 21.18 करोड़ रुपए मूल्य की 28 अचल संपत्तियों (पीओसी) को कुर्क किया गया था। इन संपत्तियों का वर्तमान बाजार मूल्य 70 करोड़ रुपए से अधिक है। आगे की जांच जारी है। ये खबर भी पढ़ें... इंदौर में शराब कारोबारियों के ठिकानों पर ED के छापे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार सुबह इंदौर में एक साथ 18 जगहों पर छापे मारे। जिन जगहों पर छापे पड़े, उनमें ज्यादातर शराब कारोबारी शामिल हैं। ईडी की टीमों ने बसंत विहार कॉलोनी, तुलसी नगर और महालक्ष्मी नगर जैसे इलाकों में कार्रवाई की। पूरी खबर पढ़ें इंदौर शराब घोटाले में ईडी की बड़ी कार्रवाई इंदौर में हुए 49 करोड़ रुपए के फेक लिकर चालान घोटाले में ईडी ने बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने इंदौर में 49 करोड़ के आबकारी फर्जी चालान घोटाले में जांच के बाद 70 करोड़ की संपत्तियां अटैच की हैं। यह संपत्तियां इंदौर, मंदसौर और खरगोन में स्थित हैं। पूरी खबर पढ़ें
कुशीनगर में युवक ने गंडक नदी में कूदा:राहगीरों के शोर मचाने पर नाविक ने बचाई जान
कुशीनगर के खड्डा थाना क्षेत्र में गुरुवार शाम एक युवक शराब के नशे में गंडक नदी में कूद गया। यह घटना छितौनी-बगहा रेल सह सड़क पुल पर हुई। युवक को नदी में कूदते देख राहगीरों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। इसी दौरान नदी में नाव चला रहे नाविक राजेंद्र साहनी ने तत्परता दिखाते हुए युवक को तेज धारा से बाहर निकाल लिया। उन्होंने तुरंत सालिकपुर पुलिस चौकी को घटना की सूचना दी। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस टीम ने युवक से पूछताछ की। उसने अपनी पहचान विजय राय, पुत्र विश्वनाथ राय, निवासी माधोपुर, थाना पटेहरवा के रूप में बताई। युवक नशे में बेसुध था और पनियहवा पुल के आसपास घूमते हुए अचानक नदी में कूद पड़ा था। चौकी पर पूछताछ के बाद पुलिस ने युवक के परिजनों को जानकारी दी और उन्हें मौके पर बुलाकर युवक को उनके सुपुर्द कर दिया। चौकी इंचार्ज अजय यादव ने बताया कि युवक नशे की हालत में नदी में कूदा था। उन्होंने कहा, समय रहते बचाव हो गया, अन्यथा बड़ी अनहोनी हो सकती थी। स्थानीय लोगों ने नाविक राजेंद्र की सूझबूझ और त्वरित कार्रवाई की सराहना की। युवक की जान बचाने वाले राजेंद्र साहनी पेशे से नाविक हैं। वह पनियहवा स्थित नारायणी नदी में नाव चलाने का काम करते हैं। राजेंद्र ने अब तक सैकड़ों लोगों की जान बचाई है, जो आत्महत्या के इरादे से पुल से नदी में कूद जाते हैं।
NHM में नौकरी के नाम पर 10 लाख हड़पे:फर्जी जॉयनिंग लेटर दिया, लोहारू पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया
भिवानी की लोहारू पुलिस ने नेशनल हेल्थ मिशन (NHM) में ड्राइवर की नौकरी दिलाने के नाम पर 10 लाख रुपए की धोखाधड़ी करने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी की पहचान हरदोई निवासी सुखबीर उर्फ सुखा के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपी सुखबीर को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे तीन दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पुलिस टीम ने आरोपी के पास से एक मोबाइल फोन भी बरामद किया है, जिसे मामले में महत्वपूर्ण सबूत माना जा रहा है। लोहारू निवासी शिकायतकर्ता अशोक ने थाना लोहारू में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायतकर्ता के अनुसार, आरोपी सुखबीर और उसके साथी शौकीन ने उसे नेशनल हेल्थ मिशन में एम्बुलेंस ड्राइवर की नौकरी दिलाने का झांसा दिया था। आरोपियों ने विभिन्न तिथियों पर शिकायतकर्ता से कुल 10 लाख रुपए ठग लिए। रुपए लेकर फर्जी दस्तावेज दिए धोखाधड़ी को पुख्ता दिखाने के लिए शिकायतकर्ता को फर्जी जॉयनिंग लेटर और अन्य नकली दस्तावेज भी दिए गए थे। शिकायत के आधार पर थाना लोहारू में संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। रिमांड अवधि के दौरान आरोपी सुखबीर से विस्तृत पूछताछ जारी है। पुलिस मामले में अन्य तथ्यों की जांच कर रही है और सह-आरोपी शौकीन की तलाश भी जारी है। भिवानी जिला पुलिस ने आम नागरिकों और युवाओं से अपील की है कि वे नौकरी लगवाने के नाम पर किसी भी व्यक्ति को पैसे न दें। किसी भी विभाग में भर्ती प्रक्रिया केवल आधिकारिक माध्यमों से होती है। पुलिस ने यह भी कहा कि यदि किसी के साथ ऐसी धोखाधड़ी होती है, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें, ताकि दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जा सके।
सोनीपत जिले में पुलिस ने अवैध हथियार तस्करी की दो अलग-अलग घटनाओं का खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दोनों मामलों में पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से देसी पिस्तौल बरामद की है। गिरफ्तार आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। पहली घटना: मनौली निवासी कर्ण गिरफ्तार क्राइम यूनिट सेक्टर-3, सोनीपत की टीम ने मनौली निवासी कर्ण को गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार, 10 दिसंबर 2025 को मुख्य सिपाही जगप्रीत अपनी टीम के साथ जीटी रोड बहालगढ़ पुल के नीचे गश्त पर था, तभी सूचना मिली कि एक युवक अवैध हथियार लेकर 334-बी फ्लाईओवर के नीचे सवारी का इंतजार कर रहा है। सूचना के आधार पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची और संदिग्ध युवक को काबू किया। पूछताछ में युवक ने अपना नाम कर्ण निवासी गांव मनौली, जिला सोनीपत बताया। तलाशी के दौरान उसकी पैंट से एक अवैध देसी पिस्तौल 315 बोर बरामद हुई। इस पर थाना राई में शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस की कार्रवाई और आगे की कार्यवाही क्राइम यूनिट सेक्टर-3 की टीम में शामिल मुख्य सिपाही प्रवीन ने कार्रवाई करते हुए आरोपी कर्ण को गिरफ्तार किया। आरोपी को कोर्ट में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। दूसरी घटना: समालखा निवासी लोकेश उर्फ लुकी गिरफ्तार थाना गन्नौर पुलिस ने मयूर विहार कॉलोनी, समालखा निवासी लोकेश उर्फ लुकी को गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार, 10 दिसंबर 2025 को सहायक उप निरीक्षक पवन अपनी टीम के साथ गश्त पर बादशाही रोड, गन्नौर स्थित पावर हाउस के पास मौजूद था। इसी दौरान एक युवक खाली प्लॉट के सामने खड़ा दिखाई दिया। जैसे ही पुलिस ने वाहन रोका, युवक भागने लगा, जिसे पुलिस ने काबू कर लिया। पूछताछ में उसने अपना नाम लोकेश उर्फ लुकी निवासी मयूर विहार कॉलोनी, समालखा जिला पानीपत बताया। तलाशी के दौरान उसकी जींस से एक देसी पिस्तौल 315 बोर और एक जिंदा राउंड बरामद हुआ। इस पर थाना गन्नौर में शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया। गन्नौर पुलिस की कार्रवाई थाना गन्नौर की टीम में शामिल मुख्य सिपाही तिरसपाल ने कार्रवाई करते हुए आरोपी लोकेश उर्फ लुकी को गिरफ्तार किया। आरोपी को कोर्ट में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
अशोकनगर में ऑनलाइन सट्टा सरगना आजाद खान गिरफ्तार:आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में कार्रवाई
अशोकनगर पुलिस ने ऑनलाइन सट्टा सरगना आजाद खान को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गुरुवार को गिरफ्तार किया है। आजाद खान पिता अलीम खान, निवासी ग्राम कोलुआ हाल निवासी आजाद मोहल्ला पर आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करने का आरोप है। यह मामला थाना देहात में दर्ज किया गया था। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने आरोपी की तलाश में कई संभावित ठिकानों पर दबिश दी और लगातार निगरानी रखी। टीम की कड़ी मेहनत के बाद आजाद खान को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी की संपत्ति कुर्क करने के संबंध में नोटिस तामील कराकर उसे न्यायालय में पेश किया गया। गिरफ्तार आरोपी आजाद खान लंबे समय से जिले में ऑनलाइन सट्टे का संचालन कर रहा था। उसके खिलाफ ऑनलाइन सट्टा, जुआ और मारपीट सहित कई अन्य अपराध भी दर्ज हैं। इससे पहले, 22 नवंबर को भी आजाद खान के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की गई थी। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी कोतवाली रवि प्रताप सिंह चौहान, थाना प्रभारी देहात भुवनेश शर्मा, अजीम अंसारी, नवल शर्मा, अनूप कुमार और सूरज हर्षाना की अहम भूमिका रही।
लखनऊ के मदेयगंज में साइबर जालसाजों ने एक युवक को डिजीटल अरेस्ट करके ठगी कर ली। युवक अपने कैफे पर था, तभी जालसाजों ने कॉल करके खुद को जांच एजेंसी का बताया। युवक के नाम पर मिले पार्सल में ड्रग्स होने की बात कही। घबराया युवक झांसे में आ गया। जिसके बाद जांच के नाम पर रुपए ट्रांसफर करा लिए। खदरा मदेयगंज के रहने वाले जावेद इकबार पुलिस स्टेशन के पास ग्लोब अस नाम से कैफे चलाते हैं। उन्होंने बताया कि 8 दिसंबर को शाम के समय दुकान पर मौजूद थे। तभी करीब 5.30 बजे एक अज्ञात नंबर से वॉट्सऐप कॉल आई। कॉलर ने खुद को पुलिस अधिकारी बताया और उनके नाम से मिले पार्सल ड्रग्स होने की बात कही। फोन कटने पर गिरफ्तारी का डर दिखाया जावेद जालसाज की बात से घबरा गए और बातचीत करते हुए दुकान से बाहर निकल गए। इस जालसाज ने फोन न कट करने की हिदायत और जांच में सहयोग मांगा। जावेद उसकी बात में आकर जांच में साथ देने लगे। तभी जालसाज ने कहा कि खाते में अगर रुपए हुए तो जेल जाना पड़ेगा। जांच के दौरान कॉल कट हुआ तो पुलिस पहुंच जाएगी। इसके बाद दो घंटे तक जांच के नाम पर डिजीटल अरेस्ट रखा। फोन कट करके नंबर बंद कर लिया इस दौरान दो बार में एक लाख रुपए ट्रांसफर करा लिए। इसके बाद भी रुपए की डिमांड करने लगे। तब पीड़ित को संदेह हुआ तो जालसाजों ने फोन कट करके नंबर बंद कर लिया। पीड़ित ने साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
यूपी में भाजपा के नए अध्यक्ष का नाम फाइनल हो गया है। दिल्ली में गुरुवार को भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की बैठक हुई, जिसमें मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी पहुंचे थे। सूत्रों के मुताबिक नेतृत्व ने नाम तय कर लिया है, बस ऐलान होना बाकी है। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल 14 दिसंबर, रविवार को लखनऊ में नए अध्यक्ष के नाम का ऐलान करेंगे। पार्टी ने सभी प्रांतीय परिषद सदस्यों को 12 दिसंबर, शुक्रवार को ही लखनऊ पहुंचने का फरमान जारी कर दिया है। उधर, सियासी हल्के में चर्चा है कि नया प्रदेश अध्यक्ष ओबीसी वर्ग से या ब्राह्मण वर्ग से होगा। भूपेंद्र चौधरी तीन दिनों से दिल्ली में डेरा जमाए हैं। उन्होंने बीजेपी के कई नेताओं से मुलाकात की है। उनका आज पीएम नरेंद्र मोदी से भी मिलने का कार्यक्रम था। मुलाकात हो सकी या नहीं, कोई तस्वीर सामने नहीं आई है। प्रदेश अध्यक्ष बनने की रेस में ये चेहरेओबीसी वर्ग में केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति, पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह और राज्यसभा सदस्य बाबूराम निषाद के नाम की चर्चा है। जबकि ब्राह्मण वर्ग में राज्यसभा सदस्य डॉक्टर दिनेश शर्मा, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और पूर्व सांसद हरीश द्विवेदी के नाम पर अटकलें लगाई जा रही हैं। मतदान हुआ तो 380 से अधिक प्रांतीय परिषद सदस्य हिस्सा लेंगेयूपी के चुनाव अधिकारी डॉ. महेंद्र नाथ पांडे ने बताया, प्रदेश अध्यक्ष चुनाव के लिए चुनाव अधिकारी और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल शनिवार को लखनऊ आएंगे। उसी दिन दोपहर एक बजे से दो बजे तक पार्टी मुख्यालय पर नामांकन पत्र दाखिल कराए जाएंगे। नामांकन प्रक्रिया केंद्रीय चुनाव पर्यवेक्षक और राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े की मौजूदगी में होगी। अगले दिन रविवार को केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल चुनाव की प्रक्रिया पूरी कराएंगे। उन्होंने बताया, चुनाव में यदि मतदान की आवश्यकता हुई तो 84 संगठनात्मक जिलों से 380 से अधिक प्रांतीय परिषद के सदस्य मतदान करेंगे। भाजपा के 98 संगठनात्मक जिले हैं, लेकिन अभी 14 जिलों में जिला अध्यक्ष का चयन नहीं हुआ है। इसलिए वह जिले प्रदेश अध्यक्ष की चुनाव प्रक्रिया में शामिल नहीं होंगे। मतदान की नौबत नहीं आएगी, निर्विरोध होगा चुनावपार्टी सूत्रों का कहना है कि मतदान की नौबत नहीं आएगी। प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव निर्विरोध होगा। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल परिषद की बैठक में नेता के नाम का प्रस्ताव रखेंगे। जिस पर CM योगी आदित्यनाथ या कोई अन्य नेता समर्थन करेगा। इसके बाद नाम की घोषणा कर दी जाएगी। क्योंकि प्रदेश अध्यक्ष चुनाव के लिए कम से कम 10 प्रांतीय परिषद सदस्यों के प्रस्तावक और समर्थक होना आवश्यक है। ऐसे में पार्टी की ओर से तय नाम के खिलाफ जाकर किसी भी नेता की नामांकन दाखिल करने की हिम्मत नहीं होगी ना ही कोई प्रांतीय परिषद का सदस्य प्रस्ताव का समर्थन बनने की हिम्मत करेगा। यूपी भाजपा की राजनीतिक दिशा क्या होगी, जानकार कहते हैं- 11 महीने से नए अध्यक्ष का इंतजारयूपी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति 15 जनवरी, 2025 को होनी थी। कभी महाराष्ट्र चुनाव, तो कभी यूपी में उपचुनाव। इसके बाद बिहार चुनाव के चलते मामला अटकता चला गया। यूपी भाजपा का अध्यक्ष केवल यूपी ही नहीं, पार्टी की केंद्रीय राजनीतिक के लिए भी महत्वपूर्ण है। 16 दिसंबर, 2025 से खरमास शुरू हो रहा है, लिहाजा दो दिन पहले 14 दिसंबर को प्रदेश अध्यक्ष का चयन हो जाएगा। तो होगा मंत्रिमंडल विस्तारयोगी सरकार 2.0 का दूसरा मंत्रिमंडल विस्तार भी होना है। पूर्व पंचायतीराज मंत्री भूपेंद्र सिंह चौधरी के प्रदेश अध्यक्ष बनने और पूर्व पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद के केंद्र सरकार में मंत्री बनने के बाद कैबिनेट मंत्री के पद खाली हैं। आगामी पंचायतीराज चुनाव और विधानसभा चुनाव के चलते सामाजिक समीकरण सेट करने के लिए भी कुछ जातियों का सरकार में प्रतिनिधित्व दिया जाएगा। दलितों का प्रतिनिधित्व भी बढ़ाया जाना है। भाजपा के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी को भी फिर से मंत्रीमंडल में शामिल किया जाना है। प्रदेश सरकार के मौजूदा मंत्रियों में, जिनके कामकाज को लेकर सरकार, भाजपा और आरएसएस के साथ कार्यकर्ताओं में नाराजगी है, उन्हें मंत्रिमंडल से बाहर भी किया जा सकता है। हालाकि, पार्टी का एक वर्ग चुनाव से पहले किसी को मंत्रिमंडल से बाहर करने के पक्ष में नहीं है। योगी सरकार 2.0 का पहला मंत्रिमंडल विस्तार 5 मार्च, 2024 को किया गया था। इसमें सुनील शर्मा, दारा सिंह चौहान, रालोद के अनिल कुमार और सुभासपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को मंत्री कैबिनेट मंत्री बनाया गया था। योगी सरकार में 54 मंत्री, 6 पद खालीयोगी कैबिनेट में वर्तमान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक सहित कुल 21 कैबिनेट मंत्री हैं। असीम अरुण, गुलाब देवी, जेपीएस राठौर और दयाशंकर सिंह समेत 14 राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार हैं। प्रतिभा शुक्ला, रजनी तिवारी, बलदेव सिंह औलख और जसवंत सिंह सैनी सहित 19 राज्यमंत्री हैं। इस तरह वर्तमान में कुल 54 मंत्री हैं, जबकि कुल 60 मंत्री बनाए जा सकते हैं। लिहाजा, मंत्रिमंडल के लिए 6 पद खाली हैं। ------------ यह भी पढ़ें:- बहराइच में भगवा फहराने पर हत्या करने वाले को फांसी:9 लोगों को उम्रकैद; दुर्गा पूजा के दौरान धारदार हथियारों से हमला किया था यूपी के बहराइच में सालभर पहले हुई हिंसा में रामगोपाल मिश्रा की गोली मारकर हत्या करने वाले सरफराज को फांसी की सजा दी गई है। हत्या में साथ देने पर सरफराज के पिता अब्दुल हमीद, दो भाई- फहीम और तालिब समेत 9 को उम्रकैद की सजा सुनाई है। इससे पहले कड़ी सुरक्षा में सभी दोषियों को जेल से कोर्ट लाया गया। अदालत ने बारी-बारी से सभी आरोपियों के खिलाफ सजा सुनाई। इस दौरान कोर्ट में गहमागहमी रही। पढ़ें पूरी खबर...
पलवल साइबर क्राइम पुलिस ने ऑनलाइन टास्क पूरा कर मुनाफा कमाने का झांसा देकर ठगी करने वाले दो साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान झुंझुनू, राजस्थान निवासी अजय और मंदीप सिंह के रूप में हुई है। उन्होंने एक व्यक्ति से सवा छह लाख रुपए से अधिक की ठगी की थी। साइबर क्राइम थाना प्रभारी नवीन कुमार ने बताया कि रामनगर कॉलोनी निवासी मोहित बैंसला ने 17 सितंबर को 1930 साइबर हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराई थी। मोहित फरीदाबाद स्थित अपोलो कंपनी में फार्मासिस्ट के पद पर कार्यरत हैं। टास्क के नाम पर की धोखाधड़ी शिकायत के अनुसार, 15 सितंबर को मोहित को एक अनजान व्यक्ति ने टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ लिया था। इस ग्रुप में होटल, रेस्टोरेंट आदि के लिंक को लाइक करने के टास्क दिए जाते थे और बदले में पैसे देने का झांसा दिया जाता था। शुरुआती टास्क पूरा करने पर मोहित को एक हजार रुपए के निवेश पर 1,400 रुपए उनके खाते में भेजे गए, जिससे उनका विश्वास बढ़ गया। इसके बाद साइबर ठगों ने मोहित को लगातार बड़े-बड़े टास्क दिए और अलग-अलग स्कैनर पर रकम डलवानी शुरू कर दी। पीड़ित ने हजारों और लाखों रुपए के कई भुगतान ठगों द्वारा भेजे गए स्कैनर पर किए। जब मोहित ने अपने पैसे निकालने की कोशिश की, तो ठगों ने उनसे टैक्स के नाम पर 35 हजार और 34 हजार 802 रुपए और डलवा लिए। पैसे न मिलने पर ठगों ने ग्रुप से बाहर कर दिया मोहित के अनुसार, साइबर ठगों ने उनसे कुल 6 लाख 10 हजार 882 रुपए की ठगी की। पैसे न मिलने पर ठगों ने उन्हें ग्रुप से बाहर कर दिया और ग्रुप को भी डिलीट कर दिया। इस मामले में मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों और बैंक विवरणों के आधार पर जांच की। 10 दिसंबर को पुलिस ने झुंझुनू (राजस्थान) निवासी अजय और मंदीप सिंह को गिरफ्तार कर लिया।
अयोध्या में सपा की जिला और महानगर कमेटी भंग:अखिलेश यादव ने एक्शन लिया, नेताओं की नई रंजिश सामने आई
अयोध्या में समाजवादी पार्टी (सपा) की जिला कमेटी के साथ ही महानगर कमेटी को भी प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल ने भंग कर दिया है। बताया जा रहा है कि यह कदम जिले में दो बड़े नेताओं की नाराजगी के चलते उठाया गया। सपा जिलाध्यक्ष पारसनाथ यादव के इस मामले में सपा की महानगर कमेटी को झेलना पड़ गया है। गोसाईंगंज विधानसभा में प्रभारी बनाए गए लौटनराम निषाद का असंतोष जिला कमेटी भंग होने का मुख्य कारण बना। पार्टी मुखिया को यह शिकायत मिली कि गोसाईंगंज विधानसभा में जिला कमेटी के स्तर से कोई ध्यान दिया जा रहा है। गोसाईंगंज के प्रभारी घोषित किए गए लौटनराम निषाद को बैकअप भी नहीं किया जा रहा है। सपा के शीर्ष नेतृत्व ने इस शिकायत को गंभीरता से लिया। सांसद अवधेश प्रसाद के साथ विचार-विमर्श के बाद जिला कमेटी को भंग कर दिया गया। इसके साथ ही महानगर कमेटी भी प्रभावहीन स्थिति में निवर्तमान हो गई। सूत्रों के अनुसार, पारसनाथ यादव सपा में अयोध्या की राजनीति का मोहरा बनना चाहते हैं। लेकिन पार्टी के नेताओं को यादव नेता के रूप में पूर्व सांसद मित्रसेन के पुत्र और पूर्व मंत्री आनंदसेन यादव ही पहली पसंद हैं। पारसनाथ यादव बिरादरी का सबसे प्रभावशाली चेहरा बनकर अगले विधानसभा चुनाव में उतरने की योजना पर काम कर रहे थे।
मुरादाबाद में ठाकुरद्वारा कोतवाली के गांव राजूपुर मिलक में ग्रामीणों ने बुधवार की रात ग्राम समाज की जमीन पर चबूतरे का निर्माण कराकर रातोंरात अंबेडकर प्रतिमा की स्थापना कर दी। पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों को इसकी जानकारी हुई तो मौके पर पहुंच कर अधिकारियों ने नाराजगी जताई।राजूपुर मिलक के प्रधान अशोक कुमार के नेतृत्व में ग्रामीणों ने ग्राम समाज की नवीन परती की जमीन पर चबूतरे का निर्माण कर बुधवार की देर रात अंबेडकर प्रतिमा की स्थापना कर दी। गुरुवार की सुबह पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों को उसकी जानकारी मिली तो हड़कंप मच गया। नायब तहसीलदार आदित्य मौर्य भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने ग्रामीणों से कड़ी नाराजगी जताते हुए पूछा कि बिना अनुमति लिए सरकारी जमीन पर प्रतिमा की स्थापना कैसे कर दी गई। ग्रामीणों का कहना था कि उन्होंने कई बार अनुमति लेने का प्रयास किया लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया। ग्रामीणों का कहना था कि जब कई बार आवेदन करने के बाद भी अंबेडकर प्रतिमा लगाने की मंजूरी नहीं मिली तो मजबूर होकर उन्होंने बिना अनुमति लिए ही अंबेडकर प्रतिमा की स्थापना कर दी। नायब तहसीलदार ने ग्रामीणों से कहा कि प्रतिमा की स्थापना करने वाले उपजिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर उपजिलाधिकारी से बातचीत करें अन्यथा कड़ी कार्रवाई की जाएगी। गुरुवार की देर रात ग्रामीण उपजिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। फिलहाल इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
बलरामपुर जिले के शंकरगढ़ क्षेत्र में एक 14 वर्षीय नाबालिग बच्ची के साथ उसके फूफा ने दुष्कर्म किया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी फूफा को गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के अनुसार, नाबालिग बच्ची अपने रिश्तेदार के घर गई हुई थी। इसी दौरान उसके फूफा ने उसे जबरन जंगल में ले जाकर दुष्कर्म किया। विरोध करने पर आरोपी ने दी धमकी पीड़िता ने आरोप लगाया है कि आरोपी यहीं नहीं रुका। उसने बाद में भी कई बार घर और अन्य जगहों पर उसके साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की। विरोध करने पर आरोपी जान से मारने की धमकी देता था। माता-पिता ने थाने में की शिकायत लगातार प्रताड़ना से परेशान होकर पीड़िता ने अंततः हिम्मत जुटाई और पूरी घटना अपने माता-पिता को बताई। परिजनों ने तुरंत बच्ची को लेकर थाने पहुंचकर मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई। शिकायत के आधार पर पुलिस टीम ने तत्काल कार्रवाई की और आरोपी फूफा को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट सहित विभिन्न गंभीर धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया है। उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। मामले की आगे की जांच जारी है।
सहारनपुर नगर निगम ने शहर की स्ट्रीट लाइट व्यवस्था का जिम्मा अब अपने संसाधनों से संभाल लिया है। करीब दो माह पहले ईईएसएल कंपनी के साथ अनुबंध समाप्त होने के बाद, 61 हजार से अधिक स्ट्रीट लाइटों का रखरखाव सीधे नगर निगम कर रहा है। नगरायुक्त शिपू गिरि के निर्देश पर प्रतिदिन 125 से 150 लाइट संबंधी शिकायतों का निस्तारण किया जा रहा है। अधिशासी अभियंता एवं पथ प्रकाश प्रभारी वी.बी. सिंह ने बताया कि ईईएसएल द्वारा लाइटों का रखरखाव ठीक से न करने, खराब प्रकाश बिंदुओं को समय पर न बदलने और शिकायतों का समाधान न करने के कारण निगम ने दो माह पूर्व उनका अनुबंध समाप्त कर दिया था। कंपनी ने शहर में 54,165 स्ट्रीट लाइटें लगाई थीं। इसके अतिरिक्त, निगम द्वारा स्थापित लगभग सात हजार लाइटों को मिलाकर, अब सभी 61 हजार से अधिक स्ट्रीट लाइटों का रखरखाव नगर निगम स्वयं कर रहा है। उन्होंने बताया कि निगम की टीम ने पिछले डेढ़ माह में 500 खराब लाइटों को बदलकर नई लाइटें लगाई हैं। साथ ही, हाईमास्ट पर लगे 250 फोकस भी बदले गए हैं। इस पहल से कई इलाकों में प्रकाश व्यवस्था में सुधार हुआ है। अधिशासी अभियंता के अनुसार, अपनी संसाधन प्रणाली अपनाने के बाद नगर निगम का औसत खर्च पहले से कम आ रहा है। कार्यप्रणाली को और बेहतर बनाने के लिए आईटीआई के प्रशिक्षुओं को भी नियुक्त किया गया है। प्रत्येक मिस्त्री के साथ एक या दो प्रशिक्षु लगाए गए हैं, जो सीखते हुए विभाग के कार्यों में मदद कर रहे हैं। नगर निगम का कहना है कि शहर की स्ट्रीट लाइट व्यवस्था को पूरी तरह सुचारू बनाने के लिए यह प्रयास लगातार जारी रहेगा। शिकायतों के समाधान की गति बढ़ाने के साथ-साथ, अधिक रोशनी की आवश्यकता वाले क्षेत्रों में अतिरिक्त सुधार कार्य भी किए जा रहे हैं। शहर के मुख्य मार्गों, चौराहों और भीतरी कॉलोनियों में भी प्रकाश व्यवस्था को मजबूत करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। नगर निगम अधिकारियों ने दावा किया है कि आने वाले दिनों में स्ट्रीट लाइट व्यवस्था पहले की तुलना में और अधिक बेहतर और पारदर्शी होगी।
फरीदाबाद में गुरुवार शाम एसजीएम नगर थाना क्षेत्र में उस समय हड़कंप मच गया, जब तीन नंबर चौकी के पास कल्याणपुरी झुगियों के नजदीक बने नाले से एक 56 वर्षीय व्यक्ति का शव बरामद हुआ। मृतक की पहचान चरण सिंह के रूप में हुई, जो 28 नवंबर से लापता थे। घटना उस समय सामने आई जब नाले के आसपास रहने वाले लोगों को काफी तेज बदबू आने लगी। बदबू का कारण जानने के लिए कुछ लोग नाले के पास पहुंचे और अंदर झांककर देखा तो उन्हें एक शव दिखाई दिया। तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही तीन नंबर चौकी की पुलिस टीम मौके पर पहुंची। स्थानीय लोगों की मदद से शव को नाले से बाहर निकाला गया। पुलिस ने बताया कि शव काफी समय से नाले में होने के कारण खराब अवस्था में था। इसके बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए बी.के. अस्पताल भेज दिया गया है। मथुरा का रहने वाला चौकी प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि मृतक चरण सिंह कल्याणपुरी झुग्गियों में अपने परिवार के साथ रहते थे और मजदूरी का काम कर अपना परिवार चलाते थे। उनका मूल घर मथुरा में है, लेकिन वे काफी समय से फरीदाबाद में रह रहे थे। लगन कार्यक्रम में गया था व्यक्ति परिजनों ने पुलिस को बताया कि 28 नवंबर को चरण सिंह परिवार के एक लगन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए घर से 1 किलोमीटर दूर आर्य समाज मंदिर में गए थे। वहां उन्होंने शराब पी थी और फिर रात को अकेले ही घर लौटने के लिए निकल गए थे। उसके बाद से वह घर नहीं पहुंचे। परिवार ने उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट तीन नंबर चौकी में दर्ज करवाई थी।
करनाल शहर के मीरा घाटी चौक के पास लगे एक्सिस बैंक के एटीएम में उपभोक्ताओं के साथ बड़े फ्रॉड किए जाने का मामला सामने आया है। उपभोक्ताओं का एटीएम कार्ड मशीन में फंस गया और बिना पैसे निकले ही खातों से रुपए कट गए। मशीन खुली पड़ी मिली, जिससे साफ माना जा रहा है कि किसी व्यक्ति ने मशीन के साथ छेड़छाड़ की है। एटीएम की दीवार पर एक मोबाइल नंबर लिखा हुआ मिला, जिस पर उपभोक्ताओं को मशीन में दिक्कत आने पर संपर्क करने के लिए कहा गया था। कई लोगों ने इस नंबर पर कॉल भी किया, लेकिन वह नंबर भी फ्रॉड करने वाले का निकला। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। लोन का 50 हजार था खाते में, कार्ड फंसा तो उड़े सभी पैसे चांद सराय धोबी घाट की पिंकी ने बताया कि वह एटीएम से पैसे निकालने आई थी। जैसे ही उसने कार्ड मशीन में डाला, वह वापस नहीं आया और अंदर ही फंस गया। एटीएम के भीतर दीवार पर एक मोबाइल नंबर लिखा मिला, जिस पर कॉल किया गया। सामने वाले ने कहा कि दोपहर बाद आधार कार्ड लेकर आना, कार्ड मिल जाएगा। पिंकी ने कहा कि यह नंबर फ्रॉड करने वाले का ही है। उसके खाते में घर बनाने के लिए लिए गए 50 हजार रुपए के लोन की रकम थी, जो अब खाते से गायब हो गई। अकाउंट से निकले 16,500, फोन पर कोड डालने को किया मजबूर ग्राहक अनिल कुमार ने बताया कि उनके खाते से 16,500 रुपए कट गए। उनका कार्ड भी मशीन में फंस गया था। दीवार पर लिखे नंबर पर कॉल किया तो फोन उठाने वाले ने एटीएम में एक कोड डालने के लिए कहा। कोड डालते ही खाते से पैसे निकल गए। अनिल ने कहा कि यहां एटीएम के अंदर ही फ्रॉड हो रहे हैं और नए-नए तरीके अपनाए जा रहे हैं। एटीएम मशीन खुली मिली, पुलिस तकनीकी जांच में जुटी सिटी थाना के सब इंस्पेक्टर दीपक ने बताया कि उन्हें मीरा घाटी चौक के पास एटीएम में कार्ड फंसने और पैसे कटने की जानकारी मिली थी। टीम मौके पर पहुंची तो एटीएम मशीन खुली हुई मिली। पुलिस अब पूरे मामले की जांच कर रही है। एटीएम के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जाएगा ताकि फ्रॉड करने वाले तक पहुंचा जा सके। एटीएम बूथ की दीवार पर लिखे मोबाइल नंबर की भी विवरण निकाला जाएगा। पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच में एटीएम से छेड़छाड़ की आशंका है। पीड़ितों से शिकायत लेकर मामला दर्ज किया जाएगा और आरोपियों की पहचान कर जल्द कार्रवाई की जाएगी।
सतना में गुरुवार शाम एक चौंकाने वाली वारदात सामने आई, जहां एक दिव्यांग व्यक्ति ने विद्युत विभाग के कर्मचारी रामनरेश वर्मा (60) को गोली मार दी। गोली उनके बाएं सीने में लगी, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तत्काल जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका उपचार जारी है। ड्यूटी खत्म कर घर लौट रहे थे कर्मचारीरामनरेश वर्मा प्रेम नगर स्थित विद्युत विभाग कार्यालय में चपरासी के पद पर कार्यरत हैं और अमदरा थाना क्षेत्र के नौगांव गांव के रहने वाले हैं। रोज़ की तरह गुरुवार को भी वह अपनी ड्यूटी खत्म करने के बाद स्टेशन की ओर जा रहे थे ताकि ट्रेन से मैहर होकर अपने गांव लौट सकें। अंडरब्रिज के पास अचानक हमलाजब वह पटरी किनारे-किनारे चलते हुए प्रेम नगर अंडरब्रिज के पास पहुंचे, तभी एक अज्ञात दिव्यांग व्यक्ति ने उन पर कट्टे से फायर कर दिया। गोली लगने के बाद भी रामनरेश ने हिम्मत नहीं हारी और आरोपी को पकड़ लिया। दोनों के बीच जमकर झूमाझटकी हुई। कृत्रिम पैर और कट्टा छीनकर लाया थानेमारपीट के दौरान आरोपी गिर पड़ा, और उसका कृत्रिम पैर (prosthetic leg) व कट्टा रामनरेश के हाथ लग गया। इसके बाद आरोपी लंगड़ाते हुए मौके से भाग निकला। घायल हालत में भी साहसी कर्मचारी आरोपी का कृत्रिम पैर और हथियार लेकर सीधे सिटी कोतवाली पहुंचे। वहीं पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है। पुलिसकर्मियों ने तुरंत उन्हें जिला अस्पताल भेजा। घटना की जानकारी मिलते ही सीएसपी जिला अस्पताल पहुंचे और घायल के बयान लिए। हालत के बारे में डॉक्टर से जानकारी ली। सीएसपी देवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि घायल का सिटी स्कैन कराया जा रहा है। डॉक्टर बराबर निगरानी बनाए हुए हैं। आरोपी की तलाश में पुलिस की 3 टीमें लगाई गई हैं। घटना के पीछे की कोई वजह सामने नहीं आई है। ऐसा माना जा रहा है कि अंधेरे का फायदा उठा कर लूट करने का इरादा रहा होगा। फिलहाल हर पहलू पर जांच जारी है।
मुंडावर ब्लॉक के महात्मा गांधी सरकारी स्कूल मातौर में गुरुवार को एक वाइस प्रिंसिपल ने अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी (AAO) पर हमला कर दिया। इस मारपीट में AAO अरुण कुमार शर्मा को गंभीर चोटें आई हैं, जिसमें उनकी नाक और हाथ की उंगलियों में चोट शामिल है। स्टाफ सदस्यों ने बीच-बचाव कर उन्हें बचाया। पीड़ित अरुण शर्मा ने बताया कि वे सुबह करीब 10 बजे स्कूल पहुंचे थे और कार्यालय में दैनिक कार्य कर रहे थे। उसी दौरान वाइस प्रिंसिपल करण सिंह कमरे में आए और एक अन्य स्टाफ सदस्य दिनेश कुमार को बाहर जाने को कहा। दिनेश के बाहर निकलते ही करण सिंह ने उन पर अचानक हमला कर दिया। नाक, गाल और हाथ की उंगलियों पर चोट शर्मा के अनुसार, वाइस प्रिंसिपल ने उन पर मुक्कों से वार किया, उनकी नाक तोड़ने की कोशिश की, हाथ की उंगलियां बुरी तरह दबाईं और गला पकड़कर मारने का भी प्रयास किया। इस हमले में उनके नाक, गाल और हाथ की उंगलियों पर चोटें आईं। स्टाफ के पुस्तकालय अध्यक्ष दिनेश कुमार ने घटना की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि वे और अरुण बाबू शाला दर्पण का कार्य कर रहे थे। जैसे ही वे बाहर गए, उन्हें अंदर से शोर सुनाई दिया। वापस आकर देखा तो करण सिंह, अरुण बाबू को पीट रहे थे और उनके नाक से खून बह रहा था। दिनेश ने तुरंत अन्य स्टाफ सदस्यों को बुलाकर बीच-बचाव किया। घटना की सूचना मिलने पर मुंडावर ब्लॉक के अतिरिक्त ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (ACBO) विनोदपाल यादव और ACBEO सेकेंड दीनदयाल आर्य मौके पर पहुंचे। उन्होंने स्टाफ और पीड़ित से घटना की जानकारी ली। ACBO यादव ने बताया कि पीड़ित द्वारा वाइस प्रिंसिपल पर मारपीट का आरोप लगाया गया है और मामले की जांच जारी है। जांच रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी जाएगी।
बालाघाट जिले के गर्रा स्थित एक शिवलिंग पर मटन ग्रेवी डालने का मामला सामने आया है। इस घटना का वीडियो सामने आने और शिकायत के बाद कोतवाली पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार, कोतवाली थाना क्षेत्र के गर्रा में स्थित शिवलिंग पर कुछ लोग पूजा करने पहुंचे थे। उन्होंने देखा कि शिवलिंग के ऊपर जल चढ़ाने के लिए रखी गई मटकी में मटन ग्रेवी मिली और शिवलिंग पर भी वह लगी हुई थी। लोगों ने जताई नाराजगी इस दृश्य को देखकर स्थानीय लोगों ने गहरी नाराजगी व्यक्त की। इसके बाद वे कोतवाली थाने पहुंचे, जहां गजानंद पटले की शिकायत पर पुलिस ने धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने मामले की विवेचना शुरू कर दी है। जांच के तहत पुलिस स्थानीय लोगों से पूछताछ कर रही है और आसपास के क्षेत्रों के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है ताकि आरोपी की पहचान की जा सके। जल्द आरोपी को गिरफ्तार करेंगे कोतवाली थाना प्रभारी कामेश कुमार धुमकेति ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस त्वरित कार्रवाई कर रही है। उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही इस घटना को अंजाम देने वाले व्यक्ति को पकड़ लिया जाएगा।
लखनऊ के विभूति खंड थाना क्षेत्र में इंस्टाग्राम पर लाइव आकर युवती ने फांसी लगा ली। युवती के फांसी का वीडियो देखकर मेटा अलर्ट आया, जिसके बाद पुलिस को सूचना मिली। 8 मिनट में पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़कर युवती को फंदे से उतारा। उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। ढीडी ध्यौरा अंबेडकर नगर निवासी जया पांडेय (25) पुत्री सत्यदेव पांडेय प्राइवेट जॉब करती थी। लखनऊ में विशेष खंड में विजयीपुर गांव में दुर्गा प्रसाद पांडेय के मकान में रेंट पर रहती थी। गुरुवार सुबह कमरे में चादर के सहारे पंखे से लटककर जान दे दी। मेटा अलर्ट पर 8 मिनट में पहुंची पुलिस जया गुरुवार सुबह करीब 5.30 पर इंस्टाग्राम पर लाइव आई और पंखे से फंदा बांधने लगी। तभी मेटा ने अलर्ट जारी करते हुए पुलिस को सूचना दी। सूचना पाते ही पुलिस 8 मिनट में लोकेशन पर पहुंच गई। जया ने कमरा अंदर से बंद किया था। पुलिस दरवाजा तोड़कर अंदर गई। जया को पंखे से उतारकर अस्पताल पहुंचाया, लेकिन रास्ते में ही जया की मौत हो गई थी। पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया। इंस्पेक्टर विभूति खंड अमर सिंह ने बताया कि मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। परिजनों ने कोई शिकायत भी नहीं की।
छिंदवाड़ा में बढ़ती ठंड के बीच एक बेघर गरीब की मौत हो गई। कुण्डीपुरा थाना क्षेत्र स्थित रेलवे स्टेशन परिसर पर सड़क किनारे भीख मांगकर जीवन गुजर-बसर करने वाला व्यक्ति बुधवार-गुरुवार की देर रात ठंड की चपेट में आ गया। सुबह उसकी लाश रेलवे स्टेशन के हनुमान मंदिर के पास पड़ी मिली। पुलिस ने पंचनामा बनाकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। मृतक की पहचान अभी नहीं हो सकी है। स्थानीय लोगों के मुताबिक मृतक कई महीनों से उसी जगह पर रहता था। दिन में भीख मांगकर पेट भरता और रात होते ही स्टेशन परिसर में मंदिर के पास नीचे कार्डबोर्ड और फटे कंबल के सहारे सो जाता था। बुधवार-गुरुवार रात को शहर का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया था। माना जा रहा है कि वह ठंड सहन नहीं कर सका। सुबह राहगीरों ने उसे अचेत देखा और पुलिस को सूचना दी। पुलिस मृतक की पहचान करने में जुटी कुण्डीपुरा थाना प्रभारी महेन्द्र भगत ने मौके पर जाकर पंचनामा बनाया और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। फिलहाल मृतक की पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस आसपास के लोगों से नाम-पहचान जुटाने की कोशिश कर रही है। स्थानीय नागरिकों ने बताया कि क्षेत्र में कई बेघर लोग खुले आसमान के नीचे रातें गुजार रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे लोगों के लिए अस्थायी रैन बसेरा, कंबल वितरण और सुरक्षा व्यवस्था की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। इसके उलट रोजाना नगर निगम छिंदवाड़ा द्वारा रात्रि अभियान चलाकर खुले आसमान के नीचे रात गुजारने वालों को रैन बसेरा में शिफ्ट किया जा रहा है अब इस तरह ठंड से हुई मौत के बाद नगर निगम के अभियान के ऊपर प्रश्न चिन्ह लग गया है
नाबालिग के साथ दुष्कर्म के मामले में कोर्ट ने उसके सौतेले पिता को दोहरे आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। साथ ही कोर्ट ने पीड़िता को हुई मानसिक व शारीरिक क्षति के लिए 3 लाख रुपए की मुआवजा राशि दिलवाए जाने की अनुशंसा की है। कोर्ट ने सौतेले पिता को धारा 5एल/6, 5एन/6 पॉस्को एक्ट में अलग-अलग आजीवन कारावास और धारा 13/14 पॉस्को एक्ट में 7 साल का सश्रम कारावास और धारा 66-ई आईटी एक्ट में 3 साल सश्रम कारावास और कुल 20 हजार रुपए के अर्थदंड के साथ दंडित किया है। अभियोजन की ओर से विशेष लोक अभियोजक लतिका आर.जमरा ने पैरवी की।दरअसल, ये मामले इंदौर के पूर्वी थाना क्षेत्र का है। पीड़िता उसकी नानी और मां के साथ पहुंचकर थाने में रिपोर्ट लिखवाई थी। वह अपनी मां और भाई के साथ रहती है। पीड़िता ने मां ने पिता की मौत के बाद फरवरी 2020 में दूसरी शादी आर्य समाज मंदिर में की थी, जिसके बाद पीड़िता का सौतेला पिता उन्हीं के घर आकर रहने लग गया था। यहां आने के 4-5 दिन बाद ही जब पीड़िता की मां काम पर चली जाती थी तो उसका सौतेला पिता उसके साथ जबरदस्ती गलत काम करता था और उसे धमकाता था कि किसी को ये बात मत बताया। इस पर पीड़िता ने उसके खिलाफ थाने में लगभग डेढ़ साल पहले रिपोर्ट कराई थी, जिसका मामला न्यायालय में चल रहा है। उसके बाद सौतेले पिता ने अगस्त 2021 को उसके घर रहने आ गया और वापस उसके साथ उसकी मर्जी के बिना शारीरिक संबंध बनाने लगा।अक्टूबर 2021 को उसे व उसकी मां को डरा धमकाकर उसके और उसकी मां के साथ बिना कपड़ों के मोबाइल में वीडियो बनाकर कहलवाया कि यह सब गलत काम मर्जी से करती हूं और उससे कहा कि यदि यह बात किसी को बताई तो उसे जान से खत्म कर देगा। जिससे वह काफी डर गई थी। जिसके बाद उसने अगले दिन थाने में रिपोर्ट लिखवाई। जिसमें पुलिस ने अलग-अलग धाराओं में केस दर्ज किया था। पीड़िता का मेडिकल कराया गया। गवाहों के बयान लिए गए। पूरी विवेचना के बाद चालान न्यायालय में पेश किया गया था। जिस पर से आरोपी को दंडित किया गया।
लोहावट तहसील के सरकारी स्कूल में सोमवार दोपहर एक शिक्षिका ने प्रधानाध्यापक को कथित तौर पर थप्पड़ मार दिया। शिक्षिका ने प्रधानाध्यापक पर अश्लील हरकत करने का आरोप लगाया है, जबकि प्रधानाध्यापक ने मारपीट का आरोप लगाया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन रात 8:30 बजे तक पुलिस थाने में कोई मामला दर्ज नहीं किया गया था। डेपूटेशन आदेश निरस्त होने के बाद हुआ विवाद इस मामले में एसएमसी सदस्यों ने जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपा है। इसमें एसएमसी सदस्यों ने बताया कि घटना शिक्षिका के डेपूटेशन आदेश को लेकर हुए विवाद के बाद हुई। 5 दिसंबर को शिक्षिका का फलोदी के लिए डेपुटेशन आदेश जारी हुआ था। शिक्षकों की कमी को देखते हुए एसएमसी सदस्यों और अभिभावकों ने इस पर आपत्ति दर्ज कराई थी। जिला शिक्षा अधिकारी ने 9 दिसंबर को यह आदेश निरस्त कर दिया। इससे शिक्षिका और उनके पति नाराज हो गए। आरोप है कि शिक्षिका के पति ने प्रधानाध्यापक पुरखाराम को फोन पर धमकाया था। ग्रामीणों ने की कार्रवाई की मांग घटना की जानकारी मिलने पर एसएमसी सदस्य, ग्रामीण और अभिभावक स्कूल पहुंच गए। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को एक ज्ञापन सौंपकर निष्पक्ष जांच और आगे की कार्रवाई की मांग की है। इस अवसर पर एसएमसी सदस्य रामचंद्र, हनुमानराम, श्रीराम, बंशीलाल सहित कई ग्रामीण उपस्थित रहे।
नर्मदापुरम कलेक्टर सोनिया मीना ने गुरुवार को सेमरी हरचंद के पास स्थित शासकीय जनजातीय बालक आश्रम शाला छात्रावास सिद्धपुर का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने आवासीय विद्यालय की शैक्षणिक स्थिति, विद्यार्थियों की सीखने की क्षमता, छात्रावास की साफ-सफाई और भोजन व्यवस्था की गहन जांच की। विद्यार्थियों से सवाल पूछे, शैक्षणिक स्तर कमजोर पायानिरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने छोटे-छोटे विद्यार्थियों से आत्मीय बातचीत की और हिंदी, अंग्रेजी और गणित के सरल प्रश्न पूछकर उनकी पढ़ाई का आकलन किया। कई विद्यार्थी न तो हिंदी और अंग्रेजी ठीक तरह से पढ़ पाए और न ही गणित के आसान सवालों के सही उत्तर दे सके। इस पर कलेक्टर मीना ने नाराजगी जताते हुए कहा कि बच्चों में सीखने की क्षमता बहुत अधिक है, लेकिन शिक्षकों द्वारा उन पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि बच्चों का पाठ्यक्रम अधूरा है और अभ्यास भी कमजोर है। ऐसे में यह स्थिति गंभीर है, क्योंकि आवासीय विद्यालय जनजातीय बच्चों के भविष्य को सुधारने की राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी पहल है। लापरवाही बर्दाश्त नहीं—शिक्षकों को नोटिस जारी करने के निर्देशकलेक्टर ने मौके पर ही ट्राइबल विभाग के सहायक आयुक्त को निर्देश दिए कि संबंधित शिक्षकों को तत्काल कारण बताओ नोटिस जारी किया जाए। उन्होंने कहा कि बच्चों की पढ़ाई, अभ्यास और सीखने की प्रक्रिया में सुधार को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार्य नहीं है। रसोई, भोजन कक्ष और छात्रावास की सफाई का निरीक्षणनिरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने छात्रावास के कमरे, रसोईघर और भोजन कक्ष को भी ध्यानपूर्वक देखा। उन्होंने रसोईघर में पहुंचकर बच्चों को परोसे जाने वाले भोजन की गुणवत्ता की जांच की और साफ-सफाई को लेकर स्पष्ट निर्देश दिए कि छात्रावास में स्वच्छता और भोजन की गुणवत्ता से किसी भी तरह का समझौता न हो। निरीक्षण के दौरान सहायक आयुक्त, जनजातीय कार्य विभाग के विवेक नागवंशी, तहसीलदार अनिल झरबड़े सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि कांग्रेसी कुछ करते-धरते कुछ नहीं हैं। ये ट्विटर-ट्विटर खेलते हैं। इनके पास कोई काम नहीं है। एक काम हुआ नहीं और दूसरे के लिए तैयार रहते हैं। कांग्रेसियों के शासन में बिजली सड़क के ठिकाने नहीं थे, जनता रोजगार मांगती थी और ये अपने में मस्त रहते थे। साठ हजार पद भरने का काम हमारी सरकार ने किया है। सीएम यादव ने ये बातें भाजयुमो के नए प्रदेश अध्यक्ष श्याम टेलर के पदभार संभालने के कार्यक्रम में कहीं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासन में लाल सलाम चालू हुआ था जिसे खत्म करने का काम हमारी सरकार ने किया है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के कार्यकाल मंत्री को उनके घर के पास थाने के सामने खड़ा करके सबके सामने गर्दन काटी गई थी और हत्या की गई थी। हमारी सरकार ने एक साल में दस नक्सलवादियों को खत्म कर दिया।आखिरी दो नक्सलवादी बचे थे उन्होंने भी आज सरेंडर कर दिया है और लाल सलाम को आखिरी सलाम किया है। केंद्रीय पुलिस फोर्स और राज्य की पुलिस फोर्स ने इसके लिए अच्छा काम किया है। जो सरेंडर कर रहे हैं उन्हें जेल भेजकर पुनर्वास का मौका दिया जाएगा। सीएम यादव ने कहा कि कीचड़ के अंदर खिलता कमल अगर चुनाव चिन्ह अगर बीजेपी ने रखा है तो यह सार्थक भी दिखाई देता है। दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश भारत है। युवा मोर्चा के माध्यम से अटल जी की जन्म शताब्दी मनाई जाएगी। युवा मोर्चा की ताकत सबसे अलग है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस वाले कहते हैं कि हमको क्यों गाली देते हो? सरकार की योजनाओं की जानकारी जनता तक पहुंचाएं मुख्यमंत्री ने कहा कि युवा मोर्चा और महिला मोर्चा की जिम्मेदारी है कि सरकार की योजनाओं की जानकारी युवाओं, महिलाओं तक पहुंचे। हमारे सामने चुनौती और स्वर्णिम अध्याय दोनों ही है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल को लेकर सीएम यादव ने कहा कि वैसे भी तो हेमंत ऋतु चल रही है। आने वाले समय में जितने प्रकोष्ठ बनेंगे, सबकी भूमिका तय है और सबको काम दिया जाएगा। संभागों और जिलों में बनी विकास समितियां इनकी भूमिका तय करेंगी। कांग्रेस की निराशा के सबसे खराब दौर गुजर रही है। इसके पहले आज बीजेपी प्रदेश कार्यालय में आज भाजयुमो के नव नियुक्त प्रदेश अध्यक्ष श्याम टेलर ने पदभार ग्रहण किया। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल और पार्टी के पदाधिकारियों की मौजूदगी में श्याम ने पदभार संभाला। इसके पहले टेलर रैली के रूप में प्रदेश कार्यालय पहुंचे। कार्यालय पहुंचने के पहले भाजयुमो के कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह टेलर का स्वागत किया और भाजयुमो जिंदाबाद के नारे लगाए।
मुकंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व की टीम ने गुरुवार को बाघिन एमटी 8 (कनकटी) को सुरक्षित तरीके से ट्रेंकुलाइजर कर रेस्क्यू किया। इसे बाद में दरा रेंज में 82 वर्ग किलोमीटर के एनक्लोजर में रिलीज किया। बाघिन दो दिन पहले टूटे फेंसिंग से एनक्लोजर से बाहर निकली थी। इसकी लोकेशन अमझार गांव के आसपास मिल रही थी। दो दिन तक निगरानी की, ट्रेंकुलाइजर कर वापस सुरक्षित छोड़ाडीएफओ मुकंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व मुत्थु एस ने बताया- बाघिन MT-8 को दो दिन तक लगातार निगरानी एवं रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सफलतापूर्वक ट्रेंकुलाइजर कर वापस 82 वर्ग किलोमीटर के एनक्लोजर में सुरक्षित रूप से छोड़ दिया गया है। 9 दिसंबर की सुबह बाघिन MT-8 दरा रेंज के 82 वर्ग किलोमीटर एनक्लोजर से बाहर निकलकर लोगों वाले क्षेत्र की ओर चली गई। एनक्लोजर से निकलने के बाद बाघिन पहले अमझार गांव की दिशा में गई। इसके बाद वह झामरा वैली क्षेत्र की ओर मूव कर गई। इस दौरान इसके मूवमेंट की निगरानी रेडियो टेलीमेट्री से निरंतर की जाती रही। फील्ड टीमें 247 अलर्ट पर रहीं। बाघिन का मूवमेंट कई बार रेलवे लाइन व कोटा-झालावाड़ राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-52) के पास रहा, जो बाघिन और आमजन दोनों के लिए जोखिमपूर्ण हो सकता था। 11 दिसंर की दोपहर टीम को बाघिन सुरक्षित जगह पर दिखाई दी। जहां उसे सुरक्षित रूप से ट्रेंकुलाइजर किया जा सकता था। ट्रेंकुलाइजर के बाद बाघिन का प्राथमिक स्वास्थ्य जांच किया गया। उसकी निरंतर निगरानी की जा रही है। एनक्लोजर की सुरक्षा एवं फेंसिंग की जांच–मरम्मत को सुदृढ़ किया जा रहा है। ट्रैकिंग टीमें आने वाले दिनों में भी सघन निगरानी जारी रखेंगी। ये खबर भी पढ़ें... कोटा में बीच सड़क टाइगर आने से दहशत: बाघ को देखकर दौड़ पड़ी दो गाय, लोगों ने बनाया वीडियो मुकंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व क्षेत्र में आज बीच सड़क टाइगर की साइटिंग हुई है। टाइगर रोड क्रॉस करता हुआ दिखाई दिया। टाइगर को देखकर वहां से गुजर रहे लोग दहशत में आ गए। लोगों ने दूर खड़े होकर वीडियो बनाया। कुछ देर बाद टाइगर वापस जंगल मे चल गया। यह घटना आज सुबह साढ़े 11बजे के आसपास दरा इलाके की है। टाइगर करीब 3 से 5 मिनट तक सड़क पर टहलता रहा। इस दौरान सड़क पर लोगों की आवाजाही रुक गई। खबर पढ़े
उदयपुर में गुरुवार को एक दूल्हा हेलिकॉप्टर में सवार होकर अपनी होने वाली ससुराल में दुल्हन को लेने पहुंचा। इस उड़नखटोले को देखने के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण जमा हो गए। उदयपुर जिले के खेरवाड़ा उपखंड के बावलवाड़ा निवासी प्रग्नेश पंचाल की शादी गुजरात के साबरकांठा जिले के चिठोड़ा गांव में तय हुई थी। गुरुवार को जब बारात की रवानगी का समय आया, तो दूल्हा हेलिकॉप्टर में बैठकर रवाना हुआ। दूल्हे को हेलिकॉप्टर में बैठते देखने के लिए बावलवाड़ा में डाक बंगला स्थित सीनियर स्कूल खेल मैदान में हेलिपैड बनाया गया था, जहां ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो गई। गांव वाले नज़ारा देखने के लिए पहाड़ी पर चढ़ गए। सुरक्षा के मद्देनजर हेलिपैड स्थल पर एम्बुलेंस व फायर बिग्रेड की गाड़ी भी मौजूद थी। दुल्हन की विदाई भी हेलिकॉप्टर सेगुजरात के चिठोड़ा पहुंचने पर वहां भी हेलिकॉप्टर को देखने के लिए हजारों लोग जमा थे। शादी की रस्में और फेरे पूरे होने के बाद दूल्हा प्रग्नेश अपनी दुल्हन करीना को उसी हेलिकॉप्टर में बैठाकर वापस बावलवाड़ा लाया। इस दौरान हेलिकॉप्टर मात्र 2 मिनट के लिए रुका एवं बारात के प्रस्थान के दौरान करीब आधे घंटे रुका था। इस अनूठी विदाई ने शादी समारोह को यादगार बना दिया। बावलवाड़ा क्षेत्र में यह अपनी तरह की पहली शादी है, जिसमें दूल्हा हेलिकॉप्टर से दुल्हन को लेकर गया और विदा कराकर लाया। क्षेत्र की पहली हेलिकॉप्टर वाली शादीबावलवाड़ा क्षेत्र में यह अपनी तरह की पहली शादी है, जिसमें दूल्हा हेलिकॉप्टर से लेकर गया और दुल्हन को विदा कराकर लाया। इनपुट : प्रतीक्षा, बावलवाड़ा
श्री महाकालेश्वर मंदिर में सैकड़ों नित्य दर्शनार्थियों के प्रवेश पर रोक लगाने से आक्रोश फैल गया है। श्री महाकालेश्वर नित्य दर्शनार्थी भक्त मंडल ने मंदिर प्रबंध समिति प्रशासक के नाम सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल को ज्ञापन सौंपा है। यह समस्या स्क्रीन शॉट मशीन पर हाजिरी दर्ज न होने के कारण उत्पन्न हुई है। भक्त मंडल के अध्यक्ष रवि राय ने बताया कि मंदिर समिति ने भगवान श्री महाकाल के प्रतिदिन दर्शन के लिए आने वाले नित्य दर्शनार्थियों के प्रवेश की व्यवस्था की है। इन्हें गेट नंबर 4 से प्रवेश दिया जाता है और मशीन से स्क्रीन शॉट के माध्यम से पहचान कर हाजिरी दर्ज की जाती है। पिछले कुछ समय से मशीनों में खराबी के कारण कई नियमित दर्शनार्थियों की हाजिरी दर्ज नहीं हो पा रही थी। वर्तमान में सैकड़ों दर्शनार्थियों के नित्य प्रवेश पर रोक लगा दी गई है, जिससे भक्तों में नाराजगी है। गुरुवार शाम को भक्त मंडल के सदस्यों ने सहायक प्रशासक जूनवाल को ज्ञापन सौंपकर मांग की कि पूरे वर्ष की हाजिरी के आधार पर सभी नित्य दर्शनार्थियों के दर्शन पुनः शुरू किए जाएं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश देने का आग्रह किया। ज्ञापन में यह भी मांग की गई कि जो भक्त नित्य दर्शन के इच्छुक हैं, उनके नए आवेदनों को स्वीकार कर उन्हें नित्य दर्शनार्थियों में शामिल किया जाए। सहायक प्रशासक जूनवाल ने बताया कि उन्हें भक्त मंडल का ज्ञापन प्राप्त हुआ है और इसे वरिष्ठ अधिकारियों को भेज दिया गया है। उल्लेखनीय है कि श्री महाकालेश्वर मंदिर में 2000 से अधिक नियमित दर्शनार्थी पंजीकृत हैं, जिनकी पहचान प्रतिदिन की उपस्थिति के आधार पर होती है।
मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी (एम.पी. ट्रांसको) ने इंदौर शहर में ट्रांसमिशन लाइनों के नजदीक चायनीज मांझे से पतंग उड़ाने के कारण उत्पन्न होने वाली संभावित दुर्घटनाओं और विद्युत व्यवधानों पर अंकुश लगाने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की है। नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और उन्हें सतर्क व सुरक्षित रखने के उद्देश्य से कंपनी अब इंदौर में एक विशेष ‘‘रोको-टोको‘‘ अभियान चलाएगी। एम.पी. ट्रांसको की कार्यपालन अभियंता नमृता जैन ने बताया कि पिछले दो सालों में इंदौर क्षेत्र में 13 बार ऐसी घटनाएं हुई हैं, जब पतंगों के साथ चायनीज मांझा ट्रांसमिशन लाइनों के संपर्क में आया, जिससे न केवल बिजली आपूर्ति बाधित हुई, बल्कि ट्रांसमिशन लाइनें क्षतिग्रस्त भी हुईं। इस अभियान के तहत, एम.पी. ट्रांसको ने इंदौर के उन क्षेत्रों को चिह्नित किया है। जहां बहुतायत में पतंग उड़ाई जाती हैं। इन संवेदनशील क्षेत्रों में नागरिकों से व्यक्तिगत संपर्क स्थापित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, व्यापक जागरूकता फैलाने के लिए पोस्टर, बैनर और पी.ए. सिस्टम के माध्यम से भी लोगों को सचेत और सतर्क किया जाएगा, ताकि जान-माल की हानि रोकी जा सके और उपभोक्ताओं को व्यापक क्षेत्र में बिजली के अनावश्यक लंबे व्यवधान का सामना न करना पड़े। क्यों घातक है चायनीज मांझा? चायनीज मांझा, जो कि सामान्य सूती धागे से अलग होता है, विद्युत का सुचालक होने के कारण बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। ट्रांसमिशन लाइनों के संपर्क में आने पर यह न केवल बिजली आपूर्ति में व्यवधान डालता है, बल्कि जान-माल की हानि का कारण भी बन सकता है। जब यह मांझा बिजली के तारों से टकराता है, तो इसमें मौजूद सामग्री के कारण करंट प्रवाहित हो सकता है, जिससे पतंग उड़ाने वाले और आसपास के लोगों को गंभीर खतरा होता है। इंदौर में ये क्षेत्र है संवेदनशील इंदौर में जिन क्षेत्रों को चायनीज मांझा के साथ पतंग उड़ाने के प्रति सबसे अधिक संवेदनशील माना गया है, उनमें मुख्य रूप से लिम्बोदी, मूसाखेड़ी, खजराना, महालक्ष्मी नगर, सुखलिया, गौरीनगर, बाणगंगा, तेजाजी नगर और नेमावर रोड शामिल हैं। इन क्षेत्रों में अभियान पर विशेष जोर रहेगा।
छत्तीसगढ़ के कवर्धा में नवविवाहिता की लाश घर के सेप्टिक टैंक में मिली है। गुरुवार को तेज बदबू आने पर परिवार और ग्रामीणों को शक हुआ, जिसके बाद मामले का खुलासा हुआ। नवविवाहिता का नाम कामिनी निषाद है। उसने बांधाटोला गांव के रहने वाले भोजराज पटेल से 6 महीने पहले लव मैरिज की थी। शादी के 2 महीने बाद से ही वह लापता थी। ग्रामीणों ने ससुर जहर पटेल पर हत्या की आशंका जताई। पुलिस ससुराल पक्ष के सभी सदस्यों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। घटना सहसपुर लोहारा थाना क्षेत्र का है। पहले देखिए ये 3 तस्वीरें... जानिए क्या है पूरा मामला दरअसल, कामिनी निषाद और भोजराज पटेल एक-दूसरे को पंसद करते थे। उन्होंने शादी करने का फैसला किया। जुलाई 2025 को दोनों ने शादी की। जिसके बाद कामनी भोजराज के घर पर रहने लगी। लेकिन इस शादी से भोजराज के परिवार वाले नाराज थे। शादी के 2 महीने बाद यानी सितंबर में कामिनी अचानक घर से गायब हो गई। पति अपने स्तर पर उसे तलाशते रहा। लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। आखिरकार उसने 7 नवंबर को थाने में पत्नी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। जिस पर पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की। बदबू आने पर दी गई पुलिस को सूचना गुरुवार को सेप्टिक टैंक से अचानक तेज बदबू आने लगी। जो कि दूर-दूर तक फैल गई। ऐसे में मौके पर परिवार के सदस्य और ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गई। जिसके बाद पुलिस को मामले की जानकारी दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची। सेप्टिक टैंक की जांच की गई। जांच के दौरान सेप्टिक टैंक में लाश मिली। ग्रामीणों की मदद से शव को बाहर निकाला गया। शव डिकंपोज होना शुरू हो गया था। शव की पहचान कामिनी के रूप में हुई। पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भिजवाया। ग्रामीणों ने मृतिका के ससुर पर हत्या का संदेह जताया है। PM रिपोर्ट के बाद कारण स्पष्ट होगा- पुलिस इस मामले में एडिशनल एसपी पुष्पेंद्र सिंह बघेल ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट होगा। हालांकि, मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। जांच में जो तथ्य सामने आएंगे। उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। .............................................. क्राइम से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें... 7 साल पहले बेटे को मारकर सेप्टिक टैंक में डाला:धमतरी की वारदात, सौतेले बेटे से झगड़ा था,मारकर सीमेंट पोल में बांधा,टैंक में छिपा दिया छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में बंद पड़े गोदाम के सेप्टिक टैंक से बरामद कंकाल मामले की गुत्थी सुलझा ली गई है। पुलिस ने इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। सेप्टिक टैंक में मिला कंकाल आरोपी के सौतेले बेटे का है। पढ़ें पूरी खबर...
हिसार में मंगाली चौकी पुलिस ने एक पेट्रोल पंप से लाखों रुपए का गबन कर फरार हुए मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया है। जांच अधिकारी एएसआई महेंद्र सिंह ने बताया कि शिकायतकर्ता का बीपीसीएल पेट्रोल पंप मंगाली-डाया रोड पर है। यहां चारनोंद निवासी आरोपी नवीन मैनेजर के पद पर कार्यरत था। शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि आरोपी नवीन बैंक में जमा कराने के लिए 4 लाख रुपए और दो दिन पहले 3 लाख रुपए लेकर गया था, लेकिन वापस नहीं लौटा। उसका मोबाइल फोन भी बंद मिला। जब मालिक उसके घर पहुंचे, तो पता चला कि नवीन अपने परिवार सहित घर पर ताला लगाकर फरार हो चुका था। पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी ने 10 लाख रुपए का गबन किया है। 5 नवंबर को दर्ज हुआ था केस इस शिकायत के आधार पर 5 नवंबर 2025 को थाना आजाद नगर में मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी नवीन कुमार को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों ने बताया कि आरोपी से गहन पूछताछ की जा रही है, ताकि गबन की गई पूरी रकम और उसके उपयोग के संबंध में जानकारी जुटाई जा सके। पुलिस ने आरोपी को अदालत में पेश कर एक दिन का पुलिस रिमांड प्राप्त किया है। इस रिमांड के दौरान पुलिस उससे और महत्वपूर्ण सुराग जुटाने का प्रयास करेगी। पुलिस आरोपी के बैंक लेनदेन, मोबाइल लोकेशन और इस मामले में संभावित सहयोगियों की भूमिका की भी जांच कर रही है।
बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर ब्लॉक में मनबासा हाईस्कूल की 11 छात्राएं अचानक बीमार हो गईं। पांच छात्राएं बेहोश हो गईं और छह छात्राओं ने बेचैनी की शिकायत की और रोने लगीं। सभी को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया, जहां से पांच छात्राओं को वाड्रफनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एडमिट किया गया है। जानकारी के मुताबिक, बलरामपुर जिले में हाई स्कूल मनबसा में अर्धवार्षिक परीक्षा का आयोजन सुबह 10.30 बजे से 1.45 बजे तक किया गया था। अर्धवार्षिक परीक्षा के दौरान कुछ छात्राओं ने बेचैनी लगने की शिकायत की और पांच छात्राएं बेहोश हो गईं। उन्हें देखकर 6 अन्य छात्राओं ने बेचैनी की शिकायत की और रोने लगीं और लेट गईं। छात्राओं के अचानक बेहोश हो जाने की जानकारी मिलने पर हड़कंप मच गया। हॉस्पिटल से स्टाफ पहुंचा स्कूल, पांच एडमिटघटना की सूचना मिलने पर वाड्रफनगर BEO श्याम किशोर जायसवाल ने इसकी सूचना वाड्रफनगर BMO डा. हेमंत दीक्षित को दी। हॉस्पिटल स्टाफ को तत्काल स्कूल भेजा गया। सभी छात्राओं को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। अन्य 6 छात्राओं को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। हॉस्पिटल में एडमिट की गई छात्राओं ने बताया कि उन्हें अचानक चक्कर आया और वे गिरने लगीं तो जमीन पर लेट गई थीं। हॉस्पिटल में इलाज के बाद अब उन्हें अच्छा लग रहा है। छात्राओं की स्थिति सामान्य-BMOवहां से पांच छात्राओं को वाड्रफनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दाखिल किया गया है। बीएमओ डा. हेमंत दीक्षित ने बताया कि सभी छात्राओं की स्थिति सामान्य हो रही है। सभी छात्राओं में खून की कमी पाई गई है और वे कमजोर हैं। संभवतः इसी कारण उन्हें चक्कर आया था। फिलहाल छात्राओं को हॉस्पिटल में एडमिट किया गया है। सामान्य होने पर उन्हें हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
कोटा-बूंदी ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट परियोजना को लेकर बड़ी राहत सामने आई है। नेशनल बोर्ड फॉर वाइल्डलाइफ की बैठक में एयरपोर्ट से जुड़े तीन प्रमुख प्रस्तावों को स्वीकृति मिल गई है। इन प्रस्तावों में रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व के बफर क्षेत्र में सीमित वन भूमि उपयोग कर एयरपोर्ट से जुड़े तकनीकी और संरचनात्मक कार्यों को आगे बढ़ाने की अनुमति शामिल है। मंजूरी मिलने के बाद राजस्थान राज्य विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड (RVPNL) द्वारा ट्रांसमिशन लाइनों की शिफ्टिंग और अन्य आवश्यक गतिविधियां अब एयरपोर्ट निर्माण के समानांतर गति पकड़ सकेंगी। बैठक में 9.863 हेक्टेयर वन भूमि के उपयोग की अनुमति दी गई है। इससे मौजूदा 220 केवी डबल सर्किट सकतपुरा–मांडलगढ़ ट्रांसमिशन लाइन को शिफ्ट किया जा सकेगा। अंता लाइन की शिफ्टिंग को भी हरी झंडीवहीं 4.4206 हेक्टेयर वन भूमि पर प्रस्तावित 400 केवी PGCIL–अंता लाइन की शिफ्टिंग को भी हरी झंडी दे दी गई है। दोनों ही कार्य RVPNL द्वारा पूरे किए जाएंगे। साथ ही कोटा विकास प्राधिकरण (KDA) द्वारा एयरपोर्ट परिसर के बाहर प्रस्तावित स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम को भी मंजूरी मिल गई है। इस सिस्टम के लिए 0.85 हेक्टेयर क्षेत्र वन भूमि में आ रहा था। इसके उपयोग की स्वीकृति NBWL ने दे दी है। नया ड्रेनेज सिस्टम एयरपोर्ट क्षेत्र से बारिश के पानी का सुरक्षित और व्यवस्थित निपटारा होगा।
मैहर जिले की बदेरा पुलिस ने शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने के मामले में आरोपी संदीप प्रजापति को सिर्फ 24 घंटे में गिरफ्तार कर लिया। पीड़िता द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए आरोपी को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। शिकायत के बाद हुआ केस पीड़िता ने 10 दिसंबर 2025 को शिकायत की थी कि आरोपी संदीप प्रजापति ने शादी का वादा कर उसके साथ दुष्कर्म किया। शिकायत के आधार पर थाना बदेरा में अपराध क्रमांक 316/25 दर्ज किया गया। मामले में आईपीसी की धारा 363, 366, 376(2)(n), 376(2)(f) और पॉक्सो एक्ट की धारा 5(एल), 6 के तहत प्रकरण बनाया गया है। 24 घंटे के भीतर गिरफ्तारी मामला दर्ज होते ही बदेरा पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू कर दी। लगातार तलाश और तकनीकी जांच के आधार पर पुलिस ने संदीप प्रजापति को 24 घंटे के अंदर पकड़ लिया। गिरफ्तार आरोपी की पहचान संदीप प्रजापति (24 वर्ष), पुत्र राम प्रसाद प्रजापति, निवासी भदनपुर, थाना बदेरा, जिला मैहर के रूप में हुई है। इनकी रही सराहनीय भूमिका यह कार्रवाई थाना प्रभारी बदेरा अभिषेक सिंह परिहार के नेतृत्व में एएसआई रमेश प्रसाद ओझा, अरविन्द सिंह, प्रआर मनीष लारिया, आरक्षक संभू राय, गजराज सिंह, चिंतामणि पाण्डेय और सुशील कुमार की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही।
नर्मदापुरम जिले में समर्थन मूल्य पर जारी धान खरीदी केंद्रों की व्यवस्था देखने गुरुवार को कलेक्टर सोनिया मीना निकली। कलेक्टर मीना ने माखननगर ब्लॉक के महावीर वेयरहाउस, श्रीरंग वेयरहाउस और सीडब्ल्यूसी वेयरहाउस सेमरी हरचंद पहुंची। श्रीरंग वेयरहाउस और महावीर वेयरहाउस पर धान के नॉन एफए क्यू ढेर देख कलेक्टर नाराज हो गई। श्रीरंग वेयरहाउस गुराडिया में खरीदी कर रही माखननगर सोसायटी और महावीर वेयरहाउस पर खरीदी कर रही बागलखेड़ी समिति के प्रबंधक और सर्वेयर को कलेक्टर मीना ने जमकर डांट लगाई। उन्होंने कहा केंद्र पर धान नॉन एफए क्यू थी तो यहां ढेर क्यों लगाया गया। दोनों केंद्रों के समिति प्रबंधकों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। ग्राम समोन में स्थित महावीर वेयरहाउस केंद्र परिसर में अधिक मात्रा में धान संग्रहण पाए जाने पर भी कलेक्टर ने नाराज हुई। उन्होंने कहा वेयरहाउस के अंदर धान की बोरिया रखने में देरी क्यों हो रही। कलेक्टर ने स्टॉक की जांच करने के लिए टीम को बोला। निर्देश दिए कि 2 दिनों में धान की तुलाई एवं स्टेकिंग पूरी की जाए। कलेक्टर ने कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी को सख्त निर्देश दिए कि किसी भी स्थिति में नॉन-एफए क्यू धान का उपार्जन न करें। इसके लिए उपार्जन प्रक्रिया पर सतत निगरानी रखें और अपने अधीनस्थ अमले तथा नोडल अधिकारी को भी क्रियोन्मुख करें। कलेक्टर ने निर्देश दिए उपार्जन कार्य में सर्वेयर की जिम्मेदारी भी तय की जाए। उपखंड स्तरीय समिति को निर्देश दिए की प्रत्येक उपार्जन केंद्र पर उपार्जन संबंधी समस्त आवश्यक संसाधन की उपलब्धता करें। साथ ही निरंतर भ्रमण कर उपार्जन केंद्रों का निरीक्षण करें। कलेक्टर ने कहा कि जेएसओ एवं तहसीलदार संयुक्त रूप से केंद्रों पर अनावश्यक रूप से भंडारित किए गए धान के ढेर की जांच करें। खरीदी प्रक्रिया में आवश्यकता अनुसार मानव संसाधन बढ़ा कर आर टू टी एवं भुगतान व्यवस्था को चौकस करें। धान की तुलाई, हैंडलिंग एवं उपार्जन संबंधी अन्य प्रक्रियाओं में गति लाने के निर्देश भी उपस्थित अधिकारियों को दिए। इस दौरान उन्होने उपस्थित किसानों से भी चर्चा की। उन्होने किसानों से अपील की कि सभी किसान भाई एफएक्यू मापदण्ड के अनुरूप धान विक्रय के लिए उपार्जन केन्द्रों पर लाएं और असुविधा से बचे। निरीक्षण के दौरान जिला आपूर्ति अधिकारी रश्मि साहू, डीआरसीएस शिवम मिश्रा, जिला प्रबंधक वेयरहाउसिंग वासुदेव दवांडे, माखननगर तहसीलदार महेंद्र चौहान सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
15 साल की नाबालिग के साथ पड़ोसी ने ही रेप कर दिया। बीकानेर के रणजीतपुरा थाना क्षेत्र में पिता ने युवक के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। घटना करीब एक महीना पुरानी है, जिसका मामला गुरुवार को दर्ज हुआ है। पीड़ित लड़की के पिता ने रणजीतपुरा पुलिस को लिखित शिकायत दी है। 25 साल के युवक ने गलत काम किया थानाधिकारी चंद्रजीत सिंह भाटी ने बताया कि थाना क्षेत्र में निवासी एक व्यक्ति ने लिखित शिकायत देकर आरोप लगाए कि करीब एक माह पूर्व की घटना हैं। उसकी 15 वर्षीय बेटी बाहर गई थी। पड़ोस में रहने वाले 25 साल के युवक ने उसके साथ गलत काम किया। बेटी को उसने डरा धमका कर चुप करवा दिया। डर के मारे उसने इस घटना के बारे में घर पर किसी को कुछ नहीं बताया, अब बच्ची ने धीरे धीरे घर पर आपबीती सुनाई तब शिकायत दी हैं। एसएचओ भाटी ने बताया की आरोपी के खिलाफ बीएनएस की धारा 65 और 3/4 पॉक्सो के तहत मामला दर्ज कर लिया गया हैं। घटनास्थल की जांच करके पीड़िता का मेडिकल बोर्ड से मेडिकल करवा गया हैं। अनुसंधान पुलिस निरीक्षक चन्द्रजीत सिंह भाटी स्वयं कर रहे हैं।
निवाड़ी जिले के प्रसिद्ध कनक भवन मंदिर में हुई चोरी का पुलिस ने गुरुवार शाम खुलासा कर दिया। ओरछा पुलिस ने 72 घंटे के भीतर चोरी का पर्दाफाश करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर दान पेटी सहित नगद रकम बरामद कर ली। यह था पूरा मामला फरियादी मुकेश दीक्षित, निवासी श्याम कॉलोनी, ने 8 दिसंबर को रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि 4 दिसंबर की रात 9 बजे उन्होंने मंदिर का ताला लगाकर घर चले गए थे। अगली सुबह ताला खोलने पर दान पेटी गायब मिली और बगल के गेट की कुंडी टूटी हुई थी। दान पेटी में लगभग 40 हजार रुपए होने का अनुमान था। एसपी ने बनाई टीम थाना ओरछा ने तुरंत अपराध दर्ज कर जांच शुरू की। एसपी डॉ. राय सिंह नरवरिया के निर्देश पर एएसपी ज्योति ठाकुर और एसडीओपी केके पांडे के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी रामबाबू शर्मा की टीम बनाई गई। टीम ने मंदिर परिसर के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, संदिग्धों पर नजर रखी और सीमावर्ती क्षेत्रों में भी जांच तेज की। इसके बाद पुलिस ने 11 दिसंबर को पुलिस ने दो आरोपियों को पकड़ा। गणेश रैकवार, निवासी लिधौरा जिला टीकमगढ़ से 9181 रुपए नकद और 10 हजार रुपए का मोबाइल फोन बरामद किया। वहीं सुरजन पिता अच्छेलाल कुर्मी, निवासी ग्राम विजयगढ़, झांसी से 5500 रुपए नकद और एक मोबाइल फोन बरामद किया। दोनों आरोपियों ने चोरी की दान पेटी भी पुलिस को सौंप दी। इनकी रही सराहनीय भूमिका इस कार्रवाई में निरीक्षक रामबाबू शर्मा, उपनिरीक्षक मीनेष भदौरिया, आरक्षक रवि बघेल, विक्रम जादौन सहित पूरी टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही। पुलिस ने बताया कि ऐसे मामलों में सतर्कता जारी रहेगी और मंदिरों की सुरक्षा को और मजबूत किया जाएगा।
'कफ सिरप के अंतरराष्ट्रीय अवैध कारोबार को देखते हुए मैंने सीबीआई जांच की मांग की है। संसद में सपा सांसदों ने कफ सिरप का मुद्दा उठाते हुए झूठे तथ्य रखे। मैं इसे लेकर लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिख रहा हूं, जिसमें सपा सांसदों के झूठे तथ्य की ओर ध्यान दिलाकर सदन में उनसे माफी की मांग करूंगा। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव वन डिस्ट्रिक, वन माफिया की बात कर रहे हैं। क्या उन्हें अपना कार्यकाल याद नहीं, जब उन्होंने वन डिस्ट्रिक वन नकल माफिया पैदा कर दिया था। प्रदेश के लाखों युवाओं का भविष्य खराब कर दिया था।' यह बात दैनिक भास्कर से विशेष इंटरव्यू में धनंजय सिंह ने कही। यूपी से लेकर बांग्लादेश तक फैले कोडीन कफ सिरप मामले में पहली बार धनंजय ने खुलकर किसी मीडिया हाउस से बात की। उन्होंने बताया कि कफ सिरप मामले में गिरफ्तार आलोक सिंह और अमित सिंह टाटा को कैसे जानते हैं? गोसाईंगंज के विधायक अभय सिंह, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, बसपा सुप्रीमो मायावती और सीएम योगी को लेकर भी खुलकर बात की। साथ ही जिला पंचायत और विधानसभा चुनाव को लेकर अपने पत्ते खोले। पढ़िए पूरा इंटरव्यू… सवाल : आपने कफ सिरप मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की थी?धनंजय सिंह : कफ सिरप मामला अंतरराज्यीय है। या यूं कहें ये अंतरराष्ट्रीय हो चुका है, क्योंकि इसमें बांग्लादेश का भी नाम आया है। इसी वजह से मैंने इसकी सीबीआई जांच की मांग की। साथ ही इस केस में मनी लॉन्ड्रिंग को देखते हुए ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) से भी जांच कराने की मांग की थी। क्योंकि, ये पूरा मामला ही तस्करी से जुड़ा है। केस भी मनी लान्ड्रिंग का है। सवाल : अमित टाटा, आलोक सिंह को कैसे जानते हैं? आप पर सियासी हमले भी किए जा रहे?धनंजय सिंह : कुछ मसखरा टाइप के लोग इस तरह की बात कर रहे। मैं आलोक को बचपन से जानता हूं। उनके भाई पुलिस सब-इंस्पेक्टर हैं और हमारे मित्र हैं। जहां आलोक सिंह रहते हैं, वहां मेरी मौसी का घर है। मैं बचपन से आता-जाता रहा हूं। इस वजह से मेरी पहचान है। मैंने कभी भी इन संबंधों को खारिज नहीं किया। अब आलोक सिंह क्या करते हैं, इसकी मुझे कोई जानकारी नहीं। इस मामले में सरकार की ओर से बनी एसआईटी, एसटीएफ और ईडी जांच कर रही है। सारी सच्चाई जनता के सामने आ जाएगी। अमित सिंह टाटा, आलोक के मित्र हैं। कहीं से रिश्ते में भी आते हैं। साथ ही जौनपुर के रहने वाले हैं। हालांकि, ये बात मुझे बाद में पता चली। वाराणसी में सीनियर वकील शशिकांत राय के ये जूनियर रहे हैं। मेरा बनारस में एक केस चल रहा था। उसके सिलसिले में रेगुलर बनारस जाता था, तब इनसे मुलाकात होती थी। सवाल : अखिलेश यादव ने वन डिस्ट्रिक, वन माफिया कहते हुए तंज कसा, क्या कहेंगे?धनंजय सिंह : सपा मुखिया अखिलेश यादव को यह शोभा नहीं देता। जो व्यक्ति खुद एक अखबार के दफ्तर पर हमला करवा चुका हो, वो क्या नैतिकता की बात करेगा? ये वही सपा है, जिसने नकल अध्यादेश समाप्त किया था। सवाल : गोसाईंगंज विधायक अभय सिंह 'कोडीन भैया' बोलकर पूर्वांचल के बाहुबली पर कटाक्ष कर रहे?धनंजय सिंह : यह सवाल तो आपको अभय सिंह से करना चाहिए। इसका जवाब वहीं दे सकते हैं कि उनका इशारा किसकी ओर था? मैं तो कह रहा हूं कि किसी में साहस हो तो नाम लेकर पूछे। सवाल : सपा सांसदों ने लोकसभा में कफ सिरप से काली कमाई और मौत का मुद्दा उठाया, क्या कहेंगे?धनंजय सिंह : आप सड़क पर तो मसखरापन और मिमिक्री कर सकते हैं, लेकिन सदन में इस तरह का हल्का वक्तव्य नहीं देना चाहिए। सपा के तीनों सांसदों ने सदन में झूठे तथ्य रखे। साहस था, तो मेरा नाम लेकर बोलते। यूपी सरकार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस पर क्लियर किया है। इससे साफ है कि कोडीन सिरप से यूपी में कोई मौत नहीं हुई। ऐसे में तीनों सपा सांसदों को सदन में माफी मांगनी चाहिए। सवाल : अभय सिंह ने आप पर अपने करीबी सरायरासी गांव के संतोष सिंह की हत्या कराने का आरोप लगाया है?धनंजय सिंह : बहुत अच्छा सवाल पूछा आपने। गुड्डू मुस्लिम, जो अभी पुलिस का वांटेड है। उसके साथ मिलकर अभय सिंह ने 15 जनवरी, 1992 को जौनपुर के महाराजगंज में पेट्रोल पंप पर 13 हजार की लूट की थी। इसमें वह अरेस्ट रहे और जौनपुर जेल में बंद रहे। इनका एक कॉलेज है। उसके मैनेजमेंट को लेकर सरायरासी गांव के लोगों से इनकी रंजिश थी। अभय सिंह ने इसी मामले में उन लोगों को फंसाने के लिए गुड्डू मुस्लिम की मदद से संतोष सिंह की हत्या कराई और मेरा नाम उछाल दिया। सवाल : एक मर्डर अभिषेक सिंह का हुआ था, यूनिवर्सिटी में किसी टेंडर का मामला था?धनंजय सिंह : अभय सिंह ने झूठ बोला है। उस घटना के कई चश्मदीद जीवित हैं। आप खुद इसकी एफआईआर निकालें। इन्होंने समझौते किए हैं। खुद हत्या कराई। इन्होंने लाशों पर समझौते कराए। यूनिवर्सिटी के कई क्षत्रीय लड़के मरे हैं। एक आजमगढ़ के अजय सिंह थे। वो हबीबउल्ला हॉस्टल में रहते थे। उनकी हत्या अपने खास शूटर धनंजय फौजी से कराई और मुझे बदनाम किया। सवाल : अभय सिंह कहते हैं कि धनंजय का लक्ष्य हमेशा से धन लोलुपता का रहा?धनंजय सिंह : लखनऊ यूनिवर्सिटी में इंट्रेंस टेस्ट होता था। मैंने इलाहाबाद और लखनऊ दोनों के इंट्रेंस टेस्ट को क्वालीफाई किया था। लेकिन, मैंने और मेरे साथियों ने लखनऊ यूनिवर्सिटी में प्रवेश लिया। 1992 में इन्होंने बस्ती में अपने मामा मदन सिंह के साथ लूट की थी। यूनिवर्सिटी में आए तो एक-दो रुपए के लिए झगड़ा करते थे। हमारे एक साथी थे कालीचरण, उन्हें लेकर बाइक से एग्जाम दिलाने गए और वहां झगड़ा कर लिया। कट्टे से गोली चला दी। 307 का मुकदमा दर्ज हुआ। हमारे परिवार के आदेश सिंह वकील रहे हैं। पहला मुकदमा इन पर दर्ज हुआ। हर घटना में वही सरगना और गैंग लीडर रहे हैं। मैं इस व्यक्ति के ऊपर कुछ बोलना नहीं चाहता था, लेकिन इसने मुझे मजबूर किया। सवाल : 2002 में बनारस पर आप पर जानलेवा हमला हुआ। आपने अभय सिंह को आरोपी बनाया, क्यों?धनंजय सिंह : मुझे विश्वास नहीं कि मेरे ऊपर अभय सिंह हमला करा सकते हैं। कई लोग मुझसे ऐसा कह रहे थे, लेकिन मैं भरोसा नहीं कर पा रहा था। क्योंकि, मैंने उसकी जान बचाई थी। ये बात 1995 की है। एक स्कूल में सीनियर सुनील गुप्ता को लेकर अभय गए थे। सुबह 7 बजे की बात है। मुझे जगाकर ले गया था। वहां उसने कट्टे से गोली चला दी। पब्लिक ने पकड़ लिया और मारने लगे। उसके सभी साथी भाग गए थे। मैंने किसी तरह लड़ते-झगड़ते भीड़ से बचाकर इसे निकाला था। मेरे भी बच्चे हैं और उनके भी बच्चे हैं, कसम खाकर पूछ सकते हैं। बहुत सी बातें हैं, मैंने खोला, तो समाज में बेनकाब हो जाएंगे। सवाल : बनारस जानलेवा हमले से जुड़े मामले में आरोपियों को ट्रायल कोर्ट ने बरी कर दिया?धनंजय सिंह : ये अनोखा केस है। गैंगस्टर में गैंग लीडर अभय सिंह थे। पुलिस की जांच में गैंग लीडर ही केस से निकाल दिया जाता है। ये 2002 में ये बसपा से चुनाव लड़े थे, हालांकि हार गए थे। इन्होंने बनारस में मेरे ऊपर गोली चलाई थी। उनका साला भी था। मेरे हाथ में चोट आई और मेरे साथी की आंख चली गई। फिर 11 अक्टूबर, 2002 में मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ। किसी भी समर्थन देने वाले निर्दलीय विधायक को मंत्री नहीं बनाया गया। हमने समर्थन वापस ले लिया। मैं निर्दलीय विधायकों का प्रवक्ता था। सरकार के खिलाफ पहला बयान दिया था। इस कारण सरकार हम लोगों से नाराज थी। अचानक 13 अक्टूबर को अभय सिंह ने बनारस के मेरे प्रकरण में नाटकीय ढंग से आत्मसमर्पण कर दिया। उसने झूठे तथ्य बनाने के लिए अपना और अपने साले का एक्सीडेंट दिखा दिया। दोनों एक सरकारी पीएचसी में भर्ती हो गए। आप सोच सकते हैं, जो विधानसभा का चुनाव लड़ा हो और उसका एक्सीडेंट हो जाए तो किसी को पता न चले। उनके पिता को भी इस एक्सीडेंट का पता नहीं चला। फिर बनारस पुलिस ने अभय सिंह के पिता को गिरफ्तार कर लिया। मैंने ही पुलिस को बोलकर उन्हें छुड़ाया। क्योंकि, वे लखनऊ हॉस्टल आते रहते थे। मैं आज भी उनका सम्मान करता हूं। मुझे पता था कि कोई पिता अपने बेटे को गोली चलाने के लिए नहीं कहेगा। वह फर्जी कागज तैयार करने के लिए अस्पताल में भर्ती हुआ था। सवाल : अभय सिंह आरोप लगाते हैं कि उन पर ज्यादातर मुकदमे धनंजय सिंह के दबाव में हुए?धनंजय सिंह : झूठ बोलते हैं। वो हमेशा सरकार के करीबी रहे। मैं 2002 में विधायक बना। कुछ समय बाद ही सरकार से समर्थन वापस लेने पर मेरे, राजा भैया और कुंवर अक्षय प्रताप पर कई फर्जी मुकदमे लाद दिए गए। मुख्तार अंसारी और ये लोग उस समय सरकार का समर्थन कर रहे थे। हमारे ऊपर कई मुकदमे जौनपुर में दर्ज कराए। 2003 में सपा की सरकार बनी। 2004 में लोकसभा चुनाव को लेकर मेरी सरकार से अनबन हो गई। सरकार का समर्थन करने वाले सभी निर्दलीयों को मंत्री बनाया गया था। मैंने 2004 में लोकसभा का टिकट मांगा था। मुलायम सिंह ने इसका आश्वासन भी दिया था। बाद में बोला गया कि सपा से लड़ जाइए। मैं तैयार हुआ, लेकिन टिकट नहीं मिला। मैं लोजपा से लोकसभा चुनाव में उतर गया। सरकार विरोध में आ गई। फिर 2007 में जेडीयू से विधायक बना। 2009 में बसपा से सांसद चुना गया। लेकिन, 2011 में विवाद के चलते बसपा से निकाल दिया गया। मुझे जेल भेज दिया गया। बहनजी से मेरे अच्छे संबंध थे। मैंने अपने जिले में पार्टी को मजबूत भी किया था। लेकिन, कुछ लोगों ने बहनजी को मिसगाइड कर दिया था। इसके चलते उन्होंने मुझे पार्टी से निलंबित कर दिया। मैं तो बसपा पार्टी के डी रजिस्ट्रेशन के लिए चुनाव आयोग में भी गया था। क्योंकि कोई पार्टी जाति-धर्म के आधार पर वोट नहीं मांग सकती। लेकिन, चुनाव आयोग से पता चला कि वह रजिस्ट्रेशन तो कर सकती है। डी रजिस्ट्रेशन का पावर उसके पास नहीं है। बाद में मैंने चुनाव आयोग को सशक्त बताने के लिए संसद में मामला भी उठाया था। सवाल : मुलायम सिंह और मौजूदा अखिलेश यादव में तुलनात्मक रूप से कौन ज्यादा अच्छा है?धनंजय सिंह : दोनों में जमीन-आसमान का अंतर है। मुलायम सिंह वैसे नेता थे, जिनका पार्टी लाइन से बाहर भी आदर-सम्मान था। अयोध्या में रामसेवकों पर गोलीकांड के बाद भी उनकी हर पार्टी के लोगों में इज्जत थी। सदन में भी वे पक्ष-विपक्ष के विधायकों के लिए समान रूप से हैंडपंप और सड़कों का काम कराते थे। सवाल : मौजूदा सीएम योगी पर ठाकुरवाद का आरोप लगता है, क्या कहेंगे?धनंजय सिंह : क्षत्रीय कभी जाति की राजनीति नहीं करता। मैं तो अक्सर पूर्व पीएम चंद्रशेखर जी का उदाहरण देता हूं। जब उन पर भी यही आरोप लगा, तो उन्होंने कहा था कि मैंने इसी कारण नाम से टाइटल हटा दिया। साथ में यह भी कहा कि मैं क्षत्रियों का नेता होता तो पूरे देश की स्थिति कुछ और होती। क्षत्रिय पूरे समाज को लेकर चलता है। उसे जब भी मौका मिला, चाहे वो वीपी सिंह हों, जिन्होंने मंडल कमीशन की रिपोर्ट लागू कर ओबीसी को आरक्षण दिया। या फिर अर्जुन सिंह हों, जिन्होंने उच्च शिक्षा में आरक्षण लागू कर गरीब और समाज के उपेक्षित तबकों को अवसर दिया। सत्ता मिलने पर क्षत्रियों ने हमेशा ही न्याय किया है। क्षत्रियों की कोई ऐसी पार्टी नहीं, जो प्राइवेट लिमिटेड कंपनी या फैमिली लिमिटेड कंपनी हो। लोगों को पढ़ना चाहिए। क्षत्रियों का त्याग भी देखना चाहिए। सिर्फ आलोचना नहीं करनी चाहिए। आजादी के बाद राजपूत राइफल्स में कितने लाेग शहीद हुए, इसे भी देखना चाहिए। सवाल : मायावती, अखिलेश और सीएम योगी में से किसका कार्यकाल अच्छा लगा?धनंजय सिंह : तीनों मुख्यमंत्रियों के दौर का समय अलग-अलग था। आज सोशल मीडिया का जमाना है। इससे परसेप्शन बन जा रहा है। बात ट्रांसपेरेंसी के रूप में काम करने की करें, तो इसमें मौजूदा सीएम योगी के कार्यकाल अच्छा मानूंगा। साथ ही बहन मायावती का भी कार्यकाल अच्छा रहा था। लेकिन, सबसे ज्यादा सवाल सपा के कार्यकाल में उठा। हमारे प्रदेश में आज भी किसान चाहता है कि उसका बच्चा पढ़-लिखकर सरकारी नौकरी पा जाए। इसके लिए वो अपने बच्चों को इलाहाबाद, लखनऊ भेजकर यूपीएससी की तैयारी कराता है। हमने देखा है उस दौरान में जिन्होंने यूपीएससी के इंटरव्यू दिए, आज वो सरकारी स्कूल में टीचर बनकर पढ़ा रहे। हर साल 40-50 लाख छात्र यूपीएससी की परीक्षा देते हैं। लेकिन, सपा के कार्यकाल में यूपी सर्विस पब्लिक कमीशन को एक व्यक्ति का कमीशन बना दिया गया था। 2012 से 2017 के बीच में ऐसे-ऐसे यूपीएससी के सेंटर बनाए गए, जहां बोर्ड के सेंटर नहीं बनते थे। पारदर्शी सरकारें जनहित का काम करती थीं। यही कारण रहा कि सपा की 2014 और 2017 में दुर्दशा हुई। कोई भी सरकार किसी जाति विशेष या पार्टी विशेष की नहीं होती। प्रदेश के सभी लोगों की होती है। पद मिलता है और प्रदेश के मुखिया बनते हैं। इसलिए प्रदेश के हित में काम करना चाहिए। मायावती जी ने अच्छा काम किया। योगी आदित्यनाथ भी कर रहे। जरा भी गड़बड़ी हुई, तो परीक्षा कैंसिल करके फिर से कराई गई। सवाल : लखनऊ यूनिवर्सिटी में पढ़ने गए थे, क्या लक्ष्य लेकर गए थे?धनंजय सिंह : मेरे दो ही लक्ष्य थे। पहला सपना कम्बाइंड डिफेंस सर्विस में जाने का था। सोचा था कि 8-10 साल फौजी के रूप में काम करूंगा। फिर आकर चुनाव लड़ूंगा। ये मेरा डे फर्स्ट से लक्ष्य तय था। मेरे पिता जीवित हैं। चाहें, तो आप पूछ सकते हैं। पहला सपना तो नहीं पूरा हुआ। लेकिन, कोशिश है कि ट्यूटोरियल आर्मी के तौर पर भर्ती होकर अपनी ये इच्छा पूरी करूंगा। सवाल : बाहुबली का तमगा कैसे लगा? क्या धनंजय सिंह को ये तमगा पसंद है?धनंजय सिंह : बाहुबली मीडिया का दिया हुआ तमगा है। मुकदमों की बात करें, तो बसपा सरकार में मुलायम सिंह पर विवेकाधीन कोष के दुरुपयोग पर एक दिन में 42 मुकदमे दर्ज हो गए थे। सरकार से समर्थन वापस लेने पर एक महीने के अंदर मुझ पर 12 मुकदमे लाद दिए गए थे। राजा भैया के पिता की अवस्था 75 साल थी, उन पर पोटा लगा दिया था। उनके घर से एके-47 की बरामदगी दिखा दी गई थी। जब सत्ता से लड़ रहे होते हैं, तो ऐसी एफआईआर दर्ज होती रहती हैं। हां, छात्र जीवन में लड़ाई-झगड़े होते थे। वो उम्र भी इतनी समझदारी की नहीं होती। उस समय जरूर मुकदमे दर्ज हुए। सवाल : धनंजय सिंह का अगला सियासी कदम क्या होगा? विधानसभा चुनाव लड़ेंगे?धनंजय सिंह : विधानसभा 2027 की तैयारी चल रही है। हालांकि, मेरे मामले में एक पेंच है। मेरा एक प्रकरण कोर्ट में लंबित है। फैसला आने पर ही कुछ तय होगा। इससे पहले जिला पंचायत का चुनाव है। मेरी पत्नी जिला पंचायत अध्यक्ष हैं। सामान्य सीट रही, तो वो फिर से चुनाव लड़ेंगी। सवाल : आपका झुकाव धार्मिक गतिविधियों की ओर हुआ है। क्या ये पत्नी का प्रभाव है?धनंजय सिंह : मैं जन्म से सनातनी हूं। 5-6 बार द्वादश ज्योतिर्लिंग का दर्शन कर चुका हूं। ये बात जरूर है कि जब घर में सुख-शांति होती है, तो उस तरह का वातावरण बनता है। वैसे भी गृहिणी लक्ष्मी होती है। उनकी पूजा-पाठ में रुचि रहती है। इसका असर भी दिखता है। सवाल : आपकी हर गाड़ी का नंबर 9777 है। इसकी कुछ खास वजह?धनंजय सिंह : इसका भी एक बड़ा कारण है। 2007 की बात है, मैं तिरुपति के दर्शन करने गया था। वहां मैंने देखा कि तिरुमला ट्रस्ट की गाड़ियों का नंबर 9777 था। इसके बाद मैंने 2011 में एक साथ 3 गाड़ियां खरीदीं। जब नंबर की बात आई, तो तिरुमला ट्रस्ट की गाड़ियों के आधार पर नंबर चुन लिया। तब से इसी सीरीज का नंबर लेता रहा हूं। देखने में भी अच्छा लगता है। सवाल : इतनी व्यस्त दिनचर्या के बावजूद कैसे खुद को फिट रखते हैं?धनंजय सिंह : मैं नियमित तौर पर व्यायाम करता हूं। नशे से दूर रहिए। स्वस्थ जीवन ही स्वस्थ मानसिकता का लक्षण है। मैं कभी भी अपने जीवन में विचलित नहीं हुआ। चाहे कितनी ही कठिनाई क्यों नहीं आई। कई बार मैं सरकारों से भी लड़ा हूं। सवाल : आज भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं की आर्थिक मदद करते हैं?धनंजय सिंह : ज्ञान सबसे अधिक जरूरी है। किसी को नौकरी मिल जाए, ये उसका भाग्य। हमारे साथ पढ़े लड़कों ने चार-चार बार इंटरव्यू दिए, लेकिन सिलेक्शन नहीं हुआ। शिक्षा ज्ञान के लिए होनी चाहिए, सिर्फ नौकरी के लिए नहीं। मैं मानता हूं कि हमारे जीवन में कुछ गलतियां हुई होंगी। युवा विद्रोही होता है। युवाओं से कहना चाहता हूं कि उन्हें धैर्य रखना चाहिए। ये जीवन में बहुत जरूरी है। सवाल : आपकी और अभय सिंह की दोस्ती की कोई अच्छी यादें, जो याद हो?धनंजय सिंह : अभय सिंह ने एक बात तो सही बोली कि छात्रावास आवंटन में उनकी भूमिका थी। उन्होंने मुझे मौसी का लड़का बोलकर हॉस्टल दिलाया था। हम लोगों से पहले वो यूनिवर्सिटी में अकेले थे। हम 3-4 लोग पहुंचे, तो एक अच्छा ग्रुप बन गया। हमारे वार्डन यूडी मिश्रा थे। मैं झूठ नहीं बोलूंगा, मेरे और अभय सिंह के बीच की कई अच्छी यादें थीं। मैं झूठ से बचता हूं। एक झूठ को छिपाने के लिए 10 झूठ बोलने पड़ते हैं। छात्र जीवन में कम पैसे मिलते थे। खूब पैदल चलते थे। रविवार को मेस बंद रहता था, तो मिलकर खाने में दाल-चावल और चोखा बनाते थे। सवाल : खाना बनाना आता है? क्या खास बना लेते हैं?धनंजय सिंह : हां, मैं आज भी दाल और चोखा बना लेता हूं। अच्छी सब्जी भी बना लेता हूं। जब नॉनवेज खाता था, तो बढ़िया बना लेता था। कुछ समय पहले नॉनवेज छोड़ दिया है। ------------------------ ये खबर भी पढ़ें- कफ सिरप कांड में धनंजय सिंह का नाम क्यों, आरोपी अमित-आलोक से क्या संबंध योगी सरकार के ‘ऑपरेशन क्लीन’ ने यूपी में कोडीन युक्त कफ सिरप (फेंसिडिल) के देश के सबसे बड़े अवैध नेटवर्क की कमर तोड़ दी है। प्रदेश के 40 जिलों में ये नेटवर्क चल रहा था। अब तक सोनभद्र, गाजियाबाद और रांची से 3.50 लाख से ज्यादा शीशियां जब्त हो चुकी हैं। 128 एफआईआर दर्ज हैं। 1166 ड्रग लाइसेंस निरस्त किए गए। पढ़िए पूरी खबर...
पानीपत के इसराना में गोली चलाने के मामले में फरार चल रहे बदमाशों ने बीती रात पीड़ित के घर पर ईंटें बरसाईं। उन्होंने दरवाजा तोड़ने का प्रयास किया और परिवार को जान से मारने की धमकी दी। पीड़ित परिवार ने ग्रामीणों के साथ रात को ही इसराना थाने पहुंचकर पुलिस को घटना की जानकारी दी और फरार बदमाशों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है। मामले के अनुसार, गांव इसराना निवासी देवेंद्र ने बताया कि 20 नवंबर 2025 को पांच बदमाशों ने उनके बेटे साहिल पर गोली चला दी थी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। सभी बदमाश गांव के ही रहने वाले हैं। तीन बदमाश अब भी फरार पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए दो बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन तीन बदमाश अभी भी फरार चल रहे हैं। इनमें हितेश आर्य उर्फ सन्नी और योगेश शामिल हैं। पीड़ित परिवार ने बताया कि 9 दिसंबर को उन्होंने एसपी पानीपत से भी बदमाशों को गिरफ्तार करने की गुहार लगाई थी। इसके बावजूद बदमाशों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं और वे खुलेआम गांव में घूम रहे हैं, पुलिस को चकमा देकर निकल जाते हैं। आज सुबह भी ग्रामीणों ने इसराना थाने पहुंचकर बदमाशों द्वारा रात में की गई इस हरकत की जानकारी दी और उनकी गिरफ्तारी की मांग दोहराई।
हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने यमुनानगर में राहुल गांधी और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। साथ ही उन्होंने कांग्रेस नेत्री नवजोत कौर सिद्धू को दिलेर बताया, जिन्होंने कांग्रेस के अंदर की राजनीति सबके साथ रख दी। अनिल विज गुरुवार को यमुनानगर में लगने वाले थर्मल पावर प्लांट के संबंध में यहां आए थे। यहां मार्केट कमेटी के चेयरमैन राकेश त्यागी के आवास पर मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि थर्मल पावर प्लांट का कार्य शुरू हो चुका है। टेंडर प्रक्रिया चालू की जा चुकी है। समय पर इस यूनिट को तैयार कर दिया जाएगा। कांग्रेस बताए, किस पोलिंग एजेंट पर कार्रवाई की- विज मीडिया से बातचीत में अनिल विज ने कहा कि कांग्रेस आज तक देश के लोगों यह नहीं समझा पाई कि वह किस आधार पर वोट चोरी का मुद्दा उठा रही है। कांग्रेस का पोलिंग एजेंट भी होता है और मतदाता सूची को ठीक करने के लिए चुनाव आयोग भी पूरा एक महीने का समय देता है। कांग्रेस बताए कि उन्होंने अपने किस पोलिंग एजेंट के खिलाफ कार्रवाई की। वोट चोरी हुई तो कांग्रेस के MLA इस्तीफा दें उन्होंने कहा कि आजकल राहुल गांधी हर जगह वोट चोरी से सरकार बनने की बात कह रहे हैं। अब जिन सीटों से कांग्रेस के MLA जीते हैं, तो मर्यादा कहती है कि अगर मतदाता सूची गलत है तो उनके विधायकों को इस्तीफा दें। क्योंकि इस मतदाता सूची से प्रत्येक उम्मीदवार ने अपना चुनाव लड़ा है। कांग्रेस वालों को अपने विषय का ज्ञान नहीं है। यह अपनी कमजोरी को छुपाना चाहते हैं। नवजोत कौर सिद्धू दिलेर- अनिल विजअनिल ने कांग्रेस नेत्री नवजोत कौर सिद्धू के 500 करोड़ रुपए में मुख्यमंत्री बनने के बयान पर कहा कि वे दिलेर हैं। उन्होंने कांग्रेस की अंदर की राजनीति बता दी कि कांग्रेस के अंदर मुख्यमंत्री कैसे बनाते हैं। उन्होंने जनता के सामने बता दिया कि कांग्रेस में किस तरह से संगठन चलता है।
धार में एक दिव्यांग युवती से दुष्कर्म का मामले में सौतेले पिता को आजीवन कारावास की सजा मिली है। कोर्ट ने कहा कि आरोपी जीवन भर जेल में रहेगा। उस पर 30 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया। फैसला गुरुवार को सुनाया गया। जानकारी के अनुसार, पीड़िता की उम्र 22 साल थी। उसका मानसिक स्तर चार साल की बच्ची जैसा था। वह आरोपी का नाम ठीक से नहीं बता पा रही थी। मामले की गंभीरता देखकर नौगांव पुलिस ने जांच शुरू की। पुलिस ने मानसिक रोग विशेषज्ञ से भी सलाह ली। मां ने कहा था- बच्ची के साथ गलत हुआ हैअतिरिक्त लोक अभियोजक शरद कुमार पुरोहित ने बताया कि 3 दिसंबर 2023 को वन स्टॉप सेंटर धार की प्रशासक और नौगांव थाने में पीड़िता की ओर से आवेदन आया। पीड़िता की मां ने कहा कि उनकी दिव्यांग बेटी के साथ गलत काम हुआ है। 9 दिसंबर को पीड़िता ने एक बच्चे को जन्म दिया। पुलिस ने दो संदिग्धों के सैंपल जांच के लिए भेजे। जांच में आरोपी के डीएनए से दुष्कर्म की पुष्टि हुई। डीएनए रिपोर्ट मिलने के बाद नौगांव पुलिस ने मामला दर्ज किया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया और जांच की। अदालत ने आरोपी को आजीवन कारावास और 30 हजार रुपए जुर्माने की सजा दी।
दुर्ग जिले के पुरानी भिलाई थाना पुलिस ने 840 प्रतिबंधित नशीली दवाइयों के साथ 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बरामद दवाइयों की कीमत 3 लाख 36 हजार रुपए बताई गई है। सभी आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर केंद्रीय जेल भेजा गया है। पुलिस ने बताया कि 11 दिसंबर 2025 को अभियान के दौरान उन्हें मुखबिर से सूचना मिली कि दो युवक सफेद कैरी बैग में प्रतिबंधित प्रॉक्सीको-स्पास टैबलेट रखे हुए हैं और दादर के पास बने ईंट भट्ठे के पास युवाओं को बेचने की फिराक में हैं। सूचना मिलने पर पुलिस टीम ने तस्दीक कर मौके पर घेराबंदी कर दोनों संदिग्धों को पकड़ा। पूछताछ में आरोपियों ने अपना नाम कमल किशोर उर्फ भीम (19) और चंद्रकांत साहू उर्फ पटवारी (20) बताया। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों ही चरोदा के रहने वाले हैं। दोनों की निशानदेही पर चार साथी पकड़ाए दोनों आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने 840 प्रतिबंधित नशीली टैबलेट और 3 मोबाइल फोन जब्त किए। प्रारंभिक पूछताछ में दोनों ने अवैध कारोबार से जुड़े अन्य साथियों के नाम भी उजागर किए। इसके आधार पर पुलिस ने नितेश दास (25), मनीष राज (27), पारस साहू (24), निवासी रामनगर शीतला पारा, रायपुर और अब्दुल तसलीम (26) निवासी चरोदा को हिरासत में लेकर थाना लाया गया। सभी दवाओं की खरीदी-बिक्री में शामिलपुलिस के अनुसार ये सभी आरोपी नशीली प्रतिबंधित दवाइयों की खरीद-बिक्री में शामिल थे और अवैध तरीके से धन कमाने के लिए युवाओं के बीच इसकी सप्लाई कर रहे थे। आरोपियों के खिलाफ धारा 22 (C), 27 (A), 8 एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
फर्स्ट ग्रेड टीचर के लिए पदोन्नति की मांग:प्राथमिक अध्यापक संघ ने शिक्षा मंत्री को ज्ञापन सौंपा
जैसलमेर के प्राथमिक अध्यापक संघ लेवल प्रथम के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज शाम फलोदी में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर को ज्ञापन सौंपा। इसमें स्कूल शिक्षा विभाग में कार्यरत लेवल प्रथम (एसटीसी/डीएलएड धारी) टीचर्स को पदोन्नति के अवसर प्रदान करने की मांग की गई। ज्ञापन में कहा गया है कि प्राथमिक अध्यापक विकसित देशों में एक सम्मानित पद है, लेकिन राजस्थान में फर्स्ट ग्रेड टीचर को पदोन्नति का मौका नहीं मिलते। उन्हें नियुक्ति के बाद पूरी सेवा इसी पद पर करनी पड़ती है और वे इसी पद से सेवानिवृत्त होते हैं। संघ ने तर्क दिया कि राज्य सरकार सीपीएड धारक पीटी टीचर्स को पदोन्नति के पर्याप्त मौका देती है। जबकि सीपीएड और एसटीसी/डीएलएड दोनों ही समकक्ष प्रशिक्षण योग्यताएं हैं, फिर भी एसटीसी/डीएलएड धारक फर्स्ट ग्रेड टीचर को पदोन्नति से वंचित रखा जा रहा है। संघ का आरोप है कि राज्य सरकार अन्य कर्मचारी संवर्गों में अनुभव और वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति देती है, लेकिन प्राथमिक टीचर्स को पदोन्नति न देकर उनके साथ अन्याय कर रही है। संघ का मानना है कि पदोन्नति मिलने से टीचर्स में उत्साह और संतोष की भावना बढ़ेगी, जिसका सीधा सकारात्मक प्रभाव शिक्षा की गुणवत्ता और स्कूलों के समग्र प्रदर्शन पर पड़ेगा। इस मौके पर प्रदेशाध्यक्ष विजय सुथार और सचिव श्याम जांगू सहित कई टीचर्स उपस्थित थे।
हिसार के ADO को 5 साल की जेल:कोर्ट ने ₹50 हजार जुर्माना भी लगाया; फसल मुआवजे में 25% कमीशन मांगा था
हिसार में एडीजे खत्री सौरभ की कोर्ट ने फसल मुआवजा के बदले रिश्वत मांगने के मामले में कृषि विभाग के सहायक विकास अधिकारी (ADO) बलविंद्र सिंह को दोषी करार देते हुए पांच साल की सजा सुनाई। इसके साथ ही पचास हजार रुपए जुर्माना भी लगाया। मामला साल 2020 का है, जब आजाद नगर थाना पुलिस ने गांव बाड्या रागडान के किसानों की शिकायत पर भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत बलविंद्र सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया था। किसानों रोहताश कुमार और सुरेंद्र सिंह ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि बलविंद्र सिंह ने वर्ष 2019-20 की रबी फसल में खराब हुई गेहूं की रिपोर्ट तैयार करने के एवज में किसानों से मुआवजे की 25 प्रतिशत राशि कमीशन के रूप में मांगी थी। रिश्वत न देने पर झूठी रिपोर्ट बनाई किसानों का कहना था कि जिन्होंने रिश्वत दी, उन्हें मुआवजा मिल गया, जबकि जिसने पैसा देने से इनकार किया, उनकी रिपोर्ट ‘नुकसान नहीं’ (No Loss) बता दी गई। शिकायतकर्ताओं ने इस भ्रष्टाचार की ऑडियो रिकॉर्डिंग भी सबूत के रूप में पुलिस को सौंपी थी।जांच के बाद दोषी के खिलाफ अदालत में चालान पेश किया गया। लंबी सुनवाई के बाद अदालत ने बलविंद्र सिंह को दोषी मानते हुए 5 साल सजा सुनाई।
जयपुर में सरेआम ज्वेलरी शॉप में लूट की गई। 2 बदमाश कस्टमर बनकर खरीदारी करने आए थे। मौका पाकर ज्वेलरी लेकर फरार हो गए। उनकी कार को ज्वेलर ने रोकने की भी कोशिश की। उनकी गाड़ी के बोनट पर लटक गया। वारदात गुरुवार शाम करीब 6:45 बजे निवारू रोड स्थित रामनरेशपुरी कॉलोनी (बैंक ऑफ बड़ौदा के सामने) के रतन यश ज्वैलर्स पर हुई है। झोटवाड़ा थाना पुलिस CCTV फुटेज के आधार पर लुटेरों की तलाश कर रही है। पहले ये 2 PHOTOS देखिए... दुकान के बाहर खड़ी की कारपुलिस ने बताया- झोटवाड़ा के लक्ष्मी नगर निवासी मनोज कुमार सोनी के शॉप में लूट हुई है। दो बदमाश कार से उनकी शॉप के बाहर आए। कार खड़ी कर दोनों बदमाश खरीदारी के बहाने शॉप के अंदर पहुंचे। बदमाशों ने सोने की चेन और ब्रेसलेट दिखाने को कहा। बाद में बदमाशों ने सोने की 4 चेन (105 ग्राम- कीमत करीब 10 लाख) और चांदी का ब्रेसलेट पसंद कर एक पैकेट में रखवा लिया। ऑनलाइन पेमेंट की कहकर गेट तक आएबदमाश करीब आधे घंटे शॉप में बैठकर बातचीत करते रहे। इस दौरान एक बदमाश चला गया। दूसरा बदमाश ऑनलाइन पेमेंट की कहकर गेट तक आ गया। तभी मौका पाकर वह बदमाश सोने-चांदी के गहनों का पैकेट उठाकर भागने लगा। बदमाश के पीछे ज्वेलर व शॉप में मौजूद लोग पकड़ने भागे। बदमाश तेजी से दुकान के बाहर खड़ी कार में बैठकर भाग निकला। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे CCTV फुटेज को खंगाला। ...सीकर में लूट की यह खबर भी पढ़ें... सीकर में पार्सल देने के बहाने घुसा लुटेरा,महिला को लूटा-VIDEO:आधे घंटे घर में बंधक रखा, हाथ बांधकर बालियां छीनी तो कान हुए जख्मी सीकर में घर में घुसकर महिला को बंधक बनाकर लूट लिया। पार्सल देने के बहाने हेलमेट लगाकर बदमाश घर में घुसा। इसके बाद महिला के हाथ बांधकर चाकू की नोक पर उसकी बालियां छीनी तो कान कट गए। वहीं बदमाश गले का मंगलसूत्र भी ले गया। लुटेरा करीब आधे घंटे तक महिला के घर में रहा। इसके बाद वह फरार हो गया। (पूरी खबर पढ़ें)
रायसेन जिले के बेगमगंज में गुरुवार को बिजली के पोल पर केबल बदलते समय एक हेल्पर को करंट लग गया। करंट लगने के बाद हेल्पर खंभे पर ही उल्टा लटक गया। मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। बाद में साथी कर्मचारियों ने उसे खंभे से नीचे उतारा और अस्पताल पहुंचाया। सूत्रों के अनुसार, नगर में नई विद्युत केबल डालने का काम चल रहा है। सागर-भोपाल मुख्य मार्ग पर स्वराज ट्रैक्टर एजेंसी और अस्पताल मार्केट के बीच एक खंभे पर केबल डाली जा रही थी। उस समय विद्युत आपूर्ति बंद थी, लेकिन अचानक आपूर्ति चालू होने से खंभे पर चढ़ा मजदूर रामनरेश भार्गव (25 वर्ष, निवासी सीतापुर, लखनऊ, उत्तर प्रदेश) करंट की चपेट में आ गया। वह लगभग 15 मिनट तक खंभे से चिपका रहा, जिसे देखकर अन्य मजदूरों ने शोर मचाया। साथी मजदूरों ने नीचे उताराबिजली कंपनी को सूचना दिए जाने के बाद जब विद्युत आपूर्ति बंद हुई, तब साथी मजदूरों ने खंभे पर चढ़कर रामनरेश को नीचे उतारा। उसे तुरंत सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। घटना के बाद, जब ठेकेदार से बिना सुरक्षा उपकरण के काम कराने के संबंध में पूछा गया, तो वह भड़क गया और अपना नाम बताने से इनकार कर दिया। स्थानीय लोगों ने बताया कि पूर्व में भी ऐसी घटनाओं के बाद विद्युत अधिकारियों ने सुरक्षा उपायों के साथ काम कराने का आश्वासन दिया था। हालांकि, इस बार निजी ठेकेदार द्वारा बिना सुरक्षा उपकरणों के काम कराए जाने से यह हादसा हुआ। विद्युत अधिकारियों ने निजी ठेकेदार का नाम संजय परिहार बताया है। स्थानीय लोगों ने पुलिस प्रशासन से संबंधित ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। थाना प्रभारी राजीव उइके ने जानकारी दी कि घायल मजदूर रामनरेश भार्गव के बयान दर्ज कर लिए गए हैं। विवेचना पूरी होने के बाद संबंधित ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी।
भोपाल के करीब 35 इलाकों में शुक्रवार को 2 से 6 घंटे तक बिजली कटौती होगी। इन इलाकों में बिजली कंपनी मेंटेनेंस करेगी। इसके चलते सप्लाई पर असर पड़ेगा। जिन इलाकों में बिजली बंद रहेगी, उनमें चार इमली, कैलाश नगर, बसंत विहार, ट्रांसपोर्ट नगर, अनंतपुर, कोकता, जाटखेड़ी, इंद्रा विहार कॉलोनी, रोहित नगर समेत कई बड़े इलाके भी शामिल हैं। ऐसे में बिजली संबंधित जरूरी काम पहले से निपटा लें। ताकि परेशानी का सामना न करना पड़े। इन इलाकों में पड़ेगा असर
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के NTPC तलईपल्ली कोयला खनन परियोजना में CISF (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) की तैनाती की गई है। इस अवसर पर एक समारोह आयोजित किया गया, जिसकी शुरुआत गार्ड ऑफ ऑनर से हुई। इसके बाद राष्ट्रीय ध्वज और CISF के ध्वज को फहराया गया। कार्यक्रम में CISF के जवानों ने आकर्षक मॉक ड्रिल भी दिखाया। समारोह में बताया गया कि तलईपल्ली परियोजना की सुरक्षा मजबूत करने के लिए गृह मंत्रालय ने 256 CISF जवानों की तैनाती मंजूर की है। परियोजना प्रमुख अखिलेश सिंह ने कहा कि CISF की तैनाती परियोजना की प्रगति में एक महत्वपूर्ण कदम है। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि CISF मध्य सेक्टर की महानिरीक्षक निलिमा रानी सिंह थीं। इसके अलावा परियोजना प्रमुख अखिलेश सिंह, CISF के उप महानिरीक्षक दया शंकर, मध्यखंड की उप महानिरीक्षक पियाली शर्मा सहित CISF और NTPC तलईपल्ली के अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। कार्यक्रम में अतिथियों को स्मृति चिन्ह भी दिए गए। अनाधिकृत प्रवेश पर रहेगी नजर कार्यक्रम में बताया गया कि CISF की तैनाती से कोयला खनन परियोजना में किसी भी अनधिकृत प्रवेश पर कड़ी नजर रखी जा सकेगी। CISF के प्रशिक्षित और अनुशासित जवान परियोजना क्षेत्र की 24 घंटे निगरानी करेंगे। इससे बाहरी दखल, अवैध गतिविधियों और अनियंत्रित आवागमन पर पूरी तरह रोक लग सकेगी। CISF की मौजूदगी से खदान क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत होगी।
दिल्ली कैबिनेट ने गुरुवार को बड़ा फैसला लेते हुए मौजूदा 11 जिलों को 13 नए जिलों में बदलने का प्रस्ताव पास कर दिया है। इसे लागू करने के लिए लेफ्टिनेंट गवर्नर विनय कुमार सक्सेना को भेजा जाएगा। ये नए जिले एमसीडी के 12 जोन, न्यू दिल्ली म्युनिसिपल काउंसिल (एनडीएमसी) और दिल्ली कैंटोनमेंट बोर्ड के साथ पूरी तरह मेल खाएंगे। इस बदलाव से एसडीएम कार्यालयों की संख्या 33 से बढ़कर 39 हो जाएगी। हर जिले में मिनी सेक्रेटेरिएट बनेगा, जहां ज्यादातर सरकारी सेवाएं एक ही जगह मिलेंगी। सीएम रेखा गुप्ता पहले ही इसकी घोषणा कर चुकी हैं। पहले दिल्ली में 11 राजस्व जिले थे- सेंट्रल, ईस्ट, न्यू दिल्ली, नॉर्थ, नॉर्थ ईस्ट, नॉर्थ वेस्ट, शाहदरा, साउथ, साउथ ईस्ट, साउथ वेस्ट और वेस्ट। लेकिन एमसीडी के 12 जोन और एनडीएमसी-कैंटोनमेंट के अलग इलाके होने से जगहों पर भ्रम और झगड़े होते थे। 2012 में आखिरी बार साउथ-ईस्ट और शाहदरा जिले बने थे। नए जिले एमसीडी जोन जैसे होंगे अब नए जिलों के नाम एमसीडी जोन जैसे होंगे। सदार जोन को पुरानी दिल्ली जिला नाम दिया जाएगा। ईस्ट और नॉर्थ-ईस्ट जिले खत्म होकर शाहदरा नॉर्थ व साउथ बनेंगे। नॉर्थ जिले को सिविल लाइंस और पुरानी दिल्ली में बांटा जाएगा। साउथ-वेस्ट के बड़े हिस्से से नजफगढ़ नया जिला बनेगा। एनडीएमसी व कैंटोनमेंट को न्यू दिल्ली जिले में मिलाया जाएगा। इससे लोगों को एक से ज्यादा दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। काम जल्दी होगा, भीड़ कम होगी, पारदर्शिता बढ़ेगी। एक बार मंजूरी मिलने पर नया नक्शा लागू हो जाएगा। भाजपा सरकार का मानना है कि इससे विभागों में तालमेल बेहतर होगा। ---------------- ये खबर भी पढ़ें... AAP ने रेखा गुप्ता को 'बीजेपी की पप्पू' कहा:दिल्ली CM ने कहा था- AQI एक टेंपरेचर है; केजरीवाल बोले- ये नया विज्ञान कब आया आम आदमी पार्टी (AAP) ने दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को 'बीजेपी की पप्पू CM' कहा है। AAP ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर रेखा गुप्ता के बयानों के छोटे-छोटे वीडियो क्लिप जारी करते हुए लिखा- बीजेपी की पप्पू CM का कोई मुकाबला नहीं है। पूरी खबर पढ़ें...
सोनीपत पुलिस की टीम ने गोहाना में नकली घी सप्लाई करने के मामले का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने जींद के एक युवक को अरेस्ट किया। उसकी कार से नकली वीटा घी की 35 पेटियां बरामद हुई। पुलिस ने युवक काे कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। मामले में आगे की कार्रवाई जारी है। गिरफ्तार आरोपी सुनील गुरुद्वारा कालोनी रोहतक रोड, जींद का रहने वाला है। सोनीपत पुलिस प्रवक्ता ASI रविंद्र सिंह ने बताया गया कि वीटा मिल्क प्लांट, जींद के सहायक प्रबंधक गुणवत्ता नियंत्रण बादल ने थाना शहर गोहाना में शिकायत दर्ज कराई कि उन्हें प्रबंधक अफसर थाना शहर गोहाना, जिला सोनीपत से उनके मोबाइल पर सूचना मिली कि एक व्यक्ति गाड़ी में वीटा घी लेकर जींद से गोहाना की तरफ आएगा। उन्होंने अनुरोध किया कि वे बिना देरी किए गोहाना पहुंचे ताकि उनकी उपस्थिति में गाड़ी से घी को पकड़कर असली और नकली घी की पहचान करवाई जा सके। सूचना के बाद बादल अपने स्टाफ के साथ जींद से गोहाना रोड पर महादेव रिजॉर्ट गोहाना के पास पहुंचे, जहां पर SI गुलशन अपनी पुलिस टीम के साथ मौजूद थे। पुलिस टीम ने महादेव रिसॉर्ट के पास गोहाना-जींद रोड पर नाकाबंदी शुरू की। कुछ समय बाद जींद की तरफ से एक गाड़ी आती दिखाई दी, जिसे पुलिस टीम ने हाथ का इशारा करके रुकवाया। गाड़ी से एक शख्स नीचे उतरा, जिसने अपना नाम सुनील निवासी गुरुद्वारा कालोनी रोहतक रोड जींद बताया। पुलिस द्वारा पूछने पर उसने बताया कि गाड़ी के अंदर वीटा कंपनी का नकली घी है। पुलिस टीम ने गाड़ी में रखी पेटियों को खोलकर एक पैकेट निकालकर चेक किया तो गाड़ी के अंदर कुल 35 पेटियां मिलीं। जांच करने पर 10 पेटियों में प्रत्येक पेटी में 15 लीटर और शेष 25 पेटियों में प्रत्येक पेटी में 12 लीटर नकली घी मिला, जो कुल 450 लीटर वीटा का नकली घी था। इस घटना का भारतीय न्याय संहिता की धाराओं और कॉपी राइट एक्ट-1957 के अन्तर्गत थाना शहर गोहाना में अभियोग दर्ज किया गया। गोहाना सिटी थाना के SI गुलशन ने अपनी पुलिस टीम के साथ कार्यवाही करते हुए घटना में शामिल आरोपी सुनील को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी को कोर्ट में पेश कर कोर्ट के आदेशानुसार न्यायिक हिरासत जेल भेज दिया गया है।
सागर के बहुचर्चित निलेश आदिवासी सुसाइड मामले में पूर्व गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह की भूमिका की जांच होगी। सुप्रीम कोर्ट ने मध्य प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) कैलाश मकवाना को तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) बनाने के निर्देश दिए हैं। कोर्ट ने कहा है कि मामले की परिस्थितियां 'निष्पक्ष और स्वतंत्र' जांच की मांग करती हैं और स्थानीय पुलिस से ऐसी जांच की अपेक्षा नहीं की जा सकती। कोर्ट ने गुरुवार को निर्देश देते हुए कहा कि दो दिन के भीतर SIT गठित हो। यह FIR 329/2025 और अन्य संबंधित रिकॉर्ड अपने कब्जे में ले। जांच तुरंत शुरू हो और एक माह में पूरी की जाए। निलेश की पत्नी रेवाबाई सहित किसी भी गवाह को प्रभावित न होने दिया जाए। कोर्ट ने विटनेस प्रोटेक्शन लागू करने पर जोर दिया है। साथ ही निलेश के भाई नीरज आदिवासी या परिवार पर किसी भी प्रकार की दमनात्मक कार्रवाई पर रोक लगाई गई है। SIT में इन्हें शामिल करने के आदेशसुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि SIT का प्रमुख एमपी कैडर के बाहर से आए सीधी भर्ती वाले सीनियर सुपरिटेंडेंट रैंक का IPS अधिकारी होगा। टीम का दूसरा सदस्य युवा IPS अधिकारी हो, जिसकी जड़ें मध्य प्रदेश में न हों। तीसरा सदस्य डिप्टी सुपरिटेंडेट से ऊपरी रैंक की महिला पुलिस अधिकारी होनी चाहिए। पत्नी ने लगाए पूर्व गृहमंत्री पर प्रताड़ना के आरोपदरअसल, सागर जिले के मालथौन कस्बे में 25 जुलाई को 42 वर्षीय निलेश आदिवासी ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। निलेश की पत्नी रेवाबाई आदिवासी ने आरोप लगाया है कि उनके पति को राज्य के एक पूर्व गृहमंत्री और उनके सहयोगियों द्वारा प्रताड़ित किया गया, जिसके चलते उसने आत्महत्या की। रेवाबाई ने स्थानीय थाने में 27 जुलाई और 3 अगस्त 2025 को शिकायतें दर्ज कराई थीं, पर कार्रवाई न होने पर पहले हाईकोर्ट, फिर सुप्रीम कोर्ट का रुख किया। वहीं, निलेश के भाई नीरज आदिवासी ने पुलिस को दिए बयान में आरोपों की अलग कहानी पेश की और स्थानीय बीजेपी नेता गोविंद सिंह राजपूत समेत कुछ अन्य लोगों को जिम्मेदार ठहराया था। मामले में पुलिस ने गोविंद सिंह राजपूत के खिलाफ केस दर्ज किया तो उन्होंने जमानत के लिए सुप्रीम कोर्ट में जमानत याचिका लगाई। जहां उनकी और रेवाबाई की याचिका पर एक साथ सुनवाई चल रही है। गिरफ्तारी पर अंतरिम राहतसुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि बयानों और परिस्थितियों को देखते हुए फिलहाल याचिकाकर्ता (गोविंद सिंह राजपूत) की गिरफ्तारी पर रोक रहेगी। यदि SIT को कोई गंभीर आपत्तिजनक सामग्री मिले तो वह सुप्रीम कोर्ट से कस्टोडियल इंट्रोगेशन की अनुमति मांग सकती है। सुप्रीम कोर्ट ने मध्य प्रदेश हाई कोर्ट से भी कहा है कि वह रेवाबाई द्वारा दायर रिट पिटीशन (No. 31491/2025) को इस आदेश को ध्यान में रखते हुए जल्द निपटाए। मामले से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... राजनीतिक रंजिश में इस्तेमाल आदिवासी ने दबाव में लगाई फांसी सागर जिले के मालथौन कस्बे में 25 जुलाई को 42 वर्षीय नीलेश आदिवासी ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिवार का कहना है कि बीते कुछ समय से नीलेश को कस्बे के ही कुछ लोग परेशान कर रहे थे। परिवार का आरोप है कि पुलिस सही कार्रवाई नहीं कर रही है। मामले में राजनीतिक फायदे के लिए नीलेश के इस्तेमाल की बात भी कही जा रही है। पढ़ें पूरी खबर
अशोकनगर में गुरुवार देर शाम विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल ने मसाला शौर्य यात्रा निकाली। इस यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। शहर के सुभासगंज स्थित रामलीला मंच पर संबोधन के बाद यात्रा शुरू हुई, जिसमें लोग अपने हाथों में मसाले लेकर चले। इस बार यात्रा के दौरान पुलिस की विशेष व्यवस्था देखने को मिली। यात्रा मार्ग पर पुलिसकर्मी फायर सेफ्टी यंत्र लेकर साथ चल रहे थे। इसके अतिरिक्त, एक स्थान पर फायर ब्रिगेड भी तैनात की गई थी। डॉ. दीपक मिश्रा ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि भगवान राम की पवित्र जन्मभूमि को 1528 में बाबर ने खंडित करने का प्रयास किया था। इसे बचाने के लिए 76 युद्ध हुए और 4 लाख राम भक्तों ने बलिदान दिया। इस संघर्ष का परिणाम 6 दिसंबर 1992 को गीता जयंती के दिन मिला। उन्होंने बताया कि बजरंग दल के कार्यकर्ता इसी उपलक्ष्य में शौर्य यात्रा निकालते हैं। मिश्रा ने कहा कि आतताइयों द्वारा किए गए अत्याचारों के विरोध में हिंदू समाज ने लगातार संघर्ष किया। 6 दिसंबर 1992 को राम भक्तों ने बाबर के 'कलंक' को सरयू में प्रवाहित कर दिया, जिसे राम भक्तों और हिंदू समाज के मान बिंदुओं की जीत बताया गया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता प्रांत संयोजक बजरंग दल अवधेश तिवारी ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि बजरंग दल का युवा देश का इतिहास बदलने के लिए काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि 1988 में राम रथ यात्राओं की रक्षा के लिए बजरंग वाहिनी का उदय हुआ, जिसने तब से ऐतिहासिक कार्य किए हैं। तिवारी ने राम मंदिर के 'कलंक' को मिटाने, रामसेतु को बचाने और अमरनाथ यात्रा जैसे धर्म रक्षा के संकल्पों में बजरंगियों की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने समाज से जागृत होने और युवाओं को बजरंग दल से जोड़कर राष्ट्रहित, संस्कृति और भारत माता की रक्षा का संकल्प लेने का आह्वान किया।
बदरवास पुलिस ने अवैध भैंस परिवहन पकड़ा:29 लाख का माल जब्त, दो आरोपी गिरफ्तार
शिवपुरी जिले की बदरवास थाना पुलिस ने अवैध रूप से भैंसों का परिवहन करते हुए एक आयशर ट्रक और 23 भैंसों को जब्त किया है। जब्त किए गए माल की कुल कीमत लगभग 29 लाख रुपये आंकी गई है। पुलिस ने ट्रक में क्रूरतापूर्वक भरी गई भैंसों को मुक्त कराया और मौके से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। थाना प्रभारी रोहित दुबे ने जानकारी दी कि उन्हें मुखबिर से सूचना मिली थी। सूचना के अनुसार, ग्राम दीघौद के पास एक बंद पड़े क्रेशर पर भैंसों से भरा एक आयशर ट्रक खड़ा था, जिसे बूचड़खाने ले जाने की तैयारी की जा रही थी। इस सूचना के आधार पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची और ट्रक क्रमांक MP06HC2872 की जांच की। जांच के दौरान, ट्रक में 16 भैंसें, 4 पाड़े और 3 पाड़ियां (कुल 23 पशु) बेहद क्रूरतापूर्वक रस्सियों से बांधकर डबल स्टोरी पार्टीशन बनाकर भरे पाए गए। पुलिस ने मौके से मेवाराम कुशवाह (निवासी धौलपुर, राजस्थान) और तोफिन खान (निवासी पिपरई, जिला अशोकनगर) को गिरफ्तार किया। पुलिस ने 23 पशुओं की अनुमानित 9 लाख रुपए कीमत और ट्रक की लगभग 20 लाख रुपए कीमत, कुल मिलाकर 29 लाख रुपए का माल जब्त किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों के खिलाफ अपराध क्रमांक 322/25 के तहत पशु क्रूरता निवारण अधिनियम की धारा 11 और मध्य प्रदेश कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामले की आगे की विवेचना जारी है।
फलोदी जिला प्रभारी एवं मंत्री मदन दिलावर ने दावा किया है कि राजस्थान की भाजपा सरकार ने दो वर्षों में इतने विकास कार्य किए हैं, जितने कांग्रेस अपने पूरे पांच साल के कार्यकाल में भी नहीं कर सकी। वे गुरुवार शाम आईजीएनपी गेस्ट हाउस में राज्य सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। मंत्री ने कहा कि पूरे राजस्थान में सरकार के कामकाज को लेकर संतोष और सकारात्मक वातावरण है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में मंत्री दिलावर ने सरकार की विभिन्न योजनाओं का विस्तार से उल्लेख किया। उन्होंने मुख्यमंत्री किसान योजना, लाडो प्रोत्साहन योजना, बिजली उत्पादन में वृद्धि, बालिकाओं को साइकिल, लैपटॉप और स्कूटी वितरण जैसी योजनाओं को बड़ी उपलब्धियां बताया।इसके अलावा सड़क निर्माण में तेजी, उद्योगों को बढ़ावा देने वाली 'राइजिंग राजस्थान' की पहल, मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना और किसानों को डेढ़ लाख रुपये तक ब्याज मुक्त ऋण जैसी योजनाओं को भी महत्वपूर्ण बताया। 'फलोदी जिले में स्वास्थ्य और शिक्षा पर विशेष फोकस' फलोदी जिले में किए गए कार्यों की जानकारी देते हुए मंत्री ने बताया कि लोहावट में जिला चिकित्सालय स्थापित किया गया है। देचू के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को उप जिला चिकित्सालय का दर्जा दिया गया है। बापिणी में कृषि उपज मंडी की स्थापना की गई है।इसके साथ ही बावड़ी खुर्द में होम्योपैथिक चिकित्सालय और पशु चिकित्सालय को प्रथम श्रेणी में क्रमोन्नत किया गया है। मंत्री ने बताया कि फलोदी में पॉलिटेक्निक कॉलेज और कन्या महाविद्यालय खोलने सहित कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं भी पूरी की गई हैं। 'गांवों में पहली बार साफ-सफाई का सिस्टम लागू' मदन दिलावर ने कहा कि राज्य में पहली बार गांवों में व्यवस्थित साफ-सफाई की व्यवस्था लागू की गई है। उन्होंने कहा कि पहले ग्रामीण क्षेत्रों में इस तरह झाड़ू लगाने और घर-घर से कचरा संग्रह करने की कोई व्यवस्था नहीं थी। अब सरकार ने इसे लागू कर गांवों की स्वच्छता व्यवस्था को मजबूत किया है।शहरों में सफाई की अव्यवस्था को लेकर भी मंत्री ने कमिश्नर को आवश्यक निर्देश देने की बात कही। 'शिक्षा के क्षेत्र में राजस्थान की रैंकिंग देश में 3 हुई' प्रभारी मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी अपने वादों पर खरा उतरती है। उन्होंने बताया कि तीन साल पहले शिक्षा के क्षेत्र में राजस्थान की रैंकिंग देश में 11वीं थी, जो अब बढ़कर तीसरी हो गई है। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर निजी संस्थानों की तुलना में कहीं बेहतर हुआ है।उन्होंने दावा किया कि राज्य के 22 जिलों में किसानों को दिन में बिजली दी जा रही है और मार्च 2027 तक सभी जिलों में किसानों के लिए दिन के समय बिजली उपलब्ध करा दी जाएगी। पंचायत राज संस्थाओं के चुनाव जल्द करवाने की बात भी उन्होंने कही। प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रमुख रूप से भाजपा नेता डॉ. माधु सिंह देवड़ा, मेघराज कल्ला, पप्पूराम जाणी, सौरव बोहरा, रतन मेघवाल और जेपी बोहरा उपस्थित रहे।
लोकसभा के शून्यकाल में गुरुवार (11 दिसंबर) को छत्तीसगढ़ में ऑनलाइन धोखाधड़ी का मुद्दा उठा। रायपुर से सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने सदन में सरकार का ध्यान साइबर ठगी के ट्रेंड ‘डिजिटल अरेस्ट’ की ओर खींचा। सांसद अग्रवाल ने कहा कि डिजिटल अरेस्ट के नाम पर लोगों की पूरी जीवनभर की कमाई कुछ ही मिनटों में उड़ा दी जा रही है। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन लुटेरे अब पुलिस अफसर बनकर वीडियो कॉल करते हैं, वर्दी में दिखाई देते हैं और फर्जी कार्रवाई का भय दिखाकर पीड़ितों से पैसे ट्रांसफर करा लेते हैं। सांसद अग्रवाल ने सदन में कहा कि डिजिटल अरेस्ट के इस गिरोह की चपेट में सबसे ज्यादा बुजुर्ग, अकेले रहने वाले लोग और तकनीक से अनभिज्ञ वर्ग आ रहा है। ऐसे पीड़ितों से लुटेरे उनकी बचत, रिटायरमेंट फंड और फिक्स्ड डिपॉजिट तक एक झटके में निकलवा लेते हैं। सांसद अग्रवाल ने साइबर ठगों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति बनाने की मांग की है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में पिछले 3 सालों में डिजिटल अरेस्ट की आड़ में ऑनलाइन ठगी के 40 से ज्यादा मामले सामने आए हैं। इन केसों में करीब 32 करोड़ की ठगी हुई है। साथ ही उन्होंने लोगों को साइबर ठगी से बचाने कुछ महत्वपूर्ण भी सुझाव भी दिए। सांसद बृजमोहन ने दिए ये सुझाव डिजिटल अरेस्ट के मामले तेजी से बढ़े सांसद अग्रवाल ने बताया कि हाल के महीनों में छत्तीसगढ़ में इस तरह के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है, जिसमें छात्र, कारोबारी और वरिष्ठ नागरिक तक निशाना बन रहे हैं। उन्होंने कहा, “डिजिटल इंडिया के इस दौर में साइबर सुरक्षा जनता का पहला अधिकार है। ठगों पर सख्त कार्रवाई जरूरी है।” सरकार की ओर से आश्वासन दिया गया कि मंत्रालय इस विषय पर विस्तृत रिपोर्ट लेकर आएगा और आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। 3,000 करोड़ से ज्यादा की ठगी सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि सुप्रीम कोर्ट भी ‘डिजिटल अरेस्ट’ को उभरती हुई गंभीर चुनौती मान चुका है। उन्होंने बताया कि सिर्फ भारत में सीनियर सिटीजंस समेत हजारों पीड़ित अब तक 3,000 करोड़ से ज्यादा गंवा चुके हैं। सामान्य ट्रांजैक्शन की प्रक्रिया में सुधार की मांग- बृजमोहन बृजमोहन के अनुसार समस्या तब और गंभीर हो जाती है, जब डर और धमकी के माहौल में पीड़ित कुछ ही मिनटों में अपनी उम्रभर की बचत का 80 प्रतिशत -90 प्रतिशत तक रकम ट्रांसफर कर देते हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा बैंकिंग सिस्टम ऐसे मामलों को सामान्य ट्रांजैक्शन की तरह प्रोसेस कर देता है, जबकि इस प्रक्रिया में तत्काल सुधार की आवश्यकता है। छत्तीसगढ़ में डिजिटल अरेस्ट करके 32 करोड़ ठगे छत्तीसगढ़ में पिछले 3 सालों के दौरान डिजिटल अरेस्ट की आड़ में ऑनलाइन ठगी के 40 से ज्यादा गंभीर मामले उजागर हुए हैं, जिनमें लगभग 32 करोड़ रुपए की फर्जीवाड़े की पुष्टि हो चुकी है। इसके अलावा कुछ घटनाएं ऐसी भी सामने आई हैं, जिन पर औपचारिक अपराध दर्ज नहीं हुआ है। लेकिन शिकायतों के आधार पर जांच जारी है। रायपुर, बिलासपुर, भिलाई और राजनांदगांव जैसे बड़े शहरों में बड़ी तादाद में लोग साइबर ठगों का शिकार बने हैं। अब तक 35 से ज्यादा आरोपी पुलिस ने पकड़े डिजिटल अरेस्ट केस में साइबर सेल और पुलिस अधिकारियों की संयुक्त टीम ने अब तक 35 से अधिक ठगों को गिरफ्तार कर चुकी है। ये गिरोह खुद को केंद्रीय एजेंसियों या पुलिस अफसर बताकर लोगों को फर्जी केस में फंसाने की धमकी देते थे। इसके बाद ‘डिजिटल अरेस्ट’ का डर दिखाकर पीड़ितों से उनके बैंक खातों से भारी रकम ट्रांसफर करा लेते थे। साइबर सेल और स्थानीय पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में पकड़े गए ये आरोपी गुजरात, उत्तर प्रदेश, झारखंड, मध्यप्रदेश, दिल्ली और छत्तीसगढ़ के कई जिलों से गिरफ्तार किए गए हैं। डिजिटल अरेस्ट से बचाव के तरीके ठगी का शिकार होने पर कहां करें शिकायत .......................... इससे जुड़ी खबर भी पढ़ें... रिटायर्ड GM को डिजिटल-अरेस्ट कर ठगे करीब 3 करोड़: रायपुर में पति-पत्नी से भी वसूली, दिल्ली पुलिस-ED अफसर बनकर धमकाया, मैसेज कर कहा-फ्रॉड हो गया छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में ठगों ने 2 लोगों को डिजिटल अरेस्ट कर करीब 3 करोड़ की ठगी की है। रिटायर्ड महिला जनरल मैनेजर को डिजिटल अरेस्ट कर 2 करोड़ 83 लाख रुपए वसूल लिए। इसके बाद महिला को मैसेज कर कहा कि फ्रॉड हो गया। पढ़ें पूरी खबर...
खंडवा में ग्राम पंचायतों में हुए भ्रष्टाचार के मामले में 6 सरपंच और सचिवों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हुए हैं। यह आदेश न्यायालय जिला पंचायत सीईओ ने जारी किए है। सीईओ डॉ. नागार्जुन बी गौड़ा ने उन सरपंच और सचिवों के खिलाफ आदेश दिए है, जो कि भ्रष्टाचार मामले में दोषी साबित होने के बाद भी गबन का पैसा शासन को जमा नहीं कर रहे थे। इनके खिलाफ पूर्व में वसूली आदेश निकले हुए थे। जिन सरपंचों की गिरफ्तारी होना है, वह पूर्व सरपंच हो गए हैं। अब सिलसिलेवार जानिए, इनके खिलाफ जारी हुए वारंट 1. पंधाना जनपद की गोडवाड़ी ग्राम पंचायत जनपद पंचायत पंधाना के तहत ग्राम पंचायत गोडवाडी में साल 2021-2022 में स्वीकृत सीसी रोड निर्माण का मामला है। राधेलाल के घर से सुनिल पाचोली के घर तक और नाली निर्माण बिहारी के घर से राकेश घर तक कार्य नहीं कराया गया। मामले में ग्राम पंचायत गोडवाडी की तत्कालीन सरपंच संगीताबाई व सचिव कोमलराम सांगुले के विरूद्व मप्र पंचायतराज एवं ग्राम स्वराज अधिनियम के तहत आदेश पारित हुए। 13 फरवरी 2024 को 6 लाख 3 हजार रूपए राशि के वसूली आदेश पारित हुए थे। लेकिन सरपंच व सचिव द्वारा वसूली राशि जमा नही कराई गई हैं। दोनों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हुए हैं। 2. पंधाना जनपद की ग्राम पंचायत इस्लामपुर जनपद पंचायत पंधाना के तहत ग्राम पंचायत इस्लामपुर में मनरेगा योजनांतर्गत कार्यों में अनियमितता बरतने के कारण ग्राम पंचायत इस्लामपुर की तत्कालीन सरपंच रामईबाई, सचिव मधु साकले व रोजगार सहायक मुशर्रफ मिया के विरूद्ध आदेश पारित हुए थे। 28 मार्च 2024 को 2 लाख 2 हजार 458 रूपए राशि का वसूली आदेश पारित किया गया। लेकिन सरपंच, सचिव व ग्राम रोजगार सहायक ने वसूली राशि जमा नहीं कराई। 3. पंधाना जनपद की ग्राम पंचायत पाचम्बा जनपद पंचायत पंधाना अंतर्गत ग्राम पंचायत पाचम्बा में साल 2021-22 में 15 वां वित्त आयोग से स्वीकृत नाली निर्माण माताजी मंदिर से अनूपसिंह की चक्की तक और सीसी रोड निर्माण इंदिरा आवास से आगंनवाडी भवन की ओर कार्य नहीं कराया गया। ग्राम पंचायत पाचम्बा के तत्कालीन सरपंच अशोक चौहान व सचिव मधु साकले के विरूद्ध आदेश जारी हुए। 1 मार्च 2024 को 3 लाख 25 हजार रूपए राशि का वसूली आदेश पारित कर राशि जमा कराने के लिए आदेशित किया गया था, लेकिन सरपंच व सचिव द्वारा वसूली राशि जमा नहीं की गई। 4. जनपद पंचायत पंधाना की भिलाईखेड़ा ग्राम पंचायत जनपद पंचायत पंधाना के तहत ग्राम पंचायत भिलाईखेडा में पंच परमेश्वर योजनांतर्गत साल 2013-14 में स्वीकृत सीसी रोड छन्दुलाल पडल्या के घर से चंपालाल के घर तक कार्य पर राशि आहरित कर कार्य नहीं कराया गया। ग्राम पंचायत भिलाईखेडा की तत्कालीन सरपंच कमलाबाई के विरूद्व आदेश जारी हुए। 2 नवंबर 2023 को 40 हजार रूपए वसूली आदेश पारित हुए, लेकिन सरपंच ने राशि जमा नहीं कराई। 5. जनपद पंचायत पंधाना की ग्राम पंचायत चिचखेड़ा जनपद पंचायत पंधाना के तहत ग्राम पंचायत चिचखेडा में साल 2017-18 व 2018-19 में स्वीकृत सीसी रोड बैनीराम के घर से मेन रोड तक, पक्की नाली निर्माण सुखराम नत्थू के घर से रशीद के घर तक एवं पक्की नाली निर्माण दयाराम नत्थू के घर से फरीज काजू के घर तक कार्य नहीं कराया गया। मामले में 1 लाख 37 हजार 961 रूपए वसूली के लिए तत्कालीन सरपंच साबुद्दीन करीम खान के खिलाफ जारी हुए, उन्होंने राशि जमा नहीं कराई। 6. पुनासा जनपद की ग्राम पंचायत बड़नगर रैय्यत जनपद पंचायत पुनासा के तहत ग्राम पंचायत बडनगर रैयत में साल 2012-13 में स्वीकृत भवन निर्माण कार्य नहीं कराया गया। ग्राम पंचायत बडनगर रैयत के तत्कालीन सरपंच हरेराम पटेल के विरूद्ध आदेश जारी हुए। सरपंच के खिलाफ 27 मार्च.2024 को 1 लाख 83 हजार 561 रूपए राशि का वसूली आदेश पारित किया गया था, लेकिन वसूली राशि जमा नहीं कराई गई।
बस्तर के दुर्गम माड़ क्षेत्रों से नक्सलवाद छोड़कर मुख्यधारा में लौटे 30 युवाओं ने राजमिस्त्री का प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। जिला प्रशासन की सक्रिय पहल और पुनर्वास कार्यक्रमों के तहत आर-सेटी की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम से क्षेत्र में शांति और विकास को मजबूती मिलेगी। ये प्रशिक्षित युवा प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत चल रहे आवास निर्माण कार्यों में भी अहम योगदान देंगे। जिससे जिले में आवास निर्माण की गति और गुणवत्ता दोनों में सुधार आएगा। प्रशिक्षण में नींव से लेकर फिनिशिंग तक सभी आवश्यक तकनीकें सिखाई गईं। इसमें नींव और दीवार निर्माण, प्लास्टरिंग, माप-जोख, निर्माण संबंधी सुरक्षा मानक और आधुनिक तकनीकों का व्यावहारिक ज्ञान शामिल था। प्रशिक्षण पूर्ण करने पर सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र भी प्रदान किए जाएंगे, जिनसे वे भविष्य में सरकारी और निजी निर्माण कार्यों में रोजगार प्राप्त कर सकेंगे। आर-सेटी के प्रशिक्षकों ने युवाओं के उत्साह और लगन की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, “यह परिवर्तन प्रेरणादायक है। जिन युवकों ने कभी हिंसा का रास्ता चुना था, वे आज समाज के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।” बस्तर में यह पुनर्वास मॉडल न केवल युवाओं को सम्मानजनक आजीविका देता है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी एक मिसाल कायम करता है कि हथियार छोड़कर कौशल और शिक्षा से ही स्थायी विकास संभव है।
बैतूल में खनिज विभाग ने 5 वाहन जब्त किए:अवैध रेत, गिट्टी, मुरम परिवहन करते पकड़े गए
बैतूल जिले में अवैध खनन और खनिज परिवहन के खिलाफ गुरुवार को खनिज विभाग ने कार्रवाई की। डिप्टी डायरेक्टर मनीष पालेवार के निर्देश पर विभागीय टीम ने अलग-अलग क्षेत्रों में दबिश देकर रेत, गिट्टी और मुरम का अवैध परिवहन कर रहे कुल 5 वाहनों को जब्त किया। जानकारी के अनुसार, घोड़ाडोंगरी क्षेत्र में जांच के दौरान खनिज गिट्टी से भरे तीन डंपर और एक ट्रैक्टर पकड़े गए। इन वाहनों में MP48H1609, MP40GA0540, RJ19GGF9549 नंबर के डंपर और एक ट्रैक्टर शामिल है। इसी तरह, मैसदेही क्षेत्र के ग्राम रातामाटी में भी MP48AA4739 नंबर के एक ट्रैक्टर को रेत का अवैध परिवहन करते हुए पकड़ा गया। कार्रवाई के बाद सभी जब्त वाहनों को संबंधित पुलिस चौकियों की अभिरक्षा में रखा गया है। विभाग ने बताया कि वाहन चालकों और मालिकों के खिलाफ मध्यप्रदेश अवैध खनन, परिवहन तथा भंडारण नियम 2022 के तहत प्रकरण दर्ज किए गए हैं। खनिज विभाग ने स्पष्ट किया है कि जिले में अवैध खनिज परिवहन पर निगरानी और सख्त की जाएगी। आगामी दिनों में भी ऐसे अभियान लगातार जारी रहेंगे।
कटनी की 15 पंचायतों में 52 लाख की अनियमितता:सीईओ ने सुनवाई के बाद वसूली के निर्देश दिए
कटनी में जिला पंचायत सीईओ हरसिमरनप्रीत कौर ने गुरुवार को 15 ग्राम पंचायतों में वित्तीय अनियमितताओं से जुड़े मामलों की सुनवाई की। ये मामले मध्यप्रदेश पंचायतराज एवं ग्राम स्वराज अधिनियम 1993 की धारा 89 के तहत दर्ज किए गए थे। सीईओ ने सभी पक्षों को सुनने के बाद एक सप्ताह के भीतर संतोषजनक जवाब न मिलने पर सख्त कार्रवाई और शासकीय राशि की वसूली के निर्देश दिए हैं। सुनवाई के दौरान, भंडार क्रय नियमों का उल्लंघन कर सोलर लाइट खरीदने के कई प्रकरण सामने आए। इनमें किरहाई पिपरिया, गुदरी, मोहनिया नीम, सलैया फाटक, अमोच, पड़वार, धूरी, स्लीमनाबाद, अमगवां, खमतरा गौरहा, अमरगढ़, रामपाटन और तिहारी ग्राम पंचायतें शामिल हैं। इन पंचायतों पर कुल 43,71,500 रुपए की सोलर लाइट नियम विरुद्ध तरीके से खरीदने का आरोप है। संतोषजनक उत्तर न मिलने पर इन मामलों में भी धारा 92 के तहत वसूली की जाएगी। बहोरीबंद में मार्केट निर्माण की बकाया राशि के भुगतान से जुड़ा एक मामला भी सामने आया। जनसुनवाई में प्राप्त आवेदन के अनुसार, ग्राम पंचायत बहोरीबंद के तत्कालीन प्रधान सरपंच अनंत आनंद दुबे ने मार्केट निर्माण की 8,61,760 रुपए की बकाया राशि के भुगतान का अनुरोध किया था। इस मामले में जनपद पंचायत बहोरीबंद की सरपंच मधु बृजेश गुप्ता को अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया गया था, लेकिन वह सुनवाई के दौरान अनुपस्थित रहीं। कुल मिलाकर, 15 ग्राम पंचायतों में 52,33,260 रुपए से अधिक की वित्तीय अनियमितताओं के मामलों की सुनवाई की गई। सीईओ हरसिमरनप्रीत कौर ने रीडर शाखा के प्रभारी अधिकारी पंकज नामदेव को निर्देश दिए हैं कि यदि संबंधित पंचायतों से समाधानकारक उत्तर प्राप्त नहीं होते हैं, तो नियमानुसार शासकीय राशि की वसूली की कार्रवाई की जाए।
रतलाम के डॉ. लक्ष्मीनारायण पांडेय शासकीय मेडिकल कॉलेज में दो मेडिकल स्टूडेंट (छात्राओं) के साथ छेड़खानी का मामला सामने आया है। एक बाइक सवार कॉलेज कैंपस में आया। पैदल घूम रही अलग-अलग दो छात्राओं को धक्का दिया। हाथ टच कर भाग गया। घटना की विरोध में गुरुवार रात मेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट ने थाना औद्योगिक का घेराव कर दिया। 24 घंटे में आरोपी को अरेस्ट नहीं होने पर फिर से थाने पर आकर विरोध की चेतावनी दी। छात्रा को छुआ फिर धक्का दियाघटनाक्रम बुधवार रात 7.50 बजे का है। मेडिकल कॉलेज कैंपस में दो छात्राएं इवनिंग वॉक कर रही थी। तभी एक बाइक सवार मुहं पर कपड़ा बांध आया। एक छात्रा को पीछे से छुआ और फिर पीठ पर धक्का मारा। इसके बाद जाते समय कैंपस में अमुल पार्लर के पास भी एक छात्रा को पीछे से बाइक पर आया पीठ पर टच कर धक्का देकर मेन गेट से होते हुए बाहर निकल गया। रात में ही इस बात की जानकारी अन्य स्टूडेंट को लगी तो डीन डॉ. अनिता मूथा को जानकारी दी। रात में ही मेडिकल पुलिस चौकी को इस बारे में जानकारी दी। इस बात की जानकारी अन्य स्टूडेंट को लगी तो आक्रोश पनप गया। गुरुवार सुबह डीएन ने छात्राओं व अन्य स्टूडेंट से जानकारी ली। सिक्योरिटी को भी बढ़ा दिया किया। 24 घंटे बाद थाने पहुंचे स्टूडेंट घटना के 24 घंटे बित जाने के बाद गुरुवार शाम करीब 6.30 बजे बड़ी संख्या में मेडिकल स्टूडेंट थाना औद्योगिक क्षेत्र पहुंचे। थाने का घेराव किया। थाना प्रभारी सत्येंद्र घनघोरिया को शिकायत पत्र देकर 24 घंटे में आरोपी को पकड़ने की मांग की। साथ ही मेडिकल कॉलेज में सुरक्षा बढ़ाने को कहा। उक्त दो छात्राओं के साथ घटी घटना के बाद गुरुवार दोपहर भी एक अन्य छात्रा के साथ भी छेड़खानी की घटना हुई है। हालांकि अभी तक इस घटना के बारे में कोई कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं है। स्टूडेंट के साथ आए 2020 बैच के इंटर्न डॉ. प्रथम शर्मा ने बताया कि हमारी जूनियर बैच की छात्राओं के साथ छेड़छाड़ की घटना हुई है। हम जिस कैंपस में रहते है वह हमारा घर है। हमारे घर में ही हम सैफ नहीं है। हम दोपहर में डीन मैडम से भी मिले थे। वहीं आवेदन लेकर थाने पर आए है। 24 घंटे में आरोपी को पकड़ने की मांग की है। पुलिस चौकी में भी सुरक्षा बल बढ़ाने को कहा है। थाना प्रभारी के आश्वासन के बाद सभी स्टूडेंट रवाना हुए। बाहरी युवक था- डीन डीन डॉ. अनिता मूथा ने दैनिक भास्कर से चर्चा में बताया कि दो छात्राओं को धक्का देकर छेड़खानी की घटना हुई है। मेडिकल कॉलेज पुलिस चौकी को घटना से अवगत कराते हुए कार्रवाई के लिए पत्र दिया है। डीन के अनुसार युवक कॉलेज कैंपस में लगे सीसीटीवी में कैद हुआ है। बाइक पर सवार होकर वह आया था। काली जैकेट पहने व मुहं को कवर कर रखा था, जिससे उसका चेहरा सामने नहीं आ पाया है। संभवत: वह बाहरी युवक था। सिक्योरिटी बढ़ाई, आने-जाने वालों की होगी इंट्री डीन डॉ. अनिता मूथा ने बताया घटना के बाद सिक्युरिटी बढ़ा दी गई है। मेन गेट से आने वाले वाहनों चालकों की गाड़ी नंबर समेत पूरी जानकारी लेकर इंट्री कराई जाएगी। हालांकि डीन को कहना था कि यह व्यवस्था पहले से भी है। लेकिन इसे दुरस्त किया जाएगा। खासकर शाम 6 बजे के बाद आने वालों लोगों की जानकारी लेकर कैंपस में आने दिया जाएगा। थाना प्रभारी सत्येंद्र रघुवंशी ने बताया मेडिकल कॉलेज की डीन की तरफ से पुलिस चौकी पर शिकायत की गई थी। छात्राओं के महिला अधिकारी द्वारा बयान लिए जाएंगे। सीसीटीवी फुटेज भी चैक किए जा रहे है। स्टूडेंट ने आकर अपनी बात रखी है। कार्रवाई की जा रही है।
धार में रेड सैंड बोआ सांप तस्करों से छुड़ाया:एक गिरफ्तार, दूसरा आरोपी भीड़ का फायदा उठाकर भागा
धार जिले के सरदारपुर वन मंडल में वन विभाग ने गुरुवार को रेड सैंड बोआ सांप को तस्करों के कब्जे से छुड़ाया। इस दौरान एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया, जबकि दूसरा फरार होने में सफल रहा। वन मंडल अधिकारी विजय आनंदम टी.आर. के निर्देश पर, वन परिक्षेत्र सरदारपुर के स्टाफ ने मुखबिर की सूचना के आधार पर ग्राम राजोद में छापा मारा। मौके पर बाइक से दो संदिग्ध व्यक्ति एक बड़ी प्लास्टिक की थैली के साथ पहुंचे थे, जिसमें वन्यजीव तस्करी की आशंका जताई गई थी। वन स्टाफ ने दोनों को रोकने का प्रयास किया। इस दौरान भीड़ का फायदा उठाकर एक व्यक्ति फरार हो गया। वन स्टाफ ने प्रदीप पिता भगवान सिंह वड़ियावार को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में फरार व्यक्ति की पहचान श्याम पिता बाबुलाल के रूप में हुई। दोनों खेरवास के रहने वाले हैं और सांप को खेरवास से राजोद ला रहे थे। जब्त थैली खोलने पर उसमें लगभग 4 फीट लंबा, गहरे लाल और चॉकलेटी रंग का सांप मिला। वन्यजीव विशेषज्ञों ने इसकी पहचान रेड सैंड बोआ के रूप में की। यह सांप वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 के तहत अनुसूची-1 श्रेणी का संरक्षित वन्यजीव है। जब्त सांप को सुरक्षित स्नेक बॉक्स में रखकर पशु चिकित्सक दिलीप गामड़ द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। आरोपी प्रदीप के खिलाफ वन अपराध प्रकरण दर्ज कर उसे सरदारपुर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। न्यायालय के आदेशानुसार, रेड सैंड बोआ को सुरक्षित प्राकृतिक स्थल में छोड़ दिया गया। एसडीओ संतोष कुमार ने बताया कि अंधविश्वास और गलत मान्यताओं के कारण यह वन्यजीव तस्करों के लिए सबसे ज्यादा लक्षित बन गया है। रेंजर शैलेंद्र सोलंकी ने लोगों से अपील की कि वे ऐसे किसी भी कृत्य में शामिल न हों और किसी भी घटना की सूचना तत्काल वन विभाग को दें। कार्रवाई में विक्रमसिंह निनामा, जोगडसिंह जमरा, मनीषपाल राठौर, अनिल कटारे, मनीष पंवार और जुबेरखान ने सक्रिय भूमिका निभाई। देखिए तस्वीरें...
दुर्ग में फ्लाई एश से भरे ट्रक पर चढ़ते समय एक ड्राइवर हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गया। जिससे उसकी मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। घटना पुलगांव थाना क्षेत्र की है। मृतक की पहचान धमधा के रहने वाले सुरेश कुमार (31) के रूप में हुई है। जो कि पेशे से ड्राइवर था। गुरुवार को वह गायत्री पैलेस के सामने गोयल इंफ्रा कंपनी के गेट के पास खड़े फ्लाई एश से भरे ट्रक पर चढ़ते समय हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गया। करंट लगने से वह जमीन पर गिर पड़ा। मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। खबर मिलते ही जेवरा चौकी प्रभारी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। गंभीर रूप से घायल ड्राइवर को पास के एक निजी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन आईसीयू में बेड उपलब्ध न होने के कारण उसे शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। मॉर्चुरी में रखवा गया शव डॉक्टरों के काफी प्रयासों के बाद भी कुछ देर बाद ड्राइवर की मौत हो गई। बताया गया है कि ट्रक हाईटेंशन लाइन के ठीक नीचे खड़ा था। सुरेश किसी काम से उस पर चढ़ा ही था कि अचानक उसका हाथ तार से टच हो गया। दुर्ग सीएसपी हर्षित मेहर ने बताया कि यह ट्रक राजीव कुमार श्रीवास्तव की है। ड्राइवर के शव को मॉर्चुरी में रखवा दिया गया है। आगे की जांच जारी है।
सरगुजा में दूसरे की जमीन को दिखाकर युवक ने फर्जी एग्रीमेंट किया और SECL के रिटायर्ड अधिकारी से 79 लाख रुपये की ठगी कर ली। मामले में शिकायत पर पुलिस ने अपराध दर्ज किया था। पुलिस ने फरार आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। मामला गांधीनगर थाना क्षेत्र का है। जानकारी के अनुसार, रॉयल पार्क कॉलोनी में रहने वाली इंदु सिंह टाटा AIA में काम करती हैं। उनके पति अजीत कुमार सिंह साल 2020 में SECL भटगांव से रिटायर हुए हैं। इससे पहले इंदु सिंह और उनके पति अंबिकापुर के आसपास फार्म हाउस बनाने के लिए जमीन तलाश रहे थे। टाटा AIA में लीडर के तौर पर काम करने वाले गणेश सिन्हा ने इंदु सिंह को बताया कि उनके छोटे भाई का दोस्त निकुंज गुप्ता (दत्ता कॉलोनी निवासी) जमीन खरीदने और बेचने का काम करता है। इसके बाद गणेश सिन्हा ने इंदु सिंह की निकुंज गुप्ता से बात कराई। जमीन दिखा किश्तों में लिए रुपए निकुंज ने साल 2017 में इंदु सिंह और उनके पति अजीत कुमार सिंह को रॉयल पार्क कॉलोनी के पीछे ले जाकर लगभग पौने दस डिसमिल अपनी जमीन बताकर दिखाई। उसने बताया कि यह जमीन अनिल अग्रवाल के नाम पर दर्ज है। निकुंज ने यह भी कहा कि अनिल की बहन को कैंसर है और उसके इलाज के लिए जमीन बेचना है। उसने सौदा तय कराया और कहा कि जमीन का एग्रीमेंट उसके नाम से होगा। इसके बाद उसने एडवांस में रुपए मांगे। निकुंज ने कई किस्तों में पैसे लिए, और मार्च 2019 तक इंदु सिंह और उनके पति ने उसे कुल 17 लाख रुपये दे दिए। जब उन्होंने रजिस्ट्री के लिए कहा तो निकुंज ने जमीन मालिक के बहन की तबीयत ज्यादा खराब होने का बहाना बनाया। उसने बताया कि टाइम आउट सिनेमा के सामने करीब 2 एकड़ 37 डिसमिल जमीन को 2 राजवाड़े भाई बेच रहे हैं। उसने जमीन दिखाकर एडवांस में रुपए मांगे। फिर दूसरे की जमीन दिखाकर मांगा एडवांस इंदु सिंह को झांसे में लेकर निकुंज लगातार रुपए लेता रहा। अप्रैल 2022 में निकुंज ने कहा कि जमीन मालिक को एक करोड़ रुपए देना होगा, नहीं तो जमीन वाले जमीन बेच देंगे और आपका पैसा डूब जाएगा। पैसा डूबने के डर से इंदु सिंह ने अपने परिचितों से रुपये दिलवाए। इसके बाद से निकुंज ने फोन उठाना बंद कर दिया। इसके बाद इंदु सिंह ने निकुंज के खिलाफ थाने में शिकायत की। शिकायत में इंदु सिंह ने बताया कि निकुंज ने उससे कुल 78 लाख 97 हजार की ठगी की है। रिपोर्ट पर गांधीनगर पुलिस ने धारा 420, 467, 468, 471 IPC के तहत अपराध दर्ज किया था। घर लौटा तो पकड़ा गया आरोपीघटना के बाद से आरोपी लगातार फरार था। वह अपने घर लौटा तो पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर निकुंज गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है। गांधीनगर थाना प्रभारी प्रदीप जायसवाल ने बताया कि आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
मैहर देहात पुलिस ने एक नाबालिग से रेप के आरोपी धीरज कोल को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। यह कार्रवाई एसपी अवधेश प्रताप सिंह के निर्देशन में की गई। यह था पूरा मामला 5 दिसंबर को जिला अस्पताल सतना से पुलिस को सूचना मिली कि एक नाबालिग लड़की ने शिशु को जन्म दिया है। इस पर महिला थाना सतना ने रेप का मामला दर्ज किया। जांच में पता चला कि घटना मैहर जिले के देहात थाना क्षेत्र की है। पीड़िता इस वर्ष अपनी बहन के ससुराल गई थी, जहां उसकी मुलाकात आरोपी धीरज कोल से हुई। धीरज ने नाबालिग के साथ कई बार दुष्कर्म किया, जिससे वह गर्भवती हो गई। सात माह बाद उसने एक नवजात बालक को जन्म दिया। इसके बाद देहात थाना पुलिस ने गुरुवार को आरोपी धीरज पिता सताई लाल कोल (23) निवासी ग्राम दुबेही को गिरफ्तार किया। उसे कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया। इनका योगदान रहा सराहनीय इस कार्रवाई में थाना प्रभारी नादन रेनू मिश्रा, उपनिरीक्षक बंदना गर्ग, आरक्षक संजय यादव, आरक्षक प्रदीप मिश्रा, आरक्षक सौरभ लखेरा, महिला आरक्षक अंकिता द्विवेदी और आरक्षक मनोज शुक्ला की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
उमरिया के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में गुरुवार को वन विभाग ने मानपुर परिक्षेत्र के बीट कुचवाही स्थित कम्पार्टमेंट PF-339 में एक बड़ा अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया। फील्ड डायरेक्टर और डिप्टी डायरेक्टर के मार्गदर्शन में मानपुर वन टीम ने 09 स्थानों से लगभग 15 एकड़ शासकीय वनभूमि को अवैध कब्जे से मुक्त कराया। अभियान के दौरान, विभागीय दल ने पाया कि कुछ लोग वनभूमि की जुताई कर उसे खेती योग्य बनाने का प्रयास कर रहे थे। कई स्थानों पर बीज बोए गए थे, बाड़ लगाई गई थी, तार फेंसिंग की गई थी और झोपड़ियां बनाकर कब्जा किया जा रहा था। बोई हुई फसल उजाड़ी वन विभाग ने तत्काल कार्रवाई करते हुए फेंसिंग तार जब्त किए, बाड़ तोड़ी, झोपड़ियां हटाईं और बीज बोए गए क्षेत्रों में जेसीबी से ट्रेंच बनाकर मिट्टी पलटी। सिंचाई में उपयोग किए जा रहे पाइप भी जब्त किए गए। इस अभियान के दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने विवाद उत्पन्न करने का प्रयास किया। इस पर मानपुर रेंजर की ओर से ताला चौकी में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। वन विभाग ने स्पष्ट किया है कि टाइगर रिजर्व क्षेत्र में किसी भी प्रकार का अवैध अतिक्रमण, जुताई या खेती की गतिविधि प्रतिबंधित है। विभाग ने चेतावनी दी है कि भविष्य में भी ऐसी गतिविधियों पर कठोर कार्रवाई जारी रहेगी और क्षेत्र में लगातार निगरानी रखी जाएगी। मानपुर परिक्षेत्र अधिकारी मुकेश अहिरवार ने बताया कि टाइगर रिजर्व क्षेत्र में जंगल की लगातार निगरानी की जाती है। अतिक्रमण करने वालों पर कार्रवाई की गई है और अतिक्रमण हटाया गया है।
हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने चंबल फर्टिलाइजर एंड केमिकल लिमिटेड कंपनी के कीटनाशक की बिक्री पर पूरे प्रदेश में रोक लगा दी। इसके अतिरिक्त विभाग ने कंपनी के खाद के लाइसेंस में दर्ज खाद के 11 उत्पादों की परमिशन भी वापस ले ली। विभाग के उप कृषि निदेशक (DDA) कुरुक्षेत्र डॉ. कर्मचंद ने बताया कि यह कार्रवाई सब्सिडी वाले उर्वरकों के साथ जबरन अन्य उत्पाद बेचने, अनियमित बिक्री और बिना अनुमति राज्य से बाहर की कंपनियों के कीटनाशक की सप्लाई करने के आरोप में हुई। उत्पाद बंद करने आदेश DDA डॉ. कर्मचंद ने बताया विभाग ने कंपनी को कीटनाशकों और संबंधित उत्पादों की बिक्री तुरंत प्रभाव से बंद करने के आदेश दिए। साथ ही एक सप्ताह के अंदर प्रदेश के सभी बिक्री केंद्रों से अपना सामान वापस उठाने के आदेश दिए हैं। कार्रवाई के लिए टीम बनाई उन्होंने कहा कि केंद्रों पर कार्रवाई के लिए के लिए अलग-अलग टीमों का गठन किया गया है। इस कंपनी के खिलाफ मिली शिकायतों की जांच DDA अंबाला ने की। इसमें सामने आया कि कंपनी ने एक करोड रुपए के सब्सिडी वाले उर्वरकों के साथ करीब 44 लाख रुपए के कीटनाशकों व अन्य उत्पादों की जबरन बेचा था। अनिवार्य रूप से जोड़कर बेचे उत्पाद DDA डॉ. कर्मचंद ने बताया कि कंपनी पर सब्सिडी वाले उर्वरकों के साथ अन्य उत्पादों को अनिवार्य रूप से जोड़ कर बेचने का आरोप भी है। विभाग के बार-बार मांगे गए जिलावार व माहवार बिक्री विवरण पर भी कंपनी ने कोई जवाब नहीं दिया। तुरंत प्रभाव से कार्रवाई के आदेश इस पर कार्रवाई करते हुए विभाग के निदेशक राजनारायण कौशिक ने तुरंत प्रभाव से कंपनी के उत्पादों की बिक्री रोकने व स्टॉक हटाने के ऑर्डर दिए। खाद विक्रेताओं को किसानों को बेचे जाने वाले सब्सिडी वाले उर्वरकों के साथ जबरन अन्य उत्पाद ना बेचने की चेतावनी गई। अगर किसान से किसी दुकानदार के खिलाफ शिकायत की तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
गुरुग्राम की कोर्ट ने दो अलग-अलग महत्वपूर्ण फैसले सुनाए हैं। गुरुग्राम के बंटी हसीजा हत्याकांड में कोर्ट ने दोषी लवन बत्रा को उम्रकैद की सजा सुनाई है। एडिशनल सेशन जज सुनील चौहान की अदालत ने 11 दिसंबर को यह फैसला सुनाया। आरोपी पर ₹25 हजार का जुर्माना भी लगाया गया है। इसके अलावा छह साल की बच्ची से रेप के प्रयास के मामले में आरोपी को दोषी ठहराते हुए पांच साल के कठोर कारावास और 15 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई है। पहली घटना घटना वर्ष 2020 में थाना सेक्टर-14 क्षेत्र में हुई थी। पुलिस चौकी बस स्टैंड, सेक्टर-14 की टीम को सूचना मिली थी कि सेक्टर-12 में एक व्यक्ति मृत अवस्था में पड़ा है। मृतक की पहचान बंटी हसीजा, निवासी मदनपुरी, गुरुग्राम के रूप में हुई। काम पर गया था युवक, वापस नहीं लौटा उनके पिता ने बयान दर्ज कराया कि बंटी 7 फरवरी 2020 को काम पर गया था लेकिन वापस नहीं लौटा। अगले दिन परिजनों ने मोर्चरी में बंटी के सिर और शरीर पर गंभीर चोटों के निशान देखे। शव को आग से जलाने की भी कोशिश की गई थी। परिजनों की शिकायत पर थाना सेक्टर-14 में हत्या का मामला दर्ज किया गया। अपराध शाखा सेक्टर-40 ने मामले की जांच करते हुए आरोपी लवन बत्रा, निवासी मदनपुरी गुरुग्राम की पहचान की। उसे 9 फरवरी को सेक्टर-31 से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपी लवन बत्रा ने कबूल किया कि मृतक बंटी हसीजा और वह एक-दूसरे को जानते थे और उनके बीच पैसों का लेनदेन था। बंटी द्वारा उधार लौटाने से इनकार करने पर आरोपी ने उसकी हत्या की योजना बनाई। आरोपी ने बंटी को अपनी कार में बैठाकर शराब पिलाई। नशे की हालत में हुई थी बहस नशे की हालत में बहस के बाद उसने बंटी को कार से उतार दिया। जब बंटी पेशाब कर रहा था, तब आरोपी ने उसे कार से टक्कर मार दी और कई बार कार चढ़ाकर उसकी हत्या कर दी। सबूत मिटाने के लिए उसने शव पर पेट्रोल डालकर जलाने की कोशिश भी की। गुरुग्राम पुलिस ने मामले की गहन जांच की और सभी आवश्यक साक्ष्य व गवाह एकत्रित कर कोर्ट में प्रस्तुत किए। पुलिस की चार्जशीट और साक्ष्यों के आधार पर एडिशनल सेशन जज सुनील चौहान की अदालत ने दोषी लवन बत्रा को दोषी करार दिया। उसे धारा 302 के तहत उम्रकैद और 25 हजार रुपए जुर्माना तथा धारा 201 के तहत 3 वर्ष की कैद और 5 हजार रुपए का जुर्माना लगाया। 6 साल की बच्ची से रेप की कोशिश इसके अलावा कोर्ट ने छह साल की बच्ची से रेप के प्रयास के मामले में एक आरोपी को दोषी ठहराया है। कोर्ट ने उसे पांच साल के कठोर कारावास और 15 हजार जुर्माने की सजा सुनाई। घटना 6 जून 2022 को हुई थी। जब पीड़िता की मां काम पर गई थीं, तब पड़ोस में रहने वाले बुधन उर्फ बुधनराम ने बच्ची के साथ रेप का प्रयास किया। आरोपी बिहार के शिवहर जिले के माहुरिया गांव का निवासी है। बच्ची के चिल्लाने पर पड़ोसी मौके पर पहुंचे और आरोपी को पकड़ लिया। पीड़िता की मां की शिकायत पर गुरुग्राम के थाना सेक्टर-65 में पॉक्सो एक्ट की धारा-10 के तहत मामला दर्ज किया गया था। जुर्माना ना देने पर भुगतनी होगी अतिरिक्त सजा गुरुग्राम पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी बुधनराम को गिरफ्तार किया। जांच के दौरान, पुलिस ने मेडिकल रिपोर्ट, बच्ची के बयान और गवाहों के बयानों सहित सभी आवश्यक साक्ष्य एकत्र किए। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश श्रीमती जैस्मीन शर्मा की कोर्ट ने मजबूत सबूतों के आधार पर यह फैसला सुनाया। अदालत ने बुधन उर्फ बुधनराम को पॉक्सो एक्ट की धारा-10 के तहत दोषी करार देते हुए पांच साल के कठोर कारावास और 15,000 रुपए जुर्माने की सजा सुनाई। जुर्माना अदा न करने पर अतिरिक्त सजा का भी प्रावधान है।
सिंहस्थ-2028 को लेकर उज्जैन में गुरुवार को आयोजित बैठक में मेला अधिकारी और उज्जैन कलेक्टर ने टेलीकॉम कंपनी और रेलवे के अधिकारियों के साथ चर्चा की। बैठक में सिंहस्थ के दौरान नेटवर्क प्लान में टावर साइट अपग्रेड और नए टावर लगाए जाने पर बात हुई। टेलीकॉम कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि उनकी कार्ययोजना के अंतर्गत सिंहस्थ के दौरान मेला क्षेत्र में 300 किमी क्षेत्र में फाइबर डाला जाएगा। पहले से मौजूद इन्फ्रास्ट्रक्चर को भी अपग्रेड करना होगा। जहां अधिक लोगों की आवाजाही रहेगी, वहां कवरेज के लिए लगभग 100 पोल साइट लगाए जाएंगे। मेला क्षेत्र, श्री महाकालेश्वर मंदिर, अन्य प्रमुख मंदिरों और उज्जैन आने वाले मुख्य मार्गों पर विशेष फोकस किया जाएगा। इसके लिए हार्ड पाइप डाले जाने पर भी चर्चा हुई। मेला अधिकारी आशीष सिंह और कलेक्टर रौशन कुमार सिंह ने प्रशासनिक संकुल भवन के सभाकक्ष में रेलवे अधिकारियों के साथ सिंहस्थ की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की। बैठक में सिंहस्थ को ध्यान में रखते हुए बनाए जा रहे रेलवे ओवरब्रिज की प्रगति की समीक्षा की गई और केबल शिफ्टिंग और पाइपलाइन शिफ्टिंग का कार्य तेज गति से पूरा करने के निर्देश दिए गए। जानकारी दी गई कि स्वीकृत 13 रेलवे ब्रिज में से 7 पर काम शुरू हो चुका है। कमेड ब्रिज, कर्कराज पार्किंग से भूखी माता, तपोभूमि से हामूखेड़ी मार्ग और नर्सिंग घाट पर ब्रिज का काम जारी है। सभी कार्य शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए गए।
अवैध मादक पदार्थ डोडाचूरा की तस्करी के मामले में एनडीपीएस कोर्ट नीमच ने राजस्थान के बायतु निवासी रमेश जाट को 10 वर्ष के सश्रम कारावास और एक लाख रुपए के अर्थदंड की सजा गुरुवार को सुनाई है। जिला लोक अभियोजक कार्यालय के मीडिया प्रभारी एडवोकेट अली असगर ने बताया कि यह मामला 21 अगस्त 2019 का है। उस दिन थाना नीमच सिटी के उप निरीक्षक आजाद मोहम्मद खान को मुखबिर से सूचना मिली थी कि रमेश जाट और उसका साथी रघु एक ईको कार में डोडाचूरा भरकर नयागांव हाईवे के रास्ते राजस्थान की ओर किसी तस्कर को सप्लाई करने वाले हैं। सूचना की पुष्टि के बाद पुलिस टीम जैतपुरा फंटा स्थित बालाजी मंदिर के सामने नाकाबंदी के लिए पहुंची। कुछ देर बाद एक संदिग्ध कार को पुलिस ने रोकने की कोशिश की। इस दौरान चालक सीट के पास बैठा रघु अंधेरे का फायदा उठाकर झाड़ियों के रास्ते खेतों में भाग निकला, जबकि कार चालक रमेश जाट को पुलिस ने मौके पर ही पकड़ लिया। वाहन की तलाशी लेने पर सीटों की जगह रखे सात काले कट्टों में भारी मात्रा में डोडाचूरा भरा हुआ मिला। मौके पर गिरफ्तारी और आवश्यक कार्यवाही के बाद मामला नारकोटिक्स सेल इंदौर में दर्ज किया गया और 8/15 एनडीपीएस एक्ट के तहत प्रकरण न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। अभियोजन पक्ष द्वारा मजबूत साक्ष्य और तर्क प्रस्तुत किए जाने के बाद विशेष न्यायाधीश जितेंद्र कुमार बाजोलिया ने आरोपी रमेश जाट को 10 साल की कठोर सजा और एक लाख रुपए के जुर्माने से दंडित किया।
सागर के कैंट थाना क्षेत्र में गुरुवार को सदर बाजार रोड पर तेज रफ्तार कार ने बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर में बाइक सवार आर्मीमैन गंभीर घायल हुए। घटना देख आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। घायलों को संभाला। पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। महार रेजिमेंट में पदस्थ हैं दोनों आर्मीमैन जानकारी के अनुसार, महार रेजिमेंट में पदस्थ नायब सूबेदार अम्मीलाल और नायक मंतोष कुमार गुरुवार को किसी काम से बाइक से जा रहे थे।तभी सदर बाजार रोड पर स्थित संकट मोचन मंदिर के पास काले कलर की स्कॉर्पियो ने उन्हें टक्कर मार दी। घटना में दोनों आर्मी मैन गंभीर घायल हुए। घटना के बाद मौके पर राहगीरों की भीड़ जमा हो गई। भीड़ देख चालक मौके से कार लेकर फरार हो गया। मामले में कैट थाना पुलिस कार की तलाश कर रही है।
दिल्ली में 14 दिसंबर को आयोजित कांग्रेस की “वोट चोर- गद्दी छोड़” रैली को लेकर गोहाना में बरोदा विधायक के इंदुराज भालू ने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। इस दौरान विधायक भालू ने बीजेपी को चोर की संज्ञा देते कहा कि चोर जूते लगने के बाद चोरी ही कर हां करता है। भालू ने कहा जिलेभर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं में रैली को लेकर भारी उत्साह देखा जा रहा है। विधायक इंदुराज नरवाल उर्फ भालू ने गोहाना स्थित अपने कार्यालय में कार्यकर्ताओं की अहम बैठक बुलाई। बैठक में जिला अध्यक्ष सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। रैली के प्रबंधन, कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियों और वाहन व्यवस्था पर विस्तार से चर्चा की गई। मीडिया से बातचीत में विधायक इंदुराज नरवाल ने बड़ा दावा किया कि बरोदा हलके से करीब तीन हजार कार्यकर्ता दिल्ली होने वाली कांग्रेस रैली में शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि जिले के अलग-अलग क्षेत्रों से भी हजारों की संख्या में कार्यकर्ता रैली के लिए प्रस्थान करेंगे। राहुल गांधी की मुहिम को बताया देश बचाने की लड़ाई विधायक नरवाल ने कहा कि राहुल गांधी द्वारा शुरू की गई “वोट चोरी गद्दी छोड़” मुहिम देश और संविधान को बचाने की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि 14 तारीख को होने वाली रैली को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जबरदस्त जोश है और लोग स्वेच्छा से इसमें शामिल होना चाहते हैं। बृजेंद्र सिंह की सद्भावना यात्रा पर दिया बयान गोहाना में चल रही कांग्रेस नेता बृजेंद्र सिंह की सद्भावना यात्रा को लेकर पूछे गए सवाल पर विधायक नरवाल ने स्पष्ट किया कि यह कांग्रेस पार्टी की आधिकारिक यात्रा नहीं है। उन्होंने कहा कि शीर्ष नेतृत्व ने भी साफ कर दिया है कि यह उनकी व्यक्तिगत यात्रा है। कोई वहां पर जाना चाहता है या नहीं जाना चाहता यह सब की अपनी इच्छा है। बीजेपी को कहा चोर वोट चोरी न होने की सत्ता पक्ष द्वारा नकारने की बात पर कांग्रेस विधायक इंदुराज भालू ने कहा चोर कभी चोरी करके हां नहीं भरता है और चोरी करने के बाद कभी स्वीकार नहीं करता। चोर हां जब भरता है, जब पब्लिक को फंस जाता है और पब्लिक उसे जूते मरती है। पहले ऐसे ही होता था कि चोर को चौपाल या खंभे से बांधकर पीटा जाता था और जूते लगने के बाद ही वह स्वीकार करता है। वहीं उन्होंने कहा कि हरियाणा और देश के लोग इस बार बीजेपी से वोट चोरी की हां भरवा कर मानेंगे और आने वाले समय में देश के संविधान को बचाने का काम करेंगे। कार्यकर्ताओं को सौंपी गई जिम्मेदारियां, वाहन व्यवस्था तय बैठक के दौरान रैली में जाने वाले कार्यकर्ताओं की ड्यूटी तय की गई। किस गांव से कितनी गाड़ियां जाएंगी और किसे क्या जिम्मेदारी निभानी है। इसकी सूची भी तैयार की गई। विधायक ने कहा कि अनुशासन और शक्ति प्रदर्शन-दोनों के साथ रैली में पहुंचना कांग्रेस कार्यकर्ताओं का लक्ष्य है।
कांग्रेस नेता प्रह्लाद गुंजल ने गृह मंत्री अमित शाह के लोकसभा में दिए गए बयान पर पलटवार किया है। गुंजल ने वीडियो बयान जारी कर कहा कि गृह मंत्री द्वारा संसद में दिया गया बयान अव्यवहारिक और गैर जिम्मेदाराना है। प्रधानमंत्री-मुख्यमंत्री घुसपैठ के बारे में तय करेंगे तो लोकतंत्र कैसे बचेगा ? गृह मंत्री को देश के सामने स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। गुंजल ने कहा कि कौन घुसपैठिया है और कौन नहीं, यह तय करने का सर्वोच्च अधिकार केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय के पास है। आप अपनी जिम्मेदारी से बचकर चुनाव आयोग के माथे यह काम थोपकर अपने राजनीतिक एजेंडा को पूरा करने की चेष्टा रखते हैं। क्या कहना चाहते हैं आप ? अपने अव्यवहारिक और कानूनी ज्ञान को पूरा करिए- गुंजल उन्होंने कहा कि घुसपैठ के बारे में तय करना सरकार के गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी नहीं है ? तो क्या ये चुनाव आयोग तय करेगा ? अपने अव्यवहारिक और कानूनी ज्ञान को जरा पूरा करिए। आपमें हिम्मत और दुस्साहस है तो गृह मंत्रालय से अभियान चलाइए- गुंजल प्रह्लाद गुंजल ने कहा कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम कानून की एक धारा में एक जगह कहीं अगर ये लिखा हो कि घुसपैठ और नागरिकता के बारे में इलेक्शन कमिशन को निर्णय करना है, आप देश को भ्रम में मत डालिए। आपमें हिम्मत और दुस्साहस है तो गृह मंत्रालय से अभियान चलाइए। एसआईआर के तहत बिहार में 65 लाख नाम काट दिए- गुंजल गुंजल ने कहा कि आपने एसआईआर के तहत बिहार में 65 लाख नाम काट दिए। अगर आपकी सरकार के पास हिम्मत है तो कहिए। हम तमाम उन लोगों को जिनके मतदाता सूची में से नाम काट दिए गए, उनका डिपोर्ट करेंगे। उन 65 लाख लोगों को देश निकाला देंगे। हिंदुस्तान के अन्य राज्यों में जो नाम कटने वाले हैं उन सब को देश निकाला देंगे। गरीबों की चिंता रोजी-रोटी है वोट नहीं- गुंजल उन्होंने कहा कि आप गरीबों के नाम काट रहे हो। आप मुल्क के रहवासी आपका अता ना पता देश के मालिक बने बैठे हो। दलित, मजदूर न जाने कितने उन लोगों से वेरिफिकेशन के लिए डाक्यूमेंट्स मांग रहे हो, जिनकी चिंता रोजी-रोटी है। वोट जिनकी चिंता नहीं है। देश की लोकतांत्रिक परंपराओं का सत्यानाश मत करिए- गुंजल मतदाता सूची में नाम होना ना होना चिंता नहीं है, उन्हें केवल रोजी-रोटी की चिंता है। उनसे आप डाक्यूमेंट्स मांग रहे हैं। आखिर करना क्या चाहते हो ? आप बहुमत का इस्तेमाल मत करिए। देश की लोकतांत्रिक परंपराओं का सत्यानाश मत करिए। दरअसल, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को लोकसभा में चुनाव सुधारों पर चर्चा करते हुए कहा था कि देश में एक भी घुसपैठिए को नहीं रहने दिया जाएगा। एक-एक घुसपैठिये को चुन-चुनकर बाहर निकालेंगे। उन्होंने विपक्ष पर अवैध घुसपैठियों को वोटर लिस्ट में रखने का आरोप लगाया, जिसके बाद विपक्ष ने वॉकआउट किया था। ----------------------- संबंधित ये खबर भी पढ़िए... शाह ने लोकसभा में आपत्तिजनक शब्द बोला:रिजिजू बोले- गलती से निकल गया; गृहमंत्री बोले- चुनाव जीतने पर विपक्ष 'कौ-कौ' करता है...VIDEO मोमेंट्स लोकसभा में बुधवार को गृह मंत्री अमित शाह ने चुनाव सुधार और SIR पर संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने विपक्ष को जमकर फटकार लगाई। भाषण के बीच बोलने वाले विपक्षी सांसद को नसीहत दी।संबोधन के दौरान शाह के मुंह से गुस्से में आपत्तिजनक शब्द भी निकला। उन्होंने ये भी कहा कि 2014 के बाद से भाजपा की जीत पर विपक्ष कौ-कौ-कौ करता है।(पूरी खबर पढ़ें)

