कोडरमा थाना क्षेत्र के सलैया गांव में बुधवार रात एक बच्चा विस्फोटक की चपेट में आने से गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल बच्चे की पहचान 14 वर्षीय त्रिलोकी उर्फ लव कुश दास, पिता बिरजू दास के रूप में हुई है। बच्चे के पिता बिरजू दास ने बताया कि त्रिलोकी बुधवार को परिवार के साथ जानवर चराने गांव से सटे खेतों की ओर गया था। जानवर चराने के बाद जब वह घर लौट रहा था, तभी खेतों में रखे एक विस्फोटक पर उसका पैर पड़ गया। पैर पड़ते ही विस्फोटक फट गया, जिससे बच्चा दूर जा गिरा और उसके पैर गंभीर रूप से जख्मी हो गए। धमाके की आवाज सुनकर परिजन घटनास्थल पर पहुंचे और बच्चे को तुरंत स्वास्थ्य उपचार केंद्र ले गए। कुछ लोग मिट्टी खोदकर जमीन के नीचे कपड़े में बांधकर विस्फोटक रखते हैं प्राथमिक उपचार के बाद बच्चे की गंभीर हालत को देखते हुए उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। बिरजू दास के अनुसार, सलैया गांव से सटे जंगल में घूमने वाले जानवरों को मारने के लिए कुछ लोग मिट्टी खोदकर जमीन के नीचे कपड़े में बांधकर विस्फोटक रखते हैं। उनका बच्चा इसी की चपेट में आ गया। यह पहली घटना नहीं है। कुछ महीने पहले भी ऐसी ही एक घटना हुई थी, जब एक गाय ने मिट्टी में छिपे विस्फोटक को मुंह में ले लिया था। वह विस्फोटक गाय के मुंह में ही फट गया था, जिससे गाय बुरी तरह घायल हो गई थी। पीड़ित परिवार ने प्रशासन से इस पूरे मामले पर कार्रवाई की मांग की है। कोडरमा थाना प्रभारी विकास पासवान घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की छानबीन में जुट गए हैं और यह पता लगा रहे हैं कि उक्त स्थल पर किसके द्वारा विस्फोटक रखा जा रहा था।
मिर्जापुर। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) प्रशासन ने राजीव गांधी दक्षिणी परिसर (RGSC) में एक छात्र की मृत्यु की जांच के लिए सात सदस्यीय समिति का गठन किया है। बी.एससी. कृषि तृतीय वर्ष के छात्र की मृत्यु 2 दिसंबर, 2025 को हुई थी। इस संबंध में कुलसचिव कार्यालय के सामान्य प्रशासन ने 3 दिसंबर को अधिसूचना जारी की। नवगठित समिति की अध्यक्षता लाल बहादुर शास्त्री संयुक्त चिकित्सालय, रामनगर, वाराणसी के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक करेंगे। समिति के सदस्यों में कार्डियोलॉजी विभाग, आईएमएस के प्रमुख डॉ. विकास अग्रवाल, लाल बहादुर शास्त्री संयुक्त चिकित्सालय के वरिष्ठ परामर्शदाता डॉ. पी.आर. मिश्रा, छात्र सलाहकार आरजीएससी डॉ. राजीव कुमार, बी.एससी. कृषि चतुर्थ वर्ष के छात्र राजकुमार मीणा और बी.एससी. कृषि तृतीय वर्ष के छात्र सौरभ कुमार सिंह शामिल हैं। सहायक कुलसचिव प्रशासन/शिक्षण विकास कुमार को समिति का सदस्य सचिव नामित किया गया है। अधिसूचना के अनुसार, समिति को अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट चार कार्य दिवसों के भीतर प्रस्तुत करनी होगी, जबकि अंतिम रिपोर्ट 30 दिनों के भीतर सौंपी जाएगी। आवश्यकता पड़ने पर समिति अतिरिक्त सदस्यों को भी शामिल कर सकती है। आरजीएससी में छात्र की आकस्मिक मृत्यु के बाद, विश्वविद्यालय प्रशासन का यह कदम मामले की पारदर्शी और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया है। छात्र की मौत से आक्रोशित विद्यार्थियों ने परिसर में बेहतर चिकित्सा सुविधाओं की मांग को लेकर दो दिनों तक प्रदर्शन किया। बुधवार शाम को जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार और एसपी सोमेन बर्मा ने छात्रों से बातचीत कर व्यवस्था में सुधार का आश्वासन दिया। इससे पहले मंगलवार को एडीएम अजय सिंह और एसपी सिटी नितेश सिंह ने भी छात्रों से वार्ता की थी। पोस्टमार्टम के बाद छात्र अनिल मीणा का शव परिजनों को सौंप दिया गया, जिसके बाद परिजन राजस्थान के कोटा के लिए रवाना हो गए। इसके बावजूद छात्रों का प्रदर्शन जारी रहा।
औरैया में गुरुवार तड़के NIA की टीम पहुंची। पेट्रोल पंप संचालक और नैना इलेक्ट्रॉनिक्स के मालिक कमल वर्मा के घर, पंप और सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर एक साथ छापेमारी की। करीब 15 से अधिक टीमें अलग–अलग स्थानों पर घेराबंदी कर दस्तावेजों, डिजिटल रिकॉर्ड्स और पैसों के लेन–देन से जुड़े कागजात खंगाल रही है। कार्रवाई में NIA के साथ बम स्क्वायड और औरैया पुलिस भी मौके पर मौजूद रही। सभी स्थानों पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। छापेमारी संवेदनशील इनपुट पर आधारित है, जिसे दिल्ली ब्लास्ट मामले की जांच से जुड़ा माना जा रहा है। हालांकि आधिकारिक तौर पर किसी भी केस का खुलासा नहीं किया गया है। कई ठिकानों पर एक साथ छापेमारी NIA की टीमें कमल वर्मा के आवास, पेट्रोल पंप, नैना इलेक्ट्रॉनिक्स शोरूम, भाईयों के आवास और अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर एक साथ दबिश दी। सभी जगहों पर कर्मचारियों और संबंधित लोगों से कड़ाई से पूछताछ भी की गई। अवैध कारतूस बरामदगी से जुड़े तार सूत्रों के मुताबिक, कमल वर्मा के एक कर्मचारी को बीते दिन हजारों अवैध कारतूस के साथ गिरफ्तार किया गया था। इस गिरफ्तारी के बाद ही वर्मा परिवार के ठिकानों पर NIA की कार्रवाई और तेज हुई। यह भी सामने आ रहा है कि वर्मा परिवार का नाम पहले भी अवैध असलहा रखने के मामलों में चर्चाओं में रह चुका है। सुबह होते ही शहर में चर्चाओं का बाजार गर्म सुबह 7 बजे जैसे ही बड़ी कार्रवाई की खबर फैली, पूरे शहर में अफवाहों और चर्चाओं का दौर शुरू हो गया। फिलहाल NIA टीमें सभी स्थानों पर जांच जारी रखे हुए हैं और किसी अधिकारी ने कार्रवाई से जुड़े सवालों पर कोई टिप्पणी करने से इनकार किया है। आधिकारिक बयान का इंतजार चूंकि मामला बेहद संवेदनशील बताया जा रहा है, इसलिए प्रशासनिक और NIA अधिकारी अभी चुप्पी साधे हुए हैं।जांच पूरी होने के बाद एजेंसी द्वारा आधिकारिक बयान जारी किया जा सकता है।तब तक औरैया में यह छापेमारी लोगों की चर्चाओं का मुख्य केंद्र बनी हुई है।
संसद का शीतकालीन सत्र, आज चौथा दिन:लोकसभा से सेंट्रल एक्साइज बिल 2025 पास
संसद के शीतकालीन सत्र का गुरुवार को चौथा दिन है। आज कर सुधार, एक्साइज संशोधन, परमाणु ऊर्जा, आर्थिक सुधार जैसे मुद्दों पर चर्चा हो सकती है। बुधवार को तीसरे दिन संसद के दोनों सदन बिना हंगामे के चले। लोकसभा ने तंबाकू प्रोडक्ट और उनकी मैन्युफैक्चरिंग पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाने से जुड़े सेंट्रल एक्साइज (अमेंडमेंट) बिल 2025 को चर्चा के बाद पारित किया। हालांकि सदन के शुरू होने के पहले कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सहित अन्य विपक्षी सांसदों ने संसद के बाहर मकर द्वार के सामने नए लेबर लॉ के खिलाफ प्रदर्शन किया। कुछ विपक्षी सांसद दिल्ली में वायु प्रदूषण के खिलाफ विरोध जताने के लिए गैस मास्क पहनकर भी पहुंचे थे। वहीं पीएम मोदी ने सुबह 11 बजे दोनों सदनों की कार्यवाही से पहले संसद परिसर में पश्चिम बंगाल के भाजपा सांसदों से मुलाकात की थी। वैष्णव बोले- फेक न्यूज और AI डीपफेक लोकतंत्र के लिए गंभीर खतरा केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा- लोकसभा में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि फेक न्यूज और एआई डीपफेक लोकतंत्र के लिए गंभीर खतरा है। सरकार फर्जी सूचना पर कार्रवाई के लिए नए कड़े नियम बना रही है। 36 घंटे में कंटेंट ‘टेकडाउन’ का नया नियम भी लागू किया गया है। संसदीय समिति की सिफारिशों के आधार पर नियमों को और मजबूत किया जाएगा। फ्रीडम ऑफ स्पीच और लोकतंत्र की सुरक्षा के बीच संतुलन रखते हुए कार्रवाई जारी रहेगी। शीतकालीन सत्र में 10 नए बिल पेश होंगे संसद के शीतकालीन सत्र में 10 नए बिल पेश होंगे। लोकसभा बुलेटिन में शनिवार (22 नवंबर) को इसकी जानकारी दी गई थी। इनमें सबसे अहम एटॉमिक एनर्जी बिल है, जिसके तहत पहली बार निजी कंपनियों (भारतीय और विदेशी) को न्यूक्लियर पावर प्लांट लगाने की अनुमति देने का प्रस्ताव है। फिलहाल देश में सभी परमाणु संयंत्र सरकार के नियंत्रण वाली कंपनियां जैसे NPCIL ही बनाती और चलाती हैं। बिल पास होने पर निजी क्षेत्र को भी न्यूक्लियर पावर प्रोडक्शन में प्रवेश मिलेगा। सत्र में आने वाला दूसरा बड़ा बिल ‘हायर एजुकेशन कमीशन ऑफ इंडिया’ बिल होगा। इसमें UGC, AICTE और NCTE जैसे अलग-अलग रेगुलेटरी संस्थानों को खत्म करके एक ही राष्ट्रीय कमीशन बनाने की योजना है। सरकार का कहना है कि इससे उच्च शिक्षा व्यवस्था अधिक सुगम और प्रभावी होगी। अहम बिल जो पेश होंगे, उनसे क्या बदलाव मुख्य चुनाव आयुक्त के खिलाफ महाभियोग ला सकता है विपक्ष संसद के शीतकालीन सत्र में I.N.D.I.A. ब्लॉक मुख्य निर्वाचन आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार के खिलाफ महाभियोग ला सकता है। मानसून सत्र के दौरान 18 अगस्त को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर I.N.D.I.A. ब्लॉक की बैठक हुई थी। बैठक के बाद कांग्रेस, TMC, सपा, DMK, राजद समेत 8 विपक्षी दलों ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें TMC महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा था- संसद के मौजूदा सत्र (मानसून सत्र) में 3 दिन बाकी हैं। महाभियोग लाने के लिए 14 दिन पहले नोटिस देना जरूरी है। CEC के रवैये को देखते हुए हम अगले सत्र (शीतकालीन सत्र) में नोटिस देंगे। दरअसल राहुल गांधी चुनाव आयोग पर वोट चोरी के आरोप में अब तक तीन प्रेस कॉन्फ्रेंस (4 नवंबर, 18 सितंबर, 7 अगस्त) कर चुके हैं। उन्होंने आयोग को मोदी सरकार की “B टीम” भी कहा था। भाजपा के साथ वोट चोरी करने का आरोप लगाया था। जस्टिस वर्मा महाभियोग के तहत हटाए जा सकते हैं कैश कांड मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ संसद के इस सत्र में महाभियोग की प्रक्रिया पूरी हो सकती है। मानसून सत्र में उनके खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पेश हुआ था, फिर सत्र के दौरान ही 12 अगस्त को लोकसभा में स्पीकर ओम बिरला ने महाभियोग प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। स्पीकर ने जांच के लिए 3 सदस्यीय कमेटी का ऐलान किया था। इसमें सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट के 1-1 जज और 1 कानूनविद शामिल हैं। शीतकालीन सत्र में जांच समिति की अपनी रिपोर्ट रखेगी। अगर जस्टिस वर्मा पर आरोप साबित होते हैं तो संसद में वोटिंग के लिए महाभियोग प्रस्ताव पेश होगा। प्रस्ताव के समर्थन में अगर दो तिहाई वोट पड़ेंगे तो प्रस्ताव पास हो जाएगा और राष्ट्रपति की मंजूरी के लिए जाएगा। हालांकि, आशंका जताई जा रही है कि जांच समिति की रिपोर्ट में आरोप तय हुए तो जस्टिस वर्मा खुद इस्तीफा दे सकते हैं। संसद के पहले दिन सरकार ने ये जानकारियां दी केंद्र बोला- ईडी ने 12 साल में 6,312 केस दर्ज किए; लेकिन सजा 120 केस में हुई सरकार ने लोकसभा को बताया है कि 5 साल में 2,04,268 प्राइवेट कंपनियां बंद हो गई हैं। कॉर्पोरेट मामलों के राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा द्वारा पेश किए गए आंकड़ों के मुताबिक सबसे अधिक कंपनियां 2022-23 में (83,452) बंद हुईं, इसके बाद 2021-22 में 64,054 और 2023-24 में 21,181 कंपनियां बंद हुईं। पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने लोकसभा को बताया कि पंजाब और हरियाणा में 2025 के धान कटाई के मौसम के दौरान पराली जलाने की घटनाओं में 2022 की तुलना में लगभग 90 प्रतिशत की कमी आई है। संसद के दूसरे दिन संचार साथी एप पर विपक्षी सांसद का स्थगन प्रस्ताव कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी ने संचार साथी एप को लेकर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया। उन्होंने कहा कि गोपनीयता का अधिकार, संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत जीवन और व्यक्तिगत स्वतंत्रता का मूल अधिकार है। दूरसंचार विभाग का यह आदेश कि मोबाइल कंपनियां और आयातक ‘संचार साथी’ एप को फोन में पहले से इंस्टॉल करें और उसे हटाया भी न जा सके। यह लोगों की गोपनीयता पर सीधा हमला है। रेणुका चौधरी ने आरोप लगाया कि ऐसा कदम निगरानी बढ़ाने का रास्ता खोलता है और इससे लोगों की हर गतिविधि, बातचीत और फैसले लगातार निगरानी में रहने का खतरा पैदा हो जाता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए न पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम हैं और न ही कोई संसदीय निगरानी।
झांसी में दरोगा और 2 सिपाहियों ने रेप के आरोपी को पुलिस कस्टडी में लेकर निर्मम पिटाई कर दी। उसके शरीर पर 23 चोट आई। दरोगा में पुलिस कस्टडी में एक्सीडेंट होने से चोट आने का हवाला देते हुए आरोपी को जेल पहुंचा दिया। इसके खिलाफ आरोपी ने अपने वकील के माध्यम से कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया। कोर्ट के आदेश पर मेडिकल जांच हुई। इसके बाद कोर्ट ने FIR दर्ज करने के आदेश दिए। नवाबाद थाना पुलिस ने ककरबई थाने के दरोगा अशोक कुमार, सिपाही आकाश सिंह, महिला सिपाही प्रीति विश्वकर्मा समेत पीड़िता के अज्ञात परिजनों के खिलाफ बीएनएस की गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है। 16 सितंबर को दिल्ली में पकड़ा था विशेष न्यायाधीश पॉक्सो कोर्ट के पेशकार की ओर से दी गई तहरीर में बताया गया कि आरोपी पन्ना निवासी लोकपाल सिंह पुत्र गोपाल सिंह के खिलाफ ककरबई थाने में युवती को अगवा कर रेप करने के आरोप में रिपोर्ट दर्ज हुई थी। विवेचक दरोगा अशोक सिंह ने दो सिपाहियों के साथ दिल्ली के आजाद नगर चौराहा से 16 सितंबर रात 10:30 बजे आरोपी की गिरफ्तारी दिखाई, लेकिन जब लोकपाल को लाया गया। तब वह बुरी तरह घायल था। बुरी तरह से मारपीट होने से वह चल भी नहीं पा रहा था। उसके आगे के दो दांत टूटे थे। जगह-जगह उसके शरीर में जले के निशान थे। मेडिकल परीक्षण कराने पर शरीर में 23 चोट मिली। सभी पक्षों को सुनने के बाद कोर्ट ने इसे बेहद गंभीरता से लेते हुए 15 नवंबर को विवेचक दरोगा समेत दोनों सिपाही एवं पीड़िता के अज्ञात परिजनों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दिए थे। पुलिस ने चोटों की ये कहानी बनाई इस पूरे मामले में पुलिस अपनी गढ़ी हुई कहानी में ही उलझ गई। कोर्ट के सामने विवेचक अशोक कुमार ने बताया कि आरोपी को बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के रास्ते लाया जा रहा था। लघुशंका आने पर लोकपाल को सुरक्षा के साथ वाहन से नीचे उतारा गया। उसी दौरान अचानक दो ट्रक आ गए। इस वजह से सभी पुलिसकर्मी समेत लोकपाल सड़क पर गिर गए। इससे लोकपाल को चोट आ गई। घायल लोकपाल को उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज लेकर आए। इसके बाद उसे जेल में दाखिल कर दिया लेकिन कोर्ट में जिहर के दौरान पुलिस की यह कहानी टिक नहीं सकी। कोर्ट ने विवेचक से पूछा कि आखिर किस तरह हादसा हुआ कि एक आदमी को शरीर में 23 गंभीर चोट आई जबकि साथ में मौजूद किसी पुलिसकर्मी को खरोंच तक नहीं आई। पुलिस कर्मी अस्पताल में उपचार कराने संबंधी कागज भी नहीं दिखा सके। कोर्ट ने पूछा कि जिसके शरीर में गंभीर 23 चोट थी उसे अस्पताल में भर्ती क्यूं नहीं कराया। इसका भी जवाब विवेचक समेत पुलिसकर्मी नहीं दे सके। छानबीन में यह तथ्य प्रकाश में आया कि लोकपाल की गिरफ्तारी के समय पीड़िता के परिजन प्राइवेट कार से दिल्ली में मौजूद थे। रास्ते में पीड़िता के परिजनों ने पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर बुरी तरह पीटा। अंगुलियों के बीच रॉड गर्म करके जलाया गया। कोर्ट ने पुलिस अभिरक्षा में निर्मम पिटाई को अत्यंत गंभीर माना।
उज्जैन की इंदौर रोड स्थित अमरनाथ एवेन्यू कॉलोनी में बीते दो दिनों से सियार का झुंड देखा जा रहा है। रात के समय घरों के बाहर खेलते और भागते हुए सियार दिखने से कॉलोनी के लोग दहशत में हैं। कई परिवारों ने अपने बच्चों को अकेले घर से बाहर निकलने से रोक दिया है। कॉलोनी के अध्यक्ष एसएस सोलंकी ने बताया कि रात और दिन में सियार कॉलोनी में दिखाई दे रहे हैं। बच्चों को विशेष रूप से रात में बाहर जाने से रोका गया है। संभवतः कॉलोनी में खाली पड़े एक बड़े प्लाट में सियारों ने अपना आशियाना बना लिया है। वन विभाग के रेंजर मदन सिंह मोहरे ने कहा कि सियार आमतौर पर इंसानों पर हमला नहीं करते। उज्जैन शहर में हाल ही में सियार कई जगह देखे गए हैं, जैसे महानंदा नगर और कोठी पैलेस क्षेत्र। हालांकि, अमरनाथ एवेन्यू कॉलोनी से अभी तक किसी ने आधिकारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई है।
रामानुजगंज-वाड्रफनगर मेन रोड पर एक पुलिया के पास सड़क का एक बड़ा हिस्सा धंस गया है। जिससे गहरा गड्ढा बन गया है। इससे कभी भी बड़ी दुर्घटना होने की आशंका बनी हुई है। यह स्थान जनपद कार्यालय से मात्र 200 मीटर दूर एक तीखे मोड़ के पास है। जानकारी के मुताबिक, विभागीय कार्यालय से दो किलोमीटर से भी कम दूरी पर स्थित इस पुलिया की प्रोटेक्शन वॉल टूट गई है। जिसके बाद डामरीकृत सड़क का एक बड़ा हिस्सा नीचे धंस गया। यह गड्ढा अब डामरीकृत सड़क तक फैल गया है। इसकी गहराई लगातार बढ़ रही है। जो राहगीरों के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रहा है। इस मामले में एसडीओ लोक निर्माण विभाग अजय कुर्रे ने कहा कि जानकारी में है। टेंडर लगा है उसे जल्द ठीक करा दिया जाएगा। सड़क से रोज गुजरते सैकड़ों वाहन स्थानीय लोगों के अनुसार, इस रोड से हर सैकड़ों की संख्या में दोपहिया और चारपहिया वाहन गुजरते हैं। जनपद कार्यालय आने-जाने वाले लोगों का भी यहां भारी आवाजाही रहता है। तीखा मोड़ होने के कारण वाहनों की गति नियंत्रित न होने पर यह गड्ढा सीधे दुर्घटना का कारण बन सकता है। कनकपुर-महावीरगंज रोड पर भी गड्ढे उनका कहना है कि पुलिया के कमजोर होने और सुरक्षा दीवार टूटने की सूचना कई बार अधिकारियों को दी गई है। इसके अलावा इस रोड पर कनकपुर-महावीरगंज के पास भी सड़क किनारे बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं। समय पर कार्रवाई न होने पर आंदोलन की चेतावनी स्थानीय लोगों ने लोक निर्माण विभाग से तुरंत इन खतरनाक स्थानों की मरम्मत कराने, प्रोटेक्शन वॉल का पुनर्निर्माण करने और सड़क को सुरक्षित बनाने की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि विभाग ने शीघ्र कार्रवाई नहीं की, तो वे जन आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।
रोहतक जिले के गांव हमायुंपुर निवासी बॉडी बिल्डर रोहित धनखड़ की मां सरोज ने रोते हुए कहा कि मेरा इकलौता सहारा था रोहित। मुझे मेरे बेटे का बदला चाहिए। जैसे हत्यारोपियों ने रोहित को मारा है, वैसे ही आरोपियों को भी पुलिस द्वारा मारा जाना चाहिए। मुझे बेटे की मौत का बदला चाहिए। रोहित धनखड़ अपने दोस्त गांव बौंदकला निवासी जतिन के साथ 28 नवंबर को उसकी बहन की ननद की शादी में शगुन डालने भिवानी गया था। शादी समारोह के दौरान तिगड़ाना से बारात आई, जिसमें कुछ युवकों के साथ कहासुनी और बाद में उन्हीं युवकों ने रास्ता रोककर रोहित के साथ मारपीट करते हुए अधमरा कर दिया। रोहित ने इलाज के दौरान पीजीआई में दम तोड़ दिया। 28 नवंबर की रात 9 बजे किया था फोनसरोज ने बताया कि 18 नवंबर की रात 9 बजे रोहित को फोन किया था कि बेटा किस समय आएगा। रोहित ने कहा कि मां खाना मत बनाना, मैं जतिन के साथ कन्यादान डालने जाऊंगा, जतिन लेकर जा रहा है। रात को 10:50 बजे दोबारा फोन किया तो रोहित ने कहा कि मैं खाना खाकर आउंगा। बहन ने सुबह दी रोहित के घायल होने की सूचना सरोज ने बताया कि रोहित के साथ मारपीट और घायल होने की जानकारी सुबह बहन ने फोन पर दी। उससे पहले रोहित के बारे में सूचना दामाद के पास पहुंच गई, जो रात को 3 बजे ही भिवानी पहुंच गया। वहां से रोहित को लेकर वह रोहतक के कायनोस अस्पताल लेकर गए और 12 बजे से पहले ही पीजीआई के ट्रॉमा सेंटर पहुंच गए थे। बेटे को मारने वाले हत्यारों को भी वैसे ही मारे पुलिस सरोज ने बताया कि पुलिस की तरफ से अभी तक कोई आश्वासन नहीं मिला है और न ही कार्रवाई के बारे में कुछ बताया। मुझे मेरे बेटे का बदला चाहिए। जैसे मेरे बेटे को मारा गया है, वैसे ही उनको मारा जाना चाहिए। मैं सिर्फ बदला चाहती हूं। मेरी पुलिस से कोई बात नहीं हुई है। पुलिस ने आरोपियों को नहीं पकड़ा सरोज ने बताया कि धनखड़ खाप ने आश्वासन दिया कि बदला लिया जाएगा। रोहित को मारने वाले 20 से 22 लोग थे, लेकिन अभी तक किसी के पकड़ने की जानकारी नहीं मिली है। सरोज ने जनता से भी इंसाफ की मांग की है, ताकि रोहित जैसे अन्य कोई व्यक्ति इस प्रकार की घटना का शिकार न हो। मेरे बुढ़ापे का इकलौता सहारा था रोहितसरोज ने रोते हुए कहा कि मुझे बदला चाहिए, रोहित मेरे बुढ़ापे का इकलौता सहारा था। मैने बहुत मुश्किल से सिलाई करके बेटे को कामयाब किया था। मेरी बेटी का भाई नहीं रहा, मेरा बेटा नहीं रहा, मेरा आदमी भी नहीं है, रोहित ही मेरा एक सहारा था, जो अब इस दुनिया में नहीं है। मुझे न्याय चाहिए। जतिन को देखने के चक्कर में मुड़ा था रोहितरोहित के चाचा कप्तान धनखड़ ने बताया कि फाटक के पास रोहतक और जतिन उतरकर भाग निकले थे, लेकिन रोहित को लगा कि जतिन पकड़ में आ गया है। उसे देखने के लिए रोहित जब वापस मुड़ा तो आरोपियों ने उसे घेरकर पकड़ लिया और मारपीट की। अगर रोहित मुड़ता नहीं तो वह भी खेतों की तरफ भागकर अपनी जान बचा सकता था। लेकिन होनी को कुछ ओर ही मंजूर था।
झारखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुक्रवार से शुरू होगा। स्पीकर रबींद्रनाथ महतो ने गुरुवार को सभी दलों के विधायक दल के नेताओं और प्रतिनिधियों की बैठक बुलाई है। यह बैठक दोपहर एक बजे से स्पीकर के कार्यालय कक्ष में होगी। इसमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, संसदीय कार्य मंत्री राधाकृष्ण किशोर, नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी समेत सभी दलों के विधायक दल के नेता एवं प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया है। स्पीकर के साथ विधायक दलों के नेताओं की बैठक के बाद दोपहर ढाई बजे से झारखंड विधानसभा के पत्रकार दीर्घा समिति की बैठक आयोजित की गई है। कल हुई थी विभागीय पदाधिकारियों के साथ बैठक इससे पूर्व बुधवार को स्पीकर रबींद्रनाथ महतो ने अपने कार्यालय कक्ष में 5 दिसंबर से शुरू होने जा रहे विधानसभा के शीतकालीन सत्र के सुचारु संचालन को लेकर विभागीय पदाधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि विधानसभा के सदस्यों द्वारा दी गई शून्यकाल की सूचना पर लंबित शून्यकाल का उत्तर उपलब्ध कराया जाए। साथ ही स्वीकृत ध्यानाकर्षण सूचनाओं के उत्तर भी ससमय उपलब्ध कराए जाएं। बैठक में संसदीय कार्यमंत्री राधाकृष्ण किशोर के अलावा मुख्य सचिव, संबंधित विभागों के वरीयपदाधिकारी तथा रांची जिलाप्रशासन के अधिकारी शामिल हुए। 750 मीटर के दायरे में निषेधाज्ञा लागू इधर, सत्र के मद्देनजर विधानसभा भवन के 750 मीटर के दायरे में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। किसी भी तरह के जुलूस, रैली, धरना और प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। निषेधाज्ञा उपायुक्त व अपर जिला दंडाधिकारी (विधि-व्यवस्था) के संयुक्तादेश के आधार पर सदर अनुमंडलाधिकारी ने जारी किया है। निषेधाज्ञा विधानसभा परिसर के 750 मीटर के दायरे में पांच दिसंबर की सुबह आठ से 11 दिसंबर की रात बजे हाईकोर्ट को छोड़ प्रभावी होगा। आदेश के तहत पांच या पांच से अधिक व्यक्तियों का एक स्थान पर जुटने, किसी प्रकार का अस्त्र-शस्त्र या हरवे-हथियार लेकर चलने, ध्वनि विस्तारक यंत्र के प्रयोग तथा किसी भी धरना-प्रदर्शन, घेराव, जुलूस या आमसभा का आयोजन पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा।
वृंदावन के फेमस कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय 5 दिसंबर को जयपुर में विवाह बंधन में बंधने जा रहे हैं। वे दिल्ली रोड स्थित होटल ताज आमेर में देशभर से आए साधु-संतों और विशिष्ट अतिथियों की मौजूदगी में हरियाणा की शिप्रा के साथ वैदिक रीति-रिवाज से सात फेरे लेंगे। आज हल्दी और मेहंदी के फंक्शन होंगे, जिसमें बॉलीवुड एक्टर संजय दत्त और सिंगर बी-प्राक भी हिस्सा लेंगे। बी-प्राक जयपुर पहुंच चुके है। कल विवाह समारोह सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक होगा। इंद्रेश उपाध्याय सोशल मीडिया पर अत्यंत लोकप्रिय हैं और उनके प्रवचन देश-विदेश में सुने जाते हैं। शादी से पहले के प्री फंक्शन शुरू हो चुके हैं। बुधवार को मायरा भात का कार्यक्रम हुआ। जिसमें दोनों परिवार के सदस्यों ने हिस्सा लिया। इसमें मान्या अरोड़ा ने भक्ति और लोक गीतों के जरिए मायरा भात को खास बनाया। शादी में होंगे कई बड़े मेहमान शादी में देश-विदेश से प्रमुख अतिथियों के पहुंचने की संभावना है। विशेष अतिथियों में उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, बागेश्वर धाम के पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री, मूलक पीठाधीश्वर राजेंद्र दास महाराज, कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर, पुंडरीक गोस्वामी, बॉलीवुड सिंगर बी-प्राक समेत लगभग 50 वीआईपी मेहमान शामिल हैं। विवाह में जयपुर के प्रमुख संत-महंत भी मौजूद रहेंगे।, जिनमें गोविंददेवजी मंदिर के महंत अंजन गोस्वामी, श्री सरस निकुंज परिवार के बड़े भैयाजी सहित कई धार्मिक हस्तियां शामिल होंगी। वृंदावन में निकली निकासी इससे पहले वृंदावन के रमणरेती स्थित निवास पर हल्दी, संगीत और विवाह की पारंपरिक रस्में पूरी हुई। बुधवार को इंद्रेश उपाध्याय की निकासी निकाली गई, जिसके बाद बारात जयपुर के लिए रवाना हुई थी। दूल्हा बने इंद्रेश ऑफ-व्हाइट शेरवानी, सिर पर पगड़ी और हाथों में चांदी की छड़ी के साथ घोड़ी पर सवार नजर आए। उनके साथ घोड़ी पर उनकी भतीजी भी बैठी थी। बारात में हाथी-घोड़े भी शामिल रहे।
भरतपुर की संभागीय आयुक्त नलिनी कठोतिया ने बुधवार को अपने डीग दौरे के दौरान कुम्हेर में 'श्री अन्नपूर्णा रसोई' का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने रसोई की व्यवस्थाओं, भोजन की गुणवत्ता और स्वच्छता मानकों का बारीकी से अवलोकन किया। संभागीय आयुक्त ने रसोई में तैयार किए गए भोजन की गुणवत्ता की जांच की। उन्होंने संचालकों से मीनू और उसकी पौष्टिकता के स्तर के बारे में जानकारी ली। साथ ही, उन्होंने मौके पर रखे रिकॉर्ड रजिस्टर की जांच कर प्रतिदिन भोजन ग्रहण करने वाले लाभार्थियों की औसत संख्या का सत्यापन किया। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि प्रत्येक व्यक्ति को सम्मानपूर्वक और भरपेट भोजन उपलब्ध कराया जाए। साफ-सफाई पर दिया विशेष जोरसंभागीय आयुक्त ने रसोई के संचालन की समय-सारणी के बारे में पूछताछ की और निर्धारित समय पर भोजन वितरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। रसोई परिसर का जायजा लेते हुए उन्होंने साफ-सफाई पर विशेष जोर दिया। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि भोजन पकाने और परोसने वाले स्थान पर उच्च स्वच्छता मानकों का पालन किया जाए, ताकि लाभार्थियों के स्वास्थ्य से कोई समझौता न हो। वित्तीय पहलुओं पर भी दिया ध्यानरसोई के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए संभागीय आयुक्त ने वित्तीय पहलुओं पर भी ध्यान दिया। उन्होंने मौके पर उपस्थित अधिशाषी अधिकारी, नगर पालिका कुम्हेर को निर्देश दिए कि रसोई संचालकों का बजट और देय अनुदान राशि का भुगतान समयबद्ध तरीके से किया जाए। उन्होंने कहा कि समय पर भुगतान से भोजन व्यवस्था में किसी भी प्रकार का व्यवधान उत्पन्न नहीं होगा।
गाजियाबाद में सर्राफा व्यापारी की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई। दुकान खोलते समय आरोपी ने व्यापारी पर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर दिए। हमलावर ने तमंचे से फायरिंग भी की, लेकिन स्थानीय लोगों ने उसे मौके पर ही दबोच लिया। गोविंदपुरी कॉलोनी के रहने वाले गिरधारी लाल की मेन मार्केट में 'गिरधारी लाल एंड सन ज्वेलर्स' के नाम से दुकान है। गुरुवार सुबह करीब सवा नौ बजे वह अपनी दुकान का शटर उठा रहे थे। इसी दौरान पैदल आए एक युवक ने उन पर अचानक चाकू से ताबड़तोड़ वार कर दिए। आरोपी ने तमंचे से फायरिंग भी की। वह दूसरी गोली चलाने वाला था, तभी आसपास मौजूद लोगों ने उसे दबोच लिया। व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद कर प्रदर्शन शुरू किया लोगों ने आरोपी की जमकर पिटाई की और उसे पुलिस को सौंप दिया। परिजनों ने घायल व्यापारी को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। स घटना के विरोध में स्थानीय व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद कर प्रदर्शन किया। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी और एसीपी मोदीनगर अमित सक्सेना मौके पर पहुंचे। पुलिस हत्या के कारणों और आरोपी के बारे में विस्तृत जांच कर रही है। खबर लगातार अपडेट की जा रही है......
जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट की बनाड़ थाना पुलिस ने अवैध मादक पदार्थ तस्करी को लेकर चलाए जा रहे अभियान के तहत कार्रवाई करते हुए मां और बेटे को अवैध डोडा पोस्त के साथ गिरफ्तार किया है। दोनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में मामला दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू की है। फिलहाल दोनों से मादक पदार्थ तस्करी नेटवर्क को लेकर पूछताछ की जा रही है। बनाड़ थाना पुलिस ने यह पूरी कार्रवाई खोखरिया के पास झोपड़ी रोड में की। यहां मां और बेटे को गिरफ्तार कर 62 किलो 780 ग्राम अवैध डोडा पोस्त बरामद किया गया। पुलिस ने इस मामले में सुमन पत्नी दिनेश बिश्नोई उम्र 42 साल व रोहित पुत्र दिनेश बिश्नोई उम्र 21 साल निवासी सुरपुरा पुलिस थाना मंडोर हाल झोपड़ी रोड खोखरिया को गिरफ्तार किया। दोनों कहां से मादक पदार्थ खरीदकर लाए थे और किस जगह सप्लाई करने वाले थे। इसको लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है।
महिला का अवैध शराब बेचते वीडियो आया सामने:जनपद सदस्य ने पुलिस से की लिखित शिकायत, कार्रवाई की मांग
सतना जिले के सिंहपुर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत मझियारी अंतर्गत चकरगोहान गांव में अवैध शराब बिक्री का मामला सुर्खियों में है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में एक महिला को कथित रूप से शराब बेचते हुए देखा जा रहा है। वीडियो सामने आने के बाद ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ गया है। स्थानीय जनपद सदस्य भावना सिंह और पंचायत पदाधिकारियों ने गांव के निवासी रामप्रदीप शुक्ला पर अवैध शराब बिक्री का आरोप लगाते हुए सिंहपुर थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में उल्लेख है कि रामप्रदीप लंबे समय से गांव के मुख्य चौराहे सहित मुख्य मार्ग किनारे अवैध शराब बेच रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि कई बार समझाने और सरपंच द्वारा भी शिकायत भेजे जाने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। बच्चों को शराब पीने के लिए उकसाया जा रहा शिकायत के अनुसार शराब की बिक्री से गांव के युवा और नाबालिग बच्चे प्रभावित हो रहे हैं। आरोप है कि उन्हें शराब सेवन की ओर उकसाया जा रहा है, जिससे सामाजिक माहौल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। जनपद सदस्य भावना सिंह ने चेतावनी दी है कि यदि 7 दिनों में उचित कार्रवाई नहीं की गई तो वे सरपंच, उपसरपंच और ग्रामीणों के साथ थाने का घेराव कर धरना-प्रदर्शन करेंगी। पुलिस बोली- वीडियो की जांच के बाद कार्रवाई होगी सिंहपुर टीआई अजय कुमार ने बताया कि वायरल वीडियो संज्ञान में लिया गया है। शिकायत प्राप्त हुई है, जिसकी तस्दीक कराई जा रही है। जांच के बाद दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के चारामा विकासखंड के ग्राम जैसाकर्रा में वन मंत्री केदार कश्यप ने इंदरू केंवट नेचर पार्क का लोकार्पण किया गया। लगभग 50 लाख रुपए की लागत से तैयार यह पार्क बस्तर अंचल में पर्यावरण संरक्षण और प्रकृति पर्यटन का नया केंद्र बनेगा। यह लगभग दो हेक्टेयर वन भूमि में फैला हुआ है। वन मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि यह नेचर पार्क बहुत अच्छा बना है और भविष्य में इसका और विकास किया जाएगा। उन्होंने जोर दिया कि इसके विकास में प्रकृति का ध्यान रखा जाए और कंक्रीट का अधिक उपयोग न हो। मंत्री ने बस्तर के वनों से आच्छादित होने को सौभाग्य बताते हुए इसके महत्व को समझने और संरक्षण करने की बात कही। विधायक सावित्री मण्डावी ने कहा कि इंदरू केंवट नेचर पार्क के लोकार्पण से आम लोगों को फायदा मिलेगा और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने वन और वन्य प्राणियों की सुरक्षा को हम सभी का दायित्व बताया। दो हेक्टेयर में विकसित हरित आकर्षण बता दें कि चारामा परिक्षेत्र के सिरसिदा बीट के कक्ष क्रमांक 1474 में वित्तीय वर्ष 2024-25 में पर्यावरण वानिकी मद से 49 लाख 85 हजार रुपए की लागत से इंदरू केंवट नेचर पार्क जैसाकर्रा का निर्माण किया गया है। यह पार्क करीब दो हेक्टेयर वन भूमि में फैला है। पर्यावरणीय शिक्षा, वन्यजीवों के प्रति संवेदनशीलता और प्रकृति संरक्षण की भावना को जन-जन तक पहुंचाना इसका मुख्य उद्देश्य है। साथ ही स्थानीय नागरिकों, विद्यार्थियों, पर्यटकों और शोधार्थियों को प्रकृति के करीब लाकर वन, वनस्पति, जीव-जंतु और पारिस्थितिकी के महत्व से अवगत कराना भी इसका प्रमुख लक्ष्य है। पार्क का संचालन वन प्रबंधन समिति करेगी नेचर पार्क में प्रवेश द्वार, टिकट काउंटर, नेचर ट्रेल्स, लॉन एरिया, गार्डन, ओपन जिम, बच्चों के लिए प्ले एरिया, बैठने के लिए पैगोडा, फव्वारा, शौचालय, पौधों की सिंचाई के लिए ओवरहेड टैंक और बंबू सैटम जैसी संरचनाएं निर्मित की गई हैं। यहां 40 प्रकार के फूलदार पौधे, 50 वृक्ष प्रजातियों के पौधे, 20 औषधीय प्रजातियां और 17 प्रकार के बांस के पौधे रोपे गए हैं। इंदरू केंवट नेचर पार्क का संचालन वन प्रबंधन समिति जैसाकर्रा करेगी।
अयोध्या के पूर्व माध्यमिक विद्यालय मक्खापुर, पूरा में विद्युत विभाग ने 30 नवंबर को स्कूल परिसर के भीतर दो नए बिजली के खंभे लगाए हैं। इन खंभों पर तार जोड़ने का काम भी जारी है। यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई है जब विद्यालय के ऊपर से पहले से ही 11000 वोल्ट की हाई टेंशन लाइन गुजर रही है, जिसे हटाने के निर्देश दिए गए थे। विद्यालय परिसर के ऊपर से गुजर रही इस 11000 वोल्ट की हाई टेंशन लाइन को हटाने के लिए शासन और अयोध्या के जिलाधिकारी द्वारा विद्युत विभाग को कई बार निर्देश दिए जा चुके हैं। इन निर्देशों की अनदेखी करते हुए, विभाग ने नियमों और सुरक्षा मानकों को दरकिनार कर स्कूल की बाउंड्री के अंदर नए खंभे स्थापित किए हैं। इस कार्य के कारण विद्यालय की सामान्य गतिविधियां प्रभावित हो रही हैं। लगभग 150 छात्र-छात्राओं को बिजली के झटके और जानमाल के नुकसान का डर सता रहा है। पूर्व माध्यमिक विद्यालय मक्खापुर, पूरा की प्रधानाध्यापक पूनम मिश्रा ने इस संबंध में अधिशासी अभियंता, विद्युत वितरण खंड-प्रथम, अयोध्या को लिखित शिकायत पत्र दिया है। प्रधानाध्यापिका ने अपने पत्र में तत्काल प्रभाव से विद्यालय परिसर में चल रहे कार्य को रोकने और शासन के निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि निर्देशों का पालन नहीं किया गया और छात्रों के साथ कोई अप्रिय घटना या जनहानि होती है, तो इसकी पूरी जिम्मेदारी विद्युत विभाग की होगी। इस संबंध में अधिशासी अभियंता, विद्युत वितरण खंड-प्रथम, मनीष चौबे ने बताया कि यह लाइन पुरानी है। इसे हटाने के लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) को आज एस्टीमेट भेजा जाएगा। उनके विभाग से धनराशि मिलने के बाद वहां अंडरग्राउंड विद्युत वायर डलवा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कुछ भी होना संभव नहीं है।
जयपुर में लगातार हो रहे सड़क हादसों के बाद ट्रैफिक पुलिस एक्शन मोड में दिखाई दे रही है। टू-व्हीलर व फॉर व्हीलर के साथ अब बसों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है। बसों में लगे तेज आवाज के प्रेशर हॉर्न हटाने के साथ ही चालान काटे जा रहे है। जयपुर के संसार चंद्र रोड इलाके में ट्रैफिक इंचार्ज हरिओम के नेतृत्व में यह पूरी कार्रवाई की जा रही है। ट्रैफिक इंचार्ज हरिओम ने बताया- बसों में लगे तेज आवाज के प्रेशर हॉर्न लगाने वालों पर सख्ती की जा रही है। जयपुर पुलिस के उच्च अधिकारियों के निर्देश पर या अभियान चलाया गया है। लगातार कार्रवाई की जा रही है। लोगों से समझाइश की जा रही है कि आप कानून की पालना करते हुए गाड़ी चलाएं। वहीं, उन्होंने कहा कि हम बस चालकों से अपील करेंगे के वह बड़े-बड़े हॉर्न अपनी गाड़ियों में नहीं लगाए। पिछले 2 दिनों में 300 से ज्यादा बसों की जांच की गई। बसों में प्रेशर हॉर्न लगे मिलने पर खुलवाए गए। बसों में प्रेशर हॉर्न लगे मिलने पर खुलवाकर हटवाया जा रहा है। इसके साथ ही चालान की कार्रवाई भी की जा रही है।
अयोध्या जिले के खण्डासा थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां सड़क दुर्घटना में घायल लोगों की मदद कर रहे एक युवक की भीड़ ने ही बेरहमी से पिटाई कर दी। इस मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। पुलिस ने मामले में चार आरोपियों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। घटना खण्डासा थाना क्षेत्र के कलुआमऊ बाजार के पास की बताई जा रही है। सरौली पूरे भवानी सेवक गांव निवासी पीड़ित अमित कुमार तिवारी ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि वह कलुआमऊ के पास एक दुकान पर वेल्डिंग करा रहा था। उसी दौरान सड़क पर एक कार और ई-रिक्शा की टक्कर हो गई। हादसे में ई-रिक्शा सवार कुछ महिलाएं घायल हो गईं, जिन्हें अमित पास के एक क्लीनिक तक पहुंचाने लगा। अमित के अनुसार, घायल महिलाओं को अस्पताल ले जाना उसे महंगा पड़ गया। मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने अचानक उस पर हमला कर दिया। भीड़ ने उसे लात, घूंसे और लाठी-डंडों से पीटना शुरू कर दिया। पीड़ित के कई बार अनुरोध करने और दोनों वाहनों के चालकों द्वारा रोकने के बावजूद हमलावर बाज नहीं आए। जानकारी के अनुसार, पुलिस के मौके पर पहुंचने पर ही भीड़ तितर-बितर हुई और अमित की जान बच सकी। थाना प्रभारी निरीक्षक खण्डासा, सुरेंद्र कुमार सोनकर ने बताया कि पीड़ित की तहरीर के आधार पर मोनू यादव, मुकेश कुमार, अर्जुन यादव और पप्पू प्रधान, निवासी कलुआमऊ बहरेलियन, के खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने कहा कि घटना की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मथुरा में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल 7 दिसंबर को एक शौर्य यात्रा निकालेंगे। यह यात्रा सुबह 11 बजे मसानी चौराहा स्थित वेद मंदिर से शुरू होगी, जहां कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर संबोधित करेंगे। इस कार्यक्रम की जानकारी विहिप महानगर अध्यक्ष कन्हैया लाल अग्रवाल ने मसानी स्थित एक मैरिज गार्डन में आयोजित प्रेसवार्ता में दी। शौर्य यात्रा वेद मंदिर से लाल दरवाजा, चौक बाजार, स्वामी घाट, छत्ता बाजार, होलीगेट और भरतपुर गेट होते हुए डीग गेट स्थित अंगूरी वाटिका तक जाएगी। यात्रा में हनुमान और श्रीरामजी की झांकियां, दो बैंड और 51 गदाधारी कार्यकर्ता मुख्य आकर्षण होंगे। विहिप पदाधिकारियों ने बताया कि कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों के शामिल होने की संभावना है। प्रेसवार्ता के दौरान कन्हैया लाल अग्रवाल ने यह भी बताया कि प्रशासन ने विहिप के कुछ कार्यकर्ताओं को शांति भंग की आशंका में पाबंद किया है। संगठन ने इस कार्रवाई को अनुचित बताया है। अग्रवाल ने स्पष्ट किया कि शौर्य यात्रा सद्भाव और राष्ट्रहित के उद्देश्य से निकाली जा रही है, और इसमें अनुशासन तथा शांतिपूर्ण वातावरण बनाए रखने पर विशेष जोर दिया जाएगा। इस अवसर पर विहिप महानगर महामंत्री गोकुलेश गौतम, विभाग संगठन मंत्री उमाकांत, संयोजक वत्सल्य भाटिया, शानू शर्मा, डॉ. नितिन चौधरी और कांतानाथ सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहे। संगठन से जुड़े पदाधिकारियों ने सभी कार्यकर्ताओं से यात्रा में अधिक संख्या में शामिल होने की अपील की।
पाली में कैंसर स्क्रीनिंग के लिए गांव-गांव जाएंगे वैन:कैंसर रोगियों की पहचान कर दिया जाएगा उपचार
आपके स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए मेडिकल कॉलेज जोधपुर की ओर से निशुल्क कैंसर जांच शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। अनुभवी डॉक्टरों की टीम वैन लेकर गांव-गांव जाएंगे और लोगों की जांच करेगी। जिससे की कैंसर रोगी कोई मिलता है तो उनकी पहचान कर उन्हें इलाज दिया जा सके। यहां-यहां आयोजित होंगे शिविर 2 दिसंबर 2025 को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, चेंडा रोहट, 5 दिसंबर को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, गुंदोज, 9 दिसंबर को उप जिला चिकित्सालय सुमेरपुर, 12 दिसंबर को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खोड, 16 दिसंबर को उप जिला चिकित्सालय, देसूरी, 19 दिसंबर को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खारची, 22 दिसंबर को जिला अस्पताल सोजत, 26 दिसंबर को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र,सोजत रोड, 29 दिसंबर को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, फालना, 31 दिसंबर को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, बेड़ा शिविर आयोजित होगा। जिसका समय सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक रहेगा।
गोरखपुर के यात्रियों के लिए रेलवे की ओर से महत्वपूर्ण अपडेट जारी किया गया है। वाराणसी मंडल के मैरवा यार्ड में प्वाइंट और क्रॉसिंग बदले जाने के कारण रेलवे ने तकनीकी ब्लॉक लिया है। इस वजह से गोरखपुर से चलने वाली कुछ ट्रेनें रद्द रहेंगी, जबकि कुछ ट्रेनें अपने नियमित मार्ग के बजाय बदलकर चलाई जाएंगी। गोरखपुर-छपरा पैसेंजर चार दिन रद्द छपरा की ओर आने-जाने वाले गोरखपुर के दैनिक यात्रियों पर इसका सीधा असर पड़ेगा। 55056/55055 गोरखपुर-छपरा-गोरखपुर पैसेंजर को 07, 10, 13 और 16 दिसम्बर 2025 को निरस्त रखा गया है। इन तारीखों में यात्रियों को दूसरे विकल्प तलाशने होंगे। कोलकाता जाने वालों के लिए रूट परिवर्तन गोरखपुर से 07 और 16 दिसम्बर को चलने वाली 15048 गोरखपुर-कोलकाता एक्सप्रेस अब भटनी-सीवान की जगह कप्तानगंज-थावे-सीवान होकर चलाई जाएगी। मार्ग परिवर्तन के कारण गोरखपुर के यात्रियों के यात्रा समय में बदलाव हो सकता है। अमृतसर-जयनगर एक्सप्रेस का भी रूट बदला 09 दिसम्बर को अमृतसर से चलने वाली 14674 अमृतसर-जयनगर एक्सप्रेस भी गोरखपुर कैंट से आगे कप्तानगंज-थावे-सीवान मार्ग से गुजरेगी। इससे गोरखपुर के यात्रियों के लिए ट्रेन का रूट पूर्व की तुलना में अलग रहेगा।
लखनऊ में ट्रैफिक नियमों को लेकर बड़ी कार्रवाई करते हुए परिवहन विभाग ने 9,000 वाहनों का पंजीकरण निलंबित कर दिया है। यह वह वाहन हैं जिन पर 10 या अधिक चालान लंबे समय से लंबित थे। चौंकाने वाली बात यह है कि निलंबित वाहनों में एक स्कूटी ऐसी भी है, जिस पर 239 चालान और डेढ़ लाख रुपये से अधिक का जुर्माना दर्ज है। लंबे समय से जमा हो रहे थे चालान, वाहन स्वामी नहीं भर रहे थे जुर्माना यातायात पुलिस लगातार चालान काटती रही, लेकिन जुर्माना जमा करने वालों की संख्या बेहद कम रही। अनुमान के मुताबिक कुल चालानों में से केवल 10 से 20 फीसदी वाहन स्वामी ही समय पर पेनाल्टी चुकाते हैं। बचे हुए चालान वर्षों से लंबित पड़े रहे। इसी बीच पुलिस ने 10 से अधिक चालान वाले वाहनों की सूची तैयार की। इसमें 435 वाहन ऐसे पाए गए जिन पर 50 से अधिक चालान थे। दो स्कूटी पर तो 200 से ज्यादा चालान दर्ज मिले। बुधवार को इसी मामले को अमर उजाला ने प्रमुखता से प्रकाशित भी किया था। आरटीओ लखनऊ ने 9,000 पंजीकरण निलंबित किए पहले चरण में यातायात पुलिस ने 13,800 वाहनों का विवरण भेजा था। उसके बाद 435 ज्यादा चालान वाली गाड़ियों की सूची अलग से भेजी गई। एआरटीओ प्रशासन प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि अब तक 9,000 वाहनों का पंजीकरण निलंबित किया जा चुका है। अन्य वाहन दूसरे जिलों के थे, जिनकी रिपोर्ट संबंधित जिलों के आरटीओ को भेजी गई है। चालान जमा करो… नहीं तो पंजीकरण निलंबन जारी रहेगा ट्रैफिक पुलिस और परिवहन विभाग ने साफ कहा है कि अब पुराने चालानों को नजरअंदाज करने वालों पर लगातार कार्रवाई होगी। जिन वाहन स्वामियों ने चालान जमा कर दिए हैं, वे इस कार्रवाई से बच जाएंगे, लेकिन जो लोग चालान को हल्के में ले रहे हैं, उनके वाहन निलंबन की सूची में आते रहेंगे। निलंबन के बाद अब सीजिंग की तैयारी एडीसीपी ट्रैफिक अशोक कुमार सिंह ने बताया कि निलंबित पंजीकरण वाले वाहनों को अब सीज भी किया जाएगा। इसके लिए विशेष टीमें बनाई जाएंगी, जो सड़कों पर ऐसे वाहनों को पकड़कर कार्रवाई करेंगी। उन्होंने कहा कि ट्रैफिक नियमों का पालन करने वाला कोई भी वाहन स्वामी किसी परेशानी में नहीं पड़ेगा, लेकिन जिनके चालान लंबित हैं, उन्हें जल्द से जल्द जुर्माना जमा करना होगा।
सिरसा शहर में बरनाला रोड स्थित सिरसा क्लब के विवादित चुनाव में नया मोड़ आ गया है। अब जिला रजिस्ट्रार ने चुनावी प्रक्रिया के शेड्यूल को रद्द कर नया शेड्यूल जारी कर दिया है और नई सदस्या रद्द कर दी गई है। इस पर तत्कालीन पदाधिकारी ने भी सहमति जताई है और चुनावी प्रक्रिया को नियमित रखने पर राजी हो गए हैं। आज वीरवार को इस मामले में हाई कोर्ट में सुनवाई भी है। ऐसे में कोर्ट के उसी फैसले पर चुनाव की उम्मीदें टिकीं है। सिरसा क्लब के चुनावी प्रक्रिया में विभिन्न पदों पर नामांकन के लिए आज आखिरी दिन है। वीरवार शाम 4 बजे तक उम्मीदवार नामांकन कर सकते हैं। इस संस्था में सीनियर उप प्रधान, उप प्रधान, सचिव, सह सचिव एवं कोषाध्यक्ष इन पांच पदों के लिए चुनाव होना है। यह चुनाव शेड्यूल के अनुसार, 10 दिसंबर को होगा और सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान कर सकेंगे। इसके बाद साढ़े 5 बजे मतों की गणना होगी। उसके बाद वैध नामांकन की सूची जारी होगी और 6 दिसंबर को नामाकंन वापस लेने का अंतिम समय है। दरअसल, तत्कालीन उप प्रधान इशु बंसल का कहना है कि सिरसा क्लब की कार्यकारिणी का कार्यकाल 9 अक्टूबर को पूरा हो चुका है। पूरी कार्यकारिणी का कार्यकाल पूरा हो चुका है। जिला उपायुक्त को क्लब का प्रशासन नियुक्त किया गया है। आरोप है कि सचिव क्लब पर जबरन हक जता रहे हैं और खुद ही चुनाव करवा रहे हैं। ऐसे में अब रजिस्ट्रार ने एक्शन लिया है। रिटर्निंग अधिकारी करेंगे जांच रिटर्निंग अधिकारी सदस्यता सूची की जांच करेंगे। जैसे कोई सदस्य बना हो या किसी की जगह बनाया गया हो। वोटर लिस्ट को जांचा जाएगा। 950 सदस्य ही चुनाव में मतदान कर सकेंगे। इस चुनाव के लिए अशोक कुमार को ऑब्जर्वर लगाया गया है। ऐसे बनी विवाद की वजह आरोप है कि कार्यकारिणी के चुनाव के लिए न ही जिला रजिस्ट्रार की अनुमति ली गई है और न ही हाउस मीटिंग में यह प्रस्ताव पास किया। चुनाव के लिए रजिस्ट्रार ही चुनावी प्रक्रिया पूरी करते हैं। लेकिन ऐसा कुछ नहीं है। ये भी आरोप है कि सचिव ने क्लब के लिए नए मेंबर जोड़कर 975 मेंबरों की सूची बना दी, जबकि 950 ही होना अनिवार्य है। नियमों के खिलाफ जाकर अतिरिक्त 25 मेंबर बना दिए। ऐसे में चुनाव प्रक्रिया पर भी सवाल खड़े होते हैं।
प्रयागराज में गुरुवार की सुबह हल्की कोहरे की परत के साथ हुई, जिसके बाद धूप निकलने से दिन का तापमान सामान्य रहा। हालांकि रात होते ही ठंडी हवाओं का प्रकोप बढ़ जाता है और देर रात तापमान लगातार गिरने लगता है, जिससे शहरवासियों को ठिठुरन का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, आज प्रयागराज में न्यूनतम तापमान 15.6C और अधिकतम तापमान 26.1C दर्ज किया गया। रात के समय तापमान लुढ़ककर 10C तक पहुंच जाता है, जिससे ठंड और अधिक महसूस होने लगती है। AQI 300 के पार ठंड के साथ-साथ शहर की हवा भी खतरनाक होती जा रही है। प्रयागराज में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) लगातार 300 के ऊपर बना हुआ है, जो ‘बेहद खराब’ श्रेणी में आता है। यह स्तर फेफड़ों और सांस संबंधी मरीजों के लिए गंभीर खतरा साबित हो सकता है। शहर के विभिन्न क्षेत्रों में आज का AQI- विशेषज्ञों का कहना है कि इस स्तर की हवा लंबे समय तक रहने पर स्वस्थ लोगों पर भी असर डाल सकती है। अगले सप्ताह बढ़ेगी ठंड, कोहरा भी गहराएगा मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए बताया कि 10 दिसम्बर के बाद ठंड में और इज़ाफ़ा होने की संभावना है। इसके साथ ही कोहरा भी घना पड़ सकता है, जिससे सुबह के समय दृश्यता में कमी आ सकती है। फिलहाल दिन में धूप से थोड़ी राहत जरूर मिल रही है, लेकिन रात और सुबह के समय बढ़ती ठंड एवं जहरीली हवा ने आम लोगों की परेशानी बढ़ा दी है।
हमीरपुर में 4 सीटर ई-रिक्शे पर 18 सवारियां:हाईवे पर तेज रफ्तार से दौड़ता दिखा रिक्शा
हमीरपुर में ई-रिक्शा चालकों द्वारा यातायात नियमों का उल्लंघन लगातार जारी है। हाल ही में एक वीडियो सामने आया है, जिसमें एक चार सीटर ई-रिक्शे पर 18 सवारियां ढोई जा रही थीं। यह रिक्शा हमीरपुर के एक हाईवे पर तेज गति से दौड़ता हुआ देखा गया। वायरल वीडियो की जांच में सामने आया कि यह नज़ारा बीती रात मौदहा से कमहारिया जाने वाले स्टेट हाईवे पर नज़र आया था। इस ई-रिक्शे को मौदहा से कमहारिया के लिए बुक किया गया था। इसमें बच्चों सहित 18 लोग सवार थे, जिनमें से छह बच्चे रिक्शे के बाहर लटके हुए थे। एक कार सवार राहगीर ने इस ई-रिक्शे को देखकर उसका वीडियो बनाया। जब राहगीर ने रिक्शे को रुकवाकर पूछताछ की, तो पता चला कि इसमें कुल 18 सवारियां थीं। ये सभी मौदहा से कमहारिया की ओर जा रही थीं। उल्लेखनीय है कि मौदहा से कमहारिया जाने वाले हाईवे पर बड़ा चौराहा स्थित पुलिस पिकेट और ट्रैफिक पुलिस की ड्यूटी रहती है। इन पुलिसकर्मियों की जिम्मेदारी है कि वे क्षमता से अधिक सवारियां ढोने वाले वाहनों पर कार्रवाई करें और यातायात नियमों का पालन सुनिश्चित करें।
यूपी की ब्यूरोक्रेसी में ताकतवर IAS रहे नवनीत सहगल ने प्रसार भारती के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। केंद्र ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया। सहगल के इस्तीफे से यूपी से लेकर दिल्ली तक सियासी गलियारों में चर्चा शुरू हो गई। कुछ लोग मानते हैं कि सहगल को जल्द ही कोई नई और बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। कुछ लोगों का कहना है कि सोशल मीडिया पर सहगल के खिलाफ चले अभियान के बाद केंद्र सरकार ने उनका इस्तीफा लेकर साइड लाइन कर दिया। सहगल को भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व का करीबी माना जाता है। यही वजह है कि जुलाई 2023 में रिटायर होने के बाद मार्च 2024 में उन्हें प्रसार भारती का अध्यक्ष बनाया गया। सहगल पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के मीडिया प्रबंधन का काम भी देख रहे थे। यही नहीं, भाजपा के साथ ही आरएसएस में भी उनकी अच्छी पकड़ है। दो चर्चाएं-1- राज्यपाल या उपराज्यपाल बनाए जा सकते हैंसूत्रों के मुताबिक, सहगल को किसी प्रदेश में उपराज्यपाल या राज्यपाल बनाया जा सकता है। पश्चिम बंगाल चुनाव के मद्देनजर उन्हें कोई राजनीतिक जिम्मेदारी सौंपे जाने की भी चर्चा है। 2- पीएमओ की नाराजगीशासन एवं सत्ता के गलियारों में दूसरी चर्चा है कि पीएमओ नवनीत सहगल से नाराज हो गया। सहगल की शिकायत भी पीएमओ तक पहुंची थी। इसके चलते सहगल से इस्तीफा लिया गया है। नवनीत सहगल के बेटे की शादी की तस्वीरें... 3 दशक तक शासन और सत्ता में हनक1988 बैच के IAS नवनीत सहगल की 3 दशक तक यूपी के शासन और सत्ता में हनक रही है। वह गोंडा, अयोध्या, वाराणसी और लखनऊ के डीएम भी रहे। बसपा की मायावती सरकार, सपा की अखिलेश यादव सरकार और भाजपा की योगी सरकार 1.0 में भी सहगल बड़ी जिम्मेदारी के साथ रहे। आमतौर पर एक दल की सरकार के चहेते अफसरों को दूसरी सरकार साइडलाइन कर देती है। लेकिन सहगल के साथ ऐसा नहीं हुआ। सहगल तीनों ही दलों की सरकार में हनक के साथ रहे। लखनऊ में बीते दिनों आयोजित सहगल के बेटे की शादी में सीएम योगी, सपा प्रमुख अखिलेश यादव सहित तमाम दलों के नेता पहुंचे थे।
लालकुआं में मिला बुजुर्ग का शव:मॉर्निंग वॉक पर निकले लोगों ने देखा, जेब से मिला लखनऊ का टिकट
नैनीताल जिले के हल्द्वानी के पास एक बुजुर्ग का शव मिला है। घटना लालकुआं कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत रेलवे कॉलोनी के पार्क की है। शव मिलने से आसपास के क्षेत्र में हड़कंप मच गया। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। मृतक की शिनाख्त नहीं हो पाई है। बताया जा रहा कि सुबह लोग जब वहां से गुजर रहे थे तो बुजुर्ग को मृत अवस्था में देखा तो इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल की तो मृतक की उम्र करीब 60 साल के आसपास बताई जा रहे हैं। मृतक की जब जेब की तलाशी ली गई तो उसके जेब से लखनऊ से आने का टिकट मिला। लालकुआं कोतवाली प्रभारी बृजमोहन राणा ने बताया कि प्रथम दृष्टि वृद्ध की मौत ठंड लगने से प्रतीत हो रहा है। शव को कब्जे में लेकर मॉर्च्युरी में रखा गया है। शव को शिनाख्त के प्रयास किए जा रहे।
लखीमपुर खीरी के मोहम्मदी-खीरी में राष्ट्रीय राजमार्ग 730-ए पर मंगलवार देर रात एक सड़क हादसे में घायल शिक्षक राम-लखन (53 वर्ष) की बरेली में उपचार के दौरान मृत्यु हो गई। यह हादसा मोहम्मदी स्थित पेट्रोल पंप के सामने हुआ था। जानकारी के अनुसार, राम-लखन को खनन कार्य में लगे एक डंपर ने टक्कर मार दी थी, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उनकी मृत्यु के बाद परिवार में मातम छा गया है और पूरे गांव में गहरा शोक व्याप्त है। मृतक राम-लखन राधा कृष्णा इंटर कॉलेज में शिक्षक के पद पर कार्यरत थे। उनके परिवार में पत्नी सरोजनी देवी, पुत्र सुरेंद्र कुमार वर्मा (22 वर्ष) और पुत्री गायत्री देवी (23 वर्ष) हैं, जिनका रो-रोकर बुरा हाल है। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि रात के समय खनन से जुड़े डंपर अक्सर तेज रफ्तार और अनियंत्रित तरीके से गुजरते हैं, जिससे सड़क हादसों का खतरा लगातार बढ़ रहा है। ग्रामीणों ने खनन विभाग, परिवहन विभाग और राजस्व विभाग पर निगरानी और कार्रवाई में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि यदि संबंधित विभाग समय रहते सख्त जांच और नियंत्रण व्यवस्था लागू करते, तो ऐसे हादसों को रोका जा सकता था। अब ग्रामीण दोषी वाहन संचालकों और लापरवाह विभागों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
रामपुर के सांसद मोहिबुल्लाह नदवी ने संसद में वक्फ संपत्तियों से जुड़ा मुद्दा उठाया है। उन्होंने सरकार की नीयत और नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि अन्याय के खिलाफ आजादी जैसी लड़ाई दोबारा लड़नी पड़ सकती है। सांसद मोहिबुल्लाह नदवी ने सदन में स्पीकर के सामने यह अहम मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि वक्फ अमेंडमेंट बिल को लेकर बनी जेपीसी कमेटी के समय ही उनकी पार्टी ने सरकार की नीयत और नीति पर संदेह जताया था। उन्होंने बताया कि सरकार ने उम्मीद पोर्टल पर वक्फ संपत्तियों के पंजीकरण के लिए छह महीने का समय दिया था। हालांकि, अभी तक केवल 30% वक्फ जायदादों, जिनमें मस्जिदें, कब्रिस्तान और मदरसे शामिल हैं, उनका ही पंजीकरण हो पाया है। सांसद के अनुसार, सर्वर डाउन होने के कारण पंजीकरण की अंतिम तिथि भी समाप्त हो गई है, जिससे 70% वक्फ जायदादों का रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसा लगता है जैसे संविधान के अनुच्छेद 25 और 26 को समाप्त कर दिया गया है। नदवी ने कहा कि मुसलमानों की जिंदगी अपने ही वतन में मुश्किल कर दी गई है। उन्होंने याद दिलाया कि उनके पुरखों ने आजादी की लड़ाई लड़ी थी। उन्होंने मौलाना अरशद मदनी के हवाले से कहा कि जुल्म और नाइंसाफी के खिलाफ शायद दोबारा लड़ना पड़ेगा। उन्होंने सवाल किया कि मुस्लिमों को कब तक दबाया जाता रहेगा और जुल्म की भी एक हद होती है। यह जानकारी सांसद के मीडिया प्रभारी एडवोकेट महबूब अली पाशा ने दी।
कोडीनयुक्त कफ सिरप की तस्करी से बर्खास्त सिपाही आलोक 2 साल पहले जुड़ा था। इस धंधे में शामिल होने के बाद उसका निकनेम ही STF पड़ गया था। उसने और अमित टाटा ने 5-5 लाख रुपए इन्वेस्ट किए जिसके बाद उन्हें 22-22 लाख रुपए मिले थे। सरगना शुभम जायसवाल इनको फायदा कराता था। फिलहाल, वह फरार है लेकिन बुधवार को ED ने उसके घर पर नोटिस चिपका दिया है। उसे 8 दिन के अंदर तलब होने का निर्देश दिया गया है। बताया जा रहा है कि कफ सिरप में 8 से 10 गुना ज्यादा काली कमाई होती थी। पहली बार में ही 4 गुना फायदा पाने के बाद दोनों (अमित टाटा और सिपाही आलोक) ने लखनऊ, वाराणसी, जौनपुर और धनबाद में नेटवर्क को और मजबूत किया। ड्रग के इस सिंडिकेट के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए दैनिक भास्कर रिपोर्टर ने यूपी STF) और खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रसाधन विभाग के अफसरों से बातचीत की, तो परतें खुलीं। पता चला कि 100 रुपए में बिकने वाले कोडीनयुक्त कफ सिरप को यह सिंडिकेट नशे के बाजार में 800 से 1000 रुपए में बेचता था। इससे होने वाली अवैध कमाई को सिंडिकेट के लोग आपस में बांट लेते थे। पढ़िए पूरी रिपोर्ट... कैसे तैयार हुआ ड्रग सिंडिकेट... ज्यादा सिरप मंगवाने के लिए बनाईं कई फर्जी फर्म जांच एजेंसियों के मुताबिक, वाराणसी का शुभम जायसवाल इस ड्रग सिंडिकेट का मास्टरमाइंड है। उसे यह जानकारी थी कि कोडीनयुक्त कफ सिरप की असली डिमांड कहां और कैसे पैदा होती है? उसने दवा कंपनियों और डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम की कमजोरियों को समझकर ऐसा मॉडल तैयार किया, जिसमें कागजों पर डिमांड दिखाकर करोड़ों का सिरप मंगाने लगा। उसे पता था कि कंपनियां तभी सप्लाई देती हैं, जब उनके सामने ऑन-पेपर डिमांड होती है। शुभम ने इसी सिस्टम को हथियार बनाया। पहले 10-12 मेडिकल स्टोर और फर्म बनवाई गईं, फिर धीरे-धीरे इनकी संख्या 50 से ज्यादा तक पहुंचा दी गई। इनमें से ज्यादातर फर्म न तो बाजार में सक्रिय थीं और न ही उनका कोई वास्तविक मेडिकल स्टोर था। बर्खास्त सिपाही आलोक और अमित टाटा की एंट्री जांच एजेंसियों के मुताबिक, करीब 2 साल पहले शुभम जायसवाल ने विकास सिंह की मदद से अपने नेटवर्क में सिपाही आलोक प्रताप सिंह और अमित सिंह उर्फ अमित टाटा को शामिल किया। आलोक पुलिस महकमे से जुड़ा था, इसलिए उसे सिस्टम की अंदरूनी समझ थी। इसी का फायदा उठाकर उसने अपने नाम और परिचितों के नाम पर फर्जी फर्में रजिस्टर करा दीं। आलोक के नाम से एक मेडिकल फर्म झारखंड और दूसरी वाराणसी के पते पर पंजीकृत कराई गई। जांच में सामने आया कि इन फर्मों के जरिए कोडीन सिरप की भारी डिमांड कागजों पर दर्शायी जाती थी, जबकि असल में यह सिरप कभी स्थानीय दुकानों तक पहुंचती ही नहीं थी। आलोक और अमित ने विकास के कहने पर पहली बार 5-5 लाख रुपए लगाए। इसके बदले उन्हें 22-22 लाख रुपए मिले। इसके बाद यह दोनों गैंग के सक्रिय सदस्य बन गए। इनका सारा लेनदेन शुभम जायसवाल और उसका पार्टनर वरूण सिंह देखता था। इनकी तस्करी का तरीका ऐसा था... झूठा वर्क ऑर्डर तैयार करते थे सूत्रों के अनुसार, एक ही समय में 65 अलग-अलग जगहों से कोडीन सिरप का वर्क ऑर्डर तैयार किया जाता था। कागजों में दिखाया जाता था कि यह सिरप 65 जगहों पर डिस्ट्रीब्यूट की जा रही है, लेकिन असल में पूरा माल कुछ चुनिंदा ठिकानों पर इकट्ठा किया जाता था। इनमें से 10-12 जगहों पर ही मेडिकल स्टोर दिखाए जाते थे, बाकी सिर्फ फाइलों में मौजूद रहते थे। जैसे ही सिरप कंपनी से निकलती उसे ट्रकों के जरिए सीधे दिल्ली भेज दिया जाता। वहां दवा नशे के बाजार में 8 से 10 गुना दाम पर ब्लैक कर दी जाती थी। मान लीजिए, जो सिरप कंपनी से 100 रुपए में निकलती थी, वही दिल्ली पहुंचकर 800 से 1,000 रुपए में नशे के तौर पर बिकती थी। यही इस पूरे रैकेट का असली मुनाफा मॉडल था। सुशांत गोल्फ सिटी में 2024 में दर्ज हुआ था मुकदमा लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी में 2024 में मुकदमा दर्ज हुआ था। शुरुआत में सिर्फ 45 से 50 पेटी कोडीन सिरप मिली थी। तब तक पूरा नेटवर्क सामने नहीं आया था। असल में यह खेप सिर्फ एक हिस्सा थी।इसके पीछे दर्जनों फर्जी फॉर्म, नकली बिल और ई-वे बिल का जाल फैला हुआ था, जिसे समझने में जांच एजेंसियों को समय लगा। परत-दर-परत खुलासा हुआ 12 फरवरी 2024 को शासन ने STF और FSDA की संयुक्त जांच समिति गठित की। जांच के दौरान उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, असम, पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश तक फैला नेटवर्क सामने आया।12 नवंबर को पहली बड़ी गिरफ्तारी हुई, जब सहारनपुर के सगे भाई विभोर राणा और विशाल सिंह पकड़े गए। 27 नवंबर को अमित सिंह टाटा को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद 2 दिसंबर को सिपाही आलोक प्रताप सिंह गिरफ्तार हुआ। विकास सिंह और वरुण की तलाश STF अब विकास सिंह और वरुण सिंह समेत दो अन्य अहम कड़ियों की तलाश में छापेमारी कर रही है। जांच एजेंसियां यह भी खंगाल रही हैं कि दवा कंपनियों की सप्लाई चेन में कहां-कहां खामियां रहीं और कैसे नॉर्मल दवा को नशे के बाजार तक पहुंचाया गया। ------------------- संबंधित खबर भी पढ़िए... STF का फरार सिपाही लखनऊ में गिरफ्तार:कफ सिरप मामले में तलाश थी, बाहुबली धनंजय सिंह के साथ तस्वीरें; सरगना पार्टनर संग दुबई भागा STF का बर्खास्त सिपाही आलोक सिंह आखिरकार लखनऊ से गिरफ्तार हो गया। STF ने मंगलवार को उसे पकड़ा। एक दिन पहले ही लुकआउट नोटिस जारी किया गया था। आलोक कोडीन युक्त नशीले कफ सिरप मामले में फरार था। पूर्वांचल के बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह के साथ उसकी कई तस्वीरें हैं। (पूरी खबर पढ़िए)
जांजगीर-चांपा में हाथनेवरा NH-49 पर तेज रफ्तार ट्रेलर ने क्रिकेट खेलकर वापस लौट रहे युवक को कुचल दिया। जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई। जबकि दो दोस्तों को मामूली चोटें आई है। हादसे में ड्राइवर ट्रेलर लेकर भाग निकाला। घटना चांपा थाना क्षेत्र की है। थाना प्रभारी के मुताबिक, बलदेव गोड (24) अपने दोस्त योगेश कुमार साहू और हेमचरण पटेल के साथ अकलतरा में टेनिस बॉल क्रिकेट खेलने के बाद अपने घर लौट रहा था। तीनों एक बाइक पर सवार थे। जिसे योगेश चला रहा था। उनके कुछ दोस्त स्कॉर्पियो में थे। ट्रैक्टर से टकराई बाइक हाथनेवरा NH- 49 के पास सड़क किनारे लापरवाही से खड़े एक ट्रैक्टर से उनकी बाइक टकरा गई। टक्कर के बाद तीनों युवक सड़क पर गिर गए। इसी दौरान पीछे से आ रहे तेज रफ्तार ट्रेलर ने बलदेव गोड को कुचल दिया और मौके से फरार हो गया। ड्राइवर के तलाश में जुटी पुलिस पुलिस ने ट्रैक्टर को जब्त कर लिया है। साथ ही अज्ञात ट्रेलर ड्राइवर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। बलदेव का शव बुरी तरह क्षत-विक्षत हो गया था। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए बीडीएम अस्पताल भेजा गया है। फरार आरोपी ड्राइवर की भी तलाश की जा रही है।
साइबर सेल लोगों को कर रही जागरूक:साइबर फ्रॉड से बचाव के लिए दी जा रही जानकारी
भदोही पुलिस की साइबर सेल और जनपद के सभी थानों में गठित साइबर टीमों द्वारा जन जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में, पुलिस अधीक्षक भदोही अभिमन्यु मांगलिक के निर्देश पर जीवनदीप इंस्टिट्यूट ऑफ नर्सिंग एंड पैरामेडिकल साइंसेज में छात्रों को साइबर धोखाधड़ी से बचाव के बारे में जागरूक किया गया। यह साइबर जागरूकता अभियान पुलिस अधीक्षक अभिमन्यु मांगलिक के निर्देशन और अपर पुलिस अधीक्षक शुभम अग्रवाल के पर्यवेक्षण में चलाया जा रहा है। जनपदीय पुलिस संरक्षण संस्थाओं और सार्वजनिक स्थानों पर चौपाल लगाकर आम जनता को साइबर फ्रॉड से बचने के उपाय बता रही है। आज, 3 दिसंबर 2025 को, जनपदीय साइबर थाना/सेल के हेड कांस्टेबल देवानंद, कांस्टेबल मान सिंह और महिला कांस्टेबल मोहिनी केशरवानी ने जीवनदीप इंस्टिट्यूट ऑफ नर्सिंग एंड पैरामेडिकल साइंसेज, भदोही में छात्रों को संबोधित किया। उन्हें साइबर धोखाधड़ी से बचाव और विभिन्न हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी दी गई। छात्रों को अनजान नंबरों से आने वाली कॉल से सावधान रहने और पंपलेट वितरित कर विस्तृत जानकारी दी गई। कार्यक्रम के दौरान सोशल मीडिया साइटों का उपयोग करते समय विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई। छात्रों को अनजान नंबरों से भेजे गए लिंक, एपीके फाइलें आदि न खोलने के लिए भी कहा गया। व्हाट्सएप कॉलिंग के माध्यम से पैसे की मांग करने, अनचाहे लिंक भेजकर मोबाइल हैक करने या वित्तीय धोखाधड़ी होने की स्थिति में हेल्पलाइन नंबर 1930 और वेबसाइट cyber.gov.in के बारे में भी बताया गया। इसी क्रम में, जनपद के समस्त थानों पर गठित साइबर टीमें अपने-अपने थाना क्षेत्रों में भी जन-जागरूकता अभियान चला रही हैं।
सिरसा में एक विवाहिता अपने दो बच्चों संग मिसिंग होने का मामला सामने आया है। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि विवाहिता का पति के साथ मनमुटाव चल रहा था। इन दिनों वह अपने मायके में रह रही थी। अचानक वह अपने घर से चली गई। अब उसका मोबाइल नंबर भी बंद आ रहा है। ऐसे में उसका पता भी नहीं लग रहा है। इस मामले में महिला के घरवालों ने पुलिस को शिकायत दी है। 36 वर्षीय महिला का शादी के कुछ समय बाद पति से मनमुटाव हो गया था। काफी समय से वह अपने पति से अलग रह रही थी। अचानक वह अपने घर से चली गई। परिजनों को भी नहीं पता। ऐसे में उन्होंने पुलिस को शिकायत दी है। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। उसका मोबाइल नंबर बंद आने के कारण उसका पता लगा पाना भी मुश्किल हो गया है। पुलिस को दी शिकायत में युवक ने बताया कि वह जिले के गांव का रहने वाला है। उसकी बहन की शादी करीब 15 साल पहले राजस्थान में हनुमानगढ़ निवासी व्यक्ति से हुई थी। उनके दो बच्चे हैं। उसकी अपने पति से मनमुटाव चल रहा था। इसके चलते वह अपने मायके में रह रही थी। बीतें 22 तारीख को वह उसकी बहन अपने दोनों बच्चों सहित बिना बताएं कहीं घर से चली गई। उसका पता चलने पर तलाशा और उसके मोबाइल नंबर पर संपर्क किया। मगर फोन बंद आ रहा है और उसकी तलाश की गई, पर कोई सुराग नहीं लगा है। उसकी बहन के हाथ पर उसका नाम गुदा हुआ है। उसे शक है कि उसकी बहन को किसी ने छिपा रखा है। उसकी बहन व बच्चों की तलाश की जाए।
जिले के देहात थाना क्षेत्र के सेमल्दा हवेली रोड पर बुधवार को एक किसान से लूट की वारदात हुई। बाइक सवार तीन बदमाशों ने जानपुरा निवासी किसान जनरेल सिंह से 5 लाख रुपए और मोबाइल फोन छीन लिया। बदमाशों ने वारदात को अंजाम देने से पहले किसान की आंखों में पाउडर झोंक दिया, जिससे वह कुछ देर के लिए देख नहीं पाया। जानकारी के अनुसार, किसान जनरेल सिंह आईडीबीआई बैंक से 5 लाख रुपए निकालकर अपने गांव जानपुरा लौट रहे थे। सेमल्दा हवेली रोड के सुनसान रास्तों पर पहुंचते ही, पीछे से आए तीन अज्ञात बाइक सवार ने उन्हें रोक लिया। किसान कुछ समझ पाता, इससे पहले ही एक युवक ने उनकी आंखों में पाउडर फेंक दिया, वहीं दूसरा उनके हाथ से रुपयों से भरा बैग और मोबाइल छीन लिया। तीसरा युवक बाइक पर ही बैठा था। तीनों बदमाश तुरंत मौके से तेज रफ्तार में फरार हो गए। पीड़ित जनरेल सिंह ने किसी तरह पानी डालकर अपनी आंखें साफ कीं और राहगीरों की मदद से पुलिस को सूचना दी। शिकायत पर पुलिस सीसीटीवी खंगाल रही है सूचना मिलते ही देहात थाना पुलिस मौके पर पहुंची और आसपास के रास्तों पर नाकाबंदी कराई, लेकिन बदमाशों का कोई सुराग नहीं मिल पाया। पुलिस घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है ताकि बदमाशों की पहचान की जा सके। पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ लूट का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस का मानना है कि यह वारदात पूरी योजना के साथ की गई है, क्योंकि बदमाश बैंक से ही किसान का पीछा कर रहे थे। पुलिस टीमें बदमाशों के संभावित रूटों पर दबिश दे रही हैं। इस घटना से क्षेत्र के किसानों और आम लोगों में चिंता का माहौल है।
भिंड के बायपास स्थित एसबीआई (SBI) के एटीएम में बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात दो युवकों ने तोड़फोड़ की। पैसा निकालने आए युवकों ने एटीएम मशीन की स्क्रीन पर मुक्का मारकर उसे तोड़ दिया। घटना की जानकारी मिलते ही देहात थाना पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक आरोपी भाग चुके थे। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश कर रही है। जानकारी के मुताबिक, घटना रात करीब 12 बजे की है। बायपास पर निरंजना गार्डन के पास स्थित एसबीआई के एटीएम में दो युवक पहुंचे। उन्होंने पहले मशीन से पैसे निकालने की कोशिश की। जाते समय मारा मुक्का, CCTV में कैदजब काम नहीं बना, तो जाते समय एक युवक ने गुस्से में एटीएम मशीन की स्क्रीन पर जोर से मुक्का मारा, जिससे वह टूट गई। यह पूरी हरकत केबिन में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। केयर टेकर ने दी सूचना, आधे घंटे बाद पहुंची पुलिसकेयर टेकर की सूचना पर रात करीब 12:30 बजे देहात थाना पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन पुलिस के आने से पहले ही दोनों युवक फरार हो चुके थे। घटना की जानकारी रात में ही एटीएम मैनेजमेंट कंपनी को दे दी गई थी। फुटेज मिले, लिखित शिकायत का इंतजारपुलिस को गुरुवार सुबह सीसीटीवी फुटेज मिल गए हैं। हालांकि, खबर लिखे जाने तक थाने में इस मामले की कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। देहात थाना पुलिस को शिकायती आवेदन का इंतजार है, जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
डीग जिले की जुरहरा थाना पुलिस द्बारा 1 दिसंबर को साइबर ठगों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। इस दौरान 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था और, 4 साइबर ठग फरार हो गए थे। पुलिस ने कल चारों फरार हुए साइबर ठगों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों से 4 फर्जी सिम जब्त की गई हैं। करवाई के दौरान 4 नाबालिग साइबर ठग हो गए थे फरार जुरहरा थाना अधिकारी अमित कुमार चौधरी ने बताया की 1 दिसंबर को मुखबिर के जरिए सूचना मिली थी कि जुरहरा पुन्हाना रोड़ पर स्थित खूनी नहर की पुलिया पर बैठकर लोग साइबर ठगी कर रहे हैं। इस सूचना पर पुलिस की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। वहां टीम को कुछ लोग मोबाइल चलाते हुए नजर आये। पुलिस को देख 4 साइबर ठग अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए। 2 आरोपी 1 दिसंबर को हुए थे गिरफ्तार पुलिस की टीम ने घेराबंदी कर 2 लोगों को पकड़ लिया। पूछताछ में दोनों ने अपने नाम नाजिम निवासी खेड़ली अलीमुद्दीन, वकील निवासी जुरहरा क़स्बा होना बताया। आरोपियों से तलाशी के दौरान 3 मोबाइल और 3 फर्जी सिम जब्त की गई। मोबाइलों को चेक करने पर आरोपियों के मोबाइल में ठगी के कई सबूत मिले। फरार हुए 4 नाबालिग साइबर ठग पकड़े पुलिस लगातार फरार हुए चार साइबर ठगों की तलाश कर रही थी। पुलिस ने कल चारों साइबर ठगों को बामनवाड़ि रोड़ नई प्लॉटिंग के पास से पकड़ा। चारों से पूछताछ में पता लगा कि चारों युवक नाबालिग हैं। चारों नाबालिग से 4 फर्जी सिमें जब्त की गई हैं।
बाड़मेर जिले की डीएसटी टीम ने धरकरभर अभियान के तहत तीन से साल से फरार वांटेड को गिरफ्तार किया है। आरोपी 10 हजार रुपए का इनामी है। इसके कब्जे से बिना नंबरी स्कॉर्पियो गाडी को जब्त किया है। आरोपी पर एनडीपीएस और आर्म्स एक्ट के तहत मामले दर्ज है। एसपी नरेंद्र सिंह मीना ने ताया कि पुलिस मुख्यालय और आईजी रेंज जोधपुर के निर्देशानुसार वांटेड आरोपियों को पकड़ने के लिए विशेष अभियान धरकरभर अभियान चलाया जा रहा है। एएसपी नितेश आर्य के सुपरविजन और डीएसटी प्रभारी आदेश कुमार के नेतृत्व में टीम बनाई गई। टीम ने चितौडगढ़ जिले के कनेरा पुलिस पुलिस थाने में दर्ज एनडीपीएस और आर्म्स एक्ट में फरार आरोपी बाबुलाल पुत्र जैसाराम को पकड़ने के लिए संभावित ठिकानों पर दबिश दी गई। लेकिन पुलिस की भनक लगने से फरार हो जा रहा था। पुलिस ने उस पर 10 हजार रुपए का इनामी घोषित किया गया। तकनीकी और सूचना के आधार पर टीम ने बाबुलाल पुत्र जैसाराम निवासी बांकाणा कुआ गरल पुलिस थाना सदर बाड़मेर को डिटेन किया गया। उसके पास एक बिना नंबरी स्कार्पियो मिली उसको एमवी एक्ट के तहत जब्त की गई है। आरोपी लंबे समय फरार होने से एसपी चितौडग़ढ़ ने आरोपी पर 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था। आरोपी डिटेन की सूचना चितौडग़ढ़ पुलिस को दी गई है। आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस का एक मामला पहले से दर्ज है। कार्रवाई में कॉन्स्टेबल हरलाल भी शामिल रहा है।
जयपुर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल सवाई मानसिंह (एसएमएस) में अब शाम को भी ओपीडी शुरू करने की तैयारी चल रही है। हालांकि, यह शाम की ओपीडी सिर्फ जनरल मेडिसिन विभाग के डॉक्टरों तक सीमित रहेगी, जबकि अन्य विभागों और सुपर स्पेशियलिटी के डॉक्टरों को इसमें शामिल नहीं किया जाएगा। इसका मुख्य कारण दोपहर 3 बजे के बाद इमरजेंसी में मरीजों की बढ़ती भीड़ है, जो देर रात तक जारी रहती है। दरअसल, ओपीडी का समय खत्म होने के बाद एसएमएस की पुरानी इमरजेंसी में मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ जाती है। शाम 6 से रात 12 बजे तक यहां मरीजों की भारी भीड़ रहती है। हाल ही में प्रमुख शासन सचिव ने रात साढ़े 8 बजे अचानक इमरजेंसी का दौरा किया तो हालात देखकर हैरान रह गईं। उन्होंने गंभीर और सामान्य मरीजों के लिए अलग-अलग व्यवस्था का सुझाव दिया था। प्रिंसिपल सेक्रेटरी के इस निर्देश के बाद जनरल मेडिसिन विभाग के एचओडी ने बुधवार को बैठक बुलाई और शाम को 2 घंटे की ओपीडी चलाने पर चर्चा की। हालांकि, यह ओपीडी कब से शुरू होगी और कितनी देर तक चलेगी, इसका अंतिम फैसला अभी बाकी है। इसलिए बने ऐसे हालात रेफरेंस के लिए भटकने पर मजबूर परिजनइमरजेंसी में मरीज को किसी तरह जनरल मेडिसिन या सर्जरी वार्ड में भर्ती तो कर लिया जाता है, लेकिन बाद में मरीज और उनके परिजनों को सुपर स्पेशियलिटी डॉक्टरों से रेफरेंस (परामर्श) लेने के लिए भटकना पड़ता है। परिजन फाइल लेकर अस्पताल की अलग-अलग बिल्डिंगों में धक्के खाते रहते हैं। हालांकि, डेढ़-दो साल पहले एसएमएस प्रशासन ने भर्ती मरीजों के लिए दोपहर 3 से 5 बजे तक धन्वंतरी ब्लॉक में रेफरेंस व्यवस्था शुरू की थी। साथ ही ऑनलाइन रेफरेंस सिस्टम भी लॉन्च किया गया, लेकिन दोनों ही सिस्टम असरदार साबित नहीं हुए। ये खबर भी पढ़ें J.K लोन हॉस्पिटल का दौरा करने पहुंची प्रिंसिपल सेक्रेटरी:ट्रेनिंग स्टाफ को ठाली बैठे देख जताई नाराजगी, डॉक्टरों को दिए सख्त निर्देश हॉस्पिटलों में बिगड़ती व्यवस्थाओं को सुधारने के मकसद से आज राजस्थान की प्रिंसिपल सेक्रेटरी हेल्थ गायत्री ए. राठौड़ ने जयपुर के जेके लोन अस्पताल का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने विभिन्न वार्डों का जायजा लिया और भर्ती मरीजों से सीधे बातचीत कर फीडबैक लिया। (पूरी खबर पढ़ें)
चित्तौड़गढ़ में फिर बढ़ी ठंड, तापमान में गिरावट दर्ज:सुबह की धुंध और ठंडी हवाओं ने बढ़ाई सर्दी
चित्तौड़गढ़ में मौसम एक बार फिर बदल गया है। पिछले कुछ दिनों से तापमान में बढ़ोतरी हो रही थी, लेकिन अब दोबारा ठंड का असर बढ़ गया है। गुरुवार की सुबह हल्की धुंध के साथ शुरू हुई। हालांकि धूप निकलने के बाद कोहरा धीरे-धीरे छट गया, लेकिन ठंड का अहसास पहले से ज्यादा रहा। सुबह और शाम के समय चल रही ठंडी हवाओं ने मौसम को और सर्द बना दिया है। तापमान में आई मामूली लेकिन असरदार गिरावट पिछले 24 घंटों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान दोनों में गिरावट दर्ज हुई है। बुधवार को अधिकतम तापमान 27.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि न्यूनतम तापमान 11.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके मुकाबले मंगलवार का अधिकतम तापमान 28.3 डिग्री और न्यूनतम तापमान 12.8 डिग्री सेल्सियस था। यानी अधिकतम तापमान में 0.5 डिग्री और न्यूनतम तापमान में 1.2 डिग्री सेल्सियस की कमी आई है। भले ही यह गिरावट कम लगती हो, लेकिन इसका असर लोगों ने महसूस किया है। हवा की दिशा बदली तो ठिठुरन और तेज हुई मौसम विभाग के अनुसार उत्तरी हवाएं लगातार सक्रिय हैं, जिनकी वजह से तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। सुबह-सुबह चलने वाली इन ठंडी हवाओं से वातावरण में ठिठुरन बढ़ गई है। लोगों को सुबह घर से बाहर निकलते समय गर्म कपड़ों की जरूरत महसूस होने लगी है। दोपहर में धूप जरूर निकल रही है, लेकिन उसका असर कमजोर है और ठंड पूरी तरह कम नहीं हो पा रही। दिसंबर में पड़ेगी कड़ाके की सर्दी मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में ठंड और ज्यादा बढ़ेगी। तापमान में और गिरावट की संभावना है। दिसंबर महीना शुरू होने के साथ ही सर्दी का असर और ज्यादा हो सकता है। कड़ाके की ठंड पड़ने के पूरे आसार हैं। ऐसे में लोगों को अभी से सतर्क रहने और जरूरी सावधानियां बरतने की सलाह दी जा रही है। सुबह-शाम बाहर निकलना हुआ मुश्किल ठंड बढ़ने का असर अब लोगों की दिनचर्या पर भी दिखाई देने लगा है। सुबह के समय सड़कों पर पहले की तुलना में कम आवाजाही दिखाई दे रही है। बच्चे और बुजुर्ग ठंड से ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। कई लोग सुबह की सैर और व्यायाम से दूरी बना रहे हैं। वहीं, चाय-नाश्ते की दुकानों पर भीड़ बढ़ गई है, जहां लोग थोड़ी गर्माहट पाने के लिए रुके नजर आते हैं। चित्तौड़गढ़ में सर्दी का यह शुरुआती दौर है, और मौसम विभाग की मानें तो आने वाले दिनों में तापमान और भी नीचे जा सकता है। ऐसे में लोगों को ठंड से बचाव के उपाय अपनाने की जरूरत है, ताकि बढ़ती सर्दी में स्वास्थ्य पर कोई असर न पड़े।
अजमेर जिले के बोराड़ा थाना क्षेत्र के देवरिया गांव के एक कुएं में बुधवार अपराह्न युवक का नर कंकाल मिला। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और नर कंकाल को बाहर निकलवाया। शव को बोराड़ा के अस्पताल में रखवाया है। प्रथम दृष्टया पाया कि नर कंकाल करीब पांच माह पुराना था। गांव से एक युवक भी लापता था और उसके परिजन ने कपड़ों से उसका शव होने की पुष्टि कर दी। लेकिन पुलिस अब मां के डीएनए की जांच के बाद पुष्टि करेगी। वहीं यह हत्या है या हादसा, इसके लिए मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराएगी। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। मवेशी चरा रहे व्यक्ति ने देखा तैरता कंकाल बुधवार अपराह्न करीब तीन बजे जंगल में मवेशी चरा रहे एक व्यक्ति को कुएं में नर कंकाल तैरता देखा। जिसकी सूचना ग्रामीणों को दी। मौके पर ग्रामीण एकत्र हो गए। सूचना पर बोराड़ा पुलिस मौके पर पहुंची और कंकाल को बाहर निकलवाया। एएसआई रामकिशन की सूचना पर किशनगढ़ ग्रामीण पुलिस उपाधीक्षक आयुष वशिष्ठ भी मौके पर पहुंचे। एफएसएल टीम को मौके पर बुलाकर साक्ष्य जुटाए। शव काे बोराड़ा अस्पताल में रखवाया गया। परिजन ने पहचान की, लेकिन कराएंगे डीएनए जांच सीओ ग्रामीण वशिष्ट ने बताया- पुलिस ने अपने स्तर पर ग्रामीणों से कंकाल की पहचान करवाई तो कपड़ों के आधार पर संभावित पहचान देवरिया के किसी व्यक्ति के रूप में हुई जो करीब पांच माह से लापता था। परिजन ने कपड़ों से शव की पहचान करने का दावा किया। लेकिन इसके लिए मृतक की मां के ब्लड सेम्पल लेकर डीएन जांच कराई जाएगी। उसके बाद ही पुष्टि हो पाएगी कि मृतक कौन है। शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। हत्या है या आत्महत्या या फिर हादसा, पुलिस हर पहलू पर जांच कर रही है। (इनपुट सहयोग-प्रकाश सिंधी, अराई)
भिवानी में जमीनी विवाद में चचेरे भाईयों में मारपीट:घर के बाहर किया हमला, जान से मारने की दी धमकी
भिवानी जिले में चचेरे भाईयों के बीच मारपीट करने का मामला सामने आया है। वारदात उस समय हुई जब एक भाई घर के बाहर बैठा था। इसी दौरान आरोपी ने थप्पड़-मुक्के मारे। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। वहीं बीच-बचाव किया तो घर जाते समय धमकी देकर गया है। इस मामले में शिकायत के आधार पर केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी। गांव सिकंदरपुर निवासी अमर सिंह ने बवानीखेड़ा थाना में दी शिकायत में बताया कि वह मिस्त्री का काम करता है और उसने अपनी जमीन में मकान बनाया हुआ है। वह अमरजीत के साथ सुबह मकान के सामने आग जलाकर बैठे थे। उनकी कई दिनों से अपने चाचा के साथ जमीन पर पिलर पर ताल बांधने से कहासुनी चल रही थी। आरोपी ने मारे थप्पड़ मुक्केउसी समय उसके चाचा का लड़का अपनी बाइक पर आया और आते ही हाथापाई करने लगा। वह बोला कि इसी पिलर पर तार बांधूगा और लात-घुसे मारे। अमरजीत ने उसे छुड़वाया। जब वह अपने घर की तरफ चला तो बाइक उसके आगे लगाकर धमकी दी कि आज तो बच गया, दोबारा अगर कुछ बोला तो जान से मार देंगे। उसकी हाथ की उंगली में ज्यादा दर्द होने के कारण बवानीखेड़ा के अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां से भिवानी के नागरिक अस्पताल में रेफर कर दिया। इधर, मामले की सूचना पुलिस को दे दी। पुलिस ने सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचकर छानबीन आरंभ कर दी। वहीं शिकायत के आधार पर केस दर्ज करके जांच की जाएगी।
सोनीपत में चोरों ने कटर से ATM को काटा:2 दिन से कैश निकालने की कोशिश नाकाम, सुरक्षा गार्ड की कमी
सोनीपत जिले में अज्ञात बदमाशों द्वारा एक एटीएम को गैस कटर से काटकर चोरी की कोशिश किए जाने का मामला सामने आया है। घटना देर रात की बताई जा रही है, जिसमें बदमाश एटीएम मशीन तोड़ने में तो सफल रहे, लेकिन रुपए निकालने में नाकाम रहे। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। गैस कटर से चोरी की नाकाम कोशिश कुंडली स्थित प्याऊ रोड, मनियारी के पास आईसीआईसीआई बैंक के एटीएम पर 2 और 3 दिसंबर की मध्यरात्रि में कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने धावा बोला। बदमाशों ने पहले एटीएम का बाहरी शटर तोड़ा और उसके बाद गैस कटर की मदद से मशीन को काटने की कोशिश की। मशीन को गंभीर नुकसान पहुंचा, लेकिन वे एटीएम से नकदी चुराने में असफल रहे। एटीएम लॉबी से मिला गैस कटर घटना के बाद मौके की जांच में एटीएम लॉबी से गैस कटर बरामद हुआ, जिसे आरोपियों ने वहीं छोड़ दिया। इससे साफ हो गया कि बदमाश एटीएम को काटने में व्यस्त रहे, मगर रुपए निकालने में कामयाब नहीं हो पाए। कंपनी प्रतिनिधि गौरव बैसला ने इसकी पुष्टि करते हुए कानूनी कार्रवाई की मांग की। कंपनी प्रतिनिधि ने दी शिकायत हिटाची पेमेंट्स सर्विस प्राइवेट लिमिटेड द्वारा मेंटेन किए जाने वाले इस एटीएम की ओर से गौरव बैसला एडवोकेट ने थाना कुंडली में लिखित शिकायत दी। शिकायत में एटीएम को हुए नुकसान, गैस कटर मिलने और बदमाशों की पहचान कर कानूनी कार्रवाई की मांग की गई। केस दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस शिकायत मिलते ही ड्यूटी पर मौजूद एएसआई ने मौके का निरीक्षण किया और फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट को बुलाने की जानकारी दी। पुलिस ने धारा 331(4), 305, 324(4) और 62 BNS के तहत FIR दर्ज की। ASI कुलदीप की मौजूदगी में मामले से जुड़ी कार्रवाई पूरी कर दी गई। जांच अधिकारी और शिकायतकर्ता के साथ पुलिस टीम मौके के लिए रवाना हुई ताकि तकनीकी सबूत जुटाए जा सकें। घटना के बाद एटीएम की सुरक्षा बढ़ाने और आसपास के CCTV फुटेज की जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। सुरक्षा गार्ड न होने से बढ़ रही वारदात एटीएम पर चोरी की वारदात बढ़ने के पीछे सुरक्षा गार्ड की कमी होना भी अहम माना जा रहा है। जहां अलग-अलग कंपनियों द्वारा एटीएम की सुरक्षा को लेकर सुरक्षा गार्ड नियुक्त किए जाने चाहिए। वहां पर सुरक्षा गार्ड के अभाव में इस प्रकार की वारदात की संख्या बढ़ रही है। वहीं सोनीपत पुलिस प्रशासन भी कई बार ब्रांच मैनेजर को इस बारे में लेटर लिखकर गार्ड रखने के लिए कह चुका है। बावजूद इसके कंपनियां अपनी मनमानी कर रही है।
साइक्लोन दितवाह अब थम गया है। इसकी वजह से श्रीलंका में तीन दिन तक फंसे रहे मध्य प्रदेश के ओरछा के बिजनेसमैन गिरीश प्रेमानी भी भारत लौट आए हैं। बुधवार को वे पत्नी ईशा के साथ रामराजा सरकार के दरबार में मत्था टेकने पहुंचे। उन्होंने भगवान को राजभोग लगाया। गिरीश और ईशा ने राम राजा सरकार के दर्शन से पहले मंदिर के बाहर दरवाजे पर मत्था टेका और एक-दूसरे को माला पहनाई। गिरीश के आने की खबर सुन मंदिर में उनके परिचितों की भीड़ लग गई। दैनिक भास्कर ने उनसे बात की… प्रेमानी बोले- पल-पल मौत जैसा लगागिरीश से जब पूछा गया कि उन्होंने राम राजा के सामने ईशा को माला क्यों पहनाई? इसके जवाब में वे कहते हैं कि तीन दिन पल-पल मौत जैसा लगा। एक तरह से ये हमारी दूसरी जिंदगी है, इसलिए हमने एक-दूसरे को फिर से जयमाला पहनाई। ये तो हमने उसी वक्त तय कर लिया था, जब श्रीलंका में लैंड स्लाइडिंग के दौरान कार में फंसे थे। गिरीश ने बताया कि यहां आकर ऐसा लग रहा है, जैसे एक नई जिंदगी मिली है। जब मैं और ईशा दो दिन कार में रहे सिर्फ राम राजा सरकार का नाम लेते रहे। इसलिए हम श्रीलंका से वापस आने के बाद कोई दूसरा काम करने से पहले सबसे पहले यहां आए हैं। गिरीश कहते हैं कि श्रीलंका में कार में बिताए तीन दिन जिंदगी में कभी न भूलने वाले रहेंगे। हमें क्या किसी को भी इस तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़े। दो दिन से बंद था मोबाइलगिरीश कहते हैं कि 30 नवंबर को मैं और ईशा कोलंबो इंटरनेशनल एयरपोर्ट से करीब 10 किलोमीटर दूर एक होटल में आ गए थे। थोड़ी राहत तो थी, लेकिन मन में यही लग रहा था कि अपने देश कब पहुंच जाएं। डिस्चार्ज होने की वजह से मेरा मोबाइल दो दिन से बंद था। होटल आते ही सबसे पहले अपना मोबाइल चार्ज पर लगाया। पांच मिनट बाद ही बेटे को झांसी फोन किया। कहा कि जिस भी फ्लाइट में भारत के किसी भी शहर का टिकट मिले तुरंत करा दो। करीब आधे घंटे बाद बेटे का फोन आया कि दिल्ली की डायरेक्ट फ्लाइट में टिकट नहीं मिल रहा है। इसलिए 1 दिसंबर का इंडिगो की फ्लाइट से कोलंबो से मुंबई का टिकट करा दिया है। फ्लाइट रात 10.30 बजे की है। 2 तारीख को सुबह 10.30 बजे मुंबई से इंडिगो की फ्लाइट से उसने मुंबई से दिल्ली का टिकट करा दिया। दो दिन कार में बैठे-बैठे गुजारे गिरीश ने बताया कि बेटे की बात सुन थोड़ी तसल्ली हुई। लेकिन, दिल-दिमाग अब भी बेचैन था। दो दिन कार में बैठे-बैठे गुजारे थे। अब होटल के बंद कमरे में थे। अजीब सा लग रहा था। 1 तारीख को अपने देश पहुंचने की इतनी जल्दी दी थी कि मैं और ईशा दोपहर 2 बजे ही होटल से एयरपोर्ट के लिए निकल गए। जबकि, हमारी फ्लाइट रात 10.30 बजे की थी। हमने सोचा कि एयरपोर्ट पर चहल-पहल दिखेगी तो अच्छा लगेगा। रात करीब 9 बजे हम प्लेन में सवार हुए। फ्लाइट सही समय पर टेक ऑफ हो गई और रात 12.30 बजे मुंबई लैंड हो गई। सफर के ये दो घंटे बड़ी मुश्किल से कटे। न जाने कैसे-कैसे विचार आते रहे। मुंबई एयरपोर्ट पर कुछ सुकून सा महसूस हुआ। रात के करीब डेढ़ बज गए थे। हमारी फ्लाइट तो दूसरे दिन सुबह 10.30 बजे की थी। जैसे-तैसे लाउंज में दोनों ने बैठे-बैठे रात गुजारी। सुबह आठ बजे नाश्ता किया। लेकिन, थोड़ी देर बाद अनाउंस हुआ कि दिल्ली जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट 2 घंटे की देरी से जाएगी, यानी 12.30 पर। गुस्सा तो आया पर कर क्या सकते थे। सुबह 11.30 बजे पर हम दिल्ली की फ्लाइट में सवार हुए। 2.30 बजे दिल्ली एयरपोर्ट पहुंच गए। बेटे ने निजामुद्दीन से दुरंतो एक्सप्रेस से झांसी का टिकट करा दिया था। करीब रात 9 बजे हम झांसी पहुंच गए। घर पहुंच कर जब अपने बच्चों और परिवार से मिले तो मन भर आया। मन में सोच लिया था कि अपने देश पहुंचने के बाद सबसे पहले राम राजा सरकार के दरबार में मत्था टेकने जाएंगे। इसलिए आज सबसे पहले यही किया। 23 नवंबर को कोलंबी एयरपोर्ट पर पहुंचे थेगिरीश प्रेमानी के परिवार के कुछ लोगों का श्रीलंका में कारोबार है। वे परिवार की बेटी की शादी में हिस्सा लेने पत्नी ईशा के साथ झांसी से 22 नवंबर को शताब्दी एक्सप्रेस से दिल्ली के लिए रवाना हुए। 23 नवंबर की दोपहर उन्होंने दिल्ली से वाया चेन्नई कोलंबो की फ्लाइट पकड़ी। रात करीब आठ बजे उनकी फ्लाइट कोलंबो इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लैंड हुई थी। 'लगा जैसे बच्चों से कभी नहीं मिल पाएंगे'गिरीश प्रेमानी की पत्नी ईशा कहती हैं, आज हमारे लिए बड़ा और सुकून का दिन है। जब हम दो दिन तक कार में रहे तो न जाने कैसे-कैसे विचार आ रहे थे। लग रहा था जैसे ये हमारा आखिरी सफर है। अब बच्चों से कभी मिल नहीं पाएंगे। यहां बच्चे भी काफी परेशान थे। उम्मीद खत्म हो गई थी कि फिर से अपने देश भारत पहुंच पाएंगे। अब जाकर राहत महसूस हो रही है। बहुत अच्छा लग रहा है। राम राजा सरकार की वजह से हम आज फिर उनके दरबार में आ पाए हैं। यह भी पढ़ें... साइक्लोन दितवाह के चलते श्रीलंका में फंसा MP का कारोबारी श्रीलंका में दितवाह के कारण बाढ़ और लैंडस्लाइड से 123 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। चेन्नई की फ्लाइट्स कैंसिल होने के कारण कोलंबो एयरपोर्ट पर लगभग 300 भारतीय यात्री तीन दिन से फंसे हुए हैं। इनमें से एक गिरीश प्रेमानी भी हैं। उनका मध्य प्रदेश के ओरछा में प्रॉपर्टी का बिजनेस हैं। वे झांसी में रहते हैं। पढ़ें पूरी खबर
बलरामपुर में बस-कंटेनर टक्कर, तीन की मौत:दो शवों की पहचान अधूरी, चालक पर केस दर्ज
बलरामपुर-गोंडा मार्ग पर स्थित फुलवरिया बाईपास चौराहे पर सोमवार देर रात एक भीषण सड़क हादसा हुआ। एक यात्री बस और ऊनी कपड़ों से लदे कंटेनर की टक्कर के बाद आग लग गई, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई और 24 अन्य घायल हो गए। मृतकों में से दो शवों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। मृतकों में से केवल एक महिला, नेपाल के गुल्मी जिले की 60 वर्षीय राधा पत्नी लालबहादुर, की पहचान हो सकी है। अन्य दो शव बुरी तरह जल गए हैं, जिससे उनकी पहचान मुश्किल हो रही है। पुलिस नेपाली यात्रियों सहित सभी संभावित स्रोतों से पहचान जुटाने का प्रयास कर रही है। अनुमान है कि एक शव किशोर का है, जबकि दूसरा कंटेनर ट्रक के क्लीनर का हो सकता है। दुर्घटना में कुल 24 यात्री घायल हुए। इनमें से पांच को मेडिकल कॉलेज बहराइच और एक को लखनऊ रेफर किया गया है। सभी घायलों की हालत स्थिर बताई जा रही है। बुटवल, नेपाल की ऋचा योगी को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। हादसे के बाद से बस और कंटेनर, दोनों वाहनों के चालक, कंडक्टर और क्लीनर लापता हैं। लोवसंग पुत्र टसी निवासी कुल्लू, हिमाचल प्रदेश की शिकायत पर कंटेनर चालक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। प्रभारी निरीक्षक गिरजेश तिवारी ने बताया कि दो शवों की पहचान के प्रयास जारी हैं।
रायसेन कृषि उपज मंडी में पिछले दो माह से धान की बंपर आवक जारी है। अक्टूबर और नवंबर माह को मिलाकर कुल 6 लाख 74 हजार 874 क्विंटल धान मंडी पहुंची है। शुरुआती दिनों में प्रतिदिन 10 से 12 हजार क्विंटल धान की आवक हो रही थी, जो नवंबर में बढ़कर 20 से 30 हजार क्विंटल प्रतिदिन हो गई है। किसान अपनी धान की उपज लेकर प्रतिदिन 800 से 900 ट्रॉलियों में शहर के दशहरे मैदान पहुंच रहे हैं। हालांकि, किसानों का कहना है कि उन्हें अभी अपनी उपज के मनचाहे दाम नहीं मिल पा रहे हैं, लेकिन उन्हें भविष्य में दरों में वृद्धि की उम्मीद है। कृषि उपज मंडी सचिव वीरेंद्र सिंह ने बताया कि बुधवार को मंडी में 19,640 क्विंटल धान की आवक दर्ज की गई। 3600 अधिकतम और 1600 रुपए रहा न्यूनतम रेटइस दौरान धान का अधिकतम मूल्य 3600 रुपये प्रति क्विंटल और न्यूनतम मूल्य 1600 रुपये प्रति क्विंटल रहा। पूसा बासमती धान अधिकतम 3510 रुपये प्रति क्विंटल और न्यूनतम 2800 रुपये प्रति क्विंटल के भाव पर व्यापारियों द्वारा खरीदी गई। धान की बंपर आवक के कारण पूरा दशहरे मैदान ट्रॉलियों से भर जाता है। कृषि उपज मंडी परिसर में भी चारों ओर धान के ढेर लगे हुए हैं। नीलामी के बाद जब किसान अपनी धान व्यापारियों के यहां ले जाते हैं, तो भोपाल रोड पर कृषि उपज मंडी के सामने ट्रॉलियों के कारण अक्सर जाम की स्थिति बन जाती है। इन दिनों मंडी के सामने और पूरे परिसर में रोजाना जाम लग रहा है। मंडी कर्मचारी व्यवस्था बनाए रखने में जुटे रहते हैं, लेकिन अधिक आवक के कारण स्थिति को संभालना चुनौतीपूर्ण हो जाता है। किसान अपनी धान की नीलामी के लिए एक दिन पहले ही दशहरे मैदान पहुंच जाते हैं।
मुजफ्फरनगर के खतौली में अवैध वसूली और दहशत फैलाने के आरोपों में फरार चल रहे विनय उर्फ किक्की जैन को बुधवार दोपहर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। लंबे समय से उसकी तलाश की जा रही थी। गिरफ्तारी के बाद वसूली गैंग के बड़े नेटवर्क के उजागर होने की संभावनाएं और बढ़ गई हैं। पुलिस ने मंगलवार रात किक्की के कई सहयोगियों से देर तक पूछताछ की थी। इसी के बाद से उसकी गिरफ्तारी की उम्मीद और तेज हो गई थी। सूत्रों के मुताबिक, किक्की के मोबाइल फोन में वसूली गैंग से जुड़े अवैध गतिविधियों का पूरा रिकॉर्ड मौजूद है। किस निर्माणाधीन भवन पर दबाव बनाया गया, कितनी रकम वसूली गई और इस धंधे में कौन-कौन शामिल था, इसका पूरा ब्योरा उसके फोन में दर्ज है। एमडीए के जेई राजीव कोहली की ओर से दर्ज कराए गए मुकदमे में भी गैंग की धमकाने की रणनीति और उगाही के तरीकों का विस्तार से जिक्र है। आरोप है कि किक्की जैन निर्माणाधीन भवनों की शिकायतों को हथियार बनाकर इलाके में भय का माहौल बनाता था, जिससे लोग उसकी मनमानी वसूली चुकाने पर मजबूर हो जाते थे। किक्की का नेटवर्क निर्माण स्थलों पर मौके देखकर शिकायतें दर्ज कराता, दबाव बनाता और फिर रकम की वसूली करवाता था। इसके लिए उसके कई ‘फील्ड एजेंट’ सक्रिय रहते थे। पुलिस अब इन सहयोगियों को भी रडार पर लेकर पूछताछ कर रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि गैंग की दादागिरी के कारण कोई खुलकर विरोध नहीं कर पाता था। पुलिस की कार्रवाई तेज होने के बाद गैंग से जुड़े कई संदिग्ध खुद को बचाने के लिए नए रास्ते तलाश रहे हैं। कुछ लोग इन दिनों खुद को प्रशासन समर्थक बताकर अपनी छवि सुधारने की कोशिश में जुटे हैं। किक्की की गिरफ्तारी के बाद खतौली में बड़े खुलासों की चर्चा तेज है। पुलिस का साफ संकेत है कि इस काले खेल में शामिल कोई भी व्यक्ति बच नहीं पाएगा। अधिकारियों के अनुसार, यह अभियान क्षेत्र को अवैध वसूली की भय-छाया से मुक्त कराने का निर्णायक चरण साबित हो सकता है। उधर, गिरफ्तारी के बाद विनय उर्फ किक्की जैन ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए खुद को निर्दोष बताया है।
बलौदाबाजार के ग्राम सुहेला में एक 55 वर्षीय कबाड़ बीनने वाली महिला की झोपड़ी में जलकर मौत हो गई। पुलिस के अनुसार, यह घटना रात में ठंड से बचने के लिए जलाए गए अलाव से आग लगने के कारण हुई। मृतका की पहचान आशा बाई के रूप में हुई है। घटना की सूचना मिलते ही सुहेला थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आशा बाई सड़क किनारे पतली लकड़ी, डंगाल और प्लास्टिक/कपड़े से बनी एक कच्ची झोपड़ी में रहती थीं। कड़ाके की ठंड से बचने के लिए उन्होंने रात में झोपड़ी के अंदर अलाव जलाया था और सो गईं। पुलिस का अनुमान है कि अलाव की चिंगारी या लपटों के संपर्क में आने से ज्वलनशील सामग्री से बनी झोपड़ी में आग लग गई। आग तेजी से फैली और महिला उसमें फंस गई। सुबह तक झोपड़ी पूरी तरह जल चुकी थी, जिसमें आशा बाई का जला हुआ शव मिला। पड़ोसियों और स्थानीय लोगों की मदद से उनकी पहचान की गई। पुलिस ने बताया कि मौत के सही कारणों का पता लगाने के लिए शव का पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा। घटना की जांच जारी है।
मदार-पालनपुर रेलखंड पर तकनीकी कार्य:कई ट्रेनें रद्द, मार्ग परिवर्तित या रीशेड्यूल रहेंगी
उत्तर-पश्चिम रेलवे द्वारा अजमेर मंडल के मदार-पालनपुर रेलखंड पर सोमेसर और जवाली स्टेशनों के बीच ब्रिज संख्या 613 पर आरसीसी बॉक्स डालने का कार्य किया जाएगा। इस तकनीकी कार्य के लिए ट्रैफिक ब्लॉक लिया जा रहा है, जिसके कारण रेल यातायात प्रभावित रहेगा। उत्तर-पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शशि किरण ने बताया कि इस कार्य के चलते कई रेल सेवाएं रद्द, मार्ग परिवर्तित या रीशेड्यूल की गई है। रद्द रेल सेवाएं (प्रारंभिक स्टेशन से) मार्ग परिवर्तित रेल सेवाएं (प्रारंभिक स्टेशन से) रीशेड्यूल रेल सेवाएं
बांदा में ट्रक चालक पर हमला, 40 हजार लूटे:बदमाशों ने गोली चलाई, ट्रक क्षतिग्रस्त किया
बांदा के पैलानी थाना क्षेत्र में देर रात एक ट्रक चालक पर हमला किया गया। 8 से 10 बदमाशों ने ट्रक चालक वासुदेव से 40,000 रुपये लूट लिए और उसके ट्रक को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। हमलावरों ने गोली भी चलाई, जिसकी गोली ट्रक के शीशे में लगी। ट्रक चालक वासुदेव, जो कुशीनगर के निवासी हैं, ने पैलानी थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि वह जसपुरा स्थित भंडारण से मोरम भरकर सिंधन कला तुरी नाल जा रहे थे। शिकायत के अनुसार, रात करीब 12 बजे एक व्यक्ति अचानक ट्रक के सामने आ गया और उसे रोकने लगा। जैसे ही ट्रक रुका, 8 से 10 लोग मौके पर पहुंच गए और वासुदेव पर हमला कर दिया। बदमाशों ने अवैध तमंचे से फायर किया, जिसकी गोली ट्रक के शीशे में लगी। उन्होंने फरसे से भी ट्रक के शीशे और बॉडी पर हमला किया, जिससे ट्रक बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। ट्रक चालक वासुदेव ने बताया कि उन्होंने किसी तरह खिड़की खोलकर अपनी जान बचाई और वहां से भाग निकले। भागने के दौरान हमलावर ट्रक में रखे 40,000 रुपये नकद लूटकर फरार हो गए। पीड़ित वासुदेव पास के बैरियर पर पहुंचे और वहां के कर्मचारियों को पूरी घटना बताई। खदान कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर क्षतिग्रस्त ट्रक और घायल पीड़ित को देखा। उन्होंने तत्काल 112 पुलिस और पैलानी थाना पुलिस को घटना की सूचना दी। अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज ने घटना का संज्ञान लिया है। उन्होंने बताया कि हमलावरों का पता लगाया जा रहा है और जल्द ही उचित कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर मामले की गंभीरता से जांच शुरू कर दी है।
लोकसभा में बुधवार को तंबाकू उत्पादों पर उत्पाद शुल्क लगाने संबंधी विधेयक पर चर्चा हुई। इस चर्चा में मेरठ -हापुड़ लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद अरुण गोविल ने विधेयक का समर्थन करते हुए बताया कि उन्होंने धूम्रपान की लत कैसे छोड़ी. उन्होंने कहा, 'मैं इस विधेयक के समर्थन में बोलने के लिए इसलिए खड़ा हूं क्योंकि मैं पिछले 50 साल से तंबाकू-मुक्त हूं' धारावाहिक रामायण में भगवान राम की भूमिका निभाने वाले गोविल ने कहा, 'रामायण से पहले मैं चेन स्मोकर था. मैं दिनभर गुटखा चबाता था. जिस दिन 'रामायण' मेरे जीवन में आई, मैंने सब छोड़ दिया, और तब से मैं तंबाकू से दूर हूं.। बात दें कि अरुण गोविल ने रामायण सीरियल में राम की भूमिका निभाई थी। लोगों के बीच वो पर्दे के राम के रूप में मशहूर हैं।
शिवपुरी जिले के करैरा विधानसभा मुख्यालय स्थित चंगेर पहाड़िया क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। आजादी के 75 साल बाद भी, इस इलाके के लगभग 150 परिवार पीने और दैनिक उपयोग के लिए 10-12 फीट गहरे गड्ढे के मटमैले पानी पर निर्भर हैं। स्थानीय निवासियों की कई शिकायतों के बावजूद, अब तक पानी की कोई स्थायी व्यवस्था नहीं की गई है। गड्ढे में गिरने से जान का खतरा भीस्थानीय निवासी रानी देवी ने बताया कि उनकी शादी को 15 साल हो गए हैं और इन सभी वर्षों में उन्हें इसी गड्ढे से पानी भरना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि गर्मियों में कुछ महीनों के लिए पानी सूख जाता है, लेकिन शेष वर्ष परिवार इसी गड्ढे के पानी का उपयोग करता है। पानी भरने के दौरान जान का खतरा भी बना रहता है। रानी देवी के अनुसार, एक बार उनकी जेठानी पानी भरते समय गड्ढे में गिर गई थीं, जिन्हें बड़ी मुश्किल से बचाया जा सका था। पिछले 20 वर्षों से क्षेत्र में रह रहे अमर सिंह जाटव ने बताया कि कुछ परिवार पैसे खर्च कर पानी के टैंकर मंगवा लेते हैं, लेकिन अधिकांश मजदूर वर्ग के परिवार ऐसा नहीं कर पाते। उन्होंने कहा कि वे सालों से क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों और प्रशासन से बोरवेल और हैंडपंप की मांग कर रहे हैं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई है। प्रशासन से कई बार कर चुके हैंडपंप की मांगरहवासियों के अनुसार, कई बार बच्चे और महिलाएं इस गहरे गड्ढे में गिरकर घायल हो चुके हैं। इसके बावजूद, पानी की व्यवस्था में कोई बदलाव नहीं आया है। लोगों का आरोप है कि नगर परिषद और जनप्रतिनिधियों की अनदेखी के कारण उन्हें जान जोखिम में डालकर दूषित पानी का उपयोग करने पर मजबूर होना पड़ रहा है। इस मामले पर नगर परिषद करैरा के सीएमओ गोपाल सिंघल ने बताया कि इस क्षेत्र में ज्यादातर परिवार अतिक्रमण कर रह रहे हैं। हालांकि, उन्होंने आश्वासन दिया कि वे मौके का मुआयना कर बेहतर विकल्प निकालने का प्रयास करेंगे, जिससे रहवासियों को इस समस्या से निजात मिल सके।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने हाल ही में 41 जिलों में नए जिलाध्यक्षों की घोषणा कर दी है। इस बार संगठन नए सिरे से बनाया गया है। कुछ जिलों में चेहरों की अदला-बदली, कुछ में मजबूत गुटों की एंट्री और कई जगह स्थानीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए पुराने चेहरों को ही दूसरी बार मौका दिया गया। 41 जिलाध्यक्षों की सूची में सबसे दिलचस्प पहलू यह है कि किस बड़े नेता के कितने करीबी जिले की कमान संभालने में सफल हुए हैं। चेहरा-दर-चेहरा आंकड़ा बताता है कि संगठन में किसकी पकड़ मजबूत है और किस कैंप का नेटवर्क कितना प्रभावी है। लिस्ट पर नजर डालें तो भूपेश बघेल कैंप के सबसे ज्यादा 14 पदाधिकारी नियुक्त हुए हैं। नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत गुट से 5, जबकि पीसीसी चीफ दीपक बैज कैंप से 5 नाम शामिल हैं। देवेन्द्र यादव कैंप से 1, ताम्रध्वज साहू से 1, और टीएस सिंहदेव कैंप से 2 जिलाध्यक्ष बनाए गए हैं। वहीं 7 जिलाध्यक्ष संगठन की पसंद के हैं। बिलासपुर में देवेन्द्र यादव, रायगढ़ में उमेश और कोरबा में जयसिंह अग्रवाल का दबदबा देखने को मिला। यह पूरा गणित बता रहा है कि कांग्रेस में अभी भी सबसे मजबूत पकड़ भूपेश बघेल की है, जबकि दूसरे नंबर पर संगठन और तीसरे नंबर पर महंत-बैज-देवेन्द्र का साझा प्रभाव दिखाई देता है। इस रिपोर्ट में पढ़िए छत्तीसगढ़ कांग्रेस के नए जिलाध्यक्षों का पूरा गणित और किस गुट का कितना प्रभाव है:- भूपेश बघेल कैंप की 14 जिलों में सीधी पकड़ कांग्रेस की पूरी फाइनल लिस्ट में सबसे ज्यादा नाम पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कैंप से जुड़े दिखते हैं। इसमें बालोद, बलौदाबाजार, भिलाई , दुर्ग, महासमुंद, कोंडागांव खैरागढ़ समेत कई जिले शामिल हैं। इनमें से कई को दोबारा मौका दिया गया है, जो साफ दर्शाता है कि बघेल का फील्ड नेटवर्क अभी भी काफी दखल रखता है। बालोद से चंद्रेश हिरवानी हों या दुर्ग ग्रामीण के राकेश ठाकुर अधिकतर वही चेहरे आगे बढ़े जिन्हें बघेल नेतृत्व का भरोसा मिला। जशपुर के यूडी मिंज और महासमुंद के द्वारकाधीश यादव जैसे नाम पहले भी स्थानीय स्तर पर बघेल के करीबी माने जाते रहे हैं। कुल मिलाकर 14 जिलों में बघेल कैंप की सीधी और ठोस मौजूदगी दिखी। दीपक बैज कैंप, बस्तर में मजबूत पकड़ छत्तीसगढ़ कांग्रेस की नई जिलाध्यक्ष सूची में पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज का प्रभाव बेहद साफ दिखता है। उनकी सीधी पसंद वाले 4 जिलाध्यक्ष बने हैं, जबकि 1 ऐसा नाम है, जो बैज और देवेन्द्र यादव दोनों कैंप से कनेक्टेड माना जाता है। अगर पैटर्न को गहराई से देखें तो स्पष्ट दिखता है कि बैज ने संगठनात्मक पकड़ बस्तर रेंज और बिलासपुर संभाग में सबसे ज्यादा मजबूत की है। बस्तर में उनकी राजनीतिक जड़ें पुरानी रही हैं और उसी बेस को उन्होंने संगठनात्मक नियुक्तियों के जरिए और मजबूती दी है। बिलासपुर सिटी के सिद्धांशु मिश्रा बैज और देवेन्द्र यादव दोनों के करीबी माने जाते हैं। ये ड्यूल कनेक्शन बताता है कि बिलासपुर संभाग में बैज ने समीकरण बनाकर रखने की रणनीति अपनाई है, ताकि गुटीय खींचतान की जगह बैलेंस्ड स्ट्रक्चर तैयार हो सके। चरणदास महंत कैंप का 5 जिलों में प्रभाव पूर्व विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत के गुट से करीब 5 जिलाध्यक्ष बनाए गए हैं। इनमें कोरिया, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, सक्ती, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही और जांजगीर जैसे जिले शामिल हैं। महंत की पहचान हमेशा से संगठनात्मक मामलों में मजबूत नेगोशिएटर के तौर पर रही है, और यह सूची दिखाती है कि बिलासपुर संभाग में उनका प्रभाव अब भी कायम है। टीएस सिंहदेव का 2 जिलों में दिखा प्रभाव टीएस सिंहदेव की 2 जिलों में पकड़ दिखती है। सरगुजा में बालकृष्ण पाठक और मुंगेली में घनश्याम वर्मा (ये देवेन्द्र यादव के भी करीबी हैं)। संख्या कम है, लेकिन सरगुजा में सिंहदेव का पकड़ वाला जिला उनका सबसे मजबूत राजनीतिक भूगोल माना जाता है। पाठक सबसे उम्रदराज जिलाध्यक्ष हैं और लंबे समय से सिंहदेव के बेहद विश्वस्त रहे हैं। उमेश पटेल और जयसिंह अग्रवाल का दबदबा पूर्व मंत्री उमेश पटेल के करीबी रायगढ़ सिटी और रायगढ़ ग्रामीण के 2 जिलाध्यक्ष चुने गए। शाखा यादव और नागेंद्र नेगी दोनों लंबे समय से पटेल के साथ जुड़े रहे हैं और रायगढ़ की राजनीति में उनकी पकड़ मजबूत मानी जाती है। वहीं जयसिंह अग्रवाल कैंप से कोरबा शहर और कोरबा ग्रामीण 2 नाम सामने आए, मुकेश राठौर और मनोज चौहान। कोरबा कांग्रेस में अग्रवाल का प्रभाव पहले भी निर्णायक रहा है, और यह सूची उसे कंफर्म करती है। मो. अकबर, कर्मा परिवार और संगठन पूर्व मंत्री मो. अकबर के करीबी नवीन जायसवाल को कवर्धा में मौका मिला है। दंतेवाड़ा में सलीम राजा उस्मानी जिला अध्यक्ष बनाए गए हैं, जो लंबे समय से दंतेवाड़ा में कर्मा परिवार के करीबी माने जाते रहे हैं। इसी तरह बेमेतरा में पूर्व विधायक आशीष छाबड़ा, जो पहले से ही जिला अध्यक्ष थे, उन्हें रिपिट किया गया है। छाबड़ा पूर्व मंत्री ताम्रध्वज साहू के बेहद करीबी माने जाते हैं। संगठन की पसंद के 7 जिला अध्यक्ष संगठन की पसंद के रूप में 7 जिलों में ऐसे नाम चुने गए हैं जो किसी बड़े नेता से सीधे जुड़े नहीं बल्कि पूरी तरह संगठनात्मक संतुलन के आधार पर चुने गए। रायपुर सिटी, रायपुर ग्रामीण, राजनांदगांव सिटी, राजनांदगांव ग्रामीण, सुकमा, सरगुजा, जीपीएम जिला इनमें शामिल हैं। ये वही सीटें हैं जहाँ प्रदेश नेतृत्व ने गुटीय राजनीति से ऊपर उठकर चयन करने का दावा किया है। 16 जिलाध्यक्षों को दूसरी बार मौका मिला कुल 41 में से 16 जिलाध्यक्षों को दोबारा मौका दिया गया है। ये जिले हैं बलौदाबाजार, बस्तर ग्रामीण, बेमेतरा, भिलाई शहर, बीजापुर, बिलाईगढ़-सारंगढ़, दुर्ग ग्रामीण, जगदलपुर शहर, कोरबा ग्रामीण, कोरिया, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी, मुंगेली, रायगढ़ ग्रामीण, सरगुजा और बालोद। लिस्ट दिखाती है कि जहां संगठन मजबूत था या स्थानीय समीकरण स्थिर थे, वहां पुराने जिलाध्यक्षों को ही रिटेन किया गया। जातीय समीकरण: OBC सबसे आगे कांग्रेस की इस नई सूची में 13 OBC, 4 ST, 5 SC, 1 अल्पसंख्यक और 18 सामान्य वर्ग के जिलाध्यक्ष शामिल हैं। यह वितरण बताता है कि संगठन ने OBC और सामान्य वर्ग को बैलेंस करने की कोशिश की है, जबकि बस्तर-सरगुजा जैसे क्षेत्रों में परंपरागत ST नेतृत्व को भी प्राथमिकता मिली है। हाई-कमांड सीधे मॉनिटर करेगा संगठन नई जिलाध्यक्षों की नियुक्ति के बाद अब छत्तीसगढ़ कांग्रेस उन्हें दिल्ली में स्पेशल ट्रेनिंग देने की तैयारी में है। पार्टी के सीनियर लीडर्स और AICC टीम नए जिलाध्यक्षों को संगठन की वर्किंग स्टाइल, फैसलों की प्रक्रिया और राष्ट्रीय स्तर की रणनीति से अवगत कराएंगे। दिल्ली मुख्यालय में होने वाली इस ट्रेनिंग का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि जिला इकाइयां प्रदेश और राष्ट्रीय नेतृत्व की लाइन पर एक समान गति से काम करें। इसी दौरान जिलाध्यक्षों की राहुल गांधी से भी मुलाकात कराई जाएगी, ताकि संगठन की प्राथमिकताओं, जनसंपर्क मॉडल और ग्राउंड एक्टिविजम पर उनकी सीधी राय भी मिल सके। परफॉर्मेंस बेस्ड सिस्टम लागू: हर 6 महीने में रिपोर्ट कार्ड छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने इस बार संगठन को पुराने ढर्रे से हटाकर परफॉर्मेंस बेस्ड स्ट्रक्चर पर ले जाने का फैसला किया है। मतलब अब पद केवल पद नहीं रहेगा, बल्कि उसे परफॉर्मेंस से जोड़ दिया गया है। प्रदेश संगठन हर 6 महीने में जिला इकाइयों की समीक्षा करेगा। इसमें यह देखा जाएगा कि जिलाध्यक्ष- जो जिलाध्यक्ष अच्छा काम करेंगे, उन्हें प्रदेश स्तर पर पद, कमेटियों में जगह या चुनावी जिम्मेदारियों में प्राथमिकता दी जाएगी। वहीं जो निष्क्रिय पाए जाएंगे, उन्हें हटाया जाएगा और नए, सक्रिय चेहरों को मौका मिलेगा।
अयोध्या के सहादतगंज फ्लाईओवर पर देर रात एक तेज रफ्तार ट्रक अनियंत्रित होकर फ्लाईओवर की साइड वॉल पर चढ़ गया। हादसा सहादतगंज बाइपास स्थित वंशादि मोटर्स के सामने रात करीब 11:20 बजे हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि ट्रक काफी तेज रफ्तार में था और मोड़ पर आते ही ड्राइवर नियंत्रण खो बैठा। ट्रक के वॉल से टकराने पर तेज आवाज हुई, जिसके बाद आसपास के लोग मौके पर पहुंच गए। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस भी पहुंची और स्थिति का जायजा लिया। घटना की सूचना मिलते ही कैंट थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में लिया। हादसे के बाद ट्रैफिक व्यवस्था प्रभावित हुई। पुलिस ने फ्लाईओवर पर जाम न लगे इसके लिए रूट को नीचे की ओर डायवर्ट कर दिया। इस दुर्घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। ट्रक चालक सुरक्षित है, जबकि वाहन को क्रेन की मदद से हटाने की प्रक्रिया देर रात शुरू की गई।
जोधपुर से पत्नी-बच्चों के साथ थाईलैंड घूमने गए दो दोस्तों के साथ दर्दनाक हादसा हुआ। दोनों ही होटल के स्वीमिंग पूल में मृत पाए गए। दोनों कैसे डूबे? इस बारे में अभी तक स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आई है। बताया जा रहा है कि वे नहाने के लिए पूल में उतरे थे। इनमें से कोई एक डूबने लगा तो दूसरा उसको बचाने के प्रयास में डूब गया। दोनों ही कारोबारी थे। अनिल कटारिया का रातानाडा क्षेत्र में जीमण रेस्टोरेंट है तो हरीश देवानी का रातानाडा में ही ग्लास पेंटिंग का वर्कशॉप है। दोनों की पत्नियां और बच्चे अभी थाईलैंड में ही हैं। परिजन शव लाने के लिए थाईलैंड रवाना हो गए हैं। आज शाम तक शव जोधपुर लाए जाने की संभावना है। हालांकि, परिवार की ओर से अभी तक इस बारे में कोई जानकारी साझा नहीं की गई है। घटना एक दिसंबर की है। दोनों दोस्त चार-पांच दिन पहले थाईलैंड गए थे। हरीश शहर में रातानाडा क्षेत्र का रहने वाला है। जबकि उसके दोस्त के निवास स्थान के बारे में पता नहीं लग पाया। अनिल पत्नी के साथ डेढ़ साल के बेटे को भी ले गया था। बताया जा रहा है कि एक दिसंबर की शाम हरीश और अनिल शाम अपने-अपने रूम से होटल के स्वीमिंग पूल में नहाने के लिए निकले थे। करीब डेढ़ घंटे तक दोनों वापस नहीं लौटे। इस पर दोनों की पत्नियां ढूंढने के लिए निकली। वे स्वीमिंग पूल में नहीं मिले तो आसपास में ढूंढा। जब कुछ पता नहीं चला तो होटल स्टाफ को जानकारी दी गई। सभी ने पहले अपने स्तर पर ढूंढा, फिर सीसीटीवी कैमरे चैक किए। तब दोनों स्वीमिंग पूल में डूबते नजर आए। इसके बाद दोनों के शव बाहर निकलवाए गए। परिजन गमगीन, शव आज आने की संभावना हरीश की पत्नी और अनिल की पत्नी व मासूम बेटा अभी तक थाईलैंड में ही है। सूचना मिलने के बाद जोधपुर से हरीश का बड़ा बेटा और अनिल का रिश्तेदार शव लेने के लिए थाईलैंड रवाना हो गए। दोनों वहां पहुंच भी गए हैं। बताया जा रहा है कि शव भारत लाने की औपचारिकता पूरी कर दी गई है। अब गुरुवार को दोनों दोस्तों के शव और उनके पत्नी-बच्चे के जोधपुर पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है। हरीश और अनिल के घर में गमगीन माहौल है। हालांकि, अनिल के पिता को इस हादसे के बारे में जानकारी ही नहीं दी गई है। दोनों के ही परिजनों, रिश्तेदारों और दोस्तों ने इस मुद्दे पर ज्यादा बात नहीं की। ऐसे में हादसा किन परिस्थितियों में हुआ, इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है। परिजनों के थाईलैंड से लौटने के बाद ही कुछ पता लग पाएगा। दुनिया के चुनिंदा आर्टिस्ट में थे शुमार थे हरीश हरीश देवानी का मूल काम नंबर प्लेट्स और नाम बनाना था। वे ग्लास पेंटिंग के भी मशहूर कलाकार थे। वे कांच पर रेत से ब्लास्ट कर आकृतियां उकेरते थे। इस काम को विदेशों में भी खूब पसंद किया जाता था। कई विदेशी उनकी कला देखने के लिए जोधपुर आते थे। ट्रांसप्रिंट कांच पर आकृतियां उकेरने वाले वे विश्व के चुनिंदा कलाकारों में से एक थे। अपनी इस कला को दुनियाभर में पहुंचाने के लिए वे विदेशी स्टूडेंट्स की ऑनलाइन क्लास भी लेते थे।
छतरपुर जिले के बकस्वाहा के ग्राम पाली स्थित शासकीय उचित मूल्य दुकान में बड़े पैमाने पर अनियमितताएँ सामने आई हैं। जून, जुलाई और अगस्त 2025 के निःशुल्क राशन वितरण में गड़बड़ी की शिकायतों की जांच के बाद भारी खाद्यान्न घाटा मिला। कलेक्टर की स्वीकृति के बाद संचालक प्रकाश यादव के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 3/7 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पाली और कर्री गांव के उपभोक्ताओं ने तहसीलदार बकस्वाहा को लिखित आवेदन देकर बताया कि उन्हें तीन महीने से पूरा राशन नहीं मिल रहा। कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी सुगंधी जैन 31 अक्टूबर को जांच के लिए पहुँचीं, लेकिन दुकान बंद मिली और कई उपभोक्ताओं ने वितरण में गड़बड़ी की पुष्टि की। जांच में हजारों किलो अनाज गायब मिला जांच में ऑनलाइन स्टॉक और वास्तविक स्टॉक में बड़ा अंतर मिला। 6011 किलो गेहूं, 1153 किलो चावल, 251 किलो नमक और 49 किलो शक्कर कम पाई गई। साथ ही दुकान में स्टॉक रजिस्टर, स्टॉक बोर्ड और निगरानी बोर्ड भी नहीं मिले। दुकान का संचालन मानक तिथियों पर नियमित नहीं किया जा रहा था, जो सार्वजनिक वितरण प्रणाली नियंत्रण आदेश 2015 का उल्लंघन है। कनिष्ठ (जूनियर) आपूर्ति अधिकारी ने रिपोर्ट एसडीएम बिजावर को भेजी, जिन्होंने अनियमितताओं को गंभीर मानते हुए कलेक्टर से एफआईआर की अनुशंसा की। अनुमति मिलने के बाद बकस्वाहा थाने में 2 दिसंबर 2025 को एफआईआर दर्ज की गई। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। अधिकारी सुगंधी जैन ने कहा कि राशन वितरण में गड़बड़ी पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
फफूंदी लगी मिठाई की शिकायत पर हमला:देवरिया में दुकानदार ने दूल्हे को पीटा, चेन-अंगूठी लूटी; दो घायल
देवरिया के भटनी थाना क्षेत्र के हवा बाजार में एक मिठाई दुकानदार की दबंगई सामने आई है। फफूंदी लगी मिठाई की शिकायत करने पहुंचे दूल्हे और उसके नाबालिग साथी पर दुकानदार और उसके समर्थकों ने हमला कर दिया। इस हमले में दूल्हा और उसका साथी गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि आरोपियों ने दूल्हे के गले से चेन और हाथों से अंगूठियां भी लूट लीं। यघटना मंगलवार देर शाम की है। नूरीगंज भटनी निवासी 25 वर्षीय विक्की मदेशिया पुत्र अवेधश मदेशिया की शादी के लिए हवा बाजार स्थित एक मिठाई की दुकान से मिठाई मंगाई गई थी। शादी समारोह में मिठाई बांटने से पहले जब परिजनों ने डिब्बे खोले, तो उनमें फफूंदी लगी मिठाई देखकर सभी हैरान रह गए। इसके बाद दूल्हा विक्की अपने 15 वर्षीय साथी राज पुत्र ओमप्रकाश के साथ मिठाई वापस करने और शिकायत दर्ज कराने दुकानदार के पास पहुंचा। आरोप है कि शिकायत सुनते ही दुकानदार भड़क गया और अपने कई समर्थकों के साथ दूल्हे पर टूट पड़ा। दुकानदार और उसके साथियों ने विक्की की बेरहमी से पिटाई की, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। बीच-बचाव करने आए राज को भी बुरी तरह पीटा गया। हमले के दौरान आरोपियों ने दूल्हे के पास मौजूद सोने की अंगूठी और सोने की चेन भी छीन ली। मारपीट के बाद दूल्हे की हालत बिगड़ने पर उसे स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से गंभीर स्थिति को देखते हुए देवरिया मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों घायलों का मेडिकल परीक्षण कराकर मामले की जांच शुरू कर दी। भटनी पुलिस इस मामले में दुकानदार और उसके साथियों के खिलाफ लूट, मारपीट और अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करने की तैयारी कर रही है।
गाजीपुर में 7 लाख प्रतिबंधित कफ सिरप गायब:ड्रग इंस्पेक्टर ने 6 फर्मों को भेजा नोटिस
गाजीपुर में प्रतिबंधित कोडीन युक्त कफ सिरप की बड़े पैमाने पर खरीद-फरोख्त में गंभीर अनियमितताएं सामने आई हैं। ड्रग इंस्पेक्टर ने उन छह फर्मों को नोटिस जारी किया है, जिन्होंने पिछले तीन वर्षों में झारखंड के रांची-हटिया से करीब 11.50 करोड़ रुपए की कफ सिरप खरीदी थी, लेकिन बिक्री का कोई स्पष्ट रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं कराया। इस भारी अनियमितता के बीच 7 लाख से अधिक कफ सिरप की शीशियों का हिसाब नहीं मिल रहा है। ड्रग इंस्पेक्टर बृजेश मौर्य ने बताया कि लखनऊ से प्राप्त सूची के आधार पर जिले की छह फर्मों पर 14 से 20 नवंबर के बीच सत्यापन किया गया। जांच के दौरान फर्म संचालक खरीद-बिक्री का कोई विवरण उपलब्ध नहीं करा सके और विभिन्न प्रश्नों के जवाब देने से बचते नजर आए। स्थिति संदिग्ध पाए जाने पर 24 नवंबर को इन छह फर्मों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई। अब दवा की खरीद-बिक्री से जुड़े पूरे नेटवर्क की जांच जारी है। जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि इन फर्मों ने पिछले तीन वर्षों में भारी मात्रा में कफ सिरप खरीदी, लेकिन यह कहां बेची गई और किसने खरीदी, इसका कोई ठोस रिकॉर्ड नहीं मिला है। किन-किन फार्मों को भेजा गया नोटिस ड्रग इंस्पेक्टर बृजेश मौर्य ने बताया कि निम्नलिखित फार्मों को नोटिस भेजा गया है- 7 लाख से अधिक शीशियां ‘खपत’, किसी को भनक तक नहीं मामले की सबसे बड़ी हैरानी यह है कि करीब 7 लाख शीशियों के बराबर कफ सिरप की खपत हो गई, और जिम्मेदार अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं लगी। लोगों में चर्चा है कि इतनी बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित कफ सिरप आखिर कहां गई? क्या यह अवैध बाजारों में पहुंची? क्या इसमें किसी बड़े गिरोह का हाथ है? फिलहाल जांच टीम इस पूरे प्रकरण की परतें खोलने में जुटी है। अधिकारियों के मुताबिक, सभी दस्तावेजों के आने के बाद ही पूरा खेल बेनकाब होगा।
यूपी में SIR (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) चल रहा है। इस दौरान झांसी में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां वोटर लिस्ट में फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन का नाम मिला है। पिता का नाम हरिवंशराय बच्चन दर्ज है। घर का नंबर-54 लिखा है। वोटर लिस्ट के मुताबिक, बिग-बी ने 2003 में मतदान भी किया था। दैनिक भास्कर की टीम जमीनी हकीकत जानने के लिए इलाके में पहुंची, तो स्थानीय लोगों ने कहा- हमने उन्हें सिर्फ फिल्मों में देखा है, वो यहां कभी नहीं आए। मामला ओरछा गेट के कछियाना इलाके का है। इस बीच मेरठ में बीएलओ मोहित चौधरी ने तनाव में आकर जहर खा लिया। गनीमत रही कि जान बच गई। परिजन फौरन अस्पताल ले गए, जहां उन्हें बचा लिया गया।आरोप है कि मोहित के सुपरवाइजर उसे बार-बार सस्पेंड करने की धमकी दे रहे थे। मामले में मोहित की पत्नी ने बताया कि रोज पति 17 घंटे काम कर रहे थे। मैं भी उनकी मदद करती थी। पिछले 15 दिनों में हमारी जिंदगी एकदम बदल गई है।
अमेठी में चोरों ने अब लग्जरी गाड़ियों का इस्तेमाल कर चोरी की घटनाओं को अंजाम देना शुरू कर दिया है। जामो थाना क्षेत्र के कस्बे में देर रात एक घर के बाहर खड़ी ई-रिक्शा की चारों बैटरी बोलेरो सवार नकाबपोश चोर चुराकर फरार हो गए। चोरी की यह पूरी वारदात पास के ही एक मकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। पीड़ित विकलांग ई-रिक्शा चालक के पिता ने थाने में तहरीर दी है, लेकिन पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है। दरअसल, जामो थाना क्षेत्र के कस्बे में रहने वाले बुजुर्ग नवाब विकलांग हैं। उनका बेटा ई-रिक्शा चलाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करता है। यह ई-रिक्शा ही उनके परिवार की आजीविका का मुख्य साधन है। बुधवार की देर रात बोलेरो सवार अज्ञात नकाबपोश चोर नवाब के घर के बाहर पहुंचे। उन्होंने घर के बाहर खड़ी ई-रिक्शा से चारों बैटरी निकालीं और अपनी गाड़ी में लादकर फरार हो गए। अगली सुबह जब नवाब उठे तो उन्होंने ई-रिक्शा में बैटरी नहीं देखी। इसके बाद उन्होंने तत्काल डायल 112 पर फोन किया। डायल 112 के साथ स्थानीय पुलिस भी मौके पर पहुंची और पूछताछ के बाद वापस लौट गई। बुजुर्ग नवाब ने बाद में थाने पहुंचकर शिकायती पत्र भी दिया, लेकिन 24 घंटे से अधिक समय बीत जाने के बाद भी पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की है।
अलवर के रैणी क्षेत्र के लुनिया का बास भुड़ा गांव में रास्ते में चबूतरा बनाने के विरोध में गांव के लोग रात 12 बजे तक मिनी सचिवालय के मुख्य गेट पर धरने पर बैठे रहे इससे पहले गांव लोग बुधवार दोपहर को ही अतिरिक्त कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा था। ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव के आने-जाने के मुख्य मार्ग के बीच में चबूतरा बना दिया गया, जिससे रास्ता पूरी तरह अवरुद्ध हो गया है और आवाजाही ठप हो चुकी है। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार प्रशासन को अवगत कराने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई, उल्टा शिकायत करने पर उन्हें धमकियां मिल रही हैं। आरोप है कि पटवारी भोलाराम की मिलीभगत से रास्ता बंद करवाया गया और चबूतरे का निर्माण कराया गया। इसके चलते पांच दिनों से स्कूली बच्चे भी स्कूल नहीं जा पाए। इसी के साथ प्रशासन से यह भी मांग ही की पटवारी को सस्पेंड किया जाए देर रात करीब 12 बजे तक धरने पर डटे रहे ग्रामीण समस्या का समाधान न होने से नाराज़ ग्रामीणों ने बुधवार को मिनी सचिवालय गेट पर धरना शुरू किया, जहां देर रात करीब 12 बजे तक सैकड़ों ग्रामीण कड़कड़ाती ठंड में बैठे रहे।धरने के दौरान एडीएम मुकेश कायथवाल मौके पर पहुंचे और समझाइश दी, मगर ग्रामीण मानने को तैयार नहीं हुए। धरने पर बैठे धर्म सिंह ने आरोप लगाया पटवारी भोलाराम मौके पर खड़े होकर रास्ते में चबूतरा बनवा रहा था। रास्ता बंद होने से गांव के बच्चों की पढ़ाई ठप है। तहसीलदार और एसडीएम सिर्फ आश्वासन दे रहे हैं, कार्रवाई नहीं। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द रास्ता बहाल नहीं किया गया तो पूरा गांव अलवर आएगा और उग्र आंदोलन किया जाएगा।
सरगुजा के परसोढ़ी में पुश्तैनी जमीन बचाने की कोशिश में ग्रामीणों और पुलिसकर्मियों के बीच पथराव हो गया। जिसमें एएसपी, थानेदार सहित 25 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गए। इसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और ग्रामीणों को मौके से खदेड़ा। मामला लखनपुर थाना क्षेत्र का है। दरअसल, ग्रामीण जमीन अधिग्रहण विरोध कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने पुलिस पर पथराव कर दिया। गुलेल से भी हमला किया। हमले में पुलिसकर्मियों के अलावा 12 से ज्यादा ग्रामीणों को भी चोट आई हैं। वहीं, इस मामले में पुलिस ने ग्रामीणों के खिलाफ गंभीर धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। साथ ही कई लोगों को हिरासत में लिया गया है। टीएस सिंहदेव ने एक्स पर लिखा- सरकार जिनकी प्रतिनिधि है, उन्हीं पर लाठियां बरसा रही है। सरगुजा जिले के लखनपुर विकासखंड के ग्राम परसोडीकला का दृश्य लोकतंत्र को शर्मिंदा करने वाला है। जहां गुजरात की एक निजी कंपनी से सरकारी खदान में उत्खनन कराया जा रहा है और विरोध कर रहे स्थानीय ग्रामीणों पर पुलिस का लाठीचार्ज और आंसू गैस बरसाई गई। उन्होंने लिखा- यही है वह 'गुजरात मॉडल', जिसे देश वाराणसी और अयोध्या में भी देख रहा है। जहां स्थानीय लोगों के रोजगार और संसाधनों पर बाहर की कंपनियों और लोगों का कब्ज़ा कराया जा रहा है, और स्थानीय समुदायों के अधिकारों की पूरी तरह अनदेखी कर दी गई है। सरकार का काम जनता की रक्षा करना है, उन्हीं पर लाठियां चलाना नहीं। छत्तीसगढ़ के लोगों के हक, जमीन और भविष्य का इस तरह दमन नहीं किया जा सकता। पुलिस और ग्रामीण के बीच झड़प की तस्वीरें... कांग्रेस ने कहा- यह सरकार की सोच का आइना कांग्रेस ने भी एक्स पर लिखा- सरगुजा जिले के अमेरा में जो कुछ हो रहा है, वह सिर्फ एक खदान का विवाद नहीं है। यह सरकार की सोच का आइना है। आदिवासी अपनी जमीन, जंगल और भविष्य बचाने के लिए खड़े हैं, लेकिन भाजपा सरकार ने उनकी बात सुनने के बजाय हर हाल में खदान विस्तार को आगे बढ़ाने का रुख अपना लिया है। खदान विस्तार का विरोध, झड़प के बाद पसरा सन्नाटा दरअसल, अमेरा खदान के विस्तार के लिए परसोढ़ी कला में साल 2001 में SECL ने जमीन अधिग्रहित की थी, उसे ग्रामीण आज भी छोड़ने को तैयार नहीं हैं। गांव के केवल 19% किसानों ने ही मुआवजा लिया है। वह भी बिना नौकरी पाए। बाकी ग्रामीण अपनी पुश्तैनी जमीन को कोयला उत्खनन के लिए जबरन लिए जाने का सालों से विरोध कर रहे हैं। बुधवार को प्रशासन करीब 500 पुलिसकर्मियों के साथ खदान का काम शुरू कराने पहुंचा। ग्रामीणों की ओर से पथराव होने पर पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई में पत्थर चलाए, जिसमें 12 से अधिक ग्रामीण घायल हो गए। पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागकर लोगों को तितर-बितर किया और कई ग्रामीणों को हिरासत में ले लिया। पुलिस की कार्रवाई के बाद गांव में सन्नाटा पसर गया है। गांव के पुरुष घरों से बाहर चले गए हैं। जमीनों की रखवाली के लिए ग्रामीणों ने जो टेंट-तंबू लगाए थे, पुलिस ने उन्हें उखाड़ दिया है। ग्रामीणों को पकड़ने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है और बाहर से भी अतिरिक्त फोर्स बुला ली गई है। SECL ने जारी की विज्ञप्ति, 10 करोड़ मुआवजा दिया झड़प के बाद SECL के जनसंपर्क अधिकारी ने विज्ञप्ति जारी कर दावा किया है कि परसोढ़ी कला के ग्रामीणों को 10 करोड़ मुआवजा बांटा गया है और रोजगार भी उपलब्ध कराया जा रहा है। जमीन का अधिग्रहण साल 2001 में कोल बेयरिंग एक्ट के तहत किया गया था। कुछ असामाजिक तत्व खनन में बाधा डाल रहे हैं। झड़प में एएसपी और अपर कलेक्टर भी आंशिक रूप से घायल हो गए हैं। ग्रामीणों को खदेड़ने के बाद आज आंशिक रूप से काम शुरू कर दिया गया है। SECL की यह खदान निजी कंपनी संचालित कर रही है। परसोढ़ी कला में खदान का संचालन निजी कंपनी LCC कर रही है।
डूंगरपुर स्टेशन से 22 बच्चे छुड़ाए:3 दलाल हिरासत में लिए, कैटरिंग के काम के लिए ले जा रहे थे गुजरात
डूंगरपुर जिले में आरपीएफ, चाइल्ड लाइन व सृष्टि सेवा संस्थान ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए डूंगरपुर रेलवे स्टेशन से 22 बाल श्रमिकों को मुक्त करवाया है। वही 3 दलालों को हिरासत में लिया है।ये दलाल डूंगरपुर जिले के विभिन्न गांवों से बच्चों को कैटरिंग कार्य के लिए गुजरात ले जा रहे थे। ये सभी चित्तौड़गढ़ से असारवा (गुजरात) जाने वाली ट्रेन में बैठकर जाने का इंतजार कर रहे थे। सूचना के बाद की कार्रवाईडूंगरपुर जिले में बाल अधिकारिता विभाग की ओर से संचालित चाइल्ड लाइन के समन्वयक मेहुल ने बताया कि डूंगरपुर रेलवे स्टेशन से आरपीएफ से सूचना मिली थी कि रेलवे स्टेशन पर कुछ बच्चे आए हुए है और गुजरात बालश्रम के लिए ले जाने की आशंका है। जिस पर चाइल्ड लाइन, सृष्टि सेवा संस्थान, आरपीएफ और जीआरपी की टीम रेलवे स्टेशन पर पहुंच गई। अलग-अलग पूछताछ करने पर सामने आई बातटीम को देखते ही बच्चों को ले जा रहे दलाल भागने लगे। टीम ने उन्हें पकड़ा और पूछताछ कि तो गुमराह करते रहे। दलाल बोले वे बच्चों को नहीं जानते है। लेकिन जब बच्चों से पूछा तो उन्होंने पहले अंकल होने के बारे में बताया। फिर पिकनिक जाने का कहकर गुमराह करते रहे। लेकिन सभी बच्चों से अलग-अलग पूछताछ करने पर बच्चों ने सारी बात बता दी। 27 में से 5 बच्चे बालिग निकलेस्टेशन से कुल 27 बच्चों का रेस्क्यू किया। जिसने से 22 बच्चे नाबालिग पाए गए। जिनकी उम्र 11 से 18 साल के बीच है। जबकि 5 बच्चे बालिग पाए गए। वही उन्हें ले जा रहे 3 दलालों को डिटेन किए।दलाल जयचंद, आशीष और संजय ने बताया कि कैटरिंग के कार्य के लिए डूंगरपुर जिले के झोथरी, बेडसा, सीमलवाड़ा और मेवाड़ा गांव से 22 बच्चों को गुजरात ले जा रहे थे। डूंगरपुर रेलवे स्टेशन से चित्तौड़गढ़ से असारवा जाने वाली ट्रेन में बच्चों को ले जाने वाले थे। बाल श्रमिकों को मुक्त करवाने के बाद टीम ने सीडब्लूसी के समक्ष पेश किया। जहां से सीडब्लूसी ने बाल श्रमिकों को बाल संप्रेषण गृह भेजने के निर्देश दिए है। वही दलालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के भी निर्देश दिए है।
प्रयागराज में उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र (NCZCC), संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित दस दिवसीय राष्ट्रीय शिल्प मेले के तीसरे दिन बुधवार को लोक कलाकारों ने अपनी शानदार प्रस्तुतियां दीं। इन प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर थपट्टम, रीना शैला, पेरिया मेलम, डमी हॉर्स और कालियाट्टम जैसे विभिन्न लोकनृत्यों ने उत्सव का माहौल और जीवंत बना दिया। प्रत्येक दल की पारंपरिक वेशभूषा और उनके नृत्य का अनूठा अंदाज़ दर्शकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा। मथुरा से आए कलाकारों के दल ने सिर पर बजनी शिला और 108 जलते दीपों के साथ मनमोहक चरकुला नृत्य प्रस्तुत किया। ब्रज की संस्कृति को दर्शाती इस प्रस्तुति ने दर्शकों का मन मोह लिया और पंडाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। गंगा देवी और उनके साथी कलाकारों ने 'पधारो म्हारे देश' तथा 'केसरिया बालम' जैसे लोकप्रिय राजस्थानी गीतों पर तेराताली और भवई नृत्य प्रस्तुत किया। उनकी लय, ताल और लोक परंपरा की झलक ने दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। इसके अतिरिक्त, पूर्वी त्रिपाठी और उनके दल ने कृष्ण-लीला पर आधारित एक नृत्य-नाटिका भी प्रस्तुत की। सांस्कृतिक संध्या में ग़ज़ल गायक भूपेंद्र शुक्ला ने 'आपके दिल में क्या है बता दीजिए', 'गुमसुम यह जहाँ है' और 'मैं कैसे कहूँ जानेमन' जैसी ग़ज़लों से श्रोताओं को अंत तक बांधे रखा। लोकगायिका ज्योति सिन्हा ने 'युगो-युगो जियो बिन दवाई' और भोजपुरी लोकगीत 'अइले बनवाली जी, आपन कोरिया बहरा' तथा 'झुलुहा लागल बा निमिया डढ़िया' प्रस्तुत कर महफ़िल में लोक-सुगंध बिखेरी। तीसरे दिन की सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति सुधीर नारायण (इलाहाबाद हाईकोर्ट) और राकेश सिन्हा (पूर्व लेखाधिकारी, NCZCC) ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। केंद्र निदेशक सुदेश शर्मा ने मुख्य अतिथियों को स्मृति चिन्ह और अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया।
सीकर में 2 दिन पहले हुई मावठ की बारिश ने सर्दी को और तेज कर दिया है। ग्रामीण इलाकों में ठंड से धूजणी छूट रही है। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक शीतलहर चलने का अलर्ट जारी किया है। बीती रात ठंडी हवाओं ने कंपकंपी बढ़ा दी, जबकि दिन में भी सर्दी का असर साफ महसूस हो रहा है। आज सुबह न्यूनतम तापमान 1.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पूरे राजस्थान में सबसे कम है। इस मावठ से सरसों और गेहूं की फसलों को अच्छा फायदा होने की उम्मीद जताई जा रही है। सीकर जिला मुख्यालय और फतेहपुर इलाके में आज सुबह हल्के बादल छाए रहे, जिससे दिन की धूप कमजोर पड़ गई और ठंड का एहसास और बढ़ गया। पिछले एक हफ्ते से अधिकतम तापमान 26 डिग्री के आसपास स्थिर है। मौसम विभाग ने 4 दिसंबर तक कोल्ड वेव का अलर्ट दिया है। कल बुधवार को न्यूनतम तापमान 3 डिग्री और अधिकतम 26 डिग्री रहा था। जयपुर मौसम केंद्र के मुताबिक, सीकर में तेज सर्दी का दौर अभी जारी रहेगा, लेकिन दो दिन बाद मौसम में बदलाव आ सकता है। राजस्थान के ज्यादातर इलाकों में अगले एक हफ्ते तक मौसम शुष्क रहेगा। शेखावाटी क्षेत्र में फिलहाल प्रदेश का सबसे कम न्यूनतम तापमान दर्ज हो रहा है। अगले 2-3 दिनों में तापमान में गिरावट स्थिर रहेगी, और सीकर समेत शेखावाटी में अगले चार दिनों तक न्यूनतम तापमान 5 डिग्री से नीचे रहने की संभावना है।
कन्नौज में डुप्लीकेट वोट काटने की तैयारी:पंचायत चुनाव से पहले आधार नंबर से होगा सत्यापन
कन्नौज में आगामी पंचायत चुनाव से पहले मतदाता सूची से डुप्लीकेट वोटों को हटाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। प्रशासन के लिए यह एक बड़ी चुनौती है, जिसके समाधान के लिए अब आधार कार्ड नंबरों का उपयोग किया जाएगा। इस प्रक्रिया के तहत, बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) सत्यापन के दौरान मतदाताओं के आधार कार्ड के अंतिम चार अंक एकत्र करेंगे। इसका उद्देश्य मतदाता सूची में दर्ज नामों का मिलान करना और यह सुनिश्चित करना है कि प्रत्येक व्यक्ति का नाम केवल एक ही स्थान पर दर्ज हो। यदि किसी मतदाता का नाम दो जगहों पर पाया जाता है, तो उसे केवल एक ही स्थान पर शामिल किया जाएगा। अपर जिलाधिकारी एवं निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी द्वारा जारी आदेश में स्पष्ट किया गया है कि सत्यापन के समय मतदाताओं को अपने आधार कार्ड के अंतिम चार अंक बीएलओ को उपलब्ध कराने होंगे। यदि मतदाता स्वयं उपस्थित नहीं है, तो उसके परिवार का कोई सदस्य भी यह जानकारी प्रदान कर सकता है। यह जानकारी न देने पर मतदाता का नाम सूची में शामिल नहीं किया जाएगा। यह कदम पंचायत चुनाव से पहले एक शुद्ध और त्रुटिहीन निर्वाचक नामावली तैयार करने के लिए उठाया गया है। मतदाताओं और उनके परिजनों से सहयोग की अपील की गई है ताकि सत्यापन प्रक्रिया सुचारू रूप से पूरी हो सके।
पीलीभीत के बरखेड़ा स्थित सूर्या मेडिकल स्टोर के खिलाफ लाखों रुपये के नारकोटिक्स और कोडीन युक्त कफ सिरप की अवैध बिक्री के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। यह कार्रवाई बरेली में हुए एक बड़े खुलासे के बाद की गई है। मेडिकल स्टोर के प्रोपराइटर को बरेली के एक स्टॉकिस्ट के साथ नामजद किया गया है। सहायक आयुक्त (औषधि) संदीप कुमार के निर्देश पर, औषधि निरीक्षक राजेश यादव ने बुधवार को बरेली के शहर कोतवाली में दो आरोपियों के खिलाफ यह रिपोर्ट दर्ज कराई। यह मामला बरेली के गली नवाबान स्थित एक्सट्रीम हेल्थ सॉल्यूशन से संबंधित है। औषधि निरीक्षक राजेश यादव ने 20 नवंबर को इस प्रतिष्ठान का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान, जब नारकोटिक्स दवाओं की खरीद-बिक्री के अभिलेख मांगे गए, तो प्रोपराइटर राहुल सभरवाल कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सके। जांच में सामने आया कि राहुल सभरवाल ने पिछले एक साल में 96,67,475 रुपये मूल्य की 62,687 बोतल रेक्सले-टी कोडीन युक्त कफ सिरप खरीदी थी। हालांकि, वह इसके कानूनी विक्रय का कोई प्रमाण नहीं दे पाए। इस कारण पूरी मात्रा को अवैध तरीके से बेचे जाने का आरोप है। पूछताछ के दौरान, प्रोपराइटर राहुल सभरवाल ने बताया कि उन्होंने इस कफ सिरप की एक बड़ी खेप पीलीभीत जिले के बरखेड़ा कस्बे में स्थित सूर्या मेडिकल स्टोर को बेची थी और इसके लिए ऑनलाइन भुगतान प्राप्त किया था। औषधि निरीक्षक के अनुसार, प्रारंभिक जांच में इस बिक्री की पुष्टि हुई है। कोडीन युक्त कफ सिरप का उपयोग अक्सर नशे के लिए किया जाता है। इतनी बड़ी मात्रा में इसकी बिक्री के वैध अभिलेख न होने से यह मामला अवैध तस्करी और दुरुपयोग के दायरे में आ गया है। अवैध रूप से कफ सिरप बेचने के आरोप में एक्सट्रीम हेल्थ सॉल्यूशन के प्रोपराइटर राहुल सभरवाल और पीलीभीत के बरखेड़ा स्थित सूर्या मेडिकल स्टोर के प्रोपराइटर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। औषधि विभाग अब इस मामले में पीलीभीत में आगे की जांच और आवश्यक कार्रवाई करेगा।
सिंगरौली पुलिस ने सड़क दुर्घटनाओं को रोकने और यातायात अनुशासन बढ़ाने के लिए 15 दिवसीय विशेष अभियान शुरू किया है। 26 नवंबर से जारी इस अभियान के पहले आठ दिनों में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले 1030 से अधिक वाहनों पर कार्रवाई की गई है। इस दौरान 5 लाख 20 हजार रुपए से अधिक का जुर्माना वसूला गया है। अभियान के तहत की गई कार्रवाई के आंकड़ों के अनुसार, सबसे अधिक चालान बिना हेलमेट दोपहिया वाहन चलाने वालों पर किए गए। ऐसे 630 चालकों से 1 लाख 89 हजार रुपए का जुर्माना वसूला गया। बिना हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट (HSRP) वाले 280 वाहनों पर 1 लाख 40 हजार रुपए का चालान लगाया गया। सड़क सुरक्षा के लिए नागरिकों को जागरूक किया इसके अतिरिक्त, बिना वैध बीमा के 10 वाहनों और तेज रफ्तार से वाहन चलाने वाले 10 चालकों पर 10-10 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया। अन्य यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले 100 प्रकरणों में 1 लाख 72 हजार रुपए की कार्रवाई की गई। इस अभियान के दौरान सड़क सुरक्षा से जुड़ी शासकीय योजनाओं का भी व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। इनमें राहगीर योजना, हिट एंड रन पीड़ित प्रतिकर योजना और कैशलेस सुविधा शामिल हैं। नागरिकों को जागरूक करने के लिए चौराहों, पेट्रोल पंपों, पार्कों और शासकीय कार्यालयों में फ्लेक्स-बैनरों का उपयोग किया जा रहा है। यातायात थाना प्रभारी दीपेंद्र सिंह ने बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं को रोकना और लोगों में यातायात नियमों के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। उन्होंने यह भी कहा कि यह कार्रवाई आगे भी लगातार जारी रहेगी।
मध्यप्रदेश विधानसभा में VIT यूनिवर्सिटी को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। कांग्रेस विधायक हेमंत कटारे ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय छात्रों से एडमिशन के समय एक अनिवार्य “कंसेंट बॉन्ड (सहमति पत्र)” भरवाता है, जिसके आधार पर संस्थान छात्रों का ब्लड और यूरिन सैंपल जब चाहे ले सकता है और उन्हें स्टोर भी कर सकता है। उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने सदन में बॉन्ड की लाइन पढ़ते हुए बताया कि यह प्रक्रिया बिना वास्तविक सहमति के दबाव में और छात्रों के अधिकारों का उल्लंघन करते हुए की जाती है। हेमंत कटारे ने कहा कि विश्वविद्यालय में प्रवेश से पहले छात्रों को मजबूरन यह लिखकर देना पड़ता है कि, “I consent to permit the tracing doctor to collect and store blood, urine samples and also to disclose the result to VIT Bhopal if necessary.” (मैं सहमति देता/देती हूं कि ट्रेसिंग डॉक्टर मेरे रक्त और मूत्र के नमूने एकत्रित और संग्रहित कर सकते हैं और जरूरत पड़ने पर रिजल्ट VIT भोपाल को साझा कर सकते हैं।) कटाने कहा कि यह वही संस्थान है, जहां पर बजरंग बली का नाम लिया जाता है, तो कार्रवाई की जाती है। 5 हजार रुपए का फाइन लगाया जाता है और दंडात्मक कार्रवाई की जाती है। छात्रों को मेडिकल टेस्ट देने के लिए मजबूर किया जाता हैकटारे ने आरोप लगाया कि बिना सरकारी अनुमति का फर्जी क्लिनिक विश्वविद्यालय के अंदर संचालित हो रहा है। CMHO को परिसर में दो घंटे तक अंदर प्रवेश नहीं दिया गया, जो शासकीय कार्य में बाधा है। छात्रों को जब चाहे मेडिकल टेस्ट देने के लिए बाध्य किया जाता है। छात्र आंदोलन की जड़ में दूषित पानी, खराब भोजन कटारे और अन्य विधायकों ने बताया कि पेयजल के 18 सैंपलों में से 4 में बैक्टीरिया पाए गए। स्वास्थ्य संबंधी शिकायतें महीनों तक लंबित रहीं। छात्रों पर हजारों FIR दर्ज कर दी गईं। यह सब मिलकर छात्रों में भारी नाराजगी का कारण बना, जिसके चलते हजारों छात्र सड़कों पर आ गए। बोले- जांच होगी, दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई होगीउच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा- विश्वविद्यालय को धारा 41(1) के तहत नोटिस जारी किया गया है। 7 दिन बाद धारा 41(2) के तहत कठोर कार्रवाई की जा सकती है, जिसमें विश्वविद्यालय को सरकारी नियंत्रण में लेना शामिल है। इस पर हेमंत कटारे ने कहा- 3 हजार बच्चों का भविष्य बर्बाद न हो, इसलिए छात्र हित में उस एफआईआर को या तो निरस्त किया जाए या वापस लिया जाए। इस पर मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा- मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि एक भी छात्र का भविष्य खराब नहीं होगा, क्योंकि यह विश्वविद्यालय के प्रबंधन के कारण समस्या पैदा हुई है, छात्रों के कारण नहीं हुई है। बजरंगबली को नाम लिया तो फाइन लगा दियाकटारे ने कहा कि यहां पर बजरंग बली का नाम लिया जाता है, तो 5 हजार रुपए का फाइन लगाया जाता है। दंडात्मक कार्रवाई की जाती है। 8 जुलाई 2022 को यहां के छात्रों ने बजरंग बली के नाम का स्मरण किया और उन पर दंडात्मक एक्शन लिया गया था। कैलाश विजयवर्गीय मोदी राज और डॉ. मोहन राज के बारे में बता रहे थे, तो शायद राम राज्य की ऐसी कल्पना हम कभी नहीं कर सकते, जहां हनुमान जी का नाम लेने पर ऐसी कार्रवाई हो। मैंने तो देश में ऐसा कभी नहीं देखा है। इससे बड़ा दुर्भाग्य हो नहीं सकता है। मंत्री बोले- यहां की लगातार शिकायतें मिल रही थींमंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि यह बात सही है कि यहां की शिकायतें लगातार मिल रही थीं। उसके कारण लंबे समय से बच्चों में एक बड़ा आक्रोश बन गया था। बाहर का व्यक्ति सामान्य परिस्थिति में वहां जा नहीं सकता। पहले एक घटना हुई थी, उस समय भी कार्रवाई की गई थी इस बार की घटना को लेकर कलेक्टर और एसपी से मेरी खुद की बात हुई। हमारे एसीएस की बात हुई और हमने उन्हें इनवॉल्व किया। क्योंकि समिति को भी वहां जाने में मुश्किल पैदा की गई है। समिति की पूरी विस्तृत रिपोर्ट है जो सबके सामने सार्वजनिक हो चुकी है। व्यवस्था चरमराई इसलिए सख्त कदम उठाने पर मजबूर हुएपरमार ने कहा- यह बात सही है कि वहां पर जो व्यवस्था है, वह मानवीय दृष्टिकोण से सही नहीं थी। इसलिए हम सख्त कदम उठाने पर मजबूर हुए। क्योंकि जैसे ही कमेटी की रिपोर्ट आई, हमने तत्काल मुख्यमंत्री जी से बात की और उसी दिन फैसला किया था कि इसके आधार पर हमें आगे कार्रवाई करनी चाहिए ताकि प्रबंधन को भी समझ में आ जाए। क्योंकि जिला प्रशासन भी इनवॉल्व है। कलेक्टर, एसपी भी इनवॉल्व हैं। उन्होंने सीएमएचओ को भेजने का काम उन्होंने किया था। अगर उनको ऐसा लगता है कि उन पर शासकीय कार्य में बाधा की कार्रवाई होनी चाहिए तो सीएचएमओ को खुद और कलेक्टर को मिलकर के कराना चाहिए था। मुझे लगता है कि शायद वह कार्रवाई नहीं की गई है। हम एक बार कलेक्टर से आग्रह करके, उसके लिए भी कहेंगे कि इनकी ओर से भी शासकीय कार्य में जो बाधा उत्पन्न की गई है, उसको लेकर भी वहां के प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। कांग्रेस विधायक बोले- मामले की मजिस्ट्रियल जांच होमहिदपुर से कांग्रेस विधायक दिनेश जैन (बोस) ने कहा कि इस पर जांच कब तक होगी ? कितने दिनों में हम लोगों को न्याय मिलेगा। इसमें हम चाहते हैं कि मजिस्ट्रियल जांच हो और विद्यार्थियों को न्याय मिले। हमारी छवि भी खराब न हो। इस तरह की कानूनी कार्रवाई हो कि अच्छा संदेश जाए। क्योंकि मध्यप्रदेश में पूरे देश के कोने-कोने से विद्यार्थी आते हैं। नहीं तो हमारे राज्य का नाम खराब हो जाएगा। विद्यार्थियों के खिलाफ दर्ज आपराधिक प्रकरण वापस लिए जाएं। 4 हजार स्टूडेंट्स ने की थी आगजनी-तोड़फोड़ दरअसल, वीआईटी यूनिवर्सिटी में 25 नवंबर की रात हालात अचानक बेकाबू हो गए थे। करीब 4 हजार छात्र कॉलेज परिसर में जमा हो गए और देखते ही देखते बसें और गाड़ियां आग की लपटों में घिर गईं। कई वाहनों के शीशे चकनाचूर हो गए, एम्बुलेंस में तोड़फोड़ हुई और परिसर में अफरा-तफरी मची रही। गुस्साए छात्रों के हंगामे को काबू करने के लिए 5 थानों की पुलिस को एक साथ मैदान में उतरना पड़ा था। इससे जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... VIT यूनिवर्सिटी को नोटिस, 7 दिन में मांगा जवाब:सरकार ने दी कार्रवाई की चेतावनी; जांच रिपोर्ट में गंभीर अनियमितताएं मिलीं घटिया खाने के विरोध पर चांटे पड़े, लगा दी आग:VIT में दूसरे दिन भी बवाल, बस और बाइक जलाईं, तोड़फोड़; कैंपस में पैरामिलिट्री तैनात वीआईटी कॉलेज में 2 हजार छात्रों का हंगामा, VIDEO:बोले- गर्मी में पीने का पानी तक नहीं मिल रहा; कॉलेज ने परीक्षा स्थगित की
इंदौर में इंडिगो की 3 फ्लाइट कैंसिल:रिफंड और रिबुकिंग की सुविधा मिल रही; कल 18 फ्लाइट कैंसल हुई थी
इंदौर से संचालित होने वाली इंडिगो एयरलाइन की आज तीन उड़ानें रद्द की गई हैं। इसके अलावा तीन फ्लाइटों में देरी हुई। बुधवार को भी इंडिगो की 18 उड़ानें कैंसिल हो चुकी थीं, जिससे एयरपोर्ट पर पहुंचे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इंदौर से सबसे अधिक उड़ानों का संचालन इंडिगो करती है, इसलिए अन्य एयरलाइंस की उड़ानों के विपरीत सबसे अधिक यात्री प्रभावित हुए। एयरलाइन प्रबंधन के अनुसार, रद्द की गई उड़ानों में जयपुर, दिल्ली, मुंबई, गोवा, चेन्नई और कोलकाता जैसे प्रमुख रूट शामिल हैं। एयरलाइन कर्मचारियों के मुताबिक, पूरे देश में ऑपरेशनल और तकनीकी कारणों से यह समस्या उत्पन्न हुई। प्रभावित यात्रियों को रिफंड और रिबुकिंग का विकल्प दिया जा रहा है। यात्री शिवांशु मालवीय ने कहा, “मैं समय पर एयरपोर्ट पहुंचा, लेकिन बाद में पता चला कि मेरी उड़ान इंडिगो की समस्या के कारण रद्द हो गई। मजबूरन मुझे दूसरी एयरलाइन की महंगी उड़ान लेनी पड़ी।” आज रद्द की गई उड़ानें इंदौर आने वाली फ्लाइट: 6E5161: मुंबई से इंदौर इंदौर से जाने वाली फ्लाइट इंदौर में देरी से आने-जाने वाली फ्लाइट
उत्तर भारत से चलने वाली बर्फीली हवाओं के कारण श्रीगंगानगर जिले में तेज ठंड का दौर शुरू हो गया है। सुबह शाम कड़ाके की ठंड पड़ रही है। जिससे तापमान में लगातार गिरावट दर्द की जा रही है। दिन में निकल रही धूप में भी लोगों को ठिठुरन महसूस हो रही है। लोग दोपहर को भी घरों से गर्म कपड़े पहनकर बाहर निकल रहे हैं। कृषि अनुसंधान केंद्र, श्रीगंगानगर पर आज सुबह का न्यूनतम तापमान 7.5 डिग्री रिकार्ड किया गया। बुधवार को न्यूनतम तापमान 7.1 डिग्री व अधिकतम तापमान 23.2 डिग्री रिकार्ड किया गया। वहीं, मंगलवार को न्यूनतम तापमान 6.9 डिग्री व अधिकतम तापमान 26 डिग्री रिकार्ड किया गया। दिन में मौसम ठंडा रहने से अधिकतम तापमान में 2.8 डिग्री के गिरावट आई है। जिले में लगातार पिछले कई दिनों से मौसम ड्राइ बना हुआ है। गुरुवार सुबह जिले के ग्रामीण इलाकों में हल्का कोहरा छाया रहा। कुछ जगहों पर हल्के बादल भी छाए रहे। मौसम विभाग के अनुसार आगामी दिनों में न्यूनतम व अधिकतम तापमान में और गिरावट आ सकती है।
नारनौल में मायके से हुई लापता विवाहिता:3 साल पहले हुई थी शादी, मोबाइल भी आ रहा स्विच ऑफ
नारनौल में एक शादीशुदा महिला अपने मायके से लापता हो गई। इस बारे में लापता महिला के पिता ने अटेली थाना में पुलिस में शिकायत देकर महिला की तलाश करने की मांग की है। शिकायत के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर महिला की तलाश शुरू कर दी है। अटेली थाना में दी गई शिकायत में गांव गढ़ी रुथल के रहने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि उसके दो बच्चे हैं। जिसमें बड़ी लड़की है। बड़ी लड़की की उसने 3 साल पहले गांव नांगल सिरोही में शादी कर दी थी। कुछ दिन से वह अपने मायके में उनके पास गांव गढ़ी रुथल आई हुई थी। कई जगह की तलाश बीते कल वह दिन के समय घर से कहीं चली गई। जिसके बाद उन्होंने उसकी आस पड़ोस, रिश्तेदारियों और अन्य कई जगह तलाश की, मगर वह कहीं पर भी नहीं मिली। उसने सलेटी रंग का सलवार और सूट पहना हुआ है तथा उसकी उम्र करीब 25 साल है। फोन भी आ रहा बंद शिकायत में बताया कि वह अपने साथ मोबाइल फोन भी लेकर गई है, मगर उसके जब नंबर पर फोन करते हैं तो उसका नंबर बंद आ रहा है। जिसके कारण उनकी परेशानी बढ़ गई है।
प्रदेश के सभी जिलों में स्थित जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (DIET) में रिक्त पदों पर लेक्चरर, वाइस प्रिंसिपल और प्रिंसिपल स्तर के 251 शिक्षा अधिकारियों को पोस्टिंग दी गई है। इस बात का विशेष ध्यान दिया गया है कि किसी भी शिक्षा अधिकारी को डाइट से हटाए बगैर सभी को लगाया गया है। विभाग ने राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) के मानदंडों को पूरा करने के लिए राज्यभर से शिक्षा अधिकारियों का चयन किया था। प्रारम्भिक शिक्षा निदेशक की ओर से जारी आदेश में सभी शिक्षा अधिकारियों को 12 दिसम्बर तक कार्यभार ग्रहण करना होगा। शिक्षा विभाग ने राज्य की डाइट्स में रिक्त पदों पर ही इन शिक्षा अधिकारियों को पोस्टिंग दी है। वहीं कुछ जिलों में रिक्त पदों से अधिक लेक्चरर और प्रिंसिपल को पोस्टिंग दी गई है। इस पोस्टिंग के बाद भी कई पद रिक्त भी रह जाएंगे। डाइट में पोस्टिंग से पहले शिक्षा विभाग ने अपने ही विभाग में कार्यरत अधिकारियों से आवेदन मांगे थे। इसके बाद इनका चयन किया गया। चयनित शिक्षा अधिकारियों को ही यहां पोस्टिंग दी गई है। ऑनलाइन आवेदन करने वाले शिक्षा अधिकारियों की कार्यशैली और कार्य गुणवत्ता के आधार पर चयन हुआ है। राज्य में डीएलएड कोर्स डाइट में संचालित होते हैं और इन कोर्स को चलाने के लिए एनसीटीई के मानदंडों की पालना करनी होती है। इसी कारण प्रदेशभर के सभी डाइट्स में लेक्चरर लगाए गए हैं ताकि टीचर्स तैयार करने वाले डीएलएड कोर्स की मान्यता पर असर नहीं पड़े। पूर्व में एनसीटीई राज्य के दोनों सरकारी बीएड कॉलेज की मान्यता रद्द कर चुका है।
बांसवाड़ा में आज 6 घंटे बिजली कटौती:सुबह 10:30 बजे से शुरू होकर शाम 4:30 बजे तक सप्लाई बंद रहेगी
बांसवाड़ा जिले के बागीदौरा, कुशलगढ़ और चौरड़ी क्षेत्र में आज 6 घंटे बिजली कटौती रहेगी। सुबह 10:30 बजे से शुरू होकर शाम 4:30 बजे तक सप्लाई बंद रहेगी। बिजली विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, बागीदौरा स्थित 220 केवी जीएसएस लोधा पर महत्वपूर्ण आवश्यक रखरखाव कार्य किया जाना है। इसी कारण, 132 केवी जीएसएस बागीदौरा, कुशलगढ़ और चौरड़ी से निकलने वाले सभी फीडरों पर बिजली की आपूर्ति अस्थाई रूप से बंद रहेगी। इन क्षेत्रों में बंद रहेंगी बिजली आपूर्ति जिन प्रमुख क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बाधित रहेगी, उनमें मोहकमपुरा, टिमेड़ा, रामगढ़, सज्जनगढ़, डूंगरा, कलिंजय, बागीदौरा, बड़ोंदीया, नौगामा, आनंदपुरी और गांगड़तलाई शामिल हैं। विभाग ने उपभोक्ताओं से असुविधा के लिए खेद व्यक्त किया है और सहयोग की अपील की है। उपभोक्ताओं को सलाह दी गई है कि वे इस अवधि से पहले अपने जरूरी काम निपटा लें।
उदयपुर शहर के हिरणमगरी से डोरेनगर और आजानगर में जाने वालों को अब मुख्य सड़क से गलत दिशा में नहीं जाना होगा। इन कॉलोनी में जाने के लिए मुख्य सड़क से पहले एक तरफ ही रास्ता था अब दूसरी तरफ भी रास्ता बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। इससे अब आने और जाने दोनों का अलग रास्ता हो गया है। हिरणमगरी सेक्टर तीन में नेहरू हॉस्टल से यूडीए ने जमीन अधिग्रहित कर के यहां पर नेहरू हॉस्टल के पास-पास एक सम्पर्क सडक़ बनाने का काम शुरू किया है। हिरणमगरी सेक्टर 4 की तरफ से आने से आने वाले वाहन चालकों को डोरेनगर और आजाद नगर की ओर जाने के लिए गलत दिशा होकर जाना पड़ता था, जिससे आए दिन दुर्घटना होती रहती थी और जाम भी लग जाता था। उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन ने इस समस्या का समाधान करने के लिए सुखाड़िया विश्वविद्यालय के नेहरू हॉस्टल से जमीन लेकर एक सडक़ बनाने की कयावद शुरू की थी। नेहरू हॉस्टल से 92 मीटर लम्बी और 6 मीटर जमीन अधिग्रहित की जाए और एक नई सम्पर्क सडक़ बनाई जाए। लगातार प्रयास के बाद आखिरकार सफलता मिली और आवश्यक मुआवजा दिलवाने के बाद नेहरू हॉस्टल से जमीन लेकर यूडीए ने सडक़ बनाने का काम शुरू किया। बुधवार को शहर विधायक ताराचंद जैन और यूडीए आयुक्त राहुल जैन मौके पर गए और चल रहे काम को देखा। यूडीए जितनी जमीन हॉस्टल की अधिग्रहित की है वहां पर हॉस्टल की बाउण्ड्री बनाकर नई सडक़ बनाने का काम कर रहा है। इस दौरान मंडल अध्यक्ष कन्हैया वैष्णव, पूर्व पार्षद अरविंद जारोली, हेमंत बोहरा, भरत जोशी, चन्द्र प्रकाश सुहालका, लवदेव बागड़ी, प्रवीण मारवाड़ी, रामेश्वर भट्ट, विजय प्रकाश विप्लवी, दिनेश माली, मयूरध्व सिंह चौहान, जितेन्द मारू के साथ-साथ यूडीए के मुख्य अभियंता संजीव शर्मा, अधिशाषी अभियंता हितेष सुखवाल, सहायक अभियंता प्रभुलाल सुथार उपस्थित थे। समझाईश से बोटलनेक किया खत्म
अलवर की प्रसिद्ध झील सिलीसेढ़ के पेटे पर बने देशी ठाठ होटल को अलवर प्रशासन ने गुरुवार सुबह सील कर दिया। इसके अलावा मेधावन, द जंगल लेप, नमन बाग, फतेहगढ़ फॉर्म को भी सील किया गया है। देशी ठाठ होटल के गार्ड रूम को भी तोड़ा गया है। ये सब कार्यवाही यूआईटी ने की है। बिना जमीन का भू रूपांतरण कराए होटल संचालन पर यह कार्यवही की है। गुरुवार सुबह-सुबह पुलिस प्रशासन की बड़ी टीम मौके पर पहुंची। वहां सबसे पहले सिलीसेढ़ बांध के पेटे व किनारे पर बने देशी ठाठ होटल को सील किया गया। उसके बाद होटल के एक गेट केपास बने गार्ड रूम को तोड़ा गया। उसके बाद मेधावन, द जंगल लेप, नमन बाग फतेहगढ़ फॉर्म होटल -रिसोर्ट को सील किया गया। अलवर यूआईटी के दस्ते के साथ बड़ा पुलिस जाब्ता भी मौजूद रहा। अवैध निर्माण मानते हुए सील, व्यावसायिक गतिविधि अलवर यूआईटी ने सिलीसेढ़ होटल का अवैध निर्माण माना। जिसके कारण सील किया गया। आगे सील को हटाकर होटल चलाया गया तो आपराधिक केस दर्ज किया जा सकता है। यह होटल बिना निर्माण की मंजूरी के खड़ा किया गया। सिलीसेढ़ बांध के पेटे में है। बांध के बहाव व भराव क्षेत्र में भी निर्माण का हिस्सा माना गया है।
सिंगरौली के बरगवां थाना क्षेत्र के नगर परिषद बरगवां वार्ड क्रमांक 5 में एक 12 वर्षीय बच्ची की कुएं में गिरने से मौत हो गई। बच्ची की पहचान लाल जी साकेत की नातिन सुषमा के रूप में हुई है। घटना बुधवार रात करीब 11 बजे हुई। बच्ची अपने घर के पास स्थित कुएं से पानी निकाल रही थी। इसी दौरान उसका पैर फिसल गया और वह कुएं में जा गिरी। घटना के तुरंत बाद परिजनों ने आसपास के लोगों की सहायता से बच्ची को कुएं से निकालने का प्रयास शुरू किया। उन्होंने बरगवां थाना पुलिस और रेस्क्यू टीम को भी सूचित किया, लेकिन परिजनों का आरोप है कि देर रात तक कोई सहायता नहीं पहुंची। लगभग 11 बजे परिजनों ने काफी मशक्कत के बाद बच्ची को कुएं से बाहर निकाला। हालांकि, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। टीआई बोले- रेस्क्यू में देरी के कारणों की भी जांच की जाएगी बरगवां थाना प्रभारी मोहम्मद समीर ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। उन्होंने कहा कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और मामले की जांच की जा रही है। थाना प्रभारी ने यह भी आश्वासन दिया कि रेस्क्यू में देरी के कारणों की भी जांच की जाएगी और संबंधितों पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने इस संबंध में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
बालाघाट जिले के किरनापुर क्षेत्र में अवैध रेत खनन के खिलाफ खनिज विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। ग्राम ढोरिया-परसवाड़ा, कोकना और कड़कना में बाघ नदी से हो रहे अवैध उत्खनन की सूचना मिलने पर विभाग ने छापा मारकर 5 ट्रैक्टर-ट्रॉलियां जब्त कीं। यह कार्रवाई ग्रामीणों की शिकायत के बाद की गई। जिले में स्वीकृत और अस्वीकृत घाटों से रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन लगातार जारी है, जिस पर अंकुश लगाने के लिए विभाग सक्रिय है। खनिज विभाग के अनुसार, सूचना प्राप्त होते ही विभागीय अमले ने किरनापुर तहसील के अंतर्गत आने वाले इन तीनों गांवों में बाघ नदी से अवैध रेत खनन करने वालों पर छापामार कार्रवाई की। इस दौरान अवैध उत्खनन के दो अलग-अलग प्रकरण दर्ज किए गए। खनिज विभाग ने 5 ट्रैक्टर-ट्रॉलियां जब्त कीं इनमें से एक प्रकरण में 2 ट्रैक्टर-ट्रॉलियां और दूसरे प्रकरण में 3 ट्रैक्टर-ट्रॉलियां जब्त की गईं। जब्त किए गए वाहनों के मालिकों के खिलाफ मध्य प्रदेश खनिज नियम 2022 के तहत प्रकरण दर्ज कर कलेक्टर न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा। विभाग ने अवैध उत्खनन और परिवहन पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए ग्राम ढोरिया-परसवाड़ा, कोकना और कड़कना घाटों से बाघ नदी तक पहुंचने वाले मार्गों को भी अवरुद्ध कर दिया है। खनिज विभाग ने आम जनता से अपील की है कि किसी भी व्यक्ति द्वारा अवैध रेत उत्खनन पाए जाने पर तुरंत विभाग को सूचित करें, जिस पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी।
जैसलमेर में 'सर्द रात' ने तोड़ा रिकॉर्ड:सीजन में पहली बार पारा 9.5 डिग्री, ठिठुरन से जनजीवन प्रभावित
स्वर्णनगरी जैसलमेर में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है, जिसने इस सीजन का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। उत्तरी भारत के मैदानी इलाकों से आ रही बर्फीली हवाओं के तीखे असर से यहां न्यूनतम तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज की गई है। बुधवार की रात इस सीजन की सबसे सर्द रात रही। न्यूनतम तापमान गिरकर पहली बार सिंगल डिजिट यानी 9.5 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। अचानक आई गिरावट ने पूरे शहर को ठिठुरने पर मजबूर कर दिया है। मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में यह सिलसिला जारी रह सकता है और तापमान में और गिरावट आने की संभावना है। अलसुबह व रात को कड़ाके की ठंड गुरुवार सुबह जैसलमेर में हल्का कोहरा छाया रहा, जिससे सड़कों पर दृश्यता कम हो गई और सुबह की चहल-पहल देर से शुरू हुई। ठंड का आलम यह था कि अधिकांश लोग देर तक अपने घरों में ही दुबके रहे। इसका सीधा असर शहर के बाजारों और मुख्य सड़कों पर देखने को मिला, जहां आमतौर पर सुबह से ही काफी रौनक रहती है, वहां आज भीड़ काफी कम रही। सुबह की सैर पर निकलने वाले लोग भी गर्म कपड़ों में लिपटे नजर आए। मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार को शहर का अधिकतम तापमान 26.7 सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 9.5 सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम और न्यूनतम तापमान के बीच यह बड़ा अंतर दिन में भी हल्की ठंडक और रात में भीषण सर्दी की स्थिति को दर्शा रहा है। मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में यह सिलसिला जारी रह सकता है और तापमान में और गिरावट आने की संभावना है। पशुधन पर विशेष ध्यान देने की जरूरत गिरते तापमान को देखते हुए पशुपालन विभाग ने भी किसानों और पशुपालकों के लिए विशेष एडवाइजरी जारी की है। इस कड़ाके की सर्दी में पशुओं में कई तरह के संक्रमण और बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ जाता है। खासकर गलघोंटू (पाश्चूरेल्ला हिमोलाईटिका संक्रमण), एफएमडी (खुरपका-मुंहपका रोग), और पीपीआर (पेस्ट डेस पेटिट्स रूमिनेंट्स) मिश्रित संक्रमण का खतरा अधिक होता है। पशुओं को सर्दी से बचाने के लिए उपाय ठंड का यह प्रकोप न सिर्फ मानव जीवन को प्रभावित कर रहा है, बल्कि पशुधन की सुरक्षा के लिए भी विशेष प्रयासों की मांग कर रहा है। प्रशासन और स्थानीय लोग इस अप्रत्याशित शीत लहर से निपटने के लिए आवश्यक प्रबंध कर रहे हैं।
बागपत में पंचायत चुनाव की तैयारियों के बीच मतदाता पुनरीक्षण अभियान ने जातीय समीकरणों में एक महत्वपूर्ण अंतर उजागर किया है। इस अभियान के तहत मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए फॉर्म जमा करने में मुस्लिम समुदाय सबसे आगे रहा है, जबकि जाट समाज की भागीदारी सबसे कम दर्ज की गई है। 'जाटलैंड' के नाम से पहचाने जाने वाले इस जिले में यह स्थिति सामने आई है। मुस्लिम समुदाय ने मतदाता सूची में नाम शामिल कराने के लिए सर्वाधिक फॉर्म जमा किए हैं। इसके विपरीत, जिले में राजनीतिक रूप से प्रभावशाली माने जाने वाले जाट समाज की ओर से फॉर्म जमा करने में सबसे कम रुचि दिखाई गई है। इस जातीय भागीदारी के अंतर से आगामी पंचायत चुनावों में महत्वपूर्ण बदलाव आने की संभावना है। जिले की 244 ग्राम पंचायतों में वर्ष 2021 में कुल 7.93 लाख मतदाता थे। वर्तमान समीक्षा अभियान में विभिन्न समुदायों की भागीदारी में स्पष्ट अंतर देखा जा रहा है। अधिकांश गांवों में जाट समाज की उदासीनता ने राजनीतिक दलों की चिंता बढ़ा दी है, जबकि मुस्लिम, दलित और ब्राह्मण समुदायों में अधिक जागरूकता दिखाई दे रही है। बीएलओ (बूथ लेवल अधिकारी) लगातार गांव-गांव जाकर लोगों को फॉर्म भरने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। इसके बावजूद, जाट समाज की धीमी भागीदारी चिंता का विषय बनी हुई है। दोघट कस्बे में बीएलओ की निगरानी कर रहे सुपरवाइजर संजीव पंवार ने बताया कि मुस्लिम बिरादरी सबसे अधिक फॉर्म जमा कर रही है। ब्राह्मण, दलित और कश्यप समुदाय भी बेहतर भागीदारी दिखा रहे हैं, जबकि जाट बिरादरी काफी पीछे है। धार्मिक स्थलों पर घोषणाएं, घर-घर दस्तक और दैनिक समीक्षा के बावजूद स्थिति में खास सुधार नहीं आ रहा है। दोघट कस्बे के आंकड़ों के अनुसार, मतदाता पुनरीक्षण में विभिन्न समुदायों की भागीदारी प्रतिशत इस प्रकार है:जाट: 6100 कुल वोट में से 2500 फॉर्म जमा (40.98%)मुस्लिम: 1800 कुल वोट में से 1600 फॉर्म जमा (88.89%)ब्राह्मण: 700 कुल वोट में से 450 फॉर्म जमा (64.29%)दलित: 1400 कुल वोट में से 1000 फॉर्म जमा (71.43%)कश्यप: 1800 कुल वोट में से 1250 फॉर्म जमा (69.44%) इसी तरह, बामनौली गांव में भागीदारी का प्रतिशत भी समान रुझान दर्शाता है: जाट: 4100 कुल वोट में से 2000 फॉर्म जमा (48.78%)मुस्लिम: 1100 कुल वोट में से 950 फॉर्म जमा (86.36%)कश्यप: 1200 कुल वोट में से 660 फॉर्म जमा (55.00%)ब्राह्मण: 450 कुल वोट में से 280 फॉर्म जमा (62.22%)दलित: 650 कुल वोट में से 450 फॉर्म जमा (69.23%) बड़ौत की एसडीएम भावना सिंह ने इस संबंध में कहा, हम लगातार लोगों को जागरूक कर रहे हैं। बीएलओ को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि कोई भी मतदाता फॉर्म भरने से वंचित न रहे। घर-घर दस्तक देकर फॉर्म भरवाए जा रहे हैं और प्रतिदिन आंकड़ों की समीक्षा की जा रही है।
रायसेन जिले में हाल ही में हुए पुल हादसे के बाद मध्यप्रदेश का लोक निर्माण विभाग (PWD) पूरे प्रदेश में सक्रिय मोड में आया है। विभाग ने पहली बार इतनी बड़ी संख्या में तात्कालिक मरम्मत और पुनर्निर्माण कार्यों की सूची जारी करते हुए 45 पुलों के सुधार कार्यों के लिए करोड़ों रुपए की स्वीकृति दी है। विधानसभा सत्र के दौरान रायसेन में पुल गिरने की घटना के बाद सुरक्षा को लेकर उठे सवालों को लेकर बढ़े दबाव का परिणाम माना जा रहा है। PWD के जारी आदेश में बताया गया कि 03.11.2025 को हुई राज्य स्तरीय आपदा प्रबंधन समिति की 295वीं बैठक में यह फैसला लिया गया कि प्रदेश के कई जिलों से तात्कालिक मरम्मत की जो मांगें आई थीं, उन्हें प्राथमिकता पर स्वीकृत किया जाए। जानिए किस जिले के कौन से पुल की होगी रिपेयरिंग ग्वालियर जिला मुरैना जिला भिंड जिला दतिया जिला अशोकनगर जिला गुना जिला सीहोर जिला रायसेन जिला नरसिंहपुर जिला मंदसौर जिला रतलाम जिला छिंदवाड़ा जिला बालाघाट जिला रीवा जिला सतना जिला छतरपुर जिला पन्ना जिला इंदौर जिला
छतरपुर में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के सानिध्य में आज (गुरुवार) रात 9 बजे से ऑनलाइन हनुमान चालीसा हवन आयोजित किया जाएगा। यह कार्यक्रम नकारात्मक ऊर्जा दूर कर घरों में शांति और सकारात्मक माहौल बनाने के उद्देश्य से रखा गया है। यह विशेष अनुष्ठान बागेश्वर धाम के आधिकारिक यूट्यूब और फेसबुक पेज पर लाइव प्रसारित होगा, ताकि देश-विदेश में मौजूद श्रद्धालु अपने घरों से ही इसमें शामिल हो सकें। पंडित धीरेंद्र शास्त्री हवन की विधि और नियम ऑनलाइन बताते जाएंगे, जिन्हें पालन करते हुए भक्त एक साथ अपने घर में हवन करेंगे। बागेश्वर धाम की ओर से हवन के लिए आवश्यक सामग्री की सूची भी जारी की गई है। श्रद्धालुओं से तिल, जौं, धूप, शक्कर, घी, दीपक, फूल, चावल, हवन की लकड़ी, कपूर, पीढ़ा/सारोट, हवन कुंड, नारियल, कलावा और सुपारी रखने को कहा गया है। हवन के दौरान इन्हीं वस्तुओं का उपयोग महाराज के निर्देशानुसार किया जाएगा। इस ऑनलाइन आयोजन को लेकर श्रद्धालुओं में काफी उत्साह है। कई लोग पहली बार घर बैठे सामूहिक हवन का अनुभव करने के लिए उत्सुक हैं और शाम का इंतजार कर रहे हैं।
हरियाणा में नए गन्ना पेराई सत्र की शुरुआत को लेकर सहकारी चीनी मिलों में तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इसी क्रम में सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा आज वीरवार को गोहाना और सोनीपत की सहकारी चीनी मिलों के पेराई सत्र 2025-26 का शुभारंभ करेंगे। दोनों स्थानों पर आयोजित कार्यक्रमों के लिए प्रशासन द्वारा सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं। सोनीपत डीसी सुशील सारवान ने बताया कि चौधरी देवीलाल सहकारी चीनी मिल गोहाना का पेराई सत्र 4 दिसंबर को प्रात: 11:30 बजे शुरू होगा। इस अवसर पर सहकारिता, कारागार, निर्वाचन, विरासत एवं पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। चीनी मिल प्रशासन ने उद्घाटन समारोह को लेकर सभी तैयारियां पूर्ण कर ली हैं। पेराई सत्र दोपहर 2:30 बजे शुरू होगा गोहाना के बाद सहकारिता मंत्री दोपहर बाद 02:30 बजे सोनीपत सहकारी चीनी मिल के पेराई सत्र 2025-26 का शुभारंभ करेंगे। कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के अधिकारी, जनप्रतिनिधि और किसान शामिल रहेंगे। प्रशासन का कहना है कि नए पेराई सत्र से गन्ना किसानों को समय पर भुगतान और बेहतर प्रसंस्करण की सुविधा मिलेगी। प्रशासन ने सभी व्यवस्थाएं की पूरी गोहाना और सोनीपत दोनों ही स्थानों पर अधिकारियों को कार्यक्रमों की सुचारू व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। सुरक्षा, यातायात और किसानों की सुविधा के लिए सभी जरूरी कदम उठाए गए हैं। प्रशासन को उम्मीद है कि नए पेराई सत्र से क्षेत्र के गन्ना किसानों को राहत और बेहतर उत्पादन का लाभ मिलेगा। 14 हजार एकड़ भूमि में गन्ने की खेती मिल क्षेत्र में इस साल लगभग 14 हजार एकड़ भूमि में गन्ने की खेती हुई है। किसानों ने कुल 48 लाख क्विंटल गन्ने का ऑफर दिया था, जिसमें मिल प्रशासन ने 32 लाख क्विंटल गन्ना बॉडिंग किया है। पिछले पिराई सत्र में मिल ने करीब 28 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई की थी। किसानों को उम्मीद है कि इस बार बढ़ी हुई बॉडिंग से उन्हें बेहतर आर्थिक लाभ मिलेगा। मिल प्रबंधन का बयान संजय कुमार, एम.डी., सोनीपत का कहना है कि सोनीपत शुगर मिल में रिपेयरिंग का कार्य पूरा हो चुका है। आज पिराई सत्र का शुभारंभ किया जाएगा। किसानों को किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं।
मुरैना जिले में अलग-अलग स्थानों पर सांसद खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में बुधवार को दिमनी विधानसभा के जिगनी मंडल में खेल प्रतियोगिता आयोजित की गई। यहां स्कूली छात्र-छात्राओं के बीच वॉलीबॉल और रस्साकसी (Tug of War) के रोमांचक मुकाबले हुए। रस्साकसी में जहां सीएम राइज स्कूल सज्जनपुर ने जीत दर्ज की, वहीं वॉलीबॉल का मैच बराबरी पर छूटा। आयोजन के दौरान रस्साकसी प्रतियोगिता आकर्षण का केंद्र रही। इसमें सज्जनपुर सीएम राइज स्कूल और जिगनी स्कूल की टीमों के बीच मुकाबला हुआ। सीएम राइज स्कूल के छात्र-छात्राओं ने शानदार प्रदर्शन करते हुए बाजी मारी और जीत दर्ज कराई। वॉलीबॉल में जिगनी और खैरा के बीच ड्रॉवॉलीबॉल प्रतियोगिता में जिगनी स्कूल और खैरा की टीमों के बीच मुकाबला हुआ। दोनों टीमों ने अच्छा खेल दिखाया, जिसके चलते यह मुकाबला बराबरी पर रहा। खिलाड़ियों से वन-टू-वन मिले अतिथिप्रतियोगिता का शुभारंभ भाजपा जिला मंत्री चारुकृष्ण दंडोतिया ने किया। उन्होंने मैदान पर पहुंचकर चारों टीमों के प्रतियोगियों से वन-टू-वन परिचय प्राप्त किया और खेल शुरू कराया। पूरे लोकसभा क्षेत्र में चल रहा आयोजनजिला मंत्री चारुकृष्ण दंडोतिया ने बताया कि सांसद खेल प्रतियोगिता का आयोजन पूरे मुरैना-श्योपुर लोकसभा क्षेत्र में क्रमबद्ध तरीके से किया जाएगा। अभी मुरैना में सभी मंडल स्तर पर यह आयोजन चल रहा है, जिसमें छात्र-छात्राएं बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं।
बालाघाट जिले के सरकारी अस्पतालों में सुविधाओं के बावजूद, प्रसूता महिलाओं और गर्भस्थ शिशुओं की मौतों ने चिकित्सीय व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हाल ही में मातृ-शिशु मृत्यु दर की समीक्षा के दौरान यह चिंताजनक तथ्य सामने आया कि पिछले तीन महीनों में छह प्रसूता माताओं की मौत हुई है। 9 जुलाई को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लालबर्रा में ग्राम टेंगनीकला की प्रियंका पति राकेश, 16 जुलाई को जिला अस्पताल बालाघाट में लिंगा की यशवंती पति लक्ष्मण कावरे और बैहर के ग्राम नवलपुर की मंगलो पति गोलुराम धुर्वे की मौत हुई। इसके अलावा, 10 अगस्त को कोकना की दुर्गावती पति तारेश, 16 अगस्त को अर्जुननाला कटंगी की सरिता पति छमनलाल कुमरे और 4 सितंबर को बालाघाट मयूर नगर की येमेश्वरी पति ललित बसेरा की भी सरकारी अस्पताल में मौत हो गई थी। कलेक्टर ने महिलाओं की मौतों पर चिंता जताई कलेक्टर मीणा ने इन मौतों पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने बताया कि प्रसव के दौरान इन माताओं की मौत हुई थी, वहीं जिला चिकित्सालय बालाघाट और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में प्रसव के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं। उन्होंने इस स्थिति को गंभीर बताया और कहा कि इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कलेक्टर मीणा ने सभी चिकित्सकों को निर्देश दिए कि जिला अस्पताल में भर्ती किसी भी प्रसूता महिला को निजी अस्पताल जाने की नौबत नहीं आनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि यदि निजी अस्पताल में उपचार के दौरान गर्भवती महिला की मौत होती है, तो संबंधित अस्पताल को नोटिस जारी कर जवाब मांगा जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि गर्भवती माताओं को निजी अस्पतालों में जाने के लिए मजबूर न होना पड़े। कलेक्टर ने डॉक्टरों को जिम्मेदारी से काम करने को कहा कलेक्टर ने डॉक्टरों से सेवाभाव और जिम्मेदारी के साथ काम करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि काम का दबाव हर क्षेत्र में होता है, लेकिन सभी अपनी इच्छा से लोकसेवा देने के लिए इस क्षेत्र में आए हैं। उन्होंने चिकित्सकों को मरीजों के साथ अच्छा व्यवहार करने और उनके उपचार में अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास करने को कहा, ताकि जिला चिकित्सालय की आमजन में एक अच्छी छवि बन सके। उन्होंने निर्देश दिए कि गर्भवती महिला को प्रसव के लिए अस्पताल लाने 108 संजीवनी एम्बुलेंस के लिए कॉल करें। संजीवनी-108 एम्बुलेंस के सपुरवाईजर को सख्त निर्देश दिये गए कि आशा कार्यकर्ता का कॉल मिलते ही तत्काल एम्बुलेंस की सुविधा उपलब्ध कराए। यदि समय पर एम्बुलेंस की सेवा उपलब्ध नहीं कराई जाएगी तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर मीणा ने सिविल सर्जन को निर्देशित किया कि अस्पताल में मरीजों और उनके परिजनों के साथ गलत व्यवहार करने वाले और रुपयों की मांग करने वाले स्टॉफ को तत्काल बाहर करें और उनके स्थान पर अन्य लोगो को नियुक्त करें।
छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के अमेरा ओपनकास्ट कोल माइंस के विस्तार का ग्रामीण विरोध कर रहे हैं। पुलिसकर्मियों और ग्रामीणों के बीच झड़प हो गई। इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। गुलेल से भी हमला किया। हमले में ASP, थाना प्रभारी सहित करीब 25 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। 12 से ज्यादा ग्रामीणों को भी चोट आई है। हालात को काबू करने पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। थाना प्रभारी को अंबिकापुर रेफर कर दिया गया है। मामला लखनपुर थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक, SECL के अमेरा खदान के विस्तार के लिए परसोढ़ी गांव की जमीनें साल 2001 में अधिग्रहित की गई है। ग्रामीण अपनी जमीन देने तैयार नहीं हैं। बुधवार को प्रशासनिक अधिकारी करीब 500 की संख्या में पुलिस बल के साथ जमीन अधिग्रहण के लिए पहुंचे थे। वहीं SECL प्रबंधन का कहना है कि परसोडीकला के ग्रामीणों को अब तक लगभग 10 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है। जिला RR समिति की सहमति से रोजगार भी प्रदान किया जा रहा है। लेकिन जैसे ही खनन परसोडीकला की ओर बढ़ा, कुछ असामाजिक तत्वों ने ग्रामीणों को फिर से उकसाया, जिन्होंने अधिग्रहीत भूमि खाली करने से इनकार कर दिया। पुलिस और ग्रामीण के बीच झड़प की तस्वीरें- सिंहदेव ने बताया गुजरात मॉडल इस घटना पर टीएस सिंहदेव ने एक्स पर लिखा- सरकार जिनकी प्रतिनिधि है, उन्हीं पर लाठियां बरसा रही है। सरगुजा जिले के लखनपुर विकासखंड के ग्राम परसोडीकला का दृश्य लोकतंत्र को शर्मिंदा करने वाला है। जहां गुजरात की एक निजी कंपनी से सरकारी खदान में उत्खनन कराया जा रहा है और विरोध कर रहे स्थानीय ग्रामीणों पर पुलिस का लाठीचार्ज और आंसू गैस बरसाई गई। उन्होंने लिखा- यही है वह 'गुजरात मॉडल', जिसे देश वाराणसी और अयोध्या में भी देख रहा है। जहां स्थानीय लोगों के रोजगार और संसाधनों पर बाहर की कंपनियों और लोगों का कब्ज़ा कराया जा रहा है, और स्थानीय समुदायों के अधिकारों की पूरी तरह अनदेखी कर दी गई है। सरकार का काम जनता की रक्षा करना है, उन्हीं पर लाठियां चलाना नहीं। छत्तीसगढ़ के लोगों के हक, जमीन और भविष्य का इस तरह दमन नहीं किया जा सकता। कांग्रेस ने कहा- यह सरकार की सोच का आइना कांग्रेस ने भी एक्स पर लिखा- सरगुजा जिले के अमेरा में जो कुछ हो रहा है, वह सिर्फ एक खदान का विवाद नहीं है। यह सरकार की सोच का आइना है। आदिवासी अपनी जमीन, जंगल और भविष्य बचाने के लिए खड़े हैं, लेकिन भाजपा सरकार ने उनकी बात सुनने के बजाय हर हाल में खदान विस्तार को आगे बढ़ाने का रुख अपना लिया है। ASP, थाना प्रभारी सहित 25 घायल ग्रामीणों ने पुलिसकर्मियों पर पत्थर, गुलेल से हमला किया। इसके जवाब में पुलिसकर्मियों ने भी ग्रामीणों पर पत्थर चलाए। ग्रामीण और पुलिस दोनों एक-दूसरे पर पहले पत्थर चलाने का आरोप लगा रहे हैं। पत्थरबाजी में ASP अमोलक सिंह, SDOP ग्रामीण, धौरपुर थाना प्रभारी अश्वनी सिंह सहित 25 पुलिसकर्मियों को चोट आई है। थाना प्रभारी अश्वनी सिंह को ज्यादा चोट लगने के कारण अंबिकापुर रेफर किया गया है। ग्रामीणों के अनुसार पुलिस की ओर से भी पत्थर चलाए गए। इसमें 12 से ज्यादा ग्रामीणों को चोटे आई है। पत्थरबाजी के बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। वहीं अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। ग्रामीण बोले- जबरदस्ती कब्जा दिलाने पर अड़ा प्रशासन ग्रामीणों ने बताया कि अमेरा खदान के लिए साल 2001 में भूमि अधिग्रहण हुआ। अब तक मात्र 19% किसानों ने ही मुआवजा लिया है। किसानों को अब तक न नौकरी मिली, न सभी को मुआवजा। 3 माह पहले अधिग्रहित जमीन पर बुलडोजर चलाया गया था, जिसके बाद ग्रामीण अपनी फसल और जमीन की रखवाली कर रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि बैठक कर निर्णय लिया है कि वे अपनी जमीनें नहीं देंगे। इसके बावजूद प्रशासन जमीन पर जबरदस्ती कब्जा दिलाने पर अड़ा है। इसके कारण यह तनाव की स्थिति बनी है। हम अपनी जमीन नहीं देना चाहते- ग्रामीण ग्रामीण लीलावती ने कहा कि हम अपने परसोढ़ी गांव की जमीन को कंपनी को नहीं देना चाहते हैं। कंपनी यहां कोयला निकालना चाहती है। उन्होंने कहा कि हम कहां जाएं। हमारे पूर्वज यहां रहे। अब हमारी बारी आई है तो हम अपनी जमीन बेच दें। मेरे बेटे और नाती भीख मांगें। कोयला खदान की वजह से हमारी जमीन जा रही है। हमारी जमीन हम उसे नहीं देना चाहते हैं। निजी कंपनी संचालित कर रही खदान SECL ने खदान के संचालन का जिम्मा LCC कंपनी को दिया है। LCC कंपनी का करोड़ों रुपए का इन्वेस्टमेंट है। काम बंद होने से कंपनी को नुकसान हो रहा है, इसलिए वह जल्दी से जल्दी जमीन पर कब्जा चाहती है। ग्रामीणों का आरोप है कि कंपनी कुछ अधिकारियों की मदद लेकर उनकी जमीन पर कब्जा करने की कोशिश कर रही है। मामले में पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने स्पष्ट कहा है कि यदि ग्रामीण चाहते हैं कि खदान न खुले तो नहीं खुलेगी। नियम विरूद्ध कार्रवाई- भानू प्रताप सिंह राज्य अजजा आयोग के पूर्व अध्यक्ष भानू प्रताप सिंह ने कहा कि भूमि अधिग्रहण नियमों के तहत कोई भी कंपनी 5 सालों तक अधिग्रहित भूमि पर काम नहीं करती है तो जमीनें भू स्वामियों को वापस कर दी जाएंगी। किसी की मर्जी के बिना उसकी जमीन नहीं ली जा सकती। यदि ग्रामीणों ने मुआवजा नहीं लिया है तो उनकी जमीनें अधिग्रहित नहीं मानी जाएगी। यह नियम विरूद्ध है। इसका कड़ा विरोध किया जाएगा। ग्रामीणों से चर्चा कर रहा प्रशासन अपर कलेक्टर सुनील नायक ने कहा कि भू-अर्जन की कार्रवाई हो गई है। कई ग्रामीण मुआवजा नहीं ले रहे हैं और कोयला खनन में बाधा पैदा कर रहे हैं। ग्रामीणों को समझाइश दी जा रही है कि SECL को अनुमति दी जाए। पथराव में कई पुलिसकर्मी गंभीर हैं और कुछ को मामूली चोटें आई हैं। मौके पर कुछ का प्राथमिक उपचार किया गया है। 2019 में भी बंद करना पड़ा था खनन कार्य SECL बिलासपुर के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि अमेरा ओपनकास्ट माइंस की 1.0 MTPA क्षमता वाली परियोजना, सरगुजा जिले के बिश्रामपुर क्षेत्र में स्थित है। परसोडीकला, अमेरा, पूहपुटरा और कटकोना गांवों की कुल 664.184 हेक्टेयर भूमि वर्ष 2001 में अधिग्रहीत की गई थी, जिसके आंशिक कब्जे के बाद 2011 में खनन कार्य शुरू हुआ। साल 2019 में कुछ ग्रामीणों द्वारा वैधानिक प्रावधानों से ज्यादा लाभ की मांग और असामाजिक तत्वों के उकसावे के कारण खनन बंद करना पड़ा। 2024 में प्रशासनिक हस्तक्षेप के बाद संचालन फिर से शुरू हुआ और प्रभावित परिवारों को निर्धारित मुआवजा और RR लाभ दिए जाने लगे। असामाजिक तत्वों ने ग्रामीणों को उकसाया- SECL परसोडीकला के ग्रामीणों को अब तक लगभग 10 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है। लेकिन जैसे ही खनन परसोडीकला की ओर बढ़ा, कुछ असामाजिक तत्वों ने ग्रामीणों को फिर से उकसाया, जिन्होंने अधिग्रहीत भूमि खाली करने से इनकार कर दिया। 3 दिसंबर 2025 को प्रशासनिक अधिकारी- ASP, SDM, तहसीलदार और SECL अधिकारी बातचीत के लिए मौके पर पहुंचे, लेकिन भीड़ ने उनकी अपील नहीं मानी और पुलिस और अधिकारियों पर पथराव कर दिया। स्थिति बिगड़ने पर अतिरिक्त पुलिस बल बुलाकर भीड़ को तितर-बितर किया गया। ..................................... इससे जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... SECL भू-विस्थापित महिलाओं ने साड़ी उतारकर किया प्रदर्शन...VIDEO:प्रबंधन को चूड़ियां दिखाई, बोलीं-जमीन लेकर नौकरी नहीं दी, हम गड्ढों में और वो सोना निकाल रहे छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में SECL खदान से प्रभावित 150 भू-विस्थापित परिवार की महिलाओं ने साड़ी उतारकर विरोध जताया है। 18 जुलाई को करीब 20-25 महिलाएं कुसमुंडा स्थित कंपनी कार्यालय में मेन गेट पर धरने पर बैठ गईं। नौकरी की मांग को लेकर अर्धनग्न प्रदर्शन किया। पढ़ें पूरी खबर...
कुरुक्षेत्र जिले के मथाना-दौलतपुर सड़क पर ट्रैक्टर की टक्कर से पैदल चल रहे 20 साल के युवक की मौत हो गई। हादसा उसके पिता की आंखों के सामने ही हुआ। ड्राइवर मौके का फायदा उठाकर ट्रैक्टर लेकर फरार हो गया। युवक को निजी अस्पताल से फर्स्ट एड के बाद डॉक्टरों ने PGI चंडीगढ़ रेफर किया था। रवि ने कल देर शाम PGI में दम तोड़ दिया। मृतक की पहचान रवि कुमार के रूप में हुई। रवि अपने पिता दिनेश माझी के साथ सड़क पर पैदल चल रहा था। रवि अपने पिता के साथ मेहनत-मजदूरी का काम करता था। रवि की मौत से उसके परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। गांव लौटते समय पीछे से मारी टक्कर सेक्टर-13 के रहने वाले अशोक कुमार ने बताया कि वह प्राईवेट काम करता है। वह कल बुधवार को अपने निजी काम से बाइक पर मथाना से होते हुए गांव दौलतपुर जा रहा था। उसके आगे बुजुर्ग अपने बेटे के साथ दौलतपुर गांव की तरफ पैदल जा रहा था। करीब 12:30 बजे मथाना की तरफ से आए ट्रैक्टर ने उसके आगे चल रहे युवक को टक्कर मार दी। डॉक्टरों ने PGI चंडीगढ़ रेफर किया उसने बाइक रोककर युवक को संभाला और प्राईवेट व्हीकल से प्राइवेट अस्पताल पहुंचाया। यहां डॉक्टरों ने रवि की जांच करके उसे PGI चंडीगढ़ रेफर कर दिया। रवि ने PGI चंडीगढ़ में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। पुलिस ने ट्रैक्टर नंबर के आधार पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
देशभर में एयरलाइन पर हो रहे साइबर अटैक को लेकर अब जाने-माने साइबर एक्सपर्ट अंकुर चंद्रकांत ने नया खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ समय से दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु जैसे बड़े हवाई अड्डों के पास उड़ानों को जीपीएस स्पूफिंग का सामना करना पड़ा है। एविएशन मिनिस्टर राम मोहन नायडू ने राज्यसभा में स्वीकार किया था कि लगभग 800 उड़ानें इससे प्रभावित हुई। सरकार द्वारा उड़ानों पर प्रभाव की आधिकारिक पुष्टि के बाद जयपुर पहुंचे अंकुर चंद्रकांत ने बताया कि जीपीएस स्पूफिंग को हल्के में नहीं बल्कि गंभीरता से लेना चाहिए। क्योंकि जीपीएस स्पूफिंग का मतलब है विमान को नकली जीपीएस सिग्नल भेजना। ताकि पायलट को गलत लोकेशन दिखाई दे। यह जमीन पर तो खतरनाक है ही, लेकिन आसमान में यह किसी बड़े हादसे का कारण बन सकता है। लाखों लोगों की सुरक्षा पर खतरा मंडरा सकता है चंद्रकांत ने बताया कि बड़ा बिजनेसमैन, पॉलिटिशियन, साइंटिस्ट सहित तमाम हस्तियां एयर ट्रैवल करती हैं। ऐसे में हमलावर इसे हथियार बना सकते हैं। देश के लाखों लोगों की सुरक्षा पर खतरा मंडरा सकता है। यह केवल तकनीकी समस्या नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला बन सकता है। उन्होंने कहा कि राहत की बात यह है कि हवाई अड्डों पर अभी भी पुराने और भरोसेमंद नेविगेशन सिस्टम वीओआर, डीएमई शुरू हैं। इन्हीं बैकअप सिस्टम की वजह से किसी उड़ान के संचालन पर सीधा असर नहीं पड़ा है। यह बैकअप व्यवस्था ही वह दीवार साबित हुई, जिसने किसी बड़े हादसे को होने से रोक लिया। लेकिन भविष्य में यह खतरा और भी बढ़ सकता है। जिसके लिए हमें अपडेट होने की बेहद जरूरत है। भारत की हवाई सुरक्षा, गंभीर चुनौती अंकुर ने बताया कि सरकार और साइबर सुरक्षा एजेंसियों को मिलकर एंटी स्पूफिंग और एंटी जैमर तकनीकों पर तुरंत काम करना होगा। जीपीएस स्पूफिंग अब केवल तकनीकी शब्द नहीं रह गया है। बल्कि, यह भारत की हवाई सुरक्षा के सामने खड़ी एक गंभीर चुनौती है। जिसे सही समय पर पहचानकर उससे निपटने की तैयारी करनी होगी। बता दें कि अंकुर ने ही सबसे पहले इस खतरे को पहचान इसके नुकसान की जानकारी दी थी। देहरादून में रहने वाले अंकुर पिछले करीब 15 सालों से साइबर सुरक्षा, फोरेंसिक जांच और जागरूकता के क्षेत्र में काम कर रहे हैं। अंकुर द बेटर प्लैनेट सोसाइटी (NGO) के संस्थापक हैं, जो साइबर अपराध रोकथाम, महिलाओं की सुरक्षा और डिजिटल जागरूकता पर काम करती है।
सागर के केसली थाना क्षेत्र के ग्राम घाना में पुरानी रंजिश के चलते लाठियों से पीटकर युवक की हत्या करने वाले तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपियों में एक दंपती (पति-पत्नी) भी शामिल है। वारदात 27 नवंबर की रात की है। घायल युवक ने भोपाल के हमीदिया अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से वारदात में इस्तेमाल लाठियां जब्त कर ली हैं। पुलिस के अनुसार, 27 नवंबर की रात करीब 11 बजे फरियादिया सीतारानी (40) पत्नी गुड्डन अहिरवार ने शिकायत दर्ज कराई थी। उसने बताया कि पुरानी रंजिश को लेकर गांव के ही चंदन अहिरवार, मुन्ना अहिरवार और जानकी अहिरवार ने उसके पति गुड्डन अहिरवार के साथ गाली-गलौज की। विरोध करने पर तीनों ने लाठियों और लात-घूंसों से जमकर मारपीट की, जिससे गुड्डन गंभीर रूप से घायल हो गया। सागर से भोपाल रेफर किया, 30 नवंबर को मौतमारपीट में घायल गुड्डन को पहले केसली अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उसे जिला अस्पताल सागर रेफर किया गया। सागर के बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज (BMC) में हालत में सुधार न होने पर उसे भोपाल रेफर कर दिया गया। भोपाल के हमीदिया अस्पताल में इलाज के दौरान 30 नवंबर को गुड्डन की मौत हो गई। इसके बाद पुलिस ने मामले में हत्या की धाराएं बढ़ाकर जांच शुरू की। ये 3 आरोपी हुए गिरफ्तार TI बोले- लाठियां जब्त, कोर्ट में पेश कियाकेसली थाना प्रभारी हरिराम मानकर ने बताया कि हत्या के तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ के बाद उनकी निशानदेही पर वारदात में इस्तेमाल लाठियां भी जब्त कर ली गई हैं। आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया है।
किशनगढ़बास में बुधवार रात कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के पहुंचने पर उनका जोरदार स्वागत किया गया। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह का तिजारा से अलवर जाते समय अम्बेडकर चौक पर ढोल-नगाड़ों और पुष्पवर्षा के साथ अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर मुंडावर विधायक ललित यादव और खैरथल-तिजारा जिला कांग्रेस अध्यक्ष बलराम यादव भी मौजूद रहे। यह कार्यक्रम एडवोकेट कमल सिंह के नेतृत्व में आयोजित किया गया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भंवर जितेंद्र सिंह और टीकाराम जूली के जिंदाबाद के नारे लगाए, जिससे अम्बेडकर चौक गूंज उठा। स्वागत कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि कांग्रेस हमेशा किसानों, मजदूरों, युवाओं और महिलाओं के अधिकारों के लिए संघर्ष करती रही है। उन्होंने मौजूदा हालातों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि जनता महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार से परेशान है। कांग्रेस का लक्ष्य हर वर्ग को सम्मान और न्याय दिलाना है। पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि राजस्थान की जनता अब बदलाव चाहती है। उन्होंने जोर दिया कि कांग्रेस संगठन जमीनी स्तर पर मजबूत हो रहा है और कार्यकर्ताओं का उत्साह इस बात का प्रमाण है कि आने वाले समय में पार्टी एक बार फिर जनविश्वास प्राप्त करेगी। उन्होंने कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर जनसमस्याओं को प्रमुखता से उठाने का आह्वान किया। मुंडावर विधायक ललित यादव ने क्षेत्रीय मुद्दों पर बात करते हुए कहा कि कांग्रेस राज में विकास हुआ था, खैरथल-तिजारा जिले में विकास को प्राथमिकता दी थी। उन्होंने स्पष्ट किया कि कांग्रेस की नीति और नीयत साफ है और पार्टी केवल चुनावी नहीं बल्कि निरंतर जनसेवा की राजनीति करती है। इस कार्यक्रम में किशनगढ़बास पंचायत समिति प्रधान बीपी सुमन, सुल्तान यादव, जगदीश, सुरेश, सुनील, जतिन बत्रा, मिश्री लाल, ईश्वर चौहान, जयराम चौहान, इंदरजीत गोठवाल, सद्दाम कुरैशी और पुष्पेंद्र राय सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।
देशभर में बढ़ते साइबर फ्रॉड के मामलों ने लोगों की नींद उड़ा दी है। ठगी करने वाले अपनी डिजिटल चालों से लोगों को चूना लगा ही रहे हैं, लेकिन सबसे अधिक परेशानी उन लोगों को हो रही है, जिनके बैंक खातों में ठगी की राशि ट्रांसफर हो रही है। हालात यह है कि ठगी से जुड़ी रकम किसी भी खाते में आते ही पुलिस उस बैंक खाते को सीधे सीज कर रही है। भले ही राशि जानबूझकर आई हो या ठगों की धोखाधड़ी से पहुंची हो। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के थानों और साइबर सेल में ऐसे 50 से अधिक मामले दर्ज किए जा चुके हैं। पीड़ितों में व्यापारी, आम आदमी और नौकरी पेशा वाले शामिल है। पढ़ें किस तरह से राजधानी के पीड़ित लगा रहे बैंक, थाने और कोर्ट के चक्कर इस रिपोर्ट में… केस- 1 साइबर सेल से मेल आने के बाद अकाउंट हुआ बंद न्यू राजेंद्र नगर में रहने वाली कारोबारी (बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर) दिव्या ने बताया कि उनका सिविल लाइन स्थित ICICI बैंक में अकाउंट है। उन्होंने कहा कि खाते से ट्रांजैक्शन एक साल पहले बंद हो गया था। जब मैंने बैंक जाकर जानकारी ली। मैनेजर ने बताया कि साइबर सेल से मेल आने के बाद आपका अकाउंट बंद कर दिया गया है। किस जिले की साइबर सेल से मेल आया था, यह जानकारी भी बैंक मैनेजर नहीं दे सके। मैंने पुलिस से मदद मांगी, लेकिन वहां से भी कोई सहायता नहीं मिली। इसके बाद मैंने न्यायालय में आवेदन लगाया है। अकाउंट पिछले एक साल से बंद है। जबकि इसी अकाउंट से मेरी किस्त कटती है। एक साल से मुझे पेनल्टी देकर किस्त भरनी पड़ रही है। अकाउंट में मौजूद पैसा ब्लॉक है और अभी तक किसी भी प्रकार का समाधान नहीं मिल पाया है। केस- 2 सैलरी अकाउंट बंद कर दिया, अब पैसा भी नहीं निकल रहा कोतवाली इलाके में रहने वाली मिक्की (परिवर्तित नाम) ने बताया कि वह प्राइवेट जॉब करती हैं। उन्होंने कहा कि मेरा सैलरी अकाउंट है। मेरे में मोबाइल में कल (2 दिसंबर) मैसेज आया कि अकाउंट ब्लाक हो गया है। मैंने बैंक से पता किया तो उन्होंने बताया कि 11 हजार रुपए का एमाउंट सस्पेक्टेड है। बैंक ने बिना मेरी इजाजत इस एमाउंट को अकांउट से ब्लॉक कर दिया। एमाउंट कम होने पर ट्रांजैक्शन रुका है। सस्पेक्टेड एमाउंट कहां से आया? इसकी जानकारी बैंक ने दी है, लेकिन राहत कैसे मिलेगी? ये जानकारी नहीं दे पा रहे हैं। मेरे अकाउंट में मेरे परिजनों ने पैसे दिए थे, अब इस पैसे को मैं निकाल नहीं पा रही हूं। केस- 3 21 हजार एमाउंट के लिए 20 लाख से ज्यादा फंसे इसी तरह गंज इलाके में तुषार (परिवर्तित नाम) ने बताया कि उनका एक गारमेंट शॉप है। उन्होंने कहा कि रोजाना ग्राहक फोनपे और पेटीएम के माध्यम से भुगतान करते हैं, लेकिन पिछले पांच महीनों से मेरा बैंक अकाउंट ब्लॉक है। लगातार बैंक के चक्कर लगा रहा हूं, पर वे स्पष्ट जानकारी नहीं दे रहे हैं। बैंक कर्मचारियों का कहना है कि 21 हजार का एमाउंट सस्पेक्टेड मेरे खाते में आया था, जिसके बाद पुलिस की ओर से मेल भेजे जाने पर खाता सीज कर दिया गया है। लेकिन किस पुलिस विभाग ने मेल भेजा है, यह जानकारी भी नहीं दी जा रही। 21 हजार के कारण मेरे 20 लाख रुपए से अधिक फंस गए हैं। 50 से अधिक खाते संदिग्ध राशि के नाम पर ब्लॉक यह महज तीन मामला नहीं है। राजधानी रायपुर में ऐसे 50 से अधिक पीड़ित हैं, जिनके खातों में सिर्फ 2 हजार से 20 हजार रुपए तक संदिग्ध राशि आने पर बैंक ने बिना पूछे उनका अकाउंट बंद कर दिया। अकाउंट ब्लॉक होने से ये सभी लोग गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। अपने खाते खुलवाने के लिए पीड़ितों ने बैंक, पुलिस और कोर्ट के चक्कर लगाए, लेकिन अभी तक किसी को समाधान नहीं मिला है। कई लोग परिचितों से उधारी, तो कई बाजार से ब्याज पर पैसा लेकर अपना कारोबार और घर चला रहे हैं। अकाउंट बंद होने से उनकी किस्तें कट नहीं पा रही हैं, जिसके कारण पेनल्टी लग रही है और उनका सिविल स्कोर भी खराब हो रहा है। साइबर ठगी का दायरा बढ़ा, लेकिन भुगत रहे निर्दोष साइबर ठगों के बढ़ते जाल का असर अब सिर्फ पीड़ित तक सीमित नहीं है, बल्कि उन लोगों तक पहुंच गया है। जिनके खाते को ठग “पास-थ्रू” की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। कानूनी प्रक्रिया लंबी है और जमानत-सेटलमेंट ने इसे महंगा बना दिया है। लोग इंतजार कर रहे हैं कि सिस्टम ऐसा बने, जिससे निर्दोषों को कम से कम परेशानी हो। पढ़िए इस केस में एडवोकेट का क्या कहना है? रायपुर के एडवोकेट विपिन अग्रवाल ने लीन एमाउंट और अकाउंट सीज होने के केसों में बताया कि ठगी का एमाउंट घूमकर लोगों के अकाउंट में आ रहा है। इस राशि के आने पर अकाउंट से राशि को लीन (जब्त) किया जा रहा है। इसके साथ ही कई केसों में उपभोक्ताओं के अकाउंट को सीज भी कर दिया जा रहा है। यह प्रक्रिया नियमानुसार नहीं है। कई मामलों में न्यायालय की ओर से निर्देश दिए गए है कि राशि को लीन किया जाए। लेकिन संपूर्ण खाते को ब्लॉक नहीं कराया जा सकता है। अकाउंट सीज करने के लिए न्यायालय के परमिशन की आवश्यकता होती है। न्यायालय की अनुमति के बिना किसी भी बैंक अकाउंट को सीज या फ्रीज नहीं किया जा सकता है। ......................................................... साइबर फ्रॉड से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें रायपुर में रिटायर्ड पुलिस से साइबर फ्रॉड: योनो SBI एप अपडेट के बहाने फोन हैक; महिला को चालान पटाने के बहाने बनाया शिकार रायपुर में एक रिटायर्ड पुलिस इंस्पेक्टर के साथ साइबर फ्रॉड हुआ है। ठग ने योनो SBI ऐप अपडेट करने के बहाने लिंक भेज कर फोन हैक कर लिया। फिर इंस्पेक्टर के अकाउंट से पैसे पार कर लिए। इसी तरह एक महिला भी साइबर फ्रॉड का शिकार हुई है। उसके व्हाट्सएप पर चालान का मैसेज आया। उसने लिंक क्लिक किया तो मोबाइल हैक हो गया। दोनों मामलों में ठगों ने करीब 6 लाख रुपए पार कर लिए है। पढ़ें पूरी खबर...

