डॉक्टर साहब, क्या मेरे पति बच जाएंगे? आचार्य तुलसी रीजनल कैंसर रिसर्च सेंटर में जगनार (65) (बदला हुआ नाम) की पत्नी रोते हुए यह सवाल पूछ रही थीं। जगनार स्टेज-4 ओरल कैंसर से जूझ रहे थे। चेहरा दर्द से सिकुड़ता जा रहा था। खाना लगभग बंद था। आंखों में हर पल यह डर कि शायद जिंदगी अब ज्यादा बाकी नहीं। प्री-ऑपरेटिव रिपोर्ट ने सबको स्तब्ध कर दिया। मरीज को गंभीर एओर्टिक स्टेनोसिस था। मतलब, अगर कैंसर का ऑपरेशन होता तो जान जाने का खतरा था। ऑन्को सर्जन डॉ. संदीप गुप्ता ने जयपुर में अपने बैचमेट सीटीवीएस सर्जन डॉ. अंकित माथुर से बात की। उन्होंने मरीज को अपने पास बुला लिया। जयपुर के हॉस्पिटल में उसका बाइपास हुआ। अब बारी थी कैंसर से लड़ाई की। घंटों चली बड़ी सर्जरी और रिकंस्ट्रक्शन। यहां एनेस्थीसिया की प्रोफेसर डॉ. सोनाली धवन का हुनर काम आया। करीब 10 घंटे की सर्जरी के बाद ऑपरेशन थियेटर से बाहर आते ही डॉ. संदीप गुप्ता ने महिला से कहा, मरीज अब ठीक हैं, तो पत्नी की आंखों से आंसू छलक पड़े। चौथी स्टेज में चार क्रिटिकल सर्जरी, 9 साल से इलाज केस 1. चूरू निवासी रमकू (बदला हुआ नाम) के मुंह में चौथी स्टेज का कैंसर था। तंबाकू और गुटखे का सेवन करते थे। वर्ष 2016 में कैंसर सेंटर में ऑपरेशन हुआ था। आज भी नॉर्मल लाइफ जी रहे हैं। केस 2. हनुमानगढ़ के नोहर निवासी दसेराम (बदला हुआ नाम) को पैंक्रियाज का कैंसर था। वर्ष 2018 में उनका मेजर ऑपरेशन हुआ था। दसेराम आज भी स्वस्थ हैं। केस 3. हनुमानगढ़ के नोहर निवासी 50 वर्षीय रामसुख (बदला हुआ नाम) को भी पैंक्रियाज का कैंसर था। कैंसर हॉस्पिटल में 2019 में उनका ऑपरेशन हुआ। आज स्वस्थ हैं। टाटा मेमोरियल से एमओयू होने पर आएंगे बेहतर रिजल्ट कैंसर ट्रीटमेंट के मामले में बीकानेर की पहचान पहले से ही है। क्योंकि यहां देश का 13वां कैंसर रिसर्च सेंटर है। जल्दी ही टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल के साथ एमओयू होने के बाद यहां पर इलाज की और भी अधिक बेहतर सुविधाएं विकसित होंगी। भास्कर एक्सपर्ट — डॉ. संदीप गुप्ता, ऑन्को सर्जन, आचार्य तुलसी रीजनल कैंसर रिसर्च सेंटर भारत में मुंह का कैंसर पुरुषों में ज्यादा 14.7% विश्व कैंसर रिसर्च फंड के अनुसार 2022 में विश्व में मुंह के कैंसर के 1,43,759 नए मामले सामने आए। पुरुषों में यह दर सबसे ज्यादा 14.7 प्रतिशत प्रति 1,00,000, जबकि महिलाओं में 5.5 प्रति 1,00,000 है। भारत में अधिकांश मरीज देर से अस्पताल में आते हैं। लगभग 70% मरीज उस वक्त आते हैं जब कैंसर तीसरी या चौथी स्टेज में पहुंच जाता है। देर से आने के कारण इलाज कठिन हो जाता है और मृत्यु दर अधिक रहती है। इसका मुख्य कारण तंबाकू, गुटखा, सुपारी, शराब का सेवन एवं अस्वस्थ भोजन है। समय पर स्क्रीनिंग और जागरूकता की कमी होने से यह समस्या बढ़ रही है। आम तौर पर मरीज तीसरी और चौथी स्टेज में पहुंचते हैं, लेकिन काफी सारे मरीज इलाज के बाद स्वस्थ जीवन जी रहे हैं। बीमारी से बचने के लिए जागरूकता बहुत जरूरी है। -डॉ. नीति शर्मा, निदेशक, आचार्य तुलसी रीजनल कैंसर रिसर्च सेंटर
रेलवे स्टेशन का निरीक्षण:सिंधिया ने डीआरएम से कहा-जल्दी करें काम पूरा, हर प्लेटफार्म पर लिफ्ट लगाएं
केंद्रीय संचार एवं उत्तर-पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रविवार को ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर चल रहे पुनर्विकास कार्यों की समीक्षा की। निरीक्षण के दौरान झांसी मंडल के डीआरएम अनिरुद्ध कुमार ने उन्हें परियोजना की मौजूदा प्रगति और शेष कार्यों की समय-सीमा से अवगत कराया। उन्होंने जानकारी दी कि कॉनकोर्स का ढांचा तैयार हो चुका है और शेष कार्य तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। निरीक्षण के दौरान ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर और विधायक मोहन सिंह राठौड़ ने फुट ओवर ब्रिज की सीढिय़ों की चौड़ाई कम होने के कारण यात्रियों को आने-जाने में परेशानी की बात कही। इस पर डीआरएम ने कहा कि जब काम पूरा होगा उसके बाद वही यात्री इन सीढिय़ों का उपयोग करेंगे जिन्हें प्लेटफार्म एक से दूसरे पर जाना होगा। साथ ही उनके लिए एस्कलेटर लगा है। इस पर सिंधिया ने कहा कि ऐसा प्रयास करें कि 4 फीट सीढ़ियां चौड़ी हो जाएं। पहले यहां 5 ट्रैक थे मैंने 6 ट्रैक कराए है। भाजपा नेता सुधीर गुप्ता ने कहा कि एक्सलेटर आए दिन खराब रहता है इसलिए लिफ्ट की भी व्यवस्था की जाए। इस पर सिंधिया ने डीआरएम से कहा कि हर प्लेटफार्म पर लिफ्ट की भी व्यवस्था रहे,ऐसी व्यवस्था करें। केन्द्रीय मंत्री ने दिए सुझाव फुट ओवर ब्रिज पर चर्चा, चौड़ाई पर उठाए सवाल निरीक्षण से पहले केन्द्रीय मंत्री ने प्रोजेक्ट की प्रगति पर प्रेजेंटेशन देखा। उन्होंने बताया कि वर्ष 2021 में कोरोना काल के दौरान खुद उनकी पहल पर स्टेशन का डिजाइन रेलवे अधिकारियों के साथ मिलकर तैयार कराया गया था। निरीक्षण के दौरान फुटओवर ब्रिज पर पहुंचे। यहां सीढिय़ों की चौड़ाई के सवाल पर डीआरएम ने कहा कॉनकोर्स तैयार होने के बाद इस एफओबी का इस्तेमाल सीमित रहेगा। यात्रियों के लिए कॉनकोर्स दिसंबर तक करें पूरा सिंधिया ने निर्देश दिए कि दिसंबर 2025 तक कॉनकोर्स (सैकड़ों यात्री एक साथ बैठ सकेंगे) पूरी तरह से यात्रियों के लिए तैयार हो जाए, जबकि मार्च 2026 तक कॉनकोर्स की छत का काम भी पूर्ण कर लिया जाए। ऐतिहासिक भवन की सुंदरता बनाए रखने के लिए फसाड ट्रीटमेंट कराया जाए।
संभल हिंसा की जांच के लिए आयोग बना था, न कि वहां के इतिहास का पता लगाने के लिए। अगर इतिहास की बात हो रही है तो मैं भी इतिहास बताऊंगा। संभल हिंसा की रिपोर्ट लीक कैसे हुई, इसकी जांच होनी चाहिए। ये कहना है संभल से सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क का। दैनिक भास्कर से बातचीत में उन्होंने कहा- अनुज चौधरी को सीओ से एएसपी बनाया गया। मुझे नहीं लगता कि उनका प्रमोशन रूटीन प्रक्रिया में किया गया। अभी तक न्यायिक आयोग की रिपोर्ट सामने नहीं आ पाई है। जब तक रिपोर्ट सामने नहीं आएगी, तब तक मैं कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। इतना जरूर कहूंगा कि अगर ये गोपनीय रिपोर्ट है, तो ये मीडिया तक कैसे पहुंची। इसे सार्वजनिक नहीं किया गया, तो ये लीकेज कैसे हुई? पढ़िए पूरा इंटरव्यू… सवाल: आयोग ने कहा है कि संभल में हिंदुओं की आबादी घटी है, क्या कहेंगे?जवाब : पहले तो मैं इस पर टिप्पणी नहीं करना चाहता, क्योंकि रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं हुई है। रिपोर्ट आ जाए, उसे हम देखें उसके बाद टिप्पणी जरूर करूंगा। लेकिन मैं इतना जानता हूं कि ये आयोग इसलिए नहीं बना था कि इतिहास क्या रहा है। इतिहास से जुड़ी कोई बात रिपोर्ट में रखी गई है, तो हम इतिहास भी बताने का काम करेंगे कि वहां का इतिहास क्या रहा है। लेकिन आयोग इसलिए गठित हुआ था कि वहां पर हिंसा क्यों हुई और हिंसा का जिम्मेदार कौन है? आयोग का मकसद यही होता है कि जो चीजें हुईं, वो आगे न हो इसके क्या उपाय हैं। लेकिन ये तभी संभव है जब आयोग असली सच्चाई सामने लाए। सवाल : आप पर बिजली चोरी से लेकर हिंसा तक के केस दर्ज हैं?जवाब : इससे आप लोग भी अच्छी तरह से वाकिफ हैं। जिन लोगों की राजनीति इसी बेस पर चल रही है, हिंदू मुस्लिम के बीच मतभेद पैदा करने से। ऐसे में कहीं न कहीं मुझे टारगेट करके मुस्लिम लीडरशिप को रोकना और आपस में लड़ाई करके हिंदू मुस्लिमों के बीच खाई पैदा करके किस तरह से आगे बढ़ सकते हैं, इस बात को लेकर ही ये चीजें हुई हैं। मुझे न्यायालय पर भरोसा है कि अगर पुलिस-प्रशासन से इंसाफ नहीं मिलता है, तो न्यायालय से इंसाफ जरूर मिलेगा। सवाल: क्या आपके दादा के बेबाक बयान, आपको निशाना बनाने की वजह?जवाब : मैंने अपने दादा शफीकुर्रहमान बर्क साहब के साथ रहकर सियासत की ट्रेनिंग ली है। मेरा विधानसभा या लोकसभा पहुंचने का मकसद जनहित के मुद्दों को, विकास के कार्यों को संसद में उठा सकें और साथ में सरकार कुछ गलत कर रही है तो उसको आइना दिखा सकें। ये हमारी जिम्मेदारी बनती है। दादा से यही सीखा है कि कुछ गलत हो तो उसपर खामोश नहीं रहना चाहिए। यही मेरी राजनीति का वसूल भी है। सवाल : संभल सीओ को एडिशनल एसपी बना दिया, क्या कहेंगे?जवाब : इसका जवाब सरकार को देना चाहिए कि ये रूटीन की प्रक्रिया है या गलत काम करके उन्होंने जो टारगेट किया है, उसका उन्हें (अनुज चौधरी) इनाम मिला है। रूटीन प्रक्रिया का मुझे ज्यादा हिस्सा नहीं लगता, लेकिन अगर गलत काम करने पर इस तरह से इनाम दिया जाएगा तो कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा होगा। हमारा कहना है कि ऐसे लोगों को सजा मिलनी चाहिए। लेकिन अगर इनाम दिया जाएगा तो आने वाले समय में अच्छा काम करने वालों का मोराल डाउन होगा और जो अच्छा करते हैं उनका मोराल हाई होगा। सवाल : राजनीति की शुरुआत AIMIM से की, अब उसका क्या भविष्य देखते?जवाब : देखिए मैंने अपनी राजनीति की शुरुआत एमआईएम के साथ नहीं की थी, अपने दादा के साथ की थी। वो एक अलग इत्तेफाक था कि मैं एआईएमआईएम से चुनाव लड़ा था। हमारा मकसद सिर्फ खासतौर से इस देश के अंदर मुसलमानों के हिफाजत की बात उठाना है। उसके साथ-साथ जो हमारा संविधान भी कहता है और मजहब भी कहता है कि हर वर्ग, हर धर्म और हर बिरादरी के लोगों के हकों की हिफाजत होनी चाहिए। जो इंसाफ है वो मिलना चाहिए। मैं समझ सकता हूं कि आने वाले समय में अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी प्रदेश के साथ साथ देश में भी अपना परचम लहराने का काम करेगी। सवाल : AMU छात्रसंघ में काम कर चुके हैं, सियासत में कितना फायदा मिला?जवाब : देखिए मेरे दादा कहते थे कि पहले की राजनीति में और अब की राजनीति में जमीन आसमान का फर्क है। पहले खिदमत की राजनीति होती थी। अब राजनीति का मकसद बदलता जा रहा है जो कि सही नहीं है। राजनीति का मकसद ये होना चाहिए कि जो लोग अभी अपने देश के अंदर बड़ी संख्या में पिछड़े हुए हैं उनको अच्छी शिक्षा और अच्छा रोजगार नहीं मिल पा रहा है। इन चीजों पर फोकस करते हुए अपनी बात उठाना चाहिए। अलीगढ़ मुस्लिम युनिवर्सिटी से मुझे छात्र राजनीति के जरिए बहुत कुछ सीखा। एएमयू के अंदर तालीम के साथ साथ तरबियत भी मिलती है। ऐसे में मुझे इसका बहुत बड़ा लाभ मिला है। सवाल: संभल को धार्मिक टूरिस्ट प्लेस बनाया जा रहा है, क्या कहेंगे?जवाब : हम तो ये कह रहे हैं कि संभल को जो संभल का हक है वो मिलना चाहिए। हम कब मना करते हैं कि संभल को आप धार्मिक टूरिस्ट बनाइए। हमारा अनुरोध सिर्फ इतना है कि संभल को बांटने का काम ना करें। आप जो बनाना है वो बनाएं। शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क के क्षेत्र में विकास करें, रोजगार दें। लेकिन संभल को बांटने का काम न करें। सवाल : संभल की हिंसा तुर्क और पठानों की लड़ाई, पुलिस का तर्क कितना सही?जवाब : ये ऐसा सवाल नहीं है कि इसका जवाब दिया जाए। तुर्क और पठान का रंग दिया गया था। उनकी फिलासफी फेल हो गई। अगर इस घटना को कोई और रंग देने का प्रयास करते तो शायद वो कामयाब हो जाते। लेकिन प्रशासन ने जो रुख देने का प्रयास किया उसको मुस्लिम ही नहीं मैं समझता हूं कि कोई भी भरोसा नहीं कर सकता। मस्जिद अल्लाह का घर होता है किसी एक बिरादरी के लिए नहीं होता। ऐसे में तुर्क और पठान विवाद का रुख देना, मैं समझता हूं कि वो अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पाए। इस सवाल का कोई सर पांव नहीं है। अभी तक लड़ाई हिंदू मुस्लिमों को बांटने की थी और अब ये मुस्लिमों को आपस में बांटने का प्रयास कर रहे हैं। आप चाहे जितनी कोशिश कर लो, इस समय मुसलमान अपने एक प्लेट फार्म पर खड़े हैं। सवाल : अवैध निर्माण के मामले में तीसरा नोटिस और कोर्ट का ध्वस्तीकरण का आदेश आया?जवाब : संभल की जो घटना हुई, उस पर मैंने अपनी बेबाक राय रखी। जुल्म के खिलाफ आवाज उठाई। सड़क से लेकर संसद तक मजबूती से उठाया। जिसका मकसद ये था कि जिन लोगों ने गलत किया है उन पर कार्रवाई हो और जिनके साथ गलत हुआ है उन्हें इंसाफ मिल सके। इसीलिए मैंने बढ़ चढ़ कर उसमें हिस्सा लिए। इसका नतीजा सबने देखा। गलत तरीके से मुझे टारगेट किया गया। हम उनमें से नहीं हैं, जो खामोश हो जाएंगे। मुझे खुशी है कि मेरी पार्टी और मेरे नेता अखिलेश यादव ने पूरी मजबूती के साथ मेरा साथ दिया है और सच का साथ दिया है। सवाल : कुंदरकी की बड़ी आबादी मुस्लिमों की है, ये सीट कैसे हार गए?जवाब : मैं विधानसभा का चुनाव 43 हजार से जीता था। लोकसभा में कुंदरकी से 58 हजार वोटों से जीत हासिल की। मैं इतना ही कहूंगा कि वहां इलेक्शन नहीं, सलेक्शन हुआ। चुनाव आयोग की भूमिका पर जो सवाल खड़े हो रहे हैं, कुंदरकी भी उसी का एक हिस्सा है। सवाल: 2027 में SP की संभावनाएं क्या हैं? संभल से आपकी भूमिका क्या होगी?जवाब : एक साल 4 महीने बचे हैं चुनाव में। समाजवादी पार्टी पूरी मजबूती के साथ मैदान में हैं। लोकसभा में हमारी जो परफार्मेंस रही है उससे कहीं बेहतर परफार्मेंस हम 2027 में करके दिखाएंगे। सवाल : खुद पर लगे आरोपों को लेकर कभी प्रधानमंत्री या गृह मंत्री से बात की है?जवाब : कहां जाते, हम न्यायालय में अपनी बात लेकर गए। जहां पुलिस प्रशासन अगर सरकार के इशारे पर कार्रवाई कर रहा है, तो हमें इंसाफ के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाना चाहिए। हमने वही किया। शुक्र है न्यायालय से रिलीफ मिला भी है। न्यायालय पर पूरा भरोसा है। इंसाफ मिला भी है और आगे भी मिलेगा। सवाल: सूबे में मुस्लिम लीडरशिप हाशिए पर, प्रदेश स्तर का कोई नेता नहीं?जवाब : देखिए हमारा मकसद खुद को चमकाना नहीं है। यकीनन आजम खां साहब रहे हों, दादा मोहतरम बर्क साहब रहे हों, अहमद हसन साहब रहे हों। जो भी मुस्लिम लीडर रहे हैं। आज का समय थोड़ा अलग है। इस समय अपना मकसद ये नहीं है कि कोई मुसलमान लीडर अपना नाम चमकाए चाहे में हूं या कोई और। अपना मकसद सिर्फ इतना है कि मुस्लिमों के साथ जो ज्यादती हो रही है उसमें सारे रहनुमा जो जनप्रतिनिधि हैं खासकर मुस्लिम। वो तवज्जो देकर के उन लोगों के साथ हो रही ज्यादती के खिलाफ खड़े हों। सवाल: धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि मुसलमान कन्वर्टेड हैं, क्या कहेंगे?जियाउर्रहमान: मुसलमानों के इतिहास जानने से पहले वो अपना इतिहास जानें। देश की जब लड़ाई लड़ी जा रही थी पहले उस पर सफाई दें कि उन लोगों ने आजादी की लड़ाई में कितना साथ दिया था? फिर उसके बाद मुसलमानों के इतिहास पर सवाल उठाएंगे। अगर वो मुसलमानों का इतिहास पढ़ेंगे तो फिर शायद वो इस तरह का सवाल ही नहीं उठाएंगे। आपस में जो बांटने की कोशिश कर रहे हैं, वो नहीं करेंगे। ऐसे लोग जो एक विशेष पार्टी को लाभ पहुंचाने के लिए ऐसी बात करते हैं। जैसे-जैसे वक्त आगे बढ़ेगा और भी बातें सामने आएंगी। हमारी और आपकी जिम्मेदारी बनती है कि इन लोगों को इनके हाल पर छोड़ कर अपने काम पर फोकस करना चाहिए। सवाल: आजम खान की मदद अखिलेश ने की या नहीं, आपको क्या लगता है?जवाब: आरोप लगाने वाले कौन लोग हैं? देखिए जो कहने वाले लोग हैं वे बताएं कि किस तरह से पैरवी नहीं की। आजम खां साहब एक सीनियर लीडर हैं, मैं भी उनकी इज्जत करता हूं। मैं इतना जानता हूं कि अखिलेश यादव ने आजम खां के लिए बहुत कुछ किया। लेकिन पार्टी के दूसरे नेताओं को भी अगर परेशानी आई है तो उन्होंने आगे बढ़कर मदद करने का प्रयास किया है। सवाल : भाजपा में सबसे ज्यादा संसद में कौन पसंद हैं?जवाब : मैं क्यों भाजपा के लोगों को पसंद करूंगा। मुझे तो सबसे ज्यादा मेरे नेता अखिलेश यादव पसंद हैं। या फिर मेरे कायद मोहतर बर्क साहब हैं। सवाल : डिंपल मस्जिद गई तो रसीदी ने कमेंट किया, अखिलेश चुप रहे?जवाब : वो मुद्दा पुराना हो चुका है। वो मुद्दा भाजपा ने बनाने का प्रयास किया था। ऐसा कुछ नहीं था। मस्जिद को देखने के लिए रामपुर के एमपी और मस्जिद के इमाम ने दरख्वास्त की थी अखिलेश जी से। जिसमें अखिलेश यादव ने भी दिलचस्पी दिखाई थी कि उसकी तारीख को जान सकें। इस मकसद से गए थे। भाजपा ने बहुत कोशिश की उसको रंग देने के लिए लेकिन उसमें कामयाब नहीं हो पाई। ................... ये खबर भी पढ़ें... शाह ने सपा सांसद को बर्थडे विश किया, उनका इंटरव्यू:बोले- जब रेड पड़ी थी, तभी मैं उनकी वाशिंग मशीन में धुल जाता ‘जब मेरे यहां इनकम टैक्स का छापा पड़ा था, तभी भाजपा में चला जाता और वाशिंग मशीन में धुल गया होता। जिसे आज भी झेल रहा हूं। मैं समाजवादी था, हूं और रहूंगा।’ दैनिक भास्कर के भाजपा में शामिल होने की संभावना पर किए गए सवाल पर यह बात सपा के राष्ट्रीय सचिव, राष्ट्रीय प्रवक्ता और घोसी से सांसद राजीव राय ने कही। राजीव राय के जन्मदिन पर गृहमंत्री अमित शाह ने फोन करके बधाई दी थी। तभी से उनके भाजपा में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं। पढ़िए पूरी खबर...
4 साल की ज्योति घर के बाहर बैठकर खाना खा रही थी। तभी उसने मां से और दाल मांगा। मां दाल लाने करीब 20 मीटर आगे गई। तभी भेड़िया आया और उसने खाना खा रही ज्योति का मुंह अपने जबड़े में दबाया और उठाकर खेत की तरफ भागा। पास लेटे दादा चिल्लाए, लेकिन भेड़िए ने नहीं छोड़ा। तुरंत ही गांव के 30-35 लोग जुट गए। गन्ने के खेतों की तरफ दौड़े। बच्ची का कुछ पता नहीं चला। सुबह घर से 300 मीटर दूर ज्योति की लाश मिली। बायां पैर गायब था। दाहिना हाथ और पीठ के हिस्से की मांस भी गायब था। बहराइच में भेड़ियों के आतंक की यह घटना इन दिनों लोगों को डरा रही है। एक के बाद एक हमले ने लोगों को शाम होते ही घरों में कैद रहने को मजबूर कर दिया है। पहले ज्योति को उठाया और फिर अगले दिन पड़ोस के गांव की एक बुजुर्ग पर हमला किया। उसके अगले दिन कुछ किलोमीटर दूर एक और बच्ची को खा गया। दैनिक भास्कर की टीम इस वक्त भेड़िया के आतंक से प्रभावित इलाके में है। बच्ची के साथ क्या कुछ हुआ, अब प्रशासन किस स्तर पर तैयारी कर रहा, लोग कैसे बचाव कर रहे, आइए सबकुछ एक तरफ से जानते हैं… बहराइच जिला मुख्यालय से करीब 35 किलोमीटर दूर मंझारा तौकली गांव है। गांव की आबादी करीब 40 हजार है। गांव में जाने वाले रास्तों के अगल-बगल गन्ने के खेत नजर आते हैं। दोनों तरफ झाड़ियां दिखती हैं। भास्कर की टीम इन रास्तों से होते हुए मंझारा तौकली गांव के परागपुरवा में पहुंची। इस वक्त यहां वन विभाग का पहरा है। जाल लगाए गए हैं, कुछ जगहों पर पिंजरा भी लगाया जा रहा है। गांव के लोग इतने सहमे हैं कि अब अपने बच्चों को घर के बाहर भी अकेले नहीं छोड़ते। 4 साल की बच्ची ज्योति को जहां से भेड़िया उठाकर ले गया है, वहां उसके पंजों के निशान को ईंट से घेरा गया है। यहीं हमारी मुलाकात बच्ची के पिता रामजीत गौतम से हुई। वह घटना को लेकर कहते हैं- बच्ची शाम को करीब 8 बजे यहीं बैठकर खाना खा रही थी। उसकी मम्मी प्रमिला उसे खाना खिला रही थी, तभी बच्ची ने कहा कि थोड़ी सी दाल चाहिए। वह वहां से 20 मीटर की दूरी पर घर में गई, लेकिन तभी भेड़िया आया और वह बच्ची का मुंह में दबाकर उठा ले गया। बच्ची की मां प्रमिला अब भी सदमे में हैं। वह बताती हैं- चारों तरफ यहां अंधेरा था, मेरे ससुर भी यहीं खाट पर लेटे थे, इसलिए हम बच्ची के लिए खाना लेने अंदर गए, लेकिन तभी उसने हमला कर दिया। घर से 300 मीटर दूर बच्ची की लाश मिलीगांव में हल्ला मचा तो सभी इकट्ठा हो गए। घर के आसपास गन्ने के खेत हैं। बच्ची के दादा सोहन लाल कहते हैं, भेड़िए ने बच्ची को ऐसा पकड़ा कि वह एक बार भी बोल नहीं सकी, हम थोड़ा नींद में थे लेकिन तुरंत महसूस हो गया कि घटना हो गई है। चिल्लाने पर पूरा गांव इकट्ठा हुआ और सभी लोग लाठी-डंडा लेकर गन्ने के खेत में घुस गए। लेकिन कहीं कुछ भी पता नहीं चल सका। हम सभी पूरी रात बच्ची को खोजते रहे। सोहन लाल कहते हैं, सुबह घर से करीब 300 मीटर दूर बच्ची का छत-विक्षत शव गन्ने के खेत में मिला। भेड़िया उसका बाया पैर खा गया था, दाहिना हाथ और पीठ वाला हिस्सा भी खा गया था। पुलिस और वन विभाग की टीम आई। अगले दिन गांव की महिला पर हमला कियाभेड़िया बच्ची का शिकार करने के बाद गांव के बाहर ही छिपा रहा। उसने अगले दिन मंझारा तौकली गांव के बाभननपुरवा गांव की शिव प्यारी को अपना निशाना बनाया और हमला कर दिया। यह पुरवा परागपुरवा से करीब 4 किलोमीटर की दूरी पर था। 60 साल की पीड़िता इस वक्त बहराइच के जिला हॉस्पिटल में भर्ती है। हम उनसे मिलने हॉस्पिटल पहुंचे। घटना को लेकर वह कहती हैं- हम खाना खाने के बाद गाय को थोड़ा सा खाना खिलाने गए थे, फिर वहीं बैठ गई। तभी पीछे से एक जानवर आया और मुझे नोचने लगा। वह बहुत मजबूत था, मुझे पहले लगा कि कोई इंसान है, मैंने पूरी ताकत से धक्का दिया लेकिन वह मुझे बार-बार नोंचता रहा। तभी मैं जोर से चिल्लाई तो घर में जो और लोग मौजूद हैं वह लाठी-बल्लम लेकर आए और उसे भगाने लगे। लेकिन वह मुझे बार-बार खींचे जा रहा था। किसी तरह से उसने मुझे छोड़ा, उसने मेरी गर्दन और पीठ को बहुत नोंचा। शिवप्यारी के बेटे राजकुमार इस वक्त मां के साथ हॉस्पिटल में हैं। वह कहते हैं- हम लोग उस वक्त बरामदे में थे, मां चिल्लाई तो हम लोग दौड़े। अंधेरा था, तो यह नहीं देख पाए कि वह भेड़िया था या फिर तेंदुआ। बहुत लोग बता रहे हैं कि वह तेंदुआ था। हमारी तरफ वालों ने तो क्लियर नहीं देखा। अब वहां वन विभाग की टीम लगी है, पिंजरा भी लगाया गया है। लाइट भी अब लग गई है। उसका मुंह बड़ा थाशिव प्यारी के देवर सुंदर लाल यादव कहते हैं- जब इन्होंने आवाज लगाई तो हम 4 लोग दौड़े। हाथ में टार्च और लाठी थी, उसे देखते ही हमारा शरीर कांप गया। हमने उसे लगातार डंडे से मारा लेकिन वह लगातार भाभी को खींचता रहा। जब जोर-जोर से मारना शुरू किया तब वह पीछे हटा। उसको देखा कि उसका शरीर पट्टीदार था, मुंह बड़ा था, लेकिन हम भी यह नहीं कह सकते कि वह भेड़िया था या फिर तेंदुआ। गांव के ही किसान अखिलेश यादव भेड़िए को देखने का दावा करते हैं। वह कहते हैं- हमारा घर गांव के बाहर है, जिस दिन चंद्र ग्रहण लगा था, उस दिन हम सभी लोग घर के बाहर ही बैठे थे। तभी गन्ने के खेत से निकलकर भेड़िया आया और घर के सामने बैठ गया। उसके कुछ दूरी पर ही चारपाई पर हमारे बच्चे सो रहे थे। हम लोगों ने टार्च मारा तो वह नजर आया। गंगा की तराई और गन्ने के खेत हमले की वजहआखिर इस इलाके में हमले की वजह क्या है? इस सवाल का जवाब गांव के ही वकील सतीश यादव देते हैं। वह कहते हैं- यहां के पूरे क्षेत्र में आपको गन्ने ही नजर आए होंगे। यहां से 3 किलोमीटर की दूरी पर घाघरा नदी भी है। इस वक्त कटान की वजह से जंगली जानवरों की आवाजाही भी बढ़ गई है। जानवर अब गन्नों के खेतों में बैठे रहते हैं। हालांकि पहले इधर हमला नहीं होता था, बहुत सालों के बाद ऐसा हो रहा है। इन जंगली जानवरों से बचाव के लिए वन विभाग की टीम लगी हुई है। इसके अलावा हम लोग भी रात में लगातार गश्त कर रहे हैं। बच्चों को लोग अब घर के अंदर ही सुला रहे हैं। हालत यह है कि अब आपको रात में गांव के जो लोग हैं वह सोते हुए नहीं दिखते। सभी रात-रातभर जागकर पहरा दे रहे हैं। यहां के लोगों का जीवन इस वक्त कठिन हो गया है। वन विभाग लोगों को जागरूक कर रहाबहराइच में पिछले साल भी इसी समय भेड़िए का आतंक था। उन्होंने 9 बच्चों को अपना शिकार बनाया था। इसी वजह से अब जब हमले शुरू हुए तो वन विभाग अलर्ट मोड में आ गया। लोगों को जागरूक करने के लिए गांव-गांव में लाउडस्पीकर से पुकारा जा रहा। इसके अलावा जंगली जानवरों के हमले से बचने के पोस्टर लगाए जा रहे हैं। बहराइच के डीएफओ रामसिंह यादव लगातार इलाकों में पहुंच रहे हैं। कर्मचारियों को लगातार निर्देश दे रहे हैं। वन विभाग की तरफ से दो पंपलेट लगाए जा रहे हैं। एक में पग चिन्हों को पहचानने को लेकर जागरूक किया जा रहा, दूसरे में सावधानियों का जिक्र है। इसमें कहा गया है- खेतों में कम से कम 5 व्यक्तियों के समूह में जाएं। मोबाइल रेडियो के जरिए लगातार ध्वनि करते रहें। छोटे बच्चों को स्कूल अपनी निगरानी में भेंजे। रात में खेतों की सुरक्षा के लिए मचान पर ही सोएं। अगर कहीं आपको वन्य जीव नजर आता है तो तुरंत वन विभाग को सूचना दें। अपने घरों के आसपास पर्याप्त रोशनी का इंतजाम करें। ------------------------------ ये खबर भी पढ़ें...भेड़िया बच्ची को खा गया...पोस्टमॉर्टम के बाद लाश नहीं मिली:बहराइच में पिता बोले- सिर का एक टुकड़ा बचा; अभी भी घूम रहा भेड़िया बहराइच में 2 दिन के अंदर भेड़िया 2 मासूम बच्चों को अपना शिकार बना चुका है। दो अन्य हमले भी किए। अब स्थिति यह है कि आसपास के गांव में लोगों के अंदर डर भर गया है। रात-रातभर जाग रहे। बच्चों को घर में सुला रहे। गन्ने के खेतों में नहीं जा रहे। दैनिक भास्कर की टीम इस पूरे मामले को कवर करने प्रभावित स्थानों में पहुंची। पूरी ग्राउंड रिपोर्ट पढ़ें...
हरियाणवी एक्ट्रेस अंजलि राघव पिछले काफी समय से चर्चा में बनी हैं। भोजपुरी सिंगर और अभिनेता पवन सिंह के साथ उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था। जिसमें वह अभिनेत्री की कमर को स्टेज पर सभी लोगों के सामने टच करते नजर आए थे। जैसे ही वीडियो वायरल हुआ, लोगों ने दोनों को ट्रोल करना शुरू कर दिया। इसके बाद अंजलि ने लाइव आकर पवन सिंह पर कई आरोप लगाए। हालांकि, बाद में वह मामला सुलझ गया था। अब अभिनेत्री का एक नया वीडियो सामने आया है। दरअसल, अंजलि राघव ने हाल ही में कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के आश्रम जाकर उनसे मुलाकात की। उनसे कई सवाल किए। इस पर अनिरुद्धाचार्य ने जो जवाब दिए, वो काफी वायरल हो रहे हैं। VIDEO में देखिए दोनों के बीच हुई बातचीत और अंजलि राघव के बारे में
मप्र हाई कोर्ट में पेंडिंग केसों की संख्या घटना शुरू हो गई है। कारण- जजों के कुल 53 पद स्वीकृत हैं,जिसमें से वर्तमान में केवल 10 खाली हैं। जबकि 19 मई 2025 को जजों के 22 पद खाली थे। पेंडिंग केसों की संख्या सबसे तेजी से ग्वालियर बेंच में कम हो रही है। 22 अगस्त से 14 सितंबर के बीच पेंडिंग केसों की संख्या में 1280 की गिरावट आई है। जबलपुर और इंदौर बेंच इस मामले में ग्वालियर बेंच से पीछे हैं। ग्वालियर बेंच में जजों के कुल 11 पद स्वीकृत हैं, जिसमें केवल एक ही पद खाली है। पेंडेंसी कम होने में यह भी एक अहम कारण है। राहत की एक और बात ये है कि इस वर्ष केवल जस्टिस एके पालीवाल रिटायर होंगे। इसके बाद 15 मार्च 2026 को जस्टिस अनिल वर्मा रिटायर होंगे। यानी आगामी 6 माह में केवल 2 ही जज रिटायर होंगे। इन उदाहरणों से समझें, कैसे लंबित केस निपटे
भारतीय जनता पार्टी विधानसभा चुनाव- 2027 से पहले पार्टी स्तर पर मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) करने जा रही है। बूथ स्तर पर चलने वाले अभियान में एक-एक घर के मतदाताओं का सत्यापन किया जाएगा। फर्जी मतदाताओं के साथ दोहरे नाम भी कटवाने की कार्रवाई की जाएगी। अगर पार्टी का अभियान सफल हुआ, तो विधानसभा चुनाव 2027 के लिए मास्टर स्ट्रोक साबित हो सकता है। दरअसल, भाजपा ने पंचायत चुनाव के साथ ही विधानसभा चुनाव की तैयारी भी शुरू की है। राज्य निर्वाचन आयोग की मतदाता सूची में करीब डेढ़ करोड़ मतदाताओं के नाम ग्राम पंचायत और नगरीय निकाय की मतदाता सूची दोनों में होना सामने आया है। पार्टी का मानना है कि ऐसा ही विधानसभा चुनाव की मतदाता सूची में भी संभव है कि मतदाताओं ने अपने गांव और शहरी दोनों घर के पते पर मतदाता सूची में नाम शामिल करा रखा हो। वहीं, बड़ी संख्या में बांग्लादेशी घुसपैठियों और फर्जी मतदाताओं के नाम भी मतदाता सूची में शामिल होने की आशंका है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, भाजपा जल्द ही एसआईआर शुरू करने जा रही है। इसके लिए 2003 की मतदाता सूची और 2024 की मतदाता सूची को आधार बनाया जाएगा। निर्वाचन आयोग ने 2003 की मतदाता सूची वेबसाइट पर अपलोड की है। पार्टी की ओर से सूची डाउनलोड करना शुरू किया गया है। विधानसभा क्षेत्र और बूथवार सूची संबंधित क्षेत्र की बूथ कमेटी को सौंपी जाएगी। भाजपाई घर-घर करेंगे सत्यापनभाजपा की बूथ कमेटी के सदस्य 2003 और 2024 की मतदाता सूची के आधार पर मिलान करेंगे कि किस व्यक्ति का नाम मतदाता सूची में कटा और किसका जुड़ा है? बूथ कमेटी बूथ की मतदाता सूची का सत्यापन करने के बाद उसकी रिपोर्ट निर्वाचन आयोग के बूथ लेवल एजेंट को देने के साथ जिलाध्यक्ष के जरिए जिला निर्वाचन अधिकारी को भी देगी। जिससे प्रशासन के स्तर से भी उसका सत्यापन कराकर मतदाता सूची सही कराया जा सके। फर्जी नाम हटवाना उद्देश्यएसआईआर अभियान के पीछे भाजपा का मुख्य उद्देश्य विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची से फर्जी मतदाताओं के नाम हटवाना है। वहीं भाजपा और आरएसएस की विचारधारा से जुड़े प्रत्येक मतदाता का नाम मतदाता सूची में शामिल कराना है। इसमें खासतौर पर विपक्षी दलों के प्रभाव वाले विधानसभा क्षेत्रों में मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण पर फोकस किया जाएगा। साथ ही उन सीटों पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा, जहां 2022 में भाजपा बहुत कम अंतर से हारी थी। 2024 में हुआ था नुकसानभाजपा को मतदाता सूची में गड़बड़ी के कारण लोकसभा चुनाव 2024 में बड़ा नुकसान हुआ था। मतदान के दौरान सामने आया था कि प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में भाजपा समर्थित हजारों मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से डिलीट कर दिए गए थे। चुनाव में भाजपा की हार में इसे भी बड़ी वजह माना गया। भाजपा की ओर से मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान के लिए जारी लेटर में इसका विशेष जिक्र करते हुए इस बार सावधान रहने की नसीहत दी गई है। जो नाम कटे थे, वो जुड़ भी जाएंभाजपा का फोकस है कि 2024 में जिन मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से डिलीट हो गए थे, उनके नाम मतदाता सूची में फिर शामिल हो जाएं। बूथ कमेटी को ऐसे मतदाताओं को चिह्नित कर उनका नाम हर हाल में सूची में शामिल कराने के निर्देश दिए हैं। चुनाव आयोग के समानांतर चलेगा अभियानभाजपा के एक पदाधिकारी ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग ने बिहार के बाद सभी प्रदेशों में एसआईआर कराने का निर्णय किया है। यूपी में भी विधानसभा चुनाव से पहले आयोग की ओर से एसआईआर कराया जाएगा। भाजपा के एसआईआर का एक चरण तो उससे पहले पूरा करने की तैयारी है। दूसरा चरण उसके समानांतर चलाकर फर्जी मतदाताओं के नाम हटवाए जाएंगे। एसआईआर को लेकर विपक्ष एक्टिवएसआईआर का लेकर यूपी में प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी और कांग्रेस भी सक्रिय है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने साफ कर दिया है कि अगर निर्वाचन आयोग ने एसआईआर में गड़बड़ी और चुनाव आयोग भाजपा का जुगाड़ आयोग बना, तो पड़ोसी देशों की तरह हमारे देश में भी जनता सड़क पर उतर जाएगी। सूत्रों के मुताबिक, साढ़े 8 साल से सत्ता से बाहर सपा भी एसआईआर को लेकर सजग है। सपा भी एक-एक बूथ की मतदाता सूची पर खास नजर रखेगी। वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक वीरेंद्र नाथ भट्ट का कहना है कि एसआईआर भाजपा करा रही है। यह संवैधानिक संस्थाओं का अपमान है। इलेक्शन कमीशन सुप्रीम कोर्ट में बता चुका है कि संविधान के अनुच्छेद 324 और 326 में यह अधिकार है कि वह मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण कर सकता है। दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी भाजपा ने व्यापक पैमाने पर अभियान चलाकर फर्जी मतदाताओं के नाम हटवाए थे। दिल्ली में भाजपा की जीत के पीछे वह सफल रणनीति साबित हुआ था। दिल्ली में मुख्य निर्वाचन अधिकारियों की कॉन्फ्रेंस के बाद एसआईआर का कार्यक्रम घोषित हो जाएगा। 2026 में यूपी में एसआईआर होगा। वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक आनंद राय का मानना है कि मतदाता सूची को लेकर विपक्षी दल आक्रामक है। सपा और कांग्रेस के अध्यक्ष ने जो स्लोगन दिया है उसके दो निहितार्थ है कि अपने कार्यकर्ता का मनोबल बढ़ा रहा है और बीजेपी को निशाने पर रख रहा है। बीजेपी जब अपना एसआईआर शुरू करेगी तो उससे मतदाता सूची पर उनका दबाव काम नहीं आएगा। विपक्षी दलों की मनमानी नही चलेगी। साथ ही बीजेपी की वोटर लिस्ट की पैनी नजर हो जाएगी। बोगस वोटर या संदिग्ध वोटर पर नजर रहेगी। इससे बीजेपी का बूथ मजबूत होगा। बीजेपी का सबसे बड़ा लक्ष्य विधानसभा चुनाव है, उसके लिए वह हर संभव प्रयास करेगी। ---------------------------- ये खबर भी पढ़ें... मायावती फिर कमाल कर पाएंगी?, आकाश की रीलॉन्चिंग, बुआ-भतीजे का नया प्लान; कांशीराम की पुण्यतिथि पर शक्ति प्रदर्शन बसपा सुप्रीमो मायावती ने 9 साल बाद 9 अक्टूबर को शक्ति प्रदर्शन करने वाली हैं। इसी दिन कांशीराम की 19वीं पुण्यतिथि (महापरिनिर्वाण दिवस) है। बसपा का खुद को साबित करने का पुराना हथियार रैली है। जब भी पार्टी को अपना दमखम दिखाना होता है, वह बड़े स्तर पर रैलियां करती है और भीड़ इकट्ठा करती है। ऐसे में सवाल है कि आखिर बसपा का प्लान क्या है? पढ़िए पूरी खबर...
पॉलिटिशियन, जज, एसीपी, डीसीपी समेत कई अफसरों के बाल लगाए हैं। डरने की कोई बात नहीं, महीने में 30 से 40 केस करते हैं। ये दावा है हड्डियों के डॉक्टर वीके सिंह का। यूपी में ये हाल तब है, जब कानपुर में हेयर ट्रांसप्लांट के बाद 2 लोगों की मौत हो चुकी है। क्या हेयर ट्रांसप्लांट सुरक्षित तरीके से और काबिल डॉक्टर ही कर रहे हैं? यह जानने के लिए दैनिक भास्कर ने कानपुर में एक महीने तक 10 क्लिनिक और अस्पतालों की सर्चिंग की। इनमें सामने आया कि डेंटिस्ट, हड्डियों के डॉक्टर और ब्यूटीपार्लर चलाने वाले कस्टमर फंसा रहे हैं। पढ़िए, पूरा इन्वेस्टिगेशन… पहले जानिए कानपुर में हेयर ट्रांसप्लांट के बाद मौत के मामले तारीख - 13 मार्च, 2025 : पनकी पावर प्लांट में बिजली विभाग के एई विनीत दुबे का केशवपुरम में रहने वाली डेंटिस्ट डॉ. अनुष्का तिवारी ने हेयर ट्रांसप्लांट किया। इसके एक दिन बाद विनीत के सिर में सूजन आई। चेहरा गुब्बारे की तरह फूल गया और आंखें बाहर आने लगीं। कुछ दिन बाद विनीत की मौत हो गई। विनीत की पत्नी ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद प्रशासन एक्टिव हुआ और डॉ.अनुष्का तिवारी के खिलाफ कोतवाली रावतपुर में FIR दर्ज की। इससे पहले 18 नवंबर, 2024 को इंजीनियर मयंक कटियार का हेयर ट्रांसप्लांट हुआ था। 19 नवंबर, 2024 को उनकी मौत हो गई। सर्चिंग में हमारे सामने एक नाम आया- डेंटल एंड ENT क्लिनिक का। ये कानपुर में पनकी रोड पर है। ये क्लिनिक बेसमेंट की 4 दुकानों में चल रहा है। यहां बोर्ड पर डॉ. शिवेंद्र सिंह, BDS, MDS लिखा है। हम यहां पहुंचे और खुद एक कंपनी का सेल्समैन बताया। यहां हमारी मुलाकात दीपक से हुई। यहीं पर क्लिनिक के कर्मचारी हर्षित ने हेयर ट्रांसप्लांट के रेट बताए... पेशेंट के बगैर डॉक्टर से नहीं मिलवाया इसके बाद हमने डॉक्टर से मिलने की अनुमति मांगी। कर्मचारियों ने बगैर पेशेंट के डॉक्टर से मिलवाने से मना कर दिया। अब हम एक कम बाल वाले साथी रिपोर्टर को लेकर अगले दिन क्लिनिक गए। डॉक्टर ने अकेले ही पेशेंट से बात करने के लिए कहा। अब हमने अपने साथी रिपोर्टर के कपड़ों पर हिडन कैमरा छुपाया और डेंटिस्ट डॉ. शिवेंद्र सिंह के पास भेज दिया। डॉक्टर ने सिर पर कम बाल वाले साथी से हेयर ट्रांसप्लांट के बारे में बात की... 35 हजार रुपए लगेंगे, सारा पैसा सर्जरी से पहले मांगा डॉक्टर के असिस्टेंट ने हमको हेयर ट्रांसप्लांट में खर्च होने वाले रुपए का पूरा प्रोसेस समझाया। बताया- 35 हजार रुपए लगेंगे। 80% रकम पहले जमा करना होगी। इसके बाद आपको सर्जरी की डेट मिलेंगी। 20% रकम सर्जरी शुरू होने से पहले जमा करनी होगी। ये ऑपरेशन 8 से 10 घंटे तक चलता है। अब हमको क्लियर हो चुका था कि दांतों के क्लिनिक की आड़ में डॉ. शिवेंद्र सिंह हेयर ट्रांसप्लांट करते हैं। बाद में संपर्क करने की बात कहकर हम वहां से निकल आए। अब हम हेल्थ लाइन क्लिनिक एंड हॉस्पिटल पहुंचे। ये कानपुर के मरियमपुर चौराहे के पास है। प्रवेश करते ही अस्पताल के मालिक डॉ. विजितेंद्र कुंवर सिंह की कुछ फोटो दिखाई दीं। इनमें वे फिल्म एक्टर सोनू सूद, यूपी के उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक के साथ दिखाई दे रहे हैं। अस्पताल की महिला काउंसलर ने हेयर ट्रांसप्लांट का प्रोसेस समझाते हुए पैकेज बताया… रिपोर्टर: ये हॉस्पिटल कब से चल रहा? महिला काउंसलर: 7 साल से चल रहा है। रिपोर्टर: हेयर ट्रांसप्लांट लगातार हो रहा है? महिला काउंसलर: हां, लेकिन पहले इसका ऑनर कोई और था, अब सर (डॉ. विजितेंद्र कुंवर सिंह) ही संभाल रहे हैं। सर 2 मेडिकल काउंसिल में ऑथोराइज्ड, रजिस्टर्ड हैं। सर का मुंबई और यूपी में है। अभी हमारे यहां अनलिमिटेड ड्राफ्ट (हेयर ट्रांसप्लांट के संबंध में) का ऑफर चल रहा है। रिपोर्टर: ये क्या है? महिला काउंसलर: इनकी जो कंडीशन है (हमारे साथी रिपोर्टर की ओर इशारा करते हुए), इनका 40 से 45 हजार का खर्च आएगा। हम अनलिमिटेड ड्राफ्ट लगवाएंगे। हमारा FUE (Follicular Unit Extraction) के एक ड्राफ्ट का 18 रुपए और DHI (Direct Hair Implantation) का 21 रुपए है। अगर 4 हजार बाल लगे तो 84,000 रुपए होंगे। अगर आप ऑन द स्पॉट रजिस्ट्रेशन करवाते हैं, तो PRP (Platelet-Rich Plasma) 3 की जगह 4 दे देंगे। हमने प्रोसेस समझने के बाद डॉक्टर से मिलने का समय मांगा, लेकिन डॉक्टर उस दिन नहीं आए। नेता, जज, अफसर सभी के लगा चुके बाल, महीने में देखते हैं 40 केस 2 दिन बाद हमारे पास फोन आया- आज शाम 4 से 6 बजे के बीच मिल लीजिए, डॉक्टर साहब आए हैं। इसके बाद हम दोबारा से हेल्थ लाइन क्लिनिक एंड हॉस्पिटल में डॉ. वीके सिंह से मिलने पहुंचे। हमने खुद को इंजीनियर की मौत से डरा हुआ बताते हुए हेयर ट्रांसप्लांट करवाने की बात शुरू की... रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए दिए तमाम ऑफर हम फैमिली में राय लेने की बात कहकर यहां से बाहर आने लगे तो डॉक्टर से लेकर कर्मचारी तक ऑफर देने लगे। कुछ तो ब्लड टेस्ट ही करवाने की बात कहने लगे। हमें बगैर फीस के डॉक्टर के साथ 8 मीटिंग का ऑफर भी दिया। अब हम समझ चुके थे कि यहां असुरक्षित हेयर ट्रांसप्लांट होता है और हम वहां नहीं रुके, निकल लिए। कल्याणपुर और मरियमपुर के बाद हम किदवई नगर के Y ब्लॉक में स्थित स्किननोवा क्लिनिक (Skinnova clinic) पहुंचे। यहां टैटू बनाने-हटाने और ब्यूटीपार्लर का काम किया जाता है। डॉक्टर से मिलने के लिए यहां 300 रुपए फीस देकर पर्चा बनवाया। हमारी मुलाकात डॉ. अर्चना यादव से हुई। अर्चना ने बताया- ये आत्माराम हॉस्पिटल की ब्रांच है। पहले ये क्लिनिक उसी अस्पताल के बेसमेंट में था। हेयर ट्रांसप्लांट करने के लिए हम आत्माराम हॉस्पिटल की ओटी का इस्तेमाल करते हैं। अर्चना ने हेयर ट्रांसप्लांट की प्रोसेस बताई... जब डॉ. अर्चना यादव से उनकी डिग्री के बारे में पूछा तो बोलीं- कॉस्मेटोलॉजिस्ट की डिग्री है। लखनऊ और मुंबई की टीम के जरिए आत्माराम हॉस्पिटल में हेयर ट्रांसप्लांट करते हैं। 8 साल में 2 हेयर ट्रांसप्लांट किए हैं। अब हम आत्माराम हॉस्पिटल पहुंचे, यह जानने कि कही बड़े अस्पताल के नाम पर हेयर ट्रांसप्लांट के मरीजों को ठगा तो नहीं जा रहा? तो हमारा शक सही निकला। यहां पदस्थ कर्मचारी सुनील श्रीवास्तव ने बताया- हमारे यहां ओटी में हेयर ट्रांसप्लांट नहीं होता। हम डॉ. अर्चना यादव को नहीं जानते। जानिए, कौन कर सकता है हेयर ट्रांसप्लांट? कानपुर के पूर्व मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. उदयनाथ बताते हैं कि डर्मेटोलॉजिस्ट और प्लास्टिक सर्जरी की डिग्री रखने वाले डॉक्टर ही हेयर ट्रांसप्लांट कर सकते हैं। लेकिन, इस तरीके के शहर में कितने डॉक्टर और अस्पताल हेयर ट्रांसप्लांट कर रहे हैं, मुझे जानकारी नहीं है। रजिस्टर्ड तरीके से कितने लोग इस समय हेयर ट्रांसप्लांट कर रहे हैं, इसका अलग से कोई डेटा नहीं है। अब जानिए, हेयर ट्रांसप्लांट का सही तरीका लाला लाजपत राय हॉस्पिटल कानपुर के डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. डीपी शिवहरे बताते हैं- डेडिकेटेड और एक्सपर्ट टीम के साथ हॉस्पिटल की ओटी में ही हेयर ट्रांसप्लांट किया जा सकता है। हॉस्पिटल, एक्सपर्ट टीम, लंबी सर्जरी के कारण इसका बजट तो आता है, लेकिन ये मरीजों के लिए नुकसानदेय नहीं है। --------------------- भास्कर इन्वेस्टिगेशन की ये खबरें भी पढ़ें- यूपी में कैमरे पर लाशों का सौदा, पोस्टमॉर्टम कर्मचारी-पुलिस की डील, बोले- एक लाश डेढ़ लाख में 'महीने में 30 से 40 लाशें निकल जाती हैं। आप बहुत कम दे रहे हैं। अभी पुराना रिकॉर्ड देखा जाए… उस समय डेढ़ लाख का रेट चल रहा था। राममूर्ति वाले डेढ़ लाख रुपए देकर जाते थे।' यह दावा है बरेली के पोस्टमॉर्टम हाउस के कर्मचारी सुनील का। यूपी के बरेली में लाशों का सौदा हो रहा है। पढ़ें पूरी खबर यूपी में घर पहुंचने से पहले 4Kg गैस चोरी, स्टिंग में डिलीवरीमैन ने कान पकड़कर माफी मांगी, VIDEO में देखें लूट लखनऊ का खुर्रमनगर। घनी आबादी के बीच एक घर का बरामदा। यहां रसोई गैस के 15-20 सिलेंडर रखे हैं। डिलीवरीमैन बहुत सफाई से सिलेंडर की सील हटाता है। फिर पाइप से LPG खाली सिलेंडर में ट्रांसफर करता है। वह हर सिलेंडर से 3 से 4 किलो गैस निकाल रहा है। फिर बड़ी सफाई से सिलेंडर को पहले की तरह सील कर देता है। पढ़ें पूरी खबर
रोहतक के गांव रूड़की निवासी मीनाक्षी हुड्डा ने 48 किलोग्राम भारवर्ग में विश्व मंच पर भारत का नाम रोशन किया। मीनाक्षी हुड्डा ने वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में कजाकिस्तान की 3 बार की विश्व चैंपियन को हराकर खिताब अपने नाम किया। मीनाक्षी हुड्डा की जीत पर गांव में जश्न का माहौल है। मीनाक्षी हुड्डा ने फाइनल मुकाबले में 3 बार विश्व चैंपियन रही कजाकिस्तान की नाजिम काइजेबे को रोमांचक मुकाबले में 4-1 के अंतर से मात देकर वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम किया। मीनाक्षी के जीत के साथ ही गांव में परिवार के लोगों ने खुशी मनाई। ग्रामीणों ने कहा कि मीनाक्षी ने गांव का नाम पूरी दुनिया में रोशन कर दिया। मीनाक्षी का गांव में करेंगे जोरदार स्वागत गांव रूड़की के ग्रामीणों ने कहा कि मीनाक्षी का गांव पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया जाएगा। मीनाक्षी को लेकर जुलूस निकालेंगे। मीनाक्षी के कोच विजय हुड्डा ने कहा कि मीनाक्षी के कठिन परिश्रम व अनुशासन से ही यह मुकाम हासिल हुआ है। मीनाक्षी की जीत ने भारत का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया। मीनाक्षी ने पूरी दूनिया में भारतीय बेटियों का बढ़ाया मानभारतीय बॉक्सिंग संघ के अध्यक्ष अजय सिंह ने मीनाक्षी के सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद देते हुए कहा कि आज मीनाक्षी ने पूरी दुनिया को दिखा दिया कि भारतीय बेटियां किसी से कम नहीं हैं। यह जीत न सिर्फ बॉक्सिंग के लिए बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है। मीनाक्षी पर पूरे देश को नाज है। भारतीय बॉक्सिंग के लिए स्वर्णिम दशक खेल प्रेरक अधिवक्ता राजनारायण पंघाल ने कहा कि पिछले कई वर्षों से भारतीय जूनियर और सीनियर बॉक्सरों को खेलते हुए देखा। मीनाक्षी जैसी बेटियां देश की नई पहचान बना रही हैं। आने वाला दशक भारतीय बॉक्सिंग के लिए स्वर्णिम रहने वाला है। बॉक्सिंग में मीनाक्षी हुड्डा जैसे खिलाड़ी नया अध्याय जोड़ रहे हैं। बेटी के जीतने की बात सुनकर पिता हुए भावुक रूड़की गांव में ऑनलाइन लाइव मैच देखने का इंतजार कर रहे मीनाक्षी के पिता कृष्ण हुड्डा उस समय अपने ऑटो से सवारी उतारने में व्यस्त थे और मैच की शुरुआत चूक गए। परिणाम पता चलते ही वे भावुक हो उठे। कृष्ण हुड्डा ने कहा कि यह वही ऑटो है जिसकी बदौलत घर का खर्च चला और मीनाक्षी की ट्रेनिंग संभव हो पाई। मैं इस ऑटो को कभी नहीं बेचूंगा, क्योंकि यही हमारी मेहनत और संघर्ष का सच्चा साथी है।
इंदौर से देवास; अर्जुन बड़ौद में अब धूल के गुबार
इंदौर-देवास बायपास पर अब धूल के गुबार उड़ रहे हैं। वाहन चालक तो परेशान हैं ही, सड़क से लगे गांव अर्जुन बड़ौद में भारी धूल के कारण 20 मीटर दूर तक देख पाना भी मुश्किल है। धूल से बुजुर्गों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। वहीं, बच्चे और महिलाएं भी परेशान हैं। गुस्साए ग्रामीणों ने बीते दिनों हंगामा किया। स्थानीय निवासी विजय चौधरी ने बताया, गांव के सामने ही बन रहा फ्लायओवर परेशानी का सबब बन गया है। सर्विस रोड राहगीरों के लिए मुसीबत बन रही है। इस पर गड्ढे तो हैं ही, धूल में वाहन चलाना खतरे से खाली नहीं है।
हरियाणा में आज यानि सोमवार को तीन जिलों में पंचकूला, यमुनानगर और अंबाला में बूंदाबांदी होगी। बाकी सभी जिलों में मौसम साफ रहने का अनुमान है। हालाकि बारिश का दौर रूकने के बाद दिन के समय फिर से गर्मी और उमस बढ़ने लगी है। दिन का तापमान 35 डिग्री तक पहुंचने लगा है। रविवार को नूंह जिला सबसे ज्यादा गर्म रहा, जहां 36.4 डिग्री तापमान दर्ज किया गया तो वहीं सबसे कम तापमान पंचकूला में 32.1 डिग्री रहा। प्रदेश में अब तक सामान्य से 41 प्रतिशत ज्यादा बारिश हो चुकी है। 14 सितंबर तक प्रदेश में 401.1 एमएम बारिश होनी चाहिए थी लेकिन 564.8 एमएम बरसात हो चुकी है। सबसे ज्यादा बारिश यमुनानगर में 1081.5 एमएम हुई है जबकि सबसे कम सिरसा में 346.6 एमएम बारिश दर्ज की गई है। हरियाणा में हिसार, भिवानी, जींद, कैथल, यमुनानगर, अंबाला समेत कई जिलों में फसलों में पानी भरा हुआ है, जिसकी निकासी नहीं हो पाने के कारण फसलें खराब होने की कगार पर पहुंच चुकी हैं। जिन किसानों की फसलें खराब हो गई हैं, उनके लिए सरकार ने क्षतिपूर्ति पोर्टल खोला हुआ है। क्षतिपूर्ति पोर्टल पर शिकायत दर्ज करवाने का सोमवार को अंतिम दिन है। इसके बाद पोर्टल बंद हो जाएगा। आगे ये रहेगा मौसम का मिजाज16 सितंबर : पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल में अधिकतर एरिया में हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। कैथल, जींद, पानीपत, सोनीपत, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल और मेवात में कुछ एरिया में हल्की बूंदाबांदी की संभावना है। हिसार, सिरसा, फतेहाबाद, भिवानी, रोहतक, चरखी दादरी, झज्जर, महेंद्रगढ़ और रेवाड़ी में मौसम साफ रहेगा। 17 सितंबर : 17 सितंबर को हरियाणा में पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र और करनाल जिले के अधिकतर इलाकों में हल्की बूंदाबांदी की संभावना है। कैथल, जींद, पानीपत और सोनीपत में कुछ एरिया में बूंदाबांदी हो सकती है। बाकी जिलों में मौसम साफ रहेगा। 18 सितंबर : पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र और करनाल जिले के अधिकतर इलाकों में हल्की बूंदाबांदी की संभावना है। कैथल, जींद, पानीपत और सोनीपत में कुछ एरिया में बूंदाबांदी हो सकती है। बाकी जिलों में मौसम साफ रहेगा।
दिल्ली, पटना रूट पर 180% दबाव, आधा दर्जन स्पेशल ट्रेनों की जरूरत
पुणे एक्सप्रेस, हावड़ा रूट पर आम दिन हो या त्योहार, हमेशा वेटिंग रहती है, कई बार रिग्रेट पोजीशन आ जाती है। इंदौर-मुंबई के बीच तेजस एक्सप्रेस चलने से इंदौर-मुंबई अवंतिका एक्सप्रेस पर 40 फीसदी तक दबाव कम हो गया, लेकिन दिल्ली, पुणे, पटना, कोलकाता जैसे रूट पर अब भी यात्रियों का 120-180 फीसदी तक दबाव है। इन रूट पर यदि नई या स्पेशल ट्रेन चलाई जाए तो यात्रियों को राहत होगी, साथ ही वेटिंग की समस्या भी दूर होगी। पटना, कोलकाता और पुणे रूट पर सालभर ही वेटिंग रहती है। त्योहारों के समय तो रिग्रेट पोजीशन भी आ रही है। यात्रियों को राहत देने के लिए इन रूट पर स्पेशल ट्रेन से लेकर दुरंतो, वंदे भारत और तेजस एक्सप्रेस ट्रेनें चलाई जा सकती हैं। इसलिए है ज़रूरी: अब शुरू होने वाले त्योहारी सीजन में यात्री दबाव और बढ़ेगा। इंदौर से अब नई ट्रेनों की बहुत जरूरत है इंदौर से यात्री संख्या लगातार बढ़ रही है। पुणे, पटना, कोलकाता, दिल्ली रूट की ट्रेनों में तो सालभर ही वेटिंग रहती है। जिस तरह तेजस एक्सप्रेस से फायदा हुआ, अब रेलवे इन रूटों पर ट्रेनों की संख्या बढ़ाए। अभी इन रूटों पर त्योहार के दौरान स्पेशल ट्रेन चलाई जानी चाहिए। स्थायी समाधान के लिए दुरंतो, वंदे भारत और तेजस एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन करना चाहिए।- नागेश नामजोशी, रेलवे एक्सपर्ट
हरियाणा में जींद के रहने वाले सुनील कपूर ने 14 सितंबर को देहरादून में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। सुनील कपूर पर IPS अफसर सुमित कुमार से जुड़े मामले में केस दर्ज हुआ था। 13 सितंबर को हरिद्वार में पकड़ने आई CIA टीम के SI सुरेंद्र को सुनील गोलियां मारकर भाग गया था। अगले दिन देहरादून में पुलिस उस तक पहुंच गई, लेकिन टीम को देखते ही उसने खुद को गोली मार ली। सुनील कपूर को शहर में RTI एक्टिविस्ट कहा जाता था। 2014-15 में सोशल मीडिया पर 'जींद ब्रेकिंग न्यूज' के नाम से फेसबुक पेज बनाया और भ्रष्टाचार के कई मामले उजागर किए। सुनील के पेज का एक्सेस दुबई का दिखता था। उसने एक ASI को सजा दिलवाई, जबकि एक अन्य ASI और ट्रैफिक थाना प्रभारी को रिश्वत केस में फंसवाया। इसके अलावा, उसने कई स्टिंग भी किए। 2018 में उस पर जानलेवा हमले हुए, जिसके बाद उसे पुलिस सुरक्षा मिली। 2024 में IPS अफसर सुमित कुमार से जुड़े मामले में उस पर धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ। इस मामले में वह इतना उलझ गया कि पुलिस से बचने के लिए उसे आत्महत्या तक करनी पड़ी। आज देहरादून में सुनील के शव का पोस्टमॉर्टम होगा। अब सुनील कपूर से जुड़े मामलों के बारे में सिलसिलेवार ढंग से जानिए... ASI को 5 साल की सजा दिलवाईसुनील कपूर ने साल 2015 में पासपोर्ट बनवाने के लिए आवेदन किया था। शहर थाना के ASI महेंद्र सिंह ने पुलिस वेरिफिकेशन के नाम पर 200 रुपए की रिश्वत मांगी। सुनील कपूर ने रिश्वत देते हुए उसका वीडियो बना लिया और उसे अपने पेज पर डाल दिया। वीडियो सामने आने के बाद ASI महेंद्र को तुरंत सस्पेंड कर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। जांच के दौरान महेंद्र पर लगे आरोप सही पाए गए। डिपार्टमेंट ने कुछ समय बाद उसे ड्यूटी से बर्खास्त कर दिया, लेकिन 3 महीने बाद ही उसे फिर से नौकरी पर रख लिया। फरवरी 2020 में तत्कालीन एडिशनल डिस्ट्रिक्ट एंड सेशन जज अजय पराशर की कोर्ट ने महेंद्र को 5 साल कैद और 10 हजार जुर्माने की सजा सुनाई। मेडिकल स्टोर पर नशीली दवाइयों का स्टिंग किया7 जुलाई 2017 को सुनील कपूर ने अपने पेज पर एक वीडियो अपलोड किया। सुनील कपूर ने हिडन कैमरे के जरिए दुकान पर जाकर नशीली दवाइयां खरीदीं और इस पूरी घटना को अपने सोशल मीडिया पेज पर डाल दिया। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने उस दुकान पर रेड की और मामला दर्ज किया। कोर्ट ने 2020-21 में मेडिकल स्टोर संचालक को 10 साल की सजा सुनाई। 2018 में 2 बार हमला हुआ, पुलिस सिक्योरिटी मिलीसाल 2018 में 2 बार सुनील कपूर पर हमला भी हुआ। 26 मार्च 2018 को नकाबपोश हमलावर उसके घर में घुसे और फायरिंग करते हुए परिवार के सदस्यों से मारपीट की। इस हमले में उसके माता-पिता घायल हुए थे और सुनील के भी सिर पर चोट आई थी। इसके बाद 6 अप्रैल को सुनील कपूर पर दूसरी बार हमला हुआ। उसकी ज्वेलरी की दुकान पर कुछ नकाबपोश बदमाश पहुंचे और लाठियों से बुरी तरह पीटा। हमले में गंभीर रूप से घायल सुनील को पहले सिविल अस्पताल ले जाया गया। बाद में निजी अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां उसके घुटने की सर्जरी हुई। सुनील ने एक DSP रैंक के अधिकारी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए DGP और IG को शिकायत दी थी। इसके बाद अधिकारी ने एजेंट के जरिए सुनील और उसके भाई पर जालसाजी व वसूली का केस दर्ज करवा दिया। हालांकि, कोर्ट से उसे राहत मिल गई थी। 2020 में ASI सस्पेंड करायासुनील कपूर ने 2020 में पीओ ब्रांच में कार्यरत ASI राजेंद्र डांगी का रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल किया था। वीडियो में ASI को 2 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए दिखाया गया था, जिसके बाद तत्कालीन SSP अश्विन शैण्वी ने ASI को सस्पेंड कर दिया था। सुनील कपूर ने पुलिस को बताया था कि भारतभूषण उर्फ रिंकू के खिलाफ करनाल थाने में मामला दर्ज था। वह उसके पास आया। रिंकू की फाइल ASI डांगी के पास वेरिफिकेशन के लिए आई थी। डांगी ने शुरुआत में 8 शराब की बोतलें मांगी, लेकिन रिंकू ने पैसे देने की पेशकश की और 2 हजार रुपए दिए, जिसका वीडियो रिंकू ने बना लिया। बाद में सुनील ने उस वीडियो को वायरल किया और SSP को भेज दिया। ट्रैफिक थाना प्रभारी का रिश्वत लेते वीडियो वायरल किया16 दिसंबर 2020 को जींद में ट्रैफिक थाना प्रभारी का एक वीडियो सुनील कपूर ने वायरल किया था। वीडियो में थाना प्रभारी जींद बाईपास से पंजाब की ओर जा रहे ट्रकों को रोककर ड्राइवरों से 400-400 रुपए वसूलते दिखा वीडियो में थाना प्रभारी यह भी कहता नजर आया कि जिले में उनकी 3 टीमें तैनात हैं, जींद, जुलाना और नरवाना। वे चालान नहीं काटेंगी। जिले से बाहर जाने पर उनकी कोई गारंटी नहीं है। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस विभाग हरकत में आ गया। तत्कालीन DSP धर्मबीर खर्ब ने मामले की जांच कर रिपोर्ट तत्कालीन DIG ओपी नरवाल को सौंपी। रिपोर्ट के आधार पर थाना प्रभारी को सस्पेंड कर दिया गया और विभागीय जांच के आदेश जारी हुए। IPS अफसर पर यौन शोषण के आरोपों वाली चिट्ठी, क्लीन चिट और केस की कहानी जानिए... अक्टूबर 2024 में चिट्ठी वायरल, IPS पर यौन शोषण के आरोपअक्टूबर 2024 में सोशल मीडिया पर एक लेटर वायरल हुआ। इसे महिला पुलिसकर्मियों की तरफ से लिखा बताया गया। इसमें महिला पुलिसकर्मियों ने जींद में तैनात IPS अफसर सुमित कुमार पर यौन शोषण जैसे गंभीर आरोप लगाए। लेटर में कहा गया कि एक महिला SHO व महिला DSP भी इस मामले से जुड़ी हैं। आरोप था कि IPS अफसर के सहयोगी महिला पुलिस कर्मियों को प्रमोशन के लिए कोऑपरेट करने को कहते हैं। पत्र में ये भी कहा गया कि अगर शिकायत पर कार्रवाई न हुई, तो शिकायतकर्ता को आत्महत्या करनी पड़ेगी। पूरे महकमे में हलचल मची तो सरकार ने जांच बैठाईयह लेटर वायरल होने के बाद पुलिस महकमे में हलचल मच गई। विपक्षी दलों ने मुद्दा बनाना शुरू कर दिया। इसके बाद सरकार के निर्देशों पर विभागीय फैक्ट फाइंडिंग कमेटी ने जांच शुरू की। राज्य महिला आयोग ने भी इस मामले को उठाया और IPS अफसर को इस मामले में बयान देने को कहा गया। IPS अफसर का जिले से बाहर तबादला हुआ। एक महिला DSP व SHO का तबादला किया गया, ताकि जांच में कोई बाधा न आए। 3 महिला IPS अफसरों की रिपोर्ट से क्लीनचिट मिली मामले की गंभीरता को देखते हुए स्पेशल जांच टीम (SIT) बनाई गई। जिसमें महिला IPS अधिकारी ममता सिंह, संगीता कालिया व आस्था मोदी को शामिल किया गया। SIT ने अपनी रिपोर्ट दी है। रिपोर्ट में कहा कि आरोपों के समर्थन में कोई सुसंगत सबूत नहीं मिले। यानी जांच में ये साबित नहीं हुआ कि IPS अफसर पर लगे आरोप वैध हैं। कोई महिला पुलिसकर्मी व्यक्तिगत रूप से सामने नहीं आई है। जांच में सामने आया- सुनील कपूर के वाईफाई से लेटर वायरल हुआSIT की जांच में सामने आया कि जिस ईमेल से IPS अफसर के खिलाफ शिकायत से हुई, उसमें जिस वाईफाई का इस्तेमाल हुआ, उसका डिवाइस जींद में सुनील कपूर की दुकान पर लगा था। महिला थाना प्रभारी मुकेश रानी की शिकायत पर सुनील कपूर के खिलाफ आईटी एक्ट में केस दर्ज हुआ। नवंबर 2024 में केस दर्ज होने के बाद से ही सुनील अंडरग्राउंड चल रहा था। -------------------------------- ये खबर भी पढ़ें :- हरियाणा पुलिस SI को गोली मारने वाले का सुसाइड:जींद पुलिस देहरादून पकड़ने पहुंची तो खुद को गोली मारी; IPS अफसर से जुड़े केस में वांटेड था हरिद्वार में जींद CIA टीम के सब इंस्पेक्टर को 2 गोलियां मारने वाले आरोपी सुनील कपूर ने रविवार को देहरादून में सुसाइड कर लिया। वह अपने एक रिश्तेदार के घर में छिपा हुआ था। पुलिस उसे पकड़ने लगी तो उसने खुद के सिर में गोली मार ली। पढ़ें पूरी खबर...
चोरल टनल हादसा:ढाई माह बाद कोंकण रेलवे को सौंपी जांच, सेफ्टी ऑडिट भी होगा
इंदौर-खंडवा रोड सिक्स लेन हाईवे पर चोरल के पास बन रही टनल के जून में ढह जाने के लगभग ढाई महीने बाद एनएचएआई की नींद खुली है। विभाग ने मामले की जांच कोंकण रेलवे कॉरपोरेशन को सौंपी है। कोंकण रेलवे से पूरे प्रोजेक्ट का सेफ्टी ऑडिट, सर्वे और सुपरविजन करवाया जाएगा। कोंकण रेलवे देशभर में टनल बनाने के लिए जाना जाता है। 2023 में उत्तराखंड में सिल्क्यारा टनल ढह जाने के बाद एनएचएआई ने कोंकण रेलवे के साथ समझौता किया था और देशभर में चल रहे अपने सभी टनल प्रोजेक्ट के लिए उन्हें कंसल्टेंट के रूप में शामिल किया था। 25 जून को चोरल के पास भी बन रही टनल का एक हिस्सा ढह गया था, जिसमें दबकर दो मजदूरों की मौत हो गई थी। यह प्रोजेक्ट मेघा इंजीनियरिंग एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर के पास है, जिसमें टनल का काम एक साल पहले ही शुरू हुआ था। कोंकण रेलवे की टीम चोरल जाकर टनल की जांच करेगी और सुनिश्चित करेगी कि निर्माण सभी मानकों का पालन करते हुए हुआ या नहीं। ब्रिज के मुहाने के ऊपर स्लोप नहीं होने से धंसी थी टनलमेघा इंजीनियरिंग के प्रोजेक्ट डायरेक्टर नागेश्वर राव के मुताबिक ब्रिज के मुहाने के ऊपर स्लोप नहीं बना पाने से हादसा हुआ, क्योंकि ऊपर वन विभाग से काम करने की अनुमति नहीं मिली थी। कोंकण रेलवे के साथ चर्चा कर तय करेंगे कि वन विभाग से अतिरिक्त अनुमति लेकर मुहाने के ऊपर नया स्लोप बनाएं। कट एंड कवर पद्धति का इस्तेमाल करते हुए टनल की लंबाई बढ़ाकर उसके ऊपर आर्टिफिशियल स्लोप बनाया जाना है। कोंकण रेलवे ही क्यों? कोंकण रेलवे टनल टेक्नोलॉजी में माहिर है। देशभर के रेलवे प्रोजेक्ट, मेट्रो रेल प्रोजेक्ट, टनल और ब्रिज कंस्ट्रक्शन, डिफेंस प्रोजेक्ट और अंतरराष्ट्रीय प्रोजेक्ट में अपनी कंसल्टेंसी देती है। कोंकण रेलवे ने एनएचएआई के साथ सिर्फ समझौता ही नहीं किया बल्कि डिजाइन, ड्राइंग और सुरक्षा परीक्षण की जिम्मेदारी भी ली है। देशभर में एनएचएआई की 29 टनल के लिए कोंकण रेलवे से सहायता ली जा रही है। केंद्र सरकार के आदेश पर ही जांच सौंपी गईएनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर प्रवीण यादव के मुताबिक कोंकण रेलवे को इस प्रोजेक्ट में शामिल करने का आदेश दिल्ली से आया है। पूरी जांच, सर्वे और सेफ्टी ऑडिट करने के बाद कोंकण रेलवे पूरे निर्माण के दौरान काम का सुपरविजन भी करेगी। आने वाले समय में टीम यहां पहुंच कर जांच करेगी। एनएचएआई ने इससे पहले हैदराबाद की नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ रॉक मैकेनिक्स को भी लिखा था। हालांकि उस मामले में आगे कोई एक्शन नहीं हुआ। यह है इंदौर-खंडवा सिक्स लेन प्रोजेक्टतेजाजी नगर से बलवाड़ा तक बन रहे 6 लेन हाईवे में 3 टनल बनाई जा रही हैं। 1100 करोड़ रुपए के इस प्रोजेक्ट पर काम जनवरी 2023 से चल रहा है। डेडलाइन जनवरी 2025 में समाप्त हो चुकी है। कंपनी को एक्सटेंशन दिया गया है।
मेहनत और हिम्मत से कुछ नया करने की ठान लें तो बंजर जमीन को भी उपजाऊ बनाया जा सकता है। खंडवा जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर खिड़गांव के किसान अंजलेश व्यास ने यही कर दिखाया है। उन्होंने 16 एकड़ पथरीली-बंजर जमीन को हरा-भरा कर दिया है। किसान अंजलेश ने बताया कि मेरी 16 एकड़ जमीन वर्षों से बंजर पड़ी थी। एक दिन संयोग से पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम का इंटरव्यू देखा। उससे कुछ नया करने की प्रेरणा मिली। मैंने अपनी पथरीली जमीन को उपजाऊ बनाने का संकल्प लिया। सबसे पहले छत्तीसगढ़ जाकर किसान राजाराम त्रिपाठी से नवाचार समझे। उनकी काली मिर्च और हल्दी की खेती देखी। इसके बाद मैंने जमीन को खुदवाकर 5 गुणा 3 फीट की दूरी पर ढाई-ढाई फीट गहरे गड्ढे खुदवाए। फिर ट्रैक्टर से पूरे खेत की जुताई करवाई। खेत के दो तरफ करीब एक किलोमीटर की दूरी में लखोरी और सुक्ता नदी है। इसीलिए जमीन में पानी होने की संभावना थी। कुआं खुदवाया तो उसमें पानी निकल आया। सुबबूल के बीज बोए और ड्रिप सिस्टम लगायासुबबूल के बीज लाकर गड्ढों में बोए और सिंचाई के लिए ड्रिप सिस्टम लगाया। जिस स्थान पर पौधे बढ़ नहीं पाए, वहां क्रेट में पौधे तैयार कर लगाए। खेत में सुबबूल के पौधे अब ऊंचे हो गए हैं। ये पेड़ 10 से 15 फीट के हुए तो खेत में प्राकृतिक पाली हाउस बन गया है। इसीलिए पेपर मिल से अनुबंध किया है। यह कंपनी स्वयं कटाई करेगी और परिवहन कर ले जाएगी। एक एकड़ में 5 हजार रुपए लागतकिसान ने बताया कि मुझे एक एकड़ की लागत करीब 5 हजार रुपए पड़ी है। ढाई साल में प्रति एकड़ सुबबूल से करीब ढाई लाख रुपए का फायदा होने की संभावना है। इसी तरह प्रयोग करते हुए एक एकड़ में 15 हजार रुपए खर्च कर 5 क्विंटल हल्दी के बीज लगाए। इससे 100 से 190 क्विंटल हल्दी निकलने की संभावना है। इससे आठ माह में करीब ढाई लाख रुपए की आय होना संभावित है। यानी औसतन प्रति एकड़ हर साल साढ़े तीन लाख रुपए तक की आय होने की उम्मीद है। किसान व्यास ने बताया- हल्दी को खाद देने की जरूरत नहीं पड़ी। हल्दी को सुबबूल की पत्तियाें से नाइट्रोज मिल रहा है और हल्दी से सुबबूल को पोषक तत्व मिल रहे हैं। इससे दोनों फसलें खाद दिए बिना तेजी से बढ़ रही हैं। अब पेड़ों के सहारे गिलकी, तुरई जैसी बेल वाली फसलें भी ली जा सकेंगी। सुबबूल की पत्तियां बकरियां चाव से खाती हैं। आप भी भेज सकते हैं अपने नवाचारआप भी किसान हैं और खेती में ऐसे नवाचार किए हैं जो सभी किसान भाइयों के लिए उपयोगी हैं, तो डिटेल व फोटो-वीडियो हमें अपने नाम-पते के साथ 9685881032 पर सिर्फ वॉट्सएप करें। ध्यान रखें, ये नवाचार किसी भी मीडिया में न आए हों।
इंदौर के मल्हारगंज में अनाज व्यापारी की बेटी कृति की शनिवार को मौत हो गई। उसने शुक्रवार को जहरीला पदार्थ खाकर खुद को आग के हवाले कर दिया था। रविवार को अंतिम संस्कार के बाद परिवार के लोग थाने पहुंचे। टीआई वीरेंद्र कुशवाह ने उनसे बात की और मामले में सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। परिजनों के बयान के बाद पुलिस ने धमकी देने वाले हर्ष पांडे के 2 दोस्तों को हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। टीआई वीरेंद्र कुशवाह के पास कृति के चाचा ब्रज कुश गुप्ता पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि हर्ष के कारण उनके परिवार की बेटी डिप्रेशन में आ गई थी। उसने घर से निकलना तक बंद कर दिया था। वह काफी डरने लगी थी। तनाव कृति के जीवन में इतना बढ़ गया था कि वह पढ़ाई तक नहीं कर पा रही थी। परिवार के लाेगों से ठीक से बात तक नहीं करती थी। वह दिन भर में करीब तीन से चार बार कॉल कर कृति से झगड़ा करता था। गुस्सैल है हर्ष, बहन के सामने की थी अभद्रताकृति के परिवार के लोगों ने बताया कि एक बार बडे़ पिता की बेटी के साथ कृति खुद हर्ष को समझाने पहुंची थी। तब हर्ष काफी गुस्से में उससे बात कर रहा था। वह कृति का धक्का भी दे रहा था। कृति का कहना था कि हर्ष उसका पीछा छोड़ दे। लेकिन, वह इस बात को मान नहीं रहा था। समझाने के बाद भी हर्ष ने कृति को परेशान करना बंद नहीं किया। कृति ने कई बार अपनी सहेलियों को भी हर्ष को समझाने की बात कही थी। लेकिन, वह कृति का पीछा छोड़ने को राजी नहीं था। आधार कार्ड वाले लड़कों की तलाशपुलिस ने मामले में कृति के परिवार को धमकाने पहुंचे 2 लड़कों को हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। वही जिन लड़कों को परिवार ने पकड़ा था। उनके आधार कार्ड भी पुलिस को सौंपे गए हैं। उन्होंने परिवार को इस मामले में चुप रहने की बात कही थी। अस्पताल में कृति के छोटे भाई ने उन लड़कों की पहचान की थी कि वे हर्ष के दोस्त हैं। पुलिस ने हर्ष के नंबर पर कॉल किया। लेकिन उसका मोबाइल बंद मिला है। टीआई वीरेंद्र सिंह कुशवाह ने कृति के परिवार को भरोसा दिलाया है कि वह इस मामले में धमकाने वाले आरोपी हर्ष पर कड़ी कार्रवाई करेंगे। यह खबर भी पढ़ें...बेवफाई से दुखी छात्रा ने जहर खाकर आग लगाई, मौत:प्रेमी शादी को तैयार नहीं; खुद को चाकू भी मारे, परिजन बोले- उसने बेटी का इस्तेमाल किया
इंडियन सोसाइटी ऑफ नेफ्रोलॉजी, वेस्ट जोन चैप्टर (ISNWZ) एनुअल कॉन्फ्रेंस का तीसरा और अंतिम दिन भी ज्ञान और अनुभव से भरपूर रहा। तीसरे दिन की शुरुआत क्विज से हुई। इसमें युवा डॉक्टर्स ने अपनी समझ और प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया। इसके बाद विशेषज्ञों ने अपने शोध और अनुभव साझा किए। खास तौर पर छोटे शहरों में किडनी रोगियों के सामने आने वाली चुनौतियों और वहां इलाज को बेहतर बनाने की जरूरत पर विस्तार से बात हुई। हाइपरटेंशन और डायबिटीज कंट्रोल पर हुए सेशंस में डॉक्टरों ने बताया कि समय पर जांच और सही इलाज से मरीजों को बड़ी परेशानी से बचाया जा सकता है। ब्लड प्रेशर की नियमित जांच और संतुलित जीवनशैली को किडनी हेल्थ के लिए बेहद जरूरी बताया गया दोपहर बाद हुए डायलिसिस सत्र में मरीजों की देखभाल और कैथेटर से जुड़ी जटिलताओं पर चर्चा हुई। नए समाधानों और बेहतर तकनीकों की जानकारी भी साझा की गई। देखभाल और नई तकनीक पर चर्चानासिक से आए किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ. देओदत्त चाफेकर ने कहा इस बार कॉन्फ्रेंस में हाई बीपी, डायलिसिस मैनेजमेंट और छोटे शहरों तक इलाज पहुंचाने पर विशेष ध्यान दिया गया। मरीजों को बेहतर देखभाल और नई तकनीक का लाभ कैसे मिले, इस पर विस्तार से चर्चा हुई। यहां मिली स्टडी और अनुभव का फायदा न सिर्फ डॉक्टरों को बल्कि मरीजों को भी होगा। इससे उनकी लाइफ क्वालिटी बढ़ेगी और जागरूकता भी फैलेगी। किडनी ट्रांसप्लांट को लेकर फैले भ्रम दूर करने का रास्ता भी सिर्फ जागरूकता है। अब तकनीक और दवाओं के साथ मेडिकल साइंस के पास मरीजों की मदद करने के बड़े अवसर हैं। कॉन्फ्रेंस में 300 से ज्यादा डॉक्टर शामिल हुएऑर्गनाइजिंग चेयरमैन डॉ. प्रदीप सालगिया ने कहा यह कॉन्फ्रेंस बेहद सफल रही जिसमें ज्ञान और अनुभव का शानदार आदान-प्रदान हुआ। इंदौर में जोन की यह तीसरी कॉन्फ्रेंस थी। ऑर्गनाइजिंग सेक्रेटरी डॉ. राजेश भराणी ने कहा कॉन्फ्रेंस में 300 से ज्यादा डॉक्टर शामिल हुए और इंटरनेशनल एक्सपर्ट्स भी ऑनलाइन मार्गदर्शन के लिए जुड़े। यह एक बेहद इंटरेक्टिव कॉन्फ्रेंस रही। सभी विशेषज्ञों ने यह साझा किया कि कौन-से उपचार कितने प्रभावी हो सकते हैं। हम मरीजों से भी यही आग्रह करते हैं कि वे अपनी सेहत का ख्याल रखें, नियमित रूप से बीपी और शुगर की जांच कराएं। पर्याप्त पानी पिएं और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं। 3 दिन चली कॉन्फ्रेंसशहर में 3 दिन तक चली कॉन्फ्रेंस का वेलेडिक्टरी फंक्शन और वोट ऑफ थैंक्स के साथ समापन हो गया। डॉक्टरों ने इस बात पर सहमति जताई कि ऐसे आयोजन न सिर्फ विशेषज्ञों को अपडेट रखते हैं, बल्कि मरीजों को भी बेहतर इलाज और जीवनशैली अपनाने की दिशा दिखाते हैं।
आईसीयू में मौजूद क्रिटिक मरीज से लेकर कई सामान्य मरीज सही इलाज के बावजूद ठीक नहीं हो रहे, क्योंकि दवाओं का असर घट रहा है। यह स्थिति एंटी माइक्रोबियल रजिस्टेंस (AMR) की वजह से है। जो पूरी दुनिया में चिकित्सा विज्ञान के सामने एक बड़ी चुनौती बनकर उभरी है। यह कहना है एलएन मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग के एचओडी डॉ. डीपी सिंह का। उन्होंने कहा कि नए डॉक्टरों में मरीजों के प्रति स्नेह और मानवीय व्यवहार की कमी दिखने लगी है। मरीज और उनके परिजनों में भी धैर्य की कमी है। जिससे अस्पतालों में विवाद की घटनाएं बढ़ी हैं। दरअसल, भोपाल में 14 सितंबर को राष्ट्रीय चिकित्सा सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिस चर्चा के लिए 'आधुनिक चिकित्सा: चुनौतियां और समाधान' पर देशभर के 100 डॉक्टर, रिसर्चर और स्पेशलिस्ट शामिल हुए थे। विशेषज्ञ डॉक्टरों ने इस बात पर भी चिंता जताई कि लोगों को विटामिंस और मिनरल्स दवाओं के तौर पर लेने पड़ रहे हैं। इससे एक हजार करोड़ रुपए से अधिक का कारोबार सिर्फ विटामिन, मिनरल और न्यूट्रिशनल सप्लीमेंट्स हो गया है। इस दौरान विशेषज्ञों ने डॉक्टरों की नई पीढ़ी की चुनौतियों पर भी चिंता जताई है। उन्होंने कहा है कि कई तरह के बैक्टीरिया को खत्म करने में असरदार मेरोपेनम, पेनिसिलिन, अमॉक्सीसिलिन जैसी दवाएं अब आईसीयू में भी बेअसर साबित हो रही है। जबकि कभी बेअसर साबित हो चुकी सेपटोन और क्लोरोफेनिकोल अब दोबारा असर दिखाने लगी है। जिससे उन्हें डॉक्टर लिखने लगे हैं। इसलिए दवाएं हो रहीं बेअसरडॉ. डीपी सिंह ने बताया- एंटीबायोटिक्स का प्रयोग बैक्टीरिया से होने वाले इन्फेक्शन के इलाज में होता है। यह बैक्टीरिया के स्ट्रक्चर और फंक्शन को टारगेट करती हैं। लेकिन शरीर में बार बार एंटीबायोटिक पहुंचने से शरीर में दवा के प्रति ही एंटी रजिस्टेंस पैदा हो जाता है। जिससे दवा का असर खत्म हो जाता है। ऐसे में जरूरी है कि आम लोगों के साथ अस्पतालों में भी एंटीबायोटिक पॉलिसी का सख्ती से पालन हो। डब्लूएचओ के अनुसार एएमआर के चलते हर साल 50 लाख लोगों की मौत हो जाती है। यही हाल रहा तो साल 2050 तक मौत का आंकड़ा 1 करोड़ के पार चला जाएगा। चिकित्सा जगत के सामने सबसे बड़ी चिंता यह है कि पिछले 30 साल में नई एंटीबायोटिक्स की केवल दो ही क्लास सामने आई हैं। यानी मरीजों के इलाज के लिए विकल्प बेहद सीमित हैं। डॉ. डीपी सिंह ने कहा कि आईसीयू में जब गंभीर मरीज भर्ती होते हैं, तो हमारे पास आधुनिक उपकरण और इलाज की व्यवस्था होती है। लेकिन जब दवा ही असर न करे तो मरीज को बचाना मुश्किल हो जाता है। तालमेल की कमी से मरीजों का भरोसा टूटाइंदौर से आए थायरॉइड, डायबिटीज और ओबेसिटी स्पेशलिस्ट डॉ. राजेश अग्रवाल ने कहा कि आज मेडिसिन से जुड़ी ढेरों रिसर्च हो रही हैं, लेकिन इनका लाभ मरीजों तक नहीं पहुंच पा रहा। एक ओर इन रिसर्च के आधार पर पूरा भरोसा कर इलाज किया जा रहा है, तो दूसरी ओर कई बार इन्हें लागू ही नहीं किया जाता। इस असमानता से मरीजों का डॉक्टरों पर भरोसा कम हो रहा है। उन्होंने सुझाव दिया कि रिसर्च के परिणामों का पूरा आकलन कर सर्वसम्मति से इन्हें लागू किया जाए। एक हजार करोड़ की सिर्फ विटामिन, मिनरल और न्यूट्रिशनल दवा का कारोबारडॉ. अग्रवाल ने कहा कि आज लगभग हर व्यक्ति न्यूट्रिशनल डेफिशिएंसी से जूझ रहा है। हमारी थाली में आने वाले फल और सब्जियां दिखने में भले ही खूबसूरत और साफ हों, लेकिन लंबे स्टोरेज, पेस्टीसाइड और केमिकल की वजह से उनके अंदरूनी पोषक तत्व कम हो गए हैं। यही कारण है कि अब हमें विटामिंस और मिनरल्स दवाओं के रूप में लेने पड़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि एक नई रिपोर्ट से सामने आया कि मप्र और छत्तीसगढ़ में हर साल 10 हजार करोड़ से ज्यादा की दवाएं खरीदी जाती हैं। जिसमें एक हजार करोड़ रुपए से अधिक का कारोबार सिर्फ विटामिन, मिनरल और न्यूट्रिशनल सप्लीमेंट्स का है। तनाव बना हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट की वजहकार्डियोलॉजिस्ट डॉ. सुब्रोतो मंडल ने बताया कि आज के समय में सडन कार्डियक अरेस्ट या हार्ट अटैक बिना किसी स्पष्ट कारण के सामने आ रहे हैं। कई मरीज आधे घंटे पहले तक पूरी तरह स्वस्थ दिखते हैं और अचानक मौत हो जाती है। स्टडी में सामने आया है कि इसकी एक बड़ी वजह तनाव है। व्यक्ति अंदर से तनाव से गुजर रहा होता है, लेकिन इसे बाहर से देखकर पहचान पाना संभव नहीं होता। शुगर या बीपी की तरह तनाव को मापने की कोई जांच भी उपलब्ध नहीं है। यह भी पढ़ें... युवाओं का ‘दिल टूट रहा’, 72% इमोशनल स्ट्रेस से बीमार मैं न सिगरेट पीता हूं न ही शराब...जिम में एक्सरसाइज भी करता हूं, साथ में खाने का भी विशेष ध्यान रखता हूं। फिर मुझे हार्ट अटैक क्यों आया? यह सवाल हमीदिया अस्पताल के आईसीयू में भर्ती 30 साल के राहुल (बदला हुआ नाम) का है। राहुल ने यह सवाल कार्डियोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. अजय शर्मा से किया है। पढ़ें पूरी खबर
मध्य प्रदेश के मंदसौर में गांधीसागर रिट्रीट फेस्टिवल के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव हॉट एयर बैलून में सवार हुए। उड़ान की शुरुआत से पहले ही अचानक तेज हवाएं चलने लगीं। इसी दौरान बैलून हवा में लहरा गया और बर्नर की लपटें से कपड़ा जल गया। सुरक्षाकर्मियों ने सीएम को उतारा और अनहोनी होने से बच गई। हादसे को लेकर कुछ सवाल भी उठ रहे हैं। बड़ा सवाल यह है कि जब हॉट एयर बैलून सुरक्षित ही नहीं था तो उसमें सीएम को बैठाया ही क्यों? सवाल सिर्फ मुख्यमंत्री का ही नहीं आम लोगों की सुरक्षा का भी है। क्या इस हॉट एयर बैलून को उड़ाने से पहले सुरक्षा मानकों और तकनीकी नियमों का पूरी तरह से पालन किया गया था? ऐसे ही उठते सवालों पर हमने एयर बैलून के एरो एक्सपर्ट पुनीत चतुर्वेदी से बात की। उन्होंने इस एयर बैलून के तकनीकी पहलुओं और खामियों से अवगत कराया। यह खबर भी पढ़ें... सीएम सवार थे, हॉट एयर बैलून में आग लगी मध्यप्रदेश के गांधीसागर फॉरेस्ट रिट्रीट के पास हिंगलाज रिसोर्ट में नाइट हाल्ट के बाद शनिवार सुबह मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव हॉट बैलून में सवार हुए, लेकिन हवा की रफ्तार 20 किलोमीटर प्रतिघंटा होने से बैलून नहीं उड़ सका। पूरी खबर यहां पढ़ें...
हिरणमगरी थाना क्षेत्र के पारोला गांव में रविवार को बड़ा हादसा हो गया। पैर फिसलने से तालाब में गिरी महिला की डूबकर मौत हो गई। उसे बचाने गई 10 वर्षीय बेटी भी पानी में गिर गई, लेकिन एक ग्रामीण ने उसे बाहर निकाल लिया। इस दौरान किसी ने मगरमच्छ के हमले की अफवाह फैला दी, जिससे गांव में खौफ फैल गया। रेस्क्यू में देर हो गई। थानाधिकारी भरत योगी ने बताया कि प्यारी बाई (32) दोपहर बेटी के साथ बकरियां चराने गई थी। हाथ-पैर धोते समय पैर फिसलने से वह तालाब में गिर गई और झाड़ियों में फंस गई। तैरना जानने के बावजूद वह नहीं निकल सकी। बेटी ने बचाने की कोशिश की, लेकिन खुद गिर गई। ग्रामीण ने बच्ची को बचा लिया। दोपहर 3 बजे पुलिस और सिविल डिफेंस की टीम मौके पर पहुंची। तालाब किनारे भारी भीड़ थी और हर तरफ मगरमच्छ के हमले की चर्चा हो रही थी। तभी किनारे के पास पानी में महिला के पैर ऊपर की ओर नजर आए, जबकि सिर अंदर था। टीम को भी लगा कि मगरमच्छ ने सिर पकड़ रखा है। खौफ के चलते कोई पानी में नहीं उतरा। बेटी भी पानी में गिरी, गनीमत-बच गई महिला के शव को एंकर की मदद से खींचकर किनारे लाने की कोशिश की गई। जब टीम ने महिला के पैर पकड़कर बाहर निकालना चाहा तो ऐसा लगा जैसे अंदर से किसी ने पकड़े रखा हो। काफी मशक्कत के बाद शव बाहर निकाला गया। शरीर पर कहीं भी चोट के निशान नहीं थे। थानाधिकारी भरत योगी ने भी मगरमच्छ के हमले की संभावना से इनकार किया है। शव को एमबी हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखवाया गया है। जहां सोमवार को पोस्टमार्टम किया जाएगा। भास्कर एक्सपर्ट- राहुल भटनागर, सेवानिवृत्त सीसीएफ मगरमच्छ गहरे पानी में ले जाकर क्षत-विक्षत कर देता है शिकारमगरमच्छ जमीन पर आकर हमला नहीं करता। किनारे के पास मौजूद व्यक्ति पर भी झपट सकता है। शिकार को पकड़ने के बाद उसे घुमाता है, जिसे डेथ रोल कहा जाता है। इसमें हाथ, पैर या सिर तक शरीर से अलग हो जाते हैं। जबड़े के दबाव से हड्डियां टूट जाती हैं और मांस ऐसे नोच जाता है जैसे किसी ने उखाड़ लिया हो। इसलिए अगर मगरमच्छ हमला करता है, तो शव हमेशा क्षत-विक्षत मिलता है। अक्सर घटना स्थल से दूर ले जाता है। इस मामले में शव पर कोई चोट नहीं मिली, न ही शरीर क्षत-विक्षत था। ऐसे में मगरमच्छ हमले की आशंका गलत साबित होती है।
तिल्लौर से बड़वाह तक 6700 हेक्टेयर में बनेगा देवी अहिल्या अभयारण्य
पीसीसीएफ ने मंजूरी दी, स्टेट बोर्ड को भेजा प्रस्ताव, खास बात ये- यहां 7 बाघ, 70 तेंदुए रेल, बिजली लाइन, हाईवे के नाम पर उजड़ रही हरियाली को बचाने के लिए अच्छी पहल हो रही है। रालामंडल के पास तिल्लौर के वन क्षेत्र से बड़वाह तक कुल 6700 हेक्टेयर के जंगल को देवी अहिल्या अभयारण्य घोषित किए जाने का प्रस्ताव एक कदम और आगे बढ़ गया है। तीन साल पहले विभाग ने तिल्लौर से बड़वाह तक के जंगल को अभयारण्य घोषित किए जाने का प्रस्ताव बनाया था। सालभर इस प्रस्ताव पर कुछ नहीं हुआ। पिछले दो साल में इस प्रोजेक्ट में संशोधन के दौर चले। अब इसे विभागीय स्तर से मंजूरी मिली है। 6700 हेक्टेयर के जंगल में 5 से 7 बाघ, 70 के करीब तेंदुए और सैकड़ों की संख्या में चीतल, कृष्णमृग, नीलगाय, जंगली सूअर,चिंकारा, भेड़की, लोमड़ी, लकड़बग्घे हैं। वहीं मोर, जंगली खरगोश भी बड़ी संख्या में हैं। अभयारण्य घोषित हो जाने से पूरा जंगल संरक्षित हो जाएगा। अभी इस जंगल को या तो संरक्षित का दर्जा प्राप्त है या आरक्षित वन क्षेत्र का। अभयारण्य घोषित होने के बाद यहां वाइल्ड लाइफ टूरिज्म बढ़ेगा। विलेज टूरिज्म, रिसोर्ट, होटल विकसित होंगे। स्थानीय लोगों को काम मिलेगा। कमेटी तय करेगी ईको सेंसेटिव जोन अभयारण्य बनने के बाद कितना दायरा तय किया जाए, जिसमें किसी तरह के निर्माण की अनुमति नहीं हो, यह निर्णय संभागायुक्त की अध्यक्षता वाली कमेटी तय करेगी। प्रस्तावित अभयारण्य में प्रवेश के चार से पांच मुख्य प्रवेश द्वार होंगे। पहला तिल्लौर तरफ से होगा। फिर सिमरोल, बड़वाह में भी प्रवेश के लिए गेट बनाए जाएंगे। खंडवा, महाराष्ट्र तरफ से आने वाले पर्यटकों को इंदौर तक नहीं आना पड़े, इसलिए उक्त स्थानों से प्रवेश मिल सकेगा। प्रोजेक्ट को सांसद शंकर लालवानी, स्थानीय विधायक मधु वर्मा, बड़वाह के विधायक और सांसद की भी सहमति मिल गई है। आगे यह प्रक्रिया बाकीसंशोधन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वाइल्ड लाइफ) ने इसे मंजूर कर स्टेट वाइल्ड लाइफ बोर्ड को भेज दिया है। इसी महीने में बोर्ड की बैठक होना है। बोर्ड ने प्रोजेक्ट मंजूर किया तो फिर सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित साधिकार कमेटी के पास जाएगा। वहां से मंजूरी के बाद इसका नोटिफिकेशन जारी हो जाएगा। नोटिफिकेशन इसलिए भी जल्दी हो जाएगा कि क्षेत्र में रहवासी बसाहट भी नहीं है।
डीडवाना की गोपाल गोशाला में राशि के अनुसार लगाए जा रहे है। ग्रह ,नक्षत्र के अनुसार पौधे लगाए जाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। गोपाल गोशाला की सालासर रोड पर स्थित गोचर भूमि पर एक नक्षत्र वाटिका बनाई जा रही है, जिसमें राशियों के अनुसार अलग-अलग पौधे लगाए जाएंगे। जिस राशि को जो पौधा मैच खाता है वही पौधा उस राशि के अनुसार लगाया जाएगा। ज्योतिषजनों का मानना है कि जीवन में ग्रह नक्षत्र का विशेष प्रभाव रहता है प्रत्येक ग्रह, नक्षत्र के प्रति निधि वृक्ष होते हैं गृह, नक्षत्र के वृक्ष की पूजा अर्चना से ग्रह, नक्षत्र का प्रभाव नियंत्रित होता है। इस गोपाल गोशाला में राशि के अनुसार वर्ष ढूंढ कर उनकी पूजा परिक्रमा करने की व्यवस्था भी की जाएगी। कुल 600 बीघा जमीन में से यहां 109 बीघा भूमि पर 20 हजार पौधे 30 प्रकार के लगेंगे। दो बीघा भूमि 90 प्रकार के पौधे लगाए जाएंगे। इन सबमें करीब 2 लाख की लागत पौधों की होगी जो कुछ गोशाला से ओर कुछ आमजन के सहयोग से खर्च होगी। इसका नाम धन्वंतरि वाटिका इसलिए है कि इसमें सभी आयुर्वेदिक औषधि के पौधे लगाए जाएंगे। नव ग्रह के अनुसार नौ और ओर बारह राशि के अनुसार 12 पौधे अलग होंगे व 27 नक्षत्र के अनुसार 27 पौधे होंगे।
2 अक्टूबर तक सेवा पखवाड़ा अभियान
मुरैना । मध्यप्रदेश शासन के निर्देश पर 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक सेवा पखवाड़ा अभियान चलाया जाएगा। अभियान का उद्देश्य स्वच्छता, जनकल्याण और जनभागीदारी को बढ़ावा देना है। कलेक्टर अंकित अस्थाना ने जिपं सीईओ कमलेश कुमार भार्गव को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। शहरी क्षेत्र में नगर निगम आयुक्त नोडल होंगे। अभियान में वोकल फॉर लोकल को भी बढ़ावा मिलेगा।
इंदिरा सरोवर के घाटों पर गंदगी पसरी
दीपक बंसल। मुरैना वार्ड 47 में स्थित टॉवर वाली गली में पिछले 20 दिन से सड़क खुदी है। इस कारण स्थानीय लोगों का आवागमन प्रभावित है, वहीं जलभराव की समस्या उत्पन्न होने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। जिसके फलस्वरुप स्थानीय लोगों को डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारी फैलने का भय बना हुआ है। स्थानीय लोगों के मुताबिक सड़क की खुदाई करने के बाद ठेकेदार ने नाला तो बना दिया है, लेकिन सड़क का निर्माण नहीं कराया गया है। जिससे चारों ओर गंदगी फैल रही है, वहीं स्थानीय लोगों को आने–जाने के लिए काफ परेशानी उठानी पड़ रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां नगर निगम के सफाई कर्मचारी भी रोजाना सफाई करने नहीं आते और न ही नगर निगम का वाहन घरों से कचरा लेने आ रहा है। इस हाल में चारों ओर गंदगी का आलम पसरा है और स्थानीय लोगों का घरों में रहना मुश्किल हो रहा है।
शारदीय नवदुर्गा महोत्सव की तैयारियां शुरू
झुंडपुरा | शारदीय नवदुर्गा महोत्सव की तैयारियां शुरू हो गई हैं। क्योंकि नवरात्रे शुरु होने में अब कुछ दिन ही शेष बचे हैं। नगर के प्रसिद्ध प्राचीन चामड माता मंदिर पर जय मां भक्त मंडल के सदस्यों ने रविवार को साफ, सफाई की। इसके बाद मंदिर परिसर की पुताई की और पैंटिंग, लाइट के अलावा पंडाल की व्यवस्था देखी। मंडल के सदस्यों ने बताया कि प्रतिवर्ष की भाति इस वर्ष भी नवदुर्गा महोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। इसकी तैयारियां जोरों से की जा रही है।
थाने के पास जुए का वीडियो वायरल
मुरैना । एक विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसे दिमनी थाने से 200 मीटर दूर का बताया जा रहा है। इसमें कुछ लोग जुआ खेलते नजर आ रहे हैं। विडियो में जो व्यक्ति विडियो बना रहा है, उसे देखकर लोग मुंह छिपाते नजर आ रहे हैं। पुलिस भी विडियो की सत्यता की जांच कर रही है।
यात्रियों के फोन चोरी करने वाला गिरफ्तार
मुरैना | थाना जीआरपी मुरैना को बड़ी सफलता हाथ लगी है। प्रभारी निरीक्षक प्रकाशचंद्र सेन के नेतृत्व में चलाए गए अभियान के तहत ट्रेनों और प्लेटफार्म पर यात्रियों से मोबाइल और पर्स चोरी करने वाले आरोपी निजाम खान को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी इस्लामपुरा मुरैना का निवासी है। मुखबिर की सूचना और आरपीएफ द्वारा जुटाए गए सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी को पकड़ा गया। पूछताछ में उसने ट्रेनों और प्लेटफार्म से कई चोरी की घटनाओं को स्वीकार किया। पुलिस ने आरोपी के पास से नकदी और 12 मोबाइल फोन बरामद किए हैं, जिनमें से कई चोरी की वारदातों से जुड़े हैं। जीआरपी मुरैना में आरोपी के खिलाफ 6 अपराध दर्ज हैं। उसे न्यायालय में पेश कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। पुलिस अन्य मामलों में भी पूछताछ कर रही है।
सेना के जवान ने कहा चोरी नहीं पकड़ रही पुलिस
मुरैना । सेना के जवान सतनाम ओझा ने मई में अंबाह पूठ रोड स्थित घर से बंदूक और कीमती सामान चोरी होने को लेकर विडियो वायरल की है। इसमें वह कह रहा है कि पुलिस ने मामले में चोरों पर कार्रवाई नहीं की है। पुलिस का कहना है कि बदमाश पकड़े गए थे। जिनसे लाइसेंसी बंदूक नहीं मिली। बदमाश जेल में है। सिर्फ एक बदमाश की तलाश बाकी है।
जेलकर्मी ईशा बनी प्रदेश वॉलीबाल टीम की कप्तान
खंडवा| जिला जेल की कर्मचारी ईशा बलहेरे हैदराबाद में हुई अखिल भारतीय जेल ड्यूटी मीट में शामिल हुई। वह जेल प्रहरियों की प्रदेश स्तरीय वॉलीबाल टीम की कैप्टन के लिए चयनित हुई थी। उनके नेतृत्व में जेलकर्मियों की टीम ने राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में अपना बेहतर प्रदर्शन किया। ईशा ने बताया खेलों मंे राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं आयोजित हुई थी। जिसमें प्रदेश के 58 जेलकर्मियों ने हिस्सा लिया था। 17 अगस्त से भोपाल में प्रैक्टिस चल रही थी। फिर खिलाड़ियों की चयन प्रक्रिया के बाद हैदराबाद में खेलों का प्रदर्शन किया। जिसमंे प्रदेश के खिलाड़ियों ने तीन गोल्ड, एक सिल्वर व दो ब्रांज मैडल जीते।
न्यू टेकरी रोड पर फैला कचरा, गंदगी से परेशान लोग
गुना|शहर की प्रमुख सड़कों में गिनी जाने वाली न्यू टेकरी रोड आजकल अव्यवस्थाओं का शिकार हो रही है। पुल के पास सड़क किनारे फैला कचरा स्थानीय निवासियों के लिए सिरदर्द बन गया है। हालात यह हैं कि यहां आने-जाने वाले लोगों को रोजाना बदबू और गंदगी का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासनिक स्तर पर पनरिया क्षेत्र से कचरा निकालकर सफाई की जा रही है, लेकिन न्यू टेकरी रोड पर कुछ लोग बेझिझक कचरा फेंककर चले जाते हैं। परिणामस्वरूप पुल के पास गंदगी का अंबार लग गया है। लोगों का कहना है कि कुछ असामाजिक तत्वों ने इस स्थान को मानो स्थायी कचरा निपटान स्थल बना लिया है। रहवासी बताते हैं कि कई बार शिकायत करने के बावजूद स्थिति जस की तस बनी हुई है। पुल के पास जमा कचरे से न केवल दुर्गंध फैल रही है, बल्कि बरसात के दिनों में यह समस्या और बढ़ जाती है। पानी के जमाव के साथ गंदगी से संक्रमण और मच्छरों का खतरा भी बढ़ जाता है। लोगों का कहना है कि प्रशासन को नियमित निगरानी और जुर्माना जैसी सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि लोग सार्वजनिक स्थानों पर कचरा फेंकने से बचें। वहीं नगर पालिका से अपेक्षा है कि पुल के पास साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए और कचरा संग्रहण के लिए वैकल्पिक स्थान तय किए जाएं।
विश्वेश्वरैया को समर्पित समारोह में संभाषण, सम्मान व सौहार्द का संगम
गुना|लायंस क्लब गुना सिटी जिला 3233-ई-1 द्वारा अभियंता दिवस के उपलक्ष्य में भारत रत्न इंजी. मोक्षगुण्डम विश्वेश्वरैया की जयंती पर समारोह 15 सितम्बर को किया जा रहा है। आयोजन 2025-26 के सेवा के लिए एकजुट हों अभियान के अंतर्गत होटल प्रेमग्रीन, बीजी रोड, गुना में से प्रारंभ होगा। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एवं वक्ता के रूप में शरद द्विवेदी विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। समारोह की अध्यक्षता इंजी. विनय शास्त्री करेंगे, जबकि कार्यक्रम प्रभारी सुनील अग्रवाल, सचिव प्रदीप मित्तल तथा संयोजकगण में इंजी. केके. नीखरा एवं इंजी. महेश रघुवंशी प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं। कार्यक्रम में 7 से 7:30 बजे तक अतिथियों का सम्मान, 7:30 से 8 बजे तक सम्मान समारोह एवं इसके पश्चात रात्रि 8 बजे से शरद द्विवेदी का प्रेरणादायी संभाषण आयोजित किया जाएगा। आयोजकों ने नगर के सभी अभियंताओं, बुद्धिजीवियों एवं गणमान्य नागरिकों से कार्यक्रम में उपस्थित होने की अपील की है।
कोई अपने हिस्से की दो गज जमीन नहीं छोड़ता, तो मकान-जमीन छोड़ना तो सोचा भी नहीं जा सकता। इसके विपरीत, मुकंदरा टाइगर रिजर्व में 327 परिवारों ने वन्यजीवों के लिए समर्पण किया है। इनके पुरखे सदियों से यहीं आबाद थे। यदि ये जंगल में ही रहते तो वन्यजीवों से संघर्ष की स्थिति बनती। इनके छोड़े खेत-मकानों की जगह अब लंबे-चौड़े ग्रासलैंड हैं। घने पेड़ हो चुके हैं। सैकड़ों वन्यजीव कुलांचे भरते हैं। जंगल की जमीन छोड़ने पर रीलोकेट किए स्थान पर इन्हें सरकार ने बुनियादी सुविधाएं दी हैं। इससे बाघों का कुनबा बढ़ाने के प्रयासों को मदद मिली। इस समर्पण के लिए जिला प्रशासन ने इन्हें सम्मानित भी किया। टाइगर रिजर्व का नोटिफिकेशन 2013 में जारी हुआ था। इसके बाद 3 अप्रैल 2018 को यहां बाघ रिलीज कर दिया था। क्षेत्र में बसे 14 गांवों के 1955 परिवारों का पुनर्स्थापन करना था। इनमें से 327 परिवार स्वेच्छा से मकान छोड़कर अन्यत्र बस गए। प्रत्येक परिवार को 15 लाख रुपए का पैकेज दिया गया। 50 परिवारों की और प्रक्रिया चल रही है। 1500 के करीब परिवार अभी वहीं हैं, जिनसे समझाइश की जा रही है। टाइगर रिजर्व में आए गांवों में न बिजली पहुंच सकती है न सड़क बनना संभव है। स्कूल, अस्पताल और बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। अधिकारियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के समझाने पर ये तैयार हुए। लक्ष्मीपुरा गांव पूरा विस्थापित हो चुका है। खरली बावड़ी और घाटी जागीर से भी सभी परिवार, मशालपुरा के 90% परिवार जा चुके हैं। दामोदरपुरा में विस्थापन प्रक्रिया हो चुकी है। इन परिवारों की पहल सराहनीय है। यहां उनके लिए बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराना सरकार के स्तर पर भी मुश्किल था। जहां से गांव रीलोकेट हुए हैं, वहां ग्रासलैंड विकसित हो गए हैं। वन्यजीवों की तादाद बढ़ी है।
स्वर्णिम को दीक्षांत समारोह में मिले 7 स्वर्ण और 1 रजत पदक
भास्कर संवाददाता|गुना गुना की मेधावी छात्रा स्वर्णिम द्विवेदी ने अपने उत्कृष्ट शैक्षणिक प्रदर्शन से पूरे शहर और परिवार का नाम रोशन किया है। विशाखापत्तनम स्थित दामोदरम संजीवय्या नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (डीएसएनएलयू) के भव्य दीक्षांत समारोह में स्वर्णिम को 7 स्वर्ण पदक और 1 रजत पदक से सम्मानित किया गया। यह उपलब्धि उनकी कठिन मेहनत, समर्पण और लगन का परिणाम है। समारोह में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने मुख्य दीक्षांत भाषण दिया। वे शीघ्र ही देश के 53वें मुख्य न्यायाधीश बनने वाले हैं। उपाधि वितरण आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश एवं डीएसएनएलयू के कुलाधिपति न्यायमूर्ति धीरज सिंह ठाकुर ने किया। इस अवसर पर सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश एवं विश्वविद्यालय के पूर्व कुलाधिपति न्यायमूर्ति जेके माहेश्वरी और न्यायमूर्ति पी. नरसिम्हा भी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। स्वर्णिम द्विवेदी, गुना निवासी नरेन्द्र प्रताप द्विवेदी की पुत्री हैं। उनकी इस असाधारण उपलब्धि पर परिवार और क्षेत्रवासियों में गर्व की लहर है। स्वर्णिम की सफलता ने यह साबित किया है कि लगन और परिश्रम से हर लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
संगठनों ने दिया जैविक खेती पर जोर
भास्कर संवाददाता|गुना पतंजलि योग समिति गुना के समस्त संगठनों की मासिक बैठक रविवार को हुई। बैठक में आगामी माह हरिद्वार स्थित पतंजलि योगपीठ में आयोजित मुख्य योग शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम में गुना से भाग लेने वाले योग शिक्षकों के नामों पर चर्चा हुई। इसके साथ ही जैविक खेती को लेकर विशेष रूप से कार्य विस्तार पर भी विचार विमर्श हुआ। समिति द्वारा निर्णय लिया गया कि जिले में प्राकृतिक कृषि और जैविक पद्धतियों को बढ़ावा देने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। इस क्रम में कृषि क्षेत्र की गतिविधियों को सक्रिय रूप देने के लिए अजीत यादव मुन्दोल को पतंजलि किसान सेवा समिति का सह जिला प्रभारी नियुक्त किया गया। बैठक में राज्य प्रभारी कृष्ण योगेन्द्र रघुवंशी, महिला राज्य प्रभारी सुधा त्रिवेदी, संरक्षक हरिसिंह यादव, वीरेंद्र धाकड़, अशोक त्रिवेदी, भारत स्वाभिमान जिला प्रभारी एमके. विश्वास, योग समिति जिला प्रभारी बाबूलाल यादव, महिला जिला प्रभारी सीमा शर्मा, युवा जिला प्रभारी महेशपाल, सह जिला प्रभारी राजेश श्रीवास्तव, तहसील प्रभारी धनिराम, नरोत्तम यादव, रघुवंशी शर्मा व अजीत यादव विशेष रूप से उपस्थित रहे। बैठक में संगठन विस्तार, स्वास्थ्य जागरूकता, एवं स्वदेशी उत्पादों के प्रचार-प्रसार को लेकर आगामी योजनाओं पर भी चर्चा की गई।
परीक्षा की अनिवार्यता के विरोध में आज ज्ञापन
गुना|उच्चतम न्यायालय द्वारा हाल ही में दिए गए निर्णय के अनुसार पहले से शासकीय सेवा में कार्यरत शिक्षकों को भी शिक्षक पात्रता परीक्षा पास करना अनिवार्य कर दिया गया है। इस आदेश के विरोध में शिक्षक संघ जिला इकाई गुना 15 सितंबर को जिलाधीश गुना को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपेगा।
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में धर्मांतरण पर जमकर बवाल हुआ। ईसाई समाज की सभा में करीब 300 लोगों की मौजूदगी थी। इस दौरान हिंदू संगठनों ने जमकर बवाल किया। सीपत पुलिस ने ईसाई समाज के 7 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया। इससे समाज भड़क गया। थाने का घेराव कर दिया। वहीं ईसाई समुदाय के खिलाफ हिंदू संगठनों ने भी मोर्चा खोल दिया। मसीही समाज के लोगों पर कार्रवाई की मांग पर थाने का घेराव कर दिया। 10 घंटे तक प्रदर्शन किया। पुलिस प्रशासन और ईसाई समुदाय के खिलाफ नारेबाजी की। वहीं दूसरी ओर दुर्ग में हालात और ज्यादा तनावपूर्ण हो गए। विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने चर्च का घेराव कर दिया। इस दौरान दोनों पक्षों में कहासुनी से लेकर मारपीट तक की नौबत आ गई, जिससे माहौल और बिगड़ गया। हंगामे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। स्थिति पर काबू पाया। फिलहाल बिलासपुर और दुर्ग—दोनों जगहों पर धर्मांतरण विवाद ने तनाव को और गहरा कर दिया है। मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। पुलिस ने मामले की जांच तेज कर दी है। देखिए पहले ये तस्वीरें... पहला मामला- बिलासपुर में सभा पर बवाल पहला मामला बिलासपुर के सीपत थाना क्षेत्र का है। यहां एक मकान में प्रार्थना सभा आयोजित की गई थी, जिसमें आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में लोग शामिल होने पहुंचे। इसके अलावा पास की खाली सरकारी जमीन पर भी टेंट लगाया गया था। पड़ोसियों ने आरोप लगाया कि प्रार्थना सभा के नाम पर धर्मांतरण कराया जा रहा है और इसकी सूचना हिंदू संगठनों को दी। सूचना मिलते ही कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और जमकर हंगामा करते हुए प्रार्थना सभा को रुकवा दिया। माहौल बिगड़ता देख पुलिस को बुलाया गया। पुलिस ने किसी तरह स्थिति को काबू में लिया और सभा आयोजकों को थाने ले आई। इसके बाद प्रार्थना सभा में मौजूद ईसाई समुदाय के लोगों ने सीपत थाने का घेराव कर दिया। ईसाई समुदाय के 7 लोगों के खिलाफ FIRवहीं हिंदू संगठनों ने भी थाने के बाहर धरना देते हुए हनुमान चालीसा का पाठ शुरू कर दिया। SSP रजनेश सिंह ने कहा कि प्रार्थना सभा की आड़ में धर्मांतरण की सूचना मिली थी। जांच के बाद ईसाई समुदाय के 7 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कर वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। दूसरा मामला- दुर्ग में मारपीट, तनाव का माहौल वहीं दूसरा मामला दुर्ग के पद्मानभपुर थाना क्षेत्र का है। यहां ईसाई समुदाय के लोग चर्च में प्रार्थना के लिए जुटे थे। इस दौरान चर्च के आसपास में रहने वाले लोगों ने प्रेयर मीटिंग की आड़ में धर्म परिवर्तन की सूचना हिंदू संगठन को दी। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे। इस दौरान विरोध जताते हुए भजन-कीर्तन और हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे। हंगामे की सूचना मिलते ही पुलिस और एसडीएम मौके पर पहुंचे। प्रार्थना सभा में मौजूद सभी लोगों के नाम और पता डायरी में दर्ज किए गए। मौके पर जॉन नाम का शख्स मौके पर पहुंचा तो स्थिति और बिगड़ गई। ईसाई समुदाय ने किया थाने का घेराव विवाद बढ़ता देख पुलिस ने दोनों ही पक्षों के लोगों को लेकर थाने ले गई। इसके बाद ईसाई समुदाय के लोगों ने थाने का घेराव कर दिया। उनका कहना था कि संविधान में अधिकार है कि कोई भी किसी भी धर्म को मान सकता है। हिंदू संगठन लगातार परेशान कर रहा है। हालांकि पुलिस ने कोई केस दर्ज नहीं किया है। बाहर से फंड मिलने का आरोप हिंदू जागरण मंच की ओर से ज्योति शर्मा ने बताया कि जॉन को बाहर से फंडिंग हो रही है। वह लगातार धर्मांतरण की गतिविधियों में शामिल है। जॉन के बैंक खातों की जांच हो। उसे जिला बदर किया जाए। ज्योति शर्मा ने चेतावनी दी है कि अगर कार्रवाई नहीं हुई तो उग्र आंदोलन करेंगे। जॉन अपने गुर्गों को साथ बदसलूकी की, फिर हमने भी पीटा बजरंग दल के प्रांत संयोजक रतन यादव ने बताया कि ईसाई समाज के जॉन ने गुर्गों के साथ गाली-गलौज की। मारपीट की। बजरंग दल की महिला कार्यकर्ता निर्मित कौर को धक्का दिया, जिससे उसके कपड़े फट गए। महिला पुलिसकर्मी को भी धक्का मारा। इसके बाद हमने भी जॉन को पीटा। हमारी मांग है कि पुलिस जॉन की पूरी जांच करे। शांति बनाए रखें की अपील- ASP एडिशनल एसपी सुखनंदन राठौर ने बताया कि हमें प्रार्थना सभा की सूचना मिली थी। जब हम मौके पर पहुंचे तो दोनों पक्षों के बीच विवाद हो गया था। पुलिस ने बीच-बचाव किया और सभी को थाने ले आई। दोनों पक्षों की काउंसलिंग की गई है। कुछ लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। हम सभी से शांति बनाए रखने की अपील करते हैं। अब समझिए धर्मांतरण और मतांतरण के बारे में धर्मांतरण: धर्मांतरण किसी ऐसे नये धर्म को अपनाने का कार्य है, जो धर्मांतरित हो रहे व्यक्ति के पिछले धर्म से अलग हो। धर्मांतरित व्यक्ति के साथ-साथ धर्मांतरण कराने वाले शख्स द्वारा जिला मजिस्ट्रेट के समक्ष 60 दिन पहले धर्मांतरण के इरादे की घोषणा करनी होती है। पूरी प्रक्रिया के होने के बाद धर्मांतरण होता है। इसमें दूसरा धर्म अपनाने वाला व्यक्ति को अपना सरनेम बदलना होता है। मतांतरण: मतांतरण यानि मत में परिवर्तन होने की क्रिया या भाव को मत परिवर्तन, धर्म परिवर्तन कहते हैं। लेकिन सरकारी कागजों में इसका कोई रिकॉर्ड नहीं होता। कई बार किसी 'विशेष जाति' के लोग, जो ये महसूस करते हैं कि समाज में उन्हें उचित दर्जा नहीं मिल रहा है, तो वे मतांतरण कर लेते हैं। मतांतरण के बाद शख्स अपनाए गए धर्म की आस्था और मान्यताओं का पालन करने लगता है। ..................................... इससे जुड़ी यह खबर भी पढ़ें... धर्मांतरण के आरोप में रायपुर-बिलासपुर में बवाल,VIDEO:हिंदू संगठन के कार्यकर्ता और पुलिस के बीच झड़प, कहा- विरोध करने पर TI ने किया दुर्व्यवहार छत्तीसगढ़ के रायपुर और बिलासपुर में रविवार को धर्मांतरण के आरोप में जमकर बवाल हुआ है। न्यायधानी के कोनी में हिंदूवादी संगठनों ने धर्मसभा की आड़ में भोले-भाले लोगों से धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाया। विरोध करने पहुंचे कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हो गई। जिसका वीडियो भी सामने आया है। पढ़ें पूरी खबर...
बिजली आउटसोर्स कर्मियों ने शुरू किया ज्ञापन अभियान
भास्कर संवाददाता | गुना मध्यप्रदेश के 45 हजार बिजली आउटसोर्स कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर बड़ा आंदोलन छेड़ दिया है। गत शुक्रवार से प्रदेश के सभी 55 जिलों में आउटसोर्स कर्मचारी कलेक्टर, सांसद और विधायकों को ज्ञापन सौंप रहे हैं। यह अभियान बिजली आउटसोर्स कर्मचारी संगठन के प्रांतीय संयोजक मनोज भार्गव, महामंत्री दिनेश सिसोदिया और मप्र विद्युत कर्मचारी जनता यूनियन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरेंद्र भदौरिया के नेतृत्व में शुरू किया गया है। ज्ञापन में कहा गया है कि प्रदेश की छह बिजली कंपनियों में जल्द ही करीब 50 हजार पद रिक्त हो रहे हैं। इन पदों को आउटसोर्स कर्मियों की विभागीय परीक्षा लेकर भरा जाए, जैसा पहले डेली वेजेस और मस्टर कर्मियों को स्थायी किया जाता रहा है। इसके अलावा भविष्य में होने वाली सीधी भर्तियों में 50 प्रतिशत पद आउटसोर्स कर्मियों के लिए आरक्षित किए जाने की मांग रखी गई है।
आज चांचौड़ा में लगेगा रोजगार शिविर
गुना| जिला रोजगार कार्यालय और ग्रामीण आजीविका मिशन के संयुक्त तत्वावधान में रोजगार शिविरों का आयोजन विकासखंड स्तर पर किया जा रहा है। यह शिविर 15 से 24 सितंबर तक विभिन्न स्थानों पर आयोजित होंगे। शिविरों में एसआईएस (इंडिया) लिमिटेड एवं प्रतिभा सिंटेक्स लिमिटेड द्वारा इच्छुक उम्मीदवारों का पंजीयन और चयन किया जाएगा। 15 सितंबर को चांचौड़ा ग्रामीण आजीविका भवन, 16 सितंबर को राघौगढ़ ग्रामीण आजीविका भवन, 17 सितंबर को कुंभराज ग्रामीण आजीविका भवन, 18 सितंबर को बमोरी (ग्रामीण आजीविका भवन, 19 सितंबर को आरोन ग्रामीण आजीविका भवन एवं 24 सितंबर को गुना जिला पंचायत विश्राम गृह में आयोजित होंगे। यह शिविर सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक आयोजित होंगे। एसआईएस कम्पनी सुरक्षा जवान (575 पद) और सुरक्षा सुपरवाइजर (50 पद) की भर्ती करेगी। सुरक्षा जवान के लिए 10वीं पास और सुपरवाइजर के लिए 12वीं पास, कंप्यूटर कोर्स एवं एनसीपी पास होना अनिवार्य है। उम्मीदवार की आयु 19 से 35 वर्ष, ऊंचाई 168 सेमी से अधिक और वज़न 58 से 90 किलो होना चाहिए।
हाईवे पर 70 साल के बुजुर्ग को वाहन ने टक्कर मार दी, मौत
गुना| राघौगढ़ थाना क्षेत्र में हाईवे पर एक बुजुर्ग की मौत हो गई। पुलिस ने मामले में वाहन चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, बरखेड़ी महाराजा के निवासी 70 वर्षीय छुट्टी लाल जाटव को एक वाहन क्रमांक एमपी 08-7816 ने टक्कर मार दी। उन्हें एम्बुलेंस से राघौगढ़ के साडा अस्पताल पहुंचाया, लेकिन चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। प्रत्यक्षदर्शी राधेश्याम जाटव ने बताया कि यह हादसा मसाला फैक्ट्री के पास हुआ। गाय को बचाने में कार-बाइक भिड़े : जामनेर थाना क्षेत्र में रविवार को एक कार और मोटर साइकिल टकरा गए। घटना में कार चालक और उसकी साथी सुरक्षित रहे, जबकि वाहन में मामूली नुकसान हुआ। जानकारी के अनुसार, जिला अस्पताल शिवपुरी में कार्यरत डॉक्टर मुकेश शर्मा अपने निजी काम से मकसूदनगढ़ जा रहे थे। वह अपनी क्रेटा कार क्रमांक एमपी 04-9055 में सवार थे। जैसे ही वह जामनेर पुलिस थाना के सामने आम रोड पर पहुंचे, अचानक उनके सामने एक गाय आ गई, जिससे उन्होंने अपनी कार का ब्रेक लगा दिया। इसी दौरान पीछे से आ रही एक मोटर साइकिल ने कार में पीछे से टक्कर मार दी। कार चालक मुकेश शर्मा ने बताया कि मोटर साइकिल चालक ने अपना नाम विनोद गुर्जर पुत्र मंगल सिंह, निवासी राघौगढ़ बताया।
सामान देने के नाम पर 11 हजार की ठगी
गुना| एक युवक से सस्ते में किराने का सामान दिलाने के नाम पर 11 हजार रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। फरियादी मुकेश शिवहरे निवासी कोल्हूपुरा वार्ड क्रमांक 6 गुना ने सिटी कोतवाली में आवेदन देकर आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी की कार्रवाई की मांग की है।फरियादी ने पुलिस को दिए आवेदन में बताया कि शनिवार सुबह करीब 9 बजे गोपाल मंदिर के पास नयापुरा में अशोक यादव नामक युवक मिला। उसने कहा कि उसके पास तेल और शक्कर सहित किराने का सामान है, जिसे वह कम दामों में दे सकता है। इस बात पर भरोसा करते हुए फरियादी ने मौके पर ही आरोपी को 11,000 रुपये नगद दे दिए। आरोपी ने कहा कि वह गोदाम से सामान निकलवाकर भिजवाता है और फरियादी को ऑटो बुलाने के लिए कहकर वहां से फरार हो गया। फरियादी के अनुसार, आरोपी अशोक यादव होटल साई पैलेस के कमरे नंबर 302 में ठहरा हुआ था।
कांग्रेस ने पाकिस्तान का पुतला जलाया, नारेबाजी
दमोह| पथरिया में युवक कांग्रेस ने एशिया कप में भारत पाक मैच का विरोध जताते हुए पाकिस्तान का पुतला फूंका और प्रधानमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पदाधिकारियों ने कहा विगत दिनों पहलगाम में हुए 26 भारतीयों की पाकिस्तान समर्थक आतंकियों ने कर दी हत्या कर दी थी। इस घटना से पूरे देश में आक्रोश था। जब हमारे देश के प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान को दिए जा रहे सिंधु नदी के पानी को बंद करने की चेतावनी के साथ कहा था कि हमारे देश का पानी और खून एक साथ नहीं बहेगा लेकिन दुर्भाग्य है केंद्र सरकार ने अभी होने वाले क्रिकेट मैच में भारतीय खिलाड़ियों को पाकिस्तान के खिलाड़ियों से मैच खेलने की अनुमति दी है। यह निर्णय हिंदुस्तान की जनता की जन भावनाओं के खिलाफ है। इसको लेकर पुतला जलाया गया। इस दौरान विधानसभा के युवक कांग्रेस अध्यक्ष अजय ठाकुर, अजय सिंह, रत्नेश सोनी, पूरन पटेल आदि कार्यकर्ता शामिल रहे।
मां कीर्ति परिसर में वैश्य गरिमा मंच का स्थापना दिवस मनाया
भास्कर संवाददाता | दमोह वैश्य गरिमा मंच का स्थापना दिवस मां कीर्ति परिसर में रविवार दोपहर मनाया गया। जिसमें सर्वप्रथम उपस्थित वैश्य गरिमा मंच के सदस्यों ने भारत माता के और मां लक्ष्मी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर पूजन अर्चना किया। इसके बाद जिला अध्यक्ष नरेंद्र अग्रवाल ने अपनी बात रखी। किशोर अग्रवाल राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य ने अपनी बात को रखते हुए कहा कि सभी को साधारण सदस्य बनना अनिवार्य है। जिला महामंत्री मनीष राय, राजीव राय साव, अनिल अग्रवाल, लालचंद राय, प्रदीप अग्रवाल, श्याम बिहारी जड़िया, हुकुमचंद साहू, गोपाल प्रसाद अग्रवाल, शैलेंद्र जड़िया ने अपने विचार व्यक्त किए। इस बात पर जो दिया गया कि हमें अपने मंच की सदस्यता को आगे बढ़ाना है और भविष्य में सक्रिय सदस्य भी बनाना है। हमें ऐसे मुद्दों को लेकर जनमानस के बीच में जाना है जिससे हमारे मंच से अधिक से अधिक लोग जुड़ सकें। आभार प्रदर्शन राजीव राय साब ने माना।
संदिग्ध बैग पर मचा हड़कंप, कपड़े निकले
दमोह| कोतवाली थाना क्षेत्र में शनिवार की रात 10:30 बजे एक घर के सामने संदिग्ध बैग रखा होने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। जांच पड़ताल शुरु की लेकिन बैग में कुछ नहीं मिला। टीआई मनीष कुमार ने बताया कि स्टेशन के पास कॉलोनी निवासी सोनी परिवार के घर के सामने एक व्यक्ति जो शराब पिये था जो अपना बैग छोड़ गया था। बाद में वह व्यक्ति भी मिल गया था। बैग में कपड़े आदि थे।
पीजी कॉलेज में रक्तदान शिविर 17 सितंबर को
दमोह| स्थानीय शासकीय पीजी कॉलेज में 17 सितंबर को रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा। शिविर सुबह 11 बजे से प्रारंभ हो जो शाम 6 बजे तक चलेगा। शिविर के लिए ऑनलाइन पंजीयन प्रारंभ हो गए हैं। जिले के लोगों से अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर रक्तदान करने अपील की गई है।
प्रगतिशील किसान:युवा किसान ने किया नवाचार; दोमंजिला खेती...गड्ढा विधि अपनाई, मचान पर उगाई लौकी
कीर्तिमान वही स्थापित करता है, जिसमें कुछ नया करने की चाह और लगन हो। बूंदी जिले के बंथली निवासी युवा किसान भैरुलाल राठौड़ ने इसी उक्ति को चरितार्थ किया है। उन्होंने दूसरे किसानों को दोमंजिला खेती की राह दिखाई है। किसान भैरुलाल ने बताया, मेरे पास खेती की 5 बीघा जमीन है। इसमें मैं मक्का, गेहूं आदि फसलें उगाया करता था। मोबाइल पर सोशल मीडिया में खेती से जुड़ी जानकारियों वाले जितने भी वीडियो आदि आते थे, उन्हें देखा करता था। इसी दौरान मैंने लौकी की खेती के बारे में जाना। फिर अपना दिमाग लगाया। मैं लगातार इस पर विचार करता रहा कि लौकी की पारम्परिक विधि के अलावा किस तरह सफलता पूर्वक खेती हो सकती है। आखिर मैंने गड्ढा विधि के बारे में जानकारी जुटाई। कोटा से ‘अनोखी’ नामक किस्म की लौकी के 100 ग्राम बीज मंगवाए। पूरे पांच बीघा के बजाय मैंने एक बीघा में प्रयोग के तौर पर लौकी लगाई। इसमें सिर्फ 75 ग्राम बीज काम में आए। इसके लिए निश्चित आकार के गड्ढे खोदे और हर गड्ढे में 4 बीज डाले। मैंने 10 मई से बुवाई शुरू की थी और जुलाई में लौकी आने लगी। इस बीच जब बेलें निकलने लगीं तो गड्ढे पर लकड़ी या पिलर गाड़े। इन पिलर पर बेलें चढ़ाकर प्लास्टिक की डोरियां बड़े पेड़ों तक बांध दीं। इन डोरियों के सहारे बेलें तेजी के साथ बढ़ने लगीं और लौकी की अच्छी फसल हुई। भैरुलाल ने बताया, बूंदी जिले में संभवत मैं पहला ऐसा किसान हूं जिसने गड्ढा विधि और मचान विधि का प्रयोग कर लौकी की फसल ली है। इससे एक बीघा में 4 महीने में ही लगभग 40 हजार रुपए की आय हुई। इस विधि में बड़ा फायदा यह भी है कि इसमें दोमंजिला खेती सम्भव है। यानी एक ही खेत में एक ही समय में ऊपर मचान पर लौकी उगा सकते हैं और नीचे जमीन पर दूसरी फसल ले सकते हैं। हालांकि लौकी तोड़ते समय ध्यान रखना पड़ता है कि नीचे लगी फसल नष्ट न हो। किसान राठौड़ ने बताया, मैं जब यह प्रयोग कर रहा था तो कई लोग कौतुक भरी निगाहों से देखते थे। अब प्रयोग सफल रहने पर बंथली सहित आसपास के इलाकों के किसान गड्ढा विधि और मचान विधि के बारे में जानकारी लेने आते हैं।
राजस्थान से मानसून की वापसी होने लगी है। रविवार को कई जिलों से मानसून लौट गया। यह सामान्य तारीख से 3 दिन पहले से लौटने लगा। ऐसे में मध्यप्रदेश से भी इसी सप्ताह से वापसी होने की संभावना है। इससे पहले तेज बारिश का अलर्ट है। मौसम वैज्ञानिक अरुण शर्मा ने बताया कि लो प्रेशर एरिया (कम दबाव का क्षेत्र) की एक्टिविटी की वजह से प्रदेश में बारिश का दौर चल रहा है। अगले 2 दिन में तेज बारिश हो सकती है। इंदौर, धार, बड़वानी, खरगोन, देवास, खंडवा, बुरहानपुर, हरदा, नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा और सिवनी में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। ग्वालियर-चंबल संभाग में कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है। भोपाल समेत कई जिलों में तेज बारिशइससे पहले रविवार को भोपाल समेत कई जिलों में तेज बारिश का दौर बना रहा। भोपाल में दोपहर में करीब एक घंटा तेज बारिश हुई। जबलपुर, बैतूल, पचमढ़ी, राजगढ़ में भी बारिश का दौर चला। नर्मदापुरम के इटारसी में भी तेज पानी गिरा। खरगोन, खंडवा, डिंडौरी, मंडला, शहडोल, अनूपपुर, नर्मदापुरम, सागर, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, रीवा, सतना, मैहर, पन्ना, बुरहानपुर, बालाघाट, सिवनी, पांढुर्णा, जबलपुर, कटनी, दमोह समेत कई जिलों में हल्की बारिश हुई। एमपी में कोटे से ज्यादा पानी गिराबता दें, प्रदेश में 16 जून को मानसून ने आमद दी थी। तब से अब तक औसत 42 इंच बारिश हो चुकी है। अब तक 34.9 इंच पानी गिरना था। इस हिसाब से 7.1 इंच पानी ज्यादा गिर चुका है। प्रदेश की सामान्य बारिश औसत 37 इंच है। यह कोटा पिछले सप्ताह ही पूरा हो गया है। अब तक इतनी बारिश हुई... इंदौर-उज्जैन संभाग की तस्वीर बेहतर नहींइस मानसूनी सीजन में इंदौर और उज्जैन संभाग की स्थिति ठीक नहीं है। यहां सबसे कम पानी गिरा है। सबसे कम बारिश वाले टॉप-5 जिलों में बुरहानपुर, बड़वानी, खंडवा खरगोन और शाजापुर शामिल हैं। ग्वालियर, चंबल-सागर सबसे बेहतरएमपी में जब से मानसून एंटर हुआ, तब से पूर्वी हिस्से यानी, जबलपुर, रीवा, सागर और शहडोल संभाग में तेज बारिश हुई है। यहां बारिश के स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव रहे। छतरपुर, मंडला, टीकमगढ़, उमरिया समेत कई जिलों में बाढ़ आ गई। ग्वालियर-चंबल में भी मानसून जमकर बरसा है। यहां के सभी 8 जिलों में कोटे से ज्यादा पानी गिर चुका है। इनमें ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, भिंड, मुरैना, दतिया और श्योपुर शामिल हैं। 34 में से भोपाल संभाग के चार, जबलपुर संभाग के 5, इंदौर संभाग के 3, ग्वालियर-चंबल के 8, सागर संभाग के 5, उज्जैन संभाग के 4, रीवा संभाग के 3, शहडोल-नर्मदापुरम संभाग के एक-एक जिला शामिल हैं। अगले 2 दिन ऐसा रहेगा मौसम... जानिए, 5 बड़े शहरों में बारिश का रिकॉर्ड... भोपाल में 4 साल से कोटे से ज्यादा बारिशभोपाल में सितंबर महीने की औसत बारिश 7 इंच है, लेकिन पिछले 4 साल से कोटे से ज्यादा पानी बरस रहा है। ओवरऑल रिकॉर्ड की बात करें तो साल 1961 में पूरे सितंबर माह में 30 इंच से ज्यादा पानी गिरा था। वहीं, 24 घंटे में सर्वाधिक 9.2 इंच बारिश का रिकॉर्ड 2 सितंबर 1947 को बना था। इस महीने औसत 8 से 10 दिन बारिश होती है। वहीं, दिन में तापमान 31.3 डिग्री और न्यूनतम तापमान 22.2 डिग्री सेल्सियस तक रहता है। इंदौर में सितंबर में रिकॉर्ड 30 इंच बारिशइंदौर में सितंबर महीने में रिकॉर्ड 30 इंच बारिश हो चुकी है। यह ओवरऑल रिकॉर्ड है, जो साल 1954 में बना था। वहीं, 20 सितंबर 1987 को 24 घंटे में पौने 7 इंच पानी गिर चुका है। इस महीने इंदौर में औसत 8 दिन बारिश होती है, लेकिन इस बार 15 या इससे अधिक दिनों तक बारिश हो सकती है। सितंबर के आखिरी सप्ताह में मानसून की वापसी होने लगेगी। ग्वालियर में वर्ष 1990 में गिरा था 25 इंच पानीग्वालियर में सितंबर 1990 में 647 मिमी यानी, साढ़े 25 इंच बारिश हुई थी। यह सितंबर में मासिक बारिश का ओवरऑल रिकॉर्ड है। वहीं, 24 घंटे में 7 सितंबर 1988 को साढ़े 12 इंच बारिश हुई थी। सितंबर में ग्वालियर की औसत बारिश करीब 6 इंच है, लेकिन पिछले तीन साल से इससे अधिक बारिश हो रही है। ग्वालियर में इस बार अगस्त में ही बारिश का कोटा पूरा हो गया। ऐसे में सितंबर में जितनी भी बारिश होगी, वह बोनस की तरह ही रहेगी। जबलपुर में 24 घंटे में साढ़े 8 इंच बारिश का रिकॉर्डसितंबर महीने में जबलपुर में भी मानसून जमकर बरसता है। 20 सितंबर 1926 को जबलपुर में 24 घंटे के अंदर साढ़े 8 इंच बारिश का रिकॉर्ड है। वहीं, पूरे महीने में 32 इंच बारिश साल 1926 को हो चुकी है। यहां महीने में औसत 10 दिन बारिश होती है। वहीं, सामान्य बारिश साढ़े 8 इंच है। पिछले 3 साल से सामान्य से ज्यादा पानी गिर रहा है। उज्जैन में 1981 में पूरे मानसून का कोटा हो गया था फुलउज्जैन की सामान्य बारिश 34.81 इंच है, लेकिन वर्ष 1961 में सितंबर की बारिश ने ही पूरे सीजन की बारिश का कोटा फुल कर दिया था। इस महीने 1089 मिमी यानी, करीब 43 इंच पानी गिरा था। वहीं, 24 घंटे में सर्वाधिक साढ़े 5 इंच बारिश का रिकॉर्ड 27 सितंबर 1961 में ही बना था। सितंबर महीने में उज्जैन की सामान्य बारिश पौने 7 इंच है, लेकिन पिछले दो साल से 12 इंच से ज्यादा बारिश हो रही है। इस महीने औसत 7 दिन बारिश होती है।
अंजुमन कमेटी ने पंजाब बाढ़ पीड़ितों को दिए 1 लाख
भास्कर संवाददाता | बैतूल पंजाब इन दिनों भयानक बाढ़ की मार झेल रहा है। बैतूल की अंजुमन इस्लामिया कमेटी ने बाढ़ पीड़ितों की मदद की है। कमेटी की एक विशेष बैठक जामा मस्जिद के इमाम जावेद चिश्ती साहब की अध्यक्षता में हुई। कमेटी अध्यक्ष वसीम कुरैशी सहित प्रतिनिधियों ने बैतूल गुरुद्वारा में पहुंचकर पंजाब बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए 1 लाख 1 हजार 500 रुपए की राशि गुरुद्वारा कमेटी को सौंपी। इस अवसर पर सदर मस्जिद के इमाम, रहमान भाई, आशिक भाई, शाकीर पटेल, अल्ताफ सिद्दीकी, बबलू पटेल, जुबेर पटेल, राजू भाई, आमिर भाई, तौसीफ बेग, आदिल भाई, मज्जू सेठ, सैयद अय्यूब अली, मुस्ताक भाई सहित अन्य लोग मौजूद थे।
शराब के नशे में छत से गिरा युवक, मौत
भास्कर संवाददाता | बैतूल गंज थाने के मांझीनगर में शनिवार शाम को शराब के नशे में मकान की छत से गिरने से एक युवक की मौत हो गई। पुलिस ने रविवार को जिला अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया। अस्पताल चौकी प्रभारी जयपाल सिंह रघुवंशी ने बताया कि मांझीनगर में शराब के नशे में मनोज सिहार मकान की छत से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया। परिजन उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस मर्ग कायम कर मामले की जांच कर रही है।
पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा के आवेदन आज से
बैतूल|मध्यप्रदेश कर्मचारी चयन मंडल द्वारा पुलिस मुख्यालय, गृह विभाग (पुलिस) के अंतर्गत पुलिस आरक्षक के 7500 पदों के लिए आरक्षक संवर्ग की सीधी भर्ती के लिए चयन परीक्षा के आवेदन-पत्र 15 से 29 सितंबर तक ऑनलाइन लिए जाएंगे। परीक्षा का आयोजन 30 अक्टूबर से प्रदेश के संभावित 11 शहरों भोपाल, इंदौर, जबलपुर, खंडवा, नीमच, रीवा, रतलाम, सागर, सतना, सीधी और उज्जैन में होगा। परीक्षा की नियम पुस्तिका मंडल की वेबसाईट www.esb.mp.gov.in पर प्रदर्शित की गई है। आवेदक इसे डाउनलोड कर प्रावधान अनुसार अपना आवेदन पत्र भर सकते हैं। शासन ने आगामी सिंहस्थ के मद्देनजर 22 हजार 500 पुलिस आरक्षकों की भर्ती का निर्णय लिया।
कोल माइंस सेवानिवृत कर्मियों की बैठक आज
बैतूल | कोल माइंस सेवानिवृत्त कर्मचारी संघ एचएमएस की मासिक बैठक 15 सितंबर को सुबह 11 बजे शहीद भवन में आयोजित की जा रही है। बैठक में रिवाइज्ड पीपीओ सदस्यता वर्ष 2025-26, नवंबर में बनाए जाने वाले जीवित प्रमाण पत्र और 6 सूत्रीय मांग पत्र पर विशेष चर्चा होगी। इस बैठक में संगठन से जुड़े सभी पदाधिकारी और सदस्य महत्वपूर्ण निर्णयों और दिशा-निर्देशों की विस्तृत जानकारी प्राप्त करेंगे। संघ के महामंत्री डीआर झरबड़े ने बताया कि बैठक का उद्देश्य सेवानिवृत्त कर्मचारियों की पेंशन और भत्तों से जुड़ी समस्याओं का समाधान निकालना है। साथ ही, भविष्य में आने वाली परेशानियों से सदस्यों को समय रहते अवगत कराना है।
पेंशन की मांग को लेकर 17 को ज्ञापन देगी अटल सेना
बैतूल| वृद्धा पेंशन , विधवा पेंशन हर माह 1500 रुपए करने सहित बहु विकलांग पेंशन 3 हजार महीने करने की मांग है। संगठन के प्रांत अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह चौहान ने बताया अटल सेना के बैनर तले 17 सितम्बर को स्टेडियम शिवाजी चौक से रैली निकालकर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के नाम से ज्ञापन सौंपा जाएगा।
जोधपुर में 15 सितम्बर से 2 अक्टूबर 2025 तक शहरी सेवा शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इन शिविरों का उद्देश्य नागरिकों को उनकी आवश्यक सेवाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध करवाना तथा लंबित समस्याओं का त्वरित निस्तारण सुनिश्चित करना है। नगर निगम उत्तर में शिविरों के संचालन के लिए नोडल अधिकारी ललित सिंह तथा सहायक नोडल अधिकारी सलामत उल्लाह खां नियुक्त किए गए हैं। सोमवार से यहां आयोजित होगा शिविर नगर निगम (उत्तर) के आयुक्त ने बताया कि नगर निगम उत्तर क्षेत्र में वार्डवार शिविरों का आयोजन भी तय किया गया है। वार्ड संख्या 1 से 12 तक के लिए अम्बेडकर पार्क प्रताप नगर में 15 से 16 सितम्बर तक शिविर आयोजित होगा, जिसमें प्रभारी उपायुक्त प्रथम रहेंगे।
उत्तमनगर दिल्ली में हुआ भक्तामर विधान
अशोकनगर | आर्यिका अर्हम श्री माताजी ससंघ के सानिध्य में विजय विहार उत्तम नगर दिल्ली में 48 दिवसीय भक्तामर मंडल विधान हुआ। शनिवार को हवन शांति के बाद सभी समाजजनों का वात्सल्य भोज हुआ। रविवार को रथयात्रा का आयोजन किया गया। शनिवार को सुबह अर्हम श्री माताजी के धर्म पिता सुभाष जैन अशोकनगर अपने साथियों महेंद्र जैन कडेसरा, विनोद जैन भारिल्ल व प्रमोद जैन छाया के साथ माताजी के दर्शनार्थ दिल्ली पहुुंचे। स्थानीय जैन समाज के पदाधिकारियों ने पीत पट्टिका पहनाकर व स्मृति चिह्न भेंट कर उन्हें सम्मानित किया।
दुकान पर बीड़ी बंडल को लेकर हुई मारपीट
अशोकनगर| बहादुरपुर में बीड़ी बंडल मांगने को लेकर महिला के साथ मारपीट किए जाने का मामला सामने आया है। जानकारी अनुसार शारदा बाई अहिरवार निवासी अथाईखेड़ा पुराआवाद ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि मैं अपनी दुकान बंद कर रही थी, तभी गांव का बलवीर अहिरवार आया और मुझसे बीड़ी बंडल मांगने लगा। मैंने कहा दुकान बंद कर दी। उसने अपशब्द बोलते हुए डंडे से मारपीट शुरू कर दी।
पिपरिया राय में 2 पक्षों में विवाद, मामला दर्ज
अशोकनगर| कचनार थाना क्षेत्र के ग्राम पिपरिया राय में 2 पक्षों के बीच विवाद हो गया। पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत पर प्रकरण दर्ज कर लिया। पहले पक्ष के छतर सिंह पुत्र लल्लू सिंह चंदेल 50 साल निवासी पिपरिया राय ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि रतना प्रजापति, परमाल सिंह प्रजापति, अशोक प्रजापति ने एक राय होकर जाति सूचक अपशब्द कहे और मारपीट की। दूसरे पक्ष के परमाल सिंह प्रजापति ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि गुलाब सिंह चंदेल, छतर सिंह, बलराम चंदेल ने अपशब्द बोलते हुए मारपीट की। पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत पर प्रकरण दर्ज कर लिया। एक पक्ष की ओर से एससी एसटी एक्ट की भी कायमी कराई गई।
सड़क दुर्घटना में घायल हुए युवक की मौत
अशोकनगर| चंदेरी थाना क्षेत्र में 21 वर्षीय युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने मर्ग की कायमी की है। जानकारी अनुसार राजा साहब पुत्र हनुमत सिंह चौहान 21 साल निवासी ग्वालियर को 18 अगस्त को सड़क दुर्घटना में चोट आई थी, जिसका इलाज चल रहा था। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
नर्मदा में मिले शव का युवाओं ने किया अंतिम संस्कार
बड़वानी | शनिवार शाम थाना क्षेत्र के ग्राम दतवाड़ा के आश्रम के पास नर्मदा नदी में 30 वर्षीय युवक का शव मिला। मृतक का शव लंबे समय तक पानी में रहने से सड़ गया था। पुलिस ने पीएम के बाद शिनाख्त के लिए शव को 24 घंटे रखा लेकिन शिनाख्त नहीं होने से पैरालीगल वॉलेंटियर सतीश परिहार से शव के अंतिम संस्कार के लिए कहा गया। रविवार दोपहर शव का हिन्दू रीति रिवाज अंतिम संस्कार किया। अंतिम संस्कार में राजू प्रजापत, अजरूद्दीन मंसूरी, एसआई राजेंद्र सोलंकी, नप कर्मचारी विजय मेहरा मौजूद थे। परिहार ने बताया अज्ञात शवों का अंतिम संस्कार के लिए जमीन नहीं है। पिछले 15 सालों में 27 अज्ञात शवों का अंतिम संस्कार किया गया। पूर्व में मुक्तिधाम के पास अज्ञात शवों का अंतिम संस्कार किया जाता था लेकिन आपत्ति क चलते अब सिंगणबारी क्षेत्र व अन्य निर्जन स्थान पर शवों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। शासन इसके लिए जमीन उपलब्ध कराए।
गुरु के बताए मार्ग पर चलकर जीवन को सफल बनाएं : संत भरतानंद सरस्वती
भास्कर संवाददाता | वरला/बलवाड़ी ब्रह्मलीन संत हंसानंद सरस्वती कर्नाटक वाले बापू की 17वीं पुण्यतिथि पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। हरे राम हरे कृष्ण धाम मंदिर परिसर में भक्ति सभा हुई। इसमें संतों ने प्रवचन दिए। कार्यक्रम में सुबह 9 बजे से हवन, बापू की चरण पादुकाओं का पूजन, रुद्राभिषेक और श्रद्धांजलि सभा हुई। इसमें संत भरतानंद सरस्वती ने कहा ब्रह्मलीन संत हंसानंद सरस्वती कर्नाटक वाले बापू का जब बलवाड़ी आगमन हुआ था तो उन्होंने यह सोचा कि यहीं से धर्म का कार्य किया जाए। इस आश्रम की स्थापना बापू के विशेष योगदान से हुई। उनके द्वारा जो कार्य किए गए हैं वह हमेशा हमारे हृदय में रहेंगे। हमें गुरु के बताए हुए रास्ते पर चलकर इस जीवन को सफल बनाना है। बापू के बताए हुए मार्ग पर हम सभी शिष्य और भक्त इस पर संकल्प के साथ जीवन को यापन करें। हमारे लिए गुरु की उपासना सबसे बड़ी उपासना है। गुरु ही हमारे सब कुछ हैं। गुरु ही हमारे जीवन को उज्जवल बनाते हैं। कार्यक्रम में संत राजाराम दास महाराज व प्रवीण दास महाराज मेंद्राना आश्रम, महेश पुरी महाराज कड़माल, ज्ञानेश्वर चैतन्य महाराज ने प्रवचन दिए। इसके बाद महाआरती कर और प्रसाद वितरण किया गया। हरे राम हरे कृष्ण धाम पुण्यतिथि समिति के पदाधिकारी व सदस्यों ने भंडारे का आयोजन किया। इसमें 8 हजार से अधिक लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। शिष्यों ने ब्रह्मलीन संत हंसानंद सरस्वती कर्नाटक वाले बापू की चरण पादुका का पूजन कर आशीर्वाद लिया। इस दौरान वरला, बलवाड़ी, दुगानी, धवली, खेतिया, पानसेमल, बड़वानी, महाराष्ट्र के चोपड़ा, शिरपुर व गुजरात के बापू के शिष्य शामिल हुए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस 17 सितम्बर से शुरु होने वाले सेवा पखवाड़ा को लेकर भाजपा प्रदेश नेतृत्व सभी जिलों से अभियान की सफलता रिपोर्ट लेगा। जिला स्तर पर आयोजित होने वाली कार्यशालाओं में सांसद, विधायक व जनप्रतनिधियों के साथ ही पदाधिकारियों की उपस्थिति को लेकर भी प्रदेश टीम निगरानी कर रही है। सेवा पखवाड़ा की कार्यशाला व आयोजनों में जनप्रतिनिधियों व पदाधिकारियों की मौजूदगी जरूरी है। वहीं अभियान के दौरान होने वाली गतिविधियों में अव्वल आने के लिए भाजपा की जिला टीमों ने रणनीति बनाना शुरु कर दिया है। प्रदेशस्तरीय कार्यशाला में प्रदेश प्रभारी राधा मोहन दास अग्रवाल की नाराजगी के बाद प्रदेश नेतृत्व ने पखवाड़ा की कार्यशालाओं को गंभीरता से लिया है। सेवा पखवाड़ा में होंगे यह आयोजन सेवा पखवाड़े में रक्तदान शिविर, स्वच्छता अभियान, स्वास्थ्य शिविर, प्रबुद्ध वर्ग संवाद, ‘वोकल फॉर लोकल’ को बढ़ावा, दिव्यांग सम्मान समारोह, सांसद खेलकूद प्रतियोगिताएं तथा गांधी जयंती पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसके अलावा नमो मैराथन, प्रधानमंत्री मोदी के व्यक्तित्व पर संगोष्ठियां, दीनदयाल जयंती पर वृक्षारोपण, विशिष्टि व्यक्तियों का बहुमान और चित्रकला सहित विविध कार्यक्रमों का आयोजन होगा। इस दौरान आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान और जीएसटी नए संशोधन के बारे में भी जनता को जानकारी दी जाएगी। अनुपस्थित नेताओं को नोटिस मिलेगा प्रदेश स्तर की 11 सितंबर को हुई कार्यशाला में पार्टी के सांसद व विधायक कम संख्या में पहुंचे। इस पर भाजपा प्रदेश प्रभारी राधा मोहन दास अग्रवाल नाराज हो गए। बताया जा रहा है कि इस कार्यशाला में 14 में से 8 सांसद, 118 में से 72 विधायक ही पहुंचे। वहीं 11 सांसद प्रत्याशियों में से 8 और 82 विधायक प्रत्याशियों में से केवल 42 कार्यशाला में पहुंचे हैं। प्रभारी ने कहा कि कार्यशाला में 8 जिलाध्यक्ष भी नहीं पहुंचे। वहीं, 35 बीजेपी पदाधिकारियों में से भी 22 ही उपस्थित हुए हैं। इस दौरान प्रभारी ने प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ से कहा कि इन लोगों में से जो लोग बिना बताए अनुपस्थित हुए हैं। उनसे लिखित में नहीं आने का कारण पूछा जाना चाहिए।
वक्फ (संशोधन) कानून की वैधता को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट सोमवार को अंतरिम आदेश सुनाएगा। इससे पहले 22 मई को लगातार तीन दिन की सुनवाई के बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा था। पिछली सुनवाई में याचिकाकर्ताओं ने कानून को मुसलमानों के अधिकारों के खिलाफ बताया और अंतरिम रोक लगाने की मांग की थी। वहीं, केंद्र सरकार ने कानून के पक्ष में दलीलें रखी थीं। बहस सरकार की उस दलील के आसपास रही थी, जिसमें कहा गया था कि वक्फ एक इस्लामी अवधारणा है, लेकिन यह धर्म का अनिवार्य हिस्सा नहीं है। इसलिए यह मौलिक अधिकार नहीं है। वक्फ को इस्लाम से अलग एक परोपकारी दान के रूप में देखा जाए या इसे धर्म का अभिन्न हिस्सा माना जाए। इस पर याचिकाकर्ताओं के वकील कपिल सिब्बल ने कहा था, ' परलोक के लिए.... वक्फ ईश्वर को समर्पण है। अन्य धर्मों के विपरीत, वक्फ ईश्वर के लिए दान है।' CJI बोले थे- धार्मिक दान केवल इस्लाम तक सीमित नहीं इसपर CJI बीआर गवई ने कहा था, धार्मिक दान केवल इस्लाम तक सीमित नहीं है। हिंदू धर्म में भी 'मोक्ष' की अवधारणा है। दान अन्य धर्मों का भी मूल सिद्धांत है। तभी जस्टिस ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह ने भी सहमति जताते हुए कहा, 'ईसाई धर्म में भी स्वर्ग की चाह होती है।' सुप्रीम कोर्ट में 5 याचिकाओं पर सुनवाई हुई वक्फ (संशोधन) कानून के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट ने 5 मुख्य याचिकाओं पर ही सुनवाई की। इसमें AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी की याचिका शामिल थी। CJI बीआर गवई और जस्टिस एजी मसीह की बेंच ने सुनवाई की। केंद्र की तरफ से सॉलिसिटर जनरल (SG) तुषार मेहता और याचिकाकर्ताओं की तरफ से कपिल सिब्बल, अभिषेक मनु सिंघवी और राजीव धवन पैरवी कर रहे थे। लगातार 3 दिन चली सुनवाई में क्या कुछ हुआ... 22 मई: SG तुषार मेहता ने सेक्शन 3E का जिक्र किया था केंद्र की ओर से SG तुषार मेहता ने सेक्शन 3E पर बात की थी। कहा था कि सेक्शन 3E अनुसूचित क्षेत्रों के अंतर्गत आने वाली भूमि पर वक्फ के निर्माण पर रोक लगाता है। यह प्रोविजन अनुसूचित जनजाति के संरक्षण के लिए था। वहीं, कपिल सिब्बल ने कहा था कि नए कानून में ऐतिहासिक और संवैधानिक सिद्धांतों को दरकिनार कर दिया गया है। सरकार गैर-न्यायिक प्रक्रिया से वक्फ को हथियाना चाहती है। 20 मई: कोर्ट ने मुस्लिम पक्ष से कहा- राहत के लिए मजबूत दलीलें लाइए 20 की सुनवाई में बेंच ने कहा था कि मुस्लिम पक्ष को अंतरिम राहत पाने के लिए मामले को मजबूत और दलीलों को स्पष्ट करना चाहिए। याचिकाकर्ताओं का कहना था कि कोई संपत्ति ASI (आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया) के संरक्षण में है तो वह वक्फ संपत्ति नहीं हो सकती। 21 मई: सुप्रीम कोर्ट ने दूसरे दिन केंद्र सरकार की दलीलें सुनीं दूसरे दिन की सुनवाई में CJI गवई की अध्यक्षता वाली बेंच के सामने केंद्र सरकार की ओर से सॉलीसिटर जनरल तुषार मेहता ने दलीलें दीं। उन्होंने कहा, वक्फ बाय यूजर मौलिक अधिकार नहीं। यह विधायी नीति द्वारा 1954 में दिया गया था। संविधान के तहत इसे वापस लिया जा सकता है। सरकार ने यह अधिकार वापस ले लिया। राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद 5 अप्रैल को वक्फ बिल कानून बना केंद्र ने वक्फ (संशोधन) बिल, 2025 को अप्रैल में अधिसूचित किया था। इसे 5 अप्रैल को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की मंजूरी मिल गई थी। इस बिल को लोकसभा ने 288 सदस्यों के समर्थन से पारित किया, जबकि 232 सांसद इसके खिलाफ थे। नए कानून को लेकर कांग्रेस सांसद मोहम्मद जावेद, AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी, AAP विधायक अमानतुल्लाह खान, सिविल राइट्स संगठन एसोसिएशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ सिविल राइट्स और जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी अलग-अलग याचिका लगा चुके हैं। 16 अप्रैल से 15 मई तक 4 बार सुनवाई हुई, सिलसिलेवार पढ़िए- 15 मई: कोर्ट ने कहा था- अंतरिम राहत देने पर विचार करेंगे CJI बीआर गवई और जस्टिस एजी मसीह ने केंद्र और याचिकाकर्ता को 19 मई तक हलफनामा पेश करने को कहा था। दोनों पक्षों के वकीलों ने कहा था कि याचिकाओं के मुद्दों पर नजर डालने के लिए जजों को कुछ और वक्त की जरूरत हो सकती है। केंद्र ने भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट जब तक मामले को सुन रहा है, तब तक कानून के अहम प्रावधान लागू नहीं होंगे, यथास्थिति बनी रहेगी। 25 अप्रैल: केंद्र ने दायर किया था 1300 पेज का हलफनामा केंद्र ने हलफनामे में कहा था कि कानून पूरी तरह संवैधानिक है। यह संसद से पास हुआ है, इसलिए इस पर रोक नहीं लगाई जानी चाहिए। 1332 पन्नों के हलफनामे में सरकार ने दावा किया 2013 के बाद से वक्फ संपत्तियों में 20 लाख एकड़ से ज्यादा का इजाफा हुआ। इस वजह से कई बार निजी और सरकारी जमीनों पर विवाद हुआ। 17 अप्रैल: सॉलिसिटर जनरल बोले- लाखों सुझावों के बाद कानून बना SG मेहता ने कहा था कि संसद से ‘उचित विचार-विमर्श के साथ’ पारित कानून पर सरकार का पक्ष सुने बिना रोक नहीं लगाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा था कि लाखों सुझावों के बाद नया कानून बना है। ऐसे कई उदाहरण हैं, जिनमें गांवों को वक्फ ने हड़प लिया। कई निजी संपत्तियों को वक्फ में ले लिया गया। इस पर बेंच ने कहा कि हम अंतिम रूप से निर्णय नहीं ले रहे हैं। 16 अप्रैल: सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को तीन निर्देश दिए थे कानून के खिलाफ दलील दे रहे कपिल सिब्बल ने कहा,'हम उस प्रावधान को चुनौती देते हैं, जिसमें कहा गया है कि केवल मुसलमान ही वक्फ बना सकते हैं। सरकार कैसे कह सकती है कि केवल वे लोग ही वक्फ बना सकते हैं जो पिछले 5 सालों से इस्लाम को मान रहे हैं? इतना ही नहीं, राज्य कैसे तय कर सकता है कि मैं मुसलमान हूं या नहीं और इसलिए वक्फ बनाने के योग्य हूं?' वक्फ कानून का क्यों हो रहा विरोध...
वाराणसी नगर निगम और जलकल अपनी व्यवस्थाओं को लेकर कागजों पर हवाई दावे खूब करती है। इंदौर के तर्ज पर वाराणसी को टॉप स्वच्छता रैंकिंग में ले जाने की तैयारीहै। 6 वार्डों को मॉडल वार्ड बनाने की कवायद भी शुरू हो गयी। लेकिन काशी का राजापुरा इलाका पिछले दस वर्षों से मल-जल की समस्या से दो चार हो रहा है। यहां के लोगों की मानें तो दुकानदारी घटकर आधी हो गयी है। उसके बावजूद कोई सुनवाई नहीं है। क्या ऐसे ही प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र क्योटो बनेगा। ऐसे में दैनिक भास्कर ने राजापुरा इलाके के लोगों से बात की और जाना की सीवर का पानी कब आता है और कितनी देर में निकलता है ? साथ ही बारिश में इस इलाके में क्या स्थिति पैदा होती है। पढ़िए रिपोर्ट... सबसे पहले जानिए नगर निगम मुख्यालय से कितनी दूर है राजापुरा ? और वजह क्या है यहां जलजमाव की ?... वाराणसी नगर निगम को इस वर्ष स्वच्छता रैंकिंग में 17वां स्थान मिला था। देश में एक बार फिर नंबर वन इंदौर था। ऐसे में प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र को टॉप 5 सिटीज में लाने के लिए इंदौर और वाराणसी में एक समझौता हुआ। जिसकी तर्ज पर इंदौर की नीतियों को यहां अपनाया जाएगा और स्वच्छता में रैंकिंग नंबर वन की जाएगी। लेकिन वाराणसी में कई मोहल्ले अभी भी सीवरेज से बजबजा रहे हैं और लोग परेशान हैं। नगर निगम से 5 किलोमीटर दूर है राजापुरा वाराणसी नगर निगम मुख्यालय से 5 किलोमीटर दूर राजापुरा मोहल्ला है। इस मोहल्ले में 2 हजार से अधिक की आबादी रहती है। जो मिश्रित है। यहां सीवर की सुबह 7 बजे से पानी भरना शुरू होता है। और एक घंटे में एक फिट पानी सड़क पर होता है। जो बदस्तूर दोपहर 12 बजे तक बना रहता है। उसके बाद धीरे-धीरे एक घंटे में यह पानी निकलता है। सीवर जाम नहीं फिर भी भराव स्थानीय लोगों की मानें तो यहां सीवर जाम नहीं है। यदि सीवर जाम होता तो अचानक 2 बजे पानी कैसे निकल जाता है। ये भी नहीं कि धीरे-धीरे कम होता है। अचानक से ही पानी निकलता है और एक घंटे में साफ हो जाता है। बारिश का पानी भी 6 से 7 घंटे में निकलता है। सीवर जाम होता तो ये पानी घरों में आ जाता पर ऐसा नहीं है। अब जानिए क्या बोले यहां के लोग और कितने वर्षों से है ये दिक्कत... हमारी दुकानदारी काफी प्रभावित होती है स्थानीय निवासी मोहम्मद इकराम ने बताया हमारा रोटी का काम होता है। कच्चा काम है। रोजाना 6 से 7 घंटा सीवर का पानी यहां लगा रहता है। जिससे दुकानदारी चौपट हो गयी है। हम दोपहर में दुकान नहीं खोल पाते हैं। 3 बजे दुकान खुलती है और बस रात में ही बिक्री होती है। यदि शाम में बारिश हो जाए तो वह भी चौपट हो जाती है। शनिवार और रविवार को शाम में हुई बारिश का पानी 11 बजे रात के बाद निकला जिससे हमारा माल खराब हुआ क्योंकि रोटी का आंटा साना जा चुका था। कई बार शिकायत हुई पर कोई सुनवाई नहीं है। 10 साल से है ये दिक्कत, कोई सुनवाई नहीं स्थानीय रवि जायसवाल ने बताया - यहां दिक्कत 10 सालों से है। सीवर का जो जलभराव है उसे देखने के लिए कई अधिकारी आये, कर्मचारी आये लेकिन आज तक कोई समाधान नहीं हो पाया। आधा किलोमीटर के एरिया में सुबह 7 बजे से दोपहर 2 बजे तक सीवर का पानी लगा रहता है। शिकायत की गयी जलकल, जल निगम और नगर निगम के कर्मचारी यहां आये पर समस्या का समाधान नहीं हो पाया। पूरे बनारस में सरकार सफाई का प्रयास कर रही और इस इलाके में गंदगी का साम्राज्य है। बच्चों और औरतों को काफी दिक्कत स्थानीय नूर अली ने बताया - इस सड़क पर पानी सुबह के समय हमेशा भरा रहता है। 5 से 6 घंटे पानी लगा रहता है। उसी में से आना-जाना होता है। जिससे दिक्कतें बढ़ गयी है। वहीं स्थानीय रजब अली ने बताया - इस पानी की वजह से सुबह स्कूल जाने वाले बच्चों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। साथ ही औरतों को काफी परेशानी होती है। इसके अलावा बारिश होती है तो चार फिट पानी भर जाता है। अधिकारी आते हैं पर कोई समाधान नहीं हो रहा है। बस रोटी का हो पा रहा है जुगाड़ रजब अली ने बताया- पुलिस की गाड़ी सुबह शाम यहां से जाती है। उन्होंने भी कभी रूककर नहीं पूछा की दिक्कत क्या है। और अधिकारी तो आते ही रहते हैं। रजब ने बताया- हमारी दुकानदारी आधी हो गयी है क्योंकि दोपहर बाद तक सीवर का पानी यहां रहता है। जिससे कोई ग्राहक यहां रुकता ही नहीं है। ऐसे में बहुत घाटा हो रहा है बस रोटी का जुगाड़ कर पा रहे हैं। हसन जमाल ने बताया - पानी भरने के बाद कोई यहां से निकल नहीं सकता क्योंकि ये गंदा पानी होता है। जमाल ने बड़ी बात कही और कहा कि सीवर का पानी आगे कहीं रोका जा रहा है। क्योंकि बाढ़ में अगर ऐसी स्थिति होती तो बाढ़ के बाद सही हो जाना चाहिए लेकिन यह स्थिति साल के 12 महीने जस की तस बनी रहती है। बारिश का पानी फिर भी निकल जाता है पर सीवर का पानी वैसे ही बना रहता है।
हरियाणा सरकार अपना चुनावी वादा निभाने के लिए 25 सितंबर से दीनदयाल लाडो लक्ष्मी योजना शुरू करने की तैयारी में है। CM नायब सैनी कह चुके हैं कि जल्द ही आवेदन के लिए पोर्टल खुलेगा। इसके लिए आज से जिलों में ट्रायल शुरू होगा। हालांकि, अभी योजना की पात्रता की सभी शर्तें पूरी तरह स्पष्ट नहीं हैं। हरियाणा में 15 साल की रिहाइश का सर्टिफिकेट सबसे अहम है। इस वजह से डोमिसाइल सर्टिफिकेट बनवाने की भीड़ लगी है। खासकर उन परिवारों में होड़ मची है, जिनकी बहुएं दूसरे राज्यों से हैं और जिनकी शादी को 15 साल नहीं हुए हैं। ऐसे में पति अपने डोमिसाइल सर्टिफिकेट बनवा रहे हैं। कॉमन सर्विस सेंटरों (CSC) ने बड़े-बड़े इश्तिहार लगा दिए हैं। CM ने 28 अगस्त को मंत्रिमंडल की बैठक के बाद घोषणा की थी कि योजना में 18 से 20 लाख महिलाओं को हर महीने 2100 रुपए मिलेंगे। अब पढ़िए किन 3 शर्तों ने लाभार्थियों की लिस्ट छोटी की 1. उम्र की सीमा 23 साल से शुरूयोजना के लिए हरियाणा में 23 से 60 की उम्र पात्रता मानी है। दिल्ली में 18 साल, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, ओडिसा, झारखंड, छत्तीसगढ़ में योजना के लाभ के लिए न्यूनतम उम्र 21 साल रखी गई है। 2. दूसरे राज्यों के मुकाबले आय की टफ शर्तहरियाणा में 1 लाख वार्षिक आय वाले परिवारों की महिलाओं को लाभ मिलेगा। महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में आय की सीमा 2.5 लाख रुपए है। कर्नाटक में राशन कार्ड में परिवार की मुखिया महिला को लाभ मिलता है। हरियाणा में यदि सभी BPL परिवारों को योजना का लाभपात्र माना जाता तो करीब 42 लाख परिवारों की महिलाएं लाभार्थी होतीं। 3. डोमिसाइल की शर्त सबसे भारीआवेदक को हरियाणा का स्थायी निवासी होना चाहिए। अविवाहित महिला खुद या विवाहित महिला का पति हरियाणा में पिछले 15 साल से मूल निवासी होना चाहिए। जबकि विधवा व निराश्रित पेंशन के लिए एक साल की रिहाइश पर भी पात्रता बनती है। 17 लाख से ज्यादा विवाहिता और पौने 3 लाख कुंवारी लाभ पात्रपरिवार पहचान पत्र के आंकड़ों के मुताबिक, प्रदेश में इस इनकम स्लैब में 23 से 60 साल तक की 17 लाख 25 हजार विवाहित महिलाएं हैं। जबकि 23 से 45 साल की 2.75 लाख कुंवारी यानी अविवाहित हैं। सीएम नायब सैनी ने भी कहा कि पहले चरण में करीब 19-20 लाख लाभार्थी होंगी। जिनकी बहुएं दूसरे राज्यों की, वे डोमिसाइल बनवा रहेइन दिनों सबसे ज्यादा भीड़ डोमिसाइल सर्टिफिकेट बनवाने वालों की लगी है। खासकर उन परिवारों में, जिनकी बहुएं हरियाणा से बाहर के राज्यों की हैं। महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, भिवानी, यमुनानगर, अंबाला, सिरसा, नूंह जिलों में यह संख्या ज्यादा है। 5 राज्यों से घिरा हरियाणा, 21 जिलों के बाहर रोटी-बेटी के रिश्तेहरियाणा के कुल 22 में से 21 जिलों की सीमाएं पंजाब, उत्तर प्रदेश, हिमाचल, राजस्थान व दिल्ली से जुड़ी हैं। ऐसे में इन जिलों के लोगों का पड़ोसी राज्यों से रोटी-बेटी का सामाजिक रिश्ता है। यानी आपस में शादी-ब्याह के रिश्ते बनते हैं। सिर्फ रोहतक जिला ऐसा है, जिसकी सीमा किसी बाहरी राज्य से नहीं लगती। बाहर से आईं बहुएं बोलीं- अब तो हम भी हरियाणवी अब जानिए सरकार ने क्या तैयारी शुरू की कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी गईइस महत्वाकांक्षी योजना के लिए समाज कल्याण विभाग की ओर से फॉर्म भरने का ट्रायल वर्जन आज से शुरू होगा। विभाग के कर्मचारियों को फॉर्म भरने की विशेष ट्रेनिंग दी गई है। ट्रायल के दौरान आने वाली किसी भी समस्या के समाधान के लिए वह तुरंत उच्च अधिकारियों से संपर्क करेंगे। एक मोबाइल नंबर से भरे जा सकेंगे 3 फॉर्मएक परिवार आईडी में एक मोबाइल नंबर से तीन फॉर्म भरे जा सकते हैं। भले ही वह नंबर फैमिली आईडी में पंजीकृत न हो। यह प्रावधान उन परिवारों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है, जहां एक ही मोबाइल नंबर का उपयोग कई सदस्य करते हैं। ये शर्तें भी पूरी करनी होंगीलाभार्थी का आधार कार्ड उसके मोबाइल नंबर और बैंक अकाउंट से जुड़ा होना अनिवार्य है। बैंक अकाउंट का फैमिली आईडी से लिंक होना भी आवश्यक है, ताकि सीधे खाते में राशि भेजी जा सके। फैमिली आईडी में लाभार्थी की जन्मतिथि का सत्यापन भी अनिवार्य है। -------------------------------------- ये खबर भी पढ़ें :- CM सैनी का महिलाओं को ₹2100 का ऐलान:कहा- 5 हजार करोड़ मंजूर कर चुके, दूसरे बजट से पैसे मिलने शुरू होंगे हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पिछले दिनों कुरुक्षेत्र में कहा था कि लाडो लक्ष्मी योजना के तहत पात्र महिलाओं को 2100 रुपए देने की तैयारी कर ली गई है। पहले बजट के अंदर इसके लिए 5 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। पढ़ें पूरी खबर...
नई पीढ़ी और बुजुर्गों के बीच बढ़ती दूरी से पूरी दुनिया चिंतित है, लेकिन राजस्थान के दो गांवों रेवत और कलापुरा की तस्वीर उलट है। जालोर जिले के इन गांवों में सरकारी स्कूल के ग्यारहवीं-बारहवीं के बच्चे अपने परिवार और गांव के बुजुर्गों के पास बैठते हैं। घंटों उनसे बातें करते, सवाल पूछते और क्षेत्र के इतिहास के बारे में जानकारी जुटाते हैं। बुजुर्गों की बताई कहानियां नोटबुक में लिखते हैं। कहानियां सुनाते बुजुर्गों के ऑडियो-वीडियो रिकॉर्ड करते हैं। जब सभी बच्चों की डायरियां स्कूल में इकट्ठी हो जाती हैं, तो उनमें से कॉमन कहानियों को बड़ी पोथी में लिपिबद्ध किया जाता है। 8 साल में 300 बच्चे अपने गांव का इतिहास दर्ज कर चुके हैं। शुरुआत कैसे: शिक्षक संदीप होमवर्क की जगह बच्चों को यही टास्क करने के लिए देते हैं यह अलख राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल रेवत के व्याख्याता संदीप जोशी ने जगाई है। वह कहते हैं- ग्यारहवीं में बच्चे राज्य का और बारहवीं में देश का इतिहास पढ़ते हैं। स्थानीय इतिहास पढ़ने को नहीं मिलता। इसलिए 2018 में दिवाली और गर्मी की छुटि्टयों में ग्यारहवीं-बारहवीं के बच्चों को होमवर्क की बजाय यह टास्क दिया कि बुजुर्गों के पास बैठकर उनसे स्थानीय इतिहास जानें, लिखें। तब से यह क्रम चल रहा है। अब तक लगभग 300 बच्चे अपने बुजुर्गों के बताए अनुसार अपने इलाके का इतिहास लिख चुके हैं। इसमें हजार साल पुरानी कई रोचक बातें भी सामने आई हैं। बड़ा फायदा यह भी हुआ कि बुजुर्ग और बच्चे पास बैठकर जब किस्से-कहानियां सुनते-सुनाते हैं तो दोनों के चेहरों पर चमक होती है। इससे पीढ़ियों के बीच दूरी घट रही है। बच्चों की नॉलेज बढ़ रही है। उन्हें अपने क्षेत्र की पुरानी बातें जानकर गर्व की अनुभूति भी होती है। फायदा क्या... इतिहास का रिजल्ट सुधरा, 3 पीढ़ियों के बीच करीबी बढ़ी प्रिंसिपल छगनपुरी गोस्वामी कहते हैं- इससे बच्चे अपने तत्कालीन शासकों, वंशजों, जातियों, व्यापार आदि के बारे में जान रहे हैं। तीन पीढ़ियों के बीच करीबी बढ़ रही है। इतिहास विषय में पहले बच्चे 60-70% नंबर लाते थे, अब 100% तक ला रहे हैं।
इस समय मैं करौली के उसी फूटाकोट चौराहे पर खड़ा हूं, जहां 2 अप्रैल 2022 को सांप्रदायिक दंगे में इस नन्ही बेटी की जान संकट में पड़ गई थी। बहुत हिंसक और डरावने हालात थे। मकान-दुकानों में आग लगा दी गई थी। यह बच्ची दम घुटने से बेसुध हो गई थी। आग की लपटों के बीच जाकर उसे निकालना बहुत मुश्किल था। कांस्टेबल नेत्रेश बिना एक सेकंड गंवाए बच्ची को उठाकर दौड़ पड़े और खतरे से बाहर निकाल नया जीवन दे दिया। करिश्मे ने बेटी की जिंदगी बचा दी। अब यही बेटी सेंट जेवियर स्कूल में पहली कक्षा में पढ़ रही है। पीहू नाम है। नेत्रेश हमारे साथ पीहू से मिलने उसी जगह आए हैं जहां वो करिश्मा हुआ था। पीहू के साथ मां विनीता और पिता ओम थे। जैसे ही उन्होंने पीहू से कहा, ये वही अंकल हैं... पीहू नेत्रेश की गोद में चढ़ गई। नेत्रेश गदगद, विनीता इतनी भावुक की आंखें नम हो गईं...और ओम हाथ जोड़कर नेत्रेश का आभार जताने लगे। ओम बोले- बिना स्वार्थ के हर कोई एक-दूजे के लिए ऐसा कर गुजरे। नेत्रेश से हम भले ही अरसे बाद आज मिले हैं, लेकिन वे हमारी जिंदगी के अटूट हिस्सा हैं। इधर, नेत्रेश पीहू को दुलार रहे हैं। चॉकलेट पहले ही लेकर रखी थी उन्होंने। अपने हाथों से खिलाई। बातें चलीं तो दरवाजे की ओर इशारा करते हुए बोले- भारी तनाव का माहौल था। मां-बेटी सामने वाले मकान में फंसी थीं। आग बढ़ती जा रही थी। मकानों की पटि्टयां टूटकर गिर रही थीं। मां बच्ची को दुपट्टे में लपेट रही थी, तभी बच्ची बेसुध हो गई थी। मैंने देखा तो उनकी तरफ भागा। पीहू को उठाया और दौड़कर लपटों से बाहर लाया। वो सब याद करता हूं तो आनंद मिलता है। विनीता बोलीं- वो आपका उपकार और ईश्वर का चमत्कार हम जिंदगीभर नहीं भूल सकते।
लगातार कई साल से बाढ़ से प्रभावित चंबल में घड़ियालों की सर्वाइव दर प्रभावित हुई है। सामान्य स्थितियों में भी यह 2% है, यानी 98% घड़ियाल के बच्चे जन्म लेने के बाद परभक्षी और बाढ़ की भेंट चढ़ जाते हैं। इस साल चंबल नदी में बाढ़ आने से पहले ही बजरी में दबे 200 अंडों को निकाल कर देवरी सेंटर लाया गया। उनमें से 195 बच्चे सुरक्षित जन्म ले चुके हैं। यह बच्चे देवरी स्थित घड़ियाल हैचरी में पल बढ़ रहे हैं। बता दें कि 1975-77 में हुए सर्वेक्षण में चंबल में केवल 46 घड़ियाल बचे थे। संरक्षण प्रयासों के चलते अब इनकी संख्या सैकड़ों में है। हर साल कुनबा बढ़ता ही जा रहा है। घड़ियालों की शिशुशाला...यहां वीआईपी ट्रीटमेंट से परवरिश देवरी सेंटर में घड़ियालों के नवाजातों को जिस पूल में रखा गया है, उसका पानी हर दिन बदलता है। पानी में सेंसर लगे हुए हैं। डिजीटल थर्मामीटर हैं, जो तापमान को नियंत्रण करते हैं। वहीं, सेंटर में घड़ियाल के बच्चों के लिए मौसम के हिसाब से गर्मी में खस की टटिया लगाकर तो सर्दी में कैनवास के पर्दे लगाकर ब्लोवर हीटर की व्यवस्था की जाती है। घड़ियाल शिशुओं का हेल्थ चेकअप एक्सपर्ट करने आते हैं। घड़ियालों के बच्चों का उम्र अनुसार व्यवहार का पता, कमजोरी आदि का परीक्षण होकर रिपोर्ट तैयार की जाती है। अंडे से निकलने के बाद 15 दिन तक बच्चों को क्वारंटीन रखते हैं... देवरी हैचरी के घड़ियाल विशेषज्ञ ज्योति डंडोतिया ने बताया कि नर्सरी में 2022 के 15, 2023 के 94, 2024 के 70 और 2025 के 195 शिशुओं की देखेरख हो रही है। अंडे से निकलने के 15 दिन तक क्वारंटीन रखते हैं। 1.2 मीटर लंबाई होने पर चंबल में छोड़ देते हैं।
आदिवासी अस्मिता बचाने के लिए भाषा, संस्कृति व परंपरा का करें पालन: रावेल
भास्कर न्यूज | ठेठईटांगर प्रखंड के बाघचट्टा डेम्बूटोली टोंगरी में रविवार को क्रुस विजय दिवस का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम और हॉकी खेल का आयोजन हुआ। मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित कोलेबिरा विधायक नमन विक्सल कोनगाड़ी की अनुपस्थिति में उनके प्रतिनिधि सह अल्पसंख्यक मोर्चा जिलाध्यक्ष रावेल लकड़ा व अन्य नेतागण शामिल हुए। कार्यक्रम में सर्वप्रथम फादर गिल्बर्ट बरला ने मिस्सा अनुष्ठान सहित सभी धार्मिक गतिविधियों का संचालन किया। वहीं सहयोगी के रूप में फादर तेजकुमार तिग्गा मौजूद रहे। इस दौरान अतिथि का स्वागत मंडलियों के सदस्यों द्वारा पारम्परिक नृत्य संगीत व माला पहनाकर किया गया। तत्पश्चात कार्यक्रम की शुरुआत सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से हुई। इस दौरान विभिन्न मंडलियों ने एक से बढ़कर एक मनमोहक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।मौके पर अपने संबोधन में विधायक प्रतिनिधि रावेल लकड़ा ने आदिवासी अस्मिता की रक्षा पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आदिवासी अस्मिता को बचाने के लिए हमें अपनी भाषा, संस्कृति और परंपराओं का पालन करते हुए इसे अगली पीढ़ी तक पहुंचाकर संरक्षित करना होगा। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि वह लगातार आदिवासियों की एकता और अखंडता को तोड़ने की साजिश रच रहा है। डिलिस्टिंग के नाम पर धर्म आधारित राजनीति कर ईसाई-आदिवासियों को उनके अधिकारों से वंचित रखने का प्रयास किया जा रहा है।मौके पर प्रचारक रंजीत एक्का, संदीप लकड़ा, जिप सदस्य अजय एक्का, अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश सचिव जमीर खान, जमीर हसन, प्रमुख बिपिन पंकज मिंज, जॉन लकड़ा, बेनेदिक लकड़ा, जेरोम मिंज, सुनील जोजो, लोरेंग डुंगडुंग, रेने टेटे, तेजकुमार टोप्पो, बिमल बाड़ा, सोभित लकड़ा, कतरीना कुजुर, सोसन केरकेट्टा, तेलेस्फोर बा सहित सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित रहे। भास्कर न्यूज |गुमला खड़िया समन्वय समिति, झारखंड की एक महत्वपूर्ण बैठक रविवार को संत पॉल कॉलेज, कोनबीर नवाटोली में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष डॉ. चंद्र किशोर केरकेट्टा ने की। इस मौके पर सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि आगामी 19 से 22 अक्टूबर 2025 तक तीन दिवसीय खड़िया यूथ सम्मेलन का आयोजन कोनबीर नवाटोली, गुमला में किया जाएगा। इस सम्मेलन में गुमला, सिमडेगा, रांची समेत विभिन्न जिलों से खड़िया समाज के युवा-युवतियों की बड़ी भागीदारी रहने की संभावना है। बैठक को संबोधित करते हुए अध्यक्ष डॉ. चंद्र किशोर केरकेट्टा ने कहा कि खड़िया समाज को मजबूत बनाने में युवाओं की भूमिका सबसे अहम है। उन्होंने कहा कि आने वाला समय युवाओं का होगा। यदि युवा समाज के कार्यों को जानेंगे और समझेंगे तभी समाज तरक्की कर पाएगा। डॉ. केरकेट्टा ने युवाओं और युवतियों से सामाजिक कार्यों में सक्रिय भागीदारी की अपील करते हुए कहा कि युवा ही समाज की असली ताकत हैं। महासोहोर कुलकांत केरकेट्टा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि खड़िया समाज को सशक्त बनाने के लिए गुमला, सिमडेगा और रांची जिलों के लोगों को एक मंच पर आना होगा।एकजुटता के बिना समाज को मजबूती नहीं मिल सकती। उन्होंने इस सम्मेलन को खड़िया समाज को जोड़ने का बड़ा अवसर बताया। भाषा और संस्कृति संरक्षण पर बल देते हुए बासिल किड़ो ने कहा कि यदि खड़िया समाज को बचाना है तो सबसे पहले अपनी भाषा को बचाना होगा। बैठक में समाज के कई प्रमुख लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और सम्मेलन को सफल बनाने के लिए सक्रिय सहयोग का आश्वासन दिया। उपस्थित लोगों में रतिया खड़िया, ललित केरकेट्टा, संजीत केरकेट्टा, सोमरा खड़िया, एलिजाबेथ, अघनु खड़िया, ओजोन कुल्लू, मनरोहन किड़ो, सुमन कुल्लू, दयाल केरकेट्टा, अनमोल सोरेंग, राजेश कुल्लू, लिब्यानुश कुल्लू, जेम्स केरकेट्टा, जॉन अगुस्तीन टेटे, सुचिता कुल्लू, एस्टानिस्लास एंदवार, इलियास बा, रजत कुमार टेटे, अजय खड़िया और मैजूत शामिल थे। बैठक के अंत में यह संकल्प लिया गया कि सम्मेलन के माध्यम से युवा वर्ग को समाज के उत्थान, शिक्षा, संस्कृति और भाषा संरक्षण की दिशा में जागरूक किया जाएगा।
आस्था के साथ व्रतधारी माताओं ने सामूहिक कथा सुनी, व्रत का महत्व जाना, पूजन- अनुष्ठान िकए
भास्कर न्यूज | सिमडेगा जिले में सामूहिक जीवित्पुत्रिका का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर गुलजार गली, हनुमान वाटिका, राम जानकी मंदिर और सामटोली में सामूुहिक रूप से व्रत की कथा का श्रवण किया और पूजन अनुष्ठान िकए गए। ऐसी मान्यता है कि जीवित्पुत्रिका व्रत, जिसे जितिया व्रत भी कहा जाता है, माताएं अपने बच्चों की लंबी आयु और सुख-समृद्धि के लिए रखती हैं। हनुमान वाटिका की पुजारी सोमनाथ सामूहिक पूजन के दौरान जीवित्पुत्रिका व्रत के महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि इस व्रत का विशेष महत्व है, क्योंकि इसमें माताएं अपने बच्चों के कल्याण के लिए भगवान जीमूतवाहन की पूजा करती हैं और उनकी कथा का पाठ करती हैं। मान्यता है कि इस कथा का पाठ करने से बच्चों की आयु लंबी होती है और उनका जीवन सुखमय होता है।जीवित्पुत्रिका व्रत की कथा भगवान जीमूतवाहन के बलिदान और उनकी सत्यनिष्ठा पर आधारित है। करम जितिया मिलन समारोह 20 कलाकार सम्मानित: सिमडेगा| पार्वती शर्मा इंटर महिला कॉलेज में चक्रीय विकास संस्थान की ओर से शनिवार को करम जितिया मिलन समारोह का आयोजन किया गया । कार्यक्रम के दौरान सिमडेगा जिला में कला संस्कृति के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वालों को जेसीएए के पदाधिकारियों के द्वारा प्रशस्ति पत्र वो मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में 20 कलाकारों को सम्मानित किया गया। मौके पर सिमडेगा विधायक भूषण बाड़ा, कोलेबिरा विधायक नमन विक्सल कोगाड़ी, सांसद प्रतिनिधी डीडी सिंह, जिप सदस्य जोशीमा खाखा, चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष मोती लाल अग्रवाल, पद्मश्री मधु मंसूरी, पद्मश्री महावीर नायक, राजकुमार नागवंशी, राकेश रमण, संस्थापक सदस्य श्रीकांत इंदवार,अमित तिर्की ,बंदी उरांव,कृष्णा नायक,राज मोर्या,सुमन गाड़ी,मनीष बरवार, जेसीएए के जिला संयोजक सत्यव्रत ठाकुर उपस्थित थे। सम्मानित होने वालों में बिस्मिलाह खान अवार्ड से सम्मानित होने वाले जिला के कलाकर जगदीश बड़ाईक,सोहन बड़ाईक, साधु मलुआ, श्याम सुंदर मिश्रा, मोहन साव, रूपेश बड़ाईक, विजय बड़ाईक,विद्या बड़ाईक, सुभाष महतो, खिलेश्वर सिंह,बिमला देवी,अर्जुन नायक, पुनिया नागवार, पुनिता खेस, सोनू बड़ाईक, गोरख नाथ सिंह, शामिल हैं. मौके पर एसडीओ प्रभात रंजन ज्ञानी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी पलटू महतो, एसडीपीओ बैजू उरांव, इंस्पेक्टर भिखारी राम,समाज सेवी सह भरत वेजिटेबल के भरत प्रसाद, सरस्वती शिशु विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य राजेंद्र साहू, गोस्सनर कॉलेज के प्राचार्य शीतल एक्का उपस्थित थे।कार्यक्रम को सफल बनाने में संयोजक सह सचिव सत्यव्रत ठाकुर,चंदन कुमार डे ,रमेश कुमार महतो,सुरेश प्रसाद, कालो खलखो,लखन गुप्ता,पवन जैन, डॉ.भानू प्रताप,शिव शंकर राम,लॉरेनेतुस तिर्की,अंजना हेमरोम सहित अन्य की अहम भूमिका रही। जितिया पूजा करती महिलाएं।
देर रात विधायक पहुंचे खिजरी बस्ती... सुनी लोगांे की समस्या
भास्कर न्यूज | सिमडेगा जिला मुख्यालय से सटे खिजरी गांव एवं केरसई में शनिवार को देर रात विधायक और जिप सदस्य पहुंचे और ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं। मौके पर फादर एडमोन बड़ा, 20 सूत्री अध्यक्ष सिलबेस्टर बघवार, प्रतिमा कुजूर, उर्मिला केरकेट्टा, शोभेन तिग्गा, जुली लुगुन, सुचिता तिर्की समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। जनसभा को संबोधित करते हुए विधायक भूषण बाड़ा ने कहा कि उनका राजनीति में आने का मकसद सिर्फ़ चुनाव जीतना नहीं, बल्कि जनता की सेवा करना है। उन्होंने कहा कि मैं वोट लेने नहीं, बल्कि आपके बीच का बेटा बनकर आया हूँ। शिक्षा, सड़क, पानी और बिजली जैसे मुद्दों पर लगातार काम हो रहा है। मैं अपनी जनता के लिए 24 घंटे उपलब्ध हूं आप अपनी समस्याओं के समाधान के लिए मुझे कभी भी संपर्क कर सकते हैं।वंही जीप सदस्य जोसिमा खाखा ने कहा कि जनता की सेवा ही हमारी पहली प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि विधायक भूषण बाड़ा सत्ता का सुख भोगने नहीं, बल्कि जनता के साथ रहकर उनकी समस्याओं को दूर करने आए हैं।
खुद चला रहीं ट्रैक्टर, कर रहीं खेती तो किसी ने बागवानी में हाथ आजमाया
मनोज सिन्हा | सिमडेगा आम लोगों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने को लेकर सरकार के द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के कम प्रभावी या असफल होने के पीछे एक बड़ा कारण यह भी है कि कई लाभुक इन्हें गंभीरता से नहीं लेते। कई लाभुक मिली हुई राशि को इधर-उधर खर्च कर बर्बाद कर देते हैं, जिससे वे खुद भी सवालों के कटघरे में आ जाते हैं और योजनाएं भी धरातल पर नहीं उतर पाती हैं। ऐसी स्थिति में जिले की कई महिलाएं लोगों के सामने उदाहरण पेश कर रहे हैं कि यदि सरकार के द्वारा दी गई राशि का सदुपयोग किया जाए और मेहनत की जाए तो गरीबी की दलदल से बाहर निकाला जा सकता है। कोलेबिरा के डोमटोली टैंसेरा निवासी लाली देवी वर्ष 2014 में महिला स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हुई हैं।उन्होंने वर्ष 2014 में सब्जियों का उत्पादन शुरू किया और सब्जियों की दुकान खोली। जेएसएलपीएस के सहयोग से उन्हें भूमि संरक्षण विभाग से ट्रैक्टर मिला। अब वह इस ट्रैक्टर से खुद अपने खेतों में और दूसरे किसानों के खेतों में भी जुटा का काम करती हैं। दोनों कामों से उन्हें 25000 रु से अधिक की आय प्रतिमाह हो जाती है। मेहनत और लगन से किस तरह से आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाया जा सकता है। इसका उदाहरण केरसई प्रखंड के किनकेल निवासी रोशनी कुजूर ने भी प्रस्तुत किया है। उन्होंने बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत वर्ष 2017 और 2020 में कुल 224 आम के पेड़ लगाए। आम बागवानी के साथ ही उन्होंने इसी स्थल पर कई तरह की सब्जियों का उत्पादन किया। अभी पिछले आम के मौसम में उन्होंने आम और सब्जियों की बिक्री कर एक लाख रु से अधिक की आय अर्जित की है। इन दीदियों की सफलता की कहानी अपने आप में एक उदाहरण है कि मजबूत इच्छा शक्ति, मेहनत और लगन के साथ ही योजनाओं की राशि का सही उपयोग कर किस तरह जीवन की दिशा को बदला जा सकता है। जलडेगा के पतिअंबा निवासी राधा देवी महिला स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हुई है। उन्होंने वर्ष 2016 में बैंक सखी पद के लिए परीक्षा दी थी और अब वे झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक की बैंक सखी हैं। वे समूहों का खाता खोलने, बैंक लिंकेज करने, व्यक्तिगत खाता खोलने, पीएमएसबीवाई, पीएमजेजेबीवाई आदि योजनाओं का लाभ देने आदि का काम रही हैं। उन्होंने 2024-25 में 289 समूहों का बैंक लिंकेज कराया। बताया गया कि इस वर्ष झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक को गुमला डिवीजन में तृतीय स्थान प्राप्त हुआ था। राधा देवी की आर्थिक स्थिति पहले ठीक नहीं थी लेकिन अब आर्थिक स्थिति ठीक करने के साथ ही उन्होंने समाज में सम्मानजनक स्थान प्राप्त किया है।
दुर्घटना पीड़ितों को तत्काल मुआवजा और न्याय दिलाने पर दिया गया जोर
भास्कर न्यूज । सिमडेगा जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में रविवार को व्यवहार न्यायालय सभागार में मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण अधिनियम के तहत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। उद्घाटन प्राधिकार के अध्यक्ष एवं प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजीव कुमार सिन्हा,अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश नरंजन सिंह,पुलिस अधीक्षक एम.अर्शी सहित अन्य न्यायिक व प्रशासनिक अधिकारियों ने दीप प्रज्वलित कर किया। प्रधान जिला न्यायाधीश राजीव कुमार सिन्हा ने कहा कि मोटर दुर्घटनाओं में पीडितों को न्याय दिलाने के लिए कानूनी प्रक्रिया को सरल और सुलभ बनाया गया है। उन्होंने बताया कि दुर्घटना की स्थिति में छह माह के भीतर दावा दायर करना अनिवार्य है। हिट एंड रन मामलों में भी मुआवजा देने की स्पष्ट व्यवस्था है। यदि दुर्घटना सरकारी वाहन से होती है तो राज्य सरकार पूर्ण मुआवजा प्रदान करती है। हत्या जैसे मामलों में विक्टिम कंपनसेशन स्कीम के तहत भी पीडितों या परिजनों को मुआवजा मिल सकता है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि मोटर दुर्घटना मामलों में कोर्ट फीस केवल 10 रुपए है, जिससे गरीब और असहाय न्याय की प्रक्रिया से जुड़ सकें। अपर जिला न्यायाधीश नरंजन सिंह ने मोटर दुर्घटना मुआवजा निर्धारण की प्रक्रिया को विस्तार से समझाया। उन्होंने कहा कि यदि दुर्घटना में मृत्यु हो जाती है तो मृतक की उम्र को ध्यान में रखते हुए 60 वर्ष तक की अनुमानित आय का आकलन कर ट्रिब्यूनल द्वारा मुआवजा निर्धारित किया जाता है। पुलिस अधीक्षक एम.अर्शी ने सड़क हादसों के मुख्य कारणों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि लगभग 60 प्रतिशत दुर्घटनाएं रफ्तार के कारण होती हैं।
सड़क दुर्घटना में एक व्यक्ति घायल
कोलेबिरा | बंदरचुवां पंचायत के सेता सोया प्रधान टोली निवासी 50 वर्षीय किशुन मांझी अपने घर से कोलेबिरा आने के क्रम में कमला पानी मोड़ में कोलेबिरा की ओर से जा रहे थे। उनकी पिकअप वैन से भिड़ंत हो गई जिससे गंभीर रूप से घायल हो गया। सहायक सब इंस्पेक्टर सुभाष यादव दलबल के साथ घटनास्थल पहुंचकर उक्त व्यक्ति को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोलेबिरा लाया गया जहां पर चिकित्सकों ने इलाज किया। खबर लिखे जाने तक वैन का पता नहीं चल पाया है। बानो | प्रखंड के एलिस शैक्षणिक में हिंदी दिवस मनाया। इस अवसर पर संस्थान में आइसेक्ट विश्वविद्यालय हजारीबाग द्वारा आयोजित हिंदी ओलंपियाड प्रतियोगिता परीक्षा 14 सितंबर से ऑनलाइन मोड में प्रारंभ की गई जो 30 सितंबर तक चलेगी। इसमें छात्र छात्राओं की ऑनलाइन परीक्षा शुरुआत की गई है। इस अवसर संस्थान में निदेशक बिमल कुमार, उपसचिव दीपिका कुमारी, काउंसलर सुष्मिता सिंह, आदि लोग उपस्थित थे, सुष्मिता सिंह के द्वारा हिंदी दिवस पर प्रोजेक्ट कार्य किया गया। इस निदेशक ने अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएं दी। सिमडेगा | गरजा पंचायत अंतर्गत जमादोर गांव में ग्रामसभा के तत्वावधान में वन संरक्षण और पर्यावरण जागरूकता को लेकर पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सिलास डुंगडुंग ने की और संचालन झारखंड जंगल बचाओ आंदोलन के प्रखंड प्रभारी अमृत डांग ने किया। ग्रामसभा की सहमति से खाली पड़ी वन भूमि पर स्थानीय और उपयोगी प्रजातियों के पौधे जैसे आम,जामुन,कटहल,नीम, कर्रा, बेहरा, साल, कुसुम आदि रोपे गए। अमृत डांग ने कार्यक्रम में उपस्थित ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा किवन अधिकार अधिनियम 2006 के तहत ग्रामसभा को वन संरक्षण,प्रबंधन और पुनर्जीवन का अधिकार प्राप्त है। इसी अधिकार का उपयोग करते हुए यह पौधारोपण किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि पेड़-पौधे केवल पर्यावरण को संतुलित नहीं करते,बल्कि यह कार्बन डाइऑक्साइड को सोखकर हमें शुद्ध ऑक्सीजन प्रदान करते हैं। पौधारोपण कार्यक्रम में नवीन केरकेट्टा, पुनू सिंह, जीवंती सोरेंग, आनंदी बा, जोन बरला, एलोन सोरेंग, सुशील डुंगडुंग, जोरेंग केरकेट्टा, सनातन डुंगडुंग, विनीत समेत कई ग्रामीणों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
हिन्दी भाषा की परंपरा अत्यंत समृद्ध, इसे बनाए रखना जरूरी
भास्कर न्यूज | सिमडेगा वनवासी कल्याण केंद्र झारखण्ड की शैक्षिक इकाई श्रीहरि वनवासी विकास समिति झारखण्ड की ओर से संचालित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर सलडेगा में रविवार को हिन्दी दिवस को वाचन दिवस के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर भैया-बहनों ने हिन्दी की विभिन्न पाठ्य पुस्तकों का स्वाध्याय किया ।कार्यक्रम का शुभारम्भ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्र स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक शमी जी, विशिष्ट अतिथि सलडेगा संकुल के संकुल प्रमुख संतोष दास , विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्य मुरारी प्रसाद तथा विद्यालय के प्रधानाचार्य जितेंद्र कुमार पाठक ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर तथा पुष्पार्चन कर किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि शमी जी ने हिन्दी के पठन-पाठन को आवश्यक बताते हुए कहा की हमें अपनी मातृभाषा हिन्दी पर गर्व है। विशिष्ट संतोष दास ने भी उपस्थित भैया बहनों को संबोधित करते हुए कहा की हिन्दी भाषा की परंपरा अत्यंत समृद्ध है इसे बनाए रखने की आवश्यकता है। उपस्थित भैया बहनों को संबोधित करते हुए मुरारी प्रसाद एवं प्रधानाचार्य जितेंद्र कुमार पाठक ने कहा कि वनवासी कल्याण केंद्र द्वारा हिन्दी दिवस को वाचन दिवस के रूप में मानना एक विशेष और अनूठा प्रयोग है । इसे अपनाते हुए हमें सदैव वाचन पर विशेष बल देना चाहिए ।कार्यक्रम के अवसर पर भैया-बहनों तथा आचार्य-आचार्यायों ने भी हिन्दी के महत्व पर प्रकाश डाला । सभी ने एक स्वर में कहा कि हिन्दी सबसे प्यारी भाषा है इसका ज्ञान हम सभी को अनिवार्य रूप से होना चाहिए। कार्यक्रम के शुभ अवसर पर भैया-बहन तथा आचार्य परिवार सहित सभी अतिथियों ने एक-एक पुस्तक का स्वाध्याय किया।
वेतनमान, प्रोन्नति और सेवा स्थायित्व की उठी आवाज
भास्कर न्यूज । सिमडेगा झारखंड राज्य कर्मचारी महासंघ की बैठक रविवार को जिला कृषि कार्यालय परिसर में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता विजय कुमार राम ने की,जबकि संचालन जिला सचिव सुशील कुमार सिंह ने किया। बैठक को संबोधित करते हुए विजय कुमार राम ने कहा कि महासंघ के महासचिव सुशील कुमार सिंह के नेतृत्व में कर्मचारियों की कई महत्वपूर्ण मांगों को राज्य सरकार ने स्वीकार किया, जो जिले के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। बैठक में जिला सचिव एवं महासचिव सुशील कुमार सिंह ने कहा कि अभी भी राज्य सरकार के नियमित कर्मियों को केंद्रीय वेतनमान एवं सुविधाएं पूर्ण रूप से लागू नहीं की गई हैं,जो अन्यायपूर्ण है। उन्होंने मांग की कि वर्ग-4 में कार्यरत कर्मियों को केंद्रीय कर्मियों की तरह वर्ग-3 में प्रोन्नति दी जाए, सेवानिवृत्ति की उम्र को 65 वर्ष किया जाए, अनुबंध कर्मियों,दैनिक वेतनभोगी व सफाई कर्मियों की सेवा स्थाई की जाए।
महिला वर्ग में सीओई रोज और पुरुष वर्ग में सीओई सिमडेगा बनीं चैंपियन
भास्कर न्यूज |सिमडेगा एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम में हॉकी सिमडेगा और जिला खेलकूद विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित 20वीं मेजर ध्यानचंद सिमडेगा जिला स्तरीय सीनियर पुरुष एवं महिला हॉकी चैंपियनशिप का समापन रविवार को हुआ। महिला वर्ग का फाइनल मुकाबला सीओई रोज बनाम सीओई ईस्ट विन के बीच खेला गया। जिसमें सीओई रोज ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 4–0 से जीत दर्ज कर चैंपियनशिप अपने नाम की। वहीं पुरुष वर्ग के फाइनल में सीओई सिमडेगा ने लिटिल टाइगर को 3–1 से पराजित कर खिताब जीता। महिला वर्ग में मिनी शक्ति नारी टीम ने लोबोई को 4–0 से हराकर तीसरा स्थान प्राप्त किया। पुरुष वर्ग में एसटीसी सिमडेगा ने संत अन्ना स्कूल बी सामटोली को हराकर तीसरा स्थान हासिल किया। पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक एम. अर्शी सपरिवार उपस्थित रहीं और विजेता एवं उपविजेता टीमों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि खेल का स्तर राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं जैसा रहा। सिमडेगा के खिलाड़ी हर पोजिशन में प्रतिभाशाली हैं। पुरुष वर्ग के फाइनल मैच की शुरुआत सिमडेगा विधायक भूषण बड़ा,झारखंड खेल निदेशक शेखर जामुवार और मेजर ध्यानचंद पुरस्कार प्राप्त पूर्व कप्तान सुमराय टेटे द्वारा खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर कराई गई। प्रतियोगिता के प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार रीना कुल्लू,विनीत टोप्पो, अर्पण बड़ा,शिफा,इमर्जिंग प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का पुरस्कार इभा अंजली डुंगडुंग को दिया गया। इस बड़े आयोजन को सफल बनाने में हॉकी सिमडेगा के अध्यक्ष मनोज कोनबेगी और उनकी टीम का विशेष योगदान रहा। आयोजकों में पंखरासियुस टोप्पो,कमलेश्वर मांझी, बसंत बा, राहुल मिंज, करिश्मा परवार, कोच सुधीर गोला, तारिणी कुमारी सहित दर्जनों सहयोगी सक्रिय रहे। सदर अस्पताल की मेडिकल टीम ने भी प्रतियोगिता के दौरान पूरी तत्परता से सहयोग प्रदान किया।
कर्मियों को बकाया पेंशन व रिटायरमेंट की राशि िमले : कैंटोनमेंट कर्मचारी संघ
रामगढ़ | झारखंड कैंटोनमेंट कर्मचारी संघ रामगढ़ कैंट की बैठक हुई। रविवार को कैंट क्वार्टर परिसर के पानी टंकी ग्राउंड में संघ के महामंत्री अनमोल सिंह की अध्यक्षीय बैठक में कर्मचारियों की समस्याओं पर विचार विमर्श किया गया। इसमें, संघ ने बोर्ड से अनुकंपा के आधार पर लंबित नौकरियां अभिलंब देने, अनुबंध कार्यों में कर्मचारियों के आश्रितों को प्राथमिकता देने, लंबित वर्दी अलाउंस अविलंब भुगतान करने, बोर्ड ऑफिस स्तर पर लंबित बकाया पेंशन राशि और रिटायरमेंट के बाद शेष राशि को जल्द निर्गत करने की मांग की। कर्मचारी ग्रुप मेडिक्लेम के लिए कर्मियों से अपना नाम कार्यालय में देने की बात कही गई। वहीं, झारखंड कैंटोनमेंट कर्मचारी संघ को कर्मचारियों के कार्य करने के लिए ऑफिस अविलंब उपलब्ध कराने की मांग की गई। मौके पर कर्मचारी संघ शिवराज नायक, राजू राम, छोटेलाल राम, अशोक राम, विजय राम, जगन नायक, दामिनी देवी, नीतू देवी समेत अनेक कर्मचारी मौजूद थे।
एसटी का दर्जा देने की मांग के लिए 20 को रेल रोको आंदोलन
भास्कर न्यूज| रामगढ़ आदिवासी कुड़मी समाज की जिला स्तरीय बैठक का आयोजन रविवार को पटेल छात्रावास के सभागार में जिलाध्यक्ष संतोष बंसीयार की अध्यक्षता में हुई। जिसमें कुड़मी जनजाति को एसटी का दर्जा दिये जाने की मांग को लेकर 20 सितंबर को रेल टेका आंदोलन शुरू होगा। इस दरम्यान झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में एक सौ स्टेशनों पर रेलवे का परिचालन ठप कराया जायेगा। इसके तहत रामगढ़ जिला में सभी रेलवे स्टेशनों में भी रेल टेका जायेगा। यह निर्णय पटेल छात्रावास में आयोजित आदिवासी कुड़मी समाज की जिला स्तरीय बैठक में लिया गया है। बैठक को संबोधित करते हुए कुडमी समाज के लोगों ने कहा कि कुड़मी को एसटी का दर्जा दिलाने के लिए सभी संवैधानिक प्रक्रियाओं का पालन किया। लेकिन अबतक हमारी मांगों को लेकर सरकार गंभीर नहीं है। ऐसे में 20 सितंबर को एक बड़ा आंदोलन शुरू होगा। ऐसा आंदोलन जिससे दिल्ली व राज्य में बैठे बड़े नेताओं को भी पता चलेगा कि झारखंड, बंगाल व ओडिशा के कुड़मी आखिर क्या चाहते हैं। बैठक में आंदोलन की रूपरेखा पर चर्चा की गयी, साथ ही आंदोलन को ऐतिहासिक बनाने के लिए ग्राम स्तर पर जनसंपर्क अभियान चलाने का निर्णय लिया गया।
आदिवासी छात्र संघ ने किया विरोध आक्रोश मार्च 22 को निकालेगा
रामगढ़| आदिवासी छात्र संघ की रामगढ़ जिला व नगर कमेटी की बैठक हुई। रविवार को बाजारटांड के सिदो कान्हो स्टेडियम में संघ के जिलाध्यक्ष सुनील मुंडा की अध्यक्षीय और नगर प्रभारी प्रमोद मुंडा के संचालन में बैठक के दौरान कुर्मी कुडर्मी की आदिवसी में शामिल करने की मांग का विरोध किया गया। इसमें, आदिवासी समाज के लोगों ने कहा कि कुर्मी कुडर्मी द्वारा पहले भी आदिवासी में शामिल होने के सवाल पर आंदोलन किया था। आदिवासी छात्र संघ हमेशा से इसका विरोध करता रहा है। तर्क दिया जाता है कि 1950 के पहले कुर्मी कुडर्मी आदिवासी सूची में शामिल थे। जिसे हटा दिया गया है। जबकि, आदिवासियों का कहना है कि 1871 से लेकर 1941 के जनगणना में कुर्मी कुडर्मी का आदिवासी कॉलम में नाम अंकित नहीं है। 1913 में आदिवासी सूची में आदिवासी में थे। ऐसा कुर्मी कुडर्मी दावा पेश करते है। 2 मई 1913 के ऑर्डर संख्या 550 के संबंध इंडियन सकसेशन एक्ट 1865 से है, न की आदिवासी चिन्हित करने का 1950 के पहले, यदि कुर्मी आदिवासी में शामिल थे। जब इन्हें आदिवासी सूची से एक षड्यंत्र के तहत हटा दिया गया। तब इन लोगों का आंदोलन धरना, रेल रोको, सड़क जाम आदि संघर्ष करने का कोई भी लिखित कार्यक्रम दिखाई नहीं देता है। भारत सरकार आदिवासी में शामिल होने का संवैधानिक क्राइटेरिया है। इसमें किसी भी तरह से यह अपने आप को स्थापित नहीं कर पाते है, और इसे भारत सरकार ने खारिज कर दिया। कोलकाता हाईकोर्ट में भी आदिवासी में शामिल होने की याचिका खारिज कर दिया है। अब सिर्फ राजनीतिक दृष्टिकोण से यह आदिवासी बनने का दबाव डाल रहे है, जो उचित नहीं है।
श्री मानसी पूजा लकी कूपन का पुरस्कार वितरण कल
रामगढ़ | श्रीश्री मनसा पूजा समिति पारसोतिया फुटलाही बांध रामगढ़ की ओर से पूजा सहायतार्थ लकी दान कूपन का निकासी कराई गई। इसमें,अतिथियों ने लकी कूपन नंबर की निकासी की, और भाग्यशाली विजेता के कूपन के नंबरों की घोषणा की गई। समिति के संस्थापक लेखराज महतो ने बताया कि 16 सितंबर को भाग्यशाली कूपन विजेताओं के बीच पुरस्कार वितरण किया जाएगा। इसमें, प्रथम सहित 10 पुरस्कार शामिल है। कूपन निकासी कार्यक्रम में संस्थापक लेखराज महतो, अध्यक्ष बबलू प्रसाद, सचिव नीतीश कुमार दांगी, कोषाध्यक्ष कपिल देव प्रियदर्शी , सह कोषाध्यक्ष श्रवण कुमार, उपाध्यक्ष आनंद चौधरी, सह सचिव अंकित कुमार ,कार्यकारिणी अध्यक्ष टिंकू कुशवाहा, मीडिया प्रभारी सतीश कुशवाहा, कार्यकारी अध्यक्ष अमित कुशवाहा, सदस्य चंदन कुमार, दिलीप कुमार, बलराम कुमार ,अमन कुमार, पंकज कुमार, रंजीत कुशवाहा ,नमित कुमार, रवि कुशवाहा, जयप्रकाश मानकी, राजू कुशवाहा, सरवन कुमार, धीरज कुमार आदि सहयेाग िकया।
गरीब बच्चों के बीच कॉपी व कलम वितरित
भुरकुंडा | भुरकुंडा सयाल मोड़ स्थित जागृति आश्रम में रविवार को प्रभात संगीत दिवस पर तीन घंटे का अखंड कीर्तन आयोजित किया गया। इस अवसर पर नारायण भोज का आयोजन किया गया तथा गरीब बच्चों के बीच कॉपी और कलम वितरित की गई। कार्यक्रम के दौरान हुई बैठक में आश्रम के पीछे का जर्जर हो चुका दिवाल, जो गिरने की स्थिति में है, उसके जीर्णोद्धार का निर्णय लिया गया। मौके पर मुख्य रूप से रामगढ़ से भोला प्रसाद चौधरी, कृष्ण शर्मा, अनीता शर्मा, लक्ष्मण प्रजापति, शत्रुघ्न जी, पतरातू से डॉ. उर्मिला देवी, गोपी जी, सुनील अग्रवाल, रामचंद्र जी सहित भारी संख्या में लोग उपस्थित हुए। अंत में परमपिता बाबा की जय के उद्घोष के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ। गिद्दी| राष्ट्रीय जनता दल की एक बैठक रविवार को गिद्दी सी वाशरी कॉलोनी में हुई। बैठक में संगठन को मजबुत बनाने पर बल दिया गया। बैठक में जिला प्रशासन से वाशरी कॉलोनी से मिश्राईनमोढ़ा तक जर्जर हुए सड़क को बनाने की मांग की गई। वहीं प्रखंड मुख्यालय में हो रहे भ्रष्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है। बैठक की अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष जमीर अंसारी ने की। मौके पर चंद्रशेखर सिंह, कमल गोप, राजनाथ यादव, इबरार अंसारी, असलम अंसारी, असरार अंसारी, सौकत अंसारी, आजाद आलम, नवीन कुमार, पच्चु भुइयां, कुदूस अंसारी, इसहाक अंसारी, शेखावत अंसारी, शहीद अंसारी आदि थे। भुरकुंडा | पूर्व केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा रविवार को जवाहर नगर भुरकुंडा पहुंचे। उन्होंने बुढ़वा महादेव मंदिर के अध्यक्ष दिवंगत गणेश साव के परिजनों से भेंट कर शोक संवेदना व्यक्त की। जयंत सिन्हा ने स्व गणेश साव के तस्वीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। इस अवसर पर स्व. साव की पत्नी सुशीला देवी, बड़े पुत्र दीपक प्रसाद, राजकुमार साहू, पुत्रवधु रेणुबाला, ममता साहू, पोता ऋषभ राज, पौत्री आकांक्षा ज्योति, जया वेदराज साहु मौजूद थे। जयंत सिन्हा ने कहा कि गणेश साव अपने सामाजिक कार्यों और मिलनसार व्यक्तित्व के कारण क्षेत्र में एक विशिष्ट पहचान रखते थे। उनका निधन केवल परिवार के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए अपूरणीय क्षति है। जयंत सिन्हा ने आश्वासन दिया कि उनकी स्मृति को चिरस्थायी बनाने के लिए मंदिर परिसर में एक स्मारक बनाने का प्रयास किया जाएगा। गणेश साव जैसे व्यक्तित्व समाज के लिए प्रेरणा हैं। उनके विचार और कार्य हमेशा लोगों को दिशा देंगे। उन्होंने दिवंगत के परिजनों को सांत्वना देते हुए कहा कि दुख की इस घड़ी में वे उनके साथ खड़े हैं। मगनपुर | गोला प्रखंड क्षेत्र के पतरातु गांव के ग्रामीणों ने सड़क मरम्मती की मांग को लेकर रामगढ़ उपायुक्त को आवेदन दिया है। जिसमें कहा है कि रामगढ़ बोकारो मुख्य मार्ग एन एच 23 के गोला प्रखंड क्षेत्र के सोसोकला गांव से पतरातु गांव तक जानेवाली मार्ग बिल्कुल ही जर्जर हो चुकी है। इसकी जानकारी आवेदन के माध्यम से उपायुक्त सहित आवेदन की प्रतिलिपि सांसद मनीष जायसवाल, विधायक ममता देवी, जिप सदस्य रेखा सोरेन व प्रखंड विकास पदाधिकारी डॉ सुधा वर्मा को देते हुए ग्रामीणों को हो रही परेशानी से अवगत कराया है। कहा है कि उक्त सड़क का निर्माण पहली बार 2012 ई में रुद्रा कंस्ट्रक्शन के द्वारा किया गया था। जिसके बाद से सड़क को पलटकर देखने वाला कोई नहीं है। जिस कारण सड़क की स्थिति बिल्कुल जर्जर हो चुकी है। कहा गया है कि उक्त गांव तक जानेवाली मार्ग पर मिलने वाले सभी गांव कृषि पर निर्भर करता है। प्रत्येक दिन सैकड़ो किसान छोटे बड़े वाहनों से गोला डेली मार्केट पहुंचते हैं। जिस कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इन सभी परेशानियों को देखते हुए उपायुक्त सहित सभी जनप्रतिनिधियों को सैकड़ों लोगों का हस्ताक्षर युक्त आवेदन दिया गया है। ताकि सड़क का निर्माण जल्द से जल्द कराया जाए।
मारपीट मामले में कई के खिलाफ केस दर्ज
रामगढ़ | शहर के शिवाजी रोड के किला मंदिर के पास मारपीट मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने वेस्ट बोकारो के चैनपुर निवासी सोनू कुमार की लिखित शिकायत पर केस दर्ज की है। पुलिस ने बताया कि थाना कांड संख्या 252/25 के तहत आरोपी निखिल, उतेजश गोस्वामी, एक मोबाइल नंबर के धारक, एक गाड़ी नंबर के चालक सहित 4-5 अज्ञात के विरुद्ध केस दर्ज की गई है। पुलिस ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
जीवित्पुत्रिका व्रत कर पुत्रों की अटूट रक्षा की कामना की
भास्कर न्यूज|रामगढ़ जीवित्पुत्रिका (जिउतिया) की पूजा की गई। रविवार की शाम को प्रदोष काल में अष्टमी तिथि व्याप्त होने पर जिउतिया पूजा की गई। शहर के बिजुलिया तालाब, दामोदर नदी व अन्य जलाशयों समेत मंदिर व घरों में पूजा हुई। यहां, पंडितों ने माताओं को पूजन कराई, और कथा सुनाई। निर्जला उपवास कर व्रती माताएं जीवित्पुत्रिका व्रत रखकर मां दुर्गा की आराधना कर विधिवत पूजा की, और कथा सुनी। वहीं, माताएं पूजन कर अपने पुत्रों की दीर्घायु, सुख, समृद्धि, अटूट रक्षा और कष्ट संकट से दूर रखने की कामना की। देर शाम तक पूजा की गई। 15 सितंबर की सुबह 6.27 बजे के बाद व्रती माताएं 24 घंटे का निर्जला उपवास व्रत का पारण करेगी। इ सके बाद पुत्रों को तिलक लगाकर जीवित्पुत्रिका की रक्षा सूत्र माला पहनाएगी। वहीं, माताएं अपने बच्चों को आशीर्वाद देगी। वहीं, बच्चे भी चरण स्पर्श कर मां का आशीर्वाद लेंगे।
मारपीट मामले में अलग अलग केस दर्ज
रामगढ़ | रामगढ़ शहर के न्यू बस स्टैंड में मारपीट मामले में थाना में केस दर्ज कराई गई है। मारपीट में आरोप लगाकर शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने बताया कि नईसराय निवासी मो साबिर ने सुशांत सिंह, रोहित यादव, अंकित यादव, उतेश गोस्वामी,मोहित वर्मा सहित स्कॉर्पियो नंबर के चालक,बस नंबर के स्टाफ व अन्य 50-60 अज्ञात पर आरोप लगाकर केस दर्ज कराया है। वहीं, दूसरी ओर शहर के शिबू कॉलोनी निवासी मोहित कुमार ने मारपीट करने के आरोप में संतोष साव, जावेद, बस ड्राइवर,अन्य व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज कराई है। मामले की जांच की जा रही है।
संतान की लंबी उम्र के लिए माताओं ने की जिउतिया पूजा
भास्कर न्यूज | महुआडांड़ नेतरहाट आवासीय विद्यालय परिसर में रविवार को झारखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति तरलोक सिंह चौहान परिवार के साथ पहुंचे। मुख्य द्वार पर प्राचार्य संतोष कुमार ने पुष्पगुच्छ भेंटकर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। इसके बाद उन्होंने सपरिवार विद्यालय परिसर स्थित भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। विद्यालय परिसर का अवलोकन किया। उन्होंने पुस्तकालय और जीव विज्ञान प्रयोगशाला का निरीक्षण किया। विद्यालय में संचालित शैक्षणिक गतिविधियों और वर्षों से चली आ रही समृद्ध शैक्षिक परंपरा की प्रशंसा की। कार्यक्रम के अगले चरण में विद्यालय ऑडिटोरियम प्रांगण में सपरिवार रबर और महोगनी के पौधे लगाए। पौधारोपण कार्यक्रम में झारखंड उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश लातेहार मनोज कुमार सिंह, उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता, एसपी कुमार गौरव, प्राचार्य संतोष कुमार, मुकेश कुमार, उदय कुमार मरांडी, डॉ. राजेश चंद्र गुप्ता, कृषि प्रशिक्षिका ममता कुमारी समेत अन्य शिक्षक, कर्मचारी एवं प्रशासी पदाधिकारी रोशन कुमार बक्शी मौजूद थे। इससे पहले शनिवार शाम सपरिवार नेतरहाट पहुंचे मुख्य न्यायाधीश का यहां प्रसिद्ध मंगोलिया सनसेट प्वाइंट पर भव्य स्वागत किया गया और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया।
महुआडांड़ में माताओं ने रखा निर्जला उपवास
महुआडांड़ | रविवार को माताओं ने आस्था और श्रद्धा के साथ जीतिया व्रत किया। परंपरा के अनुसार सभी महिलाओं ने निर्जला उपवास रखते हुए अपने बच्चों की लंबी उम्र, सुख-समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य की कामना भगवान से की। सुबह से ही व्रतधारी माताएं बिना जल ग्रहण किए पूजा-अर्चना में लीन रहीं। विभिन्न देवी-देवताओं के मंदिरों में महिलाएं एकत्रित होकर भगवान से संतान की मंगलकामना करती दिखीं। व्रतियों ने पूरे दिन कठोर नियम का पालन किया और शाम को विधि-विधान से पूजा-अर्चना की।
विकास के लिए एकजुटता जरूरी : रामगनेश
लातेहार | शहर के माको डाक बंगला में रविवार को खरवार आदिवासी एकता संघ की बैठक की गई। अध्यक्षता जिला अध्यक्ष रामगनेश सिंह ने की। बैठक में संगठन विस्तार, जागरूकता कार्यक्रम, सदस्यता अभियान और समाज की जागृति को लेकर विस्तृत चर्चा की गई। जिला अध्यक्ष रामगनेश सिंह ने कहा कि संगठन के माध्यम से समाज को जागरूक करना और एकजुट रखना ही प्राथमिक लक्ष्य है। समाज संगठित होगा, तभी समाज का विकास होगा। पूर्व जिप सदस्य महेश सिंह ने कहा कि समाज के लोगों को बच्चों के पढ़ाई के लिए जागरूक करना होगा। बालूमाथ | संगठन सृजन अभियान 2025 के अंतर्गत लातेहार जिला कांग्रेस अध्यक्ष चयन को लेकर रविवार को बालूमाथ के होटल में चार प्रखंड के कार्यकर्ताओं के साथ एआईसीसी द्वारा प्रतिनियुक्त पर्यवेक्षक की बैठक हुई। रायशुमारी में बतौर पर्यवेक्षक सह महाराष्ट्र सरकार के पूर्व मंत्री सुनील केदार, झारखंड हिन्दू न्यास बोर्ड के अध्यक्ष जय शंकर पाठक, मनिका विधायक रामचंद्र सिंह मुख्य रूप से मौजूद रहे।पर्यवेक्षक सुनील केदार ने संगठन सृजन अभियान के उद्देश्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि जिलाध्यक्ष के लिए 15 लोगों का आवेदन आया है। 30 को परिणाम की घोषणा पार्टी के शीर्ष नेता करेंगे। लातेहार | प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय लातेहार शाखा एवं सुहागिन देवी आरोग्य मिशन, करकट लातेहार के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को करकट के सुरेंद्र विहार नर्सिंग होम में निःशुल्क हृदय जांच शिविर एवं तनाव प्रबंधन कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस मौके पर दुमका मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर पीयूष रंजन ने कहा कि स्वस्थ मन के लिए स्वस्थ तन का होना आवश्यक है। कार्यशाला के बाद 54 लोगों की निःशुल्क हृदय जांच की गई। जिसमें लातेहार के अलावा लोहरदगा एवं पलामू जिलों से आए मरीज भी शामिल थे।
जर्जर सड़क की मरम्मत के लिए श्रमदान
पाटन | हिसरा बरवाडी के ग्राम करीहार में वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर के सहयोग से मात्र 12 घंटे के भीतर 100 केवीए का ट्रांसफार्मर उपलब्ध कराया गया। ग्रामीणों ने इस पर खुशी जाहिर की। मौके पर मुखिया जयशंकर प्रसाद, विपुल पांडे, अमित शर्मा, प्रदीप शर्मा, प्रमोद पांडे, कुंदन शर्मा, भोला शर्मा, सनोज शर्मा, देवेंद्र शर्मा, राजेश पांडे, विवेक पांडे, अखिलेश शर्मा समेत सभी ग्रामीण मौजूद रहे। ग्रामीणों की उपस्थिति में मुखिया ने पूजा-पाठ कर ट्रांसफार्मर का उद्घाटन किया । हरिहरगंज | नगर पंचायत क्षेत्र के बेलोदर मोहल्ला निवासी डॉ. अनिल कुमार सिंह एवं उनकी पत्नी सिंधु देवी ने अपने छोटे दिवंगत पुत्र क्षत्रिय रंजन कुमार सिंह की स्मृति में एनएच-139 बेलोदर मोड़ पर दिवंगत पुत्र की याद में भव्य द्वार का निर्माण कराया है। द्वार के साथ ही निर्मित द्वार पर क्षत्रिय रंजन कुमार सिंह की प्रतिमा भी स्थापित की गई। पूजन-अर्चन का कार्य पंडित शशि भूषण मिश्रा, प्रमोद मिश्रा, कुमुद रंजन मिश्रा, शिवम मिश्रा व विवेक मिश्रा द्वारा विधिवत मंत्रोच्चार के बीच सम्पन्न हुआ। प्रतिमा स्थापना के दौरान श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। इस अवसर पर दिवंगत के बड़े भाई बबलू कुमार सिंह, बहन एमबीबीएस डॉ प्रियंका कुमारी, जिप प्रतिनिधि राजेश राम, संजीत सिंह, सुदय सिंह, भीम सिंह, अर्जुन सिंह, उपेंद्र मेहता, डॉ जगनारायण यादव, कामता सिंह, बबलू कुमार, उदय पासवान, अमित सिंह सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे। उटारी रोड | जमडीहा ग्राम के अत्यंत जर्जर और कीचड़ से सनी दो किमी कच्ची सड़क की मरम्मत श्रमदान कर की जा रही है। करकट्टा के समाजसेवी रामपरिखा मेहता और वरिष्ठ अमीन की अगुआई में दो दर्जन कर्मठ युवकों की टोली ने अपने बलबूते पर करकट्टा स्टेशन से एक किमी आगे सरकारी प्लस टू स्कूल होकर करकट्टा और जमडीहा गांव तक कच्ची सड़क को ठीक करने के लिए रविवार को श्रमदान िकया। इसके पहले जेसीबी से कीचड़ और जल जमाव को साफ कराया। इसके बाद ट्रैक्टर से चिमनी भट्ठे से ईट के टुकड़े मंगाकर गड्ढे में जरूरत के हिसाब से भराई कार्य चला। सड़क को सुगम बनाने की मुहिम कार्य के आगे बढ़ने पर युवकों भी शामिल हुए। तीन से चार फीट सैकड़ों गड्ढे को पाटकर एक किमी फासले पर अवस्थित करकट्टा का प्लस टू स्कूल तक जमीन तैयार हो गई। करकट्टा और सटे जोगा पंचायत के 1200 से अधिक छोटे बच्चे और किशोर को बरसात शुरू होने के साथ ही चलने में परेशानी हो रही थी।
तुलसी मानस मंदिर के नई कार्यकारिणी का गठन
मेदिनीनगर | साहित्य समाज चौक स्थित श्री तुलसी मानस मंदिर में रविवार को कार्यकारिणी सभा की बैठक आयोजित की गई। इसमें पूर्व अध्यक्ष स्व ध्रुव नारायण सिंह और पूर्व सचिव स्व शिवनाथ अग्रवाल को श्रद्धांजलि दी गई। बैठक में डॉ. नारायण चंद्र अग्रवाल ने अपने विचार रखे। पूर्व अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह और आजीवन ट्रस्टी नवल तुलस्यान की उपस्थिति में इस वर्ष श्री राम चरित्र नवग्रह पारायण मानस पाठ व प्रवचन कराने का निर्णय लिया गया। इस अवसर पर नई कार्यकारिणी का गठन किया गया। इंजीनियर भारत सिंह को अध्यक्ष और कृष्ण मोहन पांडेय को कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया। मनीष भिवानिया सचिव और रवि शंकर उपाध्याय कोषाध्यक्ष बनाए गए। बसंत जायसवाल को संयुक्त सचिव, पीयूष तुलस्यान और बलिराम शर्मा को उपाध्यक्ष चुना गया। अरविंद सांवरिया को सह सचिव, शक्ति सुमन को प्रवक्ता और प्रिय रंजन पाठक को मीडिया प्रभारी नियुक्त किया गया। प्रचार प्रसार की जिम्मेदारी निवेदन अग्रवाल को सौंपी गई। कार्यक्रम में अजय तिवारी, बिट्टू पाठक, प्रमोद अग्रवाल, कंचन अग्रवाल, वीरेंद्र प्रसाद, बृजेश गुप्ता मंदिर के पुजारी अंजनी पाठक और संतोष आदि थे। बारियातू | दुर्गा पूजा उत्सव को लेकर थाना परिसर में शांति समिति की बैठक सोमवार को होगी। जानकारी देते हुए थाना प्रभारी रंजन कुमार पासवान ने बताया कि दुर्गा पूजा उत्सव को लेकर सोमवार को थाना परिसर में अपराह्न 2 बजे से बैठक रखी गई है।
पाइप लाइन बिछाने के लिए खोदे गए गड्ढे से ग्रामीण सड़क की बिगड़ी सूरत
भास्कर न्यूज|कोडरमा कोडरमा थाना क्षेत्र अंतर्गत नगर पंचायत वार्ड संख्या-08 निवासी अशोक यादव ने अंचलाधिकारी कोडरमा को एक आवेदन सौंपकर गलत घोषणा पत्र देकर उनकी वंशावली में अपना नाम जोड़ने का गंभीर आरोप लगाया है। उनके अनुसार उनकी पारिवारिक वंशावली का गलत उपयोग कर लाभ उठाने का प्रयास किया जा रहा है। यादव ने अपने आवेदन में कहा है कि सुंदरनगर निवासी अवधेश कुमार, पिता सुरेंद्र प्रसाद यादव ने गलत घोषणा पत्र देकर उनकी वंशावली में अपना नाम जोड़ लिया है। इसके आधार पर उन्होंने प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए आवेदन किया है। अशोक यादव ने स्पष्ट किया कि उनका अवधेश कुमार से किसी भी प्रकार का खून का रिश्ता या पारिवारिक संबंध नहीं है। इसके बावजूद, फर्जी दस्तावेज बनाकर उनके परिवार की वंशावली से नाम जोड़ने की कोशिश की जा रही है, जो पूर्णत: गलत है। उन्होंने अंचलाधिकारी से मांग की है कि पूरे मामले की जांच कर दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की धोखाधड़ी को रोका जा सके और कोई भी व्यक्ति गलत तरीके से सरकारी योजनाओं या लाभ का फायदा न उठा सके। आवेदन की प्रतिलिपि उपायुक्त और एसडीएम कोडरमा को भी सौंपी गई है। अब देखना होगा कि जांच पूरी होने के बाद प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और क्या फर्जीवाड़ा करने वालों पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित होती है। भास्कर न्यूज| गिद्धौर नल जल योजना के तहत प्रखंड के गांगपुर में पाइप लाइन बिछाए जाने से गांव के ग्रामीण पथ की सूरत बिगड़ गई है।गांव में पहले मेन पाइप लाइन बिछाया जाना था। परंतु संवेदक द्वारा आधे गांव में मेन पाइप बिछाने के बाद मुहल्ले में पाइप डालने का काम शुरू कर दिया।इसी क्रम में जोरदार बारिश हुई।पाइप डालने के क्रम में खोदे गए गड्ढे की मिट्टी से गांव के ग्रामीण पथ की सूरत बिगड़ गई।सड़क किनारे जहां तहां गड्ढे हो गए साथ ही सड़क पर मिट्टी होने से लोगो को आने जाने में काफी परेशानी हो रही है।पूरा सड़क कीचड़ में तब्दील हो गया है।मुहल्ले में पाइप लाइन बिछाने के लिए गड्ढा खोदे जाने से पूर्व कई ग्रामीण काम करने वाले मुंशी तथा मजदूर को पहले मेन पाइप लाइन बिछाने के बाद मुहल्ले का काम शुरू करने की बात कही।परंतु मुंशी अपने जिद पर मुहल्ले में पाइप लाइन बिछाने का कार्य शुरू किया।इस दौरान खोदे गए गड्ढे व मिट्टी से जहां एक ओर सड़क की सूरत बिगाड़ दिया है। वहीं दूसरी तरफ लोगो को हल्की बारिश में भी आने जाने में परेशानी हो रही है। मामले को मैनेज करने का किया जा रहा है प्रयास इधर सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कॉलेज प्रबंधन की ओर से पूरे मामले को मैनेज करने का प्रयास जोर-शोर से किया जा रहा है। एसडीएम द्वारा एक बार फिर छात्रों का पक्ष जानने के लिए उन्हें सोमवार को बुलाया गया है। इसके पहले कॉलेज प्रशासन की ओर से विरोध कर रहे छात्रों को भी मानने का प्रयास जारी है। इसके अलावा पूरे मामले में लीपापोती को लेकर प्रबंधन की ओर से अनय प्रकार के भी दावा खेले जा रहे हैं। पूरे मामले में कॉलेज प्रशासन की ओर से छात्रों को ही गलत ठहरने का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही इसी आधार पर बचने के भी प्रयास किया जा रहे हैं। इधर कॉलेज प्रशासन की ओर से एसडीएम से कई बिंदुओं पर मांगे गए जवाब के आलोक में कुछ बिंदुओं पर दिए गए जवाब में छात्रों पर निर्धारित समय में निबंधन एवं परीक्षा फॉर्म नहीं भरे जाने को लेकर कई छात्रों ने इसका खंडन किया है । साथ ही पूरे मामले की कॉलेज में लगे सीसीटीवी कैमरे से जांच की मांग की है। इस मामले में नालंदा बिहार के रहने वाले अशोक चौधरी ने बताया कि रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरने के लिए कॉलेज प्रबंधन की ओर से 5500 रुपए अलग से लिए गए थे। उसने बताया कि रजिस्ट्रेशन फॉर्म का रिसिप्ट किसी भी छात्र को नहीं दिया गया। उसने कहा कि इसकी जांच कॉलेज में लगे सीसीटीवी कैमरे से हो सकती है। उससे फीस के रूप में पूरी राशि 130000 रुपया ले ली गई। वही बिहार के अररिया की रहने वाली प्रिया कुमारी ने बताया कि उन्हें पहले कॉलेज की ओर से बताया गया कि उनका फॉर्म रिजेक्ट हो गया है। कुछ डॉक्यूमेंट आकर जमा करें ।इसके बाद उसने डॉक्यूमेंट जमा किया। वहीं बिहार के दरभंगा के छात्र दीपक कुमार ने बताया कि उसे भी रजिस्ट्रेशन के नाम पर अलग से 5500 लिए गए।साथ ही इसका रसीद नहीं दिया गया। उसने भी इसकी जांच कॉलेज में लगे सीसीटीवी कैमरे से करने की बात कही है। उसने कहा कि फॉर्म और रजिस्ट्रेशन के दौरान उनसे सीएसी और माइग्रेशन का ओरिजिनल प्रमाण पत्र भी ले लिया गया। वही छात्र नगमा नाज ने भी बताया कि उसने रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरा है। इसके अलावा नालंदा के रहने वाले शंकर ने बताया कि उसने रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरा था। कॉलेज के कंप्यूटर ऑपरेटर श्रीनिवास ने कहा था कि वह 5 या 6 सितंबर को आकर कॉलेज से एडमिट कार्ड ले ले। लेकिन जब वह 8तारीख को एडमिट कार्ड लेने के लिए पहुंचा तो उसे एडमिट कार्ड नहीं दिया गया। उसने बताया कि उसका रजिस्ट्रेशन कैंब्रिज कॉलेज के बजाय रांची के किसी कॉलेज से कराया गया था। वहीं कॉलेज में जिन छात्र का रौल नंबर 3व 4 था। उसे भी एडमिट कार्ड नही दिया गया। भास्कर न्यूज |झुमरीतिलैया थाना क्षेत्र अंतर्गत नरेश नगर में रविवार सुबह दो ठगों ने बर्तन साफ करने के बहाने महिला को झांसा देकर लाखों के जेवरात उड़ा लिए। जानकारी अनुसार दोनों ठग खुद को एक कंपनी के प्रोडक्ट का प्रचारक बताते हुए घर में दाखिल हुए और बर्तन साफ कर दिखाने के दौरान घटना को अंजाम देकर फरार हो गए। मामले में गृहस्वामी सत्यजीत कुमार उर्फ गोलू की मां ने बताया कि एक अज्ञात युवक उनके घर पहुंचा और पहले बर्तन साफ करके दिखाया। इसके बाद उसने जेवरात भी साफ करने की बात कही। महिला उसके झांसे में आ गई और कान के सोने के टॉप्स उतारकर दिए। इस बीच बहू ने भी सोने की चेन, शादी में चढ़ाया गया ढोलना और कानों के झुमके देकर बर्तन में डाल दिए। इसी दौरान ठग का दूसरा साथी बिना नंबर प्लेट की बाइक लेकर मौके पर आ गया। दोनों ने बड़ी चालाकी से महिला और उसकी बहू के हाथों में केमिकल लगा दिया और कहा कि इसे धोकर आएं। जैसे ही महिलाएं अंदर गईं, दोनों ठग जेवर लेकर भाग निकले। ज्ञात हो कि इसके पूर्व विशुनपुर रोड में भी ठगों ने इसी तरह महिला के जेवर लेकर फरार हो गए थें। घटना के बाद मौके पर पहुँची पुलिस मामले की जांच में जूटी है। ठगों की तस्वीर वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में दर्ज हो गई है। फुटेज में दोनों ठगों के घर में घुसने और बाहर निकलने की तस्वीरें मिली हैं। इन्हीं आधारों पर पुलिस आगे की जांच कर रही है। शोर मचाने पर आसपास के लोग जुटे और खोजबीन की,लेकिन तबतक ठग फरार हो चुके थे। भास्कर न्यूज | कोडरमा जिले में संचालित कैंब्रिज टीचर ट्रेनिंग कॉलेज में डीएलएड में निर्धारित सीट से अधिक नामांकन कराने व छात्रों को फाइनल परीक्षा से वंचित करने एवं उनके साथ फीस के रूप में राशि की धोखा घड़ी करने के मामले में कॉलेज प्रबंधन की ओर से शनिवार की देर शाम एसडीएम के समक्ष अपना जवाब दिया गया है। हालांकि एसडीएम द्वारा मांगे गए कई बिंदुओं पर प्रबंधक की ओर से जवाब नहीं दिया गया है। वहीं कुछ बिंदुओं पर प्रबंधन की ओर से दिए गए जवाब में पूरा कॉलेज प्रशासन कटघरे में फंसता दिख रहा है । एक ओर जहां छात्रों के विरोध के बाद एसडीएम की ओर से वार्ता के लिए बुलाए जाने पर कॉलेज के प्राचार्य की ओर से वैसे सभी छात्र जिनको एडमिट कार्ड नहीं इशू किया गया था। उनको अपने कॉलेज का छात्र मानने से ही इनकार कर दिया गया था। वहीं दूसरी ओर कॉलेज के सचिव शिव शंकर यादव की ओर से 13 सितंबर को लिखित में दिए गए जवाब में सभी छात्रों को अपने कॉलेज का छात्र बताया गया है। वहीं सचिव की ओर से दाखिल किए गए जवाब में कहा गया है कि जिन छात्रों को फाइनल परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड ईशु नहीं किया गया वे सभी छात्र निर्धारित अवधि के दौरान परीक्षा में शामिल होने को लेकर पर्याप्त दस्तावेज कॉलेज में जमा नहीं किया । वहीं उसने कहा है कि कई छात्रों को कॉलेज प्रशासन की ओर से निबंधन फॉर्म एवं परीक्षा फॉर्म भरे जाने को लेकर कॉलेज बुलाया गया था। पर वे सभी छात्र कॉलेज में आकर निर्धारित प्रक्रिया को नहीं पूरा किया। जिसके कारण इन छात्रों का निबंधन नहीं होने के कारण परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं मिल सकी। इस मामले में उसने कुछ छात्रों को भेजी गई नोटिस भी संलग्न किया है । वहीं कालेज प्रबंधन की ओर से यह भी कहा गया है कि कुछ छात्रों के द्वारा विलंब से डॉक्यूमेंट जमा किया गया। साथ ही परीक्षा फॉर्म नहीं भरा गया। जिसके कारण वह परीक्षा में शामिल नहीं हो सके। गौरतलब हो कि कॉलेज में डीएलएड में निर्धारित सीट 50 है, जबकि 100 से अधिक बच्चों का नामांकन किया गया। एसडीएम द्वारा छात्रों के आरोपो को लेकर कॉलेज प्रशासन से कई बिंदुओं पर जानकारी मांगी गई थी । जिसमें डीएलएड की पढ़ाई करने वाले सभी छात्रों के नामांकन पंजी ,वहां के शिक्षकों की सूची कॉलेज में लगे सीसीटीवी का फुटेज, भरे गए रजिस्ट्रेशन फॉर्म की पंजी छात्रों से ली गई फीस की पंजी छात्रों के लिए गए इंटरनल एग्जाम से संबंधित कागजात के अलावे अन्य जानकारियां शामिल हैं। जानकारी के अनुसार कॉलेज पूरी तरह से निर्धारित नियमों की अवहेलना कर चलाया जा रहा है। कॉलेज प्रबंधन की ओर से फर्जी नामांकन कर पिछले कई सालों से कल्याण विभाग की ओर से छात्रों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति की भी एक बड़ी राशि के रूप में घोटाला किया गया है। एसडीएम ने इस संबंध में भी जानकारी मांगी थी मगर इस मामले में भी कोई कागजात कॉलेज प्रबंधन की ओर से जमा नहीं किया गया है। जानकारी के अनुसार कालेज प्रशासन की ओर से एक ही कैंपस में डीएलएड ,बीएड सहित नर्सिंग कॉलेज का संचालन किया जा रहा है। साथ ही इसके लिए अलग-अलग फैकल्टी भी बहाल नहीं किए गए हैं। कुल मिलाकर कई स्तर पर कॉलेज के संचालन में प्रबंधक की ओर से फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। जिसकी सही से जांच होने पर शैक्षणिक संस्थान के नाम पर धोखा घड़ी एवं सरकारी राशी के बंदरबन के एक बड़े मामले का खुलासा हो सकता है।
रामेश्वर लाल खंडेलवाल विद्या मंदिर में हिंदी दिवस समारोह का आयोजन
चतरा| जिला मुख्यालय क्षेत्र स्थित रामेश्वर लाल खंडेलवाल विद्या मंदिर चतरा में रविवार को हिंदी दिवस समारोह का आयोजन किया गया।इस अवसर पर कक्षा 6 से कक्षा 10 तक के भैया बहन सम्मिलित हुए । कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्रधानाचार्य राहुल कुमार सिंह एवं वरिष्ठ आचार्य के द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। इस कार्यक्रम का मंच संचालन कक्षा 9 के बहनों ने किया । कार्यक्रम की भूमिका प्रस्तुत करते हुए विद्यालय के आचार्य अजय कुमार पाठक ने बताया कि हिंदी जन जन और गलियों की भाषा है ।हिंदी एक ऐसा भाषा है जिसे जैसा लिखा जाता है वैसा ही पढ़ा जाता है ।हिंदी दिवस मनाने की शुरुआत 14 सितंबर 1949 से नियमित रूप से किया जा रहा है ।हिंदी को राजकीय भाषा की दर्जा प्राप्त है, वहीं अंतर्राष्ट्रीय भाषा की दर्जा प्राप्त होने के लिए प्रयासरत हैं। कार्यक्रम में विद्यालय के भैया बहनों ने भी हिंदी भाषा पर कहानी एवं हिंदी भाषा से संबंधित कविताएं लोगो के सामने प्रस्तुत किया ।
माताओं ने संतान की लंबी आयु और आरोग्य के लिए रखा निर्जला उपवास
भास्कर न्यूज|कोडरमा संतान की लंबी आयु और स्वास्थ्य की कामना का व्रत जीवित्पुत्रिका व्रत (जिऊतिया) पर माताओं ने निर्जला उपवास रखा। यह तीन दिवसीय व्रत शनिवार को नहाय-खाय से प्रारंभ हुआ रविवार को व्रत के दौरान महिलाओं ने निर्जला उपवास रखा और गुरुवार को पारण के साथ इसे समाप्त करेंगी। पारण के दिन विशेष रूप से नोनी का साग, मडुआ की रोटी, और सतपुतिया जैसी पारंपरिक भोज्य पदार्थों का सेवन किया जाएगा। इस व्रत में मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। माताएं अपने बच्चों की दीर्घायु और युगों तक पीढ़ी के चलते रहने की कामना करती हैं। झुमरीतिलैया, कोडरमा, सतगावां, डोमचांच, मरकच्चो, जयनगर, चंदवारा सहित विभिन्न इलाकों सहित शहर के स्टेशन रोड और सब्जी बाजारों में व्रत के लिए आवश्यक सामग्री की खरीदारी के लिए भारी भीड़ देखी गई। नोनी का साग और मडुआ का आटा पारंपरिक रूप से इस व्रत में महत्वपूर्ण माने जाते हैं। इसके पीछे वैज्ञानिक आधार भी है। नोनी का साग और मडुआ का आटा पेट के लिए लाभकारी होते हैं और व्रत के बाद इन्हें खाने से पाचन तंत्र पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। जीवित्पुत्रिका व्रत माताओं के समर्पण और संतान की लंबी आयु की कामना का प्रतीक है।