आजमगढ़ महोत्सव के अंतर्गत शनिवार को बॉलीवुड नाइट कार्यक्रम का आयोजन किया गया। वहीं शनिवार दिन में श्री मिलेट्स प्रदर्शनी लगाई गई थी। जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने सहभागिता भी की थी। एक दिन पूर्व आजमगढ़ महोत्सव में काव्य पाठ का आयोजन किया गया था जिसमें बड़ी संख्या में काव्य पाठ करने वाले कवियों ने अपनी सहभागिता की थी। शुक्रवार को आजमगढ़ महोत्सव में कवि सर्वेश अस्थाना डॉक्टर सुनील जोगी शंभू शिखर प्रियांशु गजेंद्र नीलोत्पल मृणाल मणिका दुबे और विकास बौखल ने एक से बढ़कर एक शानदार प्रस्तुति दी। जहां मध्य प्रदेश से आई मनिका दुबे ने नहीं करता मिलन का मन तुम्हारा मुझे ही क्यों भला बेताबियां हैं जैसे एक से बढ़कर एक काव्य पाठ के माध्यम से जनता का मनोरंजन किया। वहीं नीलोत्पल ने कहां गया मेरा हो दिल तो सलोना रे जैसे गानों पर शानदार प्रस्तुति दी। हास्य कवि सर्वेश अस्थाना ने अपने काव्य पाठ के माध्यम से सिस्टम सरकार और पुलिस कर्मियों पर जमकर व्यंग्य किया। बॉलीवुड नाइट के कलाकारों का डीएम ने किया सम्मान आजमगढ़ के राजकीय पॉलिटेक्निक में चल रहे आजमगढ़ महोत्सव के चौथे दिन बॉलीवुड नाइट कार्यक्रम का जिले के डीएम रविंद्र कुमार ने दीप प्रज्वलित करके शुभारंभ किया। कार्यक्रम के चौथे दिन इंडियन आइडल फेम जतिन निगम आयुषी पांडे उमंग ने बॉलीवुड गानों पर शानदार प्रस्तुति देकर जनता का जमकर मनोरंजन किया। इसके साथ ही बड़ी संख्या में स्कूली बच्चों ने लोग गायन एकल गायन लोक नृत्य एकल नृत्य पर प्रस्तुति दी। जिले के डीएम रविंद्र कुमार और सीडीओ परीक्षित खटाना ने प्रशस्ती पत्र और अंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया।
गोरखपुर के एक बच्चे का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। वीडियो में बच्चा डीएम से ठण्ड में स्कूल बंद करवाने का अपील करते नजर आ रहा है। वह कहता है कि हैलो डीएम सर गोरखपुर, गुड मॉर्निंग, प्लीज छुट्टी कर दीजिए, ठण्ड बहुत पड़ रही है। मुझे रात से ही बुखार आ है। मैं जब जाता हूं रोड पर मुझे कुछ दिखता नहीं है, एग्जाम के लिए मैं जा रहा हूं। प्लीज छुट्टी कर दीजिए। वह आगे कहता है कि बहुत ज्यादे ओस पड़ रहा है, और रोड पर कुछ दिखाई नहीं देता। मुझे साइकल चला कर जाना पड़ता है। हालांकि दैनिक भास्कर इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता।
मथुरा पुलिस की 36 घंटे में तीसरी मुठभेड़ हो गई। गोवर्धन में साइबर ठग,सदर बाजार में लुटेरे के साथ हुई मुठभेड़ के बाद शनिवार देर रात हत्या के मामले में वांछित चल रहे हत्यारे को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया। मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार हुए हत्यारे ने 9 दिन पहले पत्नी से अवैध संबंधों के शक में युवक की हत्या की थी। वारदात के बाद से पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी थी। 9 दिन पहले की थी हत्या थाना हाई वे क्षेत्र के गांव उसफार में 19 दिसंबर की सुबह जुनसिटी माइनर में गांव के रहने वाले 27 वर्षीय युवक मुकेश का शव मिला था। शव मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम हाउस भेज दिया था। इस मामले में 20 दिसंबर को मुकेश के भाई रविन्द्र ने धर्मेंद्र नाम के युवक के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज कराया था। धर्मेंद्र को ही मुकेश के साथ अंतिम बार देखा गया था। पुलिस जांच में आया धर्मेंद्र का नाम मुकद्दमा लिखने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि गांव तसई थाना कठूमर अलवर राजस्थान का रहने वाला 30 वर्षीय धर्मेंद्र आपराधिक वारदातों को अंजाम देता रहा हैं। धर्मेंद्र किसी न किसी मामले में जेल जाता रहा है। जेल में रहने के दौरान धर्मेंद्र की पत्नी को लेकर मुकेश उससे मिलवाने ले जाता था। जिसकी बजह से धर्मेंद्र को मुकेश पर शक हो गया कि उसकी पत्नी से अवैध संबंध हैं। जेल से निकलकर की हत्या धर्मेंद्र अपने गांव से एक महिला को ले आया और ननिहाल उसफार गांव आ गया। गांव में बदनामी की बजह से उसे ननिहाल से निकाल दिया। जिसके बाद वह मथुरा रहने लगा। पत्नी से अवैध संबंधों के शक में जब धर्मेंद्र जेल से रिहा होकर आया तो उसने मुकेश की हत्या का प्लान बनाया और 18 दिसंबर को वह उसे घर से लेकर निकल गया। इसके बाद उसने नहर किनारे ले जाकर उसके सर पर वार कर हत्या कर दी और शव माइनर में फेंक दिया। गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस टीम पर किया फायर धर्मेंद्र की तलाश में जुटी थाना हाई वे और स्वाट टीम को शनिवार की देर रात मुखबिर से सूचना मिली कि वह क्षेत्र में ही मौजूद है। जिसके बाद जब पुलिस टीम गिरफ्तार करने पहुंची तो धर्मेंद्र ने फायर कर दिया। जिसके जवाब में पुलिस ने फायरिंग की। जिसमें धर्मेंद्र पैर में गोली लगने से घायल हो गया। पुलिस ने धर्मेंद्र को घायल अवस्था में गिरफ्तार कर उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया। पुलिस ने धर्मेंद्र के पास से तमंचा, कारतूस के अलावा बाइक बरामद की। धर्मेंद्र के खिलाफ राजस्थान के भरतपुर,अलवर,हरियाणा के फरीदाबाद के अलावा मथुरा के कोतवाली और थाना हाईवे में एक दर्जन से ज्यादा मुक़दमे दर्ज हैं।
गोरखपुर के सहजनवां थाना क्षेत्र के जोगियाकोल गांव के पास 24 दिसंबर को कारपेंटर विशाल यादव की हत्या बिहार के 4 युवकों ने शराब के रुपयों के विवाद में की थी। पुलिस ने चारों आरोपियों पप्पू, राजू, मंगल और बबलू को शनिवार को क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। पप्पू, राजू और मंगल सगे भाई हैं। पूछताछ के बाद पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। वहीं, हिरासत में ली गई युवती और उसके परिजनों को थाने से छोड़ दिया गया। इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर विशाल के दोस्तों ने 100 से अधिक पोस्ट की है। दोस्तों ने लिखा है कि आरोपियों ने धोखें से विशाल की हत्या की। उन्हें सख्त से सख्त सजा मिले। दोस्तों ने विशाल की पुरानी फोटो भी शेयर की है। एसपी नार्थ ज्ञानेंद्र प्रसाद ने बताया, कारपेंटर की हत्या में बिहार के अतरी तपोवन टटारू निवासी पप्पू मांझी, उसके भाई राजू मांझी और मंगल मांझी व एक अन्य वजीरगंज मरड्डी निवासी बबलू मांझी शामिल थे। वर्तमान में ये सभी सहजनवां थाना क्षेत्र के जोगियाकोल स्थित राममिलन यादव के ईंट-भट्ठे पर काम कर रहे थे।पुलिस की विवेचना में सामने आया कि वारदात वाले दिन सभी आरोपी विशाल के साथ मौजूद थे। इसी दौरान शराब पीने के लिए रुपयों को लेकर विवाद हो गया। नाराज विशाल ने पप्पू मांझी को गाली देते हुए चेहरे पर एक पंच मार दिया। इसके बाद विशाल वहां से भाग गया। गुस्साए आरोपियों ने विशाल का एक किलोमीटर तक पीछा किया और उस पर हमला कर दिया। हमले में विशाल को गंभीर चोटें आईं, जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई। वारदात के बाद आरोपी मौके से भाग निकले थे। सहजनवां पुलिस उनकी तलाश में जुट गई थी।अब सिलसिलेवार पढ़िए हत्या की पूरी कहानी गोरखपुर के बॉडी बिल्डर विशाल (26) की हत्या उसकी गर्लफ्रेंड ने नहीं करवाई थी। 24 दिसंबर की रात ये मर्डर दारू पार्टी के दौरान सिर्फ 50 रुपए के झगड़े में किया गया। विशाल के 4 दोस्तों ने उसका सिर मिट्टी में धंसा दिया। वह दम घुटने से तड़पता रहा, मगर दोस्तों ने तरस नहीं खाया। 2 मिनट के बाद उसकी सांस टूट गई। इसके बाद हत्यारे करीब 35 मिनट तक क्राइम स्पॉट पर ही रहे। नशे में होने की वजह से उन्हें समझ नहीं आ रहा था, फिर 2 दोस्त सहजनवां रेलवे स्टेशन पर पहुंचे और ट्रेन पकड़कर गोरखपुर से भाग निकले। जबकि, बाकी 2 आरोपियों की लोकेशन तलाशने के लिए पुलिस आसपास के CCTV खंगाल रही है। विशाल की मां शकुंतला देवी ने गांव में ही रहने वाली बेटे की गर्लफ्रेंड और उसके परिवार के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी। पुलिस ने भी उन्हें हिरासत में लिया था। घटना की जांच में बिहार के आरोपियों का नाम सामने आने पर गर्लफ्रेंड और उसके परिवार को छोड़ दिया गया था। मर्डर की रात क्या हुआ, अब ये पढ़िए गर्लफ्रेंड को फोन किया, मिलने का मन है, भट्ठे पर आओ विशाल ने 24 दिसंबर की रात करीब 11 बजे अपनी गर्लफ्रेंड को कॉल की थी। उससे कहा था- मेरा मिलने का मन कर रहा, तुम घर से निकलकर आ जाओ। हम लोग ईंट भट्ठे पर मिलते हैं, सुबह वापस चली जाना। इस पर गर्लफ्रेंड ने यह कहकर मना कर दिया कि घर में लोग जाग रहे हैं, मैं मिलने नहीं आ पाऊंगी। इसके बाद भी विशाल लगातार कॉल करता रहा। दोनों के बीच चैटिंग भी चल रही थी। परेशान होकर गर्लफ्रेंड ने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया। पुलिस को विशाल के नंबर पर 20 मिस्ड कॉल भी मिली हैं। विशाल घर वापस जाने को तैयार नहीं था। वो टहलते हुए ईंट भट्ठे (कुआवल कला) पर पहुंच गया, जोकि उसके घर से सिर्फ 500 मीटर दूर है। वहीं उसके और गर्लफ्रेंड के घर के बीच 200 मीटर की दूरी है। यहीं पर उसके परिचित और दोस्त मिल गए। विशाल के अलावा 4 और लोग इकट्ठा हो गए। 45 मिनट में शराब खत्म, पैसे मिलाने को लेकर हुआ झगड़ा दोस्तों के साथ तय हुआ कि सर्द मौसम है, चलो दारू पार्टी करते हैं। विशाल के दोस्तों के पास पहले से शराब थी, उन्होंने करीब 45 मिनट वहीं पर बैठकर शराब पी। फिर तय हुआ कि और शराब मंगवानी चाहिए। इसके लिए सबने रुपए मिलाए। गांव के एक युवक ने 50 रुपए और देने में आनाकानी की। विशाल को इस पर गुस्सा आ गया। उसने कहा- जब इतनी गरीबी है, तो घर जाओ, यहां क्यों दारु पीते हो…। इस पर गांव के युवक ने गाली दी। विशाल को गुस्सा आ गया, तो उसने थप्पड़ मार दिया। यहां विशाल के विरोध में बाकी सारे लोग आ गए। मामला बढ़ गया, सभी नशे में थे, मारपीट करते हुए वह लोग भट्ठे में वहां पहुंच गए, जहां पर गीली मिट्टी रहती थी, सबने विशाल को दबोच रखा था, उन्होंने गर्दन से पकड़कर विशाल के सिर को मिट्टी में धंसा दिया। विशाल रेगुलर जिम करता था, मगर वह 4 लोगों के सामने बेबस हो गया। पुलिस पूछताछ में ये भी सामने आया कि विशाल ईंट भट्ठे पर अक्सर शराब पीने आ जाता था। यहीं पर घंटों बैठकर अपनी गर्लफ्रेंड से बातें करता था। CCTV में 1 मददगार, 2 आरोपियों को रेलवे स्टेशन छोड़ते दिखा विशाल के मर्डर केस की कड़ियों को जोड़ते हुए पुलिस के हाथ 1 CCTV फुटज लगी। इसमें 2 आरोपियों को एक बाइक सवार सहजनवां रेलवे स्टेशन पर छोड़ने के लिए जाते हुए दिखा। पुलिस प्रयास कर रही है कि CCTV में दिखने वाले शख्स की पहचान हो सके। ईंट भट्ठे और आसपास रहने वालों से भी पूछताछ की जा रही है। इस शख्स को लेकर पुलिस की इन्वेस्टिगेशन 2 लाइन पर चल रही है। पहली- जिसने आरोपियों को रेलवे स्टेशन छोड़ा, क्या वो भी मर्डर में शामिल था। दूसरी- वो गांव का रहने वाला है। सिर्फ मदद के लिए ही दोनों आरोपियों को रेलवे स्टेशन छोड़ने गया था। उसे मर्डर के बारे में कुछ भी नहीं पता था। लाश के पास 35 मिनट बैठे रहे, फिर अलग-अलग डायरेक्शन में भागे ये भी सामने आया कि विशाल की हत्या करने के बाद चारों आरोपी क्राइम स्पॉट पर करीब 35 मिनट बैठे रहे। वो नशे में थे, शायद हत्या करना नहीं चाहते थे, मगर विशाल की मौत के बाद उन्हें डर सताने लगा कि अब पुलिस अरेस्ट कर लेगी। इसलिए क्राइम स्पॉट से अलग-अलग होकर सभी भाग निकले। अब विशाल के बारे में जानिए मुंबई में कार पेटिंग करता था, पिता की मौत पर गोरखपुर आया विशाल मुंबई में रहकर कार पेटिंग का काम करता था। 19 सितंबर को उसके पिता की मौत हो गई थी। तभी वह गोरखपुर में अपने घर आया था। पिता के अंतिम संस्कार के बाद विशाल मुंबई वापस लौटना चाहता था। लेकिन, कुछ पारिवारिक वजहों से नहीं जा सका। विशाल की अभी शादी नहीं हुई थी। उसकी मां शकुंतला के पैर में बीमारी है। उनके मुताबिक, मंगलवार रात बेटे के नंबर पर कॉल आई थी। इसके बाद वह घर से कुछ दूरी पर खेतों की ओर निकला था। बुधवार सुबह घर से 500 मीटर दूर जोगियाखोर सिवान के गेहूं के खेत में उसकी लाश मिली। अब जरा क्राइम स्पॉट का सीन समझिए लाल गमछा, चप्पल खेत में पड़ी मिलीं ईंट भट्ठे पास जहां विशाल का शव मिला, पुलिस को वहां झगड़े और संघर्ष के निशान भी मिले। मिट्टी के कीचड़ में सने कपड़ों से साफ पता चल रहा था कि विशाल ने जान बचाने के लिए काफी कोशिश की। खेत में पड़ा लाल रंग का गमछा और एक हवाई चप्पल उनकी अंतिम लड़ाई के गवाह थे। शव कीचड़ में सने होने के चलते मुंह धुलने पर उसकी पहचान हुई थी। इस स्पॉट पर जो फुट प्रिंट मिले, वो 4-5 लोगों की मौजूदगी का इशारा दे रहे थे। विशाल के कपड़ों की जेब से एक मोबाइल और बाइक की चाबी मिली थी। इससे ये साफ हो गया था कि हत्या करने वाले लूट नहीं करना चाहते थे। पुलिस को खुलासे का पहला क्लू ईंट भट्ठे पर काम करने वालों से ही मिला। उन्होंने बता दिया था कि भट्ठे पर विशाल अक्सर शराब पीने आता रहता था। पुलिस को विशाल के मोबाइल फोन में एक युवती से 10 बजे तक बातचीत और चैटिंग के साक्ष्य भी मिले हैं। इसके अलावा विशाल के मोबाइल फोन पर 20 मिस्ड कॉल भी मिले हैं। यह नंबर विशाल के पड़ोसी का था। विशाल का गांव की युवती से डेढ़ साल से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। पिता की मौत पर घर आने के बाद दोनों एक दूसरे से मिल रहे थे। एम्बुलेंस को रोक कर हंगामा करने लगे परिवार वाले बीआरडी मेडिकल कॉलेज में बुधवार दोपहर 3 बजे विशाल के शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया। इसके बाद परिजनों संग ग्रामीण एम्बुलेंस से शव लेकर सहजनवां थाना चौराहे पर शाम 6:15 बजे पहुंचे। ग्रामीण एम्बुलेंस को फोरलेन पर रोक कर प्रदर्शन करने लगे। हाईवे पर लगा लंबा जाम 25 मिनट तक फोरलेन पर लंबा जाम लग गया। सूचना पर पहुंचे अधिकारियों ने परिवार को समझाया। 20 मिनट तक बातचीत के बाद सड़क से भीड़ को हटाया। इस दौरान परिजनों ने 5 लाख रुपए की आर्थिक मदद और हत्यारों की 24 घंटे के अंदर गिरफ्तारी की मांग की। शाम करीब 7.10 बजे एम्बुलेंस से शव लेकर गांव पहुंचे। जहां से थोड़ी ही देर बाद कालेसर घाट निकल गए। रात 8 बजे विशाल का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान SP नॉर्थ के साथ ही पुलिस टीम सुरक्षा के लिए मौजूद रही। SP नॉर्थ ज्ञानेंद्र नाथ प्रसाद कहते हैं- विशाल मर्डर केस में कई फैक्ट सामने आ चुके हैं। हमें CCTV भी मिला है, जिसे अभी सार्वजनिक नहीं किया जा रहा। लेकिन उसमें दिखने वाले लोगों को अरेस्ट कर लिया जाएगा। ................ ये खबर भी पढ़ें...गोरखपुर में प्रेमी की हत्या, गर्लफ्रेंड को पुलिस ने उठाया, खाना छोड़कर बात करने निकला था, खेत में खून से लथपथ लाश मिली गोरखपुर में 26 साल के युवक की हत्या कर दी गई। मां के मुताबिक, बुधवार रात खाना खाते वक्त उसकी गर्लफ्रेंड ने फोन कर उसे बुलाया। उसने खाना छोड़ दिया और मां से थोड़ी देर में लौटने की बात कहकर घर से निकल गया। युवक रातभर लौटा नहीं। सुबह राहगीरों ने उसका शव गेहूं के खेत में देखा। लाश मिट्टी से सनी हुई थी। पढ़िए पूरी खबर...
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कोकेन के साथ पकड़े गए नाइजीरियाई नागरिक लेवी उजोचुक्वू की जमानत राशि घटा दी है। उससे घटी जमानत राशि लेकर रिहा करने का आदेश दिया है। आरोपी की जमानत अर्जी 7 नवंबर को मंजूर की गई थी। उसकी तरफ से कहा गया कि वह यह राशि चुका पाने में असमर्थ है। न्यायमूर्ति आशुतोष श्रीवास्तव की एकलपीठ ने यह राहत दी है। कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद पाया है कि विशेष न्यायाधीश द्वारा जमानत के लिए तय की गई तीन लाख रुपए की राशि अत्यधिक है। कोर्ट ने इसे डेढ़ लाख रुपए कर दिया है। कोर्ट कहा- इसे वह नकद जमा करेगा और जमानत पर रिहा होने से पहले समान राशि का बंधपत्र निष्पादित करेगा। संबंधित अदालत के समक्ष उपरोक्त राशि जमा करने के अलावा, आवेदक मुकदमा चलने के दौरान हर दूसरे महीने के पहले सप्ताह में पुलिस स्टेशन- बीटा-2, ग्रेटर नोएडा, जिला गौतम बुद्ध नगर में उपस्थिति दर्ज कराएगा और यदि पासपोर्ट पहले से ही ट्रायल कोर्ट के सामने समर्पण नहीं किया गया है तो जमानत पर रिहा होने से पहले इसे समर्पण किया जाएगा। अपीलार्थी 17 मई 2023 से जेल में बंद है। आरोप है कि उसके पास से 46.200 किग्रा कोकेन बरामद किया गया था। हालांकि बचाव पक्ष ने दावा किया कि बरामदगी झूठी है और गलत आरोप लगाया गया है। कहा गया है बरामदगी के लिए स्वतंत्र गवाह नहीं है और एनडीपीएस अधिनियम की धारा 50 का पालन नहीं किया गया है। रासायनिक विश्लेषक की रिपोर्ट भी नहीं है। सह अभियुक्तों को पहले ही जमानत पर रिहा किया जा चुका है। याची की तरफ से कहा गया था कि उसे सिर्फ 25 हजार रुपए जमा कर जमानत पर छोड़ दिया जाए।जिसे कोर्ट ने नहीं माना।
करनाल के घरौंडा क्षेत्र में हैफेड गोदामों के नजदीक खेतों में शनिवार देर शाम को पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के हवाई जहाज की आकृति वाला एक गुब्बारा मिलने से कुछ देर के लिए हलचल मच गई। खेतों में पड़ा यह एयरप्लेननुमा गुब्बारा देखकर पहले तो खेत मालिक ने इसे खिलौना समझकर नजरअंदाज किया, लेकिन जब उस पर पाकिस्तान लिखा और राष्ट्रीय चिन्ह नजर आया तो उसने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने स्थिति का जायजा लेकर गुब्बारे को कब्जे में लिया और आगे की जांच के लिए घरौंडा थाना पुलिस को सौंप दिया। पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच में इसमें कोई भी संदिग्ध वस्तु नहीं पाई गई है, फिर भी पूरी सतर्कता बरती जा रही है। पाकिस्तान लिखा देख पुलिस को दी सूचना घरौंडा में हैफेड गोदाम के पास स्थित खेत में काम कर रहे खेत मालिक अनिल की नजर एक अजीब से गुब्बारे पर पड़ी। यह गुब्बारा हवाई जहाज के आकार का था। शुरुआत में अनिल ने इसे बच्चों का खिलौना मानकर छोड़ दिया, लेकिन जब पास जाकर देखा तो उस पर पाकिस्तान लिखा हुआ दिखाई दिया। साथ ही गुब्बारे पर पाकिस्तान का राष्ट्रीय चिन्ह भी बना हुआ था। इसे देखकर वह घबरा गया और तुरंत डायल-112 पर कॉल कर दी। केसरिया-सफेद रंग का था गुब्बारा मौके पर पहुंचे लोगों के अनुसार गुब्बारे का रंग केसरिया और सफेद था। गुब्बारे पर काले रंग में उर्दू भाषा में कुछ लिखा हुआ था। एयरप्लेन की टेल विंग पर सफेद रंग में पाकिस्तान का राष्ट्रीय चिन्ह बना था। केसरिया रंग के निचले हिस्से पर पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस लिखा हुआ था, जबकि विमान के दरवाजे के पास अंग्रेजी में एसजीए लिखा नजर आया। ईआरवी टीम ने लिया कब्जे में डायल-112 की सूचना पर ईआरवी-416 की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। टीम ने सावधानीपूर्वक गुब्बारे को अपने कब्जे में लिया। ईआरवी इंचार्ज राकेश ने बताया कि गुब्बारे पर पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस लिखा हुआ है और इसका रंग सफेद व केसरिया है। इस पर पाकिस्तान का राष्ट्रीय चिन्ह भी बना है। एहतियात के तौर पर इसे कब्जे में लेकर घरौंडा थाना पुलिस को सौंप दिया गया है। थाना प्रभारी बोले– संदिग्ध कुछ नहीं मिला घरौंडा थाना प्रभारी दीपक कुमार ने बताया कि यह केवल एक गुब्बारा है, जो किसी भी देश के नाम का हो सकता है। प्रारंभिक जांच में इसमें कुछ भी संदिग्ध नजर नहीं आया है। इसके बावजूद पुलिस हर पहलू से मामले की जांच कर रही है। बच्चों का खिलौना निकला एयरप्लेन बैलून जानकारी के अनुसार यह गुब्बारा पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के हवाई जहाज की आकृति का एक साधारण inflatable खिलौना है। इसे पीआईए हवाई जहाज गुब्बारा कहा जाता है। यह आमतौर पर प्लास्टिक या रबर से बना होता है और बच्चों के खेलने के काम आता है। बाजार में इसकी कीमत करीब 50 से 200 रुपये के बीच बताई जा रही है।
माघ मेले के दौरान ग्वालियर से प्रयागराज जाने वाली प्रमुख ट्रेनों में अब आगे और पीछे दोनों ओर इंजन लगाए जाएंगे। इस व्यवस्था से ट्रेनों को वापसी के समय इंजन बदलने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इससे समय की बचत होगी और स्टेशनों पर ट्रेनों को लंबे समय तक खड़ा नहीं रखना पड़ेगा। रेलवे की इस पहल से यात्रियों को राहत मिलने की उम्मीद है। रेलवे के डिप्टी चीफ ऑपरेटिंग मैनेजर डीके जैन ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं। आदेश के अनुसार ग्वालियर से प्रयागराज के बीच चलने वाली बुंदेलखंड एक्सप्रेस (11107-11108) और प्रयागराज एक्सप्रेस (11801-02) में 1 जनवरी से 16 फरवरी तक दोनों ओर इंजन लगाए जाएंगे। यह व्यवस्था माघ मेले के दौरान यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए लागू की गई है। उल्लेखनीय है कि प्रयागराज के त्रिवेणी संगम पर माघ मेले का आयोजन होता है, जहां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती का पावन संगम है। इस वर्ष माघ मेले की शुरुआत पौष पूर्णिमा 3 जनवरी से होगी। मेले के दौरान देशभर से लाखों श्रद्धालु संगम स्नान के लिए प्रयागराज पहुंचते हैं, जिससे ट्रेनों पर अत्यधिक दबाव रहता है और समय पर परिचालन चुनौती बन जाता है। दोनों ओर इंजन से समय की होगी बचतरेलवे अधिकारियों के अनुसार दोनों ओर इंजन लगाने से ट्रेनों की रिवर्सिंग की आवश्यकता समाप्त हो जाएगी। आमतौर पर टर्मिनल या दिशा परिवर्तन वाले स्टेशनों पर इंजन बदलने में 20 से 30 मिनट या उससे अधिक समय लग जाता है। नई व्यवस्था से यह समय बचेगा और ट्रेनों का संचालन अधिक सुचारू रहेगा। यात्रियों को अनावश्यक देरी से भी राहत मिलेगी। इस फैसले से ग्वालियर के साथ-साथ झांसी, ओरछा, सतना और प्रयागराज जाने वाले यात्रियों को लाभ मिलेगा। ट्रेनें हुईं फुल, अतिरिक्त कोच लगाए जाएंगेमाघ मेले के दौरान प्रयागराज जाने वाले यात्रियों की भीड़ लगातार बढ़ रही है। बड़ी संख्या में यात्री रिजर्वेशन करा रहे हैं। कई तारीखों में ट्रेनों में सीटें फुल हो चुकी हैं और नोरूम की स्थिति बन गई है, जबकि अन्य तारीखों में वेटिंग लंबी हो गई है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार यात्रियों की भीड़ को देखते हुए ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगाने के निर्देश दिए गए हैं। स्लीपर और एसी कोच आने वाले दिनों में लगभग फुल हो चुके हैं।
भोपाल की ईटखेड़ी सड़क पंचायत का गांव मस्तीपुरा। कुछ दिन पहले तक इस गांव में फाइलों में ही 6 हजार पेड़ थे, लेकिन शिकायत के बाद जब मामले का खुलासा हुआ तो 14 एकड़ का जंगल मिल गया। जांच में जंगल और पेड़ दोनों सामने आए। शिकायत करने वाले जिला पंचायत उपाध्यक्ष मोहन सिंह जाट के साथ शनिवार को वन, खनिज, राजस्व, पर्यावरण और स्थानीय प्रशासन के अमले ने यह जांच की। बता दें कि जिपं उपाध्यक्ष जाट ने कुछ दिन पहले कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह से शिकायत की थी। कहा था कि मस्तीपुरा के खसरा नंबर-2 पर कोपरा/मुरम के लिए लीज दी गई है, लेकिन इस जमीन पर सागौन के पेड़ लगे हैं। अन्य पेड़ों की कटाई से पर्यावरण को क्षति पहुंचेगी। शिकायत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान का भी उल्लेख किया गया। कहा कि प्रधानमंत्री खुद पेड़ लगा रहे हैं। दूसरी ओर, भोपाल में इन पेड़ों को कटवाने का काम हो रहा है। ग्राम पंचायत की ग्राम सभा की बैठक में प्रस्ताव भी पास नहीं किया गया। बावजूद लीज दे दी गई। ग्रामीणों का कहना है कि इस लीज को निरस्त किया जाए, अन्यथा हम सब मिलकर एक जन आंदोलन करेंगे। तब तक यह आंदोलन होगा, जब तक कि लीज निरस्त न हो जाए। जिपं उपाध्यक्ष जाट की शिकायत के बाद प्रशासनिक अमला हरकत में आया और शनिवार को जांच करने के लिए गांव पहुंचा। जांच में सामने आया कि बैरसिया विधानसभा क्षेत्र के इस गांव में मुरम-कोपरा खदान को नियमों को दरकिनार करते हुए मंजूरी दे दी गई है। 6 हजार पेड़ खड़े, 14 एकड़ में पूरा जंगलजांच में पता चला कि हजारों सागौन समेत अन्य पेड़ यहां लगे हैं। इनकी संख्या 6 हजार से ज्यादा है, जो 14 एकड़ में फैले हैं। यही पर खनन की अनुमति दी गई। यानी, जंगल को फाइलों में ही गायब कर दिया गया था। सबने अनदेखी कीखनन के लिए लीज देने से पहले पटवारी समेत कई स्तर पर पड़ताल होनी चाहिए। सागौन समेत अन्य पेड़ होने की स्थिति में लीज निरस्त कर दी जाती है। इस पर पटवारी से लेकर राजस्व विभाग और खनिज विभाग स्तर तक चूक हुई। कोई आपत्ति नहीं होने पर कलेक्टर ने भी अनुमति दे दी। मामला सामने आने के बाद अब खदान की लीज को निरस्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। इस संबंध में पीसीबी ने भी अपने रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपी है।
उज्जैन में सोमवार को जल प्रदाय नहीं किया जाएगा। नगर निगम के पीएचई विभाग ने राइजिंग मेन पाइपलाइन में टी कनेक्शन जोड़ने और बिजली के पोल ठीक करने के कारण यह स्थिति बनी है। नगर निगम से मिली जानकारी के मुताबिक बताया कि 28 दिसंबर रविवार को रातड़िया गांव में बिजली के पोल ठीक किए जाएंगे। इस दौरान सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक अम्बोदिया ट्रीटमेंट प्लांट और गंभीर रॉ वाटर के प्लांट बंद रहेंगे। साथ ही, फ्रीगंज ब्रिज के पास आ रही 600 एमएम राइजिंग मेन डीई पाइपलाइन को पीडब्ल्यूडी कार्यालय के सामने जोड़ा जाएगा। ब्रिज के नीचे टी कनेक्शन का कार्य भी किया जाएगा। इन सभी कार्यों के चलते, शहर की पानी की टंकियों में पानी नहीं भरा जा सकेगा। इसी कारण 29 दिसंबर सोमवार को पूरे शहर में जल प्रदाय बाधित रहेगा।
वाराणसी के लंका थाना क्षेत्र के रमना गांव में तेंदुआ आने की सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। वन विभाग के क्षेत्रीय उप निरीक्षक राहुल कुमार बलवंत ग्रामीण और वन विभाग की टीम के साथ पूरे रात तक रमना गांव में गस्त करके तेंदुए की तलाश किया। लेकिन तेंदुए का कहीं कोई पता नहीं चला। वन विभाग की एक्सपर्ट टीम मौके पर पहुंची थी तेंदुए के पंजे जैसा निशान था उसे जांच के लिए ले गए। वन विभाग के उपनिरीक्षक राहुल कुमार बलवंत का कहना है कि एक्सपर्ट टीम द्वारा ली गई रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा कि कौन जानवर है। रमना के ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अमित पटेल ने बताया कि गांव का एक युवक दूध बेचकर वापस लौट रहा था। उसे देखकर तेंदुआ तेजी से भाग गया। तेंदुआ आने से ग्रामीणों में भय माहौल बन गया है। रमना गांव गंगा के किनारे बस होने के साथ ही अत्यधिक घाना पेड़ आबादी के बीच है। रमना में ही बनपुरवा जंगल का कुछ हिस्सा बचा है।
गुरु गोबिंद सिंह प्रकाश पर्व मनाया गया:लखनऊ के गुरुद्वारा सचखंड साहिब में गुरमत समागम
लखनऊ के गोमती नगर स्थित गुरुद्वारा सचखंड साहिब में श्री गुरु गोबिंद सिंह का प्रकाश पर्व मनाया गया। इस अवसर पर गुरुद्वारा परिसर में गुरमत समागम का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में संगत ने भाग लिया। समागम में गुरुद्वारा साहिब के हजूरी रागी गुरप्रीत सिंह, दरबार साहिब अमृतसर से आए सुखवंत सिंह और गोमती नगर की महिला सत्संग सभा ने गुरबाणी कीर्तन प्रस्तुत किया। कीर्तन के दौरान ‘जो बोले सो निहाल, सत श्री अकाल’ के जयकारों से गुरुद्वारा परिसर गूंज उठा। गुरु गोबिंद सिंह ने सत्य के मार्ग पर अडिग रहने की शिक्षा दी इस अवसर पर ग्रंथी गुरप्रीत सिंह ने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह जी का जीवन साहस, त्याग और मानवता की रक्षा का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि गुरु साहिब ने अन्याय के विरुद्ध संघर्ष करने और सत्य के मार्ग पर अडिग रहने की शिक्षा दी। खालसा पंथ की स्थापना कर उन्होंने समाज को समानता, भाईचारे और सेवा का संदेश दिया। इस आयोजन ने संगत को गुरु साहिब के आदर्शों पर चलने और समाज में सेवा, प्रेम तथा सद्भाव के लिए प्रेरित किया। गुरमत समागम के बाद गुरु का अटूट लंगर वितरित किया गया, जिसमें सभी लोगों ने प्रसाद लिया। आयोजन के दौरान गुरुद्वारा प्रबंधन ने सुरक्षा, स्वच्छता और व्यवस्था के समुचित इंतजाम किए थे।
मानक नगर में देशी शराब दुकान में चोरी:पॉश मशीन, नकदी और मोबाइल फोन गायब
लखनऊ के मानक नगर थाना क्षेत्र में एक देसी शराब की दुकान में चोरी की बड़ी वारदात सामने आई है। 24 और 25 दिसंबर की दरमियानी रात अज्ञात चोरों ने दुकान का ताला तोड़कर पॉश मशीन, लगभग 25 हजार रुपए नकद, दो मोबाइल फोन और करीब दस पेटी देसी शराब चुरा ली। यह दुकान रीता मिश्रा के नाम से संचालित है। चोरी की घटना का पता सुबह चला, जब दुकान संचालक और उनके परिवार के सदस्य दुकान पर पहुंचे। घटना देखकर वे हैरान रह गए। पीड़ित मनोज मिश्र ने मानक नगर थाने में तहरीर देकर मामले में कार्रवाई की मांग की है। तहरीर में बताया गया है कि चोरी की यह घटना संदिग्ध परिस्थितियों में हुई है। चोरों ने दुकान में रखे अन्य सामानों को भी नुकसान पहुंचाया है। पीड़ित ने पुलिस से गहन जांच कर दोषियों की पहचान करने और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की अपील की है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने में जुट गई है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। इस घटना से क्षेत्र के दुकानदारों में दहशत का माहौल है और स्थानीय सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं।
लखनऊ के बाल विद्या मंदिर सीसे स्कूल, चारबाग में वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजित किया। यह आयोजन विद्यालय के सी.बी गुप्त स्पोर्ट्स हब के मैदान में किया गया , जिसका मुख्य उद्देश्य 'स्वास्थ्य एवं खेल' की भावना को बढ़ावा देना था। इस दौरान बास्केटबॉल, शूटिंग, फुटबॉल, लॉन टेनिस, तीरंदाजी और दौड़ सहित कई खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। कार्यक्रम का उद्घाटन उत्तर प्रदेश पुलिस के रिटायर पूर्व डीजीपी अतुज ने मुख्य अतिथि के रूप में किया। इस अवसर पर अतिथियों ने विद्यालय के संस्थापक सी.बी गुप्त के चित्रों पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। रंग-बिरंगे गुब्बारे छोड़कर और मशाल जलाकर वार्षिक खेलकूद का विधिवत शुभारंभ किया गया। नर्सरी के छात्रों ने म्यूजिकल ड्रिल किया विद्यालय के छात्रों ने स्वागत गीत प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया। इसके बाद प्रबंधक राजेश सिंह ने अपने संबोधन में खेलों के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि खेल न केवल शरीर को स्वस्थ रखते हैं, बल्कि अनुशासन, आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता का भी विकास करते हैं। नर्सरी के छात्रों ने मार्च पास्ट और जूनियर व सीनियर छात्रों की म्यूजिकल ड्रिल ने दर्शकों की खूब तालियां बटोरीं। विजेता प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया नर्सरी और प्राइमरी के बच्चों ने कोन बैलेंसिंग रेस, जंप एंड वॉल रेस, हर्डल रेस और पासिंग द पार्सल जैसी प्रतियोगिताओं में उत्साहपूर्वक भाग लिया। वहीं, जूनियर और सीनियर छात्रों ने 400 मीटर रिले रेस, लोक नृत्य और रस्साकसी को मेडल, प्रमाण पत्र और शील्ड देकर सभी विजेता प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। समापन समारोह के मुख्य अतिथि जय सिंह (आईआईएस), रीजनल पब्लिक ऑफिसर एवं एचओडी, सेंट्रल ब्यूरो ऑफ कम्युनिकेशन,लखनऊ रहे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि खेल हमें ऊर्जावान बनाए रखते हैं और जीवन में सहयोग व टीम भावना सिखाते हैं। अंत में, विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. आर.के पाण्डेय ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया। ये लोग शामिल हुए इस कार्यक्रम में मोतीलाल मेमोरियल सोसाइटी के महामंत्री एवं विद्यालय के प्रबंधक राजेश सिंह, भारत सेवा संस्थान के अध्यक्ष डॉ. अशोक बाजपेयी (पूर्व सांसद, राज्यसभा), डॉ. एस.पी सिंह (पूर्व कुलपति, लखनऊ), एसडी सिंह, डॉ. पंकज मित्तल और सुधीर हलवासिया सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
लखनऊ के देवा रोड स्थित हिमसिटी मांटेसरी स्कूल ने अपना वार्षिक उत्सव विद्यालय परिसर में आयोजित किया। इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों की प्रतिभा, विद्यालय की उपलब्धियों और भारतीय संस्कृति की झलक देखने को मिली।सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत ईश्वर वंदना से हुई। वार्षिकोत्सव 2025-26 की थीम 'हमारी गौरवशाली संस्कृति' थी। छात्रों ने परिवार के महत्व पर आधारित गीतों पर नृत्य प्रस्तुत किए।भारतीय त्योहारों पर आधारित नृत्य प्रस्तुतियां दी गईं।वार्षिक समारोह में लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. एस. एस. चौहान मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। मौलाना आज़ाद उर्दू विश्वविद्यालय के लाइब्रेरियन डॉ. मसीह उद्दीन ख़ां और रक्षा मंत्रालय भारत सरकार के रिटायर वित्त सलाहकार नीरज श्रीवास्तव विशिष्ट अतिथि थे। बच्चों के नृत्य प्रस्तुतियों ने अभिभावकों का ध्यान आकर्षित किया बच्चों ने महिला सशक्तिकरण पर आधारित एक नुक्कड़ नाटक भी प्रस्तुत किया गया। विद्यालय के छोटे बच्चों की नृत्य प्रस्तुतियों ने अभिभावकों का ध्यान आकर्षित किया। छात्राओं ने अवधी भाषा में वैवाहिक गीत भी प्रस्तुत किए।अतिथियों और विद्यालय की प्राचार्य ने वर्ष भर आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं एवं गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया। देश की प्रगति में योगदान देने के लिए प्रेरित किया मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में विद्यालय की शिक्षा प्रणाली और शिक्षा समिति के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने विद्यार्थियों को अपने कौशल का निरंतर विकास कर समाज और देश की प्रगति में योगदान देने के लिए प्रेरित किया।प्रधानाध्यापिका सदफ सिद्दीकी ने विद्यालय की वार्षिक उपलब्धियों की रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने विद्यालय के मूल उद्देश्यों और भविष्य की योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन सुमित कुमार तिवारी और पूजा दुबे ने किया।
ग्वालियर में यातायात एडिशनल एसपी अनु बेनीवाल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में वह एक कार चालक से कहती दिख रही हैं कि तुम्हारे फूफाजी चाहे प्रेसिडेंट हों, चालान तो होगा। यह घटना वाहन चेकिंग के दौरान हुई। एडिशनल एसपी ने जिस कार चालक से यह बात कही, उसकी गाड़ी की जांच की गई। जांच में कार में काली फिल्म लगी पाई गई, साथ ही गाड़ी में बिना अनुमति डंडा रखा हुआ था और उस पर नंबर प्लेट भी नहीं थी। इन उल्लंघनों के लिए यातायात अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई। कार को जब्त कर चालानी कार्रवाई के लिए थाने भेजा गया। यह घटना शनिवार शाम को ग्वालियर के मेडिकल कॉलेज के पास हुई, जहां एडिशनल एसपी अनु बेनीवाल वाहन चेकिंग का निरीक्षण करने पहुंची थीं। यातायात पुलिस द्वारा शहर में बिना नंबर प्लेट वाले वाहनों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा रहा था। इस चेकिंग अभियान के दौरान कुल 172 वाहनों पर चालानी कार्रवाई की गई, जिनसे 86 हजार रुपए से अधिक की राशि वसूली गई है। इस कार्रवाई में झांसी रोड, मेला और कम्पू यातायात थानों ने हिस्सा लिया।
लखनऊ सदर कैंट स्थित हाता रामदास के शिव श्याम मंदिर परिसर में श्रीमद्भागवत कथा चल रही है। कथा के छठवें दिन शनिवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालु कथा सुनने पहुंचे। कथा महोत्सव में आचार्य विष्णुशरण महाराज ने महारास लीला, मथुरा गमन और भगवान श्रीकृष्ण-रुक्मणी विवाह की कथा सुनाई। रुक्मणी विवाह की कथा सुनाते हुए आचार्य विष्णुशरण महाराज ने कहा कि रुक्मणी द्वारा भगवान श्रीकृष्ण को लिखा गया पत्र उनके प्रति अटूट श्रद्धा और विश्वास का जीवंत प्रमाण है। उन्होंने बताया कि किस प्रकार भगवान श्रीकृष्ण ने अधर्मी शिशुपाल के बीच से रुक्मणी का हरण कर उनका वरण किया। यह प्रसंग इस बात का संदेश देता है कि शरणागत की रक्षा करना ही प्रभु का परम धर्म है। कथा के दौरान विवाह के मंगल गीतों, भव्य झांकी और धार्मिक प्रस्तुतियों ने श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। पूरा पंडाल 'जय श्रीकृष्ण' के जयकारों से गूंज उठा और श्रद्धालु भक्ति रस में सराबोर नजर आए।इस अवसर पर राजेन्द्र कुमार पांडे , विजेंद्र अग्रवाल, सतीश अग्रवाल, मोहन अग्रवाल, जवाहर लाल बड़ौदा, बृजमोहन अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।
कानपुर के पनकी थाना क्षेत्र में इंडस्ट्रियल एरिया स्थित गैस प्लांट चौराहे के पास हुए सड़क हादसे में बाइक सवार युवक की मौके पर ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि युवक गलत दिशा से बाइक लेकर जा रहा था, तभी सामने से आ रहे तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने उसे जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि युवक ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया। हादसे की सूचना मिलते ही पनकी पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर शिनाख्त की कोशिश शुरू की। घटनास्थल से एक क्षतिग्रस्त मोटरसाइकिल बरामद हुई, जिसके नंबर के आधार पर बाइक मालिक की जानकारी सामने आई। पुलिस के अनुसार यह बाइक धीरज सिंह पुत्र गजेंद्र सिंह, निवासी पोस्ट भीमसेन, थाना सचेंडी, कानपुर नगर के नाम पर पंजीकृत है। गलत दिशा से आना बना हादसे की वजह पनकी थाना प्रभारी मनोज भदौरिया ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि मृतक बाइक लेकर गलत साइड से आ रहा था। इसी दौरान सामने से आ रहे तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने उसे कुचल दिया। हादसे के बाद वाहन चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से वाहन और चालक की पहचान करने में जुटी है। मोबाइल और बाइक नंबर से हुई शिनाख्त थाना प्रभारी ने बताया कि मृतक के पास मिले मोबाइल फोन और बाइक नंबर के आधार पर उसकी शिनाख्त कर ली गई है। परिजनों को घटना की सूचना दे दी गई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। शिनाख्त और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी।
सोनभद्र रॉबर्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के बिचपई मोहाल में शुक्रवार रात चोरी की एक बड़ी कोशिश नाकाम हो गई। सीसीटीवी अलर्ट और पड़ोसियों की सतर्कता के कारण चोर को रंगे हाथ पकड़ लिया गया और लाखों के आभूषण व नकदी बरामद कर ली गई। जानकारी के अनुसार रॉबर्ट्सगंज के जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थन परिसर के पीछे बिचपई मोहाल निवासी गौरी शंकर पांडेय मां के निधन के चलते अपने पैतृक गांव गए हुए थे।जिससे उनका घर खाली था। शुक्रवार की रात उनके घर पर ताला बंद था। रात डेढ़ बजे के करीब मेन गेट का ताला काटकर चोर घर के अंदर घुसा। उसने दो कमरों के ताले तोड़े और अलमारी में रखे लाखों के आभूषण तथा लगभग दस हजार रुपये नकद चुराने का प्रयास किया। गौरीशंकर के एक बेटे साउथ अफ्रीका में रहते हैं चोरी की इस घटना की जानकारी गौरी पांडेय के बेटे को साउथ अफ्रीका में मिली। घर में लगे सीसीटीवी कैमरों की नोटिफिकेशन तुरंत उनके मोबाइल पर पहुंच गई थी। बेटे ने तत्काल अपनी पत्नी को सूचना दी। पत्नी ने पड़ोसियों को घटना के बारे में बताया। पड़ोसियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए चोर का पीछा किया। उन्होंने चोर को लगभग तीन किलोमीटर दूर चंडी तिराहा से पकड़ लिया। और पुलिस के हवाले कर दिया वही भागने के दौरान चोर छत से कूद गया, जिससे उसके पैर में चोटें आईं। उसे तत्काल राजकीय मेडिकल कॉलेज, सोनभद्र में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने चोरी का सामान, बाइक और नकदी अपने कब्जे में ले ली है। गौरी शंकर पांडेय का परिवार शनिवार भोर में घर लौटा और चोरी के प्रयास को देखकर हैरान रह गया। पुलिस ने सभी संदिग्धों से पूछताछ और जांच के बाद चोरी किए गए आभूषण और नकदी गौरी शंकर पांडेय को वापस कर दिए। पांडेय ने पड़ोसियों की सतर्कता और पुलिस की तत्परता की सराहना की। पुलिस ने बताया कि आरोपी के खिलाफ उचित धाराओं में मामला दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। पड़ोसियों की चौकसी और सीसीटीवी अलर्ट के कारण एक बड़ा नुकसान टल गया।
मेरठ में लड़के को गोली मारी, LIVE VIDEO:बहाने से जंगल ले जाकर युवक ने गोली मारी, घायल
मेरठ के सरधना थाना क्षेत्र में एक किशोर को गोली मारने का लाइव वीडियो सामने आया है। शुक्रवार को नंगला रोड क्षेत्र में हुई इस घटना के वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। आरोप है कि पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेने के बाद कथित तौर पर बिना जांच के छोड़ दिया था। घायल किशोर फहीम, जो सरधना के मोहल्ला घोसियान का निवासी है, ने बताया कि पड़ोस का एक युवक उसे बहाने से जंगल ले गया और वहां गोली मार दी। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि गंभीर घटना के बावजूद पुलिस ने तत्काल सख्त कार्रवाई नहीं की। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रभावशाली व्यक्तियों के दबाव में मामले को कमजोर करने का प्रयास किया गया। घटना का लाइव वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामला और गंभीर हो गया। वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है कि एक युवक तमंचा निकालकर किशोर फहीम पर सीधे गोली चलाता है। इस वीडियो के सामने आने के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया और पुलिस की निष्पक्षता पर सवाल उठने लगे। इलाके के लोगों का मानना है कि यदि घटना का वीडियो वायरल नहीं होता, तो शायद इस मामले को दबा दिया जाता। आरोप है कि आरोपी घटना के बाद भी खुलेआम घूम रहा है। इस मामले में एसपी देहात आईपीएस अभिजीत सिंह ने आरोपों को निराधार बताया है, लेकिन कहा कि फिर भी जांच की जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि पीड़ित पक्ष की ओर से कोई लिखित शिकायत नहीं मिली थी, इसके बावजूद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कर लिया है और उसकी तलाश जारी है।
कानपुर के रावतपुर थाना क्षेत्र में सोशल मीडिया के जरिए नाबालिग किशोरी को प्रेम जाल में फंसाकर भगा ले जाने वाले आरोपी युवक को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने इंस्टाग्राम के माध्यम से किशोरी से दोस्ती की थी और बहला-फुसलाकर उसे अपने साथ ले गया था। पुलिस ने किशोरी को सकुशल बरामद कर आरोपी को जेल भेज दिया है। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपी मोहन निषाद (20), निवासी अरमापुर, पिछले करीब एक साल से किशोरी के संपर्क में था। दोनों के बीच इंस्टाग्राम पर लगातार चैटिंग होती थी। शुक्रवार को मोहन ने किशोरी को मिलने के बहाने अरमापुर बुलाया और वहां से उसे अपने साथ लेकर फरार हो गया। परिजनों की तहरीर पर दर्ज हुआ मुकदमा जब किशोरी घर नहीं लौटी तो परिजनों ने रावतपुर थाने में तहरीर दी। परिजनों ने मोहन निषाद पर बेटी को बहला-फुसलाकर ले जाने का आरोप लगाया। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अपहरण सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी। सर्विलांस से मिला सुराग पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों और सर्विलांस टीम की मदद से आरोपी की तलाश शुरू की। मोबाइल लोकेशन और सोशल मीडिया अकाउंट ट्रैक कर शनिवार को पुलिस ने मोहन निषाद को गिरफ्तार कर लिया। उसकी निशानदेही पर किशोरी को भी सकुशल बरामद कर लिया गया। थाना प्रभारी रावतपुर ने बताया कि किशोरी को परिजनों के सुपुर्द करने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। आरोपी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र द्वारा आयोजित द्वितीय प्रतिष्ठा द्वादशी समारोह में मोहित शेवानी व उनके समूह द्वारा 'गाथा श्री राम की' कार्यक्रम का अंगूठा मंचन होगा| आक्रांताओं द्वारा तहस-नहस की गई अयोध्या में प्रभु श्रीराम की पुन र्प्रतिष्ठा के लिए किस तरह संघर्ष व बलिदान हुए, गाथा की रोमांचकारी प्रस्तुति होगी। श्री राम मंदिर मात्र मंदिर नहीं, बल्कि एक यात्रा है कार्यक्रम को मोहक बनाने के लिए आधुनिक तकनीक व एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) का भी सहारा लिया गया है।मोहित शेवानी के अनुसार 22 जनवरी 2024 के उस ऐतिहासिक दिन जब पूरे विश्व के सनातन धर्मियों ने ऐसे क्षण जिया था, जिसका इंतज़ार कई सदियों का था। अयोध्या का श्री राम मंदिर मात्र मंदिर नहीं, बल्कि एक यात्रा है। ये एक अंतर्भावना है, जो हर एक भारतीय के धामनियों में खून बनकर दौड़ता आ रहा है।मान्यता है कि उज्जैन के प्रतापी राजा विक्रमादित्य श्रीराम जन्मभूमि को प्रणाम करने आए और सरयू के निकट पहुंचे। उन्हें राम जन्म का ठीक स्थान पता नहीं था| तभी उन्होंने देखा कि एक काले घोड़े पर सवार काला व्यक्ति सरयू में स्नान करने आया। स्नान करते ही वह और घोड़ा दोनों उजले हो गए।महाराज ने हाथ जोड़कर पूछा, प्रभु, आप कौन हैं और यह चमत्कार कैसे हुआ? व्यक्ति ने बताया, मैं तीर्थराज प्रयाग हूँ। लोग मुझमें अपने पाप धोते हैं, जिससे मेरा रंग काला हो जाता है। सरयू में स्नान करने से मैं फिर से स्वच्छ हो जाता हूँ। महाराज विक्रमादित्य ने पूछा, हे तीर्थराज, मैं यहाँ श्रीराम जन्मस्थान को ढूंढ़कर वहाँ पूजन करना चाहता हूँ और एक राम मंदिर बनवाना चाहता हूँ। परंतु ठीक जन्मस्थान का पता कैसे मिलेगा? जहाँ यह गाय के चारों थनों से अपने आप दूध बहने लगे, वही श्रीराम जन्मस्थान हैतीर्थराज ने कहा, इस प्रश्न का उत्तर काशी विश्वनाथ धाम में मिलेगा। यह कहकर वे चले गए। महाराजा विक्रमादित्य काशी पहुँचे। वहाँ एक ब्राह्मण मिला, कहते हैं कि वे स्वयं शिव थे। ब्राह्मण के पास एक गाय थी। उन्होंने कहा, राजन, आप यह गाय अयोध्या ले जाइए। जहाँ यह गाय के चारों थनों से अपने आप दूध बहने लगे, वही श्रीराम जन्मस्थान है। महाराज विक्रमादित्य ने ऐसा ही किया और जन्मस्थान का पता लगा लियामहाराज विक्रमादित्य ने ऐसा ही किया और जन्मस्थान का पता लगा लिया। उन्होंने वहाँ पूजन कर एक भव्य राम मंदिर बनवाया, जो इतिहास का पहला श्रीराम मंदिर कहलाया। अयोध्या फिर से धर्मनगरी बन गई। उन्होंने 250 से अधिक मंदिर भी बनवाए। श्रीराम मंदिर की सुंदरता और भव्यता देखने लायक थी। दूर-दूर से भक्त अयोध्या आने लगे, जैसे रामराज्य वापस आ गया हो।लेकिन जिस तरह श्री राम को अपने जीवन में संघर्षों का सामना करना पड़ा, उसी तरह उनके भक्त भी श्रीराम जन्मस्थान के लिए संघर्षों की पटरी पर चल पड़े थे ! ऐसे ही संघर्ष की शुरुवात हुई। लेकिन इस युद्ध में राजा महताब सिंह बलिदान हो गए1526 में बाबर ने सेनापति मीर बाक़ी द्वारा हमला करवा कर श्रीराम मंदिर को ध्वस्त करवा दिया और वहाँ मस्जिद का निर्माण करवा दिया, जिसे कालान्तर में विवादित ढांचा कहा गया। भीटी रियासत के राजा महताब सिंह ने जन्मस्थान की मुक्ति के लिए मीर बाक़ी की सेना से एक बड़ा युद्ध लड़ा लेकिन इस युद्ध में राजा महताब सिंह बलिदान हो गये। उसके बाद हंसवर के राजा रणविजय सिंह ने जन्मस्थान मुक्ति के लिए बाबर की सेना से युद्ध किया लेकिन राजा रणविजय को भी अपने प्राणों का उत्सर्ग करना पड़ा। संत बलरामाचार्य ने जन्मभूमि मुक्ति के लिए संघर्ष जारी रखा1556 में अकबर राजा बना। उसके निकट बीरबल और राजा टोडरमल थे। संत बलरामाचार्य ने जन्मभूमि मुक्ति के लिए संघर्ष जारी रखा। संतों ने बीरबल और टोडरमल से मिलकर जन्मभूमि मुक्ति की मांग की।1600 में अकबर ने मंदिर परिसर में हिन्दुओं को पूजा के लिए चबूतरा दिया और हनुमान गढ़ी में 6 बीघा जमीन भी दी। यह संघर्ष की जीत थी, न कि अकबर की दया। इसके बाद जहाँगीर और शाहजहाँ के समय अयोध्या में शांति रही और हिन्दुओं का पूजा-पाठ जारी रहा। फिर औरंगज़ेब आया, जिसने अयोध्या पर हमला किया। बाबा वैष्णव दास, कुँवर गोपाल सिंह और ठाकुर जगदेव सिंह के नेतृत्व में साधुओं ने डटकर मुकाबला किया। 30 युद्ध हुए, लेकिन संतों ने अधिकतर में मुगलों को हराया गुरु गोविंद सिंह की भेजी सिख सेना ने भी मदद की। 30 युद्ध हुए, लेकिन संतों ने अधिकतर में मुगलों को हराया। अंत में औरंगज़ेब ने पूजा पर रोक लगा दी, पर हनुमान गढ़ी साधुओं के कब्जे में रही। 1707 में औरंगज़ेब की मृत्यु के बाद साधुओं ने चबूतरे पर पूजा फिर शुरू कर दिया। मराठा राजा मल्हार राव और सदाशिव राव भाऊ ने भी अयोध्या की भूमि की मांग कीनवाबों के दौर में भी संघर्ष जारी रहा। नवाब सफ़दर जंग ने अभयराम दास जी की मदद से हनुमान गढ़ी की सुरक्षा की और मंदिरों का पुनर्निर्माण करवाया। मराठा राजा मल्हार राव और सदाशिव राव भाऊ ने भी अयोध्या की भूमि की मांग की, पर पानीपत की लड़ाई में विजय न हासिल करने के कारण उनकी मांग पूरी नहीं हुई। 1784 में माता अहिल्याबाई होल्कर अयोध्या आईं 1784 में माता अहिल्याबाई होल्कर, जो सनातन संस्कृति की महान जीर्णोद्धारक थीं, अयोध्या आईं। उन्होंने त्रेता का राम मंदिर और सरयू के किनारे कई घाटों का जीर्णोद्धार करवाया। इससे अयोध्या में पुनः रंगत लौट आई और श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ गई। 25 साल बाद अगले नवाब ने फिर पूजा पर पाबंदी लगा दी। मकरही के राजा के नेतृत्व में कई राजाओं ने मिलकर हमला किया और परिसर को अपने कब्जे में ले लिया। नवाब ने बाद में विशाल सेना के साथ हमला किया, जिसमें राजाओं और हिन्दू नागरिकों का भारी नरसंहार हुआ। यह अयोध्या के इतिहास का एक काला अध्याय था।1856 में अंग्रेजी हुकूमत ने अयोध्या को अपने कब्जे में ले लिया और परिसर को दो भागों में बाँटते हुए एक बाड़ा लगा दिया। मस्जिद वाले भाग में, जो की वास्तव में जन्म स्थान था, मुसलमानों को नमाज पढ़ने की इजाजत दी गई और चबूतरे वाले भाग में हिन्दुओं को पूजा की। चबूतरा जन्मस्थान नहीं था, जो सटीक जन्मस्थान था, वहाँ तब मस्जिद थी। रामलला को लगभग 150 वर्षों तक प्रतीक्षा करनी पड़ी।1949 की 22 और 23 दिसम्बर की आधी रात को एक बड़ी घटना हुई। रामलला की मूर्ति वास्तविक गर्भगृह, में प्रकट हुई।इस तरह लगभग 75 मिनट की मंचित गाथा श्रीराम की एआई के माध्यम से मंचित दृश्यों को पीछे के परदे पर भी चित्रित करेगा।गाथा के मुख्य बिंदु*भगवान श्री राम के बाद अयोध्या का क्या हुआ?*कौन थे राजा वृहदबल जिनके बाद अयोध्या सूनी सूनी हो गई?*कलयुग में सबसे पहले किसने और कैसे ढूँढा सटीक जन्मस्थान ?*किसने बनवाया श्रीराम जन्मभूमि मंदिर ?*बाबर ने क्यों तोड़ा राम मंदिर ?*मुग़ल काल में क्या क्या हुआ?*नवाबों के काल में क्या क्या हुआ?*लाखों हिन्दू कैसे मार दिए गए?*संघर्ष में साधुओं का क्या योगदान रहा ?*अंग्रेज़ों के काल में क्या क्या हुआ?*कैसे आज़ादी के बाद अचानक प्रकट हुए रामलला ?*1949 से ले कर क्या क्या राजनीतिक उथल-पुथल हुई? कैसे जीता मंदिर पक्ष?गाथा में समाहित है ह्रदय बैंड एक ऐसा बैंड है जिसने भक्ति गीतों, दोहों, मानस की चौपाइयों और छन्दों की प्रस्तुति पर कौशल प्राप्त किया। मार्मिक दोहों के गायन से संवेदनाओं को झकझोर देने वाले हृदय बैंड की साधना इस प्रस्तुति में साफ़ दिखाई देती है। ध्वनि के नवीनतम तकनीकों और आर्टिफिशियल इंटेलिजेन्स के माध्यम से प्रस्तुति में दिए जाने वाले विभिन्न साउंड इफ़ेक्ट के माध्यम से गाथा की रोचकता को एक नई दिशा मिलती है।प्रबुद्ध सौरभ बॉलीवुड लेखक एवं गीतकार प्रबुद्ध सौरभ ने इस गाथा का शोध व पटकथा लेखन किया है। इतिहास और आध्यात्म के क्षेत्र में कई शोधपरक कामों को करने के लिए विख्यात प्रबुद्ध सौरभ ने इस पटकथा में हज़ारों वर्षों के संघर्ष के सभी महत्वपूर्ण पड़ावों को उजागर किया है। कहानी के हर उतार चढ़ाव को इतनी रोचकता से लिखा गया है कि श्रोता पलक तक झपकाना नहीं चाहते।मोहित शेवानी मोहित शेवानी एक अभिनेता और वक्ता हैं जो पिछले एक दशक से अधिक समय में पूरी दुनिया में बतौर अभिनेता, वक्ता, सूत्रधार और संचालक के तौर पर प्रस्तुति दे चुके हैं। पूरी गाथा को रोचक, रोमांचक और संवेदनशील तरीके से प्रस्तुत करने का उत्तरदायित्व मोहित शेवानी पर है। मोहित अपने वाचन कौशल से संवेदना के वाक्यों पर आँसू निकलवा देने, शौर्य के वाक्यों पर भुजाएँ फड़का देने, रोचक बातों पर रोमांच करवा देने और महत्वपूर्ण बातों को याद करवा देने की क्षमता रखते हैं जो इस प्रस्तुति में समय-समय पर परिलक्षित होता है।
लखनऊ में गोविंद अस्पताल के पास युवक पर हमला:कई हमलावर नामजद, पुलिस जांच जारी
लखनऊ के आशियाना थाना क्षेत्र में देवीखेड़ा निवासी विवेक प्रताप सिंह पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया। उन्हें बेरहमी से पीटा गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। यह घटना 17 दिसंबर 2025 की रात करीब 9:30 बजे गोविंद अस्पताल के पास हुई। विवेक प्रताप सिंह वहां चाय पी रहे थे, तभी अवनीश सिंह, अभिषेक सिंह और प्रखर अग्निहोत्री के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो रही थी। विवेक प्रताप सिंह जब बीच-बचाव करने पहुंचे, तो अचानक 10-15 लोग वहां आ गए और उन्हें गाली-गलौज व धमकियां देने लगे। इसके बाद तीन गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंचीं, जिनसे करीब 15-20 लोग उतरे। इनमें प्रशांत सिंह, युवराज सिंह, देवांश त्रिवेदी, ईशान रस्तोगी और कान्हा शामिल थे। इन लोगों ने विवेक सिंह को बुरी तरह पीटा, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। गंभीर हालत में विवेक को पहले लोकबंधु अस्पताल ले जाया गया, जहां से उन्हें PGI ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया। उपचार के बाद पीड़ित ने आशियाना थाने में तहरीर दी है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर जांच शुरू कर दी है।
मेरठ: ट्रक ने बाइक सवार तीन दोस्तों को कुचला:कंकरखेड़ा हाईवे पर हादसा, सीसीटीवी फुटेज में कैद
मेरठ-करनाल हाईवे पर गुरुवार रात एक तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक सवार तीन दोस्तों को कुचल दिया। कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र में हुए इस हादसे में तीनों युवकों की मौत हो गई। घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। देर रात हुए इस हादसे में पोहल्ली गांव निवासी आशु, आदी और हापुड़ निवासी बेदू बाइक पर सवार थे। एक तेज रफ्तार ट्रक ने उन्हें टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि आदी और बेदू की मौके पर ही मौत हो गई। गंभीर रूप से घायल आशु को अस्पताल ले जाया गया, जहां शुक्रवार तड़के करीब चार बजे उसने भी दम तोड़ दिया। तीनों युवक आपस में दोस्त थे और एक साथ यात्रा कर रहे थे। हादसे का सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद मृतकों के परिवारों में गहरा शोक छा गया। परिजनों का दुखद स्थिति में होना स्वाभाविक है, और गांवों में मातम पसरा हुआ है। फुटेज में घटना की भयावहता स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने शुक्रवार शाम को ट्रक चालक को गिरफ्तार कर लिया था। आरोपी चालक को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। यह हादसा एक बार फिर तेज रफ्तार और लापरवाही से वाहन चलाने के गंभीर परिणामों को रेखांकित करता है। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है।
प्रयागराज में नारी शक्ति को जगाने और उन्हें सशक्त बनाने के उद्देश्य से सनातनी प्रचारक हर्षा रिछारिया ने 'शक्ति सृजन एक यात्रा' कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसका आयोजन श्री रामलीला कमेटी कटरा में किया गया। अभियान का उद्देश्य युवाओं में जागरूकता फैलाना और प्रत्येक नारी-बेटी के अंदर विराजमान दैवीय शक्ति को जागृत करना है। कार्यक्रम के दौरान मुख्य वक्ता सनातनी प्रचारक हर्षा रिछारिया ने कहा कि आज का युवा धर्म, परिवार और जीवन से भटक रहा है। यह यात्रा उन्हें सकारात्मक रास्ते पर लाने का प्रयास है। देश की वीरांगनाओं पर चर्चा हुई कार्यक्रम में दुर्गा सप्तशक्ति की कथाओं के साथ देश की वीरांगनाओं पर चर्चा हुई। रानी पद्मावती का जौहर, रानी दुर्गावती, झलकारी बाई व रानी लक्ष्मीबाई के बलिदान को याद किया गया। उन्होंने जोर दिया कि ये वीरांगनाएं धर्म परिवर्तन या आत्मसमर्पण चुन सकती थीं। लेकिन उन्होंने देश, धर्म, परिवार व मान-सम्मान को प्राथमिकता दी। हम उनकी संतानें हैं। फिर भी नशा, भटकाव व धर्मांतरण फैला रहे हैं। नारी शक्ति पर गहन संदेश दिया गया। यहां से शुभ कार्य शुरू होते हैं प्रयागराज को प्रारंभिक स्थल चुनने का कारण इसकी पवित्रता बताया। भगवान राम व संतों की तपभूमि, माघ मेला का केंद्र यहां से शुभ कार्य शुरू होते हैं।अगर 50 कार्यक्रमों से 5 युवा सही दिशा पकड़ लें, तो जीवन उद्देश्य सिद्ध माघ मेले में भी ऐसे आयोजन की इच्छा जताई। कल यह यात्रा कौशांबी पहुंचेगी। कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि उदयभान करवरिया, विशिष्ट अतिथि खुशबू निषाद के साथ अन्य अतिथियों के साथ बड़ी संख्या में महिलाएं, बच्चे और युवा मौजूद रहे।
मेरठ में आश्रयहीनों को शीतलहर से बचाने के लिए एक निशुल्क वाहन सेवा का शुभारंभ किया गया है। यह पहल दीनदयाल उपाध्याय–राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (डीएवाई–एनयूएलएम) के तहत संचालित आश्रय गृहों तक जरूरतमंदों को पहुंचाने के उद्देश्य से की गई है। इस सेवा का विधिवत शुभारंभ टाऊनहाल घण्टाघर, मेरठ से नगर आयुक्त श्री सौरव गंगवार (आईएएस), राष्ट्रपति पदक से अलंकृत सरबजीत सिंह कपूर, ठाकुर कृष्ण कुमार सिंह, परियोजना अधिकारी पंकज कुमार और तस्वीर सिंह चपराना ने हरी झंडी दिखाकर किया। इस निशुल्क वाहन सेवा का मुख्य उद्देश्य ठंड के मौसम में फुटपाथों पर जीवन यापन कर रहे लोगों को सुरक्षित रूप से मंगतपुरा (दिल्ली रोड) और शंकर नगर फेज–2, बराल परतापुर स्थित आश्रय गृहों तक पहुंचाना है। इसका लक्ष्य किसी भी प्रकार की ठंडजनित दुर्घटना को रोकना और जरूरतमंदों को सुरक्षित तथा गरिमापूर्ण रात्रि विश्राम उपलब्ध कराना है। यह पहल न केवल सामाजिक संवेदनशीलता का प्रतीक है, बल्कि समाज के कमजोर वर्ग के प्रति प्रशासन और सामाजिक संस्थाओं की संयुक्त जिम्मेदारी को भी दर्शाती है। कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रपति पदक से अलंकृत सरबजीत सिंह कपूर ने की। नगर आयुक्त सौरव गंगवार ने आश्रयगृह संचालन संस्था विश्व विकास संकल्प संस्थान की इस पहल को समाज के लिए अत्यंत आवश्यक एवं प्रेरणादायक बताया। अति विशिष्ट अतिथि के रूप में ठाकुर कृष्ण कुमार सिंह ने कहा कि यह निःशुल्क वाहन सेवा आश्रयहीनों के लिए वरदान साबित होगी। इस अवसर पर प्रोफेसर देवेश शर्मा, गुलबीर पूर्व पार्षद, मुनीष पटेल, डॉ. अशोक कुमार, प्रधानाचार्य संजीव नागर, कर्मवीर सिंह प्रधान, जयचंद मुखिया, डॉ. विपिन त्यागी, मोहनलाल पटेल, पूर्व पार्षद सुरेंद्र भड़ाना, अंशिका और गौतम प्रजापति सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन श्री तस्वीर सिंह चपराना द्वारा प्रभावी ढंग से किया गया।
बड़ागांव थाना क्षेत्र के इदिलपुर गांव में शुक्रवार रात शराब पीने को लेकर हुई कहासुनी में एक युवक की हत्या कर दी गई। भेलखा गांव निवासी अश्वनी सिंह उर्फ मोनल (23) अपने मित्र इदिलपुर निवासी मोहित पटेल के घर मुर्गा खाने गया था। इसी दौरान शराब को लेकर उसकी इदिलपुर के ही रहने वाले लवकुश पटेल उर्फ लालू से बहस हो गई। बताया जा रहा है कि बात बढ़ने पर दोनों में हाथापाई हुई और गुस्से में अश्वनी ने लवकुश के मारा पीटा और बहन की गाली भी दी। यही बात लवकुश को नागवार गुजरी और उसने बदला लेने की ठान ली। मुर्गा खाकर लौटते समय बगीचे में घात लगाकर हमला मोहित ने बताया कि कहासुनी के बाद लवकुश पटेल अपने भाई और दोस्तों के साथ इदिलपुर व प्रतापपट्टी के बीच स्थित बगीचे में पहुंच गया और अश्वनी के लौटने का इंतजार करने लगा। रात में जब अश्वनी मुर्गा खाने के बाद अपने घर जा रहा था। इसी दौरान पहले से घात लगाए बैठे लवकुश पटेल, अर्जुन पटेल, आर्यन पटेल समेत उनके साथियों ने उसे घेर लिया। सभी ने मिलकर उसके साथ मारपीट की। इस दौरान किसी एक आरोपी ने चाकू से वार कर दिया, जिससे अश्वनी गंभीर रूप से घायल होकर सड़क किनारे गिर पड़ा। चाकू मारने के बाद सभी मौके से फरार हो गए। शोर सुनकर स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे। मोहित पटेल द्वारा इसकी सूचना अश्वनी के परिजनों को दी गई और सभी अश्वनी को लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी होने के बाद हड़कंप मच गया। पोस्टमॉर्टम हो जाने के बाद शव परिजनों को मिला रात में ही डीसीपी आकाश पटेल, एसीपी प्रतीक कुमार के साथ पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। जांच के बाद मृतक का शव कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। शनिवार को पोस्टमॉर्टम हो जाने के बाद शव परिजनों को मिला। उसके बाद परिजनों ने अंतिम संस्कार कर दिया। मुख्य आरोपी गिरफ्तार, अन्य की तलाश जारीइस मामले में रात में ही मृतक के भाई सोनल सिंह की तहरीर पर पुलिस ने तीन नामजद और एक अज्ञात आरोपी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया था। मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस टीम द्वारा आरोपियों की तलाश की जा रही थी। इसी दौरान शनिवार देर शाम मुख्य आरोपी लवकुश पटेल उर्फ लालू को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी से पूछताछ की जा रही है, जबकि अन्य फरार आरोपियों की तलाश में लगातार दबिश दी जा रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही पूरे मामले का खुलासा कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
लखनऊ में छात्रा को धमकी, मारपीट का आरोप:परिवार ने आरोपी पर कार्रवाई की मांग की
लखनऊ के आशियाना थाना क्षेत्र से एक मामला सामने आया है, जहां एक छात्रा और उसके परिवार ने रुचिखंड निवासी नितेश सिंह पर धमकाने, गाली-गलौज करने और मारपीट का गंभीर आरोप लगाया है। पीड़ित छात्रा बीएएलएलबी की पढ़ाई कर रही है। छात्रा के पिता ने आशियाना थाने में तहरीर दी है। तहरीर के अनुसार, आरोपी नितेश सिंह लगातार छात्रा को फोन पर अभद्र संदेश भेजकर परेशान कर रहा था। परिवार का आरोप है कि आरोपी ने छात्रा को शिकायत करने या घरवालों को बताने पर जान से मारने की धमकी दी थी। 28 नवंबर 2025 को नितेश सिंह अपने साथियों के साथ छात्रा के घर पहुंचा और वहां धक्का-मुक्की व मारपीट की। इसके बाद जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गया। घटना के बाद से छात्रा मानसिक दबाव में है और परिजन भयभीत है। परिवार ने आशंका जताई है कि आरोपी किसी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकता है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने मामले की तहरीर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
इंदौर में स्कूल शिक्षा विभाग के ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (BEO) कार्यालय में गबन का मामला सामने आया है। इसमें सरकारी खजाने से 2.87 करोड़ राशि का गबन कर उसे अपने नजदीकी लोगों के बैंक खातों में पहुंचा दिया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर शिवम वर्मा ने इसकी जांच संयुक्त संचालक, कोष एवं लेखा, इंदौर को सौंपी है। जांच प्रतिवेदन प्राप्त होने के बाद SOP के प्रावधानों के तहत संबंधितों के विरुद्ध कठोर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। आयुक्त कोष एवं लेखा, भोपाल द्वारा निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) के अनुसार गबन से जुड़े लगभग 150 खातों को फ्रीज किया जा चुका है। शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि कार्यालय से जुड़े कुछ कर्मचारियों ने योजनाओं की सरकारी राशि को अपने जान-पहचान वालों के खातों में ट्रांसफर किया और फिर उसे निकाल लिया। बताया जा रहा है कि इस गबन का तरीका पहले कलेक्टर कार्यालय में सामने आए गबन कांड से मिलता-जुलता है। इससे आशंका गहराती जा रही है कि यह कोई संगठित अपराध हो सकता है। यह गड़बड़ी वर्ष 2018 से 2025 के बीच की बताई जा रही है। इंदौर विकासखंड कार्यालय से अनुदान, छात्रवृत्ति और जीपीएफ मद में प्राप्त होने वाली राशि का दुरुपयोग किया गया।
मनरेगा का नाम बदलकर ‘विकसित भारत– जी राम जी’ किए जाने को लेकर सियासी घमासान तेज है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंत्री की सहमति के बिना मनरेगा का नाम बदल दिया। राहुल गांधी के इस बयान पर केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में पलटवार करते हुए कहा है कि कांग्रेस के शासनकाल में मनरेगा भ्रष्टाचार के दलदल में फंसी थी, जिसे मोदी सरकार ने पारदर्शिता और जवाबदेही के साथ सुधारा है। सबसे पहले राहुल गांधी का बयान पढ़िए...कांग्रेस कार्य समिति की बैठक के बाद लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मनरेगा योजना का नाम बदलकर विकसित भारत–गारंटी फॉर रोजगार और आजीविका मिशन (VB-G RAM G) किया गया, वह कैबिनेट या संबंधित मंत्री (ग्रामीण विकास मंत्री) से सलाह लिए बिना लिया गया फैसला है। उन्होंने इसे “वन-मैन शो” बताया और आरोप लगाया कि यह कदम संविधान और संघीय ढांचे पर हमला है। राहुल ने ये भी कहा- नाम बदलने सहित योजना का ढांचा बदलने का निर्णय सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) से लिया गया है। इसके लिए मंत्रियों और कैबिनेट की सहमति नहीं ली गई। यह फैसला गरीबों, राज्यों और पंचायतों के अधिकारों को कमजोर करेगा। कांग्रेस 5 जनवरी से ‘मनरेगा बचाओ अभियान’ चलाकर इसका विरोध करेगी। शिवराज का पलटवार- कांग्रेस ने मनरेगा को भ्रष्टाचार का अड्डा बनाया केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राहुल गांधी के आरोपों पर जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस शासन में मनरेगा भ्रष्टाचार के दलदल में फंसी योजना बन गई थी। उन्होंने कहा कि फर्जी जॉब कार्ड, बिना काम भुगतान और दलालों का बोलबाला कांग्रेस काल की पहचान थी, जबकि मोदी सरकार ने पारदर्शिता, जवाबदेही और तकनीक के जरिए व्यवस्था को साफ किया है। नाम नहीं, व्यवस्था बदली: “हमने मजदूरों के अधिकार मजबूत किए” शिवराज सिंह ने कहा कि विपक्ष केवल नाम बदलने का शोर मचा रहा है, जबकि हकीकत यह है कि नई ‘विकसित भारत–जी राम जी’ व्यवस्था में मजदूरों के अधिकार पहले से ज्यादा मजबूत हुए हैं। उन्होंने बताया कि 100 दिन की जगह 125 दिन की वैधानिक रोजगार गारंटी दी गई है। समय पर काम न मिलने पर अनिवार्य बेरोजगारी भत्ता और मजदूरी में देरी पर विलंबित भुगतान का प्रावधान किया गया है। यह सब मजदूरों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए किया गया है। “कांग्रेस की राजनीति, मजदूरों की नहीं चिंता” शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस के पास न नीयत थी, न नीति। मनरेगा का बजट वही काटते थे, मजदूरी वही रोकते थे और आज घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने मनरेगा को चुनावी हथियार बनाया, जबकि मोदी सरकार ने इसे मजदूरों का अधिकार बनाया। ग्राम सभा और पंचायत को और ताकत, खत्म हुआ ऊपर से आदेश राहुल गांधी के पंचायत अधिकार कमजोर होने के आरोप पर शिवराज ने कहा कि यह पूरी तरह भ्रामक है। उन्होंने स्पष्ट किया कि काम की पहचान ग्राम सभा में होगी। निगरानी और सामाजिक अंकेक्षण स्थानीय स्तर पर अनिवार्य होगा। फैसले ऊपर से नहीं, गांव से किए जाएंगें। उन्होंने कहा कि यह असली ग्राम स्वराज है, न कि कागजी नारा। “मजदूरों को खैरात नहीं, सम्मानजनक अधिकार” शिवराज सिंह ने कहा कि सरकार का उद्देश्य मजदूरों को दया या खैरात देना नहीं, बल्कि सम्मानजनक रोजगार, सुरक्षित कार्य परिस्थितियां, पारदर्शी और समयबद्ध भुगतान, स्थायी आजीविका देना है। उन्होंने कहा कि नई व्यवस्था में मजदूर अपने ही गांव में काम, सम्मान के साथ मजदूरी और कानूनी सुरक्षा पाएगा। गांधी के नाम पर राजनीति नहीं, गांधी के विचारों पर नीति मनरेगा से गांधी जी का नाम हटाने के आरोपों पर शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस ने गांधी जी के नाम का इस्तेमाल किया, हमने गांधी जी के विचारों को लागू किया। उन्होंने कहा कि नई व्यवस्था ग्राम स्वराज, आत्मनिर्भरता, श्रम के सम्मान और जनभागीदारी जैसे गांधीवादी सिद्धांतों पर आधारित है। यह अधिनियम गांधी जी के विचारों को व्यवहार में उतारने का प्रयास है, न कि राजनीतिक नारा। कांग्रेस मनरेगा का नाम 'VB-जी राम जी' करने का विरोध करेगी कांग्रेस मनरेगा का नाम 'VB-जी राम जी' करने का देशव्यापी विरोध करेगी। 5 जनवरी से इसके खिलाफ अभियान चलाया जाएगा। यह जानकारी शनिवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने दी। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा- मनरेगा सिर्फ योजना नहीं थी, यह अधिकारों का सिद्धांत था। यानी इससे देश के करोड़ों लोगों को मिनिमम वेज (न्यूनतम आय) मिलती थी। मनरेगा बंद करना डायरेक्ट राइट बेस्ड के कॉन्सेप्ट पर आक्रमण है। ये जो पैसा लिया जा रहा है, वो राज्यों से छीनकर केंद्र सरकार ले रहा है। ये पावर और फाइनेंस का कॉन्ट्रेक्शन है। ये फैसला सीधे पीएम हाउस से लिया गया है। यहां पढ़ें पूरी खबर...
बरेली में साइबर ठगी के एक बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ है। प्रेमनगर थाना क्षेत्र के शाहबाद निवासी ड्राइवर नदीम खान का बैंक खाता कथित तौर पर साइबर अपराधियों द्वारा ‘म्यूल अकाउंट’ के रूप में इस्तेमाल किया गया। इस खाते के जरिए महज पांच महीने में 1.22 करोड़ रुपए का संदिग्ध यूपीआई लेन-देन किया गया। जांच में सामने आया है कि नदीम के इंडियन ओवरसीज बैंक खाते में 20 जून से 3 नवंबर 2025 के बीच करीब 61.94 लाख रुपए जमा किए गए, जबकि लगभग 60.82 लाख रुपए निकाले गए। इतनी बड़ी रकम के लेन-देन के बावजूद न तो बैंक को इसकी जानकारी दी गई और न ही पुलिस में कोई शिकायत दर्ज कराई गई। इससे खाताधारक की भूमिका पर संदेह गहराता जा रहा है। नेशनल क्राइम रिपोर्ट पोर्टल पर नदीम के इस बैंक खाते से जुड़ी कुल 17 शिकायतें दर्ज हैं। इससे साफ है कि इस खाते का इस्तेमाल देश के अलग-अलग हिस्सों में हुई साइबर ठगी की रकम के लेन-देन में किया गया। साइबर सेल की जांच में बारादरी थाना क्षेत्र के तलैया जोगी नवादा निवासी मुस्तकीम का नाम भी सामने आया है। बताया जा रहा है कि मुस्तकीम नदीम का दोस्त है। आशंका जताई जा रही है कि इस नेटवर्क के जरिए अन्य लोगों के बैंक खातों का भी इस्तेमाल किया गया हो सकता है। साइबर सेल प्रभारी सब इंस्पेक्टर अक्षय त्यागी ने बताया कि ऐसे मामलों में खाताधारक की भूमिका बेहद अहम होती है। उन्होंने कहा कि यदि किसी खाते में संदिग्ध रकम आती है और इसकी सूचना संबंधित एजेंसियों को नहीं दी जाती, तो इसे अपराध में सहमति माना जा सकता है। फिलहाल पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है और पूछताछ के दौरान अन्य नाम सामने आने की संभावना है। पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि वे किसी के कहने पर अपना बैंक खाता, यूपीआई डिटेल या ओटीपी साझा न करें। थोड़े से लालच में आकर खाता देना गंभीर कानूनी परेशानी का कारण बन सकता है।
आगरा के अकोला ब्लॉक की ग्राम पंचायत गामरी निवासी भारतीय नौसेना के जवान अभिषेक कुमार (28) का शुक्रवार को मुंबई में आकस्मिक निधन हो गया। वह अप्रैल 2020 में नौसेना में भर्ती हुए थे और मुंबई के कोलाबा में 'लॉन्ग वन' के पद पर तैनात थे। शनिवार शाम करीब 3 बजे अभिषेक कुमार का पार्थिव शरीर तिरंगे में लपेटकर सैन्य वाहन से उनके पैतृक गांव गामरी स्थित आवास पर लाया गया। अंतिम दर्शन के लिए हजारों की संख्या में लोग उमड़ पड़े, जिनमें क्षेत्रीय लोगों के साथ सैकड़ों महिलाएं भी शामिल थीं। शाम करीब 5 बजे पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। पार्थिव शरीर का ताबूत खुलते ही परिवार में शोक छा गया। उनकी पत्नी भावना, पिता लाखन सिंह, बहनें स्नेहा और सोनम, तथा मां सुनीता देवी सहित पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल था। चचेरे भाई सचिन ने उन्हें मुखाग्नि दी। अभिषेक कुमार अपने तीन भाई-बहनों में सबसे छोटे और परिवार के इकलौते बेटे थे। उनका निधन परिवार के लिए एक बड़ा सदमा है। अभिषेक की शादी 1 नवंबर को थाना कागारौल क्षेत्र के बीसलपुर गांव की 22 वर्षीय रेनू उर्फ भावना से हुई थी। अभिषेक के निधन की सूचना मिलते ही उनकी पत्नी रेनू उर्फ भावना सदमे में थीं और कई बार बेहोश हो गईं। शादी को अभी दो महीने भी पूरे नहीं हुए थे।
उमरिया जिले के चंदिया रोड रेलवे स्टेशन के लोडिंग यार्ड में शनिवार शाम 5 बजे हादसा हो गया। यहां चावल की लोडिंग के दौरान एक मालगाड़ी का डिब्बा अचानक पीछे की ओर खिसक गई, जिसकी चपेट में आने से तीन मजदूर घायल हो गए। इस दौरान पास खड़ा एक ट्रक भी क्षतिग्रस्त हो गया। जानकारी के मुताबिक, चंदिया स्टेशन के लोडिंग यार्ड में चावल भरने के लिए मालगाड़ी का डिब्बे को गाड़ी रैंक में खड़ा किया गया था। मजदूर ट्रकों से चावल उतारकर डिब्बे में लोड कर रहे थे। इसी काम के दौरान डिब्बा अचानक पीछे की तरफ लुढ़कने लगी। अचानक हुई इस हलचल से मजदूरों का संतुलन बिगड़ गया और वे नीचे गिरकर चोटिल हो गए। मौके पर पहुंची टीम हादसे के बाद घायल तीनों मजदूरों को तुरंत प्राथमिक इलाज दिया गया। घटना की खबर मिलते ही रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और रेलवे के अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए। रेलवे के डीटीआई प्रकाश पयासी ने बताया कि उन्होंने घटनास्थल का मुआयना कर लिया है और अब वहां स्थिति सामान्य है। रेलवे अधिकारियों ने इस बात की जांच शुरू कर दी है कि वैगन अचानक पीछे कैसे खिसकी।
अयोध्या-रायबरेली हाईवे पर सांड से टकराई बाइक:कृषि विश्वविद्यालय के छात्र की मौत, एक गंभीर घायल
अयोध्या-रायबरेली नेशनल हाईवे पर बरईपारा गांव के पास एक सड़क दुर्घटना में आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के एक छात्र की मौत हो गई। इस हादसे में एक अन्य छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया। मिली जानकारी के मुताबिक यह दुर्घटना उस समय हुई जब छात्रों की बाइक एक सांड से टकरा गई। दोनों छात्र अयोध्या से खरीदारी कर विश्वविद्यालय कैंपस लौट रहे थे। पुलिस ने सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचकर घायलों को अस्पताल पहुंचाया। मृतक छात्र की पहचान 19 वर्षीय सुमित त्रिवेदी के रूप में हुई है, जो लखीमपुर खीरी के पलिया कला का निवासी था। सुमित की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। दूसरा छात्र, फर्रुखाबाद निवासी 22 वर्षीय पवन कुमार, गंभीर रूप से घायल है। उसे कुमारगंज के सौ शैय्या अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद मेडिकल कॉलेज दर्शन नगर रेफर किया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। थानाध्यक्ष ओमप्रकाश ने बताया कि मृतक छात्र सुमित के परिजनों को घटना की जानकारी दे दी गई है। शव का पंचायतनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है। घटना की जानकारी मिलने के बाद विश्वविद्यालय के बड़ी संख्या में छात्र और प्रशासनिक अधिकारी अस्पताल पहुंच कर घटना की जानकारी ले रहे हैं।
बरेली में घना कोहरा, तापमान गिरा:कक्षा 1 से 8 तक स्कूल बंद, शिक्षकों की ड्यूटी जारी रहेगी
बरेली सहित पूरे उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। घने कोहरे और शीतलहर के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इसी को देखते हुए बरेली में कक्षा 1 से 8 तक के सभी स्कूलों को 29 और 30 दिसंबर को बंद रखने का निर्णय लिया गया है। जिलाधिकारी अविनाश सिंह के आदेश पर बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. विनीता ने इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं। इन निर्देशों के अनुसार, छात्रों के लिए पूर्ण अवकाश रहेगा, लेकिन शिक्षकों को अनिवार्य रूप से उपस्थित रहना होगा। शिक्षकों को सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक स्कूल में उपस्थित रहना होगा। इस दौरान उन्हें यू-डायस, अपार आईडी और अन्य आवश्यक डेटा संबंधित कार्य पूरे करने होंगे। शनिवार को सुबह 5 बजे से 7 बजे के बीच बरेली में घना कोहरा छाया रहा, जिससे दृश्यता लगभग शून्य हो गई। राष्ट्रीय राजमार्गों पर वाहन रेंग-रेंग कर चले, वहीं गलियों और मुख्य मार्गों पर भी कोहरे का घना असर देखा गया। तेज हवाओं के कारण गलन और बढ़ गई, जिससे दिनभर धूप नदारद रही और शीत दिवस जैसी स्थिति बनी रही। इस मौसम के कारण वृद्धों और मरीजों को विशेष रूप से कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग ने अगले चार दिनों तक संकट बने रहने की चेतावनी जारी की है। रविवार के लिए घने कोहरे का रेड अलर्ट जारी किया गया है, जिसके बाद अगले तीन दिनों तक ऑरेंज अलर्ट प्रभावी रहेगा। विभाग ने लोगों से अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है, खासकर बाइक सवारों और सुबह काम पर निकलने वालों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। प्रशासन लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है। यदि ठंड और कोहरे का प्रकोप इसी तरह जारी रहता है, तो स्कूलों की छुट्टियों को आगे बढ़ाने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।
आगर मालवा जिले की सोयत कला पुलिस ने तीन साल पुराने एक मर्डर केस को सुलझा लिया है। शनिवार शाम को पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया। यह पूरी घटना रावला बीड के जंगल में हुई थी। यह बात 14 नवंबर 2022 की है। सोयतखुर्द गांव में रहने वाले 50 साल के गोपाल गिरी शाम को जंगल में बकरियां चराने गए थे। जब वे देर रात तक घर नहीं आए, तो घर वालों ने उन्हें ढूंढना शुरू किया। अगले दिन सुबह जंगल की झाड़ियों में गोपाल की लाश मिली। उनके गले पर किसी धारदार हथियार से हमला किया गया था। उस समय पुलिस ने कातिल के खिलाफ केस दर्ज किया था। कैसे पकड़ा गया आरोपी? लंबे समय से यह केस अटका हुआ था, लेकिन पुलिस की टीम ने पुराने सबूतों और जानकारियों को नए सिरे से खंगालना शुरू किया। जांच के दौरान पुलिस को शाजापुर जिले के मोहन बड़ोदिया इलाके में रहने वाले विनोद (30 साल) पर शक हुआ। जब पुलिस ने पुख्ता सबूत जुटाए, तो आरोपी विनोद को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस टीम को मिलेगा इनाम इस पुराने मामले को सुलझाने पर जिले के पुलिस कप्तान (SP) ने सोयत कला पुलिस टीम की तारीफ की है। उन्होंने टीम को इनाम देने का भी ऐलान किया है। पुलिस अब आरोपी से पूछताछ कर रही है ताकि मर्डर की पूरी वजह साफ हो सके।
ललितपुर में सिंचाई करते किसान की मौत:खेत में काम करते समय बिगड़ी थी तबीयत, इलाज के दौरान दम तोड़ा
ललितपुर जिले के ग्राम डोंगरा कला में शनिवार को सिंचाई करते समय एक किसान की तबीयत बिगड़ गई। परिजन उसे उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज ले गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। नाराहट थाना क्षेत्र के डोंगरा कला निवासी 45 वर्षीय बलदेव पुत्र किशोरी कुशवाहा शनिवार दोपहर अपने खेत में सिंचाई कर रहे थे। इसी दौरान उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई और वे बेहोश होकर गिर गए। जब उनकी पत्नी खेत पर पहुंचीं, तो उन्होंने बलदेव को खेत की मेड़ पर पड़ा देखा। परिजनों ने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी और बलदेव को अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतक के भाई ने बताया कि बलदेव खेती करके अपने परिवार का पालन-पोषण करते थे। उनके तीन छोटे बच्चे हैं। इस घटना से परिवार में शोक का माहौल है।
शाहजहांपुर में एक नहर से शराब के सैकड़ों पाउच बरामद किए गए हैं। स्थानीय लोगों ने रोजा क्षेत्र की एक नहर में पानी में बहते हुए शराब के पाउच देखे, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों की मदद से इन पाउच को नहर से बाहर निकाला। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। बरामद किए गए पाउच की संख्या सैकड़ों में बताई जा रही है। पुलिस ने सभी पाउच को दो बोरों में भरकर अपने कब्जे में ले लिया है। पुलिस को आशंका है कि इन पाउच का संबंध 19 दिसंबर को हुई एक शराब भट्टी में चोरी से हो सकता है। दरअसल, 19 दिसंबर को थाना रोजा क्षेत्र के मुकरमपुर गांव में स्थित एक शराब भट्टी में चोरी हुई थी। चोर नकदी के साथ-साथ शराब के पाउच की पेटियां भी चुरा ले गए थे। इस घटना के बाद पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया था और एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की थी। चोरी की घटना के खुलासे के लिए पुलिस टीमें लगातार काम कर रही थीं। अब नहर से शराब के पाउच मिलने के बाद पुलिस ने अपनी जांच में और तेजी ला दी है। पुलिस नहर के आसपास स्थित दुकानों पर लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है ताकि कोई सुराग मिल सके। रोजा थाना प्रभारी राजीव कुमार ने बताया कि घटना के खुलासे के लिए टीमें काम कर रही हैं और जल्द ही इस मामले का खुलासा किया जाएगा।
अलीराजपुर जिले की जोबट पुलिस ने 'हर घर नल जल योजना' के तहत उपयोग होने वाले 111 डीआई (DI) पाइपों की चोरी का खुलासा किया है। पुलिस ने 18 लाख रुपए के इन पाइपों को राजस्थान के जोधपुर से बरामद कर लिया है। मेघा इंजीनियरिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के इंजीनियर श्रीनीवासुलु ने जोबट थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि ग्राम कालीखेतर के भागड़ी कलम फलिया जंगल क्षेत्र में योजना के कार्य के लिए 250 MM, K9 श्रेणी के 111 पाइप रखे गए थे। 20 दिसंबर तक ये पाइप सुरक्षित थे, लेकिन 24 दिसंबर को निरीक्षण के दौरान सभी पाइप मौके से गायब मिले। प्रत्येक पाइप की लंबाई 18 फीट थी और कुल सामग्री की कीमत करीब 18 लाख रुपए आंकी गई थी। हाइड्रा चालक की गवाही और रतलाम कनेक्शन पुलिस की जांच शुरू की गई। घटनास्थल पर काम करने वाले हाइड्रा मशीन चालक से पूछताछ में अहम सुराग मिला कि पाइपों को ट्रक में भरकर रतलाम के रास्ते जोधपुर भेजा गया है। पुलिस ने तुरंत रतलाम ट्रांसपोर्ट से संपर्क किया और वाहन और मोबाइल नंबरों की जानकारी जुटाई। जांच में बनाड़ा (राजस्थान) निवासी ललित जांगिड़ का नाम मुख्य संदिग्ध के रूप में सामने आया। जोधपुर में पुलिस की दबिश और बरामदगी सूचना की पुष्टि होते ही जोबट पुलिस की टीम जोधपुर पहुंची। जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो आरोपी चोरी के पाइपों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर शिफ्ट करने की तैयारी में थे। जोबट पुलिस ने स्थानीय बनाड़ थाने के सहयोग से घेराबंदी की और सभी 111 डीआई पाइप सुरक्षित रूप से जब्त कर लिए। योजना को समय पर पूरा करने में मिलेगी मदद विकास कार्यों के लिए आए इन पाइपों की बरामदगी से 'हर घर नल जल योजना' के कार्य में आने वाली बाधा दूर हो गई है। पुलिस अब इस मामले में शामिल अन्य कड़ियों और परिवहन में लिप्त लोगों की भूमिका की जांच कर रही है।
पुलिस मुख्यालय में आयोजित दो दिवसीय राज्यस्तरीय वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सम्मेलन- 2025 ‘पुलिस मंथन’ का शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुआ। मुख्यमंत्री योगी ने अपने सम्बोधन में यूपी पुलिस के अब तक के कार्य, सुधार और उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा कि पिछले साढ़े आठ वर्षों में उत्तर प्रदेश ने अपने परसेप्शन और कानून-व्यवस्था की छवि में उल्लेखनीय परिवर्तन किया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस के प्रयासों से उत्तर प्रदेश को आज देश-दुनिया में एक रोल मॉडल की तरह देखा जा रहा है और परिवर्तन की यह पहचान जनता के अनुभवों से सिद्ध होती है, न कि आत्मप्रशंसा से। इस दौरान उन्होंने स्मार्ट पुलिसिंग का विजन साझा करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि वर्ष 2017 से अब तक पुलिसिंग के हर स्तर पर व्यापक बदलाव हुए, भर्ती, प्रशिक्षण, अवसंरचना, तकनीक, साइबर सुरक्षा, फॉरेंसिक क्षमता, पुलिस कमिश्नरेट व्यवस्था, UP-112, सेफ सिटी मॉडल, महिला पुलिस भर्ती, और प्रीडिक्टिव पुलिसिंग की दिशा में निर्णायक प्रगति की गई है। पहले जहां प्रशिक्षण क्षमता सीमित थी, वहीं आज बड़े पैमाने पर 60,000 से अधिक आरक्षियों का प्रशिक्षण प्रदेश के अन्दर ही कराया जा रहा है। 75 जनपदों में साइबर थाने, 12 एफएसएल लैब और फॉरेंसिक यूनिवर्सिटी जैसे संस्थागत बदलाव प्रदेश की नई सोच को दर्शाते हैं। अपराधियों में भय और नागरिकों में स्थापित हुआ विश्वास सीएम ने कहा कि आज यूपी पुलिस अपराधियों के लिए भय और आम नागरिकों के लिए विश्वास व सम्मान का भाव स्थापित कर रही है। पुलिस की भूमिका अब केवल प्रतिक्रियात्मक नहीं, बल्कि प्रो-एक्टिव और प्रीडिक्टिव पुलिसिंग की ओर बढ़ चुकी है। मुख्यमंत्री ने बेस्ट प्रैक्टिसेस साझा करने, नवाचार अपनाने और समयबद्ध व बिंदुवार कार्य प्रस्तुत करने की आवश्यकता पर बल दिया। अंत में मुख्यमंत्री योगी ने विश्वास व्यक्त किया कि यह दो दिवसीय पुलिस मंथन कार्यक्रम नीति, रणनीति और बेहतर क्रियान्वयन के जरिए समग्र पुलिसिंग को नई दिशा देगा और यूपी पुलिस अपने कार्यों को उसी आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ाती रहेगी। सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में डीजीपी राजीव कृष्ण ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सम्मेलन में दो दिन उपस्थित रहकर मार्गदर्शन देने के लिए आभार व्यक्त किया । उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस के गरिमामयी इतिहास में यह एक विशिष्ट क्षण है, जब मुख्यमंत्री ने अपने व्यस्त कार्यक्रम से समय निकालकर इस मंथन में सहभागिता की है। डीजीपी ने विभिन्न सत्रों की रूपरेखा एवं उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए भर्ती, प्रशिक्षण, आधारभूत संरचना, तकनीक-आधारित नागरिक सेवाओं, फॉरेंसिक सुदृढ़ीकरण, साइबर पुलिसिंग, मिशन शक्ति केन्द्र, विशेष इकाइयों के गठन तथा अपराध के प्रति जीरो टालरेंस नीति के प्रभाव को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि सम्मेलन का लक्ष्य प्रत्येक सत्र से स्पष्ट उत्तरदायित्व, निर्णयों की स्पष्ट टाइमलाइन और ठोस परिणाम सुनिश्चित करना है, ताकि यह मंथन कक्षों से निकलकर फील्ड में दिखाई दे और नागरिकों तक बेहतर, रिस्पांसिव एवं सिटीजन फर्स्ट पुलिस सर्विस पहुँचे। सम्मेलन के पहले दिन 7 सत्र आयोजित किए गए, जिनमें हर सत्र में 7 नोडल वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी एवं उनकी टीम द्वारा विभिन्न विषयों पर प्रस्तुतीकरण दिया गया। बीट पुलिसिंग के लिए एआई बेस्ड यक्ष एप पहले सत्र में बीट पुलिसिंग विषय के नोडल अधिकारी एडीजी क्राइम एसके भगत ने बीट पुलिसिंग से सम्बन्धित समस्या तथा उसके समाधान एवं बेस्ट प्रैक्टिस के बारे में प्रस्तुतीकरण दिया। इसके बाद सीएम ने यक्ष ऐप का लोकार्पण किया । ‘यक्ष ऐप’- AI और Big Data Analysis की मदद से तैयार किये गये बीट बुक का डिजिटल स्वरूप है। इसके माध्यम से बीट पर अपराध, अपराधियों तथा संवेदनशील क्षेत्रों का समग्र डाटा उपलब्ध होगा, जिससे पुलिस कार्यवाही अधिक तथ्यात्मक, विश्लेषणात्मक एवं लक्षित रूप में की जा सकेगी। यह ऐप बीट कर्मियों के रोज़मर्रा के कार्यों को आसान, सुव्यवस्थित एवं प्रभावी बनाने में भी मददगार होगा । मिशन शक्ति केंद्रों के बारे में लोगों को किया जा जागरुक दूसरे सत्र में महिला एवं बाल अपराध व मानव तस्करी विषय की नोडल अधिकारी पद्मजा चौहान, अपर पुलिस महानिदेशक, महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन के नेतृत्व में उनकी टीम द्वारा प्रदेश में महिलाओं एवं बच्चों से सम्बन्धित प्रमुख कार्य, उपलब्धियां, चुनौतियां एवं भावी कार्ययोजना जिसमें नवस्थापित मिशन शक्ति केन्द्र, समुदाय स्तर पर किये जा रहे जागरूकता कार्यक्रम एवं पारिवारिक विघटन के साथ लैंगिक अपराधों से पीड़ित बालिकाओं की देखभाल एवं संरक्षण, मिशन-शक्ति के द्वारा महिलाओं एवं बाल-सुरक्षा, मिशन-शक्ति केन्द्र के द्वारा सकारात्मक बदलाव, Family Dispute Resolution Clinic (FDRC), एवं बलात्कार के प्रकरणों में कानून प्रवर्तन पर प्रस्तुतीकरण दिया गया । इसके अतिरिक्त अपर पुलिस महानिदेशक, गोरखपुर जोन अशोक मुथा जैन द्वारा बहू-बेटी सम्मेलन पर प्रस्तुतीकरण दिया गया। सुजीत पांडेय ने पेश किया थाने स्तर की पुलिसिंग के सुधार का खाका तीसरे सत्र में पुलिस स्टेशन मैनेजमेंट और अपग्रेडेशन विषय पर नोडल अधिकारी व लखनऊ जोन के डीजी सुजीत पांडेय के नेतृत्व में उनकी टीम द्वारा थाना स्तर की पुलिसिंग में तकनीकी उन्नयन के लिए 'स्मार्ट एसएचओ डैशबोर्ड' की विशेषताओं और उपयोगिताओं के साथ साथ इसको लागू करने के सम्बन्ध में आने वाली चुनौतियों तथा समाधान आदि के बारे में विस्तार से प्रस्तुतीकरण दिया गया । प्रस्तुतीकरण के दौरान बताया गया कि उक्त एकीकृत डैशबोर्ड के माध्यम से थाना प्रभारी सभी प्रमुख कार्यों पर नियंत्रण रख सकते है । इस डैशबोर्ड के क्रियान्वयन से नागरिक शिकायतों के समाधान के समय में भारी कमी, पुलिस कर्मियों के बीच जवाबदेही में वृद्धि, यातायात प्रवाह में सुधार और अपराध निगरानी में तेजी आयेगी । चौथे सत्र में साइबर क्राइम पर मंथन चौथे सत्र में साइबर क्राइम को लेकर मंथन किया गया। इसके नोडल अधिकारी डीजी साइबर क्राइम बिनोद कुमार सिंह व उनकी टीम ने बढ़ रहे साइबर अपराध के प्रमुख कारणों, साइबर अपराधियों की कार्यप्रणाली की जानकारी दी गई। उन्होंने साइबर अपराध की चुनौती से निपटने के लिए साइबर थाने व साइबर हेल्प डेस्क द्वारा किये जाने वाले प्रयासों तथा भारतीय साइबर अपराध समन्वय केन्द्र (I4C) के सहयोग से कैपसिटी बिल्डिंग के लिए किये जा रहे प्रयासों के संबंध में प्रस्तुतीकरण दिया। पांचवे सत्र में ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट वेलफेयर पर चर्चा पांचवे सत्र में ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट वेलफेयर के साथ साथ पुलिस के बिहैवियर और प्रशिक्षण विषय के नोडल अधिकारी डीजी ट्रेनिंग राजीव सभरवाल के नेतृत्व में उनकी टीम ने प्रस्तुतिकरण दिया। इसमें पुलिस कर्मियों के व्यवहार में सुधार के लिए विशेषज्ञ एजेंसियो के माध्यम से कराए गए प्रयास एवं प्रशिक्षण, उ०प्र० प्रान्तीय पुलिस सेवा (PPS) संवर्ग के अधिकारियों की सेवा सम्बन्धी समस्याओं एवं उसके निवारण, उत्तर प्रदेश पुलिस के कर्मियों एवं उनके आश्रित परिवार के स्वास्थ्य एवं कल्याण, कौशल विकास एवं आत्मनिर्भरता, महिला सशक्तिकरण, शिक्षा एवं जागरूकता के लिए वामासारथी द्वारा किये जा रहे सराहनीय प्रयासों एवं प्रचलित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं, भारत सरकार के ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म- i-GOT पोर्टल पर उत्तर प्रदेश के पुलिसबल को प्रशिक्षण कोर्स कराये जाने के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण दिया गया । इसी तहर छठें सत्र में प्रासिक्यूशन और प्रिसन और सातवें चरण में सीसीटीएनएस 2.0, न्याय संहिता एवं फारेंसिक विषय पर दिपेश जुनेजा और नवीन अरोड़ा ने प्रस्तुतिकरण दिया।
मड़ई गांव में छेरछेरा तिहार मनाया गया:पारंपरिक नृत्य, गायन और सामाजिक विचारों पर गोष्ठी का आयोजन
पेंड्रा के मड़ई गांव में छेरछेरा तिहार महोत्सव का आयोजन किया गया। यह महोत्सव छत्तीसगढ़ी आदिवासी संस्कृति के संरक्षण और प्रकृति के प्रति आभार व्यक्त करने के उद्देश्य से मनाया जाता है। इस आयोजन में छत्तीसगढ़ के पारंपरिक नृत्यों जैसे डंडा, सैला, रीना और करमा की प्रस्तुति हुई। सुआ और ददरिया के गीतों के साथ-साथ भरथरी जैसी पारंपरिक गायन शैलियों ने भी अपनी जड़ों से जुड़ने का संदेश दिया। महोत्सव में पारंपरिक वेशभूषा में सजे आदिवासी युवक-युवतियों की भारी भागीदारी देखने को मिली। उनके हाथों में पारंपरिक लोक सांस्कृतिक यंत्र थे। सामाजिक विचारों की गोष्ठी भी आयोजित इस अवसर पर सामाजिक विचारों की एक गोष्ठी भी आयोजित की गई। इसमें विशेषज्ञों और समाज के वरिष्ठों ने छत्तीसगढ़ी संस्कृति को सहेजने और प्रकृति के साथ तालमेल बिठाकर चलने पर जोर दिया। मड़ई गांव में पिछले तीन वर्षों से यह आयोजन निरंतर हो रहा है और अब इसने एक बड़े महोत्सव का रूप ले लिया है।
कोरबा के नितेश कुमार मेमोरियल लायंस पब्लिक स्कूल खरहरकुड़ा (मड़वारानी) में शुक्रवार शाम 5 बजे वार्षिकोत्सव 'अद्वितीय-यूनिक' का आयोजन किया गया। इस दौरान विद्यालय के बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों से अतिथियों और दर्शकों का मन मोह लिया। जांजगीर-चांपा के पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पाण्डेय कार्यक्रम शुरू होने से पहले ही पहुंच गए थे। उन्होंने विद्यालय और परिसर में विकसित ऑक्सीजोन/गार्डन का निरीक्षण किया। पुलिस अधीक्षक ने बंजर जमीन पर इस तरह के विकास के लिए लायन राजकुमार अग्रवाल और लायन सदस्यों की सराहना की। उन्होंने सभी कक्षाओं में स्मार्ट क्लासेस देखकर भी प्रभावित हुए। एसपी ने बच्चों को शिक्षा और विकास के लिए किया प्रेरित कार्यक्रम प्रारंभ होने के बाद एसपी विजय कुमार पाण्डेय ने बच्चों, अभिभावकों और दर्शक दीर्घा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ शारीरिक और बौद्धिक विकास भी आवश्यक है। वार्षिकोत्सव बच्चों को अपनी प्रतिभा के विकास के लिए एक बड़ा मंच प्रदान करता है। उन्होंने बच्चों से ग्रामीण क्षेत्र में सर्वसुविधायुक्त विद्यालय का लाभ उठाने और अच्छे से पढ़-लिखकर विद्यालय और जिले का नाम रोशन करने का आग्रह किया। गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में देश के जाने-माने समाजसेवी और द इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ लायंस क्लब्स एमडी 3233 के मल्टीपल काउंसिल चेयरमैन पीएमजेएफ लायन मनीष शाह विशेष रूप से उपस्थित थे। उन्होंने बच्चों को टिप्स देते हुए कहा कि शिक्षा का यह प्रकल्प हजारों ग्रामीण बच्चों का भविष्य संवारने के लिए एक आधार स्तंभ साबित हो रहा है। उन्होंने इस विद्यालय को लायनिज्म का एक अद्भुत उदाहरण बताया। गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पीएमजेएफ लायन विजय अग्रवाल ने कहा कि लायन राजकुमार अग्रवाल ऐसे व्यक्तित्व हैं, जो ठान लेते हैं, उसे पूरा करके दिखाते हैं। उन्होंने इस विशाल प्रांगण में बच्चों के विशाल समूह को स्वर्णिम भविष्य की ओर इशारा करते देखा। प्रथम वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर एमजेएफ लायन रिपुदमन पुसरी ने बच्चों की अद्भुत प्रतिभा देखकर प्रभावित होने की बात कही और शिक्षा के लिए ऐसा बेहतर वातावरण प्रदान करने को महत्वपूर्ण बताया।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में शनिवार शाम को इंदौर में विशाल जन आक्रोश रैली निकाली गई। बड़ा गणपति से राजबाड़ा तक निकली इस रैली में 15 हजार से अधिक लोग काले कपड़े पहनकर शामिल हुए। हाथों में भगवा और तिरंगे ध्वज, तख्तियां और बैनर लेकर लोगों ने बांग्लादेश की कट्टरपंथी युनूस सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। रैली का आयोजन पूर्व विधायक आकाश विजयवर्गीय के नेतृत्व में किया गया। उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा और अराजकता की कड़े शब्दों में निंदा की। हर बांग्लादेशी घुसपैठिये को इंदौर से बाहर करेंगेपूर्व विधायक आकाश विजयवर्गीय ने कहा कि इस जन आक्रोश रैली के माध्यम से संकल्प लिया गया है कि इंदौर से एक-एक बांग्लादेशी घुसपैठिये को बाहर किया जाएगा। इसके लिए जरूरत पड़ी तो घर-घर जाकर आईडी जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार अब असहनीय हैं। युनूस से नोबेल पुरस्कार वापस लेने की मांगआकाश विजयवर्गीय ने कहा कि 25 दिसंबर को इस रैली को निकालने का निर्णय लिया गया था और कम समय में इतनी बड़ी संख्या में लोगों का एकत्र होना संगठन की एकता का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि भारत में सभी धर्मों के लोग प्रेमभाव से रहते हैं, लेकिन बांग्लादेश में हिंदुओं पर बर्बरता की सारी हदें पार कर दी गई हैं। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के वर्तमान प्रमुख मो. युनूस को शांति का नोबेल पुरस्कार मिला है, लेकिन इस तरह की आतंकी सोच रखने वाले व्यक्ति से यह पुरस्कार वापस लिया जाना चाहिए। उन्होंने स्वीडन की नोबेल कमेटी और विश्व समुदाय से इसकी अपील की। राहुल-प्रियंका पर साधा निशानाआकाश विजयवर्गीय ने कहा कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी फिलिस्तीन के समर्थन में संसद पहुंचे, लेकिन बांग्लादेश के पीड़ित हिंदुओं के समर्थन में एक भी कांग्रेसी सड़कों पर नहीं उतरा। उन्होंने कहा कि धारा 370 और रामसेतु का विरोध करने वालों के पास हिंदुओं की पीड़ा सुनने का समय नहीं है। उन्होंने जातिवाद को देश की कमजोरी बताते हुए सभी से एकजुट होने का आह्वान किया और नारा दिया कि हम सब एक हैं। संतों ने की एकजुट होने की अपीलरैली को संबोधित करते हुए पवनदासजी महाराज ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार निंदनीय हैं और यह धैर्य की परीक्षा है। उन्होंने कहा कि भारत बांग्लादेश को कुचलने में सक्षम है।राधे-राधे महाराज ने कहा कि हिंदुओं को अपने ऊपर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ जागृत होना होगा। उन्होंने अवैध बांग्लादेशी घुसपैठ को देश के संतुलन के लिए खतरा बताया और सभी से एकजुट होने की अपील की। रैली में दिखा देशभक्ति का जोशबड़ा गणपति से निकली जन आक्रोश रैली राजबाड़ा पहुंची, जहां इसका समापन किया गया। रैली में संत जन विंटेज कार में सवार नजर आए। गन्नू महाराज अपने साथियों के साथ देशभक्ति गीत गाते हुए चल रहे थे। लोगों ने देशभक्ति की झांकियां प्रस्तुत कीं और डीजे पर देशभक्ति गीत गूंजते रहे।राजबाड़ा पर बांग्लादेश के राष्ट्रपति मो. युनूस के पुतले का दहन कर रैली का समापन किया गया।
बलरामपुर रामानुजगंज जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने और अवैध धान परिवहन रोकने के लिए जिला प्रशासन लगातार निगरानी कर रहा है। इसी क्रम में कलेक्टर राजेंद्र कटारा और पुलिस अधीक्षक वैभव बैंकर रमनलाल ने अंतर्राज्यीय सीमा पर स्थित रामानुजगंज और अनिरुद्धपुर चेक पोस्ट का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान, अधिकारियों ने चेक पोस्ट पर लगे सीसीटीवी कैमरों, वाहनों के आवागमन पंजी और कर्मचारियों की ड्यूटी व्यवस्था का जायजा लिया। कलेक्टर कटारा ने अंतर्राज्यीय सीमाओं से आने वाले प्रत्येक मालवाहक वाहन की सघन जांच सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने अवैध धान खपाने वाले कोचियों और बिचौलियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए। पुलिस अधीक्षक बैंकर ने पुलिस बल को पूर्ण सतर्कता बरतने, संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने और तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए। धान की गुणवत्ता जांच और पारदर्शी तौल प्रक्रिया पर दिया जोर सीमावर्ती क्षेत्रों के निरीक्षण के बाद, कलेक्टर और एसपी ने धान उपार्जन केंद्र रामचंद्रपुर का भी दौरा किया। कलेक्टर कटारा ने नमी मापक यंत्र से धान की गुणवत्ता की जांच करवाई और इलेक्ट्रॉनिक कांटों के सत्यापन की जानकारी ली। उन्होंने समिति प्रबंधक को निर्देश दिए कि मानक नमी वाले धान की खरीदी में कोई देरी न हो और तौल प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ की जाए। साथ ही, खरीदे गए धान का समय पर उठाव, पर्याप्त भंडारण स्थान और तिरपाल की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। कलेक्टर ने किसानों से ली फीडबैक, टोकन व्यवस्था पर दी जानकारी निरीक्षण के दौरान, कलेक्टर ने किसानों से बातचीत कर व्यवस्थाओं पर उनकी प्रतिक्रिया ली। टोकन संबंधी किसानों की चिंताओं पर उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार प्रत्येक पंजीकृत किसान की वास्तविक उपज खरीदने के लिए प्रतिबद्ध है और टोकन की सीमा पहले ही बढ़ाई जा चुकी है। प्रशासन की सख्त निगरानी के कारण अब तक 107 प्रकरण दर्ज किए गए हैं। इन मामलों में 12,407.42 क्विंटल अवैध धान और 67 वाहन जब्त किए जा चुके हैं।
महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय के छात्रों को निशाना बनाते हुए एक फर्जी वेबसाइट बनाई गई है। यह नकली वेबसाइट विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट की हूबहू नकल है, जिसका उद्देश्य छात्रों की निजी जानकारी और फीस हड़पना है। इस मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन ने बारादरी थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। साइबर अपराधियों ने www.mjpru.ac.in की तरह दिखने वाली एक क्लोन वेबसाइट www.mjpru.org.in तैयार की है। पहली नजर में यह साइट पूरी तरह विश्वसनीय लगती है, जिससे हजारों छात्रों के इसके जाल में फंसने की आशंका है। विश्वविद्यालय की सभी सेवाएं, जैसे परीक्षा फॉर्म भरना, फीस भुगतान, सेमेस्टर विवरण और छात्रवृत्ति आवेदन, अब ऑनलाइन उपलब्ध हैं। ठगों ने इसी का फायदा उठाकर एक ऐसा प्लेटफॉर्म बनाया, जहां छात्र न केवल जानकारी देख रहे थे, बल्कि संवेदनशील डेटा और भुगतान भी साझा कर रहे थे। विशेषज्ञों के अनुसार, यह डिजिटल पहचान चोरी और वित्तीय अपराध का गंभीर मामला है। मामले की जानकारी मिलते ही विश्वविद्यालय प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए बारादरी थाने में एफआईआर दर्ज कराई। फर्जी वेबसाइट को जल्द से जल्द बंद कराने और इसके पीछे सक्रिय गिरोह का पता लगाने के लिए साइबर क्राइम सेल को भी जांच में लगाया गया है। पुलिस ने बताया कि तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों को ट्रैक किया जा रहा है। रुहेलखंड विश्वविद्यालय से संबद्ध 240 कॉलेजों के लगभग 10 लाख छात्र इस साइबर खतरे की चपेट में आ सकते हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों को केवल आधिकारिक वेबसाइट पर ही भरोसा करने और किसी भी संदिग्ध लिंक, कॉल या वेबसाइट से दूर रहने के सख्त निर्देश जारी किए हैं।
देवरिया जिले के बनकटा थाना क्षेत्र के सोहनपुर गांव में पेंटिंग का काम कर रहे एक मजदूर की छज्जा टूटने से गिरकर मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। सोहनपुर गांव निवासी सत्य प्रकाश कुशवाहा (40) पुत्र रामानंद कुशवाहा पेशे से पेंटर थे। वह पिछले लगभग तीन माह से गांव के ही एक मकान में पेंटिंग का काम कर रहे थे। शनिवार शाम चार बजे पेंटिंग करते समय अचानक मकान का छज्जा टूट गया, जिससे सत्य प्रकाश नीचे गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद, मौके पर मौजूद लोगों की मदद से घायल सत्य प्रकाश को तत्काल भाटपार रानी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद, हालत में सुधार न होने पर उन्हें देवरिया मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। सत्य प्रकाश अपने दो भाइयों में सबसे छोटे थे। उनके बड़े भाई विजय बहादुर कुशवाहा खेती करते हैं। मृतक के परिवार में उनकी पत्नी सोनम देवी और मां कैलाशी देवी हैं।चिकित्सकों की सूचना पर सदर कोतवाली पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस मामले में आवश्यक विधिक कार्रवाई कर रही है।
मथुरा में सपा महिला सभा की नई कार्यकारिणी का शपथ:35 महिलाओं को मिली जिम्मेदारी, संगठन विस्तार पर जोर
मथुरा में समाजवादी पार्टी महिला सभा की नवनिर्वाचित जिला कार्यकारिणी का घोषणा एवं शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम बलदेव क्षेत्र में संपन्न हुआ, जिसमें समाजवादी पार्टी महिला सभा की प्रदेश अध्यक्ष रीबू श्रीवास्तव मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। समारोह में महिला सशक्तिकरण और संगठन विस्तार पर जोर दिया गया। प्रदेश अध्यक्ष रीबू श्रीवास्तव की मौजूदगी में महिला सभा की जिलाध्यक्ष बबीता यादव ने नई कार्यकारिणी की घोषणा की। इस कार्यकारिणी में जिले की 35 महिलाओं को विभिन्न पदों पर नियुक्त किया गया है। रीबू श्रीवास्तव ने सभी नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए और संगठन को मजबूत करने का आह्वान किया। नई कार्यकारिणी में बबली सिसोदिया को छाता विधानसभा अध्यक्ष, करिश्मा चौधरी को मांट विधानसभा अध्यक्ष, सीमा यादव को गोवर्धन विधानसभा अध्यक्ष, संध्या यादव को मथुरा विधानसभा अध्यक्ष और सावित्री चौधरी को बलदेव विधानसभा अध्यक्ष मनोनीत किया गया है। इसके अलावा, पांच जिला उपाध्यक्ष, एक जिला महासचिव, 12 जिला सचिव, एक जिला कोषाध्यक्ष और एक जिला सदस्य को भी जिम्मेदारी सौंपी गई है। अपने संबोधन में प्रदेश अध्यक्ष रीबू श्रीवास्तव ने कहा कि महिला सभा समाजवादी पार्टी की रीढ़ है। उन्होंने महिलाओं से संगठन और समाज में निर्णायक भूमिका निभाने के लिए आगे आने का आह्वान किया। रीबू श्रीवास्तव ने बताया कि आने वाले समय में महिला सभा हर विधानसभा और बूथ स्तर तक सक्रिय भूमिका निभाएगी। इस अवसर पर प्रीति यादव (प्रदेश सचिव), राधिका यादव (प्रदेश उपाध्यक्ष), डॉ. बाला श्रीवास्तव, इशरत हक, नीतू यादव (प्रदेश उपाध्यक्ष), नरेश यादव (जिला अध्यक्ष सैनिक प्रकोष्ठ), गौरव किशनपुरिया, डॉ. अबरार हुसैन, बादल राज बंसल (राष्ट्रीय सचिव छात्र सभा), गौरव पांडे (राष्ट्रीय सचिव सांस्कृतिक प्रकोष्ठ) सहित बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
बलौदाबाजार जिला मुख्यालय में स्थापित स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत को दर्शाने वाली मूर्तियों के क्षतिग्रस्त होने के मामले में नया खुलासा हुआ है। पुलिस और फॉरेंसिक टीम की जांच में सामने आया है कि मूर्तियों को हुई क्षति तोड़फोड़ का परिणाम नहीं, बल्कि निम्न गुणवत्ता वाली निर्माण सामग्री और पहले से मौजूद दरारों के कारण हुई है। इस मामले में मूर्ति निर्माण करने वाली एजेंसी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। फॉरेंसिक टीम ने स्थल का निरीक्षण किया यह मामला तब प्रकाश में आया जब बलौदाबाजार नगर पालिका अध्यक्ष ने शहर के चौक-चौराहों पर स्थापित मूर्तियों के क्षतिग्रस्त हिस्सों को देखा और पुलिस को सूचना दी। प्रारंभिक तौर पर इसे तोड़फोड़ का मामला मानते हुए थाना सिटी कोतवाली के कर्मचारियों और फॉरेंसिक अधिकारी राजीव पंकज ने घटनास्थल का विस्तृत निरीक्षण किया। मूर्तियां कमजोर सामग्री की वजह से टूट गईं जांच के दौरान चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। फॉरेंसिक टीम ने पाया कि मूर्तियां घटिया गुणवत्ता की सामग्री से निर्मित थीं और उनमें पहले से ही गहरी दरारें मौजूद थीं। इन निष्कर्षों के आधार पर यह संभावना जताई गई कि मूर्तियां किसी बाहरी तोड़फोड़ के बजाय अपनी कमजोर संरचना के कारण स्वयं टूटकर गिरी होंगी। एसपी बोले- दोषी एजेंसी के खिलाफ कार्रवाई होगी एडिशनल एसपी अभिषेक सिंह ने इस बात की पुष्टि की। उन्होंने बताया, मामले की गहन जांच में प्रतिमाओं की गुणवत्ता निम्न पाई गई। निर्माण में दोष के कारण ही उनमें दरारें आईं। निर्माण एजेंसी को प्रथम दृष्टया दोषी माना गया है और उनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने इस संबंध में लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) को विस्तृत तकनीकी जांच करने और अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। इस रिपोर्ट के आधार पर निर्माण एजेंसी के विरुद्ध दंडात्मक और आर्थिक जिम्मेदारी तय करने की कार्रवाई की जाएगी। एडिशनल एसपी ने बताया कि अब सार्वजनिक स्थलों पर लगी मूर्तियों की सुरक्षा के लिए संबंधित विभागों को सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए जा रहे हैं। इसी कड़ी में नगर पालिका के मुख्य अधिकारी को भी पत्र भेजा गया है, जिसमें कहा गया है कि शहर में सभी मूर्तियों के आसपास सीसीटीवी कवरेज सुनिश्चित किया जाए और इन कैमरों का फीड नगर निगरानी केंद्र से जोड़ा जाए।
कटनी में नवविवाहिता का शव फंदे पर लटका मिला:पड़ोसी ने फेसबुक स्टेटस को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी
कटनी में 25 वर्षीय नव विवाहिता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना शनिवार दोपहर जिले के ढीमरखेड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम कटरिया की है। जानकारी के अनुसार, ग्राम कटरिया निवासी सलमा खान (25), पति ताहिर खान ने शनिवार को अपने घर में फांसी लगा ली। परिजन का आरोप है कि पड़ोस में रहने वाले शिवम चौधरी ने सलमा के फेसबुक स्टेटस को लेकर सुबह से ही आपत्तिजनक और अमर्यादित टिप्पणियां करना शुरू कर दिया था। घर आकर अभद्रता और अश्लील भाषा का प्रयोग परिजन ने पुलिस को बताया कि विवाद सिर्फ सोशल मीडिया तक सीमित नहीं रहा। आरोप है कि शिवम और उसके परिवार के सदस्यों ने सलमा के घर पहुंचकर उसके साथ जमकर अभद्र व्यवहार किया। इस दौरान अश्लील और अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया गया। परिजन का कहना है कि इसी सार्वजनिक अपमान और लोक-लाज के कारण सलमा गहरे सदमे में चली गई और उसने अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। मासूम बच्चों के सिर से उठा मां का साया सलमा अपने पीछे दो छोटे बच्चों को छोड़ गई है, जिनमें एक दो साल की बेटी और महज छह महीने का बेटा शामिल है। मां की अचानक मौत के बाद मासूम बच्चों और परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। शोकाकुल परिजन ने पुलिस प्रशासन से गुहार लगाई है कि आरोपी युवक और उसके परिवार के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। पुलिस की कार्रवाई और जांच घटना की सूचना मिलने पर ढीमरखेड़ा थाना प्रभारी अभिषेक चौबे पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना कर शव को फंदे से उतारा और पंचनामा तैयार कर पोस्टमॉर्टम के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भिजवाया। थाना प्रभारी ने बताया कि परिजनों के बयानों के आधार पर मामले की जांच की जा रही है और दोषियों को जल्द ही कानून के दायरे में लाया जाएगा।
संभल में फेसबुक पर हुई दोस्ती एक युवक और युवती के निकाह में बदल गई। यह मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है, जहां सोशल मीडिया के माध्यम से शुरू हुआ रिश्ता शादी के बंधन तक पहुंचा। मामला संभल के हजरतनगर गढ़ी क्षेत्र की नगर पंचायत सिरसी के एक युवक का है। युवक वर्तमान में गुन्नौर कस्बे के एक निजी अस्पताल में काम करता है। उसकी दोस्ती फेसबुक के जरिए दिल्ली की एक युवती से हुई। शुरुआती बातचीत के बाद यह दोस्ती धीरे-धीरे प्रेम संबंध में बदल गई। युवक कई बार दिल्ली जाकर युवती से मिला और दोनों ने अपनी तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा कीं। युवक-युवती की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद युवती के परिजनों को इस रिश्ते की जानकारी मिली। परिजनों ने युवक को स्पष्ट चेतावनी दी कि वह दिल्ली आकर युवती से निकाह करे, अन्यथा पुलिस कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार रहे। युवती के परिजनों की चेतावनी के बाद युवक मानसिक तनाव में आ गया और उसके व्यवहार में परिवर्तन दिखने लगा। जब अस्पताल संचालक ने उसकी परेशानी का कारण पूछा, तो युवक ने पूरी बात बताई। स्थिति को समझते हुए अस्पताल संचालक और युवक के एक मित्र ने उसकी मदद करने का फैसला किया और उसे लेकर दिल्ली गए। दिल्ली में दोनों परिवारों की आपसी सहमति से निकाह संपन्न हुआ। निकाह के बाद युवक दुल्हन को विधिवत अपने साथ गुन्नौर ले आया। फेसबुक से शुरू हुई यह प्रेम कहानी अब क्षेत्र में सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव और युवाओं के बदलते रिश्तों को लेकर चर्चा का विषय बनी हुई है।
महराजगंज के पनियरा थाना क्षेत्र के चंदनचाफी गांव में एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद तनाव फैल गया है। चार दिन पहले अपने दोस्त के साथ घर से निकला युवक अगले दिन गांव से दूर एक नाले में गंभीर हालत में मिला था। शुक्रवार देर रात इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। शनिवार शाम जब शव गांव पहुंचा, तो परिजनों ने दाह संस्कार से इनकार कर दिया और शव को घर में ही रख लिया। सूचना मिलते ही पनियरा पुलिस मौके पर पहुंची। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सीओ सदर जय प्रकाश त्रिपाठी भी गांव पहुंचे और घटनास्थल पर जांच-पड़ताल की। एहतियात के तौर पर पनियरा और श्यामदेउवा थाने की पुलिस फोर्स तैनात की गई है। घटना के संबंध में बताया गया कि ग्राम चंदनचाफी निवासी प्रदीप पासवान (25) 23 दिसंबर को गांव के ही साहिल नामक युवक के साथ मोटरसाइकिल से कहीं गया था। देर रात तक घर न लौटने पर परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। अगले दिन वह गांव से दूर बैगहिया के पास एक नाले में बाइक सहित गिरा हुआ मिला। प्रदीप की हालत गंभीर होने पर परिजन उसे पहले परतावल ले गए, जहां से डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल महराजगंज रेफर कर दिया। बाद में उसे गोरखपुर मेडिकल कॉलेज भेजा गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक प्रदीप दो भाइयों में छोटा था और अविवाहित था। उसका बड़ा भाई रोहित मजदूरी करता है। यह मामला दो समुदायों से जुड़ा होने के कारण गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है। इस संबंध में थानाध्यक्ष पनियरा राघवेंद्र सिंह ने बताया कि आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है। सीओ सदर द्वारा मामले की जांच की जा रही है। किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए गांव में पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
दिल्ली-देहरादून कॉरिडोर पर ट्रकों की टक्कर:घने कोहरे के कारण एक चालक गंभीर घायल
दिल्ली-देहरादून इकोनॉमिक कॉरिडोर पर शनिवार सुबह करीब 4:30 बजे घने कोहरे के कारण एक सड़क दुर्घटना हुई। इसमें एक ट्रक ने आगे चल रहे दूसरे ट्रक को टक्कर मार दी, जिससे पीछे वाले ट्रक का चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में दुर्घटनास्थल पर दृश्यता बेहद कम दिखाई दे रही है। टक्कर इतनी जोरदार थी कि पीछे वाले ट्रक का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। बागपत शहर निवासी चालक किशन सीट और स्टेरिंग के बीच फंस गया था। हादसे के बाद राहगीरों और अन्य वाहन चालकों ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया। उन्होंने ट्रक के क्षतिग्रस्त हिस्सों को हटाकर चालक किशन को बाहर निकाला। सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस और एंबुलेंस मौके पर पहुंची। घायल चालक को प्राथमिक उपचार के बाद नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। पुलिस ने क्षतिग्रस्त ट्रकों को सड़क से हटाकर यातायात को सुचारु कराया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, हादसे का मुख्य कारण घना कोहरा और कम दृश्यता है। पुलिस ने वाहन चालकों से अपील की है कि वे कोहरे के दौरान धीमी गति से वाहन चलाएं और सुरक्षा नियमों का पालन करें ताकि ऐसी दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
लुधियाना के दोराहा इलाके में पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई है। इस दौरान पुलिस ने एक बदमाश इंद्रजीत सिंह बुई को पैर में गोली लगी और वह गिर गया। जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। घायल आरोपी को इलाज के लिए सिविल अस्पताल पायल में भर्ती कराया गया है। यह मुठभेड़ 24 दिसंबर की रात दोराहा के गांव राजगढ़ में पंचायत सदस्य मनप्रीत सिंह गोल्डी पर हुई फायरिंग के मामले से जुड़ी है। उस घटना में करीब आठ राउंड गोलियां चलाई गई थीं। पुलिस ने इंद्रजीत सिंह बुई और उसके साथियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। सूचना मिलने पर पुलिस ने की घेराबंदी पुलिस को आज रात सूचना मिली कि इंद्रजीत सिंह बुई अपने दो साथियों के साथ दोराहा के केएफसी के पीछे एक सुनसान कॉलोनी में छिपा हुआ है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने इलाके की घेराबंदी कर दी। जब पुलिस की गाड़ियां कॉलोनी में पहुंचीं, तो आरोपी वहां मौजूद एक घर की दीवार फांदकर भागने की कोशिश करने लगे। इंद्रजीत सिंह बुई दीवार फांदकर आगे भागा, जहां दोराहा थाना के एसएचओ आकाश दत्त अपनी टीम के साथ पहले से ही मोर्चा संभाले हुए थे। बदमाश ने की फायरिंग, पुलिस की गाडी को लगे दो फायर पुलिस को देखकर इंद्रजीत सिंह बुई ने पिस्तौल से फायरिंग कर दी, जिसकी दो गोलियां पुलिस की गाड़ी को लगीं। आत्मरक्षा में पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की, जिसमें इंद्रजीत सिंह के पैर में गोली लगी और उसे मौके पर ही पकड़ लिया गया। हालांकि इस घटना में पुलिस कर्मियों को किसी तरह की चोट नहीं आई। चार मामलों में वांछित था आरोपी एसएसपी खन्ना डॉ. ज्योति यादव बैंस ने बताया कि इंद्रजीत सिंह के खिलाफ हत्या के प्रयास, लूट और फायरिंग सहित कई गंभीर मामले दर्ज हैं। वह चार मामलों में पुलिस को वांछित था।एसएसपी ने यह भी बताया कि इस मामले में दो अन्य आरोपी अभी फरार हैं, जिनकी तलाश के लिए पुलिस टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस पूरी तरह सतर्क है और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की जन्म शताब्दी के अवसर पर शहर विधानसभा क्षेत्र में अटल स्मृति सम्मेलन का भव्य आयोजन किया गया। यह सम्मेलन पूर्व शहर विधानसभा प्रत्याशी कमल दत्त शर्मा के नेतृत्व में दिल्ली रोड स्थित अग्रसेन भवन में संपन्न हुआ। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और गणमान्य लोग मौजूद रहे। सम्मेलन के मुख्य अतिथि भाजपा महानगर अध्यक्ष विवेक रस्तोगी और पूर्व विधायक रविंदर भड़ाना रहे। कार्यक्रम की शुरुआत श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर की गई। सम्मेलन की अध्यक्षता रोहतास प्रजापति ने की। भाजपा महानगर अध्यक्ष विवेक रस्तोगी ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय राजनीति के ऐसे महानायक थे, जिन्होंने सिद्धांतों, संस्कारों और संवाद की राजनीति को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। उनका संपूर्ण जीवन आज की युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा हैं। पूर्व विधायक रविंदर भड़ाना ने कहा कि अटल जी का जीवन साधारण से असाधारण बनने की प्रेरक कहानी है। उन्होंने विषम परिस्थितियों में भी अपने विचारों और मूल्यों से कभी समझौता नहीं किया। एक कुशल प्रशासक, प्रखर वक्ता, संवेदनशील कवि और दूरदर्शी राजनेता के रूप में उन्होंने भारत को वैश्विक मंच पर नई पहचान दिलाई। सम्मेलन के आयोजक कमल दत्त शर्मा ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी जी ने राजनीति में शुचिता, सर्वसम्मति और संवाद की मजबूत परंपरा स्थापित की। पोखरण परमाणु परीक्षण, स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना और पड़ोसी देशों के साथ संवाद की नीति उनके दूरदर्शी नेतृत्व के ऐतिहासिक उदाहरण हैं। कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने अटल जी के विचारों को आत्मसात करने और उनके बताए मार्ग पर चलने का आह्वान किया। सम्मेलन का समापन राष्ट्रहित और जनसेवा के संकल्प के साथ किया गया।
संभल में विवादित धार्मिक स्थल (शाही जामा मस्जिद बनाम श्रीहरिहर मंदिर) के निकट कब्रिस्तान की आठ बीघा भूमि की पैमाइश 30 दिसंबर को की जाएगी। इस पैमाइश का उद्देश्य कब्रिस्तान की भूमि पर हुए कथित अवैध अतिक्रमण को चिह्नित करना और बाद में उसे हटाना है। किसी भी संभावित विवाद से बचने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों ने संबंधित हितधारकों के साथ बैठक की। शनिवार शाम 4 बजे संभल कोतवाली परिसर में एसडीएम रामानुज और सीओ आलोक भाटी की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में 30 दिसंबर को होने वाली पैमाइश के संबंध में चर्चा की गई। उन लोगों को भी पैमाइश की जानकारी दी गई है, जिनके मकान या दुकानें कब्रिस्तान की भूमि पर बने होने का आरोप है। शहर के मोहल्ला कोट पूर्वी में स्थित विवादित धार्मिक स्थल के पास यह कब्रिस्तान है। गाटा संख्या 32/2, जिसका रकबा 0.478 हेक्टेयर है, पर अवैध रूप से मकान और दुकानें बनाने के आरोप हैं। अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया शुरू करने से पहले भूमि की पैमाइश और नोटिस जारी करने के लिए 30 दिसंबर की तारीख तय की गई है। इस दौरान इंस्पेक्टर गजेंद्र सिंह और क्राइम इंस्पेक्टर जितेंद्र वर्मा भी मौजूद रहे। एसडीएम रामानुज ने बताया कि पैमाइश 30 दिसंबर को सुबह 10 बजे शुरू होगी। इस कार्य के लिए तहसीलदार धीरेंद्र प्रताप सिंह, नायब तहसीलदार दीपक जुरैल, बबलू कुमार और अरविंद कुमार सिंह के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई है। इस टीम में चार राजस्व निरीक्षक और 22 लेखपाल शामिल होंगे, ताकि पैमाइश का कार्य निष्पक्ष और विधिवत तरीके से संपन्न हो सके। 24 नवंबर 2024 को हुई हिंसा की घटना के बाद, पुलिस प्रशासन ने पैमाइश से तीन दिन पहले सभी संबंधित पक्षों को बुलाकर इस संबंध में जानकारी दी है। एसडीएम ने यह भी स्पष्ट किया कि कब्रिस्तान गाटा संख्या 32/2 में दर्ज है और इसकी पैमाइश लेखपालों की संयुक्त टीम द्वारा पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से की जाएगी।
सहारनपुर के ट्रांसपोर्ट नगर में थाना जनकपुरी क्षेत्र स्थित हमजा ट्रेडर्स में आज सुबह एक भीषण आग लग गई। सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। आग बुझाने के लिए करीब तीन फायर ट्रक तैनात किए गए हैं और दमकल कर्मी लगातार आग पर काबू पाने का प्रयास कर रहे हैं। फिलहाल आग पर पूरी तरह नियंत्रण नहीं पाया जा सका है। किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन दुकान में रखा सामान और माल काफी प्रभावित हुआ है। आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है।
यूपी के बरेली में बजरंग दल कार्यकर्ताओं के हंगामे की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। पहले चर्च और कोतवाली के बाहर प्रदर्शन और हनुमान चालीसा का पाठ, और अब कैफे में बर्थडे पार्टी के दौरान हंगामा। राजेंद्रनगर स्थित एक कैफे में नर्सिंग की छात्रा अपने दोस्तों के साथ जन्मदिन मना रही थी, तभी अचानक बजरंग दल के कार्यकर्ता वहां पहुंच गए और नारेबाजी शुरू कर दी। मुस्लिम दोस्तों की मौजूदगी पर जताई आपत्तिजानकारी के मुताबिक नर्सिंग की छात्रा अपने 10 दोस्तों के साथ कैफे में मौजूद थी। इन दोस्तों में उसके दो मुस्लिम मित्र भी शामिल थे। सभी एक ही कॉलेज से नर्सिंग की पढ़ाई कर रहे हैं। आरोप है कि मुस्लिम युवकों की मौजूदगी की सूचना मिलने पर बजरंग दल के कार्यकर्ता कैफे पहुंचे और हंगामा करने लगे। हिंदू संगठनों ने लव जिहाद का आरोप लगाया। छात्रा ने कहा सभी मेरे फ्रेंड्सछात्रा ने साफ शब्दों में कहा कि दोस्त का धर्म देखकर किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए। छात्रा का कहना है कि उसके सभी दोस्त एक साथ पढ़ते हैं और बर्थडे पार्टी के लिए इकट्ठा हुए थे, लेकिन बेवजह हंगामा कर माहौल खराब किया गया। हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस, आरोप पाए गए निराधारकैफे में हंगामे की सूचना मिलते ही डायल 112 और प्रेमनगर थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने बजरंग दल कार्यकर्ताओं द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच की, लेकिन सभी आरोप निराधार पाए गए। छात्रा ने पुलिस को बताया कि यह बर्थडे पार्टी थी और किसी तरह की कोई आपत्तिजनक गतिविधि नहीं हो रही थी। पुलिस ने मौके पर मौजूद बजरंग दल कार्यकर्ताओं को समझाकर शांत कराया और स्थिति को नियंत्रण में लिया। एहतियातन छात्रा के परिजनों को बुलाया गया और छात्रा को उनके सुपुर्द कर दिया गया। कैफे कर्मचारी और दो लड़कों के खिलाफ कार्यवाहीसीओ सिटी आशुतोष शिवम ने बताया कि राजेंद्रनगर इलाके में कैफे में एक छात्रा अपना बर्थडे मना रही थी। जिसमें 6 लड़कियां और 4 लड़के थे। जिनमें दो लड़के दूसरे समुदाय के थे। हिंदू संगठन के लोगों ने वहां पर जाकर नारेबाजी की और लव जिहाद का आरोप लगाया। मौके पर डायल 112 और प्रेमनगर पुलिस भी पहुंची। जांच पड़ताल में लव जिहाद जैसी कोई बात सामने नहीं आई है। वही इस मामले में कैफे के एक कर्मचारी और दोनों लड़कों के खिलाफ केस दर्ज कर कार्यवाही की जा रही है। वही बाकी सभी छात्र-छात्राओं के परिजनों को बुलाकर उनके सुपुर्द कर दिया गया है।
सहारनपुर के बिहारीगढ़ स्थित सॉलिटेयर क्रिकेट ग्राउंड में खेले गए बीसीसीआई अंडर-19 कूच बिहार ट्रॉफी के नॉकआउट मुकाबले में राजस्थान ने उत्तर प्रदेश को पहली पारी की बढ़त के आधार पर मात देकर अगले राउंड में प्रवेश कर लिया। मैच ड्रॉ पर समाप्त हुआ, लेकिन राजस्थान की पहली पारी की 316 रनों की मजबूत बढ़त ने टीम को जीत दिला दी। राजस्थान ने अपनी पहली पारी में 9 विकेट पर 494 रन बनाए। नावेद खान ने 183 रन की शतकीय पारी खेली, वहीं रजत बघेल ने 171 रन का बेहतरीन योगदान दिया। कुशाग्र ओझा 48 रन बनाकर चोट के कारण रिटायर्ड हर्ट हुए। उत्तर प्रदेश की ओर से आदित्य कुमार ने चार विकेट लिए, आयान अकरम और रवि ने दो-दो, जबकि भावी शर्मा को एक सफलता मिली। उत्तर प्रदेश की दूसरी पारी 166 रन पर 7 विकेट ढेर हो गई। भावी शर्मा ने 58 और युवराज ने 46 रन बनाए। राजस्थान की गेंदबाजी में हनी प्रताप ने चार और केतन देसाई ने तीन विकेट लेकर अहम भूमिका निभाई। नावेद खान को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए 'मैन ऑफ द मैच' चुना गया। अंपायर की भूमिका आनंद एस और कुशाग्र ओझा ने निभाई, जबकि नियति लोकर मैच रेफरी रहीं। शैलेंद्र पी. सिंह और विकास पांडे स्कोरिंग संभाल रहे थे। आयोजन में एसडीसीए और एल्फा क्रिकेट एकेडमी के पदाधिकारी व सदस्य सहयोगी थे।
हापुड़ में अंडों को रंगकर देसी अंडे के रूप में बेचने और उनमें प्रतिबंधित एंटीबायोटिक नाइट्रोफ्यूरन (Nitrofuran) की मिलावट की शिकायतों पर खाद्य सुरक्षा विभाग ने कार्रवाई की है। विभाग ने शनिवार की रात शहर के दो प्रमुख अंडा विक्रेताओं की दुकानों पर छापेमारी कर अंडों के नमूने जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे हैं। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम ने सिकंदर गेट स्थित समीर एग्स और पुराना बाजार स्थित भारत एग सेंटर का निरीक्षण किया। खाद्य अधिकारी आरपी गुप्ता के नेतृत्व में टीम ने मौके पर दोनों दुकानों से अंडों का एक-एक नमूना लिया गया, जिन्हें सील कर प्रयोगशाला भेजा गया है। सैंपलों की जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। निरीक्षण के दौरान यह भी पाया गया कि दुकानों पर अंडों का रखरखाव खाद्य सुरक्षा मानकों के अनुरूप नहीं था। अंडे खुले और अस्वच्छ वातावरण में रखे गए थे, जिससे उनकी गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है। दुकानदारों को नोटिस जारी इसके अतिरिक्त, दुकानदार अंडों की खरीद से संबंधित बिल और अन्य वैध अभिलेख प्रस्तुत नहीं कर सके। इन अनियमितताओं के मद्देनजर विभागीय अधिकारियों ने दोनों दुकानदारों को नोटिस जारी किए हैं। नोटिस में स्पष्ट किया गया है कि वे निर्धारित समय-सीमा के भीतर आवश्यक दस्तावेज, खरीदी बिल और भंडारण से संबंधित मानकों का पालन सुनिश्चित करें। नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी। खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने आमजन से अपील की है कि वे अंडे या अन्य खाद्य पदार्थ खरीदते समय उनकी गुणवत्ता, रंग और पैकेजिंग पर विशेष ध्यान दें। किसी भी प्रकार की मिलावट या संदेह की स्थिति में तत्काल खाद्य सुरक्षा विभाग को सूचित करें, ताकि समय पर कार्रवाई की जा सके। सहायक खाद्य आयुक्त सुनील कुमार ने बताया कि मिलावटी और स्वास्थ्य के लिए हानिकारक खाद्य पदार्थों के खिलाफ यह अभियान लगातार जारी रहेगा। इसका उद्देश्य लोगों को सुरक्षित और शुद्ध खाद्य सामग्री उपलब्ध कराना है।
श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर की प्राण प्रतिष्ठा की द्वितीय वर्षगांठ (पाटोत्सव) प्रतिष्ठा द्वादशी का यज्ञशाला अनुष्ठान आज प्रातः से प्रारम्भ हो गया। सायंकाल उत्सव विग्रह की पालकी यात्रा भी निकाली गई।प्रातः वास्तु पूजा के पश्चात गण होम,तत्त्व कलश, तत्त्व होम, सुदर्शन होम आदि अनुष्ठान सम्पन्न कराए गए। सायंकाल देवदर्शन के निमित्त परिसर में प्रभु विग्रह की पालकी यात्रा निकाली गयी। पांच दिन चलने वाला यह अनुष्ठान विद्वान आचार्यों द्वारा ट्रस्टी जगद्गुरु मध्वाचार्य जी के निर्देशन में हो रहा है। i पालकी यात्रा आकर्षण का केंद्र बनी रही।इसके साथ ही प्रतिष्ठा द्वादशी के कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम जिसमें रामलीला और रामकथा आदि 29 दिसंबर से आरंभ होकर 5 दिनों तक चलेंगे।
सनातनी प्रचारक हर्षा रिछारिया 28 दिसंबर को कौशांबी पहुंचेंगी। वह नगर पालिका परिषद भरवारी स्थित लखन लाल रिजॉर्ट में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेंगी। इस कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन, कौशांबी के तत्वावधान में किया जा रहा है। हर्षा रिछारिया 'शक्तिसृजन एक यात्रा' नामक कार्यक्रम में शिरकत करेंगी। राष्ट्रीय जन उद्योग संगठन के नगर अध्यक्ष नीरज केसरवानी ने बताया कि यह आयोजन दोपहर 1 बजे से शाम 4 बजे तक चलेगा। कार्यक्रम का उद्देश्य जगत जननी मां आदि शक्ति एवं देवाधिदेव महादेव की कृपा से शक्तिसृजन करना है।
राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (RCA) की एडहॉक कमेटी का कार्यकाल एक बार फिर तीन महीने के लिए बढ़ा दिया गया है। सहकारिता रजिस्ट्रार आनंदी ने एडहॉक कमेटी का कार्यकाल तीन महीने बढ़ाने के आदेश जारी कर दिए हैं। 28 मार्च 2026 तक कार्यकाल बढ़ाया है। एडहॉक कमेटी ने 17 दिसंबर को सहकारिता रजिस्ट्रार को चिट्ठी लिखकर तय समय सीमा में चुनाव नहीं करवाने का तर्क देते हुए कार्यकाल बढ़ाने का आग्रह किया था। एडहॉक कमेटी का कार्यकाल 26 दिसंबर तक था, जिसे फिर से बढ़ने का अनुरोध किया गया था। इसके बाद अब सहकारिता रजिस्ट्रार ने फिर कार्यकाल बढ़ाने की मंजूरी दे दी है। कार्यकाल बढ़ाने के आदेशों में तीन महीने के भीतर आरसीए की नई कार्यकारिणी का चुनाव करवाने की शर्त रखी है, हालांकि पहले जारी छह आदेशों में भी यही शर्त रखी जाती रही है। सहकारिता रजिस्ट्रार ने 28 मार्च 2024 को आरसीए की कार्यकारिणी समिति का चुनाव कराने के लिए एडहॉक कमेटी बनाई थी। उस वक्त एडहॉक कमेटी को तीन महीने में आरसीए कार्यकारिणी का चुनाव करवाने की शर्त रखी थी। एडहॉक कमेटी चुनाव नहीं करवा पाई और इसका लगातार कार्यकाल बढ़ाया जाता रहा। 2024 से लेकर लगातार बढ़ता रहा कार्यकाल आरसीए चुनाव करवाने के लिए एडहॉक कमेटी का कार्यकाल लगातार बढ़ता रहा। सबसे पहले 29 जून 2024 तक, इसके बाद 28 सितंबर 2024 तक, फिर 26 दिसंबर 2024 को तीन महीने के लिए कार्यकाल बढ़ा। इसके बाद 27 मार्च 2025, फिर 27 जून 2025 और 26 सितंबर 2025 को भी तीन-तीन महीने के लिए कार्यकाल बढ़ाया गया था। जयपुर से आईपीएल मैच शिफ्ट होने का खतरा एडहॉक कमेटी का कार्यकाल लगातार बढ़ने से जयपुर से इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के मैच हटाए जाने का खतरा पैदा हो गया है। बीसीसीआई की ओर से आरसीए को लिखित में अवगत कराया गया था कि जब तक आरसीए की चुनी हुई बॉडी अस्तित्व में नहीं आती, तब तक आईपीएल मुकाबलों को उस स्थान पर आयोजित करना मुश्किल होगा। --- RCA से जुड़ी ये खबर भी पढ़िए... RCA चुनाव लटके तो जयपुर से शिफ्ट हो सकते IPL:BCCI नाराज, 7 बार फेल हुई एडहॉक कमेटी को फिर एक्सटेंशन की तैयारी राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (RCA) में चुनाव को लेकर एक बार फिर असमंजस की स्थिति बन गई है। चुनाव कराने के लिए गठित एडहॉक कमेटी लगातार दूसरी बार अपने उद्देश्य में नाकाम रही है। पढ़ें पूरी खबर
बड़वानी जिले के अंजड़ थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम इंद्रापुरी में शनिवार शाम खेत से घर लौट रहे एक युवक पर तेंदुए ने जानलेवा हमला कर दिया। युवक ने न केवल तेंदुए का सामना किया, बल्कि पत्थरों से वार कर उसे भागने पर मजबूर कर दिया। हमले में घायल युवक का फिलहाल अस्पताल में इलाज जारी है। जानकारी के अनुसार, ग्राम इंद्रापुरी निवासी विशाल पिता विजयसिंह मंडलोई शनिवार शाम करीब 7 बजे अपनी बाइक से खेत से घर लौट रहा था। रास्ते में पगडंडी के समीप एक खेत में घात लगाकर बैठे तेंदुए ने अचानक विशाल पर हमला कर दिया। हमले के कारण विशाल बाइक सहित जमीन पर गिर पड़ा। तेंदुए ने उसके पैर को अपने जबड़ों में जकड़ लिया, जिसके बाद दोनों के बीच संघर्ष शुरू हो गया। पत्थरों से वार कर तेंदुए को खदेड़ा घबराकर हार मानने के बजाय विशाल ने हिम्मत दिखाई और जमीन पर पड़े पत्थरों को उठाकर तेंदुए पर दे मारा। पत्थरों की चोट और विशाल के शोर मचाने से तेंदुआ घबरा गया और उसे छोड़कर जंगल की ओर भाग निकला। चीख-पुकार सुनकर आसपास के खेतों में काम कर रहे ग्रामीण मौके पर पहुंचे और लहूलुहान हालत में विशाल को तत्काल स्वास्थ्य केंद्र ले गए। प्राथमिक इलाज के बाद जिला अस्पताल रेफर अस्पताल में डॉक्टर्स ने विशाल को रेबीज का इंजेक्शन लगाया और पैर के घाव की ड्रेसिंग की। प्राथमिक इलाज के बाद बेहतर देखभाल के लिए उसे बड़वानी जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। फिलहाल उसकी स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है। ग्रामीणों में दहशत, पिंजरा लगाने की मांग इस हमले के बाद ग्राम इंद्रापुरी और आसपास के क्षेत्रों में भारी दहशत व्याप्त है। ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र में वन्यजीवों की सक्रियता बढ़ गई है और आए दिन मवेशियों पर हमले की खबरें आती रहती हैं। ग्रामीणों ने वन विभाग और प्रशासन से तत्काल क्षेत्र में पिंजरा लगाकर तेंदुए को पकड़ने की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी किसी जनहानि को रोका जा सके।
मऊगंज में शनिवार को ट्रैफिक पुलिस ने जिलेभर में वाहन चेकिंग अभियान चलाया। दोपहर से लेकर देर शाम करीब 8 बजे तक चली इस कार्रवाई में नियमों का उल्लंघन करने वाले 19 वाहन चालकों के चालान काटे गए। पुलिस ने इन चालान के माध्यम से कुल 25 हजार 300 रुपए का समन शुल्क वसूला। इसके साथ ही, शहर की यातायात व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए 'नो एंट्री' में घुसने वाले ट्रक चालकों पर भी कार्रवाई की गई। चालान के साथ जागरूकता पर भी जोर यातायात प्रभारी नरेश प्रताप सिंह ने बताया कि पुलिस का उद्देश्य सिर्फ जुर्माना वसूलना नहीं, बल्कि लोगों की मानसिकता में बदलाव लाना है। उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में सड़कों पर वाहन चालकों के बीच अनुशासन बढ़ा है और लोग अब अपनी सुरक्षा के प्रति स्वयं अधिक सतर्क नजर आ रहे हैं। कोहरे को लेकर विशेष सावधानी की सलाह वर्तमान मौसम को देखते हुए यातायात प्रभारी ने वाहन चालकों को विशेष हिदायत दी है। उन्होंने कहा कि कोहरे और धुंध के कारण दृश्यता कम हो जाती है, जिससे दुर्घटनाओं का अंदेशा बढ़ जाता है। उन्होंने वाहन चालकों से अपील की है कि धुंध के दौरान वाहन की गति धीमी रखें। हेडलाइट और इंडिकेटर का सही उपयोग करें। बहुत जरूरी होने पर ही खराब मौसम में बाहर निकलें। कार्रवाई का सिलसिला रहेगा जारी यातायात विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि नियमों की अनदेखी करने वालों के खिलाफ भविष्य में भी इसी तरह का सख्त अभियान जारी रहेगा। पुलिस ने लोगों से सुरक्षित और व्यवस्थित यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए नियमों का स्वेच्छा से पालन करने की अपील की है।
पत्नी मायके से नहीं आई तो पति ने खाया जहर:महोबा में हालत गंभरी, 6 महीने से मायके में रह रही थी पत्नी
महोबा के श्रीनगर थाना क्षेत्र के बिलरही गांव में पत्नी के वियोग में एक युवक ने जहरीला पदार्थ खा लिया। उसे गंभीर हालत में जिला अस्पताल महोबा में भर्ती कराया गया, जहां से डॉक्टरों ने उसे झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया है। बिलरही गांव निवासी उमराव और उसकी पत्नी मीरा की शादी हुई थी। करीब छह महीने पहले उमराव अपनी पत्नी के साथ बेहतर भविष्य और रोजी-रोटी की तलाश में पंजाब गया था। वहां कुछ दिन मजदूरी करने के बाद मीरा अपने मायके लौट आई, लेकिन वापस ससुराल नहीं गई। बीते छह महीनों से उमराव अपनी पत्नी के विरह में परेशान था। परिजनों के अनुसार, उसने कई बार मीरा को वापस लाने की कोशिश की, लेकिन वह सफल नहीं हो सका। शनिवार शाम उमराव एक बार फिर अपनी पत्नी को मनाने ससुराल पहुंचा, लेकिन मीरा ने उसके साथ घर आने से साफ इनकार कर दिया। पत्नी के इस इनकार से उमराव बुरी तरह टूट गया। शनिवार शाम जब वह घर लौटा, तो मानसिक तनाव में उसने घर में रखा जहरीला पदार्थ गटक लिया। कुछ ही देर में उसकी तबीयत बिगड़ने लगी और वह तड़पने लगा। परिजनों ने आनन-फानन में उसे महोबा जिला अस्पताल पहुंचाया। जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में तैनात डॉक्टरों ने उसे प्राथमिक उपचार दिया। हालांकि, उसकी हालत गंभीर बनी हुई थी, जिसके चलते उसे बेहतर इलाज के लिए झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है।
मैनपुरी में राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और भारत सरकार के कौशल विकास मंत्री का जन्मोत्सव कार्यक्रम मनाया गया। यह कार्यक्रम शहर के मोहल्ला गाड़ीवान स्थित जिला पार्टी कार्यालय पर आयोजित किया गया। कार्यक्रम शाम 8 बजे शुरू हुआ। अधिक सर्दी के कारण कार्यक्रम के समय में परिवर्तन किया गया था। इस अवसर पर ब्रज क्षेत्र उपाध्यक्ष श्री राम प्रकाश त्रिवेदी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष सादा जीवन जीने वाले और देश प्रेमी व्यक्ति हैं। त्रिवेदी ने उनके उज्ज्वल भविष्य और दीर्घायु की कामना की। जिला अध्यक्ष राघवेंद्र दुबे ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष हमेशा अपने बाबा, भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री श्री चौधरी चरण सिंह जी के आदर्शों पर चलते हैं। वे किसानों, गरीबों और अल्पसंख्यकों के हितों के लिए कार्य करते हैं। दुबे ने भी राष्ट्रीय अध्यक्ष के दीर्घायु जीवन की कामना की। जन्मोत्सव कार्यक्रम में ब्रज क्षेत्र उपाध्यक्ष राम प्रकाश दुबे, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष चंदन सिद्दीकी, जिला प्रमुख महामंत्री उदय दीक्षित, अभिषेक दुबे, मनोज, ताहिर मंसूरी, वरुण दुबे, महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष सोनम तिवारी, विजय बहादुर त्रिपाठी, प्रिया रंजन दुबे, रवि दुबे और सैनिक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष अंगद सिंह तोमर सहित कई कार्यकर्ता और पदाधिकारी उपस्थित रहे। इस दौरान गुड़-चना वितरित कर हर्षोल्लास के साथ जन्मोत्सव मनाया गया।
खंडवा में 31 वर्षीय इंजीनियर की मौत:8 महीने पहले शादी हुई थी, फाइनेंस कंपनी में करता था नौकरी
खंडवा के कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत रामनगर निवासी एक 31 वर्षीय युवक का शुक्रवार रात अचानक निधन हो गया। मृतक आदित्य बड़ोदिया पेशे से इंजीनियर था और एक निजी फाइनेंस कंपनी में कार्यरत था। अचानक तबीयत बिगड़ने पर परिजन उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों के अनुसार शुक्रवार रात आदित्य को अचानक बेचैनी होने लगी और अत्यधिक पसीना निकलने लगा। हालत बिगड़ने पर तत्काल उसे खंडवा के मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल लाया गया, लेकिन इलाज शुरू होने से पहले ही उसकी मौत हो चुकी थी। पोस्टमॉर्टम रूम पहुंचे मृतक के रिश्तेदार एडवोकेट डॉ. डीएल बकोरिया ने बताया कि आदित्य बड़ोदिया ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद एक निजी फाइनेंस कंपनी जॉइन की थी। मृतक के पिता बैंक में मैनेजर पद से सेवानिवृत्त होने के बाद वर्तमान में वकालत की प्रैक्टिस कर रहे हैं। परिजनों ने बताया कि आदित्य को पूर्व में कोई गंभीर स्वास्थ्य समस्या नहीं थी। उसकी शादी को करीब 8 से 9 महीने ही हुए थे। उसकी ससुराल पंधाना क्षेत्र के टाकलीखेड़ा गांव में है। फिलहाल मौत के कारणों को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कारणों का खुलासा हो सकेगा।
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने कटनी में जबरन धर्मांतरण का शिकार हुए युवक अभिषेक खटीक को ई-रिक्शा भेंट किया। शनिवार शाम कटनी में आयोजित पुस्तक मेले के दौरान आयोग अध्यक्ष ने युवक को आत्मनिर्भर बनाने और समाज में सम्मानजनक जीवन जीने के लिए यह सहायता प्रदान की। प्रियांक कानूनगो ने बताया कि पीड़ित अभिषेक खटीक अनुसूचित जाति वर्ग से संबंधित है और लगभग तीन-चार वर्ष पहले आयोग के संपर्क में आया था। अभिषेक को एक व्यक्ति ने अनाथ आश्रम में रखकर धोखे से धर्मांतरित करवा दिया था। कानूनगो ने कहा कि अनुसूचित जाति के व्यक्तियों का धर्मांतरण केवल धार्मिक विषय नहीं है, बल्कि इससे उनके संवैधानिक अधिकार और आरक्षण भी समाप्त हो जाते हैं, जो कि एक गंभीर उल्लंघन है। सुप्रीम कोर्ट में न्याय की लड़ाई और कानून की अहमियत अभिषेक खटीक के मामले में एफआईआर दर्ज की जा चुकी है और वह वर्तमान में न्याय के लिए सुप्रीम कोर्ट में संघर्ष कर रहा है। प्रियांक कानूनगो ने इस दौरान मध्यप्रदेश धर्म स्वतंत्रता अधिनियम की महत्ता पर जोर देते हुए इसे अवैध धर्मांतरण रोकने में प्रभावी बताया। उन्होंने कहा कि अभिषेक ने स्वयं न्यायालय में पक्ष रखा है कि यदि यह कानून समाप्त होता है, तो उसके जैसे हजारों बच्चों के धार्मिक और संवैधानिक अधिकार खतरे में पड़ जाएंगे। आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ते कदम अभिषेक का मनोबल बढ़ाने और उसे आर्थिक रूप से सशक्त करने के उद्देश्य से आयोग अध्यक्ष स्वयं कटनी पहुंचे और उसे ई-रिक्शा सौंपा। इस सहायता का मुख्य लक्ष्य यह है कि अभिषेक अब किसी पर निर्भर रहे बिना अपने परिवार का भरण-पोषण कर सके और एक गौरवपूर्ण जीवन जी सके। इस मानवीय पहल की वहां उपस्थित लोगों ने सराहना की।
कोरबा के दो बुजुर्ग दोस्तों ने मृत्यु के बाद देहदान करने का संकल्प लिया है। उनका मानना है कि शरीर मिट्टी में मिलने के बजाय किसी के काम आ सके। 75 वर्षीय विवारू राम नोनिया और 74 वर्षीय बुद्धू दास महंत कोरबा के बालको स्थित कैलाश नगर, बेला कछार के निवासी हैं। पिछले एक दशक से दोनों दोस्त नियमित रूप से मॉर्निंग वॉक पर साथ जाते हैं। बढ़ती उम्र को देखते हुए उन्होंने यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। शरीर किसी के काम आ सके, तो यह सौभाग्य की बात होगी विवारू राम नोनिया 2011 में बालको से रिटायर हुए थे। उनके दो बेटे और तीन बेटियां हैं, जिन्होंने उनके इस निर्णय का स्वागत किया है। उन्होंने कहा, यह मिट्टी का शरीर है, एक दिन मिट्टी में ही मिल जाएगा। यदि मृत्यु के बाद भी यह शरीर किसी के काम आ सके, तो यह सौभाग्य की बात होगी। विवारू राम ने बताया कि उन्होंने कोरबा में देहदान के प्रति बने सकारात्मक माहौल और अपने गुरु रामपाल से प्रेरणा लेकर यह कदम उठाया है। उनके परिवार के सभी सदस्यों ने इस पर सहमति व्यक्त की है। उन्होंने समाज से अपील की है कि वे सामाजिक कुरीतियों को दूर कर इस नेक कार्य में आगे आएं। इस बुजुर्ग जोड़ी के दूसरे सदस्य बुद्धू दास महंत तीन बेटों और एक बेटी के पिता हैं। उन्होंने जीवन भर मजदूरी की है। उनकी भी यही इच्छा है कि मरणोपरांत उनका शरीर या कोई अंग किसी जरूरतमंद के काम आ सके। अंग किसी ऐसे को जो पढ़कर डॉक्टर बने और सेवा करे बुद्धू दास महंत ने अपनी भावना व्यक्त करते हुए कहा कि यदि उनके शरीर से कोई अंग किसी ऐसे व्यक्ति को मिलता है जो पढ़कर डॉक्टर बनता है और लोगों की सेवा करता है, तो यह उनके लिए सौभाग्य की बात होगी। विवारू राम नोनिया और बुद्धू दास महंत के इस संकल्प की उनके शुभचिंतकों और परिचितों के बीच खूब चर्चा हो रही है। सभी उनके इस निर्णय का स्वागत कर रहे हैं और इसे एक प्रेरणादायक कदम बता रहे हैं।
घने कोहरे ने धीमी की ट्रेनों की रफ्तार:संगम-नौचंदी-राज्यरानी साढ़े तीन घंटे लेट पहुंचीं
घने कोहरे के चलते मेरठ से होकर गुजरने वाली लंबी दूरी की ट्रेनों का संचालन लगातार प्रभावित हो रहा है। प्रयागराज, लखनऊ और जम्मू से आने-जाने वाली कई ट्रेनें शनिवार को घंटों की देरी से मेरठ पहुंचीं, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। प्रयागराज से मेरठ आने वाली संगम एक्सप्रेस का मेरठ सिटी स्टेशन पर निर्धारित आगमन समय सुबह 6:25 बजे था, लेकिन यह ट्रेन करीब साढ़े तीन घंटे की देरी से सुबह 10:15 बजे पहुंची। इसी तरह नौचंदी एक्सप्रेस, जो सुबह 8:20 बजे मेरठ सिटी पहुंचनी थी, कोहरे के कारण दोपहर 12:08 बजे स्टेशन पर पहुंची। लखनऊ से मेरठ आने वाली मेरठ नगर राज्यरानी एक्सप्रेस भी तय समय शाम 10:35 बजे की बजाय रात 1:51 बजे मेरठ सिटी स्टेशन पहुंची। इस ट्रेन में भी करीब साढ़े तीन घंटे की देरी दर्ज की गई। इसके अलावा दिल्ली से अंबाला कैंट जाने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस मेरठ सिटी स्टेशन पर शाम 3:58 बजे की जगह 5:34 बजे पहुंची। वहीं दिल्ली से मेरठ आने वाली मेरठ छावनी पैसेंजर ट्रेन लगभग एक घंटे की देरी से चली। जम्मू से मेरठ होते हुए दिल्ली जाने वाली शालीमार एक्सप्रेस का मेरठ सिटी स्टेशन पर आगमन सुबह 9 बजे होना था, लेकिन यह ट्रेन भी कोहरे की वजह से सुबह 11:25 बजे पहुंची। लगातार ट्रेनों के लेट होने से स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ लगी रही। यात्रियों ने कोहरे के कारण बार-बार समय बदलने से असुविधा होने की बात कही। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से यात्रा से पहले ट्रेनों की स्थिति की जानकारी लेने की अपील की है।
एपीके फाइल भेजकर 10 लाख की ठगी:मोबाइल का एक्सेस लेकर ऑनलाइन एफडी तोड़ी, तीन बार में निकाली रकम
साइबर ठगों ने एपीके फाइल के जरिए ऑनलाइन एफडी को तोड़कर रकम आने खाते में ट्रांसफर कर ली। पीड़ित के मोबाइल पर मैसेज आने के बाद ठगी की जानकारी हुई। साइबर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।जयपुर हाउस में रहने वाले दौलत राम भोजवानी कपड़े के व्यापारी हैं। उनका एचडीएफसी बैंक की शाहगंज ब्रांच में खाता है। उन्होंने 10 लाख रुपए की आनलाइन एफडी अपने खाते में कराई थी। पीड़ित के अनुसार 14 दिसंबर की रात 9:30 बजे खाते से रुपए कटने का मैसेज आया। 15 दिसंबर को वह बैंक गए, जहां मैनेजर ने बताया कि 13 दिसंबर को उनकी आनलाइन एफडी तोड़ी गई है। 13 दिसंबर को ही पहले दो लाख, फिर तीन लाख व 14 दिसंबर को पांच लाख रुपए निकाले गए। कुल 10 लाख रुपये की खाते से निकासी हुई। पीड़ित की ओर से राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज कराने के साथ ही साइबर थाने में मुकदमा पंजीकृत कराया गया है। एपीके फाइल से हुई ठगीसाइबर पुलिस ने जब पीड़ित के फोन की जांच की तो उसमें एपीके फाइल डाउनलोड पाई गई है। उन्होंने व्हाटसएप पर आई एपीके फाइल को डाउनलोड कर लिया था। इसी के जरिए साइबर ठगों ने उनके फोन का एक्सेस लेकर ठगी की वारदात को अंजाम दिया है। मामले में जांच की जा रही है। एपीके फाइल से ऐसे होती है ठगीसाइबर ठग इन दिनों शादी के कार्ड, ई-चालान, बिजली बिल, सरकारी योजनाओं के फार्म आदि के रूप में एपीके फाइल व्हाटसएप आदि पर भेज रहे हैं। इंस्पेक्टर रीता यादव ने बताया कि जैसे ही लोग एपीके फाइल को डाउनलोड करते हैं, उनके मोबाइल फोन को हैक कर साइबर ठग अपने कंट्रोल में ले लेते हैं। इससे वह बैंक खाते, यूपीआइ, फोटो-वीडियो गैलरी आदि तक पहुंच बना लेते हैं और ठगी की वारदात को अंजाम देते हैं।
उन्नाव में शनिवार देर शाम एक सड़क हादसे में मुख्य आरक्षी की मौत हो गई। यह घटना थाना कोतवाली सदर क्षेत्र के हुसैननगर चौराहे पर रात करीब 8:30 बजे हुई। एक वाहन ने मोटरसाइकिल सवार मुख्य आरक्षी को टक्कर मार दी, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तत्काल जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतक मुख्य आरक्षी की पहचान मुकेश कुमार (पुत्र बलदेव) के रूप में हुई है। वे महोबा जिले के चरखारी थाना क्षेत्र के रोशनपुरा गांव के निवासी थे। जानकारी के अनुसार, मुकेश कुमार अपनी ड्यूटी खत्म कर मोटरसाइकिल से लौट रहे थे, तभी हुसैननगर चौराहे के पास अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि वे सड़क पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे की सूचना मिलते ही थाना कोतवाली सदर पुलिस मौके पर पहुंची। घायल मुख्य आरक्षी को एंबुलेंस से उन्नाव जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मुख्य आरक्षी की मौत की खबर से पुलिस विभाग में शोक छा गया। मुकेश कुमार वर्तमान में अचलगंज थाना क्षेत्र के पीआरवी 112 में तैनात थे। वे एक कर्तव्यनिष्ठ और अनुशासित पुलिसकर्मी के रूप में जाने जाते थे। उनके आकस्मिक निधन से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। सूचना मिलने पर परिजन जिला अस्पताल पहुंचे, जहां माहौल गमगीन हो गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचायतनामा भरा और पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अज्ञात वाहन की तलाश के लिए आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि घटना के संबंध में आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है और जल्द ही टक्कर मारने वाले वाहन व चालक की पहचान कर कार्रवाई की जाएगी।
लखनऊ में साइबर जालजासों ने पहलगाम हमले में पैसे का लेनदेने बताकर दो लोगों को डिजिटल अरेस्ट कर 84.50 लाख की ठगी कर ली। जालसाजों ने रिटायर्ड अधिकारी को 7 दिन तक डिजिटल अरेस्ट करके कई बार में 54.50 लाख रुपए ट्रांसफर करा लिए। वहीं जानकीपुरम में एक महिला को 12 दिन तक डिजिटल अरेस्ट करके 30 लाख रुपए ऐंठ लिए। गोमतीनगर के वास्तु खंड निवासी राजेंद्र प्रकाश वर्मा उत्तर प्रदेश वित्त लेखा विभाग से रिटायर्ड अधिकारी हैं। उन्होंने बताया कि 13 दिसंबर को सुबह करीब 11 बजे उनके मोबाइल पर एक व्हाट्सऐप कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को पुलिस हेडक्वार्टर का इंस्पेक्टर रंजीत कुमार बताया। हर घंटे का अपडेट लेते उसने पहलगाम हमले का हवाला देते हुए कहा कि आतंकी अफजल खान और आशिफ फौजी के बयान में राजेन्द्र प्रकाश वर्मा का नाम आया है। आरोप लगाया गया कि उनके आधार के जरिए एचडीएफसी बैंक, कोलाबा (मुंबई) में खाता खोलकर 7 करोड़ रुपए का अंतरराष्ट्रीय लेन-देन हुआ है और 10 प्रतिशत कमीशन उन्हें दी गई। राजेंद्र ने खुद को पेंशनर बताकर ऐसी गतिविधि में शामिल होने से मना कर दिया। इसके बाद जालसाजों ने डराना धमकाना शुरू कर दिया। इसके बाद अलग-अलग मोबाइल नंबरों से खुद को ATS पुणे का प्रेम कुमार गौतम और फिर NIA के आईजी राघव दत्त बताकर वीडियो कॉल पर बात कराई। उन्हें सर्विलांस में रखकर हर घंटे रिपोर्ट करने और किसी से संपर्क न करने की धमकी दी गई। रुपए ऐंठने के बाद जालसाजों ने नजदीकी थाने भेजा इसके बाद बैंक खातों, एफडी और संपत्तियों की जानकारी ली। व्हाट्सऐप वीडियो कॉल पर लगातार बने रहने के लिए कहा और बैंक पहुंचकर पैसे ट्रांसफर करने के लिए बोला। ठगों के कहने पर 16 दिसंबर को बेंगलुरु के खाते में 45 लाख रुपए और 17 दिसंबर को लखनऊ कृष्णा नगर स्थित बैंक खाते में 9.5 लाख रुपए ट्रांसफर करा लिए गए। इस दौरान सुप्रीम कोर्ट के फर्जी दस्तावेज भेजकर 13 से 19 दिसंबर तक डिजिटल अरेस्ट में रखा गया। 19 दिसंबर को ठगों ने स्थानीय थाने के प्रभारी से बात कराने को कहा। तब पीड़ित विभूति खंड थाने पहुंचे। तब उन्हें ठगी का पता चला। देशद्रोह का आरोप लगाकर महिला को ठगा वहीं राजाजीपुरम निवासी महालक्ष्मी श्रीवास्तव से साइबर ठगों ने खुद को पुलिस और जांच एजेंसियों का अधिकारी बताकर 30 लाख रुपए की ठगी कर ली। पीड़ित ने बताया 24 नवंबर 2025 को दोपहर करीब 12:40 बजे उनके मोबाइल पर फोन आया। कॉल करने वाले ने खुद को पुलिस मुख्यालय गोमतीनगर का इंस्पेक्टर रंजीत कुमार बताया। करीब 30-35 मिनट की बातचीत में उसने कहा कि जम्मू-कश्मीर में अफजल खान नाम के व्यक्ति के पास उनका आधार नंबर है और पहलगाम हमले में पकड़े गए आतंकी हाफिज फौजी ने जज के सामने बयान दिया है कि उसने महालक्ष्मी के एचडीएफसी बैंक खाते में 70 लाख रुपए ट्रांसफर किए हैं। इस रकम के बदले उन्होंने देश विरोधी जानकारी साझा की है। ठग ने कहा कि उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज हो चुका है, गिरफ्तारी वारंट जारी है। पूरी संपत्ति सीज की जाएगी। इसके बाद कॉल को दूसरे नंबर ट्रांसफर कर दिया गया। जांच के बाद रुपए वापस करने का झांसा दिया दूसरे व्यक्ति ने खुद को एटीएस अधिकारी प्रेम कुमार गौतम बताया और व्हाट्सएप कॉल पर बात की। पीड़िता को धमकाया और किसी को घर में न बताने की हिदायत दी। इसके बाद एनआईए चीफ सदानंद से बात कराई गई। जिन्होंने प्रॉपर्टी इन्वेस्टिगेशन और अमाउंट लीगलाइजेशन की बात कही। इसके बाद कन्फिडेंशियलिटी एग्रीमेंट व्हाट्सएप पर भेजकर खाते के सारे रुपए ट्रांसफर करने को कहा गया। फिर बताया कि जांच के बाद रुपए वापस हो जाएंगे। डर के चलते 28 नवंबर 2025 को 20 लाख रुपए आरटीजीएस के जरिए भेज दिए। इसके बाद 4 दिसंबर 2025 को 10 लाख रुपए और ट्रांसफर किए गए। दो दिन बाद फिर 50 हजार की मांग की गई तो पीड़ित को ठगी का एहसास हुआ। काफी इंतजार के बाद रुपए वापस नहीं मिले तो 12 दिसंबर को 1930 पर शिकायत दर्ज कराई। मामले में इंस्पेक्टर साइबर बृजेश यादव का कहना है मुकदमा दर्ज करके जांच की जा रही है।
पांचाल घाट पर 10 हजार कल्पवासी पहुंचे:मेला श्री राम नगरिया की तैयारियां तेज, 3 जनवरी से होगा शुरू
फर्रुखाबाद के पांचाल घाट पर 3 जनवरी से शुरू होने वाले एक माह के मेला श्री राम नगरिया की तैयारियां तेज हो गई हैं। अब तक करीब 10 हजार संत और श्रद्धालु कल्पवास के लिए घाट पर पहुंच चुके हैं। यह मेला 3 फरवरी तक चलेगा। मेले की आधिकारिक शुरुआत से पहले ही श्रद्धालुओं और संतों का आगमन शुरू हो गया है। विभिन्न संप्रदायों के संतों ने अपने-अपने क्षेत्र स्थापित कर लिए हैं, जबकि गंगा किनारे श्रद्धालुओं के तंबू भी लग गए हैं। ये श्रद्धालु एक माह तक इन तंबुओं में रहकर कल्पवास करेंगे। सुविधाओं का तेजी से हो रहा निर्माण प्रशासन द्वारा कल्पवासियों के लिए सुविधाओं का तेजी से निर्माण कराया जा रहा है। लगभग 1000 शौचालय बनाने का लक्ष्य रखा गया है, जिनमें से करीब 650 बनकर तैयार हो चुके हैं। संतों के अखाड़ों और श्रद्धालुओं के लिए नलों की व्यवस्था भी की जा रही है। सांस्कृतिक पंडाल का लगभग 60 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। पंडाल के पास विकास प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी, जिसमें करीब 40 स्टॉल होंगे। सुरक्षा के लिए अस्थायी कोतवाली और चौकियां सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए अस्थायी कोतवाली का निर्माण कार्य जारी है। इसमें पुलिसकर्मियों के ठहरने की भी व्यवस्था होगी। मेला क्षेत्र में 9 चौकियां बनाई जाएंगी। एटा से पीएसी की एक प्लाटून भी सुरक्षा ड्यूटी के लिए पहुंच चुकी है। भगवा रंग में रहेगा पंडाल घाट पर लगने वाला मेला प्रशासनिक पंडाल सहित विकास प्रदर्शनी के पंडाल भगवा रंग में रहेंगे। पूरे मेले में 9 गेट बनाए जा रहे हैं, जो भगवा रंग के होंगे। गेटों के निर्माण का कार्य भी चल रहा है।बताया गया कि यहां करीब 1000 दुकानें लगेंगी। शुक्रवार तक 488 दुकानों की रसीद काटी जा चुकी थी। यहां 10x10 जगह की दुकानें दुकानदारों को 10 हजार से लेकर 20 हजार रुपये तक में मिल रही हैं। मेला क्षेत्र में बनाए जाएंगे तीन अस्पताल मेले में संतों व श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य का भी ध्यान रखा जाएगा। इसके लिए एलोपैथिक, आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक के अलग-अलग तीन अस्पताल बनाए जाएंगे। यहां चिकित्सकों सहित स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी लगाई जाएगी। दंडी संतों ने मेला व्यवस्थापक को सौंपा ज्ञापन सुभाष आश्रम के दंडी मंडल के अध्यक्ष ने बताया कि मेला रामनगरिया में उनका अलग क्षेत्र लगता है। उन्होंने कहा कि संतों की तीनों समितियों ने अपनी सहमति से बीते वर्ष उन्हें अध्यक्ष बनाया था।बताया कि यहां एक अन्य संत आ गए हैं, जिन्होंने खुद को अध्यक्ष बताया है, जबकि दंडी मंडल का अध्यक्ष केवल दंडी संत ही हो सकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि उनका कार्य बंद कर दिया गया है। पहले नल आदि की व्यवस्था उनके क्षेत्र में आती रही है। उन्होंने बताया कि 16 आश्रमों के संत उनके पास आ रहे हैं और व्यवस्था कराने की बात कह रहे हैं, लेकिन वे व्यवस्था नहीं करा पा रहे हैं। मेला रामनगरिया में सभी संतों के कार्यों की स्वीकृति कराई जाती है।उन्होंने मेला व्यवस्थापक को अपनी समस्या से अवगत कराते हुए ज्ञापन सौंपा है। मेला व्यवस्थापक ने जल्द ही व्यवस्था पूर्ण कराने का आश्वासन दिया है। बैठक में बड़ी संख्या में संत मौजूद रहे।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे कथित अत्याचार और निर्मम हत्याओं के विरोध में शनिवार को प्रयागराज में जनाक्रोश देखने को मिला। विश्व हिंदू रक्षा परिषद के राष्ट्रीय महासचिव पंकज प्रधान के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं, अधिवक्ताओं और स्थानीय लोगों ने जनाक्रोश पदयात्रा निकाली। यह पदयात्रा प्रयागराज के थाना फाफामऊ क्षेत्र के लेबर चौराहे से प्रारंभ होकर शांतिपुर चौराहे पर शांतिपूर्वक संपन्न हुई। पदयात्रा के दौरान प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग को लेकर नारेबाजी की और केंद्र सरकार से ठोस कदम उठाने का आग्रह किया। हाथों में बैनर और तख्तियां लिए कार्यकर्ताओं ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाने की आवश्यकता पर जोर दिया। पंकज प्रधान ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं की आबादी पहले से ही घट रही है। वहां की स्थिति अत्यंत चिंताजनक है और इस पर अब चुप नहीं रहा जा सकता। उन्होंने भारत सरकार से मांग की कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बांग्लादेश सरकार पर दबाव बनाए और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार का मुद्दा मजबूती से उठाए। उनका कहना था कि इस विषय पर केवल बयानबाजी नहीं, बल्कि ठोस और प्रभावी कार्रवाई की आवश्यकता है, ताकि वहां रहने वाले हिंदुओं की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। श्रृंगवेरपुर पीठाधीश्वर रामानुजाचार्य स्वामी नारायणाचार्य शांडिल्य जी महाराज ने केंद्र सरकार से सख्त कदम उठाने की मांग किया है। इस दौरान उमेश चंद्र त्रिपाठी, प्रदेश मंत्री डॉ. रमापति त्रिपाठी, जिलाध्यक्ष, अंजनी पांडेय, जिला उपाध्यक्ष, कुंवर पांडेय, अंकित, अभिषेक, शालू, अनुज द्विवेदी, राज नारायण पांडेय, सतीश मिश्रा, अजय मिश्रा समेत अन्य रहे।
सहारनपुर की सेना की फायरिंग रेंज में अभ्यास के दौरान बड़ा हादसा हो गया, जिसमें सेना के 4 जवान घायल हो गए। हादसे के बाद रेंज में अफरा-तफरी मच गई। घायलों को तुरंत एम्बुलेंस से बेहट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में भर्ती कराया गया, जहां सभी को प्राथमिक उपचार दिया गया। डॉक्टरों ने 2 जवानों की स्थिति गंभीर देखते हुए उन्हें आगे के इलाज के लिए जिला अस्पताल रेफर कर दिया। वहीं, अन्य 2 जवानों का इलाज बेहट सीएचसी में ही जारी है। डॉक्टरों के अनुसार, दोनों की हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है। घटना की सूचना मिलते ही सेना के अधिकारियों के साथ स्थानीय पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और तुरंत राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया। हादसे की गंभीरता को देखते हुए जिला अस्पताल की इमरजेंसी वॉर्ड में अधिक डॉक्टर और स्टाफ तैनात कर दिए गए हैं, जिससे घायलों को समय पर बेहतर इलाज किया जा सके। यह हादसा मिर्जापुर क्षेत्र में हुआ है। सबसे पहले देखिए 3 तस्वीरें... हादसे में 4 जवान घायल जानकारी अनुसार, सेना की फायरिंग रेंज में नियमित अभ्यास चल रहा था। इसी दौरान अचानक से कुछ ब्लॉस्ट हो गया। हादसे में 4 जवान चपेट में आ गए। सेना के अधिकारियों ने भी घटना की पुष्टि करते हुए बताया- सभी घायल जवानों का समुचित इलाज कराया जा रहा है और स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। मामले की विस्तृत जांच के बाद ही हादसे के सही कारणों का पता चल सकेगा। खबर अपडेट की जा रही है.....
कानपुर के बिधनू थाना क्षेत्र में शनिवार को एक सड़क हादसे में स्कूटी सवार युवक की मौके पर ही मौत हो गई। तेज रफ्तार डंपर ने स्कूटी को टक्कर मार दी, जिससे स्कूटी चला रही किन्नर आशमा मामूली रूप से घायल हो गईं। हादसे के बाद डंपर चालक वाहन समेत मौके से फरार हो गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार, बिधनू के शम्भुआ गांव निवासी मनीष (35) और लवकुश विहार, नौबस्ता निवासी किन्नर आशमा ढोलक बजाकर बधाई मांगने का काम करते थे। शनिवार सुबह दोनों स्कूटी से धर्मपुर बंबा की ओर जा रहे थे। रमईपुर-सचेंडी चौराहे के पास पहुंचते ही पीछे से आ रहे एक तेज रफ्तार डंपर ने उनकी स्कूटी में जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि स्कूटी सवार दोनों व्यक्ति सड़क पर गिर पड़े। हादसे में स्कूटी पर पीछे बैठे मनीष डंपर के पिछले पहियों के नीचे आ गए, जिससे उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। स्कूटी चला रही किन्नर आशमा उछलकर हाईवे के दूसरी ओर जा गिरीं और उन्हें मामूली चोटें आईं। स्थानीय लोगों की सहायता से उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया। सूचना मिलने पर बिधनू पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने मनीष के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने फरार डंपर चालक की तलाश शुरू कर दी है और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है।
आगरा में श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के प्रकाश पर्व के अवसर पर शनिवार को गुरुद्वारा माई थान में विशेष कीर्तन समागम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन सिख समाज की केंद्रीय संस्था श्री गुरु सिंह सभा माईथान द्वारा पौष सुदी सप्तमी के दिन किया गया। कीर्तन समागम की शुरुआत श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के प्रकाश के साथ हुई। इसके बाद अखंड कीर्तनी जत्थे के भाई जसपाल सिंह जी और उनके जत्थे ने आसा दी वार का कीर्तन किया। गुरुद्वारा माईथान के हजूरी रागी भाई बिजेंद्र पाल सिंह, रागी भाई हरजिंदर सिंह और बीबी कश्लीन कौर ने रसमई कीर्तन की हाजिरी भरी। इस अवसर पर चंडीगढ़ से पहली बार आगरा पहुंचे रागी भाई गुरविंदर सिंह जी ने गुरबाणी का कीर्तन कर संगत को गुरु चरणों से जोड़ा। उनके कीर्तन से पूरा माहौल भक्ति से सराबोर हो गया। इसके साथ ही आगरा शहर के अन्य रागी जत्थों और धर्म प्रचारकों ने भी गुरु जस का गायन किया। श्री गुरु सिंह सभा माईथान के प्रधान कवलदीप सिंह ने बताया कि गुरु गोविंद सिंह जी एक शहीद पिता के पुत्र और चार शहीद पुत्रों के पिता थे। उन्होंने कहा कि नौ वर्ष की आयु में गुरु गोविंद सिंह जी के आग्रह पर गुरु तेग बहादुर साहिब जी ने धर्म और सनातन परंपरा की रक्षा के लिए बलिदान दिया। वहीं उनके चारों पुत्रों ने मुगल अत्याचार के सामने धर्म से समझौता किए बिना शहादत स्वीकार की। कीर्तन समागम के अंत में आनंद साहिब का पाठ हुआ। इसके बाद हेड ग्रंथी ज्ञानी कुलविंदर सिंह जी ने सरबत के भले की अरदास की और हुकमनामे के साथ समागम की समाप्ति हुई। इसके बाद संगत को गुरु का अटूट लंगर वितरित किया गया। मीडिया प्रभारी जसबीर सिंह ने बताया कि 27 दिसंबर को गुरु गोविंद सिंह जी का प्रकाश पर्व और उनके छोटे साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह का शहीदी दिवस एक साथ मनाया गया। सिख परंपरा में शहीदी दिवस शोक के रूप में नहीं बल्कि शौर्य, गर्व और उत्साह के साथ मनाए जाते हैं। इसी क्रम में शाम का केंद्रीय कीर्तन दरबार गुरुद्वारा कालगीधर, सदर बाजार में आयोजित किया गया। समागम की शुरुआत ग्रंथी ज्ञानी अमरीक सिंह ने रहरास साहिब के पाठ से की। इसके बाद बीबी बलजिंदर कौर और रागी भाई गुरविंदर सिंह जी ने कीर्तन कर संगत को गुरु इतिहास से जोड़ा। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अनुसार, इस आयोजन का उद्देश्य नई पीढ़ी को गुरु गोविंद सिंह जी के संघर्ष, बलिदान और आदर्शों से परिचित कराना था। समागम का समापन आनंद साहिब, अरदास और हुकमनामे के साथ हुआ। इसके बाद संगत ने पंक्तिबद्ध होकर गुरु घर का प्रसाद और लंगर ग्रहण किया।
श्यामदेउरवा थाना क्षेत्र के मुराली चौराहा पर शनिवार को एक सड़क हादसा हो गया। इसमें बाइक सवार तीन युवकों और ट्रैक्टर-ट्राली के बीच जोरदार टक्कर हुई। हादसे में एक युवक की मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायल हो गए। घायलों में से एक का उपचार गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में जारी है। मृतक की पहचान 25 वर्षीय सत्यम यादव के रूप में हुई है, जो द्वारिका के पुत्र और ग्राम सभा बसहिया टोला उर्दहनी का निवासी था। घायलों में 13 वर्षीय पिंटू यादव (पुत्र चोखट) और कुंदन (पुत्र धर्मेंद्र) शामिल हैं। ये दोनों भी बसहिया टोला उर्दहनी के रहने वाले हैं। जानकारी के अनुसार, तीनों युवक एक ही बाइक पर सवार थे। मुराली चौराहे के पास उनकी बाइक की ट्रैक्टर-ट्राली से जोरदार टक्कर हो गई। हादसे की सूचना राहगीरों ने पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने एंबुलेंस की सहायता से घायलों को सीएचसी परतावल पहुंचाया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने उन्हें मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। इलाज के दौरान सत्यम यादव ने दम तोड़ दिया। श्यामदेउरवा थाना प्रभारी अभिषेक सिंह ने बताया की शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। परिजनों ने बताया कि सत्यम अपने तीन भाइयों में सबसे बड़ा था। उसके पिता दिहाड़ी मजदूरी करके परिवार का भरण-पोषण करते हैं।
बलौदाबाजार जिले के पलारी ब्लॉक स्थित सिसदेवरी गांव के किसान नोहर चंद्राकर को भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (IARI), नई दिल्ली ने नवाचारी खेती के लिए सम्मानित किया है। किसान दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय मंच पर यह सम्मान छत्तीसगढ़ की कृषि के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है। नोहर चंद्राकर 13 एकड़ में सरसों की खेती करते हैं, जिसे वे 'बिना झंझट की खेती' बताते हैं। उनके अनुसार, सरसों की फसल को न तो बंदर या अन्य जानवर नुकसान पहुंचाते हैं और न ही इसमें किसी खास बीमारी का प्रकोप होता है, जिससे फसल सुरक्षित रहती है। इसकी कटाई भी हार्वेस्टर से आसानी से हो जाती है। इस पद्धति से वे प्रति एकड़ 4 से 5 क्विंटल तक का उत्पादन प्राप्त कर रहे हैं। सरसों से तेल बनाकर और खली बेचकर बढ़ाई आय नोहर की सफलता का एक प्रमुख कारण उनकी बाजार समझ और मूल्य संवर्धन की रणनीति है। वे सरसों को सीधे बेचने के बजाय उससे तेल निकालकर अपना स्वयं का बाजार तैयार करते हैं। इससे उन्हें सीधे बिक्री की तुलना में काफी अधिक आय होती है। तेल निकालने के बाद बची हुई सरसों की खली को भी वे अच्छे दामों पर बेचकर अतिरिक्त मुनाफा कमाते हैं। यह तरीका 'कम लागत, अधिक लाभ' के सिद्धांत पर आधारित है। भविष्य की योजनाओं के तहत, नोहर चंद्राकर सरसों के तेल और खली से बायो-ईंधन जैसे उत्पाद बनाने पर भी विचार कर रहे हैं। यह कदम टिकाऊ कृषि और ऊर्जा क्षेत्र में एक नया आयाम स्थापित कर सकता है। IARI द्वारा मिला यह सम्मान नोहर चंद्राकर के लिए पहला नहीं है। इससे पहले भी उनके कृषि नवाचारों को विभिन्न राष्ट्रीय मंचों पर सराहा और पुरस्कृत किया जा चुका है।
मेरठ में सेना की ओर से टैंक चौराहे से माल रोड की तरफ जाने वाले मार्ग को गोपनीय कारणों का हवाला देते हुए बंद कर दिया गया है। पंडित दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज से कमिश्नरी आवास चौराहे की ओर जाने वाले मार्ग पर बैरियर लगाए जाने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। इसके विरोध में तोपखाना क्षेत्र के लोगों ने नाराजगी जताई है। मार्ग बंद होने के बाद लालकुर्ती और बेगमपुल क्षेत्र में जाम की स्थिति गंभीर हो गई है। इस रास्ते से गुजरने वाले हजारों वाहन अब वैकल्पिक मार्गों की ओर मोड़े जा रहे हैं, जिससे कमिश्नरी आवास चौराहा पहले से अधिक जामग्रस्त हो गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि रैपिड रेल ट्रैक निर्माण के चलते पहले ही ट्रैफिक का दबाव बढ़ा हुआ है, ऐसे में मार्ग बंद करना परेशानी को और बढ़ा रहा है। तोपखाना के रहने वाले उत्तर प्रदेश बार के क्षेत्रीय संयुक्त सचिव आनंद कश्यप ने बताया कि कंपनी गार्डन चौराहे से कमिश्नरी आवास चौराहे तक प्रतिदिन हजारों वाहन गुजरते हैं। लालकुर्ती, मोदीपुरम, कंकरखेड़ा और छावनी क्षेत्र जाने वाले लोग इसी मार्ग का उपयोग करते हैं। पंडित दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज भी इसी रास्ते पर स्थित है, ऐसे में अचानक बैरियर लगने से आमजन और विद्यार्थियों को भारी दिक्कत हो रही है। स्थानीय निवासी विक्रांत राजपूत ने कहा कि नियम बनाना ठीक है, लेकिन स्थानीय लोगों की राय लेना भी जरूरी है। विनय का कहना है कि छावनी क्षेत्र के कई मार्ग बंद कर दिए गए हैं, क्या केवल मार्ग बंद करने से सुरक्षा सुनिश्चित हो जाएगी। विधायकों ने दिलाया समाधान का भरोसा पूर्व विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल ने कहा कि मार्ग बंद किए जाने के मामले में संबंधित अधिकारियों से बात की जाएगी। जनता को किसी भी तरह से परेशान नहीं होने दिया जाएगा । वहीं विधायक अमित अग्रवाल ने बताया कि माल रोड पर जाम को लेकर सेना की ओर से कुछ डायवर्जन की जानकारी दी गई थी। स्थानीय लोगों से बातचीत कर वास्तविक स्थिति की जानकारी ली जाएगी। आवश्यकता पड़ने पर शनिवार को मौके पर कार्य भी कराया जाएगा और हर हाल में समाधान सुनिश्चित किया जाएगा।
बलरामपुर जिले में अवैध धान परिवहन और किसानों के महत्वपूर्ण दस्तावेजों के दुरुपयोग के मामले में प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की है। रामचंद्रपुर विकासखंड के ग्राम कुर्लडीह निवासी श्याम सुंदर गुप्ता के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा 3, 7 और भारतीय न्याय संहिता की धारा 318(4), 3(5) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। जानकारी के अनुसार, बीती रात लगभग 8 बजे राजस्व और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम ने अवैध रूप से धान का परिवहन कर रहे एक पिकअप वाहन को रोका। वाहन चालक से पूछताछ में पता चला कि धान को ग्राम कुर्लडीह निवासी श्याम सुंदर गुप्ता के घर ले जाया जा रहा था। घर में छापेमारी में भारी नकद और धान बरामद इसके बाद संयुक्त टीम ने श्याम सुंदर गुप्ता के घर पर दबिश दी। मौके पर जांच के दौरान लगभग 400 बोरी धान और 1 लाख 67 हजार 100 रुपये नकद बरामद किए गए। श्याम सुंदर गुप्ता ने नकदी को अपने छोटे भाई के व्यवसाय की राशि बताया। किसानों के खाते और दस्तावेज बरामद घर से बड़ी संख्या में किसानों की ऋण पुस्तिकाएं, बैंक पासबुक, चेकबुक, भरे और कोरे विड्रॉल फॉर्म, जमा पर्चियां, तौल पर्चियां, डायरी, बैंक रजिस्टर, टोकन पर्चियां और अन्य लेखा-जोखा से संबंधित दस्तावेज भी जब्त किए गए। एक अलग बैग से विभिन्न किसानों के आधार कार्ड, एटीएम कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस, बैंक पासबुक, चेकबुक, मोबाइल फोन और वाहन दस्तावेज भी मिले। मौके से पिकअप वाहन क्रमांक यूपी 64 सीटी 4218 और मोटरसाइकिल क्रमांक सीजी 15 डीवाय 4601 को भी जब्त कर थाना सनावल भेजा गया। श्याम सुंदर पर वित्तीय अनियमितताओं का आरोप प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि श्याम सुंदर गुप्ता किसानों के बैंक खाते, चेकबुक और अन्य दस्तावेज अपने कब्जे में रखकर सीमावर्ती राज्यों से कम कीमत पर धान खरीदकर छत्तीसगढ़ के धान खरीदी केंद्रों में बेच रहा था। बैंक विड्रॉल पर्चियों पर पहले से किसानों के हस्ताक्षर होना बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितता की ओर इशारा करता है। प्रशासन के अनुसार, यह कृत्य शासकीय नियमों के विरुद्ध है और किसानों के साथ धोखाधड़ी का मामला है। इस पूरे प्रकरण में अन्य लोगों की संलिप्तता से भी इनकार नहीं किया गया है और आगे की जांच जारी है।
बालोतरा में अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद के 17वें राष्ट्रीय अधिवेशन के दूसरे दिन शनिवार को संविधान की मूल भावना पर गहन विचार-विमर्श हुआ। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस जे. के. माहेश्वरी ने भारत के संविधान की प्रस्तावना में जोड़े गए सेक्युलर शब्द पर चर्चा करते हुए कहा कि राजस्थान के विधिवेत्ताओं ने इसे धर्मनिरपेक्ष के बजाय पंथनिरपेक्ष बताने का सुझाव दिया था, जिसे बाद में स्वीकार किया गया। न्याय: मम् धर्मः के ध्येय-वाक्य का जिक्र करते हुए सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस जे. के. माहेश्वरी ने आगे कहा कि यह केवल एक वाक्य नहीं, बल्कि एक जीवंत सत्य है। यूनिटी एंड इंटीग्रिटी ऑफ नेशन: कॉन्स्टिट्यूशन मैंडेट विषय पर केंद्रित अधिवेशन के तीसरे सत्र में सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस जे. के. माहेश्वरी ने कहा कि संविधान केवल अदालतों तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि वकीलों और आम नागरिकों के आचरण में भी दिखना चाहिए। संविधान के लेखन में 303 तरह के कुल 432 निब का उपयोगजस्टिस माहेश्वरी ने बताया- संविधान की ड्राफ्टिंग कमेटी के अध्यक्ष डॉ. बी. आर. आंबेडकर थे, संविधान की मूल प्रति का आर्टवर्क नंदलाल बोस ने किया था और इसे प्रेम बिहारी नारायण राय ने अपने हाथों से लिखा था। संविधान के लेखन में 303 प्रकार के कुल 432 निब का उपयोग किया गया। उन्होंने डेटा ओरिएंटेशन के माध्यम से इन निब के चित्र भी सेमिनार हॉल में प्रदर्शित किए। संविधान की पुस्तक केवल वकीलों और न्यायाधीशों के लिए ही नहीं, बल्कि आम जनता के लिए भी आस्था का केंद्र होनी चाहिए। विक्रमादित्य के सिंहासन से न्याय का संदेशजस्टिस माहेश्वरी ने विक्रमादित्य के सिंहासन से जुड़े न्याय के प्रसंग पर कहा कि उस समय न्याय न केवल दिया जाता था, बल्कि जनता द्वारा स्वीकार भी किया जाता था। उन्होंने कहा कि कानून के शासन (Rule of Law) में हर धर्म के व्यक्ति के लिए संविधान सर्वोपरि है और संविधान ही उनके लिए गीता, कुरान और बाइबिल के समान है। उन्होंने बालोतरा और जोधपुर की भूमि को वीरता और अटूट विश्वास के लिए जाना जाने वाला बताया। जस्टिस विनीत माथुर ने 'वसुधैव कुटुंबकम' को रेखांकित कियाइस सत्र में राजस्थान उच्च न्यायालय के जस्टिस विनीत कुमार माथुर, जस्टिस संजीत पुरोहित और पूर्व न्यायाधीश डॉ. विनीत कोठारी भी मौजूद थे। जस्टिस विनीत माथुर ने कहा कि भारतीय संविधान की उद्देशिका में 'वसुधैव कुटुंबकम' की भावना स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। उन्होंने संविधान की मूल भावना को व्यक्तिपरक नहीं, बल्कि राष्ट्रपरक बताया। पूर्व न्यायाधीश डॉ. विनीत कोठारी ने कहा कि अधिवक्ता न्याय रूपी वाहन के प्रमुख पहिये हैं, उनके बिना न्याय की कल्पना संभव नहीं है। उन्होंने भारतीय न्याय प्रणाली की वैश्विक प्रतिष्ठा का उल्लेख करते हुए इसे बनाए रखने में वकीलों और न्यायाधीशों की समान जिम्मेदारी बताई। अधिवक्ता परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजेंद्रन ने भी अपने विचार व्यक्त किए। सत्र में अधिवक्ता परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजेंद्रन डी, सुनील जैन, विनीता पाय, सुरेश मोर, मार्टिनो कार्तो, झरनासिंह और तेज कुमार मोड़ भी उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन अधिवक्ता परिषद मध्यप्रदेश के ज़ोनल सचिव प्रदीप सिंह ने किया। चरी नृत्य और भांगड़ा ने मोहा मनशुक्रवार रात भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के तत्वावधान में कल्चरल नाइट का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत गणेश वंदना से हुई, जिसके बाद चरी नृत्य ने दर्शकों की खूब वाहवाही लूटी। पोरबंदर से आए कलाकारों द्वारा प्रस्तुत शौर्य गीत पर आधारित तलवार रास और पंजाबी कलाकारों का ऊर्जावान भांगड़ा दर्शकों के आकर्षण का केंद्र रहे। इसके अतिरिक्त मयूर नृत्य, कथक, राठवा और मांगणियार कलाकारों की प्रस्तुतियों ने पूरे कार्यक्रम को रंगारंग बना दिया। इन सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने देशभर से आए अधिवक्ताओं को राजस्थान की समृद्ध लोक कला और वीरता की परंपरा से परिचित कराया। कार्यक्रम का सफल संचालन पूनम शर्मा और अधिवक्ता पंकज अवस्थी ने किया, जिसमें बड़ी संख्या में अधिवक्ता और अतिथि उपस्थित थे। अधिवेशन के विभिन्न सत्रों में प्रबुद्धजन भी पहुंचेअधिवेशन के विभिन्न सत्रों के दौरान अधिवक्ता परिषद के राष्ट्रीय संगठन मंत्री हरिराव बोरीकर, राष्ट्रीय अध्यक्ष के. श्रीनिवास मूर्ति, राष्ट्रीय सचिव विक्रम दुबे, प्रांत अध्यक्ष सुनील जोशी, प्रांत महामंत्री श्याम पालीवाल, हाईकोर्ट जोधपुर इकाई के महामंत्री देवकीनंदन व्यास, प्रांत कोषाध्यक्ष कमलेश रावल, वरिष्ठ अधिवक्ता कांतिलाल ठाकुर, अतिरिक्त महाधिवक्ता राजेश पंवार, श्याम लादरेचा और महावीर बिश्नोई सहित बड़ी संख्या में अधिवक्ता उपस्थित थे।
फतेहाबाद जिले में टोहाना के रेलवे रोड स्थित कंवर सैन चौक की जर्जर हालत को लेकर आम जनता में रोष है। इस संबंध में गुड मॉर्निंग क्लब के प्रधान संदीप गोयल ने मुख्यमंत्री नायब सैनी और स्थानीय निकाय मंत्री विपुल गोयल को ट्वीट कर समस्या के समाधान की मांग की है। संदीप गोयल ने बताया कि चौक का पत्थर और ग्रिल टूटी हुई है। इसके अलावा, मूर्ति को शीशे से न ढके जाने के कारण वह धूल-मिट्टी से खराब हो रही है। उन्होंने प्रशासन पर इस मामले में 'कुंभकर्णी नींद' में होने का आरोप लगाया। कंवर सैन गुप्ता ने टोहाना में मुख्य हेड बनवाया था कंवर सैन गुप्ता ने टोहाना में मुख्य हेड बनवाया था और उन्हें शहर को 'नहरों की नगरी' बनाने का श्रेय दिया जाता है। शहर में यह एकमात्र चौक है जो उनके नाम पर है।संदीप गोयल ने यह भी बताया कि हर साल 1 जनवरी को कंवर सैन गुप्ता की जयंती मनाई जाती है, लेकिन प्रशासन की उदासीनता के कारण इस बार चौक की हालत दयनीय हो चुकी है। प्रशासन का इस और कोई ध्यान नहीं है जिससे समाज के लोगों में प्रशासन की कार्य प्रणाली के चलते रोष बढ़ता जा रहा है
जयपुर में गुरु पर्व के पावन अवसर पर राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने युवा लेखक रूपल आदित्य की पुस्तक 'वंडर गाइज : द लास्ट ट्रेजर ऑफ स्पार्किंग-टन' का विमोचन किया। राज्यपाल ने रोमांच, कल्पना और खोज से जुड़ी पुस्तक की पृष्ठभूमि को रुचिकर बताते हुए लेखक को शुभकामनाएं दी। रूपल आदित्य ने बताया कि यह पुस्तक रोमांच, कल्पना और खोज की उस भावना का उत्सव है जो हर युवा मन में बसती है। रहस्यों और रोमांच से प्रेम करने वाले पाठकों के लिए वंडर गाइज एक ऐसा संसार खोलती है, जहां हर सुराग एक नया आश्चर्य है और दोस्ती सबसे बड़ा हथियार। इसमें साधारण जिज्ञासा से शुरू हुई स्पार्किंग-टन नामक रहस्यमयी शहर में छिपे एक भूले-बिसरे खजाने की खोज पहेलियों, गुप्त संदेशों, खतरों और साहस से भरे एक रोमांचक सफर में बदल जाती है।
बलौदाबाजार जिला अस्पताल में हीमोफीलिया से पीड़ित मरीजों और उनके परिजनों को स्वयं देखभाल का प्रशिक्षण दिया गया। इंटास फाउंडेशन की पहल पर आयोजित इस विशेष शिविर में जीवनरक्षक दवा (फैक्टर) का भी वितरण किया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. राजेश अवस्थी और सिविल सर्जन डॉ. अशोक कुमार वर्मा के सहयोग से यह शिविर संपन्न हुआ। शिविर का मुख्य उद्देश्य मरीजों को अपनी स्वास्थ्य देखभाल में सक्रिय भागीदार बनाना था। विशेषज्ञों की टीम ने रोगियों को ‘सेल्फ इन्फ्यूज़न’ की विधि का व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया, ताकि वे आपात स्थिति में स्वयं फैक्टर की वायल का सुरक्षित उपयोग कर सकें। फिजियोथेरेपी के महत्व पर दी गई जानकारी इसके अतिरिक्त, फिजियोथेरेपी के महत्व पर विस्तृत जानकारी दी गई और जोड़ों को सुरक्षित रखने के लिए सरल व्यायाम बताए गए। कार्यक्रम एक संवादात्मक मंच के रूप में भी कार्य किया, जहां मरीजों और परिजनों ने अपनी दैनिक चुनौतियों को साझा किया। सीएमएचओ डॉ. अवस्थी और फाउंडेशन की टीम ने उनकी शंकाओं का समाधान किया और बेहतर जीवन प्रबंधन के सुझाव दिए। डॉ. अवस्थी ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे प्रशिक्षण मरीजों का आत्मविश्वास बढ़ाते हैं और अस्पताल पर उनकी निर्भरता कम करते हैं।
ग्वालियर पुलिस ने नववर्ष के अवसर पर 'ड्रंक एंड ड्राइव' की रोकथाम के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया है। पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह के निर्देश और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनु बेनीवाल के मार्गदर्शन में यह पहल की है। इस अभियान के लिए 35 पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की एक विशेष टीम गठित की गई है। इस टीम को पुलिस कंट्रोल रूम में ब्रीथ एनालाइजर के उपयोग संबंधी विस्तृत प्रशिक्षण दिया गया है। ग्वालियर एसपी ने बताया कि यह टीम आज से ही शहर के प्रमुख चौराहों, हाईवे और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में सघन चेकिंग करेगी। शराब पीकर वाहन चलाने, तेज गति से वाहन चलाने और बिना हेलमेट के वाहन चलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसका उद्देश्य नागरिकों को सुरक्षित और शांतिपूर्ण तरीके से नववर्ष का स्वागत करने में मदद करना है। ड्रंक एंड ड्राइव के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति शनिवार को डीएसपी यातायात अजीत सिंह चौहान, थाना प्रभारी यातायात कम्पू निरीक्षक केपीएस तोमर, थाना प्रभारी यातायात झांसी रोड निरीक्षक धनंजय शर्मा और थाना प्रभारी गोला का मंदिर सूबेदार अभिषेक रघुवंशी ने पुलिस टीम को ब्रीथ एनालाइजर के उपयोग का विस्तृत प्रशिक्षण दिया। उन्हें बताया गया कि शराब पीकर वाहन चलाने पर मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 185 के तहत न्यूनतम 10,000 रुपए का जुर्माना और अन्य कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हर वर्ष नववर्ष के जश्न के दौरान लापरवाही से वाहन चलाने के मामलों में वृद्धि देखी जाती है। इसे देखते हुए, ग्वालियर पुलिस ने इस वर्ष 'ड्रंक एंड ड्राइव' के विरुद्ध 'जीरो टॉलरेंस' नीति अपनाई है। हाईटेक उपकरणों की सहायता से मौके पर ही जांच की जाएगी और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
शिवपुरी में अवैध रेत खनन पर एक्शन:खनिज विभाग ने मछावली घाट पर पनडुब्बी जलाई, 80 घन मीटर रेत जब्त
शिवपुरी जिले में खनिज विभाग ने शनिवार को अवैध रेत खनन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। करेरा तहसील के मछावली गांव के पास नदी घाट पर दबिश देकर एक पनडुब्बी को आग लगाकर नष्ट कर दिया गया, वहीं मौके से भारी मात्रा में अवैध रेत भी जब्त की गई है। खनिज निरीक्षक सोनू श्रीवास ने बताया कि उन्हें मछावली गांव के पास नदी से अवैध रेत उत्खनन की सूचना मिली थी। इस सूचना पर खनिज विभाग की टीम मौके पर पहुंची। शासकीय वाहन देखकर 4 से 5 लोग वहां से भाग गए। काफी देर इंतजार के बाद भी जब कोई वापस नहीं आया, तो नदी में रेत खनन के लिए इस्तेमाल की जा रही पनडुब्बी को नियमानुसार आग के हवाले कर दिया गया। कार्रवाई के दौरान टीम ने मौके से लगभग 70 से 80 घन मीटर अवैध रेत जब्त की। आसपास के ग्रामीणों से पूछताछ में पता चला कि यह अवैध रेत खनन झांसी निवासी वीरेंद्र यादव, मनोज यादव और करेरा निवासी मनोज जाटव द्वारा कराया जा रहा था। खनिज विभाग तथ्यों की पुष्टि के बाद संबंधित आरोपियों के खिलाफ प्रकरण तैयार कर रहा है, जिसे कलेक्टर न्यायालय में पेश किया जाएगा। विभागीय सूत्रों के अनुसार, जब्त रेत और अवैध खनन के लिए आरोपियों पर करीब 6 लाख रुपए का जुर्माना लगाया जा सकता है।
छत्तीसगढ़ के कोरबा में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने गीता जयंती के अवसर पर शौर्य प्रदर्शन किया। इस दौरान, बांग्लादेश में हिंदुओं पर कथित अत्याचारों के विरोध में कई स्थानों पर बांग्लादेश के झंडे को पैरों तले कुचला गया। पुलिस बल भी स्थिति पर निगरानी रखने के लिए तैनात रहा। यह कार्यक्रम गीता जयंती के उपलक्ष्य में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित किए जाने वाले शौर्य प्रदर्शन का हिस्सा था। हाल ही में बांग्लादेश में हुई हिंसक घटनाओं और हिंदुओं पर अत्याचारों को लेकर कोरबा में विरोध व्यक्त किया गया, जिसके चलते यह प्रदर्शन किया गया। रैली का जगह-जगह पुष्पवर्षा से हुआ स्वागत बड़ी संख्या में विहिप और बजरंग दल के कार्यकर्ता सुभाष चौक स्थित दशहरा मैदान में एकत्रित हुए। इसके बाद, उन्होंने एक रैली निकाली, जो सुभाष चौक, निहारिका घंटाघर, बुधवार चौक और घोड़ा चौक जैसे प्रमुख स्थानों से गुजरी। इन चौराहों पर बांग्लादेश के झंडे बनाए गए थे, जिन्हें प्रदर्शनकारियों ने पैरों तले कुचला। कुछ स्थानों पर महिलाओं ने पुष्प वर्षा कर रैली का स्वागत किया। बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के विरोध में किया प्रदर्शन बजरंग दल के जिला संयोजक राना मुखर्जी ने बताया कि यह शौर्य संचलन पूरे देश में बजरंग दल द्वारा निकाला जाता है, और कोरबा में भी इसी के तहत रैली आयोजित की गई। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों, जिसमें तीन बच्चों और एक अन्य व्यक्ति को जिंदा जलाने की घटनाएं शामिल हैं, के विरोध में यह प्रदर्शन किया गया। रैली का समापन पंप हाउस कॉलोनी मैदान में एक सभा के साथ हुआ। प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश के झंडे कुचलकर यह संदेश दिया कि हिंदू समुदाय एकजुट है और भविष्य में किसी भी अत्याचार का सामना करने के लिए तैयार है।
फरीदाबाद के बल्लभगढ़ क्षेत्र में दिल्ली-मुंबई-वड़ोदरा एक्सप्रेस-वे की सर्विस लाइन पर शनिवार शाम करीब सात बजे उस समय हड़कंप मच गया, जब ड्यूटी से घर लौट रहे एक युवक की चलती कार में अचानक आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली कि करीब 15 मिनट के भीतर पूरी कार आग का गोला बन गई। गनीमत रही कि इस हादसे में किसी प्रकार की जानी नुकसान नहीं हुआ। आईएमटी क्षेत्र स्थित एक निजी कंपनी में कार्यरत विकास नामक युवक अपनी आई-20 कार से ड्यूटी खत्म कर घर लौट रहा था। वह सेक्टर-2 के पास दिल्ली-मुंबई-वड़ोदरा एक्सप्रेस-वे की सर्विस लाइन से होते हुए फरीदाबाद की ओर जा रहा था। इसी दौरान कार के नीचे से अचानक तेज धुआं निकलने लगा। शुरुआत में विकास को इस बात का अंदाजा नहीं हुआ, लेकिन पीछे से आ रहे राहगीरों ने धुआं निकलते देख उसे तुरंत सचेत किया। राहगीरों ने की सूचना पर रोकी कार राहगीरों की सूचना मिलते ही विकास ने सड़क के बीच में ही कार रोक दी और बाहर उतरकर जांच की। तभी इंजन के नीचे से धुआं और तेज हो गया और देखते ही देखते इंजन में आग लग गई। युवक ने तुरंत फायर ब्रिगेड को फोन कर सूचना दी, लेकिन आग इतनी तेजी से फैल चुकी थी कि फायर ब्रिगेड की गाड़ी के पहुंचने से पहले ही कार पूरी तरह आग की चपेट में आ गई। कुछ ही पलों में पूरी कार तेज लपटों में घिर गई और जलकर राख में तब्दील हो गई। घटना की सूचना मिलने पर अग्रसेन चौकी पुलिस मौके पर पहुंची। साथ ही फायर ब्रिगेड की टीम भी मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक कार पूरी तरह से जल चुकी थी। शार्ट सर्किट माना जा रहा कारण बल्लभगढ़ के अग्रसेन चौकी इंचार्ज धर्मपाल कुमार ने बताया कि, प्राथमिक जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट माना जा रहा है। इस घटना में किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। समय रहते चालक के कार से बाहर निकल जाने और राहगीरों की सतर्कता के कारण एक बड़ा हादसा टल गया।
स्वच्छता सर्वेक्षण की नई गाइडलाइन के तहत अब शहर के स्कूलों में जाकर स्टूडेंट्स को स्वच्छता का महत्व समझाएंगे। बच्चों को यह बताया जाएगा कि अपने आसपास स्वच्छता बनाए रखना क्यों जरूरी है, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट क्या होता है, एक्यूआई क्या होता है और उसके नियंत्रण की आवश्यकता क्यों है। साथ ही छोटी-छोटी आदतों से कैसे स्वच्छता बनाई जा सकती है, इस अभियान की शुरुआत महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने इंदौर के सांवेर रोड स्थित दिल्ली पब्लिक एलिमेंट्री स्कूल के स्टूडेंट्स के साथ स्वच्छता पर संवाद कर स्वयं कर दी है। दरअसल नई गाइडलाइन जारी होने के बाद आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने निगम अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को निर्देश दिए थे कि स्वच्छता की शुरुआत स्कूली बच्चों से की जाए। इसी क्रम में महापौर ने सांवेर रोड स्थित दिल्ली पब्लिक एलिमेंट्री स्कूल पहुंचकर छात्र-छात्राओं से संवाद किया। इस दौरान स्टूडेंट्स ने स्वच्छता से जुड़े कई सवाल पूछे, जिनका महापौर ने सरल और रोचक तरीके से जवाब दिया। पब्लिक पार्टिसिपेशन बड़ी ताकत है महापौर ने कहा कि इंदौर की स्वच्छता के पीछे सबसे बड़ी ताकत पब्लिक पार्टिसिपेशन है, लेकिन इसमें भी सबसे अहम भूमिका स्कूल के बच्चों की है। स्वच्छ शहर बनाने में बच्चों की शक्ति को समझना है, क्योंकि बच्चे बड़ों के व्यवहार में सकारात्मक परिवर्तन लाने में बड़ी भूमिका निभाते हैं। इंदौर इसका जीवंत उदाहरण है, जहां बच्चों के आह्वान से शुरू हुआ बदलाव आज लोगों की आदत बन चुका है। स्वच्छता सर्वेक्षण की यह नई गाइडलाइन अब देशभर के उन सभी शहरों में लागू हो गई है, जो सर्वेक्षण में शामिल हैं। इसके तहत स्कूली बच्चे स्वच्छता का संदेश लेकर घर-घर और शहर-शहर तक पहुंचेंगे और स्वच्छ भारत अभियान को नई ऊर्जा देंगे।

