वैज्ञानिकों की चेतावनी...बदल रहा है धरती का नक्शा, जल्द 2 हिस्सों में टूट कर बिखर जाएगा ये देश
New Ocean in the Making: अफ्रीका के पूर्वी तट पर जहां इथियोपिया, केन्या और सोमालिया जैसे देश हैं, एक नया महासागर बन रहा है. इससे वैज्ञानिक काफी हैरान-परेशान हैं.
मंगल ग्रह से पहली बार आई 'एलियन यान' की तस्वीर! 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से भर रहा था उड़ान
Interstellar Comet: NASA का मंगल ग्रह पर मौजूद रोवर 'पर्सिवियरेंस' ने अंतरिक्ष के धूमकेतु 3I/ATLAS की एक कथित तस्वीर ली है. यह तस्वीर सोशल मीडिया पर बहुत वायरल हो गई है.
कैमरे में कैद हुआ 40 करोड़ साल पुराना 'समुद्री भूत', वैज्ञानिकों को पानी में छिपा मिला जिंदा जीवाश्म
Prehistoric Animal: इंडोनेशिया में गहरे पानी के अंदर खोज कर रहे गोताखोरों ने एक अविश्वसनीय चीज कैमरे में कैद की है. उन्होंने एक ऐसा रहस्यमय जीव देखा जिसे पहले कभी किसी इंसान ने फिल्माया नहीं था.
European Space Agency: यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी(ESA)ने ऑस्ट्रेलिया के न्यू नॉर्सिया में अपना सबसे एडवांस्ड डीप स्पेस एंटीना लॉन्च किया है. इसकी खासियत है कि यह AI से चलता है.
Science News in Hindi: एक नई खोज में पता चला है कि कुछ छोटे जीव जिन्हें 200 करोड़ साल पहले खत्म हो जाना चाहिए था वो आज भा जापान के गर्म पानी के झरनों में मजे से रह रहे हैं.
Ancient Egypt Temple: हाल ही में हुए एक नए अध्ययन में पता चला है कि मिस्र का मशहूर कर्णक मंदिर कैसे बना. इस मंदिर को बनाने में नील नदी का बहुत बड़ा योगदान था. आइए जानते हैं कैसे...
धरती के नीचे छिपा है 10 लाख टन गोल्ड! जानें धरती पर कैसे आया इतना सारा सोना
Origins of Gold: वैज्ञानिक मानते हैं कि अरबों साल पहले जब बहुत बड़े-बड़े तारों में धमाका हुआ तभी सोना बना. लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह धरती तक कैसे पहुंचा. नहीं, तो आइए जानते हैं इसकी पूरी कहानी.
चीन में मिला असली 'ड्रैगन' का कंकाल, 24 करोड़ साल पुराने जीवाश्म को देख वैज्ञानिक भी रह गए हैरान
Sciecne News in Hindi: चीन मे वैज्ञानिकों ने 25 करोड़ साल पुराने ड्रैगन का जीवाश्म खोजा है. इसकी गर्दन बहुत लंबी और सांप जैसी जिसे पहले कभी नहीं देखा गया था. वैज्ञानिक इसे देखकर बहुत हैरान हैं.
टेक कंपनी मोटोरोला ने भारतीय बाजार में G सीरीज में नया स्मार्टफोन मोटो G06 पावर लॉन्च कर दिया है। फोन को 7000mAh बैटरी, 6.88 इंच बड़ा डिस्प्ले और 50MP मेन कैमरे जैसे फीचर्स दिए गए हैं। मोटो G06 पावर को सिंगल स्टोरेज वैरिएंट (4GB रैम + 64GB स्टोरेज) में पेश किया गया है। इसकी कीमत 7,499 रुपए रखी गई है। फोन 11 अक्टूबर 2025 से बिक्री के लिए अवेलेबल होगा। भारतीय बाजार में इसका मुकाबला रेडमी A5, इनफिन्क्स स्मार्ट 10 और रियलमी नार्जो 80 लाइट 4G जैसे स्मार्टफोंस से रहेगा। डिजाइन: लेदर फिनीश के साथ प्रीमियम बैक कवर ये प्लास्टिक बॉडी वाला फोन है, लेकिन इसका लेदर फिनिश डिजाइन लो बजट सेगमेंट के हिसाब से काफी प्रीमियम फील देता है। इसका वजन 194 ग्राम और मोटाई 8.31mm है, जिससे हाथ में फोन कंफर्टेबल लगता है। मोटो G06 पावर: स्पेसिफिकेशन डिस्प्ले: फोन में 6.88 इंच का HD+ डिस्प्ले दिया गया है, जो 120Hz रिफ्रेश रेट के साथ काम करता है, ये स्क्रॉलिंग को स्मूद बनाता है। डिस्प्ले की सेफ्टी के लिए कॉर्निंग गोरिल्ला ग्लास 3 की प्रोटेक्शन भी दी गई है। परफॉरमेंस: मोटो G06 पावर में परफॉरमेंस के लिए मीडियाटेक G81 एक्सट्रीम प्रोसेसर चिपसेट लगा है, जो रोजमर्रा की मल्टीटास्किंग और लाइट गेमिंग को आसानी से करता है।
अब आप अपने कन्फर्म रेल टिकट में यात्रा तारीख बदलवा सकेंगे और इसके लिए आपको कोई कैंसिलेशन फीस या एक्स्ट्रा चार्ज भी नहीं देना पड़ेगा। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यह जानकारी 7 अक्टूबर को NDTV को दी। उन्होंने बताया कि जनवरी 2026 से यात्री कन्फर्म टिकट को आगे की डेट में चेंज करा सकेंगे। हालांकि इस प्रक्रिया में तारीख बदलने पर कन्फर्म टिकट की गारंटी नहीं होगी। सीट उपलब्धता के आधार पर ही मिलेगी। टिकट की तारीख बदलवाने का नया सिस्टम इस उदाहरण से समझें... यदि आपके पास 20 नवंबर को दिल्ली से पटना जाने की कन्फर्म टिकट है और किसी वजह से प्लान चेंज होकर 5 दिन आगे बढ़ गया, तो 25 नवंबर के लिए आपको नया टिकट लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। आप अपने 20 नवंबर के कन्फर्म रेल टिकट की यात्रा की तारीख ऑनलाइन बदल सकेंगे और उसी टिकट से 25 नवंबर को पटना की यात्रा कर सकेंगे। खास बात ये है कि इस प्रोसेस के लिए आपका पैसा भी नहीं कटेगा। टिकट की तारीख बदवाने के नए नियम 5 सवाल-जवाब में समझें... सवाल- 1: अभी क्या है नियम? जवाब: रेलवे की वर्तमान टिकट बुकिंग व्यवस्था में यात्रा की तारीख बदलने के लिए आपको पहले अपना टिकट कैंसिल कर अगली तारीख के लिए नए सिरे से टिकट बुक करना होता है। इसमें टिकट कैंसिल कराने की फीस भी ली जाती है। इसके साथ ही अगली तारीख के लिए कन्फर्म टिकट मिलेगी या नहीं, इसकी भी कोई गारंटी नहीं होती है। ऐसे में यात्रियों को परेशान होना पड़ता है। सवाल- 2: नया सिस्टम कब से एक्टिव होगा? जवाब: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि ये सिस्टम यात्रियों के हित में है और जनवरी 2026 से IRCTC वेबसाइट या एप पर ये फीचर आ जाएगा। सवाल- 3: कन्फर्म टिकट की तारीख कैसे बदल सकेंगे? सवाल- 4: क्या टिकट काउंटर से भी तारीख बदलवा सकेंगे? जवाब: अभी ये सब IRCTC वेबसाइट या एप की मदद से ऑनलाइन होगा। ऑफलाइन ऑप्शन के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी गई है। रेलवे बाद में इस प्रोसेस को ऑफलाइन भी शुरू कर सकता है। सवाल- 5: क्या वेटिंग टिकट पर भी तारीख बदलवाने की सुविधा मिलेगी? जवाब: रेलवे का नया सिस्टम अभी कन्फर्म टिकट पर ही लागू होगा। वेटिंग टिकट की तारीख बदलवाने के लिए अभी कोई नया नियम नहीं आया है। सवाल- 6: क्या कन्फर्म टिकट के बदले कन्फर्म टिकट मिलेगा? कन्फर्म के बदले कन्फर्म टिकट मिलने की गारंटी नहीं होगी, इसमें सीट उपलब्धता के आधार पर टिकट मिलेगा। साथ ही, अगर किराए में अंतर है तो वह यात्री को देना होगा। इस बदलाव से उन लाखों यात्रियों को फायदा होगा जो अपने कन्फर्म रेलवे टिकट की यात्रा बदलना चाहते हैं, लेकिन इसके बदले रेलवे मोटी रकम काट लेता है। रेल टिकट बुकिंग से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... जनरल रिजर्वेशन में कल से ई-आधार वेरिफिकेशन जरूरी: पहले 15 मिनट सिर्फ आधार OTP से बुक कर सकेंगे टिकट, कालाबाजारी कम होगी 1 अक्टूबर से तत्काल टिकट की तरह ही जनरल रिजर्वेशन (सामान्य आरक्षण) टिकट की बुकिंग करते वक्त भी ई-आधार वेरिफिकेशन जरूरी होगा। इंडियन रेलवे ने 14 सितंबर को इसकी घोषणा की थी। रेल मंत्रालय के अनुसार IRCTC वेबसाइट या एप पर जनरल रिजर्वेशन खुलने के पहले 15 मिनट में टिकट बुक करने के लिए आधार वेरिफिकेशन जरूरी होगा। इससे फर्जी आईडी, एजेंट्स की टिकटों की कालाबजारी और बॉट्स की बुकिंग पर लगाम लगेगी। पूरी खबर पढ़ें... आने-जाने का ट्रेन टिकट बुक करने पर 20% डिस्काउंट: रेलवे ने फेस्टिव सीजन में एक्सपेरिमेंटल बेस पर शुरू की स्कीम इंडियन रेलवे ने दिवाली और अन्य फेस्टिवल में घर जाने वालों के लिए एक एक्सपेरिमेंटल बेस पर एक स्कीम शुरू की है। इसमें अगर कोई आने और जाने का टिकट एकसाथ बुक करता है तो रिटर्न टिकट पर 20% का डिस्काउंट मिलेगा। इससे उन लोगों को फायदा मिलेगा जो घर जाने और वापस आने के लिए ट्रेन का इस्तेमाल करते हैं। रेलवे ने त्योहारों के समय टिकट के लिए भीड़ और लोगों की परेशानी को देखते हुए यह फैसला एक्सपेरिमेंटल बेस पर लिया है। पूरी खबर पढ़ें...
आर्कटिक बर्फ के नीचे सोता मिला 40,000 साल पुराना जिंदा 'राक्षस'! वैज्ञानिकों ने बजा दी खतरे की घंटी
किसी साइंस फिक्शन हॉरर फिल्म की तरह वैज्ञानिकों ने वायरस को पुनर्जीवित किया है.आइए जानते हैं आखिर क्यों वैज्ञानिकों ने वायरस को पुनर्जीवित किया है.
धरती पर एलियंस का कब्जा! इंसानों के भेष में लाखों 'अंतरिक्षवासी', नई स्टडी ने उड़ाए होश
Alien Abductions: क्या एलियंस हमारे बीच इंसानों की तरह रह रहे हैं? यह सवाल नया नहीं है, लेकिन अब एक वैज्ञानिक ने बड़ा दावा किया है. उनका कहना है कि ऐसा बहुत मुमकिन है. साथ ही, उनका दावा है कि एलियंस इंसानों का अपहरण करते हैं और उनके डीएनए में अपने जीन मिला देते हैं.
टेक कंपनी वीवो इंडिया ने आज (7 अक्टूबर) भारत में अपनी V सीरीज में नया स्मार्टफोन वीवो V60e को लॉन्च कर दिया है। यह कंपनी का पहला मोबाइल है, जिसमें 200MP मैन कैमरा दिया गया है। इसके अलावा, फोन में 50 मेगापिक्सल सेल्फी कैमरा, क्वाड कर्व्ड स्क्रीन और 6500mAh बैटरी के साथ 90W फास्ट चार्जिंग टेक्नोलॉजी मिलती है। भारत में यह पहला फोन है, जो डाइमेंसिटी 7630 टर्बो प्रोसेसर पर काम करता है। मोबाइल एडवांस AI फीचर्स के साथ ही गूगल जेमिनी भी सपोर्ट करता है। मिड बजट सेगेमेंट में इस मोबाइल को एलीट पर्पल और नोबल गोल्ड कलर के साथ 3 स्टोरेज वैरिएंट में पेश किया गया है। इसकी शुरुआती कीमत 29,999 रखी गई है। V60e की सेल 10 अक्टूबर से शुरू होगी। डिजाइन: 7.49mm मोटाई और वजन 190 ग्राम वीवो V60e 5G का डिजाइन प्रीमियम और स्लिम लगता है। पहली नजर देखने पर ये वीवो V60 मॉडल जैसा ही लगता है। फोन की मोटाई सिर्फ 7.49mm और वजन 190g है, जो हाथ में हल्का और कंफर्टेबल फील देता है। ओवरऑल डिजाइन मिड-रेंज फोन के लिए अट्रैक्टिव है, जो प्रोफेशनल कैमरा जैसा बैलेंस रखता है। वीवो V60e स्मार्टफोन IP68 + IP69 रेटिंग के साथ मार्केट में लाया गया है, जो इसे डस्टप्रूफ और वॉटरप्रूफ फोन बनाता है। वीवो V60e 5G: स्पेसिफिकेशंस कैमरा: वीवो V60e 5G में फोटोग्राफी के लिए बैक पैनल पर डुअल कैमरा सेटअप दिया गया है। इसमें ब्रांड का पहला मोबाइल है, जिसमें 200 मेगापिक्सल का मेन कैमरा लगा है। ये 1/1.56 इंच का अल्ट्रा लार्ज सेंसर है, जो OIS, 85MM टेलीफोटो पोर्ट्रेट और 30x सुपरजूम जैसे कूल फीचर्स से लैस है। कैमरा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी से चलता है, जिससे AI फेस्टिवल पोर्ट्रेट फोटो आसानी से क्लिक हो जाती हैं। इसके साथ में बैक पैनल पर 8 मेगापिक्सल का वाइड-एंगल लेंस भी है। वहीं, सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए 50 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा है। कंपनी ने आई AF सेल्फी कैमरा नाम दिया है। फोन का फ्रंट कैमरा भी AI टेक्नोलॉजी से लैस है, जिसमें AI फेस फिक्स जैसे फीचर्स हैं। ये फोटो गलत क्लिक होने पर भी सबकी आंखों और मुस्कान को बिगड़ने से बचाते हैं। परफॉर्मेंस: वीवो V60e मीडियाटेक डायमेंसिटी 7360 टर्बो प्रोसेसर वाला इंडिया में पहला फोन है। यह मोबाइल चिपसेट पिछले महीने ही अनाउंस हुआ है, जो 4 नैनोमीटर आर्किटेक्चर पर बना है और 2.5 गीगाहर्ट्ज तक की क्लॉक स्पीड पर रन कर सकता है। प्रोसेसर के सपोर्ट में 8GB और 12GB की PDDR4X रैम का ऑप्शन मिलता है। वहीं, स्टोरेज के लिए इसमें 128GB और 256GB का ऑप्शन है। वीवो V60e एंड्रॉयड 15 पर बेस्ड फनटच OS 15 पर काम करता है। वीवो ने अपने नए फोन को 3 जेनरेशन की एंड्रॉयड OS अपग्रेड और 5 साल की सिक्योरिटी अपडेट के साथ उतारा है। डिस्प्ले: नया फोन 6.77-इंच की फुलHD+ डिस्प्ले के साथ लॉन्च हुआ है, जिसका रेजोल्यूशन 1080 x 2392 पिक्सल है। ये एमोलेड पैनल वाली क्वॉड कर्व्ड स्क्रीन है, जो 120Hz रिफ्रेश रेट, 2160Hz PWM डिमिंग और 1600nits पीक ब्राइटनेस सपोर्ट करती है। फोन में इन-डिस्प्ले फिंगरप्रिंट सेंसर लगा है और स्क्रीन प्रोटेक्शन के लिए डायमंड शिल्ड ग्लास की लेयर दी गई है। पावर बैकअप: पावर के लिए वीवो V60e 5G फोन में 6500mAh की तगड़ी बैटरी दी गई है। टेस्टिंग में इसका PC Mark Battery बेंचमार्क स्कोर 15 घंटे 17 मिनट का आया है। मोबाइल 90W फास्ट चार्जिंग टेक्नोलॉजी से लैस है।
टीवीएस मोटर इंडिया ने अपनी पॉपुलर कंप्यूटर बाइक रेडर के दो नए अपडेटेड मॉडल भारतीय बाजार में लॉन्च किए हैं। इसमें TFT DD नया टॉप वैरिएंट है, जो SX वैरिएंट से ऊपर है, वहीं SXC DD को iGo वैरिएंट से ऊपर रखा गया है। इन्हें कई नए फीचर्स और बदलाव के साथ इसे पेश किया है। नए वैरिएंट्स में दोनों तरफ डिस्क ब्रेक सेटअप और सिंगल-चैनल ABS दिया गया है। TFT DD वैरिएंट की एक्स शोरूम कीमत 93,800 रुपए और SXC DD वैरिएंट की कीमत 95,600 रुपए रखी गई है। बाइक अब 7 वैरिएंट और 12 कलर ऑप्शन के साथ अवेलेबल है। इस कीमत पर, SXC DD, iGo वैरिएंट से 3300 रुपए महंगा है, और TFT DD, SX वैरिएंट से 1100 रुपए महंगा है। TVS रेडर 125 के नए वैरिएंट का मुकाबला हीरो एक्स्ट्रीम 125R और होंडा CB125 हॉर्नेट से होगा। 2025 टीवीएस रेडर: वैरिएंट वाइस प्राइस टीवीएस रेडर में नया क्या? 1. डुअल डिस्क ब्रैक के साथ ज्यादा चौड़े टायर: कंपनी ने बाइक के डिजाइन में कोई बदलाव नहीं किया है, लेकिन इसमें कुछ कॉस्मेटिक अपडेट किए हैं। इनमें सिंगल-चैनल ABS के साथ फ्रंट और 240mm के रियर डिस्क ब्रेक दिए गए हैं। बेस वैरिएंट में आगे और पीछे दोनों तरफ 130mm के ड्रम ब्रेक मिलते हैं। राइडिंग के लिए इसमें दोनों साइड 17-इंच अलॉय व्हील लगे हैं। इसमें पहले ज्यादा चौड़े टायर्स मिलेंगे। फ्रंट में 90/90-17 और रियर में 110/80-17 साइज के टायर हैं। दोनों वैरिएंट्स नए रेड कलर में आएगा, जिसमें ग्रे हाइलाइट्स हैं, जो काफी स्टाइलिश लगता है। 2. बूस्ट मोड में 5.8 सेकेंड में 0-60kmph की स्पीड: कंपनी ने बाइक के नए वैरिएंट्स को बूस्ट मोड के साथ पेश किया है, जो iGO असिस्ट टेक्नीक पर बेस्ड है। बूस्ट मोड एक्टिवेट होने पर इसमें 0.55Nm का अतिरिक्त टॉर्क मिलता है, जो 11.75nm तक पहुंच जाता है। इससे यह तेजी से ओवरटेक कर सकती है। कंपनी का दावा है कि रेडर 125cc बाइक सेगमेंट में सबसे तेज बाइक है, जो 5.8 सेकेंड में 0-60kmph की रफ्तार पकड़ सकती है। इसके साथ ही दोनों वैरिएंट्स में iGo वैरिएंट वाली स्टॉर्ट/स्टॉप टेक्नीक का भी इस्तेमाल किया गया है, जो बाइक के माइलेज को बेहतर करता है। 3. टर्न-बाय-टर्न नेविगेशन और वॉयस असिस्ट फीचर्स: रेडर के SXC DD वैरिएंट में नेगेटिव LCD कंसोल है, जबकि TFT DD में TFT कंसोल मिलता है। दोनों कंसोल में कॉल/SMS अलर्ट, टर्न-बाय-टर्न नेविगेशन और वॉयस असिस्ट है। TVS ने 'फॉलो मी हेडलैंप' भी जोड़ा है, यानी बाइक बंद करने के बाद भी हेडलाइट कुछ सेकंड तक चालू रहेगी। ये डार्क पार्किंग में रास्ता ढूंढने में मदद करेगा। इसमें सीट के नीचे छोटा स्पेस, और फोन चार्ज करने के लिए यूएसबी पोर्ट दिया गया है। इसके अलावा साइलेंट स्टार्टर, स्टार्ट-स्टॉप सिस्टम और इंजन कट-ऑफ फंक्शन के साथ साइड-स्टैंड इंडिकेटर जैसे फीचर भी दिए गए हैं। बाइक में कंफर्ट राइडिंग के लिए इसके फ्रंट में टेलिस्कॉपिक फॉर्क और पीछे डुअल शॉक अब्जॉर्बर सस्पेंशन मिलते हैं। 10% ज्यादा माइलेज देगी बाइक परफॉर्मेंस के लिए रेडर iGO में 125CC का सिंगल-सिलेंडर, एयर-कूल्ड इंजन दिया है, जो iGO असिस्ट के साथ 7500rpm पर 11hp की पावर और 6000rpm पर 11.75Nm का पीक टॉर्क जनरेट करता है। इंजन को 5-स्पीड गियरबॉक्स के साथ ट्यून किया गया है। TVS का दावा है कि iGO टेक्नोलॉजी से रेडर का माइलेज 10% तक बढ़ा है।
इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) बनाने वाली कंपनी ओला इलेक्ट्रिक ने देश की पहली बिना रेयर अर्थ मेटल वाली टू-व्हीलर फेराइट मोटर बनाई है। इस मोटर को सरकार की ओर से भी मंजूरी दे दी गई है। अभी भारत इलेक्ट्रिक व्हीकल मोटर बनाने के लिए चीन पर निर्भर है। चीन जब भी रेयर अर्थ मेटल के एक्सपोर्ट पर रोक लगाता है तो भारत में इलेक्ट्रिक मोटर का प्रोडक्शन प्रभावित होता है। ऐसे में बिना रेयर अर्थ मेटल वाली तकनीक से भारत की चीन पर निर्भरता कम होगी। ओला इलेक्ट्रिक ने बताया कि उनकी बैटरी को सर्टिफिकेट तमिलनाडु के ग्लोबल ऑटोमोटिव रिसर्च सेंटर (GARC) से मिला है। GARC ने सड़क परिवहन मंत्रालय के तय किए गए AIS 041 नियमों के हिसाब से ओला की इस मोटर को टेस्ट किया है। सस्ती होगी मोटर, दूसरे देशों पर निर्भरता कम होगी ओला इलेक्ट्रिक ने इसी साल अगस्त में अपने 'संकल्प 2025' प्रोग्राम में पहली बार इस फेराइट मोटर की तकनीक दिखाई थी। नई फेराइट मोटर 7kW और 11kW दोनों तरह के मॉडलों में, उन मोटरों जितना ही अच्छा काम करती है जिनमें रेयर अर्थ मेटल का इस्तेमाल होता है। ओला इलेक्ट्रिक का कहना है कि फेराइट मोटर उसी क्षमता, प्रदर्शन और मजबूती के साथ चलती है, लेकिन इसकी लागत बहुत कम है। साथ ही, इससे सप्लाई चेन में आने वाले उतार-चढ़ाव का खतरा भी खत्म हो जाएगा, जिससे स्कूटर बनाना आसान और सस्ता होगा। गाड़ी में रेयर अर्थ मेटल्स का इस्तेमाल कहां-कहां होता है रेयर मटेरियल्स की माइनिंग में चीन की करीब 70% हिस्सेदारी बता दें कि ग्लोबल लेवल पर रेयर मटेरियल्स की माइनिंग में चीन की हिस्सेदारी करीब 70% और प्रोडक्शन में करीब 90% तक है। चीन ने हाल ही में अमेरिका के साथ बढ़ती ट्रेड वॉर के बीच 7 कीमती धातुओं (रेयर अर्थ मटेरियल) के निर्यात पर रोक लगा दी थी। चीन ने कार, ड्रोन से लेकर रोबोट और मिसाइलों तक असेंबल करने के लिए जरूरी मैग्नेट यानी चुंबकों के शिपमेंट भी चीनी बंदरगाहों पर रोक दिए हैं। ये मटेरियल ऑटोमोबाइल, सेमीकंडक्टर और एयरोस्पेस बिजनेस के लिए बेहद अहम हैं।
महिंद्रा एंड महिंद्रा ने आज (6 अक्टूबर) भारतीय बाजार में अपनी पॉपुलर SUV बोलेरो और बोलेरो नियो के फेसलिफ्ट मॉडल लॉन्च कर दिए हैं। दोनों SUV में को हल्के-फुल्के बदलाव के साथ पेश किया गया है। इनमें नए अलॉय व्हील्स, अपडेटेड ग्रिल डिजाइन और नए कलर ऑप्शन्स जोड़े गए हैं। वहीं, दोनों के केबिन में नई लेदरेट सीट्स और नए USB टाइप-C चार्जिंग पोर्ट्स मिलेंगे। बोलरो नियो में मोका ब्राउन और लूनर ग्रे कलर में दो नए केबिन थीम्स का ऑप्शन भी मिलेगा। 80 हजार रुपए तक सस्ती हुई बोलेरो महिंद्रा ने दोनों SUV में नई टॉप वैरिएंट्स भी जोड़ें हैं। बोलरो अब 4 वैरिएंट्स में मिलेगी। इसमें B4, B6, B6 (O) और नया B8 वैरिएंट है। वहीं, बोलरो नियो 5 वैरिएंट्स में उपलब्ध होगी। इसमें N4, N8, N10, N10 (O) और नया N11 वैरिएंट शामिल है। 2025 महिंद्रा बोलेरो की एक्स-शोरूम शुरुआती कीमत 7.99 लाख रुपए रखी गई है, जो मौजूदा मॉडल से 80 हजार रुपए कम है। वहीं, 2025 महिंद्रा बोलेरो नियो की एक्स-शोरूम शुरुआती कीमत 8.49 लाख रुपए रखी गई है। ये SUV भी 50 हजार रुपए तक सस्ती हुई है। दोनों कारों की बुकिंग शुरू कर दी गई है। आप इन्हें ऑफिशियल वेबसाइट या डीलरशिप पर जाकर बुक कर सकते हैं। 2025 महिंद्रा बोलेरो: वैरिएंट वाइस प्राइस
NASA: अब तक के सबसे जटिल और महंगे स्पेस मिशनों में से एक Mars Sample Return Mission को लेकर बड़ी खबर आई है. ये मिशन मुश्किलों में घिर गया है. बजट को लेकर आगे के फैसले अटक गए हैं. जिसके चलते इस मिशन को रद्द किया जा सकता है.
सूरज अगर 1 करोड़ किलोमीटर खिसक जाए तो धरती पर मचेगा कोहराम, पल में भस्म हो जाएंगे इंसान?
Science News: सूरज और धरती की औसत दूरी लगभग 14.96 करोड़ किलोमीटर. यही दूरी पृथ्वी को बाकी प्लेनेट्स की तुलना में इंसानों के लिए रहने लायक बनाती है. लेकिन कभी आपने सोचा है कि अगर सूरज धरती की तरफ ज्यादा नहीं बस 1 करोड़ किलोमीटर खिसक जाए, तो क्या होगा?
टेस्ला का ह्यूमनॉइड रोबोट 'ऑप्टिमस' का लेटेस्ट वर्जन मार्शल आर्ट सीख रहा है। दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी इलॉन मस्क ने X पोस्ट में वीडियो शेयर कर इसकी जानकारी दी। इसमें रोबोट को चाइनीज मार्शल आर्ट की विधा 'कुंग फू' सीखते और अपनी सेल्फ डिफेंस टेक्नीक का प्रदर्शन करते हुए दिखाया गया है। मस्क का ये वीडियो वायरल हो रहा है। ये डेवलपमेंट टेस्ला का ऑप्टिमस को ऐसे स्किल्स सिखाने का एक हिस्सा है, जिससे वह अपने मालिक की हर तरह से मदद कर सके। टेस्ला ऑप्टिमस ह्यूमनॉइड रोबोट के 2026 में अवेलेबल हो सकता है और इसकी कीमत भारतीय करेंसी में 16-24 लाख रुपए हो सकती है। रोबोट ने प्रेक्टिस में ट्रेनर के हमलों का जवाब दिया सामने आए नए वीडियो में ऑप्टिमस रोबोट कुंग फू ट्रेनर की नकल नहीं करता, बल्कि उसकी हर हरकत का जवाब देता है और हमलों का मुकाबला करता है। ये रोबोट की लर्निंग पावर और ढलने की काबिलियत को दिखाता है, जो इसे टेस्ला की नई टेक्नोलॉजी की लिस्ट में और भी उम्मीद भरा बनाता है। घर में साफ-सफाई के काम भी कर सकता है ऑप्टिमस अब ये रोबोट अपने घर में रोजमर्रा के लगभग सभी काम करने में सक्षम है। यहां तक की अब ये खाना बना सकता है और घर में साफ-सफाई के काम भी कर सकता है। इससे पहले मस्क की ओर से शेयर किए गए वीडियो में आसानी से रोजमर्रा के घरेलू काम करते, ऑप्टिमस को चम्मच से बर्तन हिलाते, फर्श को वैक्यूम करते और ब्रश और डस्टपैन से टेबल साफ करते हुए दिखाया गया था। ऑप्टिमस अब पहले से ज्यादा एडवांस हो गया है आइए देखते ये क्या-क्या काम कर सकता है... नाजुक-मजबूत की समझ, अंडे को उठा सकता है रोबोट ह्यूमनॉइड रोबोट ऑप्टिमस को पहली बार अक्टूबर 2022 में हुए 'टेस्ला AI डे' इवेंट के दौरान पेश किया गया था। वहीं पिछले साल इसकी एक नई जनरेशन 'ऑप्टिमस जेन 2' को अनवील किया था। अपग्रेडेड मॉडल 30% तेज चल सकता है और इसमें बेहतर संतुलन भी है। इसका वजन भी 10 किलो कम है। ऑप्टिमस जेन 2 के के हाथों को बदला गया है। यह पिछले वर्जन की तुलना में ज्यादा तेज है। ये नाजुक और मजबूत चीजों को कैसे उठाना है इसे समझता है। रोबोट वीडियो में अंडों को उठाकर दूसरी जगह रखता दिखाई दे रहा है। कलर के आधार पर चीजों को चुन सकता है रोबोट ऑप्टिमस को कलर के आधार पर चीजों को चुनने के लिए ट्रेन किया गया है। यह रंगों के ब्लॉक्स को खुद ही चुन कर अलग-अलग कर देता है। इसके अलावा, गलती होने पर यह खुद ही सुधार भी कर लेता है। इसे लो-स्किल्ड लेबर की जगह लेने के लिए विकसित किया जा रहा है। इसके ह्यूमनॉइड रूप को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह सुपरमार्केट में खरीदारी से लेकर फैक्ट्री पोडक्शन लाइनों पर काम करने तक के ह्यूमन टास्क्स को पूरा कर सके। इंसानों की तरह डांस मूव कर सकता है ऑप्टिमस जेन 2 रोबोट ऑप्टिमस जेन 2 रोबोट इंसानों-जैसी डांस मूव्स की भी नकल कर सकता है। बेहतर ह्यूमन फूट ज्योमेट्री और नए टो सेक्शन जैसे टेक्निकल एंडवांसमेंट के कारण यह ऐसा कर पाता है। 8 ऑटोपायलट कैमरे और AI के साथ फुल सेल्फ-ड्राइविंग तकनीक ऑप्टिमस टेस्ला की फुल सेल्फ-ड्राइविंग (FSD) तकनीक और AI का उपयोग करता है, जो टेस्ला की इलेक्ट्रिक कारों में इस्तेमाल होती है। इसमें 8 ऑटोपायलट कैमरे, सेंसर और एक FSD कंप्यूटर है, जो इसे आसपास के माहोल को समझने और नेविगेट करने में मदद करता है। चेहरे पर एक इंटरैक्टिव स्क्रीन है, जो मैसेज दिखाने और कम्यूनिकेट करने के लिए है। ऑप्टिमस के हाथों में 5 उंगलियां और अपोजेबल थंब हैं, जो इसे मानव जैसे जटिल कार्य करने में सक्षम बनाते हैं, जैसे टूल्स का उपयोग, वस्तुओं को पकड़ना या नाजुक चीजें (जैसे अंडा) उठाना। जेन 2 मॉडल में बेहतर हाथ की गतिशीलता और टैक्टाइल सेंसर हैं, जो इसे और सटीक बनाते हैं। टेस्ला का ह्यूमनॉएड रोबोट 'ऑप्टिमस' अगले साल के अंत तक बिक्री उपलब्ध हो सकता है, अभी यह डेवलपमेंट फेज में है। प्रोडक्शन और कीमत: टेस्ला की कार से सस्ता होगा रोबोट मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो टेस्ला 2025 में रोबोट का लिमिटेड प्रोडक्शन शुरू करने की योजना बना रही है। शुरुआत में इसे टेस्ला की कार फैक्ट्रियों के लिए डिजाइन किया जाएगा। 2026 में इसे अन्य कंपनियों के लिए अवेलेबल कराने की योजना है। CEO इलॉन मस्क एक इवेंट में इसकी एक्सपेक्टेड कीमत बता चुके हैं। उनके अनुसार, रोबोट की कीमत 20 से 30 हजार डॉलर यानी करीब 16-24 लाख रुपए हो सकती है, जो इसे टेस्ला की इलेक्ट्रिक कार से सस्ता बनाता है।
स्कोडा ऑटो इंडिया अपनी अपकमिंग लग्जरी सेडान ऑक्टाविया RS को भारत में 17 अक्टूबर को लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। चेक रिपब्लिकन कार मैकर ने आज (6 अक्टूबर) से इसकी बुकिंग शुरू कर दी है। कंपनी ने कार को इसी साल जनवरी में हुए मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 में रिवील किया था। फोक्सवैगन गोल्फ GTI की तरह इसकी भी कुछ यूनिट्स ही इंपोर्ट कर बेची जाएंगी। कार में 360-डिग्री कैमरा के साथ ADAS जैसे सेफ्टी फीचर्स मिलेंगे। 2025 स्कोडा ऑक्टाविया RS की शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत करीब 45 लाख रुपए हो सकती है। भारत में इसका सीधा मुकाबला किसी गाड़ी से नहीं है, लेकिन इस प्राइस रेंज में ये फॉक्सवैगन गोल्फ GTI को टक्कर देगी। कार ऑडी A4, BMW 2 सीरीज और मर्सिडीज A-क्लास की तुलना में ज्यादा स्पोर्टी ऑप्शन देती है। एक्सटीरियर: मैट्रिक्स LED हेडलाइट्स और 8-इंच अलॉय व्हील्स 2025 स्कोडा ऑक्टाविया RS रेगुलर ऑक्टाविया का ज्यादा स्पोर्टी वर्जन है। इसमें कई स्टाइलिश डिजाइन बदलाव किए गए हैं। फ्रंट में ब्लैक फिनिश के साथ स्कोडा की सिग्नेचर बटरफ्लाई ग्रिल है, जिस पर है। इसके साथ V-शेप्ड LED DRLs के साथ डुअल-पॉड मैट्रिक्स LED हेडलाइट्स दी गई हैं। रियर में स्लीक रैपअराउंड LED टेललाइट्स हैं। गाड़ी में 18-इंच के डुअल-टोन अलॉय व्हील्स हैं, जो इसे बेहतर हवा का प्रवाह देते हैं। साथ ही, ब्लैक बूट लिप स्पॉइलर और ब्लैक ORVMs इसे और स्पोर्टी लुक देते हैं। इंटीरियर : 13-इंच फ्री-स्टैंडिंग टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम RS मॉडल के केबिन में रेड एक्सेंट के साथ ऑल-ब्लैक कलर थीम मिलेगी जो इसे काफी स्पोर्टी फील देगी। इसमें सीटों पर लेदरेट अपहोल्स्ट्री और फ्रंट और रियर पैसेंजर के लिए सेंटर आर्मरेस्ट की सुविधा भी मिलेगी। इसमें 3-स्पोक स्टीयरिंग व्हील के साथ 'स्कोडा' लेटरिंग, 13-इंच फ्री-स्टैंडिंग टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम और 10-इंच डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले दिया जाएगा। फीचर्स: 360-डिग्री कैमरा और एडवांस ड्राइवर असिस्टेंस इसमें डुअल-जोन ऑटो AC, हीटेड और पावर्ड फ्रंट सीट, एम्बिएंट लाइटिंग, वायरलेस फोन चार्जर और प्रीमियम साउंड सिस्टम जैसे फीचर भी मिलेंगे। सेफ्टी के लिए इसमें कई सारे एयरबैग्स, ऑटो होल्ड फंक्शन के साथ इलेक्ट्रॉनिक पार्किंग ब्रेक, टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS), 360-डिग्री कैमरा और एडवांस ड्राइवर असिस्टेंस (ADAS) दिया जा सकता है। स्कोडा ऑक्टाविया आरएस भारतीय वर्जन में डायनामिक चेसिस कंट्रोल और बेहतर हैंडलिंग के लिए लिमिटेड स्लिप डिफ्रेंशियल दिया जा सकता है। स्टैंडर्ड ऑक्टाविया RS के मुकाबले RS में कड़े स्प्रिंग, रेस्पॉन्सिव स्टीयरिंग व्हील और अपग्रेडेड ब्रेक्स दिए गए हैं जो बेहतर हैंडलिंग में मदद करेंगे।
भारत में इस हफ्ते 4 नए स्मार्टफोन लॉन्च होंगे। 6 से 12 अक्टूबर के बीच वीवो, रियलमी और सैमसंग जैसे ब्रांड अपने डिवाइस पेश करेंगे। इन फोन्स में AI फीचर्स के साथ 200 मेगापिक्सल मेन, 50 मेगापिक्सल सेल्फी कैमरा, 7000mAh की बड़ी बैटरी और एमोलेड स्क्रीन जैसे नए ऑप्शन मिलेंगे। चलिए डिटेल में जानते हैं... वीवो V60e 5G स्मार्टफोन लॉन्च डेट – 7 अक्टूबर टेक कंपनी वीवो भारत में 7 अक्टूबर को V सीरीज में नया स्मार्टफोन V60e लॉन्च करने जा रही है। इसमें में 200 मेगापिक्सल का मेन कैमरा और 50MP का AI पावर्ड सेल्फी कैमरा मिलेगा। वहीं, कुछ लीक रिपोर्ट के मुताबिक वीवो V60e में तीन स्टोरेज और दो कलर ऑप्शन- इलाइट पर्पल और नोबल गोल्ड मिलेंगे। वहीं, डिस्प्ले में डायमंड शील्ड ग्लास प्रोटेक्शन मिलेगा। भारत में इसकी शुरुआती कीमत ₹28,749 हो सकती है। इसमें 85MM टेलीफोटो पोर्टरेट लेंस और 50MP सेल्फी सेंसर दिया जाएगा। प्रोसेसिंग के इसमें डायमेंसिटी 7300 चिपसेट दिया जा सकता है। फोन पावर बैकअप के लिए 6500mAh बैटरी सपोर्ट करता है, जिसे चार्ज करने के लिए 90W फास्ट चार्जिंग तकनीक दी गई है। वीवो V60e IP68+IP69 रेटिंग वाला फोन है, जिसमें क्वाड कर्व्ड स्क्रीन भी मिलेगी। रियलमी 15 प्रो गेम ऑफ थ्रोन्स एडिशन लॉन्च डेट – 8 अक्टूबर रियलमी 15 प्रो का गेम ऑफ थ्रोन्स एडिशन इसी हफ्ते 8 अक्टूबर को इंडिया में लॉन्च होगा। इसमें 12GB रैम और 512GB स्टोरेज वाला वैरिएंट 44,999 रुपए में मिल सकता है। प्रोसेसिंग के लिए स्नैपड्रैगन 7 जेन 4 प्रोसेसर हो सकता है, जो गेमिंग और मल्टीटास्किंग में अच्छा ऑप्शन है। पावर बैकअप के लिए 7000mAh की बैटरी के साथ 80W फास्ट चार्जिंग मिलेगी। फोटोग्राफी के लिए 50MP सेल्फी सेंसर और 50MP IMX896 + 50MP OV50D का रियर कैमरा सेटअप होगा। स्क्रीन 6.8-इंच की 1.5K डिस्प्ले होगी, जिसमें 144Hz रिफ्रेश रेट से स्मूद एक्सपीरियंस मिलेगा। सैमसंग गैलेक्सी M17 5G लॉन्च डेट – 10 अक्टूबर कोरियन टेक कंपनी सैमसंग 10 अक्टूबर को भारतीय बाजार में 15 हजार रुपए से कम कीमत वाला नया स्मार्टफोन लॉन्च करेगी। यह स्मार्टफोन सैमसंग के ही एग्जीनोस 1330 प्रोसेसर पर लाया जाएगा। अगर लीक हुई डिटेल्स पर भरोसा किया जाए तो इसमें गैलेक्सी A17 5G जैसी ही खूबियां होंगी। जैसे- 6.7 इंच का फुल HD+ सुपर एमोलेड पैनल, 90Hz रिफ्रेश रेट, 50MP डुअल रियर कैमरा और 13MP सेल्फी कैमरा। फोन में एंड्रॉएड 15 पर बेस्ड वन UI 7 का लेटेस्ट सॉफ्टवेयर मिलेगा। इसका इनफिनिटी-U डिस्प्ले 10802340 पिक्सल रेजोल्यूशन के साथ आएगा, जबकि डिजाइन में वर्टिकल पिल-शेप्ड रियर कैमरा मॉड्यूल मिलेगा। वहीं, पावर बैकअप के लिए 5000mAh की बैटरी दी जाएगी, जो 25W फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करेगी। इसके अलावा IP54 रेटिंग और साइड-माउंटेड फिंगरप्रिंट सेंसर जैसे फीचर्स भी इसमें मिलेंगे। लावा शार्क 2 लॉन्च डेट – तय नहीं भारतीय स्मार्टफोन कंपनी लावा इसी हफ्ते 4G स्मार्टफोन शार्क 2 लॉन्च कर सकती है। यह 7 हजार रुपए से सस्ता स्मार्टफोन होगा। मोबाइल में 6.7-इंच की 90Hz रिफ्रेश रेट वाली वॉटरड्रॉप नॉच स्क्रीन दी जा सकती है। फोटोग्राफी के लिए यह स्मार्टफोन 50MP AI कैमरा सपोर्ट करेगा। लावा शार्क 2 स्मार्टफोन 4GB रैम और यूनिसोक T606 ऑक्टा-कोर प्रोसेसर पर लॉन्च किया जा सकता है। वहीं, पावर बैकअप के लिए अपकमिंग लावा स्मार्टफोन में 5000mAh बैटरी दी जा सकती है।
अटलांटिक महासागर से मैक्सिको तक दिखा 8850 किमी लंबा 'भूरा अजगर', समंदर में ये किसने डाला डेरा?
Science News: वैज्ञानिकों के समंदर में एक बार फिर हैरान करने वाली चीज दिखी है. समंदर में एक शैवाल पट्टी बढ़ रही है. ये अंतरिक्ष से देखने पर ये अफ्रीका के पश्चिमी तट को मेक्सिको की खाड़ी से जोड़ने वाले एक विशाल भूरे 'रिबन' जैसी दिखती है.
चांद की पीठ में छिपी है काल कोठरी, जहां जमा रहता है सब कुछ; गड्ढे-पहाड़ों के भी खुल गए राज
लूनर सैंपल्स एक लंबे समय से चली आ रही चंद्रमा की रहस्यमयी स्थिति को और गहरा करता है. जून 2024 में, नासा के अपोलो मिशनों द्वारा एकत्र किए गए दक्षिणी ध्रुव-एटकेन बेसिन से लिए गए नमूनों से पता चला कि तापमान निकटवर्ती चट्टानों की तुलना में लगभग 180F कम था.
Centuries Old Therapy: जैसे-जैसे एंटीबायोटिक दवाइयों का असर कम होता जा रहा है, वैसे ही वैज्ञानिक अब 'फेज थेरेपी' नाम के एक 100 साल पुराने इलाज पर फिर से ध्यान दे रहे हैं. इसमें बैक्टीरिया से लड़ने के लिए वायरस का इस्तेमाल किया जाता है.
Gama Rays Burst: एक बहुत बड़ी खोज हुई है जिसने पुराने खगोल विज्ञान के नियमों को चुनौती दी है. वैज्ञानिकों ने एक गामा-किरण विस्फोट के अंदर एक नए बने मैग्नेटार की दिल की धड़कन को पकड़ा है.
100 रुपए किलो बिकने वाली इस चीज से वैज्ञानिक बनाएंगे 'सोना', इंडोनेशिया में खोजी गई कमाल की तकनीक
Toxic Metals in Water: इंडोनेशिया के वैज्ञानिकों ने एक बहुत ही कमाल की खोज की है. इसकी मदद से वैज्ञानिक अब बहुत ही कम दाम में सोना बना सकते हैं.
60 साल और 20 मौतें...अगर स्पेस में किसी की मौत हो जाए तो? क्या है NASA का 'Death Simulation'
Death in Space: अंतरिक्ष की खोज करते हुए 60 से ज्यादा सालों में स्पेस से जुड़ी घटनाओं में 20 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. ये घटनाएं बताती हैं कि अंतरिक्ष में कितना खतरा है. लेकिन साथ ही एक सवाल भी उठता है जिस पर लोग कम ही बात करते हैं, अगर आज किसी अंतरिक्ष यात्री की स्पेस में मौत हो जाए तो क्या होगा.
क्या 10 साल में खत्म हो जाएंगे सभी इंसान? AI के गॉडफादर ने क्यों कहा- मशीनें पहले खुद को बचाएंगी
Prediction of AI: AI के गॉडफादर कहे जाने वाले योशुआ बेंगियो ने चेतावनी दी है कि अगले 10 सालों के अंदर इंसानों का खात्मा हो सकते हैं. इसकी वजह ये होगी कि यह बहुत ज्यादा बुद्धिमान मशीनें अब इंसान की जान से ज्यादा अपने खुद के अस्तित्व को महत्व देंगी.
Hubble Telescope: NASA-ESA ने खोजा NGC 6000 का रहस्य, शेयर की रंग-बिरंगे तारों की तस्वीर
Hubble Space Telescope: हबल स्पेस टेलीस्कोप ने NGC 6000 नाम का एक पट्टीदार सर्पिल आकाशगंगा की बहुत ही साफ तस्वीरें खींची हैं. इसमें पुराने तारों का पीला सेंटर दिख रहा है.
35 साल पहले मिली 10 लाख साल पुरानी खोपड़ी, इंसानी दिमाग की बत्ती कब जली? नई मिस्ट्री
Homo sapiens Evolution: चीन में एक इंसानी खोपड़ी मिली है, जो 10 लाख साल पुरानी है. इसे युनशिएन-2 नाम दिया गया है. यानी यह खोपड़ी उस दौर की है जब आज की जानकारियों के मुताबिक एडवांस्ड ह्यूमन अस्तित्व में नहीं आए थे.एक नई रिसर्च धरती पर मानव विकास की पूरी यात्रा को नए सिरे से चैलेंज कर रही है.
Secret Chamber: अमेरिका के वैज्ञानिकों ने खोला 120 सालों से बंद 'तहखाना', अंदर जो मिला उसे देख...
Archaeology News: वैज्ञानिकों ने हाल ही में स्मिथसोनियन कैसल के नीचे 1847 में बना एक भूला हुआ पानी के टैंक की खोज की है.यह पिछले 120 सालों से बंद थी.
Dangerous comet moving news: क्या पृथ्वी पर जीवन खतरे में है? ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि 61 किमी प्रति सेकंड की स्पीड के साथ एक खतरनाक धूमकेतु पृथ्वी की ओर भागा चला रहा है. इससे वैज्ञानिकों में हड़कंप है.
Planet Y:वैज्ञानिको को नेपच्यून से कहीं आगे हमारे सौर मंडल के बाहरी क्षेत्र में एक नए ग्रह के संकेत मिले हैं. शोधकर्ताओं ने ग्रह Y नाम दिया है. वैज्ञानिकों का मानना है कि ये ग्रह कुइपर बेल्ट में स्थित है.
सिट्रॉएन इंडिया ने भारतीय बाजार में अपनी पॉपुलर SUV एयरक्रॉस का X वर्जन लॉन्च कर दिया है। X सीरीज में सिट्रॉएन C3 X और सिट्रॉएन बेसाल्ट X के बाद ये कंपनी का तीसरा मॉडल है। सिट्रॉएन एयरक्रॉस के X वर्जन में 360-डिग्री कैमरा और वेंटिलेटेड सीटें जैसे फीचर्स जोड़े गए हैं। एयरक्रॉस एक्स तीन वेरिएंट: यू, प्लस और मैक्स में आती है। बेस मॉडल एक 5 सीटर है, जबकि टॉप लाइन वैरिएंट्स 7 सीटर कॉन्फिगरेशन में है। एयरक्रॉस का X वर्जन सिर्फ प्लस और मैक्स वैरिएंट में मिलेगा। इसकी शुरुआती कीमत 9.77 लाख रुपए (एक्स-शोरूम, पैन-इंडिया) रखी गई है, जबकि स्टैंडर्ड एयरक्रॉस की कीमत 8.29 लाख रुपए से शुरू होती है। आप इसे ऑनलाइन या अपने नजदीकी डीलरशिप पर जाकर SUV बुक कर सकते हैं। सेगमेंट में इसका मुकाबला हुंडई क्रेटा, किआ सेल्टोस, मारुति विक्टोरिस, मारुति ग्रैंड विटारा, टोयोटा हाइराइडर, टाटा कर्व, सिट्रोएन बसॉल्ट, होंडा एलिवेट, फॉक्सवैगन टाइगन और स्कोडा कुशाक से है। एक्सटीरियर: डीप फॉरेस्ट ग्रीन कलर और 17-इंच अलॉय व्हील सिट्रोएन एयरक्रॉस एक्स में नया डीप फॉरेस्ट ग्रीन कलर दिया गया है। इसके अलावा, बाकी सब कुछ पहले जैसा ही है। इसमें प्रोजेक्टर LED हेडलाइट्स, V शेप की LED DRL's और 17-इंच डुअल-टोन अलॉय व्हील शामिल है। इसमें व्हील आर्क पर ब्लैक बॉडी क्लेडिंग और ब्लैक ORVM भी दिए गए हैं। इसमें रूफ रेल्स पर ब्लैक फिनिश दी गई है, जबकि स्टैंडर्ड मॉडल में सिल्वर रूफ रेल्स मिलती है। इंटीरियर और फीचर्स: नया डैशबोर्ड लेआउट और फ्रंट वेंटिलेटेड सीटें एयरक्रॉस एक्स के कैबिन को बेसॉल्ट की तरह पूरी तरह से नया डिजाइन किया गया है। कार नए डैशबोर्ड लेआउट, नई ब्लैक/टेन कलर स्कीम और सॉफ्ट टच मैटेरियल के इस्तेमाल से अब ज्यादा प्रीमियम लगती है। फीचर्स की बात करें तो इसमें अब फ्रंट वेंटिलेटेड सीटें, क्रूज कंट्रोल, एक वायरलेस फोन चार्जर, ऑटो डिमिंग IRVM और पुश बटन स्टार्ट के साथ कीलेस एंट्री शामिल की गई है। 360 डिग्री कैमरा सिस्टम ऑप्शनल दिया गया है, जिससे एयरक्रॉस SUV को तंग रास्तों में चलाना आसान रहता है। इसके अलावा अब इंफोटेनमेंट सिस्टम CARA वॉइस असिस्टेंस के साथ आता है। एयरक्रॉस X में 10.2-इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, वायरलेस एंड्रॉएड ऑटो और एपल कारप्ले कनेक्टिविटी, 7-इंच डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले, स्टीयरिंग माउंटेड ऑडियो कंट्रोल और हाइट एडजस्टेबल ड्राइवर सीट जैसे फीचर पहले की तरह मिलेंगे। 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग के साथ TPMS सिट्रॉएन एयरक्रॉस X में सेफ्टी के लिए 6 एयरबैग (स्टैंडर्ड), इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC), हिल होल्ड असिस्ट, टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS), रियर पार्किंग सेंसर और टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS) जैसे सेफ्टी फीचर दिए गए हैं। हाल ही में भारत एनकैप ने एयरक्रॉस X को क्रैश टेस्ट में 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग दी थी। परफॉर्मेंस : 1.2-लीटर का नया 3-सिलेंडर नेचुरली एस्पिरेटेड इंजन परफॉर्मेंस की बात करें तो SUV 1.2-लीटर के 3-सिलेंडर, टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन के साथ आती है, जो 6-स्पीड MT गियरबॉक्स के साथ 110hp की पावर और 170Nm का टॉर्क और 6-स्पीड टॉर्क कन्वर्टर ऑटोमैटिक के साथ 205Nm का टॉर्क जनरेट करता है। इसके अलावा, SUV में अब 1.2-लीटर का 3-सिलेंडर नेचुरली एस्पिरेटेड इंजन भी मिलेगा, जो 81hp की पावर और 115Nm का टॉर्क जनरेट करता है और सिर्फ 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स के साथ आता है। यही सेटअप C3 हैचबैक और बेसाल्ट कूप SUV में भी मिलता है।
टाटा मोटर्स की पॉपुलर कॉम्पैक्ट SUV नेक्सॉन सितंबर 2025 में टॉप सेलिंग यानी सबसे ज्यादा बिकने वाली कार बन गई है। इसने मारुति सुजुकी, महिंद्रा एंड महिंद्रा और हुंडई मोटर इंडिया के सभी मॉडल्स को पीछे छोड़ दिया। पिछले महीने नेक्सॉन की 22,573 यूनिट्स बिकीं, जो देश की किसी भी कार के लिए सबसे ज्यादा है। साथ ही, ये टाटा की किसी भी पैसेंजर व्हीकल (PV) के लिए मंथली सेल्स का अब तक का बेस्ट फिगर भी है। बिक्री के ये फिगर पेट्रोल, डीजल, CNG और ईवी को मिलाकर हैं। नेक्सॉन 3 साल तक सबसे ज्यादा बिकने वाली SUV नेक्सॉन इंडियन मार्केट में लगातार 3 साल तक सबसे ज्यादा बिकने वाली SUV रह चुकी है। कार की FY22 में 1.24 लाख यूनिट्स, FY23 में 1.72 लाख और FY24 में 1.71 लाख यूनिट्स बिकी थीं और बेस्ट सेलिंग कार रही थी। FY25 में थोड़ी गिरावट आई और 1.63 लाख यूनिट्स ही बिकी थी, लेकिन इस वित्तीय वर्ष (FY26) की पहली छमाही (अप्रैल से सितंबर) में तो इसकी करीब 90,000 यूनिट्स बिक चुकी हैं। कार की सेल्स बढ़ने के तीन कारण 1. GST 2.0 और डिस्काउंट से सितंबर में बढ़ी सेल्स सितंबर में कार की सेल्स में बड़ा उछाल GST 2.0 के नए नियमों की वजह से आया। नेक्सॉन की कीमतों में तकरीबन 1.55 लाख रुपए तक की कटौती हुई, जिससे ये ग्राहकों की पसंद बन गई। इसके अलावा टाटा ने करीब 45,000 रुपए तक के फेस्टिव बेनिफिट्स भी दिए। अब नेक्सॉन की शुरुआती कीमत 7.32 लाख रुपए (एक्स-शोरूम) हो गई है और ये सिर्फ अपने सेगमेंट के नहीं, बल्कि ऊपर-नीचे के सेगमेंट्स के खरीदार भी खींच रही है। 2. नेक्सॉन पेट्रोल-डीजल, CNG और EV का ऑप्शन नेक्सन की बिक्री में बढ़ोतरी का एक और कारण ये है कि इसमें कई इंजन और फ्यूल ऑप्शन्स मिलते हैं। पेट्रोल वर्जन में 1.2-लीटर टर्बो इंजन है, जिसमें अलग-अलग गियरबॉक्स ऑप्शन्स हैं। इसके अलावा पेट्रोल-CNG का ऑप्शन भी है और 1.5-लीटर डीजल मैनुअल और ऑटोमैटिक दोनों में आता है। टाटा ने नया ट्विन-सिलेंडर CNG टेक भी लाया है, जिससे बूट स्पेस से समझोता नहीं करना पड़ता है और कम रनिंग कॉस्ट वाले खरीदारों को टारगेट करता है। नेक्सन ईवी इलेक्ट्रिक ऑप्शन भी है, जो दो बैटरी पैक ऑप्शन के साथ आती है। इसमें एक 45kWh वाला वैरिएंट रियल वर्ड कंडीशन में 350-375 किलोमीटर की रेंज देता है। वहीं, 30kWh वाला वैरिएंट 210-230 किलोमीटर तक चलता है। 3. एडवांस सेफ्टी फीचर्स के साथ 5 स्टार सेफ्टी रेटिंग सेफ्टी भी नेक्सन का बड़ा प्लस पॉइंट है। चाहे पेट्रोल/डीजल नेक्सन हो या नेक्सन ईवी, दोनों ने भारत NCAP क्रैश टेस्ट में 5 स्टार रेटिंग हासिल की है। टाटा ने अपनी ब्रांड वैल्यू सेफ्टी पर बनाई है। कंपनी की अल्ट्रोज, पंच ईवी, कर्व, कर्व ईवी, हैरियर, हैरियर ईवी और सफारी भी 5 स्टार रेटेड हैं। फीचर्स की बात करें, तो नेक्सन में LED हेडलैंप्स, वेंटिलेटेड सीट्स, 10.25-इंच टचस्क्रीन (वायरलेस एपल कार प्ले और एंड्रॉएड ऑटो के साथ), डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर, कनेक्टेड टेक, वॉयस-असिस्टेड सनरूफ और वायरलेस चार्जिंग जैसे फीचर्स मिलते हैं। सेफ्टी फीचर्स में 6 एयरबैग्स, 360-डिग्री कैमरा, ब्लाइंड व्यू मॉनिटर, ESP, टायर प्रेशर मॉनिटरिंग, ऑटो हेडलैंप्स, रेन-सेंसिंग वाइपर्स और फॉग लैंप्स (कॉर्नरिंग के साथ) मिलते हैं। कॉम्पैक्ट SUV में सबसे ज्यादा कॉम्पिटिशन नेक्सॉन भारतीय बाजार में कॉम्पैक्ट SUV सेगमेंट में आती है और इस सेगमेंट में सबसे ज्यादा कॉम्पिटिशन है। यहां इसे मारुति सुजुकी ब्रेजा, हुंडई वेन्यू, महिंद्रा XUV 3XO, किया सोनेट और स्कोडा काइलैक जैसे मुख्य राइवल्स से टक्कर मिलती है, लेकिन सही टाइमिंग पर GST कट, कम कीमतें, सेफ्टी रेटिंग्स और फ्यूल ऑप्शन्स की वजह से ये सितंबर में अन्य कारों से आगे निकल गई।
सरकार ने ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर कैश ऑन डिलीवरी ऑर्डर्स पर एक्स्ट्रा चार्ज लगाए जाने की औपचारिक जांच शुरू कर दी है। उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, ‘ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स द्वारा सीओडी पर अतिरिक्त शुल्क लगाना एक तरह का ‘डार्क पैटर्न’ है। इस साल प्राप्त शिकायतों के बाद विभाग ने जांच तेज कर दी है।’ जोशी के मुताबिक, सीओडी पर ज्यादा पैसे लेना ड्रिप प्राइसिंग का उदाहरण है। यह उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के तहत 13 डार्क पैटर्न्स में से एक है। जुलाई में जेप्टो जैसे प्लेटफॉर्म्स के खिलाफ सोशल मीडिया पर शिकायतें सामने आईं, जहां चेकआउट पर ‘कैश हैंडलिंग फीस’ जोड़ी गई। मंत्री ने कहा, ‘प्लेटफॉर्म्स की गहन जांच होगी। ग्राहकों के अधिकारों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई पक्की की जाएगी, ताकि ई-कॉमर्स में पारदर्शिता बनी रहे। इन डार्क पैटर्न्स का ज्यादा ट्रेंड ये तरीके अपनाना नियमों का उल्लंघन है। इसमें सीओडी पर एक्स्ट्रा चार्ज भी शामिल है। जांच में दोषी पाए जाने पर उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के तहत जुर्माना और अन्य कार्रवाई की जा सकती है। ऑनलाइन सामान मंगाने से जुड़े कुछ सवालों के जवाब... सवाल 1: ऑनलाइन खरीदारी में डिफेक्टिव या अलग प्रोडक्ट मिले तो क्या करें? जवाब- ऐसी स्थिति में ग्राहक को सबसे पहले सबूत के तौर पर प्रोडक्ट की फोटो और वीडियो बनानी चाहिए। फिर शॉपिंग एप या वेबसाइट पर जाकर रिटर्न-रिप्लेसमेंट के लिए रिक्वेस्ट दर्ज करानी चाहिए। ज्यादातर कंपनियों के पास 7 से 10 दिन की रिटर्न पॉलिसी होती है। सवाल 2: क्या ग्राहक को बिना कारण बताए भी सामान लौटाने का अधिकार है? जवाब- यह पूरी तरह से उस ई-कॉमर्स वेबसाइट की रिटर्न पॉलिसी पर निर्भर करता है। कुछ वेबसाइट्स पर ‘नो-क्वेश्चन रिटर्न’ की सुविधा होती है, जहां ग्राहक बिना कारण बताए भी तय समय ( आमतौर पर 7 या 10 दिन) के भीतर सामान लौटा सकता है। हालांकि कई बार अंडरगार्मेंट्स, पर्सनल केयर आइटम्स या कस्टमाइज्ड ऑर्डर्स इसमें शामिल नहीं होते हैं। इसलिए खरीदारी से पहले वेबसाइट की रिटर्न और रिफंड पॉलिसी को ध्यान से पढ़ना जरूरी है। सवाल 3: कंपनी रिफंड देने में आनाकानी या देरी करे तो क्या करना चाहिए? जवाब- ग्राहक को सबसे पहले अपने सारे रिकॉर्ड्स संभाल कर रखने चाहिए। जैसे ऑर्डर की रसीद, कस्टमर केयर के कॉल या चैट के स्क्रीनशॉट, ईमेल का प्रूफ आदि। अगर कंपनी बार-बार रिफंड टाल रही है या जवाब नहीं दे रही है तो इसके बाद इन कदमों को उठाएं- सवाल 4: ऑनलाइन शॉपिंग करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? जवाब- ऑनलाइन शॉपिंग करते इन बातों का विषेश ध्यान रखना जरूरी है... सवाल 5: क्या ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों जगह एक जैसे उपभोक्ता अधिकार हैं? जवाब- हां, ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही तरीकों से की गई खरीदारी में उपभोक्ता को एक जैसे कानूनी अधिकार प्राप्त हैं। कंज्यूमर प्रोटेक्शन एक्ट, 2019 में ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स को भी स्पष्ट रूप से शामिल किया गया है। कंपनियों को पारदर्शिता, क्वालिटी, सुरक्षित लेन-देन और रिटर्न पॉलिसी से जुड़े नियमों का पालन करना होता है। ----------------- ये खबर भी पढ़ें... क्विक-कॉमर्स का खेल; ₹57 का सामान ₹200 में आ रहा: जेप्टो-ब्लिंकिट जैसी क्विक डिलीवरी कंपनियां बारिश और छोटे ऑर्डर के नाम पर चार्ज ले रहीं मिनटों में किराना पहुंचाने वाली क्विक कॉमर्स कंपनियां चुपचाप ग्राहकों पर अतिरिक्त बोझ डाल रही हैं। इसके लिए डिलीवरी के अलावा हैंडलिंग चार्ज, मेंबरशिप फीस, रेन फीस, प्रोसेसिंग फीस, प्लेटफॉर्म फीस और व्यस्त समय में सर्ज चार्ज भी वसूले जा रहे हैं। यह सब स्टैंडर्ड डिलीवरी और प्लेटफॉर्म चार्ज से अलग है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...
सिर्फ 30 मिनट में अमेरिका से भारत का सफर! क्या होगा अगर धरती के आर-पार खोदी जाए सुरंग?
Tunnel Across Earth: सोचिए कैसा होगा अगर कुछ ही मिनटों में भारत से अमेरिका तक का सफर किया जा सके. अगर हम धरती के दूसरे छोर तक पहुंचने के लिए सुरंग खोदते हैं तो हमें धरती के Diameter जितनी दूरी को तय करना होगा.
धरती से टकराने से बाल-बाल बचा एस्टेरॉयड, अंटार्कटिका के बस 300 किमी ऊपर से गुजरा 'स्पेस बुलेट'
Asteroid Near Earth: अंटार्किटिका की बर्फीली सतह के बहुत पास से एक एस्टेरॉयड गुजरा जो महज 300 किमी की ऊंचाई पर उड़ रहा था.
अंतरिक्ष में 'दुष्ट ग्रह' का कोहराम...रिकॉर्ड गति से निगल रहा है हर चीज, बृहस्पति से 10 गुना भारी!
Asteroids Near Earth: एक क्षुद्रग्रह छोटा तारा या चट्टान धरती के बहुत पास से गुजरा. यह हमारे उपग्रहों और अंतरिक्ष स्टेशन से भी नीचे उड़ रहा था.
महिंद्रा एंड महिंद्रा ने आज (3 अक्टूबर) भारतीय बाजार में अपनी पॉपुलर SUV थार का फेसलिफ्ट मॉडल लॉन्च कर दिया है। कंपनी ने SUV के लुक और डिजाइन में कोई बड़ा बदलाव नहीं किया है, बल्कि कुछ कॉस्मेटिक अपडेट्स के साथ पेश किया है। हालांकि, फीचर लिस्ट लंबी हो गई है और केबिन में कई अपग्रेड्स हैं, जिसमें नया टच स्क्रीन और स्टीयरिंग व्हील शामिल है। इसके अलावा सेफ्टी के लिए टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम जैसे फीचर्स दिए गए हैं। वहीं सॉफ्ट-टॉप को हटा दिया गया है। कुल मिलाकर महिंद्रा ने इस एसयूवी के इंटीरियर डिजाइन को बेहतर करने की भी कोशिश की है। इसमें पहले की तरह टर्बो पेट्रोल और डीजल इंजन के साथ रियर-व्हील और ऑल-व्हील ड्राइव ऑप्शन दिए गए हैं। बेस मॉडल 32 हजार रुपए सस्ता हुआ महिंद्रा थार के वैरिएंट लाइनअप का नाम AX ऑप्शनल और LX से बदलकर AXT और LXT रख दिया है। कार की कीमत बेस मॉडल (1.5-लीटर डीजल RWD MT) से 9.99 लाख रुपए में शुरू होती है, जो टॉप मॉडल (2.2-लीटर डीजल 4x4 AT) में 16.99 लाख रुपए तक जाती है। पुराने मॉडल की शुरुआती कीमत 10.32 लाख थी, यानी नई थार का बेस मॉडल 32,000 रुपए सस्ता है, लेकिन टॉप मॉडल थार LXT 4WD AT की कीमत 16.99 लाख है, जो पुराने मॉडल के 16.61 लाख से 38,000 रुपए ज्यादा है। SUV की ऑनलाइन और महिंद्रा डीलरशिप पर ऑफलाइन बुकिंग शुरू कर दी गई है। डिलीवरी जल्द शुरू होने की उम्मीद है। महिंद्रा थार का मुकाबला फोर्स गुरखा 3-डोर और मारुती जिम्नी से है। यह गाड़ी हुंडई क्रेटा, टोयोटा हाइराइडर, मारुति विक्टोरिस/ग्रैंड विटारा, फोक्सवैगन टाइगन और स्कोडा कुशाक जैसी कॉम्पेक्ट SUV के मुकाबले अच्छा ऑफ-रोड ऑप्शन है।
टेक कंपनी गूगल ने अपने 100 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। CNBC की रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी ने मुख्य रूप से डिजाइन से जुड़े रोल्स में कटौती की है। गूगल अब जेनरेटिव एआई को अपने सर्च रिजल्ट्स में तेजी से जोड़ रहा है, इससे पुराने यूजर इंटरफेस और एक्सपीरियंस डिजाइन से जुड़े रोल्स में कई बदलाव हुए हैं। कंपनी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर करने और डिजाइन प्रोसेस को ऑटोमेट करने के लिए ये छटनी की हैं। यह कदम गूगल की रिस्ट्रक्चरिंग पॉलिसी का हिस्सा है। कंपनी का मानना है कि AI के आने के बाद नए स्किल सेट की जरूरत है, जिसके कारण पुराने रोल्स को खत्म किया जा रहा है। सुंदर पिचाई का 'एआई-फर्स्ट' विजन गूगल के सीईओ (CEO) सुंदर पिचाई ने पहले ही संकेत दे दिया था कि कंपनी एआई को प्राथमिकता देते हुए बड़े बदलाव करेगी। यह छंटनी उसी 'एआई-फर्स्ट' रणनीति का हिस्सा है। पिचाई ने हाल ही में कंपनी के भीतर कार्यक्षमता बढ़ाने और गैर जरूरी खर्चों को कम करने की बात कही थी। उनका जोर इस बात पर है कि गूगल अब कोर एआई प्रोडक्ट्स और सर्विस पर फोकस करे, जो भविष्य में कंपनी की ग्रोथ को तेज करेंगे। जनवरी 2022 में गूगल ने 12,000 नौकरियों में कटौती की थी पिछले दो सालों में गूगल ने एफिशिएंसी बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं। इससे पहले सितंबर 2022 में पिचाई ने कहा था कि वे चाहते हैं कि गूगल 20% ज्यादा एफिशिएंट बने। इसके बाद जनवरी 2022 में गूगल ने 12,000 नौकरियों में कटौती की थी। गूगल ने अब फिर से छंटनी का कदम अपने OpenAI जैसे AI कॉम्पिटिटर्स की वजह से उठाया है, जो नए प्रोडक्ट्स ला रहे हैं। यह प्रोडक्ट्स गूगल के सर्च बिजनेस को प्रभावित कर सकते हैं। मई 2024 में गूगल ने कोर टीम से 200 नौकरियों में कटौती की थी इसके अलावा बुधवार की मीटिंग में पिचाई ने 'गूगलीनेस' शब्द का मतलब बताते हुए कहा था कि मॉडर्न गूगल को अपडेट करने के लिए कर्मचारियों की आवश्यकता होती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मई 2024 में रिस्ट्रक्चरिंग प्रोसेस के लिए लागत में कटौती के एक हिस्से के रूप में गूगल ने अपनी कोर टीम से 200 नौकरियों में कटौती की थी। इसके अलावा कुछ जॉब्स को विदेशों में ट्रांसफर कर दिया गया था।
दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी इलॉन मस्क ने कैंसिल नेटफ्लिक्स मुहिम में शामिल होते हुए OTT प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स का सब्सक्रिप्शन कैंसिल कर दिया है। इसके साथ ही उन्होंने पैरेंट्स से अपील की है कि वे अपने बच्चों हेल्थ के लिए प्लेटफॉर्म का सब्सक्रिप्शन कैंसिल करें। दरअसल कैंसिल नेटफ्लिक्स मुहिम उसकी एनिमेटेड सीरीज 'डेड एंड: पैरानोर्मल पार्क' के आने के बाद शुरू हुई है। लोगों ने इस शो को प्रो-ट्रांसजेंडर और वोक एजेंडा को बढ़ावा देने वाला बताया है। इसके अलावा शो के क्रिएटर हैमिश स्टील भी विवादों में हैं। स्टील ने पिछले महीने राइट-विंग एक्टिविस्ट चार्ली कर्क की हत्या का मजाक उड़ाया था। चार्ली कर्क राष्ट्रपति ट्रंप के समर्थक थे और उनकी मस्क से भी काफी अच्छा दोस्ती थी। 10 सितंबर को यूटा में हुए एक इवेंट के दौरान कर्क की गोली मारकर हत्या हुई थी। इस मामले के बाद इस मुहीम में और तेजी आई। मस्क ने भी मुहीम से जुड़कर लोगों से नेटफ्लिक्स का सब्सक्रिप्शन कैंसिल करने की अपील की है। मस्क ने एक X यूजर के पोस्ट को रीट्वीट किया, जिसमें यूजर ने नेटफ्लिक्स कैंसिल करने का स्क्रीनशॉट शेयर किया और कहा, 'ये लोग चार्ली कर्क की मौत का जश्न मना रहे हैं और बच्चों पर ट्रांस कंटेंट थोप रहे हैं।' मस्क ने Same लिखा, यानी उन्होंने भी कैंसल कर दिया। कर्क को नाजी बताने पर लोगों ने बॉयकॉट शुरू हुआ स्टील का शो पहले से ही ट्रांसजेंडर थीम्स दिखाने के लिए विवाद में था, लेकिन जब उनके एक पोस्ट के स्क्रीनशॉट वायरल हुए, जिसमें उन्होंने अपशब्द कहे और चार्ली कर्क को 'नाजी' बताया, तो आलोचना और तेज हो गई।इसके बाद से X पर नेटफ्लिक्स को बॉयकॉट करने का ट्रेंड वायरल है, यूजर्स कैंसलेशन के स्क्रीनशॉट शेयर कर रहे हैं। मस्क ने भी लिब्स ऑफ टिकटॉक नाम के अकाउंट के पोस्ट को रीट्वीट करते हुए नेटफ्लिक्स को निशाना बनाया। पोस्ट में दावा किया गया कि हैमिश स्टील ने चार्ली किर्क की मौत पर टिप्पणी करते हुए उन्हें रैंडम नाजी कहा था। मस्क ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कैंसिल नेटफ्लिक्स। हैमिश स्टील के कमेंट्स और शो का कंटेंट 'डेड एंड: पैरानॉर्मल पार्क' एक एनिमेटेड सीरीज है, जिसे 7 साल से ज्यादा उम्र के बच्चों के लिए बनाया गया है। यह ट्रांसजेंडर थीम पर बेस्ड है। कुछ लोग इसे बच्चों के लिए अनफिट मान रहे हैं। इनका कहना है कि ये 'ट्रांसजेंडर एजेंडा' को बढ़ावा दे रही है। सितंबर में हुआ था हंगामा यह पहली बार नहीं है जब नेटफ्लिक्स को इस तरह के बहिष्कार का सामना करना पड़ रहा है। पिछले महीने सितंबर में भी कंपनी को बड़ा झटका लगा था, जब सह-संस्थापक रीड हेस्टिंग्स ने कैलिफोर्निया के गवर्नर गैविन न्यूसोम के रीडिस्ट्रिक्टिंग प्रयासों का समर्थन करने वाले एक अभियान को 20 लाख डॉलर का दान दिया था। इस दान के बाद एक्स पर MAGA (मेक अमेरिका ग्रेट अगेन) आंदोलन से जुड़े उपयोगकर्ताओं ने नेटफ्लिक्स की सदस्यता छोड़ने की सार्वजनिक शपथ ली थी, जिसके बाद 'कैंसिल नेटफ्लिक्स' ट्रेंड शुरू हो गया था। यह विवाद नेटफ्लिक्स के लिए लगातार मुश्किल पैदा कर रहा है।
कोरियन टेक कंपनी सैमसंग ने भारतीय बाजार में नया बजट स्मार्टफोन गैलेक्सी F07 लॉन्च कर दिया है। फोन को 6 साल यानी 2031 तक के एंड्राइड अपडेट के साथ उतारा गया है। फोन 50 मेगापिक्सल का प्राइमरी कैमरा और HD+ LCD डिस्प्ले से लैस है। सैमसंग गैलेक्सी F07 को 4GB रैम के साथ 64GB स्टोरेज के सिंगल वैरिएंट में लॉन्च किया गया है। इसकी कीमत 7,699 रुपए रखी गई है। ई-कॉमर्स साइट्स पर फोन 6,999 रुपए में अवेलेबल है। फोन रेडमी A5, रियलमी C63 और इन्फिनिक्स स्मार्ट 10 जैसे बजट मोबाइल्स को टक्कर देगा। डिजाइन: 7.6mm पतले फोन का वजन 184 ग्राम सैमसंग गैलेक्सी F07 को सिंगल वाइब्रेंट ग्रीन कलर में उतारा गया है, जो काफी वाइब्रेंट और नेचुरल लुक देता है। ये 167.4mm लंबा, 77.4mm चौड़ा और सिर्फ 7.6mm पतला है। फोन का वजन 184 ग्राम है। जेब में रखने या हाथ में पकड़ने पर ये कंफर्टेबल फील देता है। कोर्नर्स गोल हैं और बैक पैनल पर कैमरा मॉड्यूल ऊपर की तरफ दिया गया है। फ्रंट में बेजल्स बजट फोन के हिसाब से पतले हैं। फोन IP54 रेटिंग के साथ आया है। यानी धूल और बारिश में भीगने पर फोन सेफ रहेगा। सैमसंग गैलेक्सी F07: स्पेसिफिकेशंसडिस्प्ले: सैमसंग के इस बजट फोन में 6.7 इंच का HD+ LCD डिस्प्ले दिया गया है, जो 1600720 पिक्सल रिजॉल्यूशन सपोर्ट करता है। इसकी पीक ब्राइटनेस 90Hz है। परफॉर्मेंस: फोन में ऑक्टा-कोर मीडियाटेक हीलियो G99 प्रोसेसर दिया गया है, जिसकी स्पीड 2.2GHz + 2.0GHz है। यह रोजमर्रा के काम, सोशल मीडिया और हल्की-फुल्की गेमिंग के लिए ठीक है। इसमें 4GB रैम और 64GB इंटरनल स्टोरेज मिलता है, जिसे माइक्रो SD कार्ड से 2TB तक बढ़ाया भी जा सकता है। फोन एंड्रॉएड 15 ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करता है। इसके साथ 2031 तक OS और सिक्योरिटी अपडेट मिलेगा। कैमरा: सैमसंग गैलेक्सी F07 में बैक पैनल पर डुअल कैमरा सेटअप दिया गया है, जिसमें 50MP प्राइमरी सेंसर और 2MP सेकेंडरी कैमरा शामिल है। इसमें ऑटोफोकस और LED फ्लैश भी दिया गया है। वहीं, सेल्फी और वीडियोग्राफी के लिए फ्रंट में 8MP का सेल्फी कैमरा मिलता है। यह फोन 30fps पर फुल HD वीडियो रिकॉर्डिंग और 120fps पर स्लो-मोशन वीडियो रिकॉर्ड कर सकता है। बैटरी: फोन में पावर बैकअप के लिए इसमें 5000mAh बैटरी दी गई है, जिसके लिए लंबे समय तक चलने का दावा किया गया है।
चैटGPT बनाने वाली कंपनी ओपन AI इलॉन मस्क की स्पेस-X को पीछे छोड़कर दुनिया की सबसे बड़ी स्टार्टअप बन गई है। क्योंकि एक डील में कंपनी की वैल्यूएशन 500 बिलियन डॉलर (44.3 लाख करोड़ रुपए) से ज्यादा आंकी गई, जो स्पेस-x से ज्यादा है। स्पेसएक्स की वैल्यू 400 बिलियन डॉलर है। ओपनAI के मौजूदा और पुराने कर्मचारियों ने थ्राइव कैपिटल, सॉफ्टबैंक ग्रुप, ड्रैगनीर इनवेस्टमेंट ग्रुप, अबू धाबी की MGX और T. रो प्राइस जैसे निवेशकों को करीब 6.6 बिलियन डॉलर के शेयर्स इसी वैल्यूएशन पर बेचे। इस साल की शुरुआत में सॉफ्टबैंक की अगुआई में कंपनी ने एक फंड रेज किया था, जिसमें ओपनAI की वैल्यू 300 बिलियन डॉलर थी। एआई टेक्नोलॉजी में निवेश की होड़ और डेटा सेंटर व एआई सर्विसेज की मांग इस तेजी का कारण है। ओपनAI की वैल्यू बढ़ने के तीन कारण: नॉन-प्रॉफिट से फॉर-प्रॉफिट कंपनी बनने की तैयारी ओपन AI माइक्रोसॉफ्ट के साथ मिलकर नॉन-प्रॉफिट से फॉर-प्रॉफिट कंपनी बनने की योजना बना रही है, जिसमें नई पब्लिक बेनीफिट कॉरपोरेशन बनेगी। हालांकि, ओपन AI को गूगल, एन्थ्रोपिक जैसे कॉम्पिटिटर्स और एआई टैलेंट के लिए मेटा जैसी कंपनियों से कड़ी टक्कर मिल रही है। आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस हासिल करना अगला कदम 7 अगस्त को चैटGPT 5 के लॉन्च पर सैम ऑल्टमैन ने कहा था कि OpenAI का लंबे समय का लक्ष्य आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस (AGI) हासिल करना है, यानी ऐसा AI जो इंसानों की तरह हर तरह के काम कर सके। लेकिन इसके साथ ही उन्होंने ये भी माना कि अगर AGI को सही ढंग से मैनेज नहीं किया गया, तो ये खतरनाक हो सकता है। सैम ने कहा, 'हमें नहीं पता कि ये तकनीक हमें कहां ले जाएगी। ये शानदार हो सकती है, लेकिन इसके रिस्क भी उतने ही बड़े हैं।' --------------------------- ये खबर भी पढ़ें... 1. ChatGPT-5 पर ऑल्टमैन बोले- हमने क्या बना दिया: परमाणु बम बनाने वाले मैनहट्टन प्रोजेक्ट से तुलना की; अगले महीने भारत आएंगे चैटजीपीटी जैसे बॉट बनाने वाली कंपनी OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन ने अपनी कंपनी के नए AI मॉडल ChatGPT-5 की तुलना मैनहट्टन प्रोजेक्ट से की है। इस प्रोजेक्ट में सेकेंड वर्ल्ड वॉर के दौरान दुनिया का पहला परमाणु बम बनाया गया था। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें... 2. मस्क 500 बिलियन डॉलर संपत्ति वाले दुनिया के पहले बिजनेसमैन: 10 साल में नेटवर्थ 34 गुना बढ़ी; टेस्ला का शेयर कल 3.31% चढ़ा था टेस्ला के मालिक इलॉन मस्क 500 बिलियन डॉलर की संपत्ति का आंकड़ा छूने वाले दुनिया के पहले व्यक्ति बन गए हैं। फोर्ब्स रियल टाइम बिलियनेयर्स लिस्ट के अनुसार बुधवार (1 अक्टूबर) को जब अमेरिकी मार्केट बंद हुआ, तब इलॉन मस्क की नेटवर्थ 500 बिलियन डॉलर (44.33 लाख करोड़ रुपए) पर पहुंच गई थी। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...
चाइनीज टेक कंपनी रियलमी गेमिंग के शोकीनों के लिए रियलमी 15 प्रो का गेम ऑफ थ्रॉन्स एडिशन लॉन्च करने जा रही है। फोन में नए डिजाइन एलिमेंट्स के साथ 50 मेगापिक्सल सेल्फी कैमरा और 7000mAh की बैटरी मिलेगी। कंपनी ने कंफर्म किया है कि फोन को 8 अक्टूबर 2025 को नॉर्दर्न आयरलैंड, UK में पेश किया जाएगा। लॉन्च इवेंट गेम ऑफ थ्रॉन्स स्टूडियो में भारतीय समय अनुसार दोपहर 2:30 बजे होगा, जो असल में सीरीज की शूटिंग लोकेशन है। ब्लैक और गोल्ड कलर स्कीम के साथ आएगा फोन फोन को खास तौर पर “ऑन योर रियल पॉवर” थीम पर डिजाइन किया गया है। इसका लुक ब्लैक और गोल्ड कलर स्कीम पर है। बैक पैनल पर ड्रैगन के नैनो-एन्ग्रेव्ड डिजाइन दिए गया है। इसकी सबसे अनोखी खासियत इसका हीट-सेंसिटिव बैक पैनल है, जो गर्म होने पर ब्लैक से रेड रंग में बदल जाता है। कंपनी ने इस फीचर को “ड्रैगनफायर” नाम दिया है। यूजर एक्सपीरियंस को खास बनाने के लिए फोन में सॉफ्टवेयर और पैकेजिंग में भी बदलाव होंगे। फोन में हाउस स्टार्क और हाउस टारगेरियन से इन्सपायर्ड कस्टम UI थीम्स दिए जाएंगे। लिमिटेड एडिशन पैकेज में एक गिफ्ट बॉक्स मिल सकता है। जिसमें वेस्टरॉस का मिनी मॉडल, आयरन थ्रोन जैसी डिजाइन वाला फोन स्टैंड और हाउस के कलेक्टिबल कार्ड्स शामिल हो सकते हैं। रियलमी 15 प्रो गेम ऑफ थ्रॉन्स एडिशन: स्पेसिफिकेशंस स्पेसिफिकेशंस की बात करें तो उम्मीद है कि गेम ऑफ थ्रॉन्स एडिशन में स्टैंडर्ड मॉडल वाले स्पेक्स ही मिलेंगे... डिस्प्ले: फोन में 12802800 पिक्सल रिजॉल्यूशन वाली 6.8 इंच की एमोलेड फ्लेक्सिबल 4D कर्व प्लस स्क्रीन मिलेगी। ये स्क्रीन 240Hz टच सैंपलिंग रेट और 144Hz तक रिफ्रेश रेट सपोर्ट के साथ आएगी और इसकी पीक ब्राइटनेस 1800निट्स होगी। प्रोसेसर और OS: परफॉर्मेंस के लिए फोन में क्वालकॉम का स्नैपड्रैगन 7 जेन 4 चिपसेट मिलेगा। इसके साथ 12GB LPDDR4X रैम मिलेगी, जिसे वर्चुअल रैम तकनीक की मदद से 26GB तक बढ़ाया जा सकेगा। इसमें 512GB तक UFS 3.1 इंटरनल स्टोरेज दिया जा सकता है। फोन में एंड्रॉएड 15 पर बेस्ड कलरOS 15 ऑपरेटिंग सिस्टम मिलेगा। बैटरी और चार्जिंग: मोबाइल में लंबे बैकअप के लिए 7000mAh की बड़ी बैटरी मिलेगी। इसे चार्ज करने के लिए 80W का सूपरवूक फास्ट चार्जिंग सपोर्ट मिलेगा। कैमरा: रियलमी 15 प्रो में बैक पैनल पर 50 मेगापिक्सल का रियर प्राइमरी कैमरा सोनी IMX896 के साथ OIS सपोर्ट के साथ आएगा है। इसके अलावा 8MP का अल्ट्रा-वाइड-एंगल लेंस मिलेगा। वहीं, सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए प्रो मॉडल में 50MP का OV50D सेंसर मिलेगा। फ्रंट और रियर दोनों कैमरे से 60fps पर 4K वीडियो रिकॉर्डिंग कर सकेंगे।
सितंबर महीना भारत में कार कंपनियों के लिए काफी खास रहा। GST की घटी हुई दरें लागू होने, नवरात्रि और आगामी दशहरा-दिवाली जैसे त्योहारों को देखते हुए डीलर्स ने फैक्ट्री से ज्यादा कारें मंगवाई, क्योंकि बुकिंग तेजी से बढ़ी है। इसके चलते घरेलू बाजार में कार कंपनियों की थोक बिक्री (डीलर्स को सप्लाई) 45% तक बढ़ गई। थोक बिक्री बढ़ने के मामले में टाटा मोटर्स सबसे आगे रही। उसने हुंडई और महिंद्रा को पीछे छोड़ दूसरी सबसे ज्यादा कार बेचने वाली कंपनी का खिताब अपने नाम किया। टाटा ने 60,900 से ज्यादा गाड़ी बेचने का नया रिकॉर्ड बनायाकंपनी ने पेट्रोल-डीजल और EV सहित 59,667 कारें डीलर्स को सप्लाई कीं। ये संख्या बीते साल से 45% ज्यादा है। एक्सपोर्ट मिलाकर एक महीने में 60,900 से ज्यादा गाड़ी बेचने का नया रिकॉर्ड बनाया। ये सितंबर 2024 से 47% ज्यादा और अब तक की सबसे अधिक मासिक बिक्री है। इसके अलावा कंपनी ने बीते साल से करीब दोगुनी (96%) 9,191 EV बेचकर मंथली EV सेल्स का नया रिकॉर्ड भी बनाया। नेक्सॉन की सबसे ज्यादा 22,500 यूनिट बिकींटाटा नेक्सन कंपनी की सबसे ज्यादा बिकने कार थी, जिसकी अकेले 22,500 से अधिक यूनिट बिकी। यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि नेक्सन कार की बिक्री में आईसीई और ईवी दोनों मॉडल की सेल्स शामिल है। टाटा की CNG कारों की बिक्री 105% बढ़ीटाटा ने अपनी CNG कार की बिक्री में भी सालाना आधार पर 105% की वृद्धि दर्ज की है। सीएनजी मॉडल में टाटा टियागो सीएनजी, टाटा टिगोर CNG, टाटा पंच CNG, टाटा अल्ट्रोज CNG और टाटा नेक्सन CNG शामिल है। महिंद्रा की थोक बिक्री 10% बढ़ीबीते माह महिंद्रा एंड महिंद्रा की थोक बिक्री 10% बढ़कर 56,233 कारें हो गईं। JSW MG मोटर इंडिया ने 6728 कारें बेचीं। ये सितंबर 2024 में बेची गई 5,021 कारों की तुलना में 34% की बढ़ोतरी है। मारुति सुजुकी की होलसेल बिक्री 8% घटीसितंबर माह में जहां अधिकतर वाहन निर्माताओं की थोक बिक्री बढ़ी वहीं देश की सबसे बड़ी कार निर्माता मारुति सुजुकी की घरेलू बिक्री सालाना आधार पर 8% घट गई। इस गिरावट के पीछे सबसे बड़ी वजह आल्टो और एसप्रेसो जैसी मिनी सेगमेंट की बिक्री में 30% से ज्यादा कमी आना है। शुरुआती धीमी रफ्तार के बाद नवरात्रि से मिला बूस्टहालांकि GST कटौती की घोषणाओं के बाद नई कीमतें लागू होने से पहले कारों की बिक्री धीमी रही, लेकिन 22 सितंबर के बाद नवरात्रि के 9 दिन में बिक्री तेजी से बढ़ी। कार निर्माताओं का कहना है कि GST कटौती और नवरात्रि के शुरुआती दिनों का फायदा हुआ है। महिंद्रा के ऑटोमोटिव डिवीजन के CEO नलिनीकांत गोलागुंटा के मुताबिक, ‘GST 2.0 से मिली तेजी और दबी हुई मांग के कारण नवरात्रि के पहले 9 दिन की रिटेल बिक्री बीते साल से 60% ज्यादा रही।’ टोयोटा किर्लोस्कर के सेल्स-सर्विस-यूज्ड कार बिजनेस के वीपी, वरिंदर वाधवा ने कहा, ‘ऐतिहासिक GST सुधारों और त्योहारी सीजन की शुरुआत से बाजार में उत्साह दिखा।’
फेस्टिव सीजन में नई कार खरीदने के लिए अच्छा माना जाता है, क्योंकि इस दौरान ऑटो कंपनियां डिस्काउंट देती हैं। सितंबर महीने में भारतीय कार बाजार में 4 नए मॉडल लॉन्च हुए थे। आज से शुरू हुए अक्टूबर महीने में 4 कारों के लॉन्च होने की उम्मीद है। हमने यहां इन कारों की लिस्ट तैयार की है, चलिए जानते हैं अक्टूबर 2025 में कौन सी गाड़ियां लॉन्च हो सकती हैं... महिंद्रा थार फेसलिफ्ट, कीमत: ₹11 लाख लोकप्रिय महिंद्रा थार 3-डोर ऑफ-रोडिंग कार को जल्द ही अपडेट मिलने वाला है। 2025 थार फेसलिफ्ट कुछ डीलरशिप्स पर पहुंच गई है, जिसमें अंदर-बाहर कॉस्मेटिक और फीचर अपग्रेड हैं। इसमें नई ग्रिल और दो नए कलर ऑप्शंस आएंगे। केबिन में स्कॉर्पियो एन और थार रॉक्स स्टाइल का नया स्टीयरिंग व्हील और नई इंफोटेनमेंट यूनिट होगी। उम्मीद है कि इंजन, गियरबॉक्स और ड्राइव ऑप्शंस वही रहेंगे जो पुराने थार में हैं। महिंद्रा बोलेरो फेसलिफ्ट, कीमत: ₹8.79 लाख महिंद्रा बोलेरो को जल्द अपडेट मिलने वाला है। कंपनी ने अभी तक कुछ नहीं बताया, लेकिन उम्मीद है कि इस दमदार SUV के अंदर-बाहर कुछ स्टाइलिश बदलाव होंगे। ग्राहकों को लुभाने के लिए नए फीचर भी जोड़े जा सकते हैं। हालांकि, इंजन और गियरबॉक्स में बदलाव की उम्मीद नहीं है। महिंद्रा बोलेरो नियो फेसलिफ्ट, कीमत: ₹8.92 लाख महिंद्रा अपनी प्रीमियम बोलेरो नियो को अपग्रेड करने की तैयारी में है, क्योंकि इसे कई बार टेस्टिंग के दौरान देखा जा चुका है। इसमें नई ग्रिल, नया बंपर और नई सीट कवर जैसी चीजें आ सकती हैं। प्रीमियम फील बढ़ाने के लिए कुछ नए फीचर भी जोड़े जा सकते हैं। उम्मीद है कि इंजन, गियरबॉक्स और ड्राइव ऑप्शंस में कोई बदलाव नहीं होगा। स्कोडा ऑक्टाविया RS, कीमत: ₹45 लाख स्कोडा ऑक्टाविया अब भारत में स्पोर्टी वर्जन ऑक्टाविया RS के तौर पर वापस आ रही है। स्कोडा इसे भारत में इंपोर्ट करके बेचेगी और सिर्फ 100 यूनिट ही लाएगी। बुकिंग अक्टूबर 2025 के पहले हफ्ते से शुरू होगी और कीमत 17 अक्टूबर को बताई जाएंगी। इस सेडान में स्पोर्टी लुक के लिए कॉस्मेटिक बदलाव होंगे। केबिन में ऑल-ब्लैक थीम के साथ रेड हाइलाइट्स मिलेंगे। इसमें 265PS की पावर वाला 2-लीटर टर्बो-पेट्रोल इंजन और 7-स्पीड DCT गियरबॉक्स मिलेगा।
इलेक्ट्रिक गाड़ियां जल्द ही पेट्रोल और डीजल गाड़ियों की तरह आवाज करते हुए नजर आएंगी। कंपनियों को इलेक्ट्रिक गाड़ियों में अकॉस्टिक व्हीकल अलर्टिंग सिस्टम अनिवार्य रूप देना होगा। इस संबंध में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने कंपनियों को नोटिफिकेशन जारी किया है। इस सिस्टम से गाड़ी कम स्पीड पर पहुंचने पर नॉर्मल (पेट्रोल-डीजल) गाड़ियों की तरह आवाज करती है। इससे सड़क या फुटपाथ पर पैदल चल रहे लोगों को गाड़ी के आने का अलर्ट मिलता है। नई EVs के लिए ये नियम 1 अक्टूबर 2026 से लागू होगा, जबकि मौजूदा मॉडल्स के लिए 2027 तक का समय मिलेगा। आर्टिफीशियल साउंड साउंड जनरेट कर अलर्ट करेगा सिस्टम ये सिस्टम गाड़ी के 20kmph से कम स्पीड पर पहुंचते ही एक आर्टिफीशियल साउंड (जैसे- हल्की 'बीप' या EV स्पेसिफिक साउंड) जनरेट करेगा। इससे सड़क पर चल रहे लोगों (पैदल, साइकिल, स्कूटर सवार) को दूर से ही EV के आने का अलर्ट मिलेगा। हाई स्पीड पर ये सिस्टम ऑटोमैटिक बंद हो जाता है। सिस्टम स्पीकर या चेसिस से जुड़ा होगा और वॉल्यूम स्टैंडर्ड होगा ताकि ज्यादा शोर न हो। कुछ EVs में ये साउंड कस्टमाइजेबल भी होगा, लेकिन बेसिक फंक्शन अनिवार्य रहेगा। अमेरिका, जापान और यूरोप जैसे देशों में ये पहले से नियम है। सेफ्टी एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह बदलाव एक्सिडेंट रोक सकता है, खासकर शहरों में जहां पैदल यात्री ज्यादा होते हैं। इलेक्ट्रिक गाड़ियों से एक्सीडेंट होने की चांसेस 50% ज्यादा देश में इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बिक्री तो तेजी से बढ़ रही है, लेकिन इनका साइलेंट होना समस्या भी बन रहा है। पैदल यात्री या साइकिल सवारों को इनकी आवाज ही सुनाई नहीं देती, जिससे दुर्घटना का खतरा बढ़ जाता है। एक स्टडी के मुताबिक, EVs में पैदल यात्रियों के लिए दुर्घटना का खतरा पेट्रोल-डीजल गाड़ियों से 20% ज्यादा है। कम स्पीड पर ये खतरा 50% तक पहुंच जाता है! इलेक्ट्रिक गाड़ियां इंजन न होने से आवाज नहीं करतीं, खासकर 20kmph से कम स्पीड पर ये एक दम साइलेंट होती हैं। AVAS सेफ्टी फीचर से EV पेट्रोल-डीजल गाड़ियों की तरह आवाज करती हैं। इसलिए सरकार ने AVAS अनिवार्य करने का फैसला लिया है। सरकार के मुताबिक, ये नियम समय-समय पर अपडेट होंगे, ताकि टेक्नोलॉजी के साथ तालमेल बना रहे। मैन्युफैक्चरर्स को अब से तैयारी शुरू करनी होगी, वरना फाइन या बैन का खतरा है।
सिट्रॉएन इंडिया की पॉपुलर SUV एयरक्रॉस भारत में कंपनी की सबसे सेफ कर बन गई है। कार को भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (BNCAP या भारत NCAP) से क्रैश टेस्ट में एडल्ट प्रोटेक्शन कैटेगरी में 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली है, जो कि सभी वैरिएंट्स पर लागू होगी। हालांकि कार चाइल्ड, प्रोटेक्शन के लिए 4 स्टार ही स्कोर कर पाई है। एजेंसी के क्रैश टेस्ट रिजल्ट के अनुसार, सिट्रोएन एयरक्रॉस को एडल्ट के लिए 32 में से 27.05 और चाइल्ड सेफ्टी के लिए 49 में से 40 पॉइंट मिले हैं। ये सिट्रोएन की कंपनी की पहली कार है, जिसे क्रैश टेस्ट में इतने पाइंट्स मिले हों।
कल यानी 1 अक्टूबर से तत्काल टिकट की तरह ही जनरल रिजर्वेशन (सामान्य आरक्षण) टिकट की बुकिंग करते वक्त भी ई-आधार वेरिफिकेशन जरूरी होगा। इंडियन रेलवे ने 14 सितंबर को इसकी घोषणा की थी। रेल मंत्रालय के अनुसार IRCTC वेबसाइट या एप पर जनरल रिजर्वेशन खुलने के पहले 15 मिनट में टिकट बुक करने के लिए आधार वेरिफिकेशन जरूरी होगा। इससे फर्जी आईडी, एजेंट्स की टिकटों की कालाबजारी और बॉट्स की बुकिंग पर लगाम लगेगी। अगर आपका IRCTC अकाउंट पहले से आधार से लिंक है, तो बुकिंग आसान रहेगी। वेटिंग कम होगी, और टिकट्स जल्दी कन्फर्म होंगे। रेलवे के कंप्यूटरीकृत PRS काउंटरों पर जनरल रिजर्वेशन टिकट बुक करने का पुराना शेड्यूल वही रहेगा। साथ ही, रेलवे के अधिकृत टिकटिंग एजेंट्स के लिए पहले दिन टिकट बुकिंग पर 10 मिनट की पाबंदी भी बिना किसी बदलाव के जारी रहेगी। जनरल रिजर्वेशन टिकट बुकिंग के नए नियम 9 सवाल-जवाब में समझें... सवाल 1. जनरल रिजर्वेशन के लिए आधार वेरिफिकेशन नियम क्यों लाए गए? जवाब: कई बार देखा गया कि टिकट बुकिंग शुरू होते ही कुछ ही मिनटों में बिक जाते थे, क्योंकि दलाल और फर्जी एजेंट्स सॉफ्टवेयर या गलत तरीकों से टिकट बुक कर लेते थे। इससे आम यात्रियों को टिकट मिलना मुश्किल हो जाता था। नए नियमों का मकसद यही है कि टिकट बुकिंग का मौका सिर्फ असली यात्रियों को मिले और फर्जीवाड़ा रुके। आधार वेरिफिकेशन से ये सुनिश्चित होगा कि टिकट वही बुक कर रहा है, जिसका आधार नंबर रजिस्टर्ड है। पहले 15 मिनट तक AC और नॉन-AC दोनों क्लास के लिए एजेंट्स को टिकट बुक करने की इजाजत नहीं होगी। सवाल 2. आधार ऑथेंटिकेशन कैसे काम करेगा? जवाब: ये हाल ही में तत्काल टिकट बुकिंग के लिए लाए गए नए नियमों की तरह ही है। इसमें अगर आप IRCTC की वेबसाइट या एप से टिकट बुक कर रहे हैं, तो आपको पहले अपने आधार नंबर को अपने IRCTC अकाउंट से लिंक करना होगा। जब आप टिकट बुक करने जाएंगे, तो आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक OTP आएगा। ये OTP डालने के बाद ही आपकी बुकिंग कन्फर्म होगी। सवाल 3. अगर मेरे पास आधार कार्ड नहीं है, तो क्या मैं टिकट बुक नहीं कर पाऊंगा? जवाब: नए नियमों के मुताबिक, आधार ऑथेंटिकेशन जरूरी है। अगर आपका अकाउंट आधार से लिंक नहीं है, तो शुरुआती 15 मिनट में कन्फर्म टिकट बुक नहीं कर पाएंगे। बिना आधार के टिकट बुक करने का कोई और तरीका रेलवे की ओर से दी गई जानकारी में नहीं बताया गया है। सवाल 4. काउंटर से टिकट बुक करने वालों के लिए क्या बदलाव है? जवाब: अगर आप रेलवे स्टेशन के काउंटर से टिकट बुक करते हैं, तो 1 अक्टूबर 2025 से आपको आधार नंबर देना होगा। काउंटर पर आपका आधार वेरिफिकेशन OTP के जरिए होगा। यानी, आपका मोबाइल नंबर आधार से लिंक होना चाहिए, ताकि OTP आ सके। अगर आप किसी और के लिए टिकट बुक कर रहे हैं, तो भी उस यात्री का आधार नंबर और OTP चाहिए होगा। सवाल 5. अगर मैं किसी एजेंट से टिकट बुक करवाऊं, तो क्या होगा? जवाब: पहले 10 मिनट तक तो एजेंट्स टिकट बुक ही नहीं कर पाएंगे। उसके बाद भी, अगर कोई एजेंट टिकट बुक करता है, तो उसे भी आधार और OTP वेरिफिकेशन करना होगा। सवाल 6. क्या मुझे अपने IRCTC अकाउंट में आधार लिंक करने की जरूरत है? जवाब: हां, अगर आप ऑनलाइन टिकट बुक करना चाहते हैं, तो अपने IRCTC अकाउंट में आधार नंबर लिंक करना जरूरी है। आप IRCTC की वेबसाइट या ऐप पर लॉगिन करके My Profile सेक्शन में जाकर आधार डिटेल्स जोड़ सकते हैं। सुनिश्चित करें कि आपका मोबाइल नंबर आधार से लिंक हो, वरना OTP नहीं आएगा। सवाल 7. अगर मुझे कोई दिक्कत आए, तो क्या करूं? जवाब: अगर आपको टिकट बुक करने में कोई परेशानी हो, जैसे OTP न आए या आधार लिंक न हो, तो आप IRCTC हेल्पलाइन (139) पर कॉल कर सकते हैं। आप चाहें तो नजदीकी रेलवे स्टेशन के टिकट काउंटर पर भी मदद मांग सकते हैं। आधार से जुड़ी दिक्कत हो, तो UIDAI की हेल्पलाइन (1947) पर संपर्क करें। सवाल 8. क्या ये नियम पूरे भारत में लागू होंगे? जवाब: हां, ये नियम पूरे भारत में सभी रेलवे जोन में लागू होंगे, जहां टिकट की सुविधा है। चाहे आप दिल्ली से मुंबई का टिकट बुक करें या कोलकाता से चेन्नई का, आधार ऑथेंटिकेशन हर जगह जरूरी होगा। रेलवे ने इस बदलाव को लागू करने के लिए सेंटर फॉर रेलवे इन्फॉर्मेंशन सिस्टम (CRIS) और IRCTC को जरूरी तकनीकी बदलाव करने के निर्देश दिए गए हैं। सवाल 9: पांच लोगों का टिकस बुक कर रहे हैं, सबका आधार वेरिफिकेशन जरूरी है? जवाब: नहीं, 5 लोगों के लिए टिकट बुक करने के समय सभी यात्रियों का आधार वेरिफिकेशन जरूरी नहीं है। ग्रुप बुकिंग के लिए सामान्य नियम: ------------------------------------------- ये खबर भी पढ़ें... ट्रेन टिकट अपनी आवाज से बुक करें: रेलवे के AI चैट-बोट पर IRCTC पासवर्ड की जरूरत नहीं; इन आसान स्टेप्स को फॉलो करें अब आपको ट्रेन टिकट बुक करने के लिए IRCTC का पासवर्ड याद रखने कि जरूरत नहीं है। सिर्फ मोबाइल पर अपनी आवाज के जरिए आप टिकट बुक या कैंसिल कर सकते हैं। IRCTC का AI-पावर्ड चैट बोट AskDISHA 2.0 आप को हिंदी, इंग्लिश, गुजराती या अन्य भाषाओं में बोलकर अपना टिकट बुक करने की सुविधा देता है। इस खबर में जानिए बिना पासवर्ड के टिकट बुक और कैंसिल करने के आसान टिप्स…. पढ़ें पूरी खबर
चाइनीज टेक कंपनी वीवो बजट सेगमेंट में नया स्मार्टफोन वीवो V60e 5G लॉन्च करने जा रही है। कंपनी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर इसकी जानकारी दी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्मार्टफोन 7 अक्टूबर को लॉन्च होगा। वीवो के एक टीजर के मुताबिक, अपकमिंग स्मार्टफोन में 200 मेगापिक्सल का मेन कैमरा और 50 MP का AI पावर्ड सेल्फी कैमरा मिलेगा। वहीं, कुछ लीक रिपोर्ट के मुताबिक वीवो V60e में तीन स्टोरेज और दो कलर ऑप्शन- इलाइट पर्पल और नोबल गोल्ड मिलेंगे। वहीं, डिस्प्ले में डायमंड शील्ड ग्लास प्रोटेक्शन मिलेगा। भारत में इसकी शुरुआती कीमत ₹28,749 हो सकती है। यहां हम वीवो V60e स्मार्टफोन के अनुमानित फीचर्स और स्पेसिफिकेशन की जानकारी दे रहे हैं... ------------------ कंपनी ने हाल ही में V-सीरीज से V60 लॉन्च किया है। इसके भी स्पेसिफिकेशन देख लीजिए...
चाइनीज टेक कंपनी ओप्पो 16 अक्टूबर को ग्लोबल मार्केट में फ्लैगशिप स्मार्टफोन की नई सीरीज लॉन्च करने जा रही है। इस ओप्पो फाइंड X9 सीरीज में फाइंड X9 और फाइंड X9 प्रो शामिल होंगे। लॉन्च से पहले दोनों मोबाइल के डिजाइन और स्पेक्स लीक हो गए हैं। फोन मीडियाटेक डाइमेंसिटी 9500 चिपसेट, 7025mAh की बड़ी बैटरी और 200 मैगापिक्सल टेलीफोटो लेंस के साथ आएगा। इसके अलावा फोन के डिजाइन सोशल मीडिया पर लीक हो गया है। नए फोन तीन कलर ऑप्शन के साथ आ सकते हैं। अनुमान है कि फाइंड X9 स्मार्टफोन 60 से 70 हजार रुपए और प्रो 80 हजार रुपए से ज्यादा की कीमत में आएगा। ओप्पो की नई सीरीज आईफोन 16 और सैमसंग गैलेक्सी S25 को टक्कर देगी। आइए ओप्पो फाइंड X9 सीरीज कौन-कौन से फीचर्स मिल सकते हैं... डिजाइन और अन्य फीचर्स: स्टाइलिश लुक डिजाइन स्लिम और प्रीमियम होगा। इसमें फ्लैट रियर पैनल, मेटालिक फ्रेम, राइट साइड पर पावर बटन और वॉल्यूम कंट्रोल मिलेंगे। फाइंड X9 की मोटाई सिर्फ 7.99mm और वजन 203g है, जो हल्का फील देगा। फाइंड X9 में वेलवेट टाइटेनियम, फ्रॉस्ट व्हाइट, मिस्ट ब्लैक कलर ऑप्शन मिलेंगे। वहीं, प्रो वैरिएंट में वेलवेट टाइटेनियम और फ्रॉस्ट व्हाइट कलर ऑप्शन मिलेंगे। सिक्योरिटी के लिए अल्ट्रासोनिक फिंगरप्रिंट सेंसर और IP66/IP68/IP69 रेटिंग और वाटर-डस्ट रेसिस्टेंट मिलेगा। ओप्पो फाइंड X9 सीरीज: एक्सपेक्टेड स्पेसिफिकेशंस 200 मेगापिक्सल पेरिस्कोप टेलीफोटो कैमरा फाइंड X9 सीरीज का सबसे बड़ा हाइलाइट कैमरा सिस्टम है। फाइंड X9 में क्वाड-रियर कैमरा सेटअप मिलेगा। इसमें 50 मेगापिक्सल का सोनी LYT808 मेन सेंसर, 50 मेगापिक्सल सैमसंग JN5 अल्ट्रावाइड लेंस, सोनी LYT600 पेरिस्कोप टेलीफोटो लेंस और 2-मेगापिक्सल मल्टी-स्पेक्ट्रल लेंस शामिल है। वहीं, सेल्फी के लिए 32 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा मिलेगा। प्रो मॉडल की बात करें तो फाइंड X9 प्रो में 200 मेगापिक्सल पेरिस्कोप टेलीफोटो कैमरा मिलेगा, जो 70mm फोकल लेंथ के साथ सुपर जूम देगा। दोनों में स्क्वायर कैमरा मॉड्यूल LED फ्लैश के साथ है। 50MP सैमसंग JN5 अल्ट्रावाइड लेंस इंडस्ट्री का पहला वाइड-एंगल लेंस है, जो हार्डवेयर लेवल पर डायनामिक ट्रिपल एक्सपोजर को सपोर्ट कर सकता है। इस सीरीज में कंपनी ने नया अल्ट्रा-क्लास डैनक्सिया कलर रिप्रोडक्शन लेंस लगाया है, जिससे फोटो और वीडियो में आसमान का नीला कलर, स्किन की नैचुरल सॉफ्टनेस और सूर्यास्त की गर्माहट और ज्यादा रियल नजर आएगी। आंखों को सुकून देने वाली 6.59 इंच स्क्रीन फाइंड X9 में 6.59 इंच का ओलेड फ्लैट डिस्प्ले मिलेगा, जो आई प्रोटेक्शन के साथ 1.5K रेजोल्यूशन वाली होगी। ये आंखों को थकान से बचाती है। इसमें 'R-एंगल' कर्व और अल्ट्रा-नैरो बेजल्स हैं, यानी स्क्रीन लगभग पूरे फ्रंट को कवर करती है। प्रो मॉडल की डिस्प्ले डिटेल्स अभी लीक नहीं हुईं। मूवीज या गेमिंग के लिए ये स्क्रीन स्मूथ और ब्राइट रहेगी। ब्रांड का दावा है कि यह स्क्रीन आईफोन से भी बेहतर डिस्प्ले यूनिफॉर्मिटी देगी और 3600nit पीक ब्राइटनेस तक सपोर्ट कर सकेगी। मीडियाटेक डाइमेंसिटी 9500 चिपसेट दोनों फोन्स में मीडियाटेक डाइमेंसिटी 9500 चिपसेट मिलेगा, जो हाई-एंड परफॉर्मेंस देगा। ये चिप गेमिंग, मल्टीटास्किंग और AI फीचर्स को हैंडल करने में माहिर है। सॉफ्टवेयर की बात करें तो एंड्रॉयड 16 पर बेस्ड कलर OS 16 मिलेगा, जो स्मूथ और फीचर-पैक्ड होगा। 7500mAh बैटरी डेढ़ से दो दिन चलेगी फाइंड X9 में 7025mAh की बड़ी बैटरी है, जो 80W वायर्ड फास्ट चार्जिंग और 50W वायरलेस चार्जिंग सपोर्ट करती है। प्रो मॉडल में तो 7500mAh बैटरी मिलेगी। ये बैटरी डेढ़ से दो दिन आसानी से चलेगी और चार्जिंग भी तेज होगी।
ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो ने एप में 'हेल्दी मोड' लॉन्च किया। इस बात की जानकारी जोमैटो के फाउंडर दीपिंदर गोयल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट शेयर कर दी। एप का यह फीचर अभी सिर्फ गुरुग्राम के यूजर्स के लिए लाइव किया गया है। जल्द ही यह फीचर बाकी सिटी में भी लॉन्च किया जाएगा। हर डिश के साथ हेल्दी स्कोर भी दिखेगा दीपिंदर गोयल ने पोस्ट में लिखा, 'कई सालों से जोमैटो के बारे में एक बात मुझे खटकती थी। हमने लोगों के लिए बाहर जाकर खाना और घर पर ऑर्डर करना तो बहुत आसान कर दिया। लेकिन लोगों को सचमुच पौष्टिक और सेहतमंद खाना खाने में कभी मदद नहीं की। हां आप सलाद या स्मूदी बाउल ढूंढ सकते थे। लेकिन अगर आप पौष्टिक या सेहतमंद खाना चाहते थे, तो जोमैटो उसमें ज्यादा मददगार नहीं था। ये बात मुझे खटकती थी। क्योंकि जब हम कहते हैं कि हमारा मिशन है- 'बेटर फूड फॉर मोर पीपल' और इस 'बेटर' का मतलब सिर्फ स्वाद नहीं, बल्कि सेहत भी होना चाहिए। आज हमने इस कमी को ठीक करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। हम जोमैटो पर हेल्दी मोड लॉन्च कर रहे हैं। इस मोड में हर डिश के साथ एक हेल्दी स्कोर होगा- लो से लेकर सूपर तक। ये स्कोर सिर्फ कैलोरी नहीं, बल्कि आपके शरीर के लिए जरूरी चीजों पर बेस्ड होगा। जिसमें प्रोटीन, कॉम्प्लेक्स कार्ब्स, फाइबर और माइक्रोन्यूट्रिएंट्स शामिल हैं। पर्दे के पीछे AI और रेस्टोरेंट का डेटा काम कर रहा है, लेकिन आपको बस साफ-साफ दिखेगा कि कोई डिश हेल्दी क्यों है और उसमें क्या खास है। प्रोफेशनल एथलीट भी इस्तेमाल कर सकेंगे ये कोई आम 'हेल्दी मोड' नहीं है। हमने इसका स्तर इतना ऊंचा रखा है कि प्रोफेशनल एथलीट भी इसे भरोसे के साथ इस्तेमाल कर सकें। ये मेरे लिए बहुत पर्सनल है। मुझे हमेशा ये गिल्ट रहा कि जोमैटो ने आपकी क्रेविंग्स को पूरा करना आसान किया, लेकिन आपके शरीर की जरूरतों को पूरा करना नहीं। हमारी इस गलती को सुधारने में हेल्दी मोड हमारा पहला ठोस कदम है। ये अभी गुरुग्राम में लाइव है और हम जल्दी ही इसे और जगहों पर लाएंगे। इसे आजमाएं, इसकी खामियां निकालें और हमें बताएं कहां कमी रह गई। क्योंकि ये तो बस शुरुआत है और पहली बार मुझे लग रहा है कि हम अपने मिशन 'बेटर फूड फॉर मोर पीपल' को सचमुच पूरा करने की दिशा में बढ़ रहे हैं।' जोमैटो ने मेकमायट्रिप के साथ पार्टनरशिप की हाल ही में फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो ने यूजर्स को ट्रेन में उनकी सीट पर सीधे खाना पहुंचाने के लिए ट्रैवल बुकिंग प्लेटफॉर्म मेकमायट्रिप के साथ पार्टनरशिप की है। 130 से ज्यादा स्टेशनों पर अवेलेबल इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए, मेकमायट्रिप पर टिकट बुक करने वाले यात्री जोमैटो पर लिस्टेड 40,000 से ज्यादा रेस्टोरेंट से ऑर्डर कर सकते हैं। जोमैटो का मुनाफा पहली तिमाही में 90% घटा जोमैटो ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (Q1FY26) में 7,521 करोड़ रुपए की कुल कमाई की है। यह पिछले साल के मुकाबले 69.31% ज्यादा है। पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी ने 4,442 करोड़ रुपए की कमाई की थी। कुल कमाई में से कर्मचारियों की सैलरी और टैक्स जैसे खर्चे निकाल दें तो कंपनी के पास 25 करोड़ रुपए शुद्ध मुनाफे (कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट) के रूप में बचे। सालाना आधार (2025 के अप्रैल-जून) पर यह 90% गिरा है। पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी को 253 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। रेवेन्यू 70% बढ़कर ₹7,167 करोड़ रहा पहली तिमाही (Q1FY25) में जोमैटो ने ऑपरेशन (प्रोडक्ट-सर्विस बेचकर) से 7,167 करोड़ रुपए का राजस्व यानी रेवेन्यू जनरेट किया। पिछले साल के अप्रैल-जून के मुकाबले यह 70.39% बढ़ा है। अप्रैल-जून 2025 में कंपनी ने 4,206 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया था। दीपिंदर ने 2008 में बनाई थी फूडीबे
टेक कंपनी ओप्पो ने भारतीय बाजार में रेनो 14 का दिवाली एडिशन लॉन्च किया है। यह ग्लोशिफ्ट कलर-चेंजिंग टेक्नोलॉजी वाला भारत में पहला स्मार्टफोन है। ओप्पो ने इसे सिंगल वैरिएंट 8GB रैम + 256GB स्टोरेज में उतारा है। इसकी कीमत 39,999 रुपए है, लेकिन फेस्टिव सीजन में इसे 36,999 रुपए में खरीदा जा सकता है। हीट सेसेंटिव ग्लोशिफ्ट कलर-चेंजिंग टेक्नोलॉजी वाला पहला फोन फोन कलर और डिजाइन तकनीक के साथ आता है। इसमें आपको गोल्डन मंडला-स्टाइल आर्टवर्क और बॉटम लेफ्ट कॉर्नर पर गोल्डन मोर की खूबसूरत डिजाइन देखने को मिलेगी। ओप्पो ने इस नए कलर ऑप्शन का नाम दिवाली गोल्ड रखा है। खास बात ये है कि कंपनी ने हीट सेसेंटिव ग्लोशिफ्ट कलर-चेंजिंग टेक्नोलॉजी इस्तेमाल की है, जिससे मोबाइल का बैक पैनल बॉडी के तापमान के हिसाब से कलर बदलता है। ये टेक्नोलॉजी भारत में पहली बार लाई गई है। ये फीचर 6 जटिल प्रोसेस, 3 सुपरइंपोज्ड लेयर्स और 9-लेयर लैमिनेशन टेक्नोलॉजी से तैयार हुआ है। ये कम से कम 10,000 बार कलर बदल सकता है। फोन 7.42mm पतला और इसका वजन 187 ग्राम है। डिस्प्ले के बेजल्स 1.6mm अल्ट्रा-थिन हैं, जो काफी पतले हैं। पीछे कैमरा सेटअप R-शेप्ड में दिया गया है। दो लेंस वर्टिकली और तीसरा कैप्सूल-शेप रिंग में है इसके नीचे ट्रिपल LED फ्लैश है। फोन IP68 और IP69 वाटर-डस्ट रेसिस्टेंस रेटिंग के साथ आता है, यानी इसे धूल, पानी और तेज पानी के प्रेशर से भी सेफ रहेगा। स्पेसिफिकेशंस की बात करें तो यह रेनो 14 के स्टैंडर्ड मॉडल जैसे ही हैं। ओप्पो रेनो 14 दिवाली एडिशन: स्पेसिफिकेशंस डिस्प्ले : ओप्पो रेनो 14 में 6.59-इंच की फ्लैट एमोलेड स्क्रीन दी गई है। इसे 2760 x 1256 पिक्सल के FHD+ रिजॉल्यूशन का सपोर्ट मिलता है। डिस्प्ले 120Hz रिफ्रेश रेट और 1200 निट्स की पीक ब्राइटनेस के साथ आता है, जिससे स्क्रॉलिंग और विजुअल एक्सपीरियंस स्मूथ और ब्राइट हो जाता है। परफॉर्मेंस : ओप्पो रेनो 14 5G फोन में मीडियाटेक का नया डायमेंसिटी 8350 चिपसेट दिया गया है, जो 4nm प्रोसेस पर बना है और 3GHz तक की क्लॉक स्पीड देता है। यह चिपसेट 1.4 मिलियन से ज्यादा AnTuTu स्कोर हासिल कर चुका है, यानी ये मिड-रेंज परफॉर्मेंस के लिए ठीक है। इससे PUBG जैसे गेमिंग और मल्टीटास्किंग आसानी से कर सकते हैं, लेकिन भारी गेम्स में थोड़ा गर्म हो सकता है। स्मार्टफोन LPDDR5X रैम और UFS 3.1 स्टोरेज टेक्नोलॉजी के साथ आता है। इसमें 8GB रैम और 256GB स्टोरेज मिलता है। यह फास्ट डेटा रीड/राइट स्पीड और स्मूद परफॉर्मेंस के लिए बढ़िया है। कुल मिलाकर परफॉर्मेंस रोजमर्रा के लिए ठीक है, लेकिन हाई-एंड यूज (जैसे 4K एडिटिंग) में सीमित है। कैमरा : रेनो 14 में ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप दिया गया है। इसमें 50MP का सोनी प्राइमरी सेंसर OIS (ऑप्टिकल इमेज स्टेबिलाइजेशन) के साथ आता है। इसके साथ 8MP का अल्ट्रा-वाइड सेंसर और 50MP का JN5 पेरिस्कोप टेलीफोटो लेंस भी है, जो 3.5x ऑप्टिकल जूम को सपोर्ट करता है। वहीं, सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए 50MP का कैमरा दिया गया है। दिन की रोशनी में फोटो शार्प और कलरफुल आते हैं, खासकर पोर्ट्रेट मोड में बैकग्राउंड ब्लर ठीक काम करता है। 120X डिजिटल जूम दूर की चीजें कैप्चर करता है, लेकिन डिटेल औसत है। 4K 60FPS वीडियो में AI ऑडियो फोकस शोर कम करता है, पर स्टेबलाइजेशन थोड़ा शेकी हो सकता है। नाइट मोड में डार्क एरिया में नॉइज और डिटेल लॉस होता है, जबकि टेलीफोटो जूम 3.5x से ज्यादा पर क्वालिटी गिरती है। अल्ट्रा-वाइड शॉट्स वाइड कवरेज देते हैं, लेकिन एज पर धुंधलापन दिखता है। सेल्फी ब्राइट लाइट में साफ है, पर कम रोशनी में ओवरएक्सपोजर हो सकता है। कुल मिलाकर, सोशल मीडिया और दिन का यूज के लिए ठीक है, लेकिन प्रो फोटोग्राफी में सीमित है। ऑपरेटिंग सिस्टम : ओप्पो रेनो 14 स्मार्टफोन एंड्रॉएड 15 पर बेस्ड कलरOS 15 पर चलता है। कलरOS का नया वर्जन यूजर्स को क्लीन, स्मूद और कस्टमाइजेबल इंटरफेस देगा। ओप्पो रेनो 14 स्मार्टफोन में कई AI-पावर्ड फोटो एडिटिंग टूल्स दिए गए हैं, जिनमें ऑब्जेक्ट इरेजर, रिकंपोज, बेस्ट फेस, परफेक्ट शॉट, रिफ्लेक्शन रिमूवर और अन्य शामिल हैं। ये टूल्स यूजर्स को फोटो को बेहतर और प्रोफेशनल अंदाज में एडिट करने की सुविधा देते हैं। इसके अलावा, इसमें AI सम्मरी जैसे फीचर दिए गए हैं, जो लंबे टेक्स्ट को शॉर्ट में बदल सकते हैं, जबकि AI राइटर यूजर्स को कंटेंट लिखने में मदद करता है। इसके अलावा, यह स्मार्टफोन गूगल जेमिनी सपोर्ट करता है, जो एक AI वॉइस असिस्टेंट है और यूजर्स को टास्क्स को अधिक कुशलता से पूरा करने में मदद करता है। फोन में AI माइंड स्पेस भी दिया गया है, जो यूजर्स को सेव की गई सामग्री जैसे राइटअप, फोटो, चैट्स और मीटिंग्स को व्यवस्थित रखने की सुविधा देता है। कनेक्टिविटी के मामले में रेनो 14 में AI लिंकबूस्ट 3.0 टेक्नोलॉजी दी गई है, जो नेटवर्क परफॉर्मेंस को रियल-टाइम में मॉनिटर करती है और जरूरत पड़ने पर तेज और अधिक स्थिर कनेक्शन पर स्विच कर सकती है, जिससे बेहतर नेटवर्क अनुभव मिलता है। बैटरी और चार्जिंग: फोन में 6000mAh की बैटरी दी गई है, जो लंबे समय तक बैकअप देती है। इसके साथ 80W फास्ट वायर्ड चार्जिंग का सपोर्ट मिलता है, जिससे फोन को मिनटों में चार्ज किया जा सकता है। इसके साथ ही फोन में 'नेनो आइस क्रिस्टल' हीट सिंक टेक्नोलॉजी दी गई है, जो हीट को सामान्य ग्रेफाइट की तुलना में 3 गुना ज्यादा एब्जॉर्व करती है और फोन को ओवरहीटिंग से बचाती है।
27 साल का हुआ गूगल:स्पेलिंग में गलती के चलते सर्च इंजन का नाम GOOGLE पड़ा, जानिए ऐसे रोचक फैक्ट्स
गूगल आज अपना 27वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रहा है। इस मौके पर उसने एक डूडल लॉन्च किया है। ये डूडल गूगल के 1998 वाले पुराने लोगो जैसा G अक्षर दिखाता है, जो कंपनी की शुरुआत को याद दिलाता है। खास बात ये है कि ये गूगल के पहले डूडल्स से इंस्पायर्ड है- जो 1998 में ही बने थे। गूगल को ज्यादातर यूजर्स सर्च इंजन के नाम से ही जानते हैं, लेकिन ये ऐसी कंपनी है जिसके पास कुल 201 प्रोडक्ट्स और सर्विसेज हैं। इसमें जीमेल, गूगल प्लस, गूगल ड्राइव, गूगल फोटोज, डॉक्स, गूगल मैप्स, यूट्यूब, क्रोम, क्लाउड प्रिंट, प्ले स्टोर, एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम समेत अन्य हैं। गूगल के जन्मदिन के मौके पर उससे जुड़े कुछ रोचक फैक्ट्स के बारे में जानते हैं... 1. गलती से पड़ गया गूगल का नाम गूगल सर्च इंजन के नाम की स्पेलिंग उसके संस्थापकों द्वारा की गई गलती के कारण GOOGLE लिखी गई। इसका नाम लिखते समय गलती से GOOGLE लिख दिया गया। इस कंपनी को असल में GOOGOL नाम दिया जाना था। 2. मिठाइयों पर क्यों रखे गए एंड्रॉयड के नाम? एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम मार्केट में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला मोबाइल ओएस बन गया है। नंबर वन ऑपरेटिंग सिस्टम होने के साथ-साथ इस ऑपरेटिंग सिस्टम के नाम को लेकर कई लोगों के मन में सवाल उठता होगा कि आखिर इसका नाम मिठाइयों के नाम पर क्यों रखा गया है। गूगल के एक कर्मचारी रैनडल सराफा (Randall Sarafa) के हिसाब से यह टीमवर्क के कारण है। इस बारे में कंपनी ने आधिकारिक खुलासा नहीं किया है। आपको बताते चलें की गूगल के एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम को ABCD के अल्फाबेट के हिसाब से नाम दिए गए हैं। Cupcake, Donut, Eclair, Froyo, Gingerbread, Honeycomb, Ice Cream Sandwich, Jelly Bean, KitKat, Lollipop, Marshmallow, Nougat, Oreo और Pie है। इसके बाद कंपनी ने एंड्रॉयड 10, एंड्रॉयड 11 और एंड्रॉयड 12 नाम से OS को रिलीज किया। वर्तमान में एंड्रॉएड 16 चलन में है। 3. गूगल डूडल का नया कॉन्सैप्ट गूगल का पहला डूडल 'बर्निंग मैन फेस्टिवल' पर 1998 में बनाया गया था। इसमें गूगल का सर्च पेज बदल दिया गया था। मई 2012 में गूगल ने अपने डूडल को नया रूप दिया। यह एक गेम के रूप में था, ऐसा पहली बार हुआ था कि यूजर गूगल डूडल के साथ खेल सकता था। यह गेम Pac-Man वीडियो गेम के 30 साल पूरे होने की खुशी में बनाया गया था। इसी साल गूगल ने अपना पहला एनिमेटेड (कार्टून) डूडल अपडेट किया था। यह जॉन लेनन के 70 वें जन्मदिन के कारण बनाया गया था। 4. पेज और ब्रिन बेचना चाहते थे गूगल को शुरुआती दौर में गूगल के संस्थापक सर्जी ब्रिन और लैरी पेज गूगल को बेचने के लिए एक्साइट कंपनी के CEO के पास गए थे। यह दोनों गूगल कंपनी को 1 मिलियन डॉलर में बेचना चाहते थे। एक्साइट कंपनी की तरफ से गूगल को सिर्फ 750000 डॉलर ही ऑफर किए गए। उस समय ये सौदा नहीं हो पाया और गूगल ने बाद में इतना विशाल रूप ले लिया। 5. गूगल के बावर्ची के पास थी 150 लोगों की टीम गूगल की तरफ से नवंबर 1999 में एक शेफ रखा गया। चार्ली अइयर्स (Charlie Ayers) को शुरुआती दौर में 40 कर्मचारियों का खाना बनाना होता था। उनके काम को मीडिया में काफी सराहा गया। 2006 में चार्ली ने गूगल को छोड़ा इस समय तक गूगल के इस मास्टर शेफ के पास टीम में 4 खास शेफ और 150 लोगों की टीम बन चुकी थी। यह टीम एक दिन में 4000 लंच और डिनर परोसा करती है। 6. गूगल और कंपनियां गूगल के बारे में एक और रोचक बात यह है कि 2010 से गूगल ने लगभग हर हफ्ते एक नई कंपनी में निवेश किया है। 2010 में गूगल एनर्जी के साथ गूगल ने अपना पहला निवेश शुरू किया। इसके बाद 'नेक्स्ट एरा एनर्जी रिसोर्स' में दूसरी बार इंवेस्ट किया। इसी साल 'ग्लोबल आईपी सॉल्यूशन' और ऐसी ही कई कंपनियों को गूगल ने अपने साथ मिला लिया। इसके बाद एंड्रॉइड, मोटोरोला, क्विकऑफिस जैसी कई कंपनियों को गूगल ने अपने साथ मिला लिया। हालांकि, अब मोटोरोला कंपनी को लेनोवो ने खरीद लिया है। अगले कुछ महीनों में मोटोरोला और लेनोवो की डील पूरी हो जाएगी। 7. गूगल की पहली ट्वीट बहुत कम लोग यह जानते हैं कि गूगल ने ट्विटर (अभी X) पर अपनी पहली ट्वीट कम्प्यूटर की भाषा जिसमें 0 और 1 का इस्तेमाल किया जाता है -'बाइनरी (Binary)' में की थी। यह ट्वीट थी- “I’m 01100110 01100101 01100101 01101100 01101001 01101110 01100111 00100000 01101100 01110101 01100011 01101011 01111001 00001010.” अंग्रेजी में इसका मतलब है 'im feeling lucky' गूगल के सर्च बटन के बगल में आपको यही शब्द लिखे मिलेंगे। 8. 50 अलग भाषाओं में Gmail लॉन्च हुआ गूगल की ई-मेल सर्विस GMAIL 16 दिसंबर 2005 में लॉन्च की गई थी। इस सर्विस को 50 अलग-अलग भाषाओं में लॉन्च किया गया। GMAIL का आइडिया राजन सेठ ने दिया था जब वो गूगल में इंटरव्यू देने के लिए गए थे। इस आइडिया को बाद में पॉल बुचे (Paul Buchhe) ने असली आकार दिया। शुरुआती दौर में GMAIL को सिर्फ गूगल कंपनी के कर्मचारियों के लिए बनाया गया था। अप्रैल 1, 2004 को इसे आधिकारिक तौर पर दुनिया भर के यूजर्स के लिए शुरू करने की घोषणा की गई। 9. गूगल के शेयर ने बनाया लोगों को करोड़पति गूगल के शेयर बेचने पर कंपनी के करीब 1000 कर्मचारी करोड़पति बन गए, जब 2004 में कंपनी ने अपने शेयर्स आम लोगों के लिए निकाले। उनमें से एक बोनी ब्राउन (Bonnie Brown) 1999 में 450 डॉलर प्रति हफ्ते के वेतन पर काम किया करते थे। गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट का शेयर वर्तमान में 247 अमेरिकी डॉलर पर पहुंच गया है। 10. बीच में नहीं था गूगल का लोगो अगर सर्च इंजन के डिजाइन की बात करें तो गूगल का सर्च इंजन सबसे आकर्षक लगेगा। बीच में गूगल का सर्च बार और ऊपर लिखा हुआ गूगल। शुरुआती समय में गूगल का लोगो स्क्रीन पर लेफ्ट साइड था। गूगल का सर्च पेज 31 मार्च, 2001 में बदला गया था।
टेक कंपनी शाओमी के सब-ब्रांड रेडमी ने भारत में नया बजट स्मार्टफोन रेडमी 15 लॉन्च किया है। इसमें 144Hz हाई रिफ्रेश रेट डिस्प्ले, 7000mAh बैटरी और स्नैपड्रैगन 6s जेन 3 चिपसेट जैसे फ्लैगशिप-लेवल फीचर्स दिए गए हैं। फोन को 6GB और 8GB रैम ऑप्शन के साथ बाजार में उतारा गया है। इसकी शुरुआती कीमत 14,999 रुपए है। इसका मुकाबला 15 हजार से कम कीमत वाले शाओमी, वीवो और रियलमी जैसी कंपनियों के 5G फोन्स से होगा। तो इस फोन में क्या है खास चलिए जानते हैं... डिजाइन : एयरोस्पेस-ग्रेड मेटल फिनिश के साथ स्लीक डिजाइन रेडमी 15 5G स्मार्टफोन में एयरोस्पेस-ग्रेड मेटल फिनिश वाला स्लीक डिजाइन दिया गया है, जो प्रीमियम और मजबूत बनाता है। फोन डिजाइन के साथ IP64 डस्ट और स्प्लैश रेजिस्टेंस तकनीक से लैस है, जो इसे हल्के पानी और धूल से सुरक्षा देता है। इसका वजन 217 ग्राम और मोटाई 8.4 मिमी है, जो इसे कॉम्पैक्ट और पकड़ने में आरामदायक बनाता है। फोन के रियर डिजाइन स्टाइलिश है, जिसमें ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप है। यह कैमरा मॉड्यूल आयताकार है और ऊपरी बायीं ओर वर्टिकली अलाइन्ड है और इसके दायीं ओर एक LED फ्लैश है। रियर पैनल पर रेडमी लोगो नीचे बायीं ओर देखा जा सकता है। रेडमी 15 तीन कलर ऑप्शन मिडनाइट ब्लैक, फ्रॉस्टेड व्हाइट और सैंडी पर्पल के साथ अवेलेबल है। इनमें से सैंडी पर्पल वैरिएंट में रेत के लहरों जैसा अनोखा पैटर्न है, जो इसे खास बनाता है, जबकि अन्य दो रंगों में मेट फिनिश है। फोन में 6.9 इंच डिस्प्ले है, यह डिस्प्ले 3 तरफ से पतले बेजल्स के साथ डिजाइन किया गया है, जबकि नीचे का बेजल थोड़ा मोटा है। स्क्रीन के ऊपरी हिस्से में सेंटर-अलाइन्ड पंच-होल कटआउट है, जिसमें सेल्फी कैमरा दिया गया है। फोन में साइड-माउंटेड फिंगरप्रिंट सेंसर और डॉल्बी-सर्टिफाइड ऑडियो के साथ 200% सुपर वॉल्यूम की सुविधा है, जो इसे मल्टीमीडिया के लिए आकर्षक बनाता है। इसका मार्बल फिनिश और बोल्ड कैमरा सेटअप इसे प्रीमियम लुक देता है। रेडमी 15: स्पेसिफिकेशन्स बैटरी : रेडमी 15 में सबसे खास इसकी 7000mAh बैटरी है, जो ग्लोबल मार्केट में शाओमी की अब तक की सबसे बड़ी बैटरी है। ये डेली यूज जैसे सोशल मीडिया, कॉल्स, वीडियो स्ट्रीमिंग और लाइट गेमिंग के लिए आसानी से 2 से ढाई दिन का बैकअप देती है। इसके साथ 33W की फास्ट चार्जिंग मिलती है, जो बैटरी को करीब 1.5 घंटे में 0 से 100% तक चार्ज कर देता है। वायरलेस चार्जिंग का ऑप्शन नहीं है। हालांकि फोन में 18W की रिवर्स चार्जिंग भी है, तो ये पावर बैंक की तरह भी काम कर सकता है। परफॉर्मेंस: फोन क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 6s जेन 3 प्रोसेसर से लैस है। ये मिड-रेंज चिपसेट डेली यूज, मल्टीटास्किंग और लाइट गेमिंग के लिए काफी स्मूथ परफॉर्मेंस देता है। इसके AnTuTu स्कोर करीब 5 लाख के आसपास रहता है, जो बजट फोन के लिए ठीक है। इसमें 8GB रैम दी गई है, जिसे वर्चुअल रैम सपोर्ट से 16GB तक बढ़ाया जा सकता है। स्टोरेज के लिए 256GB की इंटरनल मैमोरी दी गई है, जिसे माइक्रो SD कार्ड से 2TB तक बढ़ाया जा सकता है। फोन हाइपर OS 2.0 पर बेस्ड एंड्रॉएड 15 ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करता है। ये काफी स्मूथ और यूजर-फ्रेंडली है। फोन के साथ 2 साल का OS और 4 साल का सिक्योरिटी अपडेट मिलता है। इसमें अनचाहे ऑब्जेक्ट हटाने के लिए AI इरेजर, बैकग्राउंड बदलने के लिए AI सकाई और सर्किल टू सर्च जैसे AI फीचर्स भी हैं। डिस्प्ले: फोन में खास हाइलाइट 6.9 इंच का फुल HD+ LCD डिस्प्ले है, जो 144Hz हाई रिफ्रेश रेट सपोर्ट करता है। यानी इसमें स्क्रॉलिंग और गेमिंग स्मूथ मिलेगी। फोन में वेट टच 2.0 टेक्नोलॉजी मिलती है, जिससे गीली उंगलियों से भी स्क्रीन स्मूदली ऑपरेट कर सकते हैं। वहीं, प्रोटेक्शन के लिए कॉर्निंग गोरिल्ला ग्लास 3 है। कुल मिलाकर, मीडिया कंजम्पशन और डेली यूज के लिए अच्छा है। कैमरा: रेडमी 15 5G में 50MP डुअल रियर कैमरा सेटअप दिया गया है, जिसमें AI बेस्ड डायनामिक शॉट, AI इरेजर और AI स्काई एनहान्समेंट जैसे फीचर्स जोड़े गए हैं। मेन कैमरा अच्छी लाइटिंग में शार्प और डिटेल्ड फोटो लेता है, लेकिन AI ऑप्टिमाइजेशन के साथ कलर्स थोड़े सेचुरेटेड नजर आते हैं। कुल मिलाकर कैमरा सेटअप बजट सेगमेंट में ठीक परफॉर्म करता है। हालांकि लो-लाइट में परफॉर्मेंस एवरेज है। वहीं, फ्रंट में 8MP सेल्फी कैमरा है, जो नैचुरल लाइट में डे-टू-डे सेल्फी और वीडियो कॉल्स के लिए अच्छा है। फोन में रियर और फ्रंट दोनों तरफ से 30fps पर वीडियो शूट कर सकेंगे। अन्य: फोन में हाई-रेस ऑडियो और डॉल्बी एटमॉस सपोर्ट मिलता है, जो म्यूजिक और वीडियो एक्सपीरियंस को और बेहतर कर सकता है। अन्य फीचर्स में 3.5mm ऑडियो जैक है। डिवाइस 5G नेटवर्क सपोर्ट वाला है। फाइनल वर्डिक्ट रेडमी 15 की सबसे बड़ी खासियत इसकी 7000mAh बैटरी और 144Hz डिस्प्ले है, जो इसे बाकी ऑप्शंस से अलग कर सकती है। कुल मिलाकर फोन बड़ी स्क्रीन, लंबे बैकअप और हाई रिफ्रेश रेट वाला सस्ता फोन चाहने वालों के लिए अच्छा ऑप्शन है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज BSNL का 4G नेटवर्क लॉन्च करेंगे। ये नेटवर्क देशभर में 98 हजार साइटों पर रोलआउट होगा। यह नेटवर्क पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक पर तैयार हुआ है। सर्विस के लॉन्च होते ही भारत के सभी टेलिकॉम ऑपरेटर 4G से लैस हो जाएंगे। जियो, एयरटेल, वीआई जैसी कंपनियां पहले से ही 4G और 5G नेटवर्क पर हैं। इसके साथ ही भारत उन देशों की लिस्ट में शामिल हो जाएगा, जो अपनी टेलिकॉम टेक्नोलॉजी खुद बनाते हैं। डेनमार्क, स्वीडन, साउथ कोरिया और चीन के बाद भारत पांचवां देश है।' गांव-शहर सभी जगह तेज 4G इंटरनेट मिलेगा केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इसे लेकर एक पोस्ट किया है। उन्होंने लिखा- शनिवार को प्रधानमंत्री दो ऐतिहासिक इनिशिएटिवप अनवील करेंगे... 5G में आसानी से अपग्रेड हो सकता है ये नेटवर्क BSNL का ये स्वदेशी 4G स्टैक 5G में आसानी से अपग्रेड हो सकता है। ये क्लाउड-बेस्ड और फ्यूचर-रेडी डिजाइन वाला है। मतलब सॉफ्टवेयर अपडेट से ही 5G पर शिफ्ट हो जाएगा। कोई बड़े हार्डवेयर चेंज की जरूरत नहीं पड़ेगी। टेलीकॉम मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी कहा है कि ये सीमलेसली 5G में अपग्रेडेबल है। यानी, 4G लॉन्च के बाद जल्द ही 5G की तैयारी हो जाएगी। BSNL के कस्टमर लगातार कम हो रहे टेलिकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) के जुलाई 2025 के आंकड़ों के अनुसार, BSNL और MTNL लगातार सब्सक्राइबर खो रही हैं। जुलाई में BSNL के 1.01 लाख ग्राहक कम हुए, वहीं MTNL के भी सब्सक्राइबर घटे। अब पब्लिक सेक्टर टेलिकॉम कंपनियों का मार्केट शेयर 8% से भी कम रह गया है। रिपोर्ट के अनुसार, जियो ने जुलाई में सबसे ज्यादा 4.83 लाख नए मोबाइल ग्राहक जोड़े हैं। एयरटेल ने जुलाई में 4.64 लाख नए मोबाइल यूजर्स जोड़े। जबकि वोडाफोन आइडिया के सब्सक्राइबर्स में गिरावट देखने को मिली है। वोडाफोन आइडिया (Vi) के जुलाई में 3.59 लाख मोबाइल ग्राहक घटे हैं। एयरटेल और जियो से काफी पीछे BSNL PM मोदी 6G नेटवर्क का रोडमैप लॉन्च कर चुके हैं। 2030 तक भारत में 6G सर्विस शुरू होने की उम्मीद है। इस मामले में BSNL काफी पीछे है। कंपनी 4G के साथ 5G सर्विस लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। वहीं, एयरटेल और जियो ने 2022 में 5G सर्विस लॉन्च की थी। BSNL की ऐसी हालत क्यों हुई?
इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल बनाने वाली कंपनी अल्ट्रावॉयलेट ने भारत में नई इलेक्ट्रिक बाइक X-47 क्रॉसओवर लॉन्च कर दी है। कंपनी का दावा है कि X-47 क्रॉसओवर दुनिया की पहली इलेक्ट्रिक बाइक है, जिसमें रडार टेक्नोलॉजी इंटीग्रेटेड है। इसमें फुल चार्ज पर 323km की रेंज मिलेगी। कंपनी का कहना है कि नई बाइक इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को नई दिशा देगी, खासकर इंडियन मार्केट के लिए। एडवेंचर स्टाइल वाली X-47 का डिजाइन एविएशन से इंस्पायर्ड है, जो सिटी राइडिंग से लेकर रफ टेरेन्स तक हर चैलेंज को हैंडल कर लेगी। शुरुआती कीमत ₹2.49 लाख, अक्टूबर से डिलीवरी ई-बाइक की शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत 2,49,000 रुपए रखी गई है। ये इंट्रोडक्ट्री प्राइस हैं, जो पहली 1000 बुकिंग के लिए मान्य है, इसके बाद बाइक की शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत 2,74,000 रुपए हो जाएगी। इलेक्ट्रिक बाइक की बुकिंग शुरू कर दी गई है। इसे ऑफिशियल वेबसाइट से 999 रुपए में बुक कर सकते हैं। नई ई-बाइक 3 वैरिएंट- ओरिजनल, रिकॉन और डेजर्ट विंग में अवेलेबल है। इसके लिमिटेड एडिशन डेजर्ट विंग वैरिएंट की बुंकिग 4,999 रुपए में हो रही है।
अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रम्प ने चीनी कंपनी बाइटडांस से टिकटॉक के अमेरिकी बिजनेस को 14 बिलियन डॉलर यानी 1.24 लाख करोड़ रुपए में खरीदने की डील को मंजूरी दे दी। इस डील में राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए कई सावधानियां भी बरती गई हैं। व्हाइट हाउस में साइन किए गए इस आदेश में ट्रम्प ने कहा कि यह डील 2024 के उस कानून को पूरा करती है। जिसमें बाइटडांस को टिकटॉक का अमेरिकी कारोबार बेचने या अमेरिका में बैन होने का अल्टिमेटम दिया गया था। ट्रम्प ने ओवल ऑफिस में पत्रकारों से बात करते हुए बताया, 'मैंने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से इस बारे में बात की। हमने टिकटॉक और कुछ अन्य मुद्दों पर चर्चा की और उन्होंने इस डील को हरी झंडी दे दी।' डील के बाद बाइटडांस की हिस्सेदारी 20% कम होगी इस डील के तहत टिकटॉक का अमेरिकी बिजनेस एक नई कंपनी के तौर पर अलग होगा, जिसमें ज्यादातर हिस्सेदारी अमेरिकी निवेशकों की होगी। बाइटडांस की हिस्सेदारी 20% से कम होगी, ताकि राष्ट्रीय सुरक्षा नियमों का पालन हो। इस डील से ट्रम्प का 2024 का चुनावी वादा भी पूरा होगा और चीन के साथ तनाव कम करने में मदद मिलेगी। ओरेकल को डेटा सिक्योरिटी की जिम्मेदारी मिली अमेरिकी यूजर्स के डेटा को सुरक्षित रखने के लिए ओरेकल कॉर्प को जिम्मेदारी दी गई है। ओरेकल क्लाउड में डेटा स्टोर करेगा और टिकटॉक के रिकमंडेशन सॉफ्टवेयर को विदेशी प्रभाव से बचाने में मदद करेगा। एक अमेरिकी अधिकारी के मुताबिक, नई टिकटॉक कंपनी बाइटडांस के एल्गोरिदम की कॉपी लीज पर लेगी, जिसे ओरेकल की निगरानी में पूरी तरह से नए सिरे से तैयार किया जाएगा। ओरेकल यह भी सुनिश्चित करेगा कि कंटेंट डिलीवरी में कोई गड़बड़ी या विदेशी हस्तक्षेप न हो। डील को लेकर अभी क्या बाकी है? ट्रम्प ने डील को मंजूरी दे दी है, लेकिन चीन की ओर से अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है। वॉशिंगटन में चीनी दूतावास ने कहा, 'अमेरिका को चीनी निवेशकों के लिए खुला, निष्पक्ष और भेदभाव-मुक्त माहौल देना चाहिए।' इसके अलावा, डील में शामिल निवेशकों का ग्रुप अभी पूरी तरह तय नहीं हुआ है। ओरेकल, सिल्वर लेक मैनेजमेंट और अबू धाबी की MGX इस डील में निवेश करने और बोर्ड में सीट लेने की बात कर रहे हैं, लेकिन बातचीत अभी चल रही है। डील की वैल्यू को लेकर भी सवाल हैं। अमेरिकी उप-राष्ट्रपति जेडी वेंस, जिन्होंने इस डील को आकार देने में मदद की थी। उन्होंने कहा कि नई कंपनी की कीमत करीब 14 बिलियन डॉलर होगी, लेकिन अंतिम फैसला निवेशक करेंगे। डील की डेडलाइन और कानूनी पेंच ट्रम्प के आदेश के मुताबिक, इस डील को पूरा करने के लिए 120 दिन का वक्त दिया गया है। यह पांचवीं बार है, जब डेडलाइन बढ़ाई गई है और अब उम्मीद है कि जनवरी तक डील पूरी हो जाएगी। पहले पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक कानून पास किया था, जिसमें टिकटॉक को अमेरिकी कंपनी को बेचने या बैन होने का आदेश दिया गया था। बाइटडांस ने बाइडन प्रशासन के खिलाफ मुकदमा दायर किया था, लेकिन ट्रम्प के सत्ता में आने के बाद कंपनी को राहत मिली। ट्रम्प ने सुप्रीम कोर्ट से बैन को टालने की अपील की थी, ताकि बाइटडांस को अमेरिकी खरीदार ढूंढने का वक्त मिल सके। डील को लेकर आगे क्या होगा? यह डील टिकटॉक के लिए अमेरिका में एक नया अध्याय शुरू कर सकती है, लेकिन चीन की मंजूरी और निवेशकों की अंतिम सहमति जैसे कुछ सवाल अभी बाकी हैं। अगर सब कुछ ठीक रहा, तो टिकटॉक का अमेरिकी कारोबार पूरी तरह अमेरिकी कंट्रोल में होगा और यूजर्स का डेटा भी सुरक्षित रखा जाएगा। ये खबर भी पढ़ें... अमेरिका में अपना बिजनेस बेचेगी टिकटॉक: ट्रम्प ने कहा- डील लगभग तय, जिनपिंग से मिलकर फाइनल होगी; फिलहाल 16 दिसंबर तक बैन नहीं लगेगा अमेरिका में टिकटॉक पर बैन लगाने की डेडलाइन अब 16 दिसंबर कर दी गई है। यह डेडलाइन 17 सितंबर को खत्म हो रही थी, लेकिन इससे पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इसे 3 महीने बढ़ाने का ऐलान कर दिया। यह चौथी बार है जब ट्रम्प ने बैन की डेडलाइन बढ़ाई है। पूरी खबर पढ़ें...
साइबर अटैक के बाद टाटा मोटर्स के मालिकाना हक वाली जगुआर लैंड रोवर ने अपने मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स को बंद रखने के फैसले को 1 अक्टूबर तक बढ़ा दिया है।उत्पादन पर रोक पहले 24 सितंबर तक थी। बीते करीब तीन हफ्ते से ऑपरेशंस ठप हैं। टाटा मोटर्स का लगभग 70% रेवेन्यू जगुआर लैंड रोवर यानी JLR से ही आता है। इस साइबर अटैक से अनुमानित नुकसान 2 बिलियन पाउंड (करीब 23 हजार करोड़ रुपए) तक पहुंच सकता है, जो कंपनी के सालाना मुनाफे से भी ज्यादा है। इसी वजह से आज यानी, 25 सिंतबर को टाटा मोटर्स के शेयरों में 2% से ज्यादा कि गिरावट है। कंपनी के शेयर आज 18 रुपए या 2.64% गिरकर 664.90 रुपए पर बंद हुए। इस घटना के हर पहलू को सवाल-जवाब के जरिए समझते हैं… सवाल 1: जगुआर लैंड रोवर साइबर हमला कब हुआ था? जवाब: अगस्त के आखिर में ये साइबर हमला हुआ था। इसकी वजह से कंपनी के ब्रिटेन स्थित तीन प्रमुख प्लांट्स- सोलिहुल, हेलीवुड और वॉल्वरहैंपटन में उत्पादन पूरी तरह ठप हो गया। इन प्लांट्स में रोजाना करीब 1,000 व्हीकल्स बनते हैं, लेकिन हमले के बाद आईटी सिस्टम को बंद करना पड़ा, ताकि नुकसान को बढ़ने से रोका जा सके। सवाल 2: इस साइबर हमले का क्या असर पड़ा है? जवाब: ब्रिटेन में जेएलआर की फैक्ट्री में करीब 30,000 डायरेक्ट एम्प्लॉई हैं, जबकि सप्लाई चेन में 1 लाख लोग हैं। साइबर अटैक के बाद सभी कर्मचारियों को घर पर रहने को कहा गया है। ये कंपनी के सालाना प्रोडक्शन टारगेट को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है। सवाल 3: आर्थिक नुकसान कितना बड़ा हो सकता है? क्या कोई आंकड़ा उपलब्ध है? जवाब: रिपोर्ट्स में अनुमान लगाया गया है कि कुल नुकसान 2 बिलियन पाउंड तक पहुंच सकता है। यह राशि JLR के FY25 के अनुमानित प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (1.8 बिलियन पाउंड) से भी ज्यादा है। साइबर इंश्योरेंस न होने के कारण पूरा बोझ कंपनी पर आ गया है। सवाल 4: टाटा मोटर्स पर इसका क्या प्रभाव पड़ा, खासकर शेयर मार्केट में? जवाब: टाटा मोटर्स के शेयर्स बीते 5 दिन में 6% से ज्यादा गिरकर 664 रुपए पर आ गया है। निवेशकों को लगता है कि ये नुकसान टाटा मोटर्स के पूरे वित्त वर्ष को प्रभावित कर सकता है। सवाल 5: जेएलआर या टाटा मोटर्स ने इस मुद्दे पर क्या कहा है? जवाब: कंपनी ने साइबर हमले को 'मेजर आईटी इश्यू' बताया है, लेकिन वित्तीय नुकसान की सटीक राशि की जानकारी नहीं दी है। रिकवरी पर फोकस करते हुए कहा गया है कि आईटी सिस्टम को सुरक्षित करने के बाद ही ऑपरेशंस बहाल होंगे। सवाल 6: क्या यह हमला सिर्फ जेएलआर तक सीमित है? नहीं, यह अकेला मामला नहीं। इस साल ब्रिटेन में कई कंपनियां साइबर हमलों का शिकार हुई हैं। जैसे, मार्क्स एंड स्पेंसर ग्रुप और कुछ रिटेल चेन भी इसका सामना कर चुकी हैं। यह ट्रेंड दिखाता है कि साइबर सिक्योरिटी आज की बिजनेस वर्ल्ड में कितनी क्रिटिकल हो गई है।
अब वॉट्सएप से आप लोगों से अलग-अलग भाषाओं में बात कर सकेंगे, क्योंकि मेटा ने इंस्टेंट मैसेजिंग एप में रियल-टाइम मैसेज ट्रांसलेशन फीचर रोलआउट कर दिया है। इस फीचर से पर्सनल चैट, ग्रुप या चैनल अपडेट्स में आने वाले मैसेज को तुरंत अपनी भाषा में ट्रांसलेट कर सकेंगे। कंपनी ने ब्लॉग पोस्ट में इसकी जानकारी दी है। शुरुआत में यह सुविधा एंड्रॉइड यूजर्स के लिए 6 भाषाओं- अंग्रेजी, हिंदी, स्पेनिश, पुर्तगाली, रूसी और अरबी में अवेलेबल है। वहीं iOS यूजर्स 19 भाषाओं में ट्रांसलेट कर सकेंगे। एंड्रॉयड यूजर्स पूरी चैट थ्रेड के लिए ऑटोमैटिक ट्रांसलेशन ऑन कर सकते हैं। इससे उस चैट में आने वाले सारे मैसेज अपने आप ट्रांसलेट हो जाएंगे। भारत जैसे मल्टीलिंगुअल देश में ये फीचर गेम-चेंजर साबित हो सकता है, जहां हिंदी, तमिल, तेलुगु जैसी रीजनल लैंग्वेजेस बेली जाती हैं। कैसे इस्तेमाल करें यूजर की प्राइवेसी सेफ रहेगी वॉट्सएप ने साफ किया है कि सारे ट्रांसलेशन आपके फोन पर ही होंगे। कंपनी यूजर्स का कोई डेटा नहीं देखेगी और न ही उसे कहीं स्टोर करेगी। ये तरीका उनकी एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन नीति के मुताबिक है, ताकि यूजर्स बेफिक्र होकर इस फीचर का इस्तेमाल कर सकें। मेटा का कहना है कि यूजर्स के पर्सनल चैट्स सिक्योर रहेंगे। वॉट्सएप में अब स्टेटस के साथ दिखेंगे विज्ञापन वॉट्सएप ने हाल ही में 'अपडेट्स' टैब को अपडेट किया। इससे एप में अब आपको विज्ञापन भी दिखाई देते हैं। यानी जिस तरह इंस्टाग्राम स्टोरीज पर कुछ स्टोरीज देखने के बाद विज्ञापन नजर आते हैं, वैसे ही यूजर को वॉट्सएप पर कुछ स्टेटस अपडेट्स देखने के बाद विज्ञापन नजर आते हैं। कंपनी ने इस टैब में आने वाले 3 नए फीचर्स- चैनल सब्सक्रिप्शन, प्रमोटेड चैनल और स्टेटस में विज्ञापन की जानकारी दी है। क्या-क्या नया है?
देश की टॉप 3 ऑटोमोबाइल कंपनी मारुति, हुंडई और टाटा मोटर्स ने नवरात्रि के पहले दिन रिकॉर्ड 51 हजार से ज्यादा कारें बेचीं। GST की नई दरें 22 सितंबर से लागू होने की वजह कार की कीमतें 4 साल पहले के बराबर पहुंच गई है। इसके अलावा कंपनियां 10% से ज्यादा फेस्टिव डिस्काउंट भी दे रही हैं। कारें सस्ती होने के बाद कंपनियों ने रिकॉर्ड बिक्री दर्ज की है। छोटी कारों पर GST 28% से घटकर 18% हुआ मारुति ने सेल्स का 30 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ामारुति ने 22 सितंबर को करीब 30,000 कारें बेचीं, जबकि 80,000 लोगों ने गाड़ियों की जानकारी ली। कंपनी के एक अधिकारी ने कहा, 'ये पिछले 30 सालों में सबसे जबरदस्त रिस्पॉन्स है।' छोटी कारों के दाम 10-15% तक सस्ते हो गए, जिससे मिडिल क्लास फैमिली वाले सीधे शोरूम पहुंच गए। हुंडई का 5 साल का सेल्स रिकॉर्ड टूटावहीं, हुंडई ने नवरात्रि के पहले दिन करीब 11,000 गाड़ियां बेचीं, जो पिछले 5 साल में उसकी एक दिन की सबसे अच्छी परफॉर्मेंस है। कंपनी के मुताबिक, ग्रैंड i10 नियोस और क्रेटा जैसी पॉपुलर मॉडल की सबसे ज्यादा डिमांड रही। एक डीलर ने बताया, 'टैक्स कम होने से सुबह से ही शोरूम पर लाइन लग गईं। टाटा ने एक दिन में रिकॉर्ड 10,000 कारें डिलीवर कीं टाटा ने भी करीब 10,000 कारें डिलीवर कीं, जो कंपनी के लिए अब तक का सबसे अच्छा रिकॉर्ड था। नेक्सॉन और पंच जैसे SUV मॉडल्स सबसे ज्यादा डिमांड में रहे हैं। टाटा के एक स्पोक्सपर्सन ने कहा, 'ये शुरुआत है, आने वाले दिनों में और भी ज्यादा बिक्री होगी।' टैक्स छूट के अलावा पिछले साल से 10% ज्यादा डिस्काउंटमार्केट इंटेलिजेंस जैटो डायनेमिक्स के विश्लेषण के मुताबिक बीते माह अगस्त में गाड़ियों पर औसत इंसेंटिव 9.3% बढ़कर 45,391 रुपए रहा। यह बीते साल अगस्त में 41,514 रुपए था। यानी इस साल कार कंपनियां पिछले साल की तुलना में 10% ज्यादा छूट दे रही हैं। हैच बैक गाड़ियों पर इंसेंटिव में 102% की बढ़ोतरी देखी गई। यह बताता है कि हैचबैक सेगमेंट में कड़ा मुकाबला है, जिसकी वजह से निर्माता ज्यादा छूट दे रहे हैं। इसके विपरीत सेडान, एसयूवी और एमपीवी पर मिलने वाले औसत इंसेंटिव में कमी आई है। सेडान के इंसेंटिव में 41.7% कमी आई। कंपनियों के डिस्काउंट बढ़ाने की 4 वजह
अगर आप इस फेस्टिव सीजन में नई कार खरीदने के बारे में सोच रहे हैं तो ये आपके लिए अच्छा मौका है। क्योंकि, गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स की नई दरें आज से लागू हो गई हैं। इसके तहत अब छोटी कारों पर लगने वाला टैक्स 29% (28%GST + 1% सेस) से घटकर 18% हो गया है। ऐसे में मारुति स्विफ्ट, वैगनार, ऑल्टो, टाटा टियागो और हुंडई i10, किआ सिरोस जैसी फैमिली कारें अब 10-15% यानी 70 हजार से 4.49 लाख रुपए तक सस्ती हो गई हैं। तो आइए ग्राफिक्स में जानते हैं कौन सी कर कितने रुपए तक सस्ती हुई।