हुंडई मोटर इंडिया ने अपनी पॉपुलर सब-4 मीटर SUV वेन्यू का स्पोर्टी वर्जन 2025 वेन्यू एन-लाइन रिवील कर दिया है। कंपनी इसे 4 नवंबर को स्टैंडर्ड वेन्यू फेसलिफ्ट के साथ लॉन्च करेगी। स्टैंडर्ड मॉडल से अलग दिखाने के लिए नई हुंडई वेन्यू एन में कई कॉस्मेटिक बदलाव किए गए हैं। इसमें कॉन्ट्रास्ट रेड हाइलाइट के साथ रेड ब्रेक कैलिपर, डार्क क्रोम ग्रिल इंसर्ट और डुअल टिप एग्जॉस्ट जैसे बदलाव शामिल हैं। वहीं, केबिन में ऑल ब्लैक कलर थीम के साथ एन लाइन-स्पेसिफिक स्टीयरिंग व्हील पर रेड डिटेलिंग, लेदरेट सीट अपहोल्स्ट्री और रेड एम्बिएंट लाइटिंग मिलेगी। सेफ्टी के लिए वेन्यू एन-लाइन में 6 एयरबैग्स और लेवल-2 ADAS जैसे फीचर्स दिए गए हैं। इसे N6 और N10 दो वैरिएंट्स में पेश किया जाएगा। बुकिंग 25,000 रुपए के टोकन अमाउंट के साथ शुरू कर दी गई है। 2025 हुंडई वेन्यू एन लाइन की एक्स-शोरूम कीमत 11.5 लाख रुपए हो सकती है। इसका मुकाबला मारुति ब्रेजा, किआ सोनेट, किआ सिरोस, टाटा नेक्सन, महिंद्रा XUV 3XO, निसान मैग्नाइट और स्कोडा कायलाक जैसी सब-4 मीटर SUV से रहेगा। एक्सटीरियर: डार्क क्रोम इंसर्ट्स के साथ न्यू पैटर्न ग्रिल और 8 कलर ऑप्शन वेन्यू एन-लाइन का लुक स्टैंडर्ड वेन्यू जैसा ही है, लेकिन स्पोर्टी एलिमेंट्स जोड़े गए हैं। कार में 5 मोनोटोन और 3 डुअल-टोन कलर ऑप्शन मिलेंगे। इसमें हेजल ब्लू, ड्रैगन रेड, एबिस ब्लैक, टाइटन ग्रे, एटलस वाइट, हेजल ब्लू + एबिस ब्लैक, एबिस ब्लैक + एबिस ब्लैक और ड्रैगन रेड + एबिस ब्लैक शामिल हैं। स्टैंडर्ड वेन्यू में नया मिस्टिक सफायर शेड दिया गया है, जो वेन्यू एन लाइन के कलर पैलेट में शामिल नहीं है। इंटीरियर: ऑल-ब्लैक कलर थीम और ट्रैक्शन कंट्रोल-ड्राइव मोड्स इंटीरियर रेड कंट्रास्टिंग हाइलाइट्स और स्टिचिंग के साथ ऑल-ब्लैक कलर थीम में है। डैशबोर्ड लेआउट स्टैंडर्ड मॉडल से मिलता जुलता है। N-लाइन स्पेसिफिक स्टीयरिंग व्हील 'N' लोगो और ट्रैक्शन कंट्रोल-ड्राइव मोड्स स्विचेस के साथ मिलता है। गाड़ी में ट्रेक्शन कंट्रोल और ड्राइव मोड के लिए दो स्विच दिए गए हैं। सेंटर कंसोल पर रेड एम्बिएंट लाइट स्ट्रिप औप गियर लेवर पर N-एम्ब्लेम है। रेड डिटेलिंग के साथ ऑल-ब्लैक लेदरेट सीट अपहोल्स्ट्री दी गई है जिस पर 'एन' बैजिंग भी मिलती है। इसमें फ्रंट और रियर पैसेंजर के कंफर्ट के लिए सेंटर आर्मरेस्ट और कपहोल्डर की सुविधा भी है। फीचर और सेफ्टी: 12.3-इंच डुअल डिस्प्ले और लेवल-2 ADAS वेन्यू एन लाइन कार की फीचर लिस्ट काफी हद तक स्टैंडर्ड वेन्यू जैसी है। इसमें 12.3-इंच डुअल डिस्प्ले (इंफोटेनमेंट टचस्क्रीन और डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले), वेंटिलेटेड फ्रंट सीटें, रियर वेंट्स के साथ ऑटो AC, 8-स्पीकर बोस साउंड सिस्टम, एम्बिएंट लाइटिंग, सिंगल-पेन सनरूफ, वायरलेस फोन चार्जर और मल्टी-ड्राइव मोड जैसे फीचर दिए गए हैं। सेफ्टी के लिए कार में 6 एयरबैग, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC), ट्रैक्शन कंट्रोल, ऑल-व्हील डिस्क ब्रेक, टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS), 360-डिग्री कैमरा, फ्रंट और रियर पार्किंग सेंसर और लेवल-2 एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) जैसे फीचर दिए गए हैं। इंजन और परफॉर्मेंस: 1 लीटर टर्बो-पेट्रोल इंजन वेन्यू एन-लाइन को सिर्फ 1 लीटर टर्बो-पेट्रोल इंजन के साथ लॉन्च किया जाएगा, जो 120PS की पावर और 172Nm का टॉर्क जनरेट करता है। ट्रांसमिशन की बात करें तो इस इंजन के साथ 6-स्पीड मैनुअल या 7-स्पीड DCT ऑटोमैटिक गियरबॉक्स का ऑप्शन मिलता है। कार फ्रंट व्हील ड्राइव (FWD) ऑप्शन के साथ आती है। मल्टी-ड्राइव मोड्स परफॉर्मेंस ट्यूनिंग के लिए हैं। स्टैंडर्ड वेन्यू में नैचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल और डीजल ऑप्शंस एक्स्ट्रा हैं।
मंगल पर जाएगी ये लड़की पर कभी नहीं आएगी वापस, जोर-शोर से कर रही है ट्रेनिंग
Mars Misson: एलिसा कार्सन एक अमेरिकी युवती हैं जो कम उम्र से ही अंतरिक्ष यात्री बनने और नासा के मानव मंगल मिशन में शामिल होने का सपना देख रही हैं.
Science News:कोलंबिया यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर में क्लिनिकल आई साइंस के प्रोफेसर डॉ. स्कॉट ई. ब्रॉडी के मुताबिक, ये संवेदनाएं इस बात से पैदा होती हैं कि विजुअल सिस्टम अंधेरे को लेकर किस प्रकार का रिएक्शन देता है. कम विजिबिलिटी, ज्यादा अवेयरनेस और एक्टिव मिकैनिज्म के कॉम्बिनेशन की वजह से डर जैसा महसूस होता है.
भारत में सैटेलाइट इंटरनेट हुआ लॉन्च; Starlink ने शुरू की हायरिंग
भारत में सैटेलाइट इंटरनेट का नया दौर शुरू होने वाला है। एलन मस्क की कंपनी Starlink ने आधिकारिक लॉन्च से पहले भारत में हायरिंग की पहली प्रक्रिया शुरू कर दी है और मुंबई-बेंगलुरु में अपने ऑफिस और डेमो रन भी शुरू कर दिए हैं।
Science News: वैज्ञानिकों ने एक नया एंटीबायोटिक यौगिक(Antibiotic Compound)खोजा है जिसका नाम प्री-मेथिलीनोमाइसिन लैक्टोन है. यह यौगिक दशकों से ज्ञात बैक्टीरिया के अंदर छिपा हुआ था.
3I/ATLAS Comet: एलियन शिप या कॉमेट? Harvard वैज्ञानिक Avi Loeb ने क्यों कहा इसे 'असामान्य'
Interstellar Comet 3I ATLAS: अंतरिक्ष के इतिहास में तीसरी ज्ञात अंतरतारकीय वस्तु होने के कारण इसने खगोलविदों और इंटरनेट दोनों को चिंतित कर दिया है. क्या यह सिर्फ किसी दूसरे तारामंडल से आया हुआ एक धूमकेतु है या कुछ और अजीब है? जैसा कि हार्वर्ड एवी लोएब संकेत दे रहे हैं.
चमगादड़ों ने फिर फैलाया आतंक, ब्राजील में मिला Covid-19 जैसा नया वायरस
Science News: 2019 में आया कोरोना वायरस को भला कौन भूल सकता है जिसमें लाखों लोगों की जान ले ली. बता दें कि एक बार फिर से कोरोना जैसा वायरस ब्राजील में चमगादड़ों से मिला है.
टेक कंपनी मोटोरोला ने ग्लोबल मार्केट में अपना सबसे पतला स्मार्टफोन मोटोरोला एज 70 लॉन्च कर दिया है। ये कंपनी का अब तक का सबसे पतला स्मार्टफोन है। इसकी मोटाई सिर्फ 5.9mm है, जो पहले वाले मॉडल मोटोरोला एज 60 (7.9mm) से 2.0mm कम है। पतला होने के बावजूद मोटोरोला एज 70 स्मार्टफोन MIL-STD 810H मिलिट्री सर्टिफिकेशन के साथ आता है, यानी ये काफी मजबूत फोन है। ये IP68 + IP69 रेटिंग के साथ पेश किया गया है, जो इसे डस्ट और वॉटरप्रूफ बनाती है। इसके अलावा फोन ऑप्टिकल इमेज स्टेब्लाइजेशन (OIS) के साथ 50 मेगापिक्सल रियर कैमरा, 12GB रैम और स्नैपड्रैगन 7 जेन 4 प्रोसेसर से लैस है। मोटोरोला ने मोबाइल को हाल ही में चीन में मोटो X70 एयर नाम से लॉन्च किया था।
अमेरिका के बैन का जवाब देगा चीन! 2030 तक चांद पर भेजेगा इंसान, तियांगोंग स्टेशन से शुरू हुई नई दौड़
China on Moon: चीन भी अपनी तियांगोंग अंतरिक्ष स्टेशन(Tiangong Space Station)को पूरा करने के लिए चल रहे मिशन के तहत अंतरिक्ष यात्रियों के अपने नए समूह को भेजने की तैयारी कर रहा है.
3I/ATLAS: क्या NASA ने एक्टिवेट कर दिया प्लैनेटरी डिफेंस सिस्टम, धरती की तरफ आ रही आफत!
3I ATLAS leaked actual footage: ये बात हैरान कर सकती है कि ऐसे दावे किए जा रहे हैं कि स्पेस एजेंसी नासा ने धरती की सुरक्षा के लिए स्पेस डिफेंस सिस्टम को चालू कर दिया है जो किसी भी इंटरस्टेलर ऑब्जेक्ट से धरती की रक्षा करने में सक्षम है.
Elon Musk: SpaceX ने तोड़ा 2024 का रिकॉर्ड, दुनिया के 80% लॉन्च पर किया कब्जा
Elon Musk SpaceX: एलन मस्क की कंपनी स्पेस एक्स ने 2025 में एक बहुत बड़ा रिकॉर्ड बनाया है. उन्होंने सबसे कम समय में एक के बाद एक सबसे ज्यादा लॉन्च करके यह मुकाम हासिल किया है.
Interstellar Comet: जुलाई महीने से ही हमारे सौरमंडल में एक अंतरतारकीय पिंड(Interstellar Comet)चक्कर काट रहा है. हालांकि इससे धरती को कोई खतरा नहीं है लेकिन किसी मायने में यह धरती के सुरक्षा कवच का भी काम कर सकता है.
Mass Extinction: क्या सच में खत्म होने की तरफ बढ़ रही है धरती, या बस फैलाया जा रहा है डर
Mass Extinction: क्या हम सच में पृथ्वी पर जीवों के छठे बड़े पैमाने पर खत्म होने के दौर से गुजर रहे हैं, या यह चेतावनी जरूरत से ज्यादा ही दे दी गई है.
समुद्र की गहराई में मिला खतरनाक 'Death Ball', दक्षिणी महासागर में वैज्ञानिकों की डराने वाली खोज
Strange Death Balls Found: खोजी गई अजीब प्रजातियों में डेथ-बॉल स्पंज भी शामिल था. यह स्पंज जानवरों को खाता है और उसकी बाहरी सतह हुक जैसी होती है जिससे यह शिकार को पकड़ता है.
3I ATLAS से आया पहला संदेश 8•13 •8.5.13.8, अंतरिक्ष से आए फिबोनाची कोड ने वैज्ञानिकों को चौंकाया
Interstellar Comet 3I ATLAS: यह अंतरतारकीय पिंड इसलिए खास है क्योंकि वह अजीब तरीके से घूम रहा है और उससे एक रहस्यमय चमकता हुआ सिग्नल आ रहा है.
क्या धूमकेतु या अन्य ग्रहों पर है एलियन की उपस्थिति? वैज्ञानिकों ने खोज निकाला जवाब
वैज्ञानिक लंबे समय से इस बात पर विचार कर रहे हैं कि क्या धूमकेतु बर्फ में जमे सूक्ष्म जीवों, जिन्हें सूक्ष्मजीव या एक्सट्रीमोफाइल्स कहा जाता है, को अपने साथ ले जा सकते हैं.
भारत में अब 18 से 25 साल के जिओ यूजर्स को फ्री में जैमिनी प्रो सब्सक्रिप्शन मिलेगा। इसके लिए रिलायंस की सहायक कंपनी रिलायंस इंटेलिजेंस लिमिटेड ने गूगल के साथ पार्टनरशिप की है। इस प्रीमियम सर्विस की कीमत ₹35,000 है, जो यूजर्स को 18 महीने के लिए बिना किसी शुल्क के मिलेगी। इस प्लान में स्टूडेंट्स को जेमिनी 2.5 Pro जैसे एडवांस्ड AI टूल्स, 2TB क्लाउड स्टोरेज से लेकर वीडियो बनाने के लिए Veo 3 का सब्सक्रिप्शन मिलेगा। यह ऑफर आज से शुरू हो गया है। यहां हम सवाल-जवाब में पूरी डिटेल्स बता रहे हैं.. सवाल 1: इस Gemini AI Pro प्लान में क्या-क्या मिलेगा? जवाब: इस प्लान में शामिल है… सवाल 2: इस ऑफर को कैसे क्लेम करें? जवाब: एलिजिबल यूजर्स इस ऑफर को MyJio एप में दिए गए “क्लेम नाउ” बैनर पर क्लिक करके एक्टिवेट कर सकते हैं। ऑफर के लिए कोई चार्ज नहीं है। गूगल ऑफर खत्म होने से पहले रिमाइंडर ईमेल भेजेगा, ताकि आप चाहें तो सब्सक्रिप्शन कैंसिल कर सकें। सवाल 3: इस ऑफर की समय सीमा और शर्तें क्या हैं? जवाब: ये ऑफर 30 अक्टूबर 2025 से रजिस्ट्रेशन के लिए उपलब्ध है। यह ऑफर जियो के उन ग्राहकों के लिए उपलब्ध है, जिनकी उम्र 18 से 25 साल के बीच है। इसके लिए यूजर्स को ₹349 या उससे ऊपर के 5G अनलिमिटेड प्रीपेड या पोस्टपेड प्लान का उपयोग करना होगा। सवाल 4: गूगल और जियो ऐसा ऑफर क्यों दे रहा है? जवाब: जियो का लक्ष्य 1.45 अरब भारतीयों के लिए इंटेलिजेंस सेवाओं को सरल बनाना है। वहीं गूगल इन ऑफर्स से डिजिटल लर्निंग को बढ़ावा देना चाहता है। कंपनी का मानना है कि ये यूजर्स को स्मार्ट और तेजी से सीखने में मदद करेंगे। साथ ही, गूगल इस ऑफर के जरिए अपने AI इकोसिस्टम को स्टूडेंट्स के बीच पॉपुलर करना चाहता है, ताकि भविष्य में वो इसके लॉन्ग-टर्म यूजर्स बनें।
आखिर क्या है बगदाद बैटरी का रहस्य जिसे जानने के बाद, उड़ गया था वैज्ञानिकों के चेहरे का रंग
Baghdad Battery Mystery:यह एक प्राचीन कलाकृति है जो तीन मुख्य भागों से मिलकर बनी है जिसमें एक टेराकोटा (मिट्टी का) बर्तन: लगभग 130 मिमी (5 इंच) लंबा, एक तांबे की ट्यूब जो बर्तन के अंदर रखी गई थी और एक लोहे की छड़ शामिल थी जो तांबे की ट्यूब के अंदर लटकी हुई थी.
ISRO: लॉन्चिंग के लिए तैयार है CMS-03 सैटेलाइट, जानें कब और कहां देखें लाइव प्रसारण
ISRO CMS 03 Satellite: इस सैटेलाइट को भारत के सबसे ताकतवर रॉकेट LVM3 से अंतरिक्ष में भेजा जाएगा. इस रॉकेट ने पहले चंद्रमा पर चंद्रयान-3 जैसे बड़े और खास मिशन को भी सफलतापूर्वक भेजा है.
Elon Musk का अलर्ट...3I/ATLAS कॉमेट नहीं एलियन शिप है, दिखाए इंटेलिजेंट डिजाइन के सबूत
Interstellar Comet 3I/ATLAS: इस समय पूरी दुनिया का ध्यान अंतरतारकीय पिंड 3I/ATLAS की तरफ है. आज यह धूमकेतु सूर्य सबसे नजदीक पहुंचेगा जिसके बाद यह पता चल सकेगा कि आखिरकार यह है क्या.
टेक कंपनी वनप्लस 13 नवंबर को भारतीय बाजार में अपना नया फ्लैगशिप स्मार्टफोन वनप्लस 15 लॉन्च करने जा रही है। ये इंडिया का पहला स्मार्टफोन होगा जो स्नैपड्रैगन 8 एलीट जेन 5 प्रोसेसर के साथ आएगा। वनप्लस 15 पहला फोन है, जिसमें फोटो की क्वालिटी को बेहतर बनाने वाला डीटेलमैक्स इमेज इंजन लगाया गया है। इसके अलावा फोन में 120W चार्जिंग के साथ 7300mAh बैटरी और 16GB रैम मिलेगी। लॉन्च ईवेंट शाम 7 बजे शुरू होगा, जिसे ऑफिशियल वेबसाइट सहित ब्रांड के सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाइव देखा जा सकेगा। 13 नवंबर की रात 8 बजे से ही फोन की की सेल शुरू हो जाएगी। फोन को ऑफिशियल वेबसाइट और ई-कॉमर्स साइट से खरीदा जा सकेगा। प्रोसेसर और डीटेलमैक्स इमेज इंजन वाला पहला भारत में फोन डीटेलमैक्स इमेज इंजन: ये वनप्लस का अपना पहला इन-हाउस डिजाइन कंप्यूटेशनल इमेजिंग सॉफ्टवेयर है, जो एडवांस्ड अल्गोरिदम और पावरफुल प्रोसेसर का इस्तेमाल करके स्मार्टफोन कैमरा में ज्यादा डेटा कैप्चर और प्रोसेस करता है। ये फोटोज को ओवर-ब्यूटीफिकेशन या डिस्टॉर्शन के बिना, पूरी तरह रियल और क्लियर तरीके से पेश करता है, ताकि जूम करने पर भी डिटेल्स शार्प रहें। ये लो-लाइट में क्लीयर नाइट इंजन, फास्ट मूविंग सब्जेक्ट्स के लिए क्लीयर बर्स्ट जैसे फीचर्स के साथ HDR ऑप्टिमाइजेशन और AI-पावर्ड डिटेल बूस्ट देता है, जो फोटोज को नैचुरल और डेप्थ वाली बनाता है। क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 8 एलीट जेन 5 प्रोसेसर: ये 3 नैनोमीटर आर्किटेक्चर पर बना ऑक्टा-कोर मोबाइल CPU है, जो 4.6GHz तक की क्लॉक स्पीड पर रन कर सकता है। वनप्लस 15 के बाद इसी चिपसेट के साथ भारत में रियलमी GT 8 प्रो और आईक्यू 15 फोन भी लॉन्च होंगे। डिजाइन: तीन कलर ऑप्शन के साथ माइक्रो आर्क ऑक्सीडेशन ट्रीटमेंट वनप्लस 15 एलुमिनियम फ्रेम पर बना है, जिसमें इंडस्ट्री का पहला माइक्रो आर्क ऑक्सीडेशन ट्रीटमेंट का इस्तेमाल किया गया है। कंपनी का दावा है कि यह रॉ एलुमिनियम से 3.4 गुना ज्यादा टफ और टाइटेनियम से 1.5 गुना ज्यादा मजबूत है। मोबाइल को IP66 + IP68 + IP69 + IP69K रेटिंग प्राप्त है, जो धूल और पानी के साथ ही चाय या तेल जैसे लिक्विड गिरने पर भी फोन को सुरक्षित रखती है। फोन इनफिनिटी ब्लैक अल्ट्रा वॉयलेट और सेंड ड्यून कलर ऑप्शन के साथ आएगा। वनप्लस 15 : स्पेसिफिकेशंस डिस्प्ले: फोन में 6.78 इंच की बड़ी स्क्रीन है, जो 1.5K रेजोल्यूशन वाली है। मतलब, तस्वीरें और वीडियो बहुत क्लियर और शार्प दिखेंगी। ये एक फ्लैट (सीधी) स्क्रीन है, जो थर्ड जनरेशन के BOE Flexible Oriental OLED पैनल पर बनी है। OLED का मतलब है कि कलर्स बहुत जीवंत और ब्लैक कलर गहरा दिखेगा, और फ्लेक्सिबल होने से स्क्रीन मजबूत बनी है। स्क्रीन 144Hz रिफ्रेश रेट पर चलती है, यानी स्क्रॉलिंग या वीडियो देखते समय सब कुछ स्मूद लगेगा। ज्यादा धूप में भी 6000 nits की पीक ब्राइटनेस से स्क्रीन साफ दिखेगी। गेमिंग के दौरान ये 165Hz तक रिफ्रेश रेट दे सकता है, जिससे गेम्स और भी तेज और रिएक्टिव लगेंगे। फोन में अल्ट्रासोनिक फिंगरप्रिंट सेंसर है, जो स्क्रीन के नीचे लगा है। ये तेज, सुरक्षित और गीली उंगली पर भी अच्छा काम करता है। कैमरा: फोटोग्राफी के लिए फोन के बैक पैनल पर ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप दिया गया है। इसमें 50 मेगापिक्सल का मेन कैमरा दिया गया है, जो सोनी LYT700 सेंसर के साथ मिलकर नॉर्मल फोटोज को क्लियर और डिटेल्ड बनाता है। इसके साथ 3.5X जूम वाला 50 मेगापिक्सल का 3.5x पेरिस्कोप टेलीफोटो लेंस और 50 मेगापिक्सल का अल्ट्रा-वाइड कैमरा मिलता है। वहीं, वीडियो कॉलिंग और सेल्फी के लिए 32 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा है, जो क्लियर सेल्फी और वीडियो देता है। बैटरी और चार्जर: पावर बैकअप के लिए वनप्लस 15 में 7300mAh बैटरी मिलेगी। फोन को चार्ज करने के लिए 120W सूपर वूक फास्ट चार्जिंग तकनीक के साथ 50W एयरवूक चार्जिंग टेक्नोलॉजी दी गई है।
2000 साल बाद खुला 'सीक्रेट ताबूत'! अंदर जो मिला उसे देख फटी रह गई वैज्ञानिकों की आंखें
Science News: हाल ही में इटली में एक 2,000 साल पुराना ताबूत खोला गया. इसके अंदर एक पूरी तरह से सुरक्षित ममी मिली है. इस खोज से पुरातत्व की दुनिया में नई जानकारी मिलने की उम्मीद बढ़ गई है.
चीन में मिला 24 करोड़ साल पुराना जीवाश्म, सीलैकैंथ मछली की नई खोज से वैज्ञानिक दंग
249 Million Year old Fossil: चीन में वैज्ञानिकों को एक नई मछली मिली है जिसका नाम व्हाइटिया एनिया(Whiteia Anea)है. यह मछली कोइलाकैंथ(Coelacanth)प्रजाति की है.
Video: कैमरे में कैद हुई 1 टन वजनी और 120 फीट लंबी जेलीफिश, देखने वालों ने कहा- 'मछली है या राक्षस'
Worlds Biggest Jellyfish: सैलिश सागर के नीचे एक मछली पाई गई है जो शेर के अयाल(Lion Mane)जैसी दिखती है. दरअसर यह एक बहुत ही बड़ी जेलीफिश है जिसका एक विशाल घंटी जैसा शरीर था और इसके Tentacles कई फीट लंबे थे.
Comet 3i/atlas Live: तारों की दूसरी दुनिया से आया पूंछ वाला एक अजनबी, धरती पर हमें क्या-क्या पता है
Comet 3I/ATLAS Live Position Tracker: वीडियो देखिए आपको रोमांचक अनुभव होगा. एक पूंछ वाला चमकता अजनबी धरती से काफी दूर चला जा रहा है. पूरी दुनिया उसे देख रही है. वह कहां से आया, उसके अंदर क्या है, क्या धरती को कोई संकट है, जानिए हम धरतीवालों को क्या पता है.
19 दिसंबर को धरती के करीब होगा 3I/ATLAS, NASA ने बताया- हमें डरना चाहिए या नहीं'?
3I/ATLAS News: धूमकेतु 3I/ATLAS ने दुनिया भर के वैज्ञानिकों का ध्यान खींचा है. यह एक अंतरतारकीय धूमकेतु है जो हमारे सौरमंडल को बाहर से आया है.
ऑटोमोबाइल बाजार में डिजिटल उछाल ; GST कम होते ही चारपहिया वाहन की खोजों में तेजी
त्योहारी सीजन से पहले देशभर में दोपहिया और चारपहिया वाहनों की ऑनलाइन खोजों में ऐतिहासिक वृद्धि दर्ज की गई है। नए जीएसटी ढांचे और उपभोक्ता आत्मविश्वास में सुधार से आने वाले महीनों में बिक्री में बड़ी उछाल की संभावना जताई जा रही है।
90% घाव 4 घंटे में हो जाएगा ठीक, वैज्ञानिकों ने तैयार किया चमत्कारी जेल
Hydrogel Technology: इस तकनीक का इस्तेमाल करके गहरे जानलेवा घावों से जूझ रहे मरीजों का इलाज तेजी से किया जा सकेगा और उनकी जान भी बचाई जा सकेगी.
Cyclone Montha: बंगाल की खाड़ी में तबाही! ISRO ने दिखाई तूफान की खौफनाक फोटो, IMD का रेड अलर्ट जारी
Cyclone Montha Satellite Images: ISRO के इनसैट-3डीआर(INSAT-3DR)सैटेलाइट से हैरान कर देने वाली तस्वीरें सामने आईं हैं. इन तस्वीरों में बादलों का घूमता हुआ समूह और तूफान की घनी गोल eYE Wall दिखाई दे रही है.
इलॉन मस्क की कंपनी स्टारलिंक भारत में अपनी सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सर्विसेज लॉन्च करने जा रही है। इसके लिए कंपनी 30 और 31 अक्टूबर को मुंबई में डेमो रन करेगी। यह सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सर्विस शुरू करने के लिए रेगुलेटरी क्लियरेंस का बड़ा स्टेप है। न्यूज एजेंसी PTI ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि इस डेमो के दौरान प्रोविजनल स्पेक्ट्रम का इस्तेमाल होगा, जो अभी टेम्पररी तौर पर अलॉट किया गया है। लॉ एनफोर्समेंट एजेंसीज, मतलब पुलिस और सिक्योरिटी वाले लोग इसे क्लोजली वॉच करेंगे। ये टेस्ट मुख्य रूप से दो चीजों पर फोकस करेंगे: ऑफिस का मंथली रेंट ₹3.52 लाख से ज्यादा इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, स्टारलिंक सैटेलाइट कम्युनिकेशंस ने चांदिवली के कॉमर्शियल बिल्डिंग बूमरैंग के ग्राउंड फ्लोर पर 1,294 वर्ग फीट स्पेस किराए पर लिया है। लीज 14 अक्टूबर से शुरू होकर 5 साल की है। मंथली रेंट ₹3.52 लाख से ज्यादा है और हर साल 5% की बढ़ोतरी होगी। कंपनी ने ₹31.7 लाख का सिक्योरिटी डिपॉजिट जमा किया है। यानी, बिजनेस सेटअप हो चुका है, अब बस फाइनल अप्रूवल की जरूरत है। स्टारलिंक के आने से प्राइसेज कम हो सकते हैं भारत का सैटेलाइट ब्रॉडबैंड मार्केट अभी नया-नया है। जियो, एयरटेल जैसी कंपनियां भी इसमें कूद रही हैं, लेकिन स्टारलिंक की टेक्नोलॉजी ग्लोबल लेवल की है। स्टारलिंक के भारतीय बाजार में आने से कॉम्पिटिशन बढ़ेगा, प्राइसेस कम हो सकते हैं और कनेक्टिविटी बेहतर होगी। स्टारलिंक क्या है और ये खास क्यों है? स्टारलिंक, स्पेसएक्स का प्रोजेक्ट है, जो सैटेलाइट्स के जरिए हाई-स्पीड इंटरनेट देता है। इसके सैटेलाइट्स पृथ्वी के करीब घूमते हैं, जिससे इंटरनेट तेज और स्मूथ चलता है। ये खासकर उन इलाकों के लिए फायदेमंद है, जैसे गांव या पहाड़, जहां आम इंटरनेट नहीं पहुंचता। स्टारलिंक को लाइसेंस मिलने में इतना वक्त क्यों लगा? स्टारलिंक 2022 से कोशिश कर रही थी, लेकिन सिक्योरिटी चिंताओं की वजह से देरी हुई। भारत सरकार ने डेटा सिक्योरिटी और कॉल इंटरसेप्शन जैसी शर्तें रखी थीं। स्टारलिंक ने इन शर्तों को माना, और मई 2025 में लेटर ऑफ इंटेंट मिलने के बाद लाइसेंस मिल गया। आम लोगों को क्या फायदा होगा? स्टारलिंक से गांवों और दूर-दराज के इलाकों में इंटरनेट पहुंचेगा। इससे ऑनलाइन एजुकेशन, टेलीमेडिसिन, और बिजनेस को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही, टेलीकॉम मार्केट में कॉम्पिटिशन बढ़ने से सस्ते और बेहतर प्लान्स मिल सकते हैं।
Science Latest News: वैज्ञानिकों ने हाल ही में 2 बड़ी खोजें की हैं जो बता सकते हैं सूर्य के कोरोना का तापमान सतह से इतना ज्यादा क्यों है. आइए इसके बारे में और जानते हैं.
पाकिस्तान में हलचल! आसमान में दिखी अजीब-डरावनी रोशनी, लोगों का लगा मिसाइल अटैक लेकिन निकला कुछ और
Mysterious Glow in Pakistan: पाकिस्तान के लोगों और सुबह जल्दी जागने वालों ने एक अद्भुत नजारे के बारे में बताया जिसमें आसमान में अजीब और शानदार रंग चमक रहे थे. पड़ोसी मुल्क के लोग इसे देखकर दंग रह गए.
अमेरिका कुछ तो छिपा रहा है...समुद्र के अंदर दिखे 9000 चमकते UFO, सेना ने जारी किया अलर्ट
UFO in Sea: अमेरिकी तटों के पास हजारों रहस्यमय अज्ञात पनडुब्बी वस्तुएं देखी गई हैं. इस साल 9,000 से ज्यादा ऐसी घटनाएं रिपोर्ट की गई हैं. इन घटनाओं में समुद्र में गायब होती चमकती रोशनियां भी शामिल हैं.
ब्रह्मांड का महाविनाश! 3 अरब साल बाद नींद से जागा 'Zombie Star', पूरा ग्रह निगल रहा है ये तारा
Zombie Star in Universe: वैज्ञानिकों ने एक सफेद बौने तारे को देखा है जो अरबों साल बाद भी एक ग्रह के बचे हुए टुकड़ों को निगल रहा है. इस घटना से पता चलता है कि Planet System के जीवन के अंतिम चरण में भी Unusual Activity हो सकती है जिसकी उम्मीद नहीं की गई थी.
Mars: भारतीय वैज्ञानिकों की अनोखी खोज, मंगल जैसे हालात में जिंदा रही 'बेकरी यीस्ट'
Science News: भारतीय वैज्ञानिकों ने साबित कर के दिखा दिया है कि बेकरी यीस्ट या Baking Yeast भी मंगल जैसी मुश्किल परिस्थितियों में जिंदा रह सकती है. इन मुश्किल हालातों में तेज झटकेदार तरंग और जहरीले नमक शामिल है.
Lost Cities: इटली में झील में मिला 3000 साल पुराना 'डूबा गांव', नीचे छिपे थे 600 खंभे और...
Lost Cities: मेजानो झील(Lake Mezzano)के शांत पानी के नीचे वैज्ञानिकों को ब्रॉन्ज एज का एक पुराना खोया हुआ गांव मिला है. यह पूरा गांव आग ज्वालामुखी की वहज से दबकर वहीं सुरक्षित हो गया था.
Science News: एक बहुत बड़ा अंतरिक्षयान या Spacecraft, जो पूरी इंसानियत के भविष्य को हमेशा के लिए बदल सकता है. इसका विचार यह है कि हम हमेशा को लिए धरती को पीछ छोड़ दें. इसमें जाने वाले लोग कभी लौटकर वापस नहीं आएंगे.
हिंद महासागर में खामोशी तोड़ेगा ISRO का 'महाबली' CMS-03, बनेगा Indian NAVY के लिए गेमचेंजर
ISRO new Satellite Launch: ISRO जल्द ही एक सैटेलाइट लॉन्च करने वाला है जिसका नाम CMS-03 है. यह पूरे देश में बेहतर फोन और इंटरनेट कनेक्शन देने में मदद करता है.
एपल का मार्केट कैप पहली बार 4 ट्रिलियन डॉलर यानी 353 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंच गया है। यह आंकड़ा भारत की GDP के बराबर है। IMF के मुताबिक भारत की GDP अभी 4.13 ट्रिलियन डॉलर यानी 364 लाख करोड़ रुपए है। एनवीडिया और माइक्रोसॉफ्ट के बाद एपल तीसरी कंपनी है, जिसने यह आंकड़ा पार किया है। एनवीडिया 4.71 ट्रिलियन डॉलर (415 लाख करोड़ रुपए) की मार्केट वैल्यू के साथ दुनिया की सबसे वैल्यूएबल कंपनी है। माइक्रोसॉफ्ट दुनिया की दूसरी सबसे वैल्यूएबल कंपनी है। इसका मार्केट कैप 4.06 ट्रिलियन डॉलर यानी 358 लाख करोड़ रुपए है। आईफोन-17 की लॉन्चिंग के बाद एपल का शेयर 15% चढ़ा 28 अक्टूबर को एपल का शेयर कारोबार के दौरान 269.87 डॉलर के अपने डे हाई पर पहुंच गया था। जिसके चलते कंपनी का मार्केट कैप बढ़कर पहली बार 4 ट्रिलियन डॉलर के पार पहुंच गया। अभी कंपनी का शेयर 0.11% की गिरावट के साथ 268.51 डॉलर यानी 23,698 रुपए पर कारोबार कर रहा है। 9 सितंबर को लॉन्च हुई आईफोन-17 सीरीज की वजह से एपल की मार्केट वैल्यूएशन बढ़ी है। आईफोन-17 सीरीज की लॉन्चिंग के बाद से अब तक एपल का शेयर 15% चढ़ा है। तब कंपनी का शेयर 234 डॉलर यानी 20,653 रुपए पर था। इस साल की शुरुआत में कंपनी का शेयर नेगेटिव था, लेकिन अब पॉजिटिव हो गया है। आईफोन 17 की सेल पिछले मॉडल से 14% ज्यादा रही काउंटरपॉइंट रिसर्च के डेटा के मुताबिक, अमेरिका और चीन में आईफोन 17 की सेल पिछले मॉडल से 14% ज्यादा रही। एवरकोर ISI जैसे ब्रोकरेज को लगता है कि सितंबर तिमाही के नतीजे उम्मीद से बेहतर आएंगे और दिसंबर का फोरकास्ट भी बेहतर होगा। एपल का शेयर AI की वजह से दबाव में था रिपोर्ट्स के मुताबिक, एपल AI रेस में थोड़ा स्लो है, जिससे शेयर पर दबाव था। एपल इंटेलिजेंस सूट और ChatGPT इंटीग्रेशन तो आया, लेकिन सिरी का AI अपग्रेड अगले साल तक टल गया। कई सीनियर AI एग्जीक्यूटिव्स मेटा चले गए। कंपनी अल्फाबेट के जेमिनी, एंथ्रोपिक और ओपन AI से पार्टनरशिप की बात कर रही है। जैकारेली ने कहा, 'AI स्ट्रैटजी साफ नहीं है, ये स्टॉक पर बोझ है। अगर कंज्यूमर्स को एक्साइट करने वाला AI फीचर ला दें, तो कंपनी का पूरा गेम बदल जाएगा।' अप्रैल-जून तिमाही में एपल ने सालों का बेस्ट रिजल्ट दिया। कंपनी ने सभी सेगमेंट में डबल-डिजिट ग्रोथ हासिल की है। 30 अक्टूबर को चौथी तिमाही के नतीजे आने वाले हैं। ------------------------------- ये खबर भी पढ़ें... सबसे पतला आईफोन लॉन्च, कीमत ₹1.20 लाख: आईफोन-17 सीरीज में 4 फोन आएंगे, हार्ट रेट बताने वाला पहला एयरपॉड भी लॉन्च एपल ने अपने सालाना इवेंट 'ऑव ड्रॉपिंग' में अपना सबसे पतला आईफोन लॉन्च किया। आईफोन एयर 5.6mm पतला है। इसकी शुरुआती कीमत 1.20 लाख रुपए है। इवेंट में आईफोन 17, आईफोन 17 प्रो और आईफोन 17 प्रो मैक्स भी लॉन्च किया गया है। प्रो वैरिएंट में अब तक की सबसे बड़ी आईफोन बैटरी मिलेगी। पूरी खबर पढ़ें...
मिल गया गंजेपन का इलाज! 21 दिन में आ जाएंगे 'राधे भैया' जैसे घने लहराते बाल
Hair Growth Serum:शोधकर्ताओं ने शुरू में यह देखा कि जब त्वचा को हल्की-सी चोट या सूजन होती है, तो कभी-कभी हाइपरट्रिकोसिस नामक स्थिति उत्पन्न होती है, जिससे उस क्षेत्र में सामान्य से अधिक बाल उग आते हैं. इसी एनालिसिस ने उन्हें रिसर्च की दिशा दी.
NASA New Planet Discovery News: क्या ब्रह्मांड में भी पृथ्वी जैसा जीवन मौजूद है. यह सवाल सदियों में लोगों के जेहन में घूमता रहा है लेकिन कभी इसका सही जवाब नहीं मिला. अब नासा का दावा है कि उसने ब्रह्मांड में 2 नए सूरज और पृथ्वी की तरह दिखने वाले 3 नए ग्रहों की खोज की है.
हवा में उड़ती है ये ट्रेन, पटरी से इतनी ऊंचाई पर भरती है रफ्तार
Maglev train:मैग्लेव ट्रेन की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह पटरियों को छूती नहीं है.यह शक्तिशाली इलेक्ट्रोमैग्नेट्स का इस्तेमाल करके पटरी (यानी गाइडवे) से कुछ मिलीमीटर ऊपर हवा में तैरती है.
एक नहीं दो चांद हैं धरती के पास? सूर्य की करता है परिक्रमा, वैज्ञानिकों ने की बड़ी खोज
Quasi-Moon 2025 PN7: वैज्ञानिकों ने हाल ही में एक नई स्टडी में ऐसे क्षुद्रग्रह की खोज की है, जो पृथ्वी की कक्षा के साथ-साथ चलता है, लेकिन पृथ्वी की गुरुत्वाकर्षण शक्ति से पूरी तरह बंधा नहीं है. इसका नाम क्वासी-मून 2025 PN7 है.
अब आप चैटजीपीटी से फ्री में अनलिमिटेड चेट कर सकेंगे, इमेज बना सकेंगे और अपलोड भी कर सकेंगे। क्योंकि, ओपनएआई ने भारत में 'चैटजीपीटी गो' का सब्सक्रिप्शन प्लान एक साल के लिए फ्री कर दिया है। ये ऑफर 4 नवंबर 2025 से भारतीय यूजर्स के लिए एक्टिव होगा। चैटजीपीटी गो ओपनएआई का मिड-लेवल प्रीमियम प्लान है। कंपनी का कहना है कि भारत उसका दूसरा सबसे बड़ा और सबसे तेज बढ़ने वाला मार्केट है। कंपनी ने गूगल और पर्प्लेक्सिटी के फ्री प्लान के जवाब में आज (28 अक्टूबर) नए प्लान का ऐलान किया है। गूगल ने अपने AI प्रो मेंबरशिप (₹19,500 सालाना) को स्टूडेंट्स के लिए एक साल फ्री किया है। वहीं, पर्प्लेक्सिटी ने भी एयरटेल के साथ मिलकर अपना प्रीमियम प्लान फ्री देना शुरू किया है। अल्टमेन ने कहा- भारत AI में सबसे तेज बढ़ने वाला मार्केट ओपनएआई के VP और चैटजीपीटी हेड निक टरले ने कहा, 'भारत में चैटजीपीटी गो लॉन्च करने के बाद से यूजर्स की क्रिएटिविटी देखकर मजा आ रहा है। हमारे पहले DevDay एक्सचेंज इवेंट से पहले, हम इसे एक साल फ्री कर रहे हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग एडवांस्ड AI का फायदा उठा सकें।' CEO सैम ऑल्टमैन ने कहा, 'भारत न सिर्फ हमारा दूसरा सबसे बड़ा मार्केट है, बल्कि सबसे तेज बढ़ने वाला भी।' आइए, चैटजीपीटी के नए प्लान की पूरी डिटेल समझते हैं... 1. चैटजीपीटी गो क्या है और इसमें क्या-क्या मिलेगा? जवाब: चैटजीपीटी गो ओपनएआई का एक प्रीमियम सब्सक्रिप्शन है, जो चैटजीपीटी का एडवांस्ड वर्जन है। नॉर्मल फ्री वर्जन में तो मैसेज लिमिट कम होती है, इमेज जेनरेट करने की संख्या सीमित रहती है और पर्सनलाइज्ड चैट्स में मेमोरी भी छोटी होती है, लेकिन गो वर्जन में सब कुछ सुपरचार्ज्ड है। 2. अभी क्या कीमत और कितने का फायदा होगा? जवाब: वर्तमान में ये सब्सक्रिप्शन भारत में 399 रुपए प्रति महीने का है, लेकिन 4 नवंबर से ये एक साल के लिए फ्री हो जाएगा। यानी 4,788 रुपए का फायदा। ये ऑफर मौजूदा गो सब्सक्राइबर्स के लिए भी लागू होगा। मतलब अगर आप पहले से पे कर रहे हैं, तो वो अमाउंट रिफंड या क्रेडिट मिल सकता है। 3. कैसे साइन अप करें? 4. ओपनएआई का ये कदम क्यों? चैटजीपीटी गो लॉन्च होने के बाद से भारत में पेड सब्सक्रिप्शंस दोगुने से ज्यादा हो गए हैं। ये फ्री ऑफर यूजर्स को ज्यादा एंगेज करने और मेट्रो सिटीज के बाहर AI को पहुंचाने के लिए है। कंपनी का 'इंडिया-फर्स्ट' अप्रोच और इंडिया AI मिशन से मैच करता है। निक टरले ने कहा, 'हम उत्साहित हैं कि यूजर्स इन टूल्स से क्या-क्या बनाएंगे, सीखेंगे और अचीव करेंगे।' 5. यूजर्स को क्या फायदा? क्यों है ये गेम-चेंजर? ओपनएआई का कहना है कि ये ऑफर भारत को AI डेमोक्रेटाइज करने की दिशा में बड़ा कदम है। पहले से ही भारत चैटजीपीटी का दूसरा सबसे बड़ा मार्केट है और ये ऑफर इसे और तेजी से बढ़ाएगा।
First Time Baby PlanetWISPIT 2b:नासा की खबर के मुताबिक, वैज्ञानिकों ने पहली बार एक युवा तारे WISPIT 2 की रिंग में बेबी प्लैनेट WISPIT 2b की सीधी फोटो ली है. जो50 लाख साल का बेबी प्लैनेट है. जो जूपिटर से 5 गुना बड़ा है. और धरती से 1000 गुना छोटी उम्र का है. जानें पूरी कहानी.
दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी इलॉन मस्क की कंपनी XAI ने AI-पावर्ड एन्साइक्लोपीडिया लॉन्च किया है। इसका नाम ग्रोकिपीडिया है, जो विकिपीडिया को सीधी टक्कर देगा। 27 अक्टूबर को लॉन्च होते ही ग्रोकिपीडिया की वेबसाइट क्रैश हो गई थी, लेकिन अब ये ठीक हो गई है। मस्क इसे ट्रुथफुल और बायस-फ्री ऑप्शन बता रहे हैं। ट्रुथ-सीकिंग नॉलेज बेस होने का दावा ये विकिपीडिया जैसा ही दिखता है। मस्क को विकिपीडिया पर आइडियोलॉजिकल नैरेटिव्स और प्रोपगैंडा का शक था, इसलिए उन्होंने ये ट्रुथ-सीकिंग नॉलेज बेस बनाया। ये xAI के Grok AI चैटबॉट से पावर्ड है, जो रीयल-टाइम डेटा पर ट्रेन हुआ है। ग्रोकिपीडिया का इंटरफेस सिंपल है- होमपेज पर Grokipedia v0.1 लिखा है और एक सर्च बार है। अभी ये बीटा वर्जन है, लेकिन मस्क कहते हैं कि वर्जन 1.0 इससे 10 गुना बेहतर होगा। अब 3 सवालों के जवाब में जानें ग्रोकिपीडिया की डिटेल्स… सवाल 1: ग्रोकिपीडिया के खास फीचर्स क्या हैं? जवाब: ये xAI के Grok मॉडल से चलता है, जो कंटेंट को ऑटोमेटेड तरीके से जनरेट, फैक्ट-चेक और एडिट करता है। इसमें लिमिटेड ह्यूमन इंटरवेंशन है। ये फास्ट, ज्यादा फैक्चुअल और कम पॉलिटिकली बायस्ड इंफो देता है। यूजर्स डायरेक्ट एडिट नहीं कर सकते, लेकिन गलतियां रिपोर्ट कर सकते हैं। सवाल 2: कंटेंट लाइब्रेरी कितनी बड़ी है और कहां से आई? जवाब: अभी ग्रोकिपीडिया पर 8.85 लाख से ज्यादा आर्टिकल्स मौजूद है। ज्यादातर कंटेंट क्रिएटिव कॉमन्स एट्रीब्यूशन-शेयरअलाइक 4.0 लाइसेंस के तहत विकिपीडिया से लिया गया है। विकिपीडिया क्राउड-सोर्स्ड है। एडिटोरियल पॉलिसीज और ओपन डिस्कशन फोरम्स के साथ ग्लोबल वॉलंटियर्स आर्टिकल्स लिखते और मेंटेन करते हैं। ग्रोकिपीडिया AI-ड्रिवन है। ऑटोमेशन से कंटेंट बनता है। मस्क कहते हैं कि ग्रोकिपीडिया वेरिफायबल फैक्ट्स पर फोकस्ड है, जबकि विकिपीडिया बायस्ड है। कुल मिलाकर, क्राउड से AI की तरफ शिफ्ट। सवाल 3: ग्रोकिपीडिया के आगे क्या प्लान्स हैं? जवाब: अभी ग्रोकिपीडिया का v0.1 वर्जन लॉन्च किया गया है। मस्क का कहना है कि v1.0 10 गुना बेहतर होगा। आने वाले समय में आर्टिकल्स की संख्या भी बढ़ेगी।
टाटा मोटर्स की मोस्ट अवेटिंग SUV टाटा सिएरा भारतीय बाजार में अगले महीने लॉन्च होने जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो कंपनी कार को नवंबर-2025 के अंत तक लॉन्च कर सकती है। इसे कई बार टेस्टिंग के दौरान सड़कों पर देखा जा चुका है। सिएरा को ICE और EV दोनों अवतार में पेश किया जाएगा और सबसे पहले इस SUV कार का ICE वर्जन लॉन्च होगा। कार में 360 कैमरा और लेवल-2 एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) जैसे सेफ्टी फीचर मिलेंगे। टाटा सिएरा की एक्स-शोरूम कीमत करीब 11 लाख रुपए से शुरू हो सकती है। इसका मुकाबला हुंडई क्रेटा, किआ सेल्टोस, स्कोडा कुशाक, फोक्सवैगन टाइगन, मारुति ग्रैंड विटारा, होंडा एलिवेट और MG एस्टर से रहेगा।
लावा इंटरनेशनल ने आज (27 अक्टूबर) भारत में नया स्मार्टफोन लावा शार्क 2 लॉन्च कर दिया है। फोन IP54 डस्ट और वाटर रेटिंग के साथ पेश किया गया है यानी फोन धूल और पानी के छीटों से सुरक्षित है। हालांकि, फोन पानी में डुबने पर खराब हो सकता है। इसके अलावा, फोन में 50MP कैमरा और 5000mAh बैटरी मिलेगी। भारतीय मोबाइल कंपनी ने इसे बजट सेगमेंट में 4GB रैम + 64GB स्टोरेज वाले सिंगल वैरिएंट के साथ उतारा है और इसकी कीमत 7,500 रुपए रखी है। फोन पर 750 रुपए का कैश डिस्काउंट भी मिलेगा। फोन ऑनलाइन नहीं मिलेगा, इसे ऑफलाइन मोबाइल की दुकान से ही खरीदा जा सकेगा। डिजाइन: आईफोन 16 प्रो मैक्स से इन्सपायर्ड डिजाइन लावा शार्क 2 का लुक आईफोन 16 प्रो मैक्स से मिलता-जुलता है। इसके बैक पैनल पर एक स्क्वायर शेप का कैमरा मॉड्यूल है, जो आईफोन से इंस्पायर्ड है। इस मॉड्यूल में तीन कैमरा लेंस और एक LED फ्लैश है। कैमरा सेंसर का प्लेसमेंट बिल्कुल आईफोन 16 प्रो मैक्स जैसा है, लेकिन फ्लैश को थोड़ा अलग तरीके से रखा गया है। फोन के राइट साइड में वॉल्यूम बटन और पावर बटन हैं, जबकि बाईं साइड में सिम स्लॉट है। नीचे की तरफ USB टाइप-C पोर्ट, स्पीकर ग्रिल और 3.5mm हेडफोन जैक मिलता है। ये फोन ऑरोरा गोल्ड और एक्लिप्स ग्रे कलर में अवेलेबल है। लावा शार्क 2: स्पेसिफिकेशंस डिस्प्ले: फोन में 720x1612 पिक्सल रेजोल्यूशन वाला 6.75 इंच का HD+ डिस्प्ले दिया गया है। एमोलेड पैनल पर बनी ये स्क्रीन 120Hz रिफ्रेश रेट पर काम करती है। इसमें पंच होल कटआउट नॉच डिजाइन दिया गया है, जिससे इसका स्क्रीन-टू-बॉडी रेश्यो 93.5% है। कैमरा: फोटोग्राफी के लिए लावा शार्क 2 के बैक पैनल पर LED फ्लैश के साथ ट्रिपल कैमरा सेटअप दिया गया है। इसमें AI फीचर्स से लैस 50 मेगापिक्सल का प्राइमरी कैमरा दिया गया है, जो अल्ट्रा-वाइड लेंस और डेप्थ लेंस के साथ मिलकर काम करता है। वहीं, इसमें सेल्फी और वीडियो कॉल के लिए 8 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा दिया गया है। प्रोसेसर, ऑपरेटिंग सिस्टम और स्टोरेज: परफॉर्मेंस के लिए फोन में ऑक्टा-कोर यूनिसोक T7250 चिपसेट दिया गया है। इसका AnTuTu स्कोर 3,75,000+ है, जो लाइट गेमिंग और डेली की मल्टीटास्किंग के लिए ठीक है। इसमें 4GB रैम + 64GB स्टोरेज मिलेगी। कंपनी ने फोन को 4GB वचुर्अल रैम तकनीक से भी लैस किया है, जो फिजिकल रैम के साथ जुड़कर इस शार्क 2 को 8GB रैम (4GB+4GB) की ताकत देगी। फोन में 64GB इंटरनल स्टोरेज मिलेगा। लावा शार्क 2 आउट ऑफ द बॉक्स एंड्रॉयड 15 के साथ आता है। बैटरी और चार्जर: पावर बैकअप के लिए फोन में 5000mAh की बैटरी दी गई है जो कि 18W फास्ट चार्जिंग का सपोर्ट करती है।
माइक्रोसॉफ्ट के CEO सत्या नडेला ने कहा है कि वे अब AI असिस्टेंट कोपायलट के फीचर्स के यूज के बिना अपना काम नहीं कर पा रहे हैं। नडेला ने हाल ही में X पर एक वीडियो शेयर कर कोपायलट की अपनी तीन पसंदीदा फीचर्स बताए हैं . ये फीचर्स उनकी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ के लिए जरूरी हो गए हैं। उन्होंने कोपायलट के एक फीचर की तुलना टचस्क्रीन के आने जैसे बड़े आविष्कार से की है। सत्या नडेला ने बताए कोपायलट के तीन पसंदीदा फीचर्स 1. विंडोज पर वॉइस-एक्टिवेटेड कोपायलट: नडेला के लिए सबसे पसंदीदा फीचर है विंडोज पर वॉइस-एक्टिवेटेड कोपायलट। यानी, अब सिर्फ आवाज से ही कोपायलट तुरंत एक्टिवेट हो जाता है। नडेला ने कहा कि कंप्यूटर से बातचीत करने का यह सबसे शानदार तरीका है, और इसकी तुलना उन्होंने टच टेक्नोलॉजी के आने से की। उन्होंने इसे अपना नया माउस बताया, जो आवाज से चलता है। 2. Mico AI असिस्टेंट: नडेला का दूसरा पसंदीदा फीचर Mico है, जो कोपायलट के लिए एक नया कैरेक्टर इंटरफेस है। नडेला ने इसकी तारीफ करते हुए कहा कि Mico AI से बातचीत करने के तरीके को बदल देता है, क्योंकि अब बात करने के लिए एक चेहरा मिल जाता है। Mico AI न सिर्फ जानकारी नहीं देता, बल्कि आपको सवाल पूछ-पूछकर किसी भी विषय को गहराई से सिखाता है। नडेला ने बताया कि उन्होंने और उनकी बेटी ने मिस्र की पौराणिक कथाओं को समझने के लिए Mico का इस्तेमाल किया। 3.पर्सनल लाइफ में मदद: नडेला ने तीसरे नंबर पर कोपायलट की योजना बनाने, सीखने और कॉर्डिनेटिंग क्षमताओं को रखा है। नडेला ने कहा कि ये क्षमताएं उन्हें अपनी जटिल काम और जीवन की मांगों को संभालने और स्वस्थ बने रहने में मदद करती हैं। नडेला ने अंत में कहा कि ये तीन फीचर्स उनके रोजमर्रा के काम का हिस्सा बन गए हैं।
अगर आप ओप्पो 30 से 35 हजार की रेंज में नया स्मार्टफोन खरीदने की सोच रहे हैं। तो ओप्पो ने भारत में नया स्मार्टफोन ओप्पो F31 प्रो+ लॉन्च किया है। फोन मार्केट में आते ही अपनी स्ट्रांग बिल्ड क्वालिटी को लेकर सुर्खियां बटोर रहा है। फोन एक महीने यूज करने के बाद हमने इसे परखा है और इसकी खूबियों व खामियों को जाना है। तो चलिए जानते हैं 31,999 रुपए की शुरुआती कीमत वाला यह फोन वनप्लस नोर्ड 5, रियलमी 15 प्रो और आईक्यू नियो 10 जैसे स्मार्टफोन्स को कितनी टक्कर देता है। डिजाइन: मिलिट्री ग्रेड सर्टिफिकेशन के साथ 360 आर्मर बॉडी सबसे पहले बात डिजाइन की तो ओप्पो F31 प्रो+ में 360 आर्मर बॉडी दी गई है, जो मिलिट्री ग्रेड सर्टिफिकेशन के साथ आती है। हमने इसे उछाला, फेंका, लेकिन फ्रेम और डिस्प्ले पर कोई खरोंच नहीं आई। वॉटरप्रूफिंग के लिए इसे IP69, IP68, और IP66 रेटिंग मिली है। हमने शॉवर में टेस्ट किया लेकिन फोन को कुछ नहीं हुआ। कंपनी का दावा है कि यह पानी, चाय, कॉफी जैसे 18 तरह के लिक्विड से सुरक्षित है। फोन में AM04 एलुमिनियम अलॉय फ्रेम और डायमंड-कट कैमरा रिंग है। यह जेस्टोन ब्लू, हिमालयन वाइट और फेस्टिवल पिंक कलर में आता है। हमने जेमस्टोन ब्लू टेस्ट किया, जिसकी थिकनेस 7.7mm और वजन 195 ग्राम है। ग्रिप अच्छी है, लेकिन सिंगल-हैंड में थोड़ा भारी लग सकता है। डिस्प्ले: 120Hz रिफ्रेश रेट के साथ 6.8-इंच की फुल HD+ स्क्रीनडिस्प्ले की बात करें तो फोन में 28001280 रेजोल्यूशन वाली 6.8-इंच की फुल HD+ डिस्प्ले दी गई है। इसका स्क्रीन-टू-बॉडी रेश्यो जो 93.5% का है। स्क्रीन साइज औसत से कुछ बड़ा है, जिसे सिंगल हैंड यूज करने के दौरान हल्की-फुल्की परेशानी होती है। फ्लेट एमोलेड पैनल वाली स्क्रीन पर 120Hz रिफ्रेश रेट और 1600nits ब्राइटनेस मिलती है। स्क्रालिंग में यह काफी स्मूथ है और डिस्प्ले में हर तरह के रंग पंची नजर आते हैं। स्क्रीन सभी कलर्स को इन्हांस करके दिखाती है, जिससे फोटोज, वीडियो और ग्राफिक्स अटरेक्टिव लगते हैं। कैमरा: 10x जूम के साथ 50 मेगापिक्सल मेन OIS सेंसर फोन डुअल रियर कैमरा सपोर्ट करता है। इसके बैक पैनल पर LED फ्लैश के साथ 50 मेगापिक्सल मेन OIS सेंसर दिया गया है, जिसके साथ 2 मेगापिक्सल मोनोक्रोम लेंस मिलता है। फोन का कैमरा 10x जूम के साथ ऑटो फोकस तकनीक से लैस है। वहीं, सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए इसमें 32 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा दिया गया है। फ्रंट कैमरा दिन की रोशनी में अच्छी सेल्फी और बोके इफेक्ट देता है। डेप्थ इफेक्ट औसत से बेहतर है और AI फीचर्स सेल्फी को बेहतर बनाते हैं, लेकिन 30 हजार से ज्यादा की कीमत में 32MP सेंसर कमजोर लगता है, क्योंकि रियलमी P4 प्रो, नथिंग फोन 3a और मोटोरोला एज 60 प्रो जैसे 25 हजार से कम के फोन 50MP फ्रंट कैमरा देते हैं। 50MP मेन + 2MP मोनोक्रोम रियर कैमरा दिन में वाइब्रेंट फोटो लेता है, धूप-छांव को अच्छे से बैलेंस करता है। लेकिन रात की फोटो में रंग फीके और टेक्स्ट की रीडेबिलिटी कमजोर रहती है। मोबाइल से जूम करके खींची गई फोटोज का रिजल्ट ज्यादा सही नहीं रहा। फोटो में पिक्सल फट रहे थे और यहां AI बूस्ट ने भी सही काम नहीं किया। परफॉर्मेंस: स्नैपड्रैगन 7 जेन 3 प्रोसेसर के साथ सुपर कूल VC सिस्टमफोन में परफॉर्मेंस के लिए स्नैपड्रैगन 7 जेन 3 प्रोसेसर है, जो 4nm पर बना है और 1.8G गीगाहर्ट्ज से 2.63 गीगाहर्ट्ज की स्पीड देता है। हमने BGMI, COD और रियल रेसिंग 3 जैसे गेम टेस्ट किए। आधे घंटे के गेमप्ले में परफॉर्मेंस ठीक रही, लेकिन इस प्राइस रेंज में और बेहतर की उम्मीद थी। सुपर कूल VC सिस्टम और डुअल इंजन फ्लूएंसी सिस्टम गेमिंग के दौरान फोन को ठंडा रखने में मदद करते हैं। कंपनी 72 महीने लैग-फ्री परफॉर्मेंस का दावा करती है। बैटरी: बायपास चार्जिंग टेक्नोलॉजी के साथ 7000mAh बैटरी ये कंपनी F सीरीज का पहला स्मार्टफोन है, जो 7000mAh बैटरी के साथ आया है। इसमें 30 मिनट तक ऑनलाइन यूट्यूब वीडियो स्ट्रीम करने पर बैटरी सिर्फ 2% कम हुई। स्मार्टफोन बायपास चार्जिंग टेक्नोलॉजी सपोर्ट करता है, जो हैवी परफॉर्मेंस या गेमिंग के दौरान बैटरी की जगह सीधे डिवाइस को पावर सप्लाई देती है और इससे फोन हीट नहीं होता है। ओपो स्मार्टफोन में 5 साल की बैटरी हेल्थ देने का दावा करती है। ओपो F31 प्रो प्लस 80W सुपर वूक फास्ट चार्जिंग तकनीक से लैस है। टेस्टिंग में इसने फोन को 20% से 100% फुल चार्ज करने के 57 मिनट का समय लिया। मोबाइल रिवर्स चार्जिंग भी सपोर्ट करता है, जिससे आप इयरबड्स या स्मार्टवॉच भी चार्ज कर सकते हैं। फाइनल वर्डिक्टकुल मिलाकर, ओप्पो F31 प्रो+ मजबूत डिजाइन और पावरफुल बैटरी के लिए अच्छा है। अगर आप रफ यूज करते हैं या लंबा बैकअप चाहते हैं, तो यह ठीक रहेगा। लेकिन गेमिंग और कैमरा में यह इस कीमत में थोड़ा पीछे रह जाता है। रियलमी 15 प्रो, वनप्लस नोर्ड 5 और पोको F7 जैसे फोन बेहतर प्रोसेसर और परफॉर्मेंस देते हैं। इसके 8GB रैम वैरिएंट की कीमत 32,999 रुपए और 12GB रैम वैरिएंट की कीमत 34,999 रुपए है। आपकी जरूरतों के हिसाब से डिसाइड करें।
छठ पर्व के पहले दिन आज यानी, 25 अक्टूबर को IRCTC की वेबसाइट और एप डाउन हो गए। लोगों को सुबह 10 बजे से रेल टिकट बुक करने में परेशानी हो रही है। इससे पहले दिवाली पर भी IRCTC की वेबसाइट और एप डाउन हो चुके हैं। आउटेज ट्रैकिंग प्लेटफॉर्म डाउन डिटेक्टर के मुताबिक सुबह 9:00 बजे से लोगों ने साइट और एप डाउन होने की शिकायत दर्ज करानी शुरू कर दी थी। सुबह 10 बजे करीब 180 लोगों ने इसे रिपोर्ट किया था। सोशल मीडिया पर भी लोग वेबसाइट डाउन होने की शिकायत करते रहे। डाउन डिटेक्टर के मुताबिक वेबसाइट पर 45%, एप पर 51% लोगों ने शिकायतें की हैं। हालांकि अभी डाउन डिटेक्टर पर वेबसाइट और एप डाउन होने की शिकायतें घट गई हैं। तत्काल बुकिंग के समय से पहले डाउन हुआ IRCTC IRCTC पर सुबह 10 बजे AC क्लास के लिए तत्काल टिकट बुक करने का टाइम होता है। जबकि स्लीपर क्लास के लिए तत्काल टिकट बुक करने का समय 11 बजे होता है। आईआरसीटी के टिकटिंग प्लेटफॉर्म तत्काल बुकिंग खुलने के समय ही डाउन हो गए। छठ के लिए तत्काल कोटे से बुकिंग करने वाले लोगों को परेशान होना पड़ा। IRCTC पर रोजाना करीब 12.5 लाख टिकटों की सेल होती है। IRCTC की वेबसाइट डाउन होने पर क्या करें IRCTC वेबसाइट डाउन होने पर यूजर्स कस्टमर केयर नम्बर 14646,08044647999 और 08035734999 पर कॉल कर सकते हैं। ईमेल etickets@irctc.co.in के माध्यम से भी अपनी परेशानी बता सकते हैं। अगर अर्जेंट हो तो काउंटर पर जाकर टिकट बुक करा सकते हैं। ऑनलाइन रेलवे टिकट बुकिंग की प्रोसेस स्टेप 1: IRCTC अकाउंट बनाएं (अगर पहले से नहीं है) स्टेप 2: लॉगिन करें स्टेप 3: ट्रेन सर्च करें स्टेप 4: ट्रेन सिलेक्ट करें और बुकिंग शुरू करें स्टेप 5: पैसेंजर डिटेल्स भरें स्टेप 6: टिकट कन्फर्मेशन और डाउनलोड IRCTC ट्रेंड में त्योहार के समय में IRCTC की वेबसाइट और एप लगातार डाउन हो रहे हैं। इससे पहले दिवाली पर भी IRCTC की वेबसाइट और एप डाउन हो चुके हैं। आज डाउन होने के बाद गूगल केI RCTC ट्रेंड पर बना हुआ है। देखें टॉप ट्रेंड
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने फेसबुक के साथ मिलकर एक नई AI कंपनी बनाई है। दोनों कंपनियों ने इस जॉइंट वेंचर का नाम रिलायंस एंटरप्राइज इंटेलिजेंस लिमिटेड (REIL) रखा है। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने शनिवार (25 अक्टूबर) को रेगुलेटरी फाइलिंग में इसका ऐलान किया। इस जॉइंट वेंचर में मुकेश अंबानी और मार्क जुकरबर्ग की कंपनियों ने मिलकर शुरुआती तौर पर 855 करोड़ रुपए का निवेश किया है। रिलायंस इंटेलिजेंस लिमिटेड ने फेसबुक की इंडियन आर्म के साथ मिलकर यह नई कंपनी बनाई है। यह नई कंपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सर्विसेज को डेवलप करने, मार्केटिंग करने और बेचने पर काम करेगी। REIL में किसकी कितनी हिस्सेदारी? इस कंपनी का मकसद क्या है? अगस्त में रिलायंस की एनुअल जनरल मीटिंग (AGM) में इस जॉइंट वेंचर का ऐलान किया था। REIL का फोकस मेटा के ओपन-सोर्स लामा मॉडल्स और रिलायंस की बिजनेस पहुंच का इस्तेमाल करके अलग-अलग सेक्टर्स के लिए AI टूल्स तैयार करना होगा। REIL दो मेजर प्रोडक्ट्स पर काम करेगी - लामा-बेस्ड AI मॉडल्स बनाने की एक्सपर्टीज देगा मेटा मेटा इस पार्टनरशिप में लामा-बेस्ड AI मॉडल्स बनाने की टेक्निकल एक्सपर्टीज देगा। वहीं रिलायंस अपने डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और भारत की हजारों कंपनियों और छोटे बिजनेस तक पहुंच का फायदा उठाएगा। ये AI सॉल्यूशंस क्लाउड, ऑन-प्रिमाइसेस और हाइब्रिड एनवायरनमेंट में इस्तेमाल किए जा सकेंगे, और इनका मकसद कंपनियों के लिए लागत को कम करना होगा। REIL को कोई सरकारी मंजूरी की जरूरत नहीं पड़ी रिलायंस की फाइलिंग के मुताबिक, REIL का फॉर्मेशन रिलेटेड पार्टी ट्रांजैक्शन के तहत नहीं आता है और न ही रिलायंस के प्रमोटर्स या ग्रुप कंपनियों का इसमें कोई निजी हित है। साथ ही इस कंपनी को बनाने के लिए किसी सरकारी या रेगुलेटरी मंजूरी की जरूरत नहीं पड़ी है। इस पार्टनरशिप से भारत के बिजनेस को AI टेक्नोलॉजी का फायदा आसानी से मिल सकेगा। रिलायंस की मार्केट पहुंच और मेटा की टेक्नोलॉजी छोटे-बड़े बिजनेस को और स्मार्ट और किफायती बनाने में मदद करेगा। ये खबर भी पढ़ें... रिलायंस इंडस्ट्रीज का मुनाफा 16% बढ़कर ₹22,146 करोड़ हुआ: दूसरी तिमाही में कमाई ₹2.63 लाख करोड़ रही, कंपनी का रेवेन्यू 10% बढ़ा मार्केट वैल्यू के लिहाज से देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज की वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में कुल कमाई (टोटल इनकम) 263,380 करोड़ रुपए रही। यह पिछले साल के मुकाबले करीब 10% ज्यादा है। पिछले साल की पहली तिमाही में कंपनी ने 2,40,357 करोड़ रुपए की कमाई की थी। पूरी खबर पढ़ें...
हुंडई मोटर इंडिया ने आज (24 अक्टूबर) हुंडई वेन्यू का सेकेंड जनरेशन मॉडल रिवील कर दिया है। कंपनी अपडेटेड मॉडल को 4 नवंबर को भारतीय बाजार में लॉन्च करेगी। कार लेवल-2 एडास जैसे सेफ्टी फीचर्स के साथ आएगी। सब-4 मीटर SUV पूरी तरह नए लुक में है और इसका इंटीरियर डिजाइन पहले से ज्यादा प्रीमियम है, साथ ही कई फीचर्स भी जोड़े गए हैं। कंपनी ने 25,000 रुपये की टोकन राशि के साथ बुकिंग शुरू कर दी है। भारत में इसकी एक्स-शोरूम कीमत 8 से 14 लाख रुपए के बीच हो सकती है। इसका मुकाबला महिंद्रा XUV 3XO, टाटा नेक्सॉन, मारुति ब्रेजा, किआ सोनेट और स्कोडा काइलाक से रहेगा।
अगर यूट्यूब पर शॉर्ट्स देखते-देखते आपको भी समय का पता नहीं चलता और स्क्रॉलिंग में घंटों बर्बाद कर देते हैं, तो वीडियो प्लेटफॉर्म ने मोबाइल एप में नया 'टाइमर' फीचर रोलआउट किया है। ऑनलाइन वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म ने यह फीचर शॉर्ट्स की अनलिमिटेड स्क्रॉलिंग रोकने के लिए लॉन्च किया है, ताकि यूजर्स का दिमाग 'डूमस्क्रॉलिंग' (बेकार स्क्रॉलिंग) की गिरफ्त में न फंसे। आइए जानते हैं ये फीचर कैसे काम करेगा। नया टाइमर फीचर क्या है और कैसे काम करेगा? ये फीचर क्यों जरूरी और किसे फायदा मिलेगा? लोग लत के कारण घंटों शॉर्ट्स स्क्रॉल करते हैं और समय का पता नहीं चलता। रिसर्च के मुताबिक 'एंडलेस स्क्रॉलिंग' से ध्यान भटकता है, पढ़ाई-लिखाई में दिक्कत होती है और दिमाग का रिवॉर्ड सिस्टम खराब होता है। स्क्रॉलिंग से इंपल्स कंट्रोल कमजोर पड़ता है और चिंता (एंग्जायटी) बढ़ जाती है। प्लेटफॉर्म में 'टेक ए ब्रेक' (15, 30, 60, 90 मिनिट का रिमाइंडर) और 'बेड टाइम रिमाइंडर' पहले से हैं। अब टाइमर फीचर के साथ नया फोकस शॉर्ट्स पर है, जो लोगों का सबसे ज्यादा समय लेता है। इस नए फीचर से समय बचेगा, प्रोडक्टिविटी बढ़ेगी और फोन की लत कम होगी। इसका फायदा स्टूडेंट्स, प्रोफेशनल्स और बच्चों के माता-पिता को मिलेगा। कैसे शुरू हुआ यूट्यूब? 2004 में ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम- Paypal (अमेरिकन मल्टीनेशनल फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी कंपनी) में काम कर चुके तीन दोस्तों चैड हर्ली, स्टीव चेन, जावेद करीम सैन फ्रांसिस्को में हुई एक डिनर पार्टी में मिले। तीनों ने एक ऑनलाइन डेटिंग सर्विस शुरू करने का प्लान बनाया। 2005 में वैलेंटाइन्स डे पर 14 फरवरी को डोमेन Youtube.com लॉन्च किया गया। इसका पहला ऑफिस एक गैरेज में बनाया गया। डेटिंग सर्विस फेल हुई तो बन गया वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म समय गुजरा लेकिन इसमें कोई वीडियो अपलोड नहीं हुआ। आइडिया फेल होने के बाद तीन फाउंडर में से एक जावेद करीम ने 23 अप्रैल 2005 को इसमें पहला वीडियो अपलोड किया। इस वीडियो का टाइटल ‘मी एट द जू’ था। 19 सेकेंड के इस वीडियो में जावेद करीम खुद सैन डिएगो जू में हाथियों पर बात करते दिखे थे। सितंबर 2005 तक यूट्यूब के पहले वीडियो को 10 लाख से ज्यादा व्यूज मिले थे। आज उस वीडियो पर 26 करोड़ व्यूज और 1.3 करोड़ लाइक्स हैं। जावेद ने ट्रायल के लिए चैनल बनाया था, जिसमें मी एट द जू 18 सालों में अपलोड हुआ इकलौता वीडियो है। बस यहीं से यूट्यूब डेटिंग साइट से वीडियो प्लेटफॉर्म बना। एक साल में फास्टेस्ट ग्रोइंस साइट बनी शुरुआती ग्रोथ देखते हुए Paypal के CFO रोएलोफ बोथा ने भी इसमें पैसे लगाए और यूट्यूब को लगातार इन्वेस्टर्स मिलने लगे। लॉन्च होने के महज एक महीने बाद मई 2005 तक Youtube.com में हर दिन 30 हजार से ज्यादा यूजर्स आने लगे, 6 महीने में ही ये संख्या 20 लाख यूजर तक पहुंच गई। 2006 में यूट्यूब फास्टेस्ट ग्रोइंग साइट थी।
सरकारी कंपनी BSNL ने सीनियर सिटीजन के लिए सस्ता एनुअल प्लान लॉन्च किया है। इस प्लान में 1812 रुपए में एक साल की वैलिडिटी, अनलिमिटेड कॉलिंग और हर दिन 2GB इंटरनेट डेटा मिलेगा। ये प्लान 60 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए है। इस प्लान में कंपनी की ओर से फ्री सिम कार्ड भी दिया जाएगा। 6 महीने का BiTV सब्सक्रिप्शन भी फ्री मिलेगा। BSNL सम्मान प्लान सीमित समय के लिए लाया गया है। यह 365 दिन वाला मोबाइल प्लान फिलहाल 18 नवंबर तक ही खरीदा जा सकता है। 27 सितंबर को BSNL ने 4G सर्विस लॉन्च की BSNL के 25 साल पूरे होने पर कंपनी ने 27 सितंबर को 4G सर्विस लॉन्च की थी। वहीं पूरे देश में BSNL 4G सर्विस रोलआउट करते हुए और 92,600 नए मोबाइल टावर जारी करते हुए कंपनी पहले ही खराब नेटवर्क और नो सिग्नल की समस्या को काफी हद तक कम कर चुकी है। बीएसएनएल ने खुद की 4G टेक्नोलॉजी डेवलप की है, जो विदेशी नहीं बल्कि देसी है। इसे 98,000 जगहों पर लगाया जाएगा। मतलब, गांव-शहर सभी जगह तेज 4G इंटरनेट मिलेगा। 5G में आसानी से अपग्रेड हो सकता है ये नेटवर्क BSNL का ये स्वदेशी 4G स्टैक 5G में आसानी से अपग्रेड हो सकता है। ये क्लाउड-बेस्ड और फ्यूचर-रेडी डिजाइन वाला है। मतलब सॉफ्टवेयर अपडेट से ही 5G पर शिफ्ट हो जाएगा। कोई बड़े हार्डवेयर चेंज की जरूरत नहीं पड़ेगी। टेलीकॉम मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी कहा है कि ये सीमलेसली 5G में अपग्रेडेबल है। यानी, 4G लॉन्च के बाद जल्द ही 5G की तैयारी हो जाएगी। BSNL के कस्टमर लगातार कम हो रहे टेलीकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) के जुलाई 2025 के आंकड़ों के अनुसार, BSNL और MTNL लगातार सब्सक्राइबर खो रही हैं। जुलाई में BSNL के 1.01 लाख ग्राहक कम हुए, वहीं MTNL के भी सब्सक्राइबर घटे। अब पब्लिक सेक्टर टेलीकॉम कंपनियों का मार्केट शेयर 8% से भी कम रह गया है। रिपोर्ट के अनुसार, जियो ने जुलाई में सबसे ज्यादा 4.83 लाख नए मोबाइल ग्राहक जोड़े हैं। एयरटेल ने जुलाई में 4.64 लाख नए मोबाइल यूजर्स जोड़े। जबकि वोडाफोन आइडिया के सब्सक्राइबर्स में गिरावट देखने को मिली है। वोडाफोन आइडिया (Vi) के जुलाई में 3.59 लाख मोबाइल ग्राहक घटे हैं। BSNL की ऐसी हालत क्यों हुई?
सैमसंग ने अपना नया XR हेडसेट 'गैलेक्सी XR' ग्लोबल मार्केट में लॉन्च किया है। XR मतलब एक्सटेंडेड रियलिटी - यानी वर्चुअल रियलिटी (VR), ऑगमेंटेड रियलिटी (AR) और मिक्स्ड रियलिटी का पूरा पैकेज है। इसकी कीमत $1799 (करीब 1.5 लाख रुपए) रखी गई है और ये एपल के विजन प्रो से करीब 2.9 लाख रुपए ($3499) महंगा है। हालांकि, कंपनी ने ये नहीं बताया है कि इसकी डिलीवरी कब से की जाएगी। ये हेडसेट न सिर्फ गेमिंग और मूवीज के लिए डिजाइन किया गया है, बल्कि कामकाज और क्रिएटिविटी के लिए भी गेम-चेंजर साबित हो सकता है। सैमसंग का दावा है कि ये XR को आम लोगों तक पहुंचाएगा, क्योंकि एप्पल का प्रोडक्ट बहुत महंगा है। मार्केट में ये कंपटीशन XR टेक को तेजी से आगे ले जाएगा। गैलेक्सी XR जेमिनी AI सपोर्ट करता है। यह न सिर्फ वॉयस कमांड सुनता है, बल्कि स्क्रीन पर क्या चल रहा है, वो देखकर रीयल-टाइम मदद करता है। जैसे गूगल मैप्स में 3D शहर घूमते हुए रोड सजेशन्स या एडोब प्रोजेक्ट पल्सर से वीडियो एडिटिंग करते वक्त आइडियाज देना। ये एपल के विजन प्रो को टक्कर देगा। सैमसंग गैलेक्सी-XR: स्पेसिफिकेशन्स
ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन में आने वाले दिनों में 5 लाख से ज्यादा जॉब्स को रोबोट्स रिप्लेस कर सकते हैं। मतलब, वेयरहाउस में पिकिंग, पैकिंग और डिलीवरी जैसे कामों को रोबोट्स करेंगे और इंसानों की जरूरत कम हो जाएगी। न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में ये जानकारी सामने आई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2018 से अमेजन की यूएस वर्कफोर्स तीन गुना बढ़कर लगभग 12 लाख हो गई है। लेकिन अब ऑटोमेशन के कारण नई हायरिंग को रोका जा सकता है। अमेजन के एक्जीक्यूटिव्स ने बोर्ड को बताया कि 2033 तक सेल्स को दोगुना करने के प्रोजेक्शन के बावजूद रोबोटिक ऑटोमेशन से कंपनी अपनी हायरिंग कर्व को फ्लैट रख सकती है। यानी, अमेजन को 5 लाख से ज्यादा अतिरिक्त एम्प्लॉयी हायर करने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। 2027 तक 1 लाख करोड़ रुपए की बचत का अनुमान आंतरिक दस्तावेजों से पता चला है कि ये रोबोट्स हर आइटम को चुनने, पैक करने और डिलीवर करने में 30 सेंट (लगभग 2.5 रुपए) तक की बचत करेंगे। 2025 से 2027 के बीच कुल 12.6 अरब डॉलर (लगभग 1 लाख करोड़ रुपए) की बचत हो सकती है। ऑपरेशंस का 75% हिस्सा ऑटोमेट करने का प्लान अमेजन का प्लान ऐसे वेयरहाउस बनाना है जहां कम इंसान काम करें। ये वेयरहाउस सुपरफास्ट डिलीवरी के लिए डिजाइन होंगे। कंपनी की रोबोटिक्स टीम का फाइनल प्लान ऑपरेशंस का 75% हिस्सा ऑटोमेट करने का है। अमेजन बोला- NYT को मिले दस्तावेज अधूरे अमेजन की प्रवक्ता केली नैंटेल ने कहा- जो दस्तावेज NYT को मिले, वे अधूरे हैं। ये कंपनी की फुल हायरिंग स्ट्रैटेजी नहीं दिखाते। ये सिर्फ एक ग्रुप का व्यू है। उन्होंने ये भी बताया कि होलीडे सीजन के लिए 2.50लाख स्टाफ हायर करेंगे, लेकिन परमानेंट कितने होंगे, ये नहीं कहा। अमेजन के ग्लोबल ऑपरेशंस हेड उदित मदन ने इंटरव्यू में कहा- किसी एक हिस्से में दक्षता आना पूरी कहानी नहीं है। हमारा पुराना ट्रेडिशन है कि ऑटोमेशन से बचने वाले पैसों से नई जॉब्स क्रिएट करते हैं। जैसे हाल ही में रूरल एरिया में ज्यादा डिलीवरी डिपो खोले। मतलब, कंपनी कह रही है कि रोबोट्स से पैसे बचेंगे तो नई जगहों पर जॉब्स आएंगी।
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने 22 अक्टूबर को IT रूल्स 2021 में कुछ बदलावों का ड्राफ्ट जारी किया है। ये डीपफेक और AI से बने कंटेंट को लेबल करने और ट्रेस करने के लिए है। मतलब, ये साफ-साफ मार्क होगा कि कंटेंट असली नहीं, AI वाला है। इससे मिसइनफॉर्मेशन और चुनावी धांधली जैसी प्रॉब्लम्स पर लगाम लगेगी। मिनिस्ट्री कह रही है कि इंटरनेट को ओपन, सेफ, ट्रस्टेड और अकाउंटेबल रखने के लिए ये जरूरी है। मंत्रालय ने स्टेकहोल्डर्स से फीडबैक मांगा है। इसे 6 नवंबर तक ईमेल पर भेज सकते हैं। हर AI कंटेंट पर ऑडियो-वीडियो लेबल लगाना होगा नई रूल 3(3) के तहत, जो भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म AI कंटेंट जैसी 'सिंथेटिकली जेनरेटेड इंफॉर्मेशन' क्रिएट करने देगा, उसे हर ऐसे कंटेंट पर प्रॉमिनेंट लेबल लगाना होगा। परमानेंट यूनिक मेटाडेटा/आइडेंटिफायर एम्बेड भी करना पड़ेगा। ये लेबल विजुअल में कम से कम 10% एरिया कवर करेगा, या ऑडियो में पहले 10% टाइम में सुनाई देगा। मेटाडेटा को कोई चेंज, हाइड या डिलीट नहीं कर पाएगा। प्लेटफॉर्म्स को टेक्निकल तरीके अपनाने पड़ेंगे ताकि अपलोड होने से पहले ही चेक हो जाए कि ये AI वाला है या नहीं। सोशल मीडिया कंपनियों पर जिम्मेदारी होगी मुख्य जिम्मेदारी सिग्निफिकेंट सोशल मीडिया इंटरमीडियरीज (SSMIs) पर आएगी, जो IT रूल्स में 50 लाख से ज्यादा यूजर्स वाले प्लेटफॉर्म्स हैं। इसमें फेसबुक, यूट्यूब, स्नैपचैट जैसे प्लेटफॉर्म शामिल है। ये प्लेटफॉर्म्स लेबलिंग, मेटाडेटा टैगिंग और विजिबिलिटी के स्टैंडर्ड्स फॉलो करेंगे। टाइमलाइन क्या है, कब से लागू होगा? ड्राफ्ट 22 अक्टूबर 2025 को रिलीज हुआ। अब MeitY 6 नवंबर तक फीडबैक लेगी। उसके बाद फाइनल रूल्स बनेंगे, लेकिन एग्जैक्ट डेट नहीं बताई गई है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि ये कुछ महीनों में लागू हो जाएगा, क्योंकि डीपफेक इश्यूज तेजी से बढ़ रहे हैं। यूजर्स और इंडस्ट्री पर क्या असर पड़ेगा? यूजर्स के लिए अच्छा- अब फेक कंटेंट आसानी से पहचान सकेंगे, मिसइनफॉर्मेशन कम होगी। लेकिन क्रिएटर्स को एक्स्ट्रा स्टेप्स करने पड़ेंगे, जैसे लेबल लगाना। इंडस्ट्री के लिए चैलेंज ये होगा कि उन्हें मेटाडेटा और वेरिफिकेशन के लिए टेक इन्वेस्टमेंट करना होगा, जो ऑपरेशंस को थोड़ा महंगा कर सकता है। लेकिन ओवरऑल, ये AI मिसयूज रोकने में मददगार साबित होगा। MeitY ने इन नियमों पर क्या कहा? MeitY ने साफ कहा कि ये स्टेप 'ओपन, सेफ, ट्रस्टेड और अकाउंटेबल इंटरनेट' बनाने के लिए है, जो जनरेटिव AI से आने वाली मिसइनफॉर्मेशन, इम्पर्सनेशन और इलेक्शन मैनिपुलेशन जैसी रिस्क्स को हैंडल करेगा। इससे इंटरनेट ज्यादा भरोसेमंद बनेगा।
OpenAI ने मंगलवार (21 अक्टूबर) को अपने नए AI-पावर्ड वेब ब्राउजर 'चैटजीपीटी एटलस' को लॉन्च किया। इस लॉन्च के बाद गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली। जिससे गूगल की मार्केट वैल्यू एक ही दिन में 150 बिलियन डॉलर यानी 13.15 लाख करोड़ रुपए घट गई। अल्फाबेट का शेयर 2.21% की गिरावट के साथ 251.34 डॉलर बंद हुआ। कारोबार के दौरान शेयर ने 244.67 डॉलर का लो बनाया था, यानी डे हाई (255.38 डॉलर) से शेयर 4.19% गिरा था। अभी कंपनी की मार्केट वैल्यू 3.03 लाख करोड़ डॉलर यानी 265.93 लाख करोड़ रुपए है। OpenAI ने इस ब्राउजर को पेश करने के लिए पहले X पर एक छह सेकंड का वीडियो शेयर किया था, जिसमें ब्राउजर टैब्स दिखाए गए। इसके बाद CEO सैम ऑल्टमैन ने एक लाइवस्ट्रीम में चैटजीपीटी एटलस का ऐलान किया था। सैम ऑल्टमैन ने X पर पोस्ट शेयर किया सैम ऑल्टमैन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर भी पोस्ट शेयर कर लिखा, 'हमारा नया AI-फर्स्ट वेब ब्राउजर 'चैटजीपीटी एटलस' macOS के लिए अवेलेबल है। कृपया अपना फीडबैक दें, अन्य प्लेटफॉर्म पर भी जल्द ही अवेलेबल होगा।' क्या है चैटजीपीटी एटलस की खासियत? एटलस कोई साधारण ब्राउजर नहीं है। यह गूगल क्रोम की तरह ही क्रोमियम टेक्नोलॉजी पर बना है, लेकिन इसमें चैटजीपीटी को हर वेबपेज में इंटीग्रेट किया गया है। यानी आपको सवाल पूछने के लिए टैब स्विच करने या कॉपी-पेस्ट करने की जरूरत नहीं होगी। इसका सबसे खास फीचर है-एजेंट मोड, जिसमें AI आपके कर्सर और कीबोर्ड को कंट्रोल करके कठिन काम कर सकता है। जैसे- फ्लाइट बुक करना, प्रोडक्ट रिसर्च करना या डॉक्यूमेंट्स एडिट करना। आप इसे बस देख सकते हैं या फिर काम छोड़कर चले भी जा सकते हैं। एटलस अभी सिर्फ macOS पर अवेलेबल फिलहाल यह फीचर सिर्फ प्लस और प्रो सब्सक्राइबर्स के लिए है, लेकिन बेसिक ब्राउजर फ्री यूजर्स भी इस्तेमाल कर सकते हैं। एटलस अभी macOS पर अवेलेबल है और जल्द ही इसके मोबाइल और विंडोज वर्जन भी आएंगे। ऑल्टमैन ने कहा, 'हमारा मानना है कि AI ब्राउजर को पूरी तरह से बदल सकता है।' एटलस के लॉन्च के समय ऑल्टमैन के साथ वो इंजीनियर्स भी थे, जिन्होंने पहले क्रोम और फायरफॉक्स जैसे ब्राउजर्स बनाए हैं। गूगल पर क्यों पड़ा असर? एटलस के लॉन्च का गूगल पर असर का कारण है कि गूगल की कमाई का बड़ा हिस्सा सर्च एडवरटाइजिंग से आता है। लेकिन एटलस जैसे AI-पावर्ड ब्राउजर्स और सर्च इंजन सीधे जवाब देकर गूगल के एडवरटाइजिंग-बेस्ड मॉडल को चुनौती दे रहे हैं। OpenAI के पास पहले से ही 800 मिलियन वीकली ChatGPT यूजर्स हैं, जो एटलस को आसानी से अपना सकते हैं। गूगल की क्या है तैयारी गूगल ने हाल ही में अपने क्रोम ब्राउजर में जेमिनी AI को इंटीग्रेट किया है। साथ ही पिछले महीने गूगल एक कोर्ट केस में टूटने से भी बच गया, जिसमें उसके ब्राउजर को अलग करने की मांग थी। अब 29 अक्टूबर को गूगल की तीसरी तिमाही की कमाई के नतीजे आने वाले हैं और निवेशक यह देखेंगे कि क्या AI की यह जंग गूगल के सर्च बिजनेस को प्रभावित कर रही है। आगे क्या होगा? चैटजीपीटी एटलस और गूगल क्रोम के बीच यह जंग टेक दुनिया में बड़ा बदलाव ला सकती है। जहां OpenAI ब्राउजिंग को AI के जरिए आसान और तेज बनाने की कोशिश कर रहा है। वहीं गूगल अपने दबदबे को बचाने के लिए हर कदम उठा रहा है।
टेक कंपनी रियलमी ने अपने होम मार्केट चीन में नई फ्लैगशिप स्मार्टफोन सीरीज GT8 लॉन्च की है। इसमें दो स्मार्टफोन रियलमी GT8 और रियलमी GT8 प्रो शामिल हैं। दोनों फोन में दमदार परफॉर्मेंस, प्रीमियम डिजाइन, हाई-एंड डिस्प्ले और एडवांस कैमरा सिस्टम दिया गया है। कंपनी का दावा है कि ये अब तक के सबसे एडवांस रियलमी फोन हैं, जो फोटोग्राफी और गेमिंग दोनों में प्रोफेशनल-ग्रेड एक्सपीरियंस देंगे। रियलमी ने दोनों स्मार्टफोन को 5-5 स्टोरेज वैरिएंट में पेश किया है और चीन में इनकी शुरुआती कीमत 2899 युआन (लगभग ₹35,850) है। दोनों स्मार्टफोन जल्द ही भारत में भी लॉन्च किए जाएंगे। डिजाइन: कस्टमाइज्ड कैमरा रिंग्स के साथ 3 कलर ऑप्शन रियलमी ने GT8 सीरीज के डिजाइन पर खास ध्यान दिया है। GT8 प्रो में मेकैनिकल असेंबली डिजाइन है, यानी कैमरा डेको के हिस्सों को बदला जा सकता है। आप अपनी पसंद के अनुसार कैमरा रिंग्स को कस्टमाइज कर सकते हैं। यह फोन 3 कलर में अवेलेबल है, वाइट (फ्रॉस्टेड ग्लास), ब्लू (रीसायकल्ड लेदर) और ग्रीन (पेपर टेक्सचर)। रियलमी GT8 का डिजाइन भी प्रीमियम है, जिसमें सर्कुलर कैमरा मॉड्यूल और पतला मेटल फ्रेम है। यह फोन सिर्फ 7.8 मिमी पतला है और इसका वजन करीब 190 ग्राम है। फोन IP66, IP68 और IP69 रेटिंग के साथ धूल और पानी से सुरक्षित है, जिससे यह काफी टिकाऊ है। रियलमी GT8 और रियलमी GT8 प्रो: स्पेसिफिकेशंस डिस्प्ले: रियलमी GT8 सीरीज में 6.79 इंच का 2K स्काई डोम ओलेड डिस्प्ले दिया गया है, जो 144Hz रिफ्रेश रेट और 3200Hz टच सैंपलिंग रेट के साथ आता है। इसमें BOE का Q10+ कस्टम पैनल है, जिसकी ब्राइटनेस 7000 निट्स तक पहुंच सकती है, यानी तेज धूप में भी स्क्रीन साफ दिखती है। इसके अलावा, 4000 निट्स सनलाइट ब्राइटनेस, 2160Hz PWM डिमिंग, 1 निट अल्ट्रा-डार्क मोड और आंखों की सुरक्षा के लिए ट्रू कलर फीचर भी मिलता है। परफॉर्मेंस: परफॉर्मेंस और गेमिंग के लिए रियलमी GT8 सीरीज में क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 8 एलीट जेन 5 चिपसेट है, जो 3nm तकनीक पर बना है। यह चिप AI और ग्राफिक्स में शानदार प्रदर्शन देती है। फोन में 16GB तक LPDDR5X रैम और 1TB तक UFS 4.1 स्टोरेज मिलती है। कंपनी ने फोन में R1 ग्राफिक्स प्रोसेसर भी दिया है, जो 100 से ज्यादा गेम्स में सुपर फ्रेम और सुपर रिजॉल्यूशन मोड को सपोर्ट करता है। 7000mm वैपर कूलिंग सिस्टम फोन को गर्म होने से बचाता है, जो GT7 से 30% बड़ा है। इससे लंबे गेमिंग सेशन में भी फोन ठंडा रहता है। गेमिंग को और बेहतर बनाने के लिए 4D वाइब्रेशन इंजन, गेम मोड 3.0 और अल्ट्रा-लो टच लेटेंसी दी गई है। GT8 प्रो में फ्रेम रेट और GPU को बेहतर करने के लिए AI एन्हांसमेंट भी है। OS और सिक्योरिटी: रियलमी GT8 सीरीज एंड्रॉएड 15 पर बेस्ड रियलमी UI 6.0 पर काम करती है। इसमें स्काई कम्यूनिकेशन सिस्टम और स्काई सिग्नल चिप S1 है, जो कमजोर नेटवर्क में भी 25% बेहतर सिग्नल देता है। फोन वाईफाई 7, ब्लूटूथ 6.0, NFC और 21 ग्लोबल 5G बैंड्स को सपोर्ट करता है। सुरक्षा के लिए इसमें अल्ट्रासोनिक इन-डिस्प्ले फिंगरप्रिंट सेंसर और फेस अनलॉक फीचर है। कैमरा: कैमरा की बात करें, तो रियलमी ने रिको इमेजिंग के साथ पार्टनरशिप की है, जो अपनी प्रीमियम GR कैमरा सीरीज के लिए जानी जाती है। GT8 प्रो में रिको GR सीरीज से इंस्पायर्ड कैमरा सिस्टम दिया गया है, जिसमें हाई ट्रांसपेरेंसी लेंस ग्रुप है, जो कलर और क्लैरिटी दोनों में सुधार करता है। GT8 प्रो में 200MP सैमसंग HP5 पेरिस्कोप टेलीफोटो कैमरा है, जो 3x ऑप्टिकल और 6x लॉसलेस जूम सपोर्ट करता है। साथ में 50MP सोनी IMX921 मेन सेंसर और 50MP अल्ट्रा-वाइड लेंस दिया गया है। वहीं, GT8 में 50MP मेन सेंसर, 8MP अल्ट्रा-वाइड और 50MP 3.5x टेलीफोटो लेंस है। वहीं, सेल्फी और वीडियो रिकॉर्डिंग के लिए फ्रंट में GT8 प्रो में 32MP सोनी IMX615 सेंसर है, जो AI ब्यूटी मोड और 4K रिकॉर्डिंग को सपोर्ट करता है। वहीं, GT8 में 16MP सेल्फी कैमरा दिया गया है। कैमरा फीचर्स की बात करें, तो इसमें GR मोड, स्नैप मोड, क्लासिक फिल्टर्स, HDR 2.0 और प्रो नाइटस्कैप जैसे मोड दिए गए हैं। वीडियो के लिए डॉल्बी विजन और AI मोशन कैप्चर सपोर्ट भी मिलता है। पावर बैकअप: बैटरी और चार्जिंग की बात करें, तो रियलमी GT8 और GT8 प्रो दोनों में 7000mAh की सेकंड-जेनरेशन टाइटन बैटरी दी गई है। GT8 में 100W फास्ट चार्जिंग है, जबकि GT8 प्रो में 120W सुपरवूक और 50W वायरलेस चार्जिंग दी गई है। कंपनी का दावा है कि यह फोन सिर्फ 10 मिनट में 45% तक चार्ज हो जाती है और बैटरी लाइफ 1600 चार्जिंग साइकल्स तक टिकाऊ रहेगी।
टेक कंपनी ओप्पो अपनी फ्लैगशिप स्मार्टफोन सीरीज 28 अक्टूबर को भारतीय बाजार में लॉन्च करने जा रही है। इसमें फाइंड X9 और फाइंड X9 प्रो मॉडल उतारे जाएंगे। ब्रांड ने हाल ही में इन फोन्स को होम मार्केट चीन में लॉन्च किया था। ये फोन्स डायमेंसिटी 9500 चिपसेट और प्रीमियम 6.59 इंच डिस्प्ले के साथ आएंगे। इसके अलावा फाइंड X9 में 50MP कैमरा सेटअप और 7025mAh की बड़ी बैटरी जैसे फीचर्स मिलेंगे। वहीं, फाइंड X9 प्रो मॉडल में 200MP कैमरा सेटअप और 7500mAh की बड़ी बैटरी जैसे फीचर्स दिए जाएंगे। भारत में इनका मुकाबला, वीवो X300, वनप्लस 13 और शाओमी 17 जैसे फ्लैगशिप सीरीज के स्मार्टफोंस से होगा। लॉन्च इवेंट 28 अक्टूबर को स्पेन के बार्सिलोना शहर में रात 7:30 बजे होगा। ओपो ग्लोबल वेबसाइट पर ईवेंट को लाइव देख सकते हैं। उम्मीद है कंपनी इसी दिन दोनों फोन्स की इंडिया लॉन्च डेट अनाउंस कर सकती है।
फेस्टिव सीजन में स्मार्टफोन फोटोज, वीडियोज और शॉपिंग एप्स से भर जाता है। स्टोरेज फुल होने से फोन स्लो हो जाता है, एप्स क्रैश करते हैं, बैटरी जल्दी खत्म होती है और नई फाइल्स सेव नहीं हो पातीं। यहां तक कि डेटा लॉस होने का खतरा रहता है। अगर आपको भी इन परेशानियों से बचना है तो कुछ आसान टिप्स फॉलो कर आप फोन को क्लीन और फास्ट कर सकते हैं। इसके साथ ही बैटरी लाइफ भी बढ़ा सकते हैं। चलिए इन ग्राफिक्स की मदद से डिटेल में जानते हैं… क्लाउड स्टोरेज क्या है? क्लाउड स्टोरेज एक ऑनलाइन सर्विस है, जहां आपकी फाइल्स (फोटोज, वीडियोज, डॉक्यूमेंट्स) इंटरनेट पर सर्वर्स में स्टोर होती हैं। इससे फोन या कंप्यूटर का स्टोरेज फ्री हो जाता है और आप कहीं से भी एक्सेस कर सकते हैं। ये बैकअप और शेयरिंग के लिए बेस्ट है, जैसे गूगल ड्राइव या ड्रॉपबॉक्स। स्टोरेज कैसे ट्रांसफर करें?
अगर आप दिवाली पर नया स्मार्टफोन लेने का प्लान बना रहे हैं और बजट 50 हजार रुपए है तो आप तो रियलमी, सैमसंग, ओप्पो, मोटोरोला और गूगल जैसे ब्रांड्स के प्रीमियम फोन खरीद सकते हैं। इस रेंज के स्मार्टफोन्स में प्रीमियम लुक, फास्ट प्रोसेसर, बड़ी बैटरी, बेहतर कैमेरा, बड़ी डिस्प्ले और AI असिस्टेंस जैसे फीचर्स मिल जाएंगे। यहां हम आपको ऐसे 5 स्मार्टफोन के बारे में बता रहें हैं... 1. रियलमी GT 7 Pro: 50MP कैमरा के साथ 5800mAh बैटरी रियलमी GT 7 Pro इस बजट का सबसे हेवी प्रोसेसर वाला फोन है। इसमें स्नैपड्रैगन 8 एलीट प्रोसेसर है जो फास्ट पर्फोमेंस देता है। इसके अलावा फोन में 120Hz रिफ्रेश रेट के साथ 6.7 इंच का एमोलेड डिस्प्ले आता है। फोन का 50MP मेन कैमरा लो-लाइट में भी साफ तस्वीरें लेता है। 5800 mAh की बैटरी 120W फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करती है। इससे फोन 30 मिनट में 50% चार्ज हो जाता है। इसकी शुरुआती कीमत 45,999 रुपए है। ये फोन 12GB RAM + 256GB स्टोरेज के साथ आता है। 2. सैमसंग गैलेक्सी S24: AI फीचर्स के साथ प्रीमियम लुक सैमसंग, S24 स्मार्टफोन में अपनी ब्रांड वैल्यू के साथ कई AI फीचर्स ऑफर करता है। फोन में आपको एक्सीनोस 2400 SoC प्रोसेसर मिलता है जो पावरफुल परफॉर्मेंस देता है। इसके अलावा फोन के बैकग्राउंड रिमूवर और लो-लाइट फिक्स जैसे AI फीचर्स यूजर एक्सपीरियंस को बेहतर बनाते हैं। फोन में 6.2 इंच का डायनेमिक LTPO AMOLED 2X डिस्प्ले है, जो 120Hz रिफ्रेश रेट के साथ बेहद स्मूथ चलता है। कैमरे के मामले में यह 50MP के मेन सेंसर और है क्वालिटी ऑप्टिकल जूम के साथ आता है। यह उन लोगों के लिए बेहतरीन है जो कॉम्पैक्ट साइज में फ्लैगशिप परफॉर्मेंस और बेहतर कैमरा चाहते हैं। 3. ओप्पो रेनो 14 Pro: 50MP फ्रंट कैमरा और 80W फास्ट चार्जिंग अगर आपको सेल्फी लेने और वीडियो बनाने का शौक है, तो ये फोन आपके लिए परफेक्ट हो सकता है। फोन में 50MP कैमरा का क्वाड सेटअप है, जिसमें फ्रंट 50MP सेल्फी कैमरा है। फोन सेल्फी में AI से ब्यूटी मोड ऐड करता है। इसके आलावा 6.8 इंच का AMOLED कर्व्ड डिस्प्ले हाई-क्वालिटी कंटेट को देखने का बेहतर एक्सपीरियंस देता है। मीडियाटेक डाइमेंसिटी 8450 चिप से फोन स्मूद चलता है। 6200mAh की बैटरी 80W सुपर वू (फास्ट चार्जिंग) को सपोर्ट करती है। 12GB RAM + 256GB स्टोरेज के साथ ये फोन वाटरप्रूफ (IP68 रेटिंग) भी है। इसकी कीमत 48,999 रुपए से शुरू होती है। 4. मोटोरोला एज 50 Ultra: कर्व्ड डिस्प्ले के साथ 64MP कैमरा मोटोरोला एज 50 Ultra में आपको कर्व्ड स्क्रीन के साथ पावरफुल परफॉर्मेंस देखने को मिलती है। 6.7 इंच का pOLED कर्व्ड डिस्प्ले अलग यूजर एक्सपीरियंस देता है। स्नैपड्रैगन 8s Gen 3 चिप से बिना हीटिंग के लंबे समय तक हेवी गेमिंग कर सकते हैं। फोन में 64MP लेंस के साथ ट्रिपल कैमरा सेटअप है, जिसमें 125mm पेरिस्कोप लेंस दूर की तस्वीरें साफ लेता है। फोन की 4500mAh बैटरी 125W वायर्ड और 50W वायरलेस चार्जिंग सपोर्ट करती है। स्मार्टफोन की कीमत 42,999 रुपए से शुरू होती है। 5. गूगल पिक्सल 9a: क्लीन सॉफ्टवेयर के साथ AI कैमरा अगर आपको फोन में क्लीन सॉफ्टवेयर पसंद है तो 50 हजार के बजट में गूगल पिक्सल 9a बेहतरीन चॉइस हो सकती है। फोन में 6.3 इंच का OLED डिस्प्ले ब्राइट और स्मूद है, जो छोटे हाथों के लिए बेस्ट। टेंसर G4 चिप AI फीचर्स को के साथ बेहतर परफॉमेंस देता है। पिक्सल 9a में 48MP में लेंस के साथ डुअल कैमरा सेटअप है। फोन के मैजिक एडिटर जैसे AI फीचर्स क्लिक किए हुए फोटोज को और बेहतरीन बनाते हैं। 5100 mAh की बैटरी 18W चार्जिंग को सपोर्ट करती है। 8GB RAM + 128GB स्टोरेज के साथ ये फोन 7 साल तक सॉफ्टवेयर अपडेट्स देता है। इसकी शुरुआती कीमत 42,599 रुपए है।
टाटा मोटर्स ने नेक्सॉन EV में लेवल-2 ADAS (एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम) फीचर देने के एक महीने बाद अब नेक्सॉन के पेट्रोल वर्जन को भी इसी फीचर के साथ अपडेट कर दिया है। कंपनी की सबसे पॉपुलर कार में अब फॉरवर्ड कोलिजन वॉर्निंग, ऑटोमैटिक इमरजेंसी ब्रेकिंग, लेन डिपार्चर वॉर्निंग, लेन-कीप असिस्ट, हाई-बीम असिस्ट और ट्रैफिक साइन रिकग्निशन जैसे फीचर्स मिलेंगे। ये लेवल-2 ADAS फीचर्स सिर्फ टॉप मॉडल नेक्सॉन फियरलेस +PS में मिलेंगे, जो टर्बो-पेट्रोल इंजन और डुअल-क्लच ऑटोमैटिक गियरबॉक्स के साथ आता है। ADAS फीचर्स के साथ ₹27,000 महंगी हुई कार ADAS फीचर्स के साथ नेक्सॉन फियरलेस +PS की कीमत ₹13.53 लाख रुपए रखी गई है, जो मौजूदा कीमत (₹13.26 लाख) से 27,000 रुपए ज्यादा है। इसके अलावा टाटा ने नेक्सॉन रेड डार्क एडिशन को भी ADAS फीचर्स के साथ अपडेट कर पेश किया है, जिसकी एक्स-शोरूम कीमत 13.81 लाख रुपए रखी गई है। ये मौजूदा मॉडल से 28,000 रुपए से ज्यादा है। इसमें कॉस्मैटिक बदलावों के साथ डिजाइन एलिमेंट्स दिए गए हैं। वहीं, 2025 टाटा नेक्सॉन की एक्स-शोरूम कीमत 7.32 लाख रुपए से शुरू होती है, जो 14.15 लाख रुपए तक जाती है। जीएसटी 2.0 के बाद 2025 टाटा नेक्सॉन 1.55 लाख रुपए तक सस्ती हो गई है। इसका मुकाबला किआ सोनेट, हुंडई वेन्यू, मारुति ब्रेजा, महिंद्रा एक्सयूवी एक्सओ और निसान मैग्नाइट से है। टाटा नेक्सॉन रेड डार्क एडिशन: एक्सटीरियर डिजाइन डिजाइन की बात करें तो अपने इलेक्ट्रिक मॉडल की तरह नेक्सॉन रेड डार्क को एटलस ब्लैक कलर की फिनिशिंग दी गई है। इसमें डार्क व्हील्स और बैजिंग भी दी गई है। करीब से देखने पर इसके फेंडर पर रेड डार्क की बैजिंग भी दी गई है। इसके फ्रंट में LED DRLs स्प्लिट हेडलैंप, स्पोर्टी बम्पर पर नीचे LED हेडलैंप दिए गए हैं। वहीं, साइड में फंकी दिखने वाले 16 इंच के अलॉय व्हील मिलते हैं। रियर में नेक्सॉन को फुल कनेक्टेड LED टेल लाइट मिलती है, जिसे कंपनी 'X फैक्टर टेल लैंप' कहती है। इसमें वेलकम और गुडबाय फंक्शन भी मिलता है।कार में 6 नए कलर इंट्रीड्यूज किए गए हैं। इसमें फियरलेस पर्पल, क्रिएटिव ऑसियन, प्योर ग्रे, फ्लेम रेड, डेटोना ग्रे और प्रिस्टीन वाइट शामिल हैं। टाटा नेक्सॉन रेड रेड डार्क एडिशन: इंटीरियर डिजाइन नेक्सॉन रेड डार्क एडिशन के इंटीरियर में डैशबोर्ड पूरी तरह ब्लैक है और सीटों पर शानदार रेड कलर की फिनिश दी गई है, जो इसे बहुत स्टाइलिश और कॉन्ट्रास्टिंग लुक देता है। टाटा मोटर्स का कहना है कि इस रेड डार्क थीम को और खास बनाने के लिए 10.25 इंच के इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर और टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम में भी उसी थीम से मिलते-जुलते ग्राफिक्स दिए गए हैं। फीचर्स: 10.25 इंच का डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले टाटा ने अब नेक्सॉन के टॉप वैरिएंट में नेक्सॉन EV की तरह रियर सनशेड्स जोड़ दिए हैं, बाकी फीचर्स में कोई बदलाव नहीं है। इसमें पहले से ही 10.25 इंच की टचस्क्रीन, 10.25 इंच का डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले, ऑटो AC, पैनोरमिक सनरूफ, हवादार फ्रंट सीट्स, 9-स्पीकर JBL साउंड सिस्टम, वायरलेस चार्जर, और पुश-बटन स्टार्ट के साथ कीलेस एंट्री जैसे शानदार फीचर्स मिलते हैं। ADAS (एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम) के अलावा, सेफ्टी के लिए इसमें 6 एयरबैग्स (हर वैरिएंट में स्टैंडर्ड), ABS के साथ EBD, फ्रंट और रियर पार्किंग सेंसर्स, 360-डिग्री कैमरा, और इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC) दिए गए हैं, जो गाड़ी को सुरक्षित और स्टेबल रखते हैं। परफॉरमेंस: पेट्रोल, डीजल और CNG ऑप्शन नेक्सॉन रेड डार्क एडिशन में स्टैंडर्ड मॉडल वाले इंजन ऑप्शन ही मिलेंगे। यहां कोई बदलाव नहीं किया गया है। 1.2-लीटर टर्बो पेट्रोल: 1.5 लीटर टर्बो-डीजल: 1.2 लीटर टर्बो CNG (बाय-फ्यूल):
स्कोडा ऑटो इंडिया ने अपनी लग्जरी सेडान ऑक्टाविया RS को भारत में लॉन्च किया है, जिसकी कीमत 49.99 लाख रुपए (एक्स-शोरूम) है। भारत में इसकी सिर्फ 100 गाड़ियां बेची जाएंगी, जो 6 अक्टूबर 2025 को प्री-बुकिंग शुरू होने के कुछ ही दिनों में बिक गई थीं। डिलीवरी 6 नवंबर 2025 से शुरू होगी। चेक कंपनी स्कोडा ने कार को जनवरी 2025 के मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो में दिखाया था। इसमें 360-डिग्री कैमरा और ADAS जैसे सेफ्टी फीचर्स हैं। इसका सीधा मुकाबला किसी से नहीं, लेकिन ये फॉक्सवैगन गोल्फ GTI को टक्कर देगी। ऑडी A4, BMW 2 सीरीज, और मर्सिडीज A-क्लास के मुकाबले ये ज्यादा स्पोर्टी है। एक्सटीरियर: मैट्रिक्स LED हेडलाइट्स और 8-इंच अलॉय व्हील्स 2025 स्कोडा ऑक्टाविया RS रेगुलर ऑक्टाविया का ज्यादा स्पोर्टी वर्जन है। इसमें कई स्टाइलिश डिजाइन बदलाव किए गए हैं। फ्रंट में ब्लैक फिनिश के साथ स्कोडा की सिग्नेचर बटरफ्लाई ग्रिल है, जिस पर है। इसके साथ V-शेप्ड LED DRLs के साथ डुअल-पॉड मैट्रिक्स LED हेडलाइट्स दी गई हैं। रियर में स्लीक रैपअराउंड LED टेललाइट्स हैं। गाड़ी में 18-इंच के डुअल-टोन अलॉय व्हील्स हैं, जो इसे बेहतर हवा का प्रवाह देते हैं। साथ ही, ब्लैक बूट लिप स्पॉइलर और ब्लैक ORVMs इसे और स्पोर्टी लुक देते हैं। इंटीरियर : 13-इंच फ्री-स्टैंडिंग टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम RS मॉडल के केबिन में रेड एक्सेंट के साथ ऑल-ब्लैक कलर थीम मिलेगी जो इसे काफी स्पोर्टी फील देगी। इसमें सीटों पर लेदरेट अपहोल्स्ट्री और फ्रंट और रियर पैसेंजर के लिए सेंटर आर्मरेस्ट की सुविधा भी मिलेगी। इसमें 3-स्पोक स्टीयरिंग व्हील के साथ 'स्कोडा' लेटरिंग, 13-इंच फ्री-स्टैंडिंग टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम और 10-इंच डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले दिया जाएगा। फीचर्स: 360-डिग्री कैमरा और एडवांस ड्राइवर असिस्टेंस इसमें डुअल-जोन ऑटो AC, हीटेड और पावर्ड फ्रंट सीट, एम्बिएंट लाइटिंग, वायरलेस फोन चार्जर और प्रीमियम साउंड सिस्टम जैसे फीचर भी मिलेंगे। सेफ्टी के लिए इसमें कई सारे एयरबैग्स, ऑटो होल्ड फंक्शन के साथ इलेक्ट्रॉनिक पार्किंग ब्रेक, टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS), 360-डिग्री कैमरा और एडवांस ड्राइवर असिस्टेंस (ADAS) दिया जा सकता है। स्कोडा ऑक्टाविया आरएस भारतीय वर्जन में डायनामिक चेसिस कंट्रोल और बेहतर हैंडलिंग के लिए लिमिटेड स्लिप डिफ्रेंशियल दिया जा सकता है। स्टैंडर्ड ऑक्टाविया RS के मुकाबले RS में कड़े स्प्रिंग, रेस्पॉन्सिव स्टीयरिंग व्हील और अपग्रेडेड ब्रेक्स दिए गए हैं जो बेहतर हैंडलिंग में मदद करेंगे।
ओला इलेक्ट्रिक ने आज 16 अक्टूबर को अपना पहला नॉन व्हीकल प्रोडक्ट ओला शक्ति लॉन्च किया। ये एक होम बैटरी सिस्टम है, जो सोलर या ग्रिड से बिजली स्टोर करता है। इसकी शुरुआती कीमत 29,999 रुपए है, जिसे 999 रुपए देकर वेबसाइट या स्टोर से बुक किया जा सकता है। इसकी डिलीवरी मकर संक्रांति 2026 से शुरू हो जाएगी। पूरी तरह भारत में बनाया गया ओला शक्ति ये ओला इलेक्ट्रिक का पहला रेसिडेंशियल बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (BESS) है। यह पूरी तरह भारत में डिजाइन, इंजीनियर और निर्मित किया गया है। इसमें 4680 भारत सेल्स लगे हैं। ये एयर कंडीशनर, फ्रिज, इंडक्शन कुकटॉप, फार्म पंप और कम्युनिकेशन उपकरणों जैसे सामान को पावर दे सकता है। यह EV बैटरी जैसा ही है, लेकिन घरेलू उपयोग के लिए। 29,999 रुपए से 1,59,999 के बीच हैं कीमत पहले 10,000 यूनिट्स के लिए इंट्रोडक्टरी प्राइस 29,999 रुपए से 1,59,999 के बीच हैं। यानी, बाद में इसकी कीमत बढ़ाई जा सकती है। ये 1.5 kWh से 9.1 kWh के बीच मिलेगा। दो घंटे में फुल चार्ज, फुल लोड पर 1.5 घंटे बैकअप यह 120V से 290V तक की वोल्टेज रेंज हैंडल करता है, जिससे वोल्टेज फ्लक्चुएशन से घर का सामान सुरक्षित रहता है। इसमें IP67 रेटेड वेदरप्रूफ बैटरी है। यानी, ये धूल, पानी और मानसून की स्थितियों को झेल सकता है। फुल चार्ज सिर्फ दो घंटे में हो जाता है और फुल लोड पर 1.5 घंटे तक बैकअप देता है। भाविश बोले- ये पर्सनल एनर्जी यूज को बदल देगा ओला के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर भाविश अग्रवाल ने लॉन्च के दौरान कहा- ये एनर्जी स्टोरेज सॉल्यूशन पर्सनल एनर्जी यूज को पूरी तरह बदल देगा। ये पावर बैकअप, सोलर स्टोरेज, वोल्टेज स्टेबलाइजेशन के लिए एक ही प्रोडक्ट है। इसका मेंटेनेंस भी काफी कम है। ओला का ये प्रोडक्ट इन्वर्टर से कैसे अलग? आम इन्वर्टर तो बस बिजली कटने पर बैटरी की DC को AC में बदलकर घर के सामान चलाते हैं, लेकिन ओला शक्ति एक पूरा एनर्जी स्टोरेज सॉल्यूशन है। मतलब, ये बिजली स्टोर करने, सोलर एनर्जी को सेव करने, वोल्टेज को स्टेबल रखने और पोर्टेबल यूज के लिए सब कुछ एक साथ करता है। ओला शक्ति में बिल्ट-इन हाई कैपेसिटी बैटरी (1.5 kWh से 9.1 kWh तक) लगी होती है, जो IP67 वेदरप्रूफ है। इन्वर्टर में तो अलग से बैटरी लगानी पड़ती है, जिसमें मेंटेनेंस ज्यादा लगता है।

