मंगलवार के दिन मकर वाले सूचनाओं का करेंगे आदान प्रदान, स्थिरता पर बल रहेगा
Makar Rashifal 19 march 2024: पेशेवर सक्रियता बनाए रखेंगे. लोभ प्रलोभन में न आएं. मेहनत से जगह बनाएंगे. अकारण हस्तक्षेप से बचेंगे. स्वास्थ्य के प्रति सजग रहेंगे. खर्च एवं लेनदेन पर ध्यान देंगे. आस्था विश्वास बनाए रहेंगे. साझीदारी के प्रयास बल पाएंगे. करियर व्यापार सामान्य बना रहेगा. अनुभवियों की सुनेंगे.
Mulank 5 Jyotish 19 March 2024 Numerology Prediction: अंक 5 के लिए आज का दिन सभी मामलों में शुभता और उन्नति में सहायक है. आस्था व विश्वास बनाए रखेंगे. कार्य व्यवहार में सहज रहेंगे. लक्ष्य समय पर पूरा करेंगे. लंबित मामले गति लेंगे. अच्छे सहयोगी बने रहेंगे. पेशेवरों को प्रभावी अवसर मिलेंगे. कारोबारी व्यवस्था में सुधार होगा.
मंगलवार के दिन धनु वाले प्रभावशाली प्रभाव पड़ेंगे, कार्यों में सक्रियता लाएंगे
Dhanu Rashifal 19 march 2024: साझीदारी में उम्मीद के अनुरूप बने रहेंगे. आर्थिक वाणिज्यिक विषयों में सजगता बढ़ाएंगे. कार्यों को लंबित न रखें. पेशेवर प्रयास तेज रहेंगे. प्रबंधन मजबूत बना रहेगा. सभी का सहयोग पाएंगे. औद्योगिक प्रयासों में नेतृत्व पर ध्यान देंगे. बड़प्पन बनाए रखेंगे.
मंगलवार के दिन वृश्चिक वाले सेहत का रखें ख्याल, तोलमोल कर बात रखें
Vrishchik Rashifal 19 march 2024: स्वास्थ्य के मामलों में समझौता न करें. परिवार के लोगों और समकक्षों का सहयोग मिलेगा. बड़ों का सानिध्य पाएंगे. स्वजनों की सहायता उत्साहित रखेगी. करियर कारोबार में पेशेवरता बनाए रखेंगे. सेहत के प्रति सजग रहेंगे. तैयारी से आगे बढ़ेंगे. शोध गतिविधियों में रुचि बढ़ाएंगे.
मंगलवार के दिन तुला वाले भाग्य का पाएंगे साथ, शूभ सूचना होगी प्राप्त
Tula Rashifal 19 march 2024: महत्व की योजनाएं आगे बढ़ाएंगे. सभी का समर्थन रहेगा. अवसरों को भुनाएंगे. कामकाज अपेक्षा से अच्छा रहेगा. मित्रों का समर्थन बढ़ेगा. कारोबार में तेजी रखेंगे. सभी आवश्यक कार्य सधेंगे. साख सम्मान में बढ़ोत्तरी रहेगी. महत्वपूर्ण वार्ताएं सफल होंगी. निसंकोच आगे बढ़ते रहेंगे.
मंगलवार के दिन कन्या वाले लाभ पाएंगे, आज के दिन करें श्रीगणेश का पूजन
kanya Rashifal 19 march 2024: ऊर्जा उत्साह बनाए रहेंगे. पेशेवरों का सहयोग महत्वपूर्ण प्रयासो में मददगार रहेगा. अनुभव का लाभ उठाएंगे. प्रबंधकीय विषयों को गति मिलेगी. इच्छित सफलता पाएंगे. असहजताएं स्वतः दूर होंगी. समकक्षों का भरोसा जीतेंगे. कला कौशल संवार पर रहेंगे.
Arthik Rashifal: मकर राशि वालों की होगी उन्नति, नौकरी-कारोबार में होगा लाभ
Arthik Rashifal march 2024: मकर राशि वाले नौकरीपेशा अच्छा करेंगे. कार्यक्षेत्र में सकारात्मक प्रदर्शन बनाए रहेंगे. सावधानी सजगता से काम लेंगे. कार्य प्रदर्शन से सभी प्रभावित होंगे. सेवाभावी और श्रमशील रहेंगे. तर्क और तथ्य पर जोर देंगे. सकारात्मक प्रस्ताव पाएंगे. कार्य व्यापार में तालमेल रखें.
Mulank 9 Jyotish 19 March 2024 Numerology Prediction: आज का दिन अंक 9 के लिए श्रेष्ठ फलदायी है. हितलाभ में अपेक्षा से अधिक वृद्धि बनाए रखेगा. कामकाज में उछाल पाएगे. नीति नियम निरंतरता बनाए रखेंगे. पेशेवर प्रयास बेहतर होंगे. निजी विषयों में विनम्रता बढ़ाएंगे. व्यक्तिगत संबंधों को बल मिलेगा. अनुशासन से आगे बढ़ेंगे.
Mulank 8 Jyotish 19 March 2024 Numerology Prediction: अंक 8 के लिए आज सामान्य से शुभ है. नीतिगत विषयों में ढिलाई से बचें. आत्मविश्वास से राह बनाएं. लाभ लक्ष्य के प्रयास बनाए रखेंगे. बड़ों और जिम्मेदारों से तालमेल बढ़ाएंगे. अपेक्षाओं पर खरे उतरने की कोशिश रहेगी. कार्य व्यापार में औसत से बेहतर बने रहेंगे.
Mulank 7 Jyotish 19 March 2024 Numerology Prediction: अंक 7 के लिए आज का दिन श्रेष्ठ परिणामो को बल देने वाला है. नपातुला जोखिम उठाने पर ध्यान देंगे. कार्यगति तेज होगी. विविध गतिविधियों में पहल बनाए रखेंगे. लाभ और विस्तार का प्रयास अच्छा रहेगा. धन संपत्ति के मामले संवरेंगे. नवीन विषयों पर रुचि बढ़ाएंगे. सफलताओं से उत्साहित रहेंगे.
मेष राशि वालों के कार्य में आई परेशानी जल्द होगी दूर, धैर्य और संयम से लें काम
ईश्वर आपका साथ देंगे यदि आप अपने लिए प्रयास करें.आगे आपके लिए बहुत कुछ अच्छा समय है. आपको हिम्मत नहीं हारनी और आगे बढ़ते जाना है। आपके सारे काम धीरे-धीरे बनते जाएंगे. जीवन में आने वाली परेशानियां हमें मजबूत और आत्मनिर्भर बनाने के लिए आती है.
Mulank 6 Jyotish 19 March 2024 Numerology Prediction: अंक 6 के लिए आज का दिन शुभकर है. साथियों व जिम्मेदारों का साथ पाएंगे. संबंधों में स्पष्टता लाएंगे. प्रयासों को बेहतर बनाए रहेंगे. करियर व्यवसाय में अवसर भुनाएंगे. उद्योग व्यापार में प्रभावशीलता बढ़ेगी. कामकाजी लाभ बना रहेगा. निजी मामलों में धैर्य दिखाएंगे.
सिंह राशि वालों को विवाह का प्रस्ताव, सोच समझ कर लें कोई फैसला
आपके सामने आपके माता-पिता ने एक विवाह प्रस्ताव लाकर रखा है.आप किसी और के साथ प्रेम करते हैं. आपको समझ नहीं आ रहा, कि आप अपने माता-पिता को अपने प्रेम संबंध के बारे में कैसे बताएं.
कन्या राशि वाले अति आत्मविश्वास से बचें, अपनी सोच को बनाए सकारात्मक
आप मेहनती, परिश्रमी और ऊर्जावान हैं. किसी भी कार्य को करते वक्त आप अपना पूरा प्रयास उस कार्य की सफलता के लिए लगा देते हैं. यह आपका एक अच्छा पक्ष है, आपके कार्य करने का. जल्दी आपको किसी नन्हे मेहमान के आगमन की सूचना मिल सकती है
कर्क राशिफल (Cancer Horoscope): वाद-विवाद में पड़ने से बचें, जानें अन्य राशियों का हाल
kark rashifal 19 March 2024: दूर देश से संबंधित कार्याेंमें गति आएगी. नीति नियम के अनुसार चलें. कार्यगति धीमी रह सकती है. रिश्तों को बेहतर बनाए रखेंगे. सबको जोड़ने की कोशिश रखेंगे. त्याग व सहयोग की भावना बढ़ेगी. सभी का सम्मान रखेंगे. प्रबंधन में सहजता बनाए रहेंगे.
मिथुन राशि वाले अपनी सफलता से बनानेएंगे अलग पहचान, आर्थिक स्थिति होगी बेहतर
आपके कार्य क्षेत्र में आपको बहुत अच्छा अवसर प्राप्त हुआ है, जिसमें आप अपनी काबिलियत दिखाकर खुद को आगे ले जा सकते है. अपने इस अवसर को प्राप्त करने के लिए अपने प्रयास शुरू कर दिए हैं. जल्द ही आप अपने कार्यों से अपने कार्य क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बनाते हुए नजर आ रहे हैं.
लोकसभा चुनाव से पहले क्यों दिल्ली पहुंचे राज ठाकरे? देखें मुंबई मेट्रो
महाराष्ट्र की राजनीति से बड़ी खबर आई है. MNS प्रमुख राज ठाकरे मुंबई से दिल्ली पहुंच गए हैं. राज ठाकरे की बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात हो सकती है. रिपोर्ट के मुताबिक, ये मुलाकात महाराष्ट्र में सीट बंटवारे को लेकर है. देखें मुंबई मेट्रो.
होली के बाद कब है भाई दूज? जानिए भाई को टीका करने का शुभ मुहूर्त
होली का त्योहार नजदीक है, 25 मार्च को खुशी, रंग, उल्लास का पर्व होली मनाई जाएगी. प्रत्येक वर्ष दिवाली की तर्ज पर होली भी 5 दिन तक मनाई जाती है. फाल्गुन पूर्णिमा पर होलिका दहन, फिर रंगों की होली, द्वितीया तिथि पर होली की भाई दूज और रंग पंचमी होली महोत्सव का अंतिम दिन होता है. होली के दूसरे दिन भाई दूज पर बहने अपने भाई को तिलक कर उसकी दीर्धायु, सुख, समृद्धि एवं सफलता की कामना करती है. इस वर्ष होली के बाद भाई दूज 2024 में 27 मार्च को मनाया जाएगा। भाई को टीका लगाने का शुभ मुहूर्त: भाई को तिलक करने का मुहूर्त - सुबह 10.54 - दोपहर 12.27 दोपहर का मुहूर्त - दोपहर 03.31 - शाम 05.04 भाई दूज का महत्व: यह त्योहार भाई-बहन के अटूट बंधन का प्रतीक है। इस दिन बहनें अपने भाई को टीका लगाकर उनकी लंबी उम्र और खुशी-समृद्धि की कामना करती हैं। भाई अपनी बहनों को उपहार और पैसे देकर उनका सम्मान करते हैं। भाई दूज की पूजा विधि: बहनें अपने भाई को स्नान करवाकर उन्हें नए कपड़े पहनाती हैं। इसके बाद, बहनें अपने भाई को टीका लगाकर उनकी आरती उतारती हैं। बहनें भाई को मिठाई खिलाती हैं और उनसे आशीर्वाद लेती हैं। क्यों मनाई जाती है होली भाई दूज भाई दूज को मनाने का कारण है कि इसके जरिए भाई-बहन अपने प्रेम और सम्मान को व्यक्त करते हैं। यह रिश्ता अपने मीठास के लिए प्रसिद्ध है। इसे मान्यता है कि जिन बहनों ने भाई दूज पर अपने भाई को घर पर प्रेम से आमंत्रित करके उनके स्वागत में तिलक लगाकर भोजन कराया, उनके भाइयों पर कोई दुर्भाग्य का बोझ नहीं आता। उनकी रक्षा हमेशा देवी-देवताओं की कृपा से होती है और वे लंबी आयु की आशीर्वाद प्राप्त करते हैं जबकि उनके कार्य सफल होते हैं। कब से लगेगा होलाष्टक? जानिए इस दौरान क्या करें और क्या न करें इन गलतियों के कारण जेब में नहीं टिकता है पैसा होली से पहले रोजाना शाम करें ये छोटा सा काम, कभी नहीं होगी धन की कमी
अनुराग मिश्रा। अयोध्या: सूर्यवंशी परम प्रतापी, पराक्रमी भगवान राघवेंद्र की भूमि में भारतीय शौर्य, शस्त्र समन्वय और भक्ति परंपरा की एक ही मंच पर शानदार झलक देखने को मिली। देशभर के 11 प्रदेशो से आए 250 से ज़्यादा कलाकारो ने पारंपरिक लोकनृत्यों, जिसमे नृत्य के साथ शस्त्र का समन्वय होता है, उसके शानदार प्रदर्शन से मौजूद लोगों को मंत्र मुग्ध कर दिया। कलारी पट्टू, थांग टा, गतका का शानदार प्रदर्शन देख लोग हुए स्तब्ध शास्त्र की रक्षा के लिए शस्त्र उठाने की अवधारणा सनातन संस्कृति की पहचान है।इसी विरासत को पीढ़ियों से लोक ने अपने संस्कारो में संजो कर रखा है। केरल के कलरिपट्टू से लेकर मणिपुर के थांग टा,गुजरात के तलवार रास से पंजाब का गतका इसी का प्रमाण है। कार्यक्रम का आरम्भ छाऊ नृत्य शैली में बंगाल के और शंख वादन से ओडिशा के कलाकारो ने किया। मल्लखंब की प्रस्तुति में कलाकारो ने शीर्षासन और योग कि मुद्राएं दिखाई वही समूह में किए गए आसान और पिरामिड ने अचंभित कर दिया। ओडिसा के सुनील साहू ने शंख वादन से युद्ध के आरंभ और अंत में विराम के लिए किया जाता था,उसका प्रदर्शन किया उत्तर प्रदेश के कलाकारो ने महोबा कि लड़ाई आल्हा सुनाया तो पूरा पांडाल शौर्य से भर गया। किसी भी सांस्कृतिक मंच पर आजतक इतने लोक कलाकारो ने इस तरह की अनूठी प्रस्तुति नही दी थी। कलाकारो के रंग बिरंगे परिधानों और रोमांचक करतबों से पूरा पांडाल विस्मित था। कलारिपट्टू में कलाकारो का हवा में कलाबाज़ियां कहते हुए वार करना महाराष्ट्र की महिलाओ द्वारा लाठी और तलवार के सहारे एक साथ कई पुरुषों को पराजित करना सभी को हर्षित कर रहा था। पंजाब के जांबाजों को गतका उनकी युद्ध शैली को प्रतिबिंबित कर रहा था तो मणिपुर के कलाकारो का थांग टा अपने कौशल से चकित कर रहा था। तेलंगाना का कर्रा सामू में चपलता से शस्त्रों का प्रहार और बचाव माहौल में शौर्य को दिखा रहा था तो गुजरात की महिलाओ का तलवार पर करतब हतप्रभ कर रहा था। कार्यक्रम देखने आए लोगों ने कहा कि अपनी परंपराओं को संरक्षित करके मुख्यधारा में लाना हम सबका कर्तव्य है। इससे लोगों को अपनी समृद्ध संस्कृति को जानने का अवसर मिलेगा।
Ramadan 2024: दिल्ली, लखनऊ, भोपाल समेत इन बड़े शहरों में 19 मार्च का सहरी और इफ्तार टाइमिंग
रमजान का पवित्र माह चल रहा है. इस महीने रोजेदार अल्लाह की इबादत करते हैं और अपना ज्यादातर समय नेक कार्यों में गुजारने की कोशिश करते हैं. रमजान के महीनों में गरीब लोगों दान देने का भी खास महत्व होता है.
जानिए कब और कहाँ-कहाँ दिखेगा साल के पहले चंद्र ग्रहण का असर?
इस वर्ष 25 मार्च को पूर्णिमा तिथि पर होली का त्योहार मनाया जाएगा तथा इसी दिन चंद्र ग्रहण भी लगने वाला है. यह चंद्र ग्रहण कन्या राशि में लगेगा. चंद्र ग्रहण सोमवार, 25 मार्च को होली के दिन लगेगा. यह चंद्र ग्रहण प्रातः 10 बजकर 24 मिनट से लेकर दोपहर 03 बजकर 01 मिनट तक रहेगा. वैसे तो ग्रहण एकमात्र खगोलीय घटना है, किन्तु इसे धार्मिक शास्त्रों में शुभ नहीं माना जाता है। कहा जाता है कि ग्रहण के चलते कई तरह की नकारात्मक ऊर्जा निकलती है, जिसका असर संपूर्ण ब्रह्मांड पर पड़ता है, इसलिए इस वर्ष होली पर चंद्र ग्रहण का लगना शुभ नहीं माना जा रहा है। हालांकि इस चंद्र ग्रहण को भारत में नहीं देखा जा सकेगा, जिस वजह से इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा तथा इसका असर भी होली के त्योहार पर नहीं होगा। इसलिए आप बिना किसी चिंता के होली का त्योहार मना सकते हैं। वर्ष 2024 का पहला चंद्र ग्रहण चंद्र ग्रहण अमेरिका, जापान, रूस के कुछ हिस्से, आयरलैंड, इंग्लैंड, स्पेन, पुर्तगाल, इटली, जर्मनी, फ्रांस, हॉलैंड, बेल्जियम, दक्षिणी नॉर्वे एवं स्विट्जरलैंड में नजर आएगा। 25 मार्च को लगने वाले चंद्र ग्रहण का असर सभी राशियों पर पड़ेगा, किन्तु कुछ राशि के लोगों पर इसका खास प्रभाव देखने को मिल सकता है। ज्योतिष के मुताबिक, मिथुन, सिंह, मकर और धनु राशि के लोगों पर इस चंद्र ग्रहण का शुभ प्रभाव रहेगा। कब होगा होलिका दहन? जानिए शुभ मुहूर्त रंगभरी एकादशी पर अपनाएं ये चमत्कारी उपाय, दूर होगी हर अड़चन कब है रंगभरी एकादशी? जानिए शुभ मुहूर्त और पूजन विधि
हर सनातनी को पता होना चाहिए होली से जुड़ी ये अहम बातें
होली हिन्दुओं में प्रमुख त्योहारों में से एक है। इस साल, होली 25 मार्च को मनाई जाएगी। यह रंगों का त्योहार हर साल फाल्गुन मास के महीने में उत्साह से मनाया जाता है। होली का त्योहार होलिका दहन से शुरू होता है, जिसके बाद अगले दिन रंग और गुलाल के साथ खेला जाता है। ऐसे में होली से जुड़ी कुछ अहम बातें है जो हर सनातनी को पता होना चाहिए आइये आपको बताते है होली से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बातों के बारे में... होली क्यों मनाई जाती है? होली एक पारंपरिक हिन्दू त्योहार है जो मुख्य रूप से भारत और नेपाल में मनाया जाता है, लेकिन इसे विश्व के कई हिन्दू आबादियों के साथ भी मनाया जाता है। इसे रंगों का त्योहार या प्रेम का त्योहार के रूप में जाना जाता है और यह हिन्दू पंचांग के फाल्गुन माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है, जो आमतौर पर फरवरी या मार्च में आता है। होली के मनाने के पीछे कई कारण हैं: होलिका और प्रह्लाद की कथा: होली के संबंध में सबसे लोकप्रिय कथाओं में से एक है प्रह्लाद की कथा, जो भगवान विष्णु के भक्त थे, और उनकी दुष्ट चाची होलिका। हिन्दू पौराणिक कथानक के अनुसार, होलिका को एक ऐसा वरदान था जो उसे आग के खिलाफ अजीब बनाता था। वह प्रह्लाद को एक प्यासे के साथ एक अग्निकुंड में बैठकर मारने की कोशिश की, लेकिन भगवान विष्णु के हस्तक्षेप के माध्यम से प्रह्लाद बच गए जबकि होलिका आग में जल गई। होली अच्छे के विजय और दुर्भाग्य के विरुद्ध की जीत और निष्काम भक्ति की विजय को याद करती है। वसंत का स्वागत: होली शीतकालीन महीनों के बाद बसंत के आगमन को भी दर्शाता है। यह खुशी और उत्सव का समय होता है, जहां लोग नए आरंभ, वृद्धि और समृद्धि का स्वागत करते हैं। सांस्कृतिक और सामाजिक बंधन: होली सामाजिक संगठन और संबंधों को मजबूत करने का समय होता है। लोग एक साथ मिलकर खुशी मनाते हैं, रंग खेलते हैं, नृत्य करते हैं, गाते हैं, और मिठाई और उपहारों का आदान-प्रदान करते हैं। यह समुदायों के लिए एक अवसर है कि वे अलगावों को भूलकर समरसता और मित्रता को गले लगाएं। क्षमा और सुलह: होली का भी एक क्षमा और भूलने का समय होता है। लोग एक-दूसरे पर रंग लगाते हैं जैसा कि पुराने दुश्मनियों की नवीनता और फिर से मित्रता की पुनर्नवीकरण का प्रतीक हो। यह टूटी हुई संबंधों को मेंड करने और फिर से शुरू करने का एक अवसर होता है। सांस्कृतिक विरासत: होली का हिन्दू धर्म में गहरा महत्व है और इसे पीढ़ियों के बीच संचारित किए गए विभिन्न रीति-रिवाज़ और परंपराओं के साथ मनाया जाता है। यह भारतीय संस्कृति और विरासत का अभिन्न हिस्सा है और देश की समृद्ध गद्यांश का प्रतिनिधित्व करता है। कुल मिलाकर, होली एक उत्साही और आनंदमय त्योहार है जो अच्छे के विजय, वसंत के आगमन, और एकता, प्रेम और क्षमा के आत्मा को मनाता है। यह रंग, सौहार्द, और खुशी और सकारात्मकता का फैलाव है। होली के त्यौहार से जुड़ी कथाएं: होली का त्यौहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इसके साथ जुड़ी अनेक कथाएं हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख कथाएं इस प्रकार हैं: 1. भक्त प्रह्लाद और होलिका: यह होली की सबसे प्रचलित कथा है। हिरण्यकश्यप नामक राक्षस राजा खुद को भगवान कहता था और चाहता था कि उसका पुत्र प्रह्लाद भी उसकी पूजा करे। लेकिन प्रह्लाद भगवान विष्णु के परम भक्त थे। हिरण्यकश्यप ने प्रह्लाद को मारने के कई प्रयास किए, लेकिन हर बार भगवान विष्णु ने उसकी रक्षा की। हिरण्यकश्यप की बहन होलिका को एक वरदान प्राप्त था कि अग्नि उसे जला नहीं सकती। हिरण्यकश्यप ने होलिका को प्रह्लाद को लेकर अग्नि में प्रवेश करने का आदेश दिया। लेकिन भगवान विष्णु की कृपा से प्रह्लाद बच गए और होलिका जल गई। 2. ढुंढी राक्षसी का वध: कहते हैं राजा पृथु के राज्य में ढुंढी नामक राक्षसी थी, जो बच्चों को खा जाती थी। देवताओं से वरदान प्राप्त होने के बाद ढुंढी और भी निर्मम हो गई। राजा पृथु ने राज पुरोहितों से उपाय पूछा। उन्होंने फाल्गुन पूर्णिमा के दिन बच्चों को लकड़ी और घास-फूस इकट्ठा कर अग्नि प्रज्वलित करने और उसके चारों ओर मंत्रोच्चारण करते हुए प्रदक्षिणा करने का सुझाव दिया। बच्चों ने जोर-जोर से हंसते हुए, गाने बजाते हुए ढुंढी का वध कर दिया। होली के दिन बच्चों द्वारा शोरगुल करने, गाने बजाने की परंपरा इसी कथा से जुड़ी है। 3. पूतना राक्षसी का वध: कंस ने गोकुल में जन्मे सभी शीशुओं को मरवाने का निर्णय लिया। उसने पूतना राक्षसी को बच्चों को मारने का काम सौंपा। पूतना स्तनपान के माध्यम से बच्चों को मृत्यु के घाट उतार देती थी। लेकिन जब पूतना ने श्रीकृष्ण को स्तनपान करवाने का प्रयास किया तो श्रीकृष्ण ने उसका वध कर दिया। यह घटना भी फाल्गुन पूर्णिमा के दिन हुई मानी जाती है। इस प्रकार होली का त्यौहार बुराई पर अच्छाई की जीत, भक्तों की रक्षा और राक्षसों के वध का प्रतीक है। यह त्यौहार हमें प्रेरणा देता है कि हमें सदैव सत्य और न्याय के मार्ग पर चलना चाहिए और बुराई का डटकर सामना करना चाहिए। किसने सबसे पहले होली मनाई थी? एक प्रचलित कथा के अनुसार, भगवान शिव ने ही संसार की पहली होली खेली थी। इस उत्सव में कामदेव और उनकी पत्नी रति भी शामिल थे। जब भगवान शिव कैलाश पर्वत पर ध्यान में लीन थे, तभी तारकासुर राक्षस का वध करने के लिए कामदेव और रति ने उन्हें ध्यान से जगाने के लिए नृत्य किया। रति और कामदेव के नृत्य से भगवान शिव का ध्यान भंग हुआ और उन्होंने गुस्से में आकर कामदेव को भस्म कर दिया। रति ने शिव से कामदेव को जीवित करने का आग्रह किया और वे मान गए। कामदेव फिर से जीवित हो गए और इस खुशी में रति और कामदेव ने भोज का आयोजन किया। इस भोज में सभी देवी-देवताओं ने हिस्सा लिया। यह फाल्गुन पूर्णिमा का दिन था। रति ने चंदन के टीके से खुशी मनाई। भगवान शिव ने डमरू बजाया, भगवान विष्णु ने बांसुरी बजाई, पार्वती जी ने वीणा बजाई और सरस्वती जी ने गीत गाए। कहा जाता है कि तभी से हर साल फाल्गुन पूर्णिमा पर गीत, संगीत और रंगों के साथ होली मनाई जाने लगी। एक अन्य कथा के अनुसार, पार्वती जी भगवान शिव से शादी करना चाहती थीं। लेकिन शिव जी अपनी तपस्या में लीन थे। इसलिए कामदेव पार्वती की मदद करने आए। उन्होंने पुष्प बाण चलाकर भगवान शिव की तपस्या भंग कर दी। इससे नाराज शिव जी ने कामदेव को भस्म कर दिया। कामदेव के भस्म हो जाने पर उनकी पत्नी रति रोने लगीं। रति ने शिव जी से कामदेव को जीवित करने का अनुरोध किया। शिव जी ने कामदेव को जीवित कर दिया और इस खुशी में होली मनाई गई। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि होली के संबंध में कई कथाएं प्रचलित हैं। उपरोक्त दो कथाएं सबसे लोकप्रिय कथाओं में से दो हैं। क्यों होलिका दहन पहले महाकाल के दरबार में होता है? होलिका दहन पहले महाकाल के दरबार में होने का कारण क्षेत्रीय विविधताओं या कुछ हिन्दू समुदायों या सम्प्रदायों के विशेष धारणाओं से जुड़ा हो सकता है। महाकाल भगवान शिव का एक नाम है, जो हिन्दू पौराणिक कथाओं में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। शिव को ध्वस्ति और परिवर्तन के साथ, साथ ही दुष्टता के खिलाफ सुरक्षा के लिए भी प्रतिष्ठा मिलती है। कुछ व्याख्याओं या परंपराओं में, होलिका दहन का रस्मी स्थान महाकाल के दरबार में होने का कारण दिव्य हस्तक्षेप और शुद्धि की प्रार्थना के रूप में देखा जा सकता है। बोनफायर को महाकाल के दरबार में जलाना ईश्वरीय हस्तक्षेप की खोज और पवित्रता की प्रार्थना का एक प्रतीक हो सकता है, होली के जश्न के पूर्व अच्छे के विजय का प्रतीक बनाता है। कुल मिलाकर, होलिका दहन पहले महाकाल के दरबार में होने के ठीक कारण स्थानीय रीति-रिवाज़, धारणाएँ और हिन्दू समुदायों के भीतर विविधताओं के आधार पर भिन्न हो सकते हैं। यह एक प्राचीन कथा और प्रतीकों में गहराई से प्रतिष्ठित है, जो भलाई की जीत पर दुर्भाग्य की जीत को दर्शाता है। होली पर इन आसान तरीकों से बनाएं 5 पारंपरिक व्यंजन जानिए कब और कहाँ-कहाँ दिखेगा साल के पहले चंद्र ग्रहण का असर? कब होगा होलिका दहन? जानिए शुभ मुहूर्त
हिंदू धर्म में होली का त्योहार दो दिवसीय होता है। इसकी शुरुआत होलिका दहन से होती है। होलिका दहन फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। पुराणों में होलिका दहन और पूजा का विशेष महत्व बताया गया है। माना जाता है कि होलिका दहन के दिन होली की पूजा करने से महालक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। मान्यता है कि मां लक्ष्मी के साथ सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है। फाल्गुन मास की पूर्णिमा को होलिका दहन किया जाता है। पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि रंगों का त्योहार होली इस बार 25 मार्च को मनेगा। इससे एक दिन पहले 24 तारीख को होली जलाई जाएगी। इस बार भद्रा दोष रहेगा इसलिए शाम की बजाय रात में होलिका दहन हो सकेगा। होलिका दहन के समय सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग, बुध आदित्य योग का अद्भुत संयोग बन रहा है। ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि होलिका दहन रवि, बुधादित्य और सर्वार्थ सिद्धि योग में होगा। होली के बाद से दीपावली तक तेजी का माहौल बना रहेगा। लेकिन बिजनेस करने वालों के लिए अच्छी स्थितियां बनेंगे और फायदे वाला समय रहेगा। विदेशी निवेश में भी वृद्धि होने के योग हैं। मंदी खत्म होगी। देश में बीमारियों का संक्रमण कम होने लगेगा उद्योग बढ़ेंगे। रियल एस्टेट से जुड़े लोगों को अच्छा समय शुरू होगा। महंगाई पर नियंत्रण बना रहेगा। इसे भी पढ़ें: Holika Dahan 2024: होलिका दहन पर भद्रा की छाया, मिलेगा सिर्फ एक घंटा 20 मिनट होलिका दहन पर रहेगा भद्रा का साया ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि हिंदू पंचांग के अनुसार इस बार होलिका दहन के लिए एक घंटा 20 मिनट का ही समय रहेगा। इसकी वजह इस दिन उस दिन भद्रा प्रातः 9:55 से आरंभ होकर रात्रि 11:13 तक भूमि लोक की रहेगी। जो की सर्वथा त्याज्य है। अतः होलिका दहन भद्रा के पश्चात रात्रि 11:13 से मध्य रात्रि 12:33 के मध्य होगा। सर्वार्थ सिद्धि योग, बुधादित्य और रवि योग भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि 24 मार्च को सुबह 6:20 बजे से सुबह 11:21 बजे तक रवि योग रहेगा, जबकि सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 7:40 बजे से रात 12:35 बजे तक रहेगा। इसी दिन रात 8:34 बजे से वृद्धि योग शुरू होगा, जो अगली रात 9:30 बजे तक रहेगा। 24 व 25 मार्च को सूर्य व बुध के कुंभ राशि में साथ रहने से बुधादित्य योग भी बनेगा, जो शुभ व मंगलकारी होगा। बुधादित्य योग से लोगों के व्यापार, शिक्षा व नौकरी के क्षेत्र में सफलता मिलेगी। दान-पुण्य करने का भी श्रेष्ठ फल मिलता है। शुभ मुहूर्त होलिका दहन तिथि- 24 मार्च 2024 भद्रा समाप्ति के बाद होलिका दहन मुहूर्त 24 मार्च 2024- रात्रि 11:13 से मध्य रात्रि 12:33 कुल अवधि- लगभग 01 घंटे 20 मिनट होली तिथि पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ- 24 मार्च 2024 को सुबह 8:13 मिनट पूर्णिमा तिथि समाप्त- 25 मार्च 2024 को सुबह 11:44 मिनट कैसे करें होलिका दहन भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि होलिका दहन के बाद जल से अर्घ्य दें। शुभ मुहूर्त में होलिका में स्वयं या परिवार के किसी वरिष्ठ सदस्य से अग्नि प्रज्जवलित कराएं। आग में किसी भी फसल को सेंक लें और अगले दिन इसे सपरिवार ग्रहण करें। मान्यता है कि ऐसा करने से परिवार के सदस्यों को रोगों से मुक्ति मिलती है। होलिका दहन के दिन क्या नहीं करना चाहिए भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि होलिका दहन के दिन सफेद खाद्य पदार्थ ग्रहण नहीं करना चाहिए। होलिका दहन के समय सिर ढंककर ही पूजा करनी चाहिए। नवविवाहित महिलाओं को होलिका दहन नहीं देखना चाहिए। सास-बहू को एक साथ मिलकर होलिका दहन नहीं देखना चाहिए। इस दिन को भी शुभ या मांगलिक कार्य नहीं करना चाहिए। होलिका दहन की रात भी महारात्रि की श्रेणी में शामिल भविष्यवक्ता डा. अनीष व्यास ने बताया कि होलिका दहन की रात को भी दीपावली और शिवरात्रि की भांति ही महारात्रि की श्रेणी में शामिल किया गया है। होलिका की राख को मस्तक पर लगाने का भी विधान है। ऐसा करने से शारीरिक कष्ट दूर होते हैं। इस रात मंत्र जाप करने से वे मंत्र सिद्धि प्राप्त होती है। जीवन सुखमय बनता है, जीवन में आने वाली सभी परेशानियों का अपने आप निराकरण हो जाता है। भविष्यवक्ता और कुंडली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास बता रहे है राशि अनुसार करें होलिका की पूजा। मेष राशि मेष राशि के लोग गुड़ की आहुति दें। वृषभ राशि वृषभ राशि वाले चीनी की आहुति दें। मिथुन राशि मिथुन राशि के लोग कपूर की आहुति दें। कर्क राशि कर्क राशि के लोग लोहबान की आहुति दें। सिंह राशि सिंह राशि के लोग गुड़ की आहुति दें। कन्या राशि कन्या राशि के लोग कपूर की आहुति दें। तुला राशि तुला राशि वाले कपूर की आहुति दें। वृश्चिक राशि वृश्चिक राशि के लोग गुड़ की आहुति दें। धनु राशि धनु राशि के लोग जौ और चना की आहुति दें। मकर राशि मकर राशि वाले तिल को होलिका दहन में डालें। कुंभ राशि कुंभ राशि वाले तिल को होलिका दहन में डालें। मीन राशि मीन राशि के लोग जौ और चना की आहुति दें। शनि-राहु-केतु और नजर दोष से मुक्ति के उपाय कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि होलिकादहन करने या फिर उसके दर्शन मात्र से भी व्यक्ति को शनि-राहु-केतु के साथ नजर दोष से मुक्ति मिलती है। माना जाता है कि होली की भस्म का टीका लगाने से नजर दोष तथा प्रेतबाधा से मुक्ति मिलती है। किसी मनोकामना को पूरा करना चाहते हैं तो जलती होली में 3 गोमती चक्र हाथ में लेकर अपनी इच्छा को 21 बार मन में बोलकर तीनों गोमती चक्र को अग्नि में डालकर अग्नि को प्रणाम करके वापस आ जाएं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यदि कोई व्यक्ति घर में भस्म चांदी की डिब्बी में रखता है तो उसकी कई बाधाएं अपने आप ही दूर हो जाती हैं। अपने कार्यों में आने वाली बाधा को दूर करने के लिए आटे का चौमुखा दीपक सरसों के तेल से भरकर उसमें कुछ दाने काले तिल,एक बताशा, सिन्दूर और एक तांबे का सिक्का डालकर उसे होली की अग्नि से जलाएं। अब इस दीपक को घर के पीड़ित व्यक्ति के सिर से उतारकर किसी सुनसान चौराहे पर रखकर बगैर पीछे मुड़े वापस आकर अपने हाथ-पैर धोकर घर में प्रवेश कर लें। होलिका दहन कथा भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि एक पौराणिक कथा के अनुसार, हिरण्यकश्यप के पुत्र प्रह्लाद भगवान के अनन्य भक्त थे। उनकी इस भक्ति से पिता हिरण्यकश्यप नाखुश थे। इसी बात को लेकर उन्होंने अपने पुत्र को भगवान की भक्ति से हटाने के लिए कई प्रयास किए, लेकिन भक्त प्रह्लाद प्रभु की भक्ति को नहीं छोड़ पाए। विश्वविख्यात भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक अनीष व्यास ने बताया कि अंत में हिरण्यकश्यप ने अपने पुत्र को मारने के लिए योजना बनाई। अपनी बहन होलिका की गोद में प्रह्लाद को बैठाकर अग्नि के हवाले कर दिया। लेकिन भगवान की ऐसी कृपा हुई कि होलिका जलकर भस्म हो गई और भक्त प्रह्लाद आग से सुरक्षित बाहर निकल आए, तभी से होली पर्व को मनाने की प्रथा शुरू हुई। एक अन्य कथा के अनुसार, हिमालय पुत्री पार्वती चाहती थीं कि उनका विवाह भगवान शिव से हो जाये पर शिवजी अपनी तपस्या में लीन थे। कामदेव पार्वती की सहायता को आये। उन्होंने प्रेम बाण चलाया और भगवान शिव की तपस्या भंग हो गयी। शिवजी को बड़ा क्रोध आया और उन्होंने अपनी तीसरी आंख खोल दी। उनके क्रोध की ज्वाला में कामदेव का शरीर भस्म हो गया। फिर शिवजी ने पार्वती को देखा। पार्वती की आराधना सफल हुई और शिवजी ने उन्हें अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार कर लिया। होली की आग में वासनात्मक आकर्षण को प्रतीकत्मक रूप से जला कर सच्चे प्रेम की विजय का उत्सव मनाया जाता है। - डा. अनीष व्यास भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक
आमलकी एकादशी को क्यों कहते हैं रंगभरी ग्यारस?
rangbhari gyaras 2024: फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष में आने वाली एकादशी को रंगभरी एकादशी कहते हैं। हिन्दू धर्म की मान्यता के अनुसार इस दिन ही पहली बार भगवान शिव जी माता पार्वती को काशी में लेकर आए थे। इसी कारण बाबा विश्वनाथ के भक्तों के लिए रंगभरी ...
राहुल के वार को पीएम मोदी ने कैसे बनाया अपना हथियार? देखें खबरदार
देश में चुनाव का एलान होने के बाद अब सियासी बयानबाजी शुरू हो गई है. राहुल गांधी ने रविवार को मुंबई से 'शक्ति वाले बयान' से बीजेपी और पीएम मोदी पर वार किया. अब उस हथियार बनाकर प्रधानमंत्री ने जवाब दिया है. पीएम मोदी ने पलटवार करते हुए कहा 4 जून को हो मुकाबला हो जाएगा कौन शक्ति का विनाश करता है और कौन शक्ति का आशीर्वाद प्राप्त करता है. देखें खबरदार.
बीते में 10 सालों में क्या बदला, क्या नहीं सुधरा? वंदे भारत के यात्रियों ने बताए अपने मुद्दे
2024 के लोकसभा चुनाव के तारीखों का ऐलान हो चुका है. 18वीं लोकसभा का चुनाव 7 चरणों में होना है. पश्चिमी यूपी में जनता के क्या मुद्दे हैं और कौन पहली पसंद है. इसे जानने के लिए आजतक के संवाददाता आशुतोष मिश्रा ने वंदे भारत एक्सप्रेस में यात्रियों के साथ आनंद विहार से देहरादून तक सफर किया. देखें मौजूदा सरकार और विपक्ष को लेकर उनकी क्या राय है.
क्या दक्षिण के राज्य NDA को ले जाएंगे 400 के पार? देखें रणभूमि
चुनावों की घोषणा के बाद प्रचार ने जोर पकड़ लिया है. कल इंडिया गठबंधन ने मुंबई में रैली की. इधर पीएम मोदी दक्षिण राज्यों के दौरे पर हैं. दक्षिण के राज्यों में 129 में बीजेपी के पास केवल 29 सीटें हैं. अगर NDA को 400 पार करना है तो इन राज्यों में प्रदर्शन बेहतर करना होगा. इसके लिए पीएम मोदी ने पूरा जोर लगाया दिया है. देखें रणभूमि.
Holi 2024: होली के त्योहार में कैसे हुई रंगवाली होली मनाने की शुरुआत
Holi 2024: 24 मार्च को होलिका दहन, 25 मार्च को धुलेंडी यानी रंगवाली होली और 30 मार्च 2024 को रंगपंचमी मनाई जाएगी। होलिका दहन का त्योहार हिरण्याकश्यप की बहन होलिका और पुत्र प्रहलाद से जुड़ा है। होली के त्योहार से आखिर रंग किस तरह जुड़ गया और जब रंग ...
इन 5 लोगों को भूलकर भी नहीं करना चाहिए होलिका दहन का दर्शन, बढ़ जाएंगी मुश्किलें
होली के त्योहार का लोग पूरे साल इंतजार करते हैं। कुछ जगहों पर तो होली के एक महीने पहले से ही होली का उत्साह देखते ही बनता है.वैदिक पंचांग के अनुसार फागण मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को होलिका दहन किया जाता है और अगले दिन रंगों से होली खेली जाती है।इस साल होलिका …
सरकारी नौकरी चाह रखने वाले लोगों के लिए यह बड़ी खबर है। बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने महिला और बाल विकास विभाग द्वारा संचालित बाल विकास परियोजना के तहत अलग अलग जिलों के आंगनबाड़ी केंद्रों में आंगनबाड़ी वर्कर्स की भर्ती की जानी है। अधिक जानकारी के लिए उम्मीदवार आधिकारिक बेवसाइट upanganwadibharti. in पर विजिट कर आनेदन कर सकते हैं। योग्यता - केवल महिला उम्मीदवार कर सकती हैं। - महिला उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त बॉर्ड से 12वीं पास की हो। -आयु निर्धारित कट-ऑफ डेट पर 18 वर्ष से कम और 35 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। - उम्मीदवारों को आवेदन के जिले में संबंधित वार्ड/ ग्राम का स्थायी निवासी होना चाहिए। कैसे चयन होगा - इन पदों पर बिना एग्जाम दिए डायरेक्ट रिक्रूमेंट होगा। - क्लास 12वीं के अंकों के आधार पर मेरिट बनेगी और उसी हिसाब से कैडिडेट्स का सिलेक्शन किया जाएगा। नवोदय विद्यालय में निकली भर्ती नवोदय विद्यालय समिति (NVS) ने नॉन टीचिंग पदों पर सीधी भर्ती निकाली है। इसका नोटिफिकेशन जारी हो चुका है। कैडिडेट navodaya.gov.in/nvs/en/home पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। एजुकेशनल क्वालिफिकेशन नॉन टीचिंग पदों के लिए 10वीं, 12वीं, ग्रेजुएशन की डिग्री, मान्यता प्राप्त संस्थान से नर्सिंग में बीएससी ऑनर्स की डिग्री। आयु सीमा इसके लिए उम्मीदवारों की आयु 18 से 40 साल के बीच होना जरुरी है। रिजर्व कैटेगरी के उम्मीदवारों को आयु सीमा में सरकारी नियमों के अनुसार छूट दी जाएगी।
Newsroom: रोहिणी की सड़कों पर उतरे सैकड़ों मेडिकल छात्र, छेड़छाड़ को लेकर भड़का था गुस्सा
दिल्ली के रोहिणी में अंबेडकर अस्पताल के बाहर मेडिकल के छात्रों ने जबरदस्त प्रदर्शन जारी है. अंबेडकर हॉस्पिटल एवं मेडिकल कॉलेज की एमबीबीएस छात्रा के साथ तथाकथित यौन उत्पीड़न को लेकर सैकडों छात्र सड़कों पर उतरे हुए हैं. हालात को देखते हुए मौके पर भारी पुलिसबल तैनात है और हालात को संभालने की कोशिश हो रही है. न्यूजरूम देखें बड़ी खबरें.
Masan Holi 2024: काशी में क्यों खेली जाती है चिता की राख से होली? जानें इसकी वजह
काशी में खेली जाने वाली मसान होली को चिता भस्म होली के नाम से भी जाना जाता है। चिता की राख से होली खेलने की परंपरा कई वर्षों पुरानी है। इस बार मसान होली 21 मार्च (Masan Holi 2024 Date) को है। इस दिन लोग चिता की राख से होली खेलते हैं और देवों के देव महादेव की विशेष पूजा-अर्चना करते हैं।
Falgun Purnima 2024: पूर्णिमा के दिन ऐसे करें श्री हरि की पूजा, जीवन में होगा समृद्धि का आगमन
फाल्गुन पूर्णिमा (Falgun Purnima 2024) का बेहद महत्व है। इस महीने पूर्णिमा 25 मार्च को मनाई जाएगी। यह व्रत भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा के लिए समर्पित है। ऐसा कहा जाता है कि जो साधक धन की कामना करते हैं तो उन्हें इस दिन का उपवास जरूर करना चाहिए। साथ ही विष्णु स्तुति और श्री नारायण स्तोत्र का पाठ भाव के साथ करना चाहिए।
Astro tips: इन घरों में नहीं होता मां लक्ष्मी का वास, जीवन में मिलते हैं बुरे परिणाम
ऐसा माना जाता है कि मां लक्ष्मी उन्हीं घरों में वास करती हैं जहां साफ-सफाई हो और परिवार के सदस्य विशेष नियमों को पालन करते हों। धार्मिक मान्यता है कि इन नियमों (Maa Laxmi Upay) को पालन न करने से मां लक्ष्मी रुष्ठ हो जाती हैं और इंसान को जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
Weekly Muhurat: साप्ताहिक पंचांग मार्च 2024, जानें नए सप्ताह के शुभ मुहूर्त (18-24 मार्च तक)
Weekly Panchang March 2024: अपने प्रिय पाठकों के लिए वेबदुनिया यहां प्रस्तुत कर रहा हैं, मार्च 2024 के नए हफ्ते के शुभ मुहूर्त से संबंधित खास सामग्री। यहां जानिए 18 से 24 मार्च 2024 तक के साप्ताहिक शुभ मुहूर्त, जिसमें आप जानेंगे आने वाले दिवस ...
lunar eclipse Balarishta yoga on holi in hindi इस बार होली पर 100 वर्षों के बाद चंद्र ग्रहण का साया है और सूर्य एवं राहु की युति के साथ ही बलारिष्ठ योग भी बन रहा है। इस योग के चलते 4 राशियों के लोगों को सावधानी के साथ रहना होगा। किसी भी प्रकार की ...
Shivastakam: सोमवार के दिन करें शिवाष्टक स्तोत्र का पाठ, सभी मनोकामनाएं होंगी पूर्ण
भगवान शंकर की पूजा बेहद कल्याणकारी मानी गई है। ऐसा माना जाता है कि जो भक्त शिव जी को प्रसन्न करना चाहते हैं उन्हें सोमवार के दिन का व्रत जरूर करना चाहिए। साथ ही शिव मंदिर में जाकर भोलेनाथ को जल चढ़ाना चाहिए जो साधक ऐसा करते हैं उन्हें वैभव की प्राप्ति होती है। सोमवार के दिन शिवाष्टक स्तोत्र का पाठ करना भी बेहद शुभ माना जाता है।
Surya Dev Pujan Vidhi: इस विधि से भगवान सूर्य को दें अर्घ्य, बनेंगे सभी बिगड़े काम
रविवार का दिन सूर्य देव की पूजा के लिए समर्पित है। ऐसा कहा जाता है कि जो जातक उनकी उपासना सच्ची श्रद्धा के साथ करते हैं उन्हें जीवन में कभी मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ता है। ऐसे में अगर आप भगवान सूर्य को प्रसन्न करना चाहते हैं तो रविवार के दिन उनकी विधिपूर्वक पूजा (Surya Dev Pujan Vidhi) करें। साथ ही उनकी स्तुति और मंत्रों का जाप करें।
Seventh Roza 2024: रहमत का दरिया है सातवां रोजा
7th Roza 2024: रमजान माह का पहला अशरा (प्रारंभ यानी शुरू के दस रोजे) रहमत (ईश्वर की कृपा) का माना जाता है। यानी शुरुआती दस रोजे किसी दरिया के मानिन्द हैं जिसमें अल्लाह की रहमत का पानी बहता रहता है।
मीन राशिफल 18 मार्च: आपके खर्चें बढ़ेंगे, जानें कैसा रहेगा दिन
मीन (Pisces Horoscope): आपके खर्चें बढ़ेंगे, सेहत पर ध्यान देना होगा, लोगों से उलझने से बचें, नौकरी में नए अवसर मिलेंगे, कहीं दूर से अच्छी खबर मिलेगी, व्यापार में नुकसान हो सकता है. अन्य राशियों का भविष्यफल जानने के लिए नीचे 'राशिफल' टैग पर क्लिक करें.
धनु राशिफल 18 मार्च: अधूरे काम पूरे होंगे, जानें कैसा रहेगा दिन
धनु (Sagittarius Horoscope): अधूरे काम पूरे होंगे, करियर में उन्नति के अवसर मिलेंगे, स्वभाव में विनम्रता रखने से लाभ होगा, कार्यक्षेत्र में सहयोगियों से मदद मिलेगी, रोग परेशान कर सकते हैं, व्यापार में नया निवेश ना करें. अन्य राशियों का हाल जानने के लिए नीचे क्लिक करें 'राशिफल'.
कुंभ राशिफल 18 मार्च: मेहनत का फल मिलेगा, जानें कैसा रहेगा दिन
कुंभ राशि (Aquarius Horoscope): मेहनत का फल मिलेगा, धन की स्थिति बेहतर होगा, कार्यक्षेत्र में अपने प्रयास बढ़ाना होगा, परिवार के सहयोग से काम बनेंगे, नकारात्मक सोच से बचना होगा, व्यापार में हर काम सावधानी से करें. अन्य राशियों का हाल जानने के लिए नीचे क्लिक करें- 'राशिफल'.
मकर राशिफल 18 मार्च: आपका सम्मान और बढ़ेगा, जानें कैसा रहेगा दिन
मकर राशि (Capricorn Horoscope): आपका सम्मान और बढ़ेगा, सरकार से संबंधित काम बनेंगे, पुरानी योजनाओं पर फिर से काम शुरू होगा, अपनी सोच को पॉजिटिव रख कर फैसला करना होगा, सेहत का ख्याल रखना होगा, व्यापार में और समय लगाना होगा. अन्य राशियों का हाल जानने के लिए नीचे क्लिक करें- 'राशिफल'.
जानिए 18 मार्च 2024, दिन-सोमवार का पंचांग और शुभ मुहूर्त
18 मार्च 2024, दिन- सोमवार, फाल्गुन मास, शुक्ल पक्ष, नवमी तिथि रात 10.49 बजे तक फिर दशमी तिथि , आर्द्रा नक्षत्र शाम 06.10 बजे तक फिर पुनर्वसु नक्षत्र, चंद्रमा- मिथुन में, सूर्य- मीन में, अभिजित मुहूर्त- दोपहर 12.05 बजे से दोपहर 12.53 बजे तक, राहुकाल- सुबह 07:58 बजे से सुबह 09:28 बजे तक, दिशा शूल- पूर्व.
मेष राशिफल 18 मार्च: धन लाभ के योग, ऊँ नमः शिवाय का जाप करें
मेष (Aries Horoscope): धन लाभ का योग है, प्रोफेशन में उन्नति के अवसर मिलेंगे, आपकी नेतृत्व क्षमता और बढ़ेगी, फैसले करने में देरी ना करें, लंबी दूर की यात्रा से लाभ होगा. अन्य राशियों का हाल जानने के लिए नीचे क्लिक करें 'राशिफल'.
कर्क राशिफल 18 मार्च: परिवार से संबंधित काम बनेंगे, जानें कैसा रहेगा दिन
कर्क राशि (Cancer Horoscope): कहीं दूर से अच्छी खबर मिलेगी, परिवार से संबंधित काम बनेंगे,धन लाभ के लिए अपनी कोशिशों को बढ़ाना होगा, पैसा बचाने की आदत बनानी होगी, घर के बड़े बुजुर्गों की सलाह से फैसले करें लाभ होगा. अन्य राशियों का हाल जानने के लिए नीचे क्लिक करें 'राशिफल'.
तुला राशिफल 18 मार्च: शिक्षा के क्षेत्र में सफलता मिलेगी, जानें कैसा रहेगा दिन
तुला राशि (Libra Horoscope): शिक्षा के क्षेत्र में सफलता मिलेगी, धन की स्थिति में सुधार होगा, जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा, परिवार में सुख-शांति बढ़ेगी, उधार लेन-देने से बचें, व्यापार में और समय लगाना होगा. अन्य राशियों का भविष्यफल जानने के लिए नीचे 'राशिफल' टैग पर क्लिक करें.
वृश्चिक राशिफल 18 मार्च: परिवार में सुख बढ़ेगा, जानें कैसा रहेगा दिन
वृश्चिक राशि (Scorpio Horoscope): परिवार में सुख बढ़ेगा, शिक्षा से जुड़े लोगों को लाभ होगा, विदेश से संबंधित काम बनेंगे, पैसों से जुड़ा फैसला सोच समझ कर करें, अपनी सेहत का ख्याल रखें, व्यापार में लाभ होगा. अन्य राशियों का भविष्यफल जानने के लिए नीचे 'राशिफल' टैग पर क्लिक करें.
वृषभ राशिफल 18 मार्च: नेतृत्व क्षमता और बढ़ेगी, शुभ रंग- सफेद
वृषभ (Taurus Horoscope): नेतृत्व क्षमता और बढ़ेगी, वाणी में विनम्रता रखने से लाभ होगा, धन कमाने के लिए प्रयास बढ़ाना होगा, आपकी सकारात्मक सोच तरक्की कराएगी, सेहत का ख्याल ऱखें. अन्य राशियों का हाल जानने के लिए नीचे क्लिक करें 'राशिफल'.
मिथुन राशिफल 18 मार्च: भाग्य का साथ मिलेगा, शुभ रंग- केसरिया
मिथुन राशि (Gemini Horoscope): भाग्य का साथ मिलेगा, करियर के क्षेत्र में सफलता मिलेगी, रुके हुए काम पूरे होंगे, परिवार से सहयोग मिलेगा, मित्रों की सहायता से लाभ होगा. अन्य राशियों का हाल जानने के लिए नीचे क्लिक करें 'राशिफल'.
कन्या राशिफल 18 मार्च: परिवार से सपोर्ट मिलेगा, शुभ रंग- गेरुआ
कन्या राशि (Virgo Horoscope): हर काम सावधानी से करें, किसी से मतभेद हो सकता है, कोर्ट केस में सफलता मिलेगी, परिवार से सपोर्ट मिलेगा, लंबी दूरी की यात्रा से लाभ होगा, व्यापार से जुड़े काम बनेंगे. अन्य राशियों का भविष्यफल जानने के लिए नीचे 'राशिफल' टैग पर क्लिक करें.
कुंभ राशि वाले सलाह लेकर करें काम, जानें कैसा रहेगा आपका दिन
संपर्क संवाद बढ़ेगा. पारिवारिक मामलों में रुचि लेंगे. सद्व्यवहार रखेंगे. वाद संवाद पर जोर रहेगा. आलस्य का त्याग करेंगे. व्यर्थ चर्चाओं से बचेंगे. संकोच दूर होगा. कामकाजी स्थिति संवरेगी. तेजी रखेंगे.
इन 5 लोगों को भूलकर भी नहीं देखना चाहिए होलिका दहन, जानिए क्या है वजह!
शादी के बाद नई नवेली दुल्हन को होलिका दहन देखना अशुभ माना जाता है।माना जाता है कि इससे वैवाहिक जीवन में परेशानियां आती हैं, जीवन कठिनाइयों से घिर जाता है और सुख-समृद्धि में कमी आती है। सास-बहू को सलाह दी जाती है कि वे होलिका दहन एक साथ न देखें।माना जाता है कि इससे रिश्तों …
ससुराल में है पहली होली तो आजमाएं ये अचूक उपाय, जीवन में आएगी खुशियां!
हर साल फाल्गुन माह की पूर्णिमा की रात को होलिका दहन की रस्म निभाई जाती है, इसके बाद अगले दिन होली मनाई जाती है, जिसमें रंगों से खेलना शामिल होता है।यह त्यौहार हिंदुओं के सबसे प्रमुख और महत्वपूर्ण त्यौहारों में से एक है।इस साल होली 25 मार्च को मनाई जाएगी.अगर आपकी हाल ही में शादी …
सोमवार के दिन सिंह वालों को मिलेंगे शुभ प्रस्ताव, उत्साह मनोबल बढ़ेगा
Singh Rashifal 18 march 2024: व्यवसायिक अनुकूलता का लाभ उठाएंगे. भेंट के अवसर बढ़ेंगे. साहस और पराक्रम बना रहेगा. बड़ा लक्ष्य रखेंगे. शुभ प्रस्ताव मिलेंगे. वरिष्ठ जन सहयोगी होंगे. मित्रगण साहस बढ़ाएंगे. यात्रा की संभावना है. श्रेष्ठ प्रयासों को गति देंगे. संपर्क संवाद बना रहेगा. अच्छा प्रदर्शन करेंगे.
सोमवार के दिन कर्क वाले लेनदेन में पाएंगे स्पष्टता, करें इस रंग का प्रयोग
Kark Rashifal 18 march 2024: स्वार्थ संकीर्णता का त्याग करें. व्यक्तिगत प्रदर्शन पर ध्यान देंगे. दान दिखावे में रुचि रहेगी. लोभ प्रलोभन में नहीं आएंगे. सफेदपोश ठगों से दूरी रखेंगे. धैर्य बनाए रखेंगे. रिश्तों को मजबूती मिलेगी. संबंधियों से सहज रहेंगे. आपसी संवाद को बेहतर बनाएंगे. जिम्मेदारी निभाने में आगे रहेंगे.
सोमवार के दिन मिथुन वालों की आर्थिक स्थिति में होगा सुधार, मिलेगा लाभ
Mithun Rashifal 18 march 2024: भेंटवार्ता में सहज बने रहेंगे. आधुनिक विचारों में रुचि बढ़ेगी. रचनात्मकता संवार पाएगी. जिम्मेदारों से मेलजोल बढ़ाएंगे. साख सम्मान में वृद्धि होगी. पेशेवरों और वरिष्ठों से भेंट होगी. अनुबंधों में सक्रियता आएगी. वाणी व्यवहार प्रभावी रहेगा. आकर्षक प्रस्ताव मिलेंगे. आर्थिक लाभ के अवसर रहेंगे.
सोमवार के दिन वृषभ वाले कार्यक्षेत्र में पाएंगे इच्छित परिणाम, वाणी पर रखें संयम
Vrishabh Rashifal 18 march 2024: संबंधों में सुधार और श्रेष्ठता बनाए रखेंगे. योग्यता प्रदर्शन के अवसर बने रहेंगे. वाणी व्यवहार में प्रभाविता बनाए रखेंगे. चहुंओर तेजी दिखाएंगे. लेनदेन से जुड़े मामले पक्ष में बने रहेंगे. परंपरागत व्यवसाय में तेजी रखेंगे. नैतिक मूल्यों को महत्व देंगे. श्रेष्ठ जनों का आगमन होगा.
सोमवार के दिन मेष वाले दोस्तों से बढ़ाएंगे मेलजोल, ये है आज का उपाय
Mesh Rashifal 18 march 2024: सभी क्षेत्रों मेंयोजनाएं गति लेंगी. करीबी सहयोगी होंगे. फोकस बढ़ाएंगे. निर्णय क्षमता बढ़ेगी. जोखिम उठाएंगे. आर्थिक पक्ष बल पाएगा. जिम्मेदारी बनाए रखेंगे. पेशेवर प्रदर्शन पर ध्यान देंगे. ढिलाई से बचें. करियर कारोबार में सफलता पाएंगे. व्यापारिक गतिविधियों में तेजी आएगी.
सोमवार के दिन धनु वाले पाएंगे बिजनेस में लाभ, जानें अन्य राशियों का हाल
Arthik Rashifal march 2024: नेतृत्व बढ़ाने का प्रयास रहेगा. प्रस्तावों को समर्थन मिलेगा. जिम्मेदारियों को बखूबी निभाएंगे. आर्थिक लाभ बेहतर होगा. बहुमुखी प्रयास फलेंगे. लंबित मामले गति लेंगे. साख में वृद्धि होगी. कामकाज में स्पष्ट रखेंगे. सहकारिता और सहभागिता बढ़ाएं. श्रमशील बने रहें. साझेदारी के मामले पक्ष में बनेंगे. पेशेवर उपलब्धियां बढ़ेंगी. अधिकारी प्रसन्न रहेंगे.
Tarot Rashifal Meen (Pisces): अचानक से धन की प्राप्ति होगी, नया काम शुरू कर सकते हैं
Tarot Rashifal 17 march 2024 Meen: आपके घर में मांगलिक कार्य होने जा रहे हैं. आपको अचानक से कहीं से धन की प्राप्ति हो सकती है. आप किसी नए व्यवसाय की शुरुआत कर सकते है. आपका व्यवसाय काफी सफल होगा और आप दिन दूनी चौगुनी तरक्की करेंगे. हर प्रकार की सफलता आपके कदम चूमेगी.
वृषभ वाले संपत्ति के मामले में पाएंगे लाभ, ना करें ये एक गलती
Tarot horoscope 18 मार्च 2024: आप कोशिश करते है, कि आप साथ विवाद न करे. पर आपके सीधेपन को वो आपकी कमजोरी मानते आये है. अब आपने उनसे सीधे बात करने का सोचा है. एक दूसरे से आगे निकालने की होड़ में एक दूसरे को नुकसान पहुंचकर आगे बढ़ना आपको स्वीकार नही है.
मेष वाले आज व्यवसाय में पाएंगे सफलता, जानें कैसा रहेगा आज का दिन
Tarot horoscope 18 मार्च 2024: अपने प्रयास किए हैं, कि आपको विदेश में अच्छी नौकरी के अवसर मिल सके. अभी तक आपके प्रयासों में आपको कोई खास सफलता नहीं मिली है. जल्दी आपको कुछ ऐसे अवसर प्राप्त होंगे जो आपको विदेश में अच्छी नौकरी के लिए होंगे. आपकी विदेश जाने की इच्छा पूरी होती हुई नजर आ रही है.
अपने आप को इस स्थिति से बाहर निकलिए और अपने कार्य क्षेत्र की तरफ ध्यान केंद्रित कीजिए. आपके कार्य क्षेत्र में आपको अपेक्षा अनुसार सफलता नहीं मिल पा रही है. आपकी मेहनत, आपके परिश्रम की वह सराहना भी नहीं हो रही है.थोड़ा सा समय निकालकर अपने मन में शांति और सुकून को स्थापित करने की कोशिश कीजिए.
Meen Rashifal 18 March 2024 : मीन वालों के व्यक्तिगत मामले पक्ष में बनेंगे. कार्य व्यवसाय में गति रहेगी. निजी जीवन में रुचि बढ़ेगी. घर परिवार से करीबी बढ़ेगी. भवन वाहन के मामलों में तेजी आएगी. संसाधनों में वृद्धि बनी रहेगी.
टैरो राशिफल 18 मार्च 2024: तुला राशि वाले जल्दबाजी में कोई काम ना करें, विचारों पर रखें कंट्रोल
अपने लक्ष्य के प्रति अपना ध्यान केंद्रित कीजिए.अगर आप सही मार्ग पर नहीं चलेंगे,तो आपका कार्य सफलता प्राप्त नहीं कर पाएगा और जल्दबाजी में आपको आपके कार्य को सब में सीमा पर पूर्ण करने की करना पड़ेगा, जिससे हो सकता है कि आपको अपेक्षित सफलता की प्राप्ति ना हो.
कुंभ वाले अपनी मेहनत के बल पर नया मुकाम बनाएंगे, स्वास्थ्य को ना करें नजरअंदाज
आप अपने प्रिय से समय दूर है. आप दोनों के बीच आर्थिक स्थिति को लेकर कुछ परेशानियां चल रही हैं. आपके प्रिय के परिजन आपकी आर्थिक स्थिति देखकर इस विवाह के लिए अभी अपनी सहमति नहीं दे रहे हैं.
मकर वालेे जल्दबाजी में ना करें कोई काम, सोच-समझ कर लें जीवन का कोई फैसला
आपकी सोच बहुत अच्छी है,आप जीवन में बहुत तरक्की करना चाहते है और जीवन को सफलता की ऊंचाई तक लेकर जाना भी चाहते भी है. आपको थोड़ा ठहराव लाने की जरूरत है आपकी सोच,आपके दृष्टिकोण में. यदि कोई विवाह संबंधी प्रस्ताव आपके सामने आता है, तो पहले अच्छे से सोच विचार और जानकारी लेने के बाद ही आगे निर्णय लेना चाहिए.
सोमवार के दिन कन्या वाले पैतृक मामलों से पाएंगे लाभ, करें इन मंत्रों का जाप
kanya Rashifal 18 march 2024: विभिन्न मामलों में अनुकूलता रहेगी. पद प्रतिष्ठा प्रभाव में वृद्धि होगी. वाणिज्यिक कार्य व्यापार में समर्थन पाएंगे. व्यवस्था पर जोर देंगे. लाभ संवार पर रहेगा. लक्ष्य स्पष्ट रखेंगे. निसंकोच आगे बढ़ते रहेंगे. सक्रियता बनाए रखेंगे. वातावरण सकारात्मक बना रहेगा.
Panchang: आज 18 मार्च 2024 का शुभ मुहूर्त, राहु काल, आज की तिथि और ग्रह
aaj ka panchang
शंखनाद: थोड़ी देर में राहुल गांधी की रैली, क्या है मुंबई का माहौल?
मुंबई में आज इंडिया गठबंधन अपना शक्ति प्रदर्शन कर रहा है. राहुल गांधी की न्याय यात्रा के बाद ये पहला मौका है जब एक ही मंच पर इंडिया गठबंधन के कई दल एक साथ होंगे. बता दें कि राहुल की इस रैली में शामिल होने के लिए बिहार से तेजस्वी यादव पहुंचे हैं, वहीं महाराष्ट्र से शरद पवार और उद्धव ठाकरे जैसे दिग्गज नेता भी राहुल के साथ मंच साझा करेंगे.
Ramadan 2024: दिल्ली, लखनऊ, भोपाल समेत इन बड़े शहरों में 18 मार्च का सहरी और इफ्तार टाइमिंग
इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार, नौंवा महीना रमजान 12 मार्च से शुरू हो गया है. सोमवार 18 मार्च को सातवां रोजा रखा जाएगा. यह महीना बरकतों और रहमतों से भरपूर होता है. इस महीने मुस्लिम लोग सच्चे दिल से अल्लाह की इबादत करते हैं. रोजे की शुरुआत सुबह सूर्योदय से पहले सेहरी खाकर हो जाती है और शाम में इफ्तार के समय रोजा खोला जाता है.
Holashtak: होलाष्टक में वरदान भी हो जाते हैं बेकार, कहानियों से जानें क्यों मानते हैं अशुभ
अशुभ होलाष्टक का कारण 1 (Holashtak Kahani) विष्णु पुराण और भागवत पुराण के अनुसार (holashtak kahani ) राक्षसों के राजा हिरण्यकश्यप के बेटे प्रह्लाद भगवान विष्णु के भक्त थे। वे नियमित भगवान की पूजा आराधना में खोए रहते थे। इसके खिलाफ हिरण्यकश्यप ने प्रह्लाद को चेतावनी दी थी। लेकिन प्रह्लाद ने पिता की बात नहीं मानी। इससे हिरण्यकश्यप गुस्सा आ गया, उसने प्रह्लाद को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। पिता पुत्र के संबंध इतने खराब हो गए कि राक्षस राज हिरण्यकश्यप को मारने का फैसला कर लिया। उसने फाल्गुन माह की अष्टमी से पूर्णिमा तक आठ दिनों तक अलग-अलग तरीकों से प्रताड़ित किया। आखिरी दिन हिरण्यकश्यप ने बहन होलिका को प्रह्लाद को मारने का काम सौंपा। होलिका को जन्म से वरदान प्राप्त था कि उसे आग से कोई नुकसान नहीं होगा। भाई के आदेश पर होलिका ने भतीजे प्रह्लाद को अपनी गोद में उठा लिया और उसे मारने के इरादे से आग पर बैठ गई। लेकिन ईश्वर पर प्रह्लाद की अटूट आस्था और भक्ति के कारण भगवान विष्णु ने उसे सुरक्षा दी और वे पूरी तरह से सुरक्षित बाहर आ गए। जबकि होलिका आग में जलकर मर गई। प्रह्लाद को यातना देने वाली होलिका दहन से पहले के आठ दिनों को होलाष्टक कहा जाता है। मान्यता है कि इसी कारण हिंदू धर्म में होलाष्टक के इन आठ दिनों को अशुभ माना जाता है। ये भी पढ़ेंः Holashtak 2024: तपस्या के होते हैं ये आठ दिन, जानें कब से रहा शुरू हो रहा होलाष्टक और क्या है परंपरा होलाष्टक को अशुभ मानने की कहानी नंबर 2 (Holashtak Kahani) शिवपुराण की एक कथा (holashtak kahani) के अनुसार सती द्वारा आग में प्रवेश किए जाने के बाद भगवान शिव ने ध्यान समाधि में जाने का निर्णय ले लिया था। बाद में उनका देवी पार्वती के रूप में पुनर्जन्म हुआ, पुनर्जन्म के बाद सती भगवान शिव से विवाह करना चाहती थीं। लेकिन महादेव उनकी भावनाओं को नजरअंदाज कर समाधि में चले गए। इस पर देवताओं ने भगवान काम देव को भगवान शिव को देवी पार्वती से विवाह करने के लिए प्रेरित करने का काम सौंपा। भगवान काम देव ने भगवान शिव पर कामबाण से प्रहार कर दिया, जिससे भगवान शिव का ध्यान भंग हो गया। इससे वे क्रोधित हो गए और उन्होंने फाल्गुन अष्टमी के दिन कामदेव पर अपनी तीसरी आंख खोल दी। इसके कारण कामदेव भस्म हो गए। हालांकि भगवान कामदेव की पत्नी रति की प्रार्थना पर भगवान शिव ने कामदेव को राख से पुनर्जीवित कर दिया। लेकिन तभी से इस समय को होलाष्टक माना जाता है। ये भी पढ़ेंः Holi 2024: छोटी होली के दिन लग रही भद्रा, जानिए होलिका दहन का मुहूर्त और कब खेला जाएगा रंग अशुभ होलाष्टक ज्योतिषीय कारण (Holashtak jyotish) ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अक्सर इस समय सूर्य, चंद्रमा, बुध, बृहस्पति, मंगल, शनि, राहु और शुक्र जैसे ग्रह परिवर्तन से गुजरते हैं और परिणामों की अनिश्चितता बनी रहती है। इसलिए इस समय शुभ कार्यों को टाल देना अच्छा माना जाता है। इनके लिए अच्छा होता है होलाष्टक धर्म ग्रंथों के अनुसार होलाष्टक तांत्रिकों के लिए अनुकूल मानी जाती है, क्योंकि इस समय वे साधना के माध्यम से अपने लक्ष्य को आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। होली का उत्सव होलाष्टक की शुरुआत के साथ शुरू होता है और फाल्गुन पूर्णिमा के अगले दिन धुलेंडी पर समाप्त होता है। ये भी पढ़ेंः daily horoscope पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
Holika Dahan 2024 Upay: होलिका दहन में अर्पित करें ये चीजें, वैवाहिक जीवन रहेगा खुशहाल
हर साल होली से एक दिन पहले फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि की रात्रि को होलिका दहन किया जाता है। होलिका दहन के लिए एक जगह पर लकड़ियों को एकत्रित किया जाता है और उसकी पूजा कर गोबर के उपलों को अर्पित किया जाता है। इसके बाद होलिका की परिक्रमा लगाई जाती है। अंत में शुभ मुहूर्त देखकर होलिका दहन किया जाता है।
निःशुल्क धार्मिक यात्रा: अब 12 धार्मिक स्थलों की निःशुल्क यात्रा करें, तुरंत यहां पंजीकरण करें
मुफ्त धार्मिक यात्रा:अगर आप धार्मिक स्थलों की यात्रा करना चाहते हैं तो आपके पास अच्छा मौका है।आपको एक नहीं बल्कि 12 धार्मिक स्थलों के दर्शन कराए जाएंगे।खास बात यह है कि इसके लिए आपको पैसे नहीं देने होंगे.यह यात्रा निःशुल्क आयोजित की जा रही है।यह धार्मिक यात्रा उदयपुर से शुरू होगी.वहां से हमें देश के …
मासिक दुर्गाष्टमी का दिन मां दुर्गा की पूजा के लिए समर्पित है। ऐसा कहा जाता है कि जो साधक इस दिन मां के लिए उपवास रखते हैं उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। साथ ही जीवन में सुख-शांति आती है। यह व्रत हर महीने शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है। इस माह यह व्रत 17 मार्च को रखा जाएगा।
आखिर क्यों नहीं होते होलाष्टक में शुभ काम, जानते हैं इससे जुड़ी पौराणिक कथा
Holashtak 2024: फाल्गुन मास की पूर्णिमा को होली का त्योहार मनाया जाता है. होली के आठ दिन पहले होलाष्टक लग जाता है. 17 मार्च यानी आज से होलाष्टक शुरू हो चुका है. इन आठ दिनों में ग्रहों की स्थिति बदलती रहती है. साथ ही इस दौरान शुभ कार्य करने वर्जित होते हैं. आइए जानते हैं कि होलाष्टक को मनाने के पीछे कौन सी पौराणिक कथाएं हैं.
मीन राशिफल 17 मार्च: कहीं दूर से अच्छी खबर मिलेगी, जानें कैसा रहेगा दिन
मीन (Pisces Horoscope): कहीं दूर से अच्छी खबर मिलेगी, परिवार के साथ वक्त बीतेगा, कहीं घूमने जाने की योजना बनेगी, प्रॉपर्टी में जल्दबाजी में निवेश करने से बचना होगा, हर काम सोच समझ कर करना होगा, व्यापार में नुकसान हो सकता है. अन्य राशियों का भविष्यफल जानने के लिए नीचे 'राशिफल' टैग पर क्लिक करें.
वृश्चिक राशिफल 17 मार्च: अपने खर्चों को कंट्रोल करें, जानें कैसा रहेगा दिन
वृश्चिक राशि (Scorpio Horoscope): अपने खर्चों को कंट्रोल करें, आपका हुनर कामयाबी दिलाएगा, लोग आपकी बात मानेंगे, अहंकार की भावना रखना से नुकसान होगा, अपनी सेहत पर ध्यान देना होगा, व्यापार में नुकसान हो सकता है. अन्य राशियों का भविष्यफल जानने के लिए नीचे 'राशिफल' टैग पर क्लिक करें.
धनु राशिफल 17 मार्च: धन प्राप्ति का योग है, जानें कैसा रहेगा दिन
धनु (Sagittarius Horoscope): रुके हुए कार्य पूरे होंगे, धन प्राप्ति का योग है, करियर के लिए योजना बनाने का समय है, यात्रा से लाभ होगा, उन्नति के लिए किए गए प्रयास सफल होंगे, व्यापार में निवेश बढ़ा सकते हैं. अन्य राशियों का हाल जानने के लिए नीचे क्लिक करें 'राशिफल'.
मकर राशिफल 17 मार्च: नेगेटिव विचारों को हावी न होने दें, जानें कैसा रहेगा दिन
मकर राशि (Capricorn Horoscope): धन संबंधी फैसले सोच समझ कर करें, नेगेटिव विचारों को हावी न होने दें, रिश्तेदारों से मतभेद हो सकता है, काम में आ रही रुकावटें दूर करने में कामयाब होंगे, नए लोगों से मुलाकात होगी, व्यापार में नया निवेश ना करें. अन्य राशियों का हाल जानने के लिए नीचे क्लिक करें- 'राशिफल'.
कुंभ राशिफल 17 मार्च: भाग्य का सपोर्ट मिलेगा, जानें कैसा रहेगा दिन
कुंभ राशि (Aquarius Horoscope): भाग्य का सपोर्ट मिलेगा, इमोशनल होकर कोई फैसला करेंगे, परिवार से सहयोग मिलेगा, धन लाभ के लिए प्रयास बढ़ाना होगा, संतान से सुख मिलेगा, व्यापार में लाभ का योग है. अन्य राशियों का हाल जानने के लिए नीचे क्लिक करें- 'राशिफल'.
सिंह राशिफल 17 मार्च: अच्छी खबर मिलेगी, धन की प्राप्ति के योग
सिंह राशि (Leo Horoscope): प्रॉपर्टी से जुड़े काम बनेंगे, आपके खर्च बढ़ेंगे, हर काम सोच समझ कर करना होगा, धन की प्राप्ति में आ रही बाधाएं दूर होंगी, सेहत ठीक रहेगी, व्यापार में जुड़े काम बनेंगे. अन्य राशियों का हाल जानने के लिए नीचे क्लिक करें 'राशिफल'.
होलाष्टक आज से शुरू, होलिका दहन तक बंद रहेंगे ये 16 संस्कार, जानें वजह
Holashtak 2024 date: होलिका दहन से आठ दिन पहले यानी आज (17 मार्च) से होलाष्टक शुरू हो चुका है. शास्त्रों में फाल्गुन शुक्ल अष्टमी से लेकर होलिका दहन तक की अवधि को होलाष्टक कहा गया है. होलाष्टक लगते ही शुभ व मांगलिक कार्य वर्जित हो जाते हैं.
मेष राशिफल 17 मार्च: मन की टेंशन दूर होगी, गरीब को भोजन दान करें
मेष (Aries Horoscope): मन की टेंशन दूर होगी, परिवार के रुके हुए काम बनेंगे, धन प्राप्ति के साधन बनेंगे, अपने काम में और तेजी लना होगा, नेगेटिवटी को किसी भी तरह से बढ़ने ना दें, व्यापार में लाभ की स्थिति रहेगी. अन्य राशियों का हाल जानने के लिए नीचे क्लिक करें 'राशिफल'.
कर्क राशिफल 17 मार्च: लोगों से उलझने से बचें, शुभ रंग- हल्का पीला
कर्क राशि (Cancer Horoscope): सुख सुविधाओं पर धन खर्च होगा, मन की बात सबसे ना कहें, लोगों से उलझने से बचें, संतान की ओर और ध्यान देना होगा, प्रॉपर्टी में निवेश से बचना होगा, व्यापार में स्थिति बेहतर होगी. अन्य राशियों का हाल जानने के लिए नीचे क्लिक करें 'राशिफल'.
तुला राशिफल 17 मार्च: रुके हुए काम बनेंगे, जानें कैसा रहेगा दिन
तुला राशि (Libra Horoscope): दिन आपका अच्छा बीतेगा, मन की चिंता दूर होगी, आपका मान-यश और बढ़ेगा, सुख सुविधाओं की प्राप्ति होगी, रुके हुए काम बनेंगे, व्यापार में लाभ का योग है. अन्य राशियों का भविष्यफल जानने के लिए नीचे 'राशिफल' टैग पर क्लिक करें.
जानिए 17 मार्च 2024, दिन-रविवार का पंचांग और शुभ मुहूर्त
17 मार्च 2024, दिन- रविवार, फाल्गुन मास, शुक्ल पक्ष, अष्टमी तिथि रात 09.52 बजे तक फिर नवमी तिथि , मृगशिरा नक्षत्र शाम 04.47 बजे तक फिर आर्दा नक्षत्र, चंद्रमा- मिथुन में, सूर्य- मीन में, अभिजित मुहूर्त- दोपहर 12.05 बजे से दोपहर 12.54 बजे तक, राहुकाल- शाम 05:00 बजे से सुबह 06:31 बजे तक, दिशा शूल- पश्चिम
वृषभ राशिफल 17 मार्च: उधार लेनदेन से बचें, मान सम्मान का ख्याल रखें
वृषभ (Taurus Horoscope): उधार लेनदेन से बचें, किसी से मतभेद हो सकता है, अपने मान सम्मान का ख्याल रखें, वाणी का प्रयोग सोच समझ कर करें, कोई भी काम जल्दबाजी में करने से बचें, व्यापार में नुकसान हो सकता है. अन्य राशियों का हाल जानने के लिए नीचे क्लिक करें 'राशिफल'.
मिथुन राशिफल 17 मार्च: परिवार से सपोर्ट मिलेगा, सूर्य को जल अर्पित करें
मिथुन राशि (Gemini Horoscope):किसी महत्वपूर्ण व्यक्ति से मुलाकात होगी, परिवार से सपोर्ट मिलेगा, आपके खर्चों में बढ़ोतरी होगी, करियर को आगे बढ़ाने के लिए नए सिरे से विचार करें, क्रोध से बचना होगा, व्यापार में आ रही बाधाएं दूर होंगी. अन्य राशियों का हाल जानने के लिए नीचे क्लिक करें 'राशिफल'.